असीम खरे निवासी सर्वधर्म , कोलार रोड, भोपाल जो पेशे से मचैन्ट नेवी मे कमाण्डर के पद पर पदस्थ है, असीम के द्वारा जपउमेरवइेण्बवउ वेबसाइट पर अपना रिज्यूम अपलोड कर पेड सर्विस ले रखी थी। जपउमेरवइेण्बवउ कि और से फरियादी को फोन कर मेडिटरेनियन शिपिंग कम्पनी, सिंगापुर मे प्लेसमेन्ट, वेरीफिकेशन, विसा, व इन्टरव्यू के नाम पर 08 लाख रुपये के लगभग अलग अलग बैंक खातो मे जमा करवाये। इस दौरान पीडित का इन्टरव्यू लिया गया। इन्टरव्यू होने के पश्चात् आफर लेटर के नाम पर और रुपये की डिमांड की गई। फरियादी द्वारा सम्पर्क करने पर सभी फोन नम्बर बन्द आने लगे।फरियादी को धोखाधडी की आशंका होने पर सायबर पुलिस थाना, भोपाल मे आकर शिकायत की गई, जिस पर अपराध क्रमांक 28/16 धारा 420, 467, 468, 120-बी भादवि व 66-डी आई.टी.एक्ट मे पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
विवेचना के दौराना मोबाइल नम्बर की डिटेल व जानकारी निकालने मोबाइल नम्बर 8251938633 सागर के एम.पी.ई.बी. कालोनी के रहने वाले राहुल पाठक को गिरफ्तार किया गया। एवं राहुल पाठक की निशान देही पर सौरभ स्थापक पिता रविन्द्र स्थापक निवासी पुरानी कोर्ट के सामने शाहजहानाबाद भोपाल को गिरफतार किया गया। आरोपी राहुल पाठक द्वारा जिला सागर से सिम निकलवाकर भोपाल के मुख्य सरगना सौरभ स्थापक को सिम दी गई। सौरभ स्थापक ओल्ड सुभाष नगर , स्थित अपने दोस्त के फ्लेट से लोगो को काल करवाता था, व अपने साथियो एवं दिल्ली के गिरोह के साथ मिलकर लोगो को जाब प्लेसमेट का लालच देकर रुपये बैंक खातो मे जमा करवाते। आरोपी सौरभ की गिरफ्तारी के पश्चात् उसके साथी फरार हो गये।
आरोपी राहुल पाठक एवं सौरभ वर्ष 2012 से छात्रो को कालेज मे दाखिले हेतु काउसलिंग करवाते थे। आरोपी राहुल पाठक ने बी.सी.ए. की पढाई की है एवं मुख्य आरोपी सौरभ स्थापक ने वकालत की पढाई की है व स्वयं को एन.जी.ओ. का संचालक बताता है। सौरभ के पिता रविन्द्र स्थापक पेशे से वकिल है, सौरभ ने पुछताछ करने पर बताया कि उसके पिताजी सी.बी.आई के वकील है। सायबर पुलिस ने बताया कि मोबाइल नम्बर 8251938633 से प्रदेश भर मे बेरोजगार लोगो को फोन कर धोखाधडी की गई है, यदि उक्त नम्बर से जिन बेरोजगार लोगो को फोन किया है, वे लोग सायबर थाने मे आकर शिकायत दर्ज करवा सकते है।
उपरोक्त दोनों आरोपियों का सायबर पुलिस ने रिमान्ड लिया गया। पुलिस रिमाण्ड पर आरापियों द्वारा सागर, इन्दौर में स्थित उनके ठिकानों से अपराध में प्रयोग में लाई गई पीबीएक्स सिस्टम, 14 सिम, 05 मोबाइल फोन, इन्टरनेट माडम, टेलीफोन, कम्प्यूटर सी.पी.यू., आदि जब्त किये गये हैं। आरोपी सौरभ स्थापक ने बताया कि लगभग एक वर्ष से भारत के विभिन्न स्थानों के लोगों को काल किये जा रहे हैं। उपरोक्त काल करने मे जिस काल डायवर्ट डिवाइस का उपयोग किया जा रहा था उस डिवाइस को उसके द्वारा नष्ट कर दिया है। विवेचना में अभी तक अन्य आरोपियों के सम्बन्ध में राजस्थान, दिल्ली और नोएडा से होन के संकेत मिले हैं। जिनके संबंध में विवेचना जारी है। अपराध में आरोपियों द्वारा भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक के खातों में पीड़ित व्यक्तियों से धोखाधड़ी कर रूपये जमा करवाये हैं उपरोक्त खातों को फ्रीज करवा दिया गया है। अभी तक किसी अन्य पीड़ित द्वारा सायबर थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई है। प्रकरण में अभी तक आरोपी सौरभ स्थापक , राहुल पाठक, रिचा जैन एवं सौरभ जैन की गिरफ्तारी की जा चुकी है। एवं अन्य आरोपी पंकज दीक्षित, नरेन्द्र सिंह, स्वाती गर्ग व अन्य की तलाश जारी है।