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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भाेपाल । राजधानी भोपाल में बागसेवनिया थाना क्षेत्र में एक शराब की दुकान के गेट को लेकर रविवार दोपहर जमकर हंगामा हुआ। फॉरच्यून डिलाइट सोसाइटी के बाहर बड़ी संख्या में रहवासी इकट्ठा हुए और शराब दुकान के दूसरे गेट के खिलाफ प्रदर्शन किया। रहवासियों का आरोप है कि शराब ठेके का एक गेट पहले से मेन रोड की ओर था, लेकिन अब ठेकेदार ने इसका दूसरा गेट भी रोड की दूसरी दिशा में खोल दिया है। इससे मोहल्ले के लोग खासतौर पर महिलाएं और बच्चे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।   बागसेवानिया स्थित संचालक को जिस जगह पर दुकान आवंटित की गई है, उस तरफ से दुकान का शटर बनाकर शराब बेची जा रही हैं लेकिन दुकान संचालक ने दुकान के पिछली तरफ भी पीएचई विभाग की जमीन पर कब्जा कर दूसरा गेट खोल दिया है। दुकान के आगे पीछे दो गेट बनाकर धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है। अवैध रूप से पीछे बनाये गए गेट के चलते वहां के रहवासी ने बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे और विरोध जताया है। दरअसल अवैध रूप से खोले गए इस गेट के सामने कई कालोनियां है। शराब की दुकान का यह अवैध शटर इन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। सुबह से ही यहां खरीदारों की भीड़ लग जाती है जो देर रात तक जारी रहती है। ऐसे में यहां से स्कूल-कालेज जाने वाली बच्चियों या फिर कालोनी के निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। शाम होते ही कालोनी के लोगों को घरों में कैद रहने मजबूर हो जाना पड़ता है।सोसाइटी की अध्यक्ष विभा श्रीवास्तव ने बताया कि शराब दुकान के लिए जो लाइसेंस मिला है, वह पहले गेट के लिए ही जारी हुआ था। दूसरा गेट खोलना पूरी तरह से अवैध है। जिस तरफ दूसरी गेट खोली गई है। वहां पास ही में बाजार भी है। लोग अक्सर बाजार जाते रहते हैं। ऐसे में यह सुरक्षित नहीं है। वहीं लाइट नहीं होने से एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा गली में कई गुमटियां लग गई हैं, जिससे यहां भीड़भाड़ बनी रहती है। इससे महिलाओं और बच्चों का निकलना मुश्किल हो गया है।   रहवासियों के विरोध की खबर मिलते ही मौके पर प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे। मीडिया के कैमरे और एसडीएम को देखते ही शराब दुकान में मौजूद स्टाफ ने फौरन अवैध तरीके से खोले गए शटर को बंद कर दिया। एसडीएम ने जब दुकान के दस्तावेज जांचे तो पिछला गेट अवैध रूप से खोलना पाया गया, जिसके बाद दुकान संचालक को चेतावनी दी गई है। फिलहाल दबाव के बाद दुकान का दूसरा गेट बंद कर दिया गया है, लेकिन लोगों को आशंका है कि इसे फिर से खोला जा सकता है। यदि ठेकेदार ने दोबारा गेट खोला, तो रहवासी आगे की कार्रवाई करेंगे।  

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ग्वालियर । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। इस मामले में शनिवार को फिर वकीलों और भीम आर्मी के सदस्यों में झडप हो गई। इस दौरान वकीलों ने भीम आर्मी के कार्यकर्ता को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। दो दिन पहले डॉ. अंबेडकर की मूर्ति की स्थापना का विरोध करने वाले वकीलों ने भीम आर्मी को चेतावनी दी थी कि यह गली-मोहल्ला नहीं कोर्ट है, यहां भीम आर्मी आकर दिखाएं। इस पर शनिवार को भीम आर्मी नेता रूपेश केन अपनी टीम के साथ पहुंच गए। यह देख वकील एकजुट हो गए। उन्होंने भारी पुलिस फोर्स के बीच भीम आर्मी नेता रूपेश केन और उनके साथियों से मारपीट कर दी। यह पूरा घटनाक्रम शनिवार शाम को सिटी सेंटर में हाईकोर्ट परिसर के बाहर सड़क पर हुआ है। सड़क पर सिर्फ वकील, पुलिस और भीम आर्मी ही नजर आ रही थी। कोर्ट परिसर के आसपास भारी फोर्स तैनात की गई है। दरअसल, हाईकोर्ट परिसर में जैसे ही बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने की चर्चा हुई वैसे ही विवाद ने जन्म ले लिया। बार एसोसिएशन मूर्ति लगाने को लेकर विरोध जता रही है। बार एसोसिएशन का कहना है कि हाईकोर्ट की सात सदस्यीय बिल्डिंग कमेटी ने भी परिसर में मूर्ति लगाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इसके बावजूद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अनुयायी वकीलों का एक गुट मूर्ति लेकर हाईकोर्ट पहुंच गया था। उनका कहना था कि उनके पास इजाजत है और मूर्ति की स्थापना होनी है। क्रेन के जरिए मूर्ति लगाने का प्रयास शुरू होते ही बार एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। दो दिन पहले हुए तनाव और हंगामे के बाद वकीलों के एक गुट ने अंबेडकर की मूर्ति लगाने का प्रयास कर रहे लोगों को चेतावनी दी थी कि वह भीम आर्मी को बुलाकर लाए हैं, लेकिन भीम आर्मी आ जाए या कोई यहां मूर्ति नहीं लगने देंगे। इसके बाद भीम आर्मी के नेता रूपेश केन अपने साथियों के साथ पहुंच गए। शनिवार शाम वह हाई कोर्ट के बाहर खड़े हो गए। तनाव को देखते हुए पहले ही काफी तादाद में पुलिस बल तैनात था। शाम पांच बजे जैसे ही कोर्ट से वकील बाहर निकले तो वहां भीम आर्मी को देखते ही वहां हंगामा खड़ा हो गया। मौके पर गुस्साए अधिवक्ताओं ने भीम आर्मी के सदस्य रुपेश कैन के साथ जमकर मारपीट कर दी। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने भीम आर्मी के नेताओं को संभाला और वहां से दूर ले जाने लगे, लेकिन जैसे ही उन्होंने जय भीम के नारे लगाए तो वकीलों ने उनको घेर लिया। इसके बाद जमकर मारपीट की है। कुछ देर तक हाई कोर्ट परिसर के बाहर की वो सड़क जिसे वीआईपी कहा जाता है वह किसी जंग का मैदान नजर आ रही थी। हर तरफ पुलिस और पुलिस नजर आ रही थी। पुलिस ने तत्काल भीम आर्मी को वहां से हटाया और हालात पर नियंत्रण पाया है। हालांकि खबर लिखे जाने के समय तक किसी गुट पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई थी। एएसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि आज एक डेट दी गई थी जिस पर डिसाइड होना था कि मूर्ति की स्थापना कब और कैसे की जाएगी। इसके बाद वहां दो पक्षों में झड़प हुई है। पुलिस ने हालात को नियंत्रण में लिया है। अब इस मामले में 19 मई की तारीख निर्धारित की गई है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे है। प्रदेश में कहीं तेज धूप तो कहीं बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में अगले 4 दिन यानी, 21 मई तक दिन में लू चलेगी, जबकि रातें भी गर्म रहेंगी। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्से में तेज आंधी और बारिश का दौर भी रह सकता है। आज रविवार को भी 26 जिलों में मौसम के दो रंग देखने को मिलेंगे।मौसम विभाग के अनुसार, तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम इन दिनों एक्टिव है। इनका असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। इस कारण आंधी और बारिश हो रही है। वहीं, अब गर्मी का असर भी देखने को मिल रहा है। अगले चार दिन तक आंधी, बारिश के साथ लू का भी अलर्ट है। आज रविवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, गुना, अशोकनगर में हीट वेव यानी, गर्म हवाएं चल सकती है। वहीं, सीधी और उमरिया में रातें गर्म रहेंगी। यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से 4-5 डिग्री अधिक रह सकता है। दूसरी ओर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश, तेज आंधी चल सकती है।प्रदेश में शनिवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। कहीं बारिश और तेज आंधी वाला मौसम रहा तो कहीं तेज गर्मी का असर देखने को मिला। बैतूल में 17 मिमी यानी, आधा इंच से ज्यादा पानी बरस गया। वहीं, नौगांव, सीधी, विदिशा, सिंगरौली, गुना में भी बारिश हुई। दूसरी ओर, प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का असर देखा गया। सबसे गर्म छतरपुर का खजुराहो रहा। यहां तापमान 44.4 डिग्री दर्ज किया गया। छतरपुर के ही नौगांव में 44 डिग्री सेल्सियस रहा। सीधी और टीकमगढ़ में 43.6 डिग्री, दमोह-सतना में 43.5 डिग्री, शिवपुरी-गुना में 43.2 डिग्री, सागर में 43 डिग्री, रीवा में 42.8 डिग्री, मंडला में 42 डिग्री और रायसेन में 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में 44.2 डिग्री, जबलपुर में 41.2 डिग्री, भोपाल में 40.8 डिग्री, उज्जैन में 39.5 डिग्री और इंदौर में पारा 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा हैं। कभी तेज गर्मी पड़ने लगती है तो कभी अचानक तेज आंधी के साथ बारिश होने लगती है। ऐसा ही मौसम अगले 4 दिन यानी, 20 मई तक रहेगा। इस दौरान आंधी-बारिश के साथ लू भी चलेगी। आज शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 39 शहरों में आंधी और बारिश का अलर्ट है, जबकि 3 जिले- रीवा, मऊगंज और उमरिया में रातें गर्म रहेंगी। इससे पहले शुक्रवार को ग्वालियर, खजुराहो और नौगांव में तापमान 45 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक टर्फ की एक्टिविटी है। इस वजह से बारिश और आंधी चल रही है। बारिश के साथ गर्मी का असर भी देखने को मिलेगा। इसके लिए अलर्ट जारी किया है। शनिवार को जिन जिलों में बारिश होने और आंधी चलने का अलर्ट है, उनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, भिंड, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, सिंगरौली शामिल हैं। यहां 30 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है।इससे पहले शुक्रवार को डिंडौरी, सिवनी, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, मंडला, अनूपपुर, सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा, बैतूल, धार, खरगोन समेत कई जिलों में मौसम बदला रहा। यहां आंधी और बादल वाला मौसम देखने को मिला। प्रदेश में आंधी-बारिश के बीच शुक्रवार को गर्मी के तेवर भी देखने को मिलें। एक बार फिर दिन का तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया। छतरपुर जिला सबसे गर्म रहा। यहां के खजुराहो में पारा सबसे ज्यादा 45.8 डिग्री पहुंच गया। ग्वालियर और नौगांव में भी 45 डिग्री दर्ज किया गया। इस सीजन में पहली बार तापमान इतना पहुंचा।इसी तरह सतना में 44.1 डिग्री, गुना, शिवपुरी-टीकमगढ़ में 44 डिग्री, रीवा में 43.6 डिग्री, सीधी में 42.4 डिग्री, दमोह में 41.5 डिग्री, उमरिया में 40.5 डिग्री, सागर में 40.2 डिग्री और रायसेन में 40 डिग्री रहा। पांच बड़े शहरों में ग्वालियर के बाद जबलपुर सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 40.3 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 38.4 डिग्री, इंदौर में 36.9 डिग्री और उज्जैन में 39 डिग्री सेल्सियस रहा।  

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बैतूल । सिवनी से फिरोजपुर कैंट जा रही पातालकोट एक्सप्रेस (20423) की एक यात्री बोगी के पहिए से शनिवार दोपहर में अचानक धुआं निकलने लगा, जिससे ट्रेन को बैतूल के मलकापुर स्टेशन पर रोकना पड़ा। पहिए से धुआं उठता देख ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। जानकारी मिलते ही रेलवे का तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और सुधार कार्य करने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया। यात्रियों के अनुसार, पातालकोट एक्सप्रेस सिवनी से रवाना होकर छिंदवाड़ा होते हुए बैतूल जिले के मलकापुर स्टेशन पर पहुंची थी, तभी इंजन से पांचवीं बोगी के नीचे से तेज धुआं निकलने लगा। झांक कर देखा तो बोगी के नीचे पहियों के पास से धुआं उठ रहा था। इस घटना से यात्रियों में कुछ समय के लिए घबराहट फैल गई। ट्रेन को तुरंत रोक दिया गया। करीब 30 मिनट बाद ट्रेन को बैतूल के लिए रवाना किया गया। आमला स्टेशन प्रबंधक सुनील गुप्ता ने बताया की घटना शनिवार दोपहर 12.43 बजे आमला से मलकापुर स्टेशन के पास हुई। पातालकोट एक्सप्रेस की एक बोगी में ब्रेक जाम होने से धुआँ निकलना लगा था। रेलवे की टीम मौके पर पहुँची और जांच की गई। रेलवे के आला अधिकारी की सूचना कर दी गई है। मरम्मत कार्य होने के बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया है। स्टेशन प्रबंधक के मुताबिक ट्रेनों में ब्रेक लॉक जाम होने के कारण हल्का धुआं निकला था। उन्होंने कहा कि फाइबर ब्रेक लॉक की वजह से कभी-कभी ऐसी स्थिति बन जाती है। बैतूल स्टेशन पर भी ट्रेन को रोककर ब्रेक लॉक को रिलीज किया गया।    

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मंदसौर । मध्य प्रदेश में मंदसौर नारकोटिक्स विंग ने शुक्रवार को ड्रग्स तस्करी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए तीन अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्करों के पास से एक किलो 110 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद की गई है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ 11 लाख रुपये बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, नारकोटिक्स विंग को सूचना मिली थी कि तस्कर लहसुन से भरी एक पिकअप वाहन में एमडी ड्रग्स छिपाकर ले जा रहे हैं। इस सूचना पर नीमच-मिर्जापुर फंटे पर शुक्रवार दोपहर घेराबंदी की गई। जैसे ही संदिग्ध पिकअप पहुंची, उसे रोककर तलाशी ली गई। जांच में वाहन के भीतर एक किलो 110 ग्राम एमडी जब्त की गई। इस दौरान तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में मंदसौर के मदारपुरा निवासी 32 वर्षीय शम्सुद्दीन उर्फ अन्नू, मुंबई माहिम वेस्ट निवासी 47 वर्षीय यामीन खान और 50 वर्षीय समीर शेख शामिल हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि शम्सुद्दीन राजस्थान में 41 किलो अफीम तस्करी के मामले में आरोपी था और पिछले 4 महीने से पैरोल पर फरार चल रहा था। अब वह भी नारकोटिक्स विंग की गिरफ्त में है। थाना प्रभारी भरत चावड़ा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि वे मंदसौर से एमडी ड्रग्स ले जाकर मुंबई के माहिम और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करते थे। तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। नारकोटिक्स विंग अब ड्रग्स नेटवर्क के बाकी सदस्यों और लिंक को खंगालने में जुट गई है। जल्द ही ड्रग्स सप्लाई चैन और फाइनेंशियल लिंक की जांच शुरू की जाएगी।

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राजगढ़। सारंगपुर क्षेत्र के ग्राम डिंगलपुर में अवैध खनन की शिकायत पर प्रशासन ने शुक्रवार को छापेमार कार्रवाई की, टीम ने मौके से एक जेसीबी,एक डंपर और दो ट्रेक्टर जब्त किए, जबकि खनन माफिया मौके से फरार हो गए, जब्त वाहनों को सारंगपुर थाना परिसर में रखा गया है।     तहसीलदार आकाश शर्मा के अनुसार ग्राम डिंगलपुर क्षेत्र में लंबे समय से मुरम और पत्थर के अवैध खनन का काम चल रहा था, शिकायत पर टीम के साथ दबिश दी गई और मौके से एक जेसीबी मशीन, एक डंपर और दो ट्रेक्टर जब्त किए गए, जबकि खनन माफिया मौके से फरार हो गए। कार्रवाई की जानकारी एसडीम और कलेक्टर को भेजी गई है। खनन की गई जमीन का घनमीटर के हिसाब से आंकलन कर दोषियों से जुर्माना बसूल किया जाएगा।      

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भोपाल । केन्द्रीय भू-जल बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक राकेश सिंह के नेतृत्व में भू-जल विशेषज्ञों की टीम ने विदिशा जिले के जल स्रोतों का सर्वे किया है। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत इस तरह के सर्वे प्रदेश भर में कराए जाएंगे। इनकी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जल स्रोतों के रिचार्ज के लिए संरचनाएं बनाई जाएंगी। इस कार्रवाई को मानसून के सक्रिय होने से पूर्व पूरा कर लिया जाएगा।जनसंपर्क अधिकारी सोनिया परिहार ने शुक्रवार को बताया कि जल गंगा अभियान के अंतर्गत प्रदेश की एकल नल जल योजनाओं के स्रोतों के स्थायित्व और निरंतरता के लिए रिचार्ज संरचनाओं का निर्माण किया जाना है। गांवों में रिचार्ज संरचनाओं के लिए स्थल चयन की सरल और सहज विधि आवश्यक है। इसके लिए प्रथम चरण में विदिशा जिले के तीन गांवों का चयन किया गया है। इनमें विदिशा विकासखंड का लालाखेड़ी, ग्यारसपुर विकासखंड के सिमरहार और मूडरा गणेशपुर शामिल हैं।सर्वे के लिए वैज्ञानिक सिंह और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की भू-जल विद सलाहकार डॉ. स्वाति जैन ने जनपद पंचायत और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के इंजीनियर्स को प्रशिक्षण दिया। गांवों में खनित नलकूपों का वास्तविक सर्वेक्षण कर उनकी गहराई, जलस्तर, केसिंग की जानकारी एकत्रित की गई। ग्रामीणों को रिचार्ज संरचनाओं की उपयोगिता समझाई गई। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से रिचार्ज का मापदंड, वर्षा जल का प्रभावी रूप से रिचार्ज होना और प्रदूषण रहित जल से भू-जल पुनर्भरण किये जाने के बारे में बताया गया। वैज्ञानिक सिंह ने बताया कि गांव के ढलान के अनुसार पानी को दिशा देकर 3-3 मीटर के फिल्टर के माध्यम से नलकूपों में पुनर्भरण किया जा सकता है।चौपड़ा मंदिर स्थित भैरूगढ़ बावड़ी की सफाईदेवास जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण के कार्य किये जा रहे हैं। अभियान जल की एक-एक बूंद को सहेजने के लिए गुड़ी पड़वा से प्रारंभ हुआ ये अभियान गंगा दशहरा 30 जून 2025 तक जारी रहेगा। अभियान में जल संरचनाओं के निर्माण एवं गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में नगर निगम देवास की टीम ने जन भागीदारी के साथ चौपड़ा मंदिर स्थित भैरूगढ़ बावड़ी 947 श्रमदान कर साफ-सफाई की।शहडोल के गांव-गांव में श्रमदान से जल संरक्षणजल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत शहडोल में ‘आओ बचाएं जल, करे सुरक्षित कल’, ‘पानी बचाओ कल के लिये’, और ‘पानी की बर्बादी जीवन की बर्बादी’ जैसे स्लोगन्स के साथ जल संरक्षण के लिये जनप्रतिनिधियों, जन अभियान परिषद के सदस्यों, समाजसेवी और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से जल संग्रहण संरचनाओं के जीर्णोद्धार, नदी नालों की सफाई, बोरी बंधान और तालाबों का गहरीकरण जैसे जल संरक्षण के अनेक कार्य निरंतर किये जा रहे है। अभियान के अंतर्गत शहडोल के सुमन सरोवर और पोनांग तालाब की साफ-सफाई की गई।ईच्छापुर की प्राचीन शिव पावबावड़ी में स्वच्छता अभियानबुरहानपुर में जन अभियान परिषद ने जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण के ईच्छापुर गांव में सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के सहयोग से शिव पावबावड़ी पर स्वच्छता अभियान संचालित किया। बावड़ी की साफ-सफाई के साथ ही विद्यार्थियों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलवाई गई।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में नमी के साथ आ रही हवाओं से विभिन्न जिलों में बारिश का दौर बना हुआ है। शुक्रवार को भी इंदौर, उज्जैन समेत 21 जिलों में बारिश हो सकती है, जबकि भोपाल, ग्वालियर में गर्मी का असर रहेगा। मौसम विभाग ने 17 मई से उत्तरी हिस्से के जिलों में हीट वेव यानी, गर्म हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ की एक्टिविटी है। इस वजह से बारिश और आंधी चल रही है। अगले दो-तीन दिन में गर्मी का असर भी बढ़ेगा। उत्तरी हिस्से में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। शुक्रवार को जिन जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट है, उनमें इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, देवास, खरगोन, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, उमरिया, रीवा, मऊगंज शामिल हैं।इससे पहले गुरुवार को भी प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और गर्मी वाला मौसम रहा। सिवनी में 9 घंटे में डेढ़ इंच से ज्यादा पानी गिर गया। वहीं, इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पौन इंच बारिश दर्ज की गई। उज्जैन, टीकमगढ़, धार, मंडला में भी बारिश हुई। बैतूल, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, हरदा, अलीराजपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बालाघाट, रायसेन, नर्मदापुरम और इंदौर जिलों में रात के समय मौसम बदला रहा।इधर, गुरुवार को कई शहरों में गर्मी का असर देखने को मिला। खजुराहो में 43.4 डिग्री, नौगांव में 42.7 डिग्री, शिवपुरी-रीवा में 42 डिग्री, सतना में 41.6 डिग्री, गुना में 41.3 डिग्री, सीधी में 41.2 डिग्री और उमरिया में तापमान 40 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में सबसे कम 32.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पांच बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 37.3 डिग्री, इंदौर में 36.4 डिग्री, उज्जैन में 37 डिग्री और जबलपुर में तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस रहा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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सिवनी । घंसौर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुरूवार की सुबह लगभग 11.30 बजे करीब ग्राम सारसडोल के समीप एक दर्दनाक हादसा हो गया। जहां रील बनाते समय डेमो ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार  11.30 बजे सारसडोल के समीप ट्रेन की पटरियों के पास 2 युवक रील बनाकर और फ़ोटो खींच रहे थे। ट्रेन को आता देख दोनों वहां से हट गए और ट्रेन के निकल जाने के बाद फिर फ़ोटो खींचने लगे। उसी समय अचानक पीछे से एक डेमो ट्रेन आ गई। दोनों युवको ने पटरियों से हटने का प्रयास किया जिसमें एक युवक बच गया लेकिन दूसरा युवक डेमो ट्रेन से टकरा गया जिससे उसकी मौत हो गई। इस बात की जानकारी प्रत्यक्ष दर्शियों ने घंसौर पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के शव का पंचनामा बनाते हुए शव पोस्टमार्टम उपरांत अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस घटनाक्रम की जांच कर रही है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल स्त्रोतों की साफ-सफाई के काम में समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इसके परिणाम समाज के सामने आ रहे है। जल के महत्व को समझाने के लिये सांस्कृतिक गतिविधियों का सहारा लिया जा रहा है। कुछ क्षेत्रों में जन-प्रतिनिधियों ने पदयात्रा निकाल कर पानी के महत्व का संदेश जन-सामान्य को दिया गया।वाह्य नदी को बारहमासी नदी में बदलने के लिये पदयात्राजनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने गुरुवार को बताया कि भोपाल जिले के बैरसिया में जल गंगा संवर्धन अभियान में वाहृय नदी स्थल का भूमि-पूजन किया गया और वाह्य नदी को बारहमासी नदी में बदलने के लिये बैरसिया विधायक विष्णु खत्री के नेतृत्व में पद यात्रा शुरू की गई। यह यात्रा तहसील के विभिन्न ग्रामों से होती हुई खजुरिया रामदास पर समाप्त हुई। बैरसिया में जल स्त्रोतों को चिन्हित कर उनके संरक्षण कर कार्ययोजना तैयार कर संरक्षण का कार्य शुरू किया गया है। प्राचीन बावड़ी का चिन्हांकन भी किया गया है। उनके ऐतिहासिक महत्व के बारे में जन-सामान्य को जानकारी दी जाएगी।एकल नल जल योजनाओं के स्रोतों के रिचार्ज के प्रयासविदिशा जिले में एकल नल जल योजनाओं के स्रोतों के स्थायित्व और निरंतरता के लिए मनरेगा की योजनाओं के साथ अभिसरण कर रिचार्ज संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए केंद्रीय भूजल बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक और राज्य स्तरीय भुजलविद ने जिले के चयनित गाँव का दौरा किया। ग्रामीणों को बताया गया कि वर्षा की हर बूंद को भूमि के अंदर संरक्षण करके रखना बहुत जरूरी है। ग्रामीणों को वर्षा के जल को रिचार्ज करने की विधि के बारे में बताया गया। ग्रामीणों को बताया गया कि ग्राम के ढलान के अनुसार पानी को दिशा देकर 3-3 मीटर के फिल्टर के माध्यम से असफल नल-कूपों में पुनर्भरण किया जा सकता है।जागरूकता के लिये विशेष प्रयाससीहोर जिले में 30 मार्च से जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले भर में जल संरक्षण से संबंधित अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। अभियान के तहत आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए दीवार लेखन, जागरूकता रैली, पोस्टर बैनर, रंगोली, ग्राम सभाएं, कलश यात्राएं, शपथ सहित अनेकों गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। अभियान के तहत जिले के अनेक ग्रामों में कूप मरम्मत, तालाब जीर्णोद्धार, डैम की साफ-सफाई सहित अनेक कार्य किए जा रहे हैं तथा नागरिकों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई जा रही है।832 पुरानी जल संरचनाओं पर कामग्वालियर जिले की 263 ग्राम पंचायतों में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरचनायें तेजी से आकार ले रही हैं। कार्यों में तेजी आने से इस अभियान में जिले की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। जिले में कहीं पर खेत-तालाब, कहीं पर अमृत सरोवर तो कहीं पर पुराने कुँओं के पुनर्भरण के लिये संरचनायें बनाई जा रही हैं। साथ ही पिछले वर्षों की जल संरचनाओं को पूरा करने का काम भी अभियान के तहत हो रहा है। जिले की 263 ग्राम पंचायतों में वर्तमान में वर्षा जल सहेजने के लिये 1610 कार्य चल रहे हैं। इसके अलावा 832 पुरानी जल संरचनाओं को पूरा करने का काम भी प्रमुखता से कराया जा रहा है।प्राचीन और ऐतिहासिक बावड़ी की सफाईझाबुआ जिले के ग्राम भगोर की प्राचीन व ऐतिहासिक बावड़ी में श्रमदान कर साफ-सफाई की गई। झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद ग्राम भगोर के केसरिया की प्राचीन ऐतिहासिक कसारा की बावड़ी में श्रमदान कर साफ-सफाई की गई। जिला समन्वयक प्रेमसिंह चौहान ने बताया कि पूरी बावड़ी में पेड़ों के पत्ते बिखरे हुए थे और गंदगी पसरी हुई थी जिसे ग्राम पंचायत, विद्यार्थी, नवांकुर संस्था के सदस्यों द्वारा मिलकर सफाई की गयी। गौरतलब हैं की यह अति प्राचीन बावड़ी है जो की बड़े बड़े पत्थरों से बनी हुई है। इस बावड़ी में पुराने समय में लोग पानी तक पीते थे। परंतु आज पुरानी होने की वजह से कीचड़ व पत्तों से भर गई है। ग्रामवासियों ने मिलकर इसकी साफ-सफाई की। बावड़ी में पानी दिखाई देने लगा। श्रमदान कार्यक्रम में सभी को जल गंगा संवर्धन अभियान में जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।प्राचीन सूरजकुंड बावड़ी की सफाईइंदौर जिले में जन अभियान परिषद के तत्वावधान में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत देपालपुर के प्रसिद्ध मंगलेश्वर मंदिर स्थित प्राचीन सूरजकुंड बावड़ी की सफाई का महाअभियान आयोजित किया गया। इस अभियान में परिषद की प्रस्फुटन समितियों के सदस्य, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्र, नवांकुर तथा सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। सफाई अभियान के दौरान सूरजकुंड बावड़ी की गंदगी को हटाकर जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता का संदेश दिया गया।जल क्षेत्रों के पास पौध-रोपण की योजनाबुरहानपुर जिले में कलेक्टर हर्ष सिंह के निर्देश पर जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संसाधन विभाग द्वारा सावली तालाब के गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। इससे क्षेत्रवासियों की जल की आपूर्ति पूर्ण हो सकेगी। वहीं तालाब के गहरीकरण से वन्य जीवों, पशुओं तथा आस-पास के पेड़-पौधों के लिए भी लाभदायक रहेगा। जिले में 3 माह तक चलने वाले अभियान का उद्देश्य नये तालाब बनाना वहीं पुराने तालाबों, बावड़ियों और कुँओं का जीर्णोद्धार, पुनर्जीवन व गहरीकरण करना है। अभियान अंतर्गत जल क्षेत्रों के आसपास पौध-रोपण किये जाने की योजना भी तैयार की जा रही है।ताप्ती घाट पर की गई सफाईखंडवा जिले के विकासखंड खालवा के ग्राम नागौतार में ताप्ती घाट पर साफ-सफाई अभियान चलाया गया। घाट की सफाई में एकत्र किया गया कूड़ा-कचरा उचित स्थान पर निस्तारित किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीणों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई। बच्चों और ग्रामीणों ने जल संरक्षण के महत्व को समझा और इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। घाट की सफाई का कार्य आगे भी जारी रहेगा।तालाब विस्तारीकरण के लिये 10 लाख रुपये मंजूरकटनी जिले की जनपद पंचायत रीठी में विभिन्न जल स्रोतों नदी, तालाबों, कुआं, बावड़ी तथा अन्य जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के कार्य के लिए सभी ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण के कार्यों के साथ-साथ सफाई के कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में ग्राम पंचायत जमुनिया में जिला पंचायत कटनी में 10 लाख रूपये की लागत से तालाब विस्तारीकरण कार्य स्वीकृत किया गया है। यह कार्य प्रगतिरत है। कार्यस्थल पर पीने का पानी, छाया एवं उपचार किट की व्यवस्था ग्राम पंचायत द्वारा की गई। इस तालाब का जीर्णोद्धार हो जाने से पशुओं को पीने के लिये पानी तथा ग्रामीणों को निस्तार के लिये पानी उपलब्ध होगा। इस कार्य से 2 हजार 500 मानव दिवसों का स्थानीय स्तर पर ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध होगा।जन-जागरूकता के लिये जल संगोष्ठी, दीवार लेखन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सहयोगनरसिंहपुर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में एनसीआई हाई स्कूल बसुरिया में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रम में शिक्षकों ने विद्यार्थियों और जन-समुदाय को जल संरक्षण के महत्व के बारे में जानकारी दी। ग्रामीणों को बताया गया कि यदि अभी भी हम जल के महत्व को नहीं समझे, तो लोगों को भविष्य में जल को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ सकता। आने वाली पीढ़ी के लिए हम सभी को मिलकर जल का सदुपयोग करने और जल का दुरूपयोग रोकना होगा। लोगों को जल संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से जल संगोष्ठी, रंगोली प्रतियोगिता, दीवार लेखन, लोकनाट्य, लोकगीत व अन्य गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।जल है तो कल है, आओ मिलकर कदम बढ़ाएंशहडोल जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान प्रगति पर है। गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में 30 जून 2025 तक जल को सहेजने, संरक्षण एवं संवर्धन के लिये जल संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिले के समस्त जनपद पंचायत के ग्रामों में ग्रामीण उत्साह एवं उमंग के साथ जल का महत्व समझते हुए श्रमदान कर अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। जन-सामान्य को बताया जा रहा है कि जल है तो कल है, आओ मिलकर कदम बढ़ाएं"। जल गंगा संवर्धन अभियान में जिले की नगरपालिका ब्यौहारी के वार्ड नंबर-2 के चौधरी तालाब में लोगों ने श्रमदान कर जल संरक्षण का संदेश दिया।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव है। वैसे तो आमतौर पर मई माह प्रदेश में सबसे अधिक गर्मी लेकर आता है, लेकिन इस साल मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को लू की तपिश और भीषण गर्मी से काफी हद तक राहत दी है। प्रदेश के कई हिस्सों में बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 4 दिन यानी 18 मई तक आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 27 जिलों में गुरुवार को तेज आंधी चल सकती है। वहीं, बारिश होने के भी आसार है।मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के ऊपर एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में बारिश और आंधी की एक्टिविटी है। वहीं, एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भी सक्रिय हुआ है। आज गुरुवार को 27 जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। इनमें इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, मुरैना, भिंड, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया जिले शामिल हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 20 मई के बाद गर्मी बढ़ेगी। हालांकि, मई के आखिरी सप्ताह में फिर से मौसम बदलने की संभावना है।इससे पहले बुधवार को प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिले। भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, रायसेन, मंदसौर और नीमच में बारिश हुई। वहीं, सीहोर, बड़वानी, रतलाम, खरगोन, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, उमरिया, बालाघाट, डिंडौरी और अनूपपुर में आंधी का दौर रहा। दूसरी ओर, छतरपुर जिले के दो शहर- खजुराहो और नौगांव सबसे गर्म रहे। खजुराहो में सबसे ज्यादा 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नौगांव में 42.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 42 डिग्री, सतना में 41.8 डिग्री, रीवा में 41.5 डिग्री, गुना में 41 डिग्री, सीधी में 40.8 डिग्री, दमोह में 40.6 डिग्री, मंडला में 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 37.8 डिग्री, इंदौर में 36.8 डिग्री, ग्वालियर में 41.8 डिग्री, उज्जैन में 37.7 डिग्री और जबलपुर में पारा 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि पचमढ़ी में सबसे कम 32.6 डिग्री रहा।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में इन दिनों लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कहीं बारिश तो कहीं तेज गर्मी से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है। एक साथ तीन-तीन वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने की वजह से फिलहाल आंधी-तूफान के साथ-साथ बारिश की स्थिति भी लगातार बन रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आज मंगलवार को भोपाल-इंदौर समेत प्रदेश के 7 संभागों के कई जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से आंधी-बारिश का दौर जारी है। इस वजह से सोमवार को कई जिलों में मौसम बदला रहा। ऐसा ही मौसम मंगलवार को भी रहेगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-उज्जैन समेत 7 संभाग के 38 जिलों में आंधी, तूफान और बारिश का अलर्ट है। रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में मौसम साफ रहेगा और गर्मी बढ़ेगी। सोमवार को भोपाल में पूरे दिन धूप खिली रही, लेकिन शाम को मौसम बदल गया। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विभाग ने 16 मई तक प्रदेश में आंधी, बारिश का अलर्ट जारी किया है।मंगलवार को जिन जिलों में मौसम बदला रहेगा, उनमें भोपाल, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, श्योपुर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, निवाड़ी, टीकमगढ़, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और पांढुर्णा शामिल हैं। यहां 30 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की रफ्तार से आंधी चल सकती है।प्रदेश में सोमवार को दिन का तापमान फिर से 41 डिग्री के पार पहुंच गया है। सोमवार को सबसे गर्म खजुराहो रहा। जहां तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सतना में 40.7 डिग्री, रीवा में 40.5 डिग्री और नरसिंहपुर में 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.4 डिग्री, इंदौर में 36.7 डिग्री, ग्वालियर में 40.4 डिग्री, उज्जैन में 37.8 डिग्री और जबलपुर में 38.3 डिग्री रहा। पचमढ़ी में तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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सतना । मध्य प्रदेश के सतना जिले में आने वाले एक छोटे से गांव की बेटी मीनाक्षी सिंह ने मिस साउथ एशिया यूनिवर्स का खिताब जीत लिया है। वे अब मिस एशिया यूनिवर्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। मीनाक्षी मूल रूप से सतना जिले की बिरसिंहपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले जैतवारा पंचायत के छोटे से ग्राम नयागांव की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम सत्यभान सिंह हैं और उनकी माता कीर्ति सिंह जनपद पंचायत मझगवां के वार्ड क्रमांक 25 से जनपद सदस्य हैं। साथ ही संचार संकर्म समिति में सभापति भी हैं। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। मीनाक्षी का कहना है कि वह पिछले डेढ़ साल से इसकी तैयारी कर रही हैं। हालांकि, डांसिंग और मॉडलिंग उनका बचपन से ही शौक रहा है। शुरुआत में माता-पिता ने ये सब करने से रोका, लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि इसे करना है तो करना है। इसके बाद उन्होंने मिस टीन ऐज प्रतियोगिता के लिए अप्लाई और इसके बारे में माता-पिता से चर्चा की और उन्हें सारी जानकारी दी। इसके बाद वे इसके लिए राजी हो गए। प्रतियोगिता के लिए दिल्ली गई और जीत गई। मीनाक्षी सोमवार को अपने गृह ग्राम पहुंची। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है और अपने टैलेंट के दम पर जीत हासिल की है, लेकिन ये चुनौती नई और अलग है, इसके लिए वे काफी एक्साइटेड और प्रिपेयर्ड है। मीनाक्षी सिंह को अब तक मिस टीन ऐज (क्वीन आफ दा हट्स), मिस टीन इंडिया व मिस टीन एमपी जैसे कई बड़े अवार्डों से सम्मानित किया जा चुका है। ग्रामीण परिवेश में जन्मी मीनाक्षी सिंह की प्राथमिक शिक्षा सतना के सेंट माइकल स्कूल से हुई। वह फिलहाल हायर सेकंडरी की पढ़ाई अनुपम हायर सेकंडरी स्कूल भरहुतनगर सतना से कर रही हैं। इस वर्ष उन्होंने कला विषय से कक्षा 11वीं पास कर 12वीं में प्रवेश किया है।

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नई दिल्ली । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को 12वीं कक्षा के नतीजे घोषित कर दिए। इस बार कुल 88.39 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। लड़कियों का परीक्षा परिणाम लड़कों से 5.94 प्रतिशत बेहतर रहा।सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि कक्षा 12वीं की परीक्षा के लिए कुल 17,04,367 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था और 16,92,794 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 14,96,307 विद्यार्थी सफल हुए हैं। इस साल 88.39 प्रतिशत उम्मीदवार परीक्षा में सफल हुए हैं, जो पिछले साल के 87.98 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। इस साल लड़कियों के उत्तीर्ण होने का प्रतिशत लड़कों से 5.94 प्रतिशत ज्‍यादा रहा। विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम पिछले साल से 0.41 प्रतिशत अधिक है। इस बार की परीक्षा में 91.64 प्रतिशत लड़कियों ने और 85.70 प्रतिशत लड़कों ने सफलता हासिल की है। वहीं, ‘ट्रांसजेंडर’ उम्मीदवारों के उत्तीर्ण होने का प्रतिशत 100 प्रतिशत रहा है, जो पिछले साल 50 प्रतिशत था।1.1 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। परीक्षा में इस बार कुल 1,11,544 विद्यार्थियों ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि 24,867 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। उन्‍होंने बताया कि 1.29 लाख से अधिक उम्मीदवारों को पूरक परीक्षा देनी होगी। 2025 में सीबीएसई कक्षा 12 के लिए कुल 1,29,095 विद्यार्थियों को कम्पार्टमेंट श्रेणी में रखा गया है, जो 2024 में 1,22,170 से थोड़ा अधिक है, जो कुल विद्यार्थियों का 7.63 प्रतिशत है।   जेएनवी और केवी शीर्ष प्रदर्शन करने वाले संस्थानों में शामिलजवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) 99.29 प्रतिशत उत्तीर्ण दर के साथ संस्थागत परिणामों में सबसे आगे रहे। इसके बाद केंद्रीय विद्यालय 99.05 प्रतिशत और केंद्रीय तिब्बती स्कूल 98.96 प्रतिशत का स्थान रहा। रीजन के अनुसार उत्तीर्ण प्रतिशत में विजयवाड़ा शीर्ष परसीबीएसई कक्षा 12 के परिणामों में विजयवाड़ा 99.60 उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ शीर्ष स्थान पर है। त्रिवेंद्रम ने 99.32 प्रतिशत और चेन्नई ने 97.39 प्रतिशत के साथ रीजन के अनुसार तीसरे स्थान पर है। सीबीएसई ने छात्रों को सूचित किया है कि विद्यार्थी अपना स्कोरकार्ड आधिकारिक वेबसाइट्स cbse.gov.in, cbseresults.nic.in और results.cbse.nic.in पर जाकर चेक कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र अपने डिजिटल मार्कशीट और प्रमाणपत्र को डिजी लॉकर ऐप के माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं। बोर्ड छात्रों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजकर डिजीलॉकर लॉगिन आईडी और एक्सेस कोड साझा करेगा, जिससे वे आसानी से लॉगिन कर सकते हैं। इसी के साथ ही उमंग ऐप और एसएमएस सेवा के माध्यम से भी छात्र परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । आज पूरा देश वैशाख पूर्णिमा (बुद्ध पूर्णिमा) मना रहा है। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए सोमवार की रात खास खगोलीय घटना होने जा रही है। आम पूर्णिमा की तुलना में बुद्ध पूर्णिमा का चंद्रमा न केवल छोटा महसूस होगा, बल्कि इसकी चमक भी अपेक्षाकृत कमजोर होगी। इस दौरान चंद्रमा सूर्यास्‍त के बाद शाम को पूर्व दिशा में उदित होता दिखेगा और रातभर आकाश में रहकर सुबह सवेरे पश्चिम दिशा में अस्‍त होगा।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इस खगोलीय घटना के बारे में बताया कि आज रात्रि चंद्रमा की पृथ्‍वी से दूरी लगभग चार लाख छह हजार किलोमीटर होगी। पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी अधिक दूर होने के कारण वह न केवल अपेक्षकृत छोटा महसूस होगा, बल्कि चमक भी कम महसूस होगी। खगोल विज्ञान में इसे माइक्रोमून का नाम दिया गया है, जबकि सुपरमून पूर्णिमा के समय यह दूरी लगभग तीन लाख 60 हजार किलोमीटर रहती है।   सारिका ने बताया कि इसे माइक्रो फ्लावर मून नाम इसलिए दिया गया है, क्‍योंकि पश्चिमी देशों में मई में कई जंगली फूल खिलते हैं। संभवत: रंग-बिरंगे फूलों ने वहां के निवासियों ने चंद्रमा का यह नामकरण किया है। भारत में माह का नामकरण पूर्णिमा पर चंद्रमा के आसपास स्थित नक्षत्र के नाम पर किया जाता रहा है। चूंकि पूर्णिमा पर चंद्रमा विशाखा नक्षत्र में होगा, इसिलए इस महीने का नाम वैशाख तथा पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा नाम दिया गया है। यह होता है माइक्रोमून सारिका ने बताया कि चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा एक अण्डाकार पथ पर करता है। चंद्रमा की कक्षा में पृथ्वी के सबसे निकट स्थित बिंदू को पेरिगी कहा जाता है, जबकि पृथ्वी से सबसे दूर स्थित बिंदू को अपोजी कहा जाता है। जब पूर्णिमा अपोजी के आसपास होती है, तो उसे माइक्रोमून, मिनीमून या अपोजी मून कहा जाता है।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में रविवार को मौसम ने अचानक करवट ली। वर्तमान में सक्रिय मौसम प्रणालियों के चलते इंदौर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई। भोपाल के कोलार इलाके के साथ ही मंदसौर, शहडोल, इंदौर, छतरपुर, सागर, खरगोन और अशोकनगर में तेज हवाओं के साथ पानी गिरा। अशोकनगर में ओले गिरे। आंधी के कारण खरगोन में कई स्थानों पर टीन शेड उड़ गए, जबकि कुछ जगह पेड़ उखड़े हैं। सीजन में ये अब तक की सबसे तेज आंधी थी। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान विदिशा, सागर, पन्ना, रायसेन, रीवा, मऊगंज, सिंगरौली, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, रतलाम, बैतूल, कटनी, सतना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में आकाशीय बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को खरगोन में 16 मिमी, नौगांव और सागर में 2 मिमी, जबकि इंदौर में 0.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। भोपाल के मिसरोद क्षेत्र में भी बौछारें पड़ीं। अशोकनगर में ओलावृष्टि हुई, जबकि मंदसौर और खरगोन में तेज हवाओं के कारण कई घरों के टीन शेड उड़ गए। वहीं, दूसरी ओर कई शहरों में तेज गर्मी का असर भी देखा गया। कई दिन के बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। खजुराहो में तापमान सबसे ज्यादा 42 डिग्री रहा। वहीं, सतना में 40.8 डिग्री, रीवा में 40.4 डिग्री, दमोह में 40.2 डिग्री और सागर में 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.4 डिग्री, इंदौर में 35.9 डिग्री, ग्वालियर में 39.6 डिग्री, उज्जैन में 37.5 डिग्री और जबलपुर में 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर से नमी आ रही है, जिससे प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रीवा सहित सभी जिलों में गरज-चमक और आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में कुछ सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में मौसम बदला है। आगामी 14 मई तक हल्की बारिश गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ सकता है।  

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श्योपुर । मदर्स- डे पर कूनो प्रबंधन ने मादा चीता वीरा और निर्वा और उसके शावकों का अठखेलिया करते वीडियों जारी किया है, जिसमें दिख रहा है कि मादा चीता वीरा और निर्वा अपने शावकों के साथ जंगल में खूब मस्ती कर रहे हैं। नन्हें शावक भी अपनी मां के सुरक्षित साए में उछल-कूंद करते नजर आ रहे हैं।   कूनो प्रबंधन द्वारा जारी किए गए 2 मिनट 30 सैकेंड के वीडियो के साथ लिखा है कि 'इस साल कूनो राष्ट्रीय उद्यान में भी मदर्स डे मनाया जा रहा है। कूनो नेशनल पार्क इस मदर्स डे को मादा चीताओं को सम्मान देने के रूप में मना रहा है, जो भारत के महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट में अपना योगदान दे रही हैं।'   कूनो प्रबंधन के मुताबिक दोनों मादा चिता इस भीषण गर्मी में भी मातृत्व का पालन कर रही हैं। इनकी बदौलत ही आज भारत की धरती पर जन्मे नई पीढ़ी के 19 चीता शावक बड़े हो रहे हैं। वीडियो में अपने शावकों के साथ आजादी से घूम रही मादा चीताओं और मां के साथ अठखेलियां करते शावकों के प्रेम को दर्शाया गया है।   उल्‍लेखनीय है कि वीरा ने बीती 5 फरवरी को 2 शावकों को जन्म दिया था जो भारत में चीता शावकों का पांचवा सफल जन्म था। इसके बाद बीते 27 अप्रैल को निर्वा ने भी 5 शावकों को जन्म दिया था। कूनो ने वीडियो के आखिर में एक संदेश लिखा जो है "चीता माताओं की धरती अब इन नवजात शावकों की आवाजों से भरी हुई है, इन आवाजों को निरंतर सुना जाना चाहिए।''   वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कुनो में अब कुल 29 चीते हैं। इनमें 19 शावक और 10 वयस्क चीते शामिल हैं। जिनमें से 16 चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं।  

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उज्जैन । भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध के चलते जिले का पुलिस बल सतर्क हो गया है। नगर सीमा पर जहां वाहनों से लेकर वाहन में बैठे लोगों से पूछताछ,जांच की जा रही है वहीं रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की जांच के साथ यात्रियों का सामान भी जांचा जा रहा है। महाकाल मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस ने बीती रात संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लेग मार्च भी किया। इधर शुक्रवार को संवेदनशील इलाकों में पुलिस परेड आयोजित की। सोश्यल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।शहर और जिले के कुछ हिस्से पूर्व से ही संवेदनशील रहे हैं। धार्मिक नगरी होने से यहां आतंकी/शरारती तत्वों द्वारा की जानेवाली हरकत को लेकर पुलिस एवं प्रशासन हमेशा से सतर्कता बरतता रहा है। अब भारत ओर पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध के बीच पुलिस विभाग ने अपनी सक्रियता और सतर्कता को बढ़ा दिया है। पुलिस ओर पुलिसिंग अब सडक़ों पर सीधे तौर पर दिखाई दे रही है। इसका लाभ जनता के बीच से खौफ कम करने में तथा शरारती तत्वों पर अंकुश लगाने में पुलिस को आनेवाले दिनों में मिलेगा। सोश्यल मीडिया पर लगातार नजरें रखने के चलते पुलिस विभाग को शरारती तत्वों द्वारा फैलाई जानेवाली अफवाहों/गलत समाचारों को रोकने में सफलता भी मिली है।पर्यटन प्रभावित: युद्ध के माहौल के बीच महाकाल मंदिर में दर्शन करने आनेवालों ओर महाकाल महालोक देखने आनेवालों की संख्या में अचानक से दो दिनों में कमी आ गई है। अमूमन परिवार जोकि ग्रीष्मावकाश में परिवार के साथ पर्यटन की दृष्टि से तीर्थ स्थलों पर भी पहुंचते हैं,पिछले तीन दिनों में या तो वे निकले नहीं या फिर उन्होने बीच में ही अपनी यात्रा को समाप्त कर दिया है। हालांकि उज्जैन में ऐसा कोई माहौल नहीं है,फिर भी महाकाल मंदिर में आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक से कमी आई है। इसकी पुष्टी स्वयं मंदिर प्रशासन कर रहा है लेकिन अपने बचाव में कहा जा रहा है कि गर्मी बहुत अधिक होने तथा तीन दिन से मौसम में आए बदलाव के कारण दर्शनार्थियों की संख्या प्रभावित हुई है। इधर महाकाल मंदिर एवं महाकाल महालोक में पार्किंग एरिया में कारों तथा बेग आदि की जांच अत्याधुनिक मशीन द्वारा जारी है।महाकाल महालोक का निर्माण होने के बाद शहर में होटल खोलने की बाढ़ सी आ गई है। शहर में 600 से अधिक होटल्स हैं,जहां महाकाल महालोक आनेवाले श्रद्धालु ठहरते हैं। इस समय इन होटल्स में आनेवाले यात्रियों के बारे में होटल्स संचालकों द्वारा तो जानकारी थाने पर भेजी जाती है लेकिन पुलिस मौके पर पहुंचकर भी जांच कर रही है। ताकि किसी संदिग्ध के ठहरने पर पुलिस सतर्क हो जाए। यात्रियों के ठहरने संबंधी सारी जानकारियां नहीं देनेवाले होटल्स संचालकों के खिलाफ हाथों हाथ प्रकरण बनाए जा रहे हैं।पुलिस विभाग का आयटी सेल जिले में सोश्यल मीडिया पर क्या चल रहा है,ऐसा जांच भी रहा है। आयटी सेल द्वारा लगातार नजरें रखकर लोगों के बीच संदेश भी भेजा जा रहा हे कि ऐसी कोई भी सामग्री सेंड/फारवर्ड न करें,जो देश विरोधी हो या संवेदनशील होकर विवाद का हिस्सा बने। लोग भी अपनी ओर से सतर्कता बरते हुए है। पुलिस द्वारा शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई भी की जा रही है। इधर फ्लाइटें निरस्त होने के चलते लम्बी दूरी के यात्री किराए के चार पहिया वाहन से जा रहे हैं।

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भोपाल । राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार की रात आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार, जबलपुर संभागायुक्त के रिक्त पद पर 9 दिन बाद धनंजय सिंह भदौरिया को पदस्थ किया गया है। साथ ही दिल्ली से प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे संकेत भोंडवे का नगरीय विकास और आवास विभाग का आयुक्त बनाया है। अभी आयुक्त की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के सचिव सिबि चक्रवर्ती एम के पास थी। गौरतलब है कि 30 अप्रैल को जबलपुर कमिश्नर के पद से अभय कुमार वर्मा रिटायर हो गए थे। अब उनके स्थान पर शुक्रवार को धनंजय सिंह भदौरिया को पदस्थ किया है। भदौरिया अभी आयुक्त अनुसूचित जाति विकास तथा प्रबंध संचालक राज्य अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम के पद पर पदस्थ हैं। उनके विभागों की जिम्मेदारी मीनाक्षी सिंह उपसचिव अनुसूचित जाति कल्याण विभाग को सौंपी गई है। इसी आदेश में पदस्थापना के लिए प्रतीक्षारत संकेत एस भोंडवे को आयुक्त नगरीय प्रशासन और विकास विभाग पदस्थ किया है। भोंडवे के चार्ज लेने के बाद सिबि चक्रवर्ती एम सचिव मुख्यमंत्री केवल आयुक्त नगरीय प्रशासन व विकास के पद से मुक्त होंगे। सिबि चक्रवर्ती के पास भवन विकास निगम के एमडी का अतिरिक्त प्रभार बना रहेगा।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में लगातार मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को कई जिलों में आंधी चली और बारिश भी हुई। आज शनिवार को भी मौसम बदला रहेगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन-जबलपुर समेत प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में आंधी, हल्की बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में दो सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में मौसम बदला है। 13 मई तक हल्की बारिश गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। शनिवार को जिन जिलों में मौसम बदला रहेगा, उनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, भिंड, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, खरगोन जिले शामिल हैं। वहीं, बुरहानपुर, हरदा, सीहोर, विदिशा, अशोकनगर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मंडला, बालाघाट, सिवनी, कटनी में भी हल्की बारिश, गरज-चमक और आंधी का दौर रह सकता है।इससे पहले शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में मौसम बदला रहा। भोपाल, श्योपुर, बैतूल, हरदा, अनूपपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, गुना, विदिशा, रायसेन, सीहोर, खंडवा, छतरपुर, बैतूल, रतलाम, देवास, खरगोन, पन्ना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सिंगरौली और शहडोल में भी हल्की बारिश, आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनी रही। दूसरी ओर, पूरे प्रदेश में दिन का तापमान 40 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 34.2 डिग्री, इंदौर में 34 डिग्री, ग्वालियर में 37.6 डिग्री, उज्जैन में 34 डिग्री और जबलपुर में पारा 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी में सबसे कम 30.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, खजुराहो में सबसे ज्यादा 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंडला, सतना, सीधी और रीवा में भी पारा 39 डिग्री या इससे ज्यादा रहा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । व्हाट्सएप पर तेंदुए की खाल को बेचने का सौदा करने की जानकारी मिलने पर नागपुर के डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस के दल ने उज्जैन के वन विभाग की मदद से दो तस्कारों को गिरफ्तार किया और इनके पास से 21 करोड रुपये कीमत की दो तेंदुए की खाल तथा जंगली सुअर का दांत जब्त किया। इस दल ने 4 मई को उक्त कार्रवाई शहर के एक होटल में दबिश देकर की थी। इसका खुलासा गुरुवार को हुआ है।वन विभाग के एसडीओ कैलाश भधकरे ने गुरुवार को बताया कि नागपुर और उज्जैन वन विभाग का दल नकली खरीददार बनकर होटल पहुंचा था। सौदा तय होने के बाद दबिश दी गई। दोनों आरोपी शैलेंन्द्र व्यास,इंदौर एवं किशोर जैन,उज्जैन को हिरासत में ले लिया गया। इनके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। उन्होने बताया कि दोनों खालों की अन्तरराष्ट्रीय कीमत 21 करोड़ रुपये. से अधिक है। अपनी सफाई में आरोपियों ने बताया कि उन्हे वर्ष-1971 में एक साधु महाराज ने ये दी थी। इन्हे न्यायालय में पेश किया गया था,जहां से 18 मई तक का रिमाण्ड मिला है। इस मामले में विवेचना वन विभाग,उज्जैन द्वारा की जाएगी।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में आंधी, बारिश के साथ ओले गिरे। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 12 मई तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इनमें से 2 दिन तो पूरे प्रदेश में ही मौसम बदला रहेगा। आज शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर-ग्वालियर में तेज आंधी चलेगी। जिसकी रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रह सकती है। वहीं, कई जिलों में बारिश और गरज-चमक की भी संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों में तेज आंधी, बारिश और गरज-चमक का अलर्ट है। विभाग का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस, टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। 12 मई तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बने रहने का अनुमान है। इससे पहले गुरुवार को कई जिलों में मौसम बदला रहा। इंदौर, ग्वालियर के साथ बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, श्योपुर, धार, उज्जैन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, नीमच, मंदसौर, मुरैना और शिवपुरी जिलों में बारिश, आकाशीय बिजली चमकने और तेज आंधी का दौर रहा। राजधानी भोपाल में सुबह से ही बादल छाए रहे। शाम को धूप खिली। धार में करीब 1 इंच पानी गिर गया। वहीं, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, शिवपुरी, मंडला और सिवनी में भी हल्की बारिश हुई।बारिश के चलते कई शहरों में दिन का तापमान लुढ़क गया। भोपाल में पारा 31.7 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 30.8 डिग्री, ग्वालियर में 35.4 डिग्री, उज्जैन में 30.4 डिग्री और जबलपुर में 35.7 डिग्री सेल्सियस रहा। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धार में 31.5 डिग्री, शाजापुर में 31.7 डिग्री, खंडवा में 32.1 डिग्री, रतलाम में 32.2 डिग्री, बैतूल में 32.4 डिग्री और नर्मदापुरम में पारा 32.5 डिग्री रहा। गुरुवार को एक भी शहर में तापमान 40 डिग्री या इससे पार नहीं पहुंचा। नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 39.4 डिग्री दर्ज किया गया।

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इंदौर । पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद मध्य प्रदेश में लगातार दूसरे दिन गुरुवार को जश्न का माहौल देखा गया। प्रदेशवासियों ने सेना के एक्शन का समर्थन किया और कहा कि आतंकवाद को भारत से जड़ से खत्म करना चाहिए। इस क्रम में इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने नई पहल की है। एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सेना के ट्रांसपोर्ट के लिए अपने ट्रक उपलब्ध कराने की पहल की है। एसोसिएशन ने इस संबंध में गुरुवार को पत्र जारी किया है। संगठन के अध्यक्ष सीएल मुकाती का कहना है कि प्रदेश के साढ़े सात लाख ट्रक सेना के परिवहन के लिए तैयार हैं। हमने कारगिल युद्ध में भी सेना को तब एक हजार ट्रक उपलब्ध कराए थे। अब साढ़े सात लाख ट्रक युद्ध में सेना के की हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ड्राइवरों और कंडक्टरों की छुट्टियां भी निरस्त कर दी हैं। एसोसिएशन का कहना है कि हम 24 घंटे आपात स्थिति के लिए तैयार हैं। एसोसिएशन ने पत्र में लिखा है कि हमारे देश की आन-बान-शान एवं मां, बहन, बेटी के सिंदूर की लाज रखने के लिए किए गए "ऑपरेशन सिंदूर की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। साथ ही हमारी भारतीय सेनाओं की सलाम, जिन्होंने कंधार से पहलगाम तक के जख्मों का एवं उजड़ी मांगों के सिंदूर का बदला लिया और आतंकवादियों, पाकिस्तान की सेनाओं को घर में जाकर मारा। यह हमारे लिए गर्व का पल है। हमारे ट्रक देश सेवा में "ऑपरेशन सिंदूर" के लिए भारतीय सेनाओं के सामान को परिवहन करने के लिए तत्पर हैं एवं उपलब्ध कराना चाहते हैं। हम सब आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रत्यक्ष रूप से ट्रक लेकर खड़े हैं। आप का आदेश सर आंखों पर रखकर हम आपके साथ खड़े हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में पिछले दो दिनों से मौसम बदला हुआ है। कहीं आंधी तो कहीं बारिश का दौर जारी है। कुछ जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अगले 4 दिन यानी 10 मई तक ओले-बारिश और आंधी का सिस्टम एक्टिव रहेगा। आज बुधवार को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में तेज आंधी चलेगी, जबकि इंदौर में बारिश हो सकती है। तीन जिले- अलीराजपुर, धार, झाबुआ में ओले गिर सकते हैं।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन और ट्रफ की वजह से पूरे प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। मंगलवार को कई जिलों में बारिश हुई। बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। 10 मई तक के लिए अलर्ट जारी किया गया है। जिन जिलों में बुधवार को मौसम बदला रहेगा, उनमें शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हवा की रफ्तार 50 किमी प्रतिघंटा से अधिक रह सकती है। श्योपुर, मुरैना, रतलाम, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, देवास, नरसिंहपुर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर और डिंडौरी भी आंधी-बारिश होगी।इससे पहले मंगलवार को भी प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहा। इंदौर में करीब एक इंच बारिश हो गई। लगातार तीसरे दिन इंदौर में तेज बारिश हुई। बदले मौसम की वजह दिन के तापमान में खासी गिरावट आई। मंगलवार को एक भी शहर ऐसा नहीं रहा, जब दिन का तापमान 40 डिग्री या इसके पार पहुंचा हो। सबसे गर्म नरसिंहपुर और खजुराहो रहे। यहां तापमान 39.4 डिग्री रहा। मंडला में 39 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन में 32.5 डिग्री, भोपाल में 34.6 डिग्री, इंदौर में 32.4 डिग्री, ग्वालियर में 35.4 डिग्री और जबलपुर में 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां 32 डिग्री दर्ज किया गया। रतलाम में 32.2 डिग्री, गुना में 32.5 डिग्री और शाजापुर में तापमान 32.7 डिग्री रहा।  

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भोपाल । आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये नागरिकों को तैयार करने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के उद्देश्य से आज बुधवार को शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक भोपाल जिले में व्यापक आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल की जा रही है। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मॉक ड्रिल में शहर के पहले से चयनित पांच स्थलों पर विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का पूर्वाभ्यास किया जायेगा। मॉक ड्रिल के स्थल और संचालन 1. भेल क्षेत्र – सर्च एवं रेस्क्यू अभ्यास किया जायेगा। 2. डीबी मॉल – फायर ड्रिल एवं बचाव और घायलों की निकासी का अभ्यास होगा। 3. तुलसी नगर – अस्थायी अस्पताल स्थापित कर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं का प्रदर्शन किया जायेगा। 4. न्यू मार्केट – लोगों की सुरक्षित निकासी कर पुलिस लाइन तक पहुँचाने की प्रक्रिया का अभ्यास। 5. कोकता मल्टी – भवन ध्वस्तीकरण के दौरान निकासी और रेस्क्यू ऑपरेशन। ब्लैक आउट और अलर्ट प्रक्रिया कलेक्टर सिंह ने बताया कि ब्लैक आउट और अलर्ट प्रक्रिया में शाम लगभग 7:30 से 7:42 बजे के बीच पूरे शहर में ब्लैकआउट किया जायेगा। ब्लैक आउट प्रारंभ होने से पूर्व रेड अलर्ट सायरन दो मिनट तक बजेगा। इस दौरान नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने घरों, दुकानों, कार्यालयों एवं संस्थानों की सभी रोशनी बंद करें। सड़क पर चल रहे वाहन चालक भी वाहन रोककर हेडलाइट और बैकलाइट बंद रखें। निर्धारित समय पर 7:42 बजे ग्रीन अलर्ट सायरन बजेगा, जो “ऑल क्लीयर सिग्नल” होगा। इसके बाद सभी रोशनियाँ पुनः चालू की जा सकेंगी। नागरिकों से अपील कलेक्टर ने नागरिकों से आग्रह किया है कि मॉक ड्रिल एक सामान्य पूर्वाभ्यास है। उन्होंने सभी भोपालवासियों से इस महत्वपूर्ण अभ्यास में सहयोग करने का अनुरोध किया है ताकि आपदा के समय प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। इससे घबराने या किसी भी अफवाह पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। मॉक ड्रिल के दौरान शहर की समस्त दैनिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से संचालित होती रहेंगी।

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गुना । मध्य प्रदेश के गुना जिले में बुधवार सुबह नेशनल हाईवे पर प्रोपेन गैस से भरा एक टैंकर पलट गया। टैंकी में भारी मात्रा में गैस भरी हुई थी। हालांकि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। प्रशासन की टीम ने लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद तीन क्रेनों की मदद से उसे सीधा किया। वहीं एनएफएल से दो फायर ब्रिगेड भी बुलाई गई थीं। जानकारी के अनुसार, टैंकर क्रमांक केए 01 एएम 2364 ने गेल (गैस ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड), विजयपुर से टैंकर में गैस भरी। बुधवार सुबह लगभग 11 बजे वह विजयपुर से वाराणसी जाने के लिए निकला। इस दाैरान नेशनल हाईवे 46 पर स्थित गादेर इलाके में अतिथि ढाबे के पास अचानक टैंकर अनियंत्रित हाेकर पलट गया। टैंकर नेशनल हाईवे के बीच में स्थित खाली जगह में पलट गया। सूचना मिलते ही राघौगढ़ एसडीओपी दीपा डुडवे, तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा, ट्रैफिक टीआई अजय प्रताप सिंह सहित प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। चूंकि टैंकर में प्रोपेन गैस भरी हुई थी, इसलिए खतरा भी था। मौके और तीन क्रेन बुलाई गईं। वहीं एनएफएल से दो फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंचीं।इसके बाद तीन क्रेन की मदद से टैंकर को सीधा किया गया। इसमें लगभग तीन घंटे का समय लगा। गनीमत रही कि टैंकर से गैस का रिसाव नहीं हुआ, नहीं तो बड़ी घंटा हो सकती थी। एसडीओपी दीपा डुडवे ने बताया कि गैस से भरा एक टैंकर नेशनल हाईवे पर पलट गया था। तीन क्रेन की मदद से लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद टैंकर को सीधा कर हाईवे पर लाया गया।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 41 साल पहले हुई भीषण गैस त्रासदी का जिम्मेदार यूनियन कार्बाइड के रासायनिक अपशिष्ट (जहरीले कचरे) को पूरी तरह नष्ट करने का अंतिम चरण शुरू हो गया है। भोपाल से कंटेनरों में भरकर लाए गए 307 टन इस जहरीले कचरे को पीथमपुर में इंवायरो एनर्जी कंपनी के भस्मक संयत्र में सोमवार रात 8 बजे से जलाने की प्रक्रिया शुरू हुई। संयत्र में 270 किलो प्रति घंटे की दर से कचरे को 850 से 1100 डिग्री सेल्सियस तापमान पर जलाया जाएगा।   दरअसल, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, 28 फरवरी से नौ मार्च के बीच तीन ट्रायल रन में 10-10 टन के हिसाब से कुल 30 टन जहरीला कचरे को नष्ट किया गया था। तीन चरणों में जहरीले कचरे को नष्ट करने के ट्रायल रन की रिपोर्ट के आधार पर 72 दिन में कचरा नष्ट करने की प्रक्रिया को पूरा करने के निर्देश दिए थे। उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, इस जहरीले कचरे को दहन की प्रक्रिया शुरू की गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगले 51 से 55 दिन में यह कचरा पूरी तरह नष्ट कर दिया जाएगा।   मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि सोमवार सुबह 7ः42 भस्मक संयत्र में ब्लैंक रन शुरू किया। संयत्र के प्रथम व द्वितीय दहन कक्ष में डीजल जलाकर चेंबर को गर्म कर 1100 से डिग्री तक तापमान पहुंचाया गया। यह प्रक्रिया 12 घंटे तक निरंतर चली। इसके बाद भस्मक संयंत्र परिसर में विधि-विधान से पूजन कर सोमवार रात 8 बजे कचरे व लाइम के 18-18 किलो पैकेट को भस्मक संयंत्र में डालने का कार्य शुरु हुआ है।   उन्होंने बताया कि 307 टन कचरा 55 दिन में पूरी तरह नष्ट होगा। सुरक्षित वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निष्पादन किया जा रहा है। जब तक कचरा जलेगा, उसकी आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी। इस बार संयंत्र में आटोमेटिक मिक्सिंग, वेईंग व पैकिंग मशीन के माध्यम से यूका के कचरे उसके साथ निर्धारित मात्रा में मिलाए गए लाइम के 18-18 किलो पैकेट बनाने वाली मशीन का उपयोग किया गया। यह पैकेट तैयार होकर सीधे संयत्र के प्रथम दहन कक्ष में डाले गए। संयंत्र की चिमनी में मर्करी एनालइजर लगाया गया है। ऐसे मे कचरा जलने के बाद जो धुंआ चिमनी से बाहर निकलेगा। उसमें मर्करी है या नहीं इसकी जानकारी एनालाइजर के माध्यम से रियल टाइम पर डिस्प्ले बोर्ड पर दिखाई देगी।   संयंत्र से लगे बजरंगपुरा व चिराखान गांव में एम्बिएंट एयर मानीटरिंग स्टेशन लगाए गए है। इसके साथ डिस्पले बोर्ड भी लगाए गए है। ऐसे में यहां के ग्रामीणों को रियल टाइम में उस क्षेत्र में प्रदूषण की मात्रा की जानकारी मिल सकेगी। पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मैन्युअली मानीटरिंग कर रहा था। तारापुरा में एम्बिएंट एयर मानीटरिंग स्टेशन पहले लगा है। पिछली बार किए गए ट्रायल रन की तर्ज पर इस बार भी यूनियन कार्बाइड के कचरे के जलाने के दौरान डायक्सीन व फ्यूरान गैस की निगरानी फेयर लैब कंपनी द्वारा की जाएगी। इन गैसों के लिए प्रत्येक आठ घंटे में सैम्पल लेकर उसे केमिकल अंबर लाइट एएक्सडी टू से गुजारा जाएगा।    

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भोपाल । कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में सोमवार को भोपाल जिला प्रशासन द्वारा ग्राम अचारपुरा पहन क्रमांक-17 में अवैध रूप से की जा रही कॉलोनी निर्माण गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्लॉटिंग को जेसीबी मशीन की सहायता से ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई तहसीलदार, नगर प्रशासन एवं स्थानीय पुलिस बल की उपस्थिति में शांति पूर्ण रूप से संपन्न हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार खसरा क्रमांक-35/2/2, रकबा 0.6000 हेक्टेयर, भूमि स्वामी गब्बर घनश्याम पिता गुलाबसिंह एवं अन्य के नाम दर्ज है, जिसकी सरकारी कीमत लगभग 48 लाख रुपए आँकी गई है। साथ ही, खसरा क्रमांक - 27/1, 27/2, 31/1/1/1, 31/2/1, 31/2/2, 32/1, 35/1/1, 35/1/2, कुल रकबा 1.189 हेक्टेयर भूमि विनीत पिता मन्नूलाल परिहार एवं अन्य के नाम दर्ज है,जिसका सरकारी मूल्य 95 लाख 12 हजार रुपए है। कुल मिलाकर लगभग एक करोड़ 44 लाख रुपए मूल्य की भूमि पर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। उक्त भूमि पर कॉलोनी निर्माण के लिए कोई वैध अनुमति या टीएनसीपी से स्वीकृत लेआउट प्राप्त नहीं किया गया था। प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन करने पर उक्त निर्माण को हटाने की कार्रवाई की। जिला प्रशासन द्वारा की गई अपील सार्वजनिक हित में जिला प्रशासन सभी नागरिकों एवं भू-स्वामियों से अपील करता है कि किसी भी प्रकार का कॉलोनी विकास कार्य आरंभ करने से पूर्व संबंधित विभाग से विधिवत अनुमति एवं लेआउट स्वीकृति प्राप्त करें। अवैध निर्माण करने वालों के विरुद्ध आगे भी कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बारिश, आंधी और ओले गिरने की गतिविधियां जारी है। सोमवार को रूक-रूक कर तेज बारिश का सिलसिला रात तक जारी रहा। बारिश होने से तपती गर्मी से जहां राहत मिली है, वहीं कई जिलों में आंधी-तूफान के कारण पेड़ गिरने से यातायात बाधित रहा। कई जगह बिजली गुल रही तो कहीं जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हो गई । आज मंगलवार को भी आंधी और तूफान का अलर्ट है। मौसम विभाग के मुताबिक 16 जिलों में ओले गिरेंगे। वहीं 30 जिलों में जमकर बारिश होगी।मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के ग्वालियर समेत 16 जिलों में आज मंगलवार को ओले गिरने का अलर्ट है। वहीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत 30 से ज्यादा जिलों में आंधी-बारिश का दौर बना रहेगा। कुछ जिलों में हवा की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है। इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, शाजापुर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, देवास, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, कटनी, सतना, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर में गरज-चमक, बारिश और आंधी चल सकती है। जबकि ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में ओले गिर सकते हैं।मौसम विभाग का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ की वजह से पूरे प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। सोमवार को कई जिलों में आंधी, ओले-बारिश का दौर बना रहा। वहीं, मंगलवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। 9 अप्रैल तक आंधी, बारिश का अलर्ट है। इससे पहले सोमवार को भोपाल समेत कई जिलों में बारिश-आंधी का दौर रहा। शाजापुर, नीमच, सीहोर में ओले गिरे जबकि गुना में आंधी की रफ्तार इतनी तेज थी कि शादी का टेंट तक उड़ गया। भोपाल में भी धूलभरी आंधी चली। ग्वालियर, मंदसौर, रायसेन, विदिशा, रतलाम, भिंड, छतरपुर, मऊगंज, पन्ना, खरगोन समेत कई जिलों में बारिश हुई। अशोकनगर में टावर गिर गया। जबकि कोलार, होशंगाबाद रोड, बैरसिया रोड, तुलसी नगर, करोंद, अयोध्या बायपास, न्यू मार्केट, कमला नगर, रेतघाट, तलैया, अशोका गार्डन, शाहजहानाबाद, बाग मुगालिया, बाग सेवनिया, चार इमली, लिंक रोड नंबर-2, रायसेन रोड, पटेल नगर, आनंद नगर समेत 200 से अधिक इलाकों में बिजली गुल हो गई। रात डेढ़ बजे के बाद तक आंधी-बारिश का सिलसिला जारी रहा।सोमवार को आंधी, बारिश और ओले गिरने की वजह से अधिकांश शहरों में दिन के तापमान में खासी गिरावट आई। रायसेन सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 27.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसमें एक ही दिन में 8.6 डिग्री की गिरावट हुई। उज्जैन में 5.5 डिग्री की गिरावट के बाद पारा 35.5 डिग्री पर आ गया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी तापमान में कमी आई। नरसिंहपुर में पारा 43 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। वहीं, खरगोन में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा। बाकी जिलों में तापमान इससे कम ही दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल-उज्जैन में 35.5 डिग्री, इंदौर में 35 डिग्री, ग्वालियर में 36.2 डिग्री और जबलपुर में 36.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। रायसेन के साथ पचमढ़ी में 32.2 डिग्री और रतलाम में 32.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इंदौर में सोमवार को मई की सबसे ठंडी रात रही। पारा 7.3 डिग्री गिरकर 17.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशिका एकता कपूर ने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए मुख्य रूप से वित्तीय सहायता, छूट, सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम, मनभावन लोकेशन और ईज ऑफ शूट को ध्यान में रखा जाता है। इन सभी चीजों के साथ मध्य प्रदेश में समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत आज भी अपने मूल रूप में है। स्पेन ने अपनी पॉलिसी के द्वारा अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं को आकर्षित किया है। निश्चित है स्पेन की तरह ही मध्य प्रदेश भी फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनेगा। एकता कपूर शनिवार को मुम्बई में आयोजित “डिजिटल सपनों और सिनेमाई दृष्टिकोण के साथ मध्य प्रदेश: अगला रचनात्मक केंद्र” विषय पर पैनल डिस्कशन को संबोधित कर रही थीं। वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) 2025 में शनिवार को मध्य प्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण रहा। मुंबई के नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र (एनएमएसीसी) में “डिजिटल सपनों और सिनेमाई दृष्टिकोण के साथ मध्य प्रदेश: अगला रचनात्मक केंद्र” विषय पर एक प्रभावशाली पैनल डिस्कशन आयोजित हुआ। पैनल डिस्कशन ने देश के क्रिएटिव और डिजिटल उद्योग से जुड़े शीर्ष विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर मध्य प्रदेश को एवीजीसी-एक्सआर (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी) का राष्ट्रीय हब बनाने की दिशा में विचार-विमर्श को मजबूती प्रदान की। मप्र आईटी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव तथा मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशिका एकता कपूर, फिक्की एवीजीसी फोरम व एमसीसीआईए एनिमेशन एंड गेमिंग कमेटी के चेयरमैन आशीष एस. कुलकर्णी, अगस्त मीडिया ग्रुप के फाउंडर एवं सीईओ ज्योर्तिमय सहा और क्रिएटिव लैंड स्टूडियोज़ की सीईओ शोभा सेंट चर्चा में शामिल रहे। सत्र का संचालन सुप्रसिद्ध लेखक और पत्रकार नमन रामचंद्रन ने किया। प्रसिद्ध अभिनेता अमित सियाल और शरद केलकर के साथ सभी विशेषज्ञों ने मध्य प्रदेश फिल्म पर्यटन नीति-2025 और मध्य प्रदेश एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी AVGC-XR नीति-2025 को रिलॉन्च किया। साथ ही प्रदेश के फिल्म फैसिलिटेशन पोर्टल के सेकंड फेस को लॉन्च किया। फिल्म का प्री और पोस्ट प्रोडक्शन भी एमपी में ही पूरा कर सकते हैं: अपर मुख्य सचिव दुबे सत्र के दौरान अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने कहा कि फिल्म निर्माण के दौरान फिल्म शूटिंग के अलावा उसका प्री प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन भी महत्वपूर्ण कार्य होता है। इसी को ध्यान में रखकर मध्य प्रदेश की AVGC-XR नीति-2025 का निर्माण किया गया है। फिल्म पर्यटन नीति और AVGC-XR नीति में से किसी भी एक नीति में अप्लाई कर दोनों नीतियां का लाभ लिया जा सकता है। अब फिल्म निर्माता फिल्म की शूटिंग के अलावा उसका प्री प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य भी एमपी में ही कर सकते हैं। मुंबई को रन फॉर मनी देने के लिए मध्य प्रदेश तैयार : प्रमुख सचिव शुक्ला पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि फिल्म निर्माताओं के लिए मनभावन शूटिंग स्थलों के साथ, शूटिंग फ्रेंडली स्थानीय नागरिक, फिल्म सहयोगी ईको सिस्टम, समृद्ध स्थानीय संस्कृति के साथ मध्य प्रदेश विशेष रूप से ईज ऑफ शूटिंग डेस्टिनेशन बन गया है। उन्होंने फिल्म टूरिज्म पॉलिसी की विशेषताओं को बताते हुए कहा कि प्रदेश में फिल्म और वेब सीरीज की श्रृंखला को शूट करने पर इन्क्रीमेंटल इनसेंटिव्स का प्रावधान है। पहली बार शूट करने पर अधिकतम 1.5 करोड़ रुपये, दूसरी बार शूट करने पर 1.75 करोड़ रुपये और इसी तरफ तीसरी बार शूट करने पर दो करोड़ रुपये तक की सहायता दी जाती है। इसके साथ ही स्थानीय भाषा में फिल्म बनाने और स्थानीय कलाकारों को काम देने पर अतिरिक्त सहायता राशि प्रदान की जाती है। अपनी विशेष सहायता राशि, सिंगल विंडो फिल्म शूटिंग अनुमति, स्थानीय टैलेंट के साथ मध्य प्रदेश अब शूटिंग के हब मुंबई को रन फॉर मनी देने के लिए तैयार है। फिक्की एवीजीसी फोरम व एमसीसीआईए एनिमेशन एंड गेमिंग कमेटी के चेयरमैन आशीष एस. कुलकर्णी ने कहा कि देश में मेट्रो सिटी की तुलना में मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में अधोसंरचना निर्माण, सर्विस और आर्टिस्ट कॉस्ट बहुत कम है। इसका फायदा मध्य प्रदेश में फिल्म और AVGC क्षेत्र को मिलेगा। क्रिएटिव लैंड स्टूडियोज़ की सीईओ शोभा सेंट ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का एकमात्र प्रदेश है, जहां मल्टीपल सीन और विजुअल है। आज तक किसी फिल्म मेकर से प्रदेश में शूटिंग संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है, जो एक बार मध्य प्रदेश से शूट कर के गया वो दोबारा मध्य प्रदेश ही आया है। अभी हाल में ही ऑट्रेलियन प्रोडक्शन हाउस ने भारत में शूट के लिए मध्य प्रदेश की लोकेशंस को अपनी पहली पसंद बताया है। एवीजीसी-एक्सआर सेक्टर के विकास पर हुआ मंथन पैनलिस्टों ने एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र में तकनीकी विकास, स्किल डेवेलपमेंट, निवेश अवसरों और कंटेंट निर्माण की बढ़ती संभावनाओं पर प्रकाश डाला। यह पैनल डिस्कशन न केवल मध्यप्रदेश के लिए, बल्कि समूचे देश के एवीजीसी-एक्सआर सेक्टर के लिए एक दिशा-दर्शी संवाद हुआ। WAVES-2025 में यह सत्र प्रदेश में डिजिटल क्रिएटिव इंडस्ट्री के विकास और नीतिगत समन्वय की दृष्टि से एक मील का पत्थर साबित होगा।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में इन दिनों मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश के कुछ जिलों में भीषण गर्मी का कहर है तो कहीं बारिश और आंधी का दौर जारी है। मौसम विभाग का कहना है कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) के 3 सिस्टम के एक्टिव होने से ऐसा मौसम बन रहा है। शनिवार को राजधानी भोपाल में धूल भरी आंधी चली, जबकि कई जिलों में बारिश हुई और ओले गिरे। आज रविवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन-जबलपुर समेत 45 जिलों में अलर्ट है।मौसम विभाग के अनुसार, तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन के अलावा दो टर्फ भी गुजर रही है। इस वजह से मौसम बदला हुआ है। अगले चार दिन यानी 7 मई तक प्रदेश में तेज आंधी चलने और बारिश होने की संभावना है। इस दौरान 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है। भोपाल में धुलभरी हवा चलने की संभावना है। इससे पहले भी प्रदेश में शनिवार को आंधी, बारिश और ओले गिरने के बीच गर्मी का असर भी देखा गया।तापमान की बात करें तो शनिवार को नरसिंहपुर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रतलाम में 43.4 डिग्री, खरगोन में 42.6 डिग्री, शाजापुर में 42.4 डिग्री और खंडवा में पारा 42.1 डिग्री रहा। भोपाल में पारा 41.1 डिग्री, इंदौर में 40.8 डिग्री, ग्वालियर में 34.1 डिग्री, उज्जैन में 41.4 डिग्री और जबलपुर में 38.9 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 35 डिग्री दर्ज किया गया। सिवनी, छिंदवाड़ा, सीधी, टीकमगढ़, रायसेन और शिवपुरी में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।

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बैतूल । मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई नगर में शनिवार की रात 9.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों ने पंखे और फर्नीचर को हिलते देखा। इसके बाद वे घबराकर घरों से बाहर निकलकर आ गए। अब तक किसी जनहानि या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, इस भूकंप की 2.8 तीव्रता मापी गई है। इसका केन्द्र पांच किमी गहराई तक इसका प्रभाव देखा गया। मुलताई नगर के इंदिरा गांधी वार्ड के निवासी गोपाल अग्रवाल ने बताया कि झटके इतने तेज थे कि पूरा कमरा हिलता महसूस हुआ। पटेल वार्ड में कुलदीप पहाड ने कहा कि पंखा अपने आप हिलने लगा। उन्होंने जमीन में भी कंपन महसूस किया। सुभाष वार्ड, राजीव गांधी वार्ड और विवेकानंद वार्ड से भी भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने अपने अनुभव साझा किए हैं।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने फिर करवट बदली है। प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में शुक्रवार को बादल छाए रहे और 21 जिलों में बारिश दर्ज की गई। 6 जिलों में तेज आंधी चली। रतलाम में पारा 44.2 डिग्री तक पहुंच गया। इसके उलट, राजधानी भोपाल में बादलों की मौजूदगी के बावजूद तापमान में गिरावट नहीं आई। यहां अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत करीब 40 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट है। इनमें से 7 जिले सतना, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार 6 मई तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, जिन जिलों में आज शनिवार को बारिश हो सकती है, उनमें भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, सागर, नर्मदापुरम, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सिवनी, मंडला, बालाघाट, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली शामिल हैं। यहां गरज-चमक और बारिश हो सकती है। जबकि इंदौर, उज्जैन, सीहोर, देवास, हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, खंडवा, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम और बड़वानी में गर्मी का असर रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि साइक्लोनिक सकुर्लेशन (चक्रवात) और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से मध्य प्रदेश में ओले-बारिश का दौर जारी है। अगले कुछ दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।मध्य प्रदेश में शुक्रवार को बारिश और आंधी के साथ ही गर्मी का असर भी देखा गया। भिंड में तेज हवा के साथ बारिश हुई। मुरैना में भी तेज बारिश हुई। ग्वालियर में भी हल्की बरसात हुई। इससे दिन के तापमान में गिरावट हुई। दूसरी ओर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में गर्मी का असर देखा गया। रतलाम सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नरसिंहपुर में 43.6 डिग्री, खंडवा में 43.1 डिग्री, खरगोन में 43 डिग्री, धार में 42.4 डिग्री, शाजापुर-रायसेन में 42.2 डिग्री, शिवपुरी में 42 डिग्री, बैतूल में 40.8 डिग्री, नर्मदापुरम में 40.1 डिग्री और दमोह में पारा 40 डिग्री सेल्सियस रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.6 डिग्री, इंदौर में 41.4 डिग्री, ग्वालियर में 36.6 डिग्री, उज्जैन में 41.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 38.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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उमरिया । उमरिया जिले के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पनपथा और पतौर रेंज में 3 लोगों को मौत के घाट उतारने एवं 3 लोगों को घायल करने वाली बाघिन को आखिरकार रेस्क्यू कर लिया गया है।   शनिवार को रेस्क्यू टीम प्रभारी अर्पित मैराल ने बताया कि विगत एक माह में दो बार कोठिया और कुशमाहा ग्राम में घुसकर एक वनकर्मी समेत 3 लोगों को घायल करने वाली बाघिन का रेस्क्यू कर लिया गया है। क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, सहायक संचालक पनपथा, वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी बांधवगढ़ ओर संजय टाइगर रिजर्व, रेंजर पतौर, रेंजर पनपथा कोर की मौजूदगी एवं रेस्क्यू टीम, तीन हाथी (सूर्या, लक्ष्मण ओर गणेश) ओर अन्य फील्ड स्टाफ के सहयोग से रेस्क्यू कर लिया है, यहां से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के इनक्लोजर में भेजा गया, जहां नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। रेस्क्यू टीम की इस कार्रवाई से ग्रामीणों को राहत मिली है।

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भोपाल । कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, भोपाल द्वारा परीक्षा केंद्रों पर चिकित्सा सम्बन्धी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल टीम की ड्यूटी लगाई गई है। मेडिकल कॉलेज में स्नातक प्रवेश के लिए 4 मई को आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट-2025 परीक्षा राजधानी के 35 केंद्रों पर आयोजित होगी। परीक्षा में 14 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे।परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए थे। आकस्मिक चिकित्सा हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक परीक्षा केंद्र के लिए एक चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गई है। विभाग द्वारा 50 टीमों की तैनाती की गई है, जिसमें चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ सेवाएं देंगे।भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने शनिवार को बताया कि परीक्षार्थियों की लिए आवश्यक चिकित्सा व्यवस्थाएं की गई है। समन्वय के लिए जोनल मेडिकल टीम तैयार रहेगी। 108 एम्बुलेंस वाहन भी क्विक रिस्पांस के लिए लगाए गए हैं।  

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भोपाल । कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश पर भोपाल जिले में अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत गुरुवार को जिला प्रशासन, राजस्व विभाग, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा ग्राम बिशनखेड़ी में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में जेसीबी से करीब 1.5 करोड़ रुपये मूल्य की शासकीय भूमि पर की जा रही अवैध प्लॉटिंग को हटाया गया। यह भूमि ग्राम बिशनखेड़ी, पटवारी हल्का नंबर-10 में स्थित है, इसमें खसरा क्रमांक 14/2 रकबा 1.00 हेक्टेयर और खसरा क्रमांक 15/2 रकबा 0.652 हेक्टेयर पर शुभम साहू पुत्र जमना प्रसाद एवं नजमा पत्नी हसीन खां द्वारा कब्जा किया गया था, जिसकी अनुमानित सरकारी कीमत लगभग 1 करोड़ 9 लाख रुपये आँकी गई है। इसके अतिरिक्त खसरा क्रमांक 139, रकबा 0.600 हेक्टेयर पर जियाबाई पत्नी दौलत सिंह, गोपाल सिंह, पवन, एवं हेमराज पुत्रगण दौलत सिंह द्वारा भी अवैध कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा था, जिसकी सरकारी कीमत लगभग 40 लाख रुपये आंकी गई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शासकीय भूमि पर अतिक्रमण और अवैध प्लॉटिंग किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस तरह की गतिविधियों में लिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और आमजन को भी चेतावनी दी गई है कि वे अवैध कॉलोनियों में प्लॉट खरीदने से बचें।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे है। प्रदेश में कहीं तेज गर्मी पड़ रही है तो कही बारिश और ओले गिर रहे है। गुरुवार को करीब 25 से ज्यादा जिलों में मौसम बदला रहा। राज्य में आज शुक्रवार को भी कई जिलों में बूंदाबांदी होने की संभावना है। जबकि 5 जिले-छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले गिर सकते हैं। वहीं कई इलाकों में भीषण गर्मी का असर जारी रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) के एक्टिव होने से मध्यप्रदेश में ओले-बारिश का दौर जारी है। पिछले 6 दिन प्रदेश के आधे हिस्से में मौसम बदला हुआ है। कहीं तेज आंधी-बारिश हो रही है तो कहीं ओले भी गिर रहे हैं। भिंड में शुक्रवार सुबह से तेज हवा के साथ बारिश हुई। इसके चलते शहर की बिजली बंद हुई। हालांकि, सुबह के समय होने वाली बारिश से तापमान भी कम हुआ है। इसके साथ ही मुरैना में भी तेज बारिश हुई।आज शुक्रवार को कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, जबलपुर, नरसिंहपुर में हवा की रफ्तार 50 से 60 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, नीमच, मंदसौर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, दमोह, सागर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, रायसेन, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में गरज-चमक और हल्की बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार 5 मई तक प्रदेश में बारिश का दौर बना रहेगा। कुछ जिलों में दिन में गर्मी रहेगी, जबकि शाम के बाद मौसम बदलेगा।इससे पहले, गुरुवार को भी कुछ जिलों में बारिश हुई। करीब 25 से ज्यादा जिलों में मौसम बदला रहा। डिंडौरी में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। वहीं, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, मैहर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा, पन्ना, शहडोल, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, रतलाम, उज्जैन और राजगढ़ में हल्की गरज के साथ हल्की बारिश हुई।मई के पहले ही दिन उज्जैन, शाजापुर, रतलाम, गुना और नरसिंहपुर में तापमान 43 डिग्री के पार पहुंच गया। शाजापुर सबसे गर्म रहा। यहां पारा 43.7 डिग्री सेल्सियस रहा। रतलाम में 43.6 डिग्री, उज्जैन में 43.4 डिग्री और गुना-नरसिंहपुर में 43.2 डिग्री दर्ज किया गया। धार, खरगोन, खंडवा, शिवपुरी, रायसेन, टीकमगढ़, सागर, दमोह, बैतूल, खजुराहो और नर्मदापुरम में पारा 41 डिग्री या इससे अधिक रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 42.5 डिग्री, इंदौर में 42 डिग्री, ग्वालियर में 39.6 डिग्री और जबलपुर में 40.2 डिग्री रहा।  

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उमरिया । जिले में ग्रीष्म ऋतु की तेज तपन ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणियों को भी परेशान कर रखा है। मगधी जोन में पर्यटकों ने ऐसे ही गर्म मौसम से बचने पेड़ की छांव में बैठे नर बाघ की खूबसूरत तस्वीर ली है, जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रही है, जानकारों की माने तो यह तस्वीर मगधी जोन में रहने वाले खूबसूरत जमहोल बाघ की है, जो लंबे समय से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। बांधवगढ टाइगर रिज़र्व में वैसे तो कई बाघों का बड़ा कुनबा है, इनमें कई बाघों के गले मे कालर आईडी है, जिनकी अब पहचान है फिर भी कई बाघ विशालकाय बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के वन क्षेत्र में बिना पहचान के ही रहवास बनाये हुए है।   पर्यटकों के साथ दोस्ताना व्यवहार और शिकार में कमाल का अनुभव संजोये जमहोल टाइगर की अपनी अलग कहानी है। पर्यटकों को आकर्षित करने वाला जमहोल बाघ अक्सर ताला परिक्षेत्र के अलावा मगधी एवम धमोखर बफर में देखा जाता है। ये ज्यादातर बोदा तालाब, सेहरा ग्रास लैंड, राजबहरा ग्रास लैंड, झिलकी नाला, नाडु गुफा, अरहरिया सासर, सूखा बांध और गोहडी में देखा जाता है।   आपको बता दे जमहोल टाइगर वर्ष 2018 में जोबी क्षेत्र में जन्म लिया था। इसकी माता जोबी मादा है एवं जानकारों की माने तो पिता महावन नर बाघ है। जमहोल टाइगर का नाम बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के मशहूर जमहोल तालाब के नाम से पड़ा है। ये अक्सर शिकार के बाद पानी के गड्ढों या सासर में वक्त बिताता है। पर्यटकों के साथ दोस्ताना व्यवहार होने के साथ हम उम्र बाघिनों से भी इसके बेहतर रिश्ते है, जानकारों की माने तो बफर वाली मादा के अलावा डॉटी मादा बाघिन के साथ भी गाहे - बगाहे जमहोल बाघ को देखा जा सकता है। जानकार तो यह भी बताते है कि बफर वाली मादा के चार शावकों का पिता यही जमहोल टाइगर है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में बुधवार शाम को आंधी-बारिश का दौर चला। इंदौर में इतनी तेज हवाएं चली कि मुंबई से आई इंडिगो की फ्लाइट लैंड नहीं कर पाई। इसके बाद विमान को भोपाल में उतारा गया। वहीं, इंदौर के पास राऊ में विश्वकर्मा मंदिर गौशाला के कार्यक्रम के दौरान मंच का एक हिस्सा गिरा। इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी आयोजन स्थल पर मंच पर मौजूद थे। हालांकि इस घटना में उन्हें कोई चोट नहीं आई। इंदौर में तेज आंधी से एरोड्रम इलाके में एक वाहन पर पेड़ गिर गया। जिससे वाहन चालक को चोट आई है। तेज आंधी से कई इलाकों में लाइट भी गुल हो गई। भोपाल में भी चली तेज हवाओं से शहर के तुलसी टावर के पास पेड़ की टहनी टूटकर सड़क पर आ गई। देवास में भोपाल रोड पर कई पेड़ और होर्डिंग्स भी गिर पड़े। राऊ क्षेत्र स्थित एक गौशाला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान तेज हवाओं के चलते मंच का स्ट्रक्चर गिर गया। मंच पर भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय मौजूद थे, लेकिन राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई। दरअसल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय प्रतिवर्ष अपने जन्म दिन के मौके पर गौशाला में अपने सर्मथकों के साथ जाते है। बुधवार को भी मंत्री विजयवर्गीय जन्मदिन के मौके इस गौशाला में गौ सेवा के लिए गए थे। इस दौरान क्षेत्री भाजपा समर्थन ने गौशाला परिसर में मंच भी लगवाया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंच पर मंत्री विजयवर्गीय वहां मौजूद लोगों से संवाद कर रहे थे। वहां मौजूद लोग गौ सेवा के लिए अपनी ओर से सहयोग व सहायता राशि देने की बातें कह रहे थे। तेज हवा के झोंकों ने पंडाल और मंच को हिला दिया और कुछ ही पलों में मंच गिर पड़ा। इस कारण मंच पर खड़े कुछ लोग गिरे। भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा के मुताबिक गौशाला में हुए आयोजन में मंत्री विजयवर्गीय मंच पर मौजूद थे। इस दौरान मंच का एक हिस्सा गिरा। इसमें मंत्री विजयवर्गीय या अन्य लोगों को कोई विशेष चोट नहीं लगी। इधर, आगर में लगातार दूसरे दिन बेमौसम बारिश हुई। बुधवार दोपहर करीब 3.45 बजे से तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। जिससे सड़कों पर पानी भर गया। मंदसौर जिले के शामगढ़ और सीतामऊ समेत आसपास के क्षेत्र में जमकर बारिश हुई। रूपनी चौपाटी पर बारिश के साथ ओले भी गिरे। रतलाम के आलोट में भी तेज हवाओं के साथ करीब एक घंटे तक चली। इस दौरान कई पेड़ उखड़ गए। शाजापुर में शाम को आंधी के साथ हल्की बारिश हुई। इसके अलावा, सीहोर जिले के आष्टा में भी शाम को तेज धूल भरी आंधी चली। बारिश से कई जगहों पर मंडियों में रखा गेहूं भीग गया। वहीं कई जगहों पर सामूहिक विवाह के लिए लगाए गए पंडाल भी उखड़ गए। रतलाम के आनंदगढ़ में तेज हवा की वजह से शॉर्ट सर्किट हो गया। इससे लगी आग में गेहूं, लहसुन और पशु चारा जल गया। दो बकरियों की झुलसकर मौत हो गई। रामपुर नैकिन के भितरी गांव में आंधी से एक कच्चा मकान ढह गया। कई मकानों की सीमेंट की चादर से बनी छतें उड़ गईं। मौसम विभाग ने देवास, आगर और शाजापुर जिले में मध्यम गरज के साथ बारिश होने और 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से आंधी चलने का अलर्ट जारी किया है। वहीं, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, राजगढ़, खंडवा, हरदा, सीहोर और नर्मदापुरम जिलों में रात के समय हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है।  

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भोपाल । पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही राजधानी भोपाल में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। गुरुवार काे वार्ड 41 के पार्षद मोहम्मद रेहान के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के युवा और महिलाएं एकत्रित हाेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं। यहां सभी ने नारेबाजी करते हुए विराेध स्वरुप पाकिस्तान का झंडा फाड़कर उसे पैराें से राैंदा। इस दौरान लोगों ने 'भारत माता की जय' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए। समाज के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए बॉर्डर पर जाकर भारतीय सेना के साथ काम करने की अनुमति मांगी। इस संबंध में जिला कलेक्टर को समाज के लोगों के नाम और मोबाइल नंबरों की सूची भी सौंपी गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब समय आ गया है जब देश का मुस्लिम समाज भी दुश्मनों को करारा जवाब देगा। आतंकवाद की इस कायराना हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।   पार्षद मोहम्मद रेहान ने कहा कि हम कलेक्टर महोदय से मांग करने आए हैं कि भारत सरकार जिस प्रकार सेना को 'फ्री हैंड' देती है, उसी प्रकार भोपाल के मुस्लिम युवाओं को भी मौका दिया जाए। हमें बॉर्डर पर भेजा जाए। हम अपने खून की एक-एक बूंद देश पर न्योछावर करने को तैयार हैं। पाकिस्तान को यह बता देना चाहते हैं कि अब हिंदुस्तान का मुसलमान भी जाग चुका है। ज्ञापन में लिखा गया है, "हम अपने मादरे-वतन के लिए हर प्रकार के बलिदान को तैयार हैं। देश की रक्षा के लिए हम बॉर्डर पर जाकर सेना का साथ देना चाहते हैं। कृपया हमें अनुमति प्रदान की जाए। हम वचन देते हैं कि अनुशासन और समर्पण के साथ सेना के निर्देशों का पालन करेंगे।"      

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सीधी । सीधी जिला अस्पताल में गुरुवार काे बड़ा हादसा टल गया। यहां अस्पताल का हाल में बना नवनिर्मित मुख्य द्वार अचानक भरभरा कर गिर गया। गनीमत यह रही कि घटना के समय मौजूद सुरक्षाकर्मी और लोगों ने भाग करके अपनी जान बचा ली। हालांकि, दो मोटरसाइकिलें मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गईं।   गुरुवार सुबह जिस समय घटना हुई जिला अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार के नीचे कई वाहन खड़े थे। लोगों की नियमित आवाजाही के दौरान अचानक छज्जा गिर पड़ा। जब जिला अस्पताल का मेन गेट गिरा, वहां सुरक्षाकर्मी और मरीजों के परिजन मौजूद थे, लेकिन, किसी को नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया और उसे ठीक करने की बात कही। अस्पताल के जीर्णोद्धार कार्य के तहत यह गेट हाल ही में बनाया गया था। इसके निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर पहले से सवाल उठ रहे थे। निर्माण के कुछ समय बाद ही गेट में दरारें दिख गई थीं। सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने सुबह 11 बजे अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि छज्जे की निर्माण गुणवत्ता घटिया थी। सांसद ने मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। छज्जे का निर्माण अलग से कराया गया था। खराब निर्माण सामग्री के कारण यह हादसा हुआ। सांसद ने प्रशासन से विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी है। इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और निर्माण एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सौभाग्य से इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।        

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश में कहीं भीषण गर्मी के चलते लू चल रही है तो कहीं आंधी-बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 4 दिन यानी, 2 मई तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसका पूर्वी और दक्षिणी हिस्से यानी नर्मदापुरम, रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। आज मंगलवार को पूर्वी हिस्से के 6 जिलों में बारिश हो सकती है। इनमें शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट शामिल हैं।मौसम विभाग ने अनुसार, उज्जैन और ग्वालियर-चंबल संभाग में गर्मी का असर तेज रह सकता है। भोपाल, इंदौर संभाग के शहरों में भी पारा 42 डिग्री के आसपास ही रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, दो टर्फ एक्टिव है। इस वजह से सोमवार को कई जिलों में बारिश का दौर रहा। ऐसा ही मौसम मंगलवार को भी बना रहेगा। प्रदेश के पूर्वी हिस्से के 6 जिलों में बारिश की संभावना है। यहां गरज-चमक के साथ तेज आंधी भी चल सकती है। 1-2 मई को भी नए सिस्टम की वजह से बारिश होने के आसार है।वहीं, सोमवार को आंधी और बारिश के बीच प्रदेश में गर्मी का असर भी तेज रहा। ग्वालियर में पारा 44 डिग्री के पार पहुंच गया। एक ही दिन में 3.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन के साथ प्रदेश के 17 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार रहा। मौसम विभाग के अनुसार, धार में 42.9 डिग्री, नरसिंहपुर में 42.2 डिग्री, खंडवा में 42.1 डिग्री, खरगोन-गुना में 42 डिग्री, शाजापुर में 41.4 डिग्री, सागर-नौगांव में 41.1 डिग्री, दमोह, रायसेन-खजुराहो में 41 डिग्री और नर्मदापुरम में 40.6 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन में सबसे ज्यादा 42 डिग्री, भोपाल में 41.2 डिग्री, इंदौर में 41.4 डिग्री, ग्वालियर में 41.8 डिग्री और जबलपुर में पारा 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के आसपास के इलाकों में प्रदूषित भूजल की जांच की जा रही है। यहां चार दिन पहले 19 इलाकों में पानी की जांच की गई थी। बाकी बचे 23 इलाकों में मंगलवार को जांच टीम पहुंची है। इनमें डीआईजी बंगला क्षेत्र भी शामिल है। इस दौरान गैस पीड़ित संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद हैं। फिलहाल निरीक्षण कार्य जारी है।   दरअसल, भोपाल गैस त्रासदी के बाद से यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के आसपास के इलाकों के लिए प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इस संबंध में उच्चतम न्यायालय के आदेश पर गठित निगरानी समिति के निर्देश पर इन क्षेत्रों में पानी की जांच की जा रही है। गत 25 अप्रैल को भोपाल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुनीत अग्रवाल की अध्यक्षता में 19 मोहल्लों का निरीक्षण किया गया था। मंगलवार को निरीक्षण करने पहुंची टीम पानी की सैंपलिंग भी कर रही है। गैस पीड़ित संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रदूषित पानी से संबंधित साक्ष्य भी सौंपे।   इस संबंध में 'भोपाल ग्रुप फॉर इनफॉर्मेशन एंड एक्शन' की संयोजक रचना ढिंगरा ने बताया कि फैक्ट्री के आसपास के 14 मोहल्लों के भूजल में कार्बाइड के जहर (हैवी मेटल्स, कीटनाशक और परसिस्टेंट ऑर्गेनिक पॉल्यूटेंट्स) पाए गए थे। इसके बाद सभी मोहल्लों में पाइपलाइन के जरिए साफ पानी उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए। उन्होंने बताया कि 2012 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सीकोलॉजिकल रिसर्च (IITR) को इन 14 बस्तियों के अलावा आठ अन्य मोहल्लों का पानी भी कार्बाइड के जहर से प्रदूषित मिला था।   वहीं, 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक 20 और मोहल्लों में भूजल प्रदूषित पाया गया था। तब सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सभी मोहल्लों में पाइप लाइन से साफ पानी उपलब्ध कराई जाए, सीवरेज का निर्माण हो और हर तीन महीने में पानी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। रचना ढिंगरा ने बताया कि फूटा मकबरा, कैंची छोला, कल्याण नगर जैसे इलाकों में अब तक नल कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। संगठनों ने समिति को इन सभी 42 मोहल्लों की पानी की स्थिति, नाली के अभाव और गंदगी के फोटो-वीडियो के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट दी है।  

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए बुधवार, 30 अप्रैल का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन देश में हिन्दू धर्म में अबूझ मुहूर्त माना जाने वाला अक्षय तृतीया का पर्व जब मनाया जा रहा होगा, तब आप आसमान में पश्चिम दिशा में अक्षय तृतिया के हंसियाकार चांद को देखेंगे तो पाएंगे कि हंसियाकार भाग तो तेज चमक के साथ दिखेगा, लेकिन हल्‍की चमक के साथ पूरा गोलाकार चांद भी दिखाई देगा।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को इस खगोलीय घटना के बारे में बताया कि इसे अर्थशाईन कहा जाता है। यह घटना आसमान में साल में दो बार होती है। उन्होंने बताया कि इस घटना के समय चंद्रमा की पृथ्‍वी से दूरी लगभग तीन लाख 63 हजार 897 किलोमीटर होगी और इसका 9.9 प्रतिशत भाग ही पूरी तरह प्रकाशित होगा, लेकिन इस खास खगोलीय घटना में चंद्रमा का बाकी अप्रकाशित भाग भी कम चमक के साथ दिख रहा होगा। इसे बिना किसी यंत्र की मदद से खाली आंखों से भी देख सकेंगे।   सारिका ने बताया कि इस घटना को दा विंची चमक के नाम से भी जाना जाता है। लियोनार्डो द विंची ने पहली बार स्‍केच के साथ 1510 के आसपास अर्थशाईन की अवधारणा को रखा था। इस घटना का कारण बताते हुए सारिका ने कहा कि चंद्रमा अपने तक पहुंचने वाले सूर्य के प्रकाश का लगभग 12 प्रतिशत परावर्तित करता है। दूसरी ओर, पृथ्वी अपनी सतह पर आने वाले सभी सूर्य के प्रकाश का लगभग 30 प्रतिशत परावर्तित करती है। पृथ्‍वी का जब यह परावर्तित प्रकाश चंद्रमा पर पहुंचता है तो चंद्रमा की सतह के अंधेरे वाले भाग को भी रोशन कर देता है।   सारिका ने बताया कि बुधवार की शाम जब आप चंद्रमा को देखें तो याद रखें उसे चमकाने में उस पृथ्‍वी का भी योगदान है, जिस पर आप खड़े हैं। चंद्रमा को आप शाम लगभग 9:30 तक देख पाएंगे, इसके बाद यह अस्‍त हो जाएगा।

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भोपाल । केन्द्र सरकार के महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट के अंतर्गत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से भारत लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाए गए चीतों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। कूनों से एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां पांच वर्षीय मादा चीता नीरवा ने पांच स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रविवार की रात सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी साझा की है। इसके साथ ही प्रदेश में चीतों की संख्या बढ़कर 31 हो गई। इनमें से दो चीते हाल ही में मंदसौर जिले के गांधी सागर अभ्यारण्य में छोड़े गए हैं, जबकि इन पांच नए शावकों को मिलाकर कूनों में फिलहाल 29 चीते हो गए हैं।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार की रात सोशल मीडिया एक्स पर मादा चीता नीरवा के शावकों का एक वीडियो शेयर किया है, साथ ही उन्होंने लिखा कि कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है... अत्यंत प्रसन्नता है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है। हाल ही में पांच वर्षीय नीरवा ने पांच शावकों को जन्म दिया है। इन नन्हे शावकों का आगमन चीता प्रोजेक्ट की सफलता और भारत की समृद्ध जैव-विविधता का प्रतीक है।   उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में वन्यजीव संरक्षण के लिए बनाया गया अनुकूल वातावरण आज समृद्ध हो रहा है। कूनो नेशनल पार्क की पूरी टीम, वन्यजीव विशेषज्ञों और संरक्षण में जुटे हर कर्मठ साथी को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी एक्स पर इस खबर को साझा किया।   कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता नीरवा दूसरी बार मां बनी है। इससे पहले 25 नवंबर 2024 को नीरवा ने पहली बार चार शावकों को जन्म दिया था। जिसमें से दो शावकों की दो दिन बाद यानी 27 नवंबर 2024 को मौत हो गई थी। अब नीरवा ने पांच शावकों को जन्म दिया है। मादा चीता नीरवा को 2022 में दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाया गया था। मई 2023 में इसे पहली बार खुले जंगल में छोड़ा गया था। इसके पहले नीरवा को बाड़े में ही दूसरे चीतों के साथ रखा गया था। नीरवा द्वारा लगातार दो बार शावकों के जन्म दिए जाने के बाद से देश के “चीता प्रोजेक्ट” को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।   उल्लेखनीय है कि गत दिनों कूनो से दो चीते मंदसौर के गांधीसागर में छोड़े गए थे। इसके बाद कूनों में इनकी संख्या घटकर 24 हो गई थी। अब पांच शावकों के जन्म के बाद चीतों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन बेमौसम बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है। प्रदेश में अगले चार दिन तक बारिश और आंधी की संभावना है। आज सोमवार को जबलपुर समेत 11 जिलों में ओले गिरने की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान कई जिलों में लू का भी अलर्ट है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में गर्मी का असर देखने को मिलेगा।मौसम विभाग ने बताया कि एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। अगले चार दिन तक कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। वहीं, गर्मी का असर भी बना रहेगा। सोमवार को जिन जिलों में ओले गिरने का अलर्ट है, उनमें छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया और कटनी शामिल हैं। सिंगरौली, सागर, नर्मदापुरम, बैतूल, देवास में गरज-चमक और बूंदाबांदी हो सकती है। 29-30 अप्रैल और 1 मई को भी बारिश का दौर बना रहेगा, लेकिन लू और तेज गर्मी का असर भी देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चंबल संभाग में दिन में लू और रात में बारिश का अलर्ट है।इससे पहले रविवार को बारिश के बीच गर्मी का असर भी देखा गया। पूर्वी हिस्से में बारिश का दौर चला। छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, सागर, विदिशा, नरसिंहपुर, सिवनी, उमरिया समेत कई जिलों में बारिश हुई। भोपाल में शाम को बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ। वहीं, पश्चिमी हिस्से में गर्मी का असर रहा। तापमाप की बात करें तो छतरपुर जिले के नौगांव में एक ही दिन में 10 डिग्री पारा लुढ़क गया। यहां शनिवार को तापमान 43 डिग्री था, जो रविवार को 33 डिग्री पर आ गया। छिंदवाड़ा में 4 डिग्री, खजुराहो में 4.2 डिग्री, सीधी में 6 डिग्री, सिवनी में 2 डिग्री, मलाजखंड में 3.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।प्रदेश में रविवार को रतलाम सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, गुना में 41.6 डिग्री, धार-खरगोन में 41.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 41 डिग्री, खंडवा में 40.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 40.2 डिग्री और शिवपुरी में पारा 40 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 39.2 डिग्री, इंदौर में 40.4 डिग्री, ग्वालियर में 40.2 डिग्री, उज्जैन में 41 डिग्री और जबलपुर में 37.5 डिग्री रहा। बाकी जिलों में तापमान 40 डिग्री से कम ही दर्ज किया गया। सबसे ठंडा सीधी रहा। यहां पारा 31.8 डिग्री रहा।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल में साेमवार दाेपहर काे एक युवक का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। यहां भीषण गर्मी में एक नशे में धुत युवक टावर पर चढ़ गया। वह टावर की छोटी पर जाकर खड़ा हो गया। इसका वीडियो भी सामने आया है। वहीं घटना की सूचना पर पुलिस और नगर निगम की टीम मौके पर मौजूद है। फिलहाल युवक को नीचे उतारने का प्रयास किया जा रहा है।   जानकारी के अनुसार घटना भारत टॉकीज चौराहे के पास की है। नशे की हालत में एक युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया। टावर की ऊंचाई लगभग 80 फीट है। वह टावर के छाेर पर जाकर खड़ा हो गया। जब लोगों की नजर उस पर पड़ी तो वे हैरान रह गए। करीब एक घंटे तक वह टावर पर चढ़ा रहा और वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दी गई। माैके पर पुलिस और नगर निगम की टीम पहुंची और युवक को रेस्क्यू किया। मंगलवारा थाना के टीआई अजय सोनी के मुताबिक, युवक सुलोचन के नशे में था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह कहां का रहने वाला है। पुलिस को उसके पास से सुलोचन बरामद हुआ है।      

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शहडोल । शनिवार-रविवार रात जिले के सिंहपुर रेलवे स्टेशन के निकट एक मालगाड़ी का गार्ड डिब्बा पटरी से उतरने की घटना ने रेलवे अधिकारियों और यात्रियों के बीच हलचल मचा दी। हालांकि, इस घटना के बावजूद मुख्य अप और डाउन लाइन पर रेल यातायात सामान्य रूप से जारी रहा और किसी यात्री गाड़ी को रोका नहीं गया।   रेलवे शहडोल के एक अधिकारी के अनुसार, गार्ड डिब्बा लूप लाइन में पटरी से उतरा था। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और तकनीकी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया। आरपीएफ की टीम भी घटनास्थल पर मौजूद रही। कर्मचारियों ने युद्ध स्तर पर काम करते हुए रविवार सुबह तक गार्ड डिब्बे को पुनः पटरी पर चढ़ा दिया और लूप लाइन पर यातायात बहाल कर दिया।   रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अंबिकेश साहू ने बताया कि कि हमारी तकनीकी टीम और आरपीएफ ने गंभीरता से काम करते हुए रातभर में गार्ड ब्रेक वैन को पटरी पर वापस लाने का कार्य पूरा कर लिया। उन्होंने बताया कि कटनी से बिलासपुर जा रही कॉपर लदी मालगाड़ी के साथ यह घटना सिंहपुर और शहडोल स्टेशनों के बीच घटी थी।    

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नर्मदापुरम/ भाेपाल/ सतना । देशभर में आज (रविवार काे) वैशाख अमावस्या (सत्तू अमावस्या) मनाई जा रही है। इस खास अवसर पर नर्मदापुरम के प्राचीन सेठानी घाट समेत जिले भर के घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में स्नान किया और सत्तू का दान कर पुण्य लाभ लिया। वहीं चित्रकूट में बैसाखी सतुहाई अमावस्या के अवसर पर भगवान कामतानाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालु सुबह 3 बजे से ही मंदाकिनी नदी में स्नान कर रहे हैं। इसके बाद वे कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा कर रहे हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए हैं। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।     नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर रविवार अलसुबह 5 बजे से स्नान का सिलसिला शुरू हुआ जाे कि शाम तक चलता रहेगा। नर्मदापुरम समेत इटारसी, भोपाल, विदिशा, रायसेन, बैतूल सहित दूरदराज क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान करने पहुंचे है। प्राचीन सेठानी घाट, कोरी घाट, पर्यटन घाट, विवेकानंद घाट, बांद्रा बांध घाट, सांडिया घाट, बाबरी घाट, आंवली घाट सहित सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। नर्मदा नदी में स्नान कर पूजा-पाठ की जा रही है। इस अमावस्या पर सत्तू दान करने का महत्व है। जिसके चलते श्रद्धालु भी नर्मदा तट पर सत्तू का दान कर रहे हैं।   मठ-मंदिरों में करते है सत्तू दान भगवान कामतानाथ चित्रकूट के मुख्य आराध्य देव हैं। मान्यता है कि कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बैसाखी अमावस्या पर सत्तू दान का विशेष महत्व है। कामदगिरि प्रदक्षिणा प्रमुख द्वार के महंत मदनगोपाल दास के अनुसार, इस दिन बड़ी संख्या में किसान मठ-मंदिरों में सत्तू दान करते हैं। वे इससे पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं। स्नान के बाद कई श्रद्धालुओं ने तट पर बैठे भिक्षुक व परिक्रमा वासियों को सत्तू व अन्य धान्य का वितरण किया।        

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भोपाल । मध्य प्रदेश में इस वक्त मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। एक तरह जहां भीषण गर्मी पड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ बारिश का सिलसिला भी जारी है। शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में लू का असर देखा गया। वहीं, कुछ जिलों में तेज आंधी और हल्की बारिश हुई। आज रविवार को भी ग्वालियर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों सहित 27 जिलों में बारिश के आसार हैं।मौसम विभाग ने बताया कि तेज गर्मी के बीच मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में अगले 4 दिन बारिश होगी। कुछ जिलों में ओले भी गिरेंगे। वहीं, ग्वालियर-चंबल संभाग में मिला-जुला असर देखने को मिलेगा। यहां बारिश भी होगी और तेज गर्मी भी पड़ेगी। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। इंदौर, भोपाल-उज्जैन में तापमान 40 डिग्री के पार ही रहेगा। मौसम विभाग ने अगले चार दिन तक प्रदेश में हल्की बारिश और गरज-चमक का अनुमान जताया है। कुछ जगहों पर लू भी चल सकती है। वहीं, गर्मी का असर भी देखने को मिलेगा।इससे पहले शनिवार को भी प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिले। रात में भोपाल, हरदा, देवास, सीहोर, रायसेन और नर्मदापुरम में हल्की बारिश हुई, जबकि कई जिलों में तेज आंधी भी चली। राजधानी भोपाल, सीहोर और हरदा-पचमढ़ी में तेज रफ्तार से हवाएं चलीं। जबकि नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, दमोह, सागर, कटनी, पन्ना, मैहर, उमरिया, सीधी, शहडोल और रीवा जिलों में हल्की बारिश का दौर रहा। कई शहरों में गर्मी के तेवर भी देखने को मिले। ग्वालियर, खजुराहो और नौगांव में पारा 43 डिग्री के पार रहा। खजुराहो सबसे गर्म रहा, यहां तापमान 43.8 डिग्री रहा। ग्वालियर में 43.6 डिग्री और नौगांव में 43 डिग्री दर्ज किया गया।भोपाल, उज्जैन, गुना, शिवपुरी, खरगोन, रतलाम, टीकमगढ़, खंडवा, नरसिंहपुर, बैतूल, शाजापुर, मंडला, रीवा, धार, मलाजखंड, रायसेन, सतना और दमोह में तापमान 42.4 डिग्री से 40 डिग्री के बीच रहा। वहीं, बारिश की वजह से कई शहरों में पारा लुढ़क गया। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 33.4 डिग्री दर्ज किया गया। उमरिया में 37.1 डिग्री, जबलपुर-सीधी में 37.8 डिग्री, नर्मदापुरम-सिवनी में 38.2 डिग्री, इंदौर-सागर में 39.7 डिग्री सेल्सियस रहा।  

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भोपाल । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में देशभर में आक्रोश है और जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन जारी है। इसी क्रम में शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में आधे दिन बाजार बंद रखे गए। भोपाल में दोपहर दो बजे के बाद दुकानें खुलना शुरू हुईं। रायसेन, रतलाम और छतरपुर में भी व्यापारियों ने बंद का समर्थन किया है। बंद से इमरजेंसी मेडिकल सेवा को बाहर रखा गया है। हालांकि, इंदौर में ज्यादातर प्रतिष्ठान खुले रहे। दरअसल, भोपाल में चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (बीसीसीआई) ने बंद का आह्वान किया था, जिसका शहर के व्यापारिक संगठनों ने समर्थन किया है। चेंबर के अध्यक्ष तेजकुल पाल सिंह पाली ने बताया कि सभी व्यापारिक संगठनों से सहमति के बाद राजधानी के बाजार शनिवार को आधे दिन का बंद रखा गया है। वहीं, न्यू मार्केट व्यापारी संरक्षण समिति ने बंद के आह्वान का समर्थन किया है। समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार गंगराड़े समेत पवन वरदानी, प्रदीप कुमार गुप्ता और अजय देवनानी ने बताया कि सभी व्यापारियों की सहमति के बाद बंद रखने का निर्णय लिया है। पुराने भोपाल के कारोबारियों ने भी बंद का समर्थन करते हुए दुकानें आधे दिन तक बंद रखी। भोपाल में बंद के बीच दयानिधि सामाजिक संस्था ने आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान दो मिनट का मौन रखा गया। समाज के लोगों ने आतंकी की हमले की निंदा की है। इंदौर में कांग्रेस ने बंद का आव्हान किया था, जिसका मिला-जुला असर देखने को मिला। कई जगह बाजार बंद रहे, तो कई जगह प्रतिष्ठान खुले रहे। इंदौर में तो एमआईजी क्षेत्र में और तिलक नगर में अधिकांश दुकानें खुली रहीं। एलआईजी व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश तिवारी का कहना है कि हम आतंकी हमले की घटना से दुखी हैं, लेकिन कांग्रेस हिंदू विरोधी है, इसलिए पूरे क्षेत्र की दुकान खुली रखी गई हैं। इधर, आगर मालवा में भारत रक्षा मंच व राष्ट्रीय हिंदू परिषद ने शनिवार दोपहर छावनी नाका चौराहे पर आतंकवाद का पुतला दहन किया गया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जमकर नारेबाजी की। वहीं, रायसेन में शहर बंद रहा। व्यापार महासंघ के आह्वान पर सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध जताया है। रायसेन व्यापार महासंघ अध्यक्ष संतोष साहू ने कहा कि पहलगाम में धर्म के नाम पर जो आतंकी हमला हुआ, उसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। हमारी मांग है कि पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित किया जाए। अशोकनगर जिले के शाढ़ौरा में लोगों ने आतंकवाद का पुतला दहन किया। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। छतरपुर में शनिवार को व्यापारी संगठनों ने सर्वसम्मति से बाजार बंद रखने का निर्णय लिया। गांधी चौक बाजार में एक सभा का आयोजन किया गया, जहां व्यापारियों ने मौन धारण कर हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में पहलगाम हमले को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में तपती गर्मी के बीच अब प्रदेशवासियों को लू से राहत मिलने के आसार है। मौसम विभाग ने आज शनिवार को ग्वालियर, जबलपुर सहित 19 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में बादल छाए रहेंगे। जबकि अन्य जिलों में गर्मी का असर बरकरार रहेगा। इसके साथ ही 3 जिलों में लू भी चल सकती है। इनमें रतलाम, खंडवा और बुरहानपुर शामिल हैं।नर्मदापुरम जिले में शनिवार सुबह कई शहरों में तेज गरज-चमक के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग ने आज ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, अशोकनगर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर में बारिश का अनुमान जताया है। अगले चार दिन तक प्रदेश में हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना है। कुछ जगहों पर लू भी चल सकती है। वहीं, गर्मी का असर भी देखने को मिलेगा।प्रदेश में शुक्रवार को तेज गर्मी का असर रहा। छतरपुर जिले का खजुराहो सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। शिवपुरी में 44 डिग्री और दमोह में तापमान 43.5 डिग्री रहा। इस सीजन में पहली बार 11 शहर ऐसे रहे, जहां पर तापमान 43 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। इनमें खजुराहो, शिवपुरी, दमोह के अलावा ग्वालियर, नौगांव, सतना, टीकमगढ़, रतलाम, गुना, मंडला और नरसिंहपुर शामिल हैं।वहीं, रीवा, शाजापुर, उमरिया, मलाजखंड, सागर, नर्मदापुरम, खंडवा में तापमान 42 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। सीधी, खरगोन, धार, छिंदवाड़ा, सिवनी, रायसेन और बैतूल जिले ऐसे रहे, जहां पर तापमान 40 डिग्री से अधिक ही रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.2 डिग्री, इंदौर में 40 डिग्री, उज्जैन में 41.1 डिग्री और जबलपुर में 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे ठंडा इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी रहा। यहां तापमान 36.2 डिग्री दर्ज किया गया।

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जबलपुर । नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता में हुए फ़र्ज़ीवाडे मामले में लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बघेल की जनहित याचिका के साथ सभी अन्य नर्सिंग मामलों की सुनवाई शुक्रवार को हाईकोर्ट की स्पेशल बेंच के जस्टिस संजय द्विवेदी और जस्टिस अचल कुमार पालीवाल के समक्ष हुई। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने एमपी नर्सिंग काउंसिल और मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी को निर्देश दिये हैं कि किन्ही भी परिस्थितियों में नर्सिंग पाठ्यक्रमों की प्रस्तावित परीक्षाओं में परिवर्तन नहीं किया जावे एवं परीक्षाओं का आयोजन घोषित समय सारिणी अर्थात् 28 एवं 29 अप्रैल से कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।   ग़ौरतलब है कि मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों की जाँच के चलते छात्रों की परीक्षाएँ कई वर्ष देरी से हो रही हैं तथा 3-4 बार परीक्षाओं की तिथियाँ घोषित कर उन्हें निरस्त या संशोधित किया जा चुका है जिसके चलते छात्रों को भारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा था लेकिन अब हाईकोर्ट की सख़्ती के चलते नर्सिंग की सभी परीक्षाएँ अबिलंब संपन्न की जायेंगी, जिससे नर्सिंग पाठ्यक्रमों की वेपटरी व्यवस्थाओं को पुनः बहाल किया जा सके।मामलों की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने यह भी निर्देश दिये हैं कि नर्सिंग मामलों हेतु हाईकोर्ट के द्वारा गठित उच्च स्तरीय कमेटी की भूमिका अब समाप्त हो चुकी है इस कारण से अब किसी भी कॉलेज के प्रकरण कमेटी को रेफ़र नहीं किए जाएँगे । ग़ौरतलब है कि हाईकोर्ट ने सीबीआइ जांच में डेफ़िशियेंट पाये गये कॉलेजों के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक हाईलेवल कमेटी का गठन किया था, जिन्हें डेफ़िशियेंट कॉलेजों में सीबीआई जाँच के दौरान पाई गई कमियों की कमीपूर्ति के संबंध में सुनवाई कर संबंधित कॉलेजों को सूटेबल अथवा अनसुटेबल की श्रेणी में सूचीबद्ध करने का कार्य सौंपा गया था, लेकिन अब चूँकि मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल के द्वारा नये सत्र की मान्यता प्रक्रिया शुरू की जा रही है इसके चलते हाई लेवल कमेटी की भूमिका समाप्त करते हुए सभी कॉलेजों को नये सत्र की मान्यता हेतु विधिवत आवेदन काउंसिल के समक्ष प्रस्तुत करना होगा जिस पर निर्णय आवश्यक जाँच पड़ताल का काउंसिल के द्वारा ही लिया जायेगा।   दरअसल नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में हाइकोर्ट में लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बघेल ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर आरोप लगाया था कि मध्यप्रदेश में नियमों एवं मापदंडों की अनदेखी कर अनेकों नर्सिंग कॉलेज खोल दिये गये हैं जिनके पास आवश्यक इंस्फ़्रास्ट्रक्चर, लैब, लायब्रेरी, टेकिंग फ़ैकल्टी एवं अस्पताल नहीं हैं फिर भी उन्हें मान्यता दे दी गई है। शुरुआती सुनवाइयों के बाद हुए अहम खुलासों के चलते मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने पूरे फर्जीवाड़े की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी, हाई कोर्ट की मॉनीटरिंग में हुई सीबीआइ जांच में प्रदेश में हुए नर्सिंग फर्जीवाड़े की पूरी परतें खोल के रख दी जिसके बाद ये खुलासा हुआ कि मध्य प्रदेश में खोले गए 700 कालेजो में से मात्र 200 कॉलेज नियमों की एवं मापदंडों की पूर्ति करते हैं शेष कॉलेजों को फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट बनाकर मापदंडों की पूर्ति ना करने के बावजूद भी मान्यता दे दी गई । हालाँकि ज़िम्मेदारों पर कार्यवाही हेतु अभी हाईकोर्ट का फ़ैसला आना बाक़ी है।सुनवाई के दौरान शासन की ओर से अप महाधिवक्ता अभिजीत अवस्थी एवं याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता आलोक वाग्रेचा सहित याचिकाकर्ता स्वयं विशाल बघेल ने पक्ष रखा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव हैं और प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 अप्रैल, शनिवार को प्रातः 8:28 बजे आरंभ होकर 27 अप्रैल, रविवार को प्रातः 4:50 बजे समाप्त होगी। अतः निशीथ काल की पूजा 26 अप्रैल, शनिवार को होगी, इसलिए इस दिन वैशाख मासिक शिवरात्रि का व्रत मनाया जाएगा।वैशाख मासिक शिवरात्रि के विषय में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं ज्योतिषाचार्य महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि निशीथ पूजा का मुहूर्त : रात्रि 11:55 बजे से 12:48 बजे तक रहेगा। चूंकि यह तिथि शनिवार को पड़ रही है, अतः इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस दिन शिव मंदिरों में प्रातःकाल से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगती है। उन्‍होंने कहा, शिव पूजा पापों का क्षय करती है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए शिवरात्रि अत्यंत फलदायक मानी जाती है। अविवाहित महिलाएं योग्य वर प्राप्ति हेतु शिव से प्रार्थना करती हैं, जबकि विवाहित स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु और परिवार की समृद्धि हेतु व्रत रखती हैं।पूजन विधि : विधिपूर्वक व्रत करने वाले भक्त गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, पुष्प, शुद्ध वस्त्र, बिल्व पत्र, धूप, दीप, नैवेद्य, चंदन, ऋतुफल, आक-धतूरे के पुष्प, चावल आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें। रात्रि जागरण करते हुए शिवपुराण, रुद्राभिषेक, शिव कथा, शिव स्तोत्रों तथा 'ॐ नमः शिवाय' का पाठ करें। इससे अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्यफल प्राप्त होता है और व्रती को मोक्ष की प्राप्ति होती है।राशि के अनुसार शिव पूजा :मेष राशि : जल में गुड़, गन्ने का रस अथवा शहद मिलाकर अभिषेक करें। लाल चंदन से तिलक लगाएं, बेलपत्र पर 'ॐ नमः शिवाय' लिखकर अर्पित करें। 11 ब्राह्मणों को शिवपुराण दान करें।वृष राशि : गाय के दूध व दही से अभिषेक करें। चावल, सफेद चंदन, सफेद आक, सफेद वस्त्र, चमेली पुष्प चढ़ाएं। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें एवं 11 वेदपाठी ब्राह्मणों को रुद्राक्ष माला दान दें।मिथुन राशि : गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। बेलपत्र, शमीपत्र, साबुत हरे मूंग, भांग, दूर्वा व कुश अर्पित करें। शिव चालीसा का पाठ करें एवं 11 शिव चालीसाएं मंदिर में अर्पित करें।कर्क राशि : दूध, दही व देशी घी से अभिषेक करें। सफेद चंदन से तिलक लगाएं। साबुत अक्षत, सफेद गुलाब और शंखपुष्पी चढ़ाएं। शिवाष्टक का 11 बार पाठ करें। सफेद वस्त्र दान करें।सिंह राशि : जल में गुड़, लाल चंदन व शहद मिलाकर अभिषेक करें। लाल पुष्प, लाल चंदन से तिलक करें। गुड़-चावल से बनी खीर का प्रसाद बांटें। शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ करें। कमलगट्टे की 11 मालाएं दान करें।कन्या राशि : गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। पान, बेलपत्र, धतूरा, भांग व दुर्वा अर्पित करें। शिवपुराण कथा का वाचन या श्रवण करें।तुला राशि : चमेली तेल, दही, इत्र, घी, दूध से अभिषेक करें। सफेद चंदन से तिलक करें, सफेद वस्त्र दान करें। मिश्री व खीर का प्रसाद चढ़ाएं। शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें।वृश्चिक राशि : जल में गुड़, लाल चंदन व शहद मिलाकर पंचामृत से अभिषेक करें। केसर व लाल पुष्प चढ़ाएं। लाल हलवे का भोग लगाएं। भगवान शिव के 1000 नामों का स्मरण करें।धनु राशि : दूध में केसर, हल्दी व शहद मिलाकर अभिषेक करें। केसर, पीले चंदन से तिलक करें। पीले गेंदे की माला चढ़ाएं। पीले वस्त्र दान करें। शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ करें।मकर राशि : जल में दूध या गेहूं मिलाकर अर्पित करें। तिल के तेल व नीले पुष्प चढ़ाएं। नीले वस्त्र दान करें। भगवान शिव के 108 नामों का स्मरण करें।कुंभ राशि : नारियल पानी या तिल के तेल से रुद्राभिषेक करें। शमी वृक्ष के पुष्प अर्पित करें। शिवाष्टक का पाठ करें।मीन राशि : केसर मिश्रित जल से जलाभिषेक करें। पंचामृत, दही, दूध व पीले पुष्पों से पूजन करें। ॐ नमः शिवाय का जाप करें एवं शिव चालीसा का पाठ करें।महत्वपूर्ण बातें :दिनभर उपवास रखें और शिव का ध्यान करें। प्रातः स्नान कर भस्म का तिलक लगाएं और रुद्राक्ष की माला धारण करें। शिवलिंग पर अर्पित प्रसाद न खाएं; यदि शिवमूर्ति के पास शालिग्राम विराजमान हो तो प्रसाद सेवन निषिद्ध नहीं होता।

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी का कहर जारी है। प्रदेश के कई हिस्सों में आसमान से आग बरस रही है। छतरपुर जिले का खजुराहो में तापमान 44.4 डिग्री दर्ज किया गया। जो देश का सातवां सबसे गर्म शहर रहा। आज शुक्रवार को 13 जिलों में लू का अलर्ट है। जबकि कल 26 अप्रैल से तीन तक बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग ने बताया कि अगले चार दिन तक प्रदेश में कहीं तेज लू का असर रहेगा तो कहीं हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। इसके बाद पूरे प्रदेश में गर्मी का असर रहेगा। यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और ट्रफ की वजह से हो रहा है। हालांकि, प्रदेश के बड़े हिस्से में तेज गर्मी रहेगी और लू भी चलेगी। मौसम विभाग ने आज शुक्रवार को प्रदेश के 13 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया है। इनमें रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी शामिल हैं। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन-जबलपुर समेत अन्य शहरों में तेज गर्मी रहेगी।इससे पहले प्रदेश में गुरुवार को तेज गर्मी रही। भोपाल समेत कई शहरों में दिन इतने गर्म रहे कि सड़कों का डामर तक पिघल गया। छतरपुर जिले के खजुराहो और नौगांव सबसे ज्यादा गर्म रहे। खजुराहो में 44.4 डिग्री और नौगांव में पारा 43.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया। प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी को छोड़ दें तो सभी शहरों में पारा 40 डिग्री से अधिक ही रहा। पचमढ़ी में तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।पांच बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे गर्म रहा। यहां 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उज्जैन में 41.6 डिग्री, भोपाल में 41.2 डिग्री, इंदौर और जबलपुर में 40.8 डिग्री रहा। रतलाम और शिवपुरी में भी पारा चढ़ा रहा। रतलाम में 43.2 डिग्री और शिवपुरी में 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह नरसिंहपुर में 42.8 डिग्री, मंडला में 42.5 डिग्री, छिंदवाड़ा, सतना, टीकमगढ़-दमोह में 42.4 डिग्री, मलाजखंड में 42.3 डिग्री, नर्मदापुरम में 42.2 डिग्री, धार में 42 डिग्री, गुना में 41.9 डिग्री, शाजापुर में 41.8 डिग्री, सागर में 41.7 डिग्री, खंडवा में 41.5 डिग्री, खरगोन-रायसेन में 41.4 डिग्री, उमरिया, सीधी-बैतूल में 41.2 डिग्री और रीवा में पारा 41 डिग्री रहा।

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टीकमगढ़ । टीकमगढ़ में शुक्रवार सुबह एक ऑयल मिल में आग लग गई। यह घटना शहर के ढोंगा रोड स्थित मटोल साहू की ऑयल मिल में हुई। सूचना के बाद माैके पर पहुंची दमकल की 7 गाड़ियों ने काबू पर काबू पाया। सूचना मिलते ही प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। खास बात यह है कि डेढ़ महीने में यह दूसरी बार है जब मिल में आग लगी है। इससे पहले होली के दिन भी खाद्य तेल के गोदाम में आग लगी थी।     जानकारी अनुसार घटना शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के ढोंगा रोड स्थित मटोल साहू की ऑयल मिल में हुई है। ऑयल मिल में सुबह करीब 6:15 बजे आग लगी थी। टीकमगढ़ एसडीएम लोकेन्द्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे जिला प्रशासन को आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद वे स्वयं तहसीलदार के साथ मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। गोदाम में बड़ी संख्या में तेल से भरे ड्रम और टीन रखे हुए थे। तेल में आग लगने से लपटें तेजी से फैल गईं। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर विवेक श्रोतिय और एसपी मनोहर मंडलोई मौके पर पहुंच गए। कलेक्टर और एसपी ने जिले भर की दमकल टीमों को तुरंत मौके पर बुलाया।   कोतवाली और देहात थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। नगर पालिका सीएमओ को तुरंत सूचना देकर आसपास की 7 दमकल टीमों को बुलाया गया। टीकमगढ़ शहर की तीन फायर ब्रिगेड के अलावा करी नगर पंचायत और बड़ागांव नगर पंचायत की फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया। आग बुझाने के लिए प्रशासन को गोदाम की दीवारों को तोड़ना पड़ा। तहसीलदार अरविंद यादव ने बताया कि सुबह तकरीबन 11:15 तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। आग को पूरी तरह से बुझाने में करीब 4 घंटे का समय लगा। तहसीलदार का कहना है कि गोदाम में कच्चा माल, खाली डिब्बे और खाली बोरियों का बारदाना अलग-अलग जगह रखा था। जिससे आग पर काबू पाने में कम समय लगा। ज्यादातर तेल से भरे टीन और ड्रमों को सुरक्षित निकाला गया है। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चला है, लेकिन शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की संभावित वजह माना जा रहा है।   गणेश ऑयल के मालिक ऋषि साहू ने बताया कि रात में सब कुछ ठीक था। सुबह करीब 6:15 बजे मिल के कर्मचारियों ने चिल्लाकर आग लगने की जानकारी दी। उनका मकान बगल में ही है। उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचना दी। गोदाम के गेट खुलवाए। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारणों की फिलहाल जानकारी नहीं है। हादसे में करीब 50 लाख रुपए का नुकसान बताया है। उल्लेखनीय है कि टीकमगढ़ शहर के ढोंगा रोड पर स्थित एक अन्य तेल मिल में होली के दिन भी आग लग गई थी, जिसे बुझाने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। उस समय बीना रिफाइनरी से फायर ब्रिगेड को बुलाया गया था, तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका था। व्यापारियों द्वारा घनी बस्ती में तेल मिल बनाए जाने के कारण इस तरह की घटनाएं बार-बार घटित हो रही हैं।  

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शिवपुरी । एनटीए द्वारा घोषित जेईई-मेंस 2025 के परीक्षा परिणाम में पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी शिवपुरी के कुल पांच बच्चों में जेईई-एडवांस् के लिए पात्रता प्राप्त की है। इसी विद्यालय के 2023-24 बैच के छात्र प्रिंस यादव पुत्र अनिल कुमार यादव एवं श्रीमती गीता यादव (एनटीए स्कोर -88.2514)और 2024-25 बैच के चार बच्चों नैतिक ओझा पुत्र दीपक ओझा एवं श्रीमती रमा ओझा (एनटीए स्कोर -95.3475), अभय माहोर पुत्र हरिशंकर माहोर एवं श्रीमती अनीता माहोर (एनटीए स्कोर -85.6872), शिव राय पुत्र संतोष राय एवं श्रीमती रेखा राय (एनटीए स्कोर -83.3599) एवं सोनू यादव पुत्र अवतार सिंह यादव एवं श्रीमती घांति बाई (एनटीए स्कोर -79.9209) ने अपने अथक प्रयासों के द्वारा ना केवल केंद्रीय विद्यालय के लिए गौरव का विषय बने, बल्कि संपूर्ण शहर के लिए भी यह अत्यंत हर्ष की बात है। पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती पुनीता ज्योति ने सभी पांचो बच्चों और उनके अभिभावकों को उनकी उत्कृष्ट सफलता के लिए हार्दिक बधाई दी और उनके अग्रिम उज्जवल भविष्य की कामना की। प्राचार्या ने कहा कि यह सफलता विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, एकाग्रता, लगन, निरंतरता और दृढ़ संकल्प का परिणाम है। विद्यालय के समस्त शिक्षक गणों ने भी सभी छात्रों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन सभी के अग्रिम उज्जवल भविष्य और आगे ओर भी ऊंचाइयों को छूने हेतु शुभकामनाएं दी।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपर स्टार और फिल्म केजीएफ से रातों रात प्रसिद्ध हुए फिल्म अभिनेता यश सोमवार सुबह महाकाल मंदिर पहुंचे। यहां वे भस्म आरती में शामिल हुए। इस दाैरान अभिनेता यश पूरी तरह भगवान महाकाल की भक्ति में लीन नजर आए।   केजीएफ के स्टार अभिनेता यश साेमवार सुबह चार बजे महाकाल मंदिर पहुंचे। वे तड़के मंदिर में होने वाली भस्म आरती में शामिल हुए। इस दौरान उनके साथ कुछ कुछ मित्र भी रहे। यश मंदिर में धोती और सोला पहनकर पहुंचे थे। मस्तक पर चंदन का तिलक लगाकर यश करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल के आरती में रमे हुए दिखाई दिखाई दिए। भगवान की आरती के पश्चात यश ने मंदिर की देहरी से दर्शन किए। इस दौरान आकाश पुजारी द्वारा पूजन-पाठ कर जल अर्पित किया गया। महाकाल मंदिर समिति की ओर से यश को दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। दर्शन के बाद यश ने कहा कि बहुत खुशी हुई जिस तरह से अच्छे से दर्शन हुए भक्त को जो चाहिए सब मंदिर में मिल रहा है। यहां की पॉजिटिव एनर्जी अलग है, भगवान महाकाल का आशीर्वाद सब पर बना रहे।    

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर-चंबल के साथ प्रदेश के पूर्वी हिस्से के शहरों में भी गर्मी बढ़ गई है। रविवार को सीधी में पारा 44 डिग्री के पार पहुंच गया, जबकि 40 शहर ऐसे रहे, जहां तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक रहा। यहां दिन के साथ रातें भी गर्म हो गई हैं। ऐसा ही मौसम आज सोमवार को भी बना रहेगा। सभी जिलों में आसमान साफ होने का अनुमान है। इससे पूरे प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ा रहेगा। राजस्थान से जुड़े जिलों में गर्म हवाएं भी चल सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले कुछ दिन तक तापमान में बढ़ोतरी का दौर रहेगा। इस दौरान लू का अलर्ट भी जारी किया गया है। प्रदेश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्से यानी, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में अब तक तेज गर्मी का असर रहा है, लेकिन अब पूर्वी हिस्से यानी, सागर, सिंगरौली, रीवा, सीधी जैसे शहरों में भी गर्मी के तेवर तीखे हो गए हैं।रविवार को पूर्वी हिस्से के सीधी शहर में पारा 44.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह प्रदेश में सबसे अधिक रहा। वहीं, टीकमगढ़ में 43.4 डिग्री, खजुराहो में 43.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह शिवपुरी में 43 डिग्री, नौगांव-रीवा में 42.5 डिग्री, मंडला में 42.3 डिग्री और सतना में पारा 42 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 40.6 डिग्री, इंदौर में 39.4 डिग्री, ग्वालियर में 41.2 डिग्री, उज्जैन में 39.2 डिग्री और जबलपुर में तापमान 40.4 डिग्री दर्ज किया गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । सुप्रसिद्ध गायक अरिजीत सिंह रविवार को महाकालेश्वर भगवान की भस्मार्ती में सम्मिलित हुए। भस्मार्ती उपरांत श्री सिंह ने श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन-अर्चन किया। पूजन आकाश पुजारी द्वारा सम्पन्न करवाया गया ।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के टॉर्चर से लोगों का हाल बेहाल है। आज रविवार को दमोह, सागर, सीधी, शिवपुरी, गुना और रतलाम में हीट वेव यानी लू चलेगी। इससे पहले शनिवार को भी कई जिले लू के चपेट में रहे। प्रदेश में 44 डिग्री तापमान के साथ शिवपुरी सबसे गर्म रहा। जबकि राज्य के अन्‍य  26 जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिन तक तापमान में बढ़ोतरी का दौर रहेगा। इस दौरान लू का अलर्ट भी जारी किया गया है।मौसम विभाग के अनुसार, सागर-नर्मदापुरम में 42.8 डिग्री, मंडला-खजुराहो में 42.6 डिग्री, नौगांव में 42.5 डिग्री, दमोह में 42.4 डिग्री, उमरिया में 42.3 डिग्री, टीकमगढ़ में 42 डिग्री, रायसेन में 41.8 डिग्री, खरगोन में 41.6 डिग्री, खंडवा में 41.5 डिग्री, रतलाम में 41.4 डिग्री, शाजापुर में 41.3 डिग्री, धार, मलाजखंड में 41.1 डिग्री, सिवनी में 40.6 डिग्री, बैतूल में 40.5 डिग्री, सतना में 40.3 डिग्री, छिंदवाड़ा में 40.2 डिग्री और नरसिंहपुर में पारा 40 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.4 डिग्री, इंदौर में 40.2 डिग्री, ग्वालियर में 40.4 डिग्री, उज्जैन में 40.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।आने वाले दिनों में ऐसा रहेगा मौसम21 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, उज्जैन-ग्वालियर में दिन का तापमान 42 डिग्री के पार रहेगा। अन्य शहरों में भी गर्मी का असर देखने को मिल सकता है। 22 अप्रैल को दिन में गर्म हवाएं चलेगी। जिसका असर राजस्थान से जुड़े जिलों में देखने को मिलेगा। भोपाल, इंदौर-उज्जैन में भी पारा बढ़ा हुआ रहेगा। वहीं, 23 अप्रैल को तेज गर्मी का असर बरकरार रहेगा। दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।  

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भोपाल । भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित एमपीटी डीडीएक्स सिनेमा में प्रसिद्ध गायिका रेखा भारद्वाज ने शनिवार की रात लाइव कॉन्सर्ट में राग फेस्ट में कई फेमस गानों की प्रस्तुति दी। इस दौरान उन्होंने 'रांझा', 'कबीरा', 'फिर ले आया' जैसे गाने गाए, जिन्हें दर्शक भी साथ में गाते और झूमते नजर आए। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मुझे अपने से ज्यादा भोपाल वासियों की चिंता है। क्योंकि आप सभी शाम से इतनी गर्मी में बैठे हैं। यही भोपाल वासियों का प्यार हैं, जो मुझे आप तक खींच लाता हैं। उन्होंने कहा कि मैं बहुत ज्यादा घूमी हूं, लेकिन मध्य प्रदेश मेरी सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। इतनी हरियाली और विविधता मैंने कहीं और नहीं देखी। लाइव कॉन्सर्ट के दौरान फेमस स्टोरी टेलर लक्ष्य माहेश्वरी ने सूफी कपड़ों में शानदार प्रस्तुति दी। उन्होंने लोगों को सूफी का अर्थ समझाते हुए कहा कि सूफी संगीत सुनने वाले लोग बीयर बार में गाने नहीं, बल्कि भगवान की इबादत करते हैं। लक्ष्य माहेश्वरी ने दर्शकों को 'सत्य और कहानी' की एक अद्भुत यात्रा पर ले जाते हुए यह बताया कि फिल्मों में भी सत्य को कहानी के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। उन्होंने बीच-बीच में दर्शकों से रोचक पहेलियां पूछीं और मनमोहक गीत भी सुनाए, जिन्हें लोगों ने खूब सराहा। प्रस्तुति के दौरान उन्होंने गुरु-शिष्य के संबंधों और संत कबीर के विचारों पर भी प्रकाश डाला। यह कॉन्सर्ट ईको एज की टीम द्वारा आयोजित किया गया था, जो बेहद कम समय में ग्लोबल स्तर पर पहचान बना चुकी है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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मंदसौर । मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में स्थित ग्राम फतेहगढ़ में शादी समारोह में दूषित खाना खाने के बाद लगभग 125 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। मंदसौर जिला अस्पताल और धुंधड़का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से चिकित्सकों की टीम गांव पहुंची और फतेहगढ़ के शासकीय स्कूल को ही अस्पताल बनाकर बीमार लोगों का उपचार शुरू किया।   शुक्रवार की शाम को फतेहगढ़ में आयोजित शादी समारोह में लगभग 500 लोगों ने भोजन किया था। कुछ लोग बाहर से शादी में शिरकत करने आए थे। समारोह में शामिल होने के बाद सभी लोग अपने-अपने गांव लौट गए थे। शुक्रवार की रात से ही कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई थी। महिलाओं, पुरुषों व बच्चों को जी घबराने, मितली आने, उल्टी दस्त की शिकायत हुई, जिन्होंने अपना उपचार अपने स्तर पर करवा लिया, लेकिन शनिवार सुबह गांव के लगभग 125 लोग एक साथ बीमार हो गए। मरीजों के इलाज के लिए आनन-फानन में लिए फतेहगढ़ के सरकारी स्कूल में व्यवस्था की गई। मन्दसौर जिला अस्पताल और धुंधड़का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से डॉक्टरों की टीम लोगों के इलाज के लिए पहुंची है। दोपहर तक लोगों की हालत में सुधार होने लगा था।   घटना की जानकारी मिलते ही शनिवार सुबह क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता और विधायक विपिन जैन मौके पर पहुंचे और बीमार लोगों का हालचाल जाना। सांसद गुप्ता ने सीएमएचओ के मौके पर नहीं पहुंचने पर नाराजगी भी जताई। उन्होंने तत्काल मेडिकल सुविधा बढ़ाने को कहा। मंदसौर विधायक विपिन जैन ने बताया कि अभी प्रशासन से बात कर स्कूल और धर्मशाला में इलाज शुरू करवाया है। बताया जा रहा है कि रस मलाई मिठाई खाने वाले लोग बीमार हुए हैं। करीब 125 व्यक्तियों की जान आफत में आ गई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी है। कलेक्टर और सीएमएचओ संपर्क में है।   सीएमएचओ डॉ. जीएस चौहान ने बताया कि फतेहगढ़ में लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। अभी एक टीम ओर भेज रहा हूं, वहां स्थिति अभी कंट्रोल में है, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान भी वहां पहुंच रहा है।  

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शहडोल । मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में इस समय अवैध कोयला खदानों से जान जोखिम में डालकर अवैध कोयला निकालने का सिलसिला जारी है। जिले के अमलाई थाना क्षेत्र में काले हीरे यानी कोयले की अवैध खुदाई पर पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कोल माफियाओं की कमर तोड़ दी है। अमलाई के बटुरा इलाके में गुफानुमा खड्डों से जान जोखिम में डालकर हो रहे अवैध कोयला उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए जिले की अमलाई पुलिस ने सख्त कदम 10 से अधिक अवैध कोयला खदानों को सील कर दिया है।   कार्रवाई के दौरान अमलाई पुलिस ने 10 से अधिक अवैध कोयला खदानों को जेसीबी मशीनों की मदद से मिट्टी भरकर बंद करवा दिया। साथ ही लगभग 30 टन अवैध कोयला जब्त किया गया है। इस मामले में तीन कोल माफियाओं के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही की गई है। शहडोल जिले के अमलाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बटुरा गांव में संचालित हो रही अवैध कोयला खदानों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेसीबी मशीनों की मदद से पूरी तरह बंद करवा दिया है।   बटुरा क्षेत्र में कई गुफानुमा खड्डों के माध्यम से स्थानीय और बाहरी तत्व अवैध रूप से कोयले का उत्खनन कर रहे थे। बिना किसी सुरक्षा उपायों के ये खदानें चल रही थीं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती थी। इन खदानों से निकाले गए कोयले का अवैध रूप से परिवहन भी किया जा रहा था। इस पर अमलाई पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए मौके पर जेसीबी मंगवाकर इन खदानों को मिट्टी से भरवाकर बंद करवा दिया। इस दौरान करीब 30 टन अवैध कोयला भी जब्त किया गया और तीन प्रमुख कोयला माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की वैधानिक कार्रवाई की गई। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में कोयला कारोबार से जुड़े अवैध तत्वों में हड़कंप मचा हुआ है। यह कदम न केवल अवैध उत्खनन को रोकने के लिए उठाया गया है, बल्कि लोगों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा संदेश है।   इस पूरे मामले में थाना प्रभारी अमलाई जेपी शर्मा कहना है कि हमने बटुरा क्षेत्र में संचालित अवैध कोयला खदानों को जेसीबी से भरवाकर बंद करवा दिया है। इस तरह की गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आगे भी यह अभियान लगातार जारी रहेगा।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गए हैं। शुक्रवार को इस सीजन में पहली बार प्रदेश में दिन का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। खजुराहो और नौगांव में तापमान क्रमश: 44.6 डिग्री और 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गुना में यह 44.3 डिग्री रहा। इसके साथ ही 18 शहरों में अधिकतम तापमान 42 से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि गुजरात एवं राजस्थान में तपिश काफी बढ़ गई है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में भी गर्मी बढ़ गई है। शुक्रवार को प्रदेश के बड़े शहर- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर भी सीजन के सबसे गर्म रहे। ग्वालियर में तापमान 43 डिग्री, उज्जैन में 42.8 डिग्री, भोपाल में 42.2 डिग्री, जबलपुर में 42.1 डिग्री और इंदौर में 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को 28 शहरों में पारा 40 डिग्री या इससे अधिक रहा। ऐसा सीजन में पहली बार हुआ है, जब इतने शहरों में भीषण गर्मी पड़ी है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को रतलाम, सागर-सीधी में 43.8 डिग्री, दमोह में 43.6 डिग्री, सतना-शाजापुर में 43.1 डिग्री, नर्मदापुरम-रीवा में 42.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 42.3 डिग्री, शिवपुरी-रायसेन में 42 डिग्री, मंडला में 42 डिग्री, धार में 41.9 डिग्री, उमरिया में 41.7 डिग्री, खरगोन में 41.4 डिग्री, मलाजखंड में 41 डिग्री, सिवनी में 40.4 डिग्री, बैतूल में 40.2 डिग्री, खंडवा में 40.1 डिग्री और छिंदवाड़ा में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि दिन के तापमान में बढ़ोतरी के साथ रात में भी गर्मी बढ़ी है। अगले पांच दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, तीसरे सप्ताह में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 2 से 3 दिन लू चल सकती है। हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि चौथा सप्ताह मे उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक यानि 27 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। दिन के साथ रातें भी गर्म हो जाएंगी। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में पारा 43-45 डिग्री जबकि इंदौर, उज्जैन-भोपाल सहित बाकी प्रदेश में 41 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रह सकता है। बंगाल क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अप्रैल के आखिरी में 3 से 4 दिन तक लू का असर रह सकता है।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं तेज गर्मी का कहर जारी है, तो कहीं बूंदाबादी हो रही है। गुरुवार को शाजापुर और सीहोर जिले में बारिश हुई। वहीं, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन समेत प्रदेश के 20 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। कई शहरों में तो पारा 3 डिग्री या इससे ज्यादा बढ़ गया। मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले दिनों में ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान देखने को मिलेगा। कहीं-कहीं हीटवेव के साथ लू चलने का भी अलर्ट भी जारी किया गया है।मध्य प्रदेश में सूरज की तपिश तेज हो गई है। इससे गर्मी का असर भी बढ़ा है। गर्मी का असर बढ़ते ही मौसम विभाग ने लोगों को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी है। इन्हीं 4 घंटों के दौरान धूप तेज होती है और गर्म हवाएं चलती हैं। वहीं, खाना-पान और सूती कपड़े पहनने की सलाह भी दी गई है। प्रदेश में दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, रात में भी गर्मी बढ़ी है। अगले 5 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। वहीं, अगले 24 घंटे में बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, पांढुरना, मंडला, बालाघाट जिले में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि मालवा, निमाड़, चंबल और बुंदेलखंड के कई जिलों में लू का भी अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को नर्मदापुरम सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री दर्ज किया गया। रतलाम में 43.2 डिग्री रहा। गुना में 42.4 डिग्री, शाजापुर में 42.1 डिग्री, नरसिंहपुर-धार में 42 डिग्री, टीकमगढ़ में 41.5 डिग्री, सागर में 41.4 डिग्री, नौगांव, खजुराहो-मंडला में 41 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह खरगोन में 40.6 डिग्री, खंडवा-दमोह में 40.5 डिग्री, रायसेन में 40.4 डिग्री और शिवपुरी में 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का पारा 42 डिग्री रहा। भोपाल में 41.1 डिग्री, इंदौर में 40.4 डिग्री, उज्जैन में 41.5 डिग्री और जबलपुर में 39.6 डिग्री रहा।  

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शाजापुर । शाजापुर में शुक्रवार काे अतिक्रमण हटाने गई राजस्व विभाग और नगर पालिका की टीम काे लाेगाें के विराेध का सामना करना पड़ा। इस दाैरान अवैध रूप से गुमटी लगाकर व्यवसाय कर रहे फूल विक्रेताओं ने अधिकारियाें से बहस करते हुए जाम लगा दिया। स्थिति तब और भी ज्यादा बिगड़ गई जब एक युवती ने महिला पुलिसकर्मी से मारपीट कर दी। माैके पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए और स्थिति काे नियंत्रण में किया।दरअसल मां राजराजेश्वरी माता मंदिर प्रांगण पर अवैध अतिक्रमण हटाने शुक्रवार को राजस्व विभाग और नगरपालिका की टीम पुलिस बल के साथ पहुंची। इस दौरान अवैध रूप से गुमटी लगाकर व्यवसाय कर रहे फूल विक्रेताओं ने विरोध करते हुए सारे फूल-मालाएं सड़क पर फेंक दिए और अधिकारियों से बहस की। कोतवाली पुलिस जब व्यापारियों को थाने ले जाने लगी, तो एक महिला ने महिला पुलिसकर्मी के साथ मारपीट कर दी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। घटना के बाद शहरी हाईवे पर चक्काजाम की स्थिति बन गई। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। फूल विक्रेता फूल-मालाएं सड़क पर फेंककर वहीं बैठ गए और हंगामा करने लगे। हंगामे के समय मौके पर शाजापुर एसडीएम मनीषा वास्कले, एसडीओपी गोपाल सिंह चौहान, नायब तहसीलदार गौरव पोरवाल और कोतवाली टीआई मौजूद रहे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया और यातायात को सुचारू कराया। अवैध अतिक्रमण करने वाले फूल व्यवसायियों को पुलिस थाने ले गई।  

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दतिया । दतिया रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार सुबह गोवा एक्सप्रेस से गिरकर एक मजदूर का पैर कट गया। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस (जीआरपी) मौके पर पहुंची और घायल को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। हादसे के बाद रेल प्रशासन जांच कर रही है।   जानकारी के अनुसार घायल युवक की पहचान ग्वालियर निवासी धर्मेंद्र कुशवाहा के रूप में हुई है। वो गोवा से वापस अपने घर लौट रहा था। धर्मेंद्र के भाई दिनेश कुशवाहा ने बताया कि धर्मेंद्र मजदूरी करता है और तीन दिन पहले अपने साथियों के साथ काम की तलाश में गोवा गया था। वहां काम नहीं मिलने के कारण वापस लौट रहा था। इसी दौरान हादसा हो गया। घायल धर्मेंद्र ने बताया कि जब ट्रेन दतिया और चिरूला स्टेशन के बीच आउटर सिग्नल पर रुकी हुई थी, तब वो ट्रेन से नीचे उतरकर पटरी पर खड़ा हो गया। ट्रेन के चलने पर वह चढ़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन अचानक पैर फिसलने से नीचे गिर गया और उसका एक पैर ट्रेन की चपेट में आ गया। युवक का इलाज फिलहाल जारी है और उसके परिजन भी मौके पर पहुंच चुके हैं।  

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टीकमगढ़ । ग्वालियर से प्रयागराज जा रही बुंदेलखंड एक्सप्रेस बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब एक बजे झांसी मंडल के मगरपुर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर फंसी बोलेरो जीप से टकराई गई। ट्रेन को आता देख कार सवार लोग कूदकर भाग निकले। ट्रेन के रुकने पर उसमें सवार यात्री भी दहशत में आ गए और नीचे उतर गए। इससे करीब 35 मिनट तक ट्रेन प्रभावित रही। जानकारी के अनुसार, मगरपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार की रात एक बोलेरो जीप पटरी पार कर रही थी। इसी दौरान वह ट्रैक पर फंस गई। उसे निकालने के लिए उसमें सवार लोग काफी प्रयास करते रहे। लेकिन वह जीप रेलवे ट्रैक से नहीं निकल सकी। इसी बीच ग्वालियर से प्रयागराज की ओर जाने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस वहां पहुंची। ट्रेन को आता देख वाहन चालक और सवार वहां से भाग खड़े हुए। ट्रैक पर फंसी जीप को देखकर पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन जीप इंजन की चपेट में आ गई, जिससे उसके परखच्चे उड़ गए। घटना की सूचना के बाद मौके पर आरपीएफ-जीआरपी के अधिकारी पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद वाहन को निकाला गया। इस दौरान करीब 35 मिनट ट्रेन लेट हुई। रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया। इस घटना में किसी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आईं है। अब पुलिस वाहन चालक और मालिक की तलाश में जुट गई है। उन्होंने बताया कि जीप में कुछ ऐसी सामग्री मिली है, जिससे स्पष्ट होता है कि उसमें सवार लोग किसी शादी समारोह से लौट रहे थे। वाहन किसका है, यह पता लगाया जा रहा है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल  । राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में भीषण गर्मी का सितम जारी है। ओले-बारिश और आंधी का सिस्टम कमजोर पड़ते ही प्रदेश में एक बार फि‍र गर्मी का असर बढ़ गया है। लोग सड़कों पर धूप से बचने के लिए छाते लेकर निकल रहे हैं। कुछ लोग कपड़े से मुंह ढककर धूप की तपिश से खुद हो बचा रहे। मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग सबसे गर्म है। ग्वालियर, चंबल संभाग में भी गर्म हवाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने आज गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्से में गर्मी का असर रहने की संभावना जताई है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में भी तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।प्रदेश में बुधवार को 9 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। इनमें रतलाम, नर्मदापुरम, खंडवा, शाजापुर, खरगोन, नरसिंहपुर, उज्जैन, धार और गुना शामिल हैं। सबसे गर्म रतलाम रहा। जहां तापमान 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। नर्मदापुरम में 41.6 डिग्री, खंडवा में 41.5 डिग्री, शाजापुर में 41.1 डिग्री और खंडवा-नरसिंहपुर में पारा 41 डिग्री रहा। उज्जैन में 40.7 डिग्री, धार में 40.4 डिग्री और गुना में पारा 40.3 डिग्री पहुंच गया।प्रदेश में बुधवार को गर्मी के साथ बारिश का दौर भी रहा। धार के मनावर में शाम को आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। वहीं, पांढुर्णा में भी पानी गिरा। रात में खरगोन, बालाघाट, सिवनी, मंडला, बड़वानी, बुरहानपुर और बैतूल में भी मौसम बदला रहा। मौसम विभाग का कहना है कि 18 अप्रैल तक तेज गर्मी की संभावना है। इसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।  

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शिवपुरी । भोपाल और ग्वालियर के मध्य चलने वाली इंटरसिटी गाड़ी क्रमांक 12197 एवं 12198 में अब दो स्लीपर कोच जोड़े जाने से अब रेल यात्रियों को इससे फायदा होगा। यह व्यवस्था दिनांक 10 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो चुकी है। इस परिवर्तन के बाद अब इस ट्रेन में 14 सामान्य श्रेणी, 2 स्लीपर श्रेणी, 2 कुर्सीयान, 1 वातानुकूलित कुर्सीयान सहित कुल 21 कोच होंगे। भाजपा नेता व पूर्व प्रदेश प्रवक्ता धैर्यवर्धन शर्मा ने बतायाकि इस इंटरसिटी ट्रेन में शिवपुरी, गुना, अशोकनगर के नागरिकों को ग्वालियर और भोपाल जाना और सुविधाजनक हो जाएगा। पश्चिम मध्य जोन की सलाहकार समिति के सदस्य रहे धैर्यवर्धन ने इस निर्णय पर यात्रियों को बधाई देते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं रेल विभाग के अधिकारियों के प्रति धन्यवाद जताया है । भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने बुधवार और रविवार के दिनों को जोड़कर सातों दिन इंटरसिटी को चलाए जाने पर क्षेत्रीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री सिंधिया का आभार माना है । भाजपा के वरिष्ठ नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि इस संबंध में मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी ने अवगत कराया है कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन संख्या 12197/12198 *ग्वालियर-भोपाल-ग्वालियर एक्सप्रेस में दो स्लीपर श्रेणी के कोच स्थायी रूप से जोड़े जा रहे हैं। इस संबंध में भोपाल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि ग्रीष्मकालीन भीड़ और बढ़ती हुई यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। यह व्यवस्था दिनांक 10 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो चुकी है। इस परिवर्तन के बाद अब इस ट्रेन में 14 सामान्य श्रेणी, 2 स्लीपर श्रेणी, 2 कुर्सीयान, 1 वातानुकूलित कुर्सीयान सहित कुल 21 कोच होंगे।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में इन दिनों दो तरह के मौसम नजर आ रहे हैं। कहीं बारिश तो कही भीषण गर्मी देखने को मिल रही है। सोमवार को सिवनी, छिंदवाड़ा, सिंगरौली, बालाघाट, पांढुर्णा, बैतूल, रीवा सहित कई अन्य जिलों में बादल छाए रहे। कई जगह बूंदाबांदी भी देखने को मिली। हालांकि आज मंगलवार से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का अनुमान है। प्रदेश में अब गर्मी का असर देखने को मिलने लगेगा। 16 अप्रैल से प्रदेश में लू चलने लगेगी। जिसके बाद भीषण गर्मी का एहसास होने लगेगा।मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में 16 अप्रैल से हीट वेव यानी, लू का असर शुरू होगा। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग के जिलों में लू चलेगी। इससे पहले आज मंगलवार को पूर्वी हिस्से के 7 जिले-शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में गर्मी का असर रहेगा। यहां तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है।प्रदेश में सोमवार को कुछ जगहों पर बूंदाबांदी भी हुई है। बाकी के हिस्से में गर्मी का असर रहा। रतलाम में दिन का तापमान सबसे ज्यादा 42 डिग्री दर्ज किया गया। शाजापुर-धार में तापमान 41 डिग्री, खंडवा में 40.5 डिग्री और नर्मदापुरम में 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 39.5 डिग्री, इंदौर में 39.7 डिग्री, ग्वालियर में 37.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का कहना है कि 16 अप्रैल को कुछ जिलों में हल्की बारिश होने के आसार हैं, जबकि 11 जिलों में लू का अलर्ट है। 17 और 18 अप्रैल को भी लू चलने की संभावना है।

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छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर में मंगलवार सुबह एक अनियंत्रित कार पेड़ से टकरा गई। हादसा गाय काे बचाने के चक्कर में हुआ। घटना में कार चालक की माैत हाे गई, जबकि तीन लाेग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने मृतक का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है।   जानकारी के अनुसार घटना सुबह करीब 4 बजे गुलगंज थाने के पास की है। कार जैसे ही राठौर वेयरहाउस के पास पहुंची, तभी अचानक कार के सामने एक गाय आ गई। गाय को बचाने के प्रयास में कार रोड किनारे लगे महुए के पेड़ से जा टकराई। हादसे में गासी चौकी के बनगांय निवासी 35 साल के संतोष पटेल की माैत हाे गई, जबकि कार में उनके साथ भतीजा गोलू (22), बहू रवीना (21) और भतीजी रानी (20) सवार थे, जाे गंभीर रूप से घायल हुए है। ये सभी ग्वालियर इलाज के लिए जा रहे थे। दरअसल, कुछ दिन पहले रवीना स्कूटी से गिर गई थी, जिससे उसका पैर टूट गया था। गुलगंज थाना प्रभारी गुरु दत्त शेष ने बताया कि घटना गाय के सामने आने से हुई है। घायलों को मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया। वहीं पुलिस ने मृतक का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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विदिशा । मध्य प्रदेश के विदिशा की कृषि उपज मंडी मिर्जापुर में मंगलवार को नीलामी नहीं होने से नाराज किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दाैरान किसानों ने मंडी के बाहर सड़क पर चक्काजाम कर दिया। किसानाें की नाराजगी पर मंडी सचिव नीलम वैद्य ने आश्वासन दिया है कि जो किसान अपनी उपज लेकर आए हैं, उनकी नीलामी कराई जाएगी।     दरअसल किसान पिछले दो दिन से अपनी फसल लेकर मंडी में आ रहे हैं। मंगलवार काे नीलामी की उम्मीद में आए किसानों को मंडी बंद मिली। व्यापारियों ने पिछले तीन दिन की छुट्टियों के कारण खरीदे गए अनाज की लोडिंग के लिए आज मंडी बंद रखी। अनाज तिलहन व्यापार महासंघ ने पहले ही नीलामी बंद करने की घोषणा कर दी थी। चक्काजाम की सूचना मिलते ही सिविल लाइन पुलिस और एसडीएम मौके पर पहुंचे। अधिकारी व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि वे 20 से 60 किलोमीटर दूर से अपनी फसल लेकर आए हैं। शादी का सीजन चल रहा है और उन्हें पैसों की जरूरत है। वकील यादव ने बताया कि उनके यहां 16 अप्रैल को शादी है और आज उपज बेचकर सामान खरीदना था। राजकुमार यादव ने कहा कि बिना सूचना के मंडी बंद की गई है और किसानों के खाने-पीने की भी व्यवस्था नहीं है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में इन दिनों मौसम के दो रंग देखने का मिल रहे हैं। तेज गर्मी के बीच प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। रविवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्से में तेज आंधी, बादल, बारिश, आकाशीय बिजली और ओले गिरने वाला मौसम रहा। आज भी ऐसा ही मौसम रहने वाला है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से के 11 जिलों में सोमवार को हल्की बारिश-आंधी की संभावना है। इनमें रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर शामिल हैं। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और गर्मी बढ़ेगी। 16-17 अप्रैल को कई जिलों में लू का अलर्ट है।मौसम विभाग ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से रविवार को कई जिलों में बारिश का दौर चला। वहीं, ओले भी गिरे। अगले 24 घंटे में तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा, लेकिन इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। सोमवार को कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि 16 अप्रैल से प्रदेश में लू का असर देखने को मिलेगा। खासकर ग्वालियर, चंबल और इंदौर संभाग के जिलों में लू चलेगी। 17 अप्रैल को भी लू का अलर्ट है।इससे पहले रविवार को खरगोन के महेश्वर में तेज बारिश और ओले गिरे। सतना में दो घंटे तेज आंधी के साथ बारिश हुई। वहीं, दूसरी ओर कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार रहा। नर्मदापुरम में 40.2 डिग्री, खंडवा-धार में 40.1 डिग्री, खरगोन और नरसिंहपुर में 40 डिग्री रहा। वहीं, शाजापुर में 39.7 डिग्री, रतलाम में 39.5 डिग्री और गुना में तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.8 डिग्री, इंदौर में 38.6 डिग्री, ग्वालियर में 36 डिग्री, उज्जैन में 38.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 37.4 डिग्री दर्ज किया गया। सबसे कम पचमढ़ी में 32.8 डिग्री रहा। नौगांव में 34 डिग्री, रीवा-सीधी में तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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भोपाल । राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएसएस) के नौ अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इसमें चार जिले उज्जैन, अशोकनगर, हरदा और विदिशा के कलेक्टर बदले गए हैं। इस संबंध में रविवार शाम को सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश के अनुसार, उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को हटाकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भोपाल में अपर सचिव बनाया गया है, जबकि अशोकनगर कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी को हटाकर सामान्य प्रशासन विभाग में अपर सचिव पदस्थ किया गया है। वहीं, हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह को स्थानांतरित कर अशोकनगर जिले का कलेक्टर बनाया गया है। इसी तरह विदिशा कलेक्टर रोशन सिंह को उज्जैन कलेक्टर और भोपाल के अपर कलेक्टर सिद्धार्थ जैन को हरदा कलेक्टर पदस्थ किया गया है। इसके अलावा जनसंपर्क विभाग के संचालक और मध्य प्रदेश माध्यम के कार्यपालक निदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे अंशुल गुप्ता को विदिशा कलेक्टर बनाया गया है। वहीं, इंदौर की अपर कलेक्टर ज्योति शर्मा को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत देवास नियुक्त किया गया है। देवास जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु प्रजापति को मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम, इंदौर का कार्यकारी संचालक बनाया गया है। जारी आदेश में जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा को अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल के मुख्य कार्यालय अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इसके साथ ही इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को उनके वर्तमान दायित्वों के साथ सिंहस्थ मेला उज्जैन के मेला अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। साथ ही राज्य योजना आयोग के सदस्य सचिव एवं आर्थिक एवं सांख्यिकी आयुक्त ऋषि गर्ग को अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के संचालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय उद्यान "वन विहार" में वन्यप्राणियों को गर्मी से राहत देने के लिये हाउसिंग में रखे गये मांसाहारी वन्यप्राणियों के लिये गर्मी से बचाव हेतु कूलर लगाये गये हैं। हाउसिंग की खिड़कियों पर पर्दे लगाये गये, क्रॉल के ऊपर लू से बचाव के लिये ग्रीन नेट डाली गई है। क्रॉल को ठंडा रखने के लिये पानी का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त इंक्लोजर में निर्मित सॉसर के ऊपर प्रकृति से मेल खाते हुये घास के शेड बनाये गये हैं, जिससे सॉसर का पानी ठंठा रहे एवं उसमें बैठने पर वन्य प्राणी का धूप से बचाव हो सके। वन विहार संचालक पदमाप्रिया बालाकृष्णन ने रविवार को बताया कि जल स्रोतों में ऐसी व्यवस्था की गई है कि उसमें हमेशा पानी भरा रहे। वन्य प्राणी चिकित्सक की सलाह अनुसार उनको भोजन दिया जा रहा है। शाकाहारी वन्य प्राणियों को गर्मी से बचाव के लिये खुले क्षेत्र में प्रकृति से मेल खाते हुये घास के शेड बनाये गये हैं। विभिन्न स्थलों पर निर्मित जल स्रोतों में पानी की निरंतरता बनी रहें ऐसी व्यवस्था की गई है। वन्यप्राणियों को हरा चारा एवं पशु आहार सुदाना भी दिया जा रहा है और आवश्यकतानुसार उन्हें साल्ट लिक्स तथा मिनरल मिक्सचर भी दिया जा रहा है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ( एडीजी) जी अखेतो सेमा को पदोन्नत कर राज्य शासन ने स्पेशल डीजी बनाया है। इस संबंध में गृह विभाग ने शुक्रवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है। इसके अलावा एक अन्य आदेश में छिंदवाड़ा के एडिशनल एसपी को हटाने के साथ तीन आईपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। छिंदवाड़ा में अभी किसी की पोस्टिंग नहीं की गई है। गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी जी अखेतो सेमा को एडीजी जेल से पदोन्नत कर स्पेशल डीजी जेल पदस्थ किया है। 9 माह बाद अखेतो सेमा रिटायर होने वाले हैं। प्रदेश में स्पेशल डीजी के 12 पद हैं, जिसमें एक पद स्पेशल डीजी रेल मनीष शंकर शर्मा के आकस्मिक निधन के बाद पिछले माह रिक्त हुआ था। इसके बाद पीएचक्यू ने एडीजी जेल जी अखेतो सेमा को रिक्त पद पर प्रमोट करने का प्रस्ताव भेजा था, जिसके बाद शुक्रवार को इसके आदेश जारी कर दिए गए। इधर, एक अन्य आदेश में आईपीएस प्रकाश चंद्र परिहार को एआईजी ग्रामीण इंदौर जोन से पुलिस उपायुक्त मुख्यालय नगरीय पुलिस इंदौर पदस्थ किया है। साथ ही, अवधेश प्रताप सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा को सेनानी 36वीं वाहिनी भारतीय रिजर्व बल बटालियन विशेष सशस्त्र बल बालाघाट और राजेंद्र कुमार वर्मा एआईजी प्रशिक्षण विशेष शाखा पीएचक्यू को पुलिस अधीक्षक पीटीसी इंदौर पदस्थ किया गया है।    

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भोपाल । बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतोर परिक्षेत्र की पनपता बीट में फील्ड स्टॉफ द्वारा गश्त के दौरान 12 सोन कुत्तों (वन्य प्राणी) का झुण्ड देखा गया। बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक (उमरिया) एलएल उइके ने शुक्रवार को बताया कि सोन कुत्ते अत्यंत दुर्लभ जीव हैं और किसी निश्चित स्थान पर न रहकर जंगलों में यहाँ-वहाँ झुण्ड में विचरण करते हैं। बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पारिस्थितिक तंत्र में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। क्षेत्र संचालक उइके ने बताया कि बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व की पतौर, मानपुर और धमोखर रेंज में कभी-कभी सोन कुत्तों का झुण्ड दिखायी देता है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में इन दिनों तेज गर्मी का सिलसिला जारी है। प्रदेशभर के कई जिलों में जहां गर्मी और लू का कहर है, वहीं कुछ जिलों में बारिश भी हो रही है। हालांकि, भीषण गर्मी के बीच अब प्रदेश के लोगों को अगले 4 दिनों गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग का कहना है कि 15 अप्रैल तक तेज गर्मी और लू का अलर्ट नहीं है। इस दौरान बारिश, ओले, आंधी और गरज-चमक की संभावना है। इससे पहले शुक्रवार को भी ग्वालियर समेत कई शहरों में बारिश हुई, जबकि भोपाल में बादल छाए रहे। जिससे दिन के तापमान में गिरावट हुई है।मौसम विभाग के अनुसार, एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो ट्रफ के एक्टिव होने की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। 15 अप्रैल तक लू का असर नहीं रहेगा। दिन-रात के तापमान में गिरावट भी देखने को मिलेगी। शनिवार को पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले गिर सकते हैं। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम, उज्जैन, रीवा, शहडोल, सागर संभाग के 31 जिलों में तेज आंधी चलने और बारिश होने का अनुमान है। ऐसा ही मौसम 15 अप्रैल तक बना रहेगा।इससे पहले तेज गर्मी और लू से शुक्रवार को थोड़ी राहत मिली। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई जिलों में तापमान लुढ़ककर 40 डिग्री के नीचे आ गया है। भोपाल में सुबह से ही बादल छाए रहे तो ग्वालियर में हल्की बारिश भी हुई है। वहीं, शाम को रीवा, अनूपपुर, रीवा, मुरैना, ग्वालियर, सीहोर, शहडोल और मऊगंज में मौसम बदला हुआ है। शुक्रवार को भोपाल-इंदौर में 39.6 डिग्री, ग्वालियर में 39.7 डिग्री, उज्जैन में 39.2 डिग्री और जबलपुर में तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे गर्म गुना रहा, यहां तापमान 40.7 डिग्री रहा। नर्मदापुरम में 40.6 डिग्री, खंडवा में 42.5 डिग्री, खजुराहो (छतरपुर) में 42.4 डिग्री, खरगोन में 41.8 डिग्री, नौगांव-टीकमगढ़ में 41 डिग्री, दमोह में 40.5 डिग्री, रतलाम में 40.4 डिग्री, सिवनी में 40.2 डिग्री, धार, मंडला-सागर में 40 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में तेज गर्मी के बीच एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिला। गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हीट वेव का असर रहा तो सागर-शिवपुरी जिले में बारिश के ओले भी गिरे। मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों से मौसम का मिजाज बदला है। शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। इस दौरान जबलपुर में ओले गिरने के भी आसार हैं। भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलीं और आसमान में बादल छा गए। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हुई, जिसके चलते लू से राहत मिल गई है। हालांकि, अधिकांश हिस्सों में गर्मी का असर देखने को मिला। धार और रतलाम सबसे गर्म रहे। धार में 42.3 डिग्री और रतलाम में 42.2 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। इंदौर में गुरुवार को चार मोरों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि, इंदौर प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने दो मोरों की ही मौत हीट वेव से होने की बात कही है। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.3 डिग्री, इंदौर में 40.3 डिग्री, ग्वालियर में 39.6 डिग्री, उज्जैन में 41 डिग्री और जबलपुर में 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा। खंडवा में 42.1 डिग्री, गुना-नर्मदापुरम में पारा 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह टीकमगढ़-दमोह में 41.8 डिग्री, सागर में 41.5 डिग्री, खरगोन-नौगांव में 41 डिग्री, मंडला में 40.8 डिग्री, सिवनी और शिवपुरी में पारा 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में तेज गर्मी की वजह से स्कूलों का समय भी बदल दिया गया है। भोपाल, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, नीमच समेत कई जिलों में दोपहर 12 बजे तक कक्षाएं लगाने को कहा गया है ताकि गर्मी की वजह से बच्चों को परेशानी न हो। इधर, शिवपुरी में शाम को बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बूंदाबांदी हुई। सागर में गुरुवार शाम अचानक मौसम बदला। तेज हवाएं चली। रहली में हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। करीब 15 मिनट तक बारिश हुई। वहीं गौरझामर क्षेत्र में भी बारिश हुई है। गुरुवार को सागर का अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, मुरैना में गुरुवार शाम कई क्षेत्रों में अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ही बड़े आकार के ओले गिरने लगे, जिससे खेतों में रखी हुई फसलें पूरी तरह से भीग गईं और नष्ट हो गईं। सबसे ज्यादा नुकसान कैलारस, सबलगढ़ और रामपुर इलाके के किसानों को हुआ है, जहां बड़ी संख्या में खेतों में गेहूं की कटी हुई फसलें पड़ी थीं। इन क्षेत्रों में अधिकांश किसान फसल की कटाई कर उसे खेत में ही सुखा रहे थे। बालाघाट में गुरुवार की शाम मौसम में अचानक बदलाव आया। तेज हवाओं के साथ आसमान में काले बादल छा गए। इससे शहर में धूल भरी आंधी चली। तेज हवाओं की वजह से श्री राम जन्मोत्सव के लिए चौराहों पर लगाए गए प्रवेश द्वार और होर्डिंग्स गिर गए। अंबेडकर चौक, काली पुतली चौक और हनुमान चौक में फ्लेक्स और बैनर भी क्षतिग्रस्त हुए। हालांकि, किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। इसके अलावा पांढुर्ना, सिवनी एवं बालाघाट में ओले गिरे। मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। पंजाब पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। दक्षिणी पाकिस्तान और उससे लगे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। अधिकतम तापमान में शुक्रवार से और भी गिरावट होने के आसार हैं। अगले तीन दिन में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।  

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भोपाल । कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर सहायक आबकारी आयुक्त भोपाल वीरेंद्र धाकड़ के मार्गदर्शन में गुरुवार देर रात काे राजधानी के कोलार क्षेत्र एवं नीलबड़, रातीबड़ क्षेत्र के होटल, ढाबों पर आबकारी की टीम ने दबिश दी ।यहां पर ग्राहकों को शराब परोसी जा रही थी। विभाग ने कुल 33 प्रकरण बनाए।   जिला कंट्रोलर एचएस गोयल ने बताया कि गुरुवार रात में कोलार, नीलबड़, रातीबड़ क्षेत्र के नटखट रेस्टोरेंट, ट्री चैप्टर समेत कई प्रतिष्ठानों पर दबिश दी गई। इस दौरान 33 प्रकरण दर्ज किए गए। अवैध शराब सेवन और बिक्री पर यह कार्रवाई की गई, जो आगे भी जारी रहेगी। जिला कंट्रोलर गोयल ने बताया, कलखेड़ा में आरोपी राजा कश्तवार के कब्जे से 25 पाव देशी शराब जब्त की गई। वहीं, रातीबड़ स्थित गुरु होटल से महंगी शराब और बीयर की पेटियां जब्त की। संचालक के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। वहीं रातीबड़ क्षेत्र के गुरु होटल पर उपनिरीक्षक वर्षा उईके ने टीम सहित दबिश दी, जहां से 6 महंगी शराब की बोतल एवं लगभग 4 पेटी बीयर की जप्त कर संचालक के विरुद्ध विधिवत प्रकरण कायम किया। कार्रवाई के दाैरान आबकारी अधिकारी/स्टाफ उपस्थित रहा ।ऐसी कार्यवाहियां लगातार जारी रहेगी।

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अशोकनगर । अशोकनगर जिले के मदागन चक्क गांव में गुरुवार को खेत की नरवाई में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पास के खेत में खड़ी गेहूं की फसल को चपेट में ले लिया। जिससे पांच बीघा में खड़ी फसल जलकर खाक हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। जानकारी के अनुसार, शाढौरा तहसील स्थित मदागन चक्क गांव में गुरुवार दोपहर किसान खिलन सिंह कुशवाहा के खेत में आग लग गई। जिससे 10 बीघा नरवाई और 5 बीघा में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों ने आग बुझाने का भरसक प्रयास किया। लेकिन वे इस पर काबू नहीं पा सके। परेशान होकर उन्हें फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा। शाढौरा से पहुंची फायर ब्रिगेड ने कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया। इस घटना में किसान खिलन सिंह कुशवाहा को भारी नुकसान हुआ है। उनके खेत में लगभग 10 बीघा नरवाई पूरी तरह जल गई। साथ ही 5 बीघा में खड़ी गेहूं की फसल भी जलकर राख हो गई। इस दौरान लगभग 1 घंटे तक इलाके में अफरातफरी का माहौल बना रहा लोग अपने-अपने खेतों को बचाने की प्रयास में जुटे हुए थे। सिंधिया ने 79 किसानों को दिया 30.5 लाख का मुआवजा वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को अशोकनगर जिले के झागर बमुरिया गांव का दौरा किया। उन्होंने कुछ दिन पहले आग से प्रभावित किसानों को मुआवजे के प्रमाणपत्र वितरित किए। दरअसल, बीते शनिवार को झागर बमुरिया, अमोदा कुकावली और हारूखेड़ी सहित चार गांवों में लगी आग से 1500 बीघा गेहूं की फसल जल गई थी। इस आग से लगभग 18,000 क्विंटल गेहूं का उत्पादन प्रभावित हुआ। झागर बमुरिया के 75 किसानों को 29.91 लाख रुपये और कुकावली गांव के 4 किसानों को 60,992 रुपये का मुआवजा दिया गया। सिंधिया ने किसानों से मुलाकात के दौरान कहा कि वे हर किसान के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने वादा किया कि आपदा की स्थिति में वे या जिला कलेक्टर 3 दिन के भीतर मौके पर पहुंचेंगे।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं गर्मी का कहर तो कहीं-कहीं बारिश हो रही है। बुधवार को छिंदवाड़ा-पांढुर्णा में तेज बारिश हुई और ओले गिरे। हवा इतनी तेज चली कि कुछ पेड़ गिर गए। ऐसा ही मौसम गुरुवार को भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने आज उज्जैन-ग्वालियर संभाग में लू चलने का अलर्ट जारी किया है। जबकि 17 जिलों में बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग ने बताया कि अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) और ट्रफ एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में गर्मी के तेवर के साथ ओलावृष्टि और बारिश की संभावना है। अगले तीन दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को उज्जैन, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, पन्ना, रतलाम, नीमच और मंदसौर में लू चलेगी। यहां तापमान 41 से 42 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। ग्वालियर, उज्जैन, धार, इंदौर, खंडवा, नर्मदापुरम, रीवा में रात का तापमान 25 डिग्री के पार पहुंच सकता है। दूसरी ओर श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, सीधी, मऊगंज, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक की स्थिति रहेगी। कहीं-कहीं बारिश और ओले भी गिर सकते हैं।इससे पहले बुधवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। कहीं ओले-बारिश का दौर रहा तो कहीं तेज गर्मी का असर रहा। छिंदवाड़ा में दोपहर के समय बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं, पांढुर्णा, सिवनी में भी ओले गिरे। बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, छिंदवाड़ा, अनूपपुर के अमरकंटक, नरसिंहपुर, बैतूल, जबलपुर, ग्वालियर, नीमच, गुना, मंदसौर और सागर में भी मौसम बदला रहा। दूसरी ओर, कई शहरों में तेज गर्मी और लू का असर देखा गया। रतलाम में पारा 44.2 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि नर्मदापुरम में 43.3 डिग्री रहा। भोपाल में 41 डिग्री, इंदौर में 41.4 डिग्री, ग्वालियर में 41.6 डिग्री, उज्जैन में 42 डिग्री और जबलपुर में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

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इंदौर । मध्य प्रदेश में गुरुवार को महावीर जयंती का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश के सभी बड़े शहरों और जैन तीर्थ स्थलों पर शोभायात्राएं निकाली जा रही हैं। प्रदेश के पांच बड़े जैन तीर्थ स्थलों पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जा रहे हैं। सभी शहरों में दिगंबर और श्वेतांबर समाज ने अलग-अलग रथयात्रा निकाली हैं। इंदौर में श्वेतांबर जैन समाज ने सुबह राजवाड़ा से रथयात्रा निकाली। इस दौरान 108 युवाओं ने चांदी का रथ खींचा। यात्रा में पंजाब और कर्नाटक की नृत्य मंडली शामिल हुई। इस दौरान महावीर बाग के पास जाम लग गया। वहीं, उज्जैन में श्वेतांबर-दिगंबर समाज का सामूहिक जुलूस निकला, जिसमें चांदी की वेदी जी में प्रभु को विराजमान कर समाजजन अपने कांधे पर उठाकर निकले। जुलूस में महिलाओं ने भगवान का रथ खींचा। इधर, भोपाल के लालघाटी स्थित जैन नगर में महावीर जयंती पर जैन समाज ने शोभायात्रा निकाली। इसमें सबसे आगे ढोल-नगाड़े लिए बच्चे यात्रा को साथ लिए चल रहे हैं। वहीं, शिवपुरी में महावीर जयंती पर आयोजित शोभायात्रा में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए। शोभायात्रा में सिंधिया ने आरती की जैन समाज के युवाओं द्वारा बजाए जा रहे पारंपरिक ढोल को खुद भी बजाया। शिवपुरी में महावीर जयंती पर आयोजित शोभायात्रा में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए। इस अवसर पर सिंधिया ने कहा कि भगवान महावीर का 'जियो और जीने दो' का संदेश आज भी प्रासंगिक है और हमें इसी नीति पर चलकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। खरगोन में सकल जैन समाज ने श्री महावीर चैत्यालय से स्वर्ण व रजत पालकी में भगवान को विराजित कर शोभायात्रा निकाली। समाजजन भगवान की पालकी को कंधे पर उठाकर आगे बढ़े। धर्म ध्वजा हाथों में लेकर समाज के युवा, महिला और पुरुष जयकारे लगाते हुए निकले। शोभायात्रा में मुख्य मार्गों पर भ्रमण कर अहिंसा का संदेश दिया। नवकार मंत्र है प्यारा, इसने सबको तारा, त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर... के जयकारों साथ ही श्रद्धालु भगवान महावीरजी का संदेश जीयो और जीने दो का नारा लगा रहे थे। बुरहानपुर में सकल जैन समाज की ओर से शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभयात्रा राजपुरा तिलक चौराहा स्थित जैन मंदिरों से निकलकर पांडुमल चौराहा, कमल चौक, गांधी चौक, मंडी क्षेत्र, सिटी कोतवाली रोड, साड़ी बाजार, फव्वारा चौक, बाई साहब की हवेली से वापस तिलक चौराहा पहुंची। शोभायात्रा में शामिल लोग नाचते-गाते चल रहे थे। रास्ते में जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया। जबलपुर में शोभायात्रा निकाली जा रही है। चांदी के पांच रथ और 11 पालकियों में विराजे भगवान महावीर विराजे हैं। शोभायात्रा में पर्यावरण संरक्षण, जीव हिंसा की रोकथाम और स्कूल माफिया का विरोध दर्शाती झांकियां भी शामिल हैं। करीब चार किलोमीटर लंबे रूट पर निकली इस शोभायात्रा का श्रद्धालुओं ने डांस भी किया। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। जबलपुर सांसद आशीष दुबे और महापौर जगत बहादुर सिंह अनु भी शोभायात्रा में शामिल हुए। भीषण गर्मी के बावजूद महिला, पुरुष और बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। पारंपरिक पोशाकों में सजे श्रद्धालु, बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़े और भक्तिगीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। छिंदवाड़ा में गुरुवार को महावीर जयंती पर जैन समाज ने भव्य शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा अहिंसा स्थली गोलगंज से शुरू होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई जैन मंदिर में सम्पन्न हुई। बैतूल में महावीर जयंती पर 30 वन्य क्षेत्र में जीव दया कार्यक्रम हुआ। इसका आयोजन करुणा क्लब इंटरनेशनल ने किया। जिले के 30 स्थानों पर ककड़ी, तरबूज, टमाटर, फ़ुटाने और अन्य फल वन्य प्राणियों को खिलाए गए। देवास में जैन समाज ने नेत्रहीन बच्चों, वृद्धाश्रम और हामूखेड़ी कुष्ठ धाम के निवासियों को भोजन कराया। रात में शहर के सभी जैन मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे पहले शोभायात्र निकाली गई। भगवान चांदी के रथ में नगर भ्रमण पर निकले थे।​बालाघाट में शोभायात्रा में भक्त नंगे पैर भगवान महावीर की पालकी उठाए हुए थे। यह शोभायात्रा पार्श्वनाथ भवन से दादाबाड़ी जैन मंदिर तक निकली। जैन समाज के लोगों ने रंगोली बनाकर शोभायात्रा का स्वागत किया। मध्य प्रदेश में जैन समाज के 5 बड़े तीर्थ स्थल है। इनमें बैतूल में मुक्तागिरी, बड़वानी में बावनगजा, इंदौर में गोम्मटगिरि, दमोह में कुंडलपुर और धार का मोहनखेड़ा शामिल हैं। यहां भी महावीर जयंती पर लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं।  

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ग्वालियर । ग्वालियर के खासगी बाजार में बुधवार देर रात एक तीन मंजिला इमारत में आग लग गई। इसकी चपेट में आकर एक के बाद एक रसोई गैस के सिलेंडर में विस्फोट हो गया। सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। इसमें दो फायर ब्रिगेड कर्मी घायल हो गए। वहीं, एक 12 साल का बच्चा भी घायल हो गया। घायलों को जय आरोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ब्रिगेड कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक, शहर के खासगी बाजार स्थित तीन मंजिला कलां गोपाल बिल्डिंग के तलघर में चल रहे धागा बनाने के कारखाने में बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब तीन बजे आग लगने की सूचना मिली थी। धागा बनाने के सामान से आग तेजी से फैली और दूसरी-तीसरी मंजिर के पांच फ्लैट्स को चपेट में ले लिया। जिस वक्त आग लगी, बिल्डिंग में रहने वाले लोग गहरी नींद में थे। फ्लैट्स में धुआं भरने से उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई तो नींद खुली। आग की लपटें देखकर वे नीचे की तरफ भागे। कुछ ही देर में पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई। तब तक आग तीसरी मंजिल पर बने फ्लैट्स तक पहुंच चुकी थी। दमकलकर्मी पानी की बौछार करते हुए कारखाने में घुसे। इसी दौरान गैस सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। इसमें फायर ब्रिगेड टीम के लोकेंद्र और पुरुषोत्तम सिंह झुलस गए। ब्लास्ट की वजह से बिल्डिंग के नीचे खड़े 12 वर्षीय आयुष के सिर पर ईंट आ लगी। तीनों घायलों को जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग बुझाने के लिए वायुसेना की फायर ब्रिगेड भी बुलानी पड़ी। सुबह करीब आठ बजे लपटों पर काबू पाया जा सका। फायर ब्रिगेड के अधिकारी सतपाल सिंह चौहान ने बताया कि जब दमकलकर्मी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे, इसी दौरान ब्लास्ट हो गया। इसके बाद एक घंटे में पांच सिलेंडर फटने से आग तेजी से फैली। इसमें दो कर्मचारी घायल हो गए। सुबह करीब आठ बजे बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाया जा सका।' फिलहाल आग लगने के कारण का पता नहीं चल सका है। हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी हो सकती है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि कलां गोपाल रिहायशी बिल्डिंग है। इसमें अवैध तरीके से धागा बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। इसमें रखे सामान की वजह से आग फैली। यदि बिल्डिंग में रहने वाले लोग समय रहते बाहर नहीं आते तो गंभीर हादसा हो सकता था।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रदेश के स्कूलों में दशहरा, दीपावली, ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश की तिथियों की घोषणा कर दी है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश के अनुसार इस वर्ष छात्रों और शिक्षकों को निर्धारित अवधि में ग्रीष्मकालीन, दशहरा, दीपावली और शीतकालीन अवकाश प्रदान किए जाएंगे। छात्रों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई 2025 से 15 जून 2025 तक रहेगा, जबकि शिक्षकों के लिए यह अवकाश 1 मई से 31 मई 2025 तक निर्धारित किया गया है। वहीं, 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर 2025 तक छात्रों एवं शिक्षकों-दोनों के लिए दशहरा अवकाश रहेगा और 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2025 तक दीपावली की छुट्टियां घोषित की गई हैं, जो सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए मान्य होंगी। वर्षांत में शीतकालीन अवकाश 31 दिसंबर 2025 से 4 जनवरी 2026 तक रहेगा।    

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खरगोन । विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को एक ही छत के नीचे सस्ती दर पर पाठ्य पुस्तकें, गणवेश, एवं स्टेशनरी सामग्री उपलब्ध कराने के मकसद से कलेक्टर भव्या मित्तल के निर्देश पर आज (बुधवार) से जिला मुख्यालय खरगोन में तीन दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है। सरस्वती विद्या मंदिर ऑडिटोरियम बीटीआई रोड़ में आयोजित यह पुस्तक मेला 11 अप्रैल तक चलेगा। कलेक्टर भव्या मित्तल ने विद्यार्थियों, उनके पालकों एवं अभिभावकों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर इस पुस्तक मेले का लाभ उठाएं। जिला शिक्षा अधिकारी एसके कानुड़े ने बताया कि जिले के समस्त बीईओ, बीआरसी, शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रधानपाठकों से कहा गया है कि अपने विद्यालय के अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं एवं उनके पालकों को इस पुस्तक मेले में पाठ्य पुस्तकें, गणवेश, रजिस्टर, स्टेशनरी सामग्री एवं अन्य आवश्यकता की सामग्री क्रय करने के लिए भिजवाएं। पाठ्य पुस्तक, स्टेशनरी सामग्री, गणवेश, स्कूल बेग एवं शिक्षा से संबंधित अन्य सामग्री के विक्रेताओं से कहा गया है कि पुस्तक मेले में अपनी दुकान अवश्य लगाएं। इस मेले में विद्यार्थियों एवं उनके पालकों व अभिभावकों को सस्ती दर पर सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि सरस्वती विद्या मंदिर ऑडिटोरियम बीटीआई रोड़ खरगोन में आयोजित पुस्तक मेला 11 अप्रैल तक प्रातः 11 बजे से रात्रि 08 बजे तक खुला रहेगा। छात्र-छात्राएं एवं उनके अभिभावक अपनी सुविधा के अनुसार मेले में आकर सस्ती दर पर सामग्री क्रय कर सकते हैं।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में गर्मी का पारा हाई होते जा रहा है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में भीषण गर्मी का असर दिखने लगा है। रतलाम-नर्मदापुरम और गुना में तापमान 43 डिग्री के पार दर्ज किया। मौसम विभाग ने आज बुधवार को ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम समेत 30 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग के अनुसार, अभी पश्चिमी राजस्थान से पश्चिमी विदर्भ तक एक टर्फ एक्टिव है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस), साइक्लोनिक सकुर्लेशन का भी असर है। इस वजह से गर्मी का असर बढ़ा है। आज बुधवार को 30 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया गया है। अशोकनगर, गुना, रतलाम, मंदसौर और नीमच में हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट है। जबकि ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, सागर, दमोह, जबलपुर, मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, उज्जैन और आगर-मालवा में लू का येलो अलर्ट है। वहीं, 10 अप्रैल को रतलाम, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, धार, जबलपुर और मंडला में भी लू चलेगी। हालांकि 11 और 12 अप्रैल को प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में मौसम बदल जाएगा। कहीं बादल छाए रहेंगे तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है।इधर, मंगलवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। तेज गर्मी के बीच बारिश भी हुई। छिंदवाड़ा में गरज-चमक के साथ पानी गिरा। बैतूल, डिंडौरी और पांढुर्णा में भी मौसम बदला रहा। वहीं, गुना में 43.4 डिग्री, रतलाम-नर्मदापुरम में तापमान 43.2 डिग्री दर्ज किया गया। धार में 42.9 डिग्री, सागर में 42.5 डिग्री, शाजापुर, खजुराहो-नौगांव में 42.4 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.2 डिग्री, इंदौर में 41.1 डिग्री, ग्वालियर में 41.9 डिग्री, उज्जैन में 42.5 डिग्री और जबलपुर में 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का कहर जारी है। प्रदेश में दो दशक बाद अप्रैल महीने में ही जून जैसा तापमान देखने को मिल रहा है। गुजरात-राजस्थान से आ रहीं गर्म हवाओं के कारण भीषण गर्मी पड़ रही है। जिसकी वजह से तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। सोमवार को नर्मदापुरम और रतलाम सबसे गर्म रहे, जबकि प्रदेश के 5 बड़े शहर- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में सीजन की सबसे ज्यादा गर्मी पड़ी। ऐसी ही गर्मी मंगलवार को भी पड़ेगी। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम और नीमच समेत 8 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग के अनुसार, इंदौर, उज्जैन और धार में रातें गर्म रहेंगी, जबकि श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, गुना, नीमच, मंदसौर और रतलाम में लू का अलर्ट है। 9 और 10 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में भी हीट वेव चलने की संभावना है। वहीं, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से 11 अप्रैल को प्रदेश के कई शहरों में हल्की बारिश हो सकती है। इससे पहले तेज गर्मी का असर बना रहेगा। सोमवार को मध्य प्रदेश के सभी शहरों में सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। नर्मदापुरम में 44.3 डिग्री और रतलाम में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।सीजन में पहली बार भोपाल-इंदौर समेत सभी पांच बड़े शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार रहा। भोपाल में 41.6 डिग्री, इंदौर में 40.6 डिग्री, ग्वालियर में 41.7 डिग्री, उज्जैन में 42 डिग्री और जबलपुर में 40.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश के कई शहरों में दिन के साथ रात का तापमान भी बढ़ गया है। रतलाम, गुना, नर्मदापुरम, सागर, पचमढ़ी और मंडला में लू चलने लगी है।  

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शिवपुरी ।शिवपुरी में एक आठ माह के मासूम की गुब्बारा निगलने से मौत हो गई। नया बस स्टैंड क्षेत्र निवासी संजय सोनी का बेटा धनु रविवार सुबह घर में खेल रहा था। खेलते समय उसने एक गुब्बारा मुंह में डाल लिया, जो उसकी सांस नली में फंस गया।बच्चे की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे तुरंत सिद्धि विनायक अस्पताल ले गए। वहां से उन्हें नवजीवन अस्पताल भेज दिया गया। दोनों निजी अस्पतालों में इलाज नहीं मिला। इसके बाद परिजन बच्चे को मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे।   मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया। उन्होंने बच्चे की सांस नली से गुब्बारा निकाल लिया। लेकिन, लंबे समय तक ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण बच्चे की मौत हो गई। संजय सोनी का यह दूसरा बेटा था। मासूम की मौत से पूरा परिवार टूट गया है।   समय पर लाते तो बच जाती जान-मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. डी. परमहंस ने बताया कि बच्चा देर से लाया गया। अगर समय पर लाया जाता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।

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पन्ना । मध्य प्रदेश के पन्ना शहर में मंगलवार को अखिल भारतीय किन्नर समाज का विशेष सम्मेलन हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किन्नरों ने हिस्सा लिया। इस दौरान भव्य कलश यात्रा भी निकाली गई। वेटनरी हॉस्पिटल के पास स्थित गार्डन से शुरू हुई कलश यात्रा पावर हाउस चौराहे से होते विभिन्न मार्गों से वापस मैरिज गार्डन पहुंची। यात्रा गांधी चौक, कोतवाली तिराहा, बलदेव चौक, बड़ा बाजार, अजयगढ़ चौराहे और पंचम सिंह चौराहे से होकर गुजरी। किन्नरों ने सोलह श्रृंगार कर रथों पर सवार होकर कलश यात्रा में भाग लिया। डीजे और ढोल-नगाड़ों की धुन पर उन्होंने नृत्य भी किया। स्थानीय लोगों ने जगह-जगह फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की थी और जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था। अखिल भारतीय सम्मेलन की आयोजक रजनी यादव ने बताया कि यह सम्मेलन देश की खुशहाली और समृद्धि के लिए आयोजित किया गया। सभी किन्नरों ने भगवान जुगल किशोर सरकार से देश के कल्याण की प्रार्थना की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए।    

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उमरिया । उमरिया जिले के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का कोर जोन ताला इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है, पर्यटकों को एक हाथी और बाघ के दीदार करते हुए यह वीडियो सोशल मीडिया में जम कर सुर्खियां बटोर रहा है।   टाइगर सफारी के दौरान बहुत कम ऐसा देखने को मिलता है कि दोनो वन्य जीव के दर्शन एक साथ होते हों लेकिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ऐसा ही संयोग बना कि पर्यटकों को वन्य प्राणी हाथी और बाघ को देखने का अवसर प्रायः पर्यटकों को नही मिलता है, लेकिन शनिवार की शाम पर्यटकों ने ताला जोन में सड़क के एक तरफ घास के बीच जहां बाघ को आराम फरमाते देखा तो दूसरी तरफ दो हाथियों को खुले वन में विचरण करते देखा, जिसको देख कर पर्यटक रोमांचित हो उठे। इस बात की पुष्टि फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय ने भी की है।   गौरतलब है कि जहां एक तरफ देशी विदेशी सैलानी वन और वन्य जीवों के साथ तरह - तरह के पक्षियों और घने वनों को देख कर रोमांचित हो उठते हैं वहीं लोकल रहने वालों के लिए दुखद तब हो जाता है जब वन्य जीव और मानव द्वंद होता है, इसको रोकने के लिए शासन और वन प्रशासन को उपाय करने चाहिए।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में ओले-बारिश का सिस्टम खत्म होने के बाद अब भीषण गर्मी पड़ने लगी है। रविवार को भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन समेत 14 जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। रतलाम में सबसे ज्यादा गर्मी रहा, यहां 42.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि आज सोमवार को पूरे प्रदेश में गर्मी का असर रहेगा, जबकि मंगलवार से लू का अलर्ट है।मौसम विभाग के अनुसार, पिछले दिनों एक्टिव रहा ओले-बारिश का सिस्टम आगे बढ़ गया है। अब राजस्थान से जुड़े जिलों में हीट वेव का असर देखने को मिलेगा। प्रदेश में पिछले 3 दिन से तेज गर्मी पड़ रही है। रविवार को भोपाल में सुबह से ही तेज धूप खिली रही। गर्म हवाओं के कारण तापमान 40.5 डिग्री पहुंच गया। ग्वालियर में 40 डिग्री और उज्जैन में 41 डिग्री सेल्सियस पारा रहा। वहीं, नर्मदापुरम में 42.2 डिग्री, खजुराहो (छतरपुर) में 42 डिग्री, गुना में 41 डिग्री, मंडला में 40.5 डिग्री, दमोह में 40.4 डिग्री, शाजापुर, धार-टीकमगढ़ में 40.3 डिग्री, नौगांव (छतरपुर), सागर में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। अन्य शहरों की बात करें तो यह इंदौर में 39.8 डिग्री और जबलपुर में 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।इसी तरह सतना में 39.9 डिग्री, मलाजखंड में 39.5 डिग्री, खरगोन-छिंदवाड़ा में 39.4 डिग्री, सिवनी में 39.2 डिग्री और बैतूल में 39 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। प्रदेश में अगले तीन दिन तक गर्मी बढ़ेगी। वहीं, 9-10 अप्रैल को बालाघाट, डिंडोरी, सिंगरौली, मंडला और अनूपपुर में बारिश होने की संभावना है। इन जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में लू की चेतावनी जारी की गई है।

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उज्जैन  । मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में तराना के पास रविवार शाम को बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस के पावर कार कोच (जनरेटर कोच) में भीषण आग लग गई। धुआं उठने से यात्रियों में दहशत फैल गई। लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए पावर कार को ट्रेन से अलग कर तराना पहुंचाया। सूचना मिलते ही रेलवे का तकनीकी अमला भी मौके पर पहुंच गया और ग्रामीणों के साथ मिलकर आग पर काबू पा लिया। उसके बाद उसी इंजन को फिर से घटनास्थल पर भेजकर ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। इस घटना में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।   जानकारी के अनुसार, बीकानेर से बिलासपुर जा रही ट्रेन संख्या 20846 बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस रविवार को शाम करीब चार बजकर 35 मिनट पर उज्जैन से रवाना हुई थी। शाम करीब साढ़े पांच बजे ट्रेन ताजपुर के आगे शिवपुरा फ्लैग स्टेशन से निकली थी, तभी इंजन के पीछे लगे पावर कार कोच में आग लग गई। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। ट्रेन को लोको पायलट ने जंगल में ही पावर कोच से अलग कर दिया। जलते पावर कार को लेकर इंजन तराना स्टेशन पहुंचा। यहां पहले से ही रेलवे कर्मचारियों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी थी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया।   जलते पावर कार को तराना स्टेशन पर खड़ा करके इंजन लेकर पायलट दोबारा शिवपुरा फ्लैग स्टेशन के जंगल में पहुंचा और ट्रेन को लेकर करीब डेढ़ घंटे की देरी से रवाना हो गया। इससे यात्रियों ने राहत की सांस ली। रेलवे अधिकारियों के कारण उज्जैन-मक्सी सेक्शन में पावर कार में आग लगने के कारण ट्रेन संख्या 59319 उज्जैन-भोपाल पैसेंजर, 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस, 14309 लक्ष्मीबाई नगर- योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस तथा ट्रेन संख्या 18233 इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटा 40 मिनट की देरी से रवाना की गई।   रतलाम रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि ट्रेन बीकानेर से चलकर बिलासपुर जा रही थी। रविवार शाम करीब 5:30 बजे तराना रोड स्टेशन से पहले ट्रेन के पावर कोच में आग लगी। इसके बाद ट्रेन से इस डिब्बे को अलग कर दिया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाकर आग पर काबू पाया गया। ट्रेन को तराना स्टेशन पर रोक दिया गया था। आग पर काबू पाने के बाद उज्जैन रेलवे स्टेशन से पावर कोच मंगाया गया। इसके बाद शाम 6:32 बजे पर ट्रेन को भोपाल के लिए रवाना किया।   इधर, ट्रेन में आग लगने के बाद का वीडियो भी सामने आया है। इसमें कुछ लोग कोच के कांच फोड़ कर और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ट्रेन के पावर कार कोच को अगर समय पर अलग नहीं किया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। फिलहाल रेलवे ने इसे पूरे मामले में जांच शुरू कर दी है। अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर आला अफसरों को देंगे।  

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जबलपुर । प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के मुख्‍य आतिथ्‍य में शनिवार की शाम माँ नर्मदा के विश्व प्रसिद्ध बरगी बाँध तट पर 15 दिवसीय झील महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। बरगी बांध की सुरम्य वादियों में बसे मंडला जिले के ग्राम देवरी बकई में यह महोत्सव आगामी 20 अप्रैल तक चलेगा।   झील महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि पहले भी एडवेंचर गेम के नाम से अलग-अलग स्‍थानों पर ऐसे कार्यक्रम होते थे, लेकिन मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में नर्मदा तट की सुंदर जगह पर झील महोत्‍सव का आयोजन हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि पर्यटन सिर्फ मनोरंजन के लिए ही नहीं होता, बल्कि इससे संस्‍कृतियों का आदान-प्रदान होता है। वहीं इससे रोजगार के अवसर मिलते हैं।   उन्होंने कहा कि पर्यटन जीवन में विविधता लाता है। प्राचीन काल से ही पर्यटन का बहुत महत्‍व रहा है। पर्यटन के विकास पर रोजगार के अवसर सुनिश्चित किया जा सकता है। देवरी बकई ग्राम जो कि विधानसभा पनागर, बरगी और मंडला की सीमा में स्थित है, जहां की सुंदरता बहुत ही आकर्षक है। ऐसे सुंदर स्‍थल पर आयोजित इस झील महोत्‍सव के मार्केटिंग करने से यह और भी सफल होगा। उन्‍होंने कहा कि स्‍कूल कॉलेज व कोचिंग संस्‍थान में अध्‍यनरत विद्यार्थियों को भी ऐसे स्‍थलों का भ्रमण कराना चाहिए। उन्होंने भारतीय नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि मध्‍यप्रदेश सरकार का यह प्रयास है कि प्रदेश के विकास के लिए सभी जगह बेहतर संसाधन उपलब्‍ध हो।   सांसद फग्‍गन सिंह कुलस्‍ते ने कहा कि झी महोत्‍सव जैसे कार्यक्रम मध्‍य प्रदेश सरकार की अभिनव पहल है। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में मध्‍यप्रदेश में पर्यटन की यह संभावना को तलाशते हुए वहां पर्यटन के अवसर उपलब्‍ध करने के साथ वहां आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य किया जा रहा है। उन्‍होंने झील महोत्‍सव की शुभकामनाएं भी दी।   जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हेमंत सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में जल, थल और नभ पर साहसिक गतिविधियां होंगी। कार्यक्रम में एक ओर जहां फ्लाई-बोट पानी और हवा के बीच संतुलन साधेंगी, तो वहीं दूसरी ओर पानी को चीर कर निकलती मोटर बोट तट पर मौजूद दर्शकों को रोमांचित करेंगी। बरगी की अथाह जलराशि में हवा से बातें करती बोट और अलग-अलग ड्राइव करते युवा दिखाई देंगे, तो वहीं हाट एयर बलून पर सवार होकर आकाश की सैर का मज़ा भी प्रकृति प्रमियों के लिए कम नहीं होगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन शाम को सांस्‍कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। पर्यटकों के रात्रि विश्राम के लिए आयोजन स्थल पर स्विस टेंट भी लगाए गए हैं। झील महोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर विधायक नीरज सिंह ठाकुर व संतोष बरकड़े, जिला पंचायत अध्‍यक्ष मंडला संजय कुशराम, जिला पंचायत अध्‍यक्ष जबलपुर आशा मुकेश गोंटिया, अखिलेश जैन, रिकुंज विज, कलेक्‍टर दीपक सक्‍सेना, सीईओ जिला पंचायत मंडला व जबलपुर के साथ अन्‍य संबंधि‍त अधिकारी व बड़ी तादात में आमजन मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ नर्मदा पूजन से किया गया।

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में धूप के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं। तापमान 42 के पार जा चुका है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 4 दिनों तक प्रदेश में तेज गर्मी पड़ेगी। जबकि सात अप्रैल से राजस्थान से जुड़े मध्‍य प्रदेश के कुछ जिलों में लू भी चलेगी। वहीं, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से नौ अप्रैल को सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्से में लू का अलर्ट भी है।मौसम विभाग ने बताया कि पिछले दिनों एक्टिव रहा ओले-बारिश का सिस्टम आगे बढ़ गया है। इससे मध्य प्रदेश में गर्मी बढ़ गई है। सात अप्रैल से राजस्थान से जुड़े जिलों में हीट वेव का असर देखने को मिलेगा। आठ अप्रैल को वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने का अनुमान है। इसकी वजह से पूर्वी हिस्से में मौसम बदला रहेगा। इससे पहले पिछले 24 घंटे में छिंदवाड़ा, सिवनी और पांढुर्णा में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, सिवनी में 30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। शनिवार को नर्मदापुरम प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां सीजन में पहली बार पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।इसी तरह खजुराहो (छतरपुर) में 41.6 डिग्री, रतलाम में 41.5 डिग्री, दमोह में 40.5 डिग्री, धार में 40.1 डिग्री, मंडला, सागर और सतना में पारा 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 39 डिग्री, इंदौर में 38.8 डिग्री, ग्वालियर में 38 डिग्री, उज्जैन में 39.4 डिग्री और जबलपुर में पारा 38.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने आज रविवार को तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई है।  

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श्योपुर । कूनो राष्ट्रीय उद्यान के खुले जंगल में छोड़ी गई मादा चीता ज्वाला ने एक बार फिर अपने शावकों के साथ बकरियों का शिकार किया है। शुक्रवार शाम को उसने अपने चार शावकों के साथ अगरा क्षेत्र के उमरीकलां गांव में दहशत फैलाई। ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उमरीकला गांव के पीड़ित किसान चौहान धाकड़ ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब साढ़े छह बजे मादा चीता ज्वाला अपने शावकों के साथ उनके सरसों के खेत में पहुंची और वहां चर रही 6 बकरियों पर हमला कर दिया। चीतों ने कुछ ही मिनटों में सभी बकरियों को मार डाला। ग्रामीणों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मादा चीता ज्वाला अपने शावकों के साथ शिकार कर रही है। हालांकि ग्रामीण लाठियां लेकर खड़े हैं, लेकिन उन्होंने चीतों को नुकसान नहीं पहुंचाया। चीते बेखौफ होकर अपना शिकार कर रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही कूनो नेशनल पार्क की ट्रैकिंग टीम मौके पर पहुंची। टीम ने खेतों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से जानकारी ली। वन विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से ग्रामीणों को चीतों के क्षेत्र से दूर रहने को कहा है। कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिरुकुराल ने बताया कि मादा चीता ज्वाला कुछ दिनों से अगरा क्षेत्र में सक्रिय है। उसने अपने शावकों के साथ खुले जंगल में डेरा डाल रखा है। शिकार की सूचना तो है, लेकिन कन्फर्म नहीं है। मैं मॉनिटरिंग टीम से सम्पर्क के बाद इस बारे में सही जानकारी दे सकूंगा।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के मौसम में बारिश के बाद बदलाव देखने को मिलने लगा है। नर्मदापुरम, रतलाम में तापमान 40 डिग्री पहुंच गया है। वहीं मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तेज गर्मी पड़ने की संभावना जताई है। गर्मी के इस सीजन में पहली बार प्रदेश में हीट वेव यानी, लू का अलर्ट है। मौसम विभाग ने 7 और 8 अप्रैल को उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग के 10 जिलों में लू चलने की संभावना जताई है। वहीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर-सागर संभाग में भी तेज गर्मी पड़ने का अनुमान है। यहां तापमान 2 से 5 डिग्री तक बढ़ सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में एक्टिव रहा। इस वजह से कहीं-कहीं हल्की बारिश और बादल छाए रहे। यह सिस्टम आज शनिवार को कमजोर हो जाएगा। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ेगा। जिससे तापमान में भी बढ़ोतरी होगी। अगले 3 से 4 दिन तक दिन का तापमान बढ़ सकता है। वहीं, 7-8 अप्रैल को हीट वेव यानी, गर्म हवा चलने का अनुमान है। 7 अप्रैल को नीमच, मंदसौर, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड और दतिया में लू चल सकती है। 8 अप्रैल को नीमच, मंदसौर, श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में हीट वेव का असर रहेगा।इससे पहले शुक्रवार को ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल और डिंडौरी में बादल, गरज-चमक वाला मौसम रहा। हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इसी बीच, प्रदेश के अन्य शहरों में गर्मी का असर भी देखा गया। कई जगहों पर तो तापमान 7 डिग्री तक बढ़ गया। नर्मदापुरम-रतलाम में 40 डिग्री, खजुराहो में 39.2 डिग्री, धार में 39.1 डिग्री, गुना-टीकमगढ़ में 39 डिग्री, नौगांव में 38.4 डिग्री, खरगोन में 38.2 डिग्री और सतना में पारा 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 37.6 डिग्री, इंदौर में 37.4 डिग्री, ग्वालियर में 38 डिग्री, उज्जैन में 38.2 डिग्री और जबलपुर में 37 डिग्री सेल्सियस रहा।

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उज्जैन । भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शनिवार को चैत्र नवरात्रि की महाअष्टमी पर चौबीस खंभा माता पूजन के साथ नगर पूजा की शुरुआत हुई। नगरवासियों की सुख समृद्धि की कामना को लेकर नवरात्रि के अंतिम दिन श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार आयोजित होने वाली नगर पूजा में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पूरी महाराज और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने माता महालया और महामाया को भोग लगाकर अष्टमी पर्व की शुरुआत की। गौरतलब है कि गत एक अप्रैल से उज्जैन सहित प्रदेश के 19 शहरों में शराबबंदी लागू हो चुकी है। ऐसे में इस बार शनिवार को चैत्र नवरात्रि की महाअष्टमी पर नगर पूजा के लिए आबकारी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी ही एक पेटी देसी शराब और दो बोतल अंग्रेजी शराब लेकर चौबीस खंबा माता मंदिर पहुंचे। इस बार देवी महालया और महामाया को सीधे बोतल से मदिरा अर्पित करने की जगह चांदी के पात्र में मदिरा भरकर चढ़ाई गई। शनिवार सुबह आठ बजे चौबीस खंबा माता मंदिर से नगर पूजा प्रारंभ हुई। नगर पूजा में निरंजनी अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर चारधाम मंदिर पीठाधीश्वर स्वामी शांति स्वरूपानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी महाराज शामिल रहे। रविंद्र पूरी महाराज द्वारा चौबीस खंबा मंदिर में माता महालाया और महामाया का पूजन सम्पन्न होने के बाद शासकीय दल नगर पूजा के लिए निकला। दल में आगे कोटवार परंपरा के अनुसार मदिरा से भरी मिट्टी की हांडी लेकर चलते है। मिट्टी की हांडी से मदिरा की धार पूरे नगर के रास्तों में बहती है। शासकीय दल के सदस्य 12 घंटे तक 27 किलोमीटर के दायरे में आने वाले चामुंडा माता, भूखी माता, काल भैरव, चंडमुंड नाशिनी सहित 40 देवी, भैरव व हनुमान मंदिरों में पूजन करेंगे। माताजी और भैरवजी को जहां मदिरा का भोग लगाया जाता है। वहीं हनुमान मंदिरों में ध्वजा अर्पित की जाती है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पूरी महाराज ने बताया कि प्राचीन समय से नगर पूजा होती आ रही है। उज्जैन वासियों की सुख समृद्धि के लिये 28 किलोमीटर मार्ग पर मदिरा की धार लगाई जाती है। एक हांडी में कोटवार मदिरा चलते हैं और रास्ते में आने वाले प्रमुख देवी मंदिर और भैरव मंदिरों में नया ध्वज और चोला चढ़ाया जाता है। माता रानी को पूजन सामग्री के साथ शहर के सभी मंदिरों में मदिरा का भोग लगाया जाएगा और रात 8 बजे अंकपात मार्ग स्थित हांडी फोड़ भैरव मंदिर में नगर पूजा का समापन होगा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता डॉ. गोविंद सोलंकी ने बताया कि यात्रा के पश्चात छह अप्रैल को बड़नगर रोड स्थित पंचायती अखाड़ा निरंजनी में भव्य कन्या पूजन के साथ भंडारे का आयोजन होगा। राजा विक्रमादित्य करते थे देवी और भैरव पूजन   नगर पूजा का इतिहास हजार साल पुराना है। बताया जाता है कि उज्जयिनी के राजा सम्राट विक्रमादित्य के शासन काल से ही चौबीस खंबा माता मंदिर में नगर पूजन किया जाता है। सम्राट विक्रमादित्य माता महालाया और महामाया के साथ ही भैरव का पूजन कर नगर पूजा करते थे। जिससे नगर में समृद्धि और खुशहाली बनी रहे। किसी बिमारी या प्राकृतिक प्रकोप का भय नही रहे। इसी लिए नवरात्रि पर्व के महाअष्टमी पर पूजन कर माता और भैरव को भोग लगाया जाता है। जिससे माता और भैरव प्रसन्न होकर नगर की रक्षा करें।  

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सागर। इन दिनों चैत्र नवरात्र चल रहे हैं और हर कोई मातारानी की भक्ति में लीन नजर आ रहा है। देवी मंदिरों में सुबह से देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। नवरात्रि के छठवें दिन शुक्रवार को सागर जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालादेवी मंदिर में सुबह से भीड़ लगी है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। यह शक्ति पीठ तंत्र साधना से जुड़े लोग खास महत्व रखता है। अद्भुत सिद्ध तांत्रिक शक्ति पीठ ज्वालादेवी का मंदिर सागर जिले में खुरई से 29 किमी दूर ग्राम जलंधर में स्थित है। मंदिर विंध्यगिरी पर्वत माला की श्रृंखला में लगभग 750 फीट ऊंचाई पर है। सुरखी विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले जलंधर गांव स्थित यह शक्ति पीठ अति प्राचीन है। यहां जाने के लिए आपको सबसे पहले जरुवाखेड़ा रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर उतरना पड़ेगा। यहां से चांदामऊ, लुहर्रा गांव होते हुए मां ज्वाला देवी के दरबार तक पहुंचा जा सकता है। देवी की प्रतिमा अद्वितीय विलक्षण शक्ति पीठ पर अति प्राचीन देवी जी की प्रतिमा की कृति एवं भव्यता आश्चर्य चकित करती है। लगभग साढ़े तीन फीट ऊंची मा देवी ज्वाला देवी जी की मूर्ति पद्मासन मुद्रा में दो शेरों पर सवार हैं। पीछे नौ देवियों के चित्र अंकित हैं। मूर्ति के बायी ओर श्री गणेश जी की विलक्षण प्रतिमाए है। ज्वाला देवी जी की नवीन मूति प्राण प्रतिष्ठा वर्ष 1987 में की गई है। ये है मान्यता जनश्रुति के अनुसार यहां पहले एक गांव बसा था, जिसमें शखों का नाद होता था। वहां से फूटे हुए मिट्टी के बर्तन, शंख के टुकड़े यत्र तत्र पड़े मिल जाते हैं। बाद में यह जंगल के रूप में परिवर्तित हो गया। एक किमी की दूरी पर छत्रसाल महाराज की अटारी अवशेष रूप में है। जनश्रुति के अनुसार महाराज छत्रसाल प्रत्येक नवरात्रि में यहां आकर मां की उपासना किया करते थे। मंदिर से कुछ ही दूरी पर मंजीरा घाटी पड़ती है जहां मजीरा बाबा के नाम से प्रसिद्ध स्थान है। यहां पर पत्थरों को आपस में ठोकने से मंजीरों जैसी मधुर पूर्व आवाज निकलती है। पौराणिक दृष्टि से जिस समय दक्ष प्रजापति के यज्ञ में सती ने अपने शरीर की आहुति दी थी उस समय भगवान श्री शिवशंकर ने अधजले शरीर को लेकर मंत्र-तंत्र भ्रमण किया था। सती के जहां-जहां शरीर के अंग गिरे वे सभी सिद्ध शक्ति पीठ के नाम से प्रसिद्ध हुए। मां ज्वाला देवी अपने भक्तों के मनोरथ तत्काल पूर्ण करती हैं। श्रद्धालुओं का जमघट साल भर एवं क्वार की नवरात्रि एवं चौत्र की नवरात्रि में विशेष जन सैलाव उमड़कर अपनी मनोकामना पूर्ण हेतु माँ ज्वाला देवी के दर्शन करने आते हैं, एवं मनोकामना पूर्ण होने पर पुनः दर्शन करते आते हैं।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में इन दिनों मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। एक ओर जहां तेज गर्मी पड़ रही है, तो दूसरी ओर कई जिलों में बारिश और तेज आंधी चली। कई जिलों में ओले भी गिरे। हालांकि आज शुक्रवार से यह सिस्टम कमजोर पड़ जाएगा। प्रदेश में अगले 5 दिन तक तेज गर्मी पड़ेगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में तापमान 2 से 5 डिग्री तक बढ़ेगा। जबलपुर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, सागर संभाग में भी गर्मी बढ़ेगी।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से प्रदेश में पिछले चार दिन से मौसम बदला रहा। कई जिलों में ओले गिरे। आकाशीय बिजली भी गिरी, जबकि बारिश और तेज आंधी चली। लेकिन अब यह सिस्टम अब कमजोर पड़ जाएगा। जिससे शुक्रवार को बारिश का अलर्ट नहीं है। कुछ जिलों में बादल जरूर छा सकते हैं। दूसरी ओर, भोपाल समेत कई शहरों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 8 अप्रैल से एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहा है, जिसका असर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा। यानी, एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है।आज शुक्रवार को मौसम साफ हो जाएगा, जिससे बारिश होने की संभावना नहीं है। 5 अप्रैल को तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल में गर्मी का असर अधिक रहेगा। इससे पहले गुरुवार को भी मौसम का मिजाज बदला रहा। भोपाल, सीहोर, रायसेन, ग्वालियर, सागर, बालाघाट और गुना में बारिश हुई। कुछ शहरों में दिन के तापमान में गिरावट भी हुई। मलाजखंड में तापमान 28.8 डिग्री, मंडला में 30.2 डिग्री, उमरिया में 30.7 डिग्री और सिवनी में 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 36.4 डिग्री, इंदौर में 37.2 डिग्री, ग्वालियर में 37.6 डिग्री, उज्जैन में 38 डिग्री और जबलपुर में 32.3 डिग्री तापमान सेल्सियस दर्ज किया गया।

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शिवपुरी । मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित करने के बाद से यहां टाइगर लाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाए गए एक नर बाघ काे माधव टाइगर रिजर्व में गुरुवार सुबह 5 बजे छाेड़ा गया है।इस बाघ की उम्र लगभग पांच साल है। जिसे बुधवार को बांधवगढ़ में रेस्क्यू किया था। चूंकि कुछ दिन पूर्व ही मादा बाघ भी इसी माधव रिजर्व क्षेत्र में छोड़ी गई थी और अब नर टाइगर आने से उनकी जोड़ी बनेगी। इसके साथ ही माधव नेशनल पार्क में अब टाइगरों की संख्या सात हो गई है।इस बाघ को सेलिंग क्लब क्षेत्र में छोड़ा गया। इसी स्थान पर 10 मार्च को मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में पन्ना से लाई गई एक बाघिन को छोड़ा गया था। रिलीज के दौरान शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन, सीसीएफ उत्तम शर्मा, डीएफओ प्रियांशी सिंह और नेशनल पार्क का अमला मौजूद रहा।   उल्लेखनीय है कि मार्च 2025 में माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला था। 27 साल बाद यहां बाघों की बसाहट शुरू हुई है। इससे शिवपुरी के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही वन्यजीव संरक्षण में भी मदद मिलेगा। बाघों की मौजूदगी से पर्यटकों में उत्साह है और वन विभाग भी इस उपलब्धि से प्रसन्न है।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। अलग-अलग स्थान पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, उमरिया, मंदसौर, धार और राजगढ़ समेत कई जिलों में बारिश हुई। साथ ही कई जगहों पर ओले भी गिरे। वहीं, सिवनी जिले में आकाशीय बिजली गिरने से उसकी चपेट में आए एक युवक की मौत हो गई। मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक प्रदेश में ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग का कहना है कि अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान सौंसर में 11, तामिया में तीन, छिंदवाड़ा में दो, सिवनी में 1.6, चांद में 1.2, बैतूल, अमरवाड़ा, बिछुआ, चौरई, छपारा में 1.0, जबलपुर में 0.5, पांर्ढुना में 0.3 और जुन्नारदेव में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश में रात का सबसे कम 14.4 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 18.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा। दिन का सबसे अधिक 40.2 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में रिकार्ड किया गया। राजगढ़ जिले के माचलपुर में बुधवार शाम को अचानक बेमौसम ओले गिरे और बारिश शुरू हो गई। इससे जिले भर के किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेतों में गेहूं की फसल कटाई के दौर में है। वहीं, सिवनी में बुधवार दोपहर करीब 2 बजे 15-20 मिनट तक झमाझम बारिश हुई। धार जिले के मनावर समेत अन्य क्षेत्र में बुधवार शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। यहां ओले भी गिरे है। मंदसौर के गरोठ और शामगढ़ क्षेत्र में शाम को मौसम ने अचानक करवट ली। ठंडी हवाओं के साथ कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। बरखेड़ा गंगासा, बर्डियाअमर और सठखेड़ा गांवों में ओलावृष्टि की खबर है। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेतों में गेहूं की कटी फसल पड़ी है। तेज बारिश की स्थिति में इन फसलों को भारी नुकसान की आशंका है। सिवनी जिले के केवलारी थाना क्षेत्र के ग्राम बिनेकी में बुधवार शाम करीब चार बजे अमित गुमास्ता (24) अपने खेत में गेहूं की कटाई करवा रहा था। इसी दौरान अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। आकाशीय बिजली गिरी, जिसकी चपेट में अमित आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। बालाघाट में भी बुधवार शाम करीब 5 बजे हल्की बारिश हुई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तेज हवाओं और बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में गरज-चमक की स्थिति बनने के साथ बारिश हो रही है। गुरुवार को प्रदेश में कई स्थानों पर तेज रफ्तार से हवा चलने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। शुक्रवार से मौसम साफ होने लगेगा। इससे एक बार फिर धूप में तल्खी बढ़ने लगेगी।  

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टीकमगढ़ । टीकमगढ़-सागर हाईवे पर गुरुवार सुबह एक गंभीर सड़क हादसा हाे गया। यहां बड़ागांव थाना क्षेत्र में महाकाल कंपनी की दो बसों की आमने सामने की टक्कर हो गई। टक्कर के बाद एक बस सड़क से नीची उतर कर पलट गई। हादसे में बस सवार दस यात्री घायल हुए है। सभी घायलाें काे ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बड़ागांव थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।   जानकारी अनुसार महाकाल कंपनी की दाे बसे यात्रियाें काे लेकर अपने गंतव्य की ओर जा रही थी। तभी क्रॉसिंग के दौरान दाेनाें बसें अनियंत्रित हाेकर एक दूसरे से टकरा गई। टक्कर के बाद ग्वालियर से सागर जा रही एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में जा गिरी। बस में सवार 10 यात्रियों को चोटें आईं। घायलाें में 32 वर्षीय रामकली पत्नी गोरेलाल अहिरवार, भूमानी बाई 22, लखन अहिरवार 24, गोकुल अहिरवार 20, मनोज अहिरवार 23, प्रेम बाई पत्नी जीवन 27, शीला पत्नी राजू अहिरवार 40, गणेशी अहिरवार 34, नंदकिशोर 30 और मोनू पिता राकेश सोनी 40 साल शामिल हैं। सूचना मिलते ही डायल 100 की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। सभी घायलों को पहले बड़ागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बस में सवार यात्री नंदकिशोर ने बताया कि घटना के दौरान बस में 40 से ज्यादा लोग सवार थे। गनीमत रही की घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।    

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भोपाल  । मध्‍य प्रदेश में शासकीय हाई एवं हायर सेकण्डरी स्कूलों में कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों के लिये करियर काउंसलिंग एवं गाइडेंस कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। उचित चयन श्रेष्ठ करियर कार्यक्रम में कक्षा 9वीं एवं 11वीं में जो विद्यार्थी उत्तीर्ण नहीं हो पाये हैं, उनके अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर उसी कक्षा में प्रवेश के लिये काउंसलिंग की जा रही है। ऐसे विद्यार्थी जो आगे की पढ़ाई निरंतर नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें हार के आगे जीत कार्यक्रम में आईटीआई पाठ्यक्रम, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की जानकारी देकर उन्हें व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं। इस कार्य के लिये स्कूल शिक्षा विभाग ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर और करियर काउंसलर की सेवा लेने के लिये कहा गया है। यह जानकारी बुधवार को जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने दी।दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजनाइस योजना में आवेदकों को अपनी ग्राम पंचायत ग्राम रोजगार सेवक के साथ दाखिला लेने की आवश्यकता है। आवेदक को ट्रेनिंग सेंटर के बारे में जानकारी मिलेगी। इसके लिये आवेदक को आवश्यक पहचान-पत्र, इनमें मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड एवं अन्य जानकारी रोजगार सेवक को देनी होगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण के बाद ऋण उपलब्ध कराने में आवेदक को पूरी मदद दी जायेगी।प्रधानमंत्री कौशल विकास योजनाप्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में देशभर में एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। इस योजना में 3 माह, 6 माह और एक साल के लिये युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। कौशल संबंधी कोर्स पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट दिये जाने का प्रावधान है। यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य होता है। इस योजना में भी प्रशिक्षण के बाद ऋण प्राप्त करने की सुविधा है। इस योजना में केन्द्र सरकार ने कई टेलिकॉम कंपनियों को इस कार्य के लिये अपने साथ जोड़ रखा है। मोबाइल कंपनियां इस कार्यक्रम से जुड़े लोगों को मेसेज करके एक फ्री टोल नंबर देंगी, जिस पर केंडिडेट को मिस्ड कॉल देना होगा। मिस्ड कॉल के तुरंत बाद आवेदक के पास एक नंबर से कॉल आयेगा, जिससे बाद आवेदक इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस (आईवीआर) सुविधा से जुड़ जायेगा।इस प्रक्रिया के बाद आवेदक को उसके निवास के आस-पास ट्रेनिंग सेंटर से जोड़ा जायेगा। केन्द्र सरकार का कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय अब तक एक करोड़ 50 लाख से अधिक युवाओं का कौशल उन्नयन कर चुका है। इस योजना में युवाओं को कन्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर, फुड प्रोसेसिंग, फर्नीचर, हेन्ड्रीक्रॉफ्ट, जेम्स और जूलरी समेत 40 क्षेत्र की ट्रेनिंग दिये जाने की सुविधा है। स्कूल शिक्षा विभाग के इस कार्यक्रम के लिये जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने क्षेत्र के युवाओं को प्रशिक्षण संबंधी जानकारी देने के निर्देश दिये गये हैं।

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उमरिया । जिले के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ और मानव द्वंद रुकने का नाम नही ले रहा है, लगातार बाघ के द्वारा ग्रामीणों पर हमला किये जाने से ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं और उनका गुस्सा वन विभाग के प्रति है। ग्रामीण अनुज पटेल ने बताया कि मंगलवार रात में बाघ घर में घुस कर एक बैल का शिकार कर गया तो वहीं बुधवार सुबह करीब 9 बजे महिला जैसे ही घर से कुछ दूर महुहार में महुआ बीनने गई तभी एक बाघ ने हमला कर दिया जिससे घटना स्थल पर ही महिला की मौत हो गई।   पनपथा रेंजर रंजन सिंह परिहार ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 9 बजे ग्राम कोठिया निवासी रानी सिंह पति प्रकाश सिंह (27) घर से महुआ बीनने के लिए कोर क्षेत्र में गई थी तभी बाघ ने कक्ष क्रमांक आर एफ 438 महुहार हार में महिला के ऊपर हमला कर दिया जिससे महिला की मौत हो गईं है, इंदवार पुलिस को भी सूचना दे दी गई है और हम भी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। वहीं यह भी बताए कि शासन के नियमानुसार मृतिका के परिजन को 8 लाख रुपये की राशि दी जाएगी, हालांकि मुख्यमंत्री ने 25 लाख रुपये देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक आदेश नही आया है इसलिये अभी 8 लाख रुपये ही दिए जाएंगे, वहीं पुलिस के द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंपा दिया है। गौरतलब है कि लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है और यदि यही स्थिति बनी रही तो ग्रामीणों और पार्क प्रबंधन के बीच कहीं अप्रिय स्थिति न निर्मित हो जाय, आवश्यकता है सघन पेट्रोलिंग की ताकि वन्य जीवों के मूमेंट पर नजर रखी जा सके और ग्रामीणों को उस क्षेत्र में जाने से रोका जा सके।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे से मौसम बदला हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र में बादल बने हुए हैं। इसके साथ ही गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो रही है। वहीं आज बुधवार को प्रदेश के 24 से ज्यादा जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, भोपाल-जबलपुर में तेज आंधी चल सकती है। इसकी रफ्तार 40 से 50 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है। लगातार मौसम में हो रहे बदलाव के कारण प्रदेश के दिन और रात के तापमान में गिरावट आयी है।मौसम विभाग के मुताबिक, साइक्लोनिक सर्कुलेशन-टर्फ की वजह से प्रदेश में ओले-बारिश और आंधी का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहे तो कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हुई। भोपाल में पूरे दिन बादल रहे। जबलपुर, नीमच, मंदसौर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, उमरिया और कटनी में गरज-चमक, तेज आंधी का असर भी देखने को मिला।दूसरी ओर, कई शहरों में दिन के तापमान में गिरावट हुई है। सिवनी में पारा 30.4 डिग्री सेल्सियस, मलाजखंड में 32.3 डिग्री, पचमढ़ी में 32.4 डिग्री, मंडला में 34.5 डिग्री, सीधी में 34.8 डिग्री और बैतूल में 35 डिग्री रहा। वहीं, धार सबसे गर्म रहा। यहां दिन का पारा 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रतलाम में 39.5 डिग्री, नर्मदापुरम में 39.2 डिग्री, गुना-दमोह में 38.5 डिग्री, छतरपुर के खजुराहो में 38.2 डिग्री, शिवपुरी-शाजापुर में 38 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 37 डिग्री, इंदौर में 37.2 डिग्री, ग्वालियर में 36.6 डिग्री, उज्जैन में 38.4 डिग्री और जबलपुर में पारा 36.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।आज बुधवार को खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में ओले गिर सकते हैं। यहां ऑरेंज अलर्ट है। जबकि भोपाल, जबलपुर, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, रीवा, सतना, मैहर, उमरिया, डिंडौरी, सिवनी, मंडला, कटनी, पन्ना, दमोह, सागर, रायसेन, सीहोर, खरगोन और बड़वानी में तेज आंधी, हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 3 अप्रैल को खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले-आंधी का ऑरेंज अलर्ट है। बड़वानी, श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिया, छतरपुर में भी तेज आंधी चल सकती है। 4 अप्रैल को सिवनी-मंडला में ओले गिर सकते हैं, जबकि बालाघाट में तेज आंधी चलने की संभावना है।

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अनूपपुर । वन डिपो जैतहरी के समीप विचरण कर रहे तीन चीतलों पर मंगलवार को आवारा कुत्तों ने हमला किया जिसमें एक चीतल के गंभीर रूप से घायल होने पर मृत्यु हो गई। घटना पर वन विभाग द्वारा कार्यवाही करते हुए मृत चीतल का पंचनामा बना पोस्टमार्डम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर वन डिपो जैतहरी के समीप तीन चीतल जिसमें नर,मादा एवं बच्चा विचरण कर रहा था इसी दौरान कई आवारा कुत्तों ने पीछा करते हुए नर चीतल पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसकी कुछ देर बाद मृत्यु हो गई, वही मादा बच्चे को ले कर जंगल की ओर भाग गई। घटना की जानकारी स्थानिय निवासी अशोक सोनी द्वारा वनविभाग दिए जाने पर पूरन सिंह ,वनरक्षक सत्येंद्र मिश्रा सुरक्षा श्रमिकों के साथ स्थल पर पहुंचकर मृत चीतल को अभिरक्षा में रखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दिए जाने पर पशु चिकित्सा एवं नायक तहसीलदार जैतहरी संजय जाट,प्रशिक्षु आईएफएस अशोक साहू, वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर शशिधर अग्रवाल, वनरक्षक रामनिवास एवं सुरक्षाश्रमिकों की उपस्थिति में मृत चीतल का पंचनामा बना पोस्टमार्डम करते हुए अंतिम संस्कार किया गया।  

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रायसेन । रायसेन में भोजपुर मंदिर के पास घूम रहे दो बाघों को वन विभाग ने मंगलवार काे रेस्क्यू कर लिया है। वन विहार भोपाल और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम ने सोमवार पिंजरे लगाए थे। साेमवार रात करीब 9 बजे एक बाघ पिंजरे में कैद हो गया। जबकि दूसरे बाघ को आज मंगलवार काे ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा गया। दोनों को चेकअप के बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेज दिया गया है।   दरअसल रायसेन में भोजपुर मंदिर के आसपास के क्षेत्र में पिछले एक महीने से दाे बाघाें का मूवमेंट देखने को मिल रहा था। दोनों 10 से ज्यादा मवेशियों का शिकार कर चुके हैं। बाघ के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल था। किसान अपनी फसलों को काटने के लिए भी बाहर जाने से डर रहे थे। भोजपुर, मंडीदीप और बंगरसिया आने-जाने के लिए जंगल से गुजरना पड़ता है। फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों को देर रात यहां से गुजरना पड़ता है। बाघों के मूवमेंट से ग्रामीण डर में जी रहे थे। इसी के चलते उन्होंने वन विभाग से बाघों के रेस्क्यू की मांग की। सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद ऑपरेशन चलाकर 24 घंटे के अंदर बाघाें काे रेस्क्यू कर लिया गया। इस दोनों बाघों को भाई बताया जा रहा है। जो सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय बाघ हैं। रेस्क्यू के बाद दोनों बाघों को सुरक्षित रूप से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेज दिया गया है।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिला है। सोमवार की रात भोपाल समेत कई जगह हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी सीहोर, खंडवा, दक्षिण खरगोन, बुरहानपुर, नर्मदापुरम और देवास में हल्की आंधी के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर से आ रही शुष्क हवाएं और बंगाल की खाड़ी से आ रही आर्द्रता के कारण भोपाल, नर्मदापुरम और इंदौर डिवीजन में आने वाले जिलों में सोमवार को आसमान पर बादल छाए रहे। हालांकि, इसका असर प्रदेश के तापमान में मिलाजुला रहा। तामान कहीं कम रहे तो कहीं ज्यादा भी दर्ज किए गए। नर्मदापुरम, रतलाम, मंडला में दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री पहुंच गया। उज्जैन, बैतूल, सिवनी में 38 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। छिंदवाड़ा, दमोह, खजुराहो, नरसिंहपुर, सागर, सतना, मलाजखंड में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, अप्रैल के शुरुआती 3 दिनों में मध्यप्रदेश में ओले-बारिश और आंधी का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश के 40 से ज्यादा जिलों में असर देखने को मिलेगा। इससे पहले, सोमवार देर शाम भोपाल, खंडवा में समेत कई जगह हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को भोपाल, नर्मदापुरम और इंदौर डिवीजन में आने वाले दिनों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। यह स्थिति बुधवार तक बनी रह सकती है। गुरुवार से मौसम पहले की तरह हो जाएगा, जिन इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होगी उधर तेज हवाओं के चलने के भी आसार है। कुछ जगहों पर ओले भी गिर सकते हैं।  

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भाेपाल । देशभर में आज (सोमवार काे) ईद-उल-फितर का त्याैहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। अलग-अलग मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की जा रही है। मध्य प्रदेश में भी ईद का त्याैहार हर्षोल्‍लास के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही अकीदतमंद नमाज पढ़ने ईदगाह और मस्जिदों में पहुंच गए हैं।भोपाल में सबसे पहले ईदगाह पर होने वाली मुख्य नमाज सुबह 7:30 बजे अदा की गई। हर साल की तरह इस बार भी नमाज की सूचना तोप से गोले दागकर दी गई।   इससे पहले शहरकाजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी ने ईदगाह में सुबह 07:15 बजे ईद की नमाज अदा की। इस दौरान ईद मिलन कार्यक्रम भी हुआ। यहां पर बड़ी संख्या में सुबह से मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे और नमाज अता करने के साथ एक-दूसरे को गले लगाकर ईद पर्व की मुबारकबाद दी। भोपाल की प्रमुख मस्जिदों- ताज उल मसाजिद, जामा मस्जिद और मोती मस्जिद सहित दूसरी मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की जा रही है। भोपाल में ईदगाह और अन्य प्रमुख मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ ट्रैफिक को व्यवस्थित रखने के लिए विशेष रूट प्लान तैयार किया गया है। नमाजियों की सुविधा के लिए गुरुद्वारा प्रबंधन ने इस बार भी अपने परिसर में वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की है। नमाज ए खास से पहले शहर काजी मुश्ताक अली नदवी ने तकरीर में नोजवानों से कहा- कैरेक्टर और क्वालिटी पैदा करो। नशे से दूरी रखो, हलाल कमाई पर ध्यान दो। हलाल और हराम में फर्क करना सीखो। शहर काजी ने कहा कि अपने रोजमर्रा के खर्चों को कम करो लेकिन बच्चों की अच्छी तालीम पर खास ध्यान दो। काली पट्‌टी बांधकर पहुंचे नमाजीभोपाल के ईदगाह और अन्य मस्जिदों में नमाज पढ़ने पहुंचे मुस्लिम धर्मावलंबी बांह पर काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने पहुंचे। वे वक्फ अमेंडमेंट बिल का विरोध कर रहे थे। बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुस्लिम समुदाय से काली पट्‌टी बांधकर शांतिपूर्ण और मौन विरोध प्रदर्शन की अपील की थी। बोर्ड ने कहा था कि अगर ये बिल पारित हो गया तो मस्जिद, दरगाह, मदरसे, कब्रिस्तान और कई अन्य संस्थान उनके हाथ से चले जाएंगे।    

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सिवनी । मध्यप्रदेश के सिवनी जिले स्थित पेंच नेशनल पार्क बाघ, तेदुंए सहित अन्य वन्यप्राणियों के लिए विश्वविख्यात है। इन वन्यप्राणियों की मनमोहक , अद्भुत तस्वीरें सोशल मीडिया में देखकर लोग यहां आने को उत्सुक होते है और यहां का प्राकृतिक दृश्य, वातावरण, पर्यावरण उन्हें भाता है। और यहां आकर वह मंत्रमुग्ध हो जाते है और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य व वन्यप्राणियों की तारीफ करते हुए थकते नही है। पेंच नेशनल पार्क में सोमवार की सुबह लगडी बाघिन की बेटी काला पहाड मादा बाघिन की बहुत ही मनमोहक तस्वीरें पर्यटकों ने साझा किये है।  बाघिन को जलस्त्रोत में प्यास बुझाते हुये पर्यटकों ने बहुत करीब से देखा । पर्यटकों के अनुसार यह पल उनके लिए बहुत ही यादगार था जब उन्होने उत्सुकता से अधिक वन्यप्राणियों के दर्शन किये। ज्ञात हो कि पेंच पार्क के कोर क्षेत्र में 20 प्रतिशत भाग में पर्यटन होता है यहां के वन्यप्राणी और प्रकृति के अद्भुत नजारे को देखने पर्यटक आते है। 80 प्रतिशत भाग अछूता है जहां पर्यटक नही जा पाते है। चार दिन पहले पेंच नेशनल पार्क में दुर्लभ ब्लैक पैंथर (बघीरा) की मौजूदगी ने पर्यटकों को रोमांचित कर दिया था। काले रंग का यह तेंदुआ जंगल के बीच से सड़क पार करते हुए दिखाई दिया। पर्यटकों ने इस नजारे को अपने कैमरे में कैद कर लिया।  प्रबंधन द्वारा इस क्षेत्र में नित्य नये कार्याे को करता रहता है जिससे पर्यटक यहां आने लिए तरसता है। बताया कि यह पल बहुत ही यादगार था ऐसा लगा रहा कि हम यहां कुछ दिन और रहे और प्रकृति के सौंदर्य को निहारते हुये वन्यप्राणियों के दर्शन से लाभान्वित हो। ज्ञात हो कि पेंच पार्क की लगडी बाघिन सबसे उम्रदराज है और उसकी उम्र लगभग 18 साल है।  

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भोपाल । अप्रैल के शुरुआती तीन दिनों में मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। प्रदेश में ओले-बारिश और आंधी का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। जिसका असर प्रदेश के 40 से ज्यादा जिलों पर पड़ेगा। आज सोमवार को रतलाम, मंदसौर, अलीराजपुर और बड़वानी में हल्की बारिश और बादल छाए रहने का अनुमान है। वहीं कल से दो दिन बूंदाबादी हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे के बाद मध्य महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने की संभावना है। जिसके पठारी क्षेत्र में ट्रफ के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आनी शुरू हो जाएगी, जिससे प्रदेश में भी मौसम बदला रहेगा। अबकी बार अप्रैल की शुरुआत तेज गर्मी की बजाय ओले, बारिश, गरज-चमक और आंधी के साथ हो रही है। कहीं-कहीं आंधी की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है। आज सोमवार को मंदसौर, रतलाम, अलीराजपुर, बड़वानी में बादल छाए रहेंगे। यहां हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर में तेज धूप खिलेगी।प्रदेश में एक अप्रैल को नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर और खंडवा में बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। हरदा, खरगोन, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में तेज आंधी और गरज-चमक की स्थिति रहेगी। यहां हवा की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, देवास, मंदसौर, नरसिंहपुर और सागर में 30 से 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चलेगी। दाे अप्रैल को नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, अनूपपुर, डिंडोरी और बालाघाट में ओले गिरने का अलर्ट है। जबकि हरदा-शिवपुरी समेत 28 जिलों में तेज आंधी चलेगी।वहीं, तीन अप्रैल को बैतूल में ओले गिर सकते हैं। खंडवा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, पांढुर्णा में 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चलेगी। भोपाल, विदिशा, रायसेन सहित 26 जिलों में 30 से 40 किमी की रफ्तार से आंधी चलेगी। इधर, दो दिन की राहत के बाद रविवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। मंडला में सबसे ज्यादा 39 डिग्री दर्ज किया गया। बैतूल में 38.5 डिग्री, धार में 38.4 डिग्री, नरसिंहपुर में 38.2 डिग्री, मलाजखंड (बालाघाट) में 38 डिग्री, खरगोन में 37.8 डिग्री, छिंदवाड़ा में 37.5 डिग्री, नर्मदापुरम, खजुराहो-सिवनी में 37 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 35.8 डिग्री, इंदौर में 36.8 डिग्री, ग्वालियर में 35.3 डिग्री, उज्जैन में 36.8 डिग्री और जबलपुर में 35.8 डिग्री दर्ज किया गया।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में अगले महीने के शुरुआत में मौसम का मिजाज बदला रहेगा। प्रदेश में कई जगहों पर बारिश और आंधी चलने की संभावना है। कुछ इलाकों में ओले गिरने के भी आसार है। मौसम विभाग ने 1 और 2 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम समेत प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी रीवा, शहडोल संभाग में भी बारिश की संभावना जताई है। जबकि कुछ जिलों में ओले गिरने और 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से मौसम बदल सकता है। आज रविवार को दिन-रात के तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर में दिन का तापमान 35-36 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रह सकता है। रात में भी तापमान कम ही रहेगा। जबकि 31 मार्च सोमवार को दिन में मौसम का मिजाज बदला रहेगा। दिन में धूप तो खिलेगी लेकिन तेज गर्मी रहने के आसार नहीं हैं। 1 अप्रैल को हरदा, खंडवा, बुरहानपुर में ओले गिर सकते हैं। भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, देवास, बड़वानी, खरगोन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश, आंधी और गरज-चमक के आसार हैं।इसके अलावा 2 अप्रैल को बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में कहीं-कहीं ओले गिर सकते हैं। सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, बैतूल, नर्मदापुरम, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, देवास में गरज-चमक, आंधी की स्थिति रह सकती है। इससे पहले शनिवार को नर्मदापुरम में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बाकी शहरों में भी तापमान में गिरावट हुई। टीकमगढ़ में 38.7 डिग्री, खरगोन में 38.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 38 डिग्री, मलाजखंड (बालाघाट) में 37.2 डिग्री और खंडवा में 37.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 34.5 डिग्री, इंदौर में 34.3 डिग्री, ग्वालियर में 33.2 डिग्री, उज्जैन-जबलपुर में 35 डिग्री तापमान रहा।  

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भोपाल । जल संरक्षण और स्वच्छता के उद्देश्य से “जल गंगा संवर्धन अभियान” का शुभारंभ रविवार को कलियासोत नदी के स्वच्छता के साथ हुई। बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में महापौर मालती राय, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, रविंद्र यति, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण, सहित नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस अवसर पर महापौर मालती राय ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान’ न केवल जल स्रोतों की सफाई का कार्य है, बल्कि यह जनजागरूकता का भी अभियान है। हम सबको मिलकर यह सुनिश्चित करना है कि हमारी तालाब, कुओं बाबड़ियों को स्वच्छ और संरक्षित रहें। नगर निगम इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है और जनभागीदारी से इस कार्य को गति दी जाएगी।” कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि “जल संरक्षण केवल एक दिन का कार्य नहीं है, यह सतत प्रयासों की मांग करता है। इस अभियान के माध्यम से हम न केवल नदी की सफाई करेंगे, बल्कि लोगों को जल के महत्व और इसके संरक्षण के प्रति जागरूक भी करेंगे।” कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और नागरिकों ने मिलकर स्वच्छता शपथ ली और भविष्य में जल स्रोतों की रक्षा के लिए सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया।  

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ग्वालियर । घट स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र में माता की आराधना रविवार को शुरू हो गई। नवरात्र के पहले दिन घरों में घट स्थापना की गई। विधि-विधान से मां की आराधना शुरू हुई, यह पूरे नवरात्र में चलेगी। माता के मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ जाना शुरू हो गई। पहले दिन मां शैलपुत्री की आराधना की गई।   नवरात्र के पहले दिन नहरवाली, मांढरे वाली माता, महलगांव की करौली माता, शीतला माता, भैलसे वाली माता, वैष्णों देवी, काली माता आदि मंदिरों पर भक्तों का सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गया जो रात तक जारी रहा। भक्तों ने मंदिरों में पहुंचकर मां भगवती की आराधना की। कई भक्त नंगे पैर पदयात्रा करते हुए माता के मंदिर तक पहुंचे तो कुछ भक्त टोलियां बनाकर पहुंचे तो कई भक्त पेड भरकर माता के दरबार में पहुंचे। इस दिन देवी माता के मंदिर भी आकर्षक विद्युत से जगमगा उठे।   घरों में वंदनवार और रंगोली सजाई : वहीं रविवार को नव संवत्सर के अवसर पर शाम के समय घरों में लोगों द्वारा दीप प्रज्वलन किए गए। इसके साथ ही घरों में वंदनवार लगाकर रंगोली भी सजाई गई। साथ ही घरों में विशेष पूजा अर्चना भी हुई।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आ रही तेज हवाओं से प्रदेश के तापमान में गिरावट हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार-रविवार अगले दो दिन भी तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। वहीं, गर्मी अप्रैल में एक बार फिर अपने तीखे तेवर दिखाएगी। हालांकि अप्रैल की शुरुआत हल्की बारिश के साथ हो सकती है। मौसम विभाग ने एक अप्रैल को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के 13 जिलों में मौसम के बदलने का अनुमान जताया है।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से ऐसा हो सकता है। अभी अफगानिस्तान के ऊपर सिस्टम एक्टिव है, जो आगे बढ़ रहा है। पश्चिमी भारत में सिस्टम असर दिखा सकता है। हालांकि, इससे पहले प्रदेश में गर्मी का असर देखने को मिलेगा। शुक्रवार को भोपाल में तीखी धूप खिली रही। वहीं, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर समेत अन्य शहरों में भी ऐसा मौसम रहा, लेकिन तापमान में गिरावट देखने को मिली। आज शनिवार को दिन-रात के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट हो सकती है। 30 मार्च को भी तापमान में गिरावट रहेगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में तापमान 38 डिग्री के आसपास रह सकता है।शुक्रवार को दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। भोपाल में 3.8 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 34.9 डिग्री पर आ गया। गुना में तापमान 4.4 डिग्री तक लुढ़क गया और यहां 35.8 डिग्री दर्ज किया गया। ग्वालियर में 4.5 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 35 डिग्री पर आ गया। इंदौर में भी 3.9 डिग्री लुढ़का और तापमान 33.7 डिग्री दर्ज किया गया। उज्जैन में 2.5 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 35.5 डिग्री दर्ज किया गया। नर्मदापुरम में 40.7 डिग्री, टीकमगढ़ में 40 डिग्री, सिवनी में 39.4 डिग्री, मंडला में 39 डिग्री, खरगोन में 38.6 डिग्री, दमोह में 38.5 डिग्री, खंडवा में 38.5 डिग्री, मलाजखंड (बालाघाट) में 38.5 डिग्री, खजुराहो (छतरपुर) में 38.4 डिग्री, नरसिंहपुर-उमरिया में तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबलपुर में 38.3 डिग्री दर्ज किया गया। पूरे प्रदेश में तापमान लुढ़का। मौसम विभाग के मुताबिक, हवा की रफ्तार बढ़ने की वजह से पारे में गिरावट दर्ज की गई है।  

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भोपाल । राजधानी भाेपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) परिसर के जंगल में शनिवार सुबह आग लग गई। सुबह का समय हाेने के कारण आग हवा के साथ तेजी से फैली और बड़े इलाके में लग गई। सूचना के बाद माैके पर अब तक 30 से ज्यादा टैंकर और दमकलें आ चुकी हैं। पिछले 4 घंटे से आग को बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।   जानकारी के अनुसार घटना सुबह 9 बजे की है। हॉस्टल के पास झाड़ियों में आग फैल गई, जो बड़े इलाके में पहुंच गई। मैनिट का एरिया करीब साढ़े 6 सौ एकड़ में फैला है। जिस जगह आग लगी, उससे कुछ दूर हॉस्टल भी है। धुएं की वजह से स्टूडेंट्स में दहशत फैल गई। आग की सूचना मिलते ही पुल बोगदा और माता मंदिर फायर स्टेशन से दमकलें मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। फायरकर्मी उमेशकुमार चैतन्य ने बताया कि आग बुझाने में 25 से ज्यादा कर्मचारी लगे हैं। कुछ जगहों पर आग लगी है, जिस पर काबू पा रहे हैं। आग से सबसे ज्यादा नुकसान पेड़-पौधों को हुआ है। वहीं, झाड़ियों में भी आग लग गई। इस वजह से आग बेकाबू होती गई। फायरकर्मी उमेश चेतन, जितेंद्र कुमार, रिजवान, सलमान, नीलेश, अमित आदि भी आग बुझाने में जुटे रहे।

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भोपाल । वन मण्डल रायसेन अंतर्गत शनिवार को एक यूरेशियन वल्चर (गिद्ध की प्रजाति) को हलाली बांध के पास सफलतापूर्वक मुक्त किया गया। इस वल्चर को सतना वन मण्डल से रेस्क्यू कर मुकुंदपुर रेस्क्यू सेंटर और वन विहार में उपचार के लिये लाया गया था। वल्चर के उपचार के बाद स्वस्थ होने पर उसे रिलीज किया गया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजेश खरे ने बताया कि रायसेन वन मण्डल के सरार बीट में गिद्धों के लिये अनुकूल परिस्थिति, वातावरण और उनकी संख्या को ध्यान में रखते हुए इस स्थान पर वल्चर को छोड़ा गया। उन्होंने बताया कि इसी स्थल पर वल्चर रेस्टोरेंट का निर्माण करने की तैयारी शासन स्तर पर चल रही है। आगामी दिनों में भोपाल स्थित वल्चर ब्रीडिंग सेंटर के 6 वल्चर को भी इसी स्थान पर छोड़ा जायेगा। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने कहा कि मवेशियों को इलाज के लिये दी जाने वाली दवाइयाँ, जिन्हें शासन ने प्रतिबंधित किया है और जो गिद्धों के लिये जानलेवा है, के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि डायक्लोफेनेक, निमेसुलाइड, कीटोप्रोफेन और एसेक्लोफेनेक दवाइयाँ जो पशुओं के इलाज के लिये दी जाती थीं, इन दवाइयों को पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया गया है और इनका उपयोग गैर कानूनी भी है। उन्होंने कहा कि गिद्धों की संख्या में जो भारी गिरावट आयी, वह इन्हीं दवाओं के कारण थी। मुख्य वन्य-प्राणी अभिरक्षक शुभरंजन सेन ने बताया कि कर्मचारियों को दवाइयों का एक सैम्पल भी प्रदाय किया है। इन दवाइयों से गिद्धों को कोई नुकसान नहीं होगा। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक भोपाल, वन मण्डलाधिकारी रायसेन, विदिशा, उप वन मण्डल अधिकारी रायसेन, विदिशा, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और बीएनएचएस की टीम मौजूद थी।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मार्च में ही गर्मी ने हाल बेहाल कर दिए हैं। प्रदेश में सबसे गर्म छतरपुर का खजुराहो रहा, जहां गुरुवार को तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया है। वहीं ग्वालियर और जबलपुर का तापमान 40 डिग्री के आसपास रहा। जबकि दमोह, गुना, शिवपुरी, सतना और सागर ऐसे शहर रहे, जहां 40 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। हालांकि, अगले 2 से 3 दिन डिग्री तक तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम से आ रही गर्म हवाओं की वजह से पिछले 3 दिन से तापमान में खासी बढ़ोतरी हुई है। निवाड़ी का पृथ्वीपुर और छतरपुर का खजुराहो सबसे गर्म है। शुक्रवार से कुछ शहरों में पारे में मामूली गिरावट देखने को मिल सकती है। अप्रैल की शुरुआत में लू चलने की संभावना है। ग्वालियर, उज्जैन और भोपाल संभाग में दिन के तापमान में बढ़ोत्‍तरी देखी गई है। अभी एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। हालांकि, यह प्रदेश से दूर है, लेकिन इससे हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी और आने वाले दिनों में तापमान में मामूली गिरावट रहेगी।इधर, गुरुवार को कई शहरों में गर्मी का असर देखा गया। खजुराहो (छतरपुर) में 41.4 डिग्री, दमोह में 40.5 डिग्री, गुना, सतना-शिवपुरी में 40.2 डिग्री और सागर में पारा 40 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह मंडला-टीकमगढ़ में 39.8 डिग्री, नर्मदापुरम में 39.6 डिग्री, रीवा में 39.4 डिग्री, शाजापुर में 39.3 डिग्री, सिवनी में 38.8 डिग्री, उमरिया में 38.7 डिग्री, मलाजखंड में 38.5 डिग्री, सीधी, धार-खरगोन में 38.4 डिग्री, बैतूल-रतलाम में 38.2 डिग्री, खंडवा में 38.1 डिग्री, नरसिंहपुर-नौगांव में 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.7 डिग्री, इंदौर में 37.6 डिग्री, ग्वालियर में 39.5 डिग्री, उज्जैन में 38 डिग्री और जबलपुर में पारा 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कक्षा पांचवीं और आठवीं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाओं के परिणाम शुक्रवार दोपहर एक बजे जारी कर दिए गए। राज्य शिक्षा केंद्र संचालक हरजिंदर सिंह ने परीक्षा पोर्टल पर बटन दबाकर परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस वर्ष कक्षा पांचवीं का परीक्षा परिणाम 92.70 फीसदी रहा, जो पिछले वर्ष के 90.97 प्रतिशत से बेहतर है। इसी तरह, कक्षा आठवीं में 90.02 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं, जो पिछले वर्ष के 87.71 प्रतिशत की तुलना में अधिक है। उन्होंने बताया कि दोनों कक्षाओं में छात्रों की तुलना में छात्राएं आगे रहीं। कक्षा पांचवीं में बालिकाओं के पास होने का प्रतिशत 94.12 फीसदी है, जबकि और बालकों का परीक्षा परिणाम 91.38 रहा। इसी तरह कक्षा आठवीं में बालिकाओं का पास होने का प्रतिशत 91.72 और बालकों का 88.41 फीसदी रहा है। कक्षा पांचवीं के परिणामों में शीर्ष 10 जिले में शहडोल, चंबल, नर्मदापुरम, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, सागर और भोपाल शामिल है, जबकि कक्षा आठवीं के परिणामों में शीर्ष 10 जिलों में नरसिंहपुर, अलीराजपुर, रीवा, झाबुआ, बालाघाट, अनूपपुर, सीहोर, डिंडोरी, बड़वानी और मंडला शामिल। विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षकगण दोनों कक्षाओं के परीक्षा परिणाम राज्य शिक्षा केंद्र की वेबसाइट https://www.rskmp.in/result.aspx पर देख सकते हैं। राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह के अनुसार, विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक राज्य शिक्षा केंद्र के आधिकारिक पोर्टल (www.rskmp.in/result.aspx) पर अपने रोल नंबर/समग्र आईडी के माध्यम से परिणाम देख सकेंगे। शिक्षकों और संस्था प्रमुखों के लिए शाला-स्तरीय परिणाम भी इसी पोर्टल पर उपलब्ध रहेंगे। इसके जरिए से शिक्षक और विद्यालय अपनी पूरी स्कूल के विद्यार्थीवार परिणामों को भी देख सकते हैं। परिणाम की जानकारी प्राप्त करने के लिए वेब पोर्टल की लिंक के साथ-साथ क्यूआर कोड भी उपलब्ध कराया गया है, जिससे विद्यार्थी आसानी से अपने नतीजे देख सकते हैं।  

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दमोह । मध्य प्रदेश के दमोह जिले में अंडे का ठेला लगाने वाले प्रिंस नामक एक युवक को छह करोड़ रुपये के जीएसटी भुगतान का नोटिस मिला है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग के नोटिस में प्रिंस को दिल्ली में खुली कंपनी का मालिक बताया गया है। इस कंपनी के नाम पर करीब 50 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज है, जिसके एवज में करीब छह करोड़ रुपये का जीएसटी भुगतान बकाया है। नोटिस मिलने के बाद प्रिंस ही नहीं, उसका पूरा परिवार परेशान है। उन्होंने गुरुवार को इस मामले की शिकायत आयकर विभाग और पुलिस अधीक्षक से की है। अधिकारियों ने जांच कराने की बात कही है। दमोह में पथरिया के वार्ड नंबर 14 में रहने वाला प्रिंस ठेला लगाकर अंडे बेचने का काम करता है। गत 18 मार्च को उसके नाम से घर पर एक रजिस्टर्ड डाक आई। इसमें आयकर विभाग का नोटिस निकला। इस नोटिस में लिखा है कि साल 2022 में प्रिंस इंटरप्राइजेज नाम से दिल्ली के स्टेट जोन 3 (वार्ड 33) में एक फर्म संचालित की गई। इस कंपनी ने 2022-23 में करीब 50 करोड़ रुपए के चमड़ा, लकड़ी और आयरन का कारोबार किया। लेकिन जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया। कंपनी पर करीब छह करोड़ की जीएसटी का भुगतान बकाया है। नोटिस में प्रिंस से बैंक स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं। नोटिस मिलने के बाद प्रिंस ने एडवोकेट अभिलाष खरे से संपर्क किया तो पता चला कि नोटिस असली है। अब पूरा परिवार हैरान है कि जब प्रिंस कभी दिल्ली गया ही नहीं तो उसके नाम पर इतनी बड़ी कंपनी कैसे खुल गई। एडवोकेट अभिलाष खरे ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद हमने आयकर विभाग को लेटर भेजा है। पुलिस से भी शिकायत की है। प्रिंस ने बताया कि वह 2023 में मजदूरी करने के लिए इंदौर गया था। वहां उसने करीब एक साल काम किया। इस दौरान अपना पैन और आधार कार्ड किसी को भी नहीं दिया। फिलहाल पथरिया में अंडे का ठेला लगाकर अपने परिवार का गुजारा कर रहा है। पिता श्रीधर सुमन छोटी किराना दुकान चलाते हैं। पिता श्रीधर सुमन ने बताया कि यदि न्याय नहीं मिला तो परिवार के पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने मप्र लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 के परिणाम पर रोक लगा दी है। मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने मंगलवार को भोपाल की ममता देहरिया की याचिका पर सुनवाई करते हुए एमपी पीएससी को निर्देश दिया है कि बिना उच्च न्यायालय की अनुमति के परिणाम घोषित न किए जाएं। इस मामले में एमपी पीएससी के सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। दरअसल, भोपाल की ममता डेहरिया ने राज्य सेवा परीक्षा-2025 में भाग लिया था। अभ्यर्थी ने परीक्षा फॉर्म जमा करने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मध्य प्रदेश राज्य सेवा भर्ती परीक्षा नियम-2015 के कुछ नियमों और प्रावधानों को असंवैधानिक बताया था। ये प्रावधान आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का छूट के नाम पर अनारक्षित वर्ग में चयन बाधित करते हैं। परीक्षा नियमों की संवैधानिकता को चुनौती देते हुए ममता देहरिया ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिस पर मंगलवार को सुनवाई हुई। याचिका पर सामान्य प्रशासन विभाग और आयोग से चार हफ्ते में जवाब भी मांगा। अब याचिका पर अगली सुनवाई सात मई को होगी। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर और विनायक प्रसाद शाह ने दलील दी कि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा नियम-2015 के कुछ प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16 और 335 के साथ-साथ लोक सेवा आरक्षण अधिनियम 1994 की धारा 4-ए के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर, 2024 को जारी पीएससी विज्ञापन और सामान्य प्रशासन विभाग के परिपत्र में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। कोर्ट को बताया गया कि यह परीक्षा 16 फरवरी को हुई थी, जिसमें 1.18 लाख फॉर्म भरे गए और करीब 93 हजार अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। बहस में कहा गया कि राज्य सरकार आरक्षित वर्ग को आयु सीमा, शैक्षणिक योग्यता और परीक्षा शुल्क में छूट देती है, लेकिन मेरिट में उच्च स्थान पाने वाले इन अभ्यर्थियों को अनारक्षित वर्ग में चयन से वंचित रखती है। यह संवैधानिक समानता और आरक्षण के सिद्धांतों का उल्लंघन है। अधिवक्ताओं ने इसे आरक्षित वर्ग के प्रतिभावान उम्मीदवारों के अधिकारों पर हमला करार दिया। अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि कोर्ट पहले संपूर्ण विज्ञापन पर रोक लगाने जा रहा था, लेकिन पीएससी और शासकीय अधिवक्ता ने सूचित किया कि परीक्षा हो चुकी है और परिणाम अभी जारी नहीं हुआ। इस जानकारी को रिकॉर्ड पर लेते हुए कोर्ट ने अंतरिम आदेश जारी कर परिणाम पर रोक लगा दी है।  

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सीहोर/भोपाल । हर साल की तरह इस साल भी जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार से रुद्राक्ष वितरण की शुरुआत हो गई है। पहले दिन यहां पर आने वाले हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को क्रम अनुसार आसानी से विठलेश सेवा समिति के पंडित समीर शुक्ला और पंडित विनय मिश्रा सहित अन्य ने निशुल्क भोजन प्रसादी और रुद्राक्ष का वितरण कराया। कुबेरेश्वर धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क रूप से रुद्राक्ष और भोजन प्रसादी और शीतल पेय की व्यवस्था की गई है। प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा इन दिनों छत्तीसगढ़ में कथा में रुद्राक्ष वितरण को लेकर निर्देश दिए थे। इसके पश्चात समिति ने जिला प्रशासन के सहयोग से वितरण आरंभ किया है। मंगलवार को पंडित विनय मिश्रा सहित अन्य ने यहां पर रुद्राक्ष वितरण का श्रीगणेश किया। इस मौके पर विठलेश सेवा समिति की ओर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और क्षेत्रवासी शामिल थे। मंगलवार को एकादशी के पावन अवसर पर यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के साथ सुबह आरती की गई। इस मौके पर समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा सहित अन्य मौजूद थे। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए समिति के द्वारा निशुल्क भोजन प्रसादी के अलावा दोपहर में शीतल पेय का वितरण किया जाएगा। धाम पर मशीनों के द्वारा कुछ ही देर में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनकर तैयार हो जाता है। मंगलवार को भी भोजनशाला से करीब 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरण की गई।  

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भोपाल  । मार्च के जाने से पहले ही मध्‍य प्रदेश में झुलसाने वाली गर्मी की शुरुआत हो गई है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में गर्मी का असर बढ़ गया है। मंगलवार को रतलाम में पहली बार पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, धार-शिवपुरी में पारा 39 डिग्री के पार रहा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी तेज धूप खिली रही। मौसम विभाग ने अगले दाे दिन तेज गर्मी पड़ने का अलर्ट जारी किया है। आज बुधवार को प्रदेशभर में तीखी धूप खिली रहेगी, जिससे गर्मी का असर बढ़ा रहेगा। वहीं, 27 मार्च को दिन-रात के तापमान में दाे से तीन डिग्री की बढ़ोतरी और हो सकती है।उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछले सप्ताह ओले-बारिश का दौर रहा। पांच दिन तक आधे से ज्यादा जिलों में मौसम बदला रहा, लेकिन सोमवार से मौसम ने करवट बदली और गर्मी का दौर शुरू हो गया। सभी शहरों में पारा तीन से पांच डिग्री तक बढ़ा है। मंगलवार को रतलाम में सामान्य से 4.8 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई और पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया। मंगलवार को धार में 39.3 डिग्री, शिवपुरी में 39 डिग्री, खजुराहो में 38.8 डिग्री, गुना में 38.6 डिग्री, दमोह-नर्मदापुरम में 38.5 डिग्री, सागर में 38.2 डिग्री, मंडला-टीकमगढ़ में 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे गर्म रहा। यहां पारा 38.6 डिग्री दर्ज किया गया। उज्जैन में 38.5 डिग्री, इंदौर में 37.6 डिग्री, भोपाल में 37 डिग्री और जबलपुर में 35.8 डिग्री पहुंच गया। रात के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। अगले दाे दिन में मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में लू का असर रह सकता है। जिनमें रतलाम, उज्जैन, खरगोन, खंडवा, धार आदि शामिल हैं। रतलाम को छोड़ बाकी शहरों में तापमान 38 से 39 डिग्री के बीच है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में अप्रैल से पहले ही झुलसाने वाली गर्मी की शुरुआत हो गई है। कई जिलों में दिन का तापमान बढ़ने से लोगों की हालत खराब है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 40 डिग्री के पार तापमान जा सकता है। पिछले 2 दिन से अधिकतम तापमान 39 डिग्री के पार है। रतलाम में सोमवार को लगातार दूसरे दिन पारा 39 डिग्री रहा। नर्मदापुरम में भी गर्मी के तेवर काफी तीखे रहे। मौसम विभाग ने 27 से 31 मार्च के बीच लू चलने की संभावना भी जताई है।राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में गर्मी का असर बढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है। ऐसे में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है। आने वाले दिनों में गर्म हवाएं यानि लू चलने की संभावना है। खासतौर पर मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में लू का असर रह सकता है। जिनमें रतलाम, उज्जैन, खरगोन, खंडवा, धार आदि शामिल हैं। इन शहरों में अभी तापमान 38 से 39 डिग्री के बीच है। आज मंगलवार को गर्मी का असर रहेगा। दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। वहीं, 26 मार्च को तीखी धूप खिली रहेगी। इससे गर्मी का असर बढ़ जाएगा।इससे पहले प्रदेश में सोमवार को भी कई शहर गर्म रहे। रतलाम में सबसे ज्यादा 39.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, नर्मदापुरम में 38.9 डिग्री, धार में 38.6 डिग्री, खरगोन में 37.2 डिग्री, शाजापुर में 37.1 डिग्री, नरसिंहपुर में 37 डिग्री रहा। गुना, मंडला, दमोह, खंडवा, शिवपुरी, खजुराहो और टीकमगढ़ में 36 डिग्री या इससे ज्यादा दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 35.5 डिग्री, इंदौर में 36.8 डिग्री, ग्वालियर में 36.1 डिग्री, उज्जैन में 37.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 35 डिग्री दर्ज किया गया।  

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उज्जैन । विक्रमोत्सव 2025 अंतर्गत पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (आईएफएफएएस) के चौथे दिन सोमवार की शाम सूरीनाम व दक्षिण अफ्रीका के राजनीयिकों ने अपनी भागीदारी दर्ज की। इस मौके पर सूरीनाम दूतावास की द्वितीय सचिव सुनैना पी.आर. मोहन ने भारतीय संस्कृति और संस्कारों की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन आकर उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे वे अपने ही घर में हो। भारत उनके पूर्वजों की भूमि है और यहीं से उनके पूर्वजों ने जाकर सूरीनाम जैसे देश को बसाया। सुनैना ने गर्वपूर्वक कहा कि उनके पुरखों ने भारतीय संस्कृति, भाषा, वेशभूषा, भजन-भावना और धार्मिक आचार-विचार जैसी परंपराओं को सहेजकर रखा है। उन्होंने विशेष रूप से भारतीय युवाओं को संदेश दिया कि वे अपनी संस्कृति और संस्कारों को कभी न भूलें। अपने हिंदी उद्बोधन के दौरान उन्होंने भगवान शिव को समर्पित एक भावपूर्ण भजन भी प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने 'सूरीनाम' शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि यह मूल रूप से ‘श्री राम’ से उत्पन्न हुआ है। जब उनके पूर्वज भारत से वहाँ गए थे, तो उन्होंने इसे ‘श्री राम की भूमि’ कहा था, जो कालांतर में सूरीनाम बना। भारत-दक्षिण अफ्रीका के संबंध बहुत पुराने और ऐतिहासिक: खाथुतशेलो समारोह में दक्षिण अफ्रीका उच्चायोग के प्रथम सचिव खाथुतशेलो थगवाना ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के संबंध बहुत पुराने और ऐतिहासिक है गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में रहकर जो काम किया है उससे पूरी दुनिया परिचित हैं। फिल्म, कला, संस्कृति, खेल, व्यापार के माध्यम से हम एक-दूसरे की संस्कृतियों को साझा करते हैं। वर्तमान में फिल्म जैसा माध्यम दोनों देशों के लोगों को और करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उज्जैन में आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय पौराणिक फिल्म समारोह में आकर मुझे बेहद खुशी है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार एवं महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति हजारों वर्षों से पूरे विश्व में अपनी पहचान बना रही है। भारत ने तलवार के बल पर नहीं, बल्कि अपने ज्ञान और परंपराओं के माध्यम से वैश्विक मंच पर अपना स्थान सुनिश्चित किया है। इस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्स्व का उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं को एक मंच पर लाकर उन्हें समझना और संजोना है। इससे पहले, समारोह में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु अर्पण भार्गव ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम उपरांत दोनों ही राजनायिकों ने महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ परिसर में आयोजित प्रदर्शनी आर्ष भारत का भी अवलोकन किया। विक्रमोत्सव 2025 अंतर्गत पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (आईएफएफएएस) का समापन मंगलवार को होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम में वेनेजुएला की राजदूत कैपाया रोड्रिगेज गोंजालेज, काउन्सलर अल्फ्रेडो जीसस काल्डेरा गुज़मैन के साथ क्यूबा की राजनयिक मालेना रोजस मेडिना अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। इस मौके पर लेखिका सीमा कपूर की पुस्तक 'यूँ गुजरी है अब तलक'-आत्मकथा का विमोचन भी होगा। इन फिल्मों का प्रदर्शन महोत्सव के पाँचवें दिन नौ फिल्मों का प्रदर्शन होगा जिसमें भारतीय भाषाओं में 'गोपाल कृष्णा', ‘भगवान श्रीकृष्ण’, 'श्रीकृष्ण अर्जुन युद्दम (तेलगू), 'मीरा रो गिरधा (राजस्थानी)', 'भगवान श्रीकृष्ण छतम्या (बंगाली)', 'श्रीकृष्णा लीला (तमिल)' व 'भक्त नान्शई यो (गुजराती)' आदि शामिल है।  

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मैहर। चैत्र नवरात्रि मेला के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए पश्चिम मध्य रेल से गुजरने वाली 15 जोड़ी रेलगाड़ियों का मैहर स्टेशन पर दिनांक 30 मार्च से 12 मार्च तक 5 मिनट का अस्थाई हाल्ट प्रदान किया गया है। स्टेशन पर पहले से ही 42 जोड़ी ट्रेनों का स्थाई हॉल्ट है।   नए निर्णय के बाद अब अप-डाउन मिलाकर कुल 114 ट्रेनें यहां रुकेंगी। चैत्र नवरात्रि में मां शारदा के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अस्थाई ठहराव वाली ट्रेनों में एलटीटी-गोरखपुर, एलटीटी-छपरा, चेन्नई-छपरा और वलसाड-मुजफ्फरपुर शामिल हैं। इसके अलावा कोल्हापुर-धनबाद, एलटीटी-रक्सौल और दुर्ग-नवतनवा भी रुकेंगी। पुणे-गोरखपुर, पूर्णा-पटना, एलटीटी-अयोध्या कैंट, एलटीटी-रांची, बांद्रा-पटना, पुणे-बनारस, एलटीटी-गुवाहाटी और सूरत-छपरा एक्सप्रेस को भी अस्थाई ठहराव मिलेगा।   ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान शिव सती के शरीर को ले जा रहे थे, तब उनका हार इस स्थान पर गिरा और इसलिए इसका नाम “मैहर” पड़ा। मैहर के स्थानीय लोगों के अनुसार, आल्हा और उदल शारदा देवी के बहुत बड़े अनुयायी थे। ऐसा कहा जाता है कि वे इस सुदूर जंगल में देवी के दर्शन करने वाले पहले व्यक्ति थे. उन्होंने माँ देवी को “शारदा माई” के नाम से पुकारा और तब से वे “माता शारदा माई” के रूप में लोकप्रिय हो गईं। मैहर का इतिहास पुरापाषाण काल ​​से जुड़ा है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में राज्य शासन ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 15 वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा रविवार की रात आदेश जारी किया है। जिन अधिकारियों का तबादला किया गया है, उनमें भोपाल में आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापा मारने वाले प्रभारी लोकायुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद भी शामिल हैं। उन्हें लोकायुक्त से हटाकर स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में एडीजी की जिम्मेदारी दी गई हैं। गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, जयदीप प्रसाद की जगह योगेश देशमुख को लोकायुक्त में प्रभारी महानिदेशक बनाया गया है। वे अभी एडीजी, इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। आईपीएस ए साईं मनोहर को इंटलीजेंस की कमान दी गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के ओएसडी राकेश गुप्ता को खेल एवं युवा कल्याण विभाग में संचालक बनाया गया है। गुप्ता को पांच माह पहले ही 24 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ किया गया था। वहीं, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लोटने के बाद एडीजी राजबाबू सिंह की पोस्टंग कर दी गई है। उन्हें पीएचक्यू में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण बनाया गया है। मऊगंज जिले में पुलिस टीम पर हमले में हुई एक एएसआई की मौत के बाद रीवा रेंज के डीआईजी साकेत प्रकाश पांडे को भी अब हटा दिया गया है। उन्हें पुलिस मुख्यालय में डीआईजी पदस्थ किया गया है। उनकी जगह राजेश सिंह को रीवा रेंज का डीआईजी बनाया गया है। राजेश सिंह के पास अभी डीआईजी, सेनानी 25वीं वाहिनी, विसबल भोपाल की जिम्मेदारी है। वहीं गौरव राजपूत को रीवा रेंज का आईजी बनाया गया है। गौरव राजपूत के पास अभी ओएसडी, गृह विभाग की जिम्मेदारी थी। इनके अलावा दूरसंचार (पीएचक्यू) के स्पेशल डीजी आदर्श कटियार को प्रशासन (पीएचक्यू) में स्पेशल डीजी, प्रशिक्षण एडीजी (पीएचक्यू) सोनाली मिश्रा को चयन एवं भर्ती एडीजी (पीएचक्यू), खेल एवं युवा कल्याण संचालक रवि कुमार गुप्ता को रेल एडीजी, चयन एवं भर्ती एडीजी (पीएचक्यू) संजीव शमी को दूरसंचार (पीएचक्यू) एडीजी, अग्निशमन (पीएचक्यू) एडीजी आशुतोष राय को अजाक एडीजी (पीएचक्यू), एडीजी राजाबाबू सिंह को प्रशिक्षण एडीजी (पीएचक्यू), एससीआरपी एडीजी (पीएचक्यू) चंचल शेखर को विसबल एडीजी (पीएचक्यू) और विलबल आईजी (मध्य क्षेत्र) कृष्णावेनी देसावतु को गृह विभाग में ओएसडी पदस्थ किया गया है।

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सतना । मध्य प्रदेश के सतना नगर में रविवार को मालगाड़ी पर चढ़कर रील बना रहा युवक हाई टेंशन लाइन के तार की चपेट में आ गया, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह अपने दोस्तों के साथ वीडियो बना रहा था। जानकारी के मुताबिक, रेलवे कॉलोनी स्थित यार्ड में एक मालगाड़ी खड़ी थी। रविवार को प्रिंस चौधरी (19) मालगाड़ी पर चढ़ गया और रील बना रहा था। उसके साथ दोस्त रवि और आर्यन भी उसके साथ थे। इसी दौरान प्रिंस हाई टेंशन तार के संपर्क में आ गया और बुरी तरह झुलस गया। उसके दोनों दोस्त किसी तरह बच निकले। घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। बताया गया कि लगभग 4 महीने पहले आरपीएफ ने इन्हीं युवकों को रेलवे लाइन के पास से भगाया था, लेकिन वे फिर से खतरनाक तरीके से रील बनाने पहुंच गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।  

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में मार्च के आखिरी सप्ताह में ओले और बारिश के बाद अब गर्मी का कहर दिखना शुरू हो गया है। तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है। 27 से 31 मार्च के बीच गर्म हवाएं चलने के आसार हैं। रविवार को रतलाम में पारा 39 डिग्री पहुंच गया। ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिले सबसे ज्यादा गर्म रहे। आज सोमवार को तीखी धूप खिली रहेगी। इससे गर्मी का असर बढ़ जाएगा। 25 मार्च को भी गर्मी का असर रहेगा। दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिलेंगी।मौसम विभाग के अनुसार, हिमालय के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है, लेकिन यह स्ट्रॉन्ग नहीं है। इस वजह से प्रदेश में असर कम रहेगा। इधर, रविवार को पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। रतलाम में 39 डिग्री, नर्मदापुरम में 38.8 डिग्री, धार में 37.4 डिग्री, खरगोन में 37 डिग्री, गुना-बैतूल में 36.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 36.4 डिग्री और मंडला में पारा 36 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन में सबसे ज्यादा 36 डिग्री, इंदौर में 35.4 डिग्री, भोपाल में 35.1 डिग्री, जबलपुर में 34.9 डिग्री और ग्वालियर में 34.7 डिग्री दर्ज किया गया।मौसम विभाग का कहना है कि मार्च के आखिरी दिन यानी 27 से 31 मार्च के बीच प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मार्च से मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।  

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ग्वालियर । ग्वालियर में आयोजित पुस्कर मेले में दूसरे दिन रविवार की छुट्टी होने की वजह से अच्छी-खासी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों के साथ पहुँचे। जाहिर है कि उन्होंने विशेष छूट प्राप्त कर किताबों, यूनीफॉर्म व स्टेशनरी की जमकर खरीददारी की, साथ ही मेले के फूड स्टॉल में लजीज चाट-पकौड़ों, सॉफ्टी व आइसक्रीम का लुत्फ भी उठाया। एक ही परिसर में सुविधाजनक तरीके से पाठ्य सामग्री व स्कूल ड्रेस मिल जाने से बच्चे व उनके अभिभावक गदगद नजर आए और खरीददारी के बाद पुस्तक मेला लगाने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व जिला प्रशासन के प्रति धन्यवाद व्यक्त करते हुए अपने घर लौटे। पुस्तक मेले से तीसरी कक्षा में अध्ययनरत अपने बेटे प्रणव को पुस्तकें दिलाकर घर जा रहे श्री महेन्द्र जोशी बोले कि यहाँ पर डिस्काउंट पर किताबों के साथ मेले का आनंद भी मिल रहा है। जब बाजार में खरीदने जाते थे तो पार्किंग से लेकर तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ता था। पुस्तक मेला लगाकर जिला प्रशासन ने सराहनीय पहल की है। इसी तरह कार्मल कॉन्वेंट सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल में पढ़ रही अपनी बिटिया के लिये पुस्तक खरीदने आए भूपेश माहौर का कहना था कि एक ही जगह पर पाठ्य सामग्री व यूनीफॉर्म दिलाने की पहल सराहनीय है। इसके लिये हम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विशेष तौर पर आभारी हैं, जिनके निर्देश पर जिला प्रशासन ने यह पुस्तक मेला लगाया है। लिटिल एंजल स्कूल में पढ़ रही अपनी बेटियों अवंतिका सिंह व अलंकृति सिंह के लिये पुस्तकें खरीदने आए डॉ. अनुराग सिंह सिकरवार भी काफी खुश नजर आए। उनका कहना था कि एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी तरह की पठन-पाठन सामग्री दिलाने की पहल हर दृष्टि से सराहनीय है। इसके लिये हम मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद व्यक्त करते हैं। ज्ञात हो कि आकाशवाणी - मेला रोड पर सूर्य नमस्कार तिराहे के समीप स्थित शिल्प बाजार में सात दिवसीय पुस्तक मेला लगाया गया है। यह मेला 29 मार्च तक जारी रहेगा। पुस्तक मेले में किताबें, ड्रेस व स्टेशनरी की खरीदी पर दुकानदारों द्वारा सभी तरह के डिस्काउंट के अलावा अतिरिक्त छूट दी जा रही है। जरूरतमंद बच्चों के लिये लाइन में लगकर पुस्तकें दान कर रहे हैं अभिभावक   शिल्प बाजार में लगे पुस्तक मेले में प्रवेश करते ही दांई ओर बुक बैंक सेक्टर बनाया गया है। यहाँ पर सुकूनदायी एवं प्रेरणादायी दृश्य दिल को छू रहे हैं। शहरवासी यहाँ कक्षावार बने काउण्टर पर अपने बच्चों की पिछली कक्षाओं की पुस्तकें लाइन में लगकर दान कर रहे हैं। बुक बैंक में जमा हो रहीं पुस्तकें जिला प्रशासन द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को उपलब्ध कराई जायेंगी।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी ओले और बारिश का दौर अब खत्म होने वाला है। एक बार फि‍र गर्मी अपने तेवर दिखाएगी। अगले 3 दिन तक तापमान में बढ़ोतरी होगी। तापमान 3 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, 25-26 मार्च से प्रदेश में नए सिस्टम का असर देखने को मिलेगा। राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 34 डिग्री के पार पहुंच गया। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में भी ऐसा ही मौसम रहा।मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है, जो पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। दो दिन बाद प्रदेश में असर देखने को मिल सकता है। मार्च के आखिरी दिन यानी, 27 से 31 मार्च के बीच प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है। आज रविवार को मौसम साफ रहेगा। कहीं भी बारिश होने का अलर्ट नहीं है। इसी तरह 24 मार्च को भी तीखी धूप खिली रहेगी।इससे पहले शनिवार को प्रदेश में मौसम का मिला-जुला असर दिखाई दिया। भोपाल, इंदौर-उज्जैन में तीखी धूप रही तो शहडोल, रीवा, सीधी, मऊगंज, अनूपपुर आदि जिलों में ओले, बारिश और आंधी चली। सीधी में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। जिससे चना, मसूर, अरहर और गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश के 55 से अधिक शहर या कस्बों में मौसम का असर देखा गया। सागर, उमरिया समेत कई जिलों में ओले भी गिरे। वहीं, सिंगरौली में 54 किमी, रीवा में 39 किमी, जबलपुर में 34 किमी, मंडला-सागर में 30 किमी और छिंदवाड़ा में 28 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली।  

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रतलाम । मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में महू-नीमच हाईवे पर सालाखेड़ा-सेजावता बायपास पर घटला ब्रिज के पास शनिवार शाम करीब सात बजे कारों से भरे कंटेनर के अगले हिस्से में आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। चालक ने सूझबूझ का परिचय देकर आग लगते ही पिछले हिस्से को अलग कर दिया था। इसके चलते पिछला हिस्सा व उसमें रखी छह कारें जलने से बच गई। जानकारी के अनुसार, चालक रिजवान मेवाती निवासी फिरोजपुर झिड़का जिला नुहू (हरियाणा) कंटेनर में छह कार लेकर बैंगलुरू से हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखोदा स्थित मारूति कंपनी के प्लांट पर जा रहा था। घटला ब्रिज के पास कंटेनर के अगले हिस्से में आग लग गई। इस पर वह नीचे उतरा और दूर चला गया। आसपास के लोग, सालाखेड़ी चौकी प्रभारी मुकेश यादव व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और दोनों तरफ का यातायात रोका। इसी बीच फायर ब्रिगेड की दमकल मौके पर पहुंची तथा करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। चालक रिजवान ने बताया कि चलते कंटेनर के अगले हिस्से में वायरिंग से धुआं निकलने और आग लग गई। उसने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन नहीं बुझी। इस पर उसने कंटेनर को गियर में डालकर पिछले हिस्से को अलग किया और गेट खोलकर नीचे उतर गया। कंटेनर के दोनों हिस्से अलग हो गए और अगले हिस्से में आग तेज हो गई। आग से अगला हिस्सा जल गया है।  

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शहडोल । जिले के जैतपुर के तितरा गांव में शनिवार दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। हादसे के समय महिला खेत पर फसल की रखवाली कर रही थी। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर करीब 12 बजे अचानक मौसम खराब हो गया। तेज हवा के साथ ओले गिरने लगे। रमसखिया केवट(55) कुनुक नदी किनारे अपने खेत में सब्जियों की देखरेख करने गई थीं। ओले गिरने से वे अपने खेत में बनी झोपड़ी में आ गई। इसी दौरान झोपड़ी पर आकाशीय बिजली गिर गई, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। आस-पास के खेतों में मौजूद लोगों ने तेज धमाका सुना। कुछ देर बाद जब वे अपनी झोपड़ियों से बाहर निकले तो महिला की झोपड़ी से धुआं निकलता देखा। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। जैतपुर थाना प्रभारी रामकुमार गायकवाड ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है।  

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अनूपपुर । जिले के जैतहरी क्षेत्र में शुक्रवार एवं शनिवार की रात धनगवां बीट के ग्रामों में 9 ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर नुकसान करते हुए दो किसानो की फसलों को अपना आहार बनाया। शनिवार की सुबह फिर से धनगवां के जंगल में अपना डेरा जमाया हैं। शनिवार की रात किस ओर विचरण करेगा यह रात होने पर ही पता चल सकेगा। वहीं हाथी के विचरण को लेकर ग्रमीणों ने पूरी रात जाग कर बिता रहे हैं। ग्राम कुसुमहाई के पाडाडोल मोहल्ला में हाथी से पीड़ित दो आदिवासी परिवारों ने एक दिन पूर्व ही घर की सामग्रियों रस्सी के सहारे को पेड़ में चढ़ा कर सुरक्षित रख दिया। एक हाथी तीन दिन पूर्व छग की सीमा पार कर अनूपपुर जिले के जैतहरी क्षेत्र के जंगल में अपना डेरा जमाया हुआ हैं। जो दिन में विश्राम करने बाद रात में आहार की तलाश में जंगल से निकल कर ग्रामीण अंचलो में पहुंचकर ग्रामीणों के खेत -बांड़ी में लगे व घरों में रखी विभिन्न प्रकार के खाने की सामग्रियों को अपना आहार बना सुबह होने के पूर्व फिर से जंगल चले गये। जानकारी अनुसार शुक्रवार की रात हाथी जंगल से निकलकर कुसुमहाई गांव के पाड़ाढोल टोला में वनकर्मियों एवं ग्रामीणों को देखकर दौड़ने बाद तीन ग्रमीणों के घरों में तोड़फोड़ कर अनाज खाया। विगत कई वर्षों से हाथियों के आने एवं जाने का यह मार्ग होने के कारण ग्रतीणों ने अपने खाने पीने की सामग्री को हाथी के आने की संभावना पर पेड़ में रस्सी के सहारे बांधकर चढ़कर सुरक्षित रख दिया हैं। जो हाथी के पहुंच से दूर होने के कारण बचा रहा। हाथी कुसुमहाई के झंडीटोला के 9 घरों में तोड़फोड़ कर एवं खेतों में लगी फसलों को बनाते हुए देर रात चांदपुर,टकहुली,कुशमहाई होते हुए सुबह होने पर धनगवां बीट के जंगल में अपना डेरा जमाया हैं। हाथी के विचरण पर प्रशासनकी टीम निरंतर नजर रखते हुए ग्रामीणों को सतर्क पर एवं सचेत रहने की बात विभिन्न माध्यमों से कर रहे हैं।    

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भोपाल । मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में भी गर्मी की तपिश के बजाय मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। हालांकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और दो साइक्लोनिक सिस्टम का असर शनिवार को कम हो जाएगा। इससे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग में मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी। वहीं, रीवा, सीधी, मऊगंज और अनूपपुर में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है।इससे पहले शुक्रवार को सतना, मैहर, सागर, दमोह और सिंगरौली में ओले गिरे। कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि मौजूदा सिस्टम का असर 22 मार्च तक रहेगा। 24 मार्च से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो सकता है। यह पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इससे मध्य प्रदेश में भी मौसम बदलेगा। अगले 24 घंटे में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। 2 से 3 डिग्री तक पारा बढ़ जाएगा। शनिवार को मौसम साफ रहेगा। कहीं भी बारिश होने का अलर्ट नहीं है।प्रदेश में पिछले 24 घंटे के अंदर 20 से ज्यादा जिलों में मौसम बदला रहा। डिंडौरी, दमोह, मंडला, अनूपपुर के अमरकंटक, शहडोल, पन्ना और मैहर में आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि हुई। वहीं, सागर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, दक्षिण मंडला, उमरिया, सीधी, सिंगरौली, उत्तर शहडोल, दक्षिण सतना, दक्षिण रीवा, मऊगंज, जबलपुर और कटनी जिलों में मौसम बदला रहा। प्रदेश के करीब 30 जिलों के 70 स्‍थानों पर बारिश हुई। इनमें शहडोल, कटनी, उमरिया, जबलपुर, सिंगरौली, अनूपपुर, सीधी, दमोह, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, सिवनी, पन्ना, सागर, मंडला, रीवा, बैतूल, भोपाल, रायसेन, शिवपुरी, विदिशा, नर्मदापुरम, मऊगंज, निवाड़ी, टीकमगढ़, नरसिंहपुर, छतरपुर, अशोकनगर, राजगढ़, बालाघाट आदि जिले शामिल हैं। शहडोल के ब्यौहारी में सबसे ज्यादा 87 मिमी यानी 3.5 इंच बारिश हो गई। कटनी के धीमरखेड़ा में सवा इंच, उमरिया के मानपुर और जबलपुर के मझौली में करीब पौने एक इंच बारिश दर्ज की गई।  

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जबलपुर । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने गुरुवार को शिक्षक भर्ती में होल्ड किए गए अभ्यर्थियों की याचिकाओं पर विस्तृत सुनवाई की। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने 87-13 फीसदी फार्मूले को लेकर राज्य सरकार से जवाब तलब किया। अदालत ने पूछा है कि 13 फीसदी अभ्यर्थियों की भर्ती होल्ड क्यों रखी गई, जबकि इस संबंध में उच्च न्यायालय का कोई आदेश नहीं था। उच्च न्यायालय ने सरकार को 2019 से हुई सभी शिक्षक भर्तियों की जानकारी पेश करने का निर्देश दिया। सीनियर एडवोकेट रामेश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि द्वितीय काउंसलिंग में ओबीसी वर्ग के 1000 से अधिक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए गए और न ही इसका कोई लिखित कारण दिया गया। महाधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि शिवम गौतम की याचिका में 4 अप्रैल 2022 को पारित अंतरिम आदेश के चलते ओबीसी वर्ग की नियुक्ति रुकी हुई है। इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता ने तर्क दिया कि यह याचिका हाई कोर्ट से निपटाई जा चुकी है और सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित कर दी गई, जहां कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं हुआ। बल्कि, सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने 24 फरवरी 2025 को छत्तीसगढ़ में 58% आरक्षण लागू करने की अनुमति दी थी। हाई कोर्ट ने महाधिवक्ता से पूछा कि जब दोनों राज्यों का मामला समान है, तो सुप्रीम कोर्ट का आदेश मध्य प्रदेश में लागू क्यों न किया जाए। महाधिवक्ता ने सरकार से निर्देश लेने के लिए समय मांगा। अंतरिम आदेश में हाई कोर्ट ने कहा कि राज्य सेवा की सभी भर्तियों में, चाहे प्रक्रिया पूरी हो चुकी हो, ओबीसी के 13% पद रिक्त रखे जाएं। ये पद याचिकाओं के निर्णय के बाद भरे जाएंगे। सरकार को 2019 से अब तक की सभी भर्तियों का पूरा ब्योरा पेश करने का निर्देश दिया गया। मामले की अगली सुनवाई 4 अप्रैल को होगी।  

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भोपाल । आयकर विभाग ने गुरुवार को राजधानी भोपाल के न्यू मार्केट स्थित अलंकार ज्वेलर्स और चूनाभट्टी स्थित गोल्डन सिटी बिल्डर के दफ्तर में सर्वे की कार्यवाही शुरू की है। दोपहर बाद शुरू की गई इस कार्रवाई में दोनों ही प्रतिष्ठानों से करोड़ों रुपये की आयकर चोरी का खुलासा होने की संभावना है। वहीं, चूना भट्‌टी स्थित अल्फा कम्युनिकेशन और अल्फा सॉल्यूशंस के संचालक सौरभ अग्रवाल पर करीब 15 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी निकली है। आयकर विभाग द्वारा गुरुवार को न्यू मार्केट स्थित अलंकार ज्वेलर्स के यहां सोने के आभूषणों की बिक्री में वास्तविक कीमत छिपाने के मामले में कार्यवाही की रही है। बताया जाता है कि इस प्रतिष्ठान के संचालकों द्वारा टैक्स बचाने के लिए पक्के बिल जारी नहीं किए। बोगस बिल जारी किए जा रहे हैं। इसके आधार पर विभाग की टीम जांच कर रही है। दोपहर बाद यहां पहुंची टीम ने अलंकार ज्वेलर्स के रिकॉर्ड और बिलों की जांच शुरू कर दी है। उधर चूनाभट्‌टी के समीप स्थित गोल्डन सिटी के संचालक और बिल्डर मनीष जैन के दफ्तर पर भी आयकर विभाग ने सर्वे शुरू किया है। जैन के द्वारा भूमि और भवन के बिक्री में सभी तरह के टैक्स का भुगतान नहीं किए जाने और नगद लेनदेन के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है। जैन को भी एमपी के पूर्व मुख्य सचिव का करीबी बताया जा रहा है। आयकर विभाग ने इसके पहले चूना भट्टी स्थित अल्फा कम्युनिकेशन और अल्फा सॉल्यूशंस के संचालक सौरभ अग्रवाल के ठिकाने पर भी होली के पहले चार दिन तक लगातार सर्वे की कार्यवाही की थी। इसके बाद सौरभ अग्रवाल के यहां से करीब 15 करोड रुपये की टैक्स चोरी सामने आई है। बताया जाता है कि अभी अग्रवाल ने टैक्स की राशि सरेंडर नहीं की है। इसलिए इस मामले में कुछ और लोगों के बयान लेने के बाद आयकर विभाग टैक्स चोरी के आदेश जारी करेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। प्रदेश में गर्मी वाले दिनों में बारिश आंधी और ओले गिरने वाला मौसम बना है। वर्तमान में तीन सिस्टम एक्टिव है, जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है। गुरुवार को भोपाल, सागर, सीहोर, रीवा समेत 20 से ज्यादा जिलों में मौसम बदला रहा। कहीं ओले गिरे तो कहीं तेज आंधी चली और हल्की बारिश हुई। ऐसा ही मौसम शुक्रवार को भी बना रहेगा। आज 30 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ग्वालियर, जबलपुर, शहडोल और सागर संभाग में बारिश होने के आसार है।मौसम विभाग ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन और एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इसके असर से प्रदेश में ओलावृष्टि, बारिश, गरज-चमक और आंधी चल रही है। गुरुवार को भोपाल, सीहोर और सागर समेत कई जिलों में हल्की बारिश हुई। भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। इस दौरान बादल छाए रहे और हवाएं भी चली। सागर के बंडा में अचानक बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली‌। जबकि रीवा जिले के सिरमौर, गुढ़, जवा, त्योंथर और रायपुर कर्चुलियान में तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। 21, 22 और 23 मार्च को भी ऐसा मौसम बना रहेगा। मौसम बदलने से कई शहरों में दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई है। सीधी में 27.8 डिग्री, रीवा में 28.8 डिग्री, सतना में 31.4 डिग्री और नौगांव में पारा 32.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।अगले 24 घंटे के दौरान दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में ओले गिर सकते हैं। मुरैना, ग्वालियर, भिंड और दतिया में तेज आंधी चलने का ऑरेंज अलर्ट है। शिवपुरी, अशोकनगर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, बैतूल और हरदा में गरज-चमक, तेज आंधी चलने की संभावना है। 22 मार्च को कटनी, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में आंधी और ओले का ऑरेंज अलर्ट है। रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में गरज-चमक और आंधी चल सकती है। 23 मार्च को शहडोल, अनूपपुर और बालाघाट में गरज-चमक और हल्की बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग का कहना है कि मौजूदा सिस्टम का असर 23 मार्च तक ही रहेगा। 24 मार्च से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो सकता है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा।

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अनूपपुर । एक बार फिर 46 दिनों के बाद एक हाथी अपने समूह से विछुड़ कर गुरुवार की सुबह जिले की सीमा छग के मरवाही वन मंडल,वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट के जंगल में विश्राम कर रहा है जिससे एक बार फिर से अनूपपुर जिले में प्रवेश करने की संभावना बन रही है। ज्ञात हो कि दो हाथी विगत दिसम्बर माह में आने के बाद 46 दिनों तक अनूपपुर जिले में विचरण करने बाद 7 फरवरी को पुन: उसी रास्तेब वापस चले गये जहां 50 हाथियों के समूह में मिल गये थे। जानकारी अनुसार 17 मार्च को एक हाथी अकेला विचरण करता हुआ कटघोरा वन मंडल के पसान वन परिक्षेत्र से मरवाही वन मंडल में प्रवेश कर निरंतर विचरण कर रहा था जो 19 मार्च को एक बार फिर मरवाही वन परिक्षेत्र के जंगल में बुधवार की रात विचरण करता हुआ चार घरों में तोड़फोड़ कर तीन किसानों के खेतों में लगी फसलों को अपना आहार बनाते हुए 20 मार्च की सुबह मरवाही वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट के ग्राम घिनौची,डडि़या के जंगल के पहाड़ में विश्राम कर रहा है। जो अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत एवं बीट चोलना की सीमा से 3 से 4 किलोमीटर दूर पर है, यही रास्ता विगत कई वर्षों से हाथियों के आने एवं जाने का होने के कारण फिर से आने की संभावना व्यक्त किया रही है। गुरुवार की रात एक बार फिर से अनूपपुर जिले में प्रवेश करने की संभावना बन रहीं हैं। एक बार फिर 46 दिन बाद हाथी के आने की सम्भावना से जैतहरी एवं अनूपपुर वन परिक्षेत्र के ग्रामीण परेशान हैं। वनविभाग द्वारा एक हाथी के आने की संभावना को देखते हुए आवश्यक दिशा/निर्देश एवं सतर्कता बरतते हुए तैयारी में लगे हुए प्रभावित ग्राम पंचायतो को भी ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने को कहा गया है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। प्रदेश में एक साथ दो सिस्टम एक्टिव है। जिसके चलते कुछ हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश होने के आसार है। 20 से 22 मार्च तक मौसम खराब रहने की संभावना है। प्रदेश के मंडला, बालाघाट, सीधी-सिंगरौली समेत 7 जिलों में अगले 2 दिन तक ओले गिरने का अलर्ट है। वहीं, प्रदेश के आधे हिस्से में तेज आंधी, गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना है। भोपाल-जबलपुर में भी मौसम बदला रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने की वजह से इन दिनों मौसम बदला हुआ है। वहीं, एक टर्फ भी गुजर रहा है। एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भी एक्टिव हो गया है। जिसके असर से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा। इससे पहले बुधवार को नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, मंडला और मैहर जिलों में मौसम बदला रहा। कुछ जगहों पर बौछारें भी गिरीं। भोपाल में बादल छाए रहे। 22 मार्च तक प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। इसके बाद पूर्वी हिस्से के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। 25 मार्च से पूरे प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ेगा।आज गुरुवार को मंडला, बालाघाट, शहडोल, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज में ओले गिर सकते हैं। भोपाल, विदिशा, सीहोर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी और अनूपपुर में गरज-चमक, तेज आंधी और हल्की बारिश हो सकती है। 21 मार्च को मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले, आंधी और गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट है। जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, दमोह, सागर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी, अनूपपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, सीहोर, हरदा में गरज-चमक के साथ तेज आंधी और हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, 22 मार्च को सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में बूंदाबांदी और बादल रहेंगे।मौसम का कहना है कि मार्च के आखिरी दिनों में प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है।  

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रीवा । रीवा जिले के सेमरा गांव में बुधवार शाम दो साल के बच्चे की चना खाने से मौत हो गई। सांस नली में चना फंसने के कारण बच्चे की हालत अचानक बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, ग्राम सेमरा में दो वर्षीय रौनक साहू ने बुधवार शाम करीब चार बजे भूख लगने प्लेट में रखा चना खा लिया। कुछ ही सेकेंड में उसकी सांस फूलने लगी और आंखें पलट गईं। परिजन घबरा गए और आनन-फानन में उसे रीवा के संजय गांधी अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। संजय गांधी अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि चना सांस नली में फंस जाने से बच्चे की मौत की सूचना मिली है। यह कोई अप्रत्याशित घटना नहीं है। ऐसा पहले भी हो चुका है। बच्चों को ठोस और सूखा खाना खिलाते समय खास सावधानी बरतनी चाहिए। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों की पुष्टि होगी। फिलहाल शव परिजन को सौंप दिया गया है। बच्चे की मौत के बाद उसकी मां अनीता साहू का रो-रोकर बुरा हाल है। अनीता ने कहा कि बेटा पूरी तरह स्वस्थ था। वह मेरी गोद में खेल रहा था। अचानक चना खाया और कुछ ही पलों में तड़पने लगा। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि चना उसकी जान ले लेगा। बच्चे के मामा राजा साहू ने बताया कि रौनक को पहले कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। वह पूरी तरह स्वस्थ था, लेकिन एक चने के दाने ने उसकी जान ले ली।  

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इंदौर । देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में बुधवार को रंगपंचमी पर अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। यहां मध्यक्षेत्र राजवाड़ा में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रंगपंचमी पर ऐतिहासिक-पारंपरिक गेर निकली जा रही है। पूरा क्षेत्र रंगों से सराबोर है। टैंकरों से रंग और पानी की बौछार कई फीट ऊपर तक की जा रही है। वहीं मिसाइलों से  गुलाल उड़ाया जा रहा है। 75 साल से चले आ रहे इस पारंपरिक आयोजन में फाग यात्रा में झांकियां भी शामिल की गई हैं। ब्रज की लठ्ठमार होली, रासरंग, श्रीकृष्ण की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यूनेस्को की टीम भी यहां पहुंच गई है।   दरअसल, इंदौर की इस पारंपरिक गेर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी उद्देश्य से यूनेस्को की टीम यहां पहुंची है और रंगारंग गेर में शामिल हुई है। इस विश्व प्रसिद्ध गेर को देखने के लिए इंदौर में छतों की बुकिंग की गई है। फाग यात्रा में मंत्री तुलसी सिलावट और विधायक मालिनी गौड़ भी शामिल हैं। इसमें कालीचरण महाराज सहित कई देशी-विदेशी मेहमान शामिल हुए हैं।   परम्परा के अनुसार, रंगपंचमी पर राजवाड़ा क्षेत्र में टोरी कार्नर से बुधवार को सुबह 10.30 बजे से गेर निकलने का सिलसिला प्रारंभ हुआ। गेर में शामिल होने आए लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली पर चढ़कर रंग-गुलाल उड़ा रहे हैं। यहां हर पॉइंट पर पुलिस नजर रखे हुए है। वहीं, नरसिंह बाजार से भी गेर की फाग यात्रा भगवान श्रीकृष्ण की आरती के बाद शुरू हो गई है। यात्रा में श्रीकृष्ण की लीलाओं को दर्शाया गया है। इस यात्रा में प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट और विधायक मालिनी गौड़ भी शामिल हैं।   गेर की यात्रा में नगर निगम की झांकी भी शामिल है। इसके माध्यम से संदेश दिया जा रहा कि इंदौर 8वीं बार भी देश में सबसे स्वच्छ शहर का अवॉर्ड जीतेगा। हुरियारों की टोलियां पूरे शहर से गेर देखने के लिए राजवाड़ा पहुंची। पूरा क्षेत्र रंगों से सराबोर है। इस अद्भुत नजरों के गवाह शहर के हर उम्र के लोग बन रहे हैं। लाखों लोग इस दौरान यहां मौजूद हैं। गेर के चलते इंदौर की गलियां लोगों से पट गई हैं। हर तरफ भीड़ और गुलाल नजर आ रहा है।   गेर की तैयारी एक दिन पहले ही पूरी हो चुकी थी और राजवाड़ा क्षेत्र में घरों और मंदिरों को प्लास्टिक शीट से ढंक दिया गया था। टोरी कार्नर से शुरू होकर राजवाड़ा, सराफा होते हुए नर्सिह बाजार गेर और फाग यात्रा पहुंचेगी। इसमें राधा कृष्ण फाग यात्रा, संगम कार्नर गेर, टोरी कार्नर गेर, रसिया कार्नर और मारल क्लब की गेर निकलती है। रसिया कार्नर की गेर इस बार नहीं निकलेगी।   इस आयोजन में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होंगे। पुलिस सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाल रही है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से पूरी गेर पर नजर रखी जा रही है। पूरे गेर मार्ग को कानून व्यवस्था की दृष्टि से नौ सेक्टरों में विभाजित कर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया है। इन सेक्टरों की जवाबदारी एसडीएम को सौंपी गई है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोशन राय संपूर्ण कानून व्यवस्था के समन्व्यक हैं।   यूनेस्को में शामिल करने गेर को शालीन बनाना होगाः कलेक्टरइंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि गेर के रास्ते सेक्टर में बांटे गए हैं। सभी सेक्टर में एम्बुलेंस, फायर फाइटर्स, सीसीटीवी, पुलिस तैनात की गई है। कंट्रोल रूम के माध्यम से नजर रखी जा रही है। यूनेस्को में शामिल होने का हमारा दावा भी तभी मजबूत होगा जब हम शालीन तरीके से, महिलाओं की सहभागिता और सुरक्षित तरीके से गेर निकालेंगे। जिसमें सभी लोग अपने आप को सेफ महसूस कर पाएं।  

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शिवपुरी । मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में खनियाधाना थाना क्षेत्र अंतर्गत माता टीला डैम में मंगलवार शाम को श्रद्धालुओं से भरी नाव पलट गई। इसमें तीन महिलाओं और चार बच्चों समेत कुल सात लोग बह गए हैं, जिनका खबर लिख जाने तक कोई पता नहीं चल पाया है। प्रशासन मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा है। वहीं, आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।   हादसा जिला मुख्यालय से लगभग 100 किमी दूर मंगलवार शाम लगभग छह बजे का बताया गया है। उत्तर प्रदेश के ललितपुर स्थित मातटीला बांध का यह क्षेत्र मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के खनियाधाना कें अंतर्गत आता है। जानकारी के अनुसार, खनियाधाना के रजावन गांव के 15 लोग मंगलवार शाम करीब पांच बजे नाव से माता टीला डैम के बीच बने टापू पर स्थित सिद्ध बाबा मंदिर के दर्शन करने जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में नाव असंतुलित होकर पलट गई। नाव में सवार लोग डूबने लगे। उनकी चीख सुनकर स्थानीय ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए आठ लोगों को बचा लिया। तीन महिलाओं, दो लड़कों व दो लड़कियों का कई पता नहीं चला है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए। लापता लोगों की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद ली जा रही है। साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।   पिछोर एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू टीम के करीब 15 जवान डैम के कैचमेंट एरिया में लगातार सर्चिंग कर रहे हैं। अंधेरा होने के बाद भी तलाश की जा रही है। देर रात करीब 11 बजे कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी, एसपी अमन सिंह राठौड़, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन भी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। जल्द से जल्द लापता लोगों को खोजने का प्रयास किया जा रहा है।   एसडीओपी शर्मा ने बताया कि नाव पलटने की घटना के बाद सात लोग लापता हैं। इनमें शारदा (55) पत्नी इमरत लोधी, कुमकुम (15) पुत्री अनूप लोधी, लीला (40) पत्नी रामनिवास लोधी, चाइना (14) पुत्र लज्जाराम लोधी, कान्हा (07) पुत्र कप्तान लोधी, रामदेवी (35) पत्नी भूरा लोधी और शिवा (08) पुत्र भूरा लोधी शामिल हैं।   वहीं, जिन आठ लोगों को बचाया गया है, उनमें शिवराज (60) पुत्र हरिराम लोधी, जानसन (12) पुत्र अनूप लोधी, गुलाब (40) पुत्र जगदीश लोधी, लीला (45) पत्नी सूरी सिंह लोधी, रामदेवी (50) पत्नी प्राण सिंह लोधी, उषा (45) पत्नी लाल सिंह लोधी, 10 वर्षीय सावित्री पुत्री अनूप लोधी और नाविक प्रदीप लोधी (18) पुत्र कृपाल लोधी शामिल है।   हादसे में बचे नाविक प्रदीप लोधी ने बताया कि सबसे पहले नाव पर सवार एक महिला को पिछले हिस्से में पानी भरता हुआ दिखाई दिया। इसके कुछ देर बाद नाव में पानी तेजी से भरने लगा और वह डूब गई।   मुख्यमंत्री डॉ यादव ने शिवपुरी जिले में हुई नाव दुर्घटना पर व्यक्त किया दु:खमुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शिवपुरी जिले में हुई नाव दुर्घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। मंगलवार की शाम हुई नाव दुर्घटना में खनियाधाना थाने के ग्राम रजावन, पिछोर के कुछ श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु हो गई है। ये श्रृद्धालु माताटीला बांध के निकट सिद्ध बाबा मंदिर में फाग से संबंधित कार्यक्रम के लिए जा रहे थे। जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिला प्रशासन ने आपदा बलों और स्थानीय नागरिकों की सहायता से 15 श्रृद्धालुओं में से आठ श्रृद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि यह एक दुखद घटना है। प्रभावित परिवारों की संकट की घड़ी में राज्य सरकार साथ है। मृत नागरिकों के परिजन को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि जारी करने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने दिवंगत नागरिकों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश के मौसम में एक बार फि‍र बदलाव होने वाला है। प्रदेश में गर्मी के बीच बारिश की संभावना है। जबलपुर, मंडला समेत 13 जिलों में आज बुधवार को हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, शहडोल, चंबल और सागर संभाग में 20-21 मार्च को तेज आंधी, गरज-चमक और बारिश होने का अलर्ट है। इन जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और ट्रफ की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। इस वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट हुई है, जबकि 14 मार्च से ही प्रदेश के कुछ हिस्से में हल्की बारिश हो रही है। दो दिन के ब्रेक के बाद 19 मार्च से फिर प्रदेश में बारिश, आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनेगी। आज बुधवार को को छतरपुर, पन्ना, सीधी, सिंगरौली, दमोह, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश होने का अनुमान है।अगले 3 दिन यानी, 19, 20 और 21 मार्च को सिस्टम का असर भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में ही दिखाई देगा। इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम में बारिश, आंधी या गरज-चमक की स्थिति नहीं बनेगी। मौसम विभाग के अनुसार, 20 और 21 मार्च को प्रदेश में हवा की रफ्तार अधिक रहेगी। अमूमन 10 से 12 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलती है, लेकिन दो दिन में यह रफ्तार 30 से 50 किमी तक हो सकती है।20 से 22 मार्च तक बारिश का अलर्ट20 मार्च को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बालाघाट, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, मैहर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में गरज-चमक, तेज आंधी और बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। वहीं, 21 मार्च को जबलपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, दमोह, सतना, रीवा, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश होने का अनुमान है। 22 मार्च को रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक के साथ बारिश होने का अलर्ट है।  

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इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में रंगपंचमी पर होने वाली विश्वप्रसिद्ध पारंपरिक गेर बुधवार को निकलेगी। करीब तीन किलोमीटर लंबी गेर में देश-विदेश के लाखों लोग शामिल होंगे। जिला प्रशासन ने गेर के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। राजवाड़ा को ढंक दिया गया है, ताकि रंगों के कारण वह खराब न हो। हुड़दंगियों और उत्पात मचाने वालों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी। इसी के साथ ही गेर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो, इसके भी पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मंगलवार को बताया कि इंदौर की यह ऐतिहासिक गेर न केवल स्थानीय नागरिकों बल्कि विदेशी मेहमानों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होती है। इसे देखते हुए विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी भी आगंतुक को असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि गेर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होने के लिए आ रहे हैं। सभी व्यवस्था की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि गेर के बाद सफाई व्यवस्था की भी पूरी तैयारी की जा चुकी है। 500 से ज्यादा कर्मचारी और संसाधन एक साथ लगकर रिकॉर्ड टाइम में पूरे गेर मार्ग को साफ करेंगे। इस बार के भी फोटो-वीडियो यूनेस्को को भेजे जाएंगे। भारत सरकार से भी निवेदन किया है कि यूनेस्को में पत्र भेजे और उनकी विजिट कराए। पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गेर के पूरे रूट में 100 से 200 मीटर के सेक्टर बनाए जा रहे हैं, ताकि उसमें प्रभावी तरीके से सुरक्षा व्यवस्था की जा सके। साथ ही अन्य आकस्मिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इमरजेंसी एग्जिट रूट बनाए जा रहे हैं। हाइराइज की व्यवस्था भी की जा रही है। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि गेर को लेकर सभी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। गेर मार्ग पर आइडेंटिफिकेशन किया गया है। कहां-कहां मंच लगाने हैं, कहां वॉच टावर बनेंगे, सीसीटीवी कैमरे लगाने की जगह भी निर्धारित की गई है। गलियों में बीच-बीच में एग्जिट रूट बनाए हैं। वहां एम्बुलेंस भी रहेगी, अगर कोई घटना हो जाती है तो उसके जरिए बाहर निकाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि गेर के पुराने वीडियो में जूते-चप्पल फेंकने की घटना हुई थी। यह दोबारा न हो इसका प्रयास किया जाएगा। जनता से अपील है कि यूनेस्को में इस धरोहर को शामिल करने के लिए प्रयास करें। इसको और अधिक भ‌व्य बनाया जाए। गेर जितना सेफ होगा, हमारे लिए और इंदौर के लिए अच्छा होगा। गेर आयोजक कमलेश खंडेलवाल ने बताया कि इंदौर की गेर की पहचान पूरे देशभर में है। आज से 75 साल पहले 48 और 50 के दशक में उनके पिता प्रेमस्वरूप खंडेलवाल, बाबूलाल गिरी और सत्यनारायण सत्तन साहब ने मिलकर इंदौर में गेर की शुरुआत की थी। बैलगाड़ी से शुरू हुआ गेमिसाइल, टैंकर, डीजे सहित मॉडर्न साधनों तक पहुंच चुका है। गेर में अब ट्रैक्टर-ट्रॉली, डीजे, पानी के टैंकर और अन्य गाड़ियां शामिल होने लगी हैं। रंगपंचमी की गेर देखने के लिए लोग छतों पर बुकिंग कराने लगे हैं। पहले की अपेक्षा अब लाखों की संख्या में लोग इस गेर में शामिल होने लगे हैं। नगर निगम गेर में पिछले दो साल से आधिकारिक रूप से शामिल होने लगा है। इसमें अब विदेशी भी शामिल होने के लिए आने लगे हैं। रंगपंचमी पर इंदौर में निकलने वाली गेर देखने देश और दुनियां के अलग-अलग हिस्सों से लोग इंदौर पहुंचते हैं। इस बार प्रशासन ने गेर मार्ग पर करीब कई मकान और उनकी छतें चिन्हित की हैं, जिनके सामने पर्यटक और विदेशी पर्यटक बैठकर गेर देख सकेंगे। यहां पर पुलिस के भी पुख्‍ता इंतजाम किए गए हैं। इन छतों को बुक माए शो पर बुक कर सकते हैं। अनुमान है कि 200 से 250 लोगों की बैठक व्यवस्था का इंतजाम किया जा रहा है। बुकिंग करवाने के बाद घर की छतों से गेर देखने के लिए लोगों को कोई असुविधा न हो, इसलिए वालंटियर छतों की व्यवस्था संभालेंगे। रंगपंचमी पर अलग-अलग हिस्सों से निकलने वाली पारंपरिक गेर जब राजबाड़ा के सामने पहुंचेगी तो बेहद दिलचस्प नजारा होगा। राजबाड़ा पर‍ किसी भी प्रकार से रंग न लगे और उसे नुकसान न पहुंचे इसके लिए प्रशासन ने उचित इंतजाम कर रखे हैं। राजबाड़ा को पूरी तरह से ढक दिया गया है। भीतर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार राजबाड़ा के पास गेर मार्ग की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम हेतु पर्याप्त टेन्ट व्यवस्था करने तथा गेर यात्रा के साथ एक अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।  

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उज्जैन । प्रसिद्ध गायिका और अभिनेत्री सुनंदा शर्मा मंगलवार काे उज्जैन पहुंची। यहां वे भस्मारती में शामिल हुई और बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। दर्शन के बाद उन्हाेंने महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं की खूब प्रशंसा की।   अभिनेत्री सुनंदा शर्मा मंगलवार तड़के चार बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। सुनंदा ने भगवान की भस्मारती में सम्मिलित होकर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। तड़के भस्म आरती के दौरान सुनंदा साधारण परिधान साड़ी में आई थी। उन्होंने दो घंटे नंदी हॉल में बैठकर भगवान महाकाल की आराधना की। आरती के पश्चात सुनंदा ने महाकाल की देहरी से पूजन अभिषेक किया। पूजन आकाश पुजारी ने सम्पन्न करवाया। सुनंदा महाकाल मंदिर समिति के कार्य और दर्शन व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि आज परिवार के साथ आई। बहुत अच्छे से दर्शन हुए है, जो अनुभव हुआ वो बता नहीं सकती। यहां की दर्शन व्यवस्था भी बहुत अच्छी है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट लेगा। प्रदेश में गर्मी के बीच बारिश की संभावना है। राज्य में दो दिनों में तापमान में गिरावट आ सकती है। प्रदेश के आधे हिस्‍से में कल यानि 19 मार्च रंगपंचमी से अगले तीन दिन बारिश की संभावना है। भोपाल, इंदौर-उज्जैन संभाग में बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी होगी, जबकि जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा, सागर-शहडोल संभाग में तेज आंधी-बारिश का अलर्ट है। नए सिस्टम के एक्टिव होने से ऐसा मौसम रहेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने की वजह से प्रदेश में इन दिनों मौसम बदला हुआ है। 19 मार्च से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होगा। जिसके असर से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा। प्रदेश में फिलहाल गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। मार्च में ही मई-जून वाली गर्मी पड़ रही है। इस बीच कई जगहों पर बारिश की संभावना है। पिछले 24 घंटे में पन्ना, टीकमगढ़, सतना, मैहर, सिंगरौली, दमोह, सागर, विदिशा, जबलपुर और छतरपुर जिलों में हल्की बारिश हुई। वहीं, सिंगरौली में 39 किलोमीटर प्रतिघंटा, सागर में 37 किलोमीटर प्रतिघंटा, पन्ना में 36 किलोमीटर प्रतिघंटा और चित्रकूट, सतना में 35 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। वहीं, सोमवार को दिन के तापमान में गिरावट हुई है। भोपाल समेत कई शहरों में पारा 3 डिग्री से ज्यादा लुढ़क गया।आज मंगलवार को कुछ जिलों में बादल छा सकते हैं। पूर्वी हिस्से में बूंदाबांदी की संभावना भी है। 19 मार्च को जबलपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा सहित 19 जिलों में गरज-चमक, आंधी और हल्की बारिश हो सकती है। 20 मार्च को जबलपुर, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया सहित 28 जिलों में तेज आंधी, गरज-चमक और बारिश होने की संभावना है। वहीं, 21 मार्च को ग्वालियर, जबलपुर, नीमच, मुरैना, भिंड, श्योपुर, दतिया, गुना, अशोकनगर सहित 30 जिलों में बारिश और आंधी होने का अनुमान है।  

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ग्वालियर । स्कूली छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों की सुविधा के लिये कलेक्टर रुचिका चौहान की पहल पर ग्वालियर में 22 मार्च से 29 मार्च तक वृहद पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह मेला ग्वालियर व्यापार मेला परिसर में आयोजित होगा। मेले में विभिन्न स्टॉलों के माध्यम से छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को सस्ती दर पर स्कूली पुस्तकें, कॉपियाँ एवं स्कूल में उपयोग होने वाली अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी। कलेक्टर रुचिका चौहान ने रविवार को ग्वालियर व्यापार मेला परिसर में 22 मार्च से आयोजित किए जाने वाले पुस्तक मेले की तैयारियों का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय, एडीएम टीएन सिंह, मेला सचिव टीआर रावत, विभागीय अधिकारी एवं पुस्तक प्रकाशक एवं विक्रेता भी उपस्थित थे। कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि पुस्तक मेले के पंजीयन के लिये 17 मार्च तक तिथि निर्धारित की गई है। निर्धारित तिथि तक जिनका पंजीयन होगा उन्हें दुकानों का आवंटन कर दिया जायेगा। उन्होंने पुस्तक मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश, फूड जोन आदि की व्यवस्थायें संबंधित अधिकारियों को समय रहते करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुस्तक मेला दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक आयोजित किया जायेगा। पुस्तक मेले का अधिक से अधिक विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को लाभ मिले, इसके लिये व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार ने कलेक्टर को पुस्तक मेले के संबंध में की गई तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 22 मार्च के पूर्व पुस्तक मेले की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जायेंगीं। नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने कहा कि नगर निगम के माध्यम से मेला स्थल की साफ-सफाई बेहतर की जायेंगीं एवं मेले के दौरान भी किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिये निगम स्तर से सभी प्रबंधन किए जायेंगे।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। गर्मी के बीच प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी भी हो रही है, तो कई जगहों पर मौसम शुष्क बना हुआ है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान 36-40 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने प्रदेश के आधे हिस्से में 19 और 20 मार्च को आंधी-बारिश की संभावना जताई है। भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा, चंबल, सागर और शहडोल संभाग में ज्यादा असर रहेगा। यहां 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। वहीं, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर संभाग में बूंदाबांदी हो सकती है।मौसम विभाग ने 19 और 20 मार्च के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे पहले रविवार को दिन के पारे में 1 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। भोपाल, विदिशा, सागर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली में बादल छाए रहे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति भी बनी रही। मौसम विभाग का कहना है कि अभी राजस्थान के ऊपर और उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हैं। इस वजह से मौसम बदला हुआ है। 18 मार्च से फिर नया सिस्टम एक्टिव होगा। इसकी वजह से अगले 2 दिन तक बारिश हो सकती है।अजा सोमवार को कुछ जिलों में बादल छा सकते हैं। पूर्वी हिस्से में बूंदाबांदी की संभावना भी है। 18 मार्च को इंदौर, उज्जैन, भोपाल संभाग में बादल छा सकते हैं। पूर्वी हिस्से में बूंदाबांदी होने के आसार है। 19 मार्च को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, सागर और शहडोल संभाग में बादल, बारिश, गरज-चमक और आंधी का असर देखने को मिलेगा। जबकि 20 मार्च को दमोह, कटनी, उमरिया-शहडोल में आंधी, गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, भोपाल, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, सतना, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ में गरज-चमक, बारिश-आंधी का यलो अलर्ट जारी किया गया है।  

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उज्जैन । प्रसिद्ध कवि एवं कथा वाचक कुमार विश्वास ने सोमवार को उज्जैन पहुंचकर विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। उन्होंने नंदी हाल से भगवान महाकाल का ध्यान भी लगाया। उन्होंने गर्भगृह की देहरी से भगवान महाकाल के दर्शन किए और नंदी हॉल में पूजन किया। मंदिर के पुजारी ने पूजन और अभिषेक कराया। इस दौरान मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उनका प्रसाद और बाबा महाकाल की तस्वीर देकर सम्मान किया गया। दर्शन के बाद कुमार विश्वास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भगवान महाकाल सबका मन जानते हैं। मैं बाबा से क्या मांगूगा, वह तो भोला भंडारी है। बाबा के आशीर्वाद से बेटी की शादी अच्छे से सम्पन्न हुईं। बेटी के विवाह का पवित्र उत्तरदायित्व पूरा होने के बाद मैं महाकाल का आशीर्वाद लेने आया हूं। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे जल्द ही विदेश से वापस लौटेंगे। दोनों बच्चे भी महाकाल के दर्शन करने आएंगे। उन्होंने कहा कि पिछली एक शताब्दी से उनके पूरे वंश पर भगवान महाकाल की कृपा बनी हुई है। जब भी समय मिलता है, वे महाकाल के चरणों में शीश झुकाने आ जाते हैं।  

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भोपाल । माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा शनिवार को भोपाल में 9वीं और 11वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया था। सत्र 2024-25 की परीक्षा में कक्षा 9वीं के 10,953 छात्रों में से 10,507 ने परीक्षा दी, जिनमें से 6,669 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। जिले में कक्षा 9वीं का कुल परीक्षा परिणाम 63.4% रहा। बैरसिया ब्लॉक का परीक्षा परिणाम 68% और गोविंदपुरा ब्लॉक का 62.03% रहा। इसी तरह, कक्षा 11वीं में कुल 7,102 छात्रों में से 7,028 ने परीक्षा दी, जिनमें से 5,816 सफल हुए। इस वर्ष जिले में कक्षा 11वीं का परीक्षा परिणाम 82.75% रहा। ब्लॉकों के अनुसार, बैरसिया ब्लॉक का परीक्षा परिणाम 87% और गोविंदपुरा का 81.77% रहा। परिणामों की घोषणा के बाद जिला शिक्षा अधिकारी और स्कूल प्रशासन ने सफल छात्रों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि परीक्षा परिणाम में सुधार के लिए शिक्षकों की मेहनत और छात्रों की लगन अहम रही। उन्होंने यह भी कहा कि कमजोर छात्रों को आगे बेहतर प्रदर्शन के लिए विशेष कक्षाएं दी जाएंगी। शिक्षा विभाग के अनुसार, पिछली परीक्षाओं की तुलना में इस बार परिणामों में सुधार हुआ है। कक्षा 9वीं में पास प्रतिशत में 5% की बढ़ोतरी हुई, जबकि कक्षा 11वीं का परिणाम 78.4% से बढ़कर 82.75% हो गया। जिला शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र कुमार ने बताया कि अगले सत्र में शिक्षण पद्धति को और बेहतर बनाने की योजना है। कक्षा 2025-26 के लिए स्मार्ट क्लास, शिक्षक प्रशिक्षण और अतिरिक्त कक्षाओं की व्यवस्था की जाएगी ताकि छात्रों के परीक्षा परिणाम और बेहतर हो सकें।

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उज्जैन ।हिंदी फिल्मों में खलनायक की भूमिका से पहचान बनाने वाले बॉलीवुड के मशहूर खलनायक रंजीत रविवार काे विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। उन्हाेंने नंदी हाॅल से भगवान महाकाल की विशेष पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया। इस दाैरान जैसे ही लाेगाें काे रंजीत के महाकाल मंदिर आने की सूचना मिली उनके प्रशंसकाें की भीड़ जमा हाे गई।   उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को बॉलीवुड के प्रसिद्ध खलनायक रंजीत कुमार ने दर्शन किए। अभिनेता ने मंदिर के नंदी हॉल में भगवान महाकाल की विशेष पूजा-अर्चना की। मंदिर के पुरोहित सत्यनारायण जोशी ने उनकी पूजा करवाई। रंजीत कुमार को देखने के लिए दर्शन करने आए लोगों की भीड़ जमा हो गई। मंदिर परिसर के बाहर भी उनके प्रशंसकों की भीड़ देखी गई। रंजीत कुमार ने भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।

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ग्वालियर । अंचल के सबसे बड़े चिकित्सा समूह जयारोग्य चिकित्सालय के कमलाराजा महिला एवं बाल रोग चिकित्सालय के लेबर वार्ड के आईसीयू में शनिवार देर रात भीषण हादसा हो गया। एसी कंप्रेसर फटने से वहां आग लग गई, जिससे सो रही प्रसूताओं का दम घुटने लगा। जब उन्होंने देखा तो पूरे वार्ड में तेज धुआं भर चुका था और कई जगह आग की हल्की चिंगारियां भी नजर आ रही थीं। आगजनी से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। खिड़कियां तोड़कर धुआं निकालने की कोशिश की गई।   घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी सहित अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की मदद से सभी मरीजों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यहां भर्ती गर्भवती महिला मरीजों को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। मरीजों की शिफ्टिंग का काम रविवार सुबह पांच बजे तक चलता रहा।इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार घटना शनिवार देर रात करीब एक बजे लेबर रूम के गाइनोकॉलाजी आईसीयू में हुई, जहां एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट के कारण ब्लास्ट हुआ। इसके बाद देखते ही देखते आग फैल गई। इस दौरान आईसीयू और आसपास के वार्डों में कुल 22 मरीज भर्ती थे, जबकि लेबर रूम में करीब 100 और पीडियाट्रिक्स वार्ड में 50 मरीज मौजूद थे। आग लगने के बाद अस्पताल में धुआं भर गया, जिससे मरीजों और उनके परिजनों में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल प्रशासन और मेडिकल स्टाफ की मुस्तैदी के चलते सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फायर सेफ्टी ट्रेनिंग प्राप्त अस्पताल के गार्ड और वार्ड बॉयज ने तुरंत मरीजों को सुरक्षित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शिफ्ट किया। हालात बिगड़ने पर वार्ड की खिड़कियों की जाली तोड़कर वेंटिलेशन की व्यवस्था की गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अस्पताल में भर्ती महिला मरीजों के परिजन के मुताबिक, ग्वालियर में बीती रात का तापमान करीब 20 डिग्री सेल्सियस था। ऐसे में कमला राजा अस्पताल के लेबर रूम में भर्ती 16 मरीज और उनके नवजातों के लिए एसी चल रहे थे। अचानक एक एसी में ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। एक मरीज के अटेंडर दीपक कुमार ने बताया- कुछ समझ पाते, उससे पहले ही धुएं से दम घुटने लगा। हम मरीजों और नवजात बच्चों को लेकर बाहर की तरफ भागे। अस्पताल के वार्ड बॉय, सिक्योरिटी गार्ड के साथ मिलकर वार्ड की खिड़कियों को तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला गया। मरीजों की शिफ्टिंग का काम सुबह पांच बजे तक चलता रहा है।   राहत की बात यह है कि इस आगजनी में कोई जनहानि नहीं हुई है। हालांकि, धुएं के कारण कई लोगों की स्थिति बिगड़ गई। कलेक्टर रूचिका चौहान ने कहा- सूचना मिलते ही सीनियर डॉक्टरर्स, प्रशासनिक और पुलिस अफसर आ गए थे। मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसा एसी फटने से हुआ है। टीम गठित कर जांच की जाएगी। नगर निगम की फायर ब्रिगेड से आग पर काबू पा लिया गया और किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। कलेक्टर रुचिका चौहान, एसडीएम विनोद सिंह, सुपरिंटेंडेंट डॉ. सक्सेना और डॉ. श्रीवास्तव मौके पर मौजूद रहे और सभी मरीजों को सुरक्षित शिफ्ट करवाया गया।

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सतना । चित्रकूट में शुक्रवार शाम कानपुर से घूमने आए एक छात्र की मंदाकिनी नदी में डूब गया। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पांच घंटे बाद देर रात छात्र के शव काे बाहर निकाला। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जानकीकुंड अस्पताल भेज दिया है। जहां आज शनिवार काे पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे साैंप दिया जाएगा।   जानकारी अनुसार कानपुर निवास देवेश तिवारी (19) बी फार्मा का छात्र था। शुक्रवार काे अपने तीन दाेस्ताें के साथ चित्रकूट घूमने आया था। शाम साढ़े पांच बजे सभी दाेस्त आरोग्यधाम घाट पर नहा रहे थे। इसी दौरान देवेश गहरे पानी में चला गया। उसके दोस्तों ने मदद के लिए आवाज लगाई। आसपास मौजूद लोग नदी में उतरे, लेकिन देवेश का पता नहीं चल सका। नयागांव थाना प्रभारी डीआर शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों की मदद से रात में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पांच घंटे की मशक्कत के बाद देर रात देवेश का शव बरामद किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन चित्रकूट पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जानकीकुंड अस्पताल भेज दिया है।  

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ग्वालियर । प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी केन्द्रीय जेल में होली की भाईदूज के अवसर पर रविवार, 16 मार्च को बंदियों की उनकी बहनों से मुलाकात कराई जाएगी। मुलाकात प्रात: सात बजे से दोपहर दो बजे तक ही होगी। इस दौरान इच्चुक महिलाएं केन्द्रीय जेल पहुंचकर अपने भाइयों को तिलक लगा सकेंगी।   केन्द्रीय जेल के अधीक्षक विदित सिरवैया ने शनिवार को बताया कि निर्धारित समय के अनुसार, भाईदूज के अवसर पर प्रात: सात बजे से दोपहर 12 बजे तक बहनों के नाम लिखे जाएंगे। जिन बहनों के नाम अंकित किए जाएंगे, उन्हें ही दोपहर तीन बजे तक मुलाकात कराई जायेगी। इसके पश्चात किसी भी बहन की मुलाकात संभव नहीं होगी। सभी बहनों को मुलाकात के लिये अपने साथ अपनी आईडी (पहचान पत्र) लाना अनिवार्य होगा। उन्होंने मुलाकात करने आने वाली बहनों से निवेदन किया है कि जेल की सुरक्षा एवं जेल नियमों को दृष्टिगत रखते हुए अपने साथ कोई भी प्रतिबंधात्मक सामग्री मोबाइल आदि न लेकर आएं। बहनों को पूजा की सम्पूर्ण सामग्री जेल कैन्टीन से भाईदूज के अवसर पर विशेष किट के रूप में जिसमें मिठाई, कुमकुम, अक्षत आदि उपलब्ध कराई जायेगी। जिसके निर्धारित मूल्य का भुगतान बहनों को करना होगा। जेल अधीक्षक ने सभी बहनों से आग्रह किया है कि भाईदूज के अवसर पर जेल प्रशासन द्वारा आयोजित मुलाकात में सहयोग प्रदान करें। मुलाकात सीसीटीव्ही कैमरे की निगरानी में रहेगी। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की स्थिति निर्मित होने पर जेल नियमों के तहत कार्रवाई की जायेगी।  

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भोपाल । राजधानी भाेपाल के शाहपुरा इलाके में तालाब में सैकड़ाे मछलियां मर गई है। शनिवार सुबह जब लाेग मार्निंग वाक पर निकले ताे तालाब किनारे मरी हुई मछलियाें काे देखा। लाेगाें ने निगम अफसराें काे सूचना दी। जिसके बाद माैके पर पहुंची निगम की टीम ने मरी मछलियाें काे हटाया। विशेषज्ञ मछलियाें के मरने का कारण ऑक्सीजन की कमी बता रहे है।   जानकारी के अनुसार शाहपुरा तालाब में सैकड़ों मछलियां मर गईं और किनारे पर आकर जमा हाे गई थी। शाहपुरा तालाब किनारे बड़ी संख्या में लोग मॉर्निंग वॉक करने जाते हैं। इसी दौरान उन्हें मछलियां मरी हुई मिली। इस मामले पर एक्सपर्ट राशिद नूर ने बताया कि शाहपुरा तालाब में आसपास के रहवासी क्षेत्र के कई नाले मिल रहे हैं। इस वजह से ऑक्सीजन का लेवल कम हो गया है। मछलियों के मरने की एक बड़ी वजह यह भी है। नगर निगम नालों को रोकने और पानी को साफ रखने के अच्छे उपाय करें। बता दें कि इस तालाब में तिलापिया किस्म की मछली की ब्रीडिंग होती है। ये मछली तेजी से ग्रोथ करती है। इसलिए इस किस्म की मछली का यहां पर पालन किया जा रहा है। एक्सपर्ट राशिद नूर ने बताया कि तालाब की इस मछली की बिक्री पर भी प्रशासन को रोक लगाना चाहिए।  

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सतना । चित्रकूट में शुक्रवार शाम कानपुर से घूमने आए एक छात्र की मंदाकिनी नदी में डूब गया। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पांच घंटे बाद देर रात छात्र के शव काे बाहर निकाला। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जानकीकुंड अस्पताल भेज दिया है। जहां आज शनिवार काे पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे साैंप दिया जाएगा।   जानकारी अनुसार कानपुर निवास देवेश तिवारी (19) बी फार्मा का छात्र था। शुक्रवार काे अपने तीन दाेस्ताें के साथ चित्रकूट घूमने आया था। शाम साढ़े पांच बजे सभी दाेस्त आरोग्यधाम घाट पर नहा रहे थे। इसी दौरान देवेश गहरे पानी में चला गया। उसके दोस्तों ने मदद के लिए आवाज लगाई। आसपास मौजूद लोग नदी में उतरे, लेकिन देवेश का पता नहीं चल सका। नयागांव थाना प्रभारी डीआर शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों की मदद से रात में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पांच घंटे की मशक्कत के बाद देर रात देवेश का शव बरामद किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन चित्रकूट पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जानकीकुंड अस्पताल भेज दिया है।  

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दतिया । मध्य प्रदेश के दतिया जिले में बसई थाना क्षेत्र अंतर्गत ककोड़ा के जंगल में बुधवार को भीषण आग लग गई। यह जंगल बबीना आर्मी कैंट की फायरिंग रेंज का हिस्सा है। दोपहर में फायरिंग के दौरान लगी आग तेज हवा के कारण जल्द ही पूरे जंगल में फैल गई। आग की चपेट में आने से जंगल में पड़े गोले और बारूद फटने लगे। इससे लगातार धमाके हो रहे थे, जिससे आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। बसई पुलिस ने सुरक्षा के लिए आसपास के खेतों को खाली करा कर ग्रामीणों को दूर हटाया। थाना प्रभारी सच्चिदानंद शर्मा ने दतिया, झांसी, बबीना, ललितपुर, खनियाधाना और पिछोर से दमकल वाहनों को बुलाया। रात नौ बजे तक फायर ब्रिगैड और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दतिया से बड़ौनी एसडीओपी भी बसई पहुंचे। बता दें कि इस क्षेत्र में पहले भी गोला-बारूद से हादसे हो चुके हैं। पिछले महीने ही दो लोगों की मौत हुई थी। कुल मिलाकर अब तक चार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यह घटनाएं जंगल से गोला-बारूद बीनने के दौरान हुईं।

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भोपाल। हवाओं का रुख लगातार उत्तरी बना रहने से मध्‍य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। बुधवार को प्रदेश में दिन का सबसे अधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। रात का सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के 5 बड़े शहरों में उज्जैन सबसे गर्म है। यहां दिन का तापमान 38 डिग्री पहुंच गया है। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में भी पारा 37 डिग्री के पार है। ऐसा ही मौसम आज गुरुवार को भी बना रहेगा। होली के बाद गर्मी और असर दिखाने लगेगी।मौसम विभाग के अनुसार, आसमान साफ होने से सूरज की धूप सीधे जमीन पर आ रही है। इस कारण दिन गर्म हो गए हैं। बुधवार को खजुराहो में 39.4 डिग्री, नर्मदापुरम में 39.1 डिग्री, रतलाम-मंडला में 39 डिग्री, धार में 38.8 डिग्री, दमोह में 38.5 डिग्री, सतना में 38.2 डिग्री, शिवपुरी, सागर-नौगांव में 38 डिग्री, टीकमगढ़ में 37.8 डिग्री, शाजापुर में 37.6 डिग्री, बैतूल में 37.5 डिग्री और रीवा में पारा 37 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों में भोपाल में 37.8 डिग्री, इंदौर में 37.2 डिग्री, ग्वालियर में 36.6 डिग्री, उज्जैन में 38 डिग्री और जबलपुर में पारा 37.6 डिग्री सेल्सियस रहा।इधर, रात का तापमान भी बढ़ा है। मंगलवार-बुधवार की रात में धार में पारा 23.2 डिग्री तक पहुंच गया। भोपाल, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रीवा, सिवनी में तापमान 20 डिग्री से ज्यादा रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अब गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। होली के बाद असर और बढ़ जाएगा। हालांकि, मार्च में उत्तर-भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होते हैं। जिनका असर से पारे में गिरावट भी होती है। मार्च के तीसरे सप्ताह में बारिश होने की संभावना है।  

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दतिया । रंगों का त्‍योहार होली गुरुवार को होलिका दहन के साथ ही शुरू हो जायेगा। पाँच दिन तक चलने वाले इस पर्व की रौनक बाजारों में दिखाई दे रही है। रंग गुलाल, पिचकारी, टोपियाँ, मुखौटे आदि से सजी दुकाने और मिठाई कि दुकानों पर जम कर खरीदी की जा रही है । वहीं शहर के अधिकांश क्षेत्रों में जैसे बढ़े गोविन्द जी के मंदिर, टाउन हाल, राजगढ़ चैराह, अनामय आश्रम के सामने, किलाचौक, होलीपुरा, तिगेलिया, बिहारी जी मंदिर, ठण्डी सडक़, पकोडिय़ा महादेव, गंजी के हनुमान आदि स्थानों पर होलिका दहन होगा ।   पंडित बृजेशचंद्र दुबे का कहना है कि ज्‍यो‍ित‍िष की गणना के अनुसार रात्रि हमें पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को मिल रही है। 14 मार्च को पूर्णिमा दोपहर में समाप्त हो रही है। ऐसे में पूर्णिमा दो दिन है। पहले दिन व्रत वाली पूर्णिमा और दूसरे दिन 14 मार्च को स्नान और दान वाली पूर्णिमा रहेगी। उसके बाद प्रतिपदा तिथि 14 मार्च को दोपहर में शुरू होगी और अगले दिन 15 मार्च को दोपहर 02.34 मिनट तक रहेगी। इसके बाद 15 मार्च को दूज लग जाएगी। तत्‍पश्‍चात  16 मार्च को भाई दोज शाम को 4.59 मिनट तक रहेगी।   होलिका दहन का शुभ मुहूर्त - शुभ मुहूर्त भद्रा काल के बाद 13 मार्च, गुरुवार रात्रि 11 बजकर 26 मिनट से लेकर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। ऐसे में होलिका दहन के लिए कुल 1 घंटे 4 मिनट का समय मिलेगा।

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उज्जैन । मध्य प्रदेश के उज्जैन में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां बुधवार काे लाेकायुक्त ने तहसील कार्यालय में पदस्थ नायाब तहसीलदार की रीडर को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि रीडर ने पट्टे की जमीन के दस्तावेज में बदलाव करने की एवज में किसान से रिश्वत मांगी थी। शिकायत के बाद लाेकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की है।लोकायुक्त डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल ने बताया कि महिदपुर निवासी फरियादी हाकम चौहान की खेड़ा खजूरिया गांव में पट्टे की जमीन है। दस्तावेजों में नाम की गलतियां सुधारने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था। जिसमें रीडर दीपा चेलानी ने गलती ठीक करने के बदल 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस पर हाकम चौहान ने 6 मार्च को लोकायुक्त पुलिस से शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद आराेप सही साबित हाेने के बाद लोकायुक्त ने ट्रैप करने का प्लान तैयार किया। बुधवार को लाेकायुक्त ने शिकायतकर्ता काे पांच हजार रुपये की पहली किश्त के साथ रीडर दीपा चेलानी के पास भेजा। जहां रीडर के पैसे लेते ही लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने आरोपी महिला के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। कार्रवाई में निरीक्षक हिना डावर, प्रधान आरक्षक हितेश ललावत, आरक्षक मोहम्मद इसरार, संदीप कदम, नीता बेस, ऋतु मालवीय, अंजलि पुरानीया की भूमिका रही।

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उज्जैन । महाकाल मंदिर में होली,धुलेंडी और रंग पंचमी पर रंग-गुलाल-पिचकारी आदि लाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की जांच होगी। मंदिर प्रशाशक प्रथम कौशिक ने बताया कि होलिका महोत्सव मे गर्भगृह, नंदी मण्डपम्, गणेश मण्डपम्, कार्तिकेय मण्डपम् एवं सम्पूर्ण मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का रंग-गुलाल इत्यादि ले जाना, रंग-गुलाल उड़ाया जाना, आपस में रंग-गुलाल लगाना, किसी विशेष उपकरण का उपयोग कर रंग इत्यादि उड़ाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालु मंदिर में किसी भी प्रकार का रंग-गुलाल व अन्य कोई विशेष उपकरण लेकर प्रवेश नही कर सकेंगे। श्रद्धालुओ को जाँच उपरान्त ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।  श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के कंट्रोल रूम में कर्तव्यरत अधिकारी व कर्मचारी द्वारा कैमरों के माध्यम से मंदिर के समस्त द्वारों एवं सम्पूर्ण मंदिर परिसर परिक्षेत्र की सतत निगरानी रखी जाएगी।श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि, अधिकारी, पुलिसकर्मी, कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी, सफाई कर्मचारी, सेवक मंदिर परिसर स्थित अन्य छोटे-बडे मंदिर के पुजारी, सेवक व अन्य आउटसोर्स कर्मचारी आदि मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का रंग-गुलाल लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। समस्त द्वारों पर तैनात कर्मचारी एवं सुरक्षाकर्मी यह सुनिश्चित करेंगे कि मंदिर में रंग-गुलाल लेकर कोई भी प्रवेश न कर सके इस हेतु श्रद्धालुओं की जाँच करने के उपरांत ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।श्री महाकालेश्वर मंदिर में होलिका पर्व 13 मार्च व 14 मार्च के उपलक्ष्य पर परम्परा के सम्यक निर्वहन हेतु भगवान श्री महाकालेश्वर की होने वाली त्रिकाल आरती में सीमित मात्रा में प्रतिकात्मक रूप से हर्बल गुलाल भगवान श्री महाकालेश्वर जी को अर्पण किया जाएगा।इसी प्रकार 19 मार्च रंगपंचमी के उपलक्ष्य पर परम्परा के सम्यक निर्वहन हेतु भस्मार्ती में 01 लोटा केसर युक्त जल एवं संध्या आरती में केसर का रंग प्रतिकात्मक रूप से भगवान श्री महाकालेश्वर जी को अर्पण किया जाएगा। 13-14 एवं 19 मार्च को हर्बल गुलाल, केसर युक्त जल एवं केसर का रंग मंदिर प्रबंध समिति की कोठार शाखा द्वारा भस्मार्ती पुजारी एवं शासकीय पुजारी को उपलब्ध कराया जाएगा।   

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भोपाल । मार्च महीने में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश में लगातार आ रही गर्म हवाओं के कारण अधिकांश जिलों में गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं। प्रदेश में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मंगलवार को प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का असर देखा गया। भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग सबसे ज्यादा गर्म रहे। जबकि नर्मदापुरम-जबलपुर संभाग में भी तापमान बढ़ गया। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को इंदौर संभाग का धार शहर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 39.1 डिग्री रहा। वहीं, नर्मदापुरम में तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह रतलाम में 38.5 डिग्री, खजुराहो में 38.4 डिग्री, गुना में 38.1 डिग्री, दमोह में 37.5 डिग्री, मंडला, शिवपुरी-सिवनी में 37.2 डिग्री और सागर में पारा 37.1 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, रात में पारे में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बड़े शहरों में ग्वालियर-उज्जैन सबसे गर्म हैं। यहां तापमान 37.5 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 37.3 डिग्री और भोपाल में 37.1 डिग्री रहा। जबलपुर में 35.2 डिग्री सेल्सियस रहा।आज बुधवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अन्य शहरों में तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। रात में भी पारा बढ़ा रहेगा। गौरतलब है कि प्रदेश में मार्च की शुरूआत में बर्फीली हवा चलने से कड़ाके की ठंड पड़ी। इससे भोपाल समेत कई शहरों में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूटा। लेकिन अब तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। बर्फीली हवा का असर अब नहीं है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में 13 मार्च होलिका दहन किया जाएगा और 14 मार्च को धुलंडी का पर्व मनाया जाएगा। श्री महाकालेश्‍वर भगवान की सायं आरती में सर्वप्रथम बाबा श्री महाकालेश्वर जी को हर्बल गुलाल व परंपरानुसार शक्कर की माला अर्पित की जाएगी। सायं आरती के पश्‍चात श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रांगण में ओम्कारेश्वर मंदिर के सामने होलिका के विधिवत पूजन-अर्चन के पश्‍चात होलिका दहन किया जावेगा। 14 मार्च धुलण्डी को प्रातः 4 बजे भस्मार्ती में सर्वप्रथम बाबा श्री महाकालेश्वर को मंदिर से पुजारी- पुरोहितों द्वारा हर्बल गुलाल अर्पित किया जाएगा।   परम्‍परानुसार होगा आरतियों के समय में परिवर्तनश्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि, 15 मार्च 2025 से परम्‍परानुसार ज्‍योर्तिलिंग श्री महाकालेश्‍वर भगवान की आरतियों के समय में चैत्र कृष्‍ण प्रतिपदा से अश्विन पूर्णिमा तक परिवर्तन होगा।प्रथम भस्‍मार्ती – प्रा‍त: 04:00 से 06:00 बजे तकद्वितीय दद्योदक आरती- प्रा‍त: 07:00 से 07:45 बजे तकतृतीय भोग आरती- प्रा‍त: 10:00 से 10:45 बजे तक,चतुर्थ संध्‍या पूजन- सायं 05:00 से 05:45 बजे तक,पंचम संध्‍या आरती- सायं 07:00 से 07:45 बजे शयन आरती-रात्रि 10:30 ये 11:00 बजे तक होगी।

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में होली से पहले मार्च के दूसरे हफ्ते में ही सूरज की तपिश काफी तेज हो गई है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पार पहुंचने लगा है। सोमवार को इस सीजन का सबसे गर्म स्थान रतलाम रहा। जहां पर अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी भोपाल और इंदौर जिले का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अगले दाे दिन तक तापमान में और बढ़ोतरी होने का अनुमान जताया है।मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में प्रदेश के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होने की संभावना है। होली के दिन भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन का तापमान 35 से 36 डिग्री तो रात का तापमान 17-18 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। हालांकि अधिकतम तापमान में भले ही तेजी आ रही हो, लेकिन रात के तापमान में बड़ी वृद्धि नहीं हुई है। कुछ जिलों की रातें अभी भी ठंडक भरी हैं। आज मंगलवार को भोपाल में तापमान 36 डिग्री के पार पहुंच सकता है। इंदौर, उज्जैन में तापमान 36 डिग्री के आसपास रहेगा। अन्य शहरों में भी तापमान बढ़ा हुआ रहेगा।पिछले 3 दिन से प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ा है। सोमवार को धार-रतलाम में 38 डिग्री, शिवपुरी-मंडला में 37 डिग्री, गुना में 36.5 डिग्री, खरगोन में 36 डिग्री, सागर, सिवनी, नर्मदापुरम-टीकमगढ़ में 35.8 डिग्री, खजुराहो में 35.6 डिग्री, दमोह-बैतूल में 35.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 35.2 डिग्री और खंडवा में 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 37 डिग्री तक पहुंच गया। इंदौर में 35.6 डिग्री, भोपाल में 35.4 डिग्री, ग्वालियर में 34.5 डिग्री और जबलपुर में 34 डिग्री रहा। सोमवार की रात की बात करें तो धार में सबसे ज्यादा 23.2 डिग्री रहा था। वहीं, भोपाल, इंदौर में 21 डिग्री से ज्यादा रहा।  

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मंडला । जबलपुर का बरगी बांध पुनः जल, थल और नभ पर होने वाले साहसिक खेलों का साक्षी बनेगा। यहां 29 मार्च से 13 अप्रैल तक मंडला जिले के विकासखंड बीजाडांडी के ग्राम देवरी-बकई में होने वाले झील महोत्सव में स्लिंग शॉट, वाटर पैरा सेलिंग, सर्फिंग जैसे साहसिक खेल होंगे, वहीं शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी सोमवार को जनसम्पर्क अधिकारी हिमांशु यादव ने दी। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड (एमपीटीबी) और जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद (जेएटीसीसी) के आयोजन में पर्यटक नाइट वाटर सफारी का आनंद क्रूज पर उठा सकेंगे। महोत्सव में राजस्थान, महाराष्ट्र के कलाकार लोक नृत्य की प्रस्तुति देंगे, वहीं नगर व अन्य राज्यों के कलाकार सुगम और शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति करेंगे। एक घंटे के नौका विहार के दौरान नगर के बैंड और अन्य संगीत समूह संगीत की महफिल सजाएंगे। उन्होंने बताया कि पर्यटकों के ठहरने के लिए अमेरिकन स्विस टेंट भी लगाए जा रहे हैं। देवरी बकई के नर्मदा व्यू के निकट आयोजित कार्यक्रम में बॉलीवुड और दक्षिण भारत के सिने स्टार शिरकत करेंगे। महोत्सव को राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए फिल्म निर्माता और बियोंड स्टूडियोज के एमडी भारत भूषण ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। महोत्सव का डिजाइन और एग्जिक्यूशन वह कर रहे हैं। जेएटीसीसी के सीईओ हेमंत सिंह ने बताया कि झील महोत्सव के वाटर स्पोर्टस और कल्चरल प्रोग्राम का फ्यूजन पर्यटकों को आकर्षित करने वाला बनाया गया है। महोत्सव राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा। बियोंड स्टूडियोज के एमडी भारत भूषण ने बताया कि इस महोत्सव की कार्ययोजना ही इस प्रकार बनाई गई है कि इसमें भाग लेने के लिए देशभर के लोग आएं, यहां लोगों के आनंद के लिए समुद्र तटों पर होने वाली अनोखी राइड्स के अलावा महोत्सव के पूरे क्षेत्र को फुटफाल बढाने के लिहाज से तैयार किया जा रहा है। झील महोत्सव मंडला जिले की सीमा के अंतिम गांव देवरी बकई के नर्मदा व्यू में आयोजित हो रहा है। कार्यक्रम स्थल का दौरा मंडला कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने एसपी रजत सकलेचा सहित जिले के कई अधिकारियों के साथ किया। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट, जेएटीसीसी के सीईओ हेमंत सिंह, पर्यटन प्रबंधक तरुण मिश्रा, बियोंड स्टूडियोज के एमडी भारत भूषण, एसडीएम निवास शाहिद खान आदि उपस्थित थे। क्रूज पर नाइट सफारी और हाउस बोट का आनंद उठाएंगे लोग झील महोत्सव के दौरान बरगी बांध पर दो क्रूज चलाई जाएंगी जो पर्यटकों को एक घंटे बांध में नौकाविहार कराएंगी। इस दौरान नगर के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। क्रूज पर भोजन की भी व्यवस्था की जाएगी। जलविहार के क्रम में एक हाउस बोट बरगी बांध में उतारा जाएगा जो पर्यटकों को अलग अनुभव कराएगा।

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भोपाल । जैसे-जैसे मार्च महीने के दिन आगे बढ़ते जा रहे हैं, गर्मी ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मध्यप्रदेश में दिन का तापमान 37 डिग्री के पार पहुंच गया है। रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन-ग्वालियर संभाग में दिन का तापमान 1 से 4 डिग्री बढ़ गया। रतलाम सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री रहा। नर्मदापुरम, मंडला-शिवपुरी में भी पारा उछाला है। प्रदेश में सबसे कम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस शहडोल में रिकॉर्ड किया गयामौसम विभाग के मुताबिक, दिन-रात के तापमान में और बढ़ोतरी होगी। सोमवार को सबसे ज्यादा गर्म ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग रहेंगे। भोपाल में तापमान 35 डिग्री पार हो सकता है। बर्फीली हवा का असर घटने से ऐसा हो रहा है। इस कारण दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। बड़े शहरों की बात करें तो रविवार को उज्जैन और इंदौर सबसे गर्म रहे। उज्जैन में 36.5 डिग्री, इंदौर में 35.2 डिग्री, भोपाल में 34.5 डिग्री, ग्वालियर में 33.4 डिग्री और जबलपुर में 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।इसी तरह रतलाम में 37.6 डिग्री, नर्मदापुरम में 36.8 डिग्री, मंडला-शिवपुरी में 36 डिग्री, सिवनी में 35.4 डिग्री, दमोह में 35.2 डिग्री, गुना में 35.1 डिग्री, धार, नरसिंहपुर, टीकमगढ़-खजुराहो में 35 डिग्री, खरगोन में 34.8 डिग्री, बैतूल में 34.2 डिग्री और मलाजखंड में पारा 34 डिग्री पहुंच गया। इधर, रात के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। शनिवार-रविवार की रात में नर्मदापुरम, खंडवा में 20 डिग्री से अधिक रहा। आज सोवमार को भोपाल में पारा 35 डिग्री के पार पहुंच सकता है। इंदौर, उज्जैन में पारा 36 डिग्री के आसपास रहेगा। अन्य शहरों में भी तापमान बढ़ा हुआ रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मार्च से ही हीट वेव यानी लू भी चलेगी। 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा। मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है।  

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कटनी । मध्य प्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा तहसील के एक गांव में नहर में डूबी तीन मासूम बच्चियों में से तीसरा शव भी मिल गया है। हादसे के 19 घंटे बाद साेमवार सुबह नर्मदा नहर में तीसरी बच्ची का शव मिला है। बता दें कि रविवार को दो बच्चियों के शव मिल गए थे। एक साथ तीन बच्चियों की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है।   दरअसल, ढीमरखेड़ा तहसील के ग्राम परसवारा में रविवार दोपहर नर्मदा नहर में नहाने गई तीन मासूम बच्चियों के डूबने से मौत हो गई थी। तीन बच्चियों सिद्धि पटेल 13 वर्ष, अंशिका पटेल 15 वर्ष और मानवी पटेल 8 वर्ष की मौत हो गई। एक बच्ची अनन्या पटेल 13 को ग्रामीणों की मदद से बचा लिया गया था। तीसरी बच्ची मानवी पटेल की तलाश दिनभर टीम करती रही लेकिन नहर में बच्ची का शव नहीं मिला। सोमवार सुबह करीब 7 बजे शव अपने आप ऊपर आ गया। इसके बाद पुलिस ने उसे बाहर निकाला। उमरिया पान थाना प्रभारी एसआई दिनेश तिवारी के अनुसार पुलिस ने तीनों बच्चियों के शवों का पोस्टमॉर्टम कराया है। मृतक सिद्धि और मानवी के पिता पुणे में काम करते है जो अभी तक गांव नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों ही गरीब परिवार से है। विधायक और पंचायत ने तत्कालीन सहायता राशि उपलब्ध कराई है लेकिन अभी तक शासन स्तर से किसी प्रकार की सहायता राशि उपलब्ध नहीं हो पाई है।

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भोपाल । प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लागू की जा रही नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रत्येक बिंदु को ठोस तरीके से लागू किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में तेजी से बढ़ती हुई विश्व की अर्थव्यवस्था में भारतीयों का किस प्रकार से योगदान हो उसकी चिंता की गई है। बढ़ती हुए आबादी के साथ जनता के लिये उनकी शिक्षा, कौशल और आकांक्षाओं के अनुरूप रोजगार का सृजन एक महत्वपूर्ण चुनौती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा पर जोर दे रहा है।जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने सोमवार को बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग ने नये शैक्षणिक सत्र में 700 नये उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में नये ट्रेड एवं जॉब रोल्स शुरू करने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार के शिक्षा विभाग को भेजा है। यह ट्रेड 21वीं सदी के नवीन कौशल उन्नयन पर आधारित है। वर्तमान में 2383 विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा के कोर्स चल रहे है। इन्हें मिलाकर प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा देने वाले स्कूलों की संख्या 3 हजार से अधिक हो जायेगी। इन कोर्स में उन्नत कृषि को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है। डेयरी विकास से जुड़े कोर्स कन्स्ट्रशन ट्रेड अंतर्गत मेशन सहायक, कंस्ट्रशन पेन्टर, असिस्टेंट डिजाइनर, फैशन, हाउसकीपिंग, ऑफिस एडमिनिस्ट्रेशन एण्ड मैनेजमेंट के जॉब रोल्स भी प्रारंभ किये जायेंगे।वर्तमान में संचालित कोर्स में कक्षा 9 और 10 में डाटाएंट्री ऑपरेटर, जूनियर फील्ड टेकनिशियन, असिस्टेंट ब्यूटी थेरेपिस्ट, रिटेलस्टोर, ऑपरेशन असिस्टेंट, प्रायवेट सिक्योरिटी गॉर्ड, फूड एण्ड बेवरीज, सर्विस असिस्टेंट, माइक्रो फ़ाइनेंस एग्ज़ीक्यूटिव, असिस्टेंट प्लम्बर, सिलाई मशीन ऑपरेटर, फोर व्हीलर सर्विस असिस्टेंट, इलेक्ट्रॉनिक सर्विस असिस्टेंट और फिजिकल एजूकेशन असिस्टेंट विषय प्रमुख है, कक्षा 11 और 12 में जिन कोर्स को प्राथमिकता दी गई है। उनमें जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर, सौलर पैनल टेक्नीशियन, ड्रोन सर्विस टेक्नीशियन, सीसीटीबी, फुटेज ऑपरेटर, फ्लोरीकल्चर, सेल्फ एम्प्लॉयड टेलर प्रमुख है।4 लाख से अधिक विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षाप्रदेश में वर्तमान में 2383 विद्यालयों में 4 लाख से अधिक विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही है। व्यावसायिक शिक्षा देने के लिये 4 हजार 700 से अधिक शिक्षकों को विभिन्न विषयों का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। लोक शिक्षण संचालनालय ने प्रदेश में संचालित व्यावसायिक शिक्षा के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों को व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिये है।

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दमोह । शहर में प्रधानमंत्री आवास के समीप के आधा दर्जन अधिक मकानों का ध्वस्त कर दिया गया। यह सभी नगर पालिका क्षेत्र के एक बडे भू भाग में कब्जा किये हुये थे। रविवार  सुबह जेसीबी के पंजे ने इनका अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया। बताया जा रहा है कि तीन दिनों की कार्यवाही में लगभग पांच करोड रुपये की भूमि अतिक्रमण से मुक्त करायी गयी है। वन विभाग एवं राजस्व विभाग की भूमि के मध्य यह रेंप बनाया गया था। इस रेंप का उपयोग पशु को वाहनों में चढाने उतारने के लिये किया जाता था। विदित हो कि अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देशन में कार्यवाही चल रही है जबकि असमाजिक तत्वों एवं अपराधियों पर लगाम लगाने के लिये पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देशन में कार्यवाही की जा रही है। अनुविभागीय दण्डाधिकारी आर.एल.बागरी ने बताया कि यह नियमित चलने वाली कार्यवाही है। हम शासकीय जमीन पर अवैध में से निर्माण किया है उसको ध्वस्त कर रहे हैं जो लगातार जारी रहेगा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने जानकारी देते हुये बताया कि यह रेंप और आसपास का परिदृश्य यह बता रहा है कि यहां से पशुओं के लोडिंग अनलोडिंग का कार्य किया जाता था। अधिनियम और नियम में इस बात का स्पष्द्र उल्लेख है कि कितने नाप में क्या क्या स्थिति होना चाहिये। पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध मामला पंजीबद्ध किया जायेगा और आरोपियों को तलाश कर कार्यवाही की जायेगी। तहसीलदार मोहित जैन ने बताया कि अतिक्रमण करने वाले कोई भी हों उनको छोडा नहीं जायेगा। नगर पालिका की करोडों रूपयों की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। अभियान लगातार चलने वाली प्रक्रिया जो चलती रहेगी।   सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि गौ कसी कें मामले में शेष आरोपियों की तलाश जारी है असमाजिक तत्वों एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने कार्यवाही की गति और तेज की जा रही है। रेंजर विक्रम चौधरी ने बताया कि वन विभाग एवं राजस्व के बीच एक भूमि पर एक रेंप बनाया गया था जिसका उपयोग पशुओं को चढाने उतारने किया जाता है उसको ध्वस्त किया गया है। कार्यवाही के दौरान सिटी कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज,देहात थाना प्रभारी मनीष कुमार मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रदीप शर्मा के साथ बडी तादाद में प्रशासन,पुलिस,वन एवं नगर पालिका के साथ विघुत मंडल की टीम उपस्धित रही।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में सर्द हवाओं का असर कम होते ही गर्मी बढ़ने लगी है। प्रदेश में दिन का तापमान 36 डिग्री के पार पहुंच गया है। इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभाग में गर्मी बढ़ गई है। 15 मार्च के बाद सूरज के तेवर और तीखे होने लगेंगे। आज रविवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अन्य शहरों में दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। 10 मार्च को भी दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है। फिलहाल, बारिश होने के आसार नहीं है।पिछले चार दिन प्रदेश में उत्तरी हवा चलने से कड़ाके की ठंड पड़ी। इससे भोपाल समेत कई शहरों में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया। कई शहर में शीतलहर चली, रात का तापमान 6 डिग्री तक पहुंच गया। राजगढ़, शाजापुर, उमरिया, मंडला, नौगांव और मलाजखंड जैसे छोटे शहर सबसे ठंडे रहे। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में रविवार से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। ऐसा होने पर दो दिन बाद प्रदेश में भी असर देखने को मिल सकता है।शनिवार की रात की बात करें तो प्रदेश के अधिकांश शहरों में पारे में बढ़ोतरी हुई। भोपाल में 5.9 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद तापमान 16.4 डिग्री पहुंच गया। बैतूल, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में भी पारा बढ़ गया। शनिवार को दिन के तापमान भी बढ़ गया। नर्मदापुरम में 36.9 डिग्री, रतलाम में 36.2 डिग्री, धार, सिवनी-मंडला में पारा 35 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 32.8 डिग्री, इंदौर में 33.8 डिग्री, ग्वालियर में 32.5 डिग्री, उज्जैन में 34.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 33.2 डिग्री रहा।

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इंदौर । भोपाल गैस त्रासदी के बाद भोपाल की यूनियन कार्बाइड में 40 साल डम्प पड़े जहरीले कचरे का निष्पादन मप्र उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार पीथमपुर में किया जा रहा है। यूनियन कार्बाइड के इस जहरीले कचरे को जलाने के ट्रायल रन का दूसरा चरण शनिवार को रात आठ बजे संपन्न हुआ। पीथमपुर के री-सस्टेनेबिलिटी (पूर्व में रामकी) कंपनी में दूसरे चरण में कचरा जलाने की प्रक्रिया छह मार्च को सुबह 11.06 बजे शुरू हुई थी। इसमें 180 किलो प्रति घंटे की दर से कचरा जलाया गया। दूसरे ट्रायल रन में 10 टन कचरे का निष्पादन करने में 57 घंटे लगे। यह प्रक्रिया 55 घंटे में पूरी होना थी, परंतु इसमें देर हुई। आखिरी खेप शनिवार शाम 7.05 बजे डाली गई और इसे करीब एक घंटे तक जलाया गया। इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देश पर पीथमपुर की रामकी कंपनी में यूनियन कार्बाइड के रासायनिक कचरे को नष्ट किया जा रहा है। पहले ट्रायल रन में 28 फरवरी से तीन मार्च तक 10 टन कचरा जलाया गया था। इसके बाद छह मार्च को दूसरा ट्रायल रन शुरू हुआ, जो शनिवार रात आठ संपन्न हुआ। दूसरे ट्रायल रन में भी 10 टन रासायनिक कचरा जलाया गया है। अब तीसरा ट्रायल रन 10 मार्च से शुरू किया जा सकता है। इधर, प्रदूषण विभाग के अनुसार शनिवार को दोपहर 12:46 बजे इंटरनेट बंद हो जाने से ऑनलाइन सर्वर पर डाटा फीड होना बंद हो गया था। इससे दोपहर एक बजे से करीब बीस मिनट के लिए भस्मक में कचरा डालना रोका दिया गया था। भस्मक के तापमान को बनाए रखने और आखिरी खेप को करीब एक घंटा जलाने से दो घंटे अतिरिक्त लगे। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 10 मार्च से कचरा जलाने के ट्रायल रन का तीसरा चरण शुरू किया जाएगा। इसके बाद तीनों ट्रायल रन की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। कचरा जलाने के साथ ही चिमनी से निकलने वाले धुएं व कण की निगरानी व मॉनिटरिंग मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 20 अधिकारी-कर्मचारी कर रहे हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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इंदौर । इंदौर में नगर निगम के टैक्स विवाद के बीच शनिवार की रात प्रसिद्ध सिंगर और रैपर यो यो हनी सिंह का कॉन्सर्ट हुआ। करीब डेढ़ घंटे चले इस कार्यक्रम में उन्होंने 10 गाने गाए। हालांकि, इस कार्यक्रम के लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से अनुमति दे दी गई थी। इसके बावजूद कॉन्सर्ट जल्दी समाप्त हो गया। हनी सिंह के कॉन्सर्ट के लिए हजारों लोग यहां पहुंचे थे। उन्होंने डांस भी किया। हनी सिंह का शो डेढ़ घंटे में खत्म होने को लेकर नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल का कहना है कि टैक्स जमा नहीं करने के कारण शो खत्म किया गया, ऐसा नहीं है। इस इवेंट के पौने आठ लाख रुपये टैक्स जमा किए थे। बाकी 50 लाख रुपये नगर निगम को और लेना है। शनिवार को भी नगर निगम की टीम वहां गई थी, लेकिन टैक्स जमा नहीं किया गया है। कार्यक्रम उन्होंने ही बंद किया है। हमारी इसमें कोई भूमिका नहीं है। गौरतलब है कि नगर निगम ने हनी सिंह के 'मिलियनेयर इंडिया टूर' कॉन्सर्ट के आयोजकों को मनोरंजन कर वसूलने का नोटिस दिया था। साथ ही महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने पुलिस और प्रशासन को पत्र लिखकर मनोरंजन टैक्स जमा करने के बाद ही अनुमति देने की बात कही थी। इंदौर नगर निगम ने आयोजकों से 50 लाख रुपये के टैक्स की मांग की। नगर निगम ने शनिवार दोपहर को जीएसटी पोर्टल के माध्यम से बताया कि इस कार्यक्रम के लिए तीन करोड़ 28 लाख रुपये से ज्यादा के टिकट बिके हैं। इसलिए इस राशि का 10 प्रतिशत मनोरंजन कर और आमोद कर पहले ही जमा कराएं। हनी सिंह के कॉन्सर्ट के लिए अलग-अलग रेंज में 2500 रुपये तक के टिकट बिके थे। इस मामले में महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि आयोजन करने वालों की नीयत में खोट है। उन्होंने आयोजकों को पोस्ट डेटेड चेक देने के लिए कहा था। इस पर उन्होंने कहा था कि वे चेक साथ लेकर नहीं चलते।  

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राजगढ़ । सुठालिया क्षेत्र के कई गांवों में बिजली की सप्लाई काटने की बात को लेकर रविवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें देखने में आई। पुलिस की समझाइश पर मामले को शांत किया गया, वहीं कार्यकर्ताओं ने मांग पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।   सुठालिया क्षेत्र के 100 से अधिक गांवों में बिजली सप्लाई बंद करने का विरोध करते हुए एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का कहना है कि विधुत सप्लाई बंद होने से ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं परीक्षा के दौरान बिजली काटे जाने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इधर बिजली कंपनी के अफसरों का कहना है कि बकाया राशि के चलते कार्रवाई की गई है। संगठन का कहना है कि फसल बिकने के बाद ही किसानों पर पैसा आता है तभी वह बिजली बिल भुगतान कर सकते है, इसलिए परीक्षा होने तक का समय दिया जाए, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। विरोध प्रदर्शन के दौरान ललित सोलंकी, एलकार सौंधिया, नारायणसिंह, सरदारसिंह, जितेन्द्र पटेल सहित अन्य मौजूद रहे।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव का दौर जारी है। रविवार से प्रदेश में एक साथ कई पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इसके चलते प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी हिस्से में हल्की बूंदाबांदी हाे सकती है। मार्च महीने में तेज गर्मी, लू, बादल और हल्की बारिश वाला मौसम रहेगा। पहले सप्ताह में बादल छाएंगे। वहीं, चौथे सप्ताह में हीट वेव, यानी लू चलेगी। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में 3 से 4 दिन लू चल सकती है। 20 मार्च के बाद कुछ जिलों में हल्की बारिश होने के आसार भी हैं। आज भोपाल में बादल छा सकते हैं। अन्य शहरों में तापमान बढ़ा रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में बारिश के सामान्य से कम होने के प्रबल संकेत मिल रहे हैं। वहीं, तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। प्रदेश में मार्च से ही हीट वेव यानी लू भी चलेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे।मार्च के पहले दिन शनिवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई शहरों में दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। इसकी वजह बादल छाया है। भोपाल में अगले 3 दिन तक बादल छाए रह सकते हैं। बादलों की वजह से शनिवार को ग्वालियर में 3.8 डिग्री की गिरावट के बाद पारा 29.8 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल, बैतूल, धार, गुना, इंदौर, खंडवा, पचमढ़ी, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, मलाजखंड में भी गिरावट हुई।

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भोपाल । राज्य की लाभकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए बिजली उपभोक्ताओं को ईकेवायसी कराना अनिवार्य है। उपभोक्ता मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उपाय ऐप से भी ईकेवायसी करा सकते हैं। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध "उपाय" ऐप डाउनलोड कर बिजली उपभोक्ता समग्र केवायसी में अपना उपभोक्ता क्रमांक एवं समग्र क्रमांक दर्ज करने के बाद लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी को दर्ज कर केवायसी प्रक्रिया को पूर्ण कर सकते हैं। केवायसी प्रक्रिया में अब तक 06 लाख 73 हजार 534 उपभोक्ताओं ने सफलतापूर्वक केवायसी करा ली है। जनसम्पर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नर्मदापुरम ग्रामीण क्षेत्र में 71 हजार 940, बैतूल ग्रामीण में 91 हजार 012, राजगढ़ ग्रामीण में 51 हजार 223, शहर वृत्त भोपाल में 61 हजार 271, भोपाल ग्रामीण में 38 हजार 656, गुना ग्रामीण में 32 हजार 353, विदिशा ग्रामीण में 49 हजार 230, सीहोर ग्रामीण में 24 हजार 130, ग्वालियर ग्रामीण में 21 हजार 086, शहर वृत्त ग्वालियर में 46 हजार 642, अशोकनगर ग्रामीण में 25 हजार 737, दतिया ग्रामीण में 25 हजार 233, रायसेन ग्रामीण में 44 हजार 009, शिवपुरी ग्रामीण में 25 हजार 791, हरदा ग्रामीण में 20 हजार 964, श्योपुर ग्रामीण में 09 हजार 652, मुरैना ग्रामीण में 23 हजार 730 एवं भिण्ड ग्रामीण में 10 हजार 875 बिजली उपभोक्ताओं की केवायसी की गई है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी कार्य क्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के अंतर्गत आने वाले 16 जिलों के बिजली उपभोक्ताओं के बिजली संबंधी व्यक्तिगत विवरण को कंपनी के रिकार्ड में अपडेट करने के लिए नो योर कंज्यूमर (केवायसी) प्रक्रिया शुरू की है। कंपनी द्वारा नो योर कंज्यूमर (केवायसी) प्रक्रिया के तहत बिजली उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी जैसे समग्र आईडी, मोबाइल नंबर एवं बैंक खाता इत्यादि की जानकारी को अपडेट किया जा रहा है। नो योर कंज्यूमर (केवायसी) प्रक्रिया से बिजली उपभोक्ताओं को जहां राज्य शासन की योजनाओं का लाभ सीधे लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना के माध्यम से सुनिश्चित किया जा सकेगा वहीं दूसरी ओर प्रणाली में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। साथ ही केवायसी से वास्तविक उपभोक्ताओं के विद्युत संयोजन एवं उनके भार की स्थिति का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित किया जा सकेगा। इससे कंपनी कार्य क्षेत्र में विद्युत संरचनाओं के भविष्य में विस्तार की योजना बनाने में आसानी होगी। केवायसी होने से कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं की सही पहचान और मोबाइल नंबर को सटीक रूप से टैग करने में मदद मिलेगी, जिससे कंपनी की सेवाओं का सुचारू संचालन

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भोपाल । मध्य प्रदेश में रात को ठंड का अहसास और दिन में तेज गर्मी का सितम जारी है। आने वाले दिनों में दिन-रात का तापमान बढ़ेगा। फिलहाल दिन और रात के तापमान में 2 से 5 डिग्री की बढ़ोत्तरी हो सकती है। मार्च के पहले सप्ताह में बादल छाने और हल्की बारिश होने के भी आसार हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 2 मार्च से पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। जिसका असर प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। खासकर 4 मार्च से इंदौर, ग्वालियर, चंबल हिस्से में कहीं-कहीं मौसम बदला हुआ रह सकता है। इससे पहले दिन-रात के तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।प्रदेश में फरवरी में मौसम का मिला-जुला असर रहा। शुरुआती दिनों में ही तेज ठंड पड़ी, लेकिन दूसरे सप्ताह से ठंड जैसी गायब सी हो गई। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई शहरों में रात का पारा 10 डिग्री से अधिक ही रहा। वहीं, दिन में 34 डिग्री तक पहुंच चुका है। फरवरी के आखिरी दिन शुक्रवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा, लेकिन मार्च के पहले सप्ताह में मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है। उत्तर-पश्चिमी भारत में सक्रिय होने वाले वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर प्रदेश में 2 दिन बाद यानी, 4 मार्च से देखने को मिल सकता है। इसके अलावा एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इस कारण भोपाल समेत कई शहरों में बादल छाए रहे।प्रदेश में पिछले पांच दिनों से हल्‍की ठंड पड़ी। इस वजह से पचमढ़ी समेत कई शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे ही रहा, लेकिन गुरुवार की रात में तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने लगी। कई शहरों में पारा 2 से 4 डिग्री तक बढ़ गया। पचमढ़ी में 10.2 डिग्री, कल्याणपुर में 10.3 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 11.2 डिग्री, उमरिया में 11.3 डिग्री, अशोकनगर के आंवरी में 11.6 डिग्री और मंडला में पारा 12 डिग्री तक दर्ज किया गया। इधर, गुरुवार को दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। आज शुक्रवार को तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। कहीं-कहीं बादल भी छा सकते हैं। जबकि 1 मार्च को भोपाल, इंदौर समेत कई शहर में दिन का पारा 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है।  

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रीवा । शहर के शिल्पी प्लाजा बाजार के तीसरी मंजिल में स्थित लोकायुक्त कार्यालय में गुरुवार रात भीषण आग लग गई। आग  के घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही दमकल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। वहीं आगजनी में लोकायुक्त कार्यालय के अंदर रखे कई दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।   जानकारी अनुसार घटना गुरुवार की देर रात तकरीबन करीब साढ़े 10 बजे की है। आग की लपटें देख क्षेत्र में हड़कंप मच गया, स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना दमकल और पुलिस टीम को दी। सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियों के साथ पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। गनीमत रही की फायर ब्रिगेड की टीम ने सूझबूझ से आग को नियंत्रण में कर लिया, नहीं तो स्थिति और भयावह हो सकती थी, क्योंकि आसपास मौजूद अन्य शासकीय कार्यालयों के साथ दुकानें भी आग की चपेट में आ सकती थी। गार्ड शिवलाल साकेत ने बताया- सबसे पहले कांच टूटने की आवाज सुनाई दी। लगा कि कोई चोर घुस आया है। मौके पर जाकर देखा तो आग लगी थी। दफ्तर में रखा पुराना रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया।आग की जानकारी मिलते ही लोकायुक्त कार्यालय के सीनियर अफसर और सिविल लाइन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। अफसरों ने आग में जले दस्तावेजों को अनुपयोगी बताया है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक 50 से अधिक पुराने कागजात जलकर नष्ट हो गए हैं। इनमें कुछ अहम फाइलें भी हो सकती हैं। मामले में लोकायुक्त अफसर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं। सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू ने कहा- आग लगने की सही वजह का अब तक खुलासा नहीं हो सका है। प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट को कारण बताया जा रहा है। जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा हाईस्कूल कक्षा 10वीं बोर्ड की वार्षिक परीक्षा आज (गुरुवार) से आरंभ हो रही है। यह परीक्षा 21 मार्च तक आयोजित होगी। परीक्षा नियमित तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिए प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। जनसम्पर्क अधिकारी उमेश तिवारी ने बताया कि सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र में प्रात: 8 बजे एवं परीक्षा कक्ष में प्रात: 8.30 बजे उपस्थित होना अनिवार्य होगा। परीक्षा कक्ष में प्रात: 8.45 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने से 10 मिनट पूर्व अर्थात प्रात: 8.50 बजे उत्तर पुस्तिका एवं 5 मिनट पूर्व अर्थात प्रात: 8.55 बजे प्रश्न-पत्र दिए जाएंगे। प्रत्येक परीक्षार्थी का उपस्थिति पत्रक की फोटो से मिलान किया जायेगा। प्रवेश पत्र में भी फोटो लगाना अनिवार्य है। परीक्षार्थी यथा संभव पेयजल की बोतल स्वयं लेकर आएं। उन्होंने बताया कि कक्षा 10वीं के नियमित तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की परीक्षा का प्रथम प्रश्न पत्र गुरूवार 27 फरवरी को हिंदी का होगा। शुक्रवार 28 फरवरी को उर्दू तथा शनिवार एक मार्च को नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेम वर्क के समस्त विषयों तथा आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का प्रश्न पत्र होगा। सोमवार 3 मार्च को अंग्रेजी का प्रश्न पत्र होगा। बुधवार 5 मार्च को मराठी, गुजराती, पंजाबी, सिन्धी के प्रश्न पत्र तथा मूक बधिर और दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए चित्रकला, गायन वादन, तबला पखावज और कम्प्यूटर का प्रश्न पत्र होगा। गुरूवार 6 मार्च को संस्कृत, सोमवार 10 मार्च को गणित, गुरूवार 13 मार्च को सामाजिक विज्ञान तथा शुक्रवार 21 मार्च को विज्ञान के प्रश्न पत्र की परीक्षा आयोजित होगी।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन रायसेन के सहयोग से महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर प्रतिवर्षानुसार भोजपुर स्थित विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर प्रांगण में "महादेव" भोजपुर महोत्सव 26 से 28 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। उप मुख़्यमंत्री जगदीश देवड़ा, क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र पटवा तथा सांची विधायक प्रभुराम चौधरी ने बुधवार देर शाम महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री रामपाल सिंह, कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा, स्थानीय जनप्रतिनिधि राकेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रोतागण भी उपस्थित रहे। समारोह के पहले दिन मुम्बई के गायक ऋषभ रिखीराम शर्मा ने भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी, जिस पर श्रोता जमकर झूमे। महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि भोजपुर का मंदिर महाभारत कालीन है, इस मंदिर की प्रसिद्धी पुरे विश्व में है। आज मध्य प्रदेश ऐसा राज्य है जहां अपनी लोक संस्कृति को पुरे देश में सबसे अधिक बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। सरकार धार्मिक स्थलो पर विविध कार्यक्रम करा कर संस्कृति को बढ़ावा दे रही है। इस अवसर पर सुरेंद्र पटवा ने कहा कि आज भोजपुर में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किये। प्रभुराम चौधरी ने कहा कि सुंदरलाल पटवा ने इस महोत्सव को शुरू किया था, आज हजारों लोग इस महोत्सव का आनंद लेने आते हैं। महोत्सव में लोक गीत, संगीत और नृत्य के सांस्कृतिक स्वरूपों में भगवान शिव की महिमा दर्शायी जायेगी। कार्यक्रम प्रतिदिन सायं 6:30 बजे से शुरू होगा, जिसमें श्रोताओं का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। संस्कृति संचालक एन.पी. नामदेव ने बताया कि तीन दिवसीय समारोह में आराध्य शिव के गीत-संगीत से भक्ति रस की पावन गंगा बहेगी। शाम की पहली सभा में खरगोन के शिव भाई गुप्ता का लोकगायन हुआ। उनकी सुमधुर वाणी ने निकले भक्ति गीतों ने श्रोताओं के अंतर्मन को भक्ति रस से भिगो दिया। बसंत की ढलती शाम के बीच उन्होंने महादेव की नगरी में जैसे ही भोले बाबा, म्हारा भोले बाबा, जटा म गंगा की धारा... गीत पेश किया, श्रोता उनकी स्वर लहरियों के बीच अलौलिक भक्ति में लीन हो गए। भगवान और भक्तों के बीच सुरों का सेतू बनाते हुए शिव भाई ने भोजपुर के लिए विशेष गीत जको गला म काला-काला नाग, देखो भाई भोजपुरम्... पेश किया। आदि-अनादि शिव का आह्वान करते हुए भोलेबाबा की आई रे बारात प्यारी लाग शिवरात्रि… गीत सुनाते हुए उन्होंने शिव के प्रति अपने कठ माधुर्य से प्रेम और समर्पण को दिखाया। गीतों की बेला को आगे बढ़ा हुए उनके कंठ से निकला हर स्वर भोजपुर की समीरण में भक्ति की महक घोल रहे थे। कार्यक्रम को विस्तार देते हुए उन्होंने भोला शम्भू परणंन क चलिया तजि गड चौव दुल्लव क देखी मन हर्ष रहि रे गॉवरा..., रनु बाई पाणी का जाए जाये बड़ी खटका सी लंबी चोटी न लाल फुन्दों पाणी भर मटका सी.... मारी पार्वती क डुबाई दि महारा नाथ और म्हारी नथनी खवाई गयी नाचनम... की प्रस्तुति देकर निमाड़ की पावन संस्कृति को मंच पर जीवंत किया। शाम की ठंडी बयार के बीच अगली प्रस्तुति बुंदेलखंड की ऐतिहासिक धरा से जुड़े प्रसिद्ध बधाई नृत्य की हुई। अभिलाष चौबे और साथी कलाकारों ने लोकनृत्य के माध्यम से जनपदीय संस्कृति के उल्लास को मंच पर बिखेरा। बधाई लोक नृत्य बुंदेलखंड अंचल का लोकप्रिय नृत्य है। इसे स्त्री एवं पुरुष दोनों ही मिलकर करते हैं। विवाह, तीज, त्यौहार, शिशु जन्म जैसे मांगलिक कार्य और धार्मिक अनुष्ठान के समय इस नृत्य को बुंदेलखंड में किए जाने की परंपरा रही है। कलाकार ढोलक, टिमकी, बांसुरी, लोटा और रामतुला जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ गारी गीत गाते हैं। भोजपुर महोत्सव में आए इन योगियों ने जन्म लियो रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां..., कोना घड़ी में राम रघुरैया कोना में किशन कन्हैया अवध में बाजे बधाइया..., नैना बंद लागे कहियो चोली बंद लागे कहियो, पीपर को पत्ता डुलत नैया... और लाल रंग डारो गुलाबी रंग डारो और रंग डारो केसरिया जे बंसी वारे सांवरिया नैना बंद... जैसे गीतों पर प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में गायन में आदित्य प्रजापति, ढोलक पर लीलाधर बेन, टिमकी पर अक्षय तिवारी, रामतुला पर आदर्श मिश्रा ने संगत दी। उज्जैन की हीरामणी वर्मा और उनके साथी मटकी नृत्य के माध्यम से भोजपुर के आकाश में अठखेलियां करते चंद्रमा की चंचलता को प्रकृति पर उतार लाए। नृत्य और गायन में उनकी वर्षों की साधना की झलक दिखाई दे रही थी। मालवा की लोकनृत्य मटकी, मांगलिक कार्यों और त्योहारों के अवसर पर ढोल की थाप पर किया जाता है। इसमें महिलाएं समूह में घुंघट निकालकर यह नृत्य करती हैं। इसमें आडा, खड़ा, रजवाड़ी, डंडे, मटकीऔर फूंदी नृत्य के साथ आखिरी में हाथों में घड़े लेकर सांगीतिक धुनों पर मटक-मटक कर नृत्य किया जाता है। कलाकारों ने सायबा म्हारे लईदो करण फूल झुमको..., भम्मर पेरूं तो म्हारी सासू लड़े..., उदिया तो पुर से सायबा बीज मंगाव..., हो जी देस परायो रईवर आवंगा... और हूं तो केसूर बिजूर का हाट गई... जैसी गीतों पर लोकनृत्य पेश किया। भोजपुर महोत्सव में ऋषभ शर्मा ने अपनी मधुर और भक्तिमय प्रस्तुति से श्रोताओं को संगीतमयी यात्रा पर ले गए। प्रस्तुति की शुरुवात "तिलक कामोद" राग में अपने घराने की परम्परा की झलक पेश कर श्रोताओं को संगीत की एक अद्भुत दुनिया में प्रवेश कराया। इसके बाद, उन्होंने "शंकरा" की मनमोहक धुन से माहौल को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए, ऋषभ शर्मा ने "ॐ नमः शिवाय" की भक्ति में लीन प्रस्तुति दी, जिससे पूरे पंडाल में शिवमय वातावरण बन गया। फिर, उन्होंने "शिव कैलाशवासी धौली धरों के राजा शंकर संकट हर ना (शिव शम्भो हरणा ) शंकर संकट हरना " गाकर भोलेनाथ की महिमा का गुणगान किया। इतना ही नहीं, ऋषभ शर्मा ने अपने गायन में शास्त्रों और नीति को भी शामिल किया। उन्होंने "चाणक्य" और "कौटिल्य" से जुड़ी रचनाएं प्रस्तुत कर दर्शकों को भारतीय संस्कृति और ज्ञान परंपरा की झलक दिखाई। अंत में, उन्होंने ‘तांडवम’ में जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌। डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्‌। की शानदार प्रस्तुति से पूरे माहौल को ऊर्जावान बना दिया। उनकी इस प्रस्तुति में शिव के तांडव की शक्ति और भावनाओं का जबरदस्त संगम देखने को मिला, जिसे सुनकर दर्शक रोमांचित हो उठे। ऋषभ शर्मा की इस संगीतमयी प्रस्तुति ने भोजपुर महोत्सव को यादगार बना दिया, और उनके मंत्रमुग्ध कर देने वाले गायन से हर कोई संगीत और भक्ति की गहराइयों में डूब गया।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। पिछले कुछ दिनों से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि रात में हल्‍की ठंड है। अब मार्च के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश के पश्चिम-उत्तरी हिस्से में हल्की बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से ऐसा हो सकता है। इससे पहले 3 दिन तक दिन-रात का पारा 2 से 3 डिग्री बढ़ा रहेगा। जिससे गर्मी का अहसास होगा।मौसम विभाग के अनुसार, 2 मार्च से नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। जिसका असर प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर है। गुरुवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। रात में भी पारा बढ़ सकता है। वहीं, 28 फरवरी को राजधानी भोपाल और इंदौर समेत कई शहर में दिन का पारा 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। इधर, बुधवार को भोपाल में सुबह से बादल छाए रहे। वहीं, रीवा, सतना, पन्ना और मैहर जिलों में भी मौसम बदला रहा। बाकी शहरों में आसमान साफ रहा। जिससे दिन के पारे में बढ़ोतरी देखने को मिली।पिछले 5 दिन से प्रदेश में हल्की ठंड पड़ रही है। बुधवार रात पचमढ़ी में तापमान 6.8 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 8.7 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 9.6 डिग्री और मंडला में 10.2 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 12.6 डिग्री, इंदौर में 17.6 डिग्री, ग्वालियर में 15.5 डिग्री, उज्जैन में 13.8 डिग्री और जबलपुर में पारा 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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मंदसौर । नगर की आस्था के केन्द्र भूतभावन अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने सुबह 4 बजे से ही मंदिर के द्वार खोल दिए थे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। मंदिर परिसर में करीब 200 पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। साथ ही मंदिर परिसर को सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी।   पशुपतिनाथ मंदिर के पुजारी कैलाश भट्ट के अनुसार प्रदोष के साथ महाशिवरात्रि का विशेष संयोग है। सुबह भगवान का दूध, दही और पंचामृत से विशेष अभिषेक किया गया। दिन में भी भगवान को दूध-दही से स्नान कराया गया। इसके बाद मेवा, भांग और फूलों से श्रृंगार किया गया। शाम को मंदिर के आराधना हॉल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ। सागर से आए जुगल किशोर नामदेव ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इंदौर की कविता तिवारी महादेव पर केंद्रित नृत्य प्रस्तुत किया जिसे दर्शको ने खूब सराहा।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय स्थित कुबेरेश्वर धाम में मंगलवार से सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव का आगाज हो गया है। यह महोत्सव 3 मार्च तक चलेगा। इसके लिए विट्ठलेश सेवा समिति और प्रशासन ने इस आयोजन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। महोत्सव को लेकर दो दिन पहले से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। रविवार रात तक पंडाल और डोम श्रद्धालुओं से भर गए। मंगलवार को कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने पंडाल की भोजनशाला में हजारों श्रद्धालुओं को नुक्ती, मिक्चर, रोटी, सब्जी और खिचड़ी-चावल का प्रसाद वितरण किया। प्रसिद्ध भजन गायक देंगे प्रस्तुति महोत्सव में 27 फरवरी और 1 मार्च को प्रसिद्ध भजन गायक अपनी प्रस्तुति देंगे। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से 2000 से अधिक सेवादार व्यवस्था के लिए पहुंचे हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। कथा में शामिल होने के लिए देश भर से लाखों भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। आयोजन के लिए यहां चार लाख स्क्वायर फीट में पांच डोम और भव्य पंडाल बनाए गए हैं, जो फुल हो गए थे। शिवमहापुराण समारोह को लेकर ट्रैफिक पुलिस द्वारा पहले ही पार्किंग व्यवस्था और रूट डायवर्ट किया गया था। भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए हजारों की संख्या में पुलिस के जवान दिन-रात अपनी सेवा दे रहे हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन ने भी एक दर्जन से अधिक विभागों के आला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। मंगलवार से पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा और रुद्राक्ष महोत्सव का सात दिवसीय आयोजन शुरू हो गया। जिसके लिए सुबह से रुद्राक्ष तैयार करने का सिलसिला जारी है। दोपहर में एक बजे से शाम 4 बजे तक कथा और रात्रि में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस बार रुद्राक्ष महोत्सव में एक करोड़ से अधिक रुद्राक्षों को अभिमंत्रित किया जाएगा। भगवान शिव पर भरोसा करना वह आपको कामयाबी दिलाएगा कथा के पहले दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव के अनेक गुण हैं, लेकिन शांत रहना, समदर्शी, विनम्रता और निम्रलता आदि गुणों को श्रद्धालु ले लें, तो शिव की प्राप्ति हो सकती है। आपके जीवन में जब भी असफलता और निराश आए, तो भगवान शिव पर भरोसा करना वह आपको कामयाबी दिलाएगा। भगवान शिव की आराधना करने वाला भक्त कभी दुखी नहीं रहता है। जीवन में कोई जीव अकेला नहीं, कभी खुद को अकेला महसूस न करें, शुभकर्म में किसी के साथ का इंतजार न करें। अकेले भी कर्म, धर्म करने का मौका मिलता है, तो इसे गंवाना मत। शिव की आराधना कोई भी कर सकता है। भगवान शिव पूजा-अर्चना सेठ से लेकर गरीब कर सकता है। भगवान तो सिर्फ भाव के भूखे हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख नहीं होना चाहिए-जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख नहीं होना चाहिए। परमात्मा अवतार धारण करके धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। कथा के श्रवण करने की सार्थकता तब ही सिद्ध होती है जब इसे हम अपने जीवन व व्यवहार में धारण कर निरंतर भगवान का स्मरण करते हैं। भगवान भोलेनाथ हर भक्त की सुनते हैं। भोले की भक्ति में शक्ति होती है। भगवान भोलेनाथ कभी भी किसी भी मनुष्य की जिंदगी का पासा पलट सकते हैं। बस भक्तों को भगवान भोलेनाथ पर विश्वास करना चाहिए और उनकी प्रतिदिन आराधना करनी चाहिए। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि इस सृष्टि में हम जिस विपत्ति को कांटों की चुभन की तरह कष्टकारक समझते है, उसका भी हमसे गुलाब के कांटों जैसा ही अनोखा रिश्ता है। गुलाब का कांटों के बीच खिलना हमारे जीवन के लिए प्रकृति का संदेश है कि जीवन फूलों की सेज नहीं है। जैसे गुलाब में केवल कोमलता ही नहीं होती, उसी तरह जीवन भी सुख-दुख का संगम है। जिसने यह रहस्य समझ लिया, वह हर अभिशाप को भी वरदान बना लेता है। गुलाब का फूल और मनुष्य का शरीर दुखों और कांटों के मध्य रहता है। हमें अपने जीवन को सरल और सहज बनाकर अपने आपको सुखी रखना है। शिव पुराण का यही संदेश है कि भगवान शिव की आराधना करने वाला नहीं रहता दुखी। भगवान भोलेनाथ की भक्ति में बहुत ही शक्ति है। भोलेनाथ पर विश्वास करने वालों की पलट जाती है किस्मत। जब भरोसा प्रबल हो जाए तो शिव मिलते हैं   उन्होंने कहा कि जब भरोसा प्रबल हो जाए तो शिव से मिलने में देरी नहीं होगी, यह केवल रुद्राक्ष उत्सव नहीं, यह भक्ति का सागर है साल भर में जो सात दिन है, इसमें पूरी आस्था और विश्वास के साथ भगवान शंकर की भक्ति करें, यहां से जो जाता है वो तीन माह बाद लौटकर आता है। यह देश में 12 ज्योर्तिलिंग में आस्था का देवालय है। जो थोड़ी सी गर्मी पाकर गर्म हो जाए वो हीरा नहीं कांच पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कुबेरेश्वरधाम पर आकर दिल से बाबा की भक्ति करे, हमारे अंदर का अहम और घमंड को त्याग कर सच्चे मन से बाबा को याद करें, उन्होंने कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि एक जौहरी के पास दो हीरे थे, एक नकली और एक असली, वह अनेक स्थानों पर गया, लेकिन किसी ने इन हीरों की पहचान नहीं की, लेकिन संत ने असली हीरे के बारे में बताते हुए कहा कि हीरा कितनी गर्मी पड़ जाए अपना तत्व नहीं खोता है, जो थोड़ी सी गर्मी पाकर गर्म हो जाए वो कांच और जो अधिक गर्मी पाकर भी अपने तत्व पर बना रहे वहीं हीरा होता है। इसी तरह धन की गर्मी, पद की गर्मी और सत्ता की गर्मी में नहीं हमें शिव की भक्ति में लीन होकर अपना जीवन सफल करना है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। कहीं धूप तो कहीं हल्की ठंड पड़ रही है। कुछ शहर ऐसे है जहां तापमान 10 डिग्री से भी कम दर्ज किया गया। भोपाल, जबलपुर समेत मध्यप्रदेश के 11 शहरों में रात का तापमान 12 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी, खजुराहो और मंडला भी ठंडे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार से तापमान में फिर बढ़ोतरी होगी। तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है।प्रदेश में पिछले चार दिन से हल्की ठंड पड़ रही है। कुछ शहर तो ऐसे हैं, जहां पारा 10 डिग्री से भी कम है। सोमवार-मंगलवार की रात में शाजापुर के गिरवर में 8.8 डिग्री, अशोकनगर के आंवरी में 9.5 डिग्री और शहडोल के कल्याणपुर में पारा 9.9 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल, जबलपुर, राजगढ़, उमरिया खजुराहो, मंडला में भी पारा कम रहा। इधर, मंगलवार को दिन में मिला-जुला असर देखने को मिला। धूप तो खिली लेकिन ज्यादा चूभने वाली नहीं थी। हालांकि, तापमान बढ़ा हुआ रहा। भोपाल समेत कई शहरों में तापमान 31 डिग्री या इससे अधिक ही दर्ज किए गए।मौसम विभाग के अनुसार, अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से ऐसा मौसम है। बुधवार को भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा, फिर दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। आज बुधवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी के साथ कहीं-कहीं बादल छाने का भी अनुमान है। वहीं, 27 फरवरी को दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जो अगले एक-दो दिन तक रहेगी।  

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मंदसौर । महाशिवरात्रि पर्व को लेकर क्षेत्र में भक्तों की आस्था के केन्द्र भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इससे पूर्व सोमवार की शाम को प्रबंध समिति की बैठक भी हुई जिसमें कलेक्टर अदिति गर्ग और एसपी अभिषेक आनंद और विधायक विपिन जैन ने मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों और पुजारियों के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई अहम निर्णय लिए गए। मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग पॉइंट बनाए गये है। दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर की सज्जा और विद्युत व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।  सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर और शहर में 200 पुलिसकर्मियों की शिफ्ट वाइज तैनाती की जाएगी। कलेक्टर ने जिले के अन्य मंदिरों में भी बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सभी मेला स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ट्रैफिक प्लान भी तैयार किया गया है। श्रद्धालुओं से अच्छा सरल सहज व्यवहार करें-एसपीमंगलवार को मंदिर परिसर में जिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगेंगे उस व्यवस्था को देखने एसपी अभिषेक आनंद खुद मंदिर पहुंचे और ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि मंदसौर भगवान पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में आने वाले सभी श्रद्धालुओं से सरल सहज हाथ जोड़ कर सभी भक्तों से अच्छा व्यवहार करें। एसपी श्रीआनन्द ने श्रद्धालुओं से भी अपील करते हुए कहा आप सभी भी ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के निर्देश का पालन करें यह सब आप सभी को सुलभ सरल दर्शन करवाने हेतु इनकी ड्यूटी लगाई गई है।

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भोपाल । भोपाल में  शुरू हुई दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में एमपी टूरिज्म बोर्ड का पवेलियन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल, प्राचीन मंदिर, राजसी किले और लुभावने प्राकृतिक स्थलों को नवीन तकनीक और इंटरैक्टिव पैनल के माध्यम से प्रदर्शित किया जा गया है। यहां डेलिगेट्स ने होलोग्राम के जरिए महांकाल के सजीव दर्शन कराये जा रहे हैं। उन्हें उज्जैन से विशेष रूप से मंगाया गया बाबा महाकाल का प्रसाद भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही साइक्लिंग करते हुए वर्चुअल रियलिटी के ज़रिए ओरछा, खजुराहो और सांची स्तूप के साथ वन्य जीवन का अनुभव कराया जा रहा है। पवेलियन में वेलनेस टूरिज्म को प्रदर्शित करते हुए साउंड हीलिंग तकनीक का विशेष जोन बनाया गया है। प्रदेश के पारंपरिक हस्तशिल्प बाग प्रिंट का लाइव काउंटर में डेलिगेट्स बाग प्रिंट को करीब से जानने के साथ साड़ी, स्टोल जैसे उत्पाद भी खरीद रहे हैं। जीआईएस के पलो को यादगार बनाने के लिए मोगली सेल्फी पॉइंट स्थापित किया गया हैं। जिसमें डेलीगेट्स जंगल बुक के कैरेक्टर मोगली, बघीरा सहित चीता और बाघ के साथ सेल्फी ले सकते है। पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा "जीआईएस में आने वाले मेहमानों को म.प्र. के ऐतिसाहिक, प्राकृतिक, सांस्कृतिक स्थलों से अवगत कराने के उद्देश्य से आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। वर्चुअल अनुभव से न केवल राज्य की विरासत को व्यापक स्तर पर प्रचार मिलेगा, बल्कि डेलिगेट्स में हमारे पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षण भी बढ़ेगा। पवेलियन में होलोग्राम के जरिये महाकाल के दर्शन और ओरछा की वर्चुअल टूर को सराहा जा रहा है। साथ ही पवेलियन में पधारने वाले निवेशकों और डेलिगेट्स को प्रदेश में पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के अवसर और नवीन पर्यटन नीति के प्रावधानों से भी अवगत कराया जा रहा है। डेलिगेट्स के लिए उज्जैन और सांची बने पहली पसंद   ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए देश-विदेश के प्रतिनिधियों के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन ने विशेष यात्रा टूर प्लान किया है। डेलिगेट्स ने उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के साथ ही, सांची के बौद्ध स्तूप, भोजपुर के शिव मंदिर और भीम बेटका की ऐतिहासिक गुफाओं में रुचि व्यक्त की है। साथ ही पर्यटन ग्राम खारी को भी डेलिगेट्स द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है, जहां डेलिगेट्स ग्रामीण जीवनशैली और स्थानीय संस्कृति का अनुभव ले रहे हैं। मध्य प्रदेश पर्यटन की शानदार मेहमाननबाजी का ले रहे हैं लुत्फ   मध्य प्रदेश पर्यटन GIS में आए मेहमानों को राज्य के ऐतिहासिक, प्राकृतिक, सांस्कृतिक स्थलों से अवगत कराने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग भी कर रहा है। इससे न केवल राज्य की विरासत को व्यापक स्तर पर प्रचार मिल रहा है, बल्कि डेलीगेट्स में हमारे पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षण भी बढ़ा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार और पुरातत्व विभाग के सहयोग से राज्य के सभी पुरातात्विक और एएसआई संरक्षित स्मारकों पर प्रतिनिधियों के लिए नि:शुल्क प्रवेश की सुविधा दी गई है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश पर्यटन द्वारा सहायता डेस्क और यात्रा सहायकों की भी विशेष व्यवस्था की गई, जिससे मेहमानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। मध्य प्रदेश की जनजातीय कला और संस्कृति का भव्य प्रदर्शन   प्रदेश की जनजातीय और स्थानीय संस्कृति के साथ जनपदीय संस्कृति को सजीव रूप में प्रस्तुत करने के लिए सांस्कृतिक ग्राम विकसित किया गया है। इसमें प्रदेश की जनजातीय और लोक कलाकारों की अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन भी किया जा रहा है। सांस्कृतिक परिदृश्य की झलक प्रस्तुत करते जनजातीय नृत्य, पारंपरिक वस्त्र, चित्रकारी, मिट्टी और धातु शिल्प के साथ लोक संगीत सभी डेलीगेट को अपनी ओर अनायास ही आकर्षित कर रहे है। विशेष रूप से जनजातीय नृत्य बोंगा, बैगा, सहरिया, कोल और कोरकू जनजातियों के पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। चंदेरी और महेश्वरी साड़ियों, बाग प्रिंट, मिट्टी के बर्तन, धातु के आभूषण और लकड़ी के खिलौने मध्य प्रदेश की शिल्प कला का उत्कृष्ट नमूना प्रस्तुत किया जा रहा है। निमाड़ और बुंदेलखंड के लोक गायकों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक गीत संगीत की प्रस्तुति दी जा रही हैं।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है। कभी गर्मी का एहसास हो रहा हो तो कभी हल्की ठंड का। सोमवार रात की बात करें तो कई शहरों के न्यूनतम तापमान में उछाल आया है। जबकि पहाड़ों पर बर्फबारी होने और उत्तरी हवाएं चलने के कारण प्रदेश के कई शहरों के रात के तापमान में हल्की गिरावट आई। सोमवार को भोपाल में बादल छाए रहे, जबकि पचमढ़ी की रात सबसे ठंडी रही। ऐसा ही मौसम मंगलवार को भी बना रहेगा, लेकिन इसके बाद पारे में 2 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से ऐसा मौसम है। मंगलवार को भी असर बना रहेगा, लेकिन बुधवार से पारे में फिर से बढ़ोतरी होने लगेगी। इससे दिन-रात में हल्की गर्मी का एहसास होगा। इससे पहले सोमवार को भोपाल, इंदौर, दमोह, उमरिया, बालाघाट समेत कई शहरों में दिन के तापमान में गिरावट हुई। वहीं, रतलाम, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम, गुना, बैतूल, जबलपुर आदि शहरों में पारे में बढ़ोतरी हुई। खंडवा-खरगोन और रतलाम में तो तापमान 33 डिग्री के पार पहुंच गया। इन शहरों में मंगलवार को पारा लुढ़क सकता है।आज भोपाल, जबलपुर-ग्वालियर और इंदौर में दिन के तापमान में गिरावट हो सकती है। इंदौर संभाग के खंडवा-खरगोन और उज्जैन संभाग के रतलाम में पारा बढ़ा हुआ रहने का अनुमान है। जबकि 26 फरवरी को दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जो अगले एक-दो दिन तक रहेगी।

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उज्जैन । सनातन धर्म परंपरा में जिस प्रकार शक्ति की आराधना के लिए देवी मंदिरों में नवरात्रि मनाई जाती है, उसी प्रकार उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि मनाई जाती है। बारह ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में ही शिव नवरात्रि उत्सवपूर्वक मनाई जाती है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का यह उत्सव फाल्गुन कृष्ण पंचमी 17 फरवरी से प्रारम्भ हो गया है। यह महाशिवरात्रि महापर्व के अगले दिन तक चलेगा | इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान जी के पट दर्शन हेतु लगभग 44 घंटे दर्शन हेतु खुले रहेगे। * 26 फरवरी 2025 (25 फरवरी की रात्रि) महाशिवरात्रि महापर्व पर भस्मार्ती हेतु महाकालेश्वर भगवान जी के मंगल पट प्रात: 02:30 बजे खुलेगे| भस्मारती उपरांत प्रातः 07:30 से 08:15 दद्योदक आरती, प्रातः 10:30 से 11:15 तक भोग आरती के पश्यात दोपहर 12 बजे से उज्जैन तहसील की ओर से पूजन-अभिषेक संपन्न होगा| सायं 04 बजे होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन व सायं पंचामृत पूजन के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर को नित्य संध्या आरती के समान गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जायेगा|  रात्रि में सायं 07 बजे से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुण्ड के तट पर विराजित श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन, सप्तधान्य अर्पण, पुष्प मुकुट श्रृंगार (सेहरा) के उपरान्त आरती की जायेगी | 26 फरवरी 2025 की रात्रि 11 बजे से सम्पूर्ण रात्रि के साथ ही 27 फरवरी प्रात: 06 बजे तक भगवान श्री महाकालेश्वर जी का महाअभिषेक पूजन चलेगा | जिसमे एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ व विभिन्न मंत्रो के माध्यम से 11 ब्राह्मणों द्वारा देवादिदेव भगवान श्री महाकालेश्वर जी का अभिषेक किया जायेगा | उसके पश्यात भस्म लेपन, विभिन्न प्रकार के पाच फलो के रसो से अभिषेक, पंचामृत पूजन (101 लीटर दूध, 31 किलो दही, 21 किलो खांडसारी , 21 किलो शहद, 15 किलो घी), गंगाजल, गुलाब जल, भाँग आदि के साथ केसर मिश्रित दूध से अभिषेक किया जायेगा | फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी 27 फरवरी 2025 गुरुवार अभिषेक उपरांत भगवान को नवीन वस्त्र धारण कराये जाकर सप्तधान्य का मुखारविंद धारण कराया जायेगा | जिसके उपरांत भगवान श्री महाकालेश्वर जी को सप्तधान्य अर्पित किया जाएगा जिसमे चावल, खडा मूग, तिल, गेहू, जौ, साल, खड़ा उडद सम्मिलित रहेगे |श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियो द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधा जाएगा | भगवान श्री महाकालेश्वर जी को चंद्र मुकुट, छत्र, त्रिपुंड व अन्य आभूषणों से श्रृंगारित किया जायेगा | भगवान पर न्योछावर नेग स्वरुप चांदी का सिक्का व बिल्वपत्र अर्पित की जायेगी | श्री महाकालेश्वर भगवान की सेहरा आरती की जायेगी व भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल, पञ्च मेवा आदि का भोग अर्पित किये जायेगे| 27 फरवरी 2025 को प्रातः सेहरा दर्शन के उपरांत वर्ष में एक बार दिन में 12 बजे होने वाली भस्मार्ती होगी | भस्मार्ती के बाद भोग आरती होगी व शिवनवरात्रि का पारणा किया जायेगा | 27 फरवरी को सायं पूजन, सायं आरती व शयन आरती के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर जी के पट मंगल होगे | 01 मार्च 2025 शनिवार को वर्ष में एक बार एक साथ होने वाले पंचमुखारविन्द (पाँच स्वरूप एक साथ) के दर्शन के साथ महाशिवरात्रि पर्व का समापन होगा |  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है। एक बार फिर हल्की सर्दी का दौर शुरू हो गया है। दिन में ठंडी हवा चल रही है तो रातें सर्द हैं। रविवार की रात प्रदेश के 3 शहरों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। पचमढ़ी में तापमान 6.1 डिग्री पहुंच गया। प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, सागर, शहडोल-रीवा के साथ भोपाल संभाग में भी पारा लुढ़का है। अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इस दौरान दिन-रात के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। 24-25 फरवरी को हल्की सर्दी का एहसास होगा।मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी में कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होते हैं। इस बार भी ऐसा ही है। इस वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। फिलहाल, बारिश होने के आसार नहीं हैं। आज सोमवार को भोपाल, जबलपुर-ग्वालियर में दिन में सर्द हवा चल सकती है। रात में भी तापमान में गिरावट होने का अनुमान है। 25 फरवरी को दिन-रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी, लेकिन इसके बाद फिर से तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। रविवार को ज्यादातर जिलों में धूप तो खिली रही, लेकिन हवाओं से ठंडक बनी रही। भोपाल में हवा की रफ्तार 8 से 10 किमी प्रतिघंटा रही। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य शहरों में भी मौसम बदला रहा।रविवार की रात छतरपुर के खजुराहो में 4.6 डिग्री की गिरावट के साथ पारा 10.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। छिंदवाड़ा में 4.2 डिग्री की गिरावट हुई और पारा 13 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 6.1 डिग्री, कल्याणपुर में 9 डिग्री, शाजापुर से जुड़े गिरवर में 9.3 डिग्री, उमरिया में 10.3 डिग्री, राजगढ़ में 10.6 डिग्री, मंडला में 11.4 डिग्री और बैतूल-नौगांव में 12.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल में 11.4 डिग्री, ग्वालियर में 11.8 डिग्री, जबलपुर में 11.4 डिग्री, उज्जैन में 13.4 डिग्री और इंदौर में 16 डिग्री तापमान रहा।  

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रतलाम । मध्य प्रदेश के रतलाम रेल मंडल में साेमवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब, जब कोच छोड़ रेल का इंजन आगे निकल गया। यहां रतलाम रेल मंडल के बड़ायला चौरासी स्टेशन पर चित्तौड़गढ़ जा रही डेमू ट्रेन की कपलिंग टूटने से ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। ट्रेन का इंजन निकल कर आगे चला गया। ट्रेन का आधा हिस्सा स्टेशन से पार हो गया था, उस समय यह घटना घटी। अचानक से हुए घटनाक्रम से यात्रियों में हड़कंप मच गया। रतलाम रेल मंडल डीआरएम अश्वनी कुमार ने घटनाक्रम के जांच के आदेश दिए है। घटना में किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है।जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 9:56 बजे रतलाम से रवाना हुई 79303 रतलाम-चित्तौड़गढ़ डेमू ट्रेन 10:24 बजे बड़ायला चौरासी पहुंची। यहां से आगे रवाना होने के दौरान ही ट्रेन से इंजन अलग हो गया। इस दौरान ट्रेन की गति धीमी थी, जिससे बगैर इंजन का रैक कुछ दूर आगे जाकर रुक गया। घटना की सूचना मिलते ही रेल प्रशासन हरकत में आ गया। वहीं जिला पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। यात्री भी घबराकर कोच से उतर गए। ट्रेन की गति धीमी होने से बड़ा हादसा टल गया। एकदम हुए घटनाक्रम से रेल यात्री घबरा गए। ट्रेन से उतर कर बाहर प्लेटफॉर्म पर तो कुछ पटरियों के किनारे खड़े हो गए। घटना की सूचना रतलाम रेलवे कंट्रोल को दी गई। सूचना मिलने पर अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। बाद में इंजन को दोबारा जोड़कर ट्रेन को करीब 11:50 बजे रवाना किया। इसके चलते ट्रेन करीब 1:30 घंटा लेट हो गई। बडायला चौरासी स्टेशन मास्टर योगेश यादव ने बताया- तकनीकी खराबी के कारण कपलिंग टूटने से इंजन ट्रेन से अलग हो गया। दूसरा इंजन बुलवाकर ट्रेन को एक घंटे में रवाना किया। वहीं रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि कपलिंग टूटने से इंजन अलग हुआ है। किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। जांच के आदेश दिए हैं।  

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छतरपुर । मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित 51वें खजुराहो नृत्य समारोह का तीसरा दिन संस्कृति के रंगों से भरा रहा। समारोह के तीसरे दिन शनिवार की शाम कुचिपुड़ी, कथक, मोहिनीअट्टम और कथकली नृत्य के नाम रही। नृत्य महोत्सव के मुक्ताकाशी मंच पर देश-विदेश के साधनारत कलाकारों ने शिव की परम्‍परा को साकार किया। 51 वें नृत्य समारोह परिसर में कहीं संस्कृति के रंग बिखरे हुए हैं, तो कहीं सजीव चित्रांकन तो कहीं पारंपरिक शिल्प से स्टॉल सजे हुए हैं। जहां कलाकार और कला प्रेमियों का भारतीय कलाओं के प्रति अनंत आस्था और समर्पण देखते ही बना। खजुराहो नृत्य समारोह की समृद्धि और प्रसिद्धि का अंदाजा मंच के सामने बैठे दर्शकों की संख्या को देखकर ही लगाया जा सकता था।  

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उज्जैन । भारत और पाकिस्तान के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का मैच आज रविवार काे दुबई में खेला जा रहा है। इस महामुकाबले को लेकर देशभर में उत्साह चरम पर है। टीम इंडिया की जीत के लिए देश भर में दुआ की जा रही है। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में भी इसके लिए विशेष पूजा की गई। पुजारियों ने गर्भगृह में टीम इंडिया की तस्वीर रखकर जलाभिषेक किया और मंत्रोच्चार के साथ जीत की कामना की।   भारत और पाकिस्तान के बीच महा मुकाबले से पहले रविवार काे उज्जैन स्थित ज्योर्तिलिंग महाकाल मंदिर में भारतीय टीम की शानदार जीत के लिए विशेष पूजा अर्चना की गई। मंदिर के पुजारियों ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों की फोटो गर्भ गृह में लेकर भगवान महाकाल का पूजन किया और मंत्रोच्चार के बीच उनका आशीर्वाद लिया। महाकाल मंदिर परिसर स्थित श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में भी विशेष पूजा का आयोजन किया गया। यहां भगवान गणेश के सामने टीम की तस्वीर रखकर गणपति अथर्व शीर्ष का पाठ किया गया। वहीं, दूसरी ओर मां बगलामुखी मंदिर में हल्दी-मिर्च के साथ खास हवन किया गया।महाकाल मंदिर स्थित श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर के पुजारी पंडित दिलीप उपाध्याय (चम्मू गुरु) ने बताया कि भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर भारत ही नहीं दुनिया भर में उत्साह है। चैंपियंस ट्रॉफी मैं पाकिस्तान के खिलाफ भारत को विजयश्री मिले। इसी कामना को लेकर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भग्रह में टीम इंडिया के खिलाड़ियों की तस्वीर रखकर विशेष पूजा अर्चना की गई। पुजारी ने विशेष मंत्रों के साथ पूजा की और बाबा महाकाल से यह कामना की । सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में भी विशेष पूजा की गई। पूजा-अर्चना के साथ गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ ब्राह्मणों द्वारा किया गया। स्वस्तिवाचन किया गया। आज यह कामना की है कि मैच में भारत इतने बड़े स्कोर से जीत दर्ज करे कि पाकिस्तान याद रखें।   इधर, भैरवगढ़ रोड़ स्थित मां बगलामुखी मंदिर में भर्तृहरि गुफा के महंत पीर योगी रामनाथ महाराज और पीर योगी महावीरनाथ की मौजूदगी में 51 वैदिक ब्राह्मण बटुकों ने मंदिर में हवन किया। महंत रामनाथ महाराज ने कहा कि भारत की प्रचंड जीत हो, इसके लिए देवी मां से प्रार्थना करते हुए यज्ञ अनुष्ठान किया है। मिर्च, हल्दी, नारियल के साथ हवन सामग्री का उपयोग करते हुए भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों के नाम से यज्ञ किया है। देवी मां की कृपा से भारत की प्रचंड जीत होगी।  

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भोपाल  । मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम बदल गया है। तापमान में गिरावट की वजह से ठंड बढ़ने लगी है। ठंडी हवा ने कई शहरों में ठिठुरन बढ़ा दी है। दिन में ठंडी हवा चल रही तो रातें सर्द हैं। शनिवार रात ग्वालियर और भोपाल संभाग में करीब 3 डिग्री तक पारा लुढ़का है। अगले दो दिन यानी, रविवार-सोमवार को 2 से 3 डिग्री तक पारा और लुढ़केगा। वहीं, आखिरी सप्ताह में दिन में गर्मी और रातें ठंडी रहेगी।मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में 3 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 12 डिग्री पर आ गया। ग्वालियर में 14.7 डिग्री, इंदौर में 16 डिग्री, उज्जैन में 13 डिग्री और जबलपुर में पारा 14.2 डिग्री रहा। धार, गुना, खरगोन, रतलाम, राजगढ़, मंडला, रीवा, सागर, सिवनी, टीकमगढ़ और बालाघाट में भी पारे में गिरावट देखने को मिली। शनिवार को भी मौसम में बदलाव देखने को मिला। धूप तो खिली रही, लेकिन हवाओं से ठंडक बनी रही। इस कारण दिन में चूभन वाली धूप नहीं रही। भोपाल में हवा की रफ्तार 8 से 10 किमी प्रतिघंटा रही। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य शहरों में भी मौसम बदला रहा।मौसम विभाग का कहना है कि फरवरी के आखिरी दिनों में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। वर्तमान में दक्षिण पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम है। वहीं, उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में भी मौसम बदला है। 24 फरवरी को उत्तर-पश्चिम भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। जिसका असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। आज रविवार को भोपाल में ठंडी हवा चलेगी। रात और सुबह सर्दी का असर रहेगा। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी मौसम बदला हुआ रहेगा। जबकि 24 फरवरी को दिन-रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी, लेकिन इसके बाद फिर से बढ़ोतरी होने लगेगी।  

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उमरिया। जिले में बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। शनिवार को फिर एक बाघ का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। वन विभाग को सूचना मिलते ही पाली एसडीओ अपने अमले के साथ मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गए और इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है ।   पाली एसडीओ दिगेन्द्र सिंह ने बताया कि जैसे ही हमें सूचना मिली तत्काल घटना स्थल पर पहुंच कर जांच कर रहे हैं, मृत बाघ का शव पाली रेंज के करकटी बीट से सटे राजस्व क्षेत्र में पाया गया है। हम लोग डॉग स्क्वायड बुलाकर पता करने में लगे हैं। बाघ पूर्ण वयस्क है और लगभग 2 दिन पूर्व इसकी मौत हुई होगी। अभी इसका पोस्टमार्टम नही हुआ है इसलिये इसके मौत के कारणों का सही पता नही चल पा रहा है वहीं नर है या मादा इसका भी पता पोस्टमार्टम के बाद चल सकेगा।   गौरतलब है कि सामान्य वन मण्डल का पाली और घुनघुटी रेंज बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र से सटा हुआ होने के कारण बाघों का मूवमेंट दोनो रेंज में लगातार बना रहता है और इस क्षेत्र में शिकारी भी सक्रिय रहते हैं, लेकिन सामान्य वन मण्डल का अमला सघन गश्त नही करता है जिसके चलते कई घटनाएं हो चुकी हैं।

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इंदौर । भोपाल में आयोजित होने वाली मध्य प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए इंदौर में व्यापक तैयारियां जारी है। यह समिट भोपाल में 24 एवं 25 फरवरी को आयोजित होगी। जिसमें देश व विदेश से इन्वेस्टर शामिल होंगे। अनेक इन्वेस्टर इंदौर होकर भोपाल जाएंगे, जिनके स्वागत के लिए इंदौर एयरपोर्ट पर व्यापक तैयारियां की गई है। मेहमानों का भारतीय परंपरा अनुसार तिलक व मालवी पगड़ी पहनाकर स्वागत व सत्कार किया जायेगा। सेल्फी प्वाइंट भी जनसम्पर्क अधिकारी महिपाल अजय ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर यात्रा की स्मृति को सहजने के लिए एक सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया है, जिसमें इंदौर की खासियत राजवाड़ा की प्रतिकृति बनाई गई है। उद्योगपति अपनी सेल्फी लेकर इंदौर की यात्रा को सहेज सकते हैं। समिट में इंदौर संभाग से सैकड़ों की संख्या में उद्योगपति होंगे शामिल मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए भोपाल में 24 एवं 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इंदौर संभाग में भी निवेश की अपार संभावनाएं बन रही है। इंदौर संभाग में निवेश के लिए हर तरह का अनुकूल वातावरण, सुविधा और संसाधन उपलब्ध है। भोपाल की इन्वेस्ट समिट में इंदौर संभाग के सैकड़ों उद्योगपति शामिल होंगे और निवेश की संभावनाएं तलाशेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर क्षेत्र के उद्योगपतियों को इन्वेस्ट समिट में शामिल होने का न्योता देने के लिए स्वयं इंदौर आए थे। उन्होंने उद्योगपतियों से इन्वेस्ट समिट में शामिल होने और निवेश करने का आह्वान किया था। बताया गया कि इंदौर संभाग के झाबुआ , अलीराजपुर सहित सभी जिलों के सैकड़ों की संख्या में उद्योगपति इन्वेस्ट समिट में शामिल होंगे। समिट में इंदौर जिले से 644, धार से 248, खंडवा से 81, खरगोन से 70, झाबुआ से 25, अलीराजपुर से 27, बड़वानी से 57 और बुरहानपुर से 55 उद्योगपति शामिल होंगे।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार से दिन के तापमान में गिरावट आयी है। यहां तापमान 2 डिग्री तक लुढ़का है। मौसम विभाग ने रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने की संभावना जताई है। आज शनिवार को भोपाल-ग्वालियर में बादल छा सकते हैं, जबकि इंदौर, उज्जैन में आसमान साफ रहेगा। हालांकि 24 फरवरी से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने की संभावना है। जिसका प्रभाव प्रदेश में देखने को मिलेगा। जिससे तापमान बढ़ सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी के आखिरी दिनों में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। वर्तमान में दक्षिण पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम है। वहीं, उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में भी मौसम बदला है। शुक्रवार से दिन के तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया। कई शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री से नीचे रहा।भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, गुना, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, रायसेन, रतलाम, खजुराहो, नरसिंहपुर, उमरिया में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, गुरुवार-शुक्रवार की रात में भी पारे में हल्की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि 24 फरवरी को उत्तर-पश्चिम भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। जिसका असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। दिन और रात के तापमान में बढोत्‍तरी होगी।   बात करें मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों के न्यूनतम तापमान की तो भोपाल में 14.4, ग्वालियर में 14.8, इंदौर में 16.8, पचमढ़ी में 11.5, राजगढ़ में 14.6, उज्जैन में 14.5, मंडला में 13.6, जबलपुर में 14.02 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, अधिकतम तापमान भोपाल में 31.6, ग्वालियर में 28.8, इंदौर में 30.6, पचमढ़ी में 26.5, उज्जैन में 31.4, जबलपुर में 31.5 और खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । फिल्म अभिनेता दर्शन कुमार शुक्रवार काे उज्जैन पहुंचे। यहां उन्हाेंने विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किये। इसके साथ ही अभिनेता दर्शन कुमार ने अपनी आने वाली फेमस ओटीटी सीरीज आश्रम 3 की सफलता के लिए महाकाल से आशीर्वाद लिया है।   अभिनेता दर्शन कुमार शुक्रवार काे बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। यहां उन्होंने करीब दाे घंटे नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती को देखा। उन्होंने भस्म आरती के बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन किया और जय श्री महाकाल का उद्घोष करते भी नजर आए। पूजन पंडित अर्पित पुजारी ने सम्पन्न करवाया। इस दौरान दर्शन को दुपट्टा उड़ाकर प्रसाद भेंट कर सम्मान किया गया।   दर्शन करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अभिनेता ने कहा कि भस्म आरती में मुझे कैसा लगा यह मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। भस्म की आरती जादुई थी, मैजिकल मूवमेंट में मैंने अपने आपको खो दिया। इस दौरान यहां जो वातावरण भस्म आरती के दौरान था वैसा मैंने कभी नहीं देखा। शिव भगवान की आरती से रोंगटे खड़े हुए हर भक्त झूम रहा था। सब श्रद्धालु जोश से ताली बजा रहे थे। भगवान शिव की माया अद्भुत है। उनकी एनर्जी पॉजिटिव है। आज उन्होंने मुझे यहां बुला लिया मैं उनका जितना धन्यवाद दूं, उतना कम है। आज मैं जो भी हूं भगवान शिव की कृपा से हूं। बाबा महाकाल के दर्शन पाकर धन्य हुआ। उनका आशीर्वाद है कि आश्रम 3 के टीजर के रिलीज के बाद अगले ही दिन मुझे उन्होंने मुझे बुला लिया।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में मौसम ने करवट बदल ली है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में तापमान बढ़ने लगा है। हालांकि आज शुक्रवार से एक बार फिर मौसम में बदलाव आने के संकेत है। दिन-रात का पारा फिर से लुढ़केगा। मौसम विभाग ने तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने का अनुमान जताया है। भोपाल-ग्वालियर में बादल छा सकते हैं, जबकि इंदौर, उज्जैन में आसमान साफ रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी के आखिरी दिनों में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। वर्तमान में दक्षिण पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम है। वहीं, उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में भी मौसम बदला है।प्रदेश में गुरुवार को तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिन का तापमान 30 डिग्री से ज्यादा ही रहा। सबसे ज्यादा 34 डिग्री खरगोन में दर्ज किया गया। वहीं, सिवनी, मंडला, गुना, खंडवा और रतलाम में तापमान 33 डिग्री के पार पहुंच गया। दमोह, खजुराहो, सागर, धार, नर्मदापुरम में तापमान 31 डिग्री या इससे अधिक ही दर्ज किया गया। भोपाल में 31.6 डिग्री, इंदौर में 30.6 डिग्री, ग्वालियर में 28.8 डिग्री और उज्जैन में 31.4 डिग्री रहा। रात के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिली। हालांकि, शुक्रवार से तापमान में गिरावट होने लगेगी। गुरुवार को मुरैना और भिंड में हल्की बारिश भी दर्ज की गई।

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राजगढ़ । राजगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम जलालिया में शुक्रवार दोपहर पेड़ से पत्तियां तोड़ने के दौरान दो बुजुर्गों पर मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। जिसमें से एक ने पानी से भरे गड्डे में कूदकर जान बचाई, वहीं हमले में 65 वर्षीय व्यक्ति गंभीर से घायल हो गया, जिसका जिला चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है।     जानकारी के अनुसार ग्राम जलालिया निवासी गोकुल (75) पुत्र देवीलाल वर्मा और मांगीलाल(65) पुत्र घीसालाल लोहार जंगल में बकरियों के लिए पत्तियां लेने गए थे और वह बांस के डंडे में दराता बांधकर पत्ती तोड़ रहे थे। तभी मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया, जिस पर गोकुल वर्मा तुरंत पास में पानी से भरे गड्डे में कूद गया, जिससे वह बच गया। वहीं मांगीलाल मधुमक्खियों के हमले से गंभीर रुप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची एम्बुलेंस वाहन की मदद से उनकाे जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां इलाज किया जा रहा है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश के 15 हजार से अधिक डॉक्टराें ने आज यानि गुरुवार से अपनी विभिन्न मांगाें काे लेकर आंदोलन शुरू किया है। प्रदेशभर में गुरुवार से सरकारी डॉक्टर कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर प्रदेशभर के सरकारी डॉक्टरों ने एकजुट होकर आंदोलन करने का ऐलान किया है। आंदोलन की शुरुआत राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल के ब्लॉक-2 के सामने हुई, जहां डॉक्टर्स ने विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में मेडिकल ऑफिसर्स, चिकित्सा शिक्षक, चिकित्सक और जूनियर डॉक्टर शामिल रहे।   दरअसल, लंबे समय से लंबित डीएसीपी, सातवें वेतन का लाभ व चिकित्सकों के कार्य में बढ़ती प्रशासनिक दखलंदाजी जैसी अन्य मांगें को लेकर डाॅक्टर अपना विराेध जता रहे है। चिकित्सक महासंघ ने आंदोलन की घोषणा की है। चिकित्सक महासंघ ने अपनी प्रमुख मांगों में उच्च न्यायालय द्वारा आदेशित उच्च स्तरीय समिति का गठन, कैबिनेट से पारित डीएसीपी और एनपीए का सही क्रियान्वयन, सातवें वेतनमान का वास्तविक लाभ और चिकित्सा क्षेत्र में प्रशासनिक दखलंदाजी को रोकने जैसी मांगें शामिल की हैं। डॉक्टरों ने सरकार से जल्द से जल्द इन मुद्दों पर निर्णय लेने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है।चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीया ने बताया कि यह आंदोलन प्रदेश के 52 जिला अस्पतालों, कम्युनिटी अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है। गुरुवार काे काली पट्टी बांधकर काम किया गया। 21 फरवरी काे प्रतीकात्मक रूप से आवश्यक दवाइयों की होली जलाकर विरोध जताया जाएगा। 22 फरवरी काे प्रदेशव्यापी सामूहिक चिकित्सक उपवास किया जाएगा। विभिन्न स्थानों पर टेंट और स्टेज लगाकर विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। 24 फरवरी काे आंदोलन को और व्यापक बनाने की योजना। चिकित्सा बचाओ-चिकित्सक बचाओ प्रदेशव्यापी जन आंदोलन की घोषणा और आगामी निर्णय का ऐलान किया जाएगा। डॉ. राकेश मालवीय ने बताया कि यह आंदोलन किसी नई मांग को लेकर नहीं है। हमारी पुरानी मांगें आज भी वैसी ही बनी हुई हैं। इनमें से कुछ मांगों पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा आदेश भी जारी किए जा चुके हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन अभी तक नहीं हुआ है। इसके अलावा, कैबिनेट से पारित डीएसीपी का भी डॉक्टरों को पूरा लाभ नहीं मिला है। सरकार को इन सभी मुद्दों पर जल्द निर्णय लेना चाहिए और आदेश जारी करने चाहिए, जिससे हमारा आंदोलन समाप्त हो सके। हमारा मकसद केवल न्याय पाना है, आंदोलन करना नहीं।"ये है प्रमुख मांगे?- उच्च न्यायालय के आदेशानुसार उच्च स्तरीय समिति का गठन- कैबिनेट से पारित डीएसीपी का सही क्रियान्वयन- 7वें वेतनमान का पूरा लाभ- चिकित्सा क्षेत्र में प्रशासनिक दखलंदाजी पर रोक

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। कई जगह बादल छाए रहे तो कहीं गर्मी का असर रहा। हालांकि फरवरी के आखिरी दिनों में एक बार फिर मौसम बदलेगा और 21 फरवरी से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने का अनुमान है। आज गुरुवार को भोपाल में बादल छा सकते हैं। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में गर्मी का असर रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, अभी दक्षिण पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम है। वहीं, उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में भी मौसम बदला है। बुधवार को भोपाल समेत कई शहरों में बादल छाए रहे। दूसरी ओर, इंदौर-उज्जैन में दिन में गर्मी का असर देखा गया। भोपाल में दिन का तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 27.3 डिग्री, रायसेन में 29 डिग्री, नरसिंहपुर में 29.2 डिग्री, नौगांव में 28 डिग्री रहा। कई शहरों में दिन के तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, रात में पारे में बढ़ोतरी देखने को मिली है। बुधवार की रात सिवनी-दमोह में 17 डिग्री, खंडवा-खरगोन में 18 डिग्री और नर्मदापुरम में 19 डिग्री दर्ज किया गया।मौसम विभाग ने बताया कि 24 फरवरी को उत्तर-पश्चिम भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। जिसका असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। फरवरी में कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होते हैं। अबकी बार भी ऐसा ही है। इस वजह से पारे में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। फिलहाल बारिश होने के आसार नहीं है।  

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अनूपपुर । मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिला मख्यालय से करीब 45 किमी दूर बिजुरी रेलवे स्टेशन पर गुरुवार दोपहर करीब बजे राजनगर साइडिंग से आ रही मालगाड़ी के चार डिब्बे प्लेटफॉर्म नंबर 3 के पास से पटरी हो गए। घटना की सूचना मिलते ही आरपीएफ, जीआरपी, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए। 2.30 बजे तक लाइन क्लियर कर दी गई।   रेलवे का कितने राजस्व की हानि हुई जानकारी नहीं हो सकी। रेलवे की एक से दो ट्रेनें लेट हुई है, साथ ही मालगाड़ी के गिरे हुए कोयले का नुकसान भी हुआ है जिसे हटाने का कार्य किया जा रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के जनसंपर्क अधिकारी अंबिकेश साहू ने बताया कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी।  

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भोपाल । प्रदेश के अशासकीय विद्यालय की मान्यता नवीनीकरण और नवीन मान्यता की अंतिम तिथि अब बढ़ाकर 25 फरवरी 2025 निर्धारित की गई है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने स्पष्ट किया है कि 25 फरवरी के बाद अंतिम तिथि में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं की जा सकेगी। मान्यता संबंधी निर्देश पूर्व की तरह यथावत रहेंगे।जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने बुधवार काे जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में शिक्षण सत्र 2025-26 के लिये अशासकीय विद्यालयों की मान्यता नवीनीकरण और नवीन मान्यता आवेदन की अंतिम तिथि 7 फरवरी 2025 निर्धारित की गई थी। विलंब शुल्क के साथ अंतिम तिथि 14 फरवरी 2025 निर्धारित की गई थी। अशासकीय विद्यालयों की दिक्कतों को देखते हुए राज्य शिक्षा केन्द्र ने आवेदन तिथि में वृद्धि की है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने कलेक्टर्स और जिला परियोजना समन्वयक को इस संबंध में निर्देश जारी किये हैं।समेकित छात्रवृत्ति योजनास्कूल शिक्षा विभाग ने समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के अंतर्गत समेकित छात्रवृत्ति योजना लागू की है। योजना का नोडल अधिकारी स्कूल शिक्षा विभाग निर्धारित किया गया है। समेकित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक अध्ययनरत विद्यार्थियों को 6 विभागों की लगभग 20 प्रकार की छात्रवृत्ति शिक्षा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन स्वीकृत कर सीधे विद्यार्थी के खाते में भुगतान किये जाने की व्यवस्था की गई है। योजना में प्रत्येक विद्यार्थी का नाम समग्र यूनिक आईडी के आधार पर उसके स्कूल के डाइस कोड के साथ मेपिंग कर कक्षावार, स्कूलवार नामांकन ऑनलाइन किये जाने का सिस्टम शिक्षा पोर्टल एनआईसी के माध्यम से तैयार कराया गया है। प्रत्येक छात्र की प्रोफाइल में संबंधित की जाति, माता-पिता का व्यवसाय, परिवार की वार्षिक आय, बीपीएल स्टेटस, छात्रावासी स्टेटस, पिछले वर्ष का परीक्षा परिणाम, जो छात्रवृत्ति गणना करने में आवश्यक होते हैं, उसे रिकॉर्ड में रखा जाता है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में तापमान धीरे धीरे बढ़ने लगा है। प्रदेश का तापमान 33 डिग्री पहुंच गया है। सोमवार को सबसे गर्म नर्मदापुरम, खंडवा, मंडला और सिवनी रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। बताया जा रहा है कि 22-23 फरवरी से ठंड का तीसरा दौर आने की संभावना है। वहीं, 21 फरवरी को पूर्वी हिस्से में हल्की बारिश की संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से मध्य प्रदेश में मौसम का बदल गया है। मंगलवार को ग्वालियर-चंबल में बारिश हुई, जबकि भोपाल, इंदौर-उज्जैन में गर्मी का असर देखने को मिला। आज बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन-जबलपुर में मौसम साफ रहेगा। ग्वालियर संभाग में बादल देखने को मिल सकते हैं। वहीं, 20 फरवरी को दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जबकि 21 फरवरी को पूर्वी हिस्से में यानी, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश हाे सकती है।इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री के पार ही रहा। भोपाल में 32.2 डिग्री, इंदौर में 31.5 डिग्री, उज्जैन में 32 डिग्री और जबलपुर में दर्ज किया गया। ग्वालियर में एक ही दिन में पारा 4.7 डिग्री लुढ़ककर 24.9 डिग्री पहुंच गया। यहां बादल छाने की वजह से पारे में गिरावट हुई। बैतूल, धार, दमोह, सागर में पारा 32 डिग्री और नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, रतलाम, मंडला में 33 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। सोमवार-मंगलवार की रात में कई शहरों में पारा 15 डिग्री से अधिक ही रहा।

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भोपाल । राजधानी भोपाल में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। शिवाजी महाराज चौराहा पर हर साल की तरह इस बार भी शिवाजी महाराज के जन्मोत्सव के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था, लेकिन प्रशासन के आदेश पर इस बार कार्यक्रम में कुछ अड़चनें आईं। टीटी नगर तहसीलदार कुणाल राउतद्वारा कार्यक्रम में साउंड सिस्टम का माइक बंद कराने की बात को लेकर लोग नाराज हो गए। उन्होंने लिंक रोड नंबर-1 पर शिवाजी की प्रतिमा के सामने धरना दे दिया। तहसीलदार के प्रतिमा के सामने ही माफी मांगने के बाद वे हटे। मामला बुधवार दोपहर का है। बीजेपी पार्षद पप्पू विलास घाड़गे ने बताया, लिंक रोड नंबर-1 स्थित रेडक्रॉस अस्पताल के पास चौराहे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित है। यहां पिछले 20 साल से हर 19 फरवरी को जन्मोत्सव कार्यक्रम करते हैं। बुधवार को भी कार्यक्रम रखा गया था। इस दौरान तहसीलदार राउत आए और साउंड सिस्टम-टेंट हटा दिया। इस विवाद के विरोध में, बीजेपी कार्यकारिणी सदस्य कृष्णा घाडगे और मराठा समाज के लोगों ने शिवाजी महाराज चौराहा पर चक्का जाम कर प्रदर्शन किया।   कृष्णा घाडगे ने बताया कि यह कार्यक्रम मराठा समाज की भावना से जुड़ा हुआ है और छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को यह अधिकार नहीं है कि वह इस तरह से मराठा समाज की भावनाओं से खेलें और एक ऐतिहासिक आयोजन को बाधित करें। इस दौरान उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शन के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज की वेशभूषा में एक युवक को भी शामिल किया गया। इससे पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया। इधर, तहसीलदार कुणाल भी मौके पर पहुंचे और समाजजनों को समझाइश दी। प्रतिमा के सामने माफी मांगने पर समाजजन हट गए। इस मामले में तहसीलदार रावत ने कहा कि साउंड सिस्टम या कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी। मैं सिर्फ साउंड सिस्टम बंद करने को कहा था। समाजजनों को कोई गलतफहमी हो गई थी। मेरा गलत उद्देश्य नहीं था। समाजजनों के कहने पर मैंने शिवाजी महाराज से माफी भी मांग ली।  

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उज्जैन । विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में आज (सोमवार से) शिव नवरात्रि का पर्व शुरू होने जा रहा है। दरअसल, भगवान महाकाल के आंगन में शिवरात्रि का पर्व नौ दिन तक चलता है, जिसे शिव नवरात्रि के रूप में जाना जाता है। इस दौरान बाबा महाकाल का नौ दिनों तक दूल्हे के रूप में शृंगार किया जाता है। मान्यता है कि शिव विवाह के तहत भगवान को इन नौ दिनों तक हल्दी का उबटन लगाया जाता है और महाशिवरात्रि पर्व पर रात्रि को महापूजन पश्चात अगली सुबह पुष्प मुकूट श्रृंगार किया जाता है, जिसमें सवा मन फूल का मुकुट बनता है। महाकालेश्वर मंदिर के शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के नौ दिन पूर्व मंदिर में शिवनवरात्रि पर्व का शुरुआत होती है। सोमवार को महाकाल मंदिर में प्रात: भगवान महाकाल को हल्दी का उबटन लगाया जाएगा। इसके बाद कोटेश्वर महादेव का अभिषेक किया जाएगा। आरती पश्चात भगवान महाकाल का पूजन प्रारंभ होगा। महाकालेश्वर भगवान का पूजन 11 ब्राम्हणों द्वारा एकादश एकादशनी रूद्राभिषेक से सभी नौ दिनों तक किया जाएगा। प्रात: 10.30 बजे भोग आरती होगी। अपरांह तीन बजे भगवान का संध्या पूजन होकर श्रृंगार किया जाएगा और नये वस्त्र-आभूषण धारण करवाए जाएंगे। भगवान संध्या समय में प्रतिदिन नए स्वरूप में दर्शन देंगे। यह क्रम 25 फरवरी तक चलेगा। महाशिवरात्रि पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन रात्रि में महापूजन सम्पन्न होगा। भगवान के दर्शन सतत चालू रहेंगे। 27 फरवरी को प्रात: पुष्प मुकुट से श्रृंगार होगा और दोपहर 12 बजे वर्ष में एक बार होने वाली भस्मारती होगी। फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि मनाई जाती है। यह एक ऐसा दिन है, जिसका शिव भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसा माना गया है कि जो व्यक्ति बाबा महाकाल के इस दूल्हा स्वरूप का नौ दिनों तक लगातार दर्शन करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शिव नवरात्रि के प्रथम दिन भगवान कोटेश्वर की पूजा की जाती है और उनका अभिषेक किया जाता है। शिव नवरात्रि के दूसरे दिन अभिषेक पूजन होता है और उसी के बाद बाबा महाकाल को वस्त्र पहनाएं जाते हैं। शेषनाग शृंगार में बाबा महाकाल के ऊपर शेषनाग का मुकुट चढ़ाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जिस शेषनाग को भगवान शिव अपने गले में धारण किए हुए हैं, उन्होंने पृथ्वी का वजन अपने सर पर धारण किया हुआ है। शिव नवरात्रि के सातवें दिन भगवान शिव, माता पार्वती के साथ दिखाई देते हैं। इसलिए इसे उमा महेश शृंगार भी कहा जाता है। वहीं, शिव नवरात्रि के अंतिम दिन यानी महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल अपने भक्तों को दूल्हे के रूप में दर्शन देते हैं। इस स्वरूप को सेहरा दर्शन भी कहा जाता है।

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भोपाल । कुबेरेश्वर धाम में 25 फरवरी से शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं यातायात सुगम बनाए रखने के लिए मार्गों का डायवर्सन किया गया है। शिव महापुराण कथा 03 मार्च तक चलेगी। इस आयोजन में लाखों श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम पहुंचेंगे। शिवमहापुराण कथा में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा आवागमन होगा। इस दौरान यातायात सुगम बनाए रखने के लिए भोपाल से इंदौर और इंदौर से भोपाल आने जाने वाले वाहनो के मार्ग में 24 फरवरी को प्रात: 06 बजे से परिवर्तन किया गया है।भारी वाहनों के लिए मार्ग परिवर्तनभोपाल से इंदौर जाने वाले भारी वाहन भोपाल से श्यामपुर, ब्यावरा होते हुये इंदौर (तूमडा दोराहा जोड़ होते हुये) जा सकेंगें। इसी प्रकार इंदौर से भोपाल जाने वाले भारी वाहन देवास से ब्यावरा, श्यामपुर होते हुये भोपाल जा सकेंगे।हल्के वाहनों एवं यात्री बसों के लिए मार्ग परिवर्तनभोपाल से सीधे आष्टा, देवास इंदौर जाने वाले सभी छोटे वाहन एवं यात्री बस सीहोर स्थित क्रिसेंट चौराहा से भाऊखेड़ी जोड़ एवं अमलाहा होते हुए इंदौर को ओर जायेगें। इसी प्रकार इंदौर से भोपाल सीहोर आने वाले वाहन अमलाहा से भाऊखेड़ी जोड़ एवं क्रिसेंट चौराहा होते हुए सीहोर, भोपाल जा सकेंगे। मात्र कुबेरेश्वर धाम जाने वाले वाहन ही सीधे हाईवे से जा सकेंगे। अन्य सभी वाहनों को डायवर्सन मार्ग से ही संचालित किया जाएगा।

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श्योपुर । मध्य प्रदेश के श्याेपुर में साेमवार सुबह एक तेज रफ्तार डंपर काेर काे बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हाेकर पलट गया। इस हादसे में सड़क किनारे पाेहा बेच रहा एक दुकानदार डंपर की चपेट में आ गया और नीचे दबकर उसकी माैत हाे गई। डंपर ड्राइवर भी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।     जानकारी के अनुसार हादसा बारां हाईवे पर अजापुरा गांव के पास सोमवार सुबह करीब 7 बजे हुआ। 30 वर्षीय नरेश प्रजापति सड़क किनारे अपने दो बच्चों के साथ पोहे का ठेला लगाकर बैठा था। इस दौरान डंपर कार को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित हो गया। नरेश ने बेकाबू डंपर को अपनी ओर आते देखा तो पास बैठे बच्चों को पीछे धकेला। दोनों बच्चे खेत में जाकर गिरे। नरेश ने भागने का प्रयास किया लेकिन उसका पैर फिसल गया। वह डंपर के नीचे आ गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। केबिन में फंसे ड्राइवर को पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर निकालने की कोशिश की। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला जा सकता। शुरुआती आशंका थी कि डंपर के नीचे कुछ और लोग दबे हो सकते हैं, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कोई अन्य व्यक्ति नहीं मिला। जेसीबी और क्रेन की मदद से डंपर को सड़क से हटाया गया।  

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उज्जैन ।महाकाल मंदिर के आंगन में सोमवार से शिवनवरात्र प्रारंभ होगी। बाबा महाकाल को सोमवार प्रात: हल्दी का उबटन लगाया जाएगा। यह मान्यता है कि शिव विवाह के तहत भगवान को इन नाै दिनों तक हल्दी का उबटन लगाया जाता है और महाशिवरात्रि पर्व पर रात्रि को महापूजन पश्चात अगली सुबह पुष्प मुकूट श्रृंगार किया जाता है,जिसमें सवा मन फूल का मुकूट बनता है। शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के नाै दिन पूर्व सोमवार से मंदिर में शिवनवरात्र प्रारंभ होगी। सोमवार प्रात: भगवान महाकाल को हल्दी का उबटन लगाया जाएगा। प्रात: 8 से 9 बजे तक कोटेश्वर महादेव का अभिषेक किया जाएगा। आरती पश्चात भगवान महाकाल का पूजन प्रारंभ होगा। महाकालेश्वर भगवान का पूजन 11 ब्राम्हणों द्वारा एकादश एकादशनी रूद्राभिषेक से सभी नाै दिनों तक किया जाएगा। पश्चात प्रात: 10.30 बजे भोग आरती होगी। अपरांह 3 बजे भगवान का संध्या पूजन होकर श्रृंगार किया जाएगा और नये वस्त्र-आभूषण धारण करवाए जाएंगे। भगवान संध्या समय में प्रतिदिन नए स्वरूप में दर्शन देंगे। यह क्रम 25 फरवरी तक चलेगा। महाशिवरात्रि पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन रात्रि में महापूजन सम्पन्न होगा। भगवान के दर्शन सतत चालू रहेंगे। 27 फरवरी को प्रात: पुष्प मुकूट श्रृंगार दर्शन होंगे और दोपहर 12 बजे वर्ष में एक बार होने वाली भस्मार्ती होगी।  

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उज्जैन । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार सुबह उज्जैन स्थित भगवान अंगारेश्वर महादेव का सपत्नीक दर्शन-पूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने भगवान श्री अंगारेश्वर का दुग्धाभिषेक व जलाभिषेक भी किया।   पूजन, जलाभिषेक कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 84 महादेव में से एक, यह मंदिर अत्यंत प्राचीन है। पूजन, पुजारी मनीष उपाध्याय, रोहित गुरु ने संपन्न कराया। पूजन उपरांत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गौ सेवा की। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि रवि सोलंकी, बहादुर सिंह बोरमुंडला, अभय यादव आदि उपस्थित रहे।    

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मैहर । मध्य प्रदेश के मैहर में रविवार दोपहर प्रयागराज महाकुंभ जा रही यात्रियाें से भरी तीन गाड़ियां आपस में टकरा गई। हादसे में पांच लाेग घायल हुए है। सभी घायलों को टोल प्लाजा की एम्बुलेंस से मैहर सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे के बाद हाइवे पर लंबा जाम लग गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी है।     जानकारी के अनुसार घटना रविवार दाेपहर करीब 1:35 बजे की है। खेरवासानी टोल प्लाजा के पास एनएच-30 पर यह हादसा तब हुआ जब आगे चल रही तूफान गाड़ी ने अचानक ब्रेक लगा दिया। इसके चलते पीछे से आ रही एसयूवी कार एमएच 24 बीआर 2357) उससे टकरा गई और फिर एसयूवी के पीछे से आ रही बस जीजे 14 डब्ल्यू 0399 ने भी टक्कर मार दी। हादसे में नागपुर, महाराष्ट्र के पांच यात्री घायल हुए, जिनमें विनोद (31), चंद्रकांत (29), श्रीकांत (44), अनुपमा (52) और रवि (31) शामिल हैं। सभी घायलों को टोल प्लाजा की एम्बुलेंस से मैहर सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबा जाम लग गया। पुलिस और प्रशासन की टीम ने क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर यातायात सुचारू किया। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है और हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।      

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उज्जैन । महाकाल मंदिर में शिवनवरात्र 17 फरवरी से प्राम्भ होकर 01 नरक तक चलेगा। भगवान अलग-अलग रूपों में श्रद्धालुओग को दर्शन देंगे। प्रतिदिन प्रातः कोटेश्‍वर महादेव का प्रथम पूजन होगा। इस वर्ष हिंदू पंचांग अनुसार तिथि में वृद्धि होने के कारण 10 दिवसीय शिव नवरात्रि उत्सव मनेगा।महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि उत्सव का प्रारंभ 17 फरवरी से होगा। यह पर्व इस बार 10 दिन चलेगा। प्रतिदिन भगवान महाकालेश्वर अपने भक्तों को अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन देकर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं | भक्त महाकालेश्वर भगवान के इन स्वरूपों के दर्शन प्रतिवर्ष श्रावण-भाद्रपद माह की सवारियों मे करते है व दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त करते है।   फाल्गुन कृष्ण पंचमी, सोमवार 17 फरवरी से शिव नवरात्रि उत्सव प्रारम्भ होगा। महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी बुधवार 26 फरवरी को मनाया जायेगा। प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के नौ दिन भगवान श्री महाकालेश्वर और श्री कोटेश्वर महादेव भगवान का नित्य विशेष अभिषेक और पूजन किया जायेगा। भगवान श्री महाकालेश्वर को हल्दी-चन्दन का उपटन लगाया जाएगा। कोटेश्वर महादेव के पूजन एवं आरती के पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक प्रारम्भ होगा। श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश एकादशनी रूद्राभिषेक से सम्पूर्ण शिव नवरात्रि के दौरान किया जायेगा। इसके बाद भोग आरती होगी। अपराह्न 3 बजे से भगवान महाकालेश्वर के सांध्य पूजन के पश्चात श्रृंगार किया जायेगा। यह क्रम 17 फरवरी के 25 फरवरी शिव नवरात्रि तक नौ दिनों तक नित्य चलेगा। 26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जायेगा | महाशिवरात्रि पर्व पर सम्पूर्ण दिवस सतत जल धारा से श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक होगा व सम्पूर्ण रात्रि श्री महाकालेश्वर भगवान की विशेष पूजन-अभिषेक होगे |फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी गुरुवार 27 फरवरी को महाशिवरात्रि के दूसरे दिन प्रातः भगवान के सप्तधान श्रृंगार व सवामन पुष्प मुकुट (सेहरा) दर्शन होगे व सेहरा आरती की जायेगी | वर्ष में एक बार दोपहर 12:00 बजे होने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर जी की भस्म आरती होगी। इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान के पट लगभग 44 घंटे खुले रहेगे |01 मार्च सोमवार को सायं पूजन से शयन आरती तक भगवान श्री महाकालेश्वर के पञ्च मुखारविन्द के दर्शन होगे। इसके साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि उत्सव का समापन होगा |    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने फिर करवट बदली है। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में दिन के तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई। मौसम विभाग का कहना है कि 17 फरवरी से नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस पश्चिमी हिमालय की तरफ एक्टिव होने की संभावना है। इस वजह से 18 फरवरी से प्रदेश में दिन-रात के तापमान में फिर से गिरावट होने का अनुमान है, जो अगले तीन से चार दिन तक रह सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव था। इस वजह से प्रदेश में ठंड का असर देखने को मिला, लेकिन यह सिस्टम अब लौट गया है। इसलिए शुक्रवार से तापमान में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस वजह से धार, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, रतलाम, उज्जैन, दमोह, खजुराहो, मंडला में पारा 30 डिग्री के पार पहुंच गया। रतलाम में 2.2 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद तापमान 32.2 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 28.4 डिग्री, इंदौर में 29.1 डिग्री, ग्वालियर में 29.5 डिग्री, उज्जैन में 30.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 29.3 डिग्री दर्ज किया गया।वहीं, अब 17 फरवरी से एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस पश्चिमी हिमालय की तरफ एक्टिव होने की संभावना है। इस वजह से 18 फरवरी से प्रदेश में दिन-रात के तापमान में फिर से गिरावट होने का अनुमान है, जो अगले तीन से चार दिन तक रह सकता है। आज शनिवार को दिन का तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। रात और सुबह के समय ठंडक बनी रहेगी। 16 फरवरी को भी दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के वन विहार में 'एशियाटिक सिंहों' के आगमन के बाद अब पर्यटकों द्वारा सिंहों को देखने की व्यवस्था प्रारंभ होने का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार काे कहा है कि मध्य प्रदेश में वन्य प्राणी आदान-प्रदान योजना के अंतर्गत लगभग दो महीने पहले जूनागढ़, गुजरात से लाये गये "एशियाटिक सिंह" को भोपाल के वन विहार में क्वारेन्टाइन बाड़े से पर्यटकों के अवलोकन के लिए छोड़ दिया गया है। अब यहां आने वाले स्थानीय और देशी-विदेशी पर्यटक इनकी दहाड़ सुनने के साथ इनके विचरण का अनोखा आनंद भी ले सकेंगे।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में वन्य प्राणी पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही वन्य जीवों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। एशियाई सिंह गुजरात में ही पाए जाते हैं। वन्य प्राणियों में विशिष्ट माने गए एशियाई सिंह की वन विहार भोपाल में मौजूदगी मध्यप्रदेश में वन्य जीव पर्यटन के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। वन विहार, भोपाल में आए एशियाई सिंह में एक नर "जूना" एवं एक मादा "गिरी" है। इन दोनों को बाड़े में क्वारेन्टाइन रखने के बाद इनकी सतत निगरानी की जा रही थी। वर्तमान में ये दोनों एशियाई सिंह पूर्णत: स्वस्थ हैं।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर ठंड का असर तेज हो गया है। सुबह और रात को फिर से ठंड का अहसास होने लगा है। हालांकि दिनभर धूप रहने से थोड़ी राहत है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी होने से प्रदेश में हवा की रफ्तार 12 से 15 किमी प्रतिघंटा पहुंच गई, जिससे तापमान में गिरावट आयी है। रात में तापमान 7 डिग्री और दिन में 23 डिग्री तक लुढ़क गया है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी तापमान में गिरावट हुई है।मौसम विभाग के अनुसार, आज शुक्रवार से तापमान में फिर से गिरावट हो सकती है। इससे तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ेगा। पूरे फरवरी महीने में तापमान में ऐसी ही उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से तापमान में गिरावट देखने को मिली है। फिलहाल बारिश होने के आसार नहीं है। शुक्रवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, हालांकि रात और सुबह के समय ठंडक बनी रहेगी।इससे पहले गुरुवार को दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई। पचमढ़ी में पारा 23.4 डिग्री रहा। भोपाल में 26.6 डिग्री, इंदौर में 27.3 डिग्री, ग्वालियर में 27.1 डिग्री, उज्जैन में 28.5 डिग्री और जबलपुर में 26.2 डिग्री रहा। इसी तरह रायसेन में 25 डिग्री, दमोह में 28 डिग्री, खजुराहो में 27.6 डिग्री, नरसिंहपुर में 28.2 डिग्री, नौगांव में 25.8 डिग्री, रीवा में 27 डिग्री, सागर में 28.2 डिग्री, सतना में 27.2 डिग्री, सिवनी में 26.4 डिग्री, सीधी में 26.6 डिग्री, उमरिया में 27.4 डिग्री और मलाजखंड में पारा 26.9 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार-गुरुवार की रात में भी पारे में गिरावट देखने को मिली है।  

