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उमरिया । जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम रोहनिया से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें लोगों को ही नहीं पुलिस को भी चौंका दिया। एक महिला ने फोन कर बोला हैलो, मैं महिला थाने से टीआई बोल रही हूँ, मामले को रफा-दफा करना है तो 50 हजार रुपये लेकर जल्दी से मिलो, यह हरकत एक सामान्य महिला ने एक अपराध से मुक्ती दिलाने को लेकर गांव के ग्रामीण से कही। जिसके बाद मामले में छानबीन की गई तो पता चला कि भाई-बहन ने मिलकर पैसों के लालच में पुलिस अधिकारी बनकर रुपयों की मांग की थी। हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित पक्ष की शिकायत पर आरोपित महिला एवं उसके भाई व एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि महिला फरार है।
दरअसल, मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम रोहनिया का है, जहां पैसे ऐंठने के लिए भाई ने अपनी बहन को महिला थाना प्रभारी बनाकर आरोपी को धमकी दी कि अगर तुम्हें इस केस से बरी होना है तो 50 हजार रुपए लेकर मुझसे मिलो। पूरा मामला चार सितम्बर को दर्ज हुई एफआईआर कक्षा 10 वीं की नाबालिक छात्रा को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना से जुड़ा हुआ है, जिसका आरोपी जमानत पर रिहा हो गया है, लेकिन षड्यंत्र करके उससे पैसे ऐंठने के चक्कर में गांव के ही एक भाई ने अपनी बहन को महिला थाना प्रभारी बना डाला और उसने आरोपी को फोन कर दिया । घटना के बाद जैसे ही शक हुआ तो उन्होंने कोतवाली पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है। वहीं आरोपी महिला अब तक फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
इस मामले में एसडीओपी उमरिया डाॅ. नागेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि दशरथ गौतम और पुष्पा गौतम के नाम इस आशय का मामला कायम हुआ था कि यह लोग स्वयं को महिला थाना प्रभारी बताते हुए रिश्वत की मांग कर रहे थे, जिस पर एक्सटॉर्शन का मामला पंजीबद्ध हुआ है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को दशरथ गौतम और जगन्नाथ महरा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है, पुष्पा अभी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है और जल्दी से जल्दी हम उसको गिरफ्तार कर लेंगे।
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