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मध्यप्रदेश के उज्जैन में माधव नगर थाना अंतर्गत कंचनपूरा में रहने वाले एक छात्र नितेश का दो दिन पहले अपहरण हो गया। बदमाशों ने नितेश के भाई विकास के मोबाइल पर मैसेज देकर 50 हजार रुपए मांगे थे। परिवारजनों ने दिए गए अकाउंट नंबर पर तीन बार में 50 हजार की राशि ट्रांसफर भी कर दी थी। इसके बाद भी बदमाशों ने नितेश को नहीं छोड़ा था। शुक्रवार को परिवार ने उज्जैन के माधव नगर थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।शुक्रवार रात दो बजे पुलिस को सूचना मिली कि सुमराखेड़ा रेलवे स्टेशन पर पटरी के पास एक युवक पड़ा है। सूचना मिलने के बाद देर रात पुलिस परिवार के साथ उसे सुमराखेड़ा से थाने लाई है। खास बात यह है कि छात्र के कपड़े भी बदमाशों ने उतरवा लिए थे। उसे अर्धनग्न अवस्था मे स्टेशन के पास पटरी पर छोड़ दिया। रेलवे ट्रेक पर किसी व्यक्ति ने उसे खोला। युवक ने परिवार को मोबाइल से सूचना दी।
पुलिस रात में ही छात्र को लेकर थाने आ गई। पुलिस के अनुसार अपहरण करने वालों ने कम्प्युटर से जुड़े मोबाइल से मैसेज किए हैं। जिससे कि उनकी कोई जानकारी नहीं मिल सके। इसी तरह नीतेश के अकाउंट में पैसे आने के बाद उसे तुरंत एक अन्य अकाउंट में ट्रांसफर कर रहे थे। इससे स्पष्ट है कि बदमाश साइबर के जानकार हैं। पुलिस ने नीतेश का मेडिकल कराया है। सीएसपी विनोद मीणा ने बताया की अपहृत युवक से पूछताछ हो रही है। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। युवक को थाने ले आए हैं। उसके शरीर पर चोट के निशान नहीं है। नितेश को ऑनलाइन गेमिंग की लत थी। पुलिस अपहरण कांड में गेमिंग लत को लेकर भी जांच कर रही है। युवक के बयान दर्ज होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी की अपहरण की घटना में कितनी सच्चाई है।
उज्जैन के कंचनपुरा क्षेत्र में रहने वाले मकड़ोंन थाना क्षेत्र के नांदेड़ निवासी 20 वर्षीय नितेश माधव कॉलेज में बीए फाइनल का छात्र है। वह यहां रहकर सेना की तैयारी भी कर रहा था। 12 अक्टूबर से वह घर नहीं लौटा था। शुक्रवार को उसके छोटे भाई विकास के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का मैसेज आया कि नितेश का अपहरण कर लिया है। 50 हजार रुपए नितेश के खाते में डालों नहीं तो उसे मार देंगे। मैसेज मिलते ही परिवार ने घबराकर रुपए डाल दिए, लेकिन नितेश नहीं आया। फिरौती के लिए अपहरण का पता चलते ही पुलिस एक्शन में आ गई। रुपए देने के बाद भी जब वह नहीं लौटा तो परिजनों ने माधवनगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस को नितेश के ऑनलाइन गेम खेलने की लत का भी पता चला। ऐसे में पुलिस को शंक है कि नितेश ने खुद के अपहरण की साजिश रची हो। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है। नितेश के दोस्तों की मानें तो उसे मोबाइल गेम की लत में पड़ चुकी थी, जिसके चलते उसने कुछ उधारी भी कर ली थी। पुलिस को लगता है कि गेमिंग के चक्कर में ही अपहरण की साजिश रची गई हो। परिजनों को डराने के लिए वीडियो भी भेजा जिसके बाद नितेश के खाते में रुपए भेजे गए।
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