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देवास । देवास के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फाइन पेस्ट सल्फर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में शुक्रवार को अचानक भीषण आग लग गई। आग लगओ ही माैके पर अफरा तफरी मच गई। सूचना के बाद माैके पर पहुंची नगर निगम की फायर ब्रिगेड टीम ने कढ़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।   जानकारी अनुसार घटना शुक्रवार सुबह की है। फाइन पेस्ट सल्फर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि दूर से ही देखी था सकती थी। काले धुंए के गुबार ने पूरे आसमान काे घेर लिया। समय रहते लाेगाें ने तुरंत फायर ब्रिगेड काे सूचना दी। माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम को आग बुझाने में करीब 30 मिनट का समय लगा। घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार, एसपी और औद्योगिक थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। प्रारंभिक जांच में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। स्थानीय प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। कंपनी को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

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सीहोर। मुस्लिम समाज द्वारा शब ए बारात के मौके पर गुरुवार की रात कब्रिस्तानों में अपने बुजुर्गो की कब्रों पर जाकर जन्नत के लिए दुआएं की गईं, तो इधर शहर में पहली बार ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के द्वारा हजरत दुल्हाबादशाह बाबा की दरगाह को मोमबत्तियों से रोशन किया गया। खास बात यह रही की मुस्लिमों के साथ हिन्दुओं ने भी मजारों पर पहुंचकर शब ए बारात का ऐहतराम किया। दरगाह शरीफ पर लोबान अगरबत्ती किया गया और लोगों को हल्बे का प्रसाद बांटा गया। हजरत दुल्हाबादशाह बाबा की दरगाह में ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी जिलाध्यक्ष रिजवान पठान और महामंत्री पसमांदा मुस्लिम महासभा प्रदेशाध्यक्ष नौशाद खान सहित हाजी हमीद के द्वारा फातीह कुरान पाक पढ़ी गई। जनाब नौशाद खान ने बताया कि पहली मर्तबा हजरत दुल्हाबादशाह बाबा की दरगाह को शब ए बारात पर रोशन किया गया है। अधिकतर मुस्लिम समाजजन कब्रिस्तानों में अपने अल्लहा को प्यारे हुए बुजुर्गो की याद में विद्युत झालरें लगाते हैं, चिराग जलाते है और मरहूम लोगों को जन्नत देने की दुआएं करते हैं। दरगाह परिसर में एक हजार मोमबत्तियां लगाई गई हैं। शहर के कस्बा और गंज स्थित कब्रिस्तानों में देर रात तक लोगों का आना जाना लगा रहा।  

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ग्वालियर । नजदीक से मंगल, चंद्रमा व अन्य तारे कैसे दिखते हैं। कौन से गृह की क्या-क्या भौगोलिक एवं पर्यावरणीय विशेषतायें होती हैं। सौर मंडल में गृहों की स्थिति कहां-कहां है। खगोलीय घटनाओं का पृथ्वी पर किस प्रकार असर पड़ता है। सौर मंडल से संबंधित ऐसी ही तमाम दुर्लभ एवं रोमांचकारी घटनाओं से बुधवार की रात वरिष्ठ प्रशासनिक पुलिस अधिकारी भी रूबरू हुए। “तीन दिवसीय स्पेस प्रोग्राम” के तहत सिरोल रोड स्थित एमपीसीटी परिसर में नेहरू प्लेटोरियम मुम्बई के व्याख्याता देश के सुप्रसिद्ध खगोलशास्त्री प्रो. एस नटराजन द्वारा खगोलीय घटनाओं पर व्याख्यान दिया गया। साथ ही टेलिस्कोप के माध्यम से अधिकारियों को चन्द्रमा व मंगल सहित विभिन्न गृहों के दर्शन कराए। पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी शैलेन्द्र चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार एवं वन मण्डलाधिकारी अंकित पाण्डेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कलेक्टर रुचिका चौहान की पहल पर जिले के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विज्ञान एवं अंतरिक्ष की गतिविधियों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से खागोलशास्त्री प्रो. नटराजन द्वारा शहर में “तीन दिवसीय स्पेस प्रोग्राम” के तहत रोचक सत्र आयोजित किए गए। कार्यक्रम की आखिरी शाम पर अधिकारियों ने भी सौर मंडल के गृह देखे और खगोलकीय घटनाओं के बारे में जानकारी हासिल की। खगोलशास्त्री प्रो. एस नटराजन ने बच्चों को विभिन्न प्रकार की खगोलीय घटनाओं को गहराई से परिचित कराया। साथ ही उन्होंने स्कूली बच्चों की सौर मंडल से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान भी “तीन दिवसीय स्पेस प्रोग्राम” के तहत किया गया है। ज्ञात हो कि मुम्बई स्थित नेहरू प्लेनेटोरियम के वरिष्ठ व्याख्याता खगोलशास्त्री प्रो. एस. नटराजन देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में अब तक 3500 से अधिक व्याख्यान दे चुके हैं। साथ ही इसरो एवं एनसीआर पुणे जैसी प्रतिष्ठित संस्थानों में भी अपने खगोलकीय ज्ञान का प्रसार कर चुके हैं। मध्यप्रदेश में भी ग्वालियर सहित 10 जिलों में प्रोफेसर नटराजन अपना कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके हैं। बुधवार की रात आयोजित हुए कार्यक्रम में कलेक्टर ने प्रो. नटराजन के प्रति आभार व्यक्त किया।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश की उपजाऊ भूमि केवल भरपूर फसल ही नहीं, बल्कि नवाचार, सतत विकास और वैश्विक निवेश के नए द्वार भी खोल रही है। सरकार के इस रूपांतरणकारी प्रयास में दुनिया भर के निवेशकों को शामिल होने का आमंत्रण दिया जा रहा है। प्रदेश ने अपनी समृद्ध कृषि परंपरा और उन्नत कृषि तकनीकों के बल पर खुद को देश की “फ़ूड बास्केट” के रूप में स्थापित किया है। राज्य को अब तक सात कृषि कर्मण पुरस्कार मिल चुके हैं, जो इसकी कृषि क्षेत्र में मजबूती को दर्शाते हैं। मध्य प्रदेश में ‘श्वेत क्रांति’ का विस्तार जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश में ‘श्वेत क्रांति’ तेजी से अपने पैर पसार रही है। राज्य में 2012 से 2023 के बीच दूध उत्पादन में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है। इस विस्तार को डेयरी इन्वेस्टमेंट एक्सेलेरेटर जैसी योजनाओं से मजबूती मिली है, जो निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार कर डेयरी उद्योग के विकास को प्रोत्साहित कर रही है। मध्य प्रदेश दूध उत्पादन और उपलब्धता में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी स्थिति लगातार मजबूत कर रहा है। प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता (591 ग्राम प्रति दिन) में मध्य प्रदेश छठवें स्थान पर है। राष्ट्रीय सीएजीआर 6.18% की तुलना में मध्य प्रदेश की वृद्धि दर 8.60% है। देश के कुल दूध उत्पादन में मध्य प्रदेश का योगदान वर्ष 2023 में 8.73% था। खाद्य और डेयरी प्रोसेसिंग में एमएसएमई को बढ़ावा उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को खाद्य और डेयरी प्रोसेसिंग में आगे बढ़ाने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है, जिनमें औद्योगिक विकास सब्सिडी, पेटेंट और गुणवत्ता प्रमाणन के लिए वित्तीय सहायता और बिजली शुल्क में छूट शामिल है । पीएमएफएमई योजना से खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को लाभ जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम (PMFME) योजना के तहत क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी से खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को आर्थिक सहायता मिल रही है, जिससे इस क्षेत्र में नए निवेश को बढ़ावा मिल रहा है। बड़े निवेशकों के लिए आकर्षक सुविधाएं उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 50 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने वाले बड़े उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन दे रही है। इसमें निर्यात इकाइयों को लाभ, हरित औद्योगिकीकरण (ग्रीन इंडस्ट्रियलाइजेशन) को बढ़ावा और कोल्ड चेन और वेयरहाउस जैसे खाद्य प्रसंस्करण बुनियादी ढांचे में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से राज्य का खाद्य और डेयरी उद्योग नई ऊंचाइयों को छू रहा है। यह न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहा है, बल्कि पूरे देश के डेयरी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। मध्यप्र देश में निवेश की बयार: ‘सीड टू शेल्फ’ में वैश्विक निवेशकों का स्वागत मध्यप्र देश खाद्य प्र-संस्करण और कृषि क्षेत्र में निवेश के लिए एक प्रमुख केंद्र बनकर उभर रहा है। राज्य अपने समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों, रणनीतिक नीतियों और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता के कारण ‘भारत की खाद्य टोकरी’ की उपाधि का वास्तविक हकदार बना है। अब, यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के जरिए वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए तैयार है। खाद्य प्र-संस्करण में निवेश का हब बना मध्य प्रदेश राज्य सरकार की निवेश नीति को उद्योग जगत के सकारात्मक रुझान से बल मिल रहा है। पेप्सी -को, कोका कोला और अमूल जैसी शीर्ष वैश्विक कंपनियां पहले ही राज्य में निवेश कर चुकी हैं, जिससे यह क्षेत्र निवेशकों के लिए और भी आकर्षक बन गया है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025: “सीड टू शेल्फ” सत्र पर फोकस 25 फरवरी 2025 को ‘इंवेस्ट मध्यप्रदेश - ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025’ के तहत “सीड टू शेल्फ” थीम पर एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। इस सत्र का उद्देश्य कृषि, खाद्य प्र-संस्करण और बागवानी क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देना होगा। इस सत्र में अधिकारी, उद्योग जगत के दिग्गज और निवेशक एक मंच पर आएंगे, जिससे नई साझेदारियों और व्यापारिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा। यह पहल मध्य प्रदेश को कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम की आंख मिचौली जारी है। प्रदेश के मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। कहीं धूप के साथ गर्मी तो कहीं हल्‍की ठंड का दौर जारी है। प्रदेश के दिन के तापमान में फिर से गिरावट आयी है। बुधवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत 11 शहरों में पारा 30 डिग्री से नीचे आ गया। ग्वालियर में 3.7 डिग्री की गिरावट के साथ पारा 27.8 डिग्री दर्ज किया गया। अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। फरवरी महीने में तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी।मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हुआ है। इस वजह से बुधवार को दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली है। वहीं, अब रात में भी पारा लुढ़क सकता है। 14 और 15 फरवरी को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि फरवरी में कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होंगे। इस वजह से पारे में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। फिलहाल बारिश के आसार नहीं है।तापमान की बात करें तो बुधवार को भोपाल-इंदौर में 28.8 डिग्री, धार में 28.9 डिग्री, ग्वालियर में 27.8 डिग्री, नर्मदापुरम में 29 डिग्री, पचमढ़ी में 26.1 डिग्री, रायसेन में 28 डिग्री, नरसिंहपुर में 28 डिग्री, नौगांव में 28.1 डिग्री, सीधी में 29.8 डिग्री, मलाजखंड में 29.2 डिग्री सेल्सियस रहा। दूसरी ओर, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया, बैतूल, गुना, खंडवा, खरगोन, रतलाम, शिवपुरी और उज्जैन में पारा 30 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। खंडवा में सबसे ज्यादा 33.1 डिग्री और खरगोन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया। आज गुरुवार को दिन-रात के तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है। कुछ शहरों में दिन में गर्मी का असर देखा जा सकता है। 14 फरवरी को भी ऐसा ही मौसम रहेगा ।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को माघ पूर्णिमा का स्नान जारी है। रीवा में महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ने से सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार लगी है। यहां 70 किलोमीटर के दायरे में जगह-जगह जाम और स्लो मूविंग ट्रैफिक के हालात हैं। कई राज्यों के श्रद्धालु उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के चार जिलों रीवा, सतना, मैहर और कटनी के रास्ते प्रयागराज जा रहे हैं, जिससे बुधवार सुबह से ही हजारों गाड़ियां स्लो ट्रैफिक में फंसी हुई हैं। कटनी में तो प्रशासन ने अनाउंसमेंट कर श्रद्धालुओं को वापस लौटने के लिए कहा है।   सड़क से जाने वाले श्रद्धालु रीवा होते हुए प्रयागराज पहुंचने की मशक्कत कर रहे हैं। रातभर जाम में फंसे कई लोग फुटपाथ पर ही चादर बिछकर सो गए। वहीं, सतना और कटनी रेलवे स्टेशन पर पैर रखने की जगह नहीं है। दरअसल, प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मध्य प्रदेश का कटनी सेंटर प्वाइंट है। ऐसे में कई लोग कटनी रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं, जिससे यहां भी जाम लगा हुआ है। वहीं, कई श्रद्धालु मैहर दर्शन करते हुए महाकुंभ जाना चाहते हैं। इसके लिए हजारों श्रद्धालु सतना और मैहर पहुंच रहे हैं। दोनों जिलों के रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ है। सड़क पर भी जाम के हालात बन गए हैं। रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि जगह-जगह पर प्रशासनिक और पुलिस की टीम मौजूद है। होल्डिंग प्वाइंट्स पर लोगों के खाने-पीने की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। छोटे बच्चों के लिए दूध भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद प्रशासन अपनी तरफ से कुंभ यात्रियों की आवभगत और सुविधा में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। देश के कई राज्यों से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। उन्हें संभालना और सुविधाओं की फिक्र करना थोड़ा कठिन जरूर है, लेकिन प्रशासन इसे भलीपूर्वक कर रहा है।  

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दमोह । दमोह में बुधवार सुबह एक मालगाड़ी की बाेगी में अचानक आग लग गई। लाेकाे पायलट ने तत्काल इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधन काे दी जिसके बाद माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।   जानकारी अनुसार घटना बुधवार सुबह करीब 11 बजे की है। कटनी से सागर की ओर जा रही कोयले से भरी मालगाड़ी की बोगी नंबर 5 में अचानक आग लग गई। मालगाड़ी के लोको पायलट (ड्राइवर) मोहम्मद जावीर ने तत्काल स्टेशन प्रबंधन को आग की सूचना दी। इसके बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मुख्तार, शेषधर और अमन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन, आरपीएफ थाना प्रभारी जेडी मिश्रा, आरक्षक अशोक भिंडारे, जीआरपी से एएसआई महेश कोरी, ओमकार सिरसाम और कोतवाली से आरक्षक आसिफ भी मौके पर पहुंच गए। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। अधिकारियों का अनुमान है कि चिंगारी या शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी हो सकती है। सौभाग्य से इस घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ और समय रहते आग पर काबू पा लिया गया।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से ठंड से राहत मिली है। तापमान में भी बढ़ोत्‍तरी देखने को मिली। हालांकि अब एक बार फिर 13 फरवरी से सर्दी का एक और दौर आएगा। जिसके चलते दो दिन तक तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। प्रदेश के 5 बड़े शहर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में तापमान 10 डिग्री से नीचे जाने का अनुमान है। आज बुधवार को दिन में गर्मी का एहसास होगा, लेकिन रात में ठंडक रहेगी। जबकि 13 फरवरी को दिन और रात के तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है।प्रदेश में फरवरी के पहले सप्‍ताह मौसम में दो रंग देखने को मिले। दिनभर धूप खिलने से जहां गर्मी का अहसास होने लगा था, वहीं रातें ठंडी रहीं। हालांकि पिछले दो-तीन दिन से प्रदेश में रातें ज्यादा ठंडी नहीं है। तापमान की बात करें तो मंगलवार रात राजधानी भोपाल में 15.7 डिग्री, इंदौर में 14.4 डिग्री, ग्वालियर में 11.3 डिग्री, उज्जैन में 11.5 डिग्री और जबलपुर में तापमान 13.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, सिवनी सबसे गर्म रहा। यहां रात का तापमान 17 डिग्री तक पहुंच गया। छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, बैतूल, खरगोन, धार और सागर में पारा 15-16 डिग्री के बीच ही रहा। मंगलवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। भोपाल में सुबह से तेज धूप खिली रही। कई शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री के पार ही रहा।मौसम विभाग का कहना है कि 8 फरवरी को एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) उत्तर भारत पहुंचा था। इसके असर के कारण प्रदेश में उत्तर से सर्द हवाएं चल रही थी, जो अब लौट गई है। वहीं, हवा का रुख दक्षिणी हो गया है। इस कारण ठंडी हवा प्रदेश में नहीं आ रही और दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई। वहीं, अब 13 फरवरी से तापमान में फिर से गिरावट देखने को मिल सकती है।  

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कटनी । मध्य प्रदेश के कटनी स्टेशन के पास एक सीमेंट से लदी मालगाड़ी डिरेल हो गई। सोमवार को दोपहर बाद यह मालगाड़ी कटनी स्टेशन से गुजरने के बाद जैसे ही कर्व लाइन के जरिए मुड़वारा की ओर मुड़ी, तभी अचानक तेज आवाज के साथ उसके डिब्बे पटरी से उतर गए। जानकारी मिलते ही रेलवे का तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गया। खबर लिखे जाने तक मालगाड़ी के डिब्बों को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा था। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी में सीमेंट लोड थी। इसे प्रिज्म जानसन लिमिटेड मैनपुरी से लोड किया गया था और उसे बीना की ओर जाना था। दोपहर तीन बजे के लगभग गुड्स ट्रेन कटनी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो व तीन के बीच की लाइन से निकाली जा रही थी, जिसे मुड़वारा स्टेशन होते हुए बीना की ओर जाना था। स्टेशन गुजरते समय ही जैसे ही मालगाड़ी कर्वलाइन पर पहुंची बीच की बोगी क्रमांक-13,14,15 पटरी से उतर गई। उसके साथ चौथा डिब्बा भी चपेट में आया। ट्रेन पटरी से उतरने के बाद कर्व लाइन की पटरी का कुछ हिस्सा और नीचे लगे सीमेंट के स्लीपरों सहित पूरे प्वाइंट को तोड़ते हुए आगे बढ़ गई। हादसे के बाद चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। एकदम से मालगाड़ी के स्टेशन और कर्व लाइन के बीच में रूकने और तेज आवाज आने पर रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में एनकेजे सहित अन्य स्टेशनों से अधिकारी व कर्मचारी के साथ दुर्घटना राहत कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। शाम से लेकर देर रात तक पटरी से नीचे उतरे डिब्बों को पटरी पर वापस लाने की कवायद जारी रही। इस बीच एरिया मैनेजर सहित जबलपुर से भी अधिकारी मौके पर पहुंचे। दुर्घटना के कारण कटनी स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर से तीन तक से ट्रेनों का आवागमन बंद हो गया और दो प्लेटफार्म व बीच की लाइन से ट्रेनों को निकालने का कार्य किया गया। स्टेशन प्रबंधक संजय दुबे और स्टेशन के अन्य टेक्नीकल स्टाफ के सदस्य मौके पर पहुंच गए और वरिष्ठ अधिकारियों को दुर्घटना की जानकारी दी। थोड़ी ही देर में एरिया मैनेजर रोहित सिंह अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ घटना स्थल पहुंचे और जानकारी लेते हुए वरिष्ठ कार्यालय को सूचना दी। साथ ही मालगाड़ी को पटरी पर लाने के लिए व्यवस्था कराना प्रारंभ किया। काटकर अलग की गई बोगियां दो हिस्सों में बंटी मालगाड़ी के आगे के हिस्से की इंजिन जुड़ी बोगियों को अलग कराने का कार्य किया गया। पटरी से उतरी बोगियों को काटकर रेलवे के कर्मचारियों ने अलग किया और आगे के हिस्से को मुड़वारा स्टेशन की ओर रवाना कर किनारे खड़ा कराया गया। वहीं पीछे की ओर से भी दूसरे इंजन के माध्यम से दुर्घटनाग्रस्त हुई बोगियों से अलग कराते हुए शेष मालगाड़ी के डिब्बों को सतना एंड की ओर ले जाया गया। उसके बाद अमले ने मशीनों व अन्य माध्यमों से पटरी से उतरी चारों बोगियों को वापस पटरी में लाने की कवायद प्रारंभ की। देर शाम तक अमला काम में लगा हुआ था और एक भी बोगी पटरी पर नहीं आ सकी थी। प्रभावित हुई पैसेंजर गाड़ी दुर्घटना के बाद प्लेटफार्म नंबर एक से लेकर तीन तक से ट्रेन यातायात रूक गया। दूसरे रूटों की ट्रेनों को प्लेटफार्म नंबर चार व पांच से रवाना किया गया और इसके चलते कुछ ट्रेनों को निकालने में विलंब हुआ। दूसरी ओर कटनी स्टेशन से बीना की ओर जाने वाली पैसेंजर गाड़ी ट्रैक बंद होने के कारण प्रभावित रही। दुर्घटना का कारण नहीं स्पष्ट मालगाड़ी के बोगियां अचानक दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।

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छिंदवाड़ा । मध्य प्रदेश  में बाघ और तेंदुए के बेहतर जीवन के लिए पेंच नेशनल पार्क और उसके आसपास के जंगल बेहतर साबित हो रहे हैं। पेंच नेशनल पार्क से लगे हरदुआ गांव में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह रघुवंशी के गन्ने के खेत में मादा तेंदुए ने एक शावक को जन्म दिया है।खेत मालिक पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि उनके खेत में गन्ने की कटाई चल रही है। मंगलवार सुबह जब मजदूर खेत पहुंचे तो उन्हें गन्ने के ढेर के नीचे एक बिल्ली के बच्चे जैसा दिखाई दिया। उन्होंने इसकी सूचना मुझे दी। जब मैंने जाकर देखा तो वह तेंदुए का शावक था उसकी आंख भी नहीं खुली थी, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि मादा तेंदुआ ने खेत में ही शावक को जन्म दिया होगा। सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर शावक को उसकी मां से मिलाया है और सुरक्षित उसे जंगलों में छोड़ दिया गया है, ताकि मादा तेंदुआ उसकी देखभाल कर सके।  

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जबलपुर । मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। अब माध्यमिक एवं प्राथमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2024 में शामिल होने वाले इडब्ल्युएस अभ्यर्थियों को भी अन्य आरक्षित वर्गों की तरह 5 वर्ष की आयु सीमा में छूट मिलेगी। शिक्षक चयन परीक्षा 2024 के नियमों में कंडिका 7.1 और 7.2 के अनुसार इडब्ल्युएस को आरक्षित वर्ग माना गया था, लेकिन कंडिका 6.2 में उन्हें आयु सीमा छूट के लाभ से वंचित रखा गया। इस असमानता के खिलाफ रीवा निवासी पुष्पेंद्र द्विवेदी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। याचिकाकर्ता ने दलील दी कि इडब्ल्युएस को आयु सीमा में छूट न देना संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) और अनुच्छेद 16 (सरकारी नौकरियों में समान अवसर) का उल्लंघन है। अनुच्छेद 14: यह सभी नागरिकों को कानून के समक्ष समानता और भेदभावरहित अवसर की गारंटी देता है। समान परिस्थिति में रहने के बावजूद इडब्ल्युएस को आयु छूट न देना इस अनुच्छेद का उल्लंघन है। अनुच्छेद 16: सरकारी नौकरियों में समान अवसर सुनिश्चित करता है। जब इडब्ल्युएस को आरक्षित वर्ग माना गया, तो उन्हें आयु सीमा में छूट न देना असंवैधानिक था। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता धीरज तिवारी और ईशान सोनी ने तर्क दिया कि जब इडब्ल्युएस को आरक्षित वर्ग माना गया है, तो उन्हें भी एससी/स्ट/ओबीसी की तरह आयु सीमा में छूट मिलनी चाहिए। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता के तर्कों को स्वीकार करते हुए कहा कि यदि इडब्ल्युएस को आरक्षित वर्ग में रखा गया है, तो उन्हें भी अन्य आरक्षित वर्गों की तरह समान अवसर मिलना चाहिए। कोर्ट ने इडब्ल्युएस अभ्यर्थियों को 5 साल की आयु सीमा छूट देने का आदेश दिया। हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के इस फैसले से हजारों उम्मीदवारों को लाभ होगा, जो अब तक अधिकतम आयु सीमा के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पा रहे थे।  

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भोपाल । नगर निगम द्वारा सड़कों, फुटपाथों, कारीडोर व सार्वजनिक स्थलों आदि से अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही निरंतर की जा रही है। निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के दलों ने सोमवार को जिला प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी की कार्यवाही में सहयोग करते हुए टी.टी. नगर स्थित सीएम राईज स्कूल की बाउंड्रीवाल के पास रखी दुकानों के अलावा एम.ए.सिटी कालेज, जवाहर चैक आदि क्षेत्रों से ठेले, गुमठी के अलावा अवैध रूप से निर्मित शेड, तोड़कर बुल्‍डोजर चला दिया।   निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन के निर्देषों के परिपालन में नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के दलों ने सोमवार को टी.टी. नगर स्टेडियम के समीप सी.एम.राईज की बाउंड्रीवाल के समीप अवैध रूप से लगी 42 दुकानों को जे.सी.बी मशीनों व श्रमिकों के माध्यम से हटाने की कार्यवाही की। निगम अमले ने दुकानों के अलावा अन्य प्रकार के अतिक्रमणों को भी हटाया। निगम अमले ने एम.ए.सिटी कालेज व जवाहर चौक क्षेत्र में भी अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही करते हुए अवैध रूप से लगाए गए ठेले, गुमठी, शेड, छप्पर आदि को भी तोड़ा। निगम अमले ने समझाइश भी दी कि पुनः अतिक्रमण न करें अन्यथा और अधिक कठोर कार्यवाही की जाएगी।

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भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देशभर के विद्यार्थियों से परीक्षा के तनाव को कम करने और उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। इस खास संवाद कार्यक्रम में मध्य प्रदेश से हजारों विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक आनलाइन जुड़े। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने दसवीं ओर बारहवीं के विद्यार्थियों से बातचीत की और उन्हें बोर्ड परीक्षा को लेकर टिप्स भी दिए। कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित किया गया था। राजधानी भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट स्कूल में इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. संजय गोयल और अन्य अधिकारी विद्यार्थियों के साथ मौजूद रहे। इसके साथ ही प्रदेश के सभी हाई और हायर सेकण्डरी स्कूलों में इस कार्यक्रम को अधिकतम विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और सभी जिला शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थानों (डीआईईटीएस) में लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई थी। स्कूलों में टीवी के अलावा कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल डिवाइस पर भी कार्यक्रम को देखा गया। कार्यक्रम में देशभर से 36 विद्यार्थियों से प्रधानमंत्री से सीधे संवाद कर उनसे मार्गदर्शन लिया। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और शिक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने छात्रों को मार्गदर्शन दिया। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि सबसे पास दिन में 24 घंटे ही होते हैं। कोई इतने ही समय में सब-कुछ कर लेता है, तो कोई यही कहता रहता है कि समय नहीं है। ऐसे में टाइम मैनेजमेंट सीखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में दर्शक फोर-सिक्स का शोर करते हैं, लेकिन बल्लेबाज का ध्यान सिर्फ बॉल पर होता है। आपको भी ऐसे ही सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान लगाना चाहिए। ज्यादातर लोग खुद से स्पर्धा नहीं करते, दूसरे से करते हैं। जो खुद से स्पर्धा करता है, उसका विश्वास कभी टूटता नहीं। टारगेट हमेशा ऐसा हो, जो पहुंच में हो, लेकिन पकड़ में न हो। 95% मार्क्‍स लाने का टारगेट था और 93% आए तो आप सफल हैं। मप्र के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अकेले परीक्षा ही महत्वपूर्ण है, यह उचित नहीं है। इस बात को प्रधानमंत्री ने 'परीक्षा पे चर्चा' में प्रतिपादित किया है। परीक्षा का परिणाम ही आपके जीवन में सब कुछ नहीं होता। मैं आज सामाजिक जीवन में सफलता से काम कर पा रहा हूं, तो इसमें मेरे परीक्षा के नंबरों का योगदान नहीं है। यह मेरे जीवन के अनुभव, माता-पिता से मिले उद्देश्य, शिक्षकों से प्राप्त ज्ञान और पढ़ाई का भी योगदान है, लेकिन सिर्फ पढ़ाई का नहीं।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में सर्द हवाओं ने एक बार फिर ठंडक बढ़ा दी है। पिछली 2 रातों से तापमान 5 डिग्री से नीचे लुढ़क गया है। प्रदेश के शहडोल और ग्वालियर संभाग के जिलों में सबसे ज्‍यादा ठंडे है। रविवार रात यहां के दो शहर- कल्याणपुर में तापमान 4.6 डिग्री और आंवरी में 4.8 डिग्री रहा। वहीं, भोपाल, जबलपुर में भी सर्दी का असर रहा। हालांकि दिन में धूप निकलने से गर्मी रही। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 3 दिन तक सर्दी से राहत मिलेगी। दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है।मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में अभी कई शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे है, लेकिन अगली एक-दो रात में ही तापमान बढ़ने लगेगा। रविवार की रात में शहडोल के कल्याणपुर में 4.6 डिग्री, अशोकनगर के आंवरी में 4.8 डिग्री, मंडला में 5.8 डिग्री, नौगांव में 6 डिग्री, पचमढ़ी में 6.8 डिग्री, खजुराहो में 7.2 डिग्री, राजगढ़ में 7.6 डिग्री, मलाजखंड में 8.7 डिग्री, सतना में 9 डिग्री और रीवा में पारा 9.8 डिग्री रहा। नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा 15.2 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में तापमान सबसे कम 8 डिग्री रहा। जबलपुर में 9.5 डिग्री, भोपाल में 10.6 डिग्री, उज्जैन में 12 डिग्री और इंदौर में सबसे ज्यादा 14.9 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार को इन शहरों में पारा 30 डिग्री से अधिक ही दर्ज किया गया।प्रदेश में तीन-चार दिन पहले तक सर्द हवा की रफ्तार 36 से 40 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई थी, लेकिन अब यह 10 से 12 किमी तक आ गई है। रविवार को पूर्वी-उत्तरी भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 177 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चली। इससे प्रदेश में असर कम रहा। आज सुबह और रात में ठंडक बनी रहेगी। दिन के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, 11 फरवरी को भी अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। रात में भी पारे में उछाल आ सकता है।  

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सीहोर । मध्य प्रदेश के सीहोर रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात एक शराबी युवक ने जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस को रोककर जमकर हंगामा किया। वह ट्रेन गुजरने से पहले रेल की पटरी पर लेट गया। सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद उसे पटरी से हटाया। हंगामे के चलते जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस करीब 30 मिनट लेट हुई। इस दौरान यात्री परेशान होते नजर आए। जानकारी के अनुसार, सीहोर रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात करीब 12 बजे जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर आई थी। इस दौरान नशे में धुत एक युवक रेल पटरी पर लेट गया, जिससे ट्रेन को रोकना पड़ा। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को पटवारी से हटाने की कोशिश की, लेकिन नशे में धुत युवक बार-बार पटरी पर लेटने की कोशिश करता रहा। इस घटनाक्रम में ट्रेन करीब 30 मिनट लेट हुई, जिससे यात्री परेशान होते दिखे। इसके बाद युवक को वहां से हटाया गया। घटना के बाद पुलिस युवक को लेकर चली गई। युवक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने युवक हिरासत में ले लिया है।

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भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सोमवार, 10 फरवरी को प्रात: 11 बजे देश के विद्यार्थियों के साथ परीक्षा पे चर्चा करेंगे। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संचार माध्‍यमों पर किया जायेगा। कार्यक्रम का दूरदर्शन, डीडी नेशनल, डीडी न्यूज, डीडी इंडिया एवं ऑल इंडिया रेडियो के सभी चैनल, पीएमओ वेबसाइट mygov.in, यूट्यूब, एमओई, फेसबुक लाइव, स्वयंप्रभा चैनल एमओई, दीक्षा चैनल एमओई से भी प्रसारण होगा। कार्यकम का प्रसारण अन्य निजी चैनल भी करेंगे। मध्य प्रदेश के सभी हाई और हायर सेकण्डरी स्कूलों में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। लोक शिक्षण आयुक्‍त शिल्‍पा गुप्‍ता ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री हर वर्ष से परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए विद्यार्थियों से संवाद करते हैं। इस वर्ष यह कार्यक्रम सोमवार, 10 फरवरी को प्रात: 11 बजे से नई दिल्‍ली में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम को ऑनलाइन देखे जाने के लिये यूट्यूब लिंक https://www.youtube.com/watch?v=G5UhdwmEEls भी जारी की गई है। कार्यक्रम में विद्यार्थी एवं शिक्षक तथा अभिभावक उक्त लिंक के माध्यम से सहभागिता कर सकेंगे। इस वर्ष प्रदेश से 18 लाख 27 हजार विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों ने अपना पंजीयन कर सहभागिता की है। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह सहित अधिकारी भी होंगे शामिल स्‍कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, सचिव स्‍कूल शिक्षा डॉ. संजय गोयल और स्कूल शिक्षा विभाग में अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी राजधानी भोपाल के सुभाष उत्‍कृष्‍ट विद्यालय से विद्यार्थियों के साथ कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे। लोक शिक्षण आयुक्‍त शिल्‍पा गुप्‍ता ने बताया कि प्रदेश में भी राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद और सभी जिला शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थानों में हाई और हायर सेकेण्डरी स्‍कूलों में विद्यार्थियों की लाइव प्रसारण में सहभागिता होगी। स्‍कूलों में टीवी प्रसारण के अलावा, इंटरनेट एक्सेस डिवाइस (कंप्यूटर लैपटॉप/मोबाइल इत्यादि) पर भी कार्यक्रम देखने की सुविधा दी जा रही है। प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में जहां टीवी देखने की व्यवस्था संभव नहीं होगी, वहां रेडियो/ट्रांजिस्टर की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। समस्‍त जि़ला कलेक्‍टर्स एवं मैदानी अधिकारियों को परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के लाइव प्रसारण में विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षकों की सामूहिक रूप से सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है। इस कार्यक्रम का पहला संस्करण वर्ष 2018 में हुआ था। इस वर्ष इस कार्यक्रम का आठवाँ संस्करण है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में फरवरी के महीने में फि‍र से ठंड की वापसी हुई है। हालांकि दिन में हल्की धूप राहत दे रही है। लेकिन रात होते ही कंपकंपाने वाली ठंड शुरू हो जाती है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में सर्द हवाओं से रात का तापमान लुढ़कने लगा है। पहली बार फरवरी में प्रदेश में रात का तापमान 5 डिग्री से नीचे पहुंच गया। शनिवार रात शहडोल के कल्याणपुर में पारा 4.5 डिग्री रहा। भोपाल समेत 17 शहरों में ठंड बढ़ने के साथ तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। हालांकि, आज रविवार से मौसम में फिर से बदलाव होने का अनुमान है। अब दिन-रात के तापमान में 3 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है।मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में बर्फबारी होने से प्रदेश में भी ठंड का असर बढ़ा है। पिछले चार दिन से दिन-रात के तापमान में गिरावट देखने को मिली। शनिवार की रात में तापमान में खासी कमी आई। भोपाल, शहडोल, राजगढ़, शाजापुर, उमरिया, छतरपुर, सिंगरौली, टीकमगढ़, मंडला, रायसेन, गुना, सतना, सीधी, दमोह, रीवा और नर्मदापुरम जिले ठिठुर गए। आज रविवार को हल्की ठंडक बनी रहेगी, लेकिन दिन के साथ रात के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। 10 फरवरी को अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।प्रदेश में सबसे ठंडा शहडोल का कल्याणपुर रहा। यहां पारा 4.5 डिग्री, राजगढ़ में 5 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 5.8 डिग्री, उमरिया-नौगांव में 6.1 डिग्री, सिंगरौली के देवरा में 6.4 डिग्री, खजुराहो में 7.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 7.8 डिग्री, मंडला में 8.3 डिग्री, रायसेन में 8.5 डिग्री, गुना-सतना में 8.6 डिग्री, सीधी में 9 डिग्री, दमोह में 9 डिग्री, रीवा में 9.2 डिग्री और पचमढ़ी में 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को दिन में ठंड से थोड़ी राहत मिली है। कई शहरों में पारे में बढ़ोतरी देखने को मिली। भोपाल, बैतूल, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खरगोन, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, खजुराहो, मंडला, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में पारा 27 डिग्री से ज्यादा रहा। मंडला और उज्जैन में पारा सबसे अधिक 30 डिग्री के पार रहा। रविवार को तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।  

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सीहोर । जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में आगामी 25 फरवरी से होने वाले भव्य महोत्सव को लेकर कथा स्थल के भव्य परिसर में डोम लगाए जा रहे है। इसके अलावा प्रशासन भी यहां पर अतिथियों, साधु संतो और लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर तैयारियां की जा रही है।   शनिवार की सुबह अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने यहां पर मौजूद अधिकारियों, ग्रामीण और शहरी विठलेश सेवा समिति के पदाधिकारियों के अलावा आस-पास के सभी समाजसेवियों के साथ ही अन्य के साथ कथा स्थल का जायजा लेकर पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, हेल्थ कैम्प, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कन्ट्रोल रूम, सहायता केंद्र, मार्ग मरम्मत सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए बात कही।   अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा छत्तीसगढ़ से लौटने के बाद धाम पर पहुंचे थे। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा समितियों से चर्चा की। अब पंडित मिश्रा प्रयाग राज के लिए रवाना हो जाऐंगे। समिति के द्वारा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। रुद्राक्ष महोत्सव का शुभारंभ 25 फरवरी से किया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रतिदिन सुबह शिवलिंग का अभिषेक, दोपहर में कथा और रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। गत दिनों कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने धाम पर पहुंचकर निरीक्षण किया था इस दौरान बेहतर इंतजाम करने एवं लोगों की सुरक्षा के साथ ही नेशनल हाईवे पर आवागमन सुगम बनाए रखने के लिए मार्ग परिवर्तित करने तथा वैकल्पिक मार्ग के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कथा के दौरान पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, हेल्थ कैम्प, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कन्ट्रोल रूम, सहायता केंद्र, मार्ग मरम्मत सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।   कुबेरेश्वर धाम परिसर तथा आसपास यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि विद्युत लाइन, केबल तथा पोल कहीं से क्षतिग्रस्त न हों तथा विद्युत विभाग की टीम को एक्टिव मोड पर रखा जाए। आयोजन स्थल तथा आसपास भीड़ अत्याधिक होने पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए अस्थाई चलित शौचालयों की व्यवस्था तथा आयोजन स्थल पर पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मियों ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए।    

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राजगढ़ । राजगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम हिरणखेड़ी में चल रही भागवत कथा के दौरान शनिवार को मधुमक्खी ने ग्रामीणों पर हमला बोल दिया, जिसमें आठ लोग घायल हो गए, जिनमें एक की हालत गंभीर होने पर भोपाल रेफर किया गया।   जानकारी के अनुसार ग्राम हिरणखेड़ी में भागवत कथा के दौरान पीपल के पेड़ पर लगी मधुमक्खी ने अचानक ग्रामीणों पर हमला कर दिया, जिसमें भंवरलाल (60) पुत्र गंगाराम तंवर, रोड़जी पुत्र नारायणसिंह तंवर, सांवलिया (65) पुत्र मुरली तंवर, दीपक (20)पुत्र लखनदास बैरागी, राजेश (20) पुत्र लालसिंह तंवर, रामसिंह (35) पुत्र हजारीलाल और दरियावसिंह (35) पुत्र देवसिंह निवासी हिरणखेड़ी घायल हो गए, जिनमें भंवरलाल की हालत बिगड़ने पर भोपाल रेफर किया गया। बताया गया कि डीजे के शोरगुल से पीपल के पेड़ पर बैठी मधुमक्खी ने अचानक हमला कर दिया।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में एक बार फिर सर्दी का असर तेज हो गया है। पश्चिम-उत्तर भारत आ रही सर्द हवाओं की वजह से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। इससे दिन और रात के पारे में 5 डिग्री तक की गिरावट हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन भी ठंडे हैं। शुक्रवार को भी सर्द हवाओं से ठिठुरन बनी रही। ऐसा ही मौसम शनिवार को भी रहेगा। आज सर्द हवाएं चलेंगी, इससे दिन में ठंडक रहेगी। रात में भी तापमान में गिरावट आ सकती है। हालांकि रविवार से ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है।प्रदेश में फरवरी में ठंड ने फिर वापसी की है। पिछले 3 दिन से सर्दी बढ़ गई है। इस वजह से रात का तापमान 10 और दिन में 25 डिग्री से नीचे आ गया है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो राजगढ़, रायसेन, धार, शाजापुर, सीहोर, नीमच, मंदसौर, छतरपुर, उमरिया और शहडोल अधिक शीतलहर वाले जिले रहे। वहीं, भोपाल, विदिशा, झाबुआ, आगर-मालवा, गुना, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, टीकमगढ़, निवाड़ी, सतना, मेहर, मऊगंज, सिंगरौली, अनूपपुर में भी सर्द हवा चली। वहीं, रात में कल्याणपुर, राजगढ़, खजुराहो, नौगांव, टीकमगढ़, गुना, सतना, धार, पचमढ़ी और मंडला में तापमान 10 डिग्री से नीचे आ गया। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी न्यूनतम तापमान 10.2 से 12 डिग्री तक रहा। शुक्रवार को प्रदेश के कई शहरों में हवा की रफ्तार 30 किमी प्रतिघंटा तक रही। भोपाल में 15 से 17 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली। इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन में भी तापमान में गिरावट आयी।शुक्रवार को भोपाल में एक ही दिन में तापमान 4.4 डिग्री लुढ़ककर 23.2 डिग्री पर आ गया। यह प्रदेश में सबसे कम रहा। वहीं, रायसेन में 23.5 डिग्री, रीवा में 23.8 डिग्री, पचमढ़ी में 24.4 डिग्री, सतना में 24.9 डिग्री और धार, नरसिंहपुर-दमोह में 25 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में 25.4 डिग्री, इंदौर में 24.8 डिग्री, उज्जैन में 26 डिग्री और ग्वालियर में 24.4 डिग्री रहा।  

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इंदौर । मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जीएनटी टिंबर मार्केट के दो गोदाम में शुक्रवार तड़के भीषण आग लग गई। सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले कुछ लोगों ने आग की लपटें उठते देखी तो इस घटना की जानकारी दमकल विभाग और पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की टीम और नगर निगम मौके पर पहुंची। जिसके बाद बड़ी मशक्कत के बाद दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया। आगजनी में लाखों रुपए की लकड़ियां जलकर खाक हो गई। वहीं आग लगने का कारण अभी अज्ञात है। फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।   जानकारी के अनुसार धार रोड़ स्थित जीएनटी मार्केट में सुबह करीब 5 बजे अक्षर लेमिनेट्स में आग लग गई। जानकारी के मुताबिक जिस जगह आग लगी थी वहां से लकड़ी पीठे में बना फायर स्टेशन 100 मीटर दूरी पर था। लकड़ी मार्केट के चौकीदारों ने मौके पर पहुंचकर दमकलकर्मियों को उठाया। इसके करीब आधे घंटे बाद गाड़ियां यहां पहुंच पाई। लेकिन जब तक आग ने विकराल रूप ले लिया। इसके बाद फायरकर्मी उसे बुझाने का प्रयास करते रहे। घटना में फर्नीचर और लकड़ी का सामान जल गया। सूचना के बाद दमकल की 5 गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। आगजनी में दो गोदाम चपेट में आ गए। जिसमें काफी संख्या में फर्नीचर और लकड़ी का सामान भरा हुआ था। दो घंटे तक आग पर काबू करने के लिए फायर टीम को मशक्कत करनी पड़ी। फायर ब्रिगेड के मुताबिक, हादसे में चीकू उर्फ चिंटू नाम का गोकुल टिंबर का कर्मचारी भी झुलसा है। चीकू अंदर ही कमरे में रहता था। आग लगने के बाद वह बाहर आ गया। इस दौरान उसका हाथ और चेहरा जला है। बताया जाता है कि इस टिंबर मार्केट में चीकू अपनी मां के साथ रहता है। मां रिश्तेदारों के यहां थी। पुलिस ने चीकू को उपचार के लिए पहले जिला अस्पताल भेजा। इसके बाद उसे एमवाय में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसका बर्न यूनिट में उपचार चल रहा है। गनीमत रही कि पास के पीठों में ऊंची दीवारें बना लेने से आग वहां तक नहीं फैली, नहीं तो अन्य पीठे भी चपेट में आ जाते।  

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भोपाल । हरियाणा के पर्यटन विभाग द्वारा शुक्रवार, 07 फरवरी से 23 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले में मध्य प्रदेश थीम राज्य है। इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के संयोजन से मेले में आने वाले देश-विदेश के सैलानियों को मध्य प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन, कला, शिल्प देखने और पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।   जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने गुरुवार देर शाम जानकारी देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले में मध्य प्रदेश की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अंतर्गत लोक नृत्य-संगीत का प्रदर्शन होगा। इसमें भगोरिया, गणगौर, मटकी, गुदुमबाजा, काठी, करमा, भड़म, बरेदी, बधाई-नौरता, अहिराई इत्यादि लोक नृत्यों की प्रस्तुति होगी। मध्य प्रदेश की समृद्ध लोक संस्कृति को मेले के सैलानी देख सकेंगे। मेले में 17 फरवरी को नाटक बैजू बावरा और नृत्य नाटिका वीरांगना रानी दुर्गावती की विशेष प्रस्तुतियां भी होंगी।   उन्होंने बताया कि सूरजकुंड शिल्प मेला में मध्य प्रदेश के 40 शिल्पकारों के पारंपरिक शिल्प प्रदर्शन सह विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे। इन शिल्पों में चंदेरी, महेश्वरी साड़ी एवं बाग प्रिंट, दरी-चादर, अजरक प्रिंट, घास की पत्ती से बने शिल्प, गोंड पेंटिंग, ढोकरा शिल्प, जूट, मिट्टी शिल्प, कढ़ाई एवं छपाई, भीली गुड़िया, छापा कला, नाँदना प्रिंट, लौह शिल्प, गोबर शिल्प, कशीदाकारी, खरद शिल्प, खादी और कॉटन, ब्लॉक प्रिंट इत्यादि शामिल हैं।   मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा मेला परिसर में विशेष मंडप भी बनाया गया है, जहां प्रदेश के पर्यटन के बारे में विस्तृत जानकारी पर्यटकों को दी जा सकेगी। पर्यटक जान सकेंगे कि वे कैसे मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं। साथ ही मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा क्या-क्या सुविधाएं पर्यटकों को दी जाती हैं। इस मंडप में पर्यटकों को मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की जानकारी दी जायेगी। साथ ही बताया जायेगा कि वह किस तरह वे अपना टूर प्लान कर सकते हैं।   सूरजकुंड शिल्प मेला के बारे में सूरजकुंड शिल्प मेला, भारत की एवं शिल्पियों की हस्तकला का 15 दिन चलने वाला मेला लोगों को ग्रामीण और लोक संस्कृति का परिचय देता है। यह मेला हरियाणा राज्य के फरीदाबाद शहर के दिल्ली के निकटवर्ती सीमा से लगे सूरजकुंड क्षेत्र में प्रतिवर्ष लगता है। यह मेला लगभग तीन दशक से आयोजित होता आ रहा है। इस मेले में हस्तशिल्पी और हथकरघा कारीगरों के अलावा विविध अंचलों की वस्त्र परंपरा, लोक कला, लोक व्यंजनों के अतिरिक्त लोक संगीत और लोक नृत्यों का भी संगम होता है।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से गर्मी का अहसास होने लगा था, लेकिन एक बार फि‍र मौसम का मिजाज बदल गया है। कई हिस्सों में तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गई है। उत्तर भारत में बर्फबारी होने से मध्य प्रदेश एक बार फिर सर्द हवाओं की चपेट में है। गुरुवार को इंदौर समेत कई शहरों में हवा 34 से 36 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली, जो आम दिनों की तुलना में 3-4 गुना अधिक रही। वहीं, फरवरी में पहली बार दिन का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के नीचे आ गया। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में भी तापमान में गिरावट आयी है।मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम-उत्तर भारत में गुरुवार को 12.6 किमी ऊपर 231 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवा चली। इस वजह से प्रदेश में भी कंपकंपी देखने को मिली। बर्फबारी का असर भी रहा। आज शुक्रवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। हालांकि शनिवार को तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। इससे पहले गुरुवार को भोपाल में 18 से 20 किमी और इंदौर एयरपोर्ट पर 34 से 35 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से हवा चली। अमूमन यह 6 से 8 किमी प्रतिघंटा रहती है। शुक्रवार को भी हवा की गति तेज रहेगी। इससे ठिठुरन बनी रहेगी। हालांकि 8 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। इस सिस्टम की वजह से दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।बर्फीली हवा चलने की वजह से गुरुवार को दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई है। पचमढ़ी में तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रायसेन में 23.2 डिग्री, धार में 23.7 डिग्री, नौगांव-रीवा में 24 डिग्री, सिवनी में 24.2 डिग्री, सीधी में 24.4 डिग्री, उमरिया-सागर में 25.1 डिग्री, सतना में 25.3 डिग्री, दमोह-गुना में 25.5 डिग्री और बैतूल में 25.7 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 25.8 डिग्री, इंदौर में 23.5 डिग्री, ग्वालियर में 25.4 डिग्री, उज्जैन में 25 डिग्री और जबलपुर में 23.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। इससे पहले बुधवार-गुरुवार की रात में भी पारे में गिरावट देखने को मिली। यह 10 डिग्री से नीचे आ गया।  

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छतरपुर । छतरपुर के बिजावर में गुरुवार दोपहर को एक बस अनियंत्रित हाेकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। टक्कर लगते ही केबिन में बैठे यात्री उछलकर बाहर जा गिरे, वहीं ड्राइवर स्टीयरिंग में फंस गया। हादसे में 11 लाेग घायल हुए है। वहीं ड्रायवर काे स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला। घायलों को बिजावर अस्पताल अस्पताल ले जाया गया, जहां से 5 गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। हादसा अचानक सड़क पर आए बंदर को बचाने के चक्कर में हुआ।बिजावर थाना टीआई कमलजीत सिंह ने बताया कि गुरुवार दोपहर को अपसा कंपनी की बस एमपी 16 जेडबी 3870 जटाशंकर से बिजावर जा रही थी। जटाशंकर से 3 किमी दूर करीब 11:30 बजे अचानक सड़क पर बंदर आ गया। बंदर को बचाने के प्रयास में बस असंतुलित होकर सड़क किनारे खड़े पेड़ से टकरा गई। टक्कर लगते ही केबिन में बैठे यात्री उछलकर बाहर जा गिरे, वहीं ड्राइवर स्टीयरिंग में फंस गया, जिसे स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला। हादसे में बस में सवार 11 लाेग घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को तत्काल एंबुलेंस के माध्यम से बिजावर के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से 5 लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।  

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भोपाल । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भोपाल में मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पूर्व अधीक्षण यंत्री दीपक असाई के खिलाफ पीएमएलए के तहत कार्रवाई की है। असाई की एक करोड़ पांच लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति अनंतिम रूप से कुर्क की गई है, जिसका बाजार मूल्य 2.5 करोड़ रुपये बताया गया है। वहीं, ईडी की टीम ने इंदौर में भी अवैध सट्‌टेबाजी मामले में मनोज मालवीय की एक करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की है। ईडी ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी गई है कि लोक निर्माण विभाग भोपाल में प्रभारी मुख्य अभियंता रहे अधीक्षण यंत्री दीपक असाई की यह संपत्ति महाराष्ट्र के भंडारा जिले में है। यह आवासीय और कॉमर्शियल यूज वाली दुकानों के रूप में है। साथ ही डाकघर में रखी गई इनकी और पत्नी के स्वामित्व वाली एफडी और एसएससी के रूप में चल संपत्ति और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी की बीमा पालिसी भी कुर्क की गई हैं। लोकायुक्त पुलिस भोपाल द्वारा इनके विरुद्ध दर्ज अपराध के मामले में जांच के बाद यह कुर्की की कार्रवाई की गई है। ईडी की जांच में पता चला है कि दीपक असाई ने लोक निर्माण विभाग में लोक सेवक के रूप में पदस्थ रहने के दौरान पद का दुरुपयोग किया और भ्रष्टाचार से अवैध रूप से कमाई की। कमाई की इस रकम को बड़े पैमाने पर चल- अचल संपत्ति अर्जित करने में निवेश किया गया। ईडी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि असाई की पत्नी ज्योति असाई ने कथित तौर पर अपने पति की अवैध आय को वैध रूप में परिवर्तित करने में सहायता की है। इधर, ईडी इंदौर की टीम ने अवैध ऑनलाइन सट्‌टेबाजी के मामले में पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के अंतर्गत गत 30 जनवरी को एक करोड़ रुपये की संपत्ति अनंतिम रूप से कुर्क की है। यह संपत्ति मनोज मालवीय की है, जो लोकेश वर्मा और निखिल हलभवी उर्फ अजय रतन राजपूत के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्‌टेबाजी में शामिल था। मप्र पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने इस मामले की जांच शुरू की थी। पता चला कि मप्र, कर्नाटक और देश के अन्य राज्यों में अवैध ऑनलाइन सट्‌टेबाजी एप धन-गेम्स और अन्य सट्‌टा मटका एप के जरिए लोगों को लुभाने के लिए सट्‌टा खिलाया जा रहा था। ऐसे यूजर्स के मोबाइल नंबर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करने और यूपीआई के माध्यम से धन-गेम्स वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने और सट्‌टेबाजी में शामिल होने की अनुमति देता था। सट्‌टा मटका एप के जरिए कमाए गए पैसे को लोकेश वर्मा और मनोज मालवीय द्वारा डमी व्यक्तियों के नाम पर उनके केवाईसी दस्तावेजों का दुरुपयोग करके फर्जी खातों में भेजा जाता था। यह रकम वेब के जरिए सट्‌टेबाजी आपरेशन को चलान के लिए लोगों से अवैध रूप से लूटी जा रही थी। इसके बाद ईडी ने बेनामी बैंक खातों में सट्‌टेबाजी के संचालन की जांच की तो पाया कि इनके द्वार प्रॉपर्टी खरीदने का काम भी किया गया है। इस मामले में पहले 8.89 करोड़ रुपये का एक अनंतिम कुर्की आदेश जारी किया गया था और 46 लाख रुपये भी जब्त किए गए थे। ईडी की जांच अभी जारी है।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया है। कड़ाके की ठंड से राहत मिली है। रात में तापमान 18 डिग्री तो दिन में 34 डिग्री के पार पहुंच गया है। सुबह और रात में हल्की ठंड है। दिनभर धूप निकलने से गर्मी का अहसास होने लगा है। हालांकि बुधवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में दिन के तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है। मौसम विभाग के मानें तो प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले सप्‍ताह बारिश की संभावना है। बारिश के बाद तापमान में गिरावट हो सकती है।मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने का अनुमान जताया है। ऐसे में कुछ शहरों में रात का तापमान फिर से 10 डिग्री के नीचे पहुंच सकता है। अभी तापमान इससे अधिक ही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 8 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश होने का अनुमान है। 20 फरवरी के बाद ठंड का असर और कम होगा। जिससे दिन-रात दोनों ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। वर्तमान में भी एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है।प्रदेश में 7 फरवरी को दिन में धूप खिली रहेगी, लेकिन रात और सुबह हल्की ठंड का असर बना रहेगा। 8 फरवरी को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। बुधवार को प्रदेश के कई शहरों में दिन के तापमान में गिरावट हुई है। भोपाल में 5.5 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 26.2 डिग्री पर पहुंच गया। इंदौर में 5.2 डिग्री की गिरावट हुई और यह 25.4 डिग्री रहा। ग्वालियर में 25.6 डिग्री, उज्जैन में 26 डिग्री और जबलपुर में 29.5 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में रायसेन सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह नौगांव में 25 डिग्री, धार में 25.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 25.5 डिग्री, पचमढ़ी में 26.1 डिग्री, रतलाम में 26.5 डिग्री, गुना में 26.7 डिग्री, रीवा-सीधी में 27.2 डिग्री, सतना-खजुराहो में 27.4 डिग्री, सागर में 28.1 डिग्री, नरसिंहपुर में 28.2 डिग्री रहा। सबसे अधिक मंडला में 33 डिग्री दर्ज किया गया।  

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भोपाल । संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, मध्यप्रदेश द्वारा भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रभाकर तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत जारी किया गया है, जिसमें डॉ. तिवारी पर कार्य में लापरवाही और अपने दायित्वों के निर्वहन में असफल रहने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने बुधवार को कहा कि डॉ. प्रभाकर तिवारी ने विभाग को ग़लत जानकारी देकर डॉ. प्रांजल खरे की अवैध नियुक्ति करवाई। बाद में जब विभागीय जांच के बाद उनकी नियुक्ति निरस्त कर दी गई, तब भी उन्हें नियमित भुगतान किया जाता रहा, जो पूरी तरह नियम विरुद्ध था। इसके अलावा, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने अधिकारियों से मिलीभगत कर अपनी पत्नी डॉ. प्रज्ञा तिवारी को एनएचएम में प्रभारी संचालक बनवाया, जबकि उनके खिलाफ विभाग में सैकड़ों शिकायतें लंबित हैं। रवि परमार ने आरोप लगाया कि डॉ. प्रभाकर तिवारी स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के मास्टरमाइंड हैं। जब वे सीहोर में पदस्थ थे, तब वहां भी उन्होंने चिकित्सा सामग्री की खरीद में घोटाला किया था, जिसकी जांच के बाद उन पर एफआईआर दर्ज हुई थी। अब भोपाल में भी उन्होंने सैकड़ों फर्जी अस्पताल खोलकर मानव जीवन के साथ खिलवाड़ किया और अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी नियुक्तियां करवाईं। एनएसयूआई की मांग:रवि परमार ने कहा कि डॉ. प्रभाकर तिवारी दोषी पाए गए हैं, इसलिए उन्हें तत्काल पद से हटाया जाए और भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि भोपाल के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एनएसयूआई इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाएगा और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा।  

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इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बुधवार को सुबह एक दवा व्यापारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे शहर के अभय प्रशाल में बैडमिंटन खेल रहे थे। इसी दौरान अचानक उनके सीने में दर्द हुआ। मौके पर मौजूद साथियों ने उन्हें सीपीआर देकर बचाने की कोशिश की। रिस्पॉन्स नहीं मिलने पर नजदीक के निजी अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार, साउथ तुकोगंज निवासी अमित चेलावत (45) बुधवार सुबह अभय प्रशाल में रोजाना की तरह बैडमिंटन खेल रहे थे। खेल के दो दौर पूरे हो चुके थे, तभी अमित के सीने में दर्द शुरू हुआ। वे एक ओर जाकर बैठ गए। कुछ ही देर में उनको बेहोशी छाने लगी। साथियों ने सीपीआर दिया तो वे उठकर बैठ गए। उन्हें तात्कालिक उपचार के रूप में सॉर्बिट्रेट टेबलेट देनी चाही तो अमित ने यह कहकर लेने से इनकार कर दिया कि वे जैन धर्म की परंपरा नवकारसी के अनुसार सुबह 8 बजे के पहले कुछ खा नहीं सकते। साथियों ने जबरन दवाई दी तो दोनों बार उन्होंने मुंह से बाहर निकाल दी। इसी दौरान उन्हें दिल का दूसरा दौरा पड़ा, जिसके उनकी मौत हो गई। अमित चेलावत के परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में सर्दी का असर अब कम हो गया है। तापमान में बढ़ोत्‍तरी के चलते राजधानी भोपाल समेत कई शहरों में गर्मी का अहसास होने लगा है। कुछ शहरों में 2 दिन से बारिश वाला मौसम है। नीमच में बूंदाबांदी के बाद मंगलवार को ग्वालियर-चंबल में आंधी और हल्की बारिश का दौर रहा। बाकी जिलों में मौसम साफ रहा और धूप खिली रही। मौसम विभाग का कहना है कि आज बुधवार से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, 8 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेश के कुछ हिस्से में पहले सप्ताह में बादल छाए रहेंगे। 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश होने का अनुमान है। 20 फरवरी के बाद ठंड का असर और कम होगा। जिससे दिन-रात दोनों ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। अभी दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है।   मौसम विभाग का अनुमान है कि आज बुधवार काे भोपाल, इंदौर-उज्जैन में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। जबकि ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में बादल छाए रह सकते हैं। बाकी जिलों में भी तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। जबकि 6 फरवरी को दिन में धूप खिली रहेगी, लेकिन रात और सुबह हल्की ठंड का असर बना रहेगा। मंगलवार को मंडला में दिन का तापमान 34.7 डिग्री, सिवनी में 33.4 डिग्री, जबलपुर में 33.3 डिग्री, दमोह में 33 डिग्री रहा। भोपाल में 31.7 डिग्री, इंदौर में 30.6 डिग्री, ग्वालियर में 26.1 डिग्री और उज्जैन में तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया।

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सिवनी । मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में कुरई वन परिक्षेत्र के ग्राम हरदुली (पिपरिया) गांव में शिकार के लिए जंगली सुअर का पीछा करते एक वयस्क बाघ खेत के कुएं में गिर गया। जंगली सुअर भी कुएं में गिरा हुआ है। घटना सोमवार देर रात की है, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 8 बजे ग्रामीणों ने कुएं के पानी में तैरते और बाहर निकलने का प्रयास करते बाघ तथा जंगली सुअर को देखा तो वन अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गया। फिलहाल, दोनों का रेस्क्यू जारी है। ग्रामीणों ने बताया कि जंगली सुअर का शिकार करने के लिए बाघ उसका पीछा कर रहा था, तभी दोनों कुएं में गिर गए। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। मौके पर पहुंचे वन कर्मियों द्वारा कुएं के पानी से बाहर निकलने मशक्कत करते बाघ तथा जंगली सुअर पर नजर रखी जा रही है। दोनों जीवित बताए जा रहे हैं। मौके पर पेंच टाइगर रिजर्व के एसडीओ आशीष पांडेय भी मौजूद हैं। कुएं से बाघ को सुरक्षित बाहर निकालने पेंच टाइगर रिजर्व का रेस्क्यू दल को मौके पर बुलाया गया है।

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गुना । जिले के पगारा स्थित धागा फैक्ट्री के एक हिस्से में मंगलवार सुबह आग लग गई। आग की इस घटना में मशीनें और सामान जलकर खाक हो गया। सूचना के बाद माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दाे गाड़ी ने करीब आधे घंटे बाद आग पर काबू पा लिया। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।   जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर पगारा गांव में दीपक स्पिनर्स नाम से फैक्ट्री है। यह धागा बनाया जाता है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। आग ने वहां रखे सामान को चपेट में ले लिया। वहां काम कर रह कर्मचारियों ने फैक्ट्री के मैनेजर और फैक्ट्री मालिक को सूचना दी। फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही नगरपालिका से दो फायर ब्रिगेड मौके पर रवाना की गईं। एसडीएम शिवानी पांडे और ग्रामीण तहसीलदार कमल मंडेलिया सहित नपा की टीम भी मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड को अंदर भेजने के लिए एक दीवार का कुछ हिस्सा भी तोड़ा गया। लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद दो फायर ब्रिगेड से आग पर काबू पा लिया गया।प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हालांकि, अधिकारियों ने पूरी घटना की विस्तृत जांच कराने की बात कही है। राहत की बात यह रही कि आग पर जल्दी काबू पा लिया गया और आग फैक्ट्री के बाकी हिस्से में नहीं फैली। दूसरे हिस्से में काफी धागा रखा हुआ था। आग से उस हिस्से में रखी मशीनें और सामान जल गया। तहसीलदार ने बताया कि लगभग 11 बजे प्रशासन को सूचना मिली थी। जल्द ही आग पर काबू पा लिया गया है। घटना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री प्रबंधन को आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो। फायर ब्रिगेड और प्रशासन की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस आग में फैक्ट्री के महत्वपूर्ण उपकरण और सामान जलकर नष्ट हो गया, जिससे लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल, फैक्ट्री प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों द्वारा आग लगने के सही कारणों की जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।      

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव जारी है। फरवरी का पहला सप्ताह ही गर्मी के जैसे महसूस होने लगा है। सोमवार को प्रदेश के कई जिलों का तापमान बढ़कर 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान में भी बड़ा उछाल आया है। हालांकि, 2 दिन बाद तापमान में फिर से गिरावट हो सकती है। मौसम विभाग ने बढ़ते तापमान के बीच कुछ जिलों में कोहरे का अलर्ट जारी किया है। आज मंगलवार को ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग में हल्के कोहरे का असर रह सकता है। दिन में गर्मी का असर रहेगा। जबकि 5 फरवरी को प्रदेश में दिन में गर्मी रहेगी। रात और सुबह के समय ही ठंड का असर देखने को मिलेगा।मौसम विभाग के मुताबिक, फरवरी में सुबह और रात में ही ठंड का असर देखने को मिलेगा। 20 फरवरी से यह असर और कम हो जाएगा। इससे पहले सोमवार को ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में कोहरा रहा। मंगलवार को भी कुछ जिलों में कोहरा छाया रहेगा। दूसरी ओर, दो दिन में तापमान में गिरावट हो सकती है, पर सोमवार को कई शहरों में तापमान 5 डिग्री तक ऊपर चला गया। ऐसे में गर्मी का एहसास हुआ। मौसम विभाग का कहना है कि 8 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो सकता है। इस वजह से प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेश के कुछ हिस्से में पहले सप्ताह में बादल छाए रहेंगे। 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश होने का अनुमान है। 20 फरवरी के बाद ठंड का असर और कम होगा। जिससे दिन-रात दोनों ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।सोमवार को कई शहरों में गर्मी का असर देखा गया। सिवनी में 34.2 डिग्री और मंडला में 34 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह बैतूल में 33.2 डिग्री, इंदौर में 32.5 डिग्री, भोपाल में 32.1 डिग्री, रतलाम में 32 डिग्री, उज्जैन में 31.5 डिग्री, खरगोन-नर्मदापुरम में 31.4 डिग्री, धार में 31.9 डिग्री, मलाजखंड में 30.3 डिग्री, रायसेन में 30.2 डिग्री, खंडवा में 30.1 डिग्री, उमरिया-सागर में 30 डिग्री रहा। सोमवार की रात की बात करें तो कई शहरों में तापमान 15 डिग्री के पार पहुंच गया। नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा तापमान 17.5 डिग्री, इंदौर में 17.2 डिग्री और सिवनी में 17 डिग्री रहा। इसी तरह उज्जैन-छिंदवाड़ा में 15 डिग्री, मलाजखंड में 15.2 डिग्री, सागर में 15.3 डिग्री, खंडवा में 15.4 डिग्री, धार में 16.5 डिग्री, सिवनी में 17 डिग्री, नर्मदापुरम में 17.5 डिग्री दर्ज किया गया।  

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उज्जैन । बसंत पंचमी पर सोमवार सुबह भस्मार्ती के बाद बाबा महाकाल को पीले वस्त्र धारण करवाए जाएंगे ओर आकर्षक श्रृंगार किया गया। भगवान को पीले रंग के पूष्प अर्पित किए वहीं पकवानों का रंग भी पीला था। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बसंत पंचमी की प्रात: भगवान महाकाल को फलों के रस से स्नान करवाया गया। सोमवार शाम को भगवान को गुलाल अर्पित की जाएगी और फाग उत्सव की शुरूआत हो जाएगी।   वैष्णव हवेलियों में 40 दिन चलेगा फागउज्जैन की वैष्णव हवेलियों में रविवार को बसंत पंचमी मनाई गई। इन मंदिरों में रविवार से सेवा प्रणाली की दिनचर्या बदल गई। मंदिरों में अब 40 दिन तक ठाकुरजी का फाग महोत्सव के मनेगा। महाप्रभु की बैठक के ट्रस्टी नागर ने बताया कि सभी पुष्टिमार्गीय हवेलियों में बसन्त पंचमी मनाई गई। रविवार से गर्म सामग्री (सोंठ) बंद हो जाती है। अदरक नींबू और गुड़ की सामग्री ठाकुरजी को नहीं चढ़ाई जाती है। साथ ही पालन के दर्शन, डोल तक बंद हो जाते है। ठाकुरजी को ग्वाल या श्रृंगार में फाग खिलाया जाता है। ठाकुरजी को सफेद सूती वस्त्र पहनाएं जाते हैं। हवेलियों की खिड़की पर लगाई गई रजाई हटा दी है। 20 फरवरी को ठाकुरजी के पांव के मोड़ हटा दिए जाएंगे। कुंज एकादशी,10 मार्च को केसुडी के फूलों को सुखाकर गीला रंग बनाकर होली खेली जाएगी।   रेवती नक्षत्र, शुभ मांतग योग में मनेगी बसंत पंचमीज्योतिर्विद पं अजय कृष्ण शंकर व्यास के अनुसार रेवती नक्षत्र, शुभ मांतग योग में सोमवार को बसंत पंचमी मनाई जाएगी। मातंग योग एक शुभ योग है। मातंग योग में दान करने से इंद्र के समान सुख मिलता है। तिब्बती बौद्ध धर्म में मातंग शब्द का आशय हाथी के लिए होता है। चक्रसंवर समाधि के दौरान मातंग का इस्तेमाल किया जाता है। चक्रसंवर समाधि, नेपाल में नेवाह महायान-वज्रयान बौद्धों की मुख्य पूजा और साधना पद्धति है। पं.व्यास ने बताया कि जब शुक्र और चंद्रमा एक साथ आते हैं, तो यह कलात्मक योग बनता है। इस योग से लोगों के अंदर रचनात्मकता बढ़ती है और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है। मां सरस्वती को ज्ञान और विद्या की देवी कहा जाता है। बसंत पंचमी के दिन को अबूझ मुहूर्त पर उनकी पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन शिक्षा-परिक्षा आरंभ करना भी काफी शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन विद्यारंभ/संगीत शिक्षा आरंभ के लिए संस्कार किया जाता है। हिंदू धर्म में हर माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां सरस्वती का अवतरण हुआ था।  

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दमोह । मध्यप्रदेश के दमोह जिले के अंतर्गत आने वाले बांदकपुर में स्थित जागेश्वरनाथ मंदिर में आज सोमवार को पूजा करने के लिये उमडी भक्तों की भारी भीड में भगदड मचने से पांच महिलायें घायल हो गयीं। जिन्हे एम्बूलेंस की मदद से जिला चिकित्सालय भेजा गया है जिनमें एक की हालत गंभीर बतायी जा रही है।     विदित हो कि देवजागेश्वरनाथ बुंदेलखंड का प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र है जहां विशाल स्वंय भू शिवलिंग स्थापित है। प्रतिवर्ष यहां पर देश भर से लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। आज बसंत पंचमी के अवसर पर दो तीन पूर्व से ही भारी तादाद में भक्त मां नर्मदा का जल लेकर कांवढ यात्रा के माध्यम से पहुंचे तो पूजनार्चन के लिये पहुंचे थे। भक्तों की भारी भीड को देखते हुये प्रशासन एवं पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे। प्रातःघटना उस समय घटी जब भक्तों की भारी भीड गेट पर अपनी बारी आने का इंतजार कर रही थी। उसी समय भीड का दबाव पडते ही गेट अचानक खुल गया। जिससे मची भगदड में पांच महिलायें घायल हो गयी, जिन्हे जिला चिकित्सालय मे भर्ती कराया गया। हालांकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने स्वंय स्थिति को नियंत्रित करने में आगे आकर पहल की और भीड के दबाव को नियंत्रित कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि कांवड यात्रियों के लिये जो दुसरा गेट खोला गया था उसमें कुछ यात्री अचानक प्रवेश कर गये जिसके कारण चेनल गेट पर दबाब पडा और भगदड मच गयी। मैने सिविल सर्जन से बात की है सभी घायलों का ईलाज चल रहा है सभी बातचीत कर रहीं हैं। फिलहाल दर्शन पूजनार्चन का क्रम शांति पूर्ण तरीके चल रहा है किसी प्रकार कोई दिक्कत नहीं हैं।    

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फि‍र से करवट बदल ली है। अब तेज धूप से चुभन होने लगी है। अधिकांश जिलों का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। वहीं, अधिकतम तापमान भी 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि सुबह और रात में ठंड का असर है। रविवार को ग्वालियर, नीमच, मुरैना, श्योपुर, मंदसौर और भिंड में कोहरा रहा। ऐसा ही मौसम आज सोमवार सुबह भी है। उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में कोहरा छाया है। मौसम विभाग के मुताबिक, तीन दिन बाद प्रदेश में दिन-रात के पारे में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है, जबकि 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश होने का अनुमान भी है।मौसम विभाग ने बताया कि आज सोमवार से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने के आसार है। वहीं, 8 फरवरी को भी एक सिस्टम एक्टिव हो सकता है। इस वजह से प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेश के कुछ हिस्से में पहले सप्ताह में बादल छाए रहेंगे। जबकि 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश होने का अनुमान है। 20 फरवरी के बाद ठंड का असर और कम होगा। जिससे दिन-रात दोनों ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।इससे पहले रविवार को ग्वालियर-चंबल में कहीं-कहीं बादल भी छाए रहे। वहीं, कई शहरों में दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। ग्वालियर में 1.9 डिग्री की गिरावट के बाद पारा 27.4 डिग्री रहा। धार में 2.4 डिग्री की गिरावट हुई और तापमान 26.7 डिग्री पर आ गया। बैतूल, गुना, खंडवा, रतलाम, शिवपुरी, दमोह, जबलपुर, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में भी पारा लुढ़क गया। रविवार की रात में भी कई शहरों में तापमान में मामूली गिरावट देखने को मिली। आज सोमवार को मंदसौर, शिवपुरी, दतिया, भिंड में हल्के से मध्यम कोहरा रह सकता है। नीमच, ग्वालियर, मुरैना और श्योपुर में कहीं-कहीं घना कोहरा भी छाया रह सकता है। वहीं, 4 फरवरी को प्रदेश में कहीं-कहीं पारे में हल्की गिरावट हो सकती है। दिन में धूप वाला मौसम रहेगा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कुछ शहरों में शीतलहर तो कुछ शहरों में बारिश के आसार हैं। हालांकि प्रदेश में अब सुबह और रात में ही ठंड का असर रहेगा, जबकि दिन में धूप चूभेगी। फरवरी के पहले दिन ऐसा ही मौसम रहा। मंडला, मलाजखंड, खंडवा और खरगोन में तापमान 32 डिग्री के पार पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में आज रविवार को रतलाम, उज्जैन समेत 10 जिलों में बारिश के आसार हैं। जिससे ठंड का असर बढ़ जायेगा।मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के कुछ हिस्से में फरवरी के पहले सप्ताह में बादल छाए रहेंगे। 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश होने का अनुमान है। 20 फरवरी के बाद ठंड का असर और कम होगा। जिससे दिन-रात दोनों ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। मौसम विभाग का कहना है कि 3 फरवरी से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। जिसका असर पश्चिम-उत्तरी भारत में रहेगा। इसी वजह से प्रदेश के उत्तरी हिस्से, ग्वालियर-चंबल में बादल छाने और बूंदाबांदी होने के आसार है। हालांकि, ये सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इस वजह से तेज बारिश होने की संभावना कहीं भी नहीं है।प्रदेश में आज रविवार को रतलाम, उज्जैन, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, शाजापुर, देवास और आगर मालवा में बारिश के आसार हैं। ऐसे में ठंड का असर बढ़ेगा, तापमान 2 से 3 डिग्री तक नीचे जा सकता है। इसके अलावा कहीं-कहीं घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। इस दौरान कई शहरों का तापमान 7 डिग्री से नीचे जा सकता है।फरवरी के पहले दिन शनिवार को मंडला में 32.4 डिग्री, मलाजखंड में 32.9 डिग्री, खंडवा में 32.5 डिग्री और खरगोन में तापमान 32 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, बैतूल, रतलाम, दमोह, जबलपुर, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में पारा 30 से 31 डिग्री के बीच ही रहा। रविवार को तापमान में और भी बढ़ोतरी होगी। वहीं, शुक्रवार-शनिवार की रात में सागर में 16 और सिवनी में पारा 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

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भाेपाल । प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मशहूर बाघ छोटा भीम की रविवार काे उपचार के दौरान भोपाल के वन विहार में मौत हो गई। छोटा भीम को नवंबर के महीने में गले में फंदा फंस जाने से घायल होने के बाद भोपाल उपचार के लिए भेजा गया था। उसकी चोट गंभीर थी, जिससे इंफेक्शन और सांस लेने में दिक्कत बढ़ती गई, अंततः रविवार काे उसने दम तोड़ दिया।   लगभग दो महीना पहले 26 नवंबर को बाघ छोटा भीम को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खतौली क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया था। उस समय उसके गले में दो पहिया वाहन के क्लच वायर का बना हुआ फंदा कसा हुआ था। उसने फंदे से मुक्त होने के लिए काफी प्रयास किया था, जिसके कारण फंदा उसके गले में काफी अंदर तक धंस गया था और वह बुरी तरह से घायल हो गया था। इसके बाद बाघ छोटा भीम को 30 नवंबर 2024 को घायल अवस्था में बांधवगढ़ से भोपाल के वन विहार ले जाया गया था। वन विहार रेस्क्यू सेंटर में छोटा भीम का उपचार किया जा रहा था। भोपाल भेजे जाने के कुछ दिनों बाद यह खबर आई थी कि छोटा भीम की सेहत में सुधार हो रहा है। 2 महीने 3 दिन इलाज चलने के बाद कंजरवेटिव हार्ट फेलियर के कारण बाघ छोटा भीम की मौत हुई है। एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार रविवार काे ही भोपाल के वन विहार में बाघ का अंतिम संस्कार हुआ। छोटा भीम की मौत बांधों का टाइगर रिजर्व के लिए बड़ी क्षति है।    

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भिंड । भिंड जिले के मालनपुर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित विक्रम फूड प्राइवेट लिमिटेड की बिस्कुट फैक्टरी में रविवार सुबह भीषण आग लग गई। आग सुबह करीब 7 बजे लगी, जिससे फैक्टरी में अफरा-तफरी मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल टीम मौके पर पहुंची। खबर लिखे जाने तक आग बुझाने का काम जारी था।   घटना मालनपुर थाना क्षेत्र के प्रिया गोल्ड बिस्कुट फैक्टरी की है, वहां पर आग लगने से हड़कंप मच गया। आग की ऊंची-ऊंची लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं। काले धुएं का गुब्बार कई किलोमीटर दूर से ही नजर आ रहा है। मौके पर दमकल की चार गाड़ियां मौजूद है। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, अभी भी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। फैक्टरी में अचानक आग लगने के कारणों की जांच प्रशासन और फैक्टरी प्रबंधन कर रहे हैं। मालनपुर थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं। फैक्टरी में आग लगने के चलते भारी नुकसान की संभावना जताई जा रही है। 

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पन्‍ना । पन्ना के जेके सीमेंट कंपनी में हादसे को लेकर प्लांट में कार्यरत मजदूरों के वायरल वीडियो से प्रशासनिक दावों से हटकर स्थिति सामने आ रही है । सीमेंट प्‍लांट में बिहार के कार्यरत मजदूर विकास कुमार ने बताया कि वह सीमेंट प्‍लांट में साढ़े सात बजे मजदूरी करने गया उस समय 170 मजदूर कार्य के लिए गए हुए थे। हादसा लगभग 10.30 बजे हुआ जिस समय वह भी बाल-बाल बच गया। प्‍लांट से बाहर मात्र 40 मजदूर सुरक्षित निकल सके थे शेष सभी उसी स्लेब के मलवे में दब गए थे इसके बाद से किसी मजदूर को अंदर नही जाने दिया गया। कई मजदूर दब कर मर गए जिन्हें प्‍लांट के अंदर ही दफना दिया गया होगा किसी को अंदर नही जाने दिया जा रहा है और नही किसी से मिलने दिया जा रहा है। कई घायल हैं चार मौतें नही बल्कि कई मौतें होने की बात अपनी वायरल वीडियों में कही है वहीं दूसरे मजदूर हिमाचल जो वह भी बिहार का रहने वाला है उसने भी मौतों एवं घायलों की संख्या का प्रशासनिक आंकड़े से अधिक होने की बात कही और अधिक से अधिक मुआवजा म्रतकों एवं घायलों को देने तथा मृतकों के कम से कम एक वारिश को प्‍लांट में नौकरी देने की बात कही है । कमिश्नर सहित कलेक्टर ने गठित की जांच समितियां- सागर कमिश्नर वीरेन्द्र सिंह रावत से हासिल जानकारी के अनुसार आज उनके द्वारा पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की गयी है जारी आदेश में उन्होंने उल्लेख किया है कि गत दिवस सिमरिया थानांतर्गत स्थित जे के सीमेण्ट प्‍लांट में हुए हादसे में 4 मजदूरों की मौत हुई और 15 मजदूर घायल हुए जिससे प्रथम द्रष्टया जे के सीमेण्ट फैक्टी प्रबंधन की लापरवाही परिलक्षित होती है। अतः घटित दुर्घटना के कारणों एवं अन्य विदुओं की जांच के लिए समिति का गठन किया जाता है जिससे जिसमें अपर कलेक्टर पन्ना, एडीशनल एस पी पन्ना,मुख्य अभियंता लोकनिर्माण विभाग सागर,सहायक श्रमायुक्त सागर तथा कार्यपालन यंत्री पी आइयू पन्ना को शामिल किया गया है । इसी प्रकार कल 30 जनवरी को देर शाम कलेक्टर पन्ना ने सीमेंट प्‍लांट हादसे को लेकर जिला स्तरीय जांच समिति गठित की है जिसमें प्रभारी कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र ने बताया कि उक्त समिति में अपर कलेक्टर पन्ना, एडीशनल एस पी पन्ना, कार्यपालन यंत्रीद्वय पी आई यू एवं लोकनिर्माण विभाग तथा श्रम पदाधिकारी जिला पन्ना को सदस्य बनाया गया है जो निर्धारित विभिन्न बिदुओं के आधार पर तीन दिवस में अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी ।   इन छः बिदुओं पर 3 दिवस में करनी होगी जांच-   कमिश्नर सागर द्वारा जारी पत्र में जिन छः बिंदुओं पर तीन दिवस के अंदर जांच सिमति को जांच पूर्ण कर सौंपना है । उसमें से किन परिस्थतियों एवं किन कारणों से घटना घटित हुई, निर्माण कार्य के लिए क्या सभी संबंधित विभागों से अनुमतिली गयी या नहीं, निर्माण कार्य में किए जा रहे मटेरियल की गुणवत्ता का मानक स्तर की थी या नही, किस स्तर पर लापरवाही की गयी है इसके लिए कौन कौन जिम्मेदार है तथा समिति अन्य जो भी उचित कारण समझे उल्लेख कर सकती है ।  

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भोपाल । उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गोविंदगढ़, रीवा में प्रस्तावित व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर को मिली मंजूरी पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने केन्द्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने शनिवार काे कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के विजन के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर की स्थापना न केवल बाघों की संख्या को बढ़ाने में सहायक होगी बल्कि पर्यटन को भी प्रोत्साहन देगी। यह पहल बाघ संरक्षण और प्रकृति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ करेगी।उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार जैव विविधता के संरक्षण, वन्यजीव सुरक्षा और पर्यटन के विकास के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। गोविंदगढ़, रीवा में प्रस्तावित व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर को मिली मंजूरी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि मध्यप्रदेश वन्य-जीव संरक्षण के क्षेत्र में आदर्श राज्य बने।उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट उपलब्धियों के कारण न केवल "टाइगर स्टेट" बल्कि "लेपर्ड स्टेट" और "चीता स्टेट" के रूप में भी प्रतिष्ठित है। राज्य में देश की सबसे अधिक तेंदुआ आबादी दर्ज की गई है, जो यहां के समृद्ध वन्य आवासों का प्रमाण है। मध्यप्रदेश ने चीता पुनर्वास परियोजना के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों का सफल पुनर्स्थापन करके "चीता स्टेट" का गौरव भी प्राप्त किया है। कान्हा नेशनल पार्क, बांधवगढ़, सतपुड़ा और पन्ना टाइगर रिजर्व जैसे क्षेत्रों में वन्य-जीव संरक्षण के लिए अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य की इस उपलब्धि को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वन्य-जीव विशेषज्ञों ने भी सराहा है। उन्होंने कहा कि वन्य-जीव संरक्षण के लिए राज्य की प्रतिबद्धता देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।बाघ संरक्षण में ऐतिहासिक पहलउप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि गोविंदगढ़ में व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर की स्थापना से व्हाइट टाइगर की सुरक्षा और संख्या में वृद्धि सुनिश्चित की जाएगी। केन्द्र राज्य में वन्य-जीव पर्यटन को भी नई दिशा देगा। मध्यप्रदेश बाघों की संख्या में भी अग्रणी है और इस पहल से राज्य की इस प्रतिष्ठा को और मजबूती मिलेगी।पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावाउप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर के माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। देश-विदेश से पर्यटकों को आकर्षित कर रीवा और सतना क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान मिलेगी।रीवा में सेटेलाइट फैसिलिटी के रूप में व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर की होगी स्थापनामहाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी और चिड़ियाघर, मुकुंदपुर, सतना के संशोधित मास्टर (ले-आउट) प्लान के तहत गोविंदगढ़, रीवा में सेटेलाइट फैसिलिटी के रूप में व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर की स्थापना के प्रस्ताव को केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की विशेषज्ञ समिति द्वारा तकनीकी समिति की अनुशंसा पर स्वीकृति प्रदान की गई है। यह स्वीकृति 9 एवं 17 दिसंबर, 2024 को आयोजित विशेषज्ञ समिति की 114वीं बैठक और 19 दिसंबर, 2024 को तकनीकी समिति की 112वीं बैठक के निर्णय के अनुक्रम में प्रदान की गई है।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में तेज ठंड का असर कम हो गया है। हालांकि सुबह और रात को हल्‍की सर्दी है, लेकिन दिनभर धूप छाये रहने से गर्मी का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि फरवरी के पहले सप्ताह में बादल छाए रहेंगे। वहीं, 12 से 14 फरवरी के बीच बारिश हो सकती है। 20 फरवरी के बाद ठंड का असर और कम हो जाएगा।मौसम विभाग के अनुसार, अभी एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इसका असर 2 से 3 दिन रहेगा। लेकिन यह सिस्टम स्ट्रॉन्ग नहीं है। ऐसे में पहले सप्ताह में बारिश की संभावना कम ही है। रात के तापमान में जरूर गिरावट होगी। दूसरे सप्ताह में ठंड का असर और कम होगा। 12 से 14 फरवरी के बीच बूंदाबांदी हो सकती है। आखिरी सप्ताह में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।गौरतलब है कि मध्‍य प्रदेश में पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो फरवरी महीने में रातें ठंडी और दिन गर्म रहते हैं। इस दौरान कुछ शहरों में बादल छाने के साथ बारिश का ट्रेंड भी देखा गया है। इस बार भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री के पार रहेगा। जबकि रात का तापमान 10 से 14 डिग्री के बीच रह सकता है।  

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भोपाल । मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के क्षेत्रांतर्गत भोपाल वृत्त के लाम्बाखेड़ा स्थित 33/11 केवी उपकेंद्र पर 5 एमवीए पॉवर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि कर 8 एमवीए नवीन पॉवर ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) योजना के तहत इस पॉवर ट्रांसफार्मर की स्थापना से चौकसे नगर, शारदा नगर, लाम्बाखेड़ा परेवाखेड़ा, जगदीशपुर बायपास, देवल खेड़ी, बिशन खेड़ी, अरवलिया, परवलिया सानी, श्यामपुर आदि ग्रामों के उपभोक्ताओं को निर्बाध तथा गुणवत्तापूर्ण सतत बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।जनसंपर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने कहा है कि कंपनी कार्यक्षेत्र के अंतर्गत सभी श्रेणी के विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कंपनी कृत संकल्पित है। उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि से एक ओर जहॉं विद्युत वितरण प्रणाली मजबूत होगी वहीं दूसरी ओर विद्युत हानियां कम होकर प्रणाली की क्षमता वृद्धि से उपभोक्ताओं को पर्याप्त वोल्टेज पर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल के बरखेड़ी इलाके में शुक्रवार काे एक युवक नशे की हालत में माेबाइल टावर पर चढ़ गया। करीब 20 मिनट तक युवक टावर पर चढ़ा रहा और उसे हिलाने की कोशिश करता रहा। सूचना मिलते ही पुलिस और नगर निगम मौके पर पहुंची और युवक को नीचे उतरने की समझाइश देने लगी। वहीं कुछ देर बाद युवक को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।   जानकारी अनुसार विवेक ठाकुर (33) नामक युवक शुक्रवार दाेपहर करीब दाे बजे नशे की हालत में मोबाइल टावर पर चढ़ गया। युवक को टावर पर चढ़ता देख स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और नगर निगम को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर नगर निगम, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें पहुंचीं। जहांगीराबाद थाना के एएसआई राजेंद्र यादव ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, जहां भारी भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस और बचाव दल ने युवक को बातों में उलझाकर करीब 2:40 बजे सुरक्षित नीचे उतारा। जांच में पता चला कि युवक भोपाल के ऐशबाग इलाके का रहने वाला है और नशे की हालत में टावर पर चढ़ा था। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है

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भोपाल  । राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में ठंड का असर जारी है। प्रदेश में फरवरी के पहले सप्ताह में ठंड का एक और दौर आने का अनुमान है। हालांकि, कड़ाके की ठंड नहीं पड़ेगी, लेकिन कई शहरों में तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच रह सकता है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि अगले 4 दिन में दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश में असर कम रहेगा। इस वजह से अब बारिश के आसार नहीं है।मौसम विभाग के अनुसार, 1 और 3 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस पश्चिम-उत्तर भारत को प्रभावित कर सकता है। इसका असर प्रदेश में कम देखने को मिलेगा। ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग में बादल जरूर छा सकते हैं। राजस्थान के ऊपर ही असर देखने को मिलेगा। फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम का मिला-जुआ असर रहेगा। सुबह और रात में ठंड रहेगी। इससे ठंड का एक दौर और आ सकता है। तापमान में गिरावट होगी। दूसरी ओर, दिन में धूप खिली रहेगी। आज शुक्रवार को दिन में गर्मी का अहसास होगा, लेकिन रात और सुबह में ठंड पड़ेगी। जबकि 1 फरवरी को प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं।प्रदेश के कई शहरों में दिन में गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। कुछ शहरों का तापमान 28 डिग्री के पार पहुंच गया है। गुरुवार को सिवनी में पारा सबसे ज्यादा 33 डिग्री तक पहुंच गया। खंडवा में पारा 32.1 डिग्री, मंडला में 32 डिग्री रहा। वहीं, खरगोन, रतलाम, नर्मदापुरम, सागर में 31 डिग्री के पार रहा। भोपाल, बैतूल, गुना, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, सतना, टीकमगढ़, उमरिया में पारा 29-30 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। रात के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। सिवनी, नर्मदापुरम, धार और छिंदवाड़ा में पारा 15 डिग्री से ज्यादा ही रहा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में तेज सर्दी से थोड़ी राहत मिली है। कई शहरों में बुधवार को दिन में धूप तीखी होने से गर्मी का एहसास हुआ। इससे तापमान में वृद्धि हुई है। हालांकि 2 फरवरी से ठंड का असर फिर बढ़ेगा। रात का तापमान 2 से 3 डिग्री तक लुढ़क सकता है। जबकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से ग्वालियर-उज्जैन संभाग में बारिश का अलर्ट भी है।मौसम विभाग के मुताबिक, 2 फरवरी को उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, गुना, अशोकनगर और शिवपुरी में हल्की बारिश हो सकती है। इसी दिन से प्रदेश में ठंड भी बढ़ेगी। इससे दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि 1 और 3 फरवरी को दो नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहे हैं। जिससे प्रदेश का पश्चिमी-उत्तरी हिस्सा भी प्रभावित रहेगा। इसलिए बारिश होने की संभावना है। आज गुरुवार को दिन और रात में तेज सर्दी से थोड़ी राहत मिलेगी। तापमान में बढ़ोतरी भी हो सकती है। 31 फरवरी को भी इस दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। कहीं-कहीं बादल भी छा सकते हैं।प्रदेश के कई शहरों में बुधवार को तापमान में बढ़ोत्‍तरी हुई है । मंडला में सबसे ज्यादा 32 डिग्री दर्ज किया गया। बैतूल, नर्मदापुरम, रतलाम, उज्जैन, सिवनी में पारा 31 डिग्री या इससे अधिक रहा। इसी तरह भोपाल, धार, गुना, इंदौर, खरगोन, सागर में तापमान 30 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। बुधवार की रात में भी पारे में बढ़ोतरी देखने को मिली। कुछ शहरों में 10 डिग्री से कम रहा। इनमें भोपाल, जबलपुर, कल्याणपुर, उमरिया, देवरा, राजगढ़, खजुराहो, अमरकंटक, चित्रकूट, मंडला, रायसेन, रीवा, दमोह और टीकमगढ़ शामिल हैं।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के वेटिंग अभ्यर्थियों ने गुरुवार काे राजधानी भाेपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर नियुक्ति देने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी हाथों में कटोरा लेकर पहुंचे, जहां प्रदर्शन कर अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की। वहीं दूसरी ओर प्रदर्शन के बीच महिलाओं ने अपने बाल काटे हैं। साथ ही जल्द वेटिंग अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं सौंपे जाने पर मुंडन कराने की चेतावनी दी है। अभ्यर्थी सरकार से खाली पदों को बढ़ाकर दूसरी काउंसिलिंग कराने की मांग कर रहे हैं।   प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती वर्ग-1, 2023 के लिए दूसरी काउंसलिंग को लेकर लिखित आश्वासन नहीं दे रही है। उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती की वेटिंग उम्मीदवार नेहा गुप्ता और अनुपमा शर्मा ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर अपने बाल कटवाए। मऊगंज जिले से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने आई नेहा ने बताया कि "हमारे मुख्यमंत्री पढ़े हुए पीएचडी धारी हैं. हमें उम्मीद है कि वो जल्द ही वेटिंग शिक्षकों को खाली पदों पर नियुक्ति देंगे।" वहीं मुरैना की अराधना शर्मा ने कहा कि "सरकार लाड़ली बहनों को फ्री में 1250 रुपये दे रही है, लेकिन मेहनत करने वालों को नौकरी नहीं दे रही है। अराधना ने कहा कि यदि सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती, तो हम सभी वेटिंग शिक्षक महिलाएं सामूहिक रुप से राजधानी में मुंडन कराएंगे।" अभ्यर्थी जिज्ञासा ठाकुर ने कहा, आप महिला सशक्तिकरण और बहनों की बात करते हैं। अगर बहनें लायक हो गई हैं, तो उन्हें उनका अधिकार दीजिए। हमें फ्री में पैसे नहीं चाहिए। आपकी बहन शिक्षित है, उसे एक सम्मानजनक नौकरी दे दीजिए। हमने दो-दो चयन परीक्षाएं और पात्रता परीक्षाएं पास की हैं, बावजूद इसके हम वेटिंग में हैं।   एक अन्य वेटिंग अभ्यर्थी कुसुम शाक्या ने रोते हुए कहा कि "हम पिछले डेढ़ साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां तक कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। कुसुम ने कहा कि सरकार हमारी मांगें पूरी करते हुए उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पदों पर वृद्धि करे या हमें इच्छामृत्यु की अनुमति दे। बता दें कि मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने साल 2023 में उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग 1 पद के लिए वैकेंसी निकाली थी। जिसमें केवल 2900 लोगों को ही नियुक्ति दी गई है। ऐसे में अब बचे हुए उम्मीदवार नियुक्ति के लिए बीते डेढ़ सालों से प्रदर्शन कर रहे हैं।   वेटिंग शिक्षकों की ये हैं मुख्य मांगेवेटिंग उम्मीदवारों की मांग है कि लोक शिक्षण संचालनालय उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 की प्रतीक्षा सूची जारी करे। दूसरी काउंसलिंग में 20 हजार पद बढ़ाकर वेटिंग क्लियर कराई जाए। जनजातीय कार्य विभाग में खाली पदों पर काउंसलिंग के माध्यम से नियुक्ति दी जाए। इसके साथ वर्ग शिक्षक भर्ती 2018 में 22 हजार पद हैं, लेकिन 5 साल बाद आयोजित वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 में केवल 5,052 पद रखे गए हैं। ऐसे में पद वृद्धि करने की मांग भी वेटिंग अभ्यर्थियों ने की है।

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सतना । सतना के रामपुर थाना क्षेत्र में रघुनाथपुर में गुरुवार दाेपहर काे एक अनियंत्रित ट्रक सड़क किनारे स्थित घर में जा घुसा। इस हादसे में एक युवक की माैत हाे गई। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   जानकारी अनुसार छिबौरा-कोटर मार्ग पर गुरुवार दोपहर 3 बजे एक तेज रफ्तार ट्रक एमपी 19 एचए 4187 अनियंत्रित होकर सड़क किनारे स्थित एक मकान में जा घुसा। हादसे में मकान में मौजूद आजाद सिंह (28) गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल को अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया। रामपुर बघेलान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अत्यधिक गति के कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है। जांच में पता चला है कि ट्रक ललितपुर थाना ताला निवासी मोहित सिंह का है। पुलिस फरार चालक की तलाश में जुटी है।

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मैहर । मौनी अमावस्‍या के दिन प्रयागराज महाकुंभ से दर्शनार्थी शारद देवी के दर्शन के लिए भी बड़ी संख्‍या में मैहर पहुंच रहे है इसी को देखते हुए मैहर प्रशासन ने वीआईपी दर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यहां तक कि बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।   जानकारी के लिए बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ के कारण मैहर मंदिर में भी भारी भीड़ होने के कारण रोपवे में 29 जनवरी से 3 फरवरी तक पूरी तरह से बंद किया गया है। साथ ही शारदा देवी मंदिर में वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है। शहर के प्रवेश क्षेत्र राममंदिर के पास रीवा रोड में पार्किंग स्थल बना वहां से ऑटो के माध्यम से दर्शनार्थी देवीधाम तक पहुँच सकेंगे। जहां जहाँ पार्किंग स्थल बनाये गए है वहा से ऑटो की उपलब्धता मौजूद रहेगी। मैहर प्रशासन ने स्थानीय जनों से भी अपील की है कि भीड़ के मद्देनजर 3 तारीख तक आपके स्वजन मैहर आ रहे हो उनके रोकने या बाद में आने की सलाह दे व्यवस्था में सहयोग करें।   चित्रकूट में जवानों की तैनाती   चित्रकूट में विशेष सुरक्षा इंतजामों के तहत 450 जवानों की तैनाती की गई है, जिसमें पन्ना, जबलपुर और शहडोल से 75 जवान, डीजी रिजर्व की छठी बटालियन जबलपुर से एक कंपनी, क्यूआरएफ की टुकड़ी और जिला बल के 91 जवान शामिल हैं। अंतरराज्यीय बस अड्डे से मंदिर तक भारी भीड़ देखी गई और सभी पार्किंग स्थल पूरी तरह भर गए।  

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भोपाल । माघ मास की मौनी अमावस्या पर बुधवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु जीवनदायिनी मां नर्मदा और मां शिप्रा में स्नान करने पहुंच रहे हैं। अल सुबह से ही नर्मदा और क्षिप्रा के तटों पर भीड़ उमड़ रही है। सुबह चार बजे से ही ब्रह्म मुहूर्त में स्नान का सिलसिला शुरू हुआ, जो दोपहर बाद भी जारी है। श्रद्धालु घाट पर कथा, पूजन-पाठ भी करा रहे हैं। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शिप्रा नदी के राम घाट में श्रद्धालु बड़ी संख्या में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। इस दौरान कुछ भक्त सोमती कुंड में भी स्नान कर रहे हैं। भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इधर जबलपुर, नर्मदापुरम, नेमावर, महेश्वर, बरमान और सीहोर में श्रद्धालुओं ने नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई। नर्मदा के घाटों पर हर-हर नर्मदे के जयकारे गूंज रहे हैं। जबलपुर के ग्वारी घाट और जिलहरी घाट में स्नान के लिए श्रद्धालु की भीड़ उमड़ी है। शिप्रा नदी पर डुबकी लगाने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रयागराज में भीड़ होने के चलते शिप्रा नदी में डुबकी लगाकर पुण्य कमा रहे हैं। मौनी अमावस्या पर अन्नदान, वस्त्रदान का भी विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पितरों के निमित्त धूप-दीप जलाना, तर्पण और पिंड दान करना चाहिए। इसके साथ ही वस्त्रदान, अन्नदान और पात्र दान का संकल्प सुख-शांति के साथ आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति होती है। सीहोर में मौनी अमावस्या के पर्व पर नर्मदा नदी के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। सुबह चार बजे से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था, जो दिन चढ़ने के साथ लगातार बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र के आंवली घाट, नीलकंठ और बुधनी घाट समेत कई स्थानों पर हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। वहीं, अमावस्या पर नर्मदा स्नान करने नर्मदापुरम के अलावा हरदा, इटारसी, बैतूल, भोपाल, विदिशा, बीना, छिंदवाड़ा सहित अन्य शहरों से बड़ी संख्या में महिला-पुरुष स्नान करने पहुंचे हैं। रेलवे स्टेशन पर स्नान करने आने और लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रही। जिले के आंवलीघाट, सांडिया, बाबरी घाट, खोकसर, बांद्राभान में भी श्रद्धालुओं द्वारा नर्मदा स्नान किया जा रहा है। श्रद्धालुओं का लगातार नदी के घाटों पर आना जारी है। जबलपुर में नर्मदा तटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। ब्रह्म मुहूर्त से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नर्मदा तट गौरी घाट पहुंचकर स्नान किया। नर्मदा के स्नान का सिलसिला लगातार जारी है। जबलपुर के गौरीघाट, तिलवारा घाट, और भेड़ाघाट में नर्मदा स्नान के लिए तकरीबन दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के नर्मदा स्नान करने की संभावना है। जिसको देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर भी सुरक्षा की इंतजाम किए गए हैं। वहीं, सिवनी मालवा क्षेत्र के प्रसिद्ध आवली घाट, बाबरी घाट और भिलाड़िया घाट समेत सभी घाटों पर तड़के से ही भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष पवित्र स्नान के लिए पहुंचे। भक्तों ने जहां नर्मदा में डुबकी लगाई, वहीं घाटों पर पूजन-पाठ और मां नर्मदा की आराधना का सिलसिला दिनभर जारी रहेगा। बड़वाह में नावघाट खेड़ी के नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं का विशाल जनसमूह उमड़ा। नगर से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित इस पवित्र नर्मदा तट पर सुबह 6 बजे से ही स्नान के लिए श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने तट के विभिन्न घाटों पर स्नान कर धार्मिक अनुष्ठान पूरे किए। मनावर से 15 किलो मीटर दूर ग्राम सेमल्दा में मौनी अमावस्या पर नर्मदा घाटों सुबह 4 बजे से स्नान शुरू हुआ। सुबह 11 बजे तक अलग-अलग घाटों पर करीब 5 हजार भक्तों ने स्नान किया। वहीं देवास जिले के नेमावर में अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों ने स्नान किया। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए पुख्ता इंतजाम किए हैं। सभी प्रमुख घाटों पर बोट, लाइफ सेविंग जैकेट और गोताखोर तैनात किए गए हैं। प्रशासन ने एक दिन पहले से ही अपनी टीमों को तैनात कर दिया था।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में पिछले 4 दिन से ठंड का असर तेज है। खासकर रात और सुबह तेज सर्दी पड़ रही है। हालांकि आने वाले तीन दिन तेज सर्दी से राहत मिलने की उम्‍मीद है। प्रदेश में 31 जनवरी तक रात में तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। जबकि 1 फरवरी को प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में बूंदाबादी की संभावना है। आज बुधवार को भी कुछ जिलों में बादल और बूंदाबांदी वाला मौसम रह सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले तीन दिन रात के तापमान में बढ़ोत्‍तरी होगी। जबकि दिन में तापमान स्थिर रहेगा। अभी प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 25-26 डिग्री के आसपास ही है। दूसरी ओर रात में 5 डिग्री के नीचे पहुंच गया। यह 7 से 8 डिग्री तक पहुंच जाएगा। वहीं, 1 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने का अनुमान है। जिसका असर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा। इसकी वजह से फरवरी के शुरुआती 4 दिन तक मौसम बदला रहेगा। 1 से 4 फरवरी के बीच पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इनमें रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग के जिले शामिल हैं।आज बुधवार को भोपाल, इंदौर, छिंदवाड़ा, सीहोर, पन्ना, राजगढ़, सिंगरौली, रीवा, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि 30 जनवरी को बारिश के आसार नहीं है। दिन में ठंडक रहेगी, लेकिन रात में तापमान बढ़ा रहेगा।मंगलवार की रात भोपाल, ग्वालियर समेत प्रदेश के 20 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। नौगांव में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 5.4 डिग्री, पचमढ़ी में 5.7 डिग्री, उमरिया में 5.9 डिग्री, राजगढ़ में 6 डिग्री, खजुराहो-सतना में 7.2 डिग्री, रायसेन में 7.4 डिग्री, मलाजखंड में 7.5 डिग्री, रीवा में 7.6 डिग्री, गुना, दमोह-सीधी में 9 डिग्री और टीकमगढ़ में पारा 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 6.8 डिग्री, ग्वालियर में 6.2 डिग्री, जबलपुर में 7.5 डिग्री, उज्जैन में 10 डिग्री और इंदौर में 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर, मंगलवार को दिन के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली।

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भोपाल/छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर और हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर सोमवार देर रात महू से प्रयागराज जा रही डॉ अंबेडकर नगर- प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव और तोड़फोड़ की घटना सामने आयी है। ट्रेन जैसे स्टेशन पर रुकी, उसमें अंदर बैठे यात्रियों ने भीड़ को देखकर ट्रेन के गेट नहीं खोले। इससे ट्रेन के बाहर खड़े लोग भड़क उठे और उन्‍होंने ट्रेन पर पत्थर, पानी बोतल फेंकने लगे। इस घटना में ट्रेन में बैठे कुछ लोगों को मामूली चोट आई है।जानकारी के अनुसार यह घटना सोमवार देर रात करीब 1 बजे की है। जब इंदौर से डॉक्टर अंबेडकर नगर से प्रयागराज जाने वाली ट्रेन (14115) छतरपुर और हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर आकर रुकी। इस दौरान उसमें अंदर बैठे यात्रियों ने भीड़ को देखकर ट्रेन के गेट नहीं खोले। तभी प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्रियों ने ट्रेन के दरवाजे नहीं खोलने पर आक्रोशित होकर पथराव और तोड़फोड़ कर दी। ट्रेन में बैठे कुछ लोगों को मामूली चोट आई है। जबकि पथराव में ट्रेन की कई बोगियों के दरवाजे और खिड़कियों को नुकसान पहुंचा है। हमले के दौरान ट्रेन में सवार यात्री, महिलाएं और बच्चों में डर दिखा। इस दौरान कुछ यात्रियों ने घटना का वीडियो बना लिया।बताया जा रहा है कि आरपीएफ जवान मौके पर थे, लेकिन वह कंट्रोल नहीं कर पाए तो सिविल पुलिस को सूचना दी। समझाइश के बाद 40 मिनट बाद ट्रेन को रवाना किया गया। छतरपुर सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीक चौबे ने बताया कि रात करीब एक बजे छतरपुर रेलवे स्टेशन पर गेट नहीं खोलने के कारण कुछ लोगों ने ट्रेन में पत्थर मारकर तोड़फोड़ की है। सूचना के बाद हम लोग मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर ट्रेन को रवाना किया गया।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में तेज ठंड का दौर जारी है। इस बीच मौसम विभाग ने प्रदेश में बारिश की संभावना जताई है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से 29 जनवरी को भोपाल, इंदौर-ग्वालियर समेत करीब 15 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि, तेज बारिश होने की संभावना नहीं है। फरवरी की शुरुआत में भी प्रदेश में बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश में पिछले 4 दिन से तेज ठंड पड़ रही है। आज मंगलवार से ठंड से राहत मिल सकती है। दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। वहीं, बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग ने 29 जनवरी और 1 फरवरी को दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने का अनुमान जताया है। जिसका असर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से फरवरी के शुरुआती 4 दिन तक मौसम बदला रहेगा।प्रदेश में 1 से 4 फरवरी के बीच पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इनमें रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग के जिले शामिल हैं। 29 जनवरी को कुछ जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। आज मंगलवार को रात और सुबह के समय ठंड का असर रहेगा। दिन में तेज धूप खिलेगी। 29 जनवरी को भोपाल, इंदौर, छिंदवाड़ा, सीहोर, पन्ना, राजगढ़, सिंगरौली, रीवा, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।सोमवार की रात में भी कई शहरों में तापमान में गिरावट आयी है। शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 2.8 डिग्री रहा। उमरिया में 4.8 डिग्री, सिंगरौली के देवरा में 5.3 डिग्री, राजगढ़ में 5.6 डिग्री, शाजापुर के गिरवर और मंडला में 6 डिग्री, नौगांव में 6.6 डिग्री, सतना-खजुराहो में 7 डिग्री, पचमढ़ी में 7.8 डिग्री, रीवा-रायसेन में 8 डिग्री, गुना-टीकमगढ़ में 8.2 डिग्री, दमोह-सीधी में 8.6 डिग्री और मलाजखंड में 9 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 6.3 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 8.3 डिग्री, जबलपुर में 7.4 डिग्री, इंदौर में 12.5 डिग्री और उज्जैन में 11.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

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जबलपुर । रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु द्वारा महिला अधिकारी को प्रताड़ित करने के मामले में शिकायत के बाद कार्यवाही करने के आदेश जारी हुए थे, लेकिन उन आदेशों पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। जिसको लेकर पीड़ित महिला के द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई गई। इस याचिका पर सुनवाई जस्टिस विशाल मिश्रा की सिंगल बेंच में हुई जिसमें उन्होंने पाया की याचिकाकर्ता के अधिवक्ता की तरफ से यह आशंका जताई गई है कि सीसीटीवी फुटेज को मिटा दिया गया है, जिसमें घटना रिकॉर्ड की गई है। साथ ही उन्होंने 21 नवंबर 2024 के उस सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने की कोर्ट से अपील की है। इसके बाद कोर्ट ने कलेक्टर महिला एवं बाल विकास एवं आरडीवीवी के रजिस्ट्रार को सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने के निर्देश जारी किए हैं साथ ही आदेश दिया है कि उसमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन या छेड़छाड़ ना की जाए।   पीड़ित महिला अधिकारी के द्वारा लगातार अपने साथ हुए अभद्र व्यवहार और सामाजिक अपमान के खिलाफ कार्यवाही किए जाने को लेकर उच्च अधिकारियों सहित राज्य महिला आयोग और राज्य उच्च शिक्षा विभाग तक इसकी शिकायत की गई लेकिन न्याय ना मिलते देख महिला अधिकारी के द्वारा हाईकोर्ट से इस मामले याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई गई है। उनके द्वारा अपने आरोपों की पुष्टि करने के लिए कुलगुरु के कमरे में हुई बैठकों के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के लिए कई बार आवेदन भी दिए गए लेकिन अभी तक सीसीटीवी फुटेज नहीं मिले हैं।   उल्लेखनीय है कि जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो राजेश वर्मा पर एक वरिष्ठ महिला अधिकारी ने छेड़छाड़ करने के साथ अभद्र इशारे करने के गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिससे परेशान होकर महिला अधिकारी के द्वारा मध्य प्रदेश के राज्यपाल सहित राज्य के उच्च शिक्षा विभाग, महिला आयोग एवं राज्य विश्वविद्यालयीन सेवा अधिकारी संघ में पत्र लिखकर इस मामले में शिकायत की थी। कहीं से भी न्याय न मिलने के कारण अब महिला अधिकारी ने हाईकोर्ट की शरण ली है।   महिला अधिकारी के द्वारा मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग और राज्य महिला आयोग भोपाल में की गई शिकायत के बाद संबंधित शिकायत में जांच करने के लिए कलेक्टर कार्यालय में स्थित महिला एवं बाल विकास के द्वारा 02 जनवरी 2025 एवं उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा 06 जनवरी 2025 को विश्वविद्यालय के कुल सचिव को आदेश पत्र जारी करते हुए शिकायत पर आंतरिक समिति एवं विश्वविद्यालय की महिला उत्पीड़न समिति को गठित कर मामले में जांच के साथ निर्णय को प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए थे।   कुलसचिव के पास इन आदेशों की प्रति लगभग 20 दिन पहले पहुंचा दी गई थी, लेकिन कुल सचिव के द्वारा इनको नजरअंदाज कर शासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए संबंधित मामलों में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में महिला कर्मचारी के साथ कुलगुरु के द्वारा किया गया गए व्यवहार को लेकर छात्र छात्राओं में भी आक्रोश है। उन्होंने इस मामले में शासन से निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की है। मामले को अगले हफ्ते की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।      

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रीवा/भोपाल  । प्रदेश के रीवा जिले के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में एमबीए की छात्रा की सोशल मीडिया पर अपलोड की गई रील पर विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू संगठनों के सोमवार को छात्रा पर केस दर्ज करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने छात्रा पर एफआईआर दर्ज की है। वहीं, छात्रा ने सोशल मीडिया पर एक और वीडियो पोस्ट कर माफी मांगी है। इधर, रील सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी ने भी छात्रा को नोटिस दिया है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने छात्रा को सस्पेंड करने की चेतावनी दी है।   दरअसल, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की छात्रा अल्फिया खान के हाल ही में सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए वीडियो विवादाें में आ गए है। इसमें युवती विश्वविद्यालय की ड्रेस में है और उसने गले पर विश्वविद्यालय का आईडी कार्ड भी लटका रखा है। वीडियो में 'ख्वाजा के गुलामों से उलझना छोड़ दे.. फेंक देंगे काटकर..' गाना बज रहा है। जिस पर युवती गले पर हाथ रखकर एक्टिंग कर रही है। दूसरे वीडियो में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी का 15 मिनट वाला एक बयान है, जो महाराष्ट्र चुनाव के दौरान काफी विवादों में रहा था। औवेसी के इसी भाषण पर छात्रा ने रील बनाई है। छात्रा की सोशल मीडिया पर अपलोड की गई रील को लेकर हिंदू संगठनों और छात्र संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताई। रविवार देर रात विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मामले की लिखित शिकायत लेकर थाने पहुंचे। जहां वे रात में ही एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। इसके बाद साेमवार काे हिंदू संगठनों ने कार्रवाई की मांग काे लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने सोमवार दोपहर को छात्रा पर मामला दर्ज कर जांच में लिया।   इस मामले में थाना प्रभारी हितेंद्र शर्मा का कहना है कि विद्यार्थी परिषद से मामले की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर युवती के खिलाफ FIR की गई है। एसपी विवेक सिंह ने बताया कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली एक युवती ने विवादित वीडियो पोस्ट किए हैं। जो दो धर्मों के बीच में धार्मिक हिंसा भड़काने वाले हैं। शिकायती आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है।  

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रतलाम । आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की टीम ने आय से अधिक संपत्ति मामले में सोमवार को रतलाम नगर निगम के लेखापाल विकास सोलंकी और उनके पिता धार में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक नंदकिशोर सोलंकी के ठिकानों पर छापेमारी की। ईओडब्ल्यू इंदौर के डीएसपी पवन सिंघल के नेतृत्व में आई टीम ने रतलाम और धार स्थित घर पर दबिश देकर सर्चिंग शुरू की, जिसमें करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। इओडब्ल्यू की टीम ने विकास सोलंकी के पिता आरोपित नंदकिशोर सोलंकी के खिलाफ भ्रष्टाचार से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित करने की शिकायत सही पाए जाने पर धारा 7 (सी), 13 (1) बी, 13(2), भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 का प्रकरण पंजीबद्ध किया है। ईओडब्ल्यू के एसपी रामेश्वर सिंह यादव ने बताया कि 40 हजार रुपये मासिक वेतन पाने वाले नंदकिशोर सोलंकी के पास लगभग चार करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति मिली है। सोलंकी के स्वामित्व में दो मकान, सात प्लॉट, सात गाड़ियां, दो बसें और एक निर्माणाधीन पेट्रोल पंप की जानकारी सामने आई है। इसके अलावा इंदौर में दो प्लॉट भी उनके नाम पर हैं। सोलंकी की 28 साल की नौकरी में कुल वैध आय लगभग 50 लाख रुपये होनी चाहिए, लेकिन उनके पास प्रारंभिक तौर पर ही संपत्ति आय से लगभग 240 प्रतिशत अधिक पाई गई है। ईओडब्ल्यू की अलग-अलग टीमों ने सोमवार सुबह करीब 04 बजे धार और रतलाम में एक साथ दबिश दी। धार में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक नंदकिशोर सोलंकी और रतलाम में उनके बेटे व नगर निगम के अकाउंट ऑफिसर विकास सोलंकी के घर पर यह कार्रवाई की गई। दरअसल विकास सोलंकी के पिता नंदकिशोर सोलंकी धार जिले के सरदारपुर तहसील के ग्राम रिंगनोद में सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक हैं। धार व रतलाम में एक साथ कार्रवाई की गई है। विकास सोलंकी नगर निगम में पूर्व में उपायुक्त भी रहे हैं। मार्च 2024 में हुए नगर निगम के साधारण सम्मेलन में परिषद ने प्रस्ताव पारित कर उन्हें उपायुक्त के कार्य से मुक्त कर दिया था। इसके बाद सिविक सेंटर के 22 प्लाटों की कम दर में रजिस्ट्री के मामले में लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने तत्कालीन निगमायुक्त एपीएस गहरवार, विकास सोलंकी सहित 36 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। इसमें नगर निगम के अधिकारी के साथ क्रेता विक्रेता भी आरोपित बनाए गए हैं। विकास सोलंकी की पत्नी भी जिला पंचायत में लेखाधिकारी है। उनके भाई की इंदौर-जोबट मार्ग पर बस चलती है। सर्चिंग में मिली संपत्ति पेट्रोल पंप : भूमि सर्वे क्रमांक 3177/2/2 ग्राम रिंगनोद जिला धार पर निर्माणाधीन है। सात भूखंड : त्रिमूर्ति नगर राजगढ़, दलपुरा राजगढ में भूखंड, सर्वे कमांक 655/1/6 रकबा 0.006 हेक्टेयर भूमि दलपुरा राजगढ़ में, भूखण्ड क्रमांक 79, आवासीय दलपुरा, राजगढ, भूमि सर्वे क्रमांक 3177/1/1, भूमि सर्वे क्रमांक 3177 ग्राम रिंगनोद, न्यू विजयनगर इंदौर में 1800 वर्गफीट का प्लाट, राजगढ़ जिला धार में 600 वर्गफीट का प्लाट। ग्राम रिंगनोद में एक मकान, रतलाम में ग्लोबस टाउनशिप 10000 वर्गफीट क्षेत्र में मकान। दो 52 सीटर डीलक्स बसें, एक चार पहिया वाहन, 6 दो पहिया वाहन मिले हैं। इसके अलावा टीम दोनों स्थानों पर दस्तावेज, आभूषण, बैंक खातों एवं नकद आदि से संबंधित सर्च कर रही है। कार्रवाई के दौरान और अधिक संपत्ति मिलने की संभावना है। अभी तक मिली संपत्ति का मूल्य चार करोड़ रुपये होने का अनुमान है। ईओडब्ल्यू इंदौर की डीएसपी मधुर वीणा गौड़ के नेतृत्व में रिंगनोद धार और पवन सिंघल के नेतृत्व में रतलाम में एक साथ कार्रवाई चल रही है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में फिर से सर्दी का दौर शुरू हो गया है। सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। दिन और रात के तापमान में गिरावट आयी है। शहडोल के कल्यापुर में तापमान 5 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। आज सोमवार को भी ऐसा ही मौसम रहने वाला है। सुबह और रात ठंडे रहेंगे। सोमवार और मंगलवार की रात से पारे में 3 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। 28, 29, 30 और 31 जनवरी को दिन में गर्मी और रातें ठंडी रहेगी। वहीं, 1 फरवरी से बारिश का दौर शुरू हो सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से फरवरी के शुरुआती 4 दिन तक मौसम बदला रहेगा। 1 से 4 फरवरी के बीच पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इनमें रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग के जिले शामिल हैं। इंदौर, भोपाल और उज्जैन संभाग में मौसम साफ रहेगा। आज सोमवार को प्रदेश के सभी हिस्से में ठंड का असर रहेगा। खासकर सुबह और रात में मौसम सर्द रहेगा। 28 जनवरी को दिन-रात में ठंड का असर रहेगा। कुछ शहरों में हल्का कोहरा भी रह सकता है।प्रदेश में पिछले दो दिन से मौसम में बदलाव देखने को मिला है। रविवार को दिन में सर्द हवाएं चली। हालांकि, पारे में ज्यादा गिरावट नहीं हुई। कई शहरों में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी ही देखने को मिली। जबकि रविवार की रात में कई शहरों में पारा लुढ़क गया। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में सबसे कम 6.2 डिग्री रहा। भोपाल में 8.2 डिग्री, जबलपुर में 8.8 डिग्री, उज्जैन में 11.4 डिग्री और इंदौर में 13.6 डिग्री रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा कल्याणपुर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री दर्ज किया गया। रीवा में 5.4 डिग्री, राजगढ़-नौगांव में 6 डिग्री, उमरिया में 6.4 डिग्री, खजुराहो में 6.8 डिग्री, गुना में 7.2 डिग्री, सतना में 7.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 8 डिग्री, मंडला में 8.4 डिग्री, पचमढ़ी में 8.4 डिग्री और सीधी में 9.4 डिग्री रहा।  

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भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल के मुख्य आतिथ्य में रविवार को देश का 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। राज्यपाल पटेल ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। आकाश में गुब्बारे छोड़े और परेड की सलामी लेकर निरीक्षण किया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों, परम्परागत लोकनृत्यों और झांकियों की प्रस्तुति का अवलोकन किया। परेड कमांडरों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। समारोह में सांसद वीडी शर्मा, मुख्य सचिव अनुराग जैन, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव के.सी. गुप्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।   राज्यपाल पटेल ने 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्र ध्वज फहराया और आकर्षक परेड की सलामी ली। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद परेड कमांडर करणदीप सिंह के नेतृत्व में मार्च पास्ट किया गया। टूआईसी अतुल कुमार सोनी के नेतृत्व में परेड में विभिन्न बलों की 20 टुकड़ियां शामिल थीं। परेड में शामिल कंटीजेंट नम्बर-1 केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का नेतृत्व निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह ने किया। कंटीजेंट नम्बर-2 केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, कंटीजेंट नम्बर-3 छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, कंटीजेंट नम्बर-4 मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल (1), कंटीजेंट नम्बर-5 स्पेशल टास्क फोर्स, कंटीजेंट नम्बर-6 विशेष सशस्त्र बल और जिला पुलिस बल (महिला), कंटीजेंट नम्बर-7 जिला पुलिस बल (पुरूष), कंटीजेंट नम्बर-8 जेल विभाग (महिला), कंटीजेंट नम्बर-9 मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल (2), कटीजेंट नम्बर-10 मध्य प्रदेश होमगार्ड, कंटीजेंट नम्बर-11 भूतपूर्व सैनिक, कंटीजेंट नम्बर-12 एनसीसी सीनियर डिविजन, एयरविंग और नेवल विंग, बॉयस मिश्रित प्लाटून, कंटीजेंट नम्बर-13 एनसीसी सीनियर विंग, एयर विंग और नेवल विंग गर्ल्स मिश्रित प्लाटून, कंटीजेंट नम्बर-14 स्काउड गाइड बॉयस, कंटीजेंट नम्बर-15 गर्ल्स गाइड छात्रा, कंटीजेंट नम्बर-16 पुलिस बॉयस, कंटीजेंट नम्बर-17 शौर्य दल, कंटीजेंट नम्बर-18 पुलिस बैंड, कंटीजेंट नम्बर-19 श्वान दल और कंटीजेंट नम्बर-20 अश्वरोही दल के रूप में शामिल था। इन 20 दलों ने देशभक्ति की धुन पर आकर्षक मार्च पास्ट किया। परेड के बाद आकाश में तिरंगे के रूप में गुब्बारे छोड़े गये। समारोह में ग्रांउड पर हुई आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां समारोह में छात्र-छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दीं। अशासकीय सेंट पॉल को-एड हायर सेकण्ड्री स्कूल आनंद नगर के बच्चों ने देशभक्ति के जज्बे से ओतप्रोत प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में 180 छात्र-छात्राएं शामिल थे। कार्यक्रम के जरिये बताया गया कि देशभक्ति का जज्बा हर एक दिल में उमंग भर देता है और वतन की मिट्टी से जुड़ने का एहसास कराता है। अशासकीय हेमा हायर सेकण्ड्री स्कूल गोविंदपुरा भेल के छात्र-छात्राओं ने भारतीय कला, संस्कृति और विरासत पर केन्द्रित प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में बताया गया कि भारतीय संस्कृति का ऐश्वर्य इतना महान है कि सारा संसार हमारी संस्कृति के समक्ष नत-मस्तक है। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मिसरोद, शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शिवाजी नगर और सीएम राइज स्कूल महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरखेड़ा के विद्यार्थियों ने रक्षमाम्-धरती की पुकार शीर्षक से प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में 70 विद्यार्थी शामिल थे। पर्यावरण संरक्षण और धरती को प्रदूषण रहित बनाये रखने का संदेश दिया गया। भरत नाट्यम नृत्य में आधुनिक फ्यूजन संगीत का प्रयोग किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की तर्ज पर अशासकीय होली फेमिली हायर सैकेण्डरी कान्वेंट स्कूल गांधीनगर के नन्हे बच्चों ने प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में बताया गया कि देश की विभिन्न भाषाएं, संस्कृतियां और परंपराएं रहने के बावजूद सभी एक सूत्र में बंधे हुए हैं। इन सभी का समावेश करते हुए प्रस्तुतियां दी गई। जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुतियां राज्य स्तरीय समारोह में जनजातीय संस्कृति पर केन्द्रित गोण्ड ठाच्या की प्रस्तुति हुई। यह नृत्य जनजातीय समुदाय में दीपावली के बाद किया जाता है। लोक कलाकारों ने बांसुरी की मधुर धुन और हाथ, पैर एवं कमर का सुंदर संयोजन कर विविध मुद्राओं से नृत्य को आकर्षक बनाया। कार्यक्रम में कोरकू जनजाति के गदली-थापटी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। लोक कलाकरों ने ठोलक की लय-ताल पर हाथों और पैरों की विभिन्न मुद़ाएं बनाते हुए गोल घेरे में कोरकू नृत्य प्रस्तुत किया। आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन गणतंत्र दिवस समारोह में झांकियों के माध्यम से प्रदेश की प्रगति, सुशासन जनभागीदारी से समग्र विकास को प्रदर्शित किया गया। 20 शासकीय विभागों की झांकियों को प्रदर्शन किया गया। उद्यानिकी विभाग की झांकी में उद्यानिकी फसलों से किसानों की बढ़ती आय को दर्शाया गया। प्रदेश में उद्यानिकी मंडियों का संचालन और वर्तमान में 15 उद्यानिकी फसलों का जीआई पंजीयन को प्रदर्शित किया गया। आयुष विभाग की झांकी में आयुष हेल्थ-वेलनेस सेंटर, समुद्र मंथन से आयुर्वेद ज्ञान की प्राप्ति और प्रदेश में अत्याधुनिक आयुर्वेद अस्पतालों के संचालन को प्रदर्शित किया गया। उद्योग विभाग की झांकी में बुधनी के लकड़ी के खिलौने, इन्वेस्टर्स मीट और बुरहानपुर के पावर लूम को दिखाया गया। किसान कल्याण तथा कृषि विभाग की झांकी में दलहन-तिलहन के बढ़ते उत्पादन, रानी दुर्गावती श्रीअन्न योजना से कोदों, कुटकी, रागी, ज्वार, बाजरा के बढ़ते उत्पादन को दिखाया गया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की झांकी में खादी कपड़े की बुनाई और वस्त्र निर्माण करने की कला, रेशमी वस्त्र कला और माटीकला के पारंपरिक साधनों को विकसित करते हुए इलेक्ट्रिक चरखों से रंगीन कपड़ा बनाने की प्रक्रिया को दिखाया गया। खेल और युवा कल्याण विभाग की झांकी में प्रदेश के 11 खेल अकादमियों के संचालन, खेलेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया की गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। प्रदेश की झाँकी में पेरिस ओलंपिक, पैरालम्पिक में 6 खिलाड़ियों द्वारा 3 काँस्य पदक अर्जित करने की उपलब्धि को प्रदर्शित किया गया। गृह विभाग की झांकी में पुलिस बैंड की प्रभावी प्रस्तुति को दिखाया गया। प्रदेश में व्यापक रूप में पुलिस बैंड यूनिट का विस्तार किया जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस द्वारा जनजातीय समुदाय के लिये चलाये जा रहे "जनमैत्री" अभियान को दर्शाया गया। जनजातीय कार्य विभाग की झांकी में भीली जनजातीय गोण्ड चित्रांकन के कलाकारों के लिये डिजिटल प्लेटफार्म, जनजातीय क्षेत्रों में सामुदायिक रेडियो का संचालन और जनजातीय न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) को दर्शाया गया। जेल विभाग की झांकी में बंदियों को रचनात्मक कार्यों से जोड़ने और प्रशिक्षण की गतिविधियों को दर्शाया गया। तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की झांकी में इलेक्ट्रिक लूम, आधुनिक सोलर ऊर्जा के नये-नये प्रयोग, आईटीआई प्रशिक्षण केन्द्र की गतिविधियों को दर्शाया गया। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की झांकी में उज्जैन के महाकाल लोक का निर्माण एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक लोकों के निर्माण को दर्शाया गया। पर्यटन विभाग की झांकी में ओरछा का ऐतिहासिक समूह नामांकन दस्तावेज और पर्यटन की गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। पशुपालन एवं डेयरी विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, वन विभाग, सहकारिता विभाग और संस्कृति विभाग की झांकी में इन क्षेत्रों में हासिल की गई उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। पुरस्कार राज्य स्तरीय समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम में पहला पुरस्कार रक्षमाम्, द्वितीय पुरस्कार हेमा हायर सेकण्ड्री स्कूल के भारत की संस्कृति गाथा और तृतीय पुरस्कार अशासकीय सेंट पॉल को-एड के सामूहिक नृत्य प्रस्तुति 'देशभक्ति जज्बा' को दिया गया। प्रस्तुत झांकियों में प्रथम स्थान संस्कृति विभाग, द्वितीय वन विभाग और तृतीय पुरस्कार जनजातीय कार्य विभाग को दिया गया। परेड परेड में सैन्य दल में प्रथम केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, द्वितीय स्पेशल टास्क फोर्स, तृतीय केन्द्रीय रिजर्व पुलिस को दिया गया। असैन्य दल में प्रथम भूतपूर्व सैनिक, द्वितीय एनसीसी सीनियर बॉयस और तृतीय एनसीसी सीनियर गर्ल्स को दिया गया।  

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रायसेन । रायसेन में रविवार शाम काे भीषण सड़क हादसा हाे गया। यहां यात्रियाें से भरे ऑटाे और बाइक की आमने सामने से टक्कर हाे गई। हादसे में सात लाेग घायल हुए हैं, जिनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी काे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।   जानकारी के अनुसार घटना रविवार शाम पांच बजे भोपाल रोड पर दरगाह शरीफ के पास हुई। हाट बाजार से लौट रहे ऑटो की बाइक से सामने-सामने की टक्कर हुई। हादसे में ऑटो अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरा। जिसमें सात लोग घायल हो गए। इसमें रुक्मणी, विशाल, अभिषेक, रामचरण, अभिलाष, मनोज और अमिताभ घायल हो गए। घायलों में दो बाइक सवार व्यक्ति भी है। घटना की सूचना मिलते ही 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को तत्काल रायसेन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर घायलों की स्थिति पर नजर बनाए रखी है। थाना कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। डॉक्टरों के मुताबिक घायलों में से तीन की स्थिति गंभीर बनी हुई है।      

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में फिर मौसम का मिजाज बदलने वाला है। कुछ शहरों में बूंदाबांदी की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 29 जनवरी से प्रदेश में फिर नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। ऐसे में जबलपुर, ग्वालियर, चंबल समेत 7 संभाग के जिलों में बूंदाबादी के आसार है। जबकि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में ठंड बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से फरवरी के शुरुआती 4 दिन तक मौसम बदला रहेगा। कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में उत्तरी हवाएं आ रही हैं। वहीं, जेट स्ट्रीम हवा राजस्थान, पश्चिम उत्तरप्रदेश, पश्चिम-उत्तर मध्य प्रदेश और गुजरात में चल रही है। इस वजह से पारे में गिरावट हुई है, जो अगले 2 दिन बनी रहेगी। फिर 1-2 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। 29 जनवरी से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। जिसका असर 2 दिन बाद से प्रदेश में देखने को मिलेगा। इस कारण 1 से 4 फरवरी के बीच पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में बारिश हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 1 फरवरी से जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम और ग्वालियर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि इंदौर, भोपाल और उज्जैन संभाग में मौसम साफ रहेगा, लेकिन ठंड का असर तेज हाे जाएगा। आज रविवार को प्रदेश के सभी हिस्से में ठंड का असर रहेगा। खासकर सुबह और रात में मौसम सर्द रहेगा। 27 जनवरी को दिन-रात में ठंड का असर रहेगा। कुछ शहरों में हल्का कोहरा भी रह सकता है।प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान वाले शहरों की बात करें तो नीमच जिले के मरूखेड़ा शहर और ग्वालियर जिले की रात सबसे ठंडी रही। जहां तापमान 6.6 डिग्री दर्ज किया गया है। इसके अलावा शाजापुर के गिरवर में 6.8 डिग्री, छतरपुर के खजुराहो में 7.6 डिग्री, ग्वालियर में 7.9 डिग्री और सतना के चित्रकूट में रात का तापमान 8.3 डिग्री रहा।

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भोपाल । दिल्ली में आयोजित हुई राष्ट्रीय बैंड प्रतियोगिता में पश्चिमी जोन का प्रतिनिधित्व कर रही सेंट जोसफ कॉन्वेन्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल भोपाल की टीम ने बालिका वर्ग में देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। राष्ट्रीय स्तर की स्कूल बैंड प्रतियोगिता के बालिका वर्ग में पहला स्थान सिक्किम की टीम, दूसरा स्थान मध्य प्रदेश की टीम जबकि तीसरा स्थान केरल की टीम ने प्राप्त किया। उत्तराखंड की टीम को प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार अर्जित किया। मध्य प्रदेश की टीम वेस्ट ज़ोन की क्षेत्रीय प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पहुंची थी। उल्लेखनीय है कि प्रतियोगिता में वेस्ट जोन के तहत 6 राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा एवं केन्द्र शासित प्रदेश दमन एवं दीव और दादर नगर हवेली आते हैं। ब्रास बैंड प्रतियोगिता के बालिका वर्ग में इन राज्यों (वेस्ट ज़ोन) का प्रतिनिधित्व मध्य प्रदेश की टीम कर रही थी।    

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भोपाल । राजधानी भोपाल के खानूगांव में शनिवार सुबह 3 मंजिला इमारत में आग लग गई। सिलाई सेंटर में सुबह करीब 8 बजे भड़की आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। आग से अफरा-तफरी मच गई। मजदूर शोर मचाते हुए सिलाई सेंटर से बाहर भागे। आग ने देखते ही देखते 3 मंजिला बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। 15 फीट ऊंची पलटों के बीच बिल्डिंग में रहने वाले 50 लोग घिर गए। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की 30 गाड़ियां पहुंची। करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सभी 50 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। आग लगने की वजह शॉट सर्किट बताई जा रही है।   जानकारी के मुताबिक, खानूगांव में युनूस कुरैशी की तीन मंजिला बिल्डिंग है। बिल्डिंग के थर्ड और ग्राउंड फ्लोर के एक हिस्से में आठ परिवार रहते हैं। फर्स्ट फ्लोर पर सिलाई सेंटर है। यहां सिलाई मशीनें और कपड़े की गठानें रखी थी। शॉट सर्किट से सुबह 8 बजे सिलाई सेंटर में आग भड़की गई। आग बढ़ती गई। कुछ ही देर में पूरी बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। लपटें उठती देखकर अफरा-तफरी मच गई। बिल्डिंग में धुआं भर गया। चश्मदीद फहीमुद्दीन चौधरी ने बताया कि जिस बिल्डिंग में आग लगी, उसके पास में ही वे रहते हैं। सुबह सिलाई सेंटर से मजदूर शोर मचाता बाहर निकला। देखा तो धुआं निकल रहा था। इसके बाद फौरन फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना के बाद एक के बाद एक कर 30 फायर ब्रिगेड गाड़ियां पहुंची। दमकल कर्मियों ने लोगों को बिल्डिंग से बाहर निकालना शुरू किया। महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में उठाकर बाहर भागीं। घरों से गैस सिलेंडर भी बाहर किए ताकि कोई गंभीर हादसा न हो जाए। कुछ ही देर में पूरी बिल्डिंग खाली करा दी गई। करीब 50 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। आग पर कड़ी मशक्कत के बाद 3 घंटे में काबू पाया जा सका। सुबह 11 बजे तक फतेहगढ़ समेत आसपास के फायर स्टेशनों से करीब 30 फायर ब्रिगेड गाड़ियां और पानी के टैंकरों की मदद से आग बुझाई जा सकी।     बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त सिलाई सेंटर में 10 मजदूर थे। बाकी के लोग भी बिल्डिंग में किराए से रह रहे हैं। लोगों ने बताया कि आग की लपटें 10 से 15 फीट तक ऊपर उठ रहीं थी। आग ने बिल्डिंग के सभी फ्लैट को चपेट में ले लिया। कुछ लोगों के घरों का घरेलू सामान जलकर खाक हो गया। आग में सिलाई सेंटर पूरी तरह से जल गया। लाखों की मशीनें आग में खाक हो गई। जिस समय आग लगी उस समय सिलाई सेंटर में 10 मजदूर काम कर रहे थे। गनीमत रही कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। स्थानीय लोगों का कहना था कि आग लगने की सूचना नगर निगम के फायर स्टेशन को फौरन दे दी गई थी, लेकिन औपचारिकताएं पूरी करने में इतना समय लगा कि आग तेजी से फैलती गई। अगर समय रहते दमकल वाहन मौके पर पहुंच जाते तो आग को फैलने से रोका जा सकता था।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं की वजह से मध्य प्रदेश में फिर से ठंड बढ़ गई है। शुक्रवार को राजधानी भोपाल में दिन का तापमान 6.8 डिग्री लुढ़ककर 22.6 डिग्री पर आ पहुंचा। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में भी गिरावट हुई है। भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश शहरों में शीतलहर का प्रकोप देखने को मिल रहा है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3 दिन तक ठंड का असर रहेगा। इसके बाद थोड़ी राहत मिलेगी। 29 जनवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। इससे पारे में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, सिस्टम गुजरने के बाद फिर से ठंड बढ़ जाएगी। आज शनिवार को ग्वालियर, चंबल, जबलपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्का कोहरा रह सकता है। जबकि 26 जनवरी को दिन-रात में ठंड का असर रहेगा। कुछ शहरों में हल्का कोहरा भी रह सकता है। दिन के साथ रात के तापमान में भी गिरावट होगी।शुक्रवार को सभी शहरों में तापमान में गिरावट आयी है। इंदौर में 23.4 डिग्री, उज्जैन में 23.5 डिग्री, ग्वालियर में 25 डिग्री और जबलपुर में पारा 24.5 डिग्री रहा। गुना में 25 डिग्री, पचमढ़ी में 26.6 डिग्री, रायसेन में 23.6 डिग्री, दमोह में 25.5 डिग्री, खजुराहो में 25.4 डिग्री, नरसिंहपुर में 24.2 डिग्री, रीवा में 23.8 डिग्री, सागर में 24.9 डिग्री, सतना में 24.7 डिग्री, सीधी में 24.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 24 डिग्री, उमरिया में 25.5 डिग्री रहा। दिन के साथ रात के तापमान में भी गिरावट होगी। हालांकि, शुक्रवार की रात में नर्मदापुरम में तापमान 16.6 डिग्री तक पहुंच गया, जो सबसे ज्यादा रात का तापमान रहा। नीचम का मरुखेड़ा में ही सबसे कम 9.2 डिग्री पारा रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 13.2 डिग्री, इंदौर में 13.5 डिग्री, ग्वालियर में 10.4 डिग्री, उज्जैन में 13.5 डिग्री और जबलपुर में 13.8 डिग्री रहा। बाकी शहरों में तापमान 10 डिग्री से अधिक ही दर्ज किया गया।  

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इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में देवगुराड़िया इलाके में गुरुवार को एक तेंदुआ घुस गया। जंगल से जुड़े इस इलाके में तेंदुए को देखते ही कॉलोनी के लोग दहशत में आ गए। सामने आए एक वीडियो में तेंदुआ एक छत से कूदता हुआ नजर आया। इसके बाद एक निर्माणाधीन मकान में घुस गया। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसका रेस्क्यू किया। मामला देवगुराड़िया गांव के की मानसरोवर कॉलोनी का है। यहां गुरुवार दोपहर एक तेंदुआ निर्माणाधीन मकान में बैठा दिखाई दिया। इसके बाद लोगों ने तेंदुए ने भगाने की कोशिश की तो वह लोगों की तरफ झपटा। इससे इलाके में भगदड़ मच गई। घटना का वीडियो सामने आया है। तेंदुए को सबसे पहले मकान में काम कर रहे मजदूरों ने देखा। घटना की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी। वन विभाग की टीम ने करीब तीन घंटे बाद तेंदुए को रेस्क्यू किया। वन विभाग ने तेंदुए को पिछड़े में बंद कर उसे अपने साथ ले गई, जिसके बाद कॉलोनी के लोगों ने चैन की सांस ली। इससे पहले भी इंदौर के कुछ इलाकों में तेंदुआ लोगों में दहशत फैला चुका है। रेंजर योगेश यादव ने कहा कि आशंका है कि तेंदुआ पास ही स्थित रालामंडल जंगल से रिहायशी इलाके में आया होगा।  

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भिंड । मध्य प्रदेश में भिंड जिले के गोहद नगर में गुरुवार को पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई के दौरान मिट्टी के एक घड़े में चांदी के 113 सिक्के मिले हैं। सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर सिक्कों को जब्त कर लिया है। ये सिक्के 500 साल पुराने मुगलकालीन 1700 से 1800 ईस्वी के मध्य के बताए जा रहे हैं। क्षेत्र के एसडीएम पराग जैन का कहना है कि पुरातत्व विभाग को भी जानकारी दी है। वह इन सिक्कों की जांच करेगा।   दरअसल, भिंड के गोहद में वार्ड 11 कालिया कंठ मंदिर के पास गुरुवार को नल-जल योजना के तहत पानी की पाइपलाइन बिछाए जाने के लिए रामकुमार सिंह गुर्जर, पंजाब सिंह गुर्जर के घर के पास खुदाई की जा रही थी। इसी दौरान मजदूरों को ढक्कन लगा हुआ मिट्टी का घड़ा मिला। उसमें चांदी के सिक्के भरे हुए थे। सिक्के मिलते ही स्थानीय रहवासी रामकुमार सिंह और पंजाब सिंह ने मिट्टी के घड़े को मजदूरों के हाथ से छीन लिया और घर के अंदर ले गए। धीरे-धीरे सिक्के मिलने की जानकारी पूरे वार्ड में फैल गई।   जानकारी मिलने पर एसडीओपी सौरभ कुमार, तहसीलदार विश्राम शाक्य, गोहद थाना प्रभारी मनीष धाकड़, पटवारी अनुज शर्मा सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद राजस्व और पुलिस विभाग की टीम ने चांदी के सिक्कों को जब्त कर उन्हें धोया गया। जिस स्थान पर चांदी के सिक्के मिले हैं, उसके आसपास 500 मीटर के क्षेत्र को प्रतिबंधित किया गया है। वहीं स्थानीय प्रशासन ने अब मशीनों से खोदाई करानी शुरू कर दी है।   सिक्कों पर उर्दू में लिखा अलखामी प्रोफेसर इकबाल अली ने बताया कि ये सिक्के 1800 ईस्वी के लग रहे हैं। सिक्कों पर उर्दू में अलखामी करके कुछ लिखा हुआ है। ऐसा हो सकता है कि अलखामी उस समय किसी मुद्रा का नाम हो। पुरातत्व विभाग की जांच में यह स्पष्ट हो सकेगा।  

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भोपाल  । मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में दिन के तापमान में उछाल आया है। दक्षिण-पूर्वी हवाओं के रूख बदलने से ठंड कम हो गई है। गुरुवार को जबलपुर, खरगोन-खंडवा समेत 7 शहर ऐसे रहे, जहां दिन का तापमान 30-31 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। वहीं, रात में पारा 16 डिग्री रहा। हालांकि, शनिवार से मौसम फिर बदल सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, 25 जनवरी से तेज ठंड का एक और दौर शुरू होगा, जो पूरे सप्ताह रहेगा।मौसम विभाग ने बताया कि अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी है। इस वजह से दक्षिण-पूर्वी हवा चल रही है। अब यह रुख उत्तरी हो जाएगा। इससे ठंडी हवा प्रदेश में आएगी और दिन-रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक की गिरावट होगी। बीते गुरुवार को मंडला में दिन का तापमान 31.5 डिग्री, खंडवा में 31.1 डिग्री, खरगोन में 31 डिग्री, जबलपुर, नर्मदापुरम-सिवनी में 30.4 डिग्री और बैतूल में 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दूसरी ओर, पचमढ़ी और ग्वालियर ठंडे रहे। पचमढ़ी में रात के तापमान में गिरावट देखने को मिली।गुरुवार की रात में इंदौर में पारा 16.2 डिग्री सेल्सियस रहा। उज्जैन में 13.8 डिग्री, भोपाल में 10.2 डिग्री, ग्वालियर में 12.4 डिग्री और जबलपुर में 12.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। यह पचमढ़ी में सबसे कम 8.3 डिग्री रहा। शहडोल के कल्याणपुर में 9.1 डिग्री, मंडला में 9.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बाकी शहरों में 10 डिग्री से ज्यादा तापमान रहा।  

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उज्जैन । इन दिनों खुले आसमान में सूर्यास्त के बाद बगैर दूरबीन के क्रम से शनि, शुक्र, नेप्चून, यूरेनस, बृहस्पति एवं मंगल ग्रह दिखाई दे रहे हैं। इनको देखने के लिए आपको दिशा और थोड़ा बहुत ग्रहों की आकृति/रंग के बारे में जानना होगा। तो चलें....आज शाम को ही अपने घर की छत पर, इन ग्रहों को देखने...। जीवाजी वेधशाला के प्रभारी अधीक्षक डॉ.आर.पी.गुप्त के अनुसार आप अपने घर की छत से पश्चिम दिशा से पूर्व दिशा की ओर सूर्यास्त के बाद क्रम से शनि, शुक्र, नेप्चून, यूरेनस, बृहस्पति एवं मंगल ग्रह का अवलेाकन बगैर किसी उपकरण की सहायता से खुली आंखों से कर सकते हैं। ग्रहों की कांति से आपको स्पष्ट होगा कि ये ग्रह एक सीध में न होकर कुछ उत्तर या दक्षिण की ओर हैं। यह स्थिति लगभग एक माह तक आंशिक रूप से बदली हुई स्थितियों में रहेगी,लेकिन ग्रह दिखाई देंगे। यदि दूरबीन का उपयोग किया जाएगा तो स्पष्टता अधिक रहेगी और ग्रहों के रंग भी आकर्षक दिखाई देंगे। खगोलीय भाषा में इसे हम डॉ.गुप्त के अनुसार इसप्रकार समझ सकते हैं-सायन गणना के अनुसार 25 जनवरी,25 को सूर्य कुंभ राशि में 5 अंश 31 कला पर रहेगा तथा सूर्यास्त का समय सायं 6.09 बजे रहेगा।* बुध ग्रह मकर राशि में 25 अंश 25 कला पर होगा, जिस कारण वह दिखाई नहीं देगा।* पश्चिम की ओर क्षितिज से लगभग 45 अंश ऊपर सबसे चमकदार शुक्र ग्रह दिखाई दे रहा है और 25 जनवरी को भी दिखाई देगा।* शुक्र ग्रह मीन राशि में 21 अंश 47 कला पर है तथा इसकी क्रांति 2 अंश 11 कला दक्षिण है।* पश्चिम की ओर क्षितिज से लगभग 40 अंश ऊपर शुक्र ग्रह के नजदीक सबसे सुंदर ग्रह शनि इन दिनों रोजाना दिखाई दे रहा है। शनि ग्रह भी मीन राशि में 16 अंश 43 कला पर है तथा इसकी क्रांति 7 अंश 01 कला दक्षिण है।* मीन राशि में ही नेप्चून ग्रह 27 अंश 46 कला पर है तथा इसकी क्रांति 2 अंश 03 कला दक्षिण है। यह क्षितिज से लगभग 50 अंश ऊपर किसी अंधकार वाले स्थान से ही देखा जा सकता है।* यूरेनस ग्रह वृषभ राशि में 23 अंश 16 कला पर है तथा इसकी क्रांति 18 अंश 21 कला दक्षिण है। इसे भी किसी अंधकार वाले स्थान से सायं के समय सिर के ऊपर देखा जा सकता है।* सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति मिथुन राशि में 11 अंश 27 कला पर है तथा इसकी क्रांति 21 अंश 38 कला दक्षिण है। इसे सायं के समय सिर के ऊपर से कुछ पूर्व की ओर अच्छे से देखा जा सकता है।* पृथ्वी के सबसे अधिक समानता रखने वाला लाल ग्रह मंगल कर्क राशि में 22 अंश 41 कला पर है तथा इसकी क्रांति 25 अंश 48 कला उत्तर है। मंगल ग्रह को सूर्यास्त के बाद पूर्व दिशा में क्षितिज से लगभग 40 अंश ऊपर चमकदार तारे के रूप में देख सकते हैं।इन ग्रहों को वेधशाला पहुंचकर भी देखा जा सकता है। यहां दूरबीन की व्यवस्था भी है।

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उज्जैन । स्काई फोर्स फिल्म से बॉलीवुड में कदम रख रहे अभिेनेता वीर पहारिया फिल्म की रिलीज से पहले गुरुवार काे भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए महाकाल की शरण में पहुंचे। वीर ने नंदी हाल में पंडित पुरोहित से पूजन करवाया। इसके बाद देहरी से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।   फिल्म अभिनेता वीर पहारिया गुरुवार काे उज्जैन पहुंचे। यहां उन्हाेंने अपनी फिल्म स्काई फाेर्स की रिलीज से पहले बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। यहां उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर की देहरी से पूजन अभिषेक कर फिल्म की सफलता की कामना की। फिल्म में वीर बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार और सारा अली खान के साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं। पूजन पुरोहित पीयूष चतुर्वेदी ने सम्पन्न करवाया। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से पहारिया का स्वागत-सम्मान किया गया। वीर भेड़िया और स्त्री 2 में बतौर सहायक निर्देशक का काम कर चुके है। एक्टर को तौर पर वे पहली बार पर्दे पर दिखेंगे।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में पिछले दो-तीन दिनों से कड़ाके की सर्दी से राहत मिली है। दिन में धूप अच्‍छी धूप खिलने से तापमान में बढ़ोत्‍तरी हो रही है। हालांकि रातें अभी भी ठंडी है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 25 जनवरी से फिर तेज ठंड का दौर शुरू होगा। उत्तरी हवा से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। अभी दो सिस्टम की एक्टिविटी होने से हवा का रुख अभी दक्षिण-पूर्वी है। आज गुरुवार को ग्वालियर-चंबल संभाग में सिर्फ हल्का कोहरा रहेगा। जबकि 24 जनवरी को पूरे प्रदेश में तेज धूप खिलेगी। इससे दिन का तापमान बढ़ा रहेगा, लेकिन रात में पारे में गिरावट के आसार है।मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और निकटवर्ती क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की भी एक्टिविटी है। इस वजह से दक्षिण-पूर्वी हवा चल रही है। अगले 2 दिन में हवा का रुख उत्तरी हो जाएगा। इससे प्रदेश एक बार फिर ठंडी हवा की चपेट में आएगा और दिन-रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम-उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं, लेकिन प्रदेश में इसका असर कम है। जेट स्ट्रीम हवा की रफ्तार कम होने से तापमान में बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से पिछले 5 दिन से प्रदेश के मौसम में खासा बदलाव हुआ है। जिन शहरों में दिन में पारा 20 डिग्री के नीचे था और शीतलहर चल रही थी, वहां पर ठंड का असर नहीं है। बल्कि तेज धूप है। कई शहरों में रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है।बुधवार को प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ गया। भोपाल, बैतूल, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, जबलपुर, खजुराहो, सतना, उमरिया में तापमान 28 डिग्री से ज्यादा रहा। वहीं, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, सिवनी में पारा 30 डिग्री से अधिक रहा। मंडला में सबसे ज्यादा 31.2 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार रात में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 7.6 डिग्री, कल्याणपुर में 7.9 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 8.6 डिग्री, मंडला में 8.8 डिग्री, मलाजखंड में 9.4 डिग्री और राजगढ़ में तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे कम 10.1 डिग्री रहा। भोपाल में 11.2 डिग्री, उज्जैन में 12 डिग्री, जबलपुर में 11.4 डिग्री और इंदौर में पारा 13.6 डिग्री रहा।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली ली है। हवा की दिशा बदलने से दिन में ठंड का असर कम हो गया है। दिनभर तेज धूप खिली रहती है। कई शहरों में तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। लेकिन भोपाल, मंडला, पचमढ़ी जैसे शहरों में रात में ठंड का असर अभी भी बना हुआ है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट की संभावना जताई है। ग्वालियर-चंबल में आज बुधवार को बूंदाबांदी की भी संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, पिछले चार दिन से प्रदेश के मौसम में काफी बदलाव हुआ है। जिन शहरों में दिन में पारा 20 डिग्री के नीचे था और शीतलहर चल रही थी, वहां पर ठंड का असर नहीं है। तेज धूप भी है। कई शहरों में रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि 24 जनवरी से ठंड का एक दौर और आ सकता है। 24 जनवरी से उत्तर से सर्द हवा आना शुरू होगी, जिससे न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री तक गिरावट हो सकती है।इससे पहले आज बुधवार को ग्वालियर-चंबल में बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, उत्तरी हवा आने से रात के तापमान में गिरावट के आसार है। आज ग्वालियर, भिंड, दतिया और मुरैना में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इससे पहले सुबह ग्वालियर, भिंड, मुरैना, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कोहरा रहेगा। वहीं, 23 जनवरी को मौसम साफ हो जाएगा। कोहरे या बारिश का अलर्ट नहीं है।प्रदेश के पांच सबसे कम न्यूनतम तापमान वाले शहरों में नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी शहर की रात सबसे ठंडी रही। यहां पारा 6.2 डिग्री दर्ज हुआ। इसके अलावा कल्याणपुर (शहडोल) में 7.5 डिग्री, मंडला में 8.5 डिग्री, गिरवर (शाजापुर) में 8.6 डिग्री और राजगढ़ में 9.2 डिग्री दर्ज किया गया।

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जबलपुर । भोपाल रियासत की ऐतिहासिक संपत्तियों पर 2015 से चल रहा स्टे खत्म हो गया है। सैफ अली खान के परिवार की 15 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति सरकार अपने कब्जे में ले सकती है। यह संपत्ति 'शत्रु संपत्ति' मानी जा रही है क्योंकि नवाब की बड़ी बेटी आबिदा पाकिस्तान चली गई थीं। नवाब परिवार के वंशज, सैफ अली खान और शर्मिला टैगोर सहित इस संपत्ति पर दावा कर रहे हैं। सरकार अब इस संपत्ति का सर्वे कराएगी और क़ानूनी प्रक्रिया के तहत इसे अपने कब्जे में ले सकती है। इससे पहले 2015 में भी सरकार ने इस संपत्ति को सरकारी घोषित किया था। पटौदी परिवार ने 2015 में एक याचिका दायर की थी। भोपाल के कोहेफिजा से चिकलोद तक सैफ अली खान और शर्मिला टैगोर के परिवार की संपत्ति फैली हुई है।पटौदी परिवार की करीब 100 एकड़ जमीन पर डेढ़ लाख लोग रह रहे हैं। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने अभिनेता सैफ अली खान,उनकी मां शर्मिला टैगोर, बहनें सोहा और सबा अली खान व पटौदी की बहन सबीहा सुल्तान को शत्रु संपत्ति के मामले में अपीलीय प्राधिकरण के पास पक्ष रखने का आदेश दिया था।अब हाई कोर्ट के आदेश की 30 दिन में अपीलीय प्राधिकरण के समक्ष पक्ष रखने की मियाद खत्म हो चुकी है।एक माह की मियाद खत्म होने के बाद भी पटौदी परिवार ने कोई दावा पेश नहीं किया है।पटौदी परिवार के पास डिवीजन बेंच में चुनौती देने का विकल्प है। पिछले महीने हाईकोर्ट की जबलपुर स्थित मुख्य पीठ ने शर्मिला टैगोर, उनके बेटे सैफ अली खान और सबीहा सुल्तान के शत्रु संपत्ति मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। जस्टिस विवेक अग्रवाल की एकल पीठ ने पटौदी परिवार को शत्रु संपत्ति अभिरक्षक अधिनियम मामले में दिल्ली स्थित अपीलीय प्राधिकरण के समक्ष आवेदन प्रस्तुत करने की स्वतंत्रता दी थी। याचिका का निपटारा करते हुए एकल पीठ ने अपने आदेश में कहा था कि अपीलीय प्राधिकरण गुण-दोष के आधार पर निर्णय ले। पटौदी परिवार ने 2015 में एक याचिका दायर की थी. उन्होंने शत्रु संपत्ति अधिनियम, 1968 के तहत भोपाल के आखिरी नवाब की संपत्तियों पर नियंत्रण करने के सरकार के फैसले को चुनौती दी थी। अपने आदेश में भारत के शत्रु संपत्ति के संरक्षक, मुंबई (CEPI) ने नवाब की संपत्तियों को शत्रु संपत्ति घोषित किया था क्योंकि उनकी बड़ी बेटी राजकुमारी आबिदा सुल्तान 1950 में पाकिस्तान चली गई थीं। वह (आबिदा) नवाब के जीवित रहते पाकिस्तान चली गई थीं। नवाब की मृत्यु के बाद, उनकी दूसरी बेटी मेहर ताज साजिदा सुल्तान बेगम को भोपाल उत्तराधिकार अधिनियम, 1947 के अनुसार संपत्ति का उत्तराधिकारी घोषित किया गया और याचिकाकर्ता उनके उत्तराधिकारी हैं। अब नवाब परिवार के पास सिर्फ़ एक ही विकल्प बचा है। वह है हाई कोर्ट के इस आदेश को डिविजन बेंच में चुनौती देना। स्टे हटने के बाद सरकार अब 'शत्रु संपत्ति अधिनियम' के तहत नवाब परिवार की संपत्ति को अपने कब्जे में ले सकती है। इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के अनुसार पिछले 72 सालों में शत्रु संपत्तियां किन लोगों के नाम हो गई हैं, इसकी जांच की जाएगी। हाई कोर्ट के आदेश के बाद अब संपत्ति का सर्वे भी कराया जाएगा।गौरतलब है कि मुंबई स्थित 'शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय' ने 2015 में एक आदेश जारी कर भोपाल नवाब की जमीन को सरकारी घोषित कर दिया था। 2013 में भोपाल में 24 संपत्तियों को 'शत्रु संपत्ति' बताया गया था। 'शत्रु संपत्ति अधिनियम' 1968 में बनाया गया था। इस कानून के अनुसार, भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए लोगों की भारत में छोड़ी गई संपत्ति पर केंद्र सरकार का अधिकार होता है।

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उज्जैन । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में एक युवती द्वारा फिल्मी गाने पर रील बनाने का मामला सामने आया है। इस पर मंदिर के पुजारी खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि धर्म स्थान पर अमर्यादित आचरण करने वालों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। उन्होंने ऐसे लोगों को हिदायत दी है कि मंदिर में शालीनता से पेश आए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवतियां मंदिर में फिल्मी गानों पर प्रदर्शन कर रही है। वो उचित नहीं है। बता दें कि इससे पहले भी कुछ युवक-युवती मंदिर में फिल्मी गानों पर रील बना चुके हैं। मामले में मंदिर प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जा चुकी है। ताजा मामला एक युवती के महाकाल महालोक में ध्यानस्थ अवस्था में बैठे भगवान शिव की मूर्ति के समक्ष रील बनाने से जुड़ा है। इसमें युवती फिल्मी गीत ‘ये दिल तो प्यार मांगे है’ पर नृत्य करते हुए नजर आ रही है। युवती द्वारा सोशल माध्यमों पर रील प्रसारित करने के बाद मामला सामने आया। मामले में मंदिर के पुजारी नाराज हैं। उनका कहना है कि युवक-युवतियों को किसी भी मंदिर में इस प्रकार की अशोभनीय हरकत नहीं करना चाहिए। मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने मंगलवार को बताया कि मंदिर धर्म, अध्यात्म के केंद्र हैं। ऐसे वीडियो बनाना उचित नहीं है। यहां फूहड़ता फैलाने वाला कोई भी व्यक्ति भक्त नहीं हो सकता है। इसलिए ऐसे जो भी मामले संज्ञान में आते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी महाकाल मंदिर समिति रील बनाने वाली महिला और युवतियों पर कार्यवाही कर चुकी है। इसके बाद भी मंदिर की मर्यादा का पालन नहीं किया जाता है। ऐसे लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए। वहीं, महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि मोबाइल प्रतिबंध के बाद प्रवेश द्वार पर मोबाइल रखने की सुविधा की दी गई है। इसके बाद भी कई भक्त मोबाइल लेकर मंदिर में प्रवेश कर जाते है। आगे अभी और सख्ती से चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में प्रतिबंध के बावजूद गर्भगृह में प्रवेश करना एक युवक को भारी पड़ गया। मंदिर प्रबंध समिति की शिकायत पर पुलिस ने उसके खिलाफ शांति भंग करने का प्रकरण दर्ज कर एसडीएम के समक्ष पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस मामले में मंदिर प्रशासक ने दो कर्मचारियों को नोटिस दिया है। वहीं दो सुरक्षाकर्मियों को हटाने के लिए निजी सुरक्षा कंपनी क्रिस्टल को पत्र भेजा है।

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अनूपपुर । वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के मंगलवार की सुबह दोनों हाथी बेनीबारी के समीप ग्राम तुलना में स्थित बिरासिनी देवी मंदिर के समीप जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं। वही चार दिनों से बाघिन अमरकंटक क्षेत्र के जालेश्वर में मंदिर के समीप निरंतर डेरा जमाए हुए हैं दोनों स्थानों पर वन्यप्राणियों के निरंतर विचरण पर जिला प्रशासन निगरानी बनाए रखते हुए आम जनों को सतर्क एवं सावधानी बरतने की अपील की है। वहीं गस्ती में लगा वन परिक्षेत्र जैतहरी का वाहन नगमला की घाट में अनियंत्रित होकर लगभग 15 फीट नीचे खाई में गिरकर एक पेड़ में जाकर अटक गया। वहीं चालक सतय रहते कूद कर जान बचाई। दोनों प्रवासी हाथी सोमवार को वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के ग्राम पंचायत नगमला के समीप जोहिला नदी के किनारे जंगल में दिन बीताने के बाद देर शाम को नगमला से निकलते हुए श्यामदुआरी से करनपठार के बेलाटोला से भलवारे होते हुए मंगलवार की सुबह लहरपुर से ग्राम पंचायत तुलरा के जंगल माता बिरासनी देवी का मंदिर के समीप जंगल में पहुंचकर मंगलवार को 29 वें दिन विश्राम कर रहे हैं। रात भर हाथियों ने दो ग्रामीण हीरालाल बैगा एवं माखन बैगा करनपठार के घर में तोड़फोड़ कर फूल सिंह, मंगल दास ग्राम नगमला, दलवीर सिंह ग्राम श्यामदुआरी, देवलाल पता सम्भर बैगा, गोपाल अगरिया ददराटोला के खेत तथा बांडियो में लगे फसलों को आहार बनाया। वहीं गस्ती में लगा वन परिक्षेत्र जैतहरी का वाहन नगमला की घाट में अनियंत्रित होकर लगभग 15 फीट नीचे खाई में गिरकर एक पेड़ में जाकर अटक गया। वहीं चालक सतय रहते कूद कर जान बचाई। हाथी अनूपपुर जिले के सीमा से लगे डिंडोरी जिले की सीमा से लगभग 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर वर्तमान समय वितरण कर रहे हैं।  चार दिनों से कॉलर आईडी वाली बाघिन वन परिक्षेत्र अमरकंटक के उमरगोहान बीट अंतर्गत जालेश्वर मंदिर के समीप जंगल में पहुंचकर एक गाय का शिकार करने बाद निरंतर विचरण कर रही है जो रात होते ही सीमा पर स्थित छत्तीसगढ़ के गौरेला वन परिक्षेत्र की सीमा के जंगल में प्रवेश कर वितरण करते हुए पुन: वापस आ जाती है। दोनों वन्यप्राणियों के निरंतर विचरण के कारण आम जनों में डर एवं भय का वातावरण बना हुआ है। दोनों स्थानों पर विचरण कर रहे वन्यप्राणियों पर वनविभाग के लोग निगरानी करते हुए आम जनों को सतर्क एवं सावधान रहने की अपील मुनादी एवं अन्य माध्यमों से कर रहे हैं।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कड़ाके की सर्दी के बीच पिछले दो दिनों से थोड़ी राहत महसूस हो रही है। हवाओं का रूख बदलने के कारण तापमान में बढ़ोत्‍तरी हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने प्रदेश में 2 दिन बाद तेज ठंड पड़ने का अनुमान जताया है । आज मंगलवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहा। ग्वालियर-चंबल के हिस्से में हल्की बारिश होने का अनुमान भी है। बुधवार को निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहेगा। जबकि ग्वालियर, श्योपुर, दतिया, मुरैना, भिंड में हल्की बारिश हो सकती है।मध्य प्रदेश में अभी मौसम का मिला-जुला असर है। कहीं रात में तेज ठंड है तो कुछ शहरों में पारा 10 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा और दिन में सर्द हवाएं चल रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बर्फीली हवा की वजह से प्रदेश में ठंड का असर है। इस कारण रात के तापमान में ज्यादा गिरावट हो रही है। सोमवार को जेट स्ट्रीम हवा 260 किमी प्रतिघंटा से चलीं। हालांकि, प्रदेश में ठंडक कम हो गई। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठंड का असर है। सोमवार की रात में मंडला में पारा 5 डिग्री सेल्सियस रहा। शहडोल के कल्याणपुर में 5.1 डिग्री, पचमढ़ी में 6.5 डिग्री, मलाजखंड में 6.9 डिग्री, उमरिया में 7.4 डिग्री, नौगांव में 8.5 डिग्री, राजगढ़ में 9.4 डिग्री और रायसेन-सतना में 9.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं, बड़े शहरों में जबलपुर में 8.6 डिग्री और भोपाल में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। बाकी शहरों में पारा 10 डिग्री से अधिक रहा। इधर, सोमवार सुबह कई शहरों में कोहरे का असर देखने को मिला। वहीं, कई शहरों में दिन में पारे में बढ़ोतरी हुई।  

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए मंगलवार, 21 जनवरी की शाम बेहद खास होने जा रही है। इस दौरान आसमान में अद्भुत खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसमें सौरमंडल के ग्रहों का जमावड़ा लगने लगने जा रहा है। इस दिन सूर्यास्‍त के बाद आकाश में पूर्व से पश्चिम तक सौरमंडल के छह ग्रह एक कतार में नजर आएंगे।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने सोमवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की शाम पूर्वी आकाश में मंगल (मार्स) होगा तो सिर के लगभग ऊपर बृहस्‍पति (जुपिटर) और यूरेनस अपनी चमक विखेर रहे होंगे। वहीं पश्चिमी आकाश में नेप्‍च्‍यून, शुक्र (वीनस) और शनि (सेटर्न) कतार बनाते हुए नजर आएंगे। ग्रहों का कुंभ से नजारे में आप मंगल, बृहस्‍पति, शुक्र और शनि को तो खाली आंखों से देख पाएंगे, लेकिन यूरेनस और नेप्‍च्‍यून को देखने के लिए टेलिस्‍कोप की मदद लेनी होगी। टेलिस्कोप से देखने पर यह छह ग्रह आकाश में एक कतार बनाते हुए दिखेंगे।   सारिका ने बताया कि सौरमंडल के पहले ग्रह बुध की इस समय कमी रहेगी। इस कमी को आने वाले फरवरी माह में पूरी कर पाएंगे, जब आप सभी ग्रहों को एक साथ देख सकेंगे और अगर आप सौर परिवार के तीसरे ग्रह (पृथ्वी) को देखना चाहते हैं तो उसे देखने के लिये ऊपर नहीं, आपके कदमों में देखना होगा। सौर परिवार के छह ग्रहों को एक साथ देखने का यह अच्छा अवसर है।   हालांकि, इस खगोलीय घटना के दर्लभ होने को लेकर सारिका ने बताया कि सोशल मीडिया में इस घटना को बढ़ा–चढ़ा कर बताया जा रहा है, लेकिन ऐसा है नहीं। दरअसल, ग्रहों की परेड आम तौर हर कुछ साल में होती रहती है, लेकिन इनका समय बदलता रहता है। भारत के आकाश के लिए यह घटना शाम को दिख रही है, इसलिये महत्‍वपूर्ण है। इसमें भी ग्रह आपस में सटेंगे नहीं, बल्कि 180 डिग्री के आकाश में एक कतार में रहेंगे। यह इन ग्रहों को पहचानने और जानने का मौका रहता है।

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इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बायपास रोड पर रविवार शाम को लिक्विड अमोनिया गैस से भरे टैंकर को पीछे से आयशर ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे टैंकर खाली करने का वॉल्व टूट गया। इससे टैंकर से ज्वलनशील गैस (अमोनिया) के रिसाव होने लगा। गैस की गंध इतनी तेज थी कि लोगों की आंखों और गले में जलन होने लगी। महिलाएं और बच्चे उल्टियां करने लगे। पुलिस ने सूझबूझ दिखाई और देवास-पीथमपुर से आने वाले वाहन रोककर टैंकर खाली करवाया। राहत कार्य के लिए फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ भी बुलानी पड़ी। घटना तेजाजी नगर बायपास पर सेज यूनिवर्सिटी के पास रविवार शाम करीब 4 बजे हुई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों ओर ट्रैफिक बंद कराया। इससे वाहनों की कतारें लग गई। फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को भी बुलवाया गया। टैंकर खाली होने के बाद करीब चार घंटे बाद ट्रैफिक शुरू हो सका। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने गैस को वातावरण में फैलने से रोकने के लिए लगातार पानी की बौछार की। मौके पर कंपनी के टेक्नीशियन को भी बुलवाया गया। टैंकर के खाली होने पर ट्रैफिक शुरू हो सका। दरअसल, पुलिस कंट्रोल रूम को सायं चार बजे खबर मिली थी कि टैंकर से जहरीली गैस निकल रही है। गैस की चपेट में आने वाले वाहन चालकों के गले, नाक, श्वसन नली और आंखों में जलन हो रही है। कई को उल्टियां भी हो रही है। पुलिस मौके पर पहुंची और पीथमपुर से देवास जाने वाले वाहनों को बिजलपुर की तरफ मोड़ा गया। देवास से पीथमपुर जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से निकाला गया। मौके पर फायरकर्मियों को बुलाया और पानी डालकर गैस का प्रभाव कम किया। टैंकर खाली कर रात आठ बजे क्रेन की मदद से टैंकर हटाकर ट्रैफिक शुरू करवाया गया। राहत बचाव में लगे 10 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भी हालत बिगड़ने पर उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, टैंकर पीथमपुर की कंपनी हरी प्रभु गैसेस एंड रेफ्रिजरेशन लिमिटेड का है। पुलिस ने कंपनी से कर्मचारियों को भी मौके से बुला लिया था। कर्मचारियों ने बताया कि एक्वस अमोनिया से भरा टैंकर ग्वालियर के लिए भेजा गया था। रास्ते में टैंकर खराब हो गया इसलिए उसे सही कराने के लि चालक बीच सड़क पर खड़ा कर मैकेनिक को बुलाने चला गया। इस बीच कोई वाहन टैंकर से टकरा गया और वाल्व टूट गया। इस कारण गैस का रिसाव होने लगा। लिक्विड अमोनिया होने के कारण लोगों को परेशानी होने लगी। अधिकारियों ने मौके पर फायर ब्रिगेड, डाक्टर, दमकलकर्मी और एसडीआरएफ का बल लगा दिया था। पुलिस लापरवाही की जांच कर रही है। आजाद नगर के एसीपी आशीष पटेल का कहना है कि टैंकर चालक और कंपनी संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। तेजाजी नगर थाना प्रभारी देवेंद्र मरकाम ने बताया कि यह टैंकर पीथमपुर की एक कंपनी से एक्वा लिक्विड अमोनिया केमिकल भरकर ग्वालियर की ओर जा रहा था। सेज यूनिवर्सिटी के पास ट्रक की टक्कर से टैंकर से लीकेज शुरू हो गया। तहसीलदार नारायण नांदेडा ने बताया कि टैंकर की क्षमता सात हजार लीटर की है। इसमें ऑक्सीडिएट अमोनिया नामक केमिकल भरा हुआ था। इससे लोगों को आंखों में जलन होने लगी। घटना के बाद ट्रक चालक भाग गया था। टैंकर मालिक का पता लगाया जा रहा है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के लोगों को कड़ाके की सर्दी से राहत मिलने वाली है। प्रदेश में इस हफ्ते शीत लहर नहीं चलेगी। आज से तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं। हालांकि मौसम विभाग ने बताया कि रीवा, ग्वालियर, चंबल संभाग में अगले तीन दिन भी घना कोहरा रहेगा। जबकि जबलपुर, रीवा, सीधी और शहडोल में रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी। आज सोमवार को ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा छाया है। प्रदेश में मंगलवार से कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं।मौसम विभाग के अनुसार, बर्फीली हवा की वजह से प्रदेश में ठंड का असर है। खासकर पूर्वी हिस्से में रात के तापमान में ज्यादा गिरावट हो रही है। रविवार को जेट स्ट्रीम हवा 240 किमी प्रतिघंटा से चली। सोमवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहने का अनुमान है। 21 जनवरी को ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहेगा। 22 जनवरी को ग्वालियर, मुरैना, भिंड और दतिया में कोहरा छाया रहेगा।रविवार रात में प्रदेश के कई शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 3.4 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में भी 4.3 डिग्री पारा रहा। उमरिया, खजुराहो, पचमढ़ी, रीवा, मलाजखंड, सतना, नौगांव, राजगढ़, सीधी, टीकमगढ़, दमोह और रायसेन में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो जबलपुर में पारा सबसे कम 7.6 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 9.9 डिग्री, ग्वालियर में 8.5 डिग्री, उज्जैन में 12.2 डिग्री और इंदौर में 13.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। रविवार सुबह प्रदेश के आधे जिलों में कोहरे का असर देखने को मिला। वहीं, दिन में पारे में बढ़ोतरी रही।  

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सागर । शहर के गोपालगंज थाना क्षेत्र के तिली स्थित एक मैरिज गार्डन में आयोजित शादी समारोह में रस्मों के दौरान दूल्हे की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसने दुल्हन की गोद में ही सिर रखकर दम तोड़ दिया। घटना शनिवार सुबह की है। इससे पहले शुक्रवार शाम को वरमाला कार्यक्रम हुआ था। जिसमें दूल्हा-दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। इसके बाद रात में बारात निकली और शादी की अन्य रस्में हुईं। दोनों परिवार में खुशियों का माहौल था। सुबह फेरों के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से दुल्ले की मौत हो गई, जिससे शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जैसीनगर निवासी 28 वर्षीय हर्षित चौबे की शादी श्रीराम नगर निवासी एक लड़की से थी। शादी समारोह का आयोजन तिली के मानसरोवर मैरिज गार्डन में था। रात में ही वरमाला की रस्म हुई। करीब दो घंटे तक फोटो सेशन चला। जयमाल के बाद मंडप पर फेरों के बाद अन्य रस्मे निभाई जा रही थी, तभी शनिवार सुबह करीब छह बजे पाव पखारने की रस्म के दौरान अचानक हर्षित के सीने में दर्द हुआ और वह बाजू में बैठी दुल्हन के गोद में ही सिर रखकर कर अचेत हो गया। दूल्हे को मंडप में मौजूद लोग उसे तुरंत बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज ले कर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मौत के कुछ देर पहले ही हर्षित ने बेचैनी होने की बात कही थी लेकिन किसी को यह पता नहीं था कि कुछ देर बाद ऐसा अनहोनी हो जाएगी। हर्षित का परिवार जैसीनगर का है। कुछ समय से वह सागर के परकोटा में निवासरत थे। हर्षित गोपालगंज में मेडिकल स्टोर चलाता था। मौत के बाद दोनों परिवारों में मातम छा गया। शनिवार दोपहर जैसीनगर में हर्षित का शव पहुंचा, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। श्मशान घाट में जिसने भी यह नजारा देखा उसकी आंखें आंसुओं से भर गई।  

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इंदौर । मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) ने शनिवार देर शाम राज्य सेवा परीक्षा 2022 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। देवास की दीपिका पाटीदार ने 902.75 अंक प्राप्त कर परीक्षा में टॉप किया है। वहीं टॉप टेन में छह लड़कियों ने जगह बनाई है। रैंकिंग में दीपिका के बाद दूसरा स्थान आदित्य नारायण तिवारी (897.50) और तीसरा स्थान सुरभि जैन (893) अंक रहा है। इसके बाद महिमा चौधरी, धर्मप्रकाश मिश्रा , शानू चौधरी, स्वाति सिंह, उमेश अवस्थी, कविता देवी यादव और प्रत्यूष श्रीवास्तव का चयन हुआ है। इस परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर के 24 पदों पर 11 महिलाओं का चयन हुआ है। एमपी पीएससी के ओएसडी डॉ. आर.पंचभाई ने बताया कि, राज्य सेवा परीक्षा 2022 का फाइनल परिणाम जारी किया है। परीक्षा के इंटरव्यू 11 नवंबर से 9 जनवरी 2025 तक आयोजित किए गए थे। उन्होंने बताया कि, 87-13 प्रतिशत फॉर्मूले 394 कैंडिडेट्स का चयन हुआ है। इसमें कुल 456 सीटें थी। 52 सीटें 13 प्रतिशत में थी। 404 सीटें 87 प्रतिशत में थी, इसमें 10 सीटें खाली रही है। आयोग की वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड किया गया है। https://mppsc.mp.gov.in/Results पर रिजल्ट देख सकते है। परीक्षा के माध्यम से कुल 456 पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन ओबीसी आरक्षण से संबंधित अदालत में लंबित मामले के कारण अभी 396 पदों पर नियुक्ति की गई है। शेष 60 पदों की घोषणा अदालत के निर्णय के बाद होगी। 13 प्रतिशत पदों पर नियुक्ति न होने का कारण ओबीसी आरक्षण विवाद है, जिसके समाधान की प्रतीक्षा है। इन पदों पर हुए चयनित चयनित अभ्यर्थियों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, सहायक संचालक, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, वाणिज्य कर निरीक्षक, पंचायत विकास अधिकारी, और अन्य पदों पर नियुक्त किया जाएगा। यह परीक्षा राज्य प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, सहकारिता विभाग, वित्त सेवा, और अन्य महत्वपूर्ण विभागों में पदों के लिए आयोजित की गई थी। पंचायत सचिव की बेटी दीपिका बनेगी डिप्टी कलेक्टर राज्य सेवा परीक्षा 2022 में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त करने वाली देवास जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के गांव जामगोद की बेटी दीपिका पाटीदार डिप्टी कलेक्टर बनेंगी। दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार गढ़ खजूरिया के पंचायत सचिव हैं। माता सुमनबाई पाटीदार गृहिणी हैं। परिवार में माता-पिता के अलावा दीपिका का भाई दीपेश पाटीदार है, जो किसान है। शनिवार देर शाम जैसे ही दीपिका ने अपने पिता को मोबाइल पर अपने चयन व प्रदेश में पहले स्थान पर आने की जानकारी दी तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार ने बताया कि परिवार ने कभी बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं किया। उसे हमेशा अपने बेटे की तरह ही माना, जो वह करना चाहती थी, उसमें पूरा सहयोग दिया। दीपिका ने दो साल तक दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी की थी। इसके बाद 2018-19 में इंदौर आ गई। वहीं पर छात्रावास में रहकर तैयारी कर रही थी। दीपिका ने बीएससी व एमए की पढ़ाई इंदौर से की है। एक दिन पहले ही दीपिका ने पिता से बात की थी तो कहा था जल्द ही परिणाम आने की संभावना है। दीपिका 2018 से परीक्षा दे रही थीं। अब सफलता मिली। शहडोल के विवेक का असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर चयन शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा के गांव झरौसी के रहने वाले विवेक कुमार का शिक्षा विभाग में चयन हुआ है। उनका असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर सिलेक्शन हुआ है। उनके पिता बृजेश पटेल टीचर हैं। वहीं, टीकमगढ़ की नैनसी जैन का मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा में डीएसपी के पद पर चयन हुआ है। नैनसी जैन बालचंद्र जैन, शशि जैन की बेटी हैं। सतना के दिव्यांश वाणिज्य कर निरीक्षक बने सतना जिले के दिव्यांश पुत्र कमलेश शुक्ला का वाणिज्य कर निरीक्षक के पद पर चयन हुआ है। उन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता पाई। वह बिरसिंहपुर तहसील के मझियार गांव के रहने वाले हैं। सतना के ही शत्रुंजय प्रताप सिंह का चयन वाणिज्यिक कर निरीक्षक के पद पर हुआ है। वह ग्राम पंचायत कैलाशपुर के पनघटी गांव के रहने वाले हैं। सतना जिले के कुंदहरी गांव के जयंत सिंह पुत्र राघवेंद्र सिंह परिहार का महिला बाल विकास अधिकारी पद पर चयन हुआ। सतना जिले के भागवत प्रसाद शिवहरे का आरटीओ उपनिरीक्षक के पद पर चयन हुआ है। वे मझगवां के रहने वाले हैं। उनके पिता अमृत लाल शिवहरे अमृत ट्रेडर्स के संचालक हैं। हरदा जिले के सोडलपुर गांव के रहने वाले राम सोलंकी का एमपीपीएससी 2022 में जिला कोषालय अधिकारी या डीईओ के रूप में चयन हुआ है। उन्हें मुख्य परीक्षा में 768 नंबर मिले हैं। वह वर्तमान में आगर मालवा जिले में उद्योग विभाग में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। मंडला जिले के पिंडरई निवासी सागर जैन डिप्टी कलेक्टर बने। उनकी 24वीं रैंक आई है। पिता दिलीप जैन का निधन हो चुका है। मां गृहणी है। तीन साल से जबलपुर में रहकर तैयारी कर रहे थे।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में सर्दी का सितम जारी है। प्रदेश में कड़ाके की ठंड का असर अब और तेज हो सकता है। मौसम विभाग की मानें तो बर्फीली हवाओं की रफ्तार बढ़ सकती है। अगले तीन दिनों तक अधिकतर जिलों में घना कोहरा छाया रह सकता है। रविवार सुबह 20 से ज्यादा जिलों में कहीं मध्यम तो कहीं घना कोहरा छाया है। मौसम विभाग ने आज शाजापुर, सीहोर, रायसेन, रतलाम और सिंगरौली में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग के अनुसार, बर्फीली हवाओं हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के कारण प्रदेश में ठंड का असर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने पूरे जनवरी महीने में तेज सर्दी पड़ने की संभावना जताई है। रविवार को गुना, अशोकनगर, श्योपुर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में घना कोहरा छाए रह सकता है। जबकि सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, भोपाल, विदिशा, राजगढ़, धार, इंदौर, उज्जैन, सिंगरौली, रायसेन, सीहोर, रतलाम में मध्यम से लेकर हल्का कोहरा छाए रह सकता है। 20 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कोहरा रहेगा। 21 जनवरी को ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुर में कोहरे का अलर्ट है।इससे पहले शनिवार को प्रदेश के 23 जिलों में कोहरा रहा। ग्वालियर-चंबल में तो 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल था। जेट स्ट्रीम हवा 241 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती रही। प्रदेश के कई शहरों में शनिवार को कोल्ड-डे जैसी स्थिति रही। शिवपुरी में सबसे कम 19 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। दमोह में 20 डिग्री, खजुराहो में 22.2 डिग्री, नौगांव में 22.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 22.6 डिग्री, रीवा-पचमढ़ी में 23 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 25.6 डिग्री, उज्जैन में 29 डिग्री, इंदौर में 27.9 डिग्री और जबलपुर में 25 डिग्री तापमान रहा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश के भोपाल जिले में गुरुवार आधी रात को बैरसिया-नरसिंहगढ़ रोड पर स्थित पार्वती नदी का पुल क्रैक होकर धंस गया। जिसके बाद पुल पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। अब भारी वाहन भोपाल होकर करीब 50 किलोमीटर का चक्कर लगाकर जा रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही बैरसिया एसडीएम और नरसिंहगढ़ पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने मौके पर पहुंचकर पुल का निरीक्षण किया। वहीं, अब मप्र सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) के एक्सपर्ट आज शुक्रवार को इसकी जांच करेंगे। यह पुल करीब 49 साल पुराना है।   पुल धंसने की जानकारी मिलने पर बैरसिया एसडीएम आशुतोष शर्मा गुरुवार रात 9 बजे मौके पर पहुंचे और जांच की। इस दौरान दोनों ओर से बेरिकेडिंग की गई। वाहनों को दूसरे रास्ते पर डायवर्ट किया गया है। नरसिंहगढ़ पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने भी पुल का जायजा लिया। पुल के दोनों ओर पुलिस तैनात है। एसडीएम शर्मा ने मप्र सड़क विकास निगम, भोपाल के संभागीय प्रबंधक को पत्र भी लिखा है। पत्र में लिखा गया कि 'पार्वती पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल से आवाजाही के कारण जान-माल के नुकसान की आशंका है। प्रारंभिक रूप से इस ब्रिज के पिलर के नीचे बड़ा गड्‌ढा हो गया है। इसलिए जरूरी है कि नरसिंहगढ़-बैरसिया आने-जाने वाले वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाए।' वहीं, आज शुक्रवार को एमपीआरडीसी की टीम मौके पर पहुंचेंगी और जांच करेगी कि ब्रिज को कितना नुकसान हुआ है। साथ ही ऑप्शनल रास्तों की भी व्यवस्था की जाएगी।   नरसिंहगढ़ के एसडीओपी भूपेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि मंगलगढ़ और बरायठा के बीच में पार्वती नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। नरसिंहगढ़ से नजीराबाद जाने के लिए इस मार्ग का इस्तेमाल न करें। नरसिंहगढ़ से देवगढ़, कुरावर होते हुए भोपाल की तरफ की यात्रा करें। इसी प्रकार नजीराबाद से नरसिंहगढ़ आने वालों को भी उस तरफ से रोका गया है। पार्वती नदी पर बना ये पुल राजगढ़ और भोपाल जिले की सीमा पर है। यह नरसिंहगढ़ को नजीराबाद, बैरसिया, विदिशा और भोपाल से जोड़ता है। इसकी दो साल पहले ही मरम्मत की थी।

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आगर मालवा । मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में नलखेड़ा तहसील के ग्राम लसुलड़िया केलवा में शुक्रवार को जहरीली चाय पीने से एक परिवार के 5 सदस्याें की तबीयत खराब हाे गई। सभी काे ईलाज के लिए नलखेड़ा के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से हालत गंभीर हाेने पर सभी काे जिला अस्पताल रेफर किया गया है, जहां सभी उपचाररत है। इधर विभाग को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आमजन को भी खानपान में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।   जानकारी के अनुसार ग्राम लसुलड़िया केलवा निवासी एक ही परिवार के पानी बाई, हेमलता, कालूराम, श्रेया और लीला बाई ने शुक्रवार सुबह चाय पी। चाय पीने के कुछ देर बाद ही सभी की तबीयत बिगड़ने लगी। पीड़ितों को चक्कर आने लगे, उल्टी होने लगी और पेट में तेज दर्द की शिकायत की। हालत बिगड़ने पर उन्हें तुरंत नलखेड़ा के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बावजूद जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो सभी को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल रेफर किया गया। चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव भाटी ने बताया कि चाय में किसी जहरीले पदार्थ के मिश्रण से फूड पॉइजनिंग हुई है। मरीजों में दिख रहे लक्षणों के आधार पर उनका इलाज किया जा रहा है। घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया गया है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कड़ाके की सर्दी के बीच ठंडी हवाओं ने ठिठुरन पैदा कर दी है। प्रदेश के अधिकतर शहरों के तापमान में गिरावट आयी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के ग्वालियर, रीवा और उज्जैन संभाग के जिलों में बारिश और कोहरे की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिला है। वहीं, प्रदेश में 19 जनवरी से ठंड और बढ़ जाएगी।मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल में अगले दाे दिन कोहरा रहेगा, जबकि भोपाल, इंदौर-उज्जैन में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक 19-20 जनवरी से ठंड का असर फिर बढ़ेगा। इस बार जनवरी के आखिरी सप्ताह में भी तेज ठंड पड़ने का अनुमान है। शुक्रवार सुबह से भोपाल, इंदौर समेत अधिकतर जिलों में कोहरा छाया रहा। शाजापुर-सागर में तापमान में गिरावट आने से सर्दी बढ़ गई है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी की वजह से गुरुवार को श्योपुर, मुरैना में बारिश हुई, जबकि भोपाल-इंदौर समेत प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए रहे।इससे पहले 24 घंटे में भिंड, मुरैना, श्योपुर, आगर-मालवा, धार, नीमच, मंदसौर और ग्वालियर में बारिश हुई। मौसम विभाग ने अब बारिश का दौर थमने और कोहरे का असर बढ़ने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने आज शुक्रवार से अगले वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने की संभावना जताई है। यह उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करेगा। इसका असर हिमालय की तरफ भी रहेगा। जिससे बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी, जो मध्यप्रदेश में भी आकर ठिठुरन बढ़ा देगी। 18 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहेगा। 19 जनवरी को मौसम साफ रहेगा, हालांकि सुबह कोहरा छाया रहेगा।प्रदेश में गुरुवार को कड़ाके की ठंड रही। कई शहरों में दिन का तापमान 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। छतरपुर का नौगांव सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खजुराहो में 16 डिग्री, शिवपुरी में 17 डिग्री, टीकमगढ़ में 17.5 डिग्री, रतलाम में 19.5 डिग्री, गुना में 19.6 डिग्री, रायसेन-सतना में 21.2 डिग्री, धार-रीवा में 21.4 डिग्री, सीधी में 22.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 23.2 डिग्री, मलाजखंड में 23.5 डिग्री और सागर में 23.8 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 18.6 डिग्री पहुंच गया। भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.6 डिग्री, उज्जैन में 20.4 डिग्री और जबलपुर में तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कई शहरों में रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।  

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भोपाल । वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी की वजह से मध्य प्रदेश में मौसम फिर बदला हुआ है। गुरुवार सुबह राजधानी भोपाल समेत निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहा। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई। ऐसा ही मौसम गुरुवार को भी बना रहेगा। अगले 2 दिन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत प्रदेश के आधे हिस्से में बारिश हो सकती है। आज ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश होने के आसार हैं। 17 जनवरी को भी कोहरे का असर रहेगा। फिर मौसम साफ हो जाएगा और ठंड का असर बढ़ेगा।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी का फिलहाल प्रदेश के उत्तरी हिस्से में असर है, जो दो दिन रहेगा। सिस्टम जैसे ही गुजरेगा, प्रदेश में ठंड का असर फिर बढ़ जाएगा। इसके बाद बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ेगी और पूरा प्रदेश ठिठुर जाएगा। इससे पहले बुधवार को जेट स्ट्रीम हवा 287 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। आज गुरुवार को ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड और दतिया में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहेगा। 17 जनवरी को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कोहरा रहेगा। 18 जनवरी को मौसम साफ रहेगा। सुबह कोहरा छाया रहेगा।इससे पहले बुधवार को मौसम के 3 रंग देखने को मिले। बारिश, दिन में ठंड और सुबह कोहरे का असर रहा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में दिन का तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर में 23.1 डिग्री, उज्जैन में 27.5 डिग्री, इंदौर में 27 डिग्री और 24.6 डिग्री रहा। टीकमगढ़ में 19 डिग्री, रीवा में 17.8 डिग्री, खजुराहो में 19.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। इससे पहले सुबह प्रदेश के ज्यादातर शहरों में कोहरा रहा। वहीं, रात में पारे में बढ़ोतरी देखने को मिली। पचमढ़ी में रात का पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा।

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भोपाल । नगर निगम द्वारा सड़कों, फुटपाथों, कारीडोर व सार्वजनिक स्थलों आदि पर किए गए अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही निरंतर की जा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के दलों ने संयुक्त रूप से विभिन्न क्षेत्रों में कार्यवाही करते हुए अवैध रूप से बनाए गए छप्पर तोडकर 19 ट्रक सामान जप्त किया साथ ही सड़कों के किनारे पड़ी 02 ट्रक गिट्टी व 04 ट्रक रेत भी जप्त की।   निगम अमले ने जिला प्रशासन की कार्यवाही में पुलिया एवं सड़क निर्माण में बाधक अवैध निर्माण को भी तोड़ने की कार्यवाही की। निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन के निर्देशों के परिपालन में नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के दलों ने गुरूवार को करोंद मण्डी, आरिफ नगर ब्रिज, बेस्ट प्राईज तिराहा, भोपाल मेमोरियल हाॅस्पिटल, करोंद चैराहा आदि क्षेत्रों में सड़कों, फुटपाथों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर किए गए अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही की।   निगम के दलों ने सड़कों के किनारे पड़ी 02 ट्रक गिट्टी व 04 ट्रक रेत जप्त की साथ ही सड़क किनारे अवैध रूप से बने 15 छप्परों को भी तोड़ा और गुमठी, लोहे के पलंग, पटिये, ड्रम, मेकेनिक का आॅटो सहित 19 ट्रक विभिन्न प्रकार का सामान जप्त किया। इसके अतिरिक्त निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने जिला प्रशासन द्वारा अब्बास नगर बंजारा बस्ती क्षेत्र में सड़क एवं पुलिया निर्माण कार्य में बाधक अवैध रूप से निर्मित भवन को तोड़ने की कार्यवाही में सहयोग करते हुए उक्त भवन को जे.सी.बी. व श्रमिको के माध्यम से तोड़ने की कार्यवाही की। उपरोक्त कार्यवाही के दौरान नगर निगम व जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।

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भाेपाल। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में एक बार फिर कर्मचारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। गुरुवार सुबह से वार्ड बॉय और लैब टेक्नीशियन धरने पर बैठे हैं। दरअसल, हॉस्पिटल मैनेजमेंट 400 कर्मचारियों को हटाने की तैयारी में है। 50 से अधिक कर्मचारियों को इस महीने की 20 तारीख तक सेवा समाप्ति के लेटर दिए जा चुके हैं। जिसके खिलाफ अब प्रदर्शन शुरू हो गया है।     गुरुवार सुबह से ही हमीदिया अस्पताल में हड़ताल जारी है। कर्मचारी लगातार अस्पताल परिसर में नारेबाजी कर रहे हैं। हड़ताल में वार्ड बॉय और लैब टेक्नीशियन सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं। इसके चलते गुरुवार सुबह से ही हमीदिया अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है। पिछले 10 -12 साल से पदस्थ कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है। कर्मचारियों ने दलील देते हुए कहा कि 10 साल से यहीं पर पदस्थ हैं, अब कहां जाएंगे। सैलरी नहीं मिलने से कर्जा लेकर घर चलाना पड़ रहा है। पिछले 2 महीने की सैलरी नहीं मिलने को लेकर हमीदिया अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं।   इससे पहले, जीएमसी ने इसे लेकर मैनेजमेंट में एक निजी कंपनी को लेटर जारी किया था। बताया जा रहा है कि निकाले जा रहे ये वही कर्मचारी हो सकते हैं, जिनकी नियुक्ति कोविड महामारी के दौरान हुई थी। संकट काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर उन्होंने लोगों की सेवा की थी। लेकिन अब उन्हें ही हटाया जा रहा है। डीन कविता एन. सिंह ने पहले कहा था कि शासन से स्वीकृत पदों के मुकाबले हमीदिया में 400 कर्मचारी अधिक हैं। वर्तमान में शासन द्वारा स्वीकृत पदों के आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि सैलरी को लेकर हमीदिया अस्पताल के 500 से अधिक वार्ड बॉय महीने भर में पहले ही दो बार हड़ताल कर चुके हैं। अस्पताल में रोजाना 2500 से अधिक मरीज ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में आते हैं और 60 से अधिक ऑपरेशन किए जाते हैं।    

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ग्वालियर । मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बुधवार को भी सुबह सभी जगह घना कोहरा छाया रहा और दिन में कहीं धूप कहीं छांव वाली स्थिति बनी रही। ग्वालियर-अंचल तो पूरे दिन कोहरे से ढंका रहा और दिनभर शीतलहर चलती रही। शीत लहर की वजह से सर्दी बढ़ने और बारिश की संभावना को ध्यान में रखकर जिले में केजी-नर्सरी से लेकर आठवी कक्षा तक के स्कूली बच्चों के लिए 16 जनवरी को अवकाश घोषित किया गया है। साथ ही आंगनबाड़ी के बच्चों के लिये भी इस दिन छुट्टी रहेगी। कलेक्टर ने बच्चों को ठंड से बचाने के उद्देश्य से निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार एवं सहायक संचालक महिला बाल विकास राहुल पाठक द्वारा बुधवार को अलग-अलग आदेश जारी किए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किया गया आदेश स्कूल शिक्षा विभाग, आईसीएससी व सीबीएसई के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों पर लागू होगा। आदेश में यह भी उल्लेख है कि परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यथावत चलती रहेंगी। इसी तरह सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में भी 16 जनवरी को बच्चों के लिए अवकाश रखा गया है। सहायक संचालक महिला बाल विकास राहुल पाठक ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में केवल बच्चों के लिए छुट्टी रहेगी। केवल पोषण आहार के लिये प्रात: 11.30 बजे बच्चे आंगनबाड़ी केन्द्र आ सकेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका आंगनवाड़ी की अन्य गतिविधियां यथावत संचालित करेंगीं। विभागीय परियोजना अधिकारी व समस्त पर्यवेक्षकों से इन निर्देशों का पालन कराने के लिए कहा गया है।

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए गुरुवार 16 जनवरी का दिन बेहद खास होने जा रहा है। इस दौरान आकाश में एक अद्भुत खगोलीय घटना होने जा रही है। इस दिन सौरमंडल का लाल ग्रह मंगल हमारी पृथ्‍वी और सूर्य की सीध में आ रहा है। इस खगोलीय घटना में मंगल, पृथ्‍वी और सूर्य एक सरल (सीधी) रेखा में होंगे।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि इस खगोलीय घटना को मार्स एट अपोजीशन कहते हैं। इस समय मंगल चमकदार लालिमा के साथ बिना दूरबीन के देखा जा सकेगा। यह खगोलीय घटना दो साल के बाद हमें आकाश में देखने को मिलेगी। इससे पूर्व यह घटना 8 दिसम्‍बर 2022 को हुई थी।   सारिका ने बताया कि पृथ्‍वी का पड़ाेसी ग्रह मंगल सूर्यास्‍त के बाद पूर्वी आकाश में उदित होगा और मध्‍यरात्रि में आपके सिर के ठीक ऊपर पहुंच जाएगा। अगले दिन सुबह पश्चिम में अस्‍त होगा। अपोजीशन की यह खगाेलीय घटना इसलिये महत्‍वूपर्ण है, क्‍योंकि मंगल को सारी रात आकाश में देखा जा सकेगा। अपोजीशन की इस घटना में पृथ्‍वी के एक ओर मंगल होगा तो दूसरी ओर सूर्य होगा। ये तीनों खगोलीय पिंड एक सीध में होंगे। इस समय मंगल की पूरी डिस्‍क सूर्य के प्रकाश से चमक रही होगी, जिससे इसकी पूरी सतह देखी जा सकेगी।   सारिका ने बताया कि मार्स अपोजीशन की घटना लगभग 26 माह के अंतराल पर होती है। इससे पहले 2003 का मार्स अपोजीशन बहुत खास था, जिसमें मंगल 60000 साल बाद इतना निकट आया था और अब इतना नजदीक 2287 में आएगा। उन्होंने कहा कि मंगल दर्शन का यह अच्छा अवसर है। इसलिए इसे देखने से चूकिए मत, क्योंकि इसके बाद यह घठना दो साल बाद 19 फरवरी 2027 को होगी।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। जनवरी में तीसरी बार मावठा गिरने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत प्रदेश के आधे हिस्से में बारिश होने की संभावना है। बारिश के दौरान गरज-चमक की स्थिति भी बन सकती है। आज बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, श्योपुर समेत 34 जिलों में मौसम बदला रहेगा। कहीं-कहीं कोहरा तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है। वहीं, 17 जनवरी से तेज ठंड का दौर फिर शुरू हो जाएगा।मौसम विभाग के अनुसार, 15 और 16 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी का असर प्रदेश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्से में देखने को मिलेगा। सिस्टम जैसे ही गुजरेगा, प्रदेश में ठंड का असर फिर से बढ़ जाएगा। 18 जनवरी से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। इसके बाद बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी और पूरा प्रदेश ठिठुर जाएगा। इससे पहले मंगलवार को 203 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवा चली।आज बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, राजगढ़, आगर-मालवा, शाजापुर, सीहोर, हरदा, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच और मंदसौर में गरज-चमक की स्थिति भी बनेगी। वहीं, सतना, रीवा, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहेगा। 16 जनवरी को भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, रीवा, मऊगंज, छतरपुर, पन्ना, कटनी, दमोह, सागर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बैतूल, छिंदवाड़ा में हल्की बारिश हो सकती है। 17 जनवरी को इस दिन मौसम साफ रहने का अनुमान है। वहीं, ठंड का असर भी बना रहेगा।प्रदेश में मंगलवार की रात भोपाल समेत कई शहरों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। भोपाल में 5.4 डिग्री सेल्सियस, जबलपुर में 6.6 डिग्री, ग्वालियर में 8.4 डिग्री, उज्जैन में 8.5 डिग्री और इंदौर में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सबसे ठंडा सीहोर रहा। यहां तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस रहा। शाजापुर के पास गिरवर में 3.9 डिग्री, राजगढ़ में 4.6 डिग्री, पचमढ़ी में 4.7 डिग्री, नौगांव-कल्याणपुर में पारा 5 डिग्री रहा। अन्य शहरों में भी पारे में गिरावट देखने को मिली। सतना, मैहर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, राजगढ़, पन्ना, छतरपुर, ग्वालियर, रायसेन, दमोह, भोपाल, मंडला, उमरिया और पचमढ़ी में कोहरा भी रहा।

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इंदौर । राज्य शासन ने भोपाल स्थित समस्त शासकीय कार्यालयों और संस्थाओं में 3 स्थानीय अवकाश घोषित किए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश अनुसार भोपाल में मकर संक्रांति मंगलवार 14 जनवरी, रंग पंचमी बुधवार 19 मार्च और गणेश चतुर्थी बुधवार 27 अगस्त 2025 को स्थानीय अवकाश घोषित किया है। भोपाल गैस त्रासदी बरसीं दिवस बुधवार, 3 दिसंबर 2025 केवल भोपाल शहर के लिए घोषित किया है।वहीं, इंदौर जिले में भी मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर 14 जनवरी को स्थानीय अवकाश रहेगा। यह अवकाश इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा घोषित किया गया है। यह अवकाश बैंक और कोषालय में लागू नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा जारी वर्ष 2025 के लिए इंदौर जिले हेतु स्थानीय अवकाश घोषित किए गए हैं।इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार जिले में मकर संक्रांति के पर्व पर 14 जनवरी मंगलवार को, रंग पंचमी के अवसर पर 19 मार्च बुधवार को और दशहरे के दूसरे दिन 03 अक्टूबर शुक्रवार को स्थानीय अवकाश रहेगा। साथ ही अहिल्या उत्सव के अवसर पर 22 अगस्त शुक्रवार को आधे दिन का अवकाश घोषित किया गया है। उक्त सभी अवकाश बैंक और कोषालय में लागू नहीं होंगे।  

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इंदौर । मध्य प्रदेश सरकार के परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पंडित विष्णु राजोरिया ने ब्राह्मण समाज के नए जोड़ों से चार बच्चे पैदा करने का आग्रह किया है। उन्होंने इसके लिए उन्हें बतौर प्रोत्साहन एक लाख रुपये की राशि इनाम में देने का ऐलान भी किया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में विधर्मी लोगों की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है। वजह ये है कि हमने अपने परिवार पर ध्यान देना लगभग बंद कर दिया है। युवाओं से मेरी बड़ी उम्मीद है। जो युवा हैं वह ध्यान से कान खोलकर सुन लें कि आने वाली पीढ़ी की रक्षा आपके हाथों में है। परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पं. राजोरिया रविवार की रात इंदौर में आयोजित सनाढ्य ब्राह्मण सभा के परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज के युवा अच्छा पद-प्रतिष्ठा हासिल कर लेते हैं, लेकिन युवा दंपत्ति एक ही बच्चा चाहते हैं, यह हमारे लिए बहुत ही बड़ी समस्या है। आप सभी से आग्रह है कि कम से कम चार बच्चे पैदा करें। अब चार संतानें पैदा करने वाले ब्राह्मण समाज के युगलों को परशुराम बोर्ड ओर से एक लाख रुपये की राशि भेंट की जाएगी। राजोरिया ने यह भी कहा कि मैं परशुराम बोर्ड का अध्यक्ष रहूं या नहीं, कोई भी रहेगा, उसकी ओर से यह राशि दी जाएगी। पंडित राजोरिया ने कहा कि मैं युवाओं से पूछता हूं तो वे ये कहते है कि पढ़ाई में ज्यादा खर्च होता है, अरे खर्चा कम होगा, ज्यादा होगा। थोड़ा कम में गुजारा कर लेंगे, लेकिन बच्चे पैदा करने में पीछे नहीं रहना है, नहीं तो विधर्मी लोग इस देश पर कब्जा कर लेंगे। ब्राह्मणों की संख्या तो कम होती जा रही है। इतना बड़ा इंदौर शहर है, अगर सभी ब्राह्मण आ जाते तो एक लाख हो जाते, लेकिन यहां पर इस छोटी सी जगह को भी आपने भर दिया। ये आपकी बड़ी कृपा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मेरा यही विचार था कि ब्राह्मणों की संख्या कम हो रही है। युवाओं से आग्रह है कि आप संख्या बढ़ाएं। आने वाली संतानें इस देश में अपना नाम, अपना समाज, अपना गोत्र, अपना सूत्र सभी की रक्षा कर सकें। सनातन की रक्षा तभी होगी जब ब्राह्मणों की संख्या पर्याप्त होगी। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ युवा उनसे कहते हैं कि बच्चों को पढ़ाई कराना महंगा हो गया है। इस पर उनका कहना है कि किसी तरह बच्चों को पढ़ाओं, लेकिन कम बच्चे मत करो। ऐसा न करने पर दूसरे इस देश पर कब्जा कर लेंगे। राजोरिया ने धर्मांतरण का भी एक उदाहरण दिया और कहा कि जहां भी खोदा, बुलडोजर चला, वहां कोई न कोई मंदिर के अवशेष निकल आते हैं, क्योंकि ब्राह्मणों ने रक्षा करने का प्रयत्न किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को ये बातें मिर्ची की तरह लग रही होंगी, लेकिन ये तो आपको करना ही पड़ेगा। यह ज्वलंत विषय है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। मैं सभी जगह संदेश प्रसारित कर रहा हूं कि ब्राह्मणों की संख्या बढ़ाओ, क्योंकि लोकतंत्र में जन बल सबसे बड़ा बल है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी के बीच बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मकर संक्रांति के दिन मंगलवार को मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर-उज्जैन संभाग में बादल और बूंदाबांदी होने के आसार हैं। जबकि 15 जनवरी को आधे एमपी में बादल और बूंदाबांदी होने का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर भी इसमें शामिल हैं। आज सोमवार सुबह ग्वालियर-चंबल में कोहरा छाया रहा। वहीं, राजधानी भोपाल में भी सुबह से कोहरा छाया है, कहीं-कहीं बारिश की फुहारें भी गिर रही हैं।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी होने से मौसम का मिजाज बदला रहेगा। इससे पहले 2 दिन से प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है। रविवार को बैतूल, दमोह, रीवा, सतना और उमरिया में बारिश हुई। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई जिलों में बादल छाए रहे। आज सोमवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरेना, भिंड और दतिया में कोहरा रहेगा। जबकि 14 जनवरी को इंदौर, उज्जैन, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर में बादल रहेंगे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। 15 जनवरी को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर समेत 33 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। 16 जनवरी को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी और अशोकनगर में बादल और बूंदाबांदी के आसार है।रविवार को कुछ जगहों पर सर्द हवा चलने से ठंड का असर देखने को मिला। वहीं, तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। भोपाल में 5.2 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 21.8 डिग्री पर आ गया। बैतूल में बूंदाबांदी होने के बाद तापमान 23.2 डिग्री पर आ गया। गुना में एक ही दिन में 7.6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। यहां पर अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्वालियर में पारा 20 डिग्री रहा। इंदौर में तापमान 22.4 डिग्री, उज्जैन में 22.5 डिग्री और जबलपुर में 20.5 डिग्री रहा। प्रदेश में उमरिया सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 18 डिग्री पहुंच गया। सतना-गुना में 18.2 डिग्री, दमोह में 18.6 डिग्री, पचमढ़ी में 18.8 डिग्री, खजुराहो में 19.6 डिग्री, सिवनी में 19.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 20 डिग्री, शिवपुरी में 21 डिग्री, नौगांव में 21.6 डिग्री, नरसिंहपुर में 22 डिग्री, रायसेन में 22.4 डिग्री, नर्मदापुरम में 23.3 डिग्री, सागर में 23.6 डिग्री और धार में 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दुनिया की सबसे बड़ी थ्री-डी रंगोली बनाई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को युवा दिवस के उपलक्ष्य में स्वामी विवेकानंद पर बनी इस थ्री-डी रंगोली का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान स्वयं रंगोली में रंग भरे। यह थ्री-डी रंगोली भोपाल के शौर्य स्मारक में 18 हजार स्क्वेयर फीट में बनाई गई है। इसमें स्वामी विवेकानंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की तस्वीरें उकेरी गई हैं। इस रंगोली में संवाद, सामर्थ्य और समृद्धि का संदेश दिया गया। विश्व की सबसे बड़ी यह थ्री-डी रंगोली गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गई है।   रंगोली के अनावरण अवसर पर मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मध्य प्रदेश ने इतिहास रचा है। प्रदेश की बेटी शिखा शर्मा द्वारा बनाई गई अद्भुत कौशल और अतुलनीय कला से समृद्ध यह रंगोली भारतीय संस्कृति एवं सृजनात्मकता का जीवंत प्रतीक है, जो प्रदेश के प्रत्येक युवा को मध्य प्रदेश का नाम गर्व से ऊंचा करने की निरंतर प्रेरणा देता रहेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री यादव शौर्य स्मारक में माँ भारती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर बेटी शिखा शर्मा द्वारा स्वामी विवेकानंद पर आधारित 18,000 स्क्वायर फीट में बनी विश्व की सबसे बड़ी थ्री-डी रंगोली का अवलोकन किया। साथ ही रंगोली का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने पर बेटी शिखा एवं उनकी टीम के अन्य कलाकारों को बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकमनाएं दीं। इस अवसर पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, विधायक भगवान दास सबनानी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।   स्वामी विवेकानंद की इस थ्री-डी रंगोली को बनाने में 48 घंटे से अधिक का समय लगा है। रंगोली को इंदौर की जानी-मानी कलाकार शिखा शर्मा जोशी और उनकी टीम ने तैयार की है। शिखा शर्मा देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की ब्रांड एंबेसेडर भी हैं। उन्होंने इस रंगोली में स्वामी विवेकानंद, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री यादव की तस्वीरें भी उकेरी हैं। इसमें संवाद, सामर्थ्य और समृद्धि का संदेश दिया गया है। इस रंगोली का आकार 225 फुट X80 फुट है। इस रंगोली को बनाने के लिए चार हजार किलो रंगों का इस्तेमाल हुआ है। शिखा ने अपनी रंगोली कला से न सिर्फ मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। शिखा दसवीं क्लास से बच्चों को कला सिखा रही हैं। वे विश्व के करीब 70 हजार बच्चों को कला सिखा चुकी हैं। उन्हें रंगोली क्वीन के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कई अवॉर्ड भी जीते हैं।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। इस बीच वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिया के रतनगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और गुना में हल्की बारिश और आंधी की स्थिति बनी हुई है। राजधानी भोपाल में भी सुबह से बादल छाए हुए हैं, जबकि कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई। वहीं, आज रविवार को जबलपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़ समेत 14 जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह बारिश का अलर्ट है। इस दौरान दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, लेकिन सिस्टम के आगे जाने के बाद ठंड का असर बढ़ जाएगा। अगले 2 दिन बाद फिर से पारा लुढ़क जाएगा। शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहे। आज रविवार को जबलपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, कटनी, डिंडौरी, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में गरज-चमक और बूंदाबांदी हो सकती है। 13 जनवरी को इस दिन मौसम खुला रहेगा। कहीं भी बारिश होने का अनुमान नहीं है। 14 जनवरी को भोपाल, राजगढ़, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, श्योपुर, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया और शिवपुरी में बादल रहेंगे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।शनिवार को दिन के तापमान की बात करें तो ग्वालियर में अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री, पचमढ़ी में 22.7 डिग्री, रायसेन में 24.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 23 डिग्री, रीवा में 24 डिग्री, नौगांव में 24.8 डिग्री, सतना में 25 डिग्री, सीधी में 24.2 डिग्री, मलाजखंड में 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, उमरिया, सिवनी, जबलपुर, दमोह, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, उज्जैन में तापमान 27 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। शनिवार रात में शहडोल के कल्याणपुर में 4.5 डिग्री, रीवा में 5 डिग्री, मंडला में 5.4 डिग्री और अमरकंटक में पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों में जबलपुर में सबसे कम 7.5 डिग्री, भोपाल में 8.5 डिग्री, ग्वालियर में 9.5 डिग्री, उज्जैन में 11.8 डिग्री और इंदौर में पारा 14.2 डिग्री रहा।

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उज्जैन । मध्य प्रदेश की धर्मनगरी उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर के विस्तार के लिए शनिवार को निजामुद्दीन कॉलोनी के 257 मकानों को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की टीम मकानों को हटाने का काम में जुटी है। जेसीबी के माध्यम से दोपहर तक 50 मकान और धर्मस्थल तोड़े जा चुके हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। दरअसल, उज्जैन में महाकाल लोक के विस्तार के लिए करीब सवा दो हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इसके लिए निजामुद्दीन कॉलोनी के 257 मकानों को हटाया जाना है। यहां रहने वालों को 32 करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया गया है। इस दौरान 66 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की योजना है। इसके लिए प्रशासन ने मकान मालिकों को पहले ही नोटिस दे दिए थे। शुक्रवार रात मुनादी करवाई और लोगों को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया था। शनिवार सुबह प्रशासन ने मकानों से सामान हटवाकर उन्हें पूरी तरह खाली करवा लिया। इस दौरान पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा। खबर लिखे जाने तक सभी 257 मकानों को खाली करा लिया गया है और इन पर बुलडोजर चलाकर करीब 50 मकानों को गिराया जा रहा है। इनमें एक मस्जिद भी शामिल है। एडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि कार्रवाई कानूनी दायरे में रहकर की गई है। सभी आदेश पहले ही जारी हो चुके थे। जिन मकानों पर कोर्ट का स्टे था, उन्हें छोड़ दिया गया, बाकी को हटाया जा रहा है। इस जमीन पर भविष्य में पार्किंग और अन्य निर्माण कार्य किए जाएंगे। एडीएम के मुताबिक कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने लोगों से बातचीत की, जिससे अब तक किसी तरह विवाद के हालात नहीं बने। लोग स्वेच्छा से अपने मकान खाली कर रहे हैं।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश में लोगों को कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। इससे रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम वैज्ञानिकाें के अनुसार हवाओं के साथ नमी आने के कारण आज शनिवार को प्रदेश में आंशिक बादल छा सकते हैं। साथ ही ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश और ओले भी गिरने की संभावना है। हालांकि अगले 48 घंटों में शीतलहर चलने से ठंड में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह ओले-बारिश का अलर्ट है। इस दौरान दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, लेकिन सिस्टम के आगे जाने के बाद ठंड का असर बढ़ जाएगा। 11 और 12 जनवरी को ग्वालियर-जबलपुर समेत 34 जिलों में बारिश होने का अलर्ट है। वहीं, नर्मदापुरम, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, हरदा, बैतूल और बुरहानपुर में शनिवार को ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, 13 जनवरी से तेज सर्दी का तीसरा दौर फिर से आएगा। इस महीने 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलेगी। वहीं, 12 जनवरी को जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल में बारिश हो सकती है। 13 जनवरी को इस दिन मौसम साफ रहेगा।प्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार दिन के तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई है। भोपाल में 25.8 डिग्री, इंदौर में 27.2 डिग्री, ग्वालियर में 21.5 डिग्री, उज्जैन में 28 डिग्री और जबलपुर में पारा 24.8 डिग्री रहा। बैतूल, धार, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, रतलाम, मंडला, सिवनी, उमरिया में पारा 26 डिग्री या इससे अधिक रहा। वहीं, सीधी में पारा 22 डिग्री से कम रहा। शुक्रवार की रात में भी कुछ शहरों में तापमान में बढ़ोतरी हुई, लेकिन पचमढ़ी, कल्याणपुर, मंडला, अमरकंटक, उमरिया, राजगढ़, रीवा, छतरपुर, छिंदवाड़ा, मलाजखंड, रायसेन, टीकमगढ़, नौगांव, सीधी, सतना, रतलाम, दमोह, धार, सिवनी, बैतूल, नरसिंहपुर और गुना में पारा 10 डिग्री से कम ही रहा। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 2.3 डिग्री दर्ज किया गया। कल्याणपुर में 2.8 डिग्री, मंडला में 3.5 डिग्री, अमरकंटक में 4.8 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 7 डिग्री, इंदौर में 9.8 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 9.5 डिग्री और जबलपुर में 6.2 डिग्री दर्ज किया गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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जबलपुर/भोपाल । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने जबलपुर सहित प्रदेश के पुलिस थाना परिसरों में हनुमान मंदिर के निर्माण को चुनौती देने वाली जनहित याचिका को निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही प्रदेश के थाना परिसरों में मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैथ की अध्यक्षता वाली युगलपीठ ने साफ किया कि पूर्व की एक जनहित याचिका के आदेश का पालन न होने के विरुद्ध विचाराधीन अवमानना याचिका के साथ इस बिंदु को शामिल कर विरोध किया जा सकता है। पृथक से सुनवाई की आवश्यकता नहीं है। दरअसल, जबलपुर निवासी अधिवक्ता ओपी यादव ने यह याचिका दायर करते हुए आरोप लगाया था कि पुलिस अधिकारी उच्चतम न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर थानों में अवैध धार्मिक स्थल बना रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैथ और न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने गुरुवार को मामले की सुनवाई करते हुए उक्त याचिका को खारिज कर दिया। इससे पहले कोर्ट ने मामले पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार से जवाब मांगा था। कोर्ट ने 2009 में इसी विषय पर पहले ही आदेश जारी किया था कि सार्वजनिक संपत्ति पर किसी प्रकार का धार्मिक स्थल नहीं बनाया जा सकता। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से इन धार्मिक स्थलों को हटाने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज करते हुए कहा कि एक ही मुद्दे पर पुनः याचिका क्यों लगाई गई। मामले पर हाईकोर्ट में 4 नवंबर, 19 नवंबर और 16 दिसंबर को भी सुनवाई हुई थी। इस याचिका पर बार काउंसिल के अधिवक्ता दिनेश अग्रवाल ने भी हस्तक्षेप किया और बताया कि वर्तमान में थानों से मंदिर हटाने वाली याचिका में जो वकील है, वह 2009 की याचिका में याचिकाकर्ता थे, उसी को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है। ऐसी स्थिति में अब याचिकाकर्ता चाहे तो कानूनी उपचार का उपयोग करना चाहे तो कर सकता है। फिलहाल अब मंदिर में बने थाने यथावत रहेंगे। अधिवक्ता ओपी यादव ने जबलपुर शहर के सिविल लाइन, लार्डगंज, मदन महल और विजय नगर थानों में बने मंदिरों की तस्वीरें हाई कोर्ट में पेश की थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर अपनी मर्जी से मंदिर बना रहे हैं, जो अवैध हैं और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के खिलाफ हैं। करीब डेढ़ माह पहले याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट केने प्रदेश के मुख्य सचिव (सीएस) अनुराग जैन और डीजीपी कैलाश मकवाना को नोटिस देकर जवाब मांगा था। नोटिस गृह विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग को भी दिए गए थे।

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जबलपुर । शहर में पाटन रोड स्थित भाटिया पेट्रोल पंप के सामने गुरुवार काे एक बस में आग लग गयी, जिससे वहाँ भगदड़ की स्थिति हो गयी। बताया जा रहा है कि एक चलती बस से अचानक धुआं निकलने लगा, देखते ही बस में आग लग गई, सूझ-बूझ के चलते बस से निकल रहे धुआं पर काबू पाया गया तथा यात्रियों को तत्काल बस से उतारा गया।   जानकारी के अनुसार शिवशक्ति ट्रेवल्स की बस तारादेही तेंदुखेड़ा से जबलपुर आ रही थी, बस जैसे ही भाटिया पेट्रोल पंप के पास पहुंची तो इंजन से अचानक धुआं उठने लगा। इसके बाद देखते ही देखते धुआं ने विकराल रूप ले लिया, जिसके बाद बस में बैठे यात्रियों के बीच चीख-पुकार शुरू हो गई। बस चालक ने तुरंत सभी यात्रियाें काे सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद समय रहते बस के कर्मचारी और क्षेत्रीय लोगों ने आग पर काबू पा लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया है।

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में सर्दी का सितम जारी है। कड़ाके की ठंड के दूसरे दौर से पूरा प्रदेश कांप रहा है। बफीर्ली हवाओं के कारण सर्दी तेज हो गई है। तापमन में भी गिरावट आयी है। पचमढ़ी में तापमान रिकॉर्ड 0.2 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं, भोपाल में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा है। मंगलवार-बुधवार की रात यहां तापमान 3.6 डिग्री रहा। ऐसा ही मौसम गुरुवार को भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के 9 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। वहीं, आज सुबह करीब 20 जिलों में कोहरा छाया है।मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फ पिघल रही है। जिससे हवा की रफ्तार भी तेज हो गई है। बुधवार को जेट स्ट्रीम हवाओं की रफ्तार 268 किमी प्रतिघंटा रही। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है। जनवरी के पहले सप्ताह में भी कड़ाके की ठंड पड़ी थी। अब दूसरा दौर शुरू हुआ है। जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। आज गुरुवार को नीमच, मंदसौर, निवाड़ी, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में कोल्ड डे रहेगा। वहीं, ग्वालियर, मुरैना, भिंड समेत 17 जिलों में कोहरा छाया रहेगा।प्रदेश में कुछ जिलों में बारिश के भी आसार है। 10 जनवरी को गुना, अशोकनगर और श्योपुर में बूंदाबांदी हो सकती है। 11 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज में कहीं-कहीं बारिश होने का अनुमान है। 12 जनवरी को दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और डिंडौरी में बारिश होने के आसार है।तापमान की बात करें तो मंगलवार-बुधवार की रात भोपाल में 3.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पिछले 10 साल में यह जनवरी का सबसे कम तापमान है। इंदौर-ग्वालियर में 6-6 डिग्री, उज्जैन में 6 डिग्री और जबलपुर में तापमान 7 डिग्री रहा। प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा जिला राजगढ़ रहा। यहां तापमान 1.6 डिग्री रहा। मंडला, रायसेन, गुना, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, धार, रतलाम में तापमान 6 डिग्री के नीचे ही रहा। सुबह प्रदेश के कई शहरों में मध्यम से घना कोहरा दर्ज किया गया। ग्वालियर-चंबल में दिनभर शीतलहर चली।वहीं, दिन के तापमान में भी गिरावट आई है। दिन में रीवा सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 19.5 डिग्री दर्ज किया गया। सीधी में 19.8 डिग्री, मलाजखंड में 20 डिग्री, जबलपुर में 21.2 डिग्री, रायसेन-उमरिया में 21.4 डिग्री, दमोह में 21.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 21.8 डिग्री, पचमढ़ी, नौगांव-शिवपुरी में 22 डिग्री, खजुराहो में 22.2 डिग्री, भोपाल-नरसिंहपुर में 22.4 डिग्री, गुना में 23 डिग्री, बैतूल-धार में 23.2 डिग्री, ग्वालियर में 23.3 डिग्री, सागर में 23.7 डिग्री और इंदौर-उज्जैन में 24.5 डिग्री दर्ज किया गया।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । उज्जैन में अब तपोभूमि और महाकाल महालोक थाना,ऐसे दो थाना और खोले जाएंगे। ऐसा होने से महाकाल थाना पर दबाव कम होगा वहीं इंदौर मार्ग पर तेजी से बढ़ती कालोनियों एवं होटल्स/मांगलिक परिसरों/शैक्षणिक संस्थानों की कानून व्यवस्था का दबाव नानाखेड़ा थाना पर कम होगा। इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाएं भी बहुत अधिक हो रही है। सिक्स लेन बनने के बाद पुलिस का काम ओर बढ़ जाएगा।यह निर्णय मंगलवार को भोपाल में प्रदेश के मंत्री-मण्डलीय समिति की बैठक में लिया गया। शहर में इससे पूर्व शिवराजसिंह सरकार द्वारा चार नए थाने खोले गए थे,जिनमें पंवासा,चिंतामण,नागझिरी,नानाखेड़ा शामिल हैं। पंवासा थाना खुलने से चिमनगंज मण्डी थाना का कामकाज हल्का हुआ था वहीं चिंतामण थाना खुलने से महाकाल/नीलगंगा थाने का बोझ कम हुआ। इधर नानाखेड़ा थाना खुलने से माधवनगर थाने का कामकाज कम हुआ क्योंकि यह शुरूआत से ही वीआयपी ड्यूटी वाला थाना कहलाता है। अभी तक जिले में कुल 32 थाने थे, अब 34 हो जाएंगे।   इस संबंध में एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि यह प्रस्ताव लंबित थे,जो अब स्वीकृत हो जाने से कानून व्यवस्था और अधिक पुख्ता होगी। दोनों थानों के लिए कुल 150 पद स्वीकृत किए गए हैं,जिसमें सभी केडर शामिल हैं। दो थाना प्रभारी, 16 उप निरीक्षक, 20 सहायक उप निरीक्षक,28 प्रधान आरक्षक एवं 84 आरक्षक। इनमें 6 वाहन चालक शामिल हैं। महाकाल महालोक थाने का मुख्य कामकाज मंदिर में दर्शन व्यवस्था,रोजाना आनेवाले करीब एक लाख श्रद्धालुओं के लिए कानून व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था संभालना,क्षेत्र की होटल्स से लेकर होनेवाली आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखना ही मुख्य रहेगा। हालांकि इस थाने का काम रोजाना की कानून व्यवस्था बनाने के लिए पसीने निकालने जैसा रहेगा। तपोभूमि थाने पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने,यातायात व्यवस्था और होटल्स में होनेवाली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रहेगा ही,समीपस्थ गांव भी इससे जुड़ेंगे,जहां नई टाउनशिप आ रही है।  

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भोपाल । राजधानी भाेपाल में मंत्रालय की बिल्डिंग नंबर दाे के बाहर बुधवार को हड़कंप मच गया। यहां तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के सचिव रघुराज एमआर की कार में सांप दिखाई दिया। सरकारी कार में सांप घुसने की जानकारी मिलने के बाद मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने आनन-फानन में एसडीआरएफ की टीम को सूचना दी। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद सांप को कार से निकाला।   दरअसल, राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजभवन में विश्वविद्यालयों के कुलगुरु की बैठक बुलाई थी। इसमें शामिल होने के बाद सचिव रघुराज मंत्रालय पहुंचे थे। उनके ड्राइवर ने गाड़ी नंबर एम पी 02-जेड ए 0939 को पार्किंग में ले जाने के पहले मंत्रालय के गेट नंबर 9 के सामने खड़ा कर दिया था। इसी दौरान एक जहरीला सांप बोनट में घुस गया और करीब 4 घंटे तक गाड़ी में ही मौजूद रहा। कार में सांप घुसने की सूचना के बाद रघुराज एमआर लंच के लिए दूसरी गाड़ी से गए। इसी बीच सुरक्षा कर्मियों द्वारा एसडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद जहरीले सांप को अपने काबू पर किया। इस दाैरान कार में सांप घुसने की घटना के बाद यहां लोग घंटों तक दहशत में रहे।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं से मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। प्रदेश के कई इलाकों में अगले 48 घंटों में ठिठुरन बढ़ेगी। आज बुधधार काे 29 जिलों में घना कोहरा छाया रहेगा। बर्फीली हवाओं की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट हुई है। मौसम विभाग ने सतना-रीवा समेत 11 जिलों में कोल्ड डे की संभावना जताई है। वहीं 12 जनवरी से कुछ जिलों में हल्की बारिश भी होने के आसार है।मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 3 दिन तक कड़ाके की ठंड पड़ेगी। वहीं, 10 जनवरी से बादल और बूंदाबांदी वाला मौसम रहेगा। 12 जनवरी को कई शहरों में हल्की बारिश होने का अनुमान है। उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी के बाद सर्द हवा की रफ्तार बढ़ गई है। मंगलवार को 12.5 किमी की ऊंचाई पर 250 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बही, जिसका असर पूरे प्रदेश में देखने को मिला। 8, 9 और 10 जनवरी को भी सर्द हवाओं का असर रहेगा।आज बुधवार को प्रदेश के आधे हिस्से में कोहरे का असर रहेगा। वहीं, ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग के जिलों में शीतलहर चलेगी। 9 जनवरी को मौसम साफ रहेगा, लेकिन ठंड का असर बना रहेगा। 10 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कहीं-कहीं हल्की बारिश का अनुमान हैं। 11 जनवरी को ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, सतना और रीवा में भी बारिश होने की संभावना हैं।इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के कई शहरों में दिन के पारे में खासी गिरावट हुई। राजधानी भोपाल में पारा 21.4 डिग्री रहा। एक ही दिन में पारा 6.4 डिग्री लुढ़क गया। ग्वालियर में तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा। पचमढ़ी में 19.9 डिग्री, धार में 21.6 डिग्री, गुना में 21.3 डिग्री, इंदौर में 22.1 डिग्री, रायसेन में 23.2 डिग्री, रतलाम में 22.5 डिग्री, उज्जैन में 22.5 डिग्री, जबलपुर में 21.4 डिग्री, खजुराहो में 20.2 डिग्री, नौगांव में 19.8 डिग्री, रीवा में 18 डिग्री, सतना में 19.5 डिग्री, सीधी में 19.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 20 डिग्री, मलाजखंड में 22.2 डिग्री, सिवनी में 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।वहीं, सोमवार-मंगलवार की रात में प्रदेश के सभी शहरों में पारे में गिरावट हुई है। सबसे ठंडा इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी रहा। यहां रात का तापमान 7 डिग्री पहुंच गया। गुना-रतलाम में 7.4 डिग्री, नौगांव-टीकमगढ़ में 7.5 डिग्री, राजगढ़ में 7.6 डिग्री, धार-मंडला में 8.7 डिग्री, सागर में 8.9 डिग्री और रायसेन में 9.6 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 9 डिग्री, इंदौर में 9.3 डिग्री, ग्वालियर में 9.7 डिग्री, उज्जैन में 9.8 डिग्री और जबलपुर में 9.4 डिग्री टेम्परेचर दर्ज किया गया।  

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भोपाल । जाने-माने थिएटर अभिनेता आलोक चटर्जी का 64 साल की उम्र में निधन हो गया। साथी रंगकर्मी बालेंद्र बालू ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वह कई बीमारियों से जूझ रहे थे। किडनी पैंक्रियाज में भी समस्याएं थीं। उन्हें बंसल हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। उनके शरीर में इन्फेक्शन फैल गया था। इसके चलते उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। सोमवार देर रात उन्होंने उपचार के दौरान अंतिम सांस ली। रंगगर्मी आलोक चटर्जी मध्य प्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा (एमपीएसडी) के पूर्व निदेशक भी थे। अभिनेता ओम पुरी के बाद एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा) के दूसरे गोल्ड मेडलिस्ट रहे। हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार रहे इरफान खान से भी आलोक चटर्जी की गहरी दोस्ती थी। दोनों ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में साल 1984 से लेकर 1987 तक एक साथ पढ़ाई की। दोनों ने तीन साल तक नाटकों में लीड रोल भी निभाए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया था। चार दिन बाद (11 जनवरी) उनका जन्मदिन आने वाला था। भोपाल के रंगकर्मी बालेंद्र सिंह ने बताया कि इरफान खान जब भोपाल में जहांनुमा होटल में एक निजी कार्यक्रम में आए। तब आलोक भाई सिगरेट पी रहे थे और इरफान खान साहब बीड़ी। दोनों ने एनएसडी के दिनों के खूब किस्से सुनाए थे। इरफान खान ने वहां ये बात कही कि मैं बहुत आलसी था। आलोक चटर्जी को देखकर मैने रियलिस्टिक एक्टिंग को जाना। मेरी प्रेम कहानी और शादी कराने में भी आलोक भाई शामिल रहे। मेरा लव लेटर आलोक लिखते थे और मेरा प्रेम का प्रस्ताव लेकर सुतापा जो अब मेरी पत्नी है उसके पास आलोक ही गए थे। मध्य प्रदेश के दमोह में जन्मे आलोक चटर्जी 8वीं कक्षा पास कर जबलपुर चले गए थे। इसके बाद वे भोपाल में बस गए। बाद में उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से ड्रामा में डिग्री हासिल की। आलोक चटर्जी एनएसडी से बेस्ट एक्टिंग के लिए गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले दूसरे शख्स थे। उनसे पहले दिग्गज फिल्म स्टार ओम पुरी को नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से गोल्ड मेडल मिला था। अपने अंतिम समय में अपने गृहनगर भोपाल में थिएटर कर रहे आलोक चटर्जी को 2019 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड से सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से दुख जताते हुए कहा कि अपनी नाट्य प्रतिभा से भोपाल रंगमंच की प्रतिष्ठा को नव शिखर पर प्रतिष्ठित करने वाले अभिनेता और निर्देशक मप्र नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक आलोक चटर्जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। उनकी नाट्य प्रस्तुतियां व अभिनय रंगमंच के कलाकारों तथा नाट्य जगत के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेंगी। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि देश के प्रख्यात रंगकर्मी आलोक चटर्जी का भोपाल में निधन होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। चटर्जी ने अपने अभिनय और निर्देशन से रंगमंच को नई ऊंचाइयां प्रदान कीं। उनका निधन भारतीय रंगमंच के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि मेरा मित्र, महाविद्यालयीन काल में सफल छात्र नेता, अभिनय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा बनाने वाला आलोक चटर्जी जल्दी चला गया। शायद भगवान ने इतनी ही उम्र तय की होगी, ऐसा विश्वास करके मैं उसके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भाेपाल । मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में डेढ़ माह का समय शेष है। एमपी बोर्ड परीक्षा ने पैटर्न बदल दिया है। अब 10वीं के प्रत्येक विषय का पेपर 75 अंक और 12वीं के विषयों का 80 अंक का पेपर होगा। माशिमं ने प्रश्नों का पैटर्न वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसमें अंक योजना के साथ-साथ हर प्रश्न के पैटर्न की जानकारी दी गई है।     इसमें 10वीं के प्रत्येक विषय का पेपर 75 अंक और आंतरिक मूल्यांकन 25 अंक का होगा। वहीं, 12वीं का नॉन प्रैक्टिकल विषयों का 80 अंक और आंतरिक मूल्यांकन 20 अंक का होगा। वहीं, प्रायोगिक विषयों का पेपर 70 अंक का होगा और 30 अंक का प्रैक्टिकल होग। माशिमं ने एक सूचना पत्र जारी कि है। जिसमें लिखा है “हाईस्कूल, हायर सेकेंडरी परीक्षा वर्ष 2024-25 के लिए परीक्षा पैटर्न के आधार पर प्रश्न पत्रों के पैटर्न की जानकारी के लिए मुख्य विषयों के अभ्यास के लिए सैंपल पेपर मंडल की वेबसाइट पर अवपलोड किए गए हैं।” इसमें अंक योजना के साथ-साथ हर प्रश्न के पैटर्न की जानकारी दी गई है।   दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के बदले होंगे 2 अंकों के प्रश्न 10वीं-12वीं दोनों कक्षाओं के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के बदले 2 अंकों की लघु उत्तरीय प्रश्नों की संख्या अधिक होगी। वस्तुनिष्ट प्रश्न 30 अंक के होंगे। 10वीं व 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं 16 जनवरी से आयोजित होंगी। प्री-बोर्ड एग्जाम के दिन भी कक्षाएं लगाकर सवाल हल कराए जाएंगे। राजधानी के कई स्कूलों में रविवार और त्योहार के दिन भी एक्सट्रा क्लास लगाईं जा रही हैं। सीएम राइज स्कूलों में कमजोर विद्यार्थियों को चयनित कर उनकी जिम्मेदारी शिक्षकों को अलग से दी गई है। सभी स्कूलों में वार्डन शिक्षक को पांच विद्यार्थियों की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों कक्षाओं में कमजोर विद्यार्थियों को चयनित किया गया है, उनकी विशेष तैयारी कराई जा रही है।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में सर्दी का दौर जारी है। कुछ जगहों में कोहरा भी छाया है। इस बीच आज मंगलवार से प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दूसरा दौर शुरू होगा। मौसम विभाग के मुताबिक आज से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। शीतलहर भी चल सकती है। वहीं, 2 दिन तक ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग में घना कोहरा रहेगा। 12 जनवरी से कुछ जिलों में हल्की बारिश होने की भी संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं मध्य प्रदेश में आ रही हैं। सोमवार को 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 204 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चलती रहीं। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी, जिससे हवा की रफ्तार तेज होगी और प्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा। उत्तरी हवा का असर तेज होने से दिन-रात के तापमान में गिरावट आएगी। उत्तर-पश्चिम भारत में 10 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होगा। इसके असर से 12 जनवरी से बूंदाबांदी हो सकती है। जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का भी अनुमान है।आज मंगलवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, नीमच, मंदसौर, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, सीधी और सिंगरौली में मध्यम से घना कोहरा छाया रहेगा। 8 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, सीधी और सिंगरौली में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। 9 जनवरी को प्रदेश में कोहरा छाने का अनुमान नहीं है। ठंड का असर बढ़ा रहेगा।तापमान की बात करें तो प्रदेश में सबसे ठंडा छतरपुर जिले का नौगांव है। रविवार-सोमवार की रात नौगांव में पारा 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंडला में 8.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 9 डिग्री, गुना, मलाजखंड, शिवपुरी में 9.3 डिग्री, राजगढ़ में 9.4 डिग्री तापमान रहा। पचमढ़ी, खजुराहो, रायसेन, दमोह, सागर, रीवा, सतना और उमरिया में पारा 12 डिग्री से नीचे रहा। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे कम 9.7 डिग्री, जबलपुर-उज्जैन में 12 डिग्री, भोपाल में 10 डिग्री और इंदौर में पारा 13.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

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जबलपुर/भोपाल । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्टरी के जहरीले कचरे के निस्तारण के लिए प्रदेश शासन को छह सप्ताह का समय दिया है। यह व्यवस्था सरकार की ओर से की गई मांग को स्वीकार करते हुए दी गई। इसी के साथ मामले की अगली सुनवाई 18 फरवरी को निर्धारित कर दी गई।   दरअसल, यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा पीथमपुर में जलाने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सोमवार को उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगल पीठ के सामने सरकार ने कहा कि मिस लीडिंग करने से यह स्थिति बनी और हालात बिगड़े हैं। अदालत में प्रदेश सरकार की ओर से महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने कहा कि 03 दिसंबर को हाई कोर्ट ने यूनियन कार्बाइड फैक्टरी से जहरीले कचरे को हटाने के लिए चार हफ्ते की समय-सीमा तय की थी। सरकार को चेतावनी भी दी थी कि अगर निर्देश का पालन नहीं किया गया तो अवमानना की कार्यवाही की जाएगी। इसलिए हमें छह सप्ताह का समय दिया जाए। इस तर्क को स्वीकार करते हुए उच्च न्यायालय ने सुनवाई की अगली तारीख 18 फरवरी दी है।   सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से शपथ पत्र प्रस्तुत कर पूर्व आदेश का पालन सुनिश्चित किए जाने की जानकारी दी गई। बताया गया कि उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में एक जनवरी, 2025 को ग्रीन कॉरीडोर बनाकर कचरा भोपाल से पीथमपुर भेजा जा चुका है। इस प्रक्रिया में फायर ब्रिगेड, डाक्टरों व विशेषज्ञों की टीम सहित अन्य सभी सुरक्षा के सभी मानदंडों का पूर्ण पालन किया गया था। मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने राज्य सरकार के शपथपत्र को अभिलेख पर ले लिया। साथ ही राज्य शासन को निर्देश दे दिया कि वह सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए तीन दिसंबर को पारित आदेश के पूर्ण पालन की दिशा में गंभीरता बरतते हुए आगे की प्रक्रिया को गति दें।   सुनवाई के दौरान राज्य शासन की ओर से महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने भोपाल से पीथमपुर तक परिवहन करके लाए गए कचरा कंटेनरों को निरस्तारित करने की अनुमति दिए जाने का निवेदन किया। इस पर उच्च न्यायालय ने कहा कि जब कचरे का भोपाल से पीथमपुर तक सुरक्षित तरीके से कंटेनरों में परिवहन हो ही गया है तो फिर उसके पीथमपुर में वैज्ञानिक प्रविधि से निस्तारण के लिए अलग से अनुमति की कोई आवश्यकता नहीं है। सरकार छह सप्ताह की मोहलत का सदुपयोग करे और आगामी सुनवाई तिथि 18 फरवरी को पालन प्रतिवेदन कोर्ट के पटल पर रखें।   महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने दलील दी कि मीडिया की कचरा निस्तारण से एक और त्रासदी न हो जाए जैसी फेंक रिपोर्ट के कारण पीथमपुर में जनाक्रोश भड़का है, जिसके कारण प्रदर्शन प्रारंभ हो गए। यहां तक कि पुलिस पर पथराव तक हो गया। इसीलिए पीथमपुर की स्थानीय जनता का विश्वास जीतने समय अपेक्षित है। अदालत ने इसी आधार पर छह सप्ताह का समय दे दिया। इसके साथ ही उक्त जानकारी को गंभीरता से लेकर मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने मीडिया को हिदायत दे दी कि वह फेक न्यूज के जरिए गलत संदेश प्रचारित न करें। प्रिंट व इलेक्ट्रानिक के अलावा समानांतर वैकल्पिक मीडिया इस बात का ध्यान रखें।   दरअसल, जनहित याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता नमन नागरथ ने कहा कि 40 वर्ष पूर्व भोपाल गैस त्रासदी हुई थी, जिसका कचरा अब तक निस्तारित नहीं हुआ है। हाई कोर्ट तीन दिसंबर को स्पष्ट आदेश पारित कर चुका है, जिसका सरकार को हर हाल में पालन सुनिश्चित करना चाहिए। इस पर महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने साफ किया कि हमने कोर्ट के पूर्व आदेश के एक भाग का पाल करते हुए सुरक्षित तरीके से कंटेरनरों में कचरा परिवहन कर दिया है। हाई कोर्ट की इंदौर बेंच में दायर हुई एमजीएम एलुमिनाई एसोसिएशन, इंदौर की याचिका भी हाई कोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर में स्थानांतरित कर मूल संज्ञान आधारित जनहित याचिकाकर्ता के साथ संलग्न कर सुनवाई में ली गई। याचिकाकर्ता इंदौर के डॉक्टरों की ओर से इंदौर निवासी अधिवक्ता अभिनव धनोदकर ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि यूनियन कार्बाइड परिसर, भोपाल के जहरीले लेड, मरकरी आदि घातक रसायनयुक्त कचरे को पीथमपुर लाने का निर्णय क्षेत्रीय नागरिकों को विश्वास में लिए बिना किया गया है।   दरअसल, पीथमपुर और इंदौर की दूरी महज 30 किलोमीटर है, ऐसे में यह निर्णय दोनों शहरों के समीपस्थ लगभग दो हजार निवासियों के स्वास्थ्य के लिए खतरे का सबब बन गया है। इसिलए यह कचरा वापस भोपाल ले जाने का आदेश पारित किया जाए। इस पर हाई कोर्ट ने सरकार को निर्देश दे दिया कि कचरा निरस्तारण से पूर्व संबंधित पक्ष के साथ संयुक्त बैठक कर उसके आवेदन पर गंभीरता से विचार कर निराकरण करें।

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में अगले 48 घंटे में यानि मंगलवार से कड़ाके की ठंड का दूसरा दौर शुरू होगा। दिन-रात के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। वहीं, मौसम विभाग ने 12 जनवरी से प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश होने का भी अनुमान जताया है। ऐसा उत्तर-पश्चिम भारत में 10 जनवरी को एक्टिव होने वाले वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से हो सकता है। आज सोमवार को ग्वालियर-रीवा संभाग के शहरों में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दूसरा दौर मंगलवार से शुरू होगा। दिन-रात के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। अभी उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी है। इस वजह से बर्फीली हवा प्रदेश में आने लगेगी। जिसकी रफ्तार तेज होगी। यह ठंड का असर बढ़ाएगी। दिन-रात दोनों के ही तापमान में गिरावट होगी। इधर, शीतलहर के चलते ग्वालियर और मुरैना में 8वीं क्लास तक के स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। वहीं, भिंड में स्कूलों का समय बदला है।सोमवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, नीमच और मंदसौर में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। 7 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, सिंगरौली, नीमच, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और मंदसौर में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। 8 जनवरी को प्रदेश में कोहरा छाने का अनुमान नहीं है। ठंड का असर बढ़ा रहेगा।शनिवार-रविवार की रात में प्रदेश के कई शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। बड़े शहरों में सबसे ठंडा जबलपुर रहा। यहां पारा 8 डिग्री दर्ज किया गया। ग्वालियर में 9.2 डिग्री, भोपाल में 9.6 डिग्री, इंदौर में 12.8 डिग्री और उज्जैन में तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा मंडला रहा। यहां पारा 4 डिग्री, कल्याणपुर में 4.4 डिग्री, पचमढ़ी में 4.6 डिग्री, मलाजखंड में 6.3 डिग्री, उमरिया में 6.5 डिग्री, रीवा में 7.8 डिग्री, छिंदवाड़ा-खजुराहो में 8.4 डिग्री, सीधी-राजगढ़ में 8.6 डिग्री, सतना में 9 डिग्री, नौगांव-रायसेन में 9.6 डिग्री, बैतूल में 9.7 डिग्री और टीकमगढ़ में 9.8 डिग्री रहा। बाकी शहरों में भी रात के तापमान में गिरावट देखी गई।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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कटनी । मध्य प्रदेश के कटनी जिले में रविवार को कोदो की रोटी खाने से एक ही परिवार के आठ लोग बीमार हो गए, जिनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत में सुधार है। घटना बहोरीबंद तहसील क्षेत्र के बरही गांव की है। बीमार होने वालों में परिवार की लक्ष्मी बाई पटेल 65 साल, अनसुईया बाई पटेल 30 वर्ष, सूरज प्रसाद पटेल 42 साल, शैलेंद्र पटेल 20 वर्ष के अलावा चार से आठ साल के चार बच्चे शामिल हैं। जानकारी के अनुसार बहोरीबंद क्षेत्र के बरही गांव निवासी श्याम सुंदर पटेल के परिवार के सदस्यों ने रविवार को सुबह घर में नाश्ते में कोदो से बनी रोटी और सब्जी खाई थी। इसके बाद सभी सदस्य अपने काम में लग गए और कुछ ही देर बाद सभी की हालत बिगड़ने लगी। उनको उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगे। सभी की हालत बिगड़ने पर स्वजनों ने एंबुलेंस 108 को फोन किया और सभी को लेकर बहोरीबंद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। जहां से हालत में सुधार न होने पर प्राथमिक उपचार के बाद सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां पर उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को इसकी खेती करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोदो, जिसे कोदरा भी कहा जाता है, एक पोषणयुक्त मोटा अनाज है। इसमें प्रोटीन, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, मिनरल्स, और डाइटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं। कोदो मिलेट्स को श्रीअन्न में शामिल किया गया है।

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मध्य प्रदेश । केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन किये। उन्होंने भस्म आरती के पश्चात गर्भगृह की देहरी से सपत्नीक भगवान महाकाल का पूजन कर आशीर्वाद लिया। इस दाैरान केन्द्रीय मंत्री जाेशी ने भगवा रंग की पारंपरिक पोशाक पहनी थी।   पूजन कार्य पं. महेश पुजारी और पं. अर्पित पुजारी ने सम्पन्न कराया। पूजन के पश्चात केंद्रीय मंत्री जोशी का श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से आशीष दुबे ने भगवान महाकाल का प्रसाद और दुपट्टा भेंट कर सम्मान किया।    

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में कड़ाके का दौर जारी है। इसी बीच अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से प्रदेश में तेज ठंड का दूसरा दौर 7 जनवरी से शुरू होगा। प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में रविवार से यह सिस्टम एक्टिव हुआ है, जिसका असर दो दिन बाद दिखेगा। इससे पहले ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग में कोहरे का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है।मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी से उत्तर से बर्फीली हवाएं आने लगेंगी। जिनकी रफ्तार तेज होगी। ये ठंड का असर बढ़ाएंगी। दिन-रात दोनों के तापमान में गिरावट होगी। जनवरी में मावठे की बारिश भी हो सकती है। वहीं, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही हैं। रविवार को 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चलती रहीं। इस कारण ठंड का असर बना रहा। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। जिससे हवा की रफ्तार तेज होगी और प्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा।आज रविवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज और सिंगरौली में घना कोहरा रहेगा। नीमच, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, मैहर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़ और सीधी में मध्यम कोहरा रहेगा। 6 जनवरी को ग्वालियर, नीमच, मंदसौर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, सीधी, मऊगंज, सिंगरौली, सीधी, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में कोहरे का अलर्ट है। 7 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल में मध्यम कोहरा छाया रहेगा।शुक्रवार-शनिवार की रात में प्रदेश के ज्यादातर शहरों में ठंड का असर देखने को मिला। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। भोपाल में 7.2 डिग्री, इंदौर में 11.4 डिग्री, ग्वालियर में 8.3 डिग्री, उज्जैन में 10 डिग्री और जबलपुर में 7.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 4.1 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 4.5 डिग्री, मंडला में 5 डिग्री, नौगांव में 6.2 डिग्री, उमरिया में 6.3 डिग्री, राजगढ़ में 6.6 डिग्री, मलाजखंड में 7.2 डिग्री, सतना में 7.4 डिग्री रहा। रीवा, रायसेन, खजुराहो, खंडवा, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़ और बैतूल में 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पारा रहा। शनिवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। भोपाल में 29.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। इंदौर में यह 31.6 डिग्री, उज्जैन में 31.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। धार, गुना में 30 डिग्री से ज्यादा रहा। खजुराहो सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 19.2 डिग्री दर्ज किया गया। ग्वालियर में 21.7 डिग्री और जबलपुर में 26.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।  

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए आज शनिवार का दिन बेहद खास होने जा रहा है। शाम को आसमान में दो खगोलीय घटनाएं होंगी। पहली घटना में अंडाकार पथ में परिक्रमा करते हुये पृथ्‍वी इस साल के लिए सूर्य के सबसे नजदीक पहुंच रही होगी। दूसरी घटना में शनि, चंद्रमा और शुक्र आसमान में एक लाइन बनाते हुए नजर आएंगे। नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि ठंड के इस मौसम में लगता है कि गर्मी देने वाला सूर्य शायद हमसे दूर हो गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने बताया कि पृथ्‍वी सूर्य की परिक्रमा करते हुये साल में एक दिन सूर्य के सबसे पास आती है और एक दिन सबसे दूर होती है। आज शाम 6 बजकर 58 मिनिट पर पृथ्‍वी सूर्य के सबसे पास के बिंदु पर पहुंच रही है और यह दूरी घटकर 14 करोड 71 लाख तीन हजार 686 किलोमीटर रह जाएगी। इसे पेरिहेलियन बिंदु पर आना कहते हैं। सारिका ने बताया कि जुलाई में हम सूर्य के सबसे दूर होंगे। इस खगोलीय घटना को अफेलियन कहते हैं। आज हम अफेलियन की तुलना में लगभग 50 लाख किलोमीटर सूर्य से नजदीक रहेंगे। सूर्य के पृथ्वी के नजदीक आने के बाद भी हमें इस समय ठंड का अहसास इसलिये हो रहा है, क्‍योंकि हमारे भूभाग पर सूर्य की किरणें इस समय तिर‍छी पड़ रही हैं। उन्होंने बताया कि आज शाम आसमान में एक दूसरी खगोलीय घटना भी देखने को मिलेगी। इसमें शनि, चंद्रमा और शुक्र को एक लाइन में रहकर चमकते हुए देखा जा सकेगा। सेटर्न (शनि), क्रिसेंट मून (चंद्रमा) और वीनस (शुक्र) के लाइन अप होने की इस घटना को सूर्यास्‍त के बाद से लगभग दो घंटे तक देखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे अवसर बार-बार नहीं आते, इसलिए आए सूरज का सर्दी के मौसम में शीतलता का अहसास और शाम के आकाश में तीन चमकते खगोलीय पिंडों की कतार में देखने का मौका न गंवाएं।  

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उज्जैन । तारक मेहता का उल्टा चश्मा में तारक मेहता का किरदार निभाने वाले प्रसिद्ध कवि, लेखक व अभिनेता शैलेष लोढ़ा शनिवार दोपहर काे भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। जहां उन्होंने पूजा पाठ कर बाबा का आशीर्वाद लिया। इस दौरान एक्टर पूरी तरह से बाबा की भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आये। बाबा के दर पर आने पर मंदिर समिति ने उनका सम्मान किया।     तारक मेहता का उल्टा चश्मा में अहम किरदार निभाने वाले अभिनेता शैलेष लोढ़ा ने महाकाल मंदिर के नंदी हाल और उसके बाद देहरी से बाबा महाकाल का पूजन अभिषेक किया। शैलेष लोढ़ा बाबा महाकाल के दर्शन कर काफी खुश नजर आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि दो वर्ष बाद आया हूं। भगवान महाकाल की कृपा है इसलिए उनके दर्शन मिल पाए। महाकाल लोक बहुत सुन्दर बना है।    

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में कड़ाके की सर्दी का सितम जारी है। प्रदेश के ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के 12 जिलों में शनिवार को घना कोहरा छाया है। जबकि 11 जिलों में मध्यम कोहरा है। कुछ जगहों पर विजिबिजिटी 100 मीटर से भी कम है। रात के तापमान में भी गिरावट आयी है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2 दिन प्रदेश में कोहरे और तेज ठंड का असर रहेगा। इसके बाद थोड़ी राहत मिलेगी।मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में 6 और 7 जनवरी को कोहरा छंट जाएगा। दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। हालांकि कुछ दिन उतार-चढ़ाव के बाद कड़ाके की ठंड का असर फिर से बढ़ेगा। मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही हैं। अभी 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चल रही है। इस कारण ठंड का असर है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। जिससे हवा की रफ्तार तेज होगी और प्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा। इस कारण जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है।आज शनिवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में घना कोहरा है। कई जगहों पर विजिबिलिटी 50 मीटर तक है। वहीं, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, जबलपुर, मैहर में मध्यम से घना कोहरा है। 5 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। इसी तरह 6 जनवरी को भी कुछ जिलों में कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। रातें भी ठंडी ही रहेंगी।प्रदेश में फिलहाल रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। प्रदेश में सबसे ठंडे मंडला और शहडोल का कल्याणपुर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री दर्ज किया गया। नौगांव में 4.4 डिग्री, पचमढ़ी में 4.6 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 4.6 डिग्री, अशोकनगर के आंवरी में 5.5 डिग्री, नीमच के मरुखेड़ा में 6.3 डिग्री, रीवा-उमरिया में 6.4 डिग्री, बालाघाट के मलाजखंड में 6.8 डिग्री, रायसेन में 7.6 डिग्री, सतना-टीकमगढ़ में 7.8 डिग्री, खजुराहो में 8.2 डिग्री, छिंदवाड़ा-सीधी में 8.6 डिग्री, खंडवा में 9 डिग्री, बैतूल-रतलाम में 9.2 डिग्री, गुना-सिवनी में 9.4 डिग्री और दमोह में 9.5 डिग्री तापमान रहा।हालांकि, शुक्रवार को दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, शिवपुरी, रतलाम, धार समेत सभी शहरों के पारे में 1 से 5.5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई है। इंदौर, उज्जैन, रतलाम में पारा 30 डिग्री दर्ज किया गया। दूसरी ओर, सीधी, रीवा, खजुराहो, नरसिंहपुर, नौगांव, सतना, मलाजखंड में पारा 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।  

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भोपाल । नए साल के आगमन के साथ ही मध्‍य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के करीब 40 जिलों में आज शुक्रवार सुबह भी कोहरा छाया रहा। ग्वालियर में विजिबिलिटी 100 मीटर के आसपास रही। राजधानी भोपाल में ओस के चलते शहरभर की सड़कें भीगी नजर आईं। जबलपुर में सुबह और रात को कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पचमढ़ी में पारा 4 डिग्री सेल्सियस के नीचे है। वहीं, सभी शहरों में पारा 13 डिग्री से कम बना हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन तक मध्यम से घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। हालांकि, इस दौरान शीतलहर का अलर्ट नहीं है।मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि प्रदेश में अभी कोहरे का असर बना रहेगा। तीन दिन के बाद न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। उन्‍होंने बताया कि जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। जिससे सर्द हवाएं मध्‍य प्रदेश में आ रही हैं। वहीं, जेट स्ट्रीम हवा 12.6 किमी की ऊंचाई पर 222 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही है। इस कारण ठंड का असर है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। जिससे हवा की रफ्तार तेज होगी और प्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा। इस कारण जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है।प्रदेश में आज शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, समेत 37 जिलों में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। 4 जनवरी को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत 27 जिलों में घना कोहरा रहेगा। जबकि 5 जनवरी को 29 जिलों में घना कोहरा छाया रहेगा। नए साल की दूसरी रात ने भी प्रदेश को कंपकपा दिया। गुरुवार-शुक्रवार की रात पचमढ़ी में तो एक ही रात में पारा 7.6 डिग्री लुढ़क कर 3.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। रीवा, रायसेन, मंडला, नौगांव, राजगढ़, खजुराहो, उमरिया, गुना में पारा 7 डिग्री के नीचे रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में सबसे कम 6.8 डिग्री, जबलपुर में 7 डिग्री, ग्वालियर में 7.6 डिग्री, उज्जैन में 9 डिग्री और इंदौर में 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार की सुबह प्रदेश के आधे हिस्से में कोहरे का असर देखने को मिला।  

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए शनिवार, 04 जनवरी का दिन बेहद खास होने जा रहा है। इस दिन आसमान में दो खगोलीय घटनाएं होने जा रही है। पहली घटना में अंडाकार पथ में परिक्रमा करते हुये पृथ्‍वी इस साल के लिए सूर्य के सबसे नजदीक पहुंच रही है। भीषण सर्दी के इस मौसम में शनिवार को हम सूर्य के सबसे करीब होंगे, इसके बाद भी दुनियाभर को गर्मी देने वाला सूर्य ठंड से राहत नहीं देगा। वहीं, दूसरी घटना में शनिवार शाम को शनि, चंद्रमा और शुक्र आसमान में एक लाइन बनाते हुए नजर आएंगे।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार इस बारे में बताया कि ठंड के इस मौसम में लगता है कि गर्मी देने वाला सूर्य शायद हमसे दूर हो गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने बताया कि पृथ्‍वी सूर्य की परिक्रमा करते हुये साल में एक दिन सूर्य के सबसे पास आती है और एक दिन सबसे दूर होती है। शनिवार को शाम 6 बजकर 58 मिनिट पर पृथ्‍वी सूर्य के सबसे पास के बिंदु पर पहुंच रही है और यह दूरी घटकर 14 करोड 71 लाख तीन हजार 686 किलोमीटर रह जाएगी। इसे पेरिहेलियन बिंदु पर आना कहते हैं।   सारिका ने बताया कि जुलाई में हम सूर्य के सबसे दूर होंगे। इस खगोलीय घटना को अफेलियन कहते हैं। शनिवार को हम अफेलियन की तुलना में लगभग 50 लाख किलोमीटर सूर्य से नजदीक रहेंगे। सूर्य के पृथ्वी के नजदीक आने के बाद भी हमें इस समय ठंड का अहसास इसलिये हो रहा है, क्‍योंकि हमारे भूभाग पर सूर्य की किरणें इस समय तिर‍छी पड़ रही हैं।   उन्होंने बताया कि शनिवार शाम को आसमान में एक दूसरी खगोलीय घटना भी देखने को मिलेगी। इसमें शनि, चंद्रमा और शुक्र को एक लाइन में रहकर चमकते हुए देखा जा सकेगा। सेटर्न (शनि), क्रिसेंट मून (चंद्रमा) और वीनस (शुक्र) के लाइन अप होने की इस घटना को सूर्यास्‍त के बाद से लगभग दो घंटे तक देखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे अवसर बार-बार नहीं आते, इसलिए आए सूरज का सर्दी के मौसम में शीतलता का अहसास और शाम के आकाश में तीन चमकते खगोलीय पिंडों की कतार में देखने का मौका न गंवाएं।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में आचार्य शंकराचार्य के अद्वैत दर्शन और शिक्षाओं से युवाओं को परिष्कृत और सुसंस्कृत बनाने के लिए आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा वर्ष-2025 में 20 अद्वैत जागरण युवा शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस शिविरों में 10 आचार्यों की दिव्य सान्निध्य में देश-विदेश के 18 वर्ष से 40 वर्ष आयु वर्ग के प्रतिभाशाली युवा अद्वैत वेदान्त अध्ययन कर सकेंगे। शिविर में शामिल होने के लिए इच्छुक युवा www.oneness.org.in पर जाकर पंजीयन करा सकते हैं। जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने शुक्रवार को बताया कि वर्ष-2025 का प्रथम शिविर 17 से 26 जनवरी तक आयोजित होगा। इसमें चिन्मय गार्डन, कोयम्बटूर, तमिलनाडु की स्वामिनी विमलानंद सरस्वती मनीषा पंचकम के माध्यम से युवाओं को अद्वैत से जोड़ेंगी। इसके बाद 1 से 10 फरवरी एवं 1 अगस्त से 10 अगस्त तक आर्ष विद्या गुरुकुलम्, कोयम्बटूर, तमिलनाडु में स्वामी परमात्मानंद सरस्वती तत्वबोध पर, 8 से 17 फरवरी तक ओंकारेश्वर आश्रम, मध्य प्रदेश में स्वामी प्रबुद्धानंद सरस्वती तत्वबोध पर, 15 से 24 फरवरी एवं 22 जून से 1 जुलाई तक अद्वैत आश्रम, मायावती, उत्तराखंड में स्वामी शुद्धिदानंद विवेक चूड़ामणि पर, 01 से 10 अप्रैल तक चिन्मय तपोवन, सिद्धबाड़ी, हिमाचल प्रदेश में स्वामी मित्रानंद सरस्वती, साधना पंचकम् पर, 4 से 13 अप्रैल एवं 21 से 30 मई तक तपोवन कुटी, उत्तरकाशी, उत्तराखंड में स्वामी हरिब्रह्न्द्रानंद तीर्थ तत्वबोध पर, 14 से 23 जुलाई तक चिन्मय इंटरनेशनल फाउंडेशन, केरल में स्वामी स्वात्मानंद सरस्वती साधना पंचकम पर युवाओं को अद्वैत वेदान्त का अध्ययन कराएंगे। उन्होंने बताया कि युवाओं को 12 से 21 अगस्त एवं 23 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चिन्मय गार्डन, कोयम्बटूर, तमिलनाडु की स्वामिनी विमलानंद सरस्वती मनीषा पंचकम पर 27 अगस्त से 5 सितंबर एवं 24 सितंबर से 3 अक्टूबर तक चिन्मय विभूति, पुणे, (महाराष्ट्र) में स्वामी अद्वैतानंद सरस्वती तत्वबोध पर, 4 से 13 अक्टूबर तक ओंकारेश्वर आश्रम, मध्य प्रदेश में स्वामिनी प्रव्राजिका दिव्यानंद प्राण तत्वबोध पर, 1 से 10 नवंबर तक आर्ष विद्या मंदिर, राजकोट, गुजरात के स्वामी परमात्मानंद सरस्वती तत्वबोध पर, 21 से 30 नवंबर तक चिन्मय तरंगिणी, चेन्नई, तमिलनाडु में स्वामी मित्रानंद सरस्वती भज गोविंदम् पर तथा इस वर्ष के अंतिम शिविर में 5 से 14 दिसंबर तक ओंकारेश्वर आश्रम में स्वामी प्रबुद्धानंद सरस्वती तत्वबोध पर युवाओं को व्याख्यान देंगे।  

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भोपाल। स्थलों आदि पर किए गए अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही निरंतर की जा रही है। इसी तारतम्य में गुरुवार को निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने जहांगीराबाद शब्बन चौराहा क्षेत्र में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर किए गए अतिक्रमण कर लगाई गई अस्थायी दुकानों ठेलों आदि को हटाया और हाथ ठेले, तखत व अन्य सामग्री जप्त की।   निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन के निर्देशों के परिपालन में नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के दल ने जोन क्र. 07 के अंतर्गत वार्ड क्र. 34 के शब्बन चौराहा जहांगीराबाद क्षेत्र में अवैध रूप से शासकीय भूमि पर ठेले, तखत आदि लगाकर व्यवसाय करने वालों के अतिक्रमणों को हटाया और शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराते हुए 04 ठेले, 02 तखत सहित अन्य प्रकार की सामग्री जप्त की।

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उमरिया। उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर क्षेत्र में पनपथा बरही मार्ग के ग्राम महरोई के समीप स्टेट हाईवे पर सड़क पर तेंदुआ शावक का शव मिला है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।  आशंका है कि  अज्ञात वाहन की ठोकर से देर रात तेंदुआ शावक की मौत हो गई।बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि पनपथा बफर क्षेत्र में पनपथा बरही मार्ग स्टेट हाइवे पर ग्राम महरोई के पास देर रात किसी अज्ञात वाहन ने तेंदुआ शावक को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई।  मृत शावक की उम्र लगभग 6 माह होगी। जानकारी के बाद गुरुवार सुबह पनपथा बफर परिक्षेत्र की टीम मौके पर पहुंची। क्षेत्र संचालक और सहायक संचालक भी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद माैत का सही कारण पता चल सकेगा। इसके साथ ही वाहन की तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि नये वर्ष के चक्कर में नशे में चूर वाहन चालकों को वन्य जीव एवं कोई भी नजर नही आते जिसके चलते तेंदुआ शावक की मौत हो गई।       

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए शुक्रवार, 03 जनवरी का दिन बेहद खास होने जा रहा है। इस दिन शाम को पश्चिमी आकाश में सूर्य के अस्‍त होने के तुरंत बाद हंसियाकार चंद्रमा और चमकती बिंदी के रूप में दिखता शुक्र जोड़ी सी बनाते दिखेंगे। इस घटना को बिना किसी टेलिस्‍कोप के खाली आंखों से भी देखा जा सकेगा।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त सारिका घारू ने गुरुवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार की शाम वीनस और मून आपस में सिमटे से दो डिग्री से कम के अंतर पर होंगे। इस नजदीकियों को टेक्‍नीकल रूप से एपल्‍स कहा जाता है। उन्होंने बताया कि यह खगोलीय जोड़ी क्षितिज से कुछ ऊंचाई पर दिखने के बाद धीरे-धीरे नीचे आते जाएगी।   उन्हाेंने बताया कि इस जोड़ी को सूर्यास्‍त के बाद तीन घंटे से कुछ अधिक समय तक देखा जा सकेगा। इस समय चतुर्थी का हंसियाकार चंद्रमा माइनस 10.7 के मैग्‍नीटयूड से चमक रहा होगा तो वीनस माईनस 4.4 के मैग्‍नीटयूड से चमक रहा होगा। किसी खुले स्‍थान से इस मनोहर आकाशीय जोड़ी को खुली आंखों से देखा जा सकेगा। नव वर्ष सप्‍ताह मनाती शाम को यह समीपता शाम 6 से रात लगभग 9 बजे तक केवल सीमित समय के लिये ही देखी जा सकेगी।

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भोपाल । केन्द्र सरकार की ओवर साइट कमेटी के निर्देशों एवं सुपरविजन के अनुसार यूनियन कार्बाइड के शेष बचे 337 मीट्रिक टन रासायनिक अपशिष्ट के विनष्टीकरण की कार्यवाही की जा रही है। गैस राहत एवं पुनर्वास संचालक स्वतंत्र कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि 337 मीट्रिक टन यूसीआईएल अपशिष्ट की पैकिंग, लोडिंग और परिवहन सीपीसीबी द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार और सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के साथ विशेष 12 कंटेनरों से किया जाएगा। कंटेनर्स के साथ पुलिस सुरक्षा बल, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड तथा क्विक रिस्पॉन्स टीम रहेगी। यह कंटेनर लीक प्रूफ एवं फायर रेजिस्टेंट हैं। प्रति कंटेनर दो प्रशिक्षित ड्राइवर नियुक्त किए ऐ हैं। इन कंटेनरों का मूवमेंट जीपीएस द्वारा मॉनिटर किया जायेगा। अपशिष्ट का परिवहन भोपाल से पीथमपुर टीएसडीएफ तक एक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों में निकलने वाले रासायनिक तथा अन्य अपशिष्ट के निष्पादन के लिये धार जिले के पीथमपुर में एकमात्र प्लांट है, जहां पर भस्मीकरण से अपशिष्ट पदार्थों का विनष्टीकरण किया जाता है। यह प्लांट प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित उद्योगों द्वारा जनित खतरनाक एवं रासायनिक अपशिष्ट के सुरक्षित निष्पादन के लिये स्थापित किया गया है। यह प्लांट सेन्ट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के दिशा-निर्देशानुसार संचालित है। सीपीसीबी की मॉनिटरिंग में सभी निर्धारित पैरामीटर अनुसार सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए 10 मीट्रिक टन अपशिष्ट विनिष्टिकरण का ट्रॉयल रन-2015 में किया गया। शेष बचे 337 मीट्रिक टन रासायनिक अपशिष्ट पदार्थों का निष्पादन सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर पारित आदेशों के अनुक्रम में तथा उच्च न्यायालय द्वारा गठित ओवर साइट कमेटी/टास्क फोर्स कमेटी के निर्णय 19 जून 2023 के अनुक्रम में किया जा रहा है। संचालक सिंह ने बताया कि पीथमपुर में अत्याधुनिक बुनियादी ट्रीटमेंट, स्टोरेज एवं डिस्पोजल फेसिलिटी (टीएसडीएफ) अनुसार वर्ष-2006 से अन्य संस्थाओं के अपशिष्ट का भस्मीकरण ठीक उसी प्रकार से किया जा रहा है, जैसे लगातार क्रियाशील यूसीआईएल में अपशिष्ट संग्रहित हैं। देश में पीथमपुर जैसे 42 संयंत्र क्रियाशील हैं, जिसमें ऐसे रासायनिक अपशिष्ट पदार्थों का उपचार उपरांत निपटान किया जाता है। पीथमपुर में स्थापित यह कॉमन हैज़र्डस वेस्ट ट्रीटमेंट, स्टोरेज और डिस्पोज़ल फैसिलिटी एक अत्याधुनिक सुविधा है, जिसमें ख़तरनाक कचरे को सटीकता और सुरक्षा के साथ निष्पादन करने हेतु डिज़ाइन किया गया है। री-सस्टेनेबिलिटी लिमिटेड की सहायक कंपनी पीआईडब्ल्यूएमपीएल (पीथमपुर इंडस्ट्रियल वेस्ट मेनेजमेंट प्रा.लि.) द्वारा संचालित, यह सुविधा भस्मीकरण, लैंडफ़िल प्रबंधन और उत्सर्जन नियंत्रण के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग कर अपशिष्टों का निष्पादन करती है। अपशिष्टों के निष्पादन के दौरान इस सुविधा द्वारा लगातार जल एवं वायु मापन कार्य किया जाता है। इस प्रकार यह सुविधा खतरनाक कचरे को पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित रूप से निपटाने और प्राकृतिक संसाधनों को दूषित करने के जोखिम को कम करने के लिये विशिष्ट समाधान प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि सीपीसीबी द्वारा 2015 में किये गये यूसीआईएल अपशिष्ट विनिष्टिकरण के ट्रायल रन के दौरान तथा बाद में उत्सर्जन मानक, निर्धारित राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप पाये गये। परिणामों के आधार पर वर्णित किया गया है कि यूसीआईएल. कचरे के निष्पादन पश्चात किसी तरह के हानिकारक तत्व पानी अथवा वायु में नहीं पाये गये तथा इनसीनेरेशन (भस्मीकरण) के पश्चात शेष बचे रेसीड्यूज़ का निष्पादन टीएसडीएफ (ट्रीटमेंट स्टोरेज एंड डिस्पोजल फेसेलिटी) में लैण्ड फिल के माध्यम से डबल कम्पोजिट लाइनर सिस्टम से किया गया। इसका किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव पर्यावरण एवं स्वास्थ्य पर नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि यह सीपीसीबी का कथन है, जिसकी पुष्टि संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई है। उक्त स्थिति से सर्वोच्च न्यायालय को भारत सरकार द्वारा शपथ पत्र द्वारा अवगत कराया गया है। संचालक स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि कलेक्टर धार द्वारा "पीथमपुर के जिन स्थानों पर अपशिष्ट जलाया गया, वहां फसल उत्पादन में 98 प्रतिशत घटने और पानी 5 गुना अधिक दूषित होने" के समाचारों की विस्तृत जांच कराई गई है। धार कलेक्टर के प्रतिवेदन में वर्णित है कि तहसील-पीथमपुर के राजस्व निरीक्षक, वृत्त-पीथमपुर के ग्राम में विगत 10 वर्षों के अंतर्गत फसल सोयाबीन एवं गेहूं के रकबे में वृद्धि हुई है तथा फसल मक्का और चना में किसानों की रुचि कम होने से रकबे में कमी परिलक्षित हुई है। उक्त चारों फसलों से फसली रकबे में 11.83 प्रतिशत की वृद्धि पाई गई है। उन्होंने बताया कि कलेक्टर के प्रतिवेदन के आधार पर कुल 28 सर्वे क्रमांक का कुल रकबा 14.857 हेक्टेयर भूमि निजी स्वत्व पर पाया गया, कुल 7 सर्वे क्रमांक 13.032 हेक्टेयर भूमि शासकीय मद के पाये गये और कुल 6 सर्वे क्रमांक का कुल 3.478 हेक्टेयर भूमि व्यावर्तित पाई गई। सिंह ने बताया कि समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार पीथमपुर स्थित प्लांट क्षेत्र में पास के नाले में प्रदूषित लाल पानी आने और उससे लोगों को स्किन इंफेक्शन, श्वांस संबंधी परेशानी के संबंध में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल के स्किन एक्सपर्टस् और आईसीएमआर के शोध वैज्ञानिकों तथा विभाग के संबंधित चिकित्सकों की टीप गठित कर संबंधित 12 गांवों में ‘स्वास्थ्य सर्वेक्षण’ कराया गया। जांच के बाद प्रस्तुत रिपोर्ट अनुसार उक्त गांव में चर्म रोग (1.77) एवं श्वसन रोग यूआरटीआई 1.14 प्रतिशत भारत सरकार का राष्ट्रीय डेटा चर्मरोग 7.9-60 प्रतिशत एवं श्वसन रोग 40-50 प्रतिश से कम है। इससे यह प्रतीत होता है कि उक्त बीमारियों का प्रतिशत सामान्य स्तर पर ही है। रिपोर्ट में दिये गये तथ्य अनुसार प्रकाशित रिपोर्ट भ्रामक एवं निराधार है। संचालक ने बताया कि क्षेत्रीय निदेशक (मध्य), केन्द्रीय प्रदूषण निवारण बोर्ड, भोपाल द्वारा मेसर्स पीथमपुर इंडस्ट्रीयल वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के आस-पास के 5 जल नमूने जांच हेतु लिये गये, जिसके नमूनों की विश्लेषण रिपोर्ट के आधार पर दिनांक 25-12-2024 को प्राप्त प्रतिवेदन अनुसार लैण्डफिल के समीप स्थित 2 ओपनवेल (कुंआ) (रिपोर्ट WW24.25-188.189) क्रमशः ग्राम-तारपुरा एवं बुकनेश्वर मंदिर के समीप जल नमूनों में कुछ प्रचालक जैसे रंग, क्लोराइड, हार्डनेस, सल्फेट, फ्लोराईड, टोटल डिसॉल्व्ड सॉलिड, पीने के पानी के मानक आईएस 10500 की परमीसिबिल लिमिट से अधिक पाये गये। उक्त पैरामीटर्स सामान्यतः भू-जल की गुणवत्ता प्रदर्शित करते हैं एवं ये प्रचालक टीएसडीएफ से संबंधित प्रतीत नहीं होते हैं। उक्त नमूनों में भारी धातु नगण्य पाये गये। इसका यूसीआईएल कचरे से कोई संबंध नहीं है। ऐसा संबंधित वैज्ञानिकों द्वारा अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया कि यूसीआईएल अपशिष्ट के विनिष्टिकरण के लिये केन्द्र सरकार स्तर पर ओवर साइट कमेटी का गठन जुलाई 2010 में केन्द्रीय मंत्री पर्यावरण एवं वन क्लाइमेंट चेंजेस की अध्यक्षता में हुआ था, जिसमें राज्य शासन के पर्यावरण मंत्री एवं भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री सम्मिलित हैं। इसमें पर्यावरण एक्सपर्ट तथा भारत सरकार कॉउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के अंतर्गत संचालित संस्थाएं नेशनल इन्वायरमेंटल एण्ड इंजीनियरिंग रिसर्च इन्स्टीट्यूट (एनईईआरआई) नागपुर, एनजीआरआई (नेशनल जियो फिजिकल रिसर्च इन्स्टीट्यूट), हैदराबाद, सीपीसीबी (केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), आईआईसीटी (इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी), हैदराबाद तथा एमपीपीसीबी के विशेषज्ञों के साथ भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मिलित हैं। उक्त समिति को उच्च न्यायालय द्वारा ओवर साइट कमेटी/टास्क फोर्स के रूप में नामांकित किया गया है। कमेटी के निर्देशों एवं सुपरविजन के अनुसार विनिष्टिकरण का कार्य किया जा रहा है।  

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भोपाल । राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी (अपर मुख्य सचिव) मनोज श्रीवास्तव को मध्य प्रदेश का नया राज्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है। दरअसल, निवर्तमान राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह का 6 माह का अतिरिक्त कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो गया है। इससे पहले राज्य निर्वाचन आयुक्त रहे बीपी सिंह का कार्यकाल 30 जून 2024 को खत्म हो गया था। तब सरकार ने किसी नए आयुक्त को नियुक्ति नहीं देते हुए बीपी सिंह को ही पद पर बने रहने के आदेश जारी किए थे। इसमें कहा गया था कि राज्य निर्वाचन आयुक्त कार्यकाल पूरा होने के बाद 6 माह तक पद पर बने रह सकते हैं। मंगलवार को उनका अतिरिक्त कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्य शासन ने राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर नई नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में नए साल के साथ ही कड़ाके की सर्दी दस्तक देने को तैयार है। कुछ दिनों पहले हुई बारिश की गतिविधि से तापमान में बड़ी गिरावट आई है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ ही अधिकतम तापमान भी कम हो गया है। मौसम वैज्ञानिकाें के मुताबिक उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में हाल ही में जबरदस्त बर्फबारी हुई है। वहां से आ रही सर्द हवाओं ने एक बार फिर ठिठुरन बढ़ा दी है। आगामी तीन से चार दिन तक रात के तापमान में गिरावट बनी रह सकती है। कई शहरों में शीतलहर चलने के आसार हैं।मौसम विभाग के अनुसार, साल 2024 की आखिरी रात मंगलवार को प्रदेश में ठंड का असर बना रहेगा। मालवा यानी, उज्जैन संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। जहां कोल्ड डे और शीतलहर की स्थिति रहेगी। भोपाल, इंदौर-जबलपुर में भी सर्दी का असर रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, जनवरी में 20 से 22 दिन तक शीतलहर और कोल्ड डे का असर रह सकता है। वहीं, आज मंगलवार सुबह ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग के कई जिलों में कोहरे का असर रहा। उज्जैन-रतलाम में आज कोल्ड-डे का अलर्ट है। वहीं, शाजापुर, नीमच, मंदसौर और आगर-मालवा में भी शीतलहर चलेगी।आज ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, सीधी, मैहर, मऊगंज, सिंगरौली, मंदसौर और नीमच में कोहरा रहेगा। शाजापुर, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा में शीतलहर चलेगी। वहीं, उज्जैन और रतलाम में कोल्ड डे की स्थिति बनेगी। वहीं, 1 जनवरी को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर में हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा। उज्जैन-रतलाम में कोल्ड डे और नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर में शीतलहर का अलर्ट है। 2 जनवरी को नीमच, मंदसौर, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहेगा।सोमवार को प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 25 डिग्री से नीचे रहा। सबसे ठंडा टीकमगढ़ रहा। जहां पारा 18 डिग्री दर्ज किया गया। नौगांव में 18.5 डिग्री, ग्वालियर-रीवा में 19 डिग्री, सीधी में 19.8 डिग्री, खजुराहो में 20.2 डिग्री और सतना में 20.3 डिग्री रहा। इसी तरह शिवपुरी में 21 डिग्री, जबलपुर में 21.6 डिग्री, उमरिया में 22 डिग्री, पचमढ़ी, मलाजखंड-सागर में 22.5 डिग्री, भोपाल में 22.6 डिग्री और गुना में 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले रविवार-सोमवार की रात में भी सर्दी का असर देखने को मिला था। गुना में पारा 7.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल, बैतूल, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन में भी गिरावट हुई है। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 10.4 डिग्री, इंदौर में 13.2 डिग्री, ग्वालियर में 11.1 डिग्री, उज्जैन में 11.5 डिग्री और जबलपुर में 13.5 डिग्री रहा।

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ग्वालियर । भोपाल में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापे में मिली 7.98 करोड़ की संपत्ति के बाद अलग-अलग जांच एजेंसियाें ने उस पर शिकंजा कस दिया है। इसके साथ ही अब सौरभ शर्मा के चार साथी आरक्षकों के खिलाफ भी शिकायत की गई है। आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू ने सोमवार को ग्वालियर में पदस्थ रहे परिवहन विभाग के चार आरक्षक नरेंद्र सिंह भदौरिया, गौरव पाराशर, हेमंत जाटव और धनंजय चौबे के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की है। संकेत साहू ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग के ये चारों आरक्षक सौरभ के साथ बराबर के भ्रष्टाचारी हैं। इनकी भी प्रॉपर्टी की जांच की जानी चाहिए। जब से सौरभ के खिलाफ जांच शुरू हुई है, ये चारों आरक्षक भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। इन्होंने भी प्रदेश के परिवहन चेक पोस्ट से अवैध वसूली की है। प्रदेश और प्रदेश के बाहर अकूत संपत्ति बनाई है। उन्होंने कहा कि शिकायत में कोई दस्तावेज नहीं दिया है। सूत्रों के आधार पर शिकायत की है। खास बात यह भी है कि जब से सौरभ शर्मा के खिलाफ जांच बैठी है, तभी से ये चारों भी अंडरग्राउंड हैं। इस संबंध में लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मिश्रा का कहना है कि आरटीआई एक्टिविस्ट से मिली शिकायत को सौरभ शर्मा के खिलाफ की जा रही जांच में शामिल किया जाएगा। इसकी जांच भोपाल लोकायुक्त कर रही है। आरटीआई एक्टिविस्ट ने लोकायुक्त के अलावा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी मेल कर शिकायत की है। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा भले ही वीआरएस लेकर रिटायर हो गया था, लेकिन इन चारों साथियों के जरिए वह परिवहन विभाग के पोस्ट चलाता था। उन्होंने चारों कॉन्स्टेबल के बारे में बताया कि नरेंद्र सिंह भदौरिया मूल रूप से भिंड का रहने वाला है। खुद को पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया का नजदीकी बताता है। ससुराल इंदौर में है। पत्नी, बच्चे इंदौर में ही रहते हैं। इंदौर में कोठी बनवा रहा है। श्योपुर, भिंड, ग्वालियर में इसने जमीनीं खरीद रखी हैं। गौरव पाराशर शिवपुरी जिले के पिछोर का रहने वाला है। खुद को पूर्व विधायक केपी सिंह का नजदीकी बताता है। केपी सिंह ने ही इन दोनों की मुलाकात करवाई थी। इसने इंदौर, पिछोर, श्योपुर और यूपी के झांसी जिले में जमीनें खरीद रखी हैं। हेमंत जाटव शिवपुरी जिले के रन्नौद कस्बे का रहने वाला है। कुछ समय पहले 20 एकड़ जमीन रन्नौद में खरीदी है। ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर में भी जमीनी खरीद रखी हैं। धनंजय चौबे सौरभ शर्मा का सबसे खास है। छिंदवाड़ा, इंदौर और भोपाल में जमीनें खरीद रखी हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट ने शिकायत में सौरभ शर्मा की आरटीओ में हुई नियुक्ति को भी गलत बताया है। उन्होंने सौरभ शर्मा की अनुकंपा नियुक्ति के लिए उनकी मां उमा शर्मा के दिए शपथ पत्र पर सवाल किए। आरटीआई एक्टिविस्ट ने कहा कि उमा का बड़ा बेटा सचिन शर्मा 2013 से छत्तीसगढ़ में अधिकारी के तौर पर नियुक्त है। लेकिन, 12 जुलाई 2016 में सौरभ की मां उमा ने नॉटराइज्ड शपथ पत्र देकर इस जानकारी को छिपाया। फर्जी तरीके से सौरभ को नौकरी दिलवाई। सौरभ शर्मा के साथ उनकी मां भी इस फर्जीवाड़े की दोषी हैं। उन्होंने शपथ पत्र के पैराग्राफ - 3 में स्पष्ट तौर से उल्लेख किया है कि उनका बेटा सचिन शर्मा शासकीय नौकरी में नहीं है।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में बारिश का दौर थम गया है। अब दिन-रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। शनिवार-रविवार की रात कई शहरों में पारा लुढ़का। वहीं, रविवार को दिन के तापमान में 6.2 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली। अब नए साल के पहले दिन यानी, 1 जनवरी से कड़ाके की सर्दी का दौर फिर शुरू हो जाएगा। बर्फीली हवा की वजह से पूरा प्रदेश ठिठुरेगा। सबसे ज्यादा असर उज्जैन और ग्वालियर-चंबल में दिखाई देगा। इन्हीं जगहों पर 30 और 31 दिसंबर को कोहरा भी रहेगा। जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर संभाग में भी कोहरा देखने को मिलेगा।मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सकुर्लेशन के एक्टिव होने से प्रदेश में 2 दिन तक तेज बारिश का दौर रहा। रविवार को मौसम खुल गया, लेकिन तापमान में गिरावट देखने को मिली। वहीं, कई जगहों पर कोहरा भी रहा। अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। फिर ठंड का असर बढ़ जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, जनवरी में 20 से 22 दिन तक शीतलहर और कोल्ड डे का असर रह सकता है। शुरुआती दो दिन में ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में शीतलहर का असर देखने को मिलेगा। इसके बाद पूरे प्रदेश में असर बढ़ जाएगा।आज सोमवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, पन्ना, सतना, सीधी, मऊगंज, रीवा एवं सिंगरौली में हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा। वहीं, 31 दिसंबर को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच और मंदसौर में कोहरा रहेगा। 1 जनवरी को नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर, श्योपुर, मुरैना में शीतलहर चलेगी। 2 जनवरी को नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर, श्योपुर, मुरैना में शीतलहर चलने का अनुमान है।प्रदेश में रविवार को दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। उज्जैन में 19.2 डिग्री, दमोह में 22.2 डिग्री, खजुराहो में 21.4 डिग्री, नौगांव-धार में 20 डिग्री, रीवा में 22.6 डिग्री, सतना-गुना में 22 डिग्री, सीधी में 22.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 20.7 डिग्री, उमरिया में 22.7, पचमढ़ी में 20.8, शिवपुरी में 21.2 डिग्री रहा। बड़े शहरों में भोपाल में 22.4 डिग्री, ग्वालियर में 20.6 डिग्री, इंदौर में 21.4 डिग्री और जबलपुर में 23.4 डिग्री दर्ज किया गया। शनिवार-रविवार की रात में भी कई शहरों में तापमान में गिरावट देखने को मिली। सबसे ठंडा नीमच का मरुखेड़ा रहा। यहां पारा 8.6 डिग्री दर्ज किया गया। नरसिंहपुर, नौगांव, पचमढ़ी में पारा 12 डिग्री से नीचे रहा। राजगढ़, मंडला, टीकमगढ़, रतलाम, उमरिया, खंडवा और गुना में भी पारा 15 डिग्री से कम ही दर्ज किया गया। बड़े शहरों में भोपाल में 16.8 डिग्री, इंदौर में 15.4 डिग्री, ग्वालियर में 14.6 डिग्री, उज्जैन में 14.5 डिग्री और जबलपुर में 14.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भाेपाल । सोमवती अमावस्या पर धर्म और आस्था की नगरी उज्जैन श्रद्धालुओं से गुलजार हो गई। साेमवार को कड़कड़ाती ठंड के बीच श्रद्धालु सुबह से ही मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के तट पर स्नान करने पहुंचे। श्रद्धालुओं ने यहां शिप्रा नदी में डुबकी लगाई और सोमतीर्थ कुंड में भी स्नान किया। घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। बता दें कि प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए उज्जैन शिप्रा घाट और सोमकुंड पर विशेष इंतजाम किए गए हैं।   उज्जैन में कड़ाके की ठंड में सोमवती अमावस्या पर सोमवार को मोक्षदायिनी शिप्रा नदी में श्रद्धालु बड़ी संख्या में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। इस दौरान कुछ भक्त सोमती कुंड में भी स्नान कर रहे हैं। यहां रात का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद भी उत्साह देखते बन रहा है। घाट पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और बेरिकेट्स लगाए गए हैं। वहीं, सोमतीर्थ पर स्नान को और व्यवस्थित बनाने के लिए कुंड व्यवस्था भी है। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग स्नान स्थल बनाए गए। साथ ही वस्त्र बदलने के लिए शामियानों की व्यवस्था की गई है। अब तक 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु ग्वारी घाट और जिलहरी घाट में स्नान कर चुके हैं।   घाट पर मौजूद पंडितों ने पितृ दोष निवारण के लिए पिंडदान और तर्पण कर्म संपन्न कराया। बड़ी संख्या में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से आए श्रद्धालुओं ने इस धार्मिक परंपरा में हिस्सा लेकर दान-पुण्य किया। वहीं विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की खासी भीड़ दिखाई दी। सोमवती अमावस्या के अवसर पर सोमतीर्थ स्थित सोमकुंड में स्नान और सोमेश्वर महादेव के दर्शन का विशेष महत्व है।मान्यता है कि इससे चंद्र दोष दूर होता है और अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य प्राप्त होता है। पूजन के साथ दान-पुण्य स्नान और पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने घाट पर मौजूद भिक्षुओं को अन्न और वस्त्र दान किया। शिप्रा नदी के पुजारी राकेश जोशी ने कहा, सोमवती अमावस्या का स्नान और पूजन बेहद शुभ माना जाता है। स्नान से चंद्र दोष समाप्त होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।   नर्मदा घाटाें पर उमड़ी भीड़ नर्मदापुरम में भी सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आई। नर्मदापुरम के सेठानी घाट में भी हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। तड़के 5 बजे से ही कड़कड़ाती ठंड में श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला शुरू हुआ। नर्मदापुरम के विवेकानंद घाट, परमहंस घाट, कोरी घाट, पर्यटन घाट, बांद्राभान संगम समेत जिलेभर के घाटों पर भारी भीड़ रही। इस दिन पितरों के तर्पण के लिए विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियाें में स्नान कर पूर्वजों को जल अर्पित किया जाता है, जिससे उन्हें शांति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। आज की सोमवती अमावस्या का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि यह साल 2024 की अंतिम सोमवती अमावस्या है। इसके अलावा यह सोमवती अमावस्या सनातनियों के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि साल 2025 में सोमवती अमावस्या नहीं पड़ रही है। अगले डेढ़ साल तक सोमवती अमावस्या का पर्व नहीं आएगा। श्रद्धालुओं को सोमवती स्नान के लिए 15 जून 2026 का इंतजार करना पड़ेगा।  

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उज्जैन । उज्जैन में शनिवार सुबह शिप्रा नदी में नहाने के दाैरान दाे नाबालिग भाई डूबने लगे। बच्चाें काे पानी में डूबता देख मां ने भी पानी में छलांग लगा दी। अधिक पानी हाेने के कारण तीनाें डूबने लगे। इस दाैरान घाट पर तैनात एसडीईआरएफ जवानों ने बिना समय गवाए नदी में गोता लगाया और तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। परिवार के सदस्यों ने जवानों का आभार व्यक्त किया है।   शिप्रा नदी पर स्थित होमगार्ड चौकी प्रभारी ईश्वर लाल ने बताया कि सागर निवासी मनोज रायकवार अपने परिवार के साथ शनिवार सुबह करीब आठ बजे शिप्रा नदी में स्नान करने पहुंचे थे। राणोजी की छतरी के सामने स्थित घाट पर नहाते समय उनके दोनों बेटे गणेश (14 वर्ष) और अनुज (12 वर्ष) गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। दोनों को डूबता देख उनकी मां प्रभा (40 वर्ष) भी उन्हें बचाने के लिए पानी में कूद पड़ी। पानी ज्यादा होने के कारण तीनों ही डूबने लगे। इसी दौरान घाट पर तैनात एसडीईआरएफ जवानों देवेंद्र झाला और राजेंद्र रंगोटा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला।   दरअसल, 30 दिसंबर को होने वाली सोमवती अमावस्या के पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने शिप्रा नदी में पानी छोड़ा है, जिससे नदी का जल स्तर बढ़ गया है। वर्ष का अंतिम समय हाेने के कारण इस समय यहां बड़ी संख्या में लाेग पहुंच रहे हैं। ऐसे में लाेगाें की सुरक्षा काे देखते हुए शिप्रा नदी पर स्थित घाटों पर सुरक्षा के लिए एसडीईआरएफ और होमगार्ड के जवान तैनात रहते हैं।  

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दमाेह । जिले के हटा तहसील अंतर्गत जिले के हटा-पन्ना स्टेट हाईवे पर शनिवार सुबह एक बस ओर ट्रक में आमने सामने की भीषण टक्कर हाे गई। हादसे में बस सवार करीब 24 लोग घायल हो गए। घायलाें में कुछ को हटा स्वास्थ्य केंद्र और कुछ घायलाें काे सिमरिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां  घायलों का ईलाज जारी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई हैं।       जानकारी के अनुसार आज शनिवार सुबह करीब नाै बजे थाना गैसाबाद के पास व्यारमा नदी के पुल पर बस क्रमांक एमपी 34 पी 241 जो कि सागर से पन्ना की तरफ जा रही थी। इस दाैरान सामने से आ रहे ट्रक क्रमांक एम पी 33 एच 2852 जो कि सीमेंट लोड कर रीवा से सागर की तरफ जा रहा था। दाेनाें की आमने सामने टक्कर हाे गई। सूचना मिलते ही हटा एसडीएम राकेश मरकाम मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि 16 लोगों को हटा अस्पताल भेजा गया है। कुछ घायलों का सिमरिया अस्पताल में इलाज चल रहा है। किसी की हालत गंभीर नहीं है। हादसे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। कुछ घायलों ने बताया कि ट्रक चालक की लापरवाही से यह हादसा हुआ।      हटा अस्पताल में 16 लोगों का चल रहा इलाज जिनके नाम इस प्रकार है:  1- कमलेश कोरी (35) 2- प्रिंस कोरी (6) 3- बस चालक भगवान दास (35) 4- मनोज (32) 5- गिरिजा (32) 6- लक्ष्मी दत्त (32) 7- जागृति चौधरी (25) 8- लखन विश्वकर्मा (48) 9- शशि रोहित (32) 10- संगीता सूर्यवंशी (39) 11- सुरेंद्र खमरिया (42) 12- मनीषा (29) 13- अग्रणी तिवारी (19) 14- चीनू कुचबंदिया (75) 15- निधि रजक (35) 16- प्रमोद (36)। सभी घायल दमोह जिले के हटा क्षेत्र के ग्रामीण इलाके के रहने वाले हैं।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में ठंड के मौसम के बीच अचानक बारिश और ओले ने मौसम का मिजाज बदल दिया। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में जमकर बादल बरसे, जिससे ठिठुरने और बढ़ गई। देर रात तक कई जगहों पर पानी गिरा जिसका सिलसिला सुबह तक जारी रहा। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में देर रात को गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। शुक्रवार को रतलाम, मंदसौर, बैतूल, आलीराजपुर समेत कई जिलों में बारिश के साथ ओले गिरे। आज शनिवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा।मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से हवा नमी लेकर आ रही है। जिसकी वजह से प्रदेश में ओले और बारिश का दौर शुरू हो गया है। अगले 24 घंटे भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। 1 जनवरी से तेज सर्दी का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा समेत 12 जिलों में आज ओले-बारिश की संभावना है। जबकि 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत 25 जिलों में हल्की बारिश, बादल छाए रहेंगे।बता दें कि पिछले एक सप्ताह से ठंड का असर कम हुआ है और दिन-रात के तामान में बढ़ोतरी देखने को मिली है। गुरुवार-शुक्रवार की रात की बात करें तो पारा 11 डिग्री से ज्यादा ही रहा। मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, कल्याणपुर, पचमढ़ी, मलाजखंड, उमरिया, रीवा, खंडवा और खरगोन में तापमान 15 डिग्री से नीचे रहा। वहीं, भोपाल में 16.4 डिग्री, इंदौर में 17.5 डिग्री, ग्वालियर में 13.1 डिग्री, उज्जैन में 18.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 14.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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उमरिया । उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में कहीं बाघ द्वारा ग्रामीणों पर हमला तो कहीं बाघों की मौत, कहीं हाथियों की मौत तो कहीं तेंदुए की मौत, यह सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। एक बार फिर पनपथा बफर के टूरिज़्म ज़ोन में एक मादा बाघ शावक की मौत हो गई। इस घटना की सूचना किसी पर्यटक ने गुरुवार की दोपहर में पार्क प्रबन्धन को दी है। जिसके बाद पार्क प्रबन्धन हरकत में आया और देर शाम घटना स्थल की ओर रवाना हुआ।   शुक्रवार को पनपथा एसडीओ वन बी एस उप्पल ने बताया कि मादा बाघ शावक की उम्र लगभग डेढ़ वर्ष है और पनपथा बफर जोन अंतर्गत जगुआ बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 501 में पर्यटन मार्ग के किनारे मिला है। मृत मादा बाघ शावक का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया है, इसकी मौत प्रथम दृष्टया आपसी संघर्ष में हुई प्रतीत होती है, ज्यादा जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी।   गौरतलब है कि मादा बाघ शावक की मौत बुधवार को रात में हुई होगी और जब पर्यटक उस रास्ते से गये तब गुरुवार को पनपथा रेंजर शिव पाल सिंह मार्को को सूचना दिए, लेकिन रेंजर ने उच्च अधिकारियों को सूचना देना मुनासिब नही समझा। गुरुवार की देर शाम जब अधिकारियों तक सूचना पहुंची तब पार्क प्रबंधन हरकत में आया और रात में घटना स्थल तक पहुंच कर शव को सुरक्षित किये और शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार किया, जबकि पनपथा क्षेत्र में ही कुछ माह पूर्व 11 हाथियों की मौत हुई थी और रेंजर द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही की गई ऐसे में विभाग को तत्काल एक्शन लेना चाहिए ताकि वन्य जीव सुरक्षित रह सकें।    

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उज्जैन । कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने जनसाधारण को घरेलू प्रयोजन के लिये जल उपलब्ध कराने की दृष्टि से गंभीर डेम व क्षिप्रा नदी के जल को संरक्षित घोषित कर दिया है। इस संबंध में उन्होंने शुक्रवार को पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 03 में उपलब्ध प्रावधानों के अनुसरण में आदेश जारी किया है। कलेक्टर सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि जनसाधारण को घरेलु प्रयोजन के लिए जल उपलब्ध कराने की दृष्टि से गंभीर डेम एवं क्षिप्रा नदी के जल को संरक्षित घोषित किया गया है। साथ ही उज्जैन तहसील के ग्राम फाजलपुरा, खरेट, नलवा, सेमदिया, असलाना, खेमासा, एरवास, कंडारिया, भेरूखेड़ा, पारदीखेड़ा, अजराना, टकवासा, घट्टिया तहसील के ग्राम अंबोदिया, बड़वई, बड़नगर तहसील के ग्राम कंथारखेड़ी, बमनापाती, मतांगना, छानखेड़ी, खडोतिया, चिकली, भोंडावास, ब्राह्मण बड़ौदा, निम्बोदा और नाहरखेड़ी को केवल पेयजल के लिये प्रयोग की अनुमति देते हुए एवं मध्य प्रदेश पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 04 में उपलब्ध प्रावधानों के तहत गंभीर डेम क्षिप्रा नदी से जल को अन्य किसी प्रयोजन यथा सिंचाई एवं औद्योगिक प्रयोजन के उपयोग हेतु निषिद्ध कर दिया है। कलेक्टर ने आदेश में कहा है कि नगर पालिक निगम उज्जैन सबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) यह सुनिश्चित करेंगे की जल का उपयोग केवल घरेलू प्रयोजन के लिये हो, इस उददेश्य से जल के उपयोग के लिए विविध तरीको पर सतत् निगरानी रखेंगे। यह उनका उत्तरदायित्व होगा कि, वे अन्य प्रयोजन के लिये उन्हे उनके अधिकार क्षेत्र में जल उपयोग करते हुए पाए जाने की स्थिति में म.प्र. पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 अथवा इस विषय पर प्रभावशील अन्य उपबंधो के अधीन वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। नगर पालिक निगम, उज्जैन राजस्व विभाग एवं विद्युत मंडल के दल गंभीर जलाशय नदी पर चल रहे या चलने वाले अवैध पंपो को जब्त करने की कार्यवाही करेंगे। इस आदेश का उल्लंघन किये जाने पर म.प्र. पेयजल अधिनियम 1986 की धारा 09 के प्रावधान आकृष्ट होंगे, जिसके अतंर्गत आदेश का उल्लंघन सिद्ध पाये जाने पर दो वर्ष का कारावास अथवा दो हजार का जुर्माना अथवा दोनों से दंडित किये जाने का प्रावधान होगा।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से मौसम में बदलाव देखने को मिला रहा है। दिन के तापमान में गिरावट हुई है। रात में भी ठंड का असर कम हुआ है। लेकिन सिस्टम के गुजरने के बाद प्रदेश में कोहरे और ठंड का असर बढ़ जाएगा। यानी, नए साल पर लोगों को कड़ाके की ठंड के दौर से गुजरना पड़ सकता है। इसके बाद पूरे एक महीने तक कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। इससे पहले अगले 2 दिन यानी, 27-28 दिसंबर को ओले, बारिश और आंधी का दौर रहेगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। इस दौरान भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, सागर और जबलपुर संभाग में ओले भी गिर सकते हैं। कुछ जिलों में हवा की रफ्तार 40-50 किलोमीटर तक रहेगी।मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम एक्टिव है। वहीं, हवा का असर भी है। अगले 2 दिन सिस्टम का असर रहेगा। 29 दिसंबर को सिस्टम का असर कम हो जाएगा। फिर तापमान में गिरावट होगी। वहीं, कोहरा भी छाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, आज शुक्रवार को आंधी, बारिश और ओले का स्ट्रॉन्ग सिस्टम रहेगा। पूरे प्रदेश में ही मौसम बदला रहेगा। रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, सागर, पांढुर्णा और बड़वानी में बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। यहां 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हवा चलेगी। यहां ऑरेंज अलर्ट है। अन्य जिलों में कहीं बारिश तो कहीं गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।इसके अलावा आज मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा से हवा चलेगी और बारिश भी होगी। इसी तरह भोपाल, विदिशा, राजगढ़, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।प्रदेश में 29 और 30 दिसंबर से ठंड बढ़ने का अनुमान है। तापमान की बात करें तो बुधवार-गुरुवार को प्रदेश में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री से कम नहीं गया। नौगांव ही ऐसा शहर रहा, जहां तापमान 11 डिग्री दर्ज किया गया। नरसिंहपुर, मंडला, कल्याणपुर, पचमढ़ी, टीकमगढ़, मलाजखंड, खजुराहो, उमरिया, रायसेन, रतलाम, गुना, खरगोन, रीवा और सागर में पारा 15 डिग्री के नीचे रहा। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में सबसे कम 11.9 डिग्री रहा। जबलपुर में 13.8 डिग्री, भोपाल में 14.4 डिग्री, इंदौर में 16.9 डिग्री और उज्जैन में पारा 16 डिग्री दर्ज किया गया।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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शाजापुर । उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार को कालापीपल तहसील के ग्राम पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के तीन ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई। पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा ग्राम पंचायत देहरी घाट डोडी में लंबे समय तक पदस्थ रहे हैं। वर्तमान में वह सेमली खेड़ा और हरुखेड़ी में तैनात हैं। उनकी टाइल्स की दुकान और एक पेट्रोल पंप होने की जानकारी सामने आई है। पंचायत सचिव शर्मा देहरीघाट मंदिर ट्रस्ट के सचिव भी हैं और ज्योतिष का काम भी करते हैं। लोकायुक्त को उनके खिलाफ पहले से शिकायत मिली थी। एक साल पहले कीमती जमीन बेचने के बाद से जांच एजेंसियों की नजर उन पर थी।  अलसुबह लोकायुक्त टीम की दबिश से पूरे नगर में चर्चा बनी हुई है। समाचार के लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी।     गुरुवार सुबह 5 बजे लोकायुक्त के एक दर्जन से ज्यादा अफसरों ने पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के कालापीपल, आष्टा और बमुलिया मूंछाली में सचिव के निवास और प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की। लोकायुक्त पुलिस तीनों स्थानों पर संपत्ती और अन्य दस्तावेज खंगाल रही है। पंचायत सचिव द्वारा आष्टा में भी भैरव ट्रेडर्स के नाम से एक दुकान संचालित की जा रही है। इसके अलावा कृषि भूमि, प्लाट और मकान भी बताएं जा रहे हैं। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद पूरी संपत्ति का खुलासा होगा। लोकायुक्त पुलिस अभी भी जांच में जुटी है। आय से अधिक संपति का खुलासा हो सकता है। उज्जैन लोकायुक्त टीम ने लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक के नेतृत्व में कार्रवाई चल रही है। मुरलीधर शर्मा 1999 में पंचायत सचिव बने। अब तक शाजापुर जिले के हारखेड़ी, डोडी, कोठरी, बमुलिया मुछाली ग्राम पंचायत में सचिव रह चुके हैं। उनके खिलाफ पहले से लोकायुक्त में शिकायत दर्ज थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान लोकायुक्त टीम ने स्वास्थ्य विभाग की 108 एम्बुलेंस और दो डॉक्टरों की मदद ली। हालांकि, स्थानीय पुलिस को इस कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं दी गई। कालापीपल थाने के सब-इंस्पेक्टर रवि भंडारी ने कार्रवाई की जानकारी होने से इनकार किया है।     लोकायुक्त जांच दल ने सुबह 6 बजे मकान के खरीदार सुंदरलाल से रजिस्ट्री की कॉपी और बयान लिए। फिलहाल जांच स्थल पर सभी को नजरबंद रखा गया है। वहीं, पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा ने बताया कि उन्होंने एक साल पहले अंबिका कॉलोनी का मकान बेचा था। जिसकी रजिस्ट्री भी नए मालिक के नाम कर दी गई है। उन्होंने लोकायुक्त टीम के साथ सहयोग की बात कही और बताया कि उनका पेट्रोल पंप पार्टनरशिप में है। लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि हमें आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। इसी के बाद मुरलीधर शर्मा के तीन ठिकानों पर जांच कार्रवाई की जा रही है। आष्टा में 12 से ज्यादा अफसर इस काम में जुटे हैं। फिलहाल जांच जारी है, और जल्द ही पूरी जानकारी सामने आने की उम्मीद है।    

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खंडवा । मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गुड़ी वन परिक्षेत्र में पेड़ों की कटाई कर वन भूमि पर कब्जा करने वालों पर गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा रही है। करीब 500 जवानों और 40 जेसीबी मशीनों के साथ वन विभाग, पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने दबिश दी और अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू की। फिलहाल, कब्जाई जमीनों में अवैध रूप से बने टपरों को हटाकर खंती खोदने की कार्रवाई की जा रही है, साथ ही इस जमीन पर बोई गई फसलों को नष्ट किया जा रहा है। खंडवा कलेक्टर अनूप सिंह और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय भी इस कार्रवाई के दौरान मौके पर पहुंचे। उन्होंने जंगल में अतिक्रमण क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान नाहरमाल के ग्रामीणों ने बताया कि जहां कार्रवाई हो रही है, यह नया अतिक्रमण है। पुराने अतिक्रमण में कार्रवाई होनी चाहिए। यह जानने के बाद कलेक्टर और एसपी पुराने क्षेत्र में पहुंचे। डीएफओ से कहा कि आधी मशीनरी पुराने क्षेत्र टाकलखेड़ा तरफ मूव करें। यहां फसलों को जेसीबी से नष्ट किया जा रहा है। अतिक्रमण प्रभावित जमीन पर मशीनों से खंती खोदकर गड्ढे किए जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि गड्ढे खोदने से जमीन टूट जाएगी। माफिया को अगली बार फसल बोवनी में दिक्कत होगी तो वे जंगल छोड़कर भाग जाएंगे। जानकारी के अनुसार, फिलहाल कार्रवाई गुडी रेंज के नाहरमाल और हीरापुर गांव में चल रही है। यहां वन विभाग की तीन हजार एकड़ जमीन पर खेती हो रही है। यहां माफिया ने जंगल काटकर खेत तैयार कर लिए हैं। करीब चार साल से फसलों की बोनी कर रहे हैं। पहले भी कार्रवाई के लिए दबिश दी गई थी। इस दौरान अतिक्रमणकारी हमलावर हो गए थे। इस बार कार्रवाई के लिए दो दिनों से गुड्डी क्षेत्र में वन विभाग और पुलिस की टीम ने डेरा डाल रखा था। बताया जाता है कि वन विभाग की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही अतिक्रमणकारी जंगल से फरार हो गए हैं। अधिकांश मकानों व गांव में महिला, बच्चे व बुजुर्ग ही बचे हैं। वन विभाग द्वारा इस कार्रवाई की तैयारी बेहद गोपनीय ढंग से की गई थी। कार्रवाई के लिए बुधवार देर रात कर्मचारियों को गुड़ी व हीरापुर में एकत्र होने को कहा गया था। तड़के छह बजे से कार्रवाई की रणनीति बना कर गुड़ी से दल बल के साथ टीम को नाहरमाल जंगल रवाना किया गया है। कार्रवाई में करीब 40 जेसीबी और ट्रैक्टरों की मदद ली जा रही है। अधिकांश पुरुषों के घरों से नदारद होने के कारण अभी तक कार्रवाई के विरोध में हंगामे स्थिति सामने नहीं आई है। वन विभाग ने जिला प्रशासन के साथ चर्चा कर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की है। इसमें वन विभाग के विभिन्न जिलों के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही पुलिस और राजस्व के अधिकारी की टीम बनाई गई है। उल्लेखनीय है कि गुड़ी वनक्षेत्र से बुरहानपुर जिले के नेपानगर वनपरिक्षेत्र का जंगल भी लगा हुआ है। जहां पिछले साल वन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। खंडवा जिले में भी वन भूमि पर बढ़ते अतिक्रमण को देखते हुए इस प्रकार की कार्रवाई जिले के गुड़ी वन परिक्षेत्र में भी करने की मांग ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमी लंबे समय से कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि आसपास के जिलों से आकर करीब तीन हजार हेक्टेयर वन भूमि पर पेड़ काटने के बाद कब्जा कर खेती की जा रही है। इस संबंध में सामान्य वन मंडल के वनमंडल अधिकारी राकेश कुमार डामोर का कहना है कि वन भूमि पर कब्जे को लेकर लगातार कार्रवाई विभाग अपने स्तर पर कर रहा है। इस मामले में बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी दिए है। गुड़ी क्षेत्र के नाहरमाल, सीताबेड़ी बिट में वन भूमि से कब्जा हटाने के लिए कार्य योजना अनुसार पुलिस, प्रशासन और वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की जा रही है।  

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भोपाल  । मध्य प्रदेश में साल के अंत में मौसम ने अपना मिजाज बदल दिया है। उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ और और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हुआ है। नए सिस्टम से 27 और 28 दिसंबर को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर जिलों में कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। हालांकि प्रदेश में रात के तापमान में 4 से 5 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। जबकि दिन में गिरावट दर्ज की गई। कई जगहों पर मावठा भी गिरा। प्रदेश में 28 दिसंबर तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।गुरुवार सुबह भोपाल, इंदौर समेत आधे एमपी में कोहरा छाया है। वहीं, मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग के 10 जिलों में बारिश का भी अलर्ट है। 27 दिसंबर से पूरे प्रदेश में ओले-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम रहेगा। आधे से ज्यादा जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। 11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। इससे पहले बुधवार को पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बादल छाए रहे। इस वजह से ठंड बढ़ गई। भोपाल में पारा 22.5 डिग्री रहा। ग्वालियर में 21.8 डिग्री, गुना में 22 डिग्री, नौगांव में 22.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 21.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, खजुराहो में 23.2 डिग्री, रीवा-सतना में 23.8 डिग्री, रायसेन, शिवपुरी-रतलाम में 23 डिग्री और उज्जैन में पारा 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इंदौर में 24.3 डिग्री और जबलपुर में पारा 27.4 डिग्री रहा।मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) भी सक्रिय है। 26 दिसंबर की रात में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। 28 दिसंबर तक इसका असर बना रहेगा। आज खंडवा, खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच और श्योपुर में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट है। वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर और मैहर जिले में कोहरा छाया रहेगा।प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में अगले 4 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। मंगलवार-बुधवार की रात में नरसिंहपुर, पचमढ़ी, ग्वालियर और नौगांव ही ऐसे शहर रहे, जहां पारा 12 डिग्री से नीचे था। बाकी शहरों में तापमान इससे अधिक ही रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 14 डिग्री, इंदौर में 15.3 डिग्री, उज्जैन में 15.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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अनूपपुर । एक बार फिर से छत्तीसगढ़ की सीमा लांधकर दो जंगली हाथी मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत धनगवा के जंगल में बुधवार को विश्राम कर रहे हैं जिनके देर शाम होने पर किस तरफ विचरण करेंगे यह देर शाम एवं रात होने पर ही पता चल सकेगा। दोनो हाथियों के विचरण को देखते हुए जिला प्रशासन ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी हैं। दो जंगली हाथी लगभग दो माह पूर्व हाथियों के समूह से निकल कर छत्तीसगढ़ के कटघोरा वन मंडल से जीपीएम जिला अंतर्गत वन परिक्षेत्र मरवाही में पांच दिनों तक विचरण करने बाद मंगलवार की रात मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अंतर्गत वन परिक्षेत्र जैतहरी सीमा के गूजरनाला पार करते हुए ग्राम पंचायत चोलना के विभिन्न बार्डो में ग्रामीणों के घर खेत-वाड़ी में आहार की तलाश कर आहार करते हुए ग्राम पंचायत कुकुरगोंड़ा से बुधवार की सुबह धनगवां बीट के जंगल में प्रवेश कर विश्राम कर रहे हैं, जिनके रात होने पर जंगल से निकल कर किस ओर विचरण करेंगे यह रात होने पर ही पता चल सकेगा।   हाथियों के विचरण पर नजर बनाए रखते हुए वन, पुलिस,राजस्व विभाग सहित ग्राम पंचायतों के लोग जहां ग्रामीण अलग-थलग तरीके से खेतों में कच्चे एवं पक्के घर बनाकर रह रहे हैं को देर शाम एवं रात होने के पहले पर बीच बस्ती में आकर सुरक्षित रहने,हाथियों के समूह के पीछे नहीं जाने, ना हीं किसी भी तरह की हरकत हाथियों के साथ करने की सलाह देते हुए सतर्क कर रहे हैं। ज्ञात हो कि हाथी विगत दो वर्षों से निरंतर छत्तीसगढ़ राज्य से अनूपपुर जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों में कई बार विचरण करते पहुंचकर विश्राम करने बाद ग्रामीणो की संपत्तियों का नुकसान कर वापस छत्तीसगढ़ राज्य में अपने बड़े समूह में जाकर मिल जाते हैं।

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उज्जैन । फिल्म 'केसरी' के प्रसिद्ध गाने 'तेरी मिट्टी' के गायक और संगीत निर्देशक बी प्राक बुधवार को महाकाल मंदिर पहुंचे। यहां वे बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। बी प्राक ने करीब दो घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर भगवान महाकाल की भस्म आरती देखी। आरती के बाद उन्होंने देहरी से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर उनके साथ उनकी टीम के सदस्य भी थे।     महाकाल मंदिर के अर्पित पुजारी ने सिंगर बी प्राक की पूजा संपन्न करवाई। पुजारी ने उन्हें फूलों की माला पहनाई और आशीर्वाद दिया। पूजा के दौरान बी प्राक भक्ति में लीन दिखे और ताली बजाकर झूमते नजर आए। उन्होंने माथे पर चंदन भी लगाया था। दर्शन के बाद बी प्राक ने कहा, “जय महाकाल। यहां दर्शन करने आए हैं। यहां की व्यवस्थाएं बहुत अद्भुत है। सबने इतने बढ़िया से दर्शन करवाए। महाकाल का आशीर्वाद हम सब पर बरसा है। पुजारी समेत सभी लोगों ने आशीर्वाद दिया। यहां आकर जो अनुभव हुआ है, उसे शब्दों में मैं क्या कोई भी बयान नहीं कर सकता है। उसके लिए आपको महाकाल के दर्शन करने पड़ेंगे। महाकाल को देखते ही आपके अंदर ताकत आ जाएगी। आपको ऐसा लगेगा कि यहां या तो आप हैं या फिर महाकाल, बाकि कोई नहीं।” महाकाल दर्शन के बाद उन्होंने मंगलनाथ मंदिर में भी पूजा की। बता दें कि आज शाम इंदाैर के राऊ में ड्राइव इन सिनेमा में बी प्राक का इवेंट हैं।      

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भोपाल । मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। बुधवार सुबह कई शहरों में घना कोहरा छाया हुआ है। ठंड के इस सितम के बीच बारिश ने भी दस्तक दे दी है। प्रदेश में सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। पिछले 24 घंटे में 10 से ज्यादा जिलों में हल्की बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में कोहरा छाया रहा। आज बुधवार को ग्वालियर, चंबल, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं, 27 दिसंबर के बाद ओला और बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो सकता है।मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, पश्चिमी विक्षोभ (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से मौसम बदल गया है। ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के कुछ जिलों में बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) एक्टिव है। वहीं, एक पाकिस्तान के ऊपर पश्चिम विक्षोभ एक्टिव है। 26 दिसंबर की रात में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। 28 दिसंबर तक इसका असर बना रहेगा। जबकि 27 दिसंबर को ओले-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। जिसका भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में असर देखने को मिलेगा।सोमवार-मंगलवार की रात में भिंड-सीहोर में बारिश हुई। वहीं, मंगलवार को पन्ना, दतिया, टीकमगढ़, बड़वानी, खजुराहो, निवाड़ी, मुरैना, भिंड, अशोकनगर, श्योपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। भोपाल में पूरे दिन बादल छाए रहे। वहीं, सर्द हवाएं चलीं। जिससे लोग ठिठुर गए। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी ऐसा ही मौसम रहा। हालांकि, दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है।प्रदेश में सोमवार-मंगलवार की रात में कई शहरों में तापमान 5 डिग्री तक लुढ़क गया। मंडला में सबसे कम 9.3 डिग्री दर्ज किया गया। कल्याणपुर, खजुराहो, नरसिंहपुर, रायसेन, उमरिया, दमोह, रीवा, पचमढ़ी, बैतूल, नौगांव, राजगढ़, मलाजखंड, खंडवा, रतलाम, सतना, खरगोन, गुना, टीकमगढ़ में पारा 14 डिग्री से नीचे रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में पारा 13 डिग्री से ज्यादा ही दर्ज किया गया।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में सर्दी के बीच अब अगले चार दिन तक कोहरा, बारिश और ओले गिरने की संभावना है। मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल और ग्वालियर समेत 21 जिलों में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, रात के तामपान में गिरावट आने और ठंडी हवाओं से ठिठुरन बढ़ने का अनुमान है। इससे पहले सोमवार को भी मौसम बदला रहा। भोपाल समेत कई जिलों में बादल छाए रहे। इससे दिन के तापमान में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने बताया, प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से मौसम का मिजाज बदला रहेगा। राजस्थान के ऊपर भी एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) की एक्टिविटी रहेगी। जिससे बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। मौसम विभाग ने 27 दिसंबर को सिस्टम सबसे ज्यादा स्ट्रॉन्ग रहने का अनुमान जताया है। इस दिन भोपाल, ग्वालियर समेत 21 जिलों में ओले-बारिश का अलर्ट है। वहीं, अन्य जिलों में हल्की बारिश, गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। आज ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, खरगोन, विदिशा, गुना और अशोकनगर में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इनमें से अशोकनगर, निवाड़ी और छतरपुर में गरज-चमक की स्थिति भी रहेगी।इसी तरह 25 दिसंबर को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, अशोकनगर और गुना में कोहरा रहेगा। 26 दिसंबर को इंदौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर और गुना में हल्की बारिश का दौर रहेगा। इनमें से ज्यादातर जिलों में गरज-चमक की स्थिति भी बनी रहेगी। 27 दिसंबर को भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, शाजापुर, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में आंधी, बारिश और गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, धार, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, आगर-मालवा, नीमच, राजगढ़, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, जबलपुर, कटनी और उमरिया में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।रविवार-सोमवार की रात में नौगांव में 6.2 डिग्री, पचमढ़ी में 7.9 डिग्री, खजुराहो-मंडला में 8 डिग्री, टीकमगढ़ में 8.2 डिग्री, रायसेन में 9.2 डिग्री और उमरिया में 9.4 डिग्री तापमान रहा। बाकी जिलों में पारा 10 डिग्री के ऊपर ही दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में सबसे ज्यादा 14.6 डिग्री, उज्जैन में 13.5 डिग्री, जबलपुर में 10.4 डिग्री, भोपाल में 10.2 डिग्री और ग्वालियर में पारा 9.3 डिग्री रहा।

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उज्जैन । बाॅलीवुड अभिनेता वरुण धवन और अभिनेत्री कीर्ति सुरेश ने मंगलवार प्रातः श्री महाकालेश्वर भगवान की भस्मार्ती में सम्मिलित होकर दर्शन किये। भस्मार्ती उपरांत  पुरोहित पीयूष चतुर्वेदी और विपुल चतुर्वेदी ने पूजन करवाया।   एक वीडियो में वरुण धवन और एटली मंदिर में बैठे नजर आ रहे हैं। वरुण और एटली दोनों को सफेद कुर्ता-पायजामा में देखा गया। एटली की पत्नी प्रिया और फिल्म की लीड एक्ट्रेस कीर्ति सुरेश दोनों ट्रेडिशनल लुक में नजर आईं। उन्होंने आने वाली फिल्म 'बेबी जॉन' की सफलता के लिए प्रार्थना की।   बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन इस वक्त चर्चा में हैं। उनकी फिल्म 'बेबी जॉन' क्रिसमस के मौके पर 25 दिसंबर को रिलीज हो रही है। मशहूर डायरेक्टर एटली और कलाकार फिल्म का जमकर प्रमोशन करते नजर आ रहे हैं। हाल ही में फिल्म की पूरी टीम ने फिल्म को हिट कराने के लिए उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर के दर्शन किए हैं।  

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इंदौर । पौष कृष्ण पक्ष की अष्टमी के मौके पर सोमवार सुबह इंदौर में प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर के नाम से प्रसिद्ध भगवान रणजीत हनुमान की 139वीं प्रभात फेरी निकाली गई। स्वर्ण रथ पर सवार होकर बाबा हनुमान नगर भ्रमण पर निकले। प्रभात फेरी में पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए। इस दौरान सुरक्षा के लिए करीब एक हजार पुलिसकर्मी तैनात रहे। प्रभात फेरी के दौरान बाबा रणजीत हनुमान का शहर भर में 200 से ज्यादा मंचों पर स्वागत हुआ।   मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित दीपेश व्यास​ने बताया कि बाबा रणजीत हनुमान की 139वीं प्रभात फेरी सुबह सोमवार सुबह 5 बजे मंदिर से शुरू हुई। इस दौरान भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला। प्रभात फेरी में भक्त नाचते-गाते जय रणजीत के जयघोष लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। प्रभात फेरी में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचे। पांच विशिष्ट हनुमान की वेशभूषा में आए कलाकार ने सभी का ध्यान खींचा। भगवान राम और हनुमान की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रहीं। नगर भ्रमण करने के बाद रणजीत हनुमान का स्वर्ण रथ सुबह करीब 11.15 बजे वापस मंदिर परिसर पहुंचा।   प्रभात फेरी के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सेवादार रस्सी का घेरा बनाकर चल रहे थे। इस दौरान रास्ते में बीच में किसी को नहीं आने दिया गया। सादी वर्दी में भी कई महिला पुलिसकर्मी शामिल रहीं। रास्ते में जगह-जगह चाय-पोहे और नाश्ते के स्टॉल लगाए गए। प्रभात फेरी में मंत्री तुलसी सिलावट, इंदौर-3 के विधायक गोलू शुक्ला, इंदौर-4 से विधायक मालिनी गौड़ समेत कई साधु-संत यात्रा में शामिल हुए।   138 साल पुराना है मंदिर का इतिहास- मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास के मुताबिक, रणजीत हनुमान मंदिर 138 साल पुराना है। शुरू से ही प्रभात फेरी निकाली जा रही है। यह परंपरा आज भी कायम है। शुरुआत की बात करें तो रणजीत हनुमान मंदिर के संस्थापक पुजारी भोलाराम व्यास थे। वर्ष 1950 तक इनका कार्यकाल रहा। फिर उनके बेटे पं. गोपीकिशन व्यास ने यह जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने 1970 तक मंदिर में भगवान की सेवा की। इसके बाद उनके बेटे पं. त्रिलोकीनाथ व्यास को 2008 तक भगवान की सेवा की।   पूरे मार्ग को भगवा ध्वजा से सजाया- रणजीत हनुमान मंदिर से निकली प्रभात फेरी में झांकियां, भजन मंडलों के वाहन, बग्घी, रथ शामिल रहे। इन्हें क्रमबद्ध करने में रविवार रात 10 बजे से मंडल के सदस्य जुट गए थे। पूरे मार्ग को भगवा ध्वजा से सजाया गया था। प्रभातफेरी महू नाका, अन्नपूर्णा मंदिर, नरेंद्र तिवारी मार्ग होते हुए सुबह 11 बजे वापस मंदिर पहुंची। इसी के साथ प्रभात फेरी का समापन हुआ। इस अवसर पर विधि-विधान से अभिमंत्रित सवा लाख रक्षा सूत्रों को मंदिर से निशुल्क वितरित किया गया। प्रभात फेरी के मंदिर पहुंचने के बाद सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला। उनके साथ महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी झाड़ू लेकर सड़क पर उतर गए।

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भाेपाल । भर्ती प्रक्रिया को लेकर सरकार की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। एमपीपीएससी इंदौर के बाहर चल रहा प्रदर्शन खत्म हाेने के एक दिन बाद ही साेमवार को वेटिंग शिक्षकों ने पदवृद्धि को लेकर मोर्चा खोल दिया है। प्रदेशभर के वेटिंग शिक्षकाें का सुबह से भोपाल में पहुंचना शुरु हो गया हैं। उम्मीदवाराें की मांग है कि सरकार उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 में पदवृद्धि करें। यदि उम्मीदवारों को पदवृद्धि को लेकर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलता है तो शाम तक महिला उम्मीदवार भोपाल में मुंडन कराएंगी।   साेमवार काे सुबह से भाेपाल पहुंचने के बाद रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बाहर वेटिंग शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन में अलग-अलग जिलों के वेटिंग शिक्षक शामिल हैं। अभ्यर्थी दंडवत मुद्रा में आगे बढ़ते हुए डीपीआई कार्यालय तक पहुंचेंगे। डीपीआई कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के सामने अपनी मांगें रखेंगे। महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वे मुंडन कराएंगी। शिक्षकों का कहना है कि अब तक मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती के लिए केवल पात्रता परीक्षा आयोजित की जाती थी, लेकिन वर्ग 1 के रोस्टर में लगभग 45 प्रतिशत बैकलॉग हैं और नए (फ्रेश) पदों की संख्या कम होने के कारण, श्रेणीवार केवल 6 से 8 पद ही आवंटित हो पा रहे हैं। इस वजह से अच्छे अंक लाने के बावजूद कई अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो पा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि कई वर्षों से तैयारी करने के बाद वे अब अपने जीवन के अंतिम पड़ाव तक पहुंच चुके हैं। यह उनका अंतिम अवसर है। वर्ष 2018 से लंबे समय के इंतजार के बाद 5 साल बाद परीक्षा आयोजित की गई थी, फिर भी पद इतने कम क्यों हैं, यह उनका प्रमुख सवाल है।   इनकी मांगें: डी. पी. आई. द्वारा प्रतीक्षा सूची जारी की जाए। द्वितीय काउंसलिंग में 20,000 पदों की वृद्धि कर वेटिंग को क्लियर किया जाए। जनजातीय विभाग में लगभग 17,500 पद खाली हैं, अतः पद वृद्धि कर वेटिंग को क्लियर किया जाए।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में सुबह से बादल और कोहरा छाया रहा। दफ्तर-स्कूल जाने वाले लोगों को गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। ठंड और कोहरे के बीच अब इस सप्‍ताह बारिश के साथ ही ओलावृष्टि होने की संभावना है। दिसंबर महीने में कड़ाके की ठंड शुरू हुई थी। वहीं अब साल के अंत से पहले मौसम विभाग ने वर्षा होने का अनुमान जताया है।मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते दो-तीन दिन से न्यूनतम तापमान में हो रही बढ़ोतरी के बाद सोमवार को एक बार फिर मध्य प्रदेश का पारा नीचे आया है। जिसके कारण ठंड बढ़ गई है। विभाग ने 23 से 28 दिसंबर के बीच प्रदेश में सीजन का पहला मावठा गिरने का अनुमान जताया है। बारिश के साथ कुछ हिस्सों में ओले भी गिरेंगे। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के चलते उत्तर-पश्चिमी हवाएं आएंगी। ये अरब सागर से नमी लाएंगी। बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हवाएं भी आएंगी। इस कारण प्रदेश में बादल छाने के साथ हल्की या मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर ओले गिरने की संभावना भी है।प्रदेश में आज सोमवार को मुरैना, भिंड, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल और बुरहानपुर में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। वहीं, ग्वालियर, मुरैना और भिंड में कोहरा रहेगा। 24 दिसंबर को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज और सीधी में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, 25 दिसंबर को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में कोहरा रहेगा। 26 दिसंबर को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, सागर, दमोह, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सीहोर, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, शाजापुर, राजगढ़, आगर-मालवा, खरगोन, बड़वानी, धार, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।शनिवार-रविवार की रात में प्रदेश के कई शहरों में तापमान में गिरावट हुई है। हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा सबसे कम 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खजुराहो में 5.6 डिग्री और रीवा में पारा 5.8 डिग्री रहा। नौगांव, रायसेन, टीकमगढ़, राजगढ़, सतना, मंडला, उमरिया, दमोह में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 7.9 डिग्री, इंदौर में 13.9 डिग्री, ग्वालियर में 7.3 डिग्री, उज्जैन में 11 डिग्री और जबलपुर में पारा 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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भाेपाल । भोपाल-सागर रोड पर रविवार को नकतरा के पास एक बड़ा हादसा टल गया। यहां सागर से भाेपाल जा रही एक यात्री बस और कार की आमने सामने से भिड़ंत हाे गई। गनीमत रही हादसे में काेई जनहानि नहीं हुई। वहीं हादसे के बाद बस चालक माैके से भाग निकला। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।   जानकारी अनुसार 'जय मां अंबे ट्रेवल्स' की यात्री बस रविवार काे यात्रियाें काे लेकर सागर से भाेपाल के लिए निकली थी। इस दाैरान नकतरा के पास सामने से आ रही कार से बस की टक्कर हाे गई। इस दौरान बस में बैठे यात्रियों में हड़कंप मच गया। एक्सीडेंट के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया। देवनगर थाना प्रभारी शैलेंद्र दायमा ने बताया कि घटना के दौरान बस और कार में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं किसी को भी चोट नहीं आई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने वाहनों को सड़क से हटाकर यातायात को सामान्य कर दिया है। मामले की जांच की जा रही है।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा। कल यानि 23 दिसम्‍बर से ठंड के बीच बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि भोपाल, इंदौर और जबलपुर संभाग में हल्‍की बारिश हो सकती है। वहीं, उज्जैन और ग्वालियर संभाग में भी पानी गिरेगा। बारिश के चलते तापमान में इजाफा होगा। ऐसा वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से होगा।मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, 23 दिसंबर से बारिश का दौर रहेगा। पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही हिस्सों में कहीं-कहीं बारिश होगी। इस वजह से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी और हो जाएगी, लेकिन सिस्टम के गुजरने के बाद सर्दी फिर से तेज हो जाएगी। प्रदेश में रविवार सुबह ग्वालियर, जबलपुर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सागर, दमोह, सीधी और सिंगरौली में कोहरा छाया रहा। भोपाल में धुंध देखने को मिल रही है।इन जिलो में बारिश के आसार23 दिसंबर को भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। 24 दिसंबर ग्वालियर, जबलपुर, भिंड, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, राजगढ़, सीहोर, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, पन्ना, कटनी, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भी हल्की बारिश होने का अनुमान। 25 दिसंबर को इंदौर, उज्जैन, डिंडौरी, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर जिले में बूंदाबांदी हो सकती है।इधर, रात के पारे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिससे कई शहरों में तापमान 10 डिग्री से ज्यादा ही है। हालांकि, इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा सबसे कम है। शुक्रवार-शनिवार की रात में यहां तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नौगांव में 6 डिग्री, खजुराहो में 6.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 6.8 डिग्री, राजगढ़ में 8.2 डिग्री और रायसेन में पारा 9 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में पारा 13.6 डिग्री पहुंच गया। उज्जैन में 12.7 डिग्री, जबलपुर में 11.6 डिग्री, भोपाल में 10.4 डिग्री और ग्वालियर में 8 डिग्री रहा। शनिवार को दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति परिषद्, राज्य शासन भोपाल द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2022 और कैलेण्डर वर्ष 2023 के मध्य प्रदेश की छः बोलियों (मालवी, निमाड़ी, बघेली, बुंदेली, भीली और गोंडी) के साहित्यिक कृति पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। प्रति पुरस्कार रुपये 51 हजार) के साथ शाल, श्रीफल, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति के साथ रचनाकारों को अलंकृत किया जाता है। यह जानकारी रविवार को अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने दी। उन्होंने बताया कि कैलेण्डर वर्ष 2022 के पुरस्कारों में (1) ‘मालवी’ के लिए संत पीपा स्मृति पुरस्कार रजनीश दवे-इंदौर की कृति ‘आस की ओसारी’, (2) ‘निमाड़ी’ के लिए संत सिंगा जी स्मृति पुरस्कार विजय कुमार जोशी-महेश्वर की कृति ‘आस तीस का लाड़ू’, (3) ‘बघेली’ के लिए विश्वनाथ सिंह जूदेव स्मृति पुरस्कार सीताशरण गुप्त-मैहर की कृति ‘जगन्नाथ केर परसाद’, (4) ‘बुंदेली’ के लिए छत्रासाल स्मृति पुरस्कार पं. मनीराम शर्मा-दतिया की कृति ‘हम हैं इन गाँवन के ठौर के’ को दिया गया है। (5) ‘भीली’ टंट्या भील स्मृति पुरस्कार एवं (6) ‘गोंडी’ रानी दुर्गावती स्मृति पुरस्कार हेतु कोई भी कृति प्रविष्टि के रूप में प्राप्त नहीं हुई। इसी तरह कैलेण्डर वर्ष 2023 के पुरस्कारों में (1) ‘मालवी’ के लिए संत पीपा स्मृति पुरस्कार हेतु कोई भी कृति प्रविष्टि के रूप में प्राप्त नहीं हुई, (2) ‘निमाड़ी’ के लिए संत सिंगा जी स्मृति पुरस्कार राकेश गीते ‘रागी’-खरगोन की कृति ‘गुड़ की गाँगड़ी’, (3) ‘बघेली’ के लिए विश्वनाथ सिंह जूदेव स्मृति पुरस्कार चन्द्रिका प्रसाद ‘चन्द्र’-रीवा की कृति ‘रिस्तन केर निबाह’, (4) ‘बुंदेली’ के लिए छत्रासाल स्मृति पुरस्कार मनोज कुमार तिवारी-बड़ामलहरा की कृति ‘बोल बुन्देली’ को दिया गया है। (5) ‘भीली’ टंट्या भील स्मृति पुरस्कार एवं (6) ‘गोंडी’ रानी दुर्गावती स्मृति पुरस्कार हेतु कोई भी कृति प्रविष्टि के रूप में प्राप्त नहीं हुई।

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मऊगंज । मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में देवतालाब थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जुड़मनिया में शनिवार तड़के रूम हीटर से कमरे में लगी आग से 90 वर्षीय महिला बुरी तरह झुलस गई। परिजन वृद्धा को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने प्रकरण दर्ज मामले को जांच में लिया है। मृतक 90 वर्षीय ललिता तिवारी के पुत्र राजेश तिवारी ने बताया कि ठंड से बचने के लिए हमेशा रूम हीटर कमरे में लगा रहता था। शुक्रवार-शनिवार की रात रूम हीटर लगाया था, लेकिन शनिवार तड़के करीब तीन बजे अचानक रजाई में आग लग गई। जब तक हम उनके कमरे में पहुंचते, आग काफी भड़क चुकी थी। किसी तरह आग को बुझाया गया और बुरी तरह झुलसी अपनी मां ललिता तिवारी को अस्पताल लेकर आए, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया।  

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भोपाल । राष्ट्रीय बाल रंग के दूसरे दिन शनिवार को राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में 22 राज्यों की लोक संस्कृति पर केन्द्रित नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियां देशभर के बच्चों ने दी। इन प्रस्तुतियों में 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की झलक देखने को मिली। बाल रंग में विभिन्न राज्यों के 10 हजार बच्चें अनेक रचनात्मक गतिविधियों में सहभागिता कर रहे हैं।लोक नृत्य बच्चों को एक-दूसरे से जुड़ने का बेहतर माध्यमबाल रंग के दूसरे दिन स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. संजय गोयल बच्चों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालरंग कार्यक्रम मध्यप्रदेश का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों को पढ़ाई के साथ विभिन्न गतिविधियों से सक्रिय रूप से जोड़ने की अनुशंसा की गई है। बाल रंग में शामिल बच्चे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर दूसरे बच्चों के लिये प्रेरणा स्त्रोत बनेंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मानव संग्रहालय की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। बच्चों को संग्रहालय का भ्रमण भी करवाया जाये। सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. गोयल ने इस मौके पर प्रकाशित बाल पत्रिका का विमोचन भी किया।लोक नृत्य की प्रस्तुतियांकार्यक्रम की शुरूआत में पंजाब के बच्चों ने लोक संस्कृति पर केन्द्रित नृत्य की प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में पंजाब की विरासत का बखान था। मध्यप्रदेश के बच्चों ने महाकौशल अंचल के लांगुरिया लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। इसमें ईश्वर की आराधना आस्था के साथ किस तरह से होती है। उसको आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया गया था। कार्यक्रम में मानव संग्रहालय के निदेशक प्रो. अमिताभ पांडे और विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।विकसित भारत प्रदर्शनीबाल रंग में लगाई गई प्रदर्शनी में राजस्थान के स्टॉल में हवा महल, जन्तर-मन्तर, राज्य के परंपरागत वेश-भूषा और वर्ष 2047 में विकसित राजस्थान की कल्पना को मॉडल के जरिये दर्शाया गया। गोवा राज्य के स्टॉल में वहां की संस्कृति, त्यौहार, मछली पालन व्यवसाय और पर्यटन के क्षेत्र में लगातार हो रहे विकास को दर्शाया गया था। इन स्टॉलों में भोपाल के स्कूलों के बच्चों ने मेहनत से मॉडल तैयार किये है। बाल रंग में बच्चों को देश और दुनिया में विज्ञान के क्षेत्र में हो रही प्रगति से प्रदर्शनी के माध्यम से अवगत कराया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में बच्चों ने अपने राज्यों की पट्टिका को लेकर मार्च पास्ट भी किया। बाल रंग के अंतिम दिन 22 दिसम्बर रविवार को प्रात: 10 बजे से गतिविधियों शुरू होंगी और बच्चों को पुरस्कार वितरित किये जायेंगे। कार्यक्रम स्थल में बच्चों का प्रवेश निशुल्क रखा गया है। बच्चों को अपनी शाला के गणवेश के साथ आना होगा।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। पिछले कुछ दिनों जारी कड़ाके ठंड से थोड़ी राहत मिली है। प्रदेश में बर्फीली हवा का असर कम होते ही रात का तापमान 6.9 डिग्री तक बढ़ गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी ठंड का असर और भी कम होगा। लेकिन 25 दिसंबर से तेज सर्दी का दूसरा दौर आएगा। सर्दी से पहले प्रदेश के उत्तरी हिस्से में कोहरे का असर बना रहेगा। आज शनिवार सुबह भी ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और दमोह में कोहरा छाया रहा।मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 दिन तक दिन-रात के तापमान में और भी बढ़ोतरी होगी। ग्वालियर, चंबल, भोपाल, उज्जैन और सागर संभाग में 3 से 4 डिग्री, इंदौर, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री बढ़ सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिम हिस्से में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, एक और सिस्टम 27 दिसंबर से एक्टिव हो रहा है। इनके गुजरने के बाद ठंड का असर बढ़ेगा, क्योंकि पहाड़ों में बर्फबारी होगी। जिससे उत्तरी हवा फिर से चलने लगेंगी।वहीं, गुरुवार-शुक्रवार की रात प्रदेश में तापमान 5 डिग्री के ऊपर रहा। छतरपुर के खजुराहो में सबसे कम 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 6.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 6.5 डिग्री, नौगांव में 6.6 डिग्री रहा। बाकी शहरों में पारा 7 डिग्री से अधिक ही दर्ज किया गया। बड़े शहरों में भोपाल में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 8.2 डिग्री रहा। वहीं, जबलपुर में 10 डिग्री, उज्जैन में 11 डिग्री और इंदौर में तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बता दें कि इस बार दिसंबर महीने में ही ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए।

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भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जनवरी 2024 को शिवपुरी जिले के हातोद ग्राम पंचायत में 2 सहरिया जनजाति की महिलाओं से संवाद किया था, जिसमें पोहरी ब्लॉक की बूड़दा पंचायत की ललिता ने प्रधानमंत्री मोदी से हातोद जैसी आवासीय कॉलोनी खुद की बूड़दा पंचायत में भी बनवाने की गुजारिश की थी। बूड़दा पंचायत के सहरिया जनजाति के लिए ये एक सपना जैसा था जो अब साकार हुआ है। शिवपुरी जिले की चौथी कॉलोनी एवं पोहरी ब्लॉक की पहली जनमन आवासीय कॉलोनी बनकर तैयार हो गई है।जनसंपर्क अधिकारी प्रियंका शर्मा ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि कॉलोनी में 32 सहरिया हितग्राहियो के आवास बनाए गए हैं। इन आवासों की ख़ास बात ये है कि ये आवास शहरों की तर्ज पर डुप्लेक्स जैसे बनाये गए है। इन आवासों में अब विशेष पिछड़ी जनजाति के सहरिया हितग्राही निवास करेंगे। इसके अतिरिक्त इन आवास में घर-घर नल एवं विद्युत कनेक्शन की सुविधा दी गयी है, साथ ही सड़क, सामुदायिक भवन, चौपाल आदि की सुविधा भी दी जाएगी।उन्‍होंने बताया बूड़दा पंचायत की जनमन कॉलोनी की पूर्णता में आ रही समस्त अड़चनों का समयसीमा में निराकरण किया और कॉलोनी की गुणवत्ता के लिए सूक्ष्मता से मॉनिटरिंग की। समस्त जनमन कॉलोनी में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है और आवास बेहद सुन्दर बनाए गए हैं। कॉलोनी का प्रथम आवास पूर्ण करने वाली ललिता का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री मोदी का बहुत धन्यवाद, जिन्होंने हमारे लिए इतनी सुन्दर आवास कॉलोनी बनवाई, उन्होंने हमारे घर का सपना पूरा किया है।कॉलोनी को पूर्ण करने में पोहरी ब्लॉक के सहायक यंत्री, इंजीनियर, सचिव आदि का मुख्य योगदान रहा है। इसके साथ ही राजस्व विभाग द्वारा स्थल चिन्हांकन में योगदान दिया गया। पीएम-जनमन योजना को 15 नवंबर 2023 को बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए शुरू किया गया था। शिवपुरी जिले की जनपद शिवपुरी ने पीएम जनमन योजना में देश का पहला आवास और पहली कॉलोनी बनाकर, देश में प्रदेश का नाम रोशन किया था। साथ ही सर्वप्रथम 100 आवास, एक हजार आवास तथा 2 हजार आवास भी शिवपुरी जिले में पूर्ण किये गये हैं।

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भोपाल । वर्ल्‍ड मेडिटेशन डे के अवसर पर शनिवार, 21 दिसंबर को सूर्य अपनी छह माह की दक्षिण यात्रा का समापन करने जा रहा है। इसके बाद इसकी यात्रा उत्‍तर की ओर आरंभ होगी। यानी, सूर्य इस दिन उत्तरायण हो जाएंगे। इस दौरान दिन इस साल का सबसे छोटा (कम अवधि का) और रात की अवधि सबसे लम्बी होगी।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को विंटर सोलिस्‍टस की इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार, 21 दिसंबर को सूर्य किरणें भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजकर 50 मिनिट पर मकर रेखा पर लबंवत होने जा रही हैं। इसके बाद सूर्य की कर्क रेखा की ओर उत्‍तरायण यात्रा आरंभ होगी। उत्‍तरायण यात्रा आरंभ होने की तारीख को देखते हुए भारत के सहप्रायोजन में संयुक्‍त राष्‍ट्रसंघ ने 21 दिसम्‍बर को विश्‍वध्‍यान दिवस यानी वर्ल्‍ड मेडिटेशन डे घोषित किया है। उन्होंने बताया कि इस खगोलीय घटना के कारण उत्तरी गोलार्द्ध के शहरों में शनिवार को दिन सबसे छोटा और रात सबसे लंबी होगी।   सारिका ने बताया कि विगत छह माह से उत्तरी गोलार्द्ध में अब तक सूर्य दक्षिण दिशा में जाता महसूस हो रहा था, लेकिन अब यह उत्‍तर की ओर जाना आरंभ करेगा। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो शनिवार को दोपहर 2 बजकर 50 मिनिट के बाद सूर्य का उत्तरायण आरंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि विंटर सोलस्टिस की यह खगोलीय घटना 20, 21 ,22 या 23 दिसम्बर को हो सकती है, लेकिन 20 या 23 दिसम्बर को यह कम ही होती है।   सारिका के अनुसार 21 दिसंबर को सूर्योदय और सूर्यास्त का समय एवं दिन की अवधि-   नगर - सूर्यादय - सूर्यास्‍त - दिन की अवधि   रायसेन - 06:56 बजे - शाम 5:38 बजे - 10 घंटे 42 मिनट 03 सेकंड   भोपाल - 06:57 बजे - शाम 5:39 बजे - 10 घंटे 42 मिनट 21 सेकंड   उज्‍जैन - 07:03 बजे - शाम 5:46 बजे - 10 घंटे 42 मिनट 40 सेकंड   नर्मदापुरम - 06:55 बजे - शाम 5:39 बजे - 10 घंटे 44 मिनट 25 सेकंड   हरदा - 06:56 बजे - शाम 5:42 बजे - 10 घंटे 46 मिनट 06 सेकंड   बैतूल - 06:52 बजे - शाम 5:40 बजे - 10 घंटे 47 मिनट 49 सेकंड   खरगोन - 07:01 बजे - शाम 5:41 बजे - 10 घंटे 49 मिनट 33 सेकंड   इंदौर - 07:02 बजे - शाम 5:46 बजे - 10 घंटे 44 मिनट 33 सेकंड   छिंदवाडा - 06:48 बजे - शाम 5:36 बजे - 10 घंटे 47 मिनट 14 सेकंड   जयपुर - 07:11 बजे - शाम 5:38 बजे - 10 घंटे 26 मिनट 52 सेकंड   जोधपुर - 07:21 बजे - शाम 5:50 बजे - 10 घंटे 29 मिनट 32 सेकंड   पटना - 06:31 बजे - शाम 5:03 बजे - 10 घंटे 32 मिनट 30 सेकंड   अंबिकापुर - 06:33 बजे - शाम 5:16 बजे - 10 घंटे 42 मिनट 55 सेकंड   नई दिल्‍ली - 07:09 बजे - शाम 5:28 बजे - 10 घंटे 19 मिनट 17 सेकंड   मुम्‍बई - 07:07 बजे - शाम 6:06 बजे - 10 घंटे 59 मिनट 29 सेकंड  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में हवाओं का रुख बदलने के कारण न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी है। इससे कड़ाके की ठंड से लोगों को काफी राहत मिली है। हालांकि गुरुवार को शहडोल एवं सिवनी में शीतलहर का प्रभाव रहा। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा है। मैदानी क्षेत्रों में सबसे कम 4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अगले 3-4 दिन तक रात का तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ेगा। जबकि ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में कोहरा रहेगा। इसके बाद कड़ाके की ठंड का दौर फिर आएगा।बता दें कि इस सप्ताह पूरे प्रदेश में तेज सर्दी से थोड़ी राहत मिली है। कई शहरों के पारे ने उछाल आया है। इंदौर, धार, गुना, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, नरसिंहपुर, सागर, सिवनी जैसे शहरों में तो पारा 10-11 डिग्री तक पहुंच गया है। दिसंबर के पहले पखवाड़े में यहां तेज सर्दी पड़ी थी। दूसरी ओर, पचमढ़ी, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मंडला, उमरिया, छतरपुर, टीकमगढ़, राजगढ़ में पारा 6-7 डिग्री के नीचे ही चल रहा है।मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि पिछले सप्ताह पूरे प्रदेश में शीतलहर और कोल्ड डे यानी, ठंडे दिन की कंडीशन रही, जो दो-तीन दिन से खत्म हो गई है। इस कारण अगले 3-4 दिन तक रात के तापमान में बढ़ोतरी रहेगी। जिससे ठंड का असर कम रहेगा। उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इसके गुजरने के बाद बर्फबारी होगी। जिससे उत्तरी हवाएं फिर से चलने लगेंगी। इसके बाद प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर फिर से आएगा।आज (शुक्रवार) को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कोहरे का असर रहेगा। दिन में धूप भी खिली रह सकती है। प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी अभी सबसे ठंडा है। यहां बुधवार-गुरुवार की रात में तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहडोल के कल्याणपुर में 3.7 डिग्री, मंडला में 4.5 डिग्री, उमरिया में 5.3 डिग्री, उमरिया में 5.3 डिग्री, नौगांव में 5.4 डिग्री, राजगढ़ में 5.6 डिग्री और टीकमगढ़ में 6.7 डिग्री रहा। रीवा, रायसेन, मलाजखंड, छिंदवाड़ा में 8 डिग्री के नीचे रहा। बड़े शहरों में जबलपुर सबसे ठंडा है। यहां तापमान 5.2 डिग्री रहा। भोपाल-ग्वालियर में 6.4 डिग्री, उज्जैन में 9.8 डिग्री और इंदौर में 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा।  

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उज्जैन । कलेक्टर नीरजकुमार सिंह रोजाना की तरह गुरूवार सुबह दर्शन करने महाकाल मंदिर पहुंचे। नंदी हाल में जब वे दर्शन कर रहे थे तो कुछ श्रद्धालु उन्हे वहां बैठे दिखे। उन्‍होंने पूछा लिया कि आप लोग यहां पर कैसे बैठे हैं? यह जानकारी देते हुए कलेक्टर ने बताया कि श्रद्धालुओं ने जवाब दिया कि उन्हे पुरोहित प्रतिनिधि राजेश भट्ट एवं एक अन्य ने प्रति व्यक्ति ग्यारह सौ रूपए लेकर यहां बैठाया है। उनका कहना था कि वे भगवान महाकाल को जल अर्पित करवाएंगे।   श्री सिंह ने बताया कि यह जानकारी सामने आने के बाद उन्होने उक्त सभी श्रद्धालुओं को महाकाल थाने भिजवाया ताकि वे संबंधित के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सके। यह ठगी का मामला है। इसके साथ ही कलेक्टर ने मोबाइल पर कुछ निर्देश दिए। थोड़ी ही देर में एडीएम अनुकूल जैन,एसडीएम एल एन गर्ग,तहसीलदार,महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ आदि मौके पर पहुंच गए। एडीएम के अनुसार पूछताछ में श्रद्धालुओं ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश से आए हैं।   मनोजकुमार और संजू देवी ने आरोप लगाया कि राजेश भट्ट ने उनसे 6 हजार 6सौ रूपए 6 लोगों के 1100-100 रू. के हिसाब से लिए। इसीप्रकार अहमदाबाद की जीनल एवं योगेश ने बताया कि उनसे 2200 रू. लिए। कलेक्टर ने बताया कि उन्होने राजेश भट्ट एवं एक अन्य को मौके से पकड़ा। आगे की कार्रवाई पुलिस को करना है। इधर मंदिर में इस बात की जानकारी लगने पर हड़कम मच गया। मौके पर कुछ पुजारी-पुरोहित एकत्रित हो गए तो कुछ पुरोहित थाने पर पहुंचे। कुछ लोग कलेक्टर से मिलने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस संबंध में थाने पर कार्रवाई को लेकर उहापोह के हालात देखे गए। इधर एसपी प्रदीप शर्मा से चर्चा करना चाही लेकिन उन्होने मोबाइल फोन रिसिव्ह नहीं किया।

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उज्जैन । मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध तीर्थ नगरी उज्जैन के मंगलनाथ रोड स्थित गंगाघाट श्री मौन तीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज को जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी एक पत्र के जरिए मिली है। प्रयागराज से भेजे गए उर्दू में लिखे इस पत्र में सिर तन से जुदा करने की बात कही गई है। सुमनानंद गिरि को इस तरह का धमकी भरा पत्र पहले भी मिल चुका है। साल 2023 में किसी अज्ञात व्यक्ति ने अखाड़ा परिषद की बैठक के दौरान उन्हें उर्दू में पत्र भेजकर धमकी दी थी।   महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि ने गुरुवार को धमकी भरे पत्र के बारे में बताया कि सगीर अहमद पुत्र रिजवान नाम के व्यक्ति ने नवाब नगर करेली प्रयागराज, यूपी के पते से एक लिफाफे में बंद उर्दू से लिखा पत्र भेजा है। इस पत्र में जान से मारने की धमकी दी गई है। महामंडलेश्वर ने धमकी भरे पत्र की जानकारी पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा को भेजी है और सुरक्षा देने का आग्रह किया है।   चिट्ठी पर लिखा है कि "काफिर (नास्तिक) सुमन आनंद, तू बार-बार नबी की तौहीन (अपमान) करता है। नामुराद, तुम अच्छी तरह जानते हो कि गुस्ताख-ए-रसूल की एक सजा जिस्म से जिस्म को जुदा करना है। तुम बहुत मुनाफिक (पाखंडी) और बदतमीज आदमी हो। तुम्हारी जिंदगी हमारे रहम-ओ-करम पर है। खामोश सफर में आप हमारी जमात (समुदाय) को मुसलसल (लगातार) गुमराह कर रहे हैं और हम आपके लिए कयामत (प्रलय) का इंतजार नहीं करेंगे। वैसे आप खुद एक मरदूद (बहिष्कृत) हैं। अल्लाह ने खुद आपको तोड़ा है, लेकिन शैतान आपके दिमाग में दाखिल होकर आपको धोखा दे रहा है। हम अपने दीन और ईमान की हिफाजत में पूरी तरह मजबूत हैं। राम मंदिर पर एक दिन अजान गूंजेगी। अपने आप को बचा सकते हो, तो बचा लो। इंशाल्लाह हम कामयाब होंगे।"   महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरि ने कहा कि पत्र भेजने वाले व्यक्ति की जानकारी हमें नहीं है। इसके पहले भी कई बार इसी तरह से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से धमकियां मिल चुकी हैं। कुछ लोगों को सनातन का प्रचार-प्रसार रास नहीं आ रहा है। इसलिए इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। शासन-प्रशासन को भी इस बारे में सूचनाएं दी जाती हैं, लेकिन न जाने किस कारण से कोई जवाबदार व्यक्ति संज्ञान नहीं ले रहा है। पुलिस मुख्यालय को भी धमकी भरे पत्र की सूचनाएं दी गई हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी मुलाकात कर सूचना दी थी। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद सुरक्षा देने की बात कही थी। लेकिन उसके बाद कोई रुचि नहीं दिखाई। इसके पहले शिवराज को भी सूचना दी थी।   सुमनानंद गिरि ने कहा कि मैं तो सनातन का काम कर रहा हूं और करता रहूंगा। जब तक शरीर में प्राण हैं, धमकियां मिलती रहेंगी। वे लोग अपना काम कर रहे हैं, मैं अपना काम कर रहा हूं। जिस दिन हमारा समय आ जाएगा उस दिन न सुरक्षा व्यवस्था काम आएगी न कुछ और। ये जरूर है कि उस दिन जिम्मेदार श्रद्धांजलि देने जरूर आएंगे।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में बुधवार से ठंड के तेवर थोड़े नरम पड़े है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों के न्यूनतम तापमान में से दो से तीन डिग्री बढ़ोतरी देखने को मिली है। लेकिन दिसम्‍बर के अंतिम सप्‍ताह फिर से पारा गिरने और ठंड बढ़ने के आसार हैं। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दूसरा दौर 23 से 25 दिसंबर के बीच आएगा। यह जनवरी 2025 तक रहेगा। इससे पहले अगले 4-5 दिन तक प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में कोहरा रहेगा। भोपाल, उज्जैन, जबलपुर में रात का पारा 8-10 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहेगा।मौसम विभाग ने आज गुरुवार को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कोहरा छाने का अनुमान जताया है। बाकी जगहों पर मौसम साफ रहेगा। दिन में तेज धूप हो सकती है। इससे पहले मंगलवार-बुधवार की रात प्रदेश में कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली। रात के पारे में 2 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, कई शहर ऐसे हैं, जहां पारा 5 डिग्री सेल्सियस से कम ही रहा। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 2.4 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में 3.5 डिग्री, उमरिया में 3.8 डिग्री, नौगांव में 4 डिग्री, टीकमगढ़ में 5.3 डिग्री, रीवा में 5.4 डिग्री और राजगढ़ में 5.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।बड़े शहरों की बात करें तो जबलपुर में 5.2 डिग्री, ग्वालियर में 5.4 डिग्री, भोपाल में 6.2 डिग्री, उज्जैन में 10 डिग्री और इंदौर में 11.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। हालांकि, बुधवार को दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत कई शहरों में पारा 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। खंडवा और खरगोन जैसे शहरों में तापमान 30 डिग्री के पार दर्ज किया गया है। प्रदेश में अधिकतम तापमान खंडवा का दर्ज किया गया, जो 31.1 डिग्री रहा। इसके अलावा खरगोन में 30.2 डिग्री, नर्मदापुरम में 29.9 डिग्री, धार 29.5 डिग्री, भोपाल में 26 डिग्री और इंदौर में 28.4 डिग्री दर्ज किया गया।

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सागर, 18 दिसंबर (हि.स.)। सागर जिले के गौरझामर के न्यू बस स्टैंड स्थित दुकानों में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आगजनी की इस घटना में सात दुकानें जलकर पूरी तहर से खाक हाे गई। आग का धुआं उठते देख आसपास के लोग जागे और पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद माैके पर पहुुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।   घटना मंगलवार देर रात करीब दाे बजे की है। गौरझामर बस स्टैंड पर सौरभ पटवा, गौरव पटवा, संतोष पटेल, राजेश खटीक, गुड्‌डा चाट वाले की नाश्ता, सब्जी, दूध डेयरी, जनरल स्टोर समेत अन्य दुकानें है। मंगलवार रात अचानक एक दुकान में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि एक के बाद एक सात दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगी देख मौके पर स्थानीय लोग पहुंचे जिन्होंने सूचना दुकानदारों, पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। सूचना मिलते ही फायर फाइटर गाड़ी मौके पर पहुंची और आग बुझाने की मशक्कत शुरू की। करीब दो से तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आगजनी में 7 दुकानें जलकर खाक हो गईं। आग लगने से दुकानदारों का लाखों रुपया का नुकसान बताया जा रहा है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना का पंचनामा बनाया है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर मामला जांच में लिया है।

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भोपाल । भोपाल के हमीदिया अस्पताल के कर्मचारियों को बड़ा झटका लग सकता है। हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर ली है। बताया जा रहा है कि यहां स्वीकृत पदों से ज्यादा स्टाफ काम कर रहा है। 200 कर्मचारियों को हटाया जा सकता है। ये कौन से कर्मचारी होंगे, अभी तय नहीं है। इसे लेकर मैनेजमेंट ने निजी कंपनी को लेटर जारी किया है।   भोपाल के हमीदिया अस्पताल में वार्ड बॉय, लैब टैक्नीशियन, हाउसकीपिंग स्टाफ की संख्या अधिक है। इस हॉस्पिटल में 1400 कर्मचारियों की स्वीकृति है, लेकिन यहां 1600 के करीब स्टाफ कार्यरत है। अस्पताल में कोविड फंड से अतिरिक्त स्टाफ भर्ती किया गया था। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि शासन से सैक्शन पदों के मुकाबले हमीदिया में 200 कर्मचारी अधिक काम कर रहे हैं। वर्तमान में शासन की ओर से जितने पद सैक्शन हैं, उस आधार पर निर्णय लिया जाएगा।   उधर, हमीदिया अस्पताल में वार्ड बॉय, कंप्यूटर ऑपरेटर और हाउस कीपिंग स्टाफ मंगलवार सुबह से हड़ताल पर चले गए। जीएमसी की डीन डॉ. कविता एन सिंह का कहना है- इनकी सैलरी शुक्रवार या शनिवार तक आ जाएगी। सैलरी में देरी की वजह पैसा नहीं होना है। हमीदिया में अधिक स्टाफ के चलते इन आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। वेतन विसंगति के कारण हॉस्पिटल के कर्मचारी एक हफ्ते में 2 बार हड़ताल कर चुके हैं। इसे देखते हुए अब स्टाफ कम करने या अन्य प्रबंधन को लेकर विचार चल रहा है। हमीदिया अस्पताल में जल्द छटनी हो सकती है।

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उज्जैन । फिल्म अभिनेता उत्कर्ष शर्मा बुधवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे और भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन कर आर्शीवाद लिया। साथ ही नंदी हाल में बैठकर शिव साधना की।     श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार की भस्म आरती में फिल्म अभिनेता उत्कर्ष शर्मा सम्मिलित हुए। उन्होंने अल सुबह करीब 4 बजे भस्म आरती में हिस्सा लिया। वे सभा मंडप में बैठकर बाबा की आरती के साक्षी बने। आरती समाप्त होने के बाद उन्होंने गर्भगृह की चौखट से भगवान महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। दर्शन करने के बाद मीडिया से बातचीेत करते हुए अभिनेता ने कहा कि मंदिर समिति और सरकार ने जो महाकालेश्वर में व्यवस्थाएं की हैं, वह बेहद प्रशंसनीय हैं। मुझे इस मंदिर में आकर अद्भुत अनुभव हुआ। हर किसी को महाकाल की भस्म आरती प्रत्यक्ष रूप से देखना चाहिए। मेरा आप सभी से आग्रह है कि आप भी बाबा महाकाल के दर्शन करने आए और विश्व में सिर्फ एक स्थान जहां पर आपको ऐसी अनुभूति हो सकती है। यहां आकर बाबा महाकाल की भस्म आरती जरूर देखें।   महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन परम्परागत रूप से होने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती में आज फ़िल्म अभिनेता उत्कर्ष शर्मा भी सम्मिलित हुए। भस्म आरती उपरांत पं महेश पुजारी, पुरोहित पीयूष चतुर्वेदी व विपुल चतुर्वेदी द्वारा उत्कर्ष शर्मा के माध्यम से बाबा महाकाल का पूजन सम्पन्न करवाया गया।   बता दें कि उत्कर्ष शर्मा उत्कर्ष शर्मा एक भारतीय अभिनेता हैं और डायरेक्टर अनिल शर्मा के बेटे हैं। इनका जन्म 22 मई 1994 को मुम्बई में हुआ था। इन्होंने अपने फिल्मी जीवन की शुरुआत सबसे पहले ग़दर: एक प्रेम कथा में बाल्य कलाकार के रूप में की थी। जिसमें वह सनी देओल और अमीषा पटेल के बेटे के रूप में दिखाए गए थे। इसके बाद में उन्होनें बड़े होने पर जीनियस में काम किया और उसमें मुख्य भूमिका निभाई थी।

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भाेपाल । राजधानी भाेपाल के ऐशबाग थाना क्षेत्र में मंगलवार काे सड़क किनारे खड़ी एक मारूति वैन में अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद कार में ब्लास्ट हाे गया। धमाके से वैन के टुकड़े लगभग 40 से 50 फीट हवा में उड़े।सूचना के बाद माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।   जानकारी अनुसार ऐशबाग थाना क्षेत्र में फातिमा बी की मस्जिद के पास मंगलवार दाेपहर काे एक मारुति वैन में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और कार में ब्लास्ट हो गया। धमाके से कार के टुकड़े करीब 40 से 50 फीट हवा में उड़े। ब्लास्ट की आवाज सुनकर आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। लोग घरों से बाहर निकल आए। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जानहानि नहीं हुई। सूचना के बाद माैके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आसपास के लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। फिलहाल कार में आग कैसे लगी इसका कारण अज्ञात है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।

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भोपाल । भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 500 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मंगलवार काे एक बार फिर से हड़ताल पर बैठ गए है। आउटसाेर्स कर्मचारियाें के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गई हैं। दरअसल, 3 माह की सैलरी नहीं मिलने के चलते हमीदिया अस्पताल में वार्ड बॉय – टेक्नीशियन सहित अन्य लोग वेतन जारी करने को लेकर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह दूसरी बार है जब हमीदिया अस्पताल के कर्मचारी हड़ताल पर गए, इससे पहले भी उन्होंने सैलरी मिलने के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म की थी। लेकिन वेतन नहीं मिलने पर उन्होंने फिर से हड़ताल शुरू कर दी है।   हमीदिया अस्पताल में वार्ड बॉय, कंप्यूटर ऑपरेटर और हाउस कीपिंग स्टाफ मंगलवार सुबह से फिर हड़ताल पर बैठ गए हैं। दरअसल, हफ्ते भर पहले 10 दिसंबर को 500 से अधिक वार्ड बॉय और टेक्नीशियन हड़ताल पर थे। सुबह 7 बजे से सभी कर्मचारी अस्पताल के सामने धरने पर बैठे थे। हड़ताल के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों के परिजन खुद ही व्हील चेयर और स्ट्रेचर धकाते नजर आए। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि 3 महीने से सैलरी नहीं दी गई है। वह लगातार कंपनी और अस्पताल के अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं। उसके बाद भी उन्हें तनख्वाह नहीं दी जा रही है। उनका कहना है कि हम लोगों को घर बार के खर्च चलाने में भारी परेशानी हो रही है। अगर हमें जल्द सैलरी नहीं दी गई तो हम यहां से कलेक्टर ऑफिस तक रैली निकाल कर प्रदर्शन करेंगे।   कर्मचारियों की मांगें सैलरी हर महीने की 1 से 8 तारीख के बीच मिले। बाकी का बोनस तुरंत दिया जाए और भविष्य में समय पर भुगतान हो। सरकारी छुट्टी मिले और डबल ड्यूटी का भुगतान किया जाए। सभी आउट सोर्स कर्मचारियों को जॉइनिंग लेटर जारी किया जाए।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित पूरा मध्‍य प्रदेश बीते एक सप्‍ताह से शीतलहर की चपेट में है। पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बर्फबारी का असर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। इस बार जनवरी से भी ठंडा दिसंबर है। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मौसम विभाग ने आज मंगलवार को भोपाल, जबलपुर समेत 20 जिलों में कोल्ड वेव यानी, शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है।मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान काफी कम होने से उधर से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ी हुई है। आज मंगलवार को 20 जिलों में शीतलहर चलने का अनुमान है। इनमें से 6 जिले- शाजापुर, आगर-मालवा, सीहोर, रायसेन, मंडला और छतरपुर में पेड़-पौधों की पत्तियों पर बर्फ भी जम सकती है। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अभी दो तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा और ठंड के तेवर तीखे बने रह सकते हैं। उसके बाद हवाओं का रुख पूर्वी तरफ होने से ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। कड़ाके की ठंड की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं।रविवार-सोमवार की रात में इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीती रात की तुलना में 0.9 डिग्री की बढ़ोतरी जरूर हुई है। शहडोल के कल्याणपुर में तापमान 2.3 डिग्री रहा। राजधानी भोपाल में पारे में गिरावट हुई और यह 3.3 डिग्री पर आ पहुंचा। मंडला में 3 डिग्री और उमरिया, शाजापुर के गिरवर में 3.3 डिग्री दर्ज किया गया। राजगढ़, खजुराहो में पारा 5 डिग्री के नीचे ही रहा। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में सबसे ज्यादा 9.6 डिग्री रहा। ग्वालियर-जबलपुर में 5 डिग्री और उज्जैन में 7.5 डिग्री दर्ज किया गया। बाकी शहरों में भी पारा 10 डिग्री के नीचे ही दर्ज किया गया। सोमवार को दिन में भी शीतलहर का असर रहा। जिससे कई शहरों में अधिकतम तापमान लुढ़क गया।  

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भोपाल । उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बीते चार दिनाें से पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। शनिवार को प्रदेश के आधे हिस्से में सर्द हवाएं चलीं। शनिवार-रविवार की रात अमरकंटक और पचमढ़ी में पारा एक डिग्री पर पहुंच गया। वहीं, मौसम विभाग ने रविवार को भोपाल, इंदौर समेत 36 जिलों में शीतलहर और कोल्ड डे का अलर्ट है। मैकल पहाड़ी पर घने जंगल और ऊंचाई पर स्थित प्राकृतिक सौंदर्य स्थल अमरकंटक में एक बार फिर तापमान गिरने से यहां ओंस की बूंदे बर्फ में तब्दील हो गईं। इसी तरह अनूपपुर में रविवार की सुबह सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। वहीं, प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा एक डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। शनिवार-रविवार की रात में यहां रिकॉर्ड ठंड पड़ी। उमरिया में 2.3 डिग्री और मंडला में 2.5 डिग्री दर्ज किया गया। रायसेन-राजगढ़ में 3.8 डिग्री रहा। नौगांव, मलाजखंड, रीवा, खजुराहो, सतना, टीकमगढ़ में तापमान 6 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया। प्रदेश के पांच बड़े शहरों में भोपाल और जबलपुर सबसे ठंडे रहे। भोपाल में 4.2 डिग्री और जबलपुर में पारा 4 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में सबसे ज्यादा 9.4 डिग्री रहा। ग्वालियर में 5.2 डिग्री और उज्जैन में 6.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इधर, मौसम विभाग के रिकॉर्ड की मानें तो ग्वालियर में तो 26 दिसंबर 1961 को तापमान लुढ़ककर माइनस 0.4 डिग्री तक पहुंच गया था। हालांकि अब यह इतिहास ही बन चुका है, क्योंकि इसके बाद ग्वालियर में कभी इतनी सर्दी नहीं पड़ी है। जबलपुर में भी शनिवार का दिन सबसे ठंडा दिन रहा, जबकि शुक्रवार को सर्द सीजन की सबसे सर्द रात रात का न्यूनतम तापमान पहली बार 4.6 डिग्री तक नीचे आ गया। धुंध के बीच बर्फीली हवा से लोग कंपकपा उठे। रात की ठंड का असर सुबह तक बना रहा। रविवार को सुबह से सर्द हवा के झोंके लोगों को झकझोरते रहे। शीतलहर लोगों को ठिठुराती रही। वातावरण में गलाव वाली ठंड महसूस की गई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान मौसम ऐसा ही बना रहेगा। जबलपुर जिले के लिए शीतलहर का आरेंज अलर्ट जारी किया है। भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तर भारत से बर्फीली हवा आ रही है, जो स्ट्रॉन्ग है। इस वजह से पूरा प्रदेश ठिठुर रहा है। रविवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, जबलपुर और शहडोल में ऑरेंज अलर्ट है। जबलपुर और शहडोल में शीतलहर चलेगी, जबकि बाकी जिलों में बर्फ तक जम सकती है। वहीं, मंदसौर, रतलाम, बड़वानी, देवास, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, दमोह, कटनी, उमरिया, सिवनी, मंडला, अनूपपुर, सिंगरौली में शीतलहर चल सकती है। इसके अलावा इंदौर, सीधी, नरसिंहपुर, राजगढ़, बैतूल, धार, उज्जैन, राजगढ़ में कोल्ड डे का अलर्ट है। नीमच में सर्द हवा चलने के साथ कोल्ड डे यानी, ठंडा दिन भी रह सकता है।

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भाेपाल । तानसेन शताब्दी संगीत समारोह के दौरान ऑस्कर विजेता एनीमेशन टीम कलाकार दीपंकर गोस्वामी भारतीय शास्त्रीय संगीत और उसके स्वरों को पेटिंग के रूप में जीवंत करेंगे। ग्वालियर के मोती महल में शास्त्रीय संगीत, कला साधकों और सुरों पर केन्द्रित गोस्वामी की संगीतमय कलाकृतियों की प्रदर्शनी "रागरंग" एक विशेष आकर्षण होगी। रविवार 15 दिसंबर को दोपहर 3:30 बजे मोती महल में प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा, जो 19 दिसम्बर तक लगेगी। प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेंगी। इसमें सभी का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। यह जानकारी शनिवार काे जनसंपर्क अधिकारी अनुराग उइके ने दी।     उन्हाेंने बताया कि यूनेस्को सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर में भारतीय शास्त्रीय संगीत का “रागरंग” प्रदर्शनी के माध्यम से एक नया आयाम देखने को मिलेगा। कलाकृतियों के साथ संगीत संजोए यह प्रदर्शनी एक नया अनुभव प्रदान करेंगी। पंडित भीमसेन जोशी, हरिप्रसाद चौरसिया, बिस्मिल्ला खान साहब, पंडित जसराज, बेगम अख्तर, पंडित रविशंकर, निखिल बनर्जी, राजन-साजन मिश्रा, डागर बंधु, उस्ताद विलायत खान, मल्लिकार्जुन मंसूर, उस्ताद अली अकबर खान आदि के जीवंत पोर्ट्रेट की यह प्रदर्शनी अपने-आप में एक हृदय-स्पर्शी और दुर्लभ अनुभव देगी।     “रागरंग” के जरिए गोस्वामी ने संगीत के विभिन्न रागों को अपने अनूठे दृष्टिकोण और रंगों के माध्यम से चित्रों में ढाला है। इस पहल का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत को न केवल सुनने, बल्कि देखने और महसूस करने का अनुभव देना है। प्रो॰ कीर्ति त्रिवेदी ने चित्रों का संयोजन और प्रस्तुतीकरण किया हैं। तानसेन महोत्सव देशभर के संगीत प्रेमियों और कलाकारों को एक साथ लाने का मंच है। इस साल दीपंकर गोस्वामी की भागीदारी इसे और भी खास बना रही है। मध्यप्रदेश टूरिज़्म बोर्ड द्वारा पुरातत्व संचालनालय के सहयोग से प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।     दीपंकर गोस्वामी-एक परिचय दीपंकर गोस्वामी हालीवुड एनीमेशन इंडस्ट्री के वरिष्ठ स्पेशल इफेक्ट्स निर्देशक हैं। वर्ष 2019 में ऑस्कर अवॉर्ड से सम्मानित फिल्म 'स्पाइडरमैन : इन टु द स्पायडर वर्स' की टीम का हिस्सा रहे है। फ़िल्मों के अलावा वे इलस्ट्रेशन और ग्राफिक डिज़ाइन की विधाओं में भी पारंगत हैं। लास एंजेलेस निवासी दीपंकर पिछले एक दशक से 'रागरंग' श्रृंखला की पेंटिंग बनाने में लगे हुए हैं- जो हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के मूर्त स्वरूप को दर्शाने का एक नूतन प्रयोग है। गोस्वामी हॉलीवुड फिल्मों के कई प्रोजेक्ट्स से जुड़े रहे हैं। इसमें द सी बीस्ट, विवो, किंग्समैन : द गोल्डन सर्कल, स्मर्क्स, द लॉस्ट विलेज, द अमेज़िंग स्पायडर मैन-2, मोआना जैसी फिल्में शामिल हैं।    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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अनूपपुर । इन दिनों पड़ रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तापमान में गिरावट का दौर जारी है। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित प्रदेश का प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में विगत तीन दिनों से शीतलहर की चपेट में है। पूरे अंचल में ठंड का असर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को भी वातावरण में ठंडक घुली रही। दिनभर चली शीतलहर लोगों को झकझोरती रही। रात में भी वर्फीली हवा से लोग कंपकंपाते रहे। मौसम विभाग ने तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई है। अनूपपुर का न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री तक पहुंच सकता है। यानि आने वाले 24 से 48 घंटे हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ सकती हैं। वहीं अमरकंटक में न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री तक पहुंच सकता है। अनूपपुर सहित अंचल पूरा शीतलहर की चपेट में दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड की चपेट में है। शुक्रवार को ठंड के तेवर तीखे रहे। अनूपपुर में अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस होगा। उत्ततर-पूर्व से आ रही हवा में बर्फीली डक घुली रही, जिसके कारण लोगों गलाव वाली ठंड महसूस होती। आग से बचने लोग गर्म कपड़ों - साथ ही अलाव का सहारा लेते दखे। गरीब, बेसहारा कचरा, पन्नी जलाकर ठंड से बचाव की कोशिश करते दिखे। इसी तरह पवित्र नगरी अमरकंटक में अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता हैं। पर्यटकों को आकर्षित करती अमरकंटक की ठंडअमरकंटक क्षेत्र में दिसंबर और जनवरी के माह में सर्वाधिक ठंड का वातावरण रहता है। यहां न्यूनतम तापमान 0 से भी नीचे चला जाता है। अमरकंटक की तरह पुष्पराजगढ़ तहसील क्षेत्र में भी कड़ाके की ठंड है। यह पूरा अंचल आदिवासी है तथा पहाड़ी अंचल होने तथा अमरकंटक के घनघोर जंगल की वजह से यहां भी भारी ठंड बरकरार रहती है। अमरकंटक की ठंड पर्यटकों को आकर्षित करती है, जिससे सर्दियों के मौसम में पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। हालांकि, स्थानीय लोगों के लिए यह मौसम चुनौतियां लेकर आता है। दुकानदार और अन्य स्थानीय लोग अपने दैनिक कामकाज में ठंड से बचने के लिए दुकानों के बाहर अलाव जलाकर गर्मी का सहारा लेते हैं। अमरकंटक और आसपास के गांवों में पिछले कुछ दिनों से ठंड तेजी से बढ़ी है। दिसंबर और जनवरी के महीनों में यहां ठंड अपने चरम पर होती है, और इस बार ठंड समय से पहले शुरू हो गई है। पर्यटकों के लिए यह ठंड रोमांचकारी हो सकती है, लेकिन स्थानीय लोगों को इससे निपटने में काफी कठिनाई होती है। 16 दिसंबर तक सिहराएंगी सर्द हवाएंमौसम विभाग के अनुसार अभी 16 दिसंबर तक ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। पश्चिमोत्तर भारत में सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवा चल रही है, वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के आसपास सक्रिय है जिससे पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों से आ रही सर्द हवा से र प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।  

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खंडवा । मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गुड़ी वन परिक्षेत्र में शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान वन विभाग के अमले पर पथराव की घटना सामने आई है। सरमेश्वर के जंगल में अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए वन विभाग की टीम गई थी। अचानक अतिक्रमणकारीयो ने पत्थर और गोफन से हमला कर दिया। वन विभाग के अधिकारी कुछ समझ पाते इससे पहले ही उन पर एक के बाद एक पत्थर फेंके गए। अचानक हुए हमले में एक वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी वनकर्मियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका उपचार जारी है। जानकारी के मुताबिक, गुड़ी वन परिक्षेत्र में हजारों हेक्टयर वनभूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए वन विभाग की टीम जंगल में दो दिनों से कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार सुबह 46 वनकर्मियों का दल सरमेश्वर वन परिक्षेत्र में नवाड़ की जमीन से कब्जा हटाने के लिए गया था। वन भूमि में प्रवेश रोकने के लिए खंती खोदने का कार्य पोकलेन मशीन से करवाया जा रहा था। इसी दौरान सुबह करीब साढ़े 10 बजे अतिक्रमणकारियों ने वनकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए हमले से वहां भगदड़ मच गई। पथराव में वन रक्षक संजय सिंह तोमर के सिर में पीछे की ओर पत्थर लगने से वह बेहोश हो गया। घटना में पांच-सात अन्य कर्मचारी भी घायल हुए हैं। गंभीर चोट लगने से वन रक्षक सिंह को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। उपवन क्षेत्रपाल चंद्रशेखर सोनी ने बताया कि हम लोग गुड़ी रेंज के वन परिक्षेत्र सरमेश्वर में अतिक्रमण हटाने के उद्देश्य से करीब 46 लोगों का स्टाफ साथ लेकर गए हुए थे। हम वहां पर सीपीटी खुदवा रहे थे, तभी सीताबेड़ी क्षेत्र के कुछ वन अतिक्रमणकारी वहां आए और उन्होंने वन अमले पर पथराव कर दिया। इस हमले में हमारे सरमेश्वर रेंज के वनरक्षक संजय सिंह तोमर घायल हुए हैं। उनके साथ ही 6 और कर्मचारियों को पत्थर लगे हैं। हालांकि उन्हें गंभीर चोट नहीं है।

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बालाघाट । मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान कान्हा में अब महिलाएं भी जिप्सी चलाएंगी और पर्यटकों को कान्हा की सैर कराएंगी। इसी सिलसिले में महिला बाल विकास विभाग, पर्यटन विभाग, प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना, युएन वूमन एवं सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च एंड ट्रेनिंग (कार्ड संस्था) के समन्वय से महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कुल 19 महिलाओं को 10 दिवसीय बैहर स्थित सिंह मोटर ड्राइविंग स्कूल में जिप्सी ड्राइविंग का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें वन स्टॉप सेंटर से 3 हिंसा से प्रभावित महिला, 11 डिस्ट्रिक्ट हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ विमेन पंजीकृत महिलाओं तथा अन्य 5 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया।   बताया गया कि ड्राइविंग का यह निशुल्क प्रशिक्षण विकासखंड बैहर अंतर्गत कान्हा नेशनल पार्क के पास स्थित सिंह मोटर ड्राइविंग स्कूल के माध्यम से दिया जा रहा है। साथ ही प्रशिक्षु महिलाओं का चार पहिया वाहन का लाइसेंस भी बनवाया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से न केवल महिला चार पहिया वाहन चलाना सीखेंगी अपितु समाज में चलित रूढ़िवादी सोच जैसे महिलाएं भारी काम या गाड़ी नहीं चला सकती उसमें भी सकारात्मक बदलाव आएगा।    

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उज्‍जैन/भोपाल  । उज्जयिनी एक महान धार्मिक सांस्कृतिक, साहित्यिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक सिध्द नगरी है। पृथ्वी के नाभिस्थल पर स्थित होने से कुण्डलिनी शक्ति-जागरण के सुविज्ञ योगियों एवं आध्यात्मविदों के लिए यह सफलदायी महत्ती सिध्द भूमि है। यहां पर प्रत्येक 12वें वर्ष में सिंह राशि में गुरू के स्थित होने पर कुम्भ महापर्व का आयोजन सुदीर्घकाल से होता आ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव प्रदेश के साथ-साथ उज्जैन के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं और निरंतर विकास के कार्य कर रहे हैं। उज्जयिनी नगरी का विश्व प्रसिध्द बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक दक्षिणमुखी श्री भगवान महाकालेश्वर का मंदिर उज्जैन की जीवन शैली का केन्द्र बिन्दू है। अवंतिकानाथ भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकाल महालोक बनने के बाद से देश-विदेश से श्रध्दालुओं का अधिकाधिक संख्या में आगमन हो रहा है और निरंतर श्रध्दालुओं की संख्या में वृध्दि हो रही है।जनसंपर्क अधिकारी कपिल मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि मुख्यमंत्री डॉ.यादव की मंशानुरूप भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण-भादौ मास की सवारियों व राजसी सवारी ने सम्पूर्ण भारतवर्ष का ध्यान आकर्षित किया। भगवान श्री महाकालेश्वर का राजसी वैभव व ठाट-बाट देखने देश-विदेश से 1 करोड़ से अधिक श्रध्दालु सिर्फ श्रावण के एक माह में पधारें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशानुसार इस वर्ष सवारी में आकर्षण का केन्द्र देश की विभिन्न जनजातिय दलों के कलाकारों द्वारा लोक नृत्यों की आकर्षक प्रस्तुतियां, पुलिस बैंड द्वारा मधुर धुन की सवारी मार्ग में प्रस्तुति, डमरूवादन का विश्व रिकॉर्ड व राजसी सवारी में भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी रामघाट पहुंचने पर हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा रही। श्रावण मास 22 जुलाई 2024 से 19 अगस्त 2024 में 1 करोड़ से अधिक श्रध्दालुओं ने उज्जैन आकर भगवान श्री महाकाल के देव दर्शन कर श्री महाकाल महालोक को निहारा व सवारियों में सम्मिलित हुए। उज्जयिनी में दिन-प्रतिदिन श्रध्दालुओं की संख्या में वृध्दि होने से उज्जैन, मालवा क्षेत्र का प्रमुख पर्यटन, आर्थिक, सामाजिक केन्द्र बनकर उभरा है। व्यापार के क्षेत्र में बढ़ोतरी होने से नागरिकों को बहुआयामी रोजगार प्राप्त हुए हैं।उन्‍होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप सम्राट विक्रमादित्य के समय का गौरव अवंतिका नगरी पुन: प्राप्त करें इसके लिए सम्पूर्ण भारतवर्ष के साधु-संत-महंत, विद्वानों, चिन्तकों, विचारकों, साहित्यकारों, अनुसंधानकर्ताओं का केन्द्र उज्जैन विभिन्न आयोजनों, सेमीनार, संगोष्ठी, महोत्सवों से सम्पूर्ण वर्ष रहा। क्षिप्रा नदी के पावन तट रामघाट पर चैत्र नवरात्रि गुडी पड़वा के अवसर पर "शिवज्योति अर्पणम" भव्य कार्यक्रम आयोजित कर दीप दान किया गया। विक्रमोत्सव व अखिल भारतीय कालिदास महोत्सव के अंतर्गत विविध सांस्कृतिक, साहित्यिक, धार्मिक व विज्ञान के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में देश-विदेश की महान विभूतियां पधारी और उज्जैन निरंतर वर्ष भर साहित्यकारों, विचारकों, चिंतकों और वैज्ञानिकों का केन्द्र बना रहा।

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अनूपपुर । मध्य प्रदेश का प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक बीते दो दिनों से शीतलहर की चपेट में है। जहां पारा लुढकने से तापमान जमाव बिंदु तीन डिग्री सेल्सियस में पहुंचा गया हैं। उत्तर भारत की सर्द हवाएं अनूपपुर जिले के लोगों को कड़ाके की ठंड का अहसास दिला रहीं है।   सतपुड़ा मैकल अंचल की पहाड़ी वादी पर बसा अमरकंटक अपनी ठंड के लिए देशभर में जाना जाता है। इन दिनों यहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है।लगातार दो दिनों से अमरकंटक की धरा पर घास पर ओस की बूंदे जमी हुई नजर आई। यहां का न्यूनतम तापमान गुरुवार की सुबह 3 डिग्री दर्ज किया गया। अमरकंटक के नर्मदा मंदिर उद्गम कुंड से लेकर रामघाट, कपिलधारा तक के मैदानी क्षेत्र में नर्मदा तट के किनारे घास सफेद हो गई थी, जो सुबह करीब सात बजे तक थी। वाहनों के ऊपर जमीं ओस की बूंदपवित्र नगरी अमरकंटक में शाम की तरह सुबह भी गलन भरी ठंड थी। लोग अलाव जलाए हुए नजर आए। सुबह हल्के कोहरे की धुंध भी थी। सुबह चार पहिया वाहनों में भी ओस जमा हुई थी। कोटि तीर्थ कुंड, रामघाट जहां सुबह से नर्मदा भक्तों का डुबकी लगाने भीड़ लग जाया करती थी, भारी ठंड के चलते लोग बेहद कम नजर आए। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा यहां चहल-पहल बढ़नी शुरू हो गई। जनवरी में रहता सबसे ठंडाअमरकंटक क्षेत्र में दिसंबर और जनवरी के माह में सर्वाधिक ठंड का वातावरण रहता है। यहां न्यूनतम तापमान 0 से भी नीचे चला जाता है। अमरकंटक की तरह पुष्पराजगढ़ तहसील क्षेत्र में भी कड़ाके की ठंड है। यह पूरा अंचल आदिवासी है तथा पहाड़ी अंचल होने तथा अमरकंटक के घनघोर जंगल की वजह से यहां भी भारी ठंड बरकरार रहती है। दो दिनों से पड़ रही तेज ठंडगुरुवार सुबह पुष्पराजगढ़ के ग्रामीण अंचल में पौधों और घास पर सफेद ओस के कारण खर्रा भी पड़ गया था। अमरकंटक से जिला मुख्यालय अनूपपुर की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है, जहां गुरूवार की सुबह 5 से 6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया हैं। ठंड का असर यहां भी दो दिनों से बना हुआ है शाम ढलते ही शीत लहर का प्रकोप शुरू हो जाता। सुबह कंकपाती ठंड से लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित हो जाते। आसमान साफ होते ही पारा लगातार पर गिर रहा है। ऐसे में संभावना है कि अमरकंटक सहित जिले के तापमान में और गिरावट आएगी।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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खरगोन । खरगोन जिले के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा का निधन हो गया है। उन्होंने सुबह 6 बजे भट्टयान बुजुर्ग आश्रम में अंतिम सांस ली। वे 110 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बाबा के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है। उनका अंतिम संस्कार शाम 4 बजे नर्मदा नदी के किनारे भट्टयान के तट पर किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे। बाबा सियाराम, हनुमान जी के परम भक्त थे और हमेशा रामायण का पाठ करते थे।   संत सियाराम बाबा ने बुधवार काे मोक्षदा एकादशी पर सुबह 6.10 मिनट पर प्रभुमिलन हाे गए। बाबा पिछले 10 दिन से बीमार थे। इंदौर के डॉक्टरों ने भी उनका इलाज किया था। मूलतः गुजरात के बाबा यहां कई सालों से नर्मदा भक्ति कर रहे थे। उनके निधन की खबर मिलते ही देशभर में उनके अनुयायियाें में शाेक की लहर है। आश्रम में सियाराम बाबा के अंतिम दर्शन को लोगों की भीड़ लगी है। कुछ दिनों पहले बाबा को निमोनिया की शिकायत पर सनावद के निजी अस्पताल में भर्ती किया था। इसके बाद बाबा की इच्छानुसार उनका आश्रम में ही जिला चिकित्सालय और कसरावद के डॉक्टर भी इलाज कर रहे थे। पिछले दिनों ही उनके निधन की अफवाह फैली थी। प्रशासन ने उस समय ऐसी अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की थी।   बता दें कि सियाराम बाबा अपनी दिनचर्या में लगातार रामायण पाठ करते रहते थे। भक्तों के अनुसार वे 21 घंटों तक रामायण का पाठ करते थे। उन्हें चश्मा भी नहीं लगा था। भक्तों के अनुसार उन्होंने सियाराम बाबा को हमेशा लंगोट में ही देखा है। सर्दी, गर्मी या बरसात वे लंगोट के अलावा कोई कपड़े नहीं पहनते थे।आश्रम पर मौजूद अन्य सेवादारों ने बताया कि उनकी दिनचर्या भगवान राम व मां नर्मदा की भक्ति से शुरू होकर यही खत्म होती थी। बाबा प्रतिदिन रामायण पाठ का पाठ करते और आश्रम पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्वयं के हाथों से बनी चाय प्रसादी के रूप में वितरित करते थे।    

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 2 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भोपाल में दो साल बाद दिसंबर में रात का तापमान 6.9 तापमान दर्ज किया गया। बर्फीली हवाओं की वजह से प्रदेश में एक बार फिर ठिठुरन बढ़ गई है। कई जिलों में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 4-5 दिन शीत लहर का अलर्ट जारी किया गया है।मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इस समय पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। साथ ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फ गिरने से सर्दी बढ़ी है। जिससे 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं। इन दोनों सिस्टम की वजह से मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग ने अगले 4-5 दिन ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। आज बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में शीत लहर यानी सर्द हवाएं चलने का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रह सकता है।मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को जबलपुर, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, नरसिंहपुर और सिवनी में भी सर्द हवाएं चलेंगी। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पचमढ़ी में 1.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। एक रात पहले यह 3.5 डिग्री सेल्सियस था यानी एक ही रात में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी तापमान नीचे आया है। यह भोपाल में 6.9 डिग्री, इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी के अलावा रायसेन, गुना, उमरिया, मंडला और नौगांव में टेम्परेचर 6 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। रायसेन में 4.8 डिग्री, गुना-उमरिया में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री और नौगांव में 5.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।दिन के तापमान की बात करें तो भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.1 डिग्री, ग्वालियर में 23.2 डिग्री, उज्जैन में 23.5 डिग्री और जबलपुर में 22.0 डिग्री रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां पारा 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह बैतूल में 22.7 डिग्री, धार में 23.1 डिग्री, रायसेन में 22.4 डिग्री, रतलाम में 23.2 डिग्री, शिवपुरी में 25 डिग्री, दमोह में 24 डिग्री, खजुराहो में 23.8 डिग्री, नौगांव में 24 डिग्री, रीवा में 22.5 डिग्री, सागर में 23.4 डिग्री, सतना में 23 डिग्री, सीधी में 21.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 23 डिग्री, उमरिया में 23.6 डिग्री और मलाजखंड में पारा 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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उज्जैन । महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति द्वारा बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य पर जूना महाकाल परिसर स्थित यज्ञ शाला में हवन, पूजन इत्यादि का आयोजन किया गया। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने आहुति दी। प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी भी सम्मिलित हुए। अंतराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा किये जा रहे आयोजन में श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्यायों के वाचन के साथ यज्ञ आहुति भी दी जा रही है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में बर्फीली हवाओं के चलते सोमवार रात से कड़ाके की ठंड पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसकी वजह से कई जिलों के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। भोपाल, इंदौर-ग्वालियर समेत प्रदेश के कई शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। पचमढ़ी में पारा सबसे कम है। अगले 24 घंटे में तापमान और भी लुढ़केगा। वहीं, 11 दिसंबर से प्रदेश में कोल्ड वेव यानी, सर्द हवाएं भी चलने लगेगी। सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत कई शहरों में दिन के पारे में 2 से 4 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, 11, 12 और 13 दिसंबर को धार, गुना-अशोकनगर में कोल्ड वेव चलेगी। आम तौर पर दिसंबर के आखिरी सप्ताह में कोल्ड वेव चलती है, लेकिन जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फ गिरने से सर्दी बढ़ी है। मौसम विभाग ने बताया कि जेट स्ट्रीम हवाएं 12.6 किमी ऊंचाई पर 277 किमी प्रतिघंटा के हिसाब से चल रही है। इससे मध्‍य प्रदेश में भी ठिठुरन है। आने वाले दिनों में हवा की ऊंचाई कम हो जाएगी। जिससे पूरे प्रदेश में सर्दी का असर बढ़ जाएगा। अगले 48 घंटे के दौरान दिन-रात के तापमान में गिरावट हो सकती है। खासकर रात में पारा 2-3 डिग्री तक लुढ़क सकता है। इससे कई शहरों में टेम्प्रेचर 10 डिग्री के नीचे पहुंच जाएगा।सोमवार - मंगलवार की रात में प्रदेश के सभी शहरों में तापमान में गिरावट हुई। सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां 5.5 डिग्री की गिरावट के बाद तापमान 3.5 डिग्री पर आ गया। भोपाल में 4.5 डिग्री की गिरावट हुई और तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी खासी गिरावट हुई है। रात में इंदौर में 8.7 डिग्री, ग्वालियर में 8.5 डिग्री, उज्जैन में 10 डिग्री और जबलपुर में 7 डिग्री तापमान रहा। इसी तरह रायसेन, राजगढ़, नौगांव, उमरिया ऐसे शहर रहे, जहां पारा 7 डिग्री से नीचे रहा।प्रदेश में दिन के तापमान में भी खासी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को भोपाल में दिन में 4.4 डिग्री की गिरावट के बाद पारा 23.4 डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा। इंदौर में भी 4.6 डिग्री पारा नीचे चला गया। इससे यह 22.9 डिग्री दर्ज किया गया। ग्वालियर में 24.8 डिग्री, उज्जैन में 24.5 डिग्री और जबलपुर में 26.4 डिग्री रहा। वहीं, बैतूल में 23.5 डिग्री, गुना में 24.7 डिग्री, पचमढ़ी में 20.8 डिग्री, रायसेन में 23.2 डिग्री, रतलाम में 25.5 डिग्री, शिवपुरी में 24.2 डिग्री, नौगांव में 25.2 डिग्री, रीवा में 26.2 डिग्री, सागर में 26.4 डिग्री, सतना में 26.7 डिग्री, सिवनी में 26 डिग्री, सीधी में 24.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 26 डिग्री, उमरिया में 26.3 डिग्री और मजालखंड में पारा 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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भोपाल । भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में 7 से 11 दिसंबर 2024 तक आयोजित 39वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में मध्य प्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी के एथलीट विनोद सिंह ने बालक अंडर-20 वर्ग के 5000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया। विनोद ने 14:12.67 मिनट के प्रदर्शन के साथ न केवल स्वर्ण पदक जीता, बल्कि नई मीट रिकॉर्ड भी बनाई। यह जानकारी मंगलवार को जनसंपर्क अधिकारी दुर्गेश रायकवार ने दी।उन्‍होंने बताया कि इसी इवेंट में अकादमी के एक अन्य प्रतिभाशाली एथलीट विकास कुमार बिंद ने 14:13.52 मिनट के प्रदर्शन के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया, जो पिछले मीट रिकॉर्ड से बेहतर था। गौरतलब है कि यह पूर्व रिकॉर्ड भी अकादमी के एथलीट सुनील डावर के नाम था, जिन्होंने 14:13.95 मिनट का समय दर्ज किया था।इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने विनोद सिंह, विकास कुमार बिंद और उनके प्रशिक्षकों एस.के. प्रसाद एवं संदीप सिंह को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, "यह प्रदर्शन प्रदेश के खेल इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ता है। राज्य एथलेटिक्स अकादमी के एथलीटों की इस उपलब्धि से हमें अपार गर्व हुआ है।"मध्य प्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी निरंतर उत्कृष्टता के नए आयाम स्थापित कर रही है और यह सफलता न केवल एथलीटों की मेहनत का प्रमाण है, बल्कि प्रशिक्षकों की अद्वितीय तैयारी और मार्गदर्शन का भी परिणाम है।  

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ग्वालियर । ग्वालियर में रविवार देर रात एक प्लास्टिक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग शहर के औद्योगिक क्षेत्र बाराघाटा क्षेत्र में संचालित एक प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री लगी थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की तीन दर्जन गाड़ियाें ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग इतनी बड़ी थी कि उसने पड़ोस की फैक्ट्री को भी अपनी ज़द में लेना शुरू कर दिया था। इसकी लपटे दूर से ही देखी जा सकती थी। आसमान में काले धुएं का गुब्बार बन गया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।   जानकारी के अनुसार ग्वालियर में झांसी रोड पर विक्की फैक्ट्री इलाके में गत्ता-प्लास्टिक फैक्ट्री में रविवार रात भीषण आग लग गई। रात 11 बजे फैक्ट्री से लपटें उठती देख चौकीदार और आसपास रहने वालों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी। तब तक पुलिस और दमकल की टीम मौके पर पहुंची आग का दायरा बढ़ चुका था। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की तीन दर्जन गाड़ियां लगाई गईं। इसके अलावा 5 फोम स्प्रिंकलर गाड़ियों को भी लगाया गया। गत्ता, प्लास्टिक के अलावा फैक्ट्री में केमिकल होने की वजह से आग तेजी से फैल रही थी। कड़ी मशक्कत के बाद देर रात करीब 3.30 बजे आग पर काबू पाया जा सका। आग की वजह से फैक्ट्री पूरी तरह से जलाकर खाक हो गई। दो मंजिला इस फैक्ट्री में प्लास्टिक का सामान तैयार करने के लिए कच्चा माल तैयार किया जाता था। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में भारी मात्रा में प्लास्टिक का दाना और केमिकल मौजूद था। इसकी वजह से फैक्ट्री की आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो गया। यह फैक्ट्री शहर के बड़े कारोबारी पप्पू गुप्ता की बताई जा रही है। वे भी मौके पर पहुंचे थे। इसके अलावा आसपास जिन लोगों की फैक्ट्रियां हैं, वे भी आग लगने की खबर पाते ही आ गए।   ग्वालियर नगर निगम उपायुक्त एवं अग्निशमन अधिकारी अतिबल सिंह यादव ने कहा, "बाराघाटा में मुस्कान प्लास्टिक फैक्ट्री में आग लगी। इस आग में करीब 4 बच्चे और एक महिला फंसी हुई थीं, जिन्हें जिसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हो सकता है, आग लगने का कारण या तो कोई रोटी बना रहा हो या किसी ने बीड़ी फेंक दी हो क्योंकि ये प्लास्टिक की जगह है उसी से हो सकता है कि आग लगी हो। कोई जनहानि नहीं हुई है। वही आग पर काबू पाने के बाद ही नुकसान का आंकलन किया जा सकेगा।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। सोमवार से अधिकांश जिले में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ने वाली है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे बाद कड़ाके की सर्दी का अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से कल से न्यूनतम तापमान में कमी आने की संभावना हैं। हालांकि जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं आंशिक बादल छाए रह सकते हैं।मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर 12.6 किमी की ऊंचाई पर 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। यहां पर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव हो रहा है। इस वजह से बर्फ पिघलेगी और फिर हवा की रफ्तार तेज हो जाएगी। जिसका असर प्रदेश में अगले 24 घंटे बाद यानी 10 दिसंबर से देखने को मिलेगा। दरअसल, वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण उत्तरी इलाकों और पहाड़ों पर मौसम बदलेगा। इस दौरान पहाड़ों पर बर्फबारी भी होगी। ऐसा होने पर बर्फ पिघलने के बाद बर्फीली हवा मध्य प्रदेश में आएगी। जिससे भोपाल-इंदौर समेत पूरे प्रदेश में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक पारा गिर जाएगा। वहीं, रविवार को प्रदेश के पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई। इससे दिन के तापमान में भी गिरावट आयी है।प्रदेश के तापमान की बात करें तो रविवार को रीवा में अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री, सतना में 26 डिग्री, सीधी में 24.4 डिग्री, मलाजखंड में 25.8 डिग्री, पचमढ़ी में 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 27.8 डिग्री, इंदौर में 27.5 डिग्री, ग्वालियर में 26.7 डिग्री, उज्जैन में 28 डिग्री और जबलपुर में 28.3 डिग्री तापमान रहा। रात में ग्वालियर-राजगढ़ शहर सबसे ठंडे हैं। शनिवार-रविवार की रात में यहां पारा 9.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शाजापुर के गिरवर में 9.7 डिग्री, खजुराहो में 10.2 डिग्री, चित्रकूट-नौगांव में 10.3 डिग्री, पचमढ़ी में 10.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारे में गिरावट देखने को मिली है। ग्वालियर का रात का न्यूनतम तापमान सबसे कम 9.3 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा भोपाल में 12.1 डिग्री, उज्जैन में 12.8 डिग्री जबलपुर में 13.8 डिग्री और इंदौर में 14.3 डिग्री दर्ज हुआ।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में तूफान ‘फेंजल’ अब बेअसर हो चुका है। वहीं हवाओं का रुख भी उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी की ओर हो गया है। सर्द हवाओं के असर से प्रदेश में एक बार फिर सर्दी बढ़ने लगी है। वहीं, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से के जिलों में अगले 24 घंटे में बारिश की संभावना हैं। जबलपुर समेत 13 जिलों में बारिश हो सकती है। जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में बर्फीली हवाएं चलेंगी और भोपाल, इंदौर-उज्जैन में ठंड का असर रहेगा।मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण उत्तरी इलाकों और पहाड़ों पर मौसम बदल सकता है। इस दौरान पहाड़ों पर बर्फबारी भी हो सकती है। ऐसा होने पर बर्फ पिघलने के बाद बर्फीली हवा प्रदेश में आएगी। वहीं, अगले 24 घंटे में पूर्वी हिस्से में बारिश हो सकती है। जिसमें जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, कटनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल और सिंगरौली में कहीं-कहीं बारिश होने का अलर्ट है। पूर्वी हिस्से में जहां बारिश और बादल रहेंगे वहीं, उत्तर और पश्चिमी हिस्से में ठंड का असर बढ़ जाएगा। बर्फीली हवाएं ग्वालियर-चंबल में सीधे आएंगी, जिससे यह ठिठुर सकता है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन में भी तेज ठंड का असर रहेगा।पिछले तीन-चार दिन की राहत के बाद प्रदेश एक बार फिर रात का तापमान लुढ़क गया है। शुक्रवार-शनिवार की रात 12 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे रहा। शहडोल के कल्याणपुर, नौगांव में 8 डिग्री, सिंगरौली के देवरा और रीवा में 8.2 डिग्री, सतना के चित्रकूट और शिवपुरी के पिपरसमा में 8.5 डिग्री, राजगढ़ में 9 डिग्री, टीकमगढ़ में 9.1 डिग्री, खजुराहो में 9.2 डिग्री, उमरिया में 9.4 डिग्री, पचमढ़ी में 9.6 डिग्री और सतना में 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुना, सीधी, रायसेन और मंडला में तापमान 12 डिग्री से नीचे ही रहा। बड़े शहरों में भी रात के तापमान में गिरावट हुई है। इसके बाद भोपाल में 11.2 डिग्री, इंदौर में 16.3 डिग्री, ग्वालियर में 10.1 डिग्री, उज्जैन में 13.8 डिग्री और जबलपुर में 11.1 डिग्री दर्ज किया गया।

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इंदौर । मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में फिल्म अभिनेता और सिंगर दिलजीत दोसांझ के रविवार शाम को होने वाले कंसर्ट का विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। इस कंसर्ट के लिए दिलजीत शनिवार को ही इंदौर पहुंच गए थे। रविवार सुबह उन्होंने 56 दुकान पहुंचकर पोहा और जलेबी का लुत्फ उठाया। इस दौरान फैंस का हुजूम लग गया। दिलजीत ने सभी का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इसके बाद वे पलासिया स्थित सेल्फी पाइंट पर साइकलिस्ट से मिले। उन्होंने सुबह साइकिल चलाने और सेहत बनाने का संदेश दिया। उन्होंने साइकिल चला रही महिला को शो में आने का निमंत्रण भी दिया। रविवार शाम 7 बजे बायपास स्थित सी-21 एस्टेट ग्राउंड पर होने वाले लाइव कसंर्ट में दिलजीत प्रस्तुति देंगे। दिलजीत के कंसर्ट के विरोध में रविवार सुबह 11.30 बजे विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने यहां सड़क पर बैठकर नशे को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रम को तत्काल रोकने की मांग की और धरना देकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बजरंग दल के विभाग मंत्री यश बचानी ने कहा कि आयोजन स्थल पर शराब कंपनी का विज्ञापन किया जा रहा है। हमारी मांग है कि सभी विज्ञापन, होर्डिंग्स तत्काल हटवाए जाएं। उन्होंने कहा कि बजरंग दल का प्रतिनिधिमंडल आयोजन स्थल पर पुलिस अधिकारियों और व्यवस्थापकों के साथ निरीक्षण करके आया है। मंच के चारों तरफ शराब और बियर कंपनियों के बड़े-बड़े स्टॉल लगे हैं। मांसाहारी व्यंजनों के स्टॉल लगे हैं। खुले परिसर में बजरंग दल किसी भी मनोरंजन का विरोध नहीं करता है लेकिन शहर की संस्कृति से छेड़छाड़ को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इधर, दिलजीत के कंसर्ट स्थल पर करीब एक हजार की संख्या में पुलिसकर्मी और आयोजक समिति के वॉलंटियर मौजूद हैं। यहां कुल चार गेट हैं। इनमें से गोल्डन गेट पर ही 200 से ज्यादा वॉलंटियर हैं। एक किलोमीटर दूर से ही वाहनों को चेक किया जा रहा है। बीच-बीच में बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पुलिसकर्मियों को हिदायत दी गई है कि बिना पास के किसी को भी एंट्री न दें और न ही सोशल मीडिया पर यहां से किसी को कुछ पोस्ट करने दें। ट्रैफिक पुलिस ने कंसर्ट में आने वाले लोगों से अपील की है कि वे खाली मैदान में बनाई गई पार्किंग में ही गाड़ियां खड़ी करें। अगर गाड़ियां मेन रोड पर पार्क की जाती हैं, तो कार्रवाई की जाएगी।

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भोपाल । ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता के लिए भोपाल में ‘रन भोपाल रन 2024’ का आयोजन रविवार सुबह टीटी नगर स्टेडियम से किया गया। ‘रन भोपाल रन’ की शुरू हुई,यह दौड़ 10 किलोमीटर की रही। जिसमें हजारों की संख्या में शहर वासियों ने भाग लिया। खास बात ये है कि इस जागरूकता दौड़ में शहर के सभी आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया। इस आयोजन में तीन कैटेगरी में दौड़ हुईं, जिसमें 21 किमी. 10 किमी व 5 किमी की दौड में लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम में शहर की महापौर मालती राय और मंत्री विश्वास सांरग भी मौजूद रहे।   दौड़ सुबह 5.30 बजे टीटी नगर स्टेडियम से शुरू हुई, मुख्य द्वार से जैन मंदिर होते हुए प्लेटिनम प्लाजा, अटल पथ, जवाहर चौक, भारत माता चौराहा, स्मार्ट रोड, पॉलिटेक्निक चौराहा, यू-टर्न लेते हुए स्मार्ट रोड, भारत माता चौराहा तक पहुंची। , जवाहर चैक, अटलपथ, प्लेटिनम प्लाजा होते हुए टीटी नगर स्टेडियम में समाप्त हुई। बता दें कि इस आयोजन के लिए कुल रजिस्ट्रेशन करीब 11 हजार से अधिक हुए, जिसमें 1000 से अधिक लोगों ने 21 किमी., 2500 से अधिक ने 10 किमी और करीब 7500 ने 5 किमी की कैटेगरी में भाग लिया। इससे पहले टीटी नगर स्टेडियम में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग की मौजूदगी में “रन भोपाल रन” कार्यक्रम में शामिल हुए और हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर विधायक भगवान सबनानी और आयोजन समिति मौजूद रही।      

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निवाड़ी/भोपाल । बुंदेलखंड की अयोध्या कही जाने वाली मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में स्थित ऐतिहासिक नगरी ओरछा इन दिनों भगवान श्री रामराजा सरकार के विवाहोत्सव के उल्लास में डूबी हुई है। शुक्रवार देर शाम कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने सपत्नीक दूल्हे सरकार की पूजा की। इसके बाद बारात को श्री रामराजा मंदिर से जनकपुरी के लिए रवाना किया गया। इस दौरान मंत्री प्रहलाद पटेल, प्रभारी मंत्री नारायण कुशवाहा, विधायक अनिल जैन मौजूद थे। रामराजा की बारात राजसी बुंदेली ठाठ-बाट और गाजे-बाजे के साथ शहर से होते देर रात जनकपुरी पहुंची। रामराजा सरकार की बारात जब मन्दिर से बाहर निकली तो हर तरफ राम सिया के जयघोष हो रहे थे। हर कोई दूल्हा बने रामराजा सरकार की एक झलक पाने के लिए आतुर दिखा। पहले दिन गणेश पूजन के बाद राजसी अंदाज में प्रतिभोज का आयोजन किया गया था जिसमें भी हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। शुक्रवार को जगह-जगह बुंदेली विवाह गीतों के गायन के साथ श्री रामराजा सरकार दूल्हा बनकर देर रात जनकपुरी पहुंची, जहां रात में भगवान रामराजा सरकार का माता जानकी के साथ बुंदेली परम्पराओं और राजसी वैभव के साथ विवाह संपन्न होगा। विवाहोत्सव में सभी रस्में अदा करने के बाद शनिवार, 7 दिसंबर को सुबह कुंवर कलेवा के साथ विवाह महोत्सव का समापन होगा। 500 पुरानी है परंपरा रामराजा की नगरी ओरछा एक ऐसी जगह है, जहां भक्त और भगवान के बीच राजा और प्रजा का सम्बन्ध है। इसलिए ओरछा के परिकोटा के अन्दर सिर्फ रामराजा को ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। ओरछा की सीमा के अन्दर मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री समेत कोई भी अति विशिष्ट व्यक्ति गार्ड ऑफ ऑनर नहीं लेता है। इस तरह की 500 वर्ष पुरानी एक नहीं, ओरछा में अनेक परंपराएं जीवंत हैं। परंपराओं की इसी शृंखला में प्रतिवर्ष रामराजा विवाह की वर्षगांठ का तीन दिवसीय आयोजन ठेठ बुन्देली राजसी अंदाज में मनाया जाता है। खजूर की पत्तियों का मुकुट पहनाते हैं बारात में दूल्हा के रूप में विराजमान रामराजा सरकार की प्रतिमा को पालकी में बैठाया जाता है। उनके सिर पर सोने का मुकुट नहीं, बल्कि आघम बुन्देली दूल्हों की तरह खजूर के पेड़ की पत्तियों का मुकुट पहनाया जाता है। पालकी के एक ओर छत्र तथा दूसरी ओर चंवर को देखकर सैकड़ों वर्ष पुराने बुन्देली राजसी वैभव की याद ताजा हो जाती है। पालकी के आगे बुन्देली अंदाज में मशालीची मशाल लेकर चलते हैं। नगर भम्रण के बाद बारात रामराजा की ससुराल विशम्भर मंदिर (जानकी मंदिर) पहुंचती है। बुंदेली गीतों से गूंज उठती हैं गलियां जहां बारातियों के भव्य स्वागत के साथ द्वारचार की रस्म पूरी होती है। इस दौरान नगर की गली-गली बुन्देली वैवाहिक गीतों से गूंज उठती है। इस तीन दिवसीय समारोह के पहले दिन गणेश पूजन, दूसरे दिन मण्डप व प्रीतिभोज का आयोजन किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पूरे वर्षभर ओरछा के लोग अपने राजा को अपने यहां वैवाहिक समारोह व प्रीतिभोज में आमंत्रित कर प्रीतिभोज देते हैं, लेकिन वर्ष में एक बार रामराजा सरकार के यहां प्रीतिभोज कार्यक्रम में 50 हजार लोग भाग लेते हैं और भगवान का प्रसाद ग्रहण करते हैं, वहीं साल में एक दिन राजा अपनी प्रजा का हालचाल जानने मंदिर के बाहर आते हैं। इस दौरान भक्त अपने राजा का घरों के बाहर खड़े होकर राजतिलक करते हैं। इसमें देशी व विदेशी सैलानी भी आते हैं। ढोल-नगाड़े, ताशे-बाजे के बीच अनोखी बारात में पूरे नगर को दूधिया रोशनी से नहलाया जाता है। निवाड़ी पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया ने बताया कि राम बारात को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बारात व्यवस्था में भी 100 पुलिस के जवान तैनात थे। एक लाख दीपों से जगमगाई ओरछा नगरी ओरछा धाम में श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव में एक लाख दीपों से पूरे नगर को जगमग किया गया है।

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सिंगरौली । मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपराछापी में शनिवार को फूड प्वाइजनिंग से 10 से अधिक छात्र-छात्राएं बीमार हो गए। इन छात्रों ने दोपहर में मध्यान भोजन में दाल-चावल और सब्जी खाई थी, जिसके बाद उनके शरीर में दर्द और अन्य लक्षण दिखाई दिए। सबसे ज्यादा प्रभावित कक्षा आठ के छात्र-छात्राएं रहे। घटना के बाद छात्र-छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत पर चिकित्सकों की टीम नजर बनाए हुए हैं। कुछ बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिला कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री, एसडीएम सृजन वर्मा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल में मौजूद हैं और स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहे हैं। थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार भी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं, ताकि फूड प्वाइजनिंग की वजह का पता चल सके।

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रतलाम/भोपाल । मध्य प्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन पर अप यार्ड में शनिवार को सुबह करीब 9 बजे एक पैसेंजर ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में पैंसेजर ट्रेन का एक कोच मालगाड़ी के कोच पर चढ़ गया। रेलवे का सायरन बजते ही दुर्घटना रिलीफ ट्रेन मौके पर पहुंची। डीआरएम रजनीश कुमार, कलेक्टर राजेश बाथम, एसपी अमित कुमार समेत जिला व रेलवे प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। दरअसल, यहां कोई ट्रेन हादसा नहीं हुआ था, बल्कि ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए रेलवे ने मॉकड्रिल कराई थी।   रेलवे द्वारा जानकारी दी गई कि रतलाम मंडल ने जिला प्रशासन के सहयोग से यहां ट्रेन दुर्घटना की स्थिति में समय पर पहुंचने के लिए मॉकड्रिल की। दिल्ली-मुबंई रेल लाइन से कुछ दूरी पर ट्रेन हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य का पूरा सीन रिक्रिएट किया। सुबह से रेलवे का सायरन लगातार बजता रहा। हर कोई अपने स्तर पर जानकारी जुटाने में लग गया कि आखिर रेल दुर्घटना कहां हुई है। स्टेशन पर दुर्घटना रिलीफ ट्रेन पहुंची। रेलवे का तकनीकी अमला पूरी तैयारी के साथ डीजल शेड के आगे अपयार्ड के पास पहुंचा। भोपाल से आई एनडीआरएफ की टीम ने कोच को काटकर और कोच के विंडो के कांच फोड़कर यात्रियों को बाहर निकालने का प्रयास किया। डीआरएम रजनीश कुमार, कलेक्टर राजेश बाथम, एसपी अमित कुमार ने मौके पर पहुंचकर हर एक पहलु को देखा। अधिकारी दुर्घटना वाले कोच में भी गए। मौके पर स्वास्थ्य कैंप, रेलवे दुर्घटना राहत कैंप भी बनाया गया। एनडीआरएफ की टीम ने अपने संसाधनों के साथ इस मॉकड्रिल में भाग लिया।   रतलाम रेल मंडल के डीआरएम रजनीश कुमार ने बताया कि ट्रेन हादसे में राहत एवं बचाव कार्य करते हुए पूरी मुस्तैदी से जांची गई है। जिला पुलिस और रेलवे द्वारा संयुक्त रूप से यह देखा गया कि क्या सुधार किया जा सकता है। पूरी टीम कार्य में लगी हुई है। दो माह से इसकी की तैयारी की जा रही थी।   वहीं, रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया कि रेलवे द्वारा मॉकड्रिल की गई है। सभी एजेंसियों ने मिलकर यह सीन को रिक्रिएट किया है। राज्य एजेंसी मिल कर एक्सरसाइज कर रहे हैं। इसके बाद आपस में सभी के अनुभव साझा किए जाएंगे, ताकि पता चल सके दुर्घटना के बचाव के समय किन कमियों को दूर कर क्या सुधार किया जा सकता है?

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पन्‍ना । हीरा का शहर कहे जाने वाले पन्‍ना में हीरा नीलामी का शुक्रवार तीसरा और अंतिम दिन था जिसमें आज के हीरा नीलामी के आकर्षण का केंद्र 69.32 कैरट का रहा है। जो 2 करोड़ 21 लाख 72 हजार 800 मे व्ही एस एसोसिएट सत्येंद्र ने सर्वाधिक बोली लगाकर अपने नाम नीलाम कराया।   जिला खनिज अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय में तीन दिवसीय हीरा नीलामी की प्रक्रिया शुक्रवार को संपन्न हो गई। नीलामी में 230.81 कैरेट वजन के 86 नग हीरों का विक्रय 5 करोड़, 38 लाख, 62 हजार 233 रूपए में किया गया। इससे 61 लाख 94 हजार 156 रूपए की राजस्व रायल्टी भी प्राप्त होगी।   हीरा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार 69.32 कैरेट वजन के 41 नग हीरों का शासकीय बोली प्राप्त न होने के कारण इन्हें आगामी हीरा नीलामी में रखा जाएगा। हीरा नीलामी में सबसे महंगा हीरा 32.80 कैरेट वजन का 6 लाख 76 हजार रूपए के भाव से कुल 2 करोड़ 21 लाख 72 हजार 800 रूपए में विक्रय किया गया। नीलामी में 300.13 कैरेट वजन के 127 नग हीरों का प्रदर्शन किया गया था।    

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उज्जैन । उच्च न्यायालय ने महाकाल मंदिर प्रशासक ओर राज्य सूचना आयुक्त आदि को नोटिस जारी करते हुए आठ हफ्तों में नोटिस का जवाब मांगा है। मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ के अनुसार माननीय उच्च न्यायालय ने पूछा है कि याचिकाकर्ता को सूचना के अधिकार के तहत जानकारी क्यों नहीं दी गई? अन्य बिंदुओं पर भी जानकारी मांगी गई है।   चर्चा में प्रशासक श्री धाकड़ ने बताया कि सारिका गुरू ने महाकाल मंदिर प्रबंध समिति से जनवरी, 22 में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी कि महाकाल मंदिर परिसर में स्थित 40 मंदिरों में पुरोहितों की और महाकाल मंदिर में 300 कर्मचारियों की नियुक्ति किस अधिकार के तहत की गई और उसका मापदण्ड क्या था? तत्कालिन प्रशासक ने उक्त जानकारी गोपनीय होने का वास्ता देकर नहीं दी थी। इसके बाद 7 फरवरी,23 को सारिका गुरू ने राज्य सूचना आयुक्त के यहां अपील की तो वहां से 30 अक्टूबर,23 को जवाब दिया और इसे गोपनीय आदि बताते हुए जानकारी नहीं दी गई थी। इसी आधार पर सारिका गुरू ने माननीय उच्च न्यायालय में नवंबर,24 में याचिका लगाई।   प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने 3 दिसंबर को सुनवाई करते हुए राज्य सूचना आयुक्त,जिला प्रशासन,महाकाल मंदिर प्रशासक तथा लोक सूचना अधिकारी को नोटिस जारी करते हुए आठ हफ्ते में जवाब मांगा है। श्री धाकड़ के अनुसार नोटिस की प्रति में चाही गई जानकारी अनुसार मंदिर प्रबंध समिति के कानूनी सलाहकार द्वारा जवाब बनाया जाएगा ओर माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष में प्रस्तुत किय जाएगा।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में फेंजल तूफान की वजह से पिछले दो दिन से बादल छाए हुए थे। इस कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई। जिससे लोगों को थोड़ी ठंड से राहत मिली। लेकिन अब अगले 2 दिन यानी 48 घंटे बाद मौसम फिर से करवट बदलेगा और रात में तेज ठंड का दौर शुरू होगा। जबकि पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में बारिश होने की संभावना हैं। बता दें कि पिछले दो दिन से मौसम का मिला-जुला असर है। दिन में गर्मी है जबकि रात में भी पारा 6 से 8 डिग्री तक बढ़ा है। मौसम विभाग का कहना है कि 6 और 7 दिसंबर को भी ऐसा ही मौसम रहेगा लेकिन फिर मौसम बदल जाएगा।मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से पूर्वी हिस्से में बारिश होने की संभावना है। वहीं, 48 घंटे बाद रात के पारे में गिरावट हो सकती है, लेकिन दिन में तापमान 26 डिग्री से अधिक ही रहेगा। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि पूर्वी हिस्से के संभाग में बारिश होती है तो भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग में तेज ठंड पड़ेगी। फि‍लहाल, अभी उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। यह हवाएं ग्वालियर-चंबल में सबसे ज्यादा असर कर रही है। सर्द हवाओं की वजह से इन दोनों ही संभाग में रात का तापमान ज्यादा लुढ़का हुआ है। जब हवा की ऊंचाई कम होगी, तब प्रदेश में सर्द हवाओं से ठंड का असर और भी बढ़ जाएगा।गुरुवार को भोपाल, गुना, नर्मदापुरम, उज्जैन, खजुराहो, मंडला, सिवनी और उमरिया में पारा 30 डिग्री से अधिक रहा। मंडला, सिवनी और नर्मदापुरम में तो टेम्प्रेचर 31 डिग्री या इससे अधिक पर पहुंच गया। इंदौर में गुरुवार को दिन का तापमान दो डिग्री बढ़कर 29.9 पर पहुंच गया। जबकि रात का तापमान 1 डिग्री कम हुआ है, जो 16.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि बुधवार-गुरुवार की रात ग्वालियर समेत प्रदेश के 13 शहरों में रात का तापमान 12 डिग्री से नीचे रहा। शिवपुरी के पिपरसमा में पारा 9.7 डिग्री रहा। वहीं, राजगढ़, अशोकनगर के आंवरी, छतरपुर के नौगांव, खजुराहो, शहडोल के कल्याणपुर, ग्वालियर, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, रीवा, टीकमगढ़, बालाघाट के मलाजखंड और रायसेन में 12 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 13.8 डिग्री, इंदौर में 17.1 डिग्री, ग्वालियर में 11, उज्जैन 16.7 और जबलपुर में 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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इंदौर । मध्य प्रदेश की सड़कों पर अब 12 साल से ज्यादा पुरानी स्कूल बसें नहीं दौड़ सकेंगी। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने प्रदेश में स्कूल बसों के हादसों को गंभीरता से लेते हुए गाइडलाइन जारी की है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिए कि मध्य प्रदेश मोटर व्हीकल एक्ट-1994 में स्कूल बस रजिस्ट्रेशन, संचालन व प्रबंधन के लिए नियमों का प्रावधान किया जाए। आरटीओ, डीएसपी-सीएसपी ट्रैफिक इन गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाएं। कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि 12 साल पुरानी स्कूल बसें नहीं चलाई जा सकेंगी। बसों में स्पीड गर्वनर, जीपीएस और सीसीटीवी कैमरा अनिवार्य रूप से लगवाएं। ताकि पालक मोबाइल एप से ट्रैक कर सकें। उच्च न्यायालय में सात वर्ष पहले हुए दिल्ली पब्लिक स्कूल बस हादसे को लेकर चल रही अलग-अलग जनहित याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करते हुए बुधवार देर शाम जस्टिस विवेक रुसिया और जस्टिस बिनोद कुमार द्विवेदी की युगलपीठ ने यह फैसला सुनाया है और गुरुवार को मीडिया को जारी हुआ है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि मोटर व्हीकल एक्ट में भी स्कूल बसों के लिए अलग से कोई गाइडलाइन नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि जब तक मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन कर स्कूल बसों के लिए अलग से प्रावधान नहीं जोड़े जाते, तब तक कोर्ट खुद ही गाइडलाइन बना दे। इसमें 22 बिंदुओं को शामिल किया है। कोर्ट ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को गाइडलाइन का पालन करवाने की जिम्मेदारी सौंपी है। सात साल पहले हुई थी चार बच्चों की मौत गौरतलब है कि इंदौर में सात साल पहले पांच जनवरी 2018 को डीपीएस की बस छुट्टी के बाद बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। शहर के बायपास रोड पर बस अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर फांदते हुए दूसरे लेन में चल रहे ट्रक से जा टकराई। हादसे में चालक स्टियरिंग पर फंस गया। उसने वहीं दम तोड़ दिया। हादसे में चार बच्चों की भी मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य बच्चे घायल हो गए। ऑटो में नहीं बैठा सकेंगे तीन से ज्यादा बच्चे कोर्ट द्वारा जारी गाइडलाइन में राज्य शासन को आदेश दिए गए हैं कि वह मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन करे। जब तक ऐसा नहीं होता यह गाइडलाइन लागू रहेगी। साथ ही उनका पालन कराने की जिम्मेदारी संबंधित जिले के आरटीओ और ट्रैफिक सीएसपी, डीसीपी की होगी। वहीं पीएस स्कूल शिक्षा विभाग, संबंधित जिले के कलेक्टर, एसपी इस मामले में ध्यान देंगे कि इनका पालन हो और इन गाइडलाइन को लेकर जागरूकता फैलाई जा सके। आदेश में यह भी कहा गया है कि ऑटो में तीन से ज्यादा स्कूली बच्चे नहीं बैठेंगे। ड्राइवर सहित कुल चार ही सवारी होंगी। अभिभावक मोबाइल एप पर देख सकेंगे बस की स्थिति जस्टिस विवेक रुसिया और जस्टिस विनोद कुमार द्विवेदी ने गाइडलाइन के साथ ही आदेश दिए हैं कि हर सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल और निजी स्कूल, शैक्षणिक संस्थान में ऑनर, प्रिंसिपल व अन्य जिम्मेदार व्यक्ति हर बस के लिए एक व्हीकल इंचार्ज नियुक्त करेगा। जो बस के परमिट, लाइसेंस, फिटनेस ड्राइवर के क्रिमिनल रिकॉर्ड व अन्य बातों पर नजर रखेगा। कोई भी घटना होने पर उन्हें ही सीधे जिम्मेदार माना जाएग। हाईकोर्ट ने यह भी आदेश दिए हैं कि हर बस में सीसीटीवी और जीपीएस भी होना चाहिए। इससे अभिभावक मोबाइल एप पर हर बस की स्थिति देख सकें। बस में मेल, फीमेल टीचर भी होना चाहिए, जो बच्चों के बस में आने-जाने को देखेगा। ड्राइवर का लगातार मेडिकल चैकअप भी किया जाएगा। मुआवजे का मुद्दा जनहित याचिका में नहीं उठाया जा सकता इसके साथ ही बस दुर्घटना में मरने वालों और घायलों को उचित मुआवजा दिए जाने का मुद्दा भी जनहित याचिका में उठाया गया था। साथ ही प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई थी, लेकिन इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि मुआवजे का मुद्दा जनहित याचिका में नहीं उठाया जा सकता। इसलिए इस पर विचार नहीं किया जाएगा। जहां तक प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की बात है, तो उस समय पहले से ही मामला दर्ज था, इसलिए इन दो बिंदुओं पर विचार नहीं किया जा रहा है। लेकिन स्कूली बसों और ऑटो में बच्चों की सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश जरूर जारी किए जा रहे हैं। हाईकोर्ट के दिशा-निर्देश का किया जाएगा पालन इस संबंध में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि स्कूल बस के मामले में हाई कोर्ट के जो भी दिशा-निर्देश हैं, उनका पालन किया जाएगा। कोर्ट की गाइडलाइन - स्कूल बस को पीले रंग से रंगा जाएगा और वाहन के आगे और पीछे स्कूल बस या आन स्कूल ड्यूटी लिखवाना होगा। स्कूल बस के बाहर दोनों तरफ स्कूल के वाहन प्रभारी का नाम, पता एवं टेलीफोन, मोबाइल नंबर लिखा होगा। स्कूल बसों की खिड़कियों पर शीशों पर रंगीन फिल्म नहीं लगेगी। प्रत्येक स्कूल बस में फर्स्ट एड बाक्स और अग्निशमन यंत्र होगा। प्रत्येक स्कूल बस में आपात स्थिति से निपटने में प्रशिक्षित एक परिचारक होगा। ड्राइवर के पास स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस और पांच वर्ष का अनुभव होना चाहिए। ऐसे ड्राइवर जिन्होंने एक वर्ष में दो से ज्यादा बार सिग्नल जंप किया है, वे स्कूल बस नहीं चला सकेंगे। जिस व्यक्ति का तेज गति से या शराब पीकर गाड़ी चलाने का एक बार भी चालान बना है वह भी स्कूल बस नहीं चला सकेगा। स्कूल प्रबंधन इस संबंध में ड्राइवर से शपथ पत्र लेगा। - प्रत्येक स्कूल बस में सीट के नीचे स्कूल बैग रखने की जगह होगी। प्रत्येक बस में स्पीड गवर्नर लगा होगा। स्कूल बस में दाहिनी ओर एक आपातकालीन दरवाजा और गुणवत्ता वाला लाकिंग सिस्टम होगा। प्रेशर हार्न नहीं लगाया जाएगा। रात में स्कूल बसों के अंदर नीले बल्ब लगाना होंगे। कोई भी स्कूल बस 12 वर्ष से अधिक पुरानी नहीं होगी। छात्रों को लाने-ले जाने में लगे आटो में चालक सहित चार से अधिक व्यक्ति नहीं बैठ सकते हैं। प्रत्येक स्कूल बस में एक जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम और एक सीसीटीवी कैमरा होगा। अभिभावक वाहन को मोबाइल एप के माध्यम से ट्रैक और देख सकेंगे।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में चक्रवात फेंजल का असर देखा जा रहा है। फेंजल तूफान के चलते हवाओं ने उत्तर पूर्वी और पूर्वी क्षेत्र का रुख किया है, जिससे बुधवार को राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में बादल छाए रहे। बादल छाने से तापमान में वृद्धि हुई है। इससे प्रदेशवासियों को फिलहाल ठंड से राहत मिली है।मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि फेंजल तूफान की वजह से पूरे प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहा। इस कारण रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। तूफान का असर अगले 2 दिन तक और रह सकता है। इसके बाद रात का तापमान तेजी से लुढ़कने लगेगा। वहीं, पिछले कुछ दिनों से बर्फीली हवाओं के कारण मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में दिन में ठंडक बढ़ गई है। यहां दिन के पारे में 3 डिग्री की गिरावट हुई है।मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में उत्तरी हवाओं की रफ्तार बढ़ गई है। औसत 8 से 12 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। वहीं, पश्चिम-उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 268 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं। हवा की ऊंचाई जैसे ही कम होगी, प्रदेश में ठिठुरन और भी बढ़ जाएगी। जिसके असर से दिन-रात के तापमान में खासी गिरावट देखने को मिल सकती है।तापमान की बात करें तो रात में ग्वालियर-चंबल में सबसे ज्यादा ठंड है। मंगलवार-बुधवार की रात में ग्वालियर में तापमान 11.4 डिग्री दर्ज किया गया। भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया में भी तापमान लुढ़का रहा। दूसरी ओर, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, जबलपुर समेत अन्य शहरों में तापमान बढ़ गया है। प्रदेश के 9 शहर ही ऐसे रहे, जहां तापमान 12 डिग्री से कम रहा हो। इनमें शिवपुरी के पिपरसमा, टीकमगढ़, छतरपुर का खजुराहो, नौगांव, शहडोल का कल्याणपुर, अशोकनगर के आंवरी, नरसिंहपुर, रायसेन शामिल हैं। जबकि भोपाल में 15.8 डिग्री, इंदौर में 18.4 डिग्री, ग्वालियर में 11.4 डिग्री, उज्जैन में 16.5 डिग्री और जबलपुर में 12.6 डिग्री सेल्सियस रहा।मौसम विभाग का कहना है कि अगले 15 दिन तक मौसम में ऐसा ही उतार-चढ़ाव होता रहेगा। कड़ाके की ठंड का दौर 20 दिसंबर से शुरू होगा, जो जनवरी तक बना रहेगा। इन्हीं 40 दिनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव यानी, सर्द हवाओं की भी स्थिति बन सकती है।

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भोपाल । मध्यप्रदेश की 'अयोध्या' और भगवान श्रीराम राजा सरकार की नगरी ओरछा में हर साल की तरह इस बार भी श्रीराम जानकी विवाह उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। श्री रामराजा मंदिर के साथ ही पूरे नगर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। आज से श्रीराम राजा सरकार के विवाह उत्सव की मुख्य रस्में शुरू होने जा रही हैं। ओरछा में भगवान श्रीराम-जानकी विवाह की परम्परा 450 वर्षों से चली आ रही है। इसी परम्परा के अनुसार, यहां श्रीराम-जानकी विवाह उत्सव की प्रमुख रस्में सात दिसंबर तक चलेंगी।आज पहले दिन हल्दी और मंडप की रस्म के साथ विशाल भंडारे का आयोजन होगा। छह दिसंबर को भगवान की बारात निकलेगी तथा रात में विवाह संपन्न होगा और सात दिसंबर को सुबह कुंवर कलेवा के साथ महोत्सव का समापन होगा। विवाह बुंदेली रीति-रिवाज से होगा।ओरछा तहसीलदार और व्यवस्थापक सुमित गुर्जर ने बताया कि इस बार श्रीराम राजा सरकार के विवाह उत्सव कार्यक्रम में आज यहां एक भंडारा है, जिसमें हम करीब 70 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। अगले दिन बारात निकाली जाएगी। यह बारात नगर का भ्रमण करते हुए राम जानकी मंदिर पहुंचेगी। राम जानकी मंदिर में दूल्हा बने श्री रामचंद्र जी का तिलक किया जाएगा और यहीं पर वैवाहिक रस्मों में पांव पखराई और कुमार कलेवा भी किया जाता है। श्रीराम राजा सरकार के विवाह उत्सव में देश और दुनिया से आने वाले भक्त भी बाराती बनकर बारात में शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि सजावट तो पूरे ओरछा नगर की कराई जा रही है। विशेष रूप से बारात मार्ग को दुल्हन की सजाया गया है।रामराजा मंदिर के बाहर फूल-मालाओं और इलेक्ट्रिक झालरों को लटकाकर सुंदरता से सजाया गया है। प्रभु श्रीराम और माता जानकी के विवाह के उत्साह का आकर्षक और मनमोहक डिजिटल कार्ड तैयार किया गया है। आम शादियों की तरह राम जानकी विवाह का निमंत्रण भेजा गया है। मंदिर समिति के विशिष्ट अधिकारियों द्वारा इन कार्ड को चारों तीर्थ स्थलों, 12 ज्योतिर्लिंगों और अयोध्या धाम सहित देश के प्रमुख मठों और मंदिरों तक पहुंचाया गया है।गौरतलब है कि भगवान राम और सीता माता का विवाह मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को हुआ था, जिसे विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ओरछा नगरी में घर-घर जाकर मंगलगायन के साथ तिलक की रस्म अदा की जाती है। मंडप में भोज भी आयोजित किया है और हजारों श्रद्धालु एक-दूसरे को हल्दी लगाकर नाचते-गाते हुए विवाह की रस्मों का आनंद लेते हैं। रात्रि में भगवान श्रीरामराजा सरकार की बारात मंदिर से निकलती है, जो पूरे नगर में एक धार्मिक उल्लास का माहौल बना देती है। ओरछा में श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव में रात्रि आठ बजे भगवान श्रीरामराजा सरकार की बारात धर्म ध्वजा और विद्युत सजावट के साथ निकलती है। बारात में धार्मिक कीर्तन मंडली और रामधुन के साथ भक्तगण शामिल होते हैं। नगर के हर द्वार पर दूल्हा बने राजाराम का पारंपरिक बुंदेली वैवाहिक मंगल गीत गायन करते हुए तिलक किया जाता है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लंबे इंतजार के बाद पर्यटक अब चीतों का दीदार कर सकेंगे। बुधवार को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस मनाया गया। इस दौरान बड़े बाड़े में कैद 24 चीतों में से दो नर चीतों अग्नि और वायु को कूनो प्रबंधन के अधिकारियों ने खुले जंगल में छोड़ा। विशेषज्ञों ने जंगल में उनके विचरण, सुरक्षा, भोजन आदि को लेकर अंतिम चर्चा के बाद यह निर्णय लिया। कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर. थिरुकुराल ने बुधवार शाम को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिलहाल सभी चीते पूरी तरह से स्वस्थ हैं। कूनो के बाड़े में 12 वयस्क और 12 शावक यानी कुल 24 चीते थे, जिनमें से दो को खुले जंगल में रिलीज कर दिया गया है। अब बाड़े में कुल 22 चीते हैं। इन्हें भी कूनो प्रबंधन के अधिकारी क्रमबद्ध तरीके से रिलीज करेंगे। खुले जंगल में छोड़े जाने के बाद अब ये चीते रफ्तार में भाग सकेंगे और अपने पसंद के जानवर का शिकार कर अपना पेट भर सकेंगे। चीतों को खुले जंगल में छोड़ने का फैसला स्टीयरिंग कमेटी करती है। सिंह परियोजना के निदेशक एवं क्षेत्र के डीएफओ उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि बुधवार को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के पारोंद वन क्षेत्र में चीते छोड़े गए हैं। यह क्षेत्र अहेरा पर्यटन क्षेत्र का हिस्सा है। ऐसे में पर्यटकों को सफारी के दौरान चीतों को देखने का अवसर मिल सकता है। उन्होंने बताया कि इससे पहले अग्नि-वायु, गौरव-शौर्य, आशा, वीरा सहित कुल नौ चीतों को जंगल में छोड़ा जा चुका है। पिछले साल जुलाई और अगस्त में कुछ चीतों की मौत व संक्रमण के मामले सामने आने के बाद सभी चीतों को वापस बाड़े में बंद कर दिया था। छह माह पहले पवन व वीरा चीता का जोड़ा जंगल में छोड़ा था। वीरा के मुरैना व ग्वालियर क्षेत्र तक गांव में पशुओं के शिकार करने के बाद वापस बाड़े में ले जाना पड़ा था। पवन की बरसाती नाले में डूबकर मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही सभी चीतों बाड़े में ही बंद थे। अग्नि और वायु उम्र में अधिक बड़े और मजबूत चीतों में से हैं, इसलिए पहले इन्हें छोड़ा गया है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा चीता परियोजना के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर 20 चीते कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाए गए थे। इनमें नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सिंतबर 2022 को अपने जन्म दिन के अवसर पर कूनो के बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद फरवरी 2023 में 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे। इनमें से आठ चीतों की मौत हो चुकी है। वहीं, यहां मादा चीतों द्वारा जन्म दिए गए 12 शावक को विशेषज्ञों की निगरानी में बाड़ों में रखा गया है, जो एक से डेढ़ साल के होने वाले हैं।  

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उज्जैन । महाकालेश्वर मंदिर में लड्डू प्रसाद के लिए लगाई गई एटीएम वेंडिंग मशीन प्रारंभ हो गई है। इसका लोकार्पण तीन दिन पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नड्डा तथा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने किया था। बुधवार को यह जानकारी देते हुए मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि लड्डू प्रसाद वेंडिंग एटीम मशीन द्वारा क्यूआर कोड स्कैन कर भुगतान करने के बाद प्रसाद के कूप से लड्डू का पैकेट मशीन से बाहर निकलेगा। मंदिर समिति ने कोयंबटूर की 5जी टेक्नोलॉजी कंपनी से यह ऑटोमेटिक मशीन ली है। इसकी लागत करीब ढाई लाख रूपए आई थी। उन्होने बताया कि इस मशीन से श्रद्धालु 100 ग्राम, 200 ग्राम और 500 ग्राम लड्डू के पैकेट प्राप्त कर सकेंगे। यह हाईटेक सुविधा देश के किसी भी अन्य मंदिर में फिलहाल उपलब्ध नहीं है।  

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भोपाल । दिसंबर का महीना आते ही मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने थोड़ा ब्रेक ले लिया है। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, ‘फेंगल’ के असर से प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए हुए हैं, तो कहीं बर्फीली हवाओं की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार 20 दिसंबर से प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 'फेंगल' तूफान की वजह से प्रदेश में बादल छाए हुए हैं और रात का तापमान 6 डिग्री तक बढ़ गया है। दूसरी ओर, बर्फीली हवाओं की वजह से ग्वालियर-चंबल ठिठुर रहे हैं। अगले 2-3 दिन तक तूफान का असर रहेगा। बादल छाए रहेंगे और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। इसके बाद पूरे प्रदेश में फिर से सर्दी बढ़ जाएगी। मौसम विभाग का कहना है कि जब भी बादल रहते हैं तो रात के तापमान में गिरावट की बजाय बढ़ोतरी होती है। इस समय भी ऐसा ही मौसम है। पिछली 2 रात से भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत कई शहरों में पारे में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, ठिठुरन की वजह सर्द हवाएं हैं। अभी प्रदेश में औसत 8 से 10 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उत्तरी हवाएं चल रही हैं।मंगलवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्से यानी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल समेत कई जिलों में बादल छाए रहे। मालवा-निमाड़, बुंदेलखंड, बघेलखंड में भी बादल रहे, जबकि मालवा-निमाड़ में भी कभी बादल तो कभी मौसम साफ रहा। सोमवार-मंगलवार की रात प्रदेश के कई शहरों में रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। उज्जैन में तो 6.2 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद तापमान 16 डिग्री पर आ गया। भोपाल में 4.3 डिग्री, इंदौर में 3.3 डिग्री, पचमढ़ी-सागर में 3 डिग्री, रायसेन में 3.4 डिग्री, दमोह में 3.2 डिग्री, उमरिया में 2.1 डिग्री तक टेम्परेचर बढ़ गया। नौगांव में 8.1 डिग्री, पिपरसमा में 9 डिग्री, टीकमगढ़ में 9.5 डिग्री, रीवा में 10 डिग्री रहा। नरसिंहपुर, खजुराहो, रायसेन, सतना, खंडवा, राजगढ़, खरगोन, सीधी में भी पारा 12 डिग्री से नीचे ही रहा।बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 12.8 डिग्री, इंदौर में 16.5 डिग्री, ग्वालियर में 10.7 डिग्री, उज्जैन में 16 डिग्री और जबलपुर में तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में इस बार 20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का दौर आएगा, जो जनवरी तक बना रहेगा। इन्हीं 40 दिनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव यानी, सर्द हवाएं की भी स्थिति रह सकती है। सबसे ज्यादा ठंड उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग में रहेगी। वजह बर्फीली हवाएं सीधे आना है। दूसरे पखवाड़े में ही मावठा यानी, बारिश भी हो सकती है।  

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देवास । मध्य प्रदेश के देवास जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम दुर्गापुरा में एक खेत में मंगलवार को आठ मोर मृत अवस्था में मिले हैं। खेत मालिक की सूचना पर वन विभाग की टीम पशु चिकित्सक व पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और पंचनामा बनाकर मृत मोरों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी है। क्षेत्र के डीएफओ पीएन मिश्रा ने बताया कि मंगलवार सुबह सूचना मिली थी कि ग्राम दुर्गापुर के एक खेत में आठ मौर मृत हालत में पड़े हुए हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मृत मोर के आसपास सर्चिंग भी, लेकिन प्रारंभिक जांच में शिकार होने संबंधी कुछ भी साक्ष्य नहीं मिले हैं। जिस खेत में मोर मृत मिले, वह टमाटर का खेत था। वन विभाग ने मोरों द्वारा कुछ रासायनिक पदार्थ खाने की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि मोराें की मौत आज सुबह होना ही प्रतीत हो रही है। इन मोराें में पांच मादा और तीन उनके बच्चे हैं। प्रथम दृष्टया मौत के कारण की पुष्टि नहीं हो पा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो सकता है। खेत में करंट जैसा भी कुछ नहीं दिख रहा और न ही कोई शिकार जैसी बात सामने आ रही है। पोस्टमार्टम के बाद मृत मोरों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। आसपास की सभी वस्तुओं के सैंपल लेकर राज्य स्तरीय लैब पहुंचाए जाएंगे। एसओपी के तहत पीएम के बाद शवदाह करने के बाद रिपोर्ट वन मुख्यालय भेजी जाएगी।  

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भोपाल  । स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त तरुण राठी ने प्रदेश के सभी निजी चिकित्सालयों (नर्सिंग होम) को निर्देश दिए हैं कि वे अपने अस्पताल में प्रदायित सभी चिकित्सकीय सेवाओं की दर सूची (रेट लिस्ट) प्रमुखता से प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नागरिकों के हितों की रक्षा करते हुए उन्हें बेहतर और पारदर्शी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिये यह महत्वपूर्ण है।   जनसंपर्क अधिकारी अंकुश मिश्रा ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि निजी चिकित्सालयों में काउंटर पर दर सूची का प्रदर्शन अनिवार्य है। रोगी या उनके परिवारजन द्वारा मांग करने पर दर सूची दिखाना अस्पताल प्रबंधन का दायित्व भी होगा। इसके अलावा, यदि किसी अस्पताल को दर सूची में संशोधन करना हो, तो इसकी लिखित सूचना मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को देना आवश्यक है। संशोधित दर सूची को भी प्रमुखता से प्रदर्शित करना होगा। इसका उद्देश्य रोगियों के अधिकारों की रक्षा करने और स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता लाना है।   उन्‍होंने बताया कि यह निर्देश म.प्र. उपचर्यागृह तथा रूजोपचार संबंधी स्थापनाएं अधिनियम, 1973 और नियम, 1997 (यथासंशोधित 2021) के नियम 17 के अनुसार जारी किए गए हैं। सभी निजी चिकित्सालयों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे इन प्रावधानों का पालन करें। आयुक्त राठी ने समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को इसके अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। दर सूची के बिना अतिरिक्त शुल्क लेना नियमों का उल्लंघन है, मनमानी शुल्क वसूलने की घटनाओं को रोकने के लिए सतत निरीक्षण करने के आयुक्त ने निर्देश दिये हैं।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में सर्दी ने रफ्तार पकड़ ली है। राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। अब मौसम विभाग ने चक्रवात फेंगल की वजह से आज मंगलवार को प्रदेश के 7 जिलों में बारिश की संभावना जताई है। वहीं, ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभागों में रात के तापमान में गिरावट आएगी। जबकि भोपाल, इंदौर और जबलपुर को ठंड से थोड़ी राहत मिलेगी। वहीं पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में तापमान बढ़ेगा।मौसम विभाग के अनुसार, 'फेंगल' तूफान के असर से मध्य प्रदेश के बैतूल, छिंदवाड़ा समेत 7 जिलों में मंगलवार को बारिश के आसार हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग में रात में तेज ठंड रहेगी जबकि इंदौर, भोपाल और जबलपुर संभाग में ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है। प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्से में रात का तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। अगले 24 घंटे में बैतूल, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा जिलों में कहीं-कहीं बादल और बारिश की स्थिति बनी रहेगी। इन जगहों पर हवा की रफ्तार भी आम दिनों की तुलना में 3 से 4 किमी प्रतिघंटा तक बढ़ी हुई रहेगी। मौसम विभाग का कहना है कि 4 दिसंबर को भी ऐसा ही मौसम रहेगा।मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी भारत के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव है। इस वजह से पहाड़ों में बर्फबारी होगी और उत्तरी हवाएं मध्य प्रदेश में तेजी से आएंगी, जिससे पूरे प्रदेश में दिन-रात में ठंड बढ़ने का अनुमान है। तापमान की बात करें तो इंदौर में पिछले 24 घंटे में दिन के तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस का इजाफा हुआ है। सोमवार को यहां दिन का तापमान 27.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। उज्जैन में भी बीती रात न्यूनतम तापमान में 7 डिग्री सेल्सियस का उछाल आया। यहां पारा 16 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले रात में 9.8 डिग्री टेम्परेचर रिकॉर्ड किया गया था।रविवार-सोमवार की रात में शाजापुर के गिरवर में पारा 5.9 डिग्री, छतरपुर के नौगांव में 7.8 डिग्री, सीहोर में 7.9 डिग्री, राजगढ़ में 8 डिग्री, टीकमगढ़ में 9.3 डिग्री, रायसेन में 9.4 डिग्री, पचमढ़ी-रीवा में 9.8 डिग्री रहा। खंडवा, खरगोन, रतलाम, खजुराहो, सतना, उमरिया, गुना, दमोह, नरसिंहपुर, धार, सागर और सीधी में तापमान 12 डिग्री से नीचे ही रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में तापमान 8.5 डिग्री, इंदौर में 13.2 डिग्री, ग्वालियर में 10.9 डिग्री, उज्जैन में 9.8 डिग्री और जबलपुर में 11 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार को दिन में भी कई शहरों में तापमान में गिरावट देखी गई।

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वर्ष 1984 में दो-तीन दिसंबर की रात को हुई विश्व की भीषणतम औद्योगिक त्रासदी को लोग अब तक भूल नहीं पाए हैं। अब भी यहां के लोग इसका दंश झेलने को मजबूर हैं। यूनियन कार्बाइड कारखाने से जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट का रिसाव हुआ और हजारों लोग मौत के मुंह में चले गए थे। मंगलवार, 3 दिसंबर को इस भीषणतम त्रासदी की 40वीं बरसी है, लेकिन अब तक न तो पीड़ितों को न्याय मिल पाया है और न ही यूनियन कार्बाइड परिसर में पड़े कचरे को नष्ट नहीं किया जा सका है। निकट भविष्य में भी इसके निपटान की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।   विषैली गैस के सम्पर्क में आने वाले लोगों के परिवारों में इतने वर्षों बाद भी शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम बच्चे जन्म ले रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गैस त्रासदी से 3787 की मौत हुई और गैस से करीब 5,58,125 लोग प्रभावित हुए थे। हालांकि कई एनजीओ का दावा रहा है कि मौत का यह आंकड़ा 10 से 15 हजार के बीच था। बहुत सारे लोग कई तरह की शारीरिक अपंगता से लेकर अंधेपन के भी शिकार हुए। विभिन्न अनुमानों के मुताबिक करीब आठ हजार लोगों की मौत तो दो सप्ताह के भीतर ही हो गई थी जबकि करीब आठ हजार अन्य लोग रिसी हुई गैस से फैली संबंधित बीमारियों के चलते मारे गए थे।   कैसे हुआ हादसा ? यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से करीब 40 टन गैस का रिसाव हुआ था। इसकी वजह थी टैंक नंबर 610 में जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का पानी से मिल जाना था। इससे हुई रासायनिक प्रक्रिया की वजह से टैंक में दबाव पैदा हो गया। इससे टैंक खुल गया और गैस रिसने लगी। लोगों को मौत की नींद सुलाने में विषैली गैस को मात्र तीन मिनट लगे थे। क्या बनता था इस कारखाने में- यूनियन कार्बाइड कारखाने में कारबारील, एल्डिकार्ब और सेबिडॉल जैसे खतरनाक कीटनाशकों का उत्पादन होता था। संयंत्र में पारे और क्त्रसेमियम जैसी दीर्घस्थायी और जहरीली धातुएं भी इस्तेमाल होती थीं। सरकार का कृषि विभाग उन कीटनाशकों का एक बड़ा खरीददार था। भोपाल कारखाने से कीटनाशकों का निर्यात दूसरे देशों को किया जाता था और उससे भारत को निर्यात शुल्क की आय होती थी। जानकारों का कहना है कि कीटनाशकों की आड़ में यह कारखाना कुछ ऐसे प्रतिबंधित घातक एवं खतरनाक उत्पाद भी तैयार करता था, जिन्हें बनाने की अनुमति अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों में नहीं थी।   40 वर्ष बाद भी धरती के नीचे दफन है जहरीला कचरा- भोपाल गैस त्रासदी के 40 वर्ष 3 दिसंबर को पूरे होने जा रहे हैं, पर इतने वर्ष बाद भी जहरीला कचरा यूनियन कार्बाइड परिसर में दफन है। इस कारण भूजल प्रदूषित होने की बात सत्यापित हो चुकी है। वर्ष 2018 में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टाक्सिकोलाजी रिसर्च लखनऊ की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आ चुका है। रिपोर्ट के अनुसार यूनियन कार्बाइड परिसर के आसपास की 42 बस्तियों के भूजल में हेवी मेटल, आर्गनो क्लोरीन पाया गया था, जो कैंसर और किडनी की बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसके बाद इस क्षेत्र में नर्मदा जल की आपूर्ति सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर की जा रही है। आशंका है इन कालोनियों के अतिरिक्त प्रदूषित भूजल आगे पहुंच गया हो पर वर्ष 2018 के बाद जांच ही नहीं कराई गई।   राज्य सरकार ने कुछ साल पहले यूनियन कार्बाइड परिसर में पड़े लगभग 350 मी टन कचरे का निपटान गुजरात के अंकलेश्वर में करने का निर्णय लिया था और उस समय गुजरात सरकार भी इसके लिए तैयार हो गई थी, लेकिन गुजरात की जनता द्वारा इसको लेकर आंदोलन किए जाने के बाद गुजरात सरकार ने कचरा वहां लाए जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद सरकार ने प्रदेश के धार जिले के पीथमपुर में कचरा नष्ट करने का निर्णय लिया और 40 मी. टन कचरा वहां जला भी दिया, लेकिन यह मामला प्रकाश में आने के बाद यहां विरोध में किए गए आंदोलन के बाद स्वयं मध्य प्रदेश सरकार ने इससे अपने हाथ खींच लिए।   इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने नागपुर में डीआरडीओ स्थित इंसीनिरेटर में कचरे को नष्ट करने के आदेश दिया, लेकिन महाराष्ट्र के प्रदूषण निवारण मंडल ने इसकी अनुमति नहीं दी और महाराष्ट्र सरकार ने भी नागपुर में कचरा जलाने से इनकार कर दिया। प्रदेश सरकार ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट की शरण ली और न्यायालय ने नागपुर स्थित इंसीनिरेटर के निरीक्षण के आदेश दिए, लेकिन न्यायालय को यह बताया गया कि वहां स्थित इंसीनिरेटर इतनी बड़ी मात्रा में जहरीला कचरा नष्ट करने में सक्षम नहीं है। सरकार द्वारा महाराष्ट्र के कजोला में भी कचरा नष्ट करने पर विचार किया गया, लेकिन प्रदूषण निवारण मंडल द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने से यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। जिससे आज तक परिसर में पड़ा हजारों टन कचरा जहां था वहीं आज भी पड़ा है।   इस कचरे के होने से जहां भूमिगत प्रदूषण फैल रहा तो वहीं कई प्रकार की बीमारियां भी बनी रहती हैं। भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन के सदस्यों का कहना है कि दुनिया की सबसे बड़ी गैस त्रासदी का असर आज भी दिख रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के अधीन संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन एनवायरमेंटल हेलट ने एक शोध में यह पाया था कि जहरीली गैस का दुष्प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ा। इसके कारण बच्चों में जन्मजात बीमारियां हो रही हैं। उन्हेंने आरोप लगाते हुए कहा कि आइसीएमआर की रिपोर्ट सरकार ने प्रकाशित ही नहीं होने दी, बल्कि रिपोर्ट को दबा लिया गया। जहरीली गैस का दुष्प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ा। इसके कारण बच्चों में जन्मजात बीमारियां हो रही हैं। आईसीएमआर की रिपोर्ट सरकार ने प्रकाशित ही नहीं होने दी। रिपोर्ट को दबा लिया गया।   यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के कारण आस-पास का भूजल मानक स्तर से 562 गुना ज्यादा प्रदूषित हो गया। कारखाने में और उसके चारों तरफ तकरीबन 10 हजार मीट्रिक टन से अधिक कचरा जमीन में आज भी दबा हुआ है। बीते कई सालों से बरसात के पानी के साथ घुलकर अब तक 14 बस्तियों की 50 हजार से ज्यादा की आबादी के भूजल को जहरीला बना चुका है। सीएसई के शोध में परिसर से तीन किलोमीटर दूर और 30 मीटर गहराई तक जहरीले रसायन पाए गए।   गैस पीड़ित संगठन के कार्यकर्ताओं का दावा है कि रैपिड किट से उन्होंने इनके अतिरिक्त कारखाने की साढ़े तीन किमी की परिधि में आने वाली 29 अन्य कालोनियों में भी जांच की तो आर्गनो क्लोरीन मिला है, पर कितना मात्रा में है इसकी जांच बड़े स्तर पर सरकार द्वारा कराने की आवश्यकता है।   गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता रचना ढींगरा ने बताया कि त्रासदी के पहले परिसर में ही गड़्ढे बनाकर जहरीला रासायनिक कचरा दबा दिया जाता था। इसके अतिरिक्त परिसर में बनाए गए तीन छोटे तालाबों में भी पाइप लाइन के माध्यम जहरीला अपशिष्ट पहुंचाया जाता था। इस कचरे की कोई बात ही नहीं हो रही। कारखाने में रखे कचरे को नष्ट करने के लिए 126 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसे पीथमपुर में जलाया जाना है।   गैर राहत विभाग के उप सचिव केके दुबे का कहना है कि यूनियन कार्बाइड परिसर में प्लांट में रखे कचरे को नष्ट करने के लिए सभी अनुमतियां मिल गई हैं। इस जल्द नष्ट करने के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद ही जमीन में गड़े कचरे के बारे में विचार किया जाएगा। विभाग के पास ऐसी कोई रिसर्च भी नहीं है कि जमीन में कितना कचरा दबा है और उससे क्या नुकसान हो रहा है।   पुनर्वास के लिए मिली राशि में 14 वर्ष बाद खर्च नहीं हो पाए 129 करोड़ रुपये- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गैस पीड़ितों के पुनर्वास के लिए वर्ष 2010 में 272 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसमें 75 प्रतिशत राशि केंद्र व 25 प्रतिशत राज्य सरकार की थी। इसमें भी 129 करोड़ रुपये आज तक खर्च नहीं हो पाए हैं। गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग आज तक इस राशि को खर्च करने की योजना ही नहीं बना पाया है। आर्थिक पुनर्वास के लिए 104 करोड़ रुपये मिले थे। इसमें 18 करोड़ रुपये स्वरोजगार प्रशिक्षण पर खर्च हुए बाकी राशि बची है। सामाजिक पुनर्वास के लिए 40 करोड़ रुपये मिले थे, जिसमें गैस पीड़ितों की विधवाओं के लिए पेंशन का भी प्रविधान है। 4399 महिलाओं को पेंशन मिल रही हैं। वर्ष 2011 से यह राशि एक हजार है जिसे बढ़ाया नहीं गया है। न ही किसी नए हितग्राही को शामिल किया गया है।   गौरतलब है कि वर्ष 1984 में मप्र की राजधानी भोपाल में 02 और 03 दिसंबर की दरम्यानी रात्रि में यूनियन कार्बाइड कारखाने की गैस के रिसाव से हजारों लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग इससे प्रभावित हुए थे। हजारों प्रभावित आज भी उसके दुष्प्रभाव झेलने को मजबूर हैं। उस त्रासदी को 40 साल हो चुके हैं, लेकिन पीड़ितों के जख्म आज भी हरे हैं। एक शोध में यह तथ्य सामने आया है कि भोपाल गैस पीड़ितों की बस्ती में रहने वालों को दूसरे क्षेत्रों में रहने वालों की तुलना में किडनी, गले तथा फेफड़ों का कैंसर 10 गुना ज्यादा है। इसके अलावा इस बस्ती में टीबी तथा पक्षाघात के मरीजों की संख्या भी बहुत ज्यादा है। इस गैस त्रासदी में पांच लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे, जिनमें से हजारों लोगों की मौत तो मौके पर ही हो गई थी और जो जिंदा बचे, वे विभिन्न गंभीर बीमारियों के शिकार होकर जीवित रहते हुए भी पल-पल मरने को विवश हैं। इनमें से बहुत से लोग कैंसर सहित कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।  

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भोपाल  । नवंबर जाते ही मध्‍य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में फेंगल तूफान का असर देखने को मिलेगा। जिसकी वजह से अगले 48 घंटों में तापमान में गिरावट के चलते सर्दी तेज होने लगेगी। इसके साथ ही छिंदवाड़ा, सिवनी और बैतूल में हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई है। जबकि ग्वालियर-चंबल और उज्जैन में बर्फीली हवा चलेगी।   मौसम विभाग ने बताया कि फेंगल तूफान के असर से हवाओं का रुख बदला है। जिससे मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का सिलसिला जारी हुआ। इसके साथ ही दिसंबर में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोप) का भी असर रहेगा। इस कारण दिन में भी तापमान गिर सकता है। 20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा, जो जनवरी के पूरे महीने तक चलेगा। भोपाल में रविवार-सोमवार की रात भी तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा। वहीं, आज सोमवार सुबह हल्का कोहरा भी छाया रहा।   प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट जारी है। रविवार-सोमवार की रात प्रदेश के 11 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से कम तापमान दर्ज किया गया। शाजापुर से जुड़े गिरवर में पारा सबसे कम 6.1 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं राजगढ़ में 7 डिग्री, छतरपुर के नौगांव में 7.2 डिग्री, शिवपुरी के पिपरसमा में 7.7 डिग्री, हिल स्टेशन पचमढ़ी में 8.2 डिग्री, रायसेन-टीकमगढ़ में 9 डिग्री, खंडवा-खजुराहो में 9.4 डिग्री, उमरिया-बैतूल में 9.5 डिग्री और गुना में पारा 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुना, रतलाम, खरगोन, रीवा, धार, मंडला, नरसिंहपुर, सतना, सागर, सीधी में तापमान 12 डिग्री से कम रहा।   बड़े शहरों को बात करें तो भोपाल में रविवार-सोमवार की रात पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इंदौर में 12 डिग्री, ग्वालियर में 9.8 डिग्री, उज्जैन में 10 डिग्री और जबलपुर में 11.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

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अनूपपुर । जिले के अमरकंटक वन परिक्षेत्र के दोनिया, भेजरी क्षेत्र में रविवार रात एक बाघ को देखा गया है, यहां तक कि इसने एक भैंस का भी शिकार किया। सोमवार सुबह यह बाघ मेढ़ाखार के गांव में लेन्टाना की झाड़ियों में विश्राम करता दिखा। वन विभाग और पुलिस की टीम ने ग्रामीणों को इसके नजदीक नहीं जाने तथा रात में सावधानी बरतने की सलाह दी है। बाघ रविवार रात जब दोनिया एवं भेजरी गांव के बीच सड़क पार कर रहा था, तभी एक चार पहिया वाहन चालक ने उसका वीडियो बना लिया और वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद अमरकंटक के वन परिक्षेत्र अधिकारी वीरेंद्र श्रीवास्तव कर्मचारियों के साथ बाघ की लोकेशन लेने के लिए गश्त पर निकल गए। सोमवार सुबह पता चला कि बाघ ने मेढ़ाखार गांव में ईश्वर सिंह नायक की भैंस का शिकार कर लिया। अभी वह लेंटाना की झाड़ियां में विश्राम कर रहा है।   वन विभाग एवं अमरकंटक पुलिस की टीम उसकी निगरानी कर रही है। वहीं बाघ के कारण आसपास के गांवों में भी दहशत है। मामले में पुष्पराजगढ़ एसडीओपी नवीन तिवारी ने बताया कि मेढ़ाखार के ग्रामीणों ने टाइगर होने की सूचना दी थी। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस एवं वन विभाग की टीम गांव में मौजूद है, जो टाइगर पर नजर बनाए हुए हैं।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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इंदौर । इंदाैर शहर के विजयनगर इलाके में रविवार तड़के एक तेज रफ्तार कार सड़क पार कर रहे ट्रक में जा घुसी। हादसे में कार सवार उत्तर प्रदेश पुलिस के एसआई और दाे सिपाही घायल हाे गए। सभी को मामूली चोट आई, जिन्हें निजी अस्पताल भेजा गया हैं।   जानकारी अनुसार घटना विजय नगर चाैराहे पर रविवार सुबह करीब साढ़े चार बजे की है। उत्तर प्रदेश पासिंग कार नंबर यूपी 92 एपी 8722 तेज रफ़्तार से एबी रोड की तरफ आते हुए चौराहा पार कर रहे ट्रक नंबर एमपी 09 एचजी 8283 में आगे की तरफ से जा घुसी। कार में उतर प्रदेश पुलिस के एसआई और दो सिपाही बैठे थे। हादसे में कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने कार में बैठे एसआई और दो कांस्टेबल को बाहर निकाला, उनकी कार में नमकीन के पैकेट रखे हुए थे। पुलिस की गाड़ी से तीनों को अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद एसआई कार में अपनी पिस्टल ढूंढ रहे थे। जो बाद में उन्हें कार की सीट पर मिल गई। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक और कार जब्त की हैं। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के लगभग सभी जिलों में तेज सर्दी का असर होना शुरू हो गया है। भोपाल में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हालात यह हैं कि पिछले 10 दिनों से शहर में रात का तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। दिन में भी सर्द हवाएं सिहरन बढ़ा रही हैं। वहीं, नौगांव शहर में भी न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। यह मैदानी इलाके के किसी शहर में शनिवार को दर्ज सबसे कम तापमान है। जबकि पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा।   मौसम विभाग से मिली जानकारी अनुसार, नवंबर में जम्मू, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फबारी शुरू हो गई। वहीं, पश्चिम-उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम हवाएं यानी बर्फीली हवाएं 274 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी। जिससे सर्द हवाएं मध्यप्रदेश में आईं और भोपाल समेत अन्य शहर ठिठुर गए। मौसम विभाग का कहना है कि इस बार पिछले साल से ज्यादा ठंड पड़ेगी। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलेंगी। जनवरी में यह 20 से 22 दिन तक चल सकती है।   तापमान की बात करें तो प्रदेश के 11 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। शनिवार को दिन का सबसे कम 23.2 डिग्री सेल्सियस रायसेन में रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान नौगांव में 8. 0 डिग्री, राजगढ़- 8.2, उमरिया- 8.4, मंडला- 8.6, बैतूल- 8.8, खजुराहो- 9.2, रीवा- 9.2, ग्वालियर- 9.4, टीकमगढ़- 9.4, जबलपुर- 9.5, धार- 9.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल में शनिवार को दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के अशोकनगर की बेटी मुस्कान रघुवंशी ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजरों को फतह कर भारत का झंडा लहरा दिया है। मुस्कान पर्वत पर चढ़ाई करने वाली मध्य प्रदेश की सबसे कम उम्र की युवती हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर समेत अन्य लोगों ने मुस्कान को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।   मध्य प्रदेश के अशोकनगर की निवासी 22 वर्षीय मुस्कान रघुवंशी ने अफ्रीका के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई का चुनौतीपूर्ण अभियान 23 नवंबर को शुरू किया था और 27 नवंबर को दोपहर 1:49 पर मुस्कान ने किलिमंजरों को फतह कर लिया। इस अभियान को मिशन पॉसिबल ने ऑर्गेन्स किया था। इस अभियान के लीडर नरेंद्र सिंह यादव थे, जिन्होंने इस अभियान को सफलता पूर्ण पूरा करने में भागीदारी निभायी है।   केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुस्कान रघुवंशी को अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर चढ़ने वाली मध्य प्रदेश की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही बनने पर बधाई दी। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि "ऑस्ट्रेलिया के सबसे ऊंचे पर्वत कोज़िअस्को को फतह करने के बाद अशोकनगर की बेटी मुस्कान रघुवंशी ने एक बार फिर अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर भारतीय ध्वज फहराकर प्रदेश और देश को गौरवान्वित किया है। मुस्कान यह दोहरी सफलता हासिल करने वाली प्रदेश की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही बन गई हैं। इस उपलब्धि के लिए हर भारतवासी की ओर से बधाई।"   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुस्कान रघुवंशी को अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर विजय प्राप्त करने के लिए बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि बिटिया मुस्कान ने माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा ध्वज फहराकर मध्य प्रदेश सहित सम्पूर्ण देश को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बेटी मुस्कान को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके सुखद, सफल और उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।   ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी एक्स के माध्यम से कहा कि ‘अशोकनगर की बेटी मुस्कान रघुवंशी ने अपनी साहस और संकल्प से एक और इतिहास रच दिया है। ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी कोज़िअस्को को फतह करने के बाद, अब अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराकर उन्होंने प्रदेश और देश का गौरव बढ़ाया है।   गौरतलब है कि मुस्कान रघुवंशी ने इससे पहले 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आस्ट्रेलिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट कोज़िअस्को पर चढ़कर तिरंगा लहराया था और यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह प्रदेश की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही बनी थीं।

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भोपाल । बृहस्पति अगले साल 14 मई 2025 की रात मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं। वहीं, गुरु बृहस्पति के गोचर के करीब 2 महीने बाद 26 जुलाई को सुबह मिथुन राशि में शुक्र ग्रह की का गोचर होगा। श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ ललित शर्मा ने बताया कि दोनों ग्रहों के मिलने से गजलक्ष्मी राजयोग॔ का निर्माण होगा। इसका लाभ कई राशियों को हो सकता हैं।   आईए जानते हैं उनके बारे में   गजलक्ष्मी राजयोग को ज्योतिष शास्त्र में सुख, समृद्धि, धन, यश, वैभव आदि में उन्नति का प्रतीक माना जाता हैं। मेष राशि के जातकों के लिए यह गजलक्ष्मी राजयोग लाभकारी हो सकता हैं। आर्थिक तरक्की के रास्ते खुलेंगे। मिथुन राशि के लिए भी राजयोग शुभ साबित हो सकता हैं। उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। कॅरियर में तरक्की के योग बनेंगे। तुला राशि की जातकों के धन लाभ, नौकरी में प्रमोशन, सफलता के योग बनेंगे। साथ ही यात्रा के योग बन रहे हैं। कुंभ राशि वालों की व्यवसाय जीवन में सक्सेस के योग हैं। आर्थिक लाभ व कॅरियर में तरक्की मिलेगी।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ सर्दी पड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। नवंबर के पहले सप्‍ताह से ही रात के तापमान में गिरावट होना शुरू हो गई थी। वहीं अब दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश में अब रात के साथ दिन भी ठंडे हैं। बीते 24 घंटों में सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया है। यहां मनाली से भी ज्यादा सर्द रात रही। वहीं प्रदेश के 10 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।मौसम वैज्ञानिक प्रमेंद्र कुमार ने बताया कि उत्तर भारत की तरफ से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण तापमान में गिरावट हो रही है। अगले एक-दो दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। कई शहरों में दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड पड़ रही है। भोपाल में नवंबर का महीना 36 साल में सबसे ज्यादा ठंड है। यहां पारा 8.2 डिग्री पहुंच चुका है। वहीं, मंडला का पारा 7 डिग्री के नीचे है। नवंबर के आखिरी दिन भी तेज सर्दी का असर रहने की संभावना है। जबकि दिसंबर में कड़ाके की ठंड का दौर रहेगा।मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम-उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम 234 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बह रही है। मध्य प्रदेश के शहरों में यह औसत 8 से 10 किलोमीटर है। इस वजह से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर के साथ ही छोटे शहरों में भी तेज ठंड है। शुक्रवार को सर्द हवाओं की वजह से लोग कंपकपा उठे। इससे बचने के लिए वे दिनभर गर्म कपड़ें पहने रहे। नवंबर में पहली बार भोपाल में रात का तापमान पचमढ़ी से भी कम हो गया। गुरुवार-शुक्रवार की रात भोपाल में तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं पचमढ़ी में 9.6 डिग्री रहा। इससे पहले भोपाल में 1988 में पारा 7.5 डिग्री दर्ज किया गया था।तापमान की बात करें तो शुक्रवार रात मंडला में 6.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। बैतूल में 9.4 डिग्री, राजगढ़ में 8 डिग्री, खजुराहो में 9.4 डिग्री, नौगांव में 8 डिग्री, रीवा में 9.5 डिग्री, उमरिया में 7.4 डिग्री और मलाजखंड में 9.5 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में 12.2 डिग्री, जबलपुर में 8.5 डिग्री, ग्वालियर में 10 डिग्री और उज्जैन में 12 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। दिन की बात करें तो पचमढ़ी में पारा सबसे कम 22.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रायसेन में 23 डिग्री, नरसिंहपुर में 24.4 डिग्री, सीधी में 24.8 डिग्री और मलाजखंड में 24.1 डिग्री रहा। जबकि भोपाल और इंदौर में पारा 25 डिग्री से नीचे रहा। भोपाल में 24.9 डिग्री, इंदौर में 24.6 डिग्री, उज्जैन में 25.7 डिग्री, ग्वालियर में 25.5 डिग्री और जबलपुर में 25.9 डिग्री दर्ज किया गया।  

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रायसेन । रायसेन जिले में शुक्रवार सुबह एक यात्री बस का टायर फटने के बाद वह अनियंत्रित हाे गई। हालांकि बस चालक ने समय रहते बस काे राेक लिया। घटना में चार यात्री घायल हुए है। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि बस में क्षमता से अधिक सवारी भरी हुई थी।   जानकारी के अनुसार मां अंबे ट्रैवल्स कंपनी की बस सागर रोड देवरी कला से भोपाल रूट पर चलती है। शुक्रवार काे बस रायसेन से गुजर रही थी, तभी बस का टायर फट गया, जिससे यात्रियों में चीख पुकार मच गई। चालक ने सजगता दिखाते हुए बस काे तुरंत नियंत्रित कर राेक लिया। घटना की जानकारी लगते ही विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता बस स्टॉप सागर तिराहा पहुंचे और घायल यात्रियों को उतार कर अस्पताल पहुंचाया गया। यात्रियों ने बताया कि बस 52 सीटर थी, लेकिन इसके अलावा बस में क्षमता से अधिक यात्रियों को भरा गया था। सीट पर बैठने के अलावा कई यात्री खड़े होकर सफर कर रहे थे। जैसे ही बस का टायर फटा सभी यात्री उछलकर एक- दूसरे के ऊपर गिर गए। विद्यार्थी परिषद की जिला संयोजक अश्विनी पटेल ने बताया सागर से भोपाल की ओर चलने वाली बसों में यात्रियों को ठूंस -ठूंस कर भरा जाता है। इन बसों में छात्र-छात्राएं भी सफर करते हैं, कई बार इन छात्र-छात्राओं बस कंडक्टरों द्वारा अभद्रता करने का मामला भी सामने आ चुका है।      

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में तेज सर्दी का दौर शुरू हो गया है। दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। भोपाल की रात हिल स्टेशन पचमढ़ी से भी ठंडी हो गई है। गुरुवार-शुक्रवार की रात भोपाल में तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं पचमढ़ी में पर 9.6 डिग्री रहा। सबसे ठंडा पूर्वी हिस्से का मंडला शहर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया।   मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम-उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम 278 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बह रही है। एक दिन में ही 18 किमी रफ्तार बढ़ी है। इस वजह से प्रदेश में भी सर्द हवाएं आ रही हैं। अभी हवा की ऊंचाई 12.6 किमी है। जब यह नीचे बहेगी, तब ठंड का असर और तेज हो जाएगा। इसके अलावा पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर डीप डिप्रेशन एक्टिव है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिल रहा है।   प्रदेश में इस बार नवंबर माह के दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़क रहा है। गुरुवार रात बैतूल में 9.4 डिग्री, राजगढ़ में 8 डिग्री, जबलपुर में 8.5 डिग्री, खजुराहो में 9.4 डिग्री, नौगांव में 8 डिग्री, रीवा में 9.5 डिग्री, उमरिया में 7.4 डिग्री और मलाजखंड में 9.5 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में 12.2 डिग्री, ग्वालियर में 10 डिग्री और उज्जैन में 12 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।   पचमढ़ी में अब तक दिन और रात का तापमान सबसे कम रहा, लेकिन फिलहाल शहडोल का कल्याणपुर और मंडला की रातें सबसे ठंडी हैं। बुधवार-गुरुवार की रात में कल्याणपुर में तापमान 6.1 डिग्री और मंडला में 6.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। पचमढ़ी में 7.2 डिग्री, उमरिया में 7.5 डिग्री, नौगांव में 8.6 डिग्री, मलाजखंड में 9.3 डिग्री और रीवा में पारा 9.6 डिग्री दर्ज किया गया। इनमें से कई शहर ऐसे हैं, जो शिमला, माउंट आबू जैसे शहरों से भी ठंडे रहे।   गुरुवार को प्रदेश के कई शहरों में दिन के तापमान में भी गिरावट आयी है। पचमढ़ी में तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बालाघाट जिले के मलाजखंड में पारा 23.3 डिग्री रहा। इसी तरह सीधी में 24.2 डिग्री, सिवनी में 25 डिग्री, बैतूल-रायसेन में 25.2 डिग्री, उमरिया में 25.7 डिग्री, नरसिंहपुर में 26 डिग्री, सतना में 26.5 डिग्री, धार में 26.7 डिग्री, टीकमगढ़, शिवपुरी, नौगांव, रीवा-दमोह में 27 डिग्री, रतलाम में 27.2 डिग्री, सागर में 27.4 डिग्री, गुना में 27.5 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें, तो भोपाल में 27.2 डिग्री, इंदौर में 25.9 डिग्री, ग्वालियर में 27.5 डिग्री, उज्जैन में 27 डिग्री और जबलपुर में तापमान 25.8 डिग्री दर्ज किया गया।  

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उज्जैन । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धर्मपत्नी जशोदाबेन इन दिनों निजी कार्यक्रम के तहत धार्मिक नगरी उज्जैन में हैं। शुक्रवार को वे विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर पहुंचीं। इस दाैरान उनके साथ परिवार के कुछ लोग भी थे। उन्होंने भोग आरती के बाद मंदिर के गर्भगृह की देहरी से पूजन कर दर्शन किए। बाद में उन्होंने कुछ देर नंदी हॉल में बैठकर ध्यान भी लगाया।   प्रधानमंत्री मोदी की पत्नी जशोदाबेन ने जल द्वार से प्रवेश कर देहरी से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। बाबा के दर्शन कर जल अर्पित करते हुए पूजन-अभिषेक किया। यहां मंदिर समिति ने उनका सम्मान भी किया। खास बात यह है कि यशोदा बेन ने पीएम की पत्नी होने के बावजूद गर्भ गृह में प्रवेश नहीं किया और उन्होंने नंदी हाल और देहरी से ही पूजन किया।   श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अर्पित गुरु ने बताया कि जशोदाबेन ने बाबा महाकाल के चांदी द्वार पर माथा टेककर पूजन-अर्चन और जलाभिषेक किया। इसके बाद, उन्होंने नंदी हॉल में जाकर नंदीजी के कानों में अपनी मनोकामनाएं कही और ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुए ध्यान लगाया बता दें कि जशोदा बेन की महाकाल में गहरी आस्था है। वे पूर्व में कई बार बाबा के दर्शन करने आ चुकी हैं।

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जबलपुर । शहर के गाेहलपुर थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में अचानक आग लग गई। आग लगते ही माैके पर अफरा तफरी मच गई। सूचना के बाद माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कढ़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। फिलहाल पुलिस ट्रक में रखे सामान और नुकसान की जानकारी जुटाने में लगी है।   जानकारी अनुसार घटना बुधवार देर रात करीब 12 बजे की है। गोहलपुर थाना क्षेत्र के जागृति नगर के पास एक खड़े ट्रक में अचानक आग लग गई। ट्रक में आग लगते ही अफरा-तफरा मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। फायर ब्रिगेड को सूचना देने के साथ ही ट्रैफिक बंद करा दिया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को स्टाफ के साथ मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू किया। ट्रक किसी टेंट व्यवसायी का बताया जा रहा है। शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगने की बात सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घासीपुरा में 29 नवंबर से मुस्लिम समाज के धार्मिक सम्मेलन आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन होने जा रहा है। इसमें देश-दुनिया की करीब 30 हजार से अधिक जमातें शामिल होंगी। 02 दिसंबर तक आयोजित इस कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं। बाहरी जमातों के आने का सिलसिला 15 दिन पहले ही शुरू हो गया था और रोजाना बड़ी संख्या में लोग ट्रेन और फ्लाइट से भोपाल पहुंच रहे हैं।   आयोजन समिति के मुताबिक चार दिनों तक चलने वाले इस आलमी तब्लीगी इज्तिमा में 10 से 12 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान है। आयोजन स्थल का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। वालिंटियर, खानपान, जमातियों के ठहरने के इंतजाम और साफ-सफाई की व्यवस्था भी इस बार बढ़ा दी गई है।   इज्तिमा में चार दिनों तक देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग भोपाल पहुंचेंगे। इसमें विदेश से भी जमाती आएंगे। लोग रेलवे स्टेशन और पुराने शहर के विभिन्न क्षेत्रों से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचेंगे। इज्तिमा के समापन दिवस पर 02 दिसंबर को दुआ की नमाज अदा की जाएगी, जिसमें लाखों की संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबी शामिल होंगे।   रोना के बाद बड़ा आयोजन कोरोना के बाद से अब तक हुए इज्तिमा के आयोजन में जमातों को सीमित संख्या में ही बुलाया जा रहा था, लेकिन इस बार कोरोना का असर पूरी तरह से खत्म हो चुका है। यही कारण है कि इस बार देशी ही नहीं विदेशों से भी जमातें पहुंच रही हैं।   77वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा भोपाल में इस साल यह 77वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा है। भोपाल में लगने वाला दुनिया का सबसे बड़ा इज्तिमा माना जाता है। इसकी शुरुआत 1947 को हुई थी। मस्जिद शकूल खां में यह पहली बार शुरू हुआ था। उस समय केवल 12 से 14 लोग ही थे। बाद में 1971 से इसका विस्तार होता गया और यह ताजुल मसाजिद में होने लगा। धीरे-धीरे देश-दुनिया से आने वालों की संख्या बढ़ने लगी और यह स्थान भी छोटा पड़ गया और इसे ताजुल मसाजिद से शिफ्ट करके 2015 में बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी के पास घासीपुरा में शिफ्ट कर दिया गया। दुनिया में सिर्फ तीन ही देशों में इज्तिमा का आयोजन होता है। इनमें भारत के अलावा पाकिस्तान और बांग्लादेश शामिल है।   हर बार की तरह इस बार भी इज्तिमा आयोजन की तैयारी ग्रीन और क्लीन के थीम पर हो रही है। इज्तिमा कमेटी के मीडिया को-ऑर्डिनेटर डॉ. उमर हफीज ने बताया कि इस बार करीब 600 एकड़ एरिया में व्यवस्थाएं की गई हैं। इसमें 300 एकड़ में पार्किंग, 100 एकड़ का पंडाल बनाया गया है। इसके अलावा 200 एकड़ एरिया में अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। जिसमें फूड जोन, वुज़ू खाने, वॉशरूम आदि रहेंगे। डॉ. हफीज ने बताया कि हर साल हम इज्तिमा में एनवायरमेंट आस्पेक्ट लेकर कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। पिछले साल हमने डस्ट फ्री किया था और हमने अपने इस गोल को आर्चिव भी किया था। हमने गार्बेज डिस्पोजल का रिकॉर्ड भी बनाया था। इज्तिमा खत्म होने के 24 घंटों के अंदर ही पूरी साइड क्लीन हो गई थी। यहां से मिला रिसाइक्लेबल कचरा रिसाइकिल प्लांट और डिस्पोसेबल कचरा डिकंपोज प्लांट चला गया था। दो साल पहले भी हमने ग्रीन थीम पर काम किया था। उसमें वेजिटेरियन फूड था। इस साल हमने इज्तिमा को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त किया है। पानी के बोतल के अलावा सभी सिंगल यूज प्लास्टिक बैन रहेगा। साथ ही पानी के बोतलों को भी तुरंत इकट्ठा किया जाएगा। आयुर्वेद और यूनानी दवाखानों की भी रहेगी व्यवस्था इज्तिमा कमेटी के आरिफ गौहर ने बताया कि 'इस बार आयुर्वेद और यूनानी दवाखानों की व्यवस्था भी शासन द्वारा की जा रही है। इनके लिए अलग से स्टॉल लगाए जाएंगे। मेले में चार दिन तक जो रुकेगा, उनके लिए व्यवस्था कमेटी द्वारा की जाएगी। सोने और ओढ़ने का सामान जमाती खुद लेकर चलते हैं। खाना बनाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था कमेटी कर रही है। कहीं भी गैस का उपयोग नहीं किया जाएगा। खाने के लिए 50 फूड जोन बनाए गए हैं। जमातियों को नीचे बैठ कर खाना खाने की भी व्यवस्था रहेगी।    

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में इन दिनों सर्दी से कई शहर ठिठुर रहे हैं। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी और उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश में रात और दिन लगातार ठंडे बने हुए हैं। खासकर पूर्वी हिस्से में दिन का तापमान 4.5 डिग्री तक लुढ़क गया है। बुधवार को नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा पारा गिरा। वहीं, पूर्वी हिस्से के शहरों की रातें भी सबसे ठंडी हो गई है। बुधवार-गुरुवार की रात मंडला पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां रात का तापमान 6.5 डिग्री पहुंच गया। वहीं, पचमढ़ी में 7.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 7.5 डिग्री, नौगांव में 8.6 डिग्री, मलाजखंड में 9.3 डिग्री और रीवा में 9.6 डिग्री दर्ज किया गया।मौसम वैज्ञानिक प्रमेंद्र कुमार का कहना है कि नवंबर के आखिरी सप्ताह में दिन-रात के टेम्प्रेचर में गिरावट होने का ट्रेंड रहता है। अबकी बार भी ऐसा ही मौसम है। पश्चिम-उत्तर भारत में अगले 2 से 3 दिन में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो सकता है। जिससे बर्फीली हवा की रफ्तार तेज हो जाएगी और मध्‍य प्रदेश भी इसकी चपेट में आ जाएगा। उन्‍होंने बताया कि पश्चिम-उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीट 260 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही है, लेकिन इसकी ऊंचाई 12.6 किमी है। इस वजह से प्रदेश में असर कम है। जब हवा नीचे बहेंगी तो कड़ाके की ठंड होगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से दिसंबर के पहले सप्ताह में ही यह दौर शुरू हो जाएगा।इसके अलावा यदि बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 10.2 डिग्री, इंदौर में 13.2 डिग्री, ग्वालियर में 10.9 डिग्री, उज्जैन में 12.2 डिग्री और जबलपुर में 9 डिग्री रहा। भोपाल में 6 दिन के बाद पारा 10 डिग्री के ऊपर पहुंचा। इससे पहले की छह रातों में पारा 8.8 डिग्री से 9.8 डिग्री के बीच रहा था। बुधवार के दिन के तापमान की बात करें तो पूर्वी हिस्सा ऐसा है, जहां तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट हुई है। नरसिंहपुर में एक ही दिन में 4.5 डिग्री, मलाजखंड में 3.1 डिग्री, सीधी में 1.6 डिग्री, रीवा में 1.8 डिग्री, जबलपुर-नौगांव में 1 डिग्री गिरावटहुई। पश्चिमी हिस्से के भोपाल, बैतूल, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी में भी गिरावट देखने को मिली, लेकिन धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, रायसेन, रतलाम, शिवपुरी और उज्जैन में मामूली बढ़ोतरी रही।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में तेज सर्दी का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में इस बार नवंबर महीने में सर्दी ने कई साल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। भोपाल में 25 साल में यह नवंबर सबसे ठंडा है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत सभी शहरों में तापमान सामान्य से नीचे ही चल रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि पहाड़ों पर बर्फबारी होने से प्रदेश के शहर ठिठुर रहे हैं। भोपाल और जबलपुर शहर तो ठंडे हैं ही पचमढ़ी में शिमला-मसूरी से भी ज्यादा सर्दी पड़ रही है। मौसम विभाग ने भोपाल और जबलपुर में अगले 3 से 4 दिन तक रात का तापमान 10 डिग्री रहने का अनुमान जताया है।मौसम वैज्ञानिक शिल्पा आप्टे ने बताया कि नवंबर के आखिरी दिनों में भी ठंड का असर रहेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर खत्म होने से ग्वालियर-चंबल में बारिश होने की संभावना नहीं है। बता दें, नवंबर महीने में प्रदेश में बारिश का ट्रेंड भी रहा है। आप्टे ने बताया कि, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। इस वजह से जेट स्ट्रीम यानी सर्द हवाओं की रफ्तार ज्यादा है। पश्चिम-उत्तर भारत के ऊपर यह 12.6 किमी की ऊंचाई पर 260 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही है। इस वजह से प्रदेश में सर्द हवाओं का असर है। इससे दिन में भी ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग ने बताया कि भोपाल, जबलपुर शहर जम्मू, कटरा-देहरादून से ठंडे रहे। जबकि पचमढ़ी बाकी शहरों से भी सर्द दर्ज किया गया।प्रदेश में मंगलवार को दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। भोपाल, इंदौर, पचमढ़ी, नर्मदापुरम, ग्वालियर, गुना, सतना, जबलपुर समेत कई शहरों में अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिली। पचमढ़ी में पारा 23.4 डिग्री, बालाघाट के मलाजखंड में तापमान 24.2 डिग्री रहा। भोपाल-इंदौर में 27.5 डिग्री, ग्वालियर में 28.4 डिग्री, उज्जैन में 28.8 डिग्री और जबलपुर में 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले सोमवार-मंगलवार की रात में पचमढ़ी में पारा सबसे कम 5.6 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 7.3 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं, भोपाल, जबलपुर, मंडला, उमरिया, नौगांव और राजगढ़ में पारा 10 डिग्री के नीचे रहा था। वहीं, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, बैतूल, खंडवा, खरगोन, टीकमगढ़, रायसेन, गुना और सतना में तापमान 12 डिग्री के नीचे रहा था।  

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भोपाल । आगामी 3 दिसम्बर को भोपाल गैस त्रासदी की 40वीं बरसी है। इस अवसर पर 3 दिसम्बर को सुबह 10:30 बजे से सेंट्रल लाइब्रेरी, भोपाल के 'बरकतउल्ला भवन' में एक सर्व-धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है। इस प्रार्थना सभा में राज्यपाल मंगुभाई पटेल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। जनसम्पर्क अधिकारी घनश्याम सिरसाम ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में भोपाल गैस त्रासदी में दिवंगत हुए सभी गैस पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी एवं विभिन्न धर्म-गुरूओं द्वारा धर्म-ग्रंथों का पाठ भी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि साल 1984 में दो और तीन दिसंबर की दरमियानी रात भोपाल की यूनियन कार्बाइड नामक कैमिकल फैक्ट्री से मिथाइल आइसोनेट (मिक) नामक जहरीली गैस का रिसाव था, जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग इससे प्रभावित हुए थे। यह घटना दुनिया की भीषणतम औद्योगिक त्रासदियों में गिनी जाती है।  

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छतरपुर । कमिश्नर और कलेक्टर ने बुधवार काे केन बेतवा लिंक परियोजना में बनने वाले ढ़ोड़न बांध स्थल का निरीक्षण किया विस्थापन संबंधी लोगों के बैंक खातों में मुआवजा राशि जमा होने कि समीक्षा करने के साथ ही लोगों को पैकेज की राशि का सही प्रयोग करने की सलाह दी कमिश्नर द्वारा जन चौपाल के माध्यम से लोगों की समस्याओं को भी सुना गया ।   कमिश्नर सागर डा. वीरेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को कलेक्टर छतरपुर पार्थ जैसवाल के साथ केन बेतवा लिंक परियोजना अंतर्गत बनने वाले ढ़ोड़न बांध स्थल का निरीक्षण किया। साथ ही व्यवस्थापन संबंधी लोगों को अभी तक मिले मुआवजा राशि कि समीक्षा की। इस दौरान एसडीएम विजय द्विवेदी, तहसीलदार अभिनव शर्मा, जनपद सीईओ अंजना नागर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर डा. रावत ने डैम के डूब क्षेत्र में आने वाली भूमि एवं ग्रामों के संबंध में समीक्षा करते हुए मुआवजे की राशि के वितरण एवं पैकेज की राशि सम्बंधित लोगों के अभी तक बैंक खातों में जमा होने की जानकारी ली और बकाया राशि के प्रकरणों को जल्द निराकृत करने के निर्देश दिए।   इस दौरान ई.ई. केन बेतवा लिंक परियोजना अंतर्गत बनने वाली अपर लेबिल टनल एरिया की संपूर्ण जानकारी दी गई। कमिश्नर ने ढ़ोड़न ग्राम पहुंचकर जन चौपाल के माध्यम से लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों को मिलने वाली शासन की योजनाओं के लाभ की जानकारी ली। इस दौरान एसडीएम विजय द्विवेदी ने ग्रामवासियों को अधिग्रहण की जा रही जमीन एवं मुआवजा राशि की जानकारी दी।  

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नीमच । मध्य प्रदेश के नीमच जिला मुख्यालय पर इंदौर की बेटी शिखा शर्मा ने अपने साथियों के साथ 84 हजार वर्गफीट की महान विभूतियों के 100 चित्रों वाली रंगोली बनाकर इतिहास रच दिया है। इसे एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस अद्भुत रंगोली बनाने वाली इंदौर को बेटी शिखा को बधाई दी है।   दरअसल, नीमच के दशहरा मैदान में प्रसिद्ध कथावाचक संत डॉ. वसंत विजय महाराज के सान्निध्य में नौ दिवसीय सनातन सर्वधर्म भैरव भक्ति उत्सव चल रहा है। इसके तहत विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं। इस कड़ी में 22 नवंबर को इंदौर के कलाकारों ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्टेडियम में रंगोली बनाई। इसे बनाने में 100 घंटे (चार दिन) का समय लगा। इसमें 26 टन रंगों का इस्तेमाल किया गया। इस अद्भुत रंगोली में देश के 28 राज्यों के करीब 100 महापुरुषों-क्रांतिकारी, संत व नेताओं के चित्र बनाए गए हैं। मंगलवार को एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों ने नीमच पहुंचकर इसका निरीक्षण किया। इसके बाद संत डॉ. वसंत विजय महाराज की उपस्थिति में पदक और प्रमाण पत्र सौंपा।   मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि नीमच में 84 हजार वर्ग फीट में महान विभूतियों पर केन्द्रित 100 चित्रों वाली अद्भुत रंगोली बनाकर इंदौर की बेटी शिखा और उनके साथियों ने एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड व इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। बेटी शिखा और उनके साथियों को बधाई और शुभकामनाएं!    

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भोपाल । मध्य प्रदेश में पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं से तापमान में भारी गिरावट आई है, इस वजह से अब हाड़ कपाने वाली ठंड का एहसास होने लगा है। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में सोमवार रात तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। वहीं, राजधानी भोपाल में भी 49 साल बाद नवंबर के महीने में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर के पहले सप्‍ताह से ही तेज सर्दी का दौर शुरू हो जाएगा।मौसम वैज्ञानिक शिल्पा आप्टे ने बताया कि पहाड़ी इलाकों से सीधी बर्फीली हवा आ रही है। इसका ज्यादा असर मध्‍य प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्से में पड़ रहा है। भोपाल संभाग, जबलपुर संभाग सहित मध्य प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्से के शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। आप्टे ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बर्फबारी के कारण मध्य प्रदेश में ठंड का असर बढ़ा। अब हिमाचल प्रदेश में भी बर्फ गिर रही है। ऐसे में हवा की रफ्तार बढ़ने का अनुमान है। ऐसा होता है तो दिसंबर के पहले सप्ताह से ही मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो पूरे महीने बना रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार, रविवार-सोमवार की रात भोपाल, जबलपुर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। भोपाल में यह 9.6 डिग्री और जबलपुर में 9.9 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 5.6 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 7.3 डिग्री, मंडला में 7.8 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 8.6 डिग्री, उमरिया में 9.3 डिग्री, राजगढ़ में 9.6 डिग्री और नौगांव में तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मलाजखंड, छिंदवाड़ा, बैतूल, रीवा, खरगोन, टीकमगढ़, रायसेन और गुना में पारा 12 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में 13.7 डिग्री, ग्वालियर में 12.1 डिग्री और उज्जैन में पारा 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।रविवार-सोमवार की रात में कई शहरों में पारे में गिरावट हुई तो सोमवार को दिन में पारा बढ़ गया। पश्चिमी हिस्से के जिले- भोपाल, इंदौर, उज्जैन में पारे में मामूली गिरावट हुई लेकिन ग्वालियर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल, धार में भी पारा 2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया। पूर्वी हिस्से के जिले- दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में भी 2 डिग्री तक तापमान बढ़ गया। खजुराहो में सबसे ज्यादा 31.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

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उज्जैन/भोपाल । भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी अक्षर पटेल और रवि बिश्नोई समेत नौ क्रिकेटर आज  सुबह उज्जैन पहुंचे और विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर पूजा की। उन्होंने सुबह बाबा महाकाल की भस्मारती में भी हिस्सा लिया। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी विपुल चतुर्वेदी ने बताया कि भारतीय क्रिकेटर अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, आकाश सिंह, अभिषेक देसाई, ऋषभ चौहान, चिंतन गाजा, उमंग टांडेल, विशाल जायसवाल और भानु पनिया तड़के चार बजे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। सभी ने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए। इसके बाद चांदी द्वार के पास पहुंचकर भगवान का पूजन-अर्चन और दूध से अभिषेक किया। इसके बाद नंदीजी के कानों में अपनी मनोकामनाएं कहकर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। दर्शन के बाद अक्षर पटेल ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल हमें हर साल बुलाते रहते हैं, इसीलिए हम यहां आते हैं। बाबा महाकाल जानते हैं कि हमें क्या देना है और क्या नहीं। रवि बिश्नोई ने कहा कि यह दूसरी बार है जब मैं बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने आया हूं। बाबा की कृपा मुझ पर और हम सब पर बनी रहे, यही कामना है। दरअसल, इंदौर में इन दिनों मुश्ताक अली ट्राफी के मैच खेले जा रहे हैं और इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए कई दिग्गज खिलाड़ी इंदौर पहुंचे है। मंगलवार को अक्षर पटेल, रवि विश्नोई समेत अन्य क्रिकेटर इंदौर से ही उज्जैन पहुंचे थे। दो दिन पहले रविवार को क्रिकेटर मयंक अग्रवाल और यश राजपूत ने भी महाकाल के दर्शन किए थे। रविवार को ही भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर कुनाल पंड्या महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे, जहां उन्होंने परिवार के साथ बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया था।    

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सिंगरौली । सिंगरौली में नॉर्दर्न कोल फील्ड लिमिटेड (एनसीएल) में रविवार दाेपहर काे परिवार के साथ पिकनिक मनाने गई 13 साल की बच्ची नदी में डूब गई थी। रात भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद साेमवार सुबह बच्ची का शव बरामद कर लिया गया है। हादसे में एक डाॅक्टर की भी डूबने से माैत हाे गई थी। उनका शव रविवार काे ही मिल गया था।     दरअसल, घटना रविवार दोपहर को गोपद नदी में हुई जब डॉ. हरीश सिंह अपने डॉक्टर परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए थे। डॉ. हरीश सिंह एनसीएल के जयंत अस्पताल में काम करते थे। वे अपने साथी डॉक्टरों और परिवारों के साथ देउरदह घाट मंदिर के पास पिकनिक मना रहे थे। इसी दौरान रिटायर्ड डॉक्टर प्रवीण मुंडा अपनी 13 वर्षीय बेटी प्रेरणा मुंडा के साथ नदी में नहाने गए, तभी अचानक दोनों डूबने लगे। दाेनाें काे बचाने के लिए हरीश और उनके एक साथी डॉक्टर ने नदी में छलांग लगा दी। तेज बहाव के बावजूद, उन्होंने डॉ. प्रवीण मुंडा को तो बचा लिया, लेकिन इसी बीच डॉ. हरीश सिंह बच्ची को बचाने के लिए दोबारा नदी में कूद गए और तेज बहाव में खुद बह गए। शाेर सुन गांव के लोग मौके पर पहुंचे थे। घटना की जानकारी पुलिस को दी।   गोताखोरों की मदद से उनका शव बरामद कर लिया गया। देर रात सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला व एएसपी शिव कुमार मौके पर पहुंचे। रातभर एसडीआरएएफ ग्रामीण व पुलिस की टीम लापता 13 वर्षीय बच्ची की नदी के पानी में तलाश करती रही। पुलिस ने बताया कि रात में हाइड्रोन की मदद से बच्ची को ढूंढने की कोशिश की जाएगी। सुबह फिर से तलाशी अभियान शुरू किया गया, जिसके बाद बच्ची का शव भी बरामद कर लिया गया है।  

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उज्जैन । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार तड़के भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल को वैष्णव तिलक अर्पित कर आभूषण, रुद्राक्ष माला, रजत मुकुट पहनाया गया तथा भांग व ड्रायफ्रूट से दिव्य श्रृंगार किया गया। भगवान के इस दिव्य स्वरूप के हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं, उज्जैन में आज शाम भगवान महाकाल की कार्तिक-अगहन माह की अंतिम राजसी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जान जानेंगे। इस दौरान भगवान दो स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे।   महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि परम्परा के अनुसार मार्गशीर्ष माह, कृष्ण पक्ष दशमी तिथि पर सोमवार तड़के 4:00 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद पण्डे-पुजारियों ने भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से पंचामृत पूजन किया। तत्पश्चात हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान महाकाल को वैष्णव तिलक, आभूषण, रुद्राक्ष माला और रजत मुकुट अर्पित किया गया। इसके बाद भांग, चन्दन और ड्रायफ्रूट से श्रृंगार कर भस्म चढ़ाई गई।   भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्मारती के दर्शन किए और भस्मारती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने "जय श्री महाकाल" का उद्घोष भी किया।   महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि उज्जैन में आज शाम चार बजे महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक-अगहन माह की अंतिम राजसी सवारी निकलेगी। सवारी निकलने के पहले सायं 3.30 बजे सभा मंडप में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन कर पालकी में विराजित किया जाएगा। सवारी पूरे लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण के लिए रवाना होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में विराजित भगवान के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप को सलामी देंगे। इसके बाद कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा।   उन्होंने बताया कि सवारी मे पुलिस बैण्‍ड, घुड़सवार दल, सशस्‍त्र पुलिस बल के जवान आदि शामिल रहेंगे। सवारी महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंचेगी, जहां मॉं क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन पश्‍चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्‍यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी और उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट जारी है। वहीं हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा है, जहां रात का न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में भी यह 9.8 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक मौसम के इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है।   मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, भोपाल, जबलपुर समेत मध्य प्रदेश के 9 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे है। पचमढ़ी में पारा रिकॉर्ड 5.8 डिग्री तक आ चुका है, जबकि राजधानी में नवंबर की ठंड ने 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो पहाड़ों पर बर्फ पिघलने के बाद वहां से आई बर्फीली हवा से ठंड बढ़ी है। अगले कुछ दिन तक ठंड का ऐसा ही दौर बना रहेगा। 27 नवंबर से पारे में बढ़ोतरी होगी, लेकिन दिसंबर में कड़ाके की ठंड का दौर फिर से शुरू हो जाएगा। वहीं, भोपाल में दिन में भी धुंध का असर है। इस वजह से 2-3 किलोमीटर दूर देखना मुश्किल हो जाता है। सुबह के समय धुंध का असर तेज रहता है। दूसरी ओर, प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी, ग्वालियर-चंबल में कोहरे का असर भी है। इस बार जिस तरह से मानसून बरसा, उसी हिसाब से ठंड का असर भी है।   मध्‍य प्रदेश में नवंबर में ही कई शहरों में तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। शनिवार-रविवार की बात करें तो पचमढ़ी में 5.8 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 7.4 डिग्री, मंडला में 7.5 डिग्री, उमरिया में 9 डिग्री, मलाजखंड में 9.1 डिग्री, राजगढ़ में 9.4 डिग्री और नौगांव में पारा 9.6 डिग्री है। बड़े शहरों में भोपाल और जबलपुर में पारा 10 डिग्री से कम है। भोपाल में यह 9.8 डिग्री और जबलपुर में 9.9 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 13.6 डिग्री, ग्वालियर में 11.2 डिग्री और उज्जैन में 12.5 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य शहरों की बात करें तो रीवा, छिंदवाड़ा, खंडवा, टीकमगढ़, गुना, सतना, खरगोन और रायसेन में रात का तापमान 12 डिग्री से नीचे है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में उत्तरी हवाओं की वजह से सर्दी का असर तेज हो गया है। पिछले एक सप्ताह से राजधानी भोपाल में धुंध छा रही है। सुबह के समय धुंध का असर तेज रहता है। दूसरी ओर, प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी, ग्वालियर-चंबल में भी कोहरा छा रहा है। भोपाल में रात का तापमान 8.8 डिग्री पर पहुंच गया। जो नवंबर में 36 साल बाद सबसे कम है। इससे पहले 1988 में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान 7.5 डिग्री दर्ज किया गया था।   मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर से बर्फीली हवा का सबसे ज्यादा असर भोपाल संभाग और उसके आसपास हो रहा है। वहीं, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन में भी तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक नीचे लुढ़क गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिन प्रदेश में कड़ाके की ठंड रहेगी। उनका कहना है कि पहाड़ों पर बर्फ पिघलने के बाद वहां से आई बर्फीली हवा से ठंड बढ़ी है। अगले दो-तीन दिन और ऐसी कड़ाके ठंड से राहत के आसार नहीं है।   इंदौर में शनिवार को दिन का तापमान 27.5 (-2) डिग्री सेल्सियस रहा। रात के तापमान में 2 डिग्री का इजाफा हुआ और तापमान 13.6 (0) डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रविवार सुबह मौसम ठंडा रहा। धूप खिलने के साथ मौसम साफ है। उज्जैन में रविवार सुबह धूप निकलने के बाद भी हल्की ठंड होने से लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। वेधशाला में शनिवार-रविवार की रात का तापमान 12.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, पचमढ़ी में रात में टेम्प्रेचर 6.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह प्रदेश में सबसे कम रहा। शुक्रवार-शनिवार की रात में मंडला में 7.4 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 7.6 डिग्री, अनूपपुर के अमरकंटक में 7.7 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 8.2 डिग्री, उमरिया में 8.9 डिग्री, राजगढ़ में 9.2 डिग्री, नौगांव में 9.5 डिग्री दर्ज किया गया।   इसी तरह रायसेन जिले में 10 डिग्री, छिंदवाड़ा में 10.6 डिग्री, गुना-खरगोन में 11 डिग्री, रीवा-टीकमगढ़ में 11.2 डिग्री, खंडवा-रीवा में 11.4 डिग्री, सतना में 11.5 डिग्री, बैतूल में 11.7 डिग्री रहा। सिवनी-सीधी में 12.2 डिग्री, दमोह-खजुराहो में 12.4 डिग्री, रतलाम में 12.5 डिग्री और नरसिंहपुर में 12.6 डिग्री दर्ज किया गया। शनिवार को दिन में भी ठंड का असर देखने को मिला। कई शहरों में पारा 28 डिग्री से कम रहा। मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन के रूप में उत्तरी हिस्से में एक्टिव है। पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। वहीं, उत्तरी हवाएं भी प्रदेश में आ रही है। इस कारण तेज ठंड है।  

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भाेपाल । मध्य प्रदेश डीजीपी के पद पर नए आईपीएस अफसर की नियुक्ति हुई है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी कैलाश मकवाना मध्य प्रदेश के नए डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) होंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव के विदेश यात्रा पर जाने के बाद शनिवार देर रात गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए है। मौजूदा डीजीपी सुधीर सक्सेना 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, जिसके बाद कैलाश मकवाना 1 दिसंबर को प्रदेश के नए डीजीपी की कमान संभालेंगे। वे मप्र के 32वें डीजीपी होंगे।   आपको बता दें कि वर्तमान डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने 9 वरिष्ठ अधिकारियों के नामों का पैनल यूपीएससी को भेजा था। 21 नवंबर को देर शाम यूपीएससी दिल्ली में बैठक हुई, जिसमें 9 में से 3 नाम फाइनल किए गए। नए डीजीपी के लिए यूपीएससी ने तीन नामों का पैनल भेजा था, जिसमें अरविंद कुमार, अजय शर्मा और कैलाश मकवाना शामिल थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विदेश यात्रा पर निकलने से पहले ही नए डीजीपी के नाम को मंजूरी दे दी। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी कैलाश मकवाना वरिष्ठता क्रम में पांचवें क्रम पर हैं। उनकी नियुक्ति 30 अगस्त 1988 को हुई थी। मकवाना ने बीई और आईआईटी से एमटेक किया है। अभी मप्र पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन में चेयरमैन हैं। इसके पहले लोकायुक्त में स्पेशल डीजी रहे। यहां से छह माह में उन्हें हटाकर कॉर्पोरेशन भेज दिया गया था। रिटायरमेंट 31 दिसंबर 2025 में है।   मकवाना को प्रदेश के तेज-तर्रार आईपीएस अफसरों में गिना जाता है। 2022 में उन्हें विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त में महानिदेशक बनाया गया था। उस दौरान उन्होंने एक आईएएस और एक आईएफएस अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद महाकाल लोक कॉरिडोर की जांच शुरू होने पर उन्हें वहां से हटाकर एमपी पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में चेयरमैन बना दिया गया था। कैलाश मकवाना पूर्व में मुरैना, जबलपुर, मंदसौर, बैतूल आदि जिलों में सेवाएं दे चुके हैं। मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ अलग होने से पहले कैलाश मकवाना मंदसौर, बस्तर, बैतूल और दंतेवाड़ा जैसे जिलों के एसपी भी रह चुके हैं। उनकी नियुक्ति डीआईजी इंटेलिजेंस के पद पर भी हुई थी। वे सीआईडी इंटेलीजेंस में एडीजी के पद पर भी रह चुके है। शिवराज सरकार में भी कैलाश मकवाना कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं।  

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उज्जैन । भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल और यश राजपूत रविवार को सुबह उज्जैन पहुंचे और यहां विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। दोनों सुबह भस्म आरती के दौरान महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर इस दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और उसके बाद चांदी द्वार से बाबा महाकाल का पूजन-अभिषेक किया।   महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अर्पित गुरु ने बताया कि भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल और यश राजपूत रविवार सुबह बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने बाबा महाकाल के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना की, मस्तक पर तिलक लगाया और चांदी द्वार से भगवान का जलाभिषेक किया। भस्म आरती के दौरान मयंक अग्रवाल भगवान महाकाल के श्रृंगार को अपने मोबाइल से शूट करते भी देखे गए। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी उपस्थित थे।   मयंक अग्रवाल एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। वह बेंगलुरु में जैन विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। मयंक एक सलामी बल्लेबाज हैं, जो कर्नाटक के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के घरेलू सत्र 2017-18 में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे ज्यादा 2,253 रन बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था।    

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है। नवंबर में ही ठंड रिकॉर्ड तोड़ रही है। राजधानी भोपाल में नवंबर महीने की ठंड का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां पारा 10 डिग्री के नीचे पहुंच चुका है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में रातें तो ठंडी है ही, दिन में भी पारा 26 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। हिल स्टेशन पचमढ़ी, अमरकंटक, कल्याणपुर, शाजापुर-राजगढ़ जैसे छोटे शहर सबसे ठंडे हैं। आज शनिवार सुबह प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी, ग्वालियर-चंबल संभाग में मध्यम कोहरा देखने को मिला। वहीं, भोपाल में धुंध है। बाकी शहरों में भी धुंध का असर है। यहां दिन भी ठंडे है।   मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। वहीं, उत्तरी हवाएं भी प्रदेश में आ रही है। इस कारण तेज ठंड है। भोपाल, जबलपुर के अलावा शहडोल के कल्याणपुर, पचमढ़ी, शाजापुर, अमरकंटक, मंडला, शिवपुरी के पिपरसमा, उमरिया और राजगढ़ में रात का तापमान 10 डिग्री से कम है, जबकि बाकी शहरों में तापमान 15 डिग्री से नीचे है। हालांकि, मौसम विभाग ने पारे में बढ़ोतरी होने की बात कही है। 25 नवंबर से तेज ठंड का दौर फिर से आएगा।   इधर, शनिवार सुबह ग्वालियर, मुरैना, भिंड और दतिया में मध्यम कोहरे का असर देखने को मिला। इंदौर में इस सीजन में पहली बार बीती रात का तापमान 11.6 (-2) डिग्री सेल्सियस रहा। उज्जैन में बीती रात का न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं ग्वालियर में रात का न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में तापमान में 2 डिग्री और गिरावट की आशंका जताई है।   बड़े शहराें की बात करें ताे भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में तापमान सामान्य (15 डिग्री) से 5.6 डिग्री तक नीचे पहुंच गया है। भोपाल में सबसे ज्यादा गिरावट हुई है, जबकि जबलपुर दूसरे नंबर पर है। इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में तापमान 12 डिग्री के आसपास है। वहीं, गुरुवार-शुक्रवार की रात कल्याणपुर में पारा 7.1 डिग्री रहा, जबकि पचमढ़ी में 7.2 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में 8.1 डिग्री, शिवपुरी के पिपरसमा, उमरिया और राजगढ़ में 9 डिग्री, बालाघाट के मलाजखंड में 9.7 डिग्री दर्ज किया गया।  

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जबलपुर । स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के सलैया रेलवे फाटक क्रमांक 1042 सलैया फाटक में रेलवे ट्रैक पर ट्रक फंस गया, जिसे भारी मशक्‍कत के बाद बाहर निकाला गया है।   इस मामले में रेलवे जबलपुर की ओर से जानकारी दी गई कि जब सलैया रेलवे फाटक को ट्रक द्वारा पार किया जा रहा था, तभी अचानक से तेज आवाज आई और स्टेयरिंग बीच ट्रैक पर टूट गई। जिससे रेलवे यातायात सहित पानउमरिया कटनी सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया। मौके पर रेल्वे सहित सम्बंधित विभाग के लोग पहुंच गए और ट्रक को लाइन से बाहर करने के लिए प्रयास करने लगे, अंतत: दो घण्‍टे की मशक्‍क‍त के बाद इस लाइन पर आवागमन सुचारु हो सका ।

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कटनी । अभी उमरिया जिले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कोदो खाने से 10 हाथियों की मौत का मामला शांत हुआ नहीं कि एक बार कोदो की रोटी खाने से एक ही परिवार के कई लोगों की तबियत बिगड़ने से गांव के लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।    मामला कटनी जिले के रीठी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बिलहरी पौड़ी गांव का है, जहां कोदू की रोटी खाने से एक ही परिवार के 13 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। सभी को जिला अस्पताल लाया गया है। जहां उनका उपचार जारी है। एक ही परिवार के तीन 13 लोगों के अचानक बीमार पड़ने से हड़कंप मच गया है।    दरअसल रीठी थाना अंतर्गत आने वाली पंचायत बिलहरी पौड़ी में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब गांव में चौधरी परिवार के 6 बच्चे और 7 परिवार के लोगों नें सुबह कोदू की रोटी का नास्ता किया जिससे कुछ देर बाद सभी की तबियत बिगड़ने लगी। खाने के बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। लिहाजा उल्टी, चक्कर और शरीर में कमजोरी लगना जैसे लक्षण सामने आने के बाद सभी को बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल लाया गया है। जहां डॉक्टरों द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है। जिसमे दो बच्चें अभी भी बेहोशी में है वही बाकी लोगों का चिकित्सकीय निगरानी मे उपचार जारी है।    बिलहरी पौड़ी गांव में रहने वाले सत्यम(13), मीनाक्षी(10), विमलेश(10), संध्या(09) , खुशी(07), काव्या(02) , राजकुमारी(52), मिथला बाई(31), आरती(29), अभिलाषा(20), विनोद(32), प्रमोद(26), ललित चौधरी(21) को गंभीर हालत में सुबह 12 बजे जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है, जहां सभी का उपचार जारी है।    परिजन उमेश चौधरी ने जानकारी बताया कि शनिवार को सभी ने सुबह 09:30 बजे घर पर कोदू की रोटी का नशता करने के लिए खाई थी। इसके बाद से उन्हें उल्टी और चक्कर आने लगे थे। उन्हें बेहोशी की हालत में ऑटो से जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरो द्वारा इलाज जारी है जिनमें से दो बच्चे आईसीयू में है और दो बच्चे अभी भी बेहोश है जिनका उपचार जारी है। परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि कोदो की रोटी खाने से ही तीनों की तबीयत बिगड़ी है, हालांकि डॉक्टरों ने इस मामले में अभी कुछ साफ नहीं कहा है।     

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मध्य प्रदेश । बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन हिंदू एकता पदयात्रा दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह साढ़े 8 बजे कदारी फार्मेसी कॉलेज से शुरू की गई। इस माैके पर उन्होंने यात्रा का विरोध करने वालों को जवाब देते हुए कहा कि ठठरी के बंधे इस देश में जलसा जायज है और पदयात्रा नाजायज बता रहे हो। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन शास्त्री की यात्रा की शुरुआत कदारी फार्मेसी कॉलेज से हुई और पदयात्रा दोपहर करीब ढाई बजे कदारी से गठेवरा पहुंची, जहां भोजन प्रसादी की। छतरपुर शहर में यहां छत्रसाल चौराहे पर पंडित शास्त्री ने एक सभा को संबोधित किया। इस सभा में हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा सीट से भाजपा विधायक टी राजा भी शामिल हुए। शाम को पदयात्रा बस स्टैंड होते हुए छतरपुर के नौगांव रोड के पेप्टेक टाउन पहुंच गई। यात्रा यहां रात्रि भोजन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रवचन की व्यवस्था की गई है। पेप्टेक टाउन में दिल्ली की गायिका शीतल पाण्डेय, बिन्नू रानी और हिमालय यादव प्रस्तुति देंगे। उल्लेखनीय है कि पंडित शास्त्री ने शुक्रवार का 17 किलोमीटर का सफर तय किया। नाै दिवसीय यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू हुई और रामराजा मंदिर ओरछा तक करीब 160 किमी का सफर तय करेगी। इस यात्रा के कुल आठ पड़ाव होंगे। बताया गया कि सनातन हिंदू एकता में पैदल चलते पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पैर छिल गए हैं, जिनका उपचार चरण सेवक सेवादाराें ने किया है।   धीरेन्द्र शास्त्री की पदयात्रा के चलते शहर में बदली ट्रैफिक व्यवस्था पदयात्रा को लेकर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया। नगर में पदयात्रा पहुंचने पर पेप्टेक टाउन पहुंचने तक बड़े वाहनों काे रोका गया और छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से परिवर्तित किया गया। पदयात्रा के दौरान झांसी से खजुराहो की तरफ जाने वाले वाहन सौरा पहाड़िया के पास वाटरपार्क कट पॉइंट से अपनी लेन दी गई और फिर कदारी फार्मेसी के आगे कट पॉइंट से वापस अपनी लेन में आ जाएंगे। महोबा से आने वाले वाहन महोबा अंडरब्रिज बैरियर पर रोक दिए गए। नौगांव से आने वाले वाहन गौरगांव बैरियर से ग्राम कैड़ी से होते हुए हाइवे डायवर्ट किए जाएंगे। बस स्टैंड से पन्ना और नौगांव, झांसी तरफ जाने वाली बस महोबा रोड बाइपास होकर फोरलेन हाइवे से जाएंगे और सागर की ओर जाने वाले और सागर से छतरपुर आने वाली बस रॉयल होटल के पास विराज गार्डन से संचालित होंगी। यातायात पुलिस ने सभी वाहन चालकों से निर्धारित लेन में चलने और तेज गति में वाहन न चलाने की अपील की गई है।  

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इंदौर । इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (SIHM) इन्दौर ने अपने वार्षिक केक मिक्सिंग समारोह का आयोजन किया। यह कार्यक्रम फसल के मौसम की शुरुआत और क्रिसमस की उत्सव भावना को चिह्नित करने वाली एक लोकप्रिय परंपरा है। यह कार्यक्रम शुक्रवार को संस्थान परिसर में हुआ। परिसर को क्रिसमस थीम में खूबसूरती से सजाया गया था।   केक मिक्सिंग समारोह में सूखे मेवे, नट्स और मसालों आदि के साथ मिलाकर केक के स्वाद और सुगंध को समृद्ध किया गया। यह समय-समय पर होने वाली परंपरा न केवल प्रतिभागियों को उत्सव के मौसम के लिए तैयार करती है, बल्कि होटल प्रबंधन के छात्रों को अपनी पाक कला और रचनात्मकता दिखाने का अनमोल अवसर भी प्रदान करती है।   SIHM इन्दौर के प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. वी. के. सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम एकता और उत्सव की भावना को दर्शाता है। यह हमारे छात्रों को आतिथ्य उद्योग में महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त करने का अवसर देता है। इस समारोह में बेकारी विभाग की फैकल्टी अवनि पाटिल एवं अन्य फैकल्टी मेम्बर्स, स्टाफ के साथ छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की। जिससे साथियों के बीच सामंजस्य बढ़ा और केक बनाने की समृद्ध परंपराओं को अपनाया गया।   यह पहल SIHM की होटल प्रबंधन में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो छात्रों को आतिथ्य क्षेत्र में सफल करियर के लिए तैयार करती है। SIHM इन्दौर के स्नातकों को एक मजबूत पाठ्यक्रम का लाभ मिलता है जो न केवल उन्हें आवश्यक कौशल से लैस करता है, बल्कि होटलों, रिसॉर्ट्स और आतिथ्य के विभिन्न क्षेत्रों में कई करियर अवसरों के द्वार भी खोलता है। व्यावहारिक अनुभव और उद्योग संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, SIHM सुनिश्चित करता है कि उसके स्रातक इस गतिशील क्षेत्र की मांगों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हों।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में लगातार दूसरे दिन कड़ाके की ठंड पड़ी। राजधानी भोपाल में गुरुवार रात का तापमान 10.2 डिग्री दर्ज किया गया। एक दिन पहले रात का पारा 11 डिग्री पर था। भोपाल में 10 साल में नवंबर में दूसरी बार ऐसी कड़ाके की ठंड पड़ी। प्रदेश के 8 शहरों में पारा 7.8 डिग्री से 10.8 डिग्री के बीच रहा। आज शुक्रवार सुबह से मौसम में ठंडक है। धूप निकलने से थोड़ी राहत जरूर है। सुबह के समय कोलार, बैरसिया रोड, अयोध्या बायपास समेत कई इलाकों में हल्का कोहरा भी देखने को मिला, जबकि बड़ा तालाब समेत कई इलाकों में अभी भी धुंध छाई हुई है।   मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जमीन से 12.6 किमी की ऊंचाई पर जेट स्ट्रीम की रफ्तार 200 किमी/घंटा तक पहुंच गई है। इसके साथ ही पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने मप्र में ठंड बढ़ा दी है। भोपाल के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों में भी ठंड बढ़ी है। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर में भोपाल में ऐसा ही मौसम रहता है। 15 नवंबर के बाद ठंड का असर बढ़ता है, जो आखिरी तक बना रहता है। इस बार ठंड का असर तेज हो गया है।   बुधवार-गुरुवार की रात प्रदेश के सभी शहरों में तापमान 15 डिग्री के नीचे आ गया। प्रदेश के सात शहरों के तापमान 10 डिग्री से नीचे आ गया है। राजगढ़ में 10 डिग्री, रीवा में 10.4 डिग्री, सतना में 10.6 डिग्री, बालाघाट में 10.8 डिग्री, रायसेन में 11 डिग्री, गुना में 11.2 डिग्री, खजुराहो में 12 डिग्री, टीकमगढ़ में 12.1 डिग्री, खंडवा में 12.4 डिग्री, दमोह में 12.6 डिग्री, बैतूल में 12.7 डिग्री और खरगोन में 12.8 डिग्री, उमरिया जिले में 9.8 डिग्री, नौगांव 10 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, सर्दी का यह दौर अभी दो-तीन दिन और बरकरार रह सकता है। रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। दिसंबर से ला नीना अपने फुल फॉर्म में आ जाएगा, जिससे मध्य प्रदेश में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ेगी। ऐसे में दिसंबर में सर्दी के कई रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं।

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खंडवा । खंडवा के जूनी इंदौर लाइन क्षेत्र में अंजनी टाकीज के पास गुरुवार देर रात बारदाना के गोदाम में भीषण आग लग गई। आगजनी की इस घटना में गाेदाम में माेजूद लाखाें रूपये कीमत के जूट के बारदाने जलकर खाक हो गए। सूचना के बाद माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू किया गया। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।   जानकारी अनुसार गोदाम मयंक पालीवाल का है। बुधवार देर रात करीब ढाई बजे अचानक गाेदाम में आग भड़क गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया। जिससे लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल बन गया। स्थानी निवासियों ने तुरंत घटन की सूचना दमकल को दी। स्थानीय निवासियों ने पहले गोदाम की दीवाल को तोड़कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। इसी दौरान सूचना पर दमकल की टीम भी मौके पर पहुंच गई। इधर आग बेकाबू होती और आसपास के एरिया को अपनी चपेट में लेती, इससे पहले मौजूद लोगों और दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। आग को काबू करने में नगर निगम की तीन फायर ब्रिगेड के अलावा मूंदी की दमकल भी बुलानी पड़ी। इसके अलावा पानी के टैंकर और निगम के बुलडोजर की मदद भी मौके भी ली गई। आग लगने के कारण और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। बारदान के बंडलों की आग पूरी तरह नहीं बुझ पाने से गुरुवारसुबह तक भी धुआं निकलता रहा।          

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश के लगभग सभी शहरों में सर्दी ने दस्‍तक दे दी है। सुबह और रात को ठंड का असर बढ़ गया है। बुधवार-गुरुवार की रात प्रदेश के सभी शहरों में तापमान 15 डिग्री के नीचे आ गया। राजधानी भोपाल में तापमान 10.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो पिछले 10 साल में नवंबर का तीसरा सबसे कम तापमान रहा। यानी, यह रात तीसरी सबसे सर्द रात रही। इससे पहले 2017 में 9.6 डिग्री और 2022 में 10.2 डिग्री पारा पहुंचा था। इंदौर में 13.9 डिग्री और उज्जैन में 11.5 डिग्री रहा। दोनों ही शहरों में पिछले साल से कम तापमान दर्ज किया गया।   मौसम विभाग के अनुसार, इस समय जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। वहीं, पश्चिम-उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस का भी असर है। ऐसे में उत्तरी हवाएं मध्यप्रदेश में आ रही है, जिससे पारा लुढ़क गया हैं। आने वाले दिनों में पारे में और भी गिरावट हो सकती है। अभी रात के साथ दिन भी ठंडे है। मौसम विभाग ने बताया कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन समेत 28 शहरों में पारा सामान्य से नीचे है। ऐसा ही मौसम अगले कुछ दिन और बना रहेगा। गुरुवार सुबह ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के कई जिलों में कोहरा रहा। भोपाल में भी सुबह के समय कोहरा छाया रहा। राजधानी में पिछले 5 दिन से ऐसा ही मौसम है।   वहीं, पचमढ़ी में मंगलवार-बुधवार की रात पारा 7.8 डिग्री और बुधवार को दिन में तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस तरह पचमढ़ी के दिन और रात दोनों ही प्रदेश में सबसे ठंडे है। इसी तरह मंडला में 9.1 डिग्री, उमरिया में 9.8 डिग्री, नौगांव-राजगढ़ में 10 डिग्री, रीवा में 10.4 डिग्री, सतना में 10.6 डिग्री, बालाघाट में 10.8 डिग्री, रायसेन में 11 डिग्री, गुना में 11.2 डिग्री, खजुराहो में 12 डिग्री, टीकमगढ़ में 12.1 डिग्री, खंडवा में 12.4 डिग्री, दमोह में 12.6 डिग्री, बैतूल में 12.7 डिग्री और खरगोन में 12.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। बालाघाट में 24 डिग्री, रायसेन में 25 डिग्री, बैतूल में 26.5 डिग्री, सिवनी में 26.6 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 27.1 डिग्री, ग्वालियर में 26.4 डिग्री, इंदौर में 27.8 डिग्री, उज्जैन में 27.7 डिग्री और जबलपुर में दिन का तापमान 27.6 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 11 डिग्री, इंदौर में 14.6 डिग्री, ग्वालियर में 11.3 डिग्री, उज्जैन में 12.6 डिग्री और जबलपुर में 12.4 डिग्री दर्ज किया गया।

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उमरिया । उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगल में एक नर जंगली हाथी छोड़ा गया। इस जंगली हाथी को शहडोल जिले के उत्तर वनमण्डल क्षेत्र के जयसिंहनगर रेंज के बीट वनचाचर के कक्ष क्रमांक आर एफ 382 से लाया गया था। जिसको इतने माह रख कर आज जंगल मे छोड़ा गया।   इस मामले की जानकारी देते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के नवागत फील्ड डायरेक्टर डॉक्टर अनुपम सहाय ने बताया कि इस जंगली हाथी को शहडोल जिले के उत्तर वन मंडल के जयसिंहनगर रेंज के वनचाचर बीट से 2 मार्च 2024 को बांधवगढ़ की टीम द्वारा रेस्क्यू कर लाया गया था और इसको यहां रख कर इलाज किया गया उसको पूर्ण रूप से तंदुरुस्त होने के बाद आज जंगल मे छोड़ा गया, इसमें सबसे खास बात यह रही कि बांधवगढ़ के इतिहास में पहली बार किसी जंगली हाथी को सेटेलाइट कॉलर लगाया गया और उसको ताला रेंज के दमना बीट के कक्ष क्रमांक आर एफ 332 में छोड़ा गया है, अब इसकी हर एक्टिविटी पर हमारी नजर रहेगी। उसके कालरिंग के समय मेरे साथ वन्य प्राणी चिकित्सक डॉक्टर नितिन गुप्ता, सहायक संचालक ताला, परिक्षेत्र अधिकारी ताला, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के सांकेत भाले, एवं डॉ. सुभांकर, डब्ल्यू सी टी के डॉ. प्रशांत देशमुख एवं परिक्षेत्र ताला का स्टाफ सम्मिलित हुआ तथा कालरिंग की कार्यवाही सफलतापूर्वक संम्पन्न किया गया। हाथी के वनक्षेत्र में विचरण के अध्ययन करने की दिशा में यह कालरिंग प्रक्रिया मील का पत्थर सिद्ध होगी।  

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ग्वालियर । ग्वालियर शहर में बुधवार दाेपहर स्कूली बच्चाें काे लेकर जा रही बस में अचानक आग लग गई। आग लगते ही बच्चे घबरा गए। आग देखते ही ड्रायवर ने गाड़ी राेक दी। स्टाफ और पुलिस पॉइंट पर तैनात जवानों ने बच्चों को बाहर निकाला। बस में आठ से दस बच्चे थे। पुलिस की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई।     जानकारी अनुसार माधवनगर गेट के पास जीडी गोइंका पब्लिक स्कूल की ट्रैवलर बस बुधवार काे दाेपहर काे स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चाें काे लेकर निकली थी। इस दाैरान अचान बोनट से धुआं उठने लगा। ड्रायवर ने देखते ही तुरंत बस काे राेक दिया। बस में आठ से दस बच्चे थे। हादसे के बाद बच्चे बुरी तरह डर गए। स्टाफ और पुलिस पॉइंट पर तैनात जवानों ने बच्चों को बाहर निकाला। पुलिस की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई। बस में आग लगने की सूचना पर कुछ बच्चों के परिजन मौके पर पहुंच गए थे। जिनके परिजन से संपर्क नहीं हुआ, उनको पुलिस वाहन से घर तक छुड़वाया गया। आग लगने की वजह पता की जा रही है। यातायात थाना झांसी रोड के प्रभारी सुधारक सिंह तोमर ने बताया कि आग बढ़ती, उससे पहले ही काबू पा लिया गया। सभी बच्चे सुरक्षित हैं।  

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उज्जैन/नागदा । नृसिंहघाट के पास स्थित रघुकुल गार्डन में मंगलवार रात विवाह-समारोह चल रहा था। दूल्हा-दुल्हन स्टेज पर बैठे थे और बाराती डीजे की धुन पर नाच रहे थे। परिवार और रिश्तेदार भोजन कर रहे थे। तभी किसी ने महाकाल थाना पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस अपने साथ महिला एवं बाल विकास की टीम के साथ पहुंची। दूल्हा-दुल्हन के परिजनों को समझाइश दी और शादी रुकवा दी।     महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी साबिर एहमद सिद्दीकी ने बताया कि मंगलवार रात महाकाल थाने से सूचना मिली थी कि रघुकुल गार्डन में शादी समारोह चल रहा है। दुल्हन नाबालिग है। परिजनों द्वारा बाल विवाह कराया जा रहा है।    सूचना मिलने पर विभाग की टीम को महाकाल थाना पुलिस के साथ रघुकुल गार्डन रवाना किया। टीम में शामिल संतोष पंवार ने बताया कि स्टेज पर बैठे दूल्हा-दुल्हन के परिजनों से उम्र संबंधी दस्तावेज मांगे। इस पर दुल्हन के माता पिता इस बात से सहमत हो गए कि बेटी की उम्र 18 वर्ष होने में 3-4 माह काम हैं। उन्हें बाल विवाह नहीं करने की समझाइश दी गई। लडक़ी पक्ष जयसिंहपुरा का रहने वाला था। बारात नागदा से आई थी। बारात में शामिल लोग बैंड बाजों के साथ नाचते गाते गार्डन तक पहुंचे थे। वरमाला कार्यक्रम के बाद दूल्हा-दुल्हन को स्टेज पर बैठाया गया था। यहां भी डीजे साउंड पर डांस चल रहा था। दूसरी तरफ लोग भोजन कर रहे थे। जब पुलिस और महिला बाल विकास विभाग की टीम गार्डन पहुंची तो कुछ लोगों ने शादी रोकने से इंकार किया, हालांकि पुलिस की समझाइश के बाद वे लोग मान गए। रिसेप्शन के बाद दूल्हा बारात के साथ लौट गया।    सिद्दीकी ने बताया कि गार्डन में शादी की प्रोसेस चल रही थी। दूल्हा-दुल्हन स्टेज पर बैठे थे। इसके बाद रात में फेरे होने वाले थे। यदि फेरे हो जाते तो बाल विवाह का केस थाने में दर्ज कराना पड़ता। दोनों पक्षों को समझाइश दी तो वे मान गए और शादी कार्यक्रम रद्द कर दिया।   

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । भोपाल में नगर निगम के हाउसिंग फोर ऑल प्रोजेक्ट में हो रही लेटलतीफी से परेशान हितग्राहियों ने सोमवार को आईएसबीटी निगम ऑफिस का घेराव कर दिया। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का पोस्टर लेकर हितग्राहियों ने आइएसबीटी निगम ऑफिस के बाहर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी ऑफिस के अंदर घुसने लगे तो पुलिस ने रोक दिया। गुस्साए लोग गेट के सामने ही धरने पर बैठे गए। विरोध बढ़ता देख निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण मौके पर पहुंचे तो लोगों ने उन्हें घेर लिया। कमिश्नर ने लोगों को समझाया और कहा कि जल्द ही सभी को मकान दिए जाएंगे।   सोमवार को निगम के हाउसिंग के 12 नंबर, बाग मुगालिया-गंगानगर के अधूरे प्रोजेक्ट के विरोध में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे हितग्राहियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मकान के लिए कई महिलाएं अपने नन्हें बच्चे को साथ लेकर पहुंची। वहीं प्रदर्शन के दौरान जैसे ही निगम कमिश्नर मौके पर पहुंचे लोगों ने उनका घेराव कर दिया। दरअसल नगर निगम के गंगानगर, 12 नंबर, भानपुर समेत कई जगहों प्रोजेक्ट चल रहे हैं। पीएम आवास योजना के तहत मकान बन रहे हैं, लेकिन काम में लेटलतीफी आम लोगों पर भारी पड़ रही है। लोगों ने इस उम्मीद में फ्लैट्स या सिग्लेक्स मकान बुक कराए थे कि उन्हें जल्दी पजेशन मिल जाएगा, लेकिन कई जगहों पर प्रोजेक्ट को सालों बीत चुके हैं। बावजूद लोगों का अपने घर का सपना पूरा नहीं हो रहा है।   विरोध का रहे लोगों का कहना है कि सालों से अगल-अलग दफ्तरों में अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। लोगों ने कहा कि मल्टी बनाने के काम की चाल बहुत ही धीमी है। यदि यही रफ्तार रही तो घर मिलने में वर्षों लग जाएंगे। नगर निगम कार्यालय में जवाबदार मोबाइल पर कॉल रिसीव नहीं करते। यदि रिसीव कर भी लें तो सही जवाब नहीं देते। मकान के किराए के साथ बैंक की किश्त भी भरनी पड़ रही है। जिससे आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। विरोध प्रदर्शन के दौरान निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण जैसे ही ऑफिस पहुंचे तो एक व्यक्ति उनके कदमों में गिरकर रोने लगा। उसने कमिश्नर से कहा कि सालों से भटक रहा हूं, मकान नहीं मिला। मुझे मकान दे दो। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने व्यक्ति को संभाला। कमिश्नर ने लोगों को समझाया और कहा कि जल्द ही सभी को मकान दिए जाएंगे। मौके पर निरीक्षण को दौरान लोगों की समस्या सुनने का भी आश्वासन दिया है।

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उज्जैन । फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और अभिनेता सुधांशु पाण्डे (अनुपमा धारावाहिक का वनराज) साेमवार काे उज्जैन भगवान महाकाल की शरण में पहुंचे। दाेनाें ने नंदी हाल में बैठकर बाबा महाकाल का ध्यान लगाया और आशीर्शाद लिया।   सोमवार सुबह 11 बजे प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री शिल्पा सेट्टी परिजनों के साथ बाबा महाकाल के दर्शन करने श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। अभिनेत्री यहा बाबा महाकाल की भक्ति में लीन नजर आईं। उनके साथ पति राज कुंद्रा भी माैजूद रहे। शिल्पा शेट्टी ने नंदी हॉल में परिजनों के साथ बैठकर महाकाल के दर्शन किए, उन्होने गर्भगृह की देहरी से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया. वह यहां बिलकुल साधारण गुलाबी वस्त्र में परिजनों के साथ नजर आई। यहां मंदिर के पुजारी ने बाबा को चढ़ा हुआ दुपट्टा शिल्पा शेट्टी को प्रसाद स्वरूप पहनाया। इस दौरान वें भगवान महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। और बाबा महाकाल की आरती देखी। इसके बाद शिल्पा शेट्टी ने नन्दी के कानों में अपनी मनोकामना कही।     दर्शन करने के बाद मीडिया से चर्चा में शिल्पा शेट्टी ने कहा कि 'यहां आकर मन तृप्त हो गया है और यहां वहीं आ सकता है जिसे बाबा बुलाते हैं। 18 वर्ष बाद बाबा का बुलावा आया है। वे फिर से यहां आई है। यह ज्योतिर्लिंग है। यहां की शक्ति अद्भुत है। यहां पर आकर जो भी मनोकामना मांगी जाती है वह निश्चित पूरी होती है। यहां की शक्ति व ऊर्जा महसूस करने लायक है यहां एक बार सबको आना चाहिए।' वहीं, सुधांशु पांडे का चेहरा देखने लायक रहा। वह एकदम रुंआसे से दिखाई दिए। हाथ जोड़े वह बैठे हुए थे। हर किसी की नजर उन पर ही अटकी थी।  

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ग्वालियर । शहर में दिवाली के बाद शुरू हुई हल्की ठंड सुबह-शाम और रात तक ही सीमित थी। सोमवार को घने कोहरे के साथ दिन में भी ठंड की शुरुआत हो गई। ग्वालियर में सीजन का यह पहला कोहरा था। कोहरा घना होने के कारण सुबह दृश्यता 100 से 150 मीटर रही। इस दौरान सड़कों पर वाहन चालकों को हेडलाइन जलानी पड़ी। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को सुबह भी मध्यम से घना कोहरा पड़ सकता है।   सोमवार को सुबह लोगों की नींद खुली तो पूरा शहर कोहरे के आगोश में था। कोहरा घना होने के कारण सूरज के दर्शन भी देरी से हुए। दोपहर होते-होते कोहरा बादलों में बदल गया। जिससे पिछले दिनों की अपेक्षा आज धूप काफी कमजोर रही। कोहरे के साथ चलीं ठंडी हवाओं ने आज दिन में भी ठंड का एहसास कराया। इसके चलते लोगों को गर्म कपड़े पहना पड़े। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के अनुसार इस समय पश्चिमोत्तर भारत के वायु मंडल में जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। इसके अलावा बांग्लादेश के दक्षिण भाग में चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों की वजह से हवाओं के साथ नमी आ रही है। इसी कारण आज ग्वालियर सहित भिण्ड एवं मुरैना जिलों में घने कोहरे की स्थिति निर्मित हो गई। हवाओं में नमी की वजह से अगले दो दिन भी सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा पड़ सकता है।   अधिकतम तापमान 5.7 डिग्री लुढ़का: घने कोहरे की वजह से सोमवार को अधिकतम तापमान में दबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है जबकि न्यूनतम तापमान एक अंक बढ़ गया है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में आज अधिकतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस लुढ़क कर 26.3 डिग्री सेल्सियस पर ही थम गया जो सामान्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 90 प्रतिशत दर्ज की गई जो सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक है जबकि शाम को हवा में नमी 67 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से 09 प्रतिशत अधिक है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है।  

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भोपाल । सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व के फील्ड डारेक्टर देवा प्रसाद जे. ने रविवार को बताया कि अरी बफर रेंज के कैम्प क्रमांक 188 में गश्त के दौरान कर्मचारियों को एक बाघ शावक मृत मिला। बाघ शावक के शरीर के सभी अंग सुरक्षित हैं। मृत शावक की उम्र लगभग 4 माह है। उन्होंने बताया कि सबूतों का पता लगाने के लिये कर्मचारियों और डॉग स्क्वायड द्वारा इलाके की सघन तलाशी ली जा रही है।   फील्ड डारेक्टर ने बताया कि बाघ शावक का पोस्टमार्टम एनटीसीए प्रोटोकाल के अनुसार किया जायेगा। मृत शावक के अंग नमूने हिस्टोपैथोलॉजिकल और फोरेंसिक परीक्षण के लिये भेजे जा रहे है। पीएम की रिपोर्ट आने के बाद वस्तु स्थिति की सही जानकारी प्राप्त होगी। प्रकरण की गहन विवेचना की जा रही है।  

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उज्जैन । सोमवार को बाबा की सवारी नगर भ्रमण पर निकलेगी। कार्तिक अगहन मास की तीसरी और अगहन मार्ग की पहली सवारी होगी। प्रशाशक गणेश धाकड़ ने बताया कि सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित सभामंडप में भगवान श्री महाकालेश्वर के श्री चन्द्रमौलीश्वर स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन किया जायेगा। पूजन उपरांत भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर रजत पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर प्रजा का हॉल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।                                                                                                                                                                                                                                                  सवारी परंपरानुसार एवं पूर्ण गरिमामय तरीके से निकाली जायेगी। सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। वहॉ क्षिप्रा के जल से भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर का अभिषेक उपरांत सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार, होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। सवारी में आगे तोपची, कडाबीन, पुलिस बैण्ड घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान नगर वासियों को बाबा के आगमन की सूचना देते चलेंगे।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में तेजी से सर्दी का असर बढ़ रहा है। सुबह और रात सर्दी का असर सबसे ज्‍यादा है। राजधानी भोपाल और जबलपुर में तापमान सामान्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे है। भोपाल की रातें पिछले साल से ज्यादा सर्द हैं। वहीं, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में तापमान 2 डिग्री तक लुढ़क सकता है। उत्तरी हिस्से यानी ग्वालियर-चंबल संभाग में ठंड का असर ज्यादा बढ़ेगा। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर-पूर्वी हवाओं के कमजोर होने और पहाड़ों में जेटस्ट्रीम चलने की वजह से ऐसा मौसम बन रहा है।   मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के कई हिस्सों में 20 नवंबर तक शीतलहर चलेगी। भोपाल, इंदौर-जबलपुर में भी कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। जबकि पचमढ़ी-अमरकंटक सबसे ठंडे रहेंगे। साथ ही कोहरा भी नजर आएगा। इसकी वजह उत्तर-पूर्वी हवाओं का असर कम होना है। वहीं, पहाड़ों में जेटस्ट्रीम का चलना है। ये हवाएं प्रदेश के उत्तरी हिस्से में भी आ रही हैं। इस वजह से शुक्रवार से मौसम में बदलाव देखने को मिला है, जो अगले कुछ दिन और बना रहेगा।   पिछले 3 दिन से भोपाल समेत कई जिलों में सुबह 8 बजे तक कोहरा देखने को मिल रहा है। वहीं, पचमढ़ी में दिन-रात दोनों ही सबसे ठंडे हैं। नवंबर महीने में यहां की रातें सबसे सर्द रही हैं। शुक्रवार-शनिवार की रात में यहां पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले साल 14 नवंबर को भोपाल में रात का तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस रहा था। यह रात नवंबर की सबसे सर्द रात थी जबकि इस बार शुक्रवार-शनिवार की रात में पारा 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यानी भोपाल में नवंबर का महीना पिछले साल से भी सर्द है।   भोपाल के अलावा जबलपुर में भी रात का पारा सामान्य से कम है। यहां तापमान 13.8 डिग्री पर पहुंच गया है, जो सामान्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम है। इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन में पारा 15 डिग्री या इससे अधिक है। इससे पहले शुक्रवार-शनिवार की रात में प्रदेश के 16 शहरों में टेम्प्रेचर 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। पचमढ़ी में 7.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। मंडला में 10.5 डिग्री, शहडोल में 10.9 डिग्री, शाजापुर में 11.2 डिग्री, बालाघाट में 12.1 डिग्री, नौगांव में 12.3 डिग्री, टीकमगढ़ में 12.4 डिग्री टेम्प्रेचर दर्ज किया गया।   इसी तरह बैतूल में 12.5 डिग्री, छिंदवाड़ा में 12.6 डिग्री, राजगढ़ में 13.4 डिग्री, रीवा-रायसेन में 13.5 डिग्री, खंडवा में 14 डिग्री और खरगोन में पारा 14.6 डिग्री सेल्सियस रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 12.6 डिग्री, इंदौर में 15.7 डिग्री, ग्वालियर में 15.3 डिग्री, उज्जैन में 15 डिग्री और जबलपुर में तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में ठंड का असर तेज होने लगा है। प्रदेश में अब कोहरा भी छा रहा है। भोपाल समेत कई शहरों में शुक्रवार सुबह कोहरा छाया रहा। शनिवार को भी सुबह ग्वालियर, भिंड और निवाड़ी में मध्यम कोहरे का असर देखने को मिला। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी, ग्वालियर-चंबल में ठंड बढ़ने का अनुमान जताया है। यहां रात का तापमान 2 डिग्री तक लुढ़क सकता है। ऐसा मौसम 20 नवंबर तक बना रहेगा। भोपाल, इंदौर-जबलपुर में भी सर्दी बढ़ेगी, जबकि पचमढ़ी-अमरकंटक सबसे ठंडे रहेंगे।   मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में पिछले 3 दिन से ठंड का असर ज्‍यादा बढ़ा है। इसकी वजह उत्तर-पूर्वी हवाओं का असर कम होना है। वहीं, पहाड़ों में जेट स्ट्रीम हवाओं का चलना है। ये हवाएं प्रदेश के उत्तरी हिस्से में भी आ रही है। इस वजह से शुक्रवार से मौसम में बदलाव देखने को मिला है, जो अगले कुछ दिन और बना रहेगा। उन्‍होंने बताया कि हवा का रुख जब उत्तर-पश्चिमी हो जाएगा और पहाड़ों पर बर्फबारी होगी, तब तापमान में और गिरावट होगी। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के असर से ग्वालियर-चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठंडा रहेगा। शनिवार से सुबह-शाम धुंध भी बढ़ेगी।   वहीं, प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में दिन-रात दोनों ही सबसे ठंडे हैं। पिछली दो रातों से यहां 8.8 और 9.6 डिग्री तापमान रहा। वहीं, गुरुवार-शुक्रवार को पारा 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी के अलावा अमरकंटक, शहडोल, मंडला, नौगांव, उमरिया, बालाघाट, छिंदवाड़ा, रीवा, रायसेन, राजगढ़, बैतूल, खंडवा, खरगोन, खजुराहो और टीकमगढ़ ऐसे शहर हैं, जहां रात का तापमान 15 डिग्री से नीचे हैं। पचमढ़ी, अमरकंटक-शहडोल सबसे ठंडे हैं। बड़े शहरों में भोपाल और जबलपुर सबसे ठंडे हैं। गुरुवार-शुक्रवार की रात में भोपाल में 12.8 डिग्री और जबलपुर में 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इंदौर में 15.6 डिग्री, ग्वालियर-उज्जैन में 15.5 डिग्री रहा।

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उज्‍जैन । विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री महाकालेश्वर की नगरी में प्रतिदिन लाखों के संख्या में श्रद्धालुओं का आना लगा रहता है। वहीं भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन और पूजन के साथ ही भक्त यहां पर अलग-अलग तरह की भेट भी भगवान महाकाल को अर्पित करते हैं।   शनिवार को बाबा के एक भक्त ने भगवान महाकाल को अमेरिकन डॉलर की माला भेंट की। करीब तीन फीट से अधिक लम्बी माला में एक (01) अमेरिकन डॉलर के नोट लगे हुए है । बीच में जय श्री महाकाल लिखा हुआ है। समय-समय पर मंदिर के अधिकारी, पुजारी, पुरोहितों, मंदिर प्रबंध समिति सदस्यों व कर्मचारियों के माध्यम से भी भक्तों को मंदिर में दान करने हेतु प्रेरित किया जाता है। इसी कड़ी में बाबा को अमेरिकन डॉलर की माला दान की गई।   महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि माला किसने दी ये नहीं पता चल पाया है। एक भक्त ने विदेशी मुद्रा जिसमे लगभग 200 की संख्या मे मुद्रा है, अर्पित करने के लिए दी थी। जिसे भगवान को अर्पित करने के बाद मंदिर सेवादारो द्वारा दान पेटी में डाल दिया गया।    

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सागर । मप्र बाल संरक्षण अधिकार आयोग (CPCR) के हस्ताक्षेप से सागर जिले में एक सरकारी स्कूल परिसर में कब्र खोदकर मृतक को दफनाने से रोका गया है। स्कूल परिसर में करीब तीन महीने पहले भी एक कब्र बनाई जा चुकी थी। मौके पर जब स्थानीय पुलिस कब्र खोदने से रोकने पहुंची तो लोग पुलिस को ही धमकी देने लगे थे। बाद में प्रशासन ने दलबल दिखाया तब जाकर दूसरी जगह पर कब्र बनाई गई है।   सागर जिले के गिरवर गांव में शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल के मैदान में कुछ लोग किसी मृतक को दफनाने के लिए कब्र खोद रहे थे। किसी ने इसकी खबर मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह को दी थी। उन्होंने तत्काल कलेक्टर संदीप जीआर को मामले की सूचना दी तो प्रशासन हरकत में आया। गिरवर में दोपहर में पुलिसकर्मी यहां पहुंचे और कब्र खोदने और सुपुर्दे खाक की प्रक्रिया रोकने की बात कही तो मृतक के परिजन व समाज के लोग पुलिस को ही धमकी देने लगे।   धमकी के बाद ASP दलबल के साथ पहुंचे स्थानीय पुलिस से जब मामला नहीं संभला और लोग शव को थाने में रखकर प्रदर्शन की धमकी देने लगे और दफनाने से इंकार किया तो मामला बिगड़ता देख एडिशनल एसपी लोकेश सिन्हा और प्रशासन का अमला भारी पुलिसबल के साथ गिरवर पहुंच गया। यहां उन्होंने समाज और परिवार के लोगों को समझाइश दी। लोगों का कहना था कि यहां हमारा कब्रिस्तान पहले से था, लेकिन इसके बाजू में स्कूल बना दी गई है। काफी मशक्कत के बाद लोग माने। प्रशासन ने उन्हें मृतक को दफनाने के लिए दूसरी जगह दी है।   अगस्त में भी एक कब्र बनाई गई थी जानकारी अनुसार गिरवर के सरकारी स्कूल परिसर में दूसरी दफा कब्र खोदकर मृतक को दफनाने की तैयारी चल रही थी। बीते 14-15 अगस्त को सरकारी अवकाश के दिन यहां पर कब्र खोदकर गांव के किसी व्यक्ति को सुपुर्दे खाक किया गया था। कब्र पर पत्थर भी बकायदा लगाया गया था। अब शुक्रवार 15 नवंबर को भी छुट्टी का दिन था और स्कूल परिसर में कब्र खोदी जा रही थी। यदि समय पर सूचना नहीं मिलती तो लोग दफनाने की प्रक्रिया पूरी कर देते और स्कूल परिसर में दूसरी कब्र तैयार हो जाती।   आयोग ने मानी प्रशासन की गलती, नोटिस जारी मप्र बाल संरक्षण अधिकार आयोग के सदस्य ओंकार सिंह ने हिन्‍दुस्‍थान समाचार को जानकारी देते हुए बताया कि गिरवर में करीब 3 महीने में दूसरी दफा शव दफनाने का काम चल रहा था। शुक्रवार को अवकाश था, अगस्त महीने में भी अवकाश के दिन ही शव दफनाया गया था। यह गलत है। प्रशासन को मौके पर जाकर देखना था, इसे रोकना था। उस समय रोका जाता तो अभी यह स्थिति नहीं बनती। मामले में आयोग ने संबंधितों को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है।  

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भोपाल । उमरिया जिले का विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व वैश्विक धरोहर है। यहां की जैव-विविधता, दुर्लभ वन्य-जीवों की उपलब्धता, कल्चुरी कालीन किला और हिन्दू देवताओं के प्राचीन मंदिर पूरी दुनिया में दुर्लभ हैं। टाइगर रिजर्व की स्थापना के पूर्व यहां का जंगल एवं पहाड़ियों के बीच निर्मित किला एवं अन्य संरचनाएं रीवा रियासत के महाराजा की निजी सम्पत्ति हुआ करती थी। किले में राजकीय कार्यों के अलावा राज परिवार का निवास भी होता था। घनघोर जंगल राजा और महाराजाओं का निजी शिकारगाह होता था, जहां देश-विदेश के राजा समय-समय पर आकर आखेट करते थे।   जनसंपर्क अधिकारी केके जोशी ने शुक्रवार को बताया कि कालांतर में देश की आजादी के बाद तत्कालीन रीवा महाराजा मार्तण्ड सिंह ने सन् 1967 में किला सहित पूरा जंगल मध्य प्रदेश शासन को नेशनल पार्क स्थापित करने एवं वन्य-जीव संरक्षण के लिये दान में दिया था। इसके बाद मध्य प्रदेश शासन द्वारा बांधवगढ़ नेशनल पार्क की स्थापना की गयी। वर्ष 1981 के बाद यहाँ पर केन्द्र की टाइगर परियोजना शुरू की गयी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मौजूद जल-स्रोतों से यहां की जैव-विविधता देश-दुनिया के जंगलों की अपेक्षा उत्कृष्ट रही है। यहां जल-स्रोतों की मौजूदगी हमेशा से रही है, जिससे हरियाली बनी रहती है। पर्याप्त जल-स्रोत, चारागाह, सघन वन, शाकाहारी, मांसाहारी वन्य-जीवों के लिये आवश्यक आहार और रहवास की अनुकूलता होने से यहाँ दुर्लभ से दुर्लभ वन्य-प्राणी एवं पक्षी अपना आश्रय-स्थल बनाये हुए हैं।   उन्‍होंने बताया कि बाघों की सघन मौजूदगी पूरी दुनिया में बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व को एक अलग पहचान दिलाती है। टाइगर रिजर्व 1526 वर्ग किलोमीटर के कोर एवं बफर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस जंगल में वर्ष 2022 की गणना अनुसार 165 से भी ज्यादा बाघों की संख्या पायी गयी थी। इसके अलावा कान्हा टाइगर रिजर्व से 49 बायसन लाकर वर्ष 2012 में बसाये गये थे, जो अनुकूल परिस्थितियों में बढ़कर वर्तमान में लगभग 200 की संख्या में स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं। टाइगर रिजर्व में दुनिया में विलुप्ति की कगार पर पहुँच चुके विशेष प्रजाति के बारहसिंघा भी कान्हा टाइगर रिजर्व से लाकर बाँधवगढ़ में बसाये गये हैं। वर्ष 2018 से जंगली हाथियों ने भी अपना रहवास यहां बनाया है। तकरीबन 70 से 80 जंगली हाथी टाइगर रिजर्व के अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न झुण्डों में विचरण कर रहे हैं।   हिन्दू मान्यताओं के हैं कई प्राचीन धार्मिक मंदिर टाइगर रिजर्व में बाघ, बायसन, जंगली हाथी के अलावा नीलगाय, भालू, तेंदुआ, चीतल और सांभर यहाँ के मुख्य वन्य-प्राणी हैं, जो पर्यटन के साथ जैव-विविधता का केन्द्र हैं। टाइगर रिजर्व बाँस एवं साल के सघन वृक्षों से घिरा हुआ है। यहां वन्य-जीव दर्शन के अलावा हिन्दू मान्यताओं के कई प्राचीन धार्मिक मंदिर भी हैं। इसमें बांधवगढ़ किले के समीप स्थित भगवान राम-जानकी मंदिर आस्था का प्रमुख केन्द्र है। यहां पर प्रतिवर्ष जन्माष्मी के पर्व पर मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें देशभर से हिन्दू धर्मावलम्बी पूजा-दर्शन के लिये पहुँचते हैं। बांधवगढ़ की पहाड़ियों पर स्थित कबीर गुफा कबीरपंथियों की आस्था का केन्द्र है। प्रतिवर्ष अगहन पूर्णिमा के दिन यहाँ पर कबीरपंथियों का जमावड़ा होता है और कबीर गुफा में कबीर अनुयायी उनकी पूजा-पाठ करते हैं। संत शिरोमणि सेन की तपोस्थली भी बांधवगढ़ में ही रही है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा संत सेन का मंदिर एवं समाधि-स्थल बनाने के लिये टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे हुए क्षेत्र में भूमि आरक्षित की गयी है, जिसमें निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।   तितलियों की 100 से अधिक प्रजातियां बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों के लिये विश्व प्रसिद्ध है। इसमें पहली बार दो दिवसीय बटरफ्लाई सर्वे कराया गया। टाइगर रिजर्व के 15 कैम्पों में 61 सदस्यों ने रिजर्व के जंगलों में पैदल सर्वे किया और सर्वे शीट पर तितलियों की जानकारी को अपडेट किया। दो दिवसीय सर्वे में तितलियों की 100 से अधिक प्रजातियां पायी गयीं। इनमें 5 से अधिक तितलियां दुर्लभ प्रजाति की हैं। कॉमन रैड आई, ब्लैक राजा, किंग क्रो और इंडियन डॉर्ट लेट जैसी तितली भी सर्वे में पायी गयी। तितलियों के सर्वे में मोबाइल एप का उपयोग नहीं किया गया। हाथ से ही सर्वे शीट में पैन से जानकारी को अपडेट किया गया।

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में हवाओं के रुख ने सर्दी बढ़ा दी है। पचमढ़ी में रात का तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। साथ ही भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन समेत प्रदेश के कई शहरों में भी पारा लुढ़क गया है। अमरकंटक, मंडला और शहडोल में भी तापमान 11 डिग्री के आसपास आ गया है। पचमढ़ी में ज्‍यादा ठंड की वजह पहाड़ और हरियाली है। इस वजह से यहां दिन-रात दोनों ही सबसे ठंडे हैं। गुरुवार को यहां दिन में तापमान 26.2 डिग्री दर्ज किया गया।   मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर-पूर्वी हवाओं का असर कम हो रहा है। इस वजह से ठंड बढ़ी है। 20 नवंबर तक ऐसा ही मौसम रहेगा। डॉ. सिंह ने बताया कि हवा का रुख जब उत्तर-पश्चिमी हो जाएगा और पहाड़ों पर बर्फबारी होगी, तब तापमान में और गिरावट होगी। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के असर से ग्वालियर-चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठंडा रहेगा। आज यानि शुक्रवार से सुबह-शाम धुंध भी बढ़ेगी। हवाओं का असर इन्हीं संभागों में सबसे पहले होता है। आज से अधिकांश शहरों में पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच सकता है। दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री तक गिरावट होगी लेकिन सामान्य से नीचे जाने की संभावना नहीं है। आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में बारिश होने का अनुमान है।   बुधवार-गुरुवार की रात में भी पचमढ़ी में तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा। एक रात पहले यह 9.6 डिग्री था। दो दिन में ही पारे में 2 डिग्री तक की गिरावट हुई है। आने वाले दिनों में भी पचमढ़ी ही सबसे अधिक ठंडा रहेगा। हालांकि, नवंबर में पारा सामान्य से ज्यादा नीचे नहीं जाएगा। दिसंबर से कड़ाके की ठंड पड़ने लगेगी। आखिरी सप्ताह में कोल्ड वेव भी चलेगी। प्रदेश में अभी पचमढ़ी के साथ अमरकंटक और मंडला भी ठंडे हैं। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक ही रात में पारा 1.9 डिग्री लुढ़क गया। वहीं, रायसेन में तापमान 28 डिग्री, बैतूल में 28.4 डिग्री, नरसिंहपुर में 28.6 डिग्री, सिवनी-सीधी में 29 डिग्री और मलाजखंड में 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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उज्जैन । 'अब सौंप दिया इस सृष्टि का सब भार तुम्हारे हाथों में...’ कुछ इसी तरह के भजनों के मध्य ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में हरि-हर मिलन की अद्भुत परंपरा निभाई गई। यहां कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी (बैकुंठ चतुर्दशी) के अवसर पर मध्य रात्रि को हरि (भगवान विष्णु) का हर (भगवान शिव) से मिलन हुआ। अवंतिकानाथ राजा महाकाल ठाठ के साथ सवारी लिए भगवान विष्णु के स्वरूप गोपाल जी से भेंट करने पहुंचे। चातुर्मास समापन पर भगवान महाकाल ने सृष्टि का भार फिर से भगवान श्रीहरि को सौंप दिया। यह दिव्य दृश्य देखने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। परम्परा के मुताबिक गुरुवार को महाकालेश्वर मंदिर से रात करीब 11 बजे भगवान महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर हरि-हर मिलन के लिए रवाना हुए। भगवान महाकाल की सवारी निर्धारित मार्ग से होते हुए रात बजे गोपाल मंदिर पहुंची। यहां भगवान महाकाल का जगत के पालन कर्ता भगवान विष्णु से मिलन हुआ। इस अद्भुत मिलन के साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु सवारी‎ मार्ग के दोनों ओर इकट्ठे हुए। इस दौरान भक्तों ने महाकाल के नारे लगाए। हरि-हर मिलन में भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिली। मान्यता के अनुसार, वामन अवतार के समय भगवान विष्णु ने राजा बलि को उनका आतिथ्य स्वीकार करने का वचन दिया था। उसी वचन को निभाने के लिए भगवान विष्णु चातुर्मास के चार माह पाताल लोक में राजा बलि के यहां अतिथि बनकर व्यतित करते हैं। इस दौरान सृष्टि के संचालन का भार भगवान शिव के हाथ में रहता है। देव प्रबोधिनी एकादशी पर चातुर्मास का समापन होता है और भगवान विष्णु पुन: वैकुंठ पधारते हैं। इसके तीन दिन बाद भगवान शिव बैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान श्री हरि विष्णु को पुन: सृष्टि का भार सौंपने के लिए गोलोक जाते हैं। हर के हरि से मिलने जाने के इसी धर्म प्रसंग को हरि हर मिलन कहा जाता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पं. महेश गुरु ने बताया सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट के श्री द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में हरि-हर मिलन की परंपरा 100 साल से पुरानी है। सिंधिया रियासत के समय से ही हर साल यहां मध्य रात्रि 12 बजे हरि हर-मिलन कराया जाता है। इस अद्भुत मिलन के दौरान दोनों देवों ‎को अपने-अपने स्वभाव के ‎विपरीत मालाएं धारण करवाई गईं। इस मिलन में भगवान महाकाल ने प्रभु‎ द्वारकाधीश को बिल्वपत्र की माला धारण करवाई। वहीं ‎प्रभु द्वारकाधीश ने भगवान ‎महाकाल को तुलसी पत्र की माला‎ धारण करवाई। इस मिलन के दौरान भक्तों ने देवों की महाआरती की। विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन किया गया। इस अद्भुत मिलन को देखने के लिए देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे। पूजन के बाद भगवान महाकाल अपनी सवारी के साथ देर रात वापस अपने धाम महाकालेश्वर‎ ज्योतिर्लिंग पहुंचे।    

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भोपाल । इस वर्ष का अंतिम संपूर्णकालिक गुरु पुष्य योग 21 नवंबर, गुरुवार को रहेगा। इस दिन गुरुवार के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहेगा, जिससे यह पूर्णकाल योग अत्यधिक फलदायी माना जा रहा है। इस योग में रवि योग और अमृत सिद्धि योग का भी संयोग है, जो इसे और भी उत्तम फलकारी बनाते हैं।   ज्योतिष मठ संस्थान, भोपाल के ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम ने गुरुवार को बताया कि यह विशेष योग स्थिरता प्रदान करने वाला है और इस दिन पीली धातु, पीले अनाज, पीले वस्त्र, मांगलिक कार्यों के लिए वस्तुएं, धार्मिक सामग्री, पुस्तकें, साहित्य और सामाजिक-धार्मिक कार्यों के लिए संकल्प जैसी चीजें खरीदना शुभ रहेगा। गुरु पुष्य नक्षत्र का यह महा मुहूर्त विशेष रूप से खरीदारी में स्थिरता प्रदान करेगा, जो विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त माना गया है।   उन्‍होंने बताया कि इस दिन के चार शुभ योग- गुरु पुष्य योग, रवि योग, अमृत सिद्धि योग और शुभ योग, चार गुना फल प्रदान करेंगे। यह दिन भूमि, भवन, सोना, पीतल की मूर्तियां, मंदिर, पूजा की सामग्री, और गृह प्रवेश व मांगलिक कार्यों हेतु सामग्री की खरीदारी के लिए अत्यधिक लाभकारी रहेगा।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में अब सर्दी का असर तेज होने लगा है। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में दिन-रात दोनों ही सबसे ठंडे हैं। मंगलवार-बुधवार की रात में भी पचमढ़ी में तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रहा। एक रात में 1 डिग्री की गिरावट हुई। सीजन में पहली बार पचमढ़ी में पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। वहीं, प्रदेश के कई शहरों में रात का तापमान 1 डिग्री तक लुढ़का है। 15 नवंबर के बाद असर और बढ़ेगा। उत्तरी हवाओं से सर्दी बढ़ सकता है।   मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी मौसम शुष्क है। ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान एवरेज 15-16 डिग्री और दिन में 31-32 डिग्री तक ही रहेगा। उन्होंने कहा- पचमढ़ी, मंडला में तापमान लुढ़क सकता है। हिमालय की तरफ वेस्टर्न डिस्टबेंस की एक्टिविटी है। जल्‍द प्रदेश में इसका मूवमेंट हो सकता है। यदि असर रहता है तो उत्तरी हवाएं प्रदेश में आने लगेगी। जिससे ठंड का असर थोड़ा बढ़ सकता है। इसके अलावा वर्तमान में प्रशांत महासागर में अलनीलो-ला नीनो की स्थिति न्यूट्रल है। वहीं, आईओडी भी हिंद महासागर में न्यूट्रल है। इस वजह से नवंबर के शुरुआती दिनों में तापमान का असर ज्यादा नहीं है। दिसंबर में पारा लुढ़कने लगेगा। आखिरी सप्ताह में कोल्ड वेव भी चलेगी।   प्रदेश में अभी पचमढ़ी के साथ मंडला, शहडोल और अमरकंटक की रात भी सबसे सर्द है। मंडला में 12 डिग्री, शहडोल-अमरकंटक में 12.7 डिग्री, शाजापुर में 12.8 डिग्री, बैतूल में 13.4 डिग्री, राजगढ़-सीधी में 14 डिग्री, उमरिया में 14.1 डिग्री, मलाजखंड में 14.2 डिग्री और छिंदवाड़ा में 14.4 डिग्री रहा। जबलपुर समेत 15 शहरों में पारा 15 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो जबलपुर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 15.5 डिग्री, इंदौर में 16.8 डिग्री, ग्वालियर में 16 डिग्री और उज्जैन में तापमान 16.2 डिग्री दर्ज किया गया। यहां दिन में भी हल्की सर्दी रही।  

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उज्जैन । भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में आज आधी रात हरि-हर मिलन का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। चार माह के विश्राम के बाद भगवान श्रीहरि विष्णु आज कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी (बैकुंठ चतुर्दशी) के मौके पर पुन: सृष्टि का भार संभालेंगे। चार माह से सृष्टि का संचालन कर रहे भगवान शिव (महाकाल) यह भार उन्हें सौंपेंगे। हरि-हर मिलन का यह दुर्लभ अवसर श्रद्धालुओं को आनंदित करने वाला होगा।    उज्जैन में बैकुंठ चतुर्दशी का विशेष महत्व है। बैकुंठ चतुर्दशी पर बाबा महाकाल (हर) श्रीविष्णु भगवान (हरि) को सारी सृष्टि का कार्यभार सौंपते हैं। बैकुंठ चतुर्दशी की मध्य रात्रि नगर के प्राचीन द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में हरि-हर मिलन होता है। पौराणिक मान्यता है कि जब श्रीहरि विष्णु देवशयनी एकादशी पर चार माह के लिए शयन करने जाते है, तब सृष्टि का कार्यभार हर यानी बाबा महाकाल सौंप कर जाते हैं। देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु के जागने के उपरांत बैकुंठ चतुर्दशी की मध्य रात्रि बाबा महाकाल भगवान विष्णु को पुन: सारी सृष्टि का कार्यभार लौटकर हिमालय प्रस्थान करते हैं।     महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि आज बैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान महाकाल चांदी की पालकी में विराजमान होकर श्रीद्वारकाधीश गोपाल मंदिर जाएंगे। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रात 11 बजे भगवान महाकाल की सवारी गोपाल मंदिर के लिए रवाना होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सवारी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके बाद भगवान महाकाल की सवारी निर्धारित मार्ग से होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेंगी। यहां हरि-हर का अनूठा मिलन होगा। दोनों देवों को अपने-अपने स्वभाव के विपरीत मालाएं धारण कराकर महाआरती की जाएगी।   उन्होंने बताया कि भगवान महाकाल नारायण को बिल्व पत्र की माला भेंट करेंगे, जबकि गोपाल जी महाकाल को तुलसी की माला पहनाएंगे। महाकाल की ओर से गोपालजी को भेंट स्वरूप वस्त्र, फल, मिष्ठान, सूखे मेवे आदि प्रदान किए जाएंगे। इसके बाद पूजा-अर्चना और महाआरती होगी। लगभग दो घंटे के पूजन के बाद रात करीब एक बजे बाबा महाकाल की सवारी वापस महाकालेश्वर मंदिर के लिए रवाना होगी।     देररात होने वाले हरि-हर मिलन को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंच चुके हैं।  इस दौरान खूब आतिशबाजी होगी और पुष्प वर्षा की जाएगी। हरि-हर मिलन के लिए महाकाल मंदिर से आने वाली बाबा महाकाल की सवारी में श्रद्धालु अत्यधिक मात्रा में पटाखे, हिंगोट, राकेट (आतिशबाजी) लापरवाही पूर्वक चलाते हैं। इसके कारण दुर्घटनाएं भी होती रही हैं। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने सवारी मार्ग व गोपाल मंदिर के सामने अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात करने का फैसला किया है। सवारी निकलने के दो घंटे पूर्व से मार्ग में पुलिस बल की तैनाती हो जाएगी।    

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रायसेन । जिले से गुजरने वाले नेशनल हाइवे 45 पर बुधवार सुबह फलाें से भरा एक ट्रक गाय पर पलट गया। हादसे में एक गाय की माैत हाे गई। हादसे में ट्रक चालक काे भी चाेट आई है। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने घायल चालक काे इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया और ट्रक काे साइड कर आवागमन सुचारू रूप से शुरू करवाया।     जानकारी के अनुसार हादसा देवरी से होकर गुजरने वाले एनएच-45 पर बाल मंदिर स्कूल के सामने मंडी के पास बुधवार सुबह 8:30 बजे हुआ। फल से भरा आयशर ट्रक आरजे क्रमांक 25 जीए 7837 गुजर रहा था। इस दाैरान सड़क पर अचानक से दाे गाय आ गईं। ड्राइवर ने उन्हें बचाने के लिए तेजी से ट्रक को मोड़ा। ट्रक अनियंत्रित हो गया और गाय को बचाने के चक्कर में पलट गया। ट्रक के नीचे दबने से एक गाय की माैत हाे गई। ट्रक चालक धर्मेंद्र ने बताया कि वह बदनावर से अमरूद भरकर सिलीगुढ़ी असम जा रहा था। ट्रक चालक धर्मेंद्र को भी चोट आई है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक को सड़क साइड करवाया।

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इंदौर । कलेक्टर आशीष सिंह के मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देश पर इंदौर में यातायात को सुगम बनाने के लिए लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे है। राजस्व, पुलिस एवं नगर निगम द्वारा लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है। एसडीएम कल्याणी पांडे के नेतृत्व में बुधवार को सत्य साईं चौराहा से न्याय नगर रोड़ पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई।   एसडीएम कल्याणी पांडे ने बताया कि यातायात को सुगम बनाने के लिए सत्यसांई चौराहे से न्याय नगर मार्ग पर प्रशासन व नगर निगम द्वारा कार्यवाही जारी रखते हुए कई अवैध अतिक्रमण हटाए गए। साथ ही आईडीए द्वारा पूर्व में बनाई गई कालोनी में सार्वजनिक मार्ग को बंद करते हुए वहाँ गेट लगा दिये गए थे, जिन्हें भी हटवाने की कार्यवाही की गई। इससे मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। उन्होंने बताया अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में अब सर्दी का असर तेज होने लगा है। प्रदेश का हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां रात का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के नीचे चल रहा है। राज्य में 15 नवंबर से ठंड का असर और बढ़ जाएगा। पचमढ़ी समेत अन्य शहरों में पारा 10 डिग्री के करीब पहुंच सकता है। हालांकि, कड़ाके की ठंड दिसंबर में ही पड़ेगी। इस महीने से कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चलने लगेंगी।   मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार-मंगलवार की रात प्रदेश के कई शहरों में ठंड का असर देखने को मिला। पचमढ़ी में पारा 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां दो रात से पारा 11 डिग्री से नीचे है। मंडला में 12.8 डिग्री सेल्सियस, शाजापुर में 13.9 डिग्री, शहडोल में 14.2 डिग्री, मलाजखंड में 14.3 डिग्री, सीहोर में 14.4 डिग्री, राजगढ़ में 14.4 डिग्री, उमरिया में 14.5 डिग्री, बैतूल में 14.5 डिग्री, नौगांव में 15 डिग्री, सीधी में 15.2 डिग्री, छिंदवाड़ा में 15.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 15.5 डिग्री और रीवा में तापमान 15.6 डिग्री रहा। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में पारा 20 डिग्री के नीचे ही रहा।   बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल सबसे ठंडा रहा। यहां 15.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। इंदौर में यह 16.9 डिग्री, ग्वालियर में 17.2 डिग्री, जबलपुर में 15.8 डिग्री और उज्जैन में 16.8 डिग्री रहा। पिछले 10 साल जैसा ही ट्रेंड इस नवंबर में भी देखने को मिल रहा है। दिन गर्म हैं और रातें ठंडी। हालांकि, 15 नवंबर के बाद पारे में गिरावट देखने को मिलती है। 20 से 25 नवंबर के बीच कई शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच जाता है।   मौसम विभाग ने बताया कि 15 नवंबर से रात के पारे में गिरावट होने का अनुमान है। अधिकांश शहरों में यह 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच सकता है। दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री तक गिरावट होगी, लेकिन सामान्य से नीचे जाने की संभावना नहीं है। नवंबर के आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में बारिश होने का अनुमान है।  

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उज्जैन । उज्जैन के सामाजिक न्याय परिसर में सोमवार देर रात भीषण आग लग गई। यहां देवउठनी ग्यारस के लिए पटाखा दुकानें लगी थीं। आग की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर तत्काल काबू पा लिया। लेकिन तब तक दो पटाखा दुकानें और एक बाइक जलकर ख़ाक हो चुकी थी। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।   जानकारी के अनुसार साेमवार देर रात करीब दो बजे आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर में लगी पटाखा दुकानों में आग लग गई। दिवाली के मौके पर लगी पटाखा दुकानों में से कुछ दुकानदार छोटी दिवाली (देवउठानी एकादशी) पर्व तक दुकानें संचालित कर रहे थे। मंगलवार सुबह लोग यहां खरीदारी करने आते इसके पहले ही आगजनी की घटना हो गई। फायर बिग्रेड कर्मचारी अंकित राजपूत ने बताया, '' आग लगने की सूचना मिलने पर टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग को नियंत्रित किया। आग से दो दुकानें और एक बाइक जलकर ख़ाक हो गई। आग के कारण दुकानों में रखे पटाखे भी कुछ देर तक फूटते रहे। माना जा रहा है कि आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है।''  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में अब धीरे-धीरे सर्दी ने दस्‍तक देना शुरू कर दिया है। यहां सुबह और रात ठंडी होने लगी है। मौसम विभाग ने प्रदेश में इस बार दिसंबर-जनवरी में कड़ाके की ठंड का अनुमान जताया है। इन दो महीनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव की स्थिति रह सकती है। नवंबर के 10 दिन में प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा है। यहां तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है, जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में भी सर्दी है।   मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के अनुसार, नवंबर में पारा 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा। इस साल पिछली बार से ज्यादा सर्दी पड़ेगी। ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। यहां कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चलेंगी। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि मानसून के चार महीने (जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर) में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं। इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है। ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं इसलिए तापमान में गिरावट आती है। वहीं, सर्द हवाएं भी चलती हैं।   डॉ. सिंह ने बताया कि दिसंबर की शुरुआत से ला नीना की स्थिति बनना शुरू हो जाएगी। इससे ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड में ठंड जोर पकड़ेगी। हालांकि, कड़ाके की ठंड का दौर 20 दिसंबर से शुरू होगा। ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के सभी जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। वहीं वर्तमान में पचमढ़ी को छोड़ दें तो बाकी के सभी शहरों में रात का तापमान 13 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच है। वहीं, अधिकतम तापमान भी 32 डिग्री या इससे अधिक बना हुआ है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग में दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं, जो अरब सागर से नमी लेकर आ रही हैं। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि वर्तमान में प्रशांत महासागर में अलनीलो-ला नीनो की स्थिति न्यूट्रल है। वहीं, आईओडी हिंद महासागर में न्यूट्रल है। इस वजह से नवंबर में ठंड का असर ज्यादा नहीं है। पूरे महीने ही ऐसा मौसम रहेगा। सामान्य से ज्यादा तापमान नहीं जाएगा।  

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खंडवा । प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर की 49वीं पंचकोशी यात्रा सोमवार से शुरू हो गई है। इसमें लाखों श्रद्धालु शामिल हुए हैं। इस पंचकोशी यात्रा का महत्व हिंदू धार्मिक मान्यताओं में विशेष है, जिसमें नर्मदा नदी के तट पर ओंकार पर्वत की परिक्रमा करते हुए लाखों श्रद्धालु पांच दिनों में करीब 75 किलोमीटर की यात्रा पूरी करते हैं। ओंकारेश्वर में यह यात्रा देवउठनी एकादशी के अवसर पर शुरू होती है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन संपन्न होती है, लेकिन इस वर्ष पंचकोशी यात्रा की तिथियों में बदलाव के कारण यात्रा दशमी को ही शुरू हो गई।   दरअसल, इस बार दशमी और एकादशी तिथियों के एक साथ आने से हजारों श्रद्धालु एक दिन पहले ही ओंकारेश्वर से रवाना हो गए। यात्रा समिति के संयोजक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इस बार भी प्रशासन और नर्मदा भक्तों के सहयोग से यात्रा को अनुशासनपूर्वक संचालित किया जा रहा है। हर साल यात्रियों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है, और इस बार यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं।    यात्रा का प्रारंभ ओंकारेश्वर मंदिर में नर्मदा स्नान और भगवान ओंकारेश्वर एवं ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से होता है। इसके बाद भक्तजन पांच दिनों की यात्रा में निकलते हैं, जिसमें ओंकार पर्वत के चारों ओर पैदल चलते हैं। यात्रा के पहले दिन सभी यात्री भगवान ओंकारेश्वर से आशीर्वाद प्राप्त कर यात्रा प्रारंभ करते हैं। यात्रा में छोटे बच्चों से लेकर वृद्ध महिलाएं और पुरुष शामिल होते हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या 80 प्रतिशत से अधिक है। महिलाओं की इस सहभागिता ने पंचकोशी यात्रा को नारी शक्ति का प्रतीक बना दिया है।   यात्रा का आयोजन नर्मदा अंचल पंचकोशी पदयात्रा केंद्रीय समिति द्वारा किया जाता है, जो इसे पूरी व्यवस्था और अनुशासन के साथ संचालित करती है। पांच दिनों तक यह यात्रा ओंकारेश्वर, खरगोन, सनावद, और बडवाह जैसे विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरती है। हर रात्रि श्रद्धालु अलग-अलग स्थानों पर विश्राम करते हैं।   पहले दिन सभी श्रद्धालु ओंकारेश्वर से रवाना होकर सनावद पहुंचते हैं। दूसरे दिन सभी यात्री सनावद से खरगोन की ओर जाते हैं और वहां से टोकसर गांव के पास नर्मदा किनारे रात्रि विश्राम करते हैं। तीसरे दिन यात्रा में शामिल श्रद्धालु नावों से नर्मदा पार करके बडवाह कृषि मंडी में रात्रि विश्राम करते हैं। चौथे दिन बडवाह से सिधवरकुट पहुंचते हैं, जहां विश्राम के बाद पांचवे दिन कार्तिक पूर्णिमा पर ओंकारेश्वर वापस लौटते हैं। समापन के दिन श्रद्धालु ओंकार पर्वत की परिक्रमा कर पंचकोशी यात्रा का समापन करते हैं।   इस यात्रा की शुरुआत सन 1975 में स्व. डॉ. रविंद्र भारती चौरे ने अपने चार मित्रों के साथ की थी। पहले वर्ष में मात्र पांच लोगों से शुरू हुई यह यात्रा आज लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन चुकी है। डॉ. चौरे ने अपनी पूरी जिंदगी में नर्मदा तट पर 26 महत्वपूर्ण पंचकोशी यात्राओं का आयोजन किया था। 2008 में उनके निधन के बाद भी यह यात्रा लगातार बढ़ती रही है। श्रद्धालुओं की आस्था के कारण इस यात्रा को मध्यप्रदेश और आसपास के राज्यों में एक विशेष स्थान प्राप्त हुआ है।   पंचकोशी यात्रा का महत्व केवल धार्मिक परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहन आध्यात्मिक अवधारणाएं भी हैं। नर्मदा के किनारे की यात्रा को मन को शांति और आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम माना गया है। राधेश्याम शर्मा के अनुसार, यह यात्रा शरीर के पांच तत्वों की सिद्धि के लिए की जाती है, जो कि पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि, और आकाश तत्व को दर्शाती है। यह भी माना जाता है कि नर्मदा तट पर चलने से व्यक्ति के मन को शांति और आत्मिक संतोष मिलता है।   इस यात्रा में विभिन्न राज्यों के श्रद्धालु शामिल होते हैं, जिनमें मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, और राजस्थान के भक्त प्रमुखता से भाग लेते हैं। नर्मदा परिक्रमा करते हुए इस यात्रा में भक्तजन भजन-कीर्तन करते हैं, जिससे यात्रा का माहौल भक्तिमय बनता है। यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा की जाती है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उमरिया/भोपाल । मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित राष्ट्रीय नेशनल पार्क बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर वन परिक्षेत्र के कुदरा गांव के पास जंगल में घायल हालत में मिले तेंदुए की मुकुंदपुर टाइगर सफारी के अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। जानकारी मिलने पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के डॉक्टर मुकुंदपुर के लिए रवाना हो गए हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद सोमवार को तेंदुआ का अंतिम संस्कार किया जाएगा।   जानकारी के मुताबिक, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर वन परिक्षेत्र के कुदरा गांव के पास जंगल में तेंदुआ घायल अवस्था में लगातार ग्रामीणों पर हमला कर रहा था। शनिवार को उसे रेस्क्यू किया गया था। तेंदुए ने रेस्क्यू के पहले चार ग्रामीणों को घायल किया था। इसके बाद रेस्क्यू के दौरान तीन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कर्मचारी और दो ग्रामीण और भी घायल हुए थे। घायल तेंदुआ को रेस्क्यू के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने प्राथमिक उपचार के बाद मुकुंदपुर सफारी भेज दिया गया, जहां पर उसकी इलाज के दौरान रविवार की रात मौत हो गई। सोमवार को जानकारी मिलने के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के डॉक्टर मुकुंदपुर के लिए रवाना हो गए हैं।   मामले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा ने बताया कि तेंदुआ की मुकुंदपुर में मौत हो गई है। बांधवगढ़ के डॉक्टर भी मुकुंदपुर जा रहे हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में नवंबर की शुरूआत होते ही सर्दी ने भी दस्‍तक देना शुरू कर दिया। हालांकि प्रदेश में अभी मौसम के दो रूप देखने को मिल रहे हैं। यहां दिन गर्म हैं जबकि रातें सर्द हो रही हैं। भोपाल, इंदौर-उज्जैन समेत कई शहरों में दिन के पारे में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, पचमढ़ी, शाजापुर-राजगढ़ की रातें सबसे ठंडी हैं। पचमढ़ी में रात का तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले सप्ताह रात में सर्दी बढ़ सकती है। वहीं, आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल में बारिश होने का अनुमान है।   मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर में पिछले 10 साल जैसा ही ट्रेंड देखने को मिल रहा है। दिन गर्म हैं और रातें ठंडी। हालांकि, 15 नवंबर के बाद पारे में गिरावट देखने को मिलती रही है। 20 से 25 नवंबर के बीच कई शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच जाता है। 15 नवंबर से रात के पारे में गिरावट होने का अनुमान है। अधिकांश शहरों में तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच सकता है। दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की गिरावट होगी, लेकिन सामान्य से नीचे जाने की संभावना नहीं है। आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में बारिश होने का अनुमान है।   वहीं, प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी नवंबर में सबसे ठंडा बना हुआ है। दिन हो या रात, तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात यहां का तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाजापुर में तापमान 13.9 डिग्री, राजगढ़ में 15 डिग्री, अशोकनगर में 15.2 डिग्री, मंडला में 15.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 15.7 डिग्री, रीवा में 16 डिग्री, बैतूल-नौगांव में 16.2 डिग्री, उमरिया में 16.3 डिग्री, खंडवा में 16.4 डिग्री, खरगोन में 16.8 डिग्री, छिंदवाड़ा में 16.9 डिग्री, नर्मदापुरम में 17.4 डिग्री रहा। रतलाम में 17.5 डिग्री, गुना में 18 डिग्री, खजुराहो-मलाजखंड में 18.2 डिग्री, धार में 18.5 डिग्री, दमोह में 18.6 डिग्री, सागर में 18.7 डिग्री, सिवनी में 19 डिग्री, नरसिंहपुर में 19.6 डिग्री पारा दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 15.2 डिग्री, ग्वालियर में 17.3 डिग्री, इंदौर में 17.4 डिग्री, उज्जैन में 17 डिग्री, जबलपुर में 16.4 डिग्री तापमान रहा।   दिन के तापमान की बात करें तो रविवार को पचमढ़ी में यह 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे कम है। सिवनी में 28.2 डिग्री, बैतूल में 28.8 डिग्री, शिवपुरी में 29 डिग्री, रायसेन में 29.4 डिग्री, सीधी में 29.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। बाकी शहरों में टेम्प्रेचर 30 डिग्री से अधिक ही रहा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में आज  भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का चंदन के सूर्य, आभूषण और त्रिपुण्ड अर्पित कर बाबा महाकाल का दिव्य शृंगार  किया गया। भगवान के इस दिव्य स्वरूप के हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं, कार्तिक-अगहन मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में उज्जैन में आज शाम भगवान महाकाल की कार्तिक मास की दूसरी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जान जानेंगे। इस दौरान भगवान दो स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि परम्परा के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर सोमवार तड़के 4:00 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद पण्डे-पुजारियों ने भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से पंचामृत पूजन किया। तत्पश्चात हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान के मस्तक पर भांग चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर शृंगार किया गया। इसके बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई। चन्दन का सूर्य, आभूषण और त्रिपुण्ड अर्पित कर बाबा महाकाल का दिव्य शृंगार किया गया। भस्म अर्पित करने के बाद शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्मारती के दर्शन किए और भस्मारती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने "जय श्री महाकाल" का उद्घोष भी किया। वहीं, महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि भगवान महाकाल की कार्तिक माह की दूसरी सवारी आज शाम चार बजे सभामंडप में पूजा-अर्चना के बाद शुरू होगी। सवारी में भगवान महाकाल दो स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। भगवान महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में और रथ पर मनमहेश स्वरूप में नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी अवंतिकानाथ को सलामी देगी। इसके बाद कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा। सवारी मे पुलिस बैंड, घुड़सवार दल, सशस्‍त्र पुलिस बल के जवान आदि शामिल रहेंगे। सवारी महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंचेगी, जहां मॉ क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन पश्‍चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्‍यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।  

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बैतूल । मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में शनिवार देर रात एक यात्री बस हादसे का शिकार हो गई। बैतूल-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार देर रात तेज रफ्तार से जा रही एक यात्री बस बेकाबू होकर पलट गई। इस हादसे में 28 यात्रियों को चोट आई है। घायलाें में सात की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों का शाहपुर और जिला चिकित्सालय बैतूल में इलाज जारी है।     जानकारी के अनुसार भोपाल ट्रैवल्स की बस नागपुर से भोपाल की ओर जा रही थी। इस दाैरान शनिवार देर रात करीब दाे बजे नागपुर-भोपाल फोरलेन हाईवे पर धपाड़ा जोड़ के पास अनियंत्रित होकर बेकाबू होकर सड़क किनारे पलट गई। जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त बस में सवार सभी यात्री गहरी नींद में सोए हुए थे। अचानक हुए हादसे से सभी घबरा गए और चीख पुकार मच गई। हादसे के समय बस में 32 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है कि मोड पर ड्राइवर बस पर नियंत्रण नहीं रख सका और वह पलट गई। इस हादसे में 24 यात्री घायल हो गए, जिनमें से 07 को गंभीर चोटें आई हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाने का इंतजाम किया। घायलों को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर लाया गया, जिसमें से सात मरीजों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल बैतूल रेफर किया गया है। हादसे के बाद घायलों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और अस्पताल में सभी घायलों का इलाज जारी है। घायल यात्री अरविंद देशमुख ने बताया, "हम भोपाल ट्रेवल्स की बस से नागपुर से भोपाल जा रहे थे। रात करीब 02 बजे अचानक बस पलट गई, जिससे बस में सवार सभी यात्रियों को चोटें आईं। शाहपुर पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि तेज गति के कारण चालक बस पर नियंत्रण खो बैठा था, जिससे यह दुर्घटना घटी। हादसे के तुरंत बाद अन्य राहगीरों और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस ने राहत कार्यों के साथ यातायात को नियंत्रित किया। क्रेन की मदद से हाईवे पर पलटी बस को मार्ग से हटाया गया।

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उमरिया । मध्य प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिनों 10 हाथियों की मौत के बाद अब हाथी शावक की भी मौत हो गई। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर रेंज क्षेत्र में 3 दिन पूर्व नन्हा हाथी शावक बीमार हालत में मिला था, जिसको तत्काल रेस्क्यू कर पार्क प्रबंधन ताला हाथी कैम्प ले आया था। जहां डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था, लेकिन रविवार सुबह उसकी मौत हो गई।   बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि पनपथा बफर रेंज अंतर्गत खारी बड़ी टोला बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 179 पटपरहा हार से 1 जंगली हाथी का बच्चा झुंड से बिछड़ कर लावारिस अचेत बीमार अवस्था में मिला था। जिसका उपचार करवाया गया और इसको रामा हाथी कैम्प में रखा गया। लेकिन रविवार सुबह 6 बजकर 06 मिनट पर उसकी मौत हो गई। उसका पोस्टमार्टम अधिकारियों की उपस्थिति में नियमानुसार करवाया जा रहा है।   गौरतलब है कि इन दिनों उमरिया जिले का बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व जंगली हाथियों के लिए जीवन संकट साबित हाे रहा है। 29 अक्टूबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चार हाथी मृत पाए गए थे। बाद में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई थी। सभी लैब की रिपोर्ट में हाथियों की मौत का कारण कोदो ही बताया जा रहा है, लेकिन यहां के क्षेत्रीय लोग मानने को तैयार ही नही हैं, क्योंकि उसी कोदो की फसल को उनके मवेशी खा रहे हैं और उनको कुछ नहीं हुआ।    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में नवंबर महीने में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। सुबह ठंड का असर रहता है, तो दिन गर्म है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 5-6 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। 15 नवंबर के बाद मौसम फिर से करवट बदलेगा। उत्तरी हवाएं चलने से रातें और ठंडी हो सकती हैं। लेकिन आखिरी सप्ताह में पारा 10 डिग्री के नीचे जा सकता है। वहीं, ग्वालियर-चंबल में बारिश होने की संभावना भी है।   मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर के बाद रात के तापमान में गिरावट का अनुमान है। अधिकांश शहरों में पारा 15 डिग्री से नीचे पहुंच सकता है। अभी पचमढ़ी, शाजापुर और अमरकंटक में ही पारा सबसे कम है। दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री तक पारा में गिरावट होगी, लेकिन सामान्य से नीचे जाने की संभावना नहीं है। आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में बारिश का अनुमान है। फिलहाल, अभी पचमढ़ी में दिन और रातें दोनों ही ठंडी है। शनिवार को पचमढ़ी में दिन का तापमान 26.2 डिग्री रहा। नौगांव, सिवनी, मलाजखंड, बैतूल, रायसेन, शिवपुरी में पारा 30 डिग्री से नीचे रहा। रतलाम में 34 डिग्री और उज्जैन-खजुराहो में 33 डिग्री के पार रहा।   प्रदेश के बड़े शहरों- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में नवंबर में मौसम के ट्रेंड पर नजर डाले तो रातें ठंडी और दिन गर्म होते हैं। इस बार भी मौसम का ऐसा ही मिजाज है। नवंबर के 9 दिन में पचमढ़ी, अमरकंटक, शाजापुर, मंडला, राजगढ़, गुना जैसे कई शहरों में पारा 15 डिग्री के नीचे पहुंच चुका है। वहीं, पचमढ़ी समेत 7 शहरों को छोड़ बाकी में दिन का तापमान 30 डिग्री के पार ही है। शुक्रवार-शनिवार की रात में ज्यादातर शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री से कम रहा। शाजापुर में 13.7 डिग्री, अमरकंटक में 13.9 डिग्री रहा। वहीं, भोपाल, राजगढ़, मंडला, सीहोर, मलाजखंड, टीकमगढ़, रायसेन, नौगांव, रीवा और धार में पारा 17 डिग्री से नीचे रहा।  

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मंडला । जिले के माेहगांव थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह कार्तिक स्नाक करने बुढ़नेर नदी में उतरे तीन बच्चे अचानक डूब गए। माैके पर माैजूद लाेगाें ने किसी तरह दाे बच्चाें काे सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन एक बच्चा लापता है। सूचना के बाद पहुंची एसडीआरएफ की टीम बच्चे की तलाश में जुटी हुई है।   पुल‍िस से म‍िली जानकारी अनुसार कसोटा गांव के रहने वाले तीन बच्चे शनिवार काे बुढ़नेर नदी में कार्तिक स्नान करने गए थे। तीनों नदी में नहाने के लिए उतरे थे। इस दाैरान तीनों गहरे पानी में चले गए। मौके पर मौजूद लोगों ने दो बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन एक बच्चा डूब गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर थाना प्रभारी क्रांति कुमार ब्रम्हे टीम के साथ पहुंच गए। उन्होंने एसडीआरएफ की टीम को बुला लिया और बच्चे की तलाश शुरू की। थाना प्रभारी क्रांति कुमार ब्रम्हे ने बताया कि दो बच्चाें को बचा लिया गया, लेकिन एक बालक अभिषेक भांवरे (11) गहरे पानी में लापता हो गया। नाव आदि की मदद से उसकी तलाश की जा रही है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम ने करवट बदल ली है, फिलहाल अभी प्रदेश में ठंड का असर कम है। लेकिन सुबह और रात के समय सर्दी का एहसास होने लगा है। मौसम विभाग ने नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश का अनुमान जताया है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग में मौसम खुला रहेगा। हालांकि, यहां दिन गर्म और रातें ठंडी रहेंगी। सबसे ज्यादा ठंड पचमढ़ी और अमरकंटक में पड़ेगी। यहां तापमान 10 डिग्री से नीचे जा सकता है।   भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में चल रही पूर्वी हवाएं प्रदेश में आती रहेंगी। इससे उत्तरी हवाएं नहीं आएंगी और ठंड का असर ज्यादा नहीं बढ़ेगा। कुछ शहरों में रात का तापमान सामान्य से एक से डेढ़ डिग्री तक अधिक रह सकता है। उत्तर भारत में बर्फबारी होने के बाद पूरा मध्य प्रदेश ठिठुरने लगता है। हर साल नवंबर के दूसरे सप्ताह में उत्तर से ठंडी हवाएं आने लगती है, लेकिन वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में पूर्वी हवाओं का जोर है। ये हवाएं मध्‍य प्रदेश में आई तो उत्तरी हवाओं का जोर ज्यादा नहीं रहेगा। इससे तापमान में ज्यादा गिरावट होने की संभावना नहीं है।   गुरुवार-शुक्रवार की रात की बात करें तो पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 11.8 डिग्री रहा। पिछली तीन रातों से पारा 12 डिग्री से नीचे ही चल रहा है। इसके अलावा भोपाल, इंदौर, बैतूल, गुना, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में पारा 20 डिग्री से नीचे ही रहा। दिन की बात करें तो शुक्रवार को पचमढ़ी में पारा 25.8 डिग्री रहा। शिवपुरी में 28.2 डिग्री और बैतूल में 29 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। पचमढ़ी रात के साथ दिन में भी सबसे ठंडा बना हुआ है।

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उज्जैन । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार सुबह तमिल, कन्नड़ और बंगाली फिल्मों सहित जय श्रीकृष्ण में कंस और महाभारत में दुर्योधन की भूमिका निभाने वाले एक्टर अर्पित रांका पहुंचे। वे अपनी पत्नी निधि और दोनों बच्चों के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए और बाबा महाकाल की भस्म आरती का शृंगार देखा और उसके बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन किया।   अर्पित रांका ने परिवार के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन करने श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। उसके बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन किया।अर्पित रांका और उनका पूरा परिवार बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिया। जिन्होंने चांदी द्वार पर बाबा महाकाल के सामने माथा टेका और तिलक भी लगवाया। बताया जाता है कि अर्पित अपनी आने वाली साउथ की फिल्म की सफलता के लिए बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे थे, जहां उन्होंने बाबा महाकाल से इसी फिल्म की सफलता की कामना भी की।   उल्‍लेखनीय है कि अर्पित रांका वर्ष 2008 में जय श्री कृष्णा में कंस के किरदार में नजर आए थे, जिसके बाद उन्होंने महाभारत में दुर्योधन का किरदार निभाया। इसके बाद वर्ष 2021 में फिर जय कन्हैया लाल की सीरियल में कंस की भूमिका में दिखाई दिए थे। उनके साथ ही अर्पित रांका ने फिल्मों मे भी अपना भाग्य आजमाया वे तमिल फिल्म पेया के साथ ही अजय देवगन की फिल्म भोला और एमएसजी 2 में भी दिखाई दिए थे। अपने किरदार को बड़ी ही संजीदगी से निभाने वाले अर्पित रांका के बारे में बताया जाता है कि जब उन्होंने कंस की भूमिका निभाई थी, उस समय उन्होंने अपना वजन 100 किलो कर लिया था। उन्हें बेस्ट एक्टर इन नेगेटिव रोल के लिए नॉमिनेट भी किया जा चुका है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश स्वास्थ्य संचालनालय के भाेपाल स्थित कार्यालय में शुक्रवार को दोपहर में उस वक्त हंगामा हो गया, जब भोपाल काेर्ट के कर्मचारियों ने एक कुर्की के आदेश के अनुपालन में कार्यालय का सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। इस दौरान वहां पदस्थ एक महिला अधिकारी ने इस कार्रवाई का विरोध किया। उन पर कर्मचारियों और मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की करने का भी आरोप लगा है।   दरअसल, कलकत्ता हाई कोर्ट ने एक मुकदमे में राज्य स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ 19 करोड़ 34 लाख रुपये की वसूली का आदेश दिया था।जिसके लिए काेर्ट के कर्मचारी यहां पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार कोलकाता की इंसेक्टिसाइड मैन्युफेक्चर कंपनी से मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने साल 2013 में 50 लाख 70 हजार रुपये कीमत की कीटनाशक दवाएं खरीदी थी, जिसका भुगतान नहीं किया गया। इसके खिलाफ कंपनी ने कलकत्ता हाई काेर्ट में याचिका लगाई थी। इस पर हाई काेर्ट ने कंपनी को ब्याज समेत राशि भुगतान करने का आदेश दिया था। काेर्ट के आदेश का पालन कराने के लिए कंपनी ने भोपाल जिला कोर्ट में एक्जीक्युशन याचिका लगाई। इस पर भोपाल कोर्ट ने स्वास्थ्य निदेशक से 19 करोड़ 34 लाख रुपये की कुर्की करने का आदेश दिया।   इस आदेश का अनुपालन के लिए कलकत्ता हाई काेर्ट के वकील पूर्णाशीष भुइया शुक्रवार को भोपाल कोर्ट के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ स्थानीय जेपी अस्पताल कैंपस में स्थित स्वास्थ्य संचालनालय के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य संचालनालय में रखा सामान निकालना शुरू कर दिया। इस बीच स्वास्थ्य संचालक मल्लिका निगम नागर ने कहा कि यहां स्वास्थ्य निदेशक का कोई पद नहीं है। ऐसे में आप इस कार्यालय में कुर्की नहीं कर सकते हैं। उन्होंने सामान बाहर निकल निकाल रहे कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर कर दिया। इस संबंध में वकील पूर्णाशीष भुइया ने पत्रकाराें काे बतायाकि मप्र के स्वास्थ्य संचालक को नीटापोल इंडस्ट्री ने 2013 में इन्सेक्टिसाइट सप्लाई किया था। विभाग ने 50 लाख 70 हजार रुपये कीटनाशक दवाएं ले लीं और उपयोग करने के बाद अब तक भुगतान नहीं किया। इसको लेकर हम लोगों ने पश्चिम बंगाल फेसिलेशन काउंसिल में रेफरेंस एप्लीकेशन लगाई थी। काउंसिल ने आरबीआई के अनुसार ब्याज सहित राशि अदा करने का आदेश दिया था। उस केस में ये लोग (स्वास्थ्य विभाग) हार चुके हैं। उसके बाद कलकत्ता हाई काेर्ट में उन लोगों ने केस दायर किया। वहां भी ये लोग हार चुके हैं। उसके बाद ये लोग सुप्रीम कोर्ट गए। वहां भी हेल्थ डायरेक्टर हार गए।   वकील भुइया ने बताया कि इसके बाद हम लोगों ने भोपाल जिला काेर्ट की कमर्शियल बेंच में एक्जीक्युशन की याचिका लगाई। भोपाल जिला काेर्ट ने डायरेक्टर ऑफ हेल्थ की कुर्की का आदेश दिया था। ब्याज मिलाकर कोर्ट ने 19 करोड़ 34 लाख 57 हजार 58 रुपए की रिकवरी के आदेश दिए हैं। हम लोग यहां कुर्की करने आए थे। यहां की अधिकारी मल्लिका निगम नागर यहां की डायरेक्टर (आईएएस) हैं, उनकी तरफ से यह कहा गया कि यहां पर निदेशक, डायरेक्टर ऑफ हेल्थ का कोई पोस्ट ही नहीं हैं। आप यहां की कुर्की नहीं कर सकेंगे। हम लोगों ने थोड़ा सा सामान निकाला, तो वे लोग हमें लिखकर दे रहे हैं कि ये निदेशक हेल्थ का ऑफिस नहीं हैं।   वकील भुइया ने बताया कि हम कोर्ट के ऑर्डर पर कोर्ट के स्टाफ के साथ कुर्की करने आए थे, यहां की अधिकारी ने हम लाेगाें के साथ दुर्व्यवहार किया और ऑफिस से निकाल दिया। हम कोर्ट को इसकी जानकारी देकर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ कुर्की कराने का अनुरोध करेंगे।  

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उमरिया । जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर क्षेत्र अंतर्गत आने वाले छतवा बीट में जंगली हाथी शावक के अचानक बीमार पड़ गया है। जिसे डाक्टरों की टीम इलाज करने जुटी हुई है।      जिले के विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगली हाथियों के ऊपर आपदा का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है, बीते दिनों 10 जंगली हाथियों के मौत के बाद अब तक दो अनाथ जंगली हाथी शावक जंगल में बेहाल अवस्था में भटकते हुए पार्क प्रबंधन द्वारा रेस्क्यू किए जा चुके हैं, शुक्रवार की सुबह पार्क प्रबंधन को पनपथा बफर इलाके के छतवा जमुनिहा के जंगल में जंगली हाथी शावक बीमार अवस्था में मिला है, हाथी शावक की उम्र महज तीन से चार की है,बेहाल अवस्था में मिले जंगली हाथी को पार्क प्रबंधन ने रेस्क्यू कर अपने कब्जे में लिया है और उसका उपचार शुरू किया है,संयुक्त संचालक पीके वर्मा ने बताया है कि हाथी शावक को पार्क के ताला हाथी कैंप में रखकर देखभाल की जाएगी।   गौरतलब है कि पनपथा बफर के छतवा बीट के आर एफ 236 धौरीघाट में नवम्बर 2022 में जंगली हाथी का जहर खिला कर अवैध शिकार हुआ था और जनवरी 2023 में जंगली हाथी के जले हुए अवशेष मिले थे जिसमें 4 माह बाद 18 मई 2023 को डब्ल्यू सी सी बी और एस टी एफ की टीम जांच करने आई थी और उस मामले में तत्कालीन पनपथा रेंजर शील सिंधु श्रीवास्तव और डिप्टी रेंजर कमला कोल को कार्य मे लापरवाही और सूचना नही देने के साथ अन्य मामले में दोषी पाया गया था जिस पर तत्कालीन क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व राजीव मिश्रा ने दोनो को निलंबित कर दिया था, लेकिन शुक्रवार को फिर उसी बीट में हाथी शावक बीमार होने की सूचना पर पार्क अमला तत्काल इलाज में जुट गया और निगरानी में लगा हुआ है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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इंदौर । मध्य प्रदेश में छठ महापर्व श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया। शुक्रवार सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हुआ। इस अवसर पर पूर्वांचल और बिहार के हजारों श्रद्धालुओं ने सूर्य देव की पूजा कर अपने परिवार, समाज, प्रदेश, और देश के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।   गुरुवार शाम को अस्त होते सूर्य को पहला अर्घ्य देने के बाद रात के मध्य से ही छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़ शहर के घाटों पर जुटनी शुरू हो गई थी। सुबह 4 बजे तक सभी प्रमुख घाट श्रद्धालुओं और उपासकों से खचाखच भर गए थे। रंग-बिरंगी विद्युत सजावट और छठ मैया के भक्तिपूर्ण लोकगीतों से सजे इन घाटों का दृश्य बेहद आकर्षक था। अर्घ्य से पहले, कई घाटों पर पटाखे और फुलझड़ियों से माहौल को उत्सवमय बनाया गया। जैसे-जैसे सूर्योदय का समय नजदीक आ रहा था, जल कुंडों में खड़े व्रती महिलाएं और पुरुष पूरे समर्पण के साथ भगवान भास्कर की आराधना में लीन होकर अपनी कामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना कर रहे थे।   इंदौर शहर में सूर्योदय के साथ ही विजय नगर, स्कीम न 78, तुलसी नगर, समर पार्क निपानिया, वेद मंदिर, सुखलिया, श्याम नगर, ड्रीम सिटी देवास नाका, शंखेश्वर सिटी, बाणगंगा कुंड, वक्रतुण्ड नगर, कालानी नगर, सिलिकॉन सिटी, पिपलियाहाना तालाब, अन्नपूर्णा रोड तालाब, सूर्य मंदिर कैट रोड जैसे लगभग 150 घाटों पर श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर के उदीयमान स्वरूप को "आदि देव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर:" और "ऊं सूर्याय नम:" के मंत्रोच्चार के साथ अर्घ्य अर्पित किया। घाटों पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने सूर्य देव से प्रदेशवासियों और देश में शांति, समृद्धि, भाईचारे की कामना की। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अन्य शहरों में सुबह उदीयमान सूर्य का पूजन-अर्चन कर महापर्व का समापन किया।   पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश महासचिव केके झा और अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह ने बताया कि छठ महोत्सव के दौरान स्थानीय नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी घाटों पर पहुंचकर श्रद्धालुओं के साथ इस पर्व में सहभागिता की। अर्घ्य के पश्चात श्रद्धालुओं ने छठ प्रसाद में ठेकुआ और मौसमी फलों का वितरण किया, जिसके बाद व्रतियों ने पीपल के पेड़ की पूजा की और 36 घंटे के कठिन निर्जला व्रत का पारण किया। इसके बाद व्रतियों ने नमकयुक्त भोजन ग्रहण कर व्रत का समापन किया। छठ महापर्व के इस भव्य समापन ने शहर में पूर्वांचल संस्कृति का अद्भुत नजारा प्रस्तुत किया और हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना।  

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अनूपपुर । अमरकंटक से दर्शन कर वापिस घर जा रहे श्रद्धालुओं का पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसमे 13 लोग घायल हो गए। वाहन में 18 लोग सवार थे। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की बताई गई हैं।       जानकारी अनुसार मंगलवार-बुधवार की रात्रि पिकअप वाहन में 18 लोग अमरकंटक से दर्शन कर लौट रहें थे। तभी किररघाट के नीचे ग्राम क्षीरापटपर के पास पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। जिसके बाद चीख-पुकार सुन कर ग्रमीण पहुंचे और घायलाें काे अनूपपुर जिला चिकित्सालय में पहुंचाया। जहां 13 घायलों का इलाज शुरू किया गया । जिसमें दाे की हालत गंभीर होने पर उन्हें बड़े अस्तपताल रेफर किया गया। पुलिस के अनुसार हादसे में एक महिला और 22 वर्षीय युवक अमन को शहडोल मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वाहन में सवार सभी कोतमा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कोठी के निवासी हैं। यात्रियों ने बताया कि पिकअप चालक शराब के नशे में धुत था। जिला चिकित्सालय में ड्यूटी डॉक्टर मोहम्मद ओजैर ने बताया कि अस्पताल में उपचार के लिए 11 लोग भर्ती हैं।    

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में अब मौसम ने करवट बदल ली है। यहां अधिकतर शहरों में रातें ठंडी हो गई हैं। कई शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। जिसमें पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां रात का तापमान 12.2 डिग्री पहुंच गया है। हालांकि एक ओर रातें ठंडी हो रही हैं तो दूसरी ओर दिन अभी भी गर्म है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 15 नवंबर से ठंड का असर बढ़ेगा। उत्तरी हवाएं चलने से पारे में और भी गिरावट होगी। हालांकि, कृषि वैज्ञानिक मौजूदा मौसम को गेहूं की बोवनी के लिए अच्छा बता रहे हैं।   प्रदेश में मंगलवार रात जबलपुर में 16 डिग्री सेल्सियस, भोपाल-ग्वालियर में 16.6 डिग्री, इंदौर में 18.9 डिग्री, उज्जैन में 17.5 डिग्री तापमान रहा। बता दें कि उत्तरी हवाओं के असर से ग्वालियर और चंबल संभाग प्रदेशभर में सबसे ठंडा रहता है लेकिन अभी ठंड की शुरुआत है। इसलिए पचमढ़ी, मंडला, मलाजखंड समेत अन्य शहरों में ठंड का असर ज्यादा है। 15 नवंबर के बाद उत्तरी हवाओं का जोर रहेगा। ऐसे में ग्वालियर-चंबल संभाग में भी पारे में तेजी से गिरावट होगी।   इसके अलावा प्रदेश के ज्यादातर शहरों में रातें भले ही ठंडी हो, लेकिन दिन अभी भी गर्म है। यहां तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार ही है। मंगलवार को पचमढ़ी में 27.4 डिग्री, मलाजखंड में 27.5 डिग्री तापमान रहा। बाकी शहरों में यह 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में बर्फबारी होने के बाद पूरा मध्यप्रदेश ठिठुरने लगता है। इस बार नवंबर के दूसरे सप्ताह में उत्तर से ठंडी हवाएं आ सकती हैं, जिससे ठंड का असर और भी बढ़ जाएगा। पिछले 10 साल से यही ट्रेंड है।   वहीं, कृषि विज्ञान केंद्र शाजापुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसएस धाकड़ ने बताया कि 20 अक्टूबर के बाद से चने की बोवनी शुरू हो गई जबकि अब गेहूं की बोवनी की जानी है। गेहूं के लिए 18 से 20 डिग्री के बीच तापमान होना चाहिए। फिलहाल, ऐसा ही मौसम है इसलिए किसान गेहूं फसल की बोवनी कर सकते हैं। बता दें कि मध्‍य प्रदेश में करीब सवा लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल होती है।  

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उमरिया । जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के सलखनिया बीट में बीते दिनों 10 हाथियों की मौत हो गई थी जिसमे डेढ़ वर्षीय हाथी शावक की मां की भी मौत हो गई थी, मां की मौत के बाद छोटा सा बच्चा अपनी माँ को तलाशता इधर-उधर भटक रहा था। कल दिन में मां को ढूंढता चंदिया रेंज क्षेत्र में आ गया, लेकिन उसकी मां नही मिली तो भटकता हुआ छोटी महानदी के किनारे कटनी जिले के ग्राम गुड़ा पहुंच गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दिया तो वन विभाग की टीम रात भर धान के खेत में रात भर पहरा देती रही। बुधवार सुबह होते ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और रेग्युलर की कटनी एवं उमरिया जिले की टीम जिसमे लगभग 100 लोग शामिल रहे और 4 हाथी लेकर ग्राम गुड़ा पहुंच कर हाथी शावक को रेस्क्यू कर पिकअप वाहन के माध्यम से बांधवगढ़ ले गए।   ग्राम गुड़ा खुर्द निवासी महेन्द्र सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह वन विभाग वाले आए और पूछे कि इधर कोई जानवर दिखा है क्या तो हमने कहा कि जानवर नहीं देखा थोड़ी देर बाद उधर हाथी का बच्चा दिखा, तब वह लोग बोले की हो गया वहीं रहने दो अभी और लोग आ रहे हैं फिर जैसे ही और लोग आ गए तो इसको पकड़ने लगे, रात भर यह थोड़ी बहुत धान की फसल खाया है।   वहीं संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एवं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के प्रभारी क्षेत्र संचालक अमित दुबे ने बताया कि यह गुडन कला गांव है कटनी डिवीजन में पड़ता है एक हाथी आ गया है जिसकी उम्र हम लोग डेढ़ साल मान रहे हैं, इसकी कल से सूचना आई थी, देर रात होने के कारण कल रेस्क्यू नही हो सका था इसलिए आज रेस्क्यू किये हैं, इसमें 4 हाथी लगे थे 2 कान्हा के और 2 बांधवगढ़ के, इसके अलावा इसमें बांधवगढ़, संजय, उमरिया और कटनी डिवीजन के स्टाफ लगे थे करीब 100 आदमी लगे थे, अभी और हाथियों के मूवमेंट की खबर तो नहीं है मगर प्रिकाशनरी हम लोगों ने बफर क्षेत्र में अपने आदमी लगा रखे हैं, उनकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं कि अगर इस साइड आते हैं या निकलने की कोशिश करते हैं तो पहले से हम लोगों को जानकारी आ जायेगी, अभी कर्मचारियों को हाथी के मूवमेंट के हिसाब से सघन गश्ती के निर्देश दिए गए हैं, टीमें बनाई गई हैं, हम लोग हर दिन उनको ट्रैक कर रहे हैं कि कितने संख्या में और कहां घूम रहे हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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इन्दौर । कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय इंदौर द्वारा स्कूली तथा अन्य वाहनों पर चेकिंग की कार्रवाई की जा रही है। वाहन की गति, स्पीड गवर्नर सहित दस्तावेज की चेकिंग की जा रही है। वाहनों की चेकिंग की कार्यवाही निरन्तर जारी है।   इसी क्रम में मंगलवार को परिवहन विभाग के अमले द्वारा की गई कार्रवाई में ग्राम केलोद हाला में अलग-अलग स्कूलों के 50 से अधिक वाहनों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान 03 स्कूली वाहन ओमनी वेन, मैजिक बिना दस्तावेज के संचालित होते पाए गए, जिन्हें जब्त किया गया। अन्य स्कूली वाहनों जिसमें क्षमता से अधिक बच्चे बैठाने एवं लापरवाही पाये जाने पर मोटरयान अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही कर वाहन संचालकों के विरूद्ध 52 हजार रुपये से अधिक जुर्माना लगाया गया। बच्चों एवं पालकों से चालक-परिचालक के व्यवहार के बारे में फीडबैक भी लिया जा रहा है। कार्यवाही निरन्तर जारी है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में अब धीरे-धीरे सर्दी बढ़ना शुरू हो गई है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई शहरों में रातें ठंडी होने लगी हैं। ज्यादातर शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम है। अनूपपुर का अमरकंटक और नर्मदापुरम का पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां तापमान 13 डिग्री के नीचे चल रहा है। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में भोपाल, जबलपुर की तुलना में कम ठंड है। यहां पारा 17 डिग्री है। वहीं, इंदौर-उज्जैन में 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। मौसम विभाग ने बताया कि नवंबर के दूसरे सप्ताह में उत्तर से ठंडी हवाएं आ सकती हैं। जिससे ठंड का असर और भी बढ़ जाएगा।   मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं के असर से ग्वालियर और चंबल संभाग सबसे ठंडा रहता है लेकिन अभी ठंड की शुरुआत है इसलिए भोपाल-जबलपुर की तुलना में ग्वालियर में ठंड कम है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात की बात करें तो भोपाल-जबलपुर में तापमान 17 डिग्री, ग्वालियर में 17.3 डिग्री, उज्जैन में 18.3 डिग्री और इंदौर में 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा। अमरकंटक और पचमढ़ी के अलावा मंडला, रीवा, मलाजखंड (बालाघाट), उमरिया समेत कई शहरों में रात का पारा लुढ़क गया है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात अमरकंटक में 12.2 डिग्री, पचमढ़ी में 12.4 डिग्री, मंडला में 13.6 डिग्री, रीवा में 14.4 डिग्री, मलाजखंड में 14.8 डिग्री, उमरिया में 15.3 डिग्री, राजगढ़ में 16 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।   इसी तरह बैतूल-सतना में 16.7 डिग्री, खजुराहो, टीकमगढ़-नौगांव में 17 डिग्री, रायसेन में 17.2 डिग्री, खरगोन में 17.8 डिग्री, खंडवा में 18 डिग्री, सिवनी में 18.4 डिग्री, गुना में 19 डिग्री, रतलाम में 19.2 डिग्री, नर्मदापुरम में 19.4 डिग्री, धार में 19.5 डिग्री, दमोह में 19.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। ऐसा ही मौसम सोमवार-मंगलवार की रात में भी देखने को मिला। प्रदेश में रात में 20 डिग्री से कम और दिन में 30 डिग्री से ज्यादा तापमान है। सोमवार को पचमढ़ी में 27.2 डिग्री, मलाजखंड में 27.8 डिग्री तापमान रहा। बाकी शहरों में यह 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।  

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इंदौर । पूरे देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी चार दिवसीय छठ महापर्व का शुभारंभ मंगलवार को 'नहाय-खाय' से हुआ। श्रद्धालुओं ने अपने घरों की सफाई कर पूर्ण पवित्रता के साथ स्नान किया। तत्पश्चात मिट्टी के चूल्हे पर व्रतियों ने अपने हाथों से लौकी की सब्जी, चने की दाल और चावल पका कर अत्यंत सात्विकता के साथ ग्रहण कर व्रत की शुरुआत की। इस तरह नहाय खाय से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई।   इंदौर के ड्रीम सिटी निवासी सुषमा झा ने बताया कि छठ व्रत में शुरू से ही नहाय खाय के दिन लौकी चावल खाने की परम्परा है. लौकी को सब्जियों में सात्विक माना गया है। लौकी आसानी से पच जाता है और इसमें पानी अच्छी मात्रा में होती है। इसे खाने के बाद काफी समय तक शरीर में उर्जा बनी रहती है। इसलिए छठ व्रत की शुरूआत लौकी चावल खाकर की जाती है।   खरना के साथ बुधवार को शुरू होगा 36 घंटे का निर्जल उपवास छठ महापर्व के दूसरे दिन बुधवार को व्रतधारी 'खरना' मनाएंगे। इस अवसर पर दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को मिट्टी के चूल्हे पर गन्ने के रस में बनी चावल की खीर, दूध, चावल का पिठ्ठा और घी लगी रोटी का प्रसाद सूर्य भगवान को अर्पित करेंगे और फिर इसे ग्रहण करेंगे। इसके पश्चात् व्रती 36 घंटे के कठिन निर्जला उपवास का पालन करेंगे।   7 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाएगा पहला अर्घ्य छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार, 7 नवंबर को व्रतधारी शाम 6 बजकर 8 मिनट पर जलकुण्ड में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे।   फलों से भरा सूप लेकर दिया जाता है संध्या अर्घ्य तुलसी नगर निवासी शारदा झा ने बताया कि खरना के बाद वाले दिन में सुबह से ही महिलाएं ठेकुआ, गुजिया, पुड़ी, पुआ सहित अन्य पकवान तैयार करती हैं। ये सारे पकवान मिट्टी के चूल्हे पर पकाए जाते हैं। इसके बाद सूप में फल, ठेकुआ और सारे पकवानों को सजा कर टोकरी में बांध कर घाट ले जाया जाता है। शाम को व्रती सूर्यास्त के समय कमर भर पानी में खड़ी होकर सूर्य देव को फल और पकवान से भरा सूप लेकर संध्या अर्घ्य देती हैं।   महापर्व का समापन 8 नवंबर को, प्रातः 6 बजकर 32 मिनट पर उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर किया जाएगा गुरुवार को संध्या अर्घ्य के पश्चात व्रती वापस घर लौट आती हैं। अगले दिन शुक्रवार को सुबह वापस फलों और पकवानों से सूप सजाकर लकड़ी की टोकरी में रख ले जाएंगी। सूर्योदय से पहले घाट जाकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती छठ मैया से सुख समृद्धि की कामना करेंगी। सुबह के अर्घ्य के बाद व्रती घर आकर पारण करेंगी। इसके बाद घाट पर उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को को ठेकुए का प्रसाद बांटा जाएगा।   इंदौर के 150 से अधिक छठ घाटों पर भास्कर देव को अर्घ्य इंदौर शहर में विजयनगर, बाणगंगा, तुलसी नगर, समर पार्क, सुखलिया, वक्रतुण्ड नगर, संगम नगर, शंखेश्वर सिटी, निपानिया, सिलिकॉन सिटी, एरोड्रम रोड, कालानी नगर, पिपलियाहाना तालाब, और कैट रोड सूर्य मंदिर सहित शहर के 150 से अधिक छठ घाटों पर सूर्य देव को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है।   प्रकृति की उपासना का पर्व है छठ पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह और महासचिव केके झा ने बताया कि इस महापर्व में प्रकृति की पूजा की जाती है। हर चीज सात्विक और प्राकृतिक होता है। सूर्य भगवान जो कि साक्षात हैं, उनकी पूजा की जाती है। व्रत में बनने वाला प्रसाद भी सीजनल फल और गेहूं के आटे से बना होता है। बांस के बने सूप में छठ मैया को प्रसाद भोग लगाया जाता है। इस पर्व में गन्ना, सुथनी, कंद, मौसमी, सेव, केला, अनार, नारियल जैसे सीजनल फलों को चढ़ाया जाता है. ये पर्व प्रकृति की उपासना का पर्व है।   संस्थान ने मध्य प्रदेश सरकार से छठ महापर्व के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि प्रदेश में लाखों श्रद्धालु छठ महापर्व मनाते हैं और सार्वजनिक अवकाश मिलने से वे इस त्योहार को और भी श्रद्धा व धूमधाम से मना सकेंगे।

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अनूपपुर । ईश्वर ने अनूपपुर जिले की निवासी जोगी परिवार के साथ क्रूर मजाक किया हैं। रविवार की रात्रि शहडोल मेडिकल कॉलेज में जुड़वा बच्चो ने जन्म दिया है,बच्चों के शरीर की बनावट देख परिजन सहित डॉक्टर भी हैरान रह गए कारण बच्चों के दो शरीर तो हैं लेकिन दिल एक ही है. यानी दोनों शरीर से जुड़े हुए हैं. मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉक्टर नागेंद्र सिंह का कहना है कि,”दोनों बच्चे सीने से जुड़े हुए हैं. जिन्हें एसएनसीयू वार्ड में रखकर उपचार दिया जा रहा है, बच्चे दो हैं लेकिन दिल एक ही है।   दो जिस्म, एक दिल वाले बच्चों का जन्म जिले के कोतमा के रहने वाले रवि जोगी की पत्नी 25 वर्षीय वर्षा जोगी को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे शहडोल मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां उनका सीजर किया गया. जिसमें एक ऐसे जुड़वा बच्चों ने जन्म लिया जिसके दिल एक ही हैं. विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मामले यदा कदा ही सामने आते हैं, जिसमें दो अलग-अलग भ्रूण प्रारंभ व्यवस्था में गर्भ के अंदर एक दूसरे से चिपक जाते हैं। ऐसे बच्चों का जीवन आगे स्थिर रह पाना बड़ा ही कठिन होता है।   लाखों में एक ही होता है ऐसा बच्चा मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉक्टर नागेंद्र सिंह का कहना हैं कि ऐसे मामले लाखों में एक ही आते हैं ऐसे नवजातों को सीमन्स ट्विंस भी कहा जाता है। जिसमें दो अलग-अलग भ्रूण शुरुआती अवस्था में गर्भ के अंदर एक दूसरे से चिपक जाते हैं और ऐसी स्थिति निर्मित होती है। ऐसे बच्चों का जीवन आगे स्थिर रह पाना बहुत कठिन होता है। दोनों के दो सर है, दो चेहरे हैं, लेकिन किडनी, लीवर और ब्लेंडर एक-एक हैं इन्हें अलग नहीं किया जा सकता ऐसे बच्चों को कोजॉइंड ट्विंस भी कहा जाता है। डॉक्टर का कहना है कि दुनिया में 2 लाख में से एक बच्चा ऐसा पैदा होता है. ऐसे 95 फीसदी बच्चे जन्म के 1 साल के भीतर दम तोड़ देते हैं। एक अनुमान यह भी है कि 2 लाख में से केवल एक जुड़वा बच्चा ही ऐसा होता है जो लंबा जीवन जीता हैं।   ऑपेरशन आसान नहीं शहडोल मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक का कहना कि दोनों बच्चे सीने से जुड़े हुए हैं इनका शरीर सामान्य तरीके से विकसित नहीं हो सका है बनावट के कारण ऑपरेशन भी कठिन है। नवजातों का शरीर सीने के पास से आपस में जुड़ा है लेकिन दिल एक होने के कारण स्थिति सामान्य नहीं है। बच्चों के माता-पिता कहीं ले जाने को तैयार नहीं हैं। बच्चों की जांच की जा रही है, कहीं और कोई विकृति तो नहीं है।   चिंता में परिजन इस तरह के बच्चों के जन्म के बाद परिजन का कहना है कि नवजातों को जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग भी चिंता में हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े बच्चों का पालन पोषण कैसे करेंगे, भविष्य में इनके स्वास्थ्य का क्या होगा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में आज  भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल का फूलों से आकर्षक शृंंगार किया गया। इस दौरान बाबा महाकाल के मस्तक पर चंद्र, त्रिपुंड भी लगाए गए। भगवान के इस दिव्य स्वरूप के हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं, कार्तिक-अगहन मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में आज शाम को कार्तिक मास की पहली सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। इस दौरान अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में मनमहेश रूप में सवार होकर नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर सोमवार तड़के 4:00 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद पण्डे-पुजारियों ने दूध,दही,घी,शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। हरिओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान महाकाल को त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, भांग और चन्दन अर्पित कर फूलों से राजा स्वरूप में श्रृंगारित किया गया। उन्होंने बताया कि इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। भस्म अर्पित करने के पश्चात, भगवान महाकाल को ड्रायफ्रूट के साथ भोग अर्पित कर कर्पूर आरती की गई। शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और भस्म आरती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। श्रद्धालुओं ने इस दौरान बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया। शाम को निकलेगी सवारी इधर, महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि श्रावण- भाद्रपद माह की तरह भगवान महाकाल की कार्तिक माह की पहली सवारी सोमवार को सभामंडप में पूजा-अर्चना के बाद शाम चार बजे निकलेगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी अवंतिकानाथ को सलामी देगी। इसके बाद कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा। इस बार कार्तिक-अगहन मास में भगवान महाकाल की पांच सवारी निकलेंगी। उन्होंने बताया कि सवारी में भगवान महाकाल मनमहेश स्वरूप में भक्तों को दर्शन देंगे। सवारी मे पुलिस बैण्‍ड, घुड़सवार दल, सशस्‍त्र पुलिस बल के जवान आदि शामिल रहेंगे। सवारी महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंचेगी, जहां मां क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन पश्‍चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्‍यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।    

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उज्जैन । सोमवार को बाबा महक की कार्तिक अगहन माह की पहली सवारी निकलेगी। श्री मनमहेश के रूप में भगवान श्री महाकालेश्वर अपनी प्रजा का हाल जानने निकलेंगे।   मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि श्रावण- भाद्रपद माह की तरह श्री महाकालेश्‍वर भगवान की कार्तिक माह की पहली सवारी सोमवार 04 नवंबर को सभामंडप में सायं 4 बजे विधिवत पूजन-अर्चन के बाद राजसी ठाट-बाट के साथ निकाली जावेगी।   भगवान श्री महाकालेश्वर श्री मनमहेश के रूप में अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी में पुलिस बैण्‍ड, घुड़सवार दल, सशस्‍त्र पुलिस बल के जवान आदि के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंचेगी। वहां मॉ क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन पश्‍चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्‍यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी। इसी क्रम में परंपरानुसार श्री महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक एवं अगहन(मार्गशीर्ष) माह में निकलने वाली श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारियॉ क्रमशः द्वितीय सवारी 11 नवम्‍बर, तृतीय सवारी 18 नवम्बर तथा शाही सवारी 25 नवम्बर को निकाली जावेगी। हरिहर मिलन की सवारी रविवार, 14 नवम्बर को निकाली जावेगी।  

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इंदौर । शहर के सदर बाजार इलाके में एक युवक ने शनिवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक का एक लड़की के साथ पिछले पांच सालाें से प्रेम प्रसंग था। उसी युवती के साथ उसकी 12 दिन बाद शादी हाेने वाली थी। घर में शादी की तैयारी चल रही थी, शादी के कार्ड छप चुके थे। उससे पहले युवक ने आत्मघाती कदम उठा लिया। रविवार सुबह उसका पाेस्टमार्टम कर शव परिजनाें काे साैंप दिया गया। मृतक के पास से काेई सुसाइड नाेट नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है।   जानकारी के अनुसार अभिषेक पुत्र हरीश नामदेव निवासी जूना रिसाला ने शनिवार रात अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। अभिषेक परदेशीपुरा इलाके में एक ऑटो पार्टस की दुकान में काम करता था। उसका शंकर गंज में रहने वाली एक युवती के साथ 5 साल से अफेयर चल रहा था। दोनों की परिवार की मर्जी से शादी भी तय हुई थी। 15 नवबंर 2024 की शादी की तारीख निकली थी। उसके कार्ड भी छप गए थे। घर में तैयारियां चल रही थी। इसी बीच अभिषेक ने यह कदम उठा लिया। मृतक अभिषेक के भाई प्रकाश ने बताया कि दिन में दोनों भाई साथ में मूवी देख रहे थे। उस समय वह हंसी खुशी था। रात में दोनों चौराहे तक काम से गए थे। अभिषेक वापस घर आ गया। इसके बाद कमरे में चला गया। बाद में मां ने दरवाजा खटखटाया तो उसने नहीं खोला। मां को लगा वह सो रहा होगा। इसके बाद उसके मोबाइल पर कॉल किया तो फोन भी नहीं उठाया। फिर कुछ देर बाद कमरे में झांककर देखा तो अभिषेक फंदे पर लटका हुआ था। अभिषेक के पिता की 2017 में एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। परिवार के मुताबिक उसके मोबाइल में कुछ नहीं मिला है। उसकी वॉटसएप चैटिंग भी क्लीयर थी। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में नवम्‍बर की शुरूआत होते ही सर्दी बढ़ने लगी है। प्रदेश के 24 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री से नीचे आ गया है। हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां लगातार दो दिन से तापमान 12 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच है। मंडला, राजगढ़, उमरिया, रीवा, बैतूल और मलाजखंड में भी न्यूनतम तापमान में गिरावट आ गई है। दिन में भी पारा लुढ़कने लगा है।   मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर से ठंड का असर तेज होगा। पिछले 10 साल से यही ट्रेंड है। हालांकि, दिन में गर्मी का असर दूसरे सप्ताह तक बना रहेगा। इसके बाद पारा 30 डिग्री से नीचे पहुंच जाएगा। उत्तरी हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट आएगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर समेत प्रदेश के 24 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। शुक्रवार-शनिवार की रात में पचमढ़ी में तापमान 13.4 डिग्री, मंडला में 15.6 डिग्री, राजगढ़-उमरिया में 16.4 डिग्री, रीवा में 16.6 डिग्री, बैतूल-मलाजखंड में 16.8 डिग्री रहा।   वहीं, ग्वालियर में 17.4 डिग्री, छिंदवाड़ा में 17.5 डिग्री, रायसेन में 17.6 डिग्री, भोपाल-जबलपुर में 17.8 डिग्री, नौगांव में 17.9 डिग्री, सतना-टीकमगढ़ में 18.0 डिग्री, इंदौर-खरगोन में 18.4 डिग्री, उज्जैन में 18.8 डिग्री, खंडवा में 19 डिग्री, रतलाम में 19.2 डिग्री, धार, गुना-सिवनी में 19.4 डिग्री और नर्मदापुरम में 19.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

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गुना । जिले के आरोन इलाके में शनिवार सुबह एक झोपड़ी में अचानक आग लग गई। झाेपड़ी से आग की पलटे निकलती देख आस पास के लाेग भयभीत हाे गये। लाेगाें ने तुरंत आग पर काबू पाने का प्रयास किया । इस दाैरान एक युवक झुलस गया। सूचना के बाद माैके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। घायल व्यक्ति काे ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।     जानकारी अनुसार आरोन कस्बे के पठार मोहल्ले में उधम सहरिया अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके घर के एक हिस्से में झोपडी बनी हुई है। इसमें कुछ सामान रखा रहता है। शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे के आसपास अचानक झोपडी से आग की लपटें उठने लगीं। लपटें उठती देख उधम सहरिया सामान बचाने अंदर घुसे, तो वे भी झुलस गए। आग देख घर के बाकी सदस्य भी आ गए और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। आग पर काबू नहीं पाने पर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। एसडीएम सहित पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। हादसे में झोपड़ी पूरी तरह जल गई, उसमें रखा सामान भी जलकर खाक हो गया। हादसे में झुलसे उधम सहरिया को इलाज के लिए आरोन अस्पताल भिजवाया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।

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उमरिया । जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 13 हाथियों के दल में से कोदो खाने से 10 हाथियों की मौत हो गई, 3 हाथी ठीक - ठाक होने के कारण टाइगर रिजर्व एरिया से निकल कर चंदिया थाने के ग्राम देवरा पहुंच गए और अपने साथियों के विछोह से आक्रोशित तीनो हाथी ग्राम देवरा निवासी 62 वर्षीय राम रतन यादव पिता स्वर्गीय टिल्ला यादव जो शनिवार सुबह 7 बजे शौच के लिए गए हुए थे उनको पटक कर मौत के घाट उतार दिए। घटना की सूचना मिलने के बाद चंदिया पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है।   चंदिया टी आई भानु प्रताप भवेदी ने बताया कि हमको जैसे ही सूचना मिली कि 3 हाथियों के दल ने ग्राम देवरा निवासी 62 वर्षीय राम रतन यादव पिता स्वर्गीय टिल्ला यादव जो सुबह 7 बजे शौच के लिए गांव के किनारे खेतों की तरफ गए हुए थे उनको हाथियों ने पटक कर मार दिया है, जिसमे उनकी मौत हो गई है। हम अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर मर्ग कार्रवाई कर रहे हैं वहीं वन विभाग से रेंजर साहब लोग भी पहुंच गए हैं। तीनो हाथियों का दल खेतों के रास्ते से ग्राम करहिया की तरफ मूव कर गया है, वन विभाग की टीम सर्चिंग में लगी है।   गौरतलब है कि ग्राम पंचायत देवरा ओ डी एफ घोषित ग्राम पंचायत है उसके बाद ग्रामीण शौच के लिए बाहर जाते है। वहीं इस घटना ने ओ डी एफ की कलई खोल कर रख दिया है कि जिले में किस तरफ का फर्जीवाड़ा चल रहा है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में दिवाली के बाद अब कई शहरों में सर्दी का असर दिखने लगा है। मौसम विभाग ने नवंबर के दूसरे हफ्ते सर्दी बढ़ने का अनुमान जताया है। उत्तरी हवाओं के असर से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन और दूसरे शहरों में रात के तापमान में गिरावट आएगी। नवंबर के पहले दिन पचमढ़ी सबसे सर्द रहा। यहां सीजन में पहली बार रात का तापमान 12.6 डिग्री पहुंच गया। उज्जैन, मंडला समेत 25 से ज्यादा शहरों में पारा 20 डिग्री से नीचे ही रहा।   मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट होने लगती है। खासकर रातें ज्यादा सर्द हो जाती हैं। दूसरे सप्ताह में हवाओं का असर तेज होगा। इससे पारे में गिरावट आएगी। हालांकि, दिन में पारा 30 डिग्री के आसपास ही बना रहेगा। दिवाली की रात पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 12.6 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में 15.6 डिग्री, मलाजखंड में 16.1 डिग्री, बैतूल में 16.5 डिग्री, राजगढ़ में 17.4 डिग्री, रीवा-रायसेन में 17.5 डिग्री, उमरिया में 17.8 डिग्री, छिंदवाड़ा में 18 डिग्री, टीकमगढ़ में 18.2 डिग्री, भोपाल-खंडवा में 18.4 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। जबकि खरगोन में 18.6 डिग्री, ग्वालियर-नर्मदापुरम में 18.8 डिग्री, जबलपुर, नौगांव, सिवनी-उज्जैन में 19 डिग्री, गुना-इंदौर में 19.4 डिग्री, खजुराहो-रतलाम में 19.5 डिग्री और धार-नर्मदापुरम में 19.8 डिग्री पहुंच गया।   गौरतलब है कि नवंबर में राजधानी में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार भी दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़केगा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था। इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गुरुवार को दो और हाथियों ने दम तोड़ दिया। यहां बीते तीन दिन में 10 हाथियों की मौत हो चुकी है। इनमें गुरुवार दोपहर में 9वें और शाम को दसवें हाथी की मौत हुई है। मामले में एसटीएफ की टीम डॉग स्क्वॉड की मदद से मामले की जाच में जुटी है। घटनास्थल से पांच किमी के दायरे में छानबीन की जा रही है। वेटरनरी डॉक्टरों का कहना है कि मौत का कारण फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा।   दरअसल, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो दिन पहले 29 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे सलखनिया, खतौली और पतोर रेंज की सीमा पर खुले मैदान में 300 मीटर के दायरे में 10 हाथी पड़े हुए मिले थे। सूचना मिलने पर बांधवगढ़ की टीम मौके पर पहुंची और जांच की गई तो उनमें चार हाथी मृत पाए गए थे, जबकि छह की हालत गंभीर थी। बांधवगढ़ की टीम ने बीमार हाथियों का इलाज शुरू किया, लेकिन 30 अगस्त को चार हाथियों ने दम तोड़ दिया। वहीं, दो हाथियों की मौत गुरुवार को हो गई। इस प्रकार हाथियों की मौत का आंकड़ा 10 हो गया है।   वेटरनरी डॉक्टरों ने बताया कि 13 हाथियों का एक झुंड सलखनिया गांव में एक किसान के खेत में पहुंचा था। इस खेत में कोदो की फसल लगी थी, जिसमें से कुछ फसल की कटाई हो चुकी थी और वो खेत में ही सूखने के लिए पड़ी थी। कुछ हिस्से में हरी कोदो लगी हुई थी, वहां हाथियों का मूवमेंट नजर आया था।   बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पी.के. वर्मा ने बताया कि हाथियों के जमीन पर पड़े होने की जैसे ही जानकारी मिली, सारे रेंज ऑफिसर के साथ हम मौके पर पहुंच गए। हमने सारे डॉक्टरों को भी तुरंत बुला लिया। बीते मंगलवार को 13 हाथियों के झुंड में से चार हाथियों की मौत हो चुकी थी। हम रात भर डॉक्टर के साथ बाकी हाथियों को बचाने के लिए इलाज कर रहे थे, लेकिन रात में अलग-अलग समय पर तीन और हाथियों की मौत हो गई। एक हाथी की मौत बुधवार दोपहर में हुई। गुरुवार शाम तक दो अन्य हाथियों की भी मौत हो गई।   उन्होंने बताया कि घटना के बाद फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर और उसके आसपास के कुछ किलोमीटर के दायरे में जांच की। आसपास के जलाशय की जांच भी की, हमें कुछ भी जहरीला पदार्थ नहीं मिला। यूरिया खाने के भी कोई संकेत नहीं मिले हैं। हाथियों के मुंह से झाग और यूरिया की गंध नहीं आ रही थी। कई हाथियों की मौत काफी देर बाद हुई, इसलिए सल्फास की भी संभावना कम है। हाथियों का पोस्टमार्टम करके उन्हें दफनाया जा रहा है।

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गुना । जिले के म्याना इलाके के खजूरी गांव में रेलवे पुलिया में पानी भरा होने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। शुक्रवार सुबह गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण रेल की पटरी पर बैठ गए और ग्वालियर भोपाल इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन ग्वालियर से गुना की तरफ आ रही थी। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही म्याना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की और उन्हें समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अंडरब्रिज से जल निकासी की व्यवस्था जल्दी से जल्दी की जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा। इसके बाद ग्रामीण रेलवे ट्रैक से हट गए और ट्रेन को आगे बढ़ने दिया।       दरअसल जिले के म्याना इलाके का खजूरी गांव नेशनल हाइवे 46 से तीन किलोमीटर अंदर है। गांव में रेलवे अंडरब्रिज में तालाब का पानी रिसने के बाद अंडरब्रिज में पानी भर गया, जिससे स्थानीय लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि समस्या का समाधान नहीं होने पर उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे द्वारा बरसात में अंडरब्रिज में भरे पानी को निकालने के लिए ठेका दिया जाता है लेकिन बरसात के बाद ठेका खत्म होने के बाद भी अंडरब्रिज में अधिक पानी भर जाता है जिससे ग्रामीण नहीं निकल पाते इसको लेकर शुक्रवार सुबह ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विरोध करने रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। उन्होंने रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले तीन महीनों से अंडरब्रिज में कई फीट तक पानी भरा हुआ है। इस कारण यहां से निकलना संभव नहीं हो पा रहा है। कई बार प्रशासन को समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। ग्रामीणों की मांग थी कि पुलिया में भरे पानी को जल्द खाली कराया जाए। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची है। रेलवे के अधिकारी, तहसीलदार ने पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। उसके बाद वह पटरी से हटे और ट्रेन को रवाना किया गया।      

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भोपाल । दीपावली की रात जलाए गए पटाखों ने मध्य प्रदेश की प्राणवायु को प्रदूषित किया है। पटाखों की वजह से एक रात में प्रदेश का वायु प्रदूषण स्‍तर तीन गुना बढ़ गया है। ग्वालियर के डीडीनगर में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 408 दर्ज किया गया। वहीं, इंदौर के ग्वाल टोली में यह 399 रहा। जबकि भोपाल, जबलपुर, रतलाम, उज्जैन और देवास में क्रमश: 314, 315, 370, 322 और 316 एक्यूआई दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर ही है।   हालांकि, कई शहरों में एयर फ्लो की वजह से आतिशबाजी के बावजूद एक्यूआई कम हुआ है। एयर फ्लो से मतलब यह है कि तेज हवा चलने या हवा का दबाव ज्यादा होने के चलते प्रदूषण कम हो जाता है। भोपाल शहर के वायु गुणवत्ता सूचकांक की बात करें तो पर्यावरण परिसर में मौजूद लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम पर गुरुवार को 284 एक्यूआई था। शुक्रवार सुबह टीटी नगर का एक्यूआई 238 दर्ज किया गया। वहीं, शाहपुरा इलाके में गुरुवार दोपहर 176 एक्यूआई रहा। देर रात तक यह 314 पर पहुंच गया।   मध्यप्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (एमपीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, शहरभर में पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 यानी धूल के बारीक कण से सबसे अधिक प्रदूषण हो रहा है। सभी जगहों पर जो एक्यूआई बढ़ रहा है, इसका मुख्य मुख्य कारण पीएम 2.5 ही है। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी और ज्यादा आतिशबाजी से होने वाले वायु और ध्वनि प्रदूषण के कारण संभावित स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर एडवाइजरी जारी की है। विभाग का कहना है कि प्रदूषण से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर विपरीत असर पड़ सकता है। हवा में मौजूद हानिकारक तत्व जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और छोटे-छोटे कण (पर्टिकुलेट मैटर) स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 500 के बीच खतरनाक होता है। प्रदूषण से आंखों, गले और त्वचा में जलन, सांस लेने में दिक्कत, सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । राजधानी भाेपाल के काेलार इलाके में बुधवार सुबह मार्निंग वाॅक पर निकले एक इंजीनियर की हार्ट अटैक से माैत हाे गई। पड़ाेसी ने उन्हें सड़क पर बेसुध देखा ताे पहचान कर परिजनाें काे सूचना दी। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पाेस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भिजवाया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।   जानकारी अनुसार कोलार के गणेश एन्क्लेव निवासी सुदीप पटेल पुत्र उमा पटेल (35) मूल रूप से रीवा के रहने वाले थे। भोपाल से बी.ई की पढ़ाई करने के बाद यहीं नौकरी करने लगे थे। सुदीप ने 13 साल पहले लव मैरिज की थी। उनकी पत्नी विंध्याचल भवन स्थित सांख्यिकी विभाग के अकाउंट डिपार्टमेंट में पदस्थ हैं।राेजाना की तरह सुदीप बुधवार सुबह करीब 5:45 बजे मार्निंग वाॅक के लिए घर से निकले थे। 6 बजे सर्वधर्म वाइन शॉप के पास उन्हें एक पड़ोसी ने बेसुध हालत में देखा। वहां पहले से मौजूद लोगों ने बताया कि सुदीप अचानक गश खाकर गिर गए थे। पड़ोसी ने घर कॉल कर मृतक की पत्नी को सूचना दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मृतक के मौसेरे भाई अमन पटेल ने बताया कि पिछले कुछ महीने से भैया नौकरी छोड़ चुके थे और फिलहाल कहीं नौकरी नहीं कर रहे थे। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।              

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उमरिया । मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में हाथियों की मौत का लगातार आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की रात इलाज के दौरान दो हाथियों की मौत के बाद बुधवार को सुबह एक और हाथी ने दम तोड़ दिया। यहां मंगलवार से लेकर अब तक 7 जंगली हाथियों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन की हालत गम्भीर बनी हुई है। टाइगर रिजर्व और डॉक्टरों की टीम लगातार हाथिथाें की निगरानी और इलाज में लगी हुई है। सभी की हो रही मौत के पीछे कोदो की फसल खाना बताया जा रहा है।   दरअसल, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का जंगल हमेशा हरा-भरा रहने वाला जंगल है, लगभग 6 वर्ष पूर्व उड़ीसा से छत्तीसगढ़ के रास्ते यहां लगभग 60 से 70 जंगली हाथियों का दल भटक कर आ गया था, तब से यहां का जंगल इतना भा गया कि वे कहीं जाने का नाम ही नही लिये। कुछ दिन बाद ये अलग अलग झुंडों में बंट कर चारों तरफ फैल गए। कई बार इन हाथियों ने किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया और घर तोड़ दिए।   बताया जा रहा है कि 13 हाथियों का झुंड बगैहा, बडवाही होते हुए सलखनिया क्षेत्र में आ गया और 28 तारीख की रात में किसानों की कोदो की फसल में घुस गये और उनकी फसल खा लिए उसके बाद 29 तारीख को दिन में 4 हाथियों की मौत हो गई। दोपहर में जैसे ही गश्ती दल की नजर पड़ी उनने अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद मंगलवार की रात में जब तक जबलपुर से डॉक्टरों की टीम पहुंच कर इलाज शुरू की तब तक 2 हाथियों की और मौत हो गई, वहीं बुधवार सुबह एक और हाथी की मौत हो गई। इस तरह कुल 7 हाथियों की मौत हो चुकी है वहीं 3 की हालत गम्भीर बनी हुई है। अन्य तीन हाथी ठीक हैं। पार्क प्रबंधन उन पर भी नजर बनाए हुए है।   बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक प्रकाश कुमार वर्मा ने फोन पर बताया कि अभी तक 7 हाथियों की मौत हो चुकी है 3 कि हालत गम्भीर बनी हुई है, उनका इलाज किया जा रहा है। सभी हाथियों की मौत का कारण प्रथम दृष्टया कोदो खाने से मौत होने लग रहा है, हालांकि हमारी टीम और डॉक्टर लगातार जांच में लगे हुए हैं।   इधर, पार्क प्रबंधन मृत हाथियों का पोस्टमार्टम करने के बाद दो जेसीबी मशीनों से गड्ढा खुदवाकर उनको दफनाने की प्रक्रिया में लगा हुआ है।      

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भोपाल  । मध्‍य प्रदेश में भले ही मानसून की विदाई हो गई हो लेकिन कई जिलों में अभी भी छुटपुट बारिश का दौर जारी है। हालांकि मौसम विभाग ने इस दिवाली पर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत कई हिस्सों में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है। इन जिलों में धूप खिली रहेगी। दक्षिणी हिस्से के कुछ जिलों में अगले 2 दिन बादल छाए रह सकते हैं। आज बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। जबकि नवंबर में सर्दी का असर तेज होगा।   मौसम विभाग के अनुसार, अभी दक्षिणी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इसका असर दक्षिणी हिस्से यानी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, बुरहानपुर, बालाघाट, सिवनी समेत अन्य जिलों में देखने को मिलेगा। मालवा-निमाड़ के कुछ जिलों में भी बादल छाए रह सकते हैं। ऐसा मौसम अगले 2 दिन यानी, 30 और 31 अक्टूबर को रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में कहीं भी बारिश होने की संभावना नहीं है, पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। बादल छाए रहने से माहौल में ठंडक बनी रहेगी। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में धूप निकली रहेगी।   तापमान की बात करें तो प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में मौसम सबसे ठंडा है। यहां दिन का तापमान 28.4 डिग्री और रात में 14.6 डिग्री है। भोपाल, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, मंडला, नौगांव, टीकमगढ़ में रात का तापमान 20 डिग्री है। यदि दिन की बात करें तो ज्यादातर जिलों में दिन का तापमान 30 डिग्री से ज्यादा चल रहा है। मंगलवार को खजुराहो में पारा 36.2 डिग्री दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में बालाघाट, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में बूंदाबांदी हुई। प्रदेश से 15 अक्टूबर को मानसून लौट चुका है, लेकिन सिस्टम की एक्टिविटी की वजह से कई जिलों में बारिश का दौर जारी है।  

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शिवपुरी । मध्य प्रदेश के शिवपुरी में बुधवार दाेपहर एक बड़ा हादसा टल गया। यहां बच्चाें काे लेकर जा रही चलती स्कूल बस में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया। घटना को देख आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। ड्राइवर ने बस रोका और समय रहते बस स्टाफ और राहगीरों ने बच्चों को बस से सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि आग की लपटें तेज होने से बच्चों के बैग जल गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे स्कूल प्रबंधन के लोगों ने परिजन को सूचना दी और बच्चों को घर भिजवाया।   दरअसल जिला मुख्यालय में गीता पब्लिक स्कूल की बस में बुधवार दाेपहर आग लगने से हड़कंप मच गया। यह घटना स्कूल की छुट्टी के बाद उस समय हुई जब बस बाजार में बीच सड़क पर जा रही थी। बस में 12 बच्चे सवार थे, जो बाल-बाल बच गए। बस में आग लगते ही चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। मौके पर पहुंची दो फायर ब्रिगेड ने जब तक आग पर काबू पाया, तब तक बस जल कर खाक हो चुकी थी। माना जा रहा है कि बस में शॉर्ट सर्किट से आग लगी।   बस ड्राइवर गोटू धाकड़ ने बताया कि स्कूल की छुट्‌टी होने के बाद बच्चों को बस में बैठाकर उन्हें छोड़ने जा रहे थे। स्कूल से निकलते समय बस में कोई दिक्कत नहीं थी। आधे से ज्यादा बच्चों को ड्रॉप कर चुके थे। चलते-चलते अचानक इंजन से धुआं उठने लगा। लपट महसूस हुई तो मैंने तत्काल बस को रोका और सबसे पहले बच्चों को उतारना शुरू किया। बाकी बच्चों को तो घर छोड़ चुके थे। बस में बचे 10 से 12 बच्चों को हमने सुरक्षित उतारा। अचानक आग की लपटें तेज होने से कुछ बच्चों के बैग नहीं निकाल पाए।   गीता पब्लिक स्कूल के संचालक पवन शर्मा का कहना है कि छुट्‌टी के बाद बस बच्चों को छोड़ने जा रही थी। जिस समय बस में धुआं उठा, 12 बच्चे और स्कूल का कुछ स्टाफ सवार था। समय रहते टीचर ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। अभी एग्जाम चल रहे हैं, इसलिए बच्चे पाली में आते हैं। फिर भी बस में 30 बच्चे निकले होंगे। इधर मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पुलिस भी पहुंची और जांच शुरू की।    

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भोपाल। राज्य शासन द्वारा भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सात वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी पदस्थापना की गई है। इनमें तीन जिलों के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं, जबकि इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता को मुख्यमंत्री का विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किया गया है। इस संबंध में गृह विभाग ने मंगलवार रात करीब एक बजे आदेश जारी किया।   आदेश के अनुसार, अपर आयुक्त परिवहन उमेश जोगा को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें उज्जैन जोन में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) पदस्थ गया है। वहीं, उज्जैन के आईजी संतोष सिंह को इंदौर का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इंदौर के पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता को मुख्यमंत्री का ओएसडी बनाया गया है। दरअसल, मुख्यमंत्री के वर्तमान ओएडी राजेश हिंगणकर 31 अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं। हिंगणकर को 19 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ओएसडी बनाया गया था।   इसके अलावा तीन जिलों- जबलपुर, देवास और बड़वानी के पुलिस अधीक्षकों का तबादला किया है। इनमें जबलपुर के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह को भोपाल पुलिस मुख्यालय में एआईजी नियुक्त किया गया है, जबकि देवास के पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय को जबलपुर पुलिस अधीक्षक का दायित्व सौंपा गया है। इसके अलावा बड़वानी के पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत को देवास का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है, जबकि इंदौर के पुलिस उपायुक्त जगदीश डाबर को बड़वानी में पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अभी भी कई जिलो में बारिश का दौर जारी है। साथ ही ठंड की दस्तक भी हो गई है। ज्यादातर जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री से कम है। इनमें जबलपुर, खजुराहो, पचमढ़ी, मंडला, नौगांव, रीवा, टीकमगढ़, उमरिया, मलाजखंड, रायसेन शामिल हैं। पचमढ़ी में रात का तापमान सबसे कम 17 डिग्री के नीचे है। यहां दिन और रात दोनों ही सबसे ठंडे हैं। ऐसा ही मौसम आगे भी बना रहेगा।   मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 3 सिस्टम का असर है। लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से पिछले 8 दिन से राज्य के दक्षिणी हिस्से में बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश हुई। खंडवा में करीब पौने 2 इंच पानी गिर गया। इंदौर में शाम होते ही बारिश शुरू हुई तो आलीराजपुर भी भीग गया। जबकि राजधानी भोपाल में पूरे दिन बादल छाए रहे।   प्रदेश में अगले 24 घंटे में बारिश होने का अनुमान नहीं है। एक सिस्टम बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। जिसका असर 25 अक्टूबर से देखने को मिल सकता है। खासकर पूर्वी हिस्से के जिलों में गरज-चमक और बादल की स्थिति बन सकती है। वहीं, दिन में कई शहरों में गर्मी का असर भी देखने को मिल रहा है। मंगलवार को खजुराहो में पारा 36.8 डिग्री, ग्वालियर-गुना में 35 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। जबकि पचमढ़ी में सबसे कम 27.6 डिग्री तापमान रहा।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । भोपाल से करीब 40 किमी दूर बरखेड़ा सालम गांव के एक खेत में मंगलवार सुबह काले हिरण का शव मिला। सूचना मिलने के बाद पहुंची वन विभाग की टीम दोपहर में भोपाल के जेल पहाड़ी स्थित पशु अस्पताल में शव लेकर आई। जहां डॉ. संगीता धमीजा ने पोस्टमॉर्टम किया। इसके बाद वन विभाग ने शव का दाह संस्कार किया।   बताया जा रहा है कि काले हिरण का शव 15 से 20 घंटे पुराना है। शरीर पर गोली जैसा घाव है। आशंका है कि काले हिरण काेे गोली मारी गई है। शिकार संभवत: रात में हुआ है, लेकिन शिकारी शव नहीं ले जा सके। 3 दिन में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आएगी। पाेस्टमार्टम करने वाली डॉ. धमीजा ने बताया कि बरखेड़ा सालम से वन विभाग की टीम काले हिरण का शव लेकर आई थी। दो डॉक्टरों की पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया है। रिपोर्ट वन विभाग को दे देंगे। शव 15 से 20 घंटे पुराना है। वह वयस्क था। इधर, काले हिरण के शिकार के सवाल पर वन विभाग के जिम्मेदार बचते हुए नजर आ रहे हैं। एसडीओ धीरज सिंह चौहान ने बताया कि काले हिरण की मौत हुई है। टीम शव लेकर अस्पताल में गई थी। रिपोर्ट मिलने के बाद बताता हूं।  

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जबलपुर । मध्य प्रदेश के जबलपुर में खमरिया स्थित आयुध निर्माणी (ऑर्डिनेंस फैक्टरी) में मंगलवार सुबह जबरदस्त धमाका हुआ। इस हादसे में दो कर्मचारियों की मौत हो गई है जबकि 16 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हाे गए हैं। वहीं एक कर्मचारी लापता है। बताया जा रहा है कि आयुध निर्माणी के एफ6 अनुभाग में पिच्योरा बम को बॉयल्ड आउट करते समय फायर हो गया। विस्फाेट के वक्त फैक्टरी के इस भवन में सुबह की पाली में 19 कर्मचारी काम कर रहे थे। सभी घायलों का उपचार जारी है।   ऑर्डनेंस फैक्टरी खमरिया में मंगलवार सुबह 10:45 बजे एफ6 सेक्शन की बिल्डिंग नंबर 200 में विस्फाेट हुआ है। फैक्टरी की इस बिल्डिंग में थाउजेंड पाउडर बम का उत्पादन होता है, जो भारतीय वायुसेना उपयोग करती है। इस विस्फाेट के बाद करीब 5 किलोमीटर के क्षेत्र में ऐसा लगा जैसे कि भूकंप आ गया हो। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। आसपास के मानेगांव, चंपानगर, नानक नगर में रहने वाले लोगों ने भी विस्फाेट की आवाज सुनी। धमाका इतना तेज था कि फैक्टरी की बिल्डिंग का एक हिस्सा धराशायी हो गया। फैक्टरी प्रबंधन ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।   विस्फाेट के बाद एक कर्मचारी लापता था, जिसका शव मिल गया है। वहीं, एक अन्य घायल कर्मचारी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायलों को आयुध निर्माणी खमरिया फैक्टरी हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से रणधीर, श्यामलाल और चंदन नाम के कर्मचारियाें की हालत गंभीर बताई जा रही है। विस्फाेट कैसे हुआ और इसमें किसकी लापरवाही थी? इसकी जांच शुरू कर दी गई है। ओएफकेकी जीएम समेत अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। हालांकि, प्रबंधन के अधिकारी अभी मीडिया से कुछ भी जानकारी साझा नहीं कर रहे हैं। कैंट विधानसभा के विधायक अशोक रोहाणी घायलों को देखने के लिए खमरिया स्थित अस्पताल पहुंचे हैं। अभी तक हादसे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।     इस संबंध में एसपी, जबलपुर आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि इस हादसे में 19 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिसमें 2 लाेगाें की माैत हाे गई है और एक व्यक्ति लापता है। यह हादसा बम में फिलिंग के दौरान हुआ है। फिलहाल, इस पूरे मामले की जांच और बचाव एवं राहत कार्य जारी है।    

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भोपाल । "एजुकेशन वर्ल्ड" स्कूल रैंकिंग में भोपाल का शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल टीटी नगर लगातार तीसरी बार टॉप 10 में जगह बनाकर हैट्रिक लगाने वाला मध्य प्रदेश का पहला एवं एकमात्र स्कूल बना है। मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल ने एजुकेशन वर्ल्ड की ओर से जारी सरकारी स्कूलों की रैंकिंग में लगातार तीसरे साल उत्कृष्ट जगह बनाई है। इस वर्ष एजुकेशन वर्ल्ड द्वारा जारी रैंकिंग में मॉडल स्कूल को सातवां स्थान मिला है।   जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि "एजुकेशन वर्ल्ड" शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिए एक पोर्टल है, जो हर साल स्कूलों की रैंकिंग जारी करता है। यह रैंकिंग विद्यालय के पिछले परीक्षा परिणाम, सांस्कृतिक गतिविधियों, इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की उपलब्धता एवं उनका आउटपुट, मेंटल-इमोशनल सेवाओं, खेल, अकादमिक गतिविधियों और अन्य आधारों पर की जाती है। इन सभी क्षेत्रों में उपलब्धि के आधार पर पूरे भारत से स्कूल चयनित कर उसके आधार पर निर्धारित मानकों से अंक दिए जाते हैं। स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर मार्किंग की जाती है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा संचालित मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल टीटी नगर, भोपाल लगातार 3 वर्ष से शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार करने में सफल रहा है।   स्कूल शिक्षा मंत्री ने दी बधाई स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने मॉडल स्कूल को श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर वर्ल्ड रैकिंग में स्थान मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार सुधार के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने मॉडल स्कूल की प्राचार्य रेखा शर्मा, समस्त स्टाफ, शिक्षक, माध्यमिक शिक्षा मंडल और विद्यार्थियों को भी बधाई दी है।   "एजुकेशन वर्ल्ड" द्वारा नई दिल्ली में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन 17 से 19 अक्टूबर 2024 तक किया गया। समारोह में विद्यालय की प्राचार्य रेखा शर्मा को शासकीय क्षेत्र में देश में सातवीं पायदान हासिल करने के लिए पुरस्कृत किया गया।

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भोपाल । मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट के तहत दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाकर बसाए गए चीतों का कुनबा एक बार फिर बढ़ने वाला है। दरअसल, दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता ‘वीरा’ गर्भवती है और वह जल्द ही मां बनने वाली है। कूनो पार्क प्रबंधन ने इसकी पुष्टि की है। फिलहाल प्रबंधन मादा चीता ‘वीरा’ के देखभाल में जुट गया है।   सिंह परियोजना के संचालक एवं कूनो के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) उत्तम कुमार शर्मा ने सोमवार को बताया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता वीरा मां बनने वाली है। वह कभी भी मां बन सकती है। उसकी विशेष देखभाल की जा रही है। निगरानी के लिए 24 घंटे दो लोगों की टीम लगाई गई है। उसके मूवमेंट वाले क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे बढ़ाए गए हैं।   उन्होंने बताया कि भारतीय धरती पर मां बनने वाली वीरा चौथी मादा चीता होगी। इससे पूर्व आशा, गामिनी और ज्वाला कूनों में शावकों को जन्म दे चुकी हैं। आशा ने भारतीय धरती पर 26 दिसंबर को तीन शावकों को जन्म दिया था। यह शावक अब दस माह के हो चुके हैं। इसके बाद ज्वाला ने जनवरी में चार शावकों को जन्म दिया, जबकि गामिनी ने इतिहास रचते हुए भारतीय धरती पर छह शावकों को मार्च में जन्म दिया था। हालांकि इनमें से दो शावकों की मौत हो चुकी है। कूनो में फिलहाल 12 वयस्क चीते हैं, इनमें पांच नर और सात मादा चीता शामिल हैं। इनके अलावा यहां 12 शावक हैं और सभी स्वस्थ हैं।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस खुशखबरी पर वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि “कूनो में आने वाली हैं खुशियां…देश के ‘चीता स्टेट’ मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में जल्द ही मादा चीता नए शावकों को जन्म देने वाली है। यह खबर ‘चीता प्रोजेक्ट’ की बड़ी उपलब्धि का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किया गया यह प्रोजेक्ट पारिस्थितिक संतुलन को निरन्तर बेहतर बनाने वाला सिद्ध हो रहा है।”   गौरतलब है कि चीता पुनर्स्थापना प्रोजक्ट के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2022 को अपने जन्मदिन के अवसर पर नामीबिया से आठ चीतों को लाकर श्योपुर के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को लाकर कूनो में बसाया गया था। इनमें से अभी तक कूनों में आठ चीतों की मौत हो चुकी है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में मानसून की विदाई के बावजूद कई जिलों में बारिश का गतिविधियां जारी है। रविवार को बैतूल, ग्वालियर और नर्मदापुरम में बारिश हुई। पानी गिरने की वजह से नर्मदापुरम में दिन का तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने प्रदेश के दक्षिणी हिस्से इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में अगले दो दिन बारिश की संभावना जताई है। कम दबाव क्षेत्र की एक्टिविटी से यहां मौसम बदला रहेगा। 25 अक्टूबर से रात में ठंड का असर बढ़ सकता है। अभी कई शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे है।   मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर की तरफ लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। इसका असर मध्यप्रदेश के दक्षिणी जिलों में भी देखने को मिल रहा है। यहां पिछले 6 दिन से बारिश हो रही है और अगले 2 दिन भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, पचमढ़ी में रात का पारा 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है। रविवार को बैतूल में दिन का तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यहां रात और दिन के तापमान में 5.3 डिग्री का ही अंतर रहा।   प्रदेश से 15 अक्टूबर को मानसून लौट चुका है लेकिन सिस्टम की एक्टिविटी की वजह से कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान बुरहानपुर, नर्मदापुरम, रतलाम, उज्जैन, देवास, सीहोर, भोपाल, रायसेन, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, बैतूल, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ में बारिश दर्ज की गई। दो दिन सिस्टम के सक्रिय रहने से ऐसा ही मौसम रह सकता है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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दतिया । कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष के चतुर्थी उत्तर भारतीय परिवारों में ग्रामीण महिलाओं से लेकर आधुनिक महिलाओं तक सभी महिलाएं करवा चौथ का व्रत बड़ी श्रृद्धा और उत्साह के साथ रखती हैं। दाम्पत्य जीवन में विघ्नबाधा न आए, पारिवारिक जीवन में सुख-शांति रहे एवं पति की लम्बी उम्र की मंगलकामना के साथ करवा चौथ का व्रत किया जाता है। करवा चौथ का व्रत गणेशजी का व्रत होता है। जो दाम्पत्य जीवन में समृद्धि देते हैं। करवा चौथ का पर्व रविवार को मनाया जायेगा। जिसमें 18 वर्ष की कन्याओं से लेकर उम्रदराज महिलाओं द्वारा उपवास रखा जायेगा।   नव दम्पतियों द्वारा अपने पति की दीर्घ आयु के लिए करवा चौथ वाले दिन बिना अन्न एवं जल के उपवास किया जाता है एवं रात्रि में चन्द्र दर्शन के बाद पति द्वारा अपनी पत्नियों को जल पिलाया जाता है। बदलते दौर में आज पतियों द्वारा अपनी पत्निी के लिए भी उपवास रखा जाने लगा।   महंगाई के बाद भी खूब बिकी मॅहदी नारीं के हाथों में मॅहदी की महक का होना तो चोली दामन का साथ है पर करवा चौथ त्योहार के चलते बाजारों में मॅहदी की महक और भी बढ़ गई है। इस महक ने मॅहगाई को पीछे छोड़ दिया है। कहने को तो महंगाई सातवें आसमान पर है पर इस बार यह महंगाई महिलाओं के हाथों की रोनक को फीकी नहीं कर सकी। हर वर्ष की तरह बाजार में मॅहदी तो अनेक प्रकार की आती हैं पर इस बार भारतीय मॅहदी ने अपनी अनौखी छाप छोड़ दी है। जिसमें गुजराती, मराठी, राजिस्थानी आदि मंहदी शामिल है। इनकी कीमत 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक रखी गई है। अधिकत्तर महिलाएं घर पर ही मॅहदी लगाना पसंद करती हैं। इसलिए मंहदी लगाने वाले होम डिलेवरी भी कर रहे हैं।   नव विवाहतो में खासा उत्साह, खरीदी सामाग्री व्रत को लेकर नव विवाहतो में खासा उत्साह है। नव विवाहिताएं पतियों के साथ बाजारों में खरीददारी कर रही हैं। ब्यूटी पार्लरों पर मेकप के साथ हाथ में मॅहदी व टेंटू की बुकिंग के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रही हैं। साड़ी व सौन्दर्य प्रसाधन बाजार में महिलाओं की खासी भीड़ नजर आई। फुटपाथ पर बिक रहे मिट्टी व शक्कर के करवों के साथ उरई की सींक व पूजा का कलेण्डर की जमकर खरीददारी हो रही है।  

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश से मानसून लौट चुका है, लेकिन सिस्टम की एक्टिविटी की वजह से कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। खासकर दक्षिणी हिस्से के जिलों में बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान बड़वानी, खंडवा, बैतूल, बुरहानपुर, सिवनी, मंडला और पांढुर्णा में भी हल्की बारिश हुई थी। दो दिन सिस्टम के सक्रिय रहने से ऐसा ही मौसम रह सकता है। शुक्रवार को छिंदवाड़ा, धार, खंडवा और बालाघाट में बारिश हुई। आज शनिवार को भी इंदौर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के 12 जिलों में बारिश होने की संभावना है।   मौसम विभाग के अनुसार, ट्रफ मध्य-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक्टिव है, जो लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) के रूप में बदल जाएगी। यह मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्से से करीब है। इस वजह से बारिश हो रही है। अगले 24 घंटे में अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत कई जिलों में मौसम साफ रहेगा। यहां धूप रहेगी। वहीं, 20 अक्टूबर को अलीराजपुर, धार, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। इससे पहले शुक्रवार को छिंदवाड़ा में तेज बारिश हुई। धार, खंडवा और बालाघाट के मलाजखंड में हल्की बारिश हुई।   प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों के जिलों में बारिश के बीच गुलाबी ठंड का असर भी शुरू हो गया है। हिल स्टेशन पचमढ़ी में शुक्रवार को दिन का तापमान 28.6 डिग्री रहा था, जबकि न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया। बैतूल में अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो शुक्रवार को भोपाल में दिन का तापमान 32.8 डिग्री, जबलपुर में 32.6 डिग्री, इंदौर में 31.5 डिग्री, ग्वालियर में 36.5 डिग्री और उज्जैन में 32.4 डिग्री रहा।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून विदाई के बाद अब मौसम ने करवट बदल ली है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में सुबह और शाम ठंडी होने लगी है। ग्वालियर, पचमढ़ी, रीवा और राजगढ़ में रातें सर्द होने लगी हैं। यहां रात का पारा 19 डिग्री सेल्सियस के नीचे आ गया है। भोपाल-इंदौर में तापमान 21-22 डिग्री है। दिवाली तक प्रदेश के ज्यादातर शहरों में रातें ठंडी हो जाएंगी। हालांकि शुक्रवार सुबह भोपाल समेत कई जिलों में धूप निकली है।   मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश एवं उत्तरी तटीय तमिलनाडु के ऊपर एक लो प्रेशर एरिया है। यह आगे बढ़ेगा और डिप्रेशन में बदल जाएगा। इसका असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिलेगा। इसके अलावा दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन भी सक्रिय हैं। दूसरी ओर, प्रदेश के दक्षिणी हिस्से के 12 जिलों में अगले 2 दिन हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति रहेगी। लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और साइक्लोनिक सकुर्लेशन की वजह से ऐसा होगा। 20 अक्टूबर से सिस्टम की एक्टिविटी घटेगी और बारिश का दौर थम जाएगा।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में मध्य प्रदेश में दक्षिणी क्षेत्र के कई जिलों में मौसम बदला रहने का अनुमान जताया है। 18 अक्टूबर को मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी में गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत कई जिलों में मौसम साफ रहेगा। यहां धूप निकली रहेगी। 19 अक्टूबर को बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है।   वहीं, ग्वालियर, पचमढ़ी, राजगढ़ और रीवा ऐसे जिले हैं, जहां रात का टेम्प्रेचर 19 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है। पचमढ़ी प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है। हरियाली होने की वजह से यहां टेम्प्रेचर सबसे कम है। खजुराहो और नौगांव में 20 डिग्री से कम तापमान है। इंदौर और भोपाल में भी रात का पारा 22 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। पचमढ़ी समेत कई शहरों में दिन में भी तापमान घटा है। गुरुवार को पचमढ़ी में दिन का तापमान 27.4 डिग्री रहा। शिवपुरी में 28 डिग्री, मलाजखंड में 30 डिग्री, सिवनी में 30.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में शुक्रवार को सुबह कार्तिक कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया। भस्मारती के दौरान भगवान महाकाल को वैष्णव तिलक लगाकर श्री गणेश के स्वरूप में श्रृंगारित किया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप को देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के जयकारे भी लगाए, जिससे पूरा मंदिर परिसर भगवान महाकाल के जयकारों से गुंजायमान हो गया।   महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि परम्परा के मुताबिक, कार्तिक कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शुक्रवार सुबह चार बजे भगवान वीरभद्र और मानभद्र की अनुमति लेकर मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले भगवान का स्नान, पंचामृत अभिषेक और केसर युक्त जल अर्पण किया गया। जलाभिषेक के बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल का श्री गणेश स्वरूप में श्रृंगार किया गया। उन्हें वैष्णव तिलक लगाया गया और गुलाब की माला पहनाई गई। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्मारती के दर्शन किए। उन्होंने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा।

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भोपाल । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने राज्य में शिक्षक भर्ती पर लगी रोक को हटाते हुए नियुक्ति प्रक्रिया जारी रखने को कहा है। साथ ही राज्य सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए निर्देश दिए हैं कि साल 2023 की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को जारी रखा जाए। उच्च न्यायालय ने राज्य शासन से पूछा है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती-2023 की प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग (एससी, एसटी व ओबीसी) के उम्मीदवारों को योग्यता में छूट क्यों नहीं दी गई। यह भी पूछा कि जब ईडब्ल्यूएस आरक्षण 2019 में आया तो इसे आपने 2018 की भर्ती पर कैसे लागू कर दिया?   मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैथ और न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने बुधवार को मामले की सुनवाई करते प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, जन जाति कार्य विभाग तथा कर्मचारी चयन मंडल से जवाब तलब किया है। इसके साथ अंतरिम व्यवस्था देते हुए हाई कोर्ट ने यह भर्ती विचाराधीन याचिका के अंतिम निर्णय के अधीन कर दी है। अगली सुनवाई 12 नवंबर को होगी। अपीलकर्ता शासन की ओर से पैरवी जाह्नवी पंडित और ब्रह्मदत्त सिंह ने की। अनावेदकों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता नमन नागरथ ने पैरवी की।   दरअसल, राज्य सरकार ने 2018 में हाईस्कूल शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। पहले अनारक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम अंक 60 निर्धारित किए गए थे, लेकिन 2019 में ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिए नियम बनाकर लागू कर दिए, साथ ही निर्धारित अंक 50 कर परीक्षा के परिणाम घोषित कर नियुक्तियां भी कर दी गईं, लेकिन बहुत से पद खाली रह गए। इसके बाद सरकार ने 2023 में नई भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी। इसे लेकर ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। इसके बाद शासन ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।   बुधवार को उच्च न्यायालय में हुई सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता हरदा निवासी शिवानी शाह की ओर से कहा गया कि स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजाति कार्य विभाग द्वारा शिक्षक भर्ती से संबंधित 30 जुलाई 2018 एवं आठ अगस्त, 2018 को प्रकाशित नियम में ओबीसी, एससी तथा एसटी को योग्यता में कोई भी छूट प्रदान नहीं की गई है। संविधान के अनुच्छेद 335 के तहत आरक्षित वर्ग को छूट प्रदान किया जाना राज्य के लिए आवश्यक है। कोर्ट को बताया गया कि नियम-आठ की अनुसूची-तीन में हाई स्कूल शिक्षक के लिए योग्यता संबंधित विषय में स्नातकोत्तर द्वितीय श्रेणी तथा बीएड निर्धारित की गई है। इन नियमों में द्वितीय श्रेणी का प्रतिशत क्या होगा, इसका भी उल्लेख नहीं किया गया है, जबकि एनसीटीई के नियमों में स्नातकोत्तर में 50 प्रतिशत अनिवार्य है।   शासन की ओर से एडिशनल एडवोकेट जनरल ने पक्ष रखा। उनके तर्कों को सुनकर उच्च न्यायालय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आप शासन के खिलाफ हैं या पक्ष में, क्योंकि आपके तर्क सरकार के हित के खिलाफ प्रतीत हो रहे हैं। तब उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के स्टे आदेश के कारण सरकार शिक्षकों की भर्ती नहीं कर पा रही है। उच्च न्यायालय ने उक्त आदेश को रेखांकित करने के लिए कहा। इस पर एडिशनल एडवोकेट जनरल ने कहा कि हाईकोर्ट में शासन ने शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाने की मौखिक अंडर टेकिंग दी थी। इस पर हाईकोर्ट ने इस साल 27 मई को आदेश पारित करके शिक्षकों की आगामी भर्तियों को उक्त रिट अपीलों के निर्णयाधीन कर दिया। सुनवाई में हाईकोर्ट ने 27 मई के आदेश के तहत 2023-शिक्षक भर्ती करने का आदेश दिया है।   सुनवाई करते हुए न्यायालय के संज्ञान में आया कि 2018 की शिक्षक भर्ती में मध्यप्रदेश शासन द्वारा ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू किया गया है। न्यायालय ने कड़ी नाराजगी जताते हुए पूछा कि जब पूरे देश में ईडब्ल्यूएस आरक्षण 2019 में आया है तो 2018 की शिक्षक भर्ती में क्यों लागू किया? इसमें 2023 शिक्षक भर्ती का भी मामला शामिल था इसलिए फाइनल बहस के लिए अगला माह निर्धारित किया है।   अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ने बताया कि बुधवार को हाईकोर्ट ने 2023 की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से रोक हटा दी है। यानी सरकार के पास अब दो विकल्प हैं या तो अंतिम सुनवाई होने तक इंतजार करे या नियुक्ति पत्र बांटना शुरू कर दे, लेकिन अंतिम सुनवाई के बाद ही अंतिम आदेश आएगा।    

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भोपाल । यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में ओरछा के ऐतिहासिक समूह को नामांकित कराने के लिए मप्र टूरिज्म बोर्ड द्वारा तैयार कराये गए डोजियर (संकलित दस्तावेज) को केंद्र सरकार ने यूनेस्को की विश्व धरोहर कमेटी को सौंप दिया है। वर्ष 2027-28 के लिये केंद्र द्वारा ओरछा के ऐतिहासिक समूह को विश्व धरोहर स्थल घोषित करने हेतु अनुशंसा की है। पेरिस स्थित यूनेस्को कार्यालय में भारतीय राजदूत विशाल वी शर्मा ने यूनेस्को विश्व विरासत केंद्र के निदेशक लाज़ारे एलौंडौ असोमो को ओरछा का डोजियर सौंपा है। यूनेस्को की आधिकारिक घोषणा के बाद ओरछा देश की ऐसी एकमात्र विश्व धरोहर स्थली होगी, जो राज्य संरक्षित है। मध्य प्रदेश की अयोध्या कही जाने वाली राम राजा की नगरी ओरछा राज्य की चौथी वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनेगी।   मप्र पर्य़टन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने और पर्यटकों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के सतत प्रयास किये जा रहे है। प्रमुख सचिव शुक्ला ने यूनेस्को द्वारा डोजियर को स्वीकार किए जाने पर हर्ष जताते हुए कहा कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है। ओरछा अपनी अद्वितीय स्थापत्य शैली और समृद्ध ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। विश्व धरोहर सूची में नामांकित होने से ओरछा की ऐतिहासिक धरोहरों की वैश्विक पहचान को और मजबूती मिलेगी। साथ ही ओरछा अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण केंद्र बनेगा।   उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष केंद्र सरकार देश की एक धरोहर को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में नामांकित कराने के लिए यूनेस्को (यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाइजेशन) को अनुशंसा करती हैं। यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में प्रदेश के 14 स्थल शामिल है। खजुराहों के मंदिर समूह, भीमबेटका की गुफाएं एवं सांची स्तूप यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल स्थायी सूची में शामिल है। यूनेस्को की टेंटेटिव सूची में ग्वालियर किला, बुरहानपुर का खूनी भंडारा, चंबल घाटी के शैल कला स्थल, भोजपुर का भोजेश्वर महादेव मंदिर, मंडला स्थित रामनगर के गोंड स्मारक, धमनार का ऐतिहासिक समूह, मांडू में स्मारकों का समूह, ओरछा का ऐतिहासिक समूह, नर्मदा घाटी में भेड़ाघाट-लमेटाघाट, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और चंदेरी शामिल है।   पिछले पांच वर्षों के सतत प्रयासों से मिली सफलता मप्र टूरिज्म बोर्ड द्वारा ओरछा और भेड़ाघाट को यूनेस्को की टेंटेटिव सूची में शामिल कराने के लिए क्रमशः वर्ष 2019 एवं 2021 में प्रस्ताव तैयार कराया गया था। जिसको भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई.) द्वारा योग्य मानते हुए यूनेस्को के विश्व धरोहर अनुभाग को अग्रेषित किया और फिर टेंटेटिव लिस्ट में सम्मिलित करने की घोषणा की गई थी। घोषणा के बाद टूरिज्म बोर्ड द्वारा विशेषज्ञ संस्थाओं के सहयोग से ओरछा, मांडू, भेड़ाघाट के डोजियर तैयार कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को भेजा गया। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रारंभिक निरीक्षण कर ओरछा का डोजियर अनुशंसा कर यूनेस्को के विश्व धरोहर अनुभाग को सौंपा गया।   मानवता की साझा विरासत में योगदान भारतीय राजदूत विशाल वी शर्मा ने यूनेस्को विश्व विरासत केंद्र के निदेशक लाज़ारे एलौंडौ असोमो को डोजियर सौंपते हुए कहा कि, विश्व धरोहर समिति की वर्ष 2027-2028 की बैठक में विचार के लिये मध्यप्रदेश में ओरछा के ऐतिहासिक समूह के नामांकन डोजियर प्रस्तुत करना बहुत सम्मान की बात है। उन्होंने सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, मध्यप्रदेश राज्य सरकार और उनके अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट समन्वय और इस नामांकन डोजियर को समय पर प्रस्तुतिकरण के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ओरछा का ऐतिहासिक समूह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक ओर स्थापत्य विरासत को प्रदर्शित करता है। ओरछा के नामांकन डोजियर को प्रस्तुत करके हम मानवता की साझा विरासत में योगदान करने और इसके अद्वितीय सांस्कृतिक महत्व की वैश्विक मान्यता को बढ़ावा देने की आशा करते है। उन्होंने यूनेस्को की सराहना करते हुए विश्व धरोहर समिति से ओरछा के डोजियर पर सकारात्मक विचार करने की आशा की है।   ओरछा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का विवरण बुंदेला स्थापत्य शैली: ओरछा का स्थापत्य बुंदेला शासकों द्वारा विकसित किया गया था, जो अद्वितीय स्थापत्य शैली का प्रतीक है, जिसमें महलों, मंदिरों, और किलों का समावेश है।   जहांगीर महल: ओरछा का प्रसिद्ध जहांगीर महल, मुगल और राजपूत स्थापत्य का अनूठा संगम है। इसे मुगल सम्राट जहांगीर के स्वागत के लिए बनवाया गया था।   राजा राम मंदिर: भारत में एकमात्र ऐसा मंदिर जहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। यह ओरछा की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाता है।   चतुर्भुज मंदिर: यह विशाल और भव्य मंदिर अनूठी वास्तुकला की उत्कृष्ट मिसाल है।   ओरछा किला परिसर: ओरछा का किला परिसर बुंदेलखंड क्षेत्र की शक्ति और प्रतिष्ठा का प्रतीक है, जिसमें महल, दरबार हॉल और अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं शामिल हैं।   बेतवा नदी का किनारा: ओरछा बेतवा नदी के किनारे स्थित है, जो इसे प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करता है और आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक यात्रा के लिए आकर्षक बनाता है।   शाही छत्रियां: बेतवा नदी के किनारे स्थित ओरछा की शाही छत्रियां बुंदेला राजाओं की स्मृति में बनवाई गईं और शाही वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण हैं।   अमर महल और लक्ष्मी नारायण मंदिर: इन मंदिरों में की गई भित्ति चित्रकारी और वास्तुकला बुंदेला शासकों की धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक योगदान को दर्शाती है।   ओरछा को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में नामांकित होने पर होने वाले प्रमुख फायदे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा मिलने से ओरछा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल के रूप में मान्यता मिलेगी।   नामांकन के बाद अंतरराष्ट्रीय और घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।   पर्यटन के विकास से स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।   यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने पर ओरछा को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों और संस्थाओं से संरक्षण और विकास के लिए सहयोग मिल सकेगा।   स्थानीय शिल्प, हस्तकला और अन्य सांस्कृतिक उत्पादों का प्रचार-प्रसार बढ़ेगा, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी।   यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने से ओरछा पर शिक्षा, शोध और अध्ययन के नए अवसर खुलेंगे, जिससे इतिहासकारों और शोधकर्ताओं का ध्यान आकर्षित होगा।   यूनेस्को की मान्यता से ओरछा में स्थायी और पर्यावरण संवेदनशील पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे लंबे समय तक पर्यटन की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार द्वारा खनन क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने और आधुनिकतम तकनीकों का समावेश कर राज्य की खनिज संपदा का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित दो दिवसीय “मध्य प्रदेश माइनिंग कॉन्क्लेव-2024” की शुरुआत हो गई है। भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार काे आयोजित इस दो दिवसीय कॉनक्लेव का प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस मौके पर हाईड्रोकॉर्बन की डीजी पल्लवी जैन, मिनरल एक्प्लोरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एमडी इंद्रदेव नारायण, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह, सीआईआई मप्र के चेयरमैन आशीष वैश्य मौजूद रहे।   मुख्य सचिव अनुराग जैन ने इस मौके पर माइनिंग कॉन्क्लेव की प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया और साथ ही प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कॉन्क्लेव में देश भर के माइनिंग सेक्टर के निवेशक और दूसरे राज्यों के खनिज विभाग के अधिकारी शामिल हुए हैं। इस कॉन्क्लेव में देश-विदेश की करीब 600 कंपनियां शामिल हो रही हैं। देशभर के बडे़ औद्योगिक घरानों को बुलाया गया है। माइनिंग और जियोलॉजी सेक्टर के अनुभवी विशेषज्ञ ट्रिपल आईटी तिरुपति के अरुण, आईआईटी धनबाद के मो दानिश, धनबाद के सहाद्र सिंह, श्रवण कुमार सिंह, जियोलॉजी एक्सपर्ट भी कॉन्क्लेव में हिस्सा ले रहे हैं।   खनिज विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ल ने कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि मप्र में पिछले कई सालों से इन्वेस्टर्स समिट होता है। इसमें सभी सेक्टर की बात होती है, लेकिन बहुत सालों से देश में कुछ सेक्टर्स ने अपनी-अपनी एक प्रैक्टिस सेटअप की है। जैसे दिल्ली में ऑटो शो होता है, बैंगलोर में एग्जिबिशन होता है। वैसे ही मप्र माइनिंग के क्षेत्र में उभरता हुआ राज्य है। इसलिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने निर्देश दिया कि माइनिंग के लिए अलग से कॉन्क्लेव करें। जिससे माइनिंग सेक्टर में रोजगार और देश की जीडीपी को बढ़ाने की संभावनाओं पर बात हो। देश का स्ट्रैटेजिक डिफेंस सिस्टम, स्पेस टेक्नोलॉजी और कई प्रकार के स्ट्रैटेजिक सेक्टर कहलाते हैं, उनमें कैसे योगदान दे सकते हैं। जैसे ईवी के लिए बैटरी चाहिए, कॉपर, लीथियम की जरूरत है। इस प्रकार के सेक्टर में माइनिंग कैसे सहभागिता कर सकता है, इन सारे विषयों पर बात होगी।

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उमरिया । जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में वन्य जीवों के हमले की घटना थमने का नाम नही ले रही है, फिर बाघिन ने एक सुरक्षा श्रमिक पर किया हमला। घायल सुरक्षा श्रमिक को वन विभाग की टीम ने सामुदायिक केन्द्र मानपुर में भर्ती करवाया।     पनपथा रेंजर शिवालिक सिंह मार्को ने बताया कि पनपथा बफर रेंज अंतर्गत पलझा उत्तर बीट के कक्ष क्रमांक आर एफ 604 में बंधा हार कैम्प के पास बाघिन ने सुरक्षा श्रमिक राजकमल पुत्र फूलचंद बर्मन उम्र 37 वर्ष निवासी बटुरा बाह पर हमला कर दिया जिसमे सुरक्षा श्रमिक सूझ बूझ का परिचय देते हुए अपनी जान बचाया, जैसे ही बाघिन उसके ऊपर छलांग लगाई वैसे ही राज कमल झुक गया और चिल्लाने लगा, तभी पिछले पैर के दोनो पंजे उसकी पीठ को खरोचते हुए निकल गए उसके बाद जब द्वारा छलांग लगाई तो वो लेट गया और तब तक चार-पांच लोग आ गए और बाघिन जंगल की तरफ भाग गई । उसके बाद तत्काल वन विभाग की टीम घायल को मानपुर अस्पताल लाई और 1 हजार रुपये तात्कालिक सहायता राशि दी गई है और उसका इलाज करवाया जा रहा है।     गौरतलब है कि आरएफ 604 के करीब पतेरा टोला में साल भर पहले बाघिन ने ग्राम चंसुरा के पतेरा टोला निवासी भूरी बाई पति मिजाजी कोल (42) पर हमला कर मौत की नींद सुला दिया था और वही बाघिन फिर सुरक्षा श्रमिक पर हमला कर दी है, हालांकि इन दोनों घटनाओं में बाघिन की पहचान को लेकर आधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नही है वहीं ग्रामीणों का कहना है कि काफी समय से इस बाघिन की लोकेशन इसी जंगल के कोठिया, चंसुरा, पतेरा टोला, जरवाही नदी के पास का नाला क्षेत्र में बनी रहती है।    

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भोपाल । एडवेंचर प्रेमी पर्यटकों को आकर्षित करने और गांधीसागर को भारत के शीर्ष पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने उद्देश्य से गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का आगाज़ हो चुका है। यह शानदार आयोजन पर्यटकों को प्रकृति, रोमांच और संस्कृति के बड़े ही खूबसूरत संगम से रू-ब-रू करा रहा है। दो सफल संस्करण के बाद इस वर्ष गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के तीसरे संस्करण को पूरे देश और यहाँ तक कि विदेशी पर्यटकों से भी अपार प्रशंसा और प्रतिसाद मिल रहा है।   प्रीमियम सुविधाओं वाले ऑल सीजन टेंट्स है प्रमुख आकर्षण गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट में प्रीमियम सुविधाओं वाले ऑल सीजन टेंट्स शामिल किए गए हैं, जो हर मौसम के अनुकूल और अधिकतम आराम के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। यह लग्जरियस टेंट्स पर्यटकों के लिए गांधीसागर में बिताई रातों को और भी यादगार बना देंगे। मेहमान स्वादिष्ट स्थानीय और देसी व्यंजनों का आनंद लेने के साथ ही, इनडोर स्पोर्ट्स की विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर अपने उत्साह को और भी बढ़ा रहे हैं।   लाइव म्यूजिक में देश के जाने-माने कलाकारों का परफॉर्मेंस रोज शाम को लाइव म्यूजिक परफॉर्मेंस में देश के जाने-माने कलाकारों को अपनी दिलकश आवाज़ का जादू बिखेरते हुए देखा जा सकता है। विभिन्न संगीत शैलियों में एक से बढ़कर एक रोमांचक परफॉर्मेंसेस संगीत प्रेमियों को अपना बनाने के लिए काफी हैं। सुरों की मधुर धुनों, गायकों की दिलकश आवाज़ों, लाइव म्यूजिक परफॉर्मेंस की अनूठी प्रस्तुतियों ने गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट को रोचक और आकर्षक बना दिया है।   गांधीसागर फेस्टिवल रोमांच, मनोरंजन और संस्कृति का अद्वितीय मेल है। मंदसौर के गांधीसागर बैक-वॉटर्स के किनारे पर्यटक कई तरह की रोमांचक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। साथ ही मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी अनुभव कर सकते हैं। ऑफ बीट मल्टीस्पेशलिटी डेस्टिनेशन मध्यप्रदेश में उभरता हुआ पर्यटन आकर्षण गांधी सागर फॉरेस्ट रिट्रीट में सभी उम्र के लोगों के लिए सभी कुछ है। ऐसे में, निश्चित रूप से यह मध्यप्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य, मेहमाननवाजी और समृद्ध संस्कृति को विश्व पटल पर अंकित करेगा।

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ग्वालियर । मंगलवार को पूरे देश से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो चुकी है। ऐसे में फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है। अब धीरे-धीरे न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। जिससे रात में हल्की सर्दी की शुरुआत होगी। आज ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया। अगले चार से पांच दिन में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचने की संभावना है। ग्वालियर में एक अक्टूबर को मानसून वापसी की आधिकारिक घोषणा की गई थी। इसके बाद बंगाल की खाड़ी में विकसित हुईं ताजा मौसम प्रणालियों के प्रभाव से पिछले एक सप्ताह से बादल घुमड़ रहे थे लेकिन मंगलवार को मौसम पूरी तरह शुष्क हो गया। आसमान साफ होने से आज दिन भर धूप काफी तेज रही। मौसम विभाग के अनुसार आज पूरे देश से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो चुकी है। हालांकि अभी दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल एवं पूर्वोत्तर बांग्लादेश आदि स्थानों पर मौसम प्रणालियां मौजूद हैं लेकिन इनका असर उत्तर व मध्य भारत में नहीं है। इसलिए फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा। इसके चलते न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी और रात में हल्की ठंड बढ़ेगी। हालांकि अभी अधिकतम तापमान 33 से 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। जिससे दिन में गर्मी का असर बना रहेगा। नवम्बर के पहले सप्ताह से अधिकतम तापमान में गिरावट के साथ दिन में भी सर्दी की शुरुआत होगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 88 प्रतिशत दर्ज की गई जो औसत से 19 प्रतिशत अधिक है जबकि शाम को हवा में नमी 62 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी औसत से 09 प्रतिशत अधिक है।  

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सागर । डॉक्टर हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रावास के पास मंगलवार को तेंदुआ होने की खबर प्राप्त होते ही वन विभाग के अधिकारी अमले के साथ हरकत में आ गए और विश्वविद्यालय छात्रावास पहुंचे, जहां सर्चिंग की करवाई जा रही है।   मंगलवार को उपवन मंडल अधिकारी हेमंत यादव ने बताया कि सूचना प्राप्त होते ही सर्चिंग की कार्रवाई की जा रही है उन्होंने सभी से अपील की है छात्र एवं अन्य व्यक्ति बेवजह घर से बाहर न निकले पूरी सतर्कता के साथ निकले वन विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है।  

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मुरैना । कोतवाल बांध में मंगलवार दोपहर के समय नहाते समय दो बालक डूब गये। ग्रामीणों ने परिजनों को सूचना दी। स्थानीय गोताखोरों ने तलाश कर दोनों को बाहर निकाला। दोनों बालकों की मृत्यु हो गई। सूचना मिलते ही थाना माताबसैया पुलिस मौके पर पहुंच गई है।   जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित काजीबसई निवासी सामिर मोहम्मद पुत्र समशुद्दीन काजी उम्र 15 साल, आतिफ मोहम्मद पुत्र आरिफ मोहम्मद उम्र 14 साल मंगलवार दोपहर 2 बजे के लगभग कोतवाल बांध में नहाने गये थे। इस दौरान दोनों बालक गहरे पानी में चले जाने से डूब गये।   बांध के किनारे पर खड़े ग्रामीणों ने गांव काजीबसई में इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजन व स्थानीय गोताखोरों ने डूबे हुये दोनों बालकों की तलाश गहरे पानी में की। दोनों को गंभीर हालत में बाहर निकाला। मौके पर ही एक बालक की मृत्यु हो गई, लेकिन दूसरे बालक को मुरैना के निजी चिकित्सालय में लाया गया। यहां इलाज से पूर्व ही बालक ने दम तोड़ दिया। परिजन मृत बालक को लेकर काजीबसई पहुंच गये। घटना की सूचना ग्रामीणों ने थाना माताबसैया पुलिस को दी। इस पर थाना प्रभारी सहित पुलिस दल काजीबसई गांव पहुंच गया। यहां से दोनों मृत बालकों को पोस्टमार्टम के लिये मुरैना लाये जाने की तैयार की जा रही है। वहीं पुलिस अपनी कार्यवाही में जुटी हुई है।  

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भाेपाल । राजधानी भाेपाल में हमीदिया अस्पताल में हड़ताल पर बैठे आउटसोर्स कर्मचारियाें ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। अब बुधवार को दो महीने का वेतन और दिपावली से पहले बोनस मिलने के आश्वासन के बाद कर्मचारी काम पर वापस लौट आए हैं।     मंगलवार सुबह हमीदिया अस्पताल में अपनी कई मांगों को लेकर वार्ड बॉय ,सफाई कर्मी ,सुरक्षा गार्ड जैसे कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया हैं। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक तरफ मरीज के परिजनों को खुद व्हील चेयर, स्ट्रैचर धकाने पड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ टेक्नीशियन की हड़ताल के चलते लोगों को पर्चा बनवाने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि पिछले तीन माह से उनका वेतन नहीं मिला है, जिससे उनका घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। हमीदिया अस्पताल परिसर में हड़ताल पर बैठे बार्ड बॉय ने कहा कि हमें चार माह से वेतन नहीं मिला है। जिस विभाग में काम कर रहे हैं, उसी विभाग से पेमेंट दिया जाए। वार्डब्वाॅय , हाउस कीपिंग, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेटर किसी को भी वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।   सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एजाइल कंपनी को पिछले 6 महीने से जीएमसी द्वारा कोई पेमेंट नहीं किया गया है। इसके चलते कंपनी ने कर्मचारियों की सैलरी रोकी थी। एजाइल को जीएमसी के द्वारा करीब 12 करोड़ से अधिक की रकम अभी दी जानी थी। बताया जा रहा है कि फिलहाल शासन स्तर पर अभी 3 करोड़ रुपए की राशि कंपनी को दी जा रही है। जिसके बाद हडताली कर्मचारियों को बुधवार को 2 महीने की सैलरी और दिवाली से पहले बोनस दे दिया जाएगा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर में रविवार को बड़ा हादसा टल गया। यहां कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन संख्या 11842 के एक काेच में आग लग गई। आगजनी की घटना के बाद ट्रेन में अफरा-तफरी का माहौल हाे गया। इस दौरान घबराए यात्रियों ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी। ट्रेन को ईशानगर स्टेशन पर रोक दिया गया। यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों की सूझबूझ से आग पर काबू पा लिया। आगजनी के कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से रवाना हुई। इस आगजनी में कोई जनहानि नहीं हुई है। दरअसल कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही गाड़ी संख्या 11842 के डी-5 कोच में ईशानगर स्टेशन के समीप अचानक आग लग गई। कोच से धुआं निकलते देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई । आग को यात्रियों सहित स्‍टेशन मास्‍टर ने देख लिया था। ट्रेन में सवार यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया। ट्रेन के D5 कोच जनरल हाेने के कारण इसमें बड़ी संख्या में यात्री बैठे हुए थे। यात्रियों को ट्रेन से नीचे उतारा गया। इस घटना के बाद रेल कर्मचारियों ने तुरंत जांच कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। इसके बाद आग को बुझाया गया। बताया गया है कि मोटर की बेल्ट गर्म होने के कारण आग लग गई थी। करीब एक घंटे बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। हादसा रेलवे स्टेशन पर हुआ जिससे रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों की सूझबूझ से आग पर काबू पाया जा सका। अगर यह हादसा रास्ते में कहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। स्टेशन मास्टर आशीष यादव ने बताया कि जब ट्रेन चलनी शुरू हुई तो कोच पर नजर पड़ी। आग और धुआं देख ट्रेन को रोका गया। कोई जनहानि नहीं हुई है। अगर चलती ट्रेन में हादसा होता तो बड़ी घटना हो सकती थी। फिलहाल जांच चल रही है।            

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उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शनिवार को विजयादशमी (दशहरे) का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। परम्परा के मुताबिक शाम को नगर में भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई। इस दौरान अवंतिकानाथ ने नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जाना। इसके बाद भगवान महाकाल की सवारी दशहरा मैदान पहुंची। यहां कलेक्टर ने सवारी का पूजन किया। इसके बाद रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई। इसके बाद रावण दहन किया गया।   भगवान महाकाल वैसे तो वर्ष में कई बार अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए पुराने शहर में नगर भ्रमण पर निकलते हैं, लेकिन विजयदशमी (दशहरे) पर भगवान महाकाल की सवारी वर्ष में एक बार नए शहर में भी आई। जहां भक्तों ने भगवान का ऐसा भव्य स्वागत अभिनंदन किया कि इस दौरान चारों ओर जय श्री महाकाल की गूंज गुंजायमान हो गई। वर्षों से यह सवारी अपने परंपरागत मार्ग से होते हुए प्रत्येक वर्ष दशहरा मैदान पहुंचती है, जहां शमी के वृक्ष के पूजन अर्चन करने के बाद सवारी पुनः मंदिर की ओर लौट जाती है, लेकिन इस वर्ष सवारी के मार्ग में एक बड़ा बदलाव किया गया था।   दशहरे के अवसर पर भगवान महाकाल की सवारी महाकालेश्वर मंदिर से शाम चार बजे सभा मंडप में पूजन अर्चन के बाद नगर भ्रमण के लिए निकली। इस दौरान मंदिर के मुख्य द्वार पर सवारी को पुलिस के जवानों ने सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। इसके बाद सवारी महाकालेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मन्दिर, सराफा, सतीगेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुण्डा चौराहा से टॉवर के रास्ते शहीदपार्क, घास मंडी चौराहा, माधव नगर हॉस्पिटल, पुलिस कंट्रोल रूम, एल.आई.सी. ऑफिस, लीनन/रेमण्ड शो रूम के समीप वाली गली से दशहरा मैदान पहुंची। दशहरा मैदान पर शमी के वृक्ष का पूजन अर्चन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के द्वारा किया गया।   इसके बाद सवारी वापसी में दशहरा मैदान से श्रीगंगा होटल के समीप वाले मार्ग से देवास रोड के रास्ते, तीन बत्ती चौराहा, से माधव क्लब रोड होते हुए धन्नालाल की चाल से लोकनिर्माण विभाग कार्यालय के सम्मुख से फ्रीगंज ओवर ब्रिज के रास्ते संख्याराजे धर्मशाला, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा, इंदौर गेट, गदापुलिया, हरिफाटक ब्रिज, बेगमबाग से कोट मोहल्ला चौराहे के रास्ते पुनः श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची। पूरे रास्ते भर सवारी के आगे हाथी, घोड़े, बैंड, पुलिस टुकड़ी और भजन मंडलियां चल रही थीं। इस दौरान भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा।   नए शहर में बाबा महाकाल की सवारी के आगमन पर सामाजिक संगठन व व्यापारियों के साथ ही बड़ी संख्या में भक्तों ने बाबा महाकाल की सवारी का भव्य से भव्य स्वागत किया। यहां लगभग 200 से 300 मंचों से बाबा महाकाल की सवारी का स्वागत कर और प्रसादी का वितरण भी किया गया।  

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छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर में रविवार को बड़ा हादसा टल गया। यहां कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन संख्या 11842 के एक काेच में आग लग गई। आगजनी की घटना के बाद ट्रेन में अफरा-तफरी का माहौल हाे गया। इस दौरान घबराए यात्रियों ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी। ट्रेन को ईशानगर स्टेशन पर रोक दिया गया। यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों की सूझबूझ से आग पर काबू पा लिया। आगजनी के कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से रवाना हुई। इस आगजनी में कोई जनहानि नहीं हुई है। दरअसल कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही गाड़ी संख्या 11842 के डी-5 कोच में ईशानगर स्टेशन के समीप अचानक आग लग गई। कोच से धुआं निकलते देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई । आग को यात्रियों सहित स्‍टेशन मास्‍टर ने देख लिया था। ट्रेन में सवार यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया। ट्रेन के D5 कोच जनरल हाेने के कारण इसमें बड़ी संख्या में यात्री बैठे हुए थे। यात्रियों को ट्रेन से नीचे उतारा गया। इस घटना के बाद रेल कर्मचारियों ने तुरंत जांच कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। इसके बाद आग को बुझाया गया। बताया गया है कि मोटर की बेल्ट गर्म होने के कारण आग लग गई थी। करीब एक घंटे बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। हादसा रेलवे स्टेशन पर हुआ जिससे रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों की सूझबूझ से आग पर काबू पाया जा सका। अगर यह हादसा रास्ते में कहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। स्टेशन मास्टर आशीष यादव ने बताया कि जब ट्रेन चलनी शुरू हुई तो कोच पर नजर पड़ी। आग और धुआं देख ट्रेन को रोका गया। कोई जनहानि नहीं हुई है। अगर चलती ट्रेन में हादसा होता तो बड़ी घटना हो सकती थी। फिलहाल जांच चल रही है।            

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भोपाल । शहर के करोंद इलाके में निशातपुरा स्थित रतन कॉलोनी में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात बड़ा हादसा हो गया। यहां दुर्गा पंडाल में माइक का वायर सुधार रहे चार युवक हाइटेंशन लाइन की चपेट में आकर झुलस गए। चारों दुर्गा उत्सव समिति के सदस्य हैं। उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।   जानकारी के अनुसार, दुर्गा पंडाल में नवमीं के चलते देर रात तक धार्मिक कार्यक्रम चल रहे थे। इसी दौरान माइक बंद हो गया, जिसे सुधारने के लिए एक युवक पाइप के जरिए ऊपर चढ़ा था। यही से बिजली की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है, जिसकी चपेट में युवक आ गया। उसे बचाने के चक्कर में अन्य तीन को भी करंट की चपेट में आकर झुलस गए। झुलसे युवकों में माखन साहू (35), विपिन जाटव (17), दिनेश बिरजा (21) और रोहन जाटव (21) शामिल हैं।   हादसे की सूचना मिलते ही फायर फाइटर पंकज यादव और बिजली कंपनी की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद इलाके में बिजली की सप्लाई बंद की गई, ताकि कोई दूसरा तारों की चपेट में न आ जाए। फायर फाइटर यादव ने बताया कि झुलसे युवकों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 35 वर्षीय माखन साहू की हालत गंभीर बताई जा रही है।   स्थानीय निवासी बजरंग दल के जिला गौशाला संपर्क प्रमुख विनोद जौहरे ने बताया कि हादसे के बाद वे ही युवकों को लेकर सांई अस्पताल में लेकर गए थे। इस इलाके में हाईटेंशन लाइन जमीन से कुछ मीटर ही दूरी पर ही है। यहां 11केवीए लाइन भी घरों के ऊपर से गुजर रही है। इस वजह से पहले भी हादसे हो चुके हैं। हाईटेंशन लाइन को हटाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। बावजूद बिजली कंपनी ने अब तक शिफ्टिंग नहीं की है। इस वजह से यह हादसा हो गया।  

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ग्वालियर । शहर के झांसी रोड थाना क्षेत्र में शुक्रवार तड़के शीतला माता मंदिर से दर्शन कर लौट रहे पांच दोस्तों की तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि डिवाइडर से टकराने के बाद उसके तीन टुकड़े हो गए। हादसे में कार सवार पांच से तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।   पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शहर के विनय नगर, चंदन नगर, नदीपार टाल और थाटीपुर में रहने वाले पांच दोस्त संजय धाकड़ नामक युवक की कार में सवार होकर गुरुवार देर रात शीतला माता के दर्शन करने के लिए सातऊ की पहाड़िया पर गए थे। वहां, से वापसी के दौरान शुक्रवार सुबह ग्वालियर-झांसी हाइवे पर ग्राम सिथौली के पास यह हादसा हो गया। घटना की सूचना मिलने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कार की हालत देखकर पुलिस सहित अन्य सहम गए। कार के तीन टुकड़े हो चुके थे।   पुलिस के अनुसार, हादसे में तीन युवकों की मौत हुई है। मृतकों की पहचान संजय धाकड़ (24) और विवेक जोशी (22), ऋतिक मांझी (22) के रूप में हुई है। वहीं, अंकित और मोहिल नामक दो युवक घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में उपचार जारी है।  

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उज्जैन । शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर शुक्रवार सुबह पारंपरिक रूप से शासकीय नगर पूजा की गई। इस दौरान कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने चौबीसखंबा माता मंदिर पर देवी महामाया और महालय को मदिरा की धार चढ़ा कर आरती पूजन किया। पूजन के बाद मंदिर से दल के रूप में सदस्य हांडी से मदिरा की धार चढ़ाते हुए आगे बढ़े।   चौबीस खंबा मंदिर से सुबह शुरू हुई 27 किमी लम्बी नगर पूजा पैदल सम्पन्न होगी। परंपरागत 40 देवी,हनुमान, भैरव मंदिरों पर पूजन होगा। पूजा का समापन हांडीफोड़ भैरव मंदिर पर होगा। इसके बाद महाकाल मंदिर का ध्वज बदल जायेगा। इस दौरान नगर के तहसीलदार देवी, भैरव और हनुमान मंदिरों में पूजन करेगें। नगर पूजा कर माता से नगर की सुख-समृद्धि और प्राकृतिक प्रकोप से रक्षा की कामना की जाती है। वहीं घरों में भी कुल देवी का पूजन महाअष्टमी पर किया जाता है।

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आगरमालवा । नवरात्री के अवसर पर आज महानवमी के मौके पर आगरमालवा जिले के नलखेड़ा स्थित तांत्रिक स्थली विश्वप्रसिद्ध पीताम्बरा सिद्धपीठ मां बगलामुखी मंदिर पर देश भर के विभिन्न प्रान्तों से बड़ी संख्या में श्रृद्धालु भक्तजन पहुंचकर दर्शन लाभ लेकर हवन पूजन व अनुष्ठान कर रहे हैं।   उल्‍लेखनीय है कि यहां पिछले नौ दिनों से भंडारा भी चल रहा है, जिसमें प्रसादी के रूप में भोजन तथा व्रतधारी भक्तों के लिये फलाहारी का भी वितरण किया जा रहा है। वहीं जिला मुख्यालय स्थित तुलजा भवानी मंदिर, बीजानगरी की हरसिंद्धि माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों पर भी श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं। इसके साथ ही जिले में अनेक स्थानों पर चुनरी यात्राओं तथा कन्या भोजन के आयोजन भी हो रहे हैं।   

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राजगढ़ । शहर ब्यावरा थाना क्षेत्र में मातृछाया काॅम्पलेक्स के सामने युवक की पिटाई का मामला तूल पकड़ गया जिसने राजनीतिक रुप धारण कर लिया, जिसके बाद दोनों पक्ष के लोग थाना पहुंच गए,जहां एकत्रित भीड़ ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए देर रात हंगामा किया। हंगामा की खबर लगते ही जिले का पुलिसबल मौके पर पहुंच गया वहीं वरिष्ठ अफसरों की समझाइश पर मामले को शांत किया गया।       जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात झांकी देखकर लौट रहे मूंडला निवासी घनश्याम दांगी के साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर दी, जिससे वह घायल हो गया। युवक की पिटाई के मामले ने कुछ समय बाद ही तूल पकड़ लिया, जिस पर कांग्रेस के दो पूर्व विधायक व सैंकड़ों लोग युवक की पिटाई के समर्थन में थाना पहुंच गए जहां उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घेराव किया। पीड़ित युवक का कहना है कि पुरानी रंजिश को लेकर भाजपा के लोगों ने हाथ-घूंसों व चाकू से मारपीट की, जिससे सिर में गंभीर चोटें लगी। वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि युवक शराब के नशे में छेड़खानी कर रहा था जिसे रोका गया तो वह धक्का-मुक्की करने लगा साथ ही उसने चाकू निकाल लिया जिसमें बचाव करने के दौरान चोट भी लगी। थाना में दोनों पक्ष के लोग एकत्रित हो गए और काफी समय तक गरमागरमी का माहौल बना रहा। सूचना पर पहुंचे एएसपी आलोक शर्मा सहित अन्य वरिष्ठों ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत किया।

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जबलपुर । विजयादशमी के दिन होने जा रहे अंतर्राष्ट्रीय बजरंग दल के विशाल शस्त्र पूजन कार्यक्रम में प्रशासन पर आपत्ति लगाने का आरोप लगाया है । कन्हैया रामकृष्ण तिवारी राष्ट्रीय महामंत्री अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल ने एक पत्रकार वार्ता कर बताया कि प्रशासन की कमजोर व्यवस्था सामने आई है। उन्होंने कहा कि शस्त्र पूजन आयोजन की अनुमति के लिए 28 अगस्त 24 लगभग एक महीने पहले दिया हुआ था, परन्तु प्रशासनअब जब कार्यक्रम होना है तब जागा है। यह कार्यक्रम विजयादशमी पर होना है। प्रशासन की दलील है कि खम्बताल मार्केट के सामने आयोजित होने वाले शस्त्र पूजन कार्यक्रम का स्थान बदल दें या 11 शस्त्रों का ही पूजन करें।   प्रशासन कज इस बात को कार्यकर्ताओं ने नकार दिया है। उनका कहना है कि आयोजन को मात्र दो ही दिन बचे हैं तो आम हिन्दू तक संदेश पहुंचाना असंभव है। वहीं प्रशासन द्वारा इस आयोजन को निरस्त करने का कारण बताया जा रहा है कि उपरोक्त कार्यक्रम सदर जामा मस्जिद के सामने आयोजित होने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों का कार्यक्रम को लेकर विरोध होने की संभावना तथा प्रतिबंधित शस्त्रों के प्रदर्शन की संभावना है एवं सदर के मुख्य मार्ग पर आयोजित होना बताया है जिससे यातायात बाधित होने की संभावना व्यक्त की है क्योंकि उक्त मार्ग मुख्य मार्ग नहीं है यह तथ्य भी सारहीन है और उक्त कार्यक्रम में लाउडस्पीकर या अन्य माध्यमों से समुदाय विशेष या धर्म विरोधी आपत्तिजनक नारे शब्द या टिप्पणी करने की संभावना व्यक्त की है जो कि तथ्य हीन है। बजरंग दल का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के विरोध को लेकर इस भव्य आयोजन को निरस्त करने का मन जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन बना चुका है।   यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि प्रशासन मुस्लिम समुदाय के दबाव में आकर इस धार्मिक एवं पारंपरिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम को निरस्त किया जा रहा है जो कि हिन्दू समाज का अपमान है। पत्रकार वार्ता में उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि यही रवैया प्रशासन द्वारा अपनाया गया तो फिर अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल भी मांग करता है कि किसी भी मंदिर या हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों के आसपास से ना तो मोहर्रम में सवारी और ताजिया जुलूस नहीं निकलेगा और ना ही ईद में मंदिरों के आस पास कोई आयोजन होने देंगे। हिन्दुओं के देश में हिन्दू समाज हम हिन्दू अपना पारंपरिक,धार्मिक आयोजन नहीं कर सकते जो कि हमारे लिए शर्मनाक है। इस भव्य आयोजन को विशाल रूप प्रदान करने लगभग 40 दिनों से भरसक प्रयास किये जा रहे थे जिससे कार्यक्रम भव्य आयोजन बनें। और ऐन वक्त पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा इस तरह का तानाशाही रवैया अपनाया गया जो कि निंदनीय है जिसकी शिकायत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से भी की जाएगी। इस पत्रकार वार्ता में नीलू सोनकर, मुकेश विश्वकर्मा,एड राज विश्वकर्मा सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे ।  

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उज्जैन । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार काे भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए और भस्म आरती में शामिल हुए। क्रिकेटर मयंक अग्रवाल, प्रसिद्ध कृष्णा और विशाल विजयकुमार ने बाबा महाकाल के दर्शन कर उनकी पूजन अर्चना कर आशीर्वाद लिया।   भस्म आरती, महाकालेश्वर मंदिर की एक अनूठी और महत्वपूर्ण पूजा है, जिसे देखने के लिए भक्तों की बड़ी संख्या जुटती है। सुबह की इस आरती में शामिल होना एक विशेष अनुभव होता है और इसे भगवान शिव के प्रति श्रद्धा का एक अनमोल अवसर माना जाता है। भारतीय क्रिकेटरों ने इस आध्यात्मिक माहौल में भाग लेते हुए बाबा महाकाल के समक्ष पूजा-अर्चना की और देश व क्रिकेट के लिए आशीर्वाद मांगा। भस्म आरती के दाैरान तीनाें खिलाड़ी नंदी हाल में बाबा महाकाल की भक्ती में लीन दिखाई दिए।  

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ग्वालियर । नवदुर्गा महोत्सव पर रतनगढ़ माता मंदिर परिसर में आयोजित हो रहे मेले में ग्वालियर जिले से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए कलेक्टर रुचिका चौहान मंगलवार को रतनगढ़ पहुँचीं। उन्होंने माँ रतनगढ़ के मंदिर में पहुँचकर पूजा-अर्चना भी की।   कलेक्टर रुचिका चौहान ने इस दौरान एसडीएम ग्वालियर ग्रामीण सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्वालियर जिले की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए। साथ ही पार्किंग व सड़क आवागमन पर लगातार नजर रखें, जिससे जाम की स्थिति निर्मित न हो। उन्होंने मेला परिसर में ग्वालियर जिले की ओर श्रद्धालुओं के लिये जुटाई गईं स्वास्थ्य, पेयजल, पार्किंग इत्यादि जनसुविधाओं का निरीक्षण किया। इस अवसर पर एसडीएम ग्वालियर ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई के साथ ही माैसम का मिजाज बदलने लगा है। दिन में जहां धूप की वजह से उमस और गर्मी हो रही है, वहीं रात को हल्की ठंडक का अहसास होने लगा है। अगले हफ्ते तक ठंड दस्तक दे सकती हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले सप्ताह तक रात का तापमान गिरकर 20 डिग्री तक पहुंच सकता है। दिन के तापमान से फिलहाल राहत नहीं मिलेगी। आगामी 24 घंटे तक प्रदेश के सभी संभागों में मौसम शुष्क रहेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में जो सिस्टम बना हुआ था, वह कमजोर पड़ गया है। वर्तमान में हवा पश्चिमी-उत्तरी है, आर्द्रता भी कम होने लगी है और हवा का रुख भी बार-बार बदल रहा है। अधिकतर जिलों में बारिश थम चुकी है। मौसम शुष्क होता जा रहा है। यही वजह है कि रात का तापमान बढ़ नहीं रहा है। अगले सप्ताह तक प्रदेशवासियों को गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा। जबलपुर समेत बाकी के 21 जिलों में मानसून की विदाई लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन ने रोक दी है। इसकी वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश हो रही है जबकि पश्चिमी हिस्से में तेज धूप निकल रही है। ठंड का असर उन जिलों में देखने को मिलेगा जहां से मानसून पहले ही विदा हो चुका है। दीपावली तक राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश में ठंड के दस्तक देने की संभावना है।   वहीं, जबलपुर समेत के 21 जिलों में मानसून की विदाई लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन ने रोक दी है। इसकी वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश हो रही है जबकि पश्चिमी हिस्से में तेज धूप निकल रही है। प्रदेश में आज मंगलवार को बने सिस्टम से ग्वालियर, छिंदवाड़ा, खरगोन, बड़वानी, सीधी, सिंगरौली, सिवनी, अनूपपुर और बालाघाट में बारिश होने की संभावना है। इस बारिश से मौसम में ठंडक बढ़ेगी।   इससे पहले सोमवार को प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का असर रहा। ग्वालियर में 35.6 डिग्री सेल्सियस, गुना में 35.4 डिग्री, रतलाम में 35 डिग्री और नौगांव में 35.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल में पारा 33.1 डिग्री, इंदौर में 33.8 डिग्री, उज्जैन में 34.5 डिग्री और जबलपुर में 32.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इस दिन कहीं भी बारिश नहीं हुई लेकिन पूर्वी हिस्से में बादल छाए रहे।  

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उज्जैन । फिल्म "12वीं फेल" फेम अभिनेत्री मेधा शंकर और क्रिकेटर यश ठाकुर रविवार सुबह उज्जैन पहुंचे और विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के दर्शन किए। वे भगवान महाकाल की भस्म आरती में भी शामिल हुए। उन्होंने भगवान का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद लिया। दोनों ने करीब दो घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर भगवान महाकाल की आराधना की।   महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जुनवाल ने बताया कि रविवार सुबह भगवान महाकाल के दरबार में प्रसिद्ध अभिनेत्री मेधा शंकर पहुंचीं, जहां उन्होंने नंदी हॉल से बैठकर भस्म आरती का दर्शन किया। अभिनेत्री मेधा शंकर के साथ ही क्रिकेटर यश ठाकुर भी बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे। उन्होंने भी बाबा महाकाल का पूजन अभिषेक कर दर्शन किए। वह पहली बार भस्म आरती में शामिल हुए हैं।   गाैरतलब है कि फिल्म "12वीं फेल" में अपने अभिनय के दम पर रातों-रात स्टार बनी मेधा शंकर ने अपने अभिनय की शुरुआत ब्रिटिश मिनीसीरीज "बीचम हाउस" से की और उसके बाद हिंदी फिल्म "शादी स्थान" और सीरीज़ "दिल बेकरार" में सहायक भूमिकाएं निभाईं। उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भगवान महाकाल की भस्म आरती में पहली बार आई हूं। भस्म आरती के दौरान अच्छा लगा, एक अलग ही अनुभव रहा है। भस्म आरती देखने के बाद उन्होंने चांदी द्वार से बाबा महाकाल का पूजन किया और वहीं माथा टेका।   क्रिकेटर यश ठाकुर ने कहा कि वे भी पहली बार भस्म आरती के दर्शन करने आए हैं। भगवान महाकाल से कामना की है कि जल्द ही भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होकर भारत के लिए खेलें। क्रिकेटर यश ठाकुर आईपीएल 2024 में पांच विकेट लेने वाले सातवें भारतीय अनकैप्ड बने थे। इसके पहले वे विजय हजारे ट्राफी, रणजी ट्राफी और सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के लिए भी खेल चुके हैं।    

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ग्वालियर । भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैच की टी-20 श्रृंखला का पहला मुकाबला आज (रविवार) ग्वालियर में खेला जाएगा। यह मैच शाम सात बजे से श्रीमंत माधवराव सिंधिया स्टेडियम में शुरू होगा। ग्वालियर में 14 साल बाद कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच होने जा रहा है। इससे पहले यहां 1988 से 2010 तक 12 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले गए हैं, जिनमें से आठ बार भारतीय टीम को जीत हासिल हुई। ये सभी मैच शहर के पुराने कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में खेले गए थे। वनडे का पहला दोहरा शतक भी यहीं लगा था। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 24 फरवरी, 2010 को कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह शतक लगाया था।   इस दौरान ग्वालियर को क्रिकेट मैच आयोजन के मौके मिले, लेकिन स्टेडियम में खामियों के चलते इन्हें इंदौर शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद नौ साल पहले ग्वालियर के शंकरपुर में नये स्टेडियम की नींव रखी गई थी। इसी साल यह श्रीमंत माधवराव सिंधिया स्टेडियम बनकर तैयार हुआ और हाल ही में इसका लोकार्पण हुआ है। शहर से 15 किलोमीटर दूर बने इस मैदान पर रविवार को पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जा रहा है। इसकी दर्शक क्षमता करीब 30 हजार है। यहां सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। यहां शाम चार बजे दर्शकों को मैदान में प्रवेश शुरू हो जाएगा। दर्शक स्टेडियम के अंदर मोबाइल ले जा सकेंगे। पानी बोटल, हैंड बैग, फूड, सिगरेट, माचिस, गैस लाइटर, गुटखा, धारदार चीज ले जाने की मनाही है।   ग्वालियर के इस स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल मानी जा रही है। यहां तीन दिन तक दोनों टीमों ने अभ्यास किया है। पिच क्यूरेटर मनोहर जामले ने बताया कि लगातार बारिश के बाद भी पिच में नमी संतुलित रखी गई है। टी-20 फॉर्मेट के अनुकूल पिच पर दर्शकों को चौके-छक्के देखने को मिलेंगे। हालांकि, शुरुआती ओवरों में गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। शनिवार की रात केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मैदान का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया है।   इधर, ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने भारत-बांग्लादेश टी-20 क्रिकेट मैच के टिकट ब्लैक करते हुए तीन युवकों को पकड़ा है। मुखबिर की सूचना पर शनिवार देर रात पकड़े गए युवकों से 11 हजार रुपये से अधिक कीमत के आठ टिकट बरामद हुए हैं। आरोपित दोगुनी कीमत पर टिकट ब्लैक कर रहे थे। फिलहाल क्राइम ब्रांच ने पकड़े गए युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ कर रही है।  

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भोपाल । दुर्गा उत्सव 2024 के दौरान भोपाल जिले में होने वाले गरबा, डांडिया और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। इन आदेशों का पालन करना आयोजन समितियों के लिए अनिवार्य है, अन्यथा कानूनी कार्यवाही की जाएगी।    शनिवार देर शाम जारी किए गए आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि सभी आयोजन समितियों को आयोजन स्थल पर प्रवेश के लिए पहचान पत्र की अनिवार्यता रखनी होगी। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था और अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता भी अनिवार्य होगी। आदेश में कहा गया है कि गरबा, डांडिया समेत अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम की आयोजन समिति किसी भी व्यक्ति को उनके बगैर पहचान पत्र के सत्यापन के आयोजन स्थल पर प्रवेश नहीं दी जाए।  साथ ही यह भी कहा गया है कि कार्यक्रम स्थल पर आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था रखना अनिवार्य होगा। कोई भी व्यक्ति कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह की संदिग्ध, आपत्तिजनक वस्तु, धारदार हथियार नहीं ले जा सकेगा। न ही उसका प्रयोग व प्रदर्शन कर सकेगा। आयोजन समिति विद्युत सुरक्षा से संबंधित सभी कार्य कराया जाना सुनिश्चित करें। इसका प्रमाण-पत्र विद्युत विभाग से लिया जाना अनिवार्य होगा।   आयोजन समितियों को इन व्यवस्थाओं का पालन करना होगा - प्रवेश व्यवस्था: किसी भी व्यक्ति को बिना पहचान पत्र के आयोजन स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। - सीसीटीवी कैमरे: आयोजन स्थल पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी होनी चाहिए। - अग्नि सुरक्षा: पंडालों में अग्निशमन यंत्रों की पर्याप्त व्यवस्था के साथ फायर सेफ्टी नियमों का पालन किया जाना आवश्यक है। - प्राथमिक चिकित्सा: आयोजन स्थल पर प्राथमिक चिकित्सा की सुविधाएं अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। - संदिग्ध वस्तुओं की रोकथाम: आयोजन स्थल पर संदिग्ध वस्तुएं या धारदार हथियार लाने और प्रदर्शित करने की सख्त मनाही होगी। - विद्युत सुरक्षा: आयोजन स्थल की विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है।   विभागों को दी अलग-अलग जिम्मेदारी  - कलेक्टर ने संबंधित विभागों को दुर्गा उत्सव के दौरान आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में भी निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें पुलिस आयुक्त, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों को विभिन्न सुरक्षा और व्यवस्थाओं के पालन की जिम्मेदारी दी गई है। कलेक्टर ने आदेशित किया है कि सभी विभाग आपसी समन्वय से काम करें ताकि दुर्गा उत्सव 2024 का आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।   पुलिस आयुक्त- उत्सव के दौरान कानून व्यवस्था और सुरक्षा का समुचित प्रबंध किया जाएगा। नगर निगम - साफ-सफाई, विसर्जन घाटों पर गोताखोरों और अग्निशमन वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग- अस्पतालों और आयोजन स्थलों पर आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं के लिए डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी सुनिश्चित की जाएगी। विद्यतु कंपनी- विसर्जन घाटों और चल समारोह के मार्गों में विद्युत व्यवस्थाके इंतजाम।     

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शिवपुरी । शिवपुरी जिले में रबी सीजन की बुवाई का काम शुरू हो चुका है। इस बीच खाद की कमी से किसान परेशान हैं। शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील में तो किसान खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगे देखे गए। यहां पर महिला किसान भी खाद के लिए लाइन में लगी देखी गईं। इस केंद्र पर अव्यवस्था का आलम यह रहा कि एक दूसरे पर किसान लाइन में ऊपर नीचे लदे देखे गए। वहीं दूसरी ओर शिवपुरी जिला मुख्यालय पर तो लुधावली स्थित खाद गोदाम पर कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा एक किसान की मारपीट किए जाने का मामला भी सामने आया है। यहां पर खाद केंद्र पर खाद लेने के लिए आए किसान के साथ तीन पुलिस कर्मियों ने मारपीट कर दी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।    मुख्यालय पर खाद गोदाम पर पुरुष किसानों के अलावा महिलाएं भी लाइन में लगी देखी गई। यहां पर महिला किसानों ने बताया कि वह रात से ही खाद वितरण केंद्र पर आ जाती हैं लेकिन खाद नहीं मिल रहा है। इस केंद्र पर किसानों के बीच धक्का मुक्की भी देखी गई। पोहरी में खाद न मिलने के बाद कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाइश दी कि जिले में खाद की कमी नहीं हैं और व्यस्थाएं बनाए रखें।   पोहरी से कांग्रेस विधायक ने जताई नाराजगी- पोहरी में खाद के लिए परेशान किसानों को लेकर कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह ने एक वीडियो जारी कर जिला प्रशासन से खाद की आपूर्ति समय पर करने की मांग की। कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह ने आरोप लगाए कि जिला प्रशासन की लापरवाही की बजाए से खाद न मिलने से किसान परेशान हैं।  

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इंदौर । इंदाैर के कपड़ा मार्केट स्थित एक दुकान में शनिवार सुबह अचानक भीषण आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर तीन फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची। आग लगने से पूरे इलाके में हडकंप मच गया, क्योंकि जिस मार्केट में आग लगी वहां कपड़े के कई बड़े गोदाम है। करीब दाे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दाैरान दुकान में रखा पूरा सामान जलकर खाक हाे गया। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।       जानकारी अनुसार क्लाथ मार्केट स्थित एमटी क्लॉथ नाम की जिस दुकान में आग लगी वह पंकज जवाहर सोमानी की है। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे दुकान की तीसरी और चौथी मंजिल में अचानक आग लग गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। फायर ब्रिगेड कंट्रोल रूम काे सूचना मिलते ही 3 फायर फाइटर सहित पानी के टैंकर आग बुझाने के लिए मौके पर भेजे गए। संकरी गली और एक ही रास्ता होने से उन्हें अंदर पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। आग दूसरी मंजिल स्थित कपड़ा दुकान में लगी थी। उसने दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल को भी चपेट में ले लिया था। घटना में दुकान के अंदर रखा सामान जलकर खाक हो गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। आग सुबह के समय लगी थी। सुबह ट्रैफिक का कम दबाव रहता है। ऐसे में फायर ब्रिगेड और पानी के टैंकरों को मौके तक पहुंचने में परेशानी नहीं आई। घटना यदि दिन में या देर शाम होती तो आग पर काबू पाना और भी चुनौतीपूर्ण रहता। जहां आग लगी उसके आसपास कई कपड़ों के गोदाम और दुकानें हैं। समय रहते यदि आग पर काबू नहीं पाया जाता तो वो दूसरी दुकानों को भी चपेट में ले लेती। आग लगने की सूचना पर आसपास के व्यापारी भी मौके पर पहुंच गए थे।    

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सतना । मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी मैहर में नवरात्रि मेले में शनिवार को एक अद्वितीय देशभक्ति का आयोजन हुआ, जिसमें 12 हजार से अधिक स्कूली विद्यार्थियों ने सामूहिक राष्ट्रगान गाकर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया। इस दौरान धर्म और भक्ति की बयार के बीच मां शारदा की नगरी देश भक्ति के रंग में भी डूबी नजर आई। पूरा मैहर जन-गण-मन से गूंज उठा।   दरअसल, शनिवार को मैहर का गौरव दिवस मना जा रहा है। इस अवसर पर यहां उस्ताद अलाउद्दीन खां स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें जिले के 12 हजार से अधिक स्कूली विद्यार्थियों ने एकत्रित होकर सामूहिक राष्ट्रगान किया। इतनी बड़ी संख्या में एकत्र होकर एक साथ सामूहिक तौर पर राष्ट्र गान का गायन कर इन विद्यार्थियों ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में मैहर गौरव दिवस के इस आयोजन और तारीख को रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज करा दिया। इस कार्यक्रम में जिले की प्रभारी मंत्री राधा सिंह ने भी सहभागिता की। वे इसके लिए आज सुबह ही विशेष तौर पर मैहर पहुंचीं। राष्ट्रगान के बाद माता शारदा के भजन भी गाए गए। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे कैबिनेट बैठक के लिए रवाना हो गईं।   सामूहिक राष्ट्रगान में मैहर जिले के 34 स्कूलों के 12 हजार 435 विद्यार्थी शामिल हुए। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी देश भक्ति के इस आयोजन में हिस्सा लिया। राष्ट्रगान के बाद माता शारदा के भजन गाए गए और शानदार आतिशबाजी भी की गई। इस कार्यक्रम ने मैहर को न केवल धार्मिक नगरी के रूप में बल्कि देशभक्ति से जुड़े एक अनूठे रिकॉर्ड के लिए भी जाना जाने वाला स्थान बना दिया।   मैहर कलेक्टर रानी बाटड ने बताया कि जिले के गौरव दिवस पर स्टेडियम ग्राउंड में 10 हजार से अधिक संख्या में छात्र-छात्राओं और मैहर जिले के नागरिकों द्वारा सामूहिक राष्ट्रगान के गायन किया। यह कार्यक्रम एशिया बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इस मौके पर उन्हें एशिया बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड की एक प्रति सौंपी गई।    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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रीवा । रीवा के चार तीर्थयात्री प्रदेश के अन्य तीर्थयात्रियों के साथ नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के लिए गए थे। जिला प्रशासन के प्रयासों से गुरुवार को चारों तीर्थयात्री अपने घर पहुंच गए हैं। परिजनों के बीच पहुंचकर यात्रियों ने संतोष की सांस ली।       जनसम्पर्क अधिकारी उमेश तिवारी ने बताया कि तीन दिन पूर्व भूस्खलन की घटना में मध्य प्रदेश के 23 यात्रियों का पूरा दल नेपाल में फंस गया था। इसमें जबलपुर, डिण्डौरी तथा अन्य जिलों के यात्रियों के साथ रीवा के चार तीर्थयात्री शामिल थे। इनमें रीवा शहर के बेलौहन टोला निवासी एक ही परिवार के देवराज पटेल, उनकी पत्नी श्यामकली पटेल, उनकी पुत्री लक्ष्मी पटेल तथा पुत्र यशराज पटेल शामिल थे। भारत सरकार तथा मध्यप्रदेश सरकार ने लगातार प्रयास करके नेपाल सरकार के सहयोग से इन यात्रियों को संकट से सुरक्षित निकाला। सभी यात्री मंदिर के समीप धर्मशाला में ठहराए गए।       कलेक्टर प्रतिभा पाल ने इन यात्रियों से मोबाइल फोन पर संपर्क किया। यात्रियों को दो अक्टूबर को सड़क मार्ग से नेपाल से गोरखपुर पहुंचाया गया। नायब तहसीलदार रायपुर कर्चुलियान सुमित गुप्ता को विशेष वाहन से यात्रियों को रीवा लेकर आने के लिए भेजा गया। नायब तहसीलदार गुप्ता गुरुवार को सभी यात्रियों को लेकर रीवा पहुंचे। इन यात्रियों को नगर निगम के वार्ड नम्बर 26 नमो नगर बेलौहन टोला में उनके घर पहुंचाया गया। उन्होंने संकट में प्रशासन द्वारा की गई मदद और रीवा तक पहुंचाने के लिए की गई व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तथा प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।    

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रतलाम । मध्य प्रदेश रतलाम रेल मंडल अंतर्गत रतलाम- नागदा रेल मार्ग पर गुरुवार की रात डीजल से भरे एक मालगाड़ी के दो टैंकर बेपटरी हो गए। इसमें एक टैंकर आधा पलटी खा गया। हादसे की सूचना मिलते ही रतलाम रेल मंडल के अधिकारी और दुर्घटना रिलीफ ट्रेन मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। घटनास्थल पर माइक से अनाउसमेंट कर लोगों को आगाह किया जा रहा है कि कोई आसपास बीड़ी- सिगरेट न पिए, मालगाड़ी से दूर रहें।   जानकारी के मुताबिक, डीजल से भरी मालगाड़ी बड़ौदा की ओर से बकनिया भौरी स्टेशन जा रही थी। रात करीब साढ़े 10 बजे मालगाड़ी रतलाम रेलवे स्टेशन से एक किमी दूर घटला ब्रिज के करीब गुजर रही थी, उसी समय यह हादसा हो गया। मौके पर रेलवे के अधिकारी और टीम मालगाड़ी के टैंकर को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। घटना के कारण डाउन लाइन प्रभावित हुई है।  

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रतलाम । रतलाम में शहर काजी  अहमद अली ने मुसलमानों से गरबा कार्यक्रम में न जाने की अपील की है। उन्होंने गुरुवार को फेसबुक और वाट्सएप पर गुजारशी पत्र जारी किया है। उन्होंने अपील में उल्लेख किया है कि वक्त व हालात को मद्देनजर रखते हुए मुस्लिम समाजजन नवरात्रि पर्व में मेले में या गरबा देखने न जाएं।   दरअसल, इस बार नवरात्रि मेले में दुकान लगाने वालों और गरबा देखने वालों को लेकर हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों एक गाइडलाइन जारी की है। उनका कहना है कि वह गरबा पंडाल में आने वाले लोगों का आधार कार्ड देखेंगे। उन्होंने गैर हिंदुओं को गरबा पंडाल में न आने की सलाह दी है।    शहर काजी अहमद अली ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं इस तरह की सोच का व्यक्ति नहीं हूं। मैं हमेशा हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई सब की बात करता हूं। सोशल मीडिया पर बयान आ रहे हैं कि गरबे में मुसलमान आएंगे, तो हम उनको मारेंगे। यह बयानबाजी गलत है। मैंने सीएसपी को भी वीडियो भेजा कि यह किस तरह की बात हो रही है। उसके बाद मैंने तय किया कि मैं अपने लोगों को ही घर में बैठने के लिए कहूं।

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भोपाल । राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने विक्रम विश्‍वविद्यालय, उज्जैन के कुलगुरू के पद पर प्रो. अर्पण भारद्वाज को नियुक्त किया है। प्रो. भारद्वाज वर्तमान में माधव-विज्ञान महाविद्यालय उज्जैन में प्रभारी प्रचार्य हैं। इस संबंध में गुरुवार को आदेश जारी किया गया है।   जारी आदेश के अनुसार प्रो. भारद्वाज का कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की कालावधि अथवा 70 वर्ष की आयु (जो भी पूर्वतर हो) तक होगा। बता दें कि सालभर पहले उन्हें उच्च शिक्षा विभाग का अतिरिक्त संचालक भी बनाया गया था। उन्हीं के अथक प्रयासों के कारण साल 2022 में माधव विज्ञान महाविद्यालय को नेक से ए- प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त हुई थी। 1989 में उन्होंने बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर महाविद्यालय में नियुक्ति पाई थी।

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उमरिया । जिले के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा कोर जोन अंतर्गत आने वाले ग्राम कोठिया निवासी 55 वर्षीय किसान राम कुमार सिंह गोंड को जंगली हाथियों के झुंड ने मचान पर सो रहे किसान पर हमला कर दिया जिससे किसान घायल हो गया और किसी तरह अपनी जान बचा पाया, इसके बाद पड़ोस के खेतों में रखवाली कर रहे किसान पनपथा वन अमले को सूचना दी तब वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर घायल किसान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में भर्ती करवाई।     पतौर रेंजर अर्पित मेराल ने बताया कि बुधवार देर रात लगभग 2 बजे की घटना है, जैसे ही वन विभाग को सूचना मिली तत्काल पनपथा स्टाफ मौके पर पहुंच कर घायल किसान को अस्पताल पहुंचाया और तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 5 सौ रुपये नगद घायल के परिजन को दिया गया है और आगे शासन के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।      

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में मानसून अब अपनी विदाई की ओर बढ़ रहा है। पिछले 3 दिनों से बारिश का सिलसिला थम चुका है। बुधवार को मौसम विभाग ने ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर से मानसून के लौटने की घोषणा कर दी है। आज गुरुवार को उज्जैन संभाग के कुछ जिलों से मानसून विदा हो सकता है। सबसे आखिरी में जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग से विदाई होगी।   मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि 4 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) सक्रिय हो रहा है। इस वजह से राज्य के पूर्वी हिस्से से विदाई देरी से होगी। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे यानी गुरुवार को बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति रह सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के बाकी के जिलों में तेज धूप खिलेगी।   गौरतलब है कि मध्‍य प्रदेश में 21 जून को मानसून ने दस्‍तक दी थी। इस साल बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे रहा है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां 60.6 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। सिवनी में 56.8 इंच पानी गिरा है। श्योपुर, निवाड़ी और राजगढ़ में 52 इंच से अधिक बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में भोपाल, सागर, आलीराजपुर, डिंडौरी और छिंदवाड़ा शामिल हैं। हालांकि, पिछले 2 दिन से कहीं भी बारिश नहीं हुई है।   वहीं, बुधवार को ग्वालियर और चंबल संभाग से मानसून की विदाई होने के साथ प्रदेश के कई जिलों में गर्मी का असर बढ़ गया। ग्वालियर और खजुराहो में पारा 36.6 डिग्री तो टीकमगढ़ में 36 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल, गुना, रतलाम, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, रीवा में पारा 35 डिग्री के पार रहा। इंदौर में 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, ठंड की दस्तक होने तक दिन गर्म और रातें ठंडी रहेंगी। 20 अक्टूबर से रात में सर्दी बढ़ेगी।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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खरगोन । जिले के बलवाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुंडिया में बुधवार को संजा माता का विसर्जन करने के दौरान तीन बच्चियों की चौरल नदी में डूब गई। इनमें दो सगी बहनें हैं। तीनों बालिकाओं को पुलिसकर्मियों ने बाहर निकालकर बलवाड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीनों बालिकाओं के शव को बडवाह सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए ले गए हैं।   जानकारी के अनुसार, बुधवार को सुबह 11 बजे ग्राम कुंडिया की बालिकाएं श्राद्ध पर्व समापन के बाद संझा माता की फुल-पाती का विसर्जन करने के लिए समीप ही चोरल नदी पर गई थी। इस दौरान एक बालिका का पैर फिसला, जिसके बाद एक दूसरे को बचाने में चार बालिकाएं नदी में डूबने लगी। एक बालिका को स्थानीय लोगों ने बचा लिया, लेकिन दो सगी बहन मीनाक्षी पुत्री मनोज (12) व अंशिका पुत्री मनोज (10) के साथ करिश्मा पुत्री विनोद (14) डूब गई। तीनों करोदिया गांव की रहने वाली थी। बालिकाओं के शव को बाहर निकालकर उन्हें बलवाड़ा अस्पताल ले गए। यहां डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद ग्राम कुंडिया व बलवाडा में मातम पसर गया।

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उज्जैन/भोपाल । मध्य प्रदेश के कुछ रेलवे स्टेशनों और उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बुधवार को बताया कि मीडिया के जरिए सूचना मिली है। हम सतर्कता बरत रहे हैं। राजस्थान पुलिस से संपर्क कर कार्रवाई की जाएगी। महाकाल मंदिर के आसपास पुलिस ने डॉग स्क्वायड के साथ सर्चिंग शुरू कर दी है।       गौरतलब है कि यह धमकी भरा पत्र राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के अधीक्षक को मिला था। स्टेशन अधीक्षक ने पत्र खोला तो गोल मुहर में पोस्ट ऑफिस कोड 14440 और पंजाबी में कुछ लिखा मिला। पत्र पर हनुमानगढ़ पोस्ट ऑफिस की 30 सितंबर की मुहर है। लिफाफे के अंदर पुराना लाइनदार कागज मिला है, जिसमें दो नवम्बर को महाकालेश्वर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। साथ ही जयपुर, उदयपुर, बूंदी, कोटा, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और गंगानगर रेलवे स्टेशनों को बम 30 अक्टूबर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। पत्र में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लिखा है। यह पत्र डाक के जरिए भेजा गया है। स्टेशन मास्टर ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने स्टेशन पहुंचकर पत्र की जांच की और इसकी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को दी। पत्र मिलने के बाद पुलिस अलर्ट हो गई और सुरक्षा जांच कड़ी कर दी गई है।       पत्र में लिखा है, " हे खुदा मुझे माफ कर, जम्मू-कश्मीर में मारे जा रहे हमारे जिहादियों की मौत का बदला जरूर लेंगे। हम ठीक 30 अक्टूबर को जयपुर, जोधपुर, अलवर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, बूंदी, उदयपुर, बीकानेर, जयपुर मंडल, मध्य प्रदेश के भी रेलवे स्टेशन, 2 नवम्बर को उज्जैन महाकाल मंदिर, जयपुर के कई धार्मिक स्थानों, रेलवे स्टेशन और सैन्य अड्डों को बम से उड़ा देंगे। राजस्थान और मध्य प्रदेश को खून से रंग देंगे। जैश-ए-मोहम्मद, खुदा हाफिज।"       धमकी भरा पत्र मिलने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है। महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया गया है। महाकाल मंदिर के आसपास पुलिस ने डॉग स्क्वायड के साथ सर्चिंग शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि मीडिया के जरिए सूचना मिली है, लेकिन हम सतर्कता बरत रहे हैं। स्थानीय पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां रेलवे स्टेशन पर पहुंचीं और तलाशी लीं। धमकी वाला पत्र भेजे जाने के संबंध में रेलवे पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और पत्र भेजने वाले का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।

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जबलपुर । अश्विन माघ के प्रथम पक्ष में 15 दिवसीय एक पखवाड़ा जो की पितरों को समर्पित रहता है का आज उनकी विदाई के साथ समापन हो गया। बड़ी संख्या में लोगों ने मां नर्मदा के घाटों पर जाकर अपने पूर्वजों के तर्पण हेतु विधिवत पूजा कर पितरों को विदाई दी।   अमावस्या के अवसर पर आज सुबह ब्रह्म मुहूर्त से ही लोग भेड़ाघाट,तिलवारा घाट, गौरी घाट, सिद्ध घाट सहित मां नर्मदा के विभिन्न घाटों पर पहुंच गए थे। इन घाटों पर भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था रखी थी। यातायात सुगम रहे इसके लिए बड़े वाहनों का प्रवेश बंद किया गया था। पितृ मोक्ष अमावस्या के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रकृति संत भैया जी सरकार ने त्रिशूल भेद में स्वयं अपने शिष्यों सहित मां नर्मदा का पूजन किया एवं जनकल्याण की कामना की।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्य प्रदेश में मानसून ब्रेक के कारण बीते तीन माह से बंद सभी नेशनल पार्क आज (एक एक्टूबर) से पर्यटकों के लिए खुल गए हैं। लोग अब इन नेशनल पार्कों में न केवल छुट्टियों का लुत्फ उठा सकेंगे, बल्कि यहां बाघो के दीदार भी कर सकेंगे। पर्यटकों के स्वागत के लिए सभी पार्कों में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर ली गई हैं।       मध्य प्रदेश में कुल छह टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क हैं। इनमें कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना, पेंच, सतपुड़ा और संजय डुबरी शामिल हैं। बरसात के मौसम में एक जुलाई से 30 सितंबर तक इन नेशनल पार्कों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाता है। दरअसल, मानसूनी मौसम में वन्य जीवों में मैटिंग काल व बारिश से नदी नालों झरनों से वन पथ खराब होने की भी आशंका रहती है। ऐसे में कोई अनहोनी या अप्रिय घटना भी घटित हो सकती है। इसे देखते हुए राज्य सरकार द्वारा सभी अभ्यारण्य व टाइगर रिजर्व को बंद रखा जाता है।       अब तीन माह के बाद टाइगर रिजर्व फिर से पर्यटकों के खुल गए हैं, तो लोग एक बार फिर यहां घूम-फिर सकेंगे और पार्कों के अंदर यानी कोर एरिया में जाकर करीब से टाइगर्स का दीदार कर सकेंगे। पर्यटकों को टाइगर रिजर्व की सैर करने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था की गई है, जो महीनेभर पहले ही ओपन कर दी गई थी। इन पार्कों में दशहरा और दीपावली की छुट्टियों में पर्यटकों के भारी संख्या में आने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि सभी छह टाइगर रिजर्व 10 अक्टूबर तक बुक हो चुके हैं, लेकिन दीपावली के आसपास की बुकिंग अभी खाली है। ऐसे में पर्यटक इस दौरान छुट्टियों का मजा भी उठा सकेंगे।       गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र मौजूद है। प्रदेश के टाइगर रिजर्व में देश के सबसे ज्यादा 785 टाइगर मौजूद हैं। प्रदेश में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 से ज्यादा हो गई है। बांधवगढ़ में 165, कान्हा टाइगर रिजर्व में 129, पेंच टाइगर रिजर्व में 123, पन्ना टाइगर रिजर्व में 64, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 62 और संजय डुबरी नेशनल पार्क में 20 से ज्यादा टाइगर्स मौजूद हैं। यही वजह है कि यहां बाघों का दीदार आसानी से हो जाता है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का राजा भोज एयरपोर्ट मंगलवार से 24 घंटे संचालित होगा। यानी यह एयरपोर्ट रात में भी खुला रहेगा और अब यहां रात में भी विमान आ-जा सकेंगे। एयरपोर्ट प्रशासन ने 24 घंटे एयरपोर्ट शुरू करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।       अबतक भोपाल एयरपोर्ट सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है। रात 11 बजे एयरपोर्ट पूरी तरह बंद कर दिया जाता है। मध्य प्रदेश में अभी सिर्फ इंदौर एयरपोर्ट में ही रात में संचालन होता है। एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि नाइट में एयरपोर्ट का संचालन होने से फ्लाइट की संख्या के साथ यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होगा।       राजा भोज एयरपोर्ट के डायरेक्टर रामजी अवस्थी का कहना है कि आज से एयरपोर्ट 24 घंटे खुला रहेगा। अब यहां रात में भी सभी सुविधाएं मिलेंगी। हमने पूरी तैयारी कर ली है। इसका फायदा मेडिकल इमरजेंसी वाले मरीजों को मिलेगा। साथ ही यहां पर अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट शुरू होने की संभावना भी बढ़ जाएगी।       उन्होंने बताया कि अभी एयरपोर्ट से 32 फ्लाइट का संचालन होता है। नाइट आपरेशन से इनकी संख्या अब 50 पार होने की संभावना है। इंडिगो विंटर शेड्यूल में गोवा और पुणे के लिए भोपाल एयरपोर्ट से सीधी फ्लाइट का संचालन शुरू करेगी। इसके बाद अगले साल जनवरी से एयर इंडिया एक्सप्रेस बेंगलुरु, पुणे और हैदाराबाद के लिए फ्लाइट शुरू करने की तैयारी में है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । देशभर में गुरुवार, 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का पर्व शुरू हाे जाएगा। इससे पहले बुधवार, 02 अक्‍टूबर को भारतीय समयानुसार रात्रि लगभग 9 बजकर 13 मिनट से सूर्यग्रहण की घटना होने जा रही है। रात्रि में यह खगोलीय घटना होने के कारण इस ग्रहण को भारत में तो नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन अर्जेन्‍टीना एवं चिली में इसे एन्‍यूलर या वलयाकार ग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। वहीं फिजी, उरुग्‍वे, ब्राज़ील पेरू आदि देशों में पार्शियल या आंशिक सूर्यग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण रात्रि 3 बजकर 17 मिनट पर समाप्‍त हो जाएगा।       नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को ग्रहण की वैज्ञानिक जानकारी देते हुए कि इस खगोलीय घटना में पृथ्‍वी और सूर्य के बीच चंद्रमा के पहुंच जाने से कुछ देशों में सूर्य डिस्‍क का कुछ भाग दिखाई देना बंद हो जाएगा। इससे इन स्‍थानों पर वलयाकार ग्रहण तो कुछ स्‍थानों पर आंशिक ग्रहण दिखेगा। उन्होंने बताया कि एक गणितीय अनुमान के अनुसार इस ग्रहण का कुछ न कुछ भाग विश्‍व की जनसंख्‍या के लगभग 3.08 प्रतिशत लोग देख पाएंगे जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण को लगभग 0.002 प्रतिशत लोग ही देख सकेंगे।       सारिका ने बताया कि बुधवार को हो जा रहे इस ग्रहण की स्थिति में चंद्रमा पृथ्‍वी से लगभग चार लाख दो हजार तीन सौ किमी की दूरी पर होगा, जबकि सुपरमून की स्थिति में यह लगभग तीन लाख 60 हजार किमी दूर रहता है। पृथ्‍वी से दूर रहने के कारण चंद्रमा सूर्य की डिस्‍क को पूरी तरह नहीं ढंक पाएगा, जिससे सूर्य के बीच का भाग तो काला दिखेगा, लेकिन चारों ओर का भाग चमकता हुआ रिंग ऑफ फायर के रूप में दिखेगा। उन्होंने कहा कि अगर आप भारत में सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना को देखना चाहते हैं तो आपको 2 अगस्‍त 2027 का इंतजार करना होगा। उस दिन यहां एक घंटे 24 मिनट तक आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा।       ग्रहण का प्रकार - भारतीय समय (भारत में नहीं दिखेगा)     पहली लोकेशन पर आंशिकग्रहण आंरभ - रात्रि 9 बजकर 12 मिनिट 59 सेकंड   अधिकतम ग्रहण - रात्रि 12 बजकर 15 मिनिट 04 सेकंड   अंतिम लोकेशन आंशिकग्रहण समाप्ति - रात्रि 03 बजकर 17 मिनिट 00 सेकंड

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भोपाल । मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में सोमवार को दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता की 4.2 मापी गई है। भूकंप से लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। इस घटना में अब तक कोई जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन कई जगहों पर मकानों में दरारें आ गई हैं।   राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र की वेबसाइट के अनुसार भैंसदेही, बैतूल बाजार और आसपास कई इलाकों में घटना दोपहर करीब 1.40 बजे    भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता की 4.2 मापी गई है और इसका केन्द्र महाराष्ट्र के अमरावती जिले में अचलपुर से 27 किमी दूर उत्तर पश्चिम में था। यह भूकंप मध्यम तीव्रता वाला बताया जा रहा है। भूकंप का केन्द्र बिन्दू काफी दूर था, लेकिन बैतूल के भी कई हिस्सों में इसे महसूस किया गया। लोगों को जमीन में कंपन का अहसास हुआ, जिससे खिड़कियां और दरवाजे हिलने लगे।    भैंसदेही नगर पालिका के सीएमओ आत्माराम सांवरे ने बताया कि उन्हें भूकंप आने की सूचना उनके स्टाफ से मिली है। वहीं, एसडीएम शैलेंद्र हनोतीया ने बताया कि करीब 3 से 4 सेकेंड का कंपन महसूस किया गया है। इससे कोई नुकसान की कोई सूचना नहीं है। इधर, बैतूल बाजार के कुछ क्षेत्रों और बैतूल के कुछ वार्डो में भी लोगों ने कंपन महसूस किया है। बैतूल एसपी निश्चल झरिया ने बताया कि वे कंट्रोल रूम में बैठक ले रहे थे, तभी कुछ लोगों ने भी इस कंपन को महसूस किया है।   बैतूल कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि उन्हें भी लोगों से सूचनाएं मिली है कि कंपन हुआ है। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। वे इस संबंध में सूचना एकत्रित करवा रहे हैं।

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भोपाल । नगर निगम द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर कचरा, गंदगी फैलाने तथा खुले में मूत्र विसर्जित करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही निरंतर की जा रही है। इसी दौरान सोमवार को निगम के अमले ने रेलवे स्टेशन क्षेत्र में खुले में पेशाब करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 05 व्यक्तियों से 500 रुपये की राशि स्पाट फाईन के रूप में वसूल की।   निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन द्वारा दिये गये निर्देशों के परिपालन में निगम के जोन क्र. 09 के स्वास्थ्य विभाग के अमले ने वार्ड क्र. 37 के अंतर्गत रेलवे स्टेषन क्षेत्र में खुले में मूत्र विसर्जित करने वाले 05 व्यक्तियों को पकड़ा और 500 रुपये स्पाट फाईन के रूप में वसूल किए। निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी बलबीर मलिक एवं अन्य स्टाॅफ ने संबंधित व्यक्तियों को समझाइष दी कि वह शौचालय का ही सदैव उपयोग करें और इधर-उधर मूत्र विसर्जित कर प्रदूषण न फैलाएं।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में अब तेज बारिश का सिलसिला थोड़ा थम गया है। हालांकि कुछ जिलों में रिमझिम बारिश हो सकती है। प्रदेश में अब तक 18 प्रतिशत से ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्य 37.3 इंच के मुकाबले 43.9 इंच पानी गिर चुका है। 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच के पार हो चुका है। आज सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत 37 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में धूप निकलेगी।       मौसम विभाग ने बताया कि बारिश कराने वाला सिस्टम अब थम जाएगा। ऐसे में तेज धूप निकलने का अनुमान है। इससे पहले रविवार को इंदौर, भोपाल, उज्जैन, शिवपुरी, रतलाम समेत प्रदेश के 10 जिलों में पानी गिरा। रविवार को शिवपुरी स्थित अटलसागर डैम के दो गेट खोल दिए गए। भोपाल के कोलार, कलियासोत, भदभदा और केरवा डैम में भी पानी बढ़ा। उल्‍लेखनीय है कि इस सीजन में प्रदेश के करीब ढाई सौ में से 200 डैम फुल हो चुके हैं। बरगी, बाणगंगा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, तवा, कलियासोत, केरवा, भदभदा समेत कई डैम ऐसे हैं, जिनके गेट सीजन में 6 से 10 बार या इससे अधिक खुल चुके हैं।  

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भोपाल । प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बसाली गांव के पास एक अत्यंत मनोरम प्राकृतिक झरना है, जो लोगों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित करता है। लोग इस बरसाती झरने को ‘‘बसाली झरना‘‘ के नाम से जानते हैं। अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य एवं बारिश से फैली हरियाली के बीच यह झरना इतना मनमोहक है कि पर्यटक खुद को यहां आने से रोक नहीं पाते। इस क्षेत्र की बढ़ रही लोकप्रियता को देखते हुए बसाली के इस झरने तक लोगों की सहजता से पहुँच बढ़ाने एवं पर्यटन विकास के लिये जनपद पंचायत बुरहानपुर द्वारा प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना से एक प्रभावी कार्य-योजना तैयार की गई है। इसमें विकास कार्यों के लिये 60 लाख रुपये मंजूर किये गये हैं।   जनसंपर्क अधिकारी आशा उइके ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा जनजातीय आबादी बहुल गांवों के विकास के लिये ‘प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना’ चलाई जा रही है। इस योजना से बुरहानपुर जिले में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये भी कई प्रकार के विकास कार्य कराये जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों की सुविधाओं में इजाफा तो हो ही रहा है। साथ ही पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिल रहा है।   पर्यटकों के लिये रहवासी कॉटेज का निर्माण-   योजना में स्वीकृत राशि से बसाली झरने के पास ही पर्यटकों के रुकने के लिए चार रहवासी कॉटेज बनाये जा रहे हैं। झरने तक पहुंच मार्ग की मरम्मत की जा रही है। यहां आने वाले पर्यटकों के खान-पान की व्यवस्था के लिये एक कैंटीन तैयार की जा रही है। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बसाली झरने के पास पहाड़ी रास्तों में 'ट्रैकिंग रूट' तैयार करने की भी योजना है। इस ट्रैकिंग रूट से पर्यटक जंगल की सैर भी कर सकेंगे, जो उन्हें प्रकृति के और ज्यादा करीब ले जायेगी। इन सभी प्रयासों से यह झरना एक आकर्षक पिकनिक स्पॉट के रूप में अपनी पहचान बनायेगा।   आजीविका मिशन की दीदियां बनेंगी टूरिस्ट गाइड-   बसाली झरने के पास तैयार की जा रही कैंटीन स्व-सहायता समूह की महिलाएं चलायेंगी। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा, साथ ही वे आत्मनिर्भर भी बनेंगी। बुरहानपुर जिले में अन्य राज्यों व जिलों से आने वाले बाहरी पर्यटकों की सुविधा के लिए स्व-सहायता समूह की महिलाओं को ‘टूरिस्ट गाइड’ के रूप में तैयार करने की तैयारी है। बसाली के स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका मिशन से टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके बाद इन्हें परिचय-पत्र भी दिये जाएंगे, जो इन्हें प्रोफेशनल टूरिस्ट गाइड की पहचान दिलायेगा। यह काम इसी साल के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा।

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भोपाल  । मध्‍य प्रदेश में मानसून इस बार काफी मेहरबान रहा है। लगभग पूरे प्रदेश में इस साल अच्‍छी बारिश हुई है। हालांकि अब मानसून के ट्रफ, लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की एक्टिविटी कमजोर पड़ने से प्रदेश में तेज बारिश का दौर थम जाएगा। लेकिन आज रविवार को भोपाल, इंदौर समेत पूरा प्रदेश में बारिश की संभावना है। हालांकि भारी बारिश जैसी स्थिति नहीं रहेगी। हल्की बारिश के साथ गरज-चमक के आसार हैं। बता दें कि उज्जैन में सुबह से बारिश हो रही है।   प्रदेश में अब तक 43.6 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 17 प्रतिशत ज्यादा है। मंडला ऐसा जिला है, जहां सबसे ज्यादा 60.5 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। यहां 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने बताया कि देश में सिस्टम तो एक्टिव है लेकिन यह मध्यप्रदेश से दूर है। इस वजह से तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है।   अब तक हुई बारिश पर नजर डालें तो जबलपुर संभाग सबसे आगे है। भोपाल, सागर, निवाड़ी, डिंडौरी, सीधी और छिंदवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां 50 इंच या इससे अधिक बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में रायसेन और नर्मदापुरम भी शामिल हैं। बारिश की वजह से प्रदेश के डैम और तालाब फिर छलक उठे हैं। शनिवार को गांधीसागर डैम के 3 गेट खोलने पड़े। भोपाल के कलियासोत और भदभदा डैम के गेट भी खोलने पड़े। इस सीजन में प्रदेश के करीब 250 में से 200 डैम फुल हो चुके हैं।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी "उमा सांझी महोत्सव 2024" के आयोजन का शुभारंभ शनिवार प्रातः शासकीय पुजारी घनश्याम गुरु के अचार्यत्व में घट स्थपना एवं उमा माताजी का पूजन-आरती से सम्पन्न हुआ। उमा माता की आरती तथा शिला पूजन किया गया।       पूजन में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर.के.तिवारी, आर.पी.गहलोत मंदिर के पुजारी गण, पुरोहित गण, अधिकारी, कर्मचारी व श्रद्धालु सम्मिलित हुए। शनिवार सायं आरती पश्यात सभामंडप में वसंत पूजा का आयोजन होगा । साथ ही ग्वालियर से आये समर्थ बालकृष्ण धोलीबुवा द्वारा नारदीय कीर्तन होगा।       उल्‍लेखनीय है कि उमा सांझी महोत्सव शनिवार से 02 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। 04 अक्टूबर को उमामाता की सवारी के साथ महोत्सव का समापन होगा ।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश के कई जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है। कहीं हल्‍की तो कहीं तेज बारिश हो रही है। शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। 23 जिलों में पानी गिरा। भोपाल में दोपहर बाद मौसम बदला और तेज बारिश होने लगी। मौसम विभाग ने शिवपुरी, गुना और निवाड़ी में अगले 24 घंटे में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर में बूंदाबांदी के आसार हैं।   मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को अनूपपुर, डिंडौरी और बालाघाट में धूप निकलेगी। वहीं, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। मौसम विभाग ने बताया कि मध्यप्रदेश में मानसून ट्रफ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से बारिश का दौर चल रहा है। राज्य के पश्चिमी हिस्से में सिस्टम का असर है। यह सिस्टम आगे बढ़ेगा इसलिए अगले 24 घंटे में कुछ जिलों में बारिश का दौर रहेगा।   शुक्रवार को बड़वानी, टीकमगढ़, मंदसौर, नर्मदापुरम, गुना, छिंदवाड़ा, मंडला, नौगांव, रीवा, सागर, सिवनी, सीधी, उमरिया, मलाजखंड, बैतूल, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, पचमढ़ी में पानी गिरा। बारिश की वजह से प्रदेश के डैम और तालाब फिर छलक उठे हैं। शुक्रवार को कई बांध और तालाबों में पानी आ गया। इस सीजन में प्रदेश के करीब ढाई सौ में से 200 डैम फुल हो चुके हैं। बरगी, बाणगंगा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, तवा, कलियासोत, केरवा, भदभदा समेत कई बांध ऐसे हैं, जिनके गेट सीजन में 6 से 10 बार या इससे अधिक खुल चुके हैं।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल में शुक्रवार को विश्‍व पर्यटन दिवस पर मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने 'पर्यटन और शांति' की थीम पर आधारित कई रोमांचक कार्यक्रमों का आयोजन किया। जिसकी शुरुआत वोट क्लब पर योग, जुंबा और साइक्लोथन से हुई। इन गतिविधियों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रहने और पर्यटन के महत्व को समझाने का प्रयास किया गया। आज के दिन की शुरुआत योग के साथ हुई। सुबह 6 बजे से 300 से अधिक लोगों ने योग और जुंबा सत्र में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लाभ लेने के साथ मजेदार डांस फॉर्म के माध्यम से मनोरंजन किया और एक-दूसरे के साथ मेल-जोल भी बढ़ाया।       भोपाल में सुबह 8 बजे बोर्ड क्लब से साइक्लोथॉन में 500 से अधिक लोगों ने साइकिल चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और साथ ही शहर के विभिन्न स्थलों को देखा। वहीं, गोल घर में चित्रकला, रंगोली, पुष्प सजाबट व मेहंदी प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अलावा दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक डीबी मॉल में फ्लैश मॉब व पर्यटन क्विज होगी। कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में ही दोपहर 3:40 से 3:50 तक फोटोग्राफी प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण होगा। जिसके बाद सांस्कृतिक कार्य़क्रम व म्यूजिक बैंड द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।

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भोपाल । राज्य शासन ने भारतीय वन सेवा के (आईएफएस) के 38 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इनमें भोपाल, रायसेन, उज्जैन समेत 16 जिलों के वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) बदले गए हैं। इस संबंध में वन विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी किया है।   जारी आदेश के अनुसार भोपाल के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख ओपी चौधरी को वन मुख्यालय भोपाल में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कार्य आयोजना एवं वन भू-अभिलेख) बनाया गया है, जबकि अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक मनोज कुमार अग्रवाल को अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कार्य आयोजना एवं वन भू-अभिलेख) पदस्थ किया गया है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एल कृष्णमूर्ति को नर्मदापुरम से भोपाल, मुख्य वन संरक्षक लखन लाल उइके को शहडोल से सामाजिक वानिकी वृत्त भोपाल, वन संरक्षक संजीव झा को छतरपुर से भोपाल, वन संरक्षक अजय कुमार को छतरपुर से शहडोल, वन संरक्षक अनिल कुमार को नर्मदापुरम से भोपाल ट्रांसफर किया गया है।   इसी तरह वन विभाग के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अशोक कुमार को भोपाल से मुख्य वन संरक्षक होशंगाबाद और वन संरक्षक (सामाजिक वानिकी वृत्त) राखी नंदा को भोपाल से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम में क्षेत्र संचालक पदस्थ किया गया है। भोपाल के वन संरक्षक एवं पदेन वनमंडलाधिकारी आलोक पाठक को मप्र राज्य वन निगम भोपाल में वन संरक्षक बनाया गया है और अशोकनगर की वनमंडलाधिकारी प्रियांशी सिंह को माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी में उप संचालक पदस्थ किया गया है।   सिवनी की वन संरक्षक बासु कनौजिया को बैतूल, सतना के वन मंडलाधिकारी विपिन कुमार पटेल को अनूपपुर, उत्तर बालाघाट (सा.) के वन मंडलाधिकारी अभिनव पल्लव को उत्तर बालाघाट (उत्पादन), भोपाल के उप वन संरक्षक प्रभुदास ग्रेबियल को उज्जैन, दमोह के वन मंडलाधिकारी महेन्द्र सिंह उइके को सिवनी, मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल के उप वन संरक्षक नवीन गर्ग को बैतूल उत्तर में वन मंडलाधिकारी, शाजापुर के वन मंडलाधिकारी मयंक चांदीवाल को सतना, छिंदवाड़ा के वन मंडलाधिकारी जरान्डे ईश्वर रामहरि को दमोह, डिंडोरी के वन मंडलाधिकारी साहिल गर्ग को छिंदवाड़ा, बालाघाट कालेज रेंज के उप वन संरक्षक अधर गुप्ता को दक्षिण बालाघाट (सा.) में वन मंडलाधिकारी, भोपाल के उप वन संरक्षक रमेश राठौर को खरगोन में पदस्थ किया गया है।   पन्ना के वन मंडलाधिकारी पुनीत सोनकर को डिंडोरी, माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी की उप संचालक प्रतिभा अहिरवार को अशोकनगर में वन मंडलाधिकारी, भिंड के वन मंडलाधिकारी मोहम्मद माज को दतिया, मुरैना के वन मंडलाधिकारी स्वरूप रविन्द्र दीक्षित को भोपाल में मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड उप वन संरक्षक, रीवा के वन मंडलाधिकारी अनुप शर्मा को पन्ना, रायसेन के वनमंडलाधिकारी लोकप्रिय भारती को भोपाल ट्रांसफर किया गया है।   इसी तरह प्रशिक्षु उप वनमंडलाधिकारी गीताजलि जे. को गुना से भोपाल, प्रशिक्षु उप वनमंडलाधिकारी सुजीत जे पाटिल को नौरादेही (वन्य प्राणी उद्यान) से मुरैना, प्रशिक्षु वन मंडलाधिकारी एस. दीपिका को छिंदवाड़ा से भोपाल, खरगोन के वनमंडलाधिकारी प्रशांत कुमार सिंह को खंडवा, उज्जैन (सा) की वन मंडलाधिकारी डा. किरण बिसेन को उज्जैन (कार्य आयोजना इकाई), वन विभाग भोपाल में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अनुराग कुमार को रीवा, बैतूल उत्तर के वन मंडलाधिकारी देवांशु शेखर को सागर और सिवनी की वन मंडलाधिकारी संध्या को बालाघाट में पदस्थ किया गया है।

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में इस बार मानसून जमकर बरसा है। अब तक एवरेज 42.6 इंच बारिश हो चुकी है। इस साल मानसूनी बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। हालांकि अभी भी प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने मालवा-निमाड़ (इंदौर-उज्जैन संभाग) में अगले 2 दिन तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही जबलपुर-ग्वालियर संभाग भी भीगेंगे। इसके बाद मौसम खुलेगा और धूप निकलेगी। अक्टूबर के पहले सप्ताह में मानसून की विदाई भी हो सकती है।       मौसम विभाग के अनुसार, सायसर और मानसून ट्रफ की एक्टिविटी की वजह से बारिश हो रही है। ऐसा मौसम अगले 2 दिन और बना रहेगा। फिर सिस्टम कमजोर हो जाएगा। अगले 24 घंटे में उज्जैन, अलीराजपुर, रतलाम, झाबुआ, धार, बड़वानी, गुना, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़ में तेज बारिश हो सकती है। वहीं, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर में धूप खिली रहेगी। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। भोपाल में दोपहर बाद कुछ इलाकों में तेज बारिश हो सकती है। 28 सितंबर को भी इंदौर-उज्जैन संभाग भीगेंगे। मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर के अलावा शिवपुरी में तेज बारिश हो सकती है। 29 और 30 सितंबर को मौसम साफ हो जाएगा।       इससे पहले प्रदेश में गुरुवार को बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 19 जिलों में बारिश हुई। खंडवा में सबसे ज्यादा 45 मिमी यानी, पौने 2 इंच पानी गिर गया। इंदौर में पौन इंच बारिश हुई। बैतूल, सिवनी, धार, उज्जैन, खजुराहो, नर्मदापुरम में करीब आधा इंच पानी गिरा। भोपाल, रायसेन, रतलाम, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, नौगांव, सतना, बालाघाट, राजगढ़, बड़वानी में भी बारिश का दौर जारी रहा। रात में भी कई जिलों में बारिश का दौर चला।  

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मुंबई । केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की संशोधन समिति ने कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को रिलीज करने से पहले कुछ हिस्सों में कट लगाने का सुझाव दिया है। बोर्ड ने गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया कि वह फिल्म ‘इमरजेंसी’ को प्रमाण पत्र जारी करने को तैयार है लेकिन फिल्म के कुछ हिस्सों में काट-छांट करनी होगी। इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई 30 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी है।   पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाने वाली और फिल्म का निर्देशन करने वाली रनौत ने सीबीएफसी पर फिल्म के रिलीज को टालने के लिए प्रमाणन में देरी करने का आरोप लगाया है। शिरोमणि अकाली दल सहित सिख संगठनों ने फिल्म की आलोचना की है, जिनका आरोप है कि यह ऐतिहासिक तथ्यों और सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश करती है। इस मामले की सुनवाई गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट के खंडपीठ के समक्ष हुई। पीठ ने सीबीएफसी से पूछा कि क्या उसके पास फिल्म के लिए "अच्छी खबर" है। सीबीएफसी के वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने अदालत को बताया कि बोर्ड की संशोधन समिति ने अपना फैसला ले लिया है। उन्होंने कहा, "समिति ने प्रमाणपत्र जारी करने और फिल्म को रिलीज करने से पहले कुछ कटौतियों का सुझाव दिया है।"   ज़ी एंटरटेनमेंट का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ वकील शरण जगतियानी ने फिल्म "इमरजेंसी" के लिए प्रस्तावित कटौतियों पर निर्णय लेने के लिए अतिरिक्त समय मांगा। इसके बाद पीठ ने अगली सुनवाई 30 सितंबर के लिए निर्धारित की। ज़ी एंटरटेनमेंट की याचिका में दावा किया गया कि सीबीएफसी ने फिल्म के लिए प्रमाणपत्र को पहले ही मंजूरी दे दी थी, लेकिन इसे जारी नहीं किया। 

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राजगढ़ । खिलचीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मेहराजपुरा में गुरुवार शाम आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पति-पत्नी और उनके 12 वर्षीय पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई वहीं पुत्री गंभीर रुप से जख्मी हो गई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरु की।   पुलिस के अनुसार ग्राम मेहराजपुरा निवासी राजू पुत्र मांगीलाल सेन स्वयं के खेत पर परिवार सहित सोयाबीन की फसल एकत्रित कर रहे थे तभी मौसम में अचानक बदलाव आया और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से राजू (45) पुत्र मांगीलाल सेन, उसकी 42 वर्षीय पत्नी कृष्णाबाई और 12 वर्षीय पुत्र बृज सेन की मौके पर ही मौत हो गई वहीं पुत्री पिंकी गंभीर रुप से जख्मी हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाए और मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरु की।    

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भोपाल  । मध्‍य प्रदेश में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के 21 जिलों में बारिश हुई। आज गुरुवार को भी जबलपुर, सागर समेत 16 जिलों में तेज बारिश की संभावना है। हालांकि भोपाल, इंदौर-उज्जैन में हल्की बारिश हो सकती है। भोपाल में सुबह से बादल छाए हैं।   मौसम विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटे में बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, मऊगंज, अनूपपुर, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, मंडला और सागर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। जबकि अगले दो दिन 27 सितंबर को इंदौर-उज्जैन संभाग और 28 सितंबर को जबलपुर, शहडोल और सागर संभाग में बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार यह सितंबर का चौथा स्ट्रॉन्ग सिस्टम है। अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई हो सकती है।   इससे पहले बुधवार को प्रदेश के 21 जिलों में तेज बारिश हुई। खंडवा में सबसे ज्यादा सवा 2 इंच बारिश हो गई। मंडला में 1 इंच से ज्यादा, पचमढ़ी, दमोह, मलाजखंड में पौन इंच बारिश दर्ज की गई। इसी तरह भोपाल, शाजापुर, सीहोर, विदिशा, राजगढ़, टीकमगढ़, बैतूल, ग्वालियर, इंदौर, छिंदवाड़ा, खजुराहो, नरसिंहपुर, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़ में भी पानी गिरा। सीहोर और विदिशा में बारिश से खेतों में कटकर रखी सोयाबीन की फसल भीग गई। राजगढ़ के पचोर में हाईवे पर पानी भर गया।   प्रदेश में इस बार मानसून जमकर बरसा है। बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। यहां 58.8 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में 55.1 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा पानी गिरा है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा भी शामिल हैं।  

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इन्दौर । मध्य प्रदेश के इंदौर में बुधवार को रेल हादसा होने से टल गया। अम्बेडकर नगर (महू) से चलकर वैष्णोदेवी-कटरा (जम्मू) जाने वाली मालवा एक्सप्रेस के पहियों के ब्रेक चिपकने से चिंगारी के साथ धुआं निकलने लगा। यह देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, समय रहते धुएं को काबू कर लिया गया। जानकारों का कहना है कि ट्रेन की रफ्तार धीमी थी, इसलिए बड़ा हादसा नहीं हो पाया। अगर ट्रेन की रफ्तार तेज होती तो कोच पलटने का खतरा था।   मालवा एक्सप्रेस बुधवार को महू से रवाना होकर इंदौर आ रही थी। रेल अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन महू से इंदौर तक 21 किलोमीटर की दूरी धीरे-धीरे तय करती है। इसी दौरान राजेंद्र नगर के पास ट्रेन के पहिए चिपक गए। घर्षण होने पर यात्रियों ने बाहर की तरफ देखा तो ट्रेन के एसी कोच के पहियों से चिंगारी निकल रही थी और थोड़ी देर में धुआं भी निकलने लगा। यात्रियों ने इसकी सूचना ट्रेन मैनेजमेंट को दी। इसके बाद राऊ के पास ट्रेन को रोका गया। यार्ड से तकनीकी विभाग के इंजीनियर पहुंचे और फायर एस्टिंग्विशर से पहियों पर गैस डाली। ट्रेन कुछ देर तक राजेंद्र नगर यार्ड में खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन को धीरे-धीरे इंदौर स्टेशन पर लाया गया। यहां करीब 40 मिनट तक मरम्मत का काम चला। इसके बाद ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया।   घटना को लेकर रेलवे के तकनीकी जानकार नागेश नामजोशी का कहना है कि लगातार ऐसा हो रहा है। मेंटेनेंस में लापरवाही हो रही है। ट्रेन को सर्टिफाइड किया जाता हैए तब पटरी पर दौड़ती है। यदि ट्रेन स्पीड में है और एक पहिया रिस्पॉन्ड नहीं करता है या जाम हो जाता है तो कोच के पलटने का खतरा रहता है। मालवा एक्सप्रेस में बार-बार पहिए जाम होने, ब्रेक चिपकने की बात सामने आ रही है। अफसरों को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।   इस बाबत रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा ने कहा कि पहिए जाम होने पर स्पार्क होता है। राऊ के स्टेशन मास्टर ने इसे देखा था। राजेंद्र नगर के यार्ड पर ब्रेक को रिलीज कर दिया गया। जांच करने के बाद ट्रेन को यहां से रवाना कर दिया गया है। ट्रेन ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट रुकी होगी। मेंटेनेंस होता है, जांच करके ही चलाते हैं। लापरवाही जैसी कोई बात नहीं है।   गौरतलब है कि करीब 20 दिन पहले भी ऐसी ही घटना मालवा एक्सप्रेस में हुई थी। तब भी पहियों के ब्रेक चिपकने से चिंगारी निकली थी। सीहोर के पास पचामा स्टेशन पर यात्रियों ने चेन पुलिंग कर रेल कर्मचारियों को जानकारी दी थी। इसके बाद सीहोर स्टेशन पर गाड़ी को जांच कर रवाना किया गया था। वहीं, छह महीने पहले मालवा एक्सप्रेस की कपलिंग टूट गई थी। इससे ट्रेन दो हिस्सों में बंटकर रुक गई थी। घटना शुजालपुर के पास बेरछा स्टेशन पर हुई थी। ट्रेन यहां करीब दो घंटे तक खड़ी रही। यहां कपलिंग को ठीक कर ट्रेन को रवाना किया गया था।    

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून फिर सक्रिय हो गया है। मंगलवार को इंदौर, जबलपुर, भोपाल समेत 11 जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) के असर से अगले तीन दिन तेज बारिश का दौर बना रहेगा। आज बुधवार को इंदौर, उज्जैन-जबलपुर समेत प्रदेश के 31 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। वहीं, दक्षिणी हिस्से के जिलों जैसे- बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, सिवनी और पांढुर्णा में भारी बारिश का 'ऑरेंज' अलर्ट है। भोपाल में भी दोपहर बाद हल्की बारिश हो सकती है।   मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में सीहोर, खंडवा, झाबुआ, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अनुमान जताया है। वहीं, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, शाजापुर, आगर-मालवा, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर जिलों में तेज पानी गिर सकता है। बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि सितंबर में चौथी बार स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हुआ है। इस वजह से 25, 26 और 27 सितंबर को तेज बारिश का दौर बना रहेगा।   लो प्रेशर एरिया की एक्टिविटी होने से मंगलवार से प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। इंदौर, जबलपुर समेत 11 जिलों में बारिश हुई। सिवनी में ढाई इंच पानी गिरा। वहीं, मंडला में पौने 2 इंच बारिश हो गई। उमरिया, छिंदवाड़ा, बैतूल, खंडवा में भी तेज बारिश हुई। भोपाल में हल्की बारिश हुई। धार, जबलपुर, रीवा और इंदौर में भी हल्की बारिश का दौर चलता रहा। इधर, कई शहरों में तेज गर्मी का असर भी रहा।   वहीं, तापमान की बात करें तो राजधानी भोपाल में पारा 34.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। उमस का असर भी देखने को मिला। खजुराहो में सबसे ज्यादा 36.8 डिग्री और टीकमगढ़ में 36 डिग्री तापमान रहा। सतना में 35 डिग्री, गुना में 35.6 डिग्री, ग्वालियर में 35.8 डिग्री, रतलाम में 35 डिग्री सेल्सियस टेम्प्रेचर दर्ज किया गया।

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भोपाल । मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में छात्र-छात्राओं में वन वन्यप्राणियों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा प्रकृति संरक्षण के प्रति सवेदनशीलता विकसित करने की दृष्टि से भोपाल शहर एवं उसके आस-पास के ग्रामों के शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिये एक दिवसीय पक्षी अवलोकन एवं नेचर कैम्प आयोजित किये जा रहे हैं।   इसी क्रम में मंगलवार को शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय नवीन कन्या तुलसीनगर भोपाल के 45 छात्राओं एवं 02 शिक्षिकाओं ने उक्त पक्षी अवलोकन एव नेचर कैम्प में भाग लिया। कार्यक्रम में स्रोत व्यक्ति रूप में डॉ. एस.आर. वाघमारे, सेवानिवृत्त उप वन संरक्षक एव पक्षीविद के रूप में मो खालिक भोपाल बर्डस उपस्थित रहे।   विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को पक्षी दर्शन तितली, वन्यप्राणी दर्शन, स्थल पर विद्यमान वानिकी गतिविधियों की जानकारी, वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियों कराई गई एवं जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। साथ ही जैव विविधता एवं उसके संरक्षण के बारे में छात्राओं को विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान की गई।   कैम्प में बाघ, तेंदुआ, भालू, मगर, घडियाल, चीतल, साभर, नीलगाय आदि वन्यप्राणियों का भी अवलोकन कराया गया। तितलियों के लार्वा प्यूपा आदि को दिखाकर तितली की लाईफ साईकल को समझाया गया। इस अवसर पर मिशन लाईफ अतर्गत पर्यावरण सरक्षण के लिये उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा शपथ भी ली गई। इस दौरान सहायक संचालक वन विहार श्री एस के सिन्हा एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।  

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कटनी । कटनी रेलवे स्टेशन के आउटर पर मंगलवार सुबह रीवा-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहा सतना निवासी एक रेल चलती ट्रेन से गिर गया।  ट्रेन से गिरने के कारण उसकी की मौत हो गई।     थाना प्रभारी एल पी कश्यप जानकारी के मुताबिक सतना निवासी 19 वर्षीय सचिन कुशवाहा पुत्र सोमनाथ कुशवाहा अपनी मौसी के बेटे के साथ रीवा-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस से किसी काम से जबलपुर जा रहा था। मंगलवार सुबह लगभग नौ बजे जब इंटरसिटी एक्सप्रेस कटनी रेलवे स्टेशन के आउटर से गुजर रही थी, उसी दौरान सचिन ट्रेन के गेट के पास खड़ा था।  सचिन ट्रेन से नीचे गिर गया। गंभीर रूप से घायल सचिन को इलाज के लिए जीआरपी पुलिस के द्वारा शासकीय जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई।    जीआरपी पुलिस के द्वारा मृतक का शव परीक्षण कराते हुए अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। थानाप्रभारी ने बताया कि घटनास्थल पर ही मृतक का मोबाइल पड़ा मिला है    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मानसून अपनी विदाई से पहले प्रदेश में फिर से बारिश करने वाला है। अगले 3 दिन तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर बना रहेगा। वहीं, अगले 24 घंटे में इंदौर-धार समेत 8 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) एक्टिव हो गया है। वहीं, दो-तीन सिस्टम और एक्टिव हो रहे हैं। इस वजह से प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश का दौर चलेगा।   मौसम विभाग ने बताया कि, अगले 24 घंटे के दौरान झाबुआ, धार, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, बैतूल, पांढुर्णा, बालाघाट में तेज बारिश का अलर्ट है। ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, गुना, नीमच और मंदसौर में तेज धूप खिली रहेगी। वहीं, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर समेत बाकी के जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनेगी।   मंगलवार से बारिश की एक्टिविटी तेज होगी। अगले 3 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। भोपाल में मौसम खुला रहेगा। दोपहर बाद गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। इससे पहले प्रदेश में सोमवार से तेज बारिश का दौर फिर शुरू हो गया। खंडवा में 46 मिमी यानी करीब दो इंच पानी गिर गया। देवास और उज्जैन में शाम को तेज बारिश हुई। वहीं, छिंदवाड़ा, बैतूल और धार में भी बारिश का दौर चला। इधर, पूर्वी हिस्से में गर्मी का असर देखने को मिला। छतरपुर जिले के खजुराहो में दिन का तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसी तरह टीकमगढ़ में 35.5 डिग्री, सतना में 35.1 डिग्री, गुना में 35.8 डिग्री और ग्वालियर में 35.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।   वहीं, धार जिले के कुक्षी-बाग में दस दिन बाद सोमवार दोपहर को मौसम बदला। तेज हवा और बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। इससे सड़कों पर पानी भर गया। छोटे नाले उफान पर आ गए। मौसम में ठंडक घुली और गर्मी से राहत मिली है। यहां दो घंटों के दौरान करीब दो इंच पानी बरस गया। प्रदेश में इस बार अच्‍छी बारिश हुई है। जबलपुर संभाग का मंडला सबसे ज्यादा बारिश वाले जिलों में अव्वल है। यहां 57.2 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में 54.2 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जिले भी शामिल हैं। प्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच से अधिक है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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नर्मदापुरम । मध्य प्रदेश में नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा में भारतीय किसान यूनियन ने सोयाबीन, धान और गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की लेकर सोमवार को ट्रैक्टर रैली निकाली। सभास्थल की अनुमति को लेकर किसानों के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा। भीड़ और किसान नेता राकेश टिकैत की मांग पर मंडी का मेन गेट खोल दिया गया। किसान और कार्यकर्ता मंडी परिसर के अंदर आ गए, जहां किसान नेता राकेश टिकैत की मौजूदगी में सभा की गई।       इससे पहले, प्रशासन ने यूनियन को 500 ट्रैक्टर की रैली निकालने की अनुमति तो दी, लेकिन अनाज मंडी परिसर में सभा की परमिशन नहीं दी थी। मंडी में किसान यूनियन की सभा न हो, इसके लिए प्रशासन ने मंडी में ताला लगवाकर देर रात बैरिकेडिंग करा दी थी। सिवनी मालवा एसडीएम सरोज परिहार का कहना है कि मंडी में सभा की अनुमति नहीं है। संगठन के पदाधिकारियों से सहमति बनाकर ब्रिज के नीचे अनुमति दी है।       सोमवार को किसान ट्रैक्टर रैली के साथ मंडी पहुंचे तो प्रशासन को झुकना पड़ा और मंडी का खोल दिया गया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंडी परिसर में सभा मंच से कहा कि इस मंच पर राजनीतिक आदमी नहीं आएगा। न ही उसे माइक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडी हमारा घर है। आप यहां हमेशा अपनी बैठक करो। किसानों को मंडी में आने से कौन रोक सकता है। प्रशासन अपने घर आने से रोक रहा था, लेकिन हमारी भी जिद थी, घर आने की।       किसान नेता टिकैत ने कहा कि सिवनी मालवा मंडी परिसर में प्रशासन पंचायत नहीं करने दे रहा। यह अत्याचार है। क्या यह गुजरात बन चुका है? क्या मध्य प्रदेश के किसानों को आवाज उठाने का अधिकार नहीं है? अगर मंडी के अंदर मीटिंग नहीं होती है, तो प्रदेश में कहीं मीटिंग नहीं करने देंगे। उन्होंने कि मध्यप्रदेश के किसान को सोयाबीन का छह हजार से ऊपर का रेट देना चाहिए। प्रशासन ज्यादा हाव-ताव न करें। उन्होंने कहा था कि जो किसान ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, वे सभी सिवनी मालवा मंडी पहुंचेंगे। वहीं सरकार को ज्ञापन देंगे। प्रशासन कह रहा है कि हम दूसरी जगह देंगे। लेकिन मंडी तो किसानों की जगह है, इसलिए या तो सभा वहां करेंगे या हम लोग गिरफ्तारी देंगे।

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मुम्बई । डायरेक्टर किरण राव की 'लापाता लेडीज' ऑस्कर अवॉर्ड्स की रेस में शामिल हो गई है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से 29 फिल्मों में से 'लापता लेडीज' को ऑस्कर के लिए चुना गया है। किरण राव की 'लापता लेडीज' इस साल मार्च में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। फिल्म को समीक्षकों के साथ-साथ दर्शकों ने भी सराहा था। मजेदार कॉमेडी के साथ समाज में महिलाओं की अस्मिता पर सवाल उठाने वाली यह फिल्म साल की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक है। फिल्म देखने के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कहा था कि भारत को फिल्म 'लापता लेडीज' को इस साल ऑस्कर में भेजना चाहिए। अब दर्शकों की ये मांग आखिरकार पूरी हो गई है।       इस साल की स्लीपर हिट्स में से एक 'लापता लेडीज' ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि होगी। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया कमेटी ने 29 फिल्मों की सूची में से 'लापता लेडीज' को ऑस्कर 2025 के लिए आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना है। लापता लेडीज ने हिट हिंदी फिल्म 'एनिमल' एवं मलयालम की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म 'अट्टम' को पछाड़कर ऑस्कर की रेस में जगह बनाई है।       फिल्म 'लापता लेडीज' की पिछले साल टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में पहली स्क्रीनिंग हुई थी, जहां इसे काफी सराहना मिली थी। किरण राव की यह फिल्म मार्च 2024 में सीमित स्क्रीन पर रिलीज हुई थी और दर्शकों ने इसे खूब सराहा था। 5 करोड़ से भी कम बजट में बनी इस फिल्म ने दुनिया भर में 25 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है। इस बेहतरीन फिल्म के लिए एक्टर नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव, छाया कदम और रवि किशन की भी खूब तारीफ हुई है। फिल्म बनाने के लिए किरण राव के निर्देशन की भी काफी सराहना की गई।       'लापता लेडीज' सुपरस्टार आमिर खान द्वारा निर्मित फिल्म है। फिल्म निर्माता किरण राव फिल्म की सह-निर्माता हैं। यह आमिर खान द्वारा निर्मित चौथी फिल्म है जिसे भारत की ओर से ऑस्कर के लिए आधिकारिक प्रविष्टि दी गई है। 2001 में रिलीज हुई लगान आमिर खान की पहली प्रोडक्शन फिल्म थी। फिल्म लगान को भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भी भेजा गया था।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून एक बार फिर एक्टिव हो गया है। आज सोमवार से अगले 3 दिन तक तेज बारिश की संभावना है। सोमवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि ग्वालियर समेत 23 जिलों में तेज धूप निकलने का अनुमान है। हालांकि प्रदेश के 38 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। मंडला और सिवनी में सबसे ज्यादा पानी गिरा है।   मौसम विभाग के मुताबिक, 23 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो रहा है। इसकी वजह से 24 सितंबर से लगातार 3 दिन तक प्रदेश के पूर्वी और दक्षिण के कुछ जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। इस बार जबलपुर संभाग का मंडला जिला सबसे ज्यादा बारिश वाले जिलों में अव्वल है। यहां 57.2 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में 54.2 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जिले भी शामिल हैं।   वहीं, बीते रविवार को रतलाम, धार और नर्मदापुरम में हल्की बारिश हुई। खजुराहो सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसी तरह उज्जैन में तापमान 35.8 डिग्री, ग्वालियर में 35.2 डिग्री और गुना में 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।   प्रदेश में 250 से अधिक डैम में से करीब 200 फुल हो चुके हैं। कई के तो 8 से 10 बार गेट खुल चुके हैं। कोलार, केरवा, बरगी, अटल सागर समेत कई डैम अभी भी ओवरफ्लो हैं। आने वाले दिनों में तेज बारिश का दौर शुरू होने से डैम-तालाब फिर छलक जाएंगे। रविवार को तेज बारिश का दौर जरूर थमा रहा लेकिन इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, तवा, मोहनपुरा, हलाली, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई बांधों में पानी का लेवल बढ़ा रहा।  

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए रविवार शाम बेहद खास रही। इस दौरान सूर्य ठीक पश्चिम में अस्‍त हुआ और लगभग इसी समय वह भूमध्‍य रेखा के ठीक ऊपर भी था। सुबह भी सूर्य ठीक पूर्व दिशा में उदित हुआ। इस खगोलीय घटना को प्रायोगिक रूप से दिखाने के लिए नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने छल्‍लों की मदद से अस्‍त होते सूर्य से ठीक पूर्व एवं पश्चिम दिशा को नामांकित किया।   विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि रविवार को शाम 6 बजकर 13 मिनिट पर सूर्य भूमध्‍य रेखा के ठीक ऊपर पहुंचा। सितंबर इक्‍वीनॉक्‍स की इस खगोलीय घटना में सूर्य सुबह सबेरे ठीक पूर्व दिशा में उदित हुआ तथा शाम को ठीक पश्चिम दिशा में अस्‍त हुआ। साल के बाकी 363 दिनों में सूर्य या उत्‍तर पूर्व में उदित होता है या दक्षिण पूर्व में। यही स्थिति अस्‍त होने में भी बदलती है। वास्‍तव में सूर्य तो अपनी जगह स्थिर है लेकिन अक्ष पर झुकी पृथ्‍वी जब सूर्य की परिक्रमा करती है तो ऐसा लगता है कि सूर्य की स्थिति बदल रही है। अगर आप इस घटना को दोबारा देखना चाहते हैं तो लगभग 6 माह बाद 20 मार्च 2025 को फिर सूर्य ठीक पूर्व दिशा में उदित होगा और ठीक पश्चिम में अस्‍त।

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भोपाल । प्रदेशभर के सभी शासकीय विभाग, अर्द्धसरकारी संस्थानों में नौकरी करने वाले हजारेां आउटसोर्स कर्मचारी रविवार को भोपाल में एकजुट हुए और अपनी मांगाें काे लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आउटसाेर्स कर्मचारियाें का कहना है कि इस महंगाई के दौर में भी दो हजार रुपए प्रति महीने मिलते हैं। ऐसे में घर कैसे चलाएंगे। उनकी मांग है कि उनको नौकरी में सुरक्षा दी जाए और न्यूनतम वेतन 21 हजार रुपये मिले। प्रदर्शन में कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार शामिल हुए और कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया।       रविवार काे प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी नीलम पार्क में एकत्रित हुए हैं। इसमें चौकीदार, भृत्य, पंप आपरेटर, सफाईकर्मी, स्कूलों, छात्रावासों के अंशकालीन और अस्थाई कर्मचारी शामिल हैं। कर्मचारियों के व्यापक प्रदर्शन को देखते हुए नीलम पार्क के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आउटसोर्स, अस्थाई, अंशकालीन, ग्राम पंचायत कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा का कहना है कि मप्र में सरकारी विभागों में ठेकेदारों काम करवा रहे है। विभागों का 80 फीसदी निजीकरण हो चुका है। सरकारी विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी में न सुरक्षा बची है और न ही सरकार का तय न्यूनतम वेतन मिलता है। कर्मचारी अन्याय के शिकार हैं। इसी के तहत कामगार क्रांति आंदोलन किया जा रहा है।   शर्मा का कहना है कि हम सरकार से कहने आए हैं कि चपरासी, माली, भृत्य, बाबू, ड्राइवर से लेकर इन सब तमाम कर्मचारियों को कलेक्टर का न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए। और न्यूनतम वेतन 21 हजार होना चाहिए। ये सब 15-20 सालों से काम कर रहे हैं। इन सारे कर्मचारियों को नौकरी में सुरक्षा देना चाहिए। एक लघु कैडर बनाकर इनका भविष्य सुधारा जा सकता है। इसमें सरकार पर आर्थिक बोझ भी नहीं आएगा। हमारा ज्यादातर मामला श्रम मंत्री से जुड़ा हुआ है। हम उनसे मिलने जा भी रहे हैं।       इस प्रदर्शन में प्रदेश अधिकांश विभागों के आउटसोर्स कर्मचारी शामिल हैं। जैसे ग्राम पंचायतों के चौकीदार, भृत्य, पंप आपरेटर, सफाईकर्मी, स्कूलों, छात्रावासों के अंशकालीन, अस्थाई कर्मचारी, निगम मंडल, नगरीय निकाय, सहकारिता के आउटसोर्स, अस्थाई कर्मी, शासकीय विभागों के आउटसोर्स कंप्यूटर ऑपरेटर, अस्पताल, मेडिकल कॉलेजों के वार्ड न्याय, सुरक्षाकर्मी, सहित चतुर्थ श्रेणी आउटसोर्स कर्मचारी, मंडियों, राष्ट्रीयकृत एवं सहकारी बैंकों, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, यूनिवर्सिटी, आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक, शिक्षा विभाग के व्यावसायिक प्रशिक्षकों सहित सभी शासकीय अर्द्धशासकीय विभागों के अस्थायी, आउटसोर्स कर्मचारी "नौकरी में सुरक्षा और न्यूनतम 21000 रुपये वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार देर रात उनको जिला प्रशासन की ओर से इस प्रदर्शन की अनुमति मिली है।    

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भोपाल  । मध्‍यप्रदेश में कल यानि सोमवार से एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां देखने को मिलेंगी। 23 सितंबर से लो प्रेशर एरिया की एक्टिविटी शुरू होगी। जिसके बाद बारिश का दौर शुरू हो जाएगा, जो सितंबर के आखिरी सप्ताह तक बना रहेगा। इससे पूरा प्रदेश एक बार फिर भीगेगा। इस बार प्रदेश में मानसून जमकर बरसा है। भोपाल, ग्वालियर समेत प्रदेश के 38 जिलों में सामान्य बारिश का कोटा फुल हो गया है। यहां 100 प्रतिशत से 198 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। जबकि श्योपुर ऐसा जिला है, जहां दोगुनी यानी 98 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं, इंदौर, उज्जैन और रीवा पिछड़े हुए हैं।       आज रविवार को भोपाल समेत प्रदेश के अधिकतर जिलों में धूप खिली है। प्रदेश में शनिवार को भी मौसम का मिला-जुला असर देखने को मिला। दमोह में 20 मिमी यानी पौन इंच बारिश हो गई। भोपाल में दिन में हल्की बूंदाबांदी हुई। नर्मदापुरम में भी हल्की बारिश हुई। दूसरी ओर, दिन का तापमान भी बढ़ा रहा। खजुराहो में पारा 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दमोह में बारिश के साथ ही दिन का तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल में तापमान 34.8 डिग्री रहा। इसी तरह मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सतना, उमरिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, रतलाम, उज्जैन में पारा 34 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया।       मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, अलीराजपुर, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज में धूप खिली रहेगी। भोपाल, इंदौर, देवास, जबलपुर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में गरज-चमक, तेज हवा और हल्की बारिश का दौर रहेगा।  

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रतलाम । जिले के आलोट में शनिवार को रेल्वे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते समय एक महिला के गिरने पर उसका बेटा भी ट्रेन से कूंदा तो वह ट्रेन के नीचे आ गया जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का शव तथा उसकी घायल मां को आलोट अस्पताल ले.जाया गया।       जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह रतलाम बरबड़ क्षेत्र की रहने वाली सुमन कुंवर अपने (20) बेटे लखनसिंह के साथ पारिवारिक काम से कोटा ट्रेन से आलोट जा रहे थे, ट्रेन में भीड़ अधिक होने के कारण वह स्टेशन पर नही उतर पाये और ट्रेन चल दी हड़बडाहट में मां उतरी तो गिर पडी़ पीछे पुत्र बचाने उतरा तो वह भी ट्रेन की चपेट में आ गया । इस घटना से स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों के विराम समय कम होने और भीड़ होने के कारण आये दिन इस प्रकार की घटनाएं होती है।

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भोपाल । बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में शुक्रवार से तीन दिवसीय तितली सर्वे का काम प्रारंभ हो गया है। नौ रेंज में 60 वन्यजीव विशेषज्ञों के साथ वनकर्मी 20 कैम्प में तितली की विभिन्न प्रजातियों को एप में कैद किया जा रहा है। इसका उद्देश्य वन क्षेत्र में बायोडायवर्सिटी व तितलियों की प्रजाति ज्ञात करना है।       जनसंपर्क अधिकारी गजेन्द्र द्विवेदी ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि टाईगर रिजर्व प्रबंधन अनुसार बांधवगढ़ के सभी 9 रेंज (कोर व बफर रेंज) में यह सर्वेक्षण का काम चलेगा। जानकारी अनुसार 1536 वर्ग कि.मी. में फैले बांधवगढ़ के भीतर करीब 70 तितलियों की प्रजाति पाई जाती हैं। खासबात यह है कि टीम में शामिल नेचर्लिस्ट, बीटगार्ड व श्रमिकों के साथ कैम्प में रहेंगे। जंगल के भीतर दलदली व जल स्त्रोतों के समीप पहले से ही तितली के अनुकूल एरिया को चिन्हित कर लिया गया था। शुक्रवार की सुबह कैम्पों से सर्वे टीम जंगल के लिए रवाना हुई। मौके पर ही मिली तितली प्रजाति को एप में स्टोर किया गया। सर्वेक्षण के आखिरी दिन 22 सितंबर को सर्वे की रिपोर्ट फाइनल की जायेगी।       उप संचालक पी.के. वर्मा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह सर्वे टीम को पेट्रोलिंग कैम्प के लिए रवाना किया गया है। एक कैम्प में तीन वन्यजीव विशेषज्ञ रहेंगे। एक कैम्प में तीन विशेषज्ञों के अलावा बीटगार्ड व दो सुरक्षा श्रमिक को रखा गया है। साथ ही वाइल्ड लाइफ संस्था की मदद ली गई है। ये सर्वे टीम जंगल में ही वन श्रमिकों के साथ रहेगी। सुबह से पैदल चलकर तितलियां के रहवास वाली जगह में पहुंचेगी।       बांधवगढ़ में पहली बार तितलियों का सर्वेक्षण हो रहा है। इसके पूर्व यहां अनुमानित 70 से अधिक प्रजातियां पाई जाती थीं। इस सर्वे के बाद बांधवगढ़ में बाघ, हाथी जैसे विशालकाय जीव के अलावा यहां की जैवविविधता की खासियत को सभी के समक्ष लाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही वन व वन्य जीवों के प्रति जन जागरूकता का उद्देश्य भी है। एक बार मैपिंग हो जाने के बाद यह उपलब्धि भी जैवविविधता में जुड़ जाएगी।       क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व उमरिया गौरव चौधरी ने बताया कि अलग-अलग कैम्प में डब्ल्यूएनसी की टीमें हैं। वे कैम्प एरिया में जाकर देखेगी, किस क्षेत्र में तितली की कौन सी प्रजाति है। सर्वे के बाद तितली की बायोडायवर्सिटी क्या है, इसका एक रिकार्ड भी बनाया जाएगा। सर्वे का कार्य ऐप के माध्यम से किया जा रहा है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में इस बार मानसून जमकर बरसा है। बारिश की ओवरऑल स्थिति पर नजर डाले तो मंडला और सिवनी ऐसे जिले हैं, जहां सबसे ज्यादा बारिश हुई है। राजधानी भोपाल, निवाड़ी और सागर में भी 50 इंच से अधिक पानी गिर चुका है। प्रदेश में विदाई से पहले मानसून एक बार फिर बरसेगा। 24 सितंबर से प्रदेश में बारिश का एक और दौर शुरू होगा। जिससे पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग भीगेंगे। पश्चिमी हिस्से यानी, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में भी हल्की बारिश होगी।       मौसम विभाग के अनुसार, एक सिस्टम गुजरात और राजस्थान के ऊपर है, लेकिन यह स्ट्रॉन्ग नहीं है। इस वजह से बारिश का दौर नहीं रहेगा। कुछ जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 24 सितंबर से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा। इसके बाद प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर बन सकता है। इससे पहले प्रदेश में गरज-चमक, हल्की बारिश और धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटे (21 सितंबर) में उज्जैन, धार, इंदौर, खरगोन, शाजापुर, देवास, सीहोर, रायसेन, बैतूल में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है। दूसरी ओर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के बाकी जिलों में धूप निकलेगी।       शुक्रवार को मंडला और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश हुई, जबकि भोपाल में शाम को पानी गिरा। बाकी जिलों में गर्मी का असर देखने को मिला। खजुराहो में दिन का तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल, दमोह, नरसिंहपुर में तापमान 34 डिग्री के पार पहुंच गया। भोपाल में दिन में तीखी धूप खिली।       प्रदेश में ढाई सौ से ज्यादा डैम में से करीब 200 फुल हो चुके हैं। कई तो 8 से 10 बार गेट खुल चुके हैं। कोलार, केरवा, बरगी, अटल सागर समेत कई डैम अभी भी ओवरफ्लो है। आने वाले दिनों में तेज बारिश का दौर शुरू होने से डैम-तालाब फिर से छलक जाएंगे। शुक्रवार को इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, तवा, मोहनपुरा, हलाली, मड़ीखेड़ा, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई डैम में भी पानी का लेवल बढ़ा रहा।

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धमतरी । श्री रूद्रेश्वर महादेव संघ समिति बांसपारा कुकरेल एवं शिवभक्तों के तत्वावधान में धमतरी जिले के ग्राम कांटाकुर्रीडीह में 20 सितंबर से शिव महापुराण कथा का शुभारंभ हुआ। कथा के पहले दिन सिहोर वाले कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि आधे से ज्यादा मनुष्य भ्रम में जीता है कि मंदिर में भगवान शंकर में कुछ नहीं चढ़ाएंगे तो रूष्ट हो जाएगा, लेकिन सनातन धर्म में कहीं नहीं लिखा कि भगवान कभी रूष्ट नहीं होता है। बाप अपने बच्चों से कभी भी रूष्ट नहीं होता। भगवान शंकर में बेलपत्र चढ़ाओ या नहीं, पानी चढ़ाव या नहीं, कभी भी रूष्ट नहीं होता।   दिल से शिव का स्मरण करो, भजन व गुणगान कर रहे हो तो भगवान मिलेगा। भगवान शंकर के मंदिर में कभी भी संकोच से मत जाना। भगवान शंकर भोला है, जब चाहो, जब रिझाओ शिव मिल जाएगा। शंकर प्राप्त हो जाएगा। विश्वास व भरोसा से शंकर प्राप्त हो जाएगा। जितना अहंकार व अभिमान भीतर रहेगा, परमात्मा दूर रहेगा। पितृ पक्ष शुरू हो गई है। पितृपक्ष काफी शुभ होता है। इस पक्ष में लोग खरीदी-बिक्री समेत सभी कार्य कर सकते हैं। इस पक्ष में खरीदी करना काफी शुभ है, लेकिन सालों से लोगों के अंदर गलत धारणा चली आ रही है कि पितृ पक्ष में कोई भी कार्य करना अशुभ है, यह सच्चाई नहीं है। दिल से, विश्वास से करें हर कार्य बेहतर होता है, चाहे वह भजन-कीर्तन हो या अन्य। जीवन में सुख प्राप्त होता है।मदिरा और परायी स्त्री बर्बाद ही करेंगे। नशे के चक्कर में पुत्र, बेटी, पत्नी और परिवार को सम्मान नहीं मिलता। पत्नी को मायका में भी सम्मान नहीं मिलता। मां को सम्मान नहीं मिलता। लोग कहते हैं कि नशेड़ी का मां, बेटी, पत्नी, पुत्र जा रहे हैं। भगवान शंकर कभी भी नशा नहीं किया। लोगों में गलत धारणा है कि वह भांग पीता था, लेकिन शिवपुराण समेत किसी भी जगह इसका उल्लेख नहीं है। भगवान शंकर तो सिर्फ राम व कृष्ण के नशे में डूबे थे उनको किसी दूसरा नशा नहीं था। कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि छग् शासन व पुलिस प्रशासन नशामुक्ति अभियान चलाते हैं। जागरूकता कर रहे हैं, जो धन्यवाद के पात्र है। लोगों के भीतर नशा को दुनिया के कोई आदमी नहीं छुड़ा सकता, वह स्वयं दिल व मन से ही छोड़ सकता है। कथा सुनने पहले ही दिन से कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सुरक्षा के मद्देनजर व शांति व्यवस्था बनाए रखने पुलिस अधिकारी व जवान जगह-जगह तैनात रहे। शांतिमय ढंग से शिव महापुराण कथा जारी है। दूसरे दिन 21 सितंबर को कथा सुनने दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जो कथा स्थल व आसपास ठहरे हुए है। कथा सुनने के लिए पुष्पा ठाकुर, समिति के दीपक ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य खूबलाल धु्रव, वीरेन्द्र सिंह ठाकुर, बिंदेश्वरी ठाकुर, रूचि ठाकुर, नीति ठाकुर, कमल सिंह ठाकुर, रानी ठाकुर, गिरिश ठाकुर, दीपक लखोटिया, हेमराज सोनी, दिनेश देवांगन, कोमल पटेल, हरीश सिन्हा, काजल सिन्हा समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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इन्दौर । स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 " स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता" की थीम के साथ 15 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा अभियान में ग्रामीणों की सहभागिता, गंदगी वाले स्थानों की सफाई एवं स्वच्छताकर्मियों के सम्मान संबंधी तीन घटको पर कार्य किये जा रहे है। अभियान में जनजागरूकता के लिये, प्रचार प्रसार के लिये गाँवों में रैली, चौपाल तथा शालेय गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। अभियान में ग्रामीण सहभागिता के लिये गाँव के सार्वजनिक स्थलों, नदियों, घाट की श्रम दान के द्वारा सफाई आदि का प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिले की ग्राम पंचायत बूढ़ी बरलाई में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सिद्धार्थ जैन के नेतृत्व में सरपंच, सचिव एवं अधिकारी/ कर्मचारियों ने सामूहिक श्रमदान करते हुए सफाई कार्य किया।       स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के अंतर्गत आज जनपद पंचायत सांवेर के ग्राम पंचायत बूढ़ी बरलाई में क्षिप्रा नदी के किनारे वाले गाँवों के सरपंच एवं सचिव तथा उपयंत्री के लिये अपशिष्ट प्रबंधन विषय पर जिला पंचायत इन्दौर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 27 ग्राम पंचायतों के बड़ी संख्या में प्रतिभागी सम्मिलित हुए। प्रशिक्षण में जिला पंचायत सीईओ जैन द्वारा प्रतिभागियों को अपने गाँव के गंदे जल के उचित निपटान के लिये आवश्यक संरचनाएं बनाये जाने के लिए निर्देशित किया। प्रशिक्षण में तकनीकी मार्गदर्शन संस्था वाटर ऐड के चेतन अत्रे द्वारा दिया गया।       गांव में गंदगी व्याप्त वाले स्थानों को अभियान अंतर्गत सीटीयू (स्वच्छता लक्ष्य इकाई) के रूप में चिह्नित करते हुए सफाई की जाकर ग्रामीणों को स्वच्छता के लिये प्रेरित किया जायेगा।       कार्यशाला के पूर्व समस्त प्रतिभागियों के साथ जिला पंचायत सीईओ ने क्षिप्रा नदी के घाट पर पहुँचकर शिप्रा नदी घाट की सफाई कार्य में श्रमदान किया गया एवं कचरे, प्लास्टिक के ढेर को स्वयं श्रमदान कर हटाया गया। जिला पंचायत सीईओ जैन के नेतृत्व में ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, आश्रम के पुजारी, जनपद सीईओ कुसुम मण्डलोई सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं ग्रामीणों ने श्रमदान किया। श्रमदान के दौरान 3 सीटीयू से लगभग 1500 किग्रा कचरा एकत्र किया जाकर एकत्र कचरे को सेग्रीगेशन शेड पर पहुंचाया गया। जिला पंचायत सीईओ जैन ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान अवधि में पूरे जिले की ग्राम पंचायतों में सफाई आधारित गतिविधियों का संचालन होगा एवं चिंहित 540 स्थलों को इस अवधि में स्वच्छ कर इन्हें सुंदर भी बनाया जायेगा।       श्रमदान गतिविधि के बाद जिला पंचायत सीईओ जैन ग्राम बूढ़ी बरलाई स्थित स्कूल पहुंचे। यहां पर बच्चों के द्वारा स्वच्छता आधारित ड्रॉइंग तैयार की गई थी, जिसका उन्होंने अवलोकन कर बच्चों को प्रोत्साहित किया। जैन ने बच्चों को दैनिक जीवन में स्वच्छता अपनाने एवं अपने परिवार को भी इसे अपनाने के बारे में समझाइश भी दी। इस अवसर पर शाला के सभी बच्चों को हाथ धोने के महत्व को समझाने के लिये हाथ धोने के सही तरीके का डेमो भी दिया गया एवं स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के अंतर्गत 21 सितंबर को कबाड़ से जुगाड़ थीम अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन इन्दौर जनपद के ग्राम पंचायत बांक के कचरा पृथक्करण केन्द्र पर किया जायेगा। जिसमें लगभग 50 स्वच्छाग्राही सम्मिलित होंगे। प्रतिभागियों को प्लास्टिक के रीयूज के द्वारा सुंदर स्ट्रक्चर कैसे बनाये जा सकते है एवं कबाड़ का उपयोग कैसे कर सकते है का प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के बाद ये स्वच्छाग्राही अन्य सेग्रीगेशन शेड पर लोगों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे एवं कबाड़ के जुगाड़ से प्लास्टिक का रीयूज करने के संबंध में जागरूक करेंगे।

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भोपाल । राजधानी भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान वन विहार-जू की एकमात्र सफेद बाघिन अब नहीं रही। बताया जा रहा कि पिछले कुछ समय से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी और व दो दिन से खाना नहीं खा रही थी। गुरुवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सफेद बाघिन रिद्धि की उम्र 15 साल थी।       जानकारी के अनुसार, चार साल की उम्र में रिद्धि को इंदौर के जू से वन विहार में 28 दिसंबर 2013 में लाया गया था। तब से वह वन विहार में टूरिस्ट्स के लिए आकर्षण का केंद्र थीं। टूरिस्ट खासतौर पर सफेद बाघिन को देखने आते थे। वन विहार में उसे डिस्प्ले वार्ड में रखा गया था। वह इंदौर जू से आदान-प्रदान योजना के तहत वन विहार में लाई गई थी।       बताया गया कि सफेद बाघिन रिद्धि की 18-19 सितंबर की रात में मौत हुई। गुरुवार सुबह वह अपने हाउस में बेहोश पड़ी मिली। वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता ने जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया गया। इससे पहले बुधवार को वह अपने हाउसिंग में सामान्य हालत में ही थी। वन विहार प्रबंधन के अनुसार, पिछले दो दिन से रिद्धी ने अपना नियमित भोजन नहीं लिया था। हालांकि, ऐसा वह सामान्य रूप से अक्सर करती रही है।       बाघिन का पोस्टमार्टम वन विहार के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता, सहायक वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. हमजा नदीम फारूखी, वाइल्ड लाइफ एसओएस डॉ. रजत कुलकर्णी ने संयुक्त रूप से किया। मृत्यु का कारण वृद्धावस्था के कारण अंदरूनी अंगों का काम न करना पाया गया। मृत सफेद बाघिन का सैंपल जुटाकर परीक्षण के लिए स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक हेल्थ जबलपुर भेजे गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद मृत बाघिन का नियमानुसार वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में वन संरक्षक भोपाल वृत भोपाल, संचालक वन विहार एव अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति में दाह संस्कार किया गया।       वन विहार के डिप्टी डायरेक्टर एसके सिन्हा ने बताया कि वन विहार में अब 15 बाघ बचे हैं। अमूमन जंगल में रहने वाले एक स्वस्थ्य बाघ की उम्र 12 से 13 साल तक रहती है। जू में उनकी उम्र 15-16 साल तक होती है। ऐसे में रिद्धि अच्छी जी ली। हालांकि, सफेद बाघ ज्यादा स्वस्थ्य नहीं होते हैं। जीन में परिवर्तन की वजह से यह सफेद होते हैं।        

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रायसेन । लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग कर रही जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने गुरुवार काे परेशान हो कर आंदोलन की राह पकड़ ली है। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा है।    ज्ञापन देने के लिए बड़ी संख्या में जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दो किमी पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंची। जिला मुख्यालय पर एकत्र हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल कर जमकर नारेबाजी की। फिर कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।उन्हाेंने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहलेपूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रत्येक साल वेतन बढ़ाने की घोषणा की थी। आश्वासन के बाद तब आंदोलन को विराम किया गया था। साथ ही एक जुलाई से इसका एरियर देने के निर्देश दिए थे। लेकिन रायसेन जिले के महिला बाल विकास अधिकारी एरियर नहीं दे रहे। वादा पूरानहींहाेनेकेबादअबकार्यकर्ताआेंमेंआक्राेशबढ़गयाहै।उनकाकहना है कि, अधिकारी से शिकायत करो तो वह अभद्र व्यवहार करते हैं। अधिकारी ने अगस्त से एरियर देने की बात कही थी, जबकि जुलाई से एरियर देना है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रदेश के 55 जिलों में वेतन की बढ़ी राशि दी जा रही है, लेकिन रायसेन जिले में बढ़ी हुई राशि का एरियर नहीं दिया जा रहा।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में अब मानसून की गतिविधियों पर ब्रेक लग गया है। बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम कमजोर पड़ने से प्रदेश में 22 सितंबर तक तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। आज गुरुवार को प्रदेश के ज्यादातर जिलों में धूप खिलेगी। प्रदेश में अब तक औसत 41.7 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 12 प्रतिशत अधिक है। भोपाल, मंडला, सिवनी, श्योपुर, सागर और निवाड़ी ऐसे जिले हैं, जहां 50 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। दूसरी ओर, इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग पिछड़े हुए हैं। यहां के ज्यादातर जिले सामान्य बारिश से काफी पीछे हैं।       मौसम विभाग के अनुसार, एक सप्ताह से लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की एक्टिविटी रही। इस वजह से प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का दौर बना रहा, लेकिन अब सिस्टम आगे बढ़ गया है। 22 सितंबर तक कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। इससे पहले बुधवार को प्रदेश के पूर्वी-उत्तरी हिस्से में तेज बारिश हुई। ग्वालियर, भिंड, टीकमगढ़ समेत 12 जिलों में पानी गिरा।       जबलपुर संभाग का मंडला जिला सबसे ज्यादा बारिश वाले जिलों में अव्वल है। यहां 57 इंच से अधिक पानी गिर चुका है। सिवनी में 54 इंच, श्योपुर में 51 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जिले भी शामिल हैं।       बुधवार को जबलपुर के बरगी डैम के 9 गेट खोल दिए गए। टीकमगढ़ का वैसली जलाशय फुल टैंक लेवल को क्रॉस कर गया। भोपाल के पास कोलार डैम भी फुल हो गया। कलियासोत, केरवा और भदभदा डैम में भी पानी का लेवल बढ़ा। इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, तवा, मोहनपुरा, हलाली, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई बांधों में भी पानी का लेवल बढ़ गया।

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इन्दौर । इंदौर की गौरवशाली परम्परा के रूप में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात अनन्त चतुर्दशी चल समारोह पूर्ण श्रद्धा, आस्था एवं अपार उत्साह-उमंग और व्यापक जनभागीदारी के साथ सम्पन्न हुआ। नागरिकों ने इस उत्सव के प्रति अपनी सक्रिय सहभागिता निभाते हुये शहर की परम्परा को अपार उत्साह और उमंग के साथ आगे बढ़ाया। रातभर जोश और उल्लास के साथ चल समारोह में निकली नयनाभिराम झाँकियों और अखाड़ों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने हजारों लोगों का मन मोह लिया। जिला प्रशासन द्वारा गठित झाँकी तथा अखाड़ा निर्णायक समितियों द्वारा पुरस्कार के लिये सर्वसम्मति से श्रेष्ठ झाँकियों और अखाड़ों का चयन किया गया। झांकी में हुकमचंद मिल की श्रीकृष्ण और इंद्र देवता का युद्ध झांकी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसी तरह अखाड़ों में चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला और छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला को प्रथम स्थान मिला। इसी तरह महिला वर्ग का विशेष पुरस्कार रामनाथ गुरू शस्त्र कला व्यायामशाला को दिया गया।       कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को चल समारोह सुचारू रूप से सम्पन्न होने पर इंदौर के नागरिकों, व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों, झाँकी आयोजकों और अखाड़ों के सदस्यों तथा मीडियाकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।       झाँकी निर्णायक समिति द्वारा अनुशंसित निर्णय   - प्रथम पुरस्कार - हुकमचंद मिल- (श्रीकृष्ण और इंद्र देवता का युद्ध)   - द्वितीय पुरस्कार - राजकुमार मिल- (मोटू पतलू की जोड़ी) और कल्याण मिल- (राष्ट्रीय एकता का संदेश)   - तृतीय पुरस्कार - मालवा मिल- (श्रीकृष्ण द्वारा माखन चोरी)   - विशेष पुरस्कार - स्वदेशी मिल- (कुंभकरण को जगाने का प्रयास) और होप टेक्सटाइल भण्डारी मिल- (पुत्र गणेश को जीवित देखकर माँ पार्वती आंनद मग्न हुई)       प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी परम्परा के निर्वहन में दिये जा रहे मिलों के महत्वपूर्ण योगदान के मद्देनजर पुरस्कार चयन में केवल मिलों की झांकियों को ही शामिल किया गया था।       अखाड़ों के पुरस्कार   चल समारोह में अखाड़ों तथा व्यायाम शालाओं के युवाओं द्वारा हैरत अंगेज प्रदर्शन तथा करतब दिखाये गये। शस्त्र कला की विधा को अखाड़ों तथा व्यायामशालाओं के कलाकारों ने इतनी विविधताओं तथा बारीकियों के साथ प्रस्तुत किया कि दर्शक देखते रह गये। निर्णायक समिति ने इस बार दो विधाओं बंदिश तथा बल्लम (भाला) वर्ग में सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार के लिये अखाड़ों का चयन किया। अखाड़ा निर्णायक समिति द्वारा इन प्रस्तुतियों की उत्कृष्टता के आधार पर निम्नानुसार निर्णय अनुशंसित किये गये हैं।       बंदिश वर्ग   - प्रथम - चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला   - द्वितीय - हीरालाल उस्ताद व्यायामशाला और महावर कोली समाज व्यायाम शाला   - तृतीय - सार्वजनिक अहिरवार चैतन्य व्यायामशाला   - विशेष - - चिमनलाल उस्ताद व्यायाम शाला       बल्लम(भाला) वर्ग   - प्रथम - छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला   - द्वितीय - ब्रजलाल उस्ताद व्यायामशाला शंकरगंज और बिंदा गुरू व्यायामशाला   - तृतीय - बाबूसिंह उस्ताद व्यायामशाला   - विशेष - गुरू रविदास व्यायामशाला   - महिला वर्ग विशेष- रामनाथ गुरू शस्‍त्र कला व्यायामशाला       बालक वर्ग   - प्रथम - कार्तिक राजपूत (लोधी पंच व्यायामशाला)   - द्वितीय - आशीष कदम(पवन पुत्र व्यायामशाला तिल्लौर) तथा - प्रिंस यादव (गुरूदास व्यायामशाला बड़ा गणपति)   - तृतीय - सुदर्शन( मुलचंद उस्ताद व्यायामशाला)   - विशेष - धीरज कौशल (गाजी गुरू व्यायामशाला)       बालिका वर्ग   - प्रथम - प्रतिष्ठा हार्डिया (एकलव्य व्यायामशाला)   - द्वितीय - दिशा गाजरिया (महावीर व्यायामशाला इतवारिया बाजाार) तथा जिया यादव (डमरू उस्ताद व्यायामशाला)   - तृतीय - आयुषी वर्मा (कल्लन गुरू व्यायामशाला)   - विशेष - क्रिजंल प्रजापत (गुरू मोहन सिंह उस्ताद व्यायामशाला)  

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भोपाल । नगर निगम द्वारा सड़कों, फुटपाथों सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही निरंतर जारी है। इसी क्रम में निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने नर्मदापुरम रोड, मान सरोवर काम्प्लेक्स, शिवाजी नगर, एम.पी.नगर, शाहपुरा आदि क्षेत्रों में कार्यवाही करते हुए अवैध रूप से खड़े किए गए ठेले, काउंटर आदि को हटाया और ठेलों सहित अन्य सामग्री जप्त की। निगम अमले ने मानसरोवर काम्प्लेक्स के पास सर्विस लेन से भी अतिक्रमण को हटाकर आवागमन को सुगम बनाया।       निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन द्वारा अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही सख्ती के साथ करने के निर्देशों के परिपालन में निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने बुधवार को नर्मदापुरम रोड, मान सरोवर काम्प्लेक्स, 07 नंबर स्टाप, षिवाजी नगर, शाहपुरा आदि क्षेत्रों में सड़कों के किनारे, फुटपाथ आदि पर अवैध रूप से लगाए गए ठेले, काउंटर, छप्पर आदि को हटाया और ठेले, काउंटर, मेज, त्रिपाल सहित अन्य प्रकार की सामग्री जप्त की। इसके अतिरिक्त निगम अमले ने मान सरोवर काम्प्लेक्स क्षेत्र में सर्विस लेन में किए गए अतिक्रमणों को हटाकर आवागमन को सुगम बनाया।  

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ की वजह से बारिश का सिलसिला जारी है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग में एक्टिव हुआ स्ट्रॉन्ग सिस्टम अब आगे बढ़ गया है। अब नए सिस्टम के एक्टिव होने तक प्रदेश में हल्की बारिश, तेज धूप और छांव वाला मौसम रहेगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भिंड, मुरैना, श्योपुर और शिवपुरी में तेज बारिश की संभावना जताई है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है। दूसरी ओर, नीमच, मंदसौर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और अनूपपुर में तेज धूप निकलने के आसार हैं।   मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और मानसून ट्रफ की वजह से प्रदेश में बारिश हो रही है। अब यह सिस्टम आगे बढ़ गया है। इससे बारिश की एक्टिविटी कम हो जाएगी। मंगलवार को प्रदेश के 24 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। रीवा में सबसे ज्यादा 4 इंच पानी गिर गया। सीधी में 3 इंच, सतना में 2 इंच, सागर में सवा इंच, मंडला में 1 इंच, ग्वालियर, नरसिंहपुर में पौन इंच बारिश हुई। जबलपुर, दमोह और जबलपुर में आधा इंच के करीब पानी गिरा। धार, गुना, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, खजुराहो, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया, बालाघाट जिलों में भी बारिश का दौर बना रहा। रात में कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा।   बारिश होने से प्रदेश के डैम और तालाब फिर छलक उठे हैं। मंगलवार को बालाघाट के बावनथड़ी बांध के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, केरवा, कलियासोत, कोलार, भदभदा, तवा, बरगी, मोहनपुरा, हलाली, मड़ीखेड़ा, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई डैम में भी पानी का लेवल बढ़ गया है।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में चीता परियोजना को शुरू हुए आज दो साल पूरे हो गए। आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए चीतों को नेशनल पार्क में छोड़ा था। केंद्रीयमंत्री भूपेंद्र यादव ने एक वीडियो जारी करी आने वाले दिनों में और चीता लाने की बात कही है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए कहा कि दो साल पहले हमने लगभग 70 वर्षों के बाद भारत में चीतों को फिर से लाने के लिए एक ऐतिहासिक यात्रा शुरू की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी परिकल्पित यह परियोजना विश्वस्तर पर एक अग्रणी प्रयास है, जो खोई हुई वन्यजीव आबादी और पारिस्थितिकी तंत्र को सफलतापूर्वक बहाल करने की आशा का प्रतीक है। यह कोई आसान रास्ता नहीं है। आवास समायोजन से लेकर जंगल में शावकों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने तक कई चुनौतियों पर काबू पाया गया।   उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया इन चीतों के शावकों को उनके प्राकृतिक आवास में फलते-फूलते देख रही है, हम न केवल उनके अस्तित्व का जश्न मनाते हैं, बल्कि इन विशाल प्रयासों में शामिल सभी लोगों के लचीलेपन और समर्पण का भी जश्न मनाते हैं। यह हमारे पारिस्थितिक तंत्र में संतुलन बहाल करने की शुरुआत है।आगे कई और मील के पत्थर हैं। उल्लेखनीय है कि आज से ठीक दो साल पहले 17 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ा था। इनमें पांच मादा और तीन नर चीते शामिल थे। फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीतों को लाया गया था। आज चीतों की संख्या 24 हो गई है।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में इस बार मानसून ने जमकर बारिश की है। अब तक प्रदेश में 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 8 प्रतिशत ज्यादा है। भोपाल, ग्वालियर समेत 35 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। यहां 100 से 195 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। श्योपुर सबसे अव्वल है। यहां सामान्य की दोगुनी यानी 195 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ की वजह से अगले 24 घंटे भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, जबलपुर, चंबल समेत 8 संभागों में तेज बारिश की संभावना है। मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग में बूंदाबांदी के आसार हैं।   मौसम विभाग के अनुसार, डीप डिप्रेशन की वजह से बारिश की संभावना बनी है। हालांकि, यह आगे डिप्रेशन में बदल जाएगा। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इन तीनों सिस्टम की वजह से अगले 2 दिन बारिश का दौर बना रहेगा। पिछले 24 घंटे में जबलपुर में 4 इंच, सागर में पौने दो इंच, टीकमगढ़ में सवा इंच बारिश हो गई। इसी तरह दमोह-रीवा में सवा इंच, मलाजखंड में पौन इंच, सीधी में 1 इंच, मंडला में पौन इंच, नरसिंहपुर में आधा इंच, सिवनी में पौन इंच पानी गिरा। नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।   इस बार सबसे ज्यादा पानी मंडला में गिरा है। यहां अब तक 55.6 इंच पानी बरस चुका है। 4 जिले- सीहोर, छतरपुर, शाजापुर और शहडोल ऐसे हैं, जहां 96 से 100 प्रतिशत तक पानी गिरा है। यह कैटेगिरी सामान्य बारिश के दायरे में आती है। हालांकि, बारिश की एक-दो तेज झड़ी लगते ही इनमें भी 100 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाएगी। अभी रीवा जिला सबसे पीछे है। यहां सामान्य का 61.47 प्रतिशत यानी 24 इंच पानी ही गिरा है। मध्यप्रदेश में करीब 282 में से 200 से ज्यादा डैम इस बार भर गए हैं। इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, केरवा, कलियासोत, कोलार, भदभदा, तवा, बरगी, मोहनपुरा, हलाली, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई बांधों के गेट खुल चुके हैं।

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भोपाल । राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने मंगलवार को पूर्व स्पेशल डीजी विजय यादव को मध्यप्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ सूचना आयुक्त उमाशंकर पचौरी (शिक्षाविद), वंदना गांधी (समाजसेवी) और ओमकार नाथ (सेवानिवृत्त जज) ने भी शपथ ली। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे।       शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में हुआ। शपथ ग्रहण के बाद सीएम ने मुख्य सूचना आयुक्त का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बता दें कि मप्र राज्य सूचना आयोग में लंबे समय के बाद मुख्य सूचना आयुक्त और तीन सूचना आयुक्तों की नियुक्तियां हुई हैं। समारोह में सबसे पहले विजय यादव को शपथ दिलाई गई। इसके बाद सूचना आयुक्त के रूप में वंदना गांधी, उमाशंकर पचौरी और आखिर में ओमकार नाथ को शपथ दिलाई गई। प्रदेश में मुख्य सूचना आयुक्त के अलावा 10 सूचना आयुक्त के पद स्वीकृत हैं, लेकिन कभी पूरे नहीं भरे गए। मार्च 2024 से सभी पद रिक्त हैं, जिसके कारण द्वितीय अपील और शिकायतों पर निर्णय नहीं हो पा रहे हैं। लगभग 16 हजार मामले लंबित हो चुके हैं       गौरतलब है कि पिछले 5 महीनों से सूचना आयोग में सभी पदों के खाली होने को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई थी। जिसके बाद पिछले सोमवार को नियुक्ति के लिए मंत्रालय में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक बुलाई गई थी। इसमें मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए 59 और सूचना आयुक्त पद के लिए प्राप्त 185 आवेदनों पर चर्चा हुई थी। रिटायर्ड स्पेशल डीजी विजय यादव को मुख्य सूचना आयुक्त और उमाशंकर पचौरी (शिक्षाविद), वंदना गांधी (समाजसेवी) और ओमकार नाथ (सेवानिवृत्त जज) का चयन सूचना आयुक्त के लिए हुआ था।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पास मिसरोद-मंडीदीप रेलवे स्टेशन के बीच सोमवार को एक मालगाड़ी के चार पहिए पटरी से उतर गए।भोपाल से रेलवे की तकनीकी टीम मौके पर पहुंची और पहियों को वापस पटरी पर लाने के काम में जुट गई है। बताया जा रहा है कि पहियों को ट्रैक पर लाने में 8 से 10 घंटे लग सकते हैं। हालांकि, यातायात पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है।   रेलवे अधिकारियों ने बताया कि भोपाल से सोमवार को दोपहर 12.45 बजे मालगाड़ी इटारसी के लिए रवाना हुई थी। इस वक्त मिसरोद और मंडीदीप के बीच इंजीनियरिंग विभाग का कासन (ट्रेन की स्पीड नापना) चल रहा है। मालगाड़ी कासन की जगह पर ही मालगाड़ी डिरेल हो गई। गाड़ी की चार बोगी के पहिए पटरी से नीचे उतर गए। पहिए उतरने की वजह साफ नहीं हुई है, लेकिन रेलवे की टीम पहियों को पटरी पर लाने के काम में जुटी हुई है।   रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक यह एक पॉर्सल ट्रेन है और इसके बंद डिब्बों में टू-व्हीलर, फोर-व्हीलर या अन्य सामान ले जाया जाता है। यहां तीन ट्रैक होने के कारण रेल यातायात बाधित नहीं हो रहा है। पहियों को पटरी पर लाने का काम तुरंत शुरू कर दिया है। जल्द ही ट्रैक क्लियर होगा।

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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए बुधवार, 18 सितंबर का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन चंद्रमा से जुड़ी दो खगोलीय घटनाएं दिखने जा रही हैं। सुबह 6 बजकर 11 मिनिट पर पश्चिम में अस्‍त होता हुआ चंद्रमा कुछ मिनट के लिए उपछाया ग्रहण के साए में रहेगा तो वहीं शाम को पूर्व में उदित होकर यह सुपरमून के रूप में ज्‍यादा बड़ा और चमकीला नजर आएगा।       नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने सोमवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को देश एवं मध्‍य प्रदेश के पश्चिमी भागों में सुबह जब चंद्रमा पश्चिम में अस्‍त होने वाला होगा, तब वह कुछ मिनट के लिए वह उपछाया ग्रहण के साये में रहेगा। चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्‍वी के आ जाने से चंद्रमा इस समय पृथ्‍वी की उपछाया वाले भाग में होगा, जिससे उसकी चमक में मामूली कमी आएगी। खाली आंखों से देखने पर तो इसे महसूस नहीं किया जा सकता लेकिन टेलिस्‍कोप से इसे देखा जा सकता है।       उन्होंने बताया कि मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन, देवास, इंदौर, रतलाम, धार, बड़वानी, झाबुआ, खरगौन, नीमच आदि जिलों में कुछ मिनट तक उपछाया चंद्रग्रहण की यह खगोलीय घटना होगी। प्रदेश के बाकी भागों में सुबह सूर्य उदित हो जाने और चंद्रमा के अस्‍त हो जाने से इसे नहीं देखा जा सकेगा।       सारिका ने बताया कि शाम को पूर्व में जब चंद्रमा उदित होगा, तब पृथ्‍वी से इसकी दूरी कम होकर मात्र तीन लाख 57 हजार 286 किलोमीटर रह जाएगी। पृथ्वी के पास आ जाने के कारण चंद्रमा अपेक्षाकृत बड़ा और अधिक चमकीला दिखेगा और सुपरमून कहलाएगा। खगोल विज्ञान में इसे कार्नमून तथा हार्वेस्‍ट मून भी नाम दिया गया है। इसे पूरे देश में देखा जा सकेगा।  

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भाेपाल । सीहाेर जिले के इछावर में साेमवार सुबह एक तेज रफ्तार रेत से भरे डंपर ने भैसाें के झुंड काे राैंद दिया। हादसे में तीन भैसाें की माैके पर ही माैत हाे गई, जबकि करीब सात भैंसें गंभीर रूप से जख्मी है। इधर हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणाें ने चक्काजाम कर दिया। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश देकर चक्काजाम खुलवाने के प्रयास कर रही है।       जानकारी अनुसार मामला नादान घाट स्थित सनकोटा घाट का है। जहां नसरुल्लागंज की और से तेज रफ्तार से आ रहा रेत से भरे डंपर ने मवेशियों को टक्कर मार दी। जिसमें 3 भैंस की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं 7 भैंस गंभीर रूप से जख्मी है। घटना से गुस्साए मवेशी के पालकों ने सड़क पर चक्काजाम कर विरोध करना शुरू कर दिया है। तीन घंटे से लगे जाम के कारण नसरुल्लागंज, सीहोर सहित अन्य जगह से आने-जाने वाली बसें सहित अन्य वाहन घंटों से खड़े हैं। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण मुआवजा की मांग कर रहे हैं। प्रशासन की समझाइश के बाद भी हाईवे पर जाम लगा हुआ है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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सीहोर । जब भी भक्त मदद के लिए भगवान को याद करता है, चाहे वह किसी भी योनि का हो, गजेद्र को भगवान ने बचाया, द्रौपती की मदद भगवान कृष्ण ने की। भगवान भाव के भूखे है, सच्चे दिल की पुकार सुनते हैं। एक हाथी की पुकार सुनकर भगवान दौड़े आए, हाथी मनुष्य नहीं जीव था। दिल से पुकारना और दिखावें से पुकारने में अंतर है। गजेंद्र मोक्ष कथा आती है, जब भगवान अपने भक्त के बुलाने पर नंगे पांव भागे चले आए। जैसे एक मां अपने बच्चे की पुकार सुनकर आती है। उसी प्रकार भगवान है।   यह विचार शहर के बड़ा बाजार में अग्रवाल महिला मंडल के तत्वाधान में जारी सात दिवसीय भागवत कथा के चौथे दिन रविवार को प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा। रविवार को कथा के दौरान आस्था और उत्साह के साथ भगवान श्रीराम और भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर समधुर भजनों की प्रस्तुति दी। यहां पर कथा का श्रवण करने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने से बड़ा बाजार छोटा पड़ गया है। लोगों ने भी अपने घरों के दरबाजे भक्तों के लिए खोल दिए और पूरे आदर के साथ कथा का श्रवण किया। शाम को श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था विठलेश सेवा समिति के द्वारा की गई।   पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि किसी भी योनि का जीव भगवान को प्राप्त कर सकता है। जिस तरह गजेंद्र नामक हाथी जब तालाब में स्नान कर रहा था तब मगरमच्छ ने उसका पांव पकड़ लिया, मदद की पुकार पर कोई नहीं आया तो भगवान ने उसकी मदद की। इस प्रकार भगवान को प्राप्त करने के लिए जीव योनि का कोई महत्व नहीं, उच्च योनि से लेकर निम्न योनि तक का कोई भी जीव भगवद् प्राप्ति कर सकता है। हाथियों का परिवार रहता था, गजेंद्र हाथी इस परिवार का मुखिया था। एक दिन घूमते-घूमते उसे प्यार लगी, परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ही गजेंद्र पास के ही एक सरोवर से पाने पी कर अपनी प्यास बुझाने लगा। लेकिन तभी एक शक्तिशाली मगरमच्छ ने गजराज के पैर को दबोच लिया और पाने के अंदर खीचने लगा। मगर से बचने के लिए गजराज ने पूरी शक्ति लगा दी लेकिन सफल नहीं हो सका, दर्द से गजेंद्र चीखने लगा। गजेंद्र की चीख सुनकर अन्य हाथी भी शोर करने लगे, इन्होंने भी गजेंद्र को बचाने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। गजेंद्र जब सारे प्रयास करके थक गया और उसे अपना काल नजदीक आते दिखाई देने लगा तब उसने भगवान विष्णु का स्मरण किया और उन्हें पुकारने लगा। अपने भक्त की आवाज सुनकर भगवान विष्णु नंगे पैर ही गरुण पर सवार होकर गजेंद्र को बचाने के लिए आ गए।   राजा बलि और वामन देव की कथा की सीख, जब कोई अच्छा काम कर रहा हो तो उसे रोके नहीं पंडित मिश्रा ने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति अच्छा काम कर रहा हो तो उसे रोकना नहीं चाहिए। इस कहानी में शुक्राचार्य राजा बलि को दान करने से रोक रहे थे, जब हम किसी को अच्छे काम करने से रोकते हैं तो हमारी परेशानियां बढ़ती हैं। अच्छे काम करना भी पूजा-पाठ करने की तरह ही है। हमें भी नेक काम करते रहना चाहिए। आपका मन कर रहा है किसी को दान करने का तो तत्काल कर दे, इसके विषय में किसी से राय लेने की आवश्यकता नहीं, अच्छे कार्य को तुरंत करना चाहिए। भागवत कथा सुनना और भगवान को अपने मन में बसाने से व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन आता है। भगवान हमेशा अपने भक्त को पाना चाहता है। जितना भक्त भगवान के बिना अधूरा है उतना ही अधूरा भगवान भी भक्त के बिना है। भगवान ज्ञानी को नहीं अपितु भक्त को दर्शन देते हैं और सच्चे मन से ही भगवान प्राप्त होता है। वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ तथा अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता और यह भी बताया कि यह धनसंपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करों। उन्होंने कहा कि अहंकार, गर्व, घृणा से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। यदि हम संसार में पूरी तरह मोहग्रस्त और लिप्त रहते हुए सांसारिक जीवन जीते है तो हमारी सारी भक्ति एक दिखावा ही रह जाएगी।   अग्रवाल महिला मंडल की अध्यक्ष ज्योति अग्रवाल ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी लगातार 25 वें वर्ष पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के पांचवे दिवस सोमवार को गोवर्धन पूजन और छप्पन भोग लगाया जाएगा। कथा दोपहर दो बजे से आरंभ होती है।    

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में इस बार मानसून ने पूरे प्रदेश को तरबदर कर दिया है। एक बार फिर बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम रविवार से एक्टिव हो रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 3 दिन तक मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में भारी बारिश होगी। वहीं, आज रविवार को सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट और मैहर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।       मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) एक्टिव हो गया है। यह आगे बढ़ रहा है। अगले 24 घंटे के दौरान यह मध्यप्रदेश में छा जाएगा। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है। इस वजह से भारी बारिश का अलर्ट है। हालांकि 18 सितंबर से प्रदेश में बारिश की एक्टिविटी घट जाएगी। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा में भी तेज बारिश की संभावना जताई है। जबकि इंदौर-उज्जैन संभाग में धूप खिली रहेगी। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग में हल्की गरज-चमक और धूप-छांव वाला मौसम रहेगा।       पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के चार जिले इंदौर, सागर, सीधी और छतरपुर में बारिश हुई। सबसे ज्यादा पानी सीधी में पौन इंच, छतरपुर जिले के खजुराहो में आधा इंच पानी गिरा। इंदौर, सागर और नौगांव में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल के पास कोलार डैम का रविवार सुबह 8 बजे एक गेट खोल दिया गया। डैम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया कि डैम में पानी की आवक हो रही है, इसलिए यह फुल हो गया है।       भोपाल, ग्वालियर समेत 35 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। यहां 100 से 195 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। एमपी में अब तक औसत 40.4 इंच बारिश हो चुकी है। श्योपुर सबसे अव्वल है। यहां सामान्य की दोगुनी यानी, 195 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा पानी मंडला में गिरा है। यह पहले नंबर पर है। यहां अब तक 55.6 इंच पानी बरस चुका है। 4 जिले- सीहोर, छतरपुर, शाजापुर और शहडोल ऐसे हैं, जहां 96 से 100 प्रतिशत तक पानी गिरा है। यह कैटेगिरी सामान्य बारिश के दायरे में आती है। अभी रीवा जिला सबसे पीछे है। यहां सामान्य की 61.47 प्रतिशत यानी, 24 इंच पानी ही गिरा है।  

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जबलपुर । सिहोरा थाना अंतर्गत एक बाइक में सवार निजी फाइनेंस बैंक कर्मी शनिवार फील्ड पर जा रहे थे, जो फोन पर बात करते हुए खड़े ट्रक में पीछे से जा घुसे, जिसमें बाइक चालक की हालत गंभीर है।       सिहोरा थाना अंतर्गत NH30 उल्दना बड़खेरा में दो दिनों से खड़े ट्रक क्रमांक MH 40 BG 5616 में उत्कर्ष फाइनेंस के कर्मचारी पीछे से स्वयं जा घुसे जिसमे प्रकाश नामदेव को सीने और नाक में चोटे आई हैं जिन्हें गंभीर हालत में सिविल अस्पताल सिहोरा ले जाया गया, जबकि साथी दीपक कुमार को भी चोटे आई हैं । यह हादसा शनिवार सुबह 9 बजे उल्दना ब्रिज के ऊपर हुआ है जिसमें सिहोरा से सुबह से फील्ड में जा रहे बैंक कर्मी भिड़ गए हेलमेट लगाए होने की वजह से बची जान।  

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अशोकनगर । जिले के सहराई थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात एक कच्चा मकान भरभराकर गिर गया। हादसे में घर के अंदर साे रहा आदिवासी परिवार नीचे दब गया। परिवार के सात लाेगाें में छह घायल हुए है। युवक ने कडी मशक्कत के बाद अपनी पत्नी आैर बच्चाें काे बाहर निकाला आैर गांव वालाें काे सूचित कर सभी काे अस्पताल पहुंचाया।       जानकारी अनुसार घटना सहराई थाना क्षेत्र के चिरौली गांव में शुक्रवार की रात करीब 11:30 बजे की है। बलवीर आदिवासी गांव से एक किलोमीटर दूर कच्चे घर में रहता था। उसके घर के ऊपर फारसियों के टुकड़े चढ़े हुए थे। कुछ दिनों पहले क्षेत्र में हुई अति बारिश के कारण कच्चे घर की दीवार गीली हो चुकी थी। इसी दौरान धीरे-धीरे घर की दीवार धसक गई और शुक्रवार रात अचानक से सोते समय परिवार के ऊपर पूरा घर गिर गया। मलबे में दबाने के कारण बलवीर पुत्र कंछेदी आदिवासी 35 साल उसकी पत्नी राजबाई आदिवासी (32), बच्चों में अरविंद (10), अरुण (8), सुमन (5) साल व प्रदीप (2) घायल हुए हैं। हालांकि एक और छोटा बच्चा सही सलामत है। बालवीर ने एक-एक कर सभी लोगों को मलबे से बाहर निकाला और वह गांव में पहुंचा। जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से सभी को मुंगावली सिविल अस्पताल पहुंचाया, कुछ लोगों की हालत गंभीर होने पर सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां पर उनका उपचार चल रहा है।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में इस बार अच्‍छी बारिश हुई। प्रदेश में सामान्य बारिश से ज्यादा पानी गिर चुका है। शुक्रवार तक की स्थिति में औसत 37.3 इंच के मुकाबले 40.4 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया के एक्टिव होने से मध्यप्रदेश में 16-17 सितंबर से फिर बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। आज शनिवार को भोपाल, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, उज्जैन, राजगढ़, अशोकनगर, बुरहानपुर, बैतूल में तेज धूप खिलेगी। जबकि ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति रह सकती है। 15 सितंबर को भी यही स्थिति बनी रह सकती है।       बारिश के मामले में श्योपुर सबसे अव्वल है। यहां सामान्य की दोगुनी यानी, 195 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। यदि सबसे ज्यादा पानी बरसने वालों की बात करें तो मंडला पहले नंबर पर है। यहां अब तक 55.6 इंच पानी बरस चुका है। 4 जिले- सीहोर, छतरपुर, शाजापुर और शहडोल ऐसे हैं, जहां 96 से 100 प्रतिशत तक पानी गिरा है। यह कैटेगिरी सामान्य बारिश के दायरे में आती है। बारिश के मामले में अभी रीवा जिला सबसे पीछे है। यहां सामान्य की 61.47 प्रतिशत यानी, 24 इंच पानी ही गिरा है। हालांकि, 16-17 सितंबर से जो सिस्टम हो रहा है। मौसम विभाग की माने तो 2-3 दिन बाद पूर्वी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है। ऐसे में जो जिले पीछे चल रहे हैं, वे भी आगे निकल सकते हैं।       इससे पहले शुक्रवार को प्रदेश के 4 जिले- भोपाल, नर्मदापुरम, सीधी और उमरिया में हल्की बूंदाबांदी हुई। दूसरी ओर, रीवा में दिन का तापमान 33 डिग्री और ग्वालियर, खजुराहो-नरसिंहपुर में 32 डिग्री के पार पहुंच गया। अगले 2 दिन तक प्रदेश में तेज धूप-छांव और गरज-चमक वाला मौसम रहेगा। वहीं, प्रदेश के 282 में से 200 से ज्यादा डैम भर गए हैं। बाकी डैमों में भी तेजी से पानी भर रहा है। इस बार अब तक इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, केरवा, कलियासोत, कोलार, भदभदा, तवा, बरगी, मोहनपुरा, हलाली, मड़ीखेड़ा, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। ये सभी डैम ओवरफ्लो हो चुके हैं।

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इंदौर । इंदौर के लसूडिया में एक निजी कंपनी के गाेदाम में आग लग गई। सूचना के बाद दमकल की गाड़िया मौके पर रवाना की गई। यहां आग काफी दूर तक फैल गई। धुंए का गुबार कई किलाेमीटर दूर से देखा जा सकता है। सूचना के बाद माैके पर पहुंची दमकल आग बुझाने का प्रयास कर रही है।        लसूड़िया में एसआर कंपाउंड स्थित हिमालय बस बॉडी बिल्डिंग के गोदाम में आग लगी है। यहां बस में उपयोग किया जाने वाला रॉ मटेरियल रखा हुआ था। वही कई टैक में डीजल भी रखा हुआ था। जिसमें आग भयवाह हो गई। अंदर से ब्लास्ट की आवाजें आ रही है। आसमान में कई किलोमीटर दूर से धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है। शार्ट सर्किट की वजह से आग लगना बताया जा रहा है। जिससे करोड़ों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।  फिलहाल आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में इस बार मानसून जमकर बरस रहा है। कुछ जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। गुरुवार को ग्वालियर का डबरा कस्बा और सेकरा गांव बाढ़ से घिर गए। प्रशासन ने 400 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया। ग्वालियर के सरबा, सिरसा, मितगन, नंदू का डेरा, कैथोदा सहित करीब 10 गांव भी प्रभावित हैं। वहीं, लगातार बारिश होने से राजधानी भोपाल के सभी डैम के गेट खुल चुके हैं। मौसम विभाग ने आज यानि शुक्रवार को ग्वालियर-चंबल और जबलपुर संभाग के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।   मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में 15 सितंबर से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसका असर 16 सितंबर से प्रदेश में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग की मानें, तो यह सिस्टम भी स्ट्रॉन्ग रहेगा। मौजूदा सिस्टम उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ गया है। हालांकि, अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर-चंबल और जबलपुर संभाग में इसका असर रहेगा। मध्यप्रदेश में सामान्य बारिश से ज्यादा पानी गिर चुका है। गुरुवार तक की स्थिति में औसत 37.3 इंच के मुकाबले 40.2 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 55.41 इंच हुई है। दूसरे नंबर पर सिवनी जिला है। यहां अब तक 53.39 इंच पानी गिर चुका है। श्योपुर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है । सागर, निवाड़ी, राजगढ़, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम और रायसेन में 47 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। इस बार भोपाल में अच्‍छी बारिश हुई है। इस वजह से पिछले 10 में से पांचवें साल सबसे ज्यादा 49.4 इंच पानी गिर चुका है। यह सामान्य से 32 प्रतिशत ज्यादा है।   वहीं, लगातार बारिश से भिंड में सिंध नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है। मेहगांव क्षेत्र के तीन गांवों को खाली करा लिया गया है। करीब 500 लोगों को पंचायत भवन और स्कूल में ठहराया गया है। 47 गांवों में अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के 282 में से 200 से ज्यादा डैम भर गए हैं। बाकी बांधों में भी तेजी से पानी भर रहा है। गुरुवार को इंदिरा सागर बांध के 12, ओंकारेश्वर बांध के 11 गेट और मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट खुले रहे। भोपाल में केरवा के 3, कलियासोत के 2, कोलार-भदभदा का 1-1 गेट खुला रहा। तवा, बरगी, मोहनपुरा, हलाली, मड़ीखेड़ा, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई डैमों के गेट भी खोल दिए गए हैं। नर्मदा और पार्वती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। चंबल, कालीसिंध, शिप्रा समेत कई नदियां उफान पर हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य तथा अन्य व्यवस्थाओं पर सतत नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने गुरुवार को उज्जैन के दताना हवाई पट्टी से टीकमगढ़ जिले के कलेक्टर अवधेश शर्मा से वीडियो कॉलिंग पर चर्चा कर बाढ़ आपदा में फंसे दो प्रभावितों के रेस्क्यू कार्य की जानकारी ली। टीकमगढ़ कलेक्टर शर्मा ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को अवगत कराया कि टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ ब्लॉक के चंदेरीखास ग्राम पंचायत के महोबिया घाट गांव में धसान नदी के टापू पर 24 घंटे से राममिलन यादव और रामचरण रैकवार फंसे हुए थे। दोनों को बचाने के लिए पहले हेलीकॉप्टर से लिफ्ट करने के प्रयास किए गए। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम द्वारा दोनों ग्रामीणों का सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया गया।       मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुरक्षित निकाले गए राममिलन यादव और रामचरण रैकवार से चर्चा कर उनकी कुशलक्षेम जानी। दोनों ने अपनी जान बचाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ के जवानों को बधाई दी और एसपी टीकमगढ़ को बाढ़ राहत बचाव कार्य में सक्रिय भूमिका के लिए इन जवानों को सम्मानित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से भी चर्चा कर उन्हें अतिवर्षा की स्थिति में निरंतर सजग और सर्तक रहने की समझाइश भी दी।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में सितंबर की शुरुआत तेज बारिश से हुई है। बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम से पूरे मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज यानि गुरुवार को भिंड, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत 29 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। बारिश के चलते आज भोपाल में 5वीं क्लास जबकि राजगढ़, सागर, गुना, शिवपुरी, मुरैना और भिंड में 8वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्‌टी घोषित की गई है।   मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर एरिया अब डिप्रेशन में बदल गया है। मानसून ट्रफ भी डिप्रेशन से गुजर रहा है। दक्षिण गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती घेरा बना है। इन तीन सिस्टम की वजह से बारिश का दौर बना हुआ है। अगले 24 घंटे के दौरान कुछ जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा पार हो गया है। औसत 37.3 इंच के मुकाबले 39.1 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 54.64 इंच हुई है। दूसरे नंबर पर सिवनी जिला है। यहां अब तक 53 इंच पानी गिर चुका है। 24 घंटे में ही यहां 4-4 इंच पानी बरस गया। भोपाल, सागर, श्योपुर और छिंदवाड़ा में 47 इंच, डिंडौरी, रायसेन-नर्मदापुरम में 46 इंच, बालाघाट में 45 इंच से अधिक बारिश हुई।   इससे पहले, बुधवार को 28 जिलों में तेज बारिश हुई। बांध-तालाब ओवरफ्लो हो गए। नदियां उफनाने से दमोह, सिवनी, बालाघाट, सागर, छतरपुर, शिवपुरी जिले में बाढ़ के हालात बन गए। प्रदेश में अब तक कोटे से 4.9 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है। वहीं, भिंड में क्वांरी, सांक नदी और सिंध खतरे के निशान पर बह रही हैं। इस कारण 50 गांवों में अलर्ट है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर नर्मदा नदी खतरे के निशान से 7 फीट नीचे बह रही है। प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट रहने को कहा है।   स्ट्रॉन्ग सिस्टम ने एक बार फिर प्रदेश के डैम और तालाबों को ओवरफ्लो कर दिया। बुधवार को भोपाल के कोलार, केरवा, भदभदा और कलियासोत डैम के गेट खुले रहे। नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 में से 9 गेट, बरगी बांध के 21 में से 17, मोहनपुरा डैम के 10 गेट, हलाली डैम के 5 गेट, मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट, अटल सागर डैम के 2 गेट, तिघरा डैम के 7 गेट, बानसुजारा डैम के 12 गेट, जोहिला डैम के 2 गेट खुले रहे। दूसरी ओर, नर्मदा, चंबल, कालीसिंध, पार्वती, शिप्रा समेत कई नदियां उफान पर रहीं।

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सीधी । मध्य प्रदेश के सीधी जिले में बुधवार दाेपहर काे तेज रफ्तार यात्री बस बेकाबू हाेकर पलट गई। हादसे में बस सवार करीब 12 से अधिक लाेगाें काे चाेट आई है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।       जानकारी अनुसार कैपिटल सर्विस की यात्री बस क्रमांक एमपी 18 पी 3251 सीधी से शहडोल जा रही थी। इस दाैरान बुधवार दाेपहर करीब 12 बजे मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर टिकरी-मड़वास मार्ग पर एक चार पहिया वाहन को बचाने के चक्कर में बस के ड्रायवर ने साइड देने की काेशिश की। इसी दाैरान बस बेकाबू होकर पलट गई। घटना के बाद माैके पर चीख पुकार मच गई। हादसे के समय बस में 35 व्यक्ति सवार थे, जिनमें से 12 व्यक्तियों को मामूली चोट आई है। जिन्हें इलाज के लिए मड़वास अस्पताल में भर्ती किया गया है। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई है। सभी यात्री बाल बाल बच गए। टिकरी चेक पोस्ट के प्रभारी एसआई पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मैं पुलिस कर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा था। जहां से सभी घायलाें को डायल 100 और अन्य वाहनों के माध्यम से मड़वास अस्पताल में भर्ती किया गया है। सभी को मामूली चोट आई है।

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भोपाल । मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहां शहरी क्षेत्र के सभी 328 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आयुष सुविधाएं उपलब्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के 1440 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से 695 में आयुष सुविधाएं उपलब्ध हैं और शेष में बढ़ाई जा रही हैं। जनजातीय क्षेत्रों में 228 प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष डॉक्टर उपलब्ध हैं। इस मापदंड पर मध्यप्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। प्रथम स्थान पर 296 की संख्या के साथ ओडिशा और 279 की संख्या के साथ छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है। यह जानकारी बुधवार को जनसम्पर्क अधिकारी अवनीश सोमकुवर ने दी।   उन्होंने बताया कि यह तथ्य हाल ही में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी “हेल्थ डायनामिक्स ऑफ इंडिया-इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड हयूमन रिसोर्स” रिपोर्ट में सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश वर्ष 2005 से ग्रामीण क्षेत्रों में उप स्वास्थ्य केन्द्रों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी करने वाले देश के पहले छह राज्यों में शामिल हो गया है। इसके अलावा सबसे ज्यादा संख्या में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों वाले दस राज्यों में सातवें स्थान पर आ गया है। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की संख्या में भी मध्यप्रदेश पहले छह राज्यों में शामिल है। देश में कुल 5491 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। मध्यप्रदेश में इनकी संख्या 332 हैं।   रिपोर्ट के अनुसार, सब डिविजनल स्तर पर संचालित अस्पतालों और जिला अस्पतालों की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश देश के प्रथम तीन राज्यों में शामिल है। सब डिविजनल अस्पतालों की संख्या 144 है। तमिलनाडु 281 की संख्या के साथ पहले और कर्नाटक 147 की संख्या के साथ दूसरे नंबर पर है। प्रदेश में जिला अस्पतालों की संख्या 52 है। यह देश में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर 125 की संख्या के साथ उत्तर प्रदेश है और 40 की संख्या के साथ दिल्ली तीसरे स्थान पर है।   उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में सभी प्रदेशों में उप स्वास्थ्य, प्राथमिक स्वास्थ्य, सामुदायिक स्वास्थ्य, संभाग स्तरीय अस्पतालों और जिला अस्पतालों में आधारभूत स्वास्थ्य अधोसंरचना, तकनीकी रूप से दक्ष स्टाफ एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सभी राज्यों में आधारभूत अधोसंरचनाओं में बढ़ोतरी का तथ्यात्मक विश्लेषण किया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों, सर्जन, गायनोकोलाजिस्ट, शिशु रोग विशेषज्ञ, फार्मासिस्ट लैब टेक्नीशियन नर्सिंग स्टाफ और रेडियोग्राफर की उपलब्धता में बढ़ोतरी हुई है।   मध्य प्रदेश में गाँवों में सबसे ज्यादा 68 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छिंदवाड़ा में हैं। इसके बाद खरगोन में 58 और रीवा 46 हैं। शहरों में भोपाल में सबसे ज्यादा 54 केंद्र हैं। दूसरे नंबर पर इंदौर-40 और तीसरे नंबर पर जबलपुर-36 है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़वानी में 14, मंडला में 12 और सतना में 11 हैं। कुल 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सबसे ज्यादा तीन भोपाल में है। रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश के 55,885 गांवों में 10,258 उप स्वास्थ्य केंद्र सेवाएं दे रहे हैं। गांवों में 1440 और शहरी क्षेत्र में 328 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। गांवों में 332 और शहरों में 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। सब डिविजन स्तर पर 144 और जिला स्तर पर 52 अस्पताल संचालित हैं। रिपोर्ट के अनुसार 13 मेडिकल कालेज कार्यरत हैं। धार जिले में सबसे ज्यादा 479 उप स्वास्थ्य केंद्र हैं। दूसरे नम्बर पर बडवानी – 329, तीसरे स्थान पर रीवा – 326 और चौथे पर सतना 302 हैं।   रिपोर्ट में गांवों और शहरों में स्वास्थ्य अधोसंरचना में मध्यप्रदेश में वर्ष 2005 से 2023 तक हुई प्रगति का आकलन किया गया है। वर्ष 2005 में गांवों में उप स्वास्थ्य केंद्रोंं की संख्या 8874 थी जो अब 10258 हो गई है। इनमें से 3996 उप स्वास्थ्य केंद्र सरकारी भवनों में चल रहे थे, अब 8626 सरकारी भवन में है। किराये के भवनों में लग रहे उप स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या 4878 थी जो अब कम होकर 667 हो गई है। आज 965 केंद्र किराया-मुक्त पंचायत भवनों में संचालित हैं। इसी प्रकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या 2005 में 1192 से बढकर 1440 हो गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रोंं की संख्या वर्ष 2005 में 229 से बढ़कर 332 हो गई है और इनमें से 328 सरकारी भवनों में संचालित हैं। शेष तीन के लिए भवन निर्माण का काम जारी है।   स्वास्थ्य सेवा तंत्र कैसे काम करता है? उप स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था और समुदाय के बीच पहली संपर्क संस्था है। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, पोषण, टीकाकरण, दस्त नियंत्रण, संचारी और गैर-संचारी रोगों के नियंत्रण के संबंध में निचले स्तर पर सेवाएं दी जाती है। आदर्श स्थिति में एक उपकेंद्र में कम से कम एक सहायक नर्स मिडवाइफ, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एक पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपलब्ध रहते है। यह कम से कम चार गाँव को सेवाएं देता है।   प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समुदाय और चिकित्सा अधिकारी के बीच की संपर्क संस्था के रूप में काम करता है। यह 6 उप केंद्रों के लिए एक रेफरल इकाई है। इसमें 4 से 6 बिस्तर की सुविधा होती है और यह 26 गांव को कवर करता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 4 चिकित्सा विशेषज्ञ, पैरामेडिकल स्टाफ, फिजिशियन, प्रसूति व स्त्री रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ होते हैं। इसमें एक आपरेशन थिएटर, एक्स-रे, लेबर रूम और प्रयोगशाला सुविधाओं के साथ 30 बिस्तर की क्षमता रहती है। एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कम से कम चार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए एक रेफरल इकाई के रूप में संचालित होता है। यह 121 गांव को सेवाएं दे सकता है।   उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिलकर प्रदेश में 308252.00 वर्ग किलोमीटर में सेवाएं दे रहे हैं। इसमें 93 हजार वर्ग किलोमीटर जनजाति क्षेत्र है। ग्रामीण क्षेत्रफल 309505.59 वर्ग किमी और शहरी क्षेत्र 7746.41 वर्ग किमी है। इस प्रकार 97.49 %, ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार है। इन संस्थाओं से प्रदेश की 7.26 करोड़ जनसंख्या तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच रहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्र की 72.4% जनसंख्या को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह से भारी बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे से रुक-रुककर, कभी तेज बारिश से पूरा शहर तरबदर हो गया है। भोपाल में अब तक 46 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। इससे भोपाल के तीन डैम भदभदा, केरवा और कलियासोत के गेट फिर से खुल गए हैं। कलियासोत के 2, भदभदा-केरवा डैम का एक-एक गेट खुला है। वहीं, कोलार डैम फुल भर गया है। इसके भी 2 गेट खुले हुए हैं। लगातार बारिश होने से भोपाल के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। एमपी नगर, हबीबगंज नाका, अशोका गार्डन, करोंद, शिवनगर के निचले इलाकों में भी सड़कों पर पानी भर गया।   सोमवार शाम से ही भोपाल में बारिश का दौर शुरू हो गया था। मंगलवार सुबह फिर से बारिश होने लगी। शाम को मूसलाधार बारिश होने लगी। रातभर बारिश का दौर जारी रहा। बुधवार को भी ऐसा ही दौर बना रहेगा। भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है। इससे 22 प्रतिशत पानी ज्यादा गिर चुका है। यानी, अब तक सीजन की 46 इंच यानी, 122 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। अगले तीन दिन जो बारिश होगी, वह भी बोनस के रूप में ही रहेगी।   भोपाल के पास कोलार डैम का फुल टैंक लेवल 462.2 मीटर है। यह डैम फुल भर गया है। ऐसे में 8 में से 2 गेट खुले हुए हैं। कोलार डैम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया कि डैम में अपनी जलभराव क्षमता के अनुसार पानी आ गया है। कैचमेंट एरिया में बारिश होने से गेट अब खुले रखे जाएंगे। इधर, मौसम विभाग ने बुधवार के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भोपाल में पिछले 24 घंटे में करीब ढाई इंच पानी गिरा है। भोपाल के पास जगदीशपुर में पातरा नदी के पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे आने-जाने का रास्ता बंद है। वहीं, कलियासोत डैम से पानी छोड़े जाने के बाद नदी किनारे दामखेड़ा और समर्धा टोला के लोगों को अलर्ट किया गया है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । नगर निगम द्वारा सड़कों, फुटपाथों सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही निरंतर जारी है। इसी क्रम में निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने मंगलवार को बोट क्लब, न्यू मार्केट, किलोल पार्क आदि क्षेत्रों में सड़कों, फुटपाथों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर किए गए अतिक्रमणों को हटाया और हाथ ठेले, गुमठी सहित बड़ी संख्या में विभिन्न प्रकार का सामान जप्त किया।   निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन द्वारा अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही सख्ती के साथ करने के निर्देशों के परिपालन में निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने मंगलवार को बोट क्लब पर अस्थायी रूप से बनाए गए छप्पर, आवागमन में बाधक ठेले, गुमठी तथा फुटपाथों पर अन्य प्रकार का सामान रखकर किए गए अतिक्रतणों को हटाया और छप्पर बनाने में प्रयुक्त बांस-बल्ली, पन्नी, टेबिल, कुर्सी, कैरेट, काउंटर व अन्य प्रकार का सामान जप्त किया।   इसी प्रकार अतिक्रमण विरोधी अमले ने न्यू मार्केट के अंदर दुकानों के बाहर, कारीडोर आदि में रखे सामान को स्वेच्छा से हटाने के लिए मुनादी कराई गई और दुकानदारों का सामान निर्धारित सीमा में करवाया। निगम अमले ने न्यू मार्केट के आसपास के क्षेत्र में अतिक्रमणों को हटाते हुए 51 गुमठियां, ठेले आदि जप्त किए। निगम अमले ने किलोल पार्क क्षेत्र में भी अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही करते हुए सड़कों व अन्य सार्वजनिक स्थलों से अतिक्रमणों को हटाया और ठेले आदि जप्त किए।  

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भोपाल । मध्य प्रदेश में एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। राज्य शासन द्वारा 49 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इनमें भारतीय प्रशानिक सेवा (आईएएस) के 29 और राज्य प्रशासनिक सेवा के 20 अधिकारी शामिल हैं। इस संबंध में सोमवार देर शाम सामान्य प्रशासन विभाग आदेश जारी किए हैं।       तीन अलग-अलग आदेशों में 11 जिलों में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत के खाली पदों पर आईएएस पदस्थ किए हैं। जिन जिलों के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पद पर आईएएस अफसरों की पदस्थापना की गई है, उनमें मंदसौर, धार, खंडवा, शिवपुरी, बालाघाट, डिंडौरी, सीधी, अलीराजपुर, सागर, छिंदवाड़ा और शहडोल जिले शामिल हैं। वहीं, एक अन्य आदेश में 20 राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों का तबादला किया है। इसके अलावा जिलों में सहायक कलेक्टरों की पदस्थापना भी की गई है।       जिन आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है, उनमें पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध संचालक अमित तोमर को भोपाल मंत्रालय में अपर सचिव (कार्मिक) पदस्थ किया गया है, जबकि उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की अपर सचिव सरिता बाला ओम प्रजापति को जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान में संचालक बनाया गया है। इंदौर की अपर आयुक्त राजस्व जमुना भिड़े को उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग में उप सचिव, इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन को अपर कलेक्टर भोपाल और शहडोल जिला पंचायत के सीईओ राजेश कुमार जैन को मंदसौर जिला पंचायत में सीईओ पदस्थ किया गया है।       वहीं, हरदा जिला पंचायत के सीईओ रोहित सिसोनिया को इंदौर नगर निगम में अपर आयुक्त, मंदसौर जिला पंचायत के सीईओ कुमार सत्यम को अपर कलेक्टर ग्वालियर, अलीराजपुर जिला पंचायत के सीईओ अभिषेक चौधरी को धार जिला पंचायत में सीईओ, पदस्थापना के लिए प्रतीक्षारत ज्योति शर्मा को अपर कलेक्टर इंदौर, गृह विभाग के उप सचिव संदीप केरकेट्टा को उपसचिव मुख्यमंत्री, हरदा के अपर कलेक्टर नागार्जुन बी गौड़ा को खंडवा जिला पंचायत में सीईओ, लखनादौर के अनुविभागीय अधिकारी हिमांशु जैन को शिवपुरी जिला पंचायत में सीईओ, सेंधवा के अनुविभागीय अधिकारी अभिषेक सराफ को बालाघाट जिला पंचायत में सीईओ, पेटलावट के अनुविभागीय अधिकारी अनिल कुमार राठौर को डिंडौरी जिला पंचायत में सीईओ पदस्थ किया गया है।       इसी प्रकार नरसिंहगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी अंशुमन राज को सीधी जिला पंचायत में सीईओ, राजनगर के अनुविभागीय अधिकारी प्रखर सिंह को अलीराजपुर जिला पंचायत में सीईओ, बैहर के अनुविभागीय अधिकारी विवेक केवी को सागर जिला पंचायत में सीईओ, कसरावद के अनुविभागीय अधिकारी अग्रिम कुमार को छिंदवाड़ा जिला पंचायत में सीईओ, राघौगढ़ की अनुविभागीय अधिकारी आर अंजली को शहडोल जिला पंचायत में सीईओ, उज्जैन के अनुविभागीय अधिकारी अर्थ जैन को जोबट में अनुविभागीय अधिकारी, नर्मदापुरम की सहायक कलेक्टर अनीशा श्रीवास्तव को पिपरिया में अनुविभागीय अधिकारी नियुक्त किया है।       बैतूल की सहायक कलेक्टर ऐश्वर्या वर्मा को शहपुरा का अनुविभागीय अधिकारी, मंडला के सहायक कलेक्टर रविकुमार सिहाग को लखनादौन का अनुविभागीय अधिकारी, सिवनी के सहायक कलेक्टर आशीष को सेंधवा का अनुविभागीय अधिकारी, छतरपुर के सहायक कलेक्टर कार्तिकेय जायसवाल को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में अपर सचिव, धार के सहायक कलेक्टर विशाल धाकड़ को वन विभाग में अवर सचिव, रीवा की सहायक कलेक्टर सोनाली देव को बिछिया का अनुविभागीय अधिकारी, सीहोर के सहायक कलेक्टर अर्पित गुप्ता को बैहर का अनुविभागीय अधिकारी और छिंदवाड़ा की सहायक कलेक्टर तनुश्री मीणा को पेटलावद का अनुविभागीय अधिकारी बनाया गया है।       - राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का तबादला   नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण इंदौर के अपर संचालक जयेंद्र कुमार विजयवत को सामान्य प्रशासन विभाग में उप सचिव, धार जिला पंचायत की सीईओ सविता झानिया को हरदा जिला पंचायत में सीईओ, औद्योगिक केंद्र विकास निगम इंदौर की कार्यकारी संचालक सपना अनुराग जैन को बुरहानपुर में अपर कलेक्टर, इंदौर की अपर कलेक्टर सपना लोवंशी को इंदौर संभाग की उपायुक्त, खंडवा जिला पंचायत के सीईओ शैलेंद्र सिंह सोलंकी को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण इंदौर में अपर संचालक बनाया गया है।       वहीं, सामान्य प्रशासन विभाग की उपसचिव निमिषा जायसवाल को राहत आयुक्त कार्यालय भोपाल में उपायुक्त, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य को नागरिक आपूर्ति निगम इंदौर में क्षेत्रीय प्रबंधक, माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के उपसचिव प्रकाश सिंह चौहान को पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर में मुख्य महाप्रबंधक, डिंडौरी जिला पंचायत के सीईओ विमलेश सिंह पेंड्रो को सागर में भू अभिलेख उपयुक्त, शिवपुरी जिला पंचायत के सीईओ उमराव सिंह मरावी को मुख्य सचिव कार्यालय में उप सचिव पदस्थ किया गया है।       इसी प्रकार, इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त श्यामेंद्र जायसवाल को इंदौर में भू अभिलेख उपायुक्त, राहत आयुक्त कार्यालय भोपाल की उपायुक्त सुमन लता माहौर को सामान्य प्रशासन विभाग में अवर सचिव (कार्मिक), सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव अरुण कुमार सिंह को कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग में उप सचिव, रायसेन के संयुक्त कलेक्टर प्रकाश नायक को भोपाल में अपर कलेक्टर बनाया गया है।       वहीं, नर्मदापुरम के डिप्टी कलेक्टर संतोष कुमार तिवारी का दतिया, सतना के संयुक्त कलेक्टर नीरज खरे का इंदौर, झाबुआ के संयुक्त कलेक्टर सत्यनारायण दर्रे का खरगोन, डिंडौरी के संयुक्त कलेक्टर अनुराग सिंह का जबलपुर और खरगोन के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर भास्कर गाचले का झाबुआ ट्रांसफर किया गया है। देवास के संयुक्त कलेक्टर संदीप शिवा को उज्जैन स्मार्ट सिटी में सीईओ के साथ उज्जैन नगर निगम में अपर आयुक्त का दायित्व सौंपा गया है।

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भोपाल  । मध्‍यप्रदेश को एक बार फिर मानसून भारी बारिश से तरबदर करने वाला है। बारिश का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। अगले 2 दिन पूरे प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में पांढुर्णा और मंडला में आकाशीय बिजली चमकने के साथ अति भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी, अनूपपुर के अमरकंटक में भारी बारिश की संभावना है। जबकि भोपाल, विदिशा में मध्यम बारिश होगी।       मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा के पास डिप्रेशन पश्चिम-उत्तर बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। अगले 24 घंटे में यह स्ट्रॉन्ग होगा। मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के बीच से गुजर रही है। इसके चलते प्रदेश में कहीं अति भारी और कहीं भारी बारिश हो सकती है।' अब तक प्रदेश में औसत 36.8 इंच पानी गिर चुका है। सामान्य बारिश 37.3 इंच के लिए अब सिर्फ आधा इंच पानी की और जरूरत है। प्रदेश में कोटे की 99 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।       मौसम विभाग ने रायसेन जिले के सांची और भीमबेटका, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, नरसिंहपुर, बैतूल, सागर, दमोह, जबलपुर, शहडोल, कटनी, उमरिया, छतरपुर के खजुराहो, पन्ना, खरगोन के महेश्वर, धार के मांडू , सतना के चित्रकूट, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, निवाड़ी के ओरछा, टीकमगढ़, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, देवास, इंदौर में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। रतलाम, खंडवा के ओंकारेश्वर, बुरहानपुर, हरदा, सीहोर, बड़वानी के बावनगजा, अलीराजपुर, झाबुआ, शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर में भी बारिश होने की संभावना जताई है।       इससे पहले प्रदेश में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। इंदौर, उज्जैन समेत 14 जिलों में पानी गिरा। रतलाम में सबसे ज्यादा डेढ़ इंच बारिश हुई। दमोह-उज्जैन में पौन इंच और जबलपुर-गुना में आधा इंच पानी गिर गया। खजुराहो, नरसिंहपुर, सतना, सीधी, शाजापुर, उमरिया, मलाजखंड, इंदौर, खंडवा में भी बारिश हुई।

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उमरिया । जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 3 लालपुर स्थित संचालित नेता जी सुभाष चन्द्र बोस बालक छात्रावास में उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब अचानक से स्कूल में बच्चे बेहोश होने लगे। घटना के बाद सभी बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।         जानकारी के अनुसार  नेता जी सुभाष चन्द्र बोस बालक छात्रावास में नगर पालिका से टैंकर आता है, जिसका पानी नहाने पीने से लेकर खाना बनाने तक में उपयोग किया जाता है। सोमवार को सब्जी, दाल, चावल और रोटी खाने से कुछ बच्‍चों स्‍कूल में बेहोश हो गए। वहीं छात्रावास की वार्डन नीलमणि उपाध्याय का कहना है कि हम जब स्कूल पहुंचे तो देखा कि बच्चे सुस्त हो रहे हैं, तब उनमें कुछ बच्‍चों से पूछा गया तो पेट दर्द और उल्‍टी होने की शिकायत की। जिसके बाद हमने तुरंत एम्बुलेंस और एक स्‍कूल के वाहन से बच्चों को लेकर अस्पताल ले गए गए। जहां उनका इलाज चल रहा है।         जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर के सी सोनी ने बताया कि हमारे यहां  24 बच्चे आये और उन्होंने बताया कि घबराहट, सांस लेने में दिक्कत और पेट दर्द होने की शिकायत की जिसके बाद तत्काल उनको पीआईसीयू में भर्ती कर इलाज चालू करवा दिया है, हालांकि सभी बच्चे अभी ठीक हैं, उनका इलाज चल रहा है। इस तरह बच्‍चे अचानक कैसे बीमार हुए इस संबंध में जांच की जा रही है।        गौरतलब है कि बीते 6 माह से छात्रावास का ट्यूबवेल खराब पड़ा है, जिसको बनवाने आवेदन दिया गया था मगर वह आज तक नहीं बन सका जिसके कारण वह 6 माह से स्थाई रूप से खड़े नगर पालिका के टेंकर से ही खाना बनाया जाता है और उसी का पानी भी बच्चे पीते हैं, जिस कारण से भी बच्चों का बीमार पड़ना जायज है।     

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सीहोर/भोपाल । मध्‍यप्रदेश के सीहोर जिले में शाहगंज के दिगंबर वॉटरफॉल में रविवार को पिकनिक मनाने गए भोपाल के पीपुल्स हॉस्पिटल के डॉक्टर का शव मिल गया है। रविवार देर रात को अंधेरे के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया था। सोमवार सुबह पुलिस और एसडीईआरएफ ने फि‍र से तलाश शुरू की। एसडीओपी शशांक गुर्जर ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह 9:25 बजे पूरा हुआ।       शाहगंज थाना प्रभारी पंकज वाडेकर ने बताया कि राजधानी भोपाल के पीपुल्स अस्पताल के डॉ. अश्विन कृष्णन अय्यर (28 वर्ष) अपने साथी डॉक्टर आयुष, कौशिकी, अभिषेक और आकांक्षा के साथ दिगंबर वॉटरफॉल पर पिकनिक मनाने आए थे। इस दौरान डॉक्टर हाई रिस्क एरिया में चले गए थे। यहां 80 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है। यहां नहाते समय डॉ. अय्यर पानी में डूब गए। जबकि उनके चार साथी सुरक्षित हैं।       बुधनी एसडीओपी शशांक गुर्जर ने बताया कि वाटर फॉल पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। इन लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने रोका भी था। ये नहीं माने और किसी दूसरे रास्ते से होकर वाटर फॉल पहुंच गए। यहां नहाते समय हादसा हो गया। बता दें कि दिगंबर वाटर फॉल सीहोर जिले में रातापानी जंगल के आखिरी छोर पर है। भोपाल से इसकी दूरी करीब 90 किलोमीटर और सीहोर जिला मुख्यालय से करीब 125 किलोमीटर है। यह झरना विंध्याचल पर्वत शृंखला के घने जंगलों में है। यहां करीब 80 फीट ऊंचाई से पानी नीचे की ओर गिरता है। ऊंचाई से गिरते झरने का पानी दूधिया नजर आता है। लोग झरने की खूबसूरती को देखने और प्रकृति का आनंद लेने यहां पहुंचते हैं।    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून एक बार फिर एक्टिव हो गया है। रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। अगले 4 दिन भी बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम है। भोपाल के कुछ इलाकों में सोमवार सुबह से बूंदाबांदी हो रही है। मौसम विभाग ने आज सोमवार को प्रदेश के 4 जिले- अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में भी तेज बारिश हो सकती है।       मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के बीच से गुजर रही है। इस वजह से अगले 4 से 5 दिन प्रदेश में कहीं अति भारी और कहीं भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश में अब तक औसत 36.4 इंच बारिश हो चुकी है। यह सीजन की 98 प्रतिशत है। मध्‍यप्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा 37.3 इंच है यानी कोटा पूरा होने में अब 1 इंच से भी कम पानी की जरूरत है। इससे पहले रविवार को भोपाल, छतरपुर जिले के खजुराहो, उमरिया, बालाघाट जिले के मलाजखंड, बैतूल, धार, गुना, पचमढ़ी, रतलाम और उज्जैन में हल्की बारिश जारी रही। राजगढ़ जिले के सारंगपुर और नर्मदापुरम के इटारसी में भी पानी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ लाइन उत्तर भारत से गुजर रही है। लो प्रेशर एरिया भी एक्टिव है। ओडिशा के पास डिप्रेशन पश्चिम-उत्तर बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। अगले 24 से 48 घंटे में यह और स्ट्रॉन्ग होगा।       अब तक भोपाल, ग्वालियर समेत 28 जिलों में सामान्य से ज्यादा यानी 96 प्रतिशत से 169 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। इनमें श्योपुर में सबसे ज्यादा 169 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। हालांकि, इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग पिछड़े हुए हैं। रीवा में सबसे कम 60 प्रतिशत यानी 23.3 इंच बारिश ही हुई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 48.18 इंच हुई है। दूसरे नंबर पर सिवनी जिला है। यहां अब तक 47.87 इंच पानी गिर चुका है। श्योपुर में 45.89 इंच और डिंडौरी में 44 इंच बारिश हो चुकी है। टॉप-10 जिलों में भोपाल पांचवें नंबर पर है। यहां 43 इंच से ज्यादा बारिश हो गई है। सीधी, छिंदवाड़ा, रायसेन, सागर और राजगढ़ में भी 40 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।

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भोपाल । बाघों के गढ़ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में यहा का प्रबंधन बाघ के साथ दूसरे वन्य-प्राणियों का भी पूरा ध्यान रखता है। बांधवगढ टाइगर रिजर्व स्थित हाथी कैंप में पीसीसीएफ वाईड लाईफ व्ही.एन. अमबाडे की उपस्थिति में शनिवार को सात दिवसीय "हाथी महोत्सव" का शुभारंभ हुआ। हाथियों को सुबह नहलाने-सजाने के साथ विभिन्न प्रकार के फल, गन्ना, नारियल और गुड़ खिलाया गया। हाथियों को स्वस्थ रखने के दृष्टिगत से उनसे एक सप्ताह तक कोई काम नहीं लिया जाएगा।       सात दिन हाथियों की दिनचर्या में सुबह हाथियों को अच्छे से नहलाया जाता है और उसके बाद नीम और अरंडी के तेल की मालिश की जाती है। सभी हाथियों को सजया-संवारा जाकर उनके मनपसंद व्यंजन दिये जाते हैं। इसके बाद रोटी खिलाकर जंगल में आराम से विचरण करने के लिए आजाद छोड़ दिया जाता है।       बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथी महोत्सव में हाथियों के लिये सात दिन विशेष भोजन के साथ उनकी आवभगत होती है। हाथियों को केला, अमरूद, पानी वाला नारियल, गन्ना, मौसमी फल, मक्का और 10 रोटी दी जाती है। एक रोटी एक किलो की होती है। हाथी महोत्सव में आस पास के क्षेत्रों के ग्रामीणजन अपने परिवार के साथ ताला गेट के रामा कैंप पहुंचते हैं और हाथियों को फल खिलाते हैं। हाथियों के साथ फोटो खिचवाकर उनकी दिनचर्या को जानते समझते हैं।       बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन का हाथी महोत्सव का उद्देश्य हाथियों और उनके महावतों को आराम देना है। साथ ही ग्रामीण भी हाथी के बारे में और उनके व्यवहार से परिचित हो। इसके लिये हाथी महोत्सव में सभी के लिए प्रवेश रहता है। यह महोत्सव वन-प्राणियों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में फैली भ्रांतियों को भी दूर करना है।  

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सिवनी मालवा। सिवनी-मालवा के भिलाड़‍िया घाट पर रविवार सुबह ऋषि पंचमी के अवसर पर नहाने पहुंची दो महिलाएं हादसे का शिकार हो गईं। नहाते समय अचानक गहरे पानी में जाने से देवरानी-जेठानी नर्मदा नदी में डूब गईं। लोगों की सूचना पर शिवपुर पुलिस मौके पर पहुंची। गोताखोरों की मदद से महिलाओं की तलाश की जा रही है।           शिवपुर थाना प्रभारी विवेक यादव ने बताया, ‘सूचना मिली थी कि नर्मदा घाट पर स्नान करने आई दो महिलाएं डूब गईं है। नहाते समय महिलाओं के पैर फिसल गया, जिससे वह गहरे पानी में चली गईं। दोनों महिलाएं देवरानी रानू तंवर (22) और जेठानी रक्षा तंवर (28) हैं। दोनों ग्राम फरीदपुर की रहने वाली हैं। रानू की शादी 4 माह पहले ही हुई है। घटना की जानकारी लगने के बाद शिवपुर पुलिस का अमला मौके पर पहुंचा। पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है। गोताखोरों की मदद से महिलाओं को ढूंढने का प्रयास किया गया। दोपहर तक महिलाओं की कोई जानकारी नहीं लग सकी। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां शुरू हो गई हैं। ट्रफ लाइन और लो प्रेशर एरिया की वजह से पूरे प्रदेश में बारिश की संभावना है। आज रविवार को शिवपुरी, श्योपुर समेत 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। 11 सितंबर से प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसका असर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जिलों में भी देखने को मिलेगा। ऐसे में बारिश का कोटा भी फुल हो जाएगा।       प्रदेश में अब तक औसत 36.1 इंच बारिश हो चुकी है। यह सीजन की 97 प्रतिशत है। 1.2 इंच पानी और गिरने पर कोटा फुल हो जाएगा। प्रदेश की सामान्य बारिश 37.3 इंच है। अब तक भोपाल, ग्वालियर समेत 28 जिलों में सामान्य से ज्यादा यानी 96 प्रतिशत से 169 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। इनमें श्योपुर में सबसे ज्यादा 169 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग पिछड़े हुए हैं। रीवा में सबसे कम 60 प्रतिशत (23.3 इंच) बारिश ही हुई है।       मौसम विभाग ने बताया, मानसून ट्रफ दमोह होते हुए गुजर रहा है। दूसरा ट्रफ राजस्थान से छत्तीसगढ़ की ओर जा रहा है। लो प्रेशर एरिया भी एक्टिव है। इनकी वजह से 8, 9 और 10 सितंबर को कुछ जगहों पर तेज बारिश हो सकती है, लेकिन 11 सितंबर से प्रदेश के अधिकांश हिस्से में बारिश का दौर रहेगा।  

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उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में परम्परा के अनुसार शनिवार को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि (गणेश चतुर्थी) के अवसर पर भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल विशेष रूप से गणेश स्वरूप में शृंगार किया गया। सुबह भस्म आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल की जयकारे भी लगाए, जिससे पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा।       महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित विकास शर्मा ने बताया कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर सुबह 4 बजे भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर महाकालेश्वर मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले भगवान महाकाल का जलाभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया। साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। इसके बाद भगवान महाकाल का श्री गणेश स्वरूप में शृंगार किया गया। पुत्र के रूप में बाबा महाकाल का शृंगार देखकर श्रद्धालु काफी आनंदित हुए। इस अलौकिक शृंगार को जिसने भी देखा, वह देखता ही रह गया।       भगवान का विशेष शृंगार कर उन्हें नवीन शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण कराया गया और इसके बाद फल व मिष्ठान का भोग लगाकर आरती की गई। तत्पश्चात महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और भस्म आरती में शामिल होकर लाभान्वित हुए। रोजाना की तरह हज़ारों भक्तों ने भस्म आरती में भगवान के दर्शन किए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल और जय श्री गणेश का उद्घोष भी किया।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में अब तक औसत 35.8 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 96 प्रतिशत है। सितंबर के शुरुआती 3 दिन भी तेज बारिश हुई है। आज शनिवार को भी 14 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है। इनमें श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, उज्जैन, झाबुआ, धार, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी और उमरिया जिले शामिल हैं। वहीं, राजधानी भोपाल में सुबह 6 बजे से रिमझिम बारिश हो रही है।       मौसम विभाग के अनुसार, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के समुद्र तट पर लो प्रेशर एरिया सिस्टम सक्रिय है। वहीं, मानसून ट्रफ जैसलमेर से एमपी से सीधी होते हुए आगे गुजर रही है। एक अन्य सिस्टम भी सक्रिय है। इस वजह से दो दिन पूर्वी हिस्से में बारिश हो सकती है। लोकल सिस्टम की एक्टिविटी भी बनी रहेगी। 9 और 10 सितंबर को कई जिलों में तीखी धूप भी निकलेगी। हालांकि प्रदेश में कहीं-कहीं लोकल सिस्टम की एक्टिविटी भी देखने को मिलेगी।       इससे पहले प्रदेश में शुक्रवार को मौसम के 2 रंग देखने को मिले। भोपाल में सुबह से धूप-छांव वाला मौसम रहा। दोपहर में तीखी धूप रही। दिन का टेम्प्रेचर 31.4 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में 34 मिमी यानी, करीब डेढ़ इंच पानी गिर गया। सिवनी और सागर में 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। सतना में पौन इंच और धार में आधा इंच पानी गिरा। खरगोन, बैतूल, इंदौर, उज्जैन और बालाघाट के मलाजखंड में भी हल्की बारिश हुई। रात में भी कई जिलों में मौसम बदला रहा। भोपाल के पास कोलार समेत भदभदा और कलियासोत डैम के एक-एक गेट बंद कर दिए गए। हालांकि, पानी की आवक जारी रही। नर्मदापुरम के तवा डैम समेत बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, कुंडालिया में भी पानी बढ़ा।  

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जबलपुर। मध्य प्रदेश के इंदौर से जबलपुर आ रही ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे शनिवार सुबह पटरी से उतर गए। हादसा उस समय हुआ, जब ट्रेन जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पहुंच रही थी। गनीमत रही कि हादसे के वक्त की ट्रेन की रफ्तार कम थी, इसलिए बड़ा हादसा होने से टल गया। घटना में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। रेलवे ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है।   यह ट्रेन सुबह करीब 5ः35 बजे जबलपुर पहुंचती है। ट्रेन अपने तय समय पर जैसे ही जबलपुर रेलवे स्टेशन ट्रेन पहुंची, तभी उसके दो एसी कोच पटरी से उतर गए। सूचना मिलते ही रेलवे का तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गया। पश्चिम मध्य रेलवे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय भी मौके पर पहुंचीं और हादसे की जानकारी ली। खबर लिखे जाने तक दुर्घटना नियंत्रण ट्रेन के साथ बेपठरी कोच को फिर से पटरी पर लाने का काम जारी है।   पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि अप ट्रैक बाधित है। मेन लाइन से जुड़े कोच को अलग कर दिया गया है। ट्रेन में 10 से 12 कोच थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि प्लेटफार्म नंबर 6 आते समय यह हादसा हुआ है। उस समय ट्रेन की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे थी। जनरल मैनेजर ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। एक पार्सल कोच है, जबकि एक एसी कोच है जो पटरी से उतरा हुआ है। उन्होंने बताया कि जल्द ही ट्रैक को दुरुस्त कर लिया जाएगा। कुछ देर के लिए इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेन को मदन महल स्टेशन पर रोका गया है।   ओवरनाइट ट्रेन के यात्री संदीप कुमार ने बताया कि वह कोच पर आराम कर रहे थे। इसी दौरान कुछ इस तरह की झटके लगे जैसे बहुत तेजी से ब्रेक लगा हो। जब तक कुछ समझ में आता, तब तक ट्रेन खड़ी हो चुकी थी। कुछ देर के लिए ऐसा भी लगा कि जैसे कोई हादसा हो गया है। इसके बाद ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही। जब कोच से उतरकर बाहर देखा तो एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए थे।  

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भोपाल  । प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत द्वारा दिए गए निर्देश पर विभागीय अफसरों द्वारा अवैध गैस रिफलिंग को लेकर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। इसी तारतम्य में खाद्य विभाग भोपाल की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी के अशोका गार्डन में स्थित ऋषि इंटरप्राइजेज पर दबिश देकर 16 अवैध घरेलू गैस सिलेण्डर जब्त कर लिये हैं। इनमें से 8 सिलेण्डर भरे हुए थे। इसके अलावा 19 किलो का एक कॉमर्शियल सिलेण्डर साथ ही 5 किलो अमानक स्तर के 28 खाली, 8 किलो अमानक स्तर के 6 खाली, एक आंशिक भरा गैस सिलेण्डर भी बरामद किये गये हैं। खाद्य विभाग की टीम जब ऋषि इंटरप्राइजेज पहुंची तो वहां अवैध गैस रिफलिंग का सामान भी बरामद हुआ। खाद्य विभाग की टीम ने आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को कलेक्टर भोपाल के न्यायालय में भेज दिया।       जिला आपूर्ति अधिकारी मीना मालाकार ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि खाद्य विभाग को ऋषि इंटरप्राइजेज द्वारा अवैध गैस रिफलिंग की लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद विभाग ने यह कार्रवाई की है। गौरतलब है कि ऋषि इंटरप्राइजेज पर खाद्य विभाग द्वारा पहले भी कार्रवाई की जा चुकी है और 100 से ज्यादा सिलेण्डर जब्त किये जा चुके हैं। गौरतलब है कि खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने गत दिनों विभागीय समीक्षा बैठक में अफसरों को सख्त निर्देश दिये थे कि जिलों में अवैध ढंग से घरेलू गैस की रिफलिंग करने का धंधा चलाने वालों के खिलाफ विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाये तथा लगातार विभाग की ओर से ऐसे दुकानों के खिलाफ छापामार कार्रवाई जारी रखी जाए।       खाद्य मंत्री की अपील, स्वयं और लोगों की जान खतरे में न डाले   मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने व्यापारियों से कहा है कि थोड़े से मुनाफे के लालच में अवैध गैस रिफलिंग का कार्य कर स्वयं और लोगों की जान खतरे में नहीं डाले। अवैध गैस रिफलिंग के कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो जाता है। इससे लोगों की जान का खतरा बना रहता है। राजपूत ने कहा कि विभागीय अमले द्वारा अवैध गैस रिफलिंग के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के साथ ही नागरिकों को भी सर्तकता बरतते हुये अवैध रिफलिंग कराने से बचने की जरूरत है।

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भोपाल  । मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन यानी 10 सितंबर तक तेज बारिश का कोई स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव नहीं है। इस वजह से तेज बारिश का दौर थमा रहेगा। हालांकि लोकल सिस्टम की वजह से पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। लेकिन अगले 24 घंटे में यह दौर थम जाएगा। आज शुक्रवार को सिर्फ डिंडौरी और बालाघाट में तेज बारिश हो सकती है। बाकी जिलों में धूप-छांव और हल्की बारिश ही रहेगी।       मौसम विभाग के अनुसार, अभी प्रदेश से एक मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण 10 सितंबर तक तेज बारिश की संभावना नहीं है। इससे पहले गुरुवार को प्रदेश में हल्की बारिश और गर्मी का असर देखने को मिला। भोपाल में कोलार, भदभदा और कलियासोत डैम के एक-एक गेट खुले रहे। दिन में तीखी धूप और बादल भी छाए रहे। उधर, प्रदेश के 7 जिलों में बारिश हुई। इनमें छतरपुर जिले के खजुराहो, रीवा, सतना, सिवनी, टीकमगढ़, ग्वालियर और खरगोन शामिल हैं। दूसरी ओर, कई जिलों में गर्मी का असर भी देखने को मिला। शिवपुरी, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा में दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के पार रहा।       गुरुवार को नर्मदापुरम के तवा डैम समेत बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, कुंडालिया बांधों में भी पानी बढ़ गया। प्रदेश में अब तक औसत 35.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 95 प्रतिशत से अधिक है। भोपाल में बारिश का आंकड़ा 43 इंच के पार है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में हुई है। यहां अब तक 47.56 इंच पानी गिर चुका है। टॉप-10 जिलों में मंडला के साथ सिवनी, भोपाल, छिंदवाड़ा, सीधी, श्योपुर, नर्मदापुरम, डिंडौरी, रायसेन और सागर शामिल हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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मंदसौर । मंदसौर में एक बार फिर एक मुस्लिम महिला ने अपने दो बच्चों के साथ घर वापसी की है। महिला का कहना है की वह अपने पति की प्रताड़ना से तंग आ चुकी थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया है।   मंदसौर जिले के ग्राम धमानर निवासी महिला मेहनाज ने अपने दो बेटों मोहम्मद फैजान शेख और फरान शेख के साथ बुधवार देर शाम स्थानीय गायत्री मंदिर में शुद्धिकरण के साथ घर वापसी की। घर वापसी के बाद मेहनाज का नाम मीनाक्षी हो गया है, तो वहीं दोनों बच्चों का नाम लव और कुश रखा गया है।       मीनाक्षी ने बताया कि मैं मेरे परिवार से प्रताड़ित थी, वहीं जब यूट्यूब और अन्य जगहों पर देखने में आता था कि सनातन धर्म में महिलाओं का सम्मान किया जाता है उन्हे घर परिवार में इज्जत दी जाती है। इससे प्रभावित होकर मैंने हिंदू संगठन के लोगों से संपर्क कर सनातन धर्म अंगीकार किया है।       घर वापसी करने के बाद मीनाक्षी ने बताया कि उसकी शादी को करीब 15 साल हो चुके हैं। शादी के बाद से ही उसका पति उसके साथ मारपीट करता था और गलत व्यवहार करता था। इससे वो प्रताड़ित हो चुकी थी। परिवार में मुझे कोई इज्जत भी नहीं दी जाती थी। वहीं दूसरी ओर हिंदू धर्म में महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उनकी इज्जत की जाती है। जिससे मैं काफी प्रभावित हुई इसलिए मैंने सनातन धर्म अंगीकार किया है। अब मुझे मेरे परिवार वालो से कोई मतलब नहीं है।       हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी चैतन्य सिंह राजपूत ने बताया कि करीब दो से तीन माह पहले मेहनाज ने घर वापसी के लिए संपर्क किया था। जिसके बाद सारी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर गायत्री परिवार मंदिर में मेहनाज और उसके दोनो बेटों की घर वापसी करवाई गई है। घर वापसी कर मीनाक्षी और उसके दोनो बेटे लव और कुश बहुत खुश हैं। राजपूत ने बताया कि वे अब तक 40 महिलाओं, 5 पुरुष और दो बच्चों की पूरी तरह कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए घर वापसी करवा चुके हैं और जिन लोगों ने भी घर वापसी की है वे सभी खुशहाल जीवन जी रहे हैं।  

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भोपाल । भोपाल के आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में आज (गुरुवार को) शिक्षक दिवस के मौके पर होने वाला राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह-2024 अपरिहार्य कारण से स्थगित किया गया है। यह जानकारी लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा दी गई है।       दरअसल, शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल के हाथों से उत्कृष्ट शिक्षकों को प्रमाण पत्र मिलना था और मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी इस कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन मुख्यमंत्री के पिता का स्वर्गवास होने के कारण वे भोपाल से बाहर हैं। वहीं, राज्यपाल मंगूभाई पटेल अस्वस्थ हैं। उनका एम्स में इलाज चल रहा था। ऐसे में इस कार्यक्रम में दोनों का शामिल होना संभव नहीं था, इसलिए इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया है।       राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के लिए चयनित 14 शिक्षकों को राज्यपाल और सीएम के हाथ से प्रमाणपत्र व पुरस्कार मिलना था, लेकिन इस कार्यक्रम में दोनों के शामिल नहीं होने से शिक्षकों ने भी इस कार्यक्रम आगे बढ़ाने का निवेदन किया था। उनका कहना था कि ऐसे कार्यक्रमों में सीएम और राज्यपाल के हाथों पुरस्कार लेना गर्व की बात होती है। फोटोग्राफ भी होते हैं, जो जीवनभर याद दिलाते रहते हैं, लेकिन जब दोनों इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, तो इसे आगे बढ़ाना ही उचित होगा।       चयनित शिक्षकों को मिलेगी 25 हजार रुपये की राशि   राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के लिए 14 शिक्षकों का चयन किया गया है। इसके साथ पिछले वर्ष राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2023 के पुरस्कृत मध्य प्रदेश के दो शिक्षकों को सम्मानित किया जाना था। इन सभी शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र के साथ 25 हजार रुपये की राशि का चेक और शाल-श्रीफल से सम्मान होना था। इस वर्ष राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के लिए आठ प्राथमिक व माध्यमिक और छह उच्चतर माध्यमिक श्रेणी के शिक्षकों का चयन किया गया है।       इन प्राथमिक व माध्यमिक श्रेणी के शिक्षकों का हुआ चयन   दमोह जिले के शासकीय प्राथमिक शाला देवरान टपरिया की शीला पटेल, शाजापुर जिले के शासकीय नवीन प्रायमरी स्कूल ताजपुर के वैभव तिवारी, ग्वालियर जिले के शासकीय माध्यमिक शाला बाडौरी मुरार के बृजेश कुमार शुक्ला, छिंदवाड़ा के शासकीय प्राथमिक शाला कउआखेड़ा के राकेश कुमार मालवीय, गुना जिले के शासकीय माध्यमिक शाला समरसिंगा के राजीव कुमार शर्मा, राजगढ़ जिले के बांगुपरा शासकीय प्राथमिक स्कूल के सुरेश कुमार दांगी, खंडवा जिले की शा. प्राथमिक शाला झूमरखाली की शिक्षिका नीतू ठाकुर, सिवनी के शासकीय प्राथमिक शाला भीरा खंडवा के शिक्षक संजय कुमार रजक के नाम शामिल हैं।    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में स्थित भगवान मंगलनाथ के मंदिर में माह अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक बीते छह माह में देश-विदेश से आने वाले सभी यजमानों की व्यवस्थित तरीके से भात पूजन एवं अन्य पूजन मंदिर के विद्वान आचार्य गणों-पंडितों के द्वारा संपूर्ण विधान के साथ संपन्न कराई गई। मंगलनाथ मंदिर में भात पूजन एवं अन्य पूजनों से शासकीय रसीदे तथा दान पेटी से मंदिर को कुल छ: माह में एक करोड़ 66 लाख 92 हजार 808 रुपये कि आय प्राप्त हुई है।       मंदिर के प्रशासक केके पाठक ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उक्त अवधि में मंगलनाथ मंदिर पर दर्शनार्थियों की भी काफी भीड़ रही। मंदिर पर आने वाले दर्शनार्थियों को व्यवस्थित एवं सुगमता पूर्वक दर्शन मंदिर समिति के स्टाफ द्वारा निर्विघ्न रूप से कराए गए। इसके साथ ही साथ यह भी उल्लेखनीय है कि मंदिर पर आने वाले दिव्यांगजननों को भी मंदिर समिति के कर्मचारियों द्वारा ले जाकर निर्गम द्वारा की ओर से शीघ्र दर्शन कराए गए। उपरोक्त संपूर्ण व्यवस्था कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के सक्षम नेतृत्व एवं अविअ/अध्यक्ष तथा तहसीलदार महो./सचिव मंगलनाथ मंदिर प्रबंध समिति कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हो सकी है।       पाठक ने बताया कि उक्त अवधि में भात पूजन एवं अन्य पूजनों की जो शासकीय रसीदें काटी गई, इन रसीदों से मंदिर समिति को राशि 1,57,90,328 रुपये की आय प्राप्त हुई। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर समिति द्वारा स्थापित दानपेटी के माध्यम से राशि 9,02,480 रुपये की आय मंदिर प्रबंध समिति को प्राप्त हुई। इस प्रकार माह अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 की अवधि में राशि एक करोड़, 66 लाख, 92 हजार 808 रुपये की आय प्राप्त हुई।  

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भोपाल । राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय उद्यान वन विहार में छात्र-छात्राओं में वन वन्य-प्राणियों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा प्रकृति संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने की दृष्टि से भोपाल शहर एवं उसके आस-पास के ग्रामों के शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए मंगलवार को एक दिवसीय एक दिवसीय पक्षी अवलोकन एवं नेचर कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कस्तूरबा टी.टी. नगर भोपाल की 49 छात्राओं एवं 3 शिक्षिकाओं ने भाग लिया।   मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से आयोजित उक्त पक्षी अवलोकन एव नेचर कैम्प में स्रोत व्यक्ति रूप में एके खरे से.नि उप वनसंरक्षक एवं पक्षीविद के रूप में मो. खालिक भोपाल बर्डस उपस्थित रहे। विषय-विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को पक्षी दर्शन, तितली, वन्य-प्राणी दर्शन, स्थल पर विद्यमान वानिकी गतिविधियों की जानकारी, वन, वन्य-प्राणी व पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियाँ कराई गई एवं जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। जैव विविधता एवं उसके संरक्षण के बारे में छात्राओं को विषय-विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान की गई।   इस दौरान प्रतिभागियों को विनोद जाटव द्वारा कपड़े से तुरंत थैला तैयार करना बताया गया। साथ ही तितलियों के लार्वा, प्यूपा को दिखाकर तितली की लाईफ साईकल को समझाया गया। बाघ, तेंदुआ भालू, मगर, घडियाल, चीतल साभर, नीलगाय आदि वन्य-प्राणियों का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर मिशन लाईफ अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के लिये उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा शपथ भी ली गई। तितली की लाईफ साईकल के रेखांकित चित्र रंग भरने के लिये सभी छात्राओं को वितरित किये गये। इस दौरान सचालक वन विहार मीना अवधेशकुमार शिवकुमार, सहायक संचालक वन विहार एस के सिन्हा एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।  

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शहडोल । शहडोल जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में 20 से अधिक यात्री घायल हो गए। हादसे में घायलों में बस चालक की हालत गंभीर बनी हुइ है। यह बस उत्तर प्रदेश के लखनऊ से छत्तीसगढ़ के कवर्धा जा रही थी।       जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के लखनऊ से मध्‍य प्रदेश के शहडोल होकर छत्तीसगढ़ के कवर्धा जा रही भोरमदेव कंपनी की बस क्रमांक सीजी 09 जेएल 7181 बुधवार सुबह जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिठौरी के जंगल में पलट गई। पलटने के बाद बस लगभग 30 मीटर तक फिसली, लेकिन सौभाग्य रहा कि किसी यात्री की जान नहीं गई है। हादसे के समय बस में करी ब50 से अधिक यात्री सवार थे।जिसमें से करीब 20 लाेग घायल हो गए हैं। दो की हालत गंभीर बताई गई है, जिसमें चालक शामिल है।   हादसा मिठौरी जंगल की एक टर्निंग पर हुआ, जहां चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया औरबस बिजली के पोल से टकराकर पलट गई।घटना देख सड़क से गुजर रहे अन्य वाहन चालकों ने मामले की जानकारी सिंहपुर पुलिस को दी थी। जानकारी लगने के बाद थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे और एंबुलेंस से सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया है। बस दुर्घटना की जानकारी लगने के बाद यातायात पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची।   सिंहपुर थाना प्रभारी आरपी रावत ने बताया कि छत्तीसगढ़ के भोरम देव कंपनी की बस लखनऊ से कवर्धा जा रही थी। बस ओवरलोड थी। 50 से अधिक यात्री बस में सवार थे। 20 यात्री इस घटना में घायल हुए हैं। सीएसपी मुख्यालय भी घटनास्थल पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया है। दुर्घटना के बाद सड़क पर पलटी बस को सड़क से हटवाने का यातायात पुलिस कार्य कर रही है। पुलिस ने बताया कि आवागमन अवरुद्ध न हो जिसको लेकर बस को क्रेन के माध्यम से हटवाया जा रहा है। यात्रियों का कहना है कि बस चालक ने ढाबे में शराब भी पी थी, और नींद में भी था। अचानक झपकी लग गई। बस की रफ्तार भी तेज होने के कारण अनियंत्रित होकर पलट गई है। लोगों का कहना है कि लखनऊ से जो चालक चढ़ा है, वह पूरा कवर्धा तक जाता है तो स्वाभाविक है कि नींद लगेगी। लगातार लंबी दूरी तक बस चलाने से थकान भी होगी।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में रूक-रूककर बारिश हो रही है। अब तक इस मानसून सीजन की 95 प्रतिशत यानी एवरेज 35.3 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन तक प्रदेश में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान जताया है। आज बुधवार को रतलाम-मंदसौर समेत 5 जिलों में तेज बारिश हो सकती है।       मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ अभी प्रदेश से दूर है। फिर भी कहीं-कहीं तेज और हल्की बारिश होने का अनुमान है। अगले 24 घंटे में झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, डिंडौरी, सिवनी, बालाघाट जिलों में कहीं-कहीं तेज या भारी बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है।       मध्यप्रदेश में मंगलवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। भोपाल में कभी तीखी धूप निकली तो कभी बारिश हुई। नर्मदापुरम, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, नौगांव में भी बारिश हुई। सबसे ज्यादा पानी धार में ढाई इंच गिर गया। धार के कुक्षी में बरखेड़ा डैम के सभी 10 गेट खोल दिए गए। बरखेड़ा में 24 घंटे में 6.5 इंच बारिश दर्ज की गई। डैम का लेवल 262.40 मीटर पहुंच गया। पानी की आवक 3300 घन मीटर प्रति सेकेंड होने से डैम के सभी गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।       प्रदेश में जून, जुलाई और अगस्त में मानसून जमकर बरसा है। इससे कई जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा पानी मंडला में 47.19 इंच गिर चुका है। सिवनी में 46 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश वाले टॉप-10 जिलों में मंडला के साथ सिवनी, छिंदवाड़ा, श्योपुर, डिंडौरी, सीधी, भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन और सागर शामिल हैं।  

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पांढुर्णा । मध्य प्रदेश के पांढुर्णा जिले में मंगलवार को परम्परा के अनुसार गोटमार मेले का आयोजन हुआ। इस दौरान दो गांवों के लोगों ने एक-दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाए। गोटमार मेले में पत्थर लगने से 400 लोग घायल हो गए। इनमें तीन गंभीर घायलों को नागपुर रेफर किया गया है। पत्थर लगने से तीन लोगों के हाथ-पैर की हड्‌डी भी टूट गई।       दरअसल, पांढुर्णा का गोटमार मेला हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में पोला त्योहार के दूसरे दिन आयोजित होता है। इस दौरान पांर्ढुणा और सावरगांव के बीच बहने वाली जाम नदी के दोनों किनारों से दोनों गांव के लोग एक-दूसरे पर पत्थर बरसाकर इस परंपरा को निभाते हैं। परम्परा के मुताबिक यहां जाम नदी की पुलिया पर पांढुर्णा और सावरगांव के लोगों के बीच मंगलवार सुबह 10 बजे से शुरू हुआ खेल शाम तक चला। दोनों ओर से एक-दूसरे पर पत्थर बरसाए गए। एक युवक बचाव के लिए क्रिकेट किट पहनकर पहुंचा। पत्थर लगने से एक शख्स की आंख में भी चोट लग गई। इस खेल में करीब 400 लोग घायल हुए हैं।       पुलिस अधीक्षक सुंदर सिंह कनेश और कलेक्टर अजय देव शर्मा के मुताबिक सुरक्षा के लिए 600 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों का इलाज किया जा रहा है। इनमें छह लोगों को अस्पताल में रेफर किया गया है। बाकी लोग मेडिकल कैंप में इलाज करा रहे हैं।       पांढुर्ना व सावरगांव के बीच जाम नदी पर गोटमार खेलने की परंपरा 300 साल पुरानी है। मेले की आराध्य मां चंडिका के चरणों में माथा टेककर यहां लोग गोटमार मेले में शामिल होते हैं। बुजुर्गों के अनुसार सावरगांव की युवती और पांढुर्णा का युवक एक दूसरे से प्रेम करते थे। दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन दोनों के गांव के लोग इस प्रेम कहानी से आक्रोशित थे। पोला त्योहार के दूसरे दिन भद्रपक्ष अमावस्या की अलसुबह युवक-युवती भाग गए लेकिन जाम नदी की बाढ़ में फंस गए। दोनों नदी पार करने की कोशिश करते रहे। यहां पांढुर्णा और सावरगांव के लोग जमा हो गए और प्रेमी जोड़े पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई। तभी से प्रेमी युगल की याद में गोटमार का खेल खेला जाता है।       एक मान्यता यह भी है कि हजारों वर्ष पहले जाम नदी के किनारे पिंडारी समाज का प्राचीन किला था। किले में समाज और शक्तिशाली सेना निवास करती थी। सेनापति दलपत शाह था लेकिन महाराष्ट्र के भोसले राजा की सेना ने पिंडारी समाज के किले पर हमला बोल दिया। अस्त्र-शस्त्र कम होने से पिंडारी समाज की सेना ने पत्थरों से हमला कर दिया। भोसले राजा परास्त हो गया। तब से यहां पत्थर मारने की परंपरा चली आ रही है।

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रतलाम । रतलाम के बिलपांक के पास मंगलवार सुबह निजी स्कूल के बच्चाें काे लेकर जा रही बस अनियंत्रित हाेकर पलट गई। गनीमत रही कि हादसे में किसी बच्चे काे काेई गंभीर चाेट नहीं आई। एक बच्चे काे मामूली चाेट आई है। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने क्रेन की मदद से बस काे सीधा किया और बच्चाें काे दूसरी बस से रवाना किया।       जानकारी अनुसार घटना मंगलवार सुबह करीब 8.30 बजे की है। बिलपांक के न्यू किड्स पब्लिक की बस जमुनिया के कच्चे रास्ते से होकर निकल रही थी। बस में 10 से 15 स्टूडेंट सवार थे। रोड सिंगल पट्‌टी थी। रोड के किनारे से बस चालक ने बस को निकालने की कोशिश। बारिश के कारण जगह गीली व कच्ची होने के कारण बस का आगे का पहिया नीचे की तरफ धंसा। रोड से उतरते हुए बस पलटी खा गई। बस पलटते ही बच्चे घबरा गए और चीख पुकार मच गई। जैसे इस बात की जानकारी आसपास के ग्रामीणों को लगी तो सभी मौके पर पहुंचे और पहले बच्चों को सुरक्षित निकाला। सभी बच्चे आसपास के गांव के थे उनके पैरेंट्स भी पहुंच गए। एक छात्रा का मामूली चोट होने पर बिलपांक के स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए। प्राथमिक उपचार कर घर भेज दिया। बताया जा रहा है कि घटना के बाद स्कूल संचालक द्वारा दूसरी बस भेजी गई। ग्रामीणों ने घटना को लेकर आक्रोश जताया। बस की हालात काफी खराब होने की भी बात कही जा रही है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां तेज हो गई है। प्रदेश में अगले 2 दिन तेज बारिश की संभावना है। आज मंगलवार को मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग के 8 जिले- झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, इंदौर, रतलाम, धार और देवास में तेज बारिश का अलर्ट है। भिंड भी भीगेगा। वहीं, 5 सितंबर से बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया यानी निम्न दाब क्षेत्र एक्टिव हो रहा है। इसका असर अगले 2-3 दिन में प्रदेश में देखने को मिल सकता है।       राजधानी भोपाल में सुबह से बादल छाए हैं। कुछ इलाकों में रिमझिम भी हुई। इस बार सितंबर की शुरुआत तेज बारिश के साथ हुई है। सोमवार को भी भोपाल में आधा इंच पानी गिर गया। इंदौर, रायसेन, उज्जैन, बैतूल, दमोह, शिवपुरी, खंडवा, जबलपुर, रतलाम सागर, सतना, टीकमगढ़ में भी बारिश हुई। रात में बारिश का दौर बना रहा। जबकि आज मंगलवार को प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल सकते हैं। मालवा-निमाड़ में तेज बारिश का दौर बना रह सकता है। वहीं, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल और अनूपपुर में धूप खिलने का अनुमान है। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।       मौसम विभाग के अनुसार, अभी तीव्र निम्न दाब क्षेत्र (डिप्रेशन) एक्टिव है। मानसून ट्रफ प्रदेश के रायसेन, छिंदवाड़ा से गुजर रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की एक्टिविटी बनी हुई है। इस कारण प्रदेश में तेज बारिश हो रही है। अगले 2 दिन यह सिस्टम एक्टिव रहेगा। हालांकि, मंगलवार के बाद सिस्टम आगे बढ़ जाएगा। मध्यप्रदेश में अब तक 35 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन के कोटे की 94 प्रतिशत तक है।  

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जबलपुर । प्रसिद्ध अभिनेत्री हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत को उनकी आने वाली फिल्म 'इमरजेंसी' के लिए मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने मंगलवार को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, मणिकर्णिका प्रोडक्शन, केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सेंसर बोर्ड समेत इससे जुड़े पक्षकारों भी नोटिस दिया गया है।    दरअसल, सिख संगत जबलपुर और श्री गुरु सिंह सभा इंदौर ने बीते शनिवार को फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर मप्र उच्च न्यायालय की जबलपुर स्थित मुख्य खंडपीठ में एक जनहित याचिका दायर की थी। याचिका में कोर्ट को बताया गया था कि इस फिल्म को लेकर पूरे देश के सिख समाज के लोग दुखी हैं। यह भी मांग की गई थी कि रिलीज से पहले इस फिल्म को इंदौर और जबलपुर के सिख पदाधिकारियों को दिखाई जाए।  सोमवार को इस याचिका पर एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच सुनवाई हुई।  सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता ने कोर्ट के सामने तर्क रखा कि फिल्म के ट्रेलर में सिख समुदाय को क्रूर दिखाया गया है। इससे सिख समुदाय की समाज में गलत छवि बनेगी। फिल्म में चार सिख हिंदुओं को गोली से भूनते दिखाए गए हैं। वे वी वांट खालिस्तान, सानू खालिस्तान चाहिए... यह सब कह रहे हैं। सिखों का रूप वीभत्स और खतरनाक बताया है, यह पूरी तरह से गलत है। याचिकाकर्ता का तर्क सुनने के बाद हाईकोर्ट ने कहा कि कोविड काल के दौरान हमने देखा है कि सिख कम्युनिटी ने आगे आकर सेवा की है। गुरुद्वारों में ऑक्सीजन से लेकर खाना उपलब्ध कराया है। सिख समुदाय की सेवा पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। कोर्ट ने मामले में अभिनेत्री कंगना रनौत, सेंसर बोर्ड समेत अन्य को नोटिस जारी कर दिया है। इस मामले में अब मंगलवार को फिर सुनवाई होगी।  गौरतलब है कि फिल्म इमरजेंसी का डायरेक्शन और प्रोडक्शन कंगना रनौत ने ही किया है। फिल्म में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। इस फिल्म को लेकर भाजपा नेता हरेंद्रजीत सिंह बब्बू ने भी कंगना रनौत को शनिवार को लीगल नोटिस भेजा था। इसमें नसीहत दी कि वह सांसद की जिम्मेदारी निभाएं और पद की गरिमा भी बनाए रखें। बब्बू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी मांग की है कि कंगना की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज पर रोक लगाई जाए। फिल्म में सिख समाज का गलत चित्रण किया गया है, जिससे देशभर में सिख समाज आक्रोशित है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) के निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत और तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार के घर सोमवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने छापामार कार्रवाई की है। मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत पर यह कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल कार्रवाई जारी है। ईडी के अधिकारी दोनों जगह दस्तावेज खंगालने में जुटे हुए हैं।       ईडी के चार अधिकारियों की टीम सोमवार सुबह करीब छह बजे भोपाल में लेकपर्ल गार्डन स्थित आरजीपीवी के निलंबित रजिस्ट्रार राजपूत के घर पहुंची। उस समय घर के लोग सो रहे थे। घर के अंदर प्रवेश करते ही अधिकारियों ने राजपूत और उनकी पत्नी के मोबाइल जमा कर लिये। ईडी के अधिकारियों ने निलंबित रजिस्ट्रार के घर से दस्तावेज जमा किए हैं। दोपहर में निलंबित रजिस्ट्रार के घर छापे की खबर कॉलोनी में फैल गई। लोग इकट्ठा होने लगे। यह बात निलंबित रजिस्ट्रार को नागवार गुजरी। वे दोपहर तीन बजे दो ईडी अधिकारियों के साथ घर से बाहर भड़कते हुए निकले और अफसरों से घर के सामने इकट्ठा लोगों को हटाने को कहा।       दूसरी टीम तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार के घर पहुंची लेकिन उनके घर में किराएदार मिले। ईडी के अधिकारियों ने किराएदारों से पूछताछ की। किराएदारों ने अधिकारियों को बताया कि वे पिछले डेढ़ साल से यहां रह रहे हैं। प्रो. कुमार भोपाल के चूनाभट्‌टी इलाके में रहते हैं। इस पर ईडी टीम के निर्देश पर किराएदार से उनको कॉल कर लोकेशन पूछी। लोकेशन मिलने के आधे घंटे बाद ईडी की टीम ने चूनाभट्‌टी में प्रो. कुमार के घर दबिश दी। टीम उनसे सुबह से पूछताछ कर रही है। टीम को दबिश के दौरान दोनों के घरों में क्या मिला, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है।       गौरतलब है कि आरजीपीवी में रजिस्ट्रार रहते हुए आरएस राजपूत ने 19.48 करोड़ रुपये सरकारी खाते से प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर कराए थे। घोटाले में यूनिवर्सिटी के कुलपति से लेकर रजिस्ट्रार तक सभी के शामिल होने के आरोप लगे थे। इसके बाद कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार, पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, तत्कालीन फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, बैंक मैनेजर मयंक सहित पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरबीएल बैंक भोपाल के तत्कालीन मैनेजर कुमार मयंक, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन मैनेजर रामकुमार रघुवंशी और सोहागपुर की संस्था दलित संघ के सह सचिव सुनील रघुवंशी को गिरफ्तार किया है।  

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भोपाल । इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) एवं मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के सहयोग से भोपाल में हुए आईएटीओ के 39वें वार्षिक अधिवेशन से प्रदेश में विदेशी व देशी पर्यटकों की संख्या निश्चित ही बढ़ेगी। भोपाल में 30 अगस्त से एक सितंबर तक हुए इस आयोजन में रिकॉर्ड 1200 से ज्यादा सदस्य शामिल हुए, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मप्र में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने में योगदान देंगे।       आईएटीओ के उपाध्यक्ष रवि गोसाईं ने सोमवार को बताया कि संभाजीनगर (औरंगाबाद) में साल 2023 में हुए अधिवेशन का सीधा फायदा महाराष्ट्र में विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के रूप में दिखा है। यहां 15-20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। मध्य प्रदेश में हुए अधिवेशन में रिकॉर्ड भागीदारी ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि प्रदेश में आने वाले समय में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 30-40 फीसदी की बढ़ोतरी होगी।       आईएटीओ के मप्र चैयरमेन महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश में हिंदुस्तान के केंद्र में बसा है और साथ ही हवाई मार्ग, रेल मार्ग एवं सड़क मार्ग से अच्छे से जुड़ा हुआ है। म.प्र में इंदौर व भोपाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इसके अलावा ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो एयरपोर्ट भी देश के प्रमुख राज्यों से जुड़ा हुआ है। जल्द ही रीवा एवं दतिया एयरपोर्ट की शुरुआत होने जा रही है। पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के माध्यम से इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रीवा, सिंगरौली, खजुराहो, ग्वालियर शहर हवाई मार्ग से जुड़े हुए हैं। इससे पर्यटन के साथ ही वाणिज्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रदेश की स्थिति मजबूत हुई है।       पर्यटन सुविधाओं में विस्तार   पर्यटन स्थलों पर विकसित होती आधारभूत संरचनाएं नए गंतव्यों पर लग्जरी टेंट सिटीज व नए होटल्स, लगातार बढ़ती पर्यटन सुविधाएं भी इनबाउंड टूरिज्म बढ़ाने में मदद करेगी। मध्य प्रदेश में हवाई संपर्क का विस्तार विकास के नए रास्ते खोल रहा है औऱ अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच आसान बना रहा है।       गंतव्यों से प्रभावित हो रहा पर्यटन   आईएटीओ संस्था के 350 से ज्यादा सदस्य प्रदेश के विभिन्न गंतव्यों पर भ्रमण के लिए निकले। सोमवार को चंदेरी, उज्जैन, इंदौर, भीमबेटका, भोजपुर जैसे पर्यटन स्थलों पर भ्रमण किया। आईएटीओ के महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि फैम टीम से निश्चित फायदा होगा। ट्रेवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स पर्यटन गतव्यों पर भ्रमण कर स्वयं अनुभव ले रहे हैं। प्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य, यूनेस्को विश्व धरोहरों के साथ ही हर तरफ फैली हरियाली से खासे प्रभावित हो रहे हैं। अपने अनुभव के आधार पर ये लोग अपनी संस्थाओं के माध्यम से विदेशी पर्यटकों को मध्य प्रदेश के वैभवशाली इतिहास, गौरवशाली संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध विरासत एव विविध वन्यजीव संपदा से अवगत कराएंगे एवं उन्हें म.प्र. आने के लिए आमंत्रित करेंगे। आईएटीओ अधिवेशन एवं फैम ट्रिप्स का सीधा फायदा मध्य प्रदेश में विदेशी पर्यटकों की संख्या की वृद्धि के रूप में देखने को मिलेगा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से हैदराबाद जा रही इंडिगो के विमान की नागपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इंडिगो एयरलाइन के अनुसार विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। एयरपोर्ट पर बम और डॉग स्क्वाड सहित सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी पहुंचे हैं और जांच में जुटे हुए हैं। सीआईएसएफ के अलावा महाराष्ट्र पुलिस भी मौजूद है। जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर भी अधिकारी पहुंचें। सीआईएसएफ के अलावा महाराष्ट्र पुलिस भी मौजूद है। हालांकि, कंपनी ने बताया कि कुछ देर बाद ही विमान नागपुर से हैदराबाद के लिए रवाना हुआ।       अधिकारियों के अनुसार, जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से रविवार सुबह 8 बजे इंडिगो की फ्लाइट 6ई 7308 ने हैदराबाद के लिए उड़ान भरी थी। इसे 9:40 बजे हैदराबाद में उतरना था लेकिन इससे पहले ही 9:10 बजे फ्लाइट को नागपुर एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। इंडिगो की मैनेजर हिना खान ने बताया कि विमान में 69 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार हैं। जबलपुर से उड़ान भरने के कुछ समय बाद क्रू में शामिल ज्योतिस्मिता सैकिया वॉशरूम गईं। यहां टॉयलेट रोल के टुकड़े पर नीली स्याही से लिखा मैसेज दिखा। इसमें लिखा था- 'विस्फोट@9:00 पूर्वाह्न।' सैकिया ने पायलट को सूचना दी जिसने एरिया ट्रैफिक कंट्रोल, नागपुर को सूचना दी। फ्लाइट को नागपुर डायवर्ट कर दिया गया। एमआईएल सुरक्षा और टर्मिनल विभाग द्वारा बम खतरा आकलन समिति को जानकारी दी गई। इसके बाद विमान को नागपुर एयरपोर्ट पर उतारा गया। सभी यात्रियों को विमान से बाहर निकाला गया।       उन्होंने बताया कि सभी यात्रियों को विमान से बाहर निकालकर चेकिंग की गई। विमान को भी सुरक्षित स्थान पर खड़ा किया गया था। इंडिगो की मैनेजर हिना खान के अनुसार सभी यात्री फिलहाल सुरक्षित हैं। फिलहाल, फ्लाइट के भीतर रखे सामान की जांच की जा रही है। इसके अलावा सुरक्षा टीम इस बात की भी जानकारी जुटाने में लगी है कि ये मैसेज किसने और कब लिखा?

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उज्जैन । इस श्रावण-भादौ मास के सातवे सोमवार, यानी क‍ि दो सितंबर को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकलेगी। बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे और सात स्वरूप में अपने सभी भक्‍तों को दर्शन देंगे। शाही सवारी का मार्ग लम्बा रहेगा। पालकी रात्रि 11 बजे से पूर्व मंदिर पहुंचेगी। शाही सवारी में पालकी में चंद्रमौलेश्वर,गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद, घटाटोप तथा सप्तधान्य मुखारविंद रहेंगे। पालकी अपरांह चार बजे पूजन पश्चात नगर भ्रमण पर निकलेगी।       कलेक्टर सह महाकाल मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह ने इस संबंध में रव‍िवार को बताया कि सोमवार अपरांह कोटितीर्थ परिसर स्थित सभा मण्डप में बाबा महाकाल का पूजन,अभिषेक किया जाएगा। पश्चात पालकी में भगवान का चंद्रमौलेश्वर स्वरूप विराजीत करके मुख्य द्वार पर पालकी लाई जाएगी। यहां पर परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑव ऑनर दिया जाएगा। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकलेंगे। पालकी के गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद, घटाटोप तथा सप्तधान्य मुखारविंद रहेंगे।       सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंचेगी। पूरे मार्ग पर भक्तों द्वारा गुलाब के फूलों की पंखुरियों से जमकर वर्षा कर बाबा की अगवानी की जाएगी। मार्ग में रंगोली भी बनाई जाएगी। पालकी जब रामघाट पहुंचेगी तो परंपरानुसार यहां पर मां शिप्रा का पूजन किया जाएगा वहीं बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से अभिषेक किया जाएगा। यहां से पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। पालकी रामानुजकोट,मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़,टंकी चौक, मिर्जा नईम बेग मार्ग,तेलीवाड़ा,कंठाल,सतीगेट, सराफा,छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर पहुंचेगी।       सिंधिया करेंगे पालकी पूजन       उल्‍लेखनीय है कि पुराने समय तत्कालीन सिंधिया रियासत में उज्जैन शामिल रहा है। तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि शाही सवारी में गोपाल मंदिर पर पालकी पूजन सिंधिया परिवार का कोई सदस्य अवश्‍य करता है। इसी परंपरा का निर्वाह करने के लिए सोमवार को यहां पर केंद्रीय मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया मौजूद रहेंगे । यहां पूजन पश्चात सवारी पटनी बाजार,गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंचेगी।  

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। आज रविवार को प्रदेश के सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम और बैतूल जिले में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से के 21 जिलों में तेज बारिश होने के आसार हैं। हालांकि राजधानी भोपाल और इंदौर में सुबह से धूप खिली है।       मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2 दिन प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बारिश कराएगा। जबलपुर समेत दूसरे जिलों में भी आज गरज-चमक की स्थिति और हल्की बारिश हो सकती है। शनिवार देर रात भी जबलपुर में पानी गिरा। इससे पहले शनिवार को उज्जैन, नौगांव, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खरगोन, सीधी और मलाजखंड में बारिश हुई। उज्जैन में सबसे ज्यादा पौन इंच पानी गिर गया। नौगांव में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिक यादव ने बताया कि 1-2 सितंबर को तेज बारिश का दौर बना रहेगा। 3 सितंबर को सिस्टम आगे बढ़ेगा। इससे बारिश की एक्टिविटी कम होगी।       प्रदेश में अब तक 34.2 इंच बारिश हो चुकी है। यह मानसून सीजन के कोटे के 91 प्रतिशत से अधिक है। 3.1 इंच पानी और गिरते ही प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा भी पार हो जाएगा। प्रदेश के 10 जिलों में 40 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 47.12 इंच बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में मंडला के अलावा सिवनी, सीधी, डिंडौरी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम और सागर हैं। रीवा में सबसे कम 22.3 इंच बारिश ही हुई है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में पिछले दो दिन से तेज बारिश का सिलसिला थम गया है, लेकिन 1 सितंबर से फिर बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। इससे पूरा प्रदेश भीग जाएगा। 35 जिलों में तेज बारिश की संभावना है। इससे पहले आज शनिवार को भी सीहोर-देवास समेत 12 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। प्रदेश में अब तक 33.9 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 91 प्रतिशत है।       मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया सिस्टम एक्टिव है। दूसरी ओर, मानसून ट्रफ ऊपर से गुजर रही है। इसके असर से शनिवार को ज्यादा जिलों में तो तेज बारिश नहीं होगी, लेकिन 1 से 3 सितंबर तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर शुरू होगा। लो प्रेशर एरिया सिस्टम का असर बढ़ने से ऐसा होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में सीहोर, देवास, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, दमोह, डिंडौरी जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।       इससे पहले प्रदेश के 13 जिलों में शुक्रवार को बारिश हुई। नर्मदापुरम जिले में 35 मिमी यानी, डेढ़ इंच पानी बरस गया। मंडला और उमरिया में 1-1 इंच, नौगांव, टीकमगढ़, खजुराहो, छिंदवाड़ा और इंदौर में आधा इंच से ज्यादा पानी गिर गया। इसी तरह बैतूल, शिवपुरी, उज्जैन, नरसिंहपुर और सतना जिले में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। जबकि भोपाल में सुबह से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो रात में भी चलता रहा।       प्रदेश के मंडला और सिवनी ऐसे जिले हैं, जहां 45-46 इंच पानी पानी गिर चुका है, जबकि रीवा में सबसे कम 22.3 इंच बारिश ही हुई है। प्रदेश के 10 जिलों में 40 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 46.87 इंच बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, सीधी, डिंडौरी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम और सागर है।  

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भोपाल । देश का राजधानी दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में शुक्रवार से शुरू हुए ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ की सांस्कृतिक संध्या में पहले दिन कलापिनी कोमकली ने देवास के शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। उन्होंने राग पुरिया धनाश्री, पूर्वी थाट, रागदेश, राग मल्हार सहित निर्गुण और लोक भजनों की प्रस्तुति दी, जिसमें समूह के सदस्य रामेंद्र सिंह सोलंकी ने तबला, चेतन निगम ने हारमोनियम, कृष्ण ने मंजीरा, वर्षा और वैशाली ने वीणा पर संगत दी।       कोमकली भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रतिभावान कलाकार हैं और प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हैं। वे कुमार गांधर्व की सुपुत्री हैं। उल्लेखनीय है कि 30 अगस्त से 2 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित 'मध्यप्रदेश उत्सव' में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।       सांस्कृतिक कार्यक्रम   चार-दिवसीय मध्यप्रदेश उत्सव में दूसरे दिन सुप्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना बिंदु जुनेजा के ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरे दिन मैहर घराने की नलतरंग सहित अन्य परंपरागत वाद्य-यंत्रों के माध्यम से वाद्य वृन्द का प्रस्तुतीकरण होगा। आंचलिक कलाकारों द्वारा आखिरी दिन 2 सितम्बर को लोकगायन की प्रस्तुति होगी, जिसमे शशिकुमार पांडेय द्वारा रीवा के बघेली लोक गायन तथा आलोचना मांगरोले द्वारा खंडवा के निमाड़ी लोक गायन सम्मिलित है।       मध्यप्रदेश उत्सव से म.प्र. को जानने समझने का मिलेगा अवसर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर दिल्ली में पहली बार वृहद स्तर पर मध्यप्रदेश उत्सव का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश भवन में "मध्यप्रदेश उत्सव" का रंगारंग शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक, जनजातीय विरासत, पर्यटन, कला, रहन-सहन एवं विविध व्यंजन इत्यादि की दृष्टि से समृद्ध राज्य है।        मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश के दिल (मध्यप्रदेश) की समृद्ध, सांस्कृतिक धरोहरों से दिल्ली एवं अन्य प्रदेश के लोगों को परिचित कराने के लिये देश की राजधानी में 4 दिवसीय "मध्यप्रदेश उत्सव" का अनूठा आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश उत्सव के आयोजन से दिल्लीवासियों एवं अन्य राज्यों से आये पर्यटकों को देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश की समृद्धशाली विविधताओं से परिपूर्ण संस्कृति सहित अन्य पहलुओं को जानने का मौका मिलेगा। आगंतुक न सिर्फ प्रदेश की समृद्ध विरासत को जानेंगे, समझेंगे बल्कि विविधताओं से भरे मध्यप्रदेश के विभिन्न अंचलों में बनाये जाने वाले विशिष्ट व्यंजनों सहित सुपर फूड में 'श्रीअन्न' से निर्मित व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।       म.प्र. की विरासत को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया   मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में पुरातत्व विभाग द्वारा बेहतरीन कार्य किया गया है। विभाग प्राचीन जर्जर मंदिरों और देवस्थानों को पुनर्स्थापित करने का चुनौतीपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक कर रहा है। उन्होंने संचालनालय पुरातत्व अभिलेखाकर एवं संग्रहालय द्वारा आयोजित ‘मध्यप्रदेश की विरासत’ प्रदर्शनी की सराहना की। मध्यप्रदेश उत्सव में लगाई गई प्रदशर्नी में एक ओर गोंड कलाकारों की चित्रकला को सम्मान और दूसरी ओर लगभग 10 हजार वर्ष पुराने भीमबैठका के शैलचित्रों से सबको अवगत कराने का अभिनव प्रयास किया गया है।       मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी के सेल्फी पाइंट में सेल्फी ली। उन्होंने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए विजिटर बुक में लिखा कि "मध्यप्रदेश-उत्सव का आयोजन बहुत बेहतर तरीके से सुयोग्य भाव से प्रदर्शित किया गया है, बधाई।" कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग और अधिकारी व दर्शक भी उपस्थित थे।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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गुना/भोपाल । मध्य प्रदेश के गुना जिले की कुंभराज तहसील में पदस्थ तहसीलदार अमिता सिंह के शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट पर विवाद छिड़ गया है। कांग्रेस ने महिला तहसीलदार पर पलटवार करते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया है। साथ ही उन्हें हद में रहने की हिदायत भी दी है।       तहसीलदार अमिता सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर कहा कि कैमरा सामने आते ही मुंह छिपाकर लंदन में दारू पी रही हैं। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि बकरे और बीफ खाने वाले ब्राह्मण राहुल खान और वाड्रा परिवार 100 करोड़ हिंदुओं के देश पर राज करने का सपना पाले हैं। अपनी पोस्ट के साथ उन्होंने एक फोटो भी लगाया है। जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा और रॉबर्ड वाड्रा बैठे नजर आ रहे हैं।       हालांकि, कुछ देर बाद उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी। जब पोस्ट के संबंध में तहसीलदार अमिता सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजस्व महा अभियान चल रहा है। बार-बार ओटीपी आता रहता है, इसलिए मेरा मोबाइल किसी के भी पास रहता है, मेरे पास नहीं रहता है। उन्होंने बाद में अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा -अपने सभी मित्रों को सूचित करना चाहती हूं कि मेरी फेसबुक आईडी हैक हो गई है। किसी के द्वारा मेरी क्लोन आईडी बनाकर कोई राजनीति से प्रेरित पोस्ट की गई है। मेरे द्वारा अपनी आई चेक करने पर ऐसी कोई पोस्ट मिली नहीं है। मैं इस संबंध में साइबर सेल में शिकायत कर रही हूं।       अमिता सिंह के पोस्ट पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने कहा कि तहसीलदार हैं, वे अपनी प्रशासनिक औकात में रहकर जो उन्हें जिम्मेदारी है उसे निभाएं। यदि वे समझती हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को खुश कर वहां नौकरी कर लेंगी, तो उन्हें लंबा प्रशासनिक जीवन निभाना है। कभी भी तकलीफ में आ सकती हैं। महिला हैं, अपने दायरे में काम करें। यदि तहसीलदार नहीं, समाज सुधारक बनना चाहती हैं, तो उन्हें राजनीति में आ जाना चाहिए। अपनी हैसियत पता लग जाएगी। ये वही तहसीलदार हैं, जो हमेशा विवादों में रहती हैं। सरकार को उन्हें कहीं भी पदस्थ करने से पहले मानसिक इलाज करवाकर भेजना चाहिए। जैसा कि उन्होंने अपनी प्रोफाइल पर पोषण विशेषज्ञ भी लिखा है, उन्हें मानसिक पोषण की भी आवश्यकता है। महिलाओं के प्रति सद्भावना रखना सम्मानजनक स्थिति है, किंतु तहसीलदार महोदया मणिपुर के मसले पर वह मूक बधिर क्यों बनी रहीं। लगता है वे एक सरकारी नौकर नहीं, सरकार के एजेंडे को लागू करने वाली राजनीतिक दल की सदस्य बन चुकी हैं।       पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- यह अमिता सिंह तोमर हैं जो गुना जिले की कुंभराज तहसील में तहसीलदार पद पर पदस्थ हैं, जिन्होंने बलिदानी परिवार की बेटी प्रियंका जी के खिलाफ अशोभनीय पोस्ट किया है। क्या मुख्यमंत्री मोहन यादव जी इस अशोभनीय पोस्ट को सिविल सेवा आचरण के अनुकूल मानते हैं? अगर नहीं तो इन्हें तत्काल हटाया जाए।       बता दें कि तहसीलदार अमिता सिंह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। फेसबुक पर उनके 11 हजार फॉलोवर हैं। तहसीलदार अमिता सिंह तोमर टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में 50 लाख रुपये जीतने के बाद चर्चा में आईं थी। साल 2011 में वह 'कौन बनेगा करोड़पति' की हॉट सीट तक पहुंची थीं। अमिता सिंह अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रह चुकी हैं। इसी साल श्योपुर में पदस्थ किए जाने के दौरान तहसीलदार का प्रभार न मिलने से नाराज होकर उन्होंने कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। अमिता सिंह ने 9 महीने पहले भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा था- 'गरीब खड़ा ताक रहा अपने सूने दालान से। नोटों के बंडल निकल रहे मोहब्बत की दुकान से। (600+...करोड़ कैश)।' इस पोस्ट को झारखंड में कांग्रेस सांसद के यहां मिले करोड़ों रुपयों के मामले से जोड़कर देखा गया था।

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अनूपपुर । जिले के जैतहरी थाना अंतर्गत ग्राम मुण्डा में मवेशी चरा रहे 45 वर्षीय चरवाहे पर अचानक आकाशीय बिजली गिरने से चपेट में आने पर घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम उपरांत अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौपा कर शासकीय कार्यवाई शुरू कर दी।       जानकारी अनुसार जैतहरी थाना के वेंकटनगर पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम मुण्डा में शुक्रवार को 45 वर्षीय विशंभर सिंह पुत्र स्व, चैतू सिंह गोड़ गांव के पास मवेशी चरा रहा रहा था तभी मौसम में बदलाव हुआ और हवा पानी के साथ बादल की गरज के साथ पेड़ में आकाशीय बिजली गिरी और वहीं खडे विशंभर सिंह चपेट में आने पर वह बुरी तरह झुलसने के कारण स्थल घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। सूचना पर वेंकटनगर पुलिस द्वारा मौके पर शव का पंचनामा कर शव का पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को सौपा दिया।    

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश शिक्षा विभाग ने न्‍यायालय के निर्णय पर प्रभावी कदम उठाते हुए एक महत्‍वपूर्ण निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार अब प्राथमिक शिक्षक की अनिवार्य योग्‍यता में डीएड को मान्‍यता दी जाएगी न कि बीएड पास को, यदि गलती से किसी का चयन 11 अगस्‍त 2023 के बाद से बीएड के आधार पर प्राथमिक शिक्षक के रूप में हो गया है तो ऐसे सभी लोगों की नौकरी अब समाप्‍त हो जाएगी। इसके लिए विभाग का अब आदेश भी सामने आ गया है।       उल्‍लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई गई थी, जिसमें मांग की गई कि प्राथम‍िक कक्षा में पढ़ाने की अनिवार्य योग्‍यता डीएड की जाए न कि बीएड। इसके बाद न्‍यायालय ने अपने निर्णय में स्‍पष्‍ट कर दिया कि डीएड प्राथम‍िक कक्षा के शिक्षक के लिए आवश्‍यक है। उसने ये आदेश 11 अगस्त 2023 को दिया था और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् (एनसीटीई) की 28 जून 2018 की अधिसूचना को निरस्‍त कर दिया था। वहीं, इस संबंध में एक याचिका जबलपुर हाईकोर्ट में लगाई गई थी, जिस पर न्‍यायालय का निर्णय तीन मई 2024 को सामने आया और जारी आदेश में कहा गया कि 11 अगस्त 2023 के पूर्व नियुक्त बीएड योग्यता धारक उम्मीदवार को ही प्राथम‍िक शिक्षक के रूप में मान्य किया जाए। स्‍वभाविक तौर पर इसके बाद की हुई समस्‍त नियुक्‍तियां जिनमें डीएड के स्‍थान पर बीएड मान्‍यता को शिक्षा विभाग ने स्‍वीकारा था, वे अमान्‍य होने की स्‍थ‍ित‍ि में आ गईं।       इस संबंध में लोकशिक्षण संचालनालय भोपाल से निकाली गई जानकारी के आधार पर सामने आया है कि वर्ष 2023 में 11 अगस्‍त के बाद कई नियुक्‍तियां हुई हैं, जिनमें से प्राथम‍िक शाला के शिक्षक भी शाम‍िल हैं। इन सभी की योग्‍यता डीएड के स्‍थान पर बीएड है। अब ऐसे प्राथमिक शिक्षक बनने वाले 341 शिक्षकों की नियुक्तियां निरस्त हो रही हैं । इसके लिए एक आदेश इसी माह 28 अगस्‍त का सामने आया है जोकि तमाम नियमों की अनिवार्यता से भरा है। इसमें साफ लिखा है कि यह आदेश और उसके बाद नियुक्त किए गए शिक्षकों के मामले में प्रभावी होगा।       इसमें कहा गया है कि मप्र लोकशिक्षण संचालनालय का यह निर्णय प्राथमिक शिक्षक नियोजन 2023 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के अनुक्रम में कार्यवाही विषयक लिया जा रहा है। साथ में इसमें प्राथमिक शिक्षक की व्यावसायिक योग्यता बीएड के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के पारित आदेश में एनसीटीई की अधिसूचना को निरस्त करने के साथ ही उच्च न्यायालय जबलपुर में पारित आदेश का हवाला दिया गया है और यह पूरी तरह से स्‍पष्‍ट कर दिया गया है कि 11 अगस्‍त 2023 के पूर्व नियुक्त बीएड योग्यताधारी प्राथमिक शिक्षक की अभ्यर्थिता को ही मान्य किया जाएगा अर्थात इसके पश्चात नियुक्त बीएड योग्यताधारी अभ्यर्थियों की प्राथमिक शिक्षक पदों पर नियुक्ति मान्य नहीं होगी।       प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे इस पत्र में निर्देशित किया गया है कि नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों की व्यावसायिक योग्यता का जिले में उपलब्ध रिकार्ड से परीक्षण कर बीएड योग्यताधारी प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति तत्काल निरस्त करें। फिलहाल यह पत्र प्रदेश के 25 जिलों के शिक्षा अधिकारियों को भेजा गया है । जिनमें कि आगर मालवा, आलीराजपुर, अशोकनगर, छतरपुर, दमोह, डिंडौरी, गुना, कटनी, खंडवा, मंदसौर, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, निवाड़ी, पन्ना, रायसेन, रतलाम, सागर, श्योपुर, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उज्जैन एवं विदिशा शामिल हैं। इसके बाद अब यह तय माना जा रहा है कि जिन भी बीएड धारी शिक्षकों की नियुक्‍ति 11 अगस्‍त 2023 के बाद राज्‍य के किसी भी जिले में प्राथम‍िक शिक्षक के रूप में हुई है, उनकी नौकरी समाप्‍त हो जाएगी।  

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जबलपुर । सिहोरा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मझौली में अशोक दहिया अपने परिवार के साथ रहता था। उसके तीन बच्चे भी हैं। बुधवार देर रात सभी खाना खाकर सोए थे। बच्चे दूसरे कमरे में सोए हुए थे। वहीं, एक कमरे में दंपती सो गए। अलसुबह करीब 5 बजे भरभराकर घर से लगे पड़ोसी रामकुमार के मकान की दीवार गिर गई। कच्चे मकान के मलबे में अशोक दहिया और विमला दहिया दब गए। लोगों ने मलबा हटाया। पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर मलबा हटवाया। दोनों पति पत्नी के शव को पोस्टमार्टम के लिए मझौली के स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था।       मृतक अशोक के भाई उद्धव दहिया ने बताया कि रात को तेज बारिश हुई थी। जिसकी वजह से हमारे मकान से पड़ोसी की कच्ची दीवार लगी है। जो तेज बारिश में गिर गई , जब तक मलबा हटाया, तब तक तड़प-तड़प कर भाई और भाभी की मौत हो चुकी थी।       घटना में मृत दंपत्ति के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा राज्य शासन के निर्देशानुसार चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है । विधायक अजय विश्नोई ने मझौली पहुँचकर मृतकों के परिजनों से भेंट कर शोक संवेदना की और उन्हें ढाँढस बंधाया । सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल पहुँच चुके थे । तहसीलदार मझौली आदित्य जंघेला के मुताबिक दीवार गिरने की घटना में मृत दंपत्ति के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत करने के साथ ही मकान को पहुँची क्षति के लिये भी 30 हजार रुपये की राहत राशि उपलब्ध कराई जा रही है ।  

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उज्जैन । उज्जैन में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा टल गया। यहां सान्दीपनि आश्रम के पास भीड़ भाड़ वाले इलाके में एक पेड़ दो कारों पर गिर गया जिससे कार चकनाचुर हो गई। गनीमत रही कि हादसे के समय कार में काेई माैजूद नहीं था इसके अलावा भी आसपास किसी व्यक्ति के नहीं हाेने से काेई जनहानि नहीं हुई और बड़ा हादसा टल गया।           दरअसल मंगलनाथ रोड पर सांदीपनि आश्रम के पास महाप्रभु जी के बैठक के बाहर लगा पीपल का एक पेड़ गुरुवार सुबह अचानक भरभरा कर गिर गया। जिससे वहां खड़ी दो कार डिजायर एमपी09-जेडएम-1802 और होंडा सिटी एमपी 09 सीआर 3147 क्षतिग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि कार इंदौर निवासी डॉ राकेश बाबूलाल सोनकर की थी, जाे सपरिवार दर्शन करने अंदर गए थे। सभी दर्शन करने मंदिर में चले गए और ड्राइवर कार के बाहर थे कि इस दौरान वहां लगा पीपल का पेड़ अचानक गिर गया जिससे वह अफरा तफरी मच गई। घटना की सूचना पर महापौर मुकेश टटवाल भी पहुंचे। उन्होंने तुरंत पेड़ काटने की मशीन और नगर निगम से मेन पावर मंगवाकर पेड़ को रस्ते से हटाने का कार्य शुरू करवाया। महापौर टटवाल ने बताया कि गनीमत रही की सही श्रद्धालु सुरक्षित है।            

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में अगले 2 दिन तक तेज बारिश का अलर्ट नहीं है, लेकिन सितंबर की शुरुआत तेज बारिश के साथ होगी। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ समेत अन्य सिस्टम प्रदेश से दूर हैं। इस वजह से अगले 24 घंटे में प्रदेश में बारिश की खास एक्टिविटी नहीं रहेगी। हालांकि कुछ जगहों पर हल्की बारिश जरूर हो सकती है। बता दें कि प्रदेश में अब तक 33.6 इंच बारिश हो चुकी है। यह मानसून सीजन की 90 प्रतिशत है। 3.7 इंच पानी और गिरते ही प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा भी पार हो जाएगा।       मौसम विभाग के अनुसार, आज 29 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हो रहा है। लो प्रेशर एरिया भी 29-30 अगस्त से एक्टिव हो जाएगा। इसका प्रभाव 2 दिन बाद देखने को मिलेगा। 3 से 4 सितंबर तक प्रदेश में तेज बारिश होने का अनुमान है। इससे पहले प्रदेश में बुधवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। कहीं तीखी धूप निकली, तो कहीं बारिश हुई। उमरिया में करीब 1 इंच पानी गिरा। धार, खंडवा, खरगोन और उज्जैन में हल्की बारिश दर्ज की गई।       दूसरी ओर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन-जबलपुर समेत अन्य जिलों में तेज धूप निकली। भोपाल में पारे में 1.7 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद 31.6 डिग्री तापमान रहा। इंदौर में 28.2 डिग्री, ग्वालियर में 32.9 डिग्री, उज्जैन में 29.8 डिग्री और जबलपुर में पारा 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह नरसिंहपुर में 35 डिग्री, रीवा में 35.4 डिग्री और उमरिया में भी तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस रहा।       मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, धार, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, निवाड़ी और ग्वालियर में मौसम साफ रहेगा। यहां धूप खिली रहेगी। वहीं, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनेगी।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश में पांढुर्णा जिले के ग्राम बोरपानी में दूषित पानी से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 34 लोगों को पांढुर्णा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी मिलने के बाद बुधवार को पीएचई विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है और यहां शिविर लगाकर ग्रामीणों का चेकअप किया जा रहा है।       जानकारी के मुताबिक ग्राम बोरपानी में मंगलवार देर रात अचानक 20 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उल्टी-दस्त की शिकायत होने के बाद सभी को रात दो पांढुर्णा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार शुरू किया गया। इलाज के दौरान सुबह 7 बजे तक दो लोगों की मौत हो गई। इसके बाद सुबह करीब 11:30 बजे के बाद 16 अन्य ग्रामीणों को तबीयत बिगड़ने पर एम्बुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।       अस्पताल के बीएमओ डॉ. दीपेंद्र सलामे ने बताया कि उल्टी-दस्त के कारण करीब बुधवार दोपहर 12 बजे तक 36 लोगों को भर्ती कराया गया था, जिनमें दो ग्रामीणों देवाची उईके (45) और झनका बाई धुर्वे की मौत हो गई। फिलहाल, 34 मरीजों का उपचार जारी है। वहीं, गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजी गई है, जहां शिविर लगाकर ग्रामीणों की जांच कर उनका उपचार किया जा रहा है।       ग्रामीणों के बताया कि वे गांव में नदी के पास ट्यूबवेल से पानी पीते हैं। कुछ दिन से ट्यूबवेल से गंदा पानी आ रहा है। हो सकता है कि इसी पानी को पीने के कारण सभी की तबीयत बिगड़ी। पीएचई विभाग के एसडीओ सुभाग गाडगे ने बताया कि पानी का सेंपल लेकर ट्यूबवेल को बंद कर दिया है। ग्राम पंचायत को गांव में साफ-सफाई और ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।  

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में अब तक सीजन की 90 प्रतिशत से ज्यादा बारिश हो चुकी है। औसत 29.2 इंच के मुकाबले अब तक 33.6 इंच पानी गिर चुका है। आज बुधवार को सीधी-सिंगरौली में तेज बारिश का अलर्ट हैं। जबकि इंदौर, उज्जैन में हल्की बारिश होगी। वहीं, 30 - 31 अगस्त से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहा है। जिसकी वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के 28 जिलों में भारी बारिश होगी। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल और उज्जैन संभाग में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।       मौसम विभाग के अनुसार, लो प्रेशर एरिया सिस्टम आगे बढ़ गया है। मानसून ट्रफ सागर से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर पहुंच रहा है। इससे दो दिन भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। 29 अगस्त तक प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है। आज बुधवार को भोपाल, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा में तेज धूप खिल सकती है।       वहीं, भोपाल में सामान्य से 108 प्रतिशत यानी 40.5 इंच पानी गिर गया है। अच्छी बारिश के मामले में टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, सीधी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम, सागर और डिंडौरी शामिल हैं। इन जिलों में बारिश का आंकड़ा 39 इंच से ज्यादा है। बारिश के कारण प्रदेश के लगभग सभी डैम 90 प्रतिशत या इससे अधिक भर चुके हैं। भोपाल के तीनों डैम- कलियासोत, केरवा और भदभदा के गेट खुल चुके हैं, जबकि भोपाल के पास कोलार डैम के 8 में से 4 गेट खोले जा चुके हैं। वर्तमान में यह सिर्फ 3 फीट ही खाली है।  

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भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में बारिश के सीजन में वायरल फीवर के मरीज एक बार फिर बढ़ने लगे हैं......अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी हो गई है .......जेपी अस्पताल में वायरल फीवर से मरीजों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है...अस्पताल में इन मरीजों के इलाज के लिए अलग से बेड का इंतजाम किया गया है... .....          राजधानी भोपाल में बीमारियां पैर पसारने लगी हैं ........जहां सर्दी जुकाम और वायरल के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं........ वही डेंगू मलेरिया के लक्षण वाले मरीज भी तेजी से अस्पताल पहुंच रहे हैं....... मरीजों में ऑक्सीजन लेवल घट रहा है...... फेफड़ों में 30% तक संक्रमण हो रहा है...... 10 दिन तक बुखार भी नहीं जा रहा है......  जेपी अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि... बीमार होने पर देर न करें...... तुरंत डॉक्टर को दिखाएं........ मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग को चिंता में डाल दिया है... स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि शहर से लेकर गांव तक इसके लिए जागरूकता लाई जा रही है... वायरल फीवर के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं ..... हालांकि, इस स्थिति से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं........हमारे यहां दवाइयों से लेकर सभी तरह की हेल्थ किट उपलब्ध है......हमने मरीजों की बढ़ती संख्या देखते हुए अलग से बेड भी तैयार करवाए हैं.........    

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उज्जैन । सावन-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों की क्रम में भाद्रपद मास के प्रथम सोमवार को विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की छठी सवारी पूरे प्रोटोकॉल और धूमधाम के साथ निकलीं। भगवान अवंतिकानाथ ने पालकी में सवार होकर नगर का भ्रमण किया और अपनी प्रजा का हाल जाना। इस दौरान भगवान महाकाल ने छह स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दिए। कृष्ण जन्माष्टमी और बाबा महाकाल की सवारी के सुयोग पर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और आस्था दिखाई दी। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री शर्मा भगवान महाकाल की सवारी में भी शामिल हुए।       केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री दुर्गादास उईके, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, प्रदेश के तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, विधायक महेश परमार, महापौर मुकेश टटवाल, वरिष्ठ आईपीएस विजय कटारिया, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने भगवान महाकाल के दर्शन कर पालकी का पूजन किया और सवारी में शामिल हुएं। पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पं. घनश्‍याम शर्मा द्वारा संपन्‍न कराया गया। सर्वप्रथम भगवान महाकालेश्‍वर का षोड़शोपचार से पूजन-अर्चन किया गया।       महाकालेश्वर भगवान षष्ठम सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद एवं रथ पर श्री घटाटोप विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी गई।       भगवान महाकाल की सवारी में बैतूल जिले के गोंड जनजातीय कलाकारों द्वारा ठात्या नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति दी गईं। बैतूल के मिलाप इवने व अविनाश धुर्वे के नेतृत्व में जनजातीय दल सवारी में भजन मंडलियों के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए चला। धोती, कुर्ता, पगड़ी, रंग-बिरंगा थुरा, जाकेट एवं कवडी और बैलो की पुछ के बलों से बनी कौडी वाले वस्त्र, पैरों में घुघरु और हाथ में बासुरी धारण किए नृत्य डाल द्वारा ढोल, टिमकी, ताशा, मंजीरा, बासुरी आदि परंपरागत वाद्य यंत्रों पर मनमोहक प्रस्तुति दी गई। इससे पूर्व दल द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के संबंध नृत्य कर भगवान की आराधना की गई।       भगवान महाकाल की सवारी शाम चार बजे मंदिर से प्रस्थान पर हरसिद्धिपाल पहुँची। यहां बीएसएफ एवं पुलिस बैंड द्वारा सुमधुर शिव भजनों की प्रस्तुति दी गई। भगवान महाकालेश्वर का पूजन और जलाभिषेक पुजारी आशीष गुरु आदि द्वारा किया गया। भगवान महाकालेश्वर चंद्रमोलेश्वर के स्वरुप में अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए शाम छह बजे शिप्रा तट पर पहुँचे। इसके पश्चात मां शिप्रा नदी के जल से भगवान का ‍जलाभिषेक किया गया।       वापसी में भगवान महाकाल की सवारी जैसे ही गोपाल मंदिर पहुंची, वहां हरि-हर मिलन का अद्भुत नजारा दिखाई दिया। श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा का बाबा की पालकी का स्वागत किया गया और भव्य रूप में आरती का गायन हुआ। सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।       प्रमुख झलकियां   - सवारी में भजन मंडलियों द्वारा मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी गई।   - भगवान कृष्ण और भगवान शिव का स्वरूप धारण किए श्रद्धालु सवारी में चलें   - जगह-जगह आकर्षक रंगोलियों के माध्यम से सवारी का स्वागत किया गया   - दो चलित रथ के माध्यम से सवारी का सजीव प्रसारण किया गया    

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में पिछले तीन से बारिश की गतिविधियां जारी है। लेकिन अब बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम थोड़ा कमजोर पड़ गया है। अगले 2 दिन कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है। आज मंगलवार सुबह से राजधानी भोपाल समेत कुछ जिलों में धूप निकली है। हालांकि 29-30 अगस्त से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। ऐसे में सितंबर की शुरुआत भी तेज बारिश से होगी। इस बार जून, जुलाई और अगस्त में मानसून सीजन के कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। अब तक सीजन की 88 प्रतिशत यानी 33 इंच बारिश हो चुकी है।       मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ, डीप लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर रहा। सोमवार को भी कई जिलों में तेज बारिश हुई, लेकिन मंगलवार से मानसून एक्टिविटी घट जाएगी। 27 और 28 अगस्त को प्रदेश के कई जिलों में धूप निकली रहेगी। प्रदेश के श्योपुर में सामान्य से 87 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला-सिवनी में बारिश का आंकड़ा 45 इंच से अधिक है। भोपाल में सामान्य से 108 प्रतिशत बारिश हो गई है। शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, सिवनी, निवाड़ी और सिंगरौली में भी सामान्य से ज्यादा पानी गिर गया है।       प्रदेश के 5 जिले ऐसे हैं, जहां 40 इंच से अधिक पानी बरस चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 45.97 इंच बारिश हो चुकी है। सिवनी में 45 इंच, भोपाल, श्योपुर-छिंदवाड़ा में आंकड़ा 40 इंच से ज्यादा है। नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, डिंडौरी, राजगढ़ और गुना में भी अच्छी बारिश हो चुकी है। प्रदेश के लगभग सभी डैम 90 प्रतिशत या इससे अधिक भर चुके हैं। सोमवार को भोपाल के कलियासोत के 2 और भदभदा डैम का एक गेट खुला रहा। कोलार और केरवा डैम में भी पानी की आमद जारी रही। बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, तवा, कुंडालिया समेत अन्य डैम के गेट भी खुल चुके हैं।  

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भाेपाल । उत्तर रेलवे के पलवल रेलवे स्टेशन पर रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए प्री-नॉन और नान-इंटरलाकिंग कार्य किया जा रहा है। यह कार्य दिल्ली रेल मंडल के पलवल और न्यू पृथला यार्ड के बीच रेल कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए किया जा रहा है।  रेल मार्ग पर चल रहे कार्य के कारण भोपाल मंडल से होकर गुजरने वाली चार ट्रेनें अलग-अलग तारीखों में निरस्त रहेंगी। इसमें रानी कमलापति से निजामुद्दीन तक जाने वाली शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस छह से 15 सितंबर तक और वंदे भारत भारत एक्सप्रेस 17 सितंबर को निरस्त रहेगी। साथ ही निजामुद्दीन-जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग से चलेगी।    इन ट्रेनों को किया गया निरस्त    ट्रेन 12155-56 रानी कमलापति-निजामुद्दीन भोपाल एक्सप्रेस प्रारंभिक स्टेशन से दोनों दिशाओं में 6 से 15 सितंबर तक निरस्त रहेगी। ट्रेन 20171-72 रानी कमलापति-निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस प्रारंभिक स्टेशन से दोनों दिशाओं में 17 सितंबर को निरस्त रहेगी।    शॉर्ट टर्मिनेट ट्रेन   ट्रेन 12192 जबलपुर-निजामुद्दीन श्रीधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस 5 से 16 सितंबर तक आगरा कैंट स्टेशन पर शार्ट टर्मिनेट रहेगी। ट्रेन 12191 निजामुद्दीन-जबलपुर श्रीधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस 6 से 17 सितंबर तक आगरा कैंट स्टेशन से प्रारंभ होगी।    इस ट्रेन का मार्ग रहेगा परिवर्तित   ट्रेन 12191 निजामुद्दीन-जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस 29, 30, 31 अगस्त, 01, 02, 03, 04, 05 सितंबर को परिवर्तित मार्ग वाया गाजियाबाद-मथुरा-आगरा कैंट होकर गंतव्य को जाएगी।

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उज्जैन । मध्य प्रदेश में सोमवार को जन्माष्टमी का पर्व भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है। उज्जैन, भोपाल और ग्वालियर के श्रीकृष्ण मंदिरों में विशेष पूजा-आराधना हो रही है। उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर को 700 किलो फूलों से सजाया गया है। गर्भगृह में फूलों का सिंहासन, दीवारों पर फूलों की लड़ियाें के साथ फूलों से बना छत्र और मोर पंख से सजावट की गई है। जन्माष्टमी पर भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया है। उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप में सजाया गया है।       महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि परम्परा के मुताबिक भाद्रपद के पहले सोमवार को अलसुबह 2:30 बजे भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले भगवान को स्नान, पंचामृत अभिषेक करवाया गया, साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल का भांग और ड्राईफ्रूट से श्री कृष्ण स्वरूप में श्रृंगार किया गया। इसके बाद भगवान महाकाल को नवीन मुकुट धारण कराया गया और फिर महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई।       भगवान महाकाल के इस अलौकिक श्रृंगार को जिसने भी देखा, वह देखते रह गया। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और हजारों श्रद्धालु चलित भस्म आरती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया।       केंद्रीय मंत्री जाधव ने सपरिवार किए भगवान महाकाल के दर्शन, भस्म आरती में भी हुए शामिल   जन्माष्टमी के मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव परिवार समेत उज्जैन पहुंचे और महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने नंदी हॉल से भस्म आरती देखी। इसके बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन किया। इस दौरान उनकी पत्नी राजश्री जाधव और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान महाकाल का श्री कृष्ण स्वरूप में किए गए अद्भुत श्रृंगार के दर्शन कर और भस्म आरती को देखकर केंद्रीय मंत्री जाधव भावविभोर दिखाई दिए। इसके पहले उन्होंने इस तरह की आरती पूजा नहीं देखी थी। मंदिर दर्शन के लिए आए केंद्रीय मंत्री जाधव ने बाबा महाकाल को एक चांदी का छत्र और मुकुट भेंट किया। इस मुकुट को भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल को पहनाया गया था।       महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के लिए बेंगलुरु से पधारे भक्त धीरेंद्र साख्या ने भी मंदिर के पुजारी आकाश की प्रेरणा से एक चांदी का मुकुट भेंट किया। इसका कुल वजन लगभग 3246.00 ग्राम है। इसी प्रकार, गुजरात की शिल्पा बेन राजेश डोबरिया द्वारा भगवान महाकाल के लिए चांदी का श्रृंगार अर्पित किया गया। इसमें एक नग त्रिपुंड, एक नग चंद्रमा, दो नग भौहें (पलक), दो नग नेत्र, एक नग नाक, एक नग होठ, एक नग मूंछ और एक नग बिल्वपत्र शामिल है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी और राकेश श्रीवास्तव ने दानदाताओं का सम्मान कर विधिवत रसीद प्रदान की। यह जानकारी मंदिर प्रबंध समिति के कोठार शाखा के कोठारी मनीष पांचाल ने दी है।  

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भोपाल  । मध्‍यप्रदेश में बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया है। बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सोमवार को भी एक्टिव रहेगा। मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश की संभावना है। लगातार बारिश से प्रदेश के कई डेमो के जलस्‍तर में वृद्धि हुई है। इंदिरा सागर परियोजना के 12 गेट खोले गए हैं। जबकि भोपाल के भदभदा डैम का एक और कलियासोत डैम के 2 गेट खोले गए हैं। रविवार को भदभदा के 3 और कलियासोत डैम के 6 गेट खोले गए थे।       मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के अंदर अलीराजपुर, झाबुआ और धार में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। यहां 8 इंच तक पानी गिर सकता है। बड़वानी, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, मंदसौर, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, मऊगंज, सीधी, पन्ना और छतरपुर में भारी बारिश का अलर्ट है। बाकी जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। इससे पहले रविवार को पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर बना रहा। 21 जिलों में पानी गिरा। भोपाल में तो सड़कों पर बोट चलाना पड़ी जबकि कई डैम और तालाब ओवरफ्लो हो गए। नदियां भी उफान पर रहीं। कई जगह लोग भी पानी में फंस गए।       बरगी डैम के 9 गेट खुले, उफान पर नर्मदा नदी   जबलपुर के बरगी डैम के 21 में से 9 गेट खुले हुए हैं। इनमें से 2802 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध से पानी छोड़े जाने कारण नर्मदा नदी उफान पर है।ग्वारीघाट और तिलवारा घाट में तेजी से पानी बढ़ रहा है। वर्तमान में बरगी बांध 98 फीसदी तक भर चुका है। बांध में पानी के आवक को देखते हुए कभी भी पानी की निकासी बढ़ाई और घटाई जा सकती है। बांध का लेवल 422 मीटर है। बांध के 9 गेट को 1.55 मीटर तक खोला गया है।       इसके अलावा नर्मदापुरम जिले के तवा डैम का एक गेट 6 फीट की ऊंचाई तक खोला गया है। डैम से 10 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। वर्तमान में डैम का जलस्तर 1163 फीट हो गया है। वहीं, आगर मालवा और राजगढ़ जिले की सीमा पर बने कुंडालिया बांध के 4 गेट और खोले गए हैं। अब 6 गेट से पानी निकाला जा रहा है।

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देवास/भोपाल । मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा प्रसिद्ध गायिका विदुषी सुधा रघुरामन (नई दिल्ली) को वर्ष 2022 गायन के लिए राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से सम्मानित किया गया है। शनिवार देर शाम देवास के मल्हार स्मृति मंदिर में आयोजित पण्डित कुमार गंधर्व समारोह में प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी उन्हें इस राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया।       संस्कृति विभाग के उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी भोपाल द्वारा जिला प्रशासन एवं नगर पालिक निगम देवास के सहयोग से पण्डित कुमार गंधर्व की स्मृति में मल्हार स्मृति मंदिर देवास में आयोजित इस दो दिवसीय समारोह का शाम 07ः00 बजे संस्कृति राज्‍य मंत्री लोधी ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पण्डित कुमार गंधर्व का स्‍थान संगीत की दुनिया में इतना ऊॅचा है कि उसे छू पाना बडा कठिन हैं। पण्डित कुमार गंधर्व युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।       संस्कृति मंत्री लोधी ने कहा कि संगीत हमारी परम्‍परा है, जो भारतीय संस्‍कृति में दिखाई देता है। संगीत से मन और मस्तिष्‍क स्‍वस्‍थ रहता है। धार्मिक उपासना में संगीत का बडा महत्‍व है। संगीत आत्‍मा को मनुष्‍य से जोडने का कार्य करता है। संगीत सामाजिक, धार्मिक और आध्‍यत्‍म से जुडा हुआ है, नागरिकों को अपने जीवन में संगीत से जुडे रहना चाहिए।       समारोह में जिला पंचायत अध्‍यक्ष लीला अटारिया, भैरूलाल अटारिया सहित अन्‍य जनप्रतिनिधि, कलेक्‍टर ऋषव गुप्‍ता, अपर कलेक्‍टर प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम बिहारी सिंह, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक जयंत माधव भिसे, संस्‍कृति विभाग के सहायक संचालक अमित कुमार यादव, पीओ डूडा रवि भट्ट सहित अन्‍य अधिकारी, पण्डित कुमार गन्धर्व की पुत्री कलापनी कोमकली, पत्रकारगण एवं श्रोतागण उपस्थिति थे।       समारोह की संगीत सभा की शुरुआत राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से अलंकृत विदुषी सुधा रघुरामन (नई दिल्ली) के गायन से हुई। इसके पश्चात तेजस एवं मिताली विंचूरकर (मुम्बई) द्वारा बाँसुरी एवं तबला की जुगलबंदी की प्रस्‍तुति दी गई। संगीत सभा में सहयोगी कलाकार के रूप में तबले पर पवन सेम, हितेन्द्र दीक्षित, मनोज पाटीदार, यशवन्त वैष्णव, मृदंगम पर एमवी चंदर शेकर, बाँसुरी पर जी. रघुरामन तथा हारमोनियम पर दीपक खसरावल एवं उपकार गोड़बोले संगत की। कार्यक्रम का संचालन सुगंधा बहरे ने किया। इस अवसर पर अकादमी के निदेशक जयंत माधव भिसे ने सभागार में उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, कलाकरों, पत्रकारों एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।       समारोह में रविवार, 25 अगस्त को सभा की शुरुआत पुणे के शान्तनु गोखले के संतूर वादन से होगी। दूसरी प्रस्तुति शुभदा पराड़कर (मुम्बई) के गायन की तथा सभा का समापन नीलाद्रि कुमार (मुम्बई) के सितार वादन से होगा।    

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। आज रविवार को मालवा-निमाड़ के 14 जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शनिवार रात से राजधानी भोपाल में बारिश हो रही है। हालांकि सीजन का बारिश का कोटा पूरा हो गया है, लेकिन अभी भी बारिश का दौर जारी है। रात में 4 इंच से ज्यादा पानी गिर गया। कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया। भदभदा डैम के दो और कलियासोत डैम के 13 में 4 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।       मौसम विभाग के अनुसार, लो प्रेशर एरिया रीवा संभाग के आसपास अति निम्न दाब में बदल गया है। मानसून ट्रफ खजुराहो और लो प्रेशर एरिया से होते हुए गुजर रही है। एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भी एक्टिव है। इसके चलते प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। अगले 24 घंटे में प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में सिस्टम स्ट्रॉन्ग होगा। 26 अगस्त को यह आगे बढ़ेगा। इसके बाद यह कमजोर होगा, जिससे बारिश की एक्टिविटी कम हो जाएगी। लेकिन बंगाल की खाड़ी में 30 अगस्त से नया सिस्टम एक्टिव होगा। जिसके असर से एक बार फिर प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा।       लगातार तेज बारिश होने की वजह से नर्मदा, शिप्रा समेत अन्य नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं, डैम और तालाबों में भी पानी आ गया। भोपाल के केरवा, कलियासोत और भदभदा डैम के गेट फिर से खुल गए। भोपाल के पास कोलार डैम में भी पानी बढ़ गया। शनिवार को रायसेन के हलाली डैम के 3 गेट खोले गए। नर्मदापुरम के तवा डैम के 3 गेट, उमरिया के जोहिला डैम के 4 गेट भी खोल दिए गए। बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर डैम में भी पानी की आमद जारी रही।  

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उज्जैन । इस श्रावण-भादौ मास के छटे सोमवार, 25 अगस्त को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे और छ: स्वरूप में दर्शन देंगे। पालकी में चंद्रमौलेश्वर,गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद तथा घटाटोप मुखारविंद रहेंगे। पालकी अपरांह 4 बजे पूजन पश्चात नगर भ्रमण पर निकलेगी।     कलेक्टर सह महाकाल मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह ने बताया कि सोमवार अपरांह कोटितीर्थ परिसर स्थित सभा मण्डप में बाबा महाकाल का पूजन,अभिषेक किया जाएगा। पश्चात पालकी में भगवान का चंद्रमौलेश्वर स्वरूप विराजीत करके मुख्य द्वार पर पालकी लाई जाएगी। यहां पर परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑव ऑनर दिया जाएगा। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकलेंगे। पालकी के गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद तथा घटाटोप मुखारविंद रहेंगे।     सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंचेगी। पूरे मार्ग पर भक्तों द्वारा गुलाब के फूलों की पंखुरियों से जमकर वर्षा कर बाबा की अगवानी की जाएगी। मार्ग में रंगोली भी बनाई जाएगी। पालकी जब रामघाट पहुंचेगी तो परंपरानुसार यहां पर मां शिप्रा का पूजन किया जाएगा वहीं बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से अभिषेक किया जाएगा। यहां से पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। पालकी रामानुजकोट,मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़,टंकी चौक, छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर,पटनी बाजार,गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंचेगी।     सोमवार को ही जन्माष्टमी सोमवार को जन्माष्टमी है। शहर में एक ओर जहां जन्माष्टमी महोत्सव की धूम रहेगी वहीं दूसरी ओर बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी। पुराने शहर में खासी गहमागहमी देखने को मिलेगी। जब पालकी गोपाल मंदिर पहुंचेगी तो तत्कालिन सिंधिया रियासत की ओर से गोपाल मंदिर पर पालकी का पूजन,आरती परंपरानुसार की जाएगी। इसी दौरान बाबा महाकाल की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के चलते बधाईयां दी जाएगी। यह दृश्य आलोकिक होगा।        

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भोपाल । प्रदेश के शहर और गांव में अब जो भी नलकूप और बोरवेल खनन होगा उसका पूरा रिकार्ड सरकार के पास होगा। इतना ही नहीं इसके लिए अब संबंधित व्यक्ति और नलकूप खनन करने वाली एजेंसी को सरकार से अनुमति भी लेना होगी। इसके लिए राज्य सरकार ने नया कानून लागू किया है। इसमें प्रावधान किया गया है कि खुले बोरवेल में दुर्घटना होने पर भूमि स्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।       जनसम्पर्क अधिकारी बबीता मिश्रा ने शुक्रवार देर शाम जानकारी देते हुए बताया कि खुले बोरवेल (नलकूप) में इंसानों के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा मध्यप्रदेश खुले नलकूप में इंसानों के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा अधिनियम-2024 बनाया गया है, जो राज्यपाल की अनुमति के बाद क्रियाशील हो चुका है। इस अधिनियम में यदि बोरवेल (नलकूप) के ड्रिलिंग के समय ड्रिलिंग एजेंसी द्वारा समुचित सुरक्षा उपाय नहीं किए जाने और दुर्घटना की स्थिति में ड्रिलिंग एजेंसी के साथ ही भूमि स्वामी के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने के प्रावधान हैं।       सुरक्षात्मक उपाय में लापरवाही पर 25 हजार तक का लगेगा जुर्माना   ड्रिलिंग एजेंसी या भूमि स्वामी की लापरवाही के कारण कोई दुर्घटना होने पर ड्रिलिंग एजेंसी एवं भूमि स्वामी के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज की जाएगी। ड्रिलिंग एजेंसी एवं भूमि स्वामी यदि सुरक्षात्मक उपाय के निर्देश का अनुपालन करने में असफल रहते हैं तो प्रथम अपराध के लिए रूपए 10 हजार तक एवं प्रत्येक पश्चातवर्ती अपराध के लिए 25 हजार रुपये तक का जुर्माना देना होगा। साथ ही दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में दोषसिद्धि पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 100, 105, 106 तथा 110 के प्रावधान अनुसार दण्डित किया जाएगा। दुर्घटना के दौरान किसी व्यक्ति के बचाव के लिए उपगत व्यय, ड्रिलिंग एजेंसी या भूमि स्वामी से वसूल किया जाएगा। इस अधिनियम के अधीन पारित किसी आदेश के विरुद्ध 30 दिन की अवधि में अपील की जा सकेगी।       निष्क्रिय बोरवेल को तीन माह के अंदर बंद करना होगा   ड्रिलिंग एजेंसी को बोरवेल/नलकूप की ड्रिलिंग के पूर्व निर्धारित वेब पोर्टल पर डाटा भरकर ड्रिल करने के लिए अनुज्ञा प्राप्त करनी होगी। ड्रिलिंग एजेंसी को ड्रिलिंग स्थल, भूमि स्वामी के संबंध में संपूर्ण जानकारी देना होगा। ड्रिलिंग के दौरान और उसके पूर्ण होने के बाद सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करना होगा। निष्क्रिय बोरवेल(नलकूप) को तीन माह के अंदर भूमि स्वामी द्वारा बंद करना होगा। भूमि स्वामी या ड्रिलिंग एजेंसी सक्षम प्राधिकारी के निर्देश पर बोरवेल(नलकूप) में कैप नहीं करते हैं तो कैप करने में उपगत व्यय वसूला जाएगा।       शिकायतकर्ता के लिए पुरस्कार का भी प्रावधान   खुले बोरवेल(नलकूप) में सक्षम अधिकारी स्वयं अथवा किसी व्यक्ति द्वारा रिपोर्ट या शिकायत प्राप्त होने पर संज्ञान ले सकेंगे। शिकायत सत्य पाये जाने पर शिकायतकर्ता को पुरस्कृत करने का भी प्रावधान अधिनियम में शामिल है।

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भोपाल । मध्यप्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिया होने के कारण एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। शुक्रवार को राजधानी भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश हुई। इंदौर में 9 घंटे में सबसे ज्यादा तीन इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। कलेक्टर आशीष सिंह ने शनिवार को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों समेत आंगनबाड़ी में छुट्‌टी घोषित कर दी है। वहीं, भोपाल में दो इंच पानी गिरा। केरवा डैम के चार गेट खोलने पड़े। रात में बड़ा तालाब के वाटर लेवल बढ़ने के बाद भदभदा डैम का भी एक गेट खोला गया।       मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर कम दबाव के दो प्रभावशाली क्षेत्र बने रहने के कारण मध्य प्रदेश में अच्छी वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। अगले 24 घंटे के दौरान पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। विशेषकर इंदौर, उज्जैन, संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।       भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल एवं उससे लगे झारखंड के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके शनिवार को झारखंड पहुंचने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर एवं उससे लगे महाराष्ट्र कोस्ट में भी एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में बीकानेर, सीकर, उरई, चुर्क, देहरी, पश्चिम बंगाल से होकर झारखंड पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। महाराष्ट्र के तट से कर्नाटक के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।       वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मजबूत मौसम प्रणालियों के असर से मध्यप्रदेश में अच्छी वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। साथ ही शनिवार से पूरे प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आने की भी उम्मीद बढ़ गई है। इंदौर-उज्जैन समेत 26 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है। इसके बाद भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 25 अगस्त से सिस्टम और मजबूत हो जाएगा।       शुक्रवार को इंदौर-उज्जैन में भारी बारिश हुई। उज्जैन में शिप्रा नदी में उफान आया। रामघाट के सारे मंदिर और छोटा पुल पानी में डूब गया। ऐसे में दोपहर तक पुल से आवाजाही बंद रही। इस सीजन में अब तक उज्जैन शहर में 577 मिलमीटर बरसात हो चुकी है। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक इंदौर में 71, खंडवा में 62, भोपाल में 53, छिंदवाड़ा में 46, गुना में 30, सीधी में 15, रतलाम में 12, धार में आठ, मंडला में छह, सतना में दो और उज्जैन में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।       शनिवार को स्कूलों में रहेगी छुट्टी   इंदौर शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण आंगनबाड़ी और स्कूलों में शनिवार को छुट्टी घोषित की गई है। कलेक्टर आशीष सिंह ने लगातार बारिश के कारण 24 अगस्त को आंगनबाड़ी केंद्रों और शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में कक्षा 12वीं तक अवकाश घोषित किया है। शनिवार को छुट्टी होने से विद्यार्थियों को लगातार तीन दिन की छुट्टी मिलेगी। सोमवार को भी जन्माष्टमी का अवकाश रहेगा।       दरअसल, इंदौर में शुक्रवार को सुबह से शहर तेज बौछारों से शहर तरबतर हुआ। इस सीजन में पहली बार शुक्रवार को विगत 24 घंटे में इंदौर में सर्वाधिक वर्षा शहरवासियों ने देखी। शहर में 12 घंटे में 141.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई, इसमें शाम 5.30 बजे बाद तीन घंटे में 71.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई। शाम 4 बजे बाद से वर्षा निरंतरता ने नगर निगम व प्रशासन के अफसरों की चिंता भी बढ़ाई। बीआरटीएस सहित के कई चौराहें व सड़कों पर जलजमाव हुआ और इसके कारण सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित हुई। कार व दोपहिया चालक कई घंटों तक ट्रैफिक में फंसे रहे। विजयनगर, दवा बाजार सहित शहर के कई इलाकों में वाहन चालक परेशान हुए। मौसम विज्ञानियों द्वारा इंदौर में शनिवार व रविवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और शहर में अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।        

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उज्जैन । शनिवार को श्रावण महोत्सव में शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य से भगवान् महाकाल की स्तुति होगी। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के इस वर्ष के पांचवे आयोजन में शनिवार 24 अगस्त को प्रख्यात कलाकार प्रस्तुति देंगे।   श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशाशक गणेश धाकड़ ने बताया कि इस आयोजन में शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य से भगवान् श्री महाकालेश्वर की वंदना में राष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देकर महाकाल आराधना करेंगे |       कला साधकों के इस प्रस्तुति समागम के चौथें शनिवार को पुणे की सुश्री सानिया पाटनकर का शास्त्रीय गायन, नईदिल्ली के ऋषितोष एवं समूह का ताल वाद्य कचहरी तथा उज्जैन की डॉ. अंजना चौहान के कथक नृत्य प्रस्तुति होगी |       कलाकार परिचय   * पुणे की सुश्री सानिया पाटनकर ने 6 साल की अल्पायु में स्वर्गीय लीलाताई घरपुरे से शास्त्रीय गायन सीखना प्रारम्भ किया। उन्होंने 14 वर्ष तक प्रख्यात गुरु डॉ. अश्विनी देशपाण्डे से 'जयपुर अतरौली घराने' में प्रशिक्षण प्राप्त किया और सानिया उनकी वरिष्ठ शिष्या हैं। डॉ. अरविंद थट्टे के कुशल मार्गदर्शन में संगीत शास्त्र सीखा और 'टप्पा' गायकी पर भी मार्गदर्शन प्राप्त किया। सानिया संगीत विशारद के साथ ही एम.कॉम (स्वर्ण पदक) और दूरदर्शन और आकाशवाणी की 'ए' ग्रेड कलाकार हैं। सानिया को केंद्रीय सरकार की छात्रवृत्ति, दादरमतुंगा केंद्र गुरु शिष्य परम्परा, गणवर्धन, पुणे जैसी छात्रवृत्तियां प्राप्त हुई हैं।       *नई दिल्ली के श्रीकुमार ऋषितोष एक मान्यता प्राप्त कलाकार, गुरु, लेखक, शिक्षाविद हैं। आपने गुरु-शिष्य परम्परा में बनारस घराने के एक महान तबला वादक पं.छोटेलाल मिश्रा से प्रशिक्षण प्राप्त किया। आप शास्त्रीय और जैस संगीत में विश्व प्रसिद्ध कलाकारों के साथ अनेकों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शन किया। उन्हें कई पुरस्कार मिले है जिसमे ताल मणि, तबलावाद्य शिरोमणि, संगीत रत्न, ताल गौरव, जूनियर और सीनियर फेलोशिप पुरस्कार संस्कृति मंत्रालय, आदि सम्मिलित है। आपने साथ मनोज सोलंकी पखावज, राजीव रंजन ढोलक एवं परकशन पर तबला पर मास्टर प्रिशु , घनश्याम सिसौदिया सारंगी पर सहयोग करेंगे |       * दिल्ली के सुप्रसिद्ध तबला वादक डॉ. कुमार ऋषितोष द्वारा संयोजित एवं संचालित ’ताल वाद्य कचेहरी’ (पंच महानाद) की प्रस्तुति में वादक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नाद की वह आभा है जिसमे विभिन्न छंदों, जातियों, अध्यात्मिक परणों एवं पारंपरिक रचनाओं का भी दर्शन है। तबला व पखावज के नाद से गणेश परण, शिव माहेश्वर तिहाई परण, शिव तांडव स्तोत्र, उठान, बांट, रेला, गत, मेघ परण, एवं अंताक्षरी परण, (बजन्त पढंत) इत्यादि शास्त्रीयता के साथ लोक वाद्य ढोलक भी अपने अस्तित्व में है। वहीं आधुनिकता में परकशन (ऑक्टापैड) को भी स्थान दिया गया है। पूरे प्रस्तुतियों में विभिन्न वादकों द्वारा लय संवाद भी है जो काफी आकर्षक है।       * उज्जैन की डॉ.अंजना चौहान, जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना है आपने पं. राजेंद्र प्रसाद आर्य के सानिध्य में कथक नृत्य की शिक्षा ग्रहण की है | आपने एम.ए. डिग्री कथक नृत्य डॉ.सुचित्रा हरमलकर रायगढ़ घराना के सानिध्य में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से प्राप्त की है, साथ ही पी.एच.डी. डॉ.इब्राहिम अली के सानिध्य में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से प्राप्त की है अपने कथक नृत्य में प्रभाकर, प्रवीण प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद, कथक अलंकार गन्धर्व महाविद्यालय मण्डल, मुंबई और कलारत्न राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर से भी किया है I आपने अनेकों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को सम्मोहित किया है I    

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इंदाैर । इंदौर के पास महू के चोरल गांव में निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिर गई। बीती रात हुए इस हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई। कलेक्टर आशीष सिंह ने इसकी पुष्टि की है।    ग्राम चोरल में एक फार्म हाउस में बन रही छत गुरुवार देर रात गिर गई। इस दौरान निर्माणाधीन स्ट्रक्चर के नीचे 6 मजदूर दब गए। शुक्रवार सुबह घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कार्य शुरू किया गया। मौके पर मौजूद ग्रामीण एसपी हित‍िका वासल के अनुसार अब तक 5 मजदूरों के शव निकाले जा चुकेे हैं। मलबा हटाया जा रहा है।   मृतक मजदूरों के नाम पवन, हरिओम, रमेश, गोपाल, राजा निवासी राऊ बताए गए हैं। छत की स्लैब डालने के बाद रात में सभी मजदूर खाना खाकर उसी के नीचे सो गए थे। मजदूरों ने लोहे के एंगल पर छत डाली थी। इस दौरान भार नहीं सह पाने के कारण छत भरभराकर गिर गई।   यह भी जानकारी मिली है कि चोरल में इस फॉर्म हाउस में अवैध निर्माण किया जा रहा है। इसे लेकर जिम्‍मेदार अधिकारियों की भूमिका भी सवालिया घेरे में हैं। जिस जमीन पर निर्माण हाे रहा था वह अनाया भारत डेम्बला के नाम पर है। पंचायत, तहसीलदार, एसडीएम कार्यालय से निर्माण के लिए कोई एनओसी नहीं है।    

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भोपाल । मध्यप्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और रतलाम समेत कुछ जिलों में गुरुवार रात से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में लो प्रेशर एरिया की वजह से मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। अगले चार दिन यानी 26 अगस्त तक तेज बारिश का दौर रहेगा। आज शुक्रवार को इंदौर-उज्जैन समेत 26 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। इसके बाद भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 25 अगस्त से सिस्टम और मजबूत हो जाएगा।       मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, उज्जैन, शाजापुर, सीहोर, इंदौर, देवास, बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाकी जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है। इधर, भोपाल में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात बारिश से नादरा बस स्टैंड समेत कई निचले इलाकों में पानी भर गया। तुलसी नगर, हर्षवर्धन नगर समेत 50 से अधिक इलाकों में करीब एक घंटे बिजली गुल रही। शुक्रवार सुबह से भी रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है।       मौसम विभाग के अनुसार, अभी एक मानसून ट्रफ प्रदेश के सीधी से होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम एक्टिव है। वहीं, दूसरा लो प्रेशर एरिया अरब सागर की तरफ एक्टिव है, जो आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से की ओर बढ़ेगा। एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी है। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर चल रहा है। अगले 24 घंटे में सिस्टम मजबूत होगा। पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिण हिस्से में बारिश का दौर बना रहेगा। प्रदेश में अब तक करीब 80 प्रतिशत यानी 29.7 इंच पानी गिर चुका है।  

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मुरैना । आखिरकार लगभग 10 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद हो रही अच्छी बरसात से पगारा बांध में पानी का जलस्तर बढ़ता गया है बांध के 654 फीट क्षमता से जल स्तर 654.80 फीट तक पहुंच जाने पर ऑटोमेटिक 02 गेट खुल गए हैं। बरसों पुरानी इस पगारा बांध का कैचमेंट एरिया कई स्क्वायर किलोमीटर का है, जिसमें श्योपुर , शिवपुरी तथा मुरैना जिला का जंगल व पथरीला क्षेत्र शामिल हैं। इन रास्तों से बरसात का पानी पगारा बांध में जमा होता है। इस पानी से मुरैना व भिंड जिले के किसानों को रवि की फसल में काफी लाभ होता है, विशेष कर गोहद तहसील के किसान इस पानी से रवि की फसल में काफी लाभान्वित होते हैं।       इस पगारा बांध के पानी से लगभग 28000 हेक्टेयर क्षेत्र में रवि की फसल की सिंचाई होती है। पिछले लगभग 10 वर्ष से बरसात नहीं होने से पगारा बांध पानी से नहीं भर पा रहा था। विगत वर्ष क्षमता का मात्र 75 प्रतिशत ही भराव हुआ था। जिससे भिंड जिले के लोगों को रवि की फसल के लिए पानी की कमी महसूस हो रही थी। उपरी क्षेत्र में इंद्र देवता की मेहरबानी से लगातार हो रही बरसात से अब 10 वर्ष बाद पगारा बांध का जल स्तर उसकी क्षमता 654.80 फीट तक भर चुका है जिसके चलते उसके दो ऑटोमेटिक गेट खुल चुके हैं। जब कि 4 गेट अभी भी बंद है। बांध से पानी छोड़े जाने से आसन नदी के डाउनस्ट्रीम में जल स्तर बढ़ाने की स्थिति को देखते हुए निकटवर्ती गांव में सूचना दी गई है। नदी के किनारे व जल भराव वाले क्षेत्र से ग्रामीणजन को दूर रहने को बताया गया है। पगारा बांध का जलस्तर क्षमता से 3 फीट अधिक होने पर अपने आप सभी 6 गेट खुल जाते हैं । पगारा बांध पर पानी का नजारा देखने के लिए भी सैलानियों की भीड़ प्रतिदिन पहुंच रही है।       इस संबंध में जल संसाधन विभाग कार्यपालन यंत्री राहुल यादव का कहना है कि इस बार अच्छी बरसात से पगार बांध का जलस्तर 654 .80 फीट तक पहुंच गया है जिसके चलते सभी दो ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं। विभाग व्दारा बढ़ते जलस्तर की निरंतर निगरानी कराई जा रही है। डाउनस्ट्रीम आसन नदी के किनारे के गांव वासियों को सूचना दी गई है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। अब अगस्त के आखिरी दिनों में तेज बारिश कराने वाला स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। आज गुरुवार को आधे प्रदेश यानी 27 जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिन प्रदेश में तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। 24 और 25 अगस्त को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, उज्जैन, नर्मदापुरम और सागर संभाग के 31 जिलों के लिए भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट है।       मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में 24 अगस्त को लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो रहा है। इसकी प्रदेश में स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिलेगी। वर्तमान में एक्टिव एक अन्य लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से भी अगले 2 दिन तेज बारिश का दौर बना रहेगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में ग्वालियर, मुरैना, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, बड़वानी, इंदौर, रायसेन, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर और शहडोल में तेज बारिश की संभावना जताई है। बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का दौर बना रहेगा।       प्रदेश में अब तक 79 प्रतिशत यानी 29.4 इंच पानी गिर चुका है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी और मंडला-सिवनी में आंकड़ा 41 इंच से अधिक है। श्योपुर में सामान्य से 143 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश के मामले में मंडला आगे है। यहां 43 इंच पानी गिर चुका है। यहां की सामान्य बारिश 47 इंच है। यानी, सामान्य बारिश के आंकड़े को पार करने के लिए अभी भी 4 इंच पानी की जरूरत है। सबसे ज्यादा पानी गिरने वाले टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, श्योपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, रायसेन, डिंडौरी, सागर, भोपाल और सीधी शामिल हैं। भोपाल में 34 इंच बारिश हो चुकी है। कोटा पूरा होने में अब साढ़े 3 इंच पानी की और जरूरत है।  

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रक्षाबंधन के दूसरे दिन शहर में मनाया जाने वाला भुजरिया पर्व उत्साह के साथ मना....पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किन्नरों ने अपना परंपरागत भुजरिया चल समारोह निकाला....इसमें श्रृंगार कर बड़ी संख्या में किन्नर शामिल हुईं....सिर पर भुजरिया लेकर चलती किन्नरों को देखने लोगों की भीड़ जमा हो गई... फिल्मी गानों पर किन्नरों ने खूब डांस किया.....    भोपाल में भुजरिया पर्व पर किन्नर समाज का पारंपरिक जुलूस निकला...... इस बीच रंगारंग अंदाज में ढोल बाजे के साथ नाच गाना हुआ...... पुराने शहर के कई इलाकों से निकलने वाले इस जुलूस में देश के अलग अलग जगहों से आए किन्नर शामिल हुए.......बॉलीवुड थीम पर किन्नर सजधज कर निकले ......इस दौरान किन्नर गुरु सुरैया सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहीं.....सिर पर भुजरिया लेकर चलती किन्नरों को देखने लोगों की भीड़ जमा हो गई ...... मंगलवारा और बुधवारा से किन्नरों के चल समारोह अलग-अलग निकले.... पीर गेट पर दोनों जुलूस एक साथ हाे गए....   जुलूस यहां से गुफा मंदिर पहुंचा....... जहां पर भुजरियों का विसर्जन कुंडों में किया गया.... बता दें कि मंगलवारा और बुधवारा की किन्नरों की और से रक्षाबंधन के दूसरे दिन भुजरिया जुलूस निकालने की परंपरा .....नवाबी शासन काल में शुरू हई थी.....जो अब तक बनी हुई है......

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भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशानिक सेवा (आईएएस) के नौ अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंगलवार देर रात आदेश जारी किए गए हैं। इससे पहले 10 अगस्त को आधी रात के बाद 47 आईएएस और आईपीएस के तबादले किए गए थे। अब 10 दिन बाद फिर आधी रात को नौ आईएएस की तबादला सूची जारी की गई है।       सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन की राज्य सरकार में वापसी हुई है। उन्हें एक बार फिर उच्च शिक्षा में प्रमुख सचिव का दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही उन्हें उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग का प्रमुख सचिव भी बनाया गया है। वहीं, उद्यानकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के प्रमुख सचिव सुखबीर सिंह को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।       इसके अलावा, कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक, मंडी आयुक्त और योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभआग के सचिव श्रीमन शुक्ल को शहडोल संभाग का कमिश्नर बनाया गया है। वहीं, पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान सरकार में दमोह कलेक्टर के पद से हटाने के बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोजगार गारंटी परिषद की जिम्मेदारी निभा रहे एस कृष्ण चैतन्य को मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड भोपाल का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है। वहीं, कटनी कलेक्टर के पद से हटाकर मंत्रालय में पदस्थ किए गए अवि प्रसाद को रोजगार गारंटी परिषद के सीईओ के पद पर पदस्थ किया गया है।       वहीं, हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट हादसे के बाद कलेक्टर के पद से हटाए गए ऋषि गर्ग को कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के उप सचिव के पद से हटाते हुए अब राज्य योजना आयोग का सदस्य सचिव बनाया गया है, साथ ही उन्हें योजना, आर्थिक और सांख्यिकी आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।       वहीं, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के आयुक्त रवीन्द्र सिंह को मंत्रालय में सचिव बनाया गया है। रवीन्द्र सिंह का विभाग तय नहीं हैं। इसके अलावा, वाणिज्यिक कर विभाग के प्रमुख सचिव अमित राठौर को वित्त विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। वाणिज्यिक कर विभाग और कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राठौर के पास रहेगा। एमपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी सिबि चक्रवर्ती एम. को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग में आयुक्त सह-सचिव पदस्थ किया गया है।  

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भोपाल । एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर पर उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद का मध्‍य प्रदेश में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। इंदौर और राजधानी भोपाल में जनजीवन पर इसका कोई असर नहीं है और इन दोनों बड़े शहरों में आम दिनों की तरह ही दुकानें खुली हुई हैं। प्रदेश के कुछ शहरों में रैली और प्रदर्शन के आयोजन जरूर हुए, लेकिन सभी जगह हालात सामान्‍य हैं।       राजधानी भोपाल में बसपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को एमपी नगर में बोर्ड आफिस चौराहे पर स्थित डा. अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नारेबाजी की। प्रदेश प्रभारी जियालाल अहिरवार ने कहा कि हम शांतिपूर्ण बंद कर रहे हैं। दुकानें बंद कराकर किसी गरीब को परेशान करने का मकसद नहीं है। हमने आरक्षण में कोटे के खिलाफ ज्ञापन देकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध जताया है। वहीं, इंदौर में प्रमुख बाजार खुले हुए हैं। हालांकि, यहां भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है। भीम आर्मी के कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे और कलेक्टर कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठकर धरना दिया है। इंदौर में कानून-व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए प्रमुख स्‍थानों पर पुलिस तैनात है।       इधर, उज्जैन में भारत बंद के दौरान दलित संगठनों के सदस्यों और एक दुकानदार के बीच झूमा-झटकी हो गई। टावर चौक इलाके में प्रदर्शनकारियों ने दुकान बंद करने की बात कही तो दुकानदार ने इनकार कर दिया। इस पर बंद समर्थक दुकान का काउंटर धकेलने लगे। दुकानदार ने आपत्ति जताई। दोनों के बीच बहस होने लगी। मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। वहीं, पांढुर्णा और मंडला में बाजार पूरी तरह बंद हैं। सतना-भिंड में बंद समर्थकों ने रैली निकाली। ग्वालियर में प्राइवेट स्कूल बंद हैं जबकि भोपाल-इंदौर और उज्जैन समेत कई जिलों में स्कूल खुले। दुकानें भी खुल रही हैं। खंडवा में बंद बेअसर दिख रहा है। यहां बाजार पूरी तरह खुल चुका है।       भारत बंद को लेकर ग्‍वालियर में कई स्‍कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। मंगलवार की रात से ही जिले में धारा 144 के आदेश जारी कर दिए गए थे। शहर में फिलहाल किसी अप्रिय घटना का कोई समाचार नहीं मिला है। सुरक्षाव्‍यवस्‍था के लिए पर्याप्‍त सुरक्षा बल शहर में तैनात कर दिया गया है। भिंड में भीम आर्मी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर भारत बंद का समर्थन किया। जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन यानी जयस के कार्यकर्ताओं ने शहर में भारत बंद के समर्थन में रैली निकाली और अपना विरोध जताया। मुरैना में बहुजन समाज पार्टी के नेतृत्व में कलेक्टर अंकित अस्थाना को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।       वहीं, बैतूल में भारत का बंद असर दिख रहा है। यहां कुछ ही दुकानें खुली हैं। भीम आर्मी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं के हाथ में तख्ती पर लिखा है - एक अगस्त 2024 का सुप्रीम कोर्ट का फैसला रद्द करो। इसी तरह शाजापुर में एससी-एसटी संगठनों ने रैली निकालकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध जताया। कार्यकर्ता बाजार में पहुंचे और हाथ जोड़कर दुकानें बंद करने की अपील की।  

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भोपाल  । मध्‍यप्रदेश में अब तक इस सीजन का 78 प्रतिशत यानी 29 इंच पानी गिर चुका है। इस बार जुलाई में सबसे ज्यादा पानी बरसा है। जून में जरूर कोटे से कम बारिश हुई है, लेकिन अगस्त में बारिश जारी है। आज बुधवार को भी इंदौर, उज्जैन समेत 12 जिलों में तेज बारिश के आसार हैं। लो प्रेशर एरिया के स्ट्रॉन्ग होने से 23 - 24 अगस्त को पूरे एमपी में बारिश हो सकती है। आईएमडी भोपाल के मुताबिक, इन दोनों दिन प्रदेश के 26 जिलों में तेज बारिश हो सकती है।       मौसम विभाग ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी की तरफ लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। यह अगले 2 से 3 दिन में आगे बढ़ेगा। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। करीब आधे जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस, मानसून ट्रफ और 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम का असर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। बुधवार को भी इसी सिस्टम की वजह से बारिश होगी। 22 अगस्त को हल्की बारिश का दौर रहेगा।       सामान्य बारिश के मामले में सिवनी, निवाड़ी, भिंड और श्योपुर आगे निकल गए हैं। इन जिलों ने सामान्य बारिश का आंकड़ा पार कर लिया है। श्योपुर में 143 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश के मामले में मंडला आगे है। यहां 43 इंच पानी गिर चुका है। यहां की सामान्य बारिश 47 इंच है। सबसे ज्यादा पानी गिरने वाले टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, श्योपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, रायसेन, डिंडौरी, सागर, सीधी और गुना शामिल हैं। भोपाल में 33.33 इंच पानी गिर चुका है। यह सीजन की करीब 90 प्रतिशत बारिश है। वहीं, प्रदेश के बड़े डैम- कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा आदि में पानी की आमद जारी है। मंगलवार को हुई बारिश से भी डैम में पानी बढ़ गया है। तेज बारिश की झड़ी लगते ही डैम के गेट फिर से खुल जाएंगे।  

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उज्जैन । सावन माह के अंतिम सोमवार भगवान महाकाल की सवारी धूमधाम से निकाली गई। पालकी में सवार होकर अवंतिकानाथ ने नगर भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जाना। इस दौरान भगवान महाकाल ने पांच स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए। सावन माह की अंतिम सवारी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल हुए। उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में सपरिवार भगवान की विधिवत पूजा-अर्चना की। पुजारी घनश्याम शर्मा और आशीष पुजारी द्वारा पूजन कराया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव संपूर्ण सवारी मार्ग पर बाबा महाकाल की आराधना और भजन-कीर्तन करते हुए नंगे पांव चले।       इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास मंत्री गौतम टेटवाल, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा व सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी भी बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना कर सवारी में शामिल हुए।       “भोले शंभु-भोलेनाथ” और “ दाता अवंतिकानाथ की जय” के घोष से श्रद्धालुओं ने की पुष्प-वर्षा   सोमवार को शाम चार बजे सभा मंडल में पूजन के बाद भगवान महाकाल की पालकी जैसे ही महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजमान चंद्रमौलेश्वर को सलामी दी गई। सवारी मार्ग में जगह-जगह खड़े श्रद्धालुओं ने भोलेशंभु-भोलेनाथ और दाता अवंतिकानाथ की जय के घोष के साथ भगवान महाकालेश्वर पर पुष्प-वर्षा की। सवारी में विभिन्न भजन मंडलियों द्वारा आकर्षक नृत्य और भजनों की प्रस्तुति दी गई। सवारी में हजारों की संख्या में भक्त झांझ, मंजीरे, ढोल और भगवान का प्रिय वाद्य डमरू बजाते हुए पालकी के साथ उत्साहपूर्वक आराधना करते हुए चले। श्रद्धालुओं ने सुगमतापूर्वक भगवान के दर्शन लाभ लिए।       रामघाट पर भगवान महाकाल का जलाभिषेक   महाकालेश्वर भगवान की सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंची। भगवान महाकाल की सवारी जैसे ही रामघाट पर पहुंची, वैसे ही चहुँओर आस्था और श्रद्धा का जन-सैलाब उमड़ पड़ा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिप्रा के तट पर बाबा महाकाल का जल अभिषेक किया। भगवान महाकालेश्वर का पूजन और जलाभिषेक पं. आशीष पुजारी द्वारा विधिवत संपन्न कराया गया। मुख्यमंत्री ने गोपाल मंदिर पर भी सवारी का पूजन किया। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।       सीआरपीएफ बैंड एवं पुलिस बैंड की संयुक्त प्रस्तुति रही आकर्षण का केंद्र   मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर पहली बार महाकाल की सवारी में सीआरपीएफ बैंड द्वारा प्रस्तुति दी गई। बाबा की सवारी में सीआरपीएफ एवं पुलिस बैंड द्वारा प्रस्तुत धार्मिक धुनों ने सवारी की भव्यता को और बढ़ा दिया। शिप्रा तट के पावन रामघाट पर भी बाबा महाकाल की सवारी के पूजन के दौरान सीआरपीएफ एवं पुलिस बैंड द्वारा संयुक्त प्रस्तुति दी गई। बैंड द्वारा प्रस्तुत शिव भजनों और आरती की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।       जनजातीय दलों ने दी सेला कर्मा नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति   बाबा महाकाल की सवारी में डिंडोरी जिले के जनजातीय दलों ने कला संस्कृति की अनुपम छठा बिखेरी। दल ने मादल, टिमकी, बांसुरी, मंजीरा, चटकोला आदि पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर आकर्षक प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप बाबा महाकाल की सवारी में प्रदेश के विभिन्न जनजातीय जिलों के कलाकार अपनी प्रस्तुति देकर सवारी को शोभायमान कर दिया।       मुख्यमंत्री की प्रेरणा और पहल से भगवान महाकालेश्वर की सवारी का बढ़ा वैभव   इस वर्ष सावन के माह में अब तक निकली भगवान महाकालेश्वर की सवारी का आकर्षण कुछ अलग ही रहा है। हर सवारी अपने आप में अनूठी रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सवारी की वैभवता को बढ़ाने में अनूठे प्रयोग किये, जिससे न केवल प्रदेश के अपितु देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं की संख्या में बढोत्तरी हुई है। सावन माह के अंतिम सवारी की प्रमुख बात यह है, इसमें पहली बार सीआरपीएफ का बैण्ड शामिल हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आग्रह पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी सोमवार को भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने आए।       डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवान महाकालेश्वर की सवारी का वैभव और बढ़ा है। पहले भव्य पुलिस बैंड की आकर्षक प्रस्तुति और उसके बाद एक साथ डमरू वादन का विश्व रिकॉर्ड बनना अपने आप में अनूठी पहल है। सवारी की भव्यता को बढ़ाने के लिये पहली बार जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आये जनजातीय समूहों के नृत्य भी इस बार सावन की सवारियों का हिस्सा बने हैं, जिससे न केवल सवारी की भव्यता बल्कि उसका आकर्षण भी बढ़ा है। इनकी प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। सवारी में भगवान महाकाल के सुगम दर्शन के लिये पहली बार चलित रथ भी निकले, जिन पर लगी बड़ी स्क्रीन से श्रद्धालुओं ने दर्शन किये।  

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जबलपुर/भोपाल । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के दुष्कर्म व हत्या के मद्देनजर मध्य प्रदेश में चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर मंगलवार को मप्र उच्च न्यायालय ने सुनवाई की। सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय के एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और विनय सराफ की युगलपीठ ने चिकित्सकों के हड़ताल वापस लेने के फैसले की तारीफ की। साथ ही अदालत ने अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा से जुड़े मामले की सुनवाई के लिए 27 अगस्त की तारीख निर्धारित की है।       दरअसल, गत नौ अक्टूबर को कोलकाता में हुई घटना के बाद देशभर में आक्रोशत डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हड़ताल कर दी थी। मध्य प्रदेश में चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे, जिससे मरीजों को दिक्कत होने लगी थी। मरीजों की परेशानी को देखते हुए उच्च न्यायालय में चिकित्सकों की हड़ताल के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई थी, जिस पर गत शनिवार को सुनवाई हुई थी। इस दौरान कोर्ट ने हड़ताल को अवैधानिक बताया था और हड़ताल खत्म करने का आदेश देते हुए चिकित्सकों को वापस लौटने को कहा था। हाई कोर्ट की फटकार के बाद शनिवार को जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर दी थी, लेकिन डॉक्टर्स ने ड्यूटी के दौरान उनकी सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित करने गुहार लगाई थी। इस पर हाई कोर्ट ने कहा था कि पहले हड़ताल समाप्त करें। इस मुद्दे पर 20 अगस्त को सुनवाई करेंगे।       मंगलवार को चिकित्सकों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने चिकित्सकों के हड़ताल वापस लेने के फैसले की तारीफ की, साथ ही कहा कि हम चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं। इस दौरान डॉक्टर्स के अधिवक्ता महेंद्र पटेरिया ने कहा कि चिकित्सक संगठन सुरक्षा संबंधी सुझाव देने के लिए थोड़ा वक्त चाहते हैं। याचिकाकर्ता के वकील अभिषेक पांडे ने बताया कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई कर रहा है। कोर्ट ने कहा कि अगर डॉक्टरों की वह मांग जो स्टेट लेवल की है और उस पर सुनवाई अगर सुप्रीम कोर्ट में नहीं हो पाती है तो बची हुई मांगों को लेकर डॉक्टर अपनी बात 27 अगस्त को रख सकते हैं। हम उनकी बातें सुनेंगे।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली ली है। प्रदेश के कई हिस्‍सों में बारिश का दौर चल रहा है। भोपाल में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे से बारिश हो रही है। प्रदेश में अब तक 28.7 इंच पानी गिर चुका है। यह सीजन का 76 प्रतिशत है। आज मंगलवार को अशोकनगर, छतरपुर, सतना, बालाघाट, धार, खरगोन, देवास, खंडवा और बुरहानपुर में तेज बारिश का अलर्ट है। वहीं, बुधवार से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा।       मौसम विभाग के अनुसार, लो प्रेशर एरिया अभी भी एक्टिव है। यह सिस्टम अगले 2 से 3 दिन में आगे बढ़ेगा। इससे प्रदेश के कई जिलों में बारिश होगी। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की एक्टिविटी भी बनी रहेगी। इससे पहले प्रदेश में सोमवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। उज्जैन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर में दिन का टेम्प्रेचर 34 डिग्री के पार रहा। वहीं, नर्मदापुरम, शिवपुरी, मंडला, रीवा, सतना और सिवनी में बारिश भी हुई। सिवनी में पौन इंच पानी गिर गया।       वहीं, कैचमेंट एरिया में हो रही तेज बारिश के चलते नर्मदापुरम के तवा डैम का जलस्तर बढ़ गया है। सोमवार रात करीब 9 बजे डैम के 13 में से 3 गेट चार-चार फीट तक खोल दिए गए। जलस्तर बढ़ता देख रात करीब एक बजे दो और गेट खोलने पड़े। फिलहाल, डैम के 5 गेटों से करीब 34000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। मंडला में सबसे ज्यादा 42 इंच और सिवनी में 41 इंच बारिश हो चुकी है। भोपाल और नर्मदापुरम संभाग भी बेहतर स्थिति में है। भोपाल में 33 इंच पानी गिर चुका है, जो सीजन का 90 प्रतिशत तक है। प्रदेश के 20 जिलों में 30 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। बारिश के मामले में श्योपुर जिला भी आगे हैं। इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग में कम बारिश हुई है।       इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि पूर्वी भोपाल, रायसेन,सांची,भीमबेटका, छिंदवाड़ा में बिजली की मध्यम गरज के साथ बारिश होगी । वहीं, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, गुना, राजगढ़, विदिशा में मध्यम बारिश के साथ-साथ मुरैना, श्योपुर कलां, भिंड, आगर-मालवा, उज्जैन, सीहोर, शाजापुर, देवास, खरगोन, महेश्वर, खंडवा में हल्की बारिश होने की संभावना है। पूर्वाह्न में ओंकारेश्वर, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, पांडुर्णा, सिवनी, बालाघाट, रायसेन, सागर, शहडोल, अनूपपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज में बारिश होगी।        दिन के तापमान की बात करें तो भोपाल में 33.3 डिग्री, गुना में 33.1 डिग्री, नर्मदापुरम में 34 डिग्री, खंडवा में 33.1 डिग्री, रायसेन में 33.4 डिग्री, रतलाम में 33.6 डिग्री, उज्जैन में 34 डिग्री, खजुराहो में 33.8 डिग्री, नरसिंहपुर में 34 डिग्री, रीवा में 33.4 डिग्री, सागर में 33.8 डिग्री, सीधी में 33 डिग्री पारा रहा।        

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून ने अपनी रफ्तार धीमी कर ली है। लेकिन प्रदेश के कुछ जिलों में अभी भी बारिश का सिलसिला थमा नहीं है। प्रदेश में अब तक इस सीजन की 76 प्रतिशत से ज्यादा 28.5 इंच बारिश हो चुकी है। आज सोमवार को भी छिंदवाड़ा, सतना, सीधी, धार और बड़वानी में तेज बारिश हो सकती है। मंगलवार से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो जाएगा। इसकी वजह से 21 और 22 अगस्त को पूरे प्रदेश में तेज बारिश होगी।       मौसम विभाग के अनुसार, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम लो प्रेशर एरिया के रूप में बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। यह आगे बढ़ेगा। मानसून ट्रफ बीकानेर से सीधी होते हुए साइक्लोनिक सर्कुलेशन में मर्ज हो रही है। दूसरे सिस्टम भी एक्टिव हैं। इसके चलते मध्यप्रदेश में बारिश का दौर लौटेगा। रविवार को भी कुछ जिलों में पानी गिरा है। सीधी में 3 इंच, उमरिया में 2.5 इंच और बालाघाट जिले के मलाजखंड में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। बैतूल, ग्वालियर, नर्मदापुरम, मंडला, रीवा, सतना, सिवनी में भी हल्की बारिश हुई। इस बार के मानसूनी सीजन में प्रदेश के जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में अच्छी बारिश हुई है। जबलपुर संभाग के मंडला और सिवनी ऐसे जिले हैं, जहां सबसे ज्यादा पानी गिरा है। मंडला में 42 और सिवनी में 41 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल में 33 इंच पानी गिर चुका है, जो सीजन का 90 प्रतिशत तक है। प्रदेश के 20 जिलों में 30 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग में कम बारिश हुई है।       प्रदेश में पिछले 2 दिन से तेज बारिश का दौर थमा है, लेकिन रविवार को डैम-तालाबों में पानी की आमद जारी रही। कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा समेत अन्य डैम में पानी बढ़ा है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तेज बारिश होगी। इससे पानी बढ़ेगा और एक बार फिर डैम के गेट खुलेंगे।  

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उज्जैन । देशभर में आज सावन के पांचवें और अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। देश में सबसे पहले उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया। तड़के 2.30 बजे भगवान महाकाल को भस्म आरती के समय पंडे-पुजारियों के परिवार की ओर से राखी अर्पित की गई। उन्हें वैदिक राखी चढ़ाई गई और सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया।       दरअसल, विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सभी प्रमुख त्योहार सबसे पहले मनाए जाते हैं। इसी परम्परा के अनुसार, बाबा महाकाल के आंगन में श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन का पर्व भी सोमवार को सुबह भस्म आरती के दौरान मंगल गीत गाते हुए बाबा महाकाल को राखी बांधकर मनाया गया। महाकाल मंदिर के आशीष पुजारी ने बताया कि रक्षाबंधन के मौके पर बाबा महाकाल को वैदिक राखी बांधी गई है। यह सात दिन में बनकर तैयार होती है। इसमें तुलसी और बिल्व पत्रों का भी उपयोग होता है। पुजारी परिवार की महिलाएं ही इस राखी को बनाती हैं।       इस बार यह खास संयोग रहा कि सावन महीने की शुरुआत सोमवार से हुई और इसका समापन भी आज सोमवार से हो रहा है। महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए भक्त रविवार रात से ही कतार में लगना शुरू हो गए थे। भस्म आरती के लिए रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे पट खोल दिए गए। भस्म आरती में महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार हुआ। रक्षाबंधन पर्व होने से आज मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बन रही थी। हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होंने बैठक व्यवस्था के साथ ही चलित भस्म आरती के माध्यम से भगवान के दर्शनों का लाभ लिया।       पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर आज विशेष संयोग होने से सबसे पहले बाबा महाकाल का शुद्ध जल और फिर पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया, जिसके बाद उनका श्रृंगार कर भस्म रमाई गई। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से की गई भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल को पंडित आशीष शर्मा के परिवार के द्वारा वैदिक राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बाबा महाकाल को मावा मिश्री के लड्डू का भोग भी लगाया गया।       मंदिर में 7 दिनों से चल रहा था राखी का निर्माण   पुजारी परिवार की महिलाए भगवान महाकाल के लिए सात दिन से वैदिक राखी का निर्माण कर रही थी। जिसमें तुलसी के पत्ते, लौंग, इलायची, काली मिर्च के साथ ही अन्य औषधियां मिलकर यह राखी बनाई गई थी।       सवा लाख लड्डुओं का भी लगा भोग   बाबा महाकाल के दरबार में रक्षाबंधन पर भगवान के विशेष पूजन अर्चन के साथ ही उन्हें सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाने की भी परंपरा वर्षो से चली आ रही है। यही कारण था कि आज भस्म आरती के पश्चात भगवान को सवा लाख लड्डुओं का भोग भी लगाया गया। मंदिर के पुजारी पंडित घनश्याम गुरु ने भगवान को यह भोग अर्पित किया जिसके बाद श्रद्धालुओं को यह प्रसादी वितरित की गई।       इधर, शाम 4 बजे सावन माह की अंतिम सवारी निकाली जाएगी। महाकाल होलकर मुखारविंद स्वरूप में प्रजा का हाल जानने निकलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सवारी में शामिल होंगे। सीआरपीएफ बैंड साथ चलेगा।    

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर बारिश के आसार है। प्रदेश के सिंगरौली, पन्ना, कटनी और अनूपपुर में आज रविवार को तेज बारिश का अलर्ट है। जबकि ग्वालियर, जबलपुर में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। वहीं, मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग में मौसम साफ रहेगा। राजधानी भोपाल में सुबह से ही धूप निकली हुई है।   मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार, 19 अगस्त से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। मानसून ट्रफ प्रदेश के शिवपुरी, सीधी होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में यह लो प्रेशर एरिया के रूप में बदल गई है। इसका असर सोमवार से प्रदेश में ज्यादा दिखाई देगा। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से भी बारिश का दौर बना रहेगा। इस वजह से रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में दो दिन तक बारिश होगी। जबकि 20 अगस्त से पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर रहेगा। वहीं, 21 और 22 अगस्त को अति भारी बारिश हो सकती है।   इससे पहले प्रदेश के ग्वालियर जिले में शनिवार को 36 मिमी यानी, डेढ़ इंच पानी गिर गया। नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी और बैतूल जिले में भी तेज बारिश हुई। पचमढ़ी में 1 इंच और बैतूल में आधा इंच से ज्यादा बारिश हो गई। छिंदवाड़ा और सतना में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। बता दें कि प्रदेश के मंडला और सिवनी ऐसे जिले हैं, जहां सबसे ज्यादा पानी गिरा है। मंडला में 42 और सिवनी में 41 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल में 33 इंच पानी गिर चुका है, जो सीजन का 90 प्रतिशत तक है। प्रदेश के 20 जिलों में 30 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। बारिश के मामले में श्योपुर और नर्मदापुरम जिले भी आगे हैं।   वहीं, प्रदेश में भले ही तेज बारिश का दौर थमा हुआ हो, लेकिन डैम-तालाबों में पानी का लेवल बढ़ रहा है। नदी-नालों के जरिए पानी जलस्रोतों में जमा हो रहा है। शनिवार को भी डैमों में पानी की आमद हुई। इनमें कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा समेत अन्य डैम भी शामिल हैं।  

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भोपाल । वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को किस कदर घटिया भोजन परोसा जा रहा है, इसकी एक बानगी रविवार को फिर सामने आई। भोपाल से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन में एक यात्री को परोसे गए उपमा में इल्ली (एक प्रकार का कीट) निकली। यह देख यात्री भड़क उठा और आसपास बैठे अन्य यात्रियों ने भी हंगामा करना शुरू कर दिया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। हालांकि, शिकायत मिलने पर ट्रेन में मौजूद स्टाफ ने तुरंत यात्री को दूसरा खाना उपलब्ध कराया। वहीं इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए कैटरिंग ठेकेदार पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।       रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्री अभय सिंह सेंगर सी-4 कोच में भोपाल से रविवार सुबह सवार हुए थे। ट्रेन के झांसी रेलवे स्टेशन से निकलने के बाद सुबह करीब नौ बजे अन्य यात्रियों के साथ उन्हें भी खाना परोसा गया। उन्होंने उपमा ऑर्डर किया था लेकिन जैसे ही उन्होंने डिस्पोजल पैकेट का रैपर हटाया तो उन्हें उपमा के ऊपर इल्ली नजर आई। उन्होंने इसका वीडियो बना लिया और इसकी शिकायत रेलवे से की, जिसके बाद रेलवे ने उनका खाना बदलकर देने को कहा।       सेंगर ने बताया कि वे 9:40 बजे ग्वालियर स्टेशन पर उतर गए लेकिन तब तक उन्हे दूसरा भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि रेलवे का रवैया भी इस मामले में बहुत खराब था। अधिकारियों ने किसी प्रकार की कोई शिकायत उनसे नहीं ली। उन्होंने ही जोर देकर उनके शिकायत रजिस्टर में लिखा कि ऐसी लापरवाही लगातार सामने आ रही हैं। रेलवे वेंडर चेंज क्यों नहीं करता। अन्य यात्रियों ने टीटी से कहा कि रेल मंत्री और अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।       आईआरसीसीटी के रीजनल मैनेजर आर भट्‌टाचार्य ने कहा कि यात्री को दूसरा फूड पैकेट दिया गया है। इस मामले में जांच करके निश्चित ही वेंडर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। वहीं, आईआरसीटीसी के कैटरिंग मैनेजर बीएस कौशल ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस में खाना सप्लाई करने वाले ठेकेदार पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।       गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन में खाने की गुणवत्ता को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। इससे पहले 18 जून को भोपाल से दिल्ली के बीच चलने वाली इसी प्रीमियम ट्रेन में एक यात्री के खाने में कॉकरोच निकला था। उस घटना के सुर्खियों में आने के बाद आईआरसीटीसी ने यात्री से माफी भी मांगी थी। इसी तरह ट्रेन में घटिया भोजन या पेय पदार्थ परोसे जाने के अन्य मामले भी सामने आ चुके हैं।  

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जबलपुर । कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर का बहुत ही वीभत्स तरीके से रेप करने के बाद हत्या कर देने की घटना को लेकर मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने पर जबलपुर उच्‍च न्‍यायालय से उन्‍हें फटकार लगी है। इस मामले में चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा ने तल्ख टिप्पणी करते हुए जूनियर डॉक्‍टर्स से हड़ताल तत्‍काल प्रभाव से वापस लेने को कहा है।       मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा का कहना है "जूनियर डॉक्टर को तुरंत हड़ताल खत्म करके काम पर वापस आना होगा। यदि जूनियर डॉक्टर की हड़ताल की वजह से किसी की जान चली जाती है तो यह ठीक नहीं होगा1 " जस्टिस संजीव सचदेवा का कहना है कि कोलकाता में जो घटना घटी है, उस पर पूरा समाज चिंतित है, लेकिन उसका समाधान हड़ताल नहीं है। जस्टिस संजीव सचदेवा का कहना है "कोई भी मरीज हड़ताल के खत्म होने का इंतजार नहीं करेगा। यदि हड़ताल की वजह से किसी की जान चली जाती है तो यह बहुत चिंता की बात होगी। वह जिस मुद्दे को लेकर हड़ताल पर गए हैं, वह समस्या केवल मध्य प्रदेश की नहीं है बल्कि पूरे देश की और पूरे समाज की है। पूरा समाज इस बात के लिए चिंतित है। लेकिन इसके लिए हड़ताल करना सही तरीका नहीं है।"       उल्‍लेखनीय है कि आठ अगस्‍त को कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप करने के बाद हत्या कर देने का विरोध कई दिनो से देश भर में चल रहा है, चिक‍ित्‍सकों का क्रोध उबाल पर है। जिसमें कि सबसे ज्‍यादा घटना का विरोध करते हुए मप्र में भी सभी सरकारी अस्‍पतालों के जूनियर चिकित्‍सकों ने गुरुवार से काम बंद कर दिया था, अब निजि चिकित्‍सक भी आज से उनका पूरी तरह साथ देने आगे आए थे। सिर्फ राज्‍य के जिला चिकित्‍सालयों में जूनियर डॉक्टर्स इमरजेंसी केस ही देखने सामने आए थे। जिसमें कि डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में दो जनहित याचिकाओं पर शनिवार को सुनवाई हुई है। जिसमें इस हड़ताल को चुनौती दी गई थी और जूनियर डॉक्टर की हड़ताल को गैरकानूनी घोषित करते हुए इसे खत्म करने की मांग की गई थी। इस पर आज एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा ने सुनवाई की थी। चीफ जस्टिस कहना रहा है कि जूनियर डॉक्टर्स पहले काम पर लौंटे, उनकी सभी बातें सुनी जाएंगी।       इस संबंध में उल्‍लेखित है कि मध्य प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को हाईकोर्ट ने शुक्रवार को नोटिस भेजा था और पूछा था कि बिना अनुमति डॉक्टर्स हड़ताल पर कैसे गए? सभी हड़ताली चिकित्‍सकों से 24 घंटे में जवाब मांगा गया था। याचिकाकर्ता की तरफ से पूर्व में इंदरजीत सिंह शेरू की तरफ से दायर याचिका पर हाईकोर्ट द्वारा फरवरी 2023 के आदेश का हवाला देते हुए डॉक्टरों की हड़ताल को अवैधानिक करार दिया गया था। हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश शासकीय व स्व शासकीय चिकित्सा महासंघ व मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन को निर्देशित किया था कि वह हाईकोर्ट में बिना सूचित किए सांकेतिक हड़ताल तक नहीं करेंगे। अब इस संबंध में आगे की सुनवाई 20 अगस्‍त को होगी।       दूसरी ओर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शनिवार यानी कि आज 17 अगस्त को सुबह 06 बजे से रविवार सुबह 06 बजे तक पूरे 24 घंटे के लिए बुलाए गए बंद की घोषणा का असर मध्‍य प्रदेश में भी हर जिले में देखने को मिला है। भोपाल और इंदौर में शनिवार से निजी अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गईं थीं। सिर्फ निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं चालू थीं। इसका सबसे अधिक असर पैथोलॉजी सेवाओं पर देखने को मिल रहा है। जांच नहीं हो पाने से मरीज के लिए दवाओं का सही निर्धारण नहीं हो पा रहा है। इस हड़ताल को मेडिकल कॉलेज के डीन अनुचित करार दे रहे हैं। भोपाल समेत प्राय: सभी च‍िकित्‍सकों के अवकाश निरस्‍त करते हुए उन्‍हें चौबीसों घण्‍टे ड्यूटी पर तैनात होने के लिए कहा है।       इस संबंध में भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) की डीन डॉ. कविता एन सिंह ने सामने आए पत्र में साफ कहा गया है कि सभी डॉक्टर्स की छुटि्टयां निरस्त हैं। उन्‍हें चौबीस घंटे ड्यूटी पर रहना होगा। इसमें मेड‍िकल कॉलेज के सभी शिक्षकों से कहा गया है कि स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी सभी सेवाओं को जूनियर चिकित्‍सकों के अभाव में देखेंगे। इसके साथ ही आवश्‍यकता को देखते हुए मेडिकल इंटर्न तैनात करने की बात भी कही गई थी ।  

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भोपाल । नवाचारों में माध्यम से अपनी अलग पहचान बना रहे मध्य प्रदेश के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने वाली है। यहां अब रेशम के धागे से दवाइयां और सेरी बैंडेज बनाई जाएंगी। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की 'रेशम से समृद्धि योजना' के माध्यम से किए जा रहे नवाचार के तहत नर्मदापुरम जिले के रेशम विकास केन्द्र मालाखेड़ी में रेशम से दवाइयों का उत्पादन करने के लिये कार्यवाही तेज कर दी गयी है।       कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल की विशेष पहल पर गत माह फाई ब्रोहित कंपनी तथा सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, भोपाल के बीच एक अनुबंध हुआ। इस अनुबंध के तहत मालाखेड़ी रेशम विकास केन्द्र में रेशम के धागे से पाउडर, क्रीम, सेरी बैंडेज एवं सिजेरियन बैंडेज आदि का निर्माण (उत्पादन) किया जाएगा। रेशम के धागे से दवाइयों के अलावा अन्य प्रकार के उत्पादन करने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। इस दिशा में जरूरी अनुसंधान एवं विकास कार्यों के लिये 50 करोड़ रुपये की आवश्यकता का मांग पत्र राज्य शासन को भेजा गया है।       रेशम आयुक्त मदन नागरगोजे ने शनिवार को बताया कि रेशम के विकास एवं विस्तार से जुड़ी सेवाओं के त्वरित क्रियान्वयन (संपादन) के लिये रेशम से समृद्धि योजना में 'न्यू सिल्क ईको सिस्टम' विकसित किया गया है। इसके लिये मध्यप्रदेश सिल्क फेडरेशन को 100 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। रेशम विकास गतिविधियों के क्रियान्वयन में जरूरत के अनुसार इस राशि का उपयोग किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि रेशम संचालनालय की योजनाओं का क्रियान्वयन अब मध्यप्रदेश सिल्क फेडरेशन के माध्यम से किया जायेगा। इसके लिये मप्र सिल्क फेडरेशन को जरूरी धनराशि (ग्रान्ट के रूप में) उपलब्ध कराने का प्रस्ताव राज्य शासन को दिया गया है।       रेशम गतिविधियों का क्रियान्वयन अब क्लस्टर एप्रोच मोड में   उन्होंने बताया कि रेशम विकास के लिये एक और नवाचारी कदम उठाया जा रहा है। प्रदेश में रेशम विकास गतिविधियों का क्रियान्वयन अब क्लस्टर मोड में करने की शुरुआत कर दी गई है। रेशम गतिविधियों की पुनर्संरचना करते हुये न्यू सिल्क ईको सिस्टम करने के साथ ही पचमढ़ी में सिल्क टेक पार्क भी प्रारंभ किया गया। इसमें चार प्रकार के रेशम ककून का उत्पादन किया जा रहा है। म.प्र. सिल्क फेडरेशन को राज्य की स्टार्ट-अप नीति के तहत इन्क्यूबेटर बनाया गया है।       आयुक्त नागरगोजे ने बताया कि रेशम विकास गतिविधियों के सुचारू क्रियान्वयन के लिये शासकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय भोपाल के फैशन टेक्नोलॉजी विभाग तथा आई.आई.एम. इन्दौर के मध्य न्यू सिल्क ईको सिस्टम के क्रियान्वयन के लिए एक एम.ओ.यू. किया गया है। रेशम से समृद्धि योजना में किसानों को उनकी आजीविका बढ़ाने के लिए मुफ्त रेशमकीट बीज, सरलता से ऋण उपलब्ध कराकर उनका निर्यात बढ़ाने के लिये सहायता भी दी जा रही है। शासकीय महिला पॉलिटेक्टिनक महाविद्यालय के फैशन टेक्नालॉजी विभाग में ब्राण्डिंग प्रमोशन योजना में सिल्क केटेनेशन, सिल्क स्टूडियो तथा सिल्क टूरिज्म शुरू किया गया है।       उन्होंने बताया कि रेशम संचालनालय द्वारा आई.आई.एम. इंदौर के मॉडल पर रेशम विकास गतिविधियाँ क्रियान्वित की जा रही हैं। प्रदेश के रेशम उत्पादक किसानों द्वारा उत्पादित रेशम ककून का प्रतिस्पर्धा के जरिये समुचित मूल्य दिलाने के लिये नर्मदापुरम जिले में अक्टूबर 2023 से रेशम ककून मण्डी की स्थापना भी की गई है।       गौरतलब है कि प्रदेश के सतपुड़ा एवं नर्मदा के वनों का ककून अत्यंत शुद्ध एवं प्रदूषणरहित माना जाता है। उन्हीं ककून से दवाइयां बनायी जाएंगी। इससे पावडर, क्रीम, सेरी बैंडेज, सिजेरीयन ड्रेसिंग, डायबिटिक घाव की ड्रेसिंग तथा ऑपरेशन के बाद की ड्रेसिंग भी बनायी जा सकेंगी। रेशम घाव को गीला नहीं रखता एवं शरीर के साथ भी नहीं चिपकता तथा रेशम से फायब्रोयिन नामक प्रोटीन निकलता है, जो जख्मों, डायबिटिज से ऊगंलियों में होने वाले घाव एवं गर्भवती महिलाओं के सर्जिकल डिलीवरी के घाव कम समय में ठीक करता है तथा इससे संक्रमण की संभावना भी नगण्य हो जाती है।       रेशम के धागे से बनी दवा बाजार दर से 30 प्रतिशत सस्ती होगी   रेशम से दवाइयां व बैंडेज बनाने की नवाचार प्रक्रिया से प्रदेश के किसानों का ककून अधिक क्रय होगा। साथ ही उन्नत किस्म के रेशम के धागे के अलावा दवा फैक्टरी खोलकर ऐसी दवा का निर्यात भी होगा। रेशम के धागे से निर्मित होने वाली दवा बाजार दर से 30 प्रतिशत सस्ती होगी। इन दवाइयों को ड्रग्स कंट्रोलर, भारत सरकार द्वारा मान्यता दे दी गई है। फिलहाल यह एक शुरुआत है, आगे चलकर नर्मदापुरम जिले में एक फार्मा फैक्टपी भी स्थापित की जा सकती है।

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भोपाल । देश के स्‍तर पर राष्‍ट्रीय बाल संरक्षण आयोग और राज्‍य के स्‍तर पर मध्‍य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग लगातार सरकार से यह पूछ रहे थे कि आज तमाम सरकारी और निज‍ी शिक्षण संस्‍थान मौजूद हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम है और उसके तहत आर्थ‍िक रूप से कमजोर बच्‍चों के लिए विशेष प्रावधान भी हैं, फिर क्‍यों गैर मुस्‍लिम बच्‍चे मदरसों में ‘दीनी तालीम’ ले रहे हैं। जिसमें कि उनके माता-पिता से भी लिखित में कोई अनुमति नहीं ली जाती है। फिर बालकों के हित आयोग जगह-जगह मदरसों पर छापे भी मार रहा था, जिसमें कई अनियमितताएं तो मिलती ही थीं, साथ में बड़ी संख्‍या में हिन्‍दू व अन्‍य रिलीजन के बच्‍चे भी वहां पढ़ते मिलते।       दरअसल ऐसे में विवाद बढ़ता और कई जगह बाल आयोग पर ही एक विशेष समुदाय (मुसलमानों) के ऊपर अत्‍याचार करने के आरोप लगा दिए जाते, जबकि बाल आयोग का कहना यही रहता कि वह बालकों के हित कार्य करने के लिए संकल्‍पित हैं और 18 वर्ष से एक दिन भी कम उम्र बालक के हित की चिंता करना एवं उसके कार्य संबंध में जिम्‍मेदार अधिकारी, कर्मचारी, शासन, प्रशासन को बताना ही उसका काम है। अब ऐसे में मध्‍य प्रदेश सरकार ने आखिरकार इस बात को स्‍वीकार कर लिया है कि मदरसा में गैर मुस्‍लिमों को शिक्षा नहीं दी जाएगी, क्‍योंकि उन्‍हें दीनी तालीम से कोई लेना-देना नहीं है। इस संबंध में मोहन सरकार ने यह भी माना है कि संविधान के अनुच्छेद 28 (3) का पालन कराना उसका दायित्‍व है, जिसके अनुपालन में जो भी जरूरी निर्णय होंगे वह उसे लेगी और उस पर सभी से अमल भी कराएगी।       यह अनुच्छेद किसी भी शिक्षण संस्थान को बिना माता-पिता की सहमति के बच्चों को धार्मिक उपदेश प्राप्त करने के लिए बाध्य करने से रोकता है। इसके लिए राष्‍ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने 08 दिसम्‍बर 2022 को पत्र भी लिखा था। अध्‍यक्ष प्र‍ियंक कानूनगो ने राज्‍य सरकार के प्रमुख सचिव के नाम लिखे अपने पत्र में साफ कहा था कि आयोग द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त शिकायतों के अवलोकन पर यह नोट किया गया है कि गैर-मुस्लिम समुदाय के बच्चे सरकारी वित्तपोषित/मान्यता प्राप्त मदरसों में पढ़ रहे हैं। यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 28(3) का स्पष्ट उल्लंघन है, जो शैक्षणिक संस्थानों को माता-पिता की सहमति के बिना बच्चों को किसी भी धार्मिक शिक्षा में भाग लेने के लिए बाध्य करने से रोकता है।       आयोग ने प्रमुख सचिव से कहा था कि वे अपने राज्य क्षेत्र में गैर-मुस्लिम बच्चों को प्रवेश देने वाले सभी सरकारी वित्तपोषित/मान्यता प्राप्त मदरसों की विस्तृत जांच करवाएं और जांच के बाद ऐसे सभी बच्चों को औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूलों में प्रवेश दिलाएं। आयोग ने अंत मे सभी अनमैप्ड मदरसों की मैपिंग करने को भी कहा था। इसके बाद से मप्र की सरकार बाल आयोग की अनुशंसाओं को अमलीजामा पहनाने की दिशा में काम कर रही थी। तत्‍पश्‍चात जब सरकार ने प्रदेशभर में चल रहे तीनों ही प्रकार के मदरसों की जानकारी इकट्ठी कर ली, जिसमें कि मान्यता प्राप्त, अमान्यता प्राप्त और अनमैप्ड मदरसे शामिल हैं, उसके बाद अब जाकर इस दिशा में अपना एक अहम आदेश निकाला है ।       जो मदरसा नहीं मानेगा बात, उसकी होगी मान्‍यता रद्द   इस नए आदेश में साफ कहा गया है कि गैर मुस्लिम छात्रों को अब उनके (मत, पंथ, रिलीजन, धर्म ) के अलावा ‘दीनी तालीम’ या परस्‍पर किसी अन्‍य मत, पंथ या मजहब, रिलीजन की शिक्षा नहीं दी जा सकेगी। वहीं, यह भी लिखा गया है कि यदि मदरसों में गैर मुस्लिम बच्‍चों के या किसी भी मुस्लिम बालक का नाम फर्जी पाया जा सकता हैं तो उन पर भी कानूनी कार्रवाई होगी। अनुदान बंद करने के साथ मान्यता भी निरस्त होगी। यह आदेश मप्र स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को आयुक्‍त शिल्पा गुप्ता के माध्‍यम से जारी किया है। इसमें अनुच्छेद 28 (3) का भी हवाला दिया गया है।       दूसरी ओर शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह के निर्देश पर शिक्षा विभाग प्रदेश में संचालित मदरसों की भौतिक सत्यापन की जांच करा रहा है। इन दिनों जो भी मदरसे नियमानुसार संचालित नहीं हो रहे हैं उनकी मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई की जा रही है। जिला श्‍योपुर में हाल ही में हुई कार्रवाई इसकी नजीर है, जिसमें कि एक साथ 56 मदरसे अनियमितताओं के चलते बंद कर दिए गए। शिक्षा मंत्री सिंह कहते हैं कि मध्य प्रदेश में संचालित सभी सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों और मदरसों की जांच की जा रही है। हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि अनुदान प्राप्त संस्थान अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन करें। मदरसा बोर्ड के स्कूल बंद किए जाएं यह हमारी मंशा नहीं, यदि विद्यालय खोला गया है, तो वहां बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिलना है, इसका हनन होगा तो उसे हम बंद करेंगे। विसंगति मिली, इसलिए मदरसा स्कूलों को बंद करने का काम किया गया। हमारे मुख्यमंत्री का निर्देश है, समान रूप से स्कूल संचालित करना है। इसके तहत नियमों को जो तोड़ेगा, उसके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे।  

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उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में शुक्रवार को उस वक्त हंगामा हो गया, जब यहां मौजूद सुरक्षा गार्ड ने 12 श्रद्धालुओं को रोक लिया। इन श्रद्धालुओं ने निक्कर (चड्ढा) पहन रखा था और उन पर महाकाल लिखा था और त्रिपुंड भी बने थे। सभी को तुरंत टॉवेल देकर चड्ढ़ा उतरवाया और पहनने के लिए दूसरे कपड़े दिए गए। इसके बाद सभी को ऐसे कपड़े नहीं पहनने की हिदायत भी दी गई। कार्रवाई को मंदिर के महेश पुजारी ने भी सही बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कपड़े पहनने से धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। मंदिर में ड्रेस कोड लागू होना चाहिए।       जानकारी के मुताबिक सावन माह में बड़ी संख्या में कांवड़ यात्रियों सहित अन्य श्रद्धालु महाकाल मंदिर में भगवा वस्त्र पहनकर दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। शुक्रवार सुबह सुरक्षा गार्ड की कुछ श्रद्धालुओं पर नजर पड़ी, जिन्होंने महाकाल लिखी चड्डी पहन रखी थी। यह देख गर्भगृह निरीक्षक उमेश पंड्या और मंदिर समिति की सुरक्षा संभालने वाली केएसएस के सिक्योरिटी इंचार्ज विष्णु चौहान ने तुरंत उन्हें रोक लिया। इसके बाद कड़ाई से जांच शुरू हुई तो 12 श्रद्धालु ऐसे कपड़े पहने मिले। इसके बाद भक्तों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग इधर-उधर छिपकर मंदिर में प्रवेश करने लगे। इन सभी से ये कपड़े उतरवाकर तुरंत दूसरे कपड़े दिए गए। इसके बाद इन सभी को यह भी बताया गया कि इससे भावनाएं आहत होती हैं। ऐसे कपड़े पहनकर मंदिर में जाएं। इस पर कुछ श्रद्धालुओं ने माफी भी मांगी।       कपड़ों को लेकर पुजारी कर चुके हैं विरोध   महाकाल मंदिर में पुजारी ड्रेस कोड लागू करने की मांग करते रहे हैं। पहले भी श्रद्धालु मनमर्जी के कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश करते रहे हैं। युवा बरमूडा, नाइट सूट और शॉर्ट में भी मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच जाते हैं। श्रद्धालुओं से मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनकर आने की मांग की जाती रही हैं। दरअसल, महाकाल मंदिर के आसपास बड़ी संख्या में धार्मिक वस्त्रों की दुकानें हैं। यहां महाकाल लिखी हुई टी शर्ट, दुपट्‌टा, शर्ट, कुर्ता, शॉर्ट्स आदि मिलते हैं। भक्त इन्हें पहनकर महाकाल मंदिर में प्रवेश करते हैं।       महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि काफी समय से ड्रेस कोड लागू करने की मांग कर रहे हैं। ऐसा बड़े मंदिरों में भी है। आए दिन देखने में आता है कि पुरुष छोटे-छोटे निक्कर पहनकर मंदिर में प्रवेश करते हैं। कई ड्रेस तो मंदिर के अनुकूल नहीं होती। इसी तरह युवतियां भी शॉर्ट ड्रेस पहनकर मंदिर में आ जाती हैं। इन सब पर रोक लगाई जानी चाहिए। इनसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है।  

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भोपाल । कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर से दुष्‍कर्म के बाद देशभर में इसका विरोध जारी है। राजधानी भोपाल में भी पीड़िता को न्‍याय दिलाने की मांग को लेकर एम्स के बाद अब हमीदिया अस्पताल के डॉक्टर भी गुरुवार रात 12 बजे से हड़ताल पर चले गए हैं। जूडा के प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता ने बताया कि यह हड़ताल प्रदेश स्तरीय है। इसमें प्रदेशभर से करीब 3 हजार डॉक्टर शामिल हो रहे हैं।       इधर, हड़ताल से निपटने के लिए भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. एन सिंह ने सभी डॉक्टर्स की छुटि्टयां निरस्त कर दी है। हमीदिया में रोजाना एक हजार से अधिक मरीजों की ओपीडी रहती है। जूडा ने कहा कि गुरुवार रात 12 बजे से 250 से ज्यादा जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया है। जीएसमी के डीन ने मेडिकल टीचर्स को इमरजेंसी, ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, वार्ड में तैनात करने के निर्देश सभी डिपार्टमेंट के प्रमुखों को दिए हैं। आदेश में जरूरत पड़ने पर मेडिकल इंटर्न को भी तैनात करने के लिए कहा है। साथ ही सभी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर्स से आदेश पर हुए अमल की रिपोर्ट भी मांगी है।       जूडा प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता ने बताया कि सेंट्रल डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट की मांग की जा रही है। इसे लेकर जीएमसी डीन को हड़ताल संबंधी लेटर दिया है। हड़ताल के दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं दी जाएगी। जबकि रुटीन और ओपीडी में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल रहेगी।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून ट्रफ के गुजरने की वजह से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में कहीं तेज, तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल में सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। जबकि विदिशा में रात से ही कभी धीमी-कभी तेज बारिश हो रही है। आज गुरुवार को भी ग्वालियर-चंबल में बारिश होने का अनुमान है। इन संभागों के 10 जिलों में तेज पानी गिर सकता है। वहीं, इंदौर-उज्जैन में गरज-चमक की स्थिति रहेगी।       मौसम विभाग के अनुसार, नॉर्थ-वेस्ट राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। यहीं से मानसून ट्रफ एमपी के सीधी होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। 2 अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव हैं। इस वजह से प्रदेश में बारिश हो रही है। आज गुरुवार को उत्तर और पूर्वी हिस्से में बारिश होने की संभावना है। इनमें ग्वालियर, भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना और बालाघाट जिले शामिल हैं।       इससे पहले बुधवार को प्रदेश के 13 जिलों में बारिश हुई। खजुराहो, उमरिया और सिवनी में 1 इंच से ज्यादा पानी गिर गया। सीधी में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। गुना, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, सतना, मलाजखंड और टीकमगढ़ में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। एमपी में अब तक औसत 27.4 इंच बारिश हो चुकी है। यह सीजन की कुल 73 प्रतिशत है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-5 जिलों में मंडला अव्वल है। यहां अब तक 41.1 इंच बारिश हो चुकी है। दूसरे नंबर पर सिवनी में 38.24 इंच, नर्मदापुरम में 35 इंच, श्योपुर में 34.78 इंच और रायसेन में 34 इंच बारिश दर्ज की गई है।       वहीं, संभाग की बात करें तो अब तक हुई बारिश में जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग सबसे आगे हैं। जबलपुर संभाग के सभी जिलों में अच्छी बारिश हो चुकी है। भोपाल में 33 इंच से अधिक पानी गिर चुका है, जो सामान्य बारिश का करीब 90 प्रतिशत है। सीजन की बारिश में 4 इंच पानी की और जरूरत है।  

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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैंकिंग क्षेत्र में कार्य करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को 19 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के त्यौहार पर अवकाश की स्वीकृति प्रदान की है। अवकाश की स्वीकृति निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 की धारा 25 के अंतर्गत प्रदान की गई है।       जनसम्पर्क अधिकारी लक्ष्मण सिंह बुधवार देर शाम जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव से बैंकिंग संगठनों ने राज्य के अन्य कर्मचारियों की तरह बैंकों के अधिकारी और कर्मचारियों को भी रक्षाबंधन और श्रीकृष्ण जन्माष्टी के त्यौहार मनाने के लिए अवकाश प्रदान करने की मांग की थी।   

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भोपाल । मध्य प्रदेश के दमोह जिले में पथरिया के पास बुधवार शाम को कटनी से सागर जा रही कोयले से भरी एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। इसके बाद मालगाड़ी के सात डिब्बे ट्रैक पर ही पलट गए। हादसे में रेल की पटरियां उखड़ गई हैं। इसके चलते सागर, दमोह, कटनी रूट पूरी तरह से बाधित हो गया है। इस रूट से गुजरने वाली तीन ट्रेनों को रद्द किया गया है, जबकि आठ को डायवर्टेड रूट से चलाया जा रहा है। सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और तकनीकी अमला मौके पर पहुंच गया है।       जानकारी के मुताबिक, हादसा बुधवार शाम करीब 6.30 बजे हुआ। इस दौरान कोयले की मालगाड़ी कटनी-बीना रेलखंड के असलाना-पथरिया स्टेशनों के बीच पहुंची थी, तभी अचानक तेज आवाज के साथ उसके सात डिब्बे पटरियों से उतर कर ट्रैक पर ही पलट गए। हादसा इतना भीषण था कि मालगाड़ी के डिब्बों के पहिये भी अलग होकर ट्रैक पर बिखर गये और कोयला भी फैल गया। इस घटना में पटरियों, स्लीपर के साथ ओएचई के खंभों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। लगभग आधा किलोमीटर तक दर्जनों खंभे क्षतिग्रस्त हो गये हैं।       इस घटना के बाद इस रूट पर रेल संचालन पूरी तरह से बाधित हो गया है। रेलवे के अधिकारियों की टीम मौके पर है। ट्रैक पर आवागमन बहाली का काम तेजी से किया जा रहा है। रेलवे अधिकारी दूसरे मार्ग से रेल संचालन को चालू करने के इंतजाम में लगे हुए हैं। मामले में पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव ने कहा है कि मालगाड़ी के डिब्बों के डिरेल होने की जानकारी मिली है। टीम मौके पर पहुंच गई है।       रेलवे के अधिकारी जेएस मीणा का कहना है कि हादसे के चलते कटनी-बीना रेलवे रूट से गुजरने वाली तीन ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और आठ ट्रेनें डायवर्टेड रूट से चलाई जा रही हैं। भोपाल से रवाना हुई राज्य रानी एक्सप्रेस को बीना के पास रोक दिया गया है। वहीं, मालगाड़ी के डिब्बे पलटने के पांच मिनट बाद ही दरभंगा एक्सप्रेस उसी रूट से गुजरने वाली थी, जिसे रास्ते में ही रोक दिया गया। जबलपुर से निकली हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस को भी कटनी में रोका गया है। इसके अलावा इस रूट से आने वाली सभी यात्री ट्रेनों को नजदीकी स्टेशनों पर रोका जाएगा।       दरअसल, जिले में लगातार बारिश हो रही है। बारिश के चलते जमीन धंसने के कारण यह हादसा होने की संभावना जताई जा रही है।    

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इंदौर । इंदौर के प्रसिद्ध भगवान खजराना गणेश को सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए रक्षाबंधन के अवसर पर शहर में बन रही भव्य राखी अर्पित की जाएगी। इसे बनाने वाली समिति का दावा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी राखी है, जिसका आकार 169 वर्ग फीट (13 बाय 13 वर्ग फीट) है। इस राखी की डोर 101 मीटर लंम्बी है। रक्षाबंधन के दिन दोपहर 3:00 बजे यह राखी खजराना गणेश को समर्पित की जाएगी।       वर्ल्ड बुक का रिकॉर्ड की टीम दुनिया की सबसे बड़ी राखी प्रमाणित करने के लिए इसके सारे पैरामीटर देखेगी। राखी का निर्माण इंदौर की श्री विघ्नहर्ता गणेश भक्त समिति द्वारा किया जा रहा है। इसे 15 कलाकरो द्वारा 10 दिन में तैयार किया जाएगा।       श्री विघ्नेश्वर गणेश भक्त समिति के संस्थापक राजेश बिड़कर व राहुल शर्मा ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि समिति द्वारा सातवीं बार इस तरह की राखी का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समिति ने सबसे पहले 7 बाय 7 की राखी का निर्माण कर खजराना गणेश को अर्पित की थी, फिर हर साल इसका आकार एक-एक फिट बढ़ाते जा रहे हैं। इस बार भी समिति अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रही है। इसके लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम को आमंत्रित किया है, जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है। यह विशाल राखी रक्षाबंधन से जन्माष्टमी तक भक्तों के दर्शन के लिए खजराना गणेश मंदिर में ही रखी जाएगी। भक्त अपनी राखी लाकर इस बड़ी राखी की डोर पर अपनी राखी को बांध सकते हैं।       उन्होंने बताया कि विशाल राखी में यह भी समझाया गया है कि किस तरह मनुष्य 10 नियमों का पालन कर अपने जीवन में पर्यावरण को कैसे संरक्षित कर सकते हैं। इसमें बताया गया है कि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं, अपने आसपास स्वच्छता रखें, एयर पॉल्यूशन नियंत्रित करें, वर्षा जल का संरक्षण करें, वन जीवों को बचाएं, बिजली बचाएं, प्लास्टिक का उपयोग न करें, पेड़ काटना बंद करें, कागज बर्बाद न करें और खाना बर्बाद न करें।    

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भोपाल । पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या के बाद देशभर में डॉक्टरों सुरक्षा की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। वहीं भोपाल में एम्स के जूनियर डॉक्टरों का बुधवार काे हड़ताल का दूसरा दिन है। वहीं डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से इलाज कराने आए मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। हॉस्पिटल में सिर्फ इमरजेंसी सुविधा ही चालू है। जबकि बाहर से आए अन्य मरीजों को दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।               भोपाल एम्स के 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर बुधवार काे भी हड़ताल पर हैं। जबकि सीनियर डॉक्टर इमरजेंसी सुविधा में तैनात है। बुधवार को भी रजिडेंट डॉक्टरों ने एम्स कैम्पस में रैली निकाल कर विरोध जताया। सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि सिर्फ मौखिक आश्वासन से काम नहीं चलेगा। वे लिखित आदेश की मांग पर डॉक्टर्स अड़ गए है। कोलकाता में हुई घटना के बाद डॉक्टरों में काफी गुस्सा दिखाई दे रहा है। कोलकाता स्थित आरजी कार मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। ऐसे जघन्य अपराध के खिलाफ और पीड़िता के परिजनों को न्यास दिलाने के लिए रेजिडेंट डॉक्टर यह विरोध कर रहे हैं। वे कोलकाता की महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और फिर मर्डर के आरोपियों को सख्त सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। उनकी हड़ताल तो एम्स भोपाल नर्सेस एसोसिएशन ने समर्थन किया है, लेकिन उनके हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाएं न बिगड़े, इसलिए नर्सिंग स्टॉफ ने मोर्चा संभाला है। नर्सिंग स्टॉफ की ओपीडी, ड्रेसिंग और माइनर ऑपरेशन कर रहा है। हमीदिया अस्पताल में डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं।                        

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भोपाल । मध्‍य प्रदेश में फिर से मानसूनी गतिविधियां शुरू हो गई हैं। साइक्लोनिक सर्कुलेशन और मानसून ट्रफ की एक्टिविटी के कारण ऐसी स्थिति बन रही है। प्रदेश में अगले 24 घंटे में कहीं तेज, तो कहीं हल्की बारिश होगी। गुना, सागर समेत सात जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। हालांकि 15 अगस्त से मौजूदा सिस्टम कमजोर हो जाएंगे।       मौसम विभाग के अनुसार, 'पूर्व-उत्तर राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। यहीं से होते हुए मानसून ट्रफ गुजर रही है। एक अन्य ट्रफ और 2 साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। कल से सिस्टम कमजोर हो जाएंगे। अगले सिस्टम के एक्टिव होने तक प्रदेश में बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति रहेगी। प्रदेश में सीजन की 73% बारिश ज्यादा हो गई है। अब तक 23.5 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन 27.2 इंच पानी गिर चुका है।       इससे पहले प्रदेश में मंगलवार को हल्की बारिश का दौर रहा, लेकिन शिवपुरी में आधा इंच पानी गिर गया। भोपाल, छतरपुर जिले के खजुराहो, सतना, बैतूल, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम में भी हल्की बारिश हुई। अब तक हुई बारिश में जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग सबसे आगे हैं। जबलपुर संभाग के मंडला में बारिश का आंकड़ा 41 इंच से अधिक है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सिवनी, नर्मदापुरम, रायसेन, श्योपुर, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, सागर, राजगढ़ और बालाघाट हैं। भोपाल में 33 इंच से अधिक पानी गिर चुका है। यह सामान्य बारिश का करीब 90% है। सीजन की बारिश में 4 इंच पानी की और जरूरत है।       उल्‍लेखनीय है कि बारिश का दौर थमने से प्रदेश के डैमों में पानी की आवक भी घट गई थी, लेकिन मंगलवार से पानी फिर से बढ़ने लगा है। अब तक प्रदेश के सभी डैमों में 80 प्रतिशत तक पानी आ चुका है। इस कारण उनके गेट खोलने पड़े हैं। इनमें कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा समेत अन्य डैम भी शामिल हैं।  

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मुरैना । जिले के सबलगढ़ में मंगलवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे टोंगा तालाब फूट गया। इसका पानी चार गांवों में भर गया। तालाब फूटने की सूचना मिलते ही सबलगढ़ विधायक सरला रावत, कलेक्टर अंकित अस्थाना, एसडीएम वीरेंद्र कटारे, सबलगढ़ थाना प्रभारी सोहनपाल तोमर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आसपास के क्षेत्रों का जायजा लिया। पानी के तेज बहाव को देखते हुए निचले इलाके के 20 गांवों में खतरे का अलर्ट जारी किया गया है।       बताया जा रहा है कि 135 साल पुराने इस तालाब में सोमवार शाम करीब चार बजे मिट्टी बहने से छेद हुआ था, जो मंगलवार सुबह पांच बजे तक 15 इंच तक बढ़ गया। तालाब की भराव क्षमता 1.93 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) है। मंगलवार को तालाब फूटने से चार गांवों- कुतघान का पुरा, कोरी का पुरा, पासौन और देवपुर में भर गया है। तालाब से पानी लगातार तेजी से बाहर आ रहा है, जिससे करीब 20 गांवों को खतरा है। जिन गांवों में पानी भर गया है, वहां के लोग जरूरी सामान लेकर घरों से सुरक्षित स्थान की तरफ निकल गए हैं। कलेक्टर अंकित अस्थाना और जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और प्रभावित गांवों को दौरा कर रहे हैं। इन गांवों से पानी की निकासी की व्यवस्था की जा रही है। एसडीआरएफ की टीम को भी सूचना दी गई है।       एसडीएम वीरेंद्र कटारे ने बताया कि सूचना मिलते ही तालाब की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया था। अभी तक जनहानि की कोई सूचना नहीं है। तालाब का 25 से 30 फीट चौड़ाई में कटाव बढ़ गया है। जल संसाधन और राजस्व विभाग की टीम दो-तीन जगह नालियां बनाकर पानी निकालने की कोशिश कर रही है।       वहीं, जल संसाधन विभाग के चीफ एक्जीक्यूटिव इंजीनियर दिनेश रत्नाकर ने कहा कि सोमवार दोपहर 12 बजे ही तालाब का निरीक्षण किया गया था। ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे तालाब के फूटने की आशंका हो। चूहों के बिल बनाने की वजह से हादसा हुआ है। ग्रामीणों ने इससे पहले ऐसी कोई भी शिकायत नहीं की थी।       कलेक्ट्रेट अस्थाना ने बताया कि प्रभावित गांवों के किसी भी मकान में पानी नहीं भरा है। जनहानि-पशुहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। फिलहाल तालाब से पानी निकलने का सुरक्षित रास्ता बना दिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।  

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भोपाल । सावन मास में श्रद्धालु भगवान शिव की कृपा पाने के लिए उपवास करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक डॉग भी यह उपवास कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात रह चुका उज्जैन पुलिस का श्वान 'खली' भी सावन मास में उपवास रख रहा है। सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में ड्यूटी पर आते ही वह सबसे पहले भगवान को नमन करता है। इसके बाद जांच करता है। दिनभर वह मात्र दूध व फल ही खाता है। आम दिनों में उसकी डाइट में नानवेज मिक्स पेडिग्री, अंडे व दूध शामिल रहता है।       डॉग टीम के एसआई महेश शर्मा ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि उज्जैन डॉग टीम के पास जर्मन शेफर्ड प्रजाति का श्वान खली है। इसकी उम्र चार साल है। वह फरवरी में ही शाजापुर से उज्जैन पदस्थ हुआ है। सावन मास में बाबा श्री महाकालेश्वर की सवारी के पूर्व मंदिर परिसर की जांच की जाती है। श्वान खली श्रावण सोमवार को उपवास रख रहा है। महाकाल मंदिर में ड्यूटी पर आते ही वह सबसे पहले भगवान को नमन करता है। इसके बाद दिनभर वह केवल दूध, पपीता व अन्य फल ही लेता है।       एसआई शर्मा ने बताया कि खली की डाइट के लिए हर माह 16 हजार रुपये मिलते हैं। आम दिनों में उसकी डाइट में नानवेज मिला पेडिग्री, अंडे, दूध, रोटी व फल शामिल रहते हैं। सोमवार को वह दिनभर मात्र दूध व फल लेता है। इससे उसे कोई परेशानी नहीं होती है। खली रोजाना एक घंटे बम डिस्पोजल स्क्वाड की टीम के साथ अभ्यास करता है। इसके बाद वह सर्चिंग में लगता है। जिले में आयोजित होने वाले सभी बड़े आयोजनों में खली की ड्यूटी लगाई जाती है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मानसूनी ट्रफ लाइन अब ग्वालियर और सीधी से गुजर रही है। इसका असर सोमवार को प्रदेश के उत्तर और पूर्वी हिस्से में देखने को मिला। आज मंगलवार को भी ग्वालियर, चंबल और जबलपुर संभाग में असर दिखेगा। प्रदेश में सीजन की 72 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो गई है। अब तक 23.1 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन 27 इंच पानी गिर चुका है।       मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को जबलपुर समेत 8 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया, अगले 24 घंटे के दौरान श्योपुर, मुरैना, गुना, अशोकनगर, कटनी, उमरिया, जबलपुर, डिंडौरी में तेज बारिश हो सकती है। इससे पहले मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सकुर्लेशन की वजह से सोमवार को प्रदेश में बारिश का दौर बना रहा। भोपाल में पूरे दिन हल्की बारिश हुई। इंदौर, उज्जैन समेत 20 जिलों में भी पानी गिरा।       इस बार अच्छी बारिश की वजह से प्रदेश के सभी डैम छलक उठे हैं। अधिकांश डैम में 80 प्रतिशत से अधिक पानी आ चुका है। इस वजह से गेट भी खोलने पड़े। कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा डैम के गेट अगस्त में कई बार खोलने पड़े। मंगलवार को भी इन डैम में पानी की आवक हुई। अब तक हुई बारिश में जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग सबसे आगे हैं। जबलपुर संभाग के मंडला में बारिश का आंकड़ा 40 इंच से अधिक है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सिवनी, नर्मदापुरम, रायसेन, श्योपुर, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, सागर, राजगढ़ और बालाघाट भी शामिल हैं। भोपाल में 32 इंच से अधिक पानी गिर चुका है, जो सामान्य बारिश का करीब 88 प्रतिशत है।    

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भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलो में सोमवार सुबह से हल्‍की और रिमझिम बारिश हो रही है। अब तक प्रदेश में साढ़े 26 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की कुल बारिश की 71 प्रतिशत है। नर्मदापुरम-मंडला में सबसे ज्यादा सवा इंच बारिश हो गई। खंडवा-बैतूल में पौन इंच और सिवनी-सीधी में आधा इंच बारिश दर्ज की गई। लोकल सिस्टम की एक्टिविटी से सोमवार को भोपाल समेत कुछ जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहेगा। हालांकि, मध्यप्रदेश से मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) अभी दूर है। इस वजह से 16 अगस्त तक प्रदेश में तेज बारिश का अलर्ट नहीं है।       इससे पहले प्रदेश में रविवार को कभी हल्की तो कभी तेज बारिश का दौर बना रहा। भोपाल, विदिशा, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, पचमढ़ी, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, रीवा, सागर, सतना, उमरिया में भी हल्की बारिश का दौर चलता रहा। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात से शिवपुरी शहर में बारिश हो रही है। सड़कों पर पानी बह रहा है। निचले इलाके डूबे हैं। मंडला, भिंड और श्योपुर में भारी बारिश हुई। वहीं, भिंड के लहार में 30 मिनट तक तेज बारिश से नाले उफान पर आ गए। यहां बाजारों में डेढ़ फीट तक पानी भर गया।       मौसम विभाग के अनुसार, अभी मानसून ट्रफ गंगानगर से दिल्ली और सीधी होते हुए गुजर रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ-ईस्ट के ऊपर एक्टिव है। वहीं, एक अन्य मानसून ट्रफ गुजर रही है। इनकी एमपी में एक्टिविटी बढ़ने के बाद तेज बारिश का दौर शुरू होगा। फिलहाल हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बन रही है। यदि अब तक की नॉर्मल बारिश की बात करें तो कुल बारिश से साढ़े 3 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। 16 अगस्त के बाद एक और तेज बारिश का दौर शुरू होगा। ऐसे में संभावना है कि अगस्त में ही सीजन की बारिश का कोटा भी पूरा हो जाएगा। अब तक कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं।    

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इंदौर । इंदौर में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब सड़क पर चलती सिटी बस में अचानक आग लग गई। यह देखकर ड्राइवर ने बस को कंट्रोल किया। लेकिन कुछ ही देर में बस बंद होकर रुक गई। जिस दौरान आगजनी की घटना हुई, उस समय काफी संख्या में बस में यात्री भी मौजूद थे, जिसमें अधिकांश स्टूडेंट थे। इस दौरान बस के अंदर अफरा-तफरी मच गई और लोगों ने बस से कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई। इसमें कई यात्रियों को चोट भी लगी है।       जानकारी अनुसार घटना सोमवार सुबह पलासिया से गीताभवन के बीच की है। इंदौर में बीआरटीएस पर चलने वाली आईबस में अचानक धुआं निकलने लगा। अचानक धुआं निकलते देख बस में बैठे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। दहशत में यात्रियाें ने चलती बस से कूदना शुरू कर दिया। बस रोककर ड्राइवर-कंडक्टर ने एआईसीटीएसएल को फोन लगाकर सूचना दी गई और बस में बैठे यात्रियों को एक-एक कर नीचे सुरक्षित उतारा गया। वहां से तत्काल मैकेनिक को रवाना किया गया। मैकेनिक ने मौके पर पहुंचकर केबल का कनेक्शन काट दिया। कुछ ही देर में बस से धुआं निकलना बंद हो गया। हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। चलती बस से कूदने की वजह से एक युवती के पैर में चाेट आई है। एआईसीटीएसएल की पीआरओ मालासिंह ठाकुर ने बताया कि तकनीकी कारणों से आई बस का टर्बो इंजन फेल होने से सफेद धुंआ निकला। किसी भी प्रकार की जन हानि नहीं हुई। सभी यात्रियों को तत्काल अन्य बस में शिफ्ट किया गया।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश सरकार ने शनिवार रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। प्रदेश के 7 जिलों के कलेक्टर, 7 एसपी समेत 47 आईएएस-आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से रात एक बजे के बाद आईएएस अफसरों और रात करीब सवा दो बजे आईपीएस की सूची जारी की गई। सोमवार को ज्वॉइन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।       गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में 1992 बैच के अधिकारी डीसी सागर को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी), पुलिस मुख्यालय, भोपाल बनाया गया है। वे फिलहाल शहडोल के पुलिस महानिदेशक हैं। वहीं, 2006 बैच के अनुराग शर्मा को शहडोल का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है। जारी सूची में 2015 बैच के पांच आईएएस को पहली बार कलेक्टर बनाया गया है। इनमें जनसंपर्क डायरेक्टर रहे रोशन कुमार सिंह, मृणाल मीणा, हर्ष सिंह, हर्षल पंचोली और हिमांशु चंद्रा के नाम शामिल हैं।       इन सात जिलों के कलेक्टर बदले   कलेक्टर बालाघाट गिरीश कुमार मिश्रा को कलेक्टर राजगढ़, संचालक, जनसंपर्क रौशन कुमार सिंह को कलेक्टर विदिशा, सीईओ जिला पंचायत उज्जैन मृणाल मीणाको कलेक्टर बालाघाट, नगर निगम कमिश्नर, ग्वालियर हर्ष सिंह को कलेक्टर ​डिंडौरी, अपर कलेक्टर भोपाल हर्षल पंचोली को कलेक्टर अनूपपुर, अपर कलेक्टर भोपाल हिमांशु चन्द्रा को कलेक्टर नीमच, उप सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास केदार सिंह को कलेक्टर शहडोल पदस्‍थ किया है।       आईएएस सचिन को राजस्व मंडल भेजा, उमराव की वापसी   इसी तरह पीएस, श्रम व सामाजिक न्याय सचिन सिन्हा को प्रशासकीय सदस्य राजस्व मंडल, ग्वालियर, सह-आयुक्त, चबल संभाग मुरैना संजीव कुमार झा को सदस्य, राजस्व मंडल, ग्वालियर, सह-सदस्य राजस्व, ग्वालियर उमाकांत उमरावको पीएस श्रम विभाग, सह आयुक्त चिकित्सा पद्धति एवं होम्योपैथी सोनाली वायंगणकर को पीएस सामाजि​क न्याय, सीईओ कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण सोमेश मिश्रा को कलेक्टर मंडला, कार्यपालन संचालक एप्को भोपाल संजीव सिंह को संभागायुक्त भोपाल, उप सचिव, सीएम तथा एमडी, इलेक्‍ट्रॉनिक्स विकास निगम अंशुल गुप्ता को संचालक जनसम्पर्क, अपर कलेक्टर, अनूपपुर अमन वैष्णव को कमिश्नर नगर निगम ग्वालियर, आयुक्त, तकनीकी शिक्षा मदन विभीषण नागरगोजे को सदस्य राजस्व मंडल ग्वालियर, अपर सचिव, गृह विभाग अजय गुप्ता को संचालक किसान कल्याण, सीईओ, एमपीआरआरडीसी तन्वी सुन्द्रियाल को संचालक बजट मप्र, अपर सचिव सह आयुक्त स्वास्थ्य सेवा तरुण राठी को आयुक्त खाद्य सुरक्षा, कलेक्टर जिला नीमच दिनेश जैन को अपर सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास, उप सचिव, मध्यप्रदेश शासन दीपक आर्य को सीईओ एमपीआरआरडीसी, कलेक्टर, शहडोल तरुण भटनागर को उप सचिव पशुपालन व डेयरी, कलेक्टर डिण्डौरी विकास मिश्रा को उप सचिव योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी, कलेक्टर, अनूपपुरआशीष वशिष्ठ को एमडी राज्य इलेक्ट्राॅनिक्स विकास निगम, कलेक्टर मण्डला सलोनी सिडानाको ईडी एप्को भोपाल, सह आयुक्त, चिकित्सा पद्धति एवं होम्योपैथी, कलेक्टर विदिशा बुद्धेश कुमार वैद्य को उप सचिव गृह विभाग पदस्‍थ किया गया है।       इन 8 जिलों के एसपी बदले   प्रदेश के 8 जिलों के एसपी बदले गए हैं। इनमें सेनानी 13वीं वाहिनी विसबल सागर रसना ठाकुर को पुलिस अधीक्षक मऊगंज, एआईजी पुलिस मुख्यालय भोपाल नागेन्द्र ​सिंह को पुलिस अधीक्षक बालघाट, पुलिस अधीक्षक, मऊगंज वीरेंद्र जैन को पुलिस अधीक्षक, श्योपुर, पुलिस उपायुक्त जोन-4 भोपाल सुंदर सिंह कनेश को पु​लिस अधीक्षक, पांढुर्णा, पुलिस उपायुक्त जाेन-3, इंदौर पंकज कुमार पांडे को पुलिस अधीक्षक, रायसेन, सेनानी हॉकफोर्स, बालाघाट मोती उर्र रहमान को पुलिस अधीक्षक, अनूपपुर, पुलिस अधीक्षक, श्योपुर अभिषेक आनंद को पुलिस अधीक्षक, मंदसौर, एसपी बालाघाट समीर सौरभ को एसपी मुरैना पदस्‍थ किया गया है।       भोपाल में डीआईजी, एआईजी और डीसीपी बदले   प्रशासनिक सर्जरी में डीआईजी, एआईजी और डीसीपी भी बदले गए हैं। इनमें एडीजी शहडोल जोन डीसी सागर को एडीजी पुलिस मुख्यालय भोपाल, डीआईजी ग्वालियर रेंज कृष्णावेनी देसावातु को डीआईजी विसबल सेंट्रल रेंज भोपाल, आईजी पुलिस मुख्यालय अनुराग शर्मा को आईजी शहडोल जोन, पुलिस अधीक्षक, अनूपपुर जितेंद्र सिंह पंवार को अनूपपुर पुलिस उपायुक्त जोन-4, भोपाल, एसडीओपी, मनावर अंकित सोनी को पुलिस उपायुक्त, इंदौर, डीआईजी विसबल सेंट्रल रेंज भोपाल अमित सांघी को डीआईजी ग्वालियर रेंज, डीआईजी खरगोन रेंज अतुल सिंह को डीआईजी विसबल जबलपुर रेंज, डीआईजी पुलिस मुख्यालय भोपाल सिद्धार्थ बहुगुणा को डीआईजी खरगोन रेंज, एसपी मुरैना सैनानीशैलेंद्र सिंह चौहान को 13वीं वाहिनी विसबल ग्वालियर, सैनानी 13वीं वाहिनी विसबल ग्वालियर रघुवंश कुमार सिंह को सैनानी 13वीं वाहिनी विसबल मुरैना, एसपी मंदसौर अनुराग सुजानिया को एआईजी पुलिस मुख्यालय भोपाल, पुलिस उपायुक्त, सुरक्षा इंदौर हंसराज सिंह को पुलिस उपायुक्त, जोन-3 इंदौर, पुलिस अधीक्षक, पांढुर्णा राजेश कुमार त्रिपाठी को पुलिस उपायुक्त अपराध, इंदौर पदस्‍थ किया गया है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसूनी सीजन में अब तक 70 फीसदी बारिश हो चुकी है। भोपाल, जबलपुर समेत 11 जिलों में सीजन का 80 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 40 इंच बारिश हो चुकी है। आज रविवार को भी ग्वालियर समेत 7 जिलों में तेज बारिश की संभावना है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में भी गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होगी।       मौसम विभाग के अनुसार, 12, 13 और 14 अगस्त को प्रदेश में गरज-चमक और बूंदाबांदी का अनुमान है। 14 अगस्त के बाद सिस्टम की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिल सकती है। प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को भी बारिश हुई। बैतूल में पौन इंच पानी गिर गया। सतना, सीधी, भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम और उज्जैन में भी बारिश हुई। प्रदेश में हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें, तो जबलपुर और भोपाल संभाग के सभी जिलों में अब तक की सामान्य बारिश से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, सागर और बालाघाट में 30 इंच या इससे अधिक बारिश हो चुकी है। मंडला में आंकड़ा 40 इंच से अधिक है। मंडला की सामान्य बारिश 47 इंच है।       लगातार तेज बारिश की वजह से प्रदेश के अधिकांश डैम 80 प्रतिशत से ज्यादा भर चुके हैं। चूंकि, बड़े डैमों में पानी का लेवल तय रखना पड़ता है, इसलिए इनके गेट भी खुल चुके हैं। कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। आने वाले दिनों में तेज बारिश होने से डैम के गेट फिर से खोल दिए जाएंगे।       इस संबंध में मौसम विभाग के वैज्ञान‍िक श‍िवांक बाकोड़े ने बताया क‍ि मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिय, रतनगढ़, शिवपुरी, गुना, डिंडोरी, खंडवा, ओंकारेश्वर, खरगोन, महेश्वर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली में मध्यम बारिश के साथ श्योपुर-कलां में बिजली के साथ भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। वहीं सतना, चित्रकूट, नीमच के साथ-साथ मंडला, कान्हा, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्ना, पेंच छिंदवाड़ा, उमरिया, बांधवगढ़, शहडोल, बाणसागर बांध, अनूपपुर, अमरकंटक, निवाड़ी, ओरछा, टीकमगढ़, छतरपुर, खजुराहो, पन्ना में हल्की बारिश हाेगी। इसके अलावा मैहर, अशोकनगर, विदिशा, उदयगिरि, दमोह, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम पचमढ़ी, रायसेन सांची भीमबेटका, बुरहानपुर, बड़वानी बावनगजा, अलीराजपुर, धार, मांडू, इंदौर, उज्जैन,महाकालेश्वर, पूर्वाह्न में रतलाम, धोलावाड, मंदसौर, गांधीसागर बांध, सीहोर में भी हल्‍की बारिश होने की संभावना जताई गई है।   

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उज्जैन ।इस श्रावण-भादौ मास के चौथे सोमवार,12 अगस्त को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे और चार स्वरूप में दर्शन देंगे। पालकी में चंद्रमौलेश्वर, गजराज पर मन महेश, गरूड़ रथ पर शिव तांडव तथा नंदी रथ पर उमा महेश विराजेंगे। पालकी अपरांह चार बजे पूजन पश्चात नगर भ्रमण पर निकलेगी।       कलेक्टर सह महाकाल मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह ने बताया कि सोमवार अपरांह कोटितीर्थ परिसर स्थित सभा मण्डप में बाबा महाकाल का पूजन,अभिषेक किया जाएगा। पश्चात पालकी में भगवान का चंद्रमौलेश्वर स्वरूप विराजीत करके मुख्य द्वार पर पालकी लाई जाएगी। यहां पर परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑव ऑनर दिया जाएगा। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकलेंगे। पालकी के पिछे भगवान गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव तथा नंदी रथ पर उमा महेश स्वरूप में विराजेंगे।       उन्हाेंने बताया कि सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंचेगी। पूरे मार्ग पर भक्तों द्वारा गुलाब के फूलों की पंखुरियों से जमकर वर्षा कर बाबा की अगवानी की जाएगी। मार्ग में रंगोली भी बनाई जाएगी। पालकी जब रामघाट पहुंचेगी तो परंपरानुसार यहां पर मां शिप्रा का पूजन किया जाएगा वहीं बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से अभिषेक किया जाएगा। यहां से पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। पालकी रामानुजकोट,मोढ़ की धर्मशाला, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड़, टंकी चौक, छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंचेगी।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला थम गया है। कहीं-कहीं रिमझिम बारिश हो रही है। ऐसे में राजधानी भोपाल का केरवा डैम भी ओवरफ्लो हो गया है। हालांकि इसके पीछे की वजह बारिश नहीं है, यह डैम खेतों के जरिए आये पानी से भरा है। शनिवार सुबह डैम का वाटर लेवल 1673 फीट पहुंचते ही 8 में से 1 गेट ऑटोमैटिक खुल गया। बाकी 7 गेट से भी पानी निकल रहा है। इस डैम के सभी गेट ऑटोमैटिक हैं, जो पानी के फुल टैंक लेवल तक पहुंचते ही खुल जाते हैं।       इससे पहले बड़ा तालाब के फुल होने के बाद भदभदा, कलियासोत के गेट पहले ही खोले जा चुके हैं। आनंद नगर स्थित हथाईखेड़ा डैम भी ओवरफ्लो हो चुका है। भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है। इसके मुकाबले अब तक 32.76 इंच पानी गिर चुका है। यानी, सीजन की 87 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। यह पिछले साल से ज्यादा है। पिछले साल पूरे सीजन में 30.9 इंच पानी ही गिरा था।       गौरतलब है कि अगस्त के महीने में भोपाल में एवरेज 14 दिन बारिश होने का ट्रेंड है। इस महीने 13 इंच पानी बरसता है। इस बार शुरुआती 4 दिन तक तेज बारिश हुई है, जबकि इसके बाद हल्की बारिश का दौर चला। अगस्त के कोटे की अब तक आधी बारिश हो चुकी है। 15 अगस्त के बाद फिर से तेज बारिश होने का अनुमान है।  

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देवास । जिले के मक्सी थाना क्षेत्र में आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग (एबी रोड) पर शुक्रवार देर शाम एक भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां सिरोलिया ब्रिज पर एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।       पुलिस के अनुसार, कार में देवास के चिकित्सक डॉ. प्रमोद जैन, उनकी पत्नी उषा जैन, बीएसएनएल के सेवानिवृत्त अधिकारी आरके जोशी और उनकी पत्नी आशा जोशी सवार थे। शुक्रवार शाम करीब छह बजे एबी रोड पर मक्सी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरोलिया ब्रिज पर उनकी कार डिवाइडर में जा घुसी। सूचना मिलते ही मक्सी थाना प्रभारी भीमसिंह पटेल तत्काल फोर्स के साथ घटना स्थल पहुंचे। पुलिस ने घायलों को एम्बुलेंस से उपचार के लिए देवास रवाना किया।       थाना प्रभारी भीमसिंह पटेल ने बताया कि देवास में निजी अस्पताल में डॉक्टर प्रमोद जैन की पत्नी उषा जैन और सेवानिवृत्त बीएसएनएल अधिकारी जोशी की पत्नी आशा जोशी को मृत घोषित कर दिया गया। उनके शव जिला अस्पताल भेजे गए। वहीं, डॉ. प्रमोद जैन और सेवानिवृत्त अधिकारी आरके जोशी को गंभीर हालत में इंदौर रैफर किया गया है। उनकी हालत भी बेहद चिंताजनक बताई जा रही है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां शुरू हो गई है। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 18 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। सीधी में सबसे ज्यादा 41 मिमी यानी, पौने 2 इंच पानी गिर गया। दमोह और बालाघाट जिले के मलाजखंड में पौन इंच पानी गिरा। प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) और मानसून ट्रफ लाइन की वजह से 22 जिलों में आज शनिवार को भी तेज बारिश का अलर्ट है। हालांकि, 11 अगस्त से बारिश की एक्टिविटी घट जाएगी और कहीं-कहीं बूंदाबांदी, गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।       शनिवार को जिन 22 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है, उनमें ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर, मऊगंज और सतना शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक मानसून ट्रफ लाइन एक्टिव है। मानसून ट्रफ एमपी के कई जिलों से होकर गुजर रही है। इस वजह से शनिवार को उत्तरी और पूर्वी हिस्से में बारिश हो सकती है। बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश होने का अनुमान है।       प्रदेश में शुक्रवार को धार, खंडवा, रीवा में आधा इंच के करीब पानी गिरा। भोपाल, बैतूल, इंदौर, गुना, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, रतलाम, सागर, सतना, सिवनी और उमरिया में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में इस सीजन की 69 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो गई है। अब तक 22 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन 25.7 इंच पानी गिर चुका है। जून-जुलाई के बाद अगस्त के पहले सप्ताह में भी स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी रही।

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बारिश का पानी सावन के महीने मे भोलेनाथ का अभिषेक कर रहा है। ऐसा नज़ारा देखने को मिला छतरपुर के जटाशंकर मंदिर में जहां बारिश का पानी मंदिर परिसर में आ गया।   छतरपुर में बारह घंटे से हो रही तेज बारिश के कारण प्राचीन धामिर्क स्थल जटाशंकर जलमग्न हो गया। बारिश से यहां के प्राकृतिक झरने एक बार फिर उफान पर आ गए। जिस से मंदिर परिसर में करीब 2 फीट तक पानी बहने लगा। वहीं मुख्य मंदिर में भी भगवान की चौकी तक पानी पहुंच गया। जटाशंकर न्यास के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि मंदिर पहाड़ों से घिरा होने के कारण यहां थोड़ी देर की जोरदार बारिश से पूरा पानी सिमटकर मंदिर परिसर में आ जाता है। जिस से यहां बड़ा ही प्राकृतिक और सुन्दर नज़ारा देखने को मिलता है।

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भोपाल  । मध्‍यप्रदेश में भारी बारिश का दौर थम गया है लेकिन कुछ जिलों में अभी भी हल्‍की बारिश का सिलसिला जारी है। इसी बीच मौसम विभाग ने प्रदेश के पूर्वी हिस्से जबलपुर, शहडोल, सागर और रीवा संभाग के 21 जिलों में 11 से 15 अगस्त के बीच बारिश नहीं होने का अनुमान जताया है। यहां मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी। जबकि पश्चिमी हिस्से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, उज्जैन और चंबल में गरज-चमक और बूंदाबांदी का दौर बना रहेगा। अगले 2 दिन प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हो सकती है।   मौसम विभाग ने शुक्रवार को भिंड, दतिया, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, रीवा, सीधी, मऊगंज, डिंडौरी, अनूपपुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन में तेज बारिश होने का अलर्ट किया है। 10 अगस्त को टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और दमोह में तेज बारिश का अलर्ट है। बाकी जिलों में बूंदाबांदी, आंधी और गरज-चमक की स्थिति रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अभी राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। अन्य सिस्टम की एक्टिविटी के चलते प्रदेश में अगले 2 दिन तेज बारिश होने का अनुमान है, लेकिन 11 से 15 अगस्त तक पूर्वी प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा। पश्चिमी हिस्से में जरूर हल्की गरज-चमक और बूंदाबांदी हो सकती है।   इधर, प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, गुना में डेढ़ इंच, बैतूल में 1 इंच, पचमढ़ी में आधा इंच बारिश हुई। भोपाल, ग्वालियर, खंडवा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, मंडला, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, उमरिया और बालाघाट के मलाजखंड में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में सीजन की 68 प्रतिशत यानी औसत 25.4 इंच बारिश हो चुकी है।   गुरुवार रात 9 बजे तवा बांध के गेट सीजन में तीसरी बार खोले गए। बांध का लेवल 1161.50 फीट हो गया। यह 86 प्रतिशत भर गया है। जलभराव वाले एरिया में बारिश और गवर्निंग लेवल को देखते हुए 5 गेटों से 1598 क्यूबिक मीटर/सेकंड पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, लगातार तेज बारिश की वजह से प्रदेश के अधिकांश डैम 80 प्रतिशत से ज्यादा भर चुके हैं। चूंकि, बड़े डैमों में पानी का लेवल तय रखना पड़ता है। इसलिए इनके गेट भी खुल चुके हैं। कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। हालांकि, तेज बारिश का दौर थमने से ज्यादातर डैम के गेट बंद कर दिए गए हैं।  

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उज्जैन । नागपंचमी के अवसर पर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर ‎मंदिर के पट गुरुवार रात 12 बजे खोल दिए गए। पट खुलने के बाद सबसे पहले श्री पंचायती ‎महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरिजी महाराज और महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने त्रिकाल पूजा शुरू की। त्रिकाल पूजा के बाद यहां दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो शुक्रवार की रात 12 बजे तक चलेगा।       दरअसल, नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट नागपंचमी पर्व पर साल में केवल एक बार 24 घंटे के लिए ही खुलते है। गुरुवार देर रात 12 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद करीब एक घंटे तक त्रिकाल पूजा चली और फिर भोग लगाने के बाद आम लोगों को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश दिया गया। भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए गुरुवार शाम से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। श्रद्धालु यहां 24 घंटे यानी 9 अगस्त की रात 12 बजे‎ तक दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के महाकाल मंदिर में आने का अनुमान है।       शुक्रवार दोपहर 12 बजे ‎श्री पंचायती ‎महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से पूजन किया जाएगा। इसी दिन महाकालेश्वर ‎की संध्या आरती के बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ‎की ओर से मंदिर के पुजारी और पुरोहित पूजन करेंगे।‎ भगवान नागचंद्रेश्वर को शुक्रवार दोपहर में दाल - बाटी का भोग लगाया जाएगा। पंचांग तिथि अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ही मंदिर के पट खुलने की परंपरा चली आ रही है। मान्यता है कि नाग पंचमी पर नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने के बाद व्यक्ति सभी प्रकार के सर्पदोष से मुक्त हो जाता है। इसलिए नागपंचमी के दिन खुलने वाले इस मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगती है।       नागचंद्रेश्वर मंदिर काफी प्राचीन है। इतिहास में उल्लेख है कि परमार वंश के राजा भोज ने 1050 ईस्वी के लगभग इस मंदिर का निर्माण करवाया था। इसके बाद तत्कालीन सिंधिया घराने के महाराज राणोजी सिंधिया ने 1732 में महाकाल मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। उस समय इस मंदिर शिखर का भी जीर्णोद्धार हुआ था। आज भी नागपंचमी के दिन यहां त्रिकाल पूजा होती है। वहीं तहसील पूजा एवं महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से पण्डे-पुजारियों द्वारा पूजा की जाती है। यहां पट खुलने पर पूजन का अधिकार पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा को है। जो भेंट आती है, उसका अंश भाग महाकाल मंदिर प्रबंध समिति का रहता है,बाकी चढ़ावा अखाड़े को जाता है।  

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उज्‍जैन/भोपाल। उज्‍जैन के विश्‍व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के द्वितीय तल पर श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर के पट साल में एक बार 24 घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन खुलते हैं। नागपंचमी पर्व 9 अगस्त को मनायी जाएगी। आज 8 अगस्‍त गुरुवार रात 12 बजे पट खोले जाएंगे। 9 अगस्त शुक्रवार रात 12 बजे तक सतत दर्शन किए जा सकेंगे। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर नीरजकुमार सिंह के अनुसार नागचंद्रेश्वर और महाकाल के दर्शन के लिए अलग-अलग मार्ग तय किए हैं। त्रिवेणी संग्रहालय से 40 मिनट में महाकाल के दर्शन किए जा सकेंगे।       गौरतलब है कि महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के गर्भगृह के ऊपर ओंकारेश्वर मंदिर है। उसके शीर्ष पर नागचंद्रेश्वर का मंदिर है। इस मंदिर में 11वीं शताब्‍दी की एक प्रतिमा स्‍थापित है। इसमें नागचंद्रेश्वर सात फनों से सुशोभित हैं। साथ में शिव-पार्वती के दोनों वाहन नंदी और सिंह भी विराजित हैं। यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी। मान्‍यता है कि उज्‍जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है।       नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की जाएगी। 8 अगस्‍त को रात 12 बजे पट खुलने के बाद श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरिजी महाराज और श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कलेक्‍टर एवं अध्‍यक्ष सिंह प्रथम पूजन व अभिषेक करेंगे। 9 अगस्‍त की दोपहर 12 बजे अखाड़े की ओर पूजन किया जाएगा।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश का दौर थम गया है। लेकिन कुछ जिलों में अभी भी हल्‍की बारिश हो रही है। बुधवार को प्रदेश के 14 जिलों में हल्की बारिश हुई। दमोह में 1 इंच पानी गिरा, जबकि जबलपुर में पौन इंच बारिश हो गई। खजुराहो, मंडला, सीधी में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। धार, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में भी बूंदाबांदी हुई। आज (गुरुवार) को भी उत्तर-पूर्वी हिस्से के 17 जिलों में तेज बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट है।       मौसम विभाग के अनुसार, 9 से 12 अगस्त तक प्रदेश में बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी नहीं है। इस अवधि में अल्प बारिश का दौर बना रहेगा। मौसम विभाग ने गुरुवार को श्योपुर, मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर, पांढुर्णा, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, कटनी, उमरिया, शहडोल और डिंडौरी में तेज बारिश होने का अनुमान जताया है। प्रदेश में सीजन की 66 प्रतिशत यानी, 24.7 इंच बारिश हो गई है। जबलपुर संभाग में सबसे ज्यादा पानी गिरा है। मंडला में सबसे ज्यादा 37 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सिवनी में आंकड़ा 35 इंच पार हो चुका है। वहीं, रीवा संभाग के जिले पीछे चल रहे हैं।       इस सीजन में जबलपुर संभाग के सभी जिलों में अच्छी बारिश हुई है। मंडला में 37.43 इंच पानी गिर चुका है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। सिवनी में 35 इंच बारिश हुई है। भोपाल संभाग के जिलों में भी तेज बारिश का दौर रहा। दूसरी ओर, रीवा संभाग सबसे पीछे है। हालांकि पिछले 3 दिन से प्रदेश में तेज बारिश नहीं हुई है। इससे अधिकांश डैम के गेट बंद हो गए हैं, जबकि नदियों का उफान भी थमा है। गेट बंद होने से डैम-तालाब में पानी का लेवल बढ़ा है। हालांकि, बुधवार को इनके गेट नहीं खोले गए।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में भारी बारिश का दौर अब थम चुका है। इस सीजन की 65 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। जबलपुर संभाग में सबसे ज्यादा पानी गिरा है। मंडला और सिवनी में आंकड़ा 35 इंच पार हो चुका है। वहीं, रीवा संभाग के जिले पीछे चल रहे हैं। हालांकि मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से कुछ जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। दो दिन तक जबलपुर समेत आसपास के जिलों में तेज बारिश हो सकती है। लेकिन 9 और 10 अगस्त को तेज बारिश की संभावना नहीं है।       मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ ग्वालियर होकर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। बंगाल के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। इस वजह से कुछ जिलों में बारिश का दौर रहेगा। गौरतलब है कि डेढ़ महीने में प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है। इससे ढाई महीने का कोटा भी पूरा हो गया है। प्रदेश में अब तक 20.5 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन औसत 24.5 इंच बारिश हो चुकी है। यानी, 4 इंच बारिश ज्यादा हो चुकी है।       प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश का दौर चल रहा था, जो मंगलवार को थम गया। भोपाल, धार, इंदौर, खंडवा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नौगांव, सागर में हल्की बारिश दर्ज की गई। भोपाल में दिन में तेज धूप भी निकली। इससे दिन का पारा 30.2 डिग्री दर्ज किया गया। दूसरी ओर, भोपाल के कलियासोत, भदभदा, भोपाल के पास कोलार समेत प्रदेश के सभी बड़े डैमों के गेट भी बंद कर दिए गए।       इस बार जबलपुर संभाग के सभी जिलों में अच्छी बारिश हुई है। मंडला में 37.19 इंच पानी गिर चुका है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। सिवनी में 35 इंच, छिंदवाड़ा-डिंडौरी में 30 इंच से अधिक, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर और बालाघाट में 26 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल संभाग के जिलों में भी अच्छी बारिश हुई। दूसरी ओर, रीवा संभाग सबसे पीछे है। यहां नॉर्मल से भी कम बारिश हुई है।  

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भोपाल । माध्यमिक शिक्षा मंडल ने मंगलवार को हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा 2025 की तारीखें घोषित कर दी हैं। 10वीं-12वीं की परीक्षाएं अगले साल 25 फरवरी से शुरू होगी। हायर सेकेंडरी परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होगी और 25 मार्च को खत्म होगी। वहीं हाई स्कूल की परीक्षा 27 फरवरी को शुरू होकर 19 मार्च को खत्म होगी।           जारी टाइम टेबल के मुताबिक, 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 19 मार्च के बीच होंगी। इस दौरान नौ अलग-अलग दिन विभिन्न विषयों के एग्जाम होंगे। जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, उर्दू और अन्य विषय शामिल हैं। कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू हो जाएंगी। जो 25 मार्च तक चलेंगी। इस बीच अगल-अलग दिन अगल-अलग विषयों के पेपर आयोजित किए जाएंगे। जिनमें अलग-अलग स्ट्रीम के पेपर आयेाजित होंगे। ये परीक्षाएं सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 तक होंगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बाेर्ड परीक्षा में इस बार 18 लाख से अधिक परीक्षा में शामिल होंगे। फिलहाल, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया जारी है। ऐसे में बोर्ड ने इस सत्र में परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स की आधिकारिक संख्या घोषित नहीं की है। बता दें कि बीते सत्र में 10वीं-12वीं की परीक्षा 18.22 लाख स्टूडेंट ने दी थी। 10वीं की बोर्ड परीक्षा 9 लाख 65 हजार छात्रों ने दी थी। इस परीक्षा के लिए ​प्रदेशभर में कुल 3,868 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। वहीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा 7,501 केंद्रों पर हुई थी। इसमें 8 लाख 57 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में पिछले दो माह से लगातार बरस रहे मानसून पर ब्रेक लग गया है। प्रदेश में अब भारी बारिश का दौर अगले एक सप्ताह थमा रहेगा। मानसून ट्रफ के प्रदेश से ऊपर निकलने और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कमजोर होने से ऐसा होगा। अब तक प्रदेश में औसत 24.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 65 प्रतिशत है। भोपाल, मंडला, सिवनी, नर्मदापुरम समेत 7 जिले ऐसे हैं, जहां पर 30 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 36.67 इंच बारिश हो चुकी है।       मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के ऊपर है। ईस्ट-वेस्ट ट्रफ भी गुजर रही है। ट्रफ साउथ राजस्थान से नॉर्थ केरल तक जा रही है। इस वजह से भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। एक सप्ताह तक ऐसा ही दौर रहेगा। हालांकि प्रदेश में गरज-चमक की एक्टिविटी बनी रहेगी। इससे आकाशीय बिजली गिरने या चमकने के मामले बढ़े रहेंगे। इसलिए बिजली चमकने के दौरान लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।       गौरतलब है कि प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश का दौर चल रहा है। इससे प्रदेश के डैम-तालाबों में पानी छलक उठा तो नदियां भी उफान पर रही। सोमवार को भी बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर रही। बरगी, बाणसागर, कलियासोत, भदभदा जैसे 10 बड़े बांधों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर में बरगी बांध 94 प्रतिशत भर गया है। 17 गेट से पानी छोड़ा गया। सोमवार को भोपाल में दिनभर रिमझिम बारिश का दौर चला। शाम को भी कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई।       प्रदेश के पश्चिमी हिस्से यानी, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में औसत से 26 प्रतिशत और पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में औसत से 19 प्रतिशत बारिश अधिक हो चुकी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 36.67 इंच हुई है, जो नॉर्मल बारिश से करीब 11 इंच अधिक है। इसके बाद सिवनी में 34.83 इंच, नर्मदापुरम-रायसेन में 33 इंच और भोपाल में 32 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। दतिया में सबसे कम औसत 13 इंच बारिश ही हुई है।  

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श्योपुर । कूनो राष्ट्रीय उद्यान में एक चीता शावक की मौत हो गई है। पिछले सप्ताह इस शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया था, तभी से विशेषज्ञों की निगरानी में उसका उपचार चल रहा था। सोमवार को शावक की एकाएक तबियत खराब हुई, उसका आपातकालीन उपचार किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। कूनो के अधिकारियों ने सोमवार रात 8:30 बजे प्रेस नोट जारी कर इसकी पुष्टि की है। यह शावक मादा चीता गामिनी के पांच शावकों में से एक था। अब गामिनी के चार शावक बचे हैं।       अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक और सिंह परियोजना के संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि गत 29 जुलाई की शाम 6.30 बजे नियमित निगरानी के दौरान मादा चीता गामिनी के पांच शावकों में से एक शावक अपने शरीर के पिछले हिस्से को उठाने में असमर्थ दिखाई दे रहा था। निगरानी के दौरान थोड़ी देर बाद शावक सम्पूर्ण पिछले हिस्से को घसीट कर चलता हुआ दिखाई दिया। शावक को तत्काल रेस्क्यू कर चिकित्सालय लाकर जांच की गई, जिसमें शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर पाया गया। हालांकि, शावक को उपचार कर सघन निगरानी में रख जा रहा था, लेकिन सोमवार सुबह शावक की एकाएक तबियत खराब हुई, जिसका आपातकालीन उपचार किया गया, लेकिन उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद मृत्यु का कारण पता लगेगा।       गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी चीता परियोजना के तहत दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से 20 चीते लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाए गए थे। इनमें से अब तक सात चीतों की मौत हो चुकी है। कूनो में अब 13 वयस्क चीते और 12 शावक स्वस्थ एवं सामान्य हैं। वयस्क चीतों को टिक एवं अन्य परजीवी संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक उपचार किया गया है। सभी चीतों की नियमित निगरानी की जा रही है।  

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में इन दिनों मानसूनी गतिविधियां जारी है। लगातार बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। बरगी, बाणसागर जैसे 10 बड़े बांध छलक उठे हैं। आज (सोमवार) को भी इंदौर, उज्जैन, सागर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 13 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। राजधानी भोपाल में सुबह से रिमझिम पानी बरस रहा है। प्रदेश में डेढ़ महीने के अंदर 23.3 इंच बारिश हो चुकी है यानी सीजन के कोटे का 62 प्रतिशत पानी गिर चुका है।       मौसम विभाग के मुताबिक, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से एमपी में भारी बारिश का दौर चल रहा है। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में औसत से 22 प्रतिशत और पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में औसत से 17 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 36.13 इंच हुई है, जो नॉर्मल बारिश से करीब 11 इंच अधिक है। इसके बाद सिवनी में 34.41 इंच, नर्मदापुरम-रायसेन में 32 इंच और भोपाल में 31 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। दतिया में सबसे कम औसत 12 इंच बारिश ही हुई है।       इससे पहले रविवार को 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा ग्वालियर में 1.8 इंच, पचमढ़ी में 1.7 इंच, शिवपुरी-शाजापुर में डेढ़ इंच, गुना में 1.1 इंच, टीकमगढ़ में 1.2 इंच पानी गिरा। टीकमगढ़, रतलाम, बैतूल, सतना, छिंदवाड़ा, भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, दमोह, खजुराहो, मलाजखंड, धार, सिवनी, मंडला और नरसिंहपुर में भी बारिश हुई। प्रदेश में पिछले 4 दिन से तेज बारिश का दौर जारी है। इस वजह से 10 बड़े डैम से पानी छलक उठा है। भोपाल का बड़ा तालाब भी भर गया है। यहां रविवार को दूसरी बार भदभदा के 2 गेट खुले। कलियासोत डैम के सीजन में चौथी बार गेट खोले गए। कोलार डैम के भी सीजन में तीसरी बार गेट खोले गए। नर्मदापुरम में तवा डैम, अशोकनगर में राजघाट डैम, जबलपुर में बरगी डैम, रायसेन के बारना डैम, विदिशा में हलाली डैम, छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के भी गेट खुल चुके हैं।  

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इंदौर । शहर भर की स्ट्रीट लाइटें अब मौसम के हिसाब से बंद-चालू होंगी। स्काडा सिस्टम के तहत सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल मानिटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस) से इन्हें नियंत्रित किया जाएगा। मौसम के हिसाब से रोशनी कम या पर्याप्त होने की जानकारी स्ट्रीट लाइट से सिग्नल कंट्रोल रूम पहुंचेगी और वहीं से स्ट्रीट लाइन को सीधे बंद या चालू किया जा सकेगा। इस पूरी प्रक्रिया में 20 सेकंड का समय लगेगा।       कंट्रोल रूम में एक पैनल पर लगभग 150 स्ट्रीट लाइटों की जानकारी होगी। इस सिस्टम से बिजली की चोरी रोकने में भी मदद मिलेगी। स्ट्रीट लाइट पर लोड बढ़ते ही कंट्रोल रूम पर इसकी जानकारी पहुंच जाएगी। नगर निगम को नए सिस्टम से प्रतिमाह करीब 2 करोड़ 72 लाख रुपये की बचत होगी।       रविवार को नगर निगम के विद्युत विभाग ने शहर की स्ट्रीट, कालोनी एवं उद्यान की प्रकाश व्यवस्था का स्काडा सिस्टम के तहत सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल मानिटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस) का लाइव प्रदर्शन किया। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, विद्युत विभाग समिति प्रभारी जितेंद्र यादव जीतू, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला, महापौर परिषद सदस्य उपस्थित थे।       चार माह में पूरी तरह से लागू कर देंगे   महापौर पुष्यमित्र भार्गव और विद्युत प्रभारी जीतू यादव ने बताया कि अगले चार माह में पूरे शहर की विद्युत व्यवस्था को डिजिटल प्लेटफार्म पर कर दिया जाएगा। यह सिस्टम इंदौर को डिजिटल इंदौर बनाने के क्रम में बेहतर कदम है। सीसीएमएस सिस्टम से विद्युत व्यय में लगभग 2.72 करोड रुपये की बचत होगी।       यह सिस्टम लैपटाप और मोबाइल के माध्यम से कंट्रोल हो सकता है। इसके द्वारा शहर की कालोनियां एवं उद्यानों में लगी स्ट्रीट लाइट को CCMS (सेंट्रललाइस्ड कंट्रोल मानिटरिंग सिस्टम) पेनल द्वारा शहर की समस्त स्ट्रीट लाइटों को कंट्रोल रूम से, लैपटाप से और मोबाईल से भी नियंत्रित किया जा सकेगा।       अपर आयुक्त नरेंद्रनाथ पांडे ने बताया कि स्काडा सिस्टम से दिन में जलने वाली स्ट्रीट लाइटों को नियंत्रित किया जा सकेगा। इसके अलावा अगर किसी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटें बंद है तो इसकी जानकारी भी सेंट्रल कंट्रोल रूम पहुंच जाएगी।       शहर में लगभग 1 लाख 42 हजार लाइटें लगी हैं। पारंपरिक लाइटों के साथ निगम का लोड 10216 किलोवाट था जो अब घटकर 4039 हो गया है। 6177 किलोवाट भार कम होने से निगम को प्रतिमाह 22.66 लाख रुपये की बचत हो रही है।

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उज्जैन/भोपाल । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी में आज सावन के तीसरे सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकलने से पहले विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। यहां महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर 1500 लोगों ने एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाया। इसके साथ ही उज्जैन का नाम सबसे अधिक लोगों के डमरू बजाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। गिनीज बुक से आए ऋषिनाथ ने इसका सर्टिफिकेट सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और संतों को सौंपा।       उज्जैन में सावन के तीसरे सोमवार के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए सुबह से भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। तड़के भस्म आरती में महाकाल का विशेष शृंगार हुआ। भस्म आरती के लिए रविवार-सोमवार की मध्यरात्रि 2.30 बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खोले गए। भस्म आरती के दौरान भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का राजा स्वरूप दिव्य शृंगार किया गया। भस्म आरती के 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। मंदिर में बाबा के दर्शन का सिलसिला रात 10.30 बजे तक चलेगा।       वहीं, सावन मास के प्रत्येक सोमवार को शाम चार बजे भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है। इसमें भगवान अवंतिकानाथ नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जानते हैं। आज महाकालेश्वर मंदिर से अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में सवार होकर निकलेंगे। साथ ही दो अन्य स्वरूपों में भी भक्तों को दर्शन देंगे। महाकाल का एक स्वरूप मनमहेश के रूप में हाथी पर सवार होगा, वहीं गरुड़ रथ पर शिव तांडव के रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। महाकाल मंदिर से शाम चार बजे सवारी शुरू होकर मोक्षदायिनी शिप्रा के तट पर पहुंचेगी।       महाकाल मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा ने बताया कि आज एक साथ 1500 डमरू बजाने का विश्व रिकॉर्ड बना है। सवारी शुरू होने से पहले श्री महाकाल महालोक के सामने शक्ति पथ पर वादक भस्म आरती की धुन पर 10 मिनट की प्रस्तुति दी। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ड्रोन तथा कैमरों से प्रस्तुति की निगरानी की। शक्ति पथ पर प्रस्तुति के बाद अब शाम को सभी डमरू वादक भगवान महाकाल की सवारी में भी शामिल होंगे।

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खंडवा । मध्य प्रदेश के खंडवा में जन्मे महान पार्श्व गायक किशोर कुमार की जयंती पर रविवार को दूरदराज से सैकड़ों प्रशंसक उनकी समाधि पर जुटे। यहां सबने खुशबूदार पुष्प अर्पित किए और समाधि पर दूध-जलेबी का भोग लगाया। इस दौरान रिमझिम बारिश होती रही, तो ऐसा लगा मानो इस मौसम में किशोर दा का मन फिर कह उठा हो- भीगें आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन। सावन की रिमझिम फुहारों के बीच किशोर दा की समाधि पर उनके प्रशंसक जुटे तो 1979 में आई फिल्म मंजिल का दिलकश गीत रिमझिम गिरे सावन, सुलग-सुलग जाए मन... जैसे फिर से जीवंत हो उठा।   हरफनमौला कलाकार किशोर दा की जयंती पर खंडवा में उनके चाहने वाले महाराष्ट्र के मुंबई, अकोला और गुजरात एवं मध्य प्रदेश के कई शहरों से उनके प्रशंसक पहुंचे। नगर निगम द्वारा समाधि को फूलों से सजाया गया। किशोर दा कहा करते थे कि दूध, जलेबी खाएंगे और खंडवा में बस जाएंगे, इसलिए उनकी समाधि पर दूध, जलेबी का भोग भी लगाया गया। समाधि पर स्वरांजलि देने के लिए पार्श्व गायक मिलन सिंह और श्रीजीत भी पहुंचे। दोनों ने मंच से किशोर कुमार के गीतों की प्रस्तुति दी।   प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी समाधि पर पुष्प अर्पित करके गीत गुनगुनाया। यहां कलेक्टर अनुपकूमार सिंह और एसपी मनोज कुमार राय ने भी प्रस्तुति दी। दूर-दूर से आए किशोर प्रेमियों ने मंच से एक से बढ़कर गीत प्रस्तुत किए। किशोर दा के जन्मदिन पर शहरभर में अलग-अलग संस्थाओं द्वारा संगीतमय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में भारी बारिश का स्‍ट्रांग सिस्‍टम एक्टिव है। इस वजह से भोपाल में रविवार सुबह से बारिश हो रही है। आज इंदौर समेत 31 जिलों में भी बारिश के आसार हैं। इनमें से रतलाम, मंदसौर, नीमच और गुना के लिए अति भारी बारिश का रेड अलर्ट है। लगातार हो रही बारिश से प्रदेश की सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। 10 बड़े बांध फुल हो चुके हैं। बता दें कि एमपी में 44 दिन में ही इस सीजन की 58 प्रतिशत यानी 21.6 इंच बारिश हो चुकी है। यह 2.6 इंच ज्यादा है।       मौसम विभाग के मुताबिक, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम लो प्रेशर एरिया में बदल गया है। मानसून ट्रफ भी एक्टिव है। आज (रविवार) भी दोनों की सिस्टम की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिलेगी। सोमवार से एक्टिविटी थोड़ी कमजोर पड़ेगी। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सिवनी जिले में 323 इंच हो गई। यह कोटे की बारिश की 11 इंच ज्यादा है। मंडला, नर्मदापुरम, भोपाल, रायसेन और छिंदवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 25 इंच या इससे ज्यादा है। रीवा सबसे पीछे है। यहां 9 इंच बारिश ही हुई है। अब तक प्रदेश में ओवरऑल 14 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है। इसमें पूर्वी हिस्से में 6 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 21 प्रतिशत ज्यादा पानी गिरा है।       वहीं, प्रदेश में पिछले 3 दिन से तेज बारिश का दौर जारी है। इस वजह से 10 बड़े डैम से पानी छलक उठा। भोपाल का बड़ा तालाब भी फुल हो गया है। पिछले दो दिन से भदभदा डैम के गेट खुले हुए हैं। कलियासोत डैम से भी पानी छोड़ा जा रहा है। भोपाल के पास कोलार डैम के गेट भी पिछले एक सप्ताह से खुले हैं। नर्मदापुरम में तवा डैम, अशोकनगर में राजघाट डैम, जबलपुर में बरगी डैम, रायसेन के बारना डैम, विदिशा में हलाली डैम, छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के भी गेट खुल चुके हैं। विदिशा में रविवार सुबह से बारिश जारी है। यहां बेतवा नदी खतरे के निशान से मात्र 5 फीट नीचे बह रही है। बेतवा नदी का जलस्तर 1367 फीट पार कर चुका है जबकि खतरे का निशान 1373.64 फीट पर है।  

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उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में श्रावण मास के तीसरे सोमवार यानी पांच अगस्त को शक्तिपथ पर डमरू बजाने का विश्व रिकॉर्ड बनेगा। इसमें करीब 1500 डमरू वादक शामिल होंगे और महाकाल मंदिर में होने वाली भस्म आरती की धुन पर डमरू, झांझ व ढोल पर तैयार की गई विशेष धुन पर दस मिनट की प्रस्तुति देंगे। विश्व रिकॉर्ड बनने के बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम प्रमाण पत्र प्रदान करेगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल होंगे।       महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर मृणाल मीना ने शनिवार को बताया कि डमरू वादन की प्रस्तुति देने वालों में उज्जैन के करीब एक हजार वादक शामिल रहेंगे। इसके अलावा मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग भोपाल के करीब पांच सौ कलाकार रविवार सुबह उज्जैन पहुंचेंगे।       उन्होंने बताया कि महाकाल महालोक के सामने शक्तिपथ पर रविवार दोपहर मेगा रिहर्सल होगी। इसके लिए करीब 30 ब्लॉक बनाए जाएंगे। प्रत्येक ब्लॉक में एक मास्टर तथा 50 डमरू वादक मौजूद रहेंगे। सभी वादक 10 मिनट तक प्रस्तुति देंगे, जो वादक ठीक से डमरू नहीं बजा पाएंगे, उन्हें बदला जाएगा।       विश्व रिकॉर्ड की प्रस्तुति भी सोमवार को शक्ति पथ पर होगी। इसके बाद सभी झांझ, डमरू वादक शाम चार बजे महाकालेश्वर मंदिर से निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी में शामिल होंगे। सवारी में अन्य डमरू वादक भी शामिल रहेंगे।    

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भोपाल। मध्यप्रदेश में शुक्रवार को अधिकतर जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। प्रदेश के नौ बांधों के गेट खोलने पड़े। भारी बारिश के चलते सीहोर और हरदा में स्कूल और आंगनवाड़ी शनिवार को अवकाश घोषित कर दिया है। इधर, भोपाल में 182 सरकारी स्कूलों में शनिवार की छुट्‌टी रहेगी। ये स्कूल बाढ़ से प्रभावित है। बाकी सभी स्कूल लगेंगे।   शुक्रवार को भोपाल और नरसिंहपुर में सवा इंच पानी गिर गया। सीधी में सबसे ज्यादा 3.7 इंच बारिश हुई। रायसेन और सतना में 3 इंच, पचमढ़ी, टीकमगढ़ में 1 इंच, रतलाम, उज्जैन और मलाजखंड में पौन इंच बारिश दर्ज की गई। बैतूल, नर्मदापुरम, धार, रीवा, उमरिया, गुना, इंदौर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला में भी बारिश का दौर चलता रहा।   लगातार बारिश के चलते भोपाल में कोलार डैम के 4, कलियासोत के 10, भदभदा के 7, नर्मदापुरम में तवा डैम के 9, अशोकनगर में राजघाट के 8, जबलपुर में बरगी के 7, रायसेन के बारना डैम के 6, विदिशा में हलाली डैम के 2 और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।       इधर, रायसेन की रिछन नदी में आई बाढ़ के बाद रपटा पार कर रहे दो लोग बह गए। एक युवक को बचा लिया गया, दूसरा लापता है। भोपाल के चौपड़ाकलां गांव में भी 15 साल का बच्चा नाले में बह गया। उसका पता नहीं चल पाया। ग्वालियर जिले के भितरवार में मकान की छत गिर गई। मलबे में दबने से दो महिलाएं और एक बच्चा घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है।

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पन्‍ना । फील्ड डायरेक्टर पन्ना कार्यालय से हासिल जानकारी के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व के मादा हाथी केन कली ने 2 अगस्त की रात्रि 02.30 बजे हाथी कैम्प हिनौता में मादा बच्चे को जन्म दिया। नवजात हाथी बच्चे का वजन 95.30 कि.ग्रा. मापा गया। बच्चा एवं मां दोनो स्वस्थ्य हैं। मादा बच्चे का पिता गणेश हाथी है।

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भोपाल । राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 10 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इनमें अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी शामिल है। इस संबंध में शुक्रवार की रात सामान्य प्रशासन ने आदेश जारी किया है।   जारी आदेश के अनुसार, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग तथा प्रवासी भारतीय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव 1989 बैच के आईएएस अधिकारी मोहम्मद सुलेमान को कृषि उत्पादन आयुक्त बनाया गया है। वहीं, कृषि उत्पादन आयुक्त तथा परिवहन विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे 1990 बैच के आईएएस अधिकारी और अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन मिश्रा को गृह विभाग का एसीएस बनाया गया है। परिवहन विभाग का अतिरिक्त प्रभार यथावत रखा है।        उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव संसदीय कार्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे 1992 बैच के आईएएस अधिकारी केसी गुप्ता को लोक निर्माण विभाग का अपर मुख्य सचिव और संसदीय कार्य विभाग का प्रभार यथावत रखा है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव 1993 बैच के आईएएस अधिकारी संजय दुबे को प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी बनाया गया है।        आयुष विभाग तथा लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव तथा राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी भोपाल का प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे 1993 बैच के आईएएस अनिरुद्ध मुकर्जी को मध्य प्रदेश भवन नई में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी बनाया गया है। सहकारिता विभाग की प्रमुख सचिव 1994 बैच की आईएएस अधिकारी दीपाली रस्तोगी को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया।       लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव 1996 बैच के आईएएस डीपी आहूजा को मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग, आयुष विभाग, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग का प्रमुख सचिव और मत्स्य महासंघ का प्रबंध संचालक और राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी के प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और खाद्य सुरक्षा विभाग के आयुक्त 2000 बैच के आईएएस अधिकारी विवेक पोरवाल को राजस्व विभाग का प्रमुख सचिव और राहत आयुक्त एवं पुर्वास आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।        विमानन तथा जनसंपर्क विभाग के प्रमुख सचिव और मध्यप्रदेश माध्यम के संचालक के अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे 2000 बैच के आईएएस अधिकारी संदीप यादव को लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग का प्रमुख सचिव, गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग का प्रमुख सचिव, प्रवासी भारतीय विभाग का प्रमुख सचिव तथा स्वास्थ्य सेवाएं का आयुक्त एवं खाद्य सुरक्षा आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। जनसंपर्क आयुक्त 2006 बैच के आईआईएएस अधिकारी डॉ. सुदाम पंढरीनाथ खाड़े को जनसंपर्क विभाग का सचिव, जनसंपर्क आयुक्त के साथ ही मध्य प्रदेश माध्यम के प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।   

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जबलपुर । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने मुगल बादशाह शाहजहां की बहू बेगम बिलकिस के मकबरा समेत तीन ऐतिहासिक इमारतों को वक्फ बोर्ड की संपत्ति का हिस्सा नहीं माना है। ये तीनों इमारतें मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित हैं, जिनको अपनी संपत्ति का हिस्सा मानते हुए वक्फ बोर्ड ने वर्ष 2013 में अधिसूचना जारी की थी। इसके खिलाफ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करके इनको प्राचीन और संरक्षित स्मारक बताया था। इस याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने फैसला देते हुए कहा कि ये वक्फ बोर्ड की संपत्ति का हिस्सा नहीं हो सकती हैं।       दरअसल, बुरहानपुर के सैयद रजोद्दिन और सैयद लायक अली की अपील पर मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड ने 2013 में एक आदेश जारी कर इन तीनों इमारतों को अपनी संपत्ति घोषित कर दिया था। आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने 2015 में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी। एएसआई की ओर से कहा गया कि बुरहानपुर स्थित शाह शुजा स्मारक, नादिर शाह का मकबरा और बुरहानपुर के किले में स्थित बीबी साहिबा की मस्जिद भी प्राचीन और संरक्षित स्मारक हैं। शाह शुजा स्मारक मुगल सम्राट शाहजहां के बेटे शाह शुजा की पत्नी बेगम बिलकिस की कब्र है। बेगम बिलकिस की बेटी के जन्म देते समय मौत हो गई थी, जिन्हें बुरहानपुर में दफनाया गया था।       एएसआई ने कहा कि प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम 1904 के तहत इन्हें प्राचीन और संरक्षित स्मारक की श्रेणी में रखा गया था तो इसे वक्फ बोर्ड कैसे अपनी संपत्ति घोषित कर सकता है। इस पर वक्फ बोर्ड की तरफ से जवाब दिया गया कि सीईओ ने संपत्ति को वक्फ बोर्ड की संपत्ति घोषित कर दिया था तो उनके पास इसे खाली कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। इस तर्क को हाई कोर्ट ने नहीं माना।       हाई कोर्ट के जस्टिस जीएस अहलूवालिया ने गुरुवार को सुनवाई करते हुए वक्फ बोर्ड के आदेश को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा, 'शाह शुजा स्मारक, नादिर शाह का मकबरा और किले में स्थित बीवी साहब की मस्जिद प्राचीन और संरक्षित इमारत हैं। तीनों इमारत वक्फ बोर्ड अपने अधीन नहीं कर सकता।' 2015 में जब हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी, तब वक्फ बोर्ड के आदेश पर एएसआई को स्टे मिला था।       अधिवक्ता कौशलेंद्र पेठीया ने बताया कि 2013 में एमपी वक्फ बोर्ड ने एएसआई को आदेश दिया कि आप अपना पजेशन इमारतों से खत्म करिए। पजेशन सैयद रजोद्दिन और सैयद लायक अली को दे दीजिए। इस ऑर्डर को रिट पिटीशन में चुनौती दी गई। तब जस्टिस आरएस झा ने इस ऑर्डर पर स्टे दिया। अब जस्टिस जीएस अहलूवालिया फैसला दिया है।       जस्टिस अहलूवालिया ने अपने महत्वपूर्ण आदेश में साफ किया कि प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम-1904 के तहत ये तीनों स्मारक विधिवत अधिसूचित हैं। ऐसे में यह वक्फ बोर्ड की संपत्ति का हिस्सा नहीं हो सकतीं। उन्होंने कहा कि इस संपत्ति के संबंध में वक्फ बोर्ड की ओर से गलत अधिसूचना जारी की गई। यह अधिसूचना विवादित संपत्ति पर केंद्र सरकार का स्वामित्व नहीं छीनेगी। ऐसे में मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के सीईओ द्वारा याचिकाकर्ता एएसआई को इसे खाली करने का निर्देश देने का अनुचित कदम उठाया है।    

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसूनी बारिश ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। राजधानी भोपाल में सुबह 5 बजे से रुक-रुककर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर जारी है। लगातार बारिश के कारण तवा डैम के 5 गेट और कलियासोत डैम के 3 गेट खोले गए हैं। अब भदभदा डैम के भी गेट खोले जाएंगे। प्रदेश के 11 जिलों में दो दिन शुक्रवार - शनिवार बारिश का रेड अलर्ट है। प्रदेश में सीजन की 55 प्रतिशत यानी एवरेज 19.7 इंच बारिश हो चुकी है। जून और जुलाई में कोटे से ज्यादा पानी गिरा है।       मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को मानसून ट्रफ एमपी के ऊपर रही। वेस्ट बंगाल में एक्टिव साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एमपी की ओर आने लगा। एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर है। दो अन्य सिस्टम भी एक्टिव हैं। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहा। अगस्त के पहले ही दिन प्रदेश के 23 जिलों में बारिश हुई। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से सिस्टम स्ट्रॉन्ग है। यह सिस्टम 5 अगस्त तक पूरे प्रदेश को तरबतर करेगा।       वहीं, लगातार बारिश की वजह से शुक्रवार सुबह 8 बजे नर्मदापुरम में तवा बांध के भी 5 गेट खोल दिए गए हैं। तवा नदी पर बने इस बांध का पानी नर्मदा में जाता है। अगर गेट खुलते हैं, तो नर्मदापुरम, हरदा में नर्मदा नदी में पानी बढ़ेगा। यही पानी इंदिरा सागर बांध को भी भरता है। बता दें कि प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सिवनी जिले में 32 इंच हो गई। यह कोटे की बारिश की 10.80 इंच ज्यादा है। मंडला, नर्मदापुरम, भोपाल, रायसेन और छिंदवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 25 इंच या इससे ज्यादा है। रीवा सबसे पिछड़ा जिला है। यहां 8 इंच बारिश ही हुई है।

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छतरपुर । खजुराहो के समीप गंगवाहा ग्राम इन दिनों बड़ी चर्चाओं में बना हुआ है। गांव में लोगों को अचानक से डायरिया की समस्या हो गई। यहां लोग उल्टी और दस्त से परेशान हो गए। वहीं समय पर इलाज नहीं मिलने से दो लोगों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में करीब 8 और नए लोग संक्रमण की चपेट में आ गए। पिछले 15 दिनों से गंगवाहा गांव में उल्टी-दस्त के लगातार मरीज निकल कर सामने आ रहे हैं। रोज गंगवाहा गांव में उल्टी-दस्त के मरीजों में वृद्धि हो रही है, जबकि डॉक्टरों की टीम गंगवाहा गांव में कैंप लगाए हुए है। लेकिन मरीजों की रोज बढ़ रही संख्या गांव के लिए मुसीबत बनती नजर आ रही है।       गुरुवार काे यहां 8 और नए मरीज निकल कर सामने आए है। जिनको 108 की मदद से छतरपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गत दिवस समय पर इलाज नहीं मिलने से दो लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में अरविंद आदिवासी और रोशनी आदिवासी की तबीयत खराब होने के बाद बमीठा स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था, लेकिन दोनों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। पिछले दो दिनों में जो मरीज निकले है। उनमें सतेन्द्र सिंह यादव पुत्र कल्याण सिंह उम्र 13 वर्ष, उषा पिता ब्रज कुमार आदिवासी उम्र डेढ़ वर्ष, रोशनी पुत्री रामचरण आदिवासी उम्र डेढ़ वर्ष, गीता पुत्री संतोष आदिवासी ,दिलीप पुत्र जगन्नाथ आदिवासी, मोबिक पुत्र राममिलन आदिवासी ,चांदनी पुत्री गजेंद्र आदिवासी, भारती पुत्री देवीदीन आदिवासी शामिल हैं।       चौकाने वाली बात तो ये है की उल्टी दस्त के मरीजों में छोटे-उम्र के बच्चों की संख्या ज्यादा है, जोकि चिंता का विषय बन गया है। गंगवाहा पहुंची टीम केस बढ़ने के चलते 29 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग की टीम मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग अधिकारी डॉ. आरपी गुप्ता टीम के साथ गंगवाहा ग्राम पहुंचे थे। मरीज मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्राम का निरीक्षण भी किया था और ग्रामीणों से बात भी की थी। लोगों को ओआरएस और उबला पानी पीने की दी सलाह भी दी   

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खंडवा । मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जावर के उप स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार तड़के भीषण आग लग गई। अस्पताल में आग लगने से हड़कंप मच गया। आसमान तक उठ रहा धुंए का गुबार आैर पूरा अस्पताल धुआं-धुआं हो गया। तत्काल इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। मौके पर पहुंची दमकल की टीम और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। आगजनी की घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन अस्पताल भवन की वायरिंग और लेबर रूम के उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए है।     जानकारी अनुसार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जावर में गुरुवार सुबह लगभग छह बजे अचानक धुंआ उठने से हड़कंप मच गया। धुंआ और आग की लपटे स्वास्थ्य केंद्र के लेबर रूम से निकलती देखा मौजूद स्टाफ और ग्रामीणों ने तत्काल काबू कर लिया। अग्निशमन वाहन पहुंचने के पूर्व ही ग्रामीणों ने आग को बुझा दिया। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है, फिलहाल स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है। अस्पताल के अलावा आसपास के क्षेत्र में भी लोगों के घरों और सरकारी आवासों में बिजली के उपकरण को नुकसान हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से कला व जहरीला धुआं उठता देख लोगों में अफरा तफरी मच गई। जावर स्वास्थ केंद्र के सीबीएमओ डॉ. एनके सेठिया ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लेबर रूम की वायरिंग और एसी सहित अन्य उपकरणों को आग से नुकसान हुआ है। अस्पताल के वार्ड में कोई मरीज भर्ती नहीं था। दोपहर तक लेबर रूम की व्यवस्थाएं सुचारू कर ली जाएगी। अभी कोई प्रसूता भी भर्ती नहीं है। बिजली का वोल्टेज अचानक बढ़ाने से लगने की बात कही जा रही है। अन्य घरों में भी बिजली उपकरणों को नुकसान हुआ है।    

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भोपाल। अगस्त के पहले ही दिन गुरुवार को राजधानी भोपाल में रुक-रुककर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हो रही है। इससे पूरा शहर तरबतर हो गया है। भोपाल में इस मानसूनी सीजन में अब तक 25 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है, जो 70 प्रतिशत से अधिक है। लगातार बारिश होने से आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। भोपाल में सुबह से हो रही बारिश से करोंद इलाके में स्कूली बच्चों से भरी वैन पानी के बहाव में फंस गई। हालांकि जेसीबी की मदद से पानी में फंसी वैन को बाहर निकाला गया। वहीं, लगातार बारिश से बड़ा तालाब में पानी का लेवल भी 1665.85 फीट तक पहुंच गया है, जबकि फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है।       भोपाल में गुरुवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। इससे नालों में भी पानी आ गया। दोपहर में करोंद इलाके में स्कूली बच्चों से भरी वैन गुजर रही थी। तभी यह पानी के बहाव में फंस गई। वैन व्यंजन रेस्टोरेंट के सामने विनायक वैली की ओर जा रही थी। रहवासियों ने बच्चों को बाहर निकाला। इसके बाद जेसीबी की मदद से वैन भी निकाली गई। इससे बड़ा हादसा टल गया। रहवासियों ने बताया कि नगर निगम ने सही ढंग से नाले की सफाई नहीं की। वहीं, आसपास अतिक्रमण भी है। इस कारण नाले के ऊपर से पानी बहने लगा। यदि सफाई हो जाती तो पानी ऊपर नहीं आता और वैन नहीं फंसती।       इधर, लगातार बारिश से भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में गुरुवार तक पानी का लेवल 1665.85 फीट तक पहुंच गया है, जबकि फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। इस हिसाब से तालाब एक फीट भी खाली नहीं है। तीन दिन से कैचमेंट एरिया में ज्यादा बारिश नहीं होने से तालाब में पानी नहीं आया, लेकिन गुरुवार को पानी में बढ़ोतरी होने लगी। वहीं, भोपाल की आधी आबादी की प्यास बुझाने वाले कोलार डैम के 8 में से 2 गेट खुल चुके हैं। वर्तमान में भी डैम में लगातार पानी पहुंच रहा है।       गौरतलब है कि अगस्त के महीने में भोपाल में एवरेज 14 दिन बारिश होने का ट्रेंड है। इस महीने 13 इंच पानी बरसता है। हालांकि, पिछले 10 में से 5 साल ही बारिश का कोटा पार हुआ है। 18 साल पहले वर्ष 2006 में पूरे महीने रिकॉर्ड 35.6 इंच पानी गिरा था, जो ओवरऑल रिकॉर्ड है। इसी साल 24 घंटे में 12 इंच बारिश का रिकॉर्ड भी है। अगस्त के शुरुआत में ही तेज बारिश का दौर रहता है। अबकी बार भी अगस्त के पहले ही दिन तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने भोपाल में इस साल सामान्य से 106 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान जताया है।  

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भोपाल । ट्रेन की चपेट में आने के बाद बुधनी से रेस्क्यू करके भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान लाए गए दूसरे बाघ शावक की भी बुधवार को मौत हो गई। जबकि मंगलवार को एक शावक ने इलाज के दौरान दम तोड़ा था।   दरअसल, दोनों बाघ शावकों को 16 जुलाई को बुधनी के मिडघाट रेलवे ट्रैक से रेस्क्यू कर ट्रेन के जरिए वन विहार लाया गया था। 15 जुलाई को ट्रेन की चपेट में आने से एक नर शावक की मौत हो गई थी, जबकि दो मादा शावक घायल हो गए थे। दोनों मादा शावकों का यहां इलाज चल रहा था। इनमें से एक की मंगलवार और दूसरे की बुधवार को मौत हो गई। बताया गया कि दोनों में से एक शावक रेस्क्यू वाले दिन से ही भोजन नहीं ले रहा था। जबकि दूसरे घायल शावक की भी स्थिति नाजुक थी। अल्प मात्रा में भोजन लेने से वह काफी कमजोर हो गया था। उसका भी पिछला हिस्सा काम नहीं कर रहा था। जिससे हालत में सुधार नहीं हो रहा था।   मृत बाघ शावक का पोस्टमार्टम वन्यप्राणी चिकित्सक वन विहार डॉ. अतुल गुप्ता, वाइल्ड लाइफ एसओएस वन विहार डॉ. रजत कुलकर्णी और वाइल्ड लाइफ कजर्वेशन ट्रस्ट के डॉ. प्रशांत देशमुख ने किया। इसके बाद मृत शावक का वन विहार में ही दाह संस्कार किया गया।  

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भोपाल । मध्यप्रदेश में तीन गांवों को नए नाम मिले हैं। राज्य सरकार ने इनके नाम बदल दिए हैं। इनमें एक जबलपुर जिले और दो सतना जिले के गांव शामिल हैं। भारत सरकार के गृह मंत्रालय से प्राप्त अनापत्ति के अनुसरण में राज्य शासन के राजस्व विभाग द्वारा नए नामकरण की राज्य शासन ने अधिसूचना जारी कर दी है।       जारी अधिसूचना के मुताबिक, जबलपुर जिले के ग्राम कुंडम का नाम परिवर्तित कर कुण्‍डेश्‍वर धाम कर दिया गया है, वहीं सतना जिले के कूंची ग्राम का नाम बदलकर चंदनगढ़ और सतना जिले के ही रामपुर बाघेलान तहसील अंतर्गत ग्राम कुड़िया का नाम बदलकर कर्णपुर कर दिया गया है। इसकी अधिसूचना राजस्व विभाग द्वारा प्रकाशित कर दी गई है।       दरअसल, राज्य शासन द्वारा कुछ स्थानों के नाम बदलने के प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजे गए थे। केन्द्रीय गृह मंत्रालय से तीन गांवों के नए नामकरण की हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार ने इनके नाम बदले हैं। राजस्व विभाग द्वारा इस बारे में अधिसूचना 26 जुलाई के राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई है।  

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में इन दिनों हो रही तेज बारिश ने पूरे प्रदेश को तरबदर कर दिया है। आज (बुधवार) से अगले 4 दिन तक बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहा है। आज पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग के 22 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होगी।   मौसम विभाग ने बताया कि अभी दो ट्रफ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं। 1 अगस्त से सिस्टम और स्ट्रॉन्ग होगा। पूर्वी हिस्से में असर ज्यादा रहेगा। 2 और 3 अगस्त को भी तेज बारिश वाला सिस्टम रहेगा। गौरतलब है कि प्रदेश में 21 जून को मानसून ने दस्‍तक दी थी। इन 39 दिन में सामान्य की आधी से ज्यादा 18.8 इंच गिर चुका है, यानी 50.40 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा पानी सिवनी में 31.29 इंच गिरा है। रीवा में 8 इंच बारिश भी नहीं हुई है। 31 जुलाई से स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनने से रीवा, सागर, शहडोल संभाग में तेज बारिश होगी। इससे आंकड़े में बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि अब तक प्रदेश में ओवरऑल 9 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है। पूर्वी हिस्से में 9 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 16 प्रतिशत ज्यादा पानी गिरा है।  

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उज्जैन । श्रावण-भादौ मास में जब बाबा महाकाल की पालकी रामघाट पर पूजन-अभिषेक के लिए पहुंचती है, दत्त अखाड़ा से नाव द्वारा पूजन सामग्री भेजी जाती है। यह पूजन सामग्री भी बाबा महाकाल को अर्पित होती है। यह परंपरा स्‍वाधीनता के बाद से चल रही है। इस वर्ष यह परंपरा प्रथम सोमवार को तो कायम रही लेकिन दूसरे सोमवार को रामघाट से नाव नहीं भेजी जाने के कारण टूट गई। इस पर जूना अखाड़ा के दत्त अखाड़ा गादीपति ने गहरा दु:ख व्यक्त किया है। हालांकि प्रशासन इस चूक को मान चुका है और भविष्य में ध्यान रखा जाएगा, यह आश्वासन दिया गया है।   दत्त अखाड़ा के अभयपुरीजी महाराज ने इस संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि  स्‍वाधीनता के बाद जब अनाज की कमी आई तो तत्‍कालीन गादीपति संध्यापुरीजी महाराज ने अटूट लंगर चालू किया। उस समय देशी घी खत्म हो गया। संध्यापुरीजी महाराज शिप्रा मैया को बहन मानते थे, ऐसे में वे नदी को पार नहीं करते थे। इधर, सेवक जब महाराज के पास पहुंचे तो संध्यापुरीजी महाराज ने कहा कि शिप्रा मैया से पानी ले आओ और कढ़ाव में डाल दो। सेवकों ने ऐसा ही किया। चमत्कार हुआ और पानी देशी घी बन गया। लंगर अटूट चलता रहा। ज्ञात रहे इस चमत्कार के सैकड़ो प्रत्यक्षदर्शी उज्जैन शहर में रहे हैं। उनकी अगली पीढ़ी ने यह बात अपने परिजनों से सुनी है। अभयपुरीजी महाराज ने बताया कि जब सारी स्थितियां ठीक हो गई तो जितनी बाल्टी पानी पूरी तलने के कढ़ाव में डाला गया था, उतना शुद्ध घी शिप्रा मैया को अर्पित करने के निर्देश गादीपतिजी ने दिए। सेवकों द्वारा ऐसा ही किया गया।   अभयपुरीजी ने बताया कि चूंकि संध्यापुरीजी महाराज शिप्रा मैया को उलांघते नहीं थे, इसलिए बाबा महाकाल की पालकी श्रावण-भादौ मास में जब रामघाट आती थी तो नाव द्वारा दत्त अखाड़ा की ओर से बाबा महाकाल को अर्पित करने के लिए पूजा सामग्री भेजी जाती थी। इस परंपरा को आगे के सभी गादीपतियों ने कायम रखा और वर्तमान में भी यह परंपरा कायम है। बस इस सोमवार को प्रशासन द्वारा चूक हो गई।   क्या हुआ सोमवार को...... अभयपुरीजी महाराज ने बताया कि सोमवार को जिस नाव को पूजा सामग्री लेने आना था, उस नाव में एसपी और विधायक सहित अन्यजन नदी में भ्रमण कर रहे थे। हम लोग पूरे समय दत्त अखाड़ा पर इंतजार करते रहे और नाव पूजा सामग्री लेने नहीं आई। इसीलिए आपको गादीपतिजी की ओर से यह पीड़ा बताई, ताकि प्रशासन तक बात पहुंचे और भविष्य में इस बात पर समन्वय बनाकर रखा जाए। उन्होंने बताया कि यह कहना गलत होगा कि नदी में बाढ़ आई थी, इसलिए नाव नहीं भेजी गई। पूर्व में बड़ा पुल डूबने पर प्रशासन द्वारा नाव भेजकर एक बार रामानुज कोट पर और एक बार दानी गेट पर पूजन हेतु सामग्री मंगवाई गई थी। पूर्व के अधिकारियों से पुष्टी की जा सकती है।   दत्त अखाड़ा की परंपरा टूटी,हमारी नहीं महाकाल मंदिर के पुजारी पं.आशीष शर्मा ने चर्चा करने पर कहा कि उनकी जानकारी में यह विषय नहीं आया है। उन्होंने कहा कि वैसे भी बाबा महाकाल का पूजन रामघाट पर जब होता है तो पूजन-अभिषेक सामग्री महाकाल मंदिर से ही आती है। दत्त अखाड़ा से जो पूजन सामग्री आती है, वह बाबा को अर्पित हो जाती है। ऐसे में रामघाट पर पूजन परंपरा नहीं टूटी है, दत्त अखाड़ा से आनेवाली पूजन सामग्री अर्पित नहीं हो सकी है। इसका ध्यान प्रशासन को रखना चाहिए।       इनका कहना है इस संबंध में चर्चा करने पर महाकाल मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा ने कहा कि चूक होने के चलते हम गादीपतिजी से खेद व्यक्त करते हैं। भविष्य में समन्वय बनाया जाएगा ओर ध्यान रखा जाएगा। वहीं, एसपी प्रदीप शर्मा से चर्चा नहीं हो सकी। इसीप्रकार विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था। इधर दत्त अखाड़ा के सूत्रों का कहना है कि एसपी प्रदीप शर्मा और विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा मंगलवार को गादीपतिजी से व्यक्तिगत रूप से मिलने जाएंगे।     यह कहना है श्रद्धालुओं का इस संबंध में रामघाट के पण्डा पं.गिरिश शास्त्री ने कहाकि वर्षों पुरानी परंपरा को कायम रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। यदि अधिकारी नदी में बतौर सुरक्षा के लिए भ्रमण कर रहे थे तो दूसरी नाव का इंतजाम करके रखना था। चूक निचले स्तर पर हुई है।   

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में जुलाई माह में जमकर पानी बरसा है। मानसून के दस्‍तक देने के बाद 38 दिन में ही इस सीजन की आधी यानी 50 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा सिवनी जिले में 31.26 इंच पानी गिरा है। आज 30 जुलाई से एक और स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। 31 जुलाई से एक बार फिर पूरा प्रदेश तरबतर होगा। मंगलवार को छतरपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी और अनूपपुर में तेज बारिश का अलर्ट है।       मौसम विभाग ने बताया कि अभी साउथ-ईस्ट मध्यप्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। मानसून ट्रफ गुना, रायसेन, मंडला से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। दो अन्य सिस्टम भी एक्टिव हैं। इस वजह से बारिश का दौर चल रहा है। 31 जुलाई से स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी दिखाई देगी।       प्रदेश में अब तक एवरेज 18.5 इंच बारिश हो चुकी है। यह नॉर्मल बारिश से 1.6 इंच ज्यादा है। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 10 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है। पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, रीवा संभाग आंकड़ों में पीछे है।  

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जबलपुर । मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने बहुचर्चित नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा मामले में विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है। अब अनसूटेबल नर्सिंग कॉलेज के छात्र भी परीक्षा दे सकेंगे। सोमवार को जस्टिस संजय द्विवेदी और जस्टिस अचल कुमार पालीवाल की युगलपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए अनसूटेबल कॉलेज के विद्यार्थियों को सरकारी सूटेबल कॉलेज में परीक्षा दिलाने के निर्देश दिए हैं। परीक्षा पास करने के बाद इन स्टूडेंट्स को सूटेबल कॉलेज में शिफ्टिंग समेत अन्य लाभ दिलाने पर विचार किया जाएगा।   नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन एडवोकेट विशाल बघेल की जनहित याचिका के साथ सभी अन्य नर्सिंग से जुड़े मामलों की सुनवाई सोमवार को उच्च न्यायालय की जस्टिस संजय द्विवेदी एवं जस्टिस अचल कुमार पालीवाल की स्पेशल बेंच के समक्ष हुई। सुनवाई में हाईकोर्ट ने सत्र 2021-22 और सत्र 2022-23 के नर्सिंग पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत उन छात्रों को एनरोलमेंट जारी कर परीक्षा में शामिल करने के निर्देश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी को दिये है, जिन छात्रों के कॉलेज सीबीआई जाँच में अनसुटेबल पाये गये थे। कोर्ट ने कहा है कि इन छात्रों के एनरोलमेंट के लिये पोर्टल जाए एवं एनरोलमेंट जारी कर परीक्षा में सम्मिलित किया जाए।   बता दें कि सीबीआई की जांच में प्रदेश के 66 नर्सिंग कॉलेज अनसूटेबल कैटेगरी के पाए गए थे। दो महीने पहले मध्यप्रदेश सरकार ने इन 66 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द की है। यह कार्रवाई हाईकोर्ट के निर्देश पर की गई। ये सभी कॉलेज इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी) के मानकों पर की गई सीबीआई जांच में अनफिट पाए गए थे।   इधर, मेडिकल यूनिवर्सिटी ने बीएससी नर्सिंग फर्स्ट ईयर के एग्जाम को लेकर टाइम टेबल भी जारी कर दिया है। बीएससी फर्स्ट ईयर नर्सिंग की परीक्षा 8 अगस्त 2024 से 27 अगस्त 2024 तक चलेगी।  

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सिंगरौली । मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में 100 फीट गहरे बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम को बचाया नहीं जा सका। जिला प्रशासन की टीम ने पुलिस और एसडीआरएफ के साथ मिलकर करीब 6.30 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उसे बोरवेल से बाहर निकाला और तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बैढ़न सीएमएचओ डॉ. निखिल जैन ने बच्ची की मौत की पुष्टि की है।       दरअसल, सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव में सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे पिंटू साहू की तीन साल की बेटी सौम्या खेत में एक पुराने बंद बोरवेल में गिर गई थी। आज उसका जन्मदिन था। वह पिता के साथ खेत पर गई थी। पिता काम में व्यस्त हो गए। तभी यह हादसा हो गया। बच्ची खेलते-खेलते खुले बोरवेल में जा गिरी। इसके बाद बच्ची के पिता ने पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंची जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। रेस्क्यू टीम ने तीन जेसीबी मशीनों की मदद से बोरवेल के पैरेलल खुदाई की। करीब साढ़े छह घंटे की मशक्कत के बाद रात करीब 11 बजे बच्ची को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।       जानकारी मिलने पर कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता, एनसीएल के सीएमडी बी साईनाथ भी मौके पर पहुंच गए थे और पूरे समय मौके पर मौजूद रहे।       रीवा जोन क आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि सिंगरौली जिले में बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गय। बच्ची 100 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे करीब 22 फीट पर बेहोशी हालत में मिली। उसे गंभीर बेहोशी की हालत में बोरवेल से बाहर निकाला गया था। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया है।    

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उज्जैन । इस श्रावण-भादौ मास के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकले। बाबा ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में दर्शन दिए। गजराज पर मन महेश विराजे। पालकी के आगे मध्यप्रदेश पुलिस के 300 पुलिस कलाकारों के बैण्ड की मधुर धुनों पर श्रद्धालु झूम रहे थे। आदिवासी कलाकार भमड़ा नृत्य की प्रस्तुति दे रहे थे।     कलेक्टर सह महाकाल मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह ने बताया कि सोमवार अपरांह कोटितीर्थ परिसर स्थित सभा मण्डप में बाबा महाकाल का पूजन,अभिषेक प्रदेश के केबीनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने किया। पश्चात पालकी में विराजीत करके मुख्य द्वार पर पालकी लाई गई। यहां परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल ने भगवान को गार्ड ऑव ऑनर दिया। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकले।       मंत्री प्रहलाद पटेल पैदल रामघाट तक पालकी की अगवानी करते हुए निकले। मार्ग में जगह-जगह रंगोली बनाई गई थी। सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंची। बाबा की पालकी के पिछे गजराज पर मन महेश विराजीत थे। पूरे मार्ग पर भक्तों द्वारा गुलाब के फूलों की पंखुरियों से जमकर वर्षा की गई। रामघाट पर प्रहलाद पटेल ने पूजन किया। पश्चात पालकी रामानुजकोट,मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़,टंकी चौक, छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर,पटनी बाजार,गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंची।

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भोपाल । राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई हिस्‍सों में बारिश का दौर जारी है। अब तक सामान्य से 7 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। नर्मदा और दूसरी नदियां उफान पर हैं। कोलार, बरगी, सतपुड़ा समेत कई डैम के गेट खोलकर पानी छोड़ना पड़ा है। भोपाल में सोमवार सुबह से धुंध के साथ हल्की बारिश हो रही है। उज्जैन में शिप्रा नदी के तट पर मंदिर डूब गए हैं। शाजापुर में बाढ़ आ गई है, जिससे घर और दुकानों में पानी भर गया है। आज सोमवार को जबलपुर समेत 8 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है।     मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर सिस्टम की एक्टिविटी और मानसून ट्रफ प्रदेश से गुजरने से तेज बारिश का दौर बना हुआ है। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से फिर से तेज बारिश शुरू होगी। हालांकि मंगलवार को तेज या भारी बारिश का दौर थमा रहेगा, लेकिन 31 जुलाई से प्रदेश में फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। इससे पूरा प्रदेश तरबतर होगा। मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 10 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से के जबलपुर संभाग के जिले- सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। बारिश के मामले में भोपाल संभाग भी आगे है।       इधर, शाजापुर में रविवार रात हुई तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। यहां बारिश का पानी घरों में घुस गया है। लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला और गंदा पानी घरों में घुसने लगा। काफी सामान खराब हो गया। सड़कों पर 4 फीट तक पानी भर गया। कॉलोनियों में पानी तेज बहाव के साथ बह रहा है। जबकि उज्जैन में शिप्रा नदी का छोटा पुल डूब गया है। नदी का पानी पुल के तीन फीट ऊपर से बह रहा है। मौसम विभाग ने उज्जैन और आसपास के इलाकों में आज बारिश का अलर्ट जारी किया है। उज्जैन के राम घाट पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौजूद है। नदी का जलस्तर बढ़ने को लेकर लगातार श्रद्धालुओं को चेतावनी दी जा रही है। शिप्रा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी के तट पर बने मंदिरों तक पानी आ गया है। मंदिरों का कुछ हिस्सा पानी में डूब गया है।

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जबलपुर । रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने सोमवार को दोपहर लगभग सवा दो बजे इसके 21 में से 7 गेट औसतन 1.07 मीटर की ऊंचाई तक खोल दिये गये हैं और इनसे 35 हजार 562 क्यूसेक ( घनफुट पानी प्रति सेकंड ) पानी छोड़ा जा रहा है ।   कार्यपालन यंत्री बरगी बांध अजय सूरे के अनुसार खोले गये सात गेट में से गेट नम्बर दस, ग्यारह और बारह को डेढ़-डेढ़ मीटर, गेट नम्बर नौ और तेरह को एक-एक मीटर तथा गेट नम्बर आठ और चौदह को आधा-आधा मीटर ऊंचाई तक खोले गये हैं । उन्होंने बताया कि बांध में आवक को देखते हुये कभी भी इससे पानी निकासी की मात्रा घटाई या बढ़ाई जा सकती है ।   सूरे के मुताबिक सोमवार को दोपहर बारह बजे बांध का जल स्तर 419 मीटर रिकार्ड किया गया था और इस समय इसमें लगभग 70 हजार 600 क्युसेक पानी प्रवेश कर रहा था । बाँध के निचले क्षेत्र के निवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने तथा डूब क्षेत्र में प्रवेश न करने की अपील करते हुये बताया कि बांध से पानी छोड़ने से नर्मदा नदी का जलस्तर आठ से दस फुट तक बढ़ सकता है । 

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पूरे मध्य प्रदेश में जहां लगातार तेज बारिश हाे रही है ताे ....वहीं दूसरी मध्यप्रदेश  का एक जिला ऐसा भी है जहां पर सूखा पड़ा हुआ है......ऐसे में यहां अच्छी बारिश के लिये लाेग टोटके का सहारा ले रहे है....... यहां के रहवासियों ने अच्छी बारिश के लिए दाे गधाें की शादी करवा दी .........ताकि इन्द्र देवता खुश होकर झमाझम बारिश कर दें......   छतरपुर में गधा और गधी की शादी करवाई गई.... उनकी बरात में शहर के नेता, व्यापारी और समाजसेवियों ने जमकर ठुमके लगाए.... साथ ही एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी .... जोड़े को भी लड्डू खिलाए गए......इसका वीडियो सामने आया तो हर कोई हैरान हो गया..... और यही सोचने लगा कि आखिर ऐसा गजब कारनामा क्यों किया गया....दरअसल गांव के बुजुर्गों और रहवासियों का कहना है कि .....छतरपुर में 15 जून के आस-पास बारिश होनी चाहिए थी.....लेकिन अब तक पर्याप्त बारिश नहीं हुई है.... इस स्थिति से निपटने के लिए ग्रामीणों ने मिलकर यह प्राचीन टोटका किया....जिससे इन्द्र देवता को प्रसन्न किया जाता है......इस अनोखी शादी में सभी समुदायों के लोगों ने हिस्सा लिया .....गधे की शादी से रहवासियों और खासकर किसानों को बहुत उम्मीदें हैं...... छतरपुर के किसानों का मानना है कि इस टोटके के बाद इन्द्र देवता प्रसन्न होंगे ........और क्षेत्र में अच्छी बारिश करेंगे.....

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में इन दिनों मानसूनी गतिविधियां तेज हो गई है। प्रदेश में अब तक मानसून सीजन की 103 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। भोपाल में सुबह से कभी तेज, कभी रिमझिम बारिश हो रही है। प्रदेश की छोटी नदियां उफान पर हैं, बड़ी नदियों और बांधों में लगातार पानी बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने रविवार को इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश के 15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। हालांकि 29-30 जुलाई को तेज बारिश का दौर थम जाएगा, लेकिन 31 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी शुरू होगी।       इससे पहले शनिवार को पन्ना, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, देवास, पचमढ़ी, आगर-मालवा में बाढ़ जैसे हालत बने। कई गांवों का मुख्यालयों से संपर्क कटा रहा। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन ग्वालियर से सीधी होकर जा रही है, जो आगे लो प्रेशर एरिया में मर्ज हो रही है। बंगाल के ऊपर एक लो प्रेशर भी एक्टिव है। आने वाले दिनों में यह आगे बढ़ेगा। मध्य भारत से जैसे ही यह गुजरेगा, मध्यप्रदेश में बारिश का दौर बनेगा। एक अन्य ट्रफ लाइन भी है, जिसकी एक्टिविटी 31 जुलाई से देखने को मिल सकती है। स्ट्रॉन्ग सिस्टम की वजह से प्रदेश में फिर भारी बारिश होगी।       मध्यप्रदेश में अब तक सामान्य 16.5 इंच बारिश हो चुकी है, जो 3% अधिक है। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 6% ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 1% कम बारिश हुई है। हालांकि, जबलपुर संभाग के जिले- सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। बारिश के मामले में भोपाल संभाग भी आगे है। प्रदेश में पिछले 11 दिन से तेज बारिश हो रही है। इस कारण डैम और तालाबों में भी पानी बढ़ा है। 24 घंटे में सीहोर के कोलार डैम में 2 फीट पानी बढ़ा है। इंदिरा सागर डैम में 3 फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। बरगी और गोपीकृष्ण डैम में भी पानी की आवक हो रही है। भोपाल का बड़ा तालाब अब करीब दो फीट ही खाली है। शहडोल के बाणसागर, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत, राजगढ़ के मोहनपुरा और कुंडालिया डैम में भी पानी बढ़ा है।

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उज्जैन । इस श्रावण-भादौ मास के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे। बाबा चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। गजराज पर मन महेश विराजेंगे।     कलेक्टर सह महाकाल मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह ने बताया कि सोमवार अपरांह कोटितीर्थ परिसर स्थित सभा मण्डप में बाबा महाकाल का पूजन,अभिषेक किया जाएगा। पश्चात पालकी में विराजीत करके मुख्य द्वार पर पालकी लाई जाएगी। यहां पर परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑव ऑनर दिया जाएगा। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकलेंगे।       सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंचेगी। बाबा की पालकी के पिछे गजराज पर मन महेश विराजीत रहेंगे। पूरे मार्ग पर भक्तों द्वारा गुलाब के फूलों की पंखुरियों से जमकर वर्षा कर बाबा की अगवानी की जाएगी। मार्ग में रंगोली भी बनाई जाएगी। भगवान के आने की सूचना सबसे आगे चल रहे कड़ाबीनों द्वारा गर्जना के साथ दी जाएगी।     पालकी जब रामघाट पहुंचेगी तो परंपरानुसार यहां पर मां शिप्रा का पूजन किया जाएगा वहीं बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से अभिषेक किया जाएगा। यहां से पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। पालकी रामानुजकोट,मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़,टंकी चौक, छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर,पटनी बाजार,गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंचेगी।  

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भोपाल । मध्यप्रदेश में इन दिनों मानसून मेहरबान है और जमकर बारिश हो रही है। शुक्रवार को भी यहां तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 18 जिलों में जमकर पानी गिरा। सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 3.3 इंच हुई। यहां नदी-नालों में बाढ़ आ गई। मुख्य बाजार में तीन फीट पानी भर गया। बेगमगंज में एक स्कूली ऑटो बह गया। नर्मदापुरम में 2.1 इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। पचमढ़ी, भोपाल-नौगांव में भी 1 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। इसके अलावा, छिंदवाड़ा, उज्जैन, धार, रतलाम, मंडला, गुना, मलाजखंड, बैतूल, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो, सतना और सीधी में भी पानी गिरा।       मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। साथ ही अलग-अलग स्थानों पर तीन अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में भोपाल समेत 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल संभाग के सीहोर, रायसेन, राजगढ़ के अलावा आगर मालवा, सागर, मंदसौर, नीमच, अशोकनगर और गुना में बाढ़ की चेतावनी जारी की है।       भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रायसेन में 83, नर्मदापुरम में 53, पचमढ़ी में 43, भोपाल में 30, नौगांव में 25, छिंदवाड़ा में 22, उज्जैन में 18, रतलाम एवं धार में नौ, गुना एवं मलाजखंड में आठ, खजुराहो एवं सीधी में तीन, बैतूल एवं इंदौर में एक, सतना में 0.5 और जबलपुर में 0.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।       रतलाम में शुक्रवार को दिनभर रुक-रुककर रिमझिम-तेज वर्षा होती रही। इससे वातावरण खुशनुमा बना रहा। गुरुवार रात तेज वर्षा से रतलाम की सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी जमा हो गया था। 24 घंटे में शहर में 151 मिमी और बाजना में 180 मिमी वर्षा हुई। अच्छी वर्षा से सैलाना के दोनों केदारेश्वर में करीब 30 फीट ऊंचाई से झरना गिरना प्रारंभ हो गया है। जिले में अब तक औसत 359.13 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इस अवधि में 575.75 मिमी पानी बरसा था।       मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, श्यौपुरकलां, शिवपुरी, बुरहानपुर, बैतूल, खंडवा, हरदा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, सीधी, सागर, नरसिंहपुर में भारी वर्षा होने की संभावना है। शेष स्थानों पर मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।       वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उससे लगे गांगेय क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, रोहतक, दिल्ली, आगरा, सीधी, डाल्टनगंज, आसनसोल से होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। दक्षिणी गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। महाराष्ट्र पर विपरीत हवाओं का सम्मिलन (शियर जोन) बना हुआ है। मौसम प्रणालियों के प्रभाव से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है।    

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जबलपुर । मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने नर्मदापुरम की कलेक्टर सोनिया मीणा को एक मामले की सुनवाई के दौरान न सिर्फ कड़ी फटकार लगाई है, बल्कि उनकी चिट्ठी लेकर कोर्ट पहुंचे एडीएम डीके सिंह पर भी नाराजगी जताई। अदालत ने कहा कि इनके लिए सब कुछ कलेक्टर साहब हो गए। कलेक्टर के नाम की चिट्ठी लेकर आते हैं और कोर्ट में लहराते हैं।       दरअसल, हाईकोर्ट ने शुक्रवार को नर्मदापुरम में जमीन से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान कलेक्टर सोनिया मीणा को हाजिर होने को कहा था, लेकिन कलेक्टर ने खुद आने की बजाय एडीएम के हाथों सीधे हाईकोर्ट जज के नाम एक चिट्ठी भेज दी। हाईकोर्ट ने कहा कि कोई भी अधिकारी अपनी बात सरकारी वकील के जरिए ही कोर्ट में रख सकता है, इस तरह सीधे जज को चिट्ठी नहीं भेज सकता। कोर्ट ने नर्मदापुरम कलेक्टर के इस रवैये पर उनके खिलाफ कार्रवाई की बात की है। जस्टिस जीएस अहलूवालिया ने कहा कि आखिर क्यों निर्देश के बावजूद कलेक्टर कोर्ट में हाजिर नहीं हुईं। कोर्ट ने कलेक्टर पर कार्रवाई को लेकर आदेश सुरक्षित रखा है।       दरअसल, नर्मदापुरम निवासी प्रदीप अग्रवाल और नितिन अग्रवाल का जमीन को लेकर विवाद था। विवाद नहीं सुलझा तो इसे लेकर प्रदीप अग्रवाल ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस अहलूवालिया ने नामांतरण की प्रक्रिया नए सिरे से करने का आदेश दिया था। आदेश के बाद जब वापस जमीन नामांतरण का केस नर्मदापुरम गया तो वहां पर नामांतरण की कार्यवाही नहीं कर सिवनी मालवा तहसीलदार ने दूसरे पक्ष नितिन अग्रवाल से बंटवारे का आवेदन रिकॉर्ड में लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी, जबकि हाईकोर्ट का आदेश था कि इसमें नामांतरण करना है, न कि बंटवारा।       इसके खिलाफ पक्षकार प्रदीप अग्रवाल ने रिवीजन आवेदन अपर कलेक्टर को सौंपा और बताया कि तहसीलदार की यह कार्यवाही हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन है, जिसे सुधारा जाए। अपर कलेक्टर ने भी तहसीलदार की कार्यवाही को सही ठहराया और कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश का पालन हो रहा है। इसके चलते मामला दोबारा हाईकोर्ट पहुंचा, जहां याचिकाकर्ता के वकील सिद्धार्थ गुलाटी ने कोर्ट को बताया कि हाईकोर्ट का आदेश नामांतरण का था, जबकि तहसीलदार बंटवारा कर रहे हैं। हाईकोर्ट ने सुनवाई की और शुक्रवार को नर्मदापुरम कलेक्टर को उपस्थित होकर जमीन के मामले को लेकर हुई कार्यवाही समझाने को कहा था।       मामले को लेकर नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने कहा कि नागद्वारी मेले की तैयारी के लिए जा रहे कर्मचारियों की जिप्सी दो दिन पहले खाई में गिरी थी और धूपगढ़ मार्ग पर लैंड स्लाइड हुआ है। एक अगस्त से मेला और नागद्वार यात्रा शुरू होगी। इसलिए मेले की व्यवस्था देखने के लिए पचमढ़ी मैं हूं। एडीएम और तहसीलदार को हमने हाईकोर्ट भेजा था। कोर्ट ने क्या कहा है, ये मैं एडीएम से बात करने के बाद ही बता पाऊंगी।  

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उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्रावण महोत्सव मन रही है। इस वर्ष इसे नाम दिया है : “शिवसंभवम”। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक मृणाल मीना ने बताया कि 19 वे अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव “शिवसंभवम” का आयोजन श्री महाकालेश्वर मंदिर के पास स्थित ‍त्रिवेणी कला एवं पुरातत्वव संग्रहालय सभागृह, जयसिं‍ह पुरा उज्जैन में शनिवार शाम 7 बजे किया जाएगा |   प्रथम शनिवार को मुंबई के पं. रतन मोहन शर्मा का शास्त्रीय गायन, उज्जैन के पं. रामचन्द्र चौहान के निर्देशन में संस्था श्री गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी द्वारा समूह तबला वादन, व उज्जैन की ऐश्वार्या शर्मा की कथक नृत्य की प्रस्तुातियॉ होंगी।   कलाकारों का परिचय –   *पं.रतन मोहन शर्मा: शास्त्रीय गायक पं.जसराज के भतीजे और शिष्य हैं | मेवाती घराने की हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत शैली के द्योतक होने के साथ ही हिंदुस्तानी संगीत में आपकी विशेषज्ञता असाधारण रूप से गहरी, व्यापक और प्रेरणादायक है | आप ख्याल शैली, तराना, ध्रुपद शैली, हवेली संगीत (मंदिर संगीत), टप्पा और कई हल्के-शास्त्रीय रूपों (भजन और कीर्तन सहित) के एक कुशल गायक हैं । राजस्थानी लोक संगीत शैली के एक प्रतिष्ठित कलाकार भी हैं। आपने कई टेली-सीरियल और निजी एल्बमों को संगीत दिया है। पं. राम चन्द्र चौहान: आपकी तबले की प्रारम्भिक शिक्षा पं.नृसिंह दास महन्त द्वारा हुई। वर्तमान में इन्हीं के पुत्र पं. बालकृष्ण महन्त से ये शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। आप आकाशवाणी के कलाकार रहे है और दूरदर्शन के कई कार्यक्रमों में प्रस्तुति दे चुके है। आपको अखिल भारतीय गंधर्व मण्डल मुम्बई द्वारा "संगीत रत्न" की उपाधि से सम्मानित किया गया है। संस्था श्री गेबी साहब ताल वादन कचहरी के माध्यम से विगत १० वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर निरंतर प्रस्तुतियां हो रही है I ऐश्वर्या शर्मा: जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना है। नृत्य की प्रारंभिक शिक्षा उज्जैन में प्रतिभा रघुवंशी के मार्गदर्शन में प्राप्त की है। कथक नृत्य में डिप्लोमा इन परफार्मिंग आर्ट्स की परीक्षा राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण की है। आपने दिल्ली कथक केंद्र के गुरु पंडित राजेंद्र गंगानी की कार्यशाला में नृत्य की बारीकियां सीखी है और वर्तमान में सुष्मिता पंवार से कथक नृत्य की शिक्षा ले रही हैं।    

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। इस सीजन में पहली बार प्रदेश में एवरेज से ज्यादा पानी गिर चुका है। प्रदेश में अब तक सामान्य 15.2 इंच बारिश हो चुकी है। मानसून एक्टिविटी की वजह से भोपाल और विदिशा में शुक्रवार सुबह से तेज बारिश हो रही है। उज्जैन में हल्की बारिश है। वहीं, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, सागर संभाग के 21 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है।       इससे पहले गुरुवार को रतलाम, कटनी, सतना, भोपाल समेत 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। बारिश की वजह से छोटी नदियां-नाले उफान पर हैं। बांध, तालाब और बड़ी नदियों का लेवल तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ ग्वालियर से होकर गुजर रही है। एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन वेस्ट यूपी के ऊपर है। अगले एक-दो दिन में सिस्टम कमजोर होगा। वहीं, आज शुक्रवार को निवाड़ी, टीकमगढ़, सीहोर, रायसेन, खरगोन, खंडवा समेत 12 जिलों में भारी जबकि 10 जिलों में तेज बारिश हो सकती है।       बता दें कि मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 3 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 1 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हालांकि, लगातार तेज बारिश होने से आंकड़ा बढ़ रहा है।  

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रतलाम। अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियां में रहने वाले संत कालीचरण महाराज ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के आदेश का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुसलमान का ट्रेंड है वे बिना थूके कुछ बेचते ही नहीं हैं। इसे थूक जिहाद बोला जाता है। मुसलमानों की परंपरा है कि वे बिना थूके कुछ खिलाते-पिलाते नहीं हैं।   कालीचरण महाराज गुरुवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रतलाम पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना काल में लाखों ऐसे वीडियो सामने आए, जिससे साबित होता है कि मुसलमानों द्वारा बिना थूक लगाए कुछ भी बेचा जाना संभव नहीं है, इसीलिए मुसलमानों की दुकानों पर नाम लिखना बहुत जरूरी है।   उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने जो पहल की, वो पूरे भारतवर्ष के धर्म निष्ठों और राजाओं को करना थी। राजा यानी- सांसद, विधायक, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को यह पहल करना थी। इन लोगों को आदेश निकालना था, जिससे हिंदुओं की धर्म-आस्था सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम दुकानों से कुछ खरीद कर न खाएं। जहां नेमप्लेट दुकानों पर नहीं दिखते हैं, तो क्यूआर कोड को स्कैन करें। इसमें नाम आ जाएगा। यही धर्म बचाने का रास्ता है।   कालीचरण महाराज ने कहा कि लव जिहाद के केस में 80 प्रतिशत तांत्रिक प्रयोग होते हैं। लव जिहाद के केस हैंडल करने वाले धर्म रक्षकों को बताना चाहता हूं, जानवर का दांत पास में रखियो। पत्थर पर घिस कर दो बंदू पानी में मिलाकर पिला दो उस लड़की को। जानवर के दांत के सामने कोई भी इस्लामिक टोने-टोटके का असर नहीं टिकता। उन्होंने कहा कि इस पर भी मुझ पर केस करो।   उन्होंने कहा कि 'मुझ पर 40 से 50 केस हैं, लेकिन मुझे डर नहीं है। सच बोलने की सजा जेल है, तो मंजूर है। मृत्यु है, तो भी मंजूर है। संन्यासी वह क्या, जो सच न बोले। अन्य कोई बोले या न बोले, काली मां का बेटा जरूर बोलेगा। चाहे मौत मिले या जेल।       उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके कारण आज बहुत बड़ी धर्म क्रांति हुई है। बच्चा-बच्चा लोटा लेकर भगवान शिव के अभिषेक के लिए जा रहा है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। इतनी बड़ी धर्म क्रांति होती है कि बच्चा- बच्चा मंदिर जा रहा है। इससे भगवान भोलेनाथ, जगदंबा, गणपति बप्पा के प्रति आस्था और संस्कार पैदा होंगे।       दरअसल, रतलाम में गोमाता और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए श्री रुद्र महाकाल सेवा समिति ने 108 महादेव मंदिर पूजन संकल्प यात्रा कराई। इसके पूर्ण होने पर 108 पार्थिव शिवलिंगों के रुद्राभिषेक के साथ पूर्णाहूति कार्यक्रम हुआ। कालीचरण महाराज इसी में शामिल होने के लिए रतलाम आए थे।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक भोजशाला पर हिंदू और मुस्लिम समाज के बाद अब जैन समाज ने भी दावा किया है। जैन समाज सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर वाद में तीसरी पार्टी के रूप में शामिल करने की अपील की है। यह याचिका ने 22 जुलाई को दायर की गई थी, लेकिन इसकी जानकारी बुधवार को सामने आई है।   भोजशाला मामले में मुस्लिम और हिन्दू पक्ष की तरफ से पहले ही दो याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई है। अब जैन समाज की ओर से याचिका दायर में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जैन समाज का पक्ष भी सुने, क्योंकि ब्रिटिश म्यूजियम में जो मूर्ति है, वह जैन धर्म की देवी अंबिका की है, वाग्देवी (सरस्वती) की नहीं। वहीं, भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा वैज्ञानिक सर्वे में की गई खुदाई के दौरान जैन तीर्थंकरों से संबंधित कलाकृतियां और मूर्तियां मिली हैं, जो इस स्थल पर जैन गुरुकुल और मंदिर की मौजूदगी का संकेत देती हैं।   जैन समाज के याचिकाकर्ता सलेकचंद्र जैन ने कहा कि भोजशाला जैन समाज का है। समाज को पूजा का अधिकार मिले और इसे समाज को सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि 1875 में खुदाई के दौरान भोजशाला से वाग्देवी की मूर्ति निकली थी, लेकिन दरअसल वह जैन धर्म की देवी अंबिका की मूर्ति है, जो अब ब्रिटिश संग्रहालय में रखी गई है, जो भोजशाला से जैन समुदाय के ऐतिहासिक संबंध को पुष्ट करती है।   इंदौर हाईकोर्ट में पहले दायर की गई याचिका को खारिज कर दिए जाने के बावजूद जैन समुदाय ने इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय में उठाया है, जिसमें स्थल से अपने ऐतिहासिक संबंधों की मान्यता और संरक्षण की मांग की गई है।   एएसआई की सर्वेक्षण रिपोर्ट के जवाब में, जो पहले ही हाईकोर्ट को सौंपी जा चुकी है, सर्वोच्च न्यायालय से यह सुनिश्चित करने के लिए संपर्क किया गया है कि साइट के बारे में निर्णय केवल इस सर्वेक्षण पर निर्भर न हों। न्यायालय ने पहले संकेत दिया था कि हाईकोर्ट को केवल सर्वेक्षण निष्कर्षों के आधार पर अंतिम निर्णय नहीं लेना चाहिए।   गौरतलब है कि भोजशाला विवाद पर हाईकोर्ट में मई 2022 से सुनवाई चल रही है। 21 मार्च, 2024 को हाईकोर्ट ने एएसआई से सर्वे कराने का आदेश दिया। यह सर्वे 98 दिन चला और 15 जुलाई को एएसआई ने सर्वे रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश कर दी। गत 22 जुलाई को हाईकोर्ट में मामले में सुनवाई हुई। हिंदू पक्ष ने कोर्ट को बताया कि उनकी तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा दी गई है। इसमें एएसआई रिपोर्ट का हवाला देकर भोजशाला हिंदू पक्ष को देने की मांग की गई। इस पर 30 जुलाई को सुनवाई होनी है। इसके बाद हाईकोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक सभी को इंतजार करना होगा।

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मानसून के स्‍ट्रांग सिस्‍टम की वजह से हर दिन बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में एवरेज 14.6 इंच यानी इस मानसून सीजन की 35 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। बारिश के कारण नर्मदा का जलस्तर 2 फीट बढ़ गया है। दूसरी नदियों और बांधों में भी लगातार पानी का लेवल बढ़ रहा है। इस वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गुरुवार को भी भोपाल, जबलपुर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी है।   मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ ऊपर चली गई है। लो प्रेशर एरिया साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में एक्टिव है। एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ गुजरात में है। यह मानसून ट्रफ के साथ मर्ज हो गया है। इन वजहों से प्रदेश में बारिश हो रही है। 28 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी हो सकती है। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।   इससे पहले बुधवार को प्रदेश के 24 जिलों में बारिश हुई। टीकमगढ़ में सबसे ज्यादा 3.5 इंच पानी गिरा। रीवा में 2.4 इंच और उमरिया में डेढ़ इंच बारिश हुई। वहीं, गुना, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मलाजखंड में आधा इंच पानी गिरा। भोपाल, बैतूल, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम, सतना, सिवनी, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रतलाम, उज्जैन, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा में भी बारिश हुई। सागर, टीकमगढ़, बीना में बाढ़ के हालात बन गए हैं। बुधवार को सागर में पगरा डैम के 11 में से 5 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। जबकि बीना के बिल्धव में लोगों को घरों की छतों से रेस्क्यू करना पड़ा। दतिया के सनकुआ धाम में युवक सिंध नदी में बह गया।       बता दें कि सीजन में पहली बार प्रदेश में बारिश का आंकड़ा औसत बारिश के बराबर आया है। प्रदेश में 14.6 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक इतनी ही बारिश होनी चाहिए थी। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 4 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 5 प्रतिशत कम बारिश हुई है।  

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-सत्येंद्र जैन    भाजपा की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला आम बजट वर्ष 2024- 25 संसद के पटल पर प्रस्तुत किया गया है।यह बजट विकसित भारत के ऊषा काल का बजट है।वर्ष 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र हो जाएगा। वर्तमान में भारत विश्व में पांचवी आर्थिक शक्ति संपन्न देश है। भारत आगामी दो-तीन वर्ष में विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा।   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन के कुशल वित्तीय सुप्रबंधन का सुफल है कि यह सर्व समावेशी बजट है ।भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर,निवेश को बढ़ाने के साथ-साथ सभी के लिए लोक मंगलकारी बजट है।मोदी सरकार ने देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है। 48.21 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट प्रस्तुत किया है।जो पिछले दस सालों में लगभग चौगुना हो गया है। बजट में यह चमत्कारिक वृद्धि भाजपा की मोदी सरकार के उत्तरोत्तर विकास को दर्शाती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भागीरथी परिश्रम,अर्थशास्त्रीय सुधारों के कारण दस वर्ष में ही भारत की जीडीपी ,सकल घरेलू उत्पाद भी लगभग तीन गुना बढ़ा है।अंतरिम बजट प्रस्तुति के समय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुयोग्य वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने चुनावी वर्ष होने के उपरांत भी पूंजीगत व्यय को पिछले वर्ष से बढ़कर 11.1111 लाख करोड़ रुपए से अधिक किया है।अधो सरंचना विकास में सरकार पिछले वर्ष की तुलना में 11.11 प्रतिशत अधिक राशि व्यय करने जा रही है। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.4 प्रतिशत है।यह मोदी सरकार का साहस है जो चुनावी वर्ष होते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर पर पहले अंतरिम बजट और अभी आम बजट में सर्वाधिक धनराशि व्यय कर रही है।यही कारण है कि देश की जनता ने मोदी सरकार को विजय श्री का आशीर्वाद दिया। एनडीए की सरकार तीसरी बार बनी है। अधिक पूंजीगत व्यय से ही भारत का वास्तविक, शाश्वत विकास संभव है।रोजगार के असंख्य अवसर उपलब्ध होते हैं।यह बजट गरीबों,युवाओं, किसानों, महिलाओं और मध्यम वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है।सर्व समावेशी बजट प्रस्तुत करने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अभिनंदन है।यह आम बजट निश्चित ही विकसित भारत की संकल्पना को सिद्ध करेगा।       इस बजट में राजस्व सहित कुल प्राप्तियों का अनुमान 32.07 लाख करोड़ रुपए है।सकल कर प्राप्तियां 25.83 लाख करोड़ रुपए है। राजकोषीय घाटा जीडीपी के सापेक्ष 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। सरकार का लक्ष्य अगले वित्तीय वर्ष में 4.5 प्रतिशत रखना है।अर्थव्यवस्था की आशा से अधिक विकास दर 8.2 प्रतिशत प्राप्त होने से संभव हुआ है। मुद्रा स्फीति 4.56 प्रतिशत रही है।अगले वित्त वर्ष में 4 प्रतिशत से कम लाने का लक्ष्य है।खाद्य और ईंधन को छोड़कर कोर मुद्रा स्फीति 3.1 प्रतिशत रही है।इस बजट में रोजगार कौशल एमएसएमई और मध्यम वर्ग पर विशेष ध्यान सरकार ने दिया है।   विकसित भारत की 9 बजट प्राथमिकताएं हैं,स्तम्भ हैं, जो इस प्रकार हैं-    1 कृषि में उत्पादकता और अनुकूलता  2 रोजगार और कौशल प्रशिक्षण  3 समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय 4 विनिर्माण और सेवाएं  5 शहरी विकास  6 ऊर्जा सुरक्षा 7 अवसरंचना 8 नवाचार अनुसंधान और विकास 9 अगली पीढ़ी के सुधार   प्राथमिकता 1- कृषि में उत्पादकता और अनुकूलता    कृषि क्षेत्र एवं कृषक कल्याण के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अनंत ऊर्जा के साथ अखंड प्रचंड पुरुषार्थ कर रहे हैं ।कृषि और कृषि से संबंधित क्षेत्रों लिए 1.52 लाख करोड रुपए का आवंटन किया गया है। किसानों को खेती-बाड़ी के लिए 32 कृषि और बागवानी फसलों की नई 109 उच्च पैदावार वाली जलवायु के अनुकूल किस्मों को जारी किया जाएगा। प्राकृतिक कृषि से जोड़ने के लिए किसानों को प्रमाण पत्र और ब्रांडिंग व्यवस्था की जाएगी। अगले 2 वर्षों में पूरे देश में एक करोड़ से किसानों को प्राकृतिक कृषि से जोड़ा जाएगा। उनको प्रमाण पत्र दिया जाएगा।प्राकृतिक खेती के लिए 10000 आवश्यकता आधारित जैव आदान संसाधन केंद्र स्थापित भी किए जाएंगे।3 साल में किसानों और उनकी जमीन को शामिल करने हेतु कृषि में डिजिटल सार्वजनिक अधोसंरचना,डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को लागू किया जाएगा।   प्राथमिकता 2- रोजगार और कौशल प्रशिक्षण    रोजगार और कौशल पर मोदी की गारन्टी है। पांच योजनाओं के द्वारा 4.1 करोड़ युवाओं के लिए 5 साल में रोजगार कौशल और अन्य अवसरों के लिए पहल की गई है।2 लाख करोड रुपए से अधिक राशि सरकार व्यय करेगी। पहली योजना में ईपीएफओ में पंजीकृत पहली बार रोजगार पाने वाले कर्मचारियों को ₹15000 तक के एक महीने का वेतन जिसे तीन किस्तों में युवाओं को दिया जाएगा।दूसरी योजना के अनुसार कर्मचारियों और नियोक्ता दोनों को सीधे विनिर्दिष्ट स्केल पर प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराना है ।नौकरी के पहले 4 साल में दोनों के ईपीएफओ के योगदान पर निर्भर है।तीसरी योजना के अनुसार सरकार नियोक्ता को उसके ईपीएफओ योगदान के लिए 2 साल तक हर अतिरिक्त कर्मचारी पर 3000 रुपए प्रतिमाह भुगतान करेगी।चौथी योजना अनुसार कौशल के लिए नई केंद्र प्रायोजित योजना अगले 5 साल की अवधि में 20 लाख युवाओं को कौशल बढ़ाया जाएगा।1000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का उन्नयन किया जाएगा।पांचवी योजना अनुसार 5 साल में एक करोड़ युवाओं को 500 शीर्ष कंपनियों मे इंटर्नशिप दी जाएगी।7.5 लाख रुपए तक के ऋण सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मॉडल कौशल ऋण योजना और सरकार की योजना के तहत किसी भी योजना के लाभ के लिए पात्र नहीं होने वाले युवाओं को घरेलू संस्थानों में उच्चतर शिक्षा के लिए 10 लाख रुपए तक के ऋण हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रावधान बजट में किया गया है। कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए,  औद्योगिक सहयोग से महिला छात्रावास की स्थापना करना,  महिला केंद्रित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करना और महिला स्वयं सहायता समूह उद्यम उत्पादों को बाजार तक  बढ़ाने के लिए भाजपा सरकार ने बजट प्रावधान किया है।   प्राथमिकता 3- समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय    पूर्वोदय अमृतसर कोलकाता औद्योगिक गलियारे के साथ गया में औद्योगिक केंद्र का विकास।बिहार के लिए 21400 करोड रुपए की लागत से विद्युत परियोजनाएं आरंभ की जाएगी 2400 मेगावाट का पिरपैंती में नया विद्युत संयंत्र भी सम्मिलित है। आंध्र प्रदेश के लिए मौजूदा वित्त वर्ष में 15000 करोड रुपए की विशेष वित्तीय सहायता मोदी सरकार दे रही है।विशाखापट्टनम-चेन्नई और हैदराबाद-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे में औद्योगिक केंद्र स्थापित किए जाएंगे।महिलाओं और कन्याओं को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड रुपए से अधिक का आवंटन किया गया है।प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान द्वारा जनजाति बहुल गांवों और आकांक्षी जिलों में जनजाति परिवारों का सामाजिक आर्थिक विकास हेतु 63000 गांव में लागू किया जाएगा।5 करोड़ जनजाति जनसंख्या लाभान्वित होगी ।उत्तर पूर्वी क्षेत्र में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की 100 शाखाएं प्रारम्भ करने हेतु बजट में प्रावधान किया गया है।   प्राथमिकता 4- विनिर्माण और सेवा क्षेत्र को बढ़ाना    गिरवी या तृतीय पक्ष गारंटी के बिना मशीनरी और उपकरण की खरीद के लिए एमएसएमई को आवधिक लोन की सुविधा देने के लिए ऋण गारंटी की योजना का प्रावधान किया गया है। संकट की अवधि के दौरान एमएसएमई को ऋण सहायता बैंक द्वारा जारी रखने के लिए नई व्यवस्था का प्रावधान किया गया है। तरुण श्रेणी के मुद्रा लोन की सीमा को 10 से बढ़ाकर के 20 लाख रुपए कर दिया गया है।ट्रेड्स में अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए कारोबार की सीमा को 500 करोड रुपए से ढाई सौ करोड़ का प्रावधान है। लोन, ई-कॉमर्स ,शिक्षा, स्वास्थ्य, विधि ,न्याय ,लॉजिस्टिक्स, एमएसएमई  सेवा प्रदाय और शहरी शासन के क्षेत्र में डिजिटल सार्वजनिक अधोसंरचना डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर अनुप्रयोगों का प्रावधान सरकार ने किया है।   प्राथमिकता 5- शहरी विकास   30 लाख से अधिक जनसंख्या वाले 14 बड़े शहरों में कार्यान्वयन और वित्त पोषण रणनीति के साथ आवागमन उन्मुख विकास योजनाएं तैयार की जाएंगी। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के अंतर्गत 2.2 लाख करोड रुपए की केंद्रीय सहायता सहित 10 लाख करोड रुपए के निवेश से अगले 5 वर्ष में एक करोड़ शहरी गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों की आवास आवश्यकताओं का समाधान किया जाएगा।अगले 5 वर्ष में प्रत्येक वर्ष चुनिंदा शहरों में 100 साप्ताहिक हॉट या बाजार स्ट्रीट फूड हब के विकास में सहायता के लिए नई योजना का प्रावधान किया है।     प्राथमिकता 6- ऊर्जा सुरक्षा   रोजगार विकास और पर्यावरण की आवश्यकताओं के बीच संतुलन कायम करने के लिए समुचित ऊर्जा परिवर्तन की दिशा में एक नीतिगत दस्तावेज तैयार करना। पंप स्टोरेज पॉलिसी विद्युत भंडारण के लिए पंप स्टोरेज परियोजना को बढ़ावा देने की नीति प्रस्तावित है ।परमाणु ऊर्जा के लिए और भारत स्मॉल रिएक्टर की स्थापना हेतु नई प्रौद्योगिकियों के लिए सरकार निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी करेगी। उन्नत अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल प्रौद्योगिकी के प्रयोग से 800 मेगावाट का वाणिज्यिक संयंत्र स्थापित करने के लिए एनटीपीसी और भेल के बीच एक संयुक्त उद्यम प्रस्तावित है।   प्राथमिकता 7- अधोसंरचना विकास   अधोसंरचना विकास हेतु निवेश के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पूंजीगत व्यय के लिए 1111111 करोड़ रुपए का प्रावधान मोदी की गारन्टी है। राज्यों को आधारभूत संरचना को बढ़ाने के लिए डेढ़ लाख करोड रुपए की ब्याज रहित लंबी अवधि के लोन का प्रावधान मोदी की गारंटी है।25000 गांव के लिए बारहमासी सड़क बनाने के लिए पीएमजीएसवाय का चौथा चरण आरंभ किया जाएगा। बिहार में कोसी मची अंतर राज्य लिंक और अन्य योजनाओं के लिए 11500 करोड रुपए की वित्तीय सहायता का प्रावधान है। सरकार असम हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड सिक्किम को सहायता प्रदान करेगी।बिहार के गया मे विष्णुपद मंदिर गलियारा,  महाबोधि मंदिर गलियारा और राजगीर में जैन पथ सर्किट,अन्य मंदिरों का व्यापक विकास करेगी।   प्राथमिकता 8- नवाचार,अनुसंधान और विकास   मूलभूत अनुसंधान और प्रोटोटाइप विकास के लिए अनुसंधान नेशनल रिसर्च फंड का प्रावधान किया है।वाणिज्य के स्तर पर निजी क्षेत्र द्वारा संचालित अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक लाख करोड रुपए के वित्तीय पूल की व्यवस्था का प्रावधान भी सरकार द्वारा किया गया है। 10 वर्षों में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को पांच गुना बढ़ाने पर जोर देते हुए 1000 करोड रुपए की उद्यम पूंजी का प्रावधान किया है।     प्राथमिकता 9- अगली पीढ़ी के सुधार   ग्रामीण भूमि संबंधी कार्यों हेतु सभी भूखंडों के लिए भूखंड पहचान संख्या अथवा भू आधार,मानचित्रो का डिजिटल करण, वर्तमान स्वामित्व के अनुसार मानचित्र प्रभावों का सर्वेक्षण, भू रजिस्ट्री और कृषक रजिस्ट्री से जोड़ने का प्रावधान है।शहरी क्षेत्र में भूमि अभिलेख को जीआईएस मैपिंग से अंकिकृत किया जाएगा।श्रमिकों के वन स्टॉप समाधान के लिए इ-श्रम पोर्टल को अन्य पोर्टल से जोड़ना, तेजी से बदलते श्रमिक बाजार कौशल संबंधी जरूरत उपलब्ध रोजगार की भूमिकाओं के लिए डेटाबेस तैयार करना, रोजगार इच्छुक लोगों को संभावित नियोक्ताओं और कौशल प्रदाताओं के साथ जोड़ने की प्रणाली को विकसित करने का प्रावधान।   जीएसटी की सफलता से उत्साहित होकर शेष क्षेत्रों तक विस्तार हेतु सरलीकृत एवं तर्कसंगत कर संरचना का प्रावधान किया गया है।कैंसर दवाइयां को सीमा शुल्क से हटाने का प्रावधान किया है। विनिर्माण हेतु मेडिकल एक्स-रे मशीनों में उपयोग में आने वाले फ्लैट पैनल डिटेक्टर पर सीमा शुल्क में कम किया है।मोबाइल फोन, मोबाइल प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली और मोबाइल चार्जर पर सीमा शुल्क को घटकर 15% का प्रावधान किया गया है। सोने और चांदी पर सीमा शुल्क को घटाकर 6 प्रतिशत ,प्लैटिनम पर भी 6.4 प्रतिशत किया गया है। अन्य धातुओं जैसे लोहा,निकल,ब्लिस्टर तांबे पर सीमा शुल्क हटाया है। इलेक्ट्रॉनिक रेजिस्टरों के निर्माण हेतु ऑक्सीजन मुक्त तांबे पर कुछ शर्तों पर मूलभूत सीमा शुल्क हटा दिया गया है। रसायनों में अमोनियम नाइट्रेट पर सीमा शुल्क को 7.5 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत किया गया है। पीवीसी फ्लेक्स, प्लास्टिक बैनरों पर मूलभूत सीमा शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया है।विनिर्दिष्ट दूरसंचार उपकरणों के प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली पर बीसीडी को 10 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का प्रावधान है।वारंटी वाली वस्तुओं की मरम्मत के लिए फिर से आयात करने की समय सीमा को 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष करने का प्रावधान किया है। 25 महत्वपूर्ण खनिजों को सीमा शुल्क से पूरी तरह छूट दी गई है।दो खनिजों पर बीसीडी को कम करने का प्रावधान है।सोलर सेल और सोलर पैनलों के विनिर्माण में प्रयोग में आने वाली पूंजीगत वस्तुएं सीमा शुल्क के दायरे से बाहर करने का प्रावधान है। प्रत्यक्ष करों को सरल बनाने करदाता सेवाओं में सुधार करने और मुकदमेबाजी को कम करने के प्रयास जारी रहेंगे।सरकार की विकास और कल्याणकारी योजनाओं के वित्त पोषण के लिए राजस्व वृद्धि पर जोर दिया गया है। कॉरपोरेट टैक्स सरलीकृत व्यवस्था के द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 में दो तिहाई से अधिक करदाताओं ने व्यवस्था का लाभ उठाया।स्टार्टअप इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करने के लिए सभी वर्गों के निवेशकों के लिए एंजल टैक्स को समाप्त करने का प्रस्ताव है । क्रूज पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए विदेशी शिपिंग कंपनियों के लिए कर व्यवस्था को सरल करने का प्रावधान किया है।अपरिष्कृत हीरा बेचने वाली विदेशी खनन कंपनियों के लिए सेफ  हारबरों का प्रावधान किया है। विदेशी कंपनियों पर कॉरपोरेट टैक्स की दर को 40 से घटाकर 35 प्रतिशत का प्रस्ताव है।एनपीएस में नियोजन करताओं द्वारा किए जा रहे योगदान को कर्मचारियों के वेतन के 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने का प्रावधान है।20 लाख रुपए तक की चल परिसंपत्तियों की सूचना न देने को गैर दाण्डिक बनाने का प्रस्ताव है।दो प्रतिशत की इक्विलाइजेशन लेवी को वापस करने का प्रावधान है ।वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50000 से बढ़कर 75000 रुपये करने का प्रावधान है। पेंशन भोगियों के लिए पारिवारिक पेंशन पर कटौती को 15000 से बढ़ाकर 25000 रूपए करने का प्रावधान है।आयकर की दरों को संशोधित करने का प्रावधान है ।300000 तक शून्य आयकर ,3 से 7 लाख रुपए पर 5 प्रतिशत, 7 से 10 लाख रुपए पर 10 प्रतिशत, 10 से 12 लाख रुपए पर 15 प्रतिशत, 12 से 15 लाख रुपए पर 20 प्रतिशत, 15 लाख रुपए से अधिक की आय पर 30 प्रतिशत आयकर प्रस्तावित है।नई कर व्यवस्था में वेतन भोगी कर्मचारी को आयकर में 17500 रूपए तक की बचत होगी।     इस बजट में भारत के विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का प्रतिबिंब स्पष्ट दिखाई देता है।भारत का यह आम बजट वर्ष 2047 में विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और विकसित भारत के निर्माण में सोपान सिद्ध होगा।विकसित भारत की संकल्पना है।  

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों को आज  रात आसमान में दुर्लभ खगोलीय घटना देखने का अवसर मिलने जा रहा है। सूर्य और चंद्र ग्रहण की घटनाएं हर साल चार-पांच बार देखने को मिलती हैं, लेकिन आज शनि को ग्रहण लगने जा रहा है। भारत में यह घटना 18 साल बाद दिखाई देगी।   नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि 24 जुलाई की रात करीब 9 बजकर 30 मिनिट पर चंद्रमा पूर्व में उदित होकर जब आगे बढ़ेगा तो मध्‍यरात्रि को 11 बजकर 57 मिनिट पर वह रिंग वाले सौरमंडल के छटवें ग्रह शनि को अपने आगोश में ले लेगा। चंद्रमा, शनि और पृथ्‍वी के बीच में आकर पृथ्‍वी के एक सीमित भू-भाग से शनिदर्शन में बाधक बनेगा। शनि और पृथ्‍वी के बीच चंद्रमा आकर ग्रहण की स्थिति बनाएगा। उन्होंने बताया कि इसे शनि का चंद्रग्रहण कहा जा रहा है, जबकि यह खगोल विज्ञान में लुनार आकल्‍टेशन ऑफ सेटर्न कहलाता है।   सारिका ने बताया कि यह घटना बुधवार विश्‍वस्‍तर पर मध्‍यरात्रि 11 बजकर 57 मिनिट से आरंभ होकर रात्रि 3 बजकर 57 मिनिट पर समाप्‍त होगी। भारत में इसे मध्‍यरात्रि 12 बजकर 50 मिनिट से 3 बजकर 10 मिनट तक अलग-अलग स्‍थानों में देखा जा सकेगा। दिल्‍ली सहित भारत के उत्‍तरी पश्चिमी राज्‍यों में यह नहीं दिखाई देगा, लेकिन मध्‍य प्रदेश सहित दक्षिणी एवं पूर्वी भारत में देखा जा सकेगा।   सारिका ने बताया कि इसके पहले भारत में इस घटना को 2 फरवरी 2007 को देखा गया था। इस तरह लगभग 18 साल बाद भारत में इसे देखा जा सकेगा। इस समय चंद्रमा पृथ्‍वी से लगभग 3,64,994 किलो मीटर दूर होगा, तो शनि की पृथ्‍वी से दूरी लगभग 134 करोड़ किलोमीटर होगी। दूरी में इतना अंतर होते हुए भी आकाश में इनकी स्थिति इस प्रकार होगी कि पृथ्‍वी के एक निश्चित भू-भाग से देखने पर चंद्रमा, शनि ग्रह को ढ़कता सा नजर आएगा। उन्होंने कहा कि बादलों के कारण अगर आप इस अद्भुत खगोलीय घटना को नहीं देख पाते हैं तो निराश मत होइए, आगामी 14 अक्‍टूबर के स्‍वच्‍छ आकाश में इसे फिर देखा जा सकेगा और वह भी पूरे भारत में।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बुधवार को भी एक्टिव है। राजधानी भोपाल में सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। आज इंदौर, ग्वालियर, चंबल संभाग समेत प्रदेश के 20 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। लगातार हो रही बारिश से मध्यप्रदेश की नदियां, बांध और तालाबों में पानी का लेवल भी बढ़ गया है। 24 घंटे में इंदिरा सागर, तिघरा, तवा, बरगी जैसे बड़े डैम में 3 से 6 फीट तक पानी बढ़ा है। बैतूल के सतपुड़ा, मंडला में नैनपुर के थावर और श्योपुर के डैम के गेट खोलना पड़े हैं। प्रदेश में अब तक एवरेज 13.8 इंच बारिश हो चुकी है।       मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन अभी प्रदेश में एक्टिव है। लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन में बदल गया है। मानसून ट्रफ लाइन भी यहीं से गुजर रही है। राजस्थान, उत्तरप्रदेश के ऊपर भी साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 5 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है। पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 10 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 48 घंटे के दौरान पूर्वी हिस्से में ज्यादा पानी गिरा है। इस वजह से ओवरऑल बारिश का आंकड़ा भी बढ़ गया।       मौसम विभाग का कहना है कि 25 जुलाई से सिस्टम कमजोर होगा। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होती रहेगी। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 28 जुलाई से फिर से तेज बारिश शुरू होगी। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।

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मंदसौर । नगर में विराजित अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ महादेव की मूर्ति को लेकर पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर हलचल मचा दी है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि भगवान पशुपतिनाथ महादेव की मूर्ति के ऊपर वाले मुख में दरार पड़ गई है। इसमें मुख्यमंत्री और कलेक्टर को टैग भी किया है।       मंदसौर स्थित पशुपतिनाथ का मंदिर शिवना नदी के किनारे स्थित है। यहां भगवान पशुपतिनाथ की अष्टमुखी प्रतिमा विराजमान है। बताया जाता है कि भगवान पशुपतिनाथ की अष्टमुखी यह प्रतिमा ढाई हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है।        पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने सोमवार को अपने पोस्ट में लिखा कि श्रद्धा, भक्ति और आस्था का केंद्र "भगवान पशुपतिनाथ महादेव" की दिव्य एवं नयनाभिराम अष्टमूर्ति प्रतिमा दशपुर की नगरी मंदसौर (मध्य प्रदेश) में विराजित है। आशंका जताई जा रही है और संभावनाएं बताई जा रही है कि "प्रतिमा के मुख पर दरार पड़ रही है", यदि ऐसा है तो तकनीकी विशेषज्ञों की टीम बनाकर, जानकारों से सलाह लेकर प्रतिमा के क्षरण को रोका जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भारत सरकार के पुरातत्व विभाग को टैग कर आवश्यक दिशा निर्देश एवं उचित कार्रवाई करने के लिए आग्रह किया है।        वहीं, मंदसौर के कांग्रेस विधायक विपिन जैन भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि भगवान पशुपतिनाथ की अलौकिक अष्टमुखी मूर्ति के शीर्ष पर दरार पड़ने एवं उसके क्षरण की जानकारी प्राप्त हुई है। वर्तमान में यहां पर शासन द्वारा 25 करोड़ रुपये में पशुपतिनाथ लोक का निर्माण भी किया जा रहा है। भगवान पशुपतिनाथ की मूर्ति पर दरार पड़ना अत्यंत चिंताजनक है। क्षरण को रोकने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों व मूर्तिकला के जानकारों की संयुक्त टीम गठित करें।       पूर्व विधायक सिसोदिया ने बताया कि विषय की गंभीरता थी। आज सावन का पहला सोमवार है। सुबह मेरे पास सोशल मीडिया पर फोटोग्राफ्स आई, जिसमें पशुपतिनाथ जी के सिर से गाल तक दरार दिखाई दे रही थी। जनप्रतिनिधि के नाते मेरा दायित्व बनता था। मैंने इसे एक्स पर पोस्ट किया। मुख्यमंत्री, कलेक्टर को टैग कर मांग की है कि सरकार के आर्कियोलाजी विभाग की विषय विशेषज्ञों की टीम आकर इस क्षरण को रोक सके। उन्होंने कहा कि हम विषय विशेषज्ञों की मदद लेंगे, क्योंकि ऐसी प्रतिमा हिंदुस्तान में ही नहीं विश्व में भी कहीं नहीं है। यह दुर्लभ है, इसके लिए जो भी कड़े कदम उठाए जाना चाहिए वो उठाना चाहिए।       दरार आज से नहीं पूर्ववर्ती हैं: मंदिर प्रबंधक   इस संबंध में मंदिर प्रबंधक राहुल रूनवाल ने कहा कि श्री पशुपतिनाथ मंदिर में देखने में आ रहा है कि कुछ फोटो वायरल हुए हैं। ये दरारें अभी की नहीं, विगत कई वर्षों की है। मंदिर समिति ने आर्कियोलोजिकल डिपार्टमेंट के विशेषज्ञों को बुलाकर यह बताया भी था। कई बार इसका ट्रीटमेंट भी करा चुके हैं। वह दरार आज से नहीं, पूर्ववर्ती हैं। दरार कब से है, यह मैं नहीं बता सकता, लेकिन समय-समय पर एक्सपर्ट्स आकर इसे देखते हैं। मंदिर समिति उचित निर्णय लेकर इसके लिए कार्य करेगी।       मंदिर के पुजारी राकेश भट्ट ने बताया कि ये दरार यथावत काफी पुराने समय से है। उन्होंने बताया कि मैंने जब से यहां पूजा-पाठ शुरू की है, तब से यह देखते आ रहा हूं। यथावत ऐसी ही स्थिति में बनी हुई है। कोई नई दरार नहीं बनी है। प्रतिमा में क्षरण जैसी बात है, वैसा कुछ नहीं है। पूर्व में जो जल चढ़ाने समेत प्रतिबंध लगाए गए सबसे ऐसा कुछ यहां देखने में नहीं आया है। उन्होंने बताया कि अभी ऊपर जल चढ़ाना केवल पुजारी का काम है, भक्त जो जल चढ़ाते हैं वह केवल चरणों में चढ़ता है। पहले भक्त दूध, पंचामृत खुद चढ़ाते थे। जिसके कारण क्षरण जैसी स्थिति उत्पन्न होती थी। अभी यह केवल निर्धारित मात्रा में होता है, क्योंकि भगवान भोलेनाथ का अभिषेक होता है।       मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाशचंद्र भट्ट ने बताया कि कई वर्षों मैं यहां सेवा, पूजा, अर्चना कर रहा हूं। मूर्ति में ऊपर दरार प्रारंभ से ही देखते आ रहे हैं। यह न तो घटी हैं और न बढ़ी हैं। शिवना नदी में लगभग 700 से 800 साल तक मूर्ति रही है। पानी, बाढ़ व अन्य कारणों से मूर्ति पर जो निशान बने हैं, वह हैं। क्षरण नहीं हो रहा है।    

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खरगाेन । मध्य प्रदेश में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है ऐसे ही एक मामले में मंगलवार काे एक तेज रफ्तार बस और ट्रक की भीषण टक्कर हाे गई। इस हादसे में ड्राइवर सहित बस के केबिन में बैठे यात्रियों को चोट आई है। सभी घायलाें काे सिविल अस्पताल बड़वाह लाया गया है।    जानकारी अनुसार खरगोन जिले के बड़वाह से करीब 7 किलोमीटर दूर मनिहार के पास खरगोन से इंदौर जा रही शर्मा ट्रेवल्स की बस एमपी 10 पी 4408 की ट्रक से टक्कर हाे गई। टक्कर इतनी जाेरदार थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हाे गया। हादसे में ड्रायवर सहित बस के केबिन में बैठे करीब 10 यात्रियों को चोट आई है। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने घायलाें काे 108 एंबुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल बड़वाह भिजवाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस अन्य वाहन को ओवरटेक कर रही थी। तभी यात्रियों को बचाने में सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। चालक ओमप्रकाश पुत्र जोधाराम(42) निवासी बड़वाह ने बताया कि, वे सनावद से इंदौर जा रहे थे। तभी मनिहार के आगे और उमरिया चौकी के पहले मोड़ पर जब ओवरटेक किया, तो आचानक कावड़ यात्री सड़क पर आ गया। उसे बचाने में गाड़ी ट्रक से टकरा गई। फिलहाल ड्रायवर सहित अन्य घायलों का इलाज बड़वाह सिविल अस्पताल में किया जा रहा है।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसूनी स्‍ट्रांग सिस्‍टम की वजह से बारिश का दौरा लगातार जारी है। पिछले 4 दिन से हो रही बारिश से प्रदेश तरबतर हो गया है। अगले दो दिन भी प्रदेश खूब भीगेगा। आज मंगलवार सुबह भोपाल-ग्वालियर में रिमझिम बारिश हुई। मौसम विभाग ने भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर समेत 27 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में अब तक एवरेज 12.9 इंच पानी गिर चुका है। यह सीजन की 35 प्रतिशत बारिश है।       मध्‍यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में ऐवरेज से 5 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 17 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हालांकि, 3 दिन से इन संभाग के जिलों में भी तेज बारिश हो रही है। बारिश का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। उधर, सिवनी में बिठली गेट के पास रेलवे ट्रैक पर बारिश का पानी भर गया। सोमवार शाम 6 बजे छिंदवाड़ा से नैनपुर और नैनपुर से छिंदवाड़ा के बीच चलने वाली दो पैसेंजर ट्रेन एहतियातन रद्द करना पड़ीं।       मौसम विभाग ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मध्य हिस्से में लो प्रेशर है। इस वजह से मानसून ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश के बीच से गुजर रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। पूर्व-उत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवाती घेरा है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भी आ रही है। इन्हीं वजहों से 48 घंटे के दौरान बारिश का दौर चलता रहेगा। अगले 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल में बारिश की एक्टिविटी तेज होगी। अरब सागर की तरफ से नमी आने से इंदौर संभाग भी भीगेगा। इसके बाद सिस्टम का असर कम होगा, लेकिन प्रदेश के पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि 25 जुलाई से सिस्टम कमजोर होगा। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 28 जुलाई से फिर से तेज बारिश शुरू होगी। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।'       डैम-तालाबों में बढ़ रहा पानी   लगातार बारिश होने से प्रदेश के डैम-तालाबों में भी पानी बढ़ रहा है। बैतूल का सतपुड़ा और श्योपुर में भी डैम ओवरफ्लो हो गए हैं। सीहोर के कोलार डैम में दो दिन में 9 फीट पानी बढ़ा है। राजगढ़ के मोहनपुरा डैम में 2 फीट, जबलपुर के बरगी डैम में 1 फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। भोपाल के बड़ा तालाब में सवा फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। शहडोल के बाणसागर, भोपाल के कलियासोत डैम, राजगढ़ के कुंडालिया डैम में भी पानी बढ़ा है।

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इंदौर । मध्य प्रदेश में धार की ऐतिहासिक भोजशाला मामले में सोमवार को मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में सुनवाई पुरी हो गई है। कोर्ट ने सभी पक्षकारों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखने की बात कही। कुछ पक्षकारों ने कोर्ट को बताया कि एएसआई ने अब तक हमें सर्वे रिपोर्ट की कॉपी नहीं दी है। कोर्ट ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आपको स्पष्ट कहा था कि सभी पक्षकारों को सर्वे रिपोर्ट की कॉपी देना है। आप दे दीजिए। इसके बाद कोर्ट ने इस मामले को आगे बढ़ा दिया है।       हाई कोर्ट ने कहा कि चूंकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। एएसआई की सर्वे रिपोर्ट के क्रियान्वयन पर स्टे लगा हुआ है, इसलिए हाई कोर्ट सभी पक्षों को सुनने की स्थिति में तब तक नहीं रहेगा, जब तक सुप्रीम कोर्ट अपना स्टे नहीं हटाता।        दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 30 जुलाई को होगी। मुस्लिम पक्ष के वकील सलमान खुर्शीद ने हाई कोर्ट से मांग की कि रिपोर्ट बड़ी होने के कारण चार हफ्ते का समय दिया जाए। इस पर हाई कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का स्टे हटने के बाद ही आगे की कार्यवाही होगी।       इंदौर हाई कोर्ट में सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान मौलाना कलामुद्ददीन वेलफेयर सोसायटी की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद ऑनलाइन उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि सर्वे रिपोर्ट बहुत विस्तार में है। हमें इसका अध्ययन करने के लिए समय दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होना है। इसलिए हाई कोर्ट में सुनवाई चार सप्ताह के लिए आगे बढ़ा दी जाए, तब तक सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी आ जाएगा। हम सर्वे रिपोर्ट का अध्ययन भी कर लेंगे।       सुनवाई में हिंदू फ्रंट फार जस्टिस की तरफ से ऑनलाइन उपस्थित हुए वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने कोर्ट को बताया कि हमने सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन देकर एक अप्रैल 2024 को दिए स्टे को निरस्त करने की मांग की है। इस आवेदन पर दो सप्ताह के भीतर सुनवाई होने की संभावना है। सुनवाई के दौरान दरगाह की तरफ से उपस्थित हुए वकील ने कहा कि हमें अब तक कापी नहीं मिली है। इस पर एएसआई के वकील हिमांशु जोशी ने कोर्ट को बताया कि वे याचिकाओं में पक्षकार ही नहीं है। इस पर कोर्ट ने जोशी की बात स्वीकार कर ली और कहा कि जो पक्षकार हैं, उन्हें कापी अनिवार्य रूप से दे दें।       कोर्ट ने सभी पक्षकारों को सुनने के बाद कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। हमें वहां के आदेश का इंतजार करना चाहिए। हम इस मामले में जल्द ही आदेश जारी करेंगे।       गौरलतब है कि हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के निर्देश पर एएसआई की टीम ने भोजशाला में लगातार 98 दिन सर्वे किया। 11 मार्च से शुरू हुआ यह सर्वे 27 जून को पूरा हुआ था। इसके बाद  एएसआई ने भोजशाला की सर्वे रिपोर्ट 15 जुलाई को इंदौर हाई कोर्ट में पेश की थी। इसे लेकर याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया था कि हिन्दू फॉर जस्टिस इस कानूनी लड़ाई को लड़ रहा है। एएसआई का सर्वे 98 दिन बिना छुट्टी के चला। एएसआई की रिपोर्ट 2000 से अधिक पेज की है। उसकी टीम ने भोजशाला और इसके आसपास के 50 मीटर के दायरे में यह सर्वे किया है। टीम के साथ मजदूरों और हिंदू-मुस्लिम पक्षकार को अंदर जाने की अनुमति थी। टीम ने सर्वे के दौरान यहां फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी कराई है।       ये है भोजशाला का विवाद   हिंदू संगठनों का दावा है कि भोजशाला में मां सरस्वती का मंदिर है जबकि मुस्लिम समुदाय भोजशाला परिसर को कमाल मौला की मस्जिद बताता है। भोजशाला केंद्र सरकार के अधीन एएसआई का संरक्षित स्मारक है। एएसआई के सात अप्रैल 2003 के आदेश के अनुसार चली आ रही व्यवस्था के मुताबिक हिंदुओं को प्रत्येक मंगलवार भोजशाला में पूजा करने की अनुमति है, जबकि मुस्लिमों को हर शुक्रवार इस जगह नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है। इस मामले में हिन्दू पक्ष ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।     

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उज्जैन ।हर वर्ष श्रावण-भादौ मास में सोमवार को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस सोमवार शाम बाबा महाकाल ने नगर भ्रमण किया और अपनी प्रजा को आशीर्वादित किया। करीब तीन लाख भक्त सवारी मार्ग पर बाबा की एक झलक पाने को उतावले दिखे। बाबा ने मनमहेश स्वरूप में दर्शन दिए।       सोमवार दोपहर बाद महाकाल मंदिर परिसर स्थित कोटी तीर्थ के समीप सभा मण्डप में प्रदेश सरकार की ओर से केबीनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट,हितानंद शर्मा,निगम सभापति कलावती यादव,विधायक मुकेश पण्ड्या,महेश परमार ने बाबा का अभिषेक पूजन किया। शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा ने पूजन सम्पन्न करवाया। पश्चात बाबा महाकाल की अभिषेक और आरती हुई। इस अवसर पर विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।     पूजन पश्चात बाबा महाकाल का मुखारविंद पालकी में विराजित किया गया और पालकी मुख्य द्वार पर लाई गई। यहां परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल ने बाबा को गॉर्ड ऑव ऑनर दिया। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकले। सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंची। बाबा की पालकी के पिछे गजराज और आगे मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के माध्यम से आए जनजातीय दल अपनी प्रस्तुति देते चल रहा था। पूरे मार्ग पर भक्तों ने गुलाब की पंखुरियों से जमकर वर्षा कर बाबा की अगवानी की।     पालकी यहां से रामघाट पहुंची। प्रदेश सरकार की ओर से मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की मंशानुसार केबीनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने यहां पर पालकी पूजन किया। परंपरानुसार यहां पर मां शिप्रा का अभिषेक किया गया वहीं बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से अभिषेक किया गया।     यहां से पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना हुई। रामानुजकोट,मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़,टंकी चौक, छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर पहुंची। यहां पर तत्कालिन सिंधिया रियासत के समय से होनेवाली बाबा की आरती एवं पूजन रियासत के प्रतिनिधि द्वारा किया गया। यहां से पटनी बाजार,गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पालकी पुन: मंदिर पहुंची।बाबा महाकाल की इस श्रावण मास की दूसरी सवारी अगले सोमवार को निकलेगी। बाबा महाकाल पालकी में चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। गजराज पर मन महेश विराजीत रहेंगे।  

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भोपाल। राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में मानसून की गतिविधियां जारी है। बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम ने पूरे प्रदेश को तरबतर कर दिया है। भोपाल में सुबह से कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है। इससे पहले बैतूल के सारणी में शनिवार रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक 8 इंच बारिश हुई। रविवार को सतपुड़ा डैम के 14 में से 11 गेट खुल गए जबकि श्योपुर का आवदा डैम भी ओवरफ्लो हो गया। नर्मदा 3 फीट ऊपर बह रही है। इससे ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर डैम में भी पानी बढ़ा है। अगले 24 घंटे यानी आज सोमवार को भी भारी बारिश का अलर्ट है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत 36 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है।       मौसम विभाग ने ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ के साथ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी से नमी आने से बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी है। अगले कुछ दिन भारी बारिश होगी। इससे पहले शनिवार-रविवार की रात और रविवार को प्रदेश के कई जिलों में रिकॉर्ड बारिश हुई। रात में नर्मदापुरम के पिपरिया में सबसे ज्यादा 9.4 इंच पानी गिर गया। सीहोर के बुधनी में 7.1 इंच, सिवनी के बरघाट में 6.8 इंच, बैतूल के शाहपुर में 6 इंच, छिंदवाड़ा के तामिया में 6 इंच, बालाघाट के कटंगी में 5.3 इंच, पांढुर्णा के सौंसर में 4.7 इंच, रायसेन के बरेली में 4 इंच बारिश दर्ज की गई। रविवार को भोपाल में 38 मिमी यानी डेढ़ इंच बारिश हुई जबकि इंदौर में करीब आधा इंच पानी गिर गया। नर्मदापुरम, धार, खंडवा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 1-2 दिन पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका ज्यादा है। लोगों को बचाव की समझाइश दी गई है।   

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भोपाल। देशभर में रविवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। राजधानी भोपाल में भी सुबह से ही शिष्य गुरु पूजन कर रहे हैं। नेहरु नगर स्थित करुणाधाम आश्रम में सैकड़ों शिष्य जुटे हुए हैं। यहां सवा करोड़ मंत्रों की पूर्णाहुति के बाद गुरु पूजन हो रहा है। इसके अलावा गुफा मंदिर में भी गुरु दीक्षा का दौर चल रहा है। वहीं, राजहर्ष कॉलोनी कोलार स्थित श्री लक्ष्मी नारायण संस्कृत वेद विद्या गुरुकुलम में 80 बच्चों का जनेऊ संस्कार हुआ।   करुणाधाम आश्रम के पीठाधीश्वर सुदेश शांडिल्य महाराज के स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन के लिए शिष्य, सेवकों ने आत्मकल्याण और जन कल्याण के उद्देश्य से संकल्प लिया था कि वे सवा करोड़ जाप कर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संपन्न करेंगे। 3 महीने पहले से करुणाधाम आश्रम के करीब 250 युवा समूह और शिष्य, सेवक जाप कर रहे थे। शनिवार को गुरुदेव के सानिध्य में 5100 आहुतियों के साथ और दुर्गा शप्तसती पाठ, वेद मंत्रों के साथ यह महायज्ञ, जाप संपन्न हुआ। इस संकल्पित महायज्ञ को उज्जैन के पं. संतोष पंड्या के मार्गदर्शन में किया गया   गुरु पूर्णिमा के मौके पर करुणाधाम आश्रम में सुबह से ही गुरुदेव सुदेश शांडिल्य महाराज के चरणों का अभिषेक करने के लिए सैकड़ों शिष्य, सेवक जुटे। महाराज ने भी शिष्यों को जीवन में गुरु के महत्व के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि गुरु वो पथ प्रदर्शक हैं, जो स्वयं को ठहराकर अपने शिष्य को पथ में अग्रसर होने की कामना करता है। गुरुदेव ने अपने पिता श्रीश्री 1008 बालगोविंद शांडिल्य महाराज के चरण का अभिषेक कर युवाओं और प्रदेश की उज्जवल भविष्य की प्रार्थना की।   वहीं, भोपाल के गुफा मंदिर में भी सुबह से गुरु दीक्षा और पूजन का आयोजन चल रहा है। प्राद्यवराह पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 महंत रामप्रवेश दास जी महाराज का शिष्यों ने पूजन किया। गुरुदेव ने शिष्यों को दीक्षा भी दी। इसके अलावा राजहर्ष कॉलोनी कोलार स्थित श्री लक्ष्मी नारायण संस्कृत वेद विद्या गुरुकुलम में विधि-विधान के साथ लगभग 80 बच्चों का जनेऊ संस्कार हुआ। गुरुकुल के संचालक अवनीश त्रिवेदी ने बताया, गुरुकुलम की मान्यता महर्षि सांदीपनी राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड उज्जैन से है। यहां करीब 80 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। उनका आज जनेऊ संस्कार हुआ।  

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश के कई हिस्‍सों में बारिश का दौर जारी है। रविवार को भी भोपाल और नर्मदापुरम में सुबह से कभी तेज कभी धीमी बारिश हो रही है। अगले 3 दिन पूरे प्रदेश में तेज बारिश का अलर्ट है। इंदौर समेत कुल 31 जिलों में आज तेज पानी गिरने की संभावना है। विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा जिलों में 24 घंटे के अंदर 4.5 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है।   मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि सौराष्ट्र गुजरात के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, बंगाल की खाड़ी के आसपास लो प्रेशर एरिया है। मानसून ट्रफ प्रदेश के श्योपुर, दमोह, मंडला की तरफ से गुजर रही है। दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी से नमी भी आ रही है। इस कारण बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिन पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने के आसार ज्यादा है। इसलिए लोगों को बचाव की समझाइश दी गई है।   इससे पहले प्रदेश में शनिवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी और बालाघाट जिलों में पानी गिरा। रायसेन में सबसे ज्यादा 56 मिमी, यानी दो इंच से अधिक बारिश हो गई। सिवनी में डेढ़ इंच और मलाजखंड में सवा इंच बारिश दर्ज की गई। खजुराहो में पौन इंच के करीब पानी गिरा।        प्रदेश में अब तक 11.6 इंच बारिश हो गई है, जो कोटे की कुल बारिश की 35 प्रतिशत है। तेज बारिश की वजह से डैम, तालाबों में भी पानी बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान सीहोर के कोलार डैम, शहडोल के बाणसागर, खंडवा के इंदिरा सागर, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत डैम, राजगढ़ के मोहनपुरा और कुंडालिया डैम में भी पानी बढ़ा है। भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में भी आधा पानी की बढ़ोतरी हुई है।  

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उज्जैन। भगवान श्री महाकाल की सवारियों के संबंध में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने शनिवार को प्रशासनिक संकुल भवन में मीडिया से चर्चा की। प्रशासक श्री महाकालेश्वर मंदिर  मृणाल मीना ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन  से व्यवस्थाओं के संबंध विस्तृत जानकारी दी।          कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि निर्धारित रेट लिस्ट से अधिक पैसा लेने वाले होटलों को सील किया जाएगा। साथ ही उनके पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप  बाबा महाकाल की सवारी में जनजातीय कलाकारों का दल भी सहभागिता करेगा। दो चलित रथ के माध्यम से बाबा महाकाल की सवारी का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इस चलित रथ की विशेषता यह है कि इसमें लाइव बॉक्स रहेगा, जिससे लाइव प्रसारण निर्बाध रूप से होगा।  श्रावण मास की सवारियों के दृष्टिगत नगर निगम सिमा में शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में अध्यनरत कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों का सोमवार को अवकाश रहेगा।         पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारियों के सुव्यवस्थित आयोजन के लिए 2000 से अधिक का पुलिस बल और वॉलिंटियर्स तैनात रहेंगे। सवारी मार्ग पर पड़ने वाली विभिन्न गलियों का वेरिफिकेशन किया जा चुका है। रविवार सुबह से भौतिक सत्यापन की कार्रवाई भी की जाएगी। पांच ड्रोन के माध्यम से संपूर्ण सवारी मार्ग की निगरानी होगी। श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन और यातायात प्रबंधन के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग की गई है। इसी के साथ कम समय में यातायात सुचारु करने के लिए बफर जोन भी बनाया गया है।    कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संदिग्ध लोगों की जांच कर बाउंड ओवर  और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि पार्किंग व्यवस्था में प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे जो यह सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालुओं से निर्धारित शुल्क से अधिक न लिया जाए। अल्कोहल टेस्ट डिवाइस के माध्यम से वाहन चालकों की चेकिंग की जाएगी  नियमों के उल्लंघन पर ई रिक्शा वाहनों पर भी कार्रवाई होगी।   

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मानसून की गतिविधियां जारी है। बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने की वजह से पूरा प्रदेश भीग रहा है। शनिवार से सिस्टम की और स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिलेगी। आज भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत 21 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है। सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा, खरगोन, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।   मौसम विभाग ने बताया कि लो प्रेशर एरिया बंगाल की खाड़ी पर एक्टिव हुआ है। अगले 24 घंटे में यह आगे बढ़ेगा। यह ओडिशा, छत्तीसगढ़ को पार करके आगे बढ़ेगा। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है, जबकि मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, रायपुरी, पुरी होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर और पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय है। इन्हीं वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चलेगा।   इससे पहले प्रदेश में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। सुबह साढ़े 8 से शाम 5.30 बजे तक 36 मिमी यानी, डेढ़ इंच बारिश हो गई। वहीं, रायसेन में 1 इंच से ज्यादा पानी गिरा। गुना, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, सागर, सतना और मलाजखंड में भी बारिश का दौर चलता रहा। प्रदेश में अब तक 11.4 इंच बारिश हो गई है, जो कोटे की कुल बारिश की 35 प्रतिशत है। तेज बारिश की वजह से डैम, तालाबों में भी पानी बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान सीहोर के कोलार डैम, शहडोल के बाणसागर, खंडवा के इंदिरा सागर, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत डैम, राजगढ़ के मोहनपुरा और कुंडालिया डैम में एक से ढाई फीट तक पानी बढ़ गया। भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में भी आधा फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। 

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मंदसौर। जुलाई माह आधे से ज्यादा बीत चुका है, लेकिन मानसूनी वर्शा अब तक नहीं हुई है। तेज बारिश का इंतजार लम्बा होता जा रहा है। नगर के पेयजल स्तोत्र खाली हो चुके है। नगर पालिका अब एक दिन के स्थान पर दो दिन छोडकर जल प्रदाय करने की व्यवस्था पर विचार कर रही है। जिले में अब तक 7.75 इंच बारिश दर्ज की गई है। जिसमें से मंदसौर नगर में तो अब तक 4 इंच बारिश भी नहीं हुई है, जबकि मंदसौर नगर को औसत 30 से 35 इंच बारिश की आवश्‍यकता होती है।    जिले में बारिश की खेच के चलते प्रार्थनाएं और टोटके किए जा रहे हैं। गुरुवार शाम को मंदसौर के श्मशान में गधों के हल चलवाकर उड़द और नमक की बोवनी का टोटका किया गया। इससे पहले शहर के तलई वाले बालाजी मंदिर में दो दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया। वहीं इंद्र देव को मनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उजमनी का दौर भी चल रहा है। खेड़ा देव पूजे जा रहे हैं, लेकिन अब तक इंद्र देव नहीं माने और अच्छी बारिष का इंतजार ही है।    बारिश की कामना को लेकर मेंढक-मेंढकी का होगा विवाह   अच्छी बारिश की कामना हो लेकर रामटेकरी मित्र मण्डल द्वारा रविवार, 21 जुलाई को पुरानी मान्यता अनुसार मेंढक-मेंढकी का विवाह करवाकर भगवान इन्द्रदेव को प्रसन्न किया जाएगा।  रामटेकरी मित्र मण्डल के सदस्यों ने बताया कि 21 जुलाई को सायं 5.30 बजे रामटेकरी सुदामा नगर स्थित बड़े बालाजी से बैण्ड बाजों के साथ मेंढक की बनौरी निकाली जाएगी जो रामटेकरी के मुख्य मार्गों से होते हुए तेलिया तालाब में राजा यशोधर्मन की प्रतीमा के पास पहुंचेगी जहां पर विद्वान पंडितों द्वारा मेंढक-मेंढकी का विवाह सम्पन्न कराया जाएगा। विवाह के पश्चात् विवाह में शामिल धर्मप्रेमियों के लिये भोजन प्रसादी का आयोजन भी किया जाएगा।

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भोपाल।  मध्‍यप्रदेश में मानसून की गतिविधियां तेज हो गई है। अब तक प्रदेश में औसतन 11.1 इंच बारिश हो गई है, जो मानसूनी कोटे की कुल बारिश का 30 फीसदी है। मानसून ट्रफ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से आंधी-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना है। मौसम विभाग ने मध्‍यप्रदेश में अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज शुक्रवार को राजगढ़, रायसेन, हरदा, बैतूल और बालाघाट में तेज बारिश हो सकती है।       मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ गुना से होकर गुजर रही है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर भी है। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। इसके आगे बढ़ने की संभावना है। इस वजह से अगले कुछ दिन तक कई जिलों में तेज बारिश होगी। इससे पहले प्रदेश में गुरुवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल में करीब एक घंटा तेज बारिश हुई। इस दौरान 38 मिमी यानी डेढ़ इंच पानी गिर गया। सबसे ज्यादा बारिश ग्वालियर में 3 इंच हुई। मंडला में 1.7 इंच पानी गिर गया। रायसेन, छिंदवाड़ा, रीवा, सागर और बालाघाट जिले के मलाजखंड में भी तेज बारिश हुई।       गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में 21 जून को मानसून ने दस्‍तक दी थी। इसके बाद से तेज बारिश का दौर चल रहा है। हालांकि, पूर्वी हिस्से में अभी भी सूखा जैसी स्थिति है। यहां 18 प्रतिशत कम बारिश हुई है जबकि पश्चिमी हिस्से में 7 प्रतिशत बारिश ज्यादा है। ओवरऑल बात करें तो अब तक 6 प्रतिशत बारिश कम हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अब तक एवरेज 11.8 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इसके मुकाबले 11.1 इंच बारिश ही हुई है। चूंकि अगले 4 दिन भारी बारिश का अलर्ट है इसलिए यह आंकड़ा बढ़ जाएगा।  

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इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक बार फिर खजराना मंदिर में मुस्लिम समाज के 14 लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया है। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। इसके अलावा चार लोगों ने घर वापसी भी की है। ये सभी गुरुवार को भगवा वस्त्र पहन कर खजराना मंदिर पहुंचे, जहां विधि-विधान से इनका धर्म परिवर्तन कराया गया। धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों का कहना है कि वह सनातन धर्म से प्रभावित हैं और इसके चलते उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है।   हिंदू धर्म अपनाने वालों में अधिकांश खजराना इलाके के हैं, जबकि दो लोग मंदसौर के रहने वाले हैं। पिछले दिनों हिंदू धर्म अपना चुके हरिनारायण (पुराना नाम हैदर) का परिवार भी अब हिंदू बन गया है। महिलाओं ने बताया कि कुरीतियों से परेशान होकर उन्होंने परिवार ही नहीं पति को भी छोड़ दिया।   विश्व हिंदू परिषद् के संतोष शर्मा ने बताया कि सभी 18 लोगों का खजराना गणेश मंदिर में शुद्धिकरण किया गया। इन सभी लोगों ने भगवान खजराना गणेश के दर्शन कर सनातन और हिंदू धर्म के प्रति आस्था जताई। सभी लोगों ने कलेक्टर कार्यालय में शपथ पत्र देकर सूचना दे दी है।   शाजिया से सपना बनी युवती ने कहा कि उन्हें हिंदू धर्म अच्छा लगता है। एक महिला ने बताया कि उसे बचपन से ही मंदिर जाना अच्छा लगता था। हिंदू धर्म उसे अच्छा लगता है और बिना किसी के दबाव के हिंदू धर्म अपनाया है। मरियम से आश्रिता बनी महिला ने बताया कि उसके पति ने भी हिंदू धर्म अपनाया है इसलिए उसने पति के साथ हिंदू धर्म अपनाया है। वहीं, अन्‍य महिलाओं का कहना है कि उन्‍हें मंदिरों में महिलाओं को भी पूजा करते देखना अच्छा लगता था। लेकिन मुस्लिम धर्म में महिलाओं के मस्जिद जाने पर प्रतिबंध है, इसलिये उन्‍हें ये बड़ा बुरा लगता था। जबकि हिंदुओं के घर में होने वाले पूजा-पाठ देख कर उन्‍हें भी अपने घर में ऐसे ही पूजा-पाठ कराने की इच्छा होती थी।   इनको मिला नया नाम हिंदू धर्म अपनाने के बाद सभी का नाम परिवर्तित हो गया है। शाजिया हाशमी अब सपना बन गई है। इसी तरह अलफीजा से आलिया, आमिना से अमृता, आरजू से एलिना, अदनान शाह से आरव, तरन्नुम बी से तमन्ना, मुमताज बी से मीना, मुबारक शाह से मुकेश, समीर से सावन, सोफिया से भूमिका, अबेल मसीह से भरत, अयाना से प्रशंसा, अफसाना से आरती और मरियम से आश्रिता हो गई है। इसके अलावा चार लोगों का शुद्धिकरण कर घर वापसी हुई है। इनमें राकेश, महिमा, अनिता, अभिषेक शामिल हैं।     

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। लगभग सभी जिलों में रूक-रूक बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में अब तक एवरेज 10.8 इंच बारिश हो चुकी है। यह मानसून के कोटे से 5 प्रतिशत कम है। पूर्वी हिस्से में अब तक 18 प्रतिशत बारिश कम हुई है जबकि पश्चिमी हिस्से में 7 प्रतिशत अधिक है। मौसम विभाग ने आज गुरुवार को सीहोर, राजगढ़, आगर-मालवा, श्योपुर, मुरैना में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, उज्जैन, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, नर्मदापुरम, सिवनी, बालाघाट, मंडला समेत 13 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। बारिश की वजह से प्रदेश के बड़े डैम और तालाबों में भी पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है।   मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ एमपी के गुना, नरसिंहपुर जिलों से होता हुआ गुजर रहा है। साउथ गुजरात और सौराष्ट्र के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। वहीं, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भी एक्टिव है। इस कारण मध्‍यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। पूरे जुलाई ऐसा ही मौसम बना रहेगा।   इससे पहले बुधवार को मध्यप्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। भोपाल में शाम को तेज बारिश का दौर डेढ़ घंटे तक चलता रहा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, बैतूल, धार, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, मंडला, नरसिंहपुर, सागर, सतना, टीकमगढ़ और बालाघाट जिले के मलाजखंड में पानी गिरा। पचमढ़ी में सुबह साढ़े 8 से शाम 5.30 बजे तक 90 मिमी यानी 3.7 इंच बारिश हो गई। रात में भी कई जिलों में भारी बारिश हुई।       बड़े डैम और तालाबों में बढ़ा पानी का जलस्‍तर   प्रदेश में लगातार बारिश होने से बड़े डैम और तालाबों में पानी बढ़ रहा है। भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में 1659.60 फीट पानी जमा हो गया है। सीहोर के कोलार डैम में 1482.90 फीट पानी है। शहडोल के बाणसागर, खंडवा के ओंकारेश्वर, जबलपुर के बरगी, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत डैम में भी एक से दो फीट तक पानी बढ़ा है।

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भोपाल। इमाम हुसैन और उनके अनुयायी की शहादत की याद में बुधवार को मुस्लिम समुदाय का मातमी पर्व मोहर्रम प्रदेशभर में सादगी के साथ मनाया गया। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने आशुरा की नमाज अदा कर  अमन और शांति की दुआएं मांगी। इसके साथ ही प्रदेश के कई नगरों में ताजिए का जुलूस निकाला गया और कर्बला में ठंडा किया गया।   भोपाल में बुधवार शाम को मोहर्रम पर जुलूस निकाला गया। इस दौरान तकरीर में करबला की जंग के बारे में बताया गया। मातमी जुलूस में या हुसैन-या हुसैन की गूंज सुनाई दी। सैकड़ों ​ताजिये, बुर्राक, सवारियां, इस्लामी परचम के निशानों के साथ यह जुलूस शहर के कई इलाकों से होता हुआ वीआईपी रोड स्थित करबला पहुंचा।    पहला मातमी जुलूस फतेहगढ़ से शुरू होकर मोती मस्जिद चौराहे होते हुए करबला पहुंचा। इसके अलावा चार अन्य बड़े जुलूस अलग-अलग इलाकों से होते हुए पीर गेट इलाके में पहुंचे। ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी की तरफ से निकाले जाने वाले जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इसके चलते ट्रैफिक भी डायवर्ट किया गया। कई इलाकों में भारी वाहन के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहा।       गौरतलब है कि मुस्लिम धर्म के दो बड़े समुदाय शिया और सुन्नी हजरत मुहम्मद साहब को आखिरी पैगंबर मानते हैं। इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने को मुहर्रम कहा जाता है। इसकी 10वीं तारीख यानी 10वीं मोहर्रम को मातम का त्योहार मनाया जाता है, क्योंकि मोहर्रम के दसवें दिन करबला की जंग में हजरत अली के बेटे हुसैन और साथियों की जान ले ली गई थी। तब से शिया समुदाय के लोग मोहर्रम मनाते हैं।   

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भोपाल। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने भोपाल में एक नई पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य शहर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाना है। इस पहल के तहत भिक्षावृत्ति में लिप्त वयस्कों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के सर्वेक्षण और पुनर्वास के प्रयास किए जाएंगे। यह जानकारी मंगलवार को जनसम्पर्क अधिकारी अरुण शर्मा ने दी।   उन्होंने बताया कि जिले में भीख मांगने वाले व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सर्वेक्षण, पहचान, मोबिलाइजेशन, पुनर्वास और आजीविका के उपाय किए जाएंगे। इसके अलावा, उन व्यक्तियों पर भी कार्यवाही की जाएगी जो भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों का उपयोग करते हैं या उन्हें भीख मांगने के लिए मजबूर करते हैं।   कलेक्टर सिंह ने भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों के लिए आश्रय, भोजन, कपड़े, विस्तर, चिकित्सा सुविधाएं, परामर्श और शिक्षा जैसी बुनियादी सेवाएं उपलब्ध कराने दल गठित कर सर्वे कार्य प्रारंभ कराया है। इसके अंतर्गत ट्राफिक चौराहों, सड़कों, धार्मिक स्थानों, ऐतिहासिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों एवं अन्य सार्वजनिक भिक्षावृत्ति स्थानों के हॉटस्पॉट का चिन्हांकन तथा भिक्षावृत्ति करने वाले व्यक्तियों का सर्वे किया जाएगा। इसके लिए एसडीएम की अध्यक्षता में दलों का गठन किया गया है। दलों द्वारा सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया है।

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मानसून ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से आंधी-बारिश की गतिविधियां जारी है। कई जिलों में इतनी तेज बारिश हो रही है कि सड़कें तालाब बन गई हैं। नर्मदा समेत अन्य नदियां भी उफान पर आ रही हैं। बुधवार को भी इंदौर, उज्जैन समेत 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।      गौरतलब है कि प्रदेश में 21 जून को मानसून ने दस्‍तक दी थी। तभी से रुक-रुककर, कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हो रही है। पिछले 2 दिन से तेज बारिश का दौर बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया- सिस्टम की वजह से अगले पांच दिन तक तेज बारिश का दौर बना रहेगा। बुधवार को उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, देवास, खरगोन, खंडवा, छिंदवाड़ा, कटनी में भारी बारिश का अलर्ट है, जबकि भोपाल, आगर-मालवा, राजगढ़, झाबुआ, बड़वानी, इंदौर, रायसेन, पांढुर्णा, डिंडोरी में तेज बारिश हो सकती है। प्रदेश में अब तक एवरेज 10.6 इंच बारिश हो चुकी है।      वहीं, लगातार बारिश होने से प्रदेश के बड़े डैम और तालाब में भी पानी बढ़ रहा है। भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में 1659.50 फीट पानी जमा हो गया है। सीहोर के कोलार, शहडोल के बाणसागर, खंडवा के ओंकारेश्वर, जबलपुर के बरगी, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत डैम में भी एक से दो फीट तक पानी बढ़ा है।     इससे पहले मंगलवार को भोपाल, बैतूल समेत प्रदेश के 14 जिलों में बारिश हुई। बैतूल में करीब 1 इंच पानी गिर गया। धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, मंडला, सिवनी, बालाघाट के मलाजखंड में भी कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। शाजापुर के कालापीपल और आसपास के ऊपरी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हुई। इससे नदी-नालों में बाढ़ आ गई। कालापीपल-अरनिया कला रोड पर आवागमन बंद होने से कई गांवों का संपर्क टूट गया। उज्जैन में सड़कों पर डेढ़ फीट तक पानी भर गया।    

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भोपाल। सब्जियों की आसमान छूती कीमतों के बीच मध्य प्रदेश में दूध के दाम भी बढ़ गए हैं। राज्य के सहकारी दुग्ध संघ ने "सांची" दूध के दामों में दो रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है। प्रदेशभर में आज (बुधवार) से दूध की नई दरें लागू हो गई हैं। दुग्ध संघ ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सांची दूध के पैकेटों पर प्रकाशित पुरानी कीमतों को रद्द माना जाएगा।   सहकारी दुग्ध संघ द्वारा जारी नई दरों के मुताबिक, आज से सांची का फूल क्रीम दूध अब 63 रुपये प्रति लीटर की जगह 65 रुपये, चाह  दूध 50 रुपये प्रति लीटर की जगह 52 रुपये और चाय स्पेशल दूध 51 रुपये की जगह 53 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। वहीं, आधा लीटर दूध के दाम में एक रुपये की बढ़ोतरी की है। जिसमें अब डायमंड दूध 500 एमएल 33 की जगह 34 रुपये, फूल क्रीम दूध (गोल्ड) 32 की जगह 33 रुपये, स्टेण्डर्ड दूध (शक्ति) 29 की जगह 30 रुपये, टोण्ड दूध (ताजा) 26 की जगह 27 रुपये और डबल टोण्ड (स्मार्ट) 24 की जगह 25 रुपये में मिलेगा।   अमूल ने जून महीने में दूध के दाम बढ़ाए थे, तब से ही माना जा रहा था कि जल्द ही सांची दूध के दाम भी बढ़ सकते हैं। आखिरी बार सांची दूध के दाम 24 दिसंबर 2022 को बढ़ाए गए थे। हालांकि, साल 2022 में सवा चार महीने में ही चार बार दाम बढ़े थे, तब से दूध के दाम स्थिर थे। अब करीब डेढ़ साल बाद फिर सांची दूध के दामों में बढ़ोतरी हुई है। दूध के दाम बढ़ने के बाद माना जा रहा है कि अब सांची के अन्य उत्पादों के दामों में भी इजाफा हो सकता है। सांची दूध के अलावा दही, घी, पनीर, पेड़ा, मिल्क केक, श्रीखंड समेत अन्य डेरी प्रोडक्ट भी बनाता है।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ की वजह से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना है। इस वजह से प्रदेश बारिश का सिलसिला जारी है। प्रदेश में सीजन की 27 प्रतिशत यानी एवरेज 10.6 इंच बारिश हो गई है। आज मंगलवार को भी इंदौर में सुबह 5.30 बजे से तेज बारिश हो रही है। वहीं, मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल समेत 15 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में भी पानी गिरने की संभावना है।       मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ थोड़ी नीचे आई है। एक लो प्रेशर सिस्टम बंगाल की खाड़ी से एक्टिव हुआ है। पश्चिमी राजस्थान पर बना चक्रवात मानसून ट्रफ के साथ विलीन हो गया है। गुजरात के ऊपर भी एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। इस वजह से तेज बारिश हो रही है। 19-20 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है, जिससे प्रदेश में तेज बारिश का दौर बना रहेगा।       इससे पहले सोमवार को प्रदेश के 19 जिलों में तेज बारिश का दौर रहा। खरगोन के सनावद में एक टैंकर बांकुर नदी की बाढ़ में बह गया। बड़वाह में मकान-दुकानों में पानी घुस गया। नर्मदा नदी का वाटर लेवल एक मीटर तक बढ़ गया। सीहोर के आष्टा और आगर-मालवा में इतनी तेज बारिश हुई कि सड़कें तालाब बन गईं। मंडला में सबसे ज्यादा 1 इंच बारिश हुई। रतलाम में भी तेज बारिश का दौर चला। यहां भी करीब 1 इंच बारिश हुई है। छिंदवाड़ा, जबलपुर में आधा इंच के करीब पानी गिरा। इंदौर, सीहोर, भोपाल, रतलाम, मुरैना, नरसिंहपुर, सागर, उमरिया, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम, खरगोन, रतलाम, शिवपुरी समेत अन्य जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहा।       डैमों में पानी का लेवल बढ़ा    बारिश की वजह से प्रदेश के बड़े डैमों में पानी का लेवल भी बढ़ा है। सीहोर के कोलार, शहडोल के बाणसागर, खंडवा के ओंकारेश्वर, जबलपुर के बरगी, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत डैम में एक से दो फीट तक पानी बढ़ गया है। लगातार तेज बारिश होने से लेवल और भी बढ़ जाएगा।       मौसम वैज्ञानिक शिवांग बाकोदे ने बताया कि पश्चिमी गुना, इंदौर/आंध्र प्रदेश, धार/मांडू, खरगोन/महेश्वर, खंडवा/ओंकारेश्वर, सीहोर, नरसिंहपुर, सिवनी में बिजली के साथ भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है । साथ ही रायसेन/भीमबेटका, विदिशा, भोपाल, सागर, देवास, शाजापुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ में बिजली के साथ मध्यम गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। उन्‍होंने बताया कि बैरागढ़, आगर मालवा, अशोकनगर, उत्तरी बैतूल, राजगढ़, पंढुर्ना, हरदा, दमोह, सांची, उदयगिरि, जबलपुर, श्योपुर कलां, रतलाम, मंडला/कान्हा, डिंडोरी में सुबह के समय बिजली के साथ हल्की गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। 

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उज्जैन। आगामी बुधवार को देवशयनी एकादशी है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु सृष्टि का भार भगवान शिव को सौंपकर क्षीरसागर में चार माह तक शयन करने चले जाते हैं। इन चार माहों में भगवान शिव सृष्टि का भार उठाते हैं। चार माह बाद देवउठनी एकादशी पर जब भगवान विष्णु जागते हैं, तब वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान शिव सृष्टि का भार भगवान विष्णु को सौपकर कैलाश पर्वत चले जाते हैं।   दरअसल, इस परंपरा को लेकर उज्जैन में पौराणिक मान्यताएं हैं। इसी के चलते हर वर्ष वैकुंठ चतुर्दशी पर महाकाल मंदिर से भगवान शिव की पालकी रात्रि 11 बजे द्वारकाधीश मंदिर, जिसे आम बोलचाल में गोपाल मंदिर कहा जाता है, जाती है और रात्रि में गोपाल मंदिर में हरि और हर का मिलन होता है। भगवान शिव सृष्टि का भार भगवान विष्णु को सौंपकर रात्रि में ही अपने महल में(महाकाल मंदिर)लौट जाते हैं। देश-दुनिया में इस परंपरा को सोशल मीडिया के माध्यम से लाखो भक्त निहारते हैं।   उज्जैन में इस रात्रि हजारों भक्त इस परंपरा को देखने के लिए जुटते हैं। जब हरि -हर मिलन होता है तो शैव एवं वैष्णव परंपरानुसार भगवान शिव का तुलसी की माला से और भगवान विष्णु का आंकड़े की माला से क्रमश: अभिषेक पूजन होता है। ऐसी भी मान्यता है कि तत्कालिन समय रियासतकालीन दौर था, तब शैव एवं वैष्णवों के बीच होनेवाले मतभेदों को दूर करने के लिए यह परंपरा प्रारंभ हुई। हालांकि इस परंपरा का एक सिरा आज भी अधूरा है। जब देव शयनी एकादशी आती है और भगवान शिव को भगवान विष्णु सृष्टि का भार सौंपकर क्षीरसागर में विश्राम करने जाते हैं तो उज्जैन सहित देशभर में ऐसा कोई आयोजन नहीं होता है।     इनका कहना है- ज्योतिषाचार्य पं.हरिहर पण्ड्या के अनुसार देवशयनी एकादशी बुधवार को है। हरि-हर मिलन को लेकर जो पौराणिक मान्यता है,उस अनुसार देश-दुनिया में केवल उज्जैन में ही वैकुंठ चतुर्दशी को भव्य आयोजन होता है, जिसे हरि - हर मिलन कहते हैं। जब भगवान शिव को भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी को सृष्टि का भार सौंपकर क्षीरसागर में विश्राम हेतु जाते हैं, तो उज्जैन में कोई आयोजन नहीं होता है। स्कंद पुराण के अवंति खण्ड में सप्तपुरियों में क्षीरसागर का उल्लेख जरूर है, जो उज्जैन शहर में स्थित है।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक भोजशाला मामले में लगातार 98 दिन तक चले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सर्वे की रिपोर्ट मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में प्रस्तुत की गई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के वकील हिमांशु जोशी ने सोमवार को रिपोर्ट इंदौर हाई कोर्ट में पेश की। यह रिपोर्ट मीडिया से शेयर नहीं करने के निर्देश सभी पक्षों को दिए गए हैं। पता चला है कि यह रिपोर्ट 2000 से ज्यादा पन्नों में है। सर्वे और खुदाई के दौरान मिले 1700 से ज्यादा प्रमाण-अवशेष इस रिपोर्ट में शामिल किए गए हैं। इस पर आगामी 22 जुलाई को सुनवाई होगी।   एएसआई के वकील हिमांशु जोशी ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक से की गई विज्ञानी सर्वे की रिपोर्ट पेश कर दी है। उनका कहना है कि रिपोर्ट दो हजार पेज की है। इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकते। इस रिपोर्ट में 98 दिन चले सर्वे में एकत्रित किए 1700 से ज्यादा प्रमाण और खुदाई में मिले अवशेषों का विश्लेषण शामिल किया गया है। इस रिपोर्ट की एक-एक प्रति मामले से जुड़े सभी पक्षकारों को उपलब्ध करवाई गई है। इसके बावजूद रिपोर्ट में क्या है, यह अब तक रहस्य बना हुआ है। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद ही पता चलेगा कि धार भोजशाला मंदिर है या मस्जिद।   इधर, हिंदू पक्ष के लोग दावा कर रहे हैं कि जो सर्वे रिपोर्ट पेश हुई है, उससे साफ हो जाएगा कि इसे राजा भोज ने बनाया था। हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने दावा किया कि जो सर्वे हमारे सामने हुआ था, उस आधार पर हम कह रहे हैं कि यह इमारत राजा भोज के काल की ही साबित होगी, जिसे वर्ष 1034 में बनाया गया था। एएसआई को इस सर्वे में कई प्राचीन मूर्तियां मिली हैं, जो परमारकालीन हो सकती हैं। इस तरह ये परमारकालीन इमारत है। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान सामने आए अवशेषों से लगभग तय माना जा रहा है कि यह परमारकालीन यानी 9वीं से 11वीं शताब्दी के बीच का निर्माण है। इस बीच, गर्भगृह के पास 27 फीट लंबी दीवार भी मिली है, जो ईंटों से बनी है। पुरातत्वविदों का मानना है कि ईंटों से निर्माण और भी प्राचीन समय में होता था। मोहन जोदड़ो सभ्यता के समय, यानी यह स्थान और भी प्राचीन हो सकता है।   हिंदू फॉर जस्टिस ने दायर की थी याचिका गौरतलब है कि भोजशाला को लेकर दशकों से विवाद चल रहा है। हिंदू फॉर जस्टिस ने एक वर्ष पहले मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के समक्ष एक याचिका दायर कर भोजशाला परिसर में शुक्रवार को होने वाली नमाज रोकने की गुहार लगाई थी। याचिकाकर्ता का कहना है कि हिंदू लोग मंगलवार को भोजशाला में पूजा करते हैं और मुस्लिम लोग शुक्रवार को वहां नमाज कर उसे अपवित्र कर देते हैं। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान 11 मार्च 2024 को आदेश दिया था कि एएसआई भोजशाला का विज्ञानी सर्वे कर रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करे। यह सर्वे 98 दिन चला।   जिला प्रशासन की वेबसाइट के अनुसार भोजशाला राजा भोज ने बनवाई थी। यह यूनिवर्सिटी थी, जिसमें वाग्देवी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। मुस्लिम शासक ने इसे मस्जिद में परिवर्तित कर दिया था। इसके अवशेष प्रसिद्ध मौलाना कमालुद्दीन मस्जिद में देखे जा सकते हैं। यह भोजशाला के कैंपस में स्थित है जबकि देवी की प्रतिमा लंदन के म्यूजियम में रखी है। साल 2006, 2012 और 2016 में शुक्रवार को वसंत पंचमी आई तो विवाद की स्थिति बनी। वसंत पंचमी पर हिंदू पक्ष को पूजा जबकि शुक्रवार होने से मुस्लिमों को नमाज की अनुमति भी है। ऐसे में वसंत पंचमी शुक्रवार को आने पर समझाैते के बीच पूजा और नमाज दोनों करवाए जाते हैं।     

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भोपाल। डॉ. सुदाम खाड़े ने साेमवार काे जनसंपर्क संचालनालय में आयुक्त जनसंपर्क का पदभार ग्रहण कर लिया है। निवर्तमान जनसंपर्क आयुक्त संदीप यादव ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।   जनसंपर्क संचालनालय में डॉ. खाड़े के पदभार ग्रहण करने पर संचालक रौशन कुमार सिंह, अपर संचालक जीएस वाधवा, संजय कुमार जैन, मनोज खरे सहित सभी अधिकारी, कर्मचारियों ने पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया।    

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भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश के वजह से नदी नाले उफान पर है। इसके अलावा कई जगह बाढ़ की भी स्थिति देखी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में इस समय बारिश के तीन सिस्टम एक्टिव है, जिसकी वजह से तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज सोमवार को राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार सहित 12 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश, गरज-चमक या आंधी चलने का अनुमान है।    प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। सोमवार सुबह 5 बजे से भोपाल में बारिश हो रही है। इंदौर, उज्जैन समेत 12 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 15 से ज्यादा जिलों में पानी गिरा। मध्‍यप्रदेश में अब तक एवरेज 10.2 इंच बारिश हो चुकी है, जो कोटे की कुल बारिश का 27 प्रतिशत है।    मौसम विभाग भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन थोड़ी नीचे आई है। अभी यह बीकानेर, लखनऊ से रांची होते ही बंगाल की तरफ जा रही है। उन्‍होंने बताया कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन गुजरात के ऊपर है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव है। इन सिस्टम की वजह से अगले कुछ दिन तक तेज बारिश का दौर चलेगा। मानसून ट्रफ लाइन आने वाले दिनों में और नीचे आएगी। इससे तेज बारिश होने का अनुमान है। साथ ही पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने या चमकने का दौर भी है।    इससे पहले रविवार को सागर, सीधी, भोपाल समेत 15 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश का दौर रहा। सागर में 44 मिमी यानी, 1.8 इंच पानी गिर गया। सीधी, खरगोन, रतलाम में पौन इंच के करीब बारिश हुई। भोपाल, टीकमगढ़, उमरिया, बैतूल, बालाघाट के मलाजखंड, सीहोर, शाजापुर, छिंदवाड़ा समेत अन्य जिलों में भी बारिश का दौर चलता रहा।  

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एमपी अजब है और गजब भी है.... .ऐसा ही  गजब  कारनामा छतरपुर के बिजली विभाग ने किया है.....बिजली कंपनी ने साइकिल का पंचर बनाने वाले दुकानदार को 1 लाख 22 हजार से अधिक का बिजली बिल थमा दिया है..... जिससे उसका परिवार सदमे में हैं.....छतरपुर के इमलाहा गांव में पंचर की दुकान चलाने वाले संतोष साहू के घर बिजली विभाग ने एक लाख बाईस हजार का बिल भेज दिया.....बिल देख कर उसके होश उड गये और वह सदमे में आ गया...... संतोष साहू की दुकान पर दो बल्ब और एक पंखा लगा है .....लेकिन लाखों का बिल देखकर उसका पूरा परिवार सदमे है ..... संतोष ने बताया कि मेरा पिछला बिल दाे हजार रुपए करीब आया था ....जो मैंने यहां वहां से कर्ज लेकर के जमा कर दिया था..... लेकिन जून माह का बिल 1 लाख 22 हजार से ज्यादा आ गया.... अब  बिजली विभाग का कहना है कि आपके माध्यम से हमें जानकारी लगी है.... उपभोक्ता का बिल यदि गलत आया है तो उसे चैक कर सुधारा जायेगा....

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है। भोपाल शहर में रविवार सुबह फुहारें पड़ीं, रात में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हुई। जबलपुर, खरगोन, सागर, सतना, सिवनी, मलाजखंड, धार, विदिशा में भी शनिवार को पानी गिरा। मौसम विभाग ने आज रविवार को मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्से इंदौर, छिंदवाड़ा समेत 20 जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई है। पूरे प्रदेश में बिजली गिरने और चमकने के भी आसार हैं।   भोपाल समेत पश्चिम मध्यप्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश नहीं हो रही है। इसकी वजह बताते हुए मौसम केंद्र की इंचार्ज डायरेक्टर डॉ. दिव्या ई सुरेंद्रन कहती हैं कि अभी कोई बड़ा मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है। बारिश कराने वाली मानसून ट्रफ लाइन भी ऊपर तरफ यूपी की ओर शिफ्ट हो गई है। भोपाल में अब तक 12.85 इंच बारिश हो चुकी है, जो कोटे की 34% है। बारिश की वजह से सीजन में पहली बार कोलांस नदी 1 फीट ऊपर बह रही है। इससे बड़ा तालाब का लेवल भी बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिन तक कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।    बता दें कि एमपी के सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-5 जिलों में भोपाल भी शामिल हैं। यहां अब तक करीब 13 इंच बारिश हो चुकी है। ओवरऑल बारिश में भोपाल आगे जरूर है, लेकिन जुलाई की एवरेज बारिश से काफी पीछे है। जुलाई महीने की एवरेज बारिश 367.7 मिमी यानी 14.4 इंच है। 1 से 14 जुलाई तक भोपाल में 95 मिमी यानी, 4.8 इंच पानी गिर चुका है। कोटा पूरा होने में अब 9.6 इंच पानी की और जरूरत है।   बारिश होने से बड़ा तालाब में पानी का लेवल बढ़ रहा है। डेढ़ फीट पानी बढ़कर लेवल 1659 फीट पहुंच गया है। बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया और कोलांस नदी में भी पानी की अच्छी आमद है। शनिवार को कोलांस नदी अपने लेवल से 1 फीट ऊपर बही। यह पानी बड़ा तालाब में आ रहा है। इससे रविवार को लेवल और भी बढ़ सकता है।

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस सात दिवसीय महोत्सव की शुरुआत रविवार, 14 जुलाई से होगी। इस मौके पर सात दिवसीय शिव महापुराण दोपहर एक बजे से चार बजे तक और एक दिवसीय 21 जुलाई को दीक्षा महोत्सव का आयोजन प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में किया जाएगा। मंदिर परिसर में होने वाली कथा की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।   प्रशासनिक अधिकारियों ने शनिवार को कथा स्थल का जायजा लिया। कथास्थल पर एक दिन शनिवार की सुबह से ही हजारों श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके लिए विठलेश सेवा समिति के व्यवस्थापक समीर शुक्ला, पंडित विनय मिश्रा, आशीष वर्मा, मनोज दीक्षित मामा, आकाश शर्मा, सौभाग्य मिश्रा, रविन्द्र नायक सहित अन्य ने यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी के अलावा जय श्री गायत्री पनीर फैक्ट्री के संचालक समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद मोदी द्वारा सहयोग किए तीन हजार लीटर की ठंडाई का वितरण किया गया। इस मौके पर फैक्ट्री की ओर से डीसी बघेल आदि शामिल है। यहां आने वाले श्रद्धालु के लिए आधुनिक रसोई में 50 क्विंटल आलु, 30 क्विंटल कद्दू, 50 क्विंटल आटा, 20 क्विंटल सेव-मिक्सर आदि की व्यवस्था समिति द्वारा की जा रही है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और पार्किंग आदि के लिए पुलिस विभाग की ओर से 500 से अधिक जवानों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा नगर पालिका, जनपद, स्वास्थ्य विभाग, मध्यप्रदेश वितरण कंपनी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा भी उचित व्यवस्था की जा रही है।   हजारों की संख्या में श्रद्धालु पंडाल में डेरा डाल चुके   विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि रविवार से आरंभ होने वाली सात दिवसीय शिव महापुराण दोपहर एक बजे से आरंभ होगी, लेकिन एक दिन पहले ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु पंडाल में डेरा डाल चुके हैं। बोरिया-बिस्तरा लेकर परिवार के साथ डटे हुए हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और राजस्था से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। श्रद्धालु पूरी व्यवस्था लेकर कथा पंडाल में पहुंचकर अपना स्थान सुरक्षित कर रहे हैं। यहां अब तक करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालु आ चुके थे। कथा स्थल पर तीन भव्य पंडाल बनाए है। जिसमें दो लाख से अधिक श्रद्धालु एक साथ बैठकर कथा का श्रवण कर सकते है। इसके अलावा भोजनशाला आदि के लिए भी अनेक पंडाल बनाए गए हैं।

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मानसून की गतिविधियां जारी है। हालांकि प्रदेश से ट्रफ लाइन दूर निकल गई है, लेकिन उत्तरी गुजरात में एक्टिव साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को भोपाल-इंदौर समेत 12 जिले भीगे, जबकि आज शनिवार को 8 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है।   मौसम विभाग भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि पूरे प्रदेश में गरज-चमक की स्थिति रहेगी। बिजली गिरने के आसार ज्यादा है। मानसून ट्रफ लाइन काफी ऊपर चली गई है। उत्तरी गुजरात में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। यही सिस्टम बारिश करा रहा है। पश्चिमी हिस्से में शुक्रवार को बारिश हुई। शनिवार को कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, धूप-छांव की स्थिति भी रहेगी।   इससे पहले कई जिलों में शुक्रवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। सीधी में 1.4 इंच पानी गिर गया। भोपाल, गुना और नौगांव में करीब 1 इंच बारिश हुई। बैतूल, धार, इंदौर, खंडवा, रतलाम, खजुराहो, रीवा, टीकमगढ़ और बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। रात में टीकमगढ़, निवाड़ी के ओरछा, छतरपुर के खजुराहो, पन्ना, दमोह, हरदा, सतना के चित्रकूट, अशोकनगर, भोपाल, सागर, खंडवा, खरगोन, बैतूल, गुना, राजगढ़, देवास, सिवनी, बालाघाट, उमरिया, शहडोल, कटनी, शिवपुरी, दतिया के रतनगढ़, विदिशा के उदयगिरि, रायसेन के भीमबेटका और सांची, सीहोर, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, उज्जैन, बड़वानी, इंदौर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा , जबलपुर, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर के अमरकंटक, रीवा, सीधी, सिंगरौली और श्योपुर में भी मौसम बदला रहा।   बारिश के दौर के बीच कई शहरों में गर्मी का असर भी रहा। ग्वालियर, नरसिंहपुर, टीकमगढ़ और खजुराहो में पारा 35 डिग्री के पार रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 32.8 डिग्री, इंदौर में 30.7 डिग्री, जबलपुर में 33.6 डिग्री और उज्जैन में पारा 32.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नर्मदापुरम के पचमढ़ी में पारा सबसे कम 28 डिग्री रहा। नौगांव में 28.5 डिग्री और खंडवा में पारा 29.1 डिग्री सेल्सियस र

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जबलपुर। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश होंगे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।   दरअसल, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की थी। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया।   2011 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने थे   न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया का जन्म 1 नवंबर 1965 को हुआ था। 1986 में चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से बीए ऑनर्स और 1989 में चंडीगढ़ के पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने एमएलबी किया। न्यायमूर्ति संधावालिया को 30 सितंबर, 2011 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और 24 जनवरी, 2014 को वे स्थायी न्यायाधीश बन गए थे।     संधावालिया एक कानूनी परिवार से हैं। उनके पिता 1978 से 1983 तक पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट और 1983 से 1987 तक पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में एक वकील के रूप में भी काम किया। कॉलेज के दिनों में लॉन टेनिस के खेल में अपने कॉलेज और विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी भी रहे हैं।

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। हालांकि मध्यप्रदेश से गुजर रही मानसूनी ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर भी कम हुआ है। इस वजह से अब प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर भी थम गया है। गुरुवार को प्रदेश के पूर्वी हिस्से के 12 जिलों में बारिश हुई, जबकि पश्चिमी हिस्से में सिर्फ दो जिले बैतूल-गुना में हल्की बारिश हुई। ऐसा ही मौसम शुक्रवार को भी बना रहेगा। नमी और लोकल सिस्टम की वजह से शुक्रवार को शिवपुरी, अशोकनगर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, सागर, बैतूल सहित 8 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। जबकि प्रदेश में अगले 4 दिन हल्‍की बारिश होने की संभावना है।    मौसम विभाग ने बताया कि ट्रफ प्रदेश से गुजर रहा था, जो अब काफी ऊपर निकल गया है। वहीं, वर्तमान में स्ट्रॉन्ग सिस्टम नहीं है। इस कारण पूर्वी हिस्से में थोड़ी तेज बारिश हो सकती है, लेकिन पश्चिमी हिस्से में असर कम करेगा। कुछ दिन के बाद सिस्टम की फिर से स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिल सकती है। उन्‍होंने बताया कि अभी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। आने वाले दिनों में भारी बारिश होगी।   इससे पहले गुरुवार को मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में तेज बारिश का दौर जारी रहा। 12 जिलों में पानी गिरा। सबसे ज्यादा दमोह में 56 मिमी यानी, 2.2 इंच पानी गिर गया। खजुराहो, मंडला, नौगांव, सतना, सिवनी में आधा इंच से पौन इंच के करीब पानी गिरा। छिंदवाड़ा, जबलपुर, रीवा, सागर, उमरिया, बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से यानी, बैतूल और गुना में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।     वहीं, बारिश का दौर थमने के बाद गुरुवार को कई जिलों में दिन का तापमान भी बढ़ोत्‍तरी हुई। निवाड़ी के पृथ्वीपुर और छतरपुर के बिजावर में पारा 36 डिग्री के पार रहा। ग्वालियर में 35.5 डिग्री और खजुराहो में 35.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, रतलाम, उमरिया, गुना और सतना में पारा 34 डिग्री से ज्यादा रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 31.5 डिग्री, इंदौर में 32.3 डिग्री, जबलपुर में 32 डिग्री और उज्जैन में पारा 33 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में सबसे कम 27.2 डिग्री, सिवनी में 27.4 डिग्री और बैतूल में पारा 29.5 डिग्री दर्ज किया गया।

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उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से सावन-भादौ मास में भगवान महाकाल की सवारी परंपरा के अनुसार ही निकाली जाएगी। राजाधिराज महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। सवारी में भक्तों को भगवान महाकाल के सुगमता से दर्शन हो सकें, इसके लिए कारवां में दो एलईडी वाहनों को शामिल किया जाएगा।   यह निर्णय गुरुवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में सावन मास की दर्शन व्यवस्था से संबंधित कुछ अन्य निर्णय भी हुए हैं। कलेक्टर ने सदस्यों से चर्चा के बाद यह स्पष्ट किया कि मंदिर की पूजन व उत्सव परंपरा में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होगा।   भगवान महाकाल की सवारी अनादिकालीन परंपरा के अनुसार, पालकी में ही निकाली जाएगी। सावन में भगवान महाकाल के जलाभिषेक का विशेष महत्व है। देश-विदेश से आने वाले दर्शनार्थी सुविधा से भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर सकें, इसके लिए कार्तिकेय व सभा मंडप में जल पात्र लगाए जाएंगे।   कांवड़ यात्री के लिए व्यवस्था श्रावण मास में देशभर से कांवड़ यात्री भगवान महाकाल का जलाभिषेक करने उज्जैन आते हैं। कांवड़ियों को शनिवार, रविवार व सोमवार को भीड़ भरे दिनों को छोड़कर मंदिर के चार नंबर गेट से विशेष प्रवेश दिया जाएगा। इन तीन दिन अगर कांवड़ यात्री महाकाल दर्शन करने आते हैं, तो उन्हें सामान्य दर्शनार्थियों की कतार में लगकर दर्शन करने होंगे।   भस्मारती को लेकर ये व्यवस्था श्रावण मास में शनिवार, रविवार व सोमवार को ऑनलाइन भस्म आरती की बुकिंग सुविधा ब्लाक रहेगी। इन दिनों में दर्शनार्थियों को मंदिर के भस्म आरती काउंटर से आफलाइन अनुमति प्राप्त करनी होगी। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, एसपी प्रदीप शर्मा समिति सदस्य महंत विनितगिरि महाराज, पंडित राम पुजारी, राजेंद्र शर्मा, प्रदीप पुजारी आदि मौजूद थे।   परंपरा कायम, ट्राले पर सवारी निकालने की उठ रही थी मांग कुछ दिनों से शहर में सवारी की परंपरा में परिवर्तन करने की मांग लगातार उठाई जा रही थी। शहर के कुछ लोगों का कहना था कि पालकी में भगवान महाकाल के दर्शन नहीं हो पाते हैं, इसलिए भगवान को ट्राले, ट्रैक्टर अथवा बैलगाड़ी पर विराजित करके सवारी निकाली जाए। हालांकि प्रबंध समिति की बैठक में इन विषयों पर किसी प्रकार की चर्चा तक नहीं हुई।

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भोपाल । मध्‍यप्रदेश में मानसून की गतिविधियां तेज हो गई है। मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से रीवा-सीधी में गुरुवार को भारी बारिश होने का अनुमान है। अगले 24 घंटे में यहां 4 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। मौसम विभाग ने मऊगंज, सतना, मैहर, सिंगरौली, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।   सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में 2 साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से सिस्टम एक्टिव है। ये सिस्टम प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश करा रहे हैं। अगले 4-5 दिन बरसात का सिलसिला जारी रहेगा।   इससे पहले बुधवार को दमोह, भोपाल, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, पचमढ़ी और शिवपुरी में बारिश हुई। शाम तक दमोह में सवा इंच और भोपाल में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। ग्वालियर, पचमढ़ी और शिवपुरी में भी बारिश का आंकड़ा आधा से पौन इंच तक रहा। कई जिलों में तेज धूप भी खिली। इस कारण पारे में 4.8 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई। रीवा और दमोह में पारा 37 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। सतना, टीकमगढ़, खजुराहो और नौगांव में तापमान 36 डिग्री या इससे ज्यादा दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 33.6 डिग्री, इंदौर में 30.8 डिग्री, ग्वालियर में 36.3 डिग्री, जबलपुर में 34.6 डिग्री और उज्जैन में तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।    

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भोपाल। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में बुधवार को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर भस्म आरती के दौरान जलाभिषेक पूजन के बाद भगवान महाकाल का गणेश स्वरूप में विशेष शृंगार किया गया। भगवान के इस दिव्य स्वरूप के सैकड़ों भक्तों ने दर्शन कर पुण्य लाभ लिया।   श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के जयकारे लगाए, जिससे पूरा मंदिर बाबा के जयकारों से गूंज उठा। परम्परा के मुताबिक, महाकालेश्वर मंदिर में तड़के चार बजे कपाट खुलने के पश्चात पुजारियों ने भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया । इसके बाद दूध, दही, घी, शहद फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक-पूजन किया गया। भगवान महाकाल को मस्तक पर रजत चंद्र के साथ ओम और त्रिपुण्ड और मोगरे के सुगंधित पुष्प अर्पित कर भगवान गणेश जी के स्वरूप में शृंगार किया।   भस्म आरती के दौरान महाकाल का भांग, चन्दन, सिंदूर अर्पित कर आभूषणों से शृंगार किया गया। मस्तक पर चन्दन का तिलक और सिर पर शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुंडमाला और रजत जड़ी रुद्राक्ष की माला के साथ- साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों तेज बारिश का सिलसिला जारी है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन के सक्रिय होने से ऐसा मौसम बन रहा है। मंगलवार को इंदौर समेत कई जिलों में बारिश हुई। बुधवार को भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। निमाड़ के साथ एमपी के दक्षिणी हिस्‍से में बारिश का पूर्वानुमान है। इसके साथ ही धार-छिंदवाड़ा समेत 18 जिलों में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि भोपाल-इंदौर में हल्‍की बारिश की संभावना है।भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 24 घंटे में छतरपुर, पन्ना, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी में भारी बारिश हो सकती है। उन्‍होंने बताया कि एमपी के उत्तरी हिस्से में ट्रफ लाइन गुजर रही है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। इस वजह से बारिश हो रही है, जो आगे भी जारी रहेगी।इससे पहले मंगलवार को मंडला, बालाघाट, बैतूल, धार, ग्वालियर, इंदौर, रतलाम समेत कई जिलों में बारिश हुई। दूसरी ओर, भोपाल समेत कई शहरों में धूप भी निकली। इस वजह से दिन के टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी हो गई। सीधी, दमोह और नौगांव में पारा 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 34.3 डिग्री सेल्सियस, इंदौर में 33.4 डिग्री, ग्वालियर में 36.6 डिग्री, जबलपुर में 34.1 डिग्री और उज्जैन में 35 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। बैतूल में तापमान सबसे कम 28.5 डिग्री रहा। खरगोन-पचमढ़ी में 29.2 डिग्री और सिवनी में यह 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। सोमवार को भी 15 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। दरअसल, प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। जिसकी वजह से पिछले 4 दिन से ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश का दौर चल रहा है। सोमवार को बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी श्योपुर, छिंदवाड़ा, शिवपुरी समेत 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि पिछले 48 घंटे में प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। नार्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर और साउथ राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, मानसून ट्रफ और नीचे आई है। यह प्रदेश में रायसेन, मंडला होते हुए गुजर रही है। इन सिस्टम की वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश हो रही है। यह दौर अगले एक सप्ताह तक बना रहेगा।   इसके अलावा इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि मंगलवार को बड़वानी/बावनगजा, खरगोन और झाबुआ में भारी वर्षा के साथ बिजली गिरने की संभावना है, जबकि अलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर में मध्यम गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है; और धार/मांडू, बैतूल, महेश्वर, मुरैना, श्योपुर कलां, पंढुर्ना और पूर्वी विदिशा में सुबह के समय हल्की गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इससे पहले सोमवार को बैतूल में सबसे ज्यादा 42 मिमी यानी, 1.7 इंच पानी गिर गया। खजुराहो में सवा इंच बारिश हुई। वहीं राजधानी भोपाल में भी तेज बारिश का दौर चला। बालाघाट के मलाजखंड, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम के पचमढ़ी और उज्जैन में भी बारिश दर्ज की गई।

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भोपाल। मध्‍य प्रदेश में सोमवार को कई जिलों में बारिश होने की बात मौसम विभाग ने कही है। जिसमें कि ग्‍वालियर-चंबल संभाग में लगातार चौथे दिन भी भारी बारिश का अलर्ट दिया गया है, जिसके चलते प्रशासन मुस्‍तैद है और जहां भी जल भराव हो रहा है, वहां ग्रामीणों के बीच लगातार वैकल्‍‍प‍िक रास्‍ते एवं अन्‍य व्‍यवस्‍थाओं को करने में लगा दिख रहा है।   उल्‍लेखनीय है कि इस वक्‍त मानसून द्रोणिका वर्तमान में मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, सीधी, डाल्टनगंज, आसनसोल होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर सक्रिय हो गया है। पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। गुजरात से लेकर केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। तो वहीं, दूसरी ओर तीन मौसम प्रणालियां भी बनी हुई हैं। इनके असर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है।   इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि शिवपुरी/ कूनो एनपी, श्योपुर कलां, दक्षिण ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर/ अमरकंटक में बिजली के साथ भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। साथ ही इंदौर/ एपी, धार/ मांडू, सीहोर, दक्षिण देवास, शाजापुर, पूर्व रायसेन, विदिशा, उत्तर ग्वालियर, दक्षिण मुरैना, दतिया/ रत्नागढ़, सागर, दमोह, कटनी, जबलपुर/ भेड़ाघाट/ एपी, नरसिंहपुर, निवारी/ ओरछा, टीकमगढ़ और डिंडोरी में बिजली के साथ मध्यम गरज के साथ बारिश हो सकती है।       उन्‍होंने बताया, बुरहानपुर, राजगढ़, खंडवा, हरदा, खरगोन, नर्मदापुरम/ पंचमढ़ी, झाबुआ, उज्जैन, अलीराजपुर, बड़वानी, आगर, भिंड, उत्तर देवास, पश्चिम रायसेन/ भीमबेटका, भोपाल/ बैरागढ़_एपी, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, छतरपुर/ खजुराहो, पन्ना/ टीआर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज में बिजली के साथ हल्की गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, सीधी, सिंगरौली, बालाघाट और मंडला में देर रात तक बारिश होगी।

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स्वास्थ्य विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी अपनी मांगों और समस्याओं के निराकरण के लिए हल्ला बोलने की तैयारी में है....इसके लिए आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने सामूहिक अवकाश पर रहने की सूचना मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को दे दी है.....मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा सकती है,.. 15 दिन बाद एनएचएम संविदा आउट सोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर बड़ा प्रदर्शन होने जा रहा है....एनएचएम संविदा आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष कोमल सिंह ने बताया कि एनएचएम संविदा आउट सोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अंतर्गत प्रदेश के 12 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी आते है.... जो अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर हल्ला बोल की तैयारी में है....

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सिंगरौली  में बने पीएम आवास योजना में बड़े पैमाने पर लापरवाही का मामला सामने आया है......यहां रहने वाले लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है.....रहवासियों ने नगर निमग आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाए है...... सिंगरौली नगर निगम के गनियारी में पीएम आवास में रहने वाले लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है....रहवासी नगर निगम अधिकारियों को लगातार फोन लगाकर थक चुके है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है....लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास की बिजली पानी समेत सभी व्यवस्थाएं नगर निगम करता है लेकिन भ्रष्टाचार का आलम यह है कि.... सिर्फ पैसे की बंदर बांट हो रही है ....व्यवस्था जस की तस है .... नगर निगम के नगवागत कमिश्नर दया किशन शर्मा भी इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहे है....

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भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन एक्टिव होने से प्रदेश में आंधी-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम है। इस वजह से ग्वालियर, चंबल संभाग के साथ प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। ऐसा ही मौसम आज रविवार को भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने ग्वालियर, भिंड, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।     सीनियर मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि ग्वालियर-चंबल और प्रदेश के अन्य हिस्सों से दो ट्रफ गुजर रही है। वहीं, उत्तर प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इनकी वजह से पूरे मध्यप्रदेश में मौसम बदला हुआ है। उन्होंने बताया कि कई जिलों में 11 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट बना रहेगा। इन दौरान कई जिलों में भारी बारिश होगी।     इससे पहले शनिवार को ग्वालियर में पौने 2 इंच पानी गिर गया। ग्वालियर और भिंड के कई इलाकों की कॉलोनियों में पानी भर गया। श्योपुरकलां और शिवपुरी में तो बाढ़ जैसे हालात रहे। दमोह में एक स्कूल में पानी भर गया। वहीं, भोपाल, सीहोर, खजुराहो, मंडला, सतना, सिवनी, बालाघाट जिले के मलाजखंड, धार, गुना, नर्मदापुरम, खरगोन, शिवपुरी में भी बारिश हुई। बारिश होने से कई जिलों में दिन का टेम्प्रेचर भी लुढ़क गया। पचमढ़ी में पारा 25 डिग्री सेल्सियस तक आ गया।

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ग्वालियर। जिले के भितरवार थाना एवं अनुविभागीय क्षेत्र के ग्राम गोहिंदा में शनिवार सुबह बच्चों को स्कूल लेने के लिए पहुंची एक स्कूल की वैन में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरी वैन को अपनी चपेट में ले लिया और धू-धू कर जलने लगी। हादसे के बाद वैन चालक मौके से भाग निकला। चीख-पुकार सुनकर सरपंच पति ने जान जोखिम में डालकर फंसे बच्चों ग्रामीणों की सहायता से सुरक्षित और सकुशल बाहर निकाला। इसके बाद सभी बच्चों को सुरक्षित स्थान पर भेजा।     समय रहते अगर सरपंच पति द्वारा अपनी सूझबूझ और जान जोखिम में डालकर हिम्मत न जुटाई होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। सरपंच पति की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, तब तक बैन जलकर खाक हो गई। इस घटना में किसी प्रकार की कोई जनहानि की घटना नहीं हुई है।     पुलिस के अनुसार, हादसा शनिवार सुबह करीब आठ बजे हुआ। भितरवार करेरा रोड वार्ड क्रमांक 5 शासन स्थित सनराइज स्कूल की वैन रोजाना की तरह नजदीकी गांव गोहिंदा के स्कूली बच्चों को लेने के लिए गई हुई थी। जैसे ही स्कूली बच्चों को भरकर स्कूल के लिए वापस आ रही थी, तभी ग्राम सरपंच भावना सोनू दुबे के घर के सामने बच्चों से भरी स्कूल वैन में आग लग गई, जिससे घबराकर वैन चालक मौके से वैन में फंसे बच्चों को अपने हाल पर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। आग की लपटें देख वैन में मौजूद बच्चों की चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों के साथ घर के बाहर बैठे सरपंच पति सोनू दुबे ने बच्चों की चीख पुकार सुनी और वैन को जलते हुए देखा तो वह अपनी जान की परवाह न करते हुए अन्य ग्रामीणों के साथ पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से वैन में फंसे बच्चों को सुरक्षित और सकुशल बाहर निकाला।   ग्रामीणों की सहायता से वैन में लगी आग को बुझाने का प्रयास रेत और पानी डालकर किया, लेकिन वैन में लगे गैस सिलेंडर से आग और भी ज्यादा भड़कने लगी।   उन्होंने इसकी सूचना भितरवार पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई। हादसे के दौरान वैन में छह बच्चे सवार थे।   घटना की जानकारी लगने के बाद भितरवार एसडीएम देवकीनंदन सिंह ने स्कूलों में लगे वाहनों की जांच करने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए हैं। वहीं घटना के बाद एसडीओपी जितेंद्र नगाइच के निर्देश पर थाना प्रभारी अतुल सिंह सोलंकी मामले को लेकर सनराइज स्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने बीट प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अवतार सिंह राजपूत के साथ स्कूल में लगे वाहनों की जानकारी ली साथ ही चालक और परिवहन विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार अन्य जानकारियां भी एकत्रित की है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानूसन की गतिविधयां तेज हो गई है। प्रदेश में बारिश के दो सिस्टम एक्टिव हैं। इस वजह से पूरा प्रदेश भीग रहा है। आज शनिवार को भी ग्वालियर-चंबल में भारी बारिश का अलर्ट है। प्रदेश के बाकी जिलों में भी पानी गिरेगा। मौसम विभाग ने 7, 8 और 9 जुलाई को भी तेज बारिश होने की संभावना जताई है। इससे दिन का तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री तक पहुंच सकता है। इससे पहले शुक्रवार को दिन का तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।           मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दो ट्रफ और तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन की एक्टिविटी प्रदेश में देखने को मिल रही है। इस वजह से प्रदेशभर में आंधी और बारिश का मौसम है। भोपाल में इस बार सामान्य से 106 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान है। पिछली बार 18 प्रतिशत कम यानी, 82 प्रतिशत (30.9 इंच) बारिश हुई थी, जबकि भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अबकी बार भले ही मानसून 3 दिन की देरी से पहुंचा, लेकिन अच्छा बरसेगा।   राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां कोटे की 28 प्रतिशत यानी, 10.5 इंच बारिश हो चुकी है। लगातार बारिश होने से दिन-रात के टेम्प्रेचर में गिरावट हुई। वहीं, शहर की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में 0.70 फीट पानी बढ़ गया है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिन तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में आंकड़ा और भी बढ़ जाएगा। वहीं, बड़ा तालाब में अभी पानी का लेवल 1658.70 फीट है। जून में यह 1658 फीट था। यानी, पौन फीट पानी बढ़ा है। कैचमेंट एरिया और सीहोर में अच्छी बारिश होने से बड़ा तालाब में पानी का स्तर लगातार बढ़ा है। आने वाले दिनों में पानी की और बढ़ोतरी होगी। बड़ा तालाब का फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है।

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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीता गामिनी अपने पांच शावकों के साथ आज सुबह बारिश का आनंद लेते देखी गई। पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस क्षण का एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वे प्रकृति के मौसमी आलिंगन के बीच पारिवारिक सद्भाव की एक कालातीत कहानी बुन रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के त्वालु कालाहारी रिजर्व से लाई गई पांच वर्षीय मादा चीता गामिनी ने 10 मार्च, 2024 को 5 शावकों को जन्म दिया था। इससे भारत में जन्मे शावकों की संख्या 13 हो गई है। यह भारतीय धरती पर चौथा चीता वंश है और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया चीता का पहला वंश है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शावकों सहित चीतों की कुल संख्या 26 है।

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सागर। जिले के मेहर गांव में दूषित पानी पीने से 70 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। दूषित पानी के चलते हुई उल्टी-दस्त से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। गुरुवार को रातभर बीएमसी और जिला अस्पताल में बीमार ग्रामीणों के आने का सिलसिला जारी रहा। वहीं, जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में मरीजों को भर्ती किया गया है। इनमें करीब एक दर्जन से अधिक मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजी गई है। गुरुवार देर रात तक गांव में मरीजों का उपचार किया गया। पीएचई की टीम ने जांच के लिए पानी के सैंपल लिए हैं। शुक्रवार को कलेक्टर दीपक आर्य भी मेहर गांव पहुंचे और उप-स्वास्थ्य केंद्र में बीमार ग्रामीणों का हालचाल जाना। उन्होंने दूषित पानी के ट्यूबवेल को सात दिन के लिए बंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि टीम बुला कर सर्वे कराया जा रहा है। बीमार बच्चों को तत्काल इलाज मुहैया कराया जा रहा है। गांव में दो एंबुलेंस भी बुलवा ली गई हैं। जानकारी के अनुसार, सागर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर झांसी-सागर रोड पर नरयावली विधानसभा के मेहर में पंचायत के आदिवासी मुहाल नारायणपुरा में लगे बोर का पानी पीने से रविदास मंदिर के पास रहने वाली नेहा बंसल को बुधवार रात में उल्टियां हुई। पहले तो परिवार वालों ने बोर के पानी पर संदेह न करते हुए अन्य कारण माना और नेहा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद दूसरे दिन गुरुवार सुबह नेहा के घर के ही सात लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। देखते ही देखते गांवभर के लोग बीमार होने लगे। हालत यह हो गई कि स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए, जिसके बाद परिवार के लोग मरीजों को बांदरी अस्पताल लेकर पहुंचे। कुछ मरीजों को जिला अस्पताल और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। गुरुवार दोपहर तक उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों संख्या 70 तक पहुंच गई थी। इधर, गुरुवार देर रात मेहर निवासी 40 वर्षीय लल्लन बंसल की बीएमसी में इलाज के दौरान मौत हो गई। सीएचएमओ डॉ. ममता तिमोरी शुक्रवार सुबह ही स्वास्थ्य टीम के साथ गांव पहुंची, जहां उन्होंने गांव भर के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए। घर-घर ओआरएस के घोल वितरित किए जा रहे हैं। लोगो को उबला पानी पीने की सलाह दी जा रही है। मेहर गांव में उल्टी-दस्त के शिकार हुए मरीजों में 3 से 8 साल तक के बच्चे और 60 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं। जिला अस्पताल में करीब 16 मरीजों को भर्ती कराया गया है। जिसमें 8 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा बीएमसी, भाग्योदय अस्पताल, बांदरी अस्पताल में मरीजों को भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि गांव में 70 से अधिक लोग उल्टी-दस्त के शिकार हुए हैं। सामान्य मरीजों को घर में रखकर ही इलाज दिया जा रहा है। गांव की ज्योति बंसल ने बताया कि उसके परिवार की गेंदा बंसल 95 वर्ष, बीरेंद्र बंसल 35 वर्ष, मोहिनी बंसल 28 वर्ष, निकिता बंसल 22 वर्ष, अहन बंसल 6 वर्ष, उर्मी 9 वर्ष को उल्टी दस्त के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, नेहा बंसल (20 वर्ष) को गंभीर हालत में बीएमसी रेफर कर दिया गया है। अहन को पीआईसीयू में भर्ती कराया गया है। ज्योति ने बताया कि रविदास मंदिर के पास लगे सरकारी बोर का पानी पूरे गांव में सप्लाई होता है। वर्षों से गांव वाले इसी बोर का पानी पी रहे हैं। बारिश के चलते बोर के आसपास पानी भर गया है। मेहर में बीमारी की सूचना मिलते ही नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने डॉक्टर्स की टीम को गांव भेजा और सभी पीड़ितों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी ने बताया कि सूचना के बाद गांव में घर-घर ओआरएस का वितरण करवाया गया है। बोर के पानी का सेम्पल पीएचई भिजवा दिया गया है। रात में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। ग्रामीणों को उबला पानी पीने की सलाह दी गई है। जिला अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ. अजय यादव ने बताया कि बांदरी के पास मेहर गांव में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैला है। उल्टी-दस्त की शिकायत पर 16 मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें 8 बच्चे शामिल हैं। सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। हालत स्थिर है। पानी और खानपान के कारण उल्टी-दस्त की शिकायत हो सकती है। मरीजों की सैंपलिंग की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही लोगों की तबीयत खराब होने का कारण सामने आ सकेगा। वहीं, जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. अभिषेक ठाकुर ने बताया कि दूषित पानी पीने के कारण मरीजों को पेट में संक्रमण फैलने की आशंका है। सभी मरीजों की हालत स्थिर है और इनका इलाज किया जा रहा है। मरीजों की निगरानी के लिए अस्पताल में चार डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है। 7-8 जुलाई से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। इस वजह से प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो सकती है। इससे पहले मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। रीवा, नीमच, श्योपुरकलां, भिंड, शिवपुरी, रायसेन, सतना समेत 13 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में भी पानी गिरेगा।     सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दक्षिणी गुजरात के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। एक अन्य ट्रफ लाइन और चक्रवाती घेरा भी है। इससे प्रदेश में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में कई जिलों में 5 से 8 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। 48 घंटे के बाद सिस्टम कमजोर होगा, लेकिन हल्की बारिश जारी रहेगी। 7 जुलाई को सिस्टम फिर स्ट्रॉन्ग होगा। इससे 8 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है।     इससे पहले गुरुवार को प्रदेशभर में बारिश, आंधी और गरज-चमक का दौर रहा। सतना में 55 मिमी यानी 2 इंच से ज्यादा पानी गिर गया। सागर में 1 इंच से अधिक बारिश हुई। भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, खंडवा, नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, मंडला, छतरपुर जिले के नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया और बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। रात में भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। कई जिलों में दिन के तापमान में गिरावट हुई है। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक भोजशाला में हाईकोर्ट के निर्देश पर एएसआई सर्वे का पूरा हो चुका है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग की टीम ने यहां लगातार 98 दिन काम किया और अब इसकी रिपोर्ट तैयार करने में जुटी है। यह रिपोर्ट दो जुलाई को कोर्ट में पेश करनी थी, लेकिन एएसआई की ओर से कोर्ट में चार सप्ताह का अतिरिक्त समय रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए मांगा गया है। मामले की सुनवाई आज (गुरुवार को) होगी।     अब कोर्ट तय करेगी कि एएसआई को रिपोर्ट पेश करने के लिए समय दिया जाए अथवा नहीं। इधर, जैन समाज की एक संस्था के पदाधिकारी की ओर से दाखिल याचिका पर भी सुनवाई की जाएगी। इसमें उन्होंने भोजशाला के जैन समाज का स्थल होने का दावा किया है।     फिलहाल रिपोर्ट बनाने को लेकर कार्य तेजी से जारी है। भोजशाला में करीब सवा तीन माह चले एएसआई सर्वे की रिपोर्ट गहन होगी, जिसमें सर्वे के दौरान मिले पुरावशेषों के बारे में विस्तृत व शोधपरक जानकारी शामिल की जाएगी। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अकेले जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया हैदराबाद ने ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) की रिपोर्ट पर ही 650 स्लाइड तैयार की हैं। बुधवार को भी एएसआई की टीम भोजशाला पहुंची थी।     हिन्दू पक्षकार भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि रिपोर्ट में व्यापकता रहेगी। एएसआई की टीम ने 194 स्तंभों के 8-8 फोटो लिए हैं। यह तो केवल एक उहाहरण मात्र है। इस तरह से कई भागों की वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की गई है। शिलालेखों का अनुवाद किया गया है। सर्वे में प्राप्त करीब 1700 अवशेषों की विशेषज्ञों की रिपोर्ट है। इस तरह से रिपोर्ट व उसके सहयोगी दस्तावेज हजारों पेज में पहुंचने का अनुमान है, इसलिए समय भी लग रहा है। अभी भी टीम धार के साथ भोपाल व दिल्ली में भी समानांतर रिपोर्ट बनाने के कार्य में जुटी हुई है।  

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छतरपुर। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुए हादसे के बाद छतरपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर 4 जुलाई को श्रद्धालुओं से बागेश्वर धाम न आने की अपील की है।   वीडियो में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा- 4 जुलाई को हमारे जीवन की आयु का एक वर्ष और कम हो जाएगा। इसके लिए अद्भुत आनंद उत्सव की व्यापक तैयारियां चल रही हैं। इस वीडियो के माध्यम से हम दूर-दूर से बागेश्वर धाम आने वाले श्रद्धालुओं से निवेदन करना चाहते हैं। आयोजन को लेकर हमने व्यापक व्यवस्था की थी लेकिन 1 जुलाई से ही बहुत ज्यादा लोगों की भीड़ धाम पहुंचने लगी है। आप लोगों की सुरक्षा को देखते हुए हम यह अपील करते हैं कि जो जहां है, वहीं घर बैठकर यह उत्सव मनाए।' उन्होंने श्रद्धालुओं से 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर धाम आने की बात भी कही है। कहा है कि गुरु पूर्णिमा के लिए धाम पर व्यापक इंतजाम किए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। उस दिन हम आपका स्वागत करेंगे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से आंधी और बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। बारिश की वजह से दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई है। बुधवार को भी गुना, अशोकनगर समेत 7 जिलों में बारिश की संभावना है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। कहीं बारिश होगी तो कहीं बादल छाए रहेंगे।     मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन के साथ एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इस तरह प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव हैं। अगले कुछ दिनों तक कई जिलों में तेज बारिश और आंधी चलेगी। इससे पहले मंगलवार को भोपाल, धार, नर्मदापुरम, इंदौर, रायसेन, रतलाम, छिंदवाड़ा, दमोह, सिवनी, बालाघाट जिले में बारिश हुई। जिसकी वजह से दिन के तापमान में गिरावट हुई है। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 23.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं, सिवनी में पारा 25.4 डिग्री दर्ज किया गया। ग्वालियर में यह सबसे ज्यादा 34.7 डिग्री दर्ज किया गया।     बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 29.1 डिग्री, इंदौर में 28.2 डिग्री, जबलपुर में 29 डिग्री और उज्जैन में तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश में जुलाई में सामान्य से 106% बारिश होने का अनुमान जताया है। इस महीने प्रदेश में एवरेज 15 इंच बारिश होती है, जो कुल बारिश की 40% है।

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इंदौर। इंदौर के अनाथ आश्रम में कुछ बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। दो दिन में दो बच्चों की मौत हो गई। मंगलवार सुबह 12 बच्चों को चाचा नेहरु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि इन बच्चों के खून में किसी प्रकार का इंफेक्शन पाया गया है। कलेक्टर आशीषसिंह ने अस्पताल में भर्ती बच्चों की जानकारी ली है। प्रशासनिक अमला आश्रम पहुंचकर जांच में जुट गया है।   शहर के मल्हारगंज स्थित श्री युगपुरुष धाम आश्रम में पिछले दो दिनों में बारह बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इनमें से दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि पांच अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करण (12 वर्ष) निवासी सोनकच्छ, जिसे 15 महीने पहले आश्रम में लाया गया था और आकाश (7 वर्ष) – निवासी नर्मदापुरम, जिसे 3 महीने पहले आश्रम को सौंपा गया था। दोनों की मौत हो गई है। इनमें से एक बच्चे करण की मौत सोमवार रात में हुई। जबकि दूसरे बच्चे आकाश ने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया। शव पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल की मरचुरी में भेजा है। दोनों बच्चो की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। बच्चों की मौत की सूचना पर इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह चाचा नेहरू अस्पताल पहुंचे। आश्रम के कर्ताधर्ताओं ने मंगलवार सुबह कुछ बच्चों को एमवाय अस्पताल भेजा। बताया जा रहा है कि बच्चों के खून में संक्रमण के कारण तबीयत बिगड़ी है। बच्चों की मौत के बाद पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है। बच्चों की मौत के बाद आश्रम प्रबंधन ने बाल कल्याण समिति को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी है।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में राजधानी भोपाल, इंदौर समेत कई जिलों में बारिश हुई। ऐसा ही मौसम अगले एक सप्ताह तक बना रहेगा। आज मंगलवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेशभर में बारिश का अनुमान है। अगले 24 घंटे में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है। तेज हवा और गरज-चमक की स्थिति भी रहेगी। बता दें कि प्रदेश में अब तक 5.1 इंच बारिश हुई है।     इससे पहले, सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई। मंडला में 55 मिमी यानी, 2.2 इंच पानी गिर गया। वहीं, सीधी में करीब 2 इंच बारिश हुई। रायसेन में सवा इंच, पचमढ़ी-धार में 1-1 इंच पानी गिरा। भोपाल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, रीवा, सागर, सतना, उमरिया, बैतूल, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खरगोन, उज्जैन में भी बारिश हुई है। रात के समय भी कई जिलों में बारिश का दौर चलता रहा। सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 3 जुलाई से स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। 15 जुलाई तक प्रदेश में अच्छी बारिश होगी।     राजधानी भोपाल में आज तेज बारिश का अलर्ट है। एक इंच तक पानी गिर सकता है। अभी तक यहां 9 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जो 65% अधिक है। इंदौर में 38% ज्यादा बारिश हो चुकी है। अब तक 5 इंच बारिश होनी चाहिए, जबकि 7 इंच पानी गिर चुका है। अगले 24 घंटे में हल्की बारिश का अनुमान है। बारिश के मामले में ग्वालियर भी आगे है। यहां अब तक करीब 5 इंच पानी गिर चुका है। मंगलवार को गरज-चमक, आंधी और हल्की बारिश हो सकती है। जबलपुर में सामान्य से 4% कम बारिश हुई है। अब तक 6.6 इंच पानी गिरना चाहिए, लेकिन 6.3 इंच बारिश हुई है। हालांकि, अगले 24 घंटे और आने वाले दिनों में जबलपुर में तेज बारिश का अलर्ट है। वहीं, उज्जैन में 4 प्रतिशत कम बारिश हुई है। अब तक 5 इंच पानी गिरना चाहिए, जबकि 4.8 इंच बारिश हो चुकी है। आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। मंगलवार को भी बारिश का अलर्ट है।     बारिश होने से अधिकांश जिलों में दिन का तापमान भी लुढ़क गया। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा सबसे कम 24 डिग्री दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा, रतलाम, सीधी, मलाजखंड, सागर, नर्मदापुरम, दमोह, सतना, बैतूल और शाजापुर में तापमान 30 डिग्री से कम रहा। ग्वालियर में सबसे ज्यादा 35.7 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों में भोपाल में 29.2 डिग्री, इंदौर में 30.4 डिग्री, जबलपुर में 30.5 डिग्री और उज्जैन में पारा 31 डिग्री रहा।

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ग्वालियर। देश में सोमवार से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। इसके साथ ही इन कानूनों पर अमल भी शुरू हो गया है। नए कानून के तहत देश भर में पहला मामला ग्वालियर के हजीरा थाने में दर्ज किया गया है। यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। भारतीय न्याय संहिता लागू होते ही ग्वालियर के हजीरा थाने में रात 12.24 बजे जिले की पहली एफआईआर बाइक चोरी की दर्ज हुई। हालांकि, अमित शाह ने नए कानून के तहत एफआईआर दर्ज करने का समय रात 12.10 बजे का बताया है। ग्वालियर के महाराजपुरा क्षेत्र के सीएसपी नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि मूलरूप से भिंड के गोरमी स्थित ग्राम कल्याणपुरा में रहने वाले सौरभ पुत्र नागेंद्र सिंह नरवरिया ग्वालियर के हजीरा इलाके में यादव धर्मकांटा के पास मां पीतांबरा कालोनी में किराए से रहते हैं। रविवार रात करीब 12 बजे वह घर आए और अपनी बाइक घर के बाहर खड़ी कर दी। महज पांच मिनट बाद जब वह लौटकर आए तो बाइक गायब थी। वह तत्काल हजीरा थाने पहुंच गए, जहां थाना प्रभारी शिवमंगल सिंह सेंगर मौजूद थे। उन्होंने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता- 2023 की धारा 303(2) के तहत एफआइआर दर्ज की। इस संबंध में ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने कहा कि नए कानूनों में भारतीय न्याय संहिता के संपत्ति राजसात करने वाले प्रावधान से अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो सकेगी। यह अब हर तरह के अपराध में हो सकेगा। अब अपराध से संपत्ति अर्जित करने वाले अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को थाने में ही मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं, जिससे नए कानून के तहत होने वाली पहली एफआईआर खुद थाना प्रभारी की मौजूदगी में हो। थाना प्रभारी को खुद ही एफआईआर की कापी फरियादी को देनी है। भोपाल में भी नए कानून के तहत दर्ज हुई पहली एफआईआर   इधर, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हनुमानगंज थाने मं भी नए कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की तहत पहली एफआईआर गाली गलौज की धारा 296 में दर्ज की गई। हनुमानगंज गंज पुलिस के मुताबिक ईसरानी मार्केट थाना हनुमानगंज निवासी 40 वर्षीय प्रफुल्ल पुत्र जय नारायण चौहान ने शिकायत की है उन्होंने बताया कि रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 12 बजकर पांच मिनट पर वह सामातंर कट प्वाइंट से गुजर रहे थे। उस समय राजा उर्फ हरभजन ने उसके साथ गाली9गलौच कर मारपीट की। इस पर पुलिस ने आरोपित पर भारतीय न्याय संहिता के धारा 296 में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले की जांच अधिकारी एसआई विवेक शर्मा ने बताया कि इस घटना में पहले आइपीसी 294 में एफआईआर होती थी। अब नई धारा 296 में एफआइआर दर्ज की गई है। इसमें एफआईआर जब्ती कुछ नहीं हुई है, इसलिए ऑडियो और वीडियो अपलोड नहीं किए गए थे। इस धारा में सजा का प्रावधान पहले की तरह ही है, ज्यादा कुछ बदलाव नहीं है। उन्होंने बताया कि धारा 296 में दोषी को एक अवधि के लिए कारावास की सजा सुनाई जा सकती है। कारावास को तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है। दोषी पर इसके अलावा जुर्माना लगाया जा सकता है, जिसे एक हजार रुपये तक बढ़ाया जा सकता है। दोषी को इसमें कारावास के साथ जुर्माने की सजा से भी दंडित किया जा सकता है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से बारिश का दौर चल रहा है। पिछले 24 से 48 घंटे में कई जगहों पर अति भारी बारिश भी हुई है। रविवार को भोपाल समेत 20 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। आज सोमवार को इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन सहित पूरे प्रदेश में भी मौसम बदला रहेगा। जबकि राजधानी भोपाल में बारिश की संभावना है।     मौसम विभाग, भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 3 जुलाई से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। जिससे मध्यप्रदेश में 15 जुलाई तक अच्छी बारिश होगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अगले 5 दिन तक आंधी, बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 3 जुलाई से पूर्वी बंगाल की खाड़ी से बारिश की एक्टिविटी तेज होगी। इससे पूर्वी हिस्से के कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है। 4 जुलाई को कई जिले भीगेंगे।     इससे पहले रविवार को छतरपुर जिले के नौगांव में सबसे ज्यादा 72 मिमी यानी 2.9 इंच पानी गिर गया। मंडला में सवा इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, रीवा में 2.1 इंच बारिश हुई। भोपाल-टीकमगढ़ में 1 इंच के करीब बारिश दर्ज की गई। धार, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, रायसेन, रतलाम, दमोह, जबलपुर, सागर, उमरिया, मलाजखंड में भी पानी गिरा। रात में प्रदेश के कई शहरों में तेज बारिश का दौर चलता रहा। बारिश के चलते दिन के तापमान में गिरावट आई है। रविवार को शाजापुर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा। यहां दिन का तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि रात में यह 22.4 डिग्री दर्ज किया गया था। पचमढ़ी, उमरिया, नौगांव, मलाजखंड, सागर और सिवनी में पारा 30 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 30.2 डिग्री, इंदौर में 31.6 डिग्री, ग्वालियर में 34.6 डिग्री, जबलपुर में 30.5 डिग्री और उज्जैन में 32.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 35 डिग्री तापमान रहा। यहां रात में पारा 22 डिग्री सेल्सियस था।

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भोपाल। भारतीय क्रिकेट टीम के टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने पर पूरे देश में खुशी का माहौल है। मध्यप्रदेश में भी शनिवार रात ऐसा ही नजारा देखने को मिला। राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेशभर में जश्न मनाया गया। देर रात भारतीय टीम के फैन्स हाथों में तिरंगा लेकर सड़कों पर उतर आए। भारत माता की जय, वंदे मातरम्, इंडिया-इंडिया के नारे गूंजे।     दरअसल, भारत ने शनिवार रात फाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हरा दिया। टीम इंडिया की जीत पर प्रदेशभर में लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और जश्न मनाया। लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकते नजर आए। एक-दूसरे को जीत की बधाई दी। मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी टीम इंडिया को शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस रोमांचक फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को हराकर शानदार जीत से पूरा देश गौरवान्वित है। भारतीय क्रिकेट टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !   वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बधाई दी है। उन्होंने कहा कि "शानदार, अद्भुत, अविस्मरणीय! भारतीय क्रिकेट टीम ने T20 विश्वकप के फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को हराकर विश्वकप अपने नाम कर लिया है। इस ऐतिहासिक जीत पर प्रत्येक भारतवासी हर्षित और गर्वित है। टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों को बहुत-बहुत बधाई!" इस ऐतिहासिक विजय मिलने पर भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने भी बधाई दी।   भोपाल में इस जीत के बाद देर रात तक जश्न मनाया गया। शहर के प्रमुख स्थानों पर बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी जुटे और जमकर सेलिब्रेट किया। भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर आधी रात को दीवाली जैसा माहौल रहा। रानी कमलापति स्टेशन के सामने डंपर और ट्रकों के हॉर्न पर युवाओं ने डांस किया। रेलवे स्टेशन के सामने हुजूम के कारण सड़क जाम जाम भी रही। कई जिलों में बारिश के बीच भी युवाओं ने जश्न मनाया। ढोल की थाप पर जमकर थिरके। साथ ही आतिशबाजी भी की। वहीं, भारत की इस जीत की खुशी में मंत्री विश्वास सारंग ने तिरंगा लहराया और लोगों को बधाई दी। बता दें कि मंत्री सारंग ने भोपाल में अपने आवास पर बड़ी स्क्रीन लगाकर मैच देखने की व्यवस्था की थी। जहां बैठकर कई लोगों ने मैच देखा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून की बौछारें पड़ रही है। आज रविवार को भी भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत 17 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा इंदौर और उज्जैन में भी आंधी के साथ बारिश होने के आसार है। इससे पहले शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई।     मौसम विभाग, भोपाल के वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं। बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। वहीं, ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इस कारण पूरे प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है। उत्तर और पूर्वी हिस्सों में इसका असर ज्यादा है। इससे पहले शनिवार को प्रदेश में मानसून की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिली। भोपाल में तेज बारिश हुई। शाम तक 1 इंच से ज्यादा पानी गिर गया। बालाघाट के मलाजखंड और सिवनी में सवा इंच, उमरिया और खजुराहो में 1 इंच बारिश दर्ज की गई। मंडला, धार, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, रतलाम और उज्जैन में भी बारिश हुई।     अनूपपुर, उमरिया, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, पन्ना, रायसेन, सीहोर, विदिशा, राजगढ़, देवास, शाजापुर, भिंड, मंदसौर, सिवनी, सीधी, सिंगरौली, शिवपुरी, शहडोल के साथ श्योपुरकलां, मुरैना, झाबुआ, अलीराजपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, शहडोल, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांढुर्ना, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में बारिश की वजह से तापमान में गिरावट हुई। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत कई जिलों में पारा 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 26.8 डिग्री रहा। सिवनी में 27.2 डिग्री, मलाजखंड में 28.5 डिग्री और मंडला में पारा 28.8 डिग्री टेम्प्रेचर दर्ज किया गया।

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भोपाल। राधा रानी वाले बयान पर विवाद में घिरे कुबेरेश्वरधाम के महंत एवं प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने शनिवार को बरसाना पहुंचकर राधा रानी मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांग ली। उन्होंने ब्रजवासियों से भी क्षमा मांगी है।     पंडित मिश्रा का बरसाना पहुंचने का पहले से कोई कार्यक्रम तय नहीं था, लेकिन गोवर्धन के संतों ने मिश्रा से कहा था कि ब्रज में उनके खिलाफ बेहद गुस्सा है। माफी मांगना ही इसका समाधान है। इसके बाद पंडित मिश्रा ने तय किया कि वे बरसाना जाएंगे। वे शुक्रवार की रात को अचानक दिल्ली रवाना हुए और शनिवार सुबह दिल्ली पहुंच गए। यहां उनकी ब्रज धाम के कुछ संतों से चर्चा हुई। इसके बाद वे सीधे बरसाना में राधा रानी के मंदिर में पहुंचे। उनके बरसाना पहुंचने से पहले राधा रानी के मंदिर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच पंडित मिश्रा राधा रानी के मंदिर पहुंचे। इस दौरान मंदिर में भीड़ थी। पंडित मिश्रा से यहां धक्का-मुक्की भी हुई। उनके अंगवस्त्र खींचे गए। इस घटनाक्रम के दौरान पंडित मिश्रा असहज दिखे।     पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी के चरणों में दंडवत प्रणाम करने के बाद कहा कि मैं राधा-रानी के दर्शन करने के लिए यहां पधारा हूं। लाड़ली जी ने खुद इशारा करके मुझे यहां बुलाया, इसलिए मुझे यहां आना पड़ा। मेरी वाणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो उसके लिए माफी मांगता हूं।     गौरतलब है कि पं. प्रदीप मिश्रा ने गत दिनों अपने प्रवचन में कहा था कि राधा के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था। राधा जी का विवाह छाता में हुआ था। राधा जी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो राधा जी के पिता की कचहरी थी, जहां वह सालभर में एक बार आती थीं।     इसके बाद 24 जून को बरसाना के पद्मश्री रमेश बाबा के गहवर वन क्षेत्र स्थित मान मंदिर में साधु-संत, धर्माचार्य और ब्रज के लोगों की महापंचायत हुई थी। इसमें आए लोगों ने कहा कि प्रदीप मिश्रा ने खुद में बदलाव नहीं किया, तो ब्रज में पैर रखते ही उनका सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा। वो राधा रानी के चरणों में आकर नाक रगड़ें और माफी मांगें। महापंचायत में सात संगठनों के लोग शामिल हुए थे। ब्रज के धर्माचार्यों ने प्रदीप मिश्रा को शास्त्रार्थ करने की खुली चुनौती दी। पंडित प्रदीप मिश्रा को बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आए।  

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जम्मू। अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल के बालटाल से आज सुबह पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए तीर्थयात्री रवाना हुए। पहलगाम में यह तीर्थयात्री नुनवान बेस कैंप से आगे के लिए बढ़े। दोनों स्थानों से रवाना होने वाले तीर्थयात्रियों का यह पहला जत्था है, जो आज शाम तक बाबा बर्फानी के दर्शन करेगा।   पहलगाम और बालटाल में पूरा वातावरण शिवमय है। लोग जय बाबा बर्फानी का घोष करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। कल सुबह जम्मू से बम-बम भोले और जय बाबा बर्फानी का घोष लगाते हुए त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच 4603 श्रद्धालु कश्मीर के लिए रवाना हुए थे। यह सभी देरशाम बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों में पहुंचे। यात्रा मार्ग में उधमपुर के टिकरी के काली माता मंदिर में जत्थे का स्वागत किया गया।

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में मानसून की बौछारे पड़ रही है। शुक्रवार को भी भोपाल, छिंदवाड़ा, सिवनी, इंदौर समेत 10 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। सिवनी में 2.6 इंच पानी गिर गया। ऐसा ही मौसम आज शनिवार को भी बना रहेगा। भोपाल, ग्वालियर, गुना समेत प्रदेश के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट है। दरअसल, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से पूरा प्रदेश भीग रहा है।     शुक्रवार को छिंदवाड़ा, भोपाल, मंडला, सिवनी, उमरिया, मलाजखंड, इंदौर, उज्जैन समेत कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। वहीं, सीधी में पारा सबसे ज्यादा 39 डिग्री रहा। पचमढ़ी-सिवनी सबसे ठंडे रहे। यहां दिन का टेम्प्रेचर 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मलाजखंड और छिंदवाड़ा में तापमान 30 डिग्री से कम रहा। भोपाल के वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया अगले कुछ दिन तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा।   बता दें कि राजधानी भोपाल में 21 जून से ही बारिश हो रही है। लगातार 8 दिन पानी गिरा। इससे बारिश का आंकड़ा बढ़ गया है ओर जून की बारिश का कोटा भी फुल हो चुका है। शुक्रवार को शहर में दिनभर गर्मी का असर रहने के बाद शाम को बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग ने अगले 4 दिन यानी, 29-30 जून और 1-2 जुलाई को भी तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को गरज-चमक के साथ बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने भोपाल में इस बार सामान्य से 106 प्रतिशत बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अबकी बार भले ही मानसून 3 दिन की देरी से पहुंचा, लेकिन अच्छा बरसेगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून ने पिछले 7 दिनों में पूरे प्रदेश को कवर कर लिया है। गुरुवार को भी भोपाल, ग्वालियर, धार, उज्जैन समेत 15 से ज्यादा जिलों में जमकर बारिश हुई। जिसके कारण तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने आज शुक्रवार को भी भोपाल, ग्वालियर समेत 11 जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है। जबकि इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत प्रदेश के बाकी जिलों में भी आंधी, गरज-चमक और बादल रहेंगे।     मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि अगले कुछ दिन तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से गुरुवार को प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में बारिश का दौर चला। ऐसा ही मौसम अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा।   इससे पहले गुरुवार को भोपाल, उज्जैन समेत कई जिलों में बारिश हुई। खजुराहो में सबसे ज्यादा 1.7 इंच, धार और नौगांव में 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। भोपाल में 1 घंटे में आधा इंच पानी गिर गया। छिंदवाड़ा, जबलपुर, सतना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम और उज्जैन में भी बारिश हुई। धार में भी बारिश हुई। यहां रात में पारा 24.8 डिग्री सेल्सियस जबकि दिन में अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री रहा। धार में दिन के तापमान में 7.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। पचमढ़ी में भी ऐसी ही स्थिति रही। यहां रात में तापमान 27 डिग्री था जबकि दिन में 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     राजधानी भोपाल में बारिश की वजह से दिन का तापमान 33.5 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में अब तक 9.5 इंच पानी गिर चुका है, जो जून के कोटे से 4.3 इंच ज्यादा है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिन भी तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इससे बारिश का आंकड़ा भी बढ़ जाएगा। वहीं, इंदौर में 35.5 डिग्री, ग्वालियर में 34.6 डिग्री, जबलपुर में 36.7 डिग्री और उज्जैन में 35.5 डिग्री तापमान रहा। छतरपुर के बिजावर में पारा सबसे ज्यादा 39.5 डिग्री रहा जबकि खजुराहो, उमरिया, सीधी, सतना और दमोह में पारा 38 डिग्री के पार दर्ज किया गया।

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भोपाल। भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान वन विहार संचालक सुनील कुमार सिन्हा ने गुरुवार को बताया कि वर्षा ऋतु में शाकाहारी वन्य-प्राणी सफारी एक जुलाई, 2024 से 30 सितम्बर, 2024 तक पर्यटकों के लिये बंद रहेगी।   वन विहार संचालक सिन्हा ने कहा कि वन्य-प्राणी संरक्षण एवं संवर्धन तथा पर्यटकों की सुरक्षा की दृष्टि से वर्षा ऋतु में वन विहार राष्ट्रीय उद्यान ‘जू’, भोपाल के आंतरिक क्षेत्रों में संचालित शाकाहारी वन्य-प्राणी सफारी पर्यटकों के लिये बंद रहेगी।

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भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में तबादलों का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 14 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार देर रात आदेश जारी किया है।   जारी आदेश के अनुसार, प्रशासन अकादमी के महानिदेशक विनोद कुमार को आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान भोपाल में संचालक नियुक्त किया गया है, जबकि वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया को प्रशासन अकादमी में महानिदेशक बनाया गया है। वहीं, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल को वन विभाग में अपर मुख्य सचिव और स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग में प्रमुख सचिव बनाया गया है।   इसी प्रकार, पंजीयन महानिरीक्षक एम सेलवेन्द्रन को कृषि विभाग में सचिव पदस्थ किया गया है और तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के सचिव डॉ. संजय गोयल को स्कूल शिक्षा विभाग में सचिव बनाया गया है। मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी भोपाल के प्रबंध संचालक रघुराज एम.आर को तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग में सचिव नियुक्त किया गया है। ग्वालियर कमिश्नर डॉ. सुदाम खाड़े को भोपाल में जनसम्पर्क आयुक्त पदस्थ किया गया है।   शहडोल संभाग के कमिश्नर बाबू सिंह जामोद को रीवा संभाग में कमिश्नर के साथ शहडोल संभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है, जबकि वाणिज्यिक कर आयुक्त स्वतंत्र कुमार सिंह को भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास संचालक बनाया गया है। जल संसाधन विभाग के सचिव कृष्ण गोपाल तिवारी को नर्मदापुरम संभाग में कमिश्नर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री को ग्वालियर संभाग में कमिश्नर, राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस को वाणिज्यिक कर आयुक्त और पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अपर सचिव हरजिंदर सिंह को राज्य शिक्षा केन्द्र में संचालक पदस्थ किया गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में महिला एवं बालिका सशक्तिकरण के लिये नीति तैयार करने के लिये भोपाल में महिला बाल विकास विभाग द्वारा दो दिवसीय राज्य स्तरीय कंसल्टेशन कार्यशाला का आयोजन 27 एवं 28 जून 2024 को किया जा रहा है। महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया 27 जून को भोपाल के होटल पलाश रेसिडेंसी में प्रात: 10 बजे कार्यशाला का शुभारंभ करेंगी। कार्यशाला में लगभग 45 से ज्यादा विभागों के प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे। यह जानकारी बुधवार को जनसंपर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने दी।     उन्होंने बताया कि कार्यशाला के पहले दिन गुरूवार को महिला एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के प्रमुख प्राथमिकता विषय पर आयुक्त महिला बाल विकास श्रीमती सुफिया फारूकी वली अपने विचार व्यक्त करेंगी। लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण-वैश्विक मुद्दों पर यूएनएफपीए के चीफ जयदीप बिस्वास महिलाओं और बालिकाओं के नीति निर्देशों पर प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, लिंग परिवर्तनकारी परिप्रेक्ष्य पर शोभना बोचले, थीम बेस्ड ग्रुप वर्क एक्सरसाइज पर मल्लिका बसु अपने विचार रखेंगी।     कार्यशाला के पहले दिन गुरुवार को महिला एवं बालिकाओं के लिये सशक्तिकरण की योजनाएँ, लिंग आधारित भेदभाव, हेल्थ एण्ड न्यूट्रिशन, महिलाओं और बालिकाओं के लिए उच्च शिक्षा, कौशल विकास आदि विषयों पर ग्रुप-डिस्कशन भी होगें।     कार्यशाला के दूसरे दिन शुक्रवार नीति निर्धारण पर डॉ. मनोहर अगनानी पूर्व आइएएस, यूएनएफपीए राजस्थान कि त्रिशां पारीक, यूनीसेफ की पूजा सिंह तथा यून वूमन कि कान्ता सिंह पेनल डिस्कशन में शामिल होगें। इसके अतिरिक्त विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों के साथ महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, कानून, आजीविका और कौशल विकास के अवसर, जेंडर और पंचायत आदि विषयों पर चर्चा होगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून 49 जिलों में पहुंच चुका है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से प्रदेश में बारिश, आंधी का स्ट्रॉन्ग सिस्टम है। अगले 3 दिन तक पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। कहीं, बारिश तो कहीं तेज आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। मंगलवार को भी राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में आंधी-बारिश का दौर जारी रहा।     इससे पहले मंगलवार को खजुराहो, सिवनी, उमरिया, बैतूल, भोपाल, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम, शिवपुरी, शाजापुर, आगर-मालवा में बारिश हुई। वहीं, रात में धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, हरदा, मंदसौर, खंडवा, गुना, राजगढ़, रायसेन, सागर, छिंदवाड़ा, सिंगरौली, नीमच, मुरैना, अशोकनगर, शिवपुरी, विदिशा, बैतूल, नर्मदापुरम, भोपाल, सीहोर, शाजापुर, इंदौर, देवास, दमोह, सिवनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, डिंडोरी समेत कई जिलों में मौसम बदला रहा। रात में कहीं बारिश तो कहीं आंधी भी चली। वहीं, निवाड़ी का पृथ्वीपुर प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। यहां दिन का तापमान 43.6 डिग्री दर्ज किया गया। नौगांव, सीधी, सिंगरौली और बिजावर में पारा 40 डिग्री के पार रहा।     गौरतलब है कि 21 जून को पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिलों में सबसे पहले मानसून ने दस्तक दी। इसके बाद 23 जून को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिंगरौली में मानसून पहुंचा। जबकि 25 जून को झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, आगर, शाजापुर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा और मऊगंज जिलों में मानसून एंटर हुआ।  

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गुवाहाटी। विश्व प्रसिद्ध अंबुबासी मेला शुरू होने के बाद बुधवार को कामाख्या मंदिर की शुद्धि हो गई और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया। कई दिनों से कतार में खड़े श्रद्धालुओं को मां कामाख्या पीठ को छूने का मौका भी मिला। गुवाहाटी स्थित मां कामाख्या मंदिर में शनिवार से विश्व प्रसिद्ध अंबुबासी मेला शुरू हो गया था। शनिवार की सुबह 8.43 बजे मां कामाख्या मंदिर का पट बंद हो गया था। 25 जून यानी मंगलवार की शाम 9.07 बजे अंबुबासी की निवृत्ति हो गयी। इसके बाद रजस्वला हुईं मां कामाख्या की शुद्धि हो गई। मंदिर की साफ सफाई के बाद बुधवार की सुबह से मंदिर का दरवाजा फिर से दर्शन के लिए खोल दिया गया। मां कामाख्या के रजस्वला होने के उपलक्ष्य में यहां हर वर्ष 22 जून से अंबुबासी मेले का आयोजन होता है। इसी प्रथा के कारण असम में बच्चियां जब पहली बार रजस्वला होती हैं तो उसे उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसे तुलनी वियाह के नाम से जाना जाता है। इस अवधि में मंदिर की साफ-सफाई के अलावे कोई पूजा अर्चना नहीं की जाती है। पूरे असम में इन चार दिनों तक अशुद्धि मानी जाती है। राज्य के सभी मंदिरों के साथ ही लोगों के घरों में भी इस अवधि में पूजा पाठ बंद रहता है। अंबुबासी मेले के दौरान प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्त देश-विदेश से यह पहुंचे हैं। असम सरकार के विभिन्न विभागों ने अंबुबासी मेले के लिए एक महीने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी गई थीं। विभागीय कर्मचारी एवं अधिकारियों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया। अलग-अलग टुकड़ियों में सरकारी कर्मचारी कामाख्या रेलवे स्टेशन, गुवाहाटी रेलवे स्टेशन, पांडू, कामाख्या गेट के साथ ही कामाख्या मंदिर परिसर में तैनात किए गए। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अंबुबासी मेले के दरमियान विशेष जनरल ट्रेन चलाया गया। इस दौरान पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो इसके लिए हर संभव उपाय किए गए। इस बार लोगों के लिए जूता-चप्पल रखने का प्रबंध नीलांचल पहाड़ के नीचे ही किया गया। नवनिर्मित फ्लाईओवर के नीचे जूता-चप्पल रखने का विशाल रैक बनाया गया। धूप के समय सड़क पर पानी छिड़कने एवं कार्पेट बिछाने की भी व्यवस्था की गई है। वहीं, 22 से 27 जून तक कामाख्या मंदिर दर्शन के लिए सभी वीआईपी पास की व्यवस्था को स्थगित कर दिया गया। इस दौरान किसी भी वीआईपी को दर्शन की विशेष सुविधा नहीं दी जा रही है। वहीं, अंबुबासी मेले को लेकर सुरक्षा की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था की गई। सुरक्षा को तीन श्रेणी में विभक्त किया गया। मंदिर परिसर की सुरक्षा, मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा तथा इस दौरान यातायात के समुचित प्रबंधन- तीनों की व्यवस्था की गई। बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी तथा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। अंबुबासी मेले के मौके पर कामाख्या गेट से लेकर मंदिर तक को भव्य तरीके से सजाया गया है। जगह-जगह भक्तों के लिए शरबत, पेयजल, भोजन, जलपान आदि की व्यवस्था की गई है। कई दिन पहले से ही भक्त इस मेले में पहुंच रहे हैं। लोगों के पहुंचने का सिलसिला अबतक लगातार जारी है। 22 जून से विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी, स्वयंसेवी संगठनों के साथ ही लोगों द्वारा श्रद्धालुओं की सेवा में भोजन, पेयजल शरबत, जलपान आदि की जगह-जगह व्यवस्था की गई है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 95वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के छह अधिकारियों की टीम 32 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।   ज्ञानवापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 88वें दिन भोजशाला में एएसआई की टीम ने उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने व उत्खनन का काम किया, जहां चार पुरा-अवशेष मिले हैं। इनमें भगवान नारायण की मूर्ति और भोजशाला की दीवारों व स्तंभों के तीन अवशेष हैं। सदस्यों ने यहां पर काम किया है। इसके साथ गर्भगृह में मिले पुराने अवशेषों की फोटोग्राफी की गई। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि सोमवार को भोजशाला के बाहरी उत्तर पूर्वी कोने, कमाल मौलाना दरगाह के पश्चिम से खुदाई के दौरान भगवान चतुर्भुज नारायण की छोटी मूर्ति मिली है। यह सफेद पाषाण की है। अन्य तीन अवशेष भी हैं, जो भोजशाला की दीवारों और स्तंभों के हैं। एएसआई की टीम ने सभी अवशेषों को संरक्षित कर लिया है। इसके अलावा टीम ने गर्भगृह में अवशेषों की वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी का कार्य किया। वहीं मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि पिछले दो दिनों की खुदाई में मानवों की हड्डियां मिली थीं। इनको लेकर हमने जो मांग रखी थी, उसके तहत एएसआई ने हड्डियों को वापस जमीन में गाड़ दिया है। विभाग ने पूरी प्रक्रिया करते हुए यह कार्य किया। गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश पर एएसआई की टीम ने 27 मार्च को भोजशाला में सर्वे शुरू किया था, जो कि 27 जून तक चलेगा। अब सर्वे पूरा होने में सिर्फ तीन दिन का समय बाकी है। इसके बाद दो जुलाई को मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में एएसआई को सर्वे की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।

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भोपाल। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि सरकार हर नागरिक को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। चिकित्सा अधोसंरचना और चिकित्सकीय उन्नत तकनीक की व्यवस्था के साथ मैनपावर उपलब्धता के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 'पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा' आपातकाल में नागरिकों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण पहल है। आपात स्थिति में समय से उचित चिकित्सकीय सेवा की उपलब्धता से कई जिंदगियों का बचाव किया जा सकेगा।     उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मऊगंज के गोविंदलाल तिवारी को गंभीर हार्ट अटैक की शिकायत में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय के लिए एयर एम्बुलेंस सुविधा की आवश्यकता को संज्ञान में लिया। उन्होंने प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों को सुविधाजनक रूप से सेवा मुहैया कराने के निर्देश दिये। वे इस विषय से जुड़े रहे ताकि मरीज़ और परिजनों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि मरीज़ के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करते रहें। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने गोविंदलाल तिवारी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।     उल्लेखनीय है कि पीएम श्री एयर एंबुलेंस की निःशुल्क सुविधा का लाभ लेने वाले मऊगंज के गोविंदलाल तिवारी प्रदेश के प्रथम लाभार्थी हैं। आयुष्मान कार्डधारी 50 वर्षीय गोविंदलाल तिवारी को एयर एंबुलेंस की सुविधा देकर उपचार के लिए रीवा से भोपाल रवाना किया गया। मऊगंज जिले के देवतालाब के समीप ग्राम जुड़मनिया मुरली निवासी श्री तिवारी को 23 जून की रात हृदय में पीड़ा हुई। उन्हें गंभीर हार्टअटैक हुआ। प्रारंभिक उपचार के बाद उनकी स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ। अपेक्षानुरूप सुधार न मिलने पर डॉक्टरों ने श्री तिवारी को भोपाल के लिए रेफर किया। श्री तिवारी को एयर एंबुलेंस के माध्यम से शाम 7 बजे भोपाल के लिए रवाना किया गया। उनके साथ में दो परिजन भी भोपाल गए हैं।     गंभीर रोगी गोविंदलाल तिवारी की बहन सुनीता देवी ने बताया कि मेरे भाई को पिछली रात हार्टअटैक हुआ। प्रारंभिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा व्यवस्था की गयी। बिना किसी खर्च के हम उपचार के लिए अपने भाई को भोपाल तत्काल ले जा पा रहे हैं। सुनीता देवी ने इस सुविधा के लिए मध्यप्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।     पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा से प्रदेश में कहीं भी चिकित्सा आपात स्थिति उत्पन्न होने या चिन्हित विशेष प्रकार की चिकित्सा सुविधा या चिकित्सा विशेषज्ञों की आवश्यकता निर्मित होने पर कठिन भौगोलिक परिस्थिति में प्रदेश के दूरस्थ अंचलों तक पहुंचकर उन्नत आपातकालीन चिकित्सा द्वारा मरीजों की को स्थिर कर उच्च चिकित्सा केन्द्रों तक एयर लिफ्ट किया जाता है।     पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा सड़कों एवं औद्योगिक स्थलों में होने वाले हादसों, प्राकृतिक आपदा में गंभीर पीड़ित घायल व्यक्ति को त्वरित उपचार के लिये हवाई परिवहन सुविधा उपलब्ध करायेगी। हृदय सम्बंधित अथवा अन्य विभिन्न गंभीर बीमारियों जिसमें रोगी/पीड़ित को तत्काल इलाज की आवश्यकता होने की स्थिति में मरीजों को अच्छे एवं उच्चतम चिकित्सा संस्थानों में त्वरित उपचार के लिये हवाई परिवहन सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।     एयर एम्बुलेंस सेवा के लिए 01 'हेली एम्बुलेंस' एवं 01 'फिक्स्ड विंग कनवर्टेड फ्लाइंग एम्बुलेंस' का संचालन किया जा रहा है, जो कि प्रदेश के सभी जिलों एवं प्रशासनिक विभागों के नागरिकों की सेवा में तैनात हैं। एयर एम्बुलेंस में उच्च स्तरीय प्रशिक्षित चिकित्सकीय एवं पैरामेडिकल स्टाफ की टीम हमेशा तैनात रहती है।     पात्रता   सड़क एवं औद्योगिक दुर्घटना अथवा प्राकृतिक आपदा में पीडित को राज्य के अंदर एवं बाहर शासकीय अथवा निजी चिकित्सालय में निशुल्क परिवहन किया जाएगा। आयुष्मान कार्डधारी के उपचार के लिये राज्य के अंदर एवं राज्य के बाहर सभी शासकीय एवं आयुष्मान सम्बद्ध अस्पतालों में उपचार हेतु निशुल्क परिवहन किया जाएगा। अन्य हितग्राही जो कि आयुष्मान कार्डधारी नहीं हैं, उनके उपचार के लिए राज्य के अंदर स्थित शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क परिवहन जबकि राज्य के बाहर के किसी भी अस्पताल में अनुबंधित दर पर सशुल्क परिवहन किया जाएगा।     एयर एम्बुलेंस से परिवहन इमरजेंसी हेल्थ कंडीशन की स्थिति में किया जाएगा। एयर एम्बुलेंस सेवा अनुशंसित चिकित्सालय तक ले जाने के लिए होगी। सशुल्क सेवा की स्थिति में सेवाप्रदाता एजेंसी को हेलीकाप्टर के लिये प्रति घंटे (फ्लाइंग ऑवर) के मान से रूपए 1,94,500 एवं फिक्स्ड विंग कनवर्टेड फ्लाइंग एम्बुलेंस के लिये लिये प्रति घंटे (फ्लाइंग ऑवर) के मान से रूपए 1,78,900 का भुगतान करना होगा।     एयर एम्बुलेंस सेवा की सुविधा के लिए नोडल अधिकारी   दुर्घटना/आपदा के प्रकरण में संभाग के अंदर पीड़ित को निःशुल्क परिवहन के लिये जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अनुशंसा पर जिला कलेक्टर संभाग के अंदर स्वीकृति प्रदान कर सकेंगे तथा संभाग के बाहर जाने के लिये स्वीकृति स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा दी जायेगी। मेडिकल कॉलेज में भर्ती गंभीर रोगी/पीड़ित को संभाग के बाहर एयर एम्बुलेंस की स्वीकृति अधिष्ठाता की अनुशंसा पर संभाग आयुक्त द्वारा तथा राज्य के बाहर के लिए संचालक चिकित्सा शिक्षा द्वारा दी जायेगी। अन्य समस्त सशुल्क परिवहन के प्रकरण में एयर एंबुलेंस की उपलब्धता अनुसार स्वीकृति राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय स्तर पर दी जायेगी।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आंधी, बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी हुई है। सोमवार को नर्मदापुरम-रतलाम में एक इंच से ज्यादा बारिश हुई। वहीं, भोपाल, छिंदवाड़ा, सागर, ग्वालियर समेत कई जिलों में भी पानी गिरा। आज मंगलवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर समेत 43 जिलों में आंधी और गरज-चमक की चेतावनी जारी की गई है। कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अभी 3 सिस्टम- वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन एक्टिव है। इस वजह से पूरे प्रदेश में आंधी, बारिश की स्थिति बनी हुई है।     मौसम विभाग ने बताया कि 25-26 जून को बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है। आने वाले दिनों में प्रदेश में तेज बारिश हो सकती है। हालांकि पिछले 24 घंटे के दौरान मानसून स्थिर है, लेकिन मंगलवार से इसके आगे बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, प्रदेश के 32 जिलों में मानसून पहुंच चुका है। इनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिले शामिल हैं। मंगलवार को यह पूर्वी हिस्से के जिलों में पहुंच सकता है।

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भोपाल। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के साथ अपोलो अस्पताल चेन्नई ने एमओयू (समझौता) साईन किया है। एमडी एनएचएम प्रियंका दास और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अपोलो हॉस्पिटल चेन्नई वी. नवीन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह जानकारी सोमवार को जनसंपर्क अधिकारी अंकुश मिश्रा ने दी।     उन्होंने बताया कि अपोलो अस्पताल चेन्नई द्वारा जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की उपचार प्रक्रिया को सशक्त करने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर और प्रोटोकॉल की जानकारियां साझा की जायेंगी और क्षमता संवर्धन का कार्य किया जायेगा। उपचार प्रक्रिया तथा मामलों के उचित प्रबंधन के लिए डॉक्टरों/नर्सों/पैरामेडिकल स्टाफ में क्षमता निर्माण और संवर्धन के कार्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) में शामिल हैं।

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पड़ौसी राज्य छत्तीसगढ़ की भौगोलिक सीमा के साथ-साथ दोनों राज्यों की साझा सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विरासत है। दोनों राज्यों की सरकारों द्वारा कुछ कार्यक्रम संयुक्त रूप से आयोजित किए जा सकते हैं। व्यवस्था और प्रबंधन की दृष्टि से दो राज्य बने हैं, पर भावनात्मक रूप से हम एक हैं।   मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री अरुण साव के साथ आए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल को समत्व भवन में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के जनप्रतिनिधि राष्ट्र निर्माण को समर्पित हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधियों से मध्यप्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिए सुझाव और सहयोग का आव्हान करते हुए उन्हें अपने ज्ञान और कौशल का मध्य प्रदेश में भी विस्तार करने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधियों को महाकालेश्वर के साथ-साथ उज्जैन स्थित भगवान श्रीकृष्ण परंपरा, देवी परंपरा के स्थानों एवं त्रिवेणी संग्रहालय के विभिन्न आयामों की जानकारी दी। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री साव ने भी संबोधित किया।     अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्थापक शालिग्राम तोमर के भोपाल में आयोजित स्मृति समारोह में भाग लेने के लिए परिषद के लगभग 70 सदस्यों का दल छत्तीसगढ़ से भोपाल आया हुआ है। दल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उनके छात्र जीवन से संबंधित छायाचित्र भेंट किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री साव को अंग वस्त्रम, पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया साथ ही सदस्यों को भी अंग वस्त्रम भेंट कर अभिवादन किया। चंद्रहास चंद्राकर, विवेक सक्सेना और प्रदीप मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के 32 जिलों में मानसून ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन में पूरे प्रदेश में पहुंचने की संभावना जताई है। मानसून सबसे आखिर में ग्वालियर-चंबल संभाग में पहुंचेगा। इस बार सामान्य से 106 प्रतिशत तक बारिश होने का अनुमान है। 25-26 जून को बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहा है। पूरे प्रदेश में मानसूनी बौछार होने की संभावना है।     मौसम विभाग की ओर से वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 26 जिलों में मानसून की एंट्री हो चुकी है। इनमें अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी और सिंगरौली शामिल हैं। इससे पहले मानसून 6 जिले पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर में प्रवेश कर चुका है। इस तरह कुल 32 जिलों में मानसून आ चुका है।     रविवार को दिन में कई जिलों में गर्मी का असर देखने को मिला लेकिन शाम होते ही मौसम बदल गया। विदिशा, भोपाल, रायसेन और सागर जिले में बारिश हुई। भोपाल में दिन में तो गर्मी का असर रहा, लेकिन शाम को मौसम बदल गया। कोलार, करोंद, बैरसिया समेत कई इलाकों में शाम 7 बजे के बाद आंधी और गरज-चमक की स्थिति रही। वहीं, रात में जमकर बारिश हुई। इसके साथ ही मानसून का आगाज भी हो गया।     उन्होंने बताया कि अशोकनगर, बैतूल, गुना, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, राजगढ़, नर्मदापुरम, दमोह, छतरपुर, सीहोर, बुरहानपुर, खरगोन, श्योपुरकलां, शिवपुरी, राजगढ़, सीहोर, इंदौर, खंडवा, रतलाम, आगर, मंडला, जबलपुर, दमोह, उमरिया, सतना, कटनी, नरसिंहपुर, डिंडोरी, पन्ना और टीकमगढ़ में भी मौसम बदला रहा। दूसरी ओर, छतरपुर का बिजावर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। निवाड़ी में पारा 39.9 डिग्री रहा। सिवनी और पचमढ़ी में पारा 30 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया।  

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विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक  पंडित प्रदीप मिश्रा के  प्रवचन इन दिनों गंडई में इन चल  रहे हैं  ....  पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा शिव पर जितना विश्वास करो वह उतने ही फलदायक हैं  ... शिव कृपा वयक्ति को रैंक से राजा बना देती है  ...गंडई में आयोजित शिव महापुराण में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि हरे पेड़ को गाली दो तो वह सूख जाता है..... सूखे पेड़ की तारीफ करो तो वह हरा हो जाता है .....उन्होंने कहा कि शिव की भक्ति ऐसी है.... इस पर जीतना विश्वास करो वह उतना ही आशीर्वाद और फलदाई होता है.... पंडित मिश्रा ने छत्तीसगढ़ वासियों की तारीफ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में शिव के भक्त है ....यहां तालाबों में कई वर्षों पहले से ही लोग भगवान शिव की छोटे-छोटे मंदिर स्थापना कर पूजा करते हैं... गौरतलब की पंडित प्रदीप मिश्रा का खैरागढ़ जिले में यह पहला कार्यक्रम है ...प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्तजन उन्हें सुनने के लिए पहुंच रहे हैं...  

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नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिला मुख्यालय से 90 किमी दूर पिपरिया-पचमढ़ी रोड पर रविवार सुबह एक यात्री बस पलट गई। हादसे में बस सवार करीब 11 यात्री घायल हुए है। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को ईलाज के लिए पिपरिया अस्पताल भिजवाया है।   जानकारी अनुसार हादसा रविवार सुबह 11.30 बजे मटकुली के पास सिद्धबाबा के पास जंगल में पहाड़ी क्षेत्र में हुआ। बस क्रमांक एमपी 05 पी 0452 बोदल कच्छार छिंदवाड़ा से पिपरिया आ रही थी। इस दौरान मटकुली से 5किमी दूर सिद्ध बाबा की पास पहाड़ी क्षेत्र में बस अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे पलटकर गिर गई। बस पलटते ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई। सूचना के बाद थाना स्टेशन रोड पुलिस मौके पर पहुंची और 108 एव 100 डायल की मदद से सिविल अस्पताल पिपरिया भेजा। हादसे के समय बस में करीब 16 यात्री सवार थे। जिनमें से 11 घायल हुए है।     घायलों में मीराबाई पत्नी सुखराम पगारे(50) निवासी भगत सिंह वार्ड नाले के ऊपर पिपरिया, लताबाई पत्नी सुरेश अहिरवार (38) निवासी ग्राम चावलपानी जिला छिंदवाड़ा, संजना धुर्वे पुत्री रामस्वरूप धुर्वे (12) निवासी झिरपा थाना माउलझीर जिला छिंदवाड़ा, सोनम पत्नी रामस्वरूप उइके (35) निवासी ग्राम पुरतला झिरपा थाना माउलझीर, सुमित्रा बाई पत्नी मुरारीलाल प्रधान (45) निवासी ग्राम पनारी पिपरिया, रामस्वरूप पुत्र विपतलाल धुर्वे (32) निवासी पुरतला झिरपा थाना माउलझीर, हेमराज पुत्र बाबूलाल मेहरा (44) निवासी झिरपा मउलझीर, राधा पुत्री सुखपाल इरपाची (18) निवासी खूनिया चावलपानी, किरण पुत्री अशोक राय (18) निवासी खूनिया चावलपानी, पतिबाई पत्नी क्रेश ठाकुर (40) निवासी ग्राम देहखोह माउलझीर, तुलाराम पुत्र राधेलाल बारसिया (45) निवासी मानेगांव थाना माउलझीर के नाम शामिल है। बस दुर्घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। मौके पर पुलिस बल तैनात है। घटना स्थल पर एसडीओपी पिपरिया मोहित कुमार यादव एवं थाना स्टेशन रोड पिपरिया एसआई शरद बर्डे पहुंचे है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश की गतिविधियां जारी है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन सक्रिय होने की वजह से कहीं तेज बारिश तो कहीं गरज-चमक और तेज आंधी चल रही है। शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सीहोर समेत कई शहरों में तेज बारिश हुई। ऐसा ही मौसम रविवार को भी बना रहेगा।     भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 25-26 जून को बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम एक्टिव बन रहा है। मानसून की बात करें तो भोपाल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, गुना, सतना, सागर, छतरपुर, रीवा में अगले 2 से 3 दिन में मानसून आ सकता है। मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अबकी बार भोपाल में सामान्य से 106% तक बारिश होने की उम्मीद जताई है। पिछले साल 30.9 इंच बारिश हुई थी, जो सामान्य बारिश 37.6 इंच से 18% कम थी।   इससे पहले शनिवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, रायसेन, सतना, हरदा, सिवनी, सीहोर, इटारसी, महू और राजगढ़ जिले के सारंगपुर में बारिश हुई। भोपाल में भी रात में बिजली चमकी। वहीं, कई शहरों में उमस और गर्मी का असर भी देखने को मिला। निवाड़ी का पृथ्वीपुर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 42.3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, शिवपुरी में पारा 41 डिग्री रहा। सिवनी में पारा सबसे कम 28 डिग्री रहा। खंडवा और छिंदवाड़ा में 29.5 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 35.5 डिग्री, इंदौर में 33.8 डिग्री, ग्वालियर में 38.6 डिग्री, जबलपुर में 35.8 डिग्री और उज्जैन में पारा 36.7 डिग्री रहा।

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भोपाल । उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि बच्चों को डबल सुरक्षा देने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में शून्य से 5 वर्ष के बच्चों को, दो बूंद जिन्दगी की देने की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने सभी नागरिकों से आह्वान किया है कि नौनिहालों को पोलियो की खुराक हर बार पिलायें। पोलियो पर देश की जीत बनाए रखने में योगदान दें।   प्रदेश में "राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान" 23 से 25 जून 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। प्रदेशव्यापी अभियान का शुभारंभ 23 जून को जिला शीघ्र हस्तक्षेप इकाई (जयप्रकाश चिकित्सालय परिसर) में प्रातः 9 बजे उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल द्वारा किया जाएगा। राज्यमंत्री लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा नरेन्द्र शिवाजी पटेल शामिल रहेंगे।   पोलियो सुरक्षा चक्र बनाये रखने के लिए 23 से 25 जून तक प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। तीन दिवसीय अभियान में 27 हज़ार 371 पोलियो बूथ में शून्य से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो ड्राप पिलायी जाएगी। इसके साथ ही 1,237 ट्रांजिट टीम विशेष क्षेत्रों में पोलियो ड्राप अभियान के लिए गठित की गयी हैं। हाई रिस्क एरिया के लिए 6,130 और माइग्रेटरी क्षेत्र के लिए 455 मोबाइल टीम का गठन किया गया है।   अभियान के द्वितीय और तृतीय दिवस 27,271 टीम घर-घर जाकर छूट गये बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने का कार्य करेंगी। प्रदेश में अभियान के लिये 1 करोड़ 45 लाख पोलियो डोज़ की व्यवस्था की गई है।

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उज्जैन। श्रावण-भादौ मास में भगवान श्री महाकाल की सवारियां निकाली जायेंगी। श्रावण मास की प्रथम सवारी 22 जुलाई को निकाली जायेगी। भादौ मास में भगवान महाकाल की अन्तिम शाही सवारी 2 सितम्बर को निकाली जायेगी। श्रावण मास में पांच सवारी एवं भादौ मास में दो सवारी निकलेगी। कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्राट विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल के सभाकक्ष में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सांसद सन्त बालयोगी उमेशनाथ महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव तथा मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य प्रदीप गुरु, राम गुरु एवं राजेन्द्र शर्मा तथा पं.आशीष पुजारी आदि ने श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी के सम्बन्ध में अनेक महत्वपूर्ण सुझाव जनहित में निर्णय लेने के लिये दिये।   जनप्रतिनिधियों, पुजारीगण एवं समिति के सदस्यों के महत्वपूर्ण सुझाव बैठक में सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि ट्रेक्टर को सजाधजा कर ट्रेक्टर में सवारी निकाली जाये, ताकि ऊंचाई होने से सवारी मार्ग के दोनों ओर खड़े श्रद्धालुओं को आसानी से भगवान महाकाल के दर्शन हो सके। इसी तरह उन्होंने कोविड के दौरान सवारी मार्ग के रूट को परिवर्तित किया था, उस पर भी विचार करने की आवश्यकता है। श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल की निकलने वाली सवारी में भीड़ नियंत्रण को व्यवस्थित करने का सुझाव दिया। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य प्रदीप गुरु ने सुझाव देते हुए कहा कि सवारियों के दौरान व्यवस्थाओं के व्यवस्थित रूप से कराये जाने की आवश्यकता है। हम सबको जनहित में निर्णय लेना चाहिये। पालकी को व्यवस्थित ढंग से निकलवाया जाये। प्रथम सवारी 22 जुलाई एवं अन्तिम शाही सवारी 2 सितम्बर को निकाली जायेगी बैठक के प्रारम्भ में यूडीए सीईओ श्री संदीप सोनी ने पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से उपस्थितों को विस्तार से श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में प्रथम सवारी सोमवार 22 जुलाई, द्वितीय सवारी सोमवार 29 जुलाई, तृतीय सवारी सोमवार 5 अगस्त, चतुर्थ सवारी सोमवार 12 अगस्त, पंचम सवारी सोमवार 19 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जायेगी। इसी तरह भादौ मास में षष्टम सवारी सोमवार 26 अगस्त तथा शाही सवारी सोमवार 2 सितम्बर को निकाली जायेगी। श्रावण-भादौ मास में भस्म आरती के समय में परिवर्तन रहेगा श्रावण-भादौ मास में प्रतिदिन भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती 22 जुलाई से 2 सितम्बर तक प्रात:कालीन पट खुलने का समय प्रात: 3 बजे होगा। प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती का समय प्रात: 2.30 बजे होगा। भस्म आरती प्रतिदिन प्रात: 3 से 5 बजे तक और प्रत्येक सोमवार को 2.30 से 4.30 बजे तक होगी। इसी तरह 3 सितम्बर से पट खुलने का समय पूर्ववत होगा। श्रावण-भादौ मास में भस्म आरती में श्रद्धालुओं की संख्या कम की जाकर कार्तिकेय मण्डपम की अन्तिम तीन पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिये चलित भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था रहेगी।   शीघ्र दर्शन व्यवस्था शीघ्र दर्शन व्यवस्था (250 रु.) द्वार नम्बर-4 एवं 5 के रास्ते विश्रामधाम रेम्प, सभा मण्डपम होते हुए गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करने के उपरांत निर्गम द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून आने की आहट शुरू हो गई है। पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर जिलों में मानसून शुक्रवार को प्रवेश कर चुका है। वहीं, अब भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 8 जिलों में अगले 48 घंटे में मानसून दस्तक दे सकता है। इससे पहले यहां पर प्री-मानसूनी एक्टिविटी जारी रहेगी। शाजापुर, राजगढ़ में आज शनिवार को तेज बारिश होने की संभावना है। जबकि ग्वालियर-दतिया में गर्मी का असर देखने को मिल सकता है।     इससे पहले गुरुवार-शुक्रवार की रात प्रदेश के 43 जिलों में बारिश हुई थी। भोपाल के बैरागढ़ (संत हिरदाराम नगर) में 5 घंटे में 4.8 इंच बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, सीहोर में 4 इंच बारिश हुई। इंदौर, उज्जैन, विदिशा, बालाघाट समेत अन्य जिलों में भी तेज और रिमझिम बारिश हुई थी। इसी बीच छह जिलों में मानसून ने प्रवेश कर लिया। मौसम विभाग ने बताया, भोपाल, इंदौर, जबलपुर संभाग में अब मानसून पहुंचेगा। इसके बाद अन्य जिलों में आएगा। सबसे आखिरी में ग्वालियर-चंबल में मानसून पहुंच सकता है।     शुक्रवार को भी प्रदेश के कई शहरों में बारिश हुई। इनमें भोपाल, बैतूल, धार, इंदौर, खंडवा, उज्जैन, जबलपुर, मलाजखंड आदि शहर शामिल हैं। इस वजह से दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई है। भोपाल में पारा 32.7 डिग्री, इंदौर में 31 डिग्री, ग्वालियर में 38.6 डिग्री, जबलपुर में 35.4 डिग्री, उज्जैन में पारा 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां 30.8 डिग्री तापमान रहा। धार में 31.3 डिग्री और खंडवा में 31.5 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में सबसे ज्यादा 43.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

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उज्जैन। अखिल भारतीय कालिदास समारोह इस वर्ष भव्य रूप से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री का गृह नगर होने के कारण इस बार समारोह की गरिमा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के प्रयास प्रारंभ किए जा चुके हैं। अकादेमी के निदेशक का दावा है कि इस बार शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि या तो माननीय राष्ट्रपति होंगे या माननीय प्रधानमंत्री। समारोह की तैयारियां प्रारंभ हो चुकी है।   कालिदास संस्कृत अकादेमी के सान्निध्य में हर वर्ष अखिल भारतीय कालिदास समारोह आयोजित होता है। बीते वर्षो में इस समारोह की अन्तरराष्ट्रीय गरिमा जहां प्रभावित हुई,वहीं शहरवासी भी इससे कटते चले गए। इस वर्ष से यह आयोजन न केवल अन्तरराष्ट्रीय स्तर का होगा वरन् इसकी गरिमा को पुर्नस्थापित करने के तमाम प्रयास किए जाएंगे। अकादेमी के निदेशक डॉ.गोविंद गंधे के अनुसार इसके लिए एक पायलेट प्रोजेक्ट बनाकर उस पर दो माह से कार्य चल रहा है। यह कार्य सतत चलेगा। चूंकि चीजें अभी धरातल पर नहीं दिख रही,ऐसे में समाज के बीच अकादेमी की उपस्थिति शून्य जैसी लगती है। डॉ.गंधे ने बताया कि इस वर्ष समारोह में अन्तरराष्ट्रीय स्तर के हस्ताक्षरों को प्रस्तुति के लिए बुलवाया जाएगा वहीं शुभारंभ एवं समापन समारोह भी भव्य होगा। अतिथियों की सूची अनुसार शुभारंभ कार्यक्रम के लिए माननीय राष्ट्रपति और माननीय प्रधानमंत्री का नाम मुख्यमंत्री के समक्ष केंद्रीय समिति की बैठक में रखा जाएगा। पूर्व के वर्षो से अधिक प्रयास किए जाएंगे ताकि माननीयगण उज्जैन आ सके।   डॉ.गंधे ने बताया कि स्थानीय समिति के गठन की फाईलें भोपाल रवाना हो चुकी है। समिति का गठन,अधिसूचना जारी होने के बाद समिति की बैठक होगी। इसी बैठक में आए सुझावों पर केंद्रीय समिति भोपाल में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कार्यक्रमों को अंतिम रूप देगी। उन्होने बताया कि देशभर में संस्कृत के क्षेत्र में काम कर रहे गुरूकुल आचार्यो को इस वर्ष आमंत्रित किया जा रहा है। इसीप्रकार सामाजिक संस्थाओं के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया जाएगा ताकि वे भारतीय संस्कृति के उत्थान में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सभी के समक्ष रखें। इसीप्रकार सांस्कृतिक आयोजनों हेतु स्थानीय प्रतिभाओं के साथ अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न विधाओं में भारत का मान बढ़ा रही प्रतिभाओं को आमंत्रित किया जाएगा। जिन देशों में संस्कृत पर काम हो रहा है,जैसे-जर्मनी, लेटिन अमेरिकी देश आदि। इन देशों में संस्कृत साहित्य,नाट्य विधा के दक्ष लोगों को राष्ट्रीय शोध संगोष्ष्ठी एवं सांस्कृतिक संध्या में अपनी प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कालिदास के साहित्य पर संस्कृत में कथानकों/नाटिकाओं की प्रस्तुतियों पर जोर दिया जाएगा। संस्कृत भाषा के चलचित्र समारोह का आयोजन भी इस दौरान होगा। ताकि संस्कृत भाषा में बनी फिल्में समाज के बीच पहुंचे। ऐसे जोड़ेंगे शहरवासियों को डॉ. गंधे के अनुसार इस वर्ष कालिदास समारोह से शहरवासियों,आज की पीढ़ी को जोडऩे के लिए योजना बनाई गई है। विभिन्न समाजों, सामाजिक संस्थाओं,विद्यालयों एवं महाविद्यालयों, संगीत/कला से संबंधित संस्थाओं के प्रमुखों की बैठकें अलग-अलग समुहों में होंगी। बैठकों के माध्यम से एक संदेश समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा। इसमें महाविद्यालयों में कार्यरत राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की भागीदारी भी रहेगी। इसी को आधार बनाकर भव्य कलश यात्रा की कल्पना को साकार किया जाएगा। पोने 2 करोड़ से जीर्णोद्वार हो रहा संकुल हाल का अकादमी परिसर स्थित पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल हाल का जीर्णोद्वार प्रारंभ हो चुका है। अखिल भारतीय कालिदास समारोह से पूर्व इस हाल को पूर्णत: आधुनिक बना दिया जाएगा। इसके लिए शासन द्वारा पोने 2 करोड़ रूपए का बजट स्वीकृत किया गया है। हाल पूर्णत: वातानुकूलित होगा। इसका स्टेज नया बनेगा वहीं ग्रीन रूम तथा उससे सटे अतिथि कक्ष को नया लूक दिया जाएगा। कुर्सियां बदली जाएगी और आधुनिक बैठक व्यवस्था रहेगी, ताकि दर्शक/श्रोता अधिक समय तक बैठने पर भी थकान महसूस न करे। हाल और स्टेज की लायटिंग व्यवस्था आधुनिक रहेगी। वहीं संकुल के बाहर के हिस्से को भी सौन्दर्यीकृत किया जाएगा। किसी आधुनिक थियेटर की भाती इसका उन्नयन होगा। यह कार्य गति पकडऩे लगा है।

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खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में शुक्रवार सुबह लोगों ने भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए। इससे लोग घबरा कर घरों से बाहर निकल आए। किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिए जानकारी दी है कि मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में शुक्रवार सुबह 09:04:19 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता 3.6 मापी गई है। भूकंप का केंद्र खंडवा से 10 किलोमीटर दूर रहा।   शहर के नागचून रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, कीर्ति नगर, नवकार नगर, गुलमोहर कॉलोनी, आनंद नगर, माता चौक, इमलीपुरा, हातमपुरा, सिंघाड़ तलाई, छैगांवमाखन समेत कई इलाकों में कंपन से डरे लोग घरों से बाहर निकल आए। एडीएम काशीराम बडोले ने बताया कि 'स्थानीय मौसम विभाग ने झटकों की तीव्रता 3.6 बताई है। यह सिर्फ कंपन तक सीमित रहा। किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।'

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से प्री मानसून की एक्टिविटिज तेज हो गई है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई है। अब दो से तीन दिन में मानसून के दस्तक देने की संभावना है। कई दिन से ठहरा मानसून अब आगे बढ़ गया है। रफ्तार ज्यादा रही, तो जल्द भी आ सकता है। गुरुवार को मानसून छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पहुंचा। भोपाल, उज्जैन और रायसेन में देर रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इंदौर में बादल और तेज हवा चल रही है।     मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के दक्षिणी हिस्से से मानसून प्रदेश में एंटर होगा। इनमें बालाघाट, बुरहानपुर, पांढुर्णा-बैतूल समेत दक्षिणी जिले शामिल हैं। इससे पहले गुरुवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून में एक्टिविटी देखने को मिली। वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में तेज आंधी, बारिश हो रही है। अगले कुछ दिन तक ऐसा ही दौर रहेगा। शुक्रवार को जबलपुर, विदिशा, हरदा, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी में तेज आंधी चलेगी और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। अन्य जिलों में भी गरज-चमक और आंधी चलेगी।     गुरुवार शाम भोपाल समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं, गरज-चमक की स्थिति रही। इससे पहले, कई जगहों पर गर्मी का असर भी देखने को मिला। सतना का चित्रकूट सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के सबसे गर्म शहरों में खजुराहो, ग्वालियर, सीधी, नौगांव, शिवपुरी, कटनी, छतरपुर का बिजावर, सागर और नर्मदापुरम रहे। खजुराहो में 41.6 डिग्री, ग्वालियर में 41.4 डिग्री, सीधी में 40.2 डिग्री, नौगांव में 41.4, शिवपुरी में 40 डिग्री, कटनी में 39.6 डिग्री, बिजावर में 39.5 डिग्री और सागर में 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में प्री-मानसून की गतिविधियां जारी है। बुधवार को प्रदेश के कई शहरों में बारिश हुई और आंधी भी चली। ऐसा ही मौसम आज गुरुवार को भी रहने की संभावना है। जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत प्रदेश के 13 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 38 जिलों में गरज-चमक और आंधी चलेगी।       इससे पहले बुधवार को ग्वालियर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे गर्म टॉप-10 शहरों में शिवपुरी, शहडोल, रीवा, चित्रकूट, कटनी, पृथ्वीपुर, नरसिंहपुर, राजगढ़ और सीधी रहे। शिवपुरी में 41.2 डिग्री सेल्सियस, शहडोल में 40.6 डिग्री, रीवा में 39.4 डिग्री, चित्रकूट में 39.3 डिग्री, कटनी में 39.3 डिग्री, पृथ्वीपुर में 39.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 39 डिग्री, राजगढ़ में 38.9 डिग्री और सीधी में 38.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं, पचमढ़ी में सबसे कम 29 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सिवनी में 30.6 डिग्री, छिंदवाड़ा में 32.5 डिग्री और बैतूल में 32.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।     मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, उमरिया में आंधी, बारिश हो सकती है। वहीं, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, सिवनी, नर्मदापुरम, रायसेन, हरदा, सीहोर, भोपाल, विदिशा, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर में गरज-चमक और आंधी चलने की संभावना है। इन जिलों में यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

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भोपाल। राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो और राज्य प्रशासनिक सेवा के पांच अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थपना की गई है। इस संबंध में बुधवार देर शाम सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किए हैं। इनमें एक अपर सचिव और दो उप सचिव बदले गए हैं।   जारी आदेश के अनुसार, अपर सचिव प्रीति मैथिल को श्रम, कमल सोलंकी को स्कूल शिक्षा और वंदना मेहरा अट्टू को सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थ किया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पहली बार अपने कार्यालय में अपर मुख्य सचिव पदस्थ किया है। राघवेंद्र कुमार सिंह के साथ अब एक और प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ है। शिवराज सरकार में प्रीति मैथिल को अपर सचिव, कमल सोलंकी और वंदना मेहरा अट्टू मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव बनाए गए थे। तीनों अधिकारियों को अब अन्य विभागों में पदस्थ किया गया है।   वहीं, भोपाल के संयुक्त कलेक्टर आशुतोष गोस्वामी, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह के विशेष सहायक आशीष कुमार पांडेय और उप प्रमुख राजस्व आयुक्त श्रीलेखा श्रोत्रिय को अपर सचिव बनाया है। उधर, उप सचिव श्रम वीरेंद्र कुमार को नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग में पदस्थ किया है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में पहले से पदस्थ कुछ अधिकारियों को जल्द बदला जा सकता है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 89वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के आठ अधिकारियों की टीम 38 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 89वें दिन एएसआई की टीम ने भोजशाला सहित आसपास के परिसर में काम किया। भोजशाला के गौरव की पुनर्स्थापना को लेकर भोज उत्सव समिति द्वारा यहां पर प्रति मंगलवार सत्याग्रह किया जाता है। आज भी पूजा-अर्चना के लिए बडी संख्या में हिंदू समाज के लोग यहां पहुंचे और गर्भगृह में मां वाग्देवी सहित भगवान हनुमान का तेल चित्र रखकर पूजन किया। इस दौरान सरस्वती वंदना सहित सुंदरकांड करते हुए आरती की गई और प्रसादी का वितरण भी किया गया। मंगलवार को राजा भोज के वंशन और राजा भोज कल्याण जन कल्याण सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र सिंह पंवार भी भोजशाला पहुंचे और हनुमान चालीसा के पाठ में शामिल हुए। उन्होंने 12 वर्षों के शोध के बाद परमार-पंवार राजवंश पर एक पुस्तक भी लिखी है। पंवार ने कहा कि राजा भोज के काल में भोजशाला की संस्कृत महाविद्यालय के रूप में प्रसिद्धि थी। यह संस्कृत महाविद्यालय था। यहां पर छात्र पढ़ने के लिए आते थे। राजा भोज एक विद्वान पंडित थे।   मंगलवार होने के चलते अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था। पूजा-अर्चना के दौरान भी सर्वे रोका नहीं गया, टीम के सदस्य बाहरी क्षेत्र में अपना काम करते रहे। गर्भगृह के उत्तरी-पूर्व दिशा में मिट्टी हटाने का काम किया गया। इस दौरान दीवार और खंभों के पांच अवशेष मिले, जिन्हें एएसआई की टीम ने संरक्षित कर लिया है। इसके अलावा गर्भगृह में फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी भी की गई है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज दिनभर गर्भगृह में काम चला और जो कमरे से अवशेष मिले थे, उनकी वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी हुई है। आज बिल्डिंग के उत्तरी-पूर्वी भाग में मिट्टी हटाने के दौरान पांच अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो खंबे और दीवारों के अवशेष है। जिस पर कुछ चिंह बने हुए हैं, लेकिन स्पष्ट नहीं हो पा रहे हैं। इसके लिए इनकी सफाई कराई जाएगी। परिसर में पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है। उल्लेखनीय है कि भोजशाला में एएसआई सर्वे 22 मार्च को शुरू हुआ था, जो निरंतर जारी है। यहां एक दिन भी काम बंद नहीं किया गया है। सर्वे को बुधवार, 19 जून को तीन महीने पूरे हो जाएंगे। अब तक यहां छोटे-बड़े मिलाकर करीब 1800 अवशेष मिल चुके हैं। इनमें लगभग 550 बड़े आकार के हैं, जबकि 30 मूर्तियां मिली है। इनमें अधिकांश खंडित मूर्तियां हैं। यह सर्वे 27 जून तक किया जाएगा। हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में मामले की सुनवाई चार जुलाई को होनी है। उससे पहले एएसआई को सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है, इसलिए फिलहाल दस्तावेजीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट को फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। किसी अज्ञात शख्स ने मंगलवार को राजा भोज एयरपोर्ट अथॉरिटी को धमकी भरा ये ई-मेल भेजा है। भोपाल एयरपोर्ट के डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने पुलिस को इसकी सूचना दी। बताया गया है कि मंगलवार को भोपाल सहित देश के करीब 50 हवाई अड्डों को बम से उड़ाने का ई-मेल भेजा गया है। मेल मिलते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी सतर्क हो गई। तत्काल अलर्ट जारी कर सीआईएसएफ को सतर्क रहने को कहा गया। शिकायत के आधार पर सीआईएसएफ ने लाउंज सहित विमान क्षेत्र की सूक्षम जांच की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध बैग, बम या वस्तु नहीं मिली। धमकी की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल सतर्क हो गए। इसके बाद एयरपोर्ट पर बम थ्रेट असेस्टमेंट कमेटी ने मैनुअल चेकिंग बढ़ा दी है। अंग्रेजी में लिखा मेल, केस दर्ज भोपाल की गांधीनगर पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ धारा 507 और वायुयान अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी सुनील मेहर ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी को अंग्रेजी में लिखा मेल आया। इसे भोपाल के अलावा अन्य एयरपोर्ट्स को भी टैग किया है।   बम की सूचना मिलने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ने हाईअलर्ट घोषित करते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, पुलिस के साथ सुरक्षा बलों ने एयरपोर्ट पर जांच अभियान चलाया। डाग स्क्वॉड की मदद से जांच की गई। जांच के बाद बम थ्रेट एडवाइजरी कमेटी की बैठक हुई। इस कमेटी में पुलिस एवं जिला प्रशासन के अलावा आईबी एवं ब्यूरो आफ सिविल एविएशन सिक्युरिटी के अधिकारी भी शामिल रहे। बैठक में विमानतल एवं आसपास की सुरक्षा की समीक्षा की गई। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने बताया कि बैठक में एयरलाइंस एवं सुरक्षा अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई और अलर्ट घोषित किया गया। अब यात्रियों की त्रिस्तरीय जांच होगी। आकस्मिक जांच भी होगी। बैगेज की जांच में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। क्विक रिस्पॉन्स टीम को सतर्क रहने को कहा गया है। बैगेज स्क्रीनिंग अब सूक्षम होगी। संदिग्ध लोगों पर निगाह रखनें के लिए अलग से जवान तैनात किए जा रहे हैं। साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी उन्होंने बताया कि जिस मेल एड्रेस से आया है। यह मेल एड्रेस संभवत: भारत का नहीं है। विशेषज्ञों से इसकी जांच कराई जाएगी। यह धमकी किसने दी थी, यह अभी तक पता नहीं चल सका है। एयरपोर्ट अथारिटी ने साइबर विशेषज्ञों की मदद लेने का निर्णय भी लिया है। इससे पहले भी मिल चुकी है भोपाल एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी इससे पहले भी भोपाल एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। इसी साल 29 अप्रैल 2024 राजाभोज विमानतल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी विशाल कुमार शर्मा ने गांधी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि 29 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 37 मिनट पर विमान पत्तन निदेशक के आधिकारिक ईमेल पर मेल आया था। जिसमें भोपाल समेत देश के अन्य विमान तल और एयरक्राफ्ट पर बम से हमला होने की बात कही गई थी। इसके बाद 12 मई 2024 को भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट के साथ ही दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, अगरतला, गुवाहाटी, जम्मू, औरंगाबाद, बागडोगरा और कालीकट एयरपोर्ट्स को भी बम से उड़ाने की धमकी ईमेल के जरिए मिली थी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 88वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के आठ अधिकारियों की टीम 39 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 88वें दिन भोजशाला में गर्भगृह में मिट्टी हटाने का काम किया गया। यहां नार्थ-ईस्ट में मिट्टी हटाने के दौरान खंभों का बेस मिला है। हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज भोजशाला के गर्भगृह में उत्तर-पूर्वी दिशा में मिट्टी हटाने का काम किया गया है। इसके साथ दी गर्भगृह में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की गई है। यहां मौजूद पुराने अवशेषों की भी फोटोग्राफी की गई है। अंदर पहले जो मिट्टी हटाई गई थी, उसका लेबलिंग का काम किया गया है। इसके साथ ही आज डॉक्यूमेंटेशन का काम भी पूरा किया गया है। एएसआई की टीम को जुलाई के पहले सप्ताह में सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में पेश करना हैं, जिसमें महज 15 दिनों का समय ही शेष बचा है। ऐसे में टीम के सदस्यों का पूरा फोकस सर्वे के साथ दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी करने पर भी है। यहां एक दिन पहले मिले शिलालेख सहित स्तंभ के टुकड़ों पर बनी नक्काशी की भी टीम द्वारा सोमवार को जांच की गई।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून से पहले प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई है। सोमवार को इंदौर, भोपाल समेत कई जिलों में बारिश हुई। जिससे दिन के तापमान में भी गिरावट आयी है। मंगलवार को प्री-मानसून की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी रहेगी। इसके चलते जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 6 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट है। इसके साथ ही 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।     मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। इस वजह से बारिश हो रही है। आज 18 जून को लोकल सिस्टम स्ट्रॉन्ग रहेगा। इसके चलते जबलपुर, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट है। बाकी जगहों पर भी आंधी, बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून अभी एक जगह पर स्थिर है और आगे नहीं बढ़ रहा है। इसलिए मध्यप्रदेश में अगले कुछ दिन तक मानसून का इंतजार करना पड़ेगा।     इससे पहले प्रदेश में सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत कई जिलों में आंधी, बारिश का दौर रहा। वहीं, कई जिले ऐसे भी हैं, जहां पर गर्मी का असर देखने को मिला। सतना का चित्रकूट सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के सबसे गर्म शहरों में निवाड़ी का पृथ्वीपुर, ग्वालियर, सतना, छतरपुर का बिजावर, खजुराहो, सिंगरौली, शिवपुरी, सीधी और शहडोल शामिल हैं। पृथ्वीपुर में 45.7 डिग्री, ग्वालियर में 45.1 डिग्री, सतना में 44.9 डिग्री, बिजावर में 44.8 डिग्री, खजुराहो में 44.4 डिग्री, सिंगरौली में 44 डिग्री, शिवपुरी में 43 डिग्री, सीधी में 42.8 डिग्री और शहडोल में पारा 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि सोमवार को भोपाल, पचमढ़ी और रायसेन सबसे ठंडे रहे। यहां दिन का तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, बड़े शहरों में इंदौर में 38.4 डिग्री, जबलपुर में 36.8 डिग्री और उज्जैन में पारा 38.5 डिग्री रहा।     वहीं, मंगलवार को जबलपुर, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में आंधी, बारिश का रेड अलर्ट है। यहां तेज आंधी और बारिश होगी। वहीं, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर, दमोह, पन्ना, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। भोपाल, उज्जैन, शाजापुर, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, रायसेन में भी गरज-चमक की स्थिति रहेगी। दूसरी ओर, ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, मऊगंज, सीधी, सतना, रीवा, मैहर और सिंगरौली में गर्मी का असर रहेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे रविवार को 87वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 10 अधिकारियों की टीम 36 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 87वें दिन भोजशाला में गर्भगृह के उत्तर-पूर्व दिशा में खुदाई और मिट्टी हटाने का काम किया गया। इस दौरान तीन दीवार के और खंभों के अवशेष मिले हैं। साथ ही एक शिलालेख का टुकड़ा भी मिला है। एएसआई की टीम द्वारा अंदर जो पहले मिट्टी हटाई गई थी, आज उसका लेबलिंग का काम भी जारी रहा। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज दिनभर गर्भगृह के उत्तरी पूर्व दिशा में उत्खनन और मिट्टी हटाने का काम चला है। इस दौरान तीन दीवार और खंभों के अवशेष प्राप्त हुए हैं। एक शिलालेख का टुकड़ा भी मिला है। इसके साथ गर्भगृह में पुराने अवशेषों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई। वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि उत्तरी भाग में जो पिलर रखे हुए थे, आज उनकी शिफ्टिंग का काम किया गया। उनकी फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की गई है। स्मारक में अंदर की तरफ जो ट्रेंच थी, जिसमें तीन लेयर दीवारों की निकली थी, उसमें मिट्टी भरने का काम किया गया है। दरगाह परिसर में भी टीम ने नपती की है और बाहर की तरफ नाली का भी काम किया गया है।

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भोपाल। देश भर में सोमवार को ईद ईद-उल-अजहा का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी भोपाल समेत समूचे प्रदेश में ईद के त्यौहार की रौनक देखने को मिल रही है। भोपाल में प्रमुख मस्जिदों में रिमझिम बारिश के बीच नमाज अदा की गई। नमाज के बाद देश-दुनिया में अमन के लिए दुआ की गई। इसके साथ ही ताजुल मसाजिद में फिलिस्तीन और गाजा में शांति के लिए दुआ की गई। शहर काजी और मस्जिदों के इमामों ने खुतबा (उपदेश) दिए। इसके बाद एक-दूसरे को गले मिल कर ईद की मुबारकबाद दी।     इस त्योहार को बलिदान का प्रतीक माना जाता है। ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी अध्यक्ष डॉ. औसाफ शाहमीरी खुर्रम ने बताया कि अकीदत का यह त्यौहार तीन दिन तक चलता रहेगा। इसके पहले रविवार को कुर्बानी के लिए बकरे की खरीद-फरोख्त के लिए शहर में जगह-जगह अस्थाई बाजार सजे रहे। यहां आसपास के गांवों से ग्रामीण बकरे लेकर पहुंचे। इधर, त्योहार की जरूरत के लिए लोगों का रुख बाजारों की तरफ भी बढ़ा है। शहर के इब्राहिमपुरा, चौक बाजार, नदीम रोड, जहांगीराबाद, लक्ष्मी टाकीज आदि में देर रात तक खरीद-फरोख्त का दौर चलता रहा।     छिंदवाड़ा में बकरा ईद का त्योहार आज आपसी सद्भाव से मनाया गया। अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन कमेटी छिंदवाड़ा के सदर निशादउद्दीन खान रूमी पटेल ने ईदुल अजहा का त्यौहार मुस्लिम भाइयों ने रस्म रिवाज के साथ मनाया। मस्जिद में ईदुल अजहा की नमाज सुबह 7 बजे हाफिज इरफान रजा ने अदा कराई। गुना में ईद की पहली व मुख्य नमाज ईदगाह पर सुबह 7.30 बजे हुई। बड़ी ईदगाह पर सुबह 9:30 बजे ईद की नमाज हुई। देश और प्रदेश की खुशहाली व अमनो-अमान के लिए सामूहिक रूप से दुआ मांगी गई। इधर उज्जैन में इंदिरा नगर स्थित ईदगाह व अन्य मस्जिदों पर ईद की नमाज सुबह अदा की गई। इस दौरान शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पुलिस प्रशासन की थी।

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भोपाल। इस बार मध्यप्रदेश में मानसून आने में देरी हो सकती है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में ब्रांच कमजोर होने से मानसूनगुजरात में ठहरा हुआ है। 19-20 जून तक बालाघाट, डिंडोरी से मध्यप्रदेश में इसके आने की संभावना है। हालांकि प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश की गतिविधियां जारी है। भोपाल में सोमवार तड़के तेज हवा चलने के बाद बारिश हुई। बादल गरजने के साथ बिजली भी कड़की। मौसम विभाग ने आज (सोमवार) को भोपाल के अलावा इंदौर, जबलपुर संभाग में बारिश की संभावना जताई है। जबकि निवाड़ी, छतरपुर समेत कई जिलों में लू का असर रहेगा।     इससे पहले रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई तो कई शहरों में भीषण गर्मी का असर देखने को मिला। सतना का चित्रकूट सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस रहा। सबसे गर्म टॉप-10 शहरों में निवाड़ी का पृथ्वीपुर, खजुराहो, छतरपुर का बिजावर, ग्वालियर, नौगांव, सतना, सिंगरौली, सीधी, रीवा शामिल हैं। निवाड़ी-खजुराहो में 46 डिग्री सेल्सियस, बिजावर में 45.8 डिग्री, ग्वालियर में 45.7 डिग्री, नौगांव में 45 डिग्री, सतना में 44.9 डिग्री, सिंगरौली में 44.3 डिग्री और सीधी-रीवा में 43.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।     रविवार को भोपाल, सिवनी, रायसेन, छिंदवाड़ा, रतलाम, विदिशा, पचमढ़ी समेत कई जगहों पर बारिश हुई। भोपाल के बैरसिया रोड पर दोपहर 3 बजे तेज पानी गिरा। रात में भी बारिश का दौर चला। सिवनी शहर समेत बंडोल में तेज हवा के साथ बारिश हुई। वहीं, मौसम विभाग ने सोमवार को जबलपुर, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर और खरगोन में आंधी, बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि निवाड़ी, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और मैहर में गर्मी का असर रहेगा। इन जिलों में लू का यलो अलर्ट है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुरकलां, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, आगर-मालवा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, पन्ना, कटनी, उमरिया, अनूपपुर, मंडला और डिंडोरी में आंधी, गरज-चमक का यलो अलर्ट है।  

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उज्जैन। धर्मधानी उज्जैन में ज्येष्ठ शुक्ल दशमी पर रविवार को अमृत सिद्धि योग में गंगा दशहरा मनाया गया। शुरुआत विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर से मंदिर से हुई। यहां भगवान महाकाल का नृत्यार्चन हुआ। रसराज प्रभात नृत्य संस्थान के 120 कलाकारों ने भस्म आरती के बाद नृत्य प्रस्तुति दी। यह रात 11 बजे शयन आरती तक सतत चलेगी। नीलगंगा स्थित जूना अखाड़ा से निकली साधु संतों की पेशवाई में सिंहस्थ सा नजारा देखने को मिला। शिप्रा तट, विष्णु सागर, गंगा घाट तथा गायत्री शक्तिपीठ में भी उत्सवी छटा बिखरी।   श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा नीलगंगा से सुबह 7.30 बजे साधु संतों की पेशवाई प्रारंभ हुई। जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव महंत रामेश्वर गिरी महाराज एवं महंत देवगिरी महाराज के अनुसार पेशवाई में साधु संत घोड़े, बैंड बाजे, निशान के साथ शस्त्र कला का प्रदर्शन करते हुए निकले। इसके बाद सभी संत एवं भक्तों ने नीलगंगा सरोवर में स्नान किया। स्नान पश्चात मां नीलगंगा का पंचामृत अभिषेक किया गया।   नीलगंगा स्थित श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा में आयोजित गंगा दशहरा उत्सव में रविवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने चांदी का सिक्का रखकर जूना अखाड़ा के देवताओं का पूजन किया। पश्चात नीलगंगा सरोवर का दूध से अभिषेक कर पूजा अर्चना की तथा सरोवर के जल का आचमन किया। मुख्यमंत्री ने परिसर स्थित गंगा माता का पंचामृत अभिषेक पूजन भी किया। अखाड़े में साधु संतों ने मुख्यमंत्री को चांदी का शिवलिंग भेंट कर सफल एवं यशस्वी जीवन का आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्यमंत्री गंगा दशहरा पर निकली साधु संतों की पेशवाई में भी अखाड़े के बाहर तक शामिल हुए।

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उज्जैन। गंगा दशहरा के अवसर पर रविवार को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में भगवान महाकाल का विशेष शृंगार किया गया। भगवान महाकाल के शीश पर मां गंगा को धारण कराया गया, साथ ही मोगरे का हार अर्पित कर पगड़ी पहनाई गई। भगवान महाकाल के इस दिव्य रूप के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया।   परम्परा के मुताबिक रविवार तड़के 04 बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुलते ही पंडे-पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से जलाभिषेक किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरिओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान महाकाल के मस्तक पर भांग, चंदन, केसर अर्पित की गई। बाबा महाकाल को नवीन मुकुट, मुंड माला धारण करवाने के बाद फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया।   गंगा दशहरे की तिथि एवं रविवार के संयोग पर भस्म आरती में भगवान महाकाल का विशेष शृंगार किया गया। उनके शीश पर मां गंगा को अवतरित किया गया, साथ ही मोगरे की सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की, जिसे सभी श्रद्धालु देखते ही रह गए। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के नारे लगाए, जिससे पूरा मंदिर गुंजायमान हो गया।  

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भोपाल। इस बार मध्यप्रदेश में तय समय से 4 से 5 दिन की देरी से मानसून दस्तक देगा। दरअसल, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रहा मानसून अभी कमजोर पड़ गया है। इस वजह से प्रदेश में इसके आने में समय लग सकता है। मौसम विभाग ने बताया कि 19-20 जून तक बालाघाट, डिंडोरी से मानसून एंटर हो सकता है। अगले 2-3 दिन में यह पूर्वी हिस्से में सक्रिय हो जाएगा। आज रविवार को इंदौर, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा और बैतूल में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।     भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी साउथ-वेस्ट राजस्थान के हिस्से में चक्रवाती घेरा और उत्तर प्रदेश से मेघालय तक एक ट्रफ लाइन सक्रिय है। वहीं, दक्षिण-पश्चिम हवाओं का घेरा होने से नमी आ रही है। इस वजह से मध्यप्रदेश में आंधी-बारिश की गतिविधियां हो रही है। वहीं, अभी मानसून की गति धीमी हो गई है। इस तरह यह कुछ दिन लेट हो सकता है।     इससे पहले शनिवार को छिंदवाड़ा, बुरहानपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं, छतरपुर का बिजावर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 45.6 डिग्री तक पहुंच गया। टॉप-10 सबसे गर्म शहरों में खजुराहो, पृथ्वीपुर, चित्रकूट, ग्वालियर, नौगांव, सिंगरौली, सीधी, रीवा और टीकमगढ़ रहे। खजुराहो में 45.4 डिग्री, पृथ्वीपुर, निवाड़ी और सतना के चित्रकूट में 45.2 डिग्री, ग्वालियर-नौगांव में 44.5 डिग्री, सिंगरौली में 44.3 डिग्री, सीधी-रीवा में 43.8 डिग्री और टीकमगढ़ में पारा 43 डिग्री दर्ज किया गया है।     रविवार को सतना, रीवा, मैहर, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली में लू का ऑरेंज अलर्ट और छतरपुर, निवाड़ी, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर में गर्म हवाओं का यलो अलर्ट है। भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, श्योपुर कलां, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट में आंधी, गरज-चमक का यलो अलर्ट है।

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भोपाल। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा शुक्रवार को हॉकर कॉर्नर, शिवाजी नगर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान चार रेस्टोरेंट में अनियमितताएं पाएं जाने पर उनमें काद्य कारोबार पर रोक लगा दी गई है।   बताया गया है कि खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा निरीक्षण के दौरान रेस्टोरेंट मित्रम में कॉकरोच की उपस्थिति तथा गन्दगी में भोजन का निर्माण और विक्रय होना पाया गया। साथ ही खाद्य पंजीयन/अनुज्ञप्ति नहीँ होना पाया गया। इसी दुकान के समीप स्थित मुंबई पाव भाजी, पंडित जी चीला वाले तथा बाबा जलेबी में भी अत्यंत गन्दगी तथा अव्यवस्था के बीच भोजन का निर्माण होना पाया गया। इनमें से मुंबई पाव भाजी तथा बाबा जलेबी में खाद्य पंजीयन/अनुज्ञप्ति नहीं होना पाया गया।   आमजन को अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में बनाये जा रहे दूषित भोजन से बचाने के उद्देश्य से चारों प्रतिष्ठानों से खाद्य कारोबार प्रतिबंधित किया गया है। दुकानों में पक्के फर्श तथा स्टोर की समुचित व्यवस्था बहाल कर खाद्य पंजीयन प्राप्त करने के पश्चात इन दुकानों से खाद्य कारोबार की अनुमति प्रदान की जायेगी।

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भोपाल। अगर आम के शौकीन हैं और प्राकृतिक तरीके से पके हुए आम खाना चाहते हैं तो भोपाल के बिट्टन मार्केट स्थित नाबार्ड कैंपस पहुंच जाइए। यहां शुक्रवार को आम महोत्सव शुरू हुआ है, जिसमें आपको एक-दो नहीं बल्कि 15-20 वैरायटी के आम का स्वाद चखने का मौका मिल जाएगा।   दरअसल, शुक्रवार को भोपाल के विट्टन मार्केट में आम महोत्सव की शुरुआत हुई। इसमें प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में उत्पादित होने वाले खास आमों को किसान बेचने के लिए लाए हैं। नाबार्ड के सहयोग से इस महोत्सव में विंध्य क्षेत्र के पहचान बन चुका सुंदरजा आम है, तो पातालकोट का जरदालू, आम्रपाली, तोतापरी, केसर, राजापुरी जैसे कई आम हैं।   नाबार्ड भोपाल के उप महाप्रबंधक अविनाश सिवलकर ने बताया कि आम महोत्सव में मध्यप्रदेश के नौ से ज्यादा जिलों से किसान भाई तरह-तरह की आमों की वैरायटी लेकर आएं है। आप भी इस महोत्सव में जाकर अपनी आम की चाह को पूरा कर सकते हैं और साथ ही इसमें आपको आम की कई नई वैरायटी भी देखने को मिलेंगी। यह आम महोत्सव 18 जून तक चलने वाला है।   यदि आप डायबिटिक हैं और इस डर से आप आम नहीं खाते तो इस डर को साइड में रखकर मध्य प्रदेश का एक खास आम सुंदरजा खूब खा सकते हैं। इसे खाने से आपकी डायबिटीज बढ़ेगी नहीं, क्योंकि इस आम में शुगर की मात्रा पांच फीसदी से भी कम होती है। इसकी मांग विदेश तक है। सुंदरजा आम मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र के रीवा, गोविंदगढ़ में होता है। इस आम को अपनी खुशबू और गुणों के चलते जीआई टैग भी मिल चुका है। इस आम को लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है।   जरदालू आम छिंदवाड़ा तामिया से किसान लेकर आए हैं। किसान संजय बोहड बताते हैं कि अधिकांश आम बड़े खरीदार खेत से ही आम की बोली लगाकर ले जाते हैं। यह आम दिल्ली, मुंबई से लेकर विदेश तक बेचा जाता है। यह आम साइज में बड़ा होता है, लेकिन इसकी गुठली छोटी होती है, जिससे इसमें पल्प ज्यादा मिलता हैं।   महोत्सव में आप एक किलो सौ ग्राम का नूरजहां आम खरीद सकते हैं। इसकी कीमत दो हजार रुपये प्रति किलो है। ये आम दो से चार किलो तक का आता है। लेकिन, महोत्सव में इस बार ज्यादा वजनी आम को नहीं लाया गया है। ये आम देश भर में कहीं नहीं होता। इस किस्म के आम का उत्पादन केवल मध्य प्रदेश के आलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा में ही किया जाता है। इस आम का उत्पादन केवल 10 पेड़ों से ही किया जाता है। दरअसल इस आम को बचाना बेहद मुश्किल होता है। क्योंकि ये आम बड़ा और वजनदार होता है। भारी होने के कारण ये हल्की सी तेज हवा से ही ये पेड़ से गिर जाता है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में अब गर्मी के बीच सभी को मानसून का बेसब्री से इंतजार है। हालांकि प्रदेश के कई जिलों में प्री-मानसून की एक्टिविटी भी शुरू हो गई है। लेकिन मानसून की अरब सागर और बंगाल की खाड़ी ब्रांच कमजोर हो गई है। इस कारण मध्यप्रदेश में तय समय से 2-3 दिन के बाद ही दस्तक देने की संभावना है। वहीं, मौसम विभाग ने आज शनिवार को कई जिलों में आंधी, बारिश और गरज-चमक की स्थिति बने रहने का अलर्ट जारी किया है।     भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि 10 से 14 जून के बाद मानसून स्थिर है। इससे वह कमजोर हो गया है। इसलिए मध्यप्रदेश में इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। दक्षिण हिस्से में बारिश और तेज हवा की स्थिति बनी हुई है। यहां हवा की गति भी अधिक है। उत्तर-पश्चिमी हिस्से में भी ऐसी स्थिति बन रही है। इसलिए मानसून आने के पहले आंधी, गरज-चमक और बारिश की स्थिति बनी रहेगी।   मौसम विभाग ने शनिवार को झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, सीधी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी, गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, सीहोर, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडोरी, अनूपपुर में आंधी का यलो अलर्ट है। दूसरी ओर, रीवा, मऊगंज और सिंगरौली में गर्म हवाएं भी चल सकती है।   इससे पहले शुक्रवार को प्रदेश के कई शहरों में मौसम बदल गया। खरगोन, हरदा, इंदौर के महू, सीहोर के आष्टा, खंडवा, बैतूल समेत कई जिलों में बारिश हुई। बैतूल जिले के मुलताई में सीएम डॉ. मोहन यादव की सभा के दौरान तेज बारिश होने लगी। इधर, गर्मी का असर भी देखने को मिला। सबसे गर्म छतरपुर का खजुराहो रहा। यहां दिन का तापमान 45.2 डिग्री रहा। छतरपुर जिले का बिजावर भी दूसरा सबसे गर्म रहा। यहां पारा 45 डिग्री दर्ज किया गया। टॉप-10 सबसे गर्म शहरों में सीधी, रीवा, सिंगरौली, सतना, नौगांव, शहडोल, दमोह और ग्वालियर शामिल रहे।

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भोपाल। राजधानी की ऐतिहासिक बड़ी झील को प्रदूषण मुक्त रखने एवं नागरिकों को पर्यटन की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत कश्मीर की डल झील की तर्ज पर बड़ी झील में भी शिकारे का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। महापौर मालती राय ने विधायक भगवानदास सबनानी एवं महापौर परिषद के सदस्यों की उपस्थिति में शिकारे का उद्घाटन शुक्रवार को किया और शिकारे में बैठकर नौका विहार एवं बड़ी झील की लहरों के मनोरम दृश्य का आनंद भी लिया। कार्यक्रम में निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायन भी उपस्थित थे। स्थानीय स्तर पर बोट चालक समिति ने लगभग 60 हजार रुपये की लागत से तैयार किए गए 10 सीटर शिकारे का संचालन प्रतिदिन प्रातः 7 बजे से सांय 7 बजे तक राजधानी की बड़ी झील में किया जाएगा। शिकारे के उद्घाटन अवसर पर अधीक्षण यंत्री संतोष गुप्ता जोन अध्यक्ष आरती अनेजा, बृजुला सचान, पूजा शर्मा एवं विनीता सोनी, पार्षदगण राजमणी उईके सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व निगम के अधिकारी मौजूद थे। महापौर मालती राय ने शुक्रवार को राजधानी की ऐतिहासिक बड़ी झील के बोट क्लब पर शिकारे के संचालन का उद्घाटन फीता काटकर किया और शिकारे में बैठकर नौका विहार एवं बड़ी झील की लहरों के मनोरम दृश्य का आनंद भी लिया। इस अवसर पर महापौर श्रीमती राय ने कहा कि हम निगम के माध्यम से कम से कम खर्चे पर नागरिकों के लिए अधिक से अधिक सुविधाए उपलब्ध कराने हेतु संकल्पित है और इसी तारतम्य में राजधानी भोपाल की बड़ी झील में कश्मीर की डल झील की तर्ज पर शिकारे का संचालन प्रारंभ किया है। महापौर ने कहा कि भोपाल में नागरिकों की मांग एवं पर्यटकों की सुविधा हेतु शिकारे की संख्या में वृद्धि की जाएगी। वर्तमान में संचालित शिकारे को और अधिक सुसज्जित एवं मोडीफाई किया जाएगा। इस अवसर पर विधायक भगवानदास सबनानी ने भोपाल की झीलों, तालाबों एवं हरियाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें अपने भोपाल पर नाज है और हम चाहते है कि यहां अधिक से अधिक पर्यटक आएं और हमारे शहर की सुंदरता को देखे। सबनानी ने कहा कि तालाब को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए एन.जी.टी के निर्देश पर क्रूज के संचालन को बंद किये जाने के बाद नगर निगम ने शहर में पर्यटन की बेहतर सुविधा व नाविकों के रोजगार के दृष्टिगत बड़े तालाब में शिकारा चलाने का निर्णय सराहनीय है

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे बुधवार को 83वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 16 अधिकारियों की टीम 38 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 83वें दिन एएसआई की टीम ने प्रवेश द्वार के अंदर दक्षिण दिशा वाले ओटले को तोड़ा गया। यहां मिट्टी हटाने पर छोटे आकार के 12 पुरा-अवशेष मिले हैं। इनकी सफाई होना बाकी है। इनको लेकर हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि इन पर सनातन धर्म के प्रतीक चिह्न और आकृतियां बनी हुई हैं। इसके साथ गर्भगृह में जहां तीन दीवारें जैसी संरचना मिली थीं, उस स्थान पर आज मिट्टी भराव कार्य किया गया। वहीं, उत्तर दिशा में रखे प्राचीन स्तंभों को शिफ्ट करने का कार्य बुधवार को भी जारी रहा।   सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज भोजशाला के मुख्य द्वार के अंदर और दक्षिण एवं उत्तर की तरफ के ओटले को डिस्मेंटल कर दिया गया है। इसके साथ ही अंदर की तरफ सभी ट्रेंचो का भराव कर दिया गया है। पश्चिमी भाग और खेत में बनाई गई ट्रेंच बनाई का भी भराव किया गया है। इसके अलावा टीम ने फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की है। उन्होंने बताया कि उत्तरी पश्चिमी भाग में आज मिट्टी हटाने का काम किया गया, जिसमें से छोटे 12 अवशेष प्राप्त हुए। ये अवशेष खम्बो के दीवारों के अवशेष है। उन्होंने बताया कि अभी भी कुछ स्थानों पर खुदाई कार्य करना संभव है। इन स्थलों को एएसआई ने चिह्नित कर रखा है। बारिश को देखते हुए खोदे गए स्थलों पर मिट्टी से भराव भी किया जा रहा है। चूंकि कोर्ट में एएसआई को चार जुलाई को सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। ऐसे में सर्वे को तेजी से किया जा रहा है। टीम 27 जून तक अपना सर्वे समाप्त कर लेगी।

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टीकमगढ़। जिले के बल्देवगढ़-बुडेरा रोड पर गुरुवार सुबह सड़क पर दौड़ती कार आग का गोला बन गई। इको कार के इंजन में स्पार्किंग से आग लग गई। घटना के दौरान कार में मौजूद दो लोगों ने बाहर कूद कर अपनी जान बचाई। थोड़ी ही देर में आग ने पूरी कार को चपेट में ले लिया। दमकल टीम को सूचना दी। जब तक फायर ब्रिगेड मशीन मौके पर पहुंची, तब तक कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।   जानकारी अनुसान घटना गुरुवार सुबह करीब 9:30 बजे की है। बल्देवगढ़ बुडेरा रोड पर तालमऊ गांव के पास चलती ईको कार में अचानक आग लग गई। हादसा होते ही कार में सवार दो लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। उन्होंने बल्देवगढ़ थाना पुलिस सहित दमकल टीम को सूचना दी। आधे घंटे बाद फायर ब्रिगेड मशीन मौके पर पहुंची। इसके बाद दमकल टीम ने आग पर काबू पाया। आग लगने से कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई। गनीमत रही कि उसमें सवार लोग बाल-बाल बच गए। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद एक-एक कर गाड़ी के टायर फटने लगे। जिससे सड़क के दोनों ओर लोग ठिठक कर रह गए। जब आग पूरी तरह बुझ गई। तब रोड पर आवागमन शुरू हो सका।

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भोपाल। भोपाल में शिवाजी नगर और तुलसी नगर में सरकारी मकानों को तोड़कर 2378 करोड़ रुपये की पुनर्विकास योजना है। यहां मंत्रियों के लिए बड़े-बड़े बंगले बनाए जाएंगे, लेकिन 29 हजार से ज्यादा पेड़ों की बलि भी दी जाएगी। लोग इसके विरोध में सामने आ रहे हैं। बुधवार को स्टॉप नंबर 5 पर बड़ा प्रदर्शन शुरू हो गया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि इन पेड़ों को बचाने के लिए हम उत्तराखंड की तर्ज पर भोपाल में चिपको आंदोंलन करेंगे।   पेड़ों को बचाने धरना दे रहीं महिलाओं का कहना है कि ये पेड़ हमारे बच्चों जैसे हैं। ये हमारे हर सुख-दुख के साक्षी हैं। हमें यहां रहते हुए 50 साल से ज्यादा हो गए। इनसे स्वाभाविक लगाव है। सरकार भोपाल की हरियाली मिटाने जा रही है। स्मार्ट सिटी में हम इसका उदाहरण देख चुके हैं। इसके बाद महिलाएं धरना स्थल के नजदीक लगे पेड़ों के पास पहुंची कुछ उन्हें दुलारने लगीं तो कुछ ने उन्हें गले लगा लिया।   गौरतलब है कि तुलसी नगर और शिवाजी नगर की जिस जमीन पर स्मार्ट सिटी का विरोध हुआ था, वहां अब सरकारी मकानों को तोड़कर मंत्रियों और विधायकों के लिए बंगले और फ्लैट बनाए जाएंगे। यहां कुल 2,267 सरकारी बंगलों और मकानों को तोड़ने का प्लान है। इसके बाद मंत्रियों के लिए 30 बंगले, 16 फ्लैट और 230 विधायकों के फ्लैट के साथ 3480 सरकारी अफसरों के बंगले और मकान बनेंगे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में अब धीरे-धीरे मानसून ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से प्री-मानसून की गतिविधियां जारी है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से आंधी, बारिश का दौर है। मंगलवार को धार में तेज बारिश हुई, जबकि 10 से ज्यादा जिलों में आंधी चली। मौसम विभाग ने आज बुधवार को भी आंधी-बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ऑरेंज अलर्ट है। दूसरी ओर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सिंगरौली में गर्म हवा चलने का अनुमान है।     इससे पहले मंगलवार को प्रदेश में दो तरह का मौसम देखने को मिला। दोपहर में धार में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। वहीं, रतलाम, झाबुआ, आगर, बैतूल, आलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पांढुर्णा, बालाघाट, उज्जैन, राजगढ़, मंदसौर, नीमच, खरगोन, खंडवा, इंदौर, मंडला, डिंडोरी में भी मौसम बदला रहा। इससे पहले कई शहरों में गर्मी का असर भी रहा। मौसम विभाग ने बुधवार को श्योपुरकलां, नीमच, मंदसौर, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी और अनूपपुर में आंधी, गरज-चमक की स्थिति रहने की संभावना जताई है।     मंगलवार को प्रदेश का रीवा जिला सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 44.6 डिग्री रहा। जबकि टॉप-10 तापमान वाले शहर में सिंगरौली, सीधी, सतना, ग्वालियर, शहडोल, खजुराहो, शिवपुरी, जबलपुर और उमरिया रहे। सिंगरौली में 44.3 डिग्री, सीधी में 44 डिग्री, सतना में 43.3 डिग्री, ग्वालियर में 42.8 डिग्री, शहडोल में 42.4 डिग्री, खजुराहो में 41.4 डिग्री, शिवपुरी में 41 डिग्री, जबलपुर में 40.7 डिग्री और उमरिया में 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा। बड़े शहरों में भोपाल में 39.3 डिग्री, इंदौर में 36.6 डिग्री, ग्वालियर में 42.8 डिग्री, जबलपुर में 40.7 डिग्री और उज्जैन में पारा 37.8 डिग्री दर्ज किया गया।

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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिर आम महोत्सव का आगाज होने वाला है। शुक्रवार, 14 जून से शुरू होने वाले इस आम महोत्सव में आम की कई किस्में मिलेंगी। यहां से आप आम खरीद भी सकते हैं। इसमें शहडोल का आम्रपाली और मल्लिका के अलावा सतना का सुंदरजा आम भी मौजूद रहेगा। यह पांच दिवसीय आम महोत्सव 18 जून तक चलेगा। यह आम प्रदर्शनी व सेल बिट्टन मार्केट स्थित नाबार्ड कार्यालय में रहेगी। बता दें कि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) देश में कृषि और ग्रामीण विकास मैं निरत राष्ट्रीय स्तर का संस्थान है।     नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुनील कुमार ने बताया कि इस आम महोत्सव का उद्देश्य यही है कि आदिवासियों को हम बाजार उपलब्ध कराएं। इस वर्ष आम महोत्सव का आठवां संस्करण है। इस बार महोत्सव 11 जिलों से विक्रेता आएंगे, इसमें नर्मदापुरम, अलीराजपुर, रीवा, छिंदवाड़ा और झाबुआ शामिल है। पिछले बार इन जिलों से करीब 10 टन आम लाए गए थे वहीं इस सीजन करीब 18 टन आम आने की संभावना है।     उन्होंने बताया कि इस वर्ष आम महोत्सव में खास नूर जहां और सुंदरजा आम रहेंगे। सुंदरजा आम की बात की जाए तो यह एक जीआई टैग आम है। इसमें फाइबर्स नहीं होते हैं, इसकी अपनी कई तरह की खूबियां होती हैं, यह आम शुगर मरीजों के लिए भी सुरक्षित माना जाता है। इसके अलावा हर बार की तरह इस बार भी नूर जहां प्रदर्शनी के लिए आएगा, इस आम की खासियत यह है कि यह आम दो से तीन किलो का होता है, इसका छिलका काफी पतला होता है वहीं इसकी गुठली भी बहुत छोटी होती है।     नाबार्ड के अधिकारियों के अनुसार इस आम महोत्सव में जो आम आएंगे उनकी कीमत सामान्य बाजार में बिकने वाले आमों से 10 से 20 प्रतिशत ज्यादा होगी। इसके कारण यह है कि इन्हें किसी भी प्रकार के केमिकल से नहीं पकाते। इन्हें पकाने के लिए भूसे के अलावा कागज का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, कई वैराइटी ऐसी भी हैं, जो कि प्राकृतिक तौर पर पेड़ पर ही पकाई जाती हैं। बता दें कि इस मेले में विभिन्न किस्मों जैसे सुंदरजा, केसर, चौंसा, लंगड़ा व दशहरी आम उपलब्ध रहेगा।     गौरतलब है कि देश-विदेश में विंध्य को पहचान दिलाने वाले सुंदरजा आम को जीआई टैग मिल गया है। रीवा में 237 वैरायटी वाले आम के बागान है, पर सबसे खास गोविंदगढ़ का सुंदरजा आम है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जबलपुर के अधीन कृषि महाविद्यालय का फल अनुसंधान केंद्र कुठुलिया 32 हेक्टेयर में फैला है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 81वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 15 अधिकारियों की टीम 34 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर जारी एएसआई सर्वे के 81वें दिन भोजशाला के गर्भगृह में सात नए स्थानों पर सर्वे शुरू हुआ। इसमें लगभग दो फीट की एक खंडित प्रतिमा सहित सात नए अति प्राचीन अवशेष मिले हैं। इन 7 अवशेषों में शिलालेखों के अवशेष भी मौजूद है। हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि खंडित प्रतिमा भगवान ब्रह्मा की है, जो अपने पूरे परिवार के साथ विराजित हैं। एक अन्य पुरावशेष पर कमल के फूल पर कछुआ विराजमान है, जो लक्ष्मी का प्रतीक चिह्न माना जाता है। सर्वे के दौरान सोमवार को यज्ञ कुंड के परिक्रमा के स्थान पर मिट्टी हटाई गई। भोजशाला के द्वार के दोनों ओर ओटलों की सफाई भी की गई है, वहीं उत्तर-दक्षिण और पश्चिम की सारी ट्रेंच का भराव कर बंद किया गया है। इससे पहले रविवार को एएसआई की टीम को सर्वे के दौरान 79 पुरावशेष मिले थे, सोमवार को उनकी सफाई भी की गई। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा और आशीष गोयल ने बताया कि रविवार को मिले 79 अवशेषों में भगवान गणेश, महिषासुर मर्दिनी, मां पार्वती, भगवान हनुमान और भैरवनाथ की मूर्तियां भी शामिल हैं। भोजशाला के भीतर कमरे में खोदाई से यह मूर्तियां बरामद हुई हैं। इस कमरे से भगवान गणेश और मां वाग्देवी की मूर्ति खंडित हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को एएसआई की ओर से भोजशाला में सर्वे किया गया। इस दौरान अंदर उत्तरी भाग में सात और पुरावशेष मिले। अब इनकी भी सफाई की जाएगी। सुबह से लेकर शाम तक गर्भगृह में कई नए स्थान पर सर्वे किया गया। यज्ञ कुंड परिसर के परिक्रमा वाले क्षेत्र और पूर्वी भाग यानी प्रवेश द्वार के नजदीक भी खुदाई की गई। मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद खान ने बताया कि आज उत्तर और पश्चिम की सारी ट्रेंच का लेबलिंग का काम पूरा किया गया है। मॉन्युमेंट के अंदर वजुखाना और पानी के हौज के कुछ स्पॉट, इश्यू थे, उसको मार्क करने काम किया गया, खुदाई भी की गई, जिसे टीम द्वारा एड किया गया है। उन्होंने कहा कि कल कुछ चीजें मिली थी, आज उनकी नंबरिंग करके फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की गई। मॉन्युमेंट के मैन गेट के पास दो ओटले बने थे, उन्हें भी बारीक जांच की गई। उन्होंने भोजशाला परिसर में मिले हिन्दू देवी-देवताओं के अवशेषों पर आपत्ति लेते हुए कहा कि ये साल 2003 के बाद रखी गई है। हमारी शुरू से ही मांग है कि साल 2003 के बाद कि चीजों को सर्वे में शामिल नहीं किया जाए।   गौरतलब है कि भोजशाला में एएसआई का सर्वे 22 मार्च से शुरू किया गया था। सोमवार को सर्वे के 81 दिन पूरे हो गए हैं। इस दौरान अब तक 1607 अवशेष मिल चुके हैं। इसमें प्रमुख रूप से स्तंभ के पत्थर मिल रहे हैं। रविवार व सोमवार को दोनों दिन के सर्वे में 86 अवशेष मिले। एएसआई को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर 04 जुलाई तक हर हाल में अपनी सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। इसके लिए प्रतिदिन होने वाले सर्वे के आधार पर विशेषज्ञ टीम दस्तावेजों को तैयार कर रही है। इसमें वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के साथ ड्राइंग के आधार पर अवशेषों के बारे में विवरण तैयार किया जा रहा है। सर्वे की समय सीमा 27 जून तक है। सर्वे समाप्त होने के एक सप्ताह के भीतर चार जुलाई तक रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगी, इसलिए अब एएसआई की ओर से रिपोर्ट तैयार करने पर फोकस किया जा रहा है।

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धार। धार के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया में मंगलवार सुबह एक पाइप फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। घटना सेक्टर तीन स्थित सिग्नेट पीवीसी फैक्ट्री की है। फैक्ट्री में बड़ी संख्या में पाइप रखे हुए थे, इसलिए आग तेजी से भड़क गई। घटना की सूचना मिलने के बाद नगर पालिका, इंदौर, धार और बदनावर की करीब 8 फायर ब्रिगेड के वाहन मौके पर पहुंचे। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है।     जानकारी अनुसार आग सुलावड गांव के पास पीथमपुर सेक्टर-3 में पीवीसी फैक्ट्री में मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे फैक्ट्री में आग लगी। आग बुझाने के लिए फैक्ट्री के आसपास कोई संसाधन नहीं होने से यह बढ़ती चली गई। आग इतनी भीषण है कि इसकी लपटें काफी ऊपर तक उठ रही हैं जिन्हें 10 किमी दूर से भी देखा जा सकता है। काले धुएं का गुबार कई किलोमीटर तक फैल गया है। मौके पर 8 फायर ब्रिगेड और 20 से ज्यादा टैंकर इसे बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। प्राथमिक जानकारी के अनुसार फैक्ट्री में किसी के फंसे होने की सूचना नहीं है। मजदूरों की पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे शुरू होती है, इसलिए घटना के वक्त फैक्ट्री में कोई नहीं था। सिग्नेट फैक्ट्री के पास ही एक केमिकल फैक्ट्री भी है, आग को बढ़ता देख यहां भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। एसपी अधीक्षक अमित कुमार मिश्रा और तीनों थाने का बल भी मौके पर मौजूद है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में प्री-मानसून एक्टिविटी शुरू हो गई है। आगामी 17-18 जून तक मानूसन के दस्तक दे सकता है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से प्रदेश के दक्षिणी हिस्से यानी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, मंडला, सिवनी, बालाघाट, बैतूल समेत कई जिलों में आंधी-बारिश हो रही है। सोमवार को छिंदवाड़ा में पानी गिरा। वहीं, मंगलवार को भी बारिश होने की संभावना है। भोपाल-जबलपुर समेत 27 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट जारी किया है।       मौसम विभाग ने मंगलवार को बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और डिंडोरी में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, जबलपुर, कटनी, पन्ना, नीमच, मंदसौर, रतलाम, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, उमरिया, मऊगंज, सीधी, शहडोल, अनूपपुर और बालाघाट में आंधी, गरज-चमक वाला मौसम रहेगा।     प्री-मानसून एक्टिविटी के चलते प्रदेश में दो तरह का मौसम है। कहीं आंधी-बारिश हो रही है तो कहीं गर्मी का असर है। सोमवार को सीधी सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, टॉप-10 सबसे गर्म शहरों में सिंगरौली, सतना, रीवा, शहडोल, टीकमगढ़, खजुराहो, मंडला, खरगोन और नर्मदापुरम शामिल हैं। सिंगरौली में 43.3 डिग्री, सतना में 43.1 डिग्री, रीवा में 42.2 डिग्री, शहडोल में 41.4 डिग्री, टीकमगढ़-खजुराहो में 41 डिग्री, मंडला में 40.5 डिग्री, खरगोन में 40.4 डिग्री और नर्मदापुरम में 40.2 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 39.3 डिग्री, इंदौर में 35.8 डिग्री, ग्वालियर में 38.2 डिग्री, जबलपुर में 39.4 डिग्री और उज्जैन में पारा 36 डिग्री रहा।  

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मुरैना। राष्ट्रीय चम्बल घडिय़ाल अभ्यारण्य में 180 से अधिक अण्डों से नन्हे शावक निकल आये। इससे अभ्यारण्य में घडियाल का कुनवा और बढ़ गया है। वहीं वन विभाग में हर्षाेल्लास का वातावरण है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी चम्बल नदी के दो घाटों से 200 अण्डे एकत्रित कर मई माह के मध्य में लाये गये थे। इनमें से आवाज आने पर हेचिंग कराई गई। 4 दिवस के दौरान 180 से अधिक अण्डों से बच्चे निकले हैं। इन्हें पूर्ण सुरक्षा के साथ देवरी हेचिंग सेंटर में रखा गया है। लगभग तीन वर्ष तक इन बच्चों का हेचिंग सेंटर में ही जीवन यापन कराया जायेगा और घडियाल की लम्बाई 1 मीटर 20 सेन्टीमीटर होने के बाद चम्बल के अनेक घाटों पर विचरण के लिये छोड़ दिया जायेगा।   राष्ट्रीय चम्बल घडियाल अभ्यारण्य के अम्बाह रेंज स्थित बाबू सिंह की घेर तथा चुसलई घाट से 200 अण्डे एकत्रित कर देवरी हेचिंग सेंटर पर रखा जाता है। नदी घाट से निकले अण्डों को उसी तापमान तथा दशा व दिशा में सुरक्षित रखकर हेचिंग का इंतजार किया जाता है। हेचिंग से पूर्व अण्डों से कडक़ड़ाने की आवाज निकलती है। देवरी हेचिंग सेंटर पर 4 जून से 9 जून तक चार बार अण्डों से बच्चे निकले अभी 17 से 20 अण्डों से बच्चे निकलना रह गये हैं। घडियाल की मादा मार्च माह के मध्य से अप्रैल माह के मध्य तक रेत पर 25 से 55 तक अण्डे देती है। 60 से 70 दिवस के बाद इन अण्डों से बच्चे निकलना आरंभ हो जाते हैं। जीव विज्ञान एवं शोधकर्ताओं के दौरान भारतीय प्रजाति के विलुप्त हो रहे जलीय जीव घडियाल की प्राकृतिक वातावरण में जीवन दर 2 प्रतिशत तथा कृत्रिम वातावरण मेें 50 प्रतिशत मानी जाती है। भारत में वर्ष 1977 से भारतीय प्रजाति के जलीय जीव घडियाल का संरक्षण किया जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 1975 से 1977 तक दो वर्ष के दौरान विश्व की विभिन्न नदियों में कराये गये सर्वे के दौरान 200 घडियाल जीवित पाये गये थे। इनमें से 46 घडियाल मध्यप्रदेश की चम्बल नदी में विचरण कर रहे थे। घडियालों की संख्या को देखकर चम्बल नदी के 435 किलो मीटर क्षेत्र घडियाल अभ्यारण्य घोषित कर नदी के मध्य से दोनों किनारों की 1-1 किलोमीटर की दूरी तक रेत व मिट्टी का उत्खनन प्रतिबंधित कर दिया था। इस वर्ष फरवरी माह में चम्बल नदी में कराये गये सर्वे के दौरान 2456 घडियाल विचरण करते हुये देखे गये।

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उमरिया। जिले का विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व कुछ न कुछ कारणों से लगातार सुर्खियों में बना है। कहीं वन्य जीवों की मौत तो कहीं ग्रामीणों पर वन्य जीवों का हमला। सोमवार को खितौली रेंज के बफर जोन अंतर्गत आने वाले जंगल में आग लगने की खबर से वन विभाग में हड़कंप मच गया । जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार सुबह से ही आग की सूचना मिलती रही बाद में खुलासा हुआ कि बगदरा बीट में आग लगी थी, जिसकी जानकारी लगते ही खितौली रेंजर हरकत में आये और आग पर काबू पा लिया, वहां पूर्ण रूप से आग पर काबू पाते तब तक सलखनिया बीट के राजस्व क्षेत्र में और जंगल की पहाड़ी पर भीषण आग लग गई। यहां पर भी आग की सूचना मिलते ही खितौली रेंजर दल बल सहित मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने के प्रयास में जुट गए। वहीं खितौली रेंजर स्वस्ति श्री जैन ने बताया कि सुबह बगदरा बीट में आग लगी थी उस पर काबू पा लिया गया था और उसके बाद सलखनिया बीट के कुछ राजस्व क्षेत्र और हमारे जंगल में आग लग गई। जिसकी सूचना पर तत्काल पूरी टीम और मशीन के साथ वहां पहुंच कर देखा तो हमारी पहाड़ी पर भी आग बढ़ रही थी तो उस पर काबू करने के प्रयास में जुट गए तो काफी मशक्कत के बाद अब स्थिति नियंत्रण में आ गई है। गौरतलब है कि पूर्व में भी यहां आग लग चुकी थी। वहीं रेंजर खितौली ने बताया कि अब तक लगी आगों के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में अब मानसून की आहट शुरू हो गई है। 17 से 18 जून तक मानसून प्रदेश में दस्तक दे सकता है। इससे पहले प्रदेश में प्री-मानसून की एक्टिविटी रहेगी। सोमवार को सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। रविवार को धार, रतलाम, छिंदवाड़ा समेत कई शहरों में बारिश हुई तो निवाड़ी, दमोह और छतरपुर गर्म रहे। ऐसा ही मौसम अगले एक सप्ताह तक बने रहने का अनुमान है । सोमवार को छिंदवाड़ा, खंडवा, बुरहानपुर, डिंडोरी में तेज बारिश और आंधी का अलर्ट है।     मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को मानसून मुंबई में ऑनसेट हो गया। दो दिन बाद अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की ब्रांच कमजोर हो जाएगी, जो एक सप्ताह तक ऐसी ही बनी रहेगी। 17 और 18 जून को बंगाल की खाड़ी की ब्रांच एक्टिव होगी। इसके बाद मानसून मध्यप्रदेश में पहुंच सकता है। इससे पहले, मानसून के प्रदेश में आने की उम्मीद कम ही है। हालांकि प्रदेश में अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सकुर्लेशन सक्रिय है। इस वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर चल रहा है। रविवार को धार, छिंदवाड़ा, रतलाम समेत कई शहरों में आंधी-बारिश वाला मौसम रहा। दूसरी ओर, प्रदेश के कुछ शहरों में गर्मी का असर भी देखने को मिला।     वहीं, तापमान की बात करें तो दमोह जिले में सबसे अधिक तापमान 44.5 डिग्री दर्ज किया गया। निवाड़ी के पृथ्वीपुर और छतरपुर के बिजावर में तापमान 44.2 डिग्री रहा। सबसे गर्म शहरों में टीकमगढ़ में 44 डिग्री, सिंगरौली में 43.8 डिग्री, खजुराहो में 43.6 डिग्री, नौगांव में 43.5 डिग्री, ग्वालियर में 43.4 डिग्री, सतना और रीवा में पारा 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में 40.9 डिग्री, इंदौर में 37.4 डिग्री, जबलपुर में 42.5 डिग्री और उज्जैन में तापामन 39.7 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में पारा सबसे कम 36.2 डिग्री दर्ज किया गया। मलाजखंड-छिंदवाड़ा में 37 डिग्री और धार में 37.4 डिग्री रहा।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 79वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 18 अधिकारियों की टीम 17 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर जारी एएसआई सर्वे के 79वें दिन भोजशाला के पश्चिम-उत्तर दिशा में कोने में बनी ट्रेंच का नक्शा बनाया गया और इसके बाद उस ट्रेंच को मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया। वहीं, उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने का काम किया गया। यहां से टीम को पांच पाषाण अवशेष प्राप्त हुए हैं, जिन्हें सर्वे टीम ने अपने संरक्षण में लिया है। वहीं गर्भगृह में खंभों की चित्रकारी की गई। इसके अलावा पुराने अवशेषों की क्लीनिंग-ब्रशिंग के साथ फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी भी की गई। शनिवार को धार में अचानक हुई बारिश के कारण भोजशाला के आसपास की मिट्टी अब गिली हो गई थी, इसीलिए आज मजदूरों को कम संख्या में बुलाया गया था। बारिश के कारण किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो, इसको लेकर भी व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए थे।   सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि ट्रेंच में से पहले पानी साफ किया गया, फिर पश्चिम उत्तर के कोने में बनी हुई ट्रेंच का नक्शा बनाया गया। उत्तरी भाग में जो मिट्टी हटाने का काम किया गया था, उसमें पांच अवशेष प्राप्त हुए हैं। सर्वे टीम ने उन्हें अपने संरक्षण में लिया है। इसके साथ ही खम्भों और दीवारों के पत्थर पर आकृतियां बनी हुई है, जिसे एएसआई की टीम ने अपने संरक्षण में लिया। गर्भगृह में खंभों की चित्रकारी की गई है, जिसकी फाइनल टचिंग चल रही है। वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि आज उत्तरी और पश्चिम भाग में कॉर्नर पर बनी ट्रेंच में भराव का काम किया गया। लगभग उसका काम पूरा कर लिया गया है। कल उसका भराव भी पूरा कर लिया जाएगा। उत्तर दिशा में खोदी गई ट्रेंच को भरा गया है। मिट्टी से मिले पुराने अवशेष की क्लीनिंग-ब्रशिंग की गई है। बारिश होने के कारण आज खुदाई का काम बंद रहा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में तेज गर्मी के बीच अब आंधी और बारिश का दौर शुरू हो गया है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से ऐसा मौसम बन रहा है। शनिवार को भोपाल, छिंदवाड़ा, बड़वानी समेत कई जिलों में बारिश हुई। ऐसा ही मौसम आज (रविवार को) भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने आज भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश के 38 जिलों में आंधी, बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है। रतलाम, छिंदवाड़ा में ऑरेंज अलर्ट है। उधर, निवाड़ी, दतिया और निवाड़ी में गर्मी का असर बना रहेगा।     इससे पहले शनिवार को पूर्वी हिस्से में बादल छाए रहे। कई जिलों में बारिश भी हुई। रविवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। इसके लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहेगा। शनिवार को राजधानी भोपाल, धार, बड़वानी, छिंदवाड़ा, मलाजखंड समेत कई शहरों में बारिश हुई। इस वजह से दिन के तापमान में गिरावट भी हुई है। धार में तो पारा 10.1 डिग्री लुढ़ककर 31 डिग्री पर आ गया। वहीं, रात में पारा 21.1 डिग्री रहा था। भोपाल में 6 डिग्री, गुना में 7.3 डिग्री, इंदौर में 7.7 डिग्री, रतलाम में 5.3 डिग्री, उज्जैन में 9.8 डिग्री, दमोह में 4 डिग्री, सागर में 3.8 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। बाकी शहरों में भी 1 से 4 डिग्री तक पारा लुढ़क गया।   सबसे गर्म शहरों में खजुराहो, रीवा, सिंगरौली, सीधी, टीकमगढ़, पृथ्वीपुर, नौगांव, ग्वालियर और सतना भी शामिल रहे। खजुराहो-रीवा में 43.6 डिग्री, सिंगरौली में 43.5 डिग्री, सीधी में 43.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 43 डिग्री, पृथ्वीपुर में 42.7 डिग्री, नौगांव में 42.6 डिग्री, ग्वालियर में 42.5 डिग्री और सतना में पारा 42.4 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 35.4 डिग्री, इंदौर में 32.8 डिग्री, जबलपुर में 41.2 डिग्री और उज्जैन में पारा 33 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को तापमान में खासी गिरावट हुई, जो इस सीजन के सबसे कम रहे। धार के बाद पचमढ़ी में पारा 32.2 डिग्री दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश इस बार नौतपा में जमकर तपा, लेकिन जैसे ही नौतपा खत्म हुआ, आंधी-बारिश का दौर शुरू हो गया। पिछले दो दिन से राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में मौसम बदला हुआ है। इंदौर, भोपाल समेत प्रदेश के 30 जिलों में आज यानि शनिवार को बारिश, आंधी और गरज-चमक का अलर्ट है। जबकि निवाड़ी और छतरपुर जिलों में गर्मी का असर रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से ऐसा मौसम बन रहा है।     इससे पहले शुक्रवार-शनिवार की रात धार, रतलाम, कटनी, छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं, छतरपुर का बिजावर सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 46 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। दमोह में 45.5 डिग्री, निवाड़ी के पृथ्वीपुर में 45.1 डिग्री और शिवपुरी में 45 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह नौगांव, टीकमगढ़, सागर, राजगढ़, सिंगरौली, बड़वानी, गुना और खजुराहो में तापमान 44 डिग्री के पार रहा। बड़े शहरों की बात करें, तो भोपाल में 41.4 डिग्री, इंदौर में 40.5 डिग्री, ग्वालियर में 43.8 डिग्री, जबलपुर में 42.8 डिग्री और उज्जैन में तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से प्रदेश में आंधी और बारिश का दौर चल रहा है। वहीं, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी है। ऐसा ही मौसम आगामी दिनों में भी बना रहेगा। उधर, मानसून लगातार अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में इसके समय पर मध्यप्रदेश पहुंचने की संभावना बनी हुई है।

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नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में गुरुवार देर शाम को नागपुर से इंदौर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस बड़े हादसे का शिकार होने से बच गई। दरअसल, ट्रेन के सामने अचानक एक गाय आ गई और ट्रेन से टकरा गई। हादसे में गाय की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जानकारी मिलने के बाद रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और निरीक्षण करने के बाद ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया।   जानकारी के अनुसार गाड़ी संख्या 20912 नागपुर-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस गुरुवार शाम करीब 7.20 बजे इटारसी से रवाना हुई थी लेकिन नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन से डेढ़ किमी पहले यह हादसा हो गया। ट्रेन से टकराने से गाय के दो हिस्से हो गए। इस दौरान चालक ने सूझबूझ दिखात हुए ट्रेन को अचानक ब्रेक लगाकर रोक लिया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। ट्रेन के सभी यात्री सुरक्षित हैं। ट्रेन के रुकने से यात्री अचंभित रह गए। सूचना मिलते ही रेलवे स्टेशन से आरपीएफ और रेल अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेल अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद ट्रेन को रवाना किया। हादसे के चलते ट्रेन करीब 15 मिनट लेट हो गई।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों दो तरह का मौसम देखने को मिल रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में भी मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने लगी है। मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से भी हवाओं के साथ नमी आ रही है। इसके चलते प्रदेश के कई शहरों के अधिकतम तापमान में कमी आने लगी है।     भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से प्रदेश में आंधी और बारिश का दौर चल रहा है। वहीं, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी है। ऐसा ही मौसम आगामी दिनों में भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। मानसून के 12 जून तक प्रदेश में प्रवेश करने की भी संभावना बन रही है।     वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ बड़े पैमाने पर नमी भी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां भी तेज होने लगी हैं। अलग-अलग शहरों में 25 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश भी हो रही है। हालांकि, वातावरण में नमी रहने के कारण उमस भी बढ़ रही है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मानसून 12 जून तक प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। वहीं, गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दमोह और शिवपुरी में दर्ज किया गया। प्रदेश में कहीं भी लू नहीं चली।    

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भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) राज्य सेवा परीक्षा 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। गुरुवार देर जारी राज्य सेवा परीक्षा-2021 की फाइनल चयन सूची में रायसेन की अंकिता पाटकर ने पहली रैंक हासिल की है। वहीं, टॉप 10 में सात लड़कियों ने बाजी मारी है। आयोग ने फाइनल सिलेक्शन लिस्ट के साथ-साथ मार्क्स लिस्ट भी जारी की है। उम्मीदवार एमपी-पीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।     आयोग ने पीएससी के तहत 290 पदों में से 246 पदों पर नियुक्ति के लिए रिजल्ट जारी किया है। दरअसल, 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण के लंबित मामले की वजह से सिर्फ 87 फीसदी पदों के लिए रिजल्ट जारी किया गया है, जबकि 13 फीसदी पदों के लिए रिजल्ट होल्ड किया गया है। एमपी पीएससी का रिजल्ट जारी होने के साथ राज्य को 24 डिप्टी कलेक्टर, 13 डीएसपी, जिला पंजीयक सहायक संचालक, वाणिज्य कर अधिकारी, श्रम अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त, नायब तहसीलदार, सहायक श्रम अधिकारी, वाणिज्यिक कर निरीक्षक सहित पदों पर 243 नए अफसर मिल गए हैं।     एमपी पीएससी राज्य सेवा परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर के 24 पदों पर सिर्फ दो उम्मीदवार सामान्य वर्ग से चयनित हुए हैं, जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आठ और एससी-एसटी वर्ग से पांच-पांच उम्मीदवारों का चयन हुआ है। फिलहाल, सिर्फ 20 पदों पर रिजल्ट जारी किया गया है।     प्रदेश के टॉप 10 उम्मीदवारों में अंकिता पाटकर - 942, अमित कुमार सोरी- 921.25, पूजा चौहान -920, मनीषा जैन- 917.50, प्रियंक मिश्रा - 916.25, प्रियल यादव - 910.25, आशिमा पटेल -906.50, रितु चौरसिया - 905.50, सृजन श्रीवास्तव - 903.25 और ज्योति राजोरे- 902.75 शामिल हैं।     एमपी पीएससी में टॉप करने वाली अंकिता पाटकर ने बिना किसी महंगी कोचिंग के यह उपलब्धि हासिल की है। अंकिता ने वर्ष 2018-19 में शासन द्वारा ओबीसी के बच्चों को दी जाने वाली फ्री पीएससी की कोचिंग छह महीने की थी। उसके बाद कोरोना लगने से कोचिंग बंद हो गई, लेकिन अंकिता ने पढ़ाई जारी रखी, सेल्फ स्टडी के दम उसने 942 अंक प्राप्त कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। रायसेन के एक साधारण परिवार में पांच बहनों में सबसे छोटी अंकिता की उपलब्धि उन सब बच्चों के लिए प्रेरणा है, जो संसाधनों के अभाव का रोना रोते है।     अंकिता के पिता मध्यप्रदेश राज्य परिवहन में कर्मचारी थे। विभाग बंद होने के बाद वह पोस्ट ऑफिस में बतौर एजेंट काम करने लगे। बहुत मामूली आय में उन्होंने न केवल परिवार का भरण-पोषण किया बल्कि सभी बच्चों को उच्च शिक्षित किया। अंकिता के परिवार में 6 भाई-बहन, मम्मी -पापा सहित आठ सदस्य हैं। भाई सबसे छोटा है और पांच बहनों के अंकिता सबसे छोटी है। अंकिता का पीएससी में यह तीसरा प्रयास था। वर्तमान में वह ओबेदुल्लागंज ब्लॉक में सहायक विस्तार अधिकारी हैं। इससे पहले वह प्राथमिक शिक्षक भी रह चुकी हैं। नौकरी के साथ ही उसने यह सफलता पाई है। अंकिता ने बताया यदि आपका लक्ष्य स्पष्ट हो और सतत तैयारी हो तो सफलता निश्चित मिलती है।     अंकिता ने बताया कि इंटरनेट मीडिया बुरा नहीं है, बस हमें यह देखना होगा कि हम उसका उपयोग कैसे करते हैं। मुझे अपना लक्ष्य प्राप्त करने में इंटरनेट मीडिया ने बहुत मदद की है। जो टॉपिक मुझे समझना होता तो मैं यूट्यूब पर उसे सर्च करती और मेरे पास उसे समझने के ढेर सारे विकल्प होते और जब भारीपन लगता तो यही इंटरनेट मीडिया मेरा मनोरंजन करता। हर चीज के अच्छे-बुरे दोनों पहलू होते हैं। हम किसे देखते हैं, ये हम पर निर्भर है।   वहीं, उज्जैन में भाई-बहन ने मप्र लोक सेवा आयोग परीक्षा एक साथ पास की और फिर दोनों का डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चयन हुआ। बहन की 14वीं और भाई की 21वीं रैंक आई। बहन राजनंदनी ठाकुर वर्तमान में नायब तहसीलदार है और भाई अर्जुनसिंह ठाकुर ने मप्र लोक सेवा आयोग परीक्षा के लिए टीसीएस की नौकरी छोड़ी। इंजीनियरिंग कालेज में पदस्थ प्रो. वायएस ठाकुर के पुत्र अर्जुनसिंह ठाकुर व पुत्री राजनंदनी सिंह ठाकुर ने मप्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी। दोनों का चयन एमपी पीएससी में हुआ।

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सीहोर। भगवान गणेश-रिद्धि सिद्धि के विवाह की कथा सुनने से हमारा दांपत्य जीवन सुखी रहता है। भगवान गणेश बुद्धि के देवता हैं। भक्ति में दिखावा मत करो, भोले बाबा दिखावा-आडंबर से प्रसन्न नहीं होते। उनकी भक्ति पाने के लिए निर्मल मन समर्पण भाव की जरूरत होती है। शिवजी को प्रसन्न करने के लिए दिल से भक्ति करो।     यह विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी पांच दिवसीय शिव महापुराण के चौथे दिन गुरुवार को प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के पुत्र कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा महाराज ने व्यक्त किए। कथा के दौरान कुबेरेश्वरधाम में भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया गया। कथा व्यास राघव मिश्रा ने भगवान गणेश के विवाहोत्सव प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान गणेश ने अपने माता-पिता की परिक्रमा करके शिव पार्वती को प्रसन्न किया। क्योंकि माता-पिता ही ईश्वर का रूप है, जो माता पिता की सेवा से दूर रहता है। उन्हें शिव से मिलने की भक्ति करने की जरूरत नहीं है।     उन्होंने कहा कि शिवपुराण के अनुसार, दैत्य तारकासुर के तीन पुत्र थे, तारकाक्ष, कमलाक्ष व विद्युन्माली। जब भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर का वध कर दिया तो उसके पुत्रों को बहुत दु:ख हुआ। उन्होंने देवताओं से बदला लेने के लिए घोर तपस्या कर ब्रह्माजी को प्रसन्न कर लिया। जब ब्रह्माजी प्रकट हुए तो उन्होंने अमर होने का वरदान मांगा, लेकिन ब्रह्माजी ने उन्हें इसके अलावा कोई दूसरा वरदान मांगने के लिए कहा। तब उन तीनों ने ब्रह्माजी से कहा कि- आप हमारे लिए तीन नगरों का निर्माण करवाइए। हम इन नगरों में बैठकर सारी पृथ्वी पर आकाश मार्ग से घूमते रहें। एक हजार साल बाद हम एक जगह मिलें। उस समय जब हमारे तीनों पुर (नगर) मिलकर एक हो जाएं, तो जो देवता उन्हें एक ही बाण से नष्ट कर सके, वही हमारी मृत्यु का कारण हो। ब्रह्माजी ने उन्हें ये वरदान दे दिया। ब्रह्माजी का वरदान पाकर तारकाक्ष, कमलाक्ष व विद्युन्माली बहुत प्रसन्न हुए। ब्रह्माजी के कहने पर मयदानव ने उनके लिए तीन नगरों का निर्माण किया। उनमें से एक सोने का, एक चांदी का व एक लोहे का था। सोने का नगर तारकाक्ष का था, चांदी का कमलाक्ष का व लोहे का विद्युन्माली का। अपने पराक्रम से इन तीनों ने तीनों लोकों पर अधिकार कर लिया। इन दैत्यों से घबराकर इंद्र आदि सभी देवता भगवान शंकर की शरण में गए। देवताओं की बात सुनकर भगवान शिव त्रिपुरों का नाश करने के लिए तैयार हो गए। विश्वकर्मा ने भगवान शिव के लिए एक दिव्य रथ का निर्माण किया। चंद्रमा व सूर्य उसके पहिए बने, इंद्र, वरुण, यम और कुबेर आदि लोकपाल उस रथ के घोड़े बने। हिमालय धनुष बने और शेषनाग उसकी प्रत्यंचा। स्वयं भगवान विष्णु बाण तथा अग्निदेव उसकी नोक बने। उस दिव्य रथ पर सवार होकर जब भगवान शिव त्रिपुरों का नाश करने के लिए चले तो दैत्यों में हाहाकर मच गया। दैत्यों व देवताओं में भयंकर युद्ध छिड़ गया। जैसे ही त्रिपुर एक सीध में आए, भगवान शिव ने दिव्य बाण चलाकर उनका नाश कर दिया। त्रिपुरों का नाश होते ही सभी देवता भगवान शिव की जय-जयकार करने लगे। त्रिपुरों का अंत करने के लिए ही भगवान शिव को त्रिपुरारी भी कहते हैं। भगवान शिव की कथा का श्रवण करने और उनके नाम का मनन करने से हमारे दुख नष्ट होते है।     विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि पांच दिवसीय संगीतमय शिव महापुराण कथा शुक्रवार को विश्राम दिवस है। कथा शाम चार बजे से आरंभ की जाएगी।

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भोपाल। राजधानी के करोंद इलाके में बुधवार देर रात एक मोबाइल शॉप में भीषण आग लग गई। आग लगने से दुकान में रखे सैकड़ों नए और पुराने मोबाइल जलकर खाक हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन घंटे में आग पर काबू पाया। समय रहते आग पर काबू पा लेने से आसपास की दुकानें जलने से बच गई, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।   जानकारी के अनुसार करोंद चौराहे दीपा मोबाइल नाम की दुकान में बुधवार देर रात करीब 2.30 बजे आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें 10 से 15 फीट तक ऊंची उठ गई। इसकी जद में पास की दुकानें भी आ रही थीं। लोगों ने जैसे ही दुकान से आग की लपटें निकलती देख तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर फाइटर पंकज यादव ने बताया कि जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, तत्काल मौके पर पहुंचे। गांधीनगर और कबाड़खाना फायर स्टेशन की दमकलों ने करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया। समय रहते आग पर काबू पाने से पास की दुकानें चपेट में नहीं आ सकी। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट सामने आया है, लेकिन आग से लाखों का नुकसान हो गया। बताया जाता है कि शॉप में सैकड़ों मोबाइल रखे थे, जो आग की चपेट में आ गए।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे बुधवार को 76वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के नौ अधिकारियों की टीम 40 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे एएसआई सर्वे के 74वें दिन मजदूरों की संख्या अधिक होने से भोजशाला परिसर में मिट्टी हटाने का काम तेजी से हुआ, लेकिन अधिकारियों की संख्या होने से सर्वे के काम की गति धीमी रही। टीम ने बुधवार को इमारत के उत्तर, दक्षिण और पश्चिमी भाग में सर्वे किया। इस दौरान उत्तरी भाग के सर्वे में तीन बड़े पाषाण अवशेष मिले हैं। ये तीनों ही स्तंभ के टुकड़े हैं। इन अवशेषों को विभाग ने संरक्षित कर लिया है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि जो अवशेष मिले हैं, वे बड़े स्तंभ के टुकड़े हैं। इसमें एक पिलर बेस मिला है। इसका परीक्षण करवाया जाएगा और इसकी काल अवधि पता की जाएगी। साथ ही सफाई करने के बाद इस पर बनी आकृति के बारे में भी विवरण पता किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हैदाराबाद से जियालोजालिक सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट नहीं आने से कार्य को गति नहीं मिल पा रही है। बुधवार को दिनभर तीनों क्षेत्र में काम किया गया। पश्चिमी भाग में लेवल तैयार किया गया है। इसके अलावा टीम ने 50 मीटर के दायरे में भी कुछ स्थान का अवलोकन किया है। साथ ही यहां पर खुदाई भी की गई है, जबकि उत्तर और दक्षिण भाग में भी मिट्टी हटाने और लेबलिंग का काम किया गया है। बता दें कि भोजशाला में अब तक छोटे व बड़े मिलाकर एक हजार से अधिक अवशेष मिल चुके हैं, इनकी जांच के बाद अब प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की जा रही है, क्योंकि जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में एएसआई की टीम को सर्वे की पूरी रिपोर्ट बनाकर हाईकोर्ट में पेश करना है। चार जुलाई को कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करने का समय दिया था, जिसमें महज 30 दिन का ही समय शेष है। जीपीआर सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही टीम के सदस्य अब आगे काम करेंगे।

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जबलपुर। जबलपुर में रेत की अवैध खदान धंसने से महिला समेत तीन की मौत हो गई। घटना गोसलपुर थाना इलाके के कटरा रमखीरिया गांव की है। बुधवार सुबह 11 बजे सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। खदान में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका है। जानकारी अनुसार गोसलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कटरा रामखारिया रेत खदान में रेत उत्खनन करते हुए कुछ लोग दब गए हैं। स्थानीय लोगों की मदद से अभी तीन लोगों को निकाला गया और एम्बुलेंस से प्राथमिक उपचार के लिए सिहोरा सिविल अस्पताल भेजा गया है। जिसमें मुन्नी बाई नाम की महिला की मृत्यु होने की खबर है, जबकि दो अन्य गंभीर हैं। वहीं घटना स्थल पर और लोगों के दबे होने की आशंका के चलते मिट्टी हटाकर तलाश करने में ग्रामीण जुटे हुए है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में नौतपा के बाद अब बारिश और आधी का दौर शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में दिन में गर्मी और शाम होते ही बारिश हो रही है। पिछले दो दिन से ऐसा ही मौसम है, जो बुधवार को भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने लगातार तीसरे दिन आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। हालांकि निवाड़ी, दतिया समेत कई शहरों में लू का असर भी रहेगा, जबकि भोपाल, इंदौर-जबलपुर में आंधी-बारिश होगी। मौसम विभाग ने आज बुधवार को प्रदेश के 32 जिलों में लू, आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे पहले मंगलवार को पृथ्वीपुर सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     इससे पहले मंगलवार को भोपाल में दिनभर तेज गर्मी रही, लेकिन शाम को आंधी-बारिश का दौर शुरू हो गया। रात तक ठंडी हवाएं चलती रही। वहीं, प्रदेश के कई शहर में तेज गर्मी भी रही। टॉप-10 सबसे गर्म शहरों में पृथ्वीपुर, बिजावर, ग्वालियर, नौगांव, खजुराहो, शिवपुरी, सतना, गुना, दमोह और शहडोल शामिल हैं। पृथ्वीपुर में टेम्प्रेचर 46.3 डिग्री, ग्वालियर और छतरपुर के बिजावर में 45 डिग्री, नौगांव में 44.6 डिग्री, खजुराहो-शिवपुरी में 44.2 डिग्री, सतना में 44.1 डिग्री, गुना में 44 डिग्री, दमोह में 43.6 डिग्री और शहडोल में पारा 43.4 डिग्री दर्ज किया गया।     मौसम विभाग ने बताया कि मानसून अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। इससे यह समय पर मध्यप्रदेश में पहुंच सकता है। वर्तमान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन, ट्रफ लाइन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से आंधी, बारिश का दौर बन रहा है। वहीं, गर्मी का असर भी है। बुधवार को भी मौसम बदला रहेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 74वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 11 अधिकारियों की टीम 39 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के 74वें दिन एएसआई की टीम ने भोजशाला के पश्चिम, दक्षिण व उत्तर दिशा में खुदाई का काम किया। कुछ नए स्थानों पर खुदाई की गई और मिट्टी हटाने का काम शुरू हुआ। दोपहर में अचानक हुई बारिश से टीम सतर्क रही। कुछ स्थानों पर सात से आठ फीट की खुदाई हो चुकी है। इसमें अचानक बारिश होने से ट्रेंच में पानी पहुंच सकता था। टीम ने तत्काल खुदाई वाले स्थान को तिरपाल से ढंककर बचाया। खुदाई के दौरान टीम को एक नक्काशी वाला छोटा पत्थर मिला है। इसे संरक्षण में लिया गया है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला में टीम ने क्लीनिंग, ब्रशिंग का काम भी किया। मॉन्यूमेंट्स के अंदर जो ट्रेंच है, उसकी फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की गई। इसके अलावा भोजशाला में मौजूद कमरे की वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी की गई। बारिश के चलते कुछ दिक्कतें आईं। अब हैदाराबाद से जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट आगामी सर्वे के लिए खास है। इस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इसके अभाव में सर्वे कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम ने करवट बदल ली है। तेज गर्मी और लू से अब राहत मिलने वाली है। अगले 3 दिन यानी 6 जून तक लू का असर नहीं रहेगा। आज मंगलवार को राजधानी भोपाल और जबलपुर समेत 32 जिलों में आंधी और गरज-चमक वाला मौसम रहेगा। कुछ जिलों में बारिश भी हो सकती है।     इससे पहले सोमवार को बिजावर, पृथ्वीपुर और खजुराहो सबसे गर्म रहे। छतरपुर के बिजावर में तापमान सबसे ज्यादा 45.8 डिग्री रहा। सोमवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, बैतूल समेत कई जिलों में बारिश भी हुई। वहीं, सबसे गर्म टॉप-10 शहरों में बिजावर, पृथ्वीपुर के अलावा खजुराहो, नौगांव, शिवपुरी, दमोह, सागर, ग्वालियर, रीवा और गुना भी शामिल हैं। वहीं, प्रदेश में नौतपा खत्म होते ही बारिश का दौर शुरू हो गया। सोमवार को इंदौर, भोपाल, धार, बैतूल समेत कई जिलों में बारिश दर्ज की गई।     मौसम विभाग ने बताया कि केरल में एक दिन पहले दस्तक देने के बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे प्रदेश में समय पर पहुंचने की संभावना है। वर्तमान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन, ट्रफ लाइन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से आंधी, बारिश का दौर बन रहा है। यह अगले कुछ दिन तक जारी रहेगा। मंगलवार को आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले दिनों तेज गर्मी से कुछ हद राहत मिली है। नौतपा के आखिरी दिन रविवार को मौसम की रंगत बदल गई। कई जिलों में आंधी की स्थिति बनी तो बादल भी छाए रहे। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में पारा लुढ़क गया। राजधानी भोपाल में 40.8 डिग्री, इंदौर में 40.1 डिग्री, जबलपुर में 39.5 डिग्री और उज्जैन में तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि निवाड़ी के पृथ्वीपुर और छतरपुर के बिजावर में तापमान 45 डिग्री के पार रहा। मौसम विभाग ने आज सोमवार को प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से में लू, गरज-चमक, आंधी और बारिश का ऑरेंज-यलो अलर्ट जारी किया है।     इससे पहले रविवार को प्रदेश के सबसे गर्म टॉप-10 शहरों में पृथ्वीपुर, बिजावर, शिवपुरी, टीकमगढ़, नौगांव, ग्वालियर, सिंगरौली, गुना, खजुराहो और राजगढ़ रहे। पृथ्वीपुर में 45.1 डिग्री, बिजावर में 45 डिग्री, शिवपुरी-टीकमगढ़ में 44 डिग्री, नौगांव में 43.8 डिग्री, ग्वालियर में 43.5 डिग्री, सिंगरौली में 43.4 डिग्री, गुना में 43.4 डिग्री, खजुराहो में 43.2 डिग्री और राजगढ़ में पारा 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नौतपा में पहली बार सात शहरों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री के नीचे आया। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में 34.4 डिग्री, छिंदवाड़ा में 38 डिग्री, मंडला में 38.2 डिग्री, सिवनी में 38.2 डिग्री, नर्मदापुरम में 38.6 डिग्री और बैतूल में पारा 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     मौसम विभाग ने बताया कि 30 मई को केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। रविवार तक केरल, तमिलनाडु समेत कई राज्यों को मानसून ने कवर कर लिया। अब यह आगे बढ़ रहा है। इससे प्रदेश में समय पर पहुंचने का अनुमान है। वर्तमान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन, ट्रफ लाइन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से आंधी, बारिश का दौर बन रहा है। यह अगले कुछ दिन तक जारी रहेगा। सोमवार को आंधी-बारिश के साथ लू का असर भी बना रहेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे रविवार को 73वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 15 अधिकारियों की टीम 42 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे एएसआई सर्वे के 73वें दिन भोजशाला के दक्षिण की ओर एक नया ट्रेंच शुरू किया गया है, जहां खुदाई का काम किया गया। इसके अलावा यज्ञकुंड और गर्भगृह के बीच में निकली दीवार की क्लीनिंग और ब्रशिंग की गई। टीम को एक दिन पहले मिट्टी हटाने के दौरान एक बड़ा आकृति वाला पत्थर मिला था, हिंदू पक्ष ने इसे मंदिर के शिखर का आधार भाग होने का दावा किया है। साथ ही एक और बड़ा पाषाण अवशेष भी मिला है, जिसकी अभी सफाई होनी बाकी है। इसके बाद यह स्पष्ट होगा कि इस पर क्या आकृति अंकित है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज भोजशाला के बाहर दक्षिण की ओर एक नए ट्रेंच में खुदाई का काम किया गया। गर्भगृह के पीछे की ओर पश्चिम में भी एक नई ट्रेंच चालू की गई है, वहां पर भी खुदाई का काम किया गया है। उत्तर दिशा से मिट्टी हटाने का काम जारी रहा। यज्ञकुंड और गर्भगृह के बीच में जो दीवार क्लियर निकल रही थी, वहां पर क्लीनिंग और ब्रशिंग की गई है। दीवार काफी नीचे तक जाती दिखाई दे रही है। एक-एक ईट की क्लीनिंग और ब्रशिंग कर ली गई है। इसके अलावा नपती की गई है। आज भी फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की गई है। उन्होंने बताया कि गर्भगृह के उत्तरी भाग में खुदाई करके मिट्टी हटाने का कार्य व्यापक स्तर पर किया गया। शिखर के विभिन्न भागों का एक आधार स्तंभ है, जिसे एएसआई की टीम ने सुरक्षित कर लिया है। अब इसका अध्ययन किया जाएगा। वहीं एक पत्थर पाया गया। इस पर मिट्टी काफी जमी हुई थी, इसलिए पत्थर के बारे में विवरण स्पष्ट रूप से प्राप्त नहीं हो पाया। इसकी सफाई कराई जाएगी।

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खंडवा। खंडवा जिले के पिपलोद थाना क्षेत्र में रविवार को मिट्टी की खदान का पत्थर धसक गई। हादसे में एक महिला की दब कर मौत हो गई। वहीं 2 महिलाओं को ग्रामीणों ने बाहर निकालकर अस्पताल ने भर्ती कराया। घायल महिलाओं को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।       जानकारी के अनुसार पीपलोद थाना क्षेत्र के नांदिया गांव स्थित मिट्टी के खदान में रविवार को पांच महिला मजदूर खुदाई का काम कर रही थीं। इसी दौरान मिट्टी की एक बड़ी चट्टान धसक गई। खदान धसने से वहां काम कर रही तीन महिला मजदूर उसमें दब गई। हादसे के बाद तुरंत दूसरे लोग वहां पहुंचे और महिलाओं को निकालने का प्रयास शुरू किया। ग्रामीणों ने दो महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने घायल महिलाओं को इलाज के लिए खंडवा के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी पर भगवान महाकाल का जलाभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से अभिषेक पूजन किया। इसके बाद भगवान महाकाल का सिंदूर चंदन और आभूषणों से विशेष शृंगार किया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।   परम्परा के मुताबिक ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी के अवसर पर रविवार तड़के चार बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुलते ही पंडे-पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया। प्रथम घंटाल बजाकर हरिओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट, मुंड माला धारण करवाई गई।   भस्म आरती में भगवान महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर भांग, सूखे मेवों, चंदन, आभूषण और फूलों से राजा स्वरूप में शृंगार किया गया। शृंगार पूरा होने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई। भस्म अर्पित करने के पश्चात शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी माला अर्पित की। भगवान महाकाल ने मोगरे और गुलाब के सुगंधित पुष्प धारण किए। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। इस अवसर पर भक्तों ने जय श्री महाकाल के नारे लगाए, जिससे पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया।   भस्म आरती में शामिल होने के लिए गुजरात के सूरत से आए श्रद्धालु जितेन्द्र सिंह ने भगवान महाकाल को रजत मुकुट (गोल्डन पालिश किया) अर्पित किया। इसका वजन 1040 ग्राम है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्रभारी अधिकारी दर्शन व्यवस्था राकेश श्रीवास्तव द्वारा रजत मुकुट प्राप्त कर दानदाता को विधिवत रसीद, दुपट्टा और प्रसाद भेंट कर सम्मान किया गया। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से दर्शन के लिए आईं जूना अखाड़ा की साध्वी कंचनगिरी ने भगवान महाकाल को एक मुकुट और एक बिल्वपत्र अर्पित किया, जिसका कुल वजन 305.6 ग्राम है। मंदिर प्रबंध समिति ने इसकी विधिवत रसीद प्रदान की।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती की बुकिंग व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशन में नई व्यवस्था शनिवार, 1 जून से लागू कर दी गई है। जिसमें पहले आओ, पहले पाओ के आधार महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट पर 1 जुलाई से 31 जुलाई तक के लिए 9153 श्रद्धालुओं की भस्म आरती की रिक्वेस्ट स्वीकृत की गई हैं। साथ ही अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह की बुकिंग भी ओपन रहेगी। नई व्यवस्था के तहत अब श्रद्धालु पहले से ही अपनी भस्म आरती प्लान सकेंगे। जिसमें हर माह की एक तारीख को अगले माह की भस्म आरती की बुकिंग जारी कर दी जाएगी। जैसे कि 1 जून को अगले जुलाई माह की बुकिंग जारी की गई है। साथ ही उसके आगमी 3 माह के लिए भस्म आरती की बुकिंग ओपन रहेगी। श्रद्धालुओं को अपनी भस्म आरती बुकिंग की जानकारी उनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर भेजी जायेगी। श्रद्धालुओं को 24 घंटे के अंदर निर्धारित शुल्क जमा कर अपने पास जनरेट करने होंगे। 24 घंटे के अंदर पास नहीं जनरेट करने पर श्रद्धालु की रिक्वेस्ट कैंसल कर दी जाएगी और वेटिंग लिस्ट की मैरिट के आधार पर श्रद्धालु की रिक्वेस्ट स्वीकार की जाएगी। श्रद्धालु इस प्रकार बुक करें अपनी भस्म मारती श्रद्धालु अपनी भस्म आरती की बुकिंग के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट www.shrimahakaleshwar.com पर जाकर भस्म आरती के एडवांस बुकिंग के ऑप्शन पर क्लिक कर अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह के लिए अपनी भस्म आरती बुक कर सकते हैं।   15 जून को पूर्ण रूप से बंद होगी पुरानी व्यवस्था भस्म आरती की बुकिंग की पुरानी व्यवस्था जिसमें 15 दिन पहले भस्म आरती बुक की जाती थी। इसे 15 जून तक पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि पहले पोर्टल खोलते ही 10 से 15 मिनट के अंतराल में भस्म आरती बुकिंग फूल हो जाती थी। जिससे श्रद्धालुओं को काफी असुविधा होती थी। नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालु अब अपनी भस्म आरती प्लान कर सकेंगे।   भस्म आरती के लिए सभी को मिलेंगे समान अवसर भस्म आरती बुकिंग के लिए पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी। भस्म आरती बुकिंग के लिए प्राप्त रिक्वेस्ट की मॉनिटरिंग होगी। आधार नंबर/मोबाइल नंबर की जांच कर देखा जाएगा कि संबंधित द्वारा भस्म आरती बुकिंग का दुरुपयोग न हों।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों तेज गर्मी का दौर जारी है। प्रदेश नौपता की शुरूआत से ही भीषण गर्मी और लू की मार झेल रहा है। नौतपा के सातवें दिन यानि शुक्रवार को भी भीषण गर्मी और लू का असर रहा। छतरपुर के बिजावर में तापमान सबसे अधिक 47.1 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, शिवपुरी में 47 डिग्री और निवाड़ी के पृथ्वीपुर में 46.7 डिग्री तापमान रहा। जबकि 11 शहरों में पारा 45 डिग्री से अधिक रहा। आज शनिवार को ग्वालियर-दतिया समेत 16 जिलों में लू की चेतावनी जारी की गई है। जबकि कुछ जिलों में आंधी और बूंदाबांदी की संभावना है।     इससे पहले शुक्रवार को खजुराहो, दतिया, सिंगरौली, नौगांव, सीधी, ग्वालियर और सतना सबसे अधिक गर्म रहे। खजुराहो में 46.5 डिग्री, दतिया में 46.4 डिग्री, सिंगरौली में 46.3 डिग्री, नौगांव में 46 डिग्री, सीधी में 45.8 डिग्री, ग्वालियर में 45.7 डिग्री और सतना में पारा 45.2 डिग्री दर्ज किया गया। इन जिलों में लू भी चली। प्रदेश में सिर्फ पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 36.6 डिग्री दर्ज किया गया। बाकी शहरों में तापमान 40 डिग्री के पार ही दर्ज किया गया। वहीं, राजधानी भोपाल में 42.4 डिग्री, इंदौर में 40.6 डिग्री, जबलपुर में 43.7 डिग्री और उज्जैन में तापमान 40.8 डिग्री दर्ज किया गया।   मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 30 मई को केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। मध्यप्रदेश में 15 से 20 जून के बीच मानसून की एंट्री हो सकती है। अभी प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है, जबकि ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसकी वजह से शुक्रवार को कई जिलों में गर्मी का असर रहा। शनिवार को कई जिलों में गरज-चमक और आंधी का असर रहेगा। प्रदेश के कुछ इलाकों में गर्म हवाएं भी चलेंगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने यातायात के नए नियम बनाए हैं, जो आज (शनिवार, 1 जून) से लागू हो रहे हैं। इनका उल्लंघन करना खासा महंगा पड़ेगा। अब ड्राइविंग लाइसेंस बेहद जरूरी हो गया है। बिना लायसेंस के वाहन चलाने पर 500 रुपये का जुर्माना देना होगा। बिना हेलमेट और कार में बिना सीट बेल्ट के पाए जाने पर भी भारी जुर्माना लगेगा। नए नियमों में बच्चों के वाहन चलाने पर भी जबर्दस्त सख्ती की गई है।       नए नियमों के अनुसार, 18 साल से कम उम्र में गाड़ी चलाने पर 25 हजार रुपये का भारी भरकम जुर्माना देना होगा। ऐसे मामलों में नाबालिग को 25 साल की उम्र तक ड्राइविंग लाइसेंस जारी नहीं दिया जाएगा। इतना ही नहीं, वाहन मालिक का लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है। हालांकि, 16 साल की उम्र वालों को 50 सीसी की क्षमता वाले मोटरसाइकिल को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकता है. जिसे 18 साल के होने पर अपडेट करवाना अनिवार्य है। बड़े वाहनों के लिए 18 साल की उम्र पूरी होने के बाद ही लाइसेंस जारी किया जाएगा।       वहीं, तेज गति से गाड़ी चलाने वाले पर न्यूनतम 1000 रुपये और अधिकतम 2000 रुपये जुर्माना भरना पड़ेगा। हेलमेट न पहनने पर 100 रुपये का जुर्माना लगेगा, जबकि कार में सीट बेल्ट न पहनने पर भी 100 रुपये का जुर्माना देना होगा। गाड़ी चलाते समय ड्राइविंग लाइसेंस रखना अति आवश्यक है। नहीं रहने पर 500 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है।       दरअसल, आरटीओ ने सड़क हादसों को देखते हुए इन नियमों को लागू करने का फैसला किया है। सरकारी क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने नाबालिग वाहन चालकों की बढ़ती तादात को देखते हुए उन पर 25,000 रुपये तक का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया है। इन नियमों को लागू करने का मुख्य उद्देश्य लोगों की सुरक्षा है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे बुधवार को 69वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के नौ अधिकारियों की टीम 38 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के 69वें दिन भोजशाला के प्रवेश द्वार के पास ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) से सर्वे हुआ, वहीं उत्तरी भाग में खुदाई की गई, जहां स्तंभों के तीन अवशेष मिले हैं। इन पर कुछ आकृति बनी हुई है। इनको पुरातत्व विभाग ने अपने संरक्षण में ले लिया है। पिछले पांच दिनों से हैदराबाद से आई जियोलाजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (जीओआई) की टीम मशीन का उपयोग करते हुए सर्वे कर रही थी, जो बुधवार को वापस लौट गई। मशीन के माध्यम से डाटा तैयार करते इस टीम ने जीपीआर सर्वे की रिपोर्ट तैयार की है। हालांकि, मुख्य रिपोर्ट लैब में तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर एएसआई की टीम नए स्थानों पर खुदाई का निर्णय लेगी। इसमें कुछ दिन का समय लग सकता है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि बुधवार को भोजशाला के भीतरी और बाहरी परिसर में सर्वे हुआ है। उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने का काम भी किया गया। साथ ही गर्भगृह में विशेष टीम द्वारा वीडियोग्राफी के साथ फोटोग्राफी भी की गई है। भोजशाला में मिले अवशेषों की क्लीनिंग, ब्रशिंग भी हुई। वहीं उत्तरी भाग में खुदाई की गई। गौरतलब है कि मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ के निर्देश पर एएसआई की टीम ने 22 मई से सर्वे का काम शुरू किया है। भोजशाला सहित 50 मीटर परिधि का पूरा क्षेत्र बडा होने के कारण एएसआई द्वारा आवेदन देकर समय बढ़ाने की मांग की गई थी, जिस पर कोर्ट ने चार जुलाई तक रिपोर्ट बनाकर पेश करने का समय दिया था। टीम को सर्वे के तहत काम करते हुए दो माह से ज्यादा का समय बीत गया है। भीषण गर्मी के दौर में भी अधिकारी व कर्मचारी भोजशाला में प्रतिदिन काम कर रहे हैं। मशीनों का उपयोग होने के बाद एक डाटा तैयार किया गया है। वरिष्ठ अधिकारी इस डाटा का अवलोकन करेंगे, जिसके बाद आगे सर्वे किस दिशा में आगे बढ़ेगा, उसको लेकर निर्णय लेंगे। वहीं, कमाल मौलाना दरगाह परिसर में भी पांच दिनों से जीपीआर से सर्वे किया जा रहा था। इसमें कई नए स्थान खुदाई के लिए चिह्नित किए गए हैं। कई स्थानों पर मार्किग कर पत्थर रखे गए हैं। आने वाले दिनों में यहां भी खुदाई होने की संभावना है।

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भोपाल। नौतपा के पांचवें दिन बुधवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान में आधे से एक डिग्री सेल्सियस तक की मामूली गिरावट दर्ज की गई, लेकिन गर्मी के तेवर पर इसका खास असर दिखाई नहीं दिया। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान दतिया में 47.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, दूसरे स्थान पर 47.5 डिग्री तापमान के साथ निवाड़ी और तीसरे 47.4 डिग्री सेल्सियस के साथ खजुराहो तीसरे स्थान पर रहा। ग्वालियर समेत 12 जिलों में भीषण लू और भोपाल-इंदौर समेत 24 जिलों में गर्म हवाएं चलीं। इस तरह कुल 36 जिलों में हीट वेव का असर देखने को मिला।     मौसम विभाग की मानें तो अगले दो-तीन दिनों में धीरे-धीरे तापमान में कमी आएगी। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में जो मौसम की स्थिति है, उसे दो हिस्सों के आधार पर देखा जा सकता है। एक ओर जहां उत्तरी हिस्से में तीव्र लू और लू दोनों चल रही है वहीं दक्षिणी हिस्सों के जिलों में लू की स्थिति नहीं है। आने वाले एक से दो दिनों में तापमान में गिरावट का क्रम देखने को मिलेगा।     उन्होंने बताया कि प्रदेश में हवाओं का रुख बदलने लगा है। वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम से लेकर पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इसका ज्यादा असर अभी दक्षिणी हिस्सों में दिख रहा है जिसके चलते तापमान में गिरावट आई है। वर्तमान में हिमाचल के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ रहा है। गुरुवार से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत की तरफ बढ़ने के आसार हैं। इससे हवाओं का रुख बदलने से गुरुवार से तापमान में कुछ गिरावट होने की उम्मीद है।     भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, मानसून अपनी सामान्य तिथि से दो दिन पूर्व 30 मई को ही केरल में दस्तक दे सकता है। वहां वर्षा का क्रम जारी है। आधिकारिक घोषणा के बाद अनुमान है कि प्रदेश में भी 15 से 20 जून के आसपास मानसून दस्तक दे सकता है।     बुधवार को प्रदेश के सबसे गर्म टॉप-10 शहरों में दतिया पृथ्वीपुर और खजुराहो के अलावा सतना, सीधी, ग्वालियर, रीवा, शिवपुरी, नौगांव और टीकमगढ़ शामिल रहे। सतना में 46.7 डिग्री, सीधी में 46.6 डिग्री, ग्वालियर में 46.4 डिग्री, रीवा में 46.2 डिग्री, शिवपुरी में 46 डिग्री और नौगांव-टीकमगढ़ में 45.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 44.1 डिग्री, इंदौर में 40.8 डिग्री, जबलपुर में 42.7 डिग्री और उज्जैन में 41.5 डिग्री टेम्प्रेचर रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 36.4 डिग्री तो नर्मदापुरम में 38.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

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मुरैना। भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को मुरैना के पास बड़े हादसे का शिकार होने से बाल बाल बच गई। मुरैना रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस वेल्डिंग बेल्ट से टकरा गई। इसके बाद जोरदार धमाका हुआ। इस घटना के बाद करीब 40 मिनट तक वंदे भारत एक्सप्रेस मुरैना स्टेशन के पास खड़ी रही। इस दौरान यात्री परेशान होते रहे।   हादसा बुधवार को सुबह करीब 10 बजे हुआ। ट्रेन अपने तय समय से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से सुबह 5:40 बजे रवाना हुई और झांसी, ग्वालियर होते हुए ट्रेन करीब 10.10 बजे मुरैना रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी, तभी वेल्डिंग बेल्ट से टकरा गई। उसके टकराते ही एक जोरदार धमाका हुआ और ट्रेन रुक गई। इस धमाके से ट्रेन में बैठे लोगों में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही मुरैना स्टेशन पर मौजूद रेलवे अधिकारी, पुलिस और तकनीकी अमला मौके पर पहुंच गया। घटना के कारणों का पता लगाया गया। मौके पर पहुंचे तकनीकी स्टाफ ने पूरी ट्रेन की जांच की। उन्हें वेल्डिंग बेल्ट दिखाई दिया। उन्होंने उसे हटाया और पूरी गाड़ी की जांच की। तकनीकी स्टाफ ने हर जगह जांच की, जहां उन्हें गड़बड़ी का अंदेशा था। इस वजह से ट्रेन को उसी जगह 40 मिनट खड़ा किया गया। तकनीकी स्टाफ जब संतुष्ट हो गया कि अब आगे कोई गड़बड़ी नहीं होगी, तब जाकर ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। नौतपा के दौरान बीते चार दिन से सूरज के तेवर इतने तीखे रहे कि मानो आसमान से आग बरस रही हो। मौसम विभाग का कहना है कि आज (बुधवार को) भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रह सकते हैं, लेकिन गुरुवार से तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा ग्वालियर, निवाड़ी समेत 18 जिलों में भीषण लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं 21 जिलों में लू का ऑरेंज और यलो अलर्ट है।     वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पड़ोसी राज्य राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में हैं। हवाओं का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। दिन में 13 घंटे से अधिक समय तक धूप बनी रहने और लगातार गर्म हवाएं चलने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में लू या लू जैसे हालात बने हुए हैं। बुधवार को भी मौसम का मिजाज लगभग इसी तरह बना रह सकता है। उधर, पश्चिमी विक्षोभ अब आगे बढ़ रहा है। साथ ही गुरुवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होने जा रहा है। इस वजह से हवाओं का रुख बदलने की संभावना है। इस वजह से गुरुवार से अधिकतम तापमान में कुछ कमी आने की उम्मीद है।     मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को प्रदेशभर में भीषण गर्मी रही। दोपहर में चार शहरों में तापमान 48 डिग्री के पार पहुंच गया। प्रदेश के निवाड़ी जिले का पृथ्वीपुर लगातार दूसरे दिन सबसे गर्म रहा। यहां प्रदेश में सर्वाधिक 48.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके अलावा दतिया में 48.4, रीवा में 48.2 एवं खजुराहो में 48 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।     मंगलवार को टॉप-10 सबसे गर्म शहरों में ग्वालियर, टीकमगढ़, सतना, नौगांव, सिंगरौली और राजगढ़ भी शामिल रहे। ग्वालियर में 47.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 47.2 डिग्री, सतना, नौगांव-सिंगरौली में 47.1 डिग्री और राजगढ़ में पारा 46.8 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के 26 शहरों में पारा 44 डिग्री के पार ही रहा। वहीं, मंगलवार को प्रदेश के 20 शहरों में भीषण लू का असर रहा। मौसम विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी है। अगले कुछ दिनों तक तेज गर्मी का असर बना रहेगा।

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अनूपपुर। कोतमा थाना अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में सोमवार-मंगलवार की रात्रि पिकअप वाहन पलटने से लगभग 18 लोग घायल हो गये, जिन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में भर्ती कराया गया है वहीं चार की गंभीर हालत को देखते हुए जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया है।   जानकारी अनुसार शहडोल जिले के बुढार से छत्तीसगढ़ कुदरगढ़ देवी दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी पिकअप अनूपपुर के कोतमा राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में पैरूचुआ के पास सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात लगभग 3-4 बजे बेकाबू होकर पलट गई। वाहन में 25 लोग सवार थे, जिसमें से 18 घायल हो गए। घायलों को 108 एंबुलेंस और डायल 100 से कोतमा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इसके बाद चार गंभीर घायलों को जिला अनूपपुर रेफर किया गया है। यह सभी एक ही परिवार के लोग थे और ग्राम देवरी से कुदरगढ़ दर्शन करने के लिए जा रहे थे। हादसे के बाद मौके से वाहन चालक फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने तत्काल 108 एंबुलेंस को सूचना देकर घायलों को उपचार के लिए कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।   जानकारी के अनुसार हादसे में 65 वर्षीय राम सिंह, 60 वर्षीय राज सिंह, 22 वर्षीय प्रेमवती, 28 वर्षीय सुनीता सिंह को गंभीर चोट होने पर जिला चिकित्सालय में इलाज हेतु भर्ती कराया गया है। वहीं अन्य लोगों को हल्की चोट आई है, घायलों में बच्चे भी शामिल हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। नौतपा में यहां के अधिकांश जिले लू की चपेट में हैं। मंगलवार को भी सुबह से ही सूर्यदेव तीखे देवर दिखा रहे हैं। इससे पहले सोमवार को निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 48.7 डिग्री पहुंच गया। वहीं, पांच शहरों दतिया, खजुराहो, गुना, दमोह और अशोकनगर में पारा 47 डिग्री के पार रहा। मंगलवार को भी प्रदेश का मौसम ऐसा ही रहेगा। मौसम विभाग ने ग्वालियर, चंबल, मालवा-निमाड़ के 42 जिलों में भीषण गर्मी का अलर्ट जारी किया है। इनमें 12 जिलों में रेड, 19 में ऑरेंज और 11 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।     भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को पृथ्वीपुर में पहले अधिकतम तापमान 48.7 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि दतिया में 47.4 डिग्री, खजुराहो-गुना में 47.2 डिग्री, अशोकनगर में 47.1 और दमोह में 47 डिग्री रहा। वहीं, प्रदेश के 16 जिलों में लू चली। इनमें निवाड़ी, दतिया, गुना, खजुराहो, अशोकनगर, दमोह, राजगढ़, सागर, सीहोर, ग्वालियर, शिवपुरी, शाजापुर, नौगांव, टीकमगढ़, कटनी, खंडवा शामिल हैं। देवास, भोपाल, खरगोन, शहडोल, सतना, रायसेन, जबलपुर, मंडला, उमरिया, रीवा शामिल हैं। राजगढ़ में पारा 46.8 डिग्री, सागर, सीहोर और ग्वालियर में पारा 46.7 डिग्री दर्ज किया गया। शिवपुरी में पारा 46 डिग्री रहा। प्रदेश के बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 44.8 डिग्री, इंदौर में 41.9 डिग्री, जबलपुर में 44.5 डिग्री और उज्जैन में टेम्प्रेचर 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     मौसम विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी है। वहीं, उत्तरी हिस्सा भी काफी गर्म है। आगे भी यहां गर्मी का असर देखने को मिलेगा। वहीं, आने वाले एक सप्ताह तक ऐसा ही मौसम रहेगा।     दरअसल, सूर्य के कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही शनिवार से नौतपा शुरू हो गया है। पिछले 10 में से 5 साल नौतपा में भीषण गर्मी पड़ने का ट्रेंड है। पहले दिन नौतपा का असर कम रहा, लेकिन दूसरे दिन और तीसरे दिन पूरे प्रदेश में चिलचिलाती धूप और गर्म हवाएं चलती रही। इस कारण कई शहरों में पारा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

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उज्जैन। फिल्म अभिनेत्री अभिनेत्री वाणी कपूर और राशि खन्ना ने मंगलवार को उज्जैन पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। दोनों अभिनेत्रियां अलसुबह महाकाल मंदिर पहुंची, जहां वे भस्म आरती में भी शामिल हुईं। इसके बाद नंदी हाल में बैठकर महाकाल का ध्यान लगाया।     मंगलवार तड़के करीब 3 बजे दोनों अभिनेत्रियां बाबा महाकाल के दरबार में पहुंची। दोनों भारतीय परिधान में पूजा-अर्चना में लीन नजर आईं। दोनों भस्म आरती के दौरान भगवान शिव का जाप करती रही। वाणी कपूर और राशि खन्ना ने करीब दो घंटे का समय महाकाल मंदिर परिसर में बिताया। आरती के बाद दोनों ने महाकाल की देहरी से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। राजधानी भोपाल में रविवार को दोपहर में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री पहुंच गया। भीषण गर्मी के चलते यहां राजाभोज विमानतल से रविवार को हैदराबाद जाने वाली फ्लाइट करीब एक सवा घंटा देरी से रवाना हुई। वहीं, मौसम खराब होने के कारण हैदराबाद से इंदौर आने वाली फ्लाइट को भी भोपाल डायवर्ट किया गया। दरअसल, इंडिगो के नियमित विमान को शाम 5.30 बजे भोपाल के राजाभोज विमानतल से हैदराबाद के लिए उड़ान भरना था, लेकिन फ्लाइट के यात्रियों को बताया गया कि बाहर का तापमान बहुत अधिक होने के चलते विमान का इंजन रिस्ट्रिक्टेड मोड में चला गया है। तापमान कम होने पर उड़ान भरी जा सकेगी। इसके बाद करीब सवा घंटे की देरी से यह विमान शाम करीब 6:50 बजे रवाना हुआ। वहीं, खराब मौसम के चलते हैदराबाद से इंदौर आ रही फ्लाइट को भोपाल एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा। राजा भोज विमानतल पर इस फ्लाइट की शाम 4.31 बजे लैंडिंग हुई। मौसम साफ होने पर करीब एक घंटे बाद शाम 5.37 बजे इस विमान को इंदौर रवाना किया गया। इसमें 191 यात्री सवार थे।   गौरतलब है कि इससे पहले 24 मई को भी भीषण गर्मी की वजह से इंडिगो की भोपाल-हैदराबाद फ्लाइट को सवा घंटे की देरी से रवाना किया गया था। इस संबंध में राजाभोज एयरपोर्ट के डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने बताया कि चालक दल ने सुरक्षा की दृष्टि से उड़ान को रोक दिया था, क्योंकि तापमान अधिक होने पर इंजन की क्षमता कम हो जाती है। तापमान में गिरावट होने के बाद विमान को रवाना किया गया। बता दें कि भोपाल एयरपोर्ट से रोजाना करीब 17 विमान उड़ान भरते हैं। इनसे करीब ढाई हजार यात्री ट्रैवल करते हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे रविवार को 66वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 19 अधिकारियों की टीम 40 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 66वें दिन एएसआई की टीम ने भोजशाला के भीतरी भाग में यज्ञ कुंड और गर्भगृह क्षेत्र में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन (जीपीआर) के माध्यम से सर्वे कार्य किया गया, जबकि उत्तरी भाग से खुदाई जारी रही। खुदाई में यहां तीन अवशेष मिले हैं। इसमें एक संगमरमर की खंडित मूर्ति भी है। हैदराबाद से जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया के सात सदस्यों की टीम शनिवार को धार पहुंची थी। यह टीम जीपीआर के माध्यम से सर्वे कर रही है। गर्भगृह के बाद अब इस टीम का फोकस यज्ञ कुंड क्षेत्र है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि सर्वे कार्य मशीनों से शुरू हो चुका है। इसमें उत्तरी भाग में खुदाई के तहत टीम को तीन पाषाण अवशेष मिले हैं। एक पाषण साधारण है, जबकि दूसरे पर कोई आकृति है। तीसरा अवशेष संगमरमर की खंडित मूर्ति है। यह सनातनी मूर्ति हो सकती है। इसे टीम ने सुरक्षित कर लिया है। इसका विवरण तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संगमरमर की इसी तरह की एक मूर्ति पूर्व में भी भोजशाला के भीतरी भाग से मिल चुकी है। वह भी खंडित थी।   वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि पूरे परिसर में जीपीआर मशीन से सर्वे करने के लिए ब्लॉक बनाए गए थे, आज वहां सर्चिंग की गई और मशीनों में जो वेव्स सिग्नल मिल रहे थे, उनको एएसआई के अनुसार कम्प्यूटर में लोड किया गया। भोजशाला के उत्तरी भाग में लेबलिंग के नाम पर जो खुदाई की जा रही है, वहां तीन मोल्डिंग के पत्थर मिले हैं।

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भोपाल। राजधानी भोपाल में इन दिनों भीषण गर्मी के साथ लू का कहर जारी है। भोपाल में दोपहर में पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। भीषण गर्मी का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि शहर में सड़कों का डामर तक पिघल गया है। वहीं आमजन धूप से बचने के लिए छांव ढूंढते नजर आ रहे हैं। गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। अधिकांश मरीज उल्टी, दस्त, बुखार और पेट दर्द की शिकायत लेकर हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि भोपाल में 40 साल में दूसरी बार ऐसी भीषण गर्मी पड़ रही है। इससे पहले 2016 में 21 मई को दिन का तापमान 46.7 डिग्री दर्ज किया गया था।     दरअसल, राजस्थान के रेगिस्तान से आ रही गर्म हवा से राजधानी तप रही है। भोपाल सहित पूरा प्रदेश भीषण गर्मी और लू की चपेट में आ गया है। नौतपा के तीसरे ही दिन सोमवार को लू के थपेड़ों के बीच दोपहर 12 बजे ही पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। सुबह साढ़े 5 बजे ही पारा 33 डिग्री रहा था। सुबह 8.30 बजे यह 35.4 डिग्री पर आ गया, जबकि सुबह 11.30 बजे 41.4 और दोपहर 12 बजे 42 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने आज के लिए भोपाल में यलो अलर्ट जारी किया है। इससे पहले बीती रात पारा रिकॉर्ड 32.7 डिग्री पहुंच गया था। यह रात मई की सबसे गर्म रही।     वहीं, भोपाल की शान राजभोज की प्रतिमा का सेल्फी पाइंट भीषण गर्मी और लू के चलते सूना है। आम दिनों यहां हर समय सेल्फी लेने वालों की भीड़ रहती है। लोग सेल्फी लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं। इसके अलावा भोपाल का व्हीआईपी रोड भी सूना है, जबकि यहां सैलानियों और शहरवासियों से हर वक्त गुलजार रहता है। वहीं, सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इधर, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आज देर शाम तक लू चलती रहेगी।     बता दें, मई के महीने में भोपाल में भीषण गर्मी पड़ने का ट्रेंड है। 10 में से 8 साल टेम्प्रेचर 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है। साल 2016 में यह रिकॉर्ड 46.7 डिग्री रहा था। इस साल पहले पखवाड़े में गर्मी के तेवर नरम रहे, लेकिन 18 मई से भीषण गर्मी पड़ने लगी। 23 मई को पारा 44.4 डिग्री और 26 मई को 45.4 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह सीजन का सबसे अधिक है। इस साल पिछले साल से भी अधिक गर्मी पड़ रही है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 65वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 18 अधिकारियों की टीम 40 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।   ज्ञानव्यापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 65वें दिन एएसआई की टीम को भोजशाला के उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने के दौरान एक बड़ा शिलालेख मिला, जिस पर सूर्य के आठ प्रहर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। वहीं गर्भगृह में एएसआई की टीम में शनिवार को पहली बार ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) मशीन से सर्वे किया। यह कार्य जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (जीएसआई) की टीम के सात सदस्यों की देखरेख में किया गया। मशीन चलाने के लिए चार एक्सपर्ट्स हैदराबाद से आए हैं। इस सर्वे के माध्यम से जमीन में दबे पुरा साक्ष्यों की पड़ताल की जा रही है। यज्ञकुंड के पास सर्वे करने के लिए मार्किंग की गई है।   मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने वैज्ञानिक सर्वे में जीपीआर और जीपीएस मशीन का उपयोग किए जाने का आदेश दिया था। भोजशाला में 22 मार्च से शुरू किए गए सर्वे में अभी तक मशीन से कार्य नहीं हो पाया था। शनिवार को जब एएसआई की टीम भोजशाला पहुंची, तभी ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) भी लाया गया। हैदराबाद से जीएसआई की टीम यहां पहुंची। इस टीम ने सबसे पहले गर्भगृह में छत के नीचे जहां वाग्देवी की प्रतिमा स्थापित थी, उस स्थान पर मशीन से सर्वे किया। इस मशीन के माध्यम से पक्के फर्श के नीचे करीब आठ से 10 मीटर और कच्चे फर्श में 40 मीटर तक की गहराई तक की जानकारी ली जा सकती है। परिसर में जीपीआर मशीन से सर्वे करने के लिए कई ब्लॉक बनाए गए हैं।   सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि शनिवार को जीपीआर मशीन से गर्भगृह के अंदर काम किया गया है। टीम ने बाहर के मैदान में ग्राफ बनाया है। कल यह मशीन बाहर की ओर काम करेगी। आज गर्भगृह के सामने की ओर मिट्टी हटाने का काम जारी रहा। उत्तर और दक्षिण दिशा में भी काम जारी रहा। उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने के दौरान करीब एक बाई साढ़े तीन वर्ग फीट आकार का एक बड़ा शिलालेख मिला है, जिस पर सूर्य के आठ प्रहर स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। इस पर मंदिरों में बने चिह्नों की तरह कीर्ति चिह्न अंकित है। उन्होंने बताया कि सूर्य के आठों प्रहर की आकृति मंदिरों में अंकित रहती है। इस प्रकार की आकृति अवशेष पर है। इसी तरह की आकृति स्तंभों पर भी अंकित है। वही चिंह शिलालेख पर सीधी पट्टी में बने हुए हैं। टीम ने अवशेष को सुरक्षित कर लिया है।  

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि के अवसर पर भगवान महाकाल का सूर्य रूपी विशेष श्रृंगार किया गया। सुबह भस्म आरती के पूजन के बाद भगवान महाकाल को शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण कराई गई और फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भगवान के इस दिव्य स्वरूप के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। परम्परा के मुताबिक रविवार तड़के चार बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुलते ही पंडे-पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। इसके बाद भगवान महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर से बने पंचामृत और फलों के रस से जलाभिषेक किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट मुंड माला धारण करवाई गई। इस दौरान भस्म आरती में भगवान महाकाल का अलग ही स्वरूप देखने को मिला। महाकाल के मस्तक पर सूर्य, गले में मखाने, मोगरे और तुलसी की माला धारण कर उनका श्रृंगार किया गया। कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई और भोग भी लगाया गया। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई।   भस्म आरती में सुबह सैकड़ों श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के जयकारे लगाए, जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है। नौतपा के पहले शनिवार को पूरे प्रदेश में तेज गर्मी रही। खंडवा, रतलाम समेत 5 शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंचा। सबसे गर्म खंडवा, खरगोन और शाजापुर रहे। यहां तापमान सबसे अधिक 45.5 डिग्री रहा। ऐसा ही मौसम रविवार को भी रहेगा। मौसम विभाग ने उज्जैन, रतलाम समेत प्रदेश के 10 जिलों में लू यानि गर्म हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। इन जगहों पर दिन का तापमन 45 डिग्री के पार रहने की संभावना है।       दरअसल, सूर्य के कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही शनिवार से नौतपा शुरू हो गया। पहले दिन भी पूरे प्रदेश में नौतपा का असर देखने को मिला। सुबह से ही तेज धूप और गर्म हवाएं चलती रही। इस कारण कई शहरों में पारा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। ग्वालियर, चंबल, मालवा और निमाड़ के जिलों में अधिक गर्मी पड़ी। वहीं, खंडवा, बालाघाट, डिंडोरी में आंधी भी चली। मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी रहेगी। उत्तरी हिस्सा भी काफी गर्म रहेगा। आने वाले एक सप्ताह तक ऐसा ही मौसम रहेगा।       शनिवार को रतलाम, शाजापुर, खंडवा, राजगढ़ और खरगोन में पारा 45 डिग्री के पार रहा। खंडवा, शाजापुर और खरगोन में टेम्प्रेचर सबसे ज्यादा 45.5 डिग्री रहा। भोपाल में 42.9 डिग्री, इंदौर में 43.3 डिग्री, ग्वालियर में 43.9 डिग्री, जबलपुर में 41.1 डिग्री और उज्जैन में तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, कुल 26 जिलों में तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। वहीं, रायसेन, सागर, खजुराहो, गुना, दमोह, नरसिंहपुर, धार, टीकमगढ़ और शिवपुरी में भी तेज गर्मी रही।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। राजधानी भोपाल में भीषण गर्मी ने एक विमान को उड़ान भरने से रोक दिया। दरअसल, शुक्रवार को इंडिगो के नियमित विमान को शाम 5.30 बजे भोपाल के राजाभोज विमानतल से हैदराबाद के लिए उड़ान भरना था, लेकिन गर्म मौसम के चलते फ्लाइट करीब सवा घंटे देरी से रवाना हुई। बताया गया कि बाहर का तापमान ज्यादा होने के कारण पायलट ने विमान को समय पर टेकआफ नहीं किया। विमान का एसी भी बंद था, इस पर यात्रियों ने नाराजगी भी जताई।     भोपाल के राजाभोज विमानतल से इंडिगो की उड़ान संख्या 6-ई 7122 शाम 5.50 बजे हैदराबाद के लिए रवाना होती है। शुक्रवार को फ्लाइट निर्धारित समय पर ही टेकआफ होनी थी। सुरक्षा जांच के बाद करीब 70 यात्रियों को एटीआर विमान में बैठा दिया गया था, लेकिन गेट बंद करने के बाद भी उड़ान टेकआफ नहीं हुई तो यात्रियों ने विमान के अंदर ही नाराजगी प्रकट की। चालक दल ने उद्घोषणा की कि एयरपोर्ट के आसपास का तापमान अधिक है। विमान ओवरलोड होने के कारण इसे तत्काल टेकआफ नहीं किया जा सकेगा। करीब एक घंटे बाद विमान का इंजन दूसरी बार स्टार्ट किया गया। विमान करीब सवा घंटे की देरी से शाम 7.05 बजे टेकआफ हुआ। इस दौरान इंडिगो ने यात्रियों के लिए विमान के अंतर ही स्वल्पाहार की व्यवस्था भी की। कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से नाराजगी प्रकट की।   राजाभोज एयरपोर्ट के डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने बताया कि चालक दल ने सुरक्षा की दृष्टि से उड़ान को रोक दिया था, क्योंकि तापमान अधिक होने पर इंजन की क्षमता कम हो जाती है। तापमान में गिरावट होने के के बाद उड़ान टेकआफ हुई।

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आगर मालवा। जिले के नलखेड़ा थाना क्षेत्र में परिवार के साथ नहाने गए तीन बच्चों की लखुंदर नदी में नहाते समय डूबने से मौत हो गई। शुक्रवार देर रात ग्रामीणों ने दो बच्चों के शव निकाल लिए थे। तीसरा शव शनिवार सुबह पुलिस और एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की मदद से निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की।     पुलिस के अनुसार, घटना नलखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम छालड़ा की है। यहां सात वर्षीय मोनू, आठ वर्षीय मुस्कान और आठ वर्षीय राजू अपने परिवार के साथ शुक्रवार को एक दाह संस्कार में शामिल होने के लिए आए थे। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे पुरुष शवयात्रा में चले गए और महिलाएं लखुंदर नदी पर नहाने चली गईं। तीनों बच्चे भी उनके साथ नदी में नहा रहे थे। महिलाएं जब लौटने लगीं तो बच्चे नजर नहीं आए। इसके बाद उन्होंने घर आकर परिजनों को इसकी जानकारी दी। परिजन और ग्रामीण बच्चों की तलाश में नदी किनारे पहुंचे। मोनू और राजू के कपड़े नदी में नजर आए। इसके बाद दोनों के शव बाहर निकाले गए।     जब देर रात तक मुस्कान नहीं मिली तो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने पूरी रात मुस्कान की तलाश की। शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे बच्ची का शव मिला। मोनू और मुस्कान सगे भाई बहन थे। दोनों के दो भाई-बहन और हैं। पंकज का भी एक भाई है। पुलिस के अनुसार, मृतक बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजे हैं। पुलिस फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। वहीं, कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने मृतक बच्चों के परिवार को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में तेज गर्मी के साथ लू का कहर जारी है। इसी बीच सूर्य के कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही आज शनिवार से नौतपा शुरू हो गया है। आने वाले 9 दिन प्रदेश में तेज गर्मी पड़ेगी। यानि 2 जून तक सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ेगी। मौसम विभाग ने पहले ही दिन गुना, अशोकनगर और निवाड़ी में लू चलने की संभावना जताई है। पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो नौतपा में प्रदेश जमकर तपा। सबसे गर्म ग्वालियर, चंबल, मालवा-निमाड़ रहे। अबकी बार भी इन्हीं जिलों में भीषण गर्मी पड़ने के आसार है।     भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया 31 मई तक प्रदेश में भीषण गर्मी की संभावना है। ग्वालियर, चंबल, इंदौर-उज्जैन संभाग में तेज गर्मी पड़ेगी। वहीं, अन्य जिलों में भी गर्म हवाओं का असर रहेगा। इससे पहले शुक्रवार को राजगढ़, रतलाम-नीमच में रिकॉर्ड 46 डिग्री पारा रहा। इनमें राजगढ़ सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 46.3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, 12 शहरों में तापमान 44 डिग्री के पार रहा। मौसम विभाग ने शनिवार को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी-बारिश का अलर्ट भी जारी किया है।     इसके अलावा प्रदेश के बड़वानी जिले में 45.7 डिग्री, खंडवा में 45.5 डिग्री, धार में 45.3 डिग्री, खरगोन में 42.2 डिग्री, शाजापुर में 45.2 डिग्री, सीहोर में 44.7 डिग्री, उज्जैन और गुना में 44.2 डिग्री सेल्सियस रहा। उमरिया, नौगांव, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, सीधी, खजुराहो, नर्मदापुरम, मंडला, सागर, बैतूल, दमोह, रायसेन, टीकमगढ़ और नरसिंहपुर में तापमान 40 डिग्री से 43.8 डिग्री तक दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 43.7 डिग्री, इंदौर में 44.1 डिग्री, ग्वालियर में 41.4 डिग्री, जबलपुर में 40 डिग्री और उज्जैन में पारा रिकॉर्ड 44.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

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उज्जैन। ओलंपिक में भारत को कांस्य पदक दिलाकर पूरे देश को गौरवान्वित करने वाले दो पहलवानों साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान ने शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने यहां नंदी हॉल से भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि पहलवान साक्षी मलिक शुक्रवार को सुबह लगभग 11 बजे सत्यव्रत कादियान के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंची थीं। यहां उन्होंने नंदी हॉल से भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। पूजन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित शैलेंद्र शर्मा ने संपन्न कराया। मंदिर में साक्षी और सत्यव्रत भगवान महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। यहां भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद दोनों पहलवान कोटि तीर्थ स्थित भैरव मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजन करने के बाद भैरव जी के कानों में अपनी मनोकामना कही। इस मौके पर साक्षी मलिक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जैसा सोचकर आई थी, उससे भी अच्छी व्यवस्था श्री महाकालेश्वर मंदिर की है। यहां भगवान महाकाल के काफी अच्छे से दर्शन हुए। मेरा पूरा परिवार खुशहाल रहे और आगे बढ़ता रहे, बस यही कामना भगवान महाकाल से की है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में तो खिताब जीत लिया है, लेकिन अब खुद के अखाड़े को आगे बढ़ाना चाहूंगी। उन्होंने महिलाओं को संदेश दिया कि जब आप हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तो फिर कुश्ती में भी अपना भाग्य जरूर आजमाएं। साक्षी मलिक ने वर्ष 2016 में ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कांस्य पदक जीता था। वे ओलंपिक में पदक जीतने वालीं पहली महिला पहलवान हैं। सत्यव्रत कादियान ने वर्ष 2010 में पहली बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और कांस्य पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता। उन्हें वर्ष 2017 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी का सिलसिला जारी है। राज्य के कई जिले तेज गर्मी और लू की मार झेल रहे हैं। ग्वालियर-चंबल की गर्मी मालवा-निमाड़ की ओर भी शिफ्ट हो गई है। इस वजह से इंदौर, उज्जैन, खंडवा, शाजापुर में तेज गर्मी पड़ रही हैं। यहां तापमान रिकॉर्ड 44 से 46 डिग्री के पार जा पहुंचा है। गुरुवार को गुना सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 46.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल, इंदौर और उज्जैन सीजन के सबसे गर्म रहे। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। आज प्रदेश के आधे हिस्से में लू चलने की चेतावनी भी जारी की है।     मौसम विभाग ने बताया कि 4-5 दिन पहले तक एक ट्रफ लाइन तेलंगाना से पूर्वी मध्यप्रदेश तक बनी थी, जो गुजर गई है। वहीं, शुष्क पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा था। इस वजह से उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी गर्म हवाएं प्रदेश के उत्तरी हिस्से को ज्यादा प्रभावित कर रही थी। पिछले 24 घंटे की बात करें, तो राजस्थान के ऊपर चक्रवाती घेरा है। इस वजह से इंदौर, उज्जैन संभाग में पश्चिमी हवाएं प्रभावी हैं। इस कारण कुछ जिलों में लू का असर रहा। ग्वालियर-चंबल के साथ मालवा-निमाड़ में भी भीषण गर्मी है। मई के आखिरी तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।     इससे पहले, गुरुवार को गुना में तापमान रिकॉर्ड 46.6 डिग्री रहा। वहीं, भोपाल में पारा 44.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह सीजन का सबसे अधिक है। लगातार 5 दिन से पारा 42 डिग्री के पार है। खंडवा में 45.1 डिग्री, शाजापुर में 45.3 डिग्री और रतलाम में भी पारा 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उज्जैन में भी पारा 45 डिग्री दर्ज किया गया। ग्वालियर में 42.4 डिग्री और जबलपुर में पारा 41.5 डिग्री दर्ज किया गया। नर्मदापुरम, सीधी, उमरिया, बैतूल, मंडला, छिंदवाड़ा, खजुराहो, नौगांव, रायसेन, दतिया, नरसिंहपुर, सागर, शिवपुरी, टीकमगढ़, दमोह, धार और खरगोन में तापमान 40 डिग्री से लेकर 44.6 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भीषण गर्मी के अलावा बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट में आंधी-बारिश की भी संभावना जताई है।  

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर पुरोहित समिति के अध्यक्ष आलोक शर्मा का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वे 63 वर्ष के थे। आलोक शर्मा का दो दिन से स्वास्थ्य ख़राब चल रहा था। वे गुरुवार सुबह घर से मंदिर आने के निकले थे। इस दौरान मंदिर में प्रवेश करने से पहले उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।   महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष गुरु ने बताया कि दो दिन से अशोक शर्मा की तबीयत खराब चल रही थी। रोजाना की तरह सुबह जब वे गुदरी स्थित घर से निकले थे। मंदिर में प्रवेश से ठीक पहले ही उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद महाकालेश्वर मंदिर परिसर व शहर भर में अशोक की लहर छा गई।  

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भोपाल। देशभर में आज गुरुवार को वैशाख की बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर मध्यप्रदेश में भी पवित्र घाटों पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। नर्मदापुरम, जबलपुर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक में नर्मदा के तटों पर सुबह 5 बजे से ही भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया था। इसी तरह उज्जैन में शिप्रा के तट पर भी भीड़ है। सुबह से ही स्नान-धान, पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान का सिलसिला जारी है।     बुद्ध पूर्णिमा पर्व पर नर्मदापुरम के सेठानी समेत सभी घाटों पर पवित्र स्नान करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आए हैं। शाम को सेठानी घाट पर महाआरती और दीपदान होगा। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है। श्रद्धालुओं को गहरे पानी से जाने से रोकने के लिए अनाउंसमेंट किया जा रहा है। स्नान-दान पूर्णिमा पर महेश्वर में भी नर्मदा के मुख्य घाट और अहिल्या घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। स्नान करने का सिलसिला तड़के से ही चालू हो गया था, जो देर शाम तक चलेगा। मंदिरों में भी दर्शन करने वालों का सिलसिला जारी है। वहीं, श्रद्धालुओं के द्वारा नर्मदा किनारे बैठे साधु-संत और परिक्रमावासियों को अन्न-फल का दान भी किया जा रहा है।   गौरतलब है कि गुरुवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा अनुराधा नक्षत्र की उपस्थिति और शिवयोग के संयोजन में मनाई जा रही है। पूर्णिमा पर तीर्थस्थलों में स्नान करने से पूरे वैशाख मास में स्नान का फल मिलता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखते हैं। स्नान के बाद दान किया जाता है। लोग घरों में सत्यनारायण की कथा करते हैं। वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में गर्मी का सितम जारी है। प्रदेश के कई शहर भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। ग्वालियर, चंबल और मालवा-निमाड़ के शहर सबसे ज्यादा तप रहे हैं। पिछले 2 दिन से रतलाम में भी तेज गर्मी है। वहीं, भोपाल-इंदौर में तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जबकि ग्वालियर-चंबल में लू का असर है। 24-25 मई से पूरे प्रदेश में तेज गर्मी रहने का अनुमान है। साथ ही भीषण लू का अलर्ट भी जारी किया है। वहीं, मौसम विभाग ने आज (गुरुवार) को भीषण गर्मी के अलावा बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट में आंधी-बारिश की संभावना जताई है।       इससे पहले बुधवार को भी भीषण गर्मी रही। रतलाम में पारा 45 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। लगातार दूसरे दिन रतलाम प्रदेश में सबसे गर्म रहा। वहीं, भोपाल और इंदौर सीजन के सबसे हॉट रहे। भोपाल में 43.9 डिग्री और इंदौर में टेम्प्रेचर 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्वालियर में 43.7 डिग्री, उज्जैन में 43.8 डिग्री और जबलपुर में पारा 42 डिग्री रहा। हालांकि भोपाल में शाम को हल्की बारिश भी हुई, लेकिन इसके बाद उमस का असर भी बढ़ा रहा। शिवपुरी, सागर, नौगांव, दतिया, गुना, खजुराहो, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, दमोह और धार में तापमान 44 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया।       सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है। ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसके चलते बंगाल और अरब सागर की खाड़ी से आ रही नमी बादल के रूप में सक्रिय है। साथ में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के हिस्से में निम्न दाब क्षेत्र है। इस वजह से मध्यप्रदेश गर्मी का असर बढ़ा हुआ है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 61वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 10 अधिकारियों की टीम 30 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर चल रहे एएसआई सर्वे के 61वें दिन मंगलवार होने के कारण भोजशाला के गर्भ गृह में सर्वे का काम नहीं हुआ बल्कि यहां हिंदू श्रद्धालुओं ने हनुमान चालीसा व सरस्वती वंदना कर पूजा पाठ किया। एक तरफ गर्भगृह में पूजा पाठ चलता रहा, तो दूसरी तरफ बाहर के परिसर में सर्वे टीम तथ्य जुटाती रही। इस दौरान भोजशाला के भीतरी भाग में सर्वे के तहत वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी, क्लीनिंग और ब्रशिंग का कार्य हुआ। उत्तर और दक्षिण क्षेत्र में सर्वे के तहत पहले मिट्टी हटाई गई। उत्तर दिशा में मुख्य रूप से तीन फीट तक और खुदाई की गई। यहां अब 20 फीट तक खुदाई हो चुकी है। इसमें सामान्य पत्थर व अवशेष ही मिले हैं। इस तरह से दिनभर उत्तर और दक्षिण भाग में भी खुदाई का कार्य चलता रहा। यहां भी कोई महत्वपूर्ण सामग्री नहीं मिली।   सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि मंगलवार को श्रमिकों और विभाग की टीम के सदस्यों की संख्या कम थी, इसलिए सर्वे व्यापक नहीं हो पाया। अभी भी मशीनों के आने का इंतजार है, तभी यह सर्वे व्यापक और वैज्ञानिक रूप ले पाएगा। उन्होंने बताया कि मशीनें अगले सप्ताह तक धार पहुंच सकती हैं। मंगलवार के दिन हिंदू समाज को भोजशाला में पूजा-अर्चना का अधिकार प्राप्त हैं। भोज उत्सव समिति द्वारा प्रति मंगलवार यहां पर सत्याग्रह का आयोजन किया जाता है। आज भी बड़ी संख्या में लोग दर्शन व वंदना के लिए पहुंचे, भोजशाला के गर्भगृह में मां वाग्देवी व भगवान हनुमान का चित्र रखकर समाज द्वारा पूजा की गई। इस दौरान सरस्वती वंदना व हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए आरती कर प्रसादी का वितरण भी किया गया। सत्याग्रह में बडी संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए। सत्याग्रह के चलते अतिरिक्त पुलिसबल भी यहां पर तैनात किया गया था। अयोध्या से आए रामलला सरकार ने किए दर्शन   मंगलवार को अयोध्या से आए संत व कथा वाचक रामलला सरकार ने भोजशाला के दर्शन किए और ज्योति मंदिर में दरबार लगाकर लोगों के शंका, समस्याओं का समाधान किया। दरअसल, भविष्यवक्ता व कथावाचक रामलला सरकार द्वारा राजगढ़ के समीप पिपरनी में कथा का वाचन किया जा रहा है। उन्हें भोजशाला के बारे में पता चला, तो वे यहां दर्शन के लिए पहुंच गए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि भोजशाला का कण-कण सनातनी धर्म का प्राण है और जो लोग इसे झुठलाने की बात कह रहे हैं, उन्हें जाग जाना चाहिए। मां सरस्वती के इस प्रागंण का एक-एक कण कह रहा है, हम सभी को एकत्रित हो जाना चाहिए।

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इंदौर। इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में बुधवार सुबह एक चाकलेट फैक्ट्री में आग लग गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। जानकारी अनुसार आस्था पैलेस कॉलोनी में एक चॉकलेट-बिस्किट की फैक्ट्री में बुधवार सुबह आग लग गई। आसपास काफी बस्तियां है, इनमें सैकड़ों की संख्या में लोग रहते हैं। जैसे ही आग लगने की खबर क्षेत्र में फैली अफरा तफरी मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर कुछ ही देर में काबू पा लिया। आग के चलते आसपास का इलाका खाली कराया गया। फैक्ट्ररी मालिक विजय के मुताबिक शार्ट शर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है। उन्होंने बताया कि इलाके की बिजली गई हुई थी। जैसे ही बिजली आई अचानक आग लग गई। इस आग से नजदीक के मकान में रहने वाले जोशी परिवार के यहां नुकसान हुआ है। उनके मुताबिक केबल ओर अन्य सामान जल गया। जोशी ने तीन दिन पहले ही मकान का मुर्हुत किया था।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले चार दिनों से तेज गर्मी और लू का प्रकोप है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के शहर भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। यहां सुबह से ही सूरज के तीखे तेवर हो जाते हैं, जबकि रातें भी गर्म हैं। ग्वालियर-चंबल के साथ अब मालवा-निमाड़ भी गर्म है। यहां दिन का तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच जाता है। मौसम विभाग ने 24-25 मई से पूरे प्रदेश लू चलने का अलर्ट जारी किया है। वहीं, आज (बुधवार) को भीषण गर्मी के अलावा बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट में आंधी-बारिश की संभावना जताई है।     इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया। रतलाम सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। वहीं, दतिया-नौगांव में 45.5 डिग्री, गुना में 45.4 डिग्री और ग्वालियर में पारा 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि राजधानी भोपाल और उज्जैन सीजन के सबसे गर्म रहे। भोपाल में तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। वहीं, उज्जैन में 44.1 डिग्री दर्ज किया गया। तेज गर्मी की वजह से लू का असर भी रहा।   प्रदेश के कई शहरों में गर्म हवाएं चली। टीकमगढ़, खंडवा, दमोह, नर्मदापुरम, खरगोन, खजुराहो और शाजापुर में तापमान 44 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में पारा 42.8 डिग्री और जबलपुर में 41.8 डिग्री दर्ज किया गया।  

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उज्जैन। फिल्म अभिनेता मनोज बाजपेयी मंगलवार को उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया। मनोज वाजपेयी ने नंदी हाल में बैठकर बाबा महाकाल का ध्यान लगाया।   मनोज बाजपेयी विविध कार्यक्रमों में शिरकत करने इंदौर आए हैं। उससे पहले उन्होंने उज्जैन पहुंचकर अपने कुछ मित्रों के साथ बाबा महाकाल के दर्शन किये। इस दौरान उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ फोटो भी खिंचवाई। भगवान महाकाल के दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में मनोज बाजपेयी ने कहा कि भगवान महाकाल से मैंने क्या मांगा यह तो नहीं बता सकता क्योंकि यह व्यक्तिगत है, लेकिन महाकाल के दर्शन कर वे खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी अगली फिल्म भैया जी 24 तारीख को रिलीज हो रही है।

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इंदौर। शहर के राजवाड़ा इलाके में मंगलवार की अलसुबह फ्रूट मार्केट मस्जिद के सामने कपड़े-जूते और फ्रूट की दुकानों में आग लग गई। दमकल कर्मियों ने बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया। तीनों दुकानों में लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है।   फायर ब्रिगेड के अनुसार अलसुबह करीब 4 बजे राजबाड़ा क्षेत्र में कृष्ण्पुरा छत्री क्षेत्र की फ्रूट मार्केट मस्जिद के सामने स्थित कपड़ा एवं जूता दुकान में आग लगने की सूचना मिली थी। बताया जा रहा है कि कपड़े की दुकान री-लोड रेडिमेड, कपड़े-जूते की दुकान प्रकाश लेपकोड रेडिमेड में आग लगी। संचालक मोहम्मद ओसाफ खान ने बताया कि लाखों का जला है। इसके बाद पास की ज्यूस-फल की दुकान भी आग की चपेट में आ गई। अन्य दुकान मोईन संजरी का बोर्ड भी जल गया।   तीन दुकानों में आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर मोती तबेला फायर स्टेशन से एसआई दुबे की टीम पहुंची। टीम ने करीब 25 हजार लीटर पानी बहाया तब जाकर आग बुझी। दुकान में कपड़े और शूज रखे थे। दुकान मालिक का नाम घनश्यामदास झालानी बताया गया है। आग लगने का कारण अज्ञात है। दुकान में रखे कपड़े और जूते जलकर खाक हो गए। आज सुबह दुकान संचालक जो माल बचाया जा सकता था उसे छांटते हुए नजर आए। इधर दूसरी दुकान में फल जलकर खाक हो गए।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में तेज गर्मी का सिलसिला जारी है। प्रदेश के कई शहरों का तापमान रिकार्ड तोड़ रहा है। ग्वालियर, चंबल और निमाड़ में भीषण गर्मी पड़ रही है। सोमवार को निवाड़ी जिले का पृथ्वीपुर मध्यप्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां पारा 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले दतिया में रविवार को तापमान 47.5 डिग्री तक था। भोपाल विभाग ने 24-25 मई से पूरा प्रदेश में लू चलने का अलर्ट जारी किया है।     दरअसल, पिछले दो दिनों से मध्यप्रदेश का तापमान लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के कुछ जिलों का तापमान 47.5 डिग्री तक बढ़ गया है। सोमवार को छतरपुर का नौगांव, रतलाम, राजगढ़ और दतिया सबसे गर्म रहे। यहां पारा 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, राजगढ़ में पारा 45 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि ग्वालियर, चंबल-निमाड़ भी लू का असर देखा गया। दिन के साथ रातें भी गर्म हैं। ग्वालियर में 44.7 डिग्री, उज्जैन में 44 डिग्री, शिवपुरी में 44.2 डिग्री, शाजापुर-गुना में 44.6 डिग्री और खजुराहो में 44.8 डिग्री रहा। भोपाल में पारा 41.8 डिग्री, इंदौर में 43.1 डिग्री, जबलपुर में 41.2 डिग्री दर्ज किया गया। रायसेन, नरसिंहपुर, खरगोन, दमोह, खंडवा, धार और टीकमगढ़ में भी सोमवार को गर्मी के तेवर तीखे रहे।   मौसम विभाग ने बताया कि कि अभी एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। वहीं, एक पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश में अगले 24 घंटे में पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में धूलभरी हवाएं चलेंगी। साथ ही गरज-चमक और हल्की बारिश के भी संकेत है। वहीं, उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में गर्म हवाएं चलेंगी।

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उज्जैन। अभिनेत्री एवं टीवी कलाकार शेफाली जरीवाला ने सोमवार तड़के उज्जैन पहुंचकर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन के किए। परिवार के साथ महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के बाद उन्होंने मंदिर में दो घंटे बिताए। शेफाली भस्म आरती के दौरान नंदी हॉल में महाकाल की भक्ति में लीन नजर आईं। भस्म आरती के बाद नंदी हॉल से ही दर्शन कर उन्होंने महाकाल का आशीर्वाद लिया।     शेफाली सोमवार तड़के चार बजे भगवान महाकालेश्वर के मंदिर पहुंची थीं। उन्होंने नंदी हॉल से बाबा महाकाल की भस्म आरती देखी और उसके बाद चांदी द्वार से भगवान का पूजन कर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश गुरु ने बताया कि अभिनेत्री और टीवी कलाकार शेफाली जरीवाला आज महाकालेश्वर मंदिर पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने दर्शन के दौरान सफेद रंग का पारंपरिक सलवार सूट पहन रखा था। उन्होंने मंदिर में सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में शामिल होकर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महाकाल के दर्शन व पूजन करने के बाद उन्होंने नंदी जी के कानों मे अपनी मनोकामना कही और फिर आप यहां से रवाना हो गईं।   शेफाली जरिवाला ने कई अंग्रेजी और हिंदी संगीत वीडियो और बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। शेफाली को 2002 में म्यूजिक वीडियो 'कांटा लगा' से प्रसिद्धि मिली थी। इसके बाद उन्होंने 10 से ज्यादा एल्बम सॉन्ग में काम किया है। वर्ष 2004 में रिलीज फिल्म 'मुझसे शादी करोगी' में वे सलमान खान और अक्षय कुमार के साथ नजर आ चुकी हैं। फिर वह नृत्य रिएलिटी शो नच बलिए पांच में अपने प्रेमी के साथ दिखाई दी थीं। इसके साथ ही उन्हें बिग बॉस 13 में भी देखा गया था। वर्तमान में भी वे एक धारावाहित में कोमोलिका का किरदार निभा रही हैं।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई शहरों में रिकार्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। हालांकि, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से प्रदेश में कुछ हिस्सों में तेज बारिश भी हो रही है। रविवार को दतिया में तापमान रिकॉर्ड 47.5 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि शाजापुर, छिंदवाड़ा में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। वहीं, अब मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक प्रदेश के आधे हिस्से में भीषण गर्मी पड़ने का अलर्ट जारी किया है। आज (सोमवार) को छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा में आंधी-बारिश भी हो सकती है।     मौसम विभाग के अनुसार अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में आंधी-बारिश का दौर चला। लेकिन सोमवार को यह दौर थम सकता है। इसके बाद प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने लू का अलर्ट भी जारी किया है। वहीं, ग्वालियर-चंबल और निमाड़ लू की चपेट में है। जबकि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में भी गर्मी तीखे तेवर दिखा रही है। वहीं, भिंड में पारा 46 डिग्री दर्ज किया गया।     ग्वालियर-गुना में भी रिकॉर्ड 45.5 डिग्री रहा मध्यप्रदेश में रविवार को तापमान में बढ़ोतरी हुई है। दतिया देश में तीसरा सबसे गर्म शहर रहा। रविवार को दतिया में टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 47.5 डिग्री रहा। भोपाल, इंदौर और उज्जैन भी सीजन के सबसे गर्म रहे। भोपाल में 43 डिग्री, इंदौर में 43.1 डिग्री और उज्जैन में पारा 44 डिग्री रहा। जबलपुर में तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया। छतरपुर जिले के दो शहर खजुराहो और नौगांव भी काफी गर्म रहे। नौगांव में पारा 45.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, खजुराहो में 44.8 डिग्री रहा। टीकमगढ़, रतलाम, शाजापुर और धार में तापमान 44 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। खरगोन, शिवपुरी, दमोह, सतना, खंडवा और सागर भी गर्म रहे। यहां तापमान 43 डिग्री से 43.4 डिग्री दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 58वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 18 अधिकारियों की टीम 33 श्रमिकों के साथ सुबह साढ़े आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब साढ़े आठ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के 58वें दिन भोजशाला में एएसआई की टीम ने गर्भगृह के साथ ही बाहरी परिसर में मिट्टी हटाने का काम किया। उत्तर दिशा में खुदाई के दौरान कुछ और अवशेष मिले हैं। हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने दावा किया है कि इसमें एक सफेद पत्थर का अवशेष मिला है। इस पर कमल के फूल की आकृति दिखाई दे रही है।   वहीं, भोजशाला के बाहरी हिस्से में खेत में लम्बे समय खुदाई का काम बंद था, वहां शनिवार को दूसरे ब्लाक में खुदाई शुरू की गई। इसके साथ ही गत दिवस भोजशाला के भीतरी परिसर में खुदाई के दौरान तीन दीवारनुमा आकृति मिली थी। इसमें 15 से 16 फीट तक खुदाई हो चुकी है। अब वहां अधिक गहराई तक खुदाई संभव नहीं है। बड़े आकार के पत्थर बाधा बन गए हैं। ऐसे में शनिवार को दूसरे छोर से खुदाई शुरू की गई है। इसके साथ ही खुदाई में निकले अवशेषों की क्लीनिंग और ब्रशिंग की गई, साथ ही अवशेषों की नंबरिंग भी की गई।   सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि यज्ञ कुंड के समीप दीवार की जो लेयर दिखाई दे रही थी, वहां से मिट्टी हटाने का कार्य जारी रहा। साथ ही वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई। खुदाई में निकलने वाले अवशेषों की क्लीनिंग-ब्रशिंग की जा रही है और उनको नंबरिंग किया जा रहा है। आज पीछे खेत में बने ट्रेंच में मिट्टी हटाने का काम किया गया।   वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि भोजशाला में उत्तर की ओर मिट्टी हटाई जा रही है। इसके अलावा वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जा रही है। स्मारक में जहां तीन लेयर की दीवार निकल रही है, वहां ट्रेंच को और बड़ा किया जा रहा है।

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भोपाल। मप्र के सरकारी मेडीकल कॉलेजों में डीन की सीधी भर्ती विवादों के घेरे में आ गई हैं। शासन स्तर के आलाधिकारियों ने अपने चहेते लोगों को डीन की कुर्सी पर बिठाने के लिए नियम तक बदल डाले। कुछ चिकित्सा शिक्षकों की पात्रता ही नहीं थी कि वे डीन जैसे पद के लिए आवेदन कर पाते लेकिन आला अफसरों ने ऐसे तीन डॉक्टरों को भी डीन बना दिया। नियमों को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से डीन बनाये गए अभ्यर्थियों में मंत्रियों, हाईकोर्ट जज और एसीएस स्तर के प्रभावशाली लोगों से जुड़े नाम शामिल हैं। देशभर में मप्र इकलौता राज्य है जहां मेडिकल कॉलेज के डीन की सीधी भर्ती की गई है। इससे पहले यह पद पदोन्नति से भरा जाता रहा है। कॉलेजों में पदस्थ वरिष्ठ प्रोफेसर या अधीक्षकों को इस पद पर सरकारी एवं स्वायत्त शासी कॉलेजों में डीन बनाया जाता था ताकि अनुभवी लोग कॉलेजों का संचालन कर सकें। मप्र के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने चिकित्सा शिक्षा और लोक स्वास्थ्य महकमे को एक करने की घोषणा की थी जिस पर अमल डॉ. मोहन यादव की सरकार ने किया। इस एकीकृत व्यवस्था में पहला निर्णय सभी 18 मेडिकल कॉलेज के डीन की सीधी भर्ती का लिया गया। इस साल मार्च में भर्ती के लिए इंटरव्यू बुलाये गए। अचानक बदल दिए गए नियम   19 मार्च 2023 में शासन ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए डीन, प्रोफेसर,एसोसिएट प्रोफेसर, असिटेंट प्रोफेसर की सीधी भर्ती के अलावा स्वशासी कॉलेजों के आदर्श भर्ती नियम 2018 में संशोधन आदेश जारी किए। इस आदेश के अनुसार शैक्षणिक एवं डीन पदों के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन की पात्रता के साथ साथ इंटरव्यू के 20 अंक निर्धारित किये गए। सरकार ने 2024 में सभी कॉलेजों के डीन पद सरकारी घोषित कर दिए और भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी।इस बीच 27 फरवरी 2024 को एक संशोधन आदेश जारी किया गया जिसमें इंटरव्यू के अंक 20 से बढाकर 25 कर दिए गए। प्रो राटा में कम थे कुछ डॉक्टरों के अंक…! भर्ती के दौरान यह संशोधन आदेश इसलिए जारी किया गया क्योंकि कुछ अभ्यर्थियों के अंक उनके अनुभव, डिग्री के हिसाब से कम हो रहे थे जिसके चलते चिन्हित आवेदकों का चयन प्रक्रिया से बाहर होना पक्का हो गया था। प्रो राटा यानी आनुपातिक मैरिट अंक से होता है। इसी के आधार पर इंटरव्यू के अंक जोड़कर चयन सूची बनाई जाती है। भर्ती नियमों के अनुसार डीन हेतु किसी प्रशासनिक पद का अनुभव जरूरी था इसके लिए अधिकतम 10 अंक निर्धारित थे लेकिन 18 लोगों की चयन सूची में डॉ मनीष निगम,डॉ सुनील अग्रवाल एवं डॉ दीपक मरावी को किसी प्रकार का कोई प्रशासनिक अनुभव नही था।इसके बाबजूद उन्हें इंटरव्यू के जरिये डीन के पद पर चयनित कर लिया गया है। खासबात यह भी है कि इन तीनो का सेवाकाल भी 15 साल से कम का है। डॉ. राजधर दत्त के साथ मनीष निगम एवं सुनील अग्रवाल पूर्ण कालिक प्रोफेसर भी नहीं रहे इसके बाबजूद तीनों को डीन की कुर्सी मिल गई। इस सबके बीच जानकारी में यही आया है कि डॉ. कविता एन सिंह,डॉ. संजय दीक्षित, एवं डॉ. नवनीत सक्सेना के संबन्ध प्रभावशाली लोगों से है, जिसका फायदा उन्हें इस चयन प्रक्रिया में मिला है। कलेक्टर से ज्यादा वेतनमान है डीन का   डीन का पद राजपत्रित श्रेणी का है और इसका वेतनमान 144200-218200 का है। इतने उच्च वेतनमान के पद कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर के भी नही हैं। यूपीएससी औऱ एमपीपीएससी में चयन के लिए इंटरव्यू में 20 फीसदी से भी कम अंक निर्धारित हैं। आदर्श भर्ती नियम भी यही कहते है कि अनुभव,शोध और ट्रेक रिकार्ड के साथ 20 फीसदी से अधिक अंक इंटरव्यू में नही रखे जा सकते हैं। लेकिन अपने खास लोगों को डीन बनाने के लिए शासन में बैठे आला अधिकारियों ने नियमों और नैतिकता को खूंटी पर टांगकर रख दिया। मेडिकल कॉलेजों में भर्तियां हमेशा विवादों में रही हैं मप्र में मेडिकल कॉलेजों में होने वाली अधिकतर भर्तियां विवादों में रही है। स्वशासी व्यवस्था में जमकर मनमानी होती रही है। खासकर नए मेडिकल कॉलेजों में तो करोड़ों के लेनदेन के आरोप और जांच तक चल रही हैं। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में हुई सभी भर्तियों की जांच विधानसभा कमेटी तक कर चुकी है लेकिन भाजपा और कांग्रेस सरकारों में किसी स्तर पर कोई कारवाई नहीं हुई।विदिशा, दतिया, ग्वालियर, शहडोल में भी यही हालात है। एक नए मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक संवर्ग के मिलाकर करीब 1500 पदों पर भर्ती होती है। इन भर्तियों के लिए कोई एकरूप प्रक्रिया नही अपनाई जाती है। सूची में अनारक्षित वर्ग में पहले नंबर पर शासन द्वारा नियुक्त डॉ. संजय दीक्षित का नाम है, जो एमजीएम मेडिकल कॉलेज में डीन थे। राज्य में वरीयता के क्रम में चौथे नंबर डॉ. वीपी पांडे ने इस प्रक्रिया पर ही सवाल उठाते हुए याचिका लगाई थी और इसे गलत बताया था। इस व्यवस्था के विरोध में वे इस प्रक्रिया में शामिल ही नहीं हुए। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉ. संजय तोताड़े वरिष्ठता सूची में कहीं आगे हैं। उनकी नियुक्ति शासकीय सेवा के तहत हुई थी। पिछले साल सरकार ने उनसे जूनियर को डीन बना दिया, जिसके खिलाफ उन्होंने जबलपुर हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी।उनके नाम को विभाग ने दोनों ही सूची में वेटिंग लिस्ट में डाल दिया। 06 डॉक्टर्स स्वशासी कॉलेजों के नियुक्त किए गए अनारक्षित वर्ग के 12 पदों में से 6 पर ही शासकीय डॉक्टरों का चयन किया गया। बाकी अन्य छह पदों पर स्वशासी संस्था के तहत नियुक्त जूनियर डॉक्टरों का चयन किया गया। इस सूची में डॉ. संजय दीक्षित, डॉ. नवनीत सक्सेना, डॉ. अनिता मूथा, डॉ. शशि गांधी, डॉ. परवेज सिद्दकी और डॉ. देवेंद्र शाक्य ही शासकीय सेवा के तहत नियुक्त डॉक्टर्स हैं। अन्य छह चयनित डॉक्टर्स स्वशासी संस्था के तहत नियुक्त हुए हैं। -तीन लोगों ने नहीं किया ज्वाइन   मुख्य सूची में चयनित 18 डीन में से 03 डॉक्टरों ने मनचाही पोस्टिंग न मिलने के कारण ज्वाइन ही नहीं किया। जिनमें ग्वालियर के अक्षय निगम के अलावा डॉ. डीके शाक्य एवं डॉ. गीता गोइन शामिल हैं। जिनके स्थान पर अब 26 लोगों की प्रतीक्षा सूची में से कल दो डॉक्टरों को नियुक्त किया गया है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में भीषण गर्मी का कहर जारी है। प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में रिकार्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। कई शहरों में पारा 43-44 डिग्री पहुंच गया है। शनिवार को दतिया में तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ग्वालियर में 45 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने आज रविवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। अगले 4 दिन यानी 22 मई तक ग्वालियर-चंबल के साथ निमाड़ के जिलों में भी गर्म हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है।     मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बना हुआ है। यहां से एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। जो मध्यप्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) ट्रफ लाइन के साथ एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में कहीं तेज गर्मी है तो कहीं बारिश-आंधी का मौसम बन रहा है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पांढुर्णा में दिन में तो तेज गर्मी पड़ रही है, लेकिन शाम को बादल छा रहे हैं। शनिवार को कुछ जगह बूंदाबांदी भी हुई। वहीं, रविवार को उत्तर-पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी और पूर्वी-दक्षिण हिस्से में बारिश होने की संभावना है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन में भी गर्मी का असर अधिक रहेगा।     मौसम विभाग ने बताया कि 19 मई को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, गुना और अशोकनगर में लू का अलर्ट है। वहीं, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर में आंधी-बारिश की संभावना है। 20 मई को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, निवाड़ी, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में हीट वेव यानी, गर्म हवाओं का अलर्ट है। छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि 21 मई को खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, श्योपुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में गर्म हवाएं चलेंगी। वहीं, 22 मई को ग्वालियर, श्योपुर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में भी लू चलने का अनुमान है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शुक्रवार को 57वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 17 अधिकारियों की टीम 37 श्रमिकों के साथ सुबह छह बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और दोपहर 12 बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब छह घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।     ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के 57वें दिन भोजशाला में खुदाई के दौरान दो बड़े आकार के पाषाण (पत्थर) अवशेष मिले। इनके साथ कुछ छोटे अवशेष भी मिले हैं। दोनों बड़े पाषाण अवशेष में से प्रत्येक का वजन लगभग एक क्विंटल से अधिक होने का अनुमान है, जबकि छोटे अवशेषों का वजन अलग-अलग है। एएसआई ने इन पाषाण अवशेषों को सुरक्षित रख लिया है। बताया गया है कि इनके काल की गणना के लिए पाषाण अवशेषों का परीक्षण कराया जाएगा।     वहीं, सर्वे टीम द्वारा एक दिन पहले गुरुवार को गर्भगृह में यज्ञ कुंड के पास खुदाई में दिखीं दो दीवारों के इर्दगिर्द भी शुक्रवार को खुदाई कराई गई। इनकी नींव लगभग 15 फीट होने का अनुमान था, लेकिन इतनी गहराई की खुदाई में भी उनकी नींव नहीं मिल सकी। यहां नींव की गहराई जानने के लिए शनिवार को फिर से खुदाई कराई जाएगी। दक्षिण और पश्चिम के कोने में गुरुवार को जहां तलवार निकली थी, उस स्थान पर कुछ और होने की संभावना से शुक्रवार को खुदाई जारी रही। इसके साथ ही विशेष टीम ने वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की।     शुक्रवार को भोजशाला परिसर में जुमे की नमाज पढ़े जाने की वजह से एएसआई ने दोपहर 12 बजे तक ही सर्वे किया। दोपहर एक से तीन तक मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुमे की नमाज अदा की।     सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि एएसआइ सर्वे के दौरान कराई गई खुदाई में अब तक लगभग 400 बड़े अवशेष मिल चुके हैं। उनका दावा है कि इनमें से अधिकांश अवशेषों पर सनातन धर्म के चिह्न अंकित हैं, वहीं एक हजार से अधिक छोटे अवशेष भी मिले हैं, जिससे भोजशाला पर मुस्लिम आक्रांताओं की कहानी स्पष्ट होती है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सर्वे आगे बढ़ता जा रहा है निश्चित तौर पर लग रहा कि सर्वे के जो परिणाम होंगे, वे हिंदू समाज के पक्ष में होंगे और भोजशाला पुनः हिंदू समाज को पूर्ण रूप से प्राप्त होगी।     अगले शुक्रवार काली पट्टी बांधकर विरोध करेगा मुस्लिम समाज   भोजशाला में शुक्रवार को नमाज अदा करने के बाद बाहर आकर मुस्लिम समाज के नेताओं ने सर्वे के नाम पर एएसआई द्वारा की जा रही खुदाई का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना है। जिस तरह भोजशाला में खुदाई की जा रही है, उससे मुस्लिम समाज वहां नमाज पढ़ने से वंचित हो रहा है। अपना विरोध दर्ज कराने के लिए मुस्लिम समाज अगले शुक्रवार को काली पट्टी बांधेगा।     कमाल मौलाना मस्जिद नमाज इंतेजामात कमेटी के सदर जुल्फिकार पठान ने कहा कि चारों तरफ मस्जिद की ओर खुदाई चल रही है। ब्रसिंग के नाम पर मस्जिद के चारों तरफ खोदा जा रहा है। अभी भी हम मस्जिद के अंदर से निकले हैं। वहां आधा हिस्सा बचा है। इस कारण मुस्लिम समाज वहां नमाज पढ़ने से वंचित रहा। अगले शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर हम अपना विरोध दर्ज करेंगे। आठ दिन के अंदर यदि फिजिकल एग्जिबिशन किया जाए और मस्जिद को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जाए।     उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में फिजिकल एग्जीबिशन से मना किया था। उस आदेश की लगातार अवहेलना की जा रही है। हम शासन प्रशासन से यह बोलना चाहते हैं कि जो फिजिकल एग्जिबिशन चल रहा है, उसे तुरंत बंद किया जाए।     वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश की अवहेलना तो पहले से हो रही है। जो भी विरोध हो या प्रतिक्रिया हो, वह समाज की तरफ से है और समाज को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है। वह अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं। लेकिन, कानून के दायरे में रहकर। काली पट्टी बांधना या काले कपड़े पहनना किसी तरह का कोई अपराध नहीं है। हमारे संविधान में ऐसा नियम नहीं है कि आप काली पट्टी नहीं बांध सकते। वह तो विरोध स्वरूप किया सकता है। हम पूरा सहयोग कर रहे हैं। समाज एकजुट और साथ है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल से हज पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए पूरी तैयारियां कर दी गई हैं। भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट से जेद्दा के लिए पहली सीधी फ्लाइट 21 और 22 मई को उड़ेगी। यह सुबह 5.30 बजे रवाना होगी। पहले दिन 183 यात्री हज यात्रा पर जाएंगे। दूसरे दिन 202 यात्री रवाना होंगे। हज यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर 24 घंटे डॉक्टर, पैरामेडिकल टीम के साथ इमर्जेंसी में हमीदिया अस्पताल में भी बेड सुरक्षित के निर्देश दिए गए हैं।     हज कमेटी के अध्यक्ष रउफ वारसी ने बताया कि हज यात्रा को लेकर तैयारी पूरी हो गई है। इंदौर से एक फ्लाइट जा चुकी है। 21 और 22 मई को भोपाल से फ्लाइट उड़ेंगी। प्रदेश के करीब 7 हजार हज यात्रियों की रवानगी 21 मई से मुंबई एयरपोर्ट से होगी। यह सिलसिला 9 जून तक जारी रहेगा। बता दें कि हज यात्रा को लेकर कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा भी बैठक ले चुके हैं। उन्होंने निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण को हज हाउस में हज यात्रियों एवं उनके साथ आने वाले परिवारजनों के लिए बैठक व्यवस्था, कूलर, मोबाइल टॉयलेट, पार्किंग, पेयजल की व्यवस्था एवं हज हाउस तक एप्रोच रोड को ठीक करने को कहा है। साथ ही बिजली व्यवस्था भी 24 घंटे के लिए रहेंगी।     एयरपोर्ट पर रहेगी 24 घंटे डॉक्टरों की टीम एयरपोर्ट पर 24 घंटे डॉक्टर, पैरामेडिकल टीम के साथ इमर्जेंसी में हमीदिया अस्पताल में भी बेड सुरक्षित करने एवं डॉक्टरों की विशेष टीम लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही हज हाउस में गर्मी को देखते हुए ओआरएस के पैकेट बांटने को भी कहा गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर तेज गर्मी ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिये हैं। प्रदेश के ग्वालियर, चंबल और निमाड़ में 21 मई तक भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने यहां 15 जिलों में लू यानी, गर्म हवाएं का अलर्ट जारी किया है। जबकि पूर्वी हिस्से जबलपुर, नरसिंहपुर समेत 16 जिलों में आज यानि शनिवार को आंधी-बारिश हो सकती है। इससे पहले शुक्रवार को ग्वालियर, गुना में गर्मी ने रिकार्ड तोड़ दिए। सीजन में पहली बार 44 डिग्री के पार पारा पहुंच गया।     मौसम विभाग ने बताया कि नार्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बन रहा है। वहां से एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। मध्यप्रदेश में जो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) ट्रफ लाइन के साथ एक्टिव है। एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर होगा। इसके चलते कहीं तेज गर्मी है तो कहीं बारिश-आंधी हो सकती है। खासकर दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश-आंधी की संभावना है। जबकि उत्तरी और पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी का असर रहेगा। शुक्रवार को भी यहां तेज गर्मी रहेगी। इसके चलते अगले 4 दिन ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है।     ग्वालियर, गुना में गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड प्रदेश के कई जिलों में गर्मी तेज गर्मी पड़ रही है। ग्वालियर और गुना जिले में तो गर्मी ने रिकार्ड तोड़ दिए। शुक्रवार को ग्वालियर में पारा रिकॉर्ड 44.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। पिछले साल पूरे सीजन से भी यह तापमान ज्यादा रहा। पिछले साल 22-23 मई को पारा 44.8 डिग्री रहा था। वहीं, गुना में भी तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस रहा। रतलाम, शिवपुरी और नौगांव में तापमान 43 डिग्री या इससे अधिक रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में पारा 40.2 डिग्री, इंदौर में 39.9 डिग्री, जबलपुर में 35.4 डिग्री और उज्जैन में पारा 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि धार-इंदौर में शुक्रवार को हल्की बारिश हुई।

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शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में शुक्रवार दोपहर तीर्थ यात्रियों को लेकर जा रही बस में अचानक आग लग गई। यात्री बस में सवार होकर महाराष्ट्र से केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर जा रह थे। बस से अचानक धुंआ निकलता देख यात्री घबरा गए। समय रहते सभी यात्री बस से नीचे उतर गए। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और कढ़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक बस पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकी थी।   जानकारी अनुसार घटना कोलारस थाना क्षेत्र के की है। स्लीपर बस क्रमांक एमएच 04 जीपी 0144 में सवार होकर श्रद्धाजु महाराष्ट्र से केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर जा रहे थे। इस दौरान गुना-शिवपुरी फोरलेन हाईवे पर अचानक बस से धुंआ निकलने लगा। बस में धुआं उठता देख यात्रियों में चीख पुकार मच गई। तुरंत बस को हाईवे पर रोककर यात्रियों को नीचे उतारा गया। कुछ ही देर में अचानक आग भड़क उठी। इस घटना में बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुटी। कढ़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। गनीमत रही है कि इस हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगना बताया जा रहा है। फिलहाल कोलारस थाना पुलिस इस पूरी घटना की जांच में जुटी हुई है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में पिछले एक हफ्ते से जारी आंधी, बारिश और ओले गिरने का सिस्टम अब कमजोर पड़ गया है। गर्मी ने एक बार फिर अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया। गुरुवार को कुछ जिलों में ही मौसम बदला रहा। बाकी में तेज गर्मी रही। ग्वालियर सबसे ज्यादा गर्म रहा। यहां तापमान 43.7 डिग्री दर्ज किया गया। छतरपुर के नौगांव में तापमान 43 डिग्री पहुंच गया, जबकि 11 शहरों में 42 डिग्री के पार रहा। वहीं, प्रदेश के उत्तरी हिस्से में गर्म हवाओं का असर देखने को मिला। आज यानि शुक्रवार को प्रदेश के आधे हिस्से में तेज गर्मी रहेगी। जबकि आधे में बारिश और आंधी का असर रह सकता है।     मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) सिस्टम अभी भी सक्रिय है। इस वजह से आज शुक्रवार को भी इसका असर देखने को मिलेगा, इसलिए छिंदवाड़ा, खंडवा समेत 12 जिलों में हल्की बारिश और आंधी की संभावना है। जबकि ग्वालियर-चंबल, भोपाल, इंदौर संभाग में कहीं-कहीं तेज गर्मी का असर रहेगा। वहीं, शनिवार को सिस्टम गुजर जाएगा, जिससे ग्वालियर-चंबल में लू यानी गर्म हवाएं चल सकती है।     इससे पहले, गुरुवार को कहीं तेज गर्मी रही तो कहीं मौसम बदला रहा। बैतूल, जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, मंडला, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, रायसेन, इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, नरसिंहपुर, बालाघाट और डिंडोरी जिलों में बादल रहे। कुछ जगहों पर बौछारें भी गिरीं। दूसरी ओर, इसी तरह रतलाम, सतना, सीधी, शिवपुरी, खजुराहो, दमोह, टीकमगढ़, खंडवा और गुना में पारा 42 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे गर्म रहा। भोपाल में 40.7 डिग्री, इंदौर में 39.8 डिग्री, जबलपुर में 39.7 डिग्री और उज्जैन में पारा 41.4 डिग्री दर्ज किया गया।     मौसम विभाग ने बताया कि आज 17 मई को रायसेन, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर में हल्की बारिश और आंधी की संभावना है। जबकि 18 मई को ग्वालियर, मुरैना, भिंड और दतिया में लू चल सकती है। इसी तरह 19 मई को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर और सागर में भी लू चलने की संभावना है।  

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देवास। देवास जिले के खांतेगांव में गुरुवार सुबह तेंदुपत्ता तोड़ने गए एक ग्रामीण पर तेंदुए ने हमला कर दिया। मौके पर मौजूद दूसरे साथियों ने चिल्लाकर और आग जला कर तेंदुए को भगाया। तेंदुए के हमले से युवक के शरीर पर कई गहरे घाव बने है। उसे ईलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया है। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है।   जानकारी अनुसार खातेगांव के विक्रमपुर सबरेंज के अंतर्गत आने वाले आमला-हरणगांव के बीच जंगल में तेंदुए ने तेंदूपत्ता संग्राहक जगदीश पुत्र तेजराम माली पर हमला कर दिया। अचानक हुए तेंदुए के हमले से सभी घबरा गए। तभी साथ में पत्ते तोड़ रहे अन्य ग्रामीणों के चिल्लाने और आग जलाने के बाद तेंदुआ वहां से भाग गया। घायल जगदीश को लोग तुरंत आमला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। डिप्टी रेंजर सजनलाल वर्मा को जानकारी मिलने पर वे अपनी कार से घायल जगदीश को लेकर खातेगांव सरकारी अस्पताल पहुंचे। घायल जगदीश के शरीर पर कई जगह तेंदुए के नाखूनों के निशान साफ दिख रहे हैं। घायल जगदीश को इलाज के लिए हरदा जिला अस्पताल भेजा गया है।

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जबलपुर। आयकर विभाग के जबलपुर-भोपाल के करीब 50 अधिकारीयों की संयुक्त टीम ने गुरुवार सुबह एक दर्जन लग्जरी वाहनों में सवार होकर शहर के माधव नगर स्थित अनिल इंडस्ट्रीज में दबिश दी। अधिकारियों की टीम ने निरंकारी भवन के सामने स्थित बंगले में भी छापा मारकर कार्रवाई शुरू की है।   माधव नगर की प्रतिष्ठित फॉर्म अनिल इंडस्ट्रीज के कई ठिकाने हैं, जिनमें आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी है और सुबह से ही दस्तावेजों को खंगालने के लिए जांच शुरू कर दी है। आयकर विभाग की टीम के साथ पुलिस का दल भी मौजूद है। जाँच में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की जा रही है।

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भोपाल। प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से कई जिलों में जारी आंधी, बारिश और ओले गिरने का दौर थम गया है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस सिस्टम कमजोर पड़ने के कारण इस पर ब्रेक लग गया। आज गुरुवार से ही प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में इसका असर देखने को मिलेगा। 19 मई तक ग्वालियर-चंबल में लू यानी गर्म हवाएं चलेंगी। हालांकि, दक्षिणी जिले खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अगले 2 दिन तक हल्की बारिश हो सकती है। साथ ही कई जगह बादल छाए रह सकते हैं।     इससे पहले बुधवार को रतलाम में बारिश हुई। वहीं, मंडला, सिवनी, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, मंदसौर, उज्जैन, पचमढ़ी, बड़वानी, धार, बुरहानपुर, बालाघाट, शहडोल, अलीराजपुर, रतलाम, झाबुआ और इंदौर जिलों में मौसम बदला रहा। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले कुछ दिन से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से बारिश, ओले और आंधी वाला मौसम है। अभी भी इनकी एक्टिविटी है। हालांकि, गुरुवार से असर कम होने लगेगा। सिस्टम कमजोर होने से उत्तर हिस्से में हीट वेव चलेगी। 17, 18 और 19 मई के लिए भी लू चलेगी। कुछ जगहों पर बादल भी बने रहेंगे।     आगे ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग ने बताया कि 16 मई को भिंड-दतिया में हीट वेव चलेगी। वहीं, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी-बारिश का दौर रहेगा। 17 मई को भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह में गर्म हवाएं चलेंगी, जबकि बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बादल रहेंगे। 18 मई को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और दमोह में हीट वेव का असर बना रहेगा। जबकि 19 मई को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर और दमोह में गर्म हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग के अनुसार 17 मई को उत्तर भारत में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर 2-3 दिन बाद यानी 20 मई से प्रदेश के कुछ हिस्सों में देखने को मिल सकता है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 54वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 12 अधिकारियों की टीम 39 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे एएसआई सर्वे के 54वें दिन भोजशाला में उत्तर दिशा में खुदाई के दौरान स्तंभों के दो पाषाण आधार मिले हैंं। अब एएसआई की टीम इन आधारों का परीक्षण करेगी और उनकी काल अवधि भी पता लगाएगी। भोजशाला के गर्भगृह क्षेत्र में भी आज खुदाई कार्य जारी रहा। मंगलवार को हिंदू समाज को भोजशाला में पूजा-अर्चना की अनुमति होती है। ऐसे में भोजशाला में सर्वे कार्य सुबह के सत्याग्रह के बाद भीतरी क्षेत्र में किया गया। जहां से दोनों पाषाण मिले हैं, उस क्षेत्र में मिट्टी हटाने सहित खुदाई कार्य किया गया। गर्भगृह क्षेत्र में भी आज सभी ब्लॉकों में खुदाई कार्य हुआ। यहां पर जो दो दीवार मिली थीं, उसके आधार पर तलघर के होने का अनुमान लगाया गया है। इसी के चलते अधिक गहराई में खुदाई हो रही है। पिछले तीन-चार दिनों में मिले अवशेषों की क्लीनिंग और ब्रशिंग भी की गई। इसके अलावा उन अवशेषों को आज निकाल लिया और उन्हें सर्वे लिस्ट में शामिल किया गया है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आधार स्तंभ मिलने से स्पष्ट है कि आक्रांताओं ने भोजशाला के मूल स्वरूप से काफी छेड़छाड़ की है। अब भोजशाला का सच सामने आएगा और अपने गौरव की पुनर्स्थापना के साथ भोजशाला मंदिर के रूप में स्थापित होगी। विहिप प्रांत संगठन मंत्री ने सर्वे का लिया जायजा मंगलवार को विहिप के प्रांत संगठन मंत्री खगेंद्र भार्गव, इंदौर के विभाग मंत्री यश बच्चानी और हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से अभिभाषक विनय जोशी भोजशाला पहुंचे और सर्वे का जायजा लिया।   गौरतलब है कि 2003 में न्यायालय के आदेश के बाद प्रति मंगलवार हिंदू समाज को भोजशाला में पूजा का अधिकार है। भोजशाला के गौरव की पुनर्स्थापना को लेकर यहां पर सत्याग्रह किया जाता है। आज सुबह बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग दर्शन के लिए पहुंचे। गर्भगृह में मां वाग्देवी व भगवान हनुमान का तेल चित्र रखकर पूजा अर्चना की गई। इसके बाद सरस्वती वंदना, हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए महाआरती भी की गई।

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भोपाल। प्रदेश के कई जिलों में बारिश और आंधी का दौर जारी है। मंगलवार को रायसेन जिले के सिलवानी में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। आंधी से घरों के छप्पर उड़ गए और पेड़ टूटकर गिर गए। वहीं, पन्ना, छिंदवाड़ा, गुना, शिवपुरी, विदिशा, बैतूल, अशोकनगर, सागर जिलों में भी बारिश हुई। राजधानी भोपाल में शाम को बादल छाए रहे। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन बारिश-आंधी का का अनुमान जताया है। बुधवार को भोपाल-इंदौर समेत 21 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट है। जबकि 17-18 मई को प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी, ग्वालियर-चंबल संभाग में लू यानि गर्म हवाओं के साथ भीषण गर्मी पड़ सकती है।     प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में पिछले छह दिन से बारिश, आंधी और ओले का दौर जारी है। मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। धार के मनावर में आंधी की वजह से केले की फसल बर्बाद हो गई। अशोकनगर-शिवपुरी में ओले भी गिरे। वहीं, भोपाल में शाम को कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई। रात में भी कई जिलों में मौसम बदला रहा। बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), दो साइक्लोनिक सकुर्लेश और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से ऐसा मौसम है। उत्तर भारत के कुछ जगहों पर नमी होने से बारिश हो रही है। अगले 2 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। 17 मई के बाद गर्मी का असर बढ़ेगा।     मौसम विभाग ने 15 मई को इंदौर, भोपाल, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में मौसम बदला रहेगा। कहीं-कहीं बारिश तो कहीं तेज आंधी की संभावना जताई है। वहीं, 16 मई को नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में भी मौसम बदला रहेगा। बादल, बूंदाबांदी और आंधी वाला मौसम रहेगा। 17 मई को भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में गर्म हवाएं चलेंगी। जबकि 18 मई को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर जिलों में लू चलने की संभावना है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में रविवार शाम को बारिश हुई। कुछ जिलों में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। पिछले कई दिनों से तेज गर्मी से परेशान हो रहे आमजन को कुछ हद तक राहत मिली है। मौसम विभाग ने आज यानी सोमवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। वहीं, प्रदेश के जिन 16 जिलों में सोमवार को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण लिए वोटिंग है, वहां आंधी, बारिश और बादल का अलर्ट जारी किया गया है। खासकर मालवा-निमाड़ के जिलों में तेज बारिश हो सकती है। बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर में भी ऑरेंज अलर्ट है।     जानकारी के अनुसार रविवार को धार जिले में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। छिंदवाड़ा, मंदसौर, देवास, पांढुर्णा, शिवपुरी समेत कई जिलों में बारिश हुई। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर में बादल छाए रहे। ऐसा ही मौसम सोमवार को भी रहेगा। सोमवार को प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें कुल 16 जिले शामिल हैं। इनमें से कहीं पर ऑरेंज तो कहीं यलो अलर्ट है। इंदौर में यलो अलर्ट है। हल्की बूंदाबांदी के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। देवास जिले में इस सीट पर देवास, शाजापुर, सीहोर और आगर-मालवा के शहर शामिल हैं। आज सभी जगहों के लिए यलो अलर्ट है। यानी, हल्की बारिश हो सकती है।   उज्जैन में भी यलो अलर्ट जारी किया गया है। जिले में कहीं-कहीं तेज आंधी भी चल सकती है। मंदसौर में मंदसौर-नीमच जिलों में तेज आंधी चल सकती है। बारिश का भी अलर्ट है। रतलाम, अलीराजपुर और झाबुआ जिलों में बारिश होने का अनुमान है। तेज हवा भी चलेगी। धार में भी यलो अलर्ट जारी किया गया है। आंधी के साथ बारिश होने का अनुमान है। खरगोन में खरगोन और बड़वानी के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां पर तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने या चमकने का भी अनुमान है। खंडवा और बुरहानपुर के लिए भी ऑरेंज अलर्ट है। तेज बारिश हो सकती है।     मौसम विभाग का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से मध्य प्रदेश में ओले, बारिश, आंधी और आकाशीय बिजली गिरने या चमकने का दौर चल रहा है। 15-16 मई तक ऐसा ही मौसम रहेगा। कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 51वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 15 अधिकारियों की टीम 36 श्रमिकों के साथ सुबह साढ़े आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब साढ़े आठ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे एएसआई के सर्वे के 51वें दिन टीम ने भीतरी व बाहरी परिसर में सर्वे किया। भीतरी परिसर में दक्षिण भाग में ट्रेंच में खोदाई जारी रही। इस ट्रेंच में कई सीढ़ीनुमा संरचनाएं मिली हैं, जिससे भीतरी भाग में तलघर होने की संभावना को बल मिला है। वहीं, बाहरी परिसर में उत्तर दिशा में खुदाई के दौरान एक प्राचीन भी सिक्का मिला हैं। शनिवार को सर्वे के दौरान हिंदू फ्रंट फार जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भोजशाला प्रकरण की याचिकाकर्ता रंजना अग्निहोत्री भी भोजशाला पहुंची थी। उन्होंने भोजशाला के भीतर जाकर सर्वे कार्य देखा। उन्होंने बताया कि जिस तरह से खुदाई में लगातार अवशेष, मूर्तियां व भग्नावशेष मिल रहे हैं, इससे इसमें कोई दो राय नहीं है कि यह स्थान महाराज भोज की बनाई हुई भोजशाला है। यह एक हिंदू मंदिर था और रहेगा। याचिकाकर्ता रंजना अग्निहोत्री ने कहा कि एएसआई को अतिरिक्त समय मिला है। मेरे अनुभव के आधार पर ऐसा लगता है कि इस अतिरिक्त समय में भी सर्वे कार्य पूरा हो पाना संभव नहीं है। ऐसे में एएसआई को एक बार फिर से अतिरिक्त समय लेना पड़ सकता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सर्वे भिन्न है क्योंकि यहां अयोध्या में हुए सर्वे जैसी गंभीरता नहीं है। जब अयोध्या में एएसआई की टीम ने सर्वे किया था तो वहां जब भी कोई वस्तु निकलती थी तो टीम उसे पारदर्शी तरीके से प्रस्तुत करती थी। यह टीम कुछ सुनती ही नहीं है। इनके सामने कुछ भी कहो तो यह कुछ नहीं सुनते।   वहीं, सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार एवं सहायक याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया कि शनिवार को सर्वे के काम में तेजी आई है। यहां गर्भगृह के सामने भीतरी परिसर के दक्षिण दिशा में बनी ट्रेंच के अंदर गहराई तक कई छोटी-बड़ी सीढ़ियां दिखाई दे रही हैं। हालांकि, इसके बारे में एएसआई टीम की फाइनल रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

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भोपाल। प्रदेश में तपती गर्मी के बीच एक बार फिर आंधी और बारिश होने की संभावना है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस सिस्टम के एक्टिव होने से इस तरह का मौसम बनेगा। इस वजह से 3 दिन यानी 12, 13 और 14 मई को पूरे प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। आज रविवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 16 जिलों में बारिश-ओले का अलर्ट जारी किया गया है।       मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से पिछले 4 दिन से प्रदेश में बारिश हो रही है। अगले 3 दिन तक दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ नमी भी आती रहेगी। ऐसा ही मौसम अगले कुछ दिन तक और रहेगा। कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। हालांकि 15 मई से सिस्टम कमजोर होने लगेगा।     अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग ने बताया कि आज यानि 12 मई को भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर समेत 16 जिलों में ओले-बारिश के साथ 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। वहीं, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली और सीधी में भी ओले गिर सकते हैं। सभी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। जबकि राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल सहित 25 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।       इसी तरह 13 मई को भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ समेत 17 जिलों में ओले-बारिश का अलर्ट है। वहीं, कटनी, जबलपुर और नरसिंहपुर में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चल सकती है। जबकि हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन समेत 24 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। 14 मई को भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ समेत 24 जिलों में ओले-बारिश और तेज आंधी का दौर रहेगा। जबकि मंदसौर, नीमच, अशोकनगर, सिंगरौली 21 जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, 15 मई को नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा समेत 21 जिलों में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।

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भोपाल। फिल्म अभिनेत्री करीना कपूर खान को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने नोटिस जारी किया है। मामला प्रेग्नेंसी के दौरान करीना कपूर की लिखी किताब के टाइटल को लेकर है। ईसाई समाज ने इस पुस्तक ‘करीना कपूर प्रेग्नेंसी बाइबल’ से धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप लगाते हुए आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। न्यायमूर्ति जीएस अहलूवालिया की एकल पीठ ने किताब ‘करीना कपूर खान प्रेग्नेंसी बाइबल’ की को-ऑथर अदिति शाह भीमजियानी, अमेजन इंडिया और जगरनाट बुक्स से भी जवाब मांगा है। मामले में अगली सुनवाई 01 जुलाई को होगी।   दरअसल, जबलपुर के सिविल लाइन निवासी क्रिस्टोफर एंथोनी ने साल 2022 में मप्र हाई कोर्ट की जबलपुर खंडपीठ में किताब को लेकर करीना कपूर के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिस पर पहली सुनवाई अगस्त 2022 में हुई थी, तब हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को भी पार्टी बनाने के लिए कहा था। बाद में मामला कुछ ठंडा पड़ गया। एंथोनी के कोर्ट में मेमोरेंडम लगाने के बाद गत 10 मई को सुनवाई हुई। याचिका में दलील दी गई है कि नाम में बाइबल जोड़ने से ईसाई धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हुईं।   एंथोनी का कहना है कि बाइबल ईसाई धर्म का धार्मिक ग्रंथ है। प्रभु यीशू की शिक्षा का वर्णन इस पवित्र पुस्तक में पाया जाता है। करीना की किताब में बाइबल का इस्तेमाल ठेस पहुंचाने वाला है। साथ ही कहा गया है कि करीना कपूर खान ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की मंशा से यह किताब लिखी है, जिसका कवर पेज भी आपत्तिजनक है। मामले में हाई कोर्ट ने करीना कपूर समेत अन्य लोगों को नोटिस जारी किया।     करीना कपूर ने 9 अगस्त 2021 को प्रेग्नेंसी पर लिखी यह किताब लॉन्च की थी। उन्होंने इस किताब को अपना तीसरा बच्चा कहा था। किताब की लॉन्चिंग पर उन्होंने ऑनलाइन करण जौहर से चर्चा की और प्रेग्नेंसी के दौरान जीवन में आए उतार-चढ़ावों पर बात की। करीना ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट कुछ सवाल किए थे और कैप्शन में लिखा था कि 'मेरी गर्भावस्था और मेरी 'प्रेग्नेंसी बाइबल' लिखना, यह एक यात्रा रही है।

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भोपाल। प्रदेश में पिछले चार दिन से मौसम बदला हुआ है। कई जिलों में आंधी-बारिश और ओले गिर रहे हैं। जबकि उज्जैन, शाजापुर, रायसेन, सीहोर जिलों में तेज बारिश हुई। वहीं, भोपाल, इंदौर, रतलाम में बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने शनिवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। इसके चलते छिंदवाड़ा, बैतूल, नर्मदापुरम समेत 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।     मौसम विभाग ने बताया कि तीन वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और हवा का रुख बदला होने की वजह से ऐसा मौसम बन रहा है। जिसके चलते प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश का दौर चल रहा है। 14 मई तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने का भी अनुमान है, इसलिए बादलों की गरज-चमक के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि आज यानि 11 मई पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। यलो और ऑरेंज अलर्ट है। जबकि 12 मई को राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बारिश की संभावना है। 13 मई को प्रदेश के सभी जिलों में मौसम बदला रहेगा। कहीं बादल रहेंगे तो कहीं आंधी भी चल सकती है। वहीं, 14 मई को प्रदेश के कुछ जिलों में ही मौसम बदला रहेगा।     बारिश के साथ तेज गर्मी का असर भी इसे पहले शुक्रवार को बारिश के साथ तेज गर्मी का असर भी रहा। गुना में दिन का तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे गुना में सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। शिवपुरी में पारा 43 डिग्री रहा। वहीं, रतलाम में 42 डिग्री, टीकमगढ़ में 42.5 डिग्री और सागर में 42.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.5 डिग्री, इंदौर में 40.6 डिग्री, ग्वालियर में 40.5 डिग्री, जबलपुर में 39.4 डिग्री और उज्जैन में तापमान 41.5 डिग्री दर्ज किया गया। रायसेन, सीधी, धार, खजुराहो, खंडवा, नौगांव, दमोह, खरगोन और शाजापुर में पारा 40 से 41.6 डिग्री के बीच रहा।

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सिवनी। पेंच टाइगर रिजर्व में एक बार फिर से सैलानियों को ब्लैक पैंथर का दीदार हुआ है। ब्लैक पैंथर को देखकर पर्यटक रोमांच से भर गए और उसकी तस्वीर कैमरे में कैद कर ली। जिसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।   दरअसल, मध्यप्रदेश के मोगली लैंड कहे जाने वाले पेंच टाइगर रिजर्व में पर्यटक उस समय रोमांचित हो गए, जब उन्हें काला पैंथर नजर आया। पर्यटकों को सफारी के दौरान 8 महीने का काला तेंदुआ यानी मोगली का दोस्त बघीरा देखने को मिला। सफारी के दौरान पेंच टाइगर रिजर्व के टुरिया गेट से सफारी के लिए प्रवेश करने वाले पर्यटकों को यह दुर्लभ काला तेंदुआ दिखाई दिया। लंबे समय के बाद अचानक नजर आये इस काले तेंदुए को देख कर पर्यटक काफी रोमांचित हो उठे । गौरतलब है कि पेंच नेशनल पार्क में सैलानी प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेने आते हैं। जहां उन्हें बाघ, तेंदुआ, हिरन, बारासिंघा सहित कई वन्य प्राणी देखने को मिल जाते हैं। जिन्हें देखकर लोग आनंदित होते और अपनी सुखद यादों के साथ वापिस लौटते हैं।

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिले इन दिनों तेज गर्मी का मार झेल रहे हैं। गर्मी के बीच कई जिलों में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश भी हो रही है। मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के एक्टिव होने से इस तरह का मौसम बना है। बीते गुरुवार को भी कई जिलों में बारिश हुई। सागर में ओले भी गिरे। वहीं, अगले चार दिन ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने 13 मई तक आंधी, बारिश और ओले गिरने का अलर्ट जारी किया है। इससे गर्मी से थोड़ी राहत भी मिल सकती है।   मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तीन वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हैं। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और हवा का रुख भी बदला हुआ है। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर है। कुछ जिलों में ओले भी गिर सकते हैं। 12 मई को प्रदेशभर में मौसम बदला रहेगा। अगले चार दिन तक आकाशीय बिजली गिरने का भी अनुमान है।   इससे पहले गुरुवार को बैतूल, दमोह, सागर, रीवा, सतना, सिवनी, उमरिया और सीहोर में बारिश हुई। सागर में तो ओले भी गिरे। बारिश के बीच ही कई जिलों में गर्मी का असर भी रहा। सबसे गर्म टीकमगढ़ और शिवपुरी रहे। यहां दिन का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खरगोन, खंडवा और गुना में पारा 42 डिग्री या इससे अधिक ही रहा। वहीं, भोपाल में तापमान 41.9 डिग्री रहा। राजधानी में शाम को मौसम में बदलाव हुआ। इंदौर में 40.6 डिग्री, ग्वालियर में 39.8 डिग्री, जबलपुर में 36.7 डिग्री और उज्जैन में पारा 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश और बादल छाने की वजह से सिवनी में सबसे कम 30.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा में 32.2 डिग्री, पचमढ़ी में 33.4 डिग्री और बालाघाट जिले के मलाजखंड में पारा 34 डिग्री दर्ज किया गया।   मौसम विभाग ने बताया कि 10 मई को नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 34 जिलों में भी मौसम बदला रहेगा। गरज-चमक, बूंदाबांदी और बादल की स्थिति रहेगी। वहीं, 11 मई को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर सहित 35 जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। 12 मई को नीमच, मंदसौर, रतलाम और झाबुआ ही ऐसे जिले हैं, जहां धूप खिली रहेगी। बाकी सभी जिलों में मौसम बदला रहेगा। यहां गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, आंधी चलने का अनुमान भी है। इसी तरह 13 मई को इंदौर, देवास, बड़वानी, खरगोन, खंडवा सहित 23 जिलों में भी मौसम बदला रहेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे बुधवार को 48वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 14 अधिकारियों की टीम 39 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। ज्ञानवापी की तर्ज पर भोजशाला में किए जा रहे सर्वे के दौरान 48वें दिन एएसआई के विशेषज्ञों द्वारा शिलालेख पढ़ने का काम शुरू किया गया। शिलालेखों का अनुवाद कराया जा रहा है। सर्वे टीम का फोकस भोजशाला के भीतरी व बाहरी परिसर पर रहा। यज्ञ कुंड के पास मिट्टी हटाने के काम में तेजी आई है। गत दिवस टीम ने केमिकल ट्रीटमेंट से स्तंभ और दीवार की क्लीनिंग की थी। बुधवार को लिपि विशेषज्ञों ने पूरे दिन दीवार की लिखावट का अध्ययन किया। इसके साथ ही दक्षिण, उत्तर व पश्चिम में पानी निकासी की बाधा को हटाया गया। टीम द्वारा खुदाई कार्य में तेजी लाई गई और अलग-अलग जगह से मिट्टी हटाने का कार्य हुआ। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि भोजशाला में दक्षिण, पश्चिम और उत्तर दिशा में मिट्टी हटाने का काम जारी है। यहां मिट्टी का भराव काफी है। इससे वर्षा के पानी की निकासी व्यवस्था नहीं होने से भोजशाला को नुकसान हो रहा है। यहां से मिट्टी के भराव को हटाया जा रहा है और पानी की निकासी के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। उत्तर पूर्व के कोने से भी मिट्टी हटाई गई है। वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी हुई है। भोजशाला के अंदर जो दीवार बनी है, उस पर लिखे गए लेखों का लिपि विशेषज्ञों द्वारा अध्ययन किया गया। इसका अर्थ समझने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही दीवार की ब्रशिंग व क्लीनिंग भी की गई है। आज भी दरगाह परिसर में काम बंद रहा।

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ग्वालियर। शहर के पड़ाव थाना क्षेत्र के एक स्कूल में गुरुवार सुबह 11 बजे समर कैंप के दौरान अचानक आग लग गई। समर कैंप की गतिविधियों में स्कूल के बच्चे भाग ले रहे थे, तभी अचानक आग लगने से अफरा तफरी मच गई। हालांकि, बच्चों को आग के बीच से बचा लिया गया, लेकिन छह बच्चे फंसकर रह गए। बाद में मौके पर पहुंची फायरब्रिगेड ने आग को बुझाया और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।     घटना पड़ाव थाना क्षेत्र के कांति नगर की है। यहां पर एक प्रायवेट स्कूल में एक मई से समर कैंप चल रहा है। बताया जा रहा है कि स्कूल के पोर्च में खड़े इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगी थी। गनीमत रही कि हादसे में किसी भी बच्चे को जान-माल का खतरा नहीं हुआ है। वहीं, मौके पर मौजूद लोगों और शिक्षकों ने मिलकर सुरक्षित वक्त रहते बच्चों को स्कूल परिसर से बाहर निकाल दिया, जिससे किसी भी बच्चे को किसी तरह की चोट नहीं आई है और एक बड़ा हादसा होने से टल गया।     बताया जा रहा है कि स्कूल परिसर में ही इलेक्ट्रिक स्कूटर चार्ज हो रही थी, जिसमें अचानक आग लग गई थी। आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते अन्य कमरों तक पहुंच गई। आग लगने के बाद लोगों ने फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पर पाया।

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भोपाल। प्रदेश में एक साथ दो तरह के मौसम देखने को मिल रहे हैं, कहीं लू चल रही है तो कहीं आंधी-बारिश का दौर है। बुधवार को भोपाल, इंदौर, मंदसौर, आगर-मालवा, विदिशा, खरगोन समेत कई जिलों में बारिश हुई। विदिशा में ओले भी गिरे। वहीं, उज्जैन समेत करीब 30 जिलों में मौसम बदला रहा। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। खासकर उत्तरी हिस्से के भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी सहित 12 जिलों में लू चलने का अलर्ट है। जबकि छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट समेत 12 जिलों में गरज-चमक, आकाशीय बिजली गिरने, बारिश और आंधी की संभावना है।     इन जिलों में कहीं बारिश तो कहीं तेज गर्मी का रहा असर बुधवार को विदिशा, सागर, दमोह, बैतूल, खरगोन, रतलाम के धोलावाड़, उज्जैन और पन्ना में अगले हल्की धूल भरी आंधी चलने के साथ आकाशीय बिजली चमकने, गरज-चमक, बारिश की स्थिति रही। भोपाल, इंदौर, आगर, मंदसौर में हल्की बारिश भी हुई। वहीं, राजगढ़, शाजापुर, देवास, रायसेन, बड़वानी, खरगोन, भोपाल, खंडवा, बुरहानपुर, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, छतरपुर, जबलपुर, सिवनी, मंडला, सतना, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, रीवा और मैहर जिलों में भी बादल रहे। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई। जबकि बुधवार को कई जिलों में बारिश के साथ तेज गर्मी का असर भी रहा। सबसे गर्म गुना रहा। यहां दिन का तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। रतलाम, नरसिंहपुर, नौगांव, शिवपुरी, खंडवा, खरगोन, शाजापुर में पारा 42 डिग्री से अधिक ही रहा।     वहीं, बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल-इंदौर में 40.8 डिग्री, ग्वालियर में 42.7 डिग्री, जबलपुर में 39.8 डिग्री और उज्जैन में तापमान 41.2 डिग्री दर्ज किया गया। उमरिया, मंडला, रायसेन, सतना, खजुराहो, धार, दमोह, सागर और सीधी में पारा 40 से 42 डिग्री के बीच रहा। मौसम विभाग ने बताया कि साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम, बंगाल की खाड़ी से नमी आने, हवा का रुख बदलने और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से ऐसा मौसम बना है। इस वजह से अगले 4 दिन तक कहीं लू चलेगी तो कहीं बारिश, बादल और आंधी वाली स्थिति बनी रहेगी।     प्रदेश में अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के अनुसार 9 मई को मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सागर और दमोह में हीट वेव रहेगी। छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, डिंडोरी, अनूपपुर, सीधी और सिंगरौली में बादल और हल्की बारिश हो सकती है। 10 मई को श्योपुरकलां, ग्वालियर, मुरैना, गुना, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, इंदौर, धार, देवास, हरदा, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बादल, आंधी और हल्की बारिश की संभावना है। वहीं, 11 मई को टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में बादल रहेंगे। इसी तरह 12 मई को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, नरसिंहपुर, कटनी, मैहर, उमरिया, सतना में बादल रह सकते हैं।  

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बैतूल/ अशोकनगर। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए मतदान जारी है। इस बीच प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों के मतदान केन्द्राें पर ड्यूटी पर तैनाती के दौरान मतदान दलों के कर्मचारियों के स्वास्थ्य बिगड़ने की खबरें सामने आ रही है। प्रदेश के बैतूल जिले में मतदान केंद्र पर तैनात कर्मचारी को अचानक मिर्गी का दौरा आ गया। वही अशोकनगर जिले में पोलिंग बूथ पर ड्यूटी कर रहे जवान की अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।   पहला मामला बैतूल जिले का है। दामजीपुरा स्कूल में चपरासी के पद पर पदस्थ जनक लाल यादव की ग्राम दातोरा के मतदान केंद्र क्रमांक 149 पर ड्यूटी लगी थी। ड्यूटी के दौरान अचानक जनक लाल को मिर्गी का दौरा पड़ गया। बताया जा रहा है कि वह दो घंटे तक जमीन पर बेहोश पड़ा रहा। दो घंटे के बाद एंबुलेंस पहुंची। जिसके बाद उसे इलाज के लिए मुलताई ले जाया गया।   वहीं दूसरा मामला अशोकनगर जिले का है। यहां मुंगावली विधानसभा के पोलिंग क्रमांक 267 टांडा गांव पर होमगार्ड का जवान तैनात था। इस दौरान अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। आनन फानन में लाेगों ने उसे सिविल अस्पताल मुंगावली में भर्ती कराया। अशोकनगर कलेक्टर सुभाष द्विवेदी ने बताया कि उनकी पल्स ज्यादा चल रही थी जिसकी वजह से उनकी तबीयत खराब हो गई। फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य है। वहीं मामले की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और जवान का हालचाल जाना।

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भोपाल। लोकसभा चुनाव 2024 के तहत मध्य प्रदेश की नौ लोकसभा सीटों पर आज मंगलवार सुबह से मतदान शुरू हो गया है। इन सीटों पर आज गर्मी का असर भी रहेगा। दिन का तापमान 40 से 43 डिग्री के बीच रहेगा। भोपाल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, राजगढ़, गुना, बैतूल, विदिशा और सागर में भी गर्मी के तेवर तीखे रहेंगे। जबकि छिंदवाड़ा, पांढुर्णा समेत कुछ शहरों में हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। राहत की बात यह है कि मंगलवार को लू, यानी गर्म हवाएं चलने का अलर्ट नहीं है।     मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण हिस्से में मौसम साफ रहेगा। इस कारण गर्मी का असर बढ़ा हुआ रहेगा। 8 और 9 मई को लू चलने का अलर्ट भी है। इससे पहले सोमवार को प्रदेश में पहली बार 5 शहर- दमोह, टीकमगढ़, खजुराहो, सतना और नौगांव में पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया। सबसे ज्यादा गर्म नौगांव में 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दमोह, टीकमगढ़-खजुराहो में 43 डिग्री और सतना में पारा 43.2 डिग्री दर्ज किया गया। इस कारण यहां पर गर्म हवाएं भी चली। इससे पहले कई शहरों में रातें भी गर्म रही थी। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी तेज गर्मी का अलर्ट जारी किया है।     मौसम विभाग का कहना है कि अभी ईरान के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन और ट्रफ लाइन भी है। इन सबके चलते बादल भी छा रहे हैं। 7 मई को पश्चिमी मध्यप्रदेश में तेज गर्मी रहेगी। पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और तेज हवा भी चल सकती है। 8-9 मई को भी गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। हीट वेव भी चलेगी।     प्रदेश का ऐसा रहा तापमान सोमवार को शिवपुरी में 42 डिग्री, मंडला में 42.2 डिग्री, सीधी में 42.4 डिग्री, मलाजखंड में 42.4 डिग्री, खंडवा में 42.5 डिग्री और रीवा में पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नरसिंहपुर, शाजापुर, रायसेन और धार में 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, रतलाम, सिवनी, उमरिया, सागर, गुना और खरगोन में तापमान 41 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 40.7 डिग्री, इंदौर में 39.3 डिग्री, ग्वालियर में 42 डिग्री, जबलपुर में 40.9 डिग्री और उज्जैन में तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

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भोपाल। राजधानी भोपाल में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मंगलवार 7 मई को मतदान होगा। जिसके लिए आज सोमवार को लाल परेड मैदान पर मतदान दलों को सामग्री वितरित की जाएगी। इस दौरान लाल परेड मैदान के आसपास मतदान दलों के प्रस्थान तक यातायात परिवर्तित रहेगा। इस दौरान डीबी माल रोड, पुलिस मुख्यालय तिराहे, रोशनपुरा चौराहे और मछली घर से गांधी पार्क तिराहे से लाल परेड मैदान की तरफ सामान्य यातायात प्रतिबंधित रहेगा। इसे लेकर ने एडवाइजरी जारी की है।     ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार रोशनपुरा चौराहे से भारत टाकीज की तरफ जाने वाले दोपहिया एवं चार पहिया वाहन बाणगंगा, मछली घर, खटलापुरा, पीएचक्यू तिराहा, लिली टाकीज से भारत टाकीज की तरफ आवागमन कर सकेंगे। इसी प्रकार टीटी नगर से रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की तरफ जाने वाली मिनी बसें और बड़ी बसें, अपेक्स बैंक तिराहा, लिंक रोड नंबर एक, बोर्ड आफिस चौराहा, मैदा मिल, जिंसी धर्मकांटा, ऐशबाग फाटक होकर आवागमन करेंगी। अनुमति प्राप्त सभी प्रकार के माल वाहन और भारी वाहनों का प्रवेश भी लाल परेड की तरफ पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।  

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भोपाल। प्रदेश में अगले चार दिन यानी नौ मई तक बारिश, बादल और लू की चेतावनी है। मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में लू चलेगी, जबकि पूर्वी हिस्से में बूंदाबांदी और बादल की संभावना है। आज सोमवार को जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 20 शहरों में बूंदाबांदी हो सकती है। इससे पहले प्रदेश के सात शहरों में दिन का तामान 42 डिग्री के पार पहुंच गया। सतना में पारा 43.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, कुल 27 शहर ऐसे रहे, जहां तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। सीजन में पहली बार प्रदेश में इतनी गर्मी पड़ी है।   मौसम विभाग ने बताया कि अभी ईरान के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन भी है। इन सबके चलते बादल भी छा रहे हैं। छह मई को कुछ जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, 7 मई को पश्चिमी मध्यप्रदेश में हीट वेव का अलर्ट है। पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और तेज हवा भी चल सकती है। जबकि 8-9 मई को भी गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।   इन शहरों में इतना रहा पारा बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में पारा 41.8 डिग्री दर्ज किया गया। जबलपुर में 40.9 डिग्री, भोपाल में 40.3 डिग्री, इंदौर में 38.4 डिग्री और उज्जैन में पारा 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने सोमवार को भी भीष्ण गर्मी का असर रहने का अनुमान जताया है। टीकमगढ़ में टेम्प्रेचर 42 डिग्री, खंडवा में 42.1 डिग्री, रीवा में 42.2 डिग्री, सीधी में 42.4 डिग्री, खजुराहो में 42.6 डिग्री, मलाजखंड में 42.8 डिग्री रहा। सिवनी, खरगोन, मंडला, दमोह, नौगांव और उमरिया में 41 डिग्री या इससे अधिक तापमान दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, गुना, रायसेन और सागर भी खूब तपे।   अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग ने बताया कि छह मई को खरगोन, खंडवा, देवास, हरदा, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, जबलपुर, कटनी, उमरिया, मंडला, उमरिया, डिंडोरी और अनूपपुर में बादल रहेंगे। 7 मई को उज्जैन, रतलाम, नीमच, मंदसौर, झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन और खंडवा में हीट वेव चलेगी। छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, अनूपपुर, रीवा में तेज हवा, हल्की बारिश और बादल वाला मौसम रहेगा। आठ मई को मंदसौर, नीमच, रतलाम, उज्जैन, झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा में हीट वेव का असर रहेगा। वहीं, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया में बादल रहेंगे। जबकि 9 मई को इंदौर, रतलाम, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, बैतूल, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर जिलों में गरज-चमक की स्थिति रहेगी।

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उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैयनी में पांच दिवसीय पंचक्रोशी यात्रा के चार दिन समाप्त हो चुके हैं। आस्था और श्रद्धा की यह यात्रा सात मई को समाप्त होगी। मासों में वैशाख मास का कुछ अलग ही महत्व है। पंचक्रोशी यात्रा में श्रद्धालु हजारों की संख्या में सिर पर गठरी रखें ओम् नम: शिवाय और ओम् नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते हुए अपनी यात्रा की पूर्णता देने के लिए लगातार चल रहे हैं। दरअसल, कहा भी गया है 'न माधवसमोमासोन कृतेनयुगंसम्। न चवेद समंशास्त्रन तीर्थम्गंगयासमम्।।' स्कंदपुराण में आए इस कथन का तात्पर्य है; वैशाख के समान कोई मास नहीं, सतयुग के समान कोई युग नहीं, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं, गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं। भगवान विष्णु को अत्याधिक प्रिय होने के कारण ही वैशाख उनके नाम माधव से जाना जाता है। जिस प्रकार सूर्य के उदित होने पर अंधकार नष्ट हो जाता है, उसी प्रकार वैशाख में श्रीहरि की उपासना से ज्ञानोदय होने पर पर अज्ञान का नाश होता है और इसी अज्ञानता के नाश के लिए भक्त हर वर्ष वैशाख मास में बड़ी संख्या में पंचक्रोशी यात्रा पर निकल पड़ते हैं । इस संबंध में आचार्य भरत दुबे ने बताया कि सनातन हिन्दू धर्म की परंपरा में वैशाख मास का महत्व कार्तिक और माघ माह के समान ही बतलाया गया है। 12 मासों की वर्ष भर की श्रंखला में यह तीन महिने दान, पुण्य, देव स्थान, धार्मिक यात्रा के लिए अत्यधिक शुभ बताए गए हैं। जिसमें कि वैशाख मास में जल दान, कुंभ दान का विशेष महत्व है। वैशाख मास स्नान का महत्व स्कंदपुराण के अवंती खंड में मिलता है, जो लोग पूरे वैशाख स्नान का लाभ नहीं ले पाते हैं, वे अंतिम पांच दिन में पूरे मास का पुण्य अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वैशाख मास एक पर्व के समान है, इसके महत्व के चलते कुंभ भी इसी मास से आरंभ होता है। इसलिए वैशाख मास और इसमें होनेवाली पंचक्रोशी यात्रा का महत्व विशेष है। भारत में दो स्थान हैं जहां यह पंचक्रोशी यात्रा सम्पन्न होती है, दोनों की अपनी कथाएं एवं उसका महत्व है। उज्जैन के अलावा काशी में भी पंचक्रोशी यात्रा की परंपरा है। सभी ज्ञात-अज्ञात देवताओं की प्रदक्षिणा का पुण्य इस पवित्र मास में मिलता है। काशी में महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भगवान शिवजी के भक्त पंचक्रोशी यात्रा करते हैं। पंचक्रोशी यात्रा 76 किलोमीटर में फैली है। यहां श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ज्ञानवापी कूप से श्रद्धालु जल अपनी संजोली में लेकर इस यात्रा को शुरू करने का संकल्प लेते हैं। यह यात्रा मणिकर्णिका घाट से शुरू होती है और इसका समापन भी यहीं होता है। आचार्य भरत चंद दुबे ने बताया कि इसी तरह से स्कंदपुराण के अनुसार अनन्तकाल तक काशीवास की अपेक्षा वैशाख मास में मात्र पांच दिवस अवन्तिवास का पुण्यफल अधिक है। वैशाख कृष्ण दशमी पर उज्जैन में शिप्रा स्नान कर पटनी बाजार स्थित नागचंद्रेश्वर मन्दिर में पूजन के पश्चात पंचक्रोशी यात्रा आरम्भ होती है। यात्री 118 किलोमीटर की पंचक्रोशी यात्रा करते हैं। यह उज्जैन की प्रसिद्ध यात्रा है। इस यात्रा में आने वाले देव- 1. पिंगलेश्वर, 2 कायावरोहणेश्वर, 3. विल्वेश्वर, 4. दुर्धरेश्वर, 5. नीलकंठेश्वर हैं। इन दिनों लोग जगह-जगह प्याऊ लगाकर पुण्य अर्जित करते हैं। वैशाख मास तथा ग्रीष्म ऋतु के आरंभ होते ही शिवालयों में गलंतिका बंधन होता है। इस समय पंचेशानी यात्रा (पंचक्रोशी यात्रा) शुरू होती है। इस बारे में उज्जैन निवासी ललित ज्वैल बताते हैं कि इस यात्रा की विशेष बात यह है कि यात्रा में पांच वर्ष आयु के बच्चों से लेकर 70 साल तक के बुजुर्ग तक श्रद्धा के साथ शामिल होते हैं और खुशी-खुशी अत्यधिक उत्साह के साथ कई किलोमीटर तक की यात्रा सम्पन्न करते हैं। उन्होंने बताया कि उज्जैन चौकोर आकार में बसा है। सनातन धर्म में परंपरागत मान्यता है कि महाकाल वन के मध्य में महाकालेश्वर मन्दिर स्थित है। तीर्थ के चारों दिशाओं में क्षेत्र की रक्षा के लिये महादेव ने चार द्वारपाल शिवरूप में विराजमान हैं, जो धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्रदाता हैं। जिनका उल्लेख स्कंदपुराण अन्तर्गत अवन्तिखण्ड में प्रमुखता से आया है। उज्जैन और वाराणसी इन दो स्थानों पर होने वाली पंचक्रोशी यात्रा में सबसे अधिक लम्बी यात्रा उज्जैयनी की है। इस यात्रा को लेकर मान्यता है कि इसका पुण्य फल काशी पंचक्रोशी यात्रा से भी अधिक है, इसलिए तपती दोपहरी में 118 किलोमीटर की पंचक्रोशी यात्रा करने और 33 कोटि देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालु देशभर से यहां आते हैं। इस बार भी 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के इसमे शामिल होने की जानकारी सामने आई है।

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भोपाल। प्रदेश में तेज गर्मी का दौर जारी है। कई जिलों में शनिवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा। शाजापुर, नौगांव और खजुराहो में पारा 42 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन सीजन के सबसे गर्म रहे। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 4 दिन तक प्रदेश में आंधी, बादल और लू का अलर्ट जारी किया है। मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में तेज गर्मी पड़ेगी और पूर्वी-दक्षिण हिस्से यानी नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, बैतूल समेत 13 जिलों में बादल-आंधी वाला मौसम रहेगा। हालांकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होने से कुछ जिलों में बूंदाबांदी की संभावना है।     मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पचमढ़ी को छोड़ दें तो प्रदेश के बाकी जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ही रहा। खजुराहो, शाजापुर और नौगांव सबसे ज्यादा तपे जबकि भोपाल सीजन का सबसे गर्म रहा। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर भी सीजन के सबसे गर्म रहे। खजुराहो में तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस, शाजापुर और नौगांव में 42.1 डिग्री दर्ज किया गया। खरगोन, टीकमगढ़, रतलाम, रायसेन, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, मलाजखंड, दमोह, खंडवा, सागर और सतना में टेम्प्रेचर 41 डिग्री या इससे अधिक रहा। पचमढ़ी में पारा सबसे कम 35.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शिवपुरी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, सिवनी, सीधी, बैतूल, उमरिया और धार में टेम्प्रेचर 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया।       बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर अब तक के सबसे गर्म रहे। भोपाल में पहली बार तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इंदौर में 40.5 डिग्री, ग्वालियर में 41.1 डिग्री, जबलपुर में 40.4 डिग्री और उज्जैन में यह 42 डिग्री रहा। वहीं, मौसम विभाग, भोपाल के वैज्ञानिक प्रकाश धावले ने बताया कि ईरान की ओर से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से 6 और 7 मई को पूर्वी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।     अगले 4 दिन ऐसा रहेगा प्रदेश का मौसम मौसम विभाग ने बताया कि आज यानि 5 मई को देवास, डिंडोरी में बादल छा सकते हैं। 6 मई को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर जिलों में बादल रहने का अनुमान है। 7 मई को नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, झाबुआ, बड़वानी, खरगोन और खंडवा में हीट वेव चलने का अनुमान है। वहीं, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी और अनूपपुर में बादल रह सकते हैं। जबकि 8 मई को नीमच, मंदसौर, रतलाम और खरगोन में हीट वेव चलने का अलर्ट है। नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में बादल और आंधी की संभावना है।  

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उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन अंतर्गत मगधी रेंज में बाघिन का रेस्क्यू किया गया है। बाघिन को इलाज और प्रशिक्षण के लिए वन विहार भोपाल भेजा गया है। बाघिन की उम्र लगभग 3 वर्ष बताई जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन अंतर्गत मगधी रेंज के मगधी बीट के बहेरहा इनक्लोजर नम्बर 3 में पनपथा बफर जोन के करौंदिया बीट से 3 माह पूर्व रेस्क्यू कर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बहेरहा इनक्लोजर में लाई गई थी। पूर्व में रेस्क्यू करके लाने का कारण रहा कि यह बाघिन गांव में घरों के पास घुस कर बैठ जाती थी, हालांकि बाद में यह ग्राम बमेरा में एक बुजुर्ग को घर में घुस कर मार दिया था, इसी के चक्कर में इसका रेस्क्यू किया गया था और 3 माह से लगातार इनक्लोजर में रहने के बाद भी इसमें वाइल्ड नेचर नहीं उत्पन्न हो सका जिसके कारण इसको रेस्क्यू कर डॉक्टरों की निगरानी में वन विहार भोपाल भेज दिया गया।   अच्छे देख रेख के लिए वन विहार भोपाल भेजा गया बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी परिक्षेत्र से शुक्रवार की रात को मादा बाघ का रेस्क्यू किया गया। मादा बाघ की उम्र 3 वर्ष होने के बाद भी जंगल में शिकार करने में भी असमर्थ रही। बाघिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आइडेंटिफाई नहीं रही है। बाघिन का रेस्क्यू करने के बाद डाक्टरों की टीम ने जांच किया और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम ने बाघिन को वन विहार भोपाल भेज दिया। जहां पर बाघिन का इलाज और शिकार सिखाया जाएगा। इस संबंध में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि बाघिन का व्यवहार जंगली नही है और वो शिकार करने में भी असमर्थ है, उसमें वाइल्ड नेचर नही है, इसलिए उच्च अधिकारियों से अनुमति लेकर उसका रेस्क्यू किया गया है। बाघिन की उम्र लगभग 3 वर्ष होगी। बाघिन को इलाज और ट्रेनिंग के लिए भोपाल वन विहार भेजा गया है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में तेज गर्मी का सितम जारी है। शुक्रवार को नरसिंहपुर, उज्जैन समेत 12 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। सबसे गर्म नरसिंहपुर रहा। यहां पारा 42 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने शनिवार को भी तेज गर्मी पड़ने की संभावना जताई है। ग्वालियर, खरगोन और खंडवा में लू, यानी गर्म हवा भी चल सकती है। हालांकि, 6 मई से मौसम फिर बदल जाएगा और पूर्वी हिस्से में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।     इससे पहले शुक्रवार को अधिकांश शहरों में दिन के तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई। टीकमगढ़, उज्जैन-मलाजखंड में 40 डिग्री, शाजापुर में 40.1 डिग्री, गुना, शिवपुरी-खजुराहो में 40.2 डिग्री, सागर में 40.4 डिग्री, दमोह में 40.5 डिग्री, धार में 41 डिग्री, खंडवा में 41.1 डिग्री, खरगोन-रतलाम में 41.2 डिग्री और नरसिंहपुर में पारा 42 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 39.1 डिग्री, इंदौर में 39.7 डिग्री, ग्वालियर में 39.3 डिग्री, जबलपुर में 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 35 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, मौसम विभाग ने 4 और 5 मई को ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, खरगोन और खंडवा में लू चलने का अलर्ट जारी किया है।     6-7 मई को बारिश की संभावना मौसम विभाग ने बताया कि ईरान की ओर से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। इस वजह से 6 और 7 मई को पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। अगले दिनों में हीट वेव का असर भी रहेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शुक्रवार को 43वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 19 अधिकारियों की टीम 24 श्रमिकों के साथ सुबह छह बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और दोपहर 12 बजे बाहर आ गई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब छह घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। एएसआई की टीम ने 43वें दिन भोजशाला में गर्भगृह और पश्चिम दीवार के पास से मिट्टी हटाने का काम किया। इसी के साथ भोजशाला के पीछे खेत में भी चयनित स्थान पर खुदाई शुरू की गई। बता दें कि भोजशाला में प्रति शुक्रवार को दोपहर एक से तीन बजे तक मुस्लिम समाज की नमाज होती है और प्रति मंगलवार को सूर्योदय से सूर्यास्त तक हिन्दू समुदाय पूजा पाठ करता है। इसी कड़ी में आज शुक्रवार होने के कारण दोपहर एक से तीन बजे तक मुस्लिम समाज के लोगों ने जुमे की नमाज अदा की। इस कारण टीम ने सुबह छह से दोपहर 12 बजे तक ही सर्वे किया। शुक्रवार को टीम में अरबी भाषा के जानकार शामिल हुए। दो सप्ताह पूर्व संस्कृत व प्राकृत भाषा के विशेषज्ञ भोजशाला पहुंचे थे। उन्होंने स्तंभों पर की गई लिखावट को पेपर रोल पर उकेरने का कार्य किया था। अब अरबी भाषा के विशेषज्ञ भी सर्वे में जुड़ चुके हैं। भाषा विशेषज्ञ शनिवार को कमाल मौलाना की दरगाह व अन्य स्थान पर अरबी के शिलालेखों का विवरण तैयार करेंगे। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि सर्वे के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण इकाई) की टीम भी निरीक्षण के लिए पहुंची। यहां उन्होंने वर्षा के पानी के रिसाव व पानी ठहरने को लेकर निरीक्षण किया है। माना जा रहा है कि पानी रिसाव आदि रोकने के लिए प्लान बनाया जा सकता है और इसके विवरण को भी रिपोर्ट में शामिल किया जा सकता है।   उन्होंने बताया कि आज गर्भ गृह से मिट्टी हटाने का काम हुआ। दक्षिण दिशा में पत्थरों की दीवार बनाने का काम चल रहा है। साथ में पश्चिम की ओर मिट्टी हटाने का काम तेजी से जारी है। साथ ही भोजशाला के पीछे खेत में जो पाइंट बनाया था, वहां पर भी खुदाई शुरू कर दी गई है। वहीं, भोजशाला में गुरुवार को मिले सिक्कों को लेकर उन्होंने कहा है कि उनकी ब्रशिंग वगैरह कर उनके काल के बारे में जानने का काम सर्वे टीम कर रही है।   वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने कहा कि भोजशाला में मिले सिक्कों को लेकर मिस गाइड किया गया है कि परमार वंश के सिक्के हैं। उन्होंने कहा कि जो सिक्के मिले हैं, वह मुगलिया सल्तनत के हैं। उनमें उर्दू में कुछ लिखा है आज टीम आई है, उसकी जांच-पड़ताल करेगी और जो भी उनमें लिखा है जांच में सबमिट करेगी।   भोजशाला में नमाज के बाद कमाल मौला मस्जिद नमाज इंतजामियां कमेटी एवं धार के मुस्लिम समाज के कार्यवाहक सदर जुल्फिकार पठान सहित समाज जनों ने तहसीलदार दिनेश उइके को एक ज्ञापन सौंपा और एएसआई पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि आदेश में कहा गया है कि मस्जिद का मूल स्वरूप परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन मस्जिद के अंदर गहरे गड्ढे किए जा रहे हैं, जिसका मुस्लिम समाज विरोध करता है और इससे मस्जिद की दीवारों को खतरा है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार फिजिकल एग्जीबिशन के लिए मना किया गया था। उसका पालन करवाया जाए, नहीं तो मुस्लिम समाज ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में 10 नए जानवरों की लाने की तैयारी की जा रही है। जिनमें भेड़िये, जंगली बिल्ली और डॉग शामिल है। इनके लिए बाड़े तैयार किए गए हैं। ये नए मेहमान जून के आखिरी में या जुलाई में विशाखापट्टनम के वाइजेग जू से वन विहार लाए जाएंगे। इसके बाद पर्यटक इन नए मेहमानों के दीदार कर सकेंगे। एनिमल एक्सचेंज के तहत जंगली जानवरों की अदला-बदली होगी।     वन विहार के असिस्टेंट डायरेक्टर एसके सिन्हा ने बताया कि उनकी टीम पहले ही वाइजेग जू होकर आ चुकी है। उन्होंने बताया कि 10 जानवरों के बदले वाइजेग जू को दो टाइगर और दो लेपर्ड दिए जाएंगे। एनिमल एक्सचेंज के लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी (सीजेएडए) से अप्रूवल मिल चुका है। हालांकि, आंध्रप्रदेश सरकार की कुछ परमिशन बाकी है, इसलिए विशाखापट्टनम की ओर से 'ओके' नहीं हुआ है। जैसे ही, सरकार परमिशन देगी, एनिमल एक्सचेंज करेंगे। यदि अप्रूवल जल्दी मिल जाता, तो मार्च-अप्रैल में ही नए मेहमान आ जाते।     तीन महीने से चल रही तैयारी, जोड़े में आएंगे वन्य प्राणी नए मेहमानों के लिए तीन महीने से तैयारियां चल रही हैं। इनके लिए बाड़े भी बनाए गए हैं, क्योंकि इन जानवरों को बाड़े में ही रखा जाएगा। वाइजेग जू से 2-2 की संख्या में 5 एनिमल लाए जाएंगे। असिस्टेंट डायरेक्टर और डॉक्टरों की टीम दो टाइगर और दो लेपर्ड लेकर जाएंगे। वहां से 10 नए मेहमान लेकर आएंगे। बताया गया कि गौर, हायना, इंडियन वुल्फ, जंगली कैट, वाइल्ड डॉग के जोड़े वन विहार लाए जाएंगे। जोड़े में आने से भविष्य में उनकी संख्या भी बढ़ेगी। गौर और हायना वन विहार में है, लेकिन इंडियन वुल्फ, जंगली कैट और वाइल्ड डॉग नहीं है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे गुरुवार को 42वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 17 अधिकारियों की टीम 20 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। एएसआई सर्वे के 42वें दिन भोजशाला में गर्भगृह के साथ ही बाहरी परिसर में काम हुआ। गर्भगृह की पश्चिम दिशा में मिट्टी हटाने का काम तेजी से किया गया। टीम ने उन स्थानों पर विशेष रूप से फोकस किया, जहां जीपीआर मशीनों से सर्वे किया जाना है। वहां मिट्टी हटाई गई। वहीं, भोजशाला परिसर में गर्भगृह के सामने खुदाई के दौरान चार सिक्के भी मिले हैं, जिनकी क्लीनिंग की गई है। हिंदू पक्ष का दावा है कि यह सिक्के परमार काल के हैं। गुरुवार को राजस्व विभाग की टीम भी भोजशाला पहुंची। इसमें तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा परिसर की नपती की गई। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज भोजशाला परिसर के गर्भगृह के सामने आठ पॉइंट चिन्हित किए गए थे, उसमें सात पॉइंट से मिट्टी हटाने का काम किया गया। जीपीआरएस की सर्वे टीम ने एक पॉइंट खेत में चिन्हित की गई थी, वहां टेंट लगाकर मिट्टी हटाने का काम जारी रहा। खुदाई में मिले पाषाण पर उभरे शिलालेख के पढ़ने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका। टीम के कुछ सदस्यों को धार पहुंचना था, लेकिन वे किसी कारण पहुंच नहीं पाए। अब वे सोमवार के बाद ही पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर यह सर्वे हो रहा है, उस उद्देश्य की पूर्ति होती दिखाई दे रही है। आज राजस्व विभाग की टीम भी पहुंची थी। उन्होंने 405-406 खसरे की नपति की है। जहां-जहां खुदाई हुई है, उनकी भी नपती की गई है। वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि मॉन्यूमेंट्स में पीछे की ओर पश्चिम की ओर खुदाई जारी रही। नए साइड पर काम चालू किया गया है, जो कि स्मारक से 19 मीटर की दूरी पर है। उत्तर-दक्षिण में क्लीनिंग का काम जारी रहा। राजस्व की टीम ने आज सीमांकन का कार्य किया है। आज भी दरगाह परिसर में काम बंद रहा। आज भोजशाला के अंदर की तरफ और पीछे की तरफ ही काम किया गया। पश्चिम क्षेत्र में एक नया ट्रेंच खुला है, उसमें आठ इंच खुदाई की गई है। 22 मार्च से शुरू हुआ था भोजशाला में सर्वे गौरतलब है कि एएसआई की टीम ने ज्ञानव्यापी की तर्ज पर भोजशाला में 22 मार्च को सर्वे का काम शुरू किया था। इसके लिए कोर्ट ने छह सप्ताह यानी 42 दिन का समय दिया था। यह समय गुरुवार को पूरा हो चुका है। अब शुक्रवार, 3 मई से जो सर्वे शुरू होगा, वह अतिरिक्त समय वाला सर्वे होगा। दरअसल, 29 अप्रैल को कोर्ट ने एएसआई को सर्वे के लिए आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय प्रदान किया है। इसकी समय सीमा तीन मई से 27 जून रहेगी।

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ग्वालियर। अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 मई दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। अक्षय तृतीया एक ऐसा अबूझ मुहूर्त है जिसमें बिना कोई मुहूर्त देखे विवाह कार्य संपन्न कराया जा सकता है, लेकिन इस बार 23 वर्षों के बाद ऐसा संयोग बन रहा है जिसमें अक्षय तृतीया के दिन कोई विवाह मुहूर्त नहीं है। इससे पहले वर्ष 2000 में भी ऐसा ही संयोग बना था।   ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार विवाह के लिए कुंडली मिलान और गुण दोष का मिलान किया जाता है। इसके अलावा गुरु और शुक्र ग्रह को विवाह का कारक ग्रह माना गया है। अगर आकाश मंडल में गुरु और शुक्र ग्रह उदय हों तो ही विवाह के शुभ मुहूर्त होते हैं। अगर ये दोनों ग्रह अस्त हों तो विवाह के लिए मुहूर्त नहीं होता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन गुरु और शुक्र तारा अस्त होने के कारण विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकेंगे, जिसके बाद विवाह के लिए 5 जुलाई को शुक्र ग्रह उदय होगा और शुक्र ग्रह के उदय होने के बाद ही शादी और मांगलिक कार्यों के लिए मुहूर्त निकलेगा। हालांकि, अक्षय तृतीया को महामुहूर्त माने जाने के कारण इस दिन शुभ संस्कार संपन्न हो सकते हैं।   इस दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ होता है: ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर कार्य के लिए बहुत शुभ मुहूर्त माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन कई पौराणिक घटनाएं हुई थीं, इसलिए इसे एक अबूझ मुहूर्त के तौर पर माना जाता है। इस दिन सोने चांदी की खरीद करना बहुत ही शुभ होता है। इस दिन खरीदी गई किसी भी वस्तु में अनंत वृद्धि होती है।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के मुख्य रेलवे स्टेशन पर गुरुवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। यहां प्लेटफॉर्म पर खड़ी एक मालगाड़ी के ऊपर अचानक एक युवक चढ़ गया। ट्रेन की छत पर चढ़कर उसने हाईटेंशन लाइन को पकड़ लिया। जिसकी वजह से वह बुरी तरह से झुलस गया। फिलहाल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत बेहद ही गंभीर बताई जा रही है।   जानकारी अनुसार घटना गुरुवार दोपहर 12 बजे की है। युवक उत्तर प्रदेश के बांदा जिले का है। उसका नाम सोनू यादव है। युवक मानसिक रूप से विक्षप्त है। बताया जा रहा है कि प्लेटफॉर्म पर खड़ी मालगाड़ी पर चढ़े युवक ने जैसे ही हाईटेंशन लाइन के तार पकड़े, जोरदार धमाके के साथ युवक के शरीर में आग लग गई। हालांकि, झटका लगते ही उसका हाथ तार से छूट गया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हुआ है। हालांकि, हादसे के बाद उसके शरीर से धुआं निकल रहा था। घटना के बाद स्टेशन प्रबंधन द्वारा तत्काल तारों में करंट बंद किया गया। इसके बाद जीआरपी टीम ने शख्स को ट्रेन से नीचे उतारा। इस पूरी घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं, जीआरपी पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

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भोपाल। प्रदेश के कई जिले इन दिनों तेज गर्मी की मार झेल रहे हैं। मई का पहला दिन बुधवार भी गर्म रहा। फिलहाल, गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने मई के महीने में 5 से 8 दिन लू, यानी गर्म हवाएं चलने का अनुमान जताया है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से के अलावा ग्वालियर-चंबल में असर ज्यादा रहेगा। वहीं, 10 से 17 मई के बीच और महीने के आखिरी दिनों में भीषण गर्मी पड़ सकती है। वहीं, मई में प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश भी हो सकती है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने से ऐसा होगा।     मौसम विभाग के अनुसार 1 से 4 मई तक तेज गर्मी पड़ेगी। फिर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। इसका असर एक-दो दिन बाद देखने को मिल सकता है। 10 मई तक टेंप्रेचर में उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन इसके बाद भीषण गर्मी पड़ेगी। इससे पहले मई के पहले ही दिन प्रदेश के 9 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार रहा। सबसे गर्म खरगोन रहा। यहां पारा 42.4 डिग्री तक पहुंच गया। खंडवा में भी पारा 42.1 डिग्री रहा। मौसम विभाग ने 4 और 5 मई को ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, खरगोन और खंडवा में लू चलने की संभावना जताई है। वहीं, बुधवार को मलाजखंड में 40.2 डिग्री, सतना में 40.5 डिग्री, रीवा में 40.6 डिग्री, खजुराहो में 40.8 डिग्री, मंडला में 40.8 डिग्री, सीधी-दमोह में 41 डिग्री, खंडवा में 42.1 डिग्री, खरगोन में 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     इन जिलों में बढ़ेगा पारा मौसम विभाग की मानें तो ग्वालियर, छतरपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, मैहर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, मुरैना, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी और विदिशा जिलों में पारा 45 डिग्री या इससे ज्यादा रहने का अनुमान है। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ मालवा-निमाड़ के कुछ शहरों में भी तेज गर्मी रहेगी। छतरपुर के खजुराहो और नौगांव में पारा 48 डिग्री तक पहुंच सकता है। भोपाल में पारा 44 से 45 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है, जबकि इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारा इतना रह सकता है। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। यहां पारा 47 डिग्री के बीच पहुंचने की संभावना है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे बुधवार को 41वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 12 अधिकारियों की टीम 31 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। इस दौरान टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। एएसआई की टीम ने 41वें दिन दोपहर तक भोजशाला के गर्भगृह में सर्वे किया। पश्चिम दिशा में खुदाई के दौरान खंभे के अवशेष मिले हैं, जिसे सरक्षित किया गया है। इसमें हिंदू पक्ष द्वारा यह दावा किया गया है कि यह स्तंभ भोजशाला के भीतरी परिसर के स्तंभ का टूटा हुआ भाग है, क्योंकि यह उसी के समान दिख रहा है। इसकी एएसआई द्वारा जांच की जाएगी। वहीं भोजशाला के बाहरी परिसर में भी सर्वे हुआ। गर्भगृह के पीछे पश्चिम दिशा मिट्टी हटाने का काम हुआ है। वहीं दक्षिण दिशा में दीवार के यहां पर जो मिट्टी हटाई गई थी, वहां पत्थरों की पाल बनाई गई। चुनाव में ड्यूटी होने के कारण टीम में अधिकारियों की संख्या कम रही। कमाल मौलाना दरगाह परिसर में बुधवार को सर्वे नहीं हुआ। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि बुधवार को भोजशाला में क्लीनिंग, ब्रशिंग के साथ मिट्टी हटाने का काम हुआ है। गर्भगृह के पीछे दक्षिण-पश्चिम के कोने से खोदाई के दौरान एक स्तंभ का टुकड़ा मिला है। इसमें जो आकृति बनी है, वह भीतरी परिसर के स्तंभ के जैसी है। उन्होंने बताया कि भोजशाला में गर्भगृह में आठ पॉइंट बनाए गए थे, उसमें से जो दीवार निकली थी, उसकी लंबाई को बढ़ाया गया है। लगातार वहां से मिट्टी हटाया जा रहा है। गर्भगृह के सामने की ओर सात सेक्टर में काम जारी है। पहले हफ्ते में जीआरएस मशीन के आने की संभावना है। वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने कहा कि पीछे पश्चिम की तरफ खुदाई चालू की गई है, जहां पर दीवार की तीन लेयर निकली थी, वहां भी आज खुदाई की गई। दरगाह परिसर में आज भी सर्वे का काम बंद रहा। शिलालेखों को पढ़ने के लिए, समझने के लिए जो टीम आने वाली थी, वह नहीं आई। उन्होंने बताया कि कल जो साध्वी आई थी और अपने साथ मूर्ति लेकर पहुंची थी, उसको लेकर एएसआई को अपनी आपत्ति दर्ज करा दी है। एएसआई के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने उनको अंदर जाने से रोका, लेकिन जब वह गेट से वहां तक चली गई तो उन्हें बाहर ही क्यों नहीं रोका गया। हमें एक डायरी पेन ले जाने से भी रोका जाता है। हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा मुस्लिम पक्षकार की आपत्ति पर कहा कि सनातन धर्म का मंदिर है। अपने ही मंदिर में शर्तों पर आए तो यह ठीक नहीं है। ऐसे संतों की न तो जांच होना चाहिए, न उन्हें रोकना चाहिए। उन्होंने भी अपनी मर्यादा का पालन करते हुए संत ने भोजशाला में प्रवेश किया। ऐसी कोई नियम का उल्लंघन नहीं किया। वह भोजशाला के सत्याग्रह में सम्मिलित हुई है।

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खंडवा। खंडवा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह मालगाड़ी के 5 डिब्बे पटरी से उतर गए। डिब्बे आगे जाकर ओएचई पोल से टकरा गए। जिससे ओवर हैड इक्विपमेंट (ओएचई) लाइन का पोल टेढ़ा हो गया। इस वजह से इटारसी-मुंबई अप-डाउन ट्रैक पर ढाई घंटे से ज्यादा यातायात बाधित रहा।     जानकारी के अनुसार यह घटना खंडवा रेलवे स्टेशन जंक्शन है। जो दिल्ली - मुंबई वाया भोपाल, जबलपुर से कनेक्ट है। बताया जा रहा है कि गिट्टी से भरी 12 डिब्बों की मालगाड़ी खंडवा रेलवे स्टेशन के आउटर पर सोमवार रात से खड़ी थी। इंजन नहीं जुड़ा था। वहीं, ट्रेन के पहियों में पॉइंट (रोककर रखने के लिए टेक) नहीं लगाए गए थे। ऐसे में मालगाड़ी मंगलवार सुबह आगे बढ़ गई। मालगाड़ी लूप लाइन पर थी। इसके डिब्बे डिरेल होकर ओएचई पोल से टकरा गए। पोल टेढ़ा होने की वजह से बिजली सप्लाई बंद हो गई। रेलकर्मियों ने ढाई घंटे की मेहनत के बाद मेन लाइन को शुरू कराया। लूप लाइन पर काम जारी है। इसे ठीक होने में और समय लग सकता है।     इस दौरान खंडवा आने वाली और यहां से होकर गुजरने वाली ट्रेनों को आसपास के दूसरे रेलवे स्टेशनों पर रोक कर रखना पड़ा। गर्मी में यात्रियों को परेशान होना पड़ा। सीपीआरओ मुंबई डॉ. स्वप्निल मीणा ने बताया कि चेकिंग के बाद अप एंड डाउन लाइन पर ट्रेनों को रवाना किया गया।

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भोपाल। अप्रैल के महीने में मध्यप्रदेश में तेज गर्मी पड़ने का ट्रेंड रहा है, लेकिन इस बार न सिर्फ बारिश हुई, बल्कि अप्रैल महीने में बारिश के रिकॉर्ड भी टूट गए। पहली बार 20 दिनों तक बारिश हुई। बारिश से प्रदेश का 80% हिस्सा तक भीग गया। हालांकि अब गर्मी ने एक बार फिर तेवर दिखाना शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने बताया कि अप्रैल माह के आखिरी 2 दिन आंधी-बारिश का कोई सिस्टम नहीं है, इसलिए तीखी गर्मी पड़ रही है।     मौसम विभाग ने बताया कि अप्रैल की शुरुआत में ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से ओले, बारिश-आंधी का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना। लेकिन अब सिस्टम कमजोर हो गया है। इस वजह से अगले कुछ दिन तक बारिश होने के आसार नहीं है। मई के पहले सप्ताह में एक सिस्टम एक्टिव हो सकता है। इसका प्रदेश में कितना असर रहेगा, यह एक-दो दिन में पता चलेगा। फिलहाल गर्मी का असर तेज ही रहने का अनुमान है।     सोमवार को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सतना समेत 22 शहरों में पारा 40 डिग्री के पार रहा। इस दिन हर शहर में तापमान में 1 डिग्री से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई। बालाघाट के मलाजखंड में पारा 6.6 डिग्री तक चढ़ गया। पूर्वी हिस्से के ज्यादातर शहरों में पारे में बढ़ोतरी हुई। जबलपुर, रीवा, सतना, दमोह, खंडवा और खजुराहो में पारा 42 डिग्री या इसके पार पहुंच गया। सबसे गर्म रीवा रहा। यहां तापमान 42.4 डिग्री दर्ज किया गया। मंगलवार को भी तेज गर्मी पड़ेगी।     प्रदेश के अन्य शहरों का इतना रहा तापमान सोमवार को खजुराहो में 42 डिग्री, खंडवा में 42.1 डिग्री, दमोह में 42.2 डिग्री, सतना में 42.3 डिग्री, रीवा में 42.4 डिग्री, मलाजखंड में 40 डिग्री, रतलाम में 40.2 डिग्री, सागर में 40.3 डिग्री, धार में 40.4 डिग्री, नर्मदापुरम में 40.5 डिग्री, नौगांव में 40.7 डिग्री, गुना में 40.8 डिग्री, शिवपुरी में 41 डिग्री, मंडला में 41 डिग्री, उमरिया में 41.3 डिग्री, टीकमगढ़ में 41.5 डिग्री, सीधी में 41.6 डिग्री और नरसिंहपुर में पारा 41.7 डिग्री दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 39वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 13 अधिकारियों की टीम 37 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। सर्वे टीम की साथ मौजूद रहे मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि आज टीम ने पीछे की ओर पश्चिम क्षेत्र में लेवलिंग का काम किया है, जबकि उत्तर और दक्षिण क्षेत्र में काम बंद था, जो तीन लेयर में दीवार निकली है, वहां पर स्पॉट लगाए हैं और चेक किया गया कि दीवार कितनी अंदर गई है। उन्होंने बताया कि दरगाह परिसर में आज सर्वे का काम बंद था। वहीं, हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि एएसआई की टीम द्वारा गर्भ ग्रह में भी काम चल रहा है। आज मिट्टी हटाने का काम किया गया। उन्होंने बताया कि उत्तर दिशा में मिट्टी हटाने का काम चल रहा है और सपोर्ट में पत्थरों की दीवार बनाई जा रही है, दक्षिण दिशा में भी काम चल रहा है, गर्भगृह में गति से काम चल रहा है। अब तक सर्वे के दौरान कई प्राचीन अवशेष भी मिले है जिन्हें विभिन्न तकनीकों के माध्यम से जांच कर एसआई की टीम ने संरक्षित कर लिया है। वहीं दूसरे जो स्ट्रक्चर मिले हैं वहां से मिट्टी हटाने का काम अब भी जारी है। भोजशाला में सर्वे के लिए एएसआई को मिला आठ सप्ताह का समय इधर मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में सोमवार को धार के भोजशाला में सर्वे की समय सीमा बढ़ाने की मांग को मान लिया है। एएसआई को हाईकोर्ट ने सर्वे के लिए आठ सप्ताह का समय और दिया है। अब एएसआई सर्वे के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सकेगा। हाई कोर्ट ने दोनों पक्षों के तर्क सुने और फिर एएसआई को सर्वे के लिए पांच जुलाई तक का समय दिया। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से सोमवार को हुई सुनवाई में सीनियर एडवोकेट विष्णुशंकर जैन (नई दिल्ली) और विनय जोशी ने हाईकोर्ट में तर्क रखे। वहीं, मुस्लिम पक्ष ने सर्वे अवधि पर रोक लगाने की याचिका लगाई थी, लेकिन न्यायालय ने उनकी याचिका ख़ारिज कर कर दी। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने सर्वे की समय अवधि को बढ़ा दिया है। अब जीपीआर मशीन का होगा इस्तेमाल   एएसआई का कहना है कि वर्तमान ढांचे को सुरक्षित रखते हुए सर्वे करने में अधिक समय लग रहा है। एएसआई के मुताबिक, सर्वे में अब जीपीआर मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इस मशीन के लिए नेशनल ज्योग्राफिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एनजीआरआई) से संपर्क किया है। वहां से अनुमति मिलते ही मशीन से सर्वे शुरू हो जाएगा। यह अत्यंत धीमी प्रक्रिया है। इसलिए उसने आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा है। यह है विवाद भोजशाला का नाम राजा भोज के नाम पर है। जिला प्रशासन की वेबसाइट के अनुसार भोजशाला राजा भोज ने बनवाई थी। यह यूनिवर्सिटी थी, जिसमें वाग्देवी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। मुस्लिम शासक ने इसे मस्जिद में परिवर्तित कर दिया था। भोजशाला में मंगलवार को हिंदू पक्ष को पूजा-अर्चना करने की अनुमति है, जबकि शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष को नमाज पढ़ने के लिए दोपहर एक से तीन बजे तक प्रवेश दिया जाता है। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने एक मई 2022 को इंदौर हाईकोर्ट में यह याचिका दायर की थी। इसमें कहा गया था कि हर मंगलवार को हिंदू भोजशाला में यज्ञ कर उसे पवित्र करते हैं और शुक्रवार को मुसलमान नमाज के नाम पर यज्ञ कुंड को अपवित्र कर देते हैं। इसे रोका जाए। भोजशाला का पूर्ण आधिपत्य हिंदुओं को सौंपा जाए। इसके लिए आवश्यक हो तो संपूर्ण भोजशाला की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और खुदाई करवाई जाए। हाईकोर्ट ने इन बिंदुओं के आधार पर एएसआई की टीम सर्वे कर रही है, लेकिन इसके लिए अभी और समय की मांग की गई है। मुस्लिम पक्ष का दावा है कि यह मुस्लिम धर्म स्थल है और वहां सालों से इबादत की जा रही हैजबकि हिंदू पक्ष का कहना है कि यह सरस्वती मंदिर है। सदियों पहले मुसलमानों ने यहां मौलाना जलालुद्दीन की मजार बनाई थी। भोजशाला में आज भी देवी-देवताओं के चित्र और संस्कृत में श्लोक लिखे हुए हैं। अंग्रेज भोजशाला में लगी वाग्देवी की प्रतिमा को लंदन ले गए थे। फिलहाल वाग्देवी की प्रतिमा लंदन के एक म्यूजियम में है।

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धार/इंदौर। भोजशाला में एएसआई द्वारा किए जा रहे सर्वे की समय सीमा बढ़ाने की मांग सोमवार को हाईकोर्ट ने मान ली है। हाईकोर्ट ने एएसआई को आठ सप्ताह का समय और दिया है, ताकि वह विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सके। दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद हाई कोर्ट ने एएसआई को सर्वे के लिए पांच जुलाई तक का समय दिया है। सोमवार को सुनवाई में हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से सीनियर एडवोकेट विष्णुशंकर जैन और विनय जोशी ने तर्क रखे।   भोजशाला में अदालत के आदेश पर किए जा रहे सर्वे के लिए एएसआई ने आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा है। एएसआई का कहना है कि वर्तमान ढांचे को सुरक्षित रखते हुए सर्वे किया जा रहा है। यह अत्यंत धीमी प्रक्रिया है। सर्वे में जीपीआर मशीन इस्तेमाल की जाना है। इसके लिए नेशनल ज्योग्राफिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एनजीआरआई) से संपर्क किया है। इसलिए उसे अतिरिक्त आठ सप्ताह दिए जाएं। हाई कोर्ट ने 11 मार्च को दिए अपने आदेश में कहा था कि एएसआई भोजशाला के 50 मीटर के दायरे में वैज्ञानिक सर्वे करे। इसके लिए अत्याधुनिक मशीनों की आवश्यकता हो तो वह उन मशीनों की मदद ले। उस समय हाई कोर्ट ने एएसआई को सर्वे छह सप्ताह में पूरा करने के लिए कहा था, जो 3 मई को खत्म हो रहा है।   गौरतलब है कि कोर्ट के आदेश के बाद 22 मार्च से भोजशाला में सर्वे शुरू हुआ था, जो वर्तमान में भी चल रहा है। सर्वे को लेकर रोजाना नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों ही पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे हैं। हालांकि अब तक एएसआई की तरफ से कोई अधिकृत बयान जारी नहीं हुआ है। सर्वे का काम चलते हुए ही एएसआई ने हाई कोर्ट में एक आवेदन देकर आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय इस काम को पूरा करने के लिए मांग लिया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में दो दिन तक कुछ इलाकों में हुए तेज बारिश के बाद रविवार को मौसम साफ हो गया और अधिकांश जिलों में जमकर गर्मी पड़ी। प्रदेश के 15 शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा। सबसे गर्म सीधी रहा। यहां तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि, सिवनी और बालाघाट के मलाजखंड में रविवार को हल्की बारिश हुई। वहीं, कई शहरों में गर्मी का असर रहा।   मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ कुछ नमी आ रही है। इस वजह से कहीं-कहीं आंशिक बादल बने हुए हैं। सोमवार को नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है, लेकिन प्रदेश के शेष क्षेत्रों में तापमान में बढ़ोतरी होगी।   भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक, रविवार को बालाघाट जिले के मलाजखंड में तीन, सिवनी में एक मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। शेष स्थानों पर मौसम लगभग शुष्क रहा। इसके चलते तापमान में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान सीधी में रिकार्ड किया गया। वहीं, नर्मदापुरम, रतलाम, गुना, शिवपुरी, नरसिंहपुर, नौगांव, दमोह समेत 15 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री या उससे अधिक दर्ज किया गया। भोपाल में भी अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा, जो शनिवार के अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 3.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।   वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि सोमवार को नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा हो सकती है। शेष शहरों में अब तापमान में बढ़ोतरी होगी। अगले तीन-चार दिन में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। चार मई को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने के बाद पांच मई से एक बार फिर तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी।

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भोपाल। लोकसभा चुनाव के चलते मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कार्रवाई का दौर जारी है। पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं। इसी कड़ी में शनिवार देर रात में आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए अवैध शराब जब्त की। रविवार को भी कार्रवाई होगी। बता दें कि अब तक करीब दो करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध शराब और नकद राशि जब्त की जा चुकी है।       दरअसल, यह कार्रवाई जिला आबकारी कंट्रोलर आरजी भदौरिया के नेतृत्व की गई। उन्होंने बताया कि कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और सहायक आबकारी आयुक्त दीपम रायचूरा के निर्देशन में टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों ने शनिवार देर रात अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान अवैध शराब जब्त की गई। उन्होंने बताया कि भोपाल की तीन सीमाओं पर स्थित ढाबों पर एक साथ कार्रवाई की गई। इस दौरान नीलबड़ में नेचर कॉटेज, ट्री चैप्टर,व्हाइट ओर्चिड, कॉन्ट्री साइड, रेस्टोरेंट, जहाज रेस्टोरेंट, रायसेन रोड पर जीसी रिट्रीट, शामियाना आचमन, सम्राट गार्डन, देशी तड़का, विदिशा रोड पर सेवन ओक, चंबल ढाबा, युवराज ढाबा पर अवैध शराब पीते हुए कई लोग मिले। इस पर शराब जब्त कर मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 36(a/b) के 80 प्रकरण दर्ज किए गए। लगभग 40 बल्क लीटर शराब भी जब्त की गई। जिसकी कीमत 40 हजार रुपए से ज्यादा है। इसके साथ ही ढाबों, रेस्टोरेंट पर कई युवा भी शराब पीते मिले। आबकारी विभाग की टीम उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की।

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भोपाल। प्रदेश के मौसम में इन दिनों बदलाव देखने को मिल रहा है। अप्रैल महीने की शुरूआत से प्रदेश में लगातार बारिश हुई है। एक बार फिर मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 2 दिन तेज हवा और हल्की बारिश की संभावना जताई है। आज रविवार को बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट समेत 12 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। दूसरी ओर, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से यानी, मालवा-निमाड़, ग्वालियर, चंबल में गर्मी का असर रहेगा। बता दें कि शनिवार को सीधी और खंडवा सबसे गर्म रहे।       मौसम विभाग ने बताया कि अभी एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। वहीं साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम और ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। 28-29 अप्रैल को भी बूंदाबांदी होने का अनुमान है। इसके साथ ही दिन के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग ने 28 अप्रैल को बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, मंडला और डिंडोरी में यलो अलर्ट है। जबकि 29 अप्रैल को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट और मंडला में हल्की बारिश हो सकती है।   इससे पहले शनिवार को गर्मी के साथ कुछ जिलों में मौसम बदला रहा। बैतूल में हल्की बूंदाबांदी हुई। भोपाल, शाजापुर, सीहोर, राजगढ़ में बादल भी रहे। वहीं, शनिवार देर शाम खंडवा के पंधाना क्षेत्र में तेज हवा के साथ बारिश हुई। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो लोग चपेट में आ गए। शनिवार को सीधी, खंडवा, खरगोन, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, सतना और खजुराहो में पारा 40 डिग्री के पार रहा। सीधी में पारा 42 डिग्री टेम्प्रेचर रहा। पचमढ़ी में पारा सबसे कम 32.8 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 36.2 डिग्री, इंदौर में 38.3 डिग्री, ग्वालियर में 39.2 डिग्री, जबलपुर में 38.4 डिग्री और उज्जैन में पारा 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 37वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 22 अधिकारियों की टीम 37 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।   भोजशाला में शनिवार को सर्वे की गति में तेजी आई है। यहां एएसआई टीम ने ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) को लेकर अपना बुनियादी सर्वे शनिवार शाम तक पूरा कर लिया है। यहां किस तरह की मशीन आएगी और कहां-कहां सर्वे की आवश्यकता होगी, इसे लेकर मशीन व स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। वहीं, भोजशाला परिसर में शुक्रवार को जिस स्थान पर खंडित मूर्ति का हिस्सा मिला था, वहां शनिवार को भी खुदाई का जारी रहा।   भोजशाला मुख्य परिसर सहित अन्य स्थानों पर भी शनिवार को खुदाई की गई। मुख्य रूप से दक्षिण भाग में मिट्टी हटाई गई। वहीं गर्भगृह के नजदीक भी जिस क्षेत्र में खुदाई की जा रही है, वहां काम की गति और तेज कर दी गई है। यहां से खंडित प्रतिमा का एक हिस्सा मिला था। वहीं, भोजशाला के पास कमाल मौलाना की दरगाह परिसर में भी केमिकल विशेषज्ञ टीम ने सुबह से लेकर शाम तक काम किया। सफाई आदि का कार्य भी कर लिया गया। यहां पर जो शिलालेख हैं, उनको पढ़ने आदि को लेकर पूर्व में तैयारी की जा चुकी है।   सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि यहां गुरुवार को एक विशेष टीम पहुंच है। इस टीम ने जीपीआर से सर्वे करने के पहले की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। इस टीम ने गुरुवार सुबह से लेकर शनिवार शाम तक न केवल भोजशाला बल्कि 50 मीटर के दायरे में सर्चिंग कार्य किया है। इस सर्वे के तहत स्थान चिह्नित किए गए हैं। कहां-कहां पर किस मशीन के माध्यम से सर्वे करना है, यह तय किया गया है। आगामी सप्ताह में ये मशीनें यहां पहुंच सकती हैं। दरअसल, उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने जीपीआर सर्वे करने को आदेश दिया है। इसलिए एएसआई को इस बारे में जीएसआई व उसकी टीम की मदद लेनी होगी।   उल्लेखनीय है कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण यानी जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया के माध्यम से ही यह सर्वे कार्य किया जाता है। इस संस्थान का संचालन खनिज मंत्रालय के माध्यम से किया जाता है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है, जबकि मध्य प्रदेश से नजदीक क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ, जयपुर और नागपुर में है। ऐसे में माना जा रहा है कि इन तीन क्षेत्रीय कार्यालय से ही विशेषज्ञों की टीम धार आ सकती है। साथ ही क्षेत्रीय कार्यालय से ही मशीनें भी आएंगी। इस विभाग का कार्य जमीन व पानी की गहराई में पाए जाने वाले खनिजों को पता लगाना होता है। यही उपकरण जमीन के भीतर धरोहर सहित अन्य संरचनाओं का पता लगाने में उपयोग होंगे।

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भोपाल। प्रदेश में अप्रैल के महीने में बारिश के कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। राजधानी भोपाल में करीब पौने 2 इंच बारिश हुई। अप्रैल में 7 अप्रैल से 17 अप्रैल तक लगातार 11 दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रहा। अब फिर से प्रदेश भीग रहा है। आठवें दिन यानी आज शनिवार को भी इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 17 जिलों में बारिश की संभावना है। वहीं, रविवार को भी बूंदाबांदी का दौर चलेगा।     मौसम विभाग ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से मध्यप्रदेश में पिछले 7 दिन से बारिश हो रही है। 27-28 अप्रैल को भी बारिश होने का अनुमान है। विभाग ने बताया कि 27 अप्रैल को इंदौर, उज्जैन, रतलाम, खरगोन, धार, खंडवा, देवास, नरसिंहपुर, राजगढ़, छतरपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सागर, दमोह, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, कटनी में बारिश हो सकती है। जबकि 28 अप्रैल को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बारिश की संभावना है ।     इससे पहले शुक्रवार को कई जिलों में तेज आंधी और बारिश हुई। मंदसौर, छिंदवाड़ा, शाजापुर, भोपाल, रतलाम, बैतूल, झाबुआ, धार, आगर-मालवा और राजगढ़ में बारिश हुई। राजगढ़ के खिलचीपुर में तेज हवा के साथ बारिश हुई। जिससे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सभा का टेंट उड़ गया। शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश के साथ गर्मी का भी असर रहा। खजुराहो, रीवा और सतना में तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सबसे अधिक है। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 41.7 डिग्री दर्ज किया गया। जबलपुर में 40.8 डिग्री, भोपाल में 35 डिग्री, इंदौर में 34.5 डिग्री और उज्जैन में पारा 33 डिग्री रहा। नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, उमरिया और मंडला में तापमान 40 डिग्री या इससे ज्यादा रहा। खंडवा, दमोह, सीधी और नौगांव में तापमान 41 डिग्री के पार रहा।

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भोपाल। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज मध्यप्रदेश की 6 सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस दौरान कई जगह ऐसे दृश्य सामने आए, जिनसे लोकतंत्र के प्रति आस्था और भी मजबूत हो जाती है। पचमढ़ी में 106 वर्षीय महिला मतदान के लिए पहुंची, तो अनेक जगहों पर दूल्हा-दुल्हन भी अपना फर्ज निभाने मतदान के लिए पहुंचे। नर्मदापुरम लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में मतदान हो रहा है। पचमढ़ी में नगर की सबसे बुजुर्ग महिला कस्तूरी शुक्ला शुकवार सुबह मतदान के लिए पहुंची। उनकी आयु करीब 106 वर्ष है और कमर पूरी तरह झुक गई है। लेकिन वो मतदान केंद्र में खुद चलकर अपना वोट डालने पहुंची। टीकमगढ़ में लोकसभा चुनाव में मतदाताओं में मतदान के लिए काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। निवाड़ी के वीर सागर गांव के राहुल यादव ने अपनी बरात में जाने से पहले एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाया व मतदान किया। वहीं, दमोह के पथरिया विधानसभा में मतदान केंद्र 168 सेक्टर क्रमांक 18 में मतदान के लिए दूल्हा एवं उनके परिजन बारात जाने से पूर्व मतदान के लिए उपस्थित हुए।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे गुरुवार को 35वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 14 अधिकारियों की टीम 28 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।   भोजशाला के भीतरी परिसर में सर्वे के 35वें दिन गुरुवार एएसआई की टीम को दीवारनुमा संरचना मिली है, जिसकी तीन दीवारें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। यह संरचना क्या है, खुदाई करके अब इसका पता लगाया जाएगा। वहीं, कमाल मौलाना दरगाह परिसर में केमिकल ट्रीटमेंट का काम भी हुआ। यहां परिसर में शिलालेखों की सफाई करने के साथ ही पेपर स्टांप पर उकेरने का काम भी सर्वे टीम द्वारा किया गया। भोजशाला के गर्भगृह में स्तंभों की विशेष वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का काम भी तेजी से चल रहा है। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि टीम ने भीतरी परिसर में आठ स्थानों का चयन किया है। इसमें पांच स्थान पर मिट्टी हटाने का काम चल रहा है और साक्ष्य सामने आ रहे हैं। गुरुवार को यहां एक दीवारनुमा संरचना मिली है। इसकी दो दीवारें पूर्व से पश्चिम की ओर तथा एक दीवार दक्षिण से उत्तर की ओर जा रही है। इसके अलावा टीम ने बाहरी परिसर की उत्तर व दक्षिण-उत्तर दिशा में लेवलिंग के साथ मिट्टी हटाने का भी काम किया। वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि उत्तर व दक्षिण क्षेत्र में खुदाई का कार्य जारी रहा। दरगाह परिसर में टीम द्वारा शिलालेख की क्लीनिंग की गई। आगामी दिनों में टीम में नए विशेषज्ञ जुड़ने वाले हैं। वे उर्दू, अरबी व फारसी के जानकार होंगे। हिंदू पक्ष ने मांग की है कि ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सहित अन्य मशीनों के माध्यम से सर्वे किया जाए। जीपीआर मशीन से सर्वे के लिए कोर्ट ने भी आदेशित किया है। 35 दिन बाद भी इसका उपयोग नहीं हो पाया है। इसके माध्यम से जमीन के अंदर की धरोहर का पता लगाया जा सकता है। गौरतलब है कि 22 मार्च से भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा सर्वे शुरू किया गया था। गुरुवार को सर्वे का 35वां दिन था लेकिन अब तक यहां सर्वे का 40 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हो पाया है, जबकि सर्वे के लिए 42 दिन का समय दिया गया था। एएसआई ने सर्वे के लिए आठ सप्ताह के अतिरिक्त समय देने को लेकर हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में आवेदन दिया है, इस पर सुनवाई 29 अप्रैल को होगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक तरफ जहां गर्मी रफ्तार पकड़ रही है, वहीं पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह पिछले 6 दिन से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने 26 और 27 अप्रैल के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विभाग ने शुक्रवार को उत्तर और पश्चिमी हिस्से के ग्वालियर, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा और सागर में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। राजधानी भोपाल के कई इलाको में शुक्रवार सुबह बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में भोपाल, शाजापुर, बड़वानी, इंदौर और उज्जैन सहित कई जिलों में बारिश हो सकती है। इससे पहले, गुरुवार को कई जिलों में मौसम बदला रहा। दोपहर में उज्जैन और रात को शाजापुर में बारिश हुई। वहीं, गुना, नौगांव और शिवपुरी में तेज गर्मी भी रही। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन का कहना है कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह भी बारिश-आंधी का दौर रहेगा। 26 अप्रैल से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय हो रहा है।   मौसम विभाग के अनुसार भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, रतलाम, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, सागर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, सिवनी, बालाघाट, मंडला जिलों में 26 अप्रैल को बारिश हो सकती है। वहीं, 27 अप्रैल को शाजापुर, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और मंडला जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, धार, उज्जैन, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, उमरिया, मैहर, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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भोपाल। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मौसम के उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। नर्मदापुरम, भोपाल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन समेत कई जिलों के आसमान में घने-काले बादलों के डेरे ने बारिश की संभावना फिर बढ़ा दी थी। मौसम विभाग ने गुरुवार को फिर प्रदेश के कई जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है।   मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में अगले 2 दिन 25 और 26 अप्रैल को बारिश होने का अनुमान है। इस दौरान ओले भी गिर सकते हैं। इसके साथ ही 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 32 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।     इससे पहले बुधवार को भी कई जिलों में मौसम बदला रहा। बुधवार को बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, मंडला, सिवनी, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, सीधी और सिंगरौली जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश की स्थिति बनी रही। मौसम विभाग ने बताया, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से प्रदेश में ऐसा मौसम है। 26 अप्रैल से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस आ रहा है। सिस्टम के लौटने के बाद गर्मी का असर बढ़ेगा।     इन जिलों में हो सकती है बारिश मौसम विभाग के अनुसार आज यानि 25 अप्रैल को राजधानी भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, हरदा, जबलपुर, मंदसौर, नीमच, रतलाम, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, धार, रतलाम, आगर मालवा, खरगोन, राजगढ़, देवास, शाजापुर, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, रायसेन, दमोह, सागर, विदिशा, श्योपुरकलां, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़ में हल्की से तेज बारिश होने की संभावना है।   वहीं, 26 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, धार, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, देवास, शाजापुर में बारिश का अनुमान है।  

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में परंपरानुसार 24 अप्रैल (वैशाख कृष्ण प्रतिपदा) से महाकालेश्वर भगवान पर 11 मिट्टी के कलशों से सतत जलधारा हेतु गलंतिका बांधी गई है। यह क्रम प्रतिदिन 22 जून तक चलेगा।   गलंतिका में उपयोग किये मिट्टी के कलशों पर प्रतीकात्मक रूप में नदियों के नाम गंगा, सिंधु, सरस्वती, यमुना, गोदावरी, नर्मदा, कावेरी, शरयु, क्षिप्रा, गण्डकी आदि नामो को अंकित किया गया है। भगवान श्री महाकालेश्वर पर सतत शीतल जलधारा प्रतिदिन प्रात: भस्मार्ती के पश्चात से सायंकाल पूजन तक प्रवाहित रहेगी।   उल्लेखनीय है कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर में परंपरा अनुसार प्रतिवर्ष वैशाख कृष्ण प्रतिपदा से ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा तक (दो माह) श्री महाकालेश्वर भगवान जी को शीतलता प्रदान करने के लिए प्रतिदिन लगने वाले अभिषेक पात्र (रजत कलश) के साथ मिट्टी के 11 कलशों से सतत जलधारा प्रवाहित करने हेतु गलंतिका बांधी जाती है। वैशाख व ज्येष्ठ माह में अत्यधिक गर्मी होती है। अब भीषण गर्मी में भगवान श्री महाकालेश्वर जी को दो माह तक प्रतिदिन भस्मार्ती के बाद प्रातः 6 बजे से सायं 5 बजे संध्या पूजन तक तक गलंतिका बधेगी।   यह है मान्यता धार्मिक मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन के समय भगवान शिव ने गरल (विष) पान किया था। गरल अग्नि शमन करने के लिए ही आदिदेव सदाशिव का जलाभिषेक किया जाता है। गर्मी के दिनों में विष की उष्णता (गर्मी) और भी बढ़ जाती है। इसलिए वैशाख व ज्येष्ठ मास में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए मिट्टी के कलश से ठंडे पानी की जलधारा प्रवाहित की जाती है। जिसको गलंतिका कहते हैं।   धर्म-सिंन्धु पुस्तक के अनुसार *''''अत्र मासे प्रपादान देवे गलंतिका बंधन व्यजनच्छत्रोपान वंदनादिदान महाफलम''''* अर्थात इस मास में प्रपाका दान (जलदान) पशु-पक्षी,देवताओं,ऋषियों,मनुष्यों को जलसेवा करनी चाहिए, देव के गलंतिका(कंठी) बांधना और बीजना(बोवाई) छत्र,चन्दन, धान्य आदि के दान का महान फल होता है। वैशाख एवं ज्येष्ठ माह तपन के माह होते है। भगवान शिव के रूद्र एवं नीलकंठ स्वरूप को देखते हुए सतत शीतल जल के माध्यम से जलधारा प्रवाहित करने से भगवान शिव प्रसन्न एवं तृप्त होते है तथा प्रजा एवं राष्ट्र को भी सुख समृद्धि प्रदान करते है। गलंतिका केवल श्री महाकालेश्वर मंदिर में ही नही अपितु 84 महादेव एवं संपूर्ण भारतवर्ष में भी लगायी जाती है।  

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भोपाल। प्रदेश में एक बार फिर बारिश, आंधी और ओले गिरने की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3 दिन यानी 26 अप्रैल तक बारिश हो सकती है। जबकि 25 और 26 अप्रैल को करीब 35 जिलों में मौसम बदला रहेगा। वहीं, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे मालवा-निमाड़ में भी बारिश हो सकती है। इससे पहले मंगलवार को छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में बारिश हुई। छिंदवाड़ा में ओले भी गिरे। इससे दिन के तापमान में गिरावट भी हुई है। बारिश के बीच कई जिलों में गर्मी का असर भी देखने को मिला। खरगोन में तापमान सबसे ज्यादा 41.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, नरसिंहपुर में पारा 41 डिग्री रहा।       मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से प्रदेश में ऐसा सिस्टम है। बुधवार को भी बारिश की संभावना है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 17 जिलों में बारिश होने का अनुमान है। 24 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सीहोर, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, धार, बड़वानी, खरगोन, देवास, शाजापुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा और 25 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, रायसेन, दमोह, सागर, विदिशा, अशोकनगर, गुना, श्योपुरकलां, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़ में बारिश होने के आसार है।       वहीं, 26 अप्रैल को इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, धार, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, श्योपुरकलां, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मैहर, पन्ना, सतना, रीवा में बारिश हो सकती है। मंगलवार को भोपाल में 38.9 डिग्री, इंदौर में 38.4 डिग्री, ग्वालियर में 39.5 डिग्री, जबलपुर में 38.3 डिग्री और उज्जैन में पारा 38 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 31.4 डिग्री रहा। सिवनी में 34.2 डिग्री और छिंदवाड़ा में 34.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 32वें दिन भी जारी रहा। दिल्ली और भोपाल के 23 अधिकारियों की टीम 32 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम साढ़े चार बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब साढ़े आठ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।     ज्ञानवापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे 32वें दिन एएसआई की टीम ने भोजशाला परिसर के अंदर स्तंभों पर लिखे श्लोकों व शिलालेख की लिखावट को पेपर रोल पर प्रिंट (कार्बन डेटिंग) किया। वहीं, कमाल मौलाना मस्जिद परिसर में भी केमिकल ट्रीटमेंट का काम हुआ। रविवार को उत्तरी भाग में जहां नए स्थान का चयन किया गया था, वहां सोमवार को खुदाई को आगे बढ़ाया गया। यहां छह फीट खुदाई हो चुकी है।     सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि सोमवार को टीम के सदस्यों ने अलग-अलग काम किया। गर्भगृह में भी तेजी से काम हुआ है। शिलालेखों को केमिकल से साफ किया गया। फर्श और शिलालेखों पर ऊपर श्लोक लिखे हुए हैं, पेपर से उसके प्रिंट लिए गए। वह कब का लिखा है, कैसे लिखा है। इसकी जांच की जा रही है। वहीं वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी का भी काम जारी है। गर्भगृह के पास में मिट्टी हटाने का कार्य किया जा रहा है।     वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि अरबी, फारसी व संस्कृत भाषा को टीम ने पेपर स्टांप पर उकेरा है। मस्जिद परिसर में तदबा यानी शिलालेख निकला है, जिसकी क्लीनिंग करने पर यह साढ़े पांच फीट का दिखाई दे रहा है। इसमें अभी और भी क्लीनिंग व सफाई होगी। समद ने बताया कि कुछ समय पूर्व तल घर की बात सामने आई थी, इसमें हमारी आपत्ति थी। इस मामले में हमें बड़ी राहत मिली है। तल घर के नाम पर जो सीढ़ियां बताई जा रही थीं, उस सीढ़ी को एएसआई की टीम द्वारा तोड़ दिया गया है।     उधर, एएसआई की टीम ने सोमवार को वैज्ञानिक सर्वे का समय बढ़ाने को लेकर उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में आवेदन दिया है। इसमें सर्वे की समय सीमा आठ सप्ताह और बढ़ाने की मांग की गई है। दरअसल, न्यायालय के आदेश के अनुसार छह सप्ताह में भोजशाला के 50 मीटर के दायरे में वैज्ञानिक सर्वे का काम करना है। आदेश के बाद 22 मार्च से सर्वे का कार्य शुरू हुआ। इसमें 32 दिन बीत चुके हैं और अब केवल 10 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन सर्वे का काम अभी आधा भी नहीं हुआ है।

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टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में रफ्तार ने एक बार फिर रफ्तार का कहर देखने को मिला है। यहां एक तेज रफ्तार बेकाबू कार में पेड से टकराने के बाद आग लग गई। इस दौरान कार में सवार दो युवकों ने किसी तरह बाहर कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।   जानकारी अनुसार हादसा मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे देहात थाना क्षेत्र के हजूरी नगर में हुआ। यहां तेज रफ्तार से आ रही एक कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार ने आग पकड़ ली और कुछ ही देर में वाहन आग का गोला बन गया। कार से आग की लपटें निकलती देख उसमें सवार दो युवकों ने समय रहते बाहर ने कूदकर अपनी जान बचाई। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की टीम मौके पर पहुंची और कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दुर्घटना के बाद मौके पर राहगीरों की भीड़ लग गई।

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उज्जैन। देशभर में आज राम भक्त पवनपुत्र हनुमानजी का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। सुबह से मंदिरों में भीड़ है। जगह-जगह सुंदरकांड का पाठ और धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। यहां के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में भी भस्म आरती के बाद भगवान महाकाल का हनुमानजी के स्वरूप में शृंगार किया गया।   परम्परा के मुताबिक, चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर तड़के चार बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुलते ही गर्भगृह में स्थापित भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। इसके बाद भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया गया। तत्पश्चात दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान महाकाल को चांदी का मुकुट, रुद्राक्ष और मुंडमाला धारण करवाई गई।   भस्म आरती में भगवान महाकाल को हनुमान स्वरूप में शृंगारित किया गया। भांग, मेवा और ड्रायफ्रूट से शृंगारित कर नवीन मुकुट और मुंडमाला पहनाई गई। शृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई और भोग भी लगाया गया। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।   गुजरात के सूरत की कंपनी एचएंडए इंटरप्राइजेज ने दो नग चांदी के चौरस भगवान महाकाल के लिए अर्पित किए। इनका कुल वजन 1068.500 ग्राम है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति की ओर से मूलचंद जूनवाल ने दानदाता को रसीद प्रदान कर उनका सम्मान किया ।

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धार। अदालत के आदेश पर केंद्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से किए जा रहे सर्वेक्षण का सोमवार को 32वां दिन है। एएसआई के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सुबह ही भोजशाला में प्रवेश कर लिया है। अब पूरे दिन टीम के अधिकारी सर्वे के तहत कई बिंदुओं पर काम करेंगे। सर्वे टीम में कुछ नए विशेषज्ञ शामिल हुए हैं, इससे ही सर्वे के कार्य को गति मिलेगी।   सर्वे के दौरान सोमवार को भोजशाला के भीतरी परिसर में फर्श से लेकर शिलालेख की लिखावट के साथ ही कमाल मौलाना मस्जिद में खंभों व दीवारों पर आकृतियों की लिखावट को पेपर रोल पर उकेरा जा रहा है। कल भी टीम के सदस्यों ने इसी तरह से काम किया था। अब इन भाषाओं का अध्ययन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि टीम के सदस्य पहले इन स्तंभों व आकृतियों पर केमिकल का उपयोग करके उसे साफ कर रहे है। अब इन भाषाओं का अध्ययन किया जाएगा। साथ ही यज्ञ कुंड के पास एक हिस्से से मिटटी हटाई जा रही है तथा भोजशाला की छत पर भी काम हो रहा है।   टीम के सदस्यों को 8 अलग-अलग समूहों में बांटा गया है, क्योंकि अगले सोमवार 29 अप्रैल को कोर्ट में सुनवाई है। इसके पहले सर्वे का बेस तैयार किया जा रहा हैं, ताकि कार्य को लेकर समय बढ़ाने की मांग की जाए तो कोर्ट के समक्ष अभी तक हुए कार्यों का लेखा जोखा पेश किया जा सके। भोजशाला के बाहरी परिसर के उत्तरी क्षेत्र में नए स्थान पर उत्खन्न का कार्य शुरू किया गया है। इसमें दो से ढाई फीट उत्खनन किया गया था। अब इस कार्य को भी आगे बढ़ाया जाएगा।

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भोपाल। प्रदेश में एक बार फिर आंधी और बारिश का दौर चल रहा है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने सोमवार को जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 17 जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है। इससे पहले रविवार को पूरे दिन तेज गर्मी के बाद शाम को कई जिलों में मौसम बदला। भोपाल, रायसेन और नर्मदापुरम में तेज बारिश भी हुई। हालांकि बारिश के सिस्टम के बीच कई शहरों में गर्मी का असर भी रहा। खंडवा और खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 42 डिग्री के पार दर्ज किया गया।     मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से बूंदाबांदी और आंधी का दौर है। ऐसा ही मौसम अगले 2 दिन और बना रहेगा। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। 25 अप्रैल से तेज गर्मी पड़ेगी। जिन शहरों में अभी 40-42 डिग्री तापमान है, वहां 42 से 44 डिग्री तक पहुंच जाएगा। रातें भी गर्म रहेंगी। वहीं, उमस का असर भी दिखाई देगा। भोपाल में रविवार को दिनभर गर्मी रही और तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम को मौसम अचानक बदला और बारिश शुरू हो गई। कई इलाकों में 10 से 15 मिनट तक तेज बारिश हुई। नर्मदापुरम में भी गरज-चमक के साथ पानी गिरा। इटारसी में तो 15 से 20 मिनट तक बारिश हुई, जिससे शहर की सड़कें तरबतर हो गईं।     इसके अलावा खरगोन के बड़वाह में भी पानी गिरा। मौसम बदलने से यहां बिजली सप्लाई भी प्रभावित हुई। रात में इंदौर, बड़वानी, सीहोर, हरदा, बैतूल, दमोह, सागर, विदिशा, बुरहानपुर, रायसेन, नरसिंहपुर में भी मौसम बदला रहा। 22 अप्रैल को जबलपुर, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खंडवा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, पांढुर्णा, बालाघाट, मंडला, कटनी, मैहर, उमरिया, डिंडोरी, शहडोल और अनूपपुर में बारिश होने की संभावना है। जबकि 23 अप्रैल को बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी में बारिश का अनुमान है।

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छतरपुर। मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुन्देलखण्ड क्षेत्र में भी आसमान में बादल दिखाई दे रहे हैं। इस तरह का मौसम दो दिनों तक रहेगा। मंगलवार को मौसम के साफ होने के संकेत हैं। दो दिनों तक तेज हवा चलने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है।   खजुराहो स्थित मौसम विभाग के आरएस परिहार ने रविवार को बताया कि जम्मू कश्मीर क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बदलाव आया है। बुन्देलखण्ड में भी बादलों का डेरा है। अप्रैल के इस सप्ताह में तापमान में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। रविवार का तापमान 40 डिग्री के करीब दर्ज किया गया। दिन में जहां तेज तपन के कारण लोगों की हालत बिगड़ रही है वहीं रात में भी लोग गर्मी से आहत हो रहे हैं। रात का तापमान 28 डिग्री पहुंच गया है। एक ओर जहां बढ़ते तापमान से लोग प्रभावित हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अघोषित बिजली कटौती ने लोगों का सुकून छीन लिया है। परिस्थितियों से जूझ रहे लोगों को कहीं से भी राहत नजर नहीं आ रही। इन दिनों भले ही किसानों की फसल कट चुकी है लेकिन तापमान के बदलने और तेज गर्म हवा के थपेड़े लगने से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। मई में तापमान के 45 से 50 डिग्री तक पहुंचने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं।

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उज्जैन। महाकाल मंदिर में होली-दिवाली समेत हर त्यौहार के लिए नई गाइडलाइन बनाई जाएगी, जबकि भस्म आरती सहित सामान्य दर्शन व्यवस्था में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह निर्णय कलेक्टर नीरज सिंह की अध्यक्षता में रविवार को हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए। बैठक में मंदिर प्रशासक मृणाल मीना, निगम आयुक्त आशीष पाठक व समिति सदस्यों की मौजूद रहे।   बैठक में मंदिर के मानसरोवर भवन में 10 बेड का अस्पताल स्थापित करने, मई के पहले सप्ताह में उत्तम वर्षा के लिए सौमिक सुवृष्टि कार्यक्रम आयोजित करने, बुजुर्ग और दिव्यांग दर्शनार्थियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने और महाकाल मंदिर को संपत्तिकर से मुक्त कराने के लिए कार्यवाही करने जैसे निर्णय हुए। हाल में होली के पर्व पर गर्भगृह में लगी आग की घटना के बाद मंदिर में विभिन्न पर्व मनाने के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर) बनाने पर भी निर्णय हुआ। इसके तहत अब विभिन्न पर्व तय गाइडलाइन के अनुसार ही मनाए जाएंगे।   सेवक सत्यनारायण सोनी के लिए रखा गया मौन होली के दिन हुए महाकालेश्वर मंदिर में हुई अग्नि दुर्घटना में गंभीर रूप झुलसे सेवक सत्यनारायण सोनी की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। बैठक में समिति के सदस्यों ने एक मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनकी पत्नी सीताबाई को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। बैठक में प्रमुख रूप से चार से नौ मई तक होने वाले सौमिक सुवृष्टि कार्यक्रम को लेकर चर्चा हुई। इसके लिए 25 लाख रुपये मंदिर समिति की ओर से खर्च किए जाएंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के भी आने की संभावना है। इसलिए तैयारी अभी से शुरू हो गई है।   बैठक में लिए गए निर्णय - महाकाल मंदिर में होली, दीपावली, श्रावण, नागपंचमी आदि पर्व मनाए जाने के लिए नई गाइडलाइन तैयार होगी, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो। इसके लिए पुजारी, पुरोहितों से भी सुझाव लिए जाएंगे। - वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश मार्गों के चिह्नित स्थानों पर अलग से प्रतीक्षालय बनाए जाएंगे। यहां से सतत इ-कार्ट चलाए जाएंगे। नए इ-कार्ट भी खरीदे जाएंगे। - मंगलनाथ, चिंतामण गणेश, कालभैरव मंदिर आदि की तर्ज पर महाकाल मंदिर को भी नगर निगम द्वारा वसूले जाने वाले संपत्ति कर से मुक्त किए जाने की कार्यवाही शुरू होगी। - चुनाव आचार संहिता प्रभावी होने के कारण फिलहाल अभी सारी निविदाएं छह महीने के लिए आगे बढ़ा दी गई हैं। - मंदिर समिति के कुछ कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की गई।

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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे रविवार को 31वें दिन भी जारी रहा। दिल्ली और भोपाल के 26 अधिकारियों की टीम 27 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। सर्वे टीमें के साथ 31वें दिन तीन नए अधिकारी नई उपकरणों के साथ जुड़े। उन्होंने दरगाह परिसर में भोजशाला परिसर के शिलालेख का अवलोकन किया और फाइबर शीट को निकलवाया। जिससे शिलालेखों की दीवारों पर बनी कलाकृतियां का अवलोकन किया। सर्वे टीम ने भोजशाला के स्तंभों, दीवारों पर लिखी लिखावट, शिलालेख की लिखावट की कार्बन डेटिंग की। इसके साथ ही भोजशाला परिसर पीछे की ओर खुदाई का काम भी जारी रहा। सर्वे का काम पूर्ण होने के बाद टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि टीम में कई नई विधा के अधिकारी जुड़े थे, जिन्होंने भोजशाला के अंदर कार्बन डेटिंग का कार्य पूरा किया। भोजशाला के अंदर जितने भी पत्थरों-शिलालेख को और कमाल मौलाना की मस्जिद लगे खंभों, दीवारों और पत्थरों पर बनी आकृति और मज्जिद के बनी आकृति की कार्बन डेटिंग कर उसको पेपर रोल पर उतारा गया। भोजशाला के बाहर उत्खनन, अंदर ब्रशिंग और क्लीनिंग का काम भी हुआ। उन्होंने बताया कि आगे और भी लोग अलग-अलग विधाओं के नवीन उपकरणों के साथ जुड़ने वाले हैं। वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने कहा कि आज बहुत महत्वपूर्ण दिन था, जो छोटी-छोटी चीजें लिखी हुई थीं, पत्थरों-दीवारों पर आकृतियां बनी हुई थीं। मस्जिद के अंदर जो आयतें लिखी हुई थीं, जिसको टीम ने पहले कवर कर रखा था, उसको अलग प्रकार से आज टीम में पेपर स्टाम्प पर उकेरा। दिनभर हर बारीक पहलु पर उन्होंने काम किया, वहीं गौशाला के पीछे उत्तरी क्षेत्र में एक 6/6 का गड्ढा चिन्हित किया गया है, जिसमें दो ढाई फीट तक खुदाई हुई है।

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धार। अदालत के आदेश पर केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अधीन धार की भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण का आज 30 वां दिन हैं। सर्वेक्षण शुरू हुए एक माह का समय पूरा हो चुका है। कोर्ट ने 6 सप्ताह का समय दिया था, जिसमें से दो सप्ताह का समय ही अब शेष है।   सर्वे के तीसवें दिन शनिवार को सुबह 22 एएसआई के अधिकारी, कर्मचारी, 24 मजदूरों व पक्षकारों ने भोजशाला परिसर में प्रवेश किया, अब दिनभर सर्वे के तहत टीमें अलग-अलग काम करेगी। बीते पांच दिनों से सर्वे के तहत कोई बडा काम नहीं हो पाया था, किंतु अब सर्वे के कार्य को गति मिलना शुरू हो गई है। एएसआई की टीम में शामिल जो अधिकारी पिछले दिनों चले गए थे, वे दोबारा लौट आए हैं। जानकारी के अनुसार एएसआई के अधिकारियों की सैंपलिंग की प्रक्रिया भी काफी धीमी और जटिल होती है। पहले स्थान को चिह्नित किया जाता हैं, जहां पर कुछ अवशेष मिले हैं। उसकी मौजूदा स्थिति का अवलोकन करने के साथ फोटो व वीडियोग्राफी की जाती है। इसके बाद तीखी नोक वाले उपकरणों का उपयोग करते हुए मिट्टी हटाई जाती है। फिर केमिकल सहित पानी का उपयोग होता है। ताकि मिट्टी पूरी तरीके से हट जाए। इसके बाद सुखाकर उस स्थान की लिस्टिंग करने का काम होता है।     इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होगी, ऐसे में पूरी उम्मीद जताई जा रही है कि एएसआई की ओर से कुछ और समय देने की मांग की जाएगी।

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गुना। मध्य प्रदेश के गुना जिले में रुठियाई रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की रात करीब आठ बजे अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि आग स्टेशन के कंट्रोल रूम में लगी, जो धीरे-धीरे स्टेशन पर फैल गई। आग लगने की इस घटना से स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।     जानकारी के अनुसार, रुठियाई रेलवे स्टेशन के ओएफसी केबल हट में शुक्रवार रात करीब आठ बजे अचानक आग लग गई। इससे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। आग की लपटें देख स्टेशन पर मौजूद रेल कर्मचारियों द्वारा उसे बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र का उपयोग किया गया, लेकिन देखते ही देखते आग की लपटें तेज हो गई और कर्मचारियों को अग्निशमन यंत्र वहीं छोड़ना पड़े। इसके बाद आग बुझाने फायर बिग्रेड बुलाई गई और करीब आधे घंटे तक उठीं तेज लपटों को बुझाया जा सका।   आग की उक्त घटना को कई लोगों ने अपने मोबाइल कैमरों में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। वहीं रेलवे के ग्रुपों पर भी घटना के वीडियो व फोटो वायरल हुए। बताया गया है कि जिस ओएफसी हट में आग लगी, वह स्टेशन बिल्डिंग से सटकर ही है। आग लगने का कारण प्रारंभिक तौर पर शार्ट सर्किट माना जा रहा है। ओएफसी हट आटोमैटिक संचालित होते हैं, टेलीफोन के लिए इनका उपयोग होता है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच रेलवे द्वारा कराई जाएगी।     आग की घटना का असर ट्रेनों के यातायात पर नहीं पड़ा। कोई भी ट्रेन आग की इस घटना के कारण प्रभावित होना नहीं बताया गया। हालांकि, रुठियाई स्टेशन की टिकिट विंडो का काम जरूर ठप हो गया और मेनुअली रुप से टिकिट काटी गई। बताया गया है कि आग लगने से कुछ समय पहले ही गुना के लिए रुठियाई से सूरत सूबेदारगंज और कोटा बीना मेमो ट्रेन आई थीं। घटना के समय सूरत मुजफ्फरपुर ट्रेन का रुठियाई पहुंचने का समय रहता है, लेकिन शुक्रवार को वह देरी से चल रही थी। ऐसे में वह बीनागंज के आसपास थी।

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प्रदेश में बारिश, आंधी-ओले का दौर थमने के बाद अब गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। गुरुवार को इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के 20 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिन यानी, 19 और 20 अप्रैल को भी गर्मी का असर रहने का अनुमान जताया है। 21 अप्रैल से नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते अगले 3 दिन के लिए आंधी-बारिश का दौर फिर से शुरू हो सकता है।   प्रदेश में गुरुवार को सीजन में पहली बार प्रदेश में तेज गर्मी पड़ी। नौगांव, गुना, शिवपुरी और धार सबसे गर्म रहे। यहां पारा 41 डिग्री से ज्यादा रहा। धार में सबसे अधिक 41.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बैतूल, सागर, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, खरगोन, सतना, शाजापुर, दमोह, उज्जैन, रीवा, मंडला, मलाजखंड, रतलाम, खजुराहो और नर्मदापुरम में तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहा।   मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिसका असर प्रदेश में भी दिखाई देगा। इसके प्रभाव के चलते भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन भी भीगेंगे। मौसम विभाग के अनुसार 21 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, कटनी, मंडला, बालाघाट और डिंडोरी जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, 22 अप्रैल को नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, शहडोल और अनूपपुर जिलों में बारिश की संभावना है।  

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जबलपुर। देश में चल रही चुनावी प्रक्रिया पर सारी दुनिया की नजरें टिकी हैं और लोग इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं। शुक्रवार सुबह जबलपुर में मतदान शुरू होने के बाद दो कनाडाई नागरिक मतदान केंद्र पर पहुंचे और उन्होंने व्यवस्थित तथा शांतिपूर्ण मतदान की प्रक्रिया देखकर खुशी जताई। मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुक्रवार सुबह शुरू हुआ। इसी बीच जबलपुर के एक स्कूल में बने मतदान केंद्र पर कनाडा के नागरिक लायल और ऐसी भी मतदान देखने के लिए पहुंचे। पूरी प्रक्रिया समझने के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा की। उन्होंने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया को देखकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि विशाल जनसंख्या के बावजूद भारत में लोकतंत्र अपना काम कर रहा है। गौरतलब है कि जबलपुर सीट पर सबसे ज्यादा 19 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के आशीष दुबे और कांग्रेस के दिनेश यादव के बीच है। यहां सुबह 11 बजे 27.41 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी थी।

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ग्वालियर। नवरात्रि के नौ दिन अब पूर्ण होने को आ गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार, 16 अप्रैल को महाअष्टमी का पर्व पुष्य नक्षत्र में मनाया जाएगा। इस दिन महागौरी की पूजा होगी और उपवास रख मां की आराधना की जाएगी। इसके साथ ही कन्याओं का पूजन किया जाएगा। बुधवार नौमी के दिन सिद्धीदात्री की पूजा की जाएगी।   ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने सोमवार को बताया कि चैत्र शुक्ल पक्ष नवरात्रि के आठवें दिन महाअष्टमी मनाई जाती है और मां महागौरी की पूजा होती है। इस बार चैत्र शुक्ल की अष्टमी तिथि 15 अप्रैल सोमवार को दोपहर 12:11 से शुरू हुई है और 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 01:23 बजे पर समाप्त होगी। ऐसे में चैत्र नवरात्रि में महाअष्टमी 16 अप्रैल मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन पुष्य नक्षत्र का भी संयोग रहेगा जो मां के भक्तो को विशेष आशीर्वाद प्रदान करेगा। चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 01:23 से शुरू होकर 17 अप्रैल बुधवार को दोपहर 03:14 बजे तक रहेगी। ऐसे में नवरात्रि की महानवमी और श्री राम नवमी 17 अप्रैल बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन देवी की नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। साथ ही इसी दिन नवरात्रि व्रत का पारण भी होगा। राम नवमी पर बन रहे हैं शुभ संयोग: ज्योतिषाचार्य के अनुसार राम नवमी के दिन तीन विशेष दुर्लभ शुभ संयोग बन रहे हैं। इसमें पहला कर्क लग्न, दूसरा सूर्य का उच्च राशि में होना और तीसरा गजकेसरी योग बन रहा है। श्रीराम जी के पूजन का मुहुर्त 17 अप्रैल बुधवार को सुबह 11:03 से दोपहर 01:36 बजे तक रहेगा। इसमें विशेष पूजन मध्यान्ह का समय दोपहर 12:21 बजे पर रहेगा।

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अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर रामनवमी पर्व के सम्बंध में कुछ नयी व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में मंगला आरती के पश्चात ब्रह्म मुहूर्त में अति-प्रातः 3:30 बजे से अभिषेक श्रृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे। श्रृंगार आरती प्रातः 5 बजे होगी। श्री रामलला का दर्शन एवं सभी पूजा विधि यथावत साथ-साथ चलती रहेगी। उन्होंने बताया कि दर्शन का समय बढ़ाकर 19 घंटे कर दिया गया है,जो मंगला आरती से रात 11 बजे तक चलेगा। भगवान को चार बार भोग लगाने के लिए सिर्फ पांच-पांच मिनट ही पर्दा बंद रहेगा।   उन्होंने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि पर्दा बन्द रहने के समय धैर्य बनाकर रहें एवं श्री राम नाम संकीर्तन तथा प्रभु का भजन करते रहें। उन्होंने बताया कि रात्रि 11 बजे तक दर्शन का क्रम पूर्ववत चलता रहेगा। तत्पश्चात परिस्थिति अनुसार भोग एवं शयन आरती होगी। शयन आरती के पश्चात प्रसाद मन्दिर निकास मार्ग पर मिलेगा।   ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि दर्शनार्थी अपना मोबाइल, जूता, चप्पल, बड़े-बैग एवं प्रतिबंधित सामग्री आदि जितना दूर सुरक्षित रखकर आएंगे, दर्शन में उतनी ही अधिक सुविधा होगी। संभवतः ये सभी सामान आदि अपने गुरू स्थान आदि में रखें तो सुगमता रहेगी। उन्होंने बताया कि दर्शन मार्ग पर यात्री सुविधा केंद्र पर रेल आरक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा।   उन्होंने बताया कि 16, 17, 18 एवं 19 अप्रैल को सुगम दर्शन पास, वी.आई.पी. दर्शन पास, मंगला आरती पास, श्रृंगार आरती पास एवं शयन आरती पास नहीं बनेंगे अर्थात किसी भी प्रकार के पास जारी नहीं किए जाएंगे। अर्थात उपरोक्त दिनों में सभी सुविधाएँ निरस्त रहेगी।   उन्होंने कहा कि सुग्रीव किला के नीचे, बिड़ला धर्मशाला के सामने, श्री रामजन्मभूमि प्रवेश द्वार पर 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' द्वारा यात्री सेवा केन्द्र बनाया गया है। जिसमें जन-सुविधाएँ उपलब्ध हैं।   उन्होंने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में संपन्न होने वाले सभी कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में लगभग 80 से 100 स्थानों पर एल.ई.डी. स्क्रीन लगाकर दिखाया जाएगा। यह कार्य प्रसार भारती द्वारा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किया गया है। इसका सीधा प्रसारण उपलब्ध रहेगा।   उन्होंने सभी सम्मानित श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि केवल रामनवमी के दिन सभी कार्यक्रमों का आनन्द घर बैठे अथवा जो जहां हो, मोबाइल पर, टेलीविजन पर और स्थान-स्थान पर लगी हुई एल.ई.डी. स्क्रीन पर देखकर, प्रभु श्री राम जी की कृपा प्राप्त कर, जीवन धन्य करें और राम नवमी के पश्चात अपनी सुविधानुसार अयोध्या धाम आकर प्रभु श्री रामलला जी के दर्शन लाभ कर, प्रसाद ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि राम नवमी के दिन अनावश्यक भाग-दौड़ और परेशानी से बचें।

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भोपाल। प्रदेश में पिछले 8 दिन से आंधी, बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। 7 अप्रैल से ही प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो रही है। वहीं, आंधी चलने के साथ ओले भी गिर रहे हैं। सिस्टम की एक्टिविटी की वजह से रविवार को भी कुछ जिलों में हल्की बारिश हुई। बारिश का दौर सोमवार को भी जारी रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने जबलपुर, भिंड, छिंदवाड़ा, विदिशा समेत 12 जिलों में हल्की बारिश का अनुमान जताया है। हालांकि, ओले या तेज आंधी का अलर्ट नहीं है।       मौसम विभाग के अनुसार वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहा। इस वजह से तेज आंधी चली, ओले गिरे और बारिश भी हुई। सोमवार को भी सिस्टम का असर रहेगा, लेकिन अब यह कमजोर हो गया है। इस कारण कुछ जिलों में ही हल्की बारिश होने का अनुमान है। भिंड, दतिया, विदिशा, रायसेन, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर और बालाघाट में गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। दिन के टेम्प्रेचर में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, एक सप्ताह बाद फिर से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो सकता है।

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भोपाल। मैंने अपना कर्तव्य निभा लिया, अब आप भी अपना कर्तव्य जरूर निभाएं… अपनी ऊंगली पर लगी अमिट स्याही दिखाकर कुछ ऐसा ही संदेश रविवार को 103 साल की मतदाता बारी बाई ने युवा मतदाताओं को दिया है।     गौरतलब है कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को लोकसभा निर्वाचन 2024 में मतदान के लिए मतदान केंद्र तक न आने पड़े, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ऐसे मतदाताओं को उनकी स्वेच्छानुसार घर से मतदान करने (होम वोटिंग) की सुविधा दी गई है।   इसी सुविधा का लाभ उठाते हुए लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्र. - 17 होशंगाबाद के अंतर्गत आने वाले रायसेन जिले के उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र क्र. -140 की मतदाता बारी बाई (103 वर्ष) ने घर से मतदान करने की इच्छा जताई। आवेदन मिलने पर मतदान दल सक्रियता दिखाते हुए शतायु मतदाता के घर पहुंचा और उनसे मतदान कराया। घर से मतदान की सुविधा मिलने पर बारी बाई ने भारत निर्वाचन आयोग का हृदय से आभार जताकर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने युवा मतदाताओं से लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर भागीदारी कर मतदान जरूर करने का संदेश भी दिया।

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भोपाल/रीवा। प्रदेश के रीवा जिले के मनिका गांव में 160 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 6 साल के मयंक को कई घंटों की मशक्कत के बाद भी नहीं बचाया जा सका। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मयंक की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को रेड क्रॉस की ओर से चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। साथ ही सख्त कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री ने त्योंथर जनपद के सीईओ और पीएचई एसडीओ को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।     बता दें कि रीवा में जनेह थाना क्षेत्र के मनिका गांव में मयंक (6 वर्ष) पुत्र विजय आदिवासी शुक्रवार दोपहर खुले बोरवेल में गिर गया था। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर तुरंत उसे निकालने की कोशिशें शुरू कीं। खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एनडीईआरएफ की टीमों को बुलाया गया। करीब 45 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद वह बोरवेल के भीतर 42 फीट की गहराई पर मिट्टी-पत्थरों के बीच दबा मिला। मेडिकल टीम उसे लेकर अस्पताल पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।     मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हादसे पर दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि " रीवा जिले के मनिका गांव में बोरवेल में गिरे मासूम बच्चे मयंक को प्रशासन के लगातार और अथक प्रयासों के बाद हम नहीं बचा सके। मन अथाह दु:ख और पीड़ा से भरा है। ईश्वर दिवगंत आत्मा को शांति एवं परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। दु:ख की इस घड़ी में, मैं और मध्यप्रदेश सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़े हैं। इस मामले में जवाबदेही तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर एवं एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि ऐसे बोरवेल को ढंक कर रखें, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।"

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भोपाल। पिछले छह दिनों से प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। कई जिलों में आंधी, बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। शनिवार को भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा समेत 13 जिलों में ओले भी गिर सकते हैं। वहीं, राजधानी भोपाल समेत 25 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे पहले शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन और देवास में तेज बारिश हुई और ओले भी गिरे। सीहोर के 6 गांवों में ओलों की चादर बिछ गई।     मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से ओले-बारिश का मौसम बना हुआ है। जिसके कारण प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो रही है। सिस्टम की एक्टिविटी की वजह से शनिवार को भी बारिश होने का अनुमान है। बता दें कि, राजधानी भोपाल में गरज चमक के साथ शुक्रवार देर रात जमकर बारिश हुई। जिसे लेकर मौसम विभाग ने भोपाल समित कई जिलों में रेड अलर्ट भी जारी किया है।     इन जिलों में बारिश की संभावना भोपाल, उमरिया, राजगढ़, मंडला, नीमच, आगर-मालवा, मुरैना, निवाड़ी, पन्ना, टीकमगढ़, शहडोल, सतना, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी, खंडवा, बालाघाट, भिंड, बुरहानपुर, छतरपुर, दमोह, दतिया, देवास, ग्वालियर, हरदा, कटनी, जबलपुर और इंदौर में हल्की से तेज बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।     13 जिलों में ओले गिरने का अनुमान छिंदवाड़ा, विदिशा, अनूपपुर, अशोकनगर, बैतूल, नर्मदापुरम, पांढुर्णा, सिवनी, सीहोर, नरसिंहपुर, सागर, डिंडोरी, रायसेन और गुना में तेज रफ्तार में हवा चलने के आसार हैं इसमें साथ ही नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा समेत 13 जिलों में ओले गिरने का अनुमान लगाया है।

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धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शुक्रवार को 22वें दिन भी जारी रहा। जुमे की नमाज के चलते दिल्ली और भोपाल के 18 अधिकारियों की टीम 28 मजदूरों के साथ सुबह छह बजे भोजशाला परिसर में पहुंची। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब छह घंटे काम किया। इसके बाद दोपहर 12 बजे टीम यहां से रवाना हो गई। इस दौरान सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। शुक्रवार होने की वजह से यहां नमाज पढ़ी गई। इसके चलते पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया था। भोजशाला में नमाज दोपहर एक बजे से तीन बजे तक पढ़ी गई। भोजशाला में एएसआई की टीम ने सर्वे के दौरान मैपिंग, मेजरमेंट के साथ खुदाई और कार्बन डेटिंग की प्रोसेस से सर्वे किया है। अब एएसआई की टीम आधुनिक उपकरणों से सर्वे को आगे बढ़ाएगी। सर्वे दल ने बीते दिनों जो साक्ष्य जुटाए हैं, उन्हें जल्द ही परीक्षण के लिए उच्चस्तरीय लैब में भेजा जाएगा इससे भोजशाला के कालखंड की जानकारी सामने आने में मदद मिलेगी, इधर भोजशाला परिसर स्थित अकल कुई यानी कूप का लगातार चौथे दिन सर्वे किया गया। सर्वे टीम इन दिनों इसी कुई पर फोकस कर रही है। भोजशाला और उसके परिसर में चल रहे सर्वे को शुक्रवार को 22 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच सर्वे दल ने कई ऐसे साक्ष्य जुटाए हैं, जो निर्णायक साबित होंगे। इंदौर हाईकोर्ट आदेश के तहत छह सप्ताह के भीतर एएसआई को सर्वे कर कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करना है, लेकिन अभी सर्वे का काम आधा भी नहीं हो पाया है। सर्वे के 22वें दिन टीम ने यहां छह घंटे तक सर्वे किया। यहां नमाज शुरू होने से पहले टीम वापस लौट गई। सर्वे टीम के जाने के बाद नमाज़ समाज के लोगो का नमाज के लिए आना शुरु हो गया था। सुरक्षा की दृष्टि से भोजशाला और उसके परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला के गर्भगृह के साथ पिछले और अन्य हिस्सों में टीम सर्वे कर रही है। आगामी दिनों में आधुनिक मशीनों से भी सर्वे होगा, जिसमें कुछ नए सदस्य भी शामिल होंगे। एएसआई की टीम वैज्ञानिक तरीके से सर्वे कर रही है। इसके तहत खुदाई, मैपिंग, स्कैनिंग मेजरमेंट जैसे कई काम किए जा रहे हैं। एएसआई की टीम ने भोजशाला की 50 मीटर की परिधि में भी चारों तरफ सर्वे शुरू कर दिया है। टीम को अभी तक भोजशाला की अकल कुई की ओर वाली दीवार पर गौमुख मिला है। यहां उर्दू, अरबी, फारसी लिखे शिलालेख भी मिले हैं। इनके अलावा उन्हें एक और दीवार भी मिली है। अभी सर्वे का आधा काम भी नहीं हो पाया है। सर्वे टीम को 29 अप्रैल को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करना है। आवश्यकता के अनुसार टीम समय भी बढ़ाने की मांग कर सकती है। दोबारा सर्वे की जरूरत क्या हैः शहर काजी   वहीं, शुक्रवार को नमाज के बाद भोजशाला परिसर से बाहर आए शहर काजी वकार सादिक ने एएसआई के सर्वे पर सवाल उठाया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एएसआई पूर्व में भी इसका सर्वे कर चुकी है, तो दोबारा सर्वे करने की जरूरत क्या है? वहीं अकल कुई के बारे में उन्होंने कहा कि अकल कुई बाबा कमाल की दरगाह में मौजूद है। चूंकि, ये कोर्ट का आदेश है तो हम उसका सम्मान करते है. हमें उसका पालन करना ही है।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के परिसर में खुदाई के दौरान भूगर्भ से निकले एक हजार साल पुराने शिव मंदिर का पुनर्निर्माण जारी है। पुनर्निमित मंदिर करीब 37 फीट ऊंचा होगा। इसके निर्माण में करीब चार माह का समय लगेगा। पुरातत्व विभाग द्वारा इसके निर्माण पर करीब 65 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।   निर्माण कार्य की प्रगति देखने के लिए गुरुवार को मप्र पुरातत्व विभाग की आयुक्त उर्मिला शुक्ला महाकालेश्वर मंदिर पहुंची और निर्माण कार्यों का जायजा लिया। पुरातत्व आयुक्त एक माह के भीतर दूसरी बार दूसरी बार यहां पहुंची थी। इससे पहले उन्होंने 6 अप्रैल को स्थल निरीक्षण किया था।   गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में नवनिर्माण के लिए की जा रही खुदाई के दौरान करीब दो साल पहले मंदिर परिसर के अग्र भाग से एक हजार पुराने शिव मंदिर के अवशेष प्राप्त हुए थे। इसके बाद विक्रम विश्वविद्यालय के पुराविद डॉ. रमण सोलंकी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुरा साक्ष्यों को देखकर यहां मंदिर होने की संभावना व्यक्त की थी। इसके बाद मामला मप्र पुरातत्व विभाग के भोपाल कार्यालय पहुंचा, तो विभाग ने विशेषज्ञों की निगरानी में आगे की खुदाई कराई। इस दौरान एक हजार साल पुराने शिव मंदिर का आधार भाग तथा शिवलिंग सहित विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियां प्राप्त हुई।   इसके बाद जिस स्थान से मंदिर प्राप्त हुआ है, उस स्थान पर पुरातत्व विभाग ने पुनर्निमाण करने की योजना तैयार की। करीब छह माह पहले पत्थरों पर नंबरिंग कर इसका खाका तैयार किया गया। अब नंबरिंग के आधार पर पत्थरों को जोड़कर मंदिर तैयार किया जा रहा है।

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अनूपपुर। जिले के चचाई थाना अंतर्गत गुरुवार देर रात एक किराना दुकान में भीषण आग लगने से लगभग 25 लाख का सामान जलकर खाक हो गया। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की सात गाड़ियों की सहायता ली गई। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा हैं। वहीं पुलिस कारणों की जांच कर रही है।   जानकारी के अनुसार चचाईं थाना अंतर्गत अमलाई दुर्गा मंदिर में स्थित किराना दुकान और गोदाम में गुरुवार-शुक्रवार की रात भीषण आग लग गई। घटना के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस और दमकल वाहन को सूचना दी। जिसके बाद एसईसीएल, नगर पालिका, चचाई पावर प्लांट की सात दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। आग लगने से किराना दुकान व गोदाम का लगभग 25 लाख का सामान जलकर खाक हो गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को भी झमाझम बारिश होने का अनुमान जताया है। आज से 15 अप्रैल तक नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा समेत 36 जिलों में आंधी, बारिश और ओले पड़ने का रेड अलर्ट है। वहीं, हवा की रफ्तार 30किमी और अधिकतम गति 60किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है।       मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से बारिश-ओले का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इस कारण प्रदेश में बारिश हो रही है। एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों कि माने तो अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के असर से नमी आ रही है। जिसके कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल बने हुए हैं तो कुछ शहरों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। जिसके कारण प्रदेश में दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है।       इससे पहले, गुरुवार को कई जिलों में बारिश हुई। भोपाल में देर रात गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। रतलाम, सागर, छिंदवाड़ा, उज्जैन, विदिशा समेत कई जिलों में बारिश हुई। गुना और रतलाम में ओले भी गिरे। वहीं आज यानी शुक्रवार को राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर सहित प्रदेश में अन्य स्थानों पर बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं मौसम विभाग ने नर्मदापुरम और बैतूल समेत 36 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।  

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भोपाल। उत्तर पश्चिम रेलवे, जोधपुर मंडल के फुलेरा-डेगाना जंक्शन रेल खण्ड पर नावा सिटी-गोविंदी मारवाड़ स्टेशनों के मध्य नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जा रहा है। इसके चलते भोपाल मण्डल से प्रारंभ/समाप्त होने वाली गाड़ी संख्या 14814 भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तित किया गया है। मंडल रेल कार्यालय द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के अनुसार 14814 भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस दिनांक 26.04.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया जयपुर-रींगस-सीकर-चुरू-रतनगढ़ जंक्शन-डेगाना होते हुए गंतव्य को जाएगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 14813 जोधपुर-भोपाल एक्सप्रेस दिनांक 27.04.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया डेगाना-रतनगढ़ जंक्शन-चुरू-सीकर-रींगस-जयपुर होते हुए गंतव्य को जाएगी।

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भोपाल। देशभर में गुरुवार को ईद-उल-फितर पर्व मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में ईद का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी शहरों में सुबह मस्जिदों में ईद-उल-फितर की मुख्य नमाज अता की गई। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अमन, चैन और देश में खुशहाली की दुआएं मांगी। एक-दूसरे से गले मिलकर प्यार बांट कर ईद की मुबारक दी।     राजधानी भोपाल में सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच सबसे पहले सुबह 7.00 बजे ईदगाह मस्जिद में ईद के मौके पर विशेष नमाज अता की गई। इस दौरान ईद मिलन कार्यक्रम भी हुआ। यहां पर बड़ी संख्या में सुबह से मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे और नमाज अता करने के साथ एक-दूसरे को गले लगाकर ईद पर्व की मुबारकबाद दी। शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी ने बुधवार शाम को चांद दिखने के बाद अगले दिन यानी आज ईद मनाने का ऐलान किया था।     वहीं, ईदगाह के बाद जामा मस्जिद में सुबह 7.15 बजे, ताजुल मसाजिद में सुबह 7.30 बजे और मोती मस्जिद में सुबह 7.45 बजे ईद की नमाज अता की गई। इसके बाद शहर की अन्य मस्जिदों में नमाज अदा करने का सिलसिला चलता रहा। नमाज अता करने के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं। घरों पर आने वाले मेहमानों को मुस्लिम समाज के लोग सिवइयों से मुंह मीठा करा रहे है। घर आए मेहमानों को और बच्चों को ईदी बांटी जा रही है।     ईद-उल-फितर के मौके पर गुरुवार सुबह ईदगाह पर पारंपरिक सामूहिक नमाज की गई। हजारों लोगों के ईदगाह पहुंचने की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यातायात के विशेष इंतजाम किए हैं। इसके तहत सुबह छह बजे से 11 बजे तक कई मार्ग परिवर्तित किए गए हैं।     बुरहानपुर में 20 हजार लोगों ने एक ही जगह अता की नमाज इधर बुरहानपुर में शहर की सिंधी बस्ती स्थित शाह जहांनी ईदगाह में ईद की विशेष नमाज अदा की गई। इसमें 20 हजार से ज्यादा समाजजन शामिल हुए। बस्ती स्थित शाहजांनी ईदगाह परिसर के अलावा दूर-दूर तक सड़क पर ही नमाज अदा की गई। लालबाग रोड की ओर जाने वाला रास्ता मरिचिका उद्यान के पास से बंद कर दिया गया था। इस दौरान देश और प्रदेश में अमन-चैन की दुआ की गई।     उज्जैन में गुरुवार को ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। ईद-उल-फितर, मीठी ईद सुबह से मुस्लिम समाज के लोग मस्जिदों में होने वाली नमाज के लिए निकले। नमाज अदा होने के बाद मुस्लिम जन ने दूसरे को ईद पर्व की मुबारकबाद दी।     नर्मदापुरम में सुबह 7.30 बजे शहर के ईदगाह में ईद-उल-फितर की मुख्य नमाज अता की गई। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अमन, चैन और देश में खुशहाली की दुआएं मांगी। एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारक दी। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते इस बार कोई जनप्रतिनिधि या जिला अधिकारी नहीं पहुंचे, लेकिन इस बार नमाज के साथ शहर काजी हाफिज मोहम्मद अशफाक अली ने सभी से चुनाव में वोटिंग करने जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि मतदान करना हम सभी का अधिकार है। वोट कर अपने अधिकार का उपयोग करें, एक अच्छे प्रतिनिधि को चुने, ताकि लोकतंत्र मजबूत रहे।   छिंदवाड़ा में ईद का पर्व आपसी सौहार्द के साथ मनाया गया। बारिश के चलते मुस्लिम भाइयों के द्वारा ईदगाह की जगह मस्जिदों में नमाज अदा की गई और लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। पूरे जिले में आपसी स्वाद और भाईचारे के बीच ईद का पर्व मनाया गया।     सागर में मस्जिद, ईदगाहों पर एक साथ ईद की नमाज अदा की गई। नमाजी और रोजेदारों ने गले मिलकर ईद उल फितर की एक-दूसरे को बधाइयां दीं। बुधवार को रमजान का आखिरी रोजा रखा गया। शाम को आसमान में चांद दिखने साथ ही लोगों में खुशी देखने को मिली। गुरुवार को ईद उल फितर मनाया गया। ईद की मुख्य नमाज मोतीनगर स्थित ईदगाह पर हुई।   गुना शहर में भी उत्साह के साथ ईद-उल-फितर मनाई गई। ईद की पहली व मुख्य नमाज ईदगाह पर सुबह 7.30 बजे हुई। बड़ी ईदगाह पर सुबह 9:30 बजे ईद की नमाज हुई। देश और प्रदेश की खुशहाली व अमनो-अमान के लिए सामूहिक रूप से दुआ मांगी गई। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिल ईद की मुबारकबाद दी। घर के बड़े लोग बच्चों के ईद मुबारक कहते ही उन्हें ईदी दे रहे हैं। जिले में नमाज के लिए सभी जगह विशेष प्रबंध किए गए हैं।     खंडवा में गुरुवार को मुस्लिम समाज ने ईदुल फितर हर्षोल्लास के साथ मनाया। शहर की 40 मस्जिदों में ईद की नमाज पढ़ी गई। मुख्य नमाज ईदगाह पर हुई, जहां मौलाना फखरूद्दीन ने तकरीर सुनाई। यहां एक साथ हजारों लोगों ने शीश झुकाकर सजदा करते हुए अमनो अमान की दुआं मांगी। ईदगाह पर प्रशासन की ओर से शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प दिलाया गया।     औद्योगिक नगरी पीथमपुर में गुरुवार को ईदुल-फितर पर्व हर्ष उल्लास से मनाया जा रहा है। शहर के जामिया इस्लामिया मदरसा, पीथमपुर की जुम्मा मस्जिद, सागौर की मजीद, धन्नड़ मस्जिद और जुबेदा मस्जिद में मुस्लिम समाजजनों ने ईद की विशेष नमाज हुई। इस दौरान सभी ने देश और दुनिया में अमन चैन की दुआएं कीं। अन्य शहरों और कस्बों में भी ईद के मौके पर एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला जारी है।  

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में बीते तीन दिनों से तेज हवा के साथ वर्षा का सिलसिला जारी है। बुधवार को दोपहर करीब तीन बजे शुरू हुई बारिश शाम तक होती रही। इस दौरान करीब 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली। जबकि छिंदवाड़ा में गुरुवार सुबह से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने लगातार पांचवें दिन मध्यप्रदेश में ओले-बारिश और तेज आंधी का अलर्ट जारी किया है। भोपाल-इंदौर समेत 31 जिलों में भी गरज-चमक, ओले, बारिश और आंधी चलने का अनुमान है। नर्मदापुरम-बैतूल जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां तेज आंधी चल सकती है।       मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से बारिश-ओले का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इस कारण प्रदेश में बारिश हो रही है। 12 अप्रैल से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा। इससे पहले, बुधवार को भोपाल, सीहोर, शाजापुर, देवास, विदिशा, रायसेन, उज्जैन समेत कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। कई जगहों पर ओले भी गिरे। तेज हवा भी चली। कई जिलों में देर रात तक मौसम बदला रहा। भोपाल में 28 मिमी यानी 1 इंच से ज्यादा बारिश हुई। सिवनी में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। वहीं, रायसेन में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई।       तापमान में आयी गिरावट बारिश के कारण भोपाल समेत कई शहरों में दिन का तापमान भी लुढ़क गया। भोपाल में 3.8 डिग्री की गिरावट हुई और 33 डिग्री दर्ज किया गया। रायसेन में पारा 26 डिग्री रहा। यहां एक ही दिन में 5.8 डिग्री की गिरावट देखने को मिली। शिवपुरी में 4 और उज्जैन में 3 डिग्री की गिरावट हुई। दमोह में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसी प्रकार बैतूल, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, रतलाम, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, टीकमगढ़, उमरिश में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को रायसेन सबसे ठंडा और धार सबसे गर्म रहा। धार में अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री दर्ज किया गया।

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धार। भोजशाला में कोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा वैज्ञानिक पद्धति से किए जा रहे सर्वे का आज 20वां दिन है। टीम के 16 लोगों ने 29 मजदूरों के साथ सुबह लगभग 8 बजे परिसर में प्रवेश किया। दोनों पक्षकारों की मौजूदगी में टीम ने काम भी शुरू कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को एएसआई की टीम के सदस्यों की संख्या कम है, जिसके चलते काम प्रभावित हो सकता है। एक दिन पहले मंगलवार को भोजशाला की दीवार से सटा गोमुख टीम को सर्वे के दौरान मिला है, जो पहले से वहां पर मौजूद है। अब इस ओर आगे का काम किया जाएगा। एएसआई की टीम ने प्राथमिक तौर पर सर्वे करते हुए परिसर में कई स्थानों को चिह्नित कर लिया है। अब इस पर काम होगा। वहीं सर्वेक्षण की विधाओं की और ज्यादा जानकारी रखने वाले अधिकारी मशीनों को लेकर धार आएंगे। जिसके बाद दूसरे लेवल पर काम शुरू होने की उम्मीद हैं।   हिन्दू पक्षकार आशीष गोयल ने मीडिया को बताया कि न्यायालय के आदेश के बाद 20 दिनों से भोजशाला के अंदर और बाहर सर्वे का काम लगातार जारी है। न्यायालय ने जितने बिंदुओं पर आदेशित किया हैं, उसी अनुसार एएसआई की टीम सर्वे का काम तेजी से कर रही है। आदेश के अनुसार 6 सप्ताह में सर्वे रिपोर्ट पेश करनी है और भोजशाला का क्षेत्रफल काफी बड़ा है ऐसे में अगर आवश्यकता लगती है तो समय बढ़ाने की मांग को लेकर एएसआई न्यायालय में जा सकती है।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में धुलेंडी पर भस्मारती के दौरान गर्भगृह में लगी आग से झुलसे एक सेवक की बुधवार को मौत हो गई है। 80 वर्षीय सेवक सत्यनारायण सोनी 30 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे। अरबिंदो अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उन्हें इलाज के लिए मुंबई ले जाया गया था, मगर डाक्टर उन्हें बचा नहीं पाए।     गौरतलब है कि पिछले माह 25 मार्च को धुलेंडी के दिन उज्जैन के महाकाल मंदिर सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग से 14 लोग झुलस गए थे। इस दौरान मंदिर के सेवक सत्यनारायण (80) गंभीर रूप से झुलसे गये थे। पहले उन्हें इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से मुंबई रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह सत्यनारायण सोनी ने अंतिम सांस ली। बता दें कि पुजारी पुत्र मनोज शर्मा (43), पुजारी संजय शर्मा (50) और सेवक चिंतामण (65) अभी इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती हैं। घटना की जांच में सामने आया था कि आग केमिकल वाला गुलाल फेंकने से भड़की थी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से ‘चैत्र‘ के महीने में भी ‘मानसून’ सा नजारा देखने मिल रहा है। राज्य के अनेक जिलों में तेज हवाओं के साथ रुक-रुक बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। बुधवार को भी सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं। हालांकि, बीच-बीच में सूरज तल्खी दिखाने का प्रयास करता नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार को भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत 27 जिलों में बारिश हो सकती है। विभाग ने इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलने के साथ कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।     इससे पहले मंगलवार को राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में बारिश हुई और कई जगह ओले भी गिरे। मौसम विभग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी आने की इस वजह से प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्र के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। विभाग ने आगामी 15 अप्रैल तक ऐसा ही मौसम बना रहने की संभावना जताई है।     मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ प्रकाश ढवले ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास बना हुआ है। राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। मध्य महाराष्ट्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के असर से मिल रही नमी के कारण पूर्वी एवं पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश हो रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज कुछ तीन दिन तक बना रह सकता है।     वहीं, वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। उधर, तापमान भी 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना रहने से दोपहर के बाद स्थानीय स्तर पर भी गरज-चमक की स्थिति बनने लगी है। 13 अप्रैल को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी 15 अप्रैल तक मौसम साफ होने की उम्मीद कम है।  

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ग्वालियर। चैत्र नवरात्रों का प्रारंभ 9 अप्रैल से होने जा रहा है और जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा। इन नौ दिनों में आदि शक्ति की उपासना की जाएगी। नवरात्रि का पर्व देशभर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि चैत्र नवरात्र इस बार 09 अप्रैल से शुरू होंगे और 17 अप्रैल को समापन होगा। ज्योतिषियों की मानें तो चैत्र नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इन दोनों योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 32 मिनट से लेकर अगले दिन 10 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक है। साथ ही चैत्र नवरात्र पर अश्विनी नक्षत्र का भी योग बन रहा है। अश्विनी नक्षत्र सुबह 07 बजकर 33 मिनट से है, जो अगले दिन 10 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक है। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। इस बार चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर हो रहा है। घोड़े को मां दुर्गा का शुभ वाहन नहीं माना जाता है, ये युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं का संकेत देता है। सत्ता में परिवर्तन होता है। चैत्र नवरात्रि घट स्थापना शुभ मुहूर्त:- इस साल चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा तिथि 08 अप्रैल को देर रात 11 बजकर 50 मिनट से शुरू होगी। ये तिथि अगले दिन यानी 09 अप्रैल को संध्याकाल 08 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगी। हिंदू धर्म में उदया तिथि मान है, इसलिए 09 अप्रैल को घटस्थापना है। 09 अप्रैल को घटस्थापना समय प्रात: काल 06 बजकर 02 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक है। इस समय में घटस्थापना कर सकते हैं। इसके अलावा, 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट के मध्य अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं। चैत्र नवरात्रि तिथियां:- - पहला दिन 9 अप्रैल प्रतिपदा तिथि, घटस्थापना, मां शैलपुत्री पूजा - दूसरा दिन 10 अप्रैल द्वितीया तिथि, मां ब्रह्मचारिणी पूजा - तीसरा दिन 11 अप्रैल तृतीया तिथि, मां चंद्रघण्टा पूजा - चौथा दिन 12 अप्रैल चतुर्थी तिथि, मां कुष्माण्डा पूजा - पांचवां दिन 13 अप्रैल पंचमी तिथि, मां स्कंदमाता पूजा - छठा दिन 14 अप्रैल षष्ठी तिथि, मां कात्यायनी पूजा - सांतवां दिन 15 अप्रैल सप्तमी तिथि, मां कालरात्रि पूजा - आठवां दिन 16 अप्रैल अष्टमी तिथि, मां महागौरी पूजा - नौवां दिन 17 अप्रैल नवमी तिथि मां, सिद्धिदात्री पूजा, रामनवमी

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धार। भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वैज्ञानिक पद्धति से सर्वे का आज 18वां दिन है। एएसआई टीम और दोनों पक्षकारों ने सुबह करीब 8 बजे परिसर में प्रवेश किया। उनके साथ 19 सदस्यों और 33 मजदूरों की टीम है। टीम आज दीवार और हवन कुंड से मिट्टी हटा रही है। भोजशाला के सर्वे के 18 वें दिन सोमवार को भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिला पुलिस के आलाधिकारी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। आज गर्भगृह में हवन कुंड के पास मिट्टी हटाने का काम हो रहा है। हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि कल अकल कुइयां का सर्वे हुआ है। यह अकल कुइयां ही राजा भोज द्वारा बनवाया गया सरस्वती कूप है। भोज द्वारा लिखी गई किताब चारु चर्या में इसकी जानकारी है। दक्षिण की तरफ इसका प्रवेश द्वार है। उत्तर की दीवार पर भगवान गणेश की आकृति बनी है।   शर्मा ने बताया कि इसका रास्ता दो गुंबदों के बीच से जाता था। 7 फीट नीचे 14 कोणीय अकलकुंय्या बनी है। इसे अब अकल कुइयां कहा जाता है। इसे पातालगंगा सरस्वती माना जाता था। इतिहासकार हरी भाऊ वाकणकर ने भी अपनी किताब में इसके बारे में लिखा है। वाकणकर भोजशाला आए थे और अकल कुइयां से राजा भोज द्वारा लिखा गया ताम्रपत्र और एक पत्थर जो सिर्फ सरस्वती नदी में ही मिलता है, निकालकर ले गए थे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। रविवार को राजधानी भोपाल, रायसेन, सागर और दमोह समेत कई जिलों में बारिश हुई है। वहीं सिवनी और बालाघाट के मलाजखंड में बूंदाबांदी हुई। कई जिलों में दिनभर बादल छाए रहे। हालांकि बीच-बीच में धूप भी निकली। मौसम विभाग ने एक सप्ताह तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना जताई है। इस दौरान कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।   मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम में जो बदलाव और गरज-चमक व बूंदाबांदी का क्रम दिख रहा है, उसमें मंगलवार से और बढ़ोतरी हो सकती है। देश में 10 और फिर 13 अप्रैल को दो पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने का अनुमान है, जिससे इस तरह की गतिविधियां आने वाले पूरे सप्ताह तक जारी रह सकती है।   मौसम विभाग ने अनुमान व्यक्त किया है कि सोमवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल संभाग के जिलों सहित भोपाल और सागर के कुछ इलाकों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। कहीं-कहीं ओले गिरने की भी आशंका है।   मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तराखंड में एक द्रोणिका बनी हुई है। ओडिशा से लेकर विदर्भ, कर्नाटक, तमिलनाडु और मराठवाड़ा होते हुए कोमरीन तक एक द्रोणिका बनी है। इन प्रणालियों के अलावा दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में एक चक्रवात बना हुआ है। प्रदेश को प्रभावित करने वाली मौसम प्रणालियों में बंगाल की खाड़ी में बना प्रति चक्रवात भी प्रमुख है, जो ताकतवर होता जा रहा है। यह सोमवार-मंगलवार तक और गहरा हो सकता है। इसके असर से हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इधर, हवाओं का रुख भी नमी लाने में मदद कर रहा है, जिससे गतिविधियां बढ रही हैं।   वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि 10 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ देश में प्रवेश करेगा। इसी तरह एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 13 अप्रैल को पहुंचने का अनुमान है। इनके असर से अन्य प्रणालियां बनेंगी और मजबूत होंगी। इसके असर से 10 अप्रैल से पूरे प्रदेश में बूंदाबांदी की गतिविधियां होंगी। इस दौरान ओलावृष्टि की आशंका भी बनेगी। प्रदेश में मंगलवार से मौसम का यह बदलाव बड़े हिस्से में दिखेगा, जो करीब पूरे सप्ताह तक चलता रहेगा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन। सूर्य ग्रहण सोमवार को है लेकिन यह भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए इसका सूतक भी नहीं माना गया है लेकिन इसका असर विश्वव्यापी देखने को मिलेगा। विश्व में युद्ध के हालात बनेंगे। भारत की भी अपने पड़ोसी देशों से सीमा पर झड़प हो सकती है। सूर्य ग्रहण के असर से जून माह तक हालात बहुत ही परिवर्तनशील होंगे। भारतीय नव वर्ष चैत्र प्रतिपदा के एक दिन पूर्व 8 अप्रैल को पूर्ण सूर्यग्रहण देश और दुनिया के लिए बड़ी प्राकृतिक व मानवीय त्रासदी लेकर आ रहा है, ऐसा ग्रहों के आधार पर कहा जा रहा है। ज्योतिष में शुभ नहीं माना जाने वाला खप्पर योग वर्तमान में प्रभावशील है। यह 23 अप्रैल तक अपना कुप्रभाव दिखाएगा। इसी के साथ शनि की मूल त्रिकोण राशि कुंभ में दो परस्पर विरोधी व शत्रु माने जाने वाले ग्रहों शनि और मंगल की वक्र युति बनी हुई है। यह भी 23 अप्रैल तक अपना कुप्रभाव दिखायेगी। आने वाली 30 मई तक गोचर में लगभग सभी ग्रहों के लगातार तेजी से बदलाव देखने को मिलेंगे। यहां दिखेगा सूर्य ग्रहण सोमवती अमावस्या का पूर्ण सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, कनाडा, मेक्सिको आदि स्थानों पर दिखाई देगा। यह ग्रहण भारतीय समयानुसार रात्रि 9.12 बजे से मध्यरात्रि 2.22 बजे के मध्य होगा। अत: भारत में दिखाई न देने के कारण यहां इसकी धार्मिक मान्यता नहीं होगी और सूतक नहीं होंगे। लेकिन खगोलीय घटना होने के कारण आंशिक प्रभाव होने से इंकार नहीं किया जा सकता। यह होंगी खगोलीय घटनाएं ज्योतिष विचारक योगेंद्र माथुर ने दावा किया कि खगोलीय स्थिति के अध्ययन और विश्लेषण के अनुसार 13 अप्रैल को सूर्य, मीन राशि से अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे। मीन राशि में राहु के साथ बना ग्रहण योग समाप्त हो जाएगा लेकिन इस बीच वक्री बुध 9 अप्रैल की रात्रि अपनी नीच की मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे और 25 अप्रैल को मार्गी होकर पुन: अपनी शत्रु राशि मेष में लौटेंगे। 23 अप्रैल को मंगल का भी जल तत्व की राशि मीन में प्रवेश हो जाएगा,जहां वे राहु के साथ ज्योतिष के एक अशुभ अंगारक योग का निर्माण करेंगे। यह योग 1 जून की दोपहर तक बना रहेगा और देश दुनिया में अपना कुप्रभाव दिखाएगा। उन्होंने बताया कि मीन राशि में शुक्र पहले से ही विद्यमान है, जो 24 अप्रैल तक यहीं रहेंगे और राहु-मंगल-बुध के साथ कुछ समय के लिए चतुर्ग्रही योग का निर्माण करेंगे। 23 अप्रैल तक कुंभ राशि में शनि मंगल की युति रहेगी। शनि की तीसरी नीच दृष्टि मंगल की मेष राशि पर पड़ेगी, जहां देवगुरु बृहस्पति विद्यमान है। 13 अप्रैल को वहां सूर्य का प्रवेश हो जाएगा। शनि की दसवीं दृष्टि भी मंगल की ही वृश्चिक राशि पर पड़ेगी। केतु व चंद्र को छोड़कर अन्य सभी महत्वपूर्ण ग्रहों का गोचर कुंभ से मेष राशि के बीच हो रहा है। ज्योतिष विचारक के मुताबिक चंद्र का गोचर 4 अप्रैल से 11 अप्रैल तक इन्हीं राशियों में रहेगा। जल तत्व की राशि मीन में सूर्य ग्रहण,अंगारक योग व चतुर्ग्रही योग बनने से जल तत्व अत्यधिक होगा। अति वृष्टि, सुनामी,जल प्लावन और अनावृष्टि पूरी दुनिया में देखने को मिलेगी। मंगल व शनि भूमि भवन के कारक हैं अत: बड़े भूकंप की आशंका रहेगी। 11 अप्रैल को मंगल व शनि कुंभ राशि में लगभग समान अंश की स्थिति में होंगे। अत: यह समय विशेष सतर्कता व सावधानी रखने का होगा। तेल के कुंओं में आग लगने, ज्वालामुखी भड़काने, अंतरिक्ष में कोई सैटलाइट दुर्घटनाग्रस्त होने या प्लेन दुर्घटना होने जैसे प्रभाव दिखेंगे। सरकार व न्यायपालिका के किसी बड़े निर्णय अथवा कानून निर्माण को लेकर सरकार व जनता के बीच और न्यायपालिका व कार्यपालिका के बीच बड़े मतभेद उभर सकते हैं। शनि के गुरु के नक्षत्र पूर्वा भाद्रपद में गोचर और तीसरी नीच दृष्टि मेष राशि में स्थित गुरु पर होने से कट्टरता व धार्मिक उन्माद भी तेजी से बढ़ेेगा। शेयर बाजार में बड़ा परिवर्तन होगा। बुध व राहु वायु के कारक हैं। जल तत्व की राशि में इन दोनों की युति बनने से आंधी, व चक्रवात की अधिकता रहेगी। एक ही राशि में चार या इससे अधिक ग्रहों के एकत्र होने से कई बार युद्ध की स्थिति बनती है। माथुर ने दावा किया कि अधिकांश ग्रहों के एक ही कोण में आ जाने से इसकी संभावना अधिक बढ़ जाती है। आगामी दिनों में विभिन्न देशों के बीच परस्पर युद्ध के नए मोर्चे खुलने और वर्तमान में चल रहे संघर्ष के भीषण होने की संभावना है। भारत भी इस ग्रह स्थिति से अछूता नहीं रहेगा। भारत का पड़ोसी देशों पाकिस्तान व चीन के साथ तनाव बनने की संभावना है। छोटा युद्ध या बड़ी झड़प भी हो सकती है। उत्तर पूर्व की दिशा व पश्चिम की ओर से अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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सागर। सागर जिले में बीना की तरफ आ रही कोयले से लदी मालगाड़ी के इंजन में सेमरखेड़ी गांव के पास शनिवार शाम को अचानक आग लग गई। घटना बीना-गुना रेलवे ट्रैक पर हुई, जिसके बाद ट्रेन को वहीं रोक दिया गया। आनन-फानन में आग बुझाने के लिए बीना रिफाइनी, जेपी पावर प्लांट से फायर ब्रिगेड बुलाई गई, लेकिन एप्रोच रोड नहीं होने के कारण दोनों समय पर नहीं पहुंच गई। नगरपालिका की फायर लारी किसी तरह वहां पहुंची और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। हालांकि, काफी देर बाद बीना रिफाइनरी और जेपी पावर प्लांट की दमकलें भी मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।     जानकारी के अनुसार, पीसीएमसी गुड्स ट्रेन दो इलेक्ट्रिकल इंजन के साथ कोयला लेकर गुना से बीना की ओर जा रही थी। इसी दौरान शनिवार शाम करीब सात बजे ट्रेन के एक इंजन में एकाएक आग लग गई। देखते ही देखते ऊंची-ऊंची लपटें और धुएं के गुबार उठने लगे। अच्छी बात यह रही कि बीना-कोटा रेलवे ट्रैक पर आग लगते ही सेमरखेड़ी स्टेशन पर ट्रेन को खड़ी कर लोको पायलट उससे नीचे उतर गए। इसके बाद उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी रेल अधिकारियों को दी। साथ ही नजदीकी बीना रिफाइनरी और जेपी कंपनी के अधिकारियों को सूचना देकर फायर ब्रिगेड बुलाई गई। बीना नगरपालिका की फायर लारी को भी सूचित किया गया।     इंजन में आग की सूचना लगते ही बीना स्टेशन से सीएंडडब्ल्यू, इलेक्ट्रिकल, इंजीनियिरिंग, टीआरडी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौके के लिए रवाना हुए। बीना से ब्रेक यान भी रवाना किया गया। इसी बीच बीना नगरपालिका की फायर लारी ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने के प्रयास शुरू किए, लेकिन हवा के साथ आग बढ़ती ही जा रही थी। बाद में बीना रिफायनरी और जेपी प्लांट की दमकलें भी मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। रेलवे तथा स्थानीय अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल इंजन में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हादसे के दौरान एक लाइन का यातायात रोक दिया गया, जबकि दूसरी लाइन से रेलवे द्वारा एक सवारी गाड़ी वहां से निकाली गई, जिसके यात्रियों ने ट्रेन रुकने के बाद जलते इंजन के साथ सेल्फी भी ली।   रेल अधिकारी नवल अग्रवाल ने बताया कि मध्य रेल भोपाल से हुई बातचीत में उन्होंने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फिलहाल आग बुझा ली गई है। आग लगने की वजह की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि रेलवे कर्मियों की तत्परता से तुरंत ही इंजन से कोयला लदी बोगियों को अलग कर दिया गया। इसकी वजह से बड़ा हादसा टल गया। साथ ही आग से ज्यादा नुकसान भी नहीं हुआ। मालगाड़ी कोयले से भरी हुई थी, जो कोटा डिवीजन जा रही थी। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।

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धार। केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अधीन एएसआई की टीम द्वारा धार की भोजशाला का वैज्ञानिक पद्धति से सर्वे किया जा रहा है। सर्वे के 16 वें दिन शनिवार को एएसआई के अधिकारियों सहित पूरी टीम ने सुबह आठ बजे परिसर में प्रवेश किया। मजूदरों सहित हिंदू व मुस्लिम पक्षकार भी भोजशाला पहुंच चुके हैं। कोर्ट के निर्देश पर भोजशाला का सर्वे शुरू हुए 15 दिन हो चुके हैं। 15 वें दिन शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के चलते 6 घंटे ही काम हो पाया था। ऐसे में आज 16वें दिन टीम के सदस्यों के पास पूरा समय है। हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुरूप एएसआई को 6 सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। हाईकोर्ट में अगली सुनवाई अब 29 अप्रैल को है। ऐसे में अब सर्वे के काम को गति मिलने की उम्मीद है। टीम में अलोक कुमार त्रिपाठी, अपर महा निदेशक, पुरातत्त्व विभाग व संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार सहित एएसआई के 25 सदस्य व 30 मजदूर शामिल हैं। सर्वे के काम के लिए लोहे की कंघी, प्लास्टिक की कंघी, प्लास्टिक के ब्रश, छोटी झाड़ू, छोटे-छोटे पाइप जैसे संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। वॉशिंग, क्लीनिंग और ब्रशिंग के साथ ही केमिकल की मदद भी ली जा रही है।

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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में आज (शनिवार) से मौसम का मिजाज फिर बदलने जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छा जाएंगे, साथ ही जबलपुर, शहडलो, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम सहित प्रदेश के 19 शहरों में गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। अलग-अलग शहरों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ रुक-रुककर बारिश का दौर आगामी तीन दिन तक बना रह सकता है।     भोपाल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है, उसके साथ एक द्रोणिका भी संबद्ध है। राजस्थान में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त पूर्वी विदर्भ से लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु होते हुए कोमरीन क्षेत्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है।   वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन तीन मौसम प्रणालियों के चलते आज से प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इन मौसम प्रणालियों के कारण हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी हो गया है। हवाओं की रफ्तार भी 20 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास है। उन्होंने बताया कि आज राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, आगर मालवा, मंदसौर, गुना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पांढुर्ना, भिंड एवं मुरैना जिले में गरज-चमक के साथ बारिश का दौर शुरू हो सकता है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में अप्रैल महीने में आंधी-बारिश का ट्रेंड रहा है। इस बार भी ऐसा ही होने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 7 अप्रैल से अगले 2 दिन प्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश का दौर रहेगा। जबलपुर, भोपाल, शहडोल, रीवा समेत 18 जिलों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 5 अप्रैल से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसका असर 1-2 दिन के बाद प्रदेश में देखने को मिलेगा। खासकर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश, आंधी और बादल रहेंगे। मौसम विभाग के अनुसार 6 अप्रैल को भोपाल, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी में बादल छाएंगे। वहीं, 7 अप्रैल को भोपाल, सीहोर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, रीवा और मऊगंज में हल्की बारिश भी हो सकती है। इन जिलों में 30 से 40 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।   इससे पहले पहले प्रदेश में गर्मी का असर दिखाई दे रहा है। बुधवार को ज्यादातर शहरों में पारा 38 डिग्री के पार रहा। सबसे गर्म दमोह रहा, जहां 41 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। मंडला, खंडवा और सिवनी में भी तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। भोपाल में 38.5 डिग्री, इंदौर में 38.4 डिग्री, ग्वालियर में 37.8 डिग्री, जबलपुर में 39 डिग्री और उज्जैन में टेम्प्रेचर 38 डिग्री पहुंच गया। बैतूल, शिवपुरी, नर्मदापुरम, रतलाम, उमरिया, धार, मलाजखंड, सागर, सतना, गुना में पारा 39 डिग्री या इससे अधिक तापमान रहा।

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धार। अदालत के आदेश पर आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम आज 14वें दिन धार की भोजशाला का सर्वे कर रही है। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री भी वहां मौजूद हैं। उनका कहना है कि सारा काम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार ही चल रहा है।   हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजना अग्निहोत्री आज दूसरे दिन धार में हैं। वे राजा भोज के समकालीन स्मारकों का भी अवलोकन करेंगी, जिसमें शहर के विजय मंदिर व मांडू स्थित संग्रहालय भी जाएंगी। इधर, सर्वे टीम गुरुवार को भोजशाला की नींव तक पहुंचने के लिए इसके पिछले हिस्से में खुदाई कर रही है। अभी तक नींव नहीं मिली है। यहां 2 सीढ़ियां जरूर पुराने जमाने के पत्थरों की नजर आई हैं, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि नीचे तलघर की और जाने का कोई रास्ता हो सकता है। टीम का पूरा फोकस अभी इसी है। वहीं आज फिर गर्भगृह में भी एक टीम काम करेगी।   एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री ने भोजशाला परिसर से बाहर निकलकर बताया कि हम सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों की प्रति लेकर अंदर गए थे। वहां सर्वे टीम से चर्चा हुई है। टीम ने बताया कि दोनों कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए उसे वर्ड टू वर्ड फॉलो किया जा रहा है। अंदर खुदाई का काम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ही हो रहा है। पूरे भोजशाला परिसर की सफाई हो चुकी है। आगे कहां खुदाई होनी है उसके लिए मैपिंग की जा रही है, जो उनकी मैथड है, उसे वो आगे काम करेंगे।  

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में गुरुवार तड़के भगवान महाकाल का जल से अभिषेक करने के दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया। इस दौरान बाबा महाकाल का भांग और चंदन से जटाधारी शिव के रूप में श्रृंगार किया गया। भस्म आरती में भगवान महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। वहीं, मंदिर प्रबंध समिति ने आज से महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्थाओं में बदलाव किया है।     परम्परा के अनुसार, महाकालेश्वर मंदिर में चैत्र कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि पर गुरुवार तड़के चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई। आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि दशमी तिथि की भस्मआरती में बाबा महाकाल का जटाधारी स्वरूप में श्रृंगार किया गया। जिसमें बाबा महाकाल के मस्तक पर चन्द्र और सूर्य को सजाया गया साथ ही जटाओं से मां गंगा भी निकली।     श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई और भोग भी लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल की जयकारे भी लगाए, जिससे पूरा मंदिर बाबा की जयकारे से गुंजायमान हो उठा।     अनाधिकृत रूप से गर्भगृह-नंदीहॉल में किसी को नहीं मिलेगा प्रवेश होली के दिन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग के बाद उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह के निर्देश पर गुरुवार को मंदिर की व्यवस्थाओं में बदलाव किए गए हैं। कलेक्टर ने मंदिर के प्रशासक मृणाल मीणा को पुजारी और पुरोहित के प्रतिनिधियों की लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है। साथ ही अनाधिकृत रूप से किसी को भी गर्भगृह और नंदी हॉल में प्रवेश नहीं करने के निर्देश दिए हैं। भस्म आरती के दौरान नंदी हाल में प्रवेश पर रोक रहेगी। गर्भगृह में पहले ही रोक लगी है। अब भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में सीमित संख्या में ही मंदिर से जुड़े लोग जा सकेंगे।     कलेक्टर नीरज सिंह ने मंदिर में मीडियाकर्मियों के लिए अलग से व्यवस्था बनाने के निर्देश प्रशासक मृणाल मीणा को दिए हैं। कलेक्टर सिंह ने बताया कि पर्व के दिनों में गर्भगृह के पास लगने वाले भीड़, वीआईपी के आगमन पर नंदी हाल में कवरेज के दौरान बड़ी संख्या में आने वाली भीड़ को भी कम करने के उपाय किए जा रहे हैं। अब महाकाल मंदिर के फोटोग्राफर ही फोटो और वीडियो मीडिया कों उपलब्ध करवाएंगे। मीडियाकर्मियों को भी नंदी हाल और गर्भगृह की देहरी तक जाने की रोक रहेगी। आने वाले समय मीडिया के लिए एक हॉल तैयार करवाया जाएगा, जहां फुटेज और बाइट देने की व्यवस्था की जाएगी।     फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा ने किए भगवान महाकाल के दर्शन इसी बीच दिग्गज फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा गुरुवार को उज्जैन पहुंचे। उन्होंने सुबह महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। दरअसल, आशुतोष राणा की फिल्म 'वॉर 2' जल्द ही रिलीज होने वाली है। इस फिल्म की सफलता के लिए उन्होंने उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किए। महाकालेश्वर मंदिर में अभिनेता आशुतोष राणा ने भस्म आरती में भी हिस्सा लिया। इतना ही नहीं उन्होंने नंदी हॉल से भगवान महाकाल की पूजा की। आशुतोष राणा महाकालेश्वर मंदिर में सफेद कुर्ता-पायजामा और ब्लैक नेहरू जैकेट पहने नजर आए। उन्होंने मंदिर के पुजारियों के मुताबिक परंपरा का पालन करते हुए ब्रह्म मुहूर्त में बाबा महाकाल के पट खुलने के बाद दूध, दही, घी, चीनी, शहद और पंचामृत से भगवान महाकाल का अभिषेक किया। वहीं भस्म आरती के बाद आशुतोष ने मंदिर के गर्भगृह में बाबा महाकाल की पूजा की और उनका आशीर्वाद लिया।

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भोपाल। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है। बुधवार को भी भोपाल का तापमाप 38 डिग्री दर्ज किया गया। दिनभर तेज धूप छायी रही। हालांकि 5 अप्रैल को उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो सकता है। जिसका प्रदेश में 2-3 दिन बाद असर होने का अनुमान है। यदि सिस्टम आता है तो बूंदाबांदी-बादल छा सकते हैं। जिससे गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।       मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को खंडवा और मंडला सबसे गर्म रहे। यहां तापमान 40 डिग्री के पार दर्ज किया गया। जबकि रतलाम, दमोह, सिवनी, बैतूल, खरगोन में पारा 39 डिग्री या इससे अधिक रहा। सबसे कम पारा पचमढ़ी में 32.8 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, कुछ शहरों में हवा में ठंडक भी देखने को मिली। हवाओं की वजह से ऐसा हुआ। मौसम विभाग के अनुसार- अगले 4 से 5 दिन तक दिन के टेम्प्रेचर में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। रात में भी गर्मी का असर देखने को मिल सकता है।       राजधानी भोपाल की बात करें तो मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री दर्ज किया गया। बादल भी छाए रहे। इंदौर में 36 डिग्री, ग्वालियर में 35.8 डिग्री, जबलपुर में 37.9 डिग्री और उज्जैन में तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन तक तेज धूप निकलने का अनुमान जताया है। वहीं, 5 और 6 अप्रैल को बादल छा सकते हैं। मध्यप्रदेश में इस बार अप्रैल के महीने में तेज गर्मी पड़ने की संभावना है। सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल तपेगा। आखिरी सप्ताह में ग्वालियर में अधिकतम तापमान 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां में पारा 46-47 डिग्री तक रहने का अनुमान है। निवाड़ी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, खरगोन, शिवपुरी में तापमान 45 डिग्री तक रहेगा।

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धार। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे बुधवार को 13वें दिन भी जारी है। दिल्ली और भोपाल के अधिकारियों की 25 सदस्यीय सर्वे टीम ने सुबह करीब आठ बजे मजदूरों के साथ भोजशाला परिसर में प्रवेश किया और वैज्ञानिक पद्धति से सर्वे का काम शुरू किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी भोजशाला पहुंचे हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रही। सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं।   सर्वे में टीम ने बुधवार सुबह पहले बाहरी क्षेत्र में स्थिति को देखा है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि आज के सर्वे में विशेष रूप से भीतर खुदाई का कार्य शुरू हो सकता है। हालांकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से इसको लेकर कोई भी खुलासा नहीं किया जा रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि इस पूरे मामले को गोपनीय रखकर अदालत को ही रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। सर्वे टीम सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक सर्वे कार्य करेगी। फिलहाल, सर्वे का काम जारी है और इस काम में आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।     इधर, जानकारी मिली है कि हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और लखनऊ की एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री बुधवार को तीन दिवसीय प्रवास पर धार पहुंचने वाली हैं। दरअसल, भोजशाला प्रकरण में उच्च न्यायालय इंदौर खंडपीठ में रंजना अग्निहोत्री ने ही आशीष जनक, आशीष गोयल, सुनील सारस्वत और मोहित गर्ग के साथ याचिका दाखिल की थी।

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भोपाल। प्रदेश के कई जिले इन दिनों तेज धूप की मार सह रहे हैं। खासकर राजधानी भोपाल में दिनभर तेज धूप का साया रहता है। अप्रैल की शुरुआत होते ही मौसम का मिजाज तेजी से बदलने लगा है। हालांकि भोपाल में अप्रैल महीने में तेज गर्मी पड़ने का ट्रेंड है। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 42 से 43 डिग्री के पार पहुंच चुका है। 28 साल पहले 19 अप्रैल 1996 को दिन का टेम्प्रेचर 44.4 डिग्री सेल्सियस रहा था, जो ऑल टाइम रिकॉर्ड है। अबकी बार भी भीषण गर्मी का अनुमान है।     मौसम विभाग का अनुमान है कि अप्रैल में पारा 43° तक पहुंच सकता है। धूल भरी हवाएं भी चलेंगी। लेकिन राहत यह है कि अप्रैल में बूंदाबांदी-बादल का मौसम भी बना रहेगा। गौरतलब है कि वैसे मार्च महीने से गर्मी की शुरुआत हो जाती है। इस बार मार्च में बारिश-ओले और आंधी का दौर चला। वहीं, तेज गर्मी भी पड़ी। 28 मार्च को तो पारा 40.5 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार, 15 अप्रैल तक पारा 40-41 डिग्री के बीच रहेगा, जबकि 16 अप्रैल के बाद पारा 43 डिग्री तक पहुंच सकता है।

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धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 12वें दिन भी जारी है। सर्वे के बीच ही मंगलवार को भोजशाला में हिंदू समाज ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान भोजशाला मां सरस्वती के जयघोष से गूंज उठी। राजा भोज और मां सरस्वती जय घोष के साथ में मां सरस्वती की प्रतिमा लंदन से बाहर पहुंचे और भोजशाला में स्थापित हो, इस संकल्प के साथ महिलाएं और पुरुष बाहर आए। हिंदू समाज का अंदर प्रवेश होने के कारण एएसआई की टीम द्वारा बाहरी क्षेत्र में ही सर्वे किया जा रहा है।   भोजशाला में सर्वेक्षण का काम तेजी में अब तेजी आ गई है। मंगलवार को सर्वे के 12वें दिन एएसआई के 20 अधिकारियों और 34 मजदूरों ने सुबह करीब पौने आठ बजे भोजशाला में प्रवेश किया। टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा की दृष्टि से भोजशाला परिसर के आसपास पुलिस बल तैनात किया हुआ है।     दरअसल, भोजशाला में प्रति मंगलवार को हिन्दू समाज द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, जबकि प्रति शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय द्वारा नमाज पढ़ी जाती है। इसी क्रम में भोजशाला में हर मंगलवार की तरह बार भी पूजा की गई। यहां हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद महिलाओं ने मां सरस्वती की पूजा की। इस दौरान हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकुमार भार्गव भी साथियों के साथ भोजशाला पहुंचे।     बता दें कि मुस्लिम पक्ष द्वारा धार की भोजशाला में चल रहे एएसआई के सर्वे पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सोमवार को सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके चलते विशेष रूप से सर्वे को लेकर टीम ने मंगलवार को अपना काम शुरू किया।     हमारी याचिका खारिज नहीं हुईः अब्दुल समद   मंगलवार को मुस्लिम पक्ष के प्रतिनिधि अब्दुल समद ने भोजशाला में प्रवेश से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह भ्रामक बात है कि सुप्रीम कोर्ट में हमारी याचिका खारिज कर दी। वास्तविकता यह है कि हमारी याचिका खारिज नहीं की गई, बल्कि हमारी पूरी बात को सुना गया और दोनों पक्षों यानी एएसआई और सामने वाले पक्ष को नोटिस जारी किया गया।     उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि सर्वे के दौरान अंदर कोई भी एविडेंस में छेड़छाड़ न की जाए और साथ में यह भी निर्देश दिए कि अंदर चलने वाले सर्वे की कोई भी जानकारी बाहर नहीं आना चाहिए। शीर्ष कोर्ट ने उसके लिए भी गाइडलाइन जारी की है। इसके अलावा कोर्ट ने यह भी कहा कि एएसआई की रिपोर्ट को हाई कोर्ट रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश करें, उसके बाद ही उस पर फैसला होगा।     वहीं, मंगलवार को भोजशाला में होने वाले हिंदू सत्याग्रह में शामिल होने आए शिवकुमार भार्गव ने कहा कि भोजशाला में सर्वे के 12 दिन हो गए। यह बहुत खुशी की बात है और विशेष उत्साह का दिन है कि मां सरस्वती बहुत जल्द भोजशाला में स्थापित होने वाली है। सर्वे को लेकर अब तक जो भी जानकारियां सुनी गईं, उसके अनुसार अंदर जो एविडेंस सामने आ रहे हैं, वह सनातनी पक्ष में है और यह बहुत खुशी की बात है। हमारा हजारों वर्षों का संघर्ष अब बहुत जल्द पूरा होने वाला है और मां सरस्वती की स्थापना होगी। खुशी की बात है कि अयोध्या में रामचंद्र जी की स्थापना हो चुकी है और बहुत जल्दी भोजशाला में मां सरस्वती ही स्थापना होगी।

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सीहोर। सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा घायल हो गए हैं। आष्टा में आयोजित महादेव की होली कार्यक्रम के दौरान किसी ने रंगों के बीच नारियल फेंक कर दिया जो उनके सिर में जा लगा, जिससे वह घायल हो गए। फिलहाल डॉक्टर ने उन्हें आराम की सलाह दी है। उन्होंने आगे की सभी कथाएं भी स्थगित कर दी है।     पंडित प्रदीप मिश्रा घायल होने के बाद भी नीमच के मनासा पहुंचे। यहां उन्होंने भक्तों को व्यास पीठ से बताया कि आष्टा में उनके सिर पर नारियल से चोट लगी है। डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें आराम की सलाह दी है। इसलिए अगले एक महिने तक कोई कथा नहीं होगी। मनास के भक्तों को यह बात सुनकर निराषा हुई। सभी ने पंडित प्रदीप मिश्रा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उधर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मनासा की कथा अगले साल हम करेंगे और पूरा खर्चा कुबेरेश्वर समिति सीहोर के द्वारा किया जाएगा।

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धार। भोजशाला में एएसआई के सर्वे पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट के इनकार के बाद यहां 11वें दिन भी सर्वे किया गया। स्थानीय मौलाना कमालुद्दीन वेलफेयर सोसाइटी ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल कर भोजशाला का सर्वे कराने के मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश को रद्द करने की मांग की है। सोमवार को मामले में सुनवाई के बाद सु्प्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया कि मौलाना कमलाउद्दीन वेलफेयर सोसाइटी ने भोजशाला के सर्व को रोकने के संबंध में एक याचिका लगाई थी। कोर्ट ने वैज्ञानिक सर्वेक्षण पर रोक नहीं लगाई है। सर्वे जारी रहेगा। वहीं, भोजशाला मामले में हाई कोर्ट के वकील शिरीष दुबे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की ओर से वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद और विवेक तन्खा कोर्ट में मौजूद थे। उन्होंने कोर्ट को बताया कि काजी मोइनुद्दीन की ओर से याचिका लगाई गई थी। उन्होंने सर्वे को रोकने का आधार बताया कि काजी मोइनुद्दीन कमाल मौलाना के वंशज हैं। इंदौर हाई कोर्ट में काजी मोइनुद्दीन को पक्षकार नहीं बनाया गया है। उनकी अनुपस्थिति में सर्वे का आदेश हुआ है। सर्वे को निरस्त कर हमें सुना जाए। इस पर कोर्ट ने कहा कि यह याचिका मई 2022 में लगी और सर्वे का ऑर्डर 2024 में हुआ। क्या यह बात आपने हाई कोर्ट के समक्ष रखी थी। उन्होंने कहा कि जानकारी लगने के बाद हम सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।

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नरसिंहपुर/जबलपुर। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर जैसे ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रुकी, एकदम तेज चिंगारी आग में तब्दील हो गई। रेल के एक कोच में यह घटना घटी, जिसे तत्काल समय रहते काबू कर लिया गया। घटना इटारसी से जबलपुर जाते समय हुई है। फिलहाल तक घटना में जनहानि की जानकारी नहीं है। इस संबंध में अभी प्रारंभिक जानकारी मिली है। सूत्रों ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस के सी-5 कोच में विद्युतीय गतिरोध से (इलेक्ट्रिक शॉर्ट) के चलते यह आग भड़की थी, जिसे समय रहते तत्काल काबू में कर लिया गया। आग निकलते ही सभी यात्री ट्रेन से नीचे उतर गए थे। सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी एवं कर्मचारी सी-5 कोच पर पहुंच गए थे और आग पर काबू पाया। अभी रेलवे की ओर से अधिकारिक बयान आना शेष है।

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भोपाल/धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के चल रहे सर्वे का रविवार को 10वां दिन है। सुबह छह बजे एएसआई की 25 सदस्यीय टीम मजदूरों के साथ वाग्देवी मंदिर परिसर यानी कि भोजशाला पहुंची। सबसे पहले टीम के सदस्यों ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए यहां भोजशाला समेत आसपास के 50 मीटर दायरे तक पूरे क्षेत्र का मेजरमेंट करने के साथ ही कुछ स्थानों को चिन्हित किया और उसके तत्काल बाद अपना सर्वे कार्य शुरू किया है। एएसआई की टीम आज बाबा कमाल की दरगाह के आसपास भी काम कर रही है। रविवार को हिंदूपक्ष की ओर से गोपाल शर्मा,आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष की ओर से अब्दुल समद इस टीम के साथ सर्वे स्थान में दाखिल हुए हैं।   उल्लेखनीय है कि रंगपंचमी होने के बाद भी सर्वे के नौवें दिन अधिकारी सुबह आठ बजे भोजशाला पहुंच गए थे, जहां सभी ने शाम पांच बजे तक कार्य किया था। धार कलेक्टर प्रियंका मिश्रा भी भोजशाला पहुंचीं थीं। उन्होंने परिसर का निरीक्षण करने के साथ ही एएसआई टीम से बात की थी। इसी के साथ सर्वे टीम में पांच नए सदस्य भी शामिल हुए जो आगरा, लखनऊ और भोपाल सर्कल के हैं। एक महिला अधिकारी बिहार से आई हैं। इसी कड़ी में एएसआई मुख्यालय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये भोजशाला में किए जा रहे सर्वे कार्य की रिपोर्ट ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।     इसी के साथ भोजशाला में चल रहे इस सर्वे पर पूरे देश की निगाहें होने के कारण मुख्यालय द्वारा अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। हिंदू पक्ष की ओर से आशीष जैन का कहना है कि वाग्देवी के मंदिर, भोजशाला के अंदर खुदाई के दौरान मिल रहे अवशेष एक बार फिर से आज यह पूरी तरह से स्पष्ट कर देंगे कि यहां का सच क्या है। वैसे भी भोजशाला के स्तंभ और दीवारों पर बनी आकृतियों से साफ दिखाई देता है कि यहां मां सरस्वती का मंदिर है, यह ज्ञान का स्थल है, शिलालेखों, स्तंभों और भोजशाला के टुकड़े संरचना के बारे में गवाही दे रहे हैं। फिर भी कानून के दायरे में अब जब सच बाहर आएगा, तो उसका अपना ही महत्व है।     एएसआई की टीम भोजशाला के पिछले हिस्से में खुदाई कर रही है। भोजशाला के पिछले हिस्से में तीन स्थानों पर गड्ढे किए गए हैं। गर्भगृह के पीछे करीब 12 फीट तक गड्ढा किया गया है। इस गड्ढे के आधार पर ही भवन की नींव तलाशी जा रही है। गड्ढे की लंबाई, चौड़ाई और गहराई को बढ़ाया जा रहा है। इसके साथ दो अन्य गड्ढों से मिट्टी हटाकर परीक्षण किया जा रहा है। अभी तक टीम ने भोजशाला परिसर में मौजूद हवन कुंड की जांच की है। टीम के सदस्यों ने भोजशाला की छत, अकल कुइयां क्षेत्र में भी सर्वे किया है।     एसआईटी टीम ने भोजशाला के अंदर बाहर से मिट्टी के सैम्पल लिए हैं। खुदाई करके निकाले गए पत्थरों के सेम्पल लिए हैं ताकि भोजशाला की सही उम्र पता लगाया जा सके। आसपास के स्थलों पर कार्बन डेटिंग की जा रही है। नींव की खुदाई तक जाने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। साइट पर उत्खनन के अलावा राडार (जीपीआर), ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), कार्बन डेटिंग आदि तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सर्वे के दौरान वीडियो और फोटोग्राफी की भी इस्तेमाल की जा रही है।इसके साथ ही भोजशाला के बाहर कमाल मौला मज्जिद तक मार्किंग की गई। भोजशाला के बाहर कब्रिस्तान के सामने भी मार्किंग की गई। भोजशाला की छत को नापा है।     गौरतलब है कि हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ के निर्देश पर आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एसएसआई) ने पिछले शुक्रवार यानी 22 मार्च से सर्वे शुरू किया था। आज दूसरा रविवार है, पिछले रविवार को भी सर्वे टीम ने अवकाश नहीं मनाया था और इस रविवार को भी टीम मुस्तैदी से सर्वे कार्य में जुटी हुई है । फिलहाल इस स्थान को लेकर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही परिसर पर अपना दावा प्रस्तुत करते हैं। हिंदू भोजशाला को वाग्देवी (देवी सरस्वती) का मंदिर मानते हैं, जबकि मुस्लिम इसे कमाल मौला मस्जिद बताते हैं। हिंदू समुदाय दावा करता है कि राजा भोज ने 1034 ईस्वी में भोजशाला में वाग्देवी की मूर्ति स्थापित की थी। अंग्रेज इस मूर्ति को 1875 में लंदन ले गए थे।

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धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक धार की भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 9वें दिन भी जारी है। दिल्ली और भोपाल के आलाधिकारियों की सर्वे टीम शनिवार सुबह आठ बजे भोजशाला पहुंच कर सर्वे का काम शुरू किया। टीम के साथ हिंदू-मुस्लिम पक्ष के लोग भी मौजूद हैं। भोजशाला के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है।     भोजशाला में एएसआई टीम द्वारा जीपीआर तकनीक से राडार का उपयोग करते हुए सर्वे का किया जा रहा है। शनिवार सुबह भोजशाला पहुंचे हिंदू संगठन के आशीष गोयल ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि मां सरस्वती की प्रतिमा यहां स्थापित होगी। भोजशाला हमारी होगी। वर्तमान में सर्वे जारी है और यह सर्वे हमारे पक्ष में लग रहा है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक धरोहर में तीन स्थानों पर खुदाई चल रही है। मिट्टी के साथ-साथ जो भी पत्थर व अन्य अवशेष प्राप्त हो रहे हैं। उनमें से जो महत्वपूर्ण अवशेष हैं, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग उनको सुरक्षित कर रहा है। इनको लैब में परीक्षण के लिए भी भेजा जा रहा है। पूरी तरह से तकनीकी सर्वे है, जिसमें मशीनों का वैज्ञानिक रूप में उपयोग किया जा रहा है।     खास बात है कि रंगपंचमी का भी अवकाश नहीं रखा गया है। यहां एएसआई की टीम द्वारा बिना रुके यह सर्वे किया जा रहा है। इधर हिंदू संगठन द्वारा प्रतिवर्ष रंग पंचमी पर राधाकृष्ण भाग यात्रा भोजशाला के बाहरी परिसर मोती बाग चौक से निकल जाती है। इस बार भी यह यात्रा निकाली जाएगी। माना जा रहा है कि भोजशाला के गर्भ गृह में दो नए स्थानों पर खुदाई का काम हो सकता है।   वहीं, बाहरी परिसर में तीन स्थान पर खुदाई का कार्य जारी है। इसमें करीब 10 से 12 फीट के गड्ढे खोदे गए हैं। खुदाई के दौरान टीम को अवशेष प्राप्त हुए थे। इनकी फोटोग्राफी करने के साथ ही अवशेष की प्राचीनता का पता लगाया जा रहा है।

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भोपाल। साइक्लोनिक सर्कुलेशन, ट्रफ और पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मध्यप्रदेश का मौसम एक बार फिर बदल गया है। शुक्रवार को मुरैना में ओले-बारिश हुई। ग्वालियर, सागर, रतलाम और भोपाल में भी हल्की बूंदाबांदी, आंधी और बादल छाए रहे। कई शहरों में गर्मी का भी असर रहा। दमोह में टेम्प्रेचर 42.5 डिग्री दर्ज किया गया। ऐसा ही मौसम शनिवार को भी रहेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ, ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेश में नमी आ रही है। इस वजह से कहीं गर्मी तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। 30 मार्च को भी प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। साथ में गरज-चमक और 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को सागर, दमोह, जबलपुर, पन्ना, डिंडोरी, उमरिया, सतना, रीवा, मऊगंज और मैहर जिलों में हल्की बारिश होने का अनुमान है।   राजधानी भोपाल में शनिवार सुबह से धूप-छांव वाला मौसम है। शुक्रवार को सुबह से बादल छाए रहे। शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के अनुसार- अगले 4 दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा।

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में रंग पंचमी का पर्व हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। बाबा महाकाल को भक्तिभाव से एक लोटा केसरयुक्त रंग का जल अर्पित कर प्रतीकात्मक रूप से रंगपंचमी का त्यौहार मनाया गया। भस्म आरती के दौरान प्रशासन, पुलिस और मंदिर प्रशासन का अमला पूरी तरह मुस्तैद रहा।   उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा भस्म आरती की व्यवस्थाओं की सतत मॉनिटरिंग की गई। मन्दिर प्रशासक मृणाल मीना द्वारा भी लगातार व्यवस्थाओं की निगरानी की गई। प्रशासन, पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसी के आपसी समन्वय से भस्म आरती का सुव्यवस्थित संचालन किया गया। श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती के दौरान व्यवस्थित बैठक व्यवस्था रही।   उल्लेखनीय है कि होली पर गर्भगृह में आगजनी की घटना होने के बाद महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के निर्णय अनुसार रंग पंचमी पर्व पर परम्परा के सम्यक निर्वहन के लिए भस्मार्ती में 01 लोटा केसरयुक्त जल भगवान महाकाल को अर्पण किया गया। इसके अतिरिक्त गर्भगृह, नंदी मण्डपम्, गणेश मण्डपम्, कार्तिकेय मण्डपम् और सम्पूर्ण मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का रंग-गुलाल इत्यादि ले जाना, रंग-गुलाल उड़ाया जाना, आपस में रंग-गुलाल लगाना, किसी विशेष उपकरण का उपयोग कर रंग के उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंधित रहा।   सभी श्रद्धालुओं को मंदिर में किसी प्रकार का रंग-गुलाल लेकर प्रवेश नहीं कर सकें इसके लिए श्रद्धालुओं की विनम्रता पूर्वक जांच उपरांत ही, श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया गया। समस्त द्वारों पर कार्यरत निरीक्षक और सुरक्षा कर्मियों ने श्रद्धालुओं के साथ विनम्र एवं सौजन्यता पूर्वक व्यवहार बनाए रखकर, श्रद्धालुओं की सतत् जांच करने के उपरांत ही मंदिर में प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था की गई।   महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि एवं मंदिर परिसर स्थित अन्य छोटे-बड़े मंदिर के पुजारी, सेवक, अपने साथ लाए जाने वाले सामान की स्वयं जांच कराकर मंदिर में प्रवेश लिया। मंदिर कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों ने भी कैमरो के माध्यम से समस्त द्वारो एवं सम्पूर्ण मंदिर परिक्षेत्र की सतत निगरानी की। भस्म आरती से पूर्व प्रशासक महाकाल मंदिर श्री मीना द्वारा समस्त अधिकारियों कर्मचारियों को दिशा निर्देशों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई एवं उनका क्रियान्वयन करने की निर्देश दिए गए थे।

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उज्जैन। इस साल रंग पंचमी का पर्व शनिवार, 30 मार्च को मनाया जाएगा। इस दौरान उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। रंग पंचमी पर्व पर महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के दृष्टिगत मंदिर परिक्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था के लिए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर कार्यपालक दंडाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।   अपर कलेक्टर अनुकूल जैन ने शुक्रवार को बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में अधिकारी और कार्यपालक दंडाधिकारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गईं है। शनिवार, 30 मार्च को प्रातः 3:00 बजे से सुबह 8:00 तक तहसीलदार घट्टिया प्रकाश परिहार और अपर तहसीलदार उज्जैन राधेश्याम पाटीदार की ड्यूटी लगाई गई है। इसी प्रकार सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक अनुविभागीय दंडाधिकारी उज्जैन ग्रामीण अर्थ जैन और तहसीलदार कोठी महल शेफाली जैन तथा दोपहर 2:00 बजे से मंदिर के पट बंद होने तक डिप्टी कलेक्टर सरिता लाल और नायब तहसीलदार कोठी महल दरियाव सिंह भुर्रा की ड्यूटी लगाई गई है।

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भोपाल। प्रदेश में अगले दो दिन मौसम बदला रहेगा। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से हल्के बादल छाए हैं। रतलाम में सुबह धूप के बीच बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने अगले दो दिन नर्मदापुरम, रीवा, सागर, दमोह, अनूपपुर समेत 20 से ज्यादा जिलों में हल्की बारिश और बादल छाने का अनुमान जताया है।   मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। ट्रफ लाइन भी है। इस वजह से प्रदेश में बादल छा रहे हैं। ऐसा ही मौसम 30 मार्च को भी रहेगा। वहीं, शुक्रवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की संभावना है। इसका असर प्रदेश के पूर्वी और मध्य हिस्से में देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम और नीमच में बारिश हो सकती है। वहीं, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, सिवनी, पांढुर्णा और बालाघाट में शनिवार को बारिश हो सकती है।   गुरुवार को पूरे प्रदेश में गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिले। दमोह सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री दर्ज किया गया। गुरुवार को कुल 14 शहरों में पारा 40 डिग्री के पार रहा। वहीं, गुरुवार की रात टीकमगढ़ प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री दर्ज हुआ। नर्मदापुरम में यह 25.8, दमोह में 25 डिग्री रहा। भोपाल में 23.8, इंदौर में 24.9, जबलपुर में 23.3, ग्वालियर में 22.0 तथा उज्जैन में 21.4 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में गुरुवार तड़के भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल का जल से अभिषेक कर दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल को चंदन आभूषण और मस्तक पर चंदन का त्रिपुंड अर्पित कर भांग और सूखे मेवे से दिव्य श्रृंगार किया गया। इस दौरान भगवान महाकाल के इस दिव्य स्वरूप का सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। परम्परा के मुताबिक, महाकालेश्वर मंदिर में चैत्र कृष्ण पक्ष की तृतीया पर गुरुवार तड़के चार बजे मंदिर के पट खोल गए। पंडे-पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया, इसके बाद दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर पूजन अर्चन किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई। खास बात यह रही कि भस्म आरती में भगवान महाकाल को नवीन मुकुट पहना कर चंद्र और रुद्राक्ष की माला पहना कर भांग और सूखे मेवे से मनमोहक श्रृंगार किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांक कर भस्मी रमाई गई और भोग भी लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या मे श्रद्धालु पहुंचे, जिन्होंने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल की जयकारे भी लगा रहे थे। इससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। महाकाल मंदिर में आग की घटना का मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, 15 बिंदुओं पर मांगा जवाब   होली के दिन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना पर मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उज्जैन कलेक्टर तथा महाकाल मंदिर प्रशासक से 15 बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पूछा है कि घटना वाले दिन यानी 25 मार्च 2024 को महाकाल मंदिर उज्जैन के गर्भगृह में भस्म आरती के लिए कितने व्यक्तियों को जाने की अनुमति थी और घटना के समय कितने व्यक्ति मौजूद थे। गर्भगृह के अलावा भस्म आरती के समय शेष व्यक्ति-भक्तगण आदि गर्भगृह के दरवाजे से कितनी दूरी पर थे। भस्म आरती के समय गर्भगृह में गुलाल किस प्रकृति का उपलब्ध कराया गया था और यह व्यवस्था किसके द्वारा की गई थी। गर्भगृह में भस्म आरती के समय गुलाल से आग किस प्रकार और किन परिस्थितियों में लगी थी। आग के कारण गर्भगृह और उसके बाहर मौजूद कितने व्यक्ति झुलसे। उन सभी का पूर्ण विवरण और इलाज एवं वर्तमान स्थिति के संबंध में स्पष्ट प्रतिवेदन। आग में झुलसे ऐसे सभी व्यक्तियों के इलाज आदि पर व्यय की महाकाल मंदिर प्रबंधन और मध्य प्रदेश शासन की ओर से क्या व्यवस्था की गई। आग से झुलसे ऐसे व्यक्तियों को महाकाल मंदिर प्रबंधन एवं मध्यप्रदेश शासन की ओर से कोई आर्थिक मुआवजा राशि दी गई है अथवा नहीं। गर्भगृह या उसके पास गुलाल के साथ ही बताए अनुसार प्रेशर पम्प या रंग उड़ाने वाली छोटी स्प्रेगन किन परिस्थितियों में पहुंची थी। क्या उन्हें मंदिर के अंदर लाए जाने की अनुमति मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा दी गई थी। इस प्रकार की घटना महाकाल मंदिर के गर्भगृह या अन्य कहीं परिसर में न हो इसके लिए भविष्य में क्या सावधानियां और निर्देश प्रस्तावित हैं। मामले में उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह का कहना था कि गुरुवार शाम तक मजिस्ट्रीयल टीम द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, उसके बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (एएसआई) का सर्वे सातवें दिन गुरुवार को भी जारी है। दिल्ली और भोपाल के अधिकारियों की 17 सदस्यीय टीम सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर भोजशाला पहुंची और सर्वे का काम शुरू किया। इस दौरान टीम के साथ अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और मैपिंग के उपकरण भी नजर आए। एएसआई की टीम के साथ करीब 20 मजदूर भी परिसर में पहुंचे हैं। इस दौरान हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा और आशीष गोयल तथा मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद खान भी भोजशाला में पहुंचे हैं।     भोजशाला के बाहर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। एएसआई की टीम के साथ पहुंचे मजदूरों को जांच के बाद भोजशाला में प्रवेश दिया गया। भोजशाला में उत्खनन, कार्बन डेटिंग जीपीएस, जीआरएस पद्धति सहित आधुनिक संसाधनों द्वारा सर्वे का काम किया जा रहा है। सर्वे का काम पीछे की तरफ चल रहा है। यहां तीन स्पॉट बनाए गए हैं, उसमें साढ़े छह फीट गहराई तक गड्ढे कर दिए गए हैं।     गुरुवार को सुबह भोजशाला पहुंचे मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने फिर सर्वे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राजा भोज का किला कहां था। किला था तो भोजशाला कहां थी। भोजशाला मिस्ट्री थी। उसको ढूंढने की कोशिश की जाए। हम भी चाहते हैं कि उसको ढूंढा जाए।     जाने क्या है विवाद दरअसल, राजा भोज ने धार की भोजशाला को बनाया था। जिला प्रशासन की वेबसाइट के अनुसार यह एक यूनिवर्सिटी थी, जिसमें वाग्देवी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। मुस्लिम शासक ने इसे मस्जिद में बदल दिया था। इसके अवशेष प्रसिद्ध मौलाना कमालुद्दीन मस्जिद में भी देखे जा सकते हैं। यह मस्जिद भोजशाला के कैंपस में ही स्थित है, जबकि देवी प्रतिमा लंदन के म्यूजियम में रखी है। वर्ष 1902 में लॉर्ड कर्जन धार में मांडू के दौरे पर आए थे। उन्होंने भोजशाला के रखरखाव के लिए 50 हजार रुपये खर्च करने की मंजूरी दी थी। तब सर्वे भी किया गया था। सन 1951 को धार भोजशाला को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया गया है। तब हुए नोटिफिकेशन में भोजशाला और कमाल मौला की मस्जिद का उल्लेख है। याचिका हिंदू फॉर जस्टिस ट्रस्ट की तरफ से लगाई गई थी। इसके अलावा छह अन्य याचिकाएं भी इस मामले में पूर्व में लगी हैं। ट्रस्ट की तरफ से अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने पक्ष रखते हुए बताया था कि 1902 में हुए सर्वे में भोजशाला में हिंदू चिन्ह, संस्कृत के शब्द आदि पाए गए हैं। इसकी वैज्ञानिक तरीके से जांच होना चाहिए, ताकि स्थिति स्पष्ट हो।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में गुरुवार से चौथी बार मौसम बदल गया है। भोपाल, इंदौर, छतरपुर, सतना, मैहर, रीवा समेत कई जिलों में बादल छा रहे हैं। इसके चलते इन जिलों में तेज धूप और गर्मी से राहत मिली है। ऐसा पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन की वजह से हो रहा है। 29 मार्च से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके कारण ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के 29 जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं।     मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। ट्रफ लाइन भी है। इस वजह से प्रदेश में बादल छा रहे हैं। ऐसा ही मौसम 28-29 मार्च को भी रहेगा। 29 मार्च से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इसका 30 और 31 मार्च को प्रदेश के पूर्वी और मध्य हिस्से में असर रहेगा। राजधानी भोपाल में अगले 4 दिन यानी, 31 मार्च तक बादल छाने का अनुमान है। वहीं, दिन का तापमान 38-39 डिग्री और रात का टेम्प्रेचर 21 से 23 डिग्री के बीच रह सकता है। उमस का असर भी रह सकता है।

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भोपाल। राज्य शिक्षा केन्द्र ने नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 01 अप्रैल 2024 से प्रारंभ किया जाने के निर्देश दिये गये हैं। प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों की स्थानीय परीक्षाएं संपन्न हो गई हैं। समस्त बच्चों को एक अप्रैल से नवीन कक्षाओं में प्रावधिक प्रवेश देने के पश्चात् ग्रीष्मवकाश के पूर्व तक अध्ययन-अध्यापन सुनिश्चित किया जाए।     राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस ने बुधवार को बताया कि कक्षा एक के लिए नव प्रवेशित बच्चों को स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम के अंतर्गत गतिविधियों का आयोजन किया जाये। कक्षा दो व तीन में क्रमशः कक्षा एक व दो के 10वें, 20वें एवं 30वें सप्ताह के ट्रेकर के आधार पर बच्चों द्वारा जिन दक्षताओं में सीखना शेष रह गया है। उनको चिन्हांकित करते हुए अभ्यास के अवसर प्रदान किए जाएं एवं छूटी हुई दक्षताओं को पूर्ण किया जाए।   संचालक धनराजू एस ने कहा कि कक्षा चार से आठ में कक्षोन्नत विद्यार्थियों की पूर्व कक्षा के प्रश्नपत्रों को हल कराते हुए आदर्श उत्तर लिखने का अभ्यास कराया जाए। विगत कक्षा की उपलब्ध स्थानीय वार्षिक परीक्षाओं की मुल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं का विश्लेषण निर्धारित प्रारूप अनुसार विद्यार्थीवार व कक्षावार किया जाकर न्यूनतम अधिगम स्तर (Low performing Learning Outcomes ) को चिह्नांकित कर विद्यार्थियों की छूटी हुई दक्षताओं के पुर्नअभ्यास करवाया जाए। राज्य द्वारा प्रदाय की जा रही 'प्रयास' अभ्यास पुस्तिका (कक्षा 2 से 3, 4 से 5 तथा 6 से 8) को 15 अप्रैल तक प्रत्येक विद्यार्थी को वितरण अनिवार्यतः किया जाये। शिक्षकों द्वारा विधार्थियों को इन अभ्यास पुस्तिकाओं के सन्दर्भ में आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जाए, ताकि ग्रीष्म अवकाश में विद्यार्थी इस पुस्तिका पर कार्य कर सकें।

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भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन-2024 के निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण में मध्य प्रदेश के छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान होना है। पहले चरण के लिए नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया बुधवार को पूरी हुई। नामांकन के अंतिम दिन 64 अभ्यर्थियों ने 89 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये हैं। इन छह संसदीय क्षेत्रों में अधिसूचना जारी होने से 27 मार्च तक कुल 113 अभ्यर्थियों द्वारा 153 नाम निर्देशन पत्र भरे गए हैं।     यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दी। उन्होंने बताया कि अधिसूचना जारी होने से 27 मार्च तक लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-11 सीधी में 22 अभ्यर्थी द्वारा 30 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-12 शहडोल(अजजा) में 10 अभ्यर्थी द्वारा 14 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-13 जबलपुर में 22 अभ्यर्थी द्वारा 33 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-14 मंडला (अजजा) में 16 अभ्यर्थी द्वारा 18 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-15 बालाघाट में 19 अभ्यर्थी द्वारा 27 नाम निर्देशन पत्र एवं लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-16 छिन्दवाड़ा में 24 अभ्यर्थी द्वारा 31 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये हैं। नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये अभ्यर्थियों के शपथ पत्र एवं अन्य जानकारियां भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट की लिंक https://affidavit.eci.gov.in/ पर देखी जा सकती हैं। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा गुरुवार, 28 मार्च को होगी।     राजन ने बताया कि पहले चरण के लिये नामांकन भर चुके प्रत्याशी शनिवार, 30 मार्च तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। पहले चरण के लिए शुक्रवार, 19 अप्रैल को मतदान होगा। मतगणना 4 जून को होगी।

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भोपाल। प्रदेश में 29 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिसके बाद 30 मार्च से प्रदेश के आधे हिस्से में फिर मौसम बदल जाएगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत 32 जिलों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं बादल छाएंगे। हालांकि, वर्तमान में भी एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। जिसका असर छतरपुर, सतना, मैहर और रीवा जिलों में देखने को मिल रहा है। इस कारण दिन के तापमान में मामूली गिरावट भी दिखाई दे रही है।   मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में गर्मी का असर देखने को मिला। दमोह में सीजन में पहली बार दिन का टेम्प्रेचर 40.2 डिग्री पहुंच गया। वहीं, नर्मदापुरम, रतलाम और धार में तापमान 39 डिग्री के पार रहा। बड़े शहरों की बात करें तो मंगलवार को उज्जैन सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 38.5 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 37.3 डिग्री, इंदौर में 37.5 डिग्री, ग्वालियर में 36.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 36.2 डिग्री रहा। वहीं, नौगांव, शिवपुरी, उमरिया और गुना में पारा 37 डिग्री से ज्यादा रहा। वहीं, खजुराहो, शाजापुर, खरगोन, बैतूल, मंडला और खंडवा में टेम्प्रेचर 38 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। पचमढ़ी में सबसे कम 32.8 डिग्री रहा।   मौसम वैज्ञानिकों ने फरवरी की तरह मार्च की विदाई भी बादल और बूंदाबांदी जैसे मौसम से होने की संभावना जताई है। 29 मार्च को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से 30 जिलों में मौसम बदला रहेगा। बूंदाबांदी हुई तो यह लगातार तीसरा महीना रहेगा, जिसकी विदाई बदले हुए मौसम से होगी। जनवरी में भी यही स्थिति बनी थी।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार तड़के भगवान महाकाल का सबसे पहले जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया। इसके बाद भगवान महाकाल का भांग चंदन और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। बाबा महाकाल के मस्तक पर ॐ और त्रिशूल के साथ चन्दन का त्रिपुंड अर्पित कर श्रृंगार किया गया है।   खास बात यह रही कि आज प्रतिपदा की भस्मआरती में बाबा महाकाल का नवीन मुकुट पहनाकर सूर्य, चंद्र और चंदन का तिलक लगाकर बाबा महाकाल का श्रृंगार किया गया। श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांक कर भस्मी रमाई गई और फल और मिष्ठान का भोग भी लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिन्होंने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। श्रद्धालुओं ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालु महाकाल की जयकारे भी लगा रहे थे। पूरा मंदिर बाबा की जयकारे से गुंजायमान हो गया।   आज से बदला आरती का समय परम्परानुसार ज्योर्तिलिंग भगवान महाकाल की आरतियों के समय में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से अश्विन पूर्णिमा तक परिवर्तन होता है। इसमें प्रथम भस्मार्ती प्रात: 04:00 से 06:00 बजे तक, द्वितीय दद्योदक आरती प्रात: 07:00 से 07:45 बजे तक, तृतीय भोग आरती प्रात: 10:00 से 10:45 बजे तक, चतुर्थ संध्या पूजन सायं 05:00 से 05:45 बजे तक, पंचम संध्या आरती सायं 07:00 से 07:45 बजे व शयन आरती रात्रि 10:30 ये 11:00 बजे तक होगी। वहीं भस्मार्ती, संध्या पूजन एवं शयन आरती अपने निर्धारित समय होगी।   महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि उड़ीसा के नवरंगपुर में रहने वाली सौभाग्यवती जैन ने बाबा महाकाल के दर्शन किए और दान में 36 हजार 169 की राशि दी है। दान राशि देने पर महाकालेश्वर प्रबंध समिति की ओर से सौभाग्यवती जैन और उनके साथ आए अन्य श्रद्धालुओं का सम्मान किया गया। इसी तरह छत्तीसगढ़ के रिंकू शर्मा द्वारा मंदिर के पुरोहित रूपम शर्मा व नवनीत शर्मा की प्रेरणा से एमआई कंपनी का एक नग एलईडी टीवी (65 इंच) भगवान महाकाल को अर्पित किया गया। मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी द्वारा प्राप्त कर विधिवत रसीद प्रदान की गई।

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धार। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का सर्वे पांचवें दिन मंगलवार को भी जारी है। इसी बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने मंगलवार को हिन्दुओं को पूजा-अर्चना की अनुमति दी गई है। इसके तहत सुरक्षा जांच के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोजशाला में पहुंचे और हनुमान चालीसा का पाठ किया।   कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच प्रत्येक श्रद्धालुओं की चेकिंग की गई और मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। पूजा के बाद बाहर आए श्रद्धालुओं ने कहा कि सर्वे के फैसले से हिंदू समाज खुश है। यहां 1952 से लगातार सत्याग्रह चल रहा है। हनुमान चालीसा के बाद आरती और पूजा संपन्न हुई। श्रद्धालुओं ने कहा कि निर्देश के अनुसार उन्होंने 11 बजे भोजशाला परिसर खाली कर दिया है। इधर, भोजशाला में एएसआई का सर्वे भी शुरू हो चुका है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम भोजशाला के पिछले हिस्से में यह सर्वे कार्य कर रही है, ताकि किसी भी तरह से हिंदू समाज के लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। दोनों ही पक्ष की मौजूदगी में मंगलवार को यह सर्वे भीतरी परिसर में करवा पाना संभव नहीं था, इसलिए बाहरी परिसर में ही यह सर्वे करवाया जा रहा है। यहां आने वाले श्रद्धालु किसी भी तरह के सर्वे की प्रक्रिया को देख नहीं सकें, इसके लिए बड़े-बड़े पर्दे लगा दिए गए हैं। साथी मुख्य द्वार से केवल भीतर प्रवेश कर सकते हैं। अन्य स्थानों पर जाने पर रोक लगा दी गई है। चार स्थानों पर उत्खनन का कार्य जारी है। संभावना है कि इसमें हिंदू प्रतीक चिह्न मिल सकते हैं, इसी के मद्देनजर यह उत्खनन विशेष माना जा रहा है। एएसआई की दिल्ली और भोपाल की टीम भोजशाला का सर्वे कर रही है। यह वैज्ञानिक सर्वे मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर ज्ञानवापी की तर्ज पर हो रहा है। टीम कार्बन डेटिंग के साथ ही खुदाई कर परीक्षण कर रही है। हिंदू और मुस्लिम पक्ष की मौजूदगी में हो रहे इस सर्वे की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।

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भोपाल। मार्च में चौथी बार मध्यप्रदेश का मौसम एक बार फिर बदलने जा रहा है। 29 मार्च को एक्टिव हो रहे पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, जबकि बादल भी छा सकते हैं। इससे पहले तेज गर्मी का असर रहेगा। अब तक के ट्रेंड के अनुसार, कई शहरों में पारा 40 डिग्री के पार भी पहुंच सकता है।   सामान्य तौर पर मार्च महीने में तेज गर्मी, बारिश और ओले का ट्रेंड रहता है। इस बार ऐसा मौसम रह चुका है। अब तक 3 बार मौसम बदला है। जिसमें से दो बार आधे प्रदेश में जमकर ओले गिरे और बारिश भी हुई। चौथी बार फिर प्रदेश का मौसम बदलने जा रहा है। मार्च के आखिरी सप्ताह में भी बादल छाने और बूंदाबांदी होने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिक प्रमेंद्र कुमार रैकवार का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से बारिश-बादल का मौसम बनेगा। 29 या 30 मार्च को बादल छाने और बूंदाबांदी की संभावना है। ऐसा हुआ तो यह लगातार तीसरा महीना रहेगा, जिसकी विदाई बदले हुए मौसम से होगी। जनवरी में भी यही स्थिति बनी थी।   इससे पहले प्रदेश में गर्मी ने रफ्तार पकड़ ली है। दिन में पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया है, जबकि रात में 22 डिग्री के पार है। सोमवार को भी प्रदेश के दमोह और रतलाम सबसे गर्म रहे। यहां तापमान 39 डिग्री के पार पहुंच गया। पचमढ़ी में सबसे कम 31.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। फरवरी की तरह मार्च की विदाई पर भी बादल और बूंदाबांदी जैसे मौसम से होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते भी 2 पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव प्रदेश के मौसम पर दिखाई दे सकता है।   सागर में 38.2 डिग्री और नर्मदापुरम में तापमान 38.9 डिग्री दर्ज रहा। भोपाल में 37.5 डिग्री, जबलपुर में 37.4 डिग्री, उज्जैन में 37.2 डिग्री, इंदौर में 36.5 डिग्री और ग्वालियर में पारा 34.6 डिग्री दर्ज किया गया। टीकमगढ़, नौगांव, गुना, रायसेन, खजुराहो, सिवनी, खंडवा, बैतूल, मंडला, धार और खरगोन में तापमान 37 डिग्री से अधिक रहा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में सोमवार को होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल के साथ भक्तों ने होली खेली। प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी गुलाल व फूलों की होली भी खेली गई। मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में लोग जमकर झूमे। खजुराहो में विदेशी सैलानी भी डांस करते नजर आए। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने की वजह से मुख्यमंत्री निवास में होली मिलन समारोह स्थगित कर दिया गया। राजधानी भोपाल में सुबह से लोग सड़कों पर उतरकर होली खेलते रहे। सड़कों पर हुरियारों की मस्ती नजर आई। बच्चे भी पिचकारियों से एक-दूसरे पर रंग बरसाते खासकर छतों से राहगीरों पर रंग डाल रहे थे। पॉश कॉलोनियों से बस्तियों तक हुर्रियारों की टोलियां रंग-गुलाल उड़ा रही थी। शहर में मुख्य आयोजन सोमवारा मंदिर के सामने था। ढोल-नगाड़े, डीजे की धुन पर शहर की कालोनियों में जगह-जगह सामूहिक रूप से हुर्रियारे नाच-गा रहे थे। इधर, विश्व पर्यटक स्थल खजुराहो में होली पर अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां विदेशी पर्यटक भी होली से इतने प्रभावित नजर आए कि वे खुद को होली से सराबोर करने से रोक नहीं पाए। सामाजिक समरसता का प्रतीक कहे जाने वाले इस त्योहार का विदेशियों ने खूब आनंद उठाया। पर्यटकों ने भी स्थानीय नागरिकों से रंग-गुलाल लगवाया और उन्हें भी गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। खजुराहो के स्थानीय नागरिक भी पर्यटकों के साथ उत्साह से होली खेली। खजुराहो में होली के त्योहार की शुरुआत मतंगेश्वर महादेव के मंदिर से की गई। मंदिर प्रांगण में सुबह से ही रंग की बौछारें शुरू हो गई। स्थानीय लोगों के साथ देशी- विदेशी पर्यटक बुंदेलखंडी गानों पर डीजे की धुन पर थिरकते और होली खेलते नजर आए। टूरिस्ट ग्रुपों को लेकर खजुराहो आए गाइडों ने बताया कि बुंदेलखंड की होली देखने और यहां की होली खेलने में पर्यटकों की खासी रुचि रहती है। वहीं, मंदसौर में पशुपतिनाथ मंदिर में होली पर जमकर जश्न मनाया गया। यहां श्रद्धालुओं ने भगवान पशुपतिनाथ के साथ गुलाल और फूलों से होली खेली।

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भोपाल। प्रदेश में ओले-बारिश का दौर थमने के बाद अब गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। शनिवार को रतलाम में रिकॉर्ड 39 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि भोपाल-नर्मदापुरम समेत 5 शहरों में 38 डिग्री के पार रहा। रीवा में तो एक ही दिन में 5 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन तक गर्मी के तेवर ऐसे ही रहेंगे। रविवार को भी टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश का पूर्वी हिस्सा यानी जबलपुर, रीवा संभाग शनिवार को सबसे ज्यादा गर्म रहा। कई शहरों में दिन का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ गया। रीवा में 5.1 डिग्री, छिंदवाड़ा में 1.7 डिग्री, जबलपुर में 2.4 डिग्री, खजुराहो में 3.4 डिग्री, मंडला में 1.8 डिग्री, नौगांव में 3.8 डिग्री, सागर में 2.8 डिग्री, सतना में 3.2 डिग्री, सिवनी में 1.2 डिग्री, सीधी में 3.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 3 डिग्री, उमरिया में 2 डिग्री, भोपाल में 2 डिग्री, रतलाम में 1.8 डिग्री, रायसेन में 1.6 डिग्री, ग्वालियर में 1.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई।   शनिवार को सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 30.8 डिग्री रहा, जबकि रतलाम में तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 38.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 38, सागर में 38.6 और नर्मदापुरम 38.8 डिग्री रहा। जबलपुर, उज्जैन, शाजापुर, रायसेन, नौगांव, खरगोन, सतना, खंडवा, मंडला और खजुराहो में पारा 37 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। इंदौर, ग्वालियर, धार, बैतूल, सीधी और उमरिया में पारा 36 से 36.9 डिग्री तक रहा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी प्रदेश में कोई सिस्टम नहीं है। इस वजह से गर्मी का असर बढ़ रहा है। बारिश के आसार भी नहीं है। ऐसे में 27 से 31 मार्च के बीच कई शहरों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री तक पहुंच सकता है।

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उज्जैन। मध्य प्रदेश की धर्मनगरी उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के आंगन से देश में होली पर्व का आगाज हुआ। रविवार तड़के चार बजे भस्म आरती में भगवान महाकाल के साथ फूलों की होली खेली गई। रविवार शाम को संध्या कालीन आरती (शाम 6.30 ‎‎बजे) के बाद मंदिर प्रांगण में होलिका दहन होगा। परम्परा के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर में फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के अवसर पर रविवार तड़के भस्म आरती की गई। इस दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे-पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। इसके पश्चात भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व कमल के पुष्पों की माला धारण करवाई गई। इस श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि आज चतुर्दशी की भस्मआरती में भगवान महाकाल का नवीन मुकुट पहनाकर त्रिपुंड के साथ मस्तक पर सर्प लगाकर मखाने की माला और पगड़ी पहनकर राजसी श्रृंगार किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई और गुजिया का भोग भी लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिन्होंने भगवान महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। इससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। चांदी का छत्र दान दिया महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी इंद्रनारायण शर्मा की प्रेरणा से रविवार को राजस्थान के जयपुर के कपिल सोनी द्वारा 400 ग्राम चांदी का छत्र भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित किया गया। इसे गर्भगृह निरीक्षक कमल जोशी द्वारा प्राप्त कर दानदाता का सम्मान कर विधिवत रसीद प्रदान की गई। छत्तीसगढ़ के रायपुर से दर्शन करने पहुंची नीलम शर्मा ने पुजारी विकास शर्मा की प्रेरणा से एक नग चांदी का छत्र, एक नग मुकुट और एक नग नाग भगवान महाकालेश्वर को अर्पित किया, जिसका कुल वजन लगभग 886 ग्राम है। इसे मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्राप्त कर विधिवत रसीद प्रदान की गई।

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धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला का आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) सर्वे तीसरे दिन रविवार को भी चल रहा है। हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा व आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी सर्वे टीम के साथ मौजूद हैं। भोजशाला परिसर के साथ-साथ बाहर ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) की टीम ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर बीते शुक्रवार को यहां सर्वे शुरू किया था। सर्वे के तीसरे दिन मजदूरों ने भोजशाला परिसर में प्रवेश किया। परिसर में प्रवेश देने से पहले उनकी पूरी जांच की गई। उनके उपकरण भी जांचे गए। भोजशाला के आसपास कोई विवाद न हो, इसलिए पूरा परिसर छावनी में तब्दील किया गया है। एएसआई के सर्वे के तीसरे दिन मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सर्वेक्षण पर कुछ आपत्ति जताई। उन्होंने पहले दिन के सर्वे को रद्द (शून्य) करने की मांग की है। इसे लेकर उन्होंने एएसआई को ई-मेल किया है। समद खान का कहना है कि हम सर्वे के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नया सर्वे कर नई चीजों को अंदर दाखिल करने की कोशिश की जा रही है, इस पर हमारी आपत्ति है। हमारा समाज चाहता है कि साल 2003 के बाद जो चीजें अंदर गई हैं, उन्हें सर्वे में शामिल न किया जाए। समद ने कहा कि एएसआई की टीम तीन तरीके से काम कर रही है। हम चाहते हैं कि एक वक्त पर एक ही जगह काम हो, क्योंकि मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से मैं अकेला हूं। मैं एक वक्त पर तीन जगह मौजूद नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज एएसआई के सर्वे के खिलाफ नहीं है। बस दिलों का मैल खत्म होना चाहिए।   पहले दिन की वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी के बाद शहर काजी वकार सादिक ने कहा था कि इस सर्वे के खिलाफ पूरा समाज लड़ेगा। एएसआई अपनी बात से बदल नहीं सकती। आज नहीं तो कल हमारी सुनवाई होगी। हमें हिंदुओं से कोई बैर नहीं है। केवल तेरह-चौदह लोग स्वयंभू बने हुए हैं। अब हम पांचों वक्त की नमाज अदा कराने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। इधर, भोज उत्सव समिति के सुमित चौधरी ने कहा कि मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद खान लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। भोजशाला परिसर में कुछ भी नहीं लाया जा सकता है। यहां पुलिस की कड़ी व्यवस्था है, सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इसके अलावा निजी सुरक्षा कर्मी भी तैनात रहते हैं। ऐसे में कुछ भी लाना संभव नहीं है।

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भोपाल। जैसे-जैसे रंगों का त्योहार नजदीक आता है, मध्यप्रदेश अपनी विविध होली समारोहों के माध्यम से समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, लोक कला और आध्यात्मिक महत्व को प्रदर्शित करने के लिए तैयार हो जाता है। आसमान को सतरंगी कर देने वाली इंदौर की गेर हो या फिर जनजातीय क्षेत्र का लोक पर्व भगोरिया, प्रदेश का हर क्षेत्र रंगों के पर्व होली को अपनी सांस्कृतिक विविधता के साथ उत्साह और उल्लास के साथ मनाता है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड राज्य के पारंपरिक और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करता है और देशभर के पर्यटकों को प्रदेश के उल्लास भरे उत्सव में शामिल होने का न्योता दे रहा है। ओरछा में गर्भगृह से बाहर आएंगे राजा राम   29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजते हैं। सुबह 5 बजे मंगला आरती होती है, जो साल में सिर्फ दो मौकों पर होती है। होली के अलावा रामनवमी पर मंगला आरती होती है। यहां परिसर में बुंदेलखंड की फाग टोलियां फाग गाती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से दूर-दूर से भजन और भाग मंडलियां यहां आती हैं। भगवान श्री रामराजा सरकार की होली देखने और महोत्सव में शामिल होने यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव एवं एमपी टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने शनिवार को बताया कि मध्य प्रदेश सांस्कृतिक विविधता और आध्यात्मिक विरासत का एक प्रतीक है, जो उत्साह और उल्लास से सराबोर होली समारोहों में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है। होली के दौरान मध्य प्रदेश एक आकर्षक गंतव्य बन जाता है। यहां की जनजातीय बहुल क्षेत्रों में मनाये जाने वाला भगोरिया पर्व भावनाओं, संस्कृति, और परंपराओं को मजबूत करने का एक माध्यम है। उज्जैन के महाकाल लोक में, भगवान शिव के निवास की दिव्य आभा के बीच उत्सव का आनंद लेने के लिए देश भर से भक्त इकट्ठा होते हैं, जहां एमपी का पहला होलिका दहन होता है। आकर्षण को बढ़ाते हुए, नर्मदापुरम जिले के सेठानी घाट पर एक भव्य महाआरती होती है, जहाँ नर्मदा नदी का पवित्र जल बहता है, जो रंगीन उत्सवों को एक आध्यात्मिक माहौल प्रदान करता है। इस बीच, छिंदवाड़ा में, मेघनाद मेले में विभिन्न महाराष्ट्रीयन समुदाय भगवान महादेव को रंग लगाने के लिए एक साथ आते हैं, जो एकता और सद्भाव का प्रतीक है। इंदौर गेर हर साल रंग पंचमी पर राजवाड़ा पैलेस में लाखों आगंतुकों का स्वागत करता है, जहां विशाल तोपों से पानी और रंगों से आसमान सतरंगी होता है और सड़कें खुशी और रंगों से सराबोर हो जाती हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में भी होली का उत्साह चरम पर होता है, विशेष रूप से ओरछा के राम राजा दरबार में, जहाँ यह त्योहार उल्लास, उमंग और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

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धार। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक भोजशाला का ज्ञानवापी की तरह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई सर्वे) दूसरे दिन शनिवार को भी जारी है। एएसआई के दिल्ली और भोपाल के अधिकारियों की टीम सर्वे कर रही है। एएसआई के वकील हिमांशु जोशी, हिंदू पक्ष की ओर से आशीष गोयल और गोपाल शर्मा और कमाल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी के समद खान भी सर्वे टीम के साथ भोजशाला में मौजूद हैं। भोजशाला में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। शनिवार सुबह एएसआई टीम सर्वे करने के लिए भोजशाला पहुंची और साइंटिफिक तरीके से जांच शुरू की। परिसर के अंदर और बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भोजशाला में एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवार, सीएसपी, तीन डीएसपी, आठ थाना प्रभारी सहित 175 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा शहर की ऊंची बिल्डिंगों पर भी पुलिस की तैनात की गई है। साथ ही 60 कैमरों की मदद से भी क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। परिसर में खुदाई करने वाले मजदूरों को भी जांच के बाद प्रवेश दिया गया। इस दौरान मोबाइल और अन्य गैजेट वस्तु बाहर ही जमा करवाए गए। खास बात यह है कि भोजशाला में सर्वे को लेकर पुलिस ने एक विशेष मॉनीटरिंग टीम बनाई है, जो केवल सोशल मीडिया पर ही अपनी नजर बनाए हुए हैं। भोजशाला से संबंधित अगर कोई भी भड़काऊ मैसेज आता है, पुलिस संबंधित के खिलाफ तुरंत एक्शन लेकर कार्रवाई करेगी। शनिवार को भोजशाला पहुंचे मुस्लिम पक्षकार और मौलाना कमालउद्दीन वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अब्दुल समद ने कहा कि शुक्रवार को तबीयत खराब होने की वजह से वह सर्वे के दौरान नहीं शामिल हो सके। उन्होंने कहा कि पहले भी सर्वे हो चुका है और अब दोबारा सर्वे की जरूरत नहीं है।

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मुरैना। अंबाह थाना क्षेत्र के करौली माता रोड पर बम्मा के पास शुक्रवार को एक पेड़ के नीचे बैठे आधा दर्जन लोगों पर अचानक से मधुमक्खी ने हमला कर दिया। मधुमक्खियों का हमला इतनी तेजी से हुआ कि लोगों को संभलने का भी समय नहीं मिला और मधुमक्खियों ने लगभग आधा दर्जन लोगों को बुरी तरह से काट लिया।   बताया जाता है कि सरसों की फसल काटने के लिए शुक्रवार को कुछ लोग अपने खेत पर एकत्रित हुए थे। इस दौरान फसल काटने वाले एक पेड़ के नीचे बैठकर सुस्ताने लगे कि तभी अचानक इन सभी पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। हमला इतनी तेजी से था कि किसी को भी संभलने तक का मौका नहीं मिला। स्थिति यह हो गई कि एक-एक व्यक्ति के शरीर पर ही सैंकड़ों मधुमक्खी चिपक गईं। मधुमक्खियों के हमले में घायल युवक कैलाश पुत्र मोहन सखबार उम्र 34 साल की गंभीर हालात होने की वजह से उसे जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, जहां उसने दम तोड़ दिया। इसी इसी तरह एक अन्य युवक रिंकू गुर्जर पुत्र नरेश गुर्जर उम्र 33 साल निवासी भत्तपुर को भी बुरी तरह काट लिया था, उसकी गंभीर हालत को देखते हुए अम्बाह से जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया था,जहाँ डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया गया है। वहीं 4 से 5 लोगों का अंबाह अस्पताल में ही इलाज किया जा रहा है। जिसमें रामनिवास पुत्र मातादिन, राजू पुत्र राम स्नेही ओझा, जय नारायण पुत्र जगदीश त्यागी शामिल हैं।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में ओले-बारिश का दौर थमने के बाद मार्च के आखिरी सप्ताह में गर्मी के तेवर देखने को मिल सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार 23 मार्च से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, लेकिन मध्यप्रदेश में उसका ज्यादा असर दिखाई नहीं देगा। इस कारण होली पर भी गर्मी रहेगी। इधर, तेज धूप के कारण गुरुवार को उज्जैन, नर्मदापुरम समेत प्रदेश के 10 शहरों में पारा 35 डिग्री से अधिक रहा।     सामान्यत: भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के शहरों में 26 से 31 मार्च के बीच दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच जाता है। पिछले 10 सालों से मौसम का यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है। इस बार भी ऐसा ही ट्रेंड रहने का अनुमान है। हालांकि 23 मार्च से एक नए सिस्टम के सक्रिय होने की बात कही जा रही है, लेकिन वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन का कहना है कि प्रदेश के मौस्म पर इसका कोई खास असर नहीं होगा। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन तक दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान जताया है। भोपाल में टेम्प्रेचर 36 डिग्री के पार पहुंच सकता है। इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रतलाम, खंडवा, खरगोन, दमोह, धार, शाजापुर, बैतूल समेत कई शहरों में तापमान बढ़ा हुआ रह सकता है।   इससे पहले प्रदेश में पिछले 5 दिनों तक ओले-बारिश का दौर चला। छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, रायसेन, जबलपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि के साथ बारिश का दौर चला। गुरुवार को यह दौर थम गया। अब गर्मी का असर बढ़ रहा है। गुरुवार को नर्मदापुरम में पारा 37.1 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, रतलाम, खंडवा और खरगोन में 36 डिग्री, बैतूल, शाजापुर, धार, उज्जैन और दमोह में पारा 35 डिग्री से अधिक रहा। पचमढ़ी में तापमान सबसे कम 29.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, सीधी, सतना और मलाजखंड में पारा 30 डिग्री रहा। राजधानी भोपाल में 34.5 डिग्री, इंदौर में 34.1 डिग्री, ग्वालियर में 32.3 डिग्री, जबलपुर में 33 डिग्री और उज्जैन में टेम्प्रेचर 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिला मुख्यालय पर स्थित ऐतिहासिक भोजशाला में ज्ञानवापी की तर्ज भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा सर्वे किया जाएगा। यह सर्वे शुक्रवार, 22 मार्च को शुरू होगा। इसके लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने पत्र जारी कर जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी है। यह पत्र इंदौर कमिश्नर सहित कलेक्टर धार व एसपी धार को जारी किया गया है। इसमें सर्वे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए बंदोबस्त करने के लिए कहा गया है। इस पत्र में अधिकारियों ने सर्वे शुरू करने की बात कही है।     पत्र मिलने के बाद गुरुवार को धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह प्रशासनिक टीम के साथ भोजशाला पहुंचे। उन्होंने पूरे परिसर का निरीक्षण किया। कलेक्टर मिश्रा ने भोजशाला पुलिस चौकी पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए।     गौरतलब है कि मां सरस्वती मंदिर भोजशाला के वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस द्वारा मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में आवेदन दिया था। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की तरफ से एडवोकेट हरिशंकर जैन और एडवोकेट विष्णुशंकर जैन ने पैरवी करते हुए कोर्ट को कहा कि पूर्व में भी जो सर्वेक्षण हुए हैं, वे साफ-साफ बता रहे हैं कि भोजशाला वाग्देवी का मंदिर है। इससे अतिरिक्त कुछ नहीं। हिंदुओं का यहां पूजा करने का पूरा अधिकार है। हिंदुओं को पूजा का अधिकार देने से भोजशाला के धार्मिक चरित्र पर कोई बदलाव नहीं होगा।     भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से एडवोकेट हिमांशु जोशी ने कोर्ट को बताया कि वर्ष 1902-03 में पुरातत्व विभाग भोजशाला का सर्वे कर चुका है। इसकी रिपोर्ट भी कोर्ट में प्रस्तुत है। रिपोर्ट के साथ फोटोग्राफ भी संलग्न हैं। इनमें भगवान विष्णु और कमल स्पष्ट नजर आ रहे हैं। नए सर्वे की कोई आवश्यकता ही नहीं है। सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही 2003 में आदेश जारी हुआ था।     भोजशाला विवाद सदियों पुराना है। हिंदुओं का कहना है कि यह सरस्वती देवी का मंदिर है। सदियों पहले मुसलमानों ने इसकी पवित्रता भंग करते हुए यहां मौलाना कमालुद्दीन की मजार बनाई थी। भोजशाला में आज भी देवी-देवताओं के चित्र और संस्कृत में श्लोक लिखे हुए हैं। अंग्रेज भोजशाला में लगी वाग्देवी की मूर्ति को लंदन ले गए थे। याचिका में कहा गया कि भोजशाला हिंदुओं के लिए उपासना स्थली है।     उच्च न्यायालय ने संस्था हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की याचिका पर सुनवाई के बाद गत 11 मार्च को भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे करने के आदेश जारी किए थे। इसमें पांच सदस्यीय दल भोजशाला का सर्वे करेगा। अलग-अलग बिंदुओं पर यह सर्वे होना है। इसके तहत मुख्य रूप से यह बात सामने आ सकती है कि यहां पर किस तरह के प्रतीक चिन्ह है और किस तरह की यहां की वास्तु शैली है। साथ ही यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि यह किस तरह की धरोहर है।   कोर्ट के आदेश अनुसार, एएसआई महानिदेशक की निगरानी में पांच सदस्यीय टीम भोजशाला का सर्वे करेगी। इसके साथ ही ये कमेटी अगले छह सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। साथ ही कोर्ट ने दोनों पक्ष यानी हिंदू और मुस्लिम पक्ष के दो-दो प्रतिनिधियों को सर्वे के दौरान वहां मौजूद रहने की अनुमति है। पूरे सर्वे की वीडियोग्राफी के साथ ही फोटो भी एकत्रित करने का आदेश दिए।

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भोपाल। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने भोपाल जिले की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को दृष्टिगत होली (जिस दिन रंग खेला जाए) 25 मार्च 2024 को सायं 5 बजे तक तथा रंगपंचमी के अवसर पर 30 मार्च 2024 को सायं 5 बजे तक की अवधि के लिए संपूर्ण भोपाल जिले के लिए शुष्क दिवस घोषित किया है। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी अरुण शर्मा ने दी।     उन्होंने बताया कि जारी आदेश अनुसार शुष्क दिवस व अवधि में भांग एवं भांगघोटा दुकानों को छोड़कर जिले की समस्त कम्पोजिट मदिरा दुकानें व इकाईयां (एफ.एल.-2, एफ.एल.-3, एफ.एल.-4, एफ.एल.-6, एफ.एल. -7, एफ.एल.-10, 10ए, वाईन आउटलेट एवं सभी प्रकार के मादक द्रव्यों के विक्रय की फुटकर एवं थोक दुकानें बंद रहेंगी एवं देशी तथा विदेशी मदिरा भाण्डागार बंद रहेंगे। सभी प्रभारी सहायक जिला आबकारी अधिकारी व आबकारी उपनिरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके प्रभाराधीन क्षेत्र में मदिरा का कय-विक्रय न हो, यह सुनिश्चित करें।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के दमोह जिला स्थित प्रसिद्ध जैन तीर्थ कुंडलपुर में दिगम्बर जैनाचार्य विद्यासागर महाराज की परम्परा में नए आचार्य पद पदारोहण अनुष्ठान महामहोत्सव की तारीख तय हो गई है। आगामी 16 अप्रैल को आयोजित इस महामहोत्सव में देश-विदेश से जैन धर्मावलंबी शामिल होंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत इसमें उपस्थित रहेंगे। एक प्रतिनिधिमंडल ने नागपुर जाकर उनसे मुलाकात की और उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया है।   महामहोत्सव समिति के प्रशासनिक संयोजक रवीन्द्र जैन ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिगम्बर जैनाचार्य विद्यासागर महाराज की परम्परा में नए आचार्य पद पदारोहण अनुष्ठान महामहोत्सव आगामी 16 अप्रैल को आयोजित होगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह आयोजन बड़े बाबा देवाधिदेव आदिनाथ भगवान के चरण सान्निध्य में होगा। मुनि संघ और आर्यिका संघ लगातार कुंडलपुर पहुंच रहे हैं।   जैन ने बताया कि भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय महामंत्री संतोष जैन पेंडारी के नेतृत्व में जैन समाज का प्रतिनिधिमंडल नागपुर में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत से मिला। सरसंघचालक ने महोत्सव में आने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रतिनिधिमंडल में महोत्सव की सह-संयोजक डॉ. सुधा मलैया, कुंडलपुर कमेटी के महासचिव आरके जैन, सिद्धार्थ मलैया, स्वतंत्र जैन खिमलासा, प्रभात सेठ, ललित जैन उपस्थित रहे।

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भोपाल। वन विभाग द्वारा होली पर्व पर भोपाल शहरवासियों को होलिका दहन के लिये जलाऊ लकड़ी सुगमता से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रियायती दर पर विक्रय केन्द्र 24 मार्च 2024 को शहर के विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध रहेंगे।     वन संरक्षक एवं पदेन वन मंडलाधिकारी सामान्य वन मंडल भोपाल आलोक पाठक ने बुधवार को बताया कि भोपाल शहर के अहमदपुर डिपो, विट्ठल मार्केट, कोलार पत्रकार कॉलोनी, सर्वधर्म कॉलोनी, गोविंदपुरा, जहांगीराबाद, बैरागढ़, मंगलवारा, मयूर विहार और ईमाम बाड़ा में रियायती दर पर जलाऊ लकड़ी प्रति किलो 8.16 के मान से सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक उपलब्ध कराई जाएगी। अस्थाई डिपो मात्र एक दिवस के लिये लगाये जायेंगे।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में बुधवार को फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी के अवसर पर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन किया गया। इसके बाद महाकाल का भगवान गणेश स्वरूप में विशेष श्रृंगार किया गया। परम्परा के मुताबिक बुधवार तड़के चार बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुले। इसके बाद पंडे-पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन किया गया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई। श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि एकदशी की भस्म आरती में बाबा महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर ड्रायफ्रूट से श्री गणेश स्वरूप में श्रृंगार किया गया और लड्डुओं का भोग लगाया गया। श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल के जयकारों से गूंज उठा। क्रिकेटर केएल राहुल ने किए दर्शन भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी केएल राहुल ने अपने माता-पिता के साथ बुधवार सुबह उज्जैन पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने पूजन-अभिषेक कर भगवान का आशीर्वाद लिया। राहुल सुबह करीब छह बजे अपने माता- पिता के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए और करीब आधे घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने गर्भगृह की चौखट पर पहुंचकर मत्था टेका और बाबा महाकाल से प्रार्थना की। मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि क्रिकेटर केएल राहुल बाबा महाकाल के दर्शन करने अपने पिता केएन राहुल और माता राजेश्वरी के साथ आए थे। केएल राहुल परिवार के साथ गर्भगृह की चौखट से भगवान की पूजा-अर्चना की। मंदिर के पुजारी पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि केएल राहुल और उनके परिवार के द्वारा बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया गया। पुष्प अर्पित किए गए और बाबा महाकाल की चौखट पर सिर झुकाकर आशीर्वाद भी लिया। इस दौरान वे शिव मंत्रों का जाप भी कर रहे थे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार पांचवें दिन बुधवार को भी ओले-बारिश का दौर जारी है। छिंदवाड़ा में बुधवार सुबह बारिश हुई और ओले गिरे। मौसम विभाग के अनुसार सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, सीधी और सिंगरौली में भी बारिश-आंधी के साथ ओले गिर सकते हैं। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। हालांकि, 20 मार्च से अगले 3 दिन में दो पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव हो रहे हैं। जिनका प्रदेश में 2-3 दिन के बाद असर देखने को मिलेगा। इससे पहले मंगलवार को भी बैतूल जिले के मुलताई, छिंदवाड़ा और डिंडोरी में तेज हवाओं के साथ पानी गिरा। कई जगह बेर के आकार के ओले भी गिरे। ओलावृष्टि से टमाटर और गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। सिवनी और मंडला में भी बारिश और ओले गिरे हैं। जबलपुर में भी शाम को बारिश हुई। जिले के कुंडम, बघराजी क्षेत्र में ओले गिरने से चना, मसूर, गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। कई शहरों में ओले की सफेद चादर भी बिछ गई। मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही हैं। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी का दौर चल रहा है। पूर्वी मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश हो रही है। यह दौर बुधवार को भी जारी रहेगा। मार्च में अब तक तीन बार मौसम बदल चुका है। मार्च की शुरुआत में ही तेज बारिश और ओले का दौर चला था। दूसरे सप्ताह में हल्की बारिश हुई। वहीं, तीसरे सप्ताह में अब फिर से तेज बारिश और ओले का दौर चल रहा है। 20 से 22 मार्च के बीच फिर दो सिस्टम एक्टिव हो रहे हैं। इनका असर भी प्रदेश में देखने को मिल सकता है।

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अयोध्या। योगी सरकार बनने के बाद अपनी धरोहर-अपनी आस्था को पुनः सम्मान मिल रहा है। श्रीराम की नगरी में बुधवार को संतों-महंतों के बीच रंगभरी एकादशी को लेकर उत्साह का बेमिसाल माहौल देखने को मिला। योगी सरकार के द्वारा संतों महंतों को मिलने वाली सुरक्षा से साधु-संत खुलकर इस त्यौहार का आनंद लेते दिखे। अयोध्या में होली से पांच दिन पहले ही रंगोत्सव का त्यौहार रंगभरी एकादशी से शुरू हो गया। प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या की पहली रंगभरी एकादशी बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। रंगभरी एकादशी को हनुमानगढ़ी मंदिर में हनुमान जी को गुलाल लगाने के साथ उत्सव का आरंभ हुआ।   भक्तों को प्रसाद के रूप में लगाया गया गुलाल अखिल भारतीय निर्वाणी अखाड़ा हनुमानगढ़ी के 500 संतों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली खेली। इससे पहले संतों ने हनुमान जी के निशान की पूजा की। इभी संतों ने होली खेलते हुए अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा की। ब्रह्ममुहूर्त में ही रामनगरी के 10 हजार से अधिक मंदिरों के गर्भगृह में विराजमान भगवान की राग-भोग आरती, साज-सज्जा के साथ उनके गाल पर गुलाल लगाया गया। यही नहीं अवध में होली के आगाज पर मंदिरों में आने वाले भक्तों को भी प्रसाद के रूप में गुलाल लगाया गया। अबीर से सराबोर हुई रामनगरी की संस्कृति का उल्लास और भी चटख हो चला।   अबीर और गुलाल से रंगी नजर आईं अयोध्या की सड़कें फाल्गुन शुक्ल एकादशी मतलब रंगभरी एकादशी पर्व से अवध की होली का विधिवत शुभारंभ होता है। रंगभरी एकादशी के पर्व पर रामनगरी में संतों-महंतों ने अपने आराध्य के प्रति अनुराग प्रकट करते हुए अबीर-गुलाल उड़ाकर प्रभु के साथ होली खेली। हनुमानगढ़ी परिसर में रंगभरी एकादशी पर श्रद्धा अपने चरम पर दिखी। इस मौके पर धार्मिक नगरी अयोध्या कि सड़कें अबीर और गुलाल से रंगी नजर आईं। परम्परागत रूप से कड़ी सुरक्षा में प्रमुख सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी से संतों का जुलूस अयोध्या की सड़कों पर निकला। संतों ने ढोल की धुन पर जमकर नृत्य किया तथा अखाड़ों के पहलवानों ने अपनी शौर्य कला का भी प्रदर्शन किया   500 वर्ष बाद श्रीरामलला के विराजमान होने पर बढ़ा होली का उत्साह हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने बताया कि सिद्ध पीठ हनुमान गढ़ी से नागा साधुओं के साथ हनुमान जी का निशान लेकर रंगभरी एकादशी के मौके पर हम लोग पंचकोश की परिक्रमा करने के लिए निकले। स्वयं हनुमान जी अयोध्या के प्रमुख मठ मंदिरों में होली का निमंत्रण देने जा रहे हैं। हनुमान जी का निशान है, बल्लम है और छड़ी है। इस मौके पर पंचकोसी परिक्रमा की गई। हनुमानगढ़ी के नागा-साधुओं ने एक दूसरे को अबीर लगा कर होली की शुभकामनाएं दी। यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है। इस वर्ष भव्य तरीके से होली मनाई जा रही हैं। क्योंकि प्रभु राम अपने भव्य महल में 500 वर्ष बाद विराजमान हुए हैं, तो होली का उत्साह और अधिक बढ़ जाता है। हनुमानगढ़ी के नागा साधु हनुमान जी के साथ मठ मंदिरों में होली का निमंत्रण दे रहे हैं। इसी क्रम में अयोध्या नगर में सिद्धपीठ नाका हनुमानगढ़ी,सहादतगंज हनुमानगढ़ी, रिकाबगंज हनुमानगढ़ी मे भी रंगभरी एकादशी की धूम रही।   रंगोत्सव में सराबोर दिखे नागा साधु जुलूस में नागा साधुओं की टोली बैंड बाजे के साथ अखाड़ों के पहलवानों के करतब दिखाते हुए अयोध्या की सड़क पर निकले। होली की मस्ती में सराबोर संतो ने हर आने-जाने वाले लोगों को अबीर गुलाल से सराबोर कर दिया। अयोध्या में होली से चार दिन पूर्व ही होली का अहसास हो गया। नागा साधुओं का यह जुलूस अयोध्या के प्रमुख मार्गों से होता हुआ जुलूस के मार्ग में पड़ने वाले हर मंदिर तक पहुंचा, जहां पर नागा साधुओं ने भगवान् के विग्रह के साथ होली खेली। इसी क्रम में संतों ने परिक्रमा कर सरयू स्नान किया। इस दौरान निर्वाणी अखाड़ा के महंत मुरली दास, महंत संजय दास, वरिष्ठ पुजारी हेमंत दास, महंत राजू दास, पुजारी रमेश दास, अभय दास, अभिषेक दास, सत्यदेव दास, मणिराम दास और राजेश पहलवान सहित अन्य नागा साधु मौजूद रहे।

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भोपाल। राजधानी के एमपी नगर में चेतक ब्रिज के समीप स्थित मैकेनिक मार्केट में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात आग लग गई। हादसे में दो दुकानें और तीन कारें जल गईं। आग से जली एक कार मैकेनिक के यहां सुधरने के लिए रखी गई थी। आग की सूचना पर पहुंची नगर निगम की फायर ब्रिगेड टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग को काबू किया, जो सुबह 6 बजे तक पूरी तरह से बुझ सकी।   पुल बोगदा स्थित फायर कंट्रोल रूम के फायरमैन फिरोज खान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सोमवार-मंगलवार रात करीब 2 बजे एमपीनगर स्थित चेतक ब्रिज के नजदीक दुकानों में आग लगने की सूचना मिली थी। इस पर फतेहगढ़, माता मंदिर, भेल, बैरागढ़ सहित अन्य फायर स्टेशन से करीब 10 दमकल आग को बुझाने भेजे गए। आग मैकेनिक मार्केट के नजदीक नफीस के स्क्रेप गोदाम से शुरू हुई थी, जिसने देखते ही देखते आसपास की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग से नफीस खां की इलेक्ट्रोनिक्स मटेरियल एवं ऐसी रिपेयरिंग की दुकान भी जल गई।   फायरमैन फिरोज खान ने बताया कि दुकानों में आग कैसे लगी? शुरुआती जांच में यह पता पता नहीं चला है। आग की शुरुआत नफीस खां की स्क्रेप दुकान से हुई और कुछ ही समय में आग, दूसरी दुकानों में फैल गई। स्क्रेप गोदाम में जले हुए इंजन ऑइल के ड्रम और खराब कारों का दूसरा सामान भी रखा हुआ था। इसके चलते गोदाम में तेज धमाके भी हुए। फायरमैन फिरोज खान के मुताबिक आग में मैकेनिक मार्केट और सामने बने मकान के एक रहवासी की कार सहित कुल तीन कार जली हैं। उन्होंने बताया कि नफीस खां के स्क्रैप सेंटर के सामने बने मकान में रखी सोनल शर्मा की नई कार भी जल गई।

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भोपाल। प्रदेश में मंगलवार को चौथे दिन मंगलवार को भी बेमौसम बारिश, ओले और आंधी का दौर जारी रहेगा। जबलपुर-नरसिंहपुर समेत 13 जिलों में ओले-बारिश का अलर्ट है। वहीं, डिंडोरी-अनूपपुर में रेड अलर्ट है। इन जिलों में 30 से 60 कि.मी. प्रति घंटे की स्पीड से आंधी भी चलेगी।   प्रदेश में लगातार तीसरे दिन सोमवार को मौसम बदला हुआ रहा और अनूपपुर, छिंदवाड़ा और बैतूल में ओले गिरे। वहीं, मंडला-सिवनी में बारिश भी हुई। दूसरी ओर भोपाल में बादल छाए रहे। अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। हालांकि, इसके बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा।   मौसम विभाग के अनुसार 19 मार्च को डिंडोरी और अनूपपुर में रेड अलर्ट है। यहां 50 से 60 कि.मी. प्रतिघंटे तक की रफ्तार से आंधी चल सकती है। सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, उमरिया, शहडोल और सिंगरौली में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, सीधी, मऊगंज में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। वहीं, 20 मार्च को भी सीधी, सिंगरौली, डिंडोरी और अनूपपुर में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार वर्तमान में उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी का दौर चल रहा है। पूर्वी मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश हो रही है।   मौजूदा सिस्टम की वजह से 20 मार्च तक प्रदेश में बारिश-ओले का दौर चलने का अनुमान है। इसके बाद एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा। इसके लौटने के बाद फिर से गर्मी का असर बढ़ेगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। जहां एक तरफ राजधानी भोपाल में दिनभर धूप की तपिश रही, वहीं कुछ जिलो में बेमौसम बारिश हो रही है। सोमवार को अनूपपुर, छिंदवाड़ा और बैतूल जिले में कई जगहों पर मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। बता दें कि रविवार को भी जबलपुर, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर और सागर जिले में कई जगहों पर बारिश हुई।     जानकारी के अनुसार अनूपपुर जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर खूंटाटोला के जरियारी में तेज बारिश हुई। साथ ही करीब 20 मिनट तक ओले भी गिरे। जैतहरी जनपद के कुछ कच्चे मकानों को ओले गिरने से नुकसान पहुंचा है। वहीं, बैतूल जिले के मुलताई में भी दोपहर को तेज हवाओं के बारिश हुई। बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि जो गेहूं खेत में खड़ा है, वह तेज हवा के कारण खेत में ही आड़ा हो गया। ऐसे में उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा। साथ ही गेहूं की चमक भी फीकी हो जाएगी। छिंदवाड़ा में भी सोमवार दोपहर में मौसम बदल गया। तेज हवाओं के साथ पानी गिरने लगा। शहर के चार फाटक क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से संतोषी माता मंदिर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।     यह है वजह आईएमडी भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अभी उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। जिसकी वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी का दौर चल रहा है।   20 मार्च तक कई जिलों में बारिश-ओले गिरने की संभावना मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि 19 मार्च को शहडोल-अनूपपुर में रेड अलर्ट है। दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, पांढुर्णा, जबलपुर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में आंधी-बारिश और ओले का मौसम रहेगा। बैतूल, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, सीधी, मऊगंज और सिंगरौली में गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने का अनुमान है। 20 मार्च को पांढुर्णा, बालाघाट, सिवनी, मंडला, जबलपुर, डिंडोरी, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली में बारिश-ओले गिरने की संभावना है । प्रदेश में 20 मार्च तक बारिश-ओले का दौर चलने का अनुमान है।

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इंदौर। शहर के कनाड़िया क्षेत्र में रविवार देर रात एसीपी कृष्णलाल चंदानी ने छापा मारा। वे स्थानीय पुलिस बल के बजाय रिजर्व बल लेकर पहुंचे। जैसे ही टीम अंदर घुसी तो पब संचालक और मैनेजर पीछे के रास्ते से फरार हो गए। यहां करीब 100 युवक-युवतियां नशे में झूमते मिले। पब के गनमैन और गार्ड को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पब संचालक, मैनेजर और एक अन्य की तलाश की जा रही है।   प्राप्त जानकारी के अनुसार विजयनगर जोन के एसीपी कृष्णलाल चंदानी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कनाड़िया थाना क्षेत्र के बिचौली मर्दाना के मिस्टर स्कल बार एंड पब में नशाखोरी चल रही है। इस सूचना पर एसपीपी ने रविवार रात कनाड़िया थाने के बजाय रिजर्व बल को अपने साथ लिया और दबिश देने पहुंच गए। दो से ज्यादा टीमें बनाई थीं। यहां पब में धूमधड़ाके के साथ बड़ी तादाद में युवक-युवतियां झूमते मिले। सभी की लिस्टिंग की गई। दूसरी टीम ने पब संचालक समेत स्टाफ पर छापा मारा। लेकिन टीम के अंदर आते ही पब संचालक भूपेन्द्र रघुवंशी, मैनेजर धर्मेन्द्र उज्जैनी और एक अन्य पीछे के रास्ते से भाग गया। सोमवार दोपहर तक ये नहीं पकड़े गए थे। पुलिस ने इस मामले में कुल पांच आरोपी बनाए हैं, इनमें पब संचालक, मैनेजर के अलावा गिरफ्तार पबकर्मी लक्की, गुरुप्रीत और एक अन्य शामिल है। दूसरी तरफ, पब में मिले युवक-युवतियों को हिदायत देकर छोड़ दिया गया। सभी का नाम-पता नोट किया है।  

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झाबुआ। लोक संस्कृति के पर्व भगोरिया हाट बाजारों की शुरुआत सोमवार से हो गई है। आने वाला एक सप्ताह बड़ा ही धूम धड़ाकेदार होने वाला है। बाजार सजे हैं तथा ग्रामीण जनों में हर्षोल्लास का शानदार वातावरण देखा जा रहा है, ऐसे में व्यापारी वर्ग भी बहुत आशान्वित हैं। इसलिए होली के पहले लगने वाले इन हाट बाजारों में अच्छी रंगत देखी जा सकेगी। इस वर्ष फसलों की पैदावार अच्छी है और लाडली बहनों की जेब भी भरी हुई है, इसलिए इन भगोरिया हाट बाजारों या मेलों में खूब रंग बिखरेगा। झाबुआ और अलीराजपुर जिले में जिले में पहला भगोरिया हाट पेटलावद, रंभापुर, मोहनकोट, कुंदनपुर, रजला, बेड़ावा आलीराजपुर, चंद्रशेखर आजाद नगर और बड़ागुड़ा में लग रहा है। इसके साथ ही आगामी पूरे सप्ताह हाट बाजारों में भगोरिया की मौज मस्ती देखने को मिलेगी और आने वाले सादर दिनों तक हाट बाजारों में ढोल मांदल की कर्ण प्रिय ध्वनि गुंजायमान होती रहेगी, साथ ही इस शानदार संगीत की ध्वनि के बीच लयबद्ध रुप से थिरकते युवाओं की उत्सवी टोलियों को भी देखा जा सकेगा। बाजार कुछ दिन पूर्व से ही सजने लगे थे और भगोरिया का उत्साह और तैयारियां देखी जा रही थी। ऐसे में निश्चित रूप से इस वर्ष के भगोरिया हाट जोरदार रहेंगे। झाबआ और आलीराजपुर में कब, कहां लगेगा भगोरिया मेला सोमवार 18 मार्च पेटलावद, रंभापुर, मोहनकोट, कुंदनपुर, रजला, बेड़ावा आलीराजपुर, चंद्रशेखर आजाद नगर और बड़ागुड़ा। मंगलवार 19 मार्च पिटोल, खरड़ू बड़ी, थांदला, तारखेड़ी व बरवेट, बखतगढ़, आंबुआ और अंधारवड़। बुधवार 20 मार्च उमरकोट, माछलिया, करवड़, बोड़ायता, चांदपुर, बरझर, बोरी, खट्टाली, कल्याणपुरा, मदरानी और ढेकल। गुरुवार 21 मार्च पारा, हरिनगर, सारंगी, समोई, चेनपुरा, फूलमाल, सोंडवा और जोबट। शुक्रवार 22 मार्च भगोर, बेकल्दा, मांडली, कालीदेवी कट्ठीवाड़ा, वालपुर और उदयगढ़। शनिवार 23 मार्च मेघनगर, राणापुर, बामनिया, झकनावदा, बलेड़ी नानपुर और उमराली। रविवार 24 मार्च झाबुआ, ढोलियावाड़, रायपुरिया, काकनवानी, छकतला, सोरवा, आमखूंट, झीरण, कनवाड़ा और कुलवट। काम पर गए ग्रामीण लौट आए हैं अपने घर, गांव भगोरिया ऐसा उत्सव है, जिसमें सम्मिलित होने के लिए अंचल का आदिवासी देश के किसी भी कोने में क्यों न हो, अपने गांव लौट आता है। जिले से बड़ी संख्या में आज भी जिले के ग्रामीणजन मजदूरी हेतु मध्यप्रदेश के शहरों सहित सीमावर्ती गुजरात, राजस्थान व महाराष्ट्र राज्य के शहरों जाते हैं, किंतु भगोरिया हाट के पूर्व इनके अपने घर गांव आने का सिलसिला शुरू हो जाता है।

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रतलाम। होली के दौरान ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए बान्द्रा टर्मिनस एवं हावड़ा के लिए दो जोड़ी होली स्पेशल ट्रेनों का परिचालन स्पेशल किराया के साथ किया जा रहा है।   मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना के अनुसार 22 मार्च से 12 अप्रैल तक प्रति शुक्रवार को गाड़ी संख्या 09343 डॉ. अम्बेडकर नगर पटना स्पेशल डॉ. अम्बेडकर नगर से 04.05 बजे चलकर रतलाम मंडल के इंदौर(04.29/04.34), देवास(05.18/05.20), उज्जैन(06.10/06.30) एवं मक्सी (07.00/07.02) होते हुए शनिवार को प्रात: 03.30 बजे पटना पहुँचेगी। इसी प्रकार 23 मार्च से 13 अप्रैल तक प्रति शनिवार को गाड़ी संख्या 09344 पटना डॉ. अम्बेडकर नगर स्पेशल पटना से 06.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के मक्सी(03.44/03.46, रविवार), उज्जैन(04.30/04.55), देवास (05.21/05.33) एवं इंदौर (06.20/06.30) होते हुए रविवार को 07.00 बजे डॉ. अम्बेडकर नगर पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में इंदौर, देवास, उज्जैन, मक्सी, संतहिरदाराम नगर, विदिशा, बीना, सागर, दमोह, कटनी मुड़वारा, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, पं. दीनदयाल उपाध्यायनगर, बक्सर, आरा एवं दानापुर स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। यह ट्रेन एलएचबी रेक से चलेगी जिसमें दो सेकंड एसी, छ:थर्ड एसी, आठ स्लीपर एवं तीन सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।   18 मार्च सोमवार को गाड़ी संख्या 09417 अहमदाबाद दानापुर स्पेशल अहमदाबाद से 09.10 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम (14.40/15.00बजे) होते हुए मंगलवार को 20.30 बजे दानापुर स्टेशन पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 09418 दानापुर अहमदाबाद स्पेशल 20 मार्च बुधवार को दानापुर से 23.50 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(05.00/05.10 बजे, गुरुवार) होते हुए गुरुवार को 11.10 बजे अहमदाबाद स्टेशन पहुँचेगी। यह ट्रेन एलएचबी रेक से चलेगी जिसमें दो सेकंड एसी, छ: थर्ड एसी, आठ स्लीपर एवं चार सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में नडियाड, छायापुरी, रतलाम, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, भरतपुर जंक्शन, मथुरा जंक्शन, कासगंज, फर्रूखाबाद, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, सुल्तानपुर, जौनपुर सिटी, वाराणसी, पं. दीनदयाल उपाध्याय जं., बक्सर एवं आरा स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है।   19 मार्च मंगलवार को गाड़ी संख्या 09061 वलसाड़ बरौनी स्पेशल, वलसाड से 02.15 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम(09.40/09.50 बजे) चलकर बुधवार को 18.00 बजे बरौनी जं. स्टेशन पहुँचेगी। इसी प्रकार 21 मार्च गुरुवार को गाड़ी संख्या 09062 बरौनी वलसाड स्पेशल, बरौनी से 12.15 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम(19.25/19.35 बजे, शुक्रवार) होते हुए शनिवार को 03.45 बजे वलसाड पहुँचेगी। यह ट्रेन आईसीएफ रेक से चलेगी जिसमें एक सेकंड एसी, तीन थर्ड एसी, पंद्रह स्लीपर तथा दो सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में सूरत, वडोदरा, रतलाम, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, भरतपुर, मथुरा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कानपुर सेट्रल, लखनऊ, सुल्तानपुर, जौनपुर सिटी, वाराणसी, पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, बक्सर, आरा, दानापुर, पाटलिपुत्र एवं हाजीपुर स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है।   23 एवं 30 मार्च शनिवार को गाड़ी संख्या 09195 वडोदरा मऊ स्पेशल वडोदरा से 19.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के दाहोद(20.50/20.52), रतलाम(22.35/22.45) होते हुए रविवार को 20.45 बजे मऊ स्टेशन पहुँचेगी। इसी प्रकार 24 एवं 31 मार्च को गाड़ी संख्या 09196 मऊ वडोदरा स्पेशल, मऊ से 23.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम(19.40/19.50 बजे, सोमवार) एवं दाहोद(21.11/21.13 बजे) होते हुए मंगलवार को 00.45 बजे वडोदरा स्टेशन पहुँचेगी। यह ट्रेन एलएचबी रेक से चलेगी जिसमें एक फस्र्ट एसी, दो सेकंड एसी, छ: थर्ड एसी, आठ स्लीपर एवं दो सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में गोधरा, दाहोद, रतलाम, कोटा, बयाना, आगरा फोर्ट, टूण्डला, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, सुल्तानपुर एवं वाराणसी स्टेशनों पर ठहराव रहेगा।   18 मार्च सोमवार को गाड़ी संख्या 09111 वडोदरा गोरखपुर स्पेशल वडोदरा से 19.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम(22.35/22.45) होते हुए मंगलवार को 23.30 बजे गोरखपुर पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 09112 गोरखपुर वडोदरा स्पेशल 20 मार्च बुधवार को प्रात: 05.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(04.15/04.25 बजे, गुरुवार) होते हुए गुरुवार को 08.35 बजे वडोदरा पहुँचेगी। यह ट्रेन एलएचबी रेक से चलेगी जिसमें एक फस्र्ट एसी, दो सेकंड एसी, छ: थर्ड एसी, आठ स्लीपर एवं दो सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में गोधरा, रतलाम, कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, आगरा फोर्ट, टूण्डला, सिकोहाबाद, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, बाराबंकी, गोंडा एवं बस्ती स्टेशनों पर ठहराव रहेगा।   20 मार्च बुधवार को गाड़ी संख्या 09183 मुम्बई सेंट्रल बनारस स्पेशल मुम्बई सेंट्रल से 22.50 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम(08.40/08.50 बजे, गुरुवार) होते हुए शुक्रवार को प्रात: 10.30 बजे बनारस पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में 22 मार्च शुक्रवार को गाड़ी संख्या 09184 बनारस मुम्बई सेंट्रल स्पेशल बनारस से 14.30 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम (17.45/17.55 बजे, शनिवार) होते हुए रविवार को 04.20 बजे मुम्बई सेंट्रल पहुँचेगी।   यह ट्रेन एलएचबी रेक से चलेगी जिसमें एक फस्र्ट एसी, तीन सेकंड एसी, छ: थर्ड एसी, एवं चार थर्ड एसी इकोनॉमी श्रेणी के कोच रहेंगे। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में बोरीवली, पालघर, वापी, वलसाड, वडोदरा, रतलाम, कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, आगरा फोर्ट, टूण्डला, सिकोहाबाद, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, राय बरेली, अमेठी, प्रतापगढ़, जंघई एवं भदोही स्टेशनों पर ठहराव रहेगा।   हापा-नाहरलगुन स्पेशल एक्सप्रेस, 20 मार्च बुधवार को हापा से 00.40 बजे बुधवार को प्रस्थान कर रतलाम मंडल के रतलाम(12.55/13.05, बुधवार), नागदा(13.53/13.55), उज्जैन(15.05/15.10)एवं मक्सी (16.40/16.42) होते हुए शुक्रवार को 16.00 बजे नाहरलगुन (अरुणाचल प्रदेश) पहुंचेगी। इसी प्रकार ट्रेन संख्या 09526 नाहरलगुन-हापा स्पेशल एक्सप्रेस 23 मार्च, 2024 को नाहरलगुन से शनिवार को 10.00 बजे प्रस्थान कर रतलाम मंडल के मक्सी (08.00/08.02 सोमवार),उज्जैन (08.45/08.50), नादगा (09.38/09.40) एवं रतलाम (10.20/10.30)होते हुए मंगलवार को 00.30 बजे हापा पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में राजकोट, वांकानेर, सुरेन्द्रनगर, अहमदाबाद, नडियाद, आणंद, छायापुरी,गोधरा,रतलाम,नागदा,उज्जैन,मक्सी,शाजापुर,शाजापुर,ब्यावराराजगढ़, रुठियाई, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, इटावा, गोविंदपुरी,प्रयागराज,ज्ञानपुर रोड, बनारस, वाराणसी, गाजीपुर सिटी, बलिया, छपरा, हाजीपुर, शाहपुर, पटोरी, बरौनी, बेगुसराय, खगडिय़ा, नौगछिया, कटिहार,बरसोई, किशनगंज, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू कूचबिहार, कोकराझार, न्यूबंगाईगांव, बारपेटा रोड, रंगिया, उदलगुरी, न्यू मिसामारी, रंगापाड़ा नॉर्थ और हारमती स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें एक सेकंड एसी, तीन थर्ड एसी, 15 स्लीपर एवं दो सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। ट्रेनों के परिचालन समय, ठहराव और संरचना से सम्बंधित विस्तृत जानकारी के लिए यात्री वेबसाइड या 139 पर कॉल कर या एनटीईएस ऐप पर जाकर अवलोकन कर सकते हैं।

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भोपाल। डॉ. अंबेडकर नगर (महू) से कटरा (वैष्णो देवी) जाने वाली मालवा एक्सप्रेस ट्रेन की शनिवार को शाम करीब चार बजे शाजापुर जिले के बेरछा स्टेशन के पास कपलिंग टूट गई। इससे ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। इसके बाद रेलवे का तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बोगियों को जोड़कर गंतव्य की ओर रवाना किया। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।     जानकारी के अनुसार ट्रेन नंबर 12919 मालवा सुपरफास्ट एक्सप्रेस शाजापुर जिले के मक्सी रेलवे स्टेशन को क्रॉस करने के बाद बेरछा और पीरउमरोद रेलवे स्टेशन के बीच अचानक ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। जिसके बाद जैसे तैसे ट्रेन को रोका गया। इस दौरान यात्रियों भयभीत हो गए। हालांकि, सभी यात्री सुरक्षित हैं। सूचना मिलते ही बेरछा और मक्सी से रेलवे का दल मौकास्थल पर पहुंचा और जो बोगियां अलग हुई थीं, उन्हें जोड़ा। भोपाल और रतलाम से भी रेलवे का दल भी मौका पर पहुंचा और ट्रेन की जांच करने के बाद उसे रवाना किया। घटना का वीडियो ट्रेन में सवार एक युवक द्वारा बनाया गया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आम से लेकर खास तक सभी भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शनिवार को भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव भी बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी पत्नी तानिया वाधवा के साथ महाकाल दर्शन कर पूजा अर्चना किया।   भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने आईपीएल शुरू होने से पहले शनिवार को बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। उमेश यादव ने नंदी हॉल से भस्म आरती देखी और चांदी द्वार से बाबा महाकाल का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उमेश यादव महाकाल की भक्ति में रमे नजर आए। महाकाल मंदिर के पुजारी ने उमेश यादव को महाकाल मंदिर की पारंपरिक चुनरी भी भेंट की है। दर्शन के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए क्रिकेटर उमेश यादव ने कहा कि वे बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए आते रहते हैं। आज भी ऐसा योग संयोग बना और वे बाबा महाकाल के दर पर आ गए। उमेश यादव ने श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की व्यवस्थाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मंदिर में दर्शन की व्यवस्था काफी अच्छी है, मुझे बहुत अच्छे दर्शन हुए। आपको बता दें कि इस से पहले उमेश यादव 20 मार्च 2023 और फिर जुलाई 2023 में भी उज्जैन आकर महाकाल के दर्शन कर चुके हैं।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव होने वाला है। प्रदेश में अगले 4 दिन यानी 19 मार्च तक ओले-बारिश का दौर चलेगा। मार्च में तीसरी बार शनिवार से मौसम बदलेगा। मंडला, डिंडोरी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं, जबकि 40 से 50कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलने का अनुमान भी है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने से ऐसा होगा। मौसम के इस बदलाव का असर जबलपुर समेत पूर्वी हिस्से के 26 जिलों में असर पड़ेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि वर्तमान में उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी चल सकती है। जबलपुर संभाग के सभी जिलों में ओलावृष्टि और बारिश होगी। पूर्वी हिस्से में मौसम बदला रहेगा। नए सिस्टम की एक्टिविटी से जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में ज्यादा असर रहेगा, जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-उज्जैन संभाग में हल्के बादल छा सकते हैं। नर्मदापुरम संभाग में भी मौसम बदला रहेगा। सिस्टम से पहले शुक्रवार को प्रदेश में गर्मी का असर बना रहा। मौसम में आए इस बदलाव से प्रभावित जिलों में तापमान की बढ़त पर रोक लग सकती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले अधिकारियों के तबादले का दौर जारी है। गुरुवार देर रात ही 37 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया। इसी क्रम में अब भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के नौ और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 47 अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। इस संबंध में शुक्रवार को दो अलग-अलग आदेश जारी किये गए।   सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और उज्जैन कमिश्नर संजय गोयल को तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग में सचिव बनाया गया है, जबकि इंदौर के श्रम आयुक्त संजय गुप्ता को उज्जैन कमिश्नर बनाया गया है। रीवा में अपर आयुक्त पद पर पदस्थ छोटे सिंह को राजस्व विभाग ग्वालियर संभाग में अपर आयुक्त पदस्थ किया गया है, संस्थागत वित्त विभाग के संचालक स्वप्निल जी वानखेड़े को सतना कलेक्टर बनाया गया है। ग्वालियर की अपर आयुक्त (राजस्व) सपना निगम को ग्वालियर राजस्व मंडल में सचिव, मंत्रालय में उप सचिव राजीव रंजन मीना को संस्थागत वित्त विभाग में संचालक, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग की उप सचिव संजना जैन को सतना जिला पंचायत में सीईओ, झाबुआ जिला पंचायत की सीईओ रेखा राठौर को खरगोन जिले की अपर कलेक्टर बनाया गया है।   राज्य शासन ने 47 आईपीएस अधिकारियों को इधर से उधर किया है। इनमें 11 जिलों के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं। अशोकनगर, खंडवा, डिंडोरी, सिंगरौली, शिवपुरी, खरगोन, छतरपुर, दमोह, राजगढ़, श्योपुर और निवाड़ी के एसपी का तबादला कर दिया गया है। इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किए हैं।   गृह विभाग के आदेश के अनुसार भोपाल पुलिस मुख्यालय के विशेष पुलिस महानिदेशक गोविन्द प्रताप सिंह को जेल महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सतर्कता पवन कुमार श्रीवास्तव को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अअवि, उप पुलिस महानिरीक्षक एसएएफ नवनीन भसीन को उज्जैन रैंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल के उप पुलिस महानिरीक्षक अमित सिंह को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर, पुलिस मुख्यालय भोपाल के उप पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी को भोपाल ग्रामीण रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक पदस्थ किया गया है। भोपाल ग्रामीण रेंज की उप पुलिस महानिरीक्षक मोनिका शुक्ला को पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक होमगार्ड भोपाल महेन्द्र चंद्र जैन को उप पुलिस महानिरीक्षक नारकोटिक्स इंदौर, जबलपुर के उप पुलिस महानिरीक्षक साकेत प्रकाश पांडे को रीवा रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, छतरपुर के उप पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को उप पुलिस महानिरीक्षक एसएएफ भोपाल, उप पुलिस महानिरीक्षक रेडियो भोपाल को नर्मदापुर रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, खंडवा के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह को भोपाल पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक भोपाल अतुल सिंह को खरगोन रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है। उप पुलिस महानिरीक्षक यातायात इंदौर मनीष कुमार अग्रवाल को उप पुलिस महानिरीक्षक होमगार्ड, सिंगरौली के पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैशी को भोपाल पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक अपराध इंदौर निमिष अग्रवाल को इंदौर रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर के उप पुलिस महानिरीक्षक पंकज श्रीवास्तव को पुलिस मुख्यालय भोपाल में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, इंदौर के उप पुलिस महानिरीक्षक राजेश कुमार सिंह को उप पुलिस महानिरीक्षक पीआरटीएस इंदौर, भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार खत्री को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रेडियो भोपाल, ग्वालियर के 13वीं वाहिनी विसबल सेनानी विनीत कुमार जैन को अशोकनगर में पुलिस अधीक्षक, भोपाल पुलिस मुख्यालय के सहायक पुलिस महानिरीक्षक राजेश सिंह को भोपाल में 25वीं वाहिनी विसबल में सेनानी बनाया गया है। भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार राय को खंडवा में पुलिस अधीक्षक, भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार सिंह को भोपाल पुलिस उपायुक्त यातायात, शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक रघुवंश कुमार सिंह को ग्वालियर में 13वीं वाहिनी विसबल में सेनानी, छिंदवाड़ा के 8वीं वाहिनी विसबल के सेनानी सिद्धार्थ चौधरी को जबलपुर में 6वीं वाहिनी विसबल सेनानी, भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक अरविंद तिवारी को पुलिस उपायुक्त यातायात, पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक हितेष चौधरी को भोपाल में 7वीं वाहिनी विसबल में सेनानी, पीटीसी इंदौर की पुलिस अधीक्षक यांगचेन डोलकर को इंदौर में 15वीं वाहिनी विसबल में सेनानी, अशोकनगर के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ को शिवपुरी में पुलिस अधीक्षक पदस्थ किया गया है। भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक वाहनी सिंह को डिंडौरी में पुलिस अधीक्षक, इंदौर रेल पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता को सिंगरौली में पुलिस अधीक्षक, डिंडौरी के पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल को भोपाल में पुलिस उपायुक्त (अपराध), राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक को खरगोन में पुलिस अधीक्षक, भोपाल में 25वीं वाहिनी विसबल के सेनानी अगम जैन को छतरपुर में पुलिस अधीक्षक, इंदौर पीआरटीएस की पुलिस अधीक्षक हितिका वासल को इंदौर पीटीसी में पुलिस अधीक्षक, भोपाल पुलिस उपायुक्त (अपराध) श्रुतकीर्ति सोमवंशी को दमोह में पुलिस अधीक्षक, इंदौर जोन एक के पुलिस उपायुक्त आदित्य मिश्रा को राजगढ़ में पुलिस अधीक्षक, इंदौर जोन दो के पुलिस उपायुक्त अभिषेक आनंद को श्योपुर में पुलिस अधीक्षक, भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक मृगाखी डेका को भोपाल रेल पुलिस अधीक्षक, मंडला के 35वीं वाहिनी विसबल के सेनानी संतोष कोरी को इंदौर में रेल पुलिस अधीक्षक पदस्थ किया गया है। भोपाल जोन एक के पुलिस उपायुक्त रामजी श्रीवास्तव को छिंदवाड़ा में 8वीं वाहिनी विसबल में सेनानी, दमोह के पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी को भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक, श्योपुर के पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया को निवाड़ी में पुलिस अधीक्षक, भोपाल पुलिस मुख्यालय में पुलिस उपायुक्त राम शरण प्रजापति को भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक, जबलपुर की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रियंका शुक्ला को इंदौर जोन एक में पुलिस उपायुक्त, इंदौर जोन चार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा को इंदौर जोन में पुलिस उपायुक्त, ग्वालियर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेष मीना को इंदौर जोन चार में पुलिस उपायुक्त और बालाघाट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मीना को इंदौर जोन एक में पुलिस उपायुक्त पदस्थ किया गया है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सिंगरौली में शुक्रवार दोपहर करीब 01 बजकर 48 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए। इसके चलते लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.1 तीव्रता मापी गई है। इसका केंद्र जमीन के पांच किलोमीटर अंदर था।   नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने एक्स पर लिखा कि भूकंप का केंद्र सिंगरौली में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे गहराई में था। भूपंक के झटके दोपहर 01 बजकर 48 मिनट पर महूसस किये गए। फिलहाल जानमाल के किसी नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। भूकंप की घटना के बाद सिंगरौली प्रशासन अलर्ट हो गया है। इससे पहले सिंगरौली में 31 दिसंबर 2023 को 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था। पिछले साल दिसंबर महीने में दो बार भूकंप के झटके लगे थे। तीव्रता कम होने के कारण जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के बागसेवनिया इलाके में शुक्रवार सुबह एक टेंट हाउस गोदाम में भीषण आग लग गई। आग लगने के बाद गोदाम में रखे चार सिलेंडरों में ब्लास्ट हो गया। धमाके से गोदाम का टीनशेड करीब 50 फीट दूर जाकर गिरा। धमाके की आवाज और आग की लपटों को देख लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। टेंट हाउस के गोदाम में जहां आग लगी, उसके आसपास घनी बस्ती है। आग की लपटों को देखकर लोगों ने इसकी सूचना फायर कंट्रोल रूम को दी गई। जिसके बाद मौके पर करीब दस से ज्यादा दमकलों को भेजा गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद इस आग पर काबू पा लिया गया। जानकारी के मुताबिक, राजधानी भोपाल के बाग सेवनिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत अरविंद विहार में संचालित हो रहे व्यंजन टेंट हाउस के गोदाम में शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे के आसपास अचानक आग लग गई। टेंट हाउस में आग लगी तो पहले यहां रखी कुर्सियों, पर्दे व साज-सज्जा के सामान जले। इस दौरान गोदाम के कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की। कुछ ही देर में इस आग ने वहां रखे सिलेंडरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिससे एक के बाद एक चार सिलेंडर ब्लास्ट हुए। इससे गोदाम के टिनशेड की चद्दरें भी 50 से 100 फीट तक दूर जा गिरीं। कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई। आग इतनी विकराल थी कि पांच किलोमीटर दूर से आग की लपटों का धुंआ देखा जा सकता था। कढ़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया आग लगने के बाद भोपाल के बोगदापुल, आइएसबीटी, माता मंदिर, कबाड़खाना और गोविंदपुरा फायर स्टेशन से लगभग 10 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। नगर निगम के फायर अधिकारी रामेश्वर नील ने बताया कि ''लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका है।'' गोदाम किस संस्थान का है उन्होंने यह बताने से फिलहाल मना कर दिया। लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि साकेत नगर स्थित व्यंजन रेस्टोरेंट और टेंट हाउस का यह गोदाम था। लोगों ने गोदाम में घरेलू गैस सिलेंडर से रिफिलिंग किए जाने का आरोप भी लगाया है। गोदाम में एलपीजी के घरेलू सिलेंडर भी मिले हैं। टेंट हाउस के गोदाम के आसपास करीब 100 से अधिक झुग्गियां व मकान है। यदि समय रहते दमकलकर्मी आग पर काबू नहीं पाते तो आग आसपास की बस्ती को भी अपनी चपेट में ले लेती और बड़ा हादसा हो सकता था। गोदाम बनाने के लिए नगर निगम द्वारा जो नियमावली बनाई गई है उसका पालन नहीं किया गया था। ऐसे में अब इस मामले में नगर निगम जांच करने की बात कह रहा है। विधायक कृष्णा गौर पहुंची घटना के बाद मंत्री कृष्णा गौर मौके पर पहुंची। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां अवैध रूप से काम किया जा रहा था। ऐसा काम अवैध बस्तियों में किया जाता है। बस्तियों में इस तरह के बड़े हादसे हो जाते हैं। मैंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ऐसी बस्तियों में अवैध काम हो रहे है, उन्हें चिन्हित कर बंद किया जाए। कृष्णा गौर ने कहा कि निश्चित रूप से यहां अवैध काम हो रहा था। स्थानीय लोगो का भी आरोप है। स्थिति कंट्रोल में है। कोई जनहानि नहीं हुई है।

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उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार को उज्जैन में मिनी कुम्भ सा नजारा देखने को मिल रहा है। देश भर के श्रद्धालु यहां पहुंचकर भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर रहे हैं। मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं पहुंचने के अनुमान अनुसार जिला प्रशासन, पुलिस व मंदिर समिति द्वारा योजना बनाई गई। अफसरों का दावा था कि एक बार लाइन में लगने के बाद श्रद्धालुओं को 40 मिनिट में दर्शन होंगे, लेकिन लोगों को मंदिर तक पहुंचने में 2 घंटे लग रहे हैं।   ऐसी हो रहे सामान्य लोगों को दर्शन सामान्य दर्शनार्थियों को नृसिंहघाट के सामने घाटी से गोंडबस्ती होते हुए चारधाम पार्किंग में बने झिकझेक से होकर महाकाल लोक पैदल मार्ग से महाकाल लोक में प्रवेश देने के बाद मानसरोवर गेट तक लाया जा रहा है। मानसरोवर गेट से टनल के रास्ते प्रवेश कर महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश और दर्शन के बाद निर्गम गेट से बड़ा गणेश मंदिर की ओर निकास मार्ग से बाहर किया जा रहा है। इनका कहना पुलिस प्रशासन व मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये की गई व्यवस्था का परिणाम है कि लोगों को बिना धक्कों के बेरिकेड्स में सामान्य तरीके से चलकर 40 से 50 मिनिट के अंदर भगवान के दर्शन हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिये पेयजल, छांव, मेडिकल आदि की व्यवस्थाएं भी की गई हैं। अब तक ढाई लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर चुके हैं और यह सिलसिला सतत जारी है। संदीप सोनी, महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक   इस कारण बिगड़ी नीलकंठ द्वार पर व्यवस्था पुलिस, प्रशासन के अफसर और मंदिर समिति द्वारा हरिफाटक ब्रिज, बेगमबाग की ओर से नीलकंठ द्वार व पार्किंग के रास्ते को वीआईपी, प्रोटोकॉल, नियमित दर्शनार्थियों के लिये आरक्षित रखा था। यहां से भारत माता मंदिर होते हुए लोगों को गेट नंबर 1 से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। वापसी में उक्त लोग इसी मार्ग से लौट रहे हैं। यहां वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान पुलिस द्वारा पासधारी और नियमित दर्शनार्थियों का प्रवेश रोका जा रहा है जिस कारण इस गेट पर भीड़ लगने के साथ ही श्रद्धालुओं और पुलिस व मंदिर समिति के सिक्यूरिटी गार्ड के बीच बहस और विवाद की स्थिति बन रही है। 2 किमी की दूरी 2 घंटे में हो रही हो रही पूरी नृसिंहघाट से बेरिकेड्स में प्रवेश करने के बाद महाकालेश्वर मंदिर के अंदर भगवान के दर्शनों तक दूरी करीब 2 किलोमीटर होती है। एक बार लाइन में लगने के बाद श्रद्धालुओं को बेरिकेड्स में लगातार चलना है। हालांकि बेरिकेड्स में कहीं भी श्रद्धालुओं को रोका नहीं जा रहा और लगातार चलते रहने पर उक्त दूरी 2 घंटे में तय हो रही है। छांव, पेयजल और चिकित्सा की सुविधा प्रशासन द्वारा लाइन में लगे सामान्य श्रद्धालुओं की सुविधा अंतर्गत धूप से बचने के लिये शामियाने लगाये गये हैं वहीं अलग-अलग स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था भी की गई है। इसके अतिरिक्त अलग-अलग जगह डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ की टीम को आवश्यक दवाओं के साथ तैनात किया गया है। मानसरोवर के पास बैठे चिकित्सा स्टाफ ने बताया कि करीब 20-25 महिला पुरुष थकान, सिर दर्द और घबराहट की शिकायत लेकर आये थे जिन्हें दवा दी गई है।

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भोपाल। प्रदेश में बारिश-ओले का दौर थमने के बाद अब गर्मी का असर दिखाई देने लगा है। गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 19 जिलों में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिन यानी 10 मार्च तक मौसम ऐसा ही रहेगा। दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।   प्रदेश में गुरुवार को नरसिंहपुर सबसे गर्म रहा। यहां पारा 34.4 डिग्री तक पहुंच गया। धार में 33.4 डिग्री, रतलाम में 33.2 डिग्री और मंडला में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में 30.3 डिग्री, इंदौर में 31 डिग्री, ग्वालियर में 28 डिग्री, जबलपुर में 29.8 डिग्री और उज्जैन में पारा 31.7 डिग्री दर्ज रहा। पचमढ़ी, शिवपुरी, नौगांव, रीवा, सीधी, खजुराहो, रायसेन और सतना में पारा 30 डिग्री से कम रहा। वहीं, सागर, टीकमगढ़, गुना, उमरिया, छिंदवाड़ा, मलाजखंड, सिवनी, दमोह, शाजापुर, नर्मदापुरम, खरगोन, बैतूल और खंडवा में तापमान 30 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती का कहना है कि 10 मार्च तक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी रहेगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से प्रदेश में बारिश होने के आसार नहीं है, लेकिन ग्वालियर-चंबल संभाग के कुछ जिलों में बादल जरूर छाए रहेंगे।

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सीहोर। भगवान शिव की शिव महापुराण की कथा सुनने का सौभाग्य मिला है। शिव महापुराण की कथा भक्ति और मुक्ति कि यह पावन कथा संपूर्ण जगत का कल्याण करने वाली है, जगत का उद्धार करने वाली है। कुबेरेश्वरधाम की इस धरा से कथा का श्रवण करना एक साधना की तरह है। बाबा के घर आए हैं तो विश्वास रखे एक माह के अंदर ही आपकी पूजा सफल हो जाएगी।   यह विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार से आरंभ हुए रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन शिव महापुराण के अवसर पर कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यक्त किए। उन्होंने इस दौरान देवराज प्रसंग के माध्यम से शिव महापुराण कथा का महत्व बताया।   पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि तुलसी दल, जल, बेलपत्र तीनों चीजें हमारे व्रत, पूजन और साधना का प्रमाण है और हमारे मंत्र, हमारी साधना, तप का प्रमाण है। सृष्टि, पालन, संहार, तिरोभाव, अनुग्रह यह पांचों कार्य महादेव के हैं। प्रथम चार कृत्य संसार का विस्तार करने वाले हैं। पांचवा कर्म अनुग्रह मोक्ष के लिए है। जो भगवान शिव का जाप प्रतिदिन करता है वह शिव कृपा का भागी होता है।   अमेरिका सहित अन्य देशों के श्रद्धालु आए कथा के दौरान यहां पर अमेरिका से आए आस्थावान श्रद्धालु के बारे में चर्चा करते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अमेरिका जैसे आधुनिक देश में निवास करने वाले कथा का श्रवण करने आए हैं। इन्होंने बताया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे, कथा के तप और रुद्राक्ष की महिमा से अब रोग से मुक्ति मिली है। यह पंडाल में फूलों की साज-सज्जा की है, यह पहले बाबा की पौथी पर माला चढ़ाने आते थे, कुबेरेश्वरधाम के कारण इनका कल्याण हुआ। इस तरह के अनेक प्रमाण भगवान शिव की भक्ति के लिए प्ररित करते हैं। आपको शिव की प्राप्ति के लिए भक्ति में संपूर्ण रूप से समर्पित भाव से करना होगा। भगवान की कृपा नहीं होती तब तक मनुष्य एक कदम भी उनकी ओर नहीं बढ़ा सकता पंडित मिश्रा ने कहा कि जब तक भगवान शंकर की कृपा नहीं होती तब तक मनुष्य एक कदम भी भगवान की ओर नहीं बढ़ा सकता। शिव पुराण कथा कहती है कि जब मनुष्य मां की कोख में होता है तो रक्त, जल में सना हुआ होता है और जब जन्म लेता है तो संसार के जितने सुख-दुख, धर्म कर्म है उनमें रमा हुआ होता है। अंतिम समय आता है तो वह भगवान का भजन करता है और प्राण छूटने पर भस्म में बदल जाता है। मनुष्य के अंतिम क्षण का समय बड़ा मूल होता है। अंतिम क्षण भक्ति में लगाओ तो शिवत्व अवश्य प्राप्त करोगे।   विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि इस बार की महाशिवरात्रि बहुत ही ज्यादा खास मानी जा रही है, क्योंकि इस दिन शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत के अलावा इस दिन और भी कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा सुबह मंदिर परिसर में बने विशाल शिवलिंग की अर्चना की जाएगी, उसके पश्चात दोपहर में एक बजे से कथा, शाम को साढ़े छह बजे कथा और रात्रि में भजन गायक प्रस्तुति देंगे।

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ग्वालियर। मौसम अब शुष्क हो गया है। धूप तेज होने लगी है। इसी के चलते आज दिन के तापमान में लगभग चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फिलहाल मौसम साफ रहेगा। इस कारण अब दिन के साथ रात का तापमान भी बढ़ेगा। हालांकि 10 से 11 मार्च के बीच हिमालय में एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। 13 मार्च को ग्वालियर-चंबल संभाग में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। मौसम के जानकार बता रहे हैं कि बीते बुधवार को हिमालय में आया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ और कमजोर होकर आगे बढ़ गया है। अब ग्वालियर-चंबल के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली मौजूद नहीं है। इसलिए फिलहाल यहां का मौसम शुष्क रहेगा जिससे धूप में तेजी देखने को मिलेगी। इसके साथ ही ठंडी हवाएं भी थम गई हैं। इसके चलते अब अधिकतम के साथ-साथ न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि होगी। 10 से 11 मार्च के आसपास हिमालय में एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। हिमालय क्षेत्र में 13 मार्च को इसकी तीव्रता बढ़ेगी। इस दौरान इस मौसम प्रणाली का ग्वालियर-चंबल संभाग में भी असर देखने को मिलेगा। यहां घने बादल छा सकते हैं। इसके साथ ही कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में गुरुवार को अधिकतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.2 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.9 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 70 प्रतिशत दर्ज की गई जो औसत से 36 प्रतिशत अधिक है जबकि शाम को हवा में नमी घटकर 44 प्रतिशत दर्ज की गई जो औसत से 11 प्रतिशत अधिक है।

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उज्जैन। सनातन धर्म परंपरा में जिस प्रकार शक्ति की आराधना के लिए देवी मंदिरों में नवरात्रि मनाई जाती है, उसी प्रकार उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि मनाई जाती है। बारह ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में ही शिव नवरात्रि उत्सवपूर्वक मनाई जाती है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का यह उत्सव फाल्गुन कृष्ण पंचमी 29 फरवरी से प्रारम्भ हो गया है, श्री महाशिवरात्रि महापर्व के अगले दिन तक चलेगा। इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान जी के पट दर्शन हेतु लगभग 44 घंटे दर्शन हेतु खुले रहेगे। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान श्री महाकालेश्वर जी के पूजन विधान श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, 08 मार्च 2024 महाशिवरात्रि महापर्व पर भस्मार्ती हेतु श्री महाकालेश्वर भगवान जी के मंगल पट प्रात: 02:30 बजे खुलेगे। भस्मारती उपरांत 07:30 से 08:15 दद्योदक आरती, 10:30 से 11:15 तक भोग आरती के पश्यात दोपहर 12 बजे से उज्जैन तहसील की ओर से पूजन-अभिषेक संपन्न होगा। सायं 04 बजे होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन व सायं पंचामृत पूजन के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर को नित्य संध्या आरती के समान महाशिवरात्रि पर्व पर भी गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जायेगा। रात्रि में सायं 07 बजे से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुण्ड के तट पर विराजित श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन, सप्तधान्य अर्पण, पुष्प मुकुट श्रृंगार (सेहरा) के उपरान्त आरती की जायेगी। रात्रि 11 बजे से सम्पूर्ण रात्रि 09 मार्च प्रात: 06 बजे तक भगवान श्री महाकालेश्वर जी का महाअभिषेक पूजन श्रृंगार चलेगा । जिसमे एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ व विभिन्न मंत्रो के माध्यम से 11 ब्राह्मणों द्वारा देवादिदेव भगवान श्री महाकालेश्वर जी का अभिषेक किया जायेगा। उसके पश्यात भस्म लेपन, विभिन्न प्रकार के पाँच फलो के रसो से अभिषेक, पंचामृत पूजन (101 लीटर दूध, 31 किलो दही, 21 किलो खांडसारी , 21 शहद, 15 किलो घी) से अभिषेक, गंगाजल, गुलाब जल, भाँग आदि के साथ केसर मिश्रित दूध से अभिषेक किया जायेगा। अभिषेक उपरांत भगवान को नवीन वस्त्र धारण कराये जाकर सप्तधान्य का मुखारविंद धारण कराया जायेगा । जिसके बाद सप्तधान्य अर्पित किया जाएगा जिसमे चावल, खडा मूग, तिल, मसूर, गेहू, जव, साल, खड़ा उडद सम्मिलित रहेगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियो द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधा जाएगा। भगवान श्री महाकालेश्वर जी को चंद्र मुकुट, छत्र, त्रिपुंड व अन्य आभूषणों से श्रृंगारित किया जायेगा। भगवान पर न्योछावर नेग स्वरुप चांदी का सिक्का व बिल्वपत्र अर्पित की जायेगी। श्री महाकालेश्वर भगवान की सेहरा आरती की जायेगी व भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल, पञ्च मेवा आदि का भोग अर्पित किये जायेगे। सेहरा दर्शन के उपरांत वर्ष में एक बार दिन में 12 बजे होने वाली भस्मार्ती होगी । भस्मार्ती के बाद भोग आरती होगी व शिवनवरात्रि का पारणा किया जायेगा । 9 मार्च को सायं पूजन, श्रृंगार, सायं आरती व शयन आरती के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर जी के पट मंगल होगे। इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान पट लगभग 44 घण्टे खुले रहेंगे।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में महाशिवरात्रि पर्व 8 मार्च को मनाया जायेगा। महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन वर्ष में एक बार दोपहर में भस्म आरती होगी। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में बाहर से आने वाली श्रद्धालुओं को दर्शन की सुगम व्यवस्था की जा सके, इस हेतु श्रद्धालुओं के वाहनों की यातायात व्यवस्था निर्धारित की गई है। वीआईपी तथा शासकीय वाहनों की पार्किंग हरिफाटक ओवर ब्रिज के नीचे तथा कर्कराज पार्किंग पर व्यवस्था की गई है।   यातायात प्रभारी श्री परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर डायवर्शन प्लान के अनुसार बड़नगर से आने वाले वाहन मोहनपुरा ब्रिज के नीचे से मुल्लापुरा, भेरूपुरा होकर शंकराचार्य चौराहे पास कार्तिक मेला मैदान में पार्क होंगे। नागदा की ओर से आने वाले वाहन साड़ूमाता की बावड़ी, कुत्ता बावड़ी टर्निंग से रातड़िया रोड से राठौर क्षत्रिय तेली समाज मैदान में वाहन पार्क होंगे। आगर से आने वाले वाहनों को मकोड़िआम चौराहा से खाकचौक से जाट धर्मशाला से जूना सोमवारिया से कार्तिक मेला ग्राउण्ड में पार्क कराये जायेंगे। इसी तरह आगर से आने वाली बसों एवं बड़े वाहनों को चौपाल सागर से उन्हेल नाका से साड़ूमाता की बावड़ी से कुत्ता बावड़ी से राठौर क्षत्रिय तेली समाज मैदान में वाहन पार्क कराये जायेंगे।   इसी तरह मक्सी से आने वाले वाहनों को पांड्याखेड़ी से पाईप फैक्टरी, मन्नत गार्डन एवं इम्पीरियल होटल के पीछे वाली पार्किंग में पार्क कराया जायेगा। यहां से दर्शनार्थी सवारी बसों से कर्कराज पार्किंग तक जायेंगे, वहां से फिर दर्शन के लिये पैदल जा सकेंगे। देवास एवं भोपाल की तरफ से आने वाले वाहनों को मन्नत गार्डन एवं इम्पीरियल होटल के पीछे वाली पार्किंग में वाहन पार्क कराये जायेंगे। यहां से दर्शनार्थीसवारी बसों से कर्कराज पार्किंग तक जाकर वहां से दर्शन के लिये पैदल जा सकेंगे। इन्दौर की ओर से आने वाले वाहनों को मन्नत गार्डन एवं इम्पीरियल होटल के पीछे वाली पार्किंग में पार्क कराया जायेगा। यहां से दर्शनार्थी सवारी बसों से कर्कराज पार्किंग तक जायेंगे, जहां से फिर दर्शन के लिये पैदल जा सकेंगे। भारी वाहनों का डायवर्शन प्लान के अनुसार इन्दौर से नागदा, आगर एवं मक्सी की ओर से जाने वाले भारी वाहनों को तपोभूमि से नरवर बायपास होकर मारूति शोरूम, सैफी पेट्रोल पम्प से श्री सिंथेटिक्स होते हुए नागदा, आगर, मक्सी की ओर डायवर्शन किया जायेगा। इसी तरह मक्सी से देवास एवं इन्दौर की ओर जाने वाले भारी वाहनों को श्री सिंथेटिक्स से सैफी, मारूति शोरूम से देवास रोड एवं नरवर बायपास से तपोभूमि होकर इन्दौर के लिये डायवर्शन किया जायेगा।   वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र/मार्ग निम्न रहेंगे- हरिफाटक टी से महाकाल घाटी चौराहे की ओर वाहनों का प्रवेश 7 मार्च को शाम 4 बजे से पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। हरिफाटक टी से इंटरप्रिटेशन की तरफ वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। जन्तर-मन्तर से जयसिंह पुरा, चारधाम पार्किंग की ओर वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। शंकराचार्य चौराहा से नृसिंह घाट तरफ वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। शंकराचार्य चौराहा से दानीगेट की तरफ एवं भूखीमाता टर्निंग से नृसिंह घाट की तरफ वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। इसी तरह दौलतगंज से लोहा पुल की तरफ, कंठाल चौराहा से छत्रीचौक, तेलीवाड़ा से कमरी मार्ग, दानीगेट से गणगौर दरवाजा हरसिद्धि पाल, केडी गेट से टंकी चौराहा, भार्गव तिराहा से कमरी मार्ग की तरफ वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।   पार्किंग व्यवस्था निम्नानुसार रहेगी- प्रशांतिधाम, इंजीनियरिंग कॉलेज खेल मैदान, इम्पीरियल गार्डन, मन्नत गार्डन, हरिफाटक ओवर ब्रिज के नीचे, कर्कराज पार्किंग, कार्तिक मेला ग्राउण्ड, राठौर क्षत्रिय ग्राउण्ड, गुरूद्वारा प्रस्तावित अस्पताल भूमि रहेंगे। इसी तरह इन्दौर रोड से आने वाले वाहनों के लिये रिजर्व पार्किंग की व्यवस्था प्रशांतिधाम, इंजीनियरिंग कॉलेज खेल मैदान, त्रिवेणी शनि मन्दिर मैदान पर व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि मन्नत गार्डन तथा इम्पीरियल गार्डन की पार्किंग भर जाने पर इन्दौर, मक्सी रोड, देवास, भोपाल की ओर से आने वाले वाहनों को उपरोक्त पार्किंग स्थल पर पार्किंग कराया जाकर दर्शनार्थियों को लोक सेवा वाहनों से कर्कराज पार्किंग तक भेजा जायेगा।   मक्सी, बड़नगर, नागदा, आगर की ओर से आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था कार्तिक मेला ग्राउण्ड, दुर्गादास राठौर क्षत्रिय एवं गुरूद्वारा प्रस्तावित अस्पताल भूमि पर की जायेगी। प्रशांतिधाम पार्किंग पर इन्दौर की ओर से आने वाले चारपहिया एवं अन्य वाहनों की पार्किंग कराई जायेगी। इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान की पार्किंग पर मक्सी तथा देवास की ओर से आने वाले चारपहिया वाहन एवं अन्य वाहनों की पार्किंग कराई जायेगी। इम्पीरियल गार्डन पार्किंग पर इन्दौर, देवास एवं मक्सी की ओर से आने वाले दोपहिया वाहनों की पार्किंग कराई जायेगी। मन्नत गार्डन पार्किंग पर इन्दौर, देवास एवं मक्सी की ओर से आने वाले दोपहिया वाहनों की पार्किंग कराई जायेगी। हरिफाटक ब्रिज के नीचे की पार्किंग पर वीआईपी वाहनों की पार्किंग कराई जायेगी। कर्कराज पार्किंग पर शासकीय वाहनों एवं वीआईपी वाहनों की पार्किंग होगी। कार्तिक मेला ग्राउण्ड पार्किंग पर मक्सी एवं बड़नगर से आने वाले चारपहिया वाहनों की पार्किंग की जायेगी। क्षत्रिय राठौर तेली समाज पर पार्किंग आगर एवं नागदा से आने वाले चारपहिया वाहनों की पार्किंग की जायेगी। गुरूद्वारा प्रस्तावित अस्पताल मैदान पर आगर, बड़नगर एवं नागदा की ओर से आने वाले दोपहिया वाहनों की पार्किंग कराई जायेगी। दोपहिया वाहन की पार्किंग का प्लान इस प्रकार रहेगा- इन्दौर, देवास, मक्सी रोड से आने वाले समस्त दोपहिया वाहन हरिफाटक चौराहा से आगे नहीं जाने दिये जायेंगे। उन्हें मन्नत गार्डन एवं वाकणकर ब्रिज की पार्किंग में पार्क कराया जायेगा। इसी तरह बड़नगर एवं नागदा की ओर से आने वाले समस्त दोपहिया वाहनों को क्षत्रिय तेली समाज के बगल के मैदान एवं गुरूद्वारा की भूमि पर पार्क कराया जायेगा।

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भोपाल। कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पैटर्न परीक्षा आज बुधवार से प्रारंभ हो रही हैं। राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी विद्यार्थियों के परीक्षा में सुलभ आवागमन के लिये उनके नजदीकी स्कूलों में ही लगभग 12 हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन परीक्षा केन्द्रों पर स्कूलों की क्षमतानुसार विद्यार्थियों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहें, इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है। इन दोनों ही कक्षाओं की परीक्षाओं में सरकारी, निजी एवं मदरसों के लगभग 25 लाख 50 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे।   जनसंपर्क अधिकारी घनश्याम सिरसाम ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने दोनों ही कक्षाओं के विद्यार्थियों को परीक्षा के लिये अपनी शुभकामनाएं दी हैं। इस संबंध में जारी एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा है कि सभी विद्यार्थियों ने दिल लगाकर परीक्षाओं की तैयारी की है। सभी भरपूर सफलता प्राप्त करें और सबके सद्प्रयासों को उत्कृष्ट परिणाम मिले, ऐसी कामना की है। स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह ने बड़ी संख्या में परीक्षा में शामिल हो रहे विद्यार्थियों के लिए सुचारू व्यवस्थाएँ स्थापित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के सभी सहयोगियों और शिक्षकों की प्रशंसा की है।

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भोपाल। ओले, बारिश और आंधी का दौर खत्म होने के बाद सोमवार को मध्यप्रदेश के शहरों में दिन-रात के टेम्प्रेचर में गिरावट देखी गई। ऐसा ही मौसम मंगलवार को भी रहेगा। रात में पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव हो रहा है, लेकिन फिलहाल बारिश होने का अनुमान नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 10 मार्च तक मौसम साफ रहेगा।   प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में 1 से 3 मार्च तक पूरे प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। 35 से अधिक जिलों में ओले भी गिरे और आंधी की रफ्तार 74 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई। भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दतिया, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में मौसम बदला रहा। सोमवार को भी बालाघाट के मलाजखंड में हल्की बारिश हुई। वहीं, कई शहरों में दिन का टेम्प्रेचर लुढ़क गया। इससे पहले सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के 22 जिलों में दिन के तापमान में 2 डिग्री तक की गिरावट हुई। धार में पारा 2.7 डिग्री लुढ़ककर 28.9 डिग्री पर आ गया। खजुराहो में पारा 3 डिग्री लुढ़का, जबकि मंडला में 2.2 डिग्री, दमोह में 1 डिग्री, सीधी में 2 डिग्री, मलाजखंड में 1.5 डिग्री, जबलपुर में 1.6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में शिवपुरी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 25 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी, टीकमगढ़, खजुराहो, नौगांव, गुना और रायसेन में भी तापमान 27 डिग्री से कम रहा। खरगोन और नरसिंहपुर में टेम्प्रेचर 32 डिग्री रहा।   मौसम विभाग के अनुसार अनुसार वर्तमान में पूर्वी मध्यप्रदेश से लेकर विदर्भ होते हुए तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण प्रदेश के मौसम में भी ठंडक है। 5 मार्च की रात से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान है। हालांकि इसका प्रदेश में कम ही असर रहेगा।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार को तड़के भारतीय अभिनेत्री सिमरत कौर रंधावा ने बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुईं और पूजा अर्चना की। आज बाबा महाकाल का अखरोट, काजू और चेरी से श्रंगार कर उन्हें मोर पंख की माला पहनाई गई और पान का भोग लगाया गया था। फाल्गुन कॄष्ण पक्ष की दशमी पर तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। पुजारियों ने दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से भगवान महाकाल का जलाभिषेक किया गया। आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि बाबा महाकाल का अखरोट, काजू और चेरी से श्रंगार कर उन्हें मोर पंख की माला पहनाई गई और पान का भोग लगाया गया था। बाद में बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई। भस्म आरती के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।   अभिनेत्री सिमरत कौर रंधावा ने बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुईं और पूजा अर्चना की। सिमरत कौर ने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की आराधना की। दर्शन करने के बाद अभिनेत्री सिमरत कौर ने कहा कि बाबा महाकाल के दर्शन बहुत अच्छे हुए। प्रबंध समिति की व्यवस्थाएं बेहतर हैं। भस्म आरती में मुझे क्या अनुभव हुआ मैं यह शब्दों में नहीं बता सकती।   उल्लेखनीय है कि सिमरत कौर एक भारतीय अभिनेत्री हैं, जो मुख्य रूप से तेलुगू सिनेमा में काम करती हैं। वह वर्ष 2023 में तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने हिंदी फिल्म 'गदर-2' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था।

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भोपाल। प्रदेश में राज्य शिक्षा केन्द्र, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जा रही पाँचवीं-आठवीं कक्षाओं की बोर्ड पैटर्न परीक्षा 6 मार्च से शुरू हो रही है। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा विद्यार्थियों के सुलभ आवागमन की दृष्टि से परीक्षा के लिए नजदीकी स्कूलों में 11 हजार 986 परीक्षा केन्द्र बनाए हैं। पांचवीं-आठवीं बोर्ड पैटर्न परीक्षा में करीब 25.50 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। यह जानकारी सोमवार को राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस ने दी।   उन्होंने बताया कि परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि ये परीक्षा केन्द्र स्कूलों से कम से कम दूरी पर हों। साथ ही इन परीक्षा केन्द्रों पर स्कूलों की क्षमता अनुसार विद्यार्थियों के लिए सुविधाएँ उपलब्ध रहें। उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों के साथ ही निजी स्कूलों और मदरसों के विद्यार्थी भी इस बोर्ड पैटर्न परीक्षा में शामिल होंगे।   उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस वर्ष एक लाख 14 हजार 956 सरकारी, प्रायवेट स्कूल और मदरसों के लगभग 25 लाख 51 हजार 818 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। इनमें से 203 निजी स्कूलों के 6,621 छात्रों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार पृथक से भाषा विषय के प्रश्न-पत्र तैयार किए गए हैं।   संचालक धनराजू एस ने बताया कि परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पृथक से एक आईटी पोर्टल तैयार किया है। इसके माध्यम से परीक्षा का पूर्ण संचालन और समस्त व्यवस्थाएँ ऑनलाइन की गई हैं। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों का सत्यापन, परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, केन्द्राध्यक्षों की मेंपिंग, सामग्री वितरण आदि कार्यों के संपादन के साथ ही परीक्षार्थियों के रोल नम्बर और प्रवेश-पत्र जारी करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों की परीक्षा में उपस्थिति दर्ज होगी। परीक्षा के बाद होने वाले मूल्यांकन कार्यों और अंक-सूची प्रदान करने की सुविधा भी इसी पोर्टल के द्वारा प्रदान की जायेगी।   पात्र विद्यार्थी को परीक्षा का अवसर उन्होंने बताया कि हालांकि सभी स्कूलों को प्रत्येक विद्यार्थी को इन परीक्षाओं में शामिल करवाने के निर्देश प्रदान किए हैं। इसके बाद भी कक्षा 5वीं या 8वीं का कोई भी विद्यार्थी अगर किसी कारण से परीक्षा तिथि तक भी पंजीकृत नही हो पाया हो, तो उसे भी परीक्षा में शामिल करने के लिए केन्द्राध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं। ऐसे विद्यार्थियों के विवरण को परीक्षा के बाद पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा।   परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या सरकारी स्कूल की संख्या- 87007 प्रायवेट स्कूल की संख्या - 25,159 मदरसों की संख्या- 825 छात्रों की संख्या का योग - सरकारी स्कूल में कक्षा 5 - 8,35,971 - सरकारी स्कूल में कक्षा 8- 8,35,120 - प्रायवेट स्कूलों में कक्षा 5 - 4,68,894 - प्रायवेट स्कूलों में कक्षा 8 - 4,03,795 - मदसरों में कक्षा 5 - 4721 - मदसरों में कक्षा 8 - 3317 कुल विद्यार्थी - 25,51,818

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भोपाल। मध्यप्रदेश के 35 से अधिक जिलों में पिछले 4 दिन से ओले, बारिश और आंधी का मौसम चल रहा है। इधर, मौसम विभाग ने 5 मार्च से फिर नये पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की बात कही है। हालांकि इसका असर कम रहेगा और बारिश नहीं होगी। ऐसे में 10 मार्च तक मौसम ठंडा-गर्म रहेगा। सोमवार से मौसम साफ हो गया है।   मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसी चक्रवातीय परिसंचरण से लेकर उत्तरी अरब सागर तक माध्योपरी क्षोभमंडल में ट्रफ लाइन है। प्रेरित चक्रवातीय परिसंचलन उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर सक्रिय है। इस कारण अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ नमी आ रही है। हालांकि, सोमवार से इसमें कमी आएगी और धूप खिल जाएगी। इससे दिन का तापमान बढ़ जाएगा। 5 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कई जिलों में बादल छाए रह सकते हैं।

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नीमच। नगर के अति प्राचीनतम व आस्था के केंद्र भूतभावन भगवान भूतेश्वर महादेव मंदिर पर महाशिवरात्रि पर्व पर आगामी सात मार्च से 9 मार्च तक तीन दिवसीय विशाल मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पहले दिन सात मार्च को सायंकाल आरती पश्चात मेले का विधिवत शुभारंभ आमंत्रित अतिथियों की उपस्थिति में होगा। वहीं, शुक्रवार, 8 मार्च को बाबा भूतेश्वर महादेव का महाभिषेक व फूलों से शाही श्रृंगार के साथ छप्पन भोग का आयोजन होगा।     श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष राकेश भारद्वाज, सचिव राजेन्द्र पांडे व मेला समिति संयोजक अश्विन डांगी ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि आगामी आठ मार्च को महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर मंदिर पर किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और भव्य व्यापक मेले की तैयारियों को लेकर समस्त मदिर की साज सज्जा, विद्युत व्यवस्था, रंगरोगन, सहित मेला प्रांगण की स्वच्छता आदि व्यवस्था की जा रही है।     गत वर्ष मेले को मिली अपार सफलता को देखते हुए इस बार तीन दिवसीय भव्य मेला उन्होंने बताया कि भगवान भूतेश्वर महादेव पर गत वर्ष प्रथम बार दो दिवसीय विशाल मेले का आयोजन किया गया था, जिसे श्रद्धालुओं ने काफी सराहा था। गत वर्ष मेले को मिली अपार सफलता को देखते हुए इस बार मंदिर समिति ने इस बार तीन दिवसीय मेला आयोजित करने का निर्णय लिया है। गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष समिति ने इसे और व्यापक स्तर पर मनाने हेतु सारी तैयारियां पुण कर ली है। इस बार मेले में बच्चों के मनोरंजन हेतु झूले चकरी, मिक्की माउस व खान-पान के स्टॉल लगाई गई है। खिलौने, प्लास्टिक सामान, ज्वेलरी शॉप, मनिहारी सामान की दूकानें आकर्षण का केन्द्र रहेंगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में निजी अस्पताल संचालक अब इलाज के दौरान मरीज की मौत होने पर बकाया बिल की वसूली के लिए शव देने से मना नहीं कर सकेंगे। उन्हें शव परिजन के सुपुर्द करना ही होगा। इतना ही नहीं, मृतक के परिजन की जरूरत को समझते हुए संबंधित नगरीय निकाय से कोऑर्डिनेट कर निःशुल्क शव वाहन मुहैया कराने की जिम्मेदारी भी अस्पताल संचालक की होगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को नई गाइडलाइन जारी की है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सिफारिश पर प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने यह व्यवस्था दी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार निजी अस्पताल में मृत्यु होने के बाद परिवार की आवश्यकता अनुसार मृतक के परिवहन के लिए उचित व्यवस्था करना होगा। इसके लिए स्थानीय नगरीय निकाय से समन्वय स्थापित कर शव परिवहन की निःशुल्क व्यवस्था करनी होगी। चिकित्सकीय देयक के भुगतान के अभाव में मृतक के शव को बंधक नहीं बना सकेंगे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों के संबंध में निजी नर्सिंग होम संचालकों को अवगत करवा दिया गया है। निजी अस्पताल में मृत्यु होने के पश्चात परिवार की आवश्यकता अनुसार मृतक के परिवहन के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए स्थानीय नगरीय निकाय से समन्वय स्थापित कर शव परिवहन की निःशुल्क व्यवस्था की जायेगी। चिकित्सकीय देयक के भुगतान के अभाव में मृतक के शव को बंधक बनाए जाने की सूचना मिलने पर विभाग द्वारा संबंधित निजी अस्पताल के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

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भोपाल। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने से मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम बदल गया है। प्रदेश के 24 जिलों में बारिश हुई है। भोपाल में शनिवार सुबह तीन बजे से गरज-चमक के साथ पानी गिरा। हरदा और नर्मदापुरम में भी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन समेत 21 जिलों में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।   मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। वहीं, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है। ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इन सबके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इसके कारण प्रदेश में बारिश, ओले का दौर फिर से शुरू हुआ है।   मौसम विभाग के अनुसार 5 मार्च को फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा। इससे पहले, शुक्रवार को प्रदेश में गर्मी का असर भी देखने को मिला। शिवपुरी को छोड़ बाकी शहरों में दिन का टेम्प्रेचर 30 डिग्री के पार ही रहा। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटे में प्रदेश के कई जिलों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने का अनुमान जताया है। हरदा, बैतूल, टीकमगढ़, छतरपुर के खजुराहो, पन्ना, सागर, भिंड, मुरैना, दतिया के रतनगढ़ और जबलपुर में ओले गिरने की संभावना भी है। यहां 60 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। नीमच, मंदसौर, रतलाम, सीहोर, खंडवा के ओंकारेश्वर, रायसेन, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, विदिशा, ग्वालियर, श्योपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, कटनी में हवा की रफ्तार 40 किमी प्रति घंटा रह सकती है। सिवनी, दमोह, सतना के चित्रकूट, मैहर, रीवा, मऊगंज, बुरहानपुर, उमरिया, मंडला, बालाघाट और निवाड़ी में भी हल्की बारिश की संभावना है।

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छतरपुर। संतों की तपोभूमि बागेश्वर धाम में कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह यज्ञ प्रारंभ हो गया। कथा व्यास के रूप में वृंदावन से आए प्रख्यात कथावाचक पं. इन्द्रेश उपाध्याय महाराज कथा श्रवण करा रहे हैं। मंगलाचरण से कथा को प्रारंभ करते हुए कथाव्यास ने रामजी के मंगल चरित्र का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि पृथ्वी में रहने का सबका कोई न कोई औचित्य है, लेकिन कथा सुनकर मन मस्तिष्क में ठाकुर जी का भाव प्रकट हो तो जीवन सार्थक हो जाता है। श्रीमद् भागवत कथा ठाकुर जी के गुण और स्वभाव का स्वरूप है। उन्होंने कहा कि जो अपनी अरजी लेकर बागेश्वरधाम के बाला जी मंदिर आता है वह श्रीराम कथा के अंश पहले बाला जी को सुनाए और अपनी पीडा उनके समक्ष रखे तो रामभक्त उन भक्तों की जल्द मनोकमाना पूर्ण करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पं. संजीवकृष्ण ठाकुर एवं सुदामा कुटी के संत स्वामी सुतीक्ष्ण दास महाराज ने भी अपने आशीर्वचन दिए।   बागेश्वर धाम के कथा मंच से कथाव्यास इन्द्रेश उपाध्याय ने कहा कि हनुमान से मित्रता की सीख लें। लोग धन, यश, वैभव को देखकर मित्र बनाते हैं लेकिन हनुमान जी रामनाम से प्रेम रखने वाले से मित्रता करते हैं। उन्होंने कहा कि स्वरूप बदल सकता है लेकिन रूप में बदलाव नहीं आता। ठाकुर जी के तीन रूप हैं और वह हैं सत्य, चैतन्य और आनंद। राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार ने भी कथा में शामिल होकर महाराजश्री का आशीर्वाद लेते हुए पुण्य लाभ कमाया।     पौने तीन सौ करोड़ लोगों में पनप रही हिन्दू राष्ट्र की परिभावना: पं. कृष्णचन्द्र ठाकुर   श्री भागवत भास्कर पं. कृष्णचन्द्र ठाकुर बुन्देलखण्ड के पंचम विवाह महोत्सव में शामिल हुए। पिछले 50 वर्षों से कथा का रसपान करा रहे कृष्णचन्द्र ठाकुर ने कहा कि विश्व में करीब पौने तीन सौ करोड़ हिन्दू हैं जो हिन्दू राष्ट्र की परिभावना व्यक्त कर रहे हैं। सनातन को मानने वाले एवं जैन, बौद्ध, सिख आदि धर्मावलंबी भी हिन्दू हैं। वैधानिक भले ही न हों लेकिन आध्यात्मिक रूप से भारत हिन्दू राष्ट्र है।   संतों की उदारता से सबको मिल रहे दर्शन: बागेश्वर महाराज   कथा प्रारंभ होने के पहले बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने सभी संतों को प्रणाम करते हुए कहा कि यह संतों और मनीषियों की उदारता है जो यहां हम सबको दर्शन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी कथाप्रेमी आनंदपूर्वक कथा सागर में गोता लगाएं।     भारत अपने स्वर्णकाल की यात्रा कर रहा: पं. श्यामसुंदर पाराशर   अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक डॉ. श्याम सुंदर पाराशर कथा महोत्सव के पहले दिन बागेश्वर धाम पधारे। उन्होंने अपने आशीर्वचन में कहा कि आध्यात्म, कला, राष्ट्र भक्ति की जिस तरह से उत्तर उत्तरोत्तर उन्नति हो रही है उसको देखकर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि भारत फिर से स्वर्णकाल की ओर जा रहा है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर पीठाधीश्वर अनंत शक्तियों से समृद्ध हैं फिर भी उनमें विनम्रता और सौम्यता है, यही गुण श्रेष्ठ बनाता है।

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उज्जैन। उज्जैन में जीवाजी वैधशाला परिसर में नवस्थापित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे है। आनेवाले दिनों में इसे अपने मोबाइल पर एप के रूप में डाउन लोड किया जा सकेगा। उक्त विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का निर्माण लखनऊ की संस्था ''आरोहण'' के आरोह श्रीवास्तव ने किया है। इसमें GMT के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। हर घटी का धार्मिक नाम और खास मतलब होगा। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड वाली सुई भी रहेगी। सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर यह टाइम की कैलकुलेशन करेगी। मुहूर्त गणना, पंचांग, मौसम से जुड़ी जानकारी भी हमें इस घड़ी के जरिए मिलेगी। वैदिक घड़ी में वैदिक समय, IST, GMT के साथ भारतीय काल गणना विक्रम संवत् की जानकारी मिलेगी। विक्रम संवत् पंचांग (भारतीय प्राचीन कैलेंडर) शामिल रहेगा। सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण की जानकारी देगा। अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल और मौसम से जुड़ी सभी जानकारी मिल सकेगी। घड़ी में हर घंटे बाद बैकग्राउंड में नई तस्वीर दिखेगी। द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, नवग्रह, राशि चक्र के साथ दूसरे धार्मिक स्थल भी दिखाई देंगे। देश-दुनिया के खूबसूरत सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण के नजारे भी दिखेंगे। वैदिक घड़ी इंटरनेट और ग्लोबल पॉजिशिनिंग सिस्टम (GPS) से जुड़ी होगी। वैदिक घड़ी से जुड़ा मोबाइल ऐप भी लॉन्च होगा। वैदिक घड़ी के सभी फीचर इस एप में रहेंगे। उज्जैन में लगने वाली घड़ी में जो बदलाव होंगे, वो एप में भी शो होंगे। आप इसे मैन्युअल भी ऑपरेट कर सकेंगे। इसे लोग प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे। उज्जैन को काल गणना (टाइम कैलकुलेशन) का केंद्र माना जाता रहा है। उज्जैन से कर्क रेखा (ट्रॉपिक ऑफ सेंसर) गुजरी है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के अथक प्रयास से उज्जैन को टाइम कैलकुलेशन का सेंटर बनाने की भूमिका रही है।

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इन्दौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अंगदान के मामले में भी पीछे नहीं है। यहां शुक्रवार को एक बार फिर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। सड़क हादसे में युवक की मौत के बाद परिजनों ने अंगदान का निर्णय लिया। इसके बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अंगों को प्रत्यारोपण के लिए दो अलग-अलग अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे दो लोगों को नई जिंदगी मिली। इंदौर में पिछले आठ वर्षों यह 53वां ग्रीन कॉरिडोर था। जानकारी के अनुसार देवास के रहने वाले देवांश जोशी गत 27 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ अयोध्या राम मंदिर दर्शन के लिए निकला था लेकिन रास्ते में वह सड़क हादसे का शिकार हो गया। देवांश की असामयिक मौत के बाद परिजनों ने उसके लीवर एवं किडनी को दान करने का निर्णय लिया। इससे दो जिंदगियों को नया जीवन दिया। शुक्रवार दोपहर 12.36 बजे इंदौर में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर देवांश के लीवर को चोइथराम अस्पताल भेजा गया और बाम्बे हास्पिटल में किडनी अन्य मरीज को प्रत्यारोपित की गई। तीन दिन में शहर में यह दूसरा ग्रीन कॉरिडोर बना। इससे पहले 27 फरवरी को यहां ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एक ब्रेनडेथ महिला के अंगों को विभिन्न अस्पताल भेजा गया था। इससे तीन लोगों को नई जिंदगी मिली थी। गौरतलब है कि देवास निवासी 21 वर्षीय देवांश पुत्र चंद्रमणि जोशी इंदौर के एसजीएसआईटीएस में इंजीनियरिंग कोर्स के द्वितीय वर्ष का छात्र था। वह अपने 11 दोस्तों के साथ 27 फरवरी को देवास से अयोध्या स्थित राम मंदिर दर्शन के लिए पैदल यात्रा पर निकला था। गत 28 फरवरी की रात सांची (भोपाल के समीप) के आगे अज्ञात वाहन ने देवांश को टक्कर मार दी। इसके बाद दोस्त उसे भोपाल के निजी अस्पताल लेकर गए और फिर वहां से इलाज के लिए उसे इंदौर के बांबे अस्पताल लेकर आए। इंदौर के बाम्बे अस्पताल में चार सदस्यीय चिकित्सक दल ने देवांश का पहला ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन 29 फरवरी की रात 1.35 और दूसरा डेथ सर्टिफिकेट शुक्रवार सुबह 7.25 बजे जारी किया। मुस्कान ग्रुप पारमार्थिक ट्रस्ट के जीतू बगानी ने बताया कि ट्रस्ट के संदीपन आर्य के साथ परिजनों से अंगदान के लिए कहा गया। जिस पर मृतक देवांश की माता रश्मि जोशी व अन्य ने सहमति दी। इसके बाद दोपहर 12.36 बजे बांबे अस्पताल से चोइथराम अस्पताल के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना। 16 मिनट में यह कॉरिडोर पूरा हुआ। इस दौरान डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डॉ. अमित जोशी, डॉ. संतोष आहूजा आदि ने भूमिका निभाई। जीतू बगानी ने बताया कि मृतक देवांश को जन्म से एक ही किडनी थी, जिसे बांबे अस्पताल में पंजीकृत 42 वर्षीय महिला रोगी को प्रत्यारोपित की गई। वहीं लीवर चोइथराम अस्पताल में पंजीकृत रोगी को प्रत्यारोपित की गई। इसके साथ आंखों को शंकरा आई अस्पताल और त्वचा स्किन बैंक चोइथराम में दी गई। दिल भी दान किया जाना था लेकिन दिल 30 फीसदी ही काम कर रहा था, इसलिए दान नहीं हो सका। परिजन हाथ भी दान करना चाहते थे लेकिन तकनीकी कारणों से नहीं हो सका। एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि अंगदान की एक निश्चित प्रक्रिया है। सड़क हादसे में घायल युवक को 29 फरवरी को बॉम्बे अस्पताल लाया गया था। शुक्रवार को सुबह युवक को मृत घोषित करने के बाद परिजनों की स्वीकृति लेकर अंगदान की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद शहर में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अंगों को अस्पताल पहुंचाया गया।

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में भव्य रुद्राक्ष महोत्सव शिव महापुराण का आयोजन किया जाएगा। भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां जारी हैं। इस महोत्सव को लेकर शहर के सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशाला हाउस फुल हो गए हैं। शहर के होटल या गेस्ट हाउस को बुक कराने का सिलसिला जारी है। इसके अलावा धाम के आस-पास के क्षेत्र ग्रामीणों ने अपने घरों में ठहराने की व्यवस्था की है।     आयोजन को लेकर समिति के व्यवस्थापक पंडित समीर शुक्ला, विनय मिश्रा सहित अन्य ने शुक्रवार को यहां पर मौजूद लोक निर्माण के अधिकारियों के राजस्व विभाग के अमले, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कुबेरेश्वरधाम आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए धाम के आस-पास के स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की जा रही है। इस बार प्रशासन को दो सौ से तीन सौ एकड़ में वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। कथा का श्रवण करने वालों के लिए समिति के द्वारा डोम लगाए जा रहे हैं, जिसमें करीब पांच लाख से अधिक श्रद्धालु कथा का श्रवण कर सकते हैं।     विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि पंडित प्रदीप मिश्रा की प्रेरणा से कुबेरेश्वरधाम देश भर के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है और हर साल करीब डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु यहां पर आस्था और उत्साह के साथ अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते हैं। समिति और प्रशासन के द्वारा अब आगामी रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारियां की जा रही है। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कानून व शांति व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए पुलिस बल की ड्यूटी की तैयारियां की है। इसके अलावा कुबेरेश्वरधाम पर पर्याप्त पार्किंग के लिए स्थान, वाहनों के आवागमन, बैरिकेटिंग, आने वाले श्रद्धालुओं की बैठक व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सहित अन्य समुचित व्यवस्थाएं कराई जा रही है। जिससे श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हो।     उन्होंने बताया कि धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन का शुभारंभ हो गया है। मंदिर परिसर करीब 50 एकड़ से अधिक हिस्से में गौशाला, शिवलिंग का निर्माण सहित अन्य का निर्माण कार्य जारी है। वहीं 21 हजार स्क्वायर फीट से अधिक हिस्से में आधुनिक रसोईघर का निर्माण किया गया है। देश की सबसे अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन में एक वक्त में 50 हजार से अधिक लोग भोजन प्रसादी प्राप्त कर पाएंगे और अगर एक दिन की क्षमता की बात करें तो हम तीन लाख श्रद्धालुओं को भी भोजन प्रसादी उपलब्ध करवा सकते हैं। उसके मुताबिक किचन से लेकर सभी सुविधाएं जुटाई गई है।     कुबेरेश्वरधाम का आधुनिक किचन पूरी तरह भांप से भोजन तैयार होगा। ये ऑटोमोडेड रहेगा। बड़े-बड़े वैजल्स है, जिसमें दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर सेट रहता है, ऑटोमेटिक चपाती मशीन से निकलती है, कोल्ड स्टोरेज होगा, इसमें डिश वॉशर भी रहेंगे। इस भोजनशाला में एक लाख से अधिक लोग भोजन कर लें और आवश्यकता अनुसार भोजन भी तैयार किया जाता है। शिर्डी, तिरुपति बालाजी और वैष्णों देवी सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर जो किचन चलते हैं, वैसा ही कुबेरेश्वरधाम में रसोईघर तैयार किया गया है, भरपेट भोजन की व्यवस्था के लिए अत्याधुनिक भोजनशाला का निर्माण किया गया। धाम पर बनाए गए रसोईघर में जो मशीनें हैं वह सब्जी काटने, आटा गूंदने, छानने से लेकर दाल-चावल, सब्जी पकाने का काम ऑटोमैटिक तरीके से करती है। वहीं रोटी मेकर की भी विशाल मशीनें लगाई है, जो एक घंटे में हजारों की संख्या में रोटी बना देती है। सब्जी और अन्य सामग्री धुलकर कोल्ड स्टोरेज में रखने की भी सुविधा है। वहीं भोजन परोसने के लिए स्टील की विशाल ट्रालियां भी बुलवाई गई है और ऑटोमैटिक डिश वॉटर प्लांट भी लगाया गया है।

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उज्जैन। संहार शक्ति व तमोगुण के अधिष्टाता सदाशिव की रात्रि महाशिवरात्रि महापर्व शिव आराधना की सर्वश्रेष्ठ रात्रि मानी जाती है क्योंकि, चतुर्दशी के स्वामी स्वयं शिव है। सनातन धर्म में 12 माह की 12 शिवरात्रियां होती है । जिसमे फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी की रात्रि महाशिवरात्रि के नाम से प्रसिद्ध है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि का उत्सव बड़ी धूम-धाम व उल्हास के साथ मनाया जाता है। इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान गुरूवार 29 फरवरी से 08 मार्च शुक्रवार तक अलग-अलग नौ रूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण स्थित कोटितीर्थ के तट पर प्रात: 08 बजे से श्री गणेश पूजन व श्री कोटेश्वर महादेव भगवान का पूजन-अभिषेक-आरती के साथ शिव नवरात्रि महोत्सव के दूसरे दिवस का प्रारम्भ हुआ। श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राम्हणों द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान जी का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया । पूजन का यह क्रम 08 मार्च तक प्रतिदिन चलेगा। अपराह्न में 3 बजे सांध्य पंचामृत पूजन के पश्चात श्री महाकालेश्वर भगवान ने भांग श्रृंगार कर निराकार से साकार रूप धारण किया। शिव नवरात्रि के दूसरे दिन संध्या पूजन के पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर ने शेषनाग धारण कर भक्तों को दर्शन दिये। भगवान श्री महाकालेश्वर को गुलाबी रंग के नवीन वस्त्र के साथ मेखला, दुप्पटा, मुकुट, मुंड-माला, छत्र आदि से सुसज्जित कर भगवान जी का भांग, चंदन व सूखे मेंवे से श्रृंगार किया गया। साथ ही भगवान श्री महाकालेश्वर को मुकुट, मुण्ड माला, नागकुंडल एवं फलों की माला के साथ शेषनाग धारण करवाया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रागंण में शिवनवरात्रि निमित्त सन् 1909 से कानडकर परिवार, इन्दौर द्वारा वंशपरम्परानुगत हरिकीर्तन की सेवा दी जा रही है। इसी तारतम्य में कथारत्न हरि भक्त परायण पं. रमेश कानडकर जी के शिव कथा, हरि कीर्तन का आयोजन सायं 04:30 से 06 बजे तक मन्दिर परिसर मे नवग्रह मन्दिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर चल रहा है। आज पं. कानडकर जी ने श्री धनधान्येश्वर महादेव जी की कथा का वर्णन किया। तबले पर संगत असीम कानडकर ने की। उल्लेखनीय है कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में श्री महाकालेश्वर मन्दिर स्थित है। इसे भारत के बारह प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। पुण्य सलीला शिप्रा तट पर स्थित उज्जैन प्राचीनकाल में उज्जयिनी के नाम से विख्यात था। इसे अवन्तिकापुरी भी कहते थे। यह स्थान हिन्दू धर्म की सात पवित्र पुरियों में से एक है। मान्यता है कि जो भी व्यक्ति श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में भी उज्जैन विशेष महत्व है। इसी के साथ ही श्री महाकालेश्वर मन्दिर के गर्भगृह में माता पार्वती, भगवान श्री गणेश व श्री कार्तिकेय की मोहक प्रतिमाएं हैं। गर्भगृह के सामने विशाल कक्ष में श्री नंदीकेश्वर भगवान प्रतिमा विराजित है। शनिवार 02 मार्च फाल्गुन कृष्ण सप्तमी को श्री महाकालेश्वर भगवान श्री घटाटोप के स्वरूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देगें।

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रीवा। टाइगर और लेपर्ड स्टेट मध्यप्रदेश में गुरुवार की सुबह दोनों ही वन्यजीवों की दृष्टि से अच्छी नहीं रही। सुबह प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ का शव पाया गया है। वहीं, शहडोल जिले में एक तेंदुए का शव सड़क पर पाया गया है।   बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों के मरने का सिलसिला जारी है। गुरुवार सुबह भी एक टाइगर रिजर्व में एक बाघ का शव मिला है, जिसके बाद रिजर्व की टीम जांच में जुट गई है। वन अधिकारियों के मुताबिक, पाया गया शव एक नर बाघ का है, जिसकी आयु करीब 6 वर्ष है। शव पनपथा कोर परिक्षेत्र के बगड़ो बीट कक्ष क्रमांक आर एफ 454 में मिला है। शव की स्थिति से वह कुछ दिन पुराना दिखाई दे रहा है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारी और डॉक्टरों की टीम जांच कर रही है।     शहडोल में सड़क पर मिला तेंदुए का शव   शहडोल में रीवा रोड पर गुरुवार सुबह एक लेपर्ड का शव पाया गया है। शव की स्थिति से मालूम हो रहा है कि तेंदुए की मौत किसी वाहन की टक्कर से हुई है। सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों को तेंदुए का शव दिखाई दिया, जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस से सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और जांच शुरू कर दी है। मृत तेंदुए की उम्र करीब एक वर्ष बताई जा रही है।

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भोपाल। आज (गुरुवार ) वह तारीख है जो साल 2024 को 366 दिन का बना रही है। तीन साल तक 365 दिन के एक साल को बिताने के बाद चौथे साल यह 29 फरवरी के साथ 366 दिन का आया है। 29 फरवरी का दिन चार साल के इंतजार के बाद आया है। इस संबंध में भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इसे लीप ईयर कहा जाता है। उन्होंने बताया कि आम तौर पर पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा करते हुये 365 दिन बीतने पर हैप्पी न्यू ईयर मना लिया जाता है, जबकि इस परिक्रमा को पूरा होने में 365 दिन 5 घंटे 48 मिनिट और 45 सेकंड लगते हैं। इस अतिरिक्त लगभग 6 घंटे को समायोजित करने के लिये चार साल होने पर फरवरी माह में एक अतिरिक्त दिन जोड़कर लीप ईयर बना दिया जाता है। इससे कैलेंडर के माह और उससे जुड़े मौसम का समायोजन बना रहता है।   वैज्ञानिक सारिका यह भी बताती है कि आम तौर पर किसी सन के अंक में चार का पूरा भाग देकर लीप ईयर की पहचान की जाती है। इसके अन्य परीक्षण के लिये 400 का पूरा भाग भी दिया जाता है। तो इस अतिरिक्त खास दिन को बेहद खास तरह से मनाइए, क्योंकि अगली 29 फरवरी के लिए 2028 का इंतजार करना होगा।

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भोपाल। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी शिव नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत आज (गुरुवार) से हो रही है। आठ मार्च को महाशिवरात्रि तक चलने वाले इस महोत्सव के दौरान भगवान महाकाल नौ दिनों तक भक्तों को अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे। यानी शिव-नवरात्रि के नौ दिन तक भगवान का नौ रूपों में आकर्षक शृंगार किया जाएगा।     महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने इस संबंध में बताया कि भगवान महाकाल का दरबार निराला है। देश में सभी सभी पर्वों की शुरुआत बाबा महाकाल के आंगन से ही होती है। महाशिवरात्रि उत्सव की धूम भी पूरे नौ दिनों तक दिखाई देती है। यहां महाशिवरात्रि पर फाल्गुन कृष्ण पंचमी से त्रयोदशी तक शिव नवरात्रि उत्सव मनाया जाता है।     उन्होंने बताया कि आज शिव पंचमी के पूजन के साथ शिव नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। सबसे पहले पुजारी कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित श्री कोटेश्वर महाकाल को अभिषेक-पूजन कर हल्दी चढ़ाएंगे। करीब डेढ़ घंटे पूजन के उपरांत सुबह 9.30 बजे से गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा होगी। पुजारी भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद 11 ब्राह्मणों द्वारा रुद्रपाठ किया जाएगा। पश्चात दोपहर एक बजे भोग आरती होगी। तीन बजे संध्या पूजा के बाद नौ दिन तक भगवान का अलग-अलग स्वरूपों में विशेष शृंगार किया जाएगा।     उनका कहना यह भी रहा कि शिवनवरात्रि के दौरान भगवान महाकाल का नौ दिन तक नौ रूपों में शृंगार होगा। पहले दिन भगवान महाकाल का चंदन श्रृगार होगा। भगवान को सोला दुपट्टा धारण कराया जाएगा। मुकुट, मुंडमाला और छत्र आदि आभूषण से शृंगार किया जाएगा। दूसरे दिन शेषनाग श्रृगार, तीसरे दिन घटाटोप शृंगार, चौथे दिन छबीना शृंगार, पांचवें दिन होलकर रूप, छठे दिन मनमहेश रूप, सातवें दिन उमा महेश शृंगार, आठवां दिन शिवतांडव शृंगार और नौवें दिन महाशिवरात्रि के मौके पर सप्तधान शृंगार किया जाएगा।     महाकाल मंदिर में प्रतिदिन सुबह 10ः30 बजे भोग आरती तथा शाम पांच बजे संध्या पूजा होती है। शिव नवरात्रि में पूजन का विशेष क्रम होने से भोग आरती दोपहर एक बजे तथा संध्या पूजा दोपहर तीन बजे होगी। शिव नवरात्र के नौ दिन मंदिर के पुजारी उपवास भी रखेंगे। महापर्व संपन्न होने के बाद नौ मार्च को मंदिर समिति पारण का आयोजन करेगी।  

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि उत्सव का प्रारंभ 29 फरवरी से हो रहा है। नौ दिवस में उपासना, तपस्या एवं साधना के लिये शिवनवरात्रि महापर्व मनाया जाता है। प्रतिवर्ष होने वाले शिवनवरात्रि महोत्सव 2024 में नौ दिनों तक भगवान श्री महाकालेश्वर जी अपने भक्तों को अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन देकर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं । महाशिवरात्रि महापर्व की तैयारियां श्री महाकालेश्वर मंदिर में जोरो पर चल रही है| श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्थित मंदिरों एवं शिखरों की रंगाई पुताई से महाकाल मंदिर व श्री गर्भगृह चमकने लगा है। मन्दिर परिसर स्थित कोटितीर्थ कुण्ड व आसपास की सफाई भी पूर्ण हो गई है। अपर कलेक्टर एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप कुमार सोनी लगातार मंदिर में महाशिवरात्रि महापर्व के संबंध में विविध प्रकार की तैयारियों का जायजा लेकर स्वयं निरीक्षण कर रहे है। प्रशासक श्री सोनी ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर मन्दिर में महाशिवरात्रि महापर्व पर भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग अनुमति 08 एवं 09 मार्च 2024 को बन्द रहेगी। महाशिवरात्रि महापर्व पर दूर दराज से लाखों भक्त भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन के लिये उज्जैन आयेगें। फाल्गुन कृष्ण पंचमी गुरूवार 29 फरवरी से शिव नवरात्रि उत्सव प्रारम्भ होगा और महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी शुक्रवार 08 फरवरी को मनाया जायेगा। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी शनिवार 09 फरवरी को महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान के सप्तधान श्रृंगार व सवामन पुष्प मुकुट (सेहरा) दर्शन होगे तथा वर्ष में एक बार दोपहर में भगवान श्री महाकालेश्वर जी की भस्म आरती होगी। इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान के पट लगभग 44 घंटे खुले रहेगे। आज से शिव नवरात्रि प्रारंभ होगी श्री कोटेश्वर महादेव का होगा प्रतिदिन प्रथम पूजन श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री संदीप कुमार सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि, महाशिवरात्रि पर्व के नौ दिन पूर्व गुरूवार 29 फरवरी से शिव नवरात्रि पर्व श्री महाकालेश्वर मन्दिर में मनाया जायेगा। इस दौरान भगवान श्री महाकालेश्वर जी और श्री कोटेश्वर महादेव भगवान का नित्य विशेष अभिषेक और पूजन किया जायेगा। 29 फरवरी को सर्वप्रथम श्री कोटेश्वर महादेव भगवान पर शिव पंचमी का पूजन अभिषेक प्रात: 8 बजे से 9 बजे तक होगा। कोटेश्वर महादेव के पूजन-आरती के पश्चात भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक प्रारम्भ होगा। श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश एकादशनी रूद्राभिषेक से सम्पूर्ण शिव नवरात्रि के दौरान किया जायेगा। इसके बाद भोग आरती होगी। अपराह्न 3 बजे भगवान महाकालेश्वर के सांध्य पूजन के पश्चात श्रृंगार किया जायेगा। भगवान महाकालेश्वर के मुखारविन्द व आभूषण कक्ष से निकाले जाकर नये वस्त्र और आभूषण श्री गर्भगृह में विराजित भगवान श्री महाकालेश्वर को धारण कराये जायेंगे। यह क्रम 29 फरवरी के 08 मार्च शिव नवरात्रि तक नौ दिनों तक नित्य चलेगा। महाशिवरात्रि महापर्व पर होगी विशेष पूजन 08 मार्च 2024 महाशिवरात्रि महापर्व पर भस्मार्ती हेतु श्री महाकालेश्वर भगवान जी के मंगल पट प्रात: 02:30 बजे खुलेगे। भस्मारती उपरांत 07:30 से 08:15 दद्योदक आरती, 10:30 से 11:15 तक भोग आरती के पश्यात दोपहर 12 बजे से उज्जैन तहसील की ओर से पूजन-अभिषेक संपन्न होगा। सायं 04 बजे होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन व सायं पंचामृत पूजन के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर को नित्य संध्या आरती के समान गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जायेगा | रात्रि में सायं 07 बजे से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुण्ड के तट पर विराजित श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन, सप्तधान्य अर्पण, पुष्प मुकुट श्रृंगार (सेहरा) के उपरान्त आरती की जायेगी | रात्रि 11 बजे से सम्पूर्ण रात्रि 09 मार्च प्रात: 06 बजे तक भगवान श्री महाकालेश्वर जी का पंचामृत पूजन, भस्म लेपन, विभिन्न फलो के रसो से अभिषेक, गुलाबजल, भाँग आदि से विभिन्न मंत्रो के माध्यम से 11 ब्राह्मणों द्वारा देवादिदेव भगवान श्री महाकालेश्वर जी का अभिषेक किया जायेगा । अभिषेक उपरांत सप्तधान्य अर्पित कर सप्तधान्य के मुखोटे से भगवान का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधने के उपरांत सेहरा आरती की जायेगी व भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल आदि अर्पित किये जायेगे| सेहरा दर्शन के उपरांत वर्ष में एक बार दिन में 12 बजे होने वाली भस्मार्ती होगी । भस्मार्ती के बाद भोग आरती होगी व शिवनवरात्रि का पारणा किया जायेगा । 09 मार्च को सायं पूजन, सायं आरती व शयन आरती के बाद भगवान के पट मंगल होगे। 11 मार्च सोमवार को सायं पूजन से शयन आरती तक भगवान श्री महाकालेश्वर के पञ्च मुखारविन्द के दर्शन होगे। *शिव नवरात्रि के अवसर पर प्रतिदिन होगा हरि कथा का आयोजन शिवनवरात्रि के दौरान प्रतिदिन सायं को महाकाल परिसर स्थित सफेद मार्बल चबूतरे पर इन्दौर निवासी पं. श्री रमेश कानडकर का नारदीय कीर्तन होगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में 29 फरवरी से 09 मार्च तक शिवनवरात्रि निमित्त सनृ 1909 से कानडकर परिवार, इन्दौर द्वारा वंशपरम्परानुसार 115 वर्षों से हरिकीर्तन की सेवा दी जा रही है। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी उनकी परम्परा का निर्वहन करते हुए कथारत्न हरि भक्त पारायण पं. श्री रमेंश कानडकर जी द्वारा शिव कथा, हरि कीर्तन का आयोजन सायं 04 से 06 बजे तक मंदिर परिसर में नवग्रह मंदिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर किया जा रहा है।

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रायसेन। नगर के सांची रोड पर बुधवार सुबह एक बाघ घूमता दिखा। सुबह 6.30 बजे मॉर्निंग वॉक पर निकले लोग बाघ को देख घबरा गए और उलटे पांव वापस लौट गए। उन्होंने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद टीम मौके पर पहुंची। सीसीटीवी फुटेज में एक बाघ रॉयल गार्डन की दीवार फांदता हुआ नजर आ रहा है।   रायसेन के वन मंडलाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि नगर में जिस बाघ के घूमने की सूचना है, उसकी उम्र करीब ढाई साल है। वह शहरी क्षेत्र में आ गया है। उसकी मॉनिटरिंग करा रहे हैं। जब शावक बड़े होने लगते हैं और मां से बिछड़ते हैं तो वे अपनी टेरेटरी बनाते हैं। इस कारण वह जंगल से शहर की तरफ आ गया हैं। उन्होंने अपील की है कि बाघ के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए लोग रात में घरों से न निकलें। सतर्कता बरतने की जरूरत है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। मंगलवार शाम को ओलावृष्टि और आंधी तूफान का कहर देखने को मिला है। प्रदेश में खराब मौसम ने 5 लोगों की जान ले ली। फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। गेंहू और चने की फसल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। प्रदेश के 24 शहर कस्बों में 2 इंच तक बारिश हुई। 16 जगह ओले गिरे। भोपाल में 74 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थी। मौसम विभाग ने बुधवार को भी प्रदेश के कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।     मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के तीन दर्जन से अधिक जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं, कई जिलों में आंधी के साथ ओले गिरने के भी आसार है। इसे लेकर मौसम विभाग में अलर्ट जारी किया है। जानकारी के अनुसार प्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव है।     विभाग ने नर्मदापुरम, हरदा, खरगोन, बड़वानी, इंदौर, शाजापुर, देवास,आगर, मालवा, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, सिंगरौली,उज्जैन, सागर,बालाघाट, बुरहानपुर,खंडवा, गुना, शिवपुरी, दतिया, सीधी, मऊगंज,कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी,मंडला, दमोह,बैतूल, डिंडोरी, सतना, पन्ना,छतरपुर ,टीकमगढ़ ,निवाड़ी, पांढुरना, शहडोल और भोपाल संभाग के जिलों में गरज चमक के साथ बारिश का अनुमान जताया है। प्रदेश में अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस धार में दर्ज किया गया है, वहीं न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस बिजावर छतरपुर में दर्ज किया गया है।

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भोपाल। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार तड़के फाल्गुन कृष्ण पक्ष की तृतीया पर भस्म आरती के दौरान पंडे-पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से जलाभिषेक किया। इसके बाद भांग चन्दन ड्राईफ्रूट और आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। परम्परा के अनुसार, मंगलवार को तड़के चार बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर के पट खोले गए। तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। इस दौरान प्रथम घंटाल बजाकर हरिओम का जल अर्पित किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल का भांग से श्रृंगार किया गया। इस श्रृंगार की खासियत यह रही कि ड्राइफ्रूट से बाबा महाकाल को सजाया गया और उन्हें चांदी के बिल्व पत्र अर्पित कर साफा भी बांधा गया। जिसके बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढंक कर भस्म रमाई गई। भस्म अर्पित करने के पश्चात भगवान महाकाल को रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्पों की माला अर्पित कर फल-मिष्ठान का भोग लगाया गया। छतीसगढ़ के भक्त ने दिया एक लाख का दान मंगलवार को छत्तीसगढ़ के अभनपुर से भस्मार्ती में शामिल होने के के लिए आए गोपी कुमार साहू द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर में चल रहे विकास कार्य के लिए एक लाख रुपये का दान दिया। उन्होंने पुजारी संजय शर्मा की प्रेरणा से श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया। प्रबंध समिति के भस्मार्ती प्रभारी आशीष दुबे ने दानदाता का सम्मान किया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में ओले-बारिश का दमदात सिस्टम एक्टिव है। इसके असर से सोमवार को छिंदवाड़ा में मूसलाधार बारिश हुई। तेज आंधी के साथ बिजली और ओले भी गिरे। नर्मदापुरम, बैतूल जिले में भी ओले गिरे हैं। जबलपुर, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नरसिंहपुर, भोपाल समेत 15 जिलों में बूंदाबांदी हुई। मंगलवार को भी मौसम बदला रहेगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के 34 जिलों में अगले 24 घंटे के अंदर ओले-बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में सक्रिय सिस्टम की वजह से सोमवार को प्रदेश में मौसम बदला रहा। भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में पूरे दिन बादल छाए रहे, जिससे दिन के तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की गिरावट हुई। शाम को छिंदवाड़ा में मूसलाधार बारिश हुई। वहीं, तेज आंधी के साथ ओले भी गिरे। इससे फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार, छिंदवाड़ा जिले में 60 से 70 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चली। कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की खबरें भी हैं। सिवनी, मंडला, बालाघाट, पूर्वी नर्मदापुरम, पचमढ़ी, सागर और दमोह जिलों में हल्की गरज के साथ बारिश हुई। नर्मदापुरम और बैतूल जिले में भी कहीं-कहीं ओले गिरे। मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के बड़े हिस्से में तेज बारिश, आंधी और ओले गिरने का अनुमान जताया है। जबलपुर-नर्मदापुरम समेत 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है, जबकि भोपाल, सागर, विदिशा, सीहोर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर समेत 24 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां पर गरज-चमक के साथ बारिश होगी। वहीं, मंगलवार को प्रदेश के 19 जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। इन जिलों में इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, आगर-मालवा, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी और टीकमगढ़ शामिल हैं।

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भोपाल। रेल से यात्रा करने वालों के लिए रेलवे ने विशेष सूचना जारी की है। जारी सूचना के अनुसार छत्तीसगढ़ के बिलासपुर मंडल में नॉन इंटलॉकिंग के चलते रेल यातायात प्रभावित हो रही है। इस काम के चलते नर्मदा एक्सप्रेस समेत 6 ट्रेन 11 मार्च तक निरस्त रहेगी।       रेलवे ने बताया कि 1- 10 मार्च 2024 तक भोपाल से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18235 भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी। दिनांक 28 फरवरी 2024 से 12 मार्च 2024 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18236 बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस रद्द रहेगी। दिनांक 28 फरवरी 2024 से 11 मार्च 2024 तक इंदौर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18233 इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी। दिनांक 27 फरवरी 2024 से 10 मार्च 2024 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18234 बिलासपुर-इंदौर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी। दिनांक 03 मार्च 2024 एवं 10 मार्च 2024 को दुर्ग से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18213 दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस रद्द रहेगी। दिनांक 04 मार्च 2024 एवं 11 मार्च 2024 को अजमेर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18214 अजमेर-दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी।

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उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर में दर्शनार्थी जल्द ही इलेक्ट्रिक ट्रेन में बैठकर महालोक दर्शन कर मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। इसके लिए महालोक परिसर में सर्वे कर ट्रेन की पटरी भी बिछाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मिनी इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इस प्रस्ताव के बाद एक निजी कंपनी को सर्वे का काम सौंपा है, जो रिपोर्ट बनाकर मंदिर समिति को प्रस्तुत करेगी। फिलहाल त्रिवेणी संग्रहालय से महालोक परिसर में रूद्रसागर किनारे यह ट्रेन चलाने की योजना है। प्रस्तावित जगह पर सर्वे के बाद पटरी भी बिछाई जाएगी। मंदिर प्रबंध समिति से जुड़े अधिकारियों की मानें तो ट्रेन चलाने पर करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपए खर्च हो सकते हैं। कलेक्टर एवं मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में ट्रेन चलाने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। बैठक में समिति सदस्य और महापौर मुकेश टटवाल, निगम आयुक्त आशीष कुमार पाठक और महाकाल मंदिर समिति प्रशासक संदीप कुमार सोनी, सदस्य पंडित राजेन्द्र गुरु आदि उपस्थित थे। महाशिवरात्रि के बाद काम महाशिवरात्रि, 8 मार्च के बाद ट्रेन की योजना को धरातल पर उतारने का काम शुरू हो सकेगा। पहले सर्वे होगा की ट्रेन के लिए पटरी कहां से कहां तक बिछाई जाए। हालांकि इसमें किसी तरह की कोई अड़चन भी आड़े नहीं आ रही है।

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भोपाल। प्रदेश के आधे से अधिक जिलों में सोमवार सुबह से बादल छाए हुए हैं और सामान्य से तेज हवाएं चल रही हैं। अगले 3 दिन तक बारिश-ओले का स्ट्रॉन्ग सिस्टम रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने सोमवार को नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और सिवनी में ऑरेंज अलर्ट और जबलपुर, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नरसिंहपुर समेत 12 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। यहां 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं भी चल सकती हैं। 3 दिन तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होगी और ओले गिरेंगे।   मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के 60% हिस्से यानी, 31 जिलों में सिस्टम की एक्टिविटी ज्यादा होने का अनुमान जताया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि चक्रवाती घेरे की वजह से पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के ग्वालियर-चंबल में हल्की बूंदाबांदी हुई है। वहीं, बिहार के आसपास और छत्तीसगढ़ से तेलंगाना तक भी ट्रफ लाइन गुजर रही है। प्रति चक्रवात की वजह से आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के आसपास हवाएं भी चल रही हैं, जिससे मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में नमी आ रही है। इस कारण अगले 3 दिन के लिए प्रदेश में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। तीन दिन में ओले, तेज हवा और बारिश का दौर जारी रहेगा।   मौसम विभाग के अनुसार 26 फरवरी को देश के जबलपुर, इंदौर, नर्मदापुरम संभाग में ज्यादा असर रहेगा। नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और सिवनी में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं, इसलिए ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, नरसिंहपुर, दमोह, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में यलो अलर्ट है। कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश तो कहीं ओले भी गिर सकते हैं।   27 फरवरी को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में सिस्टम की एक्टिविटी रहेगी। इसके चलते नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, जबलपुर और दमोह में बारिश-ओलों का ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल, शाजापुर, सीहोर, देवास, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, रायसेन, विदिशा, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, रीवा, मऊगंज, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, बालाघाट आदि जिलों में यलो अलर्ट है। गरज-चमक के साथ बारिश, ओले और तेज हवाएं भी चलेंगी।   मौसम विभाग के अनुसार 28 फरवरी को सिस्टम की एक्टिविटी कमजोर हो जाएगी। छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, जबलपुर, मंडला और डिंडोरी में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

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भोपाल। भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों के गुरु-प्रशिक्षक, नर्तक, कला मर्मज्ञ और कलानुरागियों के महाकुंभ 50वां खजुराहो नृत्य समारोह के छठवें दिन भी विविध कलाओं का संगम देखने को मिला। सुबह का आगाज जहां कला के अंतर्संबंधों को जानने से हुआ तो शाम को कथक नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को मुग्ध कर दिया। नृत्य का यह सिलसिला लगभग अपने अंतिम पायदान तक पहुंच चुका है। सांस्कृतिक सरोकारों की शीतल छाया में पुरखों की विरासत के सच्चे पहरेदारों ने अपनी साधना से समारोह के स्वर्णिम वर्ष को सार्थक कर दिया है। परम्पराओं और प्रयोगों की साझेदारी ने खजुराहो नृत्य समारोह के मंच पर भारतीय संस्कृति की चमक और भी दमक उठी है।   यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो में यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन 20 से 26 फरवरी तक किया जा रहा है। खजुराहो नृत्य समारोह के छठवें दिन रविवार को उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक जयंत भिसे ने आमंत्रित कलाकारों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।   समारोह में रविवार की खूबसूरत शाम में नृत्य का सिलसिला पुणे की प्रेरणा देशपांडे के कथक नृत्य से शुरू हुआ। उन्होंने शिव वंदना से नृत्य का आरंभ किया। उसके पश्चात तीनताल में शुद्ध नृत्य की प्रस्तुति दी। इसमें उन्होंने कुछ तोड़े, टुकड़े, परन आदि की पेशकश दी। नृत्य का समापन उन्होंने रामभजन से किया। उनके साथ तबले पर सुप्रीत देशपांडे, सितार पर अनिरुद्ध जोशी, गायन में ऋषिकेश बडवे, हारमोनियम पर यश खड़के और पढंत पर ईश्वरी देशपांडे ने साथ दिया।   देश के प्रसिद्ध कथक गुरु और हाल ही में जिनके निर्देशन में कथक कुंभ में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना, ऐसे पंडित राजेन्द्र गंगानी ने भी छठवें दिन समारोह में नृत्य प्रस्तुति देकर चार चांद लगा दिए। उन्होंने शिव स्तुति से नृत्य का शुभारंभ किया। नृत्य भावों से उन्होंने भगवान शिव को साकार करने की कोशिश की। इसके बाद तीन ताल में शुद्ध नृत्य प्रस्तुत करते हुए उन्होंने तोड़े, टुकड़े, परण, उपज का काम दिखाया और कुछ गतों का काम भी दिखाया। नृत्य का समापन उन्होंने राम स्तुति-"श्री रामचंद्र कृपालु भजमन" पर भाव पूर्ण नृत्य पेश कर किया। उनके साथ तबले पर फतेह सिंह गंगानी, गायन में माधव प्रसाद, पखावज पर आशीष गंगानी और सारंगी पर अमीर खां ने साथ दिया।   तीसरी प्रस्तुति में बैंगलोर से आईं नव्या नटराजन का भरतनाट्यम नृत्य हुआ। उन्होंने वर्णम की प्रस्तुति दी। भरतनाट्यम में वर्णम एक खास चीज है। इस प्रस्तुति में नव्या ने भगवान शिव के तमाम स्वरूपों को नृत्य भावों में पिरोकर पेश किया। उन्होंने नृत्य भावों के साथ लय के ताल मेल और आंगिक संतुलन को बखूबी दिखाया। राग नट कुरिंजी के सुरों और आदिताल में सजी रचना-"पापना सम शिवम" के साथ रावण द्वारा रचित शिवतांडव के छंदों पर नव्या ने भरतनाट्यम की तैयारी और तेजी दोनों का प्रदर्शन किया। उनके साथ गायन में रघुराम आर, नटवांगम पर डीवी प्रसन्न कुमार, मृदंगम पर पी जनार्दन राव और बांसुरी पर रघुनंदन रामकृष्ण ने साथ दिया।   नृत्य के इस खूबसूरत सिलसिले का समापन बनारस से पधारीं डॉ. विधि नागर और उनके साथियों के कथक नृत्य से हुई। विधि नागर ने तीव्रा ताल में निबद्ध राग गुणकली में ध्रुपद की बंदिश "डमरू हर कर बाजे" पर बड़े ही ओजपूर्ण ढंग से नृत्य प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में उन्होंने भगवान विश्वनाथ के सौंदर्य को नृत्य भावों में सामने रखा। अगली प्रस्तुति समस्या पूर्ति की थी। इसमें उन्होंने साहित्य और नृत्य का समावेश दिखाया। राग शिवरंजनी की रचना "केहि कारन सुंदरी हाथ जरयो" के जरिए उन्होंने भाव पेश किया। फिर दरबारी में उन्होंने शुद्ध नृत्य से कथक का तकनीकी पक्ष दिखाया। काफी की ठुमरी - कहा करूं देखो गाड़ी डेट कन्हाई" पर भी उन्होंने सोलो नृत्य पेश कर भावाभिनय पेश किया। नृत्य का समापन उन्होंने संलयन्म से किया। इन प्रस्तुतियों में उनके साथ शिखा रमेश, अदिति थपलियाल, अमृत मिश्रा, रागिनी कल्याण और चित्रांशी पाणिकर ने सहयोग किया। जबकि विशाल मिश्र ने गायन एवं हारमोनियम, आनंद मिश्र ने तबला, आदित्य दीप ने पखावज सुधीर कुमार ने बांसुरी उमेश मिश्र ने सारंग रनित चटर्जी ने सितार पर साथ दिया।

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भोपाल। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सांची के बौद्ध स्तूप परिसर में रखे भगवान बुद्ध के शिष्यों अर्हन्त सारिपुत्र और अर्हंत महामोगल्यान के पवित्र अवशेषों को दर्शन के लिए बैंकाक, थाईलैंड और कंबोडिया विहार पर ले जाया गया है। थाईलैंड में विश्व के विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी भगवान बुद्ध और उनके शिष्यों के पवित्र अवशेषों के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। यह जानकारी रविवार को मप्र के संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने दी। उन्होंने बताया कि संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन में 22 फरवरी से 18 मार्च 2024 तक थाईलैंड और विभिन्न शहरों में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को अनुयायियों और आमजन के अवलोकन के लिए "बुद्धभूमि भारत" पैवेलियन में रखा गया है। यहां पवित्र अवशेषों को देखने के लिए बौद्ध अनुयायियों की भीड़ उमड़ रही है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में सांची स्तूप की प्रतिकृति और पर्यटन स्थलों के वीआर 360° वीडियो प्रदर्शित कर थाईलैंड के पर्यटकों को आकर्षित कर मध्यप्रदेश आने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। मप्र टूरिज्म बोर्ड के अपर प्रबंध संचालक विवेक क्षोत्रिय के नेतृत्व में पहला दल थाईलैंड पहुंचा है। सांची से थाइलैंड पहुंचने के बाद अस्थि अवशेषों का एक भव्य समारोह में स्वागत किया गया। बैंकॉक में सनम लुआंग मंडप के एक भव्य मंडपम में स्थापित गया है, जहां दुनियाभर से बौद्ध अनुयायी इन अस्थि अवशेषों पर श्रद्धा अर्पित कर रहे हैं। यहां मध्यप्रदेश के स्टॉल में मौजूद अधिकारियों द्वारा अवशेषों एवं सांची स्तूपा के बारे में जानकारी दी जा रही है। वीआर के माध्यम से सैकड़ों लोगों, भिक्षुओं, अतिथियों, गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सांची भ्रमण किया गया है। संस्कृति और पर्यटन विभाग की पहल से दुनिया भर के बौद्ध धर्मावलंबी इन अवशेषों के दर्शन कर पा रहे हैं। इस पवित्र यात्रा की समाप्ति 19 मार्च 2024 को होगी, जिसके बाद अस्थि अवशेषों को वापस सांची लाया जाएगा। कार्यक्रम रूपरेखा   1. सनम लुआंग मंडप, बैंकॉक: 22 फरवरी 2024 से 03 मार्च 2024 (11 दिन)   2. हो कुम लुआंग, रॉयल राजप्रुइक, चियांग माई: 04 मार्च 2024 से 08 मार्च 2024 (5 दिन)   3. वाट महा वानाराम, उबोन रत्चाथानी: 09 मार्च 2024 से 13 मार्च 2024 (5 दिन)   4. वाट महाथाट, ओलुक, क्राबी: 14 मार्च 2024 से 18 मार्च 2024 (5 दिन)

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भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम का मिजाज बदल चुका है। अब गर्मी का अहसास होने लगा है। पिछले कुछ दिनों से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर सहित प्रदेश के कई जिलों के तापमान में उछाल देखने को मिला है, लेकिन जल्द ही प्रदेश का मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी जारी की गई है। 25 फरवरी से 28 फरवरी तक प्रदेश का मौसम खराब रह सकता है। इस दौरान कई जिलों में ओले गिरने की भी संभावना है।   मौसम विभाग का अनुमान है कि रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बादल छाने और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। साथ ही जबलपुर-नर्मदापुरम समेत 10 जिलों में ओले गिरने की चेतावनी भी जारी की गई हैं। इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में बादल छाए रहेंगे। वही दिन के तापमान में गिरावट होगी।   मौसम विभाग ने बताया कि एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 26 फरवरी से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसके साथ ही राजस्थान के मध्य भागों और इसके आसपास के क्षेत्र में एक चक्रवर्ती मौसम सक्रिय है। इन मौसम प्रणालियों के कारण मध्य प्रदेश का मौसम भी प्रभावित हो सकता है। आज 25 फरवरी को पूर्वी मध्य प्रदेश में गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि 26 और 27 फरवरी को पूरे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि होने की संभावना है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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विदिशा। भोपाल-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग 146 पर ग्यारसपुर के समीप शनिवार सुबह एक पुलिया के नीचे सुबह तेंदुए का शव बरामद हुआ है। आसपास के लोगों ने तेंदुए को मृत देखा तो वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। वन अधिकारियों ने आशंका जताई है कि रात के अंधेरे में अज्ञात वाहन की टक्कर से तेंदुए की मौत हुई होगी। फिलहाल मामले की जांच जारी है।     क्षेत्र के डिप्टी रेंजर मोहन विश्वकर्मा ने बताया कि ग्यारसपुर से गुजरने वाले राजमार्ग के किनारे एक निजी स्कूल के सामने एक संकरी पुलिया के पास से गुजरने वाले लोगों ने शनिवार सुबह मृत तेंदुए को देखा और वन विभाग को सूचना दी। जानकारी मिलते ही वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की। उन्होंने बताया कि तेंदुए के शरीर पर किसी शस्त्र के निशान नहीं पाए गए हैं और आसपास भी संदेहास्पद वस्तुएं नहीं पाई गई है। यहां से गुजरने वाले राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही काफी रहती है। आशंका है कि रात के समय सड़क पार करते समय यह तेंदुआ किसी भारी वाहन की टक्कर से पुलिया के नीचे गिरा होगा, जिसके कारण उसकी मौत हुई होगी। उनका कहना था कि तेंदुए के शव के पोस्टमार्टम के बाद ही असली वजह सामने आएगी।

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इंदौर। फिल्म अभिनेता आयुष्मान खुराना शनिवार सुबह उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर पहुंच कर भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने चांदी द्वार से बाबा महाकाल का पूजा-अर्चन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उनके साथ स्टाफ के अन्य लोग भी मौजूद थे। सभी ने पूरी भक्ति से बाबा महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं। उनके माथे पर तिलक और रुद्राक्ष की माला थी। वे कैजुअल पीली टी-शर्ट पहने नजर आ रहे थे।       अभिनेता आयुष्मान खुराना शुक्रवार रात करीब 9 बजे उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने शनिवार तड़के महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु और पंडित राम गुरु ने पूजा संपन्न करायी। पूजा-अर्चना के दौरान आयुष्मान बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। यहां उन्होंने तिलक लगवाया, माला पहनी और सिर झुका कर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। बाबा महाकाल की पूजा के बाद आयुष्मान खुराना नंदी हॉल में पहुंचे, जहां उन्होंने नंदी के कानों में अपनी मनोकामना कही। बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद आयुष्मान खुराना उज्जैन से रवाना हो गए। इस दौरान अपने चाहने वालों के साथ फोटो खिंचवाए और ऑटोग्राफ भी दिए।       महाकाल के दर्शन करते वक्त आयुष्मान यलो टी-शर्ट में नजर आए। उन्होंने फूलों की माला भी पहनी हुई थी। अभिनेता के माथे पर तिलक भी लगा हुआ था। आयुष्मान हाथ जोड़े बाबा का दर्शन कर रहे थे। अभिनेता का यह अंदाज उनके फैंस को काफी पसंद आया है। इस दौरान कई लोगों ने आयुष्मान के साथ तस्वीरें भी लेनी चाही। हालांकि, अभिनेता ने अपने फैंस का सम्मान किया और उन्हें पूरा समय भी दिया। इस दौरान उनके साथ सांसद प्रतिनिधि कपिल कटारिया और रोहित जैन भी मौजूद रहे।

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भोपाल। प्रदेश के 60 फीसदी हिस्से यानी 29 जिलों में अगले 3 दिन बारिश हो सकती है। इनमें भोपाल, जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग के जिले शामिल हैं। जबलपुर-नर्मदापुरम समेत प्रदेश के 10 जिलों में ओले भी गिर सकते हैं। वहीं, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में बादल छाए रहेंगे, यहां बारिश का अनुमान नहीं है। बदले मौसम की वजह से दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आ सकती है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने शनिवार को बताया कि अभी प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन सक्रिय है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। इससे एमपी में बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में भी एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। इससे अगले 48 घंटे के दौरान एमपी के पूर्वी हिस्से जबलपुर और नर्मदापुरम, दक्षिण हिस्से- सागर, रीवा और शहडोल संभाग में नमी आने लग जाएगी और इस कारण हल्की से मध्यम और तेज बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।     मौसम विभाग के अनुसार 25 फरवरी को जबलपुर संभाग के छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी समेत बैतूल, नर्मदापुरम, बुरहानपुर में हल्की बारिश हो सकती है। 26 को प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में सिस्टम का असर रहेगा। यहां दक्षिणी-पूर्वी हवाएं आएंगी साथ में पूर्वोत्तर से आने वाली हवाएं भी रहेंगी। ये दोनों हवाएं आपस में मिलेंगी और बारिश कराएगी। रीवा, जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम, भोपाल और इंदौर संभाग के कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, मंडला, डिंडोरी, नरसिंहपुर, अनूपपुर, जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में ओले भी गिर सकते हैं। 27 फरवरी को भी सिस्टम एक्टिव रहेगा। इससे पूर्व-उत्तर हिस्से में बारिश होगी, जिनमें सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, सिंगरौली, रीवा और मऊगंज शामिल हैं। गुना, अशोकनगर, विदिशा, नर्मदापुरम, रायसेन, बैतूल, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, सतना में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।

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भोपाल। विश्व प्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को माघ शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से जलाभिषेक कर पूजन-अर्चन किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरिओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को रजत का मुकुट और चन्द्र धारण करवाया गया।     परम्परा के अनुसार, महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार तड़के चार बजे मंदिर के पट खुले। पंडे-पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल का जलाभिषेक और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया। इसके बाद बाबा महाकाल का मावे से श्रृंगार कर उन्हें अखरोट और चेरी से सजाया गया। तत्पश्चात भगवान महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढंक कर भस्मी रमाई गई। भस्म अर्पित करने के पश्चात भगवान महाकाल को चांदी की मुण्डमाल और रुद्राक्ष माला के साथ सुगंधित पुष्पों की माला अर्पित कर फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या मे श्रद्धालु पहुंचे, जिन्होंने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।     शुक्रवार को महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। इस मौके पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित श्री महाकालेश्वर नि:शुल्क अन्नक्षेत्र के लिए पुरोहित शिवम व्यास (लड्डू गुरु) व प्रोटोकॉल सहायक चंद्रप्रकाश शर्मा की प्रेरणा से मुम्बई निवासी प्रशान्त गुंजालकर ने पांच लाख रुपये की नगद राशि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को दान में दी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश का मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में दिन के समय तेज धूप निकलने के साथ ही गर्मी का एहसास हो रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के रीवा, ग्वालियर- चंबल संभाग में बारिश और ओलावृष्टि ने अभी भी फिजाओं में ठंडक घोल रखी है। मौसम विभाग ने 24 फरवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के संकेत दिए हैं जिससे मौसम के एक बार फिर बदलने के आसार हैं। 25 फरवरी से प्रदेश के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समय पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल की पछुआ हवाओं के बीच एक ट्रफ़ लाइन के रूप में मौजूद है जबकि चक्रवातीय परिसंचरण उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय है जो पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में नमी ला रहा है। साथ ही एक ट्रफ़ लाइन दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से तमिलनाडु तक मौजूद है जो मौसम को प्रभावित कर रही है। मौसम विभाग के अनुसार 24 फरवरी से प्रदेश में एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस वेदर सिस्टम एक्टिव होगा। जिसकी वजह से 26 फरवरी के आस- पास प्रदेश के सभी जिलों में रुक- रुक कर बारिश का सिलसिला देखा जाएगा। इन जिलों में बारिश का आसार मौसम विभाग के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के रीवा,सतना, सीधी, सिंगरौली, भिंड मुरैना, श्योपुर, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, गुना, शिवपुरी ग्वालियर और दतिया जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है। इसके अलावा भिंड, मुरैना, श्योपुर, रीवा, मऊगंज, सतना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, ग्वालियर और दतिया जिलों में बिजली चमकने के साथ आंधी- बारिश की आशंका जताई है।

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भोपाल। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शुक्रवार अलसुबह मिलावट खाद्य सामग्री के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 लाख रूपये का 38 क्विंटल अमानक मावा तथा पनीर जब्त किया है। पुलिस ने मावा और पनीर के सैम्पल जांच के लिए भेज हैं। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी अरुण शर्मा ने दी।   उन्होंने बताया कि ग्वालियर की ओर से अमानक मावा तथा पनीर की खेप आने की सूचना प्राप्त होने पर भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को प्रातः 5.45 बजे नवबहार सब्जी मण्डी पर वाहन कमांक एमपी-07-जीबी -0531 की जांच की गई। ट्रक में 79 डलिया (लगभग 31.50 क्विंटल) मावा तथा 13 पैकेट (लगभग 6.50 क्विंटल) पनीर होना पाया गया। अमानक होने की आशंका के कारण मावा के छह तथा पनीर के दो नमूने एकत्र कर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल प्रेषित किये गये हैं।   अभिहित अधिकारी देवेन्द्र कुमार वर्मा के निर्देशानुसार रिपोर्ट प्राप्त होने तक मावा तथा पनीर की सम्पूर्ण मात्रा को जब्त कर कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है, जिससे इसका शीघ्र क्षय न हो। जांच प्रतिवेदन के आधार पर जप्तशुदा मावा तथा पनीर के विकय/विनष्टीकरण के विषय में निर्णय लिया जायेगा।   43 प्रकरणों में 4.35 लाख का जुर्माना अधिरोपित उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा प्रस्तुत किये गये प्रकरणों में से 43 प्रकरणों में निर्णय पारित करते हुये न्याय-निर्णायक अधिकारी तथा अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी हरेन्द्र नारायण के द्वारा कुल 4 लाख 35 हजार रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया है। पारित निर्णयों में नागपुर स्थित कृष्णा एजेंसीज के विरूद्ध मिथ्याछाप चमनबहार निर्मित करने के आरोप में पचास हजार रुपये, ओल्ड कबाड़खाना स्थित नेमा सुपाड़ी ट्रेडर्स के विरूद्ध पाम बीज मिश्रित अमानक सुपाड़ी का विक्रय करने के आरोप में पच्चीस हजार रुपये, बावड़िया कला स्थित श्री कृष्णा डेयरी शॉप के विरूद्ध अमानक मावा के विक्रय के आरोप में पच्चीस हजार रुपये, हर्षवर्धन नगर स्थित दवे सौराष्ट्र डेयरी के विरूद्ध अमानक घी के विकय के आरोप में पच्चीस हजार रुपये तथा बृजधाम डेयरी के विरूद्ध अमानक मावा के विक्रय के आरोप में पच्चीस हजार, ताजुल मस्जिद के पास स्थित जम-जम फास्ट फूड के विरूद्ध अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में खाद्य कारोबार के संचालन के आरोप में 20 हजार रुपये का जुर्माना शामिल है।

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम का असर गुरुवार को भी मध्यप्रदेश में रहेगा। तापमान में गिरावट होगी, वहीं ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग में बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश भी हो सकती है। इससे पहले बुधवार को ग्वालियर, शिवपुरी समेत कई शहरों में हल्की बारिश भी हुई।   ग्वालियर में बादलों की वजह से बुधवार को दिन का टेम्प्रेचर 4.4 डिग्री तक लुढ़क गया। रायसेन, बैतूल, भोपाल, धार, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़ और उमरिया में भी दिन के तापमान में गिरावट हुई। गुरुवार को भी दिन का तापमान 1 से 2 डिग्री तक लुढ़क सकता है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से दक्षिणी-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से उत्तरी मध्यप्रदेश की तरफ नमी ला रही है। साथ ही भारत में जेट स्ट्रीम हवाओं की अधिकतम गति 330 किमी प्रतिघंटा तक है। इस कारण प्रदेश के तापमान में भी गिरावट हो रही है।   इसके चलते गुरुवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जिलों में बादल छाए रहेंगे। वहीं, भिंड, दतिया, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल में बुधवार को दिन का तापमान 30.9 डिग्री दर्ज किया गया। गुरुवार को यह 30 डिग्री के आसपास रहेगा, जबकि 23 और 24 फरवरी को पारा 26 से 28 डिग्री के बीच रह सकता है। 25 फरवरी को राजधानी में बादल छा सकते हैं।

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उज्जैन। डांस दीवाने के ऑडिशन के लिए इंदौर आई कॉमेडियन गुरुवार तड़के भस्म आरती में शामिल हुईं और उन्होंने नंदी हाल में बैठकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान भारती सिंह महाकाल की भक्ति में लीन दिखीं।   भस्म आरती के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए भारती सिंह ने कहा कि भगवान से कुछ भी मांगने का समय नहीं मिला। मैं तो बस महाकाल को देखती रही। मेरे आंसू निकल रहे थे। जैसे बच्चे को तैयार करते हैं, ऐसा लगा भगवान महाकाल उसी तरह तैयार हो रहे हैं। जो मेरी कॉमेडी पसंद करते हैं, उन सभी पर महाकाल का आशीर्वाद बना रहे।   उप मुख्यमंत्री देवड़ा भी हुए आरती में शामिल मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी गुरुवार को परिवार के साथ भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना की। देवड़ा ने कहा कि आज परिवार के साथ भस्म आरती में शामिल हुए हैं। बाबा महाकाल से यही प्रार्थना है कि हमारा देश प्रगति करे, सभी लोग खुश रहें। श्री महाकालेश्वर मंदिर के गुरुवार तड़के 4 बजे कपाट खोले गए। भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। पंडे - पुजारियों ने दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा का अभिषेक पूजन किया। मस्तक पर रजत चंद्र के साथ त्रिनेत्र और त्रिपुंड अर्पित कर राजा स्वरूप श्रृंगार किया गया।

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भोपाल। राजधानी में होटल ताज के ठीक सामने भदभदा झुग्गी बस्ती से अतिक्रमण हटाने का काम गुरुवार को भी जारी है। कड़ी सुरक्षा के बीच प्रशासन और नगर निगम की टीम जेसीबी मशीनों से अतिक्रमण हटा रही है। बस्ती में अब तक 134 अतिक्रमण हटाए जा चुके हैं।   भदभदा झुग्गी बस्ती में गुरुवार को 110 घर हटाए जाने हैं। इनमें से सुबह 11 बजे तक 104 घर बुलडोजर चलाकर गिरा दिए गए, 6 और हटाए जाने हैं। ये वो घर हैं, जिनके मालिकों ने जिला प्रशासन को सहमति दी है। झुग्गी बस्ती पर प्रशासन का एक्शन बुधवार को शुरू हुआ था। बुधवार को 30 घर गिराए गए थे। एनजीटी ने बस्ती के 386 घरों को हटाने के आदेश दिए थे। कल और आज की कार्रवाई को मिलाकर अब तक 134 घर हटाए जा चुके हैं। कुछ मकानों के मालिकों को चांदपुर बैरसिया इलाके में जमीन दी गई। कुछ को मुआवजा दिया गया है।   कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि निगम की गाड़ियों के जरिए लोगों की गृहस्थी का सामान दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है। बुधवार को 30 परिवार शिफ्ट हुए थे, जिसके बाद 110 परिवारों ने शिफ्टिंग के लिए सहमति दी है। इन्हें आज शिफ्ट किया जा रहा है। जिन्हें जमीन चाहिए थी, उन्हें चांदपुर में पट्टे दिए गए हैं। कुछ को मुआवजा राशि के चेक भी दिए गए हैं। गुरुवार को भी पुलिस जवानों की मौजूदगी में भी शिफ्टिंग की कार्रवाई की जा रही। इसके लिए बस्ती की ओर जाने वाले मुख्य रास्ते समेत भदभदा चौराहा और करुणा धाम मार्ग पर बैरिकेडिंग कर रास्ते बंद कर दिए गए हैं।

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भोपाल। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बुधवार को मंत्रालय में प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर जिलों में सम्पादित किये गये कार्यों के आधार पर जिलों की शैक्षणिक रिपोर्ट जारी की। यह रिपोर्ट दिसम्बर 2023 तक के आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है। इस मौके पर राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस भी मौजूद थे।     इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान में तैयार की गई रिपोर्ट स्कूल शिक्षा के गुणात्मक सुधार में महत्वपूर्ण रोल अदा करेगी। उन्होंने कहा कि घुमंतु जाति के परिवारों के स्कूल जाने वाले बच्चों की पढ़ाई में रूकावट न आए, इसके लिये ऐसा कार्ड तैयार किया जायेगा, जिसके आधार पर एक स्थान छोड़कर अन्य स्थान जाने पर कार्ड के आधार पर बच्चे को स्कूल में एडमिशन दिया जायेगा।     उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में स्कूल शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिये ठोस प्रयास किये गये हैं। प्रदेश में सीएम राईज स्कूल और पीएमश्री स्कूल खोले जा रहे हैं। इन स्कूलों में विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की यूनिफार्म व्यवस्था के संबंध में उन्होंने बताया कि प्रदेश के 22 जिलों में यूनिफार्म बनाने का कार्य स्व सहायता समूह के माध्यम से किया जा रहा है। शेष जिलों में बच्चों के बैंक खातों में यूनिफार्म की राशि हस्तांरित की जा रही है।     पाठ्य पुस्तकों का वितरण समय पर होगा स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें समय पर वितरित की जाएंगी। इसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बच्चों के ड्रॉप आउट रेट को कम करने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों के अभिभावकों और शिक्षकों के बीच नियमित संवाद व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा रहा है।     प्रारंभिक शिक्षा रिपोर्ट रिपोर्ट में बताया गया है कि सीधी जिले की रैंकिंग पिछले वर्ष 46वें नम्बर पर थी। इस वर्ष दिसम्बर 2023 में सीधी की रैंकिंग बढ़कर 12वीं हो गई। श्योपुर जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता में गिरावट दर्ज हुई है। इसकी रैंकिंग पिछले वर्ष 22वें स्थान की थी, जो इस वर्ष 45वें स्थान की हो गई। यह रिपोर्ट बच्चों के नामांकन और ठहराव, सीखने के परिणाम और गुणवत्ता, शिक्षक व्यवसायिक विकास, समानता, अधोसंरचना तथा सुविधाएँ, सुशासन प्रक्रियाएँ एवं वित्तीय प्रबंधन और नवभारत साक्षरता कार्यक्रम पर तैयार की गई है।  

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भोपाल। राजधानी के होटल ताज के ठीक सामने स्थित भदभदा झुग्गी बस्ती से बुधवार सुबह अतिक्रमण हटाया जाना शुरू हो गया है। नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर यहां पहुंची। अब तक 26 लोग अपनी मर्जी से घर खाली कर जा चुके हैं। इससे पहले कलेक्टर ने अपनी मर्जी से अतिक्रमण हटाने के लिए मंगलवार तक का समय दिया था।   कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि बस्ती के लोगों को मंगलवार तक की मोहलत दी गई थी। इन्हें जिला प्रशासन ने तीन विकल्प दिये थे। मुआवजा राशि, पीएम आवास की मंजूरी और चांदबड़ में घर बनाने के लिए जगह। बाकी लोगों से भी स्वैच्छिक तरीके से घर खाली करवाए जा रहे हैं। नगर निगम और प्रशासन की टीम भारी पुलिस बल के साथ मंगलवार सुबह भदभदा झुग्गी बस्ती पहुंची और कार्रवाई शुरू कर दी। भदभदा बस्ती के अंदर जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रखे हैं। पुलिस के एक हजार जवान मौके पर हैं। मीडिया को भी बाहर ही रोककर रखा गया है। बस्ती के 26 परिवारों ने मुआवजा राशि का चेक लेकर अतिक्रमण हटाने की सहमति दे दी है।   गौरतलब है कि एनजीटी ने यहां से 386 अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। जिसके बाद जिला प्रशासन अतिक्रमण हटा रहा है। इसे लेकर पिछले दिनों नगर निगम की ओर से मुनादी भी कराई थी। वहीं, रहवासियों को अतिक्रमण हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया था। सोमवार को यह अवधि खत्म हो गई। इसी बीच कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने रहवासियों की मीटिंग की और फिर एक दिन की मोहलत और दे दी थी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में एक साथ कई मौसम प्रणाली सक्रिय है जिसके चलते कुछ हिस्सों में बारिश और ओले गिरने के साथ तेज ठंज महसूस हो रही है तो अन्य हिस्सों में अब तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है और धूप चुभने लगी है। मंगलवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड और दतिया में बादल छाने के साथ हल्की बारिश भी हुई। वहीं दूसरी तरफ राजधानी भोपाल, उज्जैन में तापमान में बढ़ोत्तरी होने से गर्मी का एहसास हुआ। मौसम विभाग ने उत्तरी मप्र के संभाग में आगले 3 दिन के लिए बारिश-ओले की संभावना जताई है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव के अनुसार दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिविटी (पश्चिमी विक्षोभ) और साइकोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के चलते मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। भोपाल में मंगलवार सुबह से ही गर्मी का असर रहा। इससे दिन का तापमान भी बढ़ गया। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के तापमान में सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ने की संभावना है। बुधवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के बाकि हिस्सों में साफ मौसम रहेगा। दमोह, टीकमगढ़ और खजुराहो में पारा 34 डिग्री पार होगा। उत्तर भारत में 280 से 290 किमी की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चलेगी। जेट स्ट्रीम का असर तो प्रदेश में कम, लेकिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते बारिश का दौर देखने को मिलेगा।   ग्वालियर-चंबल में बारिश के साथ ओले गिरने के आसार वहीं मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से मौसम बदल गया है। मंगलवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड और दतिया में बादल छाने के साथ हल्की बारिश भी हुई। दतिया जिले में मंगलवार को बारिश के साथ ओले गिरे हैं। इससे दिन के टेम्प्रेचर में गिरावट हुई है। बुधवार को भी यहां ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। भिंड और मुरैना में बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना है।

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भोपाल। समूचे देश में महाशिवरात्रि पर्व को शिव-पार्वती विवाह की तिथि के रूप में मनाया जाता है, लेकिन यह बात कम ही लोग जानते हैं कि शिव-पार्वती का विवाह फाल्गुन फरवरी-मार्च मास में नहीं बल्कि मार्गशीर्ष माह नवंबर-दिसंबर में हुआ था। श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युंञ्जय तिवारी के अनुसार महाशिवरात्रि पर भगवान शिव पहली बार लिंग रूप में प्रकट हुए थे। वैसे कुछ अन्य विद्वानों का मानना है कि शिवलिंग में शिव और पार्वती दोनों समाहित हैं। दोनों ही एक साथ पहली बार इस स्वरूप में प्रकट हुए थे, इस कारण महाशिवरात्रि को भी शिव-पार्वती विवाह की तिथि के रूप में मनाया जाता है।   शिवमहापुराण के रुद्रसंहिता के अनुसार शिव-पार्वती के विवाह की तिथि मार्गशीर्ष माह (अगहन मास) के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को आता है। वहीं, ईशान संहिता में वर्णन है कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान लिंग रूप में प्रकट हुए थे। इसी को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। डॉ. तिवारी ने बताया कि ईशान संहिता ग्रंथ में बताया गया है कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मध्य रात्रि में भगवान शिव, लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। पहली बार शिवलिंग की पूजा भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी द्वारा की गई थी। इसलिए महाशिवरात्रि पर्व को भगवान शिव के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है और शिवलिंग की पूजा की जाती है।     माघकृष्ण चतुर्दश्यामादिदेवो महानिशिशिवलिंगतयोद्रूत: कोटिसूर्यसमप्रभ॥ (ईशान संहिता)     शिव पुराण: शिव विवाह की तिथि मार्गशीर्ष में   शिवपुराण के 35 वें अध्याय में रुद्र संहिता के अनुसार महर्षि वशिष्ठ ने राजा हिमालय को भगवान शिव और पार्वती विवाह के लिए समझाते हुए विवाह का मुहूर्त मार्गशीर्ष माह में होना तय किया था। जिसके बारे में इस संहिता ग्रंथ के 58 से 61 वें श्लोक में बताया गया है।     शिवरात्रि पर विशेष संयोग   भारतीय पंचांग के अनुसार महीने के कृष्ण पक्ष की चौदस जो शिवरात्रि का दिन है इस बार 8 मार्च शुक्रवार को सर्वार्थ सिद्धि योग पड़ने से ये दिन सर्वाधिक शुभ संयोग वाला है। जिससे शिव पूजा का महत्व और बढ़ जाएगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग शिव योग सिद्ध योग श्रवण नक्षत्र का अद्भुत संयोग रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग के दौरान किए गए सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। ऐसे में इस शुभ समय शिवरात्रि मनाई जा रही है, इस बार शिव भक्तों को दोगुना फल मिलेगा।     शिव योगशिव योग में ध्यान और मंत्र जाप करना शुभ माना जाता है, इस शुभ समय पर भोलेनाथ की पूजा करने उनकी कृपा प्राप्त होती है। घर में शुभ कार्य होने के भी योग बनते हैं। सिद्ध योगसिद्ध योग भगवान गणेश से जुड़ा माना जाता है, इस योग में पूजा करने पर सभी कार्यों में सफलता मिलती है। इस मुहूर्त में किया गया कार्य घर में वृद्धि लाता है।     श्रवण नक्षत्र श्रवण नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं। श्रवण नक्षत्र में जो भी कार्य किया जाता है, उसका परिणाम शुभ ही होता है। इसी नक्षत्र की पूर्णिमा से भगवान शिव का श्रावण माह होता है। इसलिए इस दिन पूजा-पाठ के अलावा खरीदी और नए कामों की शुरुआत भी शुभ रहेगी। डॉ. तिवारी ने बताया कि शिवरात्रि शुक्र प्रदोष में पड़ रही है जो विशेष शुभकारी है। इस संयोग में भगवान शिव की पूजा और व्रत करने से हर तरह की परेशानियां दूर हो जाती है। शुक्रवार को प्रदोष व्रत रखने से नौकरी और बिजनेस में सफलता मिलती है। इस दिन व्रत और शिव-पार्वती पूजा से समृद्धि आती है। सौभाग्य और दांपत्य जीवन में भी सुख बढ़ता है।

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भोपाल। प्रशासन द्वारा भदभदा के समीप स्थित होटल ताज के सामने से अतिक्रमण हटाने के लिए दी गई समय सीमा सोमवार को समाप्त हो गई है। इसके बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अतिक्रमण कारियों को एक और दिन का समय दिया है। इसके लिए प्रशासन की ओर से गाड़ी की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। इसके बावजूद अगर लोग अतिक्रमण नहीं हटाते हैं, तो बुधवार से प्रशासन सख्ती से अतिक्रमण हटाएगा। भोपाल के बड़ा तालाब भदभदा क्षेत्र स्थित होटल ताज के सामने से भदभदा बस्ती के अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन ने आज यानी कि मंगलवार को आखिरी मोहलत दी है। इसके लिए प्रशासन लोगों को गाड़ी भी देगा। कल, यानी बुधवार से खुद सख्ती से अतिक्रमण हटाएगा। एनजीटी के आदेश के बाद जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इसे लेकर पिछले दिनों नगर निगम की ओर से मुनादी भी कराई थी। वहीं, रहवासियों को अतिक्रमण हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया था। सोमवार को यह अवधि खत्म हो गई। इसी बीच कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सोमवार को रहवासियों की मीटिंग की और फिर एक दिन की मोहलत और दी है।   इनका कहना है : कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि रहवासियों को स्वयं अपना सामान शिफ्ट करने के लिए मंगलवार को एक दिन का अंतिम अवसर दिया गया है। साथ ही समझाइश दी गई है कि यदि वह स्वयं अपना सामान शिफ्ट करते हैं तो प्रशासन द्वारा वाहन आदि की व्यवस्था की जाएगी। सामान शिफ्ट न करने की स्थिति में बुधवार प्रशासन वैधानिक कार्रवाई करेगा।

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भोपाल। प्रशासन द्वारा भदभदा के समीप स्थित होटल ताज के सामने से अतिक्रमण हटाने के लिए दी गई समय सीमा सोमवार को समाप्त हो गई है। इसके बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अतिक्रमण कारियों को एक और दिन का समय दिया है। इसके लिए प्रशासन की ओर से गाड़ी की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। इसके बावजूद अगर लोग अतिक्रमण नहीं हटाते हैं, तो बुधवार से प्रशासन सख्ती से अतिक्रमण हटाएगा।   भोपाल के बड़ा तालाब भदभदा क्षेत्र स्थित होटल ताज के सामने से भदभदा बस्ती के अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन ने आज यानी कि मंगलवार को आखिरी मोहलत दी है। इसके लिए प्रशासन लोगों को गाड़ी भी देगा। कल, यानी बुधवार से खुद सख्ती से अतिक्रमण हटाएगा। एनजीटी के आदेश के बाद जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इसे लेकर पिछले दिनों नगर निगम की ओर से मुनादी भी कराई थी। वहीं, रहवासियों को अतिक्रमण हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया था। सोमवार को यह अवधि खत्म हो गई। इसी बीच कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सोमवार को रहवासियों की मीटिंग की और फिर एक दिन की मोहलत और दी है।   इनका कहना है : कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि रहवासियों को स्वयं अपना सामान शिफ्ट करने के लिए मंगलवार को एक दिन का अंतिम अवसर दिया गया है। साथ ही समझाइश दी गई है कि यदि वह स्वयं अपना सामान शिफ्ट करते हैं तो प्रशासन द्वारा वाहन आदि की व्यवस्था की जाएगी। सामान शिफ्ट न करने की स्थिति में बुधवार प्रशासन वैधानिक कार्रवाई करेगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम तेजी के साथ करवट बदलते हुए दिखाई दे रहा है। राज्य में 22 फरवरी तक मौसम बिगाड़ा रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गुरुवार तक उत्तरी हिस्से (ग्वालियर-चंबल संभाग) में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का भी अनुमान मौसम विभाग की ओर से लगाया गया है। इस दौरान मालवा रीजन में इंदौर को छोड़कर कई जगह बादल छाए रहेंगे और कहीं कहीं ओले गिरने की भी आशंका भी जताई गई है।     राज्य के भिंड, मुरैना और श्योपुर में ओलावृष्टि भी हो सकती है। पन्ना, छतरपुर, निवाड़ी, शिवपुरी, ग्वालियर और दतिया जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होने का चेतावनी जारी की गई है। सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी और जबलपुर में बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है। चंबल संभाग के जिलों में, ग्वालियर, सतना, रीवा, सतना, अनूपपुर, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों के लिए चेतावनी जारी की गई है। सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी और जबलपुर में बारिश होने के साथ बिजली गिर सकती है।     इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि फिलहाल उत्तरी कर्नाटक से लेकर दक्षिणी विदर्भ से मध्य छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर विस्तृत है और पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गया है, जिसके कारण से राज्य के मध्य-दक्षिण क्षेत्र में नमी आना अभी भी जारी है, जिसका कि प्रभाव पूरे राज्य में अधिकांश स्थानों पर देखने को मिलेगा।       उन्होंने बताया कि इसके अलावा अलग-अलग स्थानों पर मौसम प्रणालियां सक्रिय है और हवाओं का रुख भी दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी हो गया है। वर्तमान में उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और चक्रवाती हवाओं बना हुआ है।उत्तर और मध्य भारत के ऊपर ऊपरी क्षोभ मंडल में 250 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली जेट स्ट्रीम हवाओं के कारण भी मौसम में बदलाव आ रहा है। इसके प्रभाव से राजधानी भोपाल समेत ग्वालियर-चंबल में बादल छाए रहेंगे, जिसमें कि 22 फरवरी तक ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के जिलो में कहीं-कहीं वर्षा और ओलावृष्टि भी हो सकती है।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से अगले 4 दिन यानी 22 फरवरी तक उत्तरी हिस्से (ग्वालियर-चंबल संभाग) में मौसम बदला रहेगा। यहां गरज-चमक और हल्की बारिश का दौर रहेगा। सोमवार को श्योपुर कलां, मुरैना और भिंड में बादल छाए रहेंगे, जबकि 20 फरवरी को बारिश होगी। इससे पहले कई जिलों में दिन का तापमान बढ़ने लगा है। रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग में गर्मी का असर देखने को मिला।     मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, सोमवार को ग्वालियर-चंबल को छोड़कर बाकी हिस्से में आसमान साफ रहेगा, लेकिन जेट स्ट्रीम की वजह से दिन के टेम्प्रेचर में गिरावट हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत में शनिवार रात से पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो गया है। वहीं, चक्रवाती हवाओं का घेरा भी है। इससे दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से प्रदेश में नमी आ रही है। साथ ही उत्तर और मध्य भारत के ऊपर क्षोभ मंडल में 250 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली जेट स्ट्रीम हवाओं के कारण भी प्रदेश में बढ़े हुए तापमान में गिरावट हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 19 फरवरी को श्योपुरकलां, मुरैना और भिंड में बादल रहेंगे। वहीं, गरज-चमक की स्थिति भी बनी रहेगी। 20 फरवरी को ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं बादल छाए रहेंगे। मुरैना-भिंड में तेज बारिश हो सकती है। श्योपुर कलां, ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी में गरज-चमक की स्थिति रहेगी। 21 फरवरी को भी ग्वालियर, भिंड, मुरैना और दतिया में गरज-चमक की स्थिति रहेगी। 22 फरवरी को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुरकलां और शिवपुरी में गरज-चमक की स्थिति रहेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मण्डल द्वारा पटवारी भर्ती परीक्षा-2022 का परिणाम रविवार को अंतिम रूप से जारी कर दिया गया है। परिणाम कर्मचारी चयन मण्डल की वेबसाइट https://esb.mp.gov.in पर उपलब्ध है। यह जानकारी राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव निकुंज श्रीवास्तव ने दी।   उन्होंने बताया कि पटवारी भर्ती परीक्षा 2024 के संबंध में चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग अभ्यर्थी को आवंटित जिले में 24 फरवरी को आयोजित की जायेगी।   प्रमुख सचिव श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षा परिणाम के संबंध में अभ्यर्थियों को पृथक से एसएमएस/ई-मेल/सूचना-पत्र द्वारा भी सूचित किया जा रहा है। इसके लिये काउंसलिंग संबंधी विस्तृत दिशा-निर्देश एमपी ऑनलाइन के पोर्टल https://prc.mponline.gov.in पर उपलब्ध हैं। इस लिंक पर जाकर अभ्यर्थी अपना प्रोफाइल क्रियेट कर अपने दस्तावेज अपलोड करें।   उन्होंने बताया कि चयनित अभ्यर्थी अपने मूल दस्तावेज 2 स्व-प्रमाणित प्रतियों के साथ लेकर 24 फरवरी, 2024 को नियत समय पर आवंटित ज़िले में काउंसलिंग स्थल पर उपस्थित होना सुनुश्चित करें। यदि अभ्यर्थी निर्धारित काउंसलिंग दिनांक को उपस्थित नहीं होते है, तो उस पद को रिक्त माना जाकर अभ्यर्थी की उम्मीदवारी निरस्त मानी जायेगी।

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भोपाल। कन्वर्जन के लिए शिक्षा और चिकित्सा पर ईसाई मिशनरी का कब्जा और उसके माध्यम से धीरे-धीरे बच्चों के मन को परिवर्तन कर कुछ बाद उनके मन में हिन्दू धर्म समेत ईसाई मत छोड़ अन्यों के प्रति वो घृणा का भाव भर दिया जाता है कि बच्चा 12वीं तक पहुंचते-पहुंचते पूरी तरह से अपने धर्म एवं मत से पूरी तरह अगल हो जाता है, फिर वह सिर्फ नाम का हिन्दू या अन्य रहता है और काम से पूरी तरह ईसाई बन चुका होता है। इस योजना पर कई चर्च पोषित संस्थाएं देश भर में पिछले कई सालों से काम कर रही हैं। लाख कानून होने के बाद लगता यही है कि इन्हें किसी से भय नहीं, मतान्तरण करने के लिए ये किसी भी हद तक जा सकती हैं। ऐसे ही एक मामले में फिर से मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग सक्रिय हुआ और यह देखकर दंग रह गया कि कैसे हिन्दू बच्चों का मतान्तरण यह स्कूल करा रहा है।   दरअसल, मामला मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पथरिया का है। यहां ऑपरेशन मर्शी इंडिया फाउण्डेशन (ओएमआईएफ) द्वारा संचाहित गुड शेफर्ड स्कूल में अबोध बच्चों का मतान्तरण कराया जाना पाया गया। धर्मांतरण मामले में राज्य बाल आयोग की टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा कि कैसे स्कूल में एक परिवार के चार हिन्दू बच्चों को ईसाई बना दिया गया। आयोग ने यहां बड़ी संख्या में बाइबिल तथा स्कूल सिलेबस की पुस्तकें जो कि ईसाईयत फैलाने का काम कर रही थीं जब्त की। स्कूल प्रबंधन समेत अन्य स्टॉफ को जैसे ही शनिवार को पता चला कि बाल आयोग की टीम आ रही है, वह विद्यालय में बच्चों को छोड़कर फरार हो गया। जिसके बाद जिला प्रशासन आगे आया और उसने तुरंत बच्चों की शिक्षा का नुकसान नहीं हो, इसके लिए मामले में गंभीरता दिखाते हुए यहां पर पढ़ने वाले बच्चों की वैकल्पिक शिक्षा देने की व्यवस्था की।     हिन्दू बच्चों को विद्यालय प्रबंधन ने बना दिया ईसाई   मप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एससीपीसीओर) सदस्य ओंकार सिंह ने बताया कि स्कूल के रिकॉर्ड देखे हैं और एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर जांच की गई है। जो यहां शिक्षक भी रहे। उन्होंने आरोप लगाया था कि हमारे हिन्दू बच्चों को ईसाई बना दिया गया, उनका धर्म परिवर्तन करा दिया गया है। जांच में आयोग की टीम को उनके दो बच्चों के फार्म मिले हैं, जिन पर हिन्दू धर्म के स्थान पर ईसाई लिखा पाया गया।     ओंकार सिंह ने बताया कि अन्य अभिभावक भी स्वीकार कर रहे हैं कि हमारे बच्चों का यहां धर्मांतरण कराया जा रहा था। यहां से बहुत कुछ जप्त हुआ है जोकि शिक्षा विभाग को सौंप दिया गया। हम चाहेंगे शासन बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूल को अपने कब्जे में लेकर चलाए। इसके साथ ही जो दस्तावेज हमारे पास हैं, उसके आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर किए जाने की मांग हम अपने प्रतिवेदन में करेंगे।   जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा का इस विद्यालय को लेकर कहना रहा कि शुरू से हमारी निगाहों में यह है, यहां की शिकायते लगातार मिल रही थीं, जिसको देखते हुए समय-समय पर इसके ऊपर बीआरसी जेके जैन द्वारा कार्रवाई भी की गई है और अब बड़े स्तर पर यह कार्रवाई की जा रही है।     पूर्व अभिभावक विक्रांत कुशवाह ने सुनाई आपबीती एक अन्य पूर्व अभिभावक विक्रांत कुशवाह ने इस स्कूल को लेकर बताया कि उनके बच्चे यहां पढ़ते थे, उनसे कहा गया कि आपके भगवान और उनका शेर तो मांस खाता है, तुम क्यों नहीं खाते, तुम भी मांस खाया करो। देवि-देवताओं को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां की जा रही थीं। मेरे बच्चों से कहा जा रहा था कि तुम्हारे देवि-देवताओं के अनेक हाथ होते हैं, तुमने कभी ऐसा व्यक्ति देखा है जिसके अनेक हाथ हों! ऐसे ही अन्य बातों को लेकर हिन्दू धर्म का मजाक बनाया जा रहा था, जो मुझे पसंद नहीं आया और मैंने इसकी शिकायत स्कूल के प्राचार्य से की। जब देखा कि व्यवहार में कोई सुधार नहीं है, तो फिर अपने बच्चों को यहां से निकाल कर दूसरे विद्यालय में प्रवेश दिलवाया।   ऑपरेशन मर्शी इंडिया फाउण्डेशन को मतान्तरण के लिए हो रही विदेशी फंडिंग, गरीबी को बना रहे मोहरा अब बात इस गुड शेफर्ड स्कूल जैसे देशभर में 126 से अधिक विद्यालय चला रही तेलंगाना राज्य की संस्था ऑपरेशन मर्शी इंडिया फाउण्डेशन (ओएमआईएफ) की करते हैं। दरअसल, इस संस्थान के स्कूल में पढ़ाते रहे दम्पत्ति ने जो खुलासे किए हैं वह अपने आप में इस संस्थान के द्वारा देश भर में मतान्तरण कराए जाने की पोल खोल देते हैं। इन्होंने शासन के समक्ष आवेदन देकर धर्मांतरण कराए जाने का पूरा राज खोला है। जिसमें बताया गया, कैसे उन्हें पहले नौकरी देने के लिए ईसाई मत में मतान्तरित होने का लालच दिया गया, उनकी पत्नी के साथ क्या किया और जब वे नहीं माने तो उनके बच्चों को बिना उनकी अनुमति के ईसाई बनाने का प्रयास संस्था ने किया। उनके ईसाई नहीं बनने पर उनका स्थानान्तरण ही नहीं किया बल्कि कई माह का वेतन भी उन्हें नहीं दिया गया।   बच्चों को गुपचुप तरीके से ले जाते हैं चर्च   रविशंकर पुत्र स्व. दुबरीराम उम्र 47 वर्ष ने बताया कि उन पर शिक्षक रहते हुए स्कूल प्रबंधक सेरसिंह तेरंग व स्मिता मौल द्वारा पहले बच्चों के फार्म में ईसाई मत लिखे जाने के लिए के दबाव बनाया जाता रहा, फिर हम पति-पत्नि व बच्चों को चर्च जाने का दबाव बनाया जाने लगा, जिस पर हम लोगों ने आपत्ति व्यक्त की, कि हम लोग हिंदू हैं हम चर्च नहीं जा सकते हैं तब स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों का नाम काटकर हम पति-पत्नी को नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जाने लगी और कहा गया कि ईसाई बनने पर ही तुम्हारे बच्चे यहां पढ़ सकते हैं और तुम लोग नौकरी कर सकते हो नहीं तो सबको निकाल दिया जायेगा।   इस शिक्षक ने अपने खुलासे में बताया कि कैसे स्कूल प्रबंधन द्वारा पथरिया क्षेत्र के हिंदू परिवार के पढ़ने, वाले बच्चों को नैतिक शिक्षा के नाम पर ईसाई साहित्य पढ़ाया जाता है। बाल मन को बदलने का यहां मनोवैज्ञानिक प्रयास किया जा रहा है। यहां स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को चर्च में ले जाना, भीतर ही भीतर चोरी-छिपे ईसाईयत की प्रार्थनाएं कराना आम बात है। इतना ही नहीं इस गुड शेफर्ड स्कूल के प्रबंधक की पत्नि स्मिता मौल आरटीई के अभिभावकों से 1500 से 2000 रुपये भी लेती है। जब मैंने ऐसे अनेक गलत मामलों में विरोध किया तो ऑपरेशन मर्शी इंडिया फाउण्डेशन (ओएमआईएफ) द्वारा मेरा वेतन तथा ईपीएफ रोक दिया गया, सिर्फ इसलिए कि हम ईसाई मत स्वीकार कर लें।   ये लोग कराते हैं यहां बच्चों और उनके अभिभावकों का मतान्तरण रविशंकर ने बताया कि स्कूल प्रबंधन में सेर सिंह, स्मिता मोल, जगन्नाथ गंगई, सपन दलाई, अस्विनी जेना, शोभारानी इक्का, मोनो प्रभादास, तारा, गार्ड थोबन अहिरवार यहां गरीब हिन्दू परिवार जोकि आर्थिक रूप से बहुत ही लाचार हैं, उन्हें लालच देकर, अच्छे भविष्य का सपना दिखाकर ईसाई मत में मतान्तरित करने का काम कर रहे हैं। इसका कहना है कि ओएमआईएफ संस्था मुख्यतः सिकंदराबाद तेलंगाना की है, जहाँ से इनका कार्य संपूर्ण भारत में चल रहा है। इनके गुड शेफर्ड नाम से 126 स्कूल चल रहे हैं जो पूर्ण रूप से मतान्तरण के कार्य में संलग्न हैं, तथा इन्हें विदेशों से बड़ी मात्रा में फण्डिंग भी हो रही है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में अनूठा दो दिवसीय केला उत्सव मनाया जा रहा है। बुरहानपुर जिला प्रशासन के सहयोग से 20 एवं 21 फरवरी को देश के प्रसिद्ध केला वैज्ञानिक और केला उत्पादक किसान केला उत्पादन, निर्यात की संभावनाओं, केला उत्पादकों की आर्थिक समृद्धि एवं से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श होगा। यह जानकारी रविवार को जनसंपर्क अधिकारी एएस ने दी।     उन्होंने बताया कि केले की विभिन्न प्रजातियों की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण होगी। केले के प्लांटेशन, प्र-संस्करण, विभिन्न खाद्य पदार्थो का निर्माण, फसल बिक्री की व्यवस्था और भंडारण, केला निर्यात की संभावनाओं को बढ़ाने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। केला उत्पादन और रेशे से उपयोगी हस्तशिल्प कलाकृतियाँ निर्माण से जुड़ी स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से भी चर्चा होगी।     बुरहानपुर मध्यप्रदेश का एकमात्र केला उत्पादक जिला है। केले को एक जिला-एक उत्पाद योजना में शामिल किया गया है और हाल ही में बुरहानपुर को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पुरस्कार मिला है। बुरहानपुर जिले में केले का क्षेत्रफल 23 हजार 650 हेक्टेयर है और 18 हजार से ज्यादा किसान केले की फसल ले रहे हैं। सालाना उत्पादन 16 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा होता है। केले की बिक्री का व्यापार सालाना 1700 करोड़ रूपये के करीब होता है। उत्पादन के क्षेत्र में इच्छुक निवेशकों को भी आमंत्रित किया गया है।     मध्यप्रदेश ने तेजी से वैश्विक कृषि निर्यात बाजार में अपना स्थान बना लिया है। बुरहानपुर जिले से ईराक, ईरान, दुबई, बहरीन और तुर्की को सालाना 30 हजार मीट्रिक टन केले का निर्यात हो रहा है। बुरहानपुर केले की प्रसिद्धि दूर-दूर तक पहुँच गई है। केला उत्पादक किसानों की मेहनत और सरकार की मदद ने बुरहानपुर को एक नई पहचान दिलाई है।  

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शिवपुरी। शिवपुरी जिले के करैरा तहसील के ग्राम सिल्लरपुर में एक हैरत में डालने वाला नजारा देखने में आया है। यहां करैरा तहसील के ग्राम सिल्लरपुर में सैंकड़ों गायों के शव जंगल में पड़े हैं। कुछ गाएं जिंदा भी हैं। ये गौवंश शिवपुरी झांसी राजमार्ग से महज पांच सौ मीटर को दूरी पर आरक्षित वन भूमि पर पड़ा है। इतनी बड़ी संख्या मृत गाएं देखकर ग्रामवासी हैरान परेशान हैं। ये कहां से आईं, कैसे आईं किसी को कानों कान खबर नहीं लगी। ऐसी शंका जताई जा रही है की गाएं, शहरी क्षेत्र से डंपरों लाकर रात के समय यहां पटकी गई हैं। झांसी यहां से नजदीक है, इसलिए आशंका है कि ये वहीं से लाई गई हैं।   मामले में अब ग्राम सिल्लरपुर के सरपंच अरविंद लोधी का कहना है कि चार से पांच सौ गाएं मौके पर पड़ी हैं। प्रशासन को कोई चिंता नहीं की,जबकि उसे खबर दे दी गई है। ये कहां से लाई गईं कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि इन गायों के शव देखकर गांव वाले खुद हैरान हैं। वहीं, करैरा से दो किमी दूर हाईवे से ग्राम सिल्लापुर में गायों के शव की सूचना के बाद अब प्रशासन ने जांच की बात कही है। बताया जा रहा है कि मृत गायों के पेट से पॉलीथिन निकल रही हैं। इस मामले में पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ एमसी तमौरी ने कहा कि यह गायें किसी गौशाला की नहीं है फिर भी मामले की जांच कराई जा रही है।

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इंदौर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने जरूरी कार्य विस्तार करने के लिए आवश्यक रूप से आगामी दिनों में आठ दिन तक इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस को निरस्त रखने का निर्णय लिया है। मेगा ब्लॉक के चलते 19 से 26 फरवरी तक इंदौर बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस निरस्त रखी जा रही है। इस संबंध में रेलवे की ओर से बताया गया कि इंदौर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के घुनघुटी रेलवे स्टेशन पर तीसरी लाइन की कनेक्टिविटी के लिए रेलवे मेगा ब्लॉक लेगा। इस कारण इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन निरस्त की जा रही है। रेलवे जनसंपर्क का कहना यह भी है कि 18 से 25 फरवरी तक बिलासपुर-इंदौर (18234) और 19 से 26 फरवरी तक इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस को निरस्त किया गया है।   इसके अलावा, रतलाम-इंदौर वाया फतेहाबाद के बीच रेलवे क्रॉसिंग (रतलाम-इटावा माता रोड, संख्या 196) पर 17 से 19 फरवरी तक रात 11 से सुबह पांच बजे तक प्रतिदिन मरम्मत कार्य किया जाएगा। इस दौरान रेलवे क्रॉसिंग से होकर आने-जाने वाले वाहनों की आवाजाही बंद रखी जाएगी।

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भोपाल। उत्तर भारत में 17 फरवरी से फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसका असर मध्यप्रदेश में 20-21 फरवरी को देखने को मिल सकता है। दो दिन तक ग्वालियर और चंबल संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। इससे पहले, सुबह और रात में हल्की ठंड रहेगी। वहीं, सुबह हल्के से मध्यम कोहरा भी छाया रहेगा।   प्रदेश में अभी बारिश, ठंड और गर्मी का मिलाजुला असर है। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो रही है, जबकि दिन में कई शहरों में अधिकतम तापमान 29-30 डिग्री के पार पहुंच चुका है। दूसरी ओर, रात के तापमान में गिरावट हो रही है। भोपाल, गुना, बैतूल, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव, सागर, सतना, टीकमगढ़ में भी रात के तापमान में गिरावट हुई। वहीं, दिन के तापमान की बात करें तो गुरुवार को राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री रहा। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट देखने को मिली। बैतूल, गुना, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, मंडला, सिवनी, उमरिया में भी पारा 1 डिग्री तक लुढ़क गया।   गुरुवार को पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, सबसे गर्म खरगोन रहा। यहां तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 26.8 डिग्री, इंदौर में 28.2 डिग्री, ग्वालियर में 26.6 डिग्री, जबलपुर में 26.2 डिग्री और उज्जैन में 29.4 डिग्री दर्ज किया गया। सतना, नौगांव, शिवपुरी, खजुराहो, रायसेन और गुना में पारा 27 डिग्री से कम रहा। रतलाम, शाजापुर, धार, खंडवा, मंडला और खरगोन में अधिकतम तापमान 29 डिग्री के पार पहुंच गया।   प्रदेश के अधिकांश जिलों में इन दिनों कोहरा छा रहा है। शुक्रवार सुबह चंबल, रीवा और सागर संभाग के साथ भोपाल, विदिशा, रायसेन, ग्वालियर, दतिया, कटनी और जबलपुर में हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहा। यहां विजिबिलिटी 200 से 800 मीटर तक रही। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि सेंट्रल छत्तीसगढ़ के ऊपर साइकोनिक सर्कुलेशन बना है। वहीं, ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश में नमी आ रही है। अगले 24 घंटे में अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी में हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद मौसम खुल जाएगा और रात के टेम्प्रेचर में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 20-21 फरवरी को ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश होने का अनुमान है।

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मुरैना। राष्ट्रीय चम्बल घडिय़ाल अभ्यारण्य में विलुप्त प्राय: जलीय जीव एवं प्रवासी पक्षियों की गणना का कार्य गुरुवार से शुरू हो गया है। ग्वालियर चम्बल संभाग के मुख्य वन संरक्षक द्वारा गणना दल को नदी के पाली घाट से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। यह दल श्योपुर जिले के बरोली घाट पर शुक्रवार, 16 फरवरी की शाम पहुंच जायेगा। इस दल में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान के जलीय जीव एवं पक्षी विशेषज्ञ सहित रिसर्च स्कॉलर्स को भी शामिल किया गया है।   आगामी 15 दिवस के दौरान उत्तरप्रदेश के पचनदा तक जलीय जीव व पक्षियों की गणना दल द्वारा की जायेगी। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 435 किलोमीटर के इस क्षेत्र में विलुप्त प्राय: जलीय जीव घडिय़ाल, रिबर डाल्फिन, विभिन्न प्रकार के कछुओं सहित डेढ़ सैकड़ा से अधिक आने वाले पक्षियों एवं मगर की भी गणना की जायेगी।   वन विभाग द्वारा चम्बल नदी में जलीय जीव व पक्षियों की गणना का कार्य किया जा रहा है। वन विभाग द्वारा इस बार गणना में उत्तर प्रदेश व राजस्थान को भी शामिल किया गया है। जिससे तीनों राज्यों में राष्ट्रीय चम्बल घडिय़ाल अभ्यारण्य विलुप्त प्राय: जलीय जीव घडिय़ाल, रिबर डाल्फिन, कछुए एवं प्रवासी पक्षियों की वास्तविक स्थिति पता चल सके। इस गणना दल में वन विभाग मध्यप्रदेश विभाग की ओर से भूरा गायकवाड़ राष्ट्रीय चंबल अभ्याहरणय अधीक्षक, ज्योति डण्डौतिया देवरी हेचरी प्रभारी, वन विभाग राजस्थान के सदस्य एवं ओमकार बीएनएचएस, तरुण नायर डबलू सि टी और विकास वर्मा, सुभाष जी डब्लू आई आई के सदस्य आदि सम्मिलित है।   विदित हो कि वर्ष 1975 से लेकर 1977 तक हुये विश्वव्यापी सर्वे के दौरान 196 भारतीय प्रजाती के घडिय़ाल सम्पूर्ण विश्व में पाये गये थे। इनमें चम्बल नदी में ही 46 घडिय़ाल पाये जाने के बाद चम्बल नदी के 435 किलोमीटर क्षेत्र को राष्ट्रीय चम्बल घडिय़ाल अभ्यारण्य घोषित कर दिया गया। इसमें से रेत व मिट्टी का उत्खनन व परिवहन प्रतिबंधित कर दिया गया। प्रतिवर्ष की तरह विगत वर्ष हुये सर्वे के दौरान घडिय़ालों की संख्या 2100 से अधिक पाई गई। इस बार नदी में लगभग 50 नये घडिय़ाल और छोड़े गये हैं। इससे आंकलन किया जा रहा है कि इस वर्ष घडिय़ालों की संख्या और बढऩी चाहिए। एक मादा घडिय़ाल वर्ष में एक बार न्यूनतम 25 अधिकतम 55 अण्डे तक देती है।   प्राकृतिक वातावरण में घडिय़ाल की जीवन दर मात्र 2 फीसदी होने के कारण उनके संरक्षण व संवद्र्धन हेतु देवरी पर घडिय़ाल केन्द्र स्थापित किया गया है। जिसमें नदी के विभिन्न घाटों से प्रतिवर्ष 200 अण्डे लाकर निर्धारित समय पर हेचिंग होने के बाद बच्चों को 3 वर्ष तक पूर्ण सुरक्षा में रखा जाता है। इनकी लम्बाई एक मीटर बीस सेन्टीमीटर होने के बाद उन्हें चम्बल नदी के विभिन्न घाटों पर विचरण के लिये छोड़ दिया जाता है। इस वर्ष इनकी गणना के बाद यह पता चल सकेगा कि चम्बल नदी में घडिय़ालों की संख्या कितनी बढ़ी है।

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नर्मदापुरम। जिले में पूर्व वर्षों की तरह इस साल भी भव्य और पूर्ण भक्तिभाव से दो दिवसीय मां नर्मदा जयंती महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी औपचारिक शुरुआत सेठानी घाट पर आज (गुरुवार को) मंगलाचरण से होगी। नर्मदा जयंती का मुख्य कार्यक्रम शुक्रवार, 16 फरवरी की संध्या को जिले के पावन सेठानी घाट पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।     जनसम्पर्क अधिकारी रोमित उईके ने बताया कि नर्मदा जयंती महोत्सव के शुभारंभ के पश्चात प्रात: 10 बजे से दोपहर एक बजे तक रेगाली, मेंहदी, चित्रकला प्रतियोगिताएं तिलक भवन एवं सेठानीघाट पर आयोजित होंगी। इन प्रतियोगिताओं में कॉलेज, शालेय छात्र एवं छात्राओं द्वारा सहभागिता निभाई जाएगी। सायं 7 बजे माँ नर्मदा की महाआरती की जाएगी। रात्रि 8 बजे से सेठानीघाट पर ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।   उन्होंने बताया कि माँ नर्मदा जयंती महोत्सव का भव्य आयोजन 16 फरवरी को होगा। प्रात: 9.30 बजे माँ नर्मदा जन्मोत्सव और दोपहर तीन बजे से मोरछली चौक से कलश यात्रा निकाली जाएगी। सांय 5 बजे से रात्रि 8.30 बजे तक जलमंच से मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल होंगे। इसके बाद रात्रि 8.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।

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भोपाल। प्रदेश में सरकारी स्कूलों में मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं बोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए नि:शुल्क ई-स्कूटी देने की योजना शुरू की गई है। योजना के माध्यम से विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है।   जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने बुधवार को बताया कि पिछले शैक्षणिक सत्र 2022-23 में इस योजना का लाभ प्रदेश के 7 हजार 800 विद्यार्थियों को दिया गया। इन विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ई-स्कूटी प्रदान की गई। पुरस्कृत विद्यार्थियों ने नियमित परीक्षार्थी के रूप में अपनी शाला में कक्षा 12वीं की परीक्षा में समस्त संकाय में सर्वाधिक अंक प्राप्त किये हैं। योजना में लाभ प्राप्त करने वाले चयनित विद्यार्थी को नि:शुल्क ई-स्कूटी के लिए अधिकतम 90 हजार रूपये की राशि प्रदान की गई है।   2.50 लाख विद्यार्थियों को दिलाई गई व्यवसायिक शिक्षा स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा देने के लिए व्यवसायिक शिक्षा देने की योजना शुरू की है। पिछले शिक्षा सत्र में प्रदेश ने 1540 स्कूल में 12 ट्रेड्स में करीब 2 लाख 56 हजार विद्यार्थियों को व्यवसायिक शिक्षा दिलाई गई। विद्यार्थियों को एग्रीकल्चर, अपेरल, ऑटोमोटिव, ब्यूटी एण्ड वेलनेस, बैकिंग एण्ड फायनेंस सर्विसेस, इलेक्ट्रिकल्स एण्ड हार्डवेयर, मीडिया एण्ड एंटरटेनमेंट, आईटी विद्या में नि:शुल्क व्यवसायिक प्रशिक्षण दिलाया गया ।

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रायसेन। भारत सरकार द्वारा सांची में बौद्ध स्तूप परिसर में स्थित मंदिर में रखे भगवान बुद्ध के शिष्यों अर्हन्त सारिपुत्र और अर्हंत महामोगल्यान के पवित्र अवशेषों (अस्थियों) को दर्शनार्थ हेतु बैंकाक, थाईलैंड और कंबोडिया विहार ले जाने की अनुमति दी गई है। जिसके उपरांत भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और मप्र शासन के संस्कृति विभाग के निर्देशानुसार सांची में बौद्ध स्तूप परिसर में स्थित चैतियगिरी विहार मंदिर में रखे भगवान बुद्ध के शिष्यों अर्हन्त सारिपुत्र और अर्हंत महामोगल्यान के पवित्र अवशेषों को बुधवार को महाबोधी सोसायटी श्रीलंका के प्रमुख वानगल उपतिस्स नायक थेरो की उपस्थिति में कलेक्टर अरविंद दुबे ने भारत सरकार द्वारा अधिकृत तथा राष्ट्रीय संग्रहालय के प्रतिनिधि डीजे प्रदीप को सुरक्षित तरीके से सौंपा गया।   भोपाल से पवित्र अवशेषों को हवाई जहाज के माध्यम से दिल्ली और फिर वहां से बैंकाक, थाईलैंड और कंबोडिया विहार दर्शनार्थ हेतु ले जाया जाएगा। यह पवित्र अवशेष वहां 22 फरवरी से 18 मार्च तक दर्शनार्थ हेतु रहेंगे और इसके उपरांत पुनः वापस भारत लाए जाएंगे।   शासन के निर्देशानुसार महाबोधी सोसायटी श्रीलंका के अध्यक्ष वानगल उपतित्स्स की उपस्थिति में कलेक्टर अरविंद दुबे द्वारा द्वारा शिष्य अर्हन्त सारिपुत्र और अर्हंत महामोगल्यान के पवित्र अवशेषों को राष्ट्रीय संग्रहालय के प्रतिनिधि डीजे प्रदीप को सुरक्षित तरीके से पूर्ण प्रक्रिया का अभिलेखीकरण, वीडियोग्राफी तथा पंचनामा तैयार कर सौंपा गया। इस अवसर पर आईबीसी के डायरेक्टर विजयेंद्र थापा, पुलिस अधीक्षक विकास शहवाल भी साथ रहे।   पवित्र अवशेषों को सर्वप्रथम सांची में बौद्ध स्तूप परिसर स्थित चैतियगिरी विहार में स्थित तहखाने से विधिवत पूजा-अर्चना कर मंदिर में लाया गया। इसके उपरांत यहां भी पवित्र अवशेषों की पूजा-अर्चना करने के उपरांत कलेक्टर दुबे द्वारा महाबोधी सोसायटी श्रीलंका के प्रमुख वानगल उपतिस्स नायक थेरो की उपस्थिति में राष्ट्रीय संग्रहालय के प्रतिनिधि डीजे प्रदीप को सौंपा गया। पवित्र अवशेषों को मंदिर के बाहर लाते समय गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इसके पश्चात पवित्र अस्थियों को लेकर महाबोधी सोसायटी श्रीलंका के प्रमुख वानगल उपतिस्स नायक थेरो, राष्ट्रीय संग्रहालय के प्रतिनिधि डीजे प्रदीप तथा आईबीसी के डायरेक्टर विजयेन्द्र थापा वाहन से पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ भोपाल के लिए रवाना हुए।

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भोपाल। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार को वसंत पंचमी के अवसर पर बाबा महाकाल का मां सरस्वती के रूप में श्रृंगार किया गया है। भस्मारती में भगवान को पीले द्रव्य से स्नान कराया गया। पीले चंदन से आकर्षक श्रृंगार कर सरसों और गेंदे के पीले फूल अर्पित किए गए। विशेष आरती कर फिर पीले रंग की मिठाई का महाभोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु ने बाबा महाकाल के मां सरस्वती स्वरूप का आशीर्वाद लिया।   परम्परा के अनुसार बुधवार तड़के चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारियों ने दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का पूजन कर अभिषेक किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद सरसों के फूल और पीले वस्त्र अर्पित कर मां सरस्वती के रूप में बाबा महाकाल का श्रृंगार किया गया। मावा, सूखा मेवा और ड्रायफ्रूट अर्पित करने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई। सरसों के पुष्प अर्पित कर फल और मिष्ठान से बाबा महाकाल का भोग लगाया गया।     मंदिर के पुजारी महेश गुरु ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को देवी मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस मनाया जाता है। ग्रंथों के अनुसार इस दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थीं, तब देवताओं ने देवी स्तुति की। स्तुति से वेदों की ऋचाएं बनीं और उनसे वसंत राग। इसलिए इस दिन को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। महाकालेश्वर मंदिर से आज से फाग उत्सव की शुरुआत हो गई है, जो होली तक चलेगा।   उन्होंने बताया कि बसंत पंचमी पर्व पर आज से होली की शुरुआत मानी जाती है। भगवान को प्रतिदिन गुलाल चढ़ाया जाएगा। ऐसा होली तक होगा। पुजारी महेश गुरु ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में साल में तीन बार गुलाल आरती होती है, यानी आरती में गुलाल उड़ाया जाता है। सबसे पहले वसंत पंचमी पर्व पर संध्या कालीन आरती में गुलाल उड़ाकर वसंत ऋतु का अभिनंदन होता है। इसके बाद होली और रंग पंचमी पर्व पर भगवान और भक्तों के बीच गुलाल उड़ाया जाता है। भक्त और भगवान के बीच गुलाल उड़ाने की इस परंपरा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।  

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भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में छात्र-छात्राओं में वन, वन्यप्राणियों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा प्रकृति संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने की दृष्टि से भोपाल शहर एवं उसके आस-पास के ग्रामों के शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिये एक दिवसीय नेचर कैम्प आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस आवासीय वालिका छात्रावास दीपशिखा स्कूल टी.टी. नगर भोपाल के 50 छात्रों एवं 02 शिक्षकों ने उक्त नेचर कैम्प में भाग लिया।     कार्यक्रम में स्रोत व्यक्ति रूप में भोपाल बर्ड्स से भो, खालिक उपस्थित रहे। विषय विशेषज्ञ द्वारा प्रतिभागियों को पक्षी दर्शन, तितली, कन्यप्राणी दर्शन, स्थल पर विद्यमान वानिकी गतिविधियों की जानकारी, वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण से संबधित रोचक गतिविधियों कराई गई एवं जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। वन विहार के विभिन्न स्थलों पर विद्यमान वानिकी गतिविधियों की जानकारी, वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण से संबंधित जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। इसके अतिरिक्त बाघ, तेंदुआ, भालू, मगर, घड़ियाल, चीतल, सांभर, नीलगाय आदि वन्यप्राणियों का भी अवलोकन किया। इस दौरान एस. के. सिन्हा, सहायक संचालक वन विहार, रविकांत जैन इकाई प्रभारी पर्यटन एवं विजयबाबू नंदवंशी बायोलॉजिस्ट तथा अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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भोपाल। प्रदेश के कई जिलों में आज भी हल्की बारिश का अलर्ट है। सागर, रीवा और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने के बाद फिर से उत्तरी हवाएं प्रदेश में आने लगेंगी। इससे प्रदेश में बुधवार से तेज ठंड का दौर फिर शुरू हो जाएगा।   प्रदेश के पन्ना जिले में सोमवार रात तेज बारिश हुई। करीब 250 ग्राम वजन तक के ओले भी गिरे, जिससे खेतों में खड़ी रबी की फसलें चौपट हो गईं। आज भी रुक-रुककर ओले गिर रहे हैं। अजयगढ़ तहसील के धर्मपुर क्षेत्र के देवलपुर सहित आधा दर्जन गांवों में मौसम ऐसा ही है। तहसीलदार का कहना है कि नुकसान के आकलन के लिए राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच रही है। वहीं, मंगलवार सुबह ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के 16 शहरों में कोहरा और धुंध छाई रही। इससे पहले रविवार को मलाजखंड, उमरिया, सिवनी, मंडला, जबलपुर, छिंदवाड़ा, पमचढ़ी में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई, जबकि भोपाल समेत कई शहरों में बादल छाए रहे। शाम को राजधानी भोपाल में धुंध भी छा गई।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दक्षिणी गुजरात के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और ट्रफ लाइन गुजर रही है। इन दोनों की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। सिस्टम गुजरने के बाद उत्तरी हवाएं चलने लगेंगी। इससे प्रदेश में बादल छंट जाएंगे और ठंड का असर एक बार फिर बढ़ जाएगा।

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उज्जैन। किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए कर्नाटक एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे किसानों को सोमवार को भोपाल में हिरासत में लिए गए 75 से अधिक किसानों को भोपाल पुलिस ने महाकाल दर्शन कराने का हवाला देकर मंगलवार सुबह भोपाल-उज्जैन ट्रेन से उज्जैन भेज दिया। उज्जैन पुलिस और जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर सभी किसानों को अभिरक्षा में लिया। कुछ देर बाद पुलिस वाहन में सभी को रामघाट और महाकाल दर्शन के लिए रवाना किया गया।   बताया जाता है कि कर्नाटक के किसान कर्नाटका एक्सप्रेस से किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रहे थे। सोमवार सुबह 4 बजे भोपाल पुलिस ने किसानों को भोपाल में उतार लिया और हिरासत में ले लिया। इन किसानों को भोपाल के अशोका गार्डन इलाके के मनभा मैरिज गार्डन में ठहराया गया था। इनमें 25 महिलाएं भी हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें जबरदस्ती ट्रेन से उतार लिया गया। वापस कर्नाटक जाने के लिए कहा गया। धारवाड़ (कर्नाटक) के किसान नेता परशुराम ने बताया, हम दिल्ली जा रहे थे। भोपाल पुलिस ने सोमवार तड़के ट्रेन से उतार लिया। आज हम लोगों को ट्रेन में बैठाकर उज्जैन ले आए।   सुरक्षा के साथ भोजन, दर्शन के प्रबंध भोपाल पुलिस मुख्यालय से दिशा-निर्देश के बाद उज्जैन पुलिस रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के साथ अलर्ट पर थी। सीएसपी दीपिका शिंदे ने बताया कि सभी किसानों को पुलिस सुरक्षा में रखा गया है। मुख्यालय के निर्देशानुसार सभी को पुलिस वाहन में पहले रामघाट ले जाया गया है। इसके बाद महाकाल दर्शन के लिए जाएंगे। इधर गिरफ्तार किसानों के भोपाल से उज्जैन आने की सुचना के बाद उज्जैन कांग्रेस के कई नेता भी रेलवे स्टेशन पहुंच गए। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को किसानों से नहीं मिलने दिया। सीएसपी दीपिका शिंदे ने बताया कि शाम तक सभी किसानों को भोपाल या मुख्यालय के निर्देश अनुसार गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा।

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भोपाल। उमंग उल्लास व सरस्वती पूजन का पर्व वसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाया जाएगा। इस बार बसंत पंचमी पर शुभ योग की साक्षी रहेगी। धर्म शास्त्र के अनुसार शुभ योग के स्वामी भगवान श्री गणेश हैं। इस योग में सुख सौभाग्य तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए विशेष अनुष्ठान किए जा सकते हैं। इस योग में मां सरस्वती का पूजन भी शुभ फलदायी माना गया है।   विशेष बात यह है कि बसंत पंचमी पर रवि योग भी रहेगा यह योग स्वर्ण की खरीदी तथा नवीन प्रतिष्ठान के शुभारंभ के लिए विशेष माना गया है। इन विशिष्ट योग में विवाह आदि मांगलिक कार्य भी शुभ फलदायी माने गए हैं।     इस बार बसंत पंचमी बुधवार के दिन   प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी ने सोमवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस बार बसंत पंचमी बुधवार के दिन रेवती नक्षत्र, शुभ योग तथा मीन राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है। शुभ योग को भगवान श्री गणेश का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है। इसलिए इस योग में किए गए कार्य रिद्धि सिद्धि के साथ शुभ लाभ प्रदान करने वाले माने गए हैं।     कार्य की सफलता 5 गुना शुभ फलदायी   उन्होंने बताया कि रेवती नक्षत्र पंचक का अन्तिम नक्षत्र है। इस दृष्टि से उतरते नक्षत्र में किए गए कार्य की सफलता 5 गुना शुभ फलदायी मानी जाती है। ऐसे शुभ लक्षणों से युक्त बसंत पंचमी पर माता सरस्वती की पूजा, नवीन प्रतिष्ठानों का शुभारंभ, गृह प्रवेश, गृह आरंभ तथा विवाह आदि मांगलिक कार्य करना शुभ माना गया है।     विद्या आरंभ के लिए सर्वोत्तम दिन   डॉ. तिवारी ने बताया कि बसंत पंचमी ज्ञान की देवी माता सरस्वती के प्राकट्य का दिन है। इस दिन बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार कराया जाता है। मान्यता है इस दिन ली गई दीक्षा और प्राप्त की गई शिक्षा जीवन पर्यंत शुभ बुद्धि के रूप में विराजमान रहती है। इसलिए विद्या आरंभ व पूजन की परंपरा शास्त्रों में भी बताई गई है।     दिनभर करें स्वर्ण व वाहनों की खरीदी भारतीय ज्योतिष शास्त्र में योग संयोग का बड़ा महत्व है। इस बार बसंत पंचमी पर रवि योग का संयोग रहेगा। रवि योग के संबंध में कहा जाता है कि इस दिन किसी नए कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्ति का योग प्रबल हो जाता है। इसलिए इस योग में नए कल कारखाने की शुरुआत, नई दुकान का शुभारंभ, दो व चार पहिया वाहनों की खरीदी तथा सोना खरीदना विशेष माना गया है। स्वर्ण से बने आभूषण व सोने के सिक्के भी इस दिन खरीदने का विशेष महत्व है।

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सीहोर/भोपाल। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के रहने वाले भारतीय सेना में सूबेदार अनिल वर्मा की सोमवार को उनके गृह ग्राम लसुड़िया परिहार में पूरे सैनिक सम्मान के साथ अन्त्येष्टि कर दी गई। इस मौके पर भारतीय सेना के जवानों ने गॉड ऑफ ऑनर दिया। इससे पहले गांव में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें जनसैलाब उमड़ पड़ा। हजारों लोगों ने नम आंखों से बलिदानी को अंतिम विदाई दी। अंतिम यात्रा में मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री करण सिंह वर्मा शामिल हुए। अनिल वर्मा का 10 फरवरी 2024 को लेह में कर्तव्य निर्वहन के दौरान निधन हो गया था। उनके निधन की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उनका पार्थिव शरीर इंडिगो फ्लाइट से भोपाल पहुंचा और सुबह करीब 7:00 बजे पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सीहोर के लसूड़िया परिहार के लिए रवाना किया गया। लसूड़िया परिहार और आस-पास के गावों के सैकड़ों लोग उनके अंतिम दर्शन पाने के लिए अलसुबह से गांव पहुंच गए थे। इसके बाद पैतृक निवास से अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसके बाद उनका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। इस मौके पर हजारों लोग मौजूद रहे।   प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने उनके गृह ग्राम लसूड़िया परिहार पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर प्रवीण सिंह, एसपी मयंक अवस्थी सहित अनेक सेना एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि अपने कर्तव्य को निभाते हुए अनिल वर्मा ने अपने प्राण त्याग दिए। भारत माता के ऐसे वीर सपूतों के कारण ही हम सभी और पूरा देश सुरक्षित है। मंत्री वर्मा ने कहा कि वीर सपूत अनिल वर्मा के माता-पिता को भी प्रणाम करता हूं। मंत्री ने प्रदेश सरकार की ओर से 11 लाख रुपये तथा स्वयं अपनी ओर से पांच लाख रुपये वीर सपूत वर्मा के परिजनों को प्रदान करने के साथ ही उनकी स्मृति में ग्राम वासियों से चर्चा कर भव्य स्मारक बनाने की बात कही। ग्राम लसूड़िया परिहार के सरपंच के अनुसार, अनिल वर्मा लसूड़िया परिहार गांव के पहले सैनिक थे, जो सेना में चयनित हुए थे। उनके दो बच्चे हैं, जिसमें 18 साल का बेटा और 14 साल की बेटी है। अनिल वर्मा 25 साल से सेना में अपनी सेवा दे रहे थे। उनकी मौत की सूचना से पूरे गांव में शोक है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आज भी ओले गिरने और बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार जबलपुर, शहडोल, सिवनी, मंडला और अनूपपुर में ओले गिर सकते हैं। वहीं, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, सिंगरौली में गरज - चमक के साथ बारिश हो सकती है। रायसेन, बैतूल, दमोह में हल्की बूंदाबांदी होने का अनुमान है।   मौजूदा सिस्टम की वजह से मध्यप्रदेश और विशेषकर पूर्वी हिस्से में आंधी, बारिश, ओले और ठंडी हवाओं का दौर चल रहा है। इसके चलते मौसम वैज्ञानिकों ने लगातार दूसरे दिन प्रदेश में ओले-बारिश की संभावना व्यक्त की है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि दक्षिणी गुजरात के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और ट्रफ लाइन गुजर रही है। ये दोनों सिस्टम अभी भी सक्रिय हैं। दक्षिणी-पूर्वी हवाएं प्रदेश में बारिश ला रही हैं। इससे कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार 13 फरवरी को भी सागर, रीवा और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।   इधर, वर्तमान सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश में सर्दी एक बार फिर लौट आई है। दिन के समय भी ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे पारा लुढ़क रहा है। रविवार की रात दतिया में सबसे ठंडी रही। यहां न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री दर्ज हुआ। पचमढ़ी में यह 13.8 डिग्री रहा। राजगढ़ में 9.2, नौगांव में 9.2, गुना में 9.6 तथा धार में 9.8 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा में रविवार की रात सबसे गर्म रही, यहां न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री दर्ज किया गया।

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सतना। बसंत पंचमी के अवसर पर जिले के रामपुर बघेलान विकासखंड के रामवन में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले पांच दिवसीय बसंतोत्सव मेले की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। ग्राम पंचायत मतहा में आयोजित होने वाले इस मेले की व्यवस्थाओं के लिये अनुविभागीय अधिकारी आरएन खरे ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं आयोजकगणों को जिम्मेदारी सौंपी है।     जनसम्पर्क अधिकारी राजेश सिंह ने रविवार को बताया कि जिले के प्रसिद्ध स्थल रामवन में बसंत पंचमी का पांच दिवसीय मेला 14 फरवरी से प्रारंभ होगा और 18 फरवरी तक चलेगा। पांच दिवसीय ग्रामीण क्षेत्र के इस बहुप्रतीक्षित मेले में दूर-दराज के व्यापारीगण रामवन आकर अपनी दुकानें और स्टाल लगाते हैं। अब तक लगभग 550 व्यापारी, दुकानदारों ने अपने स्टाल बुक किये हैं। इसके अलावा मेले की रौनक बढ़ाने मनोरंजन के विविध आइटम, झूले, सर्कस, खेल-तमाशे के प्रदर्शन स्टाल सजने शुरू हो गये हैं।   ग्राम पंचायत मतहा की सरपंच मनीषा अनंत प्रताप सिंह ने बताया कि गत वर्षों की तरह ग्रामीण मेले में कबड्डी की स्पर्धा का भी आयोजन किया जाएगा। कबड्डी स्पर्धा निःशुल्क रहेगी तथा पहले आओ-पहले पाओ आधार पर कबड्डी टीमों का पंजीयन किया जाएगा। बसंत मेला आयोजन समिति ने कबड्डी स्पर्धा के विधिवत संचालन के लिये जिला खेल अधिकारी सतना को शामिल कर क्रीडा समिति बनाई है। कबड्डी की विजेता टीम को 11 हजार रुपये नकद, उप विजेता टीम को 5100 रुपये नकद और खिलाड़ियों को पारितोषिक भी प्रदान किये जाएंगे।     पांच दिवसीय बसंतोत्सव मेले में विधायक विक्रम सिंह के प्रयास से संस्कृति विभाग के लोक कलाकारों को प्रस्तुतियों के लिये आमंत्रित किया जा रहा है।

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राजगढ़। माचलपुर थाना पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर आवास काॅलोनी स्थित महेश अग्रवाल के गोदाम से बिना लाइसेंस के अलग-अलग प्रकार के पटाखा जब्त किए, जिसकी कीमत 80 हजार रुपए बताई गई है। पुलिस ने शुक्रवार को गोदाम संचालक के खिलाफ विष्फोटक अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु की। एएसआई राधेश्याम ठाकुर के अनुसार मुखबिर की सूचना पर बीती रात वार्ड क्रमांक 15 आवास काॅलोनी स्थित गोदाम से बिना लाइसेंस के अलग-अलग प्रकार के पटाखा जब्त किए गए, जिसकी कीमत 80 हजार रुपए है। पुलिस ने गोदाम संचालक महेश(30) पुत्र विष्णू अग्रवाल बड़ाबाजार माचलपुर के खिलाफ धारा 285, 5, 9(बी) 1(बी) विष्फोटक अधिनियम 1884 के तहत प्रकरण दर्ज कर पूछताछ शुरु की।

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भिण्ड। संस्कृति संचालनालय द्वारा जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद एवं जिला प्रशासन के सहयोग से 11 फरवरी से भिण्ड जिले के विकासखण्ड अटेर में दो दिवसीय अटेर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतिष्ठित समारोह के अन्तर्गत सुगम संगीत, लीला नाट्य, नृत्य नाटिका सहित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार को जनसम्पर्क अधिकारी अरुण राठौर ने दी।     उन्होंने बताया कि पारम्परिक कलाओं का उत्सव अटेर महोत्सव 11 एवं 12 फरवरी 2024 को सायं 06:30 बजे से अटेर किला परिसर भिण्ड में आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत 11 फरवरी 2024 को उज्जैन के सतीश दवे एवं ग्रुप ( 35 सदस्य) द्वारा हनुमान लीला नाट्य, उज्जैन के प्रतिष्ठित पार्श्व गायक जॉली मुखर्जी एवं ग्रुप (10- सदस्य) द्वारा सुगम संगीत की प्रस्तुति आयोजित होगी। इसी प्रकार 12 फरवरी 2024 को उड़ीसा की रोजलीन सुंदराय एवं ग्रुप (10-सदस्य) द्वारा श्रीराम केन्द्रित नृत्यनाटिका, जबलपुर की लक्ष्मी दुबे एवं ग्रुप (10-सदस्य ) द्वारा भजन गायन प्रस्तुत किया जायेगा।   उन्होंने बताया कि अटेर महोत्सव के दौरान चम्बल नदी किनारे रेत पर खेल गतिविधियां जैसे कुश्ती, कब्बड्डी, बॉलीबाल, दौड़, एवं अन्य खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। उन्होंने जिले के समस्त नागरिकों से अनुरोध किया है कि अटेर महोत्सव में आप अपने परिजन समस्त पधार कर महोत्सव का आनंद उठाएं।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में माघ कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर शुक्रवार तड़के बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई। सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से जलाभिषेक किया। इसके बाद भांग और मेवे से उनका विशेष श्रृंगार किया गया। अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ लिया। इस दौरान बाबा महाकाल की जय-जयकार से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि माघी अमावस्या पर कपूर आरती के बाद भगवान महाकाल के मस्तक पर आकर्षक मुकुट अर्पित कर उनका भांग, मावे और आभूषण से श्रृंगार किया गया। श्रृंगार पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढंक कर भस्म रमाई गई। भस्म अर्पित करने के बाद बाबा महाकाल को रजत मुकुट, रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगन्धित पुष्पों से बनी माला अर्पित की गई। जिसके बाद फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। सुबह भस्म आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल के जयकारे भी लगा रहे थे। पूरा मंदिर बाबा की जयकारे से गुंजायमान हो रहा था। मान्यता है कि भस्म अर्पित के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं। इंसान इसी मिट्टी से मिलकर बना है और एक दिन इसी मिट्टी में मिल जाता है, लेकिन भस्म के जरिए वह भगवान शिव से हमेशा जुड़ा रहता है। इस आरती में शामिल होने के लिए लोग दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।

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भोपाल। देश की समृद्ध संस्कृति और विरासत के उत्सव का उजास 20 फरवरी से खजुराहो नृत्य महोत्सव के रूप में होने जा रहा है। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो की धरती एक बार फिर शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुतियों से गुंजायमान होगी। बुंदेलों की धरती पर देशभर से पधारने वाले प्रतिष्ठित लोक नर्तक अपनी घुंघरुओं की झंकार और कदमताल से छटा विखरेंगे। यह जानकारी गुरुवार को प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी ने दी। उन्होंने बताया कि खजुराहो नृत्य महोत्सव 1975 में शुरू हुआ और इस वर्ष यह अपना स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा है। इस उपलब्धि को खास एवं यादगार बनाने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा कथक-कुंभ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रथम दिवस 20 फरवरी, 2024 को कथक नृत्य के 1500 से 2000 कलाकारों द्वारा सामूहिक नृत्य ‘‘कथक-कुंभ’’ प्रस्तुत कर ‘‘विश्व रिकॉर्ड’’ स्थापित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। संस्कृति विभाग द्वारा उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद्, भोपाल के माध्यम से खजुराहो में प्रतिवर्ष खजुराहो नृत्य समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग एवं पुरातत्व विभाग की सहभागिता से किया जाता है। पश्चिमी मंदिर समूह परिसर के अंदर चंदेलकालीन कंदारिया महादेव मंदिर तथा देवी जगदंबा मंदिर के मध्य विशाल मुक्ताकाशी मंच पर यह उत्सव 26 फरवरी तक आयोजित होगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि ‘खजुराहो नृत्य समारोह को शुरू करने का उद्देश्य शास्त्रीय नृत्यों का संरक्षण ही नहीं अपितु इसके इतर शास्त्रीय नृत्य द्वारा कला की सर्वोत्तम अनुभूति कला रसिकों को करवाने एवं इससे जुड़े सभी कलाकारों को प्रोत्साहित करना है। विश्व रिकॉर्ड के अलावा महोत्सव में पहली बार लयशाला का आयोजन होगा। इसमें भारतीय नृत्य शैलियों के अपनी विधा के श्रेष्ठ गुरुओं के साथ शिष्यों का संगम और कार्यशालाएं होंगी’। उन्होंने कहा कि यह देश का अत्यंत ख्यातिलब्ध समारोह है और इसमें अब तक भारत की सभी प्रमुख शास्त्रीय नृत्य शैलियों के कलाकार अपनी नृत्यों की प्रस्तुतियां दे चुके हैं। इस वर्ष भी देश के ख्यातिलब्ध प्रतिष्ठित कलाकार शिरकत कर रहे हैं। खजुराहो नृत्य समारोह में अब तक भारत की सभी प्रमुख शास्त्रीय नृत्य शैलियों जैसे भरतनाट्यम, ओडिसी, कथक, मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी, कथकली, यक्षगान, मणिपुरी आदि के युवा और वरिष्ठ कलाकार अपनी कला की आभा बिखेर चुके हैं। मप्र टूरिज्म की ओर से मिलेगी सैलानियों को रोमांच की सौगात प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि महोत्सव के दौरान खजुराहो में देश-विदेश से पहुंचने वाले सैलानियों को विभिन्न गतिविधियां रोमांचित करेंगी। म.प्र. टूरिज्म बोर्ड द्वारा विभिन्न रोमांचक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। सैलानियों को रोमांचित करने के लिए स्काई डाईविंग (20-25 फरवरी 2024), कैम्पिंग, ट्रेल जॉय राइड, वाटर एडवेंचर, स्पीड बोट, बनाना राईड, शिकारा बाईड, ऱॉफ्टिंग, विलेज टूर, ई-बाइक टूर, रानेह फॉल टूर, दतला पहाड़, सेगवे टूर, खजुराहो नाईट टूर, फॉर्म टूर जैसी गतिविधियां आयोजित होंगी। मध्य प्रदेश रूपंकर कला पुरस्कार/प्रदर्शनी एवं अलंकरण   उन्होंने बताया कि समारोह के शुभारम्भ अवसर पर मध्यप्रदेश रूपंकर कला पुरस्कार/प्रदर्शनी एवं अलंकरण होगा। इसमें राज्य शासन द्वारा प्रदेश के विख्यात रूपंकर कलाकारों के नाम से स्थापित 10 राज्य स्तरीय पुरस्कार चयनित कलाकारों को प्रदान किये जाएंगे। अलंकृत कलाकारों को पुरस्कार स्वरूप सम्मान राशि प्रदान करते हुए प्रशंसा पत्र, शॉल व श्रीफल से सम्मानित किया जाएगा। महोत्सव के दौरान होंगी विभिन्न गतिविधियां नेपथ्य- भारतीय नृत्य शैलियों का सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कलायात्राः प्रदर्शनी के अन्तर्गत शास्त्रीय, लोक और जनजातीय नृत्य रूपाकारों के परिधान, आभूषण, अलंकरण, साहित्य और संगीत वाद्यों के साथ-साथ चित्र शैलियाँ एवं पर्व-त्योहार अर्थात् समग्रता में कला और संस्कृति को प्रदर्शित किया जाता है। कलावार्ता- कलाकार और कलाविदों का संवादः संस्कृति के विभिन्न अनुशासनों के कला-मर्मज्ञों एवं कलाकारों के बीच संस्कृति संवाद के साथ ही विभिन्न कलारूपों के प्रतिनिधि, प्रस्तुतिकार, कला समीक्षक, कला-मर्मज्ञ एवं विद्वतजन भारतीय कलाओं और उनमें निहित दर्शन पर श्रोताओं से गम्भीर विमर्श करते हैं। हुनर- देशज ज्ञान एवं कला परम्परा का मेलाः भारत में सौन्दर्यबोध समाज के सभी वर्गों की परम्परा के अनुरूप रूपाकारों/कलाकारों द्वारा निर्मित मिट्टी शिल्प, काष्ठ शिल्प, लौह शिल्प, बाँस शिल्प, कपड़ा बुनाई-रंगाई-छपाई आदि शिल्प परम्परा की निर्माण प्रक्रिया, तकनीक और डिजाइन उन्नयन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष खजुराहो में हुनर के नाम से शिल्प मेले का आयोजन करते हैं। वर्तनी : ललित कलाओं का मेलाः आर्ट-मार्ट कला प्रदर्शनी के अन्तर्गत ललित कलाओं जैसे मूर्ति शिल्प, चित्रांकन, छायाचित्र, छापा चित्र, काष्ठ शिल्प आदि के कलाकार अपनी कृतियाँ प्रदर्शित करते हैं। कलाकारों से दर्शक खुलकर कला से संबंधित विभिन्न आयामों पर चर्चा करने हेतु भी आमंत्रित रहते हैं। समष्टि: टेराकोटा और सिरेमिक राष्ट्रीय प्रदर्शनी-कार्यशालाः देश भर के टेराकोटा एवं सिरेमिक माध्यम पर कार्य करने वाले कलाकार अपने भीतर उठने वाली रचनात्मक हिलोरों को साकार कर पाते हैं। भारत की संस्कृति में माटी शिल्प की पुरानी परंपरा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से समष्टि कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। लोकनृत्य की प्रस्तुतियां: नृत्य की अन्य गतिविधियों के रूप में दक्षित मध्य सांस्कृतिक केन्द्र, नागपुर द्वारा ‘‘लोकनृत्य’’ की प्रस्तुतियों का आयोजन किया जायेगा। वर्तनी- अन्तरराष्ट्रीय छापा कला: अन्तरराष्ट्रीय ‘‘प्रिंट विनाले’’ में भारत भवन, भोपाल द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी से पुरस्कृत 50 छापा चित्रों (प्रिंट) की प्रदर्शनी ‘‘वर्तनी’’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रमुखतः निम्नलिखित देशों जापान, कोरिया, स्विटजरलैण्ड, फ्रांस, भारत, ईरान, नार्वे, स्वीडन, अमेरिका आदि के कलाकारों के चित्र सम्मिलित किये गये हैं। लयशाला-: श्रेष्ठ गुरुओं के साथ शिष्यों का संगम और कार्यशालाः देशभर की विभिन्न नृत्य शैलियों के गुरूओं तथा उनके शिष्यों का श्रेष्ठ गुरुओं एवं विभिन्न विधाओं के श्रेष्ठ कलाकारों का संवाद और उनकी विधाओं पर केन्द्रित कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा, जिससे रसिकजनों और कलाप्रेमियों को अत्यधिक लाभ मिलेगा और विद्यार्थी नृत्य शैली विभिन्न घरानों से परिचित होंगे और खजुराहो नृत्य समारोह के अन्तर्गत लयशाला कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेंगे।

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हरदा। जिला मुख्यालय के करीबी ग्राम बैरागढ़ में बीते मंगलवार को अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद लगी भीषण आग में 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 172 लोग घायल हुए। इस घटना के बाद जनहानि को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा हरदा जिले में संचालित अन्य पटाखा फैक्टरियों को शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के पालन एवं मापदंडों के अनुरूप न होने पर तत्काल प्रभाव से सील किया गया। जिले में कुल सात पटाखा फैक्ट्रियों को सील किया गया है।     हरदा कलेक्टर रोहित सिसोनिया ने गुरुवार को बताया कि जो पटाखा फैक्ट्री सील की गई है, उनमें ग्राम कुंजरगांव में लायसेंसी प्रदीप अग्रवाल की दो पटाखा फैक्ट्री नायब तहसीलदार हंडिया द्वारा सील कर दी गई। इसके अलावा रहटाखुर्द में लायसेंसी गुलाम हुसैन, निजामुद्दीन और उमरदराज की कुल तीन फैक्ट्री एक ही परिसर में स्थित होने से सील की गई। रेहटाखुर्द में ही लायसेंसी सोमेश अग्रवाल की खुले में स्थित फैक्ट्री में पटाखे सूखने के लिये रखे थे, जिन्हें फायर ब्रिगेड के माध्यम से गीला कर नष्ट किया गया। इसके अलावा सिराली तहसील के ग्राम पिपलपानी स्थित दो पटाखा फैक्ट्री भी सील की गई है। उल्लेखनीय है कि ग्राम बैरागढ़ में लायसेंसी राजेश अग्रवाल व सोमेश अग्रवाल की दो-दो पटाखा फैक्ट्री गत दिनों हुए विस्फोट के दौरान पूर्णतः नष्ट हो चुकी हैं।     दुर्घटना प्रभावित नागरिकों के रहवास हेतु व्यवस्था करने के निर्देश कलेक्टर रोहित सिसोनिया ने बैरागढ़ हरदा में पटाखा फैक्ट्री में अग्नि दुर्घटना प्रभावित परिवारों के रहवास के लिये तत्काल व्यवस्था कराने के निर्देश अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरदा को दिये हैं। उन्होने निर्देशित किया है कि दुर्घटना प्रभावित परिवारों के अस्थाई रहवास के लिये किसी धर्मशाला या अन्य किसी शासकीय भवन में व्यवस्था करें और पीड़ित परिवारों के भोजन के लिये भी सम्पूर्ण व्यवस्था की जाए। उन्होने अस्थाई रहवास स्थल पर पीड़ित परिवारों की मदद के लिये शासकीय कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश भी दिये है। कलेक्टर सिसोनिया ने कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग तथा जिला सेनानी होमगार्ड को दुर्घटना प्रभावित स्थल के समतलीकरण व आसपास क्षतिग्रस्त हुए मकानों के लिये समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिये।     दुर्घटना स्थल व आसपास के क्षेत्र में हुए नुकसान के आकलन के लिये दल गठित कलेक्टर सिसोनिया ने शहर के निकट बैरागढ़ में स्थित पटाखा फैक्ट्री में गत दिनों हुई दुर्घटना के बाद घटना स्थल एवं आसपास के क्षेत्र में हुए नुकसान के आकलन के लिये दल गठित किया है। इस दल का नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा को बनाया गया है। अनुविभागीय राजस्व अधिकारी केसी परते को दल प्रभारी नियुक्त किया गया है जबकि तहसीलदार लविना घाघरे व नायब तहसीलदार रूपकला परमार को दल में सदस्य नियुक्त किया गया है। कलेक्टर सिसोनिया ने बताया कि इस दल को घटना स्थल पर अपने अधीनस्थ अमले के साथ मौके पर हुए नुकसानी का सर्वे कार्य कराकर तत्काल रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गये हैं।     दुर्घटना में घायलों के उपचार के लिये अस्थायी स्वास्थ्य शिविर लगेगा कलेक्टर सिसोनिया ने बैरागढ़ में पटाखा फैक्ट्री में हुई अग्नि दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एचपी सिंह को घटना स्थल के पास अस्थायी स्वास्थ्य शिविर लगा कर जरूरतमंद नागरिकों का उपचार करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि दुर्घटना में घायलों व अन्य नागरिकों के उपचार के लिये मगरधा रोड़ हरदा स्थित दयोदय गौशाला में मेडिकल टीम के साथ एक अस्थायी स्वास्थ्य शिविर लगाना सुनिश्चित करें, जिससे कि घायलों का उपचार हो सके।     दुर्घटना प्रभावित क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था ठीक कराने के निर्देश कलेक्टर ने पटाखा फैक्ट्री अग्नि दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए महाप्रबन्धक मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी को निर्देश दिये हैं कि दुर्घटना प्रभावित क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बहाल कराएं। उन्होंने नागरिकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए यह कार्य तत्काल कराने के निर्देश दिये हैं।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में ठंड का एक और दौर शुरू हुआ है। बुधवार को ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के 11 शहरों में दिन का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। रात में पारा फिर 10 डिग्री के नीचे आ गया है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद प्रदेश में हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है। इस कारण दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव खत्म होने के बाद प्रदेश में 6 फरवरी के बाद से ठंड का एक और दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन तक हल्की ठंड रहने का अनुमान जताया है। 11-12 फरवरी से मौसम फिर बदलेगा। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बादल छा सकते हैं। कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन का कहना है कि अगले 24 घंटे में कई शहरों में कोहरा छाया रहेगा। उत्तर से ठंडी हवाएं आने से दिन में भी ठिठुरन बनी रहेगी। 2 से 3 दिन तक न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी।   बीते 24 घंटों में प्रदेश में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां लगातार दूसरे दिन अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिली। यहां बुधवार को पारा 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोपाल में 26.8 डिग्री, इंदौर में 26.1 डिग्री, जबलपुर में 24.4 डिग्री और उज्जैन में पारा 26.5 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को शिवपुरी, रीवा और खजुराहो में अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। नौगांव, सतना, पचमढ़ी, रायसेन, सीधी और उमरिया में पारा 25 डिग्री से कम दर्ज किया गया। नरसिंहपुर में 30 डिग्री, खंडवा में 30.1 डिग्री और खरगोन में 31.6 डिग्री तापमान रहा।   मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर और निवाड़ी जिलों में मध्यम से घना कोहरा छा सकता है। यहां विजिबिलिटी 50 से 500 मीटर तक रहेगी। पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया, भिंड और मुरैना जिलों में हल्के से मध्यम कोहरा छाएगा। यहां विजिबिलिटी 200 से 800 मीटर तक रह सकती है।

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद मध्यप्रदेश में ठंड का एक और दौर शुरू हो गया है। उत्तरी हवाएं चलने से मंगलवार को ग्वालियर, गुना, नौगांव समेत 6 शहरों में दिन का टेम्प्रेचर 23 डिग्री से नीचे आ गया। वहीं, बुधवार सुबह से प्रदेश के अधिकांश जिलों में ठंडी हवाएं चल रही हैं। सुबह के समय कोहरा भी छाया रहा। प्रदेश के भोपाल, उमरिया, सतना, जबलपुर, रायसेन, दमोह में मंगलवार को पारा 5 से 8.4 डिग्री तक लुढ़क गया। वहीं, सुबह भोपाल समेत कई शहरों में घना कोहरा भी रहा। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अगले 4 दिन तक दिन-रात के तापमान में गिरावट रहेगी। इससे सर्दी महसूस होगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है। इससे तापमान में गिरावट होगी। साथ ही ग्वालियर, चंबल समेत कई शहरों में कोहरा रहेगा। वहीं, अगले 4 दिन तक मौसम साफ रहेगा। इससे ठंड का हल्का असर रहेगा।   मौसम विभाग ने अगले 4 दिन तक प्रदेश में ठंड का दौर रहने का अनुमान जताया है। 11-12 फरवरी से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो सकता है। इससे प्रदेश में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। मंगलवार को प्रदेश में सतना सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 21.1 डिग्री दर्ज किया गया। एक ही दिन में 5.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। ग्वालियर में तापमान 22.2 डिग्री और जबलपुर में 23.8 डिग्री रहा। जबलपुर में 6.6 डिग्री पारा लुढ़क गया। नौगांव में 22 डिग्री, उमरिया में 22.1 डिग्री, गुना में 22.4 डिग्री और खजुराहो में 22.8 डिग्री रहा।

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि रतलाम जिले के जावरा एसडीएम द्वारा ग्रामीणों से अभद्रता का कृत्य, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। एसडीएम को जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। सुशासन हमारा मूल मंत्र है, मध्यप्रदेश में नागरिकों से इस तरह का अशोभनीय व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया पर जारी संदेश में कही।     दरअसल, मामला रतलाम से नीमच तक रेलवे के दोहरीकरण समेत अन्य निर्माण कार्यों से जुड़ा है। दोहरीकरण के कार्य के लिए रेलवे ने कुछ किसानों को मुआवजा देकर उनकी जमीन अधिग्रहित की है। कई किसान मुआवजे से संतुष्ट नहीं है। इसको लेकर किसानों ने जावरा के एसडीएम अनिल भाना से मुआवजे से संबंधित बात की। इसी दौरान कहासुनी हुई तो एसडीएम अनिल भाना ने किसानों के साथ अमर्यादित अपशब्द का प्रयोग किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। मामला मुख्यमंत्री डॉ. यादव के संज्ञान में आने पर उन्होंने तुरंत एसडीएम को जिला मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए।

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भोपाल। उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज मण्डल के जिवनाथपुर स्टेशन पर यार्ड री-मॉडलिंग कार्य के चलते भोपाल मंडल से होकर गुजरने वाली कुछ गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है। इससे प्रभावित होने वाली गाड़ियों में पश्चिम मध्य रेलवे से गुजरने वाली गाड़ियां भी शामिल हैं। मार्ग परिवर्तित गाड़ियाँ-   1- गाड़ी संख्या 12167 लोकमान्यतिलक टर्मिनस-बनारस एक्सप्रेस दिनांक 08.02.2024 से 11.02.2024 तक अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मानिकपुर-प्रयागराज जंक्शन - प्रयागराज रामबाग होकर गंतव्य को जाएगी।   2- गाड़ी संख्या 12168 बनारस -लोकमान्यतिलक टर्मिनस एक्सप्रेस दिनांक 09.02.2024 से 13.02.2024 तक अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया प्रयागराज रामबाग-प्रयागराज जंक्शन-मानिकपुर होकर गंतव्य को जाएगी।   3- गाड़ी संख्या 11045 कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस दिनांक 09.02.2024 को अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मानिकपुर-प्रयागराज जंक्शन - प्रयागराज रामबाग-बनारस-पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होकर गंतव्य को जाएगी।   4- गाड़ी संख्या 19045 सूरत-छपरा एक्सप्रेस दिनांक 11.02.2024 को अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मानिकपुर-प्रयागराज जंक्शन–प्रयाग-जंघई-जौनपुर होकर गंतव्य को जाएगी।

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इंदौर। हरदा में मंगलवार सुबह पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट के बाद इंदौर में भी जिला प्रशासन ने पटाखा दुकानों और गोदामों की जांच करने व सील करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन की टीम ने राऊ में स्थित दुकानों की जांच कर पंचनामा बनाना शुरू किया है।     हरदा हादसे के घायलों को इंदौर के एमवाय अस्पताल लाने की संभावना के चलते अस्पताल प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। कलेक्टर आशीष सिंह ने एमवाय अस्पताल पहुंच कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इंदौर से भी एम्बुलेंस और फायर फाइटर टीम को हरदा रवाना किया गया है। इंदौर में घायलों के उपचार के लिए प्रशासन और एमजीएम मेडिकल कॉलेज को भी अलर्ट पर रखा गया है। इधर, हादसे के बाद जिला प्रशासन ने सतर्कता के तौर पर पटाखा दुकानों और गोदामों की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इस दौरान कुछ दुकानों को सील भी किया गया है।

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भोपाल। प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम की जानकारी देने के लिये राज्य ओपन स्कूल बोर्ड ने 53 चयनित सरकारी स्कूलों में शुरूआत की है। यह पाठ्यक्रम जून-2022 से पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। यह जानकारी मंगलवार को जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने दी।     उन्होंने बताया कि उक्त पाठ्यक्रम से चयनित स्कूलों के विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीक सिखाने में सहायता मिल रही है। इससे विद्यार्थियों को भविष्य में रोजगार के अवसर प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। यह पाठ्यक्रम एक विषय के रूप में कक्षा-8वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिये प्रारंभ किया गया है। इस कोर्स की अवधि 220 से 240 घंटे निर्धारित की गई है। इसके लिये संभागीय मुख्यालय पर 100 और जिला स्तर के विद्यालय में 40 कम्प्यूटर एवं फर्नीचर से सुसज्जित लैब की स्थापना की गई है। इस लैब में इंटरनेट की सुविधा भी दी गई है।

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से रविवार को प्रदेश का मौसम बदला रहा। ग्वालियर, श्योपुर कलां, भिंड, सतना और नौगांव समेत कई शहरों में हल्की बारिश हुई। भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के ज्यादातर शहरों में गर्मी का असर देखने को मिला। 15 से ज्यादा शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री के पार रहा। सोमवार को सागर और रीवा संभाग में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। प्रदेश के बाकी हिस्से में धूप खिली रहेगी।     पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बादल छा रहे हैं, जिसके चलते रविवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के 15 शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री से अधिक रहा। जनवरी-फरवरी में पहली बार ऐसा हुआ है, जब इतने अधिक शहरों में दिन में गर्मी का असर देखने को मिला हो। भोपाल में 30.9 डिग्री, इंदौर में 30.7 डिग्री, उज्जैन में 30.5 डिग्री तापमान रहा। वहीं, ग्वालियर में मौसम बदला होने से पारा 23 डिग्री दर्ज किया गया। उमरिया, बैतूल, दमोह, नर्मदापुरम, सागर में पारा 30 डिग्री से अधिक रहा। वहीं, सिवनी, खरगोन, खंडवा, मंडला, धार और रतलाम में 31 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया।     मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 5 फरवरी को सागर, रीवा संभाग में बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान प्रदेश के कुछ हिस्से में बादल और कहीं-कहीं तेज धूप खिली रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि जहां बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान है वहां के किसानों को फसलों को लेकर समझाइश दी गई है। मौसम विभाग ने राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, ग्वालियर, भिंड, मुरैना और श्योपुर कलां जिलों में हल्के से मध्यम कोहरा छाने की संभावना जताई है। यहां विजिबिलिटी 200 से 800 मीटर तक रहने का अनुमान है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद रात के टेम्प्रेचर में फिर गिरावट शुरू हो जाएगी। ठंड का हल्का दौर फिर आएगा। मौसम विभाग के अनुसार, 6 फरवरी के बाद फिर मौसम बदलेगा। रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।

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भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई। पहले दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक हिंदी का पर्चा हुआ। इंदौर में सोशल मीडिया साइट्स पर कथित पेपर आउट होने की सूचना है। कई ग्रुप्स पर इसे शेयर किया गया। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है कि क्या ये वही पेपर है, जो परीक्षार्थियों को हल करने के लिए दिया गया।     सोमवार से शुरू हुई 10 वीं बोर्ड परीक्षा के पहले दिन कई जगह परेशानियां सामने आईं। इंदौर में पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की सूचना से छात्रों में बेचैनी है। वहीं, मुरैना के शासकीय नवीन हाई स्कूल क्रमांक 01 में बच्चों के पास प्रवेश पत्र होने के बावजूद शिक्षकों ने रोक दिया। शिक्षकों का कहना था कि आधार कार्ड भी साथ होना चाहिए। डीईओ के हस्तक्षेप के बाद सभी छात्रों को प्रवेश दिया गया। धार की सरदारपुर तहसील में अर्चना विद्यापीठ के स्टूडेंट्स को परीक्षा शुरू होने तक प्रवेश पत्र नहीं मिल सके। जिसके कारण छात्र 10वीं की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। इससे नाराज विद्यार्थियों ने सोमवार सुबह पैरेंट्स के साथ बदनावर-सरदारपुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।

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उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार को ऊंची चोटियों पर बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला शुरू है। मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है। कुमाऊं -गढ़वाल मंडल के पांच जनपदों में ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात होने आसार हैं। पहाड़ों पर ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का क्रम जारी है। शनिवार से ही जनपद में बादल छाए हुए हैं जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का क्रम जारी है। निचले इलाकों में बारिश हुई, जिसकी वजह से जिले भर में शीत लहर चल रही है। इसके कारण ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। गंगोत्री -यमुनोत्री और हरकी दून, हर्षिल ,दयारा की पहाड़ियों की चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं। बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक भी यहां पहुंच रहे हैं।   मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन में मौसम का मिजाज बदला रह सकता है। इसके कारण उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाली क्षेत्रों में भारी हिमपात और मैदानी जिलों में कहीं-कहीं गरज- चमक के साथ ओलावृष्टि को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। गौरतलब है कि साल में दूसरी बार आज रविवार को एक बार फिर पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 2500 मीटर व इससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ बर्फबारी के आसार बताए गए थे। जबकि उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी बताई गई है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है।

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भोपाल। वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम 2023-24 के तहत मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समन्वय से वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में शनिवार को सातवाँ प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वन, वन्य प्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना है। कार्यक्रम में अंकुर हायर सेकेण्डरी स्कूल, शिवाजी नगर, भोपाल सेवन हिल्स पब्लिक हायर सेकेण्डरी स्कूल, भोपाल तथा अंकुर हायर सेकेण्डरी स्कूल, दयानंद नगर, भोपाल के 135 छात्र-छात्राएँ एवं 07 शिक्षकों सहित कुल 142 प्रतिभागियों ने भाग लिया।     अनुभूति कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर के रूप में सेवा निवृत उप वन संरक्षक डॉ. एसआर वाघमारे एवं सेवानिवृत उप वन संरक्षक एके खरे उपस्थित रहे। कैम्प का संचालन वन विहार के सहायक संचालक एसके सिन्हा ने किया। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव वन विभाग जे.एन. कंसोटिया, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक असीम श्रीवास्तव एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) सत्यानंद, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मध्यप्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल डॉ. समिता राजोरा एवं वन विहार संचालक पदमाप्रिया बालाकृष्णन, बायोलॉजिस्ट विजयबाबू नंदवंशी तथा अन्य अधिकारी/कर्मचारी भी उपस्थित रहे।     अतिरिक्त मुख्य सचिव वन जेन कनसोटिया एवं मुख्य वनवबल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने बाघ का मानव के लिए उपयोगिता एवं खाद्य श्रृंखला में उसकी स्थिति के संबंध में प्रश्नों के उत्तर दिए। मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. समिता राजोरा ने कैम्प की थीम "मैं भी बाघ" पर महत्व देते हुए बच्चों को बाघ के गुण अपनाने हेतु प्रेरित किया।   शिविर में सम्मिलित हुये प्रत्येक बच्चे को अनुभूति बैग, केप, पठनीय सामग्री, स्टीकर, पेन, ब्रोशर, बैच प्रदान किये गये। विद्यार्थियों को पक्षी दर्शन, वन्यप्राणी दर्शन, प्रकृति पथ भ्रमण एवं वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियों कराई गई तथा जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। नवाचार के रूप में रेस्क्यू गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया जिसमें बगैर सिले कपड़े से थैला बनाने की विधि सिखाई गई। प्रतिभागियों को छोटे समूहों में बाँटकर पर्यावरण से सम्बंधित रोचक खेल जैसे-फूड वेव, प्रवासी पक्षियों से सम्बधित रोचक खेल एवं बाघ के बारे में एक फिल्म भी दिखाई गई। स्पॉट क्विज में प्रथम आर्ची वर्मा, द्वितीय हेमा कुशवाह एवं तृतीय जेनब खान रहे। विद्यार्थियों को वन्यप्राणियों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है इसके सम्बंध में रेस्क्यू वाहन के माध्यम से रेस्क्यू टीम द्वारा अवगत कराया गया। शिविर के दौरान छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों सम्बंधी जानकारी म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा प्रदाय किये गये सेम्पल के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम के अंत में शिविर में सम्मिलित बच्चों को शपथ दिलाई जाकर पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र वितरण किये गये।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के सफलतापूर्वक संचालन के लिये स्कूल शिक्षा विभाग सतर्कतापूर्वक कार्य कर रहा है। प्रदेश में कक्षा 10वीं की परीक्षा 5 फरवरी से एवं कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 6 फरवरी से शुरू हो रही है। परीक्षा के प्रश्न पत्र गोपनीयता के साथ निर्धारित केन्द्रों तक पहुँचे और बच्चे तनाव मुक्त वातावरण में परीक्षा दें, यह सुनिश्चित करने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग योजनाबद्ध रूप से कार्य कर रहा है।   यह जानकारी शनिवार को लोक शिक्षण आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव ने दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष परीक्षा की शुचिता बनाये रखने के लिये विशेष कदम उठाये गये हैं।     स्कूल शिक्षा मंत्री के निर्देश उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने इस वर्ष बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग को सतर्कता बरतने के निर्देश दिये थे। इसी के अनुपालन में विभाग समुचित कार्यवाही सुनिश्चित कर रहा है।     प्रश्न पत्रों को लेकर सावधानी लोक शिक्षण आयुक्त ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा तय प्रकियाओं के अनुसार परीक्षाओं के संचालन के लिये तैनात अमले द्वारा मोबाइल का प्रयोग परीक्षा केन्द्र में नहीं किया जाएगा। प्रश्नपत्र का पैकेट परीक्षा केन्द्र में ही खोला जाएगा। परीक्षा कार्य से जुड़े अमले को विशेष निर्देश जारी किये गये हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बनाये गये परीक्षा कंट्रोल रूम में इस वर्ष लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। लोक शिक्षण संचालनालय में एक मॉनिटरिंग रूम भी बनाया गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा प्रश्न पत्र की गोपनीयता बनाये रखने के लिये इस वर्ष सभी परीक्षा केन्द्रों के लिये कलेक्टर द्वारा एक-एक प्रतिनिधि की नियुक्ति की गई है, जो प्रश्न पत्र को थाने से परीक्षा केन्द्र एवं परीक्षा कक्षों तक सुरक्षित रूप से पहुँचाने की कार्यवाही में शामिल रहेंगे। इस पूरी कार्यवाही को एप के माध्यम से भी मॉनिटर किया जाएगा। आयुक्त लोक शिक्षण ने बताया कि सोशल मीडिया के टेलीग्राम व्हाट्सएप आदि प्लेटफार्म पर पेपर लीक करने संबंधी अवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिये साइबर सेल द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इसके लिये साइबर सेल और विभाग की बैठकें नियमित रूप से हो रही हैं।     जन जागरूकता अभियान पेपर लीक संबंधी भ्रामक जानकारी फैलाये जाने और धोखाधड़ी का प्रयास करने जैसी अवैधानिक गतिविधियों से शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग व्यापक जागरूकता अभियान संचालित कर रहा है। इसके लिये स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह का वीडियो संदेश, लघु फिल्म, समाचार पत्रों, दूरदर्शन और आकाशवाणी सहित एक्स (ट्विटर) और फेसबुक जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म का भी उपयोग किया जा रहा है। विभाग ने परीक्षा कार्य से जुड़े मैदानी अमले को बोर्ड के दिशा-निर्देशों का बड़ी सावधानीपूर्वक क्रियान्वयन करने के निर्देश दिये हैं।     हेल्पलाइन माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड का टोल फ्री नम्बर- 1800-2330175 प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक संचालित हो रहा है। टोल फ्री नंबर पर बच्चों को परीक्षा में तनाव रहित रहने के उपाय के साथ अन्य उपयोगी जानकारी भी दी जा रही है।

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण मध्यप्रदेश में अगले 3 दिन मौसम बदला रहेगा। इस दौरान तेज आंधी और बारिश होने के साथ ओले भी गिर सकते हैं। ग्वालियर, चंबल, रीवा और सागर संभाग में इसका सबसे ज्यादा असर रहेगा, जबकि भोपाल, इंदौर और जबलपुर में बादल छाए रहेंगे।   पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते प्रदेश में बादल छाए हुए हैं, लेकिन शुक्रवार रात कई शहरों में न्यूनतम तापमान में कमी आई है। दतिया की रात सबसे सर्द रही। यहां पारा 5.9 डिग्री पहुंच गया। पचमढ़ी में यह 7.4, रीवा में 8.4, मंडला में 9.6, खजुराहो में 9.8 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं, शनिवार सुबह भी हवाओं में ठंडक रही।   मौसम विभाग ने अगले तीन दिन प्रदेश में मौसम बदलने की संभावना जताई है। इसके अनुसार 3 फरवरी को ग्वालियर, शिवपुरी और दतिया में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 4 फरवरी की सुबह भिंड-मुरैना में हल्की ओलावृष्टि हो सकती है। इस दिन चंबल संभाग के श्योपुर, मुरैना और भिंड, ग्वालियर संभाग के दतिया-ग्वालियर में ओलावृष्टि होगी। वहीं, 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है। नीमच, शिवपुरी, टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर में भी बूंदाबांदी हो सकती है। 5 फरवरी को ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग समेत मंडला, सिवनी, बालाघाट और छिंदवाड़ा में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। बादलों की वजह से 3 दिन तक दिन-रात के टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, लेकिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने के बाद 6 फरवरी से रात के टेम्प्रेचर में गिरावट होगी। ठंड का दौर एक बार फिर लौटेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम 140 से 150 किमी के हिसाब से चल रही है। शुक्रवार को इसकी वजह से कई जिलों में कोहरा रहा। शनिवार से पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर पड़ेगा। उत्तरी मध्यप्रदेश में भी गरज-चमक के साथ बारिश और ओले भी गिर सकते हैं।

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शिवपुरी। शिवपुरी में शुक्रवार को एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखा गया। सुबह 10:30 बजे तक कोहरा छाया रहा, जिसके कारण हाइवे और अन्य मार्गों पर वाहन चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हुई । इस कोहरे के कारण ठंडी एक बार फिर से बढ़ गई है। पिछले कुछ दिनों से ठंड का असर कम देखा गया था और दिन में धूप निकलने से लोगों को राहत मिली थी लेकिन आज फिर से मौसम में बदलाव देखा गया। शिवपुरी में शुक्रवार की सुबह की शुरुआत घने कोहरे साथ हुई साथ सर्दी में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली। वैसे अन्य दिनों की तुलना में यहां पर रात का पारा 11 डिग्री तक लुढ़क चुका था। वहीं रोज की तरह दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की संभावना रही।

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अनूपपुर। जिले के अनूपपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत कांसा गांव में बीती रात बिजली के तार के संपर्क में आने से एक जंगली हाथी की मौत हो गई। ग्राम पंचायत कांसा सरपंच की सूचना पर वनविभाग का अमला मौके पर पहुंच गया है और अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। जानकारी अनुसार वन परिक्षेत्र अनूपपुर के ग्राम पंचायत कांसा के किसान लालजी कोल की बाड़ी में गुरुवार तड़के केला खाने आए दो हाथियों में से छोटे नर हाथी को करंट लग गया। वह हाथी किसान की झोपड़ी के सामने उजाले के लिए लगाए गए बल्ब के तार के पास से गुजर रहा था, तभी उसके संपर्क में आ गया और उसे करंट लग गया। किसान लालजी सुबह दो हाथियों को घर के पास आते देखकर अपनी पत्नी गीता कोल के साथ पड़ोस के एक घर में चला गया था। सुबह घर आने पर देखा कि एक हाथी उसके बाड़ी में मृत पड़ा है, जिसकी सूचना ग्राम पंचायत कांसा के सरपंच को दी। सूचना मिलने पर वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी मौके पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही कर रहे हैं। वनमंडलाधिकारी एस.के.प्रजापति ने बताया कि ग्राम कांसा में एक हाथी की मृत्यु की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंच कर जांच में जुटा हैं। सीसीएफ की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर आगे की कार्रवाई की जायेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा हाईस्कूल कक्षा 10वीं की वार्षिक परीक्षा पांच फरवरी और हायर सेकेण्ड्री कक्षा 12वीं की वार्षिक परीक्षा 6 फरवरी से आरंभ हो रही है। परीक्षा नियमित तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिए प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। परीक्षार्थी को प्रश्नपत्र शुरू होने से 10 मिनट पहले तक ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया जायेगा। प्रत्येक परीक्षार्थी का उपस्थिति पत्रक की फोटो से मिलान किया जायेगा। प्रवेश पत्र में भी फोटो लगाना अनिवार्य है। जनसम्पर्क अधिकारी उमेश तिवारी ने गुरुवार को बताया कि कक्षा 10वीं की वार्षिक परीक्षा आगामी 28 फरवरी तक चलेगी। इस कक्षा के नियमित तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की परीक्षा का प्रथम प्रश्न पत्र सोमवार, 5 फरवरी को हिंदी का होगा। बुधवार, 7 फरवरी को उर्दू तथा शुक्रवार, 9 फरवरी को संस्कृत तथा मंगलवार, 13 फरवरी को गणित का प्रश्नपत्र होगा। गुरुवार 15 फरवरी को मराठी, गुजराती, पंजाबी, सिन्धी के प्रश्नपत्र तथा केवल मूकबधिर विद्यार्थियों के लिए पेंटिंग एवं केवल दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए संगीत की परीक्षा होगी। सोमवार, 19 फरवरी को अंग्रेजी तथा गुरुवार, 22 फरवरी को विज्ञान की परीक्षा होगी। सोमवार 26 फरवरी को सामाजिक विज्ञान तथा बुधवार 28 फरवरी को नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क के समस्त विषयों तथा आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का प्रश्नपत्र होगा। इसी तरह हायर सेकेण्ड्री कक्षा 12वीं की वार्षिक परीक्षाएं 5 मार्च तक आयोजित की जा रही है। इस कक्षा के नियमित तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की परीक्षा का प्रथम प्रश्न पत्र मंगलवार 6 फरवरी को होगा। इस दिन विशिष्ट भाषा हिन्दी का प्रश्न पत्र होगा। गुरुवार 8 फरवरी को अंग्रेजी भाषा का प्रश्नपत्र होगा। शनिवार 10 फरवरी को ड्राइंग एण्ड डिजाइनिंग का प्रश्नपत्र होगा। सोमवार 12 फरवरी को एनिमल हस्बेण्ड्री मिल्कट्रेड, पोल्टीफार्मिग एवं फिसरीज, विज्ञान के तत्व, भारतीय कला का इतिहास, अर्थशास्त्र तथा फिजिक्स का प्रथम प्रश्नपत्र होगा। मंगलवार 13 फरवरी को मनोविज्ञान तथा गुरुवार 15 फरवरी को बायोटेक्नॉलाजी तथा भारतीय संगीत में गायन वादन एवं तबला पखावज वादन का प्रश्नपत्र होगा। शुक्रवार 16 फरवरी को बायोलॉजी तथा शनिवार 17 फरवरी को इन्फॉरमेटिक प्रेक्टिसेस का प्रश्नपत्र होगा। मंगलवार 20 फरवरी को संस्कृत तथा बुधवार 21 फरवरी को केमिस्ट्री, इतिहास, व्यवसाय अध्ययन, एलिमेंट आफ साइंस एण्ड मेथमेटिक्स यूजफुल फार एग्रीकल्चर, ड्राइंग एण्ड पेंटिंग और गृह प्रबंध पोषण एवं वस्त्र विज्ञान के प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी। शुक्रवार 23 फरवरी को समाजशास्त्र, मंगलवार 27 फरवरी को मैथमेटिक्स तथा बुधवार 28 फरवरी को नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क के सभी विषय तथा फिजिकल एजुकेशन का प्रश्नपत्र होगा। गुरुवार 29 फरवरी को राजनीति शास्त्र तथा शनिवार 2 मार्च को भूगोल, क्रॉप प्रोडक्शन एण्ड हार्टीकल्चर, स्टिल लाइफ एण्ड डिजाइन, शरीर रचना क्रिया-विज्ञान एवं स्वास्थ्य का प्रश्नपत्र होगा। सोमवार 4 मार्च को कृषि (मानविकी), होम साइंस (कला समूह), बुककीपिंग एण्ड एकाउण्टेंसी का प्रश्न पत्र होगा। मंगलवार 5 मार्च को उर्दू तथा मराठी का प्रश्नपत्र होगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में जनवरी का महीना खत्म होने के बाद भी अभी ठंड से पूरी तरह राहत नहीं मिली है। आने वाले दिनों में भी अभी ठंड का प्रकाेप जारी रह सकता है। ऐसे में ठंड के असर को देखते हुए भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने राजधानी के स्कूलों में समय का बदलाव किया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। बुधवार को जारी आदेश में कक्षा 1 से 5वीं तक सुबह 9.30 बजे से पहले नहीं लगाने को कहा गया है। कक्षा छठीं से 12वीं तक पूर्व निर्धारित परीक्षाओं का संचालन निर्धारित समय सारणी अनुसार ही होगा। यह आदेश 10 फरवरी तक प्रभावी रहेगा। यह आदेश भोपाल जिला के अंतर्गत आने वाली सभी शासकीय व प्राइवेट स्कूलों के लिए जारी किया गया है। यह जानकारी जिला कलेक्टर ने पत्र के माध्यम से दी है। जो 1 फरवरी से लागू होगा

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छा रहे हैं। इसके चलते सर्दी पर ब्रेक लगा है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले 5 दिनों में दो पश्चिमी विक्षोभ और आएंगे। इससे 5 फरवरी तक प्रदेश में बादल छाए रहेंगे। हालांकि, बारिश नहीं होगी लेकिन दिन-रात में तेज सर्दी से जरूर राहत मिलेगी।   पश्चिमी विक्षोभ और उसके कारण छाए बादलों का असर मध्यप्रदेश के मौसम पर दिखाई दे रहा है। प्रदेश में सिर्फ ग्वालियर और दतिया ही ठंडे हैं, जबकि अन्य शहरों में अधिकतम तापमान 25 डिग्री से ऊपर हो गया है। प्रदेश के शहरों में न्यूनतम तापमान में भी बढ़त हुई है। बीते 24 घंटों में पचमढ़ी में 7.8°, खजुराहो में 8.8°, राजगढ़ में 9.0°, दतिया में 9.2°, नौगांव में 9.5° न्यूनतम तापमान रहा। अन्य शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से ऊपर ही रहा है। वहीं, सोमवार को दिन का तापमान दतिया में 22.2°, पचमढ़ी में 22.6°, ग्वालियर में 22.8° को छोड़ प्रदेश के बाकी शहरों में अधिकतम तापमान 25° से ज्यादा रहा। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि 30 जनवरी और 3 फरवरी को उत्तर भारत में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे। इनका असर मध्यप्रदेश के मौसम पर दो दिन बाद दिखाई देगा। इनके प्रभाव से रात के टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी होगी, क्योंकि उत्तरी हवाएं नहीं आएंगी। वहीं, दिन का तापमान स्थिर रहेगा। सिस्टम की वजह से फिलहाल प्रदेश में बारिश होने की संभावना नहीं है। सिस्टम के लौटने के बाद रात के टेम्प्रेचर में गिरावट आएगी। 6-7 फरवरी की रात से पारा 2-3 डिग्री तक लुढ़क सकता है। हालांकि, कड़ाके की ठंड नहीं रहेगी।

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भोपाल। इंदौर के पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर को प्रतिनियुक्ति पर बीएसएफ में आईजी बनाया है। यह नियुक्ति उन्हें पांच साल के लिए दी गई है।   डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यभार संभालने के बाद से प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल का सिलसिला लगातार चल रहा है। इसके साथ-साथ पुलिस महकमे में भी बदलाव किए जा रहे हैं। इसी के अनुसार इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर को प्रतिनियुक्ति पर सीमा सुरक्षा बल में आईजी बनाया गया है। देऊस्कर को दस माह पहले इंदौर पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। वे 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। प्रतिनियुक्ति के संबंध में मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से आदेश जारी किया गया है। गौरतलब है कि मकरंद देऊस्कर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के पसंदीदा अफसरों में से एक रहे हैं।

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(प्रवीणकक्कड़)  आजमहात्मागांधीकीपुण्यतिथिहै।गांधीजीदुनियाकेऐसेअनोखेराजनेताहैं, जिन्हेंलोगनेतासेबढ़करसंतकेरूपमेंयादकरतेहैं।गांधीजीकेसिद्धांतोंनेविश्वकोसत्यऔरअहिंसाकाआधुनिकदर्शनदियाहै।मार्टिनलूथरकिंगजूनियरसेलेकरबराकओबामातकउन्हेंआदर्शमानतेहैं, भारतहीनहींपूरेविश्वमेंनकेवलउनकेविचारोंकीव्यापकस्वीकार्यताहै, बल्किउनकेसिद्धांतोंकोप्रासंगिकमानकरउनपरचलनेकाप्रयासकियाजारहाहै। जबभीमहात्मागांधीकानामलियाजाताहैतबसबसेपहलेजहनमेंदोशब्दआतेहैंवोहैंसत्यऔरअहिंसा।गांधीजीनेसत्यकेप्रतिअडिगरहकरअपनापूराजीवनराष्ट्रकोसमर्पितकरदिया, उन्होंनेअपनेविचारोंसेनकेवलभारतकोआजादीदिलायी, बल्किसमाजमेंअनेकसुधारभीकिए।इसीतरहगांधीजीकेअहिंसाकाआधुनिकदर्शनदिया।विश्वमेंपहलेकिसीविरोधकामतलबहोताथाहिंसकलड़ाईलेकिनमहात्मागांधीकेअहिंसादर्शननेइससोचकोबदलदिया।इसीपरलोकतंत्रकीनींवरखीगईऔरइसबातकोसाबितकियागयाकिअबदेशरूलऑफ़लाॅसेचलेगानकिरूलऑफ़साॅर्डसे।यानीआधुनिकसरकारतलवारकेजोरसेनहींकानूनकेजोरसेचलतीहै।तलवारकामुकाबलातलवारसेयानीहिंसाकामुकाबलाहिंसासेकियाजासकताहैलेकिनकानूनतोआमसहमतिसेहीबदलेजासकतेहैं, इसकेलिएजनसत्याग्रहयानीअहिंसकआंदोलनहीएकमात्रसास्ताहै।  गांधीजीकेसत्य, अहिंसा, स्वराजऔरसत्याग्रहकेविचारशाश्वतहैं।इसकासबसेबड़ाकारणहैकिउन्होंनेजमीनीतौरपरअपनेविचारोंकापरीक्षणकियाऔरजीवनमेंसफलताअर्जितकी।महात्मागांधीकेअहिंसाकेआधुनिकदर्शनसेपूरीदुनियानेप्रेरणाली।भारतकीआजादीकेबादअधिकांशदेशोंनेइसीतरहकेआंदोलनकासहारालिया।विश्वमेंहुएअहिंसकआंदोलनोंकोसफलताभीमिली।  गांधीजीनेअपनाजीवनसत्ययासच्चाईकीव्यापकखोजमेंसमर्पितकरदिया।उन्होंनेइसलक्ष्यकोप्राप्तकरनेकेलिएअपनीस्वयंकीगलतियोंऔरखुदपरप्रयोगकरतेहुएसीखनेकीकोशिशकी।उन्होंनेअपनीआत्मकथाकोसत्यकेप्रयोगकानामदिया।उन्होंनेअपनीखोजऔरप्रयासोंसेसत्यकानयादर्शनदिया।गांधीजीनेकहाकिसबसेमहत्वपूर्णलड़ाईलड़नेकेलिएअपनेभयऔरअसुरक्षाजैसेतत्वोंपरविजयपानाहै।गांधीजीनेअपनेविचारोंकोसबसेपहलेउससमयसंक्षेपमेंव्य‍क्तकियाजबउन्होंनेकहाभगवानहीसत्यहै, बादमेंउन्होंनेअपनेइसकथनकोसत्यहीभगवानहैमेंबदलदिया।इसप्रकारसत्यमेंगांधीकेदर्शनहै "परमेश्वर"। यहीकारणहैकिआजभारतहीनहींदुनियाकेसभीदेशमहात्मागांधीकोआदर्शऔरउनकेसिद्धांतोंकोप्रासंगिकमानतेहैं। आजहमेंमहात्मागांधीकेप्रतिश्रद्धांजलिव्यक्तकरनेकेसाथहीयहभीविचारकरनाचाहिएकिकैसेहमउनकेआदर्शोंकोअपनेजीवनमेंउतारें।कैसेसत्यकेसहारेहमअपनीबाधाओंकामुकाबलाकरें।अहिंसाकेजरिएहमअपनेलक्ष्योंकीओरआगेबढ़ेऔरमजबूतचरित्रनिर्माणकेसाथपूरेसमाजकोएकसूत्रमेंबांधतेहुएसमभावकेसाथराष्ट्रनिर्माणकरें। सत्यऔरअहिंसागांधीजीकेदोसिद्धांतहैं।यहीवजहहैकि 15 जून 2007 कोयूनाइटिडनेशनलअसेंबलीने 2 अक्टूबरकोअंतरराष्ट्रीयअहिंसादिवसमनानेकाफैसलाकिया।   ऐसेमिलीराष्ट्रपिताऔरमहात्माकीउपाधि  महात्मागांधीकेराष्ट्रपिताकहेजानेकेपीछेभीएककहानीहै।महात्मागांधीकोपहलीबारसुभाषचंद्रबोसनेराष्ट्रपिताकहकरसंबोधितकियाथा। 4 जून 1944 कोसिंगापुररेडियासेएकसंदेशप्रसारितकरतेहुएराष्ट्रपितामहात्मागांधीकहाथा।इसकेबादकविऔरनोबेलपुरस्कारविजेतारवींद्रनाथटैगोरनेगांधीजीकोमहात्माकीउपाधिदीथी।

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मध्यप्रदेश में हवा का रुख बदल गया है, जिससे ज्यादातर शहरों में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 13 शहरों में अधिकतम तापमान 28 डिग्री के पार रहा, जबकि खंडवा में अधिकतम पारा 30.5 डिग्री दर्ज किया गया।   उत्तर भारत में 25 जनवरी के बाद दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए हैं। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। शनिवार के बाद रविवार को भी कई शहरों में बादल रहे। प्रदेश के 10 शहरों में रात का तापमान भी 10 डिग्री से अधिक ही है। अगले दो दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा। इसके बाद कड़ाके की ठंड का एक दौर और आ सकता है। मौसम विभाग ने रात के तापमान में 1-2 डिग्री की बढ़ोतरी होने की बात कही है। वहीं, दिन का तापमान स्थिर रहेगा। यानी दो दिन तक अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। दूसरी ओर, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से जबलपुर संभाग में हल्की बूंदाबांदी के आसार सोमवार को भी है।   रविवार को प्रदेश के मौसम में गर्मी महसूस की गई। पचमढ़ी में दिन का तापमान सबसे कम 24 डिग्री रहा, जबकि खंडवा में सबसे ज्यादा 30.5 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री, भोपाल में 28.3 डिग्री, जबलपुर में 27.6 डिग्री और उज्जैन में 28.5 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा मलाजखंड, नौगांव, रायसेन, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, सतना, खजुराहो, सीधी, सागर और गुना में अधिकतम तापमान 28 डिग्री से कम रहा। वहीं, सिवनी, टीकमगढ़, नर्मदापुरम, उमरिया, बैतूल, मंडला, धार, खरगोन, दमोह, रतलाम और खंडवा में अधिकतम पारा 28 से 30.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया।   राजधानी भोपाल में शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री था, जो रविवार को 28.3 डिग्री पर पहुंच गया। इस तरह एक दिन में 2.5 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन तक दिन में गर्मी का असर रहने का अनुमान जताया है। दिन में तापमान 29 डिग्री तक पहुंच सकता है। रात में तापमान 10 डिग्री से अधिक रह सकता है।

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के आने के बाद से प्रदेश में प्रशासनिक बदलाव का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में रविवार को भी बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई है। इसमें 18 आईएएस अफसरों को इधर से उधर किया गया है। मध्यप्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की है। रविवार को 18 सीनियर आईएएस अफसरों के तबादले किए गए हैं। तकनीकी शिक्षा कौशल विकास विभाग और कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव को ऊर्जा नवकरणीय ऊर्जा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। पीएचई विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला को राज्यपाल का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इसके अलावा अन्य आईएएस अधिकारी मनीष रस्तोगी, डी.पी.आहूजा, सुखबीर सिंह, ई. रमेश कुमार, निशांत बरवड़े, संजीव सिंह, रामराव भोंसले, सूफिया फारुकी, मनीष सिंह, तरुण राठी, सौरव कुमार सुमन, मोहित बुंदस, सुश्री निधि निवेदिता, कुमार पुरुषोत्तम, नीरज कुमार वशिष्ठ, किशोर कुमार कान्याल भी इस तबादला आदेश से प्रभावित हुए हैं। सभी की नई पदस्थापना की गई है।

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कोरबा। सोशल मीडिया पर आए दिन हाथियों के तमाम वीडियो वायरल होते रहते हैं, कभी हाथियों के खेलने के तो कभी हाथी के रेस्क्यू के वीडियो, कई बार तो हाथी के हमले के खतरनाक वीडियो भी देखने को मिलते हैं। ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से आया है। वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें केंदई रेंज के मड़ई गांव के समीप जंगल में दो दंतैल हाथी आपस मे भिड़ते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि हाथियों की निगरानी के दौरान फॉरेस्ट गार्ड ने मोबाइल में ये वीडियो कैद किया है। वीडियो में आप हाथियों के बीच की लड़ाई को देख सकते हैं। वन विभाग के मुताबिक घटना 26 जनवरी की देर रात की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, कोरबा के कटघोरा वन मंडल में केंदई रेंज के मड़ई गांव के समीप जंगलों में 49 हाथियों का दल अलग-अलग झुंड में विचरण कर रहा है। जब दो दंतैल आपस में भिड़े उस वक्त मौके पर 32 हाथियों का दल मौजूद था। इसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मुआयना किया। इस दौरान हाथियों की निगरानी के वक्त फॉरेस्ट गार्ड ने मोबाइल से वीडियो बनाया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि, दो दंतैल हाथी किस तरह से आपस भिड़ रहे हैं। लड़ाई दौरान इन विशालकाय हाथियों के चिंघाड़ने की तेज आवाज ने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया। उल्लेखनीय है कि कि इस हाथी दल की गतिविधियों पर वन विभाग लगातार नजर बनाए हुए है। फिलहाल वन विभाग ने आसपास गांव में मुनादी शुरू कर दी है और ग्रामीणों को जंगल से दूर रहने की सलाह दी है।

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सागर। पूरी तरह सजग, सतर्क व मुस्तैद रहकर बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित दायित्वों का निर्वहन करें। बोर्ड परीक्षाओं में जरा सी भी लापरवाही व ढ़िलाई सामने आने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। परीक्षा केन्द्रों के निरीक्षण के लिए उड़नदस्ता बढ़ाएँ। साथ ही पुलिस थाने से लेकर परीक्षा केन्द्र तक कड़ी निगरानी में प्रश्न-पत्र के बॉक्स ले जाए जाएं।   यह निर्देश प्रभारी कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की कक्षा 10वीं 12वीं की 5 फरवरी से आयोजित होने वाली परीक्षा के संबंध में शनिवार को केंद्र अध्यक्ष सहायक केंद्र अध्यक्ष कलेक्टर प्रतिनिधियों की आयोजित महाकवि पद्माकर सभागार में बैठक में दिए।   उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान जिस भी परीक्षा केन्द्र पर केन्द्र अध्यक्ष व सहायक केन्द्र अध्यक्ष या निगरानी के लिये तैनात किसी अधिकारी-कर्मचारी की लापरवाही सामने आए तो उसके खिलाफ सक्षम अधिकारी के माध्यम से तत्काल निलंबन की कार्रवाई कराएँ। प्रभारी कलेक्टर शुक्ला ने जिले के ऐसे परीक्षा केन्द्रों की सूची भी जिला शिक्षा अधिकारी से मांगी है जहाँ परीक्षा परिणाम बहुत अच्छे या बहुत खराब रहे हैं। ऐसे केन्द्रों की विशेष निगरानी रखने पर उन्होंने जोर दिया। साथ ही कहा कि पिछली साल के अनुभवों को ध्यान में रखकर इस साल नकल रहित परीक्षाओं के लिये पुख्ता व्यवस्था करें। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता का परिचय देकर सुव्यवस्थित ढंग से परीक्षाएँ सम्पन्न कराने के निर्देश दिए।   अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं 12वीं की परीक्षा 5 फरवरी से चालू होगी जिसमें शिक्षा विभाग के साथ जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की उड़ान दस्ती भी लगातार कार्रवाई करेंगे उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में किसी भी परीक्षा केंद्र पर केवल कलेक्टर प्रतिनिधि का मोबाइल की अनुमति होगी उन्होंने कहा कि सभी के अंदर अध्यक्ष अपने अपने केंद्र पर यह सुनिश्चित करें कि उनके केंद्र पर किसी के पास मोबाइल नहीं है उन्होंने कहा कि सभी केंद्र अध्यक्ष परिदृश्यता के साथ परीक्षार्थियों के साथ पॉजिटिव व्यवहार रखेंगे एवं जिससे कि उनमें किसी भी प्रकार की घबराहट ना हो।   जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीसी शर्मा ने कहा कि इस साल की बोर्ड परीक्षाओं के लिये लागू किए गए नए नियमों की जानकारी सभी परीक्षार्थियों को अवश्य दी जाए। परीक्षार्थियों को इस बार हर हाल में प्रातरू 8 बजे तक परीक्षा केन्द्र पर पहुँचना होगा और विशेष परिस्थिति को छोड़कर प्रातरू 8.30 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रश्न-पत्र का बॉक्स किसी भी हालत में परीक्षा केन्द्र पर 8.30 बजे से पहले न खोला जाए और प्रश्न-पत्र के पैकेट भी परीक्षा कक्ष में प्रातरू 8.45 से पहले न पहुँचाया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा केन्द्र में कलेक्टर के प्रतिनिधि को छोड़कर केन्द्राध्यक्ष व सहायक केन्द्राध्यक्ष सहित किसी को भी मोबाइल फोन रखने की इजाजत नहीं रहेगी।   बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने कहा कि सभी मंडल में संलग्न अधिकारी कर्मचारी पूरी ईमानदारी पर व्यवस्था के साथ कार्य करें उनका हर समय पुलिस का सहयोग प्राप्त होगा उन्होंने कहा कहीं भी किसी भी स्थिति में डरने की बात नहीं है जिला एवं पुलिस प्रशासन पूरा सहयोग करेगा एवं संवेदनशील अति संवेदनशील सहित सामान्य परीक्षा केदो पर भी पुलिस बल तैनात किया जाएगा। श्री सिन्हा ने कहा कि मंडल की निर्देशों का पूर्णता पालन करते हुए परीक्षा का कार्य संपन्न कराए।   इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद जैन, अभय श्रीवास्तव, सुधीर तिवारी, उमाशंकर चाचौंडिया, उषा जैन, राहुल शर्मा, अतिन गुप्ता सहित समस्त जिले के केंद्र अध्यक्ष एवं सहायक केंद्र अध्यक्ष सहित कलेक्टर प्रतिनिधि सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।  

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भोपाल। वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम 2023-24 के अंतर्गत वन , वन्यप्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में शनिवार को अनुभूति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में फ्लावर्स पब्लिक स्कूल कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल के 96 विद्यार्थियों एवं 04 शिक्षक सहित कुल 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।   अनुभूति कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर के रूप में ए.के.खरे, सेवा निवृत उप वन संरक्षक उपस्थित रहे। कैम्प का संचालन सहायक संचालक वन विहार एस.के.सिन्हा द्वारा किया गया। इस दौरान पदमाप्रिया बालाकृष्णन, संचालक वन विहार, विजय नंदवंशी बायोलाॅजिस्ट तथा अन्य अधिकारी/कर्मचारी भी उपस्थित रहे।   शिविर में सम्मिलित हुये प्रत्येक बच्चे को अनुभूति बैग, केप, पठनीय सामग्री, स्टीकर, पेन, ब्रोशर, बैच प्रदान किये गये। विद्यार्थियों को पक्षी दर्शन, वन्यप्राणी दर्शन, प्रकृति पथ भ्रमण एवं वन, वन्यप्र्राणी व पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियाॅं कराई गई तथा जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। नवाचार के रूप में रेस्क्यू गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया जिसमें बगैर सिले कपड़े से थैला बनाने की विधि सिखाई गई। इसके पश्चात प्रतिभागियों को छोटे समूहों में बांटकर पर्यावरण से सम्बंधित रोचक खेल जैसे फुड वेव, “मैं कौन हॅूं“ अंतर्गत प्रतिभागियों द्वारा बाघ, सिंह, तेदुआ आदि वन्यप्राणियों के बारे में पहचान की गई एवं उसके बारे में बताया गया, बाघ के बारे में एक फिल्म भी दिखाई गई तथा वन विभाग की संरचना एवं विभिन्न पदों पर चयन होने की योग्यता के बारे में भी प्रतिभागियों को बताया गया। स्पाॅट क्विज में प्रथम शिवम मालवीय द्वितीय मानसी शर्मा एवं तृतीय तरूण शर्मा रहे। विद्यार्थियों को वन्यप्राणियों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है, इसके सम्बंध में रेस्क्यू वाहन के माध्यम से रेस्क्सू टीम द्वारा अवगत कराया गया। शिविर के दौरान छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों सम्बंधी जानकारी म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा प्रदाय किये गये सेम्पल के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम के अंत में शिविर में सम्मिलित बच्चों को शपथ दिलाई जाकर पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र वितरण किये गये।

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भोपाल। राजधानी भोपाल में चल रहे अंतरराष्ट्रीय वन मेले में मध्य प्रदेश की विशाल वन संपदा का दर्शन कर लोग अभिभूत हो गए। औषधीय महत्व के दुर्लभ पौधों, बेलों, जड़ों, पत्तियों को प्रत्यक्ष देख मेले में आये लोगों को सोने चांदी से कीमती वनोपज के बहुमूल्य खजाने पर गर्व का अनुभव हुआ।     यहां अरेरा हिल्स स्थित भोपाल हाट में चल रहे वन मेले में चौथे दिन शनिवार को वनोपज से बनी औषधियों और व्यंजनों को लोगों ने भरपूर पसंद किया। हर्रा, बहेड़ा, आंवला, महुआ के उत्पादों के अलावा कुछ ऐसी जड़ी बूटियां मेले में प्रदर्शित है जो अब दुर्लभ होती जा रही है। वन क्षेत्र गहरी वन क्षेत्र के भीतर रहने वाले जनजाति परिवार उनकी रक्षा करते हैं और उनकी उन्हें उनकी गहरी पहचान होती है। वहीं इनका संग्रहण करते है। वन मंत्री नागर सिंह चौहान के निर्देश पर वन उपज संग्रहण करने वाले परिवारों की आय बढ़ाने के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है।   मेले में वच, विदारीकंद, सिंदूरी, सप्तपर्णी, निर्गुंडी पुनर्नवा, ब्राह्मी, चमेली, अश्वगंधा, अर्जुन,अपराजिता, आमी हल्दी, काली हल्दी, जंगली प्याज, जंगली अदरक, कचनार कालमेघ, हड़जोड़, गूगुल, गोखरू, गिलोय शंखपुष्पी के अलावा शतावरी जैसी दुर्लभ होती जा रही वन उपज भी प्रदर्शित है।     हालांकि, शतावरी मध्य भारत में बहुतायत से मिलती है लेकिन अब इसके ऊपर ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के खतरे मंडरा रहे हैं. शास्त्रों में इसका वर्णन आता है कि यह आयुर्वेद में एक रसायन के रूप में और रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने वाली है. याददाश्त बढ़ती है और तनाव को दूर करती है। पाचन क्षमता को भी मजबूत बनाती है। इसका उपयोग नवजात शिशुओं की माताओं को पौष्टिक आहार बढ़ाने के लिए टॉनिक की तरह किया जाता है। इसकी जड़ों का उपयोग किया जाता है। जानवरों की खांसी को भी इससे दूर किया जाता है। शतावरी का पौधा चार मीटर तक लंबा होता है। इसकी पत्तियां नोकदार होती हैं और इनका हरापन विशेष चमक लिए होता है। इसके फूल अपने शैशव अवस्था में सुगंधित होते हैं।     तीखुर का नाम ज्यादातर लोग जानते हैं, लेकिन कई ने देखा नहीं। यह प्रदेश के विंध्य क्षेत्र के वनों में मिलता है। यह कंदिल जैसे दिखने वाला शाक है। इसके पत्ते 30-45 सेमी लम्बे, नोंकदार और गहरे हरे होते हैं। इसके फूल पीले रंग के होते हैं जो सफ़ेद और हरी पत्तियों के बीच लगे रहते हैं। इसके फल अण्डाकार, तीन कपाटों में खुलते हैं तथा बीज अनेक और छोटे होते हैं। इसका प्रकन्द मूल छोटा, लम्बे गूदेदार रेशे से भरा होता है। इसका जुलाई में फूलता और नवम्बर में फलता है।   तीखुर मधुर, शीत तथा पित्तशामक होता है। यह सुगन्धित, बलकारक होता है। इसका उपयोग क्षय रोग दूर करने रक्त विकार, श्वास विकार, बुखार दूर करने, मूत्र सम्बन्धी विकारों को दूर करने में उपयोगी होता है।

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ग्वालियर। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार की रात केन्द्र सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इनमें मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर खिलाड़ी सत्येंद्र सिंह लोहिया भी शामिल हैं, जिन्हें खेलों में विशेष योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान दिया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर सत्येंद्र सिंह लोहिया मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले हैं और वह वर्तमान में इंदौर में जीएसटी विभाग में पदस्थ हैं।     सत्येंद्र सिंह ने 2007 में तैराकी शुरू की थी। इसके बाद से अब तक सात नेशनल और तीन इंटरनेशनल पैरा स्विमिंग चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुके हैं। उन्होंने अब तक नेशनल में करीब 20 मेडल जीते हैं, जिसमें पांच गोल्ड मेडल शामिल हैं। पैरा स्विमर सतेंद्र के दोनों पैर ख़राब होने के बाद भी वह एशिया के इंग्लिश चैनल पार करने वाले पहले दिव्यांग बने। उन्होंने 24 जून 2018 को लंदन में 12 घंटे 26 मिनट में 36 किलोमीटर का इंग्लिश चैनल पार कर लिया था। सतेंद्र ने यह सफलता अपने तीन साथियों के साथ हासिल की थी। बंगाल के रीमो शाह, महाराष्ट्र से चैतन राउत और राजस्थान के जगदीश सांद्र के साथ तैराकी की। इंग्लिश चैनल पार करने वाला एशिया का पहला पैरास्विमर का ख़िताब सतेंद्र ने हासिल किया है।   इसके अलावा सत्येन्द्र ने इंग्लिश चैनल रिले पार करने के बाद 2019 में यूएसए में कैटालीना चैनल पाकर दूसरी बड़ी उपलब्धि हासिल की थी। उन्होंने 11 घंटे 34 मिनट के समय के साथ कैटलिना चैनल को सफलतापूर्वक पार करने के साथ-साथ एशियाई रिकॉर्ड भी बनाया। उसके बाद साल 2022 में सत्येंद्र सिंह लोहिया ने 36 किलोमीटर के नॉर्थ चैनल को 12 डिग्री तापमान के बीच ठंडे पानी में 14 घंटे 39 मिनट तरकर इस पर कर विश्व रिकॉर्ड बनाया।   सत्येंद्र सिंह लोहिया ने निषाद नेशनल पैरा स्वीमर चैंपियनशिप में भाग लेकर देश के लिए 24 पदक हासिल किए हैं, जिसके बाद 2020 में राष्ट्रपति द्वारा उन्हें तेनजिंग नोर्गे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सत्येंद्र के मुताबिक वह भारत के पहले दिव्यांग खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह सम्मान मिला था। इसी दौरान उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बुलाकर सम्मानित किया था। साल 2014 में मध्य प्रदेश का विक्रम अवार्ड मिलने के बाद उन्हें शासकीय सेवा में वाणिज्य कर विभाग में 2016 में पदस्थ किया गया था।

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भोपाल। गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर शुक्रवार को परेड के साथ-साथ विभिन्न राज्यों की झांकियां भी निकाली गई। इसमें ‘’विकास का मूल मंत्र - आत्मनिर्भर नारी’’ पर केंद्रित मध्यप्रदेश की झांकी में प्रदेश की समृद्धि, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण की झलक देखने को मिली। इसके साथ ही चंदेरी के रेशम की झलक दिखाई गई। साथ ही मिलेट्स एंबेसडर लहरी बाई का नाम भी झांकी में प्रस्तुत किया गया।     कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राज्यों की नयनाभिराम झांकियां निकलीं। मध्यप्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर और प्रगतिशील नारीशक्ति पर केंद्रित रही। आधुनिक सेवा क्षेत्र, लघु उद्योग और पारंपरिक क्षेत्र में समान रूप से सक्रिय प्रदेश की महिलाओं की उन्नति को इस झांकी में दर्शाया गया है। झांकी में खेत-खलिहान से लेकर एयरफोर्स में प्रदेश की नारियों की सशक्त सहभागिता का प्रदर्शन किया गया है। झांकी के अग्रभाग में भारतीय वायुसेना की प्रथम महिला फाइटर पायलट रीवा जिले की अवनी चतुर्वेदी मिग बाइसन लड़ाकू विमान के साथ दिखाई गई। अग्रभाग के निचले हिस्से में गोंड चित्रकारी प्रदर्शित की गई है।   वहीं, झांकी के मध्य भाग में महिला कलाकार मटके पर चित्रकारी का सजीव प्रदर्शन कर रही है। चंदेरी के बादल महल गेट की पृष्ठभूमि में बुनकर महिलाएं चंदेरी, महेश्वरी और बाघ प्रिंट साड़ियों का विक्रय के लिए प्रदर्शन करती दिखाई दीं। मध्य भाग के निचले हिस्से में पद्मश्री से सम्मानित दुर्गाबाई की गोंड भित्ति चित्रकारी और साथ में स्टोन कार्विंग करते हुए महिला कलाकार दिखाई दी। झांकी के पृष्ठ भाग में "मिलेट वूमन ऑफ़ इंडिया" के बैनर के नीचे बांस टोकनियों में रखे विभिन्न प्रकार के श्रीअन्न के साथ डिंडोरी जिले की लहरी बाई की प्रतिकृति दिखाई गई है। इसके निचले हिस्से में विभिन्न श्रीअन्न से निर्मित भित्ति चित्र दिखाए गए हैं। झांकी के साथ "विकसित-सक्षम-सशक्त-समृद्ध, हमारा प्यारा मध्यप्रदेश" की धुन पर महिला कलाकारों का समूह मालवा अंचल का मटकी लोक नृत्य करता दर्शाया गया है।

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उज्जैन। प्रसिद्ध गायक शान ने गुरुवार को उज्जैन पहुंचकर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन किए। वे महाकाल की भस्मारती में सपरिवार शामिल हुए। उन्होंने चांदी द्वार से बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कि उन्होंने भगवान महाकाल से सबके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है।     महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि गुरुवार सुबह प्रसिद्ध गायक शांतनु मुखर्जी (शान) बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे। उन्होंने अपनी धर्मपत्नी राधिका मुखर्जी और बेटे के साथ चांदी द्वार से बाबा महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने परिवार सहित महामृत्युंजय मंत्र के साथ बाबा महाकाल को जल अर्पित करने के लिए कलश पुजारी को सौंपा। इस दौरान शान बाबा महाकाल की भक्ति में लीन नजर आए और जय श्री महाकाल का उद्घोष करते दिखाई दिए।   बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद शान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब से मैंने बाबा महाकाल का गाना गया है, तभी से मुझे बाबा महाकाल का बुलावा बार-बार आ रहा है। इस गीत के बाद कुछ तो चमत्कार हुआ है। इस वर्ष में दो बार बाबा महाकाल के दर्शन करने आ चुका हूं और मेरी बाबा महाकाल से यही कामना है कि वह मुझे बार-बार यहां बुलाए। उन्होंने मीडिया बात करते हुए जय श्री महाकाल का जयकारा भी लगाया।

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भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल के निर्देश पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन आमजन के लिए खोला जा रहा है। नागरिक आज (गुरुवार) से आगामी 27 जनवरी तक निर्धारित अवधि में राजभवन का अवलोकन कर सकेंगे। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी अजय वर्मा ने दी।     उन्होंने बताया कि राजभवन आम नागरिकों के लिए आज और 27 जनवरी को अपराह्न 2:00 बजे से 7:00 बजे तक खुला रहेगा। गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को राजभवन में प्रात: 11:00 बजे से 2:00 बजे तक आमजन को अवलोकन की अनुमति रहेगी।     उन्होंने बताया कि इस अवसर पर राजभवन में केन्द्रीय संचार ब्यूरो, भोपाल द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित, हमारा संकल्प विकसित भारत और मध्यप्रदेश स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। ब्यूरो के सांस्कृतिक दल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और कठपुतली के शो भी प्रदर्शित किए जाएंगे। प्रदर्शनी स्थल पर देश की उपलब्धियों के थ्री-डी सेल्फी बूथ लगाए जाएंगे। इस दौरान आगंतुकों के लिए प्रश्नोत्तरी के कार्यक्रम भी किए जाएंगे।

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श्योपुर। श्याेपुर जिले के कूनाे नेशनल पार्क में मादा चीता ज्वाला ने तीन नहीं चार शावकों को जन्म दिया है। वन विभाग की टीम को आज दूसरे दिन चौथा शावक मिला है। केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सही संख्या बताते हुए कहा कि ज्वाला ने तीन नहीं बल्कि चार शावकों को जन्म दिया है। दरअसल मंगलवार को केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार सुबह करीब 8 बजे अपने एक्स हैंडल पर तीन शावकों के जन्म की जानकारी दी थी। बुधवार को वन विभाग टीम को एक और शावक मिला। जिसके केंद्रीय वन मंत्री ने बधाई देते हुए पोस्ट कर लिखा- जैसे ही वन्यजीव योद्धा ज्वाला के करीब गए उनको पता चला की ज्वाला ने तीन नहीं बल्कि चार शावकों को जन्म दिया है। इस बात ने हमारी खुशी को और बढ़ा दिया है। इसके साथ ही अब कूनो में 8 शावकों सहित चीतों की संख्या 21 हो गई है। बता दें कि मादा चीता ज्वाला दूसरी बार मां बनी है। मार्च 2023 में भी ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उसमें से केवल एक ही जिंदा बचा था।

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भोपाल । भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह की पहल पर भोपाल गैस त्रासदी में प्रभावित परिवारों के कैंसर रोगियों का अब एम्स भोपाल में निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा मिलेगी। इस बारे में संबंधितों के बीच मेमोरेण्डम आफ अन्डरस्टैडिंग (एमओयू) हो चुका है। इस एमओयू के जरिये एम्स भोपाल में गैस पीड़ितों एवं उनके बच्चों को संभावित या स्थापित कैंसर रोग की जांच एवं समुचित उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा।   भोपाल गैस त्रासदी राहत व पुनर्वास विभाग के संचालक राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को बताया कि इसके लिए एम्स भोपाल द्वारा कैंसर विभाग में अलग से 'मेडिकल सोशल वेलफेयर ऑफिसर' तैनात किया गया है। निःशुल्क जांच व उपचार पाने के लिये आवेदक को गैस राहत विभाग के अधीन किसी हॉस्पिटल/क्लीनिक/औषधालय के डाक्टर्स से कैंसर की जाँच या उपचार के लिये 'रेफरल फार्म' तैयार कराकर एम्स भोपाल में जमा कराना होगा, जहां उन्हें पूर्ण जाँच एवं समुचित उपचार की निःशुल्क सुविधा प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया कि ऐसी जांचें या उपचार, जो एम्स भोपाल में निःशुल्क नहीं होते या आयुष्मान योजना में भी कवर नहीं होते है। उनका भुगतान भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग करेगा। इसके लिए एम्स भोपाल में कैंसर रोग से पीड़ितों व उनके बच्चों के इलाज के पंजीयन हेतु अलग से रजिस्ट्रेशन काउन्टर की कारगर व्यवस्था की जायेगी।   उल्लेखनीय है कि भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. शाह ने कुछ दिन पहले ही विभागीय अधिकारियों से कहा था कि सभी गैस पीड़ितों एवं उनके बच्चों को संभावित या स्थापित कैंसर रोग की जांच एवं उपचार की सभी सुविधाएं एम्स भोपाल में निःशुल्क दिलाने की व्यवस्था की जाये। मंत्री डॉ. शाह के निर्देश पर संचालक, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग तथा कार्यकारी निदेशक (ईडी) एवं सीईओ एम्स भोपाल के मध्य 20 जनवरी 2024 को एमओयू साईन कर लिया गया है। एमओयू होने से अब गैस पीड़ित कैंसर रोगियों का उपचार और बेहतर तरीके से हो सकेगा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। उत्तर से आ रही बर्फीली सर्द हवाओं से पूरे मध्य प्रदेश में ठंडक बढ़ गई है। दतिया, ग्वालियर, राजगढ़, खजुराहो, रीवा और पचमढ़ी की रातें शिमला, जम्मू, धर्मशाला-देहरादून से भी ठंडी हो रही हैं। दतिया में टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 2.8 डिग्री पहुंच गया है, जबकि बाकी शहरों में पारा 5 डिग्री से नीचे हैं। ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव जैसे कई शहर तो दिन में भी ठिठुर रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले एक-दो दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा। 26 जनवरी के बाद दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।   प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड का असर रहा। ग्वालियर और खजुराहो में कोल्ड-डे दर्ज किया गया। खजुराहो प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां एक ही दिन में पारा 5.6 डिग्री लुढ़ककर 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्वालियर में 15.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। कई शहरों में शीतलहर का असर भी देखने को मिला। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। भोपाल में अधिकतम तापमान 24.3 डिग्री, इंदौर में 23.8 डिग्री, जबलपुर में 23.8 डिग्री एवं उज्जैन में 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को प्रदेश के 18 शहरों में दिन का तापमान 25 डिग्री से कम रहा। नौगांव में 18 डिग्री, टीकमगढ़ में 18.5 डिग्री दर्ज किया गया। रीवा, रायसेन, मलाजखंड, सतना, सीधी, सागर, शाजापुर, पचमढ़ी, धार, गुना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, उमरिया में पारा 25 डिग्री से कम रहा। मंडला में सबसे ज्यादा 27.2 डिग्री दर्ज किया गया।     पहाड़ी शहरों से ज्यादा ठंड मध्यप्रदेश में   न्यूनतम तापमान की बात करें तो रविवार-सोमवार की रात में दतिया में रिकॉर्ड 2.8 डिग्री न्यूनतम तापमान था। राजगढ़ में टेम्प्रेचर 4.4 डिग्री, ग्वालियर-रीवा में 4.6 डिग्री, पचमढ़ी-खजुराहो में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यदि पहाड़ी राज्यों की बात करें तो जम्मू में 5 डिग्री, कटरा में 3 डिग्री, हिमाचल प्रदेश के शिमला में 3 डिग्री, धर्मशाला में 5.2 डिग्री, उत्तराखंड के देहरादून में 6.6 डिग्री, नैनीताल में 4.5 डिग्री और पंजाब के अमृतसर में पारा 7.2 डिग्री दर्ज किया गया। इस हिसाब से पहाड़ी राज्यों के प्रमुख शहरों से ज्यादा ठंड एमपी के शहरों में पड़ रही है।

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नई दिल्ली। वन्य जीवन और वन्य प्राणियों से प्यार करने वालों के लिए मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से सुखद सूचना आई है। यह देश के टाइगर प्रोजेक्ट के लिए भी अच्छी सूचना है। कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया की चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है।   केंद्रीय पर्यावरणमंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स हैंडल पर आज यह सूचना साझा करते हुए लिखा है "कूनो के नए शावक! ज्वाला नाम की नामीबियाई चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया है। इससे पहले नामीबियाई चीता आशा भी तीन शावकों को जन्म दे चुकी है। देशभर के सभी वन्य जीव अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं और वन्य जीव प्रेमियों को बधाई। भारत में इसी तरह वन्य जीवन फले-फूले। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने 'एक्स' पर वीडियो भी शेयर किया है।   सुखद यह है कि कूनो नेशनल पार्क में अब छह शावक पल-बढ़ रहे हैं। पिछले साल 27 मार्च को भी ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से तीन शावकों की मौत हो चुकी है। एक मादा शावक फिलहाल स्वस्थ है। वह 10 माह की हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से दो चरणों में 20 चीता लाए गए थे। इनमें से सात की मौत हो चुकी है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान (कूनो नेशनल पार्क) संरक्षित क्षेत्र है। इसकी स्थापना 1981 को वन्य अभयारण्य के रूप में की गई थी। यह राज्य के श्योपुर और मुरैना जिलों पर विस्तारित है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) मध्य प्रदेश कैडर के 2010 बैच के अधिकारी आशुतोष प्रताप सिंह को जनसंपर्क विभाग के संचालक पद से हटा दिया है। उनको पुलिस मुख्यालय भोपाल में उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) पदस्थ किया गया है। इस संबंध में गृह विभाग ने सोमवार को देर रात आदेश जारी किया है।     जारी आदेश के अनुसार, आशुतोष प्रताप सिंह से उनकी सेवाएं जनसंपर्क विभाग से वापस लते हुए पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया है। उनको छह साल पहले जनसंपर्क विभाग में निदेशक पदस्थ किया गया था।

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उज्जैन। मध्य प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर उज्जैन में आज अयोध्याधाम में होने वाली श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की धूम है। ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी में इसे महामहोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। अनेक आयोजन होंगे। प्रत्येक आरती में भगवान को पांच क्विंटल फूल अर्पित किए जाएंगे। यहां सोमवार तड़के चार बजे भस्म आरती से महामहोत्सव की शुरुआत हुई।   भस्म आरती से पहले राम दरबार की मूर्ति लाकर महाकाल के बगल में विराजित की गई। भस्म आरती में मंगलगान के साथ फूलों की वर्षा हुई। आतिशबाजी की गई। दोपहर 12 बजे से श्रीरामजी की भव्य आरती की जाएगी। मंदिर परिसर में ड्रोन से पुष्पवर्षा होगी। शाम को दीपोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान यहां एक लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे।   मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि नंदी मंडपम एवं गणेश मंडपम में भगवान श्रीराम का संकीर्तन होगा। इसके बाद शिवराम स्तुति की जाएगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर में दोपहर 12:30 बजे भगवान श्रीराम की महाआरती की जाएगी। प्रसाद वितरण भी होगा। आरती के दौरान मंदिर परिसर में ड्रोन से पुष्पवर्षा की जाएगी। शिखर दर्शन स्थल एवं कोटीतीर्थ कुंड के चारों ओर सायं 7 बजे एक लाख दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। शिखर दर्शन स्थल एवं कोटीतीर्थ कुण्ड के चारों ओर दीपों से "जय श्री राम" लिखा जाएगा।   श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में सायं 07:30 बजे भजन संध्या आयोजित की गई है। रात आठ बजे भव्य आतिशबाजी की जाएगी। भगवान श्री महाकालेश्वर जी की त्रिकाल आरती के दौरान प्रत्येक में पांच क्विंटल पुष्पों की वर्षा की जाएगी। मंदिर प्रांगण में एलईडी के माध्यम से श्रीराम जन्मभूमि के सजीव प्रसारण को दिखाया जाएगा।

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर भगवान श्रीराम के आगमन की खुशी में राममय हो गया। सोमवार को दोपहर में यहां विठलेश सेवा समिति के तत्वाधान में हजारों दीपों को प्रज्जवलित कर महाआरती की गई, वहीं करीब 50 हजारों से अधिक श्रद्धालुओं को समिति के पदाधिकारियों ने प्रसादी ग्रहण कराई।     अयोध्या में राम लला के विराजमान होने के मौके पर प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देशानुसार सुबह से ही यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को करीब पांच क्विंटल से अधिक हलवा की प्रसादी के अलावा 10 क्विंटल से अधिक आटे की चपाती और सब्जी और खिचड़ी आदि का वितरण किया गया। सुबह से ही यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम और यहां पर स्थित बाबा की शीला का अभिषेक किया।     कुबेरेश्वर धाम महादेव मंदिर में रामलला प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देशानुसार कई कार्यक्रम कराए गए। पिछले दो दिनों से धाम पर श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया था, रामलला उत्सव को लेकर मंदिर परिसर में रंग-बिरंगी रोशनी आदि की व्यवस्था की गई और दोपहर 12 बजे के बाद अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हुआ तो यहां पर उत्साहित श्रद्धालुओं ने जोरदार आतिशबाजी और मिठाई का वितरण किया।     विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि सोमवार को सुबह बाबा की विशेष आरती की गई और उसके पश्चात भंडारे के अलावा दीपोत्सव का आयोजन किया। गत दिनों पंडित मिश्रा ने अपने संदेश में कहा कि अनोखे ढंग से इस दिन को मनाया जाएगा। ताकि हर व्यक्ति के मन में इस दिन के प्रति जोश और उत्साह बढ़े, इस पर काम किया जा रहा है। भगवान श्री राम हम सब के आदर्श हैं, 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने पर मनाई गई दीपावली की तर्ज पर 500 वर्षों के लंबे समय के बाद हो रही प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में 22 जनवरी को घर-घर दीपावली मनाई जाए। श्रीराम के महत्व को लोगों को समझाया है। भगवान राम ने कई ऐसे महान कार्य किए हैं, जिसने सनातन धर्म को एक गौरवमयी इतिहास प्रदान किया है।     सुबह से देर रात्रि तक दीपों से जगमग हुआ कुबेरेश्वरधाम सोमवार को कुबेरेश्वरधाम पर करीब 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने धाम पर उत्साह के साथ दीपावली का पर्व मनाया। इस मौके पर यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर समिति की ओर से समिति के पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला सहित बड़ी संख्या में सेवादार मौजूद थे। दोपहर के बाद रात्रि को भी दीपोत्सव का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया।

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भोपाल। प्रदेश में मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल की बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ अन्य परीक्षाओं के सोशल मीडिया पेपर लीक संबंधी भ्रामक जानकारी फैलाएं जाने के विरूद्ध जिला कलेक्टर्स को स्कूल शिक्षा विभाग ने जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश जारी किये है। इस अभियान में शिक्षा विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी को सक्रिय सहयोग करने के निर्देश दिये गये है।   आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव ने रविवार को जानकारी दी कि बोर्ड परीक्षाओं के नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर विद्यार्थियों से धोखाधड़ी करने वाले कई ग्रुप सक्रिय हो जाते है। यह ग्रुप झूटी जानकारी देकर भ्रम की स्थिति पैदा करते है। कई ग्रुप पैसों की मांग करते है और विद्यार्थियों को फर्जी पेपर उपलब्ध कराते है। इसके अलावा यह ग्रुप विद्यार्थियों को विभिन्न गेमिंग और अन्य हानिकारक सामग्री उपलब्ध कराने वाले एप्स से भी जोड़ देते है। इस वजह से विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को आर्थिक हानि होने के साथ मानसिक तकलीफ का भी सामना करना पड़ता है। यह ग्रुप जालसाजी करके विद्यार्थियों से यूपीआई डिटेल्स भी प्राप्त कर लेते है और ब्लेकमेल भी करते है। इन गतिविधियों के रोकने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर जनजागरूकता अभियान चलाने का प्रयास कर रहा है।   तत्काल सूचना देने की अपील स्कूल शिक्षा विभाग ने अभिभावकों और विद्यार्थियों से अपील की है कि उनके साथ इस तरह के कोई भी प्रस्ताव सोशल मीडिया एवं अन्य साधनों से प्राप्त होते है तो उन पर विश्वास न करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और कलेक्ट्रेट में इसकी जानकारी दें। इन सोशल ग्रुप के खिलाफ पुलिस के माध्यम से तत्काल कार्रवाई की जायेगी। विभाग ने सभी सरकारी और प्रायवेट स्कूल से इस मामले में सजग रहने के लिये कहा है। स्कूल प्रबंधकों से कहा गया है कि इस बारे में विद्यार्थियों को जागरूक किया जायें।   स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह ने भी की अपील स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने पूर्व में इस तरह की घटनाओं को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मण्डल और स्कूल शिक्षा के विभागीय अधिकारियों को हाल ही में ली गई बैठक में जनजागरूकता चलाने के निर्देश दिये थे। उन्होंने मण्डल के अधिकारियों से कहा था कि पेपर लीक के मामलें में पाएं गये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी दण्डात्मक कार्यवाही की जायें। उन्होंने कहा कि विभाग अब पेपर लीक करने वाले और भ्रामक स्थिति पैदा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से इसकी लगातार समीक्षा करने और उन्हें अवगत कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये है।

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उज्जैन। अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर मध्यप्रदेश में भी खासा उत्साह है और सभी जगह स्वच्छता अभियान चलाकर मंदिरों और धार्मिक स्थलों को सजाया जा रहा है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में भी खास तैयारियां की गई हैं। रविवार को पौष शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के स्वरूप में शृंगार किया गया। इस दौरान पहले बाबा महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर शृंगार हुआ, फिर उन्होंने भस्म रमाई और उसके बाद बाबा महाकाल ने शेषनाग और मां गंगा का नवीन मुकुट धारण किया। इस दिव्य स्वरूप के दर्शन हजारों भक्तों ने किए।     श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार सुबह भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही मंदिर में सर्वप्रथम पुजारी और पुरोहितों के ने भगवान श्री गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय और बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया। उसके बाद कपूर आरती की गई। बाद में भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से किया गया और भगवान को वैष्णव तिलक लगाकर शृंगारित करने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर महानिवार्णी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई।   भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल ने शेषनाग और मां गंगा के नवीन मुकुट को धारण किया और आभूषण भी पहने। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ लिया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल और जय श्री राम की गूंज से गुंजायमान हो गया। वहीं, 22 जनवरी को यहां दीपोत्सव मनाया जाएगा। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में हर घर में खुशियों के दीप जलाए जाएंगे। फिलहाल, हर घर, हर बस्ती, हर गांव में कलश यात्रा, भजन- कीर्तन, प्रभात फेरी, दीपदान, रंगोली, श्रमदान के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।

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भोपाल। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं से पूरा मध्यप्रदेश ठिठुर रहा है। राजधानी भोपाल, रायसेन, नर्मदापुरम में शनिवार सुबह सर्द हवाएं चली और हल्की बारिश हुई। भोपाल में शुक्रवार को सीजन की दूसरी सबसे सर्द रात रही। न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पहले 20 दिसंबर को 8.8 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया था।   मौसम वैज्ञानिक प्रकाश धावले का कहना है कि जमीन से 12 किमी ऊपर पर चल रही जेट स्ट्रीम और उत्तर से आई बर्फीली हवाओं के कारण पूरा मध्यप्रदेश कड़ाके की ठंड से कांप गया है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में रात का पारा और गिर सकता है। बीती रात 3.1 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ नौगांव (छतरपुर) सबसे ठंडा रहा। वहीं, प्रदेश के 15 से ज्यादा शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री या इससे नीचे चला गया है। ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़, सतना, गुना समेत आधे प्रदेश में कड़ाके की ठंड है। कोहरा छाने और पाला भी गिरने के आसार हैं, जिससे पत्तेदार सब्जियों की फसलों को नुकसान हो सकता है।   बीती रात राजधानी इंदौर में न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री, ग्वालियर में 6.7, जबलपुर में 9.6 तथा उज्जैन में 11.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

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उज्जैन। फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी शुक्रवार सुबह उज्जैन भगवान महाकाल के दरबार में पहुंचे। वे बेटे अहान शेट्टी के साथ भस्म आरती में शामिल हुए। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह भी परिवार के साथ श्री महाकाल मंदिर पहुंचे और बाबा महाकाल के दर्शन किये।   अभिनेता सुनील शेट्टी शुक्रवार तडके अपने बेटे अहान शेट्टी के साथ उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। दोनों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए और भस्मारती में भी शामिल हुए। दोनों ने नंदी बाबा का ध्यान भी लगाया। दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सुनील शेट्टी ने कहा कि वे पहली बार बाबा की भस्मारती में शामिल हुए हैं। उन्हे बहुत अच्छा लगा। अब वे महाकाल दर्शन करने उज्जैन हर साल आएंगे।   कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह परिवार के साथ पहुंचे प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह भी परिवार के साथ शुक्रवार सुबह बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर भगवान महाकाल की पूजा अर्चना। मंत्री राकेश शर्मा ने के दर्शन कर देश-प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के कई जिले शीत-लहर की चपेट में हैं। उत्तरी हवाओं की चपेट में आने से मध्यप्रदेश के कई शहर दिन में भी ठिठुर रहे हैं। गुरुवार को खजुराहो प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां अधिकतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्वालियर में पारा 14.7 डिग्री रहा। 15 डिग्री से कम तापमान की वजह से खजुराहो और ग्वालियर में कोल्ड डे रहा।     इधर, शिक्षा विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग में स्कूलों के समय में परिवर्तन कर दिया है। कड़ाके की सर्दी को देखते हुए ग्वालियर और चंबल संभाग के सरकारी और प्राइवेट स्कूल 11 बजे से ही खुलेंगे। राज्य सरकार ने कड़ाके की सर्दी को देखते हुए इसकी समय सीमा 31 जनवरी तक बढ़ा दी है। ग्वालियर और चंबल संभाग को छोड़कर बाकी जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव का अधिकार एक बार फिर जिला कलेक्टरों को सौंप दिए हैं। इसलिए बाकी जिलों में 21 जनवरी से स्कूल कितने बजे खुलेंगे, यह निर्णय जिला कलेक्टर ही लेंगे। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।     स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह ने गुरुवार को सभी कलेक्टरों को जारी आदेश में कहा है कि 8 जनवरी 2024 को शीतलहर और प्रतिकूल मौसम को देखते हुए 20 जनवरी तक के लिए स्कूलों के समय में बदलाव के संबंध में आदेश जारी किए गए थे। राज्य सरकार ने उक्त आदेश को निरस्त करते हुए शीतलहर और प्रतिकूल मौसम को देखते हुए 31 जनवरी तक के लिए सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के संचालन के संबंध में निर्णय लिया है कि ग्वालियर और चंबल संभाग में आने वाले सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल सुबह 11 बजे से संचालित किए जाएंगे।   बाकी जिलों के संबंधित कलेक्टर मौसम को देखते हुए स्कूलों के समय में परिवर्तन का निर्णय ले सकेंगे। कक्षा 6वीं से 12वीं तक की कक्षाओं की पूर्व निर्धारित परीक्षाओं का संचालन समय सारणी अनुसार ही होगा। गौरतलब है कि पूर्व में जारी आदेश में राज्य सरकार ने कलेक्टरों से स्कूलों के समय में बदलाव के अधिकारी छीन लिए थे। कहा गया था कि स्कूलों के समय में बदलाव स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल प्रिंसीपल से चर्चा के बाद ही किए जाएंगे।

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भोपाल। अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को मध्यप्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में आधे दिन का अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा गुरुवार देर रात जारी आदेश किया है।   जारी आदेश के मुताबिक, 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन सोमवार को शासकीय कार्यालयों में आधे दिन 2.30 बजे तक अवकाश रहेगा।     दरअसल, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सार्वजनिक जगहों के साथ ही मंदिरों में स्क्रीन लगा कर किया जाएगा। आधे दिन के अवकाश घोषित करने का उद्देश्य रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण लोग देख सकें। वहीं, मंदिरों और नदियों के घाट पर दीपदान होगा। वहीं, 21 जनवरी से 26 जनवरी तक सरकारी भवनों पर रोशनी की जाएगी। वहीं, पंचायत स्तर पर रामचरित्र मानस, हनुमान चालीसा और रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा।

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इंदौर। मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (एमपी पीएससी) ने राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2023 का रिजल्ट जारी कर दिया है। गुरुवार दोपहर जारी परिणाम 87:13 फार्मूले के आधार पर घोषित किया गया है। इसमें 229 पदों के लिए 5589 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। हालांकि, एमपीपीएसी ने अभी मुख्य परीक्षा की तारीखों की घोषणा नहीं की है।     गौरतलब है कि एमपीपीएससी द्वारा राज्य सेवा-प्रारंभिक परीक्षा 2023 पिछले साल 17 दिसंबर को प्रदेश के सभी 52 जिला मुख्यालयों पर दो सत्रों में आयोजित की गई थी। एक महीने बाद इसका रिजल्ट घोषित कर दिया गया है, साथ ही फाइनल आंसर की भी जारी की गई है। जो उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए शामिल हुए थे, वे आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in के माध्यम से फाइनल आंसर की डाउनलोड कर सकते हैं। इसी फाइनल आंसर की के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है।     एमपी पीएससी की ओर से जारी सूचना के अनुसार, राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा की प्रोविजनल आंसर-की 20 दिसंबर, 2023 को जारी की गई थी। इसके बाद अभ्यर्थियों को सात दिनों तक आपत्ति दर्ज कराने का मौका दिया गया था। इसके बाद विषय विशेषज्ञों से उत्तरकुंजी की जांच कराने के बाद अब फाइनल आंसर-की रिलीज कर दी गई है। नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि इसी अंतिम उत्तरकुंजी के आधार पर परिणाम भी घोषित किया गया है। ज्यादा जानकारी के लिए पोर्टल पर विजिट कर सकते हैं।  

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जबलपुर/भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने भोपाल गैस पीड़ितों के इलाज में लापरवाही मामले में दोषी अधिकारियों की सजा के फैसले को फिलहाल रोक दिया है। अब पुनर्विचार आवेदन पर सुनवाई के बाद सजा पर निर्णय लिया जाएगा। अगली सुनवाई 19 फरवरी को होगी। दरअसल, अवमानना के दोषी अधिकारियों ने हाई कोर्ट में पुनर्विचार आवेदन लगाया था, जिस पर बुधवार को उच्च न्यायालय की युगलपीठ में सुनवाई हुई।     दरअसल, मप्र उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार के नौ उच्च अधिकारियों को गैस पीड़ितों को सही इलाज एवं शोध व्यवस्था प्रदान नहीं कर पाने और सुप्रीम कोर्ट के भोपाल गैस पीड़ितों के स्वास्थ्य के मामले में नौ अगस्त 2012 के आदेश की लगातार अवमानना का दोषी पाया गया था। उच्च न्यायालय के जस्टिस शील नागू और जस्टिस देवनारायण मिश्रा ने युगलपीठ द्वारा 20 दिसंबर को उक्त आदेश जारी किया गया था, जिसमें इन अधिकारियों को 16 जनवरी तक जवाब देने को कहा गया था। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने एवं न्यायालय की अवमानना अधिनियम 1971 की धारा-2 के तहत मुकदमा चलाने का आदेश दिया गया था। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई करते हुए बुधवार को तय की थी, लेकिन अवमानना के दोषी अधिकारियों ने हाई कोर्ट में पुनर्विचार का आवेदन लगाया, जिसके बाद हाई कोर्ट ने फिलहाल सजा पर फैसले को स्थगित करते हुए 19 फरवरी को अगली सुनवाई तय की है।   इन अधिकारियों को पाया दोषी उच्च न्यायालय ने जिन अधिकारियों को दोषी पाया है, उनमें केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के पूर्व सचिव राजेश भूषण, केंद्र सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की पूर्व सचिव आरती आहूजा, भोपाल मेमोरियल अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर की पूर्व डायरेक्टर डॉ. प्रभा देसिकान, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन एन्वायरमेंटल हेल्थ, आईसीएमआरएस संचालक डॉ. आरआर तिवारी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, आईएनसी के राज्य सूचना अधिकारी अमर कुमार सिन्हा, आईएनसीएसआई विनोद कुमार विश्वकर्मा, आईसीएमआर की पूर्व सीनियर डिप्टी संचालक आर रामा कृष्णन शामिल हैं।   गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो-तीन दिसंबर 1984 की रात में यूनियन कार्बाइड कारखाने से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था,जिसमें हजारों लोगों की मौत और लाखों लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हुए थे। इस गैस त्रासदी का दंश लोग आज भी झेलने को मजबूर हैं। गैस पीड़ित सरकारों से लेकर न्यायालयों के चक्कर काट-काट कर थक गए हैं, लेकिन उन्हें अब तक न्याय नहीं मिल पाया है।

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भोपाल। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्यप्रदेश में ठंड फिर बढ़ा दी है। प्रदेश के 10 से ज्यादा शहरों में मंगलवार की रात का पारा 10 डिग्री से नीचे चला गया। पांच डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ खजुराहो सबसे ठंडा रहा। ग्वालियर - चंबल संभाग के जिलों में भी ठंड पड़ रही है। बुधवार सुबह टीकमगढ़, खजुराहो, मंडला, सतना, सीधी में घना कोहरा रहा। विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर के बीच रही। बाकी शहरों में धुंध रही।   मध्यप्रदेश बर्फीली हवाओं से ठिठुरने लगा है। मंगलवार को उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश के ग्वालियर, खजुराहो, नौगांव, रीवा समेत कई जिलों में दिन का टेम्प्रेचर काफी लुढ़क गया। सबसे ठंडा खजुराहो रहा। यहां दिन का तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, ग्वालियर दूसरा सबसे ठंडा रहा और पारा 15.2 डिग्री दर्ज किया गया। खजुराहो की तुलना में खरगोन में सबसे ज्यादा 29 डिग्री तापमान रहा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसका असर प्रदेश में कम होगा, लेकिन बर्फीली हवाएं ठंडक बढ़ाएंगी। 20 जनवरी के बाद रातें और ठंडी हो जाएंगी। डॉ. सुरेंद्रन ने बताया कि बर्फीली हवा का सबसे ज्यादा असर प्रदेश के उत्तरी इलाके ग्वालियर, छतरपुर, दतिया, भिंड, सीधी, रीवा में देखने को मिल रहा है। बीती रात खजुराहो में 5 डिग्री, दतिया में 5.5 डिग्री, नौगांव में 5.8, टीकमगढ़ में 7, रीवा में 7.2, पचमढ़ी में 7.6, दमोह में 8.2, सागर में 8.5, सतना में 8.6, सीधी और राजगढ़ में 9 डिग्री, उमरिया में 9.3, गुना में 9.4 और रायसेन में 9.6 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इन जिलों में मंगलवार को दिन का तापमान काफी कम रहा था। नरसिंहपुर में प्रदेश का सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रहा। इसके बाद नर्मदापुरम में 13.1 रिकॉर्ड हुआ। बाकी शहरों में 13 से कम न्यूनतम तापमान रहा।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। यहां डाग बाइट की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। यहां बीते 24 घंटे में कुत्तों द्वारा 41 लोगों को काटने के मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा भोपाल के जेपी अस्पताल, हमीदिया व अन्य अस्पतालों में डॉग बाइट का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे लोगों से प्राप्त हुआ है।   दरअसल, गत दिनों अयोध्या नगर थाना क्षेत्र में तीन आवारा कुत्तों द्वारा छह माह के मासूम को नोंचकर मार डाला था। इसके बाद अवधपुरी में भी तीन वर्ष के मासूम को काट चुके हैं। शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र में सोमवार को आवारा कुत्तों ने तीन साल के एक मासूम सहित करीब चार लोगों को काट चुका है। मंगलवार को बीते 24 घंटे में भोपाल शहर में आवारा कुत्तों ने 40 से अधिक लोगों को काटा है। आवारा कुत्तों की धरपकड़ का विरोध और निगम अमले से झूमाझटकी करने वाले तीन कुत्ता मालिकों के खिलाफ शाहपुरा पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।   जानकारी के अनुसार मंगलवार को बीते 24 घंटे के दौरान भोपाल शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 41 लोगों को आवारा कुत्तों ने काट लिया है। जय प्रकाश चिकित्सालय में सुबह से ही कुत्ते के काटने पर लगने वाले इंजेक्शन को लगवाने के लिए लोगों की लाइन लगी हुई थी। भोपाल नगर निगम का अमला जब शाहपुरा क्षेत्र में आवारा कुत्तों को पकड़ने पहुंचा तो तीन कुत्ता मालिक विरोध करने पहुंच गए। दरअसल पालतू कुत्तों को भी लोगों ने खुले में छोड़ रखा था। नगर निगम की कार्रवाई का विरोध करने वाले बिंदुघाट पांडे, अंकित मिश्रा और श्वेता मिश्रा के खिलाफ पुलिस ने निगम अमले की शिकायत पर मारपीट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। भोपाल में अब तक दस से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध करने पर प्रकरण दर्ज हो चुका है।   इधर हबीबगंज थानांतर्गत साईबाबा नगर में रहने वाले आठ साल के एक बच्चे को पालतू कुत्ते ने काट लिया। बच्चे के पिता ने घटना का विरोध किया तो कुत्ता मालिक भाइयों ने उनके साथ झूमाझटकी कर दी। पुलिस के अनुसार साईबाबा नगर में रहने वाले मो. अनवर अंसारी प्रायवेट काम करते हैं। सोमवार दोपहर करब दो बजे उनका आठ साल का बेटा घर के बाहर था, तभी मोहल्ले रहने वाले ब्रजेश वर्मा के पालतू कुत्ते ने उसे पीछे से काट लिया। अनवर ने जब इसका विरोध किया तो ब्रजेश उनके साथ बदसलूकी करने लगा। सूचना मिलने के बाद बड़े भाई जितेंद्र वर्मा ने भी अनवर के साथ बदसलूकी की। इसके बाद अनवर अंसारी थाने पहुंचकर दोनों भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है।   भोपाल में कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं के बीच मंगलवार को महापौर मालती राय ने डॉग सेल की बैठक बुलाई। इसमें कुत्तों की नसबंदी अभियान को तेज करने के साथ ही कई विषयों पर चर्चा की। भोपाल नगर निगम कुत्तों के नसबंदी अभियान में तेजी लाएगा। साथ ही बीमार और संक्रमित कुत्तों के इलाज पर भी गंभीरता से काम किया जाएगा। बैठक में पेट लवर्स के अभियान में बाधा बनने का मुद्दा भी उठा।   महापौर मालती राय ने कहा कि नगर निगम लगातार कार्रवाई कर रहा है, लेकिन पेट लवर्स कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। निगम की कार्रवाई में बाधा बनने वाले करीब लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। महापौर ने कहा कि हमने उनके साथ सामंजस्य बिनाने की हमने पूरी कोशिश कर ली, लेकिन वो लोग सहयोग नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि कानूनी अड़चनों और पशु प्रेमियों के विरोध के चलते निगम अभियान में तेजी नहीं ला पा रहा है। उन्होंने अभियान में जनता और डॉग लवर्स से सहयोग की अपील भी की है। महापौर ने कहा कि एक हादसा होने पर खूब हाई लाइट होता है, लेकिन निगम की कार्रवाई कोई नहीं दिखाता है। बैठक में श्वान अभ्यारण बनाने को लेकर भी चर्चा की गई है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश शासन वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम 2023-24 के अंतर्गत वन, वन्यप्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समन्वय से आयोजित प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में आयोजित द्वितीय शिविर में शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बागसेवनिया भोपाल के 115 विद्यार्थियों एवं 5 विद्यालयीन स्टाफ सहित कुल 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया।   शिविर में सम्मिलित हुये प्रत्येक बच्चे को अनुभूति बैग, केप, पठनीय सामग्री, स्टीकर, पेन, ब्रोशर, बैच प्रदान किये गये। शिविर के प्रारंभ में भी बाघ' गीत, प्रतिभागियों द्वारा गाया गया। साथ ही विद्यार्थियों को पक्षी दर्शन, वन्यप्राणी दर्शन, प्रकृति पथ भ्रमण एवं वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियों कराई गई तथा जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। नवाचार के रूप में रेस्क्यू गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया, प्रतिभागियों ने पेपर का बाघ मॉडल बनाया तथा बगैर सिले कपडे से थैला बनाने की विधि सिखाई गई।     शिविर में हुई स्पॉट क्विज में प्रथम शुभाक जाटव, द्वितीय पायल रघुवंशी एवं तृतीय पूजा कुशवाह रहीं। विद्यार्थियों को वन्यप्राणियों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है। इसके सम्बंध में रेस्क्यू वाहन के माध्यम से रेस्क्सू टीम द्वारा अवगत कराया गया। शिविर के दौरान छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों सम्बंधी जानकारी म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा प्रदाय किये गये सेम्पल के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम के अंत में शिविर में सम्मिलित बच्चों को शपथ दिलाई जाकर पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र वितरण किये गये।     अनुभूति कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर के रूप में ए.के. खरे, सेवानिवृत उप वन सरक्षक डॉ. एस.आर. बाघमारे सेवा निवृत उप वन संरक्षक उपस्थित रहे। कैम्प का संचालन सहायक संचालक वन विहार एस.के. सिन्हा द्वारा किया गया। इस दौरान विजय नंदवंशी बायोलॉजिस्ट एवं अन्य अधिकारी / कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम ने फिर करवट बदली है। सुबह कोहरा छा रहा है तो रातें ठंडी हो रही हैं। वहीं, दिन में टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहा। ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 1 से 5 डिग्री तक बढ़ गया। शनिवार को प्रदेश में दतिया सबसे ठंडा रहा, वहीं ग्वालियर-भोपाल समेत आधे प्रदेश में मध्यम से घना कोहरा छाया रहा।   प्रदेश में शुक्रवार रात सबसे ठंडा दतिया रहा। यहां न्यूनतम पारा 4.9 डिग्री पहुंच गया। नौगांव और रीवा में 5.5, खजुराहो में 6, ग्वालियर में 6.5, सतना में 6.9, सीधी में 7, उमरिया में 8.1 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा। प्रदेश के बाकी शहरों में रात का पारा 10 डिग्री से ऊपर रहा। सबसे ज्यादा 16.2 डिग्री इंदौर में रिकॉर्ड हुआ। पचमढ़ी में यह 10 डिग्री रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस अफगान-ईरान के आसपास है। इस वजह से विंड पैटर्न बदल गया है। राजस्थान के आसपास चक्रवात की एक्टिविटी है। इन वजहों से अगले 2 से 3 दिन तक कोहरा रहेगा। इसके बाद रात के टेम्प्रेचर में कुछ गिरावट हो सकती है, लेकिन 16 जनवरी से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने का अनुमान है। इससे रात का तापमान ज्यादा नहीं गिरेगा।   मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, सिस्टम गुजरने के बाद ही रात के तापमान में गिरावट होगी और ठंड असर दिखाएगी। हालांकि, दिन ठंड रहेंगे। ज्यादातर शहरों में टेम्प्रेचर 25 डिग्री के आसपास ही रहेंगे।

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उज्जैन। ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन के श्मशान में विराजित दस भुजा वाले प्रसिद्ध गणेश मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया गया है। अमर्यादित कपड़े जैसे मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस और छोटे कपड़े पहन कर प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालु यहां सेल्फी भी नहीं ले सकेंगे। मंदिर समिति ने शुक्रवार को इस संबंध में गेट पर पोस्टर चस्पा किया है। मंदिर समिति का कहना है कि अमर्यादित कपड़े पहन कर आने वाले लोग बाहर से ही दर्शन कर सकेंगे।     चक्रतीर्थ श्मशान स्थित गणेश मंदिर देशभर में विख्यात है। मंदिर के पुजारी हेमंत इंगले का कहना है कि युवतियां कई बार सनातनी वेशभूषा के अनुरूप कपड़े नहीं पहनती हैं। वे कटी-फटी जींस और मिनी स्कर्ट पहन कर आ जाती हैं। ऐसी श्रद्धालुओं को लेकर हमने मंदिर के बाहर पोस्टर लगाया है, जिसमें मंदिर में फोटो खींचना, स्वच्छता का ध्यान रखना, सनातन धर्म के अनुरूप कपड़े पहनना और मंदिर में व्यर्थ बैठने पर रोक लगाई है। खासकर युवतियों को कहा गया है कि सनातनी वेशभूषा का उपयोग करें।     महिलाएं साड़ी या सूट पहन कर ही मंदिर आएं चक्रतीर्थ श्मशान स्थित गणेश मंदिर में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। बुधवार को गणेश मंदिर में दिनभर भारी भीड़ रहती है। मंदिर समिति ने लड़कियों से कहा है कि वे मंदिर में भगवान गणेश के फोटो ले सकती हैं, लेकिन मोबाइल से सेल्फी पर प्रतिबंध है। लड़कियों को कहा है कि वे साड़ी या सूट पहन कर ही मंदिर में प्रवेश करें।   इससे पहले भी मध्य प्रदेश के कई मंदिरों में अमर्यादित कपड़े पहन कर पहुंचने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश देने पर रोक लगाई गई है। उज्जैन के ही महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं को ड्रेस कोड में ही प्रवेश दिया जाता है। पुरुषों को धोती-सोला, जबकि महिलाओं के लिए साड़ी पहनना जरूरी है। जल्द ही सभी श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह से दर्शन की व्यवस्था दी जाएगी।

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निंबाहेड़ा। इस बार साल 2024 में मकर संक्रांति का वाहन अश्व है यानी कि मकर संक्रांति पर सूर्य देव अश्व पर सवार होकर आ रहे हैं। इसका बड़ा असर देश दुनिया पर देखने को मिलेगा। श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने हिस को बताया कि जब भी संक्रान्ति का वाहन घोड़ा और उपवाहन सिंह होता है तब समाज में आराजकता लोक में भय और जब सूर्यदेव एक राशि से दूसरी राशि पर जाते हैं तो उस काल को संक्रांति कहते हैं। इस प्रकार वर्ष में 12 संक्रांतियां होती हैं। इनमें से कुछ संक्रांतियों को पर्व के रूप में मनाया जाता है, जब सूर्यदेव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव उत्तरायण होते हैं। वर्ष 2024 में यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रान्ति के दिन गंगा स्नान, सूर्योपासना व तीर्थ स्थलों पर स्नान दान विशेष पुण्यकारी होता है। ऐसी धारणा है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर पुन: प्राप्त होता है। मकर संक्रान्ति के अवसर पर गंगा स्नान एवं गंगा तट पर दान को अत्यन्त शुभ माना गया है। इस पर्व पर तीर्थ राज प्रयाग एवं गंगा सागर में स्नान को महास्नान की संज्ञा दी गई है। मकर संक्रांति के दिन तिल का बहुत महत्व है। कहते हैं कि तिल मिश्रित जल से स्नान, तिल के तेल द्वारा शरीर में मालिश, तिल से ही यज्ञ में आहुति, तिल मिश्रित जल का पान, तिल का भोजन इनके प्रयोग से मकर संक्रांति का पुण्य फल प्राप्त होता है और पाप नष्ट हो जाते हैं। आयुर्वेद में तिल को कफ नाशक, पुष्टिवर्धक और तीव्र असर कारक औषधि के रूप में जाना जाता है। यह स्वभाव से गर्म होता है इसलिए इसे सर्दियों में मिठाई के रूप में खाया जाता है। गजक, रेवड़ियां और लड्डू शीतऋतु में ऊष्मा प्रदान करते हैं। मकर संक्रांति को अनेक स्थानों पर पतंग महोत्सव मनाए जाते हैं। प्राचीन भारतीय साहित्य में भी पतंग उड़ाने का उल्लेख मिलता है। रामचरित् मानस के बालकाण्ड में श्री राम के पतंग उड़ाने का वर्णन है- 'राम इक दिन चंग उड़ाई, इन्द्र लोक में पहुंची जाई।' बड़ा ही रोचक प्रसंग है। पंपापुर से हनुमान जी को बुलवाया गया था, तब हनुमान जी बाल रूप में थे। जब वे आए, तब 'मकर संक्रांति' का पर्व था, संभवतः इसीलिए भारत के अनेक नगरों में मकर संक्रांति को पतंग उड़ाने की परम्परा है। यह समय सर्दी का होता है और इस मौसम में सुबह का सूर्य प्रकाश शरीर के लिए स्वास्थ्य वर्धक और त्वचा व हड्डियों के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। अतः पतंग उड़ाने का एक उद्देश्य कुछ घंटे सूर्य के प्रकाश में बिताना भी है।

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भोपाल। प्रदेश के मौसम पर पश्चिमी विक्षोभ का असर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। बुधवार सुबह भोपाल, सीहोर, उज्जैन समेत मध्यप्रदेश के कई शहरों में कोहरा रहा। ग्वालियर-चंबल अंचल में कोहरे के साथ बारिश भी हुई। वहीं, मौसम विभाग ने ओले गिरने की भी संभावना जताई है। भोपाल, छिंदवाड़ा, उज्जैन में भी रिमझिम बारिश हुई।   बुधवार को भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, सागर, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर में मध्यम से घना कोहरा रहा। ग्वालियर, जबलपुर में विजिबिलिटी 50 मीटर तक रही। भोपाल एयरपोर्ट पर 100 मीटर तक विजिबिलिटी दर्ज की गई। मंडला, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, इंदौर, अलीराजपुर, धार, देवास, शाजापुर, राजगढ़, आगर, हरदा, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, दमोह में हल्का कोहरा रहा। कटनी, उमरिया, शहडोल, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में मध्यम कोहरा रहा।   कोहरे के साथ प्रदेश में कड़ाके की सर्दी भी पड़ रही है। मंगलवार को ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। 6 डिग्री की गिरावट के साथ दिन का टेम्प्रेचर 14.2 डिग्री पर आ गया। उज्जैन में अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री, भोपाल में 27.7 डिग्री, इंदौर में 27.8 डिग्री और जबलपुर में सबसे ज्यादा 28.5 डिग्री रहा। ग्वालियर के बाद टीकमगढ़ और खजुराहो भी ठंडे रहे। टीकमगढ़ में अधिकतम पारा 17 डिग्री और खजुराहो में 19.4 डिग्री दर्ज किया गया। गुना, नौगांव, सतना, रीवा, रतलाम, सीधी, पचमढ़ी, शाजापुर में टेम्प्रेचर 25 डिग्री के नीचे रहा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक दिव्या सुरेंद्रन ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से मौसम बदला है। बुधवार को कुछ हिस्सों इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों और हरदा में बारिश होने के आसार हैं। कुछ जिलों में ओले भी गिर सकते हैं। अगले 2 से 3 दिन तक प्रदेश में कोहरा रहेगा। सिस्टम के गुजरने के बाद रात के टेम्प्रेचर में गिरावट होगी।

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नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए मामले आने का सिलसिला जारी है। बुधवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना के 605 नए मामले सामने आए हैं और इससे 04 मरीजों की मौत हुई है। इसके साथ 877 मरीज स्वस्थ हुए हैं। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 3,643 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कोरोना के ज्यादातर मामले केरल और कर्नाटक में सामने आ रहे हैं। इन्हीं दोनों राज्यों में पिछले 24 घंटे में 2-2 मरीजों की मौत हुई है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं।

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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। भोपाल में विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम रह गई। करीब पौने दस बजे के बाद हल्की धूप खिली। ग्वालियर, भिंड, और रायसेन में रात को बूंदाबांदी हुई। शिवपुरी में तेज पानी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में अगले 1-2 दिन में ओले गिर सकते हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार को मालवा (उज्जैन संभाग) में ओलावृष्टि और हल्की बारिश का अनुमान जताया है। नए सिस्टम के सक्रिय होने से ऐसा होगा। 12 जनवरी के बाद रात में भी कड़ाके की ठंड पड़ेगी। इससे पहले सोमवार को मौसम अचानक बदल गया। जिन शहरों में 3-4 दिन से धूप नहीं निकली थी, वहां धूप खिलने से टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में उज्जैन, मंदसौर, नीमच, शिवपुरी, ग्वालियर, रतलाम, हरदा, सागर समेत भोपाल संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, ग्वालियर-चंबल संभाग में मध्यम से घना कोहरा भी रहेगा। इधर, मध्यप्रदेश में शीतलहर को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव हुआ है। अब 20 जनवरी तक स्कूल सुबह 10 बजे से ही संचालित होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने शासकीय और अशासकीय स्कूलों के लिए इस संबंध में आदेश जारी कर दिये हैं।

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कोलकाता। शास्त्रीय संगीत के मशहूर गायक उस्ताद रशीद खान (55 वर्ष) का मंगलवार को निधन हो गया है। कोलकाता के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अस्पताल पहुंचीं। बनर्जी ने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर के कारण कोलकाता के अस्पताल में इलाज करा रहे उस्ताद राशिद खान का निधन हो गया। हमने उनके इलाज की पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया न जा सका। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरे देश और संपूर्ण संगीत जगत के लिए बड़ी क्षति है। जिस निजी अस्पताल में खान को भर्ती कराया गया था, उसके एक अधिकारी ने कहा कि अपराह्न लगभग 3:45 बजे उस्ताद रशीद खान का निधन हो गया। सेहत बिगड़ने की वजह से उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में जीवन रक्षक प्रणाली और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। पिछले महीने सेरेब्रल अटैक के बाद संगीतकार की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ गई थी। रामपुर-सहसवान घराने से ताल्लुक रखने वाले खान, घराने के संस्थापक इनायत हुसैन खान के परपोते थे।

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भोपाल। पूरा मध्यप्रदेश इन दिनों शीतलहर की चपेट में है और कड़ाके की ठंड के कारण जनजीवन प्रभावित होने लगा है। पिछले सात दिन से लगातार मौसम ठंडा बना हुआ है। भोपाल और निकटवर्ती जिलों में तो चार दिन से धूप नहीं निकली। सोमवार सुबह भी यहां कड़ाके की ठंड रही। घना कोहरा होने से विजिबिलिटी 10 मीटर रह गई। ग्वालियर, गुना, सागर, रायसेन, उज्जैन समेत कई शहरों में भी ऐसा ही मौसम है। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन में मालवा समेत आसपास के क्षेत्रों में ओले गिरने का अनुमान जताया है।     पश्चिमी विक्षोभ के असर से रविवार को प्रदेश में कहीं बारिश हुई, तो कहीं कोहरा छाया रहा। सर्द हवाओं से भी ठिठुरन बनी रही। स्थिति यह रही कि हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला और जम्मू के कटरा से भी ठंडे भोपाल, रायसेन और सागर रहे। वहीं, 11 शहरों में दिन का अधिकतम टेम्प्रेचर 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। सोमवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी से कोहरा, बारिश और ठंड पड़ेगी। राजधानी भोपाल रविवार को प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा शहर रहा। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री रहा। इस तरह धर्मशाला की तुलना में भोपाल में 2 डिग्री की गिरावट रही। जम्मू के कटरा में 18.8 और बनिहाल में 19.6 डिग्री पारा रहा, जबकि उज्जैन में अधिकतम तापमान 19.8, सागर में 17.4, रायसेन में 17.8 और गुना में 18.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। रायसेन में अधिकतम टेम्प्रेचर 17.8 डिग्री और गुना में 18.8 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले आधे प्रदेश में कोहरा और भोपाल-नर्मदापुरम में बूंदाबांदी होती रही।     मौसम विभाग के अनुसार साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम इन दिनों उत्तरप्रदेश के ऊपर है। दूसरा इंडो साइक्लोनिक सर्कुलेशन राजस्थान के ऊपर है। वहीं, गुजरात से यूपी तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस वजह से मध्यप्रदेश का मौसम भी बदला हुआ है। बारिश, कोहरा और हवाएं चल रही हैं। अगले दो दिन तक इस सिस्टम की गतिविधियां चलती रहेंगी। 8 जनवरी को फिर से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो 12 जनवरी तक रहेगा। इससे भी कोहरा और हल्की बारिश होने का अनुमान है।

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कोलकाता। विश्व प्रसिद्ध गंगासागर मेला आज सोमवार से शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका उद्घाटन करेंगी। मेला 17 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान पुण्यस्नान करने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु सागर द्वीप आएंगे। कोलकाता से करीब 130 किलोमीटर दूर गंगासागर के इस मेले में इस बार कम से कम 35-40 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है। सुरक्षा के लिए करीब 10 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। यातायात नियमों को लेकर योजना बनाई गई है और जलक्षेत्र में भी गश्त लगाई जाएगी। चिकित्सा इकाइयों को भी विशेष तौर पर तैयार रखा जाएगा।   लोगों की सुविधा के लिए 10 हजार शौचालय बनवाए जाएंगे और मेले में जाने वाले प्रति व्यक्ति का पांच लाख रुपये का दुर्घटना बीमा किया जाएगा। अधिक भीड़ के मद्देनजर 200 किमी की बैरिकेडिंग की जाएगी। 1150 सीसीटीवी और 20 ड्रोन से मेले पर निगरानी की जाएगी। मेले में लोगों की सुरक्षा और सहायता के लिए 10 हजार पुलिस कर्मियों के अलावा 2400 नागरिक सुरक्षा बल, 6,500 स्वयंसेवक और 50 दमकल गाड़ियां तैनात की जाएंगी। नदी पर गश्त की भी व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मेले के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन को कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया। तीर्थयात्रियों की चिकित्सा भी की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। बीमार लोगों के इलाज के लिए 300 बेड लगाए जाएंगे और गहन चिकित्सा इकाई की भी व्यवस्था की जाएगी। बीमार लोगों को चिकित्सा केन्द्र ले जाने के लिए वॉटर एम्बुलेंस सहित 61 एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी।

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उज्जैन। टेलीविजन धारावाहिक ‘अनुपमा’ से घर-घर में पहचान बनाने वाली टीवी अभिनेत्री रुपाली गांगुली ने रविवार को तड़के उज्जैन में बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद रुपाली गांगुली ने नंदी हॉल में बाबा का ध्यान भी लगाया। रूपाली गांगुली रविवार सुबह भस्म आरती में शामिल हुई, जहां उन्होंने नंदी हॉल से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए। उन्होंने बाबा महाकाल के सामने चांदी द्वार से देहरी पर शीश नवाया। बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए रुपाली ने कहा कि “सुबह होने वाली भस्म आरती बहुत ही भव्य होती है। वह देखने लायक होती है। इस भस्म आरती में सभी सनातन धर्म को मानने वालो को आना चाहिए।” उन्होंने कहा कि “भगवान महाकाल का दरबार एक सिद्ध स्थान है, जहां पर बाबा महाकाल से कुछ भी मांगने की जरूरत नहीं है। वह सभी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं। आज मैं जो भी हूं वह बाबा महाकाल का ही आशीर्वाद है। वर्ष 2020 में मैं पहली बार बाबा महाकाल के दर्शन करने आई थी और इसी मंदिर में मुझे अनुपमा सीरियल करने का ऑफर मिला था। बाबा महाकाल से कुछ मांगने नहीं आई हूं, बल्कि उनका आशीर्वाद सदैव मुझ पर और पूरे परिवार पर बना रहे, ऐसी कामना मैंने बाबा महाकाल से की है।

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भोपाल। राजधानी के त्रिलंगा थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले युवक ने आंखों पर पट्टी बांधी और कान में हेड फोन लगाया था। मृतक पेशे से वकील था और जिला कोर्ट में प्रेक्टिस करता था। शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।   जानकारी अनुसार बालाघाट के वारासिवनी निवासी अंशुल बंसोड (28 वर्ष) पुत्र आनंद बंसोड पिछले पांच साल से भोपाल के त्रिलंगा स्थित विकासकुंज कॉलोनी में किराए से रहता था। वह एलएलबी करने के बाद भोपाल जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने लगा था। एसआई एसएन साहू ने बताया कि शुक्रवार देर रात को अंशुल की मां उसे फोन कर रही थी, लेकिन कॉल पिक नहीं हुआ। लगातार फोन करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने अंशुल के दोस्त को फोन कर जानकारी दी। दोस्त रूम पर पहुंचे तो गेट अंदर से लॉक था। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस गेट तोड़कर घर में पहुंची तो वहां अंशुल का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।   कमरे में मिली शराब की बोतल पुलिस को मृतक अंशुल के कमरे से शराब की बोतल और डिस्पोजल मिला है। फिलहाल सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस वजह से आत्महत्या करने का कारण पता नहीं चला है। शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। मृतक के पिता वारासीवनी (बालाघाट) में पीडब्ल्यूडी में एसडीओ पद पर पदस्थ हैं। बड़े भाई मुंबई में आरबीआई में पदस्थ हैं।

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भोपाल । मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड, कोहरा और बारिश से अगले 6 दिन तक कोई राहत मिलने के आसार नहीं हैं। शनिवार सुबह भी छिंदवाड़ा में तेज बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 11 जनवरी तक प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहेगा।   इन दिनों हरियाणा के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसकी वजह से प्रदेश में भी मौसम सर्द रहेगा। शनिवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत 30 जिलों में मध्यम से घना कोहरा रहा। वहीं, आधे प्रदेश में बादल छाने के साथ बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में अभी भी सिस्टम एक्टिव है, जो अगले दो से तीन दिन रहेगा। दूसरी ओर, एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) हरियाणा के ऊपर एक्टिव है। इसकी वजह से आने वाले दिनों में भी मौसम सर्द रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल संभाग के साथ दमोह, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। केन्द्र सरकार के महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट के तहत बुधवार को एक बड़ी खुशखबरी आई है। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाकर बसाए गए चीतों को कुनबा बढ़ गया है। यहां नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने बुधवार को तीन शावकों को जन्म दिया है। तीनों शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मैदानी अमला और डॉक्टरों की टीम शावकों पर नजर बनाए हुए हैं। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान में जन्में चीते के तीनों शावकों का एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें तीनों शावक स्वस्थ नजर आ रहे हैं और उन्हें चहलकदमी करते भी देखा जा सकता है। उन्होंने ‘एक्स’ के माध्यम से कहा है कि जंगल में शावकों की आवाज गूंजी। यह जानकारी साझा कर खुशी हो रही है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान तीन नए सदस्यों का स्वागत कर रहा है। शावकों को नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने जन्म दिया है। उन्होंने इस घटना क्रम को ‘परियोजना चीता की शानदार सफलता करार दिया, जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पारिस्थितिकी संतुलन बहाल करने के लिए की थी। केन्द्रीय मंत्री यादव ने चीता परियोजना से जुड़े सभी विशेषज्ञों, कूनो राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों और पूरे देश के वन्यजीव प्रेमियों को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर 17 सितंबर, 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था। मादा चीता आशा उन्हीं में से एक है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से यहां 12 चीते लाए गए थे। इस तरह कूनो में कुल 20 चीते बसाए गए थे। मार्च 2023 में मादा चीता सियाया ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कूनो में कुल चीतों की संख्या 24 हो गई थी, लेकिन मार्च से मई के बीच छह चीतों और तीन शावकों की मौत हो गई थी। इसके बाद यहां 14 चीते और एक शावक शेष बचे थे। अब तीन नन्हे शावकों मिलाकर 18 हो चुकी है। इनमें सात नर चीते गौरव, शौर्य, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक तथा 7 मादा चीते आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल हैं। इनमें से अभी केवल दो चीते ही खुले जंगल में मौजूद हैं जो भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को दिख सकते हैं, जबकि शेष सभी चीतों को अभी बड़े बाड़े में ही रखा गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में ट्रक और बसों के ड्राइवर्स की हड़ताल मंगलवार रात को खत्म कर दी गई है। बुधवार सुबह से यात्री बस, स्कूल बस और ट्रक सड़कों पर दौड़ने लगे। इंटर स्टेट बसों का संचालन भी होने लगा। दूध और फल-सब्जियों की सप्लाई आम दिनों की तरह सामान्य हो गई तथा स्कूल बसें भी चलने लगी हैं।   केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद मंगलवार रात को ड्राइवरों की हड़ताल समाप्त हो गई। राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह करीब चार बजे से ड्राइवरों ने भोपाल से अन्य जिलों में जाने वाली बसों को निकालना शुरू कर दिया। ट्रक और लोडिंग वाहन चलने से मंडियों में फल-सब्जियों की आवक सामान्य दिनों की तरह ही रही। भोपाल की मंडी में बुधवार तड़के करीब तीन बजे से भोपाल और अन्य जिलों से सब्जियों की छोटी-बड़ी गाड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह 5:00 बजे से ही कई स्कूल बसें सड़कों पर दिखने लगी थीं। एक बस ड्राइवर से बताया कि मंगलवार रात करीब 10:30 बजे हड़ताल खत्म हुई है। सुबह से ही सांची और अमूल के अलावा अन्य ब्रांड के दूध सप्लाई की स्थिति भी सामान्य नजर आ रही है। पेट्रोल पंपों पर लगने वाली भीड़ भी अब खत्म हो चुकी है।   इंदौर में भी स्कूल और यात्री बसों का संचालन शुरू हो गया। मालवाहक वाहनों के ड्राइवर भी काम पर लौट आए। इससे सभी जरूरी चीजों की आपूर्ति सामान्य हो गई। जबलपुर में भी बस चालक संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि हड़ताल खत्म हो गई है, ड्राइवर अभी से बसों के स्टीयरिंग संभाल रहे हैं।   इससे पहले ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की परिवहन समिति ने ड्राइवरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की थी। समिति और इंदौर ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा कि नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से मीटिंग की। उन्होंने कहा कि नया कानून अभी लागू नहीं हुआ है। कानून लागू करने से पहले समिति के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी, उसके बाद ही कोई निर्णय होगा।

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भोपाल। इस साल 2024 में वैसे तो विश्व में दो सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण की खगोलीय घटनाएं होंगी, लेकिन इस कैलेंडर वर्ष में भारत के भूभाग पर न तो सूर्यग्रहण दिखाई देगा और न ही चंद्रग्रहण दिखेगा। अब भारत में अगला चंद्रग्रहण 7 सितंबर, 2025 को और आंशिक सूर्यग्रहण 2 अगस्त, 2027 को देख पाएंगे। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को बताया कि इस साल 2024 में दो सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण होंगे, लेकिन इनमें से तीन ग्रहण सम्पूर्ण भारत में नहीं दिखाई देंगे। केवल 18 सितंबर को सुबह पश्चिमी भारत के कुछ नगरों में कुछ मिनट के लिए उपछाया चंद्रग्रहण होगा। उपछाया ग्रहण को न ही देखा जा सकता है और न ही इसकी धार्मिक मान्यता बताई गई है। इसीलिए 2024 भारत के लिए ग्रहणविहीन साल होगा।     सारिका घारू ने बताया कि सूर्य की परिक्रमा करते हुए पृथ्वी और पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए चंद्रमा के एक कतार में आ जाने से दिखने वाली खगोलीय घटना का कोण इस प्रकार होगा कि इसे भारतीय भू भाग से नहीं देखा जा सकेगा। सूर्यग्रहण की घटना तब हो रही होगी, जब भारत में रात होगी तो वहीं चंद्रग्रहण की घटना के समय भारत में दिन निकल चुका होगा।     उन्होंने बताया कि बताया कि एक साल में चार से लेकर सात तक ग्रहण हो सकते हैं, जिनमें एक साल में दो से लेकर पांच तक सूर्यग्रहण हो सकते हैं। चंद्रग्रहण भी एक साल में दो से लेकर पांच तक हो सकते हैं। आमतौर पर एक साल में दो सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण होते हैं, लेकिन पृथ्वी के किसी एक भूभाग या देश से कितने ग्रहण दिखेंगे, यह हर बार बदलता रहता है। अब भारत में अगला चंद्रग्रहण 7 सितंबर, 2025 को और आंशिक सूर्यग्रहण 2 अगस्त, 2027 को देख पाएंगे।     इस साल भारत में न दिखने वाले ग्रहण चंद्रग्रहण-25 मार्च             सूर्यग्रहण- 08 अप्रैल चंद्रग्रहण- 17-18 सितंबर सूर्यग्रहण- 02 अक्टूबर

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्यप्रदेश में कोहरा, बादल और तेज ठंड पड़ रही है। साल के पहले दिन कई शहरों में घना कोहरा रहा तो ग्वालियर, टीकमगढ़, खजुराहो, नौगांव, शिवपुरी और गुना में सर्द हवाएं चलीं। इससे पारा लुढ़क गया। प्रदेश में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा, यहां अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री दर्ज किया गया।   प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार को भी सुबह घना कोहरा छाया रहा। भोपाल में विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर तक रही। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश में 29 दिसंबर की रात में पश्चिमी विक्षोभ की एक्टिविटी शुरू हो गई। सोमवार को टीकमगढ़ में 15 डिग्री, खजुराहो में 16 डिग्री, नौगांव में 16 डिग्री, शिवपुरी में 18 डिग्री और गुना में 20.5 डिग्री तापमान रहा। मंगलवार को सर्द हवा चलने से कोल्ड-डे की स्थिति भी बनेगी। ग्वालियर में पिछले चार-पांच दिन से अधिकतम तापमान में खासी गिरावट हुई है। सोमवार को यहां तापमान 13.4 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, भोपाल में 26.8 डिग्री, इंदौर में 27.9 डिग्री, जबलपुर में 27.8 डिग्री और उज्जैन में पारा 25 डिग्री रहा।     हवाई सेवाएं और रेल यातायात प्रभावित   राजधानी भोपाल में कोहरे का असर फ्लाइट्स पर पड़ा है। दिल्ली से भोपाल आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट 2 घंटे 5 मिनट, दिल्ली से भोपाल आने वाली इंडिगो फ्लाइट 1 घंटे 5 मिनट लेट हैं। वहीं, यात्री ट्रेनों पर भी कोहरे का असर हुआ है। ट्रेनें 1 घंटे से लेकर 23 घंटे की देरी से चल रही हैं। इसमें पातालकोट 14 घंटे, कुशीनगर एक्सप्रेस 2 घंटे, नांदेड़ एक्सप्रेस 4 घंटे, अमृतसर एक्सप्रेस 4 घंटे, तेलंगाना एक्सप्रेस 12 घंटे, कर्नाटका एक्सप्रेस 7 घंटे, दक्षिण एक्सप्रेस 5 घंटे, तुलसी एक्सप्रेस 9, पंजाब मेल 5 घंटे, केरला एक्सप्रेस 11 घंटे, आंध्र प्रदेश एक्सप्रेस 12 घंटे, गोंडवाना 21 घंटे, सचखंड 23 घंटे, राप्ती सागर एक्सप्रेस 23 घंटे देरी से चल रही हैं।

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भोपाल। राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 12 अधिकारियों को पदोन्नत करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की गई है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सोमवार देर रात आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश के अनुसार, अपर सचिव स्तर के इन 12 अधिकारियों को सचिव और संभाग आयुक्त के पदों पर पदोन्नति मिली है।   सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, जिन अधिकारियों को पदोन्नत किया गया है, उनमें जल संसाधन विभाग के अपर सचिव कृष्ण गोपाल तिवारी, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त एवं पदेन सचिव भरत यादव, औद्योगिक नीति एवं निवेश विभाग के अपर सचिव सिबी चक्रवर्ती, चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर सचिव सुरक्षि गुप्ता, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग की अपर सचिव शिल्पा गुप्ता, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त सह अपर सचिव गोपाल चंद्र डाड शामिल हैं। वहीं, मप्र कृषि उद्योग विकास निगम भोपाल के प्रबंध संचालक दिलीप कुमार, पुरातस्व एवं संग्रहालय की संचालक एवं संस्कृति विभाग की पदेन अपर सचिव उर्मिला सुरेन्द्र शुक्ला, सागर संभाग के आयुक्त वीरेन्द्र सिंह रावत, मप्र राज्य विपणन संघ भोपाल के प्रबंध संचालक और कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अपर सचिव ललित कुमार दाहिमा शामिल हैं।

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भोपाल। नए साल 2024 की शुरुआत के साथ ही मध्यप्रदेश में मौसम बदल गया है। अधिकतर जिलों में सोमवार सुबह कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार साल के पहले दिन 1 जनवरी को प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, सागर, रीवा संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।   प्रदेश में 29 दिसंबर की रात में पश्चिमी विक्षोभ की गतिविधियां शुरू हो गई थी। इस कारण 30 और 31 दिसंबर को मौसम में बदलाव देखने को मिला। रविवार को खजुराहो सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 12.6 डिग्री और रात में न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा। रविवार को नौगांव, शिवपुरी, सतना और टीकमगढ़ में भी दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। नौगांव में 16.8 डिग्री, शिवपुरी में 17.2 डिग्री, सतना में 17.2 डिग्री और टीकमगढ़ में 18 डिग्री टेम्प्रेचर रहा। रीवा, गुना, मलाजखंड, पचमढ़ी और दमोह भी ठंडे रहे। इससे पहले ग्वालियर-चंबल संभाग समेत आसपास के जिलों में घना कोहरा रहा। कई जगह विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही। इस कारण वाहन चालकों को परेशानी हुई।   प्रदेश के बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में दिन का अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री, इंदौर में 29 डिग्री, जबलपुर में 25.7 डिग्री और उज्जैन में 28.5 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान नर्मदापुरम में 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर और सागर संभाग के साथ दतिया, भिंड, मुरैना, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना और मंडला जिलों में विजिबिलिटी 50 से 500 मीटर के बीच रह सकती है। यहां मध्यम से घना कोहरा छा सकता है। दतिया, सतना, छतरपुर और टीकमगढ़ में कोल्ड डे की संभावना है। वहीं, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। 4 जनवरी तक बादल छाए रह सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार सिस्टम गुजरने के बाद कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी।

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भोपाल। साल 2023 की विदाई के साथ ही साल 2024 का आगाज हो चुका है। देश-दुनिया के लोगों ने नए साल का जोरदार स्वागत किया। मध्यप्रदेश में भी न्यू ईयर का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इंदौर और भोपाल से लेकर प्रदेशभर में लोग जश्न में डूबे नजर आए। रात के 12 बजते ही लोग झूम उठे। जश्न शुरू हो गया। बड़ी संख्या में लोग नए साल को सेलिब्रेट करने शहर के होटल्स और रिसॉर्ट पहुंचे। यहां अलग-अलग थीम रखी गई। लाइव म्यूजिक पर लोग जमकर थिरक रहे।     कड़कड़ाती ठंड के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। कई लोगों ने होटल्स, रेस्टोरेंट और बार में नए साल का जश्न मनाया तो वहीं कुछ लोगों ने घर में अपने परिवार के साथ म्यूजिकल पार्टी का आयोजन किया। रात 12 बजते ही लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और एक-दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं दीं। पुलिस भी इस दौरान पुस्तैद नजर आई। देर रात तक आला अधिकारी सड़कों पर गश्त करते रहे।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सिंगरौली नगर में रविवार को भूकंप के झटके महसूस हुए। जब लोगों को इसका अहसास हुआ तो घरों से निकलकर सड़क पर आ गए। नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर इस बार भूंकप की तीव्रता 3.6 मापी गई है। एक सप्ताह में यहां दूसरी बार भूकंप आया है। हालांकि तीव्रता कम होने के कारण किसी प्रकार की जन-धन की हानि नहीं हुई है।     सिंगरौली में रविवार को दोपहर 2 बजकर 33 मिनट पर भूकंप आया। नए साल के जश्न की तैयारियों में जुटे लोग भूकंप के झटके महसूस होने से दहशत में आ गए। हालांकि, राहत की बात रही कि भूकंप के झटकों की वजह से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। भूकंप के झटके बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया था। धरती के हिलने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदान की ओर सुरक्षित स्थान पर चले गए थे।     यहां एक सप्ताह में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले 26 दिसंबर को भी सिगरौली में भूकंप आया था। तब भूकंप की तीव्रता 3.3 मापी गई थी। हालांकि एक सप्ताह के अंदर दो झटके लगने से लोग के बीच दहशत का माहौल है।

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भोपाल। साल 2023 रविवार को अंतिम दिन है और सोमवार से नए साल 2024 का आगाज होने जा रहा है। ऐसे में लोग पुराने साल को विदाई देने और नए साल के जश्न की तैयारियों में जुटे हुए हैं। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में जश्न की तैयारियां चल रही हैं। लोग जहां रात में पार्टी कर पुराने साल को विदाई देंगे तो वहीं साल 2024 के पहले दिन अपने आराध्य के दर्शन कर नए साल की शुरुआत करेंगे। इस दौरान मंदिरों में अच्छी-खासी भीड़ उमड़ेगी। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज से दो दिन तक 12 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंधन ने दर्शन की व्यवस्थाओं में बदलाव किया है।       रविवार तड़के श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल की चलित भस्मारती के दर्शन कराए गए, वहीं एक जनवरी को 250 रुपये देकर शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी। यह व्यवस्था पांच जनवरी तक जारी रहेगी। मंदिर में प्रवेश निशुल्क है। अधिकारियों का दावा है कि भीड़ भरे इन दो दिनों में भक्तों को 40 मिनट में भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे, लेकिन जब तक गणेश व कार्तिकेय मंडपम में जनदबाव कम नहीं होगा। भक्तों को शीघ्र दर्शन होने में संशय है। मंदिर प्रशासन को इन दोनों स्थानों से दर्शनार्थियों को शीघ्र बाहर निकालने की योजना बनानी चाहिए।       अधिकारियों का कहना है कि भक्तों की भीड़ को देखते हुए दर्शनार्थियों को आज और कल चारधाम मंदिर के सामने से प्रवेश दिया जाएगा। यहां से दर्शनार्थी त्रिवेणी संग्रहालय के समीप शक्ति पथ से होते हुए महाकाल महालोक, टनल एक व दो से होते हुए गणेश व कार्तिकेय मंडपम से भगवान के दर्शन करते हुए आपातकालीन द्वार से बाहर निकलेंगे। मंदिर समिति द्वारा जो मार्ग तय किया गया है, वह काफी चौड़ा है, इससे होते हुए श्रद्धालु तेजी से मंदिर के भीतर पहुंच जाएंगे, लेकिन गणेश व कार्तिकेय मंडप में अलग-अलग कतार में दर्शन करते हुए आपातकालीन द्वार से बाहर निकलने में सर्वाधिक समय लगता है। यहां दर्शनार्थी काफी देर तक रुकते हैं। इससे भीड़ का फ्लो रुकता है और लाइन धीरे चलने लगती है। इससे दर्शन में समय लगता है। अधिकारी जितनी योजना मंदिर के बाहर से भीड़ को भीतर लाने की कर रहे हैं। उससे कहीं अधिक जरूरत अंदर की भीड़ को तेजी से बाहर निकालने की है।       इधर, राजधानी भोपाल में भी नए साल के जश्न की तैयारी चल रही है। जहां होटल, रेस्टोरेंट, रिजॉर्ट सज धज कर तैयार हैं, तो वहीं इसके साथ ही पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है। नए साल के नाम पर हुड़दंग करने वालों से निपटने के लिए भी पुलिस तैयार है। इसके लिए शहर में कई स्थानों पर चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। वहीं शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर भी भारी भरकम चालानी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस ब्रीथ एनालाइजर और बॉडी कैमरा के साथ तैनात रहेगी। साथ ही औचक निरीक्षण के लिए भी दस्ता तैयार किया गया है। हुक्का पीने और पिलाने वालों पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा। सरकार ने नए साल के जश्न को लेकर जो गाइडलाइन जारी किए है उसका पालन करना पड़ेगा, नहीं तो भारी भरकम जुर्माना देना पड़ सकता है।     इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी रविवार को अलसुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही है। मंदिर प्रबंधन समिति ने यहां सुरक्षा और शीघ्र दर्शन की व्यापक व्यवस्थाएं की हैं। सोमवार को यहां और अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। यही हाल अन्य शहरों का भी है।      

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भोपाल। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में कोहरा छाया हुआ है। शनिवार सुबह भी प्रदेश के अधिकांश शहर कोहरे के आगोश में रहे। इधर, मौसम विभाग ने ओले और बारिश की आशंका भी जताई है। विभाग के अनुसार कोहरा, ओले और बारिश का यह दौर लगभग एक सप्ताह चलेगा, जिसके बाद तेज सर्दी का दौर शुरू होगा।   मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने से अगले 7 दिन मौसम बदला रहेगा। शनिवार सुबह प्रदेश के ज्यादातर शहरों में कोहरा छाया रहा। दतिया और सतना में विजिबिलिटी 50 मीटर से कम रही। खजुराहो, दमोह, टीकमगढ़ में विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर रही। रायसेन में इस सीजन में दूसरी बार घना कोहरा छाया। शुक्रवार रात प्रदेश में सबसे ठंडे ग्वालियर और दतिया रहे।   मौसम विभाग के मुताबिक अगले 7 दिनों में प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, भोपाल, सागर और रीवा संभाग में हल्की बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं तो इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल में बूंदाबांदी हो सकती है। मावठा-बादल के बाद तेज ठंड शुरू होगी। इससे पहले शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में ठंडक रही। ग्वालियर और खजुराहो सबसे ठंडे रहे। यहां अधिकतम तापमान 17.4 से 18.2 डिग्री सेल्सियस तक रहा। प्रदेश में रात का तापमान सबसे कम दतिया में 7 डिग्री दर्ज किया गया। नौगांव में 7.5 डिग्री, खजुराहो में 8 डिग्री और पचमढ़ी में 8.6 डिग्री दर्ज किया गया।   मौसम विभाग ने 30 दिसम्बर से 4 जनवरी के बीच ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, भोपाल, सागर और रीवा संभाग में ओलावृष्टि और बारिश की संभावना जताई है। वहीं, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल में बूंदाबांदी हो सकती है।

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भोपाल। हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहले मध्यप्रदेश घने कोहरे के आगोश में है। विशेषकर ग्वालियर क्षेत्र में तो कोहरा इतना घना है कि 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल हो रहा है। शुक्रवार को भी यहां घना कोहरा छाया है। वहीं, गुरुवार को कोहरे के बीच दिन का अधिकतम टेम्प्रेचर 15.7 डिग्री तक पहुंच गया।     मौसम विभाग ने शुक्रवार रात में हिमालय क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान जताया है। यह विक्षोभ 30 दिसंबर से प्रदेश के मौसम पर असर दिखाना शुरू करेगा। इसके प्रभाव से 4 जनवरी तक प्रदेश में मौसम बदला हुआ रहेगा। इस बीच प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश होने और ओले गिरने की आशंका है। यानी नए साल की शुरुआत बदले हुए मौसम से ही होगी। लेकिन इससे पहले ठंड और कोहरा लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 30 दिसंबर से 4 जनवरी के दौरान ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, भोपाल, सागर और रीवा संभाग में ओलावृष्टि और बारिश हो सकती है। इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल में बूंदाबांदी हो सकती है। इधर, आसमान में छाए बादलों के कारण न्यूनतम तापमान बढ़ रहा है। गुरुवार रात को राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री, इंदौर में 15.4 डिग्री, ग्वालियर में 10.8 डिग्री, जबलपुर में 11.5 डिग्री तथा उज्जैन में 13.0 डिग्री रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी से ज्यादा ठंडे राजगढ़ और सागर जिले रहे। राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस, सागर में 8.7, खजुराहो, नौगांव, टीकमगढ़ और गुना में 9 डिग्री रहा।

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भोपाल। प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रही है। इसी क्रम में राजधानी भोपाल में गुरुवार को कोरोना के पांच नए मामसे सामने आए हैं। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर आठ पहुंच गई है।   स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम 32 मरीजों के सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, इनमें लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। नये मरीजों में तीन एक ही परिवार से हैं। सभी मरीजों को पूर्व में कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। इनमें से चार में कोई लक्षण नहीं है। उनको होम आइसोलेशन में रखा गया है। वहीं, एक मरीज दूसरी बीमारी से भी पीड़ित है। जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।   वहीं, गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक मरीज को डिस्चार्ज किया। भोपाल में आठ सक्रिय केस हैं। इसमें से छह मरीज होम आइसोलेशन में है, जबकि दो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बुजुर्ग और दूसरी बीमारी से पीड़ित मरीजों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है।

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नई दिल्ली। लगातार दूसरे दिन गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में घना कोहरा छाया रहने के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई एयरपोर्ट) पर 100 से अधिक उड़ानों में देरी हुई है। विलंबित उड़ानों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय (आगमन और प्रस्थान) दोनों शामिल हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार और शुक्रवार को सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। घने काेहरे के कारण बुधवार को ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक 22 ट्रेन विलंब से चल रही हैं।

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भोपाल। मौसम विभाग के अनुसार 29 दिसंबर से एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय हो रहा है। जिसके चलते 4 जनवरी तक प्रदेश के मौसम में बदलाव दिखाई देगा। इस दौरान 30 दिसंबर से 4 जनवरी तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है तथा कुछ जगहों पर ओले भी गिर सकते हैं।   मध्यप्रदेश के अधिकांश शहरों में गुरुवार सुबह कोहरा छाया रहा। रात के तापमान में भी वृद्धि हुई है। प्रदेश के आधे से ज्यादा शहरों में बुधवार रात न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या इससे ऊपर ही रहा है। पचमढ़ी से ठंडे राजगढ़, नौगांव और उमरिया रहे हैं। इधर मौसम विभाग ने नए साल की शुरुआत बदले हुए मौसम से होने की संभावना जताई है। इसके अनुसार ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, भोपाल, सागर और रीवा संभाग में ओलावृष्टि और बारिश के आसार है। वहीं, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल में बूंदाबांदी हो सकती है। भोपाल में 28 और 29 दिसंबर को मौसम साफ रहेगा। 30 दिसंबर को बादल छाए रहेंगे, जबकि 31 दिसंबर को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।     बीते 24 घंटों में प्रदेश में सबसे ज्यादा ठंडा राजगढ़ रहा, जहां न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया। इसके बाद नौगांव में 8.5 डिग्री, उमरिया में 8.6 डिग्री और खंडवा, खरगोन तथा पचमढ़ी में 9 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तथा इंदौर में 15.2 डिग्री दर्ज किया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में अब तेन्दूपत्ता संग्रहण दर तीन हजार रुपये से बढ़ाकर चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा तय की गई है। इस संबंध में वन विभाग ने आदेश जारी कर दिये है। राज्य सरकार के इस निर्णय से वर्ष 2024 के संग्रहण वर्ष में प्रदेश के करीब 35 लाख तेन्दूपत्ता संग्राहकों को आर्थिक लाभ होगा। यह जानकारी बुधवार को जनसम्पर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने दी।     उन्होंने बताया कि तेन्दूपत्ता संग्राहकों को पिछले वर्ष के मुकाबले अब 162 करोड़ रुपये का अतिरिक्त पारिश्रिमिक मिलेगा। प्रदेश में तेन्दूपत्ता संग्रहण और व्यापार का कार्य मध्यप्रदेश लघु वनोपज संघ के माध्यम से किया जाता है। राज्य में प्रतिवर्ष करीब 16 लाख मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण कार्य किया जाता है।     उन्होंने बताया कि तेन्दूपत्ता संग्रहण के माध्यम से प्रतिवर्ष मई और जून माह में वन क्षेत्र के पास रहने वाले ग्रामीणों को रोजगार की सुविधा मिलती है। मध्यप्रदेश में तेन्दूपत्ता संग्रहण की वर्ष 2017 में पारिश्रिमिक दर 1250 रुपये प्रति मानक बोरा थी। राज्य सरकार ने इस दर में समय-समय पर वृद्धि की। राज्य सरकार की इस निर्णय से अब तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बढ़ी हुई दर से 4000 रुपये प्रति मानक बोरा पारिश्रिमिक मिलेगा।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने मंगलवार देर रात राज्य सेवा परीक्षा-2019 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। 87 फीसदी पदों पर चयन सूची जारी की गई है। ओबीसी आरक्षण मामला कोर्ट में लंबित होने के कारण 13 फीसदी पदों पर नियुक्तियां रोकी गई हैं। राज्य सेवा परीक्षा-2019 के टॉप-10 में से 7 लड़कियां हैं।   लोक सेवा आयोग द्वारा जारी डिप्टी कलेक्टर श्रेणी की सूची में पहले नंबर पर सतना की प्रिया पाठक, दूसरे पर रीवा की शिवांगी बघेल और तीसरे नंबर पर पन्ना की पूजा सोनी हैं। इनके अलावा राहुल कुमार पटेल, निधि मिश्रा, हरनीत कौर कलसी, सौरभ मिश्रा, सलोनी अग्रवाल, रीतिका पाटीदार, आशुतोष महादेव सिंह ठाकुर के नाम मेरिट लिस्ट में हैं। डीएसपी पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची में पहला नाम रुचि जैन, दूसरा ललित बैरागी और तीसरे नंबर पर हर्ष राठौर का है।   राज्य सेवा परीक्षा-2019 में कुल 484 पदों के लिए चयन सूची जारी होनी थी, लेकिन इनमें से 12 पदों (दिव्यांग व अन्य कोटे) के लिए योग्य उम्मीदवार नहीं मिले, इसलिए 472 पदों के लिए फाइनल रिजल्ट जारी हुआ है। बाकी पदों के लिए कोर्ट के फैसले के बाद सूची जारी होगी। अब 2019 के इन अभ्यर्थियों के साथ ही 2020 के अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति मिलने का रास्ता साफ हो गया है।

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श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान के खुले बाड़े में छोड़ा गया चीता "अग्नि" सोमवार को राजस्थान के जंगल में पहुंच गया था। लोकेशन मिलने के बाद कूनो से 20 लोगों की टीम बारां पहुंची। टीम ने चार घंटे में उसे ट्रैंकुलाइज किया। उसे कैलवाड़ा के जंगल ट्रैंकुलाइज कर वापस लाया गया है।   जानकारी के अनुसार, बीते सप्ताह ही नर चीता अग्नि को कूनो के खुले जंगल में छोड़ा गया था। वह तीन दिन पहले कूनो पार्क की सीमा से बाहर निकल गया था और कराहल और आवदा इलाके के जंगल में घूम रहा था। सोमवार को वह मध्य प्रदेश की सीमा को पार कर राजस्थान के कैलवाड़ा इलाके पहुंच गया।     कूनो वनमंडल के डीएफओ थिरूकुलर आर ने बताया कि अग्नि चीता को 17 दिसंबर के बाड़े से खुले जंगल में छोड़ा गया था। वह बीते शनिवार को सातवें दिन कूनो की सीमा से बाहर निकल गया और शिवपुरी के पोहरी रेंज में पहुंच गया था, लेकिन रविवार को लौटकर कूनो की सीमा में आ गया था। सीमा में आने पर ट्रैकिंग टीम ने राहत की सांस ली थी। उसकी लोकेशन कराहल के रीछी गांव के जंगल में मिली थी। यहां से 30 किलोमीटर की दूरी पर ही राजस्थान की सीमा शुरू हो जाती है। इस दौरान वह राजस्थान की तरफ बढ़ने लगा। सोमवार सुबह नौ बजे टीम को उसकी लोकेशन बारां जिले के कैलवाड़ा रेंज के जैतपुरा गांव के पास मिली। कूनो के साथ बारां जिले के डीएफओ को सूचना मिलने के बाद राजस्थान के कैलवाड़ा व किशनगंज वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। टीम ने चीते को कैलवाड़ा के जंगल ट्रैंकुलाइज किया और उसे वापस लेकर आई।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबंधित सरकारी और निजी स्कूलों में इस बार 10वीं और 12वीं कक्षा में प्री-बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने शनिवार को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। अब इनके स्थान पर प्रैक्टिस पेपर आयोजित किए जाएंगे, जो आठ से 13 जनवरी के बीच होंगे। इसके पेपर डीपीआई द्वारा ही उपलब्ध कराए जाएंगे।     मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा लोकसभा चुनाव के चलते निर्धारित समय से एक महीने पहले पांच फरवरी से आयोजित की जा रही है। इस कारण हर साल जनवरी में आयोजित की जाने वाली प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं ली जाएगी। इस माह में ही छमाही परीक्षा समाप्त हुई है। अब बोर्ड परीक्षा में करीब एक माह का समय शेष है। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग ने इस बार प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं कराने का निर्णय लिया है।   डीपीआई जिलों में आनलाइन प्रैक्टिस पेपर भेजेगा। स्कूल स्तर पर प्राचार्य इसकी फोटो कापी कराकर आठ से 13 जनवरी के बीच विद्यार्थियों की तैयारी करवाएंगे। इसके बाद 15 जनवरी से वार्षिक परीक्षा शुरू होने तक शिक्षक विद्यार्थियों की सभी प्रकार की शंकाओं को दूर करने की कोशिश करेंगे। विद्यार्थी प्रैक्टिस पेपर को घर ले जाकर भी हल कर सकते हैं।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के 10 नंबर मार्केट स्थित एक फुटवेयर शोरूम के गोडाउन में शनिवार देर शाम अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। सूचना मिलने पर मौके पर दमकल की गाड़ियां मौके पर कड़ी मशक्कत के बाद करीब ढाई घंटे में आग पर काबू पाया। आग बुझाने के लिए जेसीबी से शोरूप के कांच तोड़ने पड़े। इसके बाद भी काफी देर तक अंदर से धुआं निकलता रहा। आग की वजह शार्ट-सर्किट बताई जा रही है।   फायर कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी के व्यस्ततम 10 नंबर मार्केट में शनिवार की देर शाम एक जूते के शोरूम में भीषण आग लगने की सूचना मिली थी। जानकारी मिलते ही पुलिस के साथ दमकल विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। करीब आधा दर्जन से अधिक दमकल वाहनों से करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।   बताया जा रहा है कि जिस जूते के शोरूम में आग लगी थी, वह बंद था। ऐसे में आग की लपटें अंदर की ओर उठ रही थीं, जिसे बुझा पाना बड़ी चुनौती बन रहा था। ऐसे में आग पर काबू पाने के लिए दमकल दल द्वारा एक जेसीबी बुलाई गई, जिसकी सहायता से शोरूम के बाहरी कांच तोड़े गए और अंदर जाने का रास्ता बनाया। तब कहीं जाकर पानी का पर्याप्त छिड़काव किया जा सका और आग पर काबू पाया गया। फिलहाल, आग की घटना के बाद इलाके में अफरा तफरी का माहौल है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। राजधानी भोपाल में शनिवार को कोरोना के दो नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर शाम जारी की रिपोर्ट में दो लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही भोपाल में एक्टिव मरीजों की संख्या तीन हो गई है।   स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार देर शाम सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें दो दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें 23 वर्षीय एक महिला केरल और 58 वर्षीय पुरुष दिल्ली से लौटे हैं। दिल्ली से लौटे मरीज में हल्के लक्षण है। वहीं, महिला में कोई लक्षण नहीं है। जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों को होम आईसोलेशन में रखा गया है। इसके पहले बैंगलोर से लौटी एक युवती कोरोना पॉजिटव आई थी। वह भी अभी होम आईसोलेशन में है। तीनों की संक्रमित वैक्सीनेटेड है।   भोपाल में कोरोना के दो नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में सक्रिय मरीजों की कुल संख्या पांच हो गई है। इससे पहले इंदौर में एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया था। वह मालदीव घूमने गया था और वहां से लौटकर आने के बाद उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटव थी, जबकि जबलपुर में एक वृद्ध महिला नार्वे से लौट कर आने के बाद यहां कोरोना पॉजिटव पाई गई थी। फिलहाल पांचों मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा गया है और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में उनका उपचार जारी है।

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उज्जैन। महाकाल मंदिर में वर्तमान वर्ष के अंत और नववर्ष के प्रारंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति ने 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक महाकाल मंदिर में होने वाली भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग नहीं करने का निर्णय लिया है। हालांकि, भक्तों की सुविधा के लिए प्रबंध समिति द्वारा चलित भस्म आरती की व्यवस्था की जाएगी।   मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने शनिवार को बताया कि 25 दिसंबर से पांच जनवरी तक भस्म आरती की आनलाइन बुकिंग ब्लॉक कर दी गई है। अधिक श्रद्धालुओं के आगमन के दिनों में भस्म आरती के चलायमान दर्शन करवाए जाएंगे। इसके लिए कार्तिक मंडपम को खाली रखा जाएगा। श्रद्धालु तड़के चार बजे कतार में लगकर चलित भस्म आरती दर्शन कर सकेंगे।   ऑफलाइन अनुमति मिलेगी बीते कुछ वर्षो से नववर्ष के आगमन और पूर्व दिनों बड़ी संख्या में भगवान महाकाल व देव-दर्शन के लिए आने लगे है। इस दौरान महाकाल मंदिर आने वाले भक्त भस्म आरती में जरूर शामिल होना चाहते है। गत वर्ष से श्रीमहाकाल-महालोक बनने के बाद से उज्जैन आने वालों की संख्या और अधिक हो चुकी है।   2023 की विदाई और नए साल 2024 के स्वागत में देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु के भगवान महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन आने की उम्मीद है। इसी के चलते भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग ब्लॉक की गई है। ऐसी स्थिति में 25 दिसंबर से पांच जनवरी तक जो श्रद्धालु भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय के समीप स्थित भस्म आरती बुकिंग काउंटर से ऑफलाइन अनुमति प्राप्त करना होगी। यहां सीट फुल होने पर दर्शनार्थी चलायमान व्यवस्था से भस्म आरती के दर्शन कर सकते हैं।

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भोपाल। देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ मध्य प्रदेश में कोरोना फिर से पैर पसारने लगा है। यहां कोरोना का एक और नया मामला सामने आया है। शुक्रवार को भोपाल में एक युवती की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह दूसरे शहर से यहां आई थी। फिलहाल उसे होम आइसोलेशन में रखा गया है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या तीन हो गई है।   स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोविड हेल्थ बुलेटिन में युवती की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की पुष्टि की है। बताया गया है कि उसकी जांच के लिए गुरुवार को सैम्पल लिया गया था। इससे पहले बीते सोमवार को इंदौर में मालदीव से घूमकर वापस लौटा एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके बाद दो दिन पहले जबलपुर में नार्वे से आई एक महिला कोरोना पॉजिटिव निकली थी। अब भोपाल में एक युवती की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तीनों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। इधर, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया कि प्रदेश के अस्पतालों में 2300 वेटिंलेटर के अलावा 16 हजार ऑक्सीजन सपोर्ट बेड और 5800 आईसीयू बेड रिजर्व रखे हैं। साथ ही ऑक्सीजन को लेकर 49 पीएसए प्लांट और 209 पीएसए प्लांट का मॉक ड्रिल किया गया। ऑक्सीजन की क्षमता 91 हजार 535 लीटर प्रति मिनट हैं। वहीं, मॉक ड्रिल में जहां कमियां मिली है, उनको दूर करने को कहा गया है।

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भोपाल। भारतीय समयानुसार, आज (22 दिसंबर) प्रात: 8 बजकर 57 मिनट पर सूर्य की किरणें मकर रेखा पर लबंवत होने के बाद यह कर्क रेखा की ओर अपनी वापसी यात्रा आरंभ कर रही है। इस कारण उत्तरी गोलार्द्ध के शहरों में आज दिन इस साल का सबसे छोटा और रात सबसे लंबी होगी। इस दौरान दिन की अवधि देश के अलग-अलग हिस्सों में 10 से 12 घंटे के बीच रहेगी, जबकि रात की अवधि 12 से 14 घंटे की रहेगी।     नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि आज विंटर सोलस्टिस का अवसर है, जिसमें अनेक खगोलीय तथ्य समाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि पृथ्वी के अपने अक्ष पर झुके हुए सूर्य की परिक्रमा करते रहने के कारण सूर्य किरणों का कोण किसी स्थान के लिए बदलता रहता है। उत्तरी गोलार्द्ध में अब तक सूर्य दक्षिण दिशा में जाता महसूस हो रहा था। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो आज 8 बजकर 57 मिनट के बाद सूर्य का उत्तरायण आरंभ हो चुका है।   उन्होंने बताया कि विंटर सोलस्टिस की यह खगोलीय घटना 20, 21 ,22 या 23 दिसंबर को हो सकती है, लेकिन 20 या 23 दिसम्बर को यह कम ही होती है। यह घटना 23 दिसंबर को साल 2303 में होगी।   कन्याकुमारी से कश्मीर की ओर बढ़ने पर दिन रहेगा छोटे में भी छोटा देश के नगर-             सूर्योदय - सूर्यास्त - दिन की अवधि बढ़ते क्रम में अमृतसर -             07:26 - शाम 5:31 - 10 घंटे 05 मिनट 08 सेकंड शिमला -             07:15 - शाम 5:23 - 10 घंटे 07 मिनट 41 सेकंड नई दिल्ली -             07:09 - शाम 5:29 - 10 घंटे 19 मिनट 17 सेकंड गंगटोक -             06:21 - शाम 4:46 - 10 घंटे 24 मिनट 59 सेकंड आगरा -             07:03 - शाम 5:29 - 10 घंटे 25 मिनट 42 सेकंड जयपुर -             07:11 - शाम 5:38 - 10 घंटे 26 मिनट 52 सेकंड जोधपुर -             07:21 - शाम 5:50 - 10 घंटे 29 मिनट 32 सेकंड पटना -             06:31 - शाम 5:03 - 10 घंटे 32 मिनट 30 सेकंड अंबिकापुर -             06:34 - शाम 5:17 - 10 घंटे 42 मिनट 55 सेकंड कोलकाता -             06:12 - शाम 4:57 - 10 घंटे 45 मिनट 07 सेकंड द्वारका -             07:29 - शाम 6:15 - 10 घंटे 46 मिनट 31 सेकंड मुंबई            -             07:07 - शाम 6:06 - 10 घंटे 59 मिनट 29 सेकंड चेन्नई -             06:26 - शाम 5:47 - 11 घंटे 21 मिनट 29 सेकंड बेंगुलरु -             06:37 - शाम 5:59 - 11 घंटे 21 मिनट 53 सेकंड कन्याकुमारी -             06:28 - शाम 6:07 - 11 घंटे 39 मिनट 22 सेकंड

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भोपाल। चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाए गए चीतों को अब स्वस्थ परीक्षण के बाद पुनः खुले जंगल में छोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार देर शाम एक चीते को खुले जंगल में छोड़ दिया गया है। इस बार नर चीते पवन को रिलीज किया गया है। इसे मिलाकर अब तक चार चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया है। अब कूनो आने वाले पर्यटक आसानी से इन चीतों के दीदार कर सकेंगे।   जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने बताया कि गुरुवार शाम को नर चीता पवन को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के नयागांव वनक्षेत्र में सफलतापूर्वक छोड़ गया। नर चीता पवन पूर्ण रूप से स्वस्थ है। नयागांव वनक्षेत्र पीपलबावड़ी पर्यटन जोन के अंतर्गत है। पर्यटन जोन में चीतों की मौजूदगी से अब पर्यटक चीतों को देख सकेंगे। पवन को रिलीज किए जाने के बाद कूनो के खुले जंगल में चीतों की संख्या चार हो चुकी है। चीतों के मूवमेंट और उनके व्यवहार को देखकर यह संख्या लगातार बढ़ाई जाएगी। गौरतलब है कि बीते रविवार को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद दो नर चीतों-अग्नि और वायु को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के पारोंद वन क्षेत्र में सफलतापूर्वक छोड़ा गया था। पारोंद वन क्षेत्र अहेरा भी पर्यटन जोन के अंतर्गत है। इसके बाद बुधवार को मादा चीता वीरा को भी सफलतापूर्वक कूनो राष्ट्रीय उद्यान के नयागांव वनक्षेत्र में रिलीज किया गया था। खुले जंगल में छोड़ने के बाद तीनों चीते पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। गौरतलब है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को लाकर बसाया गया था। इनमें से एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह यहां चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गई थी, लेकिन इस साल मार्च से जुलाई के बीच चार माह में एक के बाद नौ चीतों की मौत हो गई थी। इनमें छह चीते और तीन शावक शामिल हैं। इसके बाद चीता विशेषज्ञों की सलाह पर कूनो प्रबंधन ने शेष बचे एक शावक सहित सभी 15 चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया था और पशु चिकित्सकों की एक टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही थी। अब चीतों को पुनः खुले जंगल में छोड़ा जा रहा है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ा के ठंड पड़ रही है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण ठिठुरन लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेशभर में गुरुवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। प्रदेश में सबसे ठंडी रात ग्वालियर में रही। यहां न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी में यह 7.6 डिग्री रहा। नौगांव (छतरपुर) में 7, राजगढ़ में 7.2, दतिया में 7.3 न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ है। वहीं, गुरुवार को सबसे ठंडा दिन टीकमगढ़ में रहा। यहां अधिकतम तापमान 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।   मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को प्रदेश के 20 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ हिमालय क्षेत्र में बना हुआ है। हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवा के साथ नमी आने के कारण मध्यम एवं ऊंचाई के स्तर पर बादल छाने लगे हैं। उत्तर भारत की तरफ से आ रही हवाओं के कारण ठंड बढ़ी हुई है।   उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान के मध्य में द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र, गुजरात एवं उससे लगे अरब सागर पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से बादल छाने लगे हैं। बादलों के कारण रात के तापमान में धीरे-धीरे कुछ बढ़ोतरी होने लगी है। हालांकि, हवाओं का रुख लगातार उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में सिहरन बरकरार है। शुक्रवार से पश्चिमी-विक्षोभ उत्तर भारत के आसपास पहुंच जाएगा।   बादल घने होने के कारण रात के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होने से ठंड से कुछ राहत मिलने लगेगी। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।

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उज्जैन। सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण 22 दिसम्बर को सूर्य मकर रेखा पर लम्बवत् होगा। इस दिन सूर्य की क्रान्ति 23 अंश 26 कला 17 विकला दक्षिण होगी। जिससे भारत सहित उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित देशों में सबसे छोटा दिन तथा सबसे बड़ी रात होगी। प्रति वर्ष की तरह इस बार 22 दिसम्बर को यह खगोलीय घटना होगी, जिसके तहत शुक्रवार को सबसे छोटा दिन होगा। उज्जैन में सूर्योदय 7 बजकर 05 मिनट पर तथा सूर्यास्त 5 बजकर 46 मिनट पर होगा। जिससे उज्जैन में दिन की अवधि 10 घन्टे 41 मिनट तथा रात की अवधि 13 घन्टे 19 मिनट की होगी। इस दौरान सूर्य सायन मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन सूर्य मकर राशि में 0 अंश 07 कला 44 विकला पर होगा। सूर्य की गति उत्तर की ओर दृष्टिगोचर होना प्रारम्भ हो जाती है, जिसे उत्तरायन का प्रारम्भ कहते हैं। सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलार्द्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे तथा रात छोटी होने लगेगी। 21 मार्च को सूर्य विषुवत रेखा पर होगा। तब दिन-रात बराबर होंगे।

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भोपाल। प्रदेश में उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाएं ठिठुरन बढ़ा रही हैं। समूचा मध्यप्रदेश शीतलहर की चपेट में है। बुधवार के बाद गुरुवार को भी सुबह कड़ाके की ठंड रही। लगातार दूसरी रात ग्वालियर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से नीचे ही रहा।   बुधवार को प्रदेश के 12 शहरों बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, उज्जैन, दतिया, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में कोल्ड डे रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बालाघाट जिले का मलाजखंड और ग्वालियर इससे भी ठंडे रहे। मलाजखंड में अधिकतम तापमान 21 डिग्री और ग्वालियर में 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबलपुर में अधिकतम तापमान 2.9 डिग्री की गिरावट के साथ 22.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं, न्यूनतम तापमान की बात करें, तो 6.5 डिग्री के साथ ग्वालियर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। पचमढ़ी में यह 7.6 डिग्री रहा। नौगांव (छतरपुर) में 7, राजगढ़ में 7.2, दतिया में 7.3 न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और प्रदेश के दूसरे शहरों में न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री से नीचे रहा। सबसे ज्यादा 12.9 डिग्री नर्मदापुरम में दर्ज हुआ।   मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन का कहना है कि 22 दिसंबर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर दिखाई देने लगेगा। इस कारण 22-23 दिसंबर को कई जिलों में बादल छाए रहेंगे, जिनकी वजह से तेज ठंड से थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि बारिश के आसार नहीं हैं। 25 दिसंबर के बाद बादल छंट जाएंगे और ठंड का असर एक बार फिर बढ़ जाएगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का एक और मामला सामने आया है। नॉर्वे से जबलपुर आई महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। इससे पहले इंदौर में कोरोना के दो मरीज मिल चुके हैं। एक सप्ताह के अंदर में प्रदेश में कोरोना का यह तीसरा मामला है। हालांकि, अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये तीनों कोरोना के नए जेएन.1 सब वैरिएंट से संक्रमित हैं, तीनों के सेम्पल जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं।     नार्वे से आई 69 वर्षीय वृद्धा ने मंगलवार को जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में जांच कराई थी। लक्षण के आधार पर चिकित्सकों ने कोरोना जांच की सलाह दी थी। मेडिकल के वायरोलाजी लैब में सैंपल की जांच कराई गई, जिसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। मेडिकल की लैब से बुधवार को रिपोर्ट जारी होने के बाद स्वास्थ्य अधिकारी हरकत में आए और महिला की तलाश शुरू की।     जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि मेडिकल में परीक्षण के दौरान महिला ने जो पता लिखवाया था, वह उस पर नहीं मिली। साथ ही जो मोबाइल नंबर दिया था, उस पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। मेडिकल से रिपोर्ट का पता चलते ही स्वास्थ्य अमला वृद्धा की तलाश में जुट गया, ताकि उसे आइलोशन में रखते हुए संपर्क में आए लोगों को सतर्क किया जा सके।   डॉ. मिश्रा ने जिले के सभी शासकीय व निजी अस्पतालों को निर्देश जारी किए हैं कि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की सूचना बिना देर किए स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। इतना ही नहीं कोरोना के लक्षण मिलने पर आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए।   इधर, कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए मेडिकल कालेज अस्पताल के पेईंग वार्ड को पुन: कोविड वार्ड में तब्दील किया गया है। कोरोना के मरीजों को फिलहाल पेईंग वार्ड में भर्ती करने की तैयारी की गई है। मेडिकल के अधीक्षक डा. अरविंद शर्मा ने बताया कि पेईंग वार्ड को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए तैयार किया गया है। आवश्यक होने पर मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाएगा। अस्पताल में आक्सीजन, उपचार में उपयोगी दवा व अन्य जरूरी संसाधन मौजूद हैं।   इससे पहले इंदौर में पति-पत्नी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। पत्नी एक सप्ताह पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, जबकि पति ने तबियत खराब होने के बाद बीते सोमवार को अपनी जांच कराई थी और उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दोनों पति-पति के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होने के बाद दंपत्ति को तुरंत आइसोलेशन में भेज दिया गया..दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया था। कोरोना संक्रमित पति-पत्नी शहर के पलासिया इलाके के रहने वाले हैं और हाल ही में मालदीव से भारत लौटे थे। बताया जा रहा है कि महिला कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गई है, जबकि पुरुष को अभी भी होम आइसोलेशन में रखा गया है।   मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसमें आरटी पीसीआर और रैपिड जांच के निर्देश सरकार ने दिए हैं। अस्पतालों में इलाज के इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है। इससे पहले मॉकड्रिल में कई जगह ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के नहीं चलने के मामले सामने आए है। जिनको जल्द ठीक कराने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कोविड के नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है, वह हमने पूरे प्रदेश में लागू की है। लोग सावधानी बरतें और गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोविड के साथ ही दूसरी सभी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी दक्षता से काम कर रहा है।

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नई दिल्ली। केरल में कोरोना के नए मामले अचानक से तेजी से बढ़ने लगे हैं। बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, केरल में पिछले 24 घंटे में 292 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं और 3 कोरोना पीड़ितों की मौत हुई। राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2041 है। मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना के 341 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें दिल्ली और गुजरात में तीन-तीन, महाराष्ट्र में 11, तमिलनाडु में 13, तेलंगाना में 4, कर्नाटक में 9 मामले दर्ज किए गए हैं।

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भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) के मध्य प्रदेश कैडर के वरिष्ठ अधिकारी डी श्रीनिवास वर्मा को केंद्र सरकार ने प्रमोशन के साथ नई जिम्मेदारी दी है। उन्हें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में संयुक्त निदेशक नियुक्त किया गया है। उन्हें पांच साल के लिए सीबीआई में संयुक्त निदेशक पद पर नियुक्त किया है। वे जल्द ही पदभार ग्रहण करेंगे।       मध्य प्रदेश में सिंघम के नाम मशहूर भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1997 बैच के अधिकारी डी श्रीनिवास वर्मा करीब डेढ़ साल पहले स्थानांतरित होकर बतौर ग्वालियर जोन के एडीजी पदस्थ हुए थे। उन्होंने ग्वालियर में पदस्थ रहते हुए ही केंद्र में प्रतिनियुक्ति में जाने के लिए आवेदन दिया था। केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने उनका आवेदन स्वीकार कर उन्हें सीबीआई में संयुक्त निदेशक के पद पर पदस्थ किया है। इस संबंध में सोमवार देर रात आदेश जारी किए गए। उन्हें पांच साल के लिए सीबीआई में संयुक्त निदेशक बनाकर भेजा गया है।

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उज्जैन। अभिनेता और गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने सोमवार को उज्जैन पहुंचकर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन किए। वे अलसुबह भगवान महाकाल की भस्मारती में भी शामिल हुए। इस दौरान वह बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए और ओम नमः शिवाय के साथ ही जय श्री महाकाल-जय जय महाकाल का उद्घोष करते दिखाई दिए।       महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर क्षेत्र के सांसद रवि किशन सोमवार सुबह उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए, साथ ही वे दिव्य भस्मारती में भी शामिल हुए। वे करीब दो घंटे तक महाकाल की नगरी में रहे।     बाबा महाकाल के दर्शन के बाद सांसद रवि किशन ने मंदिर में की गई व्यवस्थाओं की खूब सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद कहा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैं तो बाबा महाकाल का सेवक हूं। आज मैं महाकाल के दर्शन कर धन्य हो गया। मैं हमेशा से यही प्रार्थना किया करता था कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बने। मैं बहुत खुश हूं कि बाबा महाकाल ने मेरी प्रार्थना सुनी और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई।   उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान महाकालेश्वर मंदिर में कई कार्य किए गए हैं। आज बाबा महाकाल ने अपने विधायक को यहां का राजा बना दिया है। विश्व के राजा बाबा महाकाल ने मध्यप्रदेश का राजा डॉ. मोहन यादव को बनाया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जय महाकाल, भस्मारती का सौभाग्य महाकाल महाराज ने दिया, हर हर महादेव।  

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छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले में रविवार सुबह कुएं में गिरने से बाघ की मौत हो गई। कुंए में डूबने के बाद बाघ काफी देर तक जान बचाने की कोशिश में तैरता रहा लेकिन आखिर में थककर डूबने से उसकी मौत हो गई। सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।   जानकारी अनुसार मामला जिले के पांढुर्णा विकासखंड में बड़चिचोली के जूनापानी गांव का है। किसान जब्बार खान रविवार सुबह अपने खेत में पानी लगाने के लिए कुएं की मोटर चालू करने पहुंचे। तभी उन्होंने देखा कि कुंए के अंदर एक बाघ छटपटा रहा है। उसने फॉरेस्ट टीम को इसकी जानकारी दी। जूनापानी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र बॉर्ड पर है। ऐसे में सूचना मिलने पर दोनों राज्यों की टीम मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वह काफी देर से तैरते हुए थक चुका था। वन विभाग की टीम ने बाघ के शव को कुएं से बाहर निकाला, हालांकि किसानों ने इसका एक वीडियो बनाया है, जिसमें बाघ कुएं में जान बचाने की मशक्कत करता दिख रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग को सूचना दी गई थी, लेकिन काफी देर बाद टीम पहुंची जिससे उसकी मौत हो गई।

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नर्मदापुर। प्रदेश में नई सरकार आने के बाद शनिवार को दूसरा बड़ा एक्शन लिया गया है। नर्मदापुरम में पहली बार रेत माफिया के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला और चार दुकानों को ढहा दिया गया। प्रशासन की टीम शनिवार सुबह करीब 6 बजे मेहराघाट पहुंची और आरोपियों के अवैध निर्माण को ढहा दिया। आरोपियों ने दो दिन पहले अफसरों पर पथराव किया था।   नर्मदापुरम का मामला प्रशासन की टीम पर हमले से संबंधित है। यहां 14 दिसंबर गुरुवार शाम करीब 5.30 बजे नायब तहसीलदार कीर्ति प्रधान जमीन का सीमांकन का काम पूरा कर लौट रही थीं। इसी दौरान उन्हें पांजरा गांव में रेत से भरा ट्रैक्टर दिखा। ट्रैक्टर ड्राइवर की नजर जैसे ही नायब तहसीलदार पर पड़ी, वह रेत से भरी ट्रॉली को अलग कर ट्रैक्टर लेकर भाग गया। रेत जब्त करने के लिए नायब तहसीलदार ने माइनिंग इंस्पेक्टर पिंकी चौहान, कृष्णा परस्ते और प्राइवेट ट्रैक्टर ड्राइवर छुट्टी गोस्वामी को मौके पर बुलाया। ड्राइवर छुट्टी ट्रॉली को ट्रैक्टर से जोड़ रहा था, तभी सोनू निमोदा और मयंक निमोदा वहां पहुंच गए और दोनों भाइयों ने पथराव शुरू कर दिया। पत्थर लगने से छुट्टी का सिर फूट गया। अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा। उन्होंने छुट्टी को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बताया कि उसके ब्रेन में सूजन है। शुक्रवार को नायब तहसीलदार ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है। उत्तर भारत में अगले सप्ताह तक दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) सक्रिय हो रहे हैं, जिनका असर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 22 दिसंबर को स्ट्रॉन्ग सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना है, जिसके प्रभाव से 23-24 दिसंबर को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन का कहना है कि अभी एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पाकिस्तान के ऊपर सक्रिय है, जिसके शनिवार तक जम्मू-कश्मीर में पहुंचने की संभावना है। हालांकि, प्रदेश में इसका असर कम रहेगा, क्योंकि बादल काफी ऊपर रहेंगे। कुछ जगहों पर बादल जरूर छाए रह सकते हैं। वहीं, 22 दिसंबर को फिर से एक सिस्टम सक्रिय होगा। यह सिस्टम काफी स्ट्रॉन्ग होने की वजह से 23 और 24 दिसंबर को प्रदेश में बारिश होने का अनुमान है। सिस्टम की एक्टिविटी के चलते दिन-रात के तापमान में उतार-चढ़ाव रहेगा। दिन में पारा एक-दो डिग्री लुढ़क सकता है तो रात में एक डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। ज्यादातर शहरों में पारा 12 डिग्री तक रहने का अनुमान है।     इधर, सिस्टम के एक्टिव होने से पहले मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को कई शहरों में टेम्प्रेचर एक से दो डिग्री तक बढ़ गया। राजधानी भोपाल में पारा 2 डिग्री बढ़कर 28.4 डिग्री पहुंच गया। इंदौर में 27 डिग्री, ग्वालियर में 26.8 डिग्री, उज्जैन में 27.5 डिग्री और जबलपुर में यह 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह बैतूल में 25.2 डिग्री, धार में 26.3 डिग्री, गुना में 27.5 डिग्री, नर्मदापुरम में 27.1 डिग्री, खंडवा में 29.1 डिग्री, खरगोन में 27.6 डिग्री, रायसेन 25 डिग्री, शिवपुरी में 25.2 डिग्री रहा।     प्रदेश में हिल स्टेशन पचमढ़ी शुक्रवार को सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 22 डिग्री, नरसिंहपुर में 23 डिग्री और बालाघाट के मलांजखंड में तापमान 22.5 डिग्री दर्ज किया गया।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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सिवनी। विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क के रूखड बफर जोन में बाघिन अपने दो शावकों के साथ देखी गई है, बाघिन एवं शावकों की आपसी अठखेलियां देखने हेतु पर्यटकों में जबरदस्तं उत्सावह है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए गुरुवार (14 दिसंबर) की रात्रि बेहद खास होने वाली है। इस दौरान साल 2023 की सबसे बड़ी खगोलीय आतिशबाजी देखने को मिलेगी। इस दिन शाम 7 बजे के पहले ही दूज के पतले हंसियाकार चंद्रमा के अस्त होने के बाद अंधेरे पूर्वी आकाश में जेमिनीड उल्का बौछार के दिखने की शुरुआत होगी।   भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बुधवार को आकाश की इस प्राकृतिक आतिशबाजी के बारे में बताया कि यह वर्ष की सबसे शानदार उल्का वर्षा होगी। इसमें प्रति घंटे लगभग 120 से 150 तक उल्काओं (टूटते तारों) को देखने की संभावना रहगी। यह उल्काएं 35 किलोमीटर प्रति सेकंड के वेग से नीचे आते दिखेंगी। इसे देखने के लिए शहर की रोशनी या स्ट्रीट लाइट से काफी दूर के क्षेत्र में जाकर किसी छत या साफ मैदान पर लॉन कुर्सी या दरी पर लेट कर अथवा बैठकर पूर्वी आसमान से देखने की शुरुआत करें। अंधेरे मे लगभग 30 मिनट के बाद आपकी आंखें अनुकूल हो जाएंगी और आपको कुछ अंतराल पर उल्काएं दिखाई देने लगेंगी। यह बौछार रातभर चलेगी, इसलिए धैर्य रखें। इसे देखने के लिए अलग से कोई यंत्र की आवश्यक नहीं होती है। उन्होंने बताया कि जेमिनीड उल्का बौछार का नाम जेमिनी तारामंडल से लिया गया है, क्योंकि उल्का बौछार की मिथुन तारामंडल के सामने से ही होती दिखती है। जेमिनीड उल्कापात उल्कापिंड 3200 फैथान के कारण होता है। जब पृथ्वी इसके द्वारा छोड़े गए धूल से होकर गुजरती है तो धूल एवं चट्टान हमारे वायुमंडल के ऊपरी भाग के सम्पर्क में आकर जल जाती है जो हमें उल्का बौछार के रूप में दिखाई देती है। तो हो जाइए आकाशीय आतिशबाजी को देर रात तक देखने के लिए तैयार, गर्म कपड़े और कम्बल को साथ रखना न भूलें, क्योंकि इस समय रात में कड़ाके की ठंड भी रहेगी।

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को कार्यभार संभालने के बाद कहा कि प्रदेश में खुले में बिना अनुमति मांस तथा मछली का विक्रय प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके संबंध में 15 दिसम्बर से सभी नगरीय निकायों में मध्यप्रदेश नगरपालिक निगम अधिनियम-1956 के प्रावधानों के तहत विशेष अभियान चलाया जाएगा।   नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न शहरों में सामान्यत: किसी भी प्रकार के व्यवसाय, दुकान, बाजार या रेहड़ी आदि लगाने के लिये नगरीय निकायों द्वारा मध्यप्रदेश नगरपालिक निगम अधिनियम-1956 एवं अन्य सुसंगत अधिनियमों के अंतर्गत अनुज्ञा/अनुमति/अनापत्ति प्रदान की जाती हैं। विशेष रूप से किसी भी प्रकार के मांस एवं मछली के विक्रय के लिये नगरीय विकास विभाग के अधिनियमों के अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के प्रावधान लागू होते हैं। इसके अंतर्गत जिलों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा मांस एवं मछली के विक्रय के संबंध में अतिरिक्त शर्तें लगाई जाती हैं।   उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के अंतर्गत मांस एवं मछली के विक्रय के समस्त प्रतिष्ठानों में अपारदर्शी कांच/दरवाजा एवं साफ-सफाई की सम्पूर्ण व्यवस्था होना अनिवार्य है। इसके साथ ही किसी भी धार्मिक स्थल के मुख्य द्वार के सामने 100 मीटर की दूरी के भीतर उक्त सामग्री का विक्रय या प्रदर्शन प्रतिबंधित है। सभी जिला कलेक्टर्स, नगरीय निकायों के आयुक्तों और मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को अधिनियमों/नियमों एवं लायसेंस की शर्तों का पालन कड़ाई से कराने के निर्देश दिये गये हैं। सभी निकाय क्षेत्रों में आगामी 15 दिवस तक अतिक्रमण निरोधी दस्ते तथा स्वास्थ्य अमले के अतिरिक्त जिला एवं पुलिस प्रशासन विशेष अभियान चलायेगा। यह अभियान 15 दिसम्बर से प्रारंभ होकर 31 दिसम्बर तक निरंतर चलाया जायेगा। अभियान की राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिये गये हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी घासीपुरा में चल रहे मुस्लिम समुदाय के चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय समागम आलमी तब्लीगी इज्तिमा का सोमवार को दुआ-ए-खास के साथ समापन हो गया। दुआ-ए-खास में देश-दुनिया के करीब 10 लोगों ने शिरकत की। आधे घंटे चली दुआ में दिल्ली मरकज के मौलाना मोहम्मद साद ने दुनिया में अमन-चैन के साथ मुल्क की तरक्की के लिए भी दुआ कराई। इसके बाद लोग इज्तिमागाह से रुखसत होना शुरू हो गए।       आलमी तब्लीगी इज्तिमा के अंतिम दिन दुआ-ए-खास से पहले सुबह फजिर की नमाज के बाद मौलाना मोहम्मद साद का खास बयान हुआ। उन्होंने अपने बयान में नमाज की पाबंदी करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें हर हाल में हक के रास्ते पर चलना है। इसी के साथ ईमानदारी भी बरतनी है और हक पर कायम रहना है। इस दौरान उन्होंने जमातों में निकलने वाले लोगों को इस सफर में अपनाए जाने वाले अखलाक, रखे जाने वाले ख्याल और किए जाने वाले काम समझाए।       भोपाल के ईंटखेड़ी घासीपुरा में आठ दिसंबर को इज्तिमा का आगाज हुआ, जिसमें देश के साथ-साथ विदेशों से आई जमातों ने शिरकत की। रविवार को सुबह से देर रात तक मुस्लिम समाज के लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। सोमवार को सुबह दुआ-ए-खास में मौलाना मोहम्मद साद ने 10 लाख से अधिक के मजमे में दुआ करवाई। दुआ सुबह 10.10 पर शुरू हुई, जिसका समापन 10.36 पर हुआ। दुआ में उन्होंने दुनिया में अमन-चैन के साथ मुल्क की तरक्की और भलाई मांगी। उनके लफ्जों पर चारों तरफ आमीन की सदाए गूंजती रही।       इज्तिमा स्थल पर 26 मिनट की दुआ के दौरान हर तरफ पिन ड्रॉप साइलेंट का माहौल और वातावरण रहा। सिर्फ मौलाना की आवाज और लोगों का आमीन सुनाई दिया। बड़े मजमें ने खुदा की बारगाह में हाथ उठाकर अमन-चैन, खुशहाली और अच्छे स्वास्थ्य की दुआ मांगी।       दुआ खत्म होने के बाद लोगों का इज्तिमा स्थल से अपने घरों की और रवानगी का सिलसिला जारी है। इज्तिमा स्थल से चारों तरफ के रास्तों पर सिर्फ वाहन ही वाहन नजर आ रहे हैं। इज्तिमा कमेटी के वालेंटियर बारी-बारी से पार्किंग खोल कर व्यवस्था के अनुरूप वाहनों को छोड़ रहे हैं। इतना बड़ा मजमा होने के बावजूद ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित नहीं होने दी गई। चार दिनों का आयोजन पूरे समय क्लीन ग्रीन और डस्ट फ्री रहा। लाखों लोगों की चहल-पहल से उड़ने वाली धूल को भी इस बार पानी के छिड़काव से रोका गया। हर चार घंटे में स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया गया। इज्तिमा शुरू होने से कई दिन पहले ये प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, जो आयोजन के दौरान भी सतत जारी रही।       प्रबंधन ने बताया कि कचरा प्रबंधन के लिए सैंकड़ों कार्यकर्ता सतत काम पर लगे हुए थे। इसमें नगर निगम कर्मचारी और निजी वोलेंटियर्स शामिल थे। इसके साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था संभालने के लिए करीब 4500 वालेंटियर्स तैनात किए गए थे। इसके अलावा यातायात व्यवस्था देखने के लिए पूरे मार्ग पर 5000 से ज्यादा वालेंटियर पाबंद किए गए हैं। साथ ही इज्तिमा की व्यवस्था के लिए भी बड़ी तादाद में कार्यकर्ता सेवा में लगे हुए थे।     पाकिस्तान को छोड़कर इन देशों की जमातों ने की शिरकत चार दिवसीय इज्तिमा में करीब 10 लाख लोग जुटे। इस बार भी पाकिस्तान को छोडकर अनेक देशों की जमातों ने इसमें शिरकत की। इनमें अमेरिका, इंडोनेशिया, मलेशिया, बांग्लादेश, साउथ अफ्रीका, जार्डन, अफगानिस्तान, कनाडा सहित अन्य देशों की जमातें भी शामिल हैं। पड़ोसी मुल्क से खराब राजनीतिक संबंधों की वजह से एक भी जमात शामिल नहीं हुई।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की कार्तिक-मार्गशीर्ष (अगहन) माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में सोमवार शाम को अगहन मास की अंतिम एवं शाही सवारी धूमधाम से निकाली गई। अवंतिकानाथ ने चांदी की पालकी में सवार होकर शाही अंदाज में ठाट-बाट के साथ नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जाना। इस दौरान भगवान महाकाल ने मनमहेश स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन दिया। सवारी में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए और भगवान महाकाल के दर्शन किए। सवारी निकलने से पूर्व सोमवार को दोपहर 3.30 बजे मंदिर के सभामंडप में भगवान महाकालेश्वर के मनमहेश स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी नगर भ्रमण के लिए रवाना हुई। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बलों ने भगवान महाकाल को सलामी दी। इसके बाद सवारी शिप्रा तट की ओर रवाना हुई। सवारी में सबसे आगे महाकालेश्वर मंदिर का रजत ध्वज और उसके पीछे पुलिस का अश्वरोही दल, पुलिस बैंड, सशस्त्र बल की टुकड़ियां चल रही थीं। शाही सवारी में परंपरागत नौ भजन मंडलियां भी शामिल हुईं। बाबा महाकाल की शाही सवारी अपने परंपरागत मार्ग गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शाम करीब छह बजे रामघाट पहुंची। यहां मां शिप्रा के जल से भगवान मनमहेश का अभिषेक किया गया। यहां पूजन उपरांत सवारी परम्परागत मार्ग से रामघाट से गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर टंकी चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल चौराहा, सती गेट, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि यह सवारी करीब सात किमी की रहती है। महाकाल की सवारी का रास्ते भर श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत किया गया। शाही सवारी पर महाकाल का दर्शन करने के लिए देशभर से लाखों भक्त यहां आए। पालकी निकलते ही दोनों तरफ से महाकाल पर पुष्प वर्षा की गई। पालकी के साथ चल रहे भक्तों पर भी पुष्प बरसाए गए। व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों के सामने आकर्षक विद्युत सज्जा भी की।

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भोपाल। उत्तर से आ रही सर्द हवाओं और बांदल छंटने के कारण मध्यप्रदेश में ठंड का असर बढ़ गया है। भोपाल, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में मंगलवार सुबह कड़ाके की ठंड रही। पचमढ़ी, ग्वालियर और राजगढ़ सबसे ठंडे रहे। यहां दिन के साथ रात के टेम्प्रेचर में भी गिरावट हुई है।   मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बादल छंटने और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव नहीं होने से प्रदेश में सर्दी का असर बढ़ने लगा है। अगले 2-3 दिन तक ऐसी ही ठंड पड़ेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि आसपास कोई नया सिस्टम नहीं है। बादल छंट गए हैं और वातावरण में नमी घटी है। वहीं, उत्तर पश्चिम से सर्द हवा आ रही हैं। इस कारण प्रदेश में सर्दी का असर बढ़ा है।   बीते 24 घंटों में प्रदेश में राजगढ़ सबसे ठंडा रहा। यहां रात में न्यूनतम पारा 7.6 डिग्री तक पहुंच गया। पचमढ़ी में यह 8.8 डिग्री रहा। रीवा में 10.5, उमरिया में 10.6 तो गुना में रात का टेम्प्रेचर 10.8 रहा। बाकी जगह पारा इससे ऊपर ही रहा। सबसे ज्यादा रात का टेम्प्रेचर 15.6 नर्मदापुरम में दर्ज किया गया।

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ग्वालियर। मानव सेवा, सामाजिक सदभाव और राष्ट्रीय एकता के पुनीत उद्देश्य को लेकर 14 दिसम्बर को “रिक्शा-रन” ग्वालियर पहुंचेगी। तीन दर्जन ऑटो रिक्शों में सवार होकर लगभग 108 सेवाभावी नागरिक एवं प्रबुद्धजन रिक्शा-रन के तहत ग्वालियर आएंगे। यह जानकारी सोमवार को जनसम्पर्क अधिकारी मधु सोलापुरकर ने दी।     उन्होंने बताया कि “रिक्शा-रन “ 10 दिसम्बर से 23 दिसम्बर तक आयोजित हो रही है। चित्रकूट से रवाना हुई रिक्शा-रन 14 दिसम्बर को सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर पहुँचेगी। यह रिक्शा-रन 23 दिसम्बर को भुज पहुँचेगी। ग्वालियर प्रवास के दौरान रिक्शा-रन लाल टिपारा गौशाला जाएगी। इसके अलावा कंपू क्षेत्र में भी जाएगी। ग्वालियर प्रवास के दौरान रिक्शा-रन में शामिल सेवाभावी नागरिक प्रबुद्धजनों से संवाद भी करेंगे। सेवाभारती के छात्रावास का अवलोकन करने भी रिक्शा-रन पहुँचेगी।

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भोपाल। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि जिले में “विकसित भारत संकल्प यात्रा’’ में नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में कैम्प लगाकर केन्द्र सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं संबंधी लक्षित और पात्र लाभार्थियों को आवश्यक सुविधाएँ सुलभ कराने का महत्वपूर्ण कार्य किया जाएगा। इसके अंतर्गत जिले के नगरीय क्षेत्रों में 14 दिसंबर से एवं ग्रामीण क्षेत्र में 18 दिसंबर से यह यात्रा प्रारंभ होगी। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग यात्रा संबंधी तैयारी पूर्ण रखें।     कलेक्टर सिंह ने यह निर्देश सोमवार को यात्रा के संबंध में विभिन्न निर्देश कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा पत्रों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दौरान दिये। बैठक मे नगर निगम आयुक्त फ़्रेंक नोबल, जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह, एडीएम हरेन्द्र नारायण, एडीएम प्रकाश सिंह, एडीएम भूपेन्द्र गोयल सहित सभी अधिकारी उपस्थित रहे।     कलेक्टर ने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम स्थलों पर स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। इनमें सामान्य जाँच की सुविधा उपलब्ध रहेगी। कार्यक्रम स्थलों पर प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के हितग्राहियों के आवेदन भी प्राप्त किये जायेंगे। ऐसे किसान, पशुपालक, मछुआरे, जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं हैं, उनके आवेदन लेने और संबंधित बैंकों से समन्वय कर क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने की कार्यवाही भी की जायेगी। कैम्प में आधार कार्ड के अपडेशन का कार्य और विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ भी वितरित किया जायेगा। इसी के साथ यात्रा के दौरान कार्यक्रम स्थलों पर लगाये गये कैम्प में पेंशन योजनाओं के स्टॉल भी लगाये जायेंगे। इसमें वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगजन पेंशन की जानकारी देने के साथ ही प्रकरणों के निराकरण की कार्यवाही भी की जायेगी।     कलेक्टर ने सभी संबंधित विभागों को यात्रा के दौरान उनसे संबंधित तैयारियों को पूर्ण रखने के निर्देश दिये। इसी के साथ कलेक्टर ने बैठक में राजस्व अधिकारियों को सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण तेज़ी से करने के निर्देश दिये साथ ही सभी राजस्व अधिकारियों को उनके न्यायालयों में नियमित सुनवाई कर पेंडेंसी कम करने के निर्देश भी दिये।

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भोपाल। चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर समाप्त होने के बाद मध्य प्रदेश में बीते दो दिन से मौसम पूरी तरह साफ हो गया है और इसके साथ ही यहां कड़ाके की सर्दी भी शुरू हो गई है। प्रदेश के कई शहर इन दिनों ठंड की चपेट में है। पचमढ़ी में शनिवार रात न्यूनतम तापमान गिरकर 7.8 डिग्री पहुंच गया है। यह इस सीजन में अब तक का सबसे कम तापमान है। वहीं, रविवार सुबह यहां ओस की बूंदें पेड़-पौधों पर जमी दिखीं। इधर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन में भी पारे में गिरावट आई है।       मौसम विभाग की मानें तो मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हो गया है। वहीं, उत्तर भारत की तरफ से सर्द हवाएं आ रही हैं, जिससे पूरे प्रदेश में जबरदस्त सिहरन बढ़ा दी है। रविवार को प्रदेश के शहरों में रात के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। इसी क्रम में तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी में 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जबकि मैदानी इलाकों में सबसे कम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस छिंदवाड़ा में रिकार्ड किया गया। इसके साथ ही प्रदेश के 26 शहरों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो इस सीजन में सबसे कम है।       भोपाल विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मौसम साफ होने और हवाओं का रुख उत्तरी हो जाने की वजह से रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। इससे ठंड बढ़ गई है। अभी एक-दो दिन में सिहरन और बढ़ने के भी आसार हैं।       उन्होंने बताया कि प्रदेश में मिचौंग तूफान का असर समाप्त होने के बाद वातावरण से नमी कम हुई है। इसके साथ ही हवाओं का रुख भी उत्तरी हो गया है। उत्तर भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं के कारण ठंड बढ़ गई है। उधर धूप निकलने के कारण अब दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। इस तरह की स्थित अभी दो दिन तक बनी रह सकती है। इस दौरान रात के तापमान में और भी गिरावट आ सकती है।    

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भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है। जिसके मुताबिक मध्य प्रदेश बोर्ड एमपीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षा 5 और 6 फरवरी, 2024 को शुरू करेगा। माशिमं द्वारा रविवार को जारी समय सारणी के मुताबिक फरवरी 2024 में परीक्षा आयोजित करने का फैसला नवंबर-दिसंबर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और अप्रैल-मई 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए लिया गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल में दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है। यह टाइम टेबल नियमित और स्वाध्याय छात्रों के लिए है। इस टाइम टेबल के अनुसार दसवीं कक्षा की परीक्षाएं 5 फरवरी से 28 फरवरी तक होनी है।   वहीं 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 6 फरवरी से 4 मार्च तक चलेंगी। परीक्षाओं का समय यथावत सुबह 9:00 बजे से 12:00 का रखा गया है। जिसके लिए छात्रों को 8 बजे पहुंचने की हिदायत दी गई है। परीक्षा पूर्ण होने से 15 मिनट निकलने के बाद यानी सुबह 08:45 के बाद किसी भी छात्र को परीक्षा हॉल में एंट्री नहीं दी जाएगी। छात्रों को हर हाल में सुबह 08:30 बजे तक परीक्षा हाल में उपस्थित होना होगा। टाइम टेबल एमपी बोर्ड 2024 आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जारी किया गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। रात में भोपाल, रायसेन और विदिशा में ओस गिरी। शाजापुर में भी कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम रही और सुबह से सर्द हवाएं चल रही हैं। मध्यप्रदेश में अगले तीन दिन तेज ठंड रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में और गिरावट आएगी। अभी जबलपुर, सिवनी और उमरिया सबसे ठंडे हैं। यहां दिन का टेम्प्रेचर 20 डिग्री के नीचे चल रहा है। भोपाल, इंदौर में भी ठिठुरन बढ़ गई है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने शुक्रवार को बताया कि तूफान 'मिचौंग' कमजोर हो गया है, लेकिन नमी की वजह से प्रदेश में बादल छा रहे हैं। हवाओं का रुख उत्तरी होने से ठंड बढ़ रही है। कई शहरों में रात में भी तापमान में गिरावट आई है। तीन दिन बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से एक बार फिर प्रदेश में मौसम बदलेगा। शुक्रवार को हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं। वहीं, गुरुवार को भी प्रदेश के अनेक जिलों में बारिश हुई। सीधी में 0.44 इंच, उमरिया में 0.10 इंच, मलाजखंड में 0.10, पचमढ़ी में 0.05, रीवा में 0.05, सतना में 0.04, नरसिंहपुर में 0.04, सिवनी में 0.03, खजुराहो में 0.03, जबलपुर में 0.03 और मंडला में 0.003 इंच बारिश दर्ज की गई।     सागर में सबसे ठंडी रही रात   मध्यप्रदेश में गुरुवार रात को सागर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम पारा 12.2 डिग्री दर्ज हुआ। पचमढ़ी में यह 15 डिग्री रहा। नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा 20 डिग्री तापमान रहा।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी स्थित घासीपुरा में शुक्रवार 8 दिसंबर से शुरू हो रहे 74वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा में देशभर से करीब एक हजार जमातें शामिल होंगी। लगभग सभी जमातें गुरुवार को राजधानी पहुंच गईं हैं। इज्तिमा में मुस्लिम धर्मगुरु तकरीरें (प्रवचन) करेंगे और अच्छी सीख देंगे। मंच से कोई भी सियासी बातें नहीं होंगी। इज्तिमा की शुरुआत फजिर की नमाज के बाद होगी और नमाज से ही समापन हो जाएगा। इज्तिमा में चार दिन में करीब 10 लाख लोग जुटेंगे। इसलिए तैयारियां भी उसी हिसाब से की गई हैं। 300 एकड़ से ज्यादा एरिया में बड़े-बड़े पंडाल बनाए गए हैं, जहां जमातें रुकी हैं। बारिश से बचने के लिए टेंट को वाटर पू्रफ किया गया है। वहीं, ठंड से राहत पाने के लिए अलाव भी जलाए गएं हैं। चार दिन चलने वाले इज्तिमा में सुबह से देर रात तक मुस्लिम धर्मगुरु अलग-अलग विषयों पर जमातों को संदेश देंगे। इज्तिमा खत्म होने के बाद जमातें देशभर के विभिन्न हिस्सों में रवाना होंगी और धर्मगुरु से मिले संदेश को समाजजनों तक पहुंचाएंगी। मदरसों में जाकर बच्चों को अच्छी सीख दी जाएगी।   एक सप्ताह पहले से भोपाल आ गईं जमातें: इज्तिमा के लिए कई जमातें एक सप्ताह पहले से ही भोपाल आ गईं, जो मस्जिदों में रुकी हुई है। बुधवार से ही जमातें इज्तिमा में आने लगी, लेकिन गुरुवार शाम तक ज्यादातर जमातें पहुंच गई। राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी स्थित घासीपुरा में 8 दिसंबर से शुरू हो रहे 74वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा मुस्लिम समुदाय के दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। बताया जाता है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में ही इज्तिमा होता है। भोपाल के इज्तिमे में विदेशी जमातें भी शामिल होती रही हैं। पिछले साल कोरोना के चलते विदेशी जमातें नहीं आई थी, लेकिन इस बार जमातें आने का अनुमान है। वे चार दिन तक यहां होने वाली धार्मिक तकरीर में शामिल होंगी। इस बार नॉनवेज खाना भी मिलेगा। इसलिए सफाई व्यवस्था भी उसी हिसाब से की जाएगी। इसके लिए ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया गया है। बकायदा बड़े-बड़े चैंबर बनाए गए हैं। साथ ही निगम के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।   इज्तिमा के लिए ये इंतजाम: -17 किलोमीटर लंबी पानी की पाइपलाइन बिछाई गई है। जमातों के लिए साढ़े चार हजार टॉयलेट बनाए गए हैं।     -6 किलोमीटर में सीवेज लाइन बिछाई गई है। आखिरी दिन इसे व्यवस्थित तरीके से हटाया जाएगा। 6 सैप्टिक टैंक भी बनाए गए हैं।     -10 फायर ब्रिगेड, 6 बुलेट 24 घंटे फायर तैनात रहेंगी। वहीं, 50 से ज्यादा फायरकर्मी तैनात रहेंगे।     -सुरक्षा और ट्रैफिक के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात होंगे। -मेन एंट्री गेट पर ही कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमें भी तैनात रहेंगी।     -भोपाल रेलवे स्टेशन से लेकर ईंटखेड़ी तक पुलिस के साथ वॉलंटियर्स व्यवस्था संभालेंगे।     -इज्तिमा के आसपास 45 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। यहां 5 हजार से ज्यादा वॉलंटियर्स तैनात रहेंगे।     -पंडाल में 3 हजार से ज्यादा डस्टबिन रहेंगे। पूरे इज्तिमा में 7 हजार डस्टबिन रखे जाएंगे।     -सफाई में 5 हजार से ज्यादा वॉलंटियर्स जुटेंगे।     ये पाबंदियां रहेंगी: -सभी एंट्री गेट पर चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं। वॉलंटियर्स भी नजर रखेंगे।   -बिना रजिस्ट्रेशन के एंट्री नहीं मिलेगी। -इज्तिमा स्थल पर पॉलीथिन और बीड़ी-सिगरेट के इस्तेमाल पर पाबंदी रहेगी।     -इज्तिमा के बाद जमातें रवाना होंगी

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बैतूल। जिले के ग्राम हिवरखेड़ी में गुरुवार सुबह स्कूल अपने बड़े भाई को छोड़ने आया डेढ़ साल का मासूम स्कूल वैन की चपेट में आ गया। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जांच उपरात डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिवरखेडी निवासी कल्लू यादव की पत्नी सोनम गुरुवार सुबह नर्सरी कक्षा में पढ़ने वाले अपने चार वर्षीय बालक को स्कूल वैन में बिठाने के लिए आई थी। उनके साथ उनका डेढ़ वर्ष का पुत्र रुद्र भी साथ था। सोनम ने जब अपने बड़े बेटे कुणाल को स्कूल वैन में बैठा रही थी। इसी दौरान डेढ़ वर्ष का रुद्र वैन के पहिए के पास खड़ा हो गया। चालक उसे नहीं देख पाया और गाड़ी आगे बढ़ा दी। गाड़ी चलते ही मासूम रुद्र उसके पहिए के नीचे दब गया। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसे स्वजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टर ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि चालक की लापरवाही से बच्चे की जान चली गई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजन को सौंपकर जांच शुरू कर दी है।

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भोपाल। रेलवे द्वारा राजधानी भोपाल में आयोजित होने वाले इज्तिमा के लिए वाडी से विशेष ट्रेन चलाई जा रही थी। लेकिन चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण इस ट्रेन को निरस्त कर दिया गया है।     मध्य रेल द्वारा गुरुवार को जारी सूचना के अनुसार चेन्नई में चक्रवात के कारण ट्रेन संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण मध्य रेलवे से गुजरने वाली नियमित ट्रेनों का विनियमन, मार्ग परिवर्तन और रद्द करना पड़ा है। इन परिस्थितियों में क्लास-वार कम बुकिंग और कोहरे के मौसम की स्थिति और अन्य तकनीकी कारणों के चलते परिचालन संबंधी बाधा को देखते हुए दिनांक 07.12.2023 को वाडी जंक्शन स्टेशन से भोपाल के लिए चलने एवं वापस जाने वाली गाड़ी संख्या 01331/01332 वाडी-भोपाल-वाडी स्पेशल ट्रेन को निरस्त किया गया है। अतः यह गाड़ी भोपाल नहीं आएगी।

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नई दिल्ली। गुजरात के गरबा को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल कर लिया गया है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि यह इस प्रतिष्ठित मान्यता को प्राप्त करने वाला भारत का 15वां हेरिटेज है।   उन्होंने कहा कि गरबा उत्सव, भक्ति, लैंगिक समावेशिता और सामाजिक समानता की प्रतीक एक परंपरा है, जो भौगोलिक सीमाओं से परे है। यह सूची हमारी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस सरकार के अथक प्रयासों का प्रमाण है।

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नई दिल्ली। देश में पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल दोगुना भूकंप के झटके महसूस किए गए। साल 2022 में 65 बार धरती हिली जबकि साल 2023 में 124 भूकंप की घटनाएं दर्ज की गई। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। इस जानकारी के अनुसार, भूकंप के ज्यादा झटकों का मुख्य कारण पश्चिमी नेपाल में अल्मोड़ा फॉल्ट का सक्रिय होना है। इस सक्रियता के कारण 24 जनवरी, 2023 को 5.8 तीव्रता, 3 अक्टूबर को 6.2 तीव्रता और 3 नवंबर को 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। इन मुख्य झटकों के साथ-साथ बाद के झटकों के कारण वर्ष 2023 में भूकंपों की आवृत्ति में वृद्धि हुई है। हालांकि, इस अवधि के दौरान भूकंपीय हलचल में कोई बदलाव नहीं आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरी भारत और नेपाल में कभी-कभी मध्यम भूकंप और भूकंपीय गतिविधि में उतार-चढ़ाव का अनुभव होना आम बात है। नेपाल और भारत का पड़ोसी उत्तरी भाग, हिमालय क्षेत्र की सक्रिय दरारों के पास स्थित अत्यधिक भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र हैं, जहां टेक्टोनिक्स प्लेटों के टकराने के कारण अक्सर भूकंप आते हैं। यहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे दब जाती है।

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राजगढ़। मध्य प्रदेश में बोरवेल के खुले गड्ढे ने एक और मासूम की जान ले ली। राजगढ़ जिले में मंगलवार शाम को खेलते समय बोरवेल के गड्ढे में गिरी पांच साल की बच्ची को करीब नौ घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद सुरक्षित बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन बच्ची की जान नहीं बच पाई। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत के साथ कड़कड़ाती ठंड में रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बच्ची को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। उपचार के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया।   बोड़ा थाना पुलिस के अनुसार, ग्राम पटाड़िया धाकड़ निवासी रवि भिलाला की पांच वर्षीय बेटी माही अपने मामा-नाना के यहां ग्राम पिपलिया रसोड़ा आई हुई थी। यहां पर बालिका के नाना इंदर भिलाला के खेत पर बोरवेल का गड्ढा है। मंगलवार शाम करीब पौने छह बजे बच्ची खेलते-खेलते बोरवेल के खुले गड्ढे के पास पहुंच गई और उसमें जा गिरी। परिजनों ने तत्काल यह जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही बोड़ा थाना प्रभारी रामकुमार भगत पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल पहुंच गए। इसी बीच एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। बच्ची को ऑक्सीजन देने के लिए टीम को मौके पर बुलाया गया और पाइप के जरिए बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई गई। घटना की जानकारी लगने के बाद राजगढ़ से कलेक्टर हर्ष दीक्षित, एसपी धर्मराज मीना घटना स्थल पहुंचे। उधर नरसिंहगढ़ विधायक मोहन शर्मा भी वहां पहुंच गए थे।     भोपाल और राजगढ़ से पहुंची एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमों ने करीब नौ घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बुधवार को तड़के करीब साढ़े तीन बजे बच्ची को बोरवेल के गड्ढे से बाहर निकाला। कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने बताया कि बच्ची बोरवेल के गड्ढे में 17 फीट पर फंसी हुई थी। उसे बाहर बचाने के लिए पोकलेन-जेसीबी मशीनों के जरिए बोरवेल के समानांतर 20 फीट गड्ढा खोदा गया। इसके बाद सुरंग बनाकर बच्ची को बाहर निकाला गया। उसे बेहोशी की हालत में सीधे पचोर के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे गंभीर हालत में तुरंत भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। माही ने बुधवार सुबह करीब 7:00 बजे अंतिम सांस ली। डॉक्टरों का कहना है कि गले में सूजन और सांस लेने में तकलीफ के चलते बच्ची सरवाइव नहीं कर सकी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस घटना पर नजर बनाए हुए थे। वह लगातार अधिकारियों से संपर्क में रहे। उन्होंने देररात एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि बच्ची को जल्द सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा।

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भोपाल। बंगाल की खाड़ी से दो दिसंबर को उठा तूफान मिचौंग मंगलवार को आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से टकरा सकता है। तूफान 'मिचौंग' का असर मध्यप्रदेश में भी दिखाई देने लगा है। मंगलवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए हुए हैं और दोपहर तक सूर्यदेव के दर्शन तक नहीं हो पाए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि इस तूफान के प्रभाव से जबलपुर और शहडोल संभाग में अगले दो दिन तक आंधी-बारिश का अनुमान है तथा राजधानी भोपाल में बादल छाए रहेंगे। इससे पहले सुबह घना कोहरा भी रहेगा।     तूफान मिचौंग के कारण देश के विभिन्न प्रदेशों में मौसम के प्रभावित होने की आशंका है। इसका प्रभाव मध्यप्रदेश के भी पूर्वी हिस्से पर दिखाई देगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के अनुसार तूफान की वजह से जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में असर पड़ेगा। इनमें जबलपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी और अनूपपुर शामिल हैं।     फिर शुरू होगा बारिश का दौर   मध्यप्रदेश में बीते सात दिनों से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से बारिश और ओलों का दौर शुरू हुआ था, जो 3 दिसंबर को थम गया। हालांकि, रात में ग्वालियर और दतिया में हल्की बारिश हुई। मंगलवार-बुधवार को फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन के अनुसार तूफान की एक्टिविटी घटने के बाद दिन में धूप खिलेगी और रात में तापमान लुढ़केगा।

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भोपाल। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार प्रदेश में शनिवार, 9 दिसम्बर को उच्च न्यायालय स्तर से लेकर जिला न्यायालयों, तालुका न्यायालयों, श्रम न्यायालयों एवं कुटुम्ब न्यायालयों तक में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। इस लोक अदालत में चिन्हित किये गये मुकदमा पूर्व और न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों को निराकरण के लिये रखा जायेगा। लोक अदालत में राशि वसूली, श्रम और रोजगार संबंधी विवाद, बिजली, पानी के बिलों सहित अन्य बिल भुगतान, मेंटेनेंस सहित अन्य प्रकरणों का आपसी सुलह-मशबिरा के आधार पर निराकरण किया जाएगा।       मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के अतिरिक्त सचिव मनोज सिंह ने मंगलवार को बताया कि नेशनल लोक अदालत में विद्युत अधिनियम के लंबित प्रकरणों में निम्नदाव श्रेणी के समस्त घरेलू, समस्त कृषि, 5 किलोवाट भार तक के गैर घरेलू, 10 अश्वशक्ति भार तक के औद्योगिक उपभोक्ताओं को आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 20 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारित आदेश जारी तिथि से 30 दिवस की अवधि समाप्ति पश्चात 16 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से लगने वाले ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसी प्रकार प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 30 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारित आदेश जारी तिथि से 30 दिवस की अवधि समाप्ति पश्चात बाद 16 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से लगने वाले ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।       उन्होंने बताया कि नेशनल लोक अदालत में मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम के अंतर्गत अधिरोपित संपत्ति कर एवं जलकर के प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में बकाया राशि अनुसार अधिभार में शर्तों के अधीन 25 से 100 प्रतिशत तक की छूट घोषित की गई हैं। यह छूट 9 दिसम्बर की लोक अदालत के लिये ही दी गई है । इसके बाद ये छूट समाप्त हो जायेगी।   राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अतिरिक्त सचिव ने न्यायालय में लंबित तथा प्री-लिटिगेशन प्रकरणों अथवा विवादों का उचित समाधान कर आपसी सहमति से लोक अदालत में निराकरण कराने के इच्छुक सभी पक्षकारों से संबंधित न्यायालय अथवा उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सम्पर्क कर अपना मामला लोक अदालत में रखे जाने हेतु अपनी सहमति देने का अनुरोध किया है । उन्होंने इसे पक्षकारों से सभी जरूरी कार्यवाही 9 दिसम्बर के पहले पूर्ण करा लेने का आग्रह भी किया है, ताकि सुविधानुसार मामला नेशनल लोक अदालत में विचार में लेकर निराकृत किया जा सके।

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बैतूल। भोपाल से नागपुर जा रही एक यात्री बस मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे मुलताई-नागपुर हाईवे पर ग्राम चिचण्डा के समीप श्रीजी ढाबे के सामने दुर्घटनाग्रस्त हो गई। भोपाल ट्रैवल्स की यह बस पुलिया पर चढ़ गई। बस में लगभग 50 सवारियां थीं, जिनमें से 15 यात्रियों को मामूली चोट आई हैं। इस हादसे के तुरंत बाद बस के कंडक्टर, ड्राइवर बस के गेट खोले बिना ही मौके से भाग गए। हाईवे से गुजर रहे लोगों ने बस के कांच फोड़कर लोगों को बाहर निकाला। यात्रियों को नागपुर जाना था, ऐसे में उन्हें अन्य वाहनों से मुलताई छोड़ा गया है।     यात्रियों ने बताया कि दुर्घटना के बाद ड्राइवर-कंडक्टर भाग गए, उन्होंने यात्रियों की कोई मदद नहीं की। यात्रियों का कहना है कि बस बहुत तेज गति में थी और हल्का कोहरा था। ड्राइवर को मना भी किया कि बस इतनी तेज न चलाए, लेकिन ड्राइवर ने यात्रियों की एक नहीं सुनी और बस ड्राइवर डिवाइडर की पुलिया में चढ़ा दी। दुर्घटना के तुरंत बाद संजीवनी 108 को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही संजीवनी मौके पर पहुंच गई थी।     संजीवनी के ईएमटी मनोज सबले ने बताया कि बस के सामने का हिस्सा पुलिया पर चढ़ा हुआ था। यात्री सड़क पर खड़े थे, कुछ यात्रियों को चोटें आई थी, जिन्हें एंबुलेंस के माध्यम से मुलताई में भर्ती करवाया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी।

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सीहोर। हर साल की तरह इस बार भी शहर के छावनी स्थित भैरव मंदिर में भैरव अष्टमी पर मंगलवार को जन्मोत्सव का आयोजन किया जाएगा। सुबह मंदिर परिसर में रंगीन फूलों से विशेष श्रृंगार किया जाएगा और उसके उपरांत शाम को जन कल्याण के लिए हवन आदि के कार्यक्रम के पश्चात आरती और रात्रि सात बजे से महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। इस मौके पर बड़ा बाजार स्थित अग्रवाल धर्मशाला में पूजा अर्चना की जाएगी और उसके पश्चात प्रसादी का वितरण का सिलसिला रात्रि सात बजे से किया जाएगा। मंदिर में श्रद्धालु समाजसेवी संजय सोनी और रामेश्वर सोनी के द्वारा यहां पर साफ-सफाई के अलावा छप्पन भोग आदि की तैयारियां की गई।     इस संबंध में पंडित मनोज दीक्षित मामा ने सोमवार को बताया कि हर साल की तरह इस साल भी काल भैरव अष्टमी के पावन अवसर पर छावनी स्थित बड़ा बाजार-चरखा लाइन स्थित शहर कोतवाल बाबा काल भैरव के नाम से प्रसिद्ध मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ महा आरती का आयोजन किया जाता है। लंबे समय से यहां पर श्रद्धालुओं के द्वारा भैरव अष्टमी पर भगवान को छप्पन भोग लगाने के उपरांत भंडारे में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया जाता है।     उन्होंने बताया कि काल भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार की नकारात्मकता और बुरी शक्तियां दूर होती हैं। भगवान भैरव के बटुक भैरव, महाकाल भैरव और स्वर्णाकर्षण भैरव प्रमुख रूप हैं। इनमें से भक्त बटुक भैरव की ही सर्वाधिक पूजा करते हैं। तंत्रशास्त्र में अष्ट भैरव का उल्लेख भी मिलता है-असितांग भैरव, रूद्र भैरव, चंद्र भैरव, क्रोध भैरव, उन्मत भैरव, कपाल भैरव, भीषण भैरव और संहार भैरव। काल भैरव की जयंती हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। भगवान शिव को अपना सबसे उग्र स्वरूप महाकाल के रूप में क्यों धारण करना पड़ा। इस तिथि पर भगवान शिव के काल भैरव स्वरूप की उत्पत्ति हुई थी। काल भैरव तंत्र-मंत्र के देवता हैं, इसलिए निशिता मुहूर्त में उनकी पूजा की जाती है। भगवान शिव के अत्यंत उग्र स्वरूप काल भैरव की जयंती हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार महाकाल की जयंती मंगलवार को है। भगवान शिव को अपना सबसे उग्र स्वरूप महाकाल के रूप में क्यों धारण करना पड़ा।     धूम्र योग में मनाई जाएगी पंडित दीक्षित ने बताया कि काल भैरव अष्टमी मंगलवार को धूम्र योग में मनाई जाएगी। शास्त्रों की ऐसी मान्यता है कि मार्ग शीर्ष कष्ण पक्ष अष्टमी के दिन भैरव जी का जन्म हुआ था। भगवान शिव ने भैरव जी के रूप में अवतार धारण किया था। जिन जातकों की पत्रिका में केतू ग्रह की अशुभता के कारण मानसिक और शारीरिक पीड़ा चल रही है या फिर मार्केश की महा दशा, अंतर दशा के प्रभाव में है तो इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए काल भैरव की आराधना करना चाहिए।

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उज्जैन। सोमवार शाम महाकालेश्वर मंदिर से भगवान महाकालेश्वर की इस मार्गशीर्ष माह की पहली व कार्तिक- मार्गशीर्ष (अगहन) माह की तीसरी सवारी धूमधाम से निकली।भगवान ने प्रजा के हल जानें।   सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित सभामंडप में भगवान महाकालेश्वर के चन्द्रमौलीश्वर स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा ने किया।पश्चात भगवान चन्द्रमौलीश्वर रजत पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर प्रजा का हॉल जानने निकले। पालकी को मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा सलामी (गॉड ऑफ ऑनर) दी गई।   श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सवारी मंदिर से महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंची। यहॉ क्षिप्रा के जल से भगवान चन्द्रमौलीश्वर का अभिषेक किया गया और मां शिप्रा का पूजन किया गया। यहां से सवारी गणगौर दरवाजा, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। सवारी में आगे तोपची, कडाबीन, पुलिस बैण्ड घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान चल रहे थे।

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उज्जैन। बॉलीवुड अभिनेत्री जाह्नवी कपूर अपने साथियों के साथ सोमवार तड़के महाकाल मंदिर पहुंची। यहां वे काफी समय तक रहीं और भस्म आरती में शामिल हुईं।     बॉलीवुड अभिनेत्री जाह्नवी कपूर सोमवार को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर पहुंची। यहां वे सुबह 4 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने नंदी हाल में आरती भी की। अभिनेत्री जाह्नवी कपूर के साथ ही शिखर पहाड़िया, डायरेक्टर एटली कुमार और अन्य लोग भी मौजूद थे और उन्होंने भी बाबा महाकाल की आरती की।

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भोपाल। मध्यप्रदेश की सभी 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव के परिणामों के लिए मतगणना चालू है, जिसमें कि अभी तक कुछ उम्मीदवारों को विजय भी घोषित किया जाना शुरू कर दिया गया है। ऐसे में राज्य में कई जगहों से भारतीय जनता पार्टी की बड़ी सफलता के सामने आते परिणामों को देखते हुए यहां महिलाओं के बीच खुशी का माहौल है। भाजपा की विकास योजनाओं पर मुहर लगाते हुए महिलाएं यह कहते सुनी जा सकती हैं कि ''मप्र में बहनाएं करेंगी राज, आदमी करेंगे काज''। दरअसल, प्रदेश में चल रही केंद्र एवं राज्य सरकार की अनेक जनकल्याण योजनाओं के बीच ''मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना'' ने कमाल का चमत्कार कर दिखाया है। जहां सीएम हाउस में कार्यरत मालिन लाड़ली बहना राधा बाई ने मुख्यमंत्री चौहान को फूल देकर बधाई दी। राधा बाई सीएम हाउस में फूलो की क्यारी और बगीचे का काम देखती हैं और प्रतिदिन मुख्यमंत्री द्वारा भगवान की पूजा के लिए फूल लाकर देती है । बधाई देने के दौरान राधा बाई भावुक हो गईं।   https://twitter.com/search?q=लाड़ली बहना&ref_src=twsrc^google|twcamp^serp|twgr^search     शिवराज इस बार बनाएंगे अपनी सभी बहनाओं को लखपति   वहीं, सीएम निवास के बाहर प्रदेश भर की बहनाएं अपने भाई शिवराज सिंह की भाजपा सरकार को वापिस सत्ता में आता देख कई जगह खुशी के साथ सड़कों पर आकर खुलकर अपनी प्रसन्नता जाहिर कर रही हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा की वापिसी पर एक बार फिर कहा है कि वह अपनी इस योजना को लेकर बहुत उत्साहित रहे हैं, उन्होंने कहा कि मैंने अपनी सभी प्रदेश की बहनों को लखपति बनाने का संकल्प लिया है। सरकार की वापिसी पर अब इस कार्य को पूरा किया जाएगा और प्रदेश की मेरी हर बहन लखपति होगी।   https://twitter.com/nanditathhakur/status/1731206428604723232   दूसरी ओर इस पर लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रहीं महिलाओं से सीएम शिवराज सिंह चौहान के इस वक्तव्य पर प्रतिक्रिया लेना चाही तो उन्होंने कहा कि हमारे भाई शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के विकास के लिए बहुत काम किया है। भाजपा की सरकार में मध्यप्रदेश में जितना कार्य हुआ, उतना पहले किसी भी कांग्रेस की सरकार में देखने को नहीं मिला है।   योजना 'लाड़ली बहना' ने महिलाओं को अपनी जरूरी आवश्यकता पूरी करने का बल दिया   इस लाड़ली बहनों में प्रदेश की राजधानी भोपाल के शिवाजी नगर में रह रहीं बबली अहीरे अपनी खुशी जाहिर करते हुए बोली कि अभी लाड़ली बहना में हमारे खाते में तीन बार रुपए आए हैं। इन पैसों का महत्व हम ही जानते हैं। गरीबी भी में जहां भारी कष्ट झेलना पड़ता है, वहां इस योजना से हमें अपनी कई जरूरतों को पूरा करने का सहारा मिला है। प्रधानमंत्री मोदी जी की फ्री राशन भी हमारे लिए बहुत बड़ा संबल है। इसलिए मैं यही कहूंगी कि अब बहनों के दिन आ गए हैं।   विकास का सिलसिला रुके नहीं, इसलिए फिर भाजपा का सत्ता में आना जरूरी था   ग्वालियर के निवासी जयेंद्रगंज, दाल बाजार निवासी पुर्णिमा शर्मा बोलीं कि हमारे भाई शिवराज ने हमें जीतने का विश्वास दिया है। हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश की महिलाएं आज आगे दिखाई देती हैं, इसका श्रेय यदि किसी को जाता है तो वह मध्यप्रदेश की महिलाओं के हित में चलाई जा रहीं वह तमाम योजनाएं हैं, जिन्होंने उन्हें बिना किसी भेदभाव के सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मुहैया कराए हैं। प्रदेश में इस बार भाजपा की सरकार इसलिए भी आना बहुत जरूरी था, जिससे कि यह विकास का सिलसिला रुके नहीं ।   अब बहनों के राज करने का समय आ गया है   मध्यप्रदेश की जनजाति बहुल क्षेत्र बैतूल जिले में ग्राम हथनोरा की रहनेवालीं कल्पना, मालता हरदे, कीर्ति निहा, पूजा, संगीता बिस्के और लक्ष्मी बढीया ने कहा कि लाड़ली बहना ही नहीं, हमारे बच्चों के मामा की हर योजना से हमें कहीं न हीं लाभ मिल रहा है। फिर वह स्वास्थ्य हो या रोजगार। इन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया है जब ''मप्र में बहनाएं करेंगी राज, आदमी करेंगे काज''।   प्रदेश में हर गरीब तक पहुंच रहा अंत्योदय योजना का लाभ   बैतूल की तरह ही मालवा-निमाड़ के जनजाति बहुल क्षेत्र में महू और कोदरिया निवासी ललिता निनामा, ज्योति कश्यप, संगीता गिनावा का कहना है कि कई चुनावी सर्वे कांटे की टक्कर है कांग्रस और भाजपा में, ऐसा कह रहे थे, लेकिन हमें पता था कि कोई टक्कर कहीं नहीं है। भाजपा को भी भारी मतों से जीतना है, वही जीतेगी और हमारा अंदाजा ही सच निकलता हुआ अभी दिख रहा है। इन सभी ने प्रदेश में चल रही भाजपा सरकार की योजनाओं की खुलकर प्रशंसा की ओर कहा कि अंत्योदय योजना का लाभ हमारे क्षेत्र में हर गरीब को आसानी से मिल जाता है।   धार जिले की रहने वाली सरिता मेड़ा, आरती परमार, कोमल गिरवाल का कहना है कि किसी भी बड़ी से बड़ी बिमारी पर तुरंत हमें सरकारी सहायता और स्वास्थ्य बीमा व आयुष्याम योजना का लाभ मिलता है, इससे अच्छी सरकार फिर और कौन सी हो सकती है! हमें तो अभी भाजपा की सरकार चाहिए थी, वह वापिस आ रही है, हम सभी को इसी बात की सबसे ज्यादा खुशी है।   इस बार शिवराज की भांजियों का मिला भाजपा को वोट इसी तरह की सकारात्मक प्रतिक्रिया इंदौर की रहवासी सुगन डाबर, आशा चौधरी, सुषमा चौधरी, सीमा छारे एवं अन्य की सामने आई है। इन्होंने भी लाड़ली बहना योजना और कन्याओं के लिए अन्य तमाम योजनाओं को सरकार के वापिस आने के लिए महत्वपूर्ण बताया। इनमें आशा चौधरी का कहना तो यह भी था कि युवाओं का वोट उनके मामा को मिला है, खासकर भाजियों ने अपने मामा की पार्टी भाजपा को खुलकर वोट किया है।   सुगन डाबर बोलीं, हमने 2003 के पहले का मध्यप्रदेश देखा है, जिसमें कहीं कोई मूलभूत सुविधाएं नहीं थी, सड़क, पानी, बिजली के लिए हम तरसते थे। कॉलेज की पढ़ाई करते समय हम वह दिन भूले से नहीं भूलते जब भरी गर्मी में पूरी रात लाईट नहीं आती थी और हमें दूसरे दिन एक्जाम देने जाना होता था, ऐसे में चिमनी और मोमबत्ती ही हमारा सहारा थी। इसलिए हम चाहती थीं, हमारे बच्चे भाजपा को ही जिताएं ताकी आगे भी मप्र तेजी से तरक्की की राह पर बढ़ता रहे।

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जबलपुर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत में जबलपुर की 8 में से 7 सीट काफी अहम योगदान है | सुबह प्रारंभ हुई मतगणना में शुरू से ही भाजपा बढ़त में रही | बरगी विधानसभा की बात करें तो यहां 18 चक्र में मतगणना हुई जिसमें भाजपा के नीरज सिंह लोधी 40167 वोट से विजई रहे | वहीं उनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी कांग्रेस के संजय यादव को हार का मुंह देखना पड़ा| नीरज लोधी को 109080 वोट तो संजय यादव को 69549 वोट मिले |   वहीं कैंट विधानसभा में भाजपा के अशोक रोहानी विजई हुए, उनको 76966 वोट मिले वहीं उनके कांग्रेस से प्रतिद्वंदी अभिषेक चौकसे चिंटू को 46921 वोट मिले यहां पर अशोक रोहानी 30045 वोट से विजई हुए | इसके साथ ही जबलपुर पश्चिम विधानसभा में भाजपा सांसद राकेश सिंह जो की विधायक प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे उन्हें 96268 वोट मिले और वह विजई रहे |उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के तरुण भनोट और जो की पूर्व वित्त मंत्री रहे हैं उनको 66134 वोट मिले भाजपा के राकेश सिंह 30134 से विजयी रहे |   पूर्व विधानसभा में जबलपुर की एकमात्र सीट कांग्रेस को हासिल हुई है यहां कांग्रेस प्रत्याशी लखन घनघोरिया 95673 वोट लेकर विजई रहे | वही उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के अंचल सोनकर 67932 वोट मिले | यहां लखन घनघोरिया की जीत 27741 वोट से हुई | उत्तर मध्य विधानसभा की बात करें तो यहां भाजपा के अभिलाष पांडे विजई रहे हैं | उन्हें 88419 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के जो पूर्व विधायक रहे हैं विनय सक्सेना उनको 65764 वोट मिले हैं | यहां अभिलाष पांडे भाजपा 22655 बोर्ड से विजई हुए |   वहीं पनागर विधानसभा की बात करें तो वहां भाजपा के प्रत्याशी सुशील कुमार तिवारी इंदू जिनको 119071 वोट मिले हैं 40541 वोट से विजई हुए | उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राजेश पटेल इनको वोट 78530 मिले हैं यह हार गए | इसके बाद पाटन विधानसभा में भाजपा के अजय बिश्नोई जिनको 112735 वोट मिले हैं यह 30584 वोट से विजई हुए | उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के निलेश अवस्थी को 82968 वोट मिले हैं | सिहोरा विधानसभा की बात करें तो वहां भाजपा के संतोष बरकड़े विजई हुए हैं इन्हें 101777 वोट मिले हैं यह 42772 वोट से विजई हुए | इनकी प्रतिद्वंदी रही एकता ठाकुर जो कि कांग्रेस की प्रत्याशी थी इनको 59005 वोट मिले | पिछले चुनाव की बात करें तो यहां 8 सीटों में से चार सीट कांग्रेस एवं चार सीट बीजेपी को मिली थी | परंतु इस बार समीकरण दूसरे रहे शिवराज के लाडली बहना का चमत्कार कहें या मोदी का राष्ट्रवादी प्रचार, यहां भाजपा प्रचंड रूप से विजई हुई है | कुछ सीटें अप्रत्याशित थी जिन में परिणाम एग्जिट पोल के विरोध में आए | बहरहाल जबलपुर में भाजपा का परचम लहरा गया है |

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कटनी। जिले के बिलहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हरहिया में शुक्रवार की रात कोदो की रोटी खाकर एक ही परिवार के चार लोग बीमार हो गए। आनन-फानन में सभी को देर रात जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।       जानकारी के अनुसार, ग्राम करहिया निवासी 67 वर्षीय कोदू रजक और उनके पूरे परिवार ने शुक्रवार को रात के खाने में कोदो की रोटी खाई और सभी लोग सो गए, लेकिन साढ़े 11 बजे 7 वर्षीय मासूम सहित उसके दादा, दादी और माता-पिता को बेचैनी के साथ उल्टी शुरू हो गई। इस दौरान बच्चे के की हालत काफी हद तक ठीक थी, जिसने तत्काल 108 को कॉल करके परिवार के सभी लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति से अवगत कराया। इसके बाद एक घंटे के अंदर एम्बुलेंस गांव पहुंची और रात करीब डेढ़ बजे सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां फिलहाल उनका उपचार जारी है।

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इंदौर। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के लिए खुश खबर है। अब उन्हें कॅरियर मार्ग दर्शन के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। जिस सरकारी स्कूल में वे पढ़ाई कर रहे हैं उसी स्कूल में उन्हें मार्ग दर्शन मिलेगा। 12वीं कक्षा के छात्रों को उनकी रुचि के आधार पर विषय चयन करने में मदद करने के लिए 11 दिसंबर से स्कूलों में काउंसलिंग की जाएगी। सरकारी काॅलेजों में प्रवेश का प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह किया जाएगा। काउंसिलिंग के आधार पर छात्र-छात्राओं को काॅलेजों तक लाया जाएगा।   काॅलेज चलो अभियान के तहत उच्च शिक्षा विभाग ने सरकारी काॅलेजों के दायरे में आने वाले स्कूलों में इन गतिविधियों को संचालित करने के निर्देश दिए हैं। सरकारी स्कूलों में 11 दिसंबर से 31 जनवरी तक काउंसलिंग की जाएगी।   उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश अनुसार, काॅलेजों के शिक्षकों को पांच-पांच सरकारी स्कूलों में कॅरियर काउंसिलिंग कार्यक्रम करना है। विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति, मेधावी, संबल, गांव की बेटी सहित अन्य योजना के बारे में बताना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर सरल तरीके से पूर्ण जानकारी देना है। विद्यार्थियों को उनकी रुचि के मुताबिक विषयों का चयन करवाना है। इसमें विषय विशेषज्ञों की मदद लेना है। प्लेसमेंट गतिविधियों, एनसीसी, एनएसएस के बारे में भी बताना होगा। छात्र-छात्राओं की प्रत्येक संकाय से जुड़ी जिज्ञासाओं को शांत करना होगा। स्कूलों में काउंसिलिंग करने के बाद शिक्षकों को विद्यार्थियों के माता-पिता से भी मुलाकात करना है। ताकि वे अपने बच्चों का कॉलेज में दाखिला करवा सकें। इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर उच्च शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक शिक्षकों को अधिक से अधिक विद्यार्थियों का काॅलेज में प्रवेश करवाना है। रजिस्ट्रेशन भी करवाना है।  

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मन्दसौर। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्री पशुपतिनाथ मंदिर पुजारी परिवार द्वारा 2 दिसम्बर शनिवार को भूतभावन भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर का भव्य 65वां प्रतिष्ठा महोत्सव भव्य रूप से मनाया जाएगा।     पुजारी परिवार के सदस्यों ने बताया कि आयोजित प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत प्रातःकाल से ही विभिन्न धार्मिक आयोजन होंगे। जिसमें सर्वप्रथम प्रातः 7.30 बजे से 51 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा अभिषेक प्रारंभ किया जाएगा। अभिषेक पश्चात् अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ महादेव की प्रतिमा का भव्य व नयनाभिराम श्रृंगार किया जाएगा। जिसमें श्रद्धालुओं से चारों द्वार से भगवान के विभिन्न रूपों में दर्शन होंगे। साथ ही 21 हजार मगज ड्राई फ्रूट के लड्डूओं का भगवान को भोग लगाया जाएगा। सायं 5 बजे वाराणसी में होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर बाबा पशुपतिनाथजी की भव्य महाआरती होगी। महाआरती के दौरान बाहर के विशेष कलाकारों द्वारा बैंड की प्रस्तुति दी जाएगी तथा आतिशबाजी भी होगी। महाआरती के पश्चात् भक्तों को लड्डूओं का प्रसाद वितरित किया जाएगा।     प्रतिष्ठा महोत्सव हेतु तैयारियां जोर शोर से की जा रही है। मंदिर परिसर को सजाया जा रहा है साथ ही 21 हजार लड्डूओं के भोग तैयार करने हेतु शनिवार को विधि विधान से भट्टी पूजन भी किया गया। इस दौरान पुजारी परिवार के सदस्य व संस्कृत पाठशाला के बटूक आदि उपस्थित रहे।

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ग्वालियर। मतगणना का द्वितीय प्रशिक्षण सह पूर्वाभ्यास (फायनल रिहर्सल) शनिवार, 2 दिसम्बर को होगा। इस दिन यह फायनल रिहर्सल दोपहर 12 बजे एमएलबी कॉलेज के ए-ब्लॉक में की जायेगी। मतगणना कार्य के लिये तैनात किए गए माइक्रो ऑब्जर्वर, गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक एवं ईवीएम परिवहन प्रभारी व रनर (चतुर्थ श्रेणी) भाग लेंगे। फायनल रिहर्सल में भाग लेने वाले अधिकारी-कर्मचारी अचलेश्वर गेट से एमएलबी कॉलेज में प्रवेश कर सकेंगे। यह जानकारी जिला पंचायत के सीईओ डॉ. विजय दुबे ने गुरुवार को दी।       उन्होंने बताया कि फायनल रिहर्सल में भाग लेने वाले अधिकारी-कर्मचारी अर्थात माइक्रो ऑब्जर्वर, गणना पर्यवेक्षक एवं गणना सहायकों की द्वितीय रेंडमाइजेशन की विधानसभावार सूची उपस्थिति काउण्टर पर चस्पा की जायेगी। यहीं पर इन सभी अधिकारियों को पहचान पत्र वितरित किए जाएंगे। ईवीएम परिवहन व्यवस्था के लिये तैनात किए गए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को विधानसभा क्षेत्रवार विशेष रंग की जैकेट भी प्रदान की जायेगी। हर विधानसभा क्षेत्र के लिये कर्मचारियों को अलग-अलग रंग की जैकेट दी जायेगी।       ज्ञात हो कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत मतगणना 3 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे से होगी।

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दमोह। भारत के सबसे बड़े रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में टाइगरों की संख्या बढ़ गई है। यहां बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है। यहां टाइगरों की संख्या 16 थी, नये शावकों के आने के बाद के बाद यह संख्या 20 हो गयी। रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के डीएफओ एए अंसारी ने बताया कि बाघिन एन-112 ने चार शावकों को जन्म दिया है। सभी शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। हाल ही में दमोह का एक बड़ा भाग टाइगर रिजर्व में सम्मिलित किया गया है। पूर्व में इसका नाम नौरादेही अभ्यारण्य था, अब इसका नाम रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व कर दिया गया है। इसका क्षेत्रफल 23 सौ वर्ग किलोमीटर है। दमोह, नरसिंहपुर एवं सागर जिले का क्षेत्र इसमें सम्मिलित है।

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बुरहानपुर। बुरहानपुर में गुरुवार सुबह एक निजी स्कूल की बस को ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। गनीमत रही कि हादसे में किसी भी बच्चे को चोट नहीं आई है। ट्रक चालक भी सुरक्षित है।   जानकारी अनुसार अर्वाचीन स्कूल की बस रोजाना की तरह गुरुवार सुबह बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। इस दौरान छोटी रेणुका के पास सामने से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर होते ही सभी घबरा गए। दोनों वाहनों की रफ्तार धीमी होने के कारण बड़ा हादसा टल गया। आसपास मौजूद लोग तुरंत बस के पास पहुंचे और बच्चों को बाहर निकाला। हादसे में बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं। किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। वाहन चालक को नुकसान नहीं पहुंचा है।

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उज्जैन। दुनिया भर में प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नए साल में हर वर्ष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इस वर्ष भी 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक आस्था उमड़ेगी। देश से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन व श्री महाकाल महालोक को देखने के लिए आएंगे। श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था लागू की जाना है। पर स्थिति ये है कि नई सरकार बनने के बाद ही इस व्यवस्था के बारे में तय हो सकेगा।     अधिकारी नई सरकार बनने के बाद ही दर्शन सहित अन्य व्यवस्थाएं तय करने की बात कह रहे हैं। मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में दर्शन व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय हो सकते हैं। सशुल्क दर्शन का भी निर्णय लिए जा सकता है। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद मंदिर प्रबंध समिति की बैठक हो सकेगी। फिलहाल तो ये माना जा रहा है कि नए साल में श्रद्धालुओं को नंदी, गणेश व कार्तिकेय मंडपम से ही भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे। श्रावण मास से गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है।

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इंदौर। इंदौर में घने कोहरे के कारण हवाई सेवा लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी प्रभावित रही। देवी अहिल्याबाई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुबह 6:25 से नौ बजे तक दृश्यता 400 मीटर से कम हो जाने से विमानों को एयरपोर्ट प्रबंधन ने उतरने की अनुमति नहीं दी। 5 उड़ानों को अहमदाबाद डायवर्ट कर दिया।   इंदौर में दूसरे दिन गुरुवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा। दृश्यता कम होने से सुबह 8.30 बजे तक भी 100 मीटर आगे देखना मुश्किल हो रहा था। इस कारण वाहनों के हैडलाइट चालू रखना पड़े। शहर में कई स्थानों पर सुबह बूंदाबांदी भी हुई। देवी अहिल्याबाई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुबह नौ बजे तक आने वाली पांच फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा। इंडिगो की हैदराबाद-इंदौर उड़ान सुबह 7.10 बजे इंदौर आती है। इसको खराब मौसम के कारण सुबह 8.30 बजे अहमदाबाद भेजना पड़ा। इससे पहले एक घंटा लैडिंग की कोशिश होती रही। सभी यात्री रनवे पर विमान में ही बैठे मौसम के सही होने का इंतजार करते रहे। जयपुर-इंदौर, बेंगलुरू-इंदौर, दिल्ली-इंदौर और बांम्बे-इंदौर फ्लाइट को भी अहमदाबाद डायवर्ट किया गया। सभी विमान मौसम साफ होने के बाद यात्रियों को लेकर इंदौर आएंगे। इसके अलावा सुबह 6.25 से पहले कई उड़ने देर से उतरी और रवाना हुई।   घने कोहरे के कारण इंदौर से सुबह चलने वाली अधिकांश ट्रेनों के संचालन में भी परेशानी आई। इंदौर से जाने वाली इंदौर-नागपुर वंदे भारत और रणथंबोर एक्सप्रेस को कोहरे के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा। दृश्यता कम होने से पटरियां और सिग्नल नहीं दिखाई दे रहे थे। ट्रेनों को कम स्पीड में चलाया गया। लोगों को भी ट्रेन तक पहुंचने के लिए यात्रियों को मशक्कत करना पड़ी।

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नर्मदापुरम। नर्मदापुरम के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में टाइगर फैमिली के साथ बीयर फैमिली भी मस्ती करते हुए स्पॉट हुई है। भालुओं का वीडियो सतपुडा टाइगर रिजर्व ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है।   बाघिन और उसके शावकों का भी वीडियो सामने आया है। इसमें बाघिन मछली आराम से बैठी हुई है। उसके तीनों शावक आपस में मस्ती, उछलकूद और दौड़-भाग करते नजर आ रहे हैं। बाद में एक शावक घने जंगल की ओर चला जाता है। दो शावक धमाचौकड़ी जारी रखते हैं। वीडियो चूरना रेंज का है।   बाघिन मछली साढ़े चार साल, शावक 5 से 6 महीने के हैं सतपुडा टाइगर रिजर्व के एसडीओ विनोद वर्मा ने बताया कि वीडियो रविवार का है। जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों ने इसे बनाया। उन्होंने बताया कि बाघिन मछली की उम्र साढ़े चार साल जबकि उसके शावकों की उम्र 5 से 6 महीने है। इन दिनों मछली और उसके 3 शावकों का दीदार टूरिस्ट्स को खूब हो रहा है। पिछले हफ्ते भी इन शावकों को दुलार करते हुए मछली का वीडियो सामने आया था।

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जबलपुर। सोमवार रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला बुधवार को भी दिन भर रुक-रुककर जारी रहा। बारिश व बादलों के चलते दिन का पारा दो दिन में आठ डिग्री कम हुआ है । लोग ठंड से सिहरते नजर आए। नवंबर अंत तक मौसम ऐसा ही बने रहने का अनुमान है। 30 नवंबर को एक नया सिस्टम सक्रिय होगा। इससे पूरे हफ्ते मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है। जानकारी के मुताबिक राजस्थान और उससे लगे मध्य प्रदेश पर बना प्रेरित चक्रवात समाप्त हो गया है, लेकिन प्रदेश पर एक पश्चिमी विक्षोभ अभी भी द्रोणिका के रूप में बना हुआ है नम हवाएं आने से वर्षा का एक और दौर भी शुरू हो सकता है। बादल रहने के कारण जहां दिन के तापमान में गिरावट बनी रहेगी, जबकि रात का तापमान बढ़ा हुआ रहेगा। धूप नहीं निकलने की वजह से वातावरण में सिहरन महसूस होती रहेगी । जबलपुर में 6.8 मिलीमीटर वर्षा हुई। पिछले तीन दिनों से मौसम में उतार चढ़ाव जारी है। रिमझिम फुहारें बुधवार सुबह झमाझम बारिश में बदल गईं। करीब आधा घंटा हुई झमाझम बारिश जिसके बाद पारा और नीचे आ गया। 9 बजे के बाद सूर्यदेव ने राहत पहुंचाई । मौसम विभाग के अनुसार अभी मौसम पूरी तरह से साफ नहीं हुआ है, अगले चौबीस घंटों में बारिश होने की संभावना है। मौसम खुलने के बाद ठंड अब जोर पकड़ेगी। कोहरा भी छाया रहेगा।पिछले तीन दिनों से मौसम में उतार चढ़ाव जारी है। जबलपुर जिले में एक दिसम्बर तक के लिए बारिश, गरज-चमक और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। जबलपुर सहित संभाग के जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होने का अनुमान है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। पश्चिमी विक्षोभ जब भी सक्रिय होता है, ठंडी हवा के साथ बारिश लेकर आता है। रबी की फसलों के लिए यह बारिश वरदान की तरह है। कई जगह देर से बुवाई होने के कारण पानी की सख्त आवश्यकता थी। बारिश से खेतों में पर्याप्त नमी बन गई है ।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बदलते मौसम के चलते लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हाे रही है। लगातार बढ़ रहे इन मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा रखी है। राजधानी भोपाल में नए मामलों के बाद आंकड़ा 810 तक पहुंच गया है। जबकि ग्वालियर में 29 नए मरीजों के बाद एक हजार के पार आंकड़ा पहुंच गया है।     राजधानी भोपाल के अस्पतालों में ठंड के चलते मौसमी बिमारी वायरल और डेंगू के मरीज अधिक आ रहे है। इन नए मामलों के बाद कुल मरीजों की संख्या 810 पहुंच गई है। मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर के दूसरे हफ्ते से ही डेंगू से राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं सबसे ज्यादा डेंगू के मामले बैरागढ़ और बाग सेवनिया क्षेत्र में मिली है। इधर ग्वालियर में भी डेंगू का प्रकोप कहर बरपा रहा है। पिछले 24 घंटे में डेंगू के 29 नए मरीज मिले है। वहीं जयारोग्य और जिला अस्पताल में 65 सैंपल की जांच हुई जिसमें 10 बच्चों सहित 29 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। बता दें कि, पीड़तों में ग्वालियर जिले के 15 मरीज और अन्य जिलों के 14 मरीज इसमें शामिल है। इन नए मामलों के बाद जिले में डेंगू का बढ़कर आंकड़ा 1100 तक पहुंचा।

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ओरछा। धार्मिक और पर्यटन नगरी ओरछा में राम राजा सरकार मंदिर में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई। नई परंपरा के अनुसार अब से मंदिर में चारों पहर और मुख्य आरती के दौरान एक के बजाय पांच गणवेश धारी गार्ड रामराजा सरकार को सलामी देंगे। अभी तक राजा राम को सुबह, दोपहर, शाम और रात को सिर्फ एक गणवेश धारी गार्ड सलामी देते आए है। लेकिन अब मंदिर प्रबंधन द्वारा सलामी के स्वरूप को विशेष अवसरों की तरह वृहद किया है।     तहसीलदार ओरछा सुमित गुर्जर ने बताया कि श्री राम राजा सरकार मंदिर में पांच गणवेश धारी गार्ड रामराजा सरकार को चारों वक्त सलामी देंगे। मंदिर समिति और जन सदस्यों की सर्वसम्मति से ही इस नई परंपरा की शुरुआत की गई है। श्री राम राजा सरकार को प्रतिदिन सुबह द्वार खुलने के समय और शाम को मंदिर खुलने के समय की मुख्य आरती के दौरान 1-4 की अनुष्ठानिक गणवेश धारण गार्ड की सलामी देने का निर्णय लिया गया है। जिसका शुभारंभ साेमवार रात मुख्य आरती से सलामी देकर किया गया।

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भोपाल। बीते दो दिनों से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस समेत अन्य मौसम प्रणालियों के कारण हो रही बारिश से पूरा प्रदेश भीग गया है। सोमवार को भी प्रदेश के इंदौर, भोपाल समेत 14 जिलों में बारिश हुई। लगातार बारिश के कारण ठंड बढ़ गई है और दिन के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवात और ट्रफ लाइन गुजरने से प्रदेश में एक ताकतवर सिस्टम सक्रिय है। इसकी वजह से मध्यप्रदेश में आंधी, बारिश और ओले गिर रहे हैं। भोपाल में रविवार आधी रात के बाद से शुरू हुई बारिश सोमवार रात तक जारी रही। इस दौरान 8.8 मिमी बारिश हुई। यह 10 साल में नवंबर की 1 दिन की सबसे ज्यादा बारिश है। मंगलवार को सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। सोमवार को भोपाल, इंदौर, बैतूल, नर्मदापुरम समेत 14 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होती रही। इसके चलते राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। प्रदेश के 32 जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी भोपाल में सोमवार को दिन के तापमान में 6 डिग्री से अधिक की गिरावट हुई। वहीं, प्रदेश में सबसे ठंडा छिदवाड़ा रहा, जहां अधिकतम तापमान में 9 डिग्री से अधिक गिरावट दर्ज की गई और दिन का तापमान 17.2 डिग्री दर्ज किया गया है।   बारिश का वर्तमान दौर थमने के बाद दिसम्बर के पहले सप्ताह में फिर बारिश शुरू हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 29-30 दिसम्बर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके प्रभाव से प्रदेश के अनेक जिलों में बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं।

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जबलपुर। जनवरी में जबलपुर से दिल्ली (निजामुद्दीन) जाने और आने वाली ट्रेनों को रेलवे रद्द कर रहा है। माना जा रहा है कि लगभग 50 हजार यात्रियों का आरक्षण भी रद्द् होगा। इससे परेशान पश्चिम मध्य रेलवे समेत जबलपुर और भोपाल मंडल में हड़कंप मच गया है। पमरे ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर इस पर कुछ ट्रेनों का संचालन जारी रखने का कहा है। इन ट्रेनों को नौ जनवरी से चार फरवरी के बीच रद्द् किया जाएगा। इससे जबलपुर, कटनी, दमोह, सागर, नरसिंहपुर, गाडरवारा, करेली, पिपरिया, मैहर, इटारसी, सतना के लगभग 50 हजार यात्रियों का आरक्षण रद्द होगा। उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में आने वाले मथुरा जंक्शन स्टेशन में जनवरी से फरवरी के बीच यार्ड रीमॉडलिंग का काम हाेगा। इस वजह से जबलपुर से दिल्ली जाने वाली गोंडवाना, संपर्कक्रांति, जम्मूतवी, महाकौशल समेत 50 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द किया गया है तो वहीं पमरे से गुजरने वाली 200 से ज्यादा यात्री ट्रेनें प्रभावित होंगी। जबलपुर से दिल्ली को जोड़ने वाला मुख्य रेलवे ट्रैक मथुरा से होकर जाता है। जबलपुर से चलने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस कटनी, बीना होते हुए मथुरा से निजामुद्दीन पहुंचती है तो वहीं संपर्कक्रांति और जम्मूतवी का भी यही रूट है। महाकौशल एक्सप्रेस कटनी, सतना से माथुरा होकर निजामुद्दीन जाती है।श्रीधाम जबलपुर, इटारसी, भोपाल होकर मथुरा से निजामुद्दीन पहुंचती है। इन ट्रेनों में कई को 20 से 25 दिन तक के लिए रद्द् किया जा रहा है। साप्ताहिक ट्रेन को एक माह के लिए। जबकि जबलपुर से हर दिन दिल्ली जाने और आने वाली ट्रेन में दो से तीन हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। जबलपुर, भोपाल रेल मंडल से लेकर पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने इसकी समीक्षा शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड और उत्तर मध्य रेलवे को पत्र लिखकर कहा है कि वो ट्रेनों को रद्द करने पर फिर विचार करे। जबलपुर जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द करने से उनके यात्री ही नहीं बल्कि रेलवे अधिकारियों का भी दिल्ली तक रेल संपर्क टूट जाएगा। हालांकि पत्र को लेकर कोई जवाब नहीं आया है। इधर जनवरी और फरवरी में दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के आरक्षण किया जा रहा है। पमरे सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल के अंतर्गत मथुरा जंक्शन स्टेशन में कंप्लीट यार्ड रीमॉडलिंग का कार्य किया जा रहा है। इससे जबलपुर समेत जोन की कई ट्रेनों को रद्द किया जाएगा। पमरे जोन ने उत्तर मध्य रेलवे और बोर्ड को पत्र लिखकर ट्रेनों को रद्द न करने कहा है। कौन से ट्रेन कब रहेगी रद्द जबलपुर से कटरा 11449- जम्मूतवी स्पेशल 9, 16, 23 और 30 जनवरी काे   जबलपुर-निजामुद्दीन 12121- संपर्कक्रांति 21, 24, 26, 28, 31 जनवरी और 2, 4 फरवरी को   जबलपुर-निजामुद्दीन 22181- गोंडवाना 10 जनवरी से 4 फरवरी तक   जबलपुर-निजामुद्दीन 12189- महाकौशल एक्सप्रेस- 25 जनवरी से 4 फरवरी तक   सिंगरौली-निजामुद्दीन 22167 सिंगरौली - निजामुद्दीन एक्सप्रेस को 14,21,28 जनवरी व 4 फरवरी को रद्द

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भोपाल। मध्यप्रदेश में इस वर्ष सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। रविवार प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाओं का दौर तो कहीं शांति से शुरू हुई हल्की बारिश दूसरे दिन सोमवार को भी जारी है। राज्य की राजधानी भोपाल में रात दो बजे से शुरू हुई हल्की बारिश ने यहां ठंड का अहसास बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक मौसम खराब रहने की चेतावनी जारी की है। साथ ही कई इलाकों में गरज चमक और तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने समेत ओलेवृष्टि की भी आशंका जताई है।     इस संबंध में वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने सोमवार को बताया कि उज्जैन, खरगौन, बड़वानी, इंदौर, राजगढ़, देवास, आगर, शाजापुर, हरदा, बुरहानपुर, भोपाल, रायसेनय, विदिशा, शिवपुरी, अशोक नगर, श्योपुर कलां, सागर, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, नरसिंहपुर और टीकमगढ़ में हल्की वर्षा होगी और वज्रपात की संभावना है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही खण्डवा, सीहोर, बैतूल और नर्मदापुरम में झमाझम मध्यम वर्षा होने के साथ ही वज्रपात एवं अल्पकालिक ओलावृष्टि की संभावना व्यक्त की गई है।     मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह का साथ ही कहना रहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में अलीराजपुर, धार, गुना, झाबुआ, दतिया, मुरैना, दमोह, सिवनी, मंडला, जबलपुर, पटना, कटनी, निवाड़ी और छतरपुर में हल्की वर्षा होगी । मौसम विभाग की माने तो अरब सागर के ऊपर एक नए सिस्टम बनने के चलते मध्य प्रदेश में मौसम बदल गया है। अलग-अलग जगहों पर पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने के कारण तीन सिस्टम सक्रिय हो गए हैं। दक्षिणी अंडमान सागर पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। चक्रवाती हवाओं के रूप में गुजरात तक एक ट्रफ रेखा भी गुजर रही है। ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर भी मौजूद है। एक ट्रफ दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से उत्तर-पूर्व अरब सागर तक देखी जा रही है। इसी कारण से प्रदेश में रविवार सुबह से ही आसमान में बादलों ने डेरा डाल दिया और सीजन का पहला मावठा गिरना शुरू हो गया। बारिश के बाद से यहां कई जिलों का मौसम सुहाना हो गया है। साथ ही प्रदेश भर में किसानों के लिए यह बारिश अनाज व फसलों को फायदा पहुंचाने वाली बताई जा रही है। हालांकि कुछ जगह इससे नुकसान होने की बात भी सामने आई है, जिसको देखते हुए मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को फसल नुकसान से बचाने लिए एडवाइजरी जारी की है।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की कार्तिक-अगहन मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में आज (सोमवार) शाम को दूसरी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। सवारी अवंतिका नाथ चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। इस दौरान भगवान महाकाल दो स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। भगवान महाकाल की सवारी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।   महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में सायंकाल 3:30 बजे भगवान महाकाल का विधिवत पूजन किया जाएगा। इसके बाद भगवान चंद्रमौलेश्वर को रजत पालकी में सवार करने के बाद शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी शाही ठाठ-बाट के साथ नगर भ्रमण के लिए रवाना होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी अवंतिका नाथ को सलामी देगी। इसके बाद सवारी शिप्रा तट की ओर रवाना होगी। सवारी में भगवान चंद्रमौलेश्वर और मनमहेश स्वरूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। सवारी महाकाल मंदिर से शुरू होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्शी बाजार, कहारवाड़ी, रामानुजकोट होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी।   उन्होंने बताया कि रामघाट पर पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी शिप्रा के राणोजी छत्री घाट के रास्ते शिप्रा के छोटे पुल होते हुए गणगौर दरवाजा से नगर प्रवेश करेगी। इसके बाद कार्तिक चौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। सवारी में पुलिस बैंड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि शामिल होंगे।

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में बैकुंठ चतुर्दशी पर रविवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। देशभर से यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने कुबेरेश्वर धाम पर जल, नरियल, दूध, फल और फूल अर्पित कर पूजन-अर्चन किया। इस मौके पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं से चर्चा की। इस दौरान पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला सहित अन्य ने यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया। इसके अलावा भगवान शिव और भगवान विष्णु के इस हरि-हर मिलन के साक्षी हजारों श्रद्धालु बने। इस हरि-हर मिलन को देखने के लिए देश भर से श्रद्धालु धाम पहुंचे थे। हरि-हर मिलन की यह परम्परा वैष्णव और शैव संप्रदाय के समन्वय और सौहार्द का प्रतीक है।     विठलेश सेवा समिति मे मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि रविवार को बैकुंठ चतुर्दशी पर सुबह ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर से बाहर सडक़ तक पहुंच गई थी। वहीं मंदिर की ओर आने वाले मार्ग में वाहनों की कतार लगने से जाम की स्थिति बनी रही। बाहर से आए श्रद्धालुओं ने यहां पर पूजा-अर्चना के बाद भगवान को दूध और जल अर्पित कर गंतव्य की ओर रवाना गए। शाम को मंदिर परिसर में भव्य आतिशबाजी की गई।     उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में देव दीपावली का विशेष महत्व है। इस दिन देवता पवित्र नगरी काशी आते हैं। देव दीपावली के अगले दिन तिथि अनुसार कार्तिक पूर्णिमा है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान-ध्यान किया जाता है। इसके पश्चात, विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बैकुंठ चतुर्दशी को भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुंठ की प्राप्ति होती है। वह जीवात्मा जन्म और मरण के बंधन से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्त करता है। कहा जाता है कि बैकुंठ चतुर्दशी को एक दिन के लिए स्वर्ग का द्वार खुलता है।     पौराणिक कथा के अनुसार, एक समय की बात है, नारद जी पृथ्वी का भ्रमण करने के बाद बैकुंठ धाम पहुंचे। वहां उन्होंने भगवान विष्णु को प्रणाम किया तो उन्होंने नारद जी से आने का कारण पूछा। नारद जी ने कहा कि प्रभु आप तो कृपानिधान हैं, इससे आपके प्रिय भक्त तो मोक्ष प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन आपके सामान्य भक्त आपकी कृपा से वंचित रह जाते हैं। इस वजह से आप कोई ऐसा मार्ग बताएं, जिससे सामान्य भक्त भी आपकी कृपा प्राप्त करके मोक्ष पा लें। तब भगवान विष्णु ने कहा कि हे नारद, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को जो भी मनुष्य व्रत रखकर उनकी पूजा करेगा, उसके लिए स्वर्ग के द्वार खुले रहेंगे। इसके बाद श्रीहरि विष्णु ने जय और विजय को बुलाया। उन्होंने दोनों को आदेश दिया कि कार्तिक शुक्ल चतुदर्शी को स्वर्ग के द्वार खुले रखना। भगवान विष्णु ने नारद जी से कहा कि कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को कोई भी भक्त उनके नाम का स्मरण करके पूजा पाठ करता है तो उसे जीवन के अंत में बैकुंठ धाम प्राप्त होगा।     पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करके उनका भी श्रृंगार करना चाहिए। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। भगवान विष्णु के मंदिरों में भी इस दिन दीपावली की तरह जश्न मनाया जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके दान-पुण्य करना चाहिए। इससे समस्त पापों का प्रायश्चित होता है। नदियों में दीपदान करने से विष्णु-लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। बैकुंठ चतुर्दशी को व्रत कर तारों की छांव में तालाब, नदी के तट पर दीपक जलाने चाहिए. वहीं बैठकर भगवान विष्णु को स्नान कराकर विधि विधान से पूजा अर्चना करें।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक दमदार वेदर सिस्टम सक्रिय हो गया है। इसके असर से अगले चार दिनों तक प्रदेश में बारिश, ओले और तेज हवाओं का मौसम रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार यह सिस्टम प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अधिक सक्रिय रहेगा, लेकिन इसका असर उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों तक भी दिखाई देगा। नवम्बर माह समाप्त होने जा रहा है और प्रदेश में सर्दी धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। इसी बीच प्रदेश में मावठा गिरने की संभावनाएं बन रही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ), ट्रफ लाइन और चक्रवाती हवाओं के घेरे से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम प्रदेश में सक्रिय हो गया है। इस कारण प्रदेश में अगले 4 दिन तक बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवा का दौर रहेगा। मौसम केंद्र भोपाल के वैज्ञानिकों ने इंदौर-उज्जैन संभाग के साथ भोपाल और नर्मदापुरम के कुछ जिलों में सिस्टम का असर सबसे ज्यादा होने का अनुमान जताया है। इसके अलावा ग्वालियर और जबलपुर संभागों में भी कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। 28-29 नवंबर को यही सिस्टम प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर समेत कई इलाकों में बारिश कराएगा। इसके बाद यह कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन बारिश के कारण प्रदेश में सर्दी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर से बाबा महाकाल की पालकी लाव-लश्कर के साथ शनिवार रात्रि , बैकुंण्ठ चतुर्दर्शी को महाकाल मंदिर से गोपाल मंदिर पहुंची। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हरि-हर मिलन हुआ। यह प्राचीन मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के पश्यात बैकुंण्ठ चतुर्दशी पर श्री हर (श्री महाकालेश्वर भगवान ) श्री हरि (श्री द्वारकाधीश) को सृष्टि का भार सौंपते हैं। देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु पाताल लोक में राजा बलि के यहां विश्राम करने जाते हैं। उस समय पृथ्वी लोक की सत्ता शिव के पास होती है और बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव यह सत्ता पुनः श्री विष्णु को सौंप कर कैलाश पर्वत पर तपस्या के लिए लौट जाते हैं। इस दिवस को बैकुंठ चतुर्दशी की रात्रि में हरि-हर मिलान कहते है।   श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि परम्परा अनुसार श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप से रात्रि 11 बजे श्री महाकालेश्वर भगवान की पालकी धूम-धाम से गुदरी चौराहा, पटनी बाजार होते हुए गोपाल मंदिर पहुंची। जहां पूजन के दौरान बाबा श्री महाकालेश्वर ने बिल्व पत्र की माला गोपाल को भेंट की एवं श्री हरि ने तुलसी की माला बाबा श्री महाकाल को भेंट की। दोनों भगवान की पूजा विधि से एक-दूसरे का पूजन किया गया।इसके उपरांत श्री महाकालेश्वर की सवारी सोमवार अर्धरात्रि पुन: महाकालेश्वर मंदिर वापस पहुंची।

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उज्जैन। कथावाचक जया किशोरी शनिवार को तड़के बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंची।उन्होंने भस्म आरती के दर्शन किए। बता दें, जया किशोरी उज्जैन में ही भागवत कथा कर रही हैं। शनिवार को उनकी कथा का विराम दिवस है।     बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद जया किशोरी ने बताया कि मैं भस्म आरती में शामिल हुई थी। मंदिर में बड़ी अच्छी व्यवस्था है, जिसके लिए मंदिर समिति को धन्यवाद प्रेषित करती हूं। भस्म आरती में शामिल होकर मैंने स्वयं को बाबा महाकाल के बहुत करीब पाया। भस्मारती में बाबा के दर्शन करने पहुंची जया किशोरी भक्ति में लीन दिखाई दी। जहां उन्होंने पूरी भस्म आरती में नंदी जी के पास बैठकर भगवान के निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन भी किए।

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उज्जैन। महिला एवं बाल विकास विभाग के लालपुर स्थित बालगृह से तीन बच्चे टायलेट में लगे दो वेंटिंलेशन तोड़कर भाग गए। इसमें एक मुंबई का किशोर भी है। बालगृह अधीक्षिका ने बच्चों की गुमशुदगी नागझिरी थाने में दर्ज कराई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एस.ए. सिद्दीकी ने बताया कि लालपुर स्थित बालगृह में पिछले एक माह से मुंबई का करीब 16 वर्षीय बालक और पिछले दो दिनों से राजस्थान के दो भाई रह रहे थे। मुंबई के बालक के परिवार का पता नहीं चल पाया था, जबकि राजस्थान के भाइयों को शाजापुर पुलिस ने पकड़कर बालगृह भिजवाया था। पुलिस का कहना था कि दोनों भाइयों के परिजनों को सूचना दी गई थी लेकिन उन्होंने बालकों को ले जाने से इंकार कर दिया। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि दोनों बालक घर से बार-बार भाग जाते हैं इस कारण परिजन अब उन्हें घर ले जाना नहीं चाहते। गार्ड मेनगेट पर बैठा रह गया सिद्दीकी ने बताया कि तीनों बालक दोपहर ढाई से तीन बजे के बीच भागे हैं। इस दौरान गार्ड मेनगेट पर तैनात था जबकि बालक डोरमेट्री में बने टायलेट की दो वेंटिलेशन तोड़कर पीछे के रास्ते से भाग गये। स्टाफ के लोगों ने बालकों की रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर तलाश की लेकिन उनका पता नहीं चल पाया तो नागझिरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।

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भोपाल। राजधानी भोपाल में सीबीआई ने रिश्वतखोरी मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने बीएसएनएल कोर नेटवर्क के जनरल मैनेजर को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित जनरल मैनेजर ने चार्जशीट में से नाम हटाने के एवज में 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। जिसकी पहली किस्त के 15 हजार रुपये लेते समय ही सीबीआई ने रंगे हाथों धर लिया।   जानकारी अनुसार बीएसएनएल के सुलतानिया रोड स्थित ऑफिस में पदस्थ जनरल मैनेजर महेंद्र सिंह के खिलाफ उन्ही के कार्यालय में पदस्थ जूनियर टेलीकॉम ऑफिसर अनुरोध साहू ने शिकायत करते हुए बताया था कि महेंद्र ने उन्हें एक आरोप पत्र जारी किया है। आरोप पत्र से नाम हटाने के एवज में जनरल मैनेजर महेन्द्र द्वारा 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। नहीं देने के एवज में कार्रवाई की धमकी दी जा रही है। जांच के उपरांत शिकायत सही पाये जाने पर सीबीआई ने आरोपित जनरल मैनेजर को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। सीबीआई ने शुक्रवार रात रिश्वत की पहली किश्त के 15 हजार रुपए के साथ फरियादी को आरोपी महेंद्र के पास भेजा। जैसे ही महेन्द्र ने रिश्वत की रकम ली सीबीआई ने तुरंत उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। पूरी कार्रवाई को सुल्तानिया रोड स्थित बीएसएनएल ऑफिस में अंजाम दिया गया है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठंड हवा का दौर शुरू हो गया है नतीजतन ठंड बढ़ने लगी है। मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि आने वाले दो दिन 26-27 नंवबर को बारिश की संभावना है। इसके बाद प्रदेश के तापमान में और गिरावट दर्ज होगी और ठंड बढ़ेगी। प्रदेश में गुरुवार रात को सबसे कम तापमान ग्वालियर, दतिया, पचमढ़ी, राजगढ़ में दर्ज किया गया है।     साहू ने बताया कि जम्मू कश्मीर के ऊपर 25 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। इससे प्रदेश में 26 और 27 नवंबर को बारिश की संभावना है। 26 नंवबर को प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, भोपाल और होशंगबाद में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले दिन 27 नवंबर को जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग में बारिश होने की संभावना है। इसके बाद प्रदेश में फिर बारिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि गुरुवार रात को तापमान ग्वालियर में 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दतिया में 11 डिग्री सेल्सियस, पचमढ़ी में 11.2 डिग्री सेल्सियस, राजगढ़ में 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 'हवा' फिलहाल जस की तस है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'गंभीर' श्रेणी में है। आनंद विहार में आज (शुक्रवार) सुबह एक्यूआई 411, अलीपुर में 432, वजीरपुर में 443, आरकेपुरम में 422 दर्ज किया गया। गुरुवार को भी कमोबेश यही स्थिति रही।     बोर्ड के अनुसार राजधानी के 14 स्थानों का एक्यूआई 400 पार यानी 'गंभीर' श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया है। अगले दो-तीन दिन दिल्ली को प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली का एक्यूआई 390 रहा। शुक्रवार सुबह यह आंकड़ा 450 के करीब पहुंच गया। बुधवार को यह 395 था। आज बवाना दिल्ली का सर्वाधिक प्रदूषित इलाका रहा। यहां का एक्यूआई 450 रहा। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, अगले तीन-चार दिनों के बीच हवा की गति आमतौर पर दस किलोमीटर से नीचे रहने की संभावना है। ऐसी स्थिति में प्रदूषक तत्वों का बिखराब नहीं हो पाता।

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उज्जैन। ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी में शनिवार, 25 नवंबर की रात एक बार हरि-हर मिलन का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। इस दौरान भगवान महाकाल (हर) पालकी में सवार होकर द्वारकाधीश श्री हरि विष्णु से मिलने के लिए गोपाल मंदिर पहुंचेंगे और धरती के संचालन का भार (सत्ता) सौंपने के बाद कैलाश पर्वत लौट जाएंगे।     पौराणिक मान्यता के अनुसार संसार के पालनकर्ता भगवान विष्णु यानि हरि देवशयनी एकादशी के बाद हर यानी भगवान शंकर (महाकाल) को जिम्मेदारी सौंपकर विश्राम के लिए चले जाते हैं। देवउठनी एकादशी के बाद हर उन्हें वापस सत्ता सौंप देते हैं। महाकाल की नगरी में ये परंपरा उत्साह से निभाई जाती है। शनिवार की देर रात भगवान महाकाल अपनी चांदी की पालकी में सवार होकर गोपाल मंदिर द्वारकाधीश से मिलने पहुंचेंगे और रात 12 बजे हरि का हर से मिलन होगा।   इस दौरान महाकाल मंदिर से लेकर गोपाल मंदिर तक रात 12:00 बजे श्रद्धालुओं में इतना जोश रहता है कि वह भगवान की पालकी का आतिशबाजी कर भव्य स्वागत करते हैं। जैसे ही बाबा महाकाल की पालकी गोपाल मंदिर पहुंचती है, भगवान विष्णु और बाबा महाकाल के पंडित पुजारी वार्तालाप के जरिए पूरी पृथ्वी का लेखा-जोखा देते हैं। उसके बाद भगवान विष्णु की तुलसी की माला भगवान शिव को पहना दी जाती है और भगवान महाकाल की बेलपत्र की माला भगवान विष्णु को अर्पित की जाती है। इसके बाद भगवान शिव कैलाश पर्वत पर सृष्टि का भार भगवान विष्णु को सौंप कर चले जाते हैं। विष्णु जी इस पृथ्वी का भार संभालते हैं। देवउठनी ग्यारस से लेकर देवशयनी ग्यारस तक सत्ता विष्णु के हाथ में रहती है।   महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि परम्परा अनुसार महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप से रात्रि 11 बजे श्री महाकालेश्वर भगवान की पालकी धूम-धाम से गुदरी चौराहा, पटनी बाजार होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेगी। वहां पूजन के दौरान बाबा महाकालेश्वर बिल्व पत्र की माला गोपाल जी को भेंट करेंगे एवं बैकुण्ठनाथ अर्थात श्री हरि तुलसी की माला बाबा श्री महाकाल को भेट करेंगे। पूजन के बाद श्री महाकालेश्वर की सवारी पुन: इसी मार्ग से श्री महाकालेश्वर मंदिर वापस आएगी। सवारी के साथ मंदिर के पुजारी, पुरोहित, कर्मचारी, अधिकारी सम्मिलित होंगे।

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इंदौर। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में दुनियाभर के भक्त शिरकत करेंगे। इस ऐतिहासिक पल में इंदौर भी अपना अमूल्य योगदान देने जा रहा है। अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा में 75 नदियों का जल लगेगा। इस जलाभिषेक की जिम्मेदारी इंदौर के महेन्द्र कोडवानी निभाने जा रहे हैं। उन्होंने एक भव्य रथ तैयार किया है, जो देशभर की 75 नदियों का जल एकत्रित कर अयोध्या पहुंचेगा। रथ गुरुवार सुबह को इंदौर से रवाना हुआ है। यह रथ यात्रा 26 हजार किलोमीटर का सफर दो माह में पूरा करेगी।     रथ बनाने वाले कलाकार महेन्द्र कोडवानी ने बताया कि यह रथ इंदौर में उनके स्टूडियो पर मात्र 15 दिवस में 40 कलाकारों ने बनाया है। यह रथ 10 पहियों वाले ट्रक पर तैयार किया गया है। इस रथ में एक बड़ा कलश और छोटे-छोटे 75 पंच धातु के कलश स्थापित किए गए हैं। इन कलशों में भारत की पवित्र नदियों का जल एकत्रित किया जाएगा। रथ में भगवान श्री राम, माता सीता एवं हनुमान जी की विशालकाय मूर्तियां भी लगाई गई हैं। इसके अलावा वानर सेना और भगवान श्री राम के अन्य मंदिर भी बनाए गए हैं। रथ में लगातार सुंदर कांड का पाठ भी रथ में होता रहेगा।     उन्होंने बताया कि रथ का जिम्मा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गरु तुलसीपीठाधीश्वर पन्द्मविभूषण जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने लिया है। रथ का स्वागत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य साधू-संतों द्वारा किया जाएगा। गुरुवार को यह रथ इंदौर से रवाना हो चुका है।

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इंदौर। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में संपन्न हुए बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में एडवोकेट रितेश इनानी अध्यक्ष चुन गए हैं। उन्होंने त्रिकोणीय मुकाबले में अमर सिंह राठौर और पवन कुमार जोशी को हराया। वहीं, बार एसोसिएशन के उपध्याक्ष पद पर एडवोकेट यशपाल राठौर, सचिव पद पर भुवन गौतम और सह सचिव पद पर शशांक शर्मा ने कब्जा जमाया है।       दरअसल, इंदौर उच्च न्यायालय में बुधवार को बार एसोसिएशन के विभिन्न पदों के लिए चुनाव संपन्न हुए और मतगणना के बाद देर रात नतीजे घोषित किए गए। इस बार बार एसोसिएशन के चुनाव में 1807 सदस्यों में से 1328 ने मतदान में हिस्सा लिया। मतदान करने वाले सदस्यों को मतदान के बाद पौधे वितरित करने का अनूठा प्रयोग भी इस बार चुनाव में देखा गया।       जानकारी के अनुसार, बार एसोसिएशन चुनाव के लिए 45 मतदान केन्द्रों पर सुबह 11 बजे वोटिंग शुरू हो गई थी, लेकिन न्यायालयों में कार्यदिवस होने के कारण अधिकांश सदस्यों ने व्यस्तता के चलते मतदान सुबह के वक्त मतदान धीमा रहा, लेकिन दोपहर बाद मतदान में तेजी आई और शाम 7.00 बजे तक 1328 सदस्यों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। शाम सात बजे के बाद मतगणना शुरू हुई और देर रात परिणाम घोषित किए गए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज द्विवेदी ने मतगणना के परिणामों की घोषणा करते हुए विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस बार मतदान के दौरान अनूठा प्रयोग भी देखने को मिला। मतदान करने वाले सदस्यों को इस दौरान तुलसी, शमी और बिलपत्र के पौधे वितरित किए गए। सदस्यों ने इस पहल की तारीफ की और हर बार चुनाव में इसे लागू करने के लिए कहा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है। कहीं कोहरा छा रहा है तो कहीं मौसम साफ है। कई जगहों पर बादल भी छाए हुए हैं तो कुछ जगहों पर गर्मी का भी अहसास हो रहा है।   मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में प्रदेश के मौसम में कई बड़े बदलाव हो सकते हैं। उत्तर भारत में पशि्चमी क्षोभ बना हुआ जिससे मध्य प्रदेश के मौसम में भी लगातार असर देखने को मिल रहा है। 26 और 27 नवंबर को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश होने की भी संभावना जताई जा रही है।     बारिश के बाद होगा कड़ाके की ठंड का अहसास मौसम विभाग के अनुसार,प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना है। 26 और 27 नवंबर को भोपाल और इंदौर जिले के कुछ-कुछ हिस्सों में बारिश भी हो सकती है। इसके बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने ये पूर्वानुमान जताया है कि बारिश के दौर के बाद राज्य में कड़ाके की ठंड का अहसास शुरू हो जाएगा. हालांकि ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर अभी से दिखाई देने लगा है। बता दें कि मंगलवार से प्रदेश के न्यूनतम तापमान में बढ़त देखी जा रही है. अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की कमी हो रही है।   बीते 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश का तापमान बीते 24 घंटे में प्रदेश में अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। ये तापमान टीकमगढ़ में दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस ग्वालियर में दर्ज किया गया है। प्रमुख शहरों में भोपाल में 15.6, इंदौर में 15.8, जबलपुर में 15.2, खरगांव में 13.4, खरगोन में 13.4, रीवा में 13.4, गुना में 13.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान भोपाल में 30.5, इंदौर में 29.2, जबलपुर में 30.2, खरगांव में 31, खरगोन में 31.0, रीवा में 28.2, गुना में 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

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रतलाम। ट्रेनों में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को समायोजित करने तथा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रतलाम मंडल से होकर गुंटूर-जयपुर के मध्य वाया इटारसी-भोपाल-नागदा-कोटा स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। यह जानकारी बुधवार को मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने दी।   उन्होंने बताया कि गाड़ी संख्या 07022 गुंटूर जयपुर स्पेशल 22 नवम्बर बुधवार को गुंटूर से 21.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के शुजालपुर (19.05/19.07, गुरुवार), उज्जैन (21.00/21.05) एवं नागदा (22.30/22.45, गुरुवार) होते हुए शुक्रवार 24 नवम्बर, 2023 को जयपुर पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 07024 जयपुर गुंटूर स्पेशल 26 नवम्बर, 2023 रविवार को जयपुर से 12.25 बजे चलकर रतलाम मंडल के नागदा(19.05/19.10 रविवार), उज्जैन (20.10/20.15) एवं शुजालपुर (22.05/22.10) होते हुए 27 नवम्बर, 2023 सोमवार को 21.55 बजे गुंटूर पहुँचेगी।     इस ट्रेन का का दोनों दिशाओं में विजयवाड़ा, खम्मम, वारंगल, सिरपुर कागजनगर, बल्हारशाह, नागपुर, इटारसी, भोपाल, शुजालपुर, उज्जैन, नागदा, रामगंज मंडी, कोटा, सवाई माधोपुर एवं दुर्गापुरा स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में दो थर्ड एसी, ग्यारह स्लीपर एवं एक सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।

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भोपाल। कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को राजधानी भोपाल के 5 नंबर स्थित दुर्गा पेट्रोल पंप एवं पॉलीटेक्निक स्थित पेट्रोल पंप पर पीयूसी जांच की व्यवस्था का अवलोकन किया। उन्होंने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को उनके पंप पर पीयूसी की जांच व्यवस्था रखने के निर्देश दिए है। भोपाल शहर के बढ़ते प्रदूषण स्तर के मद्देनज़र कलेक्टर ने वाहनों के प्रदूषण स्तर की जाँच करने एवं पीयूसी न होने की स्थिति में चालानी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। इस दौरान एडीएम हरेन्द्र नारायण, आरटीओ, पॉल्युशन कंट्रोल के अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।       कलेक्टर सिंह के निर्देश के बाद से वाहनों के प्रदूषण स्तर की जाँच की जा रही है। कमर्शियल वाहनों में पीयूसी न होने पर चालानी कार्यवाही की जाएगी, जिसके अंतर्गत 5000 तक के चालन का प्रावधान है। इसी के साथ प्रायवेट वाहनों को पीयूसी कराने 15 दिनों का समय दिया जा रहा है, इसके बाद इन पर भी चालानी कार्यवाही की जायेगी। भोपाल शहर के बिगड़ते AQI स्तर को देखते हुए की जा रही कार्यवाही।       इसके साथ ही कलेक्टर आशीष सिंह ने मिसरोद, होशंगाबाद रोड पर चल रही वाहनों के प्रदूषण स्तर की जांच का औचक निरीक्षण भी किया और जांच की टेक्निकलिटी समझी। उन्होंने निर्देश दिए कि वाहनों के पीयूसी की जांच निरंतर जारी रखी जाए एवं पीयूसी न पाये जाने पर उचित कार्यवाही की जाए।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बुधवार से बिना हेलमेट के अब सरकारी ऑफिसों में प्रवेश नहीं मिलेगा। सेमी गवर्मेंट और प्राइवेट ऑफिसों में भी प्रवेश के लिए हेलमेट जरूरी रहेगा। ट्रैफिक नियमों को लेकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रवैया अपनाया है। पूरे प्रदेश में 50 दिन तक विशेष ट्रैफिक चेकिंग अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही गाइडलाइन भी जारी की है।     बता दें, राज्य स्तरीय अभियान की शुरुआत बुधवार से हो रही है। संपूर्ण प्रदेश में हेलमेट व सीट बेल्ट की अनिवार्यता के लिए ये अभियान शुरू किए गया है। इस अभियान के अंतर्गत लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने की हिदायत दी जाएगी। हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने वालों पर स्पॉट फाइन लगाया जाएगा। इसमें नियमों के विपरीत चलने वाले वाहन चालकों को 500 से लेकर 1000 हज़ार रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है।     हाईकोर्ट के निर्देशों में ये साफ किया गया है कि दो पहिया वाहन पर पीछे बैठने वाले व्यक्ति को भी अनिवार्य रूप से हेलमेट लगाना होगा, ऐसा नहीं करने पर वाहन चालक पर चालानी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कार में भी सीट बेल्ट की अनिवार्यता है। सीट बेल्ट न लगे होने पर फाइन लगाया जाए। कोर्ट ने ट्रैफिक नियमों को लेकर प्रचार प्रसार किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।

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भोपाल। कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को नेहरू नगर चौराहा, रंगमहल चौराहा, बागसेवनिया चौराहा, दानिश चौराहा एवं बिट्टन मार्केट चौराहा का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम आयुक्त फ़्रेंक नोबल ए, एडीएम हरेन्द्र नारायण सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।       कलेक्टर सिंह ने निरीक्षण के बाद कहा कि इन चौराहों पर आये दिन ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है, जिससे उत्पन्न अव्यवस्था के चलते कई बार हादसे भी देखे गये हैं। इन समस्याओं से निजात पाने के लिये चौराहों का चौड़ीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक को सुव्यवस्थित करने एवं जाम की समस्या से निजात पाने के लिये यह आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन चौराहों का सौंदर्यीकरण भी होगा। उन्होंने चौराहों के चौड़ीकरण में डिवाइडर एवं फ्री लेफ्ट टर्न को सुव्यवस्थित बनाने के निर्देश दिए, जिससे ट्रैफिक का मूवमेंट व्यवस्थित रहे और जाम जैसी स्थिति उत्पन्न न हो। इसके साथ ही चौराहों पर स्थित अवैध अतिक्रमण को भी हटाया जायेगा।       कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित विभागों नगर निगम एवं पीडब्ल्यूडी को चौराहों के चौड़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण के लिये की जाने वाली प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये।  

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इंदौर। गुजरात के गोधरा तालुका में दाहोद राजमार्ग पर ग्राम गढ़चुंदरी के पास मंगलवार को सुबह इंदौर से अहमदाबाद जा रही यात्रियों से भरी बस सड़क किनारे मरम्मत के लिए खड़ी दूसरी बस से टकरा गई। इस हादसे में बस में सवार चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में बस का चालक, एक महिला और दो बच्चे हैं। इस हादसे में 17 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में दो साल के बच्चे और एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है।   पुलिस के अनुसार गजराज ट्रेवल्स की बस सोमवार की रात इंदौर से अहमदाबाद के लिए निकली थी। मंगलवार सुबह गोधरा तालुका में दाहोद राजमार्ग पर गढ़चुंदरी गांव के पास यह बस मरम्मत के लिए सड़क किनारे खड़ी दूसरी बस से जा टकराई। हादसा इतना भीषण था कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसमें बस चालक सहित चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो बच्चे, एक महिला और एक पुरुष हैं। दुर्घटना के बाद सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। हादसे में 17 लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है।

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शाजापुर। कार्तिक दशमी पर होने वाले कंस वधोत्सव की तैयारी हो चुकी है। अत्याचार के प्रतीक कंस का 10 फीट ऊंचा पुतला भी सिंहासन पर बैठाया गया है। कंस चौराहा स्थित दरबार में कंस का वध किया जाएगा। गवली समाज के युवाओं द्वारा पुतले को लाठियों से पीटते हुए यहां लाया जाया जाएगा। 270 वर्षों से यह परंपरा निभाई जा रही है। इस आयोजन में कंस और कृष्ण की सेना आपस में वाक् युद्ध करती हैं, इसके बाद श्रीकृष्ण द्वारा कंस का वध किया जाता है।   कंस वध की परंपरा अन्याय व अत्याचार पर जीत की प्रतीक कंस वधोत्सव समिति के संयोजक तुलसीराम भावसार ने बताया कि मथुरा के बाद नगर में इस आयोजन को भव्य तरीके से मनाया जाता है। यहां इस आयोजन में शहर ही नहीं बल्कि शाजापुर जिले सहित आसपास के जिलों के लोग भी शामिल होते हैं। कंस वध की परंपरा अन्याय व अत्याचार पर जीत के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है। गोवर्धन नाथ मंदिर के मुखिया स्व. मोतीराम मेहता ने करीब 270 वर्ष पूर्व मथुरा में कंस वधोत्सव कार्यक्रम होते देखा और फिर शाजापुर में वैष्णवजन को अनूठे आयोजन के बारे में बताया। इसके बाद से ही परंपरा की शुरुआत हो गई। मंदिर में ही 100 वर्ष तक आयोजन होता रहा किंतु फिर इसे नगर के चौराहे पर किया जाने लगा। श्रीकृष्ण वेशधारी करेगा कंस का वध   कंस वध के पूर्व बालवीर हनुमान मंदिर परिसर से चल समारोह शुरू होगा। रात साढ़े 8 बजे शुरू हुआ समारोह शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ कंस चौराहे पर पहुंचेगा। यहां पहले वाक युद्ध होगा और रात 12 बजे श्रीकृष्ण बने कलाकारों द्वारा कंस का वध किया जाएगा। कंस वध से पहले पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे देव और दानवों की टोलियां निकलती है। राक्षस हुंकार भरते है तो देवों की टोली उन्हें जवाब देती है।

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उज्जैन। श्रावण- भाद्रपद माह की तरह महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक माह की पहली सवारी सोमवार को निकली। सभामंडप में विधिवत पूजन-अर्चन के बाद राजसी ठाट-बाट के साथ बाबा ने नगर भ्रमण किया।     महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि भगवान महाकालेश्वर मनमहेश के रूप में प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। सवारी में पुलिस बैण्ड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि के साथ महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंची। वहां मॉ क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन पश्चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंची।     भगवान की कार्तिक एवं अगहन(मार्गशीर्ष) माह में निकलने वाली महाकालेश्वर भगवान की सवारियॉ क्रमशः द्वितीय सवारी 27 नवम्बर, तृतीय सवारी 4 दिसम्बर तथा शाही सवारी 11 दिसम्बर 2023 को निकालेगी।

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इंदौर। चार-दिवसीय छठ महोत्सव का समापन सोमवार को सर्द सुबह में शहर में बसे पूर्वांचल के हजारों श्रद्धालुओं द्वारा उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हुआ। रविवार संध्या अर्घ्य देने के पश्चात मध्य रात्रि से ही शहर के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं एवं छठ व्रतियों का आना शुरू हो गया। सुबह 4.00 बजे तक शहर के सभी घाट छठ उपासकों एवं श्रद्धालुओं से भरे नज़र आ रहे थे। रंग बिरंगी विद्युत से सजी घाटें, छठ मैया के लोकगीतों के बीच अत्यंत मनमोहक दृश्य पैदा कर रहे थे। अर्घ्य देने से पूर्व शहर के अनेक छठ घाटों पर पटाखे एवं फुलझड़ियां छोड़ी गई। सूर्योदय का समय जैसे-जैसे निकट आ रहा था, जल कुंडों में खड़ी व्रती महिलाएं एवं पुरुष एकाग्रचित होकर भगवान् भास्कर की आराधना में लीन होकर घर परिवार, समाज, प्रदेश एवं देशवासियों की सुख समृद्धि, शांति हेतु कामनाएं कर रहे थे।       सूर्योदय होते ही शहर के अनेक घाटों पर उपस्थित बिहार एवं पूर्वांचल के लोगों के साथ-साथ स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी भगवान भास्कर के उदीयमान स्वरूप को ''आदि देव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर:, दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तुते '' तथा ऊं सूर्याय नम: के मंत्रोच्चार के बीच अर्घ्य देकर घर परिवार, समाज, शहरवासियों के साथ साथ प्रदेश के लोगों के सुख समृद्धि एवं देश में खुशहाली, शांति एवं भाईचारे की कामना की।       पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश महासचिव केके झा ने बताया कि शहर के कई घाटों पर स्थानीय नेताओं ने शहर के अलग-अलग घाटों पर उपस्थित होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और छठ पूजा में सम्मिलित हुए। छठी मैया की अपार महिमा से प्रभावित होकर महालक्ष्मी नगर निवासी पंजाबी परिवार ने सोमवार सुबह तुलसी नगर छठ घाट पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया, वहीं समर पार्क, निपानिया में एक महिला छठ व्रती अपने घर से सास्टांग दंडवत करते हुए छठ घाट तक जाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। विजय नगर, स्कीम न 78, तुलसी नगर, समर पार्क निपानिया, वेद मंदिर, एम आर 10 (रेडिसन चौराहा), सुखलिया, श्याम नगर, ड्रीम सिटी देवास नाका, शंखेश्वर सिटी, बाणगंगा कुंड, वक्रतुण्ड नगर, कालानी नगर, सिलिकॉन सिटी, पिपलियाहाना तालाब, अन्नपूर्णा रोड तालाब, सूर्य मंदिर कैट रोड सहित पुरे शहर में लगभग 150 घाटों पर आयोजित छठ महोत्सव में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने छथि मैया की पूजा कर उदित सूर्य अर्घ्य दिया।       अर्घ्य के पश्चात छठ घाटों पर उपस्थित श्रद्धालुओं में ठेकुआ के साथ अन्य मौसमी फलों का प्रसाद वितरण करने के पश्चात व्रती घर आए तथा पीपल के पेड़ की पूजा की। इसके पश्चात प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे के निर्जला उपवास को तोड़ा और फिर नमक युक्त भोजन ग्रहण किया।    

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में रविवार को छठ पर्व पर हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने शाम को आस्था और धूमधाम के साथ छठ पूजा अर्चना कर अस्त होते सूर्यनारायण को अर्ध्य समर्पित किया गया। मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम लगा हुआ था, इस मौके पर विठलेस सेवा समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला सहित अन्य ने भोजन प्रसादी का वितरण किया। वहीं, हर साल की तरह इस साल भी सोमवार को कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इसके लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का क्रम जारी है।       विठलेस सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में सोमवार को होने वाले गोपाष्टमी को लेकर गोवर्धन पूजन की झांकी के अलावा 56 भोग सहित अन्य पूजा अर्चना की जाएगी। इस मौके पर सुबह 10 बजे अन्नकूट दर्शन के गौमाता एवं गोवर्धन नाथ आरती के पश्चात दोपहर बारह बजे से दोपहर दो बजे तक महा प्रसादी का वितरण किया जाएगा। दीपोत्सव के पश्चात हर साल यहां पर समिति के द्वारा भव्य आयोजन किया जाता है। इस मौके पर मंदिर परिसर में 56 प्रकार की सामग्री से गिरिराज गोवर्धन का प्रतिरूप तैयार किया जाएगा। इसके अलावा रंगोली आदि का निर्माण किया जाएगा।   उन्होंने बताया कि गोवर्धन पूजन और अन्नकूट महोत्सव का आयोजन होता है। इस दिन भगवान के निमित्त छप्पन भोग बनाया जाता है। कहते हैं कि अन्नकूट महोत्सव मनाने से मनुष्य को लंबी आयु तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है। अन्नकूट महोत्सव इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन नए अनाज की शुरुआत भगवान को भोग लगाकर की जाती है। इस दिन गाय-बैल आदि पशुओं को स्नान कराके धूप-चंदन तथा फूल माला पहनाकर उनकी पूजा की जाती है और गौमाता को मिठाई खिलाकर आरती उतारते हैं। इसके बाद परिक्रमा भी करते हैं।       सोमवार को सुबह प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर के हाल में अन्नकूट के लिए विभिन्न प्रकार के पकवानों की झांकी सजाई जाएगी। अन्नकूट के दर्शन के साथ ही यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक प्रसादी का वितरण किया जाएगा। इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा गो माता की पूजन सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। भोजन शाला सहित अन्य में तैयारियां पूर्ण की गई है। मंदिर में ज्यादा भीड़ होती है वहां बैरिकेड आदि लगाए गए हैं। महिला श्रद्धालु और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग से लाइन लगाने की व्यवस्था की गई है।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम करवट ले रहा है। प्रदेश के कई जिलों में तेजी से पारा नीचे की ओर जा रहा है। शनिवार को पचमढ़ी और गुना सबसे ज्यादा ठंडे रहे। इंदौर, ग्वालियर, महाकौशल और विंध्य के क्षेत्र में भी सुबह के तापमान में गिरावट आई। प्रदेश में सबसे कम 11.4 डिग्री सेल्सियस गुना और ग्वालियर में दर्ज किया गया।   दिन में भी गुलाबी सर्दी का असर   मौसम विभाग के मुताबिक 20 नवंबर के बाद से मौसम में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने दिन और रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई है। हवा में भी परिवर्तन होगा। तापमान में गिरावट आने से ठंडक बढ़ सकती है। अलाव जलाने जैसी स्थिति भी हो सकती है। हालांकि कई क्षेत्रों में अलाव जलाने का सिलसिला चल पड़ा है।

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ओंकारेश्वर। सोमवार सुबह ब्रह्म मुहूर्त में गोपाष्टमी के अवसर पर प्राचीन परंपरा के अनुसार ओंकार महाराज 15 दिन के लिए प्रतीकात्मक रूप से मालवा निमाड़ की प्रजा का हाल जानने के लिए निकलेंगे।     जानकारी के अनुसार, तड़के 5 बजे मंगला आरती के लिए ओंकारजी व मां पार्वती का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। सवा मन सुकड़ी, मोटे आटे व पंचमेवा से बने प्रसाद का भोग लगाया जाएगा। ढोल ताशे के साथ नगाड़े और घंटियां बजाई जाएंगी। इससे पहले मंदिर परिसर में स्थित पंचमुखी गणेश आराधना की जाएगी। पूजा और श्रद्धालुओं के दर्शन के बाद ओंकार महाराज प्रजा का हाल जानने के लिए भ्रमण पर निकलेंगे। भ्रमण के बाद मंदिर पहुंचेंगे।

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भोपाल। लंबी प्रतीक्षा सूची को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त यात्री यातायात क्लियर करने एवं यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने गाड़ी संख्या 22221/22222 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-हजरत निजामुद्दीन-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस राजधानी एक्सप्रेस में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच अस्थायी रूप से लगाने का निर्णय लिया है।   रेलवे द्वारा शनिवार को दी गई जानकारी के अनुसार, यह अतिरिक्त कोच गाड़ी संख्या 22221 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस में एक दिसंबर 2023 से 31 जनवरी 2024 तक तथा गाड़ी संख्या 22222 हजरत निजामुद्दीन-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस राजधानी एक्सप्रेस में 02 दिसंबर 2023 से एक फरवरी 2024 तक प्रारंभिक स्टेशन से गन्तव्य के लिए लगाए जाएंगे। रेलवे ने आग्रह किया है कि यात्रीगण रेल प्रशासन द्वारा प्रदत्त इस सुविधा का लाभ उठाएं।

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इंदौर। चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन शनिवार शाम को खरना के साथ छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया है। यह व्रत सोमवार, 20 नवंबर को सुबह उदय होते भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पूजन-अर्चन के साथ समाप्त होगा। इससे पहले छठ महापर्व के तीसरे दिन रविवार को शहर एवं इसके आसपास क्षेत्रों में बसे पूर्वांचल के हजारों छठ व्रतधारी शहर के विभिन्न तालाबों, प्राकृतिक जलाशयों, कृत्रिम जलकुण्डों में खड़े होकर गोधूलि बेला में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे।       शहर में पूर्वोत्तर समाज के लोगों की सबसे बड़ी संस्था पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शहर में इस वर्ष लगभग 125 जगहों, विशेष रूप से विजय नगर, बाणगंगा, स्कीम न 78, तुलसी नगर, समर पार्क निपानिया, पिपलियाहना तालाब, सिलिकॉन सिटी, शंखेश्वर सिटी, वेंकटेश नगर, श्याम नगर एनेक्स, एरोड्रम रोड, अन्नपूर्णा तालाब, सूर्य मंदिर कैट रोड सुखलिया, शिप्रा, देवास नाका इत्यादि जगहों पर सार्वजनिक छठ महापर्व मनाया जा रहा है, जहां छठ व्रती सार्वजनिक जलाशयों तथा कृत्रिम जलकुण्डों में खड़े होकर सूर्यदेव को अपने संतानों, परिवारों, समाज तथा शहर एवं प्रदेशवासियों के अच्छे स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि एवं दीर्घायु होने की छठि मैया से कामना करेंगे। रविवार शाम 5 बजकर 42 मिनट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।       पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह एवं महासचिव केके झा ने बताया कि शुक्रवार को सुबह से ही शहर के समस्त पूर्वांचल परिवारों, खासकर छठ व्रतियों के घरों में उत्सव एवं उल्लास का माहौल था। जहाँ परिवार की महिलाएं अपने अपने घरों की साफ़ सफाई कर खरना का प्रसाद बनाने में व्यस्त थीं, वहीं दूसरी तरफ घर के पुरुष छठ पूजा एवं पूजा में उपयोग होने वाले फलों की खरीदारियों में व्यस्त रहे। प्रसाद के रूप में महिलाओं ने गुड़ एवं गेहूं, घी मिश्रित ठेकुआ के अलावा चावल के भुसवा, इत्यादि का प्रसाद मिट्टी के बने चूल्हे पर बनाया।       उन्होंने बताया कि छठ महापर्व के दूसरे दिन शनिवार को छठ व्रतियों के घरों में खरना का आयोजन हुआ। दिन भर व्रत रखने के पश्चात व्रतियों ने शाम को गंगाजल मिश्रित जल से स्नान करने के पश्चात भगवान सूर्य का ध्यान कर छठ मईया का पूर्ण विधि विधान से पूजा किया। उसके बाद मिट्टी के बने चूल्हे पर पूर्ण स्वछता एवं पवित्रता के साथ अरवा चावल, दूध व गुड़ की खीर और गेहूं की रोटी का प्रसाद बनाकर भगवान सूर्य और छठ मईया को समर्पित करने के पश्चात उसे ग्रहण किया। इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। व्रती अपने निर्जला उपवास का पारण सोमवार, 20 नवंबर को सुबह 6 बजकर 42 मिनट पर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात करेंगे।    

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के महानगरों में धुआं और कोहरे के कारण वातावरण में प्रदूषक तत्वों की चादर लगातार मोटी हो रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार सुबह समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 500 अंक के पार चला गया। आनंद विहार में एक्यूआई 447, आरकेपुरम में 469, पंजाबी बाग में 484 और आईटीओ में 445 रहा। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा।     केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार 24 घंटे पहले गुरुवार को मुंडका, नेहरू नगर, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, वजीरपुर और द्वारका सेक्टर में एक्यूआई 450 से अधिक पहुंच गया। इससे इन छह जगहों पर हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में रही। बोर्ड के अनुसार गुरुवार को दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 419 रहा। यह गंभीर श्रेणी है। एक दिन पहले यह 401 रहा था। फरीदाबाद में यह 424, गाजियाबाद में 376, ग्रेटर नोएडा में 340, गुरुग्राम में 363 और नोएडा में 355 था। बोर्ड के अनुसार नवंबर के 16 दिनों में दिल्ली में अब तक तीन दिन हवा की गुणवत्ता खराब, पांच दिन बहुत खराब, छह दिन गंभीर और दो दिन खतरनाक श्रेणी में रही है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, लेकिन छिंदवाड़ा जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम शाहपुरा में मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। दोपहर ढाई बजे तक यहां किसी भी मतदाता ने मतदान नहीं किया। चुनाव बहिष्कार की जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम गांव में पहुंची थी। उन्होंने ग्रामीणों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया, लेकिन कोई भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं था।     बताया जा रहा है कि ग्राम शाहपुरा निवासी बंटी पटेल ने चौरई विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इससे पूरा गांव कांग्रेस से नाराज बताया जा रहा है। टिकट नहीं मिलने से नाराज बंटी पटेल के समर्थक मतदान में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। हालांकि, इस संबंध में कोई भी ग्रामीण मीडिया के सामने आकर कुछ भी कहने से इनकार कर रहा है।     गौरतलब है कि शाहपुरा ग्राम से अधिकांश वोट कांग्रेस को मिलते आए हैं। 2008 से लगातार यहां पर कांग्रेस जीत रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां पर मतदान प्रतिशत 99 फीसदी था, लेकिन इस बार यहां दोपहर तक एक भी वोट नहीं डाली गया।     मुरैना के बड़ापुरा गांव ने भी भी मतदान का किया बहिष्कार इधर, मुरैना जिले के बानमोर क्षेत्र की महाटोली ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले बड़ापुरा गांव में 734 ग्रामीण मतदाताओं द्वारा पोलिंग बूथ नंबर 301 पर मतदान का बहिष्कार किया है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले स्कूल नहीं तो वोट नहीं। पिछले 10 वर्षों से बंद पड़े प्राइमरी स्कूल की मांग को लेकर वोट डालने का बहिष्कार किया है।     जानकारी के अनुसार, ग्राम बड़ापुरा में कुशवाह समाज के लोग निवास करते हैं। यहां के सरपंच शिवचरन कुशवाह और एक युवा दीपक पटेल का कहना है कि उनके गांव के तीन सौ से अधिक बच्चे गांव में विद्यालय न होने के कारण अन्य गांव में जाकर पढ़ाई कर रहे हैं, इस वजह से उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने गांव में बंद पड़े स्कूल की मांग जिलाधीश से लेकर राजनीतिक नेताओं तक का कई बार की जा चुकी है। लेकिन सभी ने झूठे आश्वासन देकर उन्हें अभी तक गुमराह किया है। इसीलिए सभी ग्रामीणजन एकजुट होकर वोट नहीं डालने का मन बनाया है। यहां भी दोपहर ढाई बजे तक किसी भी ग्रामीण ने वोट नहीं डाला। जानकारी मिलने के बाद तहसील अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को लेकर मौके पर पहुंचे और गांव वालों को समझाया। लेकिन गांव वाले वोट डालने तैयार नहीं हुए।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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इंदौर। चार दिवसीय छठ महापर्व शुक्रवार को आज 'नहाय-खाय' के साथ पूरे देश के साथ मालवांचल में भी आरंभ हो गया है। छठ व्रतधारियों ने इस अवसर पर पूर्ण धार्मिक पवित्रता एवं निष्ठा के साथ अपने-अपने घरों की सफाई कर, स्नान किया। तत्पश्चात पूर्ण पवित्रता के साथ घर में बने शुद्ध शाकाहारी कद्दू, चने की दाल, भात एवं अन्य शाकाहारी पदार्थों से बना भोजन ग्रहण किया। ड्रीम सिटी निवासी एवं छठ व्रती सुषमा झा ने कहा कि नहाय खाय के साथ व्रती स्वयं को सात्विक और पवित्र कर छठ व्रत की शुरुआत करती हैं।       नगर निगम आयुक्त ने विजय नगर छठ घाट का निरीक्षण किया पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश महासचिव केके झा ने बताया कि शहर के छठ घाटों की साफ़ सफाई अपने अंतिम चरण में है। कई घरों में छठ पर्व का महाप्रसाद ठकुवे बनाए जा रहे हैं। छठ व्रतियों के परिवारों के लोग छठ त्यौहार की खरीदारियों में व्यस्त हैं। शुक्रवार को इंदौर नगर निगम आयुक्त हर्षिता सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ विजय नगर के स्किम न 54 स्थित छठ घाट का निरिक्षण किया। इस अवसर पर पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह सहित बड़ी संख्या में उपस्थित पूर्वोत्तर वासियों ने नगर निगम आयुक्त से विजय नगर छठ घाट के विस्तारीकरण, नवीनीकरण के साथ साथ पिपलियाहना तालाब को पूर्वोत्तर छठ तालाब के रूप में विकसित करने का आग्रह किया, जिससे एक जगह बड़ी संख्या में शहर में रहने वाले पूर्वोत्तर के लोग पटना एवं बिहार के छठ घाटों की तरह विशाल एवं भव्य रूप में छठ महापर्व मना सकें।       शनिवार को मनेगा खरना छठ पर्व के दूसरे दिन शनिवार को खरना मनाया जाएगा। इस दिन व्रती दिन भर व्रत रखकर शाम को मिट्टी के बने चूल्हे पर शाम को गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिठ्ठा और घी चुपड़ी रोटी का प्रसाद भगवान सूर्य को भोग लगाएंगे और फिर इस प्रसाद को ग्रहण करेंगे। तत्पश्चात उनका 36 घंटे के निर्जला उपवास शुरू होगा।       रविवार को अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा छठ पर्व के तीसरे दिन रविवार को अस्ताचलगमी सूर्य को व्रतधारियों द्वारा जलकुण्ड में खड़े रहकर अर्घ्य दिया जाएगा तथा छठ महापर्व का समापन सोमवार, 20 नवंबर को व्रतियों द्वारा उगते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देने के पश्चात होगा। प्रसाद के रूप में सूर्य भगवान् को विशेष प्रकार का पकवान 'ठेकुवा' और मौसमी फल चढ़ाए जाते हैं तथा उन्हें दूध एवं जल से अर्घ्य दिया जाता है।       शहर के 125 से अधिक छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा इस वर्ष विजय नगर, बाणगंगा, तुलसी नगर, समर पार्क, सुखलिया, वक्रतुण्ड नगर, संगम नगर, शंखेश्वर सिटी, निपानिया, सिलिकॉन सिटी, एरोड्रम रोड, कालानी नगर, पिपलियाहाना तालाब, कैट रोड सूर्य मंदिर, श्याम नगर, देवास नाका, स्कीम नं 54, स्कीम न. 78 सहित शहर के 125 से अधिक छठ घाटों पर सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा।

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भोपाल। मतदाताओं को मतदान के लिए जागरुक करने के लिए कई तरीके अपनाए गए। इन्हीं में से एक था रंगोली सजाकर मतदान करने के लिए संदेश देना। बोट क्लब पर लगातार चार घंटे में 40 किलो रंगोली से 40 वर्गफीट में रंगोली सजाकर लोगों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित किया गया। रंगोली से अनिवार्य मतदान और जागरूक व सतर्क नागरिक बनने का संदेश दिया गया है।   इस अवसर पर कई जानकारियां देने के साथ ही यह भी बताया गया है कि मतदान केंद्रों पर अलग-अलग वर्ग के लिए किस तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं। दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर, रैंप है। वृद्धजनों के लिए भी विशेष व्यवस्थाएं हैं। इसके पहले यह भी बताया गया कि किसी भी तरह की गड़बड़ी को लेकर सी-विजिल एप पर कैसे शिकायत की जा सकती है।   एडीआर (एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स) संगठन की संयोजक रोली शिवहरे ने बताया कि बोट क्लब पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पर्यटकों को ध्यान में रखकर और मतदान दिवस को लेकर रंगोली बनवाई । रंगोली के माध्यम से अपील की गई कि भोपाल में लोग अपने घरों से निकलकर शत-प्रतिशत मतदान करें। एडीआर और जिला निर्वाचन अधिकारी के संयुक्त तत्वावधान में बनाई गई रंगोली को भोपाल के पांच कलाकारों धर्मेंद्र मेवाड़े, टीनू बाला, ऋषि बाथम, आनंद नंदेश्वर और आशीष कोरसा ने आकार दिया था।  

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में प्रदूषण का स्तर अगले दो-तीन दिनों तक 'बहुत खराब' श्रेणी में ही रहने की संभावना है। सरकारी तंत्र की तमाम कोशिशों के बावजूद लोगों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है।     दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि अगले दो-तीन दिनों तक प्रदूषण 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है। इस संदर्भ में आज की बैठक में निर्णय हुआ कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के नियमों को ज़मीनी स्तर पर लागू करने के लिए निरीक्षण तेज़ किया जाए। मॉनिटरिंग के लिए छह सदस्यीय स्पेशल टास्ट फोर्स का गठन किया गया है। पर्यावरण विभाग के विशेष सचिव इसके प्रभारी होंगे।     दिल्ली के विभिन्न इलाकों की वायु गुणवत्ता गुरुवार को बहुत खराब से गंभीर श्रेणी के बीच रही। शाम 04 बजे दिल्ली के पूसा इलाके में एक्यूआई 440, द्वारका सेक्टर-8 में 462, पंजाबी बाग में 367, नजफगढ़ में 387 और श्रीनिवासपुरी में 363 दर्ज की गई। इसके 24 घंटे पहले यानी बुधवार शाम 04 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 401 दर्ज किया गया था। मंगलवार को यह 397 था। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब, 401 से 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर अत्यधिक गंभीर माना जाता है।   मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हवा नहीं चलने और कम तापमान के कारण प्रदूषक तत्व हवा में बने हुए हैं और अगले कुछ दिन तक राहत के आसार नहीं हैं। राज्य सरकार द्वारा निर्माण कार्य और शहर में डीजल से चलने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित कड़े कदम उठाए जाने के बावजूद पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की वायु गुणवत्ता का स्तर गिर रहा है।   शहर के हवा के प्रदूषित होने का मुख्य कारण दीपावली के दिन छोड़े गए पटाखों को माना जा रहा है, तो पंजाब में जल रही पराली भी एक कारण है।   उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार और आईआईटी कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के हालिया निष्कर्षों से पता चला कि बुधवार को राजधानी के वायु प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन का योगदान करीब 38 फीसदी था।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए 17 नवंबर की रात बेहद रोमांचक होने वाली है। इस दिन रात में टूटते तारों (उल्काओं) की श्रृंखला देखने को मिलेगी। इस दौरान ऐसा लगेगा मानो आसमान में आतिशबाजी हो रही है। भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि शुक्रवार को दिन में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि इसी रात में पूर्वी आकाश में चमकते उल्काओं की आतिशबाजी मध्यरात्रि 12 बजे से आरंभ होगी। उन्होंने बताया कि उल्काओं को ‘टूटते तारे’ भी कहा जाता है, लेकिन वे वास्तव में तारे नहीं हैं। धूल और छोटी चट्टान जब पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में बहुत तेज़ गति से टकराती हैं तो जलने से उत्पन्न आकाश में प्रकाश की धारियां जैसी दिखाई देती हैं, जों उल्का कहलाती हैं। उल्कापात तब होता है जब पृथ्वी किसी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा गिराए गए मलबे से होकर गुजरती है। वे हर साल लगभग उसी समय फिर से घटित होते हैं, जब पृथ्वी अपनी कक्षा में घूमती है और फिर से मलबे से होकर गुजरती है। सारिका ने बताया कि यह एक औसत बौछार है, जो लगभग प्रतिघंटे 15 उल्का पैदा करती है। लियोनिड्स का निर्माण धूमकेतु टेम्पेल-टटल द्वारा छोड़े गए धूल के कणों से हुआ है, जिसे 1865 में खोजा गया था। उन्होंने बताया कि उल्कापात देखने के लिये चंद्रमा अस्त होने के बाद मध्यरात्रि तक शहर की रोशनी से जितना हो सके, उतना दूर स्थान पर सिर्फ धैर्य रखकर आकाश में प्रतीक्षा करना होगी, तभी आप प्रकृति का आतिशबाजी देख पाएंगे तो मतदान के बाद खगोलीय आतिशबाजी को देखने के लिए तैयार रहें। सारिका ने बताया कि आकाशीय आतिशबाजी की इस शाम चंद्रमा 18.4 प्रतिशत चमक के साथ रात लगभग 9 बजे अस्त होगा। इस समय आकाश में जुपिटर माइनस 2.88 मैग्नीटयूड से तथा सेटर्न 0.80 मैग्नीटयूड से चमक रहा होगा। तड़के लगभग चार बजे पूर्वी आकाश में चमकता वीनस इस खगोलीय घटनाक्रम की चमक को बढ़ा देगा। वीनस इस समय माइनस 4.31 मैग्नीटयूड से चमक रहा होगा।

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उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के दिन बुधवार को सुबह 11:57 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये। अब बाद शीतकाल के छह माह तक मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ (खरसाली) में होंगे। बुधवार को श्री पांच पंडा समिति यमुनोत्री धाम के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया है कि भैया दूज के दिन बुधवार सुबह मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली से शनिदेव की डोली यमुनोत्री धाम पहुंची। यहां विधिवत पूजा अर्चना एवं हवन के बाद 11 बजकर 57 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये। सुरेश सेमवाल ने बताया कि कपाट बंद करने के बाद मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम से शनि देव की डोली की अगुवाई में अपने शीतकालीन प्रवास खुशीमठ के लिए प्रस्थान कर दिया। शीतकाल के दौरान छह माह तक मां यमुना की पूजा अर्चना उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ में होगी। अब अक्षय तृतीया के दिन ग्रीष्म काल के लिए यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोले जाएंगे। इस बार के सीजन में 7,35,194 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किये।

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नई दिल्ली। जहरीली हवा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों की सांसों पर फिर सितम ढाने लगी है। समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पिछले 48 घंटे से 'गंभीर' श्रेणी में है। आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह हो सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आज सुबह दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 430, आरकेपुरम में 417, पंजाबी बाग में 423 और जहांगीरपुरी में 428 रहा।     बोर्ड ने कल सुबह कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 450 पर आ गया। बुधवार सुबह राजधानी के आरकेपुरम में एक्यूआई 417, पंजाबी बाग में 410, आईटीओ में 430 और जहांगीरपुरी में 428 दर्ज किया गया था।     देश की राजधानी दिल्ली में दीपावाली के बाद से लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। दीपावाली के एक दिन पहले दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) घटकर 300 के नीचे पहुंच गया था।

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उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध श्री गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं। अन्नकूट के पावन पर्व पर अपराह्न 11:45 बजे वैदिक मंत्रोच्चार पूजा-अर्चना के साथ विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गए।   उत्तराखंड के चार धामों में प्रसिद्ध श्री गंगोत्री धाम के कपाट मंगलवार को अन्नकूट के पावन पर्व पर 11: 45 बजे वैदिक मंत्रोच्चार पूजा-अर्चना के साथ विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने।     इसके बाद मां गंगा की उत्सव डोली समारोहपूर्वक जयकारों के साथ मुखबा गांव के लिए रवाना हुई। मां गंगा का रात्रि विश्राम आज मां चंडी देवी मंदिर में होगा। कल मां गंगा की उत्सव डोली भैया दूज के पर्व पर अपने मायके मुखबा (मुखीमठ) पहुंचेगी। शीतकाल में मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा स्थित गंगा मंदिर में पूजा-अर्चना होगी। इस यात्रा वर्ष 9 लाख 98 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए।     इस अवसर पर गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, गंगोत्री मंदिर समिति के रावल हरीश सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, राजेश सेमवाल सहित बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहित, जन प्रतिनिधिगण एवं श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर में दीपावली के बाद हवा और ज्यादा खराब होने से एक बार फिर सांसों पर संकट मंडराने लगा है। एनसीआर के प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आज (मंगलवार) सुबह समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 450 पर आ गया। राजधानी के आरकेपुरम में एक्यूआई 417, पंजाबी बाग में 410, आईटीओ में 430 और जहांगीरपुरी में 428 रहा। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ कोहरा भी छाने लगेगा।   सांसों में मंडराते संकट के बीच दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने दीपावली पर दिल्ली में 31 जगहों पर ध्वनि प्रदूषण का आकलन किया। इनमें सात साइलेंस जोन, आठ आवासीय क्षेत्र, 11 व्यापारिक और पांच औद्योगिक क्षेत्र शामिल रहे। इस दौरान नजफगढ़ में सबसे कम और करोल बाग में सबसे ज्यादा स्तर दर्ज किया गया। नजफगढ़ में सबसे कम ध्वनि प्रदूषण 53.7 डेसीबल और करोल बाग में सबसे अधिक 84.5 रहा।

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भोपाल। भगवान श्रीराम को तपोभूमि चित्रकूट में चल रहे पांच दिवसीय दीपावली मेले में सोमवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और कामदगिरी पर्वत की परिक्रम कर भगवान कामतानाथ के दर्शन किए। यहां दीपावली के दूसरे दिन सोमवार को ऐतिहासिक गधा भी मेला लगा। औरंगजेब के जमाने से लग रहे इस मेले में फिल्मों के सितारे के नाम वाले गधे बिकने के लिए आए थे, जिनमें कटरीना, सलमान नाम के गधे भी शामिल रहे।     चित्रकूट नगर पंचायत क्षेत्र में लगे इस ऐतिहासिक गधा मेले में उप्र, मप्र, छत्तीसगढ़ और बिहार से पशु मालिक अपने-अपने गधे-खच्चर लेकर पहुंचे थे। यहां आने वाले पशु मालिक उनका नाम फिल्मी सितारों के नाम पर रखते हैं। मेले में लाए गए गधों में सलमान की कीमत उसके मालिक ने डेढ़ लाख रुपये रखी थी। हालांकि, सलमान की बोली 1.10 लाख तक पहुंच गई। कटरीना सिर्फ 41 हजार की कीमत पर बिक गई। उसे मेरठ के निशमुद्दीन ने खरीदा और अपने साथ माल वाहक से लेकर रवाना हो गए।     ठेकेदार रमेश पांडेय ने बताया कि यह मेला औरंगजेब के जमाने से लग रहा है। कोरोना काल में जरूर यह मेला नहीं लग पाया था। इस बार लगभग दो हजार गधे व खच्चर मेले में लाए गए हैं।     चित्रकूट नगर पंचायत के सीएमओ विशाल सिंह ने बताया कि मेला स्थल पर व्यवस्था प्रशासन की तरफ से कराई गई है। इसी स्थान पर एक मंदिर भी बना हुआ है, जिसे औरंगजेब मंदिर के नाम से पहचाना जाता है। कुछ स्थानों पर है उपयोगिता गधों व खच्चरों का कई स्थानों पर भवन निर्माण सामग्री के अलावा अन्य सामान की ढुलाई के लिए उपयोग किया जाता है। आधुनिक दौर में इनकी उपयोगिता में कमी आई है। पुरानी बसाहट वाले शहरों व कस्बों में ये अभी भी बेहद उपयोगी हैं। मेले में कद-काठी और नस्ल देख कर ग्राहक उनके दाम लगाते हैं।  

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर में पांच दिन पहले गुरुवार को हुई बरसात से सुधरी हवा आज (सोमवार) सुबह फिर और ज्यादा खराब हो गई। दीपावली की खुशी में डूबे अधिकांश लोगों ने पटाखों पर लगे सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध की परवाह नहीं की। रात को पटाखे छुड़ाकर आसमान को धुआं-धुआं कर दम फुला दिया दिया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में बनी हुई है। आज सुबह आनंद विहार में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296, आरके पुरम में 290, पंजाबी बाग में 280 और आईटीओ में 263 रहा। कल (शनिवार) के मुकाबले इसमें इजाफा हुआ है। कल सुबह दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 266, आरके पुरम में 241, पंजाबी बाग में 233 और आईटीओ में 227 रहा था।   समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में पिछले 24 घंटे में हुए उछाल से आज राजधानी की सुबह धुएं चादर में ढकी रही। दृश्यता भी कम रही। कल की तरह आज (भी) हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में है। सुबह छह बजे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों के दृश्यों में सड़कों पर घनी धुंध छाई रही। इससे दृश्यता काफी कम हो गई है और कुछ सौ मीटर से आगे देखना मुश्किल हो गया। हाल ही में, दिल्ली सरकार ने भी पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने खराब हवा से निपटने के लिए 'कृत्रिम बारिश' कराने पर भी विचार किया था। मगर बरसात होने से मिली बड़ी राहत से सरकार ने इरादा टाल दिया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 300 पर आ गया। बोर्ड ने चेताया है कि उत्तर पश्चिम की तरफ से हवा चलने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। आज दिल्ली में हवा की गुणवत्ता और अधिक 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच सकती है। आज रात तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 अंक से अधिक जा सकता है। 14 नवंबर को हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में रहने की संभावना है।

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उज्जैन। दीपावली के दूसरे दिन पड़वा पर्व मनाने की पुरानी परंपरा रही है। उज्जैन जिले की बड़नगर तहसील अंतर्गत गांव भिडावदा में सोमवार को पड़वा पर्व परंपरा अनुसार मनाया गया। गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर महिलाओं ने पूजा की इसके बाद कितनी ही गायें लोगों के शरीर को रौंदते हुए निकलीं। गांव में इस अनूठी परंपरा का निर्वहन इस दिन कई वर्षों से होता आ रहा है। इस परंपरा को अन्य कई गांवों में भी माना जाता है।   देश की सुख-समृद्धि के लिए और खुद की मनोकामनाएं पूरी होने पर श्रद्धालु प्रत्येक वर्ष इस परंपरा में भाग लेते हैं। परंपरा को मानने वाले बताते हैं कि श्रद्धालु 5 दिन का उपवास रखकर मंदिर में भजन-कीर्तन करते हैं और आखिरी दिन जमीन पर लौटते हैं। एक साथ दर्जनों गायों को श्रद्धालुओं के ऊपर से दौड़ाते हुए निकाला जाता है. श्रद्धालु इसको यह मानकर कि गाय में 33 करोड़ देवी, देवताओं का वास उनका आर्शीवाद मानते हैं।   इसलिए मनाते हैं गोवर्धन पर्व गाेवर्धन पर्व मनाने वालों के अनुसार, मान्यता है कि जब कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर रखा था। गोप-गोपिकाएं इस पर्वत की छाया में सुखपूर्वक रहे थे। सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी, तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा।

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राजगढ़। देहात ब्यावरा थाना क्षेत्र में राजगढ़ बाइपास चौराहा के समीप सर्विस रोड़ से लगे दो मंजिला मकान में रविवार की रात भीषण आग लग गई। इससे नीचे की मंजिल में बने सोफा,गद्दे के गोडाउन और उपर की मंजिल में रखा गृहस्थी सहित अन्य सामान जलकर खाक हो गया। आग की बढ़ती लपटों को देखकर उपरी मंजिल में निवासरत परिवार ने कूंदकर जान बचाई। सूचना मिलने पर पहुंचे दमकल वाहन की मदद से आग पर काबू किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज किया है।     पुलिस के अनुसार रविवार की रात सर्विस रोड़ से लगे दो मंजिला मकान में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। आग से निचली मंजिल पर बने गोडाउन में रखे सोफा और गद्दे जलकर खाक हो गए वहीं देखते ही देखते आग की लपटें दूसरी मंजिल तक पहुंच गई, जहां रखा गृहस्थी का सामान, सीसीटीव्ही कैमरे, वाॅशिंग मशीन सहित दीवारें व छत क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के दौरान मकान मालिक अखिलेश वर्मा का परिवार दीपावली का त्योहार मनाने की तैयारी कर रहा था तभी अचानक आग लगी और लपटों को देखकर परिवार भयभीत हो गया,जिन्होंने दूसरी मंजिल से टीनशेड़ पर कूंदकर जान बचाई। सूचना पर पहुंचे दमकल वाहन ने मशक्कत के बाद आग पर काबू किया। इस आग में कितना नुकसान हुआ, इसका आंकलन किया जा रहा है फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु की।

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उज्जैन। जिले के सरकारी स्कूलों में 20 नवंबर से 10वीं एवं 12वीं बोर्ड के कठिन विषयों की एक्स्ट्रा कक्षाएं प्रारंभ होंगी। इसके लिए जिला शिक्षा विभाग द्वारा नया टाईम टेबल तैयार कर लिया गया है। ताकि शिक्षक चुनाव से लौटें और पढ़ाने में जुट जाएं। जिले के अतिरिक्त जिला परियोजना अधिकारी गिरीश तिवारी के अनुसार विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत इस वर्ष शिक्षा विभाग का स्टॉफ मतदाता सूची से लेकर आज तक व्यस्त है और अब चुनाव सम्पन्न करवाने तक व्यस्त ही रहेगा। ऐसे में सबसे अधिक पढ़ाई का नुकसान 10वीं-12वीं बोर्ड की कक्षाओं के विद्यार्थियों का हुआ है और हो रहा है। अब सरकारी स्कूलों के शिक्षक 20 नवंबर से ही स्कूल में नियमित पढ़ा पाएंगे। आगे मतगणना में जिनकी ड्यूटी लगेगी,वे ही तीन दिन बिजी रहेंगे। ऐसे में विभाग ने तय किया है कि 20 नवंबर से 20 जनवरी तक एक माह के लिए कठिन विषयों की एक्स्ट्रा कक्षाएं लगाई जाएगी। इनका निर्धारण इस प्रकार से किया गया है- * 10वीं बोर्ड : गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी। * 12वीं बोर्ड : विज्ञान/गणित संकाय,कला संकाय और वाण्ज्यि संकाय के मुख्य तीन-तीन विषय। श्री तिवारी ने बताया कि एक्स्ट्रा क्लासेस के लिए टाईम टेबल बना लिया गया है। 20 नवंबर से उसे लागू कर दिया जाएगा जोकि 20 जनवरी तक रहेगा। इसके बाद बच्चे अपनी पूरी तैयारी करेंगे और फरवरी माह से बोर्ड की परीक्षा देंगे। उन्होंने बताया कि विभाग का बोर्ड का परीक्षा परिणाम अच्छा रहता है। इस वर्ष की स्थिति में भी यह अच्छा ही रहे,इसीलिए एक्स्ट्रा क्लासेस की नीति बनाई गई है। इस दौरान कठिन विषय के शिक्षकों के अवकाश भी स्वीकृत नहीं किए जाएंगे। इस बात से वरिष्ठ कार्यालय को भी अवगत करवा दिया गया है। प्राचार्यों को टाईम टेबल भेज दिया गया है। ताकि वे अपनी सुविधा से अनिवार्य रूप से उसका पालन करवा सकें।

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उज्जैन। पांच दिवसीय दीपावली पर्व के दूसरे दिन रूप चतुर्दशी पर बाबा महाकाल को तड़के गर्म जल से स्नान करवाया गया। अभ्यंग स्नान में बाबा को हल्दी,चंदन,इत्र,सुगंधित द्रव्य से बने उबटन को पुजारी परिवार की महिलाओं द्वारा लगाया गया। अब गर्म जल से स्नान का सिलसिला फाल्गुन माह तक जारी रहेगा। ऐसा हर वर्ष होता है।   पुजारी दिलीप गुरू ने बताया कि शनिवार तड़के बाबा महाकाल को अभ्यंग स्नान पश्चात भगवान के मस्तक पर सूर्य और त्रिपुण्ड श्रृंगार किया गया। इसके बाद दर्शन के लिए कपाट खोल दिए गए। रविवार तड़के बाबा को अन्नकूट नैवेद्य लगाया जाएगा एवं दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान के समक्ष आतिशबाजी की जाएगी।

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अयोध्या। 14 वर्ष वनवास के बाद भगवान राम, माता सीता और भइया लक्ष्मण पुष्पक विमान से अपनी अयोध्या लौट आए। यहां भरत और शत्रुघ्न ने गले लगकर भाइयों का स्वागत किया। यह नयनाभिरामी दृश्य शनिवार को अयोध्या में जिसने भी देखा उसके नयन छलक उठे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पुष्पक विमान से उतरने के बाद भगवान राम, सीता और लक्ष्मण जी का स्वागत किया। वहीं हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। अपने राम को देख समूची अयोध्या प्रफुल्लित हो उठी। मुख्यमंत्री योगी ने खींचा प्रभु श्रीराम का रथ हेलीपैड से भगवान श्रीराम, माता जानकी, तीनों भाई, बजरंगबली एवं गुरु वशिष्ठ के साथ रथ पर सवार होकर रामकथा पार्क स्थित कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़े। जिस रथ पर प्रभु अपनी भार्या और भाइयों के साथ सवार थे, उसे स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक खींच रहे थे। प्रभु श्रीराम का किया प्रतीकात्मक राज्याभिषेक रामकथा पार्क पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मंत्री जयवीर सिंह, राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आरती उतारकर प्रभु श्रीराम, माता सीता, वीर लक्ष्मण, गुरु वशिष्ठ और बजरंगबली का वंदन अभिनंदन किया। वहीं इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया। साधु संतों का किया सम्मान, कॉफी टेबल बुक का हुआ विमोचन मुख्यमंत्री योगी ने कार्यक्रम में पधारे साधु संतों का भी स्वागत एवं सम्मान किया। उन्होंने महंत नृत्य गोपाल दास को शॉल ओढ़ाकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री योगी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इस अवसर पर अयोध्या के दीपोत्सव पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।

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उज्जैन। प्रदेशभर सहित जिले के सरकारी स्कूलों में अब घण्टी 20 नवंबर को बजेगी। इसका मुख्य कारण वर्तमान में दीपावली अवकाश लगना और बाद में स्टॉफ का चुनावी ड्यूटी पर जाना है। याने बच्चों की पढ़ाई अब 10 दिन के लिए स्कूलों में बंद हो जाएगी। शासकीय स्कूलों में दीपावली अवकाश 10 से 15 नवंबर तक के लिए लग गया है। इसके चलते स्कूलों में शुक्रवार से सन्नाटा पसर गया है। इधर सरकारी स्कूलों के सारे स्टॉफ को चुनाव में लगा दिया गया है। ऐसे में दीपावली अवकाश समाप्त होने के बाद यह स्टॉफ 16 नवंबर को मतदान सामग्री प्राप्त करेगा और अपने मतदान केंद्रों पर रवाना हो जाएगा। 17 नवंबर को मतदान है। इस दिन शाम से सभी टीम ईवीएम मशीनें एवं मतदान सामग्री जमा करवाने के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचेंगे। यह सिलसिला अपर रात्रि तक जारी रहेगा। यहां सामग्री जमा करवाकर सभी कर्मचारी 18 नवंबर,शनिवार को निवूत्त होंगे। 19 नवंबर को रविवार का अवकाश है। ऐसे में सभी 20 नवंबर को स्कूल पहुंचेंगे और बच्चों की नियमित पढ़ाई एक बार फिर प्रारंभ होगी। बोर्ड के छात्रों का सर्वाधिक नुकसान इस बार आगामी अप्रेल माह में लोकसभा चुनाव के चलते मध्यप्रदेश में स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा बोर्ड एवं स्थानीय परीक्षाएं पूर्व से ही करवाई जाएगी। 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा कार्यक्रम माध्यमिक परीक्षा मण्डल पूर्व में जारी कर चुका है। ये परीक्षाएं फरवरी माह में पूर्ण हो जाएगी। इसी के समान्तर स्थानीय परीक्षाएं भी होंगी। ऐसे में बोर्ड के छात्रों वैसे भी एक माह कम मिल रहा है पढ़ाई में।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को धनतेरस पर भस्म आरती के साथ दीप उत्सव की शुरुआत हुई। अलसुबह चार बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का सबसे पहले जलाभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फल के रस से बने पंचामृत से अभिषेक कर पूजन हुआ, फिर बाबा को भस्म चढ़ाई गई।     धनतेरस पर बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया। महाकाल मंदिर के पुरोहित और पंडितों ने देश में सुख, समृद्धि की कामना के साथ भगवान महाकाल की विशेष पूजन कर भस्म आरती की। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल हुए, महाकाल के भक्तों ने जयकारे लगाए।     दरअसल, भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में हर साल दीपावली पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। शुक्रवार को तड़के भस्म आरमी में भी हजारों श्रद्धालु पहुंचे और भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। परम्परा है कि देशभर में किसी भी पर्व-त्यौहार की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन में होती है। इसी परंपरा के अनुसार धनतेरस पर दीप पर्व की शुरुआत भी सबसे पहले यहां हुई। मंदिर के पंडित और पुजारियों ने विशेष श्रृंगार कर भगवान महाकाल को राजा के रूप में तैयार किया और फुलझड़ी जलाकर भगवान महाकाल की आरती की गई।     वहीं, सुबह नौ बजे भगवान महाकाल के दरबार में धनतेरस की पूजा की गई। इसमें महाकालेश्वर मंदिर के अध्यक्ष और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम सपत्नीक शामिल हुए। मंदिर के पंडित और पुजारियों द्वारा पूजा संपन्न कराई गई। महापूजन में भगवान श्री महाकाल का विशेष अभिषेक किया गया। इसके बाद नंदी हाल में रुद्राभिषेक किया। पूजन के पश्चात मंदिर पुरोहित समिति की ओर से अतिथियों को आशीर्वाद स्वरुप चांदी का सिक्का व प्रसाद भेंट किया।   दीपावली के पहले धनतेरस के दिन महाकाल मंदिर में सबके कल्याण एवं सुख समृद्धि के लिए पुरोहित समिति ने विधिवत पूजन कई वर्षों से किया जा रहा है। पूजन अर्चन के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सभी को दीपावली उत्सव की शुभकामना दी। इस अवसर पर महाकाल मंदिर समिति प्रशासक संदीप सोनी व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।   परम्परा के अनुसार, दीपावली के दिन प्रात काल भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार अभिषेक कर बाबा को गर्म जल से स्नान करने के बाद आतिशबाजी की जाएगी। इसके बाद पूरे देश में दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर में रात से हो रही बारिश ने आज सुबह (शुक्रवार) सांसों को राहत प्रदान की। सुबह सैर पर जाने वालों को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ नहीं हुई। हालांकि हवा की गुणवत्ता अभी भी कई जगह खराब है। अगर बरसात और हुई तो निश्चित तौर पर इसमें सुधार हो सकता है। संकट के फौरी हल के लिए सरकार और अदालत लगातार प्रयासरत हैं। आसमान में बादलों का डेरा देखकर ऐसा लगता है कि प्रकृति ने भी मोर्चा संभाल लिया है।   केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 400 पर आ गया। गुरुवार को यह 500 पार कर गया था। आज सुबह आनंद विहार में एक्यूआई 462, आरके पुरम में 461, पंजाबी बाग में 460 और आईटीओ में 464 रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश होने की संभावना है। अगर ऐसा हुआ तो वायु प्रदूषण में और भी सुधार हो सकता है। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर की हवा इतनी जहरीली थी कि राजधानी का कोई भी इलाका सांस लेने लायक नहीं था। आज हो रही राहत की बारिश के साथ लोगों को साफ हवा भी मिल गई है। इस बीच दिल्ली में ग्रेप चार के नियम लागू हैं।

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ग्वालियर। धनतेरस का त्योहार शुक्रवार, 10 नवंबर को शुभ योगों में मनाया जाएगा। इस दिन बाजारों में जबरदस्त धन बरसेगा। संभावना है कि इस दिन शहर का कारोबार 150 करोड़ से अधिक का हो सकता है। वहीं ग्राहकों के लिए सराफा बाजार शुक्रवार को सुबह 9 बजे खुल जाएगा और शनिवार की सुबह 5 बजे तक खरीदारी के लिए खुला रहेगा। धनतेरस के लिए व्यापारियों ने भी अपने-अपने संस्थानों को दुल्हन की तरह सजा लिया है।   ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा के अनुसार वैदिक पंचांग के अंतर्गत हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से आरंभ हो जाएगी। तिथि का समापन 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर धनतेरस का पर्व 10 नवंबर शुक्रवार को प्रदोषकाल में मनाया जाएगा। इस वर्ष धनतेरस के दिन सोना और चांदी खरीदने का सबसे शुभ समय 10 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट से 11 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक है।     यह सामान खरींदे: धनतेरस के दिन तांबा, पीतल और कांसा से बने बर्तन, सोना-चांदी, लक्ष्मी-गणेश, झाडू, इलेक्ट्रोनिक्स सामान आदि खरीदना बेहद ही शुभ है।     चांदी 5 ग्राम सिक्का 400 और 10 ग्राम सोने का 63 हजार में: धनतेरस के दिन सोना और चांदी के सिक्कों की जबरदस्त खरीदारी होनी है। बाजार में इस समय 5 ग्राम चांदी का 400 रुपए, 10 ग्राम 800 रुपए, 20 ग्राम 1600 रुपए, 50 ग्राम 4000 रुपए और 100 ग्राम का 8000 रुपए का है। इसी के साथ सोने के 10 ग्राम का सिक्का 63,000 रुपए में बिक रहा है।     बाजार में चलना हुआ दूभर: इस त्योहारी सीजन में शहर के बाजार भीड़ से पटे हुए हैं। हालत यह है कि बाजारों में चलना तक मुश्किल हो रहा है। जगह-जगह जाम की स्थिति बनी हुई है। महाराज बाड़ा से लगे क्षेत्रों की हालत तो ओर भी खराब है। यहां हद से ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है।

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नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से दिल्ली के लोग खतरनाक प्रदूषण से मुश्किल में है। हालांकि 10 नवंबर से राजधानी के लोगों को राहत मिलने वाली है। भारतीय मौसम विभाग ने 10 नवंबर को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले दो दिनों में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बारिश की संभावना है। इसका असर मैदानी इलाकों में भी देखा जा सकता है। यानी 10 नवंबर को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ 10 नवंबर के बाद अगले दो दिनों तक हवा की रफ्तार तेज रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिणी प्रायद्वीप में अगले दो दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। अगले 24 घंटे में तमिलनाडु, केरल, गोवा, तटीय कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना है। 11 नवंबर से इन राज्यों में बारिश कम होनी शुरू हो जाएगी। इसके साथ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में भी बर्फ बारी की संभावना जताई है। यानी 8 से 10 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में बारिश होने की संभावना है।

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मंदसौर। जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के काल्याखेड़ी गांव के निर्माणाधीन मकान में आज (गुरुवार) सुबह भारी भरकम मगरमच्छ घुस आया। घर में मगरमच्छ की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। मौके में गांव वालों ने वह विभाग को सूचित किया। करीब 1 घंटे में वैन अमला मौके पर पहुंच गया और मगरमच्छ को रेस्क्यू कर लिया। जानकारी के अनुसार काल्याखेड़ी गांव में प्रभुलाल गुर्जर में निर्माणाधीन मकान में भारी भरकम मगरमच्छ घुस आया।   ग्रामीणों के अनुसार मकान का रिकन्ट्रक्शन कार्य किया जा रहा था। निर्माणाधीन मकान में दरवाजे नहीं होने से मगरमच्छ आसानी से किचन तक पहुंच गया और गैस स्टोव पर बैठ गया। घर की महिलाएं जब सुबह चाय बनाने किचन तक पहुंची तो मगरमच्छ को देख घबरा गई। इसके बाद आस पड़ोस के लोगो को बुलाया। किचन में मगरमच्छ होने की खबर गांव में फैलते ही ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा और मगरमच्छ को रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ा।

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के महानगरों के लोगों की सांसों पर जहरीली हवा का पहरा हटा नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज (बुधवार) सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 460 रहा। सुबह पंजाबी बाग का एक्यूआई 460, आनंद विहार का 452 और आरकेपुरम का 433 दर्ज किया गया। सोमवार सुबह इसी समय दिल्ली का औसतन स्तर 453 था।   बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को प्रदूषण में मामूली सुधार के बाद स्थिति में अधिक बदलाव नहीं हुआ है। वायु प्रदूषण की गंभीर होती स्थिति को देखते हुए गौतमबद्ध नगर में नौवीं तक के स्कूल 10 नवंबर और गाजियाबाद में अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। पूर्वानुमान है कि अगले छह दिनों में दिल्ली की आबोहवा बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। कल (मंगलवार) दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआई 457 दर्ज किया गया। दूसरे नंबर पर दिल्ली रहा। यहां का एक्यूआई 395 रहा। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों में बारिश का अनुमान जताया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि अगर बरसात होती है तो वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार हो सकता है।

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सिवनी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के परिक्षेत्र खवासा अंतर्गत बीट सांवगी के ग्राम सावरीट(बिछुआ) निवासी 45 वर्षीय महिला पर बाघ ने बुधवार की दोपहर को हमला कर दिया जिससे उसकी घटनास्थल पर मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों सहित बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया धरने पर बैठे हैं और मांग की जा रही है कि बाघों को यहां से पकडकर ले जाओ।     दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमंडलाधिकारी सुदेश महिवाल ने हिस को बताया कि बुधवार की सुबह दक्षिण सिवनी (सामान्य) वनमण्डल के कुरई परिक्षेत्र अंतर्गत राजस्व एवं वनक्षेत्र में विगत दो माह में वन्यप्राणी बाघ द्वारा जनहानि एवं जनघायल के प्रकरण घटित हुए थे, जिस कारण ग्रामीणों में भय व्याप्त था। प्रकरणों की गंभीरता को देखते हुए संयुक्त रूप से दल गठित कर क्षेत्र में सतत गश्ती एवं जन जागरूकता हेतु मुनादी कराई जा रही थी साथ ही बाघ की लोकेशन पता कर उसे रेस्क्यू करने हेतु प्रयास किये जा रहे थे। पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, नर्मदापुरम एवं वाइल्ड लाइफ कंजरवेशन ट्रस्ट के वन्यप्राणी चिकित्सकों का दल गठित कर बाघ के रेस्क्यू हेतु लगभग एक सप्ताह से प्रयास किया जा रहा था। क्षेत्र में हाथियों एवं वन अमले के विभिन्न दल गठित कर बाघ का अनुश्रवण कार्य किया जा रहा था। बुधवार को कुरई परिक्षेत्र की गोरखपुर बीट अंतर्गत ग्राम करजमारा के राजस्व क्षेत्र में बाघ के उपस्थित होने के प्रमाण प्राप्त होने पर वन्यप्राणी चिकित्सकों के दल द्वारा वन्यप्राणी बाघ को निश्चेत कर सफलतापूर्वक रेस्क्यू कार्य किया गया। रेस्क्यू उपरांत प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल की अनुमति प्राप्त कर बाघ को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल भेजा गया है। वनमंडलाधिकारी ने बताया कि इसी क्रम में बुधवार की दोपहर को एक अन्य बाघ ने खेत में धान काट रही किसनी बाई (45) पति बलीराम उइके निवासी ग्राम सांवरीट पर हमला कर दिया जिससे उसकी घटना स्थल पर मौत हो गई है। घटनाक्रम से आक्रोशित ग्रामीणों व घटना की जानकारी लगने के बाद पहुंचे कांग्रेस के बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया द्वारा धरना पर बैठकर शव को घटनास्थल से नहीं उठाने दिया जा रहा है। उनकी मांगें हैं कि मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाये। इस दौरान ग्रामीणों ने वनकर्मियों पर हमला भी किया है जिससे वह घायल हुए हैं। जिनका उपचार जारी है। वनमंडलाधिकारी ने बताया कि वह मृतक के परिजनों से मिले और उनके शासन द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि का चेक भी दिया और उन्हें लिखित में मृतक के परिजनों के घर से एक व्यक्ति को सुरक्षा श्रमिक में नौकरी देने की बात कही। लेकिन परिजनों द्वारा चेक व सुरक्षा श्रमिक नौकरी हेतु लिखित पत्र भी लेने से इंकार कर दिया है। जिला प्रशासन , पुलिस प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा समझाइश दी जा रही है। लेकिन ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े हुए हैं और मृतिका के शव का पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार नहीं करने दे रहे हैं। ग्रामीण बाघों को अन्यत्र ले जाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि कुरई थाना अंतर्गत बाघ के हमले से एक महिला की मौत हो गई है जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। वर्तमान में आचार संहिता लागू है। शासन के अनुसार मृतकों के परिजनों को सहायता राशि दी जायेगी। बुधवार की सुबह एक आदमखोर बाघ को वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर वन विहार भोपाल भेजा है। वहीं अन्य आदमखोर बाघ को भी पकड़ने का प्रयास वन विभाग द्वारा किया जा रहा है। बरघाट विधानसभा के विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया घटनाक्रम को लेकर धरने पर बैठे है। जिला प्रशासन द्वारा समझाइश दी रही है।

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सिवनी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के कुरई परिक्षेत्र अंतर्गत गोरखपुर बीट के ग्राम करजमारा के राजस्व वन क्षेत्र से पेंच टाइगर रिजर्व में पुलिस एवं राजस्व के संयुक्त दल ने बुधवार सुबह आदमखोर बाघ का रेस्क्यू किया है। जिसे तीन वन्यप्राणियों के चिकित्सक दल व विभागीय टीम द्वारा वन विहार भोपाल ले जाया जा रहा है।   दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमंडलाधिकारी सुदेश महिवाल ने हिस को बताया कि दक्षिण सिवनी (सामान्य) वनमण्डल के कुरई परिक्षेत्र अंतर्गत राजस्व एवं वनक्षेत्र में विगत दो माह में वन्यप्राणी बाघ द्वारा जनहानि एवं जनघायल के प्रकरण घटित हुए थे, जिस कारण ग्रामीणों में भय व्याप्त था। घटित प्रकरणों की गंभीरता को देखते हुए दक्षिण सिवनी (साामान्य) वनमण्डल एवं पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी द्वारा संयुक्त रूप से दल गठित कर क्षेत्र में सतत् गश्ती एवं जन जागरूकता हेतु मुनादी कराया जा रहा था, साथ ही वन्यप्राणी बाघ की लोकेशन पता कर उसे रेस्क्यू करने हेतु प्रयास किये जा रहे थे।   वनमंडलाधिकारी ने बताया कि पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी, सतपुडा टाइगर रिजर्व, नर्मदापुरम एवं वाइल्ड लाइफ कंजरवेशन ट्रस्ट के वन्यप्राणी चिकित्सकों का दल गठित कर वन्यप्राणी बाघ के रेस्क्यू हेतु लगभग एक सप्ताह से प्रयास किया जा रहा था। क्षेत्र में हाथियों एवं वन अमले के विभिन्न दल गठित कर बाघ का अनुश्रवण कार्य किया जा रहा था। इस कार्य में पुलिस एवं राजस्व विभाग का आवश्यक सहयोग प्राप्त हो रहा था।   वनमंडलाधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह दक्षिण सिवनी (सामान्य) वनमण्डल के कुरई परिक्षेत्र की गोरखपुर बीट अंतर्गत ग्राम करजमारा के राजस्व क्षेत्र में बाघ के उपस्थित होने के प्रमाण प्राप्त होने पर वन्यप्राणी चिकित्सकों के दल द्वारा वन्यप्राणी बाघ को निश्चेत कर सफलतापूर्वक रेस्क्यू कार्य किया गया। बाघ का शारीरिक परीक्षण करने पर प्रौढ़ नर बाघ जिसके जबड़े के केनाइन दांत टूटे हुए थे पाये गये। बाघ शारीरिक रूप से स्वस्थ पाया गया। रेस्क्यू उपरांत प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल की अनुमति प्राप्त कर बाघ को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल भेजा गया है।   रेस्क्यू अभियान मुख्य वन संरक्षक सिवनी वृत सिवनी एवं क्षेत्र संचालक तथा उप संचालक पेंच टाइगर रिजर्व के मार्गदर्शन में वनमण्डलाधिकारी दक्षिण सिवनी (सा.) के नेतृत्व में अधीक्षक पेंच मोंगली अभ्यारण्य, सिवनी, उपवनमण्डलाधिकारी सिवनी, दक्षिण सिवनी वनमण्डल तथा पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र अधिकारियों तथा वन अमले व सुरक्षा श्रमिकों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस कार्य में पुलिस, राजस्व अमले एवं स्वास्थ्य विभाग का भी विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।

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नई दिल्ली। 'ये दिवाली, मिलेट्स वाली' थीम पर गांधी दर्शन के सत्याग्रह मंडप में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविन्द मोहन ने बताया कि भारत सरकार मिलेट्स को आम जन तक पहुंचाने के लिए फिल्म बनाने जा रही है जिससे मिलेट्स के महत्त्व को आमजन तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मिलेट्स को अंतरराष्ट्रीय मुकाम पर पहुंचाने के लिए जी- 20 मेहमानों को भोजन में मिलेट्स परोसा गया था और आज मिलेट्स से बना भोजन भारत के सभी बड़े रेस्टोरेंट में उपलब्ध है। 'ये दिवाली, मिलेट्स वाली' थीम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पूर्व सांसद आर.के. सिन्हा की तारीफ की। साथ ही मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों से कार्यक्रम में आये लोगों को अवगत कराया। समारोह को संबोधित करते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व सांसद आर. के. सिन्हा ने निरोगी काया के लिए मिलेट्स की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान पद्मश्री डाॅ. खातिर वली ने प्रतिभागियों के सवालों के जवाब दिए और बताया कि स्वस्थ शरीर के लिए मिलेट्स से बने खाद्य पदार्थ क्यों जरूरी हैं। इस अवसर पर गांधी दर्शन के उपाध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि गांधी दर्शन में जल्दी ही केवल मिलेट्स बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों का भोजनालय भी खुलेगा। मिलेट्स महोत्सव का आयोजन अवसर ट्रस्ट, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र और गांधी दर्शन के द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सचिव सच्चिदानंद जोशी एवं कलाकोष के अध्यक्ष सुधीर लाल, कवि बुद्धिनाथ मिश्र सहित कई गण्यमान्य लोग मौजूद थे। इस मौके पर डॉ. सरला ने यहां भाग लेने वाले 500 से अधिक प्रतिभागियों को अमली के महत्व और उसे बनाने की विधि, बाजरा और रागी से बने मिलेट्स दूध की महत्ता, उसके उपयोग और उसे बनाने की विधि विस्तार से बताई। उन्होंने प्रतिभागियों के मिलेट्स से संबंधित जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।

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भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले भोपाल के सोम ग्रुप के मालिक जगदीश अरोड़ा के 50 से अधिक ठिकानों पर मंगलवार सुबह आयकर विभाग ने छापा मारा है। इनमें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के ठिकाने शामिल है। भोपाल में शाहपुरा थाना क्षेत्र सहित कई जगह टैक्स चोरी के आरोप में एक साथ कार्रवाई की जा रही है।   भोपाल के अलावा जबलपुर, इंदौर और रायसेन में आज सुबह कार्रवाई शुरू हुई है। ग्रुप के एमपी नगर जोन- 2 स्थित कार्यालय पर टीम ने सुबह 7 बजे दबिश दी। आईटी की टीम यहां एक कार और एक ट्रेवलर से पहुंची। टीम में रायपुर, बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली के अफसर और पुलिस कर्मचारी हैं। ग्रुप के मुख्य कार्यालय पर दबिश के कुछ ही मिनट बाद कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के प्रमुख के घर और ऑफिस पर अफसरों की दूसरी टीमों ने छापा मारा। आयकर विभाग मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, कटक और बेंगलुरु में भी आयकर विभाग कार्रवाई कर रहा है। टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद हैं। बताया जाता है कि सोम ग्रुप के मालिक जगदीश अरोड़ा के निवास और दफ्तरों के अलावा इस ग्रुप से जुड़े अधिकारियों के यहां भी आयकर विभाग की टीम जांच पड़ताल कर रही है।

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अयोध्या। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में श्रीअयोध्या में मनाये जाने वाले दीपोत्सव में एक बार फिर विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी है। अवधपुरी को 21 लाख दीपों से जगमग करने की तैयारी है।   मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में इस बावत जरूरी दिशा निर्देश दे दिये हैं।   उल्लेखनीय है कि अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में अब पहचाना जाने लगा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी तैयारियां समय से पूरा करने के प्रयास हो रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई एक प्रदेश स्तरीय बैठक में इस बावत अपनी मंशा साफ कर दी। अधिकारियों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा है कि दीपोत्सव, उल्लास का अवसर है और इस दौरान आमजन की भावनाओं का ध्यान रखना पुलिस का नैतिक कर्तव्य है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं है। हालांकि, सीएम योगी के ये शब्द बड़े ही सलीके वाले हैं, लेकिन इसका संदेश उतना ही कड़ा है।   ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2017 से प्रतिवर्ष दीपोत्सव एक नवीन कीर्तिमान बना रहा है। इस वर्ष 21 लाख दीपों से अवधपुरी जगमग करने की तैयारी है। इसके लिए दीप, तेल, बाती, स्थान, स्वयंसेवकों आदि की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।    सनातन परम्परा का अभिन्न हिस्सा है दीपोत्सव   दीपोत्सव, सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और भैया लक्ष्मण के 14 वर्ष के वन प्रवास के उपरांत अयोध्या लौटने की पावन स्मृति स्वरूप है। अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। सरयू मइया की आरती भी उतारी जाएगी। इतना ही नहीं, चार देशों और 24 प्रदेशों की रामलीलाओं का मंचन इस क्षण को उल्लसित करेगा। इस आयोजन पर पूरी दुनिया की दृष्टि भी है।    सजेगी अयोध्या, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम   दीपोत्सव की भव्यता निहारने बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन की सहभागिता होगी। मुख्य समारोह के अतिरिक्त अयोध्या नगर के सभी धार्मिक स्थलों, मठ-मंदिरों की सजावट भी होगी। ऐसे में यहाँ न सिर्फ भगवान के भक्तों बल्कि विदेशी पर्यटकों का जमवाड़ा भी होगा। क्षेत्रीय जनमानस के आने से यहाँ की भीड़ को नियंत्रित करना और उन्हें अनुशासित रखना भी चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने का कार्य भी शुरु हो चुका है।   सीधा प्रसारण का रहेगा इंतजाम   अयोध्या जनपद में जगह-जगह पर समारोह का सीधा प्रसारण का इंतजाम भी रहेगा। ताकि अधिकाधिक लोग, दीपोत्सव से जुड़ सकें। इस बावत अभी से स्थलों का चयन और प्रसारण की व्यवस्था पुख्ता की जा रही है। राम की पैडी और ऐसे ही अन्य स्थलों पर प्रसारण के परीक्षण का कार्य अबाध गति से चल रहा है। व्यवस्था में जुड़े लोग और कार्यकर्ता रात में भी इसका ट्रायल कर रहे हैं।   यह भी है प्लानिंग   दीपोत्सव के मुख्य समारोह होने के बाद लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने का प्रबंध हो रहा है। उन्हें उनके गंतव्य तक आसानी से पहुँचाने के हर बिंदु पर एक प्लानिंग के तहत कार्य चल रहा है। महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी हो रही है। इतना ही नहीं, भगदड़ की स्थिति न बनने के उपायों को भी ढूंढा जा रहा है। यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती भी है तो उससे निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। मंदिरों में भी भीड़ के सम्भावना के दृष्टिगत 24×7 पुलिस बल की तैनाती किये जाने की तैयारी है।   प्रशासन-पुलिस को हिदायत    उल्लास और उत्साह के पर्व दीपोत्सव पर अयोध्या में स्थानीय जन और देश-विदेश के पर्यटक आते हैं। ऐसे में उन्हें कुछ दुश्वरियां भी झेलनी पड़ती हैं। यह दुश्वरियां प्रशासनिक और पुलिस अमले के रूखे स्वभाव के कारण भी पैदा होती हैं,लेकिन इस वर्ष के आयोजन में इसकी गुंजाइश न के बराबर करने की रणनीति पर कार्य हो रहा है। सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान करने की हिदायत दी गयी है। आमजन के आवागमन, बैठने की समुचित व्यवस्था के साथ भीड़ नियंत्रण में लगे पुलिस बल का व्यवहार सरल और सहयोगी होने पर जोर दिया जा रहा है।

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जबलपुर/ भोपाल। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को सात नए न्यायाधीश मिल गए हैं। प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने सोमवार को सीजे कोर्ट में आयोजित साधारण समारोह में नए सातों न्यायाधीशों को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराई। इसके साथ ही सातों ने पदभार संभाल लिया है।     शपथ ग्रहण समारोह में महाधिवक्ता, स्टेट बार चेयरमैन, हाई कोर्ट एवं एडवोकेट्स बार अध्यक्ष, सीनियर एडवोकेट्स कौंसिल अध्यक्ष, डिप्टी सालिसिटर जनरल व मुख्य न्यायाधीश ने नए न्यायाधीशों का व्यक्तित्व-कृतित्व रेखांकित किया। सातों ने अपने संबोधन में अपनी प्रगति के सूत्र बताए। इस दौरान सभी न्यायाधीश मंचासीन रहे। जिन नवागत न्यायाधीशों को शपथ ग्रहण कराई गई, उनमें न्यायमूर्ति विनय सराफ, विवेक जैन, राजेन्द्र कुमार वाणी, प्रमोद कुमार अग्रवाल, बिनोद कुमार द्विवेदी, देवनारायण मिश्रा और गजेंद्र सिंह शामिल हैं। सात नए न्यायाधीश मिलने के बाद मप्र हाई कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ गई है। यहां जजों के कुल स्वीकृत 53 पद हैं, जिन पर मात्र 34 जज कार्यरत थे। सात नए जजों के आने से इनकी संख्या 41 हो गई। इसके बाद भी अभी 12 पद खाली हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के बाद कानून मंत्रालय दो दिन पहले ही यानी बीते शनिवार को मप्र हाई कोर्ट में सात नए जजों के नियुक्ति से संबंधित अधिसूचना जारी की थी। इनमें पांच वरिष्ठ न्यायिक अधिकारियों की पदोन्नति कर उन्हें हाई कोर्ट का जज बनाया गया है, वहीं दो अधिवक्ताओं को भी न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।

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अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठापना के मद्देनजर रविवार को 'पूजित अक्षत कलश वितरण' कार्यक्रम का आयोजन किया। देश के चुनिंदा 101 कार्यकर्ताओं ने पूजन के बाद अक्षत कलश को विजय मंत्र के साथ ग्रहण किया और इसे लेकर अपने-अपने प्रांत के लिए रवाना हुए। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठापना के अवसर पर देशभर के पांच लाख मंदिरों में आनंदोत्सव मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में ग्रामीणों को पवित्र अक्षत देकर आमंत्रित किया जाएगा। 'पूजित अक्षत कलश वितरण' कार्यक्रम का आयोजन श्रीराम जन्मभूमि के सुग्रीव किला परिसर में किया गया। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने 'पूजित अक्षत कलश वितरण' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में जब श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह हो रहा होगा, उस समय देश के 5 लाख मंदिरों के चारों ओर अयोध्या जैसा ही आनंदोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। चम्पत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के 127 प्रकार के संप्रदाय के पूज्य आचार्य, 13 अखाड़े के प्रतिनिधि शामिल होंगे। रामलला के समक्ष पूजित अक्षत देश के सभी हिस्सों में लेकर कार्यकर्ता जाएंगे। एक से 15 जनवरी, 2024 के बीच कार्यकर्ता टोली बनाकर घर-घर जाएंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन मोहल्ले के नजदीक मंदिर में एकत्रित आने का निमंत्रण देंगे। अयोध्या के कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन पर होगा।   श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं उडुपी स्थित पेजावर मठ के स्वामी श्री विश्व प्रसन्न तीर्थ महाराज ने कहा कि राम सिर्फ अयोध्या के ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश के हैं। इसलिए गांव-गांव में 22 जनवरी को राम उत्सव होना चाहिए।     कार्तिक कृष्ण पक्ष (05 नवंबर ) को अयोध्या स्थित सुग्रीव किला के पास आयोजित कार्यक्रम में देशभर के सभी 45 प्रांतों के चुनिंदा कार्यकर्ता बुलाये गये थे। इनको अक्षत से भरे पीतल के पूजित कलश को सौंपा गया। कलश लेते और उसे ले जाते समय सभी 101 कार्यकर्ता विजय मंत्र ''श्रीराम जय राम, जय जय राम'' का जाप कर रहे थे। यहां पहुंचे 101 कार्यकर्ताओं को पूजित कलश सौंपा गया, जिसे वह अपने प्रांतों में लेकर रवाना हुए।   तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक अयोध्या में पूजित अक्षत को पहले देश के पांच लाख मंदिरों में पहुंचाया जाएगा। यहां पूजन होने के बाद उस इलाके के हर घर में पूजित अक्षत को पहुंचाकर श्रद्धालुओं और आमजन को आनंदोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। श्रद्धा और विश्वास के इस अक्षत और कलश को ग्रहण करने वालों में कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर तक के कार्यकर्ता शामिल रहे।

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ग्वालियर। शहर में संपत्ति विरूपण निवारण व कोलाहल नियंत्रण अधिनियम सहित आचार संहिता के पालन के लिये उठाए गए कदमों की जमीनी हकीकत जानने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह शनिवार की शाम मोटर साइकिल पर सवार होकर शहर की तंग गलियों से लेकर प्रमुख बाजारों में पहुँचे। साथ ही उन्होंने मोटर साइकिल से ही पहुंचकर कम्पू पुलिस थाना और चिरवाई व विक्की फैक्ट्री पर बनाए गए एसएसटी नाकों का भी औचक निरीक्षण किया।   कलेक्टर सिंह शनिवार की शाम लगभग तीन घंटे मोटर साइकिल से शहर भ्रमण पर रहे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने लक्ष्मीबाई कॉलोनी से शहर भ्रमण शुरू किया। यहाँ से ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न बस्तियों मसलन लक्ष्मीबाई कॉलोनी, नौगजा रोड़, खल्लासीपुरा, शिंदे की छावनी, जेल रोड़, बहोड़ापुर व एबी रोड़ सहित यहाँ की अन्य गलियों में पहुँचे। इसके बाद उन्होंने ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत लक्ष्मीगंज, कमानीपुल, पुरानी फल मंडी, छत्री बाजार, ढोली बुआ का पुल, तारागंज, मामा का बाजार, महाराज बाड़ा, चिटनिस की गोठ, माधौगंज, रॉक्सी रोड़ व कम्पू क्षेत्र की विभिन्न बस्तियों का जायजा लिया। इसी कड़ी में उन्होंने कम्पू पुलिस थाने का निरीक्षण भी किया।   कम्पू थाने के निरीक्षण के बाद कलेक्टर सिंह एसएएफ रोड़ व गुढ़ी गुढा का नाका क्षेत्र की बस्तियों में होते हुए वाहनों की चैकिंग के लिये स्थापित किए गए चिरवाई नाका का औचक निरीक्षण किया। साथ ही दूर खड़े होकर नाके पर की जा रही वाहनों की चैकिंग की प्रक्रिया देखी। इसी क्रम में उन्होंने ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विक्की फैक्ट्री पर स्थापित एसएसटी नाके का निरीक्षण भी किया। इसके पश्चात ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के नाका चंद्रबदनी, चेतकपुरी व माधौगंज सहित अन्य बस्तियों में पहुँचे।   निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने जोर देकर कहा कि मतदान की तिथि नजदीक आ रही है। इसलिये अब और अधिक सतर्कता और मुस्तैदी के साथ आचार संहिता का पालन कराएँ। एसएसटी नाकों से कोई भी संदिग्ध वाहन बगैर जाँच के आगे न बढ़ पाए। उन्होंने सभी संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि रात्रिकालीन निरीक्षण बढ़ाएँ और यदि कहीं भी मतदाताओं को लालच देने की गतिविधि दिखाई दे तो ऐसा करने वालों के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज कराएँ। साथ ही लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अन्य कार्रवाई भी की जाए।   विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ग्वालियर के रिटर्निंग अधिकारी अतुल सिंह, ग्वालियर पूर्व के रिटर्निंग अधिकारी विनोद सिंह व ग्वालियर दक्षिण के रिटर्निंग अधिकारी नरेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी भी मोटर साइकिल से कलेक्टर के साथ भ्रमण पर मौजूद रहे।   प्रस्तावित मॉडल मतदान केन्द्रों का भी लिया जायजा विधानसभा आम निर्वाचन के दौरान मतदान दिवस को ग्वालियर जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मॉडल मतदान केन्द्र बनाए जायेंगे। इन मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं का रेड कार्पेट वैलकम होगा। सजधजकर तैयार हो रहे इन मतदान केन्द्रों का शनिवार को कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने जायजा लिया। उन्होंने मिसहिल स्कूल में प्रस्तावित मॉडल मतदान केन्द्र क्रमांक – 167, 300, 301 व 302 का निरीक्षण किया।

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दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह पथरिया में एक युवक नेताओं को नहीं, सिर्फ हेलीकॉप्टर देखने के लिए पेड़ पर 125 फीट ऊपर चढ़ गया। हेलीकॉप्टर देखकर तालियां भी बजाने लगा। लोगों की नजर पड़ते ही पुलिस को बुलाया गया, तब युवक को उतारा गया। अब वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना को वीआईपी सुरक्षा में चूक माना जा रहा है।   दमोह जिले की पथरिया विधानसभा के बटियागढ़ में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा की थी। शिवराज हेलीकाॅप्टर से पहुंचे थे। खेल परिसर में बनाए गए अस्थाई हेलीपैड के नजदीक ही यह घटना हुई थी। नेता शिवराज सिंह चौहान की आवभगत में व्यस्त थे, उसी दौरान एक युवक पार्टी का झंडा लेकर वहां ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया था। उसने हेलीकॉप्टर देखकर तालियां बजाईं तब लोगों को उसका पता चला। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने लोगों की मदद से युवक को सुरक्षित पेड़ से उतारा। हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मुख्यमंत्री और नेताओं को नहीं, बल्कि हेलीकाॅप्टर देखने आया था। युवक की पहचान की जा रही है। हालांकि पता चला है कि आरोपी युवक बटियागढ़ के किसी गांव का रहने वाला है।

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इंदौर। शहर के महाराजा यशवंत राव होलकर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर ने शुक्रवार को जहर पी लिया। इस घटना से आक्रोशित जूनियर डॉक्टर्स ने रात में ही अस्पताल में हंगामा कर दिया, जो शनिवार को भी जारी है। जहर पीने वाला डॉक्टर वर्तमान में निलंबित चल रहा था। गंभीर अवस्था में जूनियर डॉक्टर का उपचार किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले यहां एक जूनियर डॉक्टर ने एक मरीज को चांटा मार दिया था। इसका वीडियो सामने आने के बाद जूनियर डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया था। इस निलंबित डॉक्टर ने शुक्रवार को जहर खा लिया। इसको लेकर एमवाय में जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा शुरू कर दिया है। जहर खाने वाले जूनियर डॉक्टर की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। हंगामा के चलते अस्पताल प्रबंधन के साथ संभागायुक्त माल सिंह भयडिया भी मौके पर पहुंच गए हैं। स्थिति को संभालने के लिए तीन थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है। दरअसल सांवेर रोड निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। परिवार के लोग उसे एमवाय हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। यहां जूनियर डॉ. आकाश कौशल ने उसका इलाज शुरू किया। इसी दौरान एमवाय हॉस्पिटल की पर्ची के साथ मरीज की प्राइवेट हॉस्पिटल की भी पर्ची लगी थी। डॉ. कौशल ने पहले मरीज को देखा और फिर पर्ची देखी तो प्राइवेट हॉस्पिटल की पर्ची पर उसका एचआईवी पॉजिटिव होना लिखा था। बस इसी से गुस्साए डॉ. आकाश कौशल ने मरीज को पीट दिया था। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें जूनियर डॉक्टर कौशल द्वारा उस घटना के बाद किसी को मुंह न दिखा पाने की बात कही है। कौशल ने मच्छर नाशक की दो बोतल पी ली थी। इसके बाद उसे भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। धरती में कंपन महसूस होने के बाद दहशत में लोग घरों से बाहर निकल आए। लोगों में दहशत का माहौल बन गया। हालांकि भूकंप से किसी भी तरह के कोई नुकसान या किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र नेपाल में था।   शुक्रवार करीब 11.30 बजे के बाद प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सतना और रीवा समेत अन्य शहरों में भूकंप के हलके झटके महसूस किए गए। देर रात होने के कारण लोग घरों में आराम से सो रहे थे। अचानक भूकंप के झटके लगने के बाद लोग घबरा गए और आधी रात को अपने घरों से बाहर निकल का सड़क और मैदान में एकत्रित हो गए। प्रदेश में कुछ जगह भूकंप की तीव्रता 3.9 महसूस की गई। आगर मालवा और मुरैना जिले के कुछ हिस्सों में भी धरती में कंपन महसूस किया गया। अभी तक प्रदेश में कोई बड़ा नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सिसमोलॉजी के अनुसार नेपाल में शुक्रवार को रात 11.32 बजे 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र नेपाल के जाजरकोट में था। भूकंप से जाजरकोट और रुकुम पश्चिम में बड़ा नुकसान हुआ है।

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राजगढ़। खिलचीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मल्हारपुरा के समीप शुक्रवार दोपहर कार में अचानक आग लग गई, जिससे कार पूरी तरह तलकर खाक हो गई। हालांकि, आग के दौरान कार में कोई सवार नहीं था, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।     जानकारी के अनुसार खिलचीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मल्हारपुरा के समीप कार में आग लग गई, कार कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में गई थी, जिसमें सोशल मीडिया की टीम सवार थी। घटना के पूर्व टीम वीडियोग्राफी के लिए उतरी तभी अचानक धमाके साथ कार में आग लग गई। बताया गया है कि कार में गैस किट लगी हुई थी। सूचना पर पहुंचे दमकल वाहन की मदद से आग पर काबू किया गया लेकिन जब तक कार जलकर खाक हो गई। पुलिस मामले में जांच कर रही है।

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खरगोन। जिले के कसरावद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दोगावां के पास शुक्रवार को एक तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर सड़क से उतरते हुए झाड़ियों में जा घुसी। इस हादसे में बस में सवार में 27 यात्री घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है।     पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हादसा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर ग्राम दोगावां के पास शुक्रवार को सुबह करीब 7.00 बजे हुआ। यहां खरगोन से आ रही यात्री बस (एमपी 12 आरआर 1212) अनियंत्रित होकर झाड़ियां में जा घुसी। घटना के अफरा तफरी मच गई। सभी यात्री चिल्लाने लगे। सड़क से निकलने वाले राहगीरों ने कुछ यात्रियों को निकाला। कोई कांच फोड़कर निकला तो किसी ने खिड़की से बाहर निकलकर जान बचाई। तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।     पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त के बस में 80 यात्री सवार थे। इनमें से 27 लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज के लिए कसरावद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद बस चालक और परिचालक फरार हो गए। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।   स्कूल वैन भी हादसे का शिकार वहीं, जिले में दूसरी सड़क दुर्घटना सेगांव थाना क्षेत्र के ग्राम तिरी में हुई। यहां स्कूली वेन पलट गई। इसमें चार बच्चे घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को सुबह करीब 10 बजे सेगांव के तिरी फाटे के पास निजी स्कूल की ईको वाहन पलट गया। इसमें चार बच्चे घायल हो गए। पुलिस ने पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। वाहन में 10 से ज्यादा बच्चे सवार थे।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलना शुरू हो गया है। हल्की गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। हालांकि नवंबर माह की शुरुआत के अनुसार ठंड का एहसास अभी थोड़ा कम हो रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि दिन में अधिकतम तापमान तेज बना हुआ है, जबकि रात के न्यूनतम तापमान में भी कोई विशेष कमी नहीं आ रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, हवाओं का रुख बार-बार बदलने से रात के तापमान में विशेष गिरावट नहीं हो पा रही है। इस कारण दिन में तेज धूप होती है, वहीं रात में और सुबह ठंडा का हल्का एहसास होता है। सात नवंबर को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत आने के बाद मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। उससे हवाओं का रुख उत्तरी होने पर रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने के आसार हैं।    वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि नवंबर माह में प्रदेश में न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहता है। वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से तापमान में अपेक्षाकृत गिरावट नहीं हो पा रही है। प्रदेश के सिर्फ चार जिलों को छोड़ दिया जाए तो इसके अलावा सभी जिलों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है। वहीं, सभी जिलों का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के ऊपर ही बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार सात नवंबर को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। उसके असर से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो सकती है। साथ ही हवाओं का रुख उत्तरी होने पर पूरे प्रदेश में तेजी से सिहरन बढ़ने की संभावना है। इधर बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे कम तापमान छतरपुर जिले की नौगांव में सबसे कम 14.2 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया। वहीं राजगढ़ में 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 12 डिग्री सेल्सियस पर रहा। गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 35 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में दर्ज किया गया।   

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सिवनी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के कुरई परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में बुधवार को बाघ के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरूवार को जिला प्रशासन और वन विभाग की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की और अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया ने मृतक के परिजनों को ढाढंस बंधाया और उन्हें हर संभव मंदद का आश्वासन दिया।       यह है घटनाक्रम बुधवार की शाम को दक्षिण सामान्य वनमंडल के परिक्षेत्र कुरई सामान्य अंतर्गत वनक्षेत्र में एक ग्रामीण रोशनलाल(50) पुत्र मानक कर्वेती निवासी ग्राम रमपुरीं(बिसनापुर) की मौत हो गई थी। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरूवार को अपना आक्रोश व्यक्त कर जिला प्रशासन एवं वन विभाग की लापरवाही को बताया। और मृतक के परिजनों को हर संभव मदर की गुहार की। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया बुधवार की शाम को मृतक के परिजनों से मिले और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। ग्रामीणों के आक्रोश को जिला प्रशासन द्वारा समझाइश के दौरान शांत कराया गया तथा मृतक का पोस्टमार्टम और शव दाह वन विभाग सहित संयुक्त टीम की उपस्थिति में किया गया।       दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमंडलाधिकारी सुदेश महिवाल ने हिस को बताया कि वनमंडल के परिक्षेत्र कुरई अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में बुधवार की शाम को बाघ के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई थी। जिसकी सूचना मिलने पर वन विभाग, पुलिस एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही की गई तथा मृतक के परिजनो को त्वारित आर्थिक सहायता राशि हेतु 10हजार रूपये दिये गये वही 7.90 हजार रूपये की सहायता राशि चेक के माध्यम से दी गई है।     आगे बताया कि घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों ने गुरूवार की सुबह को आक्रोश व्यक्त किया जिसे संयुक्त टीम द्वारा समझाइश दी गई थी तथा ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु आदमखोर बाघ को पकडने हेतु पेंच नेशनल पार्क एवं वन विभाग की क्षेत्रीय अमले की टीम ने पिजडा लगाया है तथा हाथियों की मदद से आदमखोर बाघ को पकडने का प्रयास किया जा रहा है।     वन विभाग के वन वृत के मुख्य वनसंरक्षक शिवसिंह उद्दे ने हिस को बताया कि गुरूवार की सुबह जनहानि के प्रकरण में विभागीय अमले एवं संयुक्त टीम द्वारा त्वारित कार्यवाही की गई है। इस दौरान कोई भी घटनाक्रम नही हुआ है। विभागीय अमले द्वारा ग्रामीणों को समझाइश दी गई है कि वह वन क्षेत्र में अकेले न जायें , सुरक्षित रहे और वन एवं वन्यप्राणी की सुरक्षा करें तथा अपना ध्यान रखें ,वन क्षेत्रों में अकेले न जायें। वन विभाग द्वारा मृतक के परिजनों को त्वारित आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है तथा वन क्षेत्र में गश्ती बढा कर शीघ्र ही आदमखोर बाघ को पकड लिया जायेगा।  

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उज्जैन। उज्जैन के उन्हेल थाना क्षेत्र में रूपाखेड़ी के समीप गुरुवार सुबह ट्राले और टैंकर की आपस में टक्कर होने के बाद दोनों में आग लग गई। टैंकर की टक्कर होने के बाद दोनों ड्राइवर घटना स्थल से फरार हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तब तक आग भीषण हो चुकी थी। फायर ब्रिगेड को घटनास्थल पर पहुंचने में करीब एक घंटे का समय लग गया। तब तक दोनों वाहनों के आगे का हिस्सा पूरी तरह जल चुका था। टीआई रावत ने बताया रूपाखेड़ा स्थित बालौदा फंटा की यह घटना है। गुजरात और राजस्थान के इन वाहनों के बीच टक्कर हुई है। गुजरात से आया ट्राला लोहे का बड़ा पाइप लेकर जा रहा जा रहा था, जबकि राजस्थान के टैंकर में सल्फर भरा हुआ है। पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो दोनों वाहनों के ड्राइवर नहीं मिले इससे यह स्पष्ट हो गया है कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। चालकों की तलाश की जा रही है जिनसे पूछताछ के बाद टैंकर के टकराने का कारण पता चल पाएगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बुधवार को करवाचौथ का पर्व महिलाओं द्वारा सोलह-श्रृंगार कर श्रद्धा-भाव के साथ मनाया गया। महिलाएं सुबह से लेकर रात्रि तक निर्जला व्रत रहीं और रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा की, फिर छलनी में चांद को देखने के बाद पति का चेहरा देखा। इसके बाद पति के हाथ से जल पीकर करवाचौथ का व्रत पूरा किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह ने भी पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य की कामना के लिए करवाचौथ का व्रत रखा।   भोपाल में चंद्रमा ने रात 8.29 बजे दर्शन दिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पत्नी और परिवार के साथ पूजा की। इसके बाद उनकी पत्नी साधना सिंह ने चांद देखने के बाद व्रत तोड़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की सभी माताओं और बहनों को करवा चौथ त्योहार की बधाई दी। प्रदेशभर में करवाचौथ की पूजा महिलाओं द्वारा सामूहिक और जोड़ी के रूप में की गई। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में अलग-अलग समय पर चांद ने दर्शन दिए। इसके बाद पूजन का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात्रि तक चलता रहा। करवाचौथ महिलाओं के एक महत्वपूर्ण त्योहार है। महिलाएं करवाचौथ का व्रत करके पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं और निर्जला रहती हैं। बुधवार को करवाचौथ के दिन महिलाएं सुबह से निर्जला रहीं। महिलाओं का साथ देने के लिए कई पतियों ने भी व्रत रखा। महिलाओं ने सोलह श्रंगार कर रात्रि के समय करवा चौथ की पूजा कर उनकी कहानी सुनी। इसके बाद चांद का दीदार कर अपने व्रत को पूरा किया। इस दिन महिलाओं ने अपने पति का पसंदीदा भोजन भी बनाया। वहीं कई लोगों ने होटलों में पहुंचकर रात्रि भोज किया। वहीं अपनी पत्नी की खुशी के लिए उन्हें उपहार भी प्रदान किए।   करवाचौथ पर महिलाओं द्वारा सुंदर दिखने के लिए खास श्रृंगार किया जाता है। महिलाएं इस दिन संजने-संवरने के लिए शहर के ब्यूटी पार्लरों पर पहुंची और अपना मेकअप कराया। इस दौरान शहर के छोटे बड़े पार्लरों पर भी महिलाओं की अच्छी-खासी भीड़ रही। वहीं, रात को होटलों में लोगों में भीड़ उमड़ पड़ी। करवाचौथ का व्रत खोलने के लिए अधिकांश जोड़े होटल पहुंचे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर बुधवार को मंत्रालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में मध्यप्रदेश गान, राष्ट्र-गीत वंदे-मातरम एवं राष्ट्र-गान ''जन गण मन'' का सामूहिक गायन सपंन्न हुआ। इस अवसर पर संस्कृति विभाग के दल ने देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी।         स्थापना दिवस एवं वंदेमातरम गायन में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गण- मोहम्मद सुलेमान, विनोद कुमार, जे.एन.कसोटिया, राजेश राजौरा, मलय श्रीवास्तव, एस.एन. मिश्रा, के.सी.गुप्ता, प्रमुख सचिव गण- शिवशेखर शुक्ला, राघवेन्द्र सिंह, सचिव संजय गुप्ता, आयुक्त सोनाली पोंक्षे वायंगणकर, उप सचिव गिरीश शर्मा, मीनाक्षी सिंह, डी.के. नागेन्द्र, माधवी नागेन्द्र एवं मंत्रालय सहित सतपुड़ा, विंध्याचल भवन, के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।

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लखनऊ। अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख घोषित होने के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तैयारियों को अंतिमरूप देने में जुट गया है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देशभर के लोग अयोध्या आयेंगे। इसलिए बाहर से आने वाले रामभक्तों के आवास व भोजन की व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से किया जायेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अयोध्या में 25 हजार अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए अयोध्या में तीन स्थानों पर टेंट सिटी बनाई जा रही है। वहीं अयोध्या के विभिन्न होटलों में वीवीआईपी को ठहराने के लिए तीन हजार कमरे बुक कर दिये गये हैं।   कारेसवा जैसा होगा रामभक्तों का स्वागत राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अंदर 10 हजार लोग मौजूद रहेंगे। शेष लोग बाहर रहेंगे। इसके बाद प्रतिदिन बड़ी संख्या में रामभक्त रामलला का दर्शन करने अयोध्या आयेंगे। इस दौरान अयोध्या आने वाले रामभक्तों का स्वागत कारसेवा के दौरान मिलने वाले स्वागत व सहयोग जैसा होगा। अतिथियों की व्यवस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक हजार से अधिक कार्यकर्ता लगेंगे।   लखनऊ, प्रयागराज, काशी व गोण्डा में खुलेंगे सहायता केन्द्र राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अगले तीन महीने तक देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में रामभक्त आयोध्या आयेंगे। इसलिए रामभक्तों को अयोध्या पहुंचने में कोई असुविधा न हो इसके लिए संघ परिवार लखनऊ, गोण्डा, प्रयागराज और काशी में सहायता केन्द्र खोलेगा। इन स्थानों पर पहुंचने के बाद वहां पर तैनात कार्यकर्ता रामभक्तों को अयोध्या पहुंचने व वापस जाने में सहयोग करेंगे।   अयोध्या में 20 स्थानों पर चलेंगे भण्डारे अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी 2024 से अगले दो महीने तक अयोध्या के विभिन्न स्थानों पर बड़े भोजनालय चलेंगें। इन स्थानों पर लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए बड़े भोजनालयों का संचालन करने वाली संस्थाओं से सम्पर्क साधा जा रहा है।   15 स्थानों पर खुलेंगे अस्थाई चिकित्सालय राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की दृष्टि से अयोध्या के 15 स्थानों पर अस्थाई चिकित्सालय खोले जायेंगे। इन स्थानों पर सरकारी चिकित्सकों के अलावा नेशनल मेडिकोज आर्गनाईजेशन से जुड़े चिकित्सक भी अपना समय देंगे। समय देने वाले चिकित्सकों की सूची बनाई जा रही है।

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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर आज (बुधवार) बड़ी खुशखबरी राज्य के लोगों लिए आई है। यूनेस्को ने संगीत के क्षेत्र में ग्वालियर को 'सिटी ऑफ म्यूजिक' के रूप में चुना है । इस पर केंद्रीय उड्डयनमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुशी जताई है। ग्वालियर महान संगीतकार तानसेन की सरजमीं है। संगीत की दुनिया में ग्वालियर घराने का सारी दुनिया में सम्मान है। यहां का सिंधिया घराना सदियों से इस धरोहर को संरक्षित और पल्लवित कर रहा है। ग्वालियर की इस ताजा उपलब्धि के लिए समूचे चंबल संभाग के लोग सबसे ज्यादा श्रेय ज्योतिरादित्य सिंधिया को दे रहे हैं।         केंद्रीयमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस उपलब्धि के लिए खुशी जताई है। उन्होंने लिखा है, 'मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश खासकर ग्वालियरवासियों के लिए एक गौरव भरा ऐतिहासिक पल है। मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि यूनेस्काे ने ग्वालियर को 'सिटी ऑफ म्यूजिक' की मान्यता दी है। यह उपलब्धि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के साथ मिलकर किए गए हमारे अथक प्रयासों का परिणाम है। ग्वालियर की यह उपलब्धि विश्व पटल पर मध्य प्रदेश की एक नई पहचान स्थापित करेगी और विकास और रोजगार के नये द्वार खोलेगी।' उल्लेखनीय है कि इसके लिए सिंधिया लंबे समय से प्रयासरत रहे हैं। उन्होंने जून में यूनेस्को को लिखे पत्र में ग्वालियर के संगीत घराने और विरासत पर विस्तार से चर्चा की थी। इस पत्र में सिंधिया ने खासतौर पर ग्वालियर घराने के महान संगीतकार बैजू बावरा और तानसेन का जिक्र किया था। साथ ही उन्होंने ग्वालियर घराने की गुरु-शिष्य परंपरा की व्याख्या की थी।   केंद्रीयमंत्री सिंधिया ने कहा है कि अब ग्वालियर के संगीत को विश्व पटल पर नई पहचान मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय संगीत के आयोजनों से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा । सिंधिया ने सभी प्रदेशवासियों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि की अनंत बधाई और स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उल्लेखनीय है कि सिंधिया ने ग्वालियर के सौंदर्यकरण के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं। हाल में ग्वालियर एयरपोर्ट का विस्तार कराने के साथ नगर निगम मार्केट और बाड़ा का जीर्णोद्धार कराया है ।

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जबलपुर। वाहन निर्माणी जबलपुर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148 वीं जयंती के अवसर पर रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत मुख्य महाप्रबंधक संजीव कुमार भोला की अगुवाई में निर्माणी के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने व्हीएफजे इस्टेट में स्वच्छता जागरूकता के लिए दौड़ लगाई। इस दौरान व्हीएफजे इस्टेट में निवासरत सभी रहवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने निर्माणी के सुरक्षा द्वार संख्या 6 से यूनिटी रन की शुरुआत की तथा व्हीएफजे इस्टेट में शोभापुर से आम बगीचा तथा सुरक्षा द्वार संख्या 03 से होते हुए सुरक्षा द्वार संख्या 6 पर समाप्त हुई।   यूनिटी रन में निर्माणी के सभी एथलीट एवं अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ियों ने भी भाग लिया। यूनिटी रन में अधिकारी वर्ग में सुरेन्द्र कुमार / महाप्रबंधक को प्रथम, प्रणव प्रियांक / उप महाप्रबंधक को द्वितीय तथा संजीव कुमार भोला, मुख्य महाप्रबंधक को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ जबकि कर्मचारी वर्ग में ललित कुमार को प्रथम, राजेश कुमार महतो को द्वितीय तथा पंकज कुजूर को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। सभी विजेता अधिकारियों-कर्मचारियों को संजीव कुमार भोला, मुख्य महाप्रबंधक ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।   इस कार्यक्रम में कमलेश कुमार/ महाप्रबंधक डी. एन. वर्मा/ महाप्रबंधक सुरेन्द्र कुमार / महाप्रबंधक, अजय कुमार राय / महाप्रबंधक प्रणव प्रियांक / उप महाप्रबंधक दिवाकर नारायण कौशल/कार्य प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव, शैलेन्द्र सिंह, रूपेश मिश्रा, अखिलेश्वर नमा, प्रशांत अहिरवार, जितेन्द्र रजक, निधि मिश्रा तथा सुश्री प्रीति धर्मन सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी एवं यूनियन एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल रहे।

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आगरमालवा। प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास स्वीकृत करने के नाम पर आगरमालवा जिले के एक सरपंच को मंगलवार को उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने 20 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए जिला मुख्यालय के छावनी नाका चौराहे से रंगे हाथों पकड़ा है। दरअसल, उज्जैन लोकायुक्त के निरीक्षक बसन्त कुमार श्रीवास्तव के अनुसार आगरमालवा जिले के ग्राम बड़ीसुंडी निवासी अमरसिंह पुत्र गज्जा ने शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत अहीरबर्डिया के सरपंच बालूसिंह मालवीय ने प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत करने के नाम पर 50 हजार रूपये की रिश्वत मांगी थी तथा 30 हजार रूपये में मामल तय हुआ था। जिसमें से दस हजार रूपये वह दे चुका है। बीस हजार रूपये मंगलवार को सरपंच को देने आया था तभी लोकायुक्त द्वारा की गई कार्रवाई में सरपंच को रंगेहाथों पकड़ा गया। शिकायतकर्ता अमरसिंह ने बताया कि सरपंच ने पचास हजार रूपये मांगे थे,लेकिन मामला तीस हजार रूपये में तय हो गया था। गौरलतब है कि प्रधानमंत्री आवास की सूची में अमरसिंह का नाम आ चुका था और इसी की राशि स्वीकृत करने के नाम पर सरपंच ने रिश्वत की मांग की थी। उज्जैन लोकायुक्त निरीक्षक बसंत कुमार श्रीवास्तव के साथ ही सात सदस्यीय दल ने यह कार्रवाई की है। फिलहाल भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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ग्वालियर। शहर के शंकर नगर स्थित गोल पहाडि़या इलाके में मंगलवार को एक घर में अवैध रूप से रखे पटाखों में धमाका हो गया। धमाका इतना जबर्दस्त था कि मकान की छत ही उड़ गई और पूरे घर में आग लग गई। घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हुई है, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड़ की मदद से आग पर काबू पाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।   जानकारी के अनुसार, जनकगंज थाना क्षेत्र की शंकर कॉलोनी में एक मकान में अवैध तरीके से भारी मात्रा में पटाखों का भंड़ारण करके रखा गया था।     मंगलवार को सुबह अचानक पटाखों में आग लग गई और इसके बाद जोरदार धमाका हो गया। धमाका होने से मकान का छत भी गिर गई, जिसके चपेट में आने से एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। मकान में हुए विस्फोट से पूरे मोहल्ले में दहशत का माहौल बन गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।   मौके पर पहुंचे कॉलोनीवासियों ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी। जानकारी मिलते ही दमकल का गाड़ियों मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल पुलिस इतने भारी मात्रा में पटाखे कहां से आए, इसकी जांच में जुटी गई है।

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भोपाल। लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मंगलवार, 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाएगी। इस अवसर पर मंत्रालय स्थित वल्लभ भाई पटेल पार्क में प्रात: 11 बजे एकता, अंखडता और सुरक्षा की भावना को मजबूती प्रदान करने के लिए ''राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई जाएगी।       जनसम्पर्क अधिकारी राजेश दाहिमा ने सोमवार को बताया कि मंत्रालय, सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं विभागाध्यक्षों को उपस्थित रहने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा सभी जिला मुख्यालयों पर भी प्रातः 11.00 बजे अधिकारियों-कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई जाएगी।

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भोपाल। मप्र के विदिशा जिले में सांची से ग्यारसपुर के बीच भोपाल से सागर के बीच चलने वाली चार्टर्ड बस में सोमवार को अचानक आग लग गई। जानकारी मिलते ही यात्रियों को तत्काल बाहर निकाल लिया गया। हादसे के वक्त बस में चालक समेत 23 लोग सवार थे, जिन्हें तत्काल सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात कही है।       जानकारी के अनुसार, चार्टर्ड बस सोमवार को भोपाल से यात्रियों को लेकर सागर के लिए रवाना हुई थी। विदिशा के चक पाटनी गांव के पास बस में अचानक आग लग गई। बस से धुआं निकलता देख अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में बस में सवार यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया। कुछ देर में फायर बिग्रेड पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। गनीमत रही कि समय रहते यात्रियों को बस से उतार लिया गया, वरना बड़ा हादसा होने की संभावना थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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उज्जैन। सावन-भादो मास की तरह ही कार्तिक-अगहन मास में भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है। इस बाद कार्तिक-अगहन मास में भगवान महाकाल की पांच सवारी निकाली जाएगी। पहली सवारी कार्तिक शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार 20 नवंबर को निकलेगी। शाही सवारी 11 दिसंबर को रहेगी। 26 नवंबर को वैकुंठ चतुर्दशी पर रात 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी निकलेगी। महाकाल मंदिर की परंपरा अनुसार श्रावण-भादो मास की तरह कार्तिक-अगहन मास में भी भगवान महाकाल की सवारी निकलेगी। भगवान महाकालेश्वर रजत की पालकी में सवार होकर शिप्रा तट जाएंगे। कार्तिक शुक्ल अष्टमी पर 20 नवंबर को कार्तिक अगहन मास की पहली तथा 11 दिसंबर को शाही सवारी निकलेगी। शुक्ल पक्ष से शुरू होगा सवारी का क्रम हिन्दू धर्मपरंपरा में प्रत्येक माह की शुरुआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से होती है। महाराष्ट्रीयन परंपरा में किसी भी माह का शुभारंभ शुक्ल पक्ष से होता है। यही कारण है कि कार्तिक-अगहन मास में भगवान महाकाल की सवारी निकालने का क्रम कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष में आने वाले प्रथम सोमवार से होता है। इस बार कार्तिक शुक्ल पक्ष में पहला सोमवार 20 नवंबर को रहेगा। इसलिए इस दिन से सवारी निकालने की शुरुआत होगी। वैकुंठ चतुर्दशी पर हरिहर मिलन वैकुंठ चतुर्दशी पर 2६ नवंबर को रात 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी निकलेगी। भगवान महाकाल हरि भगवान गोपालजी को सृष्टि का भार सौंपने के लिए गोपाल मंदिर जाएंगे। मध्यरात्रि 12 बजे हरिहर मिलन होगा। पूजा-अर्चना के उपरांत रात को भगवान महाकाल की सवारी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। कार्तिक अगहन मास में सवारी कब-कब…. * 20 नवंबर कार्तिक-अगहन मास की पहली सवारी * 25 नवंबर रात 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी * 27 नवंबर कार्तिक-अगहन मास की दूसरी सवारी * 04 दिसंबर कार्तिक अगहन मास की तीसरी सवारी * 11 दिसंबर कार्तिक-अगहन मास की शाही सवारी अलग रहेगा सवारी मार्ग कार्तिक-अगहन मास में भगवान महाकाल की सवारी का मार्ग भी बदलेगा। श्रावण-भादो मास में भगवान महाकाल की सवारी महाकाल मंदिर से शुरु होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शिप्रा तट पहुंची है। यहां पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट के समाने से होते हुए मंदिर की ओर रवाना होती है, लेकिन कार्तिक-अगहन मास में शिप्रा तट पर पूजन के बाद सवारी रामानुजकोट के बजाय शिप्रा के किनारे-किनारे राणोजी की छत्री मार्ग से शिप्रा के छोटी रपट के पास से होते हुए गणगौर दरवाजा से नगर प्रवेश करेगी।

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भोपाल। नगर निगम द्वारा संपत्ति विरूपण के विरूद्ध सख्त कार्यवाही निरंतर की जा रही है। इसी क्रम में निगम के संपत्ति विरूपण दलों ने रविवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों, शासकीय व अशासकीय भवनों आदि पर लगाई गई विभिन्न प्रकार की प्रचार व विज्ञापन सामग्री को हटाने की कार्यवाही की। जिसमें 54 पोस्टर, बैनर, फ्लैक्स इत्यादि सहित अन्य प्रकार की प्रचार व विज्ञापन सामग्री हटाई और 05 स्थानों पर दीवार लेखन पर पुताई भी कराई गई।   निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए द्वारा आदर्श आचार संहिता के दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक स्थानों, शासकीय व अशासकीय संपत्तियों पर लगाये गये बैनर, पोस्टर, फ्लैक्स, बोर्ड, पंपलेट व दीवार लेखन कर संपत्तियों को विरूपित करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देशों के परिपालन में निगम के संपत्ति विरूपण दलों ने सभी 21 जोनों के 85 वार्ड क्षेत्रों में कार्यवाही की। जिसमें 23 फ्लैक्स व बैनर, 18 पोस्टर व पंपलेट तथा 13 अन्य प्रकार की सामग्री हटाने की कार्यवाही की गई। साथ ही 05 स्थानों पर दीवार लेखन पर पुताई भी कराई गई। निगम की यह कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।

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भोपाल। विधानसभा निर्वाचन- 2023 अंतर्गत मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित करने एवं मतदाता जागरूकता का संदेश देने रविवार को अटल पथ से आयोजित दो पहिया वाहन रैली को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।       कलेक्टर ने सभी को मतदान की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत एवं नोडल अधिकारी स्वीप ऋतु राज सिंह,जिला आपूर्ति नियंत्रक मीना मालाकार सहित उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को आगामी निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग किये जाने हेतु जागरूक करना है। दो पहिया वाहन रैली में शहर के विभिन्न शासकीय उचित मूल्य की दुकान के विक्रेताओं एवं स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं द्वारा भाग लिया जायेगा। यह रैली अटल पथ प्लेटिनम प्लाजा से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मर्गों से होते हुए भारत माता चौराहे पर समाप्त हुई।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में रविवार सुबह चंद्रग्रहण के मोक्ष के बाद पूरे मंदिर परिसर को पानी से शुद्ध किया गया। इसके बाद ही भस्म आरती की गई। दरअसल, शनिवार देर रात चंद्र ग्रहण होने की वजह से देशभर के मंदिरों में कपाट बंद कर दिए गए थे, लेकिन भगवान महाकाल के मंदिर के कपाट बंद नहीं किए गए थे। श्रद्धालुओं को भी दर्शन करने से नहीं रोका गया था। चन्द्र ग्रहण के बाद रविवार को सुबह भगवान महाकाल मंदिर के पट खोलने से पहले पूरे मंदिर परिसर को धोया गया। इसके लिए फायर फाइटर की मदद ली गई। मंदिर के अग्र भाग सहित नंदी हॉल, गर्भगृह, गणेश मंडपम सहित पूरे परिसर को शुद्ध किया गया। इसके बाद पंडे-पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक किया। बाबा महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भगवान महाकाल का विशेष श्रंगार श्रीगणेश के रूप में तैयार किया गया। भगवान महाकाल का भांग, सूखे मेवों, चंदन, आभूषण से पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढककर भस्म रमाई गई। भगवान महाकाल का भांग, सूखे मेवों, चंदन, आभूषण से श्रृंगार किया गया। भस्म अर्पित करने के पश्चात शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की। इधर, रविवार से कार्तिक मास की शुरुआत भी हो गई है। इस महीने को भगवान श्रीकृष्ण की उपासना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। मान्यता है कि इस पवित्र महीने में उज्जैन स्थित शिप्रा नदी में स्नान, तुलसी शालिग्राम की पूजा और मंदिरों में दीपदान से विशेष पुण्य मिलता है। कार्तिक मास में सनातन धर्म से संबंधित कई प्रमुख पर्व और त्यौहार धूमधाम से मनाए जाते हैं।

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रतलाम। त्योहारों के दौरान ट्रेनों में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को समायोजित करने के लिए मुम्बई सेंट्रल से काठगोदाम के मध्य 09075/09076 मुम्बई सेंट्रल काठगोदाम मुम्बई सेंट्रल सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन के चार फेरों का परिचालन किया जाएगा जिसमें रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन रेलवे स्टेशन पर भी ठहराव दिया गया है। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना के अनुसार गाड़ी संख्या 09075 मुम्बई सेंट्रल काठगोदाम सुपरफास्ट स्पेशल 08 नवम्बर, 2023 से 29 नवम्बर, 2023 तक मुम्बई सेंट्रल से प्रति बुधवार को 11.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(20.15/20.25, बुधवार) होते हुए प्रति गुरुवार को 14.30 बजे काठगोदाम पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 09076 काठगोदाम मुम्बई सेंट्रल सुपरफास्ट स्पेशल 09 नवम्बर, 2023 से 30 नवम्बर, 2023 तक काठगोदाम से प्रति गुरुवार को 17.30 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(10.30/10.40, शुक्रवार) होते हुए प्रति शुक्रवार को 20.55 बजे मुम्बई सेंट्रल पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में बोरीवली, वापी, वलसाड, सुरत, वडोदरा,रतलाम, कोटा, गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, भरतपुर, अछनेरा, मथुरा, हाथरस सिटी, कासगंज, बदायूं, बरेली, बरेली सिटी, इज्जतनगर, बहेड़ी, किच्छा, लालकुऑं, एवं हल्द्वानी स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में फस्र्ट एसी कम सेकंड एसी, सेकंड एसी, थर्ड एसी, स्लीपर एवं सामान्य श्रेणी कोच रहेंगे। यात्रियों की सुविधा के चलाई जा रही इस ट्रेन में कुल 16 कोच रहेंगे जिसकी एक ओर की यात्रा में लगभग 900 यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा उपलब्ध होगी। गाड़ी संख्या 09075 मुम्बई सेंट्रल काठगोदाम स्पेशल ट्रेन के लिए 29 अक्टूबर से सभी यात्री आरक्षण केन्द्रों एवं आईआरसीटीसी वेबसाइट पर टिकट बुकिंग की सुविधा आरंभ होगी। ट्रेनों के ठहराव, समय और संरचना के संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए यात्री कृपया वेबसाइड पर जाकर अवलोकन कर सकते हैं।   बान्द्रा टर्मिनस जम्मुतवी बान्द्रा टर्मिनस एसी सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना के अनुसार 09097 बान्द्रा टर्मिनस जम्मुतवी एसी सुपरफास्ट 12, 19 एवं 26 नवम्बर, 2023 रविवार को बान्द्रा टर्मिनस से 21.50 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम(07.25/07.35, सोमवार) होते हुए मंगलवार को प्रात: 08.35 बजे जम्मुतवी पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 09098 जम्मुतवी बान्द्रा टर्मिनस एसी सुपरफास्ट स्पेशल 14, 21 एवं 28 अक्टूबर मंगलवार को जम्मुतवी से 23.20 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम (22.20/22.30, बुधवार) होते हुए गुरुवार को 10.10 बजे बान्द्रा टर्मिनस पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनो दिशाओ में बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, वडोदरा, रतलाम, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, भरतपुर, मथुरा, दिल्ली सफदरगंज, अंबाला, स्नेहवाल, लुधियाना, जालंधर कैंट एव पठानकोट स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में थर्ड एसी एवं एसी चेयरकार कोच रहेंगे।   त्योहार के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई जा रही इस ट्रेन में कुल 17 कोच रहेंगे जिसके एक ओर की यात्रा में लगभग 1300 यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। गाड़ी संख्या 09097 बान्द्रा टर्मिनस जम्मुतवी एसी सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन के लिए 29 अक्टूबर से सभी यात्री आरक्षण केन्द्रों एवं आईआरसीटीसी वेबसाइट पर टिकट बुकिंग की सुविधा आरंभ होगी।

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भोपाल। अपने बेबाक बयानों के लिए लोक निर्माण विभाग के उप सचिव और मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस नियाज खान ने कहा है कि उनके आदर्श अरब के मुस्लिम नहीं, हिंदू हैं। हिंदुओं से करुणामयी कोई नहीं है।   आईएएस नियाज खान इजराइल-हमास युद्ध के संदर्भ में अरब के मुस्लिमों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने शनिवार सुबह ट्वीट किया कि 'मैंने बचपन से सुना था कि मुस्लिम कौम बहादुर होती है और ईमान की ताकत उसे फौलादी बनाती है। आज निर्दोष फिलीस्तीनियों की रोज हत्या हो रही है, पर धनी अरब देश अपने सुख में मस्त हैं। इसको देखकर ऐसा लगता है कि हिंदुओं से करुणामयी कोई नहीं है। खान ने सवाल करते हुए लिखा है कि अरब मुस्लिम और 57 देश कहां हैं।

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भोपाल। एक तरफ देश आज (शनिवार ) शरद पूर्णिमा का पर्व मना रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ इस मौके पर रात के समय साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी लगने जा रहा है। चमकीली चांदनी के लिए जाने जाना वाला शरद पूर्णिमा का चांद आज मध्यरात्रि में अपनी चमक खोता नजर आएगा। पृथ्वी से इस समय लगभग 369425 किलोमीटर दूर स्थित चंद्रमा आंशिक चंद्रग्रहण की घटना के कारण कुछ घंटे पृथ्वी के साये में रहेगा। यह जानकारी नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।       उन्होंने चंद्रग्रहण के वैज्ञानिक तथ्यों की जानकारी दी। घारू ने बताया कि इस चंद्रग्रहण की शुरुआत उपछाया ग्रहण से 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 31 मिनट के कुछ बाद होगी, लेकिन महसूस होने वाला आंशिक ग्रहण मध्यरात्रि के बाद एक बज कर पांच मिनट पर आरंभ होगा और रात्रि एक बजकर 44 मिनट पर अधिकतम ग्रहण की स्थिति होगी। यह आंशिक ग्रहण रात लगभग 2 बजकर 23 मिनट पर समाप्त हो जाएगा, लेकिन इसके बाद भी उपछाया ग्रहण तो चलता रहेगा, जो कि पूरी तरह तीन बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगा।   सारिका ने बताया कि इस तरह वैज्ञानिक रूप से ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट होगी, लेकिन महसूस होने वाले आंशिक ग्रहण की कुल अवधि एक घंटे 17 मिनट होगी। उन्होंने बताया कि पृथ्वी जब चंद्रमा और सूर्य के बीच होती है तो इसके द्वारा सूर्य का प्रकाश रोक लिया जाता है और सूर्य का पूरा प्रकाश चंद्रमा पर नहीं पड़ता है अर्थात चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ती है। इसे चंद्रग्रहण कहा जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में होता है तो उस समय उपछाया ग्रहण होता है। जब चंद्रमा का कुछ भाग पृथ्वी की घनी छाया वाले भाग में आता है तो आंशिक चंद्रग्रहण होता है। इस बार यह दोनों स्थितियां बन रही हैं।   विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि चंद्रग्रहण की यह घटना भारत के साथ एशिया, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका सहित हिन्द महासागर के अधिकांश भागों से देखी जा सकेगी। इस तरह गणितीय अनुमान के अनुसार उपछाया ग्रहण का कुछ न कुछ भाग इस विश्व की लगभग 92.14 प्रतिशत जनसंख्या और आंशिक ग्रहण को 87.07 प्रतिशत जनसंख्या देख पाएगी।   ग्रहण की स्थित - दिनांक - समय उपछाया ग्रहण आरंभ - 28 अक्टूबर            - 23:31:48 आंशिक ग्रहण आरंभ - 28 अक्टूबर            - 01:05:25 अधिकतम ग्रहण             - 29 अक्टूबर             - 01:44:05 आंशिक ग्रहण समाप्त - 29 अक्टूबर             - 02:22:40 उपछाया ग्रहण समाप्त - 29 अक्टूबर             - 03:56:25 चंद्रग्रहण की कुल अवधि - 4 घंटे 25 मिनट आंशिक ग्रहण की कुल अवधि - 1 घंटा 17 मिनट

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जबलपुर। जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा जिला प्रशासन, जिला पंचायत, नगर निगम जबलपुर, नगर परिषद भेड़ाघाट एवं जबलपुर विकास प्राधिकरण के सहयोग से शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजन किया जा रहा है। संगमरमरी वादियों के लिए दुनियाभर में मशहूर पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में शुक्रवार से दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव की शुरुआत होगी। चांदनी रात में नर्मदा तट के मुक्ताकाशी मंच से सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका साधना सरगम के तराने गूंजेंगे। पार्श्व गायिका साधना सरगम द्वारा मनमोहक गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद ईशान मिनोचा द्वारा भजन प्रस्तुत किए जाएंगे। कार्यक्रमों का सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा। महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को प्रख्यात सूफी गायिका ममता जोशी की मधुर आवाज संगमरमरी वादियों में गूंजेगी।

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उज्जैन। शारदीय पूर्णिमा तिथि पर मध्य रात में चंद्रग्रहण है। यह खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा। वेधकाल में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे, स्पर्श नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा नगर के कई मंदिरों के पट वेधकाल में बंद रहेंगे। शारदीय पूर्णिमा पर 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि को खंडग्रास के रूप में चंद्रग्रहण दिखाई देगा। चंद्रग्रहण का आरंभ रात्रि में 1 बजकर 5 मिनिट पर होगा। ग्रहण की मध्य की स्थिति रात्रि में 1 बजकर 44 मिनिट तक रहेगी। ग्रहण का मोक्ष रात्रि में 2.24 पर होगा।   चंद्रग्रहण की अवधि एक घंटा 19 मिनट रहेगी। 28-29 अक्टूबर की मध्य रात्रि में लगने वाले चंद्रग्रहण का सूतक या वेध काल स्पर्श के 9 घंटे पहले यानि 28 अक्टूबर को दोपहर 4 बजकर 5 मिनिट प्रारंभ होगा। खंडग्रास चंद्रग्रहण होने से वेधकाल शुरू होने के बाद मंदिरों की दर्शन व्यवस्था बदलेगी।   28 अक्टूबर को दोपहर 4 बजकर 5 मिनिट से वेधकाल प्रारंभ होगा। इस दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर में गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। वहीं भगवान का स्पर्श नही किया जाएगा। इसी तरह गोपाल मंदिर पर शाम 4.30 बजे से मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। अगले दिन 29 अक्टूबर को सुबह शुद्धीकरण के बाद मंदिर में पूजन प्रारंभ होगा।   18 साल बाद शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण   शरद पूर्णिमा तिथि, मास, वर्ष, गोचर की गणना से देखे तो वर्ष 2005 में शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण था। अब 2023 में शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण की स्थिति बनी है। हालांकि इन ग्रहणों में अलग-अलग प्रकार का आंशिक भेद आता है, किंतु पूर्णिमा तिथि पर विशेषत: शरद पूर्णिमा पर ग्रहण का होना एक अलग प्रकार की स्थिति को बनाता है।   ग्रहण के सूतककाल के दौरान मंदिरों में यह होगी व्यवस्था   महाकाल मंदिर: ग्रहण के वेधकाल के दौरान मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नही होता है। इस दौरान भगवान को स्पर्श भी नहीं किया जाता है। महायोगी महाकाल काल और मृत्यु से परे है। उन पर किसी भी प्रकार के ग्रह, नक्षत्र का प्रभाव नहीं पड़ता है। महाकाल मंदिर की परंपरा अनुसार ग्रहण काल के समय भी गर्भगृह के पट खुले रहते हैं। भक्तों को बाहर से दर्शन होंगे। रात्रि में ग्रहण मोक्ष के बाद मंदिर को रात्रि में ही धोकर शुद्ध किया जाएगा। इसके बाद पुजारी पूजन व आरती करेंगे।   गोपाल मंदिर : सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट गोपाल मंदिर के पट सूतक- वेधकाल 4.30 बजे से मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। ग्रहण समाप्ति के बाद अगले दिन 29 अक्टुबर को सुबह 4.30 बजे पट खुलेंगे। मंदिर के शुद्धिकरण के बाद अभिषेक-पूजन आरती होगी। इसके बाद से ही भक्तों को दर्शन शुरू हो जाएंगे। 29 अक्टूबर को शाम को आरती में भगवान को खीर का भोग लगेगा।   सांदीपनि आश्रम- भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में वेधकाल शुरू होने पर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद हो जाएगा। इस दौरान आरती पूजन भी नही होगा। ग्रहण समाप्ति के पश्चात 29 अक्टूबर को सुबह मंदिर का शुद्धिकरण कर भगवान का पूजन-अभिषेक किया जाएगा। इसी दिन भगवान को खीर का भोग लगेगा।   मंगलनाथ मंदिर- वेधकाल के दौरान मंगलनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नही दिया जाएगा। मंदिर में पूजन नही होगा। इस दौरान भगवान को स्पर्श भी नही किया जाता है। रात में ग्रहण के मोक्ष होने पर 29 अक्टूबर की सुबह मंदिर को धोकर शुद्ध करने के बाद पूजन अभिषेक कर आरती की जाएगी।

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकाल भगवान की होने वाली आरती का समय परम्परानुसार परिवर्तित होगा । आगामी 29 अक्टूबर को कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा से फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तक महाकालेश्वर भगवान की 3 आरतियों में परिवर्तन होगा।     शुक्रवार को जानकारी देते हुए प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि प्रातः होने वाली द्दयोदक आरती 7:30 से 8:15 तक, भोग आरती प्रातः 10:30 से 11:15 तक व संध्या आरती सायं 6:30 से 7:15 बजे तक होगी। इसी प्रकार भस्मार्ती प्रातः 4 से 6 बजे तक, सायंकालीन पूजन सायं 5 से 5:45 तक एवं शयन आरती रात्रि 10:30 से 11 बजे तक अपने निर्धारित समय पर ही होगी।     दीपावली उत्सव:- श्री महाकालेश्वर मंदिर में 10 नवंबर,शुक्रवार को धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। इसमें श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित चिकित्सालय में भगवान श्री धनवंतरी का पूजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मंदिर के पुरोहित समिति द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का अभिषेक पूजन किया जाएगा।   12 नवंबर, कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को श्री महाकालेश्वर भगवान को अभ्यंग स्नान करवाया जाएगा। इसी दिन से श्री महाकालेश्वर भगवान का गर्म जल से स्नान प्रारंभ होगा, जो फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तक चलेगा। 12 नवंबर, रविवार को ही श्री महाकालेश्वर भगवान की प्रातः 7:30 बजे होने वाली आरती में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से अन्नकूट का भोग लगाया जावेगा। सायं में दीपोत्सव पर्व मनाया जायेगा ।

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मुरैना। मुरैना शहर स्थित चंबल कॉलोनी के पीछे स्थित जिला पंचायत के कार्यालय स्थित डाटा एंट्री रूम में गुरुवार की सुबह अचानक शार्ट सर्किट से आग लगने के करण कंप्यूटर एवं दस्तावेज जल गए। हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया अन्यथा बड़ा नुकसान होने की संभावना थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला पंचायत कार्यालय में कॉर्नर पर स्थित डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूम में गुरुवार की सुबह 7 बजे के लगभग अचानक धुुंआ उठते हुए सफाई कर्मचारी ने देखा तो तत्काल सीईओ जिला पंचायत को फोन लगाया। सीईओ द्वारा तत्काल निगम आयुक्त को कॉल किया गया। सूचना मिलते ही नगर निगम की दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची और थोड़ी ही देर में आग पर को नियंत्रण में कर लिया गया। इस अग्निकांड में कंप्यूटर एवं दस्तावेज जल गए हैं जिनमें 5 साल का रिकॉर्ड है। मौके का निरीक्षण करने पर ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कम्प्यूटर के ऊपर स्थित स्विच बोर्ड से शॉर्ट सर्किट से आग लगी है तथा अब मामले की जांच की जा रही है। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि जो दस्तावेज जलकर राख हुए हैं, उनमें कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं है और जो भी है, उनकी सॉफ्ट कॉपियां सुरक्षित हैं।

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उज्जैन। जिले के बड़नगर में पदस्थ ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी को उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपित लोकायुक्त कार्यालय के बाहर ही बेखौफ रिश्वत ले रहा था, तभी उसे दबोच लिया। आरोपित ने पाली हाउस में सब्जी उगाने पर मिलने वाली सब्सिडी की राशि में से 15 फीसद राशि घूस के रूप में मांगी थी। मामले में उप संचालक उद्यान की भूमिका की भी जांच की जा रही है।   लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि 23 अक्टूबर को राहुल पुत्र ईश्वलाल पाटीदार निवासी ग्राम मलोड़ा बड़नगर ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत करते हुए बताया था कि पाली हाउस में उच्च कोटी की सब्जी उगाने पर मिलने वाली सब्सिडी देने के नाम पर ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी शैतान सिंह निनामा 20 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है। पाटीदार का कहना था कि उसकी तथा उसके चचेरे भाई परमानंद के तीन पाली हाउस है। इनकी कुल 4.20 लाख रुपये सब्सिडी मार्च से नहीं दी गई है। इसे लेकर सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई थी। यहां से भी सब्सिडी पास करने की बात कही गई थी। मगर निनामा उनके बैंक खातों में सब्सिडी ट्रांसफर नहीं कर रहा था। निनामा ने सब्सिडी की राशि में से 15 फीसदी यानी 63 हजार रुपये की मांग की थी। आखिरकार दोनों के बीच 50 हजार रुपये में सौदा तय किया गया था।   पाटीदार ने कहा कि वह 20 हजार रुपये गुरुवार को दे देगा और 30 हजार रुपये सब्सिडी की राशि मिलने के बाद देगा। रुपये लेकर निनामा ने पाटीदार को पहले बड़नगर नर्सरी बुलाया था, लेकिन फिर बाद में उसे फोनकर उज्जैन स्थित कोठी पैलेस पर ही आने को कहा था। गुरुवार को लोकायुक्त कार्यालय के सामने पाटीदार ने जैसे ही निनामा को 20 हजार रुपये दिए, उसने अपने हाथ में लेकर रुपये बिस्टिक के खाली टिन में रख दिए थे। इशारा पाकर लोकायुक्त ने निनामा को पकड़ लिया।   उप संचालक भी बन सकता है आरोपित डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि पाटीदार को निनामा ने कहा था कि वह इस मामले में उप संचालक उद्यान पीएस कनेल से उनकी मुलाकात करवा देगा। कनेल ने भी गुरुवार को ही इस पाटीदार से मुलाकात की थी और कहा था कि सब्सिडी की राशि मिल जाएगी वह निनामा से एक बार मिल लें। इसके बाद ही निनामा ने घूस की राशि ली थी। डीएसपी तालान का कहना है कि मामले में पीएस कनेल की भूमिका की भी जांच की जा रही है। जांच के बाद कनेल को भी आरोपित बनाया जा सकता है।

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मुरादाबाद। वर्ष 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण शनिवार (28 अक्टूबर) को मध्य रात्रि के उपरांत लगेगा। भारत में यह मध्य रात्रि के बाद 01 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। शनिवार को आश्विन माह की पूर्णिमा है। आश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस चंद्र ग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य होगा। मुरादाबाद स्थित सुगम ज्योतिष केंद्र के संचालक एवं शिव शक्ति मंदिर रामगंगा विहार के पुरोहित पंडित हेमंत भट्ट ने गुरुवार को हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि 28 अक्टूबर को मध्य रात्रि उपरांत 01 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 24 मिनट तक खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा। इस ग्रहण की अवधि एक घंटा 19 मिनट रहेगी। खंडग्रास चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व शनिवार शाम 04 बजकर 05 मिनट से सूतक लग जाएंगे। सूतक की शुरुआत होते ही मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। पंडित हेमंत भट्ट ने बताया कि इस ग्रहण में चंद्रमा की दक्षिण कोर मामूली रूप से ग्रसित होगी। इस ग्रहण को भारत के साथ-साथ श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान, चीन, मंगोलिया, कजाकिस्तान, रूस, ईरान, इराक, सऊदी, अरब सूडान, तुर्किये, नाइजीरिया, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, जर्मन, पोलैंड, यूक्रेन, फ्रांस, इटली, स्पेन, ब्रिटेन, नॉर्वे, स्वीडन, समेत पूरा यूरोप, थाईलैंड, मलेशिया, फिलिपींस, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कोरिया तथा ब्राजील के पूर्वी भाग आदि से भी देखा जा सकेगा।

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रतलाम। त्योहारों के दौरान ट्रेनों में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को समायोजित करने के लिए पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर से जयपुर के लिए दो फेरे सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। यह जानकारी बुधवार को मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने दी।   उन्होंने बताया कि गाड़ी संख्या 09701 जयपुर इंदौर सुपरफास्ट स्पेशल 25 अक्टूबर, 2023 एवं 01 नवम्बर, 2023, बुधवार को जयपुर से 21.05 बजे चलकर रतलाम मंडल के नागदा(03.35/03.50, गुरुवार), उज्जैन(05.25/05.30)एवं देवास(06.10/06.12) होते हुए गुरुवार को प्रात: 07.15 बजे इंदौर पहुँचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 09702 इंदौर जयपुर सुपरफास्ट स्पेशल 26 अक्टूबर, 2023 एवं 02 नवम्बर, 2023 गुरुवार को इंदौर से 22.20 बजे चलकर रतलाम मंडल के देवास(22.56/22.58), उज्जैन(23.40/23.45) एवं नागदा(01.10/01.25, शुक्रवार) होते हुए प्रात: 07.45 बजे जयपुर पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में दुर्गापुरा, सवाईमाधोपुर, कोटा, रामगंज मंडी, नागदा, उज्जैन एवं देवास स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में फर्सट एसी, सेकंड एसी, थर्ड एसी, स्लीपर एवं सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। यह स्पेशल ट्रेन एलएचबी रेक से चलेगी। त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई जा रही इस स्पेशल ट्रेन के एक ट्रिप में कुल 18 कोच रहेंगे जिसमें लगभग 1200 से अधिक यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा उपलब्ध होगी।

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सिवनी। जिले के पेंच टाइगर रिजर्व के अरी बफर जोन के बीट मोहगांव अंतर्गत बुधवार को गश्ती के दौरान पेंच प्रबंधन को वनकक्ष आरएफ 217 में एक मानव पैर का हिस्सा मिला, जिसके तलाशी के दौरान के अन्य शरीर के अन्य अंग मिले जिसकी मृत्यु वन्यप्राणी बाघ के हमले से हुई है। इसकी पुष्टि पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश सिंह ने की है।   उन्होंने हिस को बताया कि बुधवार को पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी के अरी (बफर) परिक्षेत्र के कर्मचारियों एवं सुरक्षा श्रमिकों द्वारा वनगश्ती के दौरान बीट मोहगांव के वनकक्ष आर.एफ.217 में एक मानव पैर का हिस्सा व समीप में एक साड़ी एवं गले में पहने जाने वाला आभूषण (मंगलसूत्र) पडा दिखाई दिया। क्षेत्र के आसपास तलाशी के दौरान शरीर के अन्य भाग एवं वन्यप्राणी बाघ के पदचिन्ह एवं वन्यप्राणी बाघ द्वारा महिला को घसीटने के निशान मौके पर दिखाई दिये। चूंकि वनक्षेत्र के समीप के गांव रमपुरी की एक महिला जिनका नाम जयवंती (55)पत्नी टेकचंद पन्द्रे निवासी रमपुरी, तहसील कुरई, जिला सिवनी था, जो 21 अक्टूबर 23 से लापता थी एवं जिसकी तलाश वन विभाग एवं ग्रामीणों द्वारा विगत 03 दिनों से की जा रही थी, उक्त महिला के होने के संदेह के आधार पर गुमशुदा महिला जयवंती पन्द्रे के परिवार वालों को सूचना देकर मौका स्थल पर बुलाया गया।   बताया गया कि मृतक महिला के पुत्र अशोक पन्द्रे एवं पति टेकचंद पन्द्रे ने मौका स्थल पर पड़े मानवीय शरीर के अवशेषों एवं पास में पड़ी साड़ी व गले में पहने जाने वाले आभूषण (मंगलसूत्र) को वन, पुलिस एवं राजस्व तथा मौके पर उपस्थित ग्रामीणों के समक्ष पहचानकर मृतक की शिनाख्त श्रीमति जयवंती पन्द्रे पत्नी टेकचंद पन्द्रे के रूप में की।   घटना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उप संचालक, पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी के द्वारा मृतक महिला के घर पहुंचकर उनके परिवारजनों को 800000 (आठ लाख) रुपये का जनहानि क्षतिपूर्ती मुआवजा राशि का चेक सौंपा गया। पेंच प्रबंधन ने वनक्षेत्र से लगे गांवों में लगातार मुनादी करवाई जा रही है एवं ग्रामीणों को बताया जा रहा है कि जंगल के अंदर अकेले न जाये एवं आवश्यक होने पर जंगल में शोरगुल करते हुए चलें, बाघ या अन्य हिसंक वन्यप्राणी दिखाई देने पर तत्काल वन विभाग को सूचित करें।

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मंडला। मध्य प्रदेश बाघ प्रेमियों की पहली पसंद बनता जा रहा है। बाघों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां देश-विदेश से पर्यटक जंगल सफारी के लिए आ रहे है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर बुधवार को कान्हा राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे। उन्होंने यहां पत्नी के साथ कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की रेंज में जंगल सफारी का लुफ्त उठाया। सचिन तेंदुलकर यहां दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे हैं। वे अपनी पत्नी डॉ. अंजलि तेंदुलकर के साथ मुक्की रेस्ट हाउस में ठहरे हैं।     सचिन तेंदुलकर बुधवार को पत्नी के साथ जंगल सफरी पर निकले और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की खूबसूरती को करीब से जाना। सचिन के यहां पहुंचने जानकारी लगते ही टाइगर रिजर्व के बाहर उनकी एक झलक पाने के लिए प्रशंसकों की भीड़ लग गई। टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा उनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।     जानकारी के अनुसार सचिन तेंदुलकर बुधवार सुबह रायपुर एयरपोर्ट से सड़क के रास्ते बालाघाट होते हुए मंडला स्थित कान्हा टाइगर रिजर्व पहुंचे। उनके यहां पहुंचने की जानकारी लगते ही लोग बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक कान्हा नेशनल पार्क के मुक्की रेंज में पहुंच रहे हैं।     सचिन तेंदुलकर भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता के एंबेसडर भी हैं। उनके आगमन से कान्हा टाइगर रिजर्व प्रबंधऩ भी उत्साहित है। वे मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर आसपास के आदिवासी इलाकों में जनजागरण अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान में शामिल होने की अपील करेंगे। सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह दौरा फिलहाल गोपनीय रखा गया था। बुधवार को सचिन की सफारी के दौरान की तस्वीरें सामने आई। सचिन ने इस दौरान दो-तीन बार सफारी की और बाघों की साइटिंग भी की।     गौरतलब है कि बालाघाट और मंडला जिलों की सीमाओं से लगे सतपुड़ा की वादियों में स्थित कान्हा राष्ट्रीय उद्यान अपनी हरितिमा और वन्य प्राणियों की बाहुल्यता के कारण देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी अलग विशेष पहचान रखता है। इसी कारण विदेशों के सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। अक्टूबर में पार्क भ्रमण प्रारंभ होते ही यहां सैलानियों का आगमन होने लगता है देश और विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी कान्हा पहुंचते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वास्तुकला के लिए विख्यात कान्हा उद्यान पर्यटकों के बीच हमेशा आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है, जिसमें जीव-जंतुओं का संरक्षण एवं विभिन्न प्रजातियों के पशुओं का आवास है। यह पार्क 940 वर्ग फुट के दायरे में फैला हुआ है जहां विलुप्त हो रही बारहसिंगा की प्रजातियां देखने मिलती है जो कान्हा को अपने आप में अनूठा बनाती है। घास के खुले लंबे-चौड़े मैदानों में काले हिरण बारहसिंगा, सांभर और चीतल को अठखेलियां करते हुए देखे जाते हैं, वहीं बांस और सागौन तथा लम्बे और बड़े विकसित पेड़ इसकी सुंदरता को और बढ़ा देते हैं।

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झाबुआ। जिले के अनुविभागीय मुख्यालय थांदला में पिछले बांसठ वर्षों से अनवरत रूप से भरने वाला विजयादशमी मवेशी मेला इस वर्ष नहीं भरा, जबकि रावण दहन कार्यक्रम प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी आयोजित किया गया है। स्थानीय नगर परिषद के अनुसार विधानसभा निर्वाचन के दौरान लागू आचार संहिता के चलते मेला निरस्त किया गया है, किंतु ऐसा लगता है कि इसके नेपथ्य में कोई अन्य वजह है, जिसके चलते धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व यह परंपरागत मेला निरस्त किया गया है।   थांदला में दशहरा पर भरने वाला उक्त विजयादशमी मवेशी मेला जिसे जनजातीय समुदाय में रावण का मेला के नाम से जाना जाता है, यह मेला जिले में विभिन्न अवसरों पर भरने वाले मेलों में अपना विशिष्ठ स्थान रखता है, ओर इस मेले के लिए संपूर्ण क्षैत्र के निवासी बड़ी उत्सुकता से प्रतीक्षा करते हैं, किंतु इस वर्ष यह मेला आचार संहिता के नाम पर निरस्त कर दिया गया है। प्रभारी सीएमओ नगर परिषद थांदला शीतल जैन से जब परंपरागत विजयादशमी मवेशी मेला निरस्त किए जाने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विधानसभा निर्वाचन के दौरान लागू आचार संहिता के चलते मेला निरस्त किया गया है। पर एसडीएम थांदला के अनुसार तो नगर परिषद स्वायत्त संस्था है, ओर मेला या इस तरह के धार्मिक आयोजन करने या नहीं करने के संबंध में परिषद को ही निर्णय लेना चाहिए। पूछे जाने पर सीएमओ ने कहा कि इसके अतिरिक्त भी अनेक कारण हैं, जिनके चलते मेला निरस्त किया गया है। सीएमओ ने कहा परिषद कर्मचारियों को तीन माह से सेलरी नहीं मिली है। तो क्या धन का अभाव मेला निरस्ति का कारण है? सीएमओ ने कहा यह कोई वजह नहीं है, ओर भी बहुत से कारण हैं। सीएमओ ने एक तरफ जहां कहा कि मेले का तीन दिवसीय आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं, ओर यदि कोई गड़बड़ी हो जाती तो जिम्मेदारी तो परिषद की ही होती, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने यह भी कहा कि विजयादशमी पर मेला ही आयोजित नहीं हुआ, बाकी सब कार्यक्रम तो हो ही रहे हैं, ओर भारी संख्या में लोगों की भीड़ भी दशहरा मैदान पर इकट्ठा हो गई है। तो मेला निरस्त किए जाने के बावजूद भी लोग तो बड़ी संख्या में पहुंचे हैं, फिर मेला निरस्त किए जाने का ही आखिर क्या औचित्य है? ऐसा पूछे जाने पर सीएमओ ने कहा कि कई वजह है, पर आचार संहिता खास वजह है। किंतु मेला निरस्त किए जाने के नगर परिषद के निर्णय को लेकर जब अनुविभागीय दंडाधिकारी एवं रिटर्निंग अधिकारी विधानसभा क्षेत्र थांदला, तरूण जैन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के परंपरागत धार्मिक आयोजन पूर्व वत रूप से चलते रहेंगे, बशर्ते उसमें कोई केंडिडेट आचार संहिता का उल्लंघन न करे। नगर परिषद स्वायत्त संस्था है, ओर इस तरह के धार्मिक आयोजन करने या नहीं करने संबंधी डिसिजन लेने में वह स्वतंत्र है, फिर वह हमसे परमिशन क्यों ले रहे हैं? वह स्वायत्त संस्था है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में मंगलवार को दशहरे का पर्व धूमधाम से मनाया गया। शाम को राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में जगह-जगह असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म की जीत और बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाद एवं कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। साथ ही रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई। रावण दहन का नजारा देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।   राजधानी भोपाल में मंगलवार शाम को कई जगह भगवान श्री राम की शोभायात्राएं निकाली गईं। इसके बाद कोलार बंजारी, बिट्टन मार्केट, भेल, छोला सहित दो दर्जन से अधिक मैदानों पर रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। साथ ही रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई। शहर के उपनगर कोलार में 105 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। वहीं, शहर के सबसे पुराने छोला दशहरा मैदान पर 61 फीट सहित अन्य दशहरा मैदानों पर 20 से 51 फीट ऊंचे रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतलों का दहन किया। इसके अलावा कालोनियों में कई जगह रावण के अलग-अलग स्वरूपों का दहन हुआ।   इंदौर में भी बुराई के प्रतीक रावण पर अच्छाई के स्वरूप मर्यादा पुरुषोत्तम राम की विजय का पर्व विजयादशमी हर्षोल्लास से मनाया गया। शहरभर में दशानन के दंभ का दहन हुआ। इंदौर में 150 से अधिक स्थानों पर रावण के पुतले का दहन किया गया। इसके बाद इंदौर का हर क्षेत्र जयश्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। इस बार रावण के साथ ही शूर्पणखा का पुतला भी जलाया गया। रावण दहन से पहले रंगारंग आतिशबाजी भी की गई। वहीं दशहरा पर शमी पूजन भी किया गया।   शहर के दशहरा मैदान पर 111 फीट का रावण बनाया गया था। साथ ही 250 फीट लंबी लंका भी बनाई थी। रावण दहन से पहले भगवान राम की शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान रंगारंग आतिशबाजी भी हुई। आयोजन का यह 54वां वर्ष है। छावनी के उषागंज मैदान पर 51 फीट के रावण का दहन हुआ। पुतले का निर्माण हिंदू-मुस्लिम ने मिलकर किया था। दहन से पहले इलेक्ट्रानिक आतिशबाजी की गई। दहन का यह 38वां वर्ष है। तिलक नगर मैदान पर रावण दहन से पहले चल समारोह निकालकर शमी पूजन किया गया। शाम 5 बजे राम रथयात्रा गायत्री शक्तिपीठ प्रज्ञा संस्थान रवींद्र नगर से निकाली गई। रात को 51 फीट ऊंचे रावण और 101 फीट लंबी लंका का दहन किया गया। आयोजन का यह 62वां वर्ष है। विजय नगर चौराहे पर इस बार आतंकवादी रूपी रावण का दहन किया गया। यहां 61 फीट ऊंचा रावण बनाया गया थआ। दहन का कार्यक्रम पिछले 41 वर्ष से किया जा रहा है।   इसी तरह प्रदेश के अन्य शहरों में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरे का पर्व धूमधाम से मनाया गया। गांवों में भी जगह-जगह रावण दहन किया गया। इस दौरान रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन कर आतिशबाजी की गई।   मध्य प्रदेश में ऐसी भी जगह हैं, जहां रावण का पुतला नहीं जलाया जाता है बल्कि वहां के लोग रावण का पूजन पाठ करते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो लोग रावण की पूजा करके उनसे मन्नत मांगते हैं उनकी मनोकामान अवश्य पूरी होती है।   राजगढ़ जिले के भाटखेड़ी गांव में सड़क के किनारे रावण और कुंभकर्ण की प्रतिमा बनी हुई है। यहां के रहवासियों का मानना है कि ये रावण मन्नत पूर्ण करने वाला है। इसलिए ग्रामीण यहां नियमित पूजा अर्चना करते हैं। यहां आस-पास के गांव के लोग भी मन्नत मांगने के लिए आते हैं। मन्नत पूरी होने पर प्रसाद चढ़ाया जाता है। शारदीय नवरात्रि के दौरान यहां पर नौ दिन तक रामलीला का आयोजन किया जाता है और दशहरे के दिन रावण की पूजा अर्चना कर राम और रावण के पात्रों द्वारा भाला छुआ कर गांव और जनकल्याण की खुशी के लिए मन्नत मांगी जाती है।   यहां होती है रावण की पूजा रावण की पत्नी मंदोदरी मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से मानी जाती है। ऐसे में यहां रावण को दामाद माना जाता है और उसे सम्मान के साथ रावण बाबा बोला जाता है। दशहरे दिन यहां रावण का पुतला दहन नहीं किया जाता है, बल्कि इस दिन रावण की नाभि में रुई में तेल लेकर लगाया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से उनकी नाभि में लगे तीर का दर्द कम हो जाता है। इस दिन लोग रावण की पूजा करके उनसे विश्वकल्याण और गांव की खुशहाली के लिए मन्नत मांगते हैं।   काचिखली गांव में होती है रावण की पूजा उज्जैन जिले के काचिखली गांव में भी दशहरे के दिन रावण का पुतला दहन नहीं किया जाता है। बल्कि इस दिन यहां रावण की पूजा की जाती है। यहां के बारे में ऐसी मान्यता है कि यदि रावण की पूजा नहीं की जाएगी तो गांव जलकर राख हो जाएगा। इसी डर से ग्रामीण यहां पर आज भी दशहरे के दिन रावण का दहन न करके उसकी मूर्ति की पूजा करते हैं।

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अनूपपुर। जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों में हाथियों के दो समूह अलग-अलग क्षेत्रों में आंतक मचा रहें हैं। भोजन की तलाश में रात्रि के समय जंगल से निकलकर ग्राम और नगर में घुस कर अफरा-तफरी मचा रहे हैं। सोमवार-मंगलवार की रात्रि को दो हाथियों ने जिला मुख्यालय तक पहुंचने से तीन घंटे अफरा-तफरी का महौल बन रहा। हाथियों को बाहर खदेड़ने के लिए पुलिस एवं प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियो को रात्रि जागरण करना पड़ा। इस बीच हाथियों ने कई गांव एवं तिपान नदी के किनारे खेतों में लगी धान को अपना आहार बनाया और सुबह ग्राम पंचायत चकेठी के जंगल में चले गए। जानकारी अनुसार दो हाथियों ने अनूपपुर रेंज के सोनमौहरी बीट के जंगल में सोमवार दिन में विश्राम करने बाद देर रात सोनमौहरी, सेन्दुरी, बर्री, हर्री होते हुए तिपान नदी पार कररात्रि अनूपपुर नगर केवार्डक्र.01 सामतपुर मंदिर, मुख्य मार्ग होते हुए कोतमा रोड में तीन घंटे तक विचरण करने से जिला मुख्यालय में अफरा-तफरी का महौल बन गया, जिससे लोगों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग, पुलिस एवं प्रशासन के पांव फुलने लगे जिम्मेदार अधिकारियों की रातों की नींद गायब हो गई रात्रि जागरण करना पड़ा और जब नगर से बाहर नहीं निकले तब तक प्रशासन के जान में जान आई, दोनों हाथी सुबह ग्राम पंचायत चकेठी के जंगल में चले गयें, जहां दिन विश्राम कर रहे हैं। इस बीच हाथियों ने जहां से निकलते वहां खेतों में लगी फसलों को अपना आहार आहार बनाते चल रहे हैं। वहीं प्रशासन इन्हें भगाने के लिए अब तक नाकामयाब रहा। वन अधिकारी का कहना हैं कि हम कुछ नहीं कर सकते।   हाथियों के दोनों समूह पर वन विभाग का स्थानीय अमला नजर बनाते हुए नागरिकों को हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं। गांव के बाहर अगल-थलग बने मकान में रहने वाले ग्रामीणों को बीच गांव में ठहराने की व्यवस्था भी कर रहें हैं। मंगलवार की शाम-रात किस ओर विचरण करेंगे यह हाथियों के विचरण पर ज्ञात होगा। प्रशासन मुनादी के माध्यम से आमजन को जागृत करने का प्रयास कर रहा हैं।   वन्यजीव संरक्षण शशिधर अग्रवाल ने बताया कि हर्री गांव के तिपान नदी में दो हाथियों के देर रात पहुंचने पर नदी को पार करते समय एक हाथी नदी की गाद में फसने से दूसरे हाथी ने सूंड़ से पकड़ कर निरंतर दो-तीन बार के प्रयास पर अपने साथी को ऊपर ले जाने में सफल रहा।

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मुरैना। मां आदि शक्ति की आराधना के पर्व नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रि का सोमवार को हवन-पूजन और कन्याभोज के साथ समापन हो गया। नौ दिनों तक चले पर्व पर शहर व नगर में माता की भक्ति का उल्लास छाया रहा। नगर में कई स्थानों पर माता की घट स्थापना के साथ ही नौ दिनों तक पूजन हवन व गरबों का दौर चलता रहा। महाष्टमी को भी शहर के पूजा पंडालों के साथ ही मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ रही। भक्तों ने विधि विधान के साथ व्रत रखकर मां भगवती की आराधना की। चंदन, रोली, अक्षत, कुमकुम, हलवा, पूड़ी, मिष्ठान्न, मेवे का भोग लगाकर मां की आरती उतारी गई।       शारदीय नवरात्रि में मंदिरों और पूजा पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सोमवार को भी सुबह से ही दर्शन पूजन के लिए भक्तों की लंबी कतार लग गई। जयकारों से पूरा वातावरण देवीमय हो गया। विभिन्न प्रकार के फूल, फल, नैवेद्य और धूप दीप से मां की पूजा आरती की गई। देवीगीतों से पंडाल गूंजते रहे। पंडालों के बाहर मेले जैसा दृश्य रहा। अंतिम दिन भी माता भक्तों ने हवन, कन्याभोज, महाआरती जैसे धार्मिक आयोजन किए। अष्टमी-नवमी दोनों तिथियों के एक ही दिन होने से कुलदेवी की पूजन के साथ कई जगह श्रद्धालुओं ने माता को इसी दिन घट-विसर्जन के रूप में विदाई भी दी। महिलाएं सिर पर गेहूं के उगे हुए जवारे के घट, खप्पर लेकर कतार में चलती हुई दिखाई दीं।       वहीं, गरबा मंडलों और उत्सव समितियों द्वारा माता प्रतिमाओं का विसर्जन जुलूस सोमवार शाम को निकाला जायेगा और मंगलवार सुबह तक विसर्जन का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान कीर्तन मंडली भजन गाएंगी। गली व सडक़ों पर नवयुवक डीजे की धुनों पर नाचकर करतब दिखाते हुये देखे जाएंगे।   माता बसैया पर 9 दिनों तक लगा रहा मेला - बसैया माता मंदिर पर 9 दिनों तक मेला लगा रहा। कई भक्तगण सुबह से ही नंगे पांव मैया के दरबार में पैदल-पैदल जाते देखे गये। इसी बीच जगह-जगह पैदल जाने वाले भक्तों के लिये पानी, सरबद, अन्नकूट, मिष्ठान, उबले हुये चने की व्यवस्था कर लोगों ने पुण्य लाभ भी लिया। जिससे पैदल जाने वाले मैया के भक्तों को कोई परेशानी न हो। वहीं मंदिर मेले में आसाजिक तत्वों द्वारा कोई उपद्रव न हो इसके लिये पुलिस व्यवस्था देखी गई।       कन्याभोज के लिये घर-घर बुलाने पहुंचे भक्तगण भक्तगणों ने सुबह से ही मैया की पूजा कर अन्नकूट प्रसादी व कन्याभोज बनवाया गया। भक्तगण कन्याभोज के लिये घर-घर में कन्याओं को बुलाने पहुंचे। अगर कहीं कन्यायें सडक़ व गलियों से होकर कहीं निकल रही है तो मैया के भक्तगण उनसे मिन्नते करते देखे गये। मैया के भक्तगण कन्याओं को भोजन करने के लिये बार-बार निवेदन कर रहे हैं। कई जगह मैया के दरबार में कन्याओं को भोजन कराकर नो-स्वरूपों में मैया की चुनरी ओढ़ाई और भेंट के रूप में पैसे दिये तो कन्यायें खुश हो गई। यह देखकर मैया के भक्तगणों के चेहरे पर खुशी दिखाई दी।    

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नई दिल्ली। दिल्ली में सोमवार शाम को धुंध की परत छाई रही। प्रदूषण के कारण शहर की समग्र वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया। समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 303 दर्ज किया गया जबकि रविवार को एक्यूआई 313 और शनिवार को 248 रिकॉर्ड किया गया था। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राजधानी में जीआरएपी के दूसरे चरण की पाबंदियां लागू कर दी हैं।   भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में भी दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बहुत खराब रहेगी, जिसकी वजह तापमान में कमी और पराली जलाने से होने वाला उत्सर्जन है। इसके साथ प्रदूषण बढ़ने का कारण हवा की धीमी गति और अक्टूबर में कम बारिश का दर्ज होना भी है। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।

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उज्जैन। अश्विन शुक्ल दशमी को विजयादशमी पर भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से सोमवार अपरान्ह् 4 बजे सभा मंडप से प्रारंभ होकर दशहरा मैदान सीमान्लंघन हेतु जाएगी। वर्ष में एक बार ऐसा होता है।     श्री महाकालेश्वर मन्दिर से महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मन्दिर, सराफा, सतीगेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुण्डा माता चौराहा से टॉवर के रास्ते पुराने कलेक्टर बंगले के सामने से होती हुई दशहरा मैदान पर जाएगी। वहां पर शमी के वृक्ष के नीचे भगवान श्री मनमहेश जी का पूजन-अर्चन होगा।     दशहरा मैदान पर पूजन पश्चात् वापसी में ओवर ब्रिज से संख्याराजे धर्मशाला, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज, तोपखाना होते हुए पुनः श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुँचेगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में सायं पूजन के पश्चात श्रद्धालुओं को श्री महाकालेश्वर भगवान के श्री होल्कर(मुखारविन्द) स्वरूप के दर्शन होंगे साथ ही श्री महाकालेश्वर मंदिर में परम्परानुसार महाकाल मंदिर के शिखर पर ध्वज बदला जाएगा ।

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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए शनिवार को अधिसूचना जारी की गई। इसके साथ ही प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन शनिवार को 17 उम्मीदवारों द्वारा 20 नामांकन जमा किए गए हैं।     मुख्यमंत्री निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-15 ग्वालियर, जिला ग्वालियर से एक, विधानसभा क्षेत्र बामोरी क्रमांक- 28 और विधानसभा क्षेत्र गुना (अजा) क्रमांक-29 जिला गुना से एक-एक, विधानसभा क्षेत्र अशोकनगर (अजा) क्रमांक-32 से एक, विधानसभा क्षेत्र खुरई क्रमांक-36 जिला सागर से दो, विधानसभा क्षेत्र सागर क्रमांक-41 जिला सागर से एक, विधानसभा क्षेत्र दमोह, क्रमांक-55 जिला दमोह से एक, विधानसभा क्षेत्र चित्रकूट क्रमांक 61 जिला सतना से तीन, विधानसभा क्षेत्र सिरमौर क्रमांक-68 जिला रीवा से एक, विधानसभा क्षेत्र बांधवगढ़ (अजजा) क्रमांक-89 जिला उमरिया से एक, विधानसभा क्षेत्र लखनादौन (अजजा) क्रमांक 117 जिला सिवनी से एक, विधानसभा क्षेत्र विदिशा क्रमांक-144 और विधानसभा क्षेत्र बासौदा क्रमांक-145 से एक-एक, विधानसभा क्षेत्र भोपाल मध्य क्रमांक-153 जिला भोपाल से एक, विधानसभा क्षेत्र महेश्वर (अजा) क्रमांक-183 जिला खरगोन से एक, विधानसभा क्षेत्र देपालपुर क्रमांक-203 और विधानसभा क्षेत्र सांवेर (अजा) क्रमांक 211 जिला इंदौर से एक-एक नामांकन प्राप्त हुआ है।   उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर नामांकन फार्म भरने की अंतिम तारीख रहेगी। नामांकन की संवीक्षा 31 अक्टूबर को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 2 नवंबर है। पूरे प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होगी। मतगणना 3 दिसंबर को होगी।

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उज्जैन। शारदीय नवरात्रि की महाष्टमी पर रविवार 22 अक्टूबर को सुख समृद्धि के लिए नगर पूजा होगी। चौबीस खंबा मंदिर पर सुबह आठ बजे महालया और महामाया देवी का पूजन कर,मदिरा का भोग लगाया जाएगा। नगर पूजा की शुरुआत करेंगे। शासकीय पूजन के बाद ढोल-ढमाकों व ध्वज के साथ अधिकारी, कर्मचारियों का दल पैदल नगर के अन्य माता मंदिर और भैरव मंदिरों में पूजा के लिए निकलेंगे। नगर की सुख-समृद्धि, रक्षा और मंगल कामना की दृष्टि से प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी को नगर पूजा की जाती है। सुबह 8 बजे कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम चौबीस खंबा माता मंदिर पर पूजन करेंगे। इसके बाद नगरवासी भी देवी माता भोग लगाएंगे। अधिकारियों, कर्मचारियों और कोटवारों का दल 27 किलोमीटर लंबी नगर पूजा की यात्रा पर निकलेंगे। ढोल और ध्वज के साथ एक कोटवार हांडी लेकर चलेगा। जिसमें से मदिरा की धार नगर परिक्रमा के दौरान बहती रहती है। इस दौरान काल भैरव, भूखी माता, चामुंडा माता, गढ़कालिका सहित नगर के 40 मंदिरों में पूजा की जाएगी। साथ में अन्य सदस्य भजिए, पूड़ी, बड़बाकुल का भोग लेकर चलेंगे। विभिन्न मंदिरों में भोग अर्पित किया जाएगा और माता को सोलह श्रृंगार की सामग्री और चूनरी अर्पित की जाएगी। दिनभर पूजन का दौर चलने के बाद रात करीब 8 बजे गढ़कालिका होकर अंकपात मार्ग स्थित हांडी फोड़ भैरव मंदिर पर नगर पूजा का समापन होगा। यःहं से दल महाकाल मंदिर जाएगा और शिखर ध्वज बदल जायेगा। पौराणिक मान्यता है कि शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर नगर पूजा की परंपरा सम्राट विक्रमादित्य द्वारा अपने राज्य व नगर में खुशहाली व सुख समृद्धि के लिए महाअष्टमी पर नगर पूजा की शुरूआत की थी।

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भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने शहीद पुलिस जवानों के परिजनों को भरोसा दिलाया कि मैं प्रदेश की जनता,पुलिस प्रशासन और सम्पूर्ण समाज आपके साथ है। समाज में शांति सद्भाव और भाईचारे के वातावरण को मजबूत रखने से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस असामाजिक तत्व एवं राष्ट्र द्रोही ताकतों का पूरी कठोरता के साथ दमन करें। यह भी सुनिश्चित करें कि आमजन स्वयं को सुरक्षित महसूस करें। कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं हो।       राज्यपाल पटेल शनिवार को पुलिस स्मृति दिवस पर भोपाल के लाल परेड मैदान स्थित शहीद स्मारक प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश और प्रदेश के सभी शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा भी मौजूद थे।       राज्यपाल पटेल ने पुलिस बल का आव्हान किया कि अपने अमर शहीद साथियों की शहादत से प्रेरणा लेकर अपने कर्तव्यों का पालन करें। पुलिस समाज का अभिन्न अंग है। उसकी सक्रिय भागीदारी के साथ ही विकास की सोच फलीभूत हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस की उपलब्धियां सराहनीय है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ बनाये रखने के लिये सराहनीय प्रयास किये जा रहे हैं। इन प्रयासों को और बेहतरी के साथ जारी रखना होगा। अपराधों की त्वरित विवेचना और अपराधियों को सजा दिलाने में वृद्धि प्रदेश पुलिस की सक्रियता से ही संभव हुई है। यह गर्व की बात है कि मध्यप्रदेश पुलिस की गणना देश के श्रेष्ठ बलों में की जाती है, जो पहचान पुलिस के जांबाज जवानों ने स्थापित की है। उसे और अधिक निखारने की दिशा में सदैव तत्पर रहें।     उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा पूर्ण मुस्तैदी से किये जा रहे कार्य सराहनीय हैं। पुलिस के सजग रवैये से ही आम आदमी सुरक्षित महसूस करता है। समाज में इस सुरक्षा की भावना को और मजबूत बनाये रखना होगा। उन्होंने प्रदेश की शांतिप्रिय जनता की भी सराहना करते हुए कहा कि जनता के अनुशासित एवं भाईचारा पूर्ण आचरण से हमारे प्रदेश की देश में साख बनी है। सांस्कृतिक विविधता के बावजूद प्रदेशवासी एक हैं। इस वातावरण को बनाये रखने के लिये आम आदमी को अपने अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों के प्रति सचेत रहना होगा और पुलिस का सहयोगी बनना होगा।   पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस देश की अंखडता को चिरस्मरणीय बनाने का दिन है। अमर शहीदों का ''देशभक्ति-जनसेवा' के लिए प्राणोत्सर्ग सदैव हमारे कर्तव्यपथ को अलोकित करता रहेगा। उन्होंने शहीदों के बलिदान को नमन करते हुए बताया कि पुलिस शहीद दिवस लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में 16 हजार फीट की ऊँचाई पर 21 अक्टूबर 1959 को केन्द्रीय आरक्षी पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) के 10 जवान चीनी सेना के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। उन्ही की स्मृति में देश की समस्त पुलिस इकाइयों द्वारा प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जाता है।   उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमारे प्रदेश पुलिस के 17 जवानों ने देश के लिए अपनी शहादत दी है। शहीद कर्मियों में कार्यवाहक निरीक्षक स्व. राजाराम वास्कले, उप निरीक्षक स्व. भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, सहायक उप निरीक्षक स्व. कन्हैयालाल भालसे, सहायक उप निरीक्षक स्व. जसवंत कुमार तेकाम, कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक स्व. रामजस शर्मा, कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक स्व. कन्हैयालाल वास्कले, प्रधान आरक्षक स्व. छोटेलाल बघेल, प्रधान आरक्षक स्व. चंपालाल सिलाले, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक स्व. भानु प्रताप भदौरिया, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक स्व. राधेश्याम सिरसाठे, आरक्षक स्व. सुरेन्द्र सिंह गौंड, आरक्षक स्व. उपेन्द्र सिंह दांगी, आरक्षक (ट्रेड) स्व. पंकज मिश्रा, आरक्षक स्व. रामप्रसाद, आरक्षक स्व. जगदीश हाडा, आरक्षक स्व. गजानन अटवाड़े, आरक्षक स्व. खुमान भिलाला एवं आरक्षक स्व. रविकान्त सविता शामिल हैं।   उन्होंने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस पर हम सब अपने इन साथियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। साथ ही उनके परिजनों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि आप सब हमारे पुलिस परिवार का हिस्सा हैं तथा सदैव बने रहेंगे। सभीजन के सुखी एवं समृद्ध जीवन के लिए शांति और सुदृढ़ कानून व्यवस्था अनिवार्य है। शांति तथा सुदृढ़ कानून व्यवस्था ही विकास की नींव होते हैं। आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर हमारी पुलिस निरंतर कुशलता और संवेदनशीलता से कार्य करते हुए विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में अपना उत्कृष्ट योगदान दे रही है।   सक्सेना ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि हम भविष्य में भी इसी सक्षम निष्ठा से हम सेवाएँ देते रहेंगे। उन्होंने प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को भी धन्यवाद ज्ञापित किया कि उनके अनुशासित एवं भाईचारा पूर्ण आचरण से हमारे प्रदेश में शांति एवं काननू व्यवस्था मजबूत है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पुलिस जवानों और अधिकारियों की लगातार कठिन ड्यूटी को देखते हुए उनके परिजनों की सुख-सुविधाओं और कल्याण के प्रति विभाग का पूरा ध्यान है। शहीद के परिजनों की आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नियमानुसार सहायता एवं सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विभाग दृढसंकल्पित है।   कार्यक्रम के दौरान पुलिस बैंड द्वारा निकाली जा रही देशभक्ति के गीतों की मधुर धुन के बीच शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। विशेष पुलिस महानिदेशक अरविन्द कुमार, राजेश चावला, विपिन माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक फरीद शापू, विजय कटारिया, रवि कुमार गुप्ता, चंचल शेखर, आदर्श कटियार, जी जर्नादन, अनिल कुमार, योगेश मुद्गल, आलोक रंजन, संजीव शमी, योगेश देशमुख, जयदीप प्रसाद, पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। आरंभ में पाल-बेयरर पार्टी द्वारा सम्मान सूची को स्मारक कोष में स्थापित किया गया और शहीद स्मारक को सलामी दी गई। आयोजित परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी शियाज के.एम. ने किया। परेड में जिला बल की महिला प्लाटून, विशेष सशस्त्र बल की पुरूष प्लाटून, जिला पुलिस बल की पुरूष प्लाटून, होमगार्ड प्लाटून, पाल बेयरर, कलर पार्टी, पुलिस बैंड प्लाटून, अश्वरोही दल और श्वान दल की टुकड़ियाँ शामिल थी। अंत में राज्यपाल एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीदों के परिजनों से मुलाकत भी की।

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा आम निर्वाचन कार्यक्रम के तहत जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के नामांकन प्राप्त करने की कार्रवाई कलेक्ट्रेट परिसर में संपादित हो रही है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल ने कलेक्ट्रेट में बनाए गए रिटर्निंग अधिकारियों के कक्षों का शनिवार को जायजा लिया। साथ ही सम्पूर्ण कलेक्ट्रेट परिसर का भ्रमण कर उम्मीदवारों के लिये निर्धारित मार्गों, प्रवेश द्वार, पार्किंग व्यवस्था एवं उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पर निगरानी रखने के लिये बनाए गए कक्ष की व्यवस्थायें भी देखी।     जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने निरीक्षण के दौरान सभी रिटर्निंग अधिकारियों के कक्ष के बाहर सभी जरूरी जानकारी प्रदर्शित कराने के निर्देश दिए। साथ ही मार्ग में दिशा सूचक प्रकाशित कराने की हिदायत भी दी, जिससे अभ्यर्थी सुगमतापूर्वक निर्धारित कक्ष में पहुँचकर अपने नामांकन दाखिल कर सकें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल ने कहा कि नामांकन दाखिल करने के दिवसों में सम्पूर्ण कलेक्ट्रेट परिसर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है।     कलेक्टर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को जरूरत के मुताबिक कलेक्ट्रेट परिसर में बैरीकेटिंग करने की हिदायत दी है। उन्होंने कलेक्ट्रेट में पदस्थ शासकीय सेवकों से यह भी कहा कि वे नामांकन प्रक्रिया के दौरान अनिवार्यत: अपने पहचान पत्र लेकर आएं, जिससे उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश में कोई दिक्कत न हो।     अपर कलेक्टर टी एन सिंह एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी एल के पाण्डेय ने भी निर्वाचन की सूचना जारी होने से पहले सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया।

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ग्वालियर। शारदीय नवरात्रि के नौ दिन महत्वपूर्ण होते हैं। इसमें अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि में 22 अक्टूबर को महाअष्टमी पर सर्वार्थ सिद्धी योग भी पड़ रहा है जिसमें इस दिन को मनाया जाएगा। इसके दूसरे दिन 23 अक्टूबर का नवमी का दिन मनाया जाएगा।   ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की नवरात्रि के आठवें दिन महाअष्टमी मनाई जाती है। ये दिन मां दुर्गा की आठवीं शक्ति मां महागौरी को समर्पित हैं जो ऐश्वर्य, धन और समृद्धि की देवी मानी गई हैं। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के आखिरी दो दिन मुख्य माने जाते हैं, क्योंकि अष्टमी तिथि पर देवी दुर्गा ने चंड-मुंड का संहार किया था और नवमी को माता ने महिषासुर का वध कर भक्तों और समस्त संसार की रक्षा की थी। मान्यता है कि नवरात्रि में अगर नौ दिन तक पूजा और व्रत न कर पाएं हो तो अष्टमी और नवमी के दिन व्रत रखकर देवी की उपासना करने से पूरे 9 दिन की पूजा का फल मिलता है।   शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि शुभ मुहूर्त: शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि 21 अक्टूबर को रात्रि 09 बजकर 53 मिनट से प्रारंभ होगी और 22 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य है। अत: 22 अक्टूबर को अष्टमी मनाई जाएगी। शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का निर्माण हो रहा है। सर्वार्थसिद्धि योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 26 मिनट से लेकर संध्याकाल 06 बजकर 44 मिनट तक है। इस योग में जगत जननी आदिशक्ति की पूजा करने से सभी शुभ कार्र्यों में सिद्धि प्राप्ति होती है। इसी के साथ शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर दुर्लभ भद्रवास योग समेत ये अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इन शुभ योग में मां की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार महानवमी 23 अक्टूबर को है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 27 मिनट से शाम 05 बजकर 14 मिनट तक है। वहीं रवि योग पूरे दिन है। ऐसे में 23 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 27 मिनट के बाद से कन्या पूजन कभी भी कर सकते हैं।

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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने शनिवार को बताया कि भोपाल जिले के 7 विधानसभा क्षेत्रों के लिये विधानसभा आम निर्वाचन - 2023 की अधिसूचना शनिवार, 21 अक्टूबर को जारी होगी और इसके साथ ही उसी दिन से नामांकन प्राप्त किये जाने की प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन पत्र 30 अक्टूबर 2023 सोमवार तक प्राप्त किए जायेंगे। नामांकन पत्रों की संविक्षा 31 अक्टूबर मंगलवार) को होगी और इच्छुक प्रत्याशी 2 नवंबर गुरुवार तक नाम वापस ले सकेंगे। रविवार 22 अक्टूबर, दशहरा 24 और चतुर्थ शनिवार 28 एवं रविवार 29 अक्टूबर शासकीय अवकाशों में नामांकन पत्र नहीं लिये जायेंगे।नामांकन पत्र प्रातः11 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्राप्त किये जाएंगे।   कलेक्टर सिंह ने जिले की 7 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन प्राप्ति स्थल निर्धारित किए हैं। व्यवस्था अनुसार 149- बैरसिया विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी बैरसिया का न्यायालय कक्ष तहसील बैरसिया रहेगा,150 भोपाल उत्तर विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी हिरदाराम नगर वृत्त भोपाल का न्यायालय कोहेफिजा रहेगा , 151 नरेला विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी गोविन्दपुरा वृत्त भोपाल का न्यायालय कक्ष पुराना आरटीओ कार्यालय परिसर रहेगा, 152 भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (उत्तर) भोपाल का न्यायालय कक्ष कलेक्टर कार्यालय परिसर कक्ष क्रमांक- 152 ए-ब्लाक पुराना सचिवालय रहेगा ,153 भोपाल मध्य विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी शहर वृत्त भोपाल का न्यायालय कक्ष शीरीन मंजिल कोहेफिजा रहेगा , 154 गोविन्दपुरा विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (दक्षिण) भोपाल का न्यायालय कक्ष कलेक्टर कार्यालय परिसर कक्ष क्रमांक- 144 ए-ब्लाक पुराना सचिवालय रहेगा , 155 हुजूर विधानसभा का नामांकन प्राप्ति स्थल न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी हुजूर भोपाल का न्यायालय कक्ष डी-ब्लाक पुराना सचिवालय भोपाल रहेगा

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इंदौर। शहर की पुरानी हुकमचंद मिल के हजारों मजदूर और उनके परिजनों का 32 वर्षों का इंतजार दो सप्ताह में खत्म हो जाएगा। मजदूरों के मुआवजे की मांग को लेकर शुक्रवार को मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खडपीठ ने सरकार को दो सप्ताह के भीतर मजदूरों के भुगतान के लिए मंत्रिपरिषद से स्वीकृत 218 करोड़ रुपये बैंक में जमा कराने का आदेश दिया है।       मजदूरों की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता धीरजसिंह पवार ने बताया कि शुक्रवार को मजदूरों के मुआवजे की मांग को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान सरकार के वकील ने कोर्ट को बताया कि सरकार 218 करोड़ रुपये जमा करने को तैयार है, लेकिन इसके लिए पर्याप्त समय दिया जाए। पवार ने इस पर आपत्ति ली और कोर्ट को बताया कि मजदूर 32 वर्ष से न्याय के लिए भटक रहे हैं। मंत्रिपरिषद से स्वीकृति मिल चुकी है, तो भुगतान में देरी क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि मजदूर 32 वर्ष से दीपावली नहीं मना पा रहे हैं। अगर उन्हें समय पर मुआवजा मिल जाएगा, तो वे त्योहार मना पाएंगे। इस पर कोर्ट ने सरकार को दो सप्ताह के भीतर मजदूरों के भुगतान की रकम बैंक में जमा करने के आदेश दिए।   उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर, 1991 को हुकमचंद मिल बंद हो गई थी। इसके बाद से मिल के 5895 मजदूर और उनके परिजन अपने हक के लिए भटक रहे हैं। वर्ष 2007 में हाई कोर्ट ने मजदूरों के पक्ष में 229 करोड़ रुपये मुआवजा तय किया था, लेकिन इसमें से 174 करोड़ रुपये का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। इस रकम पर ब्याज का भुगतान भी होना है। गत चार अक्टूबर को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में सरकार ने मजदूरों के पक्ष में मजदूरों को 218 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्णय लिया था, लेकिन भुगतान नहीं हुआ है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। शहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में पुलिस मुख्यालय के पीछे गुरुवार को एक युवक ने अपने सात साल के भतीजे को तालाब में फेंक दिया, लेकिन पकड़े जाने के डर से उसने भी पानी में छलांग दी, जिससे दोनों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से दोनों के शव बरामद कर लिए हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।     जहांगीराबाद थाना प्रभारी अजय तिवारी ने बताया कि कैसर ताज (24) निवासी ताज किराना स्टोर वाला मकान, चिकलोद रोड पर परिवार समेत रहता है। गुरुवार को दोपहर में वह अपने भतीजे अहमद ताज (7) पुत्र फैसल ताज को लेने के लिए स्कूल पहुंचा। यहां से वह उसे खटलापुरा छोटे तालाब पर ले गया और यहां उसने बच्चे को पानी में फेंक दिया। इसी दौरान रायसेन के रहने वाले शख्स ने उसे ऐसा करते देख लिया। उसने शोर मचाते हुए आरोपित को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन पकड़े जाने के डर से कैसर ताज ने खुद भी पानी में छलांग लगा दी। मौजूद राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तलाशी के दौरान दोनों के शव तालाब से निकाल लिए हैं।     थाना प्रभारी ने बताया कि कैसर ने यह क्यों किया फिलहाल खुलासा नहीं हो सका है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि कैसर का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। वह शादीशुदा है और एक बच्चा भी है।     बताया जाता है कि आए दिन कैसर परिजनों से विवाद करता था। पिछले दिनों उसने पिता से मारपीट भी की थी। इसके बाद पिता ने उसे जायदाद से बेदखल कर दिया था। ताज किराना स्टोर जहांगीराबाद की प्रतिष्ठित दुकान है, जो उसके पिता ने शुरू की थी। फिलहाल, इस दुकान को पिता और कैसर का बड़ा भाई फैसल संभालते हैं। कैसर प्रॉपर्टी में हिस्से की मांग को लेकर विवाद करता था।

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दतिया। शारदीय नवरात्र के पवित्र दिनों में हर मंदिर और घरों में श्रद्धालू देवी अराधना में लीन हैं। ऐसा ही देवी दरबार दतिया में मॉ पीताम्बरा देवी मंदिर है, जहां आम हो या खास सभी की मनोकामना पूरी होती है। नवरात्र के चौथे दिन बुधवार को भी यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और कतारवद्ध होकर मॉ के दर्शन किए। मॉ पीताम्बरा न्याय की देवी है। यहां जो नहीं पहुंच पाता, वह मॉ से पत्राचार करता है।     कहते हैं कि सिद्ध मंदिर पहाडी या तालाब में होते हैं। दतिया के पीताम्बरा मंदिर का गर्भग्रह तालाब में है। यहॉ हिमकर ओझा जैसे तांत्रिकों ने देवी अराधना की है। इस मंदिर की प्राचीनता की बात की जाए तो यहां के श्री स्वामी महाराज से स्वयं अश्वस्थामा ने बातचीत के उल्लेख मिलते हैं। मंदिर के बीचों बीच प्राचीन वनखंडेश्वर महादेव का मंदिर है, जहॉ अश्वस्थामा ने साधना की है।   मॉ धूमावती माई की मूर्ति इसी मंदिर में है जहॉ मान्यता के अनुसार शनिवार को श्रद्धालूओं की भीड रहती है नमकीन प्रसाद चढाकर श्रद्धालू माता को प्रशन्न करते है। चीन युद्ध में स्वामी जी महाराज को राष्ट्रगुरू के नाम से पहिचान वनी यहॉ देश के हर संकट में स्वामी जी महाराज ने राष्ट्रहित में अनुष्ठान किया वर्तमान में चाहे कोरोना जैसी महामारी हो या अन्य कोई संकट पीताम्बरा मंदिर पर खास अनुष्ठान पीठ ट्रस्ट द्वारा हुआ है। आज माँ के दरबार में देश विदेश से लोग पहुॅचते है जिनकी हर मनोकामना मात्र दर्शन से पूरी होती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र की सहारा स्टेट कॉलोनी में एक दुर्लभ प्रजाति के श्वान (पाकिस्तानी बुली) के साथ क्रूरता की हद पार करने का एक मामला सामने आया है। यहां डॉग ट्रेनर ने उस पालतू कुत्ते को फांसी पर लटकाकर उसकी हत्या कर दी। कुत्ता करीब सात मिनट तक तड़पता रहा, फिर दम तोड़ दिया। बुधवार को इसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने ट्रेनर सहित तीन लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता का प्रकरण दर्ज किया है।   घटना 9 अक्टूबर की है। हालांकि, यह पता नहीं चला कि ट्रेनर ने ऐसा क्यों किया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भोपाल में इस तरह की क्रूरता का यह पहला मामला सामने आया है। मिसरोद थाना प्रभारी अशोक शर्मा ने बताया कि निखिल जायसवाल शराब कारोबारी हैं तथा शाजापुर जिले के कालापीपल में रहते हैं। मई में उन्होंने अपना पालतू श्वान सहारा स्टेट स्थित अल्फा श्वान प्रशिक्षण केंद्र में भेजा था। इस केंद्र का संचालन रवि कुशवाहा नाम का व्यक्ति करता है। इस केंद्र में तरुण और नेहा नाम के दो कर्मचारी काम करते हैं। श्वान का प्रशिक्षण चार महीने का था तथा प्रतिमाह का शुल्क 13 हजार रुपये था। चार महीने बाद कारोबारी ने जब श्वान वापसी के लिए फोन किया तो रवि ने कहा कि उसे अभी एक और महीने के प्रशिक्षण की जरूरत है। एक महीने और बीतने के बाद निखिल ने गत 7 अक्टूबर को फोन किया तो रवि ने फिर से बहाना बनाकर बात को टाल दिया। उन्होंने बताया कि दो दिन बाद नौ अक्टूबर को रवि ने श्वान के मालिक निखिल को फोन कर बताया कि आपके श्वान की सांसें नहीं चल रही है। इस पर निखिल ने कहा कि किसी पशु चिकित्सक को दिखाएं, थोड़ी देर बाद ही रवि ने फिर से फोन कर बताया कि श्वान की मौत हो चुकी है। निखिल तुरंत अपने श्वान को लेने भोपाल आ गए। उन्होंने रवि से सीसीटीवी कैमरे के फुटेज दिखाने को कहा तो उसने मना कर दिया। उस श्वान का पोस्टमार्टम भी नहीं करने दिया। उस दिन तो निखिल श्वान को वापस लेकर चले गए, लेकिन दो दिन बाद वापस आकर उन्होंने थाने में शिकायत कर दी।   पुलिस ने जांच के दौरान जब सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को रिकवर किया तो उसमें पूरी घटना दिख गई। फुटेज में दिखा कि घटना वाले दिन तरुण और नेहा श्वान को सेंटर के गेट पर लेकर आए थे तथा उन्होंने फन्दा बनाकर श्वान को उस पर लटका दिया। श्वान बुरी तरह से तड़पता रहा तथा बचने की कोशिश करता रहा, लेकिन उसके प्रति किसी तरह की दया नहीं दिखाई गई। उसे तब तक लटकाकर रखा गया, जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई। फुटेज देखने के बाद पुलिस ने रवि कुशवाहा, तरुण और नेहा के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम का मामला दर्ज कर लिया है और तीनों आरोपितों को गिरफ्तारी नोटिस देकर छोड़ दिया है। इस मामले में पुलिस और पशुप्रेमियों का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है। जिस तरीके से एक श्वान बेरहमी से हत्या की गई है, वह लालच का कारण लगती है। प्रशुप्रेमी नीति खरे ने बताया कि पाकिस्तानी बुली नस्ल का यह श्वान भोपाल ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों में भी नहीं मिलता है। प्रजनन कराकर उसके बच्चे बेचने के लालच के कारण उसकी हत्या की गई होगी। जांच अधिकारी अशोक शर्मा का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। लालच वाले मामले को जांच में शामिल कर लिया है।

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भोपाल। भोपाल शहर में अपराधों पर नियन्त्रण के लिए पुलिस आयुक्त भोपाल हरिनारायणाचारी मिश्र एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त भोपाल अनुराग शर्मा द्वारा आरोपियों की धरपकड़ पर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया । उक्त निर्देशों के अनुक्रम में पुलिस उपायुक्त अपराध श्रुतकीर्ति सोमवंशी एवं अतिपुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चौहान, सहायक पुलिस अपराध आयुक्त सुजीत तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी थाना क्राइम ब्रांच अशोक मरावी व उनकी टीम को शहर में आरोपियों की तलाश पतारसी में लगाया था।       जनसंपर्क अधिकारी अरूण शर्मा ने बुधवार को बताया कि क्राइम ब्रांच भोपाल को मुखबिर के द्वारा सूचना दी गई कि संजय सोनी पुत्र श्रीराम जीसोनी उम्र 42 साल निवासी म.न 13 सीटीओ सर्वोदय कालोनी बैरागढ भोपाल जो हलालपुरा के पास सोनी पटाखा के नाम की दुकान चलाता है बम बम भोले रोड पर देव ट्रेडर्स की में दो दुकान किराये से लेकर बिना वैध कागजात के रिहायशी क्षेत्र में आतिशबाजी एंव फटाखे रखे हुये, जिससे कोई दुर्घटना घटित हो सकती है । सूचना से वरिष्ठ अधिकारियो को अवगत कराया एवं सूचना से नायब तहसीदार राजेश गौतम बैरागढ को अवगत किया गया । नायब तहसीलदार चंचल चौराहे मुखबिर के बताये स्थान पर पहुंचे। जहां दुकानो में ताला लगा मिला एवं दुकानों के समक्ष एक व्यक्ति नीली टीशर्ट में खङा था। जिससे दुकान के सम्बंध में पूछताछ करने पर उसके दोनों दुकाने स्वयं की होना बताया।     बाद उक्त व्यक्ति से उसका नाम पता पूछने पर उसके द्वारा अपना नाम संजय सोनी पुत्र श्रीराम जीसोनी उम्र 42 साल निवासी म.न 13 सीटीओ सर्वोदय कालोनी बैरागढ भोपाल का होना बताया एवं उनको सूचना से अवगत करते हुये संजय सोनी से उक्त दुकानों का ताला नायब तहसीलदार राजेश गौतम के समक्ष खुलवाया गया तो दोनों दुकानो में आतिशबाजी एवं पटाखे के बॉक्स रखे मिले। जिसके सम्बंध में नायब तहसीलदार साहब के द्वारा संजय सोनी से पूछताछ की गई तो संजय सोनी के द्वारा दुकानों में करीबन 450 बॉक्स लगभग आतिशबाजी और फटाखो के होना बताया। जिसकी कुल कीमत लगभग 10 लाख रुपये होना बताया एवं सामान स्वयं का होना बताया ।   नायब तहसीलदार के द्वारा संजय सोनी से उक्त आतिशबाजी एवं फटाखे दुकानों में रखने के संबंध में वैध कागजात पेश करने के लिए कहा गया, जो संजय सोनी के द्वारा पेश नहीं किये गये । नायब तहसीलदार साहब के द्वारा उक्त दुकानों को ताला लगा कर सीलबंद किया गया एवं उक्त दुकानों में लगे तालों की समस्त चाबियां संजय सोनी को सुपुर्द की गई ।

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ग्वालियर। विधानसभा आम निर्वाचन-2023 में जिले में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एज्यूकेशन एण्ड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) के तहत क्रिटिकल मतदान केन्द्र एवं बल्नरेवल क्षेत्र में विशेष जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इसी कड़ी में बुधवार को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर के मतदान केन्द्र क्रमांक-110, 111, 112 व 113 से जुड़ी विभिन्न बस्तियों में महिलाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और सभी से मतदान करने का आह्वान किया।     परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना क्र.-1 से प्राप्त जानकारी के अनुसार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ग्वालियर के अंतर्गत पीएचई कॉलोनी क्षेत्र में वृहद रैली निकाली गई। रैली में शामिल महिलाएं अपने हाथों में “वोट हमारा अधिकार, करें नहीं इसको बेकार”, “ग्वालियर करेगा शतप्रतिशत मतदान”, “छोड़ो अपने सारे काम, पहले चलो करें मतदान”, “सारे काम छोड़ दो सबसे पहले वोट दो”, “बहकाने में कभी न आना, सोच समझकर बटन दबाना” एवं “वोट डालने जाना है अपना फर्ज निभाना है” इत्यादि नारों की तख्तियाँ लेकर शामिल हुईं। नारे लगाते हुए मतदाता जागरूकता रैली आगे बढ़ी और रैली के समापन अवसर पर परियोजना अधिकारी महिला-बाल विकास मनोज कुमार गुप्ता ने सभी को 17 नवम्बर के दिन मतदान करने की शपथ दिलाई।

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सागर। शहर के भगवान गंज चौराहे के पास स्थित पेट्रोल पंप से लगी एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर बुधवार दोपहर अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से फैली और बिल्डिंग की चौथी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने के बाद दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बिल्डिंग की चौथी मंजिर पर रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया।       जानकारी के अनुसार, सागर के भगवान गंज चौराहे पर अग्रवाल पेट्रोल पंप से लगी बिल्डिंग में राजू आटो मोबाइल की दुकान है। इस बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर बुधवार को दोपहर करीब ढाई बजे लोगों ने धुआं उठते देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही कैंट पुलिस के साथ ही अपर कलेक्टर, एसपी, एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए और पेट्रोल पंप को बंद करा दिया। तब तक फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई। कटरा और मोतीनगर से दमकल की करीब 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक की आग की ऊंची-ऊंची लपटे उठने लगी। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने भीड़ को हटाकर सबसे पहले पेट्रोल पंप को बंद कराया।       घटना के बाद मोतीनगर, शनि मंदिर, अप्सरा टाकीज रोड से आने-जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया। आसपास की सारी दुकानें बंद करा दी गईं। इसके बाद दमकल कर्मियों ने गाड़ी खड़ी करने की व्यवस्था बनाकर चौथी मंजिल पर पानी की बौछारें डालने का प्रयास किया, लेकिन ऊंचाई के कारण पानी इमारत के अंदर तक नहीं पहुंच पा रहा था। इसके बाद दमकल की गाड़ियों को काफी दूर खड़ा करके वहां पानी की बौछार की गई और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि दुकान के ऊपरी हिस्से में आटो मोबाइल का सामान रखा हुआ था। वहीं गाड़ियों की बैटरी भी आग की चपेट में आने से रुक-रुक कर ब्लास्ट हो रही थी। बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर एक हजार वर्गफीट से अधिक एरिया पर फैली आग को बुझाने में दमकल कर्मियों के पसीने छूट गए। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन यहां रखा लाखों का सामान जलकर खाक हो गया।

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अनूपपुर। सोमवार की रात एक बार फिर से पड़ोस के छग के मरवाही वन परिक्षेत्र में विचरण करने के बाद दो हाथियों का समूह मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अंतर्गत वन परिक्षेत्र कोतमा के टांकी गांव में पहुंच कर ग्रामीणों के खेतों में लगी धान को अपना आहार बनाते हुए मंगलवार की सुबह टांकी पूर्व के जंगल में अपना ठौर बनायें हुए हैं। हाथियों के आने की सूचना पर वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए हाथियों के समूह पर नजर बनाए हुए हैं।     ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ से लगे मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में विगत कई वर्षों से हाथियों का आगमन एवं विचरण हो रहा हैं लेकिन पिछले दो-तीन वर्षों से हाथियों के आने की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जो जिले में अपना रहवास बनाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि जिले के ग्रामीणों को हाथियों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य की तरह रहने की आदत डालनी पड़ेगी। सोमवार की रात एक बार फिर छग के मरवाही वन परिक्षेत्र से दो हाथी अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र कोतमा के ग्राम टांकी में खेतों में लगी धान की फसल को अपना आहार बनाया। मंगलवार को टांकी पूर्व के जंगल में अपना ठौर बनायें हुए हैं। सूचना पर वन विभाग ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए हाथियों के समूह पर नजर बनाए हुए हैं।

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भोपाल। आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार सुबह सीहोर जिले के बुधनी स्थित ट्राइडेंट कंपनी के प्लांट पर छापा मारा। इसके साथ ही कंपनी के होटल नर्मदा इन पर भी आयकर की टीम जांच पड़ताल कर रही है। आयकर विभाग की टीम मंगलवार सुबह 60 से अधिक गाड़ियों में ट्राइडेंट कंपनी के प्लांट और होटल नर्मदा इन पहुंची। टीम में शामिल अफसरों ने प्लांट और होटल के परिसरों को सील कर दिया है और दस्तावेजों को जांच पड़ताल करने के लिए अपने कब्जे में ले लिया है। ट्राइडेंट कंपनी द्वारा संचालित नर्मदा इन होटल में भी अधिकारियों ने दबिश दी है। टीम के साथ सीआईएसएफ के 50 जवानों का दल भी हैं। गौरतलब है कि ट्राइडेंट कंपनी में बनाए जाने वाले 75% प्रोडक्ट्स (तौलिया, चादर) विदेश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं।

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भोपाल। रेलवे ने अपनी आय बढ़ाने के लिए ट्रेनों के कोचों में विज्ञापन लगाए। निजी कंपनियों के अलावा मध्य प्रदेश सरकार की योजनाओं का प्रचार करने वाले विज्ञापन भी कोचों में चस्पा किए गए, लेकिन विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद भी रेलवे ने कई कोचों से शासकीय योजनाओं से जुड़े विज्ञापन नहीं हटाए, जिस पर चुनाव आयोग ने नाराजगी जताई है।       दरअसल, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के इस संबंध में चुनाव आयोग को शिकायत भेजी है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष और चुनाव कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन आयोग को शिकायत की है कि प्रदेश के कई शहरों से गुजरने वाली ट्रेनों के कोचों में शासन की योजना खासतौर पर लाड़ली बहना के पोस्टर लगे हैं, जिन्हें आचार संहिता लगने के बाद भी नहीं हटाया गया है।     शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को इसकी जांच कर रेलवे प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। रेल मंडल प्रशासन ने भी अपने मैकेनिकल, कामर्शियल और आपरेटिंग विभाग से कोचों में विज्ञापन और उनकी वर्तमान लोकेशन मांगी है, ताकि तत्काल उन्हें हटाया जा सके।   गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की सीमा में छह रेल मंडल आते हैं, जिनमें जबलपुर, रतलाम, भोपाल, झांसी, नागपुर और बिलासपुर रेल मंडल शामिल हैं। प्रदेश से प्रतिदिन 500 से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं। इनमें अधिकांश ट्रेनें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से शुरू होती हैं या फिर यहां से गुजरती हैं। रेल प्रशासन का दावा है कि उन्होंने ट्रेनों के कोचों में लगे शासकीय योजनाओं के विज्ञापन हटा दिए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि वंदेभारत सहित अभी भी कई ऐसी ट्रेनें हैं, जिसमें विज्ञापन लगे हैं। चुनाव आयोग की नाराजगी के बाद रेलवे प्रशासन इन ट्रेनों पर लगे विज्ञापनों की जानकारी लेने में जुटा है।   पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, कोटा और भोपाल मंडल की ट्रेनों के अलावा स्टेशन और सर्कुलेशन एरिया में शासकीय योजनाओं से जुड़े विज्ञापनों को लगाया गया था। इंदौर-भोपाल-नागपुर और रानी कमलापति-जबलपुर-रीवा वंदेभारत ट्रेन में भी विज्ञापन लगे थे। जबलपुर और भोपाल मंडल को इन विज्ञापन को हटाने कहा गया। इस पर स्टेशन और सर्कुलेशन एरिया के विज्ञापन हटा दिए, लेकिन ट्रेनों से नहीं हटाए।   इस संबंध में जलबपुर कलेक्टर सौरभ सुमन का कहना है कि आचार संहिता लगते ही जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम को शासकीय योजनाओं के सभी विज्ञापन हटाने कहा गया था। अब जांच की जाएगी और यदि इन्हें नहीं हटाया गया होगा तो जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।   वहीं, जबलपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम विश्वरंजन का कहना है कि स्टेशन, प्लेटफार्म, सर्कुलेशन एरिया और ट्रेनों के कोचों में लगे विज्ञापनों को हटा दिया गया है। इसके बाद भी यदि कोई कोच रह गया है तो उसकी हम जांच करा रहे हैं, ताकि उनसे विज्ञापन हटाएंगे।

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मुरैना। शारदेय नवरात्र का जोर जिले भर में है। नवरात्र के दिनों में भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिलता है। कई बार तो भक्त माता की भक्ति में इतने लीन हो जाते हैं कि वह जलते हुए अंगारों पर भी चलने लगते हैं अथवा अपने जीभ काटकर माता के चरणों में अर्पित कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला जिले के माता बसैया थाना क्षेत्र में प्रसिद्ध देवी माता मंदिर पर सोमवार की सुबह देखने को मिला। एक युवक ने माता के सामने चाकू से अपनी जीभ काटकर उनके चरणों में अर्पित कर दी। यह दृश्य देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए और घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तथा घायल युवक को पकडकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सतीश पुत्र महताब सिंह उम्र 35 निवासी तिवारी पुरा माता बसैया सोमवार की सुबह घर से 7 बजे वसैया मंदिर पर दर्शन करने की कहकर निकला और घर पर कहकर आया की जीभ चढ़ाऊंगा। युवक के पिता का कहना है कि सतीश पहले भी जीभ काटकर चढ़ाने की बात कहता रहा है, इसलिए उसे गंभीरता से नहीं लिया। जीभ काटने का ख्याल उसके दिमाग में कैसे आया, यह किसी को ज्ञात नहीं है। जब उक्त घटना मंदिर परिसर में घटित हुई तो वहां अन्य श्रद्धालु देखकर आश्चर्यचकित हो गए। घटना की सूचना मिलते ही माता बसैया पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची तथा घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है। बताया जाता है कि युवक खेती-बाड़ी का काम करता था और पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दिए जाने के बाद ही घटना का पता चला।

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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली कुछ ट्रेने, उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के प्रयागराज स्टेशन पर प्रस्तावित मेजर अपग्रेडेशन कार्य को ध्यान में रखते हुए प्लेटफॉर्म क्रमांक 9 एवं 10 पर ट्रेनों के आवागमन बंद होने के कारण, प्रभावित होगी। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना के अनुसार निरस्त ट्रेने:- 1. 17 अक्टूबर से 26 दिसम्बर तक ओखा से चलने वाली गाड़ी संख्या 09525 ओखा नाहरलगुन स्पेशल एक्सप्रेस 2. 21 अक्टूबर, 2023 से 30 दिसम्बर, 2023 तक नाहरलगुन से चलने वाली गाड़ी संख्या 09526 नाहरलगुन ओखा स्पेशल एक्सप्रेस मार्ग परिवर्तित ट्रेने:- 1. 18 अक्टूबर, 2023 से 27 दिसम्बर, 2023 तक दरभंगा से चलने वाली गाड़ी संख्या 15559 दरभंगा अहमदाबाद जनसाधारण एक्सप्रेस वाया वाराणसी-जिवनाथपुर-प्रयागराज छिवकी- मानिकपुर चलेगी। इसका प्रयागराज के स्थान पर प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ठहराव दिया गया है। 2. 20 अक्टूबर, 2023 से 29 दिसम्बर, 2023 तक अहमदाबाद से चलने वाली गाड़ी संख्या 15560 अहमदाबाद दरभंगा जनसाधारण एक्सप्रेस वाया मानिकपुर-प्रयागराज छिवकी-जिवनाथपुर-वाराणसी चलेगी। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मार्ग परिवर्तित दोनों ट्रेनों का प्रयागराज के स्थान पर प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर दो मिनट का ठहराव दिया गया है।

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झाबुआ। जिला मुख्यालय स्थित प्राचीन दक्षिणेश्वर कालिका माता मंदिर में नवरात्र के दूसरे दिन सोमवार को हुई काकड़ा आरती में श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर में परंपरागत रूप से नवरात्र के दौरान प्रातः काल पांच बजे काकड़ा आरती होती है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेने हेतु नगर के विभिन्न हिस्सों से आते हैं। आरती के पश्चात परंपरागत रूप से माताजी को हलवे का भोग लगाया जाता है, जिसे उपस्थित श्रद्धालुओं में वितरित कर दिया जाता है। शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन आज सोमवार को प्रातः काल पांच बजे हुई काकड़ा आरती में श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ पड़ा। आज लगभग दो हजार श्रद्धालुओं ने आरती में भाग लिया।   प्राचीन दक्षिणी महाकालिका माता मंदिर स्थाई समिति अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्निहोत्री ने हिन्दुस्थान समाचार को कहा कि प्राचीन महाकालिका मंदिर एक शक्ति पीठ के रूप में स्थान अर्जित कर जिले वासियों के लिए आस्था के एक महत्वपूर्ण आयाम के रूप में उभर कर सामने आया है। यहां करीब डेढ़ सदी पूर्व से स्थापित पूजन अर्चन एवं अनुष्ठानिक परंपराओं का कड़ाई से पालन किया जाता है। नवरात्र में होने वाली काकड़ा आरती भी यहां दर्शनीय मानी जाती है, जिसकी शुरुआत दो दशक पूर्व की गई थी, इस आरती ने आज व्यापक स्वरूप धारण कर लिया गया है।   अग्निहोत्री के अनुसार श्रद्धालुजनों में इस आरती के प्रति अहोभाव ओर महत्व को इस बात से ही रेखांकित किया जा सकता है कि नवरात्र के अवसर पर आयोजित काकड़ा आरती के लिए कोई सात से दस महीने पहले ही इस आरती की बुकिंग पूरी हो जाती है। अग्निहोत्री ने कहा कि आरती के लिए श्रद्धालु व्यक्ति से 9000 रुपये न्यौछावर राशि ली जाती है, जिसे प्रसादी पर ही व्यय कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि सोमवार को करीब दो हजार श्रद्धालु आरती के अवसर पर सुबह पांच बजे मंदिर पहुंचे, ओर आज कोई तीन क्विंटल हलवा प्रसादी आरती में शामिल श्रद्धालुओं में वितरित की गई। नवरात्र में प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार श्रद्धालु प्रातः कालीन आरती में शामिल होते हैं, ओर लगभग तीन से चार क्विंटल हलवा प्रसादी बांटी जाती है। नवरात्र के अंतिम दिन नवमी को यह संख्या बढ़कर ढाई से तीन हजार तक पहुंच जाती है, ओर उस दिन करीब पांच क्विंटल हलवा बनाया जाता है।

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सीहोर। शारदीय नवरात्रि का पर्व रविवार से शुरू हो गया है। मध्यप्रदेश में भी यह पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। प्रदेश के सीहोर जिले के सलकनपुर में विंध्याचल पर्वत की 800 फीट ऊंचाई पर विराजीं विजयासन माता का मंदिर सज गया है। सलकनपुर मंदिर के गर्भगृह में विजयासन माता की स्वयंभू प्रतिमा है। यहां नवरात्रि के पहले दिन ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। जिला प्रशासन ने यहां श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं।   सलकनपुर देवीधाम में पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं। देवीधाम में नवरात्रि की प्रथम दिवस में सुबह की आरती में 1000 से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। सलकनपुर में श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देश पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। यहां यात्रियों के आगमन, पार्किंग, पेयजल आदि की सभी व्यवस्थाएं की गई है। इसके ही श्रद्धालु सुविधाजनक ढंग से दर्शन कर सकें, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अनेक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रारंभ सीढ़ी मार्ग, मध्य सीढ़ी मार्ग, वाहन मार्ग, मेला स्थल, मंदिर परिसर में भी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।   कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सलकनपुर में श्रद्धालुओं के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वे सभी पूरी गम्भीरता के साथ ड्यूटी करें और ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने रविवार को सलकनपुर में की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।   यात्रियों के लिए प्रमुख स्थानों पर की गई पेयजल व्यवस्था जल निगम एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा नवरात्रि के दौरान देवीधाम सलकनपुर आ रहे श्रद्धालुओं के लिए पेयजल व्यवस्था की गई है। सलकनपुर में मेला ग्राउंड, मैन गेट मंदिर के नीचे, हेलीपड, मकोड़िया रोड एवं रोप-वे सहित अनेक प्रमुख स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में मंदिर समिति द्वारा भी विभिन्न स्थानों पर पेयजल व्यवस्था की गई है।   सलकनपुर मंदिर तक निजी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित नवरात्रि पर्व पर कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए सलकनपुर मंदिर के मुख्य मार्ग से मंदिर की ओर जाने वाले उपरी मार्ग पर वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस दौरान केवल स्थानीय प्रशासन द्वारा अधिकृत टैक्सी वाहन ही मंदिर परिसर तक जा सकेंगे।

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भोपाल। क्रिकेट विश्व कप 2023 में शनिवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेले गए महामुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को सात विकेट से करारी शिकस्त दी। भारत की इस जीत पर देशभर में जश्न का माहौल है। मध्य प्रदेश में भी क्रिकेट प्रेमियों ने भारत की जीत पर जश्न मनाया। इंदौर, भोपाल समेत प्रदेशभर में जमकर आतिशबाजी की गई और लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और तिरंगा लहराकर जीत की खुशी का इजहार किया। कई जगह ढोल-नगाड़े की थाप पर लोगों ने डांस भी किया।       इधर, मध्य प्रदेश के नेताओं के चेहरे में भी भारत की जीत की खुशी का उत्साह देखने को मिला। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई मंत्रियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। वहीं दूसरी ओर खेल मैदान में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने लोगों के साथ हाथ में तिरंगा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी सोशल मीडिया पर भारतीय टीम को इस जीत के लिए बधाई दी।       विश्व कप के महामुकाबले में शनिवार को भारत ने पाकिस्तान को एकतरफा सात विकेट से हराया। पाकिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 191 रन पर ढेर हो गई। भारत ने 30.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर मैच जीत लिया। भारतीय टीम की पाकिस्तान पर शानदार जीत के बाद एक बार फिर इंदौर का राजवाड़ा जश्न का गवाह बना। विजय रन बनते ही शहर में आतिशबाजी होने लगी और फिर लोग तिरंगे झंडे लेकर राजवाड़ा की तरफ निकल पड़े। किसी के हाथों में कप्तान रोहित शर्मा की तस्वीर थी तो कोई नारे लगा रहा था। देखते ही देखते राजवाड़ा चौक भीड़ से भर गया। पुलिस को चौक की तरफ जाने वाले वाहनों को रोकना पड़ा। चारों तरफ जीत का जश्न मनाया जा रहा था। इस जश्न में युवतियां भी शामिल थीं। चार पहिया वाहनों की छत पर बैठकर लोग टीम इंडिया के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। राजवाड़ा पर रात को हजारों तिरंगे लहराए। इस अद्भुत माहौल को हर कोई कैमरे में कैद कर रहा था। देर रात तक एक जैसी भीड़ राजवाड़ा पर जुटी रही। फिर पुलिस जवानों ने धीरे-धीरे चौक खाली कराया।       विश्व कप में पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न मुख्यमंत्री निवास में भी मनाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केन्द्रीय मंत्रीगण नरेंद्र सिंह तोमर, भूपेन्द्र यादव, अश्विनी वैष्णव समेत तमाम नेताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई। सभी ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों को बधाई एवं आगामी मैच में जीत के लिए शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री शिवराज ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि "भारत-पाकिस्तान मैच का रोमांच अद्भुत होता है। आज निवास पर केंद्रीय मंत्रियों तथा संगठन के साथियों को मिठाई खिलाकर भारत की जीत की बधाई दीं। टीम इंडिया इसी जोश के साथ खेलती रहे और विश्व कप जीते; यही शुभकामनाएं हैं।"       भारत-पाकिस्तान का विश्व कप मैच देखने के लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भोपाल के गौतम नगर खेल मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने क्षेत्रवासियों के साथ बैठकर मैच का लुत्फ़ उठाया। मंत्री सारंग ने हाथ में तिरंगा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि भारत ने ऐतिहासिक मैच खेला और पाकिस्तान को नेस्तनाबूद कर दिया। भारत पाकिस्तान को हर मोर्चे पर नेस्तनाबूद करेगा। भोपाल में क्रिकेट प्रेमियों ने भी भारत की जीत पर जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाया। यही हाल अन्य शहरों का रहा।  

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भोपाल। मां आदिशक्ति को समर्पित नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रि का पर्व आज (रविवार) से शुरू हो रहा है। देशभर के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी शुभ मुहूर्त में घटस्थापना के साथ मां आदिशक्ति की प्रतिमाएं विराजित की जाएंगी। सुबह से ही श्रद्धालु माता की भक्ति में लीन दिखे। मंदिरों में खास साज-सज्जा की गई है। इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं, जिसे शुभ संकेत माना जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार, हाथी को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक माना गया है।       ज्योतिष संस्थान भोपाल के ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाएगी। नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर मंत्रोच्चार, वैदिक अनुष्ठानों के साथ कलश में मां दुर्गा का आव्हान किया जाता है, इसे घटस्थापना कहते हैं। घटस्थापना शुभ मुहूर्त में ही की जाती है, इससे मां दुर्गा नौ दिन तक घर में वास करती हैं।     कलश स्थापना का महत्व: कलश स्थापना का अर्थ है नवरात्रि के वक्त ब्रह्मांड में मौजूद शक्ति तत्व का घट यानी कलश में आह्वान करना। शक्ति तत्व के कारण घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। नवरात्रि के पहले दिन पूजा की शुरुआत दुर्गा पूजा के लिए संकल्प लेकर ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) में कलश स्थापना करके की जाती है। कलश को सुख और समृद्धि देने वाला माना गया है। घर में रखा कलश माहौल भक्तिमय बनाता है। इससे पूजा में एकाग्रता बढ़ती है। कलश को भगवान गणेश का रूप भी माना जाता है, इससे कामकाज में आ रही रुकावटें भी दूर होती हैं।       घटस्थापना की विधि: नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान कर साफ-सुथरे कपड़े पहनें। पूजा का संकल्प लें। मिट्टी की वेदी पर जौ को बोएं, कलश की स्थापना करें, गंगा जल रखें। इस पर कुल देवी की प्रतिमा या फिर लाल कपड़े में लिपटे नारियल को रखें और पूजन करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि कलश की जगह पर नौ दिन तक अखंड दीप जलता रहे।       पंडित गौतम ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। उन्होंने बताया कि शारदीय नवरात्रि का समापन 23 अक्टूबर 2023 को होगा और 24 अक्टूबर को विजयादशमी पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन होगा। ऐसे में शारदीय नवरात्रि पूरे नौ दिन मनाए जाएंगे। इस साल किसी भी तिथि का क्षय नहीं है।       उन्होंने बताया कि पंचांग के अनुसार आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 को रात 11.24 मिनट पर होकर 16 अक्टूबर 2023 को प्रात: 12.03 मिनट पर समाप्त होगी। एक इस साल 10.30 बजे से पहले और दोपहर 1.30 बजे के बाद कलश स्थापना अति उत्तम माना जा रहा है। वहीं, सुबह 11 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 23 मिनट तक कलश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त है।     व्रत में इन बातों का ध्यान रखें: नवरात्रि में वैसे तो नौ दिनों तक बिना अन्न खाए सिर्फ फल खाकर उपवास करने का विधान है, लेकिन इतने कठिन नियम पालन नहीं हो सकते तो दूध और फलों का रस पीकर भी व्रत किया जा सकता है। इतना भी न किया जा सके तो एक वक्त खाना खाकर व्रत कर सकते हैं या पूरे नौ दिनों तक बिना नमक का भोजन करने का भी नियम ले सकते हैं। नवरात्रि में व्रत-उपवास के दौरान लहसुन, प्याज, तंबाकू, सिगरेट, पान मसाला और किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए। इन दिनों गुस्सा करने और झूठ बोलने से भी बचना चाहिए।

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भोपाल। देश के अलग-अलग हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण मध्यप्रदेश में 15 अक्टूबर से एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, भोपाल, उज्जैन, रीवा और सागर संभाग के जिलों में 15 से 17 अक्टूबर के बीच हल्की बारिश हो सकती है। इससे प्रदेश में ठंड का असर फिर से बढ़ेगा। दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी।     भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा शनिवार को जानकारी दी गई है कि वर्तमान में देश के अलग-अलग हिस्सों में तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इसकी वजह से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। अरब सागर से आ रही नमी के कारण कहीं-कहीं बादल छाने लगे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार से दिन के तापमान में गिरावट होने लगेगी। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। रविवार से भोपाल, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है। उधर शनिवार को प्रदेश में सबसे कम 18.4 डिग्री सेल्सियस तापमान बैतूल में दर्ज किया गया।   वरिष्ठ मौसम विज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से दिन के समय हवा का रुख दक्षिणी एवं रात के समय हवा का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी हो रहा था। इस वजह से पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ था, लेकिन रात का तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ था। वर्तमान में अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से बादल छाने लगे हैं। बादलों के कारण अब दिन के तापमान में गिरावट हो सकती है, लेकिन रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होगी। साथ ही रविवार से भोपाल, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है। इससे गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।  

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भोपाल। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर गत दिनों हटाए गए रतलाम और खरगोन कलेक्टर तथा जबलपुर और भिंड के पुलिस अधीक्षकों की नियुक्त कर दी गई है। इस संबंध में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर राज्य शासन ने शुक्रवार देर शाम आदेश जारी कर दिए हैं।       निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सामान्य विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, मंत्रालय भोपाल में उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त एवं ऊर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक कर्मवीर शर्मा को खरगोन कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि वित्त विभाग के अपर सचिव भास्कर लक्षकार को रतलाम कलेक्टर बनाया गया है। दोनों भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) 2010 बैच के अधिकारी हैं।       वहीं, निर्वाचभन आयोग के निर्देश पर गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, भापाल में 23वीं वाहिनी विसबल के सेनानी आदित्य प्रताप सिंह को जबलपुर पुलिस अधीक्षक बनाया गया है, जबकि मुरैना में पांचवीं वाहिनी विसबल के सेनानी असित यादव को भिंड पुलिस अधीक्षक का दायित्व सौंपा गया है। दोनों भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) 2011 के अधिकारी हैं।   गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग ने बीते बुधवार को जबलपुर के पुलिस अधीक्षक तुषारकांत विद्यार्थी और भिंड के पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री को तत्काल प्रभाव से हटाकर भोपाल पुलिस मुख्यालय में पदस्थ कर दिया था। इसी प्रकार खरगोन कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और रतलाम कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को हटाकर मंत्रालय भोपाल में उप सचिव बनाया गया था। दो दिन बाद इन रिक्त पदों पर निर्वाचन आयोग ने नए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति कर दी है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में इस साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी कुल 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे। इनमें से वह सिर्फ 10 हजार रुपये नकद खर्च कर सकेंगे। जब वह नामांकन आवेदन जमा करेंगे तो निर्वाचन अधिकारी द्वारा उनको रजिस्टर दिया जाएगा, जिसमें प्रत्याशियों को हर दिन का खर्च दर्ज करना होगा, जिसका बिल एवं पक्की रसीद भी साथ में रखनी होगी। यह जानकारी शुक्रवार को जनसम्पर्क अधिकारी अनिल कुमार पटले ने दी।   उन्होंने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव में विधायक प्रत्याशी के खर्च की कुल सीमा 28 लाख रुपये तय की गई थी। इसके साथ ही वह 20 हजार रुपये नकद तक खर्च कर सकता था, लेकिन इस बार इसमें 10 हजार रुपये की कटौती की गई है। इस वजह से प्रत्याशी सभी तरह के खर्च में नकद भुगतान सिर्फ 10 हजार रुपये तक ही कर सकते हैं। इससे ऊपर के खर्च के लिए चैक एवं ऑनलाइन माध्यम से भुगतान करना होगा। इसके अलावा निर्वाचन क्षेत्र के अंदर 50 हजार रुपये से अधिक नकद संबंधित के पास नहीं होना चाहिए।   प्रत्याशी को खुलवाना होगा नया बैंक खाता चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को चुनाव में खर्च के लिए नया बैंक खाता स्वयं एवं अपने एजेंट के नाम से खुलवाना होगा। इसी खाते के माध्यम से पूरा जमा एवं आहरण किया जाएगा। निर्वाचन अधिकारी द्वारा दिए जाने वाले रजिस्टर में तय फार्मेट में चुनाव खर्च की जानकारी दर्ज करनी होगी। जिसे मतदान के तीन दिन पहले दिल्ली से आने वाली निर्वाचन टीम के सदस्यों द्वारा देखा जाएगा और कमी होने पर उसे सुधार भी कराया जाएगा। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सभी प्रत्याशी को निर्वाचन व्यय का लेखा-जोखा निर्वाचन अधिकारी को अपना व्यय एवं लेखा रजिस्टर, बिल, रसीद सहित जमा करना होगा। यदि किसी भी प्रत्याशी द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो वह विधानसभा, लोकसभा, विधान परिषद एवं राज्यसभा के निर्वाचन के लिए तीन साल तक आयोग्य घोषित हो जाएगा। इसके अलावा जुर्माना की कार्रवाई तक की जाएगी।

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सतना। क्वार नवरात्रि पर्व के अवसर पर मैहर में आयोजित होने वाले माँ शारदा नवरात्रि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भोपाल मण्डल से गुजरने वली 14 जोड़ी गाड़ियों का मैहर स्टेशन पर दिनांक 15.10.2023 से 28.10.2023 तक 5 मिनट का हाल्ट प्रदान किया गया है। रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गाड़ी संख्या 11055/11056 लोकमान्य तिलक टर्मिनस- गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, 11059/11060 लोकमान्य तिलक टर्मिनस- छपरा -लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, 12669/12670 चेन्नई-छपरा-चेन्नई एक्सप्रेस, 19051/19052 वलसाड-मुजफ्फरपुर-वलसाड एक्सप्रेस, 11045/11046 कोल्हापुर-धनबाद-कोल्हापुर एक्सप्रेस, 15268/15267 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-रक्सौल-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, 11037/11038 पुणे-गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस, 17610 /17609 पूर्णा-पटना-पूर्णा एक्सप्रेस, 22103/23104 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-अयोध्या कैंट-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, 18610/18609 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-राँची-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, 22971/23972 बांद्रा टर्मिनस-पटना-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस, 22131/22132 पुणे-बनारस-पुणे एक्सप्रेस, 15647/15648 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गुवाहाटी-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, 19045/19046 सूरत-छपरा-सूरत एक्सप्रेस गाड़ियां दिनांक 15 अक्टूबर 2023 से 28 अक्टूबर 2023 तक मैहर स्टेशन पर 5 मिनट का हाल्ट लेकर गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेंगी।

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छिंदवाड़ा। जिले के जुन्नारदेव नगर के मुख्य बाजार में शुक्रवार को सुबह शार्ट सर्किट से दुकानों में आग लग गई। देखते ही देखते आग इतनी तेजी से फैली कि 17 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में 17 दुकानें जलाकर राख हो गईं हैं। साथ ही लगभग दो करोड़ का नुकसान हो गया है।       जानकारी के अनुसार, जुन्नारदेव के मुख्य बाजार में शुक्रवार सुबह 7 बजे एक दुकान में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। इसके बाद आग तेजी से फैलती चली गई। दुकानदारों और लोगों ने अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। आग की लपटें इतनी तेज थी कि इसका धुआं दो किमी दूर तक आसमान में फैल गया, जिससे पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने के बाद तत्काल जुन्नारदेव, परासिया, दमुआ, बड़कुही सहित आसपास से फायर ब्रिगेड की 11 गाड़ियों मौके पर पहुंच गईं और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। मौके पर विधायक सुनील उईके, एसडीएम नेहा सोनी, पुलिस और नगर पालिका के अधिकारी पहुंचे। पीड़ित दुकानदारों ने करीब दो करोड़ रुपये का नुकसान बताया है। दुकानें जूते-चप्पल और फल की थीं। अतिक्रमण से घिरे हुए इस बाजार में फायर ब्रिगेड को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा। इसकी वजह से आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है।     दरअसल, जुन्नारदेव पुलिस थाने से चंद कदमों की दूरी पर मुख्य बाजार है, जहां पर रेडीमेड कपड़ों की दुकान के अलावा मनिहारी की दुकान गुमठियों में लगाई जाती है। यहां आग लगने के बाद पूरे नगर में हड़कंप का माहौल देखा गया, क्योंकि यदि यहां जरा सी भी चूक हो जाती तो आग कई मकान और दुकान में फैल जाती। आग की इस घटना से प्रभावित परिवारों का हाल-बेहाल है। उन्होंने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है, क्योंकि त्यौहार से पहले आगजनी ने उनकी रोजी-रोटी बुरी तरह से बर्बाद कर दी है।

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भोपाल। भारत में शनिवार, 14 अक्टूबर को जब आश्विन कृष्ण पक्ष (पितृपक्ष) की अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान भारत में जब सूर्य अस्त हो रहा होगा, उसके कुछ देर बाद रात के अंधेरे में मेक्सिको, सेंट्रल अमेरिका, कोलिम्बिया, ब्राजील आदि पश्चिमी देशों में वलयाकार सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना होगी। ग्रहण के समय रात्रि होने से यह घटना भारत में नहीं दिखेगी। यह जानकारी शुक्रवार को नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।   उन्होंने बताया कि सूर्यग्रहण पथ दक्षिणी कनाडा के तट से प्रशांत महासागर में शुरू होगा। पश्चिमी देशों में होने वाला यह सूर्यग्रहण एन्यूलर या वलयाकार सूर्यग्रहण होगा। उन्होंने बताया कि भारतीय समय के अनुसार रात्रि 8 बजकर 33 मिनिट 50 सेकंड पर ग्रहण की घटना आरंभ होगी, जबकि रात 11 बजकर 29 मिनट 32 सेकंड पर यह अधिकतम ग्रहण की स्थिति में होगा। इसके बाद रात्रि 2 बजकर 25 मिनट 16 सेकंड पर यह समाप्त हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में 15 दिन के अंतर से सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण होने जा रहे हैं। इनमें आगामी शरद पूर्णिमा पर पड़ने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखेगा।   सारिका ने बताया कि एक गणितीय अनुमान के अनुसार पश्चिमी देशों में होने जा रही इस खगोलीय घटना का कुछ न कुछ भाग विश्व की लगभग 13 प्रतिशत से अधिक आबादी देख सकेगी, वहीं वलयाकार ग्रहण की स्थिति को केवल 0.41 प्रतिशत आबादी ही देख सकेगी। उन्होंने बताया कि एन्यूलर या वलयाकार सूर्यग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह नहीं ढक पाता है, क्योंकि वह पृथ्वी से दूर होता है। इस स्थिति में चंद्रमा के चारों ओर प्रकाश का एक घेरा बन जाता है। वलयाकार ग्रहण के दौरान कोरोना नहीं दिखाई देता है।   उन्होंने बताया कि इस साल चार ग्रहण हैं, जिसमें पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल को और पहला चंद्रग्रहण 5 मई को लग चुका है। अब शनिवार को साल का दूसरा सूर्यग्रहण होगा। इसके बाद 8 अप्रैल 2024 को पूर्ण सूर्यग्रहण और 2 अक्टूबर 2024 को वलयाकार सूर्यग्रहण होगा, लेकिन ये भी भारत में दिखाई नहीं देंगे।   उन्होंने बताया कि एक साल में अधिकतम पांच सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण हो सकते हैं। एक साल में न्यूनतम दो सूर्यग्रहण तो होंगे ही, जबकि सामान्य रूप से साल में चार ग्रहण होते हैं। गणितीय अनुमान के अनुसार सन 3000 तक से विगत पांच हजार सालों में 11898 सूर्यग्रहण की गणना की गई है, जिसमें लगभग 35 प्रतिशत आंशिक ग्रहण 33 प्रतिशत वलयाकार ग्रहण, 27 प्रतिशत पूर्णसूर्यग्रहण तथा पांच प्रतिशत हाईब्रिड सूर्यग्रहण हैं।

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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होकर जाने वाली कुछ ट्रेने पश्चिम मध्य रेलवे भोपाल मंडल के बुधनी-बरखेड़ा घाट सेक्शन में तीसरी लाइन को कमिशन करने के हेतु नॉन इंटलॉकिंग कार्य हेतु प्रस्तावित ब्लॉक के कारण निरस्त एवं परिवर्तित मार्ग से चलाने का निर्णय लिया गया था।   संबंधित प्राधिकारी द्वारा उपरोक्त कार्य को अगली सूचना तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। अत: निरस्त एवं मार्ग परिवर्तित ट्रेने पूर्वानुसार अपने नियमित मार्ग पर चलेगी। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना द्वारा ट्रेनों का विवरण निम्नानुसार है:- निरस्त ट्रेने:- 1. गाड़ी संख्या 19343 इंदौर सिवनी एक्सप्रेस, इंदौर से 15 से 27 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 2. गाड़ी संख्या 19344 छिंदवाड़ा इंदौर एक्सप्रेस, छिंदवाड़ा से 16 से 28 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 3. गाड़ी संख्या 09715 हिसार तिरुपति एक्सप्रेस, हिसार से 14 एवं 21 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 4. गाड़ी संख्या 09716 तिरुपति हिसार एक्सप्रेस, तिरुपति से 17 एवं 24 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 5. गाड़ी संख्या 12720 हैदराबाद जयपुर एक्सप्रेस, हैदराबाद से 16 से 25 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 6. गाड़ी संख्या 12719 जयपुर हैदराबाद एक्सप्रेस, जयपुर से 18 से 27 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 7. गाड़ी संख्या 12923 डॉ. अम्बेडकर नगर नागपुर एक्सप्रेस, डॉ अम्बेडकर नगर से 24 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 8. गाड़ी संख्या 12924 नागपुर डॉ. अम्बेडकर नगर एक्सप्रेस, नागपुर से 25 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 9. गाड़ी संख्या 18234 बिलासपुर इंदौर एक्सप्रेस, बिलासपुर से 14 से 26 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 10. गाड़ी संख्या 18233 इंदौर बिलासपुर एक्सप्रेस, इंदौर से 15 से 27 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली मार्ग परिवर्तित ट्रेने:- 1. 15 से 27 अक्टूबर, 2023 तक जबलपुर से चलने वाली गाड़ी संख्या 11464 जबलपुर सोमनाथ एक्सप्रेस 2. 17 से 27 अक्टूबर, 2023 तक सोमनाथ से चलने वाली गाड़ी संख्या 11463 सोमनाथ जबलपुर एक्सप्रेस 3. 23 से 27 अक्टूबर, 2023 तक जबलपुर से चलने वाली गाड़ी संख्या 22192 जबलपुर इंदौर एक्सप्रेस 4. 23 से 28 अक्टूबर, 2023 तक इंदौर से चलने वाली गाड़ी संख्या 22191 इंदौर जबलपुर एक्सप्रेस 5. 15 से 27 अक्टूबर, 2023 तक अहमदाबाद से चलने वाली गाड़ी संख्या 19483 अहमदाबाद बरौनी एक्सप्रेस 6. 15 से 27 अक्टूबर, 2023 तक बरौरी से चलने वाली गाड़ी संख्या 19484 बरौनी अहमदाबाद एक्सप्रेस 7. 26 अक्टूबर, 2023 को अहमदाबाद से चलने वाली गाड़ी संख्या 19435 अहमदाबाद आसनसोल एक्सप्रेस

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ग्वालियर। चुनावी प्रचार-प्रसार के लिये राजनैतिक दलों और अभ्यर्थियों द्वारा आम सभा, जुलूस व रैली निकालने के संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अक्षय कुमार सिंह द्वारा गुरुवार को दण्ड प्रक्रिया की धारा-144 के तहत आदेश जारी किया गया है। आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा-188 के अन्तर्गत दण्डनीय कार्रवाई की जायेगी। जिले में विधानसभा आम निर्वाचन स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के मकसद से यह आदेश जारी किया गया है।       जिला दण्डाधिकारी ने आदेश में स्पष्ट किया है कि आयोजकों को क्षेत्रीय पुलिस थाना को न्यूनतम दो दिन पूर्व अग्रिम सूचना देकर आमसभा, रैली व जुलूस की अनुमति प्राप्त करनी होगी। साथ ही पैदल जुलूस या जुलूस की शक्ल में मोटर साइकिल रैली आदि निकालने से पहले संबंधित राजनैतिक दल अथवा प्रत्याशी को यह तय करना होगा कि जुलूस किस समय शुरू होगा व किस समय समाप्त होगा। जुलूस के शुरू होने का स्थान, मार्ग और समाप्ति स्थल भी पहले से तय करना होगा।       आयोजक जुलूस को प्रतिबंधित स्थानों से नहीं निकाल सकेंगे। साथ ही जुलूस का इन्तजाम इस प्रकार करना होगा, जिससे यातायात में कोई रूकावट या बाधा उत्पन्न न हो। यदि जुलूस लम्बा हो तो टुकड़ों में संगठित करना होगा। जिला दण्डाधिकारी ने आदेश में यह भी उल्लेख किया है कि जुलूस सड़क के बाई ओर चले और ड्यूटी पर तैनात पुलिस के निर्देशों और सलाह का कड़ाई से पालन किया जाए। जुलूस में शामिल लोग ऐसी चीजें लेकर न चलें जिनका अवांछनीय तत्वों द्वारा विशेष रूप से उत्तेजना के क्षणों में दुरूपयोग किया जा सकता हो।       जुलूस में शामिल लोगों पर राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों का पूर्ण नियंत्रण रहना चाहिए। किसी भी राजनैतिक दलों के नेताओं के पुतले लेकर चलने, उनको सार्वजनिक स्थानों पर जलाने और इसी प्रकार के अन्य प्रदर्शन का समर्थन कदापि न हो। एक से अधिक विधानसभा क्षेत्र में रैली निकालने की स्थिति में अपर जिला मजिस्ट्रेट अनुमति जारी करेंगे।       जिले के सभी शस्त्र लायसेंस निलंबित, 16 अक्टूबर तक शस्त्र जमा करने के आदेश विधानसभा आम निर्वाचन के मद्देनजर जारी किए गए प्रतिबंधात्मक आदेशों का कड़ाई से पालन कराने पर जिला प्रशासन का विशेष जोर है। इस कड़ी में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने जिले के सभी शस्त्र लायसेंसधारियों से अनिवार्य रूप से 16 अक्टूबर 2023 तक अपने शस्त्र संबंधित पुलिस थानों अथवा रक्षित पुलिस लाइन में जमा करने के निर्देश दिये हैं।       उन्होंने साफ किया है कि समयावधि के भीतर शस्त्र जमा न करने वाले शस्त्र लायसेंसधारियों के खिलाफ भारतीय दण्ड विधान की धारा-188 एवं आयुध अधिनियम 1959 के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जायेगी। विदित हो जिला दण्डाधिकारी द्वारा विधानसभा आम निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के मकसद से गत 9 अक्टूबर को दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर सभी शस्त्र अनुज्ञप्तियाँ निलंबित कर दी गई हैं और सभी को अपने अस्त्र-शस्त्र पुलिस थानों में जमा करने के आदेश दिए हैं। आचार संहिता लागू रहने तक अस्त्र-शस्त्र लेकर चलने व प्रदर्शन पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा।       यह प्रतिबंधात्मक आदेश माननीय न्यायाधिपतिगण, न्यायाधीश, प्रशासनिक अधिकारी, शासकीय अभिभाषक, सुरक्षा व चुनाव व्यवस्था आदि में कर्तव्य पालन के लिये तैनात किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट, सुरक्षा बल, अर्द्धसैनिक बल, विशिष्ट व्यक्तियों, अधिकारियों व उम्मीदवारों की सुरक्षा में लगाए गए पुलिस कर्मियों सहित अन्य शासकीय बलों, बैंक गार्डों आदि पर लागू नहीं होगा। किसी धार्मिक कानून एवं परम्परा के अंतर्गत अस्त्र-शस्त्र धारित किए जाने वाले व्यक्तियों पर प्रभावशील नहीं होगा।       यदि ग्वालियर जिले के ऐसे लायसेंसधारी जिन्हें सुरक्षा के लिये शस्त्र रखने की जरूरत है, उनसे 11 नवम्बर तक कारण सहित आवेदन पत्र प्रस्तुत करने के लिये कहा गया था। प्राप्त आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग की जायेगी। इसके बाद शस्त्र धारकों को शस्त्र रखने की अनुमति प्रदान करने के संबंध में निर्णय लिया जायेगा। ऐसे लायसेंसधारी जिनके शस्त्र दूसरे जिले में पंजीकृत हैं उन्हें संबंधित जिले से अनुमति प्राप्त करनी होगी।    

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जबलपुर। विमान से दिल्ली जा रहे जमीन से जुड़े मामले में आरोपित को ईओडब्ल्यू ने जबलपुर एयरपोर्ट से गुरुवार को हिरासत में लिया है। आरोपित प्रेम मसीह जमीन से जुड़े प्रकरण में नामजद आरोपित था। फिलहाल टीम उससे पूछताछ में जुटी हुई है।       जानकारी के अनुसार, ईओडब्ल्यू को मुखबिर के जरिए खबर मिली कि आरोपित विमान से दिल्ली फरार हो रहा है। यह जानकारी टीम ने पुलिस को दी और मदद मांगी। जिसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम शाम चार बजे जबलपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान में पहुंचा। विमान रनवे पर दौड़ता इससे पहले ही टीम ने एटीसी की मदद से विमान को खड़ा करवा लिया। टीम के सदस्य फौरन विमान में दाखिल हुए और प्रेम को लेकर नीचे उतर आए। इसके बाद विमान ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी।       इस मामले में ओमती क्षेत्र के सीएसपी पंकज मिश्रा ने कहा कि पुराने मामले में प्रेम मसीह नामजद आरोपित था। उसके दिल्ली फरार होने की सूचना ईओडब्ल्यू के माध्यम से मिली थी। हमने खमरिया थाना को मदद करने के लिए निर्देश दिया था, जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने आरोपित को पकड़ लिया है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही स्टेटिक सर्विलांस टीम भी सक्रिय हो गई। गाड़ियों और संदिग्ध लोगों की तलाशी ली जा रही है। महाराष्ट्र से लगी सीमा पर जांच चौकियां बनाई गई हैं। यहां तैनात एसएसटी वाहनों की जांच कर रही हैं। इसी के दौरान मंगलवार रात को बड़वानी जिले में एक कार से 97 लाख रुपये का सोना-चांदी मिला है, तो रायसेन में एक व्यापारी की कार से 21 लाख रुपये कैश और चांदी की कुछ ईटें बरामद की गई हैं।     तलाशी के दौरान स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) ने मंगलवार रात को एक कार से करीब 53 किलो चांदी और 994 ग्राम सोने के जेवर बरामद किए हैं। इनकी कीमत करीब 97 लाख रुपए बताई जा रही है। टीम ने कार चालक से सोने-चांदी का बिल मांगा तो वह नहीं दे पाया। कार चालक अशोक उत्तम ने खुद को इंदौर में सराफा व्यापारी बताया। कहा कि वह आभूषण बेचने इंदौर से महाराष्ट्र के शिरपुर गया था। परिवार में किसी के हादसे की सूचना मिली तो वापस लौट रहा था। एसएसटी ने आयकर और जीएसटी टीम को सूचना दी। पूछताछ करने के बाद व्यापारी को छोड़ दिया गया है, जबकि आभूषण जब्त कर लिए गए हैं।     रायसेन में पकड़ी गई गंजबासौदा के व्यापारी की कार   रायसेन में बुधवार को स्टेटिक सर्विलांस टीम ने एक कार से 21 लाख 32 हजार कैश और चांदी की पांच ईंटें जब्त की हैं। यहां सांची-विदिशा रोड स्थित चेक पोस्ट पर एसएसटी टीम तैनात है। वहां से गुजर रही गंजबासौदा के व्यापारी आकाश जैन की कार की जांच की गई। तलाशी के दौरान कार से नकदी और चांदी की ईटें बरामद की गई। व्यापारी से पूछताछ की जा रही है।

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उज्जैन। एक ही माह में दो ग्रहण लगने वाले हैं। पितृमोक्ष अमावस्या के दिन 14 अक्टूबर को सूर्यग्रहण होगा और शरद पूर्णिमा के पर्व 28 अक्टूबर को चंद्रग्रहण पड़ रहे हैं। हालांकि सूर्यग्रहण भारत में नजर नहीं आने वाला है। इस बार शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण रहेगा, जो भारतवर्ष में दिखाई देगा। चंद्रमा की शीतल रोशनी में बनने वाली खीर भी इस बार ग्रहण के कारण मध्यरात्रि में नहीं बन पाएगी। सर्व पितृमोक्ष अमावस्या, 14 अक्टूबर को सूर्यग्रहण रहेगा, जबकि शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को चंद्रग्रहण रहेगा। सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए हमारे यहां न तो इसका कोई सूतक मान्य होगा और न ही कोई दोष लगेगा, इसलिए पितृमोक्ष अमावस्या के दिन सभी प्रकार के आयोजन निर्विघ्न होंगे। इसी प्रकार शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण लगेगा, जो भारतवर्ष में दिखाई देगा। इस ग्रहण का सूतक दोपहर बाद से प्रारंभ होगा, जो मध्यरात्रि के बाद तक रहेगा। इस दिन रात्रि में मंदिरों के पट बंद रहेंगे, मंदिरों में भजन कीर्तन तो होंगे, लेकिन खीर का भोग नहीं लगेगा। शनिश्चरी अमावस्या भी अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 14 अक्टूबर को शनिश्चरी अमावस्या है। वैसे अश्विन मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या को सर्वपितृमोक्ष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इसके पहले वर्ष 2019 में इस तरह का योग बना था। जब शनिवार के दिन सर्व पितृमोक्ष अमावस्या आई थी। पितृमोक्ष अमावस्या के दिन धार्मिक क्रियाओं का विशेष लाभ मिलता है। पित्रों के पूजन तथा शनि पूजन की मान्यता बताई जाती है। इस तरह का अगला योग अब वर्ष 2026 में बनेगा।ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार 14 अक्टूबर को सर्व पितृमोक्ष शनिश्चरी अमावस्या पर गज छाया नाम का योग बन रहा है। ऐसा तब होता है जब चंद्रमा सूर्य के साथ कन्या राशि हस्त नक्षत्र पर गोचर करता हो तो गज छाया नाम का योग बनता है।

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भोपाल। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को फंडिंग से जुड़े मामले में बुधवार सुबह भोपाल में दो ठिकानों पर छापेमारी की। खानू गांव में एनआईए की दो अलग-अलग टीमों ने दो घरों में दबिश दी। यहां से एक बुजुर्ग को हिरासत में लेकर उससे करीब सात घंटे तक पूछताछ की गई है। बुजुर्ग का नाम मुश्ताक खान (60) बताया जा रहा है। वह करीब एक साल पहले ही इस इलाके में रहने आया था। जांच एजेंसी को उसके पीएफआई से संपर्क के इनपुट मिले थे। जानकारी के अनुसार, एनआईए टीम ने पीएफआई को फंडिंग से जुड़े मामले में मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों में एक साथ छापेमारी की। इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल हैं। एनआईए टीम बुधवार सुबह भोपाल के खानू गांव पहुंची और यहां दो घरों में छापेमारी शुरू की। यहां एक किराये के मकान में रह रहे मौलाना मुश्ताक खान को गुप्त स्थान पर लेकर गई और वहां करीब सात घंटे पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। एनआईए के अधिकारियों ने मौलाना के घर की सर्चिंग के बाद दस्तावेज और उपकरण भी जब्त किए हैं। एनआईए ने छापेमारी में मप्र एटीएस और स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि मौलाना इलाके के बच्चों को पढ़ाते हैं। बीच-बीच में कहीं आते-जाते भी हैं। गौरतलब है कि पीएफआई को देशविरोधी गतिविधियों के चलते पिछले साल ही केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। भोपाल में इससे पहले एनआईए ने इसी साल अगस्त में छापामार कार्रवाई करते हुए कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया था, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। ग्वालियर में कारोबारी के घर आयकर का छापा वहीं, ग्वालियर में बुधवार को आयकर विभाग ने छापेमारी की। आयकर विभाग की टीम ने कारोबारी मोहनलाल के घर और फैक्ट्री पर दबिश दी है। टीम यहां उनके दाल बाजार स्थित घर और मालनपुर स्थित फैक्ट्री पर दस्तावेज खंगाल रही है। इंदौर में जीएसटी का छापा   इसके अलावा इंदौर में सेन्ट्रल जीएसटी की टीम ने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स की 12 दुकानों पर छापा मारा है। यह कार्रवाई एडिशनल कमिश्नर रजनी सिंह के नेतृत्व में की जा रही है। फिलहाल कार्रवाई जारी है।

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पन्ना। अजयगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत फरस्वाहा के ग्राम सुनहरा में दीवाल धंसने से उसके नीचे दबकर दो बच्चो की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर हालत में घायल हो गई। ग्रामीण से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार लगभग 5 बजे दीवार को खोदते समय अचानक दीवार गिरने से सवानी पुत्री रामप्रसाद अहिरवार (13) शिवम पुत्र विनोद अहिरवार (11) साल व तुलसा प्रजापति सभी निवाशी सुनहरा उसकी चपेट में आ गए। जिसकी जानकारी लगते ही आसपास के लोग एकत्रित हो गए और तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजयगढ लाया गया। जहाँ पर डॉक्टर के द्वारा बच्चो को मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला का इलाज जारी है। दीवार के बगल से पुरानी मुरुम की खदान थी जिससे दीवार गिराते समय पहले ही दीवार गिर गई क्योकि नीचे से मुरुम की खदान दीवार के पास तक पहुँच गई थी जिससे वह कमजोर ही गई और सोचने से पहले गिर गई जिसकी चपेट में ये लोग आ गए और ये दर्दनाक घटना घटित हो गई। इस संबंध में तहसीलदार अजयगढ़ सुरेंद्र कुमार का कहना है कि घायलों को देखने में अस्पताल पंहुचा था इस हादसे में दो बच्चो की मौत भी हुई है मृतकों एवं घायलों को शासन से मिलने वाली हर संभव मदद दिलाई जाएगी और मामले की जांच की जा रही है।

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उज्जैन। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही सोमवार से आदर्श आचरण संहिता भी लागू हो गई। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भी चुनाव आचार संहिता का पालन शुरू हो गया है। मंदिर प्रशासक ने राजनीतिक प्रोटोकाल का कोटा बंद कर दिया है। अब यहां नेता भी आम श्रद्धालुओं की तरह भगवान महाकाल की भस्मारती में शामिल होंगे और गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन और पूजन करेंगे।   महाकाल मंदिर प्रबंध संमिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगते ही महाकालेश्वर मंदिर में प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था बंद कर दी गई है। राजनीतिक कोटे की करीब 200 भस्म आरती अनुमति को ऑनलाइन सामान्य कोटे में शिफ्ट किया गया है। नई सरकार का गठन होने तक विभिन्न राजनीतिक दल के नेता आम भक्तों की तरह मंदिर में दर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दल के नेताओं को अब सामान्य दर्शनार्थियों की तरह मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। अगर वे शीघ्र दर्शन करना चाहते हैं, तो अन्य भक्तों की तरह 250 रुपये का शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर गेट नंबर चार से मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। राजनीतिक प्रोटोकाल के तहत सम्मान और भस्म आरती अनुमति भी नहीं होगी। इस कोटे की भस्म आरती सीट को ऑनलाइन सामान्य दर्शनार्थी कोटे में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रशासक सोनी ने बताया कि महाकाल मंदिर में राजनीतिक प्रोटोकाल के अलावा प्रशासनिक प्रोटोकाल की भी व्यवस्था है। इसके तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दर्शन के लिए विशेष सुविधा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि आचार संहिता में प्रशासनिक प्रोटोकाल चालू रहेगा या नहीं, इसका निर्णय कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा।

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जबलपुर। भारतीय सेना के लिए आयुध सामग्री का निर्माण करने वाली मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी (आर्डिनेंस फैक्टरी) खमरिया में स्वदेशी तकनीक से उत्पादित आयुध सामग्री की मांग बढ़ने लगी है। इसी क्रम में आयुध निर्माणी को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। निर्माणी को विदेश से एल-70 के 40 हजार कार्टेज केस बनाने का आर्डर प्राप्त हुआ है।   यह जानकारी सोमवार को आयुध निर्माणी खमरिया के महाप्रबंधक एमएन हालदार ने दी। उन्होंने बताया कि स्वीडन से 40 एमएम एल-70 तोप के 40 हजार कार्टेज केस (बम) आपूर्ति करने का आर्डर मिला है। ये कार्टेज केस एंटी एयरक्राफ्ट और अत्यंत विध्वंसक हैं। हमें विश्वास है कि तय समय से पूर्व आपूर्ति की जा सकेगी।   उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में भी 40 एमएम एल-70 तोप के 44 हजार कार्टेज केस की आपूर्ति स्वीडन के लिए की गई थी। इसकी समय पर आपूर्ति से निर्माणी की साख मजबूत हुई है। ताजा आर्डर की आपूर्ति मौजूदा वित्तीय वर्ष के अंत तक करनी है। इसके लिए जितनी मात्रा में कच्चे माल की आवश्यकता है, उतनी की व्यवस्था निर्माणी ने कर रखी है। नए आर्डर को लेकर फैक्ट्री में निर्माण कार्य ने जोर पकड़ लिया है। उन्होंने दावा किया है कि निर्माणी प्रबंधन आपूर्ति समय से पहले भी कर सकता है।     उन्होंने बताया कि आयुध निर्माणी खमरिया का यह उत्पादन न केवल डीआरडीओ से प्रमाणित है, बल्कि पूरी तरह से मेक इन इंडिया की मिसाल है। स्वीडन की जिस कंपनी के लिए कार्टेज केस भेजे जा रहे हैं, उसने दो विदेशी कंपनियों के उत्पादों को पहले खारिज कर चुकी है।

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भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा करते ही आदर्श आचरण संहिता लागू हो गई है। इसके साथ ही भोपाल कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने शासकीय कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। सभी को मुख्यालय पर रहने को कहा गया है। बाहर जाने के लिए भी कलेक्टर से अनुमति लेना पड़ेगी। सार्वजनिक अवकाश के दिन भी कार्यालय खुले रहेंगे। इस संबंध में कलेक्टर सिंह ने सोमवार को आदेश भी जारी कर दिए हैं।       आदेश का उल्लंघन होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास, मंत्री, सांसद-विधायकों के निजी स्टाफ में संलग्न अधिकारी-कर्मचारियों को वापस बुला लिया गया है। इनमें प्रदीप कुमार रावत, राजेश कुमार त्रिपाठी, संजय मालवीय, उमेश भार्गव, पुरुषोत्तम नामदेव, शैलेंद्र रघुवंशी, केदार व्यास आदि शामिल हैं। ये सभी भोपाल में लिपिक, डाटा इंट्री परेटर, स्टेनो, भृत्य आदि पदों पर पदस्थ हैं।       कलेक्टर आशीष सिंह ने भोपाल जिले में धारा 144 लागू कर दी है। इसके तहत संगठनों के प्रदर्शन, धरना, रैली, जुलूस आदि सक्षम अधिकारी से पूर्वानुमति के बिना आयोजित नहीं किए जाएंगे। ध्वनि विस्तार यंत्रों का प्रयोग शर्तों के अधीन सक्षम अधिकारी की अनुमति बिना नहीं होगा। रैली, जुलूस में किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा। बिना अनुमति के पंडाल आदि का निर्माण प्रतिबंधित रहेगा। इलेक्ट्रानिक संसाधन जैसे मोबाइल, कम्प्यूटर, पोस्टर एवं अन्य सोशल मीडिया आदि पर विधि विरुद्ध संदेश का प्रसारण, साम्प्रदायिक टिप्पणी करने पर रोक रहेगी।       जारी आदेश के अनुसार, पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों को एक स्थान पर एक समय में एकत्रित होने पर प्रतिबंधित कर दिया गया है। किसी भी व्यक्ति, समूह या अन्य कोई भी धरना, जुलूस, प्रदर्शन, सभा या रैली आदि में एसिड, पेट्रोल, केरोसिन आदि ज्वलनशील पदार्थ अपने पास नहीं रखेगा या लेकर नहीं चलेगा। उपयोग भी नहीं करेगा। बिना अनुमति के पटाखें, बारूद का निर्माण या उपयोग नहीं किया जा सकेगा। नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे या अन्य किसी सड़क पर जाम नहीं लगाएगा। अपने यहां किराए पर रहने वाले लोगों की जानकारी पुलिस को देना होगी। सभी होटल, लाज या धर्मशाला में ठहरने वाले व्यक्तियों की सूचना संचालक को पुलिस को देना पड़ेगी।       भोपाल जिले में रात 10 से सुबह छह बजे तक लाउड स्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। ध्वनि विस्तार यंत्रों का सार्वजनिक उपयोग भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। यदि सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमति दी जाती है तो ध्वनि मानक 10 डेसिबल या कुल क्षमता का 1/4 वाल्यूम में से जो कम हो, पर धवनि विस्तार यंत्रों का उपयोग किया जाएगा। वाहन पर ध्वनि विस्तार यंत्र के उपयोग की स्थिति में वाहन का पंजीयन, वैध ड्राइविंग लाइसेंस, बीमा, फिटनेस आदि दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा। आम सभा, जुलूस या चलित वाहन में ध्वनि विस्तार यंत्र के उपयोग की अनुमति कम से कम 48 घंटे से पहले प्राप्त करना होगा।       होर्डिंग्स, पोस्टर-बैनर हटाने एवं दीवार पोतने का काम शुरू नगर निगम का अमला पूरे भोपाल में कार्रवाई कर रहा है। क्षेत्रीय अतिक्रमण प्रभारी नासिर खान ने बताया कि पुल बोगदा, बाग फरहत अफजा समेत कई इलाकों में कार्रवाई चल रही है। सार्वजनिक संपत्ति पर लगे होर्डिंग्स, पोस्टर-बैनर आदि हटाए जा रहे हैं। इसके साथ ही दीवारों पर बनाए गए विज्ञापन भी पोतने की कार्रवाई लगातार जारी है।    

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ग्वालियर। तीन अक्टूबर को हुई मानसून की वापसी के बाद चार अक्टूबर को रात का तापमान लुढ़क कर 17.6 डिग्री सेल्यिस पर आ गया था। जिससे देर रात में हल्की सर्दी महसूस होने लगी थी लेकिन इसके बाद यह बढ़ते-बढ़ते सोमवार को 24.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है जो औसत से 3.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। जिससे दिन के साथ रात में भी गर्मी बढ़ गई है। मौसम विज्ञानी इसके पीछे उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ को मुख्य वजह बता रहे हैं।   मानसून की वापसी के बाद मौसम शुष्क रहने से दिन में काफी तेज धूप निकल रही है। जिससे अधिकतम तापमान लगातार 36 से 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही दर्ज हो रहा है। सोमवार को भी यह 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विज्ञानी बता रहे हैं कि इस समय उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसकी वजह से हवा का रुख बदल गया है। इस कारण न्यूनतम तापमान बढ़कर सामान्य से ऊपर पहुंच गया है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अगले चार से पांच दिन तक रह सकता है। ऐसे में फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद हवा का रुख उत्तरी या उत्तर-पश्चिमी होगा। जिससे न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होगी और मौसम सर्दी की ओर अग्रसर होगा।

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इंदौर। मध्य प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी इंदौर से महाराष्ट्र के प्रमुख शहर नागपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलेगी। यहां नई ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। इंदौर-भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को नागपुर तक बढ़ाया जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और इंदौर विधानसभा क्षेत्र एक के भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के आग्रह पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे मंजूरी दी है। विजयवर्गीय ने रविवार ट्वीट के माध्यम से इंदौर-भोपाल वंदे भारत ट्रेन को नागपुर तक चलने की जानकारी दी। दरअसल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दो दिन पहले इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन का दौरा कर बाणगंगा की तरफ रेलवे स्टेशन के निर्माण को मंजूरी दी थी। इस दौरान इंदौर से भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को नागपुर तक बढ़ाने की मांग भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय ने की थी। इंदौर-भोपाल वंदे भारत ट्रेन को लंबी दूरी तक चलाने की मांग काफी समय से की जा रही थी। इंदौर-भोपाल के बीच में पर्याप्त यात्री भी ट्रेन को नहीं मिल पा रहे थे। इसलिए ट्रेन को ग्वालियर, खजुराहो और नागपुर तक बढ़ाने की मांग हो रही थी। इसमें नागपुर की संभावना शुरुआत से ज्यादा थी। इंदौर से सुबह 6.30 बजे ट्रेन रवाना होकर उज्जैन स्टाफ देने के बाद सुबह 9 बजे भोपाल पहुंचती है। इंदौर-नागपुर के बीच मिलेंगे पर्याप्त यात्री   रेलवे जानकारों का कहना है कि नागपुर से साउथ का सबसे ज्यादा कनेक्शन है। इंदौर-नागपुर के बीच ट्रैफिक भी खूब हैं। भोपाल से नागपुर के बीच भी ट्रैफिक है। वंदे भारत ट्रेन के नागपुर तक चलने से इंदौर, उज्जैन और होशंगाबाद और नागपुर के यात्रियों को फायदा होगा। वर्तमान में उपलब्ध ट्रेन में सीट नहीं मिल पाती थी। इस कारण यात्रियों को सड़क मार्ग से सफर करना पड़ता था। इंदौर के साथ भोपाल को भी होगा फायदा वंदे भारत ट्रेन को नागपुर तक बढ़ाने से इंदौर के अलावा भोपाल को भी फायदा होगा। भोपाल के सैकड़ों यात्री भी कम समय में नागपुर आना-जाना कर सकेंगे। नागपुर क्षेत्र से महाकाल लोक दर्शन करने वालों को भी आवागमन की आसान सुविधा मिलेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में वन सुरक्षा के दौरान शहीद वनकर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपये अनुग्रह सहायता राशि स्वीकृत मिलेगी। इस संबंध में राज्य शासन के आदेश अनुसार वन विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिये गए हैं। यह जानकारी रविवार को जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने दी।   उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा पूर्व में शहीद वनकर्मियों के आश्रितों को 10 लाख रुपये अनुग्रह सहायता राशि दी जाती थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुसार, अनुग्रह सहायता राशि को बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया गया है।   वन विभाग के कार्यपालिक अमले को वर्दी भत्ता नवीन अनुदान स्वीकृत उन्होंने बताया कि राज्य शासन के आदेश अनुसार वन विभाग के कार्यपालिक अमले को वर्दी भत्ता के लिये आंशिक संशोधन पर प्रारंभिक अनुदान एवं नवीनीकरण अनुदान स्वीकृत किया गया है, जिसमें वन क्षेत्रपाल, उप वन क्षेत्रपाल और वनपाल को प्रारंभिक अनुदान पांच हजार रुपये से 25 हजार रुपये (तीन वर्ष के अंतराल में) स्वीकृत किया गया है। शेष शर्तें समसंख्यक आदेश दिनांक 7 नवम्बर 2012 एवं 7 दिसम्बर 2013 अनुसार रहेगी।

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ग्वालियर। अक्टूबर का माह कई मायनों में बहुत खास है। इस माह में शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू होने जा रही हैं। साथ ही विजयादशमी का भी त्योहार है। बाजारों में भी खरीदारी का जबरदस्त दौर शुरू होने जा रहा है। ज्योतिषाचार्य एचसी जैन ने शनिवार को बताया कि इस माह में 14 अक्टूबर को अमावस्या के दिन कन्या राशि में कंकन आकृति सूर्य ग्रहण होगा, जिसका भारत में कोई प्रभाव नहीं होगा। वहीं 28 अक्टूबर को आश्विन शुक्ल पूर्णिमा के दिन ही दूसरा ग्रहण खाडग्रास चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा।   ज्योतिषाचार्य के अनुसार 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई नहीं देगा जिस कारण देश में सूतक काल मान्य नहीं होगा।यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, अर्जेंटीना, पेरू, क्यूबा, कोलंबिया और ब्राजील में देखा जाएगा। ठीक 14 दिन बाद चन्द्र ग्रहण पडऩे जा रहा है। चन्द्र ग्रहण भारत में दिखाई में देने के साथ एशिया, यूरोप, आष्ट्रेलिया, अफ्रीका एवं अमेरिका के पूर्वी भू-भाग में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई देने के कारण इसका सूतक काल भी मान्य होगा।     ज्योतिषाचाार्य ने बताया कि इस ग्रहण के शारदीय नवरात्रि से पूर्व और बाद में होने से कुछ आश्चर्य जनक परिणाम देश और विश्व में 6 माह के भीतर देखने मिलेंगे। यह ग्रहण राजनीतिक पार्टियों की मुश्किल बढ़ाएगा। इस ग्रहण के कारण खाद्य पदार्थों पर महंगाई का अच्छा असर देखने को मिलेगा। मूंग, उड़द, चना, अरहर, तिल, सरसों, रूई, कपास, रस पदार्थ, सोना, चांदी में तेजी बन सकती है। शेयर बाजार में भी हड़कंप मच सकता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि वालों को हानि और कष्ट का योग है। वहीं मिथुन, कर्क, वृश्चिक, कुंभ बालो को विजय, सुख और लक्ष्मी प्राप्ति के योग बनेंगे।  

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उज्जैन। देशभर के श्रद्धालुओं को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर का गर्भगृह खुलने का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन महाकालेश्वर मंदिर का गर्भगृह आम श्रद्धालुओं के लिए फिलहाल बंद ही रहेगा। सिर्फ वीवीआईपी ही अंदर जाकर दर्शन कर सकेंगे। साधारण व्यक्ति को 200 फीट दूर से भी बाबा महाकाल की झलक पाकर संतोष करना पड़ेगा। दरअसल, शनिवार को महाकाल लोक के कंट्रोल रूम में महाकाल मंदिर समिति की बैठक हुई, जिसमें मंदिर का गर्भगृह खोलने पर कोई विचार नहीं हुआ। बैठक के बाद कलेक्टर व मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हर दिन दो लाख लोगों को दर्शन कराना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं को प्रवेश देते है तो एक घंटे में 200 लोग दर्शन कर सकते हैं। दस घंटे प्रवेश दिया तो दो हजार लोग आ सकते है। प्रतिदिन दो लाख लोग आते हैं तो एक लाख 98 हजार लोग दर्शन नहीं कर सकेंगे। गर्भगृह में लोगों के मौजूद होने से सामने से दर्शन के लिए आने वाले वाले श्रद्धालुओं को दिखना बंद हो जाता है। चुनौती यह है कि दो लाख लोगों को कैसे एडजस्ट कर पाएंगे। हम दो हजार लोगों की सुविधा के लिए एक लाख 98 हजार को मना नहीं कर सकते हैं। इसलिए सीमित संख्या में प्रवेश देने पर विचार होगा। इसके अलावा स्थानीय लोगों को एक दिन भस्म आरती में नि:शुल्क अनुमति देने का निर्णय पहले ही हो चुका है, इस व्यवस्था को तत्काल शुरू किया जाएगा। 4 जुलाई से बंद है गर्भगृह में प्रवेश उल्लेखनीय है कि 4 जुलाई 2023 को शुरू हुए श्रावण के अधिकमास के चलते मंदिर प्रबंध समिति गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी थी, जो अब तक जारी है। हालांकि, अभी वीवीआईपी भक्तों के लिए इसे खुला रखा गया है। श्रावण के दो महीने के दौरान करोड़ों श्रद्धालु महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे। दो माह तक गर्भगृह में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। इस दौरान आम व खास सभी ने बाहर से ही दर्शन किए। गर्भगृह में प्रवेश बंद होने से बाहरी श्रद्धालुओं को बेरिकेट्स से दर्शन हुए। सावन-भादो माह के बाद भी श्रद्धालु लगातार मंदिर आ रहे हैं। श्राद्ध पक्ष के दौरान भी शनिवार से सोमवार तक लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं को मंदिर प्रबंध समिति की बैठक का इंतजार था, लेकिन जब बैठक हुई तो इस विषय पर गंभीरता से कोई बात नहीं की जा सकी।

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भोपाल। सरकार द्वारा एस्मा यानी एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट (अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून) लगाने के बावजूद मध्यप्रदेश के 70 हजार बिजली कर्मियों की हड़ताल जारी है। इसके चलते सैकड़ों शिकायतें पेंडिंग हो गई हैं। वहीं, शनिवार को स्थिति और खराब होने की आशंका है।   प्रदेश के बिजली कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को हड़ताल पर रहे। इससे अकेले भोपाल सर्कल में ही 932 शिकायतें पेंडिंग हो गईं। राजधानी में आंकड़ा 615 रहा। ज्यादातर शिकायतें फॉल्ट, लाइन सुधार आदि से जुड़ी हैं। इस कारण आम लोगों की मुश्किलें बढ़ी रही। शनिवार को भी बिजली कर्मी हड़ताल पर रहेंगे। इससे हालात ज्यादा बिगड़ सकते हैं। शुक्रवार को संगठनों और सरकार के बीच कोई चर्चा नहीं हुई। बिजली संयुक्त संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मांगें पूरी नहीं होने हड़ताल जारी रहेगी।   इधर, कई जगहों पर कर्मचारी शिफ्ट के अनुसार 24 घंटे तक काम करते रहे। इससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। सारणी पॉवर हाउस में भी एक कार्यपालन यंत्री को बीमार होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस स्थिति के चलते कर्मचारियों ने पॉवर जनरेटिंग कंपनी को नोटिस भी जारी किया। जिसमें उन्होंने व्यवस्था बिगड़ने पर कोई जवाबदारी नहीं होने की बात कहीं।

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भोपाल। प्रदेश के अधिकांश जिलों से मानसून की विदाई चल रही है। मौसम विभाग द्वारा अब तक 43 जिलों से मानसून के विदा होने की घोषणा की जा चुकी है। वहीं, मौसम विभाग ने 15 अक्टूबर के बाद प्रदेश में ठंड का मौसम शुरू होने की बात कही है। इससे पहले गर्मी-सर्दी वाला मौसम ही रहेगा। प्रदेश के भोपाल इंदौर, जबलपुर, उज्जैन-ग्वालियर समेत प्रदेश के 43 जिलों से मानसून विदा हो गया है। जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग के 8 जिलों से भी 2 दिन के भी विदाई हो जाएगी। इसके बाद पूरे प्रदेश में तेज ठंड का दौर शुरू हो जाएगा। हालांकि, इससे पहले गर्मी-गुलाबी ठंड वाला मौसम है। आगामी 15 अक्टूबर के बाद पचमढ़ी, मलांजखंड, नौगांव समेत कई शहरों में रात का टेम्प्रेचर 10 डिग्री तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर समेत 24 जिलों से मानसून की विदाई होने की घोषणा कर दी। इससे पहले दो बार में कुल 19 जिलों से मानसून लौट चुका है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने शनिवार को बताया कि अगले 2-3 दिन में रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग के अन्य हिस्सों से भी मानसून के जाने की संभावना है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 10 अक्टूबर से पहले पूरे प्रदेश से दक्षिण-पश्चिम मानसून लौट जाएगा।   अभी दिन में गर्मी और रात में गुलाबी ठंड वाला मौसम है। शुक्रवार को गुना-दमोह में पारा 37 डिग्री तक पहुंच गया। यहां गुरुवार को भी तेज गर्मी पड़ी थी। वहीं, ग्वालियर में 36.8 डिग्री, भोपाल में 34.3 डिग्री, इंदौर में 33.4 डिग्री, जबलपुर में पारा 34.4 डिग्री रहा। खजुराहो में 36 डिग्री अधिकतम तापमान रहा।

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भोपाल। संस्कृति विभाग द्वारा शुक्रवार को वर्ष 2022 के राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान एवं राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान की घोषणा की है। विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान प्रसिद्ध अभिनेता धर्मेन्द्र को और राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान संगीत निर्देशक उत्तम सिंह को प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा प्रदत्त राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मानों की सम्मान राशि वर्ष 2022 से दोगुनी कर दी गई है। अब राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान एवं राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान में पांच लाख की सम्मान राशि, सम्मान पट्टिका एवं शॉल-श्रीफल प्रदान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान भी बारी-बारी से पार्श्व गायन एवं संगीत निर्देशन के क्षेत्र में दिया जाता है। वर्ष 2022 का यह सम्मान संगीत निर्देशन के लिए दिया जाना था। मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश की कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनेकों प्रयास किये जा रहे हैं। धर्मेन्द्र को राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि हम सभी भलीभांति जानते हैं कि प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता धर्मेन्द्र विगत छह दशकों से भारतीय सिनेमा में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वे भारतीय दर्शक चेतना में अपनी अनेक भूमिकाओं के साथ उनकी गहरी स्मृतियों में स्थापित है। उनकी अनेक फिल्में एवं निभाये गये किरदार आज भी दर्शकों में जीवंत है, जिनमें बंदिनी, दिल ने फिर याद किया, अनपढ़, आँखें, आई मिलन की बेला, रेशम की डोरी, काजल, पूर्णिमा, फूल और पत्थर, मंझली दीदी, बहारों की मंजिल, सत्यकाम, शोले, तहलका, क्षत्रिय, विरोधी, फरिश्ते, लोहा, अपने और यमला पगला दिवाना जैसी अनेक सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। वर्ष 2022 का राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान फिल्म अभिनय के क्षेत्र में दिया जाना था। यह सम्मान बारी-बारी से अभिनय, पटकथा, गीत लेखन एवं निर्देशन के क्षेत्र में दिया जाता है। उत्तम सिंह को राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान   ख्यात संगीत निर्देशक और प्रसिद्ध वायलिन वादक उत्तम सिंह ने बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए म्यूजिक अरेंजर, प्रोग्रामर और रिकॉर्डिस्ट के रूप में भी काम किया है। संगीत निर्देशक के रूप में सबसे उल्लेखनीय फिल्म 'दिल तो पागल है' रही। इसके बाद हम तुम पे मरते हैं, दुश्मन, फर्ज, प्यार दीवाना होता है, गदर - एक प्रेम कथा, द हीरो - लव स्टोरी ऑफ ए स्पोई, हम तुम्हारे है सनम, पिंजर, रज्जो इत्यादि शामिल हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले राज्य सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 12 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इसमें दो नवगठित जिलों मैहर और पांढुर्णा में पुलिस अधीक्षकों की नियुक्ति भी की गई है। इस संबंध में शुक्रवार को गृह विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया है। आदेश के अनुसार, भोपाल पुलिस मुख्यालय में नगरीय पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार अग्रवाल को नवगठित जिले मैहर में पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है, जबकि दूसरे नवगठित जिले पांढुर्णा में पुलिस अधीक्षक का दायित्व सागर पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा के जोनल पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी को सौंपा गया है। यह दोनों जिले एक दिन पहले यानी गुरुवार को ही अस्तित्व में आए हैं। इसके अलावा, 10 अन्य आईपीएस के तबादले हुए हैं। इनमें खंडवा के पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ला सत्येन्द्र कुमार शुक्ला को भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक पदस्थ किया गया है, जबकि उनकी जगह भोपाल पुलिस मुख्यालय के सहायक पुलिस महानिरीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह को खंडवा में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, आगरमालवा के पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी को मंडला में 35वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल में सेनानी बनाया गया है, जबकि उनकी जगह मंडला के 35वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र सेनानी विनोद कुमार सिंह को आगरमालवा में पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार, इंदौर के नगरीय अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आरके हिंगणकर को इंदौर ग्रामीण रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल में उप पुलिस महानिरीक्षक कुमार सौरभ को चंबल रेंज मुरैना में उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल में उप पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार जैन को सागर रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल में उप पुलिस महानिरीक्षक सविता सोहाने को शहडोल रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल में उप पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव को इंदौर में नगरीय अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और रतलाम जिले के जावरा में 24वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र सेनानी राम शरण प्रजापति को भोपाल में नगरीय पुलिस उपायुक्त पदस्थ किया गया है।

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अनूपपुर। जिले में हाथियों का आंतक गांव से अब शहर की ओर बढ़ रहा हैं अभी तक ग्रमीण क्षेत्रों में फसल व मकान को नुकसान पहुंचा रहें थें। गुरुवार-शुक्रवार की रात्रि समूह के तीन हाथियों ने जैतहरी नगर में प्रवेश कर भोर होने तक निरंतर चहलकदमी करते रहें। इस दौरान नगर सहित आसपास के अनेकों ग्रामों की ग्रामीणों की भीड़ को देख अचानक एक हाथी ने तमशबीन बने लोगो को दौड़ाया जिससे लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़कर-भाग कर अपनी जान बचाई।   तीन हाथियों का समूह गुरुवार के दिन जैतहरी तहसील एवं वन परीक्षेत्र के गोबरी बीट अंतर्गत ठेगरहा के जंगल से गोबरी में दोपहर तक रुकने बाद शाम पगना गांव में खेत में लगी धान को कई घंटो तक अपना आहार बनाते हुए गोबरी गांव में खेत में चरने बाद जैतहरी नगर के वार्ड क्रमांक 3 बंजारी तालाब के पास खेतों में लगी धान को अहार बना शुक्रवार की सुबह जैतहरी के बस स्टैंड के पीछे खेतों में लगी धान को खाते हुए अनूपपुर-जैतहरी-वेंकटनगर मुख्य मार्ग को पार करते हुए मुर्रा गांव से होते हुए जैतहरी रेंज के क्यौटार-पटौरा के जंगल में विश्राम कर रहें हैं।   वहीं हाथियों के दूसरे समूह ने राजेंद्रग्राम के क्यौटार-पौनी के दर्रापानी से ग्राम पंचायत कोहका के गर्जनवीजा जंगल से ग्राम पंचायत बम्हनी के घोपाटोला बीट गुट्टीपारा के जंगल में हैं। दो भागों में बंटे हाथियों के समूह पर वन विभाग के अधिकारी सुरक्षा श्रमिको साहित ग्रामीणों द्वारा की जा रहीं निगरानी। कई गांवों के ग्रामीण हाथियों को अपने घर, खेत, मोहल्ला व गांव से दूर रखने के उद्देश्य से सैकड़ों की संख्या में हाथियों का पटाखा फोड़ कर, ट्रैक्टर का सहारा लेकर दूर भगाने का प्रयास किया गया। जिससे हाथियों का समूह लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय कर शुक्रवार की शाम हाथियों का दोनों समूह किस और रुख करेगा, यह देर शाम-रात होने पर पता चल सकेगा।

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भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश के 70 हजार बिजलीकर्मी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। पेंशन, ट्रांसफर, इंश्योरेंस समेत 8 मांगों को लेकर बिजली कर्मचारी ड्यूटी नहीं करेंगे। वे न तो बिजली लाइन के फॉल्ट सुधरेंगे और न ही शिकायतें दूर होंगी। नए कनेक्शन, बिजली बिल वितरण, रीडिंग भी नहीं हो सकेंगी। वहीं, शासन की ओर से हड़ताल रोकने के लिए 3 महीने तक एस्मा लागू कर दिया गया है। प्रदेश के बिजलीकर्मियों ने 2 अक्टूबर को गोविंदपुरा में गांधी प्रतिमा के सामने उपवास और भजन-कीर्तन भी किए थे। उन्होंने 6 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने ऐलान किया था। इसके बाद यूनियन पदाधिकारियों की पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक के साथ बैठक भी हुई थी, लेकिन तीन दौर की बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। इसके चलते अब वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाइज एवं इंजीनियर्स के अध्यक्ष वीकेएस परिहार ने बताया कि बिजली कंपनी के प्रमुख संगठन यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाइज एवं इंजीनियर्स, मध्यप्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ, पावर इंजीनियर्स एवं एम्प्लाइज एसोसिएशन ने विद्युत क्षेत्र को बचाने एवं नियमित, संविदा, आउटसोर्स, पेंशनर्स के हितों की रक्षा के लिए संयुक्त रूप से लड़ने का निर्णय लिया है। इसके चलते हर जिले में जिला प्रभारी भी नियुक्त किए हैं।   वहीं, बिजली संयुक्त संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि हड़ताल के संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्टरों को नोटिस दिए दे दिए गए हैं। हड़ताली संगठनों ने एसओपी भी जारी की है। आठ सूत्रीय मांगों को लेकर यह हड़ताल शुरू की जा रही है।

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भोपाल। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का सिस्टम सक्रिय होने से मध्यप्रदेश के रीवा और शहडोल संभाग में अगले दो दिन यानी 3-4 अक्टूबर को तेज बारिश के आसार हैं। इसके बाद 4 से 5 दिन में प्रदेशभर से मानसून की विदाई हो जाएगी। 15 अक्टूबर से रात का तापमान 18 से 20 डिग्री तक पहुंच जाएगा। इससे रात में गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा।   वर्तमान परिस्थितियों के चलते प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो रही है, वहीं अन्य जिलों में तेज धूप के कारण तापमान बढ़ने लगा है। सोमवार को मंडला और खजुराहो में आधा इंच पानी गिरा। भोपाल, बालाघाट के मलाजखंड, जबलपुर, सतना और पचमढ़ी में बूंदाबांदी हुई। प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान बढ़ा हुआ रहा। भोपाल में तापमान 33 डिग्री के पार पहुंच गया। गुना में 35.7 डिग्री, ग्वालियर में 35.3 डिग्री, उज्जैन में 35.8 डिग्री, दमोह में 35 डिग्री तापमान रहा।   राजधानी स्थित मौसम केंद्र के वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि अभी प्रदेश में बारिश का सिस्टम सक्रिय है। इससे अगले दो दिन तक रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद 5-6 अक्टूबर तक प्रदेश से मानसून की विदाई भी हो जाएगी। हालांकि अगले सप्ताह प्रदेश के कुछ हिस्सों से ट्रफ लाइन के गुजरने का अनुमान है। इससे हल्की बारिश हो सकती है। गौरतलब है कि मुरैना और श्योपुरकलां जिलों से मानसून विदा हो चुका है। इसके बाद उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग से विदाई होगी।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में सिंगरौली, अनूपपुर जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, बालाघाट जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

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इंदौर। खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा संपूर्ण प्रदेश में 18 वर्ष से कम आयु के ग्रामीण एवं शहरी खेल प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से "खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तर्ज पर खेलो एमपी यूथ गेम्स 2023" का रंगारंग शुभांरभ सोमवार शाम को बास्केटबॉल काम्पलेक्स रेसकोर्स रोड इंदौर में किया गया। कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक महेन्द्र हार्डिया, मप्र ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष ओम सोनी, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, पार्षद नंदू पहाडिया, प्रसिद्ध घुड़सवार सुदीप्ति हजेला, बास्केटबॉल संघ के पदाधिकारी अविनाश आनंद, लक्ष्मीकांत पटेल, टेबल-टेनिस संघ के पदाधिकारी जयेश आचार्य एवं वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी दविंदर सिंह खनुजा एवं विमल प्रजापत आदि उपस्थित थे।   कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों द्वारा एशियन गेम्स में घुडसवारी में गोल्ड मेडल प्राप्त खिलाडी सुदीप्ती हजेला को शाल श्रीफल से सम्मानित किया गया। साथ ही 08 संभागों के खिलाडियों द्वारा पुलिस बेंड की धून पर मार्च पास्ट निकाला गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ।   कार्यक्रम को संबोधित करते हुये महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर में खेलों को बढ़ावा देने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इंदौर के खिलाड़ियों को अवसर देने के लिये इंदौर युथ गेम्स का आयोजन किया जायेगा। कार्यक्रम को कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने संबोधित करते हुये खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि इंदौर देश का गौरव हैं। इंदौर का खेल के क्षेत्र में अहम स्थान हैं।   आज बास्केटबॉल मैच में उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, शहडोल, जबलपुर संभागों ने लिग मैचो में विजय हासिल की। साथ ही वेटलिफ्टिंग में 40 किलोग्राम में पूर्वी लश्करी इंदौर एवं 45 किलोग्राम में दिव्यांशी सेलार इंदौर द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त किया गया।   इंदौर संभाग में 03 खेलों का राज्य स्तरीय बास्केटबॉल, टेबल-टेनिस एवं वेटलिफ्टिंग का आयोजन 05 अक्टूबर 2023 तक बास्केटबॉल काम्पलेक्स, अभय प्रशाल एवं श्रीराम जिम्नेशियम एम.आर.-9 इंदौर पर किया जायेगा। खिलाडियों का रजिस्ट्रेशन कर ट्रेकसूट, टी-शर्ट, बेग वितरित किये गये। उक्त आयोजन में प्रदेश के 08 संभागों इंदौर, भोपाल, उज्जैन, सागर, जबलपुर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर के लगभग 400 खिलाड़ी एवं कोच मैनेजर सम्मिलित हुए। प्रतियोगिता में दलीय एवं व्यक्तिगत खेलों में खिलाडियों को प्रथम पुरस्कार 31 हजार, द्वितीय 21 हजार एवं तृतीय 11 हजार रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा।

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उज्जैन। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मन्दिर परिसर में महाकाल लोक में श्रद्धालुओं की भीड़ में वृद्धि के साथ-साथ मंगलनाथ मन्दिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही भगवान मंगलनाथ के मंदिर पर श्रद्धालुगणों/यजमानों के द्वारा भात पूजन, कालसर्प दोष, अर्क विवाह, कुंभ विवाह, श्रापित दोष तथा अंगारक दोष आदि के लिए प्रतिदिन देशभर से आए हजारों भक्तों के द्वारा उक्त पूजन मंदिर के पंडितों द्वारा संपन्न कराई जा रही है। इससे मंदिर प्रबंधन समिति को दो माह में 81 लाख 59 हजार रुपये आय प्राप्त हुई है।       मंगलनाथ मंदिर के प्रशासक केके पाठक ने सोमवार को बताया कि माह अगस्त तथा सितंबर में भात पूजन इत्यादि की शासकीय रसीदों से राशि 51 लाख 25 हजार रुपये की आय मंदिर समिति को प्राप्त हुई है। इसी प्रकार उक्त दोनों माहों में मंदिर की भेंट पेटी से 30 लाख 34 हजार रुपये की आय प्राप्त हुई है। इसी तरह महाकालेश्वर मन्दिर, मंगलनाथ मन्दिर के साथ-साथ उज्जैन के प्रमुख मन्दिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ में वृद्धि हुई है।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई का दौर चल रहा है। प्रदेश के दो जिलों से मानसून की विदाई हो भी चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले दो दिन प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश होने का अनुमान जताया है। इसके बाद पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई हो सकती है। ऐसे में प्रदेश के 6 जिलों गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी को लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं, जो अभी भी रेड जोन में है। यहां 24% से लेकर 32% तक बारिश कम हुई है। प्रदेश के मुरैना और श्योपुर कलां से मानसून के विदा होने की घोषणा हो गई है। अगले 2 से 3 दिनों में उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग से भी विदाई हो सकती है। 10 अक्टूबर से पहले पूरे प्रदेश से मानसून विदा ले लेगा। मध्प्रदेश में 24 जून को मानसून एंटर हुआ था, जबकि 25 जून को मानसून पूरे प्रदेश में एक्टिव हो गया था। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि मानसून की अवधि जून से सितंबर तक रहती है। इस हिसाब से मानसूनी सीजन खत्म हो गया है।   बंगाल की खाड़ी से सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, शहडोल, रीवा संभाग में बारिश हो रही है। रविवार को बालाघाट और मंडला जिले में हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि प्रदेश के अन्य हिस्सों में तेज गर्मी पड़ी। यहां दिन का पारा 35-36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ग्वालियर, गुना, रतलाम में पारा 35 डिग्री से ज्यादा रहा। उज्जैन में तापमान 36 डिग्री से ज्यादा रहा।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट और पन्ना जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। जबकि विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, सिवनी, मंडला, दमोह, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। 

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सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में लगातार तीसरे दिन भूकम्प के झटके महसूस किए गए। यहां रविवार की रात्रि 9 बजकर 20 मिनट 49 सेंकेड पर (21ः20ः49) रियेक्टर स्केल पर 2.8 तीव्रता का भूंकप का झटका दर्ज किया गया है। जिसका एपीसेंअर 5 किलोमीटर गहराई में स्थित है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलाजी की वेबसाइट के अनुसार यह झटका का केन्द्र सिवनी जिले के ग्राम चंदौरीकला बताया गया है।   नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलाजी की वेबसाइट के अनुसार सिवनी जिले में शुक्रवार की शाम को 6 बजकर 46 मिनिट 53 सेंकड पर रियेक्टर स्केल पर 2.9 तीव्रता का भूंकप 18.46ः53 आईएसटी अक्षांश 22.05 देशांतर 79.59, परिणाम 2.9 गहराई 5 किमी एवं शनिवार की शाम को भूंकप उत्पत्ति समय 30 सितम्बर 17.58ः30 आईएसटी अक्षांश 22.09 देशांतर 79.69 , परिमाण 1.8 गहराई 5 किमी पर दर्ज हुआ था। इसके बाद लगातार तीसरे दिन रविवार को भी यहां भूकंप आया। इस भूकंप के झटके से जिलेवासियों में भय का माहौल था। हालाकि भूकंप से किसी भी तरह की जानमाल के नुकसान होने की सूचना नहीं है।     ज्ञात हो कि नगरीय क्षेत्र सहित जिला मुख्यालय से लगे ग्राम डूंडासिवनी, छिड़िया पलारी व आसपास के ग्रामों में भूकंप जैसे हल्के झटके आमजन द्वारा बीतें दो-तीन दिनों से महसूस किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष भी इस तरह के भूकंप व भूकंप जैसे तेज झटके आमजनों ने महसूस किए गए थे।     घरों से बाहर निकले लोग-   बीते दिन मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामों के आमजनों ने झटका महसूस किया और घर से बाहर निकलकर सडकों पर आ गये। कंपन के कारण लोगों की गहरी नींद भी टूट गई और वह घर के बाहर खडे होने को मजबूर हो गये। आमजनों के अनुसार बीते दो तीन दिनों से भूगर्भीय हलचल हो रही है। इनमें से सबसे तेज भूंकप को लोगों ने शुक्रवार को सुबह महसूस किए था।       सिवनी कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने रविवार की देर रात्रि जानकारी दी कि जिलें के विभिन्न क्षेत्रों में विगत 29 एवं 30 सितम्बर तथा 1 अक्टूबर को भूकम्प के हल्के झटके महसूस किये गये हैं। 29 सितम्बर को महसूस भूकम्प की तीव्रता रिक्टर पैमाने में 2.9 तथा 30 सितम्बर को महसूस भूकम्प की तीव्रता 1.8 दर्ज की गई हैं तथा 1अक्टूबर को रात्रि 9.20 को दर्ज भूकम्प की तीव्रता 2.8 दर्ज किया गया हैं। दर्ज किये गये कम तीव्रता वाले भूकम्पों से जान माल की हानि की संभावना नही हैं।   जिला प्रशासन भारतीय मौसम विज्ञान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के सतत संपर्क में हैं। जिला प्रशासन द्वारा पुलिस, होमगार्ड्स, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य एवं स्थानीय प्रशासन अधिकारी कर्मचारियों को समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए अलर्ट पर रहने हेतु निर्देशित किया गया है।

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श्योपुर/भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान के गेट नए पर्यटन सीजन में रविवार को पर्यटकों के लिए खोल दिए गए हैं। पहले दिन कूनो पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए पूजा-अर्चना कर गेट खोले गए। यहां पर्यटक अब चीतों के आसानी से दीदार कर सकेंगे। दरअसल, चीता प्रोजेक्ट के तहत भारत सरकार द्वारा कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को बसाया गया है। फिलहाल चीतों को यहां बड़े बाड़ों में छोड़ दिया गया है। रविवार को यहां गेट खोलने के साथ ही पर्यटकों का माला पहनाकर और तिलक लगाकर स्वागत भी किया गया। पहले दिन 11 पर्यटक पहुंचे, इस बार चीतों के खुले जंगल में छोड़ने की संभावना के कारण सीजन में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की भी उम्मीद है। गौरतलब है कि मानसून सीजन में कूनो समेत सभी राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य तीन माह के लिए बंद कर दिए जाते हैं। रविवार को कूनो उद्यान के पीपलवाड़ी और अहेरा गेट खोले गए, जबकि मुख्य गेट टिकटोली (सेसईपुरा की ओर) अभी बंद रहेगा। इसके साथ ही रविवार को प्रदेश के सभी नेशनल पार्क और अभयारण्य पर्यटकों के लिए खुल गये हैं। पहले दिन सभी अभयारण्यों में सैलानी घूमने पहुंचे, जिनका स्वागत अभयारण्य के अधिकारियों ने फूल माला पहनाकर उनका किया। जिप्सी सवार सैलानियों को अभ्यारण की सैर कराने के लिए जंगल में लेकर गये। तीन महीने के इंतजार के बाद प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व के साथ नए टाइगर रिजर्व बनने जा रहे नौरादेही अभयारण्य भी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। बैरियर खुलने के बाद जैसे ही पर्यटकों को जंगल की सैर करने करने अंदर जाना था, उन्हें वन कर्मियों ने माला पहनाई और गुलदस्ता देकर स्वागत किया।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भक्तों द्वारा दान सोना चांदी कितना है, इसका हिसाब मंदिर प्रबंध समिति के तहत गठित कमेटी लगा रही है। अभी मंदिर के खजाने में बेहिसाब आभूषण, छत्र आदि जमा हैं, लेकिन इनकी कीमत कितनी है, इसका हिसाब नहीं। महाकाल मंदिर परिसर में महाकाल लोक बनने के बाद भक्तों की संख्या में अप्रत्याशित भीड़ बढ़ी है। दर्शन करने वाले भक्त सोने चांदी के आभूषण भी दान कर रहे हैं। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर मंदिर के खजाने में जमा सोने चांदी के हिसाब और मूल्यांकन के लिए महापौर मुकेश टटवाल, प्रबंध समिति सदस्य पंडित राजेंद्र गुरु, प्रदीप गुरु, राम शर्मा सहित वैल्यूअर की एक कमेटी बनाई गई है, जो मंदिर से पूरा हिसाब लेगी। कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया है और शनिवार को पहली बैठक हो चुकी है। कमेटी ने अब तक जमा सोना चांदी का रिकॉर्ड और लिस्ट मांगी है। रविवार को महापौर टटवाल की उपस्थिति में एक और बैठक होगी, जिसमें उपलब्ध लिस्ट प्रस्तुत करने की संभावना है। बैठक में इसको लेकर सवाल जवाब किए जा सकते हैं। अभी उपयोग नहीं, अब बनेगी योजना मंदिर के खजाने में रखे सोने चांदी के आभूषणों का अभी कोई उपयोग नहीं हो पा रहा। चांदी के मुकुट और छत्र अधिक हैं, जिससे इनका उपयोग करना भी व्यवहारिक रूप से संभव नहीं। मंदिर प्रबंध समिति ऐसा कदम उठाएगी कि इनका किसी न किसी रूप में उपयोग किया जा सके। पिछले पांच माह में 22 किलो चांदी के आभूषण दान में आए 16 सितंबर को हैदराबाद के अरुण कुमार व राहुल कुमार ने 2 किलो 988 ग्राम का चांदी का मुकुट दान किया। 6 सितम्बर को अहमदाबाद के दिनेश भाई पटेल ने 8 किलो 702 ग्राम का चांदी का अभिषेक पात्र व गंगाल दान किए। 13 जुलाई को नईदिल्ली के सुमित डंक ने 1 किलो 350 ग्राम चांदी का मुकुट दान किया। 7 मई को ही आंध्र-प्रदेश के श्रीनिवास नालंम ने 7 किलो 341 ग्राम वजनी रजत नागराज भेंट किए। बेटी महाद्वी के जन्मदिन पर 2022 में 3 किलो चांदी के दो जलपात्र भेंट किए थे। 7 मई को ही कोलकाता के राजेश जायसवाल ने 2 किलो का चांदी का मुकुट भेंट किया। 1 अरब 35 करोड़ 66 लाख रुपए से अधिक की आय वाला मंदिर 47 हेक्टेयर क्षेत्रफल का मंदिर, पहले 2.82 हेक्टेयर पर ही था। 51 करोड़ 28 लाख रुपए का लड्डू प्रसाद भक्तों द्वारा खरीदा गया।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के बैरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम डूंगरिया में रविवार को वायु सेना के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। उड़ान के दौरान अचानक तकनीकी खराबी आने से हेलीकॉप्टर को गांव में डैम के पास एक खेत में उतारना पड़ा। हेलीकॉप्टर में वायुसेना के 6 जवान सवार थे, जो सुरक्षित हैं।   रक्षा मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि यह वायु सेना का एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर है, जो प्रशिक्षण मिशन पर था। उड़ान भरने के बाद इसमें कुछ तकनीकी खराबी आई है। इसके बाद भोपाल से करीब 60 किलोमीटर दूर एक मैदान में हेलीकॉप्टर की सेफ लैंडिंग करवाई गई है। किसी को कई नुकसान नहीं पहुंचा है। हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। इधर, सूचना मिलने के बाद सेना के इंजीनियर और टेक्नीशियन को मौके पर रवाना किया गया है। रेस्क्यू करने के लिए सेना का दूसरा हेलीकाप्टर मौके पर पहुंच गया है। इंजीनियर और अन्य टेक्निकल स्टाफ हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खामी को दूर करने में जुटे हैं। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि हेलीकॉप्टर को एक खेत में उतारा गया है। हेलीकॉप्टर के आसपास सैकड़ों लोग जमा है। वीडियो में कुछ जवान भी नजर आ रहे हैं।

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सिवनी। जिले में शनिवार की शाम को 5 बजकर 58 मिनिट 30 सेंकड पर (17.58ः30) रियेक्टर स्केल पर 1.8 तीव्रता का भूकंप का झटका दर्ज किया गया है, जिसका एपीसेंटर 5 किलोमीटर गहराई में स्थित है।   नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलाजी की वेबसाइट के अनुसार सिवनी जिले में शुक्रवार की शाम को 6 बजकर 46 मिनिट 53 सेंकडे पर रियेक्टर स्केल पर 2.9 तीव्रता का भूंकप 18.46ः53 आईएसटी अक्षांश 22.05 देशांतर 79.59, परिणाम 2.9 गहराई 5 किमी एवं शनिवार की शाम को भूंकप उत्पत्ति समय 30 सितम्बर 17.58ः30 आईएसटी अक्षांश 22.09 देशांतर 79.69 , परिमाण 1.8 गहराई 5 किमी पर दर्ज हुआ है। इस भूकंप के झटके से जिलेवासियों में भय का माहौल था। हालाकि भूकंप से किसी भी तरह की जानमाल के नुकसान होने की सूचना नहीं है।     ज्ञात हो कि नगरीय क्षेत्र सहित जिला मुख्यालय से लगे ग्राम डूंडासिवनी, छिड़िया पलारी व आसपास के ग्रामों में भूकंप जैसे हल्के झटके आमजन द्वारा बीतें दो-तीन दिनों से महसूस किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष भी इस तरह के भूकंप व भूकंप जैसे तेज झटके आमजनों ने महसूस किए गए थे।     वर्ष 2020 में दर्ज किये गये 5 भूंकप, 22 नवंबर को रहा सबसे तीव्रता वाला भूंकप-   जिले में 01 अक्टूबर को भूंकप समय 11ः49ः09 आईएसटी अक्षांश 22.11 देशांतर 79.59, परिमाण 3.6, गहराई 5 किमी दर्ज किया गया था। 21 सितम्बर को 06ः05ः58 आईएसटी अक्षांश 22.06, देशांतर 79.62, परिमाण, 2.1 और गहराई 10 किलोमीटर दर्ज किया था। पिछले वर्ष अक्टूबर-नवंबर का महीना भूकंप का रहा। यहां 50 से ज्यादा भूगर्भीय कंपन लोगों ने महसूस किये वहीं रिएक्टर स्केल पर 5 बार भूकंप के झटके दर्ज किये है। जिसमें 27 अक्टूबर में पहला भूकंप 3.3 तीव्रता, 31 अक्टूबर को दिन में दो बार तीव्रता 3.1 और 3.5 रही. वहीं 9 नवंबर को तीव्रता 3.4 , 22 नवंबर को 4.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।     जल रिसाव की वजह से महसूस किया जा रहा कंपन-   जिला प्रशासन द्वारा बीते वर्ष 22 सितम्बर 21 को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया भारत सरकार को प्रभावी क्षेत्रों में सर्वे का अनुरोध किया गया था। इसके बाद जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया की टीम 24 सितम्बर 21 को जिले में पहुंची। जियोलॉजिस्ट एम.एस.पठान के निर्देशन में टीम ने कम्पन प्रभावी क्षेत्र आमाझिरिया, राघादेही, बींझावाड़ा, डूंडासिवनी, इंदावाड़ी, गहरानाला, चूना भट्टी, बिठली, मानेगांव, कोहका, माथाटोला, रिंझाई एवं सेलुआ तथा अन्य क्षेत्र का निरीक्षण करने के साथ ही स्थानीय व्यक्तियों से चर्चा की गई।   सर्वे की रिपोर्ट 1 अक्टूबर को प्राप्त हुई, जिस पर कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया के एडिशनल डायरेक्टर हेमराज सूर्यवंशी से विस्तृत चर्चा की गई। सूर्यवंशी द्वारा बताया गया कि विगत दिवसों से सिवनी जिले में महसूस किया जा रहे सौम्य झटके हैं, जो कि पानी के रिसाव के कारण होते हैं। यह सौम्य झटकों से नुकसानी की संभावना नहीं होती है। जिला प्रशासन द्वारा आमजनों से इन भू- घटनाओं से भयभीत न होते हुए सतर्कता बरतने की अपील की गई थी।     घरों से बाहर निकले लोग-   बीते दिन मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामों के आमजनों ने झटका महसूस किया और घर से बाहर निकलकर सडकों पर आ गये। कंपन के कारण लोगों की गहरी नींद भी टूट गई और वह घर के बाहर खडे होने को मजबूर हो गये। आमजनों के अनुसार बीते दो तीन दिनों से भूगर्भीय हलचल हो रही है। इनमें से सबसे तेज भूंकप को लोगों ने शुक्रवार को सुबह महसूस किए था।   सीसीटीवी कैमरे मे कैद हुई भूगर्भीय हलचल-   बीते दिनों आये भूंकप की हलचल को कई दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान में लगे कैमरे में कैद किया है।   सुरक्षित और सतर्क रहने के दिये संदेश-   सोशल मीडिया में जिलेवासियों द्वारा कहा गया कि यह भूंकप जिलेवासियों को डरा रहे हैं, आप सतर्क रहिये, सुरक्षित रहिये।     भूकंप के संबंध में जिलेवासियों से पुलिस अधीक्षक ने की थी अपील-   उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में तात्कालीन पुलिस अधीक्षक ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि कि भूकंप आने के पूर्व की तैयारी में आपदा किट (बैग) बनाकर रख लें, जिसमें मोबाईल, जरूरी कागजात, टार्च, माचिस, मोमबत्ती, खाने पीने का सामान, कुछ रुपये व जरूरी दवाएं शामिल हो प्राथमिक चिकित्सा किट अपने घरों में अवश्य रखे।   मकान के जर्जर एवं क्षतिग्रस्त हिस्सों की मरम्मत करा ले। झूमर, पंखे, भारी टांगने वाली वस्तुओं के नीचे न सोए। ज्वलनशील पदार्थों एवं गैस सिलेण्डर को सुरक्षित स्थान पर रखें। घर के बिजली के कनेक्शन व तारों को चैककर मरम्मत करवा ले एवं घर की बिजली सप्लाई हेतु मेन स्विच अवश्य लगवाये।

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भोपाल। राज्य स्तरीय वन्यप्राणी सप्ताह रविवार से शुरू हो रहा है। सप्ताह 07 अकटूबर तक चलेगा। राजधानी स्थित वन विहार नेशनल पार्क में वन्यप्राणी सप्ताह का शुभारंभ अपर मुख्य सचिव वन विभाग जे.एन.कंसोटिया के मुख्य आतिथ्य में होगा। इस सप्ताह के दौरान वन विहार में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।   वन विहार प्रबंधन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रविवार को सप्ताह के शुभारंभ के उपरांत वन्यप्राणियों पर केंद्रित चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। 2 अक्टूबर को पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर, जन जागरूकता के लिए दौड़, फोटोग्राफी प्रतियोगिता तथा रंगोली प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। 3 अक्टूबर को पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर के साथ स्कूली छात्रों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। 4 अक्टूबर को अन्य कार्यक्रमों के अलावा कॉलेज छात्रों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 5 अक्टूबर को मेंहदी प्रतियोगिता, शिक्षकों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता तथा पॉम पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 6 अक्टूबर को सृजनात्मक कार्यशाला आयोजित की जाएगी। सप्ताह के अंतिम दिन 7 अक्टूबर को फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता, फेस पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।

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इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब मेट्रो सिटी बनने जा रहा है। यहां मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन शुरू हो गया है। शनिवार देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गांधी नगर स्टेशन पर ट्रायल के लिए पूजन किया और फिर हरी झंडी दिखाकर मेट्रो ट्रेन को ट्रायल रन के लिए रवाना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं कोच में बैठकर गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर स्टेशन 3 तक छह किमी का सफर किया। इस दौरान हजारों लोग मौजूद रहे।     मेट्रो ट्रेन का यह ट्रायल रन गांधीनगर स्टेशन से सुपर कारिडोर के स्टेशन नंबर तीन तक 5.9 किलोमीटर तक किया गया। इस पल के साक्षी 10 हजार से ज्यादा इंदौरवासी बने। इनमें अलग-अलग संगठन, व्यापारी व अन्य लोग भी शामिल रहे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इंदौर का एक नया दौर प्रारंभ हो रहा है। इंदौर मेरे सपनों का शहर है। इंदौर ने टैंपो से मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है। आज मेट्रो का ट्रायल रन प्रारंभ हुआ है। मेट्रो मतलब नई परिवहन क्रांति है। मेट्रो का सफर सुगम, सुरक्षित, सुविधापूर्ण और सस्ता है। यह सुंदर भी है और सस्टेनेबल भी। यहां 5-6 महीने में मेट्रो का रेगुलर संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में हल्की बारिश का दौर आज से फिर शुरू होने जा रहा है। इस दौरान जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में नए मानसूनी सिस्टम का असर दिखाई देगा। ऐसा मौसम अक्टूबर के पहले सप्ताह तक रहने के आसार हैं। हालांकि, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से इंदौर, भोपाल, उज्जैन संभाग में सिस्टम का असर नहीं रहेगा।   शुक्रवार को प्रदेश में गर्मी और बारिश वाला मौसम रहा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत कई शहरों में गर्मी का असर रहा। उमरिया, सिवनी, सीधी, जबलपुर, धार, छिंदवाड़ा और बालाघाट जिलों में हल्की बारिश हुई। सतना में 9 घंटे में डेढ़ इंच से ज्यादा बारिश हो गई। राजधानी भोपाल में दिन भर धूप खिली रही। बारिश थमने के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन का तापमान बढ़ने लगा है।     मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि कम दबाव के क्षेत्र की वजह से प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम बदल गया है। इसके चलते अगले 24 घंटों में हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश हो सकती है।

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अनूपपुर। जिले के बड़हर के जंगल में तीन हाथियों ने डेरा डाले हुए हैं। जो तीन-चार सौ की संख्या में एकत्रित ग्रामीण, जिसमें एक ट्रैक्टर भी शामिल उन्हें भगाने का प्रयास करने लगा। इस दौरान अचानक हाथियों के दल में एक हाथी ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। हाथी के हमले से भागने के दौरान ट्रैक्टर पलट गया। जिसमें सवार 5 पांच ग्रामीण गिरने से घायल हो गए। जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया हैं।     विगत पांच दिनों से अनूपपुर रेंज के बड़हर बीट में पांच हाथियों के समूह से दो हाथी बुढार रेंज जाने एवं तीन हाथियों का समूह बड़हर बीट के बडहर गांव तथा जंगल में निरंतर डेरा जमाए हुए हैं। अब हाथी दिन में भी खेतों में लगी धान एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आहार बना रहें हैं। ग्रामीणों की ओर से तीन हाथियों को बड़हर गांव के बीच बस्ती से निकलते हुए बुढार रेंज के खोह बीट अंतर्गत वकान नदी में पुल के पास तक भगाया। इस दौरान दल का एक हाथी जो दो हाथियों से अलग कुछ दूर पर झाड़ियों, पेड़ों के किनारे छुप था। अचानक ग्रामीणों की भीड़ को देख अपने समूह से दूर भगाने के लिए दौड़ाया। जिसमें हाथियों के दौड़ाने पर तीन-चार सौ की संख्या में एकत्रित ग्रामीण, जिसमें एक ट्रैक्टर भी शामिल था। जो हाथियों के दौड़ाने से पलट गया। जिसमें पांच व्यक्तियों को चोट आई है। जिसमे बडहर गांव निवासी 18 वर्षीय विकास पुत्र दरबारी नायक, 32 वर्षीय दादूराम पुत्र देवलाल कोल, 38 वर्षीय नोहर पुत्र बेचू कोल, 38 वर्षीय ईश्वरदीन पुत्र स्व. जय सिंह नायक एवं 40 वर्षीय जगदीश पुत्र स्व. जयसिंह नायक को चोट आई है। जबकि विकास बंजारा का दाहिना हाथ भागने व गिरने दौरान टूट गया। घायलों को 108 एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय अनूपपुर लाया गया। जहां उनका इलाज जारी हैं।

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उज्जैन। सतना जिले के जेतपुरा की रहने वाली नाबालिग किशोरी के साथ उज्जैन में हुई दुष्कर्म की घटना के बाद बार एसोसिएशन के वकीलों ने निर्णय लिया कि आरोपियों की कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा। यह जानकारी शुक्रवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक यादव ने दी।   उन्होंने बताया कि ऐसे आरोपितों की बार एसोसिएशन का कोई भी सदस्य पैरवी नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने मांग है कि ऐसे आरोपितों को कड़ी सजा होनी चाहिए। अशोक यादव ने बताया कि हम कोशिश करेंगे कि ऐसे लोगों को फांसी की सजा हो, ताकि समाज में एक संदेश जाए और महिलाओं के साथ आने वाले समय में इस तरह की कोई भी घटना न हो।   उल्लेखनीय है कि उज्जैन में सतना की रहने वाली नाबालिग किशोरी के साथ बीते सोमवार की रात एक आटो चालक ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। घटनाक्रम में पुलिस ने आरोपित आटो चालक को गिरफ्तार कर गुरुवार देर रात मामले का खुलासा कर दिया था।

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धार। मध्य प्रदेश में अनंत चतुर्दशी पर्व पर धार जिले के कुक्षी नगर में गुरुवार देर रात गणेश विसर्जन के जुलूस पर वर्ग विशेष के लोगों ने अचानक पथराव कर दिया। इसमें पुलिस कर्मियों सहित आठ लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो लोगों को गंभीर हालत में बड़वानी जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त गया। रात में ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। शुक्रवार सुबह कुक्षी में स्थिति नियंत्रण में थी। शहर में भारी पुलिस बल तैनात है। दरअसल, गुरुवार शाम को नगर में अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के लिए झांकियां निकाली जा रही थीं। नगर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ जुलूस रात करीब 12 बजे शहर के बड़पुरा मोहल्ले में पहुंचा। आरोप है कि तभी विशेष समुदाय के लोगों ने जुलूस पर पथराव कर दिया। एकाएक पथराव से जुलूस में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंच गए। इसके बाद भी उपद्रवी नहीं माने और घरों की छतों से पथराव जारी रहा और देखते ही देखते क्षेत्र में तनाव फैल गया। इस पर पुलिस बल ने बल का प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रण में किया गया। इस पथराव में पुलिसकर्मियों सहित आठ लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जानकारी मिलते ही धार से पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह भी देर रात कुक्षी पहुंच गए और मामले की जानकारी ली। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शुक्रवार को सुबह से पूरे कुक्षी नगर में सन्नाटा पसरा हुआ है। भाजपा की पूर्व मंत्री रंजना बघेल और भाजपा से क्षेत्रीय उम्मीदवार जयदीप सिंह पटेल भी रात में ही मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने प्रशासन से आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की, साथ ही उन्होंने पूरे घटनाक्रम को षड्यंत्र करार दिया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि पूरे इलाके में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। तनाव को देखते हुए नगर में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना के जो भी दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने जिले वासियों से भी अनुरोध किया कि किसी भी प्रकार की भड़काऊ बयानबाजी से दूर रहें।

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इंदौर। जैन समाज के तीर्थ स्थल गोम्मटगिरी पर अतिक्रमण का विवाद फिर गहरा गया। बुधवार दोपहर 2 बजे जैन समाज के लोग पर्यूषण पर्व छोड़ गांधीनगर थाने के सामने धरने पर बैठ गए। वे अतिक्रमण करने वाले गुर्जर समाज के लोगों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। उनका ये प्रदर्शन गुरुवार सुबह 6 बजे तक चला।   अतिक्रमण को लेकर विरोध बढ़ता देख भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आधी रात को बैठक बुलाई। बैठक में तय हुआ कि जैन और गुर्जर समाज के दो या तीन-तीन प्रतिनिधियों के साथ बैठकर मसले का हल निकाला जाएगा। समाज के लोगों सहित कलेक्टर इलैया राजा टी और पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया। बैठक में मौजूद जैन समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि गुर्जर समाज द्वारा गोम्मटगिरी पथ पर अतिक्रमण और गुंडागर्दी की जा रही है। जैन समाज का प्रदर्शन 16 घंटे से भी अधिक चला। इस दौरान समाज के लोग थाने के सामने ही सो गए। सभी लोग गुरुवार सुबह 6 बजे गांधी नगर थाने से घर लौटे।   इससे पहले बुधवार दोपहर 2 बजे जैन समाज के लोग गांधी नगर थाने पहुंचे। उनका कहना था कि गोम्मटगिरी की सीमा पर गुर्जर समाज के कुछ लोग अवैध निर्माण का प्रयास कर रहे हैं। पिलर खड़े करने के लिए गड्ढे खोदकर सरिए डाले गए हैं। सूचना मिलते ही जैन समाज के लोग गोम्मटगिरी पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।

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भोपाल। बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने के चलते मध्यप्रदेश में 30 सितंबर से हल्की बारिश का दौर फिर शुरू हो सकता है। इस सिस्टम का असर जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में ज्यादा दिखेगा। यहां रुक-रुककर बारिश होगी। भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में इसका ज्यादा असर नहीं होगा।   वर्तमान सिस्टम और स्थनीय परिस्थितियों के चलते प्रदेश के कई स्थानों पर बूंदाबांदी या हल्की बारिश हुई। धार में 1.44 इंच पानी गिर गया। सतना में 0.01 इंच बारिश हुई। इंदौर में भी बूंदाबांदी हुई। इधर, बारिश पर ब्रेक के चलते तापमान फिर बढ़ने लगा है। ग्वालियर, रतलाम, दमोह, खजुराहो और मंडला में दिन का पारा 35 डिग्री के पार पहुंच गया। जबकि नरसिंहपुर, सीधी, गुना में तापमान 34 डिग्री से अधिक रहा।   मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि 29 सितंबर से बंगाल की खाड़ी से एक नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसकी वजह से 30 सितंबर तक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा। इस सिस्टम के असर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम बदल जाएगा। अक्टूबर के पहले सप्ताह तक प्रदेश में बारिश का दौर रहेगा। इससे पहले लोकल सिस्टम की गतिविधियां रह सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में सिंगरौली, रीवा, सीधी, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी और बालाघाट में हल्की बारिश हो सकती है।

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भोपाल। प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को विदा होंगे। शहर में दिनभर विसर्जन जुलूस निकाले जाएंगे। शहर के 7 घाटों पर क्रेन की मदद से बड़ी मूर्तियों को विसर्जित किया जाएगा, जबकि छोटी मूर्तियों का कुंड में विसर्जन होगा। गणेश विसर्जन के चलते शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है।   शहर में 1200 से अधिक स्थानों पर पंडालों में गणेशजी विराजित किए गए हैं। ऐसे में घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था बड़ी चुनौती रहेगी। रात में नादरा बस स्टैंड से अनंत चतुर्दशी का सामूहिक चल समारोह भी निकलेगा। जिसकी तैयारियां जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम ने कर ली है।     सामूहिक विसर्जन करेगा नगर निगम शहर के लालघाटी चौराहा, गांधी नगर, करोंद चौराहा, कोलार, रायसेन रोड, अवधपुरी समेत पुराने शहर के दो दर्जन से ज्यादा स्थानों पर नगर निगम मूर्तियों के लिए स्टॉल लगाएगा। पूजा के बाद लोग मूर्तियां स्टॉल तक लाएंगे। इसके बाद निगम उनका सामूहिक रूप से विसर्जन करेगा। जिन स्थानों पर स्टॉल बनेंगे, उनकी लिस्टिंग की जा रही है।     इन घाटों पर सुरक्षा के बीच होगा विसर्जन   गणेश विसर्जन के दौरान उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए खटलापुरा, प्रेमपुरा, मालीखेड़ी, संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़), हताईखेड़ा, शाहपुरा एवं कमला पार्क विसर्जन घाटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। पुलिस कंट्रोल रूम से भी यहां नजर रखी जाएगी।

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भोपाल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को इंदौर में आयोजित दो दिवसीय इंडिया स्मार्ट सिटी कान्क्लेव-2023 में शामिल हुईं और इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स कॉन्टेस्ट-2022 के विजेता शहरों और राज्यों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित थे।   इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स कॉन्टेस्ट-2022 में उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर मध्य प्रदेश की पांच स्मार्ट सिटी को विभिन्न श्रेणी में 13 अवार्ड मिले हैं। मध्य प्रदेश को बेस्ट स्टेट का अवार्ड मिला है। इंदौर नेशनल स्मार्ट सिटी अवार्ड में प्रथम स्थान पर है। प्रोजेक्ट अवार्ड्स में स्मार्ट सिटी इंदौर को पांच, भोपाल को एक, जबलपुर को दो, ग्वालियर को एक और सागर को एक अवार्ड मिला है।   स्वच्छता थीम में गोबर्धन बॉयो सीएनजी प्लांट, शहरी पर्यावरण थीम में एयर क्वालिटी इम्प्रूवमेंट और अहिल्या वन विथ वर्टिकल गॉर्डन और जल थीम में सरस्वती और कान्ह लाइफ लाइन, रेनवाटर हॉर्वेस्टिंग एवं झीलों, कुओं और बावड़ियों के कायाकल्प के लिये इंदौर को प्रथम स्थान मिला है। बिल्ट इन्वायरमेंट थीम में रिवर फ्रंट डेव्हलपमेंट के लिये इंदौर को द्वितीय स्थान मिला है। भोपाल को सदर मंजिल रेस्टोरेशन प्रोजेक्ट के लिए द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। इकोनॉमी थीम में जबलपुर को स्टार्ट-अप इंक्यूबेशन सेंटर के लिये प्रथम एवं इंदौर को वेल्यू केप्चर फायनेंसिंग के लिए द्वितीय स्थान मिला है। गवर्नेंस थीम में जबलपुर को इम्पलीमेंटेशन ऑफ 311 एप्लीकेशन के लिए तृतीय स्थान मिला है।   आईसीसीसी बिजनेस मॉडल थीम में ग्वालियर को इंटेलीजेंट ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिये तृतीय स्थान और मोबेलिटी थीम पर सागर को इंटेलीजेंट ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम इम्प्रूविंग रोड सेफ्टी के लिए तृतीय स्थान मिला है। इनोवेशन अवार्ड श्रेणी में कोविड इनोवेटिव थीम पर इंदौर को कोविड-19 रिस्पांसेस-मल्टीपल इनिशिएटिव्स के लिए द्वितीय स्थान मिला है।

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इंदौर। जिला न्यायालय में बुधवार को पेशी के लिए आए दो पुलिसकर्मी आपस में ही भिड़ गए। एसआई और सिपाही ने जज के सामने ही एक-दूसरे को लात-घूंसों से पीट दिया। कोर्ट ने दोनों पर केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। प्रतयक्षदर्शियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को कोर्ट पेशी के लिए आए एक एसआई और सिपाही आपस में भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ा कि आपस में लात-जूते चलने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों के बीच कहासुनी किसी मुलजिम की कोर्ट पेशी को लेकर हुई थी। सिपाही का नाम अभिषेक सामने आया है। मारपीट के दौरान कोर्ट रूम के बाहर गहमागहमी का माहौल बन गया था। इस मामले में अभी तक पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है, लेकिन कोर्ट के आदेश पर एमजी रोड पुलिस केस दर्ज कर सकती है।

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भोपाल। सितम्बर माह में हुई बारिश के बाद मध्यप्रदेश में ओवरऑल 37 इंच बारिश हो चुकी है। यह सीजन की औसत बारिश के बराबर है। वहीं, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 25 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश हो गई है। 28 सितंबर से एक नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जो 2 अक्टूबर तक रहेगा। ऐसे में बारिश का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। इसी बीच मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। मध्यप्रदेश में मंगलवार को मौसम धूप-छांव वाला रहा। इंदौर में जरूर हल्की बूंदाबांदी हुई। राजधानी भोपाल में कोलार समेत अन्य इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, बारिश थमने के बाद तापमान में वृद्धि भी देखी जा रही है। मंगलवार को गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, उज्जैन, खजुराहो, नरसिंहपुर में तापमान 34 डिग्री के पार रहा। बीते दिनों हुई बारिश के बाद मध्यप्रदेश में बारिश का आंकड़ा लगभग पूरा हो गया है। पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में चार प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में 28 सितंबर से एक नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जो 2 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। नए सिस्टम की गतिविधियां मुख्यत: इंदौर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में ही रहेगी। भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में इसका असर कम रहेगा। यहां हल्की बारिश होती रहेगी, लेकिन भारी बारिश का अनुमान नहीं है।   मौसम विभाग ने आज सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, सिंगरैली, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में हल्की बारिश की संभावना व्यक्त की है।

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राजगढ़। ब्यावरा शहर के वार्ड क्रमांक 18 स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र-4 पर मंगलवार को दूषित खीर बच्चों को खिला दी गई। इससे बच्चों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया स्थानीय अफसरों ने खीर के सेंपल एकत्रित कर जांच के लिए पहुंचाए। मामले में आंगनवाड़ी सहायिका और स्वसहायता समहू को नोटिस जारी किया गया है ।   जानकारी के अनुसार ब्यावरा के वार्ड क्रमांक 18 में स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र-4 पर दूषित खीर का वितरण किया गया, जिसके सेवन से बच्चों में उल्टी, पेट दर्द सहित अन्य समस्याएं व्याप्त हो गई। सूचना पर पहुंचे एसडीएम, खाद्य विभाग के अफसरों ने खीर का सेंपल लेकर जांच के लिए भेजा। मामले में परिजनों का कहना है वितरित की गई खीर में इल्ली नजर आई है, जिसके सेवन से बच्चों की तबीयत बिगड़ गई है। खीर के सेवन से आंगनवाड़ी के समीप रहने वाली सावित्रीबाई (48) साल, जरीन (8) साल, आहत (7)साल और पलक (9) साल को उल्टी,पेट दर्द की शिकायत हुई, जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया,जहां उनका उपचार किया जा रहा है। स्वसहायता समूह के द्वारा वार्ड के पांच आंगनवाड़ी केन्द्र पर खीर का वितरण किया गया, जिसमें आंगनवाड़ी क्रमांक 4 पर दूषित खीर होने की सूचना पाई गई। एसडीएम मोहिनी शर्मा का कहना है कि आंगनवाड़ी केन्द्र 4 पर दूषित खीर के वितरण की सूचना मिली, खाद्य विभाग की टीम के द्वारा खीर के सेंपल एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया, जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, खीर के सेवन से एक महिला और तीन बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी, जिनका उपचार किया जा रहा है। फिलहाल बच्चे स्वस्थ हैं। मामले में स्वसहायता समूह और खीर वितरण करने वाली आंगनवाड़ी सहायिका को नोटिस दिया गया है। वहीं खीर में चूहे की गंदगी होने की बात कही गई है, वास्तविकता का खुलासा जांच के बाद हो सकेगा।

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भोपाल। राजधानी के सुभाषनगर स्थित मेट्रो डिपो में कोच को जोड़ने और टेस्टिंग पूरी होने के बाद कोच ट्रैक पर आ गए हैं। सोमवार को डिपो में ही मेट्रो को ट्रैक पर चलाकर देखा गया। मंगलवार से इसका सेफ्टी ट्रायल रन होगा। सुभाषनगर से आरकेएमपी स्टेशन के बीच मेट्रो दौड़ेगी। इस दौरान हॉर्न भी बजेगा। 2 अक्टूबर को फायनल ट्रायल रन किया जाएगा। गुजरात के सांवली (बड़ोदरा) से करीब 850 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद 17 सितंबर की रात में मेट्रो के कोच भोपाल आ गए थे। 18 सितंबर को उन्हें डिपो में बने इंस्पेक्शन बे लाइन (IBL) पर लाया गया था। इसके बाद सीनियर इंजीनियर्स, टेक्निकल एक्सपर्ट्स, सुपरवाइजर सहित 50 से ज्यादा लोगों की टीम ने कोच को जोड़ने और उनकी टेस्टिंग में लगी थी। 8 दिन यह काम करने के बाद सोमवार को मेट्रो ट्रैक पर चलाकर देखी गई। अब मंगलवार से इसे सुभाषनगर से लेकर आरकेएमपी स्टेशन तक चलाकर देखा जाएगा।   फाइनल ट्रायल रन के दौरान मेट्रो में सफर करेंगे सीएम   मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर में कुल आठ स्टेशन हैं। इनमें एम्स हॉस्पिटल, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, सरगम टॉकीज, डीबी मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाषनगर स्टेशन शामिल हैं। मंगलवार से ट्रायल रन करीब साढ़े तीन किलोमीटर में सुभाषनगर स्टेशन से आरकेएमपी स्टेशन तक किया जाएगा। 2 अक्टूबर को सीएम शिवराजसिंह चौहान सुभाषनगर पर फाइनल ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद वे आरकेएमपी स्टेशन तक मेट्रो में सफर भी करेंगे।

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भोपाल। सितंबर महीने में अब तक औसत 11 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस महीने की सामान्य बारिश 6 इंच है। इससे प्रदेश सूखे से बाहर तो निकला ही, ओवरऑल बारिश का आंकड़ा भी बराबरी पर आ गया है। प्रदेश में अब तक औसत 36.94 इंच पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार 28 सितंबर से फिर नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिसके प्रभाव से इंदौर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में फिर से बारिश होगी।   वर्तमान में सक्रिय सिस्टम के कमजोर पड़ जाने के बावजूद प्रदेश में बूंदाबांदी या हल्की बारिश का दौर अभी जारी है। सोमवार को भी प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहा। धार में डेढ़ इंच पानी बरस गया।भोपाल, गुना, इंदौर और नौगांव में भी हल्की बारिश हुई। नर्मदापुरम में भी हल्की बारिश हुई। बारिश के इस दौर के कारण प्रदेश के अब सिर्फ छह जिले ही रेड जोन में बचे हैं।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 28 सितंबर से एक नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जिसका प्रभाव इंदौर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभागों में दिखाई देगा। भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में इसका असर कम रहेगा। हालांकि इन संभागों में हल्की बारिश होती रहेगी, लेकिन भारी बारिश का अनुमान नहीं है। डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 28 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सिस्टम सक्रिय रहेगा।   मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में प्रदेश से साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और दो ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। इन परिस्थितियों के चलते अगले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में धूप-छांव और बूंदाबांदी वाला मौसम रहेगा। कहीं-कहीं तेज बारिश भी हो सकती है।

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मुरैना। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की प्रति सोमवार को जिलाधीश अंकित अस्थाना की अध्यक्षता में टाइम लिमिट की बैठक आयोजित की जाती है। बैठक से सीएमओ बानमौर, जौरा बिना सूचना के अनुपस्थित पाये गये। जिलाधीश ने तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये। वहीं कैलारस जनपद सीईओ के अनुपस्थित रहने की सूचना प्राप्त थी। जिसमें सहायक यंत्री को उपस्थित रहने के निर्देश दिये जनपद सीईओ ने दिये थे। किन्तु सहायक यंत्री ने बैठक में उपस्थित होना उचित नहीं समझा। इस पर जिलाधीश ने सहायक यंत्री को नोटिस जारी करने और जनपद सीईओ कैलारस को चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश दिये। बैठक में अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद, समस्त एसडीएम, संयुक्त कलेक्टर आरबी नाडिया, शुभम शर्मा, नगर निगम कमिश्नर, डिप्टी कलेक्टर वंदना जैन, मेघा तिवारी, समस्त जिला अधिकारी, जनपद सीईओ, सीएमओ, तहसीलदार उपस्थित थे। जिलाधीश अंकित अस्थाना ने कहा कि पिछले सप्ताह आयुष्मान कार्ड एक हजार 200 बनाये गये। यह स्थिति संतोषप्रद है, इसमें और सुधार की आवश्यकता है। बैठक में झुण्डपुरा और सबलगढ़ नगर पालिका में आयुष्मान कार्डो की ई-केवायसी की प्रगति अगली टीएल बैठक में पूर्ण करने के निर्देश दिये।

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भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी ऑफ एक्सीलेंस के स्टार शूटर एश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने चीन के हांज्जाऊ में चल रहे 19वीं एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया है। टीम इंडिया के दिव्यांश पवार, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और रूद्राश पाटिल की तिकड़ी ने 1893.7 अंक हासिल कर विश्व रिकार्ड बनाया है। पहले यह रिकार्ड चीन के पास था।       अकादमी के एश्वर्य ने 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में 631.6 अंको का योगदान कर भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाया। एशियन गेम्स मे हो 10 मीटर रायफल एकल इवेंट मे एश्वर्य प्रताप सिंह ने 228.8 अंको के साथ तीसरा स्थान पर कांस्य पदक हासिल किया।   खेल मंत्री सिंधिया ने दी बधाई खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने एश्वर्य को इस शानदार उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा है कि हमारी अकादमी के एश्वर्य प्रताप सिंह ने भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिया और विश्व रिकार्ड हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारतीय टीम ने 1893.7 अंक हासिल कर रिपबलिक ऑफ कोरिया और चीन को हराया है। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि मुझे गर्व है कि हमने अपने खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधा प्रदान की है और इसके नतीजे पूरी दुनिया के सामने है। एश्वर्य प्रताप सिंह ने आने वाले नए प्रतिभावान शूटर्स के लिये एक आदर्श खिलाड़ी बन कर उभरें है।

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ग्वालियर। सोमवार को राजस्थान से मानसून की वापसी शुरू हो गई है। इधर ग्वालियर में रविवार की रात में हल्की बारिश और सोमवार शाम को बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अब स्थानीय प्रभाव से ही हल्की बारिश या बूंदाबांदी संभव है। एक से तीन अक्टूबर के आसपास ग्वालियर से भी मानसून की विदाई हो जाएगी। ग्वालियर-चंबल संभाग के आसपास अभी कोई मौसम प्रणाली मौजूद नहीं है जिससे बारिश की उम्मीद की जा सके। चूंकि ग्वालियर में पिछले कुछ दिनों से तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच रहा है। अत: गर्मी बढऩे से रविवार को देर रात बादल बन गए और शहर में चुनिंदा क्षेत्रों हल्की बारिश हो गई। सोमवार को भी दिन भर जहां धूप खिली रही वहीं शाम चार बजे के आसपास अचानक घुमड़े बादलों ने शहर के कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी कर दी। इस प्रकार पिछले 24 घंटे में शहर में 5.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार एक जून से अब तक शहर में कुल 724.2 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जो औसत से 24.0 मिलीमीटर अधिक है।   स्थानीय मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह ने बताया कि सोमवार को पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों से मानसून वापस हो गया है। इसी क्रम में अब धीरे-धीरे राजस्थान के अन्य हिस्सों से भी मानसून वापस होगा। ऐसे में अब 29 सितम्बर को बंगाल की खाड़ी में विकसित होने वाली मौसम प्रणाली (कम दबाव का क्षेत्र) का बहुत ज्यादा असर नजर नहीं आएगा क्योंकि राजस्थान से मानसून की वापसी के चलते यह मौसम प्रणाली ओडिश से आगे नहीं बढग़ी। इस कारण संभवत: उसका असर मध्यप्रदेश तक नहीं आ पाएगा। ऐसे में अब तापमान बढऩे की स्थिति में बनने वाले बादलों से कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी के अलावा तेज बारिश की उम्मीद कम है। उन्होंने बताया कि तीस सितम्बर से तीन अक्टूबर के बीच ग्वालियर से भी मानसून की वापसी होने की संभावना है।   सोमवार को आसमान में आंशिक बादल होने की वजह से सुबह से ही तेज धूप खिली रही। इसके चलते जहां उमस पूर्ण गर्मी का असर रहा वहीं तापमान में भी आंशिक वृद्धि दर्ज की गई। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में आज अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान पिछले दिन की तरह आज भी 25.1 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। यह भी औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 98 और शाम को 80 प्रतिशत दर्ज की गई।

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भोपाल। पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी योजना से पिछड़ा वर्ग के दो युवाओं को जापान में नौकरी करने का मौका मिला है। यह युवक प्रदेश के छोटे कस्बों के हैं। यह जानकारी रविवार को जनसम्पर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने दी।   उन्होंने बताया कि नर्मदापुरम जिले की तहसील सोहागपुर के ग्राम रेवावनखेड़ी के सौरभ कुमार विश्वकर्मा और छिंदवाड़ा जिले की तहसील चौरई के ग्राम माचीबाड़ा के दीनदयाल सनोडिया का जापान के ओसाका शहर में नौकरी के लिए चयन हुआ है। इमेशिग कंपनी लिमिटेड ने इन युवाओं को प्रतिमाह एक-एक लाख रुपये की राशि के वेतन पर नौकरी दी है।     उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग ने हाल ही में पिछड़ा वर्ग के युवाओं को विदेश में नौकरी देने के लिए अभिनव योजना शुरू की है। योजना के अच्छे परिणाम सामने आने लगे हैं। सौरभ और दीनदयाल बताते हैं कि उन्होंने योजना में चयन होने के बाद भोपाल के पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के राज्य स्तरीय रोजगार एवं प्रशिक्षण केन्द्र में जापानी भाषा का गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद इन्होंने जापान सरकार द्वारा ली जाने वाली लेंग्वेज परीक्षा को सफलतापूर्वक पास किया। इसके बाद इन युवाओं को जापान की नियोक्ता कंपनी की मांग अनुसार विशेष कौशल में प्रशिक्षित किया गया।     योजना में पहले चरण के बैच में 30 उम्मीदवारों में से 24 उम्मीदवारों ने जापान सरकार द्वारा ली जाने वाली लेंग्वेज परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। इन युवाओं को भी नौकरी के लिए जापान भेजने की विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जापान में हेल्थ केयर और कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में रोजगार की अच्छी संभावना है। योजना में चयनित युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है। पिछड़ा वर्ग के व्यक्तियों को विदेशों में रोजगार की अभिनव योजना दिसम्बर-2022 में विभाग द्वारा प्रारंभ की गई। इसमें विदेशी भाषा के प्रशिक्षण और कौशल प्रशिक्षण के साथ विदेशों में रोजगार प्रदान करने की व्यवस्था है। विभाग ने वर्ष 2023-24 के लिये 200 व्यक्तियों के प्रशिक्षण के लिये विभागीय बजट में 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।

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ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल संभाग में अगले चार से पांच दिन तक बारिश की उम्मीद कम है। ऐसे में लोगों को अभी उमस पूर्ण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर भरोसा करें तो 29 सितम्बर के बाद बारिश हो सकती है। ग्वालियर में पिछले आठ दिनों से मानसून ब्रेक की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। शहर में लगातार दूसरे दिन पारा 35 डिग्री सेल्सियस के नजदीक टिका रहा। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में रविवार को अधिकतम तापमान मात्र 0.1 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 34.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 85 और शाम को 71 प्रतिशत दर्ज की गई।   मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में अभी कोई मजबूत मौसम प्रणाली मौजूद नहीं है। उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर से एक द्रोणिका लाइन जरूर गुजर रही है। ऐसे में अगले चार से पांच दिन तक ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज बारिश की उम्मीद कम है। हालांकि स्थानीय प्रभाव से कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम के जानकार बता रहे हैं कि 29 सितम्बर को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है। यदि यह मौसम प्रणाली मध्यप्रदेश की ओर आगे बढ़ी तो सितम्बर के अंतिम या अक्टूबर के शुरुआती दिनों में तेज बारिश हो सकती है।

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर को विभिन्न स्त्रोत से मिलने वाले दान-भेंट में भारी वृद्धि हो गई है। मंदिर को बीते 8 माह के दौरान 1.35 अरब राशि प्राप्त हुई है। वहीं दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या रही है।     मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा रविवार को दी गई जानकारी के अनुसार, महाकाल महालोक के लोकार्पण के बाद महाकालेश्वर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। यहीं वजह है कि महाकालेश्वर मंदिर दान-भेंट प्राप्त करने के मामले में अरबपति धर्मस्थलों की सूची में शामिल हो गया है। मंदिर समिति को 1 जनवरी से 12 सितंबर 2023 तक की अवधि में विभिन्न स्त्रोत से एक अरब 35 करोड़ 66 लाख 91 हजार रुपये प्राप्त हुए है। इसमें गर्भगृह दर्शन, शीघ्र दर्शन, भस्म आरती, लड्डू बिक्री,अनुमति भेंट शुल्क समेत दान शामिल है। इस दौरान 3 करोड़ 50 लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा के दर्शन किए। इसी वजह से मंदिर समिति को मिलने वाले दान में बढ़ोतरी हुई है। महाकाल मंदिर में लगी दान पेटियों के अलावा ऑनलाइन सुविधा का फायदा उठाकर भी भक्त एडवांस बुकिंग कर दान कर रहे हैं।   38.56 करोड़ के लड्डू बिके करोड़ 56 सावन और भादौ के दो महीने में मंदिर समिति को दान, भस्म आरती, बुकिंग और अन्य साधनों से 25 करोड़ 10 लाख प्राप्त हुए। लड्डू प्रसाद से 15.35 करोड़ रुपए मिले हैं। मंदिर में मिलने वाले लड्डू प्रसादी की देश भर में डिमांड है। देश-विदेश से आए श्रद्धालु अपने साथ लड्डू बतौर प्रसादी ले जाते हैं। महाकाल लोक बनने के बाद लड्डू प्रसादी की बिक्री भी बढ़ गई। मंदिर आने वाले भक्तों ने लड्डू प्रसाद खरीदने का भी रिकॉर्ड बनाया है। 1 जनवरी से 12 सितंबर तक 38 करोड़ 56 लाख 34 हजार 888 रुपए के लड्डू बिके हैं।   ऑनलाइन होने से बढ़ रही एडवांस बुकिंग मंदिर प्रबंध समिति ने सप्ताह के चार दिन मंगलवार से शुक्रवार तक दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक भक्तों को गर्भगृह से नि:शुल्क दर्शनों की व्यवस्था की है। वहीं, सुबह 7.30 से दोपहर 12 बजे और शाम 6 से रात 8 बजे तक सशुल्क दर्शन कराए जा रहे हैं। सुबह व शाम के इन दो स्लॉट में गर्भगृह में प्रवेश के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 750 रुपए शुल्क चुकाना होता है। इसके अलावा, भस्म आरती अनुमति के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपए शुल्क निर्धारित है। अगर, भक्त जल्दी दर्शन करना चाहते हैं, तो वे 250 रुपये का शीघ्र दर्शन टिकट ले सकते हैं।   इधर खर्च भी बढ़ गया… मंदिर का क्षेत्रफल 2.82 हेक्टेयर था, जो महाकाल महालोक की वजह से विस्तारीकरण के बाद 47 हेक्टेयर हो जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी के अनुसार महाकाल मंदिर के विस्तार,सुविधाओं में वृद्धि के चलते प्रबंध समिति के खर्च में भी वृद्धि हो गई है। महाकाल मंदिर में कुल 306 मंदिर समिति के कर्मचारी हैं, उनकी सैलरी से लेकर मंदिर की सुरक्षा, साफ-सफाई, कई निर्माण कार्य, मंदिर का रख रखाव, पर्व मंदिर की व्यवस्था, धर्मशाला, अन्न क्षेत्र, महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्था, गोशाला, सांस्कृतिक कार्यक्रम पर सबसे ज्यादा खर्च होता है। इसके अलावा, महाशिवरात्रि पर्व, सावन माह, नागपंचमी समेत अन्य पर्व पर भी ज्यादा खर्च होता है। पहले मंदिर का खर्च प्रति माह 2.5 करोड़ था, जो बढ़कर करीब 8 करोड़ हो गया है।

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इंदौर। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का दूसरा मैच रविवार, 24 सितंबर को इंदौर में खेला जाएगा। मोहाली में खेले गए पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराने के बाद टीम इंडिया यहां होलकर स्टेडियम में श्रृंखला जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगी, लेकिन मौसम इस मैच में खलल डाल सकता है। मौसम विभाग ने मैच के दौरान रविवार शाम को बारिश होने की संभावना जताई है।   मौसम विभाग के मुताबिक, इंदौर में शनिवार सुबह से शाम तक बादल छाए रहे और धुंध का असर रहा। सुबह न्यूनतम दृश्यता 2000 मीटर तक दर्ज की गई। आज सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 23.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं सुबह के समय पश्चिमी उत्तर पश्चिमी हवाएं अधिकतम 15 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चली। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि इंदौर में 24 सितंबर को सुबह 11 से 12 बजे तक मौसम शुष्क रहेगा और बादल छाए रहेंगे, जबकि दोपहर 3 से शाम 7 बजे के बीच हल्की बारिश की संभावना है।   उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तर छत्तीसगढ़ और झारखंड में चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। एक मानसून द्रोणिका जैसलमेर शिवपुरी सीधी होते हुए गया तक जा रही है। इस वजह से इंदौर में शनिवार को शहर में हल्के से मध्यम बारिश हो सकती है।   गौरतलब है कि इसी साल मार्च में भारत-ऑस्ट्रेलिया की टीमों के बीच होलकर स्टेडियम में टेस्ट मैच हुआ था और अब फिर दोनों टीमें आमने–सामने होंगी। होलकर स्टेडियम में इस डे–नाइट मैच की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इंदौर में होने वाले मैच के लिए भारतीय टीम में सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया है। इससे स्थानीय प्रसंशकों को सितारा बल्लेबाज विराट कोहली, रोहित शर्मा और हरफनमौला हार्दिक पांड्या की कमी खलेगी। हालांकि इनके अलावा भी टीम में कई बड़े नाम मौजूद हैं। मैच के लिए सभी टिकट पहले ही बिक चुके हैं।   भारत और आस्ट्रेलिया के बीच होलकर स्टेडियम में होने वाला यह दूसरा एकदिवसीय मैच है। संयोग से पिछली बार भी दोनों टीमें साल 2017 में 24 सितंबर को ही भिड़ी थीं। उस मैच में भारत ने पांच विकेट से जीत हासिल की थी। होलकर स्टेडियम में अब तक भारत कोई भी एकदिवसीय मैच नहीं हारा है, जबकि इसी साल मार्च में खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को नौ विकेट से हराया था। यह होलकर स्टेडियम में भारत की पहली हार थी। यह मैच तीन दिन में खत्म हो गया था। यह टेस्ट पिच के कारण भी विवादों में रहा था। अब भारत की कोशिश ऑस्ट्रेलिया से उस हार का बदला लेने की होगी।   इधर, क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि होलकर स्टेडियम पिच बल्लेबाजों के अनुकूल है। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी चुन सकती है। बल्लेबाजों को शुरूआती ओवर में फायदा मिल सकता है। मध्यम क्रम में फिरकी गेंदबाजों को अच्छी टर्न मिल सकती है। तेज गेंदबाजी करना यहां चुनौती रहेगी। पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम 300 से 350 रन बनाती है तो दूसरी पारी में लक्ष्य हासिल करना कठिन नहीं होगा।

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भोपाल। दो मानसूनी सिस्टम सक्रिय होने से मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। राजधानी भोपाल में शनिवार सुबह करीब 6 बजे तेज बारिश हुई। इससे पहले पिछले 24 घंटे में बैतूल, छतरपुर, शिवपुरी समेत 10 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले दो दिन और बारिश का दौर रहेगा। इसके बाद गतिविधियां कम होंगी। हालांकि, सितंबर के आखिरी सप्ताह तक हल्की बारिश होती रहेगी।   मध्यप्रदेश में शुक्रवार को बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल में 9 घंटे में 1.70 इंच पानी बरस गया। खजुराहो में डेढ़ इंच, बैतूल में करीब 1 इंच बारिश हुई। शिवपुरी में 0.86 इंच बारिश दर्ज की गई। खंडवा, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, नरसिंहपुर, नौगांव और मलाजखंड में भी बारिश हुई। सीहोर में तेज बारिश से पार्वती नदी उफान पर आ गई। भोपाल-बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी में पुल पर बाणगंगा नदी का पानी बहने लगा, जिससे करीब साढ़े 4 घंटे ट्रैफिक बंद रहा।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी भी साइकोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है। वहीं, मानसून ट्रफ जैसलमेर, शिवपुरी होते हुए प्रदेश के उत्तरी हिस्सों से गुजर रही है। एक और ट्रफ लाइन पूर्वी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। इससे पिछले 24 घंटे में प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में सिस्टम कमजोर होगा, लेकिन मानसून ट्रफ लाइन रहेगी। इससे प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसमें सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, डिंडोरी, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, देवास, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला जिले शामिल हैं। बैतूल में तेज बारिश हो सकती है। इसके बाद बारिश की गतिविधियां घटने लगेंगी।     रेड जोन से बाहर आया भोपाल गुरुवार तक प्रदेश के कुल 7 जिले- भोपाल, गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी रेड जोन में शामिल थे। यहां 23% से 38% तक कम बारिश हुई थी। गुरुवार रात में भोपाल में करीब 3 इंच बारिश हो गई। शुक्रवार दिन में भी करीब दो इंच बारिश हो गई। इससे भोपाल जिला रेड जोन से बाहर निकल आया है। हालांकि, अभी भी यहां सामान्य से 19% बारिश कम हुई है। भोपाल में अब तक 29.83 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 36.72 इंच बारिश होनी चाहिए थी।     मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बैतूल जिले में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, डिंडोरी, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, देवास, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला जिलों में तेज बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, बालाघाट, सागर, दमोह और छतरपुर जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।

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भोपाल। सागर का नौरादेही अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया है। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी से मंजूरी के तीन महीने बाद केन्द्र सरकार ने शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसका नाम भी बदला गया है। अब इसका नया नाम वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व होगा। यह प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व होगा। इसमें सागर, दमोह, नरसिंहपुर जिले के करीब 1,41,400 हेक्टेयर क्षेत्र को शामिल किया गया है। जनसम्पर्क अधिकारी दुर्गेश रायकवार ने बताया कि भारत सरकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा वन्य-प्राणियों के संरक्षण एवं संवर्धन की दृष्टि से मध्य प्रदेश के वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में विभिन्न क्षेत्रों को अधिसूचित किया गया है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा केन-बेतवा लिंक परियोजना की प्रदाय की गई स्वीकृति में अधिरोपित की गई शर्त के पालन में जिला सागर, दमोह एवं नरसिंहपुर में पूर्व से अधिसूचित नौरादेही को वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य के क्षेत्र को सम्मिलित किया है। उन्होंने बताया कि वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य मध्यप्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व है। टाइगर रिजर्व का 1414.00 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कोर क्षेत्र तथा 925.120 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को बफर क्षेत्र के रूप में अधिसूचित किया गया है। अधिसूचित बफर क्षेत्र में नौरादेही एवं वीरांगना दुर्गावती अभयारण्यों का पूर्व से अधिसूचित ईको सेंसेटिव जोन एवं आस-पास के वनक्षेत्र को शामिल किया गया है। देश में प्रथम स्थान पर मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, तेन्दुआ स्टेट, चीता स्टेट के साथ-साथ घड़ियाल स्टेट भी है। टाइगर रिजर्व में अन्य कोई नया राजस्व क्षेत्र शामिल नहीं किये जाने के कारण टाइगर रिजर्व के आस-पास के स्थानीय लोगों पर कोई अतिरिक्त प्रतिबंध नहीं लागू किये जाएंगे। टाइगर रिजर्व में पूर्व से ही अधिसूचित अभयारण्य क्षेत्र अथवा ईको सेंसेटिव क्षेत्र को शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश का यह सातवां टाइगर रिजर्व वन्य-प्राणियों के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रबंधन की दृष्टि से वन्य-प्राणियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इस टाइगर रिजर्व की स्थापना से इन वनों से प्राप्त होने वाली पारिस्थितिकीय सेवाओं (Eco-system Services) की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जो वर्तमान एवं भावी पीढ़ियों के लिए पारिस्थितिकीय सुरक्षा प्रदान करेगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को नर्मदापुरम, बैतूल, भोपाल समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार को तड़के चार बजे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। वहीं, मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा समेत प्रदेश के आठ जिलों में तेज बारिश की चेतावनी दी है। बारिश के ये गतिविधियां 23-24 सितंबर तक जारी रह सकती हैं।   तेज बारिश का दौर शुरू होने के बाद मध्यप्रदेश में गुरुवार को कई जिलों में तेज बारिश हुई। नर्मदापुरम में 9 घंटे में 2.12 इंच बारिश हो गई। बैतूल में 1.45 इंच, भोपाल में 0.6 और शिवपुरी में 0.6 इंच पानी गिरा। सिवनी, पचमढ़ी और मलांजखंड में भी बारिश हुई। रात में कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। वहीं, राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह 4.00 बजे से अलग-अलग इलाकों में बारिश हो रही है। प्रदेश में अब तक औसत 35.83 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 36.32 होनी चाहिए थी। दोनों आंकड़े में आधा इंच का अंतर भी नहीं है। प्रदेश में ओवरऑल 1% बारिश ही कम है। पूर्वी हिस्से में 5% कम और पश्चिमी हिस्से में 2% अधिक बारिश हुई है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तरी ओडिशा के आसपास लो प्रेशर एरिया सक्रिय हुआ था। वहीं, साइकोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव हुआ है, जो अभी झारखंड के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में सक्रिय है। यह उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर जा रहा था। इससे नर्मदापुरम, भोपाल, जबलपुर समेत कई जिलों में कहीं-कहीं बारिश हुई। अधिकांश हिस्सों में वज्रपात की स्थिति भी रही। अगले 24 घंटे के दौरान सिस्टम कमजोर होगा, लेकिन नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा में मध्यम से भारी हो सकती है। इनसे लगे जिलों में हल्की बारिश होगी।   मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में तेज बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में गुरुवार को दो और चीतों-नर चीता पावक और मादा चीता धीरा को पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया। इससे पहले बीते सोमवार को दो चीतों वायु और अग्नि को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया था।       प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नर चीता पावक और मादा चीता धीरा को बड़े बाड़े में छोड़ने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उन्हें सेटेलाइट कॉलर पहनाया गया। वर्तमान में दोनों चीते स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य परीक्षण के लिये दोनों चीतों को क्वारेंटाइन बोमा में रखा गया था। इन दोनों चीतों को बोमा में छोड़ने का कार्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कूनों में पदस्थ वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।       गौरतलब है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को लाकर बसाया गया था। इनमें से एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह यहां चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गई थी, लेकिन इस साल मार्च से जुलाई के बीच चार माह में एक के बाद नौ चीतों की मौत हो गई थी। इनमें छह चीते और तीन शावक शामिल हैं। इसके बाद चीता विशेषज्ञों की सलाह पर कूनो प्रबंधन ने शेष बचे एक शावक सहित सभी 15 चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया था। इसके लिए उन्हें खुले जंगल और बड़े बाड़े से ट्रेंकुलाइज करके छोटे-छोटे क्वारंटाइन बोमा में रखा गया था।       स्वास्थ्य परीक्षण पूरा होने के बाद अब चीतों को दोबारा बड़े बाड़ों में रिलीज किया जा रहा है। इससे पहले बीते रविवार को दो चीतों गौरव और शौर्य नाम को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद बड़े बाड़ों में रिलीज किया था। फिर, सोमवार को भी दो नर चीतों वायु और अग्नि को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद बड़े बाड़ों में रिलीज किया गया। अब दो अन्य चीतों को भी बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार सबसे लंबा करीब 350 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। जबलपुर से सड़क मार्ग जरिए एक ब्रेनडेड मरीज का लिवर भोपाल लाया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम गुरुवार रात करीब 10 बजे लिवर लेकर भोपाल के लिए रवाना हुई, जिसके देर रात तक यहां पहुंचने की उम्मीद है।     बंसल हॉस्पिटल के मैनेजर लोकेश झा ने बताया कि जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल में 64 वर्षीय मरीज को 20 सितंबर को ब्रेनडेड घोषित किया गया था। उनके परिजनों ने ऑर्गन डोनेट करने की इच्छा जताई थी। जिसके बाद एक से डेढ़ घंटे में सर्जरी कर लिवर निकाला गया। जो भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में भर्ती एक मरीज को ट्रांसप्लांट किया जाएगा। यह सर्जरी 5 से 10 घंटे तक चल सकती है। बंसल हॉस्पिटल के डॉ. गुरुसागर सिंह सहोटा ( लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन) पूरे ऑपरेशन को लीड कर रहे हैं।     झा ने बताया कि हेलिकॉप्टर के जरिए लिवर लाने का प्लान था। डॉक्टर्स को जबलपुर से आर्गन लाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हेलिकॉप्टर मुहैया कराया था। डॉक्टरों की टीम ने हेलिकॉप्टर से भोपाल से जबलपुर के लिए उड़ान भरी, लेकिन रात होने की वजह से हेलिकॉप्टर ने वापसी की उड़ान नहीं भरी। इसके बाद सड़क मार्ग से लिवर लाने का फैसला लिया गया। लिवर जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल से भोपाल के बंसल हॉस्पिटल लाया जा रहा है।   ऑर्गन डोनेशन के लिए काम करने वाली किरण फाउंडेशन के सचिव डॉ. राकेश भार्गव ने बताया कि गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात प्रदेश में पहली बार सबसे लंबा 350 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरीडोर जबलपुर से भोपाल के बीच बनाया गया। जो जबलपुर, नरसिंहपुर, रायसेन और भोपाल के बीच बना। डॉ. राकेश भार्गव ने बताया कि 24 जुलाई 2017 को भी जबलपुर से एक ब्रेन डेड पेशेंट का ऑर्गन भोपाल लगाया गया था। तब यह फ्लाइट से लाया गया था। लेकिन, सड़क मार्ग से पहली बार जबलपुर से कोई आर्गन भोपाल लाया जा रहा है।     गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल 10 मई को भोपाल से इंदौर के बीच 205 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरीडोर बना था। तब भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में ब्रेन हेमरेज के बाद भर्ती हुई पुष्पलता जैन की एक किडनी इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती मरीज को ट्रांसप्लांट करने भेजी गई थी।     मेट्रो हॉस्पिटल जबलपुर के डॉ. सौरभ बड़ेरिया ने बताया कि 19 सितंबर को एक 64 वर्षीय मरीज भर्ती हुआ था। उसे ब्रेन ट्यूमर था। अस्पताल में दिए गए इलाज के बाद भी उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। 20 सितंबर की सुबह मरीज ब्रेन डेड हो गया था। उसके परिजनों ने आर्गन डोनेट करने की इच्छा जताई थी। इस पर डॉक्टर्स की टीम ने तय प्रोटोकॉल के तहत नेशनल आर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (एनओटीटीओ) को आर्गन डोनेशन की सूचना दी थी। अप्रूवल मिलने के बाद लिवर को भोपाल भेजा गया।     पीयूष सराफ ने बताया कि उनके मामा राजीव सराफ को इसी साल 27 मार्च में ब्रेन ट्यूमर डिटेक्ट हुआ था। नागपुर के हॉस्पिटल में 29 मार्च को सर्जरी हुई थी। इसके बाद वह रिकवर हो गए थे। 19 सितंबर को उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ। इसके बाद इलाज के लिए मेट्रो हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, लेकिन वह रिकवर नहीं हुए। बल्कि ब्रेन डेड हो गए। इसके चलते परिजनों ने मामाजी के आर्गन डोनेट करने का फैसला किया। ताकि उनके आर्गन से दूसरे व्यक्ति को जिंदगी मिल सके। राजीव सराफ मूल रूप से बैतूल के रहने वाले थे।

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भोपाल। विभिन्न स्तरों पर आयोजित होने वाली शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र छात्राओं के दैनिक भत्ते एवं गणवेश राशि में वृद्धि के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। यह जानकारी गुरुवार को जनसम्पर्क अधिकारी राजेश बैन ने दी।       उन्होंने बताया कि क्रीड़ा अंशदान से आयोजित होने वाली शालेय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र छात्राओं के दैनिक भत्ते एवं गणवेश राशि में यह वृद्धि दर लागू होगी। इन प्रतियोगिता में जो छात्र छात्राएं शामिल होंगे, उन्हें इसी सत्र से बढ़ा हुआ दैनिक भत्ता एवं गणवेश राशि मिलेगी।     जारी आदेश के अनुसार क्रीड़ा अंशदान राशि से आयोजित होने वाली जिला एवं संभाग स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र छात्राओं के लिए दैनिक भत्ता राशि 90 रुपये से बढ़ाकर 135 रुपये एवं गणवेश राशि 450 रुपये से बढ़ाकर 675 रुपये की गई है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए दैनिक भत्ता राशि 100 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये एवं गणवेश राशि 500 रुपये से बढ़ाकर 750 रुपये की गई है। राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए दैनिक भत्ता राशि 150 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये एवं गणवेश के लिए 1200 रुपये से बढ़ाकर 1800 रुपये की गई है।

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नई दिल्ली। चंंद्रमा की सतह पर निष्क्रिय किए गए चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को शनिवार को एक बार फिर से सक्रिय किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 23 सितंबर को इन दोनों को फिर से सक्रिय करने की योजना बनाई है। चंद्रमा में सूर्यास्त के कारण तीन सितंबर को विक्रम लैंडर को स्लीप मोड में भेज दिया गया था। इससे पहले प्रज्ञान रोवर को बैटरी डिस्चार्ज होने के कारण स्लीप मोड में भेज दिया गया था। इसरो के निदेशक नीलेश देसाई ने गुरुवार को बताया कि चंद्रमा पर 20 सितंबर से सूर्योदय शुरू हो गया है। इसलिए अब चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को एक बार फिर सक्रिय किया जाएगा। उससे लैंडर और रोवर में मौजूद सोलर पैनल रिचार्ज हो जाएंगे। तीन सितंबर से दोनों ही स्लीप मोड में रखे गए थे। उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार 23 सितंबर को रोवर और लैंडर को पुनर्जीवित किया जाएगा। इसके साथ इस बात पर भी विचार किया जा रहा है कि यह रात में -120 से -200 C के तापमान को कितना झेल सकता है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि हमारे पास लैंडर पर चार और रोवर पर दो सेंसर हैं, और उनमें से कुछ काम कर सकते हैं। इस वजह से हमारा प्रयोग आगे बढ़ेगा। हमें और अधिक प्रयोगात्मक डेटा मिल सकेंगे। उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-3 का लैंडर 'विक्रम' 23 अगस्त की शाम 6 बजे चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतरा था।

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भोपाल। कुछ दिनों के ब्रेक के बाद मध्यप्रदेश में एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होने जा रहा है। गुरुवार से ही बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। जिनके कारण मौसम में बदलाव दिखाई देगा। ऐसा बंगाल की खाड़ी से स्ट्रॉन्ग सिस्टम के सक्रिय होने से होगा। मौसम विभाग ने इस दौरान प्रदेश के 8 जिलों में तेज होने की चेतावनी दी है, वहीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत 39 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। मध्यप्रदेश में बुधवार से मौसम फिर बदल गया। प्रदेश के 12 जिलों में बूंदाबांदी और बारिश हुई। इनमें भोपाल, सागर, जबलपुर, दमोह, बालाघाट के मलाजखंड, सतना, उमरिया, रीवा, छतरपुर के खजुराहो, नरसिंहपुर, मंडला और छिंदवाड़ा शामिल हैं। भोपाल में भी दोपहर में शहर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। राजस्थान के कोटा बैराज बांध से चंबल में 2.85 लाख क्यूसेक पानी मंगलवार तक छोड़ा गया। इससे बुधवार को मुरैना और भिंड में चंबल उफना गई।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो गया है। वहीं, मानसून ट्रफ लाइन रतलाम से प्रदेश के बीचोंबीच से गुजर रही है। इससे सागर, रीवा और जबलपुर संभाग में मध्यम बारिश का दौर जारी है। अगले 24 घंटे में भोपाल, जबलपुर और सागर संभाग के कुछ जिलों में बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में बैतूल, हरदा, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और सागर जिलों में तेज बारिश होगी। वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का दौर थमते ही गर्मी का असर बढ़ने लगा है। मंगलवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 2 डिग्री तक बढ़ गया। वहीं, खंडवा में डेढ़ इंच से ज्यादा बारिश हो गई। ऐसा ही मौसम बुधवार को भी बना रहेगा, जबकि 21 सितंबर से हल्की बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 22 से 23 सितंबर तक स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय रहेगा। इसके प्रभाव से एक बार फिर पूरा प्रदेश भीगेगा। बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में मिला-जुला मौसम देखने को मिला। खंडवा में दिन में 41 मिमी बारिश हो गई, जो डेढ़ इंच से ज्यादा है। यहां तापमान 32.8 डिग्री रहा। ग्वालियर में 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इंदौर में तापमान 30 डिग्री रहा। इससे गर्मी का असर रहा। दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नौगांव, सतना, ग्वालियर में तापमान 34 डिग्री के पार पहुंच गया। हाल में हुई बारिश के बाद अब प्रदेश के 7 जिले रेड जोन में रह गए हैं। इनमें भोपाल, गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी जिले शामिल हैं। यहां 23% से 38% तक कम बारिश हुई है।   मौसम विभाग के अनुसार 22 सितम्बर से नया सिस्टम बंगाल की खाड़ी से सक्रिय होगा, जो काफी स्ट्रॉन्ग रहेगा। इससे भोपाल, ग्वालियर, चंबल, रीवा, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। अब तक सूखे रहे रीवा संभाग में भी तेज बारिश होने की संभावना है। बुधवार को डिंडोरी, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में तेज बारिश हो सकती है। वहीं, इंदौर, जबलपुर समेत 27 जिलों में धूप-छांव रहेगी। कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है।   मौसम विभाग ने डिंडोरी, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिले में तेज बारिश की चेतावनी दी है। जबकि रायसेन, सीहोर, बैतूल, खंडवा, धार, इंदौर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में हल्की बारिश हो सकती है।

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भोपाल। आदि गुरु शंकराचार्य (आचार्य शंकर) के व्यक्तित्व, विचार और अद्वैत वेदान्त दर्शन की उनकी दीक्षा भूमि–कर्मभूमि को ओंकारेश्वर में मध्यप्रदेश सरकार साकार रुप दे रही है। एकात्म धाम में आचार्य शंकर की प्रतिमा के साथ अलौकिक एकात्म धाम भारत की सांस्कृतिक विरासत से साक्षात्कार कर सकेंगे। ओंकारेश्वर में गुरुवार, 21 सितम्बर से हो रहे शंकरवातरणम् कार्यक्रम में भारत की सांस्कृतिक एकता को सांगीतिक प्रस्तुतियों एवं शैव परम्परा पर आधारित नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से चित्रित किया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने दी।   उन्होंने बताया कि इन आकर्षक और मनोहारी प्रस्तुतियों को देश भर से आने वाले विख्यात कलाकार प्रस्तुत करेंगे। मध्यप्रदेश की पावन धरती आचार्य शंकर की दीप्ति से पुनर्प्रकाशित होगी और विविधता में एकता की सांस्कृतिक विरासत इन नृत्यों के माध्यम से जीवंत हो उठेगी।   उन्होंने बताया कि शिवोऽहम में भगवान शिव के नृत्य की प्रस्तुति के साथ भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों के साथ 25 मिनट की कोरियोग्राफिक नृत्य की प्रस्तुति होगी। भारत के 6 शास्त्रीय नृत्य- भरतनाट्यम, कथक, छाऊ, ओडिसी, मोहिनीअट्टम और मणिपुरी नृत्य से शिव की अभिव्यक्तियों को अपनी अनूठी शैली में प्रस्तुत किया जाएगा। इसकी समग्रता में कोरियोग्राफिक समवेत प्रस्तुति के माध्यम से ‘ऊँ’ में संकल्पित होते हुए दर्शाया जाएगा।   शंकरवातरणम् के क्रम में ‘शंकर संगीत’ में श्रेष्ठ संगीतकार, हिन्दुस्तानी संगीत एवं कर्नाटक संगीत शैली में आचार्य शंकर विरचित स्त्रोतों का गायन करेंगे। इनमें पण्डित संजीव अभ्यंकर (हिन्दुस्तानी संगीत), पण्डित जयतीर्थ मेवुण्डी (हिन्दुस्तानी संगीत) , सुधा रघुरामन (कर्नाटक संगीत) और मामलम बहनें (कर्नाटक संगीत) प्रस्तुतियाँ देंगी।   कार्यक्रम में शैव परम्परा पर आधारित नृत्य प्रस्तुतियों को देश भर से आए कुल 337 कलाकारों द्वारा मंचित किया जाएगा। साथ ही शंख वादन में 80 कलाकार, केरल शैली एवं पंचायतन में कुल 95 कलाकार और 250 बटुक वेदपाठियों द्वारा एकात्मता की प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को इन नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से मंचित किया जाएगा। यह महान क्षण ह्रदय प्रदेश मध्यप्रदेश से प्रसारित होगा और आचार्य शंकर का शाश्वत मन्त्र शिवोऽहम् एकात्मधाम को निरुपित करने वाली शैव परम्परा की इन नृत्य प्रस्तुतियों से एकात्म धाम और शङ्करवातरणम् में पधारे अतिथि रोमांचित हो उठेंगे।   यक्षगान में कर्नाटक के 7 कलाकार , खरसवा छाऊ में झारखण्ड के 13, डेरुजंगम में हरियाणा के 12 , पेरिनी शिवतांडवम् में तेलंगाना के 13 , घण्टा व मृदंगम् में ओडीसा के 13 , ढोलूकुनीता में कर्नाटक के 13 , ओग्गूडोलू में तेलंगाना के 13 , गुरू वायाय्यलू में आन्ध्रप्रदेश के 11 , शिवबारात में उत्तरप्रदेश के 10 , श्मसान होली व अघोरी में उत्तरप्रदेश के 10, डमरू (बड़े) वादन में उत्तरप्रदेश के 20 , पुरलिया छाऊ में पश्चिम बंगाल के 13, छम नृत्य में हिमाचल/लेह लद्दाख के 8 , कथकली में केरल के 10, तैयम में केरल के 10 , हिल जाला में उत्तराखण्ड के 13 , मोनपा नृत्य में अरूणाचल प्रदेश के 10 और सिघी छम में सिक्किम-मानेस्ट्री के 8 कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। वहीं कथक, भरतनाट्यम, मोहिनीअट्टम ,ओडिसी नृत्य में 20 – 20 कलाकारों की संख्या में नृत्य प्रस्तुतियाँ होंगी। साथ ही समकालीन नृत्य में 50 कलाकार प्रस्तुतियाँ देंगे। शंख वादन की प्रस्तुतियों में असम शंख में 20, भोरताल एवं बड़ी झाँझ – असम में 20, मणिपुरी शंख एवं पुंग में 20 और जोडी शंख – ओडीसा में 20 कलाकारों सहित कुल 80 कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियाँ होंगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों को प्रचारित करने और देश-विदेश के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के प्रति आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग ने नया टीवी कमर्शियल (टीवीसी) लॉन्च किया है। "जो आया वो वापस आया, ये एमपी की माया"... थीम पर टीवीसी को बहुत ही रचनात्मक तरीके से दर्शाया और सुमधुर संगीत से सजाया गया है।   पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव एवं टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिवशेखर शुक्ला ने मंगलवार को बताया कि, नव-निर्मित टीवीसी में नया प्रयोग करते हुए गोंड पेंटिंग के माध्यम से पर्यटन स्थलों और पात्रों को दर्शाया गया है। इससे जनजातीय कला देश और विदेश में प्रमुखता से प्रचारित होगी। मीडिया क्रिएटिव एजेंसी ओगिलवी एंड मैथर द्वारा निर्मित टीवीसी के निर्देशक पीयूष पांडे है। गायिका कल्पना पटवारी ने अपनी आवाज दी है और इसमें नुतन माथुर ने अदाकारी की है।   उन्होंने बताया कि इस टीवीसी को एमपी टूरिज्म के यूट्यूब चैनल पर या लिंक https://youtu.be/J1vMUFASC44?si=NEuV14Clpn5e08gG पर क्लिक करके देखा जा सकता है। यह पर्यटन के सभी सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी जारी किया गया है।   टीवीसी एक कहानीकार की कहानी है, जो प्रदेश के पर्यटन स्थलों को संगीतमय कहानी को सुरमयी अंदाज में बताती है। यह टीवीसी दर्शाती है कि एमपी में इतने पर्यटन स्थल है कि इसे देखने के लिए एक जन्म भी कम पड़ेगा। यह कहानी एक लोक गीत के रूप में है, जिसे मध्यप्रदेश की गोंड चित्रकला शैली का उपयोग करके चित्रित किया गया है।   मप्र पर्यटन विभाग द्वारा अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले टेलीविजन विज्ञापनों के चलते न केवल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार जीते हैं बल्कि पर्यटकों के मन में राज्य की पर्यटन रूपी सकारात्मक छवि निर्मित करने में भी सफल रहा है। मप्र टूरिज्म के पास प्रतिष्ठित विज्ञापन की एक लंबी विरासत है।   टीवीसी की यात्रा 2006- हिंदुस्तान का दिल देखो, 2008- हिंदुस्तान का दिल देखा, 2010- एमपी अजब है सबसे गजब है, 2013- रंग है मलंग है, 2016- एमपी में दिल हुआ बच्चे सा और 2018- टक-टक।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद फिलहाल मौसम साफ है। राजधानी भोपाल और दूसरे जिलों में धूप खिली है। बीच-बीच में बादल आ-जा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले तीन दिन 19 से 21 सितंबर तक धूप-छांव वाला मौसम रहने का अनुमान जताया है, लेकिन उसके बाद 22 से एक और सिस्टम सक्रिय होगा, जो पूरे प्रदेश को तरबतर कर देगा। बीते 24 घंटों में प्रदेश के खरगोन में 0.39 इंच, रतलाम में 0.11, बैतूल में 0.07, सीधी में 0.03, सतना में 0.01, इंदौर में 0.007, जबलपुर में 0.003 इंच बारिश हुई। पिछले दिनों हुई अति भारी बारिश के चलते मध्यप्रदेश सूखे की स्थिति से बाहर निकल आया है। अब तक औसत 35.55 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 35.81 होनी चाहिए थी। प्रदेश में ओवरऑल 1% बारिश ही कम है। पूर्वी हिस्से में 5% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक बारिश हुई है। अब प्रदेश के 7 जिले ही रेड जोन में बचे हैं जिनमें भोपाल, गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा, सीधी शामिल हैं।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अगला सिस्टम भी बहुत स्ट्रॉन्ग है। इस कारण प्रदेश के जो 7 जिले अभी रेड जोन में हैं या फिर जहां सामान्य से कम बारिश हुई है, वहां भी तेज बारिश हो सकती है। वर्तमान में प्रदेश में सामान्य बारिश का ओवरऑल आंकड़ा 1% कम है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश का अनुमान है। वहीं, 22 से 23 सितंबर के बीच भोपाल, ग्वालियर, चंबल, रीवा, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश हो सकती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में सोमवार को दो नर चीतों वायु और अग्नि का स्वास्थ्य परीक्षण पूरा किया गया। इसके बाद उन्हें सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया। वर्तमान में दोनों चीते स्वस्थ हैं। अब बड़े बाड़े में रिलीज किए जाने के बाद यह पसंदीदा जानवर का शिकार करके अपने भोजन का इंतजाम खुद कर सकेंगे और भाग दौड़ भी कर सकेंगे। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने दी। उन्होंने बताया कि दोनों नर चीतों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए इसी साल 27 जून को क्वारेंटाइन बोमा में रखा गया था। सोमवार को इन दोनों चीतों को सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ने का कार्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कूनों में पदस्थ वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। गौरतलब है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को लाकर बसाया गया था। इनमें से एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह यहां चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गई थी, लेकिन इस साल मार्च से जुलाई के बीच चार माह में एक के बाद नौ चीतों की मौत हो गई थी। इनमें छह चीते और तीन शावक शामिल हैं। इसके बाद चीता विशेषज्ञों की सलाह पर कूनो प्रबंधन ने शेष बचे एक शावक सहित सभी 15 चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया था। इसके लिए उन्हें खुले जंगल और बड़े बाड़े से ट्रेंकुलाइज करके छोटे-छोटे क्वारंटाइन बोमा में रखा गया था। स्वास्थ्य परीक्षण पूरा होने के बाद अब चीतों को दोबारा बड़े बाड़ों में रिलीज किया जा रहा है। रविवार को भी गौरव और शौर्य नाम के दो नर चीतों को स्वास्थ्य परीक्षक के बाद देर शाम बड़े बाड़ों में रिलीज किया था। सोमवार को फिर दो नर चीतों वायु और अग्नि को स्वास्थ्य परीक्षक के बाद बड़े बाड़ों में रिलीज कर दिया गया है। चारों चीते पूरी तरह से स्वस्थ पाए गए हैं, जिन्हें गाइडलाइन के अनुसार बड़े बाड़े में रिलीज किया है।

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जबलपुर। जिले के रामपुर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले सौ से अधिक बच्चे अचानक बीमार हो गए। छात्रावास में सोमवार रात लगभग आठ बजे मेस में बच्चों ने खाना खाया था। खाने के लगभग 10 मिनट बाद एक-एक कर सभी बच्चों को उल्टी होने लगी। सभी को उल्टी-दस्त और पेट दर्द की शिकायत के बाद जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां आठ बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय विधायक विनय सक्सेना ने इस संबंध में अधिकारियों से बात की है।       जानकारी के अनुसार, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्रावास में करीब 450 बच्चे रहते हैं। सोमवार की रात बच्चों ने रात के खाने में दाल-चावल और कटहल की सब्जी खाई थी। जिसके बाद बच्चों को उल्टी-दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। देखते ही देखते छात्रावास के लगभग सौ से अधिक बच्चे उल्टी करते हुए जमीन पर गिरने लगे। यह देख छात्रावास प्रबंधन में हड़कंप मच गया। उन्होंने तत्काल इनकी जानकारी संबंधित अधिकारियों के साथ पुलिस और प्रशासन को दी। इधर खबर लगते ही जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और तत्काल एंबुलेंस की मदद से सभी को अस्पताल पहुंचाया गया।       गौरखपुर एसडीएम पंकज मिश्रा, तहसीलदार रश्मी चौधरी समेत प्रशासनिक विभाग के अधिकारी और पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर बारी-बारी से बच्चों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाना शुरू किया। इस दौरान छात्रावास में तत्काल मौके पर एंबुलेंस बुलाई गईं, लेकिन फूड प्वाइजनिंग से बीमार बच्चों की संख्या देखते ही देखते सौ के ऊपर पहुंच गई। इतनी संख्या में सभी को अस्पताल पहुंचाने में प्रशासनिक अधिकारियों को पसीने छूट गए। इधर तत्काल शहर के सभी कोनों से शासकीय एंबुलेंस को छात्रावास पहुंचाया गया। लगभग 30 मिनट के भीतर ही 10 एंबुलेंस पहुंची और बच्चों को लेकर अस्पताल रवाना हो गई। कई बच्चों की नाजुक हालात को देखते हुए उन्हें पास के ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान बच्चों को अस्पताल ले जाने एंबुलेंस भी कम पड़ गई।       अधिकांश बच्चों को लगातार उल्टी-दस्त की शिकायत होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल विक्टोरिया और मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया। मेडिकल में लगभग 50 से ज्यादा बच्चे पहुंचे। विक्टोरिया अस्पताल में भी देर रात तक लगभग 35 बच्चों को इलाज के भर्ती कराया गया है।   जबलपुर कलेक्टर सौरभ सुमन ने बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में रात के वक्त बच्चों को खाना खाने के बाद फूड पाइजनिंग हो गई। प्रारंभिक जांच में बच्चे कटहल की सब्जी खाकर बीमार हुए गए। सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया और जांच की गई। अधिकांश को उल्टी-दस्त की शिकायत थी। कइयों की हालात बेहतर है। समय पर सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। अधिकांश बच्चों की जांच कर उन्हें छात्रावास भेजा गया है।       वहीं दूसरी ओर छात्रावास की मैस में बच्चों को परोसे गए खाने की जांच शुरू कर दी गई। एक्सपर्ट की टीम ने मौक पर पहुंचकर खाने का सैम्पल लिया। इस दौरान अधिकांश बच्चों का कहना था कि उन्हें कटहल की सब्जी खाने के बाद ही उल्टी हुई। कई बच्चों ने बताया कि खाने में रोज की तरह ही सामान्य खाना परोसा गया था, लेकिन कटहल की सब्जी खाने के बाद उनके पेट में दर्द शुरू हो गया और फिर उल्टी होने लगी। इस दौरान अधिकांश को दस्त लगना शुरू हो गए। बच्चों और मैस में काम करने वालों के बयान के आधार पर खाने की जांच की जा रही है। मैस में खाना बनने वाली जगह की भी जांच की गई।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। राजधानी में मेट्रो के ट्रायल रन की तैयारियां चल रही हैं। इस बीच रविवार देर रात 1100 किलोमीटर का सफर तय कर मेट्रो के तीन कोच सुभाषनगर स्थित डिपो पहुंचे। इन कोच को आज अनलोड किया जाएगा। तीन कोच वाली भोपाल की पहली नारंगी मेट्रो ट्रेन रविवार की देर रात राजधानी में दाखिल हो गई। 42 टन वजनी हर कोच को 106 पहियों वाले ट्राले से 1,100 किमी का सफर तय कराकर भोपाल लाया गया है। रविवार देर शाम ये कोच सीहोर बॉर्डर पर पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें वहीं रोककर रखा गया था। ट्रालों के साथ चल रही एक टीम ने रविवार शाम को ही यहां से सुभाष नगर डिपो तक पहुंचने वाले रूट का मुआयना किया। इसके बाद सड़कों से ट्रैफिक कम होने पर ट्रालों को रात करीब ढाई बजे सुभाष नगर डिपो लाया गया। यहां इन तीनों कोच को क्रेन की मदद से अनलोड किया जाएगा।

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भोपाल। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट परियोजना के सफल क्रियान्यवन के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रविवार को श्योपुर जिले के सेराईपुरा में समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर वन महानिदेशक, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सीपी गोयल ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट न सिर्फ क्षेत्र के इको सिस्टम को परिपूर्णता देकर जैव विविधता को बढ़ाता है, बल्कि एक सस्टेनेबल भविष्य के प्रति हमारे प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि चीता प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन-भागीदारी के मंत्र तथा वन अर्थ एवं मिशन लाईफ की अवधारणा पर खरा उतरता है।     वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया, प्रधान मुख्य वन संरक्षक आरके गुप्ता एवं वन बल प्रमुख एसपी यादव, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण के सदस्य सचिव शुभरंजन सेन, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) मध्यप्रदेश एवं अन्य अधिकारियों ने समारोह में भाग लिया।     कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक आरके गुप्ता ने चीता प्रोजेक्ट की सफलता पर कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने बताया पिछले वर्ष 17 सितंबर का दिन हमारे देश के वन्यप्राणी संरक्षण एवं प्रबंधन के इतिहास में अभूतपूर्व रहा है, जब 75 वर्षों बाद देश की धरती पर सबसे तेज दौड़ने वाले वन्यप्राणी चीता का पुनर्स्थापन किया गया।     उन्होंने कहा कि चीता प्रोजेक्ट भारत सरकार, नामीबीया, दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष अधिकारियों, वैज्ञानिकों, वन्यजीव विशेषज्ञ वन्यप्राणी चिकित्सक, संयुक्त दल के मार्गदर्शन में क्रियान्वित किया गया। प्रोजेक्ट चीता में स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उन्हें रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देश में चीता पुनर्स्थापन हेतु मध्यप्रदेश के गाँधी सागर अभ्यारण में आवश्यक तैयारियाँ की जा रही हैं।     राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ. एस.पी. यादव द्वारा अतिथियों के स्वागत उद्बोधन में चीता प्रोजेक्ट एक वर्ष के उपलब्धियों की जानकारी दी गई। इसके बाद अतिथियों ने चीता प्रोजेक्ट की वार्षिक रिपोर्ट का विमोचन किया। हीरो मोटो कॉर्प द्वारा सी.एस.आर. के तहत प्रदाय की गई 50 मोटर साइकिल कर्मचारियों को वितरित की गईं। प्रोजेक्ट चीता की उपलब्धियों पर निर्मित लघु वृत्त चित्र का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी एवं मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक अतुल श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।     चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण कूनों में रविवार को दो चीतों गौरव एवं शौर्य का स्वास्थ्य परीक्षण पूरा किया गया। इसके बाद उन्हें साफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया। वर्तमान में दोनों चीते स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य परीक्षण के दोनों चीतों को 19 जुलाई को क्वारेंटाइन बोमा में रखा गया था। यह कार्य कूनो में पदस्थ वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम द्वरा किया गया।     गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में केन्द्र सरकार ने चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर 20 चीतों को बसाया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल 2022 में अपने जन्मदिन के मौके पर यहां नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो के बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद यहां दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे, जिन्हें केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कूनो के बाड़ों में छोड़ा था। इनमें से एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कूनो में चीतों की कुल संख्या 24 हो गई थी, लेकिन इसी साल मार्च से जुलाई के बीच चार माह में यहां नौ चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें छह चीते और तीन शावक शामिल हैं। अब कूनों में 15 चीते बचे हैं, जिनमें एक शावक भी शामिल है। सभी चीते फिलहाल स्वस्थ हैं और वन विभाग की निगरानी में हैं।  

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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आगामी 21 सितंबर को आदिगुरु शंकराचार्य की ज्ञान स्थली ओंकारेश्वर में 'शंकरावतरणं' कार्यक्रम में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री चौहान यहां "अद्वैत लोक" का शिलान्यास भी करेंगे। यह जानकारी रविवार देर शाम जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने दी। उन्होंने बताया कि "अद्वैत लोक" संग्रहालय नर्मदा और कावेरी की पुण्य सरिताओं की ओर मुख किए ओंकारेश्वर के मांधाता पर्वत पर स्थित है। इसमें भारतवर्ष की मनोरम, समृद्ध व समस्त विश्व के पुरातत्वविदों के लिए प्राचीन काल से अचंभा का विषय रही भारतीय स्थापत्य कला का अनुभव कर पाएंगे।   भारत की समृद्ध स्थापत्य शैलियों का समावेश किया जाएगा एकात्म धाम में एकात्म धाम में भारत की समृद्ध और पुरातन स्थापत्य की शैलियों का समावेश किया जाएगा। स्थापत्य शिल्प कला में नागर, द्रविड़, ओडिशा, मारू गुर्जर, होयसल, उत्तर भारतीय-हिमालयीन और केरल मंदिर स्थापत्य सहित अनेक पारंपरिक वास्तुकला शैलियां सम्मिलित होंगी। एकात्म धाम की स्थापत्य शैली, विविध क्षेत्रों के स्थापत्य कलाओं की पुरातात्विक शैली से प्रेरित होगी। धाम में मंदिर का निर्माण वास्तुकला की नागर शैली में किया जाएगा, साथ ही पारंपारिक वास्तुशिल्प तत्वों जैसे स्तम्भ, छत्तरियों का भी उपयोग किया जाएगा। अद्वैत लोक की निर्मिति सामग्री कुशल कारीगरों द्वारा तैयार होगी। इसमें ठोस पत्थर की चिनाई, पाषाण की सहायता से निर्मित कारीगरी भी देखने को मिलेगीl मुख्य रूप से आचार्य शंकर के जीवन प्रसंगों को भित्ति-चित्रों, मूर्तियों के माध्यम से चित्रित किया जाएगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों जोरदार बारिश हो रही है, जिसके चलते नदी नाले उफान पर हैं। भारी बारिश के चलते खंडवा जिले में स्थित तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में 18 सितम्बर को होने वाले आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम को टाल दिया गया है। अब यह कार्यक्रम 21 सितंबर को होगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार देर शाम ट्वीट के माध्यम से दी। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि भगवान महाकाल की कृपा से मध्यप्रदेश में भरपूर वर्षा हो रही है। भगवान महाकाल और भगवान ओंकारेश्वर के आशीर्वाद से आज मां नर्मदा पर स्थित सभी डैम भर गए हैं। प्रदेश में वर्षा की स्थिति को देखते हुए हम ओंकारेश्वर स्थित भगवान आदि शंकराचार्य की प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम को 18 सितंबर के स्थान पर 21 सितंबर को करने जा रहे हैं। ओंकारेश्वर स्थित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम स्थल पर जारी समस्त धार्मिक अनुष्ठान 21 सितंबर तक अनवरत जारी रहेंगे। भगवान आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण 21 सितंबर को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का परम सौभाग्य है कि सनातन वैदिक धर्म के पुनरुद्धारक शंकर भगवत्पाद की प्रतिमा ओम्कारेश्वर की पुण्य धरा पर स्थापित हो रही है। मध्यप्रदेश के साथ ही सम्पूर्ण राष्ट्र तथा विश्व के लिए यह महत्वपूर्ण क्षण है। 'एकात्मता की प्रतिमा' सम्पूर्ण विश्व को चैतन्य की सार्वभौमिक एकात्मता से आलोकित करेगी।

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भोपाल। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मध्यप्रदेश की तीन विभूतियों को प्रदर्शन कला के क्षेत्र में आजीवन योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार प्रदान किया। प्रदेश के एक अन्य विजेता हीरा सिंह बोरलिया अलंकरण समारोह में उपस्थित नहीं हो सके। शनिवार को विज्ञान भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में किरण सदाशिव देशपांडे को वाद्य संगीत के क्षेत्र में, चुन्नीलाल रैकवार को लोक संगीत के क्षेत्र में और भगवतीलाल राजपुरोहित को प्रदर्शन कला में विद्वत्ता के लिए सम्मानित किया गया। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने विजेताओं को ताम्र-पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और मीनाक्षी लेखी भी उपस्थित रहे। किरण सदाशिव देशपांडे को हिंदुस्तानी वाद्य संगीत श्रेणी में तबला वादन में विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इनका संबंध दिल्ली, फरूखाबाद और अजराड़ा घराने से है। श्री देशपांडे ने जबलपुर के भातखंडे संगीत महाविद्यालय में तबला शिक्षक और व्याख्याता के रूप में काम किया है। वे मध्यप्रदेश कला परिषद के सदस्य और भारत भवन, भोपाल के ट्रस्टी भी रहे हैं। इन्हें भारत सरकार के संस्कृति विभाग से जूनियर और सीनियर फैलोशिप तथा मध्यप्रदेश सरकार से शिखर सम्मान प्राप्त हो चुका है। चुन्नीलाल रैकवार को बुंदेली लोक संगीत में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इन्होंने गायक और संगीतकार के रूप में अपने रचनात्मक प्रयास से बुंदेलखंड क्षेत्र की ढिमरयाई परंपरा को आगे बढ़ाया है। भगवतीलाल राजपुरोहित को भारतीय रंगमंच में विद्वत्ता के लिए सम्मानित किया गया। इन्होंने 'मालवी संस्कृति और साहित्य' सहित 100 से अधिक पुस्तकों और 50 से अधिक नाटको की रचना की है। इनके नाटक 'कालिदास चरित्रम' का संस्कृत, हिंदी और मालवी में मंचन हुआ है। वे 10 वर्षों तक विक्रमादित्य शोधपीठ, उज्जैन के निदेशक और 38 वर्षों तक सांदीपनि आश्रम, उज्जैन में हिंदी, संस्कृत और प्राचीन इतिहास के प्रोफेसर रहे हैं। हीरा सिंह बोरलिया को मालवी लोक संगीत में योगदान के लिए पुरस्कार प्राप्त हुआ है। वे उज्जैन के माधव संगीत महाविद्यालय में संगीत शिक्षक और आकाशवाणी में कलाकार और ऑडिशन समिति के सदस्य रहे हैं। इन्होंने 'मालवा के भजन' नामक पुस्तक की रचना की है। इनकी संकलित पुस्तक 'मालवा लोक संगीत' को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इन्होंने मालवा लोक संगीत पर शोध और विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया है। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत की प्रदर्शन कला क्षेत्र के ऐसे 84 वरिष्ठ कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार प्रदान किया गया, जिन्हें अभी तक कोई राष्ट्रीय सम्मान नहीं प्राप्त हुआ है। पुरस्कार विजेताओं द्वारा 16 से 20 सितंबर, 2023 तक संगीत नाटक अकादमी परिसर में आयोजित 'कला महोत्सव' में अपनी कला का प्रदर्शन किया जाएगा।

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भोपाल। प्रदेश में शुक्रवार और शनिवार को हुई भारी बारिश की वजह से प्रदेश में नर्मदा, शिप्रा, चंबल, कालीसिंध समेत सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर आ गई हैं। प्रदेश के अधिकांश बांध छलकने लगे हैं, जिससे बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। बरगी, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, यशवंत सागर बांध के गेट खोलकर शनिवार को पानी छोड़ा गया है। इधर, मौसम विभाग ने रविवार को भी प्रदेश के पांच जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।   शनिवार को प्रदेश के 20 जिलों में बारिश हुई। इंदौर, उज्जैन, बैतूल, नर्मदापुरम, खंडवा, हरदा में तो स्कूलों की छुट्टी करना पड़ी। इंदौर के महेश नगर में निचली बस्ती के घरों को खाली कराना पड़ा। कबूतरखाना क्षेत्र में भी कई परिवार रेस्क्यू किए गए। सुपर कॉरिडोर पर सर्विस रोड की पुलिया से स्टाफ की मिनी बस बह गई। इसमें सवार सभी 15 लोग सुरक्षित हैं। गांधी नगर क्षेत्र और एमआर-10 वाले हिस्से में पानी भर गया। यशवंतसागर डैम के चार गेट खोलना पड़े। उज्जैन के नागदा में रेलवे स्टेशन के नजदीक दिल्ली को जाने वाले अप एंड डाउन रेल ट्रैक पर पानी भर गया। शिप्रा उफान पर आ गई और रामघाट पर मंदिर डूब गए। रतलाम और दाहोद के बीच दिल्ली-मुंबई रेल ट्रैक पर बारिश की वजह से पहाड़ी से बड़े पत्थर गिर गए। धोलावाद बांध का एक गेट खोला गया। खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के सभी 23 गेट खोले दिये गए हैं, जिससे नर्मदा का पानी ज्योतिर्लिंग की सीढ़ियों तक पहुंच गया। इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर मोरटक्का ब्रिज बंद कर यातायात रोकना पड़ा।     नर्मदापुरम में तवा बांध के सभी गेट 20 फीट तक खोलना पड़े, जिससे सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया। नर्मदापुरम-हरदा-खंडवा स्टेट हाईवे बंद रहा। शिवपुर के पास बीसोनी गांव में मोरन नदी में आई बाढ़ के टापू में भेड़ चराने वाले 8 लोग फंस गए। इनका रेस्क्यू किया गया। राजधानी भोपाल में भी शनिवार को दिन भर हल्की बारिश होती रही। बड़ा तालाब, कोलार, कलियासोत और केरवा डैम में पानी का लेवल बढ़ गया। बड़वानी शहर के पास सजवानी गांव में नहर फूट गई, जिसका पानी घरों-खेतों में भर गया। रोड तक पानी आने से बड़वानी-सेंधवा स्टेट हाईवे पर यातायात बंद हो गया। देवास, शाजापुर, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर, हरदा, बुरहानपुर, मंदसौर, बैतूल में भी हालात बिगड़ गए हैं।     मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा तट के आसपास लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। यही सिस्टम बारिश करा रहे हैं। 18 सितंबर की सुबह सिस्टम गुजरात की ओर बढ़ेगा, जिससे इससे बारिश की गतिविधियां घटेंगी।     मौसम विभाग ने इंदौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर और धार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। वहीं, उज्जैन, मंदसौर, खरगोन और बड़वानी में भारी बारिश हो सकती है। यहां 24 घंटे में सवा 4 से 8 इंच तक बारिश होने का अनुमान। आगर-मालवा, देवास, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नीमच, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सागर, छतरपुर और निवाड़ी में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों में 24 घंटे में 4 इंच तक पानी गिरने का अनुमान है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, रायसेन, विदिशा, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, सिंगरौली, रीवा, सतना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, श्योपुरकलां, मुरैना, दतिया और भिंड में हल्की बारिश होने की संभावना है।

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नई दिल्ली।’प्रोजेक्ट चीता’ का रविवार को एक वर्ष पूरा हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के प्रमुख एसपी यादव ने शनिवार को कहा कि भारत की ऐसे चीते मंगाने की योजना है, जिनकी चमड़ी मोटी नहीं होती हो। क्योंकि अफ्रीका से भारत लाए गए चीतों में से कुछ की चमड़ी मोटी होने के कारण ही गंभीर संक्रमण की चपेट में आए थे और तीन चीतों की मौत की वजह भी इसे ही बताया गया था।     एसपी यादव ने बताया कि कुछ मौतें गुर्दे के काम बंद करने के कारण हुईं। शावकों की मौत हीट स्ट्रोक के कारण हुई। मौजूदा समय में एक शावक के साथ 14 चीते हैं। परियोजना के अधिकारियों के प्रयासों की अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने सराहना की है।       उन्होंने बताया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अभी 14 चीते हैं जबकि इसमें 20 चीते रखे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि चीता प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के लिए मध्य प्रदेश में दो अन्य स्थल गांधी सागर अभयारण्य और नौरादेही को तैयार किया जा रहा है। गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। दिसंबर तक इसे तैयार कर लिया जाएगा। इसके बाद चीता लाया जाएगा।       उल्लेखनीय है कि चीता को 1952 में भारत से विलुप्त घोषित कर दिया गया था। भारत में चीता को ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत साल 2022 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को छोड़ा था। उसके बाद 12 चीते दक्षिणी अफ्रीका से भी लाए गए।

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भोपाल। बंगाल की खाड़ी से उठे सिस्टम से मध्यप्रदेश में तेज बारिश हो रही है। छोटे-बड़े नदी - नाले उफना गए हैं। बरगी, तवा, ओंकारेश्वर, सतपुड़ा, माचागोरा, पारसडोह बांध के गेट खोलना पड़ गए। बैतूल के भीमपुर में पिछले 24 घंटे में 17.51 इंच बारिश हुई। वहीं, इंदौर में हुई 6 इंच बारिश ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, भारी बारिश को देखते हुए इंदौर, उज्जैन, बैतूल, नर्मदापुरम, खंडवा और हरदा में 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। शुक्रवार को प्रदेश के 21 जिलों में बारिश हुई। बैतूल के भीमपुर में रिकॉर्ड बारिश हुई। यहां 24 घंटे में 17.51 इंच पानी गिरा। छिंदवाड़ा के चौराई में 16.14 इंच बारिश हुई। नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी में 9 घंटे में 5.7 इंच बारिश हुई। नर्मदापुरम शहर में 3.4 इंच बारिश हुई। बैतूल में 3.5 इंच, सिवनी में 2.5 इंच, भोपाल जिले में 1.8 इंच, भोपाल शहर में 1 इंच, नरसिंहपुर में 1.5 इंच, रायसेन-सागर में 1.1 इंच बारिश हुई। सीधी, सतना, रीवा, खजुराहो, मंडला, धार, गुना, खंडवा, उज्जैन और दमोह में भी बारिश हुई।   लगातार बारिश के कारण जबलपुर में शुक्रवार को बरगी डैम के 13 गेट खोलना पड़ गए। नर्मदा किनारे बसे जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। नर्मदापुरम में इस सीजन में पहली बार तवा डैम के सभी 13 गेट 20-20 फीट तक खोल दिए गए हैं। सिवनी में वैनगंगा नदी उफान पर होने से संजय सरोवर बांध के 5 गेट खोले गए। छिंदवाड़ा में दो लोग नदी पार करते समय बह गए। एक लापता है, दूसरे को बचा लिया गया। बालाघाट में परसवाड़ा के सलंगटोला में रोड धंस गई। महकारी नदी उफना गई। बालाघाट में ग्रामीण क्षेत्रों में 24 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए हैं। बैतूल स्थित सतपुड़ा डैम के 14 और पारसडोह बांध के 3 गेट खोल दिए गए। नरसिंहपुर में शक्कर नदी के पुल के ऊपर से पानी बहा। बैतूल के बोरदेही थाना क्षेत्र में नदी पार करते हुए एक ऑटो पानी के तेज बहाव में बह गया। खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के 22 गेट शुक्रवार रात 1 बजे से खोल दिए गए हैं। 8 टरबाइन से और गेट से 10172 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा का लेवल बढ़ने से इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर मोरटक्का ब्रिज बंद कर यातायात रोक दिया गया है।   हरदा में अजनाल, गंजाल, मटकुल, टिमरन, स्यानी, हंसावती उफान पर आ गई हैं। शहर की बंगाली कॉलोनी, जत्रा पड़ाव और खेड़ीपुरा क्षेत्र में पानी भर गया। जिले में गंजाल नदी का पानी पुल से ऊपर बहने पर पिछले 12 घंटे से नर्मदापुरम-हरदा-खंडवा स्टेट हाईवे बंद है। उज्जैन में शिप्रा उफान पर है। रामघाट के कई मंदिर डूब गए हैं। छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर आज सुबह 963 फीट पर पहुंच चुका है। अलार्म लेवल से डेढ़ फीट नीचे और खतरे के निशान से 5 फीट नीचे है।   भोपाल मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में अब तक औसत 31.72 इंच बारिश हो चुकी है। सितंबर की सामान्य बारिश 6 इंच है, जबकि बीते 15 दिनों में ही प्रदेश इस आंकड़े के करीब पहुंच गया है। 15 सितंबर तक 5.6 इंच बारिश हो चुकी है। शनिवार को सामान्य बारिश का आंकड़ा पार हो जाएगा। डॉ. सिंह ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा तट के आसपास से लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) एक्टिव है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी है। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इनके चलते प्रदेश में तेज बारिश हो रही है। बारिश की एक्टिविटी 25 सितंबर तक रह सकती है।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में इंदौर, देवास, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर और खरगोन के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 24 घंटे में 8 इंच से अधिक बारिश हो सकती है। वहीं, छिंदवाड़ा, बैतूल, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, सीहोर, उज्जैन और रतलाम में भारी यानी 24 घंटे में साढ़े 4 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, मुरैना, श्योपुरकलां, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, भिंड में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, सागर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया में हल्की बारिश का अनुमान है।

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रतलाम। दिल्ली - मुंबई रेलवे ट्रैक पर हजरत निजामुद्दीन से पुणे के लिए चलने वाली दर्शन सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12494) शनिवार तड़के डिरेल हो गई। हादसे में किसी जनहानि का समाचार नहीं है, लेकिन ट्रैक पर रेल यातायात बाधित हुआ है। सूचना मिलते ही राहत दल मौके पर पहुंच गए हैं।     प्राप्त जानकारी के अनुसार रतलाम से दाहोद सेक्शन के बीच ट्रैक पर बारिश के कारण एक चट्टान गिर गई थी। इसकी वजह से दर्शन सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया। दुर्घटना किलोमीटर नंबर 600/25 पर शनिवार सुबह 6.49 बजे की है। हादसे के कारण दिल्ली - मुंबई रेल रूट बाधित हुआ है। इस रूट से जाने वाली ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशन पर रोका गया है। हादसे की जानकारी मिलते ही रतलाम से मेडिकल ट्रेन और एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन रवाना की गई। बड़ौदा से भी एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन मौके के लिए रवाना हो गई है। रेल यातायात बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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भोपाल। बंगाल की खाड़ी से सक्रिय हुए मानसूनी सिस्टम की वजह से पूरा प्रदेश तरबतर हो गया है। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। इससे नदियां उफान पर हैं और डैम छलकने लगे हैं। शुक्रवार सुबह से ही भोपाल, नर्मदापुरम और छिंदवाड़ा में तेज बारिश हो रही है। गुरुवार को भी भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर समेत 20 से ज्यादा जिलों में पानी गिरा। ऐसा ही मौसम शुक्रवार को भी रहेगा। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन और सागर संभाग में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और 36 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। मध्यप्रदेश में 13 सितंबर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने 15 और 16 सितंबर को तेज बारिश की चेतावनी दी है। गुरुवार को खंडवा, खरगोन, मलाजखंड, जबलपुर, नौगांव, नरसिंहपुर, भोपाल, इंदौर, खजुराहो, सागर, रायसेन ग्वालियर, गुना, उज्जैन, मंडला, धार, नर्मदापुरम, पचमढ़ी और बैतूल में भी बारिश हुई। शाम तक खंडवा में सबसे ज्यादा 45 मिमी यानी 1.77 इंच पानी गिर गया। वहीं, खरगोन में एक इंच बारिश हुई। मलाजखंड में आंकड़ा एक इंच के करीब रहा। जबलपुर, नौगांव, नरसिंहपुर में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। देर रात तक बारिश का दौर चलता रहा। बारिश की वजह से नर्मदापुरम में तवा बांध के गेट दूसरी बार खोलना पड़े। बांध का जलस्तर अधिकतम लेवल 1166 फीट को पार कर गया। यानी 17 दिन पहले यह लबालब हो गया। इससे पहले 19 अगस्त को बांध के गेट खोले गए थे। हालांकि, बारिश जारी रहती है तो फिर से तवा डैम के गेट खोलने पड़ सकते हैं।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, उत्तरी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा तट के आसपास से कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। वहीं, चक्रवाती हवाओं का घेरा भी बना हुआ है। जिसके अगले दो दिन में ओडिशा और छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं, मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर, शिवपुरी, सीधी, जमशेदपुर होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर गुजर रही है। इस कारण मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर चल रहा है। 18 सितंबर तक यह सिस्टम सक्रिय रहेगा। इसके बाद फिर नया सिस्टम एक्टिव हो जाएगा, जो 24 सितंबर तक रहेगा।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भोपाल, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, श्योपुरकलां, इंदौर, देवास, आगर, शाजापुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और सागर जिले में अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। जबलपुर, कटनी, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, राजगढ़, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, अशोकनगर और गुना जिले में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। वहीं, रीवा, सिंगरौली, सीधी, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है।

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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार शाम को अपने निवास पर अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय चौहान और कुणाल चौहान के साथ गौवंश की पूजा कर पोला पर्व मनाया।   मुख्यमंत्री चौहान ने गौ-वंश (बैलों) की विधि-विधान से पूजा की और व्यंजन खिलाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। पोला पर्व किसानों से जुड़ा हुआ प्रमुख पर्व है।

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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। आम श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में धोती-सोला पहनकर प्रवेश मिलेगा, जबकि महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही जल्द ही सभी श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह खोला जाएगा। यह निर्णय गुरुवार शाम को हुई महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया गया।       उज्जैन कलेक्टर एवं महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में महाकाल लोक के कंट्रोल रूम में गुरुवार देर शाम हुई बैठक में तय किया गया कि उज्जैनवासियों को सप्ताह में एक दिन भस्म आरती में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए मंगलवार का दिन तय किया है। इसमें भक्तों की क्षमता 300 से 400 के बीच रखी जाएगी।       गौरतलब है कि विशेष दिनों यानी जब आम श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश बंद होता है, तब ड्रेस कोड अनिवार्य रहता है। यानी गर्भगृह में प्रवेश करने वालों को धोती व सोला पहनना होता है। अब तक आम दिनों में सभी श्रद्धालुओं को सामान्य कपड़े पहनकर प्रवेश दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। गर्भगृह खुलने के बाद आम श्रद्धालुओं को भी धोती-सोला पहनने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। वहीं, महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा।   एक घंटे चली बैठक के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के गृर्भग्रह में प्रवेश को लेकर श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया है। करीब ढाई महीने से बंद गर्भगृह को खोलने को लेकर अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इसके लिए अगले सप्ताह फिर बैठक होगी। हालांकि रोजाना करीब दो से ढाई लाख श्रद्धालु रोजाना मंदिर आ रहे हैं। सभी को गर्भगृह में प्रवेश देना संभव नहीं है।     सबसे बड़े अन्न क्षेत्र का उद्घाटन अगले सप्ताह कलेक्टर ने बताया कि अगले हफ्ते महाकाल मंदिर में अन्न क्षेत्र का उद्घाटन किया जाएगा। इसका उद्घाटन करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ सकते हैं। दावा है कि यह पूरे भारत का सबसे बड़ा अन्न क्षेत्र होगा। इसमें दिन भर में एक लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा। पूरा अन्य एयर कूल्ड बनाया गया है। बैठक में मंदिर प्रशासक संदीप सोनी, एसपी सचिन शर्मा, महानिर्वाणी के महंत विनीत गिरि, महापौर मुकेश टटवाल मौजूद रहे।   डब्ल्यूडब्ल्यूएफ रेसलर सौरव गुर्जर ने किए भगवान महाकाल के दर्शन डब्ल्यूडब्ल्यूएफ एनएक्सटी में सांगा के नाम से पहचाने जाने वाले भारतीय रेसलर सौरव गुर्जर ने गुरुवार को उज्जैन पहुंचकर महाकलेश्वर मंदिर में दर्शन किए। गर्भगृह के गेट से बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। धोती-सोले में गुर्जर ने नंदी हॉल में बैठकर एक घंटे तक महाकाल का ध्यान लगाया।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के प्रारंभ 04 जुलाई से 11 सितम्बर 2023 तक *02 करोड़ 39 लाख 58 हज़ार 740* से अधिक भक्तो ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किये। बाबा श्री महाकाल की नगरी उज्जैन में श्रावण माह में श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड आगमन हो रहा है । श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्रावण-भाद्रपद माह में श्रद्धालुओं की गणना करने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से यह जानकारी मिली है कि, विगत एक माह में ही उज्जैन शहर में श्री महाकाल महालोक बनने के बाद श्रावण माह में 01 जुलाई से लेकर अब तक करोड़ों श्रद्धालुओ के साथ साथ कई विशेष हस्तियां भी भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर चुकी हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सामान्य दर्शनार्थियों के लिए सुगम, सुलभ व शीघ्र दर्शन की व्यवस्था की गई है । लगभग 30 से 35 मिनट के बीच दर्शन हो रहे हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर में सरल, सुगम, सुलभ दर्शन हेतु प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्थाओ से सभी श्रद्धालुओं आसानी से दर्शन हो रहे है। उज्जैन निवासियों हेतु द्वार क्रमांक 1 अवन्तिका द्वार पर आधार कार्ड दिखाकर मंदिर में प्रवेश की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। जिससे कम समय मे श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन हो सके। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु शीघ्र दर्शन की व्यवस्था हैं । जिसमें भक्त रुपये 250 /- प्रति श्रद्धालु के मान से भेट राशि प्रदाय कर रसीद प्राप्त कर श्री महाकालेश्वर भगवान के शीघ्र दर्शन कर सकते है। ज्ञात हो कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर द्वारा द्वार क्रमांक 01 मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने, श्री बड़ा गणेश मन्दिर के पास अन्नक्षेत्र में, द्वार क्रमांक 04 , व मानसरोवर प्रोटोकॉल कार्यालय में रुपये 250 के काउंटर स्थापित किये गए है। इसके अतिरिक्त भक्त मंदिर की वेबसाइट www.shrimahakaleshwar.com पर ऑनलाइन बुकिंग कर सुगमता से शीघ्र दर्शन का लाभ ले सकते है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सामान्य दर्शनार्थियों के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है । श्री महाकालेश्वर मंदिर दर्शन व अन्य जानकारी एवं शिकायत के लिये मंदिर प्रबंध समिति की वेबसाइट www.shrimahakaleshwar.com के साथ मंदिर के टोल फ्री नंबर 18002331008 से संपर्क कर सकते है।

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भोपाल। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को बंगाल की खाड़ी में जो नया सिस्टम सक्रिय हुआ है, वो इतना दमदार है कि उसके प्रभाव से मध्यप्रदेश का करीब 90 प्रतिशत हिस्सा तरबतर हो जाएगा। सितंबर माह के 13 दिन में पूरे महीने के कोटे की 67 फीसदी तक बारिश हो चुकी है, जबकि 24 सितंबर तक प्रदेश में मध्यम से तेज बारिश होने का अनुमान है। मध्यप्रदेश में 5-6 सितंबर से ही बारिश का दौर जारी है। इस कारण कई जिलों में बारिश की तस्वीर ठीक हुई है। हालांकि, अभी भी ओवरऑल आंकड़ा 12% कम है। इसमें पूर्वी हिस्से में 10% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 14% कम पानी गिरा है। 1 जून से अब तक औसत 30.42 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 34.65 इंच बारिश होना चाहिए थी। वर्तमान सिस्टम के प्रभाव से बुधवार को मध्यप्रदेश के 8 जिलों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, बैतूल, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, पचमढ़ी, रतलाम और शिवपुरी में बारिश हुई।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी ओडिशा तट के आसपास से लो प्रेशर एरिया (कम दवाब का क्षेत्र) एक्टिव हो गया है। इससे मध्यप्रदेश में पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। बुधवार से ही पूर्वी प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने लगी। वहीं, अन्य क्षेत्रों में मध्यम से हल्की बारिश हुई। जबलपुर-शहडोल संभाग में ऑरेंज अलर्ट है। प्रदेश के 90% हिस्से में अगले 5 से 6 दिन तक कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। 18 सितंबर तक यह सिस्टम एक्टिव रहेगा। उन्होंने बताया कि 19-20 सितंबर से एक और साइकोनिक सकुर्लेशन (चक्रवाती घेरा) बनेगा। जिसके असर से 21 से 24 सितंबर तक पूरे प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होगी।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में शहडोल, डिंडोरी, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, रीवा, सतना, अनूपपुर, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह और सागर जिलों में तेज बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सीधी, उमरिया, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

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इंदौर। शहर में पहली बार मेट्रो ट्रैन दोड़ी। बुधवार को यहां मेट्रो कोच पहली बार गांधी नगर डिपो से चले और प्लेटफार्म पर पहुंचे। मेट्रो कोच दोपहर दो बजे मेट्रो डिपो से रवाना हुए और पहली बार रैम्प व वायडक्ट पर पहुंचे। इस दौरान कोच की फिटनेस व ट्रैक की फिटनेस परीक्षण भी हुआ।   करीब 8 से 9 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलते हुए करीब 1200 मीटर की दूरी को तय कर मेट्रो कोच छह मिनट में गांधी नगर स्टेशन तक पहुंचे। जैसे ही कोच प्लेटफार्म पर पहुंचे, मेट्रो के इंजीनियर व स्टेशन का निर्माण कर रहे मजदूरों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। यहां 100 से ज्यादा मजदूर मेट्रो को देखकर इस बात से खुश थे कि उनकी मेहनत से बने इस स्टेशन पर बुधवार को मेट्रो खड़ी थी। गांधी नगर स्टेशन से सुपर कारिडोर स्टेशन नंबर 3 तक ट्रायल रन के 5.9 किलोमीटर के हिस्से में मेट्रो कोच चलाया गया। हर प्लेटफार्म पर कोच के पहुंचने पर उसके गेट की मार्किंग व प्लेटफार्म से दूरी का आंकलन किया गया।

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ग्वालियर में इस समय दिव्यांग क्रिकेट का बुखार चढ़ा हुआ है। देश के विभिन्न राज्यों से आई टीम और खिलाड़ी यहां सेकंड बटालियन के ग्राउंड पर अद्भुत खेल का परिचय दे रहे हैं। ग्वालियर नगर निगम एवं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा सपोर्टेड संस्था डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया के संयोजन में प्रथम अखिल भारतीय मेयर कप दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता में दो मैच खेले गए, जिसमें पहले मैच में महाराष्ट्र ने उत्तर प्रदेष को हराकर क्वार्टर फाइनल में एवं दूसरे मैच में छत्तीसगढ ने झारखंड को हराकर सेमी फाइनल में जगह बनाई।उपायुक्त एवं नोडल अधिकारी खेल सत्यपाल सिंह चैहान ने बताया कि आज द्वितीय वाहिनी कंपू के हरे भरे क्रिकेट मैदान पर दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता के दो मैच खेले गए हैं। जिसमें पहला मैच महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया। उत्तर प्रदेश ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी महाराष्ट्र की टीम ने 10 ओवर में 96 रन बनाए। जिसमें आकाश सनप ने 34 रन 22 गेंद में और साथ उतरे स्वप्निल मंगेल ने 11 गेंद में 24 रन बनाए। वहीं उत्तर प्रदेश की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट बारिश और शेखर ने दो-दो विकेट लिए। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी उत्तर प्रदेश की टीम सिर्फ 62 रन पर आॅलआउट हो गई और महाराष्ट्र ने शानदार जीत दर्ज की। महाराष्ट्र की तरफ से गेंदबाजी करते हुए केदारनाथ ने 5 विकेट समेटे। जिसमें केदारनाथ मैन ऑफ द मैच रहे।दूसरा मैच 02 छत्तीसगढ़ और झारखंड के बीच खेला गया। झारखंड में टॉस जीता और बैटिंग करने का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करनी उतरी झारखंड की टीम ने 10 ओवर में 56 रन बनाए, जिसमे अनुज ने 27 रन 21 गेंद में बनाए, वही छत्तीसगढ़ की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट रवि और जितेंद्र ने दो-दो विकेट लिए जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी छत्तीसगढ की टीम ने 8 ओवर में लक्ष्य हासिल कर अगले दौर में प्रवेश किया। छत्तीसगढ की ओर से रामखेलावन साहू मैन ऑफ द मैच रहे।प्रथम अखिल भारतीय मेयर कप दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता बुधवार दोपहर को 3 मैच खेले जाएंगे। जिसमें पहला मैच पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान के बीच, दूसरा मैच विदर्भ एवं मध्य प्रदेश के बीच, तीसरा मैच महाराष्ट्र एवं गुजरात के बीच खेला जाएगा।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश अगस्त माह तक बारिश के मामले में 23 प्रतिशत पीछे चल रहा था और कई जिलों में सूखे का संकट मंडराने लगा था, लेकिन सितंबर बारिश का एक दौर हो चुका है और दूसरा दौरा 15 सितंबर से शुरू हो ने जा रहा है। इसे देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि सितंबर माह में औसत से अधिक बारिश होगी और प्रदेश के अधिकांश जिले रेड जोन से बाहर आ जाएंगे।     मौसम विभाग के अनुसार सितंबर माह में अब तक 158 मिमी यानी 6.22 इंच के मुकाबले 106 मिमी यानी 4 इंच पानी गिर चुका है, जो कोटे की करीब 65% के बराबर है। इससे कई जिलों की तस्वीर बदल गई है। मौसम विभाग के अनुसार 5-6 सितंबर से मानसूनी एक्टिविटी शुरू हुई। ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सिस्टम की वजह से बारिश का दौर चला। यही कारण है कि बारिश का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अभी दो दिन के लिए एक्टिविटी कम है, लेकिन 15 से 21 सितंबर तक फिर से बारिश का दौर चलेगा। मंगलवार को भी प्रदेश के 9 जिलों में हल्की बारिश हुई। भोपाल में दोपहर में तेज बारिश हुई। शाम तक यहां 7.4 मिमी बारिश हो गई। नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी में 6 मिमी पानी गिरा। ग्वालियर, जबलपुर, सतना, सागर, गुना, मंडला और खजुराहो में भी बारिश हुई। रात में भी बारिश का दौर चलता रहा।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अगले 1 से 2 दिन तक तेज बारिश के दौर में थोड़ी कमी आएगी। 13 और 14 सितंबर को बंगाल की खाड़ी से लो प्रेशर एरिया एक्टिव होगा। इससे 15 से 21 सितंबर तक फिर प्रदेश भीगेगा। मौसम विभाग ने नर्मदापुरम, बैतूल, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिले में तेज बारिश की संभावना व्यक्त की है। वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, सीधी, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

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धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित औद्योगिक नगरी पीथमपुर के सेक्टर एक में बुधवार सुबह संयोग फार्मा नामक केमिकल कंपनी में अचानक आग लग गई। केमिकल प्लांट होने से आग तेजी से फैली और पूरी कंपनी को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।       जानकारी के अनुसार, संयोग केमिकल नामक इस कंपनी में दवाएं बनाने का काम होता है। यहां बुधवार सुबह करीब 9.00 बजे धुआं उठता दिखाई दिया। उसके बाद आस-पास की कंपनी के कर्मचारी और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने के प्रयास किए, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उन्हें सफलता नहीं मिली। इसी बीच लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।       पीथमपुर थाना प्रभारी संतोष दूधी ने बताया कि हादसे के वक्त कंपनी में चार कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें से एक कर्मचारी कमलेश पुत्र पुरुषोत्तम तिवारी की मौके पर ही मौत हो गई। उसके शव को सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र भिजवाया गया है। वहीं, तीन कर्मचारी घायल हुए हैं, जिनमें दो गंभीर हालत में महू के अस्पताल भेजा गया है और एक अन्य घायल का स्थानीय अस्पताल में उपचार जारी है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है।

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रतलाम में टमाटर के दाम गिरने के बाद अब हरी मिर्ची के भी दाम गिर गए है। बम्पर आवक से मिर्ची के दाम 5 रुपये किलो ही रह गए है। जिसके बाद अब व्यापारी खरीदी गई मिर्ची ट्रेक्टर में भर कर फेंक रहे है। वहीं, खवासा,पेटलावद और सारंगी गांव से आए किसानों की फसल नीलाम ही नहीं हो पाई है। मिर्ची फेंक रहे व्यापारियों का कहना है कि 5 दिन में मिर्ची के दाम 20 रुपये से घट कर 5 रुपये प्रति किलो ही रह गए है। जिससे माल अन्य मंडियों में पहुंचाने का भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है। इस कारण वह क्विंटलो मिर्ची फेंकने को मजबूर हैं। मंडियों में कई किसान अपनी फसल छोडकर भी जा रहे हैं। जिससे सब्जी मंडी में मिर्ची का ढेर लग गया है।दरअसल मिर्ची की फसल के बम्पर उत्पादन के कारण मिर्ची के दाम गिरने लगे हैं। क्षेत्र के प्रमुख मिर्ची उत्पादक गांव खवासा,पेटलावद , सरवड़ और सारंगी से आए किसानों का कहना है कि पहले टमाटर और अब मिर्ची के गिरे दामों ने किसानों की कमर तोड़ दी है। मंडी में व्यापारी भी खरीदा हुआ माल फेंकने को मजबूर हैं। व्यापारी मोहम्मद रफत ने बताया कि खरीदा हुआ माल जयपुर और दिल्ली की मंडियों में भेजने का भाड़ा ही नहीं निकला है। आज करीब 15 ट्रॉली खरीदा हुआ माल फेंक दिया है।

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जबलपुर के गोपाल सदन में चल रहे फैशन शो और मेकअप सेमिनार अवॉर्ड फंक्शन में मंगलवार को हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। स्टेज पर लगा फिल्म अभिनेत्री मंदाकिनी का पोस्टर फाड़ दिया। चेतावनी दी है कि अगर मंदाकिनी कार्यक्रम में शामिल होती हैं तो कार्यक्रम को बंद करवा दिया जाएगा।हिंदू धर्म संगठन और चंडी वाहनी के कार्यकर्ताओं को जैसे ही जानकारी लगी कि जबलपुर के गोपाल सदन में फैशन शो का कार्यक्रम चल रहा है, बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और स्टेज पर चढ़कर जमकर हंगामा किया।चंडी वाहिनी की प्रदेश अध्यक्ष लता ठाकुर ने फैशन शो का विरोध करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में जो फिल्म अभिनेत्री शामिल हो रही हैं, वे गंदगी की खान हैं। हमारे देश में बहुत सी ऐसी अभिनेत्रियां हैं, जो हिंदुत्व का प्रचार-प्रसार करती हैं, उन्हें बुलाइए। मंदाकिनी के हाथों से जिन बहन - बेटी को अवार्ड मिलेगा, यह उनकी बेज्जती है। इसलिए किसी भी कीमत में कार्यक्रम में मंदाकिनी को नहीं आने दिया जाएगा।

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ग्वालियर में एक 24 वर्षीय नवविवाहिता ने डिप्रेशन के चलते जहर (सल्फास) खा लिया था। जिसे गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था जहां उसने देर रात दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया है। मृतका की शादी को अभी छह माह ही हुए थे। इस बीच वह कई प्रताड़ना से गुजरी थी।शादी के बाद पता लगा पति शादी के बाद संबंध निभाने में असक्षम है। इलाज की बात कही तो मारपीट करने लगे फिर देवर और ससुर ने छेड़छाड़ की। जिस पर मृतका ने महिला थाना में मामला भी दर्ज कराया था। अभी वह अपने मायके में रह रही थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।शहर के बहोड़ापुर स्थित न्यू फोर्ट कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय युवती ने सोमवार रात को जहर खा लिया। परिजन को उस समय उसके जहर खाने का पता लगा जब उसकी हालत बिगड़ने लगी। परिजन उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू कर दिया, लेकिन देर रात युवती ने दम तोड़ दिया। अस्पताल की सूचना के बाद बहोड़ापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर डेड हाउस में रखवा दिया गया। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराया है। साथ ही मर्ग कायम कर खुदकुशी के पीछे कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है। मृतका कुछ महीनों से डिप्रेशन की शिकार थी।

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कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा की एक दिन की शिवचर्चा के लिए सोमवार को इंदौर आए। कनाड़िया रोड स्थित प्रेमबंधन गार्डन में संबोधित करते हुए पं. मिश्रा ने कहा कि जब हम शिवलिंग पर एक बूंद भी जल चढ़ा रहे होते हैं, तब उन्हें अपने मन की बात कह रहे होते हैं। यह शिव से साक्षात मिलने जैसा है। ऐसा कोई मनुष्य नहीं हुआ, जिसके जीवन में संघर्ष नहीं आया। भगवान राम, कृष्ण और गौतम बुद्ध कोई भी हो...उनके अवतारी जीवन में भी संघर्ष आया। जीवन में संघर्ष से जूझना और निपटना सीखना होगा। शाम को प्रवचन के बाद कथा का समापन हुआ। कथास्थल से श्रद्धालुओं की भीड़ एक साथ निकलने के कारण कनाड़िया से बंगाली चौराहा तक जाम की स्थिति बन गई।इससे पहले, पं. मिश्रा की कथा में प्रवचनों काे सुनने के दौरान भजनों पर महिलाओं ने नृत्य किया। इस दौरान पं. मिश्रा ने शादी के 25 साल बाद संतान प्राप्त करने वाले परिवार को मंच पर बुलाया और बच्चे को दुलारा। अपने प्रवचन में पंडित मिश्रा ने कहा कि भादौ का महीना है, बाबा की शाही सवारी का दिन है... दिल से बोलिए श्री शिवाय नमस्तुभ्यं.. सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। उनके भजनों ओ भोला सब दु:ख काटो आज...और... लुटा दिया भंडार काशी वाले ने, कर दिया मालामाल काशी वाले ने....पर श्रोता खूब थिरके।जीवन में कितनी भी बड़ी कठिनाई आ जाए। कितनी भी बड़ी तपस्या क्यों न करनी पड़े लेकिन अपने भोले बाबा के चरण कभी मत छोड़ो। कितनी भी कठिनाई क्यों न हो, बाबा आपको संकट के पार ले जाएगा। शालि ग्राम भगवान को आधा किलो सोने के सिंहासन में जड़ दिया जाए, हीरे में जड़ दिया जाए या कोई और रत्न पहना दिया जाए, ठीक उतना ही फल भोलेनाथ को एक बेल पत्र चढ़ने से मिलता है। व्यक्ति की संगत और पंगत अच्छी होना चाहिए। किसी गलत व्यक्ति के साथ बैठने का प्रयास कभी नहीं करना चाहिए। आप कहां बैठे हैं ये आपके ऊपर निर्भर करता है।- शिव पुराण के अनुसार तीन कारण से मरने वाले व्यक्ति को कभी भी मुक्ति नहीं मिलती है। पहला, अगर कोई व्यक्ति पानी में डूब कर अपना जीवन त्यागता है। दूसरा, स्त्री या किसी नारी के कारण जान देता है और तीसरा सर्प के डसने से मरने वाले इंसान को कभी मोक्ष नहीं मिलता है। जैसा पेट भरने के लिए भोजन की जरूरत होती है, ठीक उसी प्रकार आत्मा की तृप्ति के लिए शिव पुराण और शिव कथा के साथ भोले के दर्शन की जरूरत होती है।  

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उज्जैन । श्रावण और भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की दसवीं और अंतिम शाही सवारी आज (सोमवार) शाम को धूमधाम से निकलेगी। इस दौरान भगवान महाकाल 10 स्वरूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। भगवान महाकाल शाही सवारी में पालकी में चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश, रथ पर होलकरों का मुघोटा, घटाटोप, जटाशंकर, रुद्रेश्वर, चंद्रशेखर स्वरूप और दसवें सप्तधान्य स्वरूप में रथ में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।     परम्परा के अनुसार, शाही सवारी हमेशा लंबे मार्ग से निकलती है, ताकि अधिसंख्य श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन कर सके। शाही सवारी में करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। प्रशासन द्वारा सवारी के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। शाही सवारी के करीब सात किलोमीटर लम्बे मार्ग को दुल्हन की तरह सजाया गया है। प्रशासन ने सवारी मार्ग पर सुरक्षा और व्यवस्था के लिए अन्य शहरों से भी पुलिस बल बुलवाया है। सवारी निकलने के पूर्व यातायात भी डायवर्ट किया जाएगा।   मंदिर प्रबंधन समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि सवारी निकलने के पूर्व दोपहर 3:30 बजे महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में परम्परा के अनुसार, भगवान चन्द्रमौलेश्वर व मनमहेश स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात भगवान चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। शाही सवारी में भगवान महाकाल के 10 स्वरूप शामिल रहेंगे। जिसमें चांदी की पालकी में चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद घटाटोप, रथ पर जटाशंकर, रुद्रेश्वर स्वरूप, चन्द्रशेखर स्वरुप व सप्तधान का मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।   सवारी मंदिर से महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन होगा। सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यीनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा,मिर्जा नईम बेग मार्ग,तेलीवाड़ा, कंठाल,सतीगेट, छोटा सराफा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर रात्रि 11 बजे से पूर्व पहुंचेगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 6 दिनों से बारिश का दौर जारी है, जिससे प्रदेश में मंडरा रहा सूखे का संकट टल गया है। रविवार को भी प्रदेश के 16 जिलों में बारिश हुई। वहीं, मौसम विभाग ने सोमवार को भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा समेत 22 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। बाकी जिलों में भी हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, कल से बारिश का एक नया सिस्टम भी सक्रिय हो रहा है।     बीते 24 घंटों में प्रदेश के 16 जिलों में बारिश दर्ज की गई है। नौगांव में करीब एक इंच बारिश हुई। दमोह और मंडला में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। खजुराहो, मलाजखंड, जबलपुर, पचमढ़ी, शिवपुरी, उमरिया, सागर, गुना, बैतूल, ग्वालियर, सिवनी, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर और राजगढ़ में भी पानी बरसा। अन्य जिलों में भी बादलों की लुकाछिपी चलती रही। बीते 6 दिनों से चल रही बारिश के बावजूद मध्यप्रदेश में औसत बारिश का आंकड़ा 14% कम है। पूर्वी हिस्से में औसत से 10% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 14% बारिश कम हुई है। 1 जून से 10 सितंबर तक औसत 29.77 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 33.95 इंच बारिश होना चाहिए थी।     मौसम विभाग के मुताबिक मध्यप्रदेश में 12-13 सितंबर से एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है। यह 18 से 20 सितंबर तक प्रदेश में एक्टिव रहेगा। यानी अगले एक सप्ताह तक प्रदेश में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने सोमवार को भोपाल, शाजापुर, आगर-मालवा, सीहोर, देवास, हरदा, राजगढ़, सागर, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर, नर्मदापुरम, बैतूल, शिवपुरी, भिंड, मुरैना, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, निवाड़ी और रीवा में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, धार, इंदौर, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, दमोह, जबलपुर, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, कटनी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, सिंगरौली, गुना, श्योपुरकलां और ग्वालियर में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

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उज्जैन। श्रावण/भादौ मास निकलने वाली सवारियों के क्रम में ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की दसवीं और शाही सवारी सोमवार, 11 सितम्बर को निकलेगी। सवारी मार्ग और शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। करीब पांच लाख श्रद्धालु शामिल होंगे। शाही सवारी हमेशा लंबे मार्ग से निकलती है, ताकि अधिसंख्य श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सके। सवारी के दौरान भगवान दस स्वरूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।   श्री महाकालेश्वर भगवान की दसवीं सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव,नन्दी रथ पर उमा-महेश,रथ पर होलकरों का मुघोटा, घटाटोप, जटाशंकर, रुद्रेश्वर,चंद्रशेखर स्वरूप और दसवें सप्तधान्य स्वरूप में रथ में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।   श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी।   उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग से हटकर लंबे मार्ग के लिए निकलेगी। सवारी मंदिर से महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहॉ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन होगा। सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यीनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा,मिर्जा नईम बेग मार्ग,तेलीवाड़ा, कंठाल,सतीगेट, छोटा सराफा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर रात्रि 11 बजे से पूर्व पहुंचेगी।

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भोपाल। मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, शिवपुरी समेत 17 जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में भी बारिश हो सकती है। शनिवार को प्रदेश के 21 जिलों में तेज बारिश हुई है। नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा साढ़े 3 इंच पानी गिरा। छिंदवाड़ा में सवा दो इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। दमोह में 1 इंच, बैतूल और नौगांव में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। इसी तरह सागर, रतलाम, उमरिया, पचमढ़ी, सीधी, उज्जैन, गुना, सिवनी, शिवपुरी, ग्वालियर, खजुराहो, भोपाल, इंदौर, धार, मलाजखंड, मंडला और सागर में भी कहीं धीमी तो कहीं तेज बारिश हुई। राजधानी भोपाल में शाम 7 बजे के बाद अलग-अलग इलाकों में तेज बारिश हुई।   मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में तेज बारिश होने से सामान्य बारिश का आंकड़ा बढ़ गया है। हालांकि, कुल बारिश का आंकड़ा अभी भी 17 फीसद कम है। प्रदेश में अब तक 28.16 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 33.38 इंच बारिश होनी चाहिए थी। पूर्वी हिस्से में औसत से 11 फीसद कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 19 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है। पहले पश्चिमी हिस्से में औसत से कम बारिश का आंकड़ा 23 फीसद तक पहुंच गया था।   सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में साइकोनिक सर्कुलेशन एक्टिव होने से शुक्रवार-शनिवार को ग्वालियर-चंबल के साथ निमाड़ और उत्तरी मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर रहा। अब सिस्टम थोड़ा कमजोर हो गया है। इसके बावजूद रविवार को भी भोपाल समेत कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है। 12-13 सितंबर से एक बार फिर से मानसून सिस्टम एक्टिव होगा। इससे 18-20 सितंबर तक बारिश का दौर चलता रहेगा।   विभाग के अनुसार रविवार को भोपाल, शाजापुर, देवास, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, विदिशा, गुना, शिवपुरी, मुरैना, दतिया, भिंड, टीकमगढ़, सतना, रीवा, शहडोल और अनूपपुर में मध्यम से भारी हो सकती है। अगले 24 घंटे में यहां 2 से 4 इंच तक पानी गिर सकता है। वहीं, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, धार, इंदौर, आगर-मालवा, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, उमरिया, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर और श्योपुरकलां में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

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रतलाम के नामली में एक युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया है। युवक मोबाइल टावर से गांव वालों को अपनी एक तरफा मोहब्बत की कहानी बता रहा है। 12 साल से एक लड़की से प्रेम करता है लेकिन उसे अब तक उसका प्यार नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने उसे नीचे उतर आने की समझाइश दी लेकिन वह नीचे आने को तैयार नहीं है। मामले की सूचना मिलने के बाद नाम ली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची है और युवक को नीचे उतरने के प्रयास जारी है। युवक का नाम रमेश पिता हरिराम गडगामा है।करीब ढाई घंटे तक चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे का अंत युवक की माँ,भाई और दोस्त की मान मुनव्वल के बाद युवक नीचे उतरने को राजी हुआ। थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे ने भी माईक पर युवक को समझाइश देकर नीचे उतारा।

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ग्वालियर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस विशेष अभियान चला रही है, इसी कड़ी में जिले के सभी थानों में अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ मुहीम चलाकर कार्यवाई की गई। सभी थाना प्रभारियों ने पुलिस बल की टीम बनाकर अलग अलग इलाको में ऐसे बदमाशों को चिन्हित करने के लिए लगाया गया जो अवैध हथियार रखकर रंगदारी दिखाकर लोगों पर धौंस जमाते थे। ऐसे 350 बदमाशो और लोगो पर एक साथ कार्रवाई करते हुए बदमाशों को पकड़ा और उनसे 48 अवैध हथियार बरामद किए गए, कार्यवाई के दौरान अवैध हथियार रखने वालों में काफी संख्या में युवा औऱ 5 नाबालिग भी मिले है।ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल की निर्देश पर विधानसभा चुनाव को देखते हुए अवैध हथियारों को दिखाकर रंगदारी, रुतबा और सोशल मीडिया पर फोटो के साथ पोस्ट डालने वाले बदमाशों व नाबालिकों के खिलाफ शहर के दो दर्जन से ज्यादा थाना प्रभारी ने थाने के बल के साथ कार्रवाई करते हुए 350 बदमाशों को चिन्हित कर 48 अवैध हथियार बरामद किए हैं। हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले बदमाशों में पांच नाबालिग छात्र भी शामिल है, जिनपर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वार्निंग देकर उनके परिजनों को सौंप दिया है। वहीं अन्य बदमाशों पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें हवालात में डाल दिया है।पुलिस ने नाबालिग छात्र और बदमाशों से 315,312 बोर के दो दर्जन से अधिक कट्टे, 32 बोर की एक दर्जन से अधिक पिस्टल सहित जिंदा राउंड बरामद किए हैं। फिलहाल पुलिस ने नाबालिग छात्र और बदमाशों से बरामद किए गए हथियारों को जाप कर लिया है।एसएसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि ग्वालियर पुलिस इस प्रकार की कार्यवाही लगातार जारी रखेगी और अवैध हथियार रखकर रंगदारी दिखाने वाले बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।  

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इंदौर के पलासिया कंट्रोल रूम पर शहर के चारो  जोन के डीसीपी अपने&अपने थाना क्षेत्रों से नशा करने वालों लेकर पहुंचे। यहां एक शिविर के माध्यम से कांउसलिंग करते हुए सभी को नशा छुड़ाने के लिये संकल्प दिलाया गया। रात में ही सभी थानों में अभियान चलाकर नशा करने वाले लोगों को कंट्रोल रूम आने के लिये कहा गया। जिसके बाद रविवार को यहां सभी की काउंसलिंग की गई।कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने शहर में बढ़ती नशे की लत से लोगों को दूर करने के लिए रविवार को पलासिया पुलिस कंट्रोल रूम में एक प्रोग्राम का आयोजन किया। जिसमें सामाजिक न्याय एंव दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग को साथ लेकर सभी नशा करने वालों की काउंसलिंग की गई। वहीं उन्हें नशा नहीं करने के लिये संकल्प भी दिलाया गया। यहां डीसीपी जोन 1 खुद नशा छोड़ने का संकल्प लेकर पहुंचे लोगो के फार्म भरते नजर आए। उन्होंने नशा करने को लेकर लोगो से कारण भी पूछा ओर उसके दुष्परिणाम भी बताए।अफसरों ने रात में ही सभी को आदेशित कर ऐसे लोगों को थाने के माध्यम से पलासिया कंट्रोल रूम आने के लिये कहा था। जो नशा करने के आदी है। और नशे में अपराध तक कर देते हैं। इसे लेकर सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित भी किया था। पुलिस कमिश्नर का नशे पर प्रहार को लेकर लोगों को जागरुक करना इसका मुख्य उद्देश्य है।

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भोपाल। चंद्रयान 3 की सफलता के जश्न के साथ मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विज्ञान भारती के संयुक्त तत्वावधान में 10वां भोपाल विज्ञान मेला आगामी 15 से 18 सितम्बर तक बीएचईएल दशहरा मैदान में आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी शनिवार को प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने शनिवार को एक पत्रकारवार्ता में दी।     उन्होंने बताया कि भोपाल विज्ञान मेला मध्यप्रदेश के साथ ही पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है, जिसमें ग्रास रूट के साथ ही प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर तक विज्ञान एवं तकनीकी की प्रगति और नवाचारों से लोगों को अवगत कराया जाता है। मेले में हजारों छात्र, शोधार्थी, शिक्षक, कारीगर, किसान, उद्यमी, वैज्ञानिक, अधिकारी एवं सामान्यजन सहभागिता करते है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, शोध संस्थानों, उद्योगों एवं शैक्षणिक संस्थानों द्वारा इसमें भाग लिया जाता है। मेले में विज्ञान आधारित विभिन्न गतिविधियाँ होती हैं। इस वर्ष का भोपाल विज्ञान मेला "साइंस, टेक्नालॉजी एवं इनोवेशन अमृतकाल" थीम पर है।     ग्रास रूट इनोवेटर्स, उन्नत तकनीकों एवं नवाचारों का होगा प्रदर्शन उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी भोपाल विज्ञान मेले में नवीनतम तकनीकों, छात्र वैज्ञानिक संवाद, मॉडल कान्टेस्ट के साथ ही ग्रास रूट एवं इनोवेटिव कारीगर पेवेलियन वेस्ट मैनेजमेंट पेवेलियन, हैंडीक्राफट पेवेलियन, स्टार्टअप पेवेलियन इत्यादि के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति से अवगत कराया जायेगा।     कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण परमाणु ऊर्जा, इसरो, डीआरडीओ ब्रम्होस, एनटीपीसी, सीएसआईआर, आईसीएमआर, आईसीएआर, एम्प्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् एवं उद्योगों द्वारा प्रदर्शित की जाने वाली नवीनतम तकनीक एवं उत्पाद रहेंगे। ग्राम रूट इनोवेशन एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्टूडेन्ट मॉडल कान्टेस्ट में अनगिनत बड़ी संस्थाओं के छात्रों द्वारा अपने इनोवेशन आईडियास एवं माडल्स को प्रदर्शित किया जायेगा। यहां नव उद्यमियों एवं स्टार्टअप द्वारा विभिन्न प्रकार के तकनीकी समाधान भी प्रस्तुत किये जायेगें। मेले में प्रतिवर्ष अनुसार देश के शीर्ष वैज्ञानिकों एवं विभिन्न क्षेत्र की विख्यात हस्तियों का छात्रों से संवाद एवं मार्गदर्शन भी दिया जायेगा तथा प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।     शीर्ष वैज्ञानिक होंगे सम्मानित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सखलेचा ने कहा कि चंद्रयान-3 की अभूतपूर्व उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए भोपाल विज्ञान मेले में इस मिशन से जुड़े डायरेक्टर सहित देश की तीन हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भारत को पूरे विश्व में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मजबूती से स्थापित करने एवं देश को गौरव की अनुभूति कराने वाले देश के शीर्ष वैज्ञानिक चन्द्रयान- 3 के मिशन डायरेक्टर डॉ. पी. वीरामुथुवेल, इसरो बैंगलूरू, वन्दे भारत के चीफ आर्किटेक्ट सुधांशु मनी के साथ ही एम्स दिल्ली की डॉ. रमा जयासुंदर को भी विज्ञान प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।     उल्लेखनीय है कि विज्ञान प्रतिभा सम्मान पूर्व में भी डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा, आउट स्टेडिंग सांईटिस्ट एण्ड चीफ कन्ट्रोलर ब्रम्होस, डॉ. पी. कुन्हीकृष्णन, डायरेक्टर, सतीश धवन स्पेस सेंटर, इसरो, प्रो. एम. जगदेश कुमार, पूर्व कुलपति, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली, यू. राजा बाबू, प्रोग्राम डायरेक्टर, डीआरडीओ, हैदराबाद को दिया जा चुका है। मंत्री सखलेचा ने बताया कि 17 और 18 सितम्बर को चन्द्रयान-3 महोत्सव का आयोजन भी किया जायेगा।     अनूठा है भोपाल विज्ञान मेला भोपाल शहर के नाम पर यह विज्ञान मेला 10 वर्ष से आयोजित किया जा रहा है, जिसकी एक विशिष्ट पहचान भोपाल के साथ ही प्रदेश, देश एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बन चुकी हैं। संभवतः शहर के नाम पर वृहद रूप में आयोजित होने वाला यह विज्ञान मेला इकलौता है, जिसमें छात्र शोधार्थी, शिक्षक, कारीगर, किसान, उद्यमी वैज्ञानिक अधिकारी एवं सामान्यजन सहभागी होने के उत्सुक रहते हैं। भोपाल विज्ञान मेले का शुभारंभ, समापन, प्रदेश एवं देश के शीर्ष वैज्ञानिक संस्थाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में होगा, जिसमें वैज्ञानिकों के साथ ही छात्र-प्रतिभाओं का सम्मान भी किया जायेगा।

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भोपाल। प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है। बीते 24 घंटों में भोपाल, जबलपुर, इंदौर समेत प्रदेश के 24 जिलों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। ऐसा ही मौसम शनिवार को भी बना रहेगा। मौसम विभाग ने जबलपुर-उज्जैन समेत 19 जिलों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, 2 दिन बाद एक और सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेश में बारिश का दौर अगले 10 से 12 दिन तक बने रहने का अनुमान है।     मध्यप्रदेश के 24 जिलों में वर्तमान सिस्टम के प्रभाव से शुक्रवार को बारिश हुई। 9 घंटे में जबलपुर में 3 इंच बारिश हो गई। वहीं, धार में ढाई इंच, इंदौर, खरगोन और रायसेन में डेढ़ इंच, छिंदवाड़ा में 1.4 इंच, नरसिंहपुर में 1.2 इंच बारिश हुई। उज्जैन में पौन इंच पानी बरस गया, जबकि सतना, सीधी, भोपाल और सिवनी में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। रतलाम, ग्वालियर, मंडला, नौगांव, पचमढ़ी, बैतूल, मलांजखंड, उमरिया, खजुराहो, दमोह, गुना, राजगढ़ और नर्मदापुरम में भी कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। देर रात तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा।     मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में बीते तीन दिनों में हुई तेज बारिश होने से सामान्य बारिश का आंकड़ा बढ़ा है। हालांकि, ओवरऑल बारिश का आंकड़ा अभी भी 17% कम है। प्रदेश में अब तक 28.16 इंच बारिश हो चुकी है। जबकि 33.38 इंच बारिश होनी चाहिए थी। पूर्वी हिस्से में औसत से 11 फीसदी कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 19% कम बारिश दर्ज की गई है। पहले पश्चिमी हिस्से में औसत से कम बारिश का आंकड़ा 23% तक पहुंच गया था।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है, जिसका असर मध्यप्रदेश पर भी है। इसके चलते प्रदेश में शनिवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। डॉ. सिंह ने बताया कि 10 से 12 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी से एक और सिस्टम एक्टिव होगा। इससे पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। प्रदेश में 18 से 20 सितंबर तक बारिश की एक्टिविटी रहेगी।   मौसम विभाग ने शनिवार को विदिशा, राजगढ़, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, उज्जैन और सागर जिले में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, भोपाल, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, नरसिंहपुर, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, अनूपपुर, सतना, रीवा, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, ग्वालियर, भिंड, शिवपुरी, दतिया आदि जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।

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उज्जैन। मशहूर फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने शनिवार को अपने जन्मदिन के मौके पर उज्जैन पहुंचकर ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। वे यहां अपने परिवार के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। उनके साथ क्रिकेटर शिखर धवन भी बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। वहीं, बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने भी आज उज्जैन पहुंच कर भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया।     अक्षय कुमार शनिवार को अपना 56वां जन्म दिन मना रहे हैं। अक्षय शनिवार तड़के करीब ढाई बजे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने यहां पारंपरिक वेशभूषा धोती-कुर्ते में नंदी हाल से भस्म आरती दर्शन किए। अक्षय के साथ उनका साथ बेटा आरव, भांजी सिमर और बहन अलका भी थे। क्रिकेटर शिखर धवन भी उनके साथ बैठे थे। आरती के दौरान अक्षय भक्ति के रस में झूमते नजर आए। उन्होंने आने वाली फिल्म "मिशन रानीगंज" की सफलता के लिए प्रार्थना भी की। पंडित आशीष शर्मा ने बताया कि अक्षय को महाकाल मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।   अक्षय कुमार ने महाकाल दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने देश की तरक्की की कामना की है। क्रिकेटर शिखर धवन से विश्वकप के विषय में पूछा गया तो अक्षय ने विनोद करते हुए कहा कि ये बहुत छोटी चीज है। हम यूं ही जीत जाएंगे। बाबा महाकाल से तो तरक्की मांगी जाती है।   गौरतलब है कि अक्षय कुमार की हाल में रिलीज हुई फिल्म ओ माय गाड-2 की शूटिंग उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी हुई थी। फिल्म की शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार कुछ दिनों तक उज्जैन में ही रहे थे और यहां उन्होंने बाबा महाकाल की पूजा की थी।   वहीं, भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल भी शनिवार को उज्जैन पहुंची। उन्होंने भस्म आरती के बाद मंदिर पहुंच कर भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। उन्होंने नंदी हाल में बैठकर बाबा महाकाल का जाप किया। साइना के साथ उनके माता-पिता ने भी भगवान महाकाल के दर्शन लाभ लिए।

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पन्ना/भोपाल। बुंदेलखंड के प्रसिद्ध जुगलकिशोर मंदिर में पन्ना राजघराने की महारानी जितेश्वरी देवी ने गुरुवार की रात श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर हंगामा कर दिया। कृष्ण जन्मोत्सव रात 12.00 बजे शुरू हुआ। इस दौरान जितेश्वरी देवी आरती के बीच से उठीं और गर्भगृह में जाकर पुजारी से चंवर छुड़ा लिया। फिर भक्तों की तरफ देखकर गलत तरीके से चंवर डुलाने लगीं। श्रद्धालुओं ने उनको गर्भगृह से बाहर करने की आवाजें लगाईं। पुजारी और वहां मौजूद लोगों ने जितेश्वरी देवी को गर्भगृह से बाहर करने की कोशिश की। इस दौरान वह गिर गईं। उन्हें पुलिस की मदद से घसीटकर बाहर किया गया। उन्होंने पुलिस से भी अभद्रता की। पूजन में विघ्न के कारण पुजारी को आरती बीच में ही रोकनी पड़ी।       मंदिर समिति के प्रबंधक संतोष कुमार तिवारी ने पुलिस को बताया कि महारानी शराब के नशे में थीं। पन्ना कोतवाली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में आक्रोश है। उन्होंने पन्ना के इतिहास में इसे सबसे निंदनीय घटना बताया है। वहीं, महारानी का कहना है कि मंदिर के मुसद्दी और पुजारी ने झूठे आरोप लगाए हैं। राज परिवार के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।       पन्ना के पुलिस अधीक्षक सांई कृष्ण एस थोटा ने बताया कि मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान कमेटी के किसी सदस्य ने जितेश्वरी देवी को बुलाया था। पन्ना राजघराने के 19वें वारिस महाराजा राघवेंद्र सिंह जू देव का इसी वर्ष जनवरी में निधन हो गया था। इसके बाद राजघराने की परंपराओं को निभाने की जिम्मेदारी उनके बेटे छत्रसाल द्वितीय को सौंपी गई। कृष्ण जन्मोत्सव पर मंदिर में चंवर डुलाने की परंपरा उनके द्वारा ही की जानी थी। किसी कारणवश वे मंदिर नहीं आ पाए। उनकी मां जितेश्वरी देवी मंदिर पहुंचीं और हंगामा कर दिया। मामले में जांच कर वैधानिक कार्रवाई करेंगे।       उल्लेखनीय है कि मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व मथुरा वृंदावन की तरह मनाया जाता है। यह परंपरा करीब 300 वर्ष से चली आ रही है। यहां पन्ना राजघराने के महाराजाओं की उपस्थिति में पूजन होता रहा है। पन्ना के जुगलकिशोर मंदिर में बुंदेली छाप दिखती है। मंदिर उत्तर मध्यकालीन वास्तुशिल्प के अनुरूप बना है। मंदिर में राधा कृष्ण की जोड़ी के अनुपम दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि श्रीकृष्ण की मुरली में बेशकीमती हीरे जड़े गए थे, जिसे लेकर सैकड़ों साल से यह भजन गाया जा रहा है, 'पन्ना के जुगल किशोर हो, मुरलिया में हीरा जड़े हैं।'

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विधानसभा चुनाव के ठीक चंद माह पहले सरकार ने प्रदेश भर में स्मार्ट मीटर लगाने की घोषणा की है। ये स्मार्ट मीटर की कीमत 7 हजार रुपए है, जिसे की उपभोक्ताओं को फ्री में दिया जा रहा है। आम जनता को लगा फ्री में बिजली मीटर मिल रहा है, कोई बात नही है। जितना बिल अभी आता है, उतना ही स्मार्ट मीटर से आयेंगा। पर स्मार्ट मीटर को लेकर कांग्रेस ने खुलासा किया है कि सात हजार रुपए का फ्री में मीटर देकर बिजली विभाग आम जनता को लूट लेगा। स्मार्ट मीटर के विरोध में कांग्रेस ने आज जबलपुर से जागरूकता रथ की शुरुआत की है, जिसे कि राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ शर्मा का दावा है कि स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली विभाग आम जनता से करोड़ों रुपए वसूलेगा। जबलपुर में मीडिया से बात करते हुए सौरव शर्मा ने बताया कि बिजली विभाग समय-समय पर नए- नए पैंतरे अपनाकर आम जनता को लूटने का काम करता है। बिजली विभाग ने अब एक नया यंत्र लाया है। जिसे स्मार्ट मीटर कहां जाता है। स्मार्ट मीटर की कीमत 7000 रुपएहै जिसे की बिजली विभाग और फ्री में दे रहा है। सौरभ शर्मा का आरोप है कि बिजली विभाग में जो भ्रष्टाचार है कमीशन खोरी है, उसे बढ़ावा देते हुए बिजली विभाग के घाटे को पूरा करने के लिए स्मार्ट मीटर के नाम से सुव्यवस्थित तरीके से आम जनता से पैसा वसूल किया जाएगा। सौरभ शर्मा ने बताया कि बिजली विभाग जहां 1 फीट भी बिजली का वायर फ्री में नहीं देता आखिर वह क्यों 7000 का स्मार्ट मीटर फ्री में दे रहा है यह काफी सोचने वाली बात है। कांग्रेस नेता का आरोप है कि यह वह स्मार्ट मीटर है जिसके पास एनएवीएल का लाइसेंस नहीं है। यह वह स्मार्ट मीटर है जब इसमें सप्लाई नहीं भी रहती है उसके बावजूद भी यह लगातार चलते रहता है।

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उज्जैन जिले के कई इलाकों में गुरुवार शुक्रवार रात से हुई झमाझम बारिश के बाद एक बार फिर शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिससे रामघाट पर स्तिथ कई मंदिर डूब गए। वही नदी की छोटी रपट के ऊपर से शिप्रा नदी का पानी बहने लगा, जिसके कारण पुलिया को बंद कर दिया गया।उज्जैन और आसपास के इलाकों में हो रही तेज बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया है। किसानो की कुछ चिंता भी कम हुई है। गुरुवार से शुरू हुई बारिश शुक्रवार रात और सुबह तक होती रही। जिसके कारण शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा। देखते ही देखते शिप्रा नदी की छोटी रपट डूब गई और इधर रामघाट पर भी पानी बढ़ने लगा जिससे घाट पर स्थित कई मंदिरो में पानी घुस गया और ाकि छोटे बड़े मंदिर डूबने लगे। जिससे बड़ी संख्या में तर्पण और अन्य पूजन पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को रोक दिया गया। किसी ही अनहोनी को रोकने के लिए शिप्रा तैराक दल और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है।बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के असर से शहर सहित पूरे जिले में बीते 24 घंटों के भीतर बारिश दर्ज की गई। वेधशाला से प्राप्त आकंड़े के अनुसार गुरुवार रात 8 बजे से शुरू हुई बारिश शुक्रवार सुबह तक रुक रुक कर होती रही। जिससे करीब 31.4 मिमी (करीब 1.23 इंच) बारिश दर्ज की गई। जबकि बीते 24 घंटे में अब तक पोन दो इंच बारिश दर्ज हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल ने शुक्रवार को भी शहर सहित उज्जैन जिले में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

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उज्जैन जिले के कई इलाकों में गुरुवार शुक्रवार रात से हुई झमाझम बारिश के बाद एक बार फिर शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिससे रामघाट पर स्तिथ कई मंदिर डूब गए। वही नदी की छोटी रपट के ऊपर से शिप्रा नदी का पानी बहने लगा, जिसके कारण पुलिया को बंद कर दिया गया।उज्जैन और आसपास के इलाकों में हो रही तेज बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया है। किसानो की कुछ चिंता भी कम हुई है। गुरुवार से शुरू हुई बारिश शुक्रवार रात और सुबह तक होती रही। जिसके कारण शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा। देखते ही देखते शिप्रा नदी की छोटी रपट डूब गई और इधर रामघाट पर भी पानी बढ़ने लगा जिससे घाट पर स्थित कई मंदिरो में पानी घुस गया और ाकि छोटे बड़े मंदिर डूबने लगे। जिससे बड़ी संख्या में तर्पण और अन्य पूजन पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को रोक दिया गया। किसी ही अनहोनी को रोकने के लिए शिप्रा तैराक दल और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है।बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के असर से शहर सहित पूरे जिले में बीते 24 घंटों के भीतर बारिश दर्ज की गई। वेधशाला से प्राप्त आकंड़े के अनुसार गुरुवार रात 8 बजे से शुरू हुई बारिश शुक्रवार सुबह तक रुक रुक कर होती रही। जिससे करीब 31.4 मिमी (करीब 1.23 इंच) बारिश दर्ज की गई। जबकि बीते 24 घंटे में अब तक पोन दो इंच बारिश दर्ज हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल ने शुक्रवार को भी शहर सहित उज्जैन जिले में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में गुरुवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व की धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्री कृष्ण मंदिरों को बड़े आकर्षक तरीके से सजाया गया है। इस मौके पर राजधानी भोपाल में आज 100 से अधिक स्थानों पर मटकी फोड़ का आयोजन हो रहा है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर के श्री कृष्ण मंदिर आलकी की पालकी, जय कन्हैया लाल की.. के स्वर से गूंज रहे हैं। मंदिरों में रात 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाएगा।       श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर श्री कृष्ण मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। इसके साथ ही चल समारोहों के साथ मटकी फोड़ के आयोजन भी हो रही है। भोपाल के पटेल नगर स्थित इस्कॉन मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। यहां शाम से मंदिर में विशेष पूजन चल रहा है, जो देर रात तक जारी रहेगा। यहां मंदिर समिति द्वारा 40 हजार श्रद्धालुओं के हिसाब से प्रसाद बनाया है, जबकि व्रत वाले श्रद्धालुओं के लिए 25 क्विंटल साबूदाना की खिचड़ी भी बनाई है। यहां रात 12 बजे के बाद भगवान के पूजन के बाद श्रद्धालुओं को इस प्रसाद का वितरण किया जाएगा।   भोपाल के बिड़ला मंदिर में भी जन्माष्टमी पर्व की धूम है। मंदिर में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के लिए अहमदाबाद से भगवान के लिए पोशाक और ज्वैलरी मंगाई गई है। इस पोशाक में क्रिस्टल और डायमंड जड़े हैं, इसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है। मंदिर के मैनेजर केके पांडे के अनुसार मंदिर में मां दुर्गा, शिवजी और हनुमान जी के लिए भी नई पोशाक मंगाई गई हैं। रात 12 बजे मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनेगा। इस दौरान माखन मिश्री के साथ छप्पन भोग लगाकर अभिषेक किया जाएगा।

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भगवान महाकाल की नगरी और भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन में जन्माष्टमी का पर्व दो दिन तक मनाया जाएगा। बुधवार आधी रात में अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र होने से महाकाल मंदिर, सांदीपनि आश्रम और गोपाल मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है।सांदीपनि आश्रम और गोपाल मंदिर​​ पर आकर्षक साज-सज्जा की गई है। दोनों मंदिर रंग बिरंगी रोशनी से नहा उठे है। यहां दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। भजन-कीर्तन का दौर चल रहा है।उज्जैन के श्री द्वारकाधीश गोपाल मंदिर पर भी दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े हैं। यहां शाम छह बजे से भगवान श्री द्वारकाधीश का पंचामृत अभिषेक पूजन करने के बाद अलौकिक शृंगार किया गया। मध्य रात्रि में भगवान की आरती के बाद जमकर आतिशबाजी की गई। इस बार दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मंदिर के बाहर एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है।भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में भी श्रद्धा और उत्साह से श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। मंदिर की साज-सज्जा इस बार भुट्टे और नींबू से की गई है। मंदिर के पुजारी पंडित रुपम व्यास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की पाठशाला में शैव मत के अनुसार जन्माष्टमी मनाने की परंपरा है।आश्रम की महिला मंडल की तैयार की गई मखमल की पोशाक भगवान को धारण कराई गई। अभिषेक पूजन के बाद मध्य रात्रि 12 बजे जन्म आरती की गई। गुरुवार सुबह भगवान लड्डू गोपाल को पालना में झुलाया जाएगा। दिनभर पंजीरी प्रसाद का वितरण होगा।श्री महाकालेश्वर मंदिर में भी बुधवार को जन्माष्टमी मनाई गई। महाकाल मंदिर में संध्या आरती के पहले मंदिर के पुजारियों ने मंदिर के नैवेद्य कक्ष में भगवान बाल गोपाल की पूजा-अर्चना कर भोग अर्पित किया। वहीं मंदिर परिसर में स्थित श्री साक्षी गोपाल मंदिर में भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'भारत की माटी में प्रकृति प्रेम है। भारत ने आज नहीं, बल्कि हजारों साल पहले कहा कि प्रकृति का शोषण मत करो, प्रकृति का दोहन करो। प्रकृति से उतनी मात्रा में ही चीजें लो, जिसकी भरपाई वो अपने आप कर पाए।CM और केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूगदी में गुरुवार सुबह कुशाभाऊ ठाकरे सभागार (भोपाल) में 'इंटरनेशनल-डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काईज' का शुभारंभ हुआ। पहली बार है जब यह राष्ट्रीय कार्यक्रम दिल्ली से बाहर किया गया।स्वच्छ वायु सर्वेक्षण- 2023 में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में इंदौर को प्रथम, आगरा को द्वितीय और महाराष्ट्र के ठाणे को तृतीय पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम में शहरों द्वारा वायु प्रदूषण कम करने के उत्तम प्रयासों के 'सार-संग्रह' का विमोचन किया गया।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'भारत कहता है कि एक ही चेतना हम सब में है। सभी प्राणियों में सद्भाव और विश्व का कल्याण हो, ऐसी कामना हम करते हैं। प्रधानमंत्री ने 'मिशन लाइफ' का संकल्प दिया। मध्यप्रदेश इन सभी संकल्पनाओं को धरातल पर लागू करने का काम कर रहा है।CM ने कहा, 'इंदौर को तो सभी प्रतियोगिता में प्रथम आने की आदत हो गई है। जिन शहरों को यहां पुरस्कार मिला है, उन्हें भी बधाई। मध्यप्रदेश के भोपाल को 5वां, जबलपुर को 13वां और ग्वालियर को 41वां स्थान मिला है। 3 से 10 लाख आबादी कैटेगरी में सागर को 10वां और 3 लाख से कम की आबादी में देवास को 6वां स्थान मिला है।

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सनातन की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोराना से करने वाले डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा 'अगर सनातन धर्म को डेंगू-कोरोना कहते हैं तो वो भी कोरोना और डेंगू की औलाद ही कहलाएंगे।'कथावाचक मिश्रा इन दिनों छिंदवाड़ा में हैं। वे यहां 5 से 9 सितंबर तक 16 सोमवार के महत्व पर कथा कर रहे हैं। सिमरिया हनुमान में तीसरे दिन की कथा से पहले मीडिया से बातचीत में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा - 'उनके माता-पिता से पूछा जाए, वे सनातनी नहीं हैं? उनके दादा-परदादा सनातनी नहीं थे? अगर सनातन धर्म को डेंग, मलेरिया और कोरोना कहते हैं तो वो भी तो कोरोना और डेंगू की औलाद ही कहलाएंगे।'धर्म और राजनीति के सवाल पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा, 'आदीकाल से राजनीति और धर्म एक साथ चले आ रहे हैं। दशरथ जी महाराज हों, जनक जी महाराज हों, विक्रमादित्य महाराज हों, इनके साथ धर्मगुरु बैठते आए हैं। वे अपना मार्गदर्शन देते रहे हैं। राजनीति में धर्म अपना मार्गदर्शन थोड़ा-थोड़ा देता रहा है। पूर्ण तरह से धर्म के अंदर राजनीति नहीं होना चाहिए, न ही राजनीति के अंदर पूरी तरह से धर्म होना चाहिए।'

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मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव की उपस्थिति में 7 सितम्बर गुरूवार को सुबह 11 बजे कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस-2023 (इंटरनेशनल-डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्ल्यू स्काईज) के राष्ट्रीय कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। "टूगेदर फॉर क्लीन एयर" पर केन्द्रित कार्यक्रम में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री  अश्विनी कुमार चौबे, प्रदेश के पर्यावरण मंत्री  हरदीप सिंह डंग, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री  भूपेन्द्र सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे। यह पहला मौका है कि "इंटरनेशनल-डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्ल्यू स्काईज'' का राष्ट्रीय कार्यक्रम दिल्ली से बाहर किसी राज्य में किया जा रहा है।प्रमुख सचिव पर्यावरण गुलशन बामरा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में शहरों द्वारा वायु प्रदूषण कम करने के उत्तम प्रयासों के "सार-संग्रह" का विमोचन भी होगा। इससे अन्य शहरों द्वारा स्वच्छ वायु की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को गति मिलेगी। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश पर्यावरण विभाग के सहयोग से भोपाल में होने वाले स्वच्छ वायु दिवस राष्ट्रीय कार्यक्रम में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में प्रथम तीन स्थान पाने वाले शहरों को भी पुरूस्कृत किया जायेगा। मध्यप्रदेश ने इसमें विशेष सफलता हासिल की है। दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर ने प्रथम और भोपाल ने 5वाँ स्थान, जबलपुर ने 13वाँ और ग्वालियर ने 41वाँ स्थान प्राप्त किया है। तीन से 10 लाख तक शहरों की श्रेणी में सागर को देश में 10वाँ और 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास को 6वाँ स्थान मिला है।

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आयुष विभाग ने आयुष पद्धतियों आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी और योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा का विस्तार किया है। पिछले 3 वर्षों में विभाग ने आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन के प्रशासनिक एवं चिकित्सालय भवन, भोपाल एवं नरसिंहपुर में 50 बिस्तरीय चिकित्सालय भवन का निर्माण पूरा किया है। साथ ही आयुष चिकित्सा पद्धति के 29 औषधालय एवं 11 जिला आयुष कार्यालयों के भवनों का निर्माण पूरा किया गया है।विभाग ने इस अवधि में 533 सीएचओ (आयुष कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर), 708 अंशकालीन योग प्रशिक्षक और सहायक की नियुक्ति भी की है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में 332 आयुष पैरा-मेडिकल कर्मियों को नियुक्ति-पत्र वितरित किये थे।

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गौ-वंश में लम्पी स्किन डिज़ीज़ की रोकथाम के लिये प्रदेश में प्रतिदिन की मॉनीटरिंग के फलस्वरूप बीमारी का प्रकोप पिछले 15 दिनों में कम होता दिख रहा है एवं स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में अब तक 51 लाख 10 हजार 864 पशुओं का एलएसडी रोग प्रतिबंधात्मक टीकाकरण किया जा चुका है। संदिग्ध पशुओं का सतत उपचार जारी है। प्रदेश में एलएसडी वैक्सीन की 44 लाख डोज और पर्याप्त मात्रा में दवाइयाँ उपलब्ध हैं।प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री गुलशन बामरा ने बताया कि भोपाल जिले में लम्पी बीमारी के प्रथम प्रकरण की सूचना 25 अगस्त 2023 को मिली थी, जिसकी पुष्टि 31 अगस्त को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा प्रयोगशाला द्वारा की गई। विगत एक माह में भोपाल जिले में कुल 43 पशु प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 35 के स्वास्थ्य में सुधार हो चुका है। वर्तमान में एलएसडी से पीड़ित 8 पशु उपचाररत हैं।संक्रमित पशुओं को पशु आश्रय स्थल 'आसरा' में क्वारेंटाइन कर उपचार किया जा रहा है। भोपाल नगर निगम द्वारा लम्पी संदिग्ध पशुओं को रखने की अस्थाई व्यवस्था (क्वारेंटाइन सेंटर) नबी बाग के कांजी हाउस में बनाये जाने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। इसमें पशुओं के उपचार का कार्य पशुपालन विभाग द्वारा किया जायेगा।में लम्पी स्किन डिज़ीज़ की रोकथाम के लिये प्रदेश में प्रतिदिन की मॉनीटरिंग के फलस्वरूप बीमारी का प्रकोप पिछले 15 दिनों में कम होता दिख रहा है एवं स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में अब तक 51 लाख 10 हजार 864 पशुओं का एलएसडी रोग प्रतिबंधात्मक टीकाकरण किया जा चुका है। संदिग्ध पशुओं का सतत उपचार जारी है। प्रदेश में एलएसडी वैक्सीन की 44 लाख डोज और पर्याप्त मात्रा में दवाइयाँ उपलब्ध हैं।प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री गुलशन बामरा ने बताया कि भोपाल जिले में लम्पी बीमारी के प्रथम प्रकरण की सूचना 25 अगस्त 2023 को मिली थी, जिसकी पुष्टि 31 अगस्त को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा प्रयोगशाला द्वारा की गई। विगत एक माह में भोपाल जिले में कुल 43 पशु प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 35 के स्वास्थ्य में सुधार हो चुका है। वर्तमान में एलएसडी से पीड़ित 8 पशु उपचाररत हैं।संक्रमित पशुओं को पशु आश्रय स्थल 'आसरा' में क्वारेंटाइन कर उपचार किया जा रहा है। भोपाल नगर निगम द्वारा लम्पी संदिग्ध पशुओं को रखने की अस्थाई व्यवस्था (क्वारेंटाइन सेंटर) नबी बाग के कांजी हाउस में बनाये जाने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। इसमें पशुओं के उपचार का कार्य पशुपालन विभाग द्वारा किया जायेगा।

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ये कहानी है, अजब के प्रेम में अचानक गजब का रोड़ा आने की। 3 बच्चों की मां एक मंदिर में काम करने वाले मजदूर को दिल दे बैठी। लव और रिलेशनशिप में उसने पति और बच्चों को छोड़कर मजदूर प्रेमी को अपना लिया। बात पुलिस तक पहुंची तो महिला ने शपथपत्र देकर कहा, वो मर जाएगी लेकिन प्रेमी को नहीं छोड़ेंगी। आखिरकार, मामला एक थाने से दूसरे थाने पहुंचा तो कहानी ही बदल गई। महिला अपने पति के साथ जाने को तैयार हो गई।‌ वहीं प्रेमी जेल की सलाखों के पीछे जाएगा।खंडवा में सोमवार के दिन दो पक्षों के लोग महिला थाना पहुंचे थे। पहले पक्ष में एक महिला के साथ उसका प्रेमी था। वहीं दूसरे पक्ष में महिला का पति, उसकी सास और सबसे छोटी बेटी थी।‌ पति को पुलिस पर भरोसा था कि वो नासमझ पत्नी को उसके आशिक के कब्जे से लौटा देंगे। महिला थाने पर घंटों तक काउंसलिंग चली, पति-पत्नी और उसके प्रेमी के बयान हुए। पत्नी अड़ी रही कि वो सिर्फ प्रेमी के साथ जाएगी। पति और पुलिस ने समझाया, परिवार और बच्चों की दुहाई दी लेकिन बात नहीं बन पाई। फिर सभी को पंधाना थाना ले जाया गया।‌पुलिस थाना पंधाना में महिला की गुमशुदगी दर्ज थी।‌ महिला का पति इसी क्षेत्र के एक गांव में रहता है। महिला थाने की टीम ने प्रेमी और महिला को पुलिस के हवाले कर दिया। यहां भी पुलिस पूछताछ में महिला ने प्रेमी के साथ रहने की बात कही।‌ कहने लगी कि मैं प्रेमी के साथ ही रहूंगी। टीआई संजय पाठक ने सख्ती से पूछताछ की तो महिला का डर सामने आया। पुलिस ने न्याय और मदद का भरोसा दिलाया तो महिला ने प्रेमी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया। इसके बाद पुलिस ने महिला के दो अन्य बच्चों को उसके सामने खड़ा कर दिया।‌ फिर वह पति के साथ घर जाने को राजी हो गई।दरअसल, एक परिवार मजदूरी के लिए गांव से खंडवा आया था।‌‌ यहां वह कहारवाड़ी में किराए के मकान में रहने लगे। पति रेडीमेड कपड़ों का ठेला लगाता तो पत्नी झाड़ू-बर्तन साफ करने का काम करती थी। वह सराफा बाजार के आसपास रहवासी इलाकों में जाती थी।‌ ताकि शहर में रहकर दिहाड़ी की दिहाड़ी हो जाए और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी। लेकिन काम के दौरान जैन मंदिर का एक मजदूर महिला के करीब आ गया। वह महिला पर डोरे डालने लगा। आखिरकार दोनों में प्रेम हो गया। प्रेमी की खातिर महिला ने तो घर ही छोड़ दिया। महीने भर बाद अब घर वापसी हो पाई है। महिला के बयान पर पुलिस ने प्रेमी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया।‌ वह पुलिस हिरासत में हैं।‌ टीआई संजय पाठक के मुताबिक, आरोपी को मंगलवार जेल भेजेंगे।

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रतलाम में एक ऑटो चालक ने 1 लाख रुपये और मोबाइल रखा बेग वापस लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की है। घटना सोमवार रात की है जहां उज्जैन से रतलाम आई एक महिला ऑटो में बैठकर अपने घर पहुंची थी। लेकिन वह अपना बैग ऑटो में ही भूल गई। बैग में करीब 1 लाख 11 हजार रुपये नगद और महिला का मोबाइल रखा था। मोबाइल से भरा बैग ऑटो चालक मोहम्मद दीन के ऑटो में बैठी अन्य सवारी ने देखा और मोहम्मद पर्स को संभाल कर रख लिया। इसके बाद वह अपने साथी चंद्र प्रकाश के साथ स्टेशन रोड थाने पहुंचा और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को बैग सुपुर्द कर दिया । बैग में रखें मोबाइल के आधार पर महिला को सूचना दी गई और महिला के थाने पहुंचने पर उन्हें उनका सामान सुरक्षित वापस लौटाया गया।दरअसल ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाले मोहम्मद दीन ऑटो चलाकर अपना परिवार चलाते हैं। जैसे ही मोहम्मद ने अपने ऑटो में रखा बैग देखा तो उसने अपने साथी चंद्र प्रकाश को बताया। इसके बाद दोनों ने नजदीकी थाने पहुंचकर बैग लौटने का निर्णय लिया। यह बैग उज्जैन निवासी रेखा वोहरा का था जो अपने मायके रतलाम आई हुई थी । जल्दबाजी में वह अपना बैग ऑटो में ही भूल गई थी। ऑटो चालक ने जब स्टेशन रोड थाने पर बैग लौट आया तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बैग में रख मोबाइल के माध्यम से महिला को सूचना देकर बुलाया और थाने पर उन्हें रुपए और बैग वापस लौटाया गया। ऑटो चालक के ईमानदारी भरे व्यवहार पर महिला और उनके परिवार जनों ने उन्हें धन्यवाद भी ज्ञापित किया। वहीं, थाने पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने भी मोहम्मद दिन और चंद्र प्रकाश के कार्य की सराहना की।

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ग्वालियर में पुलिस ने अपने ही अंदाज में शिक्षक दिवस मनाया है। पुलिस ने हाइवे से गुजरने वाले दोपहिया वाहन सवार शिक्षकों को रोककर पहले हल्दी और चावल से तिलक किया फिर माला पहनाई। इसके बाद उनको हेलमेट भेंट कर उनको पूजा है। साथ ही उनको बताया है कि आज हम या कोई भी अधिकारी बन सका हैतो आप जैसे शिक्षकों की बदौलत ही बन सका है। शिक्षक दिवस के मौके पर पुलिस अधिकारी अपने गुरु व शिक्षक के पास नहीं जा पाए हैं तो इन शिक्षकों का पूजन किया है। अक्सर पुलिस की चेकिंग देखकर वाहनों को मोड़कर भागने वाले वाहन सवार शिक्षकों ने जब अपना सम्मान होते देखा तो वह भी गदगद हो गए।ग्वालियर के घाटीगांव में हाइवे पर मंगलवार को पुलिस का एक सामाजिक चेहरा फिर सामने आया है। मंगलवार 5 सितंबर को शिक्षक दिवस है। इस पर पर घाटीगांव SDOP संतोष पटेल ने खास बना दिया। घाटीगांव थाना प्रभारी शैलेन्द्र गुर्जर को साथ लेकर उन्होंने शिक्षकों को सम्मानित करने की नई मुहीम छेड़ दी। SDOP संतोष पटेल, घाटीगांव थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह हाइवे पर हेलमेट लेकर खड़े हो गए। जैसे ही वहां घाटीगांव सर्कल के स्कूलों मंे पढ़ाने वाले शिक्षक निकले तो पुलिस ने उन्हें रोका। पहले तो शिक्षक भी घबराए नजर आए, लेकिन बाद में जब पुलिस अफसरों ने उनका हल्दी चावल से टीका किया और शिक्षक के नाते पूजन किया। इसके बाद माला पहनाकर उनसे आशीर्वाद लिया फिर आखिर में उनको उपहार स्वरूप हेलमेट दिया गया। यहां शिक्षकाें से अपील की गई कि वह खुद भी हेलमेट पहने और आने वाली पीढी को भी हेलमेट पहनकर नियम में चलने की शिक्षा दें।जब पुलिस हाइवे पर शिक्षकों को रोक रही थी तो वह पुलिस को देखते ही भागते हुए नजर आए। उन्हें लगा पुलिस चेकिंग कर रही है। कुछ हाथ में हेलमेट टांगकर चल रहे थे। उन्होंने दूर से ही पुलिस को देखकर वाहन रोका और पहले हेलमेट पहना फिर वहां से गुजरे। जब उनको पता लगा कि शिक्षक दिवस पर पुलिस शिक्षकों का सम्मान कर रही है, तो फिर शिक्षकांे की जान में जान आई।

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भोपाल। प्रदेश में कम वर्षा के कारण सूखे की आशंका को बढ़ा दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सोमवार को वर्षा की कामना से भगवान महाकाल से प्रार्थना कर रहे हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने प्रदेश के चिंतित किसानों और नागरिकों को खुशखबरी दी है। विभाग का कहना है कि बीते 11 दिनों से प्रदेश में मानसून पर लगा ब्रेक मंगलवार से हट सकता है। बंगाल की खाड़ी से मानसूनी सिस्टम एक्टिव होने से एक बार फिर बारिश शुरू हो सकती है। सोमवार को कुछ हिस्सों में ही बारिश होगी, लेकिन 5 सितंबर से अधिकांश हिस्सों में सिस्टम एक्टिव हो जाएगा।   तेज बारिश से पहले फिलहाल प्रदेश में गर्मी का असर है। भोपाल में रविवार को पूरे दिन तीखी धूप खिली रही। वहीं, उमस का असर भी रहा। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में भी गर्मी का असर देखने को मिला। ग्वालियर में पारा सबसे ज्यादा रहा। इधर, दोपहर बाद नर्मदापुरम जिले के इटारसी में कुछ देर तक तेज बारिश हुई। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में मानसून ने 24 जून को एंट्री की थी। शुरुआती कुछ दिनों में अच्छी बारिश हुई और ज्यादातर जिले सरप्लस में चले गए थे, लेकिन जुलाई और फिर अगस्त में मानसून ने बेरुखी दिखाई। इसके चलते प्रदेश में 1 जून से अब तक ओवरऑल बारिश का आंकड़ा 18% तक गिर चुका है। प्रदेश में अब तक औसत 26.07 इंच बारिश हुई है, जबकि अब तक 31.81 इंच बारिश हो जानी चाहिए थी। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.36 इंच है।   मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि सोमवार को प्रदेश में मानसून ब्रेक खत्म हो जाएगा। ऐसा बंगाल की खाड़ी में सिस्टम एक्टिव होने से होगा। 6 से 7 सितंबर तक लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो सकता है। इससे पूर्वी हिस्से में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी मौसम बदला रहेगा। यह सिस्टम 18 से 19 सितंबर तक एक्टिव रह सकता है।   मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। राजधानी भोपाल में बादल रहेंगे, जबकि जबलपुर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। पूर्वी हिस्से में कहीं-कहीं बारिश होने का अनुमान भी है। ग्वालियर, इंदौर में गर्मी का असर रह सकता है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में राजस्व अधिकारियों ने सोमवार से 3 दिन के सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला टाल दिया है। रविवार रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के बाद उन्होंने यह फैसला किया है। प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार वेतन विसंगति दूर करने की मांग कर रहे हैं। सुनवाई नहीं होने पर सोमवार से ये अवकाश पर जाने वाले थे।     प्रदेश भर में ग्रेड पे और अन्य मांगों को लेकर पटवारी पहले से ही हड़ताल पर हैं, जिससे राजस्व संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के राजस्व अधिकारियों ने भी सोमवार से तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी देकर सरकार की मुश्किलों को और बढ़ा दिया था। संघ के सूत्रों के अनुसार रविवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से उनकी चर्चा हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने उन्हें मांगों के संबंध में आश्वासन दिया है। इसके बाद प्रस्तावित हड़ताल टाल दी गई है। राजस्व अधिकारियों की प्रमुख मांगों में तहसीलदारों को 4200 के बजाय 4800 का ग्रेड पे जबकि नायब तहसीलदारों को 3600 के बजाय 4200 का ग्रेड पे देने की मांग शामिल हैं।

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भोपाल। सावन-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में आज भादौ मास के पहले सोमवार को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नौवीं सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। इस दौरान भगवान महाकाल भक्तों को एक साथ नौ स्वरूपों में दर्शन देंगे। महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4.00 बजे शाही ठाठबाट के साथ सवारी शुरू होगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नंदी पर उमा-महेश, रथ पर होलकर, घटाटोप, जटाशंकर, रुद्रेश्वर व चंद्रशेखर स्वरूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।     महाकाल मंदिर से शुरू होकर सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम 7ः30 बजे पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।     उत्तम वर्षा के लिए सीएम करेंगे अनुष्ठानः सवारी निकलने से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज उज्जैन पहुंचेंगे और प्रदेश में अच्छी बारिश होने के लिए महाकालेश्वर मंदिर में अनुष्ठान करेंगे। वे यहां भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन कर अनुष्ठान की शुरुआत करवाएंगे।

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सिवनी। जिले के बंडोल थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर भोमाखेड़ा के पास शनिवार देर रात एक ट्रक में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि थोड़ी देर में ट्रक धू-धू कर पूरी तरह से जल गया। ट्रक में मौजूद चालक ने किसी तरह समय रहते कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।     बंडोल थाना प्रभारी राजेश दुबे ने बताया कि शनिवार की रात कुशा की चटाइयाें से भरा हुआ एक ट्रक नागपुर से जबलपुर की ओर जा रहा था। इस दौरान बंडोल और भोमाखेड़ा के बीच अचानक अज्ञात कारणों से ट्रक में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि ट्रक धू-धू कर पूरी तरह से जल गया। चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई। इस बीच स्थानीय लोगों ने बंडोल पुलिस और दमकल वाहन को आगजनी की सूचना दी। सूचना मिलते ही तुरंत दमकल वाहन मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक ट्रक चल चुका था। ट्रक में आग लगने की घटना के चतले फोरलेन सड़क के एक हिस्से में आवागमन बाधित हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने वाहनों को दूसरे हिस्से में डायवर्ट कर हाइवे से रवाना किया। ट्रक में आग किन कारणों से भड़की, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। ट्रक में लगी के आग के कारण इसमें सवार ड्रायवर व हेल्पर भी झुलस गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए भेज दिया गया है। घायलों के बारे में जानकारी ली जा रही है। पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है।

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भोपाल। बुंदेलखंड की अयोध्या और भगवान श्री राम राजा सरकार की नगरी ओरछा में सोमवार को भव्य रामराजा लोक का लोकार्पण उत्सव मनाया जा रहा है। भक्त और भगवान के बीच राजा और प्रजा के संबंधों वाली इस नगरी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भव्य एवं अद्भुत श्री रामराजा लोक का भूमिपूजन किया जाएगा। जनसम्पर्क अधिकारी प्रलय श्रीवास्तव ने बताया कि ओरछा का केन्द्र बिन्दु श्रीराम राजा मंदिर है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों का आगमन होता है। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की भावनाओं तथा सुविधाओं को देखते हुए ओरछा में राजाराम लोक का विकास प्रस्तावित है। इसमें प्रवेश द्वार के साथ प्लाजा का विकास, प्रसादालय, कतार परिसर, जानकी मंदिर परिसर का विकास, फूड प्लाजा, आसपास की दुकानों की पुनर्स्थापना एवं जनसमूह प्रबंधन, दुकानों का सौन्दर्यीकरण आदि श्रीराम के बाल स्वरूप एवं राम राजा के दरबार के वर्णन सहित गलियारे एवं प्रागंण का विकास होगा। साथ ही प्रांगण में रामायण से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाएगा। सुन्दर कमल नयन से प्रेरित कमल स्तम्भ और पुष्पक विमान देखने को मिलेंगे। इस मध्य लोक में ही स्थानीय वास्तुकला मंदिर प्रांगण और ऐतिहासिक इमारतों का अनूठा स्वरूप बखूबी देखने को मिलेगा। रामराजा लोक की वास्तुकला बुंदेलखंड की प्रमाणिकता और अखडण्ता का उदाहरण होगी। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन बुन्देला शासकों द्वारा निर्मित स्मारकों हेतु प्रसिद्ध ओरछा एक हिन्दू तीर्थ स्थल है, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों का आगमन होता है। इसलिए प्रदेश शासन द्वारा श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की भावनाओं तथा सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए ओरछा में श्री रामराजा मंदिर परिसर में श्री रामराजा लोक तथा अन्य स्मारकों के संरक्षण एवं विकास कार्यों हेतु विभिन्न प्रोजेक्ट बनाकर स्वीकृतियां प्रदान की गई है। ओरछा के केन्द्र बिन्दु श्री रामराजा मंदिर परिसर एवं आसपास के क्षेत्र को भव्य स्वरूप देते हुये श्री राजाराम लोक का विकास प्रस्तावित है। इस हेतु कुल 81.00 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्तमान में श्रीरामराजा मंदिर परिसर लगभग 2.86 एकड़ में स्थित है। मंदिर के आसपास लगभग 12 एकड़ क्षेत्र में श्री रामराजा लोक विकसित किया जाएगा। श्रीरामराजा लोक का प्रारंभ प्रवेश द्वार पर भव्य दरबार गलियारे से होगा तथा लोक का विकास दो भागों में किया जाएगा। जिसमें बाल काण्ड प्रागंण श्री राम की बाल्य लीलाओं से प्रेरित होगा तथा उत्तर काण्ड को चित्र प्रस्तुतियों से प्रदर्शित किया जाएगा। श्री राम भगवान के राजा के रूप में कथाओं के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा, साथ ही राजभोग पाकशाला का विकास तथा प्लाजा भी दर्शनार्थियों की सुविधा हेतु विकसित किया जाएगा। राज्य पुरातत्व द्वारा स्मारकों के संरक्षण के कार्य भी होंगे। ओरछा में राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा 48 स्मारकोँ को संरक्षित घोषित किया गया है। उक्त स्मारकों के संरक्षण, अनुरक्षण एवं रख रखाव की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुये कुल 8.41 करोड़ के 19 कार्य स्वीकृत किये गये हैं, जिनमें से 10 कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं तथा शेष 9 कार्य प्रगति पर हैं। ओरछा को यूनेस्को विश्व धरोहरों में सम्मिलित करने हेतु भारत सरकार को डोजियर प्रेषित किया गया है। ओरछा के स्मारक विश्व प्रसिद्ध है। इसे विश्व पटल पर लाने हेतु वर्ष 2022 में एवं नामिनेशन डोजियर तैयार करवाकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को प्रेषित किया जा चुका है। इसे यूनेस्को को प्रेषित कर ओरछा को यूनेस्को विश्व धरोहरों में सम्मिलित करने हेतु सरकार से अनुरोध किया जाएगा। यूनेस्को द्वारा भारत में ओरछा एवं ग्वालियर का प्रथम बार चयन कर हिस्टोरिक अर्बन लैण्डस्केप के गाइडलाइन बनाये गये हैं, जिसे ओरछा के मास्टर प्लान में सम्मिलित किये जाने की योजना है, ताकि ओरछा का विकास इसकी ऐतिहासिक संस्कृति के अनुरूप हो सके।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन। भारत के चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर शक्तिकांत दास, भारतीय थल सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) की महानिदेशक डॉ. चंद्रिका कौशिक ने शनिवार को महाकालेश्वर मंदिर पहुच कर श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन- अभिषेक किया।   इस दौरान मंदिर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि महाकाल के भरोसे दुनिया चल रही है। सबका मंगल हो प्रार्थना की है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति की ओर से कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप सोनी द्वारा महाकालेश्वर भगवान का चित्र, उत्तरीय वस्त्र व प्रसाद भेट कर सम्मान किया गया ।

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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार 1 सितंबर को लिव-इन रिलेशनशिप पर टिप्पणी की कोर्ट ने कहा कि जानवरों की तरह हर मौसम में पार्टनर बदलने का कॉन्सेप्ट एक सभ्य और स्वस्थ समाज की निशानी नहीं हो सकता व्यक्ति को शादी में जो सुरक्षा, सामाजिक स्वीकृति और ठहराव मिलता है, वह कभी भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं मिल सकता।शादीशुदा लिव-इन पार्टनर से रेप करने के आरोपी व्यक्ति को जमानत देते हुए जस्टिस सिद्धार्थ की सिंगल बेंच ने कहा कि ऊपरी तौर पर लिव-इन का रिश्ता बहुत आकर्षक लगता है, लुभाता है। समय बीतने के साथ उन्हें एहसास होता है कि इस रिश्ते की कोई सामाजिक स्वीकृति नहीं है। इससे युवाओं में हताशा बढ़ने लगती है। सहारनपुर के रहने वाले अदनान पर उसकी लिव-इन पार्टनर ने रेप का आरोप लगाया था। दोनों एक साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहे और इस दौरान लड़की प्रेग्नेंट हो गई। इसे लेकर जज ने कहा कि देश में शादी के इंस्टीट्यूशन को खत्म करने के लिए सुनियोजित कोशिशें हो रही हैं। कई तथाकथित देशों की तरह हम भी उस राह पर जा रहे हैं, जहां भविष्य में हमारे लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है कोर्ट ने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप को तभी सामान्य माना जा सकता है, जब शादी का संस्थान पूरी तरह प्रचलन से बाहर हो जाए, जैसे कई तथाकथित विकसित देशों में शादी इंस्टीट्यूशन को बचाना मुश्किल हो गया है। हम भी उस राह पर जा रहे हैं, जहां भविष्य में हमारे लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है

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भोपाल। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के ज्वाइंट डायरेक्टर (वित्त) वरुण वडेरिया ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी ‘माउंट एल्ब्रुस’ पर तिरंगा लहराया है। यह जानकारी शुक्रवार को पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव एवं मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने दी। उन्होंने इस उपलब्धि पर वडेरिया को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बताया कि वरुण वडेरिया ने इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर क्लाइबिंग एंड माउंटेनियरिंग से मान्यता प्राप्त संस्था नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ उत्तरकाशी से माउंटेनियरिंग कोर्स किया है। वडेरिया एक प्रशिक्षित पर्वतारोही हैं, जिनका लक्ष्य सेवन समिट (सप्त चोटी) पर तिरंगा फहराना है। सेवन समिट सात पारंपरिक महाद्वीपों में से प्रत्येक के सबसे ऊंचे पर्वत हैं। वरुण वडेरिया ने बताया कि समुद्र तल से 5642 मीटर ऊंचे ‘माउंट एल्ब्रुस’ पर चढ़ाई काफी चुनौतीपूर्ण रही। ऊंचाई पर तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से भी कम रहता है और हवा का बहाव काफी तेज होता है। चोटी की खड़ी चढ़ाई में हवा और ठंड आपकी कठोर परीक्षा लेती है। इसलिये यह यूरोप की न सिर्फ सबसे ऊंची चोटी है बल्कि चुनौतीपूर्ण भी है। योग, प्राणायाम से मिला फायदा वडेरिया ने पर्वतारोहण से पहले कई स्तर पर तैयारी की थी। पिछले दो माह से रनिंग और योग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि एल्ब्रुस चोटी पर ऑक्सीजन और एयर प्रेशर काफी कम हो जाता है। इसके प्रभाव से सांसे फूलने लगती हैं। लेकिन योग, प्राणायाम के कारण काफी फायदा मिला और औसत समय से पहले ही चढ़ाई पूरी कर ली।

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भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग का राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आगामी 05 सितम्बर को भोपाल में आयोजित होगा। समारोह में राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार-2023 के लिए चयनित 14 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी राजेश दाहिमा ने दी। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार-2023 के लिए चयनित शिक्षकों की सूची जारी की है। इसमें प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक श्रेणी में आठ और उच्चतर माध्यमिक शिक्षक श्रेणी में छह शिक्षकों का चयन किया गया है। इस तरह कुल 14 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। समारोह में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2022 प्राप्त दो शिक्षकों रायसेन जिले से नीरज सक्सेना और शाजापुर जिले से ओमप्रकाश पाटीदार को भी सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वाले शिक्षकों को आयोजन के बाद एक्सपोजर विजिट भी कराई जाएगी। जारी सूची के अनुसार, राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों में प्राथमिक एवं माध्यमिक (कक्षा 1 से 8) शिक्षक श्रेणी में राजगढ़ जिले से प्राथमिक शिक्षक पूजा पनवार, बालाघाट जिले से प्राथमिक शिक्षक तिलोतमा कटरे, दमोह जिले से प्राथमिक शिक्षक संध्या तंतुवाय, सीधी जिले से प्राथमिक शिक्षक शैलेन्द्र प्रताप सिंह, इंदौर जिले से सहायक शिक्षक नमिता दुबे, ग्वालियर जिले से सहायक शिक्षक सुनीता पाठक, सिंगरौली जिले से माध्यमिक शिक्षक शरद कुमार पांडे एवं दमोह जिले से माध्यमिक शिक्षक विमल कुमार पटेल शामिल हैं। उच्चतर माध्यमिक (कक्षा 9-12) शिक्षक श्रेणी में मुरैना जिले से उच्च माध्यमिक शिक्षक राकेश कुमार शर्मा, उज्जैन जिले से शिक्षक राजेश राठौर, छिंदवाड़ा जिले से माध्यमिक शिक्षक मनीषा जैन, सागर जिले से माध्यमिक शिक्षक शालिनी, बड़वानी जिले से सहायक शिक्षक अजय यादव एवं उज्जैन जिले से प्राचार्य अशोक कुमार सक्सेना का चयन किया गया है।

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उज्जैन। शिप्रा नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने बताया देवास के मनीष पुत्र राधेश्याम सेन की शिप्रा नदी में डूबने से मौत हो गई। महाकाल थाना पुलिस के अनुसार शुक्रवार सुबह मनीष अपने पुत्र अंकुश के साथ नदी में स्नान कर रहे थे। बेटे को उन्होंने नदी में ज्यादा अंदर नहीं जाने दिया, लेकिन वे गहराई में चले गए। इसी दौरान उनकी सांसें फूल गई और वे डूबने लगे। चिल्लाने की आवाज सुनकर बचाव दल पहुंच गया और उन्हें कुछ ही देर में नदी से निकाल लिया। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टर्स ने मौत की पुष्टि कर दी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

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उज्जैन। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार सुबह 11 बजे राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत (शिक्षा मंत्रालय) और जिला प्रशासन, उज्जैन (मध्य प्रदेश) के संयुक्त तत्वावधान में तथा मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी भोपाल, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन एवं अवंतिका विश्वविद्यालय, उज्जैन के सहयोग से उज्जैन में आयोजित पुस्तक मेले का शुभारंभ किया। यह मेला 06 सितम्बर तक दशहरा मैदान उज्जैन में आयोजित किया जा रहा है।     इस पुस्तक मेले में लगभग 30 जाने माने प्रकाशकों द्वारा हिंदी, अंग्रेजी, मालवी, संस्कृत एवं अन्य भारतीय भाषाओँ में प्रकाशित हज़ारों उत्कृष्ट पुस्तकें विक्रय हेतु उपलब्ध होंगी। इसके अलावा सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए लोकोपयोगी विज्ञान, लोकप्रिय सामाजिक विज्ञान, राष्ट्रीय व आत्म जीवनचरित, लोक-संस्कृति, भारतीय एवं विश्व साहित्य जैसे विषयों पर और प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु सहयोगी पुस्तकें भी मौजूद होंगी। प्रतिदिन साहित्यिक, सांस्कृतिक और बच्चों के लिए अनेक कार्यशालाओं व प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होगा।   राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत न्यास द्वारा बच्चों के लिए प्रकाशित द्विभाषी पुस्तकों के साथ-साथ नई शृंखला इंडिया@75 भी मेले में उपलब्ध की जाएंगी जो पाठकों को हमारे स्वतंत्रता सैनानियों के जीवन और संघर्षों से परिचित कराती है। साथ ही प्रतिष्ठित पीएम युवा योजना के तहत प्रकाशित पुस्तकें भी उपलब्ध होंगी। मेले का समय प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से रात्रि 8 बजे तक होगा। मेले में प्रवेश नि:शुल्क है व सभी के लिए किताबों पर न्यूनतम 10% की छूट होगी। इस अवसर पर लेखक, साहित्य प्रेमी, प्रकाशक और सभी पुस्तक प्रेमी सादर आमंत्रित हैं।

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इंदौर। मेट्रो के तीन कोच करीब 800 किलोमीटर का सफर तय करके बुधवार देर रात इंदौर पहुंचे। सात दिन पहले ये कोच गुजरात के सांवली से निकले थे। इन तीनों कोच को बड़े कंटेनर में 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से लाया गया। कोच 60-60 वजनी है। आज क्रेन की सहायता से इन कोचों को ट्राले से उतारा जाएगा, जिसके बाद इनकी पूजा की जाएगी।     गुजरात से चले मेट्रो ट्रेन के तीन कोच बुधवार शाम को इंदौर से चालीस किमी दूर झलारिया पहुंच गए थे। यहां इन्हें कुछ देर खड़ा रखा गया। देर रात शहर में भारी वाहनों की एंट्री शुरू होने पर उन्हें गांधी नगर स्टेशन तक लाया गया। मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि अगले माह के पहले पखवाड़े में मेट्रो ट्रेन ट्रैक पर नजर आएगी। इसी के साथ ट्रायल व लोकार्पण होगा। यार्ड में 25 ट्रेन रखने की क्षमता है।   कोचों को पटरी पर पहुंचाने के लिए फोर पाइंट जैक क्रेन मेट्रो डिपो में लाई गई है। बताया जाता है कि इसकी अनलोडिंग में समय लगेगा। हर कोच को मेट्रो डिपो में बने स्टेब्लिंग यार्ड में ले जाया जाएगा, जहां टेस्टिंग ट्रैक पर इन्हें चेक किया जाएगा। इसके बाद ही कोच इस्तेमाल किए जा सकेंगे। 14 सितंबर को मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन संभावित है। गांधी नगर से टीसीएस चौराहे तक 5.9 किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो का ट्रायल रन करना है। इस हिस्से में 5 स्टेशन आएंगे। हर स्टेशन पर 8-8 एस्केलेटर लगना हैं, लेकिन अभी सिर्फ 2 स्टेशन पर 3 एस्केलेटर लगे हैं। एक स्टेशन पर एस्केलेटर का काम जारी है।

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मध्यप्रदेश  में सावन मास की पूर्णिमा के मौके भोपाल के गुफा मंदिर में श्रावणी पर्व पूर्ण श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। इस मौके पर वेदपाठी, कर्मकांडी ब्राह्मणों ने जलाशयों में सामूहिक रूप से श्रावणी उपाकर्म, सप्तऋषि की पूजा अर्चना कर नवीन यज्ञोपवीत धारण किया  गुफा मंदिर में महंत रामप्रवेशदास महाराज के सान्निध्य में यह धार्मिक अनुष्ठान किया गया यहां 300 से अधिक वैदिक पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कर हेमाद्रि स्नान किया नए यज्ञोपवीत को धारण किया ब्राह्मण बटुकों को हेमाद्रि संकल्प स्नान कराकर कारण संस्कार कराया साथ ही जाने अनजाने में जो भी दोष लगे, उनका प्रायश्चित कर ब्राह्मणों ने अपने जनेऊ भी बदले वहीं इस दौरान ब्राह्मण एकता अस्मिता सहयोग एवं संस्कार मंच की ओर से शीतलदास की बगिया में पंचगव्य स्नान, उपाकर्म के बाद जनेऊ बदले, इस मौके पर सूर्य की आराधना की पंडित राकेश चतुवेर्दी एवं वैदिक पंडित अनिल शास्त्री ने बताया कि इस मौके पर वैदिक विद्वान ब्राह्मणों द्वारा वैदिक एवं पौराणिक मंत्रों से अभिमंत्रित आत्मरक्षा, धर्मरक्षा और राष्ट्ररक्षा के सूत्र संकल्पबद्ध किए गए इसके साथ ही शीतलदास की बगिया, गायत्री शक्तिपीठ, खटलापुरा में ब्राह्मणों ने नए जनेऊ धारण किए ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि श्रावणी उपाकर्म श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को किया जाता है। इसके तहत पितरों का तर्पण कर जाने-अनजाने में हुए तमाम दोषों से मुक्ति के लिए प्रार्थना की जाती है ऐसा मान्यता है कि श्रावणी उपाकर्म करने से देवता व पितृ प्रसन्न होते हैं

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भोपाल। मानसून की गतिविधियां थमने के कारण प्रदेश में गर्मी का असर फिर बढ़ने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून पर लगा ब्रेक 1-2 सितंबर को खत्म हो सकता है। जबलपुर-शहडोल संभागों समेत पूर्वी हिस्से में मध्यम से तेज बारिश का दौर फिर शुरू होगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में भी मौसम बदलेगा, लेकिन तेज बारिश नहीं होगी। बारिश थमने के कारण प्रदेश में दिन और रात का तापमान बढ़ने लगा है। बुधवार को भी प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का असर देखने को मिला। भोपाल में तेज धूप खिली रही। ग्वालियर में दिन का पारा 36 डिग्री तक पहुंच गया। सीधी में तापमान 36.4 और टीकमगढ़ में पारा 35 डिग्री रहा। भोपाल, बैतूल, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रायसेन, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, उमरिया और मलांजखंड में तापमान 30 डिग्री से ज्यादा ही रहा।   प्रदेश में 25 अगस्त से मानसून की गतिविधियां थम गई थीं, जिसके बाद स्थानीय परिस्थितियों के असर से कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो रही थी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पहले मानसून पर लगा यह ब्रेक 5-6 सितंबर तक रहने का अनुमान था, लेकिन परिस्थितियों में हुए बदलाव के कारण अब 1-2 सितंबर से ही पूर्वी हिस्से में मानसूनी एक्टिविटी शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश में कहीं भी बारिश होने का अनुमान नहीं है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्से में तेज धूप निकलेगी। लोकल सिस्टम की एक्टिविटी से कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।

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मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बुधवार को ग्राम धनेला के पास स्थित साक्षी फूड प्रोडक्ट नामक एक फैक्टरी के बायलर में गैस रिसाव होने से पांच मजदूरों की मौत हो गई।     मौके पर पुलिस पहुंच गई है। फैक्टरी को खाली करा कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मुरैना के जिला अस्पताल लाया जा रहा है। गैस का रिसाव किस तरह हुआ और कैसे मजदूर इसकी चपेट में आए, फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है।  

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उज्जैन। इस वर्ष श्रावण-अधिक मास के कारण दो श्रावण मास थे। इसी के चलते इस बार 30 एवं 31 अगस्त को दो पूर्णिमा आई है। पहली पूर्णिमा 30 अगस्त की रात्रि में आसमान में ब्लू मून और 31 अगस्त को पूर्णिमा का चांद दिखाई देगा। हालांकि इसका भौगोलिक कारण अलग है। बुधवार की रात्रि चंद्र-शनि की युति भी बनेगी। ब्लू मून बनने की भौगोलिक घटना की वैज्ञानिक जानकारी देते हुए जीवाजी वेधशाला के प्रभारी अधीक्षक डॉ.आर.पी.गुप्त ने बताया कि जब एक माह में दो पूर्णिमा आती है तो दूसरी पूर्णिमा के चांद को ब्लू मून कहते हैं। उन्होंने बताया कि 01 अगस्त को पूर्णिमा थी और अब अगस्त माह में ही 30 अगस्त,बुधवार को पूर्णिमा है। ऐसे में 30 अगस्त की पूर्णिमा को ब्लू मून कहा जाएगा। वहीं ज्योतिष गणना अनुसार 31 अगस्त को एक ओर पूर्णिमा मानी जाएगी। उन्होंने बताया कि ब्लू मून की स्थिति में चांद का रंग नीला नहीं होता है। चंद्रमा मौसम के अनुसार पूर्णिमा की रात्रि को पूर्ण आभा के साथ चमकता हुआ दिखाई देता है। 30 अगस्त को चंद्रमा-पृथ्वी के पास होने के कारण, चंद्रमा का आकार तुलनात्मक रूप से बड़ा एवं चमकदार दिखाई देगा। चंद्रमा-शनि की युति आज डॉ.गुप्त ने बताया कि बुधवार को ही चंद्रमा-शनि की युति बनेगी। युति से आशय होता है पास-पास होना। साय गणना के अनुसार 30 अगस्त,बुधवार को चंद्रमा कुंभ राशि में 29 डिग्री 20 मिनिट पर होगा तथा शनि ग्रह मीन राशि में 3 डिग्री 37 मिनिट पर होगा। इस प्रकार दोनों खगोलीय पिण्ड कोणात्मक रूप में 4 डिग्री 7 मिनिट की दूरी पर होंगे। ऐसी स्थिति में आकाश साफ होने पर बुधवार रात्रि को चंद्रमा के नीचे शनि ग्रह को चमकते हुए देखा जा सकेगा। दूरबीन की नहीं आवश्यकता डॉ.गुप्त ने बताया कि दोनों खगोलीय घटनाओं को देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता नहीं है। ये खुली आंखों से ही दिखाई देगा। शर्त केवल यह है कि आसमान साफ हो,बादल आदि न हो।

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उज्जैन। बुधवार तड़के भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल को पहली राखी बांधी गई। इस मौके पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी स्वरूप लड्डू वितरित किए जाएंगे। रक्षाबंधन पर्व पर बुधवार सुबह महाकाल मंदिर में भस्म आरती के बाद पुजारी परिवार ने परंपरागत रूप से बाबा महाकाल को राखी बांधी। तड़के ढाई बजे मंदिर के पट खुले और बाबा का जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक तथा पूजन सम्पन्न हुआ। इसके बाद तड़के बाबा महाकाल को राखी बांधी गई। दिलीप गुरु ने बताया कि पुजारी परिवार की 8 महिलाओं ने राखी बांधी जो रेशम, मुलायम वस्त्र एवं आभूषण युक्त थी। इस राखी का आकार 2 फिट का था। यह करीब 10 दिनों में तैयार हुई। सवा लाख लड्डुओं का लगा भोग बाबा महाकाल को रक्षाबंधन पर्व पर परंपरानुसार बुधवार सुबह सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया। भोग लगाने के बाद दर्शन करने आनेवाले श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरित की जाएगी। यह क्रम शयन आरती तक चलेगा। इतनी सामग्री लगती है निर्माण में दिलीप गुरु के अनुसार लड्डू निर्माण में 25 क्विंटल बेसन, 25 क्विंटल शक्कर, 20 क्विंटल शुद्ध घी, 03 क्विंटल काजू-किशमिश और 50 किग्रा इलाइची का उपयोग किया गया।

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उज्जैन। जिला मुख्यालय से 45 किमी दूर झारड़ा तहसील के ग्राम पांडलिया में सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों से सफाई कराने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं शिक्षकों ने अधिकारियों को बताया कि बच्चों से परिसर की मिट्टी और अन्य सामग्री हटवा रहे थे। मामला शनिवार का बताया जा रहा है। वीडियो में बच्चे स्कूल टॉयलेट की गंदगी साफ करते नजर आ रहे हैं। झारड़ा के ग्राम पांडलिया के शासकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों पर आरोप है कि वे छात्रों से टॉयलेट और नाली को साफ करवा रहे थे। स्कूल के पास से गुजर रहे लोगों ने इसका वीडियो बना लिया। उन्हें देख शिक्षकों ने सफाई बंद करा दी। इसके बाद खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। सफाई कर रहे छात्र पास ही बने हौज पर हाथ धोने चले गए। पूछताछ करने पर छात्र ने डरते हुए साफ करने की बात भी कबूली। वीडियो सामने आने के बाद जिला परियोजना अधिकारी गिरीश तिवारी ने मौके पर कैलाश दंडोतिया को जांच के लिए भेजा। शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक और कर्मचारी से मोबाइल पर बात की। अपनी सफाई में शिक्षक और कर्मचारी ने बताया कि स्कूल परिसर में मिट्टी जम गई थी। कर्मचारी और छात्र सभी मिलकर मिट्टी हटा रहे थे। गिरीश तिवारी का कहना है कि उन्हें ऐसी सूचना मिली की टॉयलेट तो साफ नहीं करा रहे थे, वहां से एक नाली निकली है, इसे ही साफ कराया जा रहा था। मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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भोपाल। प्रत्येक वर्षों की तरह इस वर्ष भी बुधवार, 30 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व पर जेलों में बंदियों को उनकी बहनों द्वारा राखी बांधने की विशेष मुलाकात की सुविधा दी जाएगी। यह जानकारी केन्द्रीय जेल के अधीक्षक सतीश कुमार उपाध्याय ने दी।     उन्होंने बताया कि भाई बहन के पर्व को ध्यान में रखते हुए मुलाकात के लिए प्रात: 8 बजे से 2 बजे तक पंजीयन कराया जाएगा। बहनों को फोटोयुक्त पहचान पत्र लाना अनिवार्य होगा। यह व्यवस्था केन्द्रीय जेल एवं सर्किल के अन्तर्गत आने वाली जेलों में की गई है।              जेल अधीक्षक ने बताया कि परिरूद्ध बंदियों से बहनों की मुलाकात कराने के लिए जिलेवार अलग-अलग काउंटर बनाये गये हैं। मुलाकात काउंटर में नाम लिखवाने के बाद बहनों को टोकन प्राप्त करना अनिवार्य होगा। पांच वर्ष की आयु के बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। जेल प्रशासन द्वारा अक्षत, हल्दी, तिलक, थाली की व्यवस्था की जायेगी। बहनों को 100 ग्राम मिठाई एवं रक्षासूत्र ले जाने की पात्रता होगी। शेष अन्य सामग्री पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगी। बंदियों से उनकी बहनों की मुलाकात विशेष सुरक्षा प्रबंध के दायरे में होगी। जेल प्रशासन द्वारा बनाये गये नियमों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। नियमों का पालन न करने पर संबंधित की मुलाकात नहीं कराई जाएगी।  

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए बुधवार, 30 अगस्त का दिन बेहद खास होने जा रहा है। इस दिन रक्षाबंधन के मौके पर आसमान में ब्लू सुपरमून नजर आने वाला है। ब्लूमून नाम से दिखने जा रहे इस सुपरमून की चमक जहां आम पूर्णिमा की तुलना में अधिक होगी, वहीं उसका आकार भी कुछ बड़ा दिखेगा। यह जानकारी मंगलवार को भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी। उन्होंने बताया कि बुधवार को हमसे लगभग 3 लाख 57 हजार 181 किलोमीटर दूर रहकर चांद पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए निकट बिंदु पर होगा। इस कारण वह माइक्रोमून की तुलना में लगभग 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत अधिक चमकदार दिखेगा। सारिका ने बताया कि दो पूर्णिमा के बीच 29.5 दिन का अंतर होता है और अगर पहली पूर्णिमा महीने की 1 या 2 तारीख को आती है तो दूसरी पूर्णिमा भी उस ही माह आ जाती है। एक ही अंग्रेजी कैलेंडर माह में दो पूर्णिमा आने पर दूसरी पूर्णिमा के चंद्रमा को मंथली ब्लूमून नाम दिया गया है। एक अगस्त को पूर्णिमा के बाद बुधवार, 30 अगस्त को दूसरी पूर्णिमा है। उन्होंने बताया कि ब्लूमून का दूसरा प्रकार सीजनल ब्लूमून होता है। अगर तीन महीने के किसी खगोलीय सीजन में चार पूर्णिमा आती है, तो तीसरी पूर्णिमा का चांद सीजनल ब्लूमून कहलाता है। सीजनल ब्लूमून कम बार आता है। एक अनुसंधान के अनुसार 1100 सालों में 408 सीजनल ब्लूमून तथा 456 मंथली ब्लूमून की घटना की गणना की गई है। अगला ब्लूमून 2024 में 19 अगस्त को होगा और यह सीजनल ब्लूमून होगा। सारिका ने बताया कि यह सुपरब्लूमून नीला नहीं दिखेगा, बल्कि पूर्णिमा के चांद की तरह ही चमक रहा होगा। दुर्लभ वस्तुओं या घटनाओं के नाम के आगे ब्लू लगा दिया जाता है। अत: मान्यता के अनुसार कुछ लोगों ने इसे ब्लूमून नाम दिया है। उन्होंने बताया कि नीले नहीं सफेद चमक के साथ दिखने जा रहे ब्लूमून नाम के सुपरमून की चमक को रक्षाबंधन बनाते हुए आसमान में देखने का लुफ्त उठा सकते हैं। इसे तिरंगामून नाम भी दे सकते हैं, क्योंकि इस चांद के शिवशक्ति पाइंट के आसपास हमारे तिरंगे के साथ प्रज्ञान रोवर भी चहलकदमी कर रहा है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को उज्जैन प्रवास के दौरान ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के दर्शन और पूजन-अर्चन की और इसके बाद उन्होंने ई-रिक्शा से महाकाल लोक का भ्रमण किया। मन्दिर से प्रस्थान करते समय उन्होंने श्री महाकाल लोक के दर्शन के लिये आये श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार किया तथा कहा कि भगवान महाकालेश्वर सभी का कल्याण करें, सबका मंगल हो, यही कामना है।     रक्षाबंधन पर वितरित किये जाने वाले लड्डूओं के निर्माण का किया अवलोकन मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को भगवान महाकालेश्वर मन्दिर में सपरिवार दर्शन और पूजन-अर्चन के पश्चात आगामी रक्षाबंधन पर्व पर वितरित किये जाने वाले लड्डूओं के निर्माण का अवलोकन किया। इस दौरान उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान, उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि रक्षाबंधन पर्व पर सवा लाख लड्डूओं का निर्माण किया जा रहा है। इन्हें श्रद्धालुओं में वितरित किया जायेगा।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के मंदिर में श्रावण मास के आठवें और अंतिम सोमवार को भी आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। रात 12 बजे से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया था। तड़के 2:30 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद मंदिर परिसर महाकाल के जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्मारती में शामिल हुए। इसके बाद दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो निरंतर जारी है। वहीं, शाम चार बजे महाकाल मंदिर से सोमवार को श्रावण मास में भगवान महाकाल की आखिरी सवारी निकलेगी। अवंतिकानाथ भक्तों को एक साथ आठ रूपों में दर्शन देंगे और नगर का भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जानेंगे।   परम्परा के मुताबिक, इस बार सावन का अंतिम सोमवार और सोम प्रदोष का संयोग भी बना है। इस विशेष संयोग में भस्मारती के लिए रात 12 बजे से भक्तों कतार में लगना शुरू हो गए थे। महाकालेश्वर मंदिर के पट तड़के 2.30 बजे खोले गए। मंदिर के महेश पुजारी ने बताया कि अल सुबह भस्म आरती में भगवान महाकाल पहला पूजन किया गया। गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बने पंचामृत से भगवान महाकाल पूजन किया। हरिओम जल चढ़ाकर कपूर आरती के बाद भांग, चंदन, अबीर के साथ महाकाल ने मस्तक पर चंद्र और आभूषण अर्पित कर राजा स्वरूप में श्रृंगार किया गया। इसके बाद भगवान को भस्मी रमाई गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह भी भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने नंदी हाल में बैठकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।   वहीं, महाकालेश्वर भगवान की श्रावण/भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में शाम 4.00 बजे आठवीं सवारी निकलेगी। इस दौरान भगवान महाकालेश्वर आठ स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। सवारी के दौरान भगवान महाकालेश्वर रजत पालकी में चन्द्रमौलेश्वर के रूप में विराजित होंगे। वहीं हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, नवीन रथ पर घटाटोप स्वरूप और दूसरे नवीन रथ पर जटाशंकर और रथ पर ही नए स्वरूप रूद्रेश्वर मुखारविंद शामिल होकर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।   सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके बाद भगवान चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। इसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी परम्परागत मार्ग से पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।   मुख्यमंत्री चौहान आएंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान श्रावण मास के आखिरी सोमवार पर भगवान महाकाल के दर्शन करने आएंगे। भाजपा जिला अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवान महाकाल के दर्शन व पूजा अर्चना करेंगे।

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इंदौर। शहर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय (जू) में बाघ शावकों की किलकारियां गूंजी। यहां रविवार सुबह बाघिन जमना ने तीन शावकों को जन्म दिया। नौ वर्षीय जमना चौथी बार मां बनी है। रविवार होने की वजह से जमना और नन्हे शावकों को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। चिड़ियाघर प्रशासन के मुताबिक, जमना और शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि रविवार सुबह दस बजे तक बाघिन जमना ने एक के बाद एक तीन शावकों को जन्म दिया। ये शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं, जो अपनी मां जमना से एक मिनट भी दूर नहीं हुए हैं। बाघिन भी इन्हें लाड़-दुलार करती रही। बाघिन और तीनों शावक अभी बाड़े में ही हैं। उनके नजदीक अभी कोई नहीं गया है। इससे यह पता नहीं लग पाया है कि नन्हे शावकों में कितने नर व मादा है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन बाद इन्हें अलग बाड़े में शिफ्ट किया जाएगा। तीनों शावक येलो टाइगर हैं। उन्होंने बताया कि पिछली बार जमना ने चार शावकों को जन्म दिया था, जिसमें एक सफेद और तीन येलो थे। गौरतलब है कि इंदौर जू में इसी साल जनवरी में सफेद बाघिन रागिनी ने चार शावकों को जन्म दिया था जिसमें से दो येलो शावक ही जीवित हैं। फिर अप्रैल में बाघिन सुंदरी से तीन शावक पैदा हुए। इन्हें मिलाकर चिड़ियाघर में तीन महीने के भीतर पांच बंगाल टाइगर के शावक हो चुके हैं। वहीं, 10 अगस्त को शेरनी मेघा ने दो शावकों को जन्म दिया था। चिड़ियाघर प्रशासन के मुताबिक, वाइल्ड कैट में 11 टाइगर और नौ शेर हो गए हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले में रविवार को एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। यहां बीना-कटनी रेलवे ट्रैक पर दौड़ रही बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस पर ओएचई लाइन टूटकर गिर गई। इससे इंजन का पैंड्राल टूट गया। हादसा सागर के खुरई और बघौरा रेलवे स्टेशन के बीच हुआ। लोको पायलट ने समय रहते ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद सभी यात्री ट्रेन से सकुशल उतर आए। रेलवे के उच्च अधिकारियों को सूचना देकर ओएचई लाइन की सप्लाई को रुकवाया गया। गनीमत रही कि तार का करंट ट्रेन में नहीं फैला, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।   जानकारी के मुताबिक, रविवार को बिलासपुर भोपाल ट्रेन खुरई स्टेशन पर पहुंची थी, जहां से करीब 11:30 बजे गंतव्य की ओर बढ़ी। बाघौरा स्टेशन से चार किलोमीटर पहले ट्रेन के इलेक्ट्रिक इंजन की छत पर ओएचई तार को इंजन से जोड़ने वाला पैंड्राल और तार टूट गया। ओएचई लाइन के टूटते ही रेलवे पटरियों के नीचे बिछी गिट्टी उछलने लगी। गिट्टी के ट्रेन में उछल कर लगने से खड़खड़ की आवाजें आने लगीं, जिससे ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद जब ट्रेन रोकी गई, तो आनन-फानन में सभी यात्री नीचे उतरकर इधर-उधर भागने लगे। लोका पायलट ने रेलवे के अधिकारियों को सूचना देकर ओएचई लाइन में सप्लाई को बंद कराया। सप्लाई बंद होने की वजह से किसी हादसे जैसी स्थिति को टाला जा सका। इसके बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।   ट्रेन में यात्रा कर रहे विदिशा निवासी रमेश अग्रवाल ने बताया कि यह तो भगवान की बड़ी कृपा रही कि हादसा होते-होते टल गया। किसी यात्री को खरोच तक नहीं आई। इधर, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ओएचई लाइन में कट होने की वजह से ट्रेन का पैंड्राल तार में फंस गया होगा। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।   सागर रेलवे स्टेशन के प्रबंधक नरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि फिलहाल कटनी से बीना ट्रैक बंद रखा है। लाइन की मरम्मत में करीब पांच घंटे का समय लगेगा। करीब एक किलोमीटर का तार टूट चुका है। रेलवे की टावर टीम सुधार कर रही है। डाउन ट्रैक से कॉशन लेकर गाड़ियां निकाली जा रही हैं। दोपहर करीब 3:45 बजे डीजल इंजन लगाकर ट्रेन को बघौरा स्टेशन लाया गया। जांच के बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया।

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ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्राओं ने बाजी मारी है। रविवार को दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने दीक्षांत समारोह में शिरकत की है। जीवाजी के अटल बिहारी वाजपेई इंटरनेशनल कन्वेंशन हॉल में 42 छात्रों को 55 गोल्ड वितरित किए गए। इनमें से 33 गोल्ड छात्राओं ने लिए हैं।समारोह में राज्यपाल पटेल ने छात्राओं की उपलब्धिक पर कहा है कि छात्राओं ने जेयू व ग्वालियर सहित प्रदेश का नाम रोशन किया है। मैं भी सामान्य परिवार से आता हूं, लेकिन आज राज्यपाल हूं। यदि मन में दृढ़ संकल्प हो जो कुछ भी मुश्किल नहीं।जीवाजी यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह का रविवार को अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल कन्वेंशन हॉल में किया गया है। दीक्षांत समारोह में इस बार 42 विद्यार्थियों को 55 गोल्ड मेडल दिए गए हैं। इनमें से गोल्ड मेडल पाने वाली छात्राएं 33 हैं। सीधे शब्दों में कहें तो गोल्ड मेडल पर छात्राओं का राज ही रहा है। दीक्षांत समारोह में प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अध्यक्षता की और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इसके अलावा कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी, रेक्टर प्रो. डीएन गोस्वामी, रजिस्ट्रार डॉ. राजेंद्र कुमार बघेल व सभी विभागाध्यक्ष शामिल हुए हैं।दीक्षांत समारोह में इस बार 55 गोल्ड मेडल दिए गए हैं। यह गोल्ड मेडल कुल 42 विद्यार्थियों के बीच बांटे गए हैं। इनमें से कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं जिन्हें 2, 3 या 4 गोल्ड मेडल भी मिले हैं। गोल्ड मेडल पाने वाली ज्यादातर छात्राओं का कहना है कि पढ़ाई में नियमितता की वजह से उन्हें गोल्ड मेडल मिला है।पिछले साल 2022 में 38 विद्यार्थियों को 50 गोल्ड मेडल दिए गए थे इसमें गोल्ड मेडल पाने वाली 28 छात्राएं थीं। इससे पहले 2021 के दीक्षांत समारोह में सत्र 2018-19 के 38 विद्यार्थियों को 48 गोल्ड मेडल दिए गए थे, इनमें से 29 छात्राओं ने मेडल जीते थे। पिछले 3 साल में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल इस साल छात्राओं को दिए जा रहे हैं। पर लगातार छात्राएं गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब हो रही हैं।

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ग्वालियर में 'बेटी की पेटी" की पहल अब सार्थक होते दिख रही है। शहर में 40 किलोमीटर दूर घाटीगांव में एक बेटी ने इस 'बेटी की पेटी" में शिकायत डाली थी। बेटी की शिकायत थी कि स्कूल आते-जाते समय बस कंडेक्टर बुरी नजर से उसे घूरता रहता है। बेटी ने हिम्मत की अब पुलिस को एक्शन लेना था।बस कंडेक्टर को तलाश कर पुलिस ने छात्रा के स्कूल की रोड पर कंडेक्टर का बीन की धुन पर जुलूस निकाला है। कंडेक्टर के पीछे सपेरे बीन बजाते हुए चले। बीच-बीच में कंडेक्टर से ऊठक बैठक भी लगवाई। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा है। साथ ही उससे शपथ दिलाई है कि भविष्य में ऐसा नहीं करेगा।ग्वालियर में स्कूल, कॉलेज की छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़, अभद्रता व दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने पूरे ग्वालियर में 'बेटी की पेटी" अभियान शुरू किया था। स्कूल, कॉलेज व कोचिंग क्लासेस के आसपास यह 'बेटी की पेटी" लगाई गई थीं। साथ ही पुलिस का साफ कहना था कि इसमें कोई भी छात्रा अपनी शिकायत बिना झिझक कर सकती है और उसकी पहचान भी उजागर नहीं की जाएगी। शहर में तो 'बेटी की पेटी" में कोई खास शिकायत नहीं आई, लेकिन घाटीगांव के एक स्कूल में पढ़ने वाली बेटी ने 'बेटी की पेटी" बॉक्स में गुमनाम शिकायत डालकर जागरुकता का परिचय दिया है। शिकायत करने वाली 15 वर्षीय छात्रा स्कूल आते-जाते समय एक बस कंडेक्टर के लगातार घूरने व इशारे करने से आहत थी। यह है शिकायतइस मामले में घाटीगांव के एक स्कूल में पढऩे वाली बेटी ने शिकायत की थी कि एक बस का कंडेक्टर उसको परेशान किए हुए है। उसके लिए गांव से स्कूल जाने के लिए बस ही एक मात्र सहारा है और बस का कंडेक्टर की हरकतें उसका जीना हराम किए हुए हैं। जितनी भी देर वह बस में रहती है कंडेक्टर उसे घूरता रहता है। इससे उसे काफी डर लगता है। स्कूल में लगी 'बेटी की पेटी" को शनिवार को जब खोला गया तो उसमें यह शिकायत निकली। इसी समय विधिक कैंप चल रहा था। छात्रा ने गुमनाम शिकायत की थी इसलिए पुलिस ने अपने स्तर पर एक्शन लिया।  

