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इंदाैर । मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में हिंदू युवतियों से दुष्कर्म और लव जिहाद का शिकार बनाने के साथ उनसे देह व्यापार में धकेलने का मास्टरमाइंड कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। इतना ही नहीं कादरी के भाई, दोस्त और रिश्तेदार भी फरार हो गए हैं। उनके घरों में ताले लगे हुए हैं। उधर पुलिस उसके बारे में जानकारी देनेवाले को इनाम बतौर 10 हजार रुपये दिए जाने की भी घोषणा कर चुकी है, लेकिन इसके बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल रहा, वह कहां छिपकर बैठ गया है। इस मामले में फिलहाल बाणगंगा और सदर बाजार थाने की पुलिस संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रही है।
उल्लेखनीय है कि अनवर कादरी ने आरोपित अल्ताफ और साहिल को हिंदू युवतियों से शादी करने, धर्म परिवर्तन करने और उन्हें देह व्यापार में धकेलने के लिए फंडिंग की थी। इसलिए उसे पुलिस ने उक्त साजिश में आरोपित बनाया है। अनवर 2011 में एक साल की सजा भी काट चुका है। इसके साथ ही इस पार्षद की आपराधिक हिस्ट्री तलाशने पर ज्ञात हुआ है कि कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत के खिलाफ अब तक उन्नीस मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें डकैती, जानलेवा हमला, अवैध हथियार रखने से लेकर जमीन हथियाने, बलवा करने के साथ ही मारपीट जैसे प्रकरण शामिल हैं। दूसरी ओर कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश बता रही है।
अनवर कादरी पर 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस दर्ज किया गया था। इसके बाद उसे अनवर डकैत के नाम से पहचाना जाने लगा। 2011 में कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी, उसके भाई और एक अन्य आरोपी को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी। पुलिस ने कादरी समेत उसके अन्य आरोपित साथियों के पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू बरामद किए गए थे। वह कई लोगों को मारपीट, घर में घुसकर धमकाने जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। उस पर पत्रकार जावेद खान के घर में बंदूक लेकर घुसने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लग चुके हैं। इस संबंध में तत्कालन समय में पुलिस की ओर से बताया भी गया था कि अनवर ने जावेद के साथ लात-घूंसों से मारपीट की और उनके परिवार को भी धमकाया। पत्रकार की मानें तो कादरी ने घर की महिलाओं से दुर्व्यवहार किया और बच्चों तक को डराया-धमकाया, यहां तक की घर में तोड़फोड़ तक कर डाली थी।
अनवर कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है। वह इंदौर शहर कांग्रेस का महामंत्री भी नियक्त किया जा चुका है। 28 अप्रैल 2025 को अनवर ने इंदौर के वार्ड 58 स्थित बड़वाली चौकी पर पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन करने के दौरान जैसे ही कादरी ने 'पाकिस्तान' शब्द बोला, वहां मौजूद उसके समर्थकों ने 'जिंदाबाद' के नारे लगा दिए थे। घटना का वीडियो सामने आने के बाद भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने विरोध में एफआईआर दर्ज कराई थी। तब अनवर कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
इस पर 2022 के नगर निगम चुनाव के दौरान मतदाताओं को धमकाने और फर्जी वोट डलवाने की कोशिश करने का भी आरोप लग चुका है। इस मामले में सहायक रिटर्निंग अधिकारी अंशुल खरे ने सराफा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अनवर कादरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।फिलहाल नया केस उस पर 16 जून को बाणगंगा थाना पुलिस ने लव-जिहाद और हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश रचने का दर्ज किया है। यह प्रकरण 13 जून को पुलिस द्वारा साहिल शेख और अल्ताफ की पूछताछ के बाद दर्ज हुआ, क्योंकि इन दोनों ने बताया था कि पार्षद कादरी ने उन्हें हिंदू लड़कियों से शादी कर धर्म परिवर्तन और देह व्यापार कराने के लिए राशि भी मुहैया कराई थी। कादरी ने उसे एक लाख और साहिल को दो लाख रुपए नकद दिए थे। शर्त रखी थी कि वे हिंदू लड़कियों से शादी करें और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेलें। इस पूरे प्रकरण में भाजपा के नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा समेत कई हिन्दू संगठन भी पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्षद कादरी पर सख्त कार्रवाई और रासुका लगाने की मांग कर रहे हैं।
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