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मंदसौर। पीएचई के बाबू के हाथ गुलाबी होते ही चेहरा लाल हो गया। मामला था पीएचई में ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) की टीम की आमद का, जहां से टीम ने एक घूसखोर बाबू को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। पेंशन प्रकरण में एक सेवानिवृत्त से एक लाख रुपए की मांग की गई थी। इस मामले में उज्जैन ईओडब्यू को शिकातय की गई। योजनाबद्ध तरीके से टीम ने कार्यालय में दबिश दी। इस दौरान 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए बाबू को पकड़ा गया।
भानपुरा के प्रेमशंकर प्रधान पीएचई में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत होकर रिटायर्ड हुए थे। पेंशन को लेकर अपने ही विभाग के कर्मचारी उन्हें चक्कर दे रहे थे। कई बार चक्कर काटने के बाद भी पेंशन प्रकरण में रोडा अटकाया जा रहा था। आखिरकार बाबू सैय्यद मजीद रहमान ने उनसे पेंशन प्रकरण तैयार करवाने के लिए 85 हजार रुपए की मांग की। परेशान होकर प्रेमशंकर ने ईओडब्ल्यू उज्जैन एसपी को शिकायत की। मामले में जांचकर विभाग के डीएसपी के नेतृत्व में शुक्रवार को एक टीम मंदसौर पहुंची। यहां योजनाबद्ध तरीके से कार्यालय में दबिश दी गई, जहां से मजीद रहमान को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। बताया जाता है कि मजीद रहमान के पास विभाग में तीन पदों का काम दे रखा है। इसमें तकनीकी प्रभारी, आडिटर और भुगतान शाखा का प्रभार इनके पास है। डीएसपी अजय केथवास ने बताया कि शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है।
मंदसौर में बाबू सैयद मस्जिद रहमान फरियादी प्रेम शंकर प्रधान का पेंशन प्रकरण तैयार करने के एवज में 1 लाख की मांग कर रहा था। कई बार चक्कर लगाने के बाद भी बाबू एक लाख की रिश्वत लेने पर अड़ा रहा तो फरियादी ने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू उज्जैन में की थी। टीम ने फरियादी की शिकायत की जांच की। जिसमें आरोप सही पाए गए इसके बाद टीम ने प्लान बनाकर आरोपी को ट्रैप किया। शुक्रवार को पहली किस्त के रूप 20 हजार रुपए लिए थे। जैसे ही बाबू ने रुपए लेकर जेब में रखे। ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
टीम ने बाबू की उतरवाई पेंट
शुक्रवार सुबह करीब ईओडब्ल्यू की टीम में 1 डीएसपी, 2 टीआई, 1 सब इंस्पेक्टर आउट, 8 आरक्षक तीन वाहन में सवार होकर पीएचई कार्यालय पहुंचे। यहां जैसे ही फरियादी प्रेम शंकर प्रधान ने बाबू सैय्यद मजीद रहमान को रिश्वत की पहली किस्त हाथो में थमाई बाबू ने तुरंत रुपए पेंट की जेब में रखे वैसे ही ईओडब्ल्यू की टीम ने बाबू को गिरफ्तार कर लिया। केमिकल से धुलाने पर हाथ गुलाबी हुए तो बाबू का चेहरा लाल हो गया। इसके बाद टीम ने बाबू की पेंट उतरवाई। जिसे भी केमिकल से धोया गया। पेंट की जेब भी गुलाबी होने पर उसे भी जब्त किया गया। बाबू को घर से पजामा मंगवाकर पहनना पड़ा।
किसी से चाय नहीं पी, रिश्वत कैसे देता
फरियादी प्रेम शंकर प्रधान मंदसौर पीएचई कार्यालय में टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ थे। उन्होंने बताया कि 40 साल 6 माह की नौकरी में किसी से चाय तक नहीं पी तो रिश्वत कैसे दे देता। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास देने के लिए 1 लाख रुपए नहीं थे। परेशान होकर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में शिकायत की थी।
Kolar News
6 May 2022
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