सागर । मप्र में सागर जिले के शाहगढ़ में सरकारी स्कूल में नाबालिग छात्रा के प्रसव और बाद में नवजात शिशु को जलाने का मामला सामने आया था। स्वस्थ नवजात का अधजला शव स्कूल परिसर की बाउंड्रीवाल के पास मिला।
पुलिस ने स्कूल, परिजन से लेकर तमाम लोगों से पूछताछ की थी। शक के आधार पर नाबालिग छात्रा के सगे चाचा को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में पता चला कि उसने ही अपनी भतीजी से ज्यादती की थी, जिसके बाद गर्भ ठहर गया था। उसने ही नवजात को जलाया था। जानकारी अनुसार बंडा थाना क्षेत्र के शाहगढ़ ब्लॉक की एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 11 वीं कक्षा की नाबालिग किशोरी स्कूल आई तो पेट दर्द से करार रही थी। शिक्षकों ने जब उसे देखा तो उन्हें समझ आ गया कि यह प्रसव पीड़ा है। तत्काल उसके परिजन को स्कूल बुलाया गया, लेकिन उसके पहले ही छात्रा का स्कूल में ही प्रसव हो गया था। नवजात बिलकुल स्वस्थ था। बाद में दोनों को घर भेज दिया गया। इधर ठीक दूसरे दिन नवजात शिशु का अधजला शव स्कूल की बाउंड्रीवाल के पास मिला था।
गांव में खबर फैली तो पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस को सागर में चौराहे पर मिली थी नाबालिग और मां अधजले शव की तहकीकात के लिए गांव पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जब पूछताछ शुरू की तो स्कूल परिसर में छात्रा के प्रसव की बात सामने आई। पुलिस घर पहुंची तो मां और बेटी दोनों गायब थे। वे पुलिस को सागर में मकरोनिया चौराहे के पास मिले। मां बेटी को इलाज के लिए सागर लाई थी। इधर शक के आधार पर पुलिस ने नाबालिग के 26 वर्षीय चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी।
उधर जिला अस्पताल में भर्ती नाबालिग और उसकी मां ने चुप्पी साध ली थी। अकेले पाकर चाचा ने ही ज्यादती की थी, नवजात को जलाया भी पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में चौंकाने वाली बात सामने आई है। इसमें नाबालिग के करीब 26 वर्षीय चाचा ने ही अकेला पाकर दुष्कर्म किया था, जिसके बाद वह गर्भवती हो गई थी। जब नाबालिग का प्रसव हुआ तो घर ले जाकर बाद में नवजात को चाचा ने ही जला दिया था। उसे जलाने में परिवार के और किस व्यक्ति की क्या भूमिका थी, इसको लेकर भी जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़ित नाबालिग का सागर के किजला असपताल में इलाज चल रहा है।