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर भगवान की श्रावण/अधिक मास में निकलने वाली सवारी के क्रम में 28 अगस्त ,सोमवार को आठवीं सवारी निकलेगी। भगवान रुद्रेश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। श्री महाकालेश्वर भगवान की आठवीं सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश, रथ पर होलकरों का मुघोटा, घटाटोप, जटाशंकर के अलावा आठवें स्वरूप रुद्रेश्वर स्वरूप में रथ में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहॉ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।

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शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में शनिवार को तड़के एक भीषण सड़क हादसे में चार युवकों की मौत हो गई। यहां भैंसों से भरा एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे पलट गया। हादसे में कैबिन में बैठे चार युवकों की दबकर मौत हो गई। सभी मृतक आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। घटना में चार भैंसों की भी मौत हो गई है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।     जानकारी अनुसार हादसा शनिवार तड़के करीब 4 बजे हुआ। धौलपुर निवासी चार युवक शिवपुरी से भैंस खरीदकर वापस धौलपुर जा रहे थे। इस दौरान केरुआ गांव के पास नरवर-भितरवार मार्ग पर उनका लोडिंग वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे पलट गया। हादसा इतना भीषण थी कि पिकअप का पिछला हिस्सा पिचककर केबिन के ऊपर चढ़ गया। जिससे केबिन में बैठे चारों युवक दब गए। हादसे में चारों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सभी मृतक आपस में रिश्तेदार हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची मगरौनी चौकी पुलिस ने वाहन में फंसे शवों को बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। मृतकों की पहचान नासिर कुरैशी (20), सन्नू कुरैशी (32), समीर कुरैशी (22) और फरमान कुरैशी (25) के रूप में हुई है। नरवर चौकी प्रभारी सुमित शर्मा ने बताया कि पिकअप वाहन के लोडिंग वाले हिस्से को मॉडिफाई कर बड़ा बनवाया गया था।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए रविवार, 27 अगस्त का दिन बहुत रोचक होने जा रहा है। इस दिन पृथ्वी सूर्य और शनि के बीच में पहुंचेगी और शनि आपके समीप रहेगा। यह खगोलीय घटना लगभग एक साल बाद होने जा रही है। यह जानकारी शनिवार को भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।     उन्होंने खगोल विज्ञान की इस घटना की वैज्ञानिक जानकारी देते हुए बताया कि पृथ्वी अपनी धुरी पर परिक्रमा करते हुए पृथ्वी रविवार को सूर्य और शनि के बीच पहुंचेगी। इस तरह शनि, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में रहेंगे। इस समय शनि पृथ्वी के सबसे समीप होगा, जिससे यह अपेक्षाकृत अधिक चमकीला महसूस होगा।     सारिका ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार शनि रविवार को दोपहर एक बजकर 50 मिनट पर ठीक सीध में पहुंचेगा, लेकिन इसका दिखना शाम सूर्योस्त के बाद पूर्व दिशा में आरंभ होगा। शनि रातभर आकाश में भ्रमण करता दिख कर सुबह सबेरे सूर्योदय के पहले पश्चिम में अस्त होगा। अगर आपके पास टेलीस्कोप है और बादल बाधा नहीं बनते हैं तो इसे रिंग के साथ चमकता देख सकते हैं। बिना टेलीस्कोप यह एक मध्यम तारे के जैसा दिखेगा तथा इसके रिंग खाली आंखों से नहीं देखे जा सकेंगे।     उन्होंने बताया कि अपोजीशन के समय सेटर्न की पृथ्वी से दूरी लगभग 131 करोड़ नौ लाख किलोमीटर होगी। इसका प्रकाश आप तक पहुंचने में लगभग 73 मिनट लग रहा होगा। इसके रिंग 8.1 डिग्री के कोण पर झुके होंगे। उन्होंने बताया कि चूंकि शनि की सूर्य से दूरी, पृथ्वी की सूर्य से दूरी की तुलना में लगभग साढ़े नौ गुना अधिक है इसलिये शनि के अपोजीशन की इस घटना में कोई चमत्कारिक अंतर नहीं आता है, जैसा कि सोशल मीडिया में बढ़-चढ़कर बताया जाता है। लगभग एक साल में होने वाली खगोलीय घटना 2024 में आठ सितम्बर को होगी।

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भोपाल। किसी मानसूनी सिस्टम के सक्रिय न होने के कारण मध्यप्रदेश में अगले 10 दिनों तक तेज बारिश नहीं होगी। ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग में भी लोकल सिस्टम से बूंदाबांदी का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सिस्टम की गतिविधियां न होने के कारण दूसरी बार मानसून ब्रेक की स्थिति बनी है।   बीते 24 घंटों में भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। शुक्रवार दोपहर में वीआईपी रोड पर भी बौंछारें गिरीं। प्रदेश के ग्वालियर, रीवा, सागर, शहडोल, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई। इधर, दूसरी बार मानसून पर ब्रेक के कारण प्रदेश में औसत बारिश पिछड़ने लगी है। मध्यप्रदेश में औसत 25.99 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 28.62 इंच बारिश होना चाहिए। इस हिसाब से औसत बारिश का आंकड़ा 9% कम है। पूर्वी हिस्से में औसत से 6% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 12% कम बारिश हुई है।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले 2-3 दिन से मध्यप्रदेश में कोई भी प्रभावी मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है। इससे प्रदेश में बारिश की गतिविधियां घट गई हैं। ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में ही कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई है। शनिवार को भी ऐसी ही स्थिति रहेगी। वर्तमान में प्रदेश के कई जिले हैं, जहां औसत से कम बारिश हुई है। अगले 10 दिन तक मानसून ब्रेक की स्थिति में रहेगा। किसी सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना नहीं है। इसे देखते हुए किसानों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।     मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन तक प्रदेश में कहीं मौसम खुला रहेगा, तो कहीं धूप-छांव की स्थिति रहेगी। भोपाल में धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। अगले 24 घंटों में प्रदेश के रीवा, ग्वालियर, चंबल, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। भोपाल में धूप-छांव रहेगी। बाकी शहरों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।

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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  अनुपम राजन ने फोटो निर्वाचक नामावली के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 के अंतर्गत राजगढ़ जिले की नरसिंहगढ़ विधानसभा क्षेत्र-160 के मतदान केंद्र क्रमांक -231, 232, 262, 263, 264, 266, 267, 269 का निरीक्षण किया। उन्होंने मतदान केंद्रों में बिजली, पानी, रैंप, शौचालय एवं बैठक व्यवस्था देखी। बीएलओ से नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन के लिए प्राप्त हुए फॉर्म-6, 7, 8 की जानकारी प्राप्त की। हर एक पात्र नागरिक का नाम जोड़ने और मृत मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से अनिवार्य रूप से हटाने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राजन ने मतदान केंद्रों पर उपस्थित बीएलओ और मतदाताओं से संवाद किया। उन्होंने कहा कि जिन नागरिकों की उम्र एक अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष पूर्ण हो रही है वे अग्रिम रूप से अपना आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन के माध्यम से जमा कर मतदाता सूची में नाम जुड़वा सकते हैं।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  राजन ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुरावर में स्वीप गतिविधि के अंतर्गत आयोजित मतदाता जागरूकता रैली को रवाना किया। मतदान केंद्र क्रमांक-231 शासकीय हाईस्कूल मानपुरा गुजराती में पौधरोपण किया। उन्होंने स्कूल परिसर में अशोक का पौधा लगाया। पहली बार मतदाता सूची में नाम जुड़वाने वाले युवाओं से संवाद किया। आगामी विधानसभा निर्वाचन 2023 में मतदान करने का आग्रह किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  राजन ने निरीक्षण के दौरान राजगढ़ जिले में आगामी विधानसभा निर्वाचन 2023 की तैयारियों की समीक्षा भी की। उन्होंने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री हर्ष दीक्षित से मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन के लिए प्राप्त हुए आवेदन, ईपी रेशियो, जेंडर रेशियो, स्वीप गतिविधि, सेक्टर अधिकारी, पुलिस सेक्टर अधिकारी, क्रिटिकल मतदान केंद्रों, स्ट्रांग रूम, 107, 116 के प्रकरण, स्क्रीनिक कमेटी, बॉर्डर पर बने नाकों की जांच करने, मतदान प्रतिशत बढ़ाने, वल्नरेविलटी, मॉडल पोलिंग स्टेशन, पिंक पोलिंग बूथ, दिव्यांग पोलिंग बूथ बनाने संबंधी बिंदुओं पर चर्चा की। समीक्षा बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राजगढ़ ने पावर पाइंट के माध्यम से प्रेजेंटेशन दिया।

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भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले सरकारी कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेशभर के लगभग साढ़े तीन लाख कर्मचारी पुरानी पेंशन समेत अपनी 39 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल पर हैं और राजधानी भोपाल समेत सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी जैसे हालात बने हुए हैं। तहसीलों से लेकर निकायों तक जनता से जुड़े काम अटक गए हैं। इस हड़ताल में तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारी शामिल हैं। पटवारियों के हड़ताल पर रहने से नामांकन, सीमांकन, बंटान जैसे काम नहीं हो रहे हैं। जमीन की रजिस्ट्री कराने में भी दिक्कतें आ रही है। भोपाल में रजिस्ट्री और तहसील ऑफिस सूने पड़े हैं। अफसर ही बैठकर पेंडिंग काम निपटा रहे हैं। स्लॉट बुक नहीं होने से जमीन की एक भी रजिस्ट्री नहीं हो सकेगी।   दरअसल, प्रदेश के पटवारी पहले से तीन दिन के अवकाश पर हैं। वहीं, मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी मोर्चा समेत 6 संगठनों के आह्वान पर शुक्रवार को तृतीय वर्ग और चतुर्थ वर्ग के साथ जनपद सीईओ, राजपत्रित अधिकारी भी अवकाश पर चले गए। इस कारण कामकाम प्रभावित हो रहे हैं। शनिवार और रविवार को सरकारी छुट्टी होने से भी काम नहीं हो सकेंगे। यानी, लगातार तीन दिन तक जनता से जुड़े काम नहीं हो सकेंगे।     राजधानी भोपाल में सुबह 11 बजे से सतपुड़ा और कलेक्ट्रेट के बाहर कर्मचारी धरने पर बैठे हैं। तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी तिवारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 5 लाख 75 हजार कर्मचारी हैं। शुक्रवार को वर्ग-3 और 4 समेत राजपत्रिक अधिकारी संवर्ग भी हड़ताल में शामिल हैं। सोमवार को कर्मचारी काम पर लौटेंगे।     उन्होंने बताया कि प्रदेश के लिपिक कर्मचारियों को 2400-2800-3200 के स्थान पर मंत्रालय के समान 2800-3600-4200 ग्रेड पे का लाभ दिया जाए। पुरानी पेंशन बहाल हो। वहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को धारा 49 से छूट दी जाए और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को केंद्रीय तिथि से ही महंगाई राहत दी जाए। पूर्व का बकाया भी प्रदान किया जाए। पिछले 11 साल से वाहन एवं मकान किराए भत्ते में वृद्धि नहीं हुई है। इसलिए इसमें वृद्धि किए जाने की मांग भी है। इनके समेत कुल 39 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।     मुख्य मांगे हैं- प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्ते का बकाया एरियर मिले। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को चार फीसदी महंगाई राहत दी जाए। पुरानी पेंशन बहाल हो। लिपिकों के ग्रेड पे में विसंगति को दूर करें। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदनाम दें। वाहन चालकों की भर्ती एवं टैक्सी प्रथा खत्म की जाए। सातवें वेतनमान के अनुसार वाहन भत्ता एवं मकान किराया भत्ता दिया जाए। सीपीसीटी खत्म कर आउट सोर्सेस प्रथा बंद करें। शिक्षकों एवं सहायक शिक्षकों को क्रमोन्नत वेतनमान एवं नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता दें। स्थाईकर्मियों को नियमित करें। कर्मचारियों की पदोन्नति करने धारा 49 समाप्त की जाए। पेंशन हेतु अंशदाई पेंशन की गणना 25 वर्ष करें। आंगनवाड़ी अंशकालीन, स्टेनोग्राफर, जिला न्यायालय, राजस्व कर्मचारियों की लंबित मांगें पूरी हो।

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आगरमालवा। आगरमालवा स्थित प्रसिद्ध, प्राचीन और ऐतिहासिक शिवालय श्री बैजनाथ महादेव की शाही सवारी प्रतिवर्षानुसार पारम्परिक रूप से आगामी 28 अगस्त श्रावण के अंतिम सोमवार को धूमधाम से निकाली जायेगी। शाही सवारी में एक लाख से अधिक श्रृद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है।     सनातन धर्म का जिले का सबसे बड़ा आयोजन होने के चलते जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। वही भक्त मण्डल द्वारा भी इस आयोजन को भव्य रूप देने हेतु कार्य किये जा रहे है। इस वर्ष पहली बार 26 किलो चांदी से बनाई गई सुन्दर व आकर्षक पालकी में विराजमान होकर बाबा बैजनाथ महादेव नगर भ्रमण करते हुए नगरवासियों को दर्शन देंगे। पालकी के लिये बाहर से अनुभवी कहार भी बुलवाये गये है। शाही सवारी को लेकर नगर में अभी से फ्लैक्स और बैनर लगना शुरू हो गये है। नगरवासियों द्वारा भी इसके लिये शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानसून पर ब्रेक लग गया है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मध्यप्रदेश में 5-6 सितंबर तक तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी या लोकल सिस्टम की गतिविधियां हो सकती हैं। इससे पहले प्रदेश में 5 से 17 अगस्त तक मानसून पर ब्रेक रहा था। प्रदेश में गुरुवार को हल्की बारिश और बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। रीवा, सागर और शहडोल संभाग और इनसे लगे जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। भोपाल में सुबह फुहार पड़ी। नर्मदापुरम में भी बारिश हुई। इंदौर, जबलपुर और उज्जैन संभाग में भी बूंदाबांदी जारी रही।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती घेरा सक्रिय था, इसी से होते हुए मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही थी। अब यह सिस्टम कमजोर पड़ कर उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास पहुंच गया है। इसका मध्यप्रदेश पर ज्यादा असर नहीं है। इस कारण प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क हो रहा है। हालांकि, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। 5 से 6 सितंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। लोकल सिस्टम की वजह से कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया कि मानसून का यह दूसरा चरण है। एक-दो दिन में ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ शिफ्ट हो जाएगी। इससे मध्य भारत के मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मानसून ब्रेक जैसी स्थिति रहेगी।   मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी होगी। कहीं पर तेज धूप भी खिलेगी।

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इंदौर के बड़े व्यापारियों के दबाव में नगर निगम की टीम गुरुवार दोपहर में फिर राजबाड़ा पहुंची। यहां फुटपाथ पर दुकान चलाने वालों के खिलाफ एक्शन लिया। इस बार क्षेत्र के खजूरी बाजार में कार्रवाई की गई। इसके अलावा जिन व्यापारियों ने सामान दुकान के बाहर जमा रखा था, उसे भी जब्त कर लिया है। इस दौरान फुटपाथ पर बैठने वाले व्यापारियों की नगर निगम टीम से हुज्जत हुई, हाथापाई की नौबत आ गई। जैसे-तैसे मामले को संभाला गया।नगर निगम की टीम गोरा कुंड, खजूरी बाजार में कार्रवाई के बाद कृष्णपुरा छत्री की ओर पहुंची। यहां निगम कर्मचारी अतिक्रमण हटाने के दौरान फुटपाथ पर व्यापार करने वालों के साथ भिड़ गए। वे जबरदस्ती सामान जब्त करते हुए नजर आए।आड़ा बाजार में कपड़े की दुकानों के बाहर ड्रेस फॉर्म मेटल डिस्प्ले डमी मैनिकिन्स, डमी मॉडल हैंगर, मैनिकिन्स महिला डिस्प्ले स्टैंड को नगर निगम की टीम ने जब्ती कर ली है। आटाला बाजार, खजूरी बाजार, शिव विलास पैलेस रोड कृष्ण पुरा, यशवंत रोड पर भी नगर निगम की टीम पहुंची थी। टीम ने यहां से जाली, बोर्ड, टेबल सहित कई तरह की सड़क अवरुद्धता वाले 3 ट्रक सामान​​​​​​​ जब्त किए हैं। हेरिटेज इमारत गोपाल मंदिर की दीवारों पर कील ठोंककर दीवारों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इसका जीर्णोद्धार किए जाने के लिए मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया था।  

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दुग्ध महासंघ के साँची डेयरी द्वारा राखी पर्व पर भाई-बहनों के लिये 30 अगस्त 2023 तक सेल्फी प्रतियोगिता की जा रही है। साँची फेसबुक और साँची इंस्टाग्राम पर अपलोड की जाने वाली सर्वश्रेष्ठ चयनित सेल्फी को साँची का गिफ्ट हेम्पर दिया जायेगा।प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये प्रतिभागी को साँची फेसबुक @sanchimilk और साँची इंस्टाग्राम @sanchidairy पर सेल्फी को टेग करना है। भाई-बहन की साँची मिष्ठान्न के साथ खींची गई गुणवत्ता, सुंदरता और रचनात्मकता वाली सेल्फी को पेज पर टेग करना होगा। प्रतिभागी को साँची डेयरी फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज का फॉलोअर होना चाहिये। कमेंट सेक्शन में भाई-बहन अपनी तस्वीर साझा करें।प्रतिभागी विजेताओं का चयन साँची की विशेष टीम द्वारा किया जायेगा। किसी भी प्रतिभागी को चयन मानदण्ड पर आपत्ति उठाने का अधिकार नहीं होगा। विजेताओं को साँची की ओर से गिफ्ट हेम्पर उनके बताये घर के पते पर या नजदीक के साँची पॉर्लर या बूथ पर मिलेगा।

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जबलपुर। लोक निर्माण विभाग संभाग क्रमांक एक जबलपुर के कार्यालय से लगे नाले में मिली पुरा-महत्व की मूर्ति को कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा भंवरताल उद्यान स्थित रानी दुर्गावती संग्रहालय में सौंप दिया गया है।   लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवेन्द्र सिंह ने बुधवार को बताया कि पुरा-महत्व की 52 गुणां 23 गुणां 24 इंच आकार की यह मूर्ति नाले में तेज बहाव के कारण मिट्टी के कटाव की वजह से बाहर निकल आई थी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मिली यह मूर्ति कार्यालय के कर्मचारियों अटल उपाध्याय, राजेश त्रिपाठी, प्रमोद गुप्ता, मान दाता विश्वकर्मा, दयाराम, कमल सिंह एवं वैभव मसीह द्वारा रानी दुर्गावती संग्रहालय की अभिरक्षा में बुधवार को संग्रहालय अधिकारी के एल ढावी को सौप दी गई।   कार्यपालन यंत्री शिवेन्द्र सिंह के मुताबिक कि संग्रहालय के मार्गदर्शक राजकुमार रोसल्या ने इस प्रतिमा को दसवीं या ग्यारहवीं शताब्दी का होना बताया है।

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शिवपुरी। जिले के बिजरोनी हल्क के पटवारी को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आराेपित पटवारी ने फौती का नामांतरण करने के बदले में किसान से तीन हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए पटवारी को गुरुवार को दबोच लिया। लोकायुक्त टीम पटवारी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।     जानकारी अनुसार बदरवास तहसील के बिजरोनी हल्के में पटवारी अवधेश शर्मा पदस्थ हैं। आरोपित पटवारी अवधेश के खिलाफ गांव के ही एक ग्रामीण ने लोकायुक्त को शिकायत की थी। अपनी शिकायत में ग्रामीण ने बताया कि पटवारी अवधेश फौती के नामांतरण के बदले तीन हजार रुपए रिश्वत मांग रहा है। ग्रामीण की शिकायत के बाद लोकायुक्त ने पहले इसकी जांच की। जांच में शिकायत सही पाये जाने के बाद लोकायुक्त ने आरोपित पटवारी रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई।   याेजना अनुसार गुरुवार सुबह पटवारी को रिश्वत की रकम देने के लिए ग्रामीण को भेजा गया। जैसे ही ग्रामीण ने पटवारी को रिश्वत के रुपए दिए। वैसे ही लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। पटवारी से के पास से रिश्वत के रुपए लोकायुक्त टीम ने बरामद कर लिए और उसके जब हाथ धुलवाए तो उसके हाथ लाल हो गए। लोकायुक्त की टीम पटवारी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पटवारी अवधेश शर्मा के खिलाफ लोकायुक्त में पहले से एक प्रकरण दर्ज है। 2021 में पटवारी जब एजवारा हल्के में पदस्थ था तब भी उसे लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का वर्तमान सिस्टम कमजोर पड़ने लगा है। इसके चलते अधिकतर जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो रही है। मौसम विभाग ने गुरुवार को रीवा, सागर और शहडोल संभाग और इनसे लगे जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई है। इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी बूंदाबांदी जारी रह सकती है।     हालांकि सिस्टम कमजोर पड़ने से प्रदेश में बारिश का जोर कम हुआ है, लेकिन बुधवार को भी पद्रेश के कई जिलों में बारिश हुई। नौगांव में आधा इंच पानी बरस गया। शिवपुरी, रीवा, ग्वालियर, खजुराहो, सीधी, मलांजखंड, धार, दमोह, पचमढ़ी, बैतूल, भोपाल, नर्मदापुरम, गुना, जबलपुर और सतना में भी हल्की बारिश और बूंदाबांदी हुई। राजधानी भोपाल में गुरुवार सुबह भी फुहारें गिरीं।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से में एक्टिव था। यही सिस्टम कमजोर होकर आगे दक्षिण उत्तरप्रदेश की ओर बढ़ गया है। इसका असर ग्वालियर-चंबल में रहा। अब यह सिस्टम और कमजोर पड़ जाएगा। इससे मौसम शुष्क पड़ जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश के सागर, रीवा और शहडोल संभागों में तेज बारिश हो सकती है। जबकि शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, दमोह और छतरपुर में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सारा देश आज गर्व से भरा हुआ है। मन आनंद और प्रसन्नता से सरोबार है। यह देश के लिए गौरव का दिन है। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूलों में चंद्रयान 3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण बच्चों को दिखाने के लिए निर्देश दिए हैं, जिसमें कहा गया है कि शाम 5.27 से 6.30 तक स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए विशेष सभा के आयोजन की तैयारी है। इसके साथ ही जो विद्यार्थी आज सीधा प्रसारण नहीं देख पाएंगे, उनके लिए गुरुवार को इसकी रिकार्डिंग दिखाने की व्यवस्था करने को कहा गया है।

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भोपाल। मानसून सिस्टम के शिफ्ट होने के कारण मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में अगले 24 घंटे के दौरान मध्यम से भारी बारिश होगी, जबकि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नया सिस्टम एक्टिव नहीं होने से 28 अगस्त से एक बार फिर मानसून पर ब्रेक लग सकता है।     बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। राजधानी भोपाल में मंगलवार को सुबह से फुहारें गिरती रहीं, जिससे मौसम में ठंडक घुल गई। वहीं बड़ी झील के ऊपर शाम के समय कुहासा भी दिखाई दिया। मंगलवार को ग्वालियर में 3.6 मिमी, खंडवा में 2 मिमी बारिश हुई। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, मलाजखंड में भी हल्की बूंदाबांदी हुई।       मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, पन्ना और छतरपुर में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। यहां पिछले 24 घंटे से सिस्टम की एक्टिविटी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि रीवा, सागर-शहडोल संभाग और इनसे लगे जिलों में बुधवार को बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके बाद धीरे-धीरे मौसम शुष्क होने लगेगा। 28 अगस्त के बाद प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम हो जाएंगी। इस कारण दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।   मौसम विभाग ने बुधवार को सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, पन्ना और छतरपुर में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं, भोपाल, रायसेन, नर्मदापुरम, दतिया, भिंड, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है।

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उज्जैन। चंद्रयान-3 की सफलता के लिए आज तड़के विश्व विख्यात महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान विशेष पूजा अर्चना की गई। लोगों ने भगवान महाकाल से इसकी सफलता के लिए प्रार्थना की। 14 जुलाई को भी इस मिशन की सफलता के लिए अनुष्ठान और अभिषेक किया गया था। महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित यश गुरु ने बताया कि भस्म आरती में शामिल श्रद्धालुओं ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना की। भस्म आरती में शामिल श्रद्धालु चंद्रयान-3 के तस्वीरें लेकर महाकाल मंदिर पहुंचे। उल्लेखनीय है कि इसरो प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ 24 मई को उज्जैन आए थे। उन्होंने महाकाल मंदिर में चंद्रयान-3 की सफलता के लिए कामना की थी।

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टीकमगढ़। सागर लोकायुक्त टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए स्थानीय सीएम राइज स्कूल के पीटीआई को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपित पीटीआई द्वारा रिश्वत की उक्त राशि एक अभ्यर्थी को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त कराने के एवज में मांगी गई थी। लोकायुक्त टीम स्कूल में पीटीआई को गिरफ्तार कर कागजी कार्रवाई कर रही है।     सागर लोकायुक्त टीम के अनुसार फरियादी ने अपनी शिकायत में बताया था कि सीएम राइज स्कूल में पदस्थ पीटीआई अरुण कुमार जैन ने फरियादी को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त कराने के लिए पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने शिकायत की जांच की। जांच सही पाये जाने के बाद पीटीआई को ट्रेप करने के लिए योजना बनाई गई। लोकायुक्त टीम ने योजना अनुसार मंगलवार को फरियादी को रिश्वत के पांच हजार रुपये के साथ सीएम राइज स्कूल में पीटीआई को देने पहुंचा। जैसे ही पीटीआई अरुण जैन ने रुपए हाथ में लिए वैसे ही लोकायुक्त टीम ने दबोच लिया। इसके बाद स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। खबर लिखे जाने तक पीटीआई के खिलाफ कार्रवाई जारी थी।

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शिवपुरी। शिवपुरी और सतनवाडा के बीच हाईवे पर मंगलवार को दो वाहन दुर्घटना का शिकार हो गये। इस हादसे में छह लोग घायल हुए है। घटना के वक्त मौके से गुजर रहे पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री और शिवपुरी ज़िले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए सभी घायलों को अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया और डॉक्टर को उचित ईलाज मुहैया कराने के निर्देश दिये।     जानकारी अनुसार मंगलवार दोपहर को दो अलग अलग सड़क हादसों में दो पहिया वाहन से सकलपुर स्कूल जाने वाली दो शिक्षिकाएं और मारुति वेगनआर कार से जा रहे चार लोग घायल हो गए। एक्सीडेंट की वजह से हाइवे पर जाम लग गया। इस दौरान शिवपुरी ज़िले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का काफिला वहां से निकल रहा था। हाइवे पर भीड़ देख प्रभारी मंत्री सिसोदिया ने अपनी गाड़ी रुकवाई और अपनी मानवीय संवेदना दिखाते हुए स्वयं अपनी गाड़ियों में घायलों को बैठकर शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया और तुरंत चिकित्सीय स्टाफ़ से चर्चा कर उनका इलाज प्रारंभ कराया। इस दौरान मंत्री सिसोदिया दुर्घटना में घायलों को बार बार संबल प्रदान करते हुए दिखाई दिये। दुर्घटना के बारे में प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर और एसपी से भी बात कर दुर्घटना स्थल के बारे में जाँच करने के निर्देश भी दिए।    

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भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में अगले दो से तीन दिन तक मानसूनी सिस्टम सक्रिय रहेगा। इस कारण कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत बाकी जिलों में धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। यहां बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है।   हालांकि प्रदेश में सक्रिय मानसून का सिस्टम उत्तर की तरफ बढ़ रहा है, इसके बावजूद बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा 1.93 इंच बारिश उमरिया में हुई। सिवनी में 0.63 इंच, शिवपुरी में 0.15, गुना में 0.14, मलाजखंड में 0.10, इंदौर में 0.10, धार में 0.09, दतिया में 0.07, सतना 0.07, नौगांव 0.03, उज्जैन 0.02, सागर 0.01 तथा बैतूल में 0.01 इंच बारिश दर्ज की गई। इधर, पानी की लगातार आवक के कारण नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर 949 फीट पर है।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में एक लो प्रेशर एरिया और चक्रवाती घेरा बना था, जो कमजोर होकर चक्रवाती घेरे में बदल गया है। अभी यह पश्चिम-उत्तरी हिस्से में है। इसके चलते पिछले 24 घंटे में कई जिलों में मध्यम से भारी और हल्की बारिश हुई। मंगलवार को यह सिस्टम उत्तर से आगे बढ़कर पश्चिमी उत्तरप्रदेश में पहुंच जाएगा। इससे ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में अगले दो-तीन दिन तक मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी। बाकी जिलों में मौसम साफ हो जाएगा, लेकिन हल्की बूंदाबांदी होती रहेगी।   मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां, सतना, अनूपपुर, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सीहोर, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर में तेज बारिश होने का अनुमान है। कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास, सिंगरौली, सीधी, रीवा, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश का दौर चलता रहेगा।

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उज्जैन। श्रावण एवं भादौ माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में श्रावण माह के सातवें सोमवार को ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की सातवीं सवारी धूमधाम से निकाली गई। इस दौरान भगवान महाकाल ने सात स्वरूपों में अपने भक्तों को दर्शन दिए और नगर भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल जाना। नागपंचमी का संयोग होने के कारण सवारी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए।   सोमवार शाम को साढ़े तीन बजे सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में सर्वप्रथम भगवान चन्द्रमौलेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात भगवान की आरती की गई। पूजन-अर्चन मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न कराया गया। भगवान चन्द्रमौलेश्वर पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने और भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार चन्द्रमोलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई।   सवारी में चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश के रूप में गरुड़ पर सवार भगवान शिव तांडव की प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद, रथ पर घटाटोप और आखिर में जटाशंकर का मुखारविंद स्वरूप में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। सवारी में शिव, राधा-कृष्ण, भगवान विष्णु-लक्ष्मी समेत कई रूप में झांकियां शामिल रहीं। डीजे की धुन पर भक्त नाचते-गाते हुए चल रहे थे। सवारी मार्ग में स्थान-स्थान पर खडे श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ उज्जैन नगरी के राजा भगवान महाकालेश्वर का स्वागत कर पुष्पवर्षा की।   सवारी मंदिर से प्रारंभ होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंची। यहां शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। पूजन के बाद सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में सक्रिय तीन सिस्टम की वजह से बीते 24 घंटों में अनेक जिलों में बारिश हुई। सोमवार को भी मौसम विभाग ने भोपाल और उज्जैन संभाग समेत प्रदेश के 16 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, इंदौर में बूंदाबांदी का अनुमान है। रतलाम, छिंदवाड़ा समेत 16 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है।     बीते 24 घंटों में प्रदेश के रतलाम में सबसे अधिक 1.88 इंच बारिश हुई। इसके अलावा बैतूल में 1.56, रीवा में 1.48 और 1.07 इंच बारिश दर्ज की गई। नरसिंहपुर, धार, उज्जैन, इंदौर, मंडला, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, मलाजखंड में भी हल्की बारिश हुई। प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए हुए हैं। इधर, बरगी और तवा बांध से पानी आने के कारण नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर सोमवार को भी बढ़ा हुआ है।       वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश के पूर्व, उत्तर और छत्तीसगढ़ के हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था। साथ में चक्रवाती हवाओं का घेरा भी था। रविवार को यह प्रदेश के बीच हिस्से में आ गया। इस कारण भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभाग में बारिश हुई। पूर्वी हिस्से में भी अच्छी बारिश हुई। लेकिन फिलहाल यह सिस्टम कमजोर पड़ गया है। अगले 24 घंटे में यह और कमजोर होकर चक्रवाती हवाओं के घेरे में बदल जाएगा। इसका प्रभाव उत्तरी मध्यप्रदेश में ही असर रहेगा। दक्षिणी हिस्से में बारिश में कमी आएगी।     मौसम विभाग ने सोमवार को विदिशा, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर, आगर-मालवा, नीमच, गुना, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पन्ना, सागर और छतरपुर में तेज बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, भोपाल, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, दमोह, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश होगी।

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उज्जैन। नागपंचमी पर्व पर वर्ष में एक बार खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट रविवार-सोमवार की दरमियानी रात्रि 12.01 बजे शुभ मुहूर्त में खोले गए। मंदिर के पट खुलने के बाद पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधि-विधान से नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन किया । इस अवसर पर मंदिर प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, प्रशासक संदीप कुमार सोनी मौजूद थे।   नाग चंद्रेश्वर की प्रतिमा के पूजन के पश्चात श्री नागचंद्रेश्वर के शिवलिंग का पूजन और अभिषेक किया गया। पूजन अर्चन के बाद भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए। साल में एक बार खुलने वाले भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए 20 अगस्त की शाम से ही कतार में लगकर श्रद्धालु पट खुलने का इंतजार कर रहे थे। दर्शन प्रारंभ होने के बाद सिलसिला चलता रहा, जोकि सोमवार रात 12 बजे तक जारी रहेगा। पश्चात पूजन करके एक वर्ष के लिए पुनः पट बन्द हो जाएंगे।     प्राचीनकाल से पंचांग तिथि अनुसार सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ही मंदिर के पट खुलने की परंपरा है। दर्शनों के लिए दर्शनार्थी चारधाम मंदिर की ओर लाइन में लगकर बैरिकेडिंग से हरिसिद्धि माता मंदिर और फिर बड़े गणेश मंदिर होते नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने के लिए पिछले साल बनाए गए ब्रिज से दर्शन की व्यवस्था की गई है। चारधाम से लाइन में लगने के बाद करीब एक घंटे में लोगों को दर्शन का दावा मंदिर समिति ने किया है।

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जबलपुर रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर सतपुला रेलवे ब्रिज के पास एक चीतल ट्रेन से टकरा गया जिसके चलते उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी जिसके बाद टीम ने मौके पर पंचनामा किया और चीतल के शव का पोस्टमार्टम के लिए वेटनरी कालेज भेजा गया। घटना आज सुबह करीब 10 बजे की बताई जा रही है। हालांकि अभी तक यह पता नही चला है कि चीतल किस ट्रेन से टकरा गया था।जानकारी के मुताबिक सतपुला रेलवे ब्रिज के पास एक चीतल को ट्रैक के बीच में पड़े हुए रविवार की सुबह कुछ लोगों ने देखा। चीतल की ट्रेन से टकराने के कारण मौत हो चुकी थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत ही वन विभाग को इसकी सूचना दी। साथ ही घमापुर पुलिस को भी चीतल की मौत की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने चीतल के शव का पंचनामा किया और फिर पोस्टमार्टम के लिए वेटनरी कालेज ले गए। पीएम के बाद डुमना के जंगल में चीतल का अंतिम संस्कार किया जाएगा।दरअसल सतपुला रेलवे ब्रिज के आसपास जंगल है जहां पर कि जंगली जानवर रहा करते है। पास ही पाट बाबा की पहाड़ी है। यहां पर बहुतायत में हिरण, चीतल सहित कई जंगली जानवर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जंगल से भटकते-भटकते चीतल रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया और ट्रेन से टकराने से उसकी मौत हो गई। फिलहाल वन विभाग घटना की जांच कर रही है।

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जबलपुर रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर सतपुला रेलवे ब्रिज के पास एक चीतल ट्रेन से टकरा गया जिसके चलते उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी जिसके बाद टीम ने मौके पर पंचनामा किया और चीतल के शव का पोस्टमार्टम के लिए वेटनरी कालेज भेजा गया। घटना आज सुबह करीब 10 बजे की बताई जा रही है। हालांकि अभी तक यह पता नही चला है कि चीतल किस ट्रेन से टकरा गया था।जानकारी के मुताबिक सतपुला रेलवे ब्रिज के पास एक चीतल को ट्रैक के बीच में पड़े हुए रविवार की सुबह कुछ लोगों ने देखा। चीतल की ट्रेन से टकराने के कारण मौत हो चुकी थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत ही वन विभाग को इसकी सूचना दी। साथ ही घमापुर पुलिस को भी चीतल की मौत की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने चीतल के शव का पंचनामा किया और फिर पोस्टमार्टम के लिए वेटनरी कालेज ले गए। पीएम के बाद डुमना के जंगल में चीतल का अंतिम संस्कार किया जाएगा।दरअसल सतपुला रेलवे ब्रिज के आसपास जंगल है जहां पर कि जंगली जानवर रहा करते है। पास ही पाट बाबा की पहाड़ी है। यहां पर बहुतायत में हिरण, चीतल सहित कई जंगली जानवर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जंगल से भटकते-भटकते चीतल रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया और ट्रेन से टकराने से उसकी मौत हो गई। फिलहाल वन विभाग घटना की जांच कर रही है।

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एक सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी करने वाले रामजी पटेल की शादी जब रोशनी पटेल के साथ फिक्स हुई तो रामजी बहुत खुश था और 25 मई सन 2002 को दोनों की धूमधाम के साथ शादी हुई। जब रामजी और रोशनी की शादी हुई तब रोशनी ने केवल फर्स्ट ईयर तक पढ़ाई की हुई थी और शादी के बाद रोशनी ने आगे पढ़ाई करने की इच्छा जताई तो रामजी ने बिना कुछ सोचे अपनी छोटी सी पगार के भरोसे रोशनी को बीए, एम.ए और बी.टी.आई की पढ़ाई करवाई। पढ़ाई करने के बाद रोशनी ने भी शिक्षा विभाग में अप्लाई किया और 2009 में रोशनी सरकारी शिक्षक बन गई जिसके बाद रामजी और रोशनी मैहर के पास सरकारी स्कूल में पदस्थ हो गई।2015 में रोशनी का ट्रांसफर जबलपुर जिले के एक सरकारी स्कूल में हो गया पर पति रामजी मैहर में ही पदस्थ रहें। जबलपुर जिले में ट्रांसफर के बाद रोशनी की मुलाकात श्यामसुंदर पटेल नाम के व्यक्ति से हुई जो कि कटनी जिले एक सरकारी स्कूल में शिक्षक है। यहां से रोशनी ने अपने पति के साथ शुरु कर दिया बेवफाई करना।रामजी और रोशनी के दो बच्चे भी है। पति पत्नी के बीच तीसरे इंसान की एंट्री से दोनों में दूरियां बढ़ने लगी और रोशनी को शादी के 17 साल बाद यह याद आया कि पति दहेज के लिए प्रताड़ित करता है। पति से छुटकारा पाने के लिए 2018 में रोशनी ने रामजी के खिलाफ पुलिस में दहेज प्रताड़ना का केस करते हुए अपने दोनों बच्चों को लेकर अलग रहने लगी। परेशान रामजी ने जनसुनवाई के माध्यम से जबलपुर के एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जाकर न्याय की गुहार लगाई साथ ही कटनी जिले में पदस्थ श्यामसुंदर पटेल की शिकायत भी तमाम कार्यालयों में की।रामजी पटेल का कहना है कि उसने पत्नी के नाम पर पचास लाख रुपए कीमत के तीन प्लॉट लिए थे। शादी के बादएक मकान भी बनवाया था। पर पत्नी की पढ़ाई में पैसा लग गया और मकान आज भी अधूरा हालत पड़ा हुआ है। रोशनी और श्यामसुंदर को साथ में देखने बाद जब रामजी ने इस बात पर आपत्ति जताई तो श्यामसुंदर रामजी को जान से मारने की धमकी देने लगा। रोशनी पटेल जहां रहती है वहां श्यामसुंदर पटेल का आना जाना रहता है। रामजी का कहना है कि दोनों लिव इन रिलेशन में रह रहे हैं। श्यामसुंदर को आते जाते कई बार रामजी ने खुद भी देखा।रामजी ने छोटी सी तनखाह की कमाई से लाखों रुपए लगाकर रोशनी को पढ़ाया- लिखाया लेकिन अब उसी पत्नी के रवैए से परेशान रामजी न्याय की भीख मांगते फिर रहा है। शादी के बाद जीवन की खुशियां तो रामजी पटेल को नसीब नहीं हुई लेकिन पत्नी की बेवफाई से अब रामजी पटेल के सारे सपनों पर पानी जरूर फिर गया और जिस रोशनी को अपनी पत्नी बनाकर घर लाया, पढ़ाई कराकर नौकरी लगवाई अब वह रामजी को तकलीफ दे रही है।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर भगवान की श्रावण/भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में 21 अगस्त, सोमवार को सातवीं सवारी निकलेगी। जिसमें भगवान जटाशंकर स्वरूप में दर्शन देंगे। श्री महाकालेश्वर भगवान की सातवीं सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, रथ पर होलकरों का मुघोटा, घटाटोप के अलावा सातवें स्वरूप में रथ पर जटाशंकर स्वरूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।     श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी।     उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहॉ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बने कम दबाव का क्षेत्र के चलते मानसून फिर से सक्रिय हो गया है और इसके साथ ही प्रदेश के अधिकतर जिलों में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में जमकर बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों ने रविवार को प्रदेश में अनेक स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है। विशेषकर रायसेन, छिंदवाड़ा, सिवनी, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, बैतूल, दमोह, हरदा, देवास एवं खंडवा में भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।       वहीं, इस मानसून सीजन में पहली बार नर्मदापुरम में तवा डैम के गेट शनिवार को खोल दिए गए। पांच गेट पांच फीट तक खोलकर बांध से 42430 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कैचमेंट एरिया में हो रही अच्छी बारिश और सारणी बांध से छोड़े गए पानी की वजह से तवा बांध का जलस्तर बढ़ रहा है। शनिवार दोपहर तक बांध में पानी का लेवल 1163 फीट पार कर गया। बांध का फुल टैंक लेवल 1166 फीट है। इधर, जबलपुर में बने बरगी बांध का लेवल 421.75 मीटर तक पहुंच गया है। बांध 92 फीसदी भर चुका है। बरगी बांध के नौ गेट भी इस सीजन में तीसरी बार शनिवार शाम को खोले 1.16 मीटर तक गए।   शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सिवनी में 41, नरसिंहपुर में 29, इंदौर में 25.2, उमरिया में 21, खरगोन में 20, खंडवा में 17, धार में 13, छिंदवाड़ा में 12, दमोह में 11, मंडला में नौ, नर्मदापुरम एवं पचमढ़ी में आठ, जबलपुर में 7.4, भोपाल में छह, बैतूल में चार, मलाजखंड एवं उज्जैन में दो, खजुराहो में 1.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं, ग्वालियर, गुना, राजगढ़ एवं सागर में बूंदाबांदी हुई।       भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका के मप्र में आने से मानसून की गतिविधियों में और तेजी आने लगी है। रविवार को शहडोल, रीवा, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर संभाग के जिलों में रुक-रुककर बारिश हो सकती है। हालांकि कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर पड़ने के कारण सोमवार से मानसून की गतिविधियों में कुछ कमी आने लगेगी।       मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि ओडिशा के आसपास बना कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास बना हुआ है। इसी के चलते मानसून फिर से सक्रिय हुआ है और प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है।  

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बॉलीवुड के एक्शन हीरो सनी देओल की फिल्म ग़दर 2 का क्रेज तो हर जगह देखने को मिल रहा है। इंदौर में सनी देओल के फैंस शनिवार को उनकी गदर-2 मूवी देखने ट्रक और जेसीबी पर सवार होकर ढोल-नगाड़े के साथ ओपन थिएटर पहुंचे। यहां पर फैंस ने 'मैं निकला ओ गड्डी ले के'... गाने पर जमकर डांस किया और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।इंदौर के विंडासा ओपन ड्राइव इन थिएटर में सनी देओल के 44 फैन गदर-2 देखने पहुंचे थे। इस ग्रुप के अलावा फिल्म देखने पहुंचे लोगों को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने भी इसी ग्रुप में शामिल होकर फिल्म देखी। इस ग्रुप में कुल 14 गाड़ियां थीं। इसमें 2 कार, 2 बाइक 1 जेसीबी और 9 ट्रक थे। इसका क्रेज फैंस के सिर चढ़कर बोल रहा है।बॉलीवुड एक्टर सनी देओल की फिल्म 'गदर 2' 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। 'गदर 2' लोगों के लिए सिर्फ फिल्म ही नहीं, बल्कि एक इमोशन है। 22 साल बाद भी तारा सिंह लोगों को खुद से बांधे हुए दिख रहे हैं। यही वजह है कि फैंस में फिल्म को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। तारा सिंह और सकीना की आईकॉनिक जोड़ी एक बार फिर पर्दे पर लोगों का दिल जीत रही है। अनिल शर्मा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अमीषा पटेल और सनी देओल को लेकर दीवानगी देखते ही बनती है।ट्रक और जेसीबी लेकर पहुंचे सिविल कांट्रैक्टर हरिओम ने बताया कि राऊ में उनकी सिविल कंस्ट्रक्शन की साइट चल रही है। यहां पर काम करने वाले लेबर फिल्म देखने के लिए उनसे छुट्टी मांग रहे थे। जिसके बाद वह अपनी लेबर को ट्रक और जेसीबी में भरकर फिल्म दिखाने के लिए इस थिएटर पर पहुंचे।विंडासा थिएटर के डायरेक्टर ने बताया कि कांट्रैक्टर हरिओम का हमारे पास सुबह फोन आया था। वह बोले थे कि जेसीबी और ट्रक से फिल्म देखने आएंगे। जानकारी के बाद इन लोगों के लिए प्राइवेट स्पेशल स्क्रीनिंग कराई गई।सनी देओल की 'गदर 2' हर दिन कमाई के नए रिकॉर्ड बना रही है। इसके कलेक्शन की तुलना शाहरुख खान की 'पठान' से होने लगी है। 'पठान' इस साल ही नहीं, बॉलीवुड के इतिहास की सबसे बड़ी फिल्म है। लेकिन फिल्म बिजनेस का गणित बताता है कि अगर बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के सारे फैक्टर बराबर होते तो 'गदर 2' की कमाई 'पठान' से ज्यादा होती। इतना ही नहीं बॉक्स ऑफिस और फिल्म इंडस्ट्री के लिए स्वतंत्रता दिवस संजीवनी बनकर आया। गदर 2 और ओह माय गॉड 2 की कमाई हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है।

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बड़वानी। शहर में शुक्रवार रात बजरंग दल ने एक मुस्लिम युवक और हिंदू युवती का निकाह रुकवा दिया। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कोतवाली थाने पहुंचे और दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। बजरंग दल के सदस्य मामला दर्ज करने की मांग करने लगे, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने मौके पर पहुंचकर नारेबाजी रुकवाई। पुलिस ने मामले में युवक के खिलाफ दुष्कर्म एवं धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया। दरअसल, शहर में पाला बाजार क्षेत्र के समीप एक मकान में कथित रूप से शुक्रवार की रात धर्मांतरण की सूचना पर हिंदू संगठन के लोग मकान के बाहर जमा हो गए। यहां पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर हंगामा किया। मकान के भीतर एक हिंदू लड़की का निकाह होने वाला था, जिसे रुकवाया गया और युवक-युवती को पुलिस के हवाले कर दिया गया। देखते ही देखते इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद क्षेत्र में आसपास की दुकानें बंद हो गई। पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने बताया कि मामले की जांच हो रही है। एक युवती के कथित धर्मांतरण को लेकर नारेबाजी व हंगामा हुआ। युवक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ विविध धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मौके पर पुलिसबल की तैनाती के बाद स्थिति नियंत्रित है। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर पथराव और दुकानें बंद करने की बात झूठी है। जनता से अपील है कि इलाके में शांति बनाए रखें। अफवाहों पर ध्यान न दें। पुलिस की साइबर सेल शरारती तत्वों पर ध्यान रख रही है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया है, जहां पर बयान लिए जा रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है और पूर्ण शांति बहाल है।

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उज्जैन। सोमवार 21 अगस्त को नागपंचमी पर्व मनाया जावेगा, जिसमें देश के कोने-कोने से काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान नागचन्द्रेश्वर के दर्शन के लिए आयेंगे। रविवार 20 अगस्त की रात्रि 12 बजे मंदिर के पट खोले जाएंगे। दर्शन का सिलसिला सतत 24 घंटे चलेगा।     उल्लेखनीय है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर के द्वितीय तल पर श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर के पट साल में एक बार 24 घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन खुलते है। हिंदू धर्म में सदियों से नागों की पूजा करने की परंपरा रही है। हिंदू परंपरा में नागों को भगवान का आभूषण भी माना गया है।     श्री महाकाल मंदिर के गर्भगृह के उपर ओंकरेश्वर मंदिर और उसके भी शीर्ष पर श्री नागचन्द्रेश्वर का मंदिर प्रतिष्ठापित है। श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर में 11वीं शताब्दी की एक अद्भुत प्रतिमा स्थापित है, प्रतिमा में श्री नागचन्द्रेश्वर स्वयं अपने सात फनों से सुशोभित हो रहे है। साथ में शिव-पार्वती के दोनों वाहन नंदी एवं सिंह भी विराजित है। मूर्ति में श्री गणेश की ललितासन मूर्ति, उमा के दांयी ओर कार्तिकेय की मूर्ति व उपर की ओर सूर्य-चन्द्रमां भी अंकित है। इस प्रकार श्री नागचन्द्रेश्वर की मूर्ति अपने आप में भव्य एवं कलात्मकता का उदहारण है। भगवान के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए है।     कहते हैं कि यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी। ऐसी मान्यता है कि, उज्जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है। इस प्रतिमा के दर्शन के उपरांत अंदर प्रवेश करने पर श्री नागचन्द्रेश्वर की मुख्य प्रतिमा (शिवलिंग) के दर्शन होते है।     20 अगस्त रविवार की रात्रि 12 बजे पट खुलेंगे। पट खुलने के बाद रात्रि 12 बजे विशेष पूजा-अर्चना के साथ आम भक्तों के लिये मंदिर के खुल जायेंगे और नागचन्द्रेश्वर महादेव के लगातार 24 घंटे दर्शन होंगे। मंदिर के पट सोमवार की रात्रि 12 बजे बंद होंगे। श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान की होगी त्रिकाल पूजा नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। जिसमें रविवार 20 अगस्त की मध्यरात्रि 12 बजे पट खुलने के पश्चात पंचायती महानिर्वाणी अखाडे के महंत विनितगिरी महाराज एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कलेक्टर एवं अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम द्वारा प्रथम पूजन व अभिषेक किया जावेगा।   21 अगस्त को अपरान्ह: 12 बजे पंचायती महानिर्वाणी अखाडे द्वारा पूजन होगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 21 अगस्त को ही श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं आरती के पश्चात नागचन्द्रेश्वर की पूजन-आरती महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों द्वारा की जावेगी।

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छिंदवाड़ा। नई दिल्ली से हैदराबाद जा रही 12724 तेलंगाना एक्सप्रेस में शनिवार तड़के छिंदवाड़ा के पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर अचानक आग लग गई। ट्रेन में यात्रियों ने पैंट्री कार से धुआं और आग की लपटें उठती देखीं, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर पांढुर्णा रेलवे स्टेशन के कर्मचारी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। फिलहाल कोई जनहानि नहीं हुई है। आधे घंटे बाद आग बुझाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया है।       जानकारी के अनुसार, गाड़ी संख्या 12724 तेलंगाना एक्सप्रेस शुक्रवार को शाम 4.00 बजे नई दिल्ली से हैदराबाद के लिए रवाना हुई थी। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन भोपाल से गुजरने के बाद इटारसी होते हुए नागपुर की ओर जा रही थी। शनिवार सुबह 5.37 बजे पांढुरना रेलवे स्टेशन से गुजरने के लगभग एक किलोमीटर दूर ट्रेन के पेंट्रीकार बोगी कोच नंबर 201811/सी में आग लग गई। आग की लपटें देख यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद ट्रेन को गायत्री फाटक पर रोका गया और पांढुर्णा रेलवे पर इसकी सूचना दी गई।       सूचना मिलते ही पांढुर्णा से रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आधे घंटे बाद आग को बुझाकर ट्रेन को अपने गंतव्य की ओर रवाना किया गया। रेल अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ट्रेन में आग कैसे लगी। मामले की जांच की जा रही है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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प्रदेश में वक्फ सम्पत्तियों की भौतिक स्थिति जानने के लिये 15 जिलों की करीब 12 हजार 644 वक्फ सम्पत्तियों की जीआईएस मेपिंग की गई है। यह जानकारी वामसी ऑनलाइन www.wamsi.nic.in पर भी उपलब्ध कराई गई है। इस व्यवस्था से वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमण के प्रकरणों की जानकारी मिल रही है। वक्फ बोर्ड द्वारा अतिक्रमण हटाने के संबंध में जिला प्रशासन के साथ मिलकर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। वक्फ बोर्ड पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित हो रहा है। वक्फ बोर्ड द्वारा 5 लाख रूपये से अधिक आय वाली सम्पत्तियों के उचित प्रबंध और आय बढ़ाने के लिये कार्यपालन अधिकारी की नियुक्ति भी की गई है। इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। राष्ट्रीय वक्फ निगम द्वारा मध्यप्रदेश वक्फ के 4 बड़े वक्फों को विकसित करने के लिये चिन्हित किया गया है।बोर्ड ने अपनी कार्य-प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता लाने के लिये उर्स-मेलों की खुले बाजार में नीलामी की कार्यवाही की है। इससे वक्फ की आमदनी में वृद्धि हुई है। प्रदेश में करोड़ों के बाजार मूल्य की वक्फ सम्पत्तियाँ, जो राजस्व रिकॉर्ड में किसी अन्य के नाम नामांतरण हो गई थीं, बोर्ड के प्रयास से वापस वक्फ सम्पत्ति के रूप में राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराई गई हैं।बोर्ड द्वारा मुस्लिम बच्चों में उच्च शिक्षा के प्रति रुझान पैदा करने के भी बेहतर प्रयास किये जा रहे हैं। बोर्ड ने जकात फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया के साथ मिलकर आईएएस और आईपीएस की तैयारी के लिये उच्च स्तर की नि:शुल्क कोचिंग क्लॉस प्रारंभ करने की बड़ी पहल की है।  

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शिवपुरी। कई इलाकों में शुक्रवार दोपहर खेतों में आसमान से चमकदार गोले गिरने की घटनाएं सामने आने पर ग्रामीण दहशत में आ गए। हालांकि लोहे के गोले की जांच की जा रही है और लोगों को इससे दूर रहने की हिदायत दी जा रही है। जानकारी के मुताबिक जिले की करैरा विधानसभा के अंतर्गत ग्राम बनयानी में शुक्रवार दोपहर बंटी रावत अपने भाई के साथ खेतों में काम कर रहे थे, तभी आसमान से बादलों की गड़गड़ाहट जैसी आवाज आई, तभी उन्होंने आसमान की ओर देखा तो एक सुर्ख लाल आग के गोले के समान आकृति वाली वस्तु देखते ही देखते उन्हीं के पास दूसरे खेत में आकर गिर गई। इस घटना की समूचे क्षेत्र में फैल गई। इसी प्रकार की घटना भितरवार थाना क्षेत्र के ग्राम जौरा, सिल्हा, किठोंदा गांव में भी हुई। यहां भी चमकदार गोले के आकार की वस्तु आसमान से आकर जमीन पर गिरी। सूचना मिलने के बाद भितरवार एसडीएम देवकीनंदन सिंह, एसडीओपी जितेंद्र नगायच, थाना प्रभारी धवल सिंह चौहान, उपनिरीक्षक रमाकांत उपाध्याय अन्य पुलिस बल और राजस्व बल मौके पर पहुंचा और लोगों को गोले के आकार के गिरे उपकरण से दूर रहने की हिदायत ग्रामीणों को दी। भितरवार थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम जौरा में शुक्रवार दोपहर लगभग 12:55 बजे अजीबोगरीब घटना आसमान से घटित हुई। जौरा निवासी कृषक मुरारी जाटव के खेत में पांच से सात किलो वजन का लोहे का गोला खेत में गिरा और चकरी की तरह घूमकर उसने दो फीट तक खेत में गड्ढा कर दिया। उक्त घटना पास के ही खेत में कार्य कर रहे पूरन आदिवासी एवं राहगीर रामलखन धानुक ने देखी तो खेतों में काम कर रहे मजदूर और अन्य लोग दहशत में आ गए और उन्होंने इसकी सूचना भितरवार पुलिस को दी। वहीं सूचना मिलने के बाद उपनिरीक्षक रमाकांत उपाध्याय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दहशत गर्द ग्रामीणों को खेतों में पड़े गोलाकार वस्तु से दूर रहने की हिदायत देते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को मौका स्थल पर हुए घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी से अवगत कराया। वहीं, किठोदा गांव के किसान देवेंद्र सिंह जाट पुत्र बदन सिंह जाट के खेतों में भी इसी प्रकार गोलाकार वास्तु गिरी जहां के लोगों में भी दहशत दिखाई दी। वहीं, बनियातौर और सिल्हा गांव के बीच सिल्हा गांव के निवासी किसान रामदास बाथम के खेत में भी इसी प्रकार का गोला गिरा है। जहां भितरवार थाना क्षेत्र के तीन स्थानों पर चमकदार गोला गिरने की घटना हुई है तो वही भितरवार ब्लॉक के सटे हुए शिवपुरी जिले के सीहोर थाना क्षेत्र के गांव बनियानी में बृजमोहन सिंह रावत के खेत के समीप पड़े शासकीय भूखंड पर भी गोला गिरने की सूचना प्राप्त हुई है। भितरवार प्रशासन की सूचना पर ग्वालियर की बम डिस्पोजल टीम के घटना स्थल पहुंच गई है। बम डिस्पोटल टीम ने गोलों को जब्त कर लिया है। उन्होंने अनुमान लगाया है कि सेटेलाइट में हाइड्रोजन से भरे फ्यूल सिस्टम से भरे होते हैं, जो कि हाइड्रोजन खत्म होने पर अपने आप गिर जाते हैं।   घटना के संबंध में जब पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया का कहना है कि आसमान से कोई वस्तु गिरने की जानकारी मिली है जिसकी जांच विशेषज्ञों से कराई जा रही है। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि कोई वायुयान का पुर्जा हो सकता है या फिर अंतरिक्ष से आया कुछ और भी हो सकता है। सही स्थिति जांच के बाद ही पता चल सकेगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून के सक्रिय होते ही बारिश का दौर फिर शुरू हो गया है। गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। जबलपुर और रीवा में गुरुवार शाम से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी जारी है। वहीं मौसम विभाग ने रीवा समेत 14 जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई है। इंदौर-भोपाल में बादल छाए रहेंगे, जबकि ग्वालियर में मौसम साफ रहेगा।     मध्यप्रदेश में बारिश पर बीते 13 दिनों से लगा हुआ ब्रेक हट गया है। गुरुवार को कई जिलों में बारिश हुई। उमरिया में करीब एक इंच पानी गिरा। नौगांव, नरसिंहपुर, सीधी और जबलपुर में तेज बारिश हुई। वहीं, रीवा, सागर, नर्मदापुरम, मंडला, दमोह और मलाजखंड में भी बारिश हुई। शुक्रवार को प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश का अनुमान है। इससे पहले पिछले कई दिन से कोई सिस्टम सक्रिय नहीं था, जिससे औसत बारिश का आंकड़ा 8% तक गिर गया है। इनमें पूर्वी हिस्से में 6% और पश्चिमी हिस्से में 10% कम बारिश हुई है।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएस पांडे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में साइकोनिक सर्कुलेशन बन रहा है, जिससे 18 अगस्त से कम दबाव के क्षेत्र में मौसम बदल सकता है। गुरुवार से नमी आना शुरू हो गई है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश होने लगी है। 19 और 20 अगस्त को सिस्टम की सक्रियता बढ़ जाएगी। रीवा-शहडोल संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, 18 अगस्त से ही ट्रफ लाइन गुजरने से भी बारिश का दौर शुरू होगा।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में रीवा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर में तेज बारिश की संभावना जताई है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, नरसिंहपुर, बालाघाट, टीकमगढ़, निवाड़ी में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। अन्य जिलों बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां में मौसम साफ रहेगा।

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खंडवा। खंडवा जिले के पुनासा क्षेत्र में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है,जिमसें 5 युवकों की दुखद मौत हो गई। गुरुवार-शुक्रवार की दरमीयानी रात पुनासा-सनावद मार्ग पर पुनासा से तीन किलोमीटर की दूरी पर ग्राम फीफरी रैयत के समीप ट्र्रक और कार के बीच आमने-सामने भीषण टक्कर होने से कार सवार सभी 5 यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, दुर्घटना की भयावहता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता हे कि मृतको के शव को बाहर निकालने में पुनासा पुलिस को कटर का सहारा लेना पड़ा ।   दुर्घटना में मारे गए , भारत-चिंताराम मुकाती ( 40 ) निवासी कांकरीया थाना कसरावद , अलकेश-तुलसीराम भारुड ( 36 ) दोगांवां थाना कसरावद , मनीष-ताराचंद वर्मा ( 26 ) निवासी दोगांवां थाना कसरावद , पुखराज-चरणदास नामदेव ( 24 ) निवासी दोगांवां थाना कसरावद , आदित्य-अमीत शर्मा ( 25 ) निवासी राममन्दिर चौक कसरावद । एसपी खंडवा सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि सभी मृतक खरगोन जिले के रहने वाले थे एवं सभी मृतको का समुदायीक स्वास्थ्य केन्द्र पुनासा में पोस्टमार्टम किया गया और शव परीजनो के सुपुर्द कर दिए गए ।

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मप्र की राजनीति इन दिनों उत्तर प्रदेश की कास्ट पॉलिटिक्स की तरह चल रही है। शिवराज सरकार तमाम जातियों के सम्मेलन, महाकुंभ का आयोजन करके सामाजिक बोर्ड के गठन का ऐलान कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी इसी तरह के जातिवार सम्मेलन कर रही है। कांग्रेस के संगठन को दुरुस्त कर चुनावी रणनीति बनाने में जुटे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गुर्जर समाज के आराध्य देव को मनाने के लिए करीब 18 किलोमीटर की नंगे पैर पदयात्रा की।बुधवार दोपहर करीब तीन बजे दिग्विजय सिंह ने बैरसिया क्षेत्र के बरखेडी देव गांव में स्थित भगवान देवनारायण तीर्थ क्षेत्र की परिक्रमा शुरु की। इस पूरी 18 किलोमीटर की पदयात्रा में दिग्विजय ने जूते-चप्पल नहीं पहने। कंकरीले-पथरीले रास्तों पर दिग्गी ने नंगे पैर चलते हुए रात करीब साढे़ नौ बजे अपनी परिक्रमा पूरी की। इस परिक्रमा के मार्ग में पड़ने वाले हनुमान जी के सात मंदिरों और पहाड़ी पर बने एक मंदिर में भी दिग्गी ने जाकर माथा टेका।बैरसिया के स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि बरखेडी देव स्थित तीर्थ क्षेत्र में बुधवार को 50 हजार से ज्यादा श्रृद्धालु पहुंचे। इस दौरान दिग्विजय सिंह की पदयात्रा में बरखेडी देव तीर्थ क्षेत्र के पंडा दशरथ सिंह गुर्जर ने भी नंगे पैर परिक्रमा की। दिग्गी के साथ पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा ने भी 18 किलोमीटर की परिक्रमा पूरी की।मप्र में गुर्जर समाज की करीब 35 लाख आबादी है। पेशे से उन्नत खेती करने वाले इस बडे़ कृषक वर्ग को साधने के लिए दिग्विजय सिंह ने बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के भगवान देवनारायण के तीर्थ क्षेत्र को चुना। अकेले बैरसिया विधानसभा में ही गुर्जर समाज के करीब 50 हजार वोटर हैं। गुर्जर समाज के श्रृद्धालुओं की मौजूदगी में दिग्विजय सिंह ने 18 किलोमीटर की पदयात्रा कर उन्हें जोडने की कोशिश की है।

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भोपाल। प्रदेश के अधिकांश जिलों में 5 अगस्त से मानसून पर ब्रेक लगा हुआ है, जो आज 13वें दिन हट सकता है। इसकी वजह हैं वो दो सिस्टम जो अब सक्रिय हो गए हैं। चक्रवाती हवाओं के घेरे और ट्रफ लाइन के गुजरने से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अगले कुछ दिन बारिश होगी। 19 और 20 अगस्त को भारी बारिश भी हो सकती है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएस पांडे ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन बंगाल की खाड़ी में बन रहा है। इससे 18 अगस्त से कम दबाव के क्षेत्र में मौसम बदलने की संभावना है। गुरुवार से ही नमी आना शुरू हो जाएगी। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश का दौर शुरू होगा। 19 और 20 अगस्त को मानसूनी गतिविधियां बढ़ जाएंगी। रीवा-शहडोल संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। इसके अलावा 18 अगस्त से ही ट्रफ लाइन के गुजरने से भी बारिश का दौर शुरू होगा। रीवा-शहडोल संभाग के सतना, सीधी, सिंगरौली, रीवा, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में तेज बारिश होगी। जबलपुर में भी कहीं-कहीं हल्की और तेज बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभाग में असर कम रहेगा।     मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में भोपाल, सीहोर, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, रतलाम, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर और नीमच में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। नर्मदापुरम संभाग में भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। ग्वालियर-चंबल संभाग के ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां में भी बारिश का दौर जारी रह सकता है।   बीते 24 घंटे में प्रदेश के कुछ जिलों में बूंदाबांदी और हल्की बारिश दर्ज की गई है। दमोह में 0.82 इंच, जबलपुर में 0.76, सिवनी में 0.17 और नर्मदापुरम में 0.09 इंच बारिश हुई। यहां बुधवार शाम से रात्रि तक भी हल्की बारिश हुई। इसके अलावा टीकमगढ़ , नौगांव, उमरिया, उज्जैन, इंदौर, धार और भोपाल में भी हल्की बारिश हुई। पिछले कई दिन से मानसूनी सिस्टम नहीं होने से मध्यप्रदेश में औसत बारिश का आंकड़ा 7% तक गिर गया है। पूर्वी हिस्से में 5% और पश्चिमी हिस्से में 9% कम बारिश हुई है।

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उज्जैन। महाकाल महालोक बनने के बाद तो भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड बना रही है। श्रावण अधिक मास के दौरान 30 दिन में औसत 01 करोड़ 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए। वही 13 से 15 अगस्त के बीच तीन दिन में 14 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया है।     महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्रावण माह में श्रद्धालुओं की गणना करने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से श्रद्धालुओं के श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगमन की संख्या की जानकारी भी मिल रही है। 13 से 15 अगस्त तक तीन दिन में 14 लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन किए। महाकाल की नगरी उज्जैन में श्रावण मास में श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड आगमन हो रहा है। श्री महाकाल महालोक बनने के बाद श्रावण मास में 4 जुलाई से लेकर अब तक 1 करोड़ 20 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर चुके हैं।   रक्षाबंधन पर्व पर सवा लाख लड्डूओं का महाभोग श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के आंगन में सबसे पहले त्यौहार मनाए जाते है। इस बार भी रक्षाबंधन का पर्व सबसे पहले मनाया जाएगा। सुबह भस्म आरती में बाबा महाकाल को राखी बांधी जाएगी। इसके बाद भगवान को लड्डूओं का महाभोग लगाया जाएगा। सुबह दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को लड्डू का प्रसाद वितरित होगा।   इस बार 30 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन पर महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को असंख्य लड्डूओं का महाभोग लगाया जाएगा। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इसी क्रम में इस बार भी भस्म आरती करने वाले पुजारी परिवार द्वारा राजाधिराज महाकाल को लड्डूओं का भोग अर्पण किया जाएगा। भगवान को राखी बांधने के पश्चात लड्डूओं का महाभोग लगाया जाता है। लड्डू प्रसादी तैयार करने में पुजारी परिवार के साथ ही कई भक्तों द्वारा भी सामग्री दी जाती है, जिसे प्रसाद में शामिल किया जाता है।

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सीहोर। कुबेरेश्वर धाम के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में बुधवार को सीहोर में विशाल कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। शहर के सीवन तट से करीब 11 किलोमीटर तक सुबह से शुरू हुई इस कावड़ यात्रा में देशभर से आए श्रद्धालु शामिल हुए। पूरा शहर शिव की भक्ति व भगवा रंग में नजर आया। लगातार दूसरे साल निकाली जा रही 11 किलोमीटर लम्बी कावड़ यात्रा में शहर के रास्ते और सीवन तट पर कावड़िया ही कावड़िया नजर आए। डीजे की धुन पर श्रद्धालु नाचते-गाते व बम बम भोले, जय शंभू के साथ कवड़िया कुबेरेश्वर धाम के लिए जा रहे हैं।       पंडित प्रदीप मिश्रा ने संदेश देते हुए श्रद्धालुओं से आह्वान किया था कि अद्भुत संयोग पर निकाली जाने वाली भव्य कावड़ यात्रा भक्ति का सैलाब है। अधिक मास की अमावस्या और सावन का जो मिलन हुआ है, यह काफी दिव्य योग है। कावड़ यात्रा को लेकर विठलेश सेवा समिति सहित क्षेत्रवासियों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां की हैं, जिसके चलते शिव भक्तों में कावड़ यात्रा को लेकर इतना उत्साह रहा कि दो दिन पूर्व ही कुबेरेश्वरधाम पर लाखों की संख्या में देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं डेरा डाल लिया। कावड़ यात्रा में करीब आठ से 10 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। पूरा शहर भक्तिमय माहौल में डूबा नजर आ रहा है और हर तरफ बम-बम भोले के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है। कावड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं, कावंडिय़ों और दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने कड़ी व्यवस्था की है। जगह-जगह पुलिस बल मौजूद है।       मान्यता है कि तमाम कष्ट उठाकर भगवान भोले शंकर की कावड़ चढ़ाने जाने वाले शिवभक्तों की सेवा करना भी परम पुण्य का काम है। इससे प्रेरित होकर कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह सेवा शिविर लगाए गए। जिससे कांवड़ में शामिल होने वालों का अतिथि सत्कार किया जा रहा है। कावड़ यात्रा में मुख्य अतिथि पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं यात्रियों के साथ शामिल हुए। उन्होंने बताया कि शिव पुराण के अनुसार, श्रावण के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर निवास करते हैं। इसलिए इस मास में पूजा करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अधिक अमावस्या तिथि पडऩे के कारण पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है।       बुधवार को कुबेरेश्वर धाम प्रमुख पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा श्रावण माह के अंतर्गत पड़ने वाले अधिक मास के समापन अवसर पर सीवन नदी सीहोर से कांवड यात्रा को लेकर नगर सीहोर के व्यस्ततम मुख्य मार्गों, बाजार से भोपाल-इंदौर हाईवे होकर चितालिया हेमा स्थित कुबेरेश्वर धाम (लगभग 11 किलोमीटर) पहुंच रही है। कुबेरेश्वरधाम हाईवे से लगभग 200 मीटर की दूरी पर होने से इंदौर-भोपाल हाईवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न होने के साथ दुर्घटना की संभावना को देखते हुए कांवड यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था को लेकर इंदौर-भोपाल हाईवे का मार्ग परिवर्तित किया गया। कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते बुधवार को सुबह छह से शाम छह बजे तक भोपाल से इंदौर जाने वाले भारी वाहनो को भोपाल-इंदौर हाईवे (व्हाया सीहोर- आष्टा) मार्ग से न भेजकर ब्यावरा-भोपाल व अन्य मार्ग से डायवर्ट संचालित किया गया। इंदौर से भोपाल जाने वाले भारी वाहनों को इंदौर-भोपाल हाईवे (व्हाया आष्टा, सीहोर) मार्ग से न भेजकर ब्यावरा भोपाल हाईवे व अन्य मार्ग से डायवर्ट संचालित रहा।

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भोपाल। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 18 अगस्त के बाद एक साइकोनिक सकुर्लेशन सिस्टम सक्रिय हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इससे एक बार फिर तेज बारिश शुरू हो सकती है। उससे पहले अगले दो दिन हल्की बारिश का दौर रहेगा। बुधवार को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के कुछ शहरों में बूंदाबांदी भी हो सकती है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी।       मौसम विभाग के अनुसार गुजरात के ऊपर साइक्लोनिक सकुर्लेशन सक्रिय होने से पिछले कुछ दिन से प्रदेश में बूंदाबांदी हो रही है। मंगलवार को प्रदेश के गुना में हल्की बारिश हुई। वहीं, भोपाल, सागर, बैतूल, पचमढ़ी, इंदौर और सतना में भी हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई।       वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल कोई शक्तिशाली सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस कारण प्रदेश में तेज बारिश नहीं हो रही है और बारिश के आंकड़े में कमी आ रही है। प्रदेश में अब तक सामान्य से 5% कम बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से में 3% कम और पश्चिमी हिस्से में 7% कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन का कहना है कि 18 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन सामान्य स्थिति में आने की उम्मीद है। इसके अलावा चक्रवाती हवाओं का घेरा भी सक्रिय होगा। इससे प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।     मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों के प्रभाव से प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग में पिछले कुछ दिन से चल रहा हल्की बूंदाबांदी का दौर अगले 24 घंटे भी बना रहेगा। यहां धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। जबलपुर-ग्वालियर में भी कहीं हल्की बूंदाबांदी तो कहीं धूप-छांव रहेगी।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के बुधवार को भस्म आरती के दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। इस दौरान भगवान महाकाल ने अर्धनारीश्वर स्वरूप में दर्शन दिए।     बुधवार तड़के भस्म आरती के लिए 3 बजे मंदिर के पट खुले। पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक और दूध, दही, घी, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया। सबसे पहले घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान के मस्तक पर भांग, चंदन और त्रिपुंड अर्पित कर भगवान महाकाल का अर्धनारीश्वर स्वरूप में श्रृंगार किया गया। इसके उपरांत ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढंककर भस्म रमाई गई। इस दौरान सद्योजात, अघोर, तत्पुरुषाय, ईशान और वामदेव के मंत्रों का पाठ किया। भस्म अर्पित करने के पश्चात भगवान महाकाल को शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। भगवान महाकाल ने मोगरे और गुलाब के सुगंधित पुष्प धारण किए।

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उज्जैन। महाकाल लोक में आखिरकार सप्तऋषियों की नई मूर्तियां दोबारा उसी स्थान पर स्थापित कर दी गई हैं। इन मूर्तियों का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आगामी 21 अगस्त को नागपंचमी पर कर सकते हैं। अभी इनको कोई देख नहीं सकता, क्योंकि कपड़े से ढांककर रखा गया है। मूर्तियों के पास जाने पर भी अभी प्रतिबंध लगा रखा है।     दरअसल, महाकाल लोक में सोमवार की रात को मूर्तियां मुंबई से लाई गईं और रातोंरात ही पेडस्टल पर लगाने का काम भी युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया। मंगलवार को सुबह होने से पहले सभी मूर्तियां लगा दी गई। इसके लिए मुंबई से ही एक टीम भेजी गई थी। सभी मूर्तियों को कपड़े से ढांक कर रखा गया है। इस कारण दर्शनार्थियों में मूर्तियों को देखने के लिए कौतूहल की स्थिति बनी हुई है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री चौहान नागपंचमी पर महाकाल दर्शन के लिए आएंगे। महाकाल दर्शन के लिए बनी टनल का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री की उपस्थिति में किया जा सकता है। इसके अलावा महाकाल मंदिर के दूसरे चरण के कुछ कामों का लोकार्पण करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इसी दौरान मूर्तियों का विधिवत अनावरण कराया जा सकता है। हालांकि सीएम का अभी अधिकृत कार्यक्रम नहीं आया है। जल्द ही स्थिति साफ होगी। 28 मई को हुई थी क्षतिग्रस्त नई मूर्तियां मुंबई से बनवाने में दो माह से ज्यादा का समय लगा। दरअसल, 28 मई को तेज आंधी के कारण छह मूर्तियां गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थीं। बाद में प्रशासन ने सभी सातों मूर्तियों को निकलवाकर नई मूर्तियां बनाने का निर्णय लिया था। सोमवार रात मूर्तियां बनकर महाकाल लोक पहुंच गईं। इसके साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।

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क्या आप जानते हैं कि भारत में ग्वालियर सहित तिरंगा सिर्फ तीन स्थानों पर बनता है। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर में यह सभी मानकों को पूरा कर तैयार किया जाता है। भारत में मनाए जाने वाला राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हम जिस राष्ट्रध्वज (तिरंगा) को बड़े गर्व से फहराकर अनुभूति करते हैं, आखिर वह कैसे और कहां बनकर तैयार होता है? बता दें कि देश में केवल तीन ही ऐसे संस्थान हैं, जहां उच्च मानक वाला तिरंगा तैयार किया जाता है। इनमें से एक ग्वालियर शहर का मध्य भारत खादी संघ है। जहां BIS (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) का ISI प्रमाणित भारतीय तिरंगा बनता है। झंडा बनने की प्रक्रिया कई चरणों में पूरी होती है। जिसमें कपास की कताई, बुनाई, डाई सहित 9 मानकों पर खरा उतरने के बाद एक तिरंगा झंडा आकार लेता है। धागे से झंडा बनने के इस सफर में कई कारीगरों और बुनकरों की कला के साथ ही 55 दिन की कड़ी मेहनत भी लगती है। लाल किले पर भी ग्वालियर में बना झंडा फहराया जा चुका है। ग्वालियर के मध्य भारत खादी संघ में बने भारतीय तिरंगा देश में कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक फहराया जा चुका है।मध्य भारत खादी संघ की वर्कशॉप ग्वालियर में जीवाजीगंज में स्थित है। जहां स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस से कुछ महीनों पहले से कारीगर दिन-रात काम में जुटे रहते हैं ताकि देशभर से आने वाली मांग की पूर्ति की जा सके। देशभर में फहराए जाने वाले राष्ट्रीय ध्वज में से 40 प्रतिशत ग्वालियर में बनाए जाते हैं। यहां से देश के 16 राज्यों में झंडा बनकर जाता है। राष्ट्रध्वज बनने की पूरी प्रक्रिया को जानने हम जब हम वर्कशॉप में पहुंचे तब यहां एक बड़े से हॉल में 15 से 16 कारीगर झंडा बनाने में व्यस्त थे। कोई झंडे की सिलाई कर रहा था तो कोई उसकी नपाई। महिलाएं झंडों की सिलाई करने में व्यस्त थीं। एक दिन में उन्हें लगभग 500 से अधिक झंडे सिलने होते हैं। झंडा सिल रहीं महिला सविता ने बताया कि वह 1 साल से झंडा सिलने का कार्य कर रही हैं और हर झंडे को सिलने के लिए उसके साइड के हिसाब से समय लगता है, सविता का कहना था कि उन्हें बहुत खुशी औरगर्व होता है जब उनके हाथ के बने हुए झंडे पूरे देश में फहराया जाते हैं।

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शासकीय हाई स्कूल महगंवा में 77 वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल के प्रिंसिपल संजय उपाध्याय, स्टाफ सहित सैकड़ों बच्चे शामिल हुए। मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय जनप्रतिनिधि और वरिष्ठजन भी उपस्थित रहें।शासकीय हाई स्कूल महगंवा में झंडावंदन के बाद छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। समूचा स्कूल भारत माता जय के उदघोष से गूंज उठा। शासकीय हाई स्कूल महगंवा में करीब 110 छात्र अध्यनरत है।शासकीय हाई स्कूल महगवां में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय प्राचार्य संजय उपाध्याय, सोना वर्मा, अभिषेक, दीप्ति झारिया, मनीषा सोनी, एनोस विक्टर, बृज किशोर, उर्मिला, दीपा, सोमा चौधरी, नीतू , चंदना, प्रतिभा, लवली एवं भीष्म यादव उपस्थित थे।

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इंदौर के कोतवाली इलाके में रहने वाले एक फूड डिलीवरी बॉय ने सुसाइड कर लिया। बताया जाता है कि मां रिश्तेदारों के यहां गमी में शामिल होने देवास गई थी तभी उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने मामला जांच में लिया है। आखिरी बार वह मोबाइल से किसी लड़की से बात कर रहा था। पुलिस सुसाइड नोट और मोबाइल की जांच कर रही है।सेन्ट्रल कोतवाली पुलिस के मुताबिक गौतम पुत्र सुनील कुरील निवासी नार्थ तोड़ा ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिस ने बताया कि गौतम को उसके दोस्त ने फंदे पर लटके देखा। जब गौतम ने मोबाइल का कॉल रिसीव नहीं किया तो वह देखने घर पहुंचा। यहां जानकारी लगने पर आसपास के रिश्तेदारों ओर अन्य लोगों को सूचना दी।परिवार के लोगों ने बताया कि गौतम की मां और उसके नाना-नानी गमी में शामिल होने दो दिन पहले देवास गए थे। वे सभी रविवार को लौटने वाले थे। गौतम के परिवार में दो बहनें है। जिनकी शादी हो चुकी है। वह दो बहनों में इकलौता भाई था। परिवार के मुताबिक वह किसी लड़की से मोबाइल पर बात करता था। आखिरी बार भी उसी से मोबाइल पर बात कर रहा था। पुलिस को मौके से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं मोबाइल जब्त किया गया है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के मंदिर में सावन महीने के छठे सोमवार को आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। भस्म आरती के लिए भक्त आधी रात से ही लाइन में लग गए । तड़के 2:30 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद महाकाल मंदिर भगवान शंकर के जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्मारती में शामिल हुए। इसके बाद दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, निरंतर जारी है। शाम चार बजे भगवान महाकाल की छठी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। इस दौरान अवंतिकानाथ छह स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे और नगर का भ्रमण का अपनी प्रजा का हाल जानेंगे।     महाकालेश्वर मंदिर में परम्परा के मुताबिक सोमवार तड़के 2ः30 बजे पट खोले गए। तड़के भस्म आरती में भगवान महाकाल को दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन कर भस्म अर्पित की गई। भगवान महाकाल का भांग, चंदन और आभूषणों से राजा स्वरूप में दिव्य शृंगार कर आरती की गई। दर्शन का सिलसिला रात 10ः45 पर शयन आरती के बाद समाप्त होगा। बाबा महाकाल लगातार 20 घंटे तक भक्तों को दर्शन देंगे। देररात तक यहां पांच लाख भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है।       मंदिर के महेश पुजारी ने बताया कि भस्म आरती में भगवान महाकाल पहला पूजन किया गया। गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बने पंचामृत से भगवान महाकाल पूजन किया। हरि ओम जल चढ़ाकर कपूर आरती के बाद भांग, चंदन, अबीर के साथ महाकाल ने मस्तक पर चंद्र और आभूषण अर्पित कर राजा स्वरूप में शृंगार किया गया। शृंगार पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढक कर भस्मी रमाई गई।       महाकालेश्वर भगवान की श्रावण/भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में सावन के छठे सोमवार को शाम चार बजे छठी सवारी निकलेगी। इस दौरान भगवान महाकालेश्वर छह स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। छठी सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश,रथ पर होलकरों का मुघोटा तथा घटाटोप के स्वरूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।     सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके बाद भगवान चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी। उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी परम्परागत मार्ग से पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। इस बार सवारी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी शामिल होंगे।     मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। जिला और पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त कर्मचारियों और पुलिस अधिकारियों को तैनात किया है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए उन्हें 40 मिनट में दर्शन मिल सकें, इसके इंतजाम किए गए हैं। सुबह जिन श्रद्धालुओं को भस्म आरती में अनुमति नहीं मिली, उन्हें चलित भस्म आरती से दर्शन कराए गए।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बीते माह 21 जुलाई को रेडियो कॉलर के काम करना बंद करने के बाद से लापता हुई मादा चीता को 22 दिनों के सर्च अभियान के बाद रविवार को पकड़ लिया गया है। यह जानकारी रविवार को मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) असीम श्रीवास्तव ने दी।   उन्होंने बताया कि डॉग स्क्वाड और ड्रोन टीमों की सहायता से वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम द्वारा मादा चीता निरवा को सफलतापूर्वक कैप्चर कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि निरवा पूरी तरह स्वस्थ्य है और निरवा चीता को परीक्षण के लिये बोमा में रखा गया है। कूनों राष्ट्रीय उद्यान में सभी 15 चीते (सात नर, सात मादा और एक मादा शावक) स्वस्थ हैं। सभी चीतों को बोमा में रखा गया हैं। कूनो वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम की सतत निगरानी में उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया जा रहा है।   प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि निरवा चीता को शनिवार को शाम के समय लोकेट कर लिया गया, किन्तु सर्चिंग टीम उसे कैप्चर नहीं कर सकी। निरवा स्वस्थ दिखाई पड़ी और गतिमान थी। अंधेरा घिरने वाला था, अतः केप्चर ऑपरेशन को अगले दिन तक स्थगित कर दिया गया। ड्रोन टीमों को रात भर निरवा के लोकेशन पर निगाह रखने की ज़िम्मेदारी दी गई जिसे टीमों ने बखूबी निभाया। ड्रोन टीमों द्वारा उपलब्ध कराई गई लोकेशन की जानकारी के आधार पर रविवार को प्रातः चार बजे से ऑपरेशन प्रारंभ किया गया। लगभग छह घंटे तक चले ऑपरेशन के पश्चात निरवा को सफलतापूर्वक कैप्चर कर लिया गया।   उन्होंने बताया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान के वरिष्ठ अधिकारियों के कुशल नेतृत्व में ड्रोन टीम, डॉग स्क्वाड, हाथी तथा महावत, क्षेत्रीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों तथा वन्यप्राणी चिकित्सकों के समन्वित प्रयासों से निरवा को सफलतापूर्वक कैप्चर किया गया। निरवा पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बोमा में रखा गया है।   उल्लेखनीय है कि करीब एक महीने पहले मादा चीता निरवा कूनो उद्यान से जंगल से बाहर निकल गई थी। इसके बाद 21 जुलाई से जब निरवा की कॉलर से सैटेलाइट के माध्यम से मिलने वाली लोकेशन प्राप्त होना बंद हो गयी थी। उसकी खोज लगभग 22 दिनों से लगातार जारी थी। पार्क प्रबंधन वृहद स्तर पर निरवा की खोजबीन में लगा हुआ था। सर्चिंग टीम में 100 से भी ज़्यादा संख्या में प्रबंधन स्टाफ़, जिसमें अधिकारी, कर्मचारी, वन्यप्राणी चिकित्सक और चीता ट्रेकर शामिल थे। दिन-रात पूरे संभावित क्षेत्र में निरवा की खोजबीन कर रहे थे। क्षेत्र में पैदल सर्च पार्टियों के अलावा 2 ड्रोन टीमें, 1 डॉग स्क्वाड और उपलब्ध हाथियों से निरवा को ढूंढने का अभियान चलाया जा रहा था। प्रतिदिन लगभग 15-20 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में खोजबीन की जा रही थी। स्थानीय ग्रामीणों को निरवा के संबंध में अवगत कराकर, उनसे प्राप्त होने वाली समस्त सूचनाओं का तत्काल परीक्षण एवं सत्यापन कराया जा रहा था। इसी दौरान 11 अगस्त की शाम को निरवा की लोकेशन सैटेलाइट के माध्यम से प्राप्त हुई। तत्काल ही सर्च टीमों को प्राप्त लोकेशन पर भेजा गया। दिन में भी सैटेलाइट के माध्यम से निरवा की 12 अगस्त की ही अन्य लोकेशन भी प्राप्त हुईं।

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भोपाल। रीवा जिले से अलग हुआ मऊगंज अब मध्य प्रदेश का 53वां जिला बन गया है। राजस्व विभाग ने रविवार को जिला गठन का भी आदेश जारी कर दिया है। इसके साथ ही नवगठित मऊगंज जिले में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना भी कर दी है। इस संबंध में राज्य शासन ने रविवार को आदेश जारी किया है।     सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी अजय श्रीवास्तव को नवगठित मऊगंज जिले का पहला कलेक्टर बनाया गया है। अभी वे मंत्रालय में आदिवासी विकास विभाग के अपर आयुक्त, मध्य प्रदेश अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम भोपाल के प्रबंध संचालक का दायित्व संभाल रहे हैं।     वहीं, नवगठित जिले के पहले पुलिस अधीक्षक भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1998 बैंच के अधिकारी वीरेंद्र कुमार जैन होंगे। गृह विभाग ने उनकी पदस्थापना के आदेश जारी किए हैं। अभी वे छिंदवाड़ा में आठवीं वाहिनी विसबल में सेनानी का दायित्व निभा रहे हैं। -सोनिया मीना कलेक्टर पदस्थ करने का आदेश निरस्त राज्य शासन ने सोनिया मीना को जिला मऊगंज कलेक्टर पदस्थ करने का रविवार को ही जारी आदेश राज्य शासन ने निरस्त कर दिया है। दरअसल, रविवार शाम को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी कर आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजनाएं विभाग में संचालक, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम भोपाल में प्रबंध संचालक और मध्यप्रदेश रोजगार एवं प्रशिक्षण परिषद में प्रबंध संचालक सोनिया मीणा को नवगठित मऊगंज जिले का पहला कलेक्टर पदस्थ किया था, लेकिन देर रात इस आदेश को निरस्त कर दिया गया है और उनकी जगह अजय श्रीवास्तव को नवगठित मऊगंज जिले का कलेक्टर नियुक्त किया है।

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ग्वालियर में स्वतंत्रता दिवस से पहले पुलिस एक्शन मोड़ में आ गई है। पुलिस ने शनिवार-रविवार दरमियानी रात कॉम्बिंग गश्त की है। रात को 8 घंटे में पुलिस ने 315 पुराने गुंडों के दरवाजे पर पहुंचकर पूछा कि अब उनका गुजारा कैसे चल रहा है। देखा है कि कौन क्या कर रहा है। इतना ही नहीं पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त के दौरान 215 वांरटियों सहित 63 शराब तस्कर, 12 सटोरिए, चार अवैध हथियार, 14 जुआरियों को पकड़ा है। पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त करने के दौरान बदमाशों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि शहर में अमन शांति बिगाड़ने का प्रयास किया तो पुलिस किसी भी हालत में छोड़ेगी नहीं।शहर में अपराधों को रोकने और त्योहार से पहले शांति बनाए रखने के लिए पुलिस समय-समय पर कॉम्बिंग गश्त करती है। दो दिन बाद स्वतंत्रता दिवस पर है और ऐसे में पुलिस एक्शन मोड़ में आ गई है। यही कारण है कि ग्वालियर शहर में पुलिस ने शनिवार-रविवार दरमियानी रात कॉम्बिंग गश्त की है। एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार-रविवार दरमियानी रात ग्वालियर के सभी थानों में कॉम्बिंग गश्त किया गया। गश्त के दौरान वह बदमाश हाथ लगे है, जिनके गिरफ्तारी वारंट और स्थाई वारंट जारी किए गए थे, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहे थे। पकड़े गए वारंटियों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया जा रहा है।

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पर्यटन के मामले में मध्य प्रदेश नंबर 1 है,और मध्य प्रदेश में इंदौर पहले नंबर पर है। 234 हेक्टेयर में फैले इंदौर के रालामंडल अभयारण्य में घूमने आने वाले पर्यटकों की संख्या में पिछले 6 माह में तेजी आई है। जनवरी 2023 से जुलाई 2023 तक यानी पिछले 6 माह में 56 हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे। यह पहला मौका है।पर्यटकों की संख्या में हो रहे इजाफा का मुख्य कारण अभयारण्य में एक साल में मिली कई सुविधाएं हैं। यहां चेक डैम, छोटे तालाब, नए रास्ते, शिकारगाह, जंगल सफारी, डीयर सफारी, नाइट सफारी और कैफेटेरिया जैसी सुविधाओं को और बेहतर किया है। अभयारण्य रेंजर योगेश यादव ने बताया कि वन विभाग अब यहां नक्षत्र वाटिका, बटर फ्लाई पार्क और मनोरंजन पार्क तैयार करेगा। रालामंडल अभयारण्य तक दो रास्तों के जरिए पहुंचा जा सकता है।पहला रास्ता भंवरकुआ से खंडवा रोड से तेजाजी नगर होते हुए रालामंडल गांव से अभयारण्य तक पहुंच सकते हैं।दूसरा रास्ता देवगुराड़िया चौराहा से सीधे तेजाजी नगर जाते हुए रास्ते में रालामंडल गांव होते हुए अभयारण्य तक पहुंच सकते है।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय स्वाधीनता की 76 वी वर्षगांठ हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाई जाएगी। राजधानी भोपाल में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में 15 अगस्त को लाल परेड ग्राउंड में आयोजित होगा। रविवार को पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना की मौजूदगी में स्वतंत्रता दिवस समारोह की फुल ड्रेस परेड एवं फाइनल रिहर्सल यहां लाल परेड ग्राउंड में हुई।       पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक फरीद शापू एवं भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। फुल ड्रेस परेड के फाइनल अभ्यास के दौरान 7वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक रामचन्द्र सिंह कुशवाहा ने प्रतीक स्वरूप मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई और ध्वजारोहण, राष्ट्रीय धुन एवं परेड द्वारा सलामी के बाद परेड का निरीक्षण कर संदेश का वाचन किया। उसके बाद परेड का विसर्जन कर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।       फाइनल अभ्यास परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा की सहायक पुलिस आयुक्त इंदौर सोनाक्षी सक्सेना ने किया। सहायक परेड कमांडर की भूमिका उप पुलिस अधीक्षक एटीएस भोपाल राहुल कुमार सैयाम ने निभाई। संयुक्त अभ्यास परेड में पुलिस बैण्ड सहित कुल 18 टुकड़ियों ने भाग लिया। इनमें राजस्थान प्रदेश पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल (उत्तरी जोन), महिलाओं का विशेष सशस्त्र बल, जिला बल एवं रेल की संयुक्त टुकड़ी, हॉकफोर्स, एसटीएफ, जिला पुलिस बल, जेल विभाग, शासकीय रेल पुलिस, नगर सेना (होमगार्ड), एन.सी.सी.(सीनियर विंग गर्ल्स), एन.सी.सी.(सीनियर डिवीजन), गाइड गर्ल्स, स्काउट्स बॉयज, शौर्य दल, लाड़ली बहना तथा अश्वरोही दल शामिल है।       प्रतीक स्वरूप संदेश वाचन के बाद राष्ट्रपति पदक प्राप्त 64 अधिकारियों एवं कर्मचारियों व अन्य दो विभूतियों ने भी मुख्य अतिथि से पदक अलंकरण प्राप्त करने का अभ्यास किया। अंत में परेड कमाण्डर और परेड में शामिल सभी दलों के प्लाटून कमाण्डरों ने मुख्य अतिथि को अपना परिचय देने का अभ्यास भी किया। अभ्यास के दौरान स्टेडियम में नागरिकों के आने-जाने व सुरक्षा व्यवस्था सहित स्टेडियम के यातायात, पार्किंग एवं अन्य सभी व्यवस्थाओं की भी बारीकी से जांच की गई। इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिला प्रशासन व भोपाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में शनिवार शाम को नृत्य, गायन एवं वादन पर केंद्रित गतिविधि संभावना का आयोजन किया गया, जिसमें भैरूसिंह चौहान एवं साथी, इंदौर द्वारा कबीर पद गायन एवं रामलखन एवं साथी, श्योपुर द्वारा लहंगी नृत्य की प्रस्तुति दी गई।   संग्रहालय़ के सभागार में हुई इस गतिविधि की शुरुआत भैरूसिंह चौहान एवं साथी, इंदौर द्वारा कबीर पद गायन से की गई। उन्होंने मोको कहां ढूंढे रे बंदे..., कब सुमरे नाम दिवाने..., गुरू दाता दिनी ज्ञान जड़ी...,सतगुरू जी के दरबार..., घूंघट के पट खोल रे..., राम रस प्याला है भरपूर..., पी ले रे हरि नाम का प्याला..., जैसे कई पदों की प्रस्तुति दी। गायन में मंच पर भैरूसिंह चौहान, सह गायन में नानूराम सन्वेरिया, हारमोनियम पर सागर चौहान, वायलिन पर दिलीप चौहान, ढोलक पर राम चौहान, मजीरा पर राजेंद्र चौहान ने संगत की।   इसके बाद रामलखन एवं साथी, श्योपुर द्वारा सहरिया जनजाति लहंगी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। सहरिया जनजाति द्वारा श्रावण मास में किया जाने वाला लंहगी समूह नृत्य है। रक्षाबंधन पूर्णिमा के दूसरे दिन भुजरियों का त्यौहार मनाया जाता है। ग्राम में भुजरियों का चल समारोह निकाला जाता है। बांस की टोकनियों में ऊगे गेहूँ के जवारों को महिलाएँ सिर पर धारण करती हैं, यही भुजरियाँ है। भुजरियों में सभी जाति के लोग सम्मिलित होते हैं। भुजरियों के जुलूस के आगे-आगे पुरूषों द्वारा लहंगी नृत्य किया जाता है। नर्तकों के हाथों में डंडे होते हैं। गोल घेरे में एक ढोलक वादक होता है। ढोलक की तीव्र थापों पर नर्तक डंडे लय के साथ लड़ाते चलते हैं, इससे नृत्य की गति बनती है। इस गति के साथ नर्तक विभिन्न मुद्रा बनाते हैं। खासकर युवा सहरिया रक्षाबंधन के अलावा तेजाजी पूजा मेला, एकादशी आदि पर्वो पर लहंगी नृत्य करते हैं।

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रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में रविवार सुबह एक यात्री बस स्टेयरिंग फेल होने के बाद पलट गई। बस भोपाल से तेंदुखेड़ा जा रही थी और बस में करीब 30 से अधिक यात्री सवार थे। हादसे में पांच यात्रियों को चोट आई है। जिन्हें इलाज के लिए सुल्तानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है, यहां सभी का उपचार जारी है।   जानकारी अनुसार शर्मा ट्रेवल्स की यात्री बस रविवार सुबह भोपाल से तेंदुखेड़ा के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान सुबह करीब आठ बजे गौहरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत पांजरा जबलपुर रोड पर अचानक बस का स्टेयरिंग फेल हो गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे पलट गई। बस पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने यात्रियों को बाहर निकाला और घटना की सूचना गौहरगंज थाना पुलिस को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को तुरंत अस्पताल भिजवाया। गौहरगंज थाना प्रभारी राजकुमार चौधरी ने बताया कि बस में 30 से अधिक लोग सवार थे। गनीमत रही कि बस की रफ्तार धीमी थी इस वजह से मात्र पांच लोगों को ही मामूली चोट लगी है। सभी घायलों को सुल्तानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रवाना किया। यह उनका उपचार जारी है। बाकी यात्री सुरक्षित हैं।

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विदिशा। पारिवारिक विवाद के चलते शुक्रवार दोपहर एक महिला बेतवा नदी में कूद कर अपनी जान देने की कोशिश की। नदी पर तैनात होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों ने महिला रेस्क्यू करके उसकी जान बचा ली।     विदिशा जिले के नागौर के रहने वाली 33 वर्षीय एक महिला घर के आए दिन विवाद के चलते शनिवार सुबह अपनी जान देने के लिए विदिशा के बेतवा नदी के छोटे पुल पर से कूद गई। जानकारी लगते ही बेतवा नदी पर तैनात होम गार्ड और एसडीआरएफ के जवानों ने महिला का रेस्क्यू किया और उसकी जान बचाई। बाद में महिला को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया।   बताया गया कि महिला का उसके ही पति से आए दिन विवाद होता रहता था जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। महिला ने बताया उसकी शादी को 18 साल हो गए हैं और उसका पति आए दिन उसके साथ विवाद करता रहता था और मारपीट भी करता था। बार-बार उसे घर छोड़ने की बात कहता था यहां तक कि उसने यह कह दिया कि महिला के पेट में जो बच्चा है वह किसी और का है। इस कारण से उसे दुख ज्यादा हुआ, ऐसे कलंक से अच्छा है कि अपनी जान दे दूं।  

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उज्जैन। राजस्थान की पिंक सिटी के नाम से मशहूर जयपुर की तर्ज पर महाकाल मंदिर क्षेत्र के व्यापारिक संस्थानों आदि के बोर्ड अब भगवा रंग में अनिवार्य करने की पहल शुरू हो गई है। इस आशय का प्रस्ताव स्मार्ट सिटी बोर्ड को देने की तैयारी भी की जा रही है।     जानकारी के लिए आपको बता दें कि महाकाल लोक बनने के बाद देशभर से महाकाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रदेश का एकमात्र यूनिटी मॉल बनने के बाद इस संख्या में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। नगर निगम द्वारा महाकाल मंदिर क्षेत्र को धार्मिक रूप देने पर भी विचार चल रहा है। महापौर मुकेश टटवाल द्वारा हाल ही में मंदिर क्षेत्र की सभी होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला आदि के बोर्ड पर प्रोपराइटर और संचालकों के नाम लिखना अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया है। इसमें कुछ और प्रावधान जोडऩे की कवायद की जा रही है। इसके लिए जयपुर की तर्ज पर होटल, दुकान और रेस्टोरेंट आदि के बोर्ड एक जैसे रंग में करने की तैयारी की जा रही है।     मंदिर क्षेत्र होने के कारण इसे भगवा रंग करने का प्रस्ताव निगम की राजस्व समिति स्मार्ट सिटी को भेजेगी। इस सिलसिले में प्रदेश सरकार का एक पत्र भी समिति ने निकलवाया है, जिसमें इस आशय का निर्देश दिया गया है। इसका अध्ययन कर कोई निर्णय लिया जाएगा।     ओंकारेश्वर की तरह 84 महादेव मंदिरों पर भगवा रंग के बोर्ड नगर निगम द्वारा ओंकारेश्वर के मंदिरों की तरह उज्जैन के 84 महादेव मंदिरों पर भगवा रंग के ध्वजनुमा बोर्ड लगाने की भी तैयारी की जा रही है। इस बार प्रदेश के कई स्थानों से श्रद्धालु 84 महादेव मंदिरों पर दर्शन करने पहुंच रहे। सुंदर बोर्ड लगने से तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की परेशानी भी नहीं आएगी।   महाकाल मंदिर के शिखर को पुरातन स्वरूप देने के उठ रहे स्वर महाकाल मंदिर के शिखर को पुरातन स्वरूप देने के लिए भी श्रद्धालु मंदिर प्रशासन से अपेक्षा रख रहे हैं। शिखर पर स्वर्ण कलश लगाए गए हैं, लेकिन शिखर का रंग पीले कलर में है, जबकि पुरातन स्वरूप में करने से पत्थरों पर स्वर्ण कलश अलग ही दिखाई देंगे। अभी स्वर्ण कलश और शिखर का रंग एक जैसा होने से कलश साफ दिखाई नहीं देते।     इस संबंध में नगर निगम राजस्व समिति के अध्यक्ष रजत मेहता ने बताया कि महाकाल मंदिर क्षेत्र के बोर्ड भगवा रंग में करने का प्रस्ताव है। इसके लिए जयपुर और कोटा के चौराहों का अध्ययन कर स्मार्ट सिटी को पत्र भेजा जाएगा। बोर्ड पर संचालक के नाम और मोबाइल लिखने के साथ ही यह प्रावधान जोडऩे पर विचार चल रहा।

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नर्मदापुरम। जिले के पचमढ़ी में करीब 100 सालों से लगता आ रहा नागद्वारी का मेला आज शनिवार से शुरू हो रहा है। मेला 22 अगस्त तक चलेगा। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए प्रशासन ने अपनी ओर से पर्याप्त इंतजाम किए हैं। वहीं, महाराष्ट्र से आए कई सेवा मंडलों ने भी अपने पंडाल लगाए हैं।   नागद्वारी मेले की शुरुआत करीब एक सदी पहले हुई थी, तब से लेकर यह मेला लगातार लगता रहा हे। मेले में आए श्रद्धालु करीब 15 किलोमीटर की पदयात्रा करके चौरागढ़ पहाड़ पर स्थित नागद्वार मंदिर पहुंचते हैं तथा भगवान शिव और नागदेवता के दर्शन करते हैं। इस दौरान यात्रियों को दुर्गम रास्तों और पगडंडियों से गुजरते हुए सात पहाड़ पार करना होते हैं। इसके चलते यात्रा में करीब दो दिन का समय लग जाता है। इस बार इस यात्रा में राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात से करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। नागद्वार मंदिर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आता है, जिसे हर साल नागद्वारी मेले के दौरान सिर्फ 10-11 दिनों के लिए आम श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है।     मेले में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई के साथ ही जिला प्रशासन के अनेक अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही, करीब 550 पुलिस बल, 130 होमगार्ड, 50 आपदा मित्र,12 एसडीआरएफ के जवान भी व्यवस्थाएं संभालेंगे। मेला अवधि के दौरान पचमढ़ी जाने वाली स्लीपर कोच बसों के परिवहन पर रोक लगाई है। श्रद्धालुओं व सैलानियों के लिए सड़कों की मरम्मत की गई है साथ ही जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए गए हैं, जिससे श्रद्धालु भटके नहीं। इसके अलावा, यात्रा के दौरान डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ ही दवाओं का इंतजाम रहेगा।

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रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों ट्यूबवेल की केबल चोरी की घटनाएं बढ़ गई है। नामली थाना क्षेत्र के मलवासा गांव में ट्यूबवेल की केबल कटने से परेशान एक किसान ने चोरों के नाम एक वीडियो संदेश जारी किया है। जिसमें चोरों से ट्यूबवेल के ऊपर 1 फीट का केबल छोड़ देने की अपील की गई है। वीडियो में किसान ने बताया कि ट्यूबवेल के अंदर केबल गिर जाने से उसे निकालने में ट्रैक्टर और जुगाड़ की मदद लेनी पड़ती है। बारिश के मौसम में कीचड़ होने की वजह से और अधिक दिक्कतों का सामना किसानों को करना पड़ता है। किसान ने चोरों से कहा कि वह कोई कानूनी कार्रवाई भी नहीं करेगा लेकिन केबल काटते समय ट्यूबवेल के बाहर 1 फीट केबल का टुकड़ा जरूर छोड़ दें । जिससे किसान को और अधिक परेशान नहीं होना पड़े। चोरों से अपील का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।दरअसल बारिश के मौसम में ट्यूबवेल की केबल कटिंग, ट्रांसफार्मर से ऑयल चोरी, ट्रैक्टर से बैटरी और कृषि यंत्रों की चोरी की घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ जाती है। नामली थाना क्षेत्र के मलवासा और आसपास के गांव में इन दिनों केबल कटिंग की घटनाएं लगातार हो रही है। जिससे परेशान होकर मलवासा गांव के किसान जतिल पटेल ने ट्यूबवेल की केबल चोरी हो जाने के बाद खेत पर ट्यूबवेल की मोटर बाहर निकलते हुए एक वीडियो संदेश केवल चोरों के नाम जारी किया है। इस वीडियो में किसान ने केवल कटिंग के बाद किसानों को आने वाली परेशानी के बारे में बताया है और किसानों की सहूलियत के लिए केबल कटिंग के दौरान ट्यूबवेल के ऊपर केबल का कम से कम 1 फीट टुकड़ा ऊपर छोड़ देने की अपील चोरों से की है। किसान का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बहरहाल चोरी की घटना से परेशान किसान की अपील क्षेत्र की कमजोरी और नाकारा पुलिस व्यवस्था की पोल जरूर खोल रही है। खासबात यह भी है कि बीते वर्ष जिले में ट्रांसफार्मर से ऑयल चोरी और केबल चोरी की सैकड़ों घटनाएं सामने आई थी। लेकिन पुलिस को कोई बड़ी सफलता अब तक हाथ नहीं लगी है।

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रतलाम पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने जिले की जनता के नाम एक वीडियो संदेश जारी कर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और अनर्गल पोस्ट डालने और शेयर करने से बचने की अपील की है। रतलाम एसपी ने धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने के संकेत भी दिए हैं। एसपी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि 2 दिन पूर्व हुई घटना में पुलिस ने कार्रवाई की है। धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने की नियत से कुछ लोगों ने जो बदमाशी की है उन्हें चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।दरअसल सोशल मीडिया पर एक युवती के अकाउंट से इस्लाम से जुड़ी आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी जिसे लेकर कुछ लोग हाट रोड स्थित पुलिस चौकी पहुंचे थे। लेकिन देखते ही देखते आक्रोशित लोगों की भीड़ बढ़ने लगी और नारेबाजी शुरू हो गई। इसी दौरान नारेबाजी कर रहे कुछ युवकों ने 'गुस्ताखी नबी कि एक ही सजा, सर तन से जुदा' के नारे भी लगाए। पुलिस चौकी घेरने की सूचना मिलने पर शहर के अन्य थानों से पुलिस फोर्स के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जिसके बाद आपत्तिजनक पोस्ट करने वाली युति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर लाउडस्पीकर भीड़ को पढ़ कर सुनाई गई थी। इसके बाद आक्रोशित लोग हटे थे। वहीं जिले में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक ने वीडियो संदेश जारी कर आम जनता से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक फोटो, वीडियो और कमेंट से दूर रहने की अपील की है।

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उज्जैन। बाबा महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में श्रावण माह में श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड आगमन हो रहा है। महाकाल महालोक बनने के बाद श्रावण माह में 4 जुलाई से लेकर अब तक एक करोड़ 05 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर चुके हैं। दर्शन हेतु आने वाले भक्त श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा चिंतामण-जवासिया स्थित लड्डू-प्रसाद निर्माण इकाई में निर्मित लड्डू श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर के आंतरिक व बाहरी परिसर में काउंटर से प्रसाद स्वरुप साथ ले जाते हैं।     महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति दर्शनार्थियों को पर्याप्त मात्रा में सरलता से लड्डू प्रसाद उपलब्ध करवाने में सफल रही है। श्रावण माह में महाकालेश्वर मंदिर में 01 जुलाई से 09 अगस्त तक 1804 क्विंटल से अधिक लड्डू प्रसाद का निर्माण हुआ। लगभग 45 क्विंटल लड्डू का निर्माण प्रतिदिन किया गया । लड्डू प्रसाद विक्रय हेतु मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए काउंटर लगाए गए है । काउन्टरो के माध्यम से 8 करोड 51 लाख 81 हजार 244 रुपये के लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ। महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन अन्य जानकारी व शिकायत के लिए मंदिर प्रबंध समिति की वेबसाइट www.shri mahakaleshwar.com के साथ मंदिर के टोलफ्री नम्बर 18002331008 से संपर्क कर सकते हैं।

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भोपाल। प्रदेश में अगले 5 दिन यानी 14 अगस्त तक तेज बारिश होने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। मानसून पर ब्रेक लगने और कोई नया सिस्टम नहीं आने से अगस्त के दूसरे सप्ताह में प्रदेश सूखा रहेगा। इस बीच तापमान बढ़ने से सोयाबीन-दलहनी जैसी फसलों पर संकट खड़ा हो सकता है।   मध्यप्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। पिछले 24 घंटे में रतलाम में 0.11 इंच, सीधी में 0.03 इंच, मलाजखंड में 0.01 इंच बारिश हुई। उज्जैन में भी पानी गिरा। भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। बारिश का दौर थमने से औसत बारिश का आंकड़ा घट गया है। मंगलवार तक प्रदेश में 6% बारिश ज्यादा हुई थी, जो बुधवार को 4% तक रह गई। गुरुवार को यह आंकड़ा और घट जाएगा। पूर्वी हिस्से में 7% और पश्चिमी हिस्से में 1% ही ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में औसत 22.92 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 22.04 इंच होना चाहिए। प्रदेश में सबसे ज्यादा नरसिंहपुर में 35 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। सिवनी-मंडला में 32 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इंदौर, जबलपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, सागर, शहडोल, नर्मदापुरम और रायसेन में 28 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन हिमालय की तलहटी में शिफ्ट हो गई है। अभी यह उत्तराखंड, पंजाब से होकर गोरखपुर होते हुए पूर्वी भारत की ओर जा रही है। इसकी की वजह से पिछले 48 घंटे के दौरान परिस्थितियां बदली हैं। मध्यभारत में बारिश की गतिविधियां घट गई है। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी ही हो रही है। किसी मानसूनी सिस्टम के सक्रिय नहीं होने से अगले 24 घंटे में कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। राजधानी भोपाल में बादल छाए रहेंगे। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन में भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

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इंदौर। शहर को 6 बार स्वच्छता में नंबर वन बनाने वाले सफाईकर्मियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला सामने आया। बुधवार को एक हाफिज का वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार सुबह से सफाईकर्मियों ने चंदननगर में काम बंद कर दिया है और पुलिस थाने के सामने प्रदर्शन करके कार्रवाई की मांग की है। इधर, इस मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि हम सफाईकर्मियों का अपमान सहन नहीं करेंगे।     बुधवार को शहर के एक हाफिज (शिक्षक) का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह संबोधित करते हुए कह रहा है कि जब हमारी बहन-बेटियां गाड़ी में कचरा डालने जाती हैं तो उनकी कमीज ऊंची हो जाने से पेट नजर आ जाता है। इस पर सफाई कर्मचारियों की नीच नजर उन्हें घूरती है। इस बयान के विरोध में वाल्मीकि समाज और बलाई महासभा संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज परमार के नेतृत्व में सफाईकर्मियों ने गुरुवार सुबह से ही चंदन नगर इलाके का काम रोक दिया है। वे सभी राजमोहल्ला स्थित शहीद भगतसिंह की प्रतिमा पर इकट्ठा होकर चंदन नगर थाने पहुंचे और विरोध प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परमार ने कहा कि जब तक शादाब की गिरफ्तारी नहीं हो जाती चंदन नगर में सफाई का कामकाज बंद रहेगा। हम शादाब पर रासुका की कार्रवाई चाहते हैं। इधर, इस पूरे मामले को टीआई चंदन नगर का कहना है कि वायरल वीडियो को लेकर सफाई मित्र प्रथम आवेदन लेकर आए थे। केस दर्ज कर लिया गया है।

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उमारिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ टाइगर रिजर्व में बांघों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां फिर एक बाघिन की मौत हो गई है। बुधवार को पनपथा कोर परिक्षेत्र के पथरहठा बीट के जंगल बाघिन का क्षत विक्षत अवस्था में शव संदिग्ध हालात में मिला है। प्रथम दृष्टया बाघिन का शव तीन से चार दिन पुराना लग रहा है। यह जानकारी भी मिली है कि बाघिन के शरीर में घाव के निशान हैं। सूचना के बाद पार्क प्रबंधन के अधिकारी, फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वाड के साथ घटनास्थल पहुंचे। जांच के बाद मृत बाघिन के शव को जलाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है।     बता दें एक माह के भीतर बांधवगढ में तीन बाघों की मौत हो चुकी है, जिसमे दो बाघिन और एक बाघ शामिल है। पिछले महीने बांधवगढ़ में दो बाघों की मौत हो गई थी। दोनों ही बाघ मानपुर रेंज के अंतर्गत देवरी बीट में मृत पाए गए थे। एक बाघ की मौत 16 जुलाई को मानपुर रेंज के देवरी बीट में हुई थी। ग्राम मढ़उ के पास घायल बाघिन मिली थी, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि दूसरे भाघ की मौत 21 जुलाई को मानपुर रेंज के देवरी बीट आरएफ 363 में हो गई थी। यहां बाघ का एक सप्ताह पुराना शव पाया गया था।     इस साल बांधवागढ़ में जनवरी से लेकर अब तक सात बाघों की मौत हो चुकी है। इनमें 4 फरवरी 2023 को घुनघुटी रेंज के बलवई बीट में मुड़ना नदी के किनारे बाघ का शव मिला था। इसके बाद 2 मार्च 2023 को खितौली रेंज के डोभा बीट के कक्ष क्रमांक 374 में 18 महीने के मादा बाघ शावक का शव पाया गया। फिर, 3 अप्रैल 2023 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर के बिरुहली बीट के कक्ष क्रमांक 406 जुट्टा तालाब के पास बाघ के हमले में डेढ से तीन महीने के शावक की मौत हुई थी। इसके बाद 8 मई 2023 को पनपथा बफर के ग्राम करौंदिया में 10 वर्षीय बाघ का शव पाया गया, जबकि 18 मई 2023 को बांधवगढ़ के झोरझोरा में मादा बाघ शावक का शव पाया गया। इसके बाद 16 जुलाई 2023 मानपुर रेंज के देवरी बीट में ग्राम मढ़उ के पास घायल बाघिन मिली, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। फिर 21 जुलाई 2023 को भी मानपुर रेंज कर देवरी बीट आरएफ 363 में बाघ का एक सप्ताह पुराना शव पाया गया था।

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भोपाल। प्रदेश में अगस्त के पहले सप्ताह में जोरदार बारिश होने के बाद अब तेज बारिश दौर थम गया है, हालांकि प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादलों की लुकाछिपी जारी है, लेकिन कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है। ऐसे में दिन और रात का तापमान बढ़ने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अगले पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही रहने वाला है।     अगस्त के पहले सप्ताह में मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश हुई। पूर्वी के साथ पश्चिमी हिस्से में भी बादल जमकर बरसे। नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर समेत पूर्वी हिस्से के ज्यादातर जिलों में 3-4 दिन तक कहीं अति भारी तो कहीं भारी बारिश हुई, लेकिन पिछले दो दिन से तेज बारिश का दौर थम गया है। बीते दो दिनों में मध्यप्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। मंगलवार को उज्जैन और धार में बूंदाबांदी हुई। भोपाल में बादल छाए रहे। इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश के कई शहरों में ऐसा ही मौसम बना रहा। कहीं भी तेज बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार ऐसा ही मौसम पूरे सप्ताह बना रहेगा।     प्रदेश में किसी भी मानसूनी सिस्टम के सक्रिय नहीं होने से अगले 24 घंटे में कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। भोपाल सहित कई अन्य जिलों में बादल छाए रहेंगे। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि प्रदेश में अभी नया सिस्टम सक्रिय नहीं हुआ है। इस कारण तेज बारिश नहीं हो रही है। बूंदाबांदी होती रहेगी। नया सिस्टम एक्टिव होने के बाद ही प्रदेश में फिर से तेज बारिश शुरू होगी।

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शहडोल। जिले के अमलाई में संचालित एशिया के नामी कागज कारखाना ओरिएंट पेपर मिल में बड़ा हादसा हो गया। यहां बुधवार की सुबह प्लांट के अंदर पल्प टैंक फट गया। इस हादसे में एक ठेका मजदूर की मौत हो गई। वहीं, दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा वहां काम कर रहे 11 मजदूरों पर केमिकल के छींटे पड़े हैं। सभी का प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।       पुलिस के अनुसार, ओरिएंट पेपर मिल के पल्प टैंक में पानी के साथ केमिकल और लकड़ी का बुरादा समेत अन्य पदार्थ होते हैं। इसमें लकड़ी को सड़ाया जाता है। इसी प्रक्रिया के दौरान टैंक में धमाका हुआ। इसके बाद पूरा केमिकल बाहर आकर बहने लगा। हादसे के दौरान करीब 50 मजदूर काम कर रहे थे। ठेका मजदूर रविंद्र त्रिपाठी (50) की टैंक के नीचे दबने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियों समेत अमलाई पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया।       हादसे के बाद मृतक मजदूर के परिजनों ने शव को मिल के गेट पर रखकर विरोध जताया। मृतक के परिजनों ने 20 लाख रुपये के मुआवजा और एक सदस्य को स्थाई नौकरी की मांग को लेकर हंगामा किया। करीब पांच घटें तक प्रदर्शन चलता रहा। मुआवजे को लेकर बात नहीं बनने पर कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट के मैनेजर आलोक श्रीवास्तव के चैंबर में भी हंगामा किया गया। प्रशासन ने समझा-बुझाकर समझौता कराया। कंपनी के अधिकारियों ने 15 लाख 65 हजार रुपये का मुआवजा और मृतक के परिवार के एक सदस्य को अस्थायी नौकरी देने की बात कही है, इसके बाद परिजन माने और अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर गए।

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वीआईपी रोड स्थित राजा भोज की प्रतिमा के पास नगर निगम का कचरा वाहन बुधवार की दोपहर को सड़क किनारे खड़ा था। तभी एक बाइक सवार युवक खड़े वाहन में पीछे से आकर टकरा गया।हादसे में बाइक चला रहे युवक को गंभीर चोट आई है। जबकि बाइक पर पीछे बैठी दो महिलाएं भी घायल हो गई। तीनों को उपचार के लिए हमीदिया अस्पातल में भर्ती कराया गया है।बुधवार की दोपहर करीब 1:30 बजे नगर निगम का कचरा वाहन के कर्मचारी वीआईपी रोड पर राजा भोज की प्रतिमा के पास फुटपाथ पर लगे डस्टबीन से कचरा उठाकर गाड़ी में भरने का काम कर रहे थे। इसी बीच बाइक सवार युवक गाड़ी में पीछे से आकर टकरा गया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जबिक बाइक पर पीछे बैठी महिलाएं भी जख़्मी हो गईं। 108 की मदद से तीनों घायलों को उपचार के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।अस्पताल की सूचना पर पुलिस ने पीएमएलसी नोट कर ली है। कोहेफिजा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल किसी के भी खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है। हादसे में घायल बाइक सवार की पहचान करण सिंह नवासी बैरागढ़ के रूप में की गई है। उसकी बाइक पर विनिता और प्रेम बाई भी बैठी थीं।  

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मध्य प्रदेश में चुनाव आ रहे हैं.एक अक्टूबर 2023 को जिनकी उम्र 18 वर्ष हो रही है, वे अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकते हैं। नाम जुड़ने के बाद वे विधानसभा चुनाव में मतदान कर सकेंगे। ऐसे युवाओं को जागरूक करने के लिए भोपाल में बुधवार सुबह 'मेगा वॉक फॉर डेमोक्रेसी' निकाली गई। जिसमें अफसरों से लेकर आमजन, स्कूल-कॉलेज के बच्चे भी शामिल हुए।31 अगस्त तक पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है। जिसमें सभी मतदाता जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है, या फिर ऐसे मतदाता जो 1 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हैं, उनके नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जाएंगे। वे अपना नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से जुड़वा मताधिकार प्राप्त करें, इसकी अपील की जा रही है। इसे लेकर भोपाल में जनजागरूकता रैली भी निकाली जा रही है। बुधवार सुबह रैली को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कलेक्टर आशीष सिंह, जिपं सीईओ ऋतुराज सिंह भी मौजूद थे।जागरूकता रैली कलेक्टोरेट से कमला पार्क के बीच निकाली गई। इसमें स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स भी शामिल हुए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने सभी को मतदान करने की शपथ दिलाई।युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से जोड़ने और उन्हें मताधिकार प्रदान करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। 2 से 31 अगस्त तक द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 अभियान चलाया जा रहा है। जिन मतदाताओं ने 18 वर्ष की उम्र पूरी कर ली है। साथ ही जो मतदाता एक अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हैं, वे अपने मतदान केंद्र पर बीएलओ से संपर्क कर अपना नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं।      

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प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा पंचायतों में अमृत सरोवर और पुष्कर सरोवर निर्माण के लिये की गई पहल का सतना जिले के स्थानीय ग्रामीणों को लाभ मिलने लगा है। जिले में 104 अमृत सरोवर का निर्माण पूरा किया जा चुका है।जिले की जनपद पंचायत उचेहरा की ग्राम पंचायत मानिकपुर में 31 लाख 40 हजार रूपये लागत से अमृत सरोवर तैयार किया गया है। सरोवर से क्षेत्र के जल-संरक्षण में करीब 42 हजार घन मीटर की जल क्षमता बढ़ी है। सरोवर के निचले क्षेत्र में रहने वाली बसाहट के हेण्ड-पम्प और कुओं के जल-स्तर में अच्छा सुधार हुआ है। सरोवर में स्थानीय मछुआरों द्वारा मछली-पालन से 31 क्विंटल मछली उत्पादन की उम्मीद है। साथ ही आसपास के 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा भी बढ़ी है। मानिकपुर ग्राम में किसानों के खेतों में सब्जी की पैदावार बढ़ी है और माली हालत में सुधार हुआ है। मानिकपुर अमृत सरोवर में कैचमेंट और ड्रेनेज लाइन का ट्रीटमेंट करते हुए वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया है, जो जल से होने वाले मिट्टी के कटाव को रोकने में सहायक सिद्ध हो रहा है।

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भोपाल। कोई नया सिस्टम सक्रिय नहीं होने के कारण मध्यप्रदेश में फिलहाल अगले 5 दिन तक तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश पर ब्रेक लगने से दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री और रात के तापमान में 1-2 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।   सिस्टम सक्रिय न होने के कारण मध्यप्रदेश में सोमवार को बारिश की गतिविधियों में कमी आई। कुछ ही जिलों में बूंदाबांदी हुई। बाकी जगह मौसम साफ रहा। भोपाल में बादल छाए रहे। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर-ग्वालियर में भी ऐसा ही मौसम रहा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि पिछले 24 घंटे के दौरान चक्रवाती हवाओं का घेरा दक्षिणी बिहार के ऊपर सक्रिय था। यह कमजोर होकर पूर्व की ओर बढ़ गया है और बांग्लादेश की तरफ एक्टिव है। इसका असर अब मध्यप्रदेश के ऊपर नहीं है। इससे बारिश की गतिविधियां घट जाएंगी। हालांकि, प्रदेश में बूंदाबांदी हो सकती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अगले 4 से 5 दिन मौसम सामान्य रहेगा। प्रदेशभर में बादल छंटने लगेंगे तथा दिन और रात का तापमान बढ़ जाएगा।   मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में अभी कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है। इस कारण अगले 24 घंटे में कहीं भी तेज बारिश होने के आसार नहीं है। कुछ जिलों में बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग में मौसम के साफ रहने का अनुमान है।

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उज्जैन। श्रावण के पंचम सोमवार पर भगवान श्री महाकालेश्वर पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलें। सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में सर्व प्रथम भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात भगवान की आरती की गई। पूजन-अर्चन मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न् कराया गया।     सवारी के निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कुमार पुरुषोत्तम, पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज, महापौर मुकेश टटवाल, उज्जैन उत्तर विधायक पारसचंद्र जैन, कलावती यादव अध्यक्ष नगर पालिक निगम उज्जैन, आयुक्तनगर पालिक निगम रोशन सिंह, अपर कलेक्टर एवं प्रशासक संदीप सोनी, मंदिर प्रबंध समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु, राजेंद्र शर्मा 'गुरु', राम पुजारी आदि ने भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन -अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए। इस दौरान सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर.के तिवारी आदि उपस्थित थे।   मार्ग में श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ पुष्प वर्षा की भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने और भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य् द्वार पर पहुंची सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार श्री चन्द्रमोलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। सवारी मार्ग में स्थान-स्थान पर खडे श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ उज्जैन नगरी के राजा भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की।     बाबा महाकाल की एक झलक के लिए असंख्य श्रद्धालु हुए आतुर श्रावण के पाँचवे सोमवार पर भगवान की सवारी के दौरान पूरी नगरी शिवमय हो गई। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी में हजारों भक्त झांझ, मंजीरे, डमरू, ढोल आदि वाद्य बजाते हुए महाकाल की आराधना करते हुए पालकी के साथ चल रहे थे। साथ ही उज्जैंन के बाहर से आये हुए भक्तगण बाबा महाकाल की एक झलक पाने के लिए उत्सुक थे। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंची रामघाट पर श्री चन्द्रमोलेश्वर व श्री मनमहेश का मॉ क्षिप्रा के जल से अभिषेक पूजन किया गया। पूजन -अर्चन के बाद भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से रामानुज कोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिकचौक, खाती का मंदिर, सत्येनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक होते हुए गोपाल मंदिर पहुंची।   गोपाल मंदिर पर परंपरानुसार सिंधिया स्टेट की ओर से गोपाल मंदिर के पुजारी द्वारा पालकी में विराजित श्री चन्द्रमोलेश्वर का पूजन किया गया। इसके पश्चात सवारी गोपाल मंदिर से पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में सभी विग्रहों के पूजन-आरती पश्चात सवारी का विश्राम हुवा।   षठम सवारी 14 अगस्त को निकलेगी। इस दौरान पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा.महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद के साथ श्री घटाटोप मुखोटा सम्मिलित रहेगा।  

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खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिला मुख्यालय पर सोमवार रात मस्जिद के पास से गुजर रही कांवड़ यात्रा पर पथराव कर दिया गया जिससे शहर में तनाव का माहौल निर्मित हो गया। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में तहसीलदार की गाड़ी के कांच फूटे हैं। लोगों को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट नहीं करने की हिदायत दी गई है। शहर में रास्तों पर बैरिकेडिंग की जा रही है। जगह-जगह पुलिस टीमें तैनात की गई है। बवाल के बीच खंडवा कलेक्टर खुद मोर्चे पर उतर आए हैं। वह लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि बवाल करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।   दरअसल, महादेवगढ़ संगठन के बैनर तले सोमवार सुबह से ही खंडवा नगर में ‘जय हिंदू राष्ट्र कांवड़ यात्रा’ निकाली जा रही थी। सुबह से निकली यात्रा देर रात को कहारवाड़ी इलाके में मस्जिद के सामने पहुंची। मस्जिद से थोड़ी दूर पर ही यात्रा का अंतिम छोर था। इस दौरान मस्जिद के पास कोई व्यक्ति यात्रा का भगवा ध्वज लहराने के दौरान टकरा गया, जिससे गुस्साए समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया। हालात को काबू में करने को लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।   यह कांवड़ यात्रा ओंकारेश्वर से खंडवा पहुंची थी। यहां नगर भ्रमण दौरान जगह-जगह फूलों से भव्य स्वागत किया गया। भोलेनाथ के जयकारों से शहर गूंज उठा था। हिंदू राष्ट्र बनाने और अखंड भारत पुनर्स्थापित करने का संकल्प दिलाकर यह कांवड़ यात्रा निकाली गई थी। कांवड़ यात्रा में हजारों युवा शामिल थे। जय हिंदू राष्ट्र कावड़ यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध कर रखे थे। नगर के गली मोहल्ले में बैरिकेडिंग की गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन यात्रा के अंतिम पड़ाव के पूर्व ही मामूली बात पर पथराव हो गया, जिसे पुलिस ने काबू करते हुए कांवड़ यात्रियों को मौके से रवाना किया। निगम कर्मियों को बुलाकर पथराव वाले स्थान से सड़क पर पड़े पत्थर साफ करवाए गए।   खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बताया कि पथराव की मामूली घटना हुई थी। अब स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि अफवाहों पर यकीन न करें। वह खुद मोर्चा संभाल रहे हैं। जगह-जगह पुलिस बल को तैनात कर फ्लैग मार्च किया जा रहा है, ताकि स्थिति बिगड़ने न पाए। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा घटनास्थल पहुंचे और कहारवाड़ी और जलेबी चौक का जायजा लिया। इस दौरान सीएसपी पूनमचंद यादव और एसडीएम अरविंद चौहान भी मौके पर मौजूद रहे।   कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बताया कि एसपी के छुट्टी पर होने के चलते एडिशनल एसपी सीमा अलावा हमारे साथ मौजूद हैं। हमारे पास पथराव का वीडियो फुटेज है। पथराव करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। उनकी पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल एसपी सहित कई थानों की पुलिस फोर्स भी फ्लैग मार्च कर रही है। इसके अलावा जिले के अलग-अलग थानों से भी फोर्स को बुलाकर शहर में तैनात किया जा रहा है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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एटीवी रेसिंग चैंपियनशिप के अंतर्गत सोमवार को सिस्टेक रातीबड़ भोपाल में मड रेसिंग परफॉर्म किया। इस दौरान युवाओं ने अपनी प्रतिभा के जौहर भी दिखाए। सिस्टेक रातीबड़ भोपाल में होने वाले इस आयोजन में सोमवार को मड चैलेंज के अलावा ट्रैक रेसिंग और हर्डल रेस का आयोजन किया गया। इस दौरान अनेक युवाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए मौजूद लोगों को रोमांचित किया। वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग के साथ अकादमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से होने वाली इस चैलेंज में क्वाड टॉर्क एटीवी चैंपियनशिप एक राष्ट्रीय स्तर की एटीवी (ऑल टेरेन व्हीकल) रेसिंग चैम्पियनशिप है। इसका समापन सोमवार को किया गया।जानकारी के अनुसार देशभर से मैकेनिकल और ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग के छात्र अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए ऑल इंडिया एटीवी डिजाइन एंड परफॉर्मेंस चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए विभिन्न प्रांतों से टीमें यहां पहुंची हैं। इसमें महाराष्ट्र, तमिल नाडु, केरला, कर्नाटक और मध्य प्रदेश की टीमें शामिल हुई है। भाग लेने वाली टीमें अपने एटीवी को सभी आधुनिक और सुरक्षा दिशानिर्देशों के साथ डिजाइन करती हैं। भाग लेने वाली टीमें अपने एटीवी के साथ ट्रैक रेसिंग, हिल जंपिंग, मड चैलेंज, परफॉर्मेंस टेस्ट आदि का प्रदर्शन किया।

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मध्यप्रदेश में 2015-16 से 2019-21 के बीच 1 करोड़ 36 लाख लोग गरीबी के चक्र से बाहर आ गए हैं। प्रदेश में गरीबी की तीव्रता 47.25% से घटकर 43.70% हो गई है।देश से गरीबी का बोझ कम करने में मध्य प्रदेश ने 10% का उल्लेखनीय योगदान दिया है।मध्य प्रदेश में पाँच वर्षों की अवधि में गरीबों की संख्या में 15.94% की गिरावट आई है। वर्ष 2015-16 में 36.57% से घटकर यह 2019-21 में 20.63% रह गई है। सभी राज्यों में मध्यप्रदेश में सबसे तेजी से कमी देखी गई है।गरीबों की संख्या में कमी के मामले में सबसे उल्लेखनीय सुधार अलीराजपुर, बड़वानी,खंडवा, बालाघाट, और टीकमगढ़ में हुआ है। बहुआयामी गरीबी सूचकांक-2023 पर नीति आयोग की दूसरी रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है।नीति आयोग 8 अगस्त को कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में बहुआयामी गरीबी पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इस अवसर पर मध्यप्रदेश में 1 करोड़ 36 लाख लोगों को गरीबी से मुक्त करने की यात्रा पर पॉलिसी ब्रीफ जारी की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य वक्तव्य देंगे। वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री सुमन के बेरी और सदस्य डॉ. वी. के. सारस्वत मध्यप्रदेश की उपलब्ध‍ियों और विकास यात्रा पर चर्चा करेंगे। राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी, प्रधानमंत्री सलाहकार परिषद के सदस्य प्रोफेसर शमिका रवि, मप्र राज्य सांख्य‍िकी आयोग के अध्यक्ष श्री प्रवीण श्रीवास्तव, यूएन रेसीडेंट कोआर्ड‍िनेटर श्री शोम्बी शार्प विशेष वक्तव्य देंगे। नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. योगेश सूरी बहुआयामी गरीबी संकेतकों पर प्रारंभिक वक्तव्य देंगे। गरीबी का आकलन करने के वर्तमान मापदंडों के अनुसार गरीबी को केवल पैसे की कमी से नही आँका जाता। स्वास्थ्य, पोषण, साफ पानी, बिजली, जीवन की गुणवत्ता, स्कूली शिक्षा, स्वच्छ्ता, शिशु मृत्यु, मातृत्व मृत्यु, आवास, बैंक खाता, परिसम्पत्तियां, भोजन के लिए ईंधन आदि से वंचित रहने को भी गरीबी का कारण माना जाता है।मध्यप्रदेश में 1.36 करोड़ लोगों का गरीबी रेखा ऊपर आने का मतलब है स्वास्थ्य, पोषण, साफ पानी, बिजली, जीवन की गुणवत्ता, स्कूली शिक्षा, स्वच्छ्ता एवं अन्य मापदण्डों की स्थिति में ज़बरदस्त सुधार हुआ है।यह संख्या सिंगापुर और लीबिया जैसे देशों की कुल आबादी के दोगुने से भी ज़्यादा है।अखिल भारतीय राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4-(2015-16)में अलीराजपुर में गरीबों की संख्या 71.31 प्रतिशत थी जो एनएचएचएस-5 (2019-21)में घटकर 40.25% रह गई। इस प्रकार 31.5 प्रतिशत सुधार हुआ है। बड़वानी में 61.60 प्रतिशत से कम होकर 33.52 प्रतिशत रह गई है। इस प्रकार 28.08% का सुधार हुआ है। खंडवा में गरीबी का प्रतिशत 42.53 से कम होकर 15.15% पर आ गया है। इस प्रकार 27.38 प्रतिशत सुधार हुआ है। बालाघाट में 26.48 प्रतिशत और टीकमगढ़ में 26.33 प्रतिशत सुधार हुआ है।देश में गरीबी में भारी कमी देखी गई है। पाँच सालों में गरीबी से बाहर आने वाले लगभग 135 मिलियन लोग हैं।वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक-2023 में यह् बात साफ हो गयी है कि देश में 15 वर्षों के भीतर 415 मिलियन लोग गरीबी से मुक्ति पा चुके हैं। स्पष्ट है कि जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक में स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर की गुणवत्ता की कमी का भी आकलन् किया गया है। इसके 12 मापदंड हैं। इसमें अखिल भारतीय राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आँकड़ों का भी उपयोग किया गया है। इन आंकड़ों को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के समन्वय से अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान द्वारा जारी किया जाता है।बहुआयामी ग़रीबी सूचकांक 2023 की रिपोर्ट एनएफएचएस 4 (2015-16) और एनएफएचएस 5 (2019-21)के बीच गरीबी में आए बदलाव को दिखाती है।सतत विकास के लक्ष्यों में 2030 तक गरीबी को कम से कम आधा करना शामिल है। देश इस लक्ष्य को समय से पहले प्राप्त करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में जिस तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं और गरीबी पैदा करने वाली स्थितियों पर नियंत्रण पाया जा रहा है उससे गरीबी को समाप्त करने का लक्ष्य प्राप्त करने की पूरी संभावनाएँ बन रही हैं।मध्यप्रदेश की ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों की आबादी में 20.58% की गिरावट आई है। एनएफएचएस 4 (2015-16) में यह 45.9% थी, जो एनएफएचएस-5 (2019-21)में कम होकर 25.32% तक आ गई है। गरीबी की तीव्रता भी 3.75% (47.57% से 43.82%) तक कम हो गई है और गरीबी सूचकांक 0.218 घटकर 0.111 लगभग आधा हो गया है। शहरी गरीब आबादी में 6.62% की गिरावट आई है। एनएफएचएस 4 (2015-16) में यह 13.72%थी जो एनएफएचएस-5 (2019-21)में कम होकर 7.1% तक आ गई है। शहरी गरीबी की तीव्रता 2.11% (44.62% से 42.51%) तक कम हो गई है।स्वच्छता में सबसे उल्लेखनीय सुधार हुआ है। स्वच्छता से वंचित लोगों में 19.81% प्रतिशत की कमी आई है। खाना पकाने के ईंधन से वंचित लोगों के अभाव में 16.28% की कमी, आवास से वंचित रहने वालों की संख्या में 15.12%, पोषण अभाव में रहने वालों की संख्या में 13.6% की कमी आई है। मातृ स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित लोगों की संख्या में 9.54% की कमी, पेयजल अभाव में 8.84% की कमी और आई है।स्कूली शिक्षा के अभाव के वर्षों में 6.06% की कमी देखी गई है। बैंक खाते जैसी वित्तीय सुविधा से वंचित लोगों में 5.98% की कमी आई है। संपत्ति के अभाव में 5.68% की गिरावट आई है। भरपूर बिजली मिलने से बिजली की कमी नहीं रही । इसलिए बिजली की सुविधा से वंचित रहने वालों की संख्या में 5.6% की गिरावट आई है। स्कूल उपस्थिति में 2.48% की वृद्धि एवं बाल और वयस्क मृत्यु दर में 1.26% की गिरावट देखी गई है।अलीराजपुर जिले में गरीबों का अनुपात सबसे अधिक 31.06 प्रतिशत कम हुआ है, जो 71.31 प्रतिशत से 40.25 प्रतिशत हो गया है। बड़वानी में 28.08 प्रतिशत कम हुआ, खंडवा में 27.38 प्रतिशत, बालाघाट में 26.47 प्रतिशत, टीकमगढ़ में 26.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है । बहुआयामी गरीब आबादी का अनुपात झाबुआ में 68.66% से गिरकर वर्तमान में 49.62% है, जो जिले के मल्टीडायमेंशनल पावर्टी से बचने वाली 19.24% आबादी को दर्शाता है। भोपाल जिले में यह अनुपात 12.66% से घटकर 6.75%, इंदौर में 10.76% से 4.93% घटकर 5.83% और जबलपुर में 19.5% से 14.78% हो गया है।            

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उज्जैन। श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में आज श्रावण मास के पांचवें सोमवार को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की पांचवीं सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। इस दौरान भगवान पांच स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। भगवान महाकाल चांदी की पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नंदी पर उमा-महेश तथा डोल रथ पर होलकर रूप में विराजित होकर नगर का भ्रमण करेंगे और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आज श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। रात 12 बजे से ही मंदिर में श्रद्धालु लम्बी कतारों में लग गए थे। तड़के 2ः30 बजे पट खुलते ही महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठा। बाबा महाकाल को तड़के भस्म आरती में दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन कर भस्म अर्पित की गई। इसके बाद भांग, चंदन और आभूषणों से राजा स्वरूप में दिव्य शृंगार कर आरती की गई। तत्पश्चात भगवान के दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो निरंतर जारी है। सुबह तक हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान का दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। देर शाम तक पांच लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि शाम चार बजे भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। सवारी निकलने से पूर्व दोपहर 3ः30 बजे मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। पश्चात भगवान नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल की टुकड़ी भगवान महाकाल की सवारी को सलामी देगी। उसके बाद सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। यहां शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक, पूजन किया जाएगा। सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। प्रशासक सोनी ने बताया कि भक्तों की भीड़ बढ़ने की संभावना है। भक्तों को 40 मिनट में दर्शन मिल सकें, इसके इंतजाम किए गए हैं। भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। जिला और पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त कर्मचारियों और पुलिस अधिकारियों को तैनात किया है। सुबह जिन श्रद्धालुओं को भस्म आरती में अनुमति नहीं मिली, उन्हें चलित भस्म आरती से दर्शन कराए गए।

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भोपाल। प्रदेश में तेज बारिश करा रहा सिस्टम अब आगे बढ़ गया है और फिलहाल कोई नया सिस्टम सक्रिय नहीं हुआ है। इसके चलते प्रदेश में तेज बारिश पर कम से कम एक सप्ताह के लिए ब्रेक लग गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेशभर में बारिश में कमी आएगी, जिससे दिन का तापमान बढ़ जाएगा। प्रदेश में अब 15 अगस्त के बाद ही नया सिस्टम सक्रिय होने की संभावना है। इधर, पहले हुई बारिश के कारण अभी भी प्रदेश के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा हुआ है।     मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अभी तक लो प्रेशर एरिया और ट्रफ लाइन थी। गुजरात के ऊपर चक्रवाती हवाओं घेरा भी रहा। इन सिस्टम के के प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश हो रही थी। लेकिन ये सिस्टम अब आगे बढ़ गए हैं। इसके कारण अब प्रदेश में बारिश में कमी आने लगेगी। हालांकि, पहले हो चुकी बारिश से प्रदेश की ज्यादातर छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में 1 जून से 6 अगस्त तक कुल मिलाकर 11% बारिश ज्यादा हो चुकी है। भोपाल मौसम केंद्र के अनुसार प्रदेश के पूर्वी हिस्से में औसत से 14% तक बारिश ज्यादा हुई है, वहीं पश्चिमी हिस्से में 9% ज्यादा बारिश हो चुकी है।     मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेशभर में बारिश का दौर थमता हुआ दिखाई देगा। पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग में मौसम खुला रहेगा। बारिश थमने के कारण इन संभागों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।

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   (प्रवीण कक्कड़)  जिस देश के वांग्मय में ब्रम्हा - विष्णु - महेश की मैत्री का सर्वोच्च उदाहरण उपस्थित हो, जहां पर कृष्ण अपने आंसुओं से सुदामा के पैर धोते हों और जहां पर धर्म की रक्षा के लिए अपने सगे भाई का त्याग करके प्रभु श्री राम के साथ मित्रता धर्म निभाने में विभीषण जैसे धर्मात्मा आगे हों, वहां मित्रता दिवस तो वर्ष के हर दिन होता है. मित्रता को किसी दिवस की परिधि में बांधना पश्चिम की अवधारणा हो सकती है लेकिन मित्रता को अनंत आनंद, प्रेम और उत्कर्ष की सीमा तक ले जाना यह भारतीय अध्यात्म और वांग्मय की अवधारणा है. यही कारण है कि जब पूरी दुनिया और पश्चिम मित्रता की उत्सवधर्मिता को एक दिवस तक समेटना चाहते हैं भारतीय अध्यात्म इसे चेतना के उच्चतम स्तर तक ले जाना चाहता है. उस स्तर तक जहां प्रेम, करुणा और सामर्थ्य का विस्तार बिना किसी भेदभाव के मैत्री तक भी पहुंचे. हमारी परंपरा में जिंदगी की राह को आसान बनाने वाला मित्रता का अनोखा रिश्ता हमेशा मौजूद रहा है। इसीलिए जब अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस को मनाने की शुरुआत साल 1958 से हुई उससे भी हजारों वर्ष पहले भारतीय पौराणिक गाथाओं में मित्रता के अनेक किस्से दर्ज हुए. और लगभग 400 वर्ष पहले तुलसीदास ने मानस की चौपाईयों में अनेक जगह मित्रता को महिमामंडित किया...   जे न मित्र दु:ख होहिं दुखारी।  तिन्हहि बिलोकत पातक भारी॥ निज दु:ख गिरि सम रज करि जाना।  मित्रक दु:ख रज मेरु समाना॥1॥   जो लोग मित्र के दुःख से दुःखी नहीं होते, उन्हें देखने से ही बड़ा पाप लगता है. अपने पर्वत के समान दुःख को धूल के समान और मित्र के धूल के समान दुःख को सुमेरु पर्वत के समान जानें. तुलसीदास के रामचरितमानस की यह चौपाईयां मैत्री में करुणा के उच्चतम स्तर को दर्शाती हैं. लेकिन बात यहीं तक सीमित नहीं है तुलसीदास कहते हैं कि एक अच्छा मित्र बनने के लिए समझदार होना भी आवश्यक हैं, जिससे आपका मित्र जब भी किसी गलत राह पर जाएं तो आप उसे सही राह दिखा सकें, और अपने मित्र के सभी अवगुणों को दूर करके उसके गुणों को निखार सकें यह कार्य सिर्फ समझदार व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक सच्चा मित्र ही कर सकता है.   जिन्ह के असी मति सहज ना आई।  ते सठ कत हठी करत मिताई॥  कुपथ निवारी सुपंथ चलावा।  गुण प्रगटे अव्गुनन्ही दुरावा॥   सबसे प्रमुख बात तो यह है कि द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र के प्रति बगैर किसी भेदभाव के जिस प्रेम और सम्मान को प्रकट किया उसके बारे में त्रेता युग में पहले ही विचार और मंथन हो चुका था. इसीलिए गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा...   देत लेत मन संक न धरई।  बल अनुमान सदा हित कराई॥ विपत्ति काल कर सतगुन नेहा।  श्रुति का संत मित्र गुण एहा॥   इसका अर्थ केवल इतना है कि किसी व्यक्ति के पास कितनी भी धन दौलत हो अगर वो मुसीबत पर अपने मित्र के काम ना आ सका तो वो धन व्यर्थ हैं, विपत्ति के समय अपने मित्र के हमेशा साथ रहना चाहिए और हर रूप में उसकी मदद करनी चाहिए,वेदों और शास्त्रों में भी कहा गया है कि विपत्ति के समय साथ देने वाला और स्नेह करने वाला मित्र ही सच्चा मित्र होता हैं. इतना ही नहीं गोस्वामी तुलसीदास ने मित्र की विशेषता भी बतलाई है और कहा है कि..जो मित्र हमारे मुंह पर मीठी मीठी बातें करे और पीठ पीछे बुराई करें वो मित्र हो ही नहीं सकता, ऐसे मित्र के साथ कभी नहीं रहना चाहिए. जो मन में आपके प्रति कुटिल विचार, बुरा विचार रखता है हो वह दोस्त नहीं कुमित्र होता हैं, ऐसे लोगों को अपने जीवन से निकाल देना ही उचित है.   आगे कह मृदु वचन बनाई। पाछे अनहित मन कुटिलाई॥ जाकर चित अहि गति सम भाई।  अस कुमित्र परिहरेहीं भलाई॥   हमारे साहित्य की अनमोल धरोहर इन चौपाइयों और श्रीकृष्ण - सुदामा, कृष्ण - अर्जुन, निषादराज - श्री राम जैसे पौराणिक उदाहरणों से यह तो स्पष्ट है कि भारत में सच्ची मित्रता की अवधारणा सदियों पुरानी है. और सच्ची मित्रता को भारत इस सीमा तक स्वीकार करता है कि मित्र को अपने हृदय में हर पल अंकित करना चाहता है. शायद इसीलिए भारत में किसी मित्रता दिवस की आवश्यकता नहीं पड़ी. जहां हर क्षण, हर पल सच्चे मित्र का हो वहां पर मित्रता दिवस की क्या आवश्यकता. और मैत्री को जताने की क्या आवश्यकता.  किंतु फिर भी हम मित्रता दिवस मनाने के विचार का स्वागत करते हैं. इस नवोन्मेष को हमें स्वीकार करना होगा. क्योंकि आज की दौड़ती-भागती जिंदगी में कहीं ना कहीं मित्रता दिवस हमें अपने सच्चे मित्रों की याद दिलाता है और मित्रों के प्रति कर्तव्य का स्मरण भी कराता है. दुनिया के देश दो बार मित्रता दिवस मनाते हैं. भारत 2011 समेत बांग्लादेश, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश हर साल अगस्त के पहले रविवार को मित्रता दिवस मनाते हैं. हालांकि अन्य कई देशों में 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है. दिवस कोई भी हो लेकिन हमें मित्रता को एक सार्थक पड़ाव तक ले जाना है. मित्रता अनौपचारिक स्तर पर तो फलतू-फूलती ही है, किंतु विश्वास मित्रता को सर्वोच्च स्तर पर ले जाता है. जो अपने मित्र का विश्वस्त है वह मानवीय गुणों से भरपूर है और सर्वोच्च सम्मान का पात्र है. जो अपने मित्र के रहस्य अपने सीने में रखे वह सच्चा मित्र है. जो अपने मित्र की कमजोरियों को जानते हुए भी उन्हें ढंकने की कोशिश करें और उसकी खूबियों को उजागर करें वह मित्र वंदनीय है.   तप्त हृदय को, सरस स्नेह से,जो सहला दे, मित्र वही है। रूखे मन को, सराबोर कर,जो नहला दे, मित्र वही है।   आप सभी को मित्रता दिवस की अनंत शुभकामनाएं....

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  - 6 अगस्त फ्रेंडशिप डे पर विशेष   (प्रवीण कक्कड़)  जिस देश के वांग्मय में ब्रम्हा - विष्णु - महेश की मैत्री का सर्वोच्च उदाहरण उपस्थित हो, जहां पर कृष्ण अपने आंसुओं से सुदामा के पैर धोते हों और जहां पर धर्म की रक्षा के लिए अपने सगे भाई का त्याग करके प्रभु श्री राम के साथ मित्रता धर्म निभाने में विभीषण जैसे धर्मात्मा आगे हों, वहां मित्रता दिवस तो वर्ष के हर दिन होता है. मित्रता को किसी दिवस की परिधि में बांधना पश्चिम की अवधारणा हो सकती है लेकिन मित्रता को अनंत आनंद, प्रेम और उत्कर्ष की सीमा तक ले जाना यह भारतीय अध्यात्म और वांग्मय की अवधारणा है. यही कारण है कि जब पूरी दुनिया और पश्चिम मित्रता की उत्सवधर्मिता को एक दिवस तक समेटना चाहते हैं भारतीय अध्यात्म इसे चेतना के उच्चतम स्तर तक ले जाना चाहता है. उस स्तर तक जहां प्रेम, करुणा और सामर्थ्य का विस्तार बिना किसी भेदभाव के मैत्री तक भी पहुंचे. हमारी परंपरा में जिंदगी की राह को आसान बनाने वाला मित्रता का अनोखा रिश्ता हमेशा मौजूद रहा है। इसीलिए जब अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस को मनाने की शुरुआत साल 1958 से हुई उससे भी हजारों वर्ष पहले भारतीय पौराणिक गाथाओं में मित्रता के अनेक किस्से दर्ज हुए. और लगभग 400 वर्ष पहले तुलसीदास ने मानस की चौपाईयों में अनेक जगह मित्रता को महिमामंडित किया...   जे न मित्र दु:ख होहिं दुखारी।  तिन्हहि बिलोकत पातक भारी॥ निज दु:ख गिरि सम रज करि जाना।  मित्रक दु:ख रज मेरु समाना॥1॥   जो लोग मित्र के दुःख से दुःखी नहीं होते, उन्हें देखने से ही बड़ा पाप लगता है. अपने पर्वत के समान दुःख को धूल के समान और मित्र के धूल के समान दुःख को सुमेरु पर्वत के समान जानें. तुलसीदास के रामचरितमानस की यह चौपाईयां मैत्री में करुणा के उच्चतम स्तर को दर्शाती हैं. लेकिन बात यहीं तक सीमित नहीं है तुलसीदास कहते हैं कि एक अच्छा मित्र बनने के लिए समझदार होना भी आवश्यक हैं, जिससे आपका मित्र जब भी किसी गलत राह पर जाएं तो आप उसे सही राह दिखा सकें, और अपने मित्र के सभी अवगुणों को दूर करके उसके गुणों को निखार सकें यह कार्य सिर्फ समझदार व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक सच्चा मित्र ही कर सकता है.   जिन्ह के असी मति सहज ना आई।  ते सठ कत हठी करत मिताई॥  कुपथ निवारी सुपंथ चलावा।  गुण प्रगटे अव्गुनन्ही दुरावा॥   सबसे प्रमुख बात तो यह है कि द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र के प्रति बगैर किसी भेदभाव के जिस प्रेम और सम्मान को प्रकट किया उसके बारे में त्रेता युग में पहले ही विचार और मंथन हो चुका था. इसीलिए गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा...   देत लेत मन संक न धरई।  बल अनुमान सदा हित कराई॥ विपत्ति काल कर सतगुन नेहा।  श्रुति का संत मित्र गुण एहा॥   इसका अर्थ केवल इतना है कि किसी व्यक्ति के पास कितनी भी धन दौलत हो अगर वो मुसीबत पर अपने मित्र के काम ना आ सका तो वो धन व्यर्थ हैं, विपत्ति के समय अपने मित्र के हमेशा साथ रहना चाहिए और हर रूप में उसकी मदद करनी चाहिए,वेदों और शास्त्रों में भी कहा गया है कि विपत्ति के समय साथ देने वाला और स्नेह करने वाला मित्र ही सच्चा मित्र होता हैं. इतना ही नहीं गोस्वामी तुलसीदास ने मित्र की विशेषता भी बतलाई है और कहा है कि..जो मित्र हमारे मुंह पर मीठी मीठी बातें करे और पीठ पीछे बुराई करें वो मित्र हो ही नहीं सकता, ऐसे मित्र के साथ कभी नहीं रहना चाहिए. जो मन में आपके प्रति कुटिल विचार, बुरा विचार रखता है हो वह दोस्त नहीं कुमित्र होता हैं, ऐसे लोगों को अपने जीवन से निकाल देना ही उचित है.   आगे कह मृदु वचन बनाई। पाछे अनहित मन कुटिलाई॥ जाकर चित अहि गति सम भाई।  अस कुमित्र परिहरेहीं भलाई॥   हमारे साहित्य की अनमोल धरोहर इन चौपाइयों और श्रीकृष्ण - सुदामा, कृष्ण - अर्जुन, निषादराज - श्री राम जैसे पौराणिक उदाहरणों से यह तो स्पष्ट है कि भारत में सच्ची मित्रता की अवधारणा सदियों पुरानी है. और सच्ची मित्रता को भारत इस सीमा तक स्वीकार करता है कि मित्र को अपने हृदय में हर पल अंकित करना चाहता है. शायद इसीलिए भारत में किसी मित्रता दिवस की आवश्यकता नहीं पड़ी. जहां हर क्षण, हर पल सच्चे मित्र का हो वहां पर मित्रता दिवस की क्या आवश्यकता. और मैत्री को जताने की क्या आवश्यकता.  किंतु फिर भी हम मित्रता दिवस मनाने के विचार का स्वागत करते हैं. इस नवोन्मेष को हमें स्वीकार करना होगा. क्योंकि आज की दौड़ती-भागती जिंदगी में कहीं ना कहीं मित्रता दिवस हमें अपने सच्चे मित्रों की याद दिलाता है और मित्रों के प्रति कर्तव्य का स्मरण भी कराता है. दुनिया के देश दो बार मित्रता दिवस मनाते हैं. भारत 2011 समेत बांग्लादेश, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश हर साल अगस्त के पहले रविवार को मित्रता दिवस मनाते हैं. हालांकि अन्य कई देशों में 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है. दिवस कोई भी हो लेकिन हमें मित्रता को एक सार्थक पड़ाव तक ले जाना है. मित्रता अनौपचारिक स्तर पर तो फलतू-फूलती ही है, किंतु विश्वास मित्रता को सर्वोच्च स्तर पर ले जाता है. जो अपने मित्र का विश्वस्त है वह मानवीय गुणों से भरपूर है और सर्वोच्च सम्मान का पात्र है. जो अपने मित्र के रहस्य अपने सीने में रखे वह सच्चा मित्र है. जो अपने मित्र की कमजोरियों को जानते हुए भी उन्हें ढंकने की कोशिश करें और उसकी खूबियों को उजागर करें वह मित्र वंदनीय है.   तप्त हृदय को, सरस स्नेह से,जो सहला दे, मित्र वही है। रूखे मन को, सराबोर कर,जो नहला दे, मित्र वही है।   आप सभी को मित्रता दिवस की अनंत शुभकामनाएं....

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जबलपुर में बीते दिनों 19 गेटों को खोला गया था। दो दिनों से जिले में कम हुई बारिश के कारण बरगी बांध के 8 गेटों को बंद कर दिया गया है। वहीं अब 21 में से 11 गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक यदि आज केचमेंट एरिया में पानी नहीं गिरा। तब ऐसी स्थिति में गेटों की संख्या को कम किया जा सकता है। बहरहाल शहर में आज सुबह से ही बादल छाए हुए हैं, लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक बारिश की संभावना कम है। जिसके कारण बरगी बांध के कुछ गेटो को शाम तक बंद कर दिया जाएगा।वर्तमान में बरगी बांध के पांच गेट डेढ़-डेढ़ मीटर और चार गेट एक-एक मीटर और 2 गेटों को आधा-आधा मीटर खोला गया है। इन गेटों से 2 हजार 26 क्यूसेक पानी को छोड़ा जा रहा है। वहीं बांध में इस समय 7 हजार 430 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। वहीं अब बरगी बांध का जल स्तर 421.30 मीटर पहुंच गया है।

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मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत नये मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़ने, सूची से नाम काटने और संशोधन के सबन्ध में आज रविवार को जिले की चार विधानसभा क्षेत्रों पाटन, बरगी, पनागर और सिहोरा के बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) का जिला मुख्यालय पर चार अलग-अलग स्थानों पर प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ।प्रशिक्षण के दौरान बूथ लेवल अधिकारियों को मतदान के प्रति जागरूकता पैदा करने चलाई जा रही स्वीप की गतिविधियों की जानकारी भी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रमों को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने भी संबोधित किया।पीएसएम कॉलेज, मॉडल स्कूल, मानस भवन और वेटरनरी कॉलेज में आयोजित इन प्रशिक्षणों में उप जिला निर्वाचन अधिकारी और अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह, चारों विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सेक्टर अधिकारी भी मौजूद रहे।जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने अपने संबोधन में बूथ लेवल अधिकारियों को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की गतिविधियों के अंतर्गत मतदाता सूची में नाम जोड़ने, पूर्व में दर्ज किसी अन्य मतदाता या आवेदनकर्त्ता से स्वयं का नाम हटाने का तथा सूची में दर्ज प्रविष्टियों में सुधार के फार्म 6, 7 और 8 में प्राप्त दावे-आपत्तियों के निराकरण के सबंध में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों एवं तकनीकी पहलुओं से विस्तार से अवगत कराया।उन्होंने बूथ लेवल अधिकारियों को मतदान का प्रतिशत बढाने के लिये अपने मतदान केंद्र से सबंधित क्षेत्र में स्वीप की गतिविधियां बढाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बूथ लेवल अधिकारियों को विगत चुनावों में जहाँ-जहाँ मतदान कम हुआ था, वहाँ उसके कारणों का पता लगाना होगा तथा उसे दूर करने और मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढाने काम करना होगा।कलेक्टर ने प्रशिक्षण में मौजूद सेक्टर अधिकारियों को इस कार्य में अपने सेक्टर के बूथ लेवल अधिकारियों का सहयोग करने मार्गदर्शन देने और स्वीप की गतिविधियों की मॉनिटरिंग करने कहा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्विघ्न निर्वाचन के लिए निर्वाचन तंत्र से जुड़े सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्य करना होगा।

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उज्जैन। प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू शनिवार को विशेष ट्रेन से उज्जैन पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन किया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मंदिरों में वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिए। मंदिरों ने आम लोगों को प्राथमिकता देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य देश में एकता बनाए रखना और राष्ट्र कल्याण है। मणिपुर में रामकथा का प्रोग्राम था, लेकिन वहां के हालात देखकर कार्यक्रम निरस्त करा पड़ा। वहां महिला के साथ हुई घटना से सिर शर्म से झुक गया।   गौरतलब है कि कथावाचक मोरारी बापू 12 ज्योतिर्लिंगों में जाकर रामकथा सुना रहे हैं। इसके लिए श्रद्धालुओं के साथ विशेष ट्रेन से यात्रा पर हैं। ऋषिकेश से शुरू हुई यात्रा शनिवार को उज्जैन पहुंची। यहां रेलवे स्टेशन पर मोरारी बापू का स्वागत किया गया। यहां उन्होंने महाकाल मंदिर के पास स्थित सरस्वती स्कूल में रामकथा सुनाई।   22 जुलाई से शुरू हुई थी यात्रा मोरारी बापू की यह यात्रा 22 जुलाई को ऋषिकेश से शुरू हुई थी। यात्रा विश्वनाथ, मल्लिकार्जुन, बैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वरम, भीमाशंकर, ओंकारेश्वर, घृष्णेश्वर, त्रयंबकेश्वर होते हुए महाकालेश्वर पहुंची। शनिवार देर रात यात्रा उज्जैन से गुजरात की द्वारिकापुरी के लिए रवाना हुई, जहां से 7 अगस्त को यात्रा आखिरी पड़ाव सोमनाथ जाएगी। यात्रा के लिए 22 जुलाई से 7 अगस्त तक के लिए ट्रेन बुक की गई है। इनमें दो ट्रेनें शामिल हैं। ट्रेनों के नाम कैलाश और चित्रकूट है। कैलाश नाम की ट्रेन में मोरारी बापू सवार हैं। उनके साथ 301 श्रद्धालु, सेवक और विदेशी भक्त शामिल हैं। इसके अलावा, दूसरी ट्रेन में बाकी श्रद्धालु हैं। ये यात्री 12 हजार किमी का सफर तय करते हुए ज्योतिर्लिंगों के अलावा जगन्नाथ पुरी, द्वारकापुरी और तिरुपति बालाजी धाम को भी जोड़ेगी।

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  उज्जैन। बाबा महाकाल की पांचवी सवारी सोमवार को धूमधाम से निकलेगी। बाबा महाकाल पांच स्वरूपों में दर्शन देंगे।     कार्यक्रम अनुसार सोमवार अपरांह 4 बजे कोटितीर्थ कुण्ड के समीप सभागृह में बाबा का अभिषेक पूजन होकर बाबा के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप को पालकी में विराजीत किया जाएगा। यहां से पालकी मंदिर के मुख्य द्वार पर लाई जाएगी। गार्ड ऑफ ऑनर पश्चात बाबा नगर भ्रमण पर निकलेंगे। सवारी कोट मौहल्ल्ला चौराहा, गुदरी तिराहा, बक्षी बाजार, कहार वाड़ी होकर शिप्रा तट जाएगी। यहां बाबा का शिप्रा के जल से अभिषेक पूजन होगा। वहीं मंदिर की ओर से मां शिप्रा का पूजन किया जाएगा। पश्चात सवारी पुन: मंदिर के निकलेगी।   सवारी शिप्रा तट से मोढ़ की धर्मशाला, खाती का मंदिर, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड़, टंकी चौक, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी तिराहा, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंचेगी।

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उज्जैन। प्रख्यात श्रीराम कथा वाचक मोरारी बापू देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर पहुंचकर भगवान शिव को रामकथा सुना रहे हैं। इसी क्रम में 1008 श्रोताओं के साथ देश की आध्यात्मिक पर्यटन यात्रा निकले, मोरारी बापू शनिवार को उज्जैन पहुंचे। मोरारी बापू ने पूजन-अभिषेक के बाद भगवान महाकालेश्वर के समक्ष रामकथा प्रस्तुत की।   श्रावण के अधिकमास में रामकथा के मर्मज्ञ मोरारी बापू की एक अनोखी रामकथा इन दिनों देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर चल रही है। मोरारी बापू द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर पहुंचकर भगवान शिव को सबसे उत्तम मास यानी पुरुषोत्तम मास में श्री रामकथा सुना रहे हैं। कथा की शुरूआत केदारनाथ,उत्तराखंड से हुई है। द्वादश ज्योतिर्लिंग, तीन धाम और तिरुपति बालाजी की यह यात्रा लगभग 18 दिन में पूरी होगी।   इसी यात्रा के दौरान रामकथा हेतु मोरारी बापू शनिवार को उज्जैन आए। मोरारी बापू ने महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर महाकालेश्वर भगवान का पूजन-अभिषेक किया। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने संत श्री का उत्तरीय, प्रसाद व बाबा महाकाल का चित्र देकर सम्मान किया। इसके बाद बापू ने भारत माता मंदिर परिसर में बनाए गए पांडाल में रामकथा प्रस्तुत की।   विविधता में एकता दिखाना है यात्रा का उद्देश्य मोरारी बापू की इस अनोखी रामकथा के लिए विशेष रूप से दो ट्रेन कैलाश एक्सप्रेस व चित्रकूट एक्सप्रेस तैयार की गई हैं, जो कि 1008 श्रोताओं को साथ लेकर देश का आध्यात्मिक पर्यटन करवा रही है। पहली बार हो रही द्वादश ज्योतिर्लिंगों की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की विविधता में एकता दिखाना और सनातन धर्म की समझ को बढ़ावा देना है। भगवान राम का नाम हमारे देश के हर कोने में गूंजता रहे, और सभी के लिए शांति और सद्भाव के लिए प्रयास करें। इसी उद्देश्य के साथ यह यात्रा निकाली जा रही है।

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दमोह। दमोह जिले में इन दिनों जोरदार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से जिले के सभी नदी-नाले उफान पर हैं। इस भयावह हालात के बीच शनिवार को एक अजीबो-गरीब वाकया देखने मिला है। जिले के जबेरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम रोहणी में गुरैया नदी में आई बाढ़ में पानी उफान मार रहा था, जिसमें हनुमानजी का मंदिर पूरा टूटकर जमींदोज हो गया, लेकिन मंदिर में स्थापित हनुमानजी की प्रतिमा अपनी जगह से हिली तक नहीं।     शनिवार को इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग इसे चमत्कार कह रहे हैं और शनिवार का दिन होने से इसे हनुमानजी की महिमा भी बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो 4 अगस्त का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंदिर पूरी तरह टूटकर नष्ट हो चुका है, लेकिन हनुमानजी की प्रतिमा जस की तस है।     दरअसल, ग्राम रोहणी में गुरैया नदी के तट पर हनुमानजी का मंदिर है। नदी में पानी का वेग इतना अधिक था कि उसने पूरा मंदिर तहस-नहस कर दिया, लेकिन बजरंगबली की मूर्ति को हिला भी नहीं सका और बजरंगबली पानी की धार के बीच खड़े रहे। इस घटना को लोग किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं।

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बारह ज्योर्तिलिंग समेत चार धामों पर रामकथा करने निकले राष्ट्रीय संत मोरारी बापू शुक्रवार को ओंकारेश्वर में थे। स्पेशल ट्रेन से सुबह 6 बजे खंडवा रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां से ओंकारेश्वर जाकर ज्योर्तिलिंग दर्शन किए और नर्मदा किनारे स्थित नागरघाट पर रामकथा की। यहां करीब 10 हजार भक्त पहुंचे। बापू ने श्रद्धालुओं को नर्मदा तट व तीर्थ नगरी को शुद्ध एवं पवित्र रखने का संकल्प दिलाया।उन्होंने कहा कि, राजा मांधाता की पवित्र भूमि में स्वयंभू ज्योतिर्लिंग विराजमान है। हम सभी भाग्यशाली है, जो श्रावण में यहां दर्शन एवं कथा श्रवण करने का मौका मिला। कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को नर्मदा तट व तीर्थ को शुद्ध एवं पवित्र रखने का संकल्प दिलाया। सत्य अपने लिए, प्रेम दूसरों के लिए और करुणा सबके लिए यह भक्तों को संदेश देते हुए रवाना हो गए। वे शाम 6 बजे वापस खंडवा रेलवे स्टेशन पहुंचे। दो स्पेशल ट्रेन में उनके साथ एक हजार से ज्यादा श्रद्वालु शामिल है। यहां से रात्रि 9 बजे वे महाकाल ज्योतिर्लिंग उज्जैन की ओर रवाना हुए।मोरारी बापू और उनके साथ आए श्रद्वालुओं ने ट्रेन की रवानगी के इंतजार में स्टेशन के प्लेटफार्म पर ही भजन-गायन किया। करीब दो घंटे वे प्लेटफार्म नंबर 6 पर बनी कुर्सी पर बैठे रहे। श्रद्वालुगण ने जमीन पर बैठकर उनसे संवाद किया। किशोर दा का जन्मदिन होने और उनकी जन्मस्थली खंडवा में होने के चलते बापू ने किशोर दा के गीत गाए। हमें तुमसे प्यार कितना ये हम नही जानते… गीत गुनगुनाया।

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आप सभी वीकली ऑफ के बारे में आप सभी जानते हैं, लेकिन यह ऑफ ज्यादातर सरकारी ऑफिस, कॉर्पोरेट ऑफिस, शिक्षण संस्थान, बाजार व अन्य संस्थान व स्कूल में दिखने को मिलता है, लेकिन कभी आपने सुना है कि मंदिर में भी वीकली ऑफ होता है। जी हां हम बात कर रहे हैं। ग्वालियर के सूर्य मंदिर की जो कोणार्क के सूर्य मंदिर की तर्ज पर बना है। गोला का मंदिर स्थित विवस्वान सूर्य मंदिर पहला मंदिर होगा जो श्रद्धालुओं के लिए शनिवार को बंद रहेगा।सूर्यमंदिर प्रबंधन ने प्रत्येक शनिवार को मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध किया है। आज शनिवार को मंदिर बंद रहेगा। रेनोवेशन के करीब सवा साल बाद खुले सूर्य मंदिर में नई व्यवस्था के चलते ये प्रावधान किया गया है। मंदिर प्रबंधन द्वारा इसके लिए बाकायदा मंदिर के प्रवेश द्वार पर सूचना लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि रेनोवेशन कार्य के चलते सूर्य मंदिर पिछले साल 28 मार्च 2022 से बंद था एवं 16 माह बाद 24 जुलाई को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है। पर मंदिर प्रबंधन के इस आदेश की आलोचना हो रही है। मंदिर के कैसे बंद किया जा सकता है। इसलिए प्रबंधन ने शनिवार को मंदिर के दरवाजे खोलने पर मंथन शुरू कर दिया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में लगातार हो रही बारिश से प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात बनते जा रहे हैं। तेज बारिश के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दमोह दौरा स्थगित हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के छह जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसे देखते हुए नर्मदा नदी के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।   मध्यप्रदेश में गुरुवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है।     नर्मदापुरम में बढ़ा बाढ़ का खतरा   लगातार बारिश और गुरुवार रात आठ बजे बरगी डैम के गेट खोले जाने से नर्मदापुरम में नर्मदा के जलस्तर में वृद्धि का खतरा बढ़ गया है। बरगी डैम में 8 हजार घन मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी आ रहा है। रात को बांध का जलस्तर 420.55 मीटर तक पहुंच गया। उच्चतम जलस्तर 422.76 मीटर है। बांध 80% भर चुका है। नर्मदापुरम में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री वी.के. जैन ने बताया है कि बरगी डैम का जलस्तर 420.65 मीटर हो गया है। इसे नियंत्रित करने के लिए 15 गेट 1.76 मीटर तक खोले गए हैं, जिससे सेठानी घाट सहित समस्त घाटों पर जलस्तर 20 से 30 फीट बढ़ सकता है। सेठानी घाट पर खतरे का निशान 967 फीट पर है। लेकिन अगर जलस्तर 954 फीट पर भी पहुंच गया तो भी खतरा तो बना रहेगा। इधर, तवा डैम का जलस्तर भी 1156 फीट को पार कर गया है। जिले में लगातार बारिश जारी है। मौसम विभाग ने भी भारी बारिश की चेतावनी दी है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि कम दबाव का सिस्टम उत्तर पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा-सतना के ऊपर से गुजर रहा था, जो अब नजदीक आ गया है। इस वजह से पूर्वी हिस्से में भारी बारिश हो रही है। प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम समेत अन्य संभाग में भी सिस्टम का असर है। शुक्रवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। भोपाल, सीहोर, राजगढ़, हरदा, इंदौर, देवास, शाजापुर, ग्वालियर, मुरैना, सतना, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, डिंडोरी, सागर, टीकमगढ़, विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, भिंड, श्योपुरकलां, दतिया, पन्ना, निवाड़ी, छतरपुर, दमोह और बालाघाट में भी तेज बारिश हो सकती है। जबकि बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, सिंगरौली और सीधी में हल्की बारिश होगी।

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भोपाल। मप्र में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादलों का दौर जारी है। इसी क्रम में अब पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है। राज्य शासन ने उप पुलिस अधीक्षक स्तर के 104 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम आदेश जारी किए गए।     जारी आदेश के अनुसार, एसडीओपी अवनीश बंसल- भिंड से रीवा, एसडीओपी राकेश कुमार पन्द्रो - खंडवा से छिंदवाड़ा, परमाल सिंह मेहरा-मुरैना से शिवपुरी, जोईस दास- राजगढ़ से आगर मालवा, गुरुवचन सिंह- मुरैना से रीवा, पंकज दीक्षित- इंदौर से भोपाल, सुरेश कुमार दामले - भोपाल से रायसेन, राजाराम अवास्या- तराना से उज्जैन, रविन्द्र कुमार बोथट - उज्जैन से खंडवा, प्रीतम सिंह बालरे - छिंदवाड़ा से मंडला, अशोक चौरसिया - रहली से सागर, हरिनारायण बाथम - उज्जैन से देवास, संजय सिंह पवार - भोपाल से इंदौर, सुनील शर्मा - इंदौर से भोपाल, नरेश बाबू अन्नोटिया - ग्वालियर से इंदौर, मधुकर चौकीकर - जबलपुर से भोपाल और विलास वाघमारे - भोपाल पीटीआरआई से भोपाल जोन-3 में पदस्थ किए गए हैं।     वहीं, दयाराम माले - शाजापुर से भोपाल, ग्लडविन एडवर्ड कार - सागर से पन्ना, मालसिंह टेकाम - अनूपपुर से उमरिया, हेमंत चौहान - रतलाम से इंदौर, दीशेष अग्रवाल - इंदौर से देवास, निहित उपाध्याय - इंदौर से भोपाल, अमित कुमार मिश्रा - भोपाल से धार, नरेन्द्र सोलंकी - मंदसौर से दमोह, शशिकांत सरयाम - सिवनी से सागर, सुमित केरकेट्टा - सागर से अनूपपुर, सुजीत भदौरिया - अशोकनगर से शिवपुरी, रितु केबरे - मुरैना से रायसेन, दीपक नायक- दतिया से भोपाल, मोनिका तिवारी - कटनी से नरसिंहपुर, श्रद्धा सोनकर- अलीराजपुर से सिवनी, देवेन्द्र कुमार पाठक - सिंगरौली से शहडोल, विवेक सिंह चौहान - देवास से इंदौर, निर्भय सिंह अलावा - श्योपुर से बुरहानपुर और रवि प्रकाश सिंह भदौरिया- ग्वालियर से मुरैना ट्रांसफर किया गया है।     इसी प्रकार मोहन सारवान - सीहोर से रायसेन, बिट्टू शर्मा भटेले - भोपाल पुलिस मुख्यालय से भोपाल रेल, वीरेन्द्र प्रताप सिंह - रीवा से अनूपपुर, अनिल कुमार शुक्ला - छिंदवाड़ा से भोपाल, भगत सिंह गोठरिया - सिवनी से जबलपुर, उमेश कुमार तिवारी - भोपाल से विदिशा, गोपाल सिंह चौहान - भोपाल से शाजापुर, बबीता बामनिया - झाबुआ से देवास, रत्नेश तोमर - ग्वालियर से छतरपुर, राजेश सिंह राठौर - भिंड से जबलपुर, शिवचरण बोहित - बैतूल से उमरिया, खुमान सिंह धुर्वे - मंडला से जबलपुर, किरण कुमार शर्मा - देवास से इंदौर, अजय वाजपेयी - इंदौर से भोपाल, विक्रम सिंह कनपुरिया - ग्वालियर से उज्जैन, विजय सिंह भदौरिया - ग्वालियर से मुरैना, मनोज खत्री - भोपाल से इंदौर नई पदस्थापना मिली है।     अजीत सिंह चौहान- इंदौर से ग्वालियर, विनोद पाण्डेय - भोपाल से उज्जैन, संतोष कुमार शुक्ला - भोपाल से जबलपुर, पंकज परमार- जबलपुर से भोपाल, पुष्पेन्द्र आठिया - हाकफोर्स भोपाल से जबलपुर, एसएल सिसौदिया - हरदा से सागर, उमाकांत चौधरी - भोपाल से इंदौर, विजय प्रताप सिंह परिहार - कटनी से सतना, बद्री प्रसाद तिवारी - भोपाल से मुरैना, राकेश मोहन शुक्ला - खरगोन से रतलाम, गुलबाग सिंह - मुरैना से ग्वालियर, सुरेश पाल सिंह - नर्मदापुरम से बैतूल, प्रकाश मिश्रा - भोपाल से सागर, उमराव सिंह - राघवगढ़ से कटनी, आनंद स्वरूप सोनी - इंदौर से खंडवा, दिनेश सिंह बैस - अटेर से भिंड, अनिरुद्ध वादिया- पुलिस मुख्यालय भोपाल से लोकायुक्त संगठन भोपाल और सुदेश कुमार सिंह-पीटीसी इंदौर से पुलिस लाइन इंदौर में पदस्थ किया गया है।     रामदयाल मिश्रा-पुलिस मुख्यालय भोपाल से लोकायुक्त संगठन भोपाल, संजय चतुर्वेदी - शिवपुरी से रतलाम, अखिलेश गौर - जबलपुर से कटनी, जितेन्द्र सिंह जाट - उमरिया से छिंदवाड़ा, तुषार सिंह - जबलपुर से इंदौर, अपूर्वा किलेदार - जबलपुर से इंदौर, सुनील कुमार वरकड़े - रायसेन से उज्जैन, राजीव पाठक- सिंगरौली से सतना, दुर्गेश आर्मो - बालाघाट से रतलाम, अंकिता खातरकर - जबलपुर से भोपाल, रविन्द्र वास्कले - खंडवा से धार, अभिनव कुमार वारंगे - ग्वालियर से रतलाम, रवीन्द्र बिलवाल - रतलाम से भिंड, लोकेन्द्र सिंह ठाकुर - छतरपुर से खंडवा, पूजा शर्मा - सागर से सीहोर, विकास पाण्डे- विदिशा से रायसेन और अनिल कुमार मंडराह - सिवनी से इंदौर ट्रांसफर किए गए हैं।     पूर्ति तिवारी - संयोगितागंज इंदौर से पीटीसी इंदौर, देवेन्द्र सिंह धुर्वे - धार से इंदौर, नम्रता सौंधिया - बैतूल से सिवनी, कीर्ति बघेल - अनूपपुर से मंदसौर, सोनू डाबर - झाबुआ से इंदौर, रूपरेखा यादव - बड़वानी से झाबुआ, दीपा डोडवे - शाजापुर से गुना, पियूष कुमार मिश्रा - पन्ना से मंडला, मनमोहन सिंह बघेल - छतरपुर से टीकमगढ़, अश्विनी कुमार - मंडला से रीवा, आकांक्षा परस्ते - मंडला से सिवनी, योगेन्द्र सिंह - हाकफोर्स भोपाल से सागर, अपूर्व भलावी - हाकफोर्स भोपाल से सिवनी, नागेन्द्र सिंह सिकरवार - हाकफोर्स भोपाल से ग्वालियर, नीतेश पटेल - हाकफोर्स भोपाल से दमोह और आशुतोष द्विवेदी-हाकफोर्स भोपाल सीधी पदस्थ किए गए हैं।  

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान के खुले जंगल में एक दिन पहले यानी बुधवार को मादा चीता "धात्री" की मौत हो गई थी। गुरुवार को उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ है कि धात्री की मौत फ्लाई लार्वा (मैगाट्स) के कीड़ों के संक्रमण (मायासिस) से हुई है। यह जानकारी गुरुवार देर रात नामीबिया की सीसीएफ (चीता कंर्जेवेशन फंड) ने ट्वीट के माध्यम से साझा की है।     सीसीएफ नामीबिया ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि इससे पहले दो नर चीतों की मौत भी फ्लाई लार्वा से हुए संक्रमण से हुई थी। मादा चीता धात्री के पोस्टमार्टम के दौरान कूनो के चिकित्सक दल के साथ सीसीएफ की टीम भी साथ रही है। सीसीएफ ने बताया कि मायासिस वन्य जीवों के अलावा मनुष्यों में भी होता है। बारिश के उमस भरे सीजन में यह संक्रमण फैलता है।     सीसीएफ की ओर से बताया गया कि कूनो की टीम के साथ उनकी टीम पिछले 10 दिनों से धात्री को ट्रैंकुलाइज करने के लिए नजर रख रही थी। इस दौरान धात्री ने जंगल में शिकार भी किया है। फ्लाई लार्वा के खतरे को देखते हुए बाकी चीतों से कालर आइडी हटा दिए हैं। अब बेहतर सामग्री से निर्मित कालर को परीक्षण कर निगरानी के लिए उपयोग में लाया जाएगा।     सीसीएफ की ओर से बताया गया है कि फिलहाल कूनो के खुले जंगल में दो मादा चीता हैं, जबकि कूनो के बड़े बाड़ों में 14 चीते हैं, जिनमें सात नर, छह मादा और एक मादा शावक हैं। कूनो की टीम के साथ सीसीएफ की टीम इनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। खुले जंगल में घूम रहे मादा चीता को वापस बाड़े में लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।     सीसीएफ ने भारत में चीता प्रोजेक्ट को लेकर जताई जा रही चिंता के बीच बताया है कि वर्ष 2004 से 2018 के बीच चीता रिलीज के अध्ययन में स्पष्ट है कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर खुले जंगल में छोड़े गए चीते 75 से 96 प्रतिशत तक जीवित रहे हैं। यानी यही इनकी सफलता दर है। भारत में भी नामीबिया के आठ चीतों में अब तक दो चीतों की मौत हुई है।     चीते की मौत का कारण जानने के लिए कूनो पहुंची डब्ल्यूआईआई की टीम   कूनो नेशनल पार्क में एक दिन पहले नामीबिया से लाई गई मादा चीता धात्री की मौत के कारणों की समीक्षा करने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) देहरादून और दक्षिण अफ्रीकी एक्सपर्ट की टीम कूनो नेशनल पार्क पहुंची है। इस 12 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को सुबह से देर रात तक पड़ताल की और बड़े बाड़े व क्वारंटाइन बाड़े में रह रहे चीतों की स्थिति जानी। बताया गया कि देर रात तक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर चीता स्टीयरिंग कमेटी को भेजी जाएगी। उधर, पिछले 11 दिन से लापता मादा चीता निरवा गुरुवार को भी ट्रैंकुलाइज नहीं की जा सकी है।

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भोपाल। कुछ दिनों तक बारिश से राहत की खबरों के बीच गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में सक्रिय सिस्टम की वजह से मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में रीवा, पन्ना समेत 12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के बाकी जिलों में भी हल्की से तेज बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, रायसेन समेत कई जिलों में गुरुवार सुबह से बारिश शुरू हो गई है।     मध्यप्रदेश में एक जून से अब तक कुल मिलाकर दो प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में सात प्रतिशत तक कम बारिश दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 10% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मंगलवार-बुधवार को पूर्वी हिस्से में हुई बारिश से आंकड़े में तीन प्रतिशत का सुधार हुआ है। इससे पहले पूर्वी हिस्से में दस प्रतिशत तक कम बारिश दर्ज की गई थी। बुधवार को नौ घंटे में मंडला में सबसे ज्यादा सवा इंच पानी गिरा। नर्मदापुरम में बुधवार शाम को करीब पौन इंच बारिश हुई। रीवा में बारिश का पानी निचले इलाकों में भर गया। मलाजखंड में एक इंच बारिश हुई। रतलाम, जबलपुर, सागर, सतना और सीधी में आधा इंच पानी गिरा। भोपाल, पचमढ़ी, बैतूल, धार, गुना, ग्वालियर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, खजुराहो, नौगांव, सागर, उमरिया में भी हल्की बारिश हुई।       मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट और पन्ना में तेज बारिश की चेतावनी दी है। जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश होगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि ट्रफ लाइन और कम दबाव का एरिया बनने से पूर्वी मध्यप्रदेश में 5 अगस्त तक तेज बारिश होने का अनुमान है। पश्चिमी हिस्से में हल्की बारिश होगी या फिर मौसम साफ रहे

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इंदौर के न्यू पलासिया स्थित सरकारी स्वामी विवेकानंद स्कूल में 12वीं के छात्र की दिनदहाड़े हत्या के मामले में स्कूल से पास आउट हो चुकी स्टूडेंट्स ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। छात्राओं का आरोप है कि स्कूल परिसर में जमाकर नशाखोरी होती है। टीचर्स को शिकायत करने पर वे उलटा स्टूडेंट पर ही नाराज होते हैं। उन्हें शिकायत से कोई लेना-देना नहीं होता। दूसरी ओर स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र की मां भी स्कूल पहुंची। उन्होंने बताया कि जिस छात्र की हत्या हुई वो उनके बेटे का दोस्त था। घटना के बाद वो डर गया है। ऐसे माहौल में बच्चों को कैसे पढ़ाएंगे। जानिए स्कूल में नशाखोरी को लेकर पासआउट छात्राओं ने क्या कहा…स्कूल की पूर्व छात्रा मनीषा ने बताया कि स्कूल में बच्चे सिगरेट भी पीते हैं। परिसर में गाली-गलौज भी करते हैं, मगर स्कूल प्रशासन की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया जाता। टीचर्स से शिकायत करते हैं तो वे स्टूडेंट की शिकायत पर ध्यान नहीं देते। स्कूल का माहौल इतना खराब है कि मैंने एक साल पहले ही स्कूल छोड़ दिया।  

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उज्जैन/भोपाल। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की अपकमिंग फिल्म ओएमजी-2 को सेंसर बोर्ड ने ए सर्टिफिकेट दिया है, जिसके बाद फिल्म का विरोध तेज हो गया है। उज्जैन में महाकाल मंदिर के पुजारी और साधु-संत फिल्म के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जो मूवी बच्चे नहीं देख सकते, उसमें महाकाल मंदिर के शॉट क्यों हैं? महाकाल मंदिर के पुजारी और अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष महेश पुजारी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस फिल्म की शूटिंग महाकाल मंदिर में भी की गई है। जब तक मूवी से महाकाल मंदिर के दृश्य नहीं हटाए जाएंगे, तब तक विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 'एक-दो दिन में फिल्म को बैन करने की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। इसके लिए संबंधित वकील से भी बात हो चुकी है। फिल्म से महाकाल मंदिर के शॉट्स नहीं हटाए गए तो डायरेक्टर, प्रोड्यूसर समेत अक्षय कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा।   महेश पुजारी का कहना है कि फिल्म के लिए जिम्मेदारों को जल्द ही नोटिस दिए जाएंगे। इसे अश्लीलता के लिए ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया गया है तो महाकाल मंदिर में शूट किए गए दृश्य हटा दिए जाने चाहिए। वहीं, संत अवधेश पुरी महाराज ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के लोग यह फिल्म नहीं देख सकते। सेंसर बोर्ड ने डायलॉग बदलने की बात कही है। कई कट लगाने की बात भी सामने आई है। महाकाल मंदिर के दृश्य हटाए बिना 11 अगस्त को फिल्म रिलीज हुई तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 में फिल्म ओएमजी-2 की शूटिंग उज्जैन में एक हफ्ते तक चली थी। यह शूटिंग महाकाल मंदिर परिसर, गर्भगृह, नंदी हॉल और गणेश मंडपम में की गई थी। मंदिर की अलग-अलग लोकेशन पर अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी पर शॉट्स फिल्माए गए थे। मंदिर में मार्केट का सेट लगाया गया था। मंदिर समिति को इसके लिए 51 हजार रुपये किराया मिला था। कम किराए और फिल्म यूनिट के लिए प्रवचन हॉल में खाना बनाने पर महंत अवधेश पुरी महाराज ने सवाल भी उठाए थे। फिल्म का टीजर 11 जुलाई को रिलीज हुआ था। इसमें अक्षय कुमार लंबी जटाएं और माथे पर भस्म लगाए भगवान शिव के रूप में नजर आ रहे हैं। फिल्म 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होनी है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म रिलीज करने से पहले इसे रिव्यू कमेटी को भेजा था। खबर है कि रिव्यू कमेटी ने भी फिल्म में कई शॉट्स पर आपत्ति जताते हुए ए सर्टिफिकेट दिया है।

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कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बोमा में रखे गये समस्त 14 चीते (7 नर एवं 6 मादा एवं 1 मादा शावक) स्वस्थ हैं, उनका लगातार स्वास्थ्य परीक्षण कुनो वन्य-प्राणी चिकित्सक टीम एवं नामीबियाई विशेषज्ञ के द्वारा किया जा रहा है।बाहर विचरण कर रहे शेष 2 मादा चीतों को नामीबियाई विशेषज्ञ एवं कूनो वन्य-प्राणी चिकित्सक एवं प्रबंधन टीम द्वारा लगातार अनुश्रवण किया जा रहा है एवं उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बोमा में लाये जाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इन दोनों में से आज सुबह एक मादा चीता धात्री (टिबलिसी) मृत पाई गई है। मृत्यु के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्ट मार्टम की कार्यवाही की जा रही है

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आयुक्त निशक्तजन कल्याण संदीप रजक के मुख्य आतिथ्य में भोपाल के बिला बांग हाई इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों द्वारा सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान प्रस्तुति के साथ भाषण एवं कविता गायन प्रतियोगिताएँ हुई। मध्यप्रदेश में पहली बार होने वाले इस तरह के पहले आयोजन के लिये निशक्तजन कल्याण आयुक्त ने स्कूल और बच्चों की सराहना की। स्कूल द्वारा सौंपे गये काम के रूप में बच्चों ने ग्रीष्म कालीन अवकाश में साइन लेंग्विज न केवल सीखी बल्कि उसमें योग्यता भी हासिल की।रजक ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार साइन लेंग्विज में भाषण और कविता गायन की प्रतियोगिता हुई है, जो अन्य लोगों और स्कूलों के लिये आदर्श बनेगी। सांकेतिक भाषा का प्रसारण होने से श्रवण बाधित दिव्यांगजनों को समाज की मुख्य धारा में शामिल होने में मदद मिलेगी। प्रतिभागियों द्वारा स्वर रहित अभिव्यक्ति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मध्यप्रदेश में पहली बार हो रहे स्वर रहित राष्ट्रगान ने भी विद्यार्थियों में जोश और उत्साह का संचार किया। श्री रजक ने सांकेतिक भाषा को पाठ्यक्रम में शामिल करने का शासन से अनुरोध करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन अन्य स्कूलों में भी किये जा सकते हैं।प्रतीकात्मक शैली में हुए कार्यक्रम में हुई प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में डेफ केन फाउंडेशन की सचिव प्रीति शाह सोनी, भाषा अनुवादक श्री प्रदीप लूथरा और सहायक संचालक आयुक्त निशक्तजन श्री सुनील शर्मा थे। विद्यालय के प्राचार्य श्री आशीष अग्रवाल ने बच्चों की सशक्त भाव-भंगिमा और अभिव्यक्ति की भूरी-भूरी प्रशंसा की एवं कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन  तनुजा दधीचि, मेघा भट्ट और  श्वेता जैन द्वारा किया गया।

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भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय उद्यान वन विहार -जू में छात्र-छात्राओं को वन, वन्य-प्राणियों और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से भोपाल एवं आसपास के ग्रामों के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिये अगस्त माह में प्राकृतिक हरियाली में 30 नेचर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरुआत मंगलवार को हुई।   जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने बताया कि नेचर कैम्प श्रृंखला के प्रथम दिन मंगलवार, एक अगस्त से कैम्प का आयोजन किया गया। इस नेचर कैम्प में रिसोर्स पर्सन के रूप में सेवानिवृत्त उप वन संरक्षक एके खरे और मोहम्मद खलीक ने पक्षियों एवं वन्य-प्राणियों के बारे में छात्र-छात्राओं को रोचक जानकारी दी।   वन विहार में भ्रमण के दौरान तितली पार्क में बच्चों को विभिन्न तितलियों एवं उनके जीवन चक्र से संबंधित जानकारी दी गई। इसके साथ ही बाड़े में रखे गये वन्य-प्राणियों का भी अवलोकन कराया गया। वन्य-प्राणियों को देख कर छात्र-छात्राएँ उत्साहित हुए। वन विहार में 30 अगस्त तक प्रतिदिन विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं को नेचर कैम्प में शामिल किया जाएगा।

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छतरपुर। छतरपुर के हरपालपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह खाना बनाते समय सिलेंडर लीक होने से आग भड़क गई। आग लगने से गृहस्थी का सामान सहित कच्चा मकान जलकर खाक हो गया। आगजनी की घटना में एक महिला भी झुलस गई। गांव वालों की मदद से आग पर काबू पाया गया। मौके पर आग से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए पटवारी ने पंचनामा बनाने की कार्रवाई की है।       जानकारी अनुसार लहदरा गांव निवासी उत्तम सिंह की पत्नी विनीता (32 वर्ष) मंगलवार सुबह नौ बजे गैस पर खाना बना रही थी। इस दौरान अचानक गैस लीक होने पर सिलेंडर में आग लग गई। आग ने इतना विकराल रूप ले लिया कि आग की लपटों की चपेट में कच्चा मकान आ गया। वहीं, आग की चपेट में आने से विनीता का एक हाथ बुरी तरह झूलझ गया। घर से आग की लपटें निकलती देख परिजन और ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गये। इस बीच गांव में मौजूद सहायक सचिव कुलवंत सिंह तोमर आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और सूझबूझ दिखाते हुए पहले घर में मौजूद बच्चों और अन्य लोगों को बाहर किया। इसके बाद आग लगे सिलेंडर पर रेत डलवाकर सिलेंडर की आग बुझाकर उसे घर के बाहर फेंका गया। साथ ही ग्रामीणों द्वारा मोटर पंप चलाकर पानी की बौछार से घर में लगी आग पर काबू पाया गया, लेकिन जब तक आग बुझाई जाती तब तक घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पटवारी ने पंचनामा बनाकर आग से हुए नुकसान का आंकलन किया। आग से लगभग एक लाख रुपए से अधिक का सामान जल गया।

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भोपाल। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में मौजूद दो सिस्टम बारिश करा रहे हैं। सोमवार को कुछ जिलों में तेज, तो कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। इधर, राजस्थान में चंबल नदी पर बने कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण मुरैना जिले में चंबल नदी उफान पर है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के 12 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी दी है। इसके साथ ही 8 अगस्त के बाद तेज बारिश का एक और दौर शुरू होने की संभावना जताई है।     मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक औसत 5% ज्यादा बारिश हुई है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 9% कम और पश्चिमी हिस्से में 13% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। सिवनी में 28 इंच, नरसिंहपुर में 27 इंच बारिश हो चुकी है। छिंदवाड़ा, हरदा, इंदौर, नर्मदापुरम, सीहोर, रतलाम में आंकड़ा 24 इंच से ज्यादा है। जबकि बालाघाट, मंडला, सागर, बैतूल, बुरहानपुर, रायसेन, शाजापुर, उज्जैन और विदिशा में 20 इंच से ऊपर बारिश हो चुकी है। बीते 24 घंटों में नरसिंहपुर में 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। उमरिया में आधा इंच से अधिक पानी गिरा। जबलपुर, दमोह, मलाजखंड, पचमढ़ी, सागर, उज्जैन, इंदौर, धार और गुना में भी हल्की बारिश हुई।     शनिवार से सोमवार रात तक राजस्थान के कोटा‎ बैराज के सात गेट खोलकर ‎9563 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है। इससे चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। मुरैना के उसैद-पिनाहट घाट पर जलस्तर 118 मीटर से ऊपर है। अभी दो दिन और कोटा बैराज से पानी छोड़ा जाएगा। ऐसे में प्रशासन ने चंबल किनारे बसे गांवों को खाली कराने के लिए आदेश जारी कर दिये हैं। इन गांवों में घेर, बीलपुर, कुथियाना सहित अन्य गांव शामिल हैं। गौरतलब है कि पिछले साल बाढ़ के ‎चलते नदी किनारे बसे गांव में भारी ‎नुकसान हुआ था।   मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती के अनुसार ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ शिफ्ट हो गई है, लेकिन कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों के प्रभाव से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हल्का असर रहेगा। कुछ जगहों पर तेज बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना में तेज बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी में मौसम साफ रहेगा।

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भोपाल। मप्र में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 34 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की गई है। गृह विभाग द्वारा सोमवार देर शाम इस संबंध में आदेश जारी किया है।       जारी आदेश के अनुसार, जेल महानिदेशक अरविंद कुमार को होमगार्ड महानिदेशक बनाया गया है, जबकि लोक अभियोजन संचालनालय के संचालक राजेश चावला को जेल महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वहीं, पुलिस मुख्यालय में विशेष पुलिस महानिदेशक (सतर्कता) सुषमा सिंह को लोक अभियोजन संचालनालय में संचालक पदस्थ किया गया है। इसी तरह पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पवन कुमार को पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सतर्कता) का जिम्मा सौंपा गया है।       इंदौर ग्रामीण रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक चंद्रशेखर सोलंकी को खरगोन रेज में ट्रांसफर किया गया है, जबकि रतलाम के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगणा और भोपाल के पुलिस उपायुक्त विनीत कपूर को भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है। भोपाल जोन-4 के पुलिस उपायुक्त विजय खत्री को दूसरी वाहिनी विसबल ग्वालियर में सेनानी, पांचवीं वाहिनी विसबल मुरैना के सैनानी विनीत कुमार जैन को 13वीं वाहिनी विसबल ग्वालियर में सेनानी, दमोह के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार को सिवनी जिले में पुलिस अधीक्षक का दायित्व दिया गया है।       भोपाल देहात की पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा को पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक, बुरहानपुर के पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा को रतलाम में पुलिस अधीक्षक, दूसरी वाहिनी विसबल ग्वालियर के सेनानी असित यादव को पांचवीं वाहिनी विसबल मुरैना में सेनानी, उमरिया के पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार को भोपाल ग्रामीण में पुलिस अधीक्षक, भोपाल जोन-1 के पुलिस उपायुक्त साईंकृष्ण एस थोटा को पन्ना में पुलिस अधीक्षक, आठवीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा की सेनानी वाहनी सिंह को भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक और पन्ना के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना को दमोह जिले में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।     35वीं वाहिनी विसबल मंडला की सेनानी निवेदिता नायडू को उमरिया में पुलिस अधीक्षक, अलीराजपुर के पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह को इंदौर में पुलिस उपायुक्त, इंदौर देहात की पुलिस अधीक्षक हितिका वासल को इंदौर पीआरटीएस में पुलिस अधीक्षक, भोपाल यातायात विभाग में पुलिस उपायुक्त मृगांखी डेका को भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक, श्योपुर के पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार को 18वीं वाहिनी विसबल शिवपुरी में सेनानी, सिवनी के पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव को भोपाल जोन-1 में पुलिस उपायुक्त, गुना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह को 35वीं वाहिनी विसबल मंडला में सेनानी, उज्जैन के विशेष शाखा पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता को इंदौर देहात पुलिस अधीक्षक और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ रीवा के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन को आठवीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा में सेनानी पदस्थ किया गया है।       धार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार पाटीदार को बुरहानपुर में पुलिस अधीक्षक, मुरैना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया को श्योपुर में पुलिस अधीक्षक, नीमच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुंदर सिंह कनेश को भोपाल जोन-4 में पुलिस उपायुक्त, इंदौर जोन-2 के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश व्यास को अलीराजपुर में पुलिस अधीक्षक, 15वीं वाहिनी विसबल इंदौर के उप सेनानी पदम विलोचन शुक्ला को भोपाल यातायात में पुलिस उपायुक्त, ग्वालियर सायबर विभाग के पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार अग्रवाल को भोपाल मुख्यालय में पुलिस उपायुक्त, ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक (अजाक) पंकज कुमार पाण्डे को इंदौर जोन-3 में पुलिस उपायुक्त और जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार अग्रवाल को पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक पदस्थ किया गया है।       सुषमा सिंह और नकवी को किया गया प्रमोट 1989 बैच की आईपीएस सुषमा सिंह को प्रमोट करते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक, सतर्कता बनाया गया है। वे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, नारकोटिक्स का जिम्मा संभाल रही थीं। इसी तरह 1990 बैच के आईपीएस डॉ. एस डब्ल्यू नकवी को विशेष पुलिस महानिदेशक, नारकोटिक्स बनाया गया है। उन्हें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, नराकोटिक्स के पद से प्रमोट किया गया है।       वहीं, प्रदेश के गृह विभाग ने पुलिस रेगुलेशन के नियम 48 के तहत 19 निरीक्षकों को मानसेवी डीएसपी बनाया है। इनमें छह निरीक्षक, पांच कंपनी कमांडर, दो निरीक्षक (रेडियो), दो निरीक्षक (स्पेशल ब्रांच), चार निरीक्षक (शीघ्र लेखकों) को पदोन्नत किया गया है।

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उज्जैन। श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में आज श्रावण के चौथे सोमवार को विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की चौथी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। भगवान महाकाल एक साथ चार रूपों के श्रद्धालुओं को दर्शन होंगे। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिवतांडव तथा नंदी पर उमा महेश रूप में सवार होकर नगर का भ्रमण करेंगे और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे।     महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सवारी निकलने के पूर्व मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4ः00 बजे शाही ठाठ बाट के साथ सवारी शुरू होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में विराजे भगवान चंद्रमौलेश्वर को सलामी देंगे। इसके बाद भगवान चन्द्रमौलेश्वर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इस दौरान हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश स्वरूप में भगवान अपने भक्तों को दर्शन देंगे।     सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यीनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।     श्रावण मास होने के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में देश-विदेश से भक्त महाकाल दर्शन और महाकाल लोक देखने पहुंच रहे हैं। महाकाल मंदिर समिति द्वारा महाकाल सवारी के लिए सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए हैं। भगवान महाकाल की सवारी का सजीव प्रसारण महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के फेसबुक पेज पर भी किया जाएगा।     भस्म आरती में भक्तों का सैलाबः महाकालेश्वर मंदिर में आज श्रावण के चौथे सोमवार भगवान महाकाल का विधि विधान से पूजन किया गया। तड़के बाबा महाकाल की भस्म आरती हुई, जिसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। तड़के ढाई बजे मंदिर के कपाट खुलने के बाद सबसे पहले पंडित और पुरोहितों द्वारा राजाधिराज भगवान महाकाल को जल चढ़ाया गया, जिसके बाद उनकी विधि विधान से पूजा की गई। भस्म आरती से पहले भगवान महाकाल को दूध, दही, शहद, शक्कर और फलों के रस से स्नान कराया गया। इसके बाद भगवान का भांग, सूखे मेवे, अबीर, गुलाल और चंदन आदि से श्रृंगार किया गया। तत्पश्चात बाबा महाकाल की भव्य भस्म आरती हुई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। आज दिन भर भगवान महाकाल का जलाभिषेक होगा।

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भोपाल। मानसून की सक्रियता प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में जारी है, जो अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने सतना और पन्ना जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं कुछ अन्य जिलों में भी तेज बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में मौसम साफ रहने का अनुमान है।   मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक औसत 4% ज्यादा बारिश हुई है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 8% कम और पश्चिमी हिस्से में 15% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। रविवार को रतलाम, सिवनी, शिवपुरी, धार, सागर, उज्जैन, नर्मदापुरम, मंडला, ग्वालियर और भोपाल में हल्की बारिश हुई। नर्मदापुरम में रविवार देर रात तेज बारिश फिर से शुरू हो गई थी, जो सोमवार सुबह तक चलती रही। इधर, बुरहानपुर में ताप्ती नदी तीन दिन से खतरे के निशान के करीब बह रही है। सोमवार को भी नदी किनारे के सारे घाट डूबे हुए थे। रविवार सुबह ताप्ती खतरे के निशान से 0.700 मीटर नीचे बही, लेकिन दोपहर बाद जलस्तर कम होकर लेवल 218.290 मीटर पर आ गया। यहां खतरे का निशान 220.800 मीटर है।     मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में सतना और पन्ना में गरज चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। जबकि विदिशा, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, दमोह, सागर, छतरपुर में भी तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार के बाद अगले एक-दो दिन तक तेज बारिश का दौर थम सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि 5 अगस्त से फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है।

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भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 18 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने रविवार को आधी रात दो अलग-अलग आदेश जारी किए हैं। पहले आदेश में 13 आईएएस अधिकारियों के तबादले हुए हैं, जिनमें पांच जिलों के कलेक्टर बदले गए हैं, जबकि दूसरे आदेश में पांच आईएएस का तबादला किया गया है। इनमें चार संभागों के आयुक्त बदले गए हैं।         रात करीब पौने 12 बजे जारी हुए आदेश के मुताबिक, भोपाल संभाग के आयुक्त माल सिंह भयडिया को इंदौर संभागायुक्त और नर्मदापुरम संभाग के आयुक्त श्रीमन शुक्ला को कृषि विपणन बोर्ड में प्रबंध संचालक नियुक्त किया गया है, जबकि इंदौर संभाग के आयुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा को भोपाल संभागायुक्त बनाया गया है, साथ ही उन्हें नर्मदापुरम संभाग के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इसके अलावा उज्जैन संभाग के आयुक्त संदीप यादव को मंत्रालय भोपाल में राजस्व विभाग में प्रमुख राजस्व आयुक्त पदस्थ किया है, जबकि राजस्व विभाग के प्रमुख राजस्व आयुक्त संजय गोयल को उज्जैन संभागायुक्त बनाया गया है।       वहीं, दूसरे आदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव श्रीकांत भनोट को श्रम आयुक्त इंदौर, मप्र स्टेट को आपरेटिव डेयरी फेडरेशन के प्रबंध संचालक तरुण राठी को गुना कलेक्टर का दायित्व सौंपा गया है, जबकि भोपाल नगर निगम कमिश्नर बीएस चौधरी कोलसानी को नगरीय विकास एवं आवास विभाग में उप सचिव पदस्थ किया गया है। वहीं, मप्र स्किल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के परियोजना संचालक हरजिंदर सिंह पन्ना कलेक्टर बनाया गया है।     इसी प्रकार राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव को भिंड कलेक्टर, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप सचिव मनोज पुष्प को छिंदवाड़ा कलेक्टर, पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा को मध्यप्रदेश शासन में उप सचिव बनाया गया है। उमरिया कलेक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी को माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल में सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं, भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस को मध्यप्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड भोपाल के प्रबंध संचालक बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।         इसके अलावा गुना कलेक्टर फ्रेंक नोबेल ए को भोपाल नगर निगम के कमिश्नर पदस्थ किया गया है और उन्हें एमपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। छिंदवाड़ा कलेक्टर शीतला पटले को मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव बनाया गया है, साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश स्किल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट परियोजना संचालक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वहीं, भोपाल विकास प्राधिकरण के सीईओ बुद्धेश कुमार वैद्य को उमरिया कलेक्टर और भोपाल नगर निगम के अपर आयुक्त संदीप केरकेट्टा को भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियुक्त किया गया है।  

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सावन के महीने महाकाल की नगरी में शिवभक्तों का आना-जाना लगा हुआ है,जिसे देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया है की यहाँ के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएँगी।सावन  एवं अधिकमास के दौरान महाकालेश्वर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा एवं इस रूट पर ट्रेनों में अतिरिक्‍त भीड़ को ध्‍यान में रखते हुए उज्‍जैन से गुना एवं उज्‍जैन से भोपाल के मध्‍य जुलाई एवं अगस्‍त माह में सप्‍ताह में दो दिन स्‍पेशल पैसेंजर ट्रेन का परिचालन किया जाएगा।गाड़ी संख्‍या 09303/09304 उज्‍जैन गुना उज्‍जैन स्‍पेशल पैसेंजर(अनारक्षित): गाड़ी संख्‍या09303 उज्‍जैन गुना स्‍पेशल ट्रेन 30 जुलाई से 28 अगस्‍त, 2023 तक प्रति रविवारएवं सोमवार को तथा गाड़ी संख्‍या 09304 गुना उज्‍जैन स्‍पेशल ट्रेन 31 जुलाई से 29 अगस्‍त, 2023 तक प्रति सोमवार एवं मंगलवार को चलेगी।गाड़ी संख्‍या 09305/09306 उज्‍जैन भोपाल उज्‍जैन स्‍पेशल पैसेंजर (अनारक्षित): गाड़ी संख्‍या 09305 उज्‍जैन भोपाल स्‍पेशल ट्रेन 30 जुलाई से 28 अगस्‍त, 2023 तक उज्‍जैन से प्रति रविवार एवं सोमवार को तथा गाड़ी संख्‍या 09306 भोपाल उज्‍जैन स्‍पेशल ट्रेन 31 जुलाई से 29 अगस्‍त 2023 तक भोपाल से प्रति रविवार एवं सोमवार को किया जाएगा।

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इमाम हुसैन की याद में ताजियों का जुलूस जारी है। रविवार को सुबह से मुख्य बाजारों में ताजियों को देखने लोग उमड़े। शनिवार रात नगर में ताजियों का जुलूस पूरे जोश के साथ शुरू हुआ। हजरत इमाम हुसैन के चाहने वाले रातभर से उनके दीदार में जाग रहे हैं। हर तरफ या अली या हुसैन या हुसैन की गूंज हो रही हैं।मोहर्रम के उपलक्ष्य में हर साल योमे आशुरा की रात इमाम हुसैन को याद कर ताजिये निकाले जाते हैं। शनिवार रात 10 बजे ताजिये इमामबाड़ों से उठकर पुरानी धान मंडी क्षेत्र पहुंचे। यहां मध्य भारत के ताजिए को सलामी देने के बाद रातभर से ताजिएं नगर गश्त कर रहे हैं। रविवार सुबह 8:00 बजे से ताजिए कर्बला मैदान पहुंचना शुरू हुए। जहां ताजिया कमेटी अध्यक्ष गुलाम मकदूम बाबा व उनके पुत्र हसनैन और सिप्तेन सिद्दीकी छींटे की रस्म अदा कर रहे हैं। एसडीएम अनिल भाना, एसडीओपी रवींद्र बिलवाल, शहर थाना प्रभारी वीडी जोशी, आईए थाना प्रभारी प्रकाश गडरिया समेत पूरा प्रशासनिक अमला व्यवस्था में लगा रहा।

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आज इंदौर की धरती पर राजनैतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है.पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, अभी मैं बूढ़ा नहीं, जवान हूं। मुझे याद है यह 79 की बात है, जब मैं चुनाव लड़ा और जीता मैंने तभी संकल्प लिया कि जब जिले की सड़कें बनवा लूंगा तभी दम लूंगा। कमलनाथ रविवार को इंदोर दौरे पर हैं। यहां आदिवासी युवा महापंचायत में कमलनाथ ने कहा कि मैं उस जिले से आता हूं, जिसकी आदिवासी आबादी आपके जिले से भी अधिक है। आप जाकर इंटरनेट में देखिए छिंदवाड़ा जिले के आदिवासियों की संख्या कितनी है। मुझे गर्व है कि मैंने आदिवासियों के साथ काम करने का मुझे मौका मिला।इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आदिवासी युवा महापंचायत का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में कमलनाथ के साथ राज्यसभा सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और NSUI प्रभारी कन्हैया कुमार मौजूद रहे।कमलनाथ ने जय जोहार से अपने भाषण की शुरुआत की।कन्हैया कुमार ने गृहमंत्री अमित शाह और नरोत्तम मिश्रा को चैलेंज करते हुए कहा कि हम सच बोलते हैं और सच के लिए लड़ते हैं। दोनों गृह मंत्री आज इंदौर में हैं। अगर मैं गलत हूं तो हमें जेल में डालें। बिना मतलब के बयान देकर लोगों को गुमराह न करें।गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर तंज कसते हुए कन्हैया कुमार ने कहा, आपके राज्य में सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। अपने राज्य को चला लीजिए फिर दूसरे पर बयान दीजिए। सच बोलिए डरिए नहीं। जब चुनाव आता है तो दिल्ली-इंदौर में घूमना शुरू कर देते हैं। आजकल दिल्ली-इंदौर में घूम रही है।

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भोपाल। सावन माह में भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए रेलवे ने उज्जैन और भोपाल के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह रेल सेवा आज से शुरू होगी और 28 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान यह स्पेशल ट्रेन 10 राउंड लगाएगी। इस ट्रेन से महाकाल के दर्शन करने आने-जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सुविधा मिलेगी, वहीं अतिरिक्त यात्री यातायात क्लियर करने में भी आसानी होगी।     रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह स्पेशल ट्रेन सप्ताह में दो दिन चलेगी। 30 जुलाई से 28 अगस्त तक यह ट्रेन हर रविवार और सोमवार को उज्जैन स्टेशन से प्रात: 10.10 बजे प्रस्थान कर विभिन्न स्टेशन होते हुए 14.05 बजे भोपाल स्टेशन पहुंचेगी। इसी तरह स्पेशल ट्रेन 30 जुलाई से 28 अगस्त तक प्रति रविवार और सोमवार को भोपाल स्टेशन से दोपहर 2.40 बजे प्रस्थान कर विभिन्न स्टेशन होते हुए शाम 6.35 बजे उज्जैन स्टेशन पहुंचेगी। भोपाल से उज्जैन के मध्य यह ट्रेन संत हिरदाराम नगर, सीहोर, शुजालपुर और मक्सी रेलवे स्टेशन पर हाल्ट लेकर गंतव्य को जाएगी। इस स्पेशल ट्रेन में छह शयनयान श्रेणी, चार सामान्य श्रेणी, दो एसएलआर एवं डी सहित 12 कोच रहेंगे। रेलवे के अनुसार सामान्य कोच की कमी के कारण शयनयान कोच को सामान्य कोच के रूप में उपयोग किया जाएगा।

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भोपाल। प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में सक्रिय मानसून के कारण बारिश का सिलसिला जारी है। बैतूल में ताप्ती नदी पर बने दो बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण बुरहानपुर में ताप्ती उफान पर है और सभी घाट डूब गए हैं। इधर, मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश 17 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, इनमें से 7 जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी।     मध्यप्रदेश में एक जून से अभी तक औसत से पांच फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में सात फीसदी कम और पश्चिमी हिस्से में 17 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। शनिवार को सीधी और दमोह में तेज बारिश हुई। नौ घंटे के भीतर यहां आधा इंच से ज्यादा पानी गिर गया। सागर, उमरिया, जबलपुर, मलाजखंड, उज्जैन और भोपाल में भी बारिश हुई। बैतूल में ताप्ती ‎नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के चलते नदी पर बने पारसडोह डैम के दो गेट एक ‎मीटर और चंदोरा डैम के सभी गेट 31 जुलाई तक ‎के लिए खोल दिए गए हैं।‎ इससे बुरहानपुर में नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और ‎ताप्ती के सारे घाट डूब गए हैं।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि पिछले दो दिनों से मानसून की गतिविधियां दक्षिण-पूर्वी और पूर्वी मध्यप्रदेश में चल रही हैं। इसके चलते इन इलाकों में मध्यम से तेज बारिश हो रही है। जल्द ही ये दौर थम जाएगा, लेकिन पांच अगस्त से पूरे प्रदेश में फिर तेज बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में सागर, बालाघाट, मंडला, सिवनी, डिंडोरी, सतना और रीवा में गरज चमक के साथ भारी बारिश की आशंका जताई है। जबकि अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ में भारी बारिश होगी। इसके साथ ही भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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भोपाल। मौसम विभाग ने मानसूनी गतिविधियों के आधार पर अगले 24 घंटों में रीवा, शहडोल और सागर संभागों के 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जबकि इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। इधर, शुक्रवार को भी प्रदेश के उज्जैन समेत अनेक जिलों में तेज बारिश हुई, जिससे नदियों में उफान आ गया है।   राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से धूप-छांव की आंख-मिचौली चलती रही। दोपहर बाद तेज बारिश हुई। वहीं, उज्जैन में चार दिन के ब्रेक के बाद दोपहर करीब 2 बजे से गरज-चमक के साथ तेज पानी गिरा। बारिश इतनी तेज थी कि सड़कों पर पानी भर गया। बड़वानी में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बही। इससे राजघाट का पुराना पुल डूब गया और पानी दत्त मंदिर के अंदर तक पहुंच गया। बैतूल जिले के मुलताई ब्लॉक में वर्धा के 6 और चंदोरा डैम के सभी 8 गेट खोल दिए गए। इससे पहले जिले के सिलादेही गांव में गुरुवार रात तेज बारिश के बाद शुक्रवार सुबह चेक डैम फूट गया था। बीते 24 घंटों में उज्जैन में करीब 3 इंच बारिश हुई। सिवनी में 43 मिमी, पचमढ़ी में 28 मिमी, शिवपुरी में 20 मिमी, गुना में 20 मिमी, रायसेन में 19 मिमी, सागर में 15 मिमी, दमोह में 12 मिमी, रतलाम में 11 मिमी, इंदौर में 8.8 मिमी बारिश हुई। वहीं, धार, बैतूल, सीधी, जबलपुर, मलांजखंड, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम और भोपाल में भी बारिश हुई।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि वर्तमान में ओडिशा और आंध्रा पोस्ट के ऊपर कम दवाब का क्षेत्र है। इसके चलते मानसूनी गतिविधियां प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में केंद्रित हैं। इनके प्रभाव से अगले दो-तीन दिन तक बारिश होगी। इसके बाद बारिश की एक्टिविटी कम होगी। मौसम विभाग ने सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश की चेतावनी दी है। जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

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श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में जंगल से दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता "निरवा" पिछले चार दिनों से लापता है। वन विभाग को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है कि इस समय मादा चीता निरवा कहां है। उसकी रेडियो कॉलर आईडी खराब हो जाने की वजह से उसकी निगरानी कर रही वन विभाग की टीम उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर पा रही है। अब वन अधिकारी ड्रोन कैमरे की मदद से उसकी तलाश करने में लगे हैं लेकिन शुक्रवार देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिल पाई थी।   जानकारी के अनुसार निरवा नाम की मादा चीता पिछले दिनों कूनो नेशनल पार्क के जंगल से बाहर निकलकर ओछापुरा थाना इलाके के मोरेका गांव और उसके आसपास के इलाके में पहुंच गई थी। इसके बाद कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने दावा किया था कि वह वापस कूनो में पहुंच गई है। इसके बाद भी कई दिनों तक उसकी लोकेशन बरगवां और उसके आसपास के गांव से सटे हुए जंगल में ही देखी गई लेकिन पिछले चार दिनों से किसी किसी को जानकारी नहीं मिल पाई है। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।   वन विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि साउथ अफ्रीकन मादा चीता निरवा के गले में बांधी गई कॉलर आईडी के खराब होने के चलते उससे सिग्नल नहीं मिल पा रहा है जिससे चीता मॉनिटरिंग टीम का निरवा से संपर्क टूट गया है। एक तरफ कूनो का अमला जंगल में उतरकर लापता मादा चीता को खोज में जुटा है तो दूसरी ओर आसमान से ड्रोन कैमरे के जरिए कूनो के जंगल में लापता निरवा का तलाश भी जारी है।   बड़े बाड़े में 11 चीते, एक मिसिंग और तीन खुले जंगल में   कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों में से पांच की मौत हो चुकी है। अब शेष बचे 15 चीतों में से 11 को चिकित्सकों की निगरानी में कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाडों में रखा गया है, जबकि निरवा लापता है और तीन अन्य चीते कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में रह रहे हैं। इनके अलावा, भारत लाए जाने के बाद में एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से तीन शावकों की मौत हो चुकी है। एक शावक को भी चिकित्सकों की निगरानी में बड़े बाड़े में रखा गया है।

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भोपाल। मप्र में विधानसभा चुनाव से पहले अधिकारियों के तबादला का दौर जारी है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने राज्य प्रशासनिक सेवा के 51 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देर शाम आदेश जारी किया।     जारी आदेश के अनुसार, जिला भू-प्रबंधन अधिकारी निशा डामर को रतलाम से इंदौर, अपर कलेक्टर मीना मसराम को मंडला से दमोह, जिला भू-प्रबंधन अधिकारी राधेश्याम मंडलोई को इंदौर से रतलाम, अपर कलेक्टर नाथूराम गौड़ को दमोह से जबलपुर ट्रांसफर किया गया है, जबकि भू-अभिलेख उपायुक्त इंदौर रजनीश कसेरा को नगर निगम देवास में आयुक्त, नरसिंहपुर जिला पंचायत की सीईओ सुनीता खंडायत को सिवनी में अपर कलेक्टर पदस्थ किया गया है।     जबलपुर की अपर कलेक्टर विमलेश सिंह पेंड्रो को नर्मदापुर जिले संभाग में राजस्व उपायुक्त बनाया गया है, जबकि भू-अभिलेख उपायुक्त अंकुर मेश्राम को जबलपुर से ग्वालियर ट्रांसफर किया गया है। नरसिंहपुर के अपर कलेक्टर दीपक कुमार वैद्य को जबलपुर विकास प्राधिकरण में सीईओ, ग्वालियर के अपर कलेक्टर हरिवल्लभ शर्मा को ग्वालियर संभाग के लिटिगेशन एवं समन्वय विभाग में आयुक्त, सतना स्मार्ट सिटी सीईओ राजेश शाही को सीधी में अपर कलेक्टर, इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त अभिषेक गेहलोत को सतना स्मार्ट सिटी में सीईओ बनाया गया है।     अपर कलेक्टर रोशन राय का विदिशा से इंदौर तबादला हुआ है, जबकि विदिशा की संयुक्त कलेक्टर अंजली शाह को नरसिंहपुर में अपर कलेक्टर बनाया गया है। मंडला की अपर कलेक्टर सुलेखा सुदेश उइके को भोपाल मंत्रालय में उप सचिव, खंडवा के संयुक्त कलेक्टर अरविंद कुमार चौहान को खंडवा में अपर कलेक्टर, भोपाल के संयुक्त कलेक्टर मनोज कुमार वर्मा को इंदौर नगर निगम में अपर आयुक्त, इंदौर के संयुक्त कलेक्टर राजेन्द्र कुमार सिंह को मंडला में अपर कलेक्टर, शिवपुरी के संयुक्त कलेक्टर दिनेश चंद्र शुक्ला को निवाड़ी में अपर कलेक्टर, भोपाल के संयुक्त कलेक्टर संजय कुमार श्रीवास्तव को ग्वालियर संभाव में राजस्व उपायुक्त बनाया गया है।     जबलपुर संभाग के उप परिवहन आयुक्त सुनील कुमार शुक्ला को अलीराजपुर में संयुक्त कलेक्टर, उज्जैन के संयुक्त कलेक्टर जगदीश मेहरा को धार में संयुक्त कलेक्टर, सागर के संयुक्त कलेक्टर प्रकाश नायक को रायसेन में संयुक्त कलेक्टर, छिंदवाड़ा के संयुक्त कलेक्टर राजीव रंजन पाण्डे को यथावत, ग्वालियर नगर निगम के अपर आयुक्त मुकुल कुमार गुप्ता को अशोकनगर में संयुक्त कलेक्टर, जबलपुर विकास प्राधिकरण के सीईओ प्रशांत श्रीवास्तव को जबलपुर भू-अभिलेख में क्षेत्रीय उपायुक्त बनाया गया है।     ग्वालियर के संयुक्त कलेक्टर प्रदीप सिंह तोमर को मुरैना में संयुक्त कलेक्टर, शाजापुर के संयुक्त कलेक्टर नरेन्द्र नाथ पाण्डेय को यथावत, ग्वालियर के डिप्टी कलेक्टर जगदीश प्रसाद गुप्ता को शिवपुरी में डिप्टी कलेक्टर, भिंड के डिप्टी कलेक्टर महेन्द्र कुमार गुप्ता को दमोह में डिप्टी कलेक्टर, मुख्य सचिव कार्यालय के ओएसडी रविशंकर राय को भोपाल में संयुक्त कलेक्टर, गृह विभाग के अवर सचिव रामअख्तयार प्रजापति को ग्वालियर में संयुक्त कलेक्टर, अनूपपुर के डिप्टी कलेक्टर मायाराम कौल को बालाघाट में डिप्टी कलेक्टर सागर के संयुक्त कलेक्टर मनोज चौरसिया को इंदौर नगर निगम में अपर आयुक्त का दायित्व सौंपा गया है।     भोपाल विकास प्राधिकरण के अपर सीईओ आकाश श्रीवास्तव को औद्योगिक केन्द्र विकास निगम भोपाल के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यकारी संचालक, इंदौर के डिप्टी कलेक्टर रविश श्रीवास्तव को सागर में डिप्टी कलेक्टर, रायसेन के डिप्टी कलेक्टर रवीश श्रीवास्तव को भोपाल में डिप्टी कलेक्टर, श्योपुर के संयुक्त कलेक्टर लोकेन्द्र सिंह सरल को टीकमगढ़ में संयुक्त कलेक्टर, मुरैना के डिप्टी कलेक्टर अरविंद सिंह माहौर को यथावत, भिंड के डिप्टी कलेक्टर पराग जैन को मुरैना में डिप्टी कलेक्टर, अशोकनगर के डिप्टी कलेक्टर राहुल गुप्ता को धार में डिप्टी कलेक्टर, दमोह की संयुक्त कलेक्टर अदिति यादव को जबलपुर में संयुक्त कलेक्टर, शिवपुरी की डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल को भिंड में डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है।     सीहोर के डिप्टी कलेक्टर अमन मिश्रा को भोपाल में डिप्टी कलेक्टर, जबलपुर की डिप्टी कलेक्टर सृष्टि प्रजापति को जबलपुर के औद्योगिक केन्द्र विकास निगम के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यकारी संचालक, विदिशा के डिप्टी कलेक्टर हर्षल चौधरी को यथावत, देवास के डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिंह को यथावत, खंडवा की डिप्टी कलेक्टर आरती नर्बदा को सतना में डिप्टी कलेक्टर, सागर के डिप्टी कलेक्टर प्रकाश चंद्र पांडे को भोपाल में प्रभारी डिप्टी कलेक्टर, भोपाल की प्रभारी डिप्टी कलेक्टर संध्या चतुर्वेदी को भोपाल के राजस्व कार्यालय में प्रभारी उपायुक्त और सागर के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर राजेश कुमार सिंह को सामान्य प्रशासन विभाग में ओएसडी पदस्थ किया गया है।

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शिवपुरी। माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी में माह मार्च 2023 में तीन टाइगर लाए गए हैं, जिन्हें 04 माह से अधिक समय हो गया है। बाघों द्वारा अभी तक वनक्षेत्र को पूर्ण रूप से समझ लिया है एवं उन्हें उनके अनुकूल वातावरण मिल गया है। माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी के उप संचालक ने बताया कि इन चार माह की अवधि में टाइगर द्वारा किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं उत्पन्न की गई है। इससे यह परिलक्षित होता है कि बाघ पार्क के आसपास के क्षेत्र एवं मानवों से उच्चतम सामन्जस्य स्थापित हो गया है। वर्तमान में तीनों बाघों को रेडियो कॉलर पहनाये गये हैं, जिससे लोकेशन ज्ञात होती रहती है तथा तीन टाइगर ट्रेकिंग टीमों द्वारा लगातार उनकी निगरानी रखी जा रही है। बाघों के माधव राष्ट्रीय उद्यान में स्थापित होने से बाघों का कुनबा बढेगा। साथ ही पर्यटन को बढ़ाने के प्रयास भी माधव राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन द्वारा किये जा रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे एवं वन्य प्राणियों के प्रति आमजन को जागरूक करने हेतु जैसे- कार्यशाला, ट्रेनिंग आदि कार्यक्रम भविष्य में प्रस्तावित है तथा सोशल मीडिया के माध्यम से भी वन्य प्राणियों के प्रति आमजन को जागरूक किया जाएगा।

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चोरी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं.रतलाम के जावरा रोड स्थित रणजीत हनुमान मंदिर पर सीसीटीवी कैमरा से छेड़छाड़ कर दानपात्र से नगदी चुराने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । धार्मिक स्थलों पर चोरी करने वाले दोनों बदमाश पूर्व में भी चोरी करने वाली गैंग में शामिल रहे है। दोनों आरोपियों में से एक आरोपी नाबालिक है। पदों की थाना पुलिस ने आरोपी संतोष पारगी को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया है। वही, नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा है। दरअसल 19 जुलाई की रात जावरा रोड स्थित श्री रणजीत हनुमान मंदिर में इन बदमाशों ने सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिए थे। और मंदिर परिसर में रखे दानपात्र से रुपए चुरा लिए थे।वहीं ,पास में स्थित मुक्तेश्वरी माता मंदिर और दरगाह पर भी बदमाशों ने दानपात्र की नगदी पर हाथ साफ किया था। बदमाशों ने चोरी से पहले उन्होंने सीसीटीवी कैमरा का एंगल मोड़ दिया और डीवीआर की पिन भी निकाल दी थी। लेकिन मंदिर में लगे डीवीआर में बदमाशों की यह हरकत कैद हो गई थी। इसके बाद औद्योगिक थाना पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रकाश नगर निवासी संतोष पारगी और उसके नाबालिक भाई को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी के बाल अपचारी होने की वजह से उसे बाल बाल सुधार गृह भेजा गया है। वहीं, आरोपी संतोष पारगी का 1 दिन का रिमांड पुलिस द्वारा लिया गया है। औद्योगिक थाना पुलिस इन बदमाशों द्वारा चोरी की अन्य घटनाओं के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।

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ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं.भाजपा नेता और पूर्व जनपद अध्यक्ष ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुए है। उनकी एक गलती से खाते से लाखों रुपए निकल गए। ठगी की शिकायत भाजपा नेता ने जबलपुर एसपी और स्टेट साइबर सेल में की है। साइबर सेल ने पूर्व जनपद अध्यक्ष की शिकायत को गंभीरता से लिया और आरोपी के नाम सहित वह कहां का रहने वाला है यह भी जानकारी जुटा ली है। हालांकि जबलपुर पुलिस ने अभी इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार नही किया है।जबलपुर के मानेंगांव में रहने वाले भाजपा नेता और पूर्व जनपद अध्यक्ष राजीव पटेल के बैंक खाते से साइबर ठगों ने करीब तीन लाख रुपए ठग लिए। ठगी का शिकार हुए भाजपा नेता को तीन दिन बाद पता चला कि उनके खाते से लाखों रुपए निकल गए है। पूर्व जनपद अध्यक्ष राजीव पटेल ने दैनिक भास्कर को बताया कि उनकी एक छोटी सी गलती से उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हो गया। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल को गाड़ी ड्राइव करते हुए वह कहीं जा रहें थे, मोबाइल हाथ में था, तभी उनके मोबाइल में मैसेज आता है, जिसकी लिंक वह ओपन करते है। इसके बाद वह मोबाइल बंद कर देते है।

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भोपाल। वर्तमान में बारिश का जो सिस्टम सक्रिय है, उसके प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अगले 2 से 3 दिन तक सक्रिय रहने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से ग्वालियर, चंबल, शहडोल, जबलपुर, रीवा और सागर संभाग में कहीं-कहीं तेज पानी गिर सकता है। इसके बाद प्रदेशभर में कुछ दिन के लिए बारिश पर ब्रेक लग सकता है। 5 अगस्त से फिर से प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को डिंडोरी और मंडला में मध्यम से तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।   मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक औसत 6% बारिश ज्यादा हो चुकी है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 6% कम और पश्चिमी हिस्से में 17% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सीहोर, इंदौर और हरदा ऐसे जिले हैं, जहां 24 से 27 इंच के बीच बारिश हुई है। वहीं, सतना में 8 इंच से भी कम बारिश हुई है। सिवनी में सबसे ज्यादा 27 इंच बारिश हो चुकी है। नरसिंहपुर में 26.11 इंच बारिश दर्ज की गई है। छिंदवाड़ा, हरदा, इंदौर, सीहोर में 24 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। मंडला, सागर, बैतूल, बुरहानपुर, देवास, नर्मदापुरम, रायसेन, रतलाम और विदिशा में 20 इंच या इससे ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल, जबलपुर, अनूपपुर, बालाघाट, डिंडोरी, आगर-मालवा, नीमच, राजगढ़ और शाजापुर में 16 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। रीवा, सिंगरौली, दतिया और ग्वालियर में 10 इंच से कम बारिश दर्ज की गई है।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी और पूर्वी प्रदेश में अगले दो से तीन दिन तक मध्यम से तेज बारिश का अनुमान है। पश्चिमी मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग में हल्की बारिश होगी। सिस्टम दूर होने की वजह से ऐसा होगा। वर्तमान में ओडिशा और आंध्रा पोस्ट के ऊपर कम दवाब का क्षेत्र है। जिसके प्रभाव से अगले दो-तीन दिन तक बारिश होगी। इसके बाद बारिश की एक्टिविटी कम होगी। 3 से 4 अगस्त तक मौसम ऐसा ही रहेगा। इसके बाद तेज बारिश का दौर फिर से शुरू होगा।   मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में डिंडोरी और मंडला में अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। विदिशा, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, मंदसौर, गुना, शिवपुरी, भिंड, दतिया, श्योपुरकलां, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में तेज बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, सीहोर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना और शहडोल जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।

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नर्मदापुरम में बुधवार शाम को नर्मदा के सेठानी घाट पर गैर हिंदुओं की एंट्री बैन के पोस्टर्स लगाए गए। पुलिस ने गुरुवार सुबह पुलिस सभी पोस्टर हटा दिए। इनमें लिखा था- यह क्षेत्र केवल सनातनियों एवं सनातन धर्म संबंधित शुभ कार्यों हेतु संरक्षित है। अन्य समुदाय (गैर हिंदू) का यहां प्रवेश वर्जित है।दरअसल, दो दिन पहले सेठानी घाट का VIDEO सामने आया था। यहां मुस्लिम समाज के लोग जमा हुए थे। VIDEO में कुछ लोग हरे झंडे और तलवारें लहराते नजर आ रहे हैं। धार्मिक नारे भी लगा रहे हैं। लोग ताजियों के अखाड़े की चौकी सहित‎ अन्य सामान धोने के लिए यहां जुटे थे।इसके विरोध में हिंदू संगठन के लोग‎ बुधवार दोपहर 12 बजे पीपल चौक पर जमा हुए। उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन दिया‎ और भगवा ध्वज लहराए। जय‎ श्रीराम के नारे लगाकर सड़क पर‎ बैठ गए। सभी ने हनुमान चालीसा‎ का पाठ किया। करीब एक घंटे तक‎ चक्काजाम की स्थिति रही। इससे‎ रूट डायवर्ट करना पड़ा।शहर काजी अशफाक अली ने कहा, ये अखाड़ा और अलम निकाला गया था। चौकी होती है, इसे घाट पर धोने के लिए ले जाया जाता है। हर धर्म में कुछ रीति-रिवाज रहते हैं। इसका उद्देश्य गलत नहीं रहता। किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं है। आपस में एका बना रहे, देश तरक्की करे, प्यार, मोहब्बत और भाईचारा बना रहे, यही उद्देश्य है।

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बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार की मोस्ट अवाइटेट फिल्म ‘OMG-2’ रिलीज से पहले विवादों में आ गई है.महाकाल मंदिर के पुजारियों ने 10 दिन में दूसरी बार फिल्म ‘OMG-2 आपत्ति जताई है। पुजारियों का कहना है कि फिल्म को A सर्टिफिकेट अश्लीलता के लिए दिया गया है। ऐसी फिल्म से महाकाल मंदिर में शूट किए गए सभी दृश्य को तत्काल हटा लेना चाहिए।फिल्म में अश्लीलता परोसने के साथ महाकाल मंदिर के शॉट दिखे तो देशभर में फिल्म निर्माता, निर्देशक और एक्टर अक्षय कुमार के खिलाफ प्रदर्शन होगा। FIR भी दर्ज कराई जाएगी।11 जुलाई को ओह माय गॉड-2 का टीजर रिलीज हुआ था। सेंसर बोर्ड ने फिल्म की रिलीज डेट पर रोक लगाते हुए फिल्म को रिव्यू कमेटी के पास भेजा था। सेंसर बोर्ड के इस एक्शन पर 18 जुलाई को पुजारियों ने कहा था कि अच्छा होगा कि पहले से आपत्तिजनक शॉट्स - डायलॉग्स हटा लिए जाएं। साधु-संतों को दिखाकर फिल्म रिलीज की जाए। बाद में विवाद सामने आया तो फिल्म का विरोध करेंगे।महाकाल मंदिर के पुजारी व महाकाल सेना और अखिल भारतीय पुजारी संघ के अध्यक्ष महेश पुजारी ने कहा, 'फिल्म को यदि सेंसर बोर्ड ने A प्रमाणपत्र दिया है, तो यह अश्लील फिल्म है। इसलिए महाकाल मंदिर के शॉट फिल्म से हटाना चाहिए। हम सेंसर बोर्ड और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं।'उन्होंने कहा, 'जिस फिल्म को सेंसर बोर्ड A सर्टिफिकेट देता है, उसके संवाद और दृश्य नाबालिग नहीं देख सकते। ऐसी फिल्म में महाकाल मंदिर के दृश्य का क्या काम है। अगर महाकाल मंदिर के शॉट्स नहीं हटाए तो FIR दर्ज कराई जाएगी।'अक्टूबर 2021 में OMG-2 की शूटिंग उज्जैन में एक हफ्ते तक चली थी। शूटिंग मंदिर परिसर, गर्भगृह, नंदी हॉल और गणेश मंडपम में की गई थी। अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी पर मंदिर की अलग - अलग लोकेशन में शॉट फिल्माए गए थे। मंदिर में मार्केट का सेट लगाया गया था। मंदिर समिति को इसके लिए 51 हजार रुपए किराया मिला था। कम किराए और फिल्म यूनिट के लिए प्रवचन हॉल में खाना बनाने पर महंत अवधेश पुरी महाराज ने सवाल उठाए थे।OMG-2 का दूसरा गाना हर-हर महादेव रिलीज हो चुका है। इस गाने में अक्षय माथे पर भस्म लगाकर शिव तांडव करते हुए नजर आ रहे हैं। गाने में अक्षय ने खुद को भोलेनाथ के रूप में ढालने का प्रयास किया है। लंबी-लंबी जटाएं, चेहरे पर भस्म लगाकर अक्षय कुमार काफी दमदार लुक में दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले फिल्म का पहला गाना 'ऊंची ऊंची वादी' रिलीज हुआ था।  

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भोपाल। मानसून की सक्रियता के चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश लगातार हो रही है। इसके चलते डेम और तालाब ओवरफ्लो हो रहे हैं, तो सड़कें भी जलमग्न हो रही हैं। इधर, मौसम विभाग ने गुरुवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 28 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। अन्य जिलों में हल्की से मध्यम से बारिश हो सकती है।   बीते 24 घंटों में सबसे तेज बारिश नर्मदापुरम में हुई। यहां गुरुवार तड़के 4 घंटों में 2 इंच से अधिक बारिश हो गई। इसके कारण शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया और सड़कें डूब गई। राजधानी भोपाल में भी गुरुवार सुबह 4 से 5 बजे के बीच तेज बारिश हुई। करीब पौन इंच पानी गिर गया। बुधवार को हुई बारिश से मुरैना के पोरसा अस्पताल में पानी भर गया। नाले ओवरफ्लो होने से यह हालात बने। शिवपुरी में तेज बारिश से शहर के नाले उफना गए। सीजन में पहली बार भदैया कुंड‎ ओवरफ्लो हो गया।     मौसम विभाग ने गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन 28 जिलों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, झाबुआ, धार, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, डिंडोरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और सागर शामिल हैं। वहीं, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, इंदौर, रतलाम, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में अभी कम दबाव का साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम, ट्रफ लाइन और नमी है। इस वजह से प्रदेश भर में बारिश हो रही है।  

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मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजह शाह के गृह क्षेत्र  के जंगलों पर माफिया का राज हो चुका है। जंगल-जंगल साफ हो चुके है, घने पेड़ों की जगह सिर्फ ठूंठ नजर आते है, अधिकांश जंगलों को खेत बना दिया गया है। सोयाबीन फसल की बोवनी हो चुकी है। ये हकीकत है खुद वनमंत्री विजयशाह के गृह जिले की। अब प्रदेश के हालात समझे जा सकते है। जंगल कटाई को लेकर नाहरमाल के लोग आक्रोशित है, वे कलेक्टर से शिकायत कर चुके है। बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया।नाहरमाल के जंगल में एक तरफ खेती हो रही है, वहीं दूसरी तरफ खेत तैयार करने के लिए खरपतवार नाशक (चारामार) दवा छिड़की जा रही है। आफत यह है कि उन जंगलों में चरने जा रहे मवेशियों की मौत हो रही है। ग्रामीण जीतू यादव सहित दर्जनों लोग प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में खंडवा कलेक्टर के पास जाते है। वहां आवेदन देकर जंगल बचाने की गुहार लगाते है। लेकिन होता सिर्फ यह है कि आवेदन टेबल बदलता है। वह जनसुनवाई से रिमार्क होता है, सीएम हेल्पलाइन के पोर्टल पर शिकायत दर्ज हो जाती है। बाद में संबंधित वन विभाग को भेज दिया जाता है। फिर शिकायत पेंडिंग रहती है। हुआ यह कि वन विभाग के अफसर मौके पर जाकर अतिक्रमण तो नहीं हटाते लेकिन सीएम हेल्पलाइन पोर्टल से शिकायत को फोर्स क्लोज करा देते है।  

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भोपाल। प्रदेश में चक्रवाती हवाओं का एक घेरा मजबूत हो रहा है, जिसके चलते मानसून को एक बार फिर रफ्तार मिल रही है। मौसम विभाग ने बुधवार को उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही अन्य जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।     सिस्टम कमजोर होने के बावजूद मंगलवार को भी प्रदेश में मानसूनी बारिश का क्रम जारी रहा। सीधी में पौन इंच और सागर में आधा इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। छिंदवाड़ा, मलाजखंड, उज्जैन, पचमढ़ी, इंदौर, नर्मदापुरम और सतना में भी हल्की बारिश हुई। राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह भी बारिश हुई। राजधानी के बड़े तालाब का जलस्तर रातभर में 0.05 फीट बढ़कर 1664.05 फीट हो गया। तालाब का जलस्तर फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट से 2.75 फीट दूर है। इधर, कोलार डेम के भी दो गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है।     मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को उज्जैन, रतलाम, गुना, मुरैना, भिंड, छिंदवाड़ा समेत 16 जिलों भारी बारिश का अलर्ट है। इन जिलों में 4 इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और प्रदेश के बाकी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे के मुताबिक, अभी एक कम दबाव का साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम सक्रिय है, जो अगले 24 घंटे में और मजबूत होगा। इससे कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा एक और साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम सक्रिय है। मानसूनी ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इस वजह से भी बारिश हो सकती है।   मौसम विभाग ने बुधवार को प्रदेश के सीहोर, राजगढ़, बुरहानपुर, खरगोन, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, भिंड, मुरैना, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अलावा अन्य 36 जिलों भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, इंदौर, शाजापुर, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बीते चार माह में आठ चीतों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सख्त निर्देश पर वन अमला अलर्ट मोड में आ गया है। यहां नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर बसाए गए चीतों की सतत निगरानी की जा रही है। मंगलवार को भी दो चीतों प्रभास और वीरा का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।     प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक असीम श्रीवास्तव ने बताया कि कूनो में मंगलवार को नर चीता प्रभास एवं मादा चीता वीरा के स्वास्थ्य परीक्षण बाड़े में किया गया। दोनों चीते स्वस्थ हैं। अगले स्वास्थ्य परीक्षण तक दोनों को बाड़े में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कूनो वन्य-प्राणी चिकित्सक टीम और नामिबिया एवं दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। अब तक 6 चीतों के रेडियो कॉलर हटाये गये हैं। कुल 11 चीतों को बोमा रखा गया है, इनमें छह नर और पांच मादा चीते शामिल हैं। सभी को अगले स्वास्थ्य परीक्षण तक विशेष निगरानी में रखा गया है।     उल्लेखनीय है कि देश में विलुप्त हो चुके चीतों को पुनः बसाने के लिए चीता प्रोजेक्ट के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को अपने जन्मदिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से यहां लाए गए थे। इन से एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कूनो में चीतों की कुल संख्या 24 हो गई थी, लेकिन बीते चार महीने में यहां आठ चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें पांच चीते और तीन शावक शामिल हैं। अब यहां 15 चीते और एक शावक है, जिनकी सतत निगरानी की जा रही है।

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भोपाल। मप्र साहित्य अकादमी द्वारा मंगलवार देर शाम भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में विगत चार वर्षों से लंबित पुरस्कार वितरित किए गए। इसमें 52 साहित्यकारों को अखिल भारतीय, 60 साहित्यकारों को प्रादेशिक और छह को बोलियों के पुरस्कार दिए गए। इस दौरान देश एवं प्रदेश के कुल 121 रचनाकार सम्मानित हुए, जिन्हें कुल 83 लाख 66 हजार की पुरस्कार राशि बांटी गई।   अखिल भारतीय पुरस्कार पाने वाले साहित्यकारों को एक-एक लाख, प्रादेशिक और बोलियों के पुरस्कार पाने वाले साहित्यकारों को 50-50 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई है। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर उपस्थित रहीं। साथ ही संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला, संस्कृति संचालक अदिति त्रिपाठी, साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे भी विशेष रूप से मौजूद रहे। सम्मानित होने वाले रचनाकारों में भोपाल के 28 साहित्यकार शामिल हैं।       बोलियों के पुरस्कारः 2020 के लिए मालवी बोली के लिए संत पीपा पुरस्कार उज्जैन के शिव चौरसिया, निमाड़ी के लिए संत सिंगा पुरस्कार इंदौर की डा. मीना साकल्ले, बघेली के लिए विश्वनाथ सिंह जूदेव पुरस्कार शहडोल के रामसखा नामदेव, बुंदेली के लिए छत्रसाल पुरस्कार भोपाल की डा. मीनू पांडेय, भीली बोली के लिए टंट्या भील पुरस्कार झाबुआ के डा. गजेंद्र आर्य को दिया गया।     2021 के लिए मालवी के लिए संत पीपा पुरस्कार इंदौर की माया मालवेंद्र बदेका, निमाड़ी के लिए संत सिंगा पुरस्कार महेश्वर के हरीशचंद्र दुबे, बघेली के लिए विश्वनाथ सिंह जूदेव पुरस्कार सतना के अरुण कुमार पयासी, बुंदेली के लिए छत्रसाल पुरस्कार टीकमगढ़ के राजीव नामदेव को मिला।     अखिल भारतीय पुरस्कारः 2018 के लिए पं. माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार भोपाल के डा. रामदीन त्यागी, गजानन माधव मुक्तिबोध पुरस्कार बीकानेर की इंजीनियर आशा शर्मा, राजा वीरसिंह देव पुरस्कार खंडवा की कृष्णा अग्निहोत्री, आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार इंदौर के प्रो. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी, पं. भवानी प्रसाद मिश्र भोपाल की कांति शुक्ला, अटल बिहारी वाजपेयी पुरस्कार बरेली के आचार्य देवेंद्र कुमार, कुबेरनाथ राय पुरस्कार इंदौर के नर्मदा प्रसाद उपाध्याय, विष्णु प्रभाकर पुरस्कार भोपाल के महेश सोनी, निर्मल वर्मा पुरस्कार पिपरिया के डा. आनंद प्रकाश शर्मा, महादेवी वर्मा पुरस्कार पानीपत की डा. मंजरी शुक्ला, प्रो. विष्णुकांत शास्त्री पुरस्कार दिल्ली के राजेंद्र उपाध्याय, भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार इंदौर के अरविंद जवलेकर और नारद मुनि पुरस्कार इंदौर के केशव गुप्ता को दिया गया।     2019 के लिए पं. माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार नागपुर के डा. मनोज पांडेय, गजानन माधव मुक्तिबोध पुरस्कार दिल्ली के सच्चिदानंद जोशी, राजा वीरसिंह देव पुरस्कार अमरकंटक की प्रो. मनीषा शर्मा, आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार गढ़वाल की डा. कविता भट्ट, पं. भवानी प्रसाद मिश्र सहारनपुर के डा. आरपी सारस्वत, अटल बिहारी वाजपेयी पुरस्कार हरियाणा की डा. इंदु राव, कुबेरनाथ राय पुरस्कार दिल्ली के आरके जैन, विष्णु प्रभाकर पुरस्कार मोहाली के डा. कुलदीप अग्निहोत्री, निर्मल वर्मा पुरस्कार इंदौर के प्रो. सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी, महादेवी वर्मा पुरस्कार जबलपुर के प्रशांत पोल, प्रो. विष्णुकांत शास्त्री पुरस्कार कटनी की डा. सुधा गुप्ता, भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार भोपाल के संतोष रंजन और नारद मुनि पुरस्कार इंदौर के अजय जैन को दिया गया।       2020 के लिए पं. माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार हावड़ा के शिखर चंद जैन, गजानन माधव मुक्तिबोध पुरस्कार मथुरा के डा. दिनेश पाठक शशि, राजा वीरसिंह देव पुरस्कार नरसिंहपुर के आशुतोष राणा (रामराज्य उपन्यास), आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार खरगोन के डा. शंभू सिंह मनहर, पं. भवानी प्रसाद मिश्र बुरहानपुर के डा. वीरेंद्र, अटल बिहारी वाजपेयी पुरस्कार असम की सविता दास, कुबेरनाथ राय पुरस्कार वाराणसी की डा. विधि नागर, विष्णु प्रभाकर पुरस्कार भोपाल के डा. अंजनी कुमार झा, निर्मल वर्मा पुरस्कार नोएडा के ललित कुमार, महादेवी वर्मा पुरस्कार भोपाल के विजय मनोहर तिवारी, प्रो. विष्णुकांत शास्त्री पुरस्कार सलूंबर की विमला भंडारी, भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार पुणे के डा. दामोदर खड़से और नारद मुनि पुरस्कार इंदौर के डा. अर्पण जैन को दिया गया।     2021 के लिए पं. माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार अमरकंटक के प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी, गजानन माधव मुक्तिबोध पुरस्कार हल्द्वानी की डा. प्रभा पंत, राजा वीरसिंह देव पुरस्कार अलवर के बलवीर सिंह करुण, आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार वाराणसी के डा. सत्य प्रकाश पाल, पं. भवानी प्रसाद मिश्र भोपाल के डा. रामवल्लभ आचार्य, अटल बिहारी वाजपेयी पुरस्कार भोपाल के डा. आनंद सिंह, कुबेरनाथ राय पुरस्कार वर्धा के रजनीश कुमार शुक्ल, विष्णु प्रभाकर पुरस्कार ग्वालियर के दिनेश पाठक, निर्मल वर्मा पुरस्कार रतलाम के प्रो. अजहर हाशमी, महादेवी वर्मा पुरस्कार भीलवाड़ा के डा. भैंरूलाल गर्ग, प्रो. विष्णुकांत शास्त्री पुरस्कार इंदौर की ज्योति जैन, भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार बड़ोदरा की डा. क्रांति कनाटे और नारद मुनि पुरस्कार भोपाल के लोकेंद्र सिंह को दिया गया।     प्रादेशिक पुरस्कारः 2018 के लिए वृंदावन लाल वर्मा पुरस्कार इंदौर के आलोक शर्मा, सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार भोपाल के गोकुल प्रसाद सोनी, श्रीकृष्ण सरल पुरस्कार उज्जैन के प्रतीक सोनवलकर, आचार्य नंद दुलारे वाजपेयी पुरस्कार इंदौर के राधेश्याम आचार्य, हरिकृष्ण प्रेमी पुरस्कार भोपाल के संजय श्रीवास्तव, राजेन्द्र अनुरागी पुरस्कार भोपाल ब्रजेश राजपूत, पं. बालकृष्ण शर्मा पुरस्कार भोपाल की सीमा शर्मा, ईसुरी पुरस्कार खरगोन के महेश चन्द्र जोशी, हरिकृष्ण देवसरे पुरस्कार नीमच के ओमप्रकाश क्षत्रिय, नरेश मेहता पुरस्कार ग्वालियर के पवन सक्सेना, जैनेन्द्र कुमार जैन पुरस्कार इंदौर के प्रताप सिंह सोढ़ी, सेठ गोविंद दास पुरस्कार जबलपुर के दविन्दर सिंह ग्रोवर, शरद जोशी पुरस्कार रतलाम के आशीष दशोत्तर, वीरेन्द्र मिश्र पुरस्कार भोपाल के यतीन्द्रनाथ राही, दुष्यंत कुमार पुरस्कार इंदौर के अनिल त्रिवेदी को मिला।     2019 के लिए वृंदावन लाल वर्मा पुरस्कार इंदौर के अश्विनी कुमार दुबे, सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार इंदौर की डा. गरिमा दुबे, श्रीकृष्ण सरल पुरस्कार गुरु नरसिंहपुर के प्रसाद सक्सेना, आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार इंदौर की डा. बूला कार, हरिकृष्ण प्रेमी पुरस्कार अशोक मनवानी भोपाल, राजेन्द्र अनुरागी पुरस्कार राजेश अवस्थी लावा ग्वालियर, पं. बालकृष्ण शर्मा पुरस्कार डा. अन्नपूर्णा सिसोदिया अशोकनगर, ईसुरी पुरस्कार आचार्य दुर्गाचरण शुक्ल टीकमगढ़, हरिकृष्ण देवसरे पुरस्कार डा. प्रेमलता नीलम दमोह, नरेश मेहता पुरस्कार संदीप शर्मा धार, जैनेन्द्र कुमार जैन पुरस्कार डा. गिरिजेश सक्सेना भोपाल, सेठ गोविन्द दास पुरस्कार डा. सुधीर कुमार नेमा भोपाल, शरद जोशी मीरा जैन-उज्जैन, वीरेन्द्र मिश्र पुरस्कार राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भोपाल, दुष्यंत कुमार पुरस्कार डा. प्रियंका त्रिपाठी शहडोल को दिया गया।     2020 के लिए वृंदावन लाल वर्मा पुरस्कार डा. जयनारायण बैरागी झाबुआ, सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार संतोष कुमार मोहंती इंदौर, श्रीकृष्ण सरल पुरस्कार मुरलीधर चांदनीवाला रतलाम, आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार डा. राजेश श्रीवास्तव भोपाल, हरिकृष्ण प्रेमी पुरस्कार साधना श्रीवास्तव भोपाल, राजेन्द्र अनुरागी पुरस्कार आलोक सेठी खंडवा, पं. बालकृष्ण शर्मा पुरस्कार जगत प्रकाश शर्मा दतिया, ईसुरी पुरस्कार अखिलेश जोशी बड़वाह, हरिकृष्ण देवसरे पुरस्कार महेश प्रसाद सक्सेना भोपाल, नरेश मेहता पुरस्कार विशाल कलम्बकर उज्जैन, जैनेन्द्र कुमार जैन पुरस्कार संतोष सुपेकर उज्जैन, सेठ गोविन्द दास डा. नाथूराम राठौर-दमोह, शरद जोशी पुरस्कार कुमार सुरेश शर्मा भोपाल, वीरेन्द्र मिश्र पुरस्कार श्याम सुंदर तिवारी खंडवा, दुष्यंत कुमार पुरस्कार हेमराज नामदेव जबलपुर को मिला।     2021 के लिए वृंदावन लाल वर्मा पुरस्कार डा. ममता चन्द्रशेखर जबलपुर, सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार पुरुषोत्तम प्रसाद गौतम शिवपुरी, श्रीकृष्ण सरल पुरस्कार यशवंत सिंह चौहान धार, आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार गोविंद गुंजन खंडवा, हरिकृष्ण प्रेमी पुरस्कार प्रियंका शक्ति ठाकुर भोपाल, राजेन्द्र अनुरागी पुरस्कार दिनेश प्रभात भोपाल, पं. बालकृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार राजेन्द्र गट्टानी भोपाल, ईसुरी पुरस्कार प्रमोद भार्गव शिवपुरी, हरिकृष्ण देवसरे पुरस्कार डा. अर्जुन दास खत्री भोपाल, नरेश मेहता पुरस्कार राधारानी चौहान भोपाल, जैनेन्द्र कुमार जैन पुरस्कार डा. अखिलेश बार्चे खरगोन, सेठ गोविन्द दास पुरस्कार श्रीपाद जोशी उज्जैन, शरद जोशी पुरस्कार डा. पिलकेन्द्र अरोरा उज्जैन, वीरेन्द्र मिश्र पुरस्कार उदयसिंह मण्डलोई खरगोन, दुष्यंत कुमार पुरस्कार सतीश राठी इंदौर को दिया गया।  

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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों त्रि-स्तरीय पंचायत पदाधिकारियों को मानदेय में दोगुनी वृद्धि की घोषणा की थी। राज्य शासन द्वारा पूर्व में स्वीकृत मानदेय एवं वाहन भत्ते में वृद्धि के निर्णय के अनुक्रम में पंचायत राज संचालनालय द्वारा मंगलवार को वृद्धि के आदेश जारी कर दिए गए हैं।   जारी आदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष के मानदेय एवं वाहन भत्ता को बढ़ाकर एक लाख रुपये मासिक (मानदेय राशि 35 हज़ार रुपये एवं वाहन भत्ता राशि 65 हज़ार रुपये), जिला पंचायत उपाध्यक्ष के मानदेय एवं वाहन भत्ता को बढ़ाकर राशि 42 हज़ार रुपये मासिक (मानदेय राशि 28 हज़ार 500 रुपये एवं वाहन भत्ता राशि 13 हज़ार 500 रुपये), जनपद पंचायत अध्यक्ष के मानदेय को बढ़ाकर राशि 19 हज़ार 500 रुपये मासिक, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के मानदेय को बढाकर राशि 13 हज़ार 500 रुपये मासिक करने का आदेश किया गया है। साथ ही पंच/उप सरपंच की अधिकतम वार्षिक मानदेय राशि में वृद्धि कर 1800 रुपये की गयी है।

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जबलपुर में शनिवार को दो अलग-अलग जगह हुए ट्रैक्टर और ट्राली की चोरी की घटना का खुलासा जबलपुर पुलिस ने कर दिया है। जहां पनागर से टैक्टर चुराने वाली आरोपी खितौला निवासी अंकित उर्फ ऋषभ दुबे (25) और सिहोरा निवासी अभिषेक सिंह (21) को गिरफ्तार किया गया है। जो ट्रैक्टर चोरी करने अपने एक अन्य साथी पवन चौधरी के साथ स्विफ्ट कार में पहुंचे थे।पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी के मुताबिक पनागर निवासी नंदकिशोर पटेल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह ट्रैक्टर को घर के अंदर टीन शेड में खड़ा किया हुआ था और रात में सो गया था। इसी दौरान जब सुबह उठा, तब ट्रैक्टर और ट्राली नहीं थी। चोरी की घटना के बाद पुलिस ने नजदीक में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। जिसमें स्विफ्ट कार ट्रैक्टर के पीछे जाते हुए दिखाई दी थी।वही संदेह के आधार पर पुलिस ने स्विफ्ट मालिक अंकित उर्फ ऋषभ दुबे से पूछताछ की थी। जिसके बाद अंकित दुबे ने अपने दोस्त अभिषेक ठाकुर और पवन चौधरी के साथ ट्रैक्टर की चोरी करना स्वीकार किया था। बहरहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 20 एबी 5312 और घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार एमपी 04 सीटी 2978 को जब्त करने की कार्रवाई की गई है।गौरतलब है इसके पहले भी रिशब दुबे और अभिषेक से थाना सिहोरा और खेत वाला में ट्रैक्टर चोरी के प्रकरण में पकड़े जा चुके हैं। इसी तरह, बेलखेड़ा में भी ट्रैक्टर चोरी की घटना सामने आई थी। जहां पुलिस ने ग्राम सुन्द्रदेही निवासी दुर्गेश उर्फ दुर्गु (21) और ऑरेज (20) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।  

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भोपाल। मौसम के जिस सिस्टम के चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश हो रही थी, वह अब कमजोर पड़ गया है। हालांकि मौसम विभाग ने प्रदेश के देवास, हरदा और बुरहानपुर जिलों में मंगलवार को तेज बारिश की चेतावनी दी है। प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। इधर, दमोह जिले में बारिश के कारण जल संसाधन विभाग का एक तालाब सोमवार रात को फूट गया है, जिसके चलते दो गांवों को खाली कराया गया है।   सिस्टम कमजोर होने के कारण प्रदेश लगातार हो रही बारिश से मंगलवार से कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई। दमोह में तेंदूखेड़ा‎ ब्लॉक के तारादेही रोड पर सोमवार रात तालाब फूटने से दो गांव डूब गए। पौड़ी और जेतगढ़ गांव में घरों की छतों तक पानी भरा गया है। पुलिस-प्रशासन की टीम रात में ही मौके पर पहुंच गई है और दोनों गांव समय रहते खाली करवा लिए गए। रात 11 बजे‎ तक तालाब का एक बड़ा हिस्सा बह‎ चुका था। यह तालाब जल संसाधन विभाग का है, जो करीब 30 साल पहले बना था।     मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में अगले दो से तीन दिन तक बारिश की गतिविधियां कम रहेंगी। ऐसा वर्तमान में सक्रिय सिस्टम के कमजोर हो जाने के कारण होगा। कुछ जिलों में नमी की वजह से तेज बारिश जरूर हो सकती है। बाकी जगहों पर मौसम खुला रहेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन है और ट्रफ लाइन गुजर रही है, लेकिन अब ये सिस्टम उतने शक्तिशाली नहीं रह गए हैं। इस कारण अगले दो से तीन दिन तक मौसम खुला रहेगा। अगला सिस्टम सक्रिय होने के बाद ही प्रदेश में फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में हरदा, बुरहानपुर, देवास में तेज बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश होगी।

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दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में तेंदूखेड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम पौड़ी स्थित जल संसाधन का जलाशय मंगलवार तड़के फूट गया, जिससे जलाशय के डूब क्षेत्र के दो ग्रामों में मकान, खेत-खलिहान के साथ घर-गृहस्थी का सामान डूब गया। बचाव दल के साथ पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया इसलिए जनहानि नहीं हुई। अधिकारियों ने लोगों को निकाल कर दूसरी जगह भेज दिया था। जानकारी के अनुसार, सोमवार को जब ग्राम पौड़ी के लोग जलाशय के पास पहुंचे थे तो उन्होंने उसमें सुराख देखा। ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग को इसकी जानकारी दी। इसके बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ तहसीलदार मोनिका वाघमारे और थाना प्रभारी श्याम बेन भी गांव पहुंच गए और दिनभर मौके पर उपस्थित रहकर उन्होंने पहले सुराख को बन्द करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। उसके बाद तहसीलदार मोनिका बाघमारे ने दमोह कलेक्टर कलेक्टर मयंक अग्रवाल को मामले की जानकारी दी। कलेक्टर के निर्देश पर देर रात पुलिस प्रशासन ने ग्रामों को खाली करवाना शुरू किया और सुबह तक दो गांव पूरी तरह से खाली करा लिए गए। इसके बाद सुबह करीब पांच बजे जलाशय फूट गया। जिला प्रशासन द्वारा गांव खाली करा लेने के कारण जलाशय के फूटने से कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन दोनों गांवों में भारी नुकसान होने का अनुमान है। ग्राम पौड़ी और जेतगढ़ पूरी तरह डूब गए हैं। यहां घरों में सात से आठ फीट तक पानी भरा है। यहां के मकान मात्र दो से तीन फीट ही पानी से बाहर दिखाई दे रहे हैं, जबकि खेत-खलिहान और किसानों की सभी सामग्री पानी में डूबी हुई है। तेंदूखेड़ा एसडीएम अबिनाश रावत, तेंदूखेड़ा तहसीलदार मोनिका वाघमारे, जनपद सीईओ मनीष बागरी, तारादेही थाना प्रभारी श्याम बेन, जवेरा टीआई इंद्रा सिंह, इमलिया चौकी प्रभारी आनंद अहिरवार, जिले से एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम रात्रि में ही मौके पर पहुंच गई थी। तहसीलदार मोनिका बाघमारे ने बताया कि तालाब में सुराख की सूचना मिली थी। इसके बाद उन्होंने जल संसाधन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर तालाब की मरम्मत कराने की कोशिश की लेकिन सुराख से पानी का बहाव कम नहीं हुआ, इसलिए कलेक्टर के निर्देश पर ग्राम पौड़ी और जेतगढ़ को खाली कराया गया। ग्रामीणों को उनके रिश्तेदार तारादेही स्कूल और अन्य सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। पुलिस प्रशासन सुरक्षा में लगे हुए हैं। वहीं, कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर सभी प्रकार की तैयारियां करते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। स्थिति पर नजर बनी हुई है। प्रशासन ग्रामीणों की हर संभव सहायता कर रहा है।

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भोपाल। प्रदेश में लगातार हो रही मानसूनी बारिश से सड़क संपर्क प्रभावित हो रहा है, तो वहीं नदियों का पानी गांवों में घुसने लगा है। बीते 24 घंटों में पार्वती नदी में आई उफान से श्योपुर जिले का राजस्थान से संपर्क कट गया, तो वहीं बुरहानपुर जिले में एक तालाब के ओवरफ्लो होने की खबर है। इधर, मौसम विभाग ने सोमवार को सोमवार को राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से सटे जिलों में तेज बारिश की आशंका जताई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल प्रदेश में चार सिस्टम सक्रिय हैं, लेकिन उनका प्रभाव पूरे प्रदेश में दिखाई नहीं देगा।     राजधानी भोपाल में रविवार को दिनभर मौसम साफ रहने के बाद शाम को तेज बारिश शुरू हो गई। रतलाम में दिनभर में करीब 1 इंच पानी गिरा। इसके अलावा नर्मदापुरम, जबलपुर, गुना, दमोह, मंडला, छिंदवाड़ा, बैतूल और उज्जैन जिले में हल्की बारिश हुई है। लगातार बारिश से श्योपुर में पार्वती नदी पर बना रपटा डूब गया है, जिससे जिले का राजस्थान से संपर्क कट गया है। उज्जैन में शिप्रा तो बुरहानपुर और बैतूल में ताप्ती उफान पर है। बरसाती नदियों में भी तेज बहाव है। बुरहानपुर में ताप्ती नदी पर बना हतनूर पुल डूबने से 10 से ज्यादा गांव का जिले से संपर्क टूट गया। वहीं, जिले के जसौंदी में अंजनडोह नदी पर बने तालाब के ओवरफ्लो होने से बाढ़ आ गई। अंबाड़ा गांव में भी घरों में पानी भर गया।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे के अनुसार प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन यानी चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। इसके अलावा पूर्वी-पश्चिमी हवाओं का मिलन दक्षिण मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में हो रहा है। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसके कारण बारिश का दौर चल रहा है। सिस्टम की एक्टिविटी का असर अभी महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात से सटे जिलों में देखने को मिल रहा है।   मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में सीहोर, खरगोन, इंदौर और रतलाम में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। यहां 24 घंटे के भीतर 4 इंच तक बारिश हो सकती है। बैतूल, हरदा, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, छिंदवाड़ा और सिवनी में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, नर्मदापुरम, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, उज्जैन, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, डिंडोरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में हल्की बारिश होगी।

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मंदसौर। श्रावण के तीसरे सोमवार को भगवान पशुपतिनाथ मंदिर सहित अंचल के शिवलियों में सुबह से ही भक्तों के आने का क्रम शुरू हो गया था, जो देर शाम तक जारी रहा। शिवालयों में भक्त बाबा भोलेनाथ का दूध, दही, जल से अभिषेक कर सुख समृद्धि की कामना की तो वहीं अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। तीसरे सोमवार को सुबह भगवान की आरती की गई इसके बाद भगवान का दूध दही भांग और शहद से अभिषेक किया गया।   भगवान का विशेष अभिषेक के साथ श्रृंगार भी किया गया। दर्शन के लिए मंदिर के पट सुबह 5 बजे मंगला आरती के साथ खोले गए। इसके बाद से ही भगवान और भक्तों के दर्शनों का सिलसिला जारी है। दिनभर कई कावड यात्राएं भी मंदसौर पशुपतिनाथ मंदिर पहुंची।   उच्च शिक्षा मंत्री ने भी किये दर्शन   सावन सोमवार को मंदसौर दौरे पर आये मप्र शासन के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादन ने भी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचे और भगवान के दर्शन किये इस दौरान मंत्री, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने मंदिर के नियम का पालन किया और गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन वंदन किये।

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श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित निशुल्क अन्नक्षेत्र से एक बार फिर से दीनदयाल रसोई योजना के लिए भोजन तैयार कर शहर के पांच वितरण सेंटरों तक नगर निगम के वाहन से पहुंचाया जा रहा है। इसके पहले 28 सितंबर 2022 को योजना प्रारंभ हुई थी। करीब नौ महिने बाद 15 जून 2023 को बंद हो गई थी। हाल ही में 13 जुलाई से एक बार फिर योजना शुरू की गई है।शासन द्वारा गरीब व जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए दीनदयाल रसोई योजना एक बार फिर से शहर में शुरू कर दी है। इस बार भी भोजन बनाने की जिम्मेदारी श्री महाकालेश्वर मंदिर के निशुल्क अन्नक्षेत्र को दी है। अन्नक्षेत्र से इसका संचालन 13 जुलाई से शुरू हो गया है। प्रतिदिन करीब एक हजार लोगों के लिए अन्नक्षेत्र में रोटी, सब्जी, दाल, चावल सुबह 11: 30 बजे तक तैयार कर शहर के पांच सेंटरों नृसिंह घाट, नानाखेड़ा, फाजलपुरा, घासमंडी और जिला अस्पताल पर नगर निगम के वाहन से पहुंचाया जाता है। हालांकि श्रावण सोमवार को सवारी के कारण भीड़ अधिक होने की समस्या के साथ ही अन्नक्षेत्र में केवल फलाहार प्रसाद बनाया जाता है, इसलिए सोमवार को भोजन की सप्लाई नही होती है। इसके अलावा मंगलवार से रविवार तक तैयार भोजन कंटेनर में पहुंचाया जाता है।  

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सावन के तीसरे सोमवार पर उज्जैन के राजाधिराज भगवान महाकाल प्रजा का हाल जानने निकले हैं। बाबा महाकाल शिव तांडव के रूप में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर सवार मनमहेश के रूप में भी महाकाल सवारी के साथ चल रहे हैं। सवारी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े हैं। जगह-जगह बाबा महाकाल का फूल बरसाकर स्वागत किया जा रहा है।सीएम शिवराज सिंह चौहान भी परिवार के साथ महाकाल की सवारी में शामिल हुए। उनके साथ मंत्री मोहन यादव और महापौर मुकेश टटवाल भी मौजूद हैं।इससे पहले सीएम शिवराज सिंह ने बाबा महाकाल के दर्शन कर अभिषेक किया। इसके बाद बाबा की पालकी की पूजा-अर्चना। मुख्यमंत्री शिवराज और उनकी पत्नी साधना सिंह महाकाल मंदिर का ध्वज हाथों में लेकर सवारी में पालकी के आगे-आगे पैदल चल रहे हैं। सवारी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, भजन मंडली, पुलिस बैंड भी साथ चल रहे हैं।भगवान महाकाल की सवारी शाम करीब साढ़े 5 बजे शिप्रा घाट पहुंची। यहां दत्त अखाड़ा की ओर से बाबा महाकाल का स्वागत कर पूजन-आरती की गई। यहां से परंपरागत मार्ग सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, सराफा, पटनी बाजार और महाकाल घाटी होते हुए सवारी वापस महाकाल मंदिर पहुंचेगी।  

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उज्जैन में महामंडलेश्वरों का विवाद थाने तक पहुंच गया है। निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर ने इसी अखाड़े के महामंडलेश्वर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। FIR नहीं होने से नाराज साध्वी ने भोपाल में CM हाउस के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी है। मामला 16 जुलाई का है। इसका VIDEO रविवार को सामने आया।साध्वी मंदाकिनी दीदी ने परमधाम आश्रम में हुए विवाद में बीच-बचाव करने के दौरान ज्योतिर्मयानंद महाराज पर मारपीट और छेड़खानी के आरोप लगाए हैं। महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद का कहना है कि आरोप निराधार हैं। वे आश्रम की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं।साध्वी ने कहा, शिवराज के राज में साधु्-संतों की सुनवाई नहीं हो रही है। कहार वाड़ी स्थित परमधाम आश्रम में हुई घटना की शिकायत महाकाल थाने में की। पुलिस छेड़छाड़ की धारा में मामला दर्ज नहीं कर रही है। अब जल्द ही भोपाल में संत पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे। मैं आत्मदाह करूंगी।परमधाम आश्रम में रहने वाले संत बोधानंद जी की अनुमति से मैं आश्रम में कथा कर रही थी। 15 जुलाई की सुबह सम्पूर्णानंद, ज्योतिर्मयानंद और वेदानंद महाराज आकर बोधानंद जी के साथ मारपीट करने लगे। वे आश्रम पर कब्जा करना चाहते हैं। मैंने बीच-बचाव किया तो तीनों ने पुलिस के सामने हाथ पकड़कर छेड़खानी की।हरिद्वार के संत महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयनंद जी ने आरोपों पर कहा कि 'पूरा विवाद आश्रम पर कब्जे को लेकर है। कहार वाड़ी स्थित आश्रम परमधाम, ब्रह्मलीन संत युगपुरुष परमानंद जी महाराज ने बनवाया था। उनके स्वर्गवास के बाद हमारे ड्राइवर रहे बोधानंद ने संन्यास ले लिया था। इसके बाद कोविड के समय हम लोग उज्जैन आ नहीं पाते थे। ऐसे में बोधानंद को यहां देखभाल के लिए छोड़ दिया था।'महामंडलेश्वर ने कहा, 'कुछ दिन पहले एक महिला से बोधानंद का विवाद हुआ। VIDEO वायरल होने के बाद हमने उसको यहां से किसी और आश्रम में जाने के लिए कहा। उसने मना कर दिया। 16 जुलाई को मंदाकिनी दीदी एक महिला के साथ आईं। मौके पर पुलिस भी थी। उन्होंने आश्रम का ताला तोड़ने की कोशिश की।हमने मना किया तो उनके साथ आई एक अन्य महिला हमसे विवाद करने लगी। मंदाकिनी दीदी हमारी बहन हैं। हम पर लगे सभी आरोप सरासर गलत हैं। पुलिस की उपस्थिति में उन्होंने ताला तोड़ने की कोशिश की। वे कुछ लोगों को साथ लेकर आईं और हमारे लोगों को धमकाया आश्रम में कब्जा करने की कोशिश की।'

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। उफना रही नदियों का पानी गांवों में घुसने लगा हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में इंदौर समेत 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन में हल्की बारिश होने के आसार हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ रहा है। उज्जैन में शिप्रा, बुरहानपुर और बैतूल में ताप्ती नदी उफान पर हैं। बरसाती नदियों में भी तेज बहाव है। बुरहानपुर में ताप्ती नदी पर बना हतनूर पुल डूबने से 10 से ज्यादा गांव का जिले से संपर्क टूट गया। शनिवार रात जिले के फोपनार गांव में उतावली नदी का पानी घुस गया। बाढ़ में फंसे 250 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। जिले के जसौंदी में अंजनडोह नदी पर बने तालाब के ओवरफ्लो होने से बाढ़ आ गई। अंबाड़ा गांव में भी घरों में पानी भर गया। हरदा में हटकलां के पास शनिवार रात 9 बजे स्यानी‎ नदी की पुलिया को पार करते समय युवक‎ बाइक समेत बह गया। बताया जा रहा है कि पुलिया पर 4 फीट पानी था। शनिवार को अजनाल‎ नदी में भी बाढ़ आ गई। इस कारण‎ छह घंटे नर्मदापुरम - खंडवा‎ स्टेट हाइवे बंद रहा। बुरहानपुर के तीन गांवों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि प्रदेश में चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। पूर्वी और पश्चिमी हवाएं दक्षिण मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में मिल रही हैं। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इससे बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश में 6 जिलों सीहोर, हरदा, इंदौर, रतलाम, मंदसौर और छिंदवाड़ा में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है। नर्मदापुरम, बैतूल, गुना और नरसिंहपुर में भारी बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, नीमच, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश की संभावना है।

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उज्जैन।सोमवार को बाबा महाकाल की इस श्रावण-भादौ मास की तीसरी सवारी धूमधाम से निकलेगी। पालकी में चंद्रमौलेश्वर विराजित होंगे। हाथी पर मन महेश रहेंगे। बारिश के दौर के बीच यदि रामघाट पर बाढ़ का पानी रहता है तो रामानुज कोट तिराहे पर तखत लगाकर बाबा का पूजन,अभिषेक किया जाएगा।     सोमवार शाम 4 बजे महाकाल मंदिर में कोटितीर्थ के समीप बाबा महाकाल का पूजन करने के बाद बाबा को रजत पालकी में विराजित किया जाएगा। इसके बाद महाकाल मंदिर के प्रवेश द्वार पर बाबा को लाया जाएगा। यहां पर गार्ड ऑफ ऑनर होगा। इसके बाद पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा महाकाल पालकी में विराजते हुए नगर भ्रमण करेंगे।     इस वर्ष अधिक मास होने के कारण श्रावण-भादौ मास की बाबा महाकाल की 10 सवारियों में दो निकल चुकी है। सोमवार को तीसरी सवारी निकलेगी। पालकी में चंद्रमौलेश्वर विराजीत रहेंगे। सवारी महाकाल मंदिर से कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी,बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंचेगी। यहां मां शिप्रा के जल से बाबा का जलाभिषक होगा वहीं मंदिर की ओर से मां शिप्रा का पूजन होगा। पश्चात पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। वापसी में रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर, कार्तिक चौक,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़,टंकी चौक, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर,पटनी बाजार,गुदरी,कोट मौहल्ला चौराहा होकर महाकाल मंदिर पहुंचेगी।

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दिल्ली। आई पी फ़ाउंडेशन दुनियाभर में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए कई अभियान चलाए हुए है और दुनियाभर के हिंदीभाषी इसके तहत एकजुट हो रहे हैं।   आई पी फ़ाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ स्मिता मिश्रा ने बताया कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दिलाने के प्रयास कर रही है, यद्यपि इस दिशा में काफ़ी प्रगति हुई है, लेकिन अभी और काम किये जाने की आवश्यकता है । डॉ स्मिता ने बताया की आप को जान कर ख़ुशी होगी कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) में हिंदी का उपयोग किया जा रहा है। वे हिन्दी का उपयोग सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में कर रहे हैं। लेकिन ये इतना आसान नहीं है इस  दिशा में अभी और मेहनत किए जाने की आवश्यकता है। आई पी फ़ाउंडेशन हिन्दी के प्रचार प्रसार में अपना सतत योगदान देता रहता है। इसी कड़ी में  आगामी 3 और 4 अगस्त 2023 को मॉरीशस स्थित विश्व हिन्दी सचिवालय में अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक और सांस्कृतिक उत्सव करने जा रहा है। इसमें भारत के बारह प्रदेशों से तथा दस अन्य देशों से 88 प्रतिभागी भाग लेने जा रहे हैं। आई पी फाउन्डेशन के तत्वावधान में, यह दल तीस जुलाई की सुबह भारत से मॉरीशस रवाना होगा मॉरीशस में अधिकांश लोग भारतीय मूल के हैं और हिन्दीभाषी हैं।    डॉ मिश्रा ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रही है। ऐसे में आई पी फाउन्डेशन के इस प्रयास से भारत सरकार के प्रयासों को भी बल अवश्य मिलेगा।

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उज्जैन के पास महिदपुर के गाँव बरखेड़ा बुजुर्ग में 11 फ़ीट लम्बा अजगर दिखने से हड़कंप मच गया। सुचना पर वन विभाग की टीम ने गाँव में पहुंचकर अजगर को पकड़कर रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया। गाँव में 11 फ़ीट विशाल अजगर को देखने के लिए भीड़ लग गई।बरखेड़ा बुजुर्ग में ग्रामीण के घर के बाहर झाड़ियों में एक अजगर को देख ग्रामीण सहम गए। शिकार की तलाश अजगर गाँव में घुसा था तो ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की सुचना पर वन विभाग की टीम में मदन सिंह मोहरे, दिलीप शेर, राजेश चौहान ने ग्रामीणो की मदद से अजगर को काबू कर एक बॉक्स में बंद कर दिया। अजगर की लंबाई लगभग 11 फिट से अधिक पाई व वजन 50 किलो से अधिक था। उसे बॉक्स में सुरक्षित रुप से रखकर देवास जिले के सिवनी अभ्यारण में छोड़ा गया। वन विभाग ने बताया अमुमन क्षेत्र मे अज़गर नहीं पाये जाते है क्षेत्र में अजगर मिलनें की 4 साल में दूसरी घटना है यहां अजगर अचानक कहा से आये है विभाग जानकारी जुटा रहा है। जब अजगर को पकड़ा तो टीम ने बताया कि उसका पेट खाली था। और सम्भवतः शिकार करने पहुंचा था। करीब 50 किलो वजनी अजगर को 4 लोगों ने मिलकर बॉक्स में रखा जिसका वीडियो सामने आया है।

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उज्जैन में देर रात हुई भारी बारिश से महाकाल मंदिर के गणेश और नंदी मंडपम तक पानी पहुंच गया। शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए। शनिवार को भी भारी बारिश के अलर्ट के बाद उज्जैन कलेक्टर ने नर्सरी से 12वीं क्लास तक के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया। गंभीर नदी में लगातार बढ़ रही पानी की आवक से बांध के गेट नंबर 3 को 50 सेंटी मीटर खोला गया।शुक्रवार रात को करीब 10.30 बजे शुरू हुई तेज बारिश से शहर जलमग्न हो गया। हालत यह रहे कि शयन आरती के दौरान महाकाल मंदिर में झरना बहने लगा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थे। बारिश का पानी मंदिर के गणेश और नंदी मंडपम तक पहुंच गया।पूरे शहर की प्यास बुझाने वाला गंभीर डैम भी लबालब हो गया। देर रात हुई तेज बारिश से शहर के कई निचले इलाके और चौराहे जलमग्न हो गए। एटलस चौराहा, केडी गेट, नीलगंगा, गदा पुलिया, दुर्गा कॉलोनी, चामुंडा माता चौराहा में जलजमाव की स्थिति बन गई। बारिश का पानी कई कॉलोनी और घरों में घुस गया। चौराहे तालाब बन गए। गाड़ियां निकालने में काफी परेशानी का समाना करना पड़ा।

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उज्जैन। उज्जैन में शनिवार रात तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। इस दौरान विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के गणेश और नंदी मंडपम में पानी भर गया। शयन आरती के दौरान मंदिर में पानी झरने की तरह बहा। शनिवार सुबह मंदिर में पानी भरने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें दिख रहा है कि पानी महाकाल मंदिर में सीढ़ियों से नीचे गिर रहा है। सावन-अधिकमास में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा है कि भगवान महाकालेश्वर मंदिर में किसी भी तरह का जलभराव नहीं हुआ है। हर वर्ष की तरह रात्रि में बारिश के कारण कुछ पानी नंदी हाल में भरा, जिसे हेवी मोटर्स से तुरंत बाहर कर दिया गया। मंदिर में जलजमाव रोकने के लिए छह हेवी मोटर्स लगी हुई है। बारिश के पानी की वजह से किसी भी तरह से दर्शनार्थियों के दर्शन में व्यवधान उत्पन्न नहीं हो रहा है, आज सुबह से लेकर अब तक लगभग 80 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। कलेक्टर ने कहा कि कतिपय व्यक्तियों द्वारा इस तरह की भ्रामक सूचना फैलाई जा रही है कि महाकालेश्वर मंदिर में बारिश का पानी भरा हुआ है। यह एकदम झूठ एवं भ्रामक बात है। उन्होंने अफवाह फैलाने वाले ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस तरह की भ्रामक सूचनाएं न फैलाई जाए अन्यथा उनके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, उज्जैन में शुक्रवार सुबह तेज बारिश होने के बाद मौसम खुला और दिनभर धूप भी निकली। इसके बाद शाम होते ही एक बार फिर झमाझम बारिश शुरू हो गई और रातभर जमकर पानी बरसा। इससे शिप्रा नदी में भी जलस्तर बढ़ गया। कई मंदिर जलमग्न हो गए। अभी तक जिले में औसत 381 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पिछले चौबीस घंटे में जिले में 27.2 मिमी औसत वर्षा हुई। पिछले चौबीस घंटे के दौरान उज्जैन तहसील में 62 मिमी, घट्टिया में 12, खाचरौद में 32, नागदा में 52, बड़नगर में 10, महिदपुर में 23, झारड़ा में 24 और तराना तहसील में 20 और माकड़ोन तहसील में 10 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति बन रही है। कई इलाकों में पानी की निकासी ठीक से नहीं होने पर यह समस्या बन रही है। सड़कों पर भी पानी भरा रहा है।

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भोपाल। प्रदेश के विभिन्न जिलों में जारी मानूसन की गतिविधियों के चलते तेज बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने लगा है। उज्जैन में भारी बारिश के चलते महाकाल मंदिर में पानी घुस गया। स्थिति को देखते हुए जिला कलेक्टर ने शनिवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। वहीं, मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के 13 जिलों में भारी और 39 जिलों में हल्की बारिश की आशंका जताई है।     प्रदेश के उज्जैन में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। महाकाल मंदिर के गणेश और नंदी मंडपम में बारिश का पानी भर गया। शनिवार को भी भारी बारिश के अलर्ट के कारण उज्जैन कलेक्टर ने नर्सरी से 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। गंभीर नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है। राजधानी भोपाल में खराब मौसम के कारण शुक्रवार रात दिल्ली- भोपाल की इंडिगो फ्लाइट इंदौर डायवर्ट करना पड़ी। भोपाल में भी शुक्रवार देर रात गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। यहां कोलार डैम के दो गेट खोले गए हैं। हरदा में पहाड़ी नदी स्यानी उफान पर है। जिले की सिराली तहसील के पहटकला गांव में नदी किनारे बना श्याम सिंह बाबा मंदिर डूब गया। तेज बारिश होने से सीहोर के कोलार डैम के 2 गेट खोल दिए गए हैं। सीहोर जिले के इछावर में निचले इलाकों में पानी भर गया। पार्वती, सीप और कोलार नदी उफान पर आ गई। इसके चलते इंदौर-भोपाल सड़क मार्ग कुछ समय के लिए बंद रहा।     वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी, नॉर्थ आंध्र प्रदेश, साउथ ओडिशा पोस्ट पर सिस्टम सक्रिय हैं। इनका असर मध्यप्रदेश में भी पड़ रहा है। साउथ छत्तीसगढ़ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। एक मानसून ट्रफ लाइन कोटा, रायसेन, सिवनी, रायपुर, ओडिशा होते हुए गुजर हो रही है। पूर्वी-पश्चिमी हवाएं भी आपस में मिल रही हैं। इस कारण दक्षिण मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में इसका असर है। इन सभी सिस्टम की वजह से प्रदेश में बारिश का दौर जारी है।     मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के 9 जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी। इनमें सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खरगोन, इंदौर, रतलाम, उज्जैन और आगर-मालवा जिले शामिल हैं। भोपाल, रायसेन, राजगढ़ और छिंदवाड़ा में भारी बारिश होगी। यहां ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी बरस सकता है। प्रदेश के विदिशा, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश होगी।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आयोजन 18वें अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2023 शिव संभवम में तीसरे शनिवार, 22 जुलाई को नियोजित शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की प्रस्तुति होगी मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्रावण महोत्सव के तीसरे शनिवार को सायं 07 बजे मंदिर के समीप स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय सभागृह, जयसिंह पुरा उज्जैन में उज्जैन के सुधाकर देवले के शास्त्रीय गायन, ग्वालियर की पद्मजा विश्वरूप के विचित्र वीणा वादन की प्रस्तुति होगी। कार्यक्रम की संध्या का समापन बैंगलुरू के गुरु राजू की कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुति से होगा।   पंडित सुधाकर देवले पंडित सुधाकर देवले का जन्म एक सांगितिक परिवार में हुआ। उन्होंने गायन की प्रारंभिक शिक्षा अपनी माता स्व. लता देवले से प्राप्त की, तत्पश्चात आपने पद्मश्री पं. जितेन्द्र अभिषेकी से गुरू-शिष्य परंपरा के अंतर्गत मुंबई एवं पुणे में रहकर गायन की शिक्षा प्राप्त की। पंडित देवले को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय छात्रवृत्ती एवं भोलाभाई मेमोरियल इंस्टीट्यूट की शिष्यवृत्ती के साथ ही सीआरटी द्वारा सीनियर फेलोशिप की उपाधि भी प्राप्त है। पंडित सुधाकर देवले जाने-माने राष्ट्रीय शास्त्रीय गायक हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका, कनाडा, यूके, जर्मनी, फ्रांस, दुबई के साथ भारत में मुंबई, पुणे, गोवा, भोपाल, इंदौर, उन्नून आदि जगहों पर अपनी सम्मोहक प्रस्तुति देकर सम्मान और ख्याति अर्जित की है। वे आकाशवाणी और दूरदर्शन के ''ए'' ग्रेड कलाकार हैं।     लगभग पाँच हजार वर्ष पुरानी ध्रुवपद शैली की निर्वाहक पद्मजा विश्वरूप ने संगीत की प्रारम्भिक शिक्षा स्व. लक्ष्मीबाई गाडगील एवं स्व. विनायक राव फड़के से प्राप्त की, उसके बाद उन्होंने विश्व विख्यात धुपद गायक महर्षि उस्ताद जिया फरीदुद्दीन डागर का शिष्यत्व ग्रहण किया। उन्होंने इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ से सितार वादन विषय में मास्टर डिग्री प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की | पद्मजा को भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश शासन द्वारा स्कोलरशिप एवं फेलोशिप प्राप्त है |     गुरु राजू बैंगलुरु के कुचिपुड़ी कलाकार हैं। वे गुरु सुश्री वैजयंती काशी के एक वरिष्ठ और प्रमुख शिष्य हैं, जो कई राष्ट्रीय पुरस्कारों के विजेता और सेलिब्रिटी नृत्यांगना हैं। उन्होंने शाम्भवी डांस एन्सेम्बल के हिस्से के रूप में भारत और विदेशों (तंजानिया, युगांडा, दक्षिण अफ्रीका, मॉरीशस, दुबई, चीन, रोमानिया और इटली) में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं है।

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इंदौर। शहर में गुरुवार से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण होने वाली समस्याओं को देखते हुए कलेक्टर इंदौर ने शुक्रवार को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। इसके लिए आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।   इन्दौर में गुरुवार रात से लगातार बारिश हो रही है। शुक्रवार सुबह 5 बजे से तो लगातार तेज बारिश हो रही है। बीते तीन घंटों में दो इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। तेज बारिश के कारण शहर में कई सड़कों पर पानी जमा हो गया है। भारी वर्षा को देखते हुए कलेक्टर डॉक्टर इलैया राजा टी ने सभी विद्यालयों में शुक्रवार 21 जुलाई को अवकाश घोषित कर दिया है। कलेक्टर ने अपने आदेश में स्कूल संचालकों को विद्यार्थियों की सुरक्षा के संबंध में एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि चालू सीजन में अभी तक इंदौर में 13 इंच बारिश हो चुकी है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के कारण कई जिलों में स्थिति बिगड़ने लगी है। बड़वानी में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है, तो सीहोर जिले में बाढ़ का पानी कई गांवों में घुस गया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी कई जिलों में अति भारी या फिर भारी बारिश की चेतावनी दी है। नर्मदापुरम, बैतूल और रतलाम में तो 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, उज्जैन समेत 16 जिलों में तेज बारिश हो सकती है।   मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बन रही है। नदियां उफान मार रही हैं, तो कहीं डैम छलकने लगे हैं। गुरुवार को भोपाल-इंदौर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। बड़वानी में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 4 फीट ऊपर बह रही है। बैतूल में पारसडोह डैम के गेट खोलने से ताप्ती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। सारणी के सतपुड़ा डैम के भी तीन गेट खोले गए हैं। वहीं, भोपाल के बड़ा तालाब का जलस्तर भी बढ़ गया। प्रदेश में गुरुवार को मंडला में 9 घंटे में डेढ़ इंच पानी गिरा, जबकि धार में 1 इंच के करीब बारिश हुई। इसके अलावा उज्जैन, रायसेन, जबलपुर और सिवनी में भी बारिश हुई। सीहोर के इछावर में शुक्रवार सुबह भारी बारिश हुई। कई गांवों में पानी भरा गया है। 45 गांव का संपर्क जिले से टूट गया है। घरों में भी बारिश का पानी घुस गया है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी, नॉर्थ आंध्रप्रदेश, साउथ ओडिशा पोस्ट पर सिस्टम एक्टिव है। जिसका असर मध्यप्रदेश में भी है। इसके अलावा, साउथ छत्तीसगढ़ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। एक मानसून ट्रफ लाइन कोटा, रायसेन, सिवनी, रायपुर, ओडिशा होते हुए गुजर हो रही है। वहीं, पूर्वी-पश्चिमी हवाएं भी आपस में मिल रही है। इस कारण दक्षिण मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में इसका असर है। इन सभी सिस्टम की वजह से प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी के अनुसार शुक्रवार को नर्मदापुरम, बैतूल, रतलाम में अति भारी बारिश हो सकती है और 8 इंच तक पानी गिर सकता है। सीहोर, हरदा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बिजली की गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, खंडवा, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा और मंदसौर में भारी बारिश हो सकती है। जबकि बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश होगी।

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रतलाम। कर्नाटक में जैन आचार्य कुमार नंदी की निर्मम की हत्या के विरोध में सकल जैन श्री संघ द्वारा आक्रोश जुलूस निकाला गया। जुलूस चौमुखीपुल पर आचार्य कुलबोधि महाराज ,कल्याण रतन विजय ,दिलीप मुनिजी, शुभ भावनामती माताजी की निश्रा में निकला। संतों ने इस घटना को निंदनीय बताया । ज्ञापन में कहा गया कि कर्नाटक सरकार द्वारा अभी तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं करने के विरोध में यह जुलूस सकल जैन संघ के संरक्षक हिम्मत कोठारी, विधायक चेतन्य काश्यप व सभी श्री संघो के अध्यक्ष एवं सकल जैन श्री संघ के संचालक मंडल के मार्गदर्शन में निकला । जुलूस चोमूखी पुल से नोलईपुरा. धानमंडी नाहरपुरा ,कॉलेज रोड से होते हुए दो बत्ती पहुंचा, जहां एसडीएम पाण्डे को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन का वाचन राजेश भुजियावाला द्वारा किया गया । संचालन मांगीलाल जैन ने तथा आभार प्रीतेश गादिया ने माना। शहर कांग्रेस कमेटी ने दिया ज्ञापन शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा भी इस अवसर पर एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया! इस अवसर पर शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, पूर्व विधायक पारस सकलेचा, संगठन मंत्री मांगीलाल जैन, ब्लॉक अध्यक्ष बसंत पंड्या, जिला उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ अध्यक्ष विशाल डांगी, पीयूष बाफना, संजय छाजेड़, मुकेश कोठारी, कपूर कोठारी, अंकित सिसोदिया, जितेंद्र पडियार इक्का बेलूत, परेश जैन, कमल कटारिया, चंद्र प्रकाश मेहता, सौरभ भंडारी, उपस्थित थे ।

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पति-पत्नी के विवाद से जुड़ा एक अनोखा मामला देखने में सामने आया है। जहां ग्वालियर में पति और पत्नी के विवाद में पुलिस के उस समय पसीने छूट गए। जब पति भरण पोषण की राशि देने के लिए दो बोरी सिक्के लेकर थाने जा पहुंचा। मामला कोतवाली थाने का है। सिक्कों के बोरे देखते ही पुलिस परेशान नजर आई और गिनती कर रुपये पीडि़ता को सौंपे दिए, लेकिन इससे पहले पुलिस सिक्के गिनते-गिनते पसीना-पसीना हो गई।ग्वालियर के माधौगंज थाना क्षेत्र स्थित बृजवासी मिष्ठान भंडार के संचालक बलदेव अग्रवाल की पत्नी ने उन पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कराया है और कुटुंब न्यायालय में भरण पोषण का मामला दायर किया है। जिसमें हर माह बलदेव अग्रवाल को पांच हजार रुपए मेंटेनेंस चार्ज देने के आदेश हुए हैं। पिछले आठ माह से बलदेव अग्रवाल ने मेंटेनेंस चार्ज जमा नहीं कराया है तो उनका वारंट निकल गया। वारंट कोतवाली थाना पुलिस को मिला तो कोतवाली थाना पुलिस बलदेव अग्रवाल के यहां पर जा पहुंची और बलदेव अग्रवाल को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तारी से बचने के लिए मेंटेनेंस के तीस हजार रुपए जमा कराने को कहा। लेकिन रविवार होने के कारण रुपए उनके पास नहीं थे। पुलिस से एक दिन का समय मांगा, लेकिन पुलिस नहीं मानी तो मिठाई कारोबारी ने घर से दो बोरी चिल्लर मंगाकर उन्हें दी। चिल्लर देखते ही पुलिस के हाथ-पैर फूल गए और रुपए गिनने में उनके पसीने छूट गए। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने चिल्लर गिनी तो वह 29 हजार 600 रुपए निकले। शेष चार सौ रुपए बलदेव अग्रवाल ने नगद दिए।आज सुबह पुलिस द्वारा थाने में चिल्लर गिनने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और देखते ही देखते हजारों लोगों पर पहुंच गया।थाना प्रभारी दामोदर गुप्ता का कहना है कि मेंटेनेंस का चार्ज जमा नहीं कराने पर व्यवयायी दो बोरी सिक्के लाया था, जिनकी गिनती कर पीडि़ता को सौंपा है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी सेवकों को केन्द्रीय कर्मचारियों के बराबर 42 फीसदी महंगाई भत्ता मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों इसकी घोषणा की गई थी। मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करते हुए राज्य शासन ने बुधवार को शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत की वृद्धि के आदेश जारी कर दिए हैं।     इस आदेश के बाद महंगाई भत्ता दर एक जनवरी 2023 से (भुगतान माह अगस्त 2023) में बढ़ कर कुल 42 प्रतिशत हो जायेगी। शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते में हुए वृद्धि का लाभ एक जुलाई 2023 (भुगतान माह अगस्त 2023) से किया जाएगा। वर्तमान में शासकीय सेवकों को एक जनवरी 2023 भुगतान माह फरवरी 2023 से सातवें वेतनमान में 38 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा था।     राज्य शासन द्वारा एक जनवरी 2023 से 30 जून 2023 तक की 4 प्रतिशत एरियर राशि का भुगतान 3 समान किश्तों में क्रमश: माह अक्टूबर, नवंबर एवं दिसम्बर 2023 में किया जाएगा। जो शासकीय कर्मचारी एक जनवरी 2023 से 30 जून 2023 तक सेवानिवृत्त हुए हैं उन्हें अथवा इस अवधि में जिनका असामयिक निधन हुआ है, उनके नामांकित सदस्य को एरियर राशि का एकमुश्त भुगतान किया जाएगा।

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भोपाल। लगातार बारिश के चलते मध्यप्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। नदियां उफान मार रही हैं, तो डैम ओवरफ्लो हो रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी तेज बारिश का दौर जारी रहने की बात कही है साथ ही प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।   बीते 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश हुई। सबसे अधिक 3.81 इंच बारिश पचमढ़ी में दर्ज की गई। भोपाल में लगातार बारिश से बड़ा तालाब में जलस्तर बढ़ गया है। बुधवार शाम तक लेवल 1661.80 फीट पहुंच गया। जबलपुर में बुधवार शाम बरगी डैम के पांच गेट खोले गए। बड़वानी में नर्मदा नदी खतरे के निशान से साढ़े तीन मीटर ऊपर बह रही है। तटीय गांवों में डूब का खतरा मंडराने लगा है। खंडवा के पुनासा में अजनाल नदी से सटे गांवों में बाढ़ के हालात हैं। गुर्जरखेड़ी, आवलियां, रिछफल, कालियाखेड़ी, नवलगांव में कई कच्चे मकान ढह गए। नौगांव, उज्जैन, बैतूल और छिंदवाड़ा में भी बारिश हुई। विदिशा में बेतवा नदी भी उफान पर आ गई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी, नॉर्थ आंध्रप्रदेश, साउथ ओडिशा पोस्ट पर सिस्टम एक्टिव हैं। इनका असर मध्यप्रदेश में भी हो रहा है। साउथ छत्तीसगढ़ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। एक मानसून ट्रफ लाइन कोटा, रायसेन, सिवनी, रायपुर, ओडिशा होते हुए गुजर रही है। पूर्वी-पश्चिमी हवाएं भी आपस में मिल रही हैं। दक्षिण मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में इसका असर है। इन परिस्थितियों के चलते प्रदेश में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है। रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, रतलाम, और उज्जैन में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। यहां बिजली गिरने की आशंका है। भोपाल, विदिशा, खंडवा, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, सिवनी और बालाघाट में साढ़े 4 इंच तक पानी बरस सकता है। राजगढ़, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है।

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खरगोन। मध्य प्रदेश के नर्मदा कछार वाले क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिससे ओंकारेश्वर बांध लबालब भर गया है। वर्षा के पानी निकासी के लिए बुधवार को 11.00 बजे बांध के 10 गेट 0.5 मीटर वाले खोल दिए गए हैं, जिससे डॉउनस्ट्रीम में 1200 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी पुष्पेन्द्र वास्कले ने दी।     उन्होंने बताया कि गेट खोलने से पानी की जावक पॉवर हॉउस से निकलने वाले पानी से अधिक रहेगी। ओंकारेश्वर पॉवर स्टेशन के बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ प्रभारी ने संबंधित जिला कलेक्टर्स सहित ग्रामीणजनों और श्रद्धालुओं को अलर्ट किया है। गेट खोलने से नर्मदा नदी के डाउनस्ट्रीम में पानी की जावक अधिक रहेगी। जिसके चलते नर्मदा नदी और घाटों और किनारों पर पानी का बहाव अधिक होने से नाविकों, श्रद्धालूओं व ग्रामीणजनों को दूर रहने की हिदायत दी है।

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रीवा। मध्य प्रदेश में मऊगंज नए जिले के रूप में आगामी 15 अगस्त से अस्तित्व में आ जाएगा। मऊगंज के हायर सेकण्डरी स्कूल ग्राउण्ड में ध्वजारोहण होगा तथा इसी दिन से मऊगंज नया जिला बन जाएगा। नवीन जिला गठन तथा 15 अगस्त आयोजन के संबंध में बुधवार को मऊगंज के जनपद पंचायत सभागार में सांसद जनार्दन मिश्र एवं विधायक प्रदीप पटेल की उपस्थिति में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विभागीय जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नए जिले की घोषणा मूर्तरूप ले रही है। आगामी 15 अगस्त को मऊगंजवासी पूरे उत्साह व उमंग से अपने नए जिले का उत्सव मनाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को बधाई दी कि उन्होंने नवीन जिले में अधोसंरचना के निर्माण व शासकीय भवनों के लिए अभी से जमीन का चिह्नांकन कर लिया है। उन्होंने कहा कि सिंचाई के प्रस्तावित प्रोजेक्ट के लागू हो जाने से समूचा मऊगंज जिला सिंचित होगा। बैठक में विधायक प्रदीप पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा 4 मार्च को की गई घोषणा के उपरांत 15 अगस्त को ध्वजारोहण के साथ ही मऊगंज नवीन जिले के रूप में स्थापित हो जाएगा। मऊगंज संपन्न व समृद्ध जिला होगा, जिसमें इन्डस्ट्रियल एरिया विकसित हो रहा है। साथ ही 65 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड का निर्माण कराया जाएगा। हनुमना में कालेज स्थापित होकर संचालित होने लगा है। यह जिला कुछ समय में पूर्ण सिंचित जिला भी हो जाएगा। उन्होंने 15 अगस्त को अभूतपूर्व आयोजन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर रीवा संभाग के आयुक्त अनिल सुचारी ने निर्देश दिए कि 15 अगस्त का आयोजन ऐतिहासिक हो। नए जिले में विभागीय कार्यालयों व शासकीय आवासों के लिए कार्ययोजना अभी से बना ली जाए तथा संसाधन व मानव संसाधन की भी तैयारी रखी जाए। सभी अधिकारी नवीन जिले में विभागीय अमले की पदस्थापना के लिए तैयारी करें। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक केपी व्यंकटेश्वर राव ने कहा कि नए जिले के गठन से प्रगति और तेजी से होगी। नए जिले में 5 थाने व 5 चौकियाँ होंगी तथा 230 पुलिस बल स्थानांतरित होगा। उन्होंने पुलिस लाइन के लिए 100 एकड़ जमीन चिन्हित किए जाने की बात कही। बैठक में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि 15 अगस्त को गरिमामय ढंग से उत्साहपूर्वक ध्वजारोहण होगा। उन्होंने कार्यालयों व वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के लिए आवास की व्यवस्था दुरूस्त रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इससे पूर्व एसडीएम एपी द्विवेदी ने पावर प्वाइंट के माध्यम से नवीन जिले की संरचना, संसाधन व अन्य जानकारियाँ दीं। उन्होंने बताया कि नवीन जिले का क्षेत्रफल एक लाख 86 हजार 688 हेक्टेयर तथा जनसंख्या छ: लाख 16 हजार 653 है। मऊगंज, हनुमना तथा नईगढ़ी जनपद इस जिले में शामिल होंगे तथा नवीन कालेज भवन में नया जिला कार्यालय संचालित होगा। बैठक में डीआईजी मिथिलेश शुक्ला, एसपी विवेक सिंह, सीईओ जिला पंचायत डॉ सौरभ सोनवणे, एडिशनल एसपी विवेक लाल तथा जनप्रतिनिधि व जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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डबरा शहर में चल रहे कोचिंग संस्थानों के बाहर आसमाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। सभी कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र व उनके दूसरे साथी हैं। ये बाइक से आकर कोचिंग के बाहर छात्राओं को देखकर स्टंट करते हैं। इसको लेकर क्षेत्र की महिलाओं ने नाराजगी जताई है। महिलाओं का कहना है कि पुलिस ऐसे लड़कों पर कार्रवाई करे।शहर में संतकंवर राम स्कूल रोड, गीता टॉकीज, कमलेश्वर कॉलोनी में कई कोचिंग सेंटर हैं। इनमें छात्र व छात्राएं पढ़ने आते हैं। यहां किसी भी तरीके की पुलिस सुरक्षा नहीं रहती है। पुलिस की गश्त भी यहां नहीं होती है। छात्राएं कोचिंग पढ़ने आती हैं तो कुछ असामाजिक तत्व उन पर कमेंट करते हैं।इस मामले में प्राइवेट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरभ दुबे का कहना है कि कोचिंग सेंटरों के बाहर कई असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। ये छात्राओं को देखकर बाइक से स्टंट भी करते हैं। हम उन्हें यहां से हटाते हैं। वे वापस आ जाते हैं, या कुछ देर खड़े हो जाते हैं। कई बार पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है, लेकिन फिर भी इन लोगों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होती है।

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कैचमेंट एरिया में लगातार तेज बारिश से भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में पानी का लेवल बढ़ गया है। बुधवार को तालाब का जलस्तर 1661.80 फीट तक पहुंच गया। केरवा, कलियासोत और कोलार डैम में भी वॉटर लेवल बढ़ा है।बड़ा तालाब की पूर्ण जलभराव क्षमता 1666.80 फीट है। इसके पूरा भरने के बाद भदभदा डैम के गेट खुलेंगे। यहां से पानी कलियासोत डैम में पहुंचेगा। सीहोर जिले में अच्छी बारिश होने से कोलांस नदी में 4 फीट तक पानी है। इस वजह से बड़ा तालाब में भी पानी का लेवल बढ़ रहा है।

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  4 साल पहले बनाई गई थी योजना   कोलार क्षेत्र में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो वहीं मेन रोड पर शॉपिंग मॉल और दुकानें बनने का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में क्षेत्र में मल्टीलेबल पार्किंग की कमी महसूस की जाने लगी है। दरअसल मेन रोड पर वाहनों का जमावाड़ा लगा रहता है, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसके लिए नगर निगम ने पार्किंग का प्रस्ताव बनाया था, मगर यह प्रस्ताव अब फाइलों से गायब हो गया है ।   इसलिए पड़ रही जरूरत : यहां सड़क के दोनों तरफ आवासीय व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बन गए हैं, लेकिन वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं है। इस वजह से वाहन पार्किंग को लेकर समस्या हो रही है। शॉपिंग के लिए आने वालों को अपने वाहन सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। खास बात यह है कि वाहन पार्किंग की समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। 1500-1500 वर्गफीट पर बनना थी पार्किंग चार साल पहले निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी में वाहन पार्किंग स्थल के लिए तीन स्थान प्रस्तावित किए थे। इनमें से एक चूनाभट्टी व काली मंदिर के पास और वेस्ट एंड प्लाजा के पास 1500-1500 वर्ग फीट में पार्किंग स्थल विकसित किए जाने थे। जिनमें 30 से 75 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।     Attachments area          

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  नहीं मान्य होगा लघु आकार का चित्र ,छह विभाग करेंगे कार्यवाही        अब सिगरेट और दूसरे तम्बाकू उत्पाद के प्रत्येक पैकेट पर प्रमुखता से सचित्र चेतावनी प्रदर्शित करना होगी। भारत सरकार ने इस संबंध में एक अप्रैल को सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। इस तारतम्य में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने अधिसूचना से सभी संबंधित को अवगत करवाया है। विशेष रूप से 6 विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें सभी वैधानिक प्रावधान पर अमल के लिए कहा गया है। इनमें राजस्व आयुक्त, परिवहन आयुक्त, स्वास्थ्य आयुक्त, श्रम आयुक्त, पुलिस महानिदेशक और उद्योग आयुक्त शामिल हैं।   सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण विनियमन) अधिनियम-2003 के अंतर्गत तम्बाकू उत्पाद पर सचित्र चेतावनी जरूरी की गई थी। पैकेट के मुख्य प्रदर्शित क्षेत्र में 85 प्रतिशत क्षेत्र में सचित्र चेतावनी के रूप में अनिवार्य रहेगी। इससे छोटे आकार की चेतावनी मान्य एवं विधि सम्मत नहीं होगी।   अधिनियम की धारा5 एवं 7 के तहत कार्यवाही करने के लिए विभिन्न विभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। प्राधिकृत अधिकारी अधिनियम के उल्लंघन पर दोषी तम्बाकू उत्पाद निर्माता/विक्रेता के विरुद्ध इस अधिनियम की धारा 7 सहपठित दण्डनीय धारा 20 के अंतर्गत कार्यवाही करेंगे।     Attachments area          

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    बावड़ियाकलां पर रेलवे द्वारा पटरी के ऊपर के हिस्से में 32 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं, इसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। रेलवे ने इस क्रॉसिंग पर अपने हिस्से के ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए 28 जून तक प्रस्ताव मंगाए हैं।  इसके बाद एक साल की समय सीमा भी अपने हिस्से के निर्माण की तय कर दी है। 6 करोड़ 67 लाख रुपए इस निर्माण पर रेलवे द्वारा खर्च किए जाएंगे। आए दिन इस क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम के चलते लोगों को खासी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए बावड़ियाकलां क्रॉसिंग पर करीब 850 मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। 38 करोड़ रुपए राज्य सरकार इस पर खर्च करेगी। इस तरह रेलवे और राज्य सरकार द्वारा 45 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में तीन साल लगने की संभावना है।  औबेदुल्लागंज में भी मंजूरी: इसी तरह रेलवे ने औबेदुल्लागंज-नसरुल्लागंज रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर भी अपने हिस्से में ब्रिज के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगा लिए हैं। सलकनपुर माता मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं समेत आम वाहनों को भी इस रेलवे क्रॉसिंग पर काफी समय तक खड़े रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए इस क्रॉसिंग पर भी रोड ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। 

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    अगले साल फरवरी में घोषित होने वाले स्वच्छता सर्वे की प्रक्रिया एक जून से शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी हैं। इस बार सर्वे में एक लाख और उससे अधिक की आबादी के 500 शहरों को शामिल किया है। पिछले साल 10 लाख और उससे अधिक आबादी के 73 शहरों के बीच हुए सर्वे में भोपाल को 21 वां स्थान मिला था।    नगर निगम भोपाल ने इस बार पहले पांच शहरों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है। निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में अभी कुछ एरिया छूटा है। निगम द्वारा कराए सर्वे में यह बात सामने आई कि कई परिवारों के यहां डस्टबिन नहीं हैं। वे पॉलीथिन में कचरा इकट्ठा करके कहीं भी फेंक देते हैं। निगम ऐसे परिवारों को डस्टबिन वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली जाएगी।  चार जोन में बांटा जाएगा शहर को  सर्वे के लिए शहर को चार जोन में बांटा जाएगा। यह तीन स्तरों पर होगा। पहला नगर निगम से आंकड़े इकट्ठा किए जाएंगे। दूसरा केंद्र सरकार की सर्वे टीम खुद मैदानी हकीकत देखेगी और तीसरा नागरिकों से भी सफाई के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। हर शहर में एक हजार या आबादी के 0.01 % लोग इसमें शामिल होंगे। ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सोशल व ट्रेडिशनल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।    स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को नगर निगम और आई क्लीन की टीम ने एमपी नगर जोन-2 में साफ-सफाई की। साथ ही दीवारों पर पेंटिंग भी की। नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी इस अभियान में शामिल हुईं और उन्होंने दीवारों पर चित्रकारी की।      Attachments area          

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  कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा। कोलार वालों के लिए सौगात    बावड़ियाकलां रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। अगले सप्ताह से काम भी शुरू हो जाएगा। यह ब्रिज 2 साल में बनकर तैयार होगा। रेलवे ओवरब्रिज बावड़िया की तरफ नहर की जमीन पर और होशंगाबाद रोड पर बीडीए की जमीन पर बनेगा। इसका फायदा गुलमोहर, शाहपुरा, कोलार, रोहित नगर, त्रिलंगा, होशंगाबाद रोड से लगी काॅलोनियों के लोगों को फायदा होगा। रेलवे क्रॉसिंग से हर घंटे 3500 से  अधिक  वाहन गुजरते हैं। रेलवे फाटक 1 दिन में 178 बार बंद होता है जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति बन जाती है।  स्टेशन पर कैमरे  कोलार के नजदीकी रेलवे  स्टेशन हबीबगंज पर लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक यहां पर 47 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनको बढ़ाकर 65 किया जाएगा। 18 नए कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही यहां पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। रेलवे के अफसरों का कहना है कि आईएसबीटी की तरफ स्थित पार्किंग के पास और पार्सल ऑफिस के पास कैमरे लगाए जाएंगे। अफसरों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर यात्री आते हैं। कैमरों की संख्या बढ़ने से पूरे स्टेशन परिसर को कवर किया जाएगा।

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  भोपाल में  44 फीसदी कम हुई  हरियाली    अनियोजित शहरीकरण के चलते राजधानी भोपाल में पिछले दो दशक में 44 प्रतिशत हरियाली कम हुई है, जिसका सीधा असर पयार्वरण में असंतुलन, गिरते जलस्तर और बढ़ते तापमान के रूप में सामने आ रहा है। हालांकि विकास कार्यों के फेर में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई अगले कुछ वर्षों तक रूकने वाली नहीं है।भोपाल के  कोलार ,होशंगाबाद और टीटी  नगर इलाके में सबसे ज्यादा पेड़ काटे गए हैं।    हरियाली में आई इस बड़ी गिरावट का खुलासा करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की रिपोर्ट बताती है कि हालात नहीं सुधरे तो 2030 तक हरियाली सिकुड़कर महज 4.10 प्रतिशत से कम रह जाएगी। पिछले दो दशक पहले हरियाली 66 प्रतिशत थी और अब ये 22 प्रतिशत रह गई है। संस्था ने भोपाल, अहमदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता की हरियाली के आंकड़े सेटेलाइट सेंसर से जुटाए हैं। राजधानी के विशेषज्ञों का भी कहना है कि पौधरोपण के साथ जल संरक्षण के उपायों को बढ़ाना पड़ेगा। हरियाली की कई जगह आज सूखे इलाकों ने ले ली है। रिसर्च बताती है कि शहर के तापमान में पिछले 12 साल में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जलस्रोतों पर हुए अतिक्रमण के चलते जलस्रोत में गिरावट और हरियाली में आई कमी है। आईआईएफएम में समाज शास्त्र व सामुदायिक विकास के एसोसिएट प्रोफेसर अमिताभ पांडे का कहना है कि भोपाल में शहरीकरण को बढ़ावा हरियाली की कीमत पर दिया जा रहा है। वनाच्छादित क्षेत्र के कम होने की मुख्य वजह अनियोजित शहरीकरण है। हालात ज्यादा खराब होने से पहले हम खुद को बचा सकते हैं, क्योंकि भोपाल आज भी अन्य शहरों के मुकाबले हरियारली के मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन जिम्मेदार विभागों, बिल्डर, टाउन प्लानर्स को टारगेट देकर उनके प्रोजेक्ट में हरियाली बढ़ाने को कहा जाए और इसका सख्ती से पालन कराया जाए। प्रो. पांडे बताते हैं कि जहां पेड़ होने और न होने की जगहों के तापमान में 1-2 डिग्री से. का अंतर होता है। पेड़ घने हों, तो तापमान का अंतर बढ़ भी जाता है। जिन कांक्रीट के घरों पर पेड़ों की छांव रहती है, उनमें तपन कम लगती है। पेड़ पानी भी छोड़ते हैं, जिससे माइक्रो क्लाइमेट में 2-3 डिग्री का फर्क पड़ता है। जहां सड़कों के दोनों ओर पेड़ होते हैं, वहां भी तपन कम होती है। ट्री कवर पर काम करने वाले डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि राजधानी में सबसे अच्छी 0.5 डेंसिटी 74 बंगला, बिड़ला मंदिर की पहाड़ी पर है। एकांत पार्क, बोरवन पार्क (बैरागढ़) में 0.4 डेंसिटी मिलती है। जबकि बीएचईएल क्षेत्र में सामान्य तौर पर 0.3 और कहीं-कहीं 0.4 डेंसिटी है। नार्थ टीटीनगर और साउथ टीटीनगर के कुछ हिस्से में पेड़ों की कटाई के बाद डेंसिटी 0.2 तक आ गई है, जबकि पुराने शहर में 0.1 डेंसिटी है, जो सबसे खराब स्थिति है। उन्होंने बताया कि 0.5 डेंसिटी उम्दा मानी जाती है।     Attachments area          

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    अगस्त से पहले छूट भी मिलेगी     कोलार  में अब रहवासी साल में कभी भी प्राॅपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे और पेनाल्टी भी नहीं लगेगी। 31 अगस्त तक 6 फीसदी छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इस संबंध में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन शर्त रखी गई है कि पिछले वर्षों का प्राॅपर्टी टैक्स बकाया न हो। अब तक नवंबर से जनवरी तक पांच प्रतिशत और फरवरी से मार्च तक 10 प्रतिशत पेनाल्टी का प्रावधान था।    प्राॅपर्टी टैक्स में वित्त वर्ष के बीच में ही पेनाल्टी लगाने के इस नियम का लंबे समय से विरोध हो रहा था। कहा जा रहा था कि जब प्राॅपर्टी टैक्स पूरे वित्त वर्ष का होता है तो बीच में पेनाल्टी कैसे ली जा सकती है। नगर निगम के इस साल के बजट में प्राॅपर्टी टैक्स से पेनाल्टी समाप्त करने की घोषणा की थी। तीन अप्रैल को पारित बजट के संदर्भ में निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका फायदा शहर के करीब तीन लाख पचास हजार प्राॅपर्टी टैक्स के खाताधारकों को मिलेगा।   

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  महापौर की जांच में जलसंकट का खुलासा   कोलार क्षेत्र में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है। 15 दिन से इंजीनियर, स्थानीय पार्षदों की टीम को लेकर महापौर आलोक शर्मा ने शहर भर में पेयजल को लेकर सर्वे कराया है। इसमें खुलासा हुआ है कि कोलार क्षेत्र में सर्वाधिक जलसंकट है। इसके बाद महापौर ने यहां 36 ट्यूबवेल स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही प्राइवेट टैंकर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।  उधर कांग्रेस नेताओं ने सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह पर कोलार से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।   सर्वधर्म ए-सेक्टर, सर्वधर्म बी-सेक्टर, पैलेस आर्चेड, मंदाकिनी, अमरनाथ कॉलोनी, सार्इंनाथ, महाबली, सर्वधर्म सी-सेक्टर, आशीर्वाद कॉलोनी, बंजारी, दानिशकुंज, नयापुरा, अकबरपुर, विनीतकुंज, राजहर्ष, राजवैद्य सहित कोलार क्षेत्र की करीब 18 झुग्गी क्षेत्र में पानी को लेकर हालत ख़राब है ।   रविवार को अवकाश के बावजूद भी नगर निगम कार्यालय पेयजल संकट को दूर करने की समीक्षा को लेकर खोला गया। इसमें कोलार से जुड़े सभी पार्षद और अधिकारी पहुंचे। इस दौरान पानी पर चर्चा हुई और फैसले लिए गए। पार्षदों को कहना है कि महापौर ने मांग से ज्यादा टयूबवेल और टैंकर स्वीकृत किए हैं। जलसंकट से कोलार को मुक्ति मिलेगी।   कोलार की जनता सांसद आलोक संजर और मेयर आलोक शर्मा की बेरूखी से खासी नाराज है। पब्लिक का कहना है कि ऐसे जलसंकट के समय सांसद और महापौर ने कोलार को छोड़ दिया है। अकेले विधायक रामेश्वर शर्मा ही नजर आते हैं। जनता का कहना है कि क्या कोलारवासियों ने सांसद संजर और महापौर शर्मा को निर्वाचित नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि अगर सांसद और महापौर ने कोलार के प्रति जवाबदेही नहीं दिखाई, यहां की समस्याओं का निराकरण नहीं कराया तो इनके हर चौराहे पर पुतले फूंके जाएंगे। कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है और कौन सा पॉवर सेंटर है जो इन्हें यहां आने से रोकता है।यह नेता कोलार से कन्नी काटते हैं।     Attachments area          

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    पार्षद और ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण      कोलार में कॉकस है पार्षद ,ठेकेदार और इंजीनियरों का जो लगातार घटिया काम करवा के माल कमा रहा है।   निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।सरकार और जनता की कमाई की गाढ़ी कमाई को यह कॉकस लूट रहा है ,यही वजह है  लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी विकास कार्य नहीं दिख रहे हैं। ताजा मामला वार्ड 80 का है, जहां 8 लाख में बनी सड़क 8 दिन में उखड़ गई। बड़े लोग माने जाने वाले यह लोग इस पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। वहीं वार्ड 80 के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्षद के कारनामों की सूचि बनकर प्रदेश संगठन को भेज कर पार्षद के भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।      वार्ड 80 में पार्षद ठेकेदारों और इंजीनियरों का एक गिरोह घटिया निर्माण करवा रहा है इसकी ताजा मिसाल  आशीर्वाद कॉलोनी में सामने आयी  है। यहां पर पिछले महीने करीब 8 लाख रुपए की राशि से सीमेंट क्रांकीट (सीसी) रोड बनाई थी। इसका निर्माण इतना घटिया है, कि वह तीन जगह से टूट गई है। ठेकेदार द्वारा किए गए निर्माण को लेकर रहवासियों में खासा आक्रोश है। शिकायत स्थानीय पार्षद रविंद्र यति से भी लोगों ने की लेकिन उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कुछ भी सुनना रास नहीं आया और उन्होंने अपने इलाके में घटिया निर्माण होने दिया जिसका नतीजा आठ दिन में ही सामने आ गया। इस कॉकस से परेशान लोगों ने  विधायक रामेशवर शर्मा से मामले की शिकायत की है जिसमे  ठेकेदार का पेमेंट रोकने के साथ पार्षद के सभी कामों की जांच की मांग की है।     इस मामले में ठेकेदार और इंजिनियर से ज्यादा पार्षद रवीन्द्र यति को लोग दोषी मान रहे हैं की उन्होंने अपने इलाके में लगातार घटिया निर्माण करवाए हैं और शिकायत के बावजूद यह करप्ट ठेकेदारों और इंजीनियरों को पनाह देते रहे हैं। रविंद्र यति की शिकायत बीजेपी संगठन से भी कार्यकर्ताओं ने की है कि  यति लगातार का कामकाज ठीक नहीं हैं, इनके सभी निर्माण कार्यों की जांच करवाई जाये तो बड़ा भ्रस्टाचार सामने आयेगा। यति के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र  गया है इनके कारण पार्टी की साख ख़राब हो रही हैं ,अगर विधायक रामेश्वर शर्मा का अंकुश न हो तो वार्ड 80 बर्बादी की कगार पर पहुँच जाए।     इस काम को देखरहे इंजीनियर एचएस बेदी पर  मुख्य जवाबदारी निर्माण कार्य देखने की इन्हीं की है पर यह मौके पर गए ही नहीं। अब कह रहे हैं जांच कराएंगे। ठेकेदार सिद्धार्थ अग्रवाल को   अच्छा निर्माण करना चाहिए था, पर सबकी मिलीभगत में कांक्रीट के नाम पर सीमेंट पोत दी।  बताया जाता है इन दोनों से पार्षद का खास लगाव है।    बीजेपी संगठन को की गई शिकायत में पार्षद रविंद्र यति के कारनामों का सिलसिलेवार ब्यौरा है । कोलार के ही कुछ नेताओं और कुछ समाजसेवियों ने ऐसे निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर अलग अलग नेताओं को दी है जहां पार्षदों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के गठजोड़ ने कार्यों में गड़बड़ी की है।लेकिन सब से ज्यादा गड़बड़ी वाला वार्ड 80 को बताया गया है।   

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    वार्ड 82 में स्थित दानिश कुंज में एक बड़ा मामला सामने आया है। सोसायटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि यहां सड़क का निर्माण किया गया है। वहीं पार्षद भूपेंद्र माली ने बाकायदा बोर्ड लगाकर जनता को बताया है कि यह सड़क उन्होंने बनवाई है। मतलब यह हुआ कि नगर निगम ने बनाई है। यदि यह श्रेय लेने की होड़ है, तब तक तो ठीक है और यदि फाइलें बनवाकर भुगतान का खेल है तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। खास बात यह है कि सड़क जिसने भी बनवाई हो उखड़ने लगी है।   सड़कों में बड़ा खेल कोलार क्षेत्र में सड़कों के मामले में भारी मिलीभगत और भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। यहां इजीनियर्स, पार्षद और ठेकेदारों का एक कॉकस काम कर रहा है। करोड़ों की सड़कें बनती हैं और 4 महीने में उखड़ जाती हैं।   इसलिए उठे सवाल कई बार यह मामले सामने आए हैं कि सड़कें बीएचईएल और सीपीए ने बनार्इं तथा फाइलें नगर निगम में बनी। इसलिए कई बार सवाल उठने लगते हैं।   चाहिए पैसे : समिति ने रोड बनाने की सूचना दी और बकाया राशि मांगी।   और सड़क उखड़ गई यह सड़क निगम या फिर सोसायटी, जिसने भी बनाई हो पर यह बनने के 30 दिन बाद ही उखड़ने लगी है।     Attachments area          

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  उच्च शिक्षा मंत्री  गुप्ता ने किया भूमि-पूजन   एक्सीलेंस कॉलेज से चूना भट्टी तक सी.सी. रोड का निर्माण होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने रोड का भूमि-पूजन किया। रोड के लिये एक करोड़ 64 लाख 84 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। रोड की लम्बाई एक किलोमीटर है।  गुप्ता ने कहा कि रोड की तराई अच्छी तरह से करें।   श्री गुप्ता ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि रोड के बन जाने से उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टॉफ की माँग पूरी हो जायेगी। गुप्ता ने कहा कि सरकार सिर्फ काम में भरोसा करती है। उन्होंने शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। श्री गुप्ता ने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश में सबके पास रहने के लिये घर और रोजगार का कम से कम एक जरिया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।      Attachments area          

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    भोपाल  में शाहपुरा तालाब पर 3 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा।  महापौर परिषद ने शुक्रवार को इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी। इस ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 12 एमएलडी होगी। महापौर आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में छोटे और बड़े तालाब में फाउंटेन स्थापित करने की भी प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। एमआईसी ने टीटी नगर स्थित सब्जी विक्रेताओं से तहबाजारी जमा कराने, संत हिरदाराम नगर मल्टीलेवल पार्किंग में एक दुकान का ऑफर स्वीकृत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही भैंसाखेड़ी में सीवेज समस्या के निराकरण के लिए न्यूनतम ऑफर की स्वीकृति सहित कई प्रस्तावों को मंजूर किया गया।

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‘‘कर्मश्री’’ की प्रस्तुति कोलार में विश्वविख्यात भजन गायक विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ में मानो पूरा कोलार ही उमड़ पड़ा। भजन संध्या का आयोजन संस्था ‘‘कर्मश्री’’ के अध्यक्ष हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के तत्वावधान में किया गया था। गौरतलब है कि विधायक शर्मा और उनकी संस्था ‘‘कर्मश्री’’ द्वारा प्रतिवर्ष विनोद अग्रवाल की भजन संध्या ‘एक शाम बांसुरी वाले के नाम’’ का आयोजन किया जाता है। इसके बाद मुरली वाले के भजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातीप्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने राधाकृष्ण के समधुर भजनों की वह तान छेड़ी कि आयोजन स्थल पर बैठे हजारों श्रद्धालु श्रोता कान्हा की भक्ति के आनंदारितेक में डूब से गए। श्री अग्रवाल के साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता ने भी कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत के पूर्व भजनों की प्रस्तुति दी, इनके साथ वाद्य यंत्रों पर सुमन और अंशु ने भी जबरदस्त संगत करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। भजन संध्या के आरंभ में ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त भजन सम्राट विनोद अग्रवाल एवं साथ आए उनके पुत्र जतिन अग्रवाल और सह गायक धीरज बावरा, महावीर शर्मा, ललित शर्मा, विवेक मेहता सहित वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे सुमन और अंशु का स्वागत किया। पार्षद रविंद्र यति, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, सहित श्यामसिंह मीणा ने भी श्री अग्रवाल सहित उनके साथ पधारे संगीतकारों का स्वागत किया। पैलसे आॅर्चड रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित पूरी समिति ने भजन सम्राट अग्रवाल का शाल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। इन्हीं के द्वारा भजन सम्राट विनोद अग्रवाल और भजन संध्या के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। विनोद जी जहां जाते है वहां कान्हा और राधा अवश्य आते हैं: रामेश्वर शर्मा कान्हा से मिलना है तो हमें उनके साथ तार जोड़ना होगा। भजन संध्या में मोबाईल छोड़ कर पूरे समय उपर वाले से तार जोड़ कर बैठे रहना होगा। यह विचार ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष एवं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भजन संध्या के आरंभ के पूर्व आयोजन स्थल पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होेने कहा कि विनोद अग्रवाल जी पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन मन में कान्हा की भक्ति की वह लगन और कृपा प्राप्त हुई कि उन्होने राधा की गली में ही डेरा डाल दिया है। विनोद जी को सुनने में जिंदगी का अद्भुत आनंद है। इनकी खासियत है कि इनके भजन को दस बार सुनेंगे तो दसों बार अलग ही अनुभव पाएंगे। विनोद जी जो लिखते और गाते हैं वह अद्धितीय है,यह ईश्वरीय कृपा से ही संभव है। चाहे हम भागवत कथा कराएं, या राम कथा कराएं, कांवड़ यात्रा कराएं या फिर कितने ही धार्मिक आयोजन कराएं लेकिन लोग कहते हैं लोगों कि नशे की प्रवृत्ति बढ़ते जा रही है। इसके रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही फिल्मों की ओर मोड़ने के बजाए भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य ले जाना चाहिए। यहां बच्चों को ऐसे संस्कार मिलेंगे कि वह बच्चा जिंदगी भर माॅं-बाप की सेवा तो करेगा ही साथ ही जीवन में सफलता अर्जित कर देश और समाज के काम भी आएगा।

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मध्यप्रदेश सरकार का जुमला ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' भी सिर्फ जुमला बन कर रह गया । सरकारी कारिंदे कई बार गलतियां करते हैं इस बार भी जुमला गढ़ने में गड़बड़ हो गई ।क्योंकि जब पानी के लिए क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ा गया तो क्षिप्रा का अस्तित्व ख़त्म हो गया और वह नर्मदा में तब्दील हो गई । ठीक वैसे ही जैसे गंगा से मिलकर सब कुछ गंगा हो जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गुमराह करने में लगे थे सो नर्मदा और क्षिप्रा में हुए झोलझाल को दबा दिया गया । साधुओं ,संत महात्माओं और शिवराज सिंह के आकर्षक विज्ञापनों की चकाचौंध में सिंहस्थ को आस्था का केंद्र बनाए जाने की बजाए बाजार में तब्दील करने की कोशिश अफसरों ने की । लेकिन हुअत वही जो राम रची राख । पहले दिन से ही सिंहस्थ पर मुख्यमंत्री की अफसरी भारी पड़ गयी और उज्जैन उन नज़रों से वंचित रह गया जो उसे बारह बारस बाद यहाँ देखने थे । कड़वा सत्य पहले दिन कुम्भ की जो छटा होती है ,वह इस बार नदारत रही । सरकारी कारिंदों ने कुम्भ के पहले दिन लोगों की संख्या को लेकर कुतर्क किये। कहा गया पचास लाख लोग आये हैं। लेकिन संख्या बमुश्किल पांच लाख के आसपास रही । जिन लोगों ने पिछले उज्जैन कुम्भ को देखा था उनका कहना था इस बार श्रद्धालु कम और सरकारी इंतजाम अली ज्यादा हैं । जिस कारण यह मेला श्रद्धा का केंद्र होने की बजाये बड़े बाजार में तब्दील सा हो गया । महंत चतुरानंद ने तो यह तक कहा कि सरकार ने धर्म के मामले में जो अति उत्साह दिखाकर सरकारीकरण कर दिया है । वह न तो उज्जैन के लिए न ही सिंहस्थ के लिए हितकर है । स्वामी पुष्करनंद का कहना है धर्म अपना काम अपने आप करता है वह किसी का मोहताज नहीं है खासकर सरकार का तो कतई नहीं है । सरकार ने जहाँ जहाँ टांग अड़ाई वहां वहां बंटाधार ही होता है। कुम्भ के पहले दिन पहले शाही स्नान का दिन इतना सामान्य रहा कि उज्जैन वाले सरकारी इंतजामात को कोस्ते नजर आये। श्रद्धालु कम और पुलिस और शासकीय कर्मचारी इस सिंहस्थ की शोभा बढ़ाते नजर आये। नर्मदा के टत पर अमृत का मेला ऋषि अजयदास की माने तो सरकार ने क्षिप्रा को ख़त्म कर दिया है। जैसे ही नर्मदा जल से क्षिप्रा को भरा गया क्षिप्रा का अस्तित्व ही ख़त्म हो गया। अब इसका प्रचार ''क्षिप्रा के तट पर अमृत का मेला '' नहीं ''नर्मदा के तट पर अमृत का मेला होना चाहिए। ऋषि अजय दास कहते हैं संत समुदाय ने इस बार खासकर नागा साधुओं ने काफी सयंम से काम लिया नहीं तो सरकार की इस गलती के लिए उसे लेने के देने पड़ जाते। सिंहस्थ का आकर्षण साधू सन्यासी होते हैं अगर नर्मदा के मसले पर वे बेरुखी अख्तियार कर लेते तो सिंहस्थ प्रारम्भ ही नहीं हो पाता। इस कारण वैसे भी उज्जैन सिंहस्थ कुछ नीरस सा है। बुद्धू बनाया बुद्धूबक्से ने मध्यप्रदेश के रीजनल चैनल के रिपोर्टर ऐसे भागा दौड़ी कर के रिपोर्ट दे रहे थे कि पांव रखने की जगह नहीं है। लेकिन हाल वहां आगे पाट पीछे सपाट वाला था। चंद सिक्कों में गिरवी रखे यह न्यूज़ चैनल आम लोगों को बुद्धू बनाने में लगे थे । जिन लोगों ने इनका झूठ देखा उसे लगा भोपाल से उज्जैन तक के सारे रास्ते श्रद्धालुओं से अटे पड़े हैं। मजे की बात यह है कि सिंहस्थ को लेकर जनसम्पर्क विभाग ने अँधा बांटे रेवड़ी की तर्ज पर विज्ञापन बांटे और समझ लिया कि कुम्भ सफल हो गया। सरकार के पिट्ठू न्यूज़ चैनल को जनसम्पर्क विभाग के भूतल पर बैठने वाले एक अधिकारी कमांड दे रहे थे की अब तक 10 लाख लोग पहुंचे हैं और अब 30 लाख पहुँच गए हैं यह चलाएं। एक चैनल प्रमुख ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया है। जाहिर है झूठ के हाथ पैर नहीं होते। अभी तो सिंहस्थ शुरू हुआ है और घपलों घोटालों की बू आने लगी है। सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय हो गए हैं। धीरे धीरे rti के जरिये दूध का दूध और पानी का पानी होगा कि कितने कितने का घपला किस किस ने किया है। सरकारी कारिंदों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुमराह कर के 500 करोड़ के ऊपर की राशि सिर्फ प्रचार-प्रसार में खर्च कर दी,140 करोड़ के टूटे-फूटे शौचालय बनवा दिए। सरकारी माल का दुरूपयोग कैसे किया जाता है उज्जैन सिंहस्थ इसकी भी मिसाल बनेगा। चांडाल योग चांडाल योग और कुम्भ की जब बात होती तो यह नोट खाऊ अफसर कह देते कि कहे का चांडाल योग , क्या बिगाड़ लेगा ... हमारा कुछ बिगड़ा क्या ? जितने मालखाने वाले हैं उनके लिए चांडाल योग और सिंहस्थ लाभ का सौदा रहा है ,लेकिन महाकाल इनकी ऐसी कुगत करेंगे कि इनकी शक्लें इतिहास के चांडालों में दर्ज हो जाएंगी ।वैसे भी इस बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सिपहसलारों ने सिंहस्थ का सरकारीकरण कर उसका सत्यानाश कर दिया हैं ऐसे में भाड़े का मीडिया है जिसे सिर्फ हरा ही हरा दिख रहा है ,ऐसा लगता है मीडिया कि जवाबदेही जनता के प्रति न होके भ्रस्ट सिस्टम के प्रति हो । मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह ने जब सिंहस्थ शुरू होने से पहले मीडिया को चाय पर बुलाया तो एक पत्रकार ने कहा साब माल [विज्ञापन ] दे कर गले तक तर कर दिया है। जाहिर है जो गले तक तर हैं वह पत्रकारिता क्या करेंगे और सच क्या लिखेंगे और क्या सच दिखाएंगे। फिलहाल चांडाल योग का असर अभी ब्रम्हांड पर है। उज्जैन , सिंहस्थ और इसके इंतजाम अली इससे बचे रहें हम सिर्फ इसकी प्रार्थना कर सकते हैं। [दखल से साभार ]

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(कोलार) उपनगर के विजय विलास कालोनी में रहने वाली एक छात्रा ने मंगलवार की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | पुलिस के मुताबिक विजय विलास मे रहने वाली छात्रा के पिता विवेक राव सरकारी कर्मचारी है तथा उनकी बेटी प्रतीक्षा शेंडे (१७) आईआईटी की तैयारी कर रही थी |परिजनों को तब पता चला जब मंगलवार रात को काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तभी सब लोग उसके कमरे में गए तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था तो परिवार वालो को शक हुआ तब उन लोगों ने छात्रा के मामा संदीप को फोन कर घर बुलाया तभी फिर दरवाज़ा तोडा गया तो प्रतीक्षा फाँसी पर लटकी हुई थी |उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया |पुलिस का कहना है की यह मामला तनाव को मद्देनज़र रखते हुए आत्महत्या का है |

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नरवर। शिवपुरी जिले के मगरोनी चौकी क्षेत्र के पनघटा गांव में एक टावर पर एक महिला ने चढ़कर अपने प्रेमी को बुलाने की मांग करने लगी। करीब साढ़े 3 घंटे के बाद महिला समझाइश के बाद टावर से उतरने को राजी हुई। इस दौरान पुलिस सहित एसडीआरएफ ने टावर के नीचे सुरक्षा के इंतजाम कर लिए थे।   जानकारी के अनुसार पनघटा गांव की रहने वाली एक महिला मंगलवार सुबह 7 बजे पनघटा गांव के पास पावर हाउस के टावर पर चढ़ गई थी। सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर मगरौनी चौकी प्रभारी दीपक शर्मा सहित नायब तहसीलदार मौके पर पहुंच गए। महिला लगातार जितेंद्र नाम के व्यक्ति को मौके पर बुलाने की मांग कर रही थी।   पुलिस ने महिला को नीचे उतरने की अपील भी की, लेकिन महिला नीचे नहीं उतरी और लगातार वह अपनी मांग पर अड़ी रही। महिला के हट को देखते हुए एहतियातन मौके पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया जिसने टावर के नीचे जाल इत्यादि सुरक्षा के इंतजाम कर लिए। करीब 10:30 बजे महिला नीचे उतरने को राजी हुई।     जानकारी के अनुसार पनघटा गांव की रहने वाली महिला शादीशुदा है उसके दो बच्चे भी हैं उसकी शादी खनियाधाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक से हुई थी। पति से हुए झगड़े के बाद कई महीनों से महिला अपने मायके पनघटा में ही रह रही थी।   बताया गया है कि महिला का जितेंद्र नाम के एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग भी था आज महिला सुबह एकाएक टावर पर चढ़ गई और अपने प्रेमी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगी, हालांकि सुरक्षा के इंतजाम को देखते हुए महिला करीब साढ़े तीन घंटे बाद खुद ही टावर से नीचे उतर आई। पुलिस सहित प्रशासन महिला से पूछताछ करने में जुटी हुई है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून के पूर्वी हिस्से में सक्रिय होने के बाद से तेज बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने मंगलवार को बैतूल और बुरहानपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां अति भारी बारिश हो सकती है और आठ इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। वहीं, प्रदेश के 28 जिलों में मंगलवार को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। सोमवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश हुई। लगातार बारिश के कारण भोपाल के बड़े तालाब का जलस्तर बढ़ा है। इस तालाब को कोलांस नदी भरती है। नदी के पानी ने बड़े तालाब का जलस्तर 0.35 फीट बढ़ा दिया है। तालाब का लेवल 1660.90 से बढ़कर 1661.25 फीट पर पहुंच गया है। कलियासोत, केरवा और कोलार डैम के जलस्तर में भी इजाफा हुआ है। सोमवार को नर्मदापुरम और उज्जैन में नौ घंटे के भीतर पौने दो इंच बारिश दर्ज की गई। नर्मदापुरम में तवा डैम में 24 घंटे में सात फीट पानी बढ़ा है। पचमढ़ी और जबलपुर क्षेत्र में हो रही अच्छी बारिश के कारण मंगलवार को बरगी बांध के भी पांच गेट खोले जा सकते हैं। मंडला में डेढ़ इंच, जबकि उमरिया और बालाघाट के मलाजखंड में एक इंच बारिश हुई। दमोह, खंडवा, जबलपुर, शिवपुरी, रायसेन, सागर, बैतूल, पचमढ़ी, रीवा, सिवनी, सीधी, खजुराहो, ग्वालियर और भोपाल में भी हल्की बारिश का दौर जारी रहा। इंदौर में सोमवार शाम से शुरू हुई बारिश में सड़कें पानी में डूब गईं और लंबे जाम लग गए। सबसे बुरी स्थिति रिंग रोड और बीआरटीएस की थी। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछ्ले 24 घंटे में मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम और रायसेन जिलों में अतिभारी वर्षा, जबकि रतलाम, विदिशा, देवास, नरसिंहपुर, शहडोल, डिंडोरी जिलों में वर्षा तथा मंदसौर, सीहोर, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, अनूपपुर, सागर तथा छिंदवाड़ा जिलों में सामान्य श्रेणी से वर्षा होना पाया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि बारिश के तीन सिस्टम एक्टिव हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश के 28 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि प्रदेश में अब तक 16% बारिश ज्यादा हो चुकी है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन 18 जुलाई यानी आज से बनेगा। इससे 20 से 26 जुलाई तक कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, गुना, श्योपुर और सागर में अति भारी बारिश की आशंका है। यहां 24 घंटे में आठ इंच तक बारिश होने का अनुमान है। बैतूल और बुरहानपुर के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी में गरज-चमक के साथ 4 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, दमोह और निवाड़ी में भी भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, नीमच, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, छतरपुर और टीकमगढ़ में हल्की बारिश की संभावना है।

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उज्जैन। सावन के दूसरे सोमवार शाम को नगर में भगवान महाकाल की सवारी धूमधाम से निकाली गई। इस दौरान सवारी में शामिल भक्तों पर थूकने का मामला सामने आया है। छत पर खड़े वर्ग विशेष के तीन युवकों ने श्रद्धालुओं पर थूका, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और एफआईआर दर्ज कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।   पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि सावन के दूसरे सोमवार को शाम चार बजे भगवान महाकाल की सवारी मंदिर से रवाना हुई और शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए टंकी चौक पहुंची थी। यहां बहुमंजिला भवन पर तीन युवक खड़े हुए थे। सवारी के गुजरने के दौरान युवकों द्वारा नीचे खड़े भक्तों पर थूका गया। नीचे खड़े कुछ युवकों ने मोबाइल से इस घटना का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में तीनों युवक कुल्ला करके सवारी में शामिल भक्तों पर थूकते हुए नजर आ रहे है। वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अदनान, सूफियान और अशरफ नामक युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी के अनुसार, पुलिस ने सावन लोट निवासी भेरूगढ़ नाका चौराहा की शिकायत पर तीनों आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।   इधर, मामले की जानकारी लगने पर हिंदूवादी संगठन के सदस्य खाराकुआं थाने पर एकत्र हो गए और जमकर नारेबाजी की। इस पर भारी पुलिस बल थाने पर पहुंच गया। लोगों की मांग थी कि आरोपितों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं दूसरी ओर अन्य पक्ष के लोग भी थाने पहुंचे और एएसपी आकाश भूरिया, सीएसपी ओपी मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों के समक्ष अपना पक्ष रखा। एएसपी आकाश भूरिया ने बताया कि महाकाल सवारी के दौरान भजन मंडली एवं ढोल नगाड़ा बजाने वाले कुछ लोग सवारी में गुजर रहे थे, जिनके ऊपर एक मकान के ऊपर से कुछ युवकों द्वारा पानी पीकर थूका गया। इस पर खाराकुआं थाना में धारा 295 ए , 153 ए , 505 , 296 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। तत्काल तीन संदिग्ध युवकों को तत्काल हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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इंदौर में 19 जुुलाई से 21 जुलाई आयोजित तीन दिनी जी-20 समिट को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसके ही सोमवारं से मेहमानों का आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। सुबह मॉरीशस से डेलीगेट्स इंदौर आए तो एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत हुआ।सुबह 11 बडे मॉरीशस से इंदिरा रूगी (परमानेंट सेक्रेटरी) और उनके साथ एक अन्य डेलीगेट्स इंदौर आए। एयरपोर्ट पर एडीएम अजयदेव शर्मा व आईडीए सीईओ आरपी अहीरवार ने उन्हें रिसीव किया। इस दौरान उन्हें लाउंज में ले जाया गया और तिलक लगाने के साथ मालवी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। ‌वहां नाश्ता कराने के बाद उन्हें बाहर लाया गया जहां लोक नृत्य (भगोरिया) का आयोजन रखा गया है। यहां कलाकारों की प्रस्तुति देखकर वे बहुत खुश हुए। खास बात यह कि एयरपोर्ट पर इंदौर की खासी ब्रांडिंग की गई है। मेहमानों को लाउंज में जहां ले जाया जा रहा है वहीं पास में 'वेलकम टू इंदौर, द क्लीनेस्ट सिटी ऑफ इंडिया' की ब्रांडिंग की गई है जिससे आते ही मेहमानों को बोध हो रहा है कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर में पहुंच चुके हैं। यहां से उन्हें फिर होटलों में ले जाया जा रहा है

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भोपाल। अब तक प्रदेश के पश्चिमी और मध्य क्षेत्र में सक्रिय मानसून अब पूर्वी हिस्से में चला गया है। इसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश हो रही है। बीते 24 घंटों में हुई तेज बारिश के कारण अधिकांश नदी-नाले उफान पर हैं। वहीं, मौसम विभाग ने 9 जिलों में अति भारी तथा 19 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।   मध्यप्रदेश के कई इलाकों में हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। सागर में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। निचले इलाकों में पानी भर गया। नर्मदा, शिवना, क्षिप्रा, ताप्ती, बेतवा और रायसेन की बीना समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। टीकमगढ़ में धसान नदी पर बने बान-सुजारा बांध के गेट खोल कर पानी छोड़ा गया। वहीं, बैतूल के सारणी में सतपुड़ा बांध के पांच गेट खोलने पड़े। भोपाल समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल में सुबह से बूंदाबांदी होती रही। शाम को 4 बजे के बाद तेज बारिश शुरू हो गई। देर रात तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर चलता रहा।     मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी तीन सिस्टम सक्रिय हैं, जो प्रदेश को भिगो रहे हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। ट्रफ लाइन और साइकोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने से ऐसा हो रहा है। विभाग के अनुसार मानसून प्रदेश के पूर्वी हिस्से में शिफ्ट हो गया है। इससे यहां अगले दो-तीन दिन तक तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। सोमवार को प्रदेश के 9 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इनमें सिंगरौली, सतना, डिंडोरी, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना और छतरपुर शामिल हैं। इन जिलों में 8 इंच तक बारिश होने का अनुमान है। विदिशा, रायसेन, बैतूल, हरदा, शिवपुरी, श्योपुरकलां, उमरिया, जबलपुर, छिंदवाड़ा और सागर में बिजली की गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। दतिया, भिंड, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी में भारी बारिश हो सकती है। जबकि भोपाल, सीहोर, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, मुरैना और नरसिंहपुर हल्की बारिश की संभावना है।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवती हरियाली अमावस्या महापर्व पर नई दर्शन व्यवस्था लागू की गई है। दर्शनार्थियों को तीन द्वार चारधाम, बड़ा गणेश व प्रशासनिक कार्यालय के सामने स्थित द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। श्रावण मास के दूसरे रविवार को भी देर शाम मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ा। देशभर से आए दो लाख से अधिक भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए।     मंदिर प्रबंधन समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सोमवती महापर्व पर भक्तों के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। रामघाट व सोमतीर्थ की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों को हरसिद्धि चौराहा से बड़े गणेश के रास्ते मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इंदौर रोड, रेलवे स्टेशन, देवास गेट व नानाखेड़ा बस स्टैंड की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को चारधाम मंदिर के सामने से श्री महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।     उन्होंने बताया कि महाकाल व पुराने शहर से आने वाले भक्त महाकाल मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने से मनसरोवर फैसिलिटी सेंटर पहुंचेंगे। महाकाल दर्शन के बाद सभी ओर से आने वाले भक्तों का निर्गम निर्माल्य द्वार से होगा। यहां से दर्शनार्थी जिस रास्ते मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर आए थे, उसी रास्ते वापस लौटेंगे। हर रास्ते पर जूता स्टैंड सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

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उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में करीब चार माह पहले आग लगने से क्षतिग्रस्त हुई शक्तिपीठ हरसिद्धि माता मंदिर की दीपमालिका रविवार शाम को फिर से प्रज्वलित कर दी गई है। इससे माता हरसिद्धि का दरबार आलौकिक हो उठा और यहां का दृश्य अनुपम नजर आने लगा है।   उल्लेखनीय है कि बीते अप्रैल माह में आग लगने से एक दीपस्तंभ के 40 से अधिक दीपक क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसके बाद से दीपमालिका प्रज्वलित करने पर रोक लगा दी गई थी। मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा दीप माला के संधारण का कार्य शुरू कराया गया। राजस्थान के कलाकारों ने दीपमालिका को फिर संवार दिया। दीपमालिका का संधारण होने के बाद रविवार शाम को उसे प्रज्ज्वलित किया गया, जिससे माता के दरबार में फिर से भक्ति का आलोक फैल गया। मंदिर प्रबंधक अवधेश जोशी ने बताया कि राजस्थान के कलाकारों ने दीपमालिका का संधारण किया है। पहली बार फायरप्रूफ पत्थरों से नए दीपक बनाए गए हैं। रविवार शाम को एसडीएम कल्याणी पांडे ने दीपमालिका की पूजा-अर्चना कर इसे प्रज्वलित कराया। अब प्रतिदिन भक्तों की बुकिंग अनुसार दीपमालिका प्रज्वलित की जाएगी।

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देवास। देवास जिले के नेमावर में बड़ा हादसा हो गया। यहां नेमावर थाने में पदस्थ टीआई राजाराम वास्कले की रविवार को नदी में डूबने से मौत हो गई। जामनेर नदी के स्टॉप डेम में लाश होने की सूचना पर उसे निकालने के दौरान यह हादसा हुआ। टीआई खुद शव निकालने का प्रयास कर रहे थे, उसी दौरान यह भयंकर हादसा हुआ और वह खुद डूब गए। वहा उपस्थित पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों की सहायता से उन्हें निकालकर हरदा अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।   जानकारी अनुसार रविवार दोपहर को जामनेर नदी पर बने स्टॉप डैम में एक लाश होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर नेमावर थाना टीआई राजाराम वास्कले टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने खुद पानी में कूदकर शव को निकालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। उसके बाद फिर उन्होंने उस शव को निकालने का प्रयास किया। इस बार वो फंस गए। उसके बाद वहां मौजूद जवानों और ग्रामीणों ने रस्से की मदद से उन्हें निकाला और अस्पताल ले गए। जहां से उन्हें हरदा जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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भोपाल। प्रदेश हो रही लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनने लगी है। बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, तो सागर में लगातार बारिश से जगह-जगह पानी भर गया है। मंदसौर में शिवना, रायसेन में बीना उफनी हुई हैं। टीकमगढ़ में धसान नदी पर बने बान-सुजारा बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है। बेतवा का भी जलस्तर बढ़ गया है। इधर मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के 31 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।     प्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। बड़वानी के राजघाट में नर्मदा का जलस्तर 125 मीटर तक पहुंच गया। भोपाल में बड़े तालाब का वाटर लेवल आधा फीट बढ़ गया। सिवनी में 12वीं की छात्रा नदी में बह गई। सागर में शनिवार को एक दिन में 6 इंच बारिश दर्ज की गई। शहर की कई कॉलोनियों में पानी भर गया। टीकमगढ़ में भी शनिवार दोपहर तक ढाई इंच से ज्यादा पानी बरसा। रायसेन के बेगमगंज में बीना नदी के उफान पर आने से ढाडिया-हरदौट रोड बंद हो गया। करीब 6 गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया। जबलपुर जिले में 9 घंटे में ही 3 इंच पानी गिर गया। बीते 24 घंटों में पचमढ़ी में 1 इंच से ज्यादा बारिश हुई। बालाघाट के मलाजखंड और सागर में आधा इंच बारिश हुई। मंडला, खजुराहो, नौगांव, उमरिया, दमोह, सतना, सीधी, नर्मदापुरम, गुना, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, भोपाल, धार, शिवपुरी में भी बारिश का दौर चलता रहा। देर रात भी बारिश होती रही।     मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में अभी 3 सिस्टम एक्टिव हैं। इस कारण अधिकतर जिलों में बारिश हो रही है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि यह दौर आगे भी जारी रहेगा। ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने से अगले 3 से 4 दिन तक तेज बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में विदिशा, रायसेन, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, डिंडोरी और सिवनी में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की आशंका जताई है। यहां 4 इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, देवास, शाजापुर, गुना, ग्वालियर, भिंड, जबलपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी बरस सकता है। हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश हो सकती है।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल श्रावण मास के दूसरे सोमवार (कल) को नगर भ्रमण करेंगे। इस बार सोमवार को अमावस्या पर्व भी है। इस वजह से सोमवती अमावस्या स्नान के लिए शिप्रा तट पर करीब तीन लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। महाकाल मंदिर में सोमवार शाम चार बजे कोटितीर्थ के पास सबसे पहले बाबा महाकाल की पूजा की जाएगी। इसके बाद बाबा रजत पालकी में बैठेंगे। मंदिर के प्रवेश द्वार पर बाबा की पालकी पहुंचेगी। यहां सशस्त्र पुलिस बल बाबा को गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। इसके बाद पुलिस बैंड की धुन पर बाबा महाकाल नगर भ्रमण करेंगे। इस वर्ष श्रावण-भादौ मास की बाबा महाकाल की 10 सवारियां निकलेंगी। कल (सोमवार) बाबा महाकाल की दूसरी सवारी रहेगी। बाबा महाकाल भक्तों को चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। पालकी के पीछे हाथी पर मन-महेश विराजीत रहेंगे। नगर भ्रमण के दौरान बाबा की पालकी रामघाट पहुंचेगी। यहां मां शिप्रा के जल से बाबा का जलाभिषक होगा। परंपरानुसार पालकी सायं सात बजे से पूर्व महाकाल मंदिर पहुंचेगी। स्कंद पुराण के अवंति खंड में सोमवती अमावस्या पर शिप्रा तीर्थ स्नान का महात्म्य है। इसीलिए लाखों श्रद्धालु तीर्थ स्नान करने उज्जैन पहुंचते हैं। शिप्रा तट के समीप ही सोमतीर्थ कुंड भी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए फव्वारा स्नान की व्यवस्था की है।

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इंदौर। इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र के तलावली चांदा स्थित तालाब में शनिवार दोपहर नहाने गए चार बच्चे डूब गए। मौके पर मौजूद लोगों ने दो बच्चों को बचा लिया, जबकि दो बच्चे डूब गए।सूचना मिलने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और लसूडिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है दोनों बच्चों को खोजने का प्रयास जारी है।   जानकारी अनुसार शनिवार दोपहर बजरंग नगर कांकड़ के रहने वाले चार बच्चे तालाब में नहाने गए थे। इसी दौरान नहाते समय वे गहरे पानी में चले गए। मौके पर मौजूद लोगों ने बच्चों को डूबते देखा तो बचाने के लिए तालाब में कूद गए। लोगों ने दो बच्चों को बचा लिया, लेकिन दो बच्चे डूब गए। बच्चों के डूबने की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में तालाब पर पहुंच गए। इधर सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। ग्रामीणों का कहना है कि इस तालाब में बच्चे अकसर नहाने आते हैं। बारिश के दिनों में अकसर बच्चों को यहां आने से रोका जाता है, लेकिन बच्चे फिर भी नहाने चले जाते हैं। फिलहाल रेस्क्यू टीम तालाब में डूबे बच्चों की तलाश कर रही है।

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भोपाल। नगर निगम ने भेल क्षेत्र के सोनागिरी में स्थित एक जर्जर भवन गिरा दिया। इसके लिए नगर निगम की कार्रवाई शुक्रवार देर रात तक चली। नगर निगम के अतिक्रमण अमले ने चार घंटे की मशक्कत के बाद भवन को जमींदोज कर दिया।   नगर निगम जोन क्रमांक 15 के सहायक यंत्री एस.के. राजेश ने बताया कि सोनागिरी-ए सेक्टर में जर्जर इमारत करीब 35 वर्ष पुरानी थी। इसकी दीवारों में दरारें आ गई थी, छज्जों के प्लास्टर भी उखड़ रहे थे। जिससे बड़े हादसे का खतरा था। भवन को अति जर्जर मानते हुए इसे खाली करने के लिए 18 अप्रैल 2023 को नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद कई बार रिमाइंडर भेजा गया, फिर भी भवन खाली नहीं हुआ। ऐसे में शुक्रवार दोपहर नगर निगम का अमला इसे गिराने के लिए पहुंचा था। लेकिन दुकानदारों ने इसका विरोध शुरु कर दिया। वो दुकानें नहीं खाली करना चाहते थे। ऐसे में नगर निगम के कर्मचारियों को कार्रवाई के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। हालांकि शाम तक भवन मालिक व दुकानदारों के बीच सहमति बन गई। भवन मालिक ने नई इमारत बनने पर इन्हें प्राथमिकता में दुकान किराए से देने का वादा किया, जिसके बाद दुकानें खाली कर दी गईं। जिसके बाद नगर निगम की जेसीबी ने इसे गिराना चालू किया।

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भोपाल। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज और मध्यम बारिश का दौर जारी है। लगातार बारिश के चलते बड़वानी में नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, वहीं अन्य नदी-नाले भी उफान पर हैं। मौसम विभाग ने शनिवार को इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश के 29 जिलों में तेज बारिश होने की आशंका जताई है। अन्य जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।   मध्यप्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से बारिश का दौर जारी है। भोपाल में शुक्रवार दोपहर से ही तेज बारिश तो इंदौर में रिमझिम होती रही। नर्मदापुरम, रायसेन, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, गुना, उज्जैन और सागर में भी हल्की बारिश का दौर चलता रहा। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को नर्मदापुरम में 9 घंटे में 2 इंच के करीब बारिश हो गई। वहीं, इंदौर में 20.2 मिमी, रायसेन में 14 मिमी, पचमढ़ी में 10 मिमी, भोपाल में 8.5 मिमी, छिंदवाड़ा में 8 मिमी, गुना में 6 मिमी बारिश हुई। उज्जैन और सागर में भी हल्की बूंदाबांदी का दौर चलता रहा।   लगातार बारिश के चलते शनिवार सुबह बड़वानी के राजघाट में नर्मदा का जलस्तर 125 मीटर तक पहुंच गया। यह खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर है। नए घाट तक पानी आने लगा है। तटीय गांवों में बाढ़ का खतरा है। भोपाल में भी बड़े तालाब का लेवल आधा फीट बढ़ गया है। यह कैचमेंट एरिया में पिछले 48 घंटे में अच्छी बारिश के चलते हुआ। बड़े तालाब को भरने वाली कोलांस नदी में 4 फीट से ज्यादा पानी आ गया। पिछले 5 दिन में केरवा, कलियासोत और कोलार डैम के लेवल में भी इजाफा हुआ है। शाजापुर में लखंदर नदी में उफान आने पर पुलिया डूब गई है।   मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मध्य उत्तरप्रदेश के दक्षिणी हिस्से में साइक्लोनिक सकुर्लेशन बना है। एक ट्रफ लाइन पश्चिमी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। इससे बारिश हो रही है। कई जिलों में भारी बारिश भी हो रही है। अगले दो दिन पश्चिमी मध्यप्रदेश में तेज बारिश होने का अनुमान है। इसके बाद सिस्टम पूर्वी मध्यप्रदेश की ओर शिफ्ट होगा। इससे वहां भी तेज बारिश होगी।

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उज्जैन। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने शुक्रवार को स्मार्ट सिटी द्वारा किये जा रहे महाकाल लोक के द्वितीय चरण के निर्माण कार्यों की समीक्षा की तथा निर्देश दिये कि सभी कार्यों के लिये अन्तिम समय-सीमा 15 से 31 अगस्त है। इसके पूर्व सभी कार्य पूर्ण करा लिये जायें। उन्होंने कहा कि आगामी सितम्बर माह में द्वितीय चरण के निर्माण कार्यों का लोकार्पण प्रस्तावित है। कलेक्टर ने निर्माण कार्यों में पिछड़ रहे ठेकेदारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उन्होंने समय-सीमा में कार्य नहीं किये तो उन पर न केवल भारी पैनल्टी लगेगी, बल्कि कड़ी कार्यवाही भी की जायेगी। कलेक्टर ने बैठक में स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री को डे टू डे कार्यों की मॉनीटरिंग करने के लिये कहा है। बैठक के पश्चात कलेक्टर ने निर्माण कार्यों का स्थल पर जाकर निरीक्षण किया एवं दिशा-निर्देश दिये।   कलेक्टर ने बैठक में शुक्रवार को एक-एक कर महाकाल लोक के द्वितीय चरण के निर्माण कार्यों की समीक्षा की। सर्वप्रथम उन्होंने रूद्र सागर के आसपास के 21.52 करोड़ की लागत से किये जा रहे कायाकल्प के कार्य की समीक्षा की तथा निर्देश दिये कि इस कार्य के तहत निर्मित की जा रही ध्यान कुटीरों का नामकरण पौराणिक आधार पर किया जाये। कायाकल्प के कार्यों को 31 जुलाई तक पूर्ण करने के लिये डेडलाइन निर्धारित की गई है। इसी तरह महाराजवाड़ा बेसमेंट में विक्रेता झोन का कार्य भी 15 अगस्त तक पूर्ण करने के लिये कहा गया है। नीलकंठ वन का निर्माण 6.95 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। यहां पर लैंडस्केपिंग, बांस से कियोस्क का निर्माण, पेड़ों की एवेन्यू आदि का कार्य होना है। कलेक्टर ने कहा कि कियोस्क इस तरह से निर्मित होना चाहिये, जिससे लोगों की दृष्टि के लिये यह आकर्षण का केन्द्र बने। उन्होंने यहां पर निर्मित किये जा रहे सुविधाघर को भी उच्चस्तरीय बनाने के लिये कहा है। यह सभी कार्य 15 अगस्त तक पूर्ण करने के लिये कहा गया है। नीलकंठ मार्ग पर म्युरल वाल का निर्माण किया जा रहा है। म्युरल वाल 5 मीटर ऊंची एवं 280 मीटर लम्बी है।   महाकाल लोक के द्वितीय चरण में कुल 34 म्युरल लगाये जा रहे हैं। कलेक्टर ने म्युरल कलाकृतियों के निर्माण में की जा रही देरी पर असंतोष व्यक्त करते हुए कॉन्ट्रेक्टर को हर हाल में यह कार्य 31 अगस्त तक पूर्ण करने को कहा है। द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा कॉम्पलेक्स का संरक्षण व विकास का कार्य 19.91 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। कलेक्टर ने महाराजवाड़ा पार्ट-बी कॉम्पलेक्स का कार्य, लैंडस्केपिंग आदि 10 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह उन्होंने रूद्र सागर पैदल पुल का निर्माण भी तेजी से करने के लिये कॉन्ट्रेक्टर को पाबन्द करते हुए कहा है कि इस कार्य को भी वे 31 अगस्त तक पूर्ण करें। कलेक्टर ने अन्नक्षेत्र एवं प्रवचन हॉल को हटाकर वैदिक थीम पर तैयार किये जा रहे लैंडस्केपिंग एवं शिखर दर्शन के कार्य को धीमी गति से करने पर नाराजगी व्यक्त की तथा ठेकेदार पर पैनल्टी लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर स्थिति में यह कार्य 15 अगस्त तक पूर्ण हो जाना चाहिये। इसी तरह आपातकालीन प्रवेश द्वार का निर्माण 7.53 करोड़ रुपये की लागत से महाकाल के पश्चिम में देवास धर्मशाला की ओर से किया जा रहा है। यह कार्य भी 15 अगस्त तक पूर्ण करने के लिये कहा गया है।   निर्माण कार्यों का निरीक्षण कलेक्टर ने ई-कार्ट में बैठकर विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। सर्वप्रथम उन्होंने सरस्वती शिशु मन्दिर वाले समानांतर मार्ग का निरीक्षण किया तथा नीलकंठ वन के बेसमेंट पार्किंग का अवलोकन किया। समानांतर मार्ग में उन्होंने एक होटल में जाकर सड़क पर वाहन पार्किंग नहीं करने की हिदायत दी। इसके बाद उन्होंने आकस्मिक प्रवेश द्वार, शिखर दर्शन आदि के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया तथा यहां से जल निकासी के बारे में दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने शिखर दर्शन के बेसमेंट में किये जा रहे निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने रूद्र सागर के कायाकल्प के कार्यों, ध्यान कुटीर, महाराजवाड़ा हैरिटेज निर्माण कार्यों का अवलोकन किया तथा हिदायत दी कि निर्माण कार्यों के लिये तय की गई समय-सीमा का सभी ठेकेदार एवं अधिकारी ध्यान रखें।

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ग्वालियर। बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसम प्रणाली विकसित होने की संभावना है। जिसके प्रभाव से 16 से 18 जुलाई तक ग्वालियर-चंबल संभाग में जोरदार बारिश की उम्मीद है। हालांकि मौसम विभाग ने इससे पहले अगले 24 घंटे के दौरान भी अंचल में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। शुक्रवार को ग्वालियर के गगन में कभी मध्यम तो कभी घने बादल तो छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। जिससे दिन भर उमस भरी गर्मी परेशान करती रही, हालांकि तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। स्थानीय मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह ने बताया कि इस समय ग्वालियर के पास से मानसून की अक्षीय रेखा गुजर रही है। उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भाग में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में भी एक चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है इसलिए मानसून अभी सक्रिय है। इसके चलते अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर एवं चंबल दोनों संभागों में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले 24 से 48 घंटे के दौरान उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से मध्यप्रदेश के अधिकांश भागों सहित ग्वालियर-चंबल संभाग में भी 16 से 18 हुलाई तक अच्छी बारिश हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 33.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 1.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 97 और शाम को 78 प्रतिशत दर्ज की गई। शहर में एक जून से अब तक बारिश कुल 346.2 मिलीमीटर दर्ज की गई है।

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भोपाल। प्रदेश में हरियाली अमावस्या 17 जुलाई से तीन दिवसीय पौध-रोपण अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें कम से कम एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मध्यप्रदेश गो-संवर्धन बोर्ड की कार्य-परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने गुरुवार को मीडिया को यह जानकारी दी।       उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के जिलों में पदस्थ अधिकारियों से कहा गया है कि अपने जिले की ग्राम पंचायत स्तर पर नवनिर्मित गो-शालाओं के साथ पहले से संचालित गो-शालाओं में 17, 18 एवं 19 जुलाई को कम से कम 5 पौधो का रोपण अवश्य करवाये। साथ ही पशुपालन विभाग के सभी शासकीय उपक्रमों, कार्यालय परिसर और ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के उद्यानों में आमजन के साथ पौध-रोपण करवायें। पौध-रोपण की जानकारी गो-संवर्धन बोर्ड को mpgopalanboard@gmail.com पर भेजें।     स्वामी गिरी ने बताया कि भारतवर्ष में श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या हरियाली अमावस्या के रूप में मनाने की प्राचीन परम्परा है। यह पर्व पर्यावरण संरक्षण और पौध-रोपण से संबंधित है। भारतीय संस्कृति में इसे पर्यावरण महोत्सव का शुभारंभ भी कहा जाता है जो बसंत पंचमी के दिन बड़ा स्वरूप लेता है।

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालु से अभद्रता करने के मामले में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा पुजारी को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर पद से हटने की चेतवानी दी गई है।   महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित मुरैना से आए श्रद्धालु दिलीप के साथ अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी प्रतिनिधि ने अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता की गई थी। हालात मारपीट तक पहुंच गए थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। मामले की शिकायत महाकाल मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप सोनी के पास भी पहुंची थी। प्रशासक सोनी ने अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी राहुल दुबे को जारी किया है। इसका जवाब समय सीमा में नहीं मिलने पर या जवाब संतोषजनक नहीं होने की स्थिति में कार्रवाई चेतवानी दी गई है।   अनाधिकृत व्यक्तियों को बैठाया जा रहा महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी द्वारा पुजारी राहुल दुबे अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर महाकालेश्वर मंदिर को जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से ऐसा संज्ञान में आया है कि अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर में आपके द्वारा स्वयं के स्थान पर अनाधिकृत व्यक्तियों को बैठाया जा रहा है, जो कि बड़ी मात्रा में ताबीज, रुद्राक्ष इत्यादि विक्रय कर रहे हैं, जबकि कार्यालयीन आदेश द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है।   श्रद्धालुओं से रुपए लेकर कलावा, धागा इत्यादि बांधा जा रहा है। रुपए लेकर मंदिर के अंदर प्रवेश दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं से अशोभनीय, अमर्यादित आचरण कर अभद्र भाषा का उपयोग कर श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत की जा रही है। इससे मंदिर की प्रतिष्ठा प्रभावित होकर,छवि धुमिल हो रही है। अत: क्यों न मंदिर अधिनियम की धारा 18 (2) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए आपको पुजारी के पद से पृथक किया जावे। उक्त संबंध में अपना जवाब पत्र प्राप्ति से प्रस्तुत करें। निश्चित समयावधि में जवाब प्राप्त न होने की दशा में एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर-उज्जैन संभाग के पांच जिलों में मौसम विभाग ने अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इंदौर, धार, रतलाम, मंदसौर और नीमच में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। आधे प्रदेश यानी 29 जिले ऐसे हैं, जहां भारी बारिश की संभावना है। इनमें इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, ग्वालियर-चंबल, शहडोल के जिले शामिल हैं।   रायसेन में बीना, शाजापुर में चीलर नदी उफनी लगातार हो रही बारिश से पूरा प्रदेश तरबतर है। नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। इंदौर में तेज बारिश के चलते मुहाड़ी वाटर फॉल उफान पर है। यहां पिकनिक मनाने पहुंचे एक ग्रुप में शामिल 12वीं के छात्र की डूबने से मौत हो गई। रायसेन के बेगमगंज इलाके में‎ लगातार हो रही बारिश से बीना नदी उफान‎ पर आ गई।   विदिशा के 20 गांव में बाढ़ के हालात हैं। मदउखेड़ी, इमलिया और फतेहपुर में 25 से ज्यादा लोगों के घर बाढ़ में गिर गए। नरेन नदी में उफान आने से विदिशा-अशोक नगर हाईवे बुधवार रात आठ बजे तक बंद रहा। घटवार में स्कूल की बाउंड्रीवाल गिर गई। लगातार बारिश के कारण शाजापुर शहर के बीच से गुजरी चीलर नदी उफान पर आ गई। पुलिया से पानी बह रहा है। शहर दो हिस्सों में बंट गया। नर्मदा, पार्वती नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है।   दक्षिण-पश्चिम हवाओं के साथ अरब सागर और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी की ओर से नमी है। इस कारण भी प्रदेश के कई जिलों में अति भारी से भारी बारिश का दौर जारी है। अगले 48 घंटे के दौरान प्रदेश में ऐसा मौसम रहने का अनुमान है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल संभाग के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय था। अभी यह पूर्व दिशा की ओर बढ़कर उत्तरप्रदेश के मध्य हिस्सों में है। इसके साथ मानसून ट्रफ लाइन पूर्व मध्यप्रदेश से गुजर रही है।   मौसम विभाग ने गुरुवार को धार, इंदौर, रतलाम, मंदसौर और नीमच में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यहां साढ़े 4 इंच से 8 इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, उज्जैन, देवास, गुना, अशोकनगर, श्योपुरकलां, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर और छतरपुर में भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों में ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है।

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अनूपपुर। विगत 9 दिनों से अनूपपुर जिले के जैतहरी वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे पांच हाथियों का समूह बुधवार की सुबह अनूपपुर वन परिक्षेत्र के दुधमनिया बीट के ग्राम बांका के बांस प्लांटेशन में विश्राम कर रहा हैं। हाथी दल गत रात्रि दो ग्रामीणों के घरों को तोड़फोड़ कर एवं खेत-बाडियों में लगे फल एवं अनाज को अपना आहार बनाया। ठेगरहा गांव एवं उससे लगे मोहल्लो के साथ वन विभाग की टीम द्वारा मंगलवार की शाम हाथियों के दल को बीच गांव में ना पहुंचे इस हेतु सैकड़ों की संख्या में मसाल ले कर हो-हल्ला कर रोकने का प्रयास किया गया।   ज्ञातव्य है कि पांच हाथियों का समूह 9 दिनों से अनूपपुर जिले में छत्तीसगढ़ से प्रवेश कर जैतहरी वन परीक्षेत्र अंतर्गत विभिन्न ग्रामों, जंगलों के साथ पांच दिनों से गोबरी के जंगल में दिन मे विश्राम करने बाद देर शाम रात को गोबरी,ठेगरहा गांव के विभिन्न टोले-मोहल्ला में घूमते हुए ग्रामीणों के कच्चे एवं पक्के मकानों जिसमें विभिन्न तरह के अनाज रखे रहे के साथ खेत-बाड़ियों में लगे गन्ना,केला,कटहल एवं अन्य तरह के पेड़,पौधों,फलों को अपना आहार बनाया है। मंगलवार की रात जंगल से निकलकर गोबरी से पगना की ओर जाने वाली सड़क के मुख्य मार्ग को पार करते हुए देर रात ठेगरहा गांव के गौठियान टोला एवं डोगराटोला आदि मे पहुंचकर दो भागों में बट गए जो खेतों एवं बाड़ियों में लगे अनाज को खाते रहें। इसके पूर्व वन परीक्षेत्र जैतहरी के वन परीक्षेत्र अधिकारी विवेक मिश्रा, परिक्षेत्र सहायक आरएस शर्मा, आरएस सिकरीवार,वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर शशिधर अग्रवाल, ग्राम पंचायत गोबरी के सरपंच प्रतिनिधि बाबूलाल कोल एवं ग्रामीणों के साथ वन परीक्षेत्र के वनरक्षकों, सुरक्षा श्रमिकों द्वारा हाथियों के समूह को गांव की बस्ती में घुसने से रोकने हेतु सैकड़ों मसाल के साथ हो-हल्ला किया जिसके फलस्वोरूप हाथियों का समूह बीच गांव में पहुंचने के बाद भी नुकसान नहीं किया। इस बीच पांच हाथियों का समूह दो अलग-अलग समूह में बट कर पूरी रात विचरण करते रहें। देर रात में हाथियों द्वारा ठेगरहा के गौठियानटोला निवासी शिवनारायण सिंह के घर की दीवाल तोडकर एवं ग्राम बांका में शंभू पिता भीखू सिंह गोड़ के दीवाल गिराते हुए घर के अंदर रखे धान एवं अन्य तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया और बुधवार की सुबह अनूपपुर वन परीक्षेत्र के बीट दुधमनिया के बांस प्लांटेशन ग्राम पंचायत पगना में है। जहां दिनभर विश्राम कर रहे है। हाथियों के आने की सूचना पर वन परीक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर स्वर्ण गौरव सिंह ने वन अमले के साथ ग्राम बांका एवं उससे लगे गांव के ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने एवं गांव व जंगल से दूर बसे कच्चे मकानों में रात में ना ठहरने जैसे आवश्यक जानकारियां दे ग्रामीणों को सचेत किया। हाथियों का समूह बुधवार की देर शाम किस ओर रुख करेगा इसके लिए वन विभाग का अमला तैयारी में जुटा हुआ है।     एसडीएम जैतहरी अंजलि द्विवेदी ने बताया कि हाथियों द्वारा हो रहे नुकसान के लिए सर्वेक्षण टीम लगी हुई हैं कुछ ग्रामों में पूर्ण कर लिया गया हैं। प्रशासन नजर बनायें हुए हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध कथावाचक बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम में भगदड़ की सूचना है। बताया जा रहा है कि बुधवार को ग्रेडर नोएडा में पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के दिव्य दरबार में आई भीड़ बेकाबू हो गई और श्रद्धालुओं के बीच जमकर धक्का-मुक्का हुई। इसमें कई लोग बेहोश होकर गिर गए और कई लोगों को गंभीर चोट आई हैं।   उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित जैतपुर गोलचक्कर के पास 10 से 16 जुलाई तक बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र शास्त्री की श्रीमदभगवद्गीता का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार को इस कथा का तीसरा दिन था। पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा दिव्य दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें लाखों की संख्या दूर दराज से लोग पहुंचे थे। भारी भीड़ उमड़ने से आयोजन की पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई। उम्मीद से ज्यादा लोग आए, जिससे दरबार में शामिल श्रद्धालु परेशान हो गए।   इस दौरान भगदड़ मच गई और कई लोग बेहोश हो गए। कई महिलाओं के सिर पर गंभीर चोट लगी है। एक महिला के आंख के ऊपर चोट लगी है। कुछ घायलों को एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल पहुंचाया गया है। दिव्य दरबार में हाजिर हुए सभी लोगों में आगे बढ़ने की होड़ थी। उस समय बहुत से लोग बेरिकैडिंग तोड़कर आगे तक पहुंचे। पुलिस ने उन लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया। फिलहाल घटना के पीछे की वजह सामने नहीं आई है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का सिस्टम सक्रिय है, जिसके चलते पूरा प्रदेश तरबतर है और नदियां उफान पर आ गई हैं। राजधानी भोपाल में मंगलवार रात से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बुधवार को सीहोर, राजगढ़, रायसेन और शाजापुर में अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, जबलपुर समेत प्रदेश के 16 जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है।   मध्यप्रदेश में मंगलवार को तेज बारिश का दौर जारी रहा। पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के कई जिलों में अति भारी बारिश और भारी बारिश हुई। सिवनी, रतलाम और धार जिले में अति भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश धार के बाग में 208 मिमी यानी 8.1 इंच पानी बरस गया। रतलाम के अलोट में 5.7 इंच और बाजना में 5.2 इंच बारिश दर्ज की गई। धार जिले के सरदारपुर में 4.5 इंच, सिवनी के धनोरा में 4.4 इंच, रतलाम के रावटी 4.3 इंच, झाबुआ के रामा में 4.3 इंच बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में उज्जैन में 2.67 इंच पानी गिर चुका है। उमरिया में 2.11, ग्वालियर में 1.61 और रायसेन में 1.10 इंच बारिश दर्ज हुई। रायसेन के बेगमगंज इलाके में‎ लगातार हो रही बारिश से बीना नदी उफान‎ पर आ गई है। बड़वानी में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। श्योपुर में पार्वती नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। उज्जैन में बुधवार सुबह शिप्रा नदी का पानी रामघाट पर पहुंच गया। घाट के कई मंदिर डूब गए। छोटे रपटे के ऊपर से शिप्रा का पानी बह रहा है।     चार जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने बुधवार के लिए प्रदेश के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अनुसार अगले 24 घंटों में रायसेन, सीहोर, राजगढ़ और शाजापुर में साढ़े 4 इंच से 8 इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, विदिशा, बैतूल, हरदा, इंदौर, आगर-मालवा, गुना, अशोकनगर, उमरिया, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, दमोह, सागर और छतरपुर में भारी बारिश हो सकती है। ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी बरस सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि प्रदेश में बुधवार को भी बारिश की एक्टिविटी ज्यादा रहेगी। नार्थ ईस्ट राजस्थान के ऊपर कम दवाब का क्षेत्र बना हुआ है, जो उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। वहीं, ट्रफ लाइन भी सक्रिय है। इस कारण बारिश हो रही है।

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अनूपपुर। वन परीक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत ग्राम गोबरी के जंगल में बीते पांच दिनों से छत्तीसगढ़ से मप्र के अनूपपुर जिले में आए पांच दन्तैल हाथियों का समूह डेरा जमाए हुए है। यह हाथी दिन में जंगल में विश्राम करने के बाद देर रात में आस-पास के ग्रामों में प्रवेश कर घर, खेत-बाड़ी में तोड़फोड़ कर अनाज एवं फलों को अपना आहार बना रहे हैं। हाथियों के क्षेत्र में रहने से ग्रामीणों में दहशत में हैं।     सोमवार-मंगलवार की रात हाथियों को घर के अंदर दरवाजा तोड़कर आते देख 45 वर्षीय महिला घबराकर बेहोश हो गई, जिसे परिजनों द्वारा इसकी जानकारी वन अधिकारी को देकर जैतहरी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। मंगलवार सुबह महिला के स्वास्थ्य में सुधार आ सका।     जानकारी अनुसार पांच दिन पहले छत्तीगढ़ के जंगलों से पांच हाथियों के समूह ने जिले में प्रवेश किया था। ये हाथी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर उत्पात मचा रहे हैं। जिससे शाम होते ही ग्रामीण परिवार सहित पक्के मकानों की छतों में रात गुजारने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने हाथियों से निजात दिलाने को लेकर सीएम हेल्पलाइन के साथ वरिष्ठ अधिकारियों से इस समस्या के निराकरण की गुहार लगाई है। वन विभाग व पुलिस विभाग 24 घंटे हाथियों के समूह पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने रात के समय पक्के घरों की छतों पर रहने की अपील की जा रही है।     हाथियों के समूह सोमवार को गोबरी बीट में पूरे दिन आराम करने के बाद देर रात होते ही जंगल से निकलकर गोबरी पगना मुख्य मार्ग को पार कर ठेगरहा गांव के गौठियान टोला पहुंचाया और धनीराम सिंह, राम सजीवन सिंह, नानबाबू सिंह के घरों एवं बाडियों में लगे फल एवं अनाजों को अपना आहार बनाया। इस बीच हाथियों ने पक्के घर के अंदर लोहे का दरवाजा तोड़कर आते देख 45 वर्षीय महिला सीताबाई पत्नी हीरालाल सिंह घबराकर बेहोश हो गई। परिजनों ने इसकी जानकारी वन परीक्षेत्र अधिकारी जैतहरी विवेक मिश्रा, परिक्षेत्र सहायक वेंकटनगर रामसुरेश शर्मा एवं वन्यजीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल को दी। इसके बाद बेहोश महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतहरी में भर्ती कराया जहां उपचार दौरान महिला स्वस्थ हो सकी। वनमंडलाधिकारी एसके प्रजापति ने बताया कि इस क्षेत्र में हाथियों के लिए भरपूर खाद्य सामग्री मिलती हैं जिससे बार-बार आ रहें। ग्रमीणों का गुस्सार जायज हैं हम प्रयास कर रहें हैं गत दिनों बांधवगढ़ के हाथी विशेषज्ञों को बुलाया गया था वह भी हाथ खडे कर दियें हैं। फिर भी हम लगातार निगरानी कर रहे हैं।

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उज्जैन। महाकाल लोक के के बाद से शहर में महाकाल दर्शन करनेवालों की भीड़ में पिछले 6 माह में लगातार इजाफा हुआ है। इसके चलते शहरवासी महाकाल के दर्शन से वंचित रह जाते है। इसके समाधान स्वरूप मंगलवार से उज्जैन शहर के निवासियों के लिए महाकाल दर्शन के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।   यह जानकारी देते हुए महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने बताया कि 25 जून,23 की प्रबंध समिति की बैठक में हुए निर्णयानुसार उज्जैन शहर के निवासी आधार कार्ड दिखाकर दर्शन हेतु नि:शुल्क मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। उनके लिए अलग से द्वार की व्यवस्था की गई है । इस द्वार का नाम अवंतिका द्वार क्रमांक 01 है। यहां से शहरवासी दर्शन हेतु प्रवेश कर महाकालेश्वर भगवान के दर्शन हेतु जा सकेगे। उन्होने बताया कि शुरूआती दौर में प्रारंभ के 7 दिनों तक उज्जैन शहर के लोग आधार कार्ड दिखाकर महाकाल मंदिर में नि:शुल्क प्रवेश कर सकेंगे। इसीप्रकार उज्जैनवासियों के लिए मंदिर की वेबसाइट पर प्राप्त एक लिंक जनरेट कर उसके माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कर सकेगे । रजिस्ट्रेशन में दर्शनार्थियो के फोटो को आधार से लिंक करने के बाद दर्शनार्थी कभी भी भगवान के दर्शन हेतु आ सकेग।

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भोपाल। प्रदेश में अगले दो दिन तेज बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने मंगलवार को श्योपुरकलां में अति भारी बारिश, जबकि ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों में ढाई इंच से ज्यादा बारिश हो सकती है। इससे पहले, सोमवार को छिंदवाड़ा, जबलपुर, भोपाल, सागर समेत प्रदेश के कई जिलों में हल्की और तेज बारिश का दौर जारी रहा।   सोमवार को राजधानी भोपाल के कई हिस्सों में सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा जोकि मंगलवार को भी चल रहा है । इस बीच सागर में 11 मिमी, मंडला में 7 मिमी, धार में 6 मिमी, खंडवा-पचमढ़ी में तीन मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, जबलपुर, गुना, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन में भी हल्की बारिश हुई। बीती रात भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को श्योपुरकलां में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यहां साढ़े चार इंच से आठ इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बैतूल, हरदा, उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है। इन जिलों में ढाई से साढ़े चार इंच तक पानी बरस सकता है। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश होने का अनुमान है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि श्योपुरकलां, नीमच,बैतूल, हरदा, दक्षिण देवास, खण्डवा/ ओंकारेश्वर, बुरहानपुर, खरगोन, रायसेन, सिवनी, नर्मदापुरम/ पचमढ़ी एवं छिन्दवाड़ा/ पेंच के ऊपर बिजली सहित मध्यम गरजने के साथ मुरैना, शिवपुरी के ऊपर बिजली के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। सीहोर, शाजापुर, मंदसौर, धार, भोपाल, इंदौर, गुना, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना/ टीकमगढ़, कटनी, उमरिया, मंडला, सतना/ चित्रकूट, रीवा, सीधी, सिंगरौली, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंगपुर, उज्जैन, झाबुआ , अलीराजपुर, बडवानी, शाहडोल, अनुपपुर एवं डिंडोरी जिले में भी बारिश का दौर बना रहेगा।   इसके साथ ही वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि नॉर्थ ईस्ट राजस्थान के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर पूर्व की ओर बढ़ेगा। वहीं, ट्रफ लाइन भी सक्रिय रहेगी। इस कारण प्रदेश में बारिश होगी। बताया कि प्रदेश में दो दिन बारिश की गतिविधियां ज्यादा रहेंगी। भोपाल में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। मंगलवार को भोपाल, इंदौर और उज्जैन, ग्वालियर, सागर संभाग के जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।

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उज्जैन। श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में सावन के पहले सोमवार को विशाल ध्वज के साथ भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई। इस दौरान राजाधिराज भगवान महाकाल ने उज्जैयिनी के भ्रमण पर निकलकर अपनी प्रजा को दर्शन दिये और उनका हाल जाना। सवारी के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल को पुष्प अर्पित कर दर्शन लाभ लिया।     सोमवार को शाम 04 बजे सवारी के निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, महापौर मुकेश टटवाल, विधायक (उत्तर) पारसचंद्र जैन, कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी जी महाराज, नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह आदि ने भगवान श्री महाकालेश्वशर का पूजन-अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए।   भगवान महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में विधिवत पूजन-अर्चन करने के बाद अपने निर्धारित समय पर पालकी में विराजित भगवान मनमहेश नगर भ्रमण पर निकले। पालकी के नगर भ्रमण के रवाना होने के पूर्व सर्व प्रथम भगवान महाकालेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चारत भगवान की आरती की गई। इस अवसर पर मध्यप्रदेश फार्मेसी कोंसिल के अध्यक्ष ओम जैन, प्रशासक संदीप कुमार सोनी, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु, राजेंद्र शर्मा गुरूजी, राम पुजारी एवं अन्य अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।   सभी गणमान्यों ने पालकी को कांधा देकर नगर भ्रमण की ओर रवाना किया। भगवान मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने संपन्न करायी। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, मध्य प्रदेश सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान महाकाल को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) देने के बाद पालकी नगर भ्रमण की ओर रवाना हुई। पालकी में विराजित भगवान मनमहेश के दर्शन लाभ सवारी मार्ग के दोनों ओर खड़े हजारों श्रद्धालुओं ने लिया। सवारी मार्ग में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल को पुष्प अर्पित कर दर्शन लाभ लिये।   भगवान महाकाल की सवारी शाम छह बजे कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर शिप्रा तट पहुंची। यहां भी हजारों श्रद्धालु रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर बाबा के दर्शन के लिए उपस्थित थे। मां शिप्रा का मंदिर की ओर पूजन किया गया। इसी प्रकार भगवान का जलाभिषेक शिप्रा के जल से किया गया। इस दौरान दत्त अखाड़ा घाट से पीर महंत द्वारा परंपरागत पूजन किया गया। इसके बाद सवारी पुनः निर्धारित मार्ग से महाकालेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुई।

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मुरैना। सावन के पहले सोमवार पर श्रद्धालुओं ने जिले के सभी शिव मंदिरों पर पहुंचकर विधिवत पूजा अर्चना करने के साथ ही विभिन्न प्रकार से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। प्रसिद्ध शिव मंदिर मुरैना बड़ोखर के महाकाल मंदिर, सिहोनियां के ककनमठ मंदिर, कोल्हुआ के शिव मंदिर, पहाड़गढ़ के ईश्वरा महादेव, कैलारस के अलोपी शंकर, मितावली ,बटेश्वर, नरेश्वर, महादेव नाका, गुफा मंदिर, बिहारी जी मंदिर सहित सभी मंदिरों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा था।       सुबह से ही सभी मंदिरों पर पुरुष -महिला, युवक-युवती, बालक- बालिकाएं पूजन सामग्री लेकर शिव मंदिरों पर पहुंचकर पूर्ण मनोयोग से भगवान भोलेनाथ की अर्चना कर रहे थे। यह सावन श्रद्धालुओं के लिए विशेष है, क्योंकि अधिकमास होने के कारण इस बार आठ सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने का अवसर श्रद्धालुओं को मिल रहा है। श्रद्धालु भी इसका लाभ लेने के लिए मन बना चुके हैं, इसीलिए सावन के पहले सोमवार को जिले के सभी प्रसिद्ध मंदिरों पर श्रद्धालुओं की संख्या सुबह से दोपहर तक कम नहीं हो पा रही थी।       पोरसा के मुक्तिधाम में सत्यम, शिवम, सुंदरम की थीम पर बना बाबा महाकाल का चरण सेवक डॉ अनिल गुप्ता के तत्वावधान में अभिषेक किया गया। श्मशान जहां ज्ञान,भक्ति,वैराग्य का संगम हो, वहां पर सावन के सोमवार को भूतनाथ को भस्म व पंचमेवा और पंचामृत व औषधियों से अभिषेक हो, वहां बाबा महाकाल भी आपकी मनोकामना पूर्ण करते हैं। सुबह 7 बजे शिवम स्थल पर ॐ नमः शिवाय के गूँज बमबम भोले की जयकार करते हुए धर्म प्रेमी बंधु मुक्तिधाम पहुंचे। यहां सभी ने विधिवत पूजा की। इसमें महेश पेगोरिया,जसवंत राठौर संतोष प्रजापति, आलोक गुप्ता, लक्ष्मी,अनिता अनेक श्रृद्धालु शामिल हुए।       भक्तों की अपार आस्था का केंद्र पहाड़िया पर स्थित अलोपी शंकर महादेव मन्दिर कैलारस में सैकडों वर्ष पूर्व बाबा अचानक अलोप हो गये। इस कारण अलोपी नाम पड़ा। उस स्थान पर शिवलिंग निकले हैं, अब उनकी पूजा होती है। ऊंचाई पर होने के बाबजूद अलोपी शंकर के प्रति लोगों में आस्था है। यहां जो भक्त मन से जाता है, वह 560 सीढ़िया आराम से चढ़ जाता है और अपनी मनोकामना को पूरा करता है। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को यहां हजारों श्रद्धालु पहुचते हैं।  

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नर्मदा नदी की बाढ़ में फंसे चारों युवकों को करीब 14 घंटे बाद सोमवार सुबह रेस्क्यू कर लिया गया। ये रविवार दोपहर नदी में मछली पकड़ने के लिए उतरे थे। वे अलग-अलग जगह नदी के बीच चट्‌टानों पर जाकर बैठे थे। शाम 4 बजे पानी बढ़ा तो नदी के बीच फंस गए।रात में युवकों को बचाते समय SDRF की नाव पलट गई। सभी जवान तैरकर पार आए। इसके बाद अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा। युवकों को ड्रोन की मदद से खाने-पीने का सामान पहुंचाया गया। SDRF, सेना, पुलिस और होमगार्ड की टीम रात भर नजर रखे रही। सोमवार सुबह 5.30 बजे भोपाल से NDRF की टीम पहुंची। सभी ने मिलकर दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। एक छोर से दूसरे छोर तक रस्सी बांधी गई। इसके सहारे सभी युवकों को सुबह 6.15 बजे तक नदी से बाहर निकाल लिया गया।मामला भेड़ाघाट थाना इलाके के गोपालपुर गांव का है। टापू में फंसे युवक गढ़ा पुरवा के रहने वाले हैं। इनके नाम मनीष केवट, संतोष केवट, अमित और शिवम हैं। पूछताछ में चारों युवकों ने बताया कि वे मछली पकड़ रहे थे। इतने में अचानक पानी बढ़ गया और वे फंस गए। सूचना मिलते ही कमिश्नर के निर्देश पर जबलपुर कलेक्टर और SP मौके पर पहुंचे। इसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया।भेड़ाघाट थाना प्रभारी शफीक खान ने बताया कि रात में भी नदी का जलस्तर काफी ज्यादा था। बहाव तेज होने के कारण रेस्क्यू टीम की बोट पलट गई। सुबह तक पानी थोड़ा कम हुआ। इसके बाद सभी युवकों को बचा लिया गया। भोपाल से पहुंची NDRF टीम को इंस्पेक्टर सुनील कुमार और सत्यजीत सिंह ने लीड किया। टीम में कुल 24 सदस्य थे। चारों युवकों की हालत ठीक है। रेस्क्यू के बाद NDRF की टीम ने सभी की ब्लड प्रेशर और दूसरी मेडिकल जांचें कीं।  

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मामा जी हमारी समस्या सुनो...सड़क नही है कीचड़ में सनकर स्कूल जाना पड़ता है, थोड़ा सी बारिश हो जाए तो रास्ता मिट्टी से सन जाता है, कृपा- कर हमारी मदद करों और सड़क बनवा दो। यह फरियाद लगा रही है जबलपुर के बरगी विधानसभा के कई गांव में रहने वाली स्कूली छात्रा अपने मामा जी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से...महज चंद घंटों की बारिश में ही गांव की कच्ची सड़कें तालाब में बदल जाती है, हालात ऐसे हो जाते है कि बच्चे स्कूल नही जा पाते है, और जो छात्र जाते है तो उन्हें मिट्टी से सनकर स्कूल आना-जाना पड़ता है। बरगी विधानसभा की खराब सड़कों को लेकर कांग्रेस विधायक ने सरकार को घेरा और उपेक्षा के गंभीर आरोप सरकार पर लगाए।जबलपुर की बरगी विधानसभा में 80 से ज्यादा ऐसी सड़कें है जो कि मुख्य मार्गों से गांव को जोड़ती है, पर ये सड़कें सालों से बदहाल पड़ी हुई है, इन्हीं सड़कों से ग्रामीण और बच्चे रोजाना निकलते है। हाल ही में एक बदहाल सड़क की तस्वीर सामने आई है जो कि समद पिपरिया गांव की बताई जा रही है। इस वीडियो को स्थानीय ग्रामीणों ने बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट किया है। ग्रामीणों का कहना है कि सालों से ये सड़कें इसी तरह की पड़ी हुई है, और बच्चे ऐसे ही स्कूल जाने को मजबूर है। जबलपुर में बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश के बीच समद पिपरिया गांव की सड़क कीचड़ से सन गई है।

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ग्वालियर में सावन का पहला सोमवार आज है। मंदिरों और शिवालयों में रात 12 बजे से ही दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। रात 12 बजे के बाद मंदिरों में कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ियों के गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक किया गया। इसके बाद मंदिरों के द्वार आम भक्तों के लिए खोल दिए गए। सोमवार सुबह 4 बजे से ही शहर के अचेश्वर महादेव, कोटेश्वर महादेव, गुप्तेश्वर महादेव मंदिरों पर भक्तों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। सुबह 11 बजे तक 3 हजार से ज्यादा लोग दर्शन कर चुके थे। मंदिर में दर्शन करने के लिए सड़कों पर दूर-दूर तक लाइन लगी थी। मंदिरों के आसपास बेलपत्र, धतूरा, दूध, दही पंचामृत की दुकाने सजी हैं। अचलेश्वर मंदिर रोड को भक्तों की भीड़ को देखते हुए नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। इंदरगंज से आने वाले वाहन जीवायएमसी में ही पार्क हो रहे हैं। पहले सोमवार से पहले रविवार रात को तेज बारिश हुई थी। पर सोमवार को मौसम खुला है। आसमान में धूप चमक रही है।सावन के पहले सोमवार को विधि-विधान से शिव पूजन कर शांति-समृद्धि मिलती है। इतना ही नहीं विवाह के इच्छुक युवक-युवतियों को भी शिव की कृपा जरूरी है। सोमवार को मंदिरों पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर समितियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। साथ ही महिला एवं पुरुष भक्त अलग-अलग लाइन में लगकर दर्शन कर रहे हैं। इससे व्यवस्थाएं बनी रहती हैं और आसानी से भगवान के दर्शन भी हो जाते हैं।भगवान शिव को सावन का सोमवार विशेष रूप से प्रिय है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि सावन में भगवान शिव का गंगाजल व पंचामृत से अभिषेक करने से शांति मिलती है। बेलपत्र, भांग, धतूरे, आक के फूल से पूजन करने का प्रावधान है। इसके अलावा पांच तरह के जो अमृत बताए गए हैं उनमें दूध, दही, शहद, घी व शक्कर मिलाकर बनाए गए पंचामृत से भगवान की पूजा विशेष लाभदायी होती है। सावन के महीने में सोमवार का विशेष महत्व होता है। यही कारण है कि सोमवार सुबह से ही भक्तों का तांता शिव मंदिरों पर लगा है। लोग पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक कर रहे हैं।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के पट आज आधी रात बाद 2ः30 बजे खुल जाएंगे। सामान्यतः पट रात तीन बजे खुलते हैं। सावन माह के पहले सोमवार को निकलने वाली सवारी को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। यह जानकारी मंदिर ने दी। प्रबंधन के अनुसार ज्योतिर्लिंग की परंपरा अनुसार श्रावण मास में प्रत्येक सोमवार के लिए रविवार रात 2ः30 बजे तथा सप्ताह के शेष दिनों में रात तीन बजे मंदिर के पट खोले जाते हैं। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती की जाती है। मंदिर प्रशासन ने इस बार श्रावण मास में चलायमान भस्म आरती व्यवस्था को यथावत रखा है। सामान्य दर्शनार्थी के लिए भी रात 2ः30 बजे से ही मंदिर में प्रवेश शुरू हो जाएगा। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सामान्य दर्शनार्थी रात में ही दर्शन की कतार में लगकर भगवान महाकाल के दर्शन कर सकते हैं। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से श्रावण मास में सोमवार को भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। इसे लेकर तैयारी की जा रही हैं। पेंटरों ने शनिवार को भगवान महाकाल के मुखारविंद का शृंगार किया है। पालकी को साफ-सफाई कर राजा की सवारी के लिए तैयार किया जा रहा है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। बालाघाट, दमोह समेत कई जिलों में जमकर बारिश हुई। राजधानी भोपाल में रविवार को सुबह से बारिश हो रही है। वहीं, मौसम विभाग ने 27 जिलों में तेज बारिश की संभावना व्यक्त की है। शनिवार को बालाघाट, दमोह समेत प्रदेश के कई जिलों में पानी गिरा और आधे से अधिक हिस्से में बादल छाए रहे। छतरपुर में इस सीजन की पहली तेज बारिश हुई, जिसके कारण जटाशंकर धाम का झरना तेजी से बहने लगा। खरगोन में वेदा नदी में उफान आने से 8 गांव का संपर्क टूट गया है। यहांमोगावां और टिगरियाव पहुंच मार्ग के बीच रपटे पर वेदा नदी का पानी बह रहा है। ऊपरी हिस्से में हो रही बारिश से तीन दिन से यह हालात बने हैं। बीते 24 घंटों में प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। बालाघाट जिले के मलाजखंड में 28 मिमी बारिश हो गई। दमोह में 23 मिमी, गुना में 7 मिमी, उज्जैन में 6 मिमी, छिंदवाड़ा में 6 मिमी, उमरिया में 5 मिमी, मंडला में 4 मिमी, नौगांव में 4 मिमी बारिश हुई। जबलपुर, खजुराहो, पचमढ़ी, सीधी, सिवनी, ग्वालियर, भोपाल और सतना जिले में भी बारिश हुई। मौसम विभाग ने रविवार के लिए प्रदेश के 27 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इनमें भोपाल, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, नीमच, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, दमोह, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले शामिल हैं। बाकी जगह हल्की बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल में रविवार सुबह से बादल छाए हैं और बौछार गिर रही है। रात में हल्की से तेज बारिश हुई है। राजधानी में आज तेज बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि बालाघाट एवं दक्षिण सिवनी के साथ-साथ श्योपुर कलां, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, भिण्ड, बुरहानपुर, राजगढ़, विदिशा, रतलाम एवं खरगौन पर बिजली कड़कने के साथ मध्यम वारिस होगी । उन्होंने बताया कि सागर, पन्ना, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, खंडवा, धार पर बिजली की चमक के साथ हल्की वारिस होगी। साथ ही उनका कहना यह भी था कि बडवानी, डिंडोरी, मंडला, अनुपपुर, इंदौर, देवास, उज्जैन, रायसेन, शाजापुर, झाबुआ, उत्तर भोपाल, आगर एवं हरदा जिले में सुबह के समय से वारिस होना शुरू हो जाएगी ।   वहीं, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि 12 जुलाई से प्रदेश में नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है। इससे प्रदेशभर में फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। यह सिस्टम अगले तीन से चार दिन तक सक्रिय रहेगा।

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पुलिस प्रशासन रतलाम शहर को नशामुक्त करने की तैयारी में है।नशे के अवैध कारोबार को लेकर जनाक्रोश के बाद अब रतलाम पुलिस एक्शन में नजर आ रही है। पुलिस अधीक्षक रतलाम सिद्धार्थ बहुगुणा ने सभी थाना प्रभारी और बीट प्रभारियों को कार्रवाई के सख्त निर्देश जारी किए थे। इसके बाद अब दीनदयाल नगर थाना और स्टेशन रोड थाना पुलिस ने अलग-अलग कार्रवाई में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दीनदयाल नगर थाना पुलिस ने ईश्वर नगर क्षेत्र में 1 किलो से अधिक गांजे के साथ हेमंत, मंदीप और सुरेश खटीक नाम के तीन आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ा है। वहीं, स्टेशन रोड थाना पुलिस ने ऊकाला रोड क्षेत्र से आरोपी साजिद उर्फ सज्जू को गिरफ्तार कर 27 हजार मूल्य की 18 ग्राम ब्राउन शुगर जप्त की है। वहीं, आरोपी साजिद को ब्राउन शुगर देने वाले आरोपियों शकील उर्फ मोतु और जफर मेवाती की तलाश में जुटी हुई है।

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कई वर्षों के बाद जबलपुर को तीन नए कॉलेजों की सौगात मिली है। नए शिक्षण सत्र में शहपुरा, चरगवाँ और गढ़ा में नए सरकारी कॉलेज खुलेंगे। प्रदेश सरकार ने इसको हरी झण्डी दे दी है। जानकारों का कहना है कि जल्द ही इन महाविद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।गौरतलब है कि चरगवाँ और शहपुरा में महाविद्यालय खोलने के लिए साल 2019 में कैबिनेट से मंजूरी मिली थी। लेकिन किन्हीं कारणों से महाविद्यालय की शुरुआत नहीं हो पाई। जमीन की उपलब्धता को लेकर भी लंबे समय तक कवायद चलती रही। इसके अलावा विजय नगर में भी एक महाविद्यालय खोलने का प्रस्ताव है लेकिन यह प्रक्रिया भी फाइलों में दबकर रह गई।वर्तमान में शहर में 13 सरकारी महाविद्यालय हैं। तीन नए महाविद्यालय खुलने के बाद इनकी संख्या 16 हो जाएगी। आगामी शिक्षण सत्र से चरगवाँ, शहपुरा के अलावा गढ़ा क्षेत्र में महाविद्यालय के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। शहपुरा झोझी गाँव में प्रशासन ने जमीन का आवंटन महाविद्यालय के लिए किया है। चरगवाँ के लिए अभी जमीन चिन्हित की जानी है। इसी तरह गढ़ा में कॉलेज के लिए राजस्व विभाग से जमीन माँगी जाएगी।

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उज्जैन के महाकाल लोक में लगीं सभी मूर्तियों की मरम्मत की जा रही है। गुजरात के करीब एक दर्जन कारीगर मूर्तियों को मजबूती देने में जुटे हैं। सभी मूर्तियों को पैडस्टल से निकालकर अंदर लोहे की रॉड डाली जा रही है, ताकि आंधी-पानी के कारण मूर्तियां नहीं गिरें।बता दें कि 28 मई को तेज आंधी के कारण यहां लगी सप्तऋषियों की 6 मूर्तियां गिर गई थीं। इसके बाद महाकाल लोक में निर्माण को लेकर सवाल उठे थे। कांग्रेस ने भी महाकाल लोक निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर बीजेपी सरकार में हुए काम को लेकर प्रदर्शन किया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गिरी सभी 6 मूर्तियों को नई लगाने की बात कही थी।मध्यप्रदेश में मानसूनी बारिश जारी है। ऐसे में महाकाल लोक में लगी मूर्तियों को नुकसान नहीं पहुंचे इसलिए स्मार्ट सिटी द्वारा मूर्तियों को मजबूती देने का काम करवाया जा रहा है। गुजरात और यूपी के करीब एक दर्जन कलाकार इस काम में लगे हैं। शुक्रवार से काम शुरू भी हो गया है।इसके लिए फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी मूर्तियों को अपनी जगह से निकालकर पिनाकी द्वार के पास रखा गया है। बड़ी मूर्तियों को क्रेन की मदद से पैडस्टल से निकाला जा रहा है। मूर्तियों के अंदर लोहे की दो बड़ी रॉड डाली जा रही हैं। इसके बाद वेल्डिंग कर मजबूती दी जा रही है। कारीगरों का कहना है कि इससे मूर्तियां मजबूत हो जाएंगी। आंधी-तूफान सहन कर सकेंगी। इससे मूर्तियों को नुकसान नहीं होगा।  

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मुरैना। जिले में शादी समारोह के बाद अब तो बर्थ-डे पार्टियों में भी हर्ष फायरिंग शुरू हो गई है। ऐसा ही मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र में आया है। शुक्रवार की रात एक बर्थ-डे पार्टी के दौरान हर्ष फायरिंग की गई, जिसमें एक बुजर्ग राहगीर घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।       जानकारी के अनुसार, जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्रान्तर्गत बसंत बिहार निवासी रविन्द्र गुर्जर ने शुक्रवार की रात अपने जन्मदिन पर बर्थ-डे पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें उसके मित्र श्यामवीर गुर्जर तथा अन्य लोग शामिल हुये। इस कार्यक्रम में अपने नजदीकी लोग भी आमंत्रित किये गये थे। केक कटने के साथ ही कुछ लोग अत्यधिक उत्साहित हो गए। इन्होंने हर्ष फायर शुरू कर दिये। इस दौरान कॉलोनी के बाहर सडक़ पर विक्रम नगर निवासी तिलकसिंह गुर्जर अपने नाती के साथ निकल रहे थे। वह घर से नाती को घुमाने के लिये निकले थे। बर्थ-डे कार्यक्रम में हो रहे हर्ष फायर में से एक गोली तिलकसिंह के बांये पैर की जांघ में लगी, जिससे वह घायल हो गए। राहगीरों ने पुलिस को सूचना देते हुये एम्बुलेंस बुलाई, जिससे तिलकसिंह को इलाज के लिये जिला चिकित्सालय में भेजा गया। जिसकी सूचना परिजनों के साथ पुलिस को दी गई।       मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल तिलक सिंह को जिला चिकित्सालय में दाखिल कराया। मौके पर घटना की वस्तुस्थिति से अवगत होने के साथ ही पुलिस ने घायल तिलक सिंह की शिकायत पर से रविन्द्र गुर्जर एवं उसके साथी श्यामवीर गुर्जर के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। गोली चलाने वालों में श्यामवीर गुर्जर के साथ आये युवाओं के नाम मौके पर चर्चाओं के दौरान लोग ले रहे थे। पुलिस भी इनकी तलाश में जुट गई है।

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बालाघाट। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम गोंगलई के कन्या छात्रावास में रहने वाली छात्राएं बीमार हो रही हैं। शनिवार को कम से कम छह छात्राओं के एक साथ बीमार होने पर जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। यहां शिशु रोग चिकित्सक ने छात्राओं की उपचार कर उन्हें शिशिु वार्ड में भर्ती किया है। एक की अधिक तबीयत खराब होने पर मनोरोग चिकित्सक की मदद ली गई है।     नोडल अधिकारी व शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक निलय जैन ने बताया कि वर्तमान समय में मौसम में बदलाव हो रहा है, जिसका सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य पर भी पर पड़ा रहा है। जिसके चलते ही छात्रावास की किसी छात्रा को फीवर है, तो किसी को चक्कर आ रहे हैं। कुछ सिरदर्द तो अन्य समस्या से पीडि़त हैं। छात्राओं का चेकअप कर उपचार किया जा रहा है।     उन्होंने बताया कि गोंगलई के कन्या छात्रावास में करीब 500 छात्राएं रहकर शिक्षा प्राप्त करती हैं। शुक्रवार को स्कूल में ही पढ़ाई के दौरान कुछ छात्राओं की तबीयत खराब हुई थी, जिन्हें छात्रावास में लाकर देखरेख की जा रही थी। शनिवार को तबीयत अधिक खराब होने पर छह को जिला अस्पताल में लाया गया है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित विश्व पर्यटन स्थल सांची स्तूप के करीब सलामतपुर की पहाड़ियों पर निर्माणाधीन सांची विश्वविद्यालय की साइट पर पुरापाषाण काल के अवशेष मिले हैं। पुरातत्व विभाग के प्राथमिक सर्वेक्षण के अनुसार ये अवशेष लगभग 10 से 15 लाख वर्ष पुराने हैं। इन अवशेषों का परीक्षण पुरातत्व विभाग से जुड़े शोधार्थियों ने किया है। यह जानकारी शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने दी है। उन्होंने कहा कि इन अवशेषों की खोज से सांची विश्वविद्यालय परिसर की ऐतिहासिकता पुष्ट हो गई है, जहां आज से 10 से 15 लाख वर्ष पूर्व भी आदिमानव निवास कर रहा था। इन अवशेषों को सांची विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर में स्थापित किया जाएगा। निर्माण स्थल का दौरा कर सैंपल इकट्ठा किए   दरअसल, कुलसचिव एवं इतिहासकार प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने सांची विश्वविद्यालय के निर्माण स्थल की खुदाई के दौरान इस जगह के पुरातात्विक अध्ययन का आग्रह पुरातत्व विभाग के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर जनरल डॉ. एसबी ओटा से किया था। जिसके बाद डॉ. ओटा की टीम ने निर्माण स्थल का दौरा कर सैंपल इकट्ठा किए। डॉ. ओटा ने बताया कि ये अवशेष पुरा पाषाण काल में पत्थरों के बने औजार हैं। जिनमें क्लीवर्स चाकूनुमा, चॉपर्स (छीलने में उपयोग किए जाने वाले कुल्हाड़ी, स्क्रैपर्स खुरचने के काम में उपयोग होने वाली शामिल हैं। डॉ. एसबी ओटा के अनुसार ये उन औजारों से मेल खाते हैं जो कि रायसेन जिले के टिकोडा-डामडोंगरी क्षेत्र में पाए गए थे। क्वाट्र्ज-सेंड स्टोन के बने प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने बताया कि यहां इन औजारों के साथ बहुत से ऐसे अवशेष भी मिले हैं, जिनके बारे में कहा जा सकता है कि ये इन पत्थरों के औज़ारों को तैयार करने के दौरान शेष बचे होंगे। विश्वविद्यालय परिसर के दक्षिणी हिस्से में मिले इन निम्न पुरापाषाण काल के अवशेष विंध्यांचल पर्वत श्रेणियों के क्वाट्र्ज-सेंड स्टोन के बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि बौद्ध अध्ययन के अपने समस्त पाठ्यक्रमों के साथ-साथ सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय अगले अकादमिक सत्र से ही प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व में भी नया रिसर्च प्रोजेक्ट शुरु कर रहा है जो सांची के ऐतिहासिक महत्व को स्थापित करेगा।

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छिंदवाड़ा। जिला मुख्यालय स्थित लालबाग के पास शुक्रवार सुबह एक 38 वर्षीय व्यक्ति को कार ड्राइव करते समय अटैक आ गया, जिसके चलते कुछ सेकंड बाद ही उनकी मौत हो गई। इस दौरान उनकी कार रास्ते में खड़ी एक दूसरी कार से टकरा गई। जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंची मामले की जानकारी ली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।       कोतवाली थाना पुलिस के अनुसार, शहर के सत्यम शिवम कॉलोनी निवासी 38 वर्षीय संदीप बत्रा शुक्रवार को सुबह 9.00 बजे अपनी बेटी को कार से स्कूल छोड़ने गए थे। घर लौटते समय उन्होंने लालबाग के पास रास्ते में खड़ी एक कार को टक्कर मार दी। टक्कर होते ही कार के एयर बैग भी खुल गए। संदीप जैसे ही कार से बाहर आए और अचानक जमीन पर गिर पड़े। मौके पर मौजूद लोग उन्हें तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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अनूपपुर। छग से मप्र के अनूपपुर जिले के सीमा में घुसा पांच हाथियों का समूह इन दिनों गांवों में जमकर उत्पात मचा रहा है। हाथियों का यह समूह ग्रामीणों के घरों व फसलों को नुकसान पहुंचाते हुए शुक्रवार सुबह गोवरी गांव से लगे ठाकुर बाबा नामक स्थान पर स्थित जंगल में पहुंचा है, जहां विश्राम कर रहा है।     पांच दन्तैल हाथियों का समूह पड़ोसी राज्य के छग से चार दिन पूर्व अनूपपुर जिले में पहुंचा था। ये हाथी गुरुवार की रात मोजर बेयर प्लांट परिसर से दूसरी दिशा से गुवारी गांव से अंमगवा बेलिया फाटक एवं जैतहरी मुख्य मार्ग होते हुए जैतहरी रेलवे लाइन को पार कर तिपान नदी के पास शुक्रवार की सुबह गोवरी गांव पहुंचा। इससे पहले हाथियों के समूह ने गुरुवार की रात गुवारी गांव में प्राथमिक विद्यालय के पास नत्थूलाल सिंह, कृष्णपाल सिंह के घर का एक हिस्सा तोड़ते हुए घर के अंदर रखे अनाज को बाहर निकाल कर आहार बनाया। इस बीच सुदामा एवं रामदास का परिवार पूरी तरह नींद में था। अचानक हाथियों के आने कुत्तों के भौंकने से उठकर सुरक्षित स्थान में जाकर अपनी जान बचा सकें। सुदामा एवं उसके परिवार ने बताया कि रात हाथियों के माध्यम से यमराज के साक्षात दर्शन हुए।     हाथियों के समूह पर वन विभाग, पुलिस विभाग के साथ पंचायतों के लोग नजर बनाए हुए हैं। वहीं मोजर बेयर कंपनी में अचानक हाथियों के आ जाने से हड़कंप मचा रहा है जिससे पूरे दिन व हाथियों के निकलने के पूर्व तक अधिकारियों में दहशत की स्थिति बनी रही। जिस पर जैतहरी क्षेत्र के तहसीलदार,पुलिस,वन विभाग के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा नजर बनाते हुए सतर्कता बरती गई प्लांट से निकलने के बाद अचानक गांव में आए हाथियों से गांव में दहशत का माहौल बनने लगा व ग्रामीण इकट्ठा होकर हाथियों को अपने घर मोहल्लों से दूर रखने का प्रयास करते रहे हैं।

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भोपाल। अरब सागर के ऊपर बना बारिश का नया और दमदार सिस्टम सक्रिय हो गया है। इसके असर से अगले दो-तीन दिन में पूरा प्रदेश तरबतर हो जाएगा। मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के 60% से ज्यादा हिस्से में भारी बारिश की चेतावनी दी है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश के 38 जिलों में ढाई से 4 इंच तक बारिश हो सकती है।   प्रदेश के कई जिलों में पिछले 3 दिनों से तेज बारिश का दौर जारी है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण बारिश हुई। गुरुवार से अरब सागर के ऊपर बना नया सिस्टम सक्रिय हो गया है। इसकी वजह से प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। यह सिस्टम शुक्रवार को भी प्रभावी रहेगा। मौसम केंद्र, भोपाल ने शुक्रवार को प्रदेशभर में बारिश होने का अनुमान जताया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि गुरुवार से सिस्टम और भी ज्यादा प्रबल हो गया है। इस वजह से तेज बारिश का दौर रहेगा।   आज इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, बड़वानी, खरगोन, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, देवास, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, बुरहानपुर, अलीराजपुर, धार, इंदौर, आगर-मालवा, नीमच, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, डिंडोरी, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, दमोह में हल्की बारिश की संभावना है।

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भोपाल। मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 21 जिलों में गुरुवार को हैवी रेन यानी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 4 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। वहीं, शुक्रवार से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसके प्रभाव से लगातार तीन दिन तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर रहेगा।     गुरुवार को इंदौर संभाग में बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ और धार में भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह शिवपुरी, दतिया, भिंड, श्योपुरकलां, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और निवाड़ी में भी हैवी रेन का अलर्ट है। राजधानी भोपाल में भी गुरुवार को बारिश हो सकती है। नमी की वजह से बैरसिया, बैरागढ़, कोलार इलाके में कुछ देर के लिए तेज बारिश हो सकती है। वहीं, सिटी में भी बारिश होने का अनुमान है। इस दौरान गरज-चमक की स्थिति भी देखने को मिलेगी।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश, गुजरात के तट और ओडिशा के पास तीन जगह ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचलन जारी है। इस वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। जिससे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि गुरुवार को इंदौर समेत प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है।  

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रतलाम। जिले का तीन हजार की आबादी वाला बोदिना गांव बुधवार रातभर दहशत में रहा। रात 10 बजे गांव के एक घर में तेंदुआ घुस गया। गुरुवार अलसुबह उज्जैन से पहुंची वन विभाग की टीम ने उसे ट्रेंक्युलाइज करके पकड़ लिया। इससे पहले उसी घर में सो रहे 12 साल के एक बच्चे को गांव को साहसी ग्रामीणों ने छत पर लगी शीट हटाकर सुरक्षित निकाल लिया था।   ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में दुकान‎ के पास से बाइक से‎ निकल रहे खोकरा गांव के जितेंद्र‎ जमादार ने रात करीब 8 बजे तेंदुआ देखा। उसने‎ कॉल कर गांव के आशीष पाटीदार‎ को बताया। गांववाले इकट्ठा हुए, तब‎ तक तेंदुआ 700 मीटर दूर‎ नई आबादी स्थित गोपाल हायरी के‎ घर के बाहर जा पहुंचा। घर के बाहर‎ शोर सुनकर गोपाल की पत्नी यशोदा‎ और बेटी कुमकुम दरवाजे पर आईं। उन्हें घर के बाहर बने‎ वॉशरूम की बरसाती के पास तेंदुआ‎ दिखा तो वे घबराकर घर से बाहर निकल गईं। इतने में तेंदुआ घर में घुस गया। लेकिन यशोदा का 12 साल का बेटा अमित घर में ही सो रहा था।   यशोदा ने गांव के लोगों को बताया कि उसका बेटा अमित तो घर में ही‎ सोया है। इस पर गांव के दिनेश‎ पाटीदार और समरथ पाटीदार ने हिम्मत‎ जुटाई और घर की छत के चादर हटाकर अंदर उतरे। दिनेश ने‎ तेंदुए की नजरों के सामने ही धीरे से‎ बच्चे को उठाया। इतने में समरथ छत पर चढ़ गया। दिनेश ने छत पर खड़े‎ समरथ को बच्चे को दे दिया। फिर वह भी‎ पाट पकड़कर ऊपर चढ़ गया।‎   इसके बाद इंदौर और उज्जैन से वन विभाग की टीमें पहुंची। गुरुवार सुबह 4 बजे से 5.30 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। टीम ने तेंदुए को ट्रेंक्यूलाइज कर बाहर निकाला। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह नर तेंदुआ है। बीमार भी लग रहा है। तेंदुए को पिंजरे में रखकर इंदौर ले जाया गया है, वहां उसका मेडिकल चेकअप होगा।

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इंदौर। शहर के सियागंज क्षेत्र में गुरुवार सुबह दुकान में भीषण आग लग गई। तीन घण्टे से बुझाने का प्रयास जारी है। संकरी गली होेने के कारण फोम की गाड़ियां वहां तक नहीं पहुंच पा रही है। भीषण आग की चपेट में अन्य दुकानों के आने का खतरा है।     जानकारी अनुसार सियागंज क्षेत्र में गुरुवार सुबह दुकान में आग लग गई। आगजनी की इस घटना में गौतमपुरा वाले की किराना दुकान जलकर खाक हो गई है। आग इतनी भीषण है कि अन्य दुकानें इसकी चपेट में आ सकती है। भीषण आग में फायर ब्रिगेड टीम के फोम की गाड़ियां संकरी गलियों के कारण वहां तक नहीं पहुंचीं हैं। पिछले करीब तीन घंटों से फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने का काम कर रही है।

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जहां एक ओर बेटियां चाँद पर जा रही है,तो वही दूसरी और समाज के कुछ लोग आज भी उनके घर में बेटी होना अभिशाप मानते हैं.ग्वालियर में एसपी ऑफिस की जनसुनवाई में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने इस सच को उजागर किया। पुलिस के पास पहुंची एक पीड़िता ने कहा कि उसे उसके पति ने बेटी को जन्म से ख़फ़ा होकर तीन बार तलाक़,तलाक़,तलाक़ बोलकर तलाक़ दे दिया और दूसरी शादी भी कर ली। पीड़िता ने कहा कि वो पिछले एक साल से भटक रही है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रहीग्वालियर पुलिस के पास पहुंची शिवपुरी निवासी रेशमा ने बताया कि उसकी शादी 2017 ने लक्ष्मीपुरम बहोड़ापुर ग्वालियर निवासी अन्नू खां के साथ सम्मेलन में हुई थी, उसकी एक चार साल की बेटी हैं, पिछले साल मेरे पति ने मुझे ट्रिपल तलाक़ इसलिए दे दिया क्योंकि कि मेरे बेटा नहीं बेटी पैदा हुई थी।रेशमा ने कहा कि मेरे पति का साथ उसकी माँ भी देती है, तलाक़ के बाद मुझे घर से निकाल लिया और दूसरी शादी कर ली, अभी इसी मार्च में उसके बेटा भी हुआ है, रेशमा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी सास और पति बिहार से एक महिला को खरीद कर लाये उससे ही शादी की है, रेशमा ने अपने अन्नू खां पर घर में लड़कियां लेकर आने के भी गंभीर आरोप लगाये।रेशमा ने कहा कि ट्रिपल तलाक भले ही अपराध है लेकिन मेरे पति ने कहा कि वो कोई कानून नहीं मानता और उसने मुझे मुंह से तलक देकर दूसरी शादी कर ली, अब मैं एक साल से यहाँ वहां भटक रही हैं, उसने कहा कि शिवपुरी से उसे बार बार यहाँ आना पड़ता है लेकिन पुलिस मेरी मदद नहीं कर रही।सीएसपी हिना खान ने कहा कि महिला अपनी बच्ची के साथ आई थी उसने पति द्वारा ट्रिपल तलाक देकर दूसरी शादी करने की शिकायत की है, आवेदन में उसने और भी बातें लिखी हैं, हमने आवेदन को महिला थाने भेज दिया है, जाँच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी ।

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लगता है शासन-प्रशासन ने ठान लिया है की भोपाल शहर को पल्यूशन फ्री बनाना है।अब भोपाल के हर वार्ड में 100 सीएनजी कचरा गाड़ियां दौड़ेंगी, जो डोर-टू-डोर कचरा इकट्‌ठा करेगी। इससे निगम को हर महीने 28 लाख रुपए की बचत होगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मेयर मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने हरी झंडी दिखाकर गाड़ियों को वार्डों में रवाना किया।एमआईसी मेंबर राजेश हिंगोरानी ने बताया कि सीएनजी वाहनों के निगम के बेड़े में शामिल होने से जहां कचरा एकत्रीकरण की व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी। वहीं वाहनों के ईंधन पर होने वाले खर्च में लगभग 25 लाख रुपए प्रति माह की कमी आएगी। वर्तमान में डीजल पर प्रतिमाह 56 लाख रुपए तक प्रतिमाह खर्च होते हैं। सीएनजी गाड़ियों की वजह से यह खर्च लगभग आधा हो जाएगा।एमआईसी मेंबर हिंगोरानी ने बताया कि अगली खेप में 150 गाड़ियां और आएंगी। इससे हर वार्ड में 3 से 4 गाड़ियां कचरा इकट्‌ठा करेगी। शहर में कुल 85 वार्ड हैं।चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग, मेयर राय एवं निगम अध्यक्ष सूर्यवंशी की उपस्थिति में बुधवसार सुबह भारत माता चैराहा, केंद्रीय कर्मशाला बस डिपो से उक्त वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर लोकार्पित किया गया। मंच पर एमआईसी मेंबर हिंगोरानी, आरके सिंह बघेल, जगदीश यादव, छाया ठाकुर आदि मौजूद थे।अब डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम सीएनजी गाड़ियों से होगा। 50 सीएनजी (मैजिक वाहन) पहले से संचालित किए जा रहे हैं। बुधवार से 100 नए वाहनों को भी सड़कों पर उतार दिया गया। यूनाइटेड नेशंस इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (यूनीडो) से हुए करार के बाद निगम को ऐसी 250 गारबेज व्हीकल के लिए पैसा मिला है। इन 150 गारबेज व्हीकल से निगम को 42-45 लाख रुपए महीने की बचत होगी, साथ ही डीजल इंजन से निकलने वाले धुएं का कार्बन भी चार गुना तक कम होगा।अब तक निगम हर गारबेज व्हीकल पर रोजाना 10 लीटर डीजल खर्च करता है। इन वाहनों से औसतन 14-15 का एवरेज मिलता है, जो सीएनजी से बढ़कर 22-24 तक हो जाएगा। अपने वाहनों के लिए निगम करीब 93 रुपए लीटर के हिसाब से डीजल खरीद रहा है, जबकि सीएनजी की कीमत इससे दस रुपए तक कम है। यानी डीजल के मुकाबले कम कीमत में सीएनजी खरीदकर और वाहनों का एवरेज बढ़ने से भी निगम को हर महीने लाखों रुपए की बचत होगी।  

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भोपाल। राजधानी में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम बुधवार से सीएनजी गाड़ियों से शुरू हो गया है। भोपाल नगर निगम द्वारा 50 सीएनजी (मैजिक वाहन) पहले से संचालित किए जा रहे हैं। बुधवार से 100 नए वाहनों को भी सड़कों पर उतार दिया गया है। यूनाइटेड नेशंस इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (यूनीडो) से हुए करार के बाद निगम को ऐसी 250 गारबेज व्हीकल के लिए पैसा मिला है। इन 150 गारबेज व्हीकल से निगम को 42-45 लाख रुपए महीने की बचत होगी, साथ ही डीजल इंजन से निकलने वाले प्रदूषणकारी धुएं से भी मुक्ति मिलेगी। असिस्टेंट इंजीनियर मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट चंचलेश गिरहारे ने बताया कि अब तक निगम हर गारबेज व्हीकल पर रोजाना 10 लीटर डीजल खर्च करता रहा है। इन वाहनों से औसतन 14-15 का एवरेज मिलता है जो सीएनजी वाहनों में बढ़कर 22-24 तक हो जाएगा। अपने वाहनों के लिए निगम करीब 93 रुपए लीटर के हिसाब से डीजल खरीदता है। जबकि सीएनजी इससे 10 रुपये सस्ती है। यानी डीजल के मुकाबले कम कीमत में सीएनजी खरीदकर और वाहनों का एवरेज बढ़ने से भी निगम को हर महीने 10 लाख रुपए तक की बचत होगी। नए वाहनों को बुधवार दोपहर महापौर मालती राय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अब काम नहीं होगा प्रभावित 100 नए सीएनजी वाहनों से 100 पुराने डीजल वाहनों को रिप्लेस किया जा रहा है। पुराने वाहन भी विकल्प के रूप में उपलब्ध रहेंगे। किसी वाहन के अंडर रिपेयर होने से संबंधित इलाकों में कचरा कलेक्शन का काम प्रभावित नहीं हो पाएगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों से बारिश से मामूली राहत के बाद एक बार फिर झमाझम का दौर शुरू होने वाला है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में प्रदेश के कई जिलाें में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल, उज्जैन, इंदौर सहित कई जिलो में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तरप्रदेश, गुजरात के तट और ओडिशा के पास तीन जगह ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचलन जारी है। इस वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। जिसके असर से तीन दिन बाद एक स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसके असर से पूरे प्रदेश में दो दिन बाद बारिश का दौर तेज होगा, जो पूरे प्रदेश को फिर से तरबतर कर देगा। इंदौर-उज्जैन संभाग में भारी बारिश होने का अनुमान है, जबकि जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग भी भीगेंगे। सिस्टम का भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभाग में भी असर दिखाई देगा। इससे पहले दो दिन तक प्रदेशभर में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। इससे पहले एक दिन का हाल बारिश हाल बताते हुए वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया था कि इंदौर, धार/मांडू, बुरहानपुर, झाबुआ, रतलाम/धोलावाड, खंडवा/ओंकारेश्वर और छिंदवाड़ा/पेंच में बिजली चमकने के साथ मध्यम गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है। देवास, बैतूल, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, अलीराजपुर, खरगोन में हल्की गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है। / महेश्वर, दक्षिण नर्मदापुरम, बड़वानी, हरदा, दमोह, पन्ना/ टीआर, छतरपुर/ खजुराहो, बालाघाट, सिवनी, मंडला, डिंडोरी आधी रात में वर्षा होगी। मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट - सागर,नर्मदापुरम,शहडोल,रीवा,भोपाल,उज्जैन,इंदौर, जबलपुर,ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में भारी बारिश होगी।   - गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, जिलों के साथ-साथ शहडोल रीवा संभाग के जिलों में हल्की बारिश के आसार।

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भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य पुलिस सेवा के 14 अधिकारियों को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) संवर्ग में पदोन्नति मिली है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गई थी।       मप्र गृह विभाग द्वारा मंगलवार को जानकारी दी गई कि दो वर्ष की रिक्तियों के लिए दो मई को विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक हुई थी। इसमें राज्य पुलिस सेवा के 14 अधिकारियों को पदोन्नत करने का निर्णय लिया गया था। इनमें वर्ष 2021 की रिक्तियों के लिए आठ और 2022 की रिक्तियों के लिए छह अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग के लिए पदोन्नत किया गया है।       पदोन्नत होने वाले अधिकारियों में मनीष खत्री, सुनील कुमार मेहता, वीरेंद्र जैन, देवेंद्र कुमार पाटीदार, राय सिंह नरवरिया, रामशरण प्रजापति, सुंदर सिंह कनेश और राजेश व्यास (2021 की रिक्तियों पर) तथा विनोद कुमार सिंह, पद्म विलोचन शुक्ला, सुधीर कुमार अग्रवाल, पंकज कुमार पांडेय, अजय पांडेय और डा. संजय कुमार अग्रवाल (2022 की रिक्तियों पर) शामिल हैं। ये सभी अधिकारी राज्य पुलिस सेवा के वर्ष 1996 और 1997 बैच के हैं।       बताया गया है कि डीपीसी कुल 16 पदों के लिए हुई थी। इनमें राजेश त्रिपाठी और अरुण मिश्रा का लिफाफा बंद रखा गया है। अरुण मिश्रा के विरुद्ध आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में जांच चल रही है। उन्हें हाई कोर्ट से राहत मिल गई है, जबकि राजेश त्रिपाठी को गृह विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।      

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अनूपपुर। पांच हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ के मरवाही वन परीक्षेत्र के मालाडांड होकर मंगलवार की सुबह एक बार फिर से मध्यप्रदेश के अनूपपुर वन मंडल अंतर्गत वन परीक्षेत्र जैतहरी में चोलना बीट होते हुए गांव में विचरण करते हुए बचहाटोला में शिवलाल सहीस के घर के पास लगे यूकेलिप्टस प्लांटेशन में पहुंचकर आराम कर रहें है। हाथियों के समूह के आने की सूचना पर परिक्षेत्र सहायक वेंकटनगर रामसुरेश शर्मा वन अमले के साथ मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह मुनादी के माध्यम से देते हुए हाथियों के समूह पर नजर बनाए हुए हैं।   बताया गया कि पांच हाथियों का समूह सोमवार की रात वन परीक्षेत्र मरवाही के घुसरिया बीट से विचरण करते हुए मालाडांड में गूजरनाला पारकर गुजरटोला होते हुए चोलना गांव की ओर पहुंचा। इस बीच हाथियों के समूह के आने की खबर लगते ही ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। हाथियों के समूह का पूरे दिन चोलना के बचहाटोला स्थित लिपटिस प्लांटेशन में पूरे दिन रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

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उज्जैन। श्रावण मास के पहले दिन मंगलवार को भगवान महाकाल भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद देने के लिए करीब एक घंटा पहले जागे। सुबह तीन बजे मंदिर के पट खोले गए। हजारों श्रद्धालुओं ने सावन के पहले दिन बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए। इसी के साथ मंदिर में श्रावण मास के लिए तय की गई नई व्यवस्थाएं भी लागू हो गई हैं। भोर में तीन बजे मंदिर के पट खुलने के बाद पुजारी, पुरोहितों ने जलाभिषेक किया। इस दौरान भगवान महाकाल का शृंगार कर भस्म आरती की गई। हजारों श्रद्धालुओं ने चलायमान भस्मारती व्यवस्था के तहत दर्शन किए। सुुबह भस्मारती के पूर्व भगवान महाकाल का जल से स्नान कराने के बाद भांग, अबीर, चन्दन से शृंगार कर मस्तक पर तिलक, आभूषण और नवीन वस्त्र अर्पित किए गए। महानिर्वाणी अखाड़ा महंत द्वारा भस्म अर्पित की गई। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस मास में भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर के प्रशासक संदीप सोनी के मुताबिक शीघ्र दर्शन 250 रुपये की टिकट काउंटर से लेकर या इसे मंदिर की वेबसाइट से ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है। नंदी हॉल से दर्शन की केवल प्रोटोकॉल यानी विशेष अनुमति प्राप्त लोगों को ही पात्रता रहेगी। आरती के दौरान संख्या सीमित रहेगी। कावड़ यात्रियों का प्रवेश केवल मंगलवार से शुक्रवार तक रहेगा। वे जलाभिषेक कर सकेंगे। दर्शनार्थी गणेश मंडपम एवं कार्तिकेय मंडपम में बेरिकेड्स के पीछे से दर्शन कर सकेंगे। मंगलवार से सामान्य दर्शनार्थियों को त्रिवेणी संग्रहालय के पास से महाकाल लोक होकर मानसरोवर से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। अन्य दिनों में इस मार्ग के साथ हरसिद्धि से बड़ा गणेश होकर मानसरोवर से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। भस्म आरती, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन अनुमति दी जा रही है। बिना अनुमति वाले लोगों को आज सुबह चलित भस्म आरती दर्शन कराए गए। हर सोमवार को रात ढाई बजे पट खुल जाएंगे, बाकी दिनों में मंदिर के पट रात 3 बजे खुलेंगे। आज 4 जुलाई से 11 सितंबर तक 70 दिन के लिए गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। इस दौरान केवल पंडे-पुजारी ही पूजन कर सकेंगे। एक नजर प्रवेश व्यवस्था पर सामान्य दर्शनार्थी : महाकाल लोक से प्रवेश कर नए फैसिलिटी सेंटर 2 से होकर पुराने फैसिलिटी से होकर नई टनल अथवा टनल की छत से कार्तिकेय मंडपम् पहुंचेंगे। 250 रुपये : बड़े गणेश मंदिर के सामने से 4 नंबर गेट से होकर विश्रामधाम से सभामंडप होकर बैरिकेड्स से दर्शन के बाद निर्गम कराया जाएगा। वीआईपी: वीआईपी को गेट नंबर एक यानी महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के सामने से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। अतिविशिष्ट को निर्माल्य गेट से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। नियमित दर्शनार्थी: गेट नंबर 4 से विश्रामधाम से सभामंडप होकर बैरिकेड्स से दर्शन करवाए जाएंगे। हरिओम जल: नियमित रूप से आने वाले श्रद्धालु यह जल चढ़ा सकेंगे।

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भोपाल। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 4 जुलाई के बाद 3 सिस्टम नए सिस्टम एक्टिव हो रहे हैं। जिनका असर प्रदेश में भी दिखेगा। इसके चलते मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर फिर शुरू होगा। मौसम विभाग ने मंगलवार को विदिशा, राजगढ़ और आगर-मालवा में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, देवास, शाजापुर, अशोकनगर और शिवपुरी में भारी बारिश हो सकती है। इससे पहले भी लोकल सिस्टम एक्टिव होने से तेज बारिश होगी। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक एच. एस. पांडे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हो गया है। वहीं, गुजरात और नॉर्थ वेस्ट यूपी के ऊपर भी एक सिस्टम एक्टिव है। इसके चलते प्रदेश में बारिश होगी। नमी के चलते लोकल सिस्टम भी एक्टिव होंगे। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाला एक और मानसूनी सिस्टम (लो प्रेशर एरिया) ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ होता हुआ मप्र की तरफ आया तो 6 या 7 जुलाई से भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में तेज बारिश का एक दौर और आ सकता है। भोपाल में मंगलवार को धूप और बादल रहेंगे। बारिश भी हो सकती है। बैरसिया, बैरागढ़, सिटी, बैरसिया, कोलार में बारिश होने का अनुमान है। आज यहां होगी बारिश मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को विदिशा, राजगढ़ और आगर-मालवा में आज अति भारी बारिश हो सकती है। 4 इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। भोपाल, देवास, शाजापुर, अशोकनगर और शिवपुरी में भारी बारिश होने की संभावना है।

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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में त्रिदिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव का सोमवार को समापन हुआ। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सुबह आठ बजे से प्रवचन का आयोजन किया गया और उसके बाद गुरु दीक्षा का क्रम रहा। दो दिवसीय दीक्षा समारोह में पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आकर सामूहिक रूप से गुरुमंत्र लिया और तीन दिन तक चल इस महोत्सव में दस लाख से अधिक श्रद्धालु धाम पर पहुंचे और बाबा से प्रार्थना की।     कुबेरेश्वर धाम के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने सोमवार को प्रवचन के दौरान कहा कि संकट के समय गुरु नहीं, गुरु मंत्र काम आता है। भरी सभा में जब द्रौपदी का चीरहरण किया जा रहा था, तो उस समय सभी चुप-चाप बैठे हुए थे, लेकिन जब द्रौपदी ने अपने गुरु की ओर देखा तो उन्होंने ऊपर की ओर इशारा किया और द्रौपदी ने भगवान कृष्ण का ध्यान किया तो भगवान ने उसकी लाज रखी। इसी तरह संकट जब भी आए तो अपने गुरु पर भरोसा रखो, वही आपको विषम परिस्थितियों में बाहर निकालेगा। उन्होंने कहा कि मरने के बाद भी चार चीजें हमारे साथ जाती हैं। प्रथम है पुण्य, यदि हमने कोई पुण्य किया है तो वह हमें स्वर्ग के द्वार तक ले जाएगा। दूसरा है पाप, यदि हमारे द्वारा कोई पाप हुआ है तो वह हमें नर्क के द्वार तक ले जाएगा। पाप को समय रहते भोग लेना चाहिए। यदि पाप का प्रायश्चित नहीं किया तो यह बाद में हजारों गुना बढ़ जाएगा। इसलिए इसे जल्दी ही भोग लेना चाहिए और यदि पुण्य किया है तो उसे भविष्य के लिए भूल जाएं क्योंकि बाद में यह हजारों गुना बढ़कर लौटेगा और अधिक पुण्य लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पुराणों में कई जगह आया भी है कि पाप हो या पुण्य दोनों ही आपके कर्म फल से उत्पन्न होकर तब तक रहते हैं जब तक कि इनको भागा न जा सके। यह चक्रवृद्धि ब्याज की तरह बढ़ते रहते हैं। इसलिए पाप, पुण्य के साथ यह जो तीसरा कारण कर्म है, वह जब भी हो जागृत अवस्था में हो, सचेत रहते हुए हो, क्योंकि कर्म को ही मानव जीवन में प्रधान कहा है, इसी कर्म से हमारा प्रारब्ध बनता है और उसी अनुसार हमारे भविष्य का निर्माण होता है। आज जो भी मिल रहा है वह पूर्व में किए गए कर्मों का ही परिणाम है। गुरु मंत्र, गुरु मंत्र याने जो गुरु हमें शिक्षा देते हैं उसी को गुरु मंत्र कहते हैं और गुरु मंत्र हमे मोक्ष के द्वार तक पहुंचाते हैं।     गुरु और भगवान पर आस्था और भरोसा जरूरी   पंडित मिश्रा ने कहा कि मृत्यु लोक में जन्म लिया है तो आप पर उंगली उठाने वाले हजारों मिलेंगे, लेकिन हमेशा ध्यान रखना कि अपने कर्म में लगे रहना। जब लोगों ने भगवान को नहीं छोड़ा तो हम तो इंसान हैं। इसलिए सदा ध्यान रखना कि छल प्रपंच में कभी मत फंसना। अगर कहीं फंसना तो देवाधिदेव के चरणों में फसना। इस तरह ली थी पंडित प्रदीप मिश्रा ने दीक्षा त्रिदिवसीय अपने प्रवचन के अंतिम दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि शहर में गीता बाई पाराशर रहीं जो जगह-जगह भोजन बनाने का कार्य करती थीं। उन्होंने श्रीमद भागवत कथा का संकल्प लिया था पर पैसा नहीं था। उन्होंने कथा करवाई, उस समय न भागवत थी न ही धोती कुर्ता। उन्होंने कहा कि पहले आप गुरु दीक्षा लीजिए। मैं गुरु दीक्षा लेने इंदौर गया, गोवर्धन नाथ मंदिर। वहां से दीक्षा ली। मेरे गुरुजी ने ही मुझे धोती पहनना सिखाई और उन्होंने छोटी सी पोथी मेरे हाथ में दे दी। आज गुरु दीक्षा का आशीर्वाद है कि मुझे आप सभी का स्नेह और प्रेम मिल रहा है और हम सभी भगवान शिव की महिमा का वर्णन कर रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि दुष्ट प्रवृत्ति के लोग दूसरों के दिलों को चोट पहुंचाने वाली, उनके विश्वासों को छलनी करने वाली बातें करते हैं, दूसरों की बुराई कर खुश होते हैं। मगर ऐसे लोग अपनी बड़ी-बड़ी और झूठी बातों के बुने जाल में खुद भी फंस जाते हैं। मनुष्य अपना ही मित्र और शत्रु है।

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इंडियन क्रिकेट टीम के फास्ट बॉलर उमेश यादव पत्नी तान्या समेत गुरु पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को उज्जैन पहुंचे। यहां दोनों ने तड़के 4 बजे महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती में हिस्सा लिया। उन्होंने भगवान महाकाल का जल से अभिषेक कर आशीर्वाद लिया।भस्म आरती के दौरान उमेश धोती सोला पहने नजर आए। यादव दंपती ने नंदी हॉल में बैठकर मंत्रों का जाप भी किया। उमेश ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ज्योतिर्लिंग दर्शन की तस्वीरें साझा की हैं। उन्होंने शिव मंत्र भी पोस्ट किया है। वे पहले भी महाकाल के दर्शन करने आ चुके हैं।टीम इंडिया के स्टार बॉलर उमेश यादव बेहद गरीबी के बीच साधारण परिवेश में पले-बढ़े। उनका जन्म वेस्टर्न कोलफील्ड्स में काम करने वाले तिलक यादव के घर 25 अक्टूबर 1987 को हुआ था। उनके दो बेटियां और एक बेटा पहले से थे।उमेश के पिता तिलक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के छोटे से गांव के रहने वाले हैं। वे कोयला खदान में नौकरी के कारण नागपुर के पास खापरखेड़ा गांव में रहने लगे।उमेश का क्रिकेट करियर चमकने से पहले तक उनके पिता की दिली तमन्ना थी कि वे पुलिस में भर्ती हो जाएं, उनकी सरकारी नौकरी लग जाए। पिता के कहने पर उमेश भी इसकी तैयारी कर रहे थे लेकिन किस्मत साथ नहीं दे रही थी। आखिरकार टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलने के शौकीन उमेश ने पिता से कह दिया था- 'या तो आप मेरे खेल से आबाद हो जाओगे या फिर...।'2008 में पहली बार उमेश को रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला। मैच की पहली इनिंग में उन्होंने 75 रन देकर चार विकेट लिए। इसी परफॉर्मेंस के दम पर दलीप ट्रॉफी में मौका मिला और फिर 2010 में IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने उनके लिए बोली लगाई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।  

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अपनी ओजस्वी शैली से दुनिया को जीवन जीने की कला सीखने वाले आचार्य रजनीश के जबलपुर स्थित आश्रम में गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाई गई ,गुरु शिष्य परंपरा का पर्व गुरु पूर्णिमा मनाने के लिए उनके अनुयायी ना सिर्फ इंडिया बल्कि विदेश से भी ओशो की साधना स्थली जबलपुर में जमा हुए। ओशो के शिष्यों ने सबसे पहले प्रभात फेरी निकाली...और फिर ध्यान में लीन होकर अपने गुरु को याद किया। ओशो के शिष्य एक साथ मिलकर गुरु की भक्ति में लीन होकर झूमकर घंटों तक नाचते रहें।गुरु पूर्णिमा के अवसर पर दिन भर होने वाले कार्यक्रमों में ओशो का डायनेमिक ध्यान सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसमे हर शिष्य शामिल होकर अपने गुरु से संवाद कायम करने की कोशिश करता है, इसके अलावा गुरु पूर्णिमा पर होने वाली संन्यास दीक्षा का भी आयोजन आज हुआ जो कि साल में सिर्फ एक बार सिर्फ गुरु पूर्णिमा पर किया जाता है, जिसमे लोग दुनिया का मोह छोड़ संन्यास लेते है।अमेरिका न्यूयार्क से आए ओशो के भक्त का कहना है कि आचार्य रजनीश का हमेशा ही कहना रहा है कि चाहे दुख हों यां फिर सुख सभी को हंसते हुए मुस्कराते हुए मानना चाहिए। अमेरिका से आए स्वामी निर्देश ने बताया कि वह बीते 25 सालों से गुरु पूर्णिमा में जबलपुर आ रहें है, उनका कहना है कि ओशो की ध्यानस्थली में आकर ऐसा लगता है, मानो ओशो साक्षात दर्शन दे रहें है। आज ओशो के सभी अनुयाई उनके ही मार्ग पर चल रहें है।ओशो के अनुयायी स्वामी निर्दोष ने ओशो रजनीश की सोशल मीडिया से दूरी पर कहा कि जिस तरह से सूरज को किसी की जरूरत नहीं होती है, वैसे ही ओशो को आज भी सोशल मीडिया की जरूरत नहीं है, क्योंकि सच्चा गुरु वही होता है,जो अपने शिष्य को सच से परिचय करवाता है और खुद की पहचान खुद से करवा दे वही गुरु होता है।  

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ग्वालियर प्रवास पर पहुंची कथावाचक जया किशोरी ने राजनीति मैं धर्म के प्रवेश पर राजधर्म की सीख देते हुए कहा है कि धर्म में राजनीति हो तो श्रीकृष्ण जैसी राजनीति हो, धर्म में राजनीति का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए,कृष्ण ने भी महाभारत में राजनीति की थी, अगर कृष्ण सी राजनीति करेंगे तो जीत जाएंगे। दुर्योधन जैसी राजनीति करेंगे तो पराजय मिलना निश्चित है। राजनीति में प्रवेश के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका बिल्कुल मन राजनीति में आने को नहीं है।ग्वालियर में सोमवार गुरुपूर्णिमा के अवसर पर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता मितेन्द्र दर्शन के द्वारा खाटू श्याम मंदिर बिरला नगर के पास के मैदान में प्रसिद्ध कथा वाचक जया किशोरी के मुख से कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा आयोजन के लिए रविवार को कथा वाचक जयाकिशोरी ग्वालियर पहुंची और इस दौरान उन्हाेंने मीडिया बात करते हुए सवालों के जवान दिए। राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोगों द्वारा अपनी सत्ता को बचाने सत्ता लाभ के लिए संतों की शरण में जाने के सवाल पर जया किशोरी का कहना था कि अच्छी सोच के साथ कोई अगर किसी व्यक्ति के साथ जाता है तो उसमें किसी तरह की बुराई नहीं है। चाहें वह व्यक्ति किसी भी क्षेत्र से जुड़ा हो। बिजनेसमैन हो या साधारण व्यक्ति, फिर कोई संत हो अच्छे मन से और अच्छे विचार से किसी से जुड़ने में कोई गलत बात नहीं है।

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उज्जैन। इस वर्ष श्रावण मास की शुरुआत मंगलवार, 4 जुलाई से हो रही है। मंदिर प्रबंध समिति ने श्रावण मास में महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। इस बार 19 साल बाद श्रावण अधि मास के चलते पूरे दो माह रहेंगे। इसलिए पूरे दो माह गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहेगा। श्रावण में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर के पट डेढ़ से दो घंटे पहले खोल दिए जाएंगे।     रविवार को महाकाल मंदिर के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि मंदिर की परंपरा अनुसार आम दिनों में महाकाल मंदिर के पट सुबह 4 बजे खुलते हैं, जबकि श्रावण मास में प्रत्येक रविवार-सोमवार की रात 2.30 बजे तथा सप्ताह के शेष दिनों में रात 3:00 बजे मंदिर के पट खोले जाएंगे। मंगलवार से श्रावण मास में शुरुआत हो रही है। इसके लिए सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 3 बजे मंदिर के पट खुलेंगे। इसके पश्चात भगवान महाकाल की भस्म आरती होगी। सुबह 5 बजे भस्म आरती संपन्न होने के बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू होगा।   उन्होंने बताया कि श्रावण-भादौ मास के प्रत्येक सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी भी निकलेगी। मंदिर समिति प्रत्येक शनिवार को त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में श्रावण महोत्सव का आयोजन भी करेगी। इसमें देश के बड़े कलाकार गीत, संगीत व नृत्य की प्रस्तुति देंगे। मंदिर समिति ने सामान्य, वीआइपी व कांवड़ यात्रियों के लिए दर्शन के विशेष इंतजाम किए हैं।   उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश के लिए इस बार द्वार भी निर्धारित किए गए हैं। सामान्य दर्शनार्थी चारधाम आश्रम के बैरिकेडस से दर्शन की कतार में लगेंगे तथा महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से मंदिर में प्रवेश करेंगे। वहीं, शीघ्र दर्शन टिकट वाले श्रद्धालु बड़े गणेश मंदिर के सामने गेट नं. 4 तथा मंदिर कार्यालय के सामने गेट नं. एक से मंदिर में प्रवेश करेंगे, जबकि प्रोटोकाल के तहत आने वाले वीआइपी श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर कार्यालय के सामने निर्माल्य द्वार से होगा। इसी तरह देशभर से आने वाले कावड़ यात्रियों को सप्ताह के चार दिन मंगलवार से शुक्रवार तक गेट नं. चार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।   महाकाल मंदिर के प्रशासक सोनी ने बताया कि श्रावण-भादौ मास में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक दर्शनार्थियों का मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। भक्तों को कार्तिकेय व गणेश मंडप से भगवान के दर्शन होंगे। विशेष अनुमति पर वीआइपी श्रद्धालुओं को नंदी हॉल से दर्शन कराए जाएंगे। श्रावण मास के पहले सोमवार पर 10 जुलाई को शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी और 11 सितंबर को शाही सवारी निकाली जाएगी। इस बार श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल की 10 सवारी निकलेगी।

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इंदौर। जिले के कम्पैल पुलिस चौकी क्षेत्र में दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए एक युवक की सेल्फी लेने के चक्कर में 700 फीट गहरी खाई में गिरने से मौत हो गई। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने रविवार को रेस्क्यू आपेशन चलाकर कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद युवक का शव बरामद किया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।     कम्पैल चौकी प्रभारी एसआई सत्येंद्र सिसोदिया ने बताया कि इंदौ के खजराना थाना क्षेत्र की इलियास कालोनी निवासी मोइन उर्फ अनस (19) पुत्र इकबाल खान अपने छह दोस्तों के साथ शनिवार को दोपहर में मुहाड़ी फाल में घुमने गया था। यहां सेल्फी लेने के दौरान अनस और उसका दोस्त इरफान झाड़ियों में गिर गए। इरफान तो झाड़ियों में उलझ गया और साथियों की मदद से बाहर आ गया, लेकिन अनस ढुलकते हुए 700 फीट गहरी खाई में जा गिरा। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से उसकी तलाश शुरू की। रात 10 बजे तक उसे खाई में खोजने का काम चलता रहा, लेकिन सफलता नहीं मिली। रात को अंधेरा होने के कारण सर्चिंग रोकना पड़ी। रविवार सुबह 7:00 बजे से एसडीआरएस की टीम द्वारा फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद दोपहर 12 बजे के करीब उसका शव एक खोह में फंसा मिला।   उन्होंने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं और बार-बार चेतावनी के बावजूद वहां लोग पिकनिक मनाने जाते हैं और गहरी खाई में उतर जाते हैं। इतनी गहरी खाई, जिसमें ऊपर से नीचे तक आवाज भी नहीं जाती है। घटना के बाद से ही इलियास कॉलोनी में मातम है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। युवक के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है।

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रायसेन में शनिवार को टमाटर 160 रुपए किलो बिका। यह प्रदेश में टमाटर जिला के नाम से जाना जाता है। यहां से टमाटर देश के अलावा नेपाल, दुबई तक भेजा जाता है। लेकिन, इस बार लागत तक नहीं निकली और किसान कर्जदार हो गए। इन्होंने 60 हजार रुपए प्रति एकड़ से खेत किराए पर लिए थे।टमाटर का सबसे ज्यादा उत्पादन करने वाले समनापुर गांव में मायूस बैठे किसान मोहन बाबू कुशवाह ने बताया कि सीजन (मार्च-अप्रैल) में व्यापारी 20-25 रुपए कैरेट (प्रति कैरेट 25-26 किलो) टमाटर मांग रहे थे, यानी एक रुपए किलो। हमें तुड़वाई पर 20 रुपए प्रति कैरेट लग रहे थे। नुकसान कैसे सहते, इसलिए रोटावेटर चलाकर खेतों में ही दबा दिए।ऐसी ही आपबीती गौरीशंकर विश्वकर्मा की भी है। मोकलवाड़ा के अरुण कुमार लोधी ने बताया सवा एकड़ में टमाटर लगाए थे। 35 हजार रुपए लागत आई थी, हाथ कुछ नहीं आया। इसलिए रोटावेटर चलाकर खेत में ही टमाटर खत्म कर दिए। इस नुकसान की भरपाई करने के लिए धान बोया है। इसी गांव के भभूत सिंह के पानी भरे खेत में अब भी टमाटर की फसल खड़ी है। वे कहते हैं ढाई एकड़ में टमाटर लगाया था। व्यापारी 20 से 25 रुपए कैरेट मांग रहे थे, मैंने कहा नहीं दूंगा, भले ही खेत में सड़ जाए। इसी तरह मालझीर, किबलाझीर, बकतरा, मोकलवाड़ा, हर्सिली, दूधतलाई, डूबी, आमोन सहित लगभग सभी गांवों में टमाटर को भाव नहीं मिले और खेतों में ही फसल खत्म हो गई।उद्यानिकी विभाग के अनुसार इस साल रायसेन जिले में 5,800 हेक्टेयर में टमाटर लगाया गया था। पिछले साल 5,500 हेक्टेयर में लगाया। एक हेक्टेयर में 300 क्विंटल उत्पादन होता है। अधिक पैदावार होने से कीमतें घट गईं। हर्सिली के किसान जितेंद्र सिंह कहते हैं कि 15 मई के बाद टमाटर 50 रुपए कैरेट भी नहीं बिक रहा था ताे किसानों ने खेतों में नष्ट कर दिया। अब डिमांड बढ़ी तो बाहर से महंगा खरीद रहे हैं।  

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सावन का पवित्र महीना शुरू होने वाला है.जिसके चलते गीता भवन में चातुर्मास अनुष्ठान का शुभारंभ गुरु पूर्णिमा पर 3 जुलाई से होगा। इस बार चातुर्मास के दौरान गीता भवन के भक्तों को देश के तीन वरिष्ठ संतों का सान्निध्य मिलेगा। इस दौरान तीन जुलाई से 31 सितंबर तक संत ज्ञान, भक्ति और सत्संग की त्रिवेणी बहाएंगे। ​​इसमें 3 जुलाई से 1 अगस्त तक महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद स्वरस्वती, 2 से 31 अगस्त तक साध्वी परमानंदा सरस्वती गोधरा और 1 सितंबर से 29 सितंबर तक स्वामी पुरुषोत्तमानंद सरस्वती नेमिषारण्य के प्रवचनों की अमृत वर्षा होगी। चातुर्मास के प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9 से 10 बजे तक और शाम 5.30 से 6.30 बजे तक होंगे।गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीराम ऐरन एवं मंत्री रामविलास राठी ने बताया की 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव के बाद 10 को सावन के पहले सोमवार पर गीता भवन स्थित सत्संग सभागृह मैं विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठान होंगे। इसी तरह 13 को कामिका एकादशी और 17 को सोमवती हरियाली अमावस्या के विशेष अनुष्ठान होंगे।    

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महाकाल मंदिर, महाकाल लोक, मैहर, चित्रकूट, मांडू समेत अन्य स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी 200 महिलाएं संभाल रही हैं। मप्र टूरिज्म बोर्ड(एमपीटीबी) की सिर्फ एक कोशिश से प्रदेश की 3500 महिलाएं आत्मनिर्भर हुई हैं।इनमें से कुछ महिलाएं कूनो में चीतों के पगमार्क के फोटो ले रही हैं। इसके अलावा भोपाल में कुछ महिलाएं मैकअप आिर्टस्ट, वीडियोग्राफी की ट्रेनिंग भी ले रही हैं। आने वाले समय में एमपीटीबी की 10 हजार महिलाओं को इस योजना से जोड़ने की तैयारी है।पति की मौत के बाद 35 साल की ललिता जैसवाल पर अचानक घर की जिम्मेदारी आ गईं। दो महीने का बेटा और 6 साल की बेटी को पालने के लिए ललिता ने सिलाई करना शुरू किया, लेकिन यह काफी न था। 1 साल पहले एमपीटीबी के माध्यम से सुरक्षा गार्ड की ट्रेनिंग ली। अब वे महाकाल लोक और मंदिर में गार्ड के रूप में तैनात हैं। उन्हें 10 हजार महीना वेतन मिलने लगा है।21 साल की नेहा के पिता साधु हो चुके हैं। घर में उसकी एक बड़ी बहन, छोटा भाई और मां हैं। घर की जिम्मेदारी नेहा पर ही थी। करीब दो महीने की ट्रेनिंग के बाद अब वह महाकाल लोक में सुरक्षा गार्ड हो गई हैं। नेहा कहती हैं कि उनके साथ वाली कई युवतियों को अब सुरक्षा गार्ड के रूप में दूसरी जगह पर भी विशेष तौर पर बुलाया जाने लगा है।

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भोपाल। सेवा, परोपकार और स्वैच्छिकता की भावना के साथ विश्व में "वसुधैव कुटुंबकम'' की भावना जागृत करने के उद्देश्य से भोपाल में शनिवार से शुरू हुए जी-20 देशों का दो दिवसीय सी-20 सिविल सेवा सम्मेलन में पहले दिन पांच सत्रों में विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।     सम्मेलन के पहले दिन के प्रथम सत्र में भारतीय परिदृश्य में वैश्विक रूप से सेवा भाव पर विचार रखे गए। सत्र में सेवा के क्षेत्र में स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका और उनके सहयोग से समग्र विकास पर चर्चा हुई। खलीफा बिन जॉयेद अल नाहयन फाउण्डेशन के जनरल डायरेक्टर एचई मोहम्मद हाजी अल खूरी, प्लान इण्डिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर मोहम्मद आसिफ और जॉन स्नो इण्डिया के कंट्री डायरेक्टर और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय कपूर ने विचार रखें। सत्र का संचालन यूथ ऑफ इण्डिया फाउण्डेशन के फाउण्डर शैलेश सिंघल ने किया।     दूसरे सत्र में विकास के लिए सेवा और कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) विषय पर शिवगंगा झाबुआ के फाउण्डर मेंबर राजाराम कटारा, विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत, सेवा इंटरनेशनल इण्डिया के ग्लोबल को-ऑर्डिनेटर श्याम परांडे ने अपने विचार रखें। सत्र का संचालन यूथ फॉर सेवा इण्डिया के किरन डीएम ने किया।     सम्मेलन में तीसरे सत्र में बेस्ट प्रेक्टिसेज ऑफ इण्डिपेंडेंट सेवा योगीज पर चर्चा हुई। इस सत्र में उन व्यक्तियों के कार्यों पर विचार रखे गए, जिनके प्रयासों से समाज में बदलाव आया है। पर्यावरणविद जगत किनखाबवाला, अश्विनी खुराना, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के नेशनल कन्वेनर गोपाल आर्य, गिव मीट ट्रीज के फाउण्डर स्वामी प्रेम परिवर्तन ने विचार रखें। कार्यक्रम का संचालन महर्षि आध्यात्म विश्वविद्यालय के सियान क्लार्क ने किया।     सम्मेलन के चौथे सत्र में महिलाओं की भागीदारी और संयुक्त प्रयास पर चर्चा हुई। इस सत्र में विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी की वाइस प्रेसीडेंट पद्मश्री निवेदिता भिड़े, राइजिंग फ्लेम की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फाउण्डर निधि गोयल एवं भारतीय स्त्री शक्ति की वाइस प्रेसीडेंट नयना सहस्रबुद्धे ने विचार रखें। सत्र का संचालन सहगल फाउण्डेशन की ट्रस्टी और सीईओ अंजलि मखीजा ने किया। समिट अंतिम सत्र में सेवा के क्षेत्र में "वसुधैव कुटुम्बकम'' की भावना के वैश्वीकरण पर वक्ताओं ने अपने विचार रखें। आईएसआरएन के सीईओ और सेवा समिट के नेशनल को-ऑर्डीनेटर संतोष गुप्ता और आईएसआरएन के एसोसिएट डायरेक्टर ने आशीष मंशारमानी विचार रखें। सत्र का संचालन संत ईश्वर फाउण्डेशन की नेशनल सेक्रेटरी वृंदा खन्ना ने किया।

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उज्जैन। भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद का भाव शनिवार से 400 रुपये किलो हो गया है। अभी तक यह 360 रुपये प्रति किलोग्राम था।   मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा लड्डू प्रसाद के दाम में 40 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि किए जाने का निर्णय लिया था। यह निर्णय आज शनिवार से लागू हो गया है। यह लड्डू शुद्ध देशी घी से बनाये जाते है। इनमें गुणवत्तापूर्ण सूखे मेवे मिलाए जाते हैं। प्रबंध समिति अच्छे पेकिंग में उपलब्ध करवाती है। बाजार भाव से कम कीमत पर केवल लागत मूल्य पर बिना लाभ-बिना हानि, मंदिर के काउंटर्स से विक्रय किये जाते हैं। मंदिर समिति ने 100 ग्राम लड्डू प्रसाद के पैकेट का मूल्य 50 रुपये निर्धारित किया है। अधिकारियों का कहना है कि छोटे पैकेट में पैकिंग चार्ज अधिक लगता है। इसलिए 50 रुपये कीमत रखी गई है।

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धार। धार जिले के राजगढ़ में तेंदुए के हमले से किसान दंपत्ती के घायल होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह किसान दंपत्ती बोवनी के लिए खेत जा रहे थे। इस बीच जंगल क्षेत्र होने के कारण घात लगाकर शिकार की तलाश में बैठे तेंदुए ने किसान दंपत्ती पर अचानक हमला कर दिया। इस कारण किसान दंपत्ती को गंभीर चोट आई है। घटना के बाद घायलों को सरदारपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया, जहां पर दोनों का इलाज जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम चौबारा मे ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि बनसिंह ग्रेवाल के अनुसार चौबारा निवासी कुंवरसिंह और पत्नी मन्नीबाई दो बैलों को लेकर खेत पर बोवनी करने गए थे। बोवनी प्रारंभ ही कर रहे थे कि जंगल के रास्