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अक्सर हमें ऐसे मामले देखने को मिलते है,जिसमें कानून की अड़ लेकर लोगों को झूठे आरोपों में फसाया जाता है। ऐसा ही मामला कुछ दिनों पहले बालाघाट से सामने आया था जहां पवन आहूजा नाम के व्यक्ति ने रेप केझू ठे आरोपों के चलते फांसी लगा ली थी.अब बालाघाट निवासी पवन आहूजा की खुदकुशी मामले में मंडला जिले की पुलिस ने कार्रवाई की है। बम्हनी पुलिस ने बुधवार को आयुष चिकित्सक डॉ. शिवानी निषाद को गिरफ्तार किया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर अपने साथ लेकर गई।इस मामले के अन्य आरोपी रानी निषाद, शिक्षक कैलाश नंदनवार, उनकी पत्नी अनिता नंदनवार और तीजन कुशराम फरार हैं। बम्हनी थाना उपनिरीक्षक वकार खान ने बताया कि शेष आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।गौरतलब हो कि 20 दिसंबर 2022 को पवन आहुजा ने बम्हनी में पिता के निवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में बम्हनी पुलिस को मिले मृतक पवन आहुजा के सुसाइड नोट में पड़ोसियों द्वारा झूठे मामले में फंसा देने, बलात्कार की धमकी और शिकायतों से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात का उल्लेख था। इसकी जांच के बम्हनी पुलिस ने उक्त पांचों लोगों के खिलाफ पवन आहुजा को आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।बालाघाट नगरीय क्षेत्र के वार्ड 32 निवासी पवन आहुजा परिवार का इकलौता बेटा था। वह इंदौर में रहकर पीएससी की तैयारी कर रहा था। पड़ोसियों का उसकी मां से अक्सर विवाद होता था। इसके चलते पड़ोसियों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि आयुष चिकित्सक डॉ. शिवानी निषाद द्वारा उसे बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी जाती थी। इससे पवन आहुजा अपने भविष्य को लेकर चितिंत था। जो दिसंबर में इंदौर से लौटकर पिता के पास बम्हनी गया था। जहां बेटे को छोड़कर पिता बालाघाट आ गए।जब वह 20 दिसंबर 2022 को वापस बम्हनी लौटे तो देखा कि घर का दरवाजा बंद है। अंदर से कोई जवाब नहीं मिलने पर वह पड़ोसियों के साथ दरवाजे तोड़कर अंदर कमरे में पहुंचे, तो देखा कि बेटा पवन पंखे में फांसी पर लटका था। बम्हनी पुलिस ने शव को बरामद कर पंचनामा कार्यवाही के दौरान पवन आहुजा के पेंट की जेब से उन्हें एक सुसाइड नोट मिला था। इसमें पवन ने पड़ोसियों से मिल रही धमकी और प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या किए जाने का उल्लेख किया था।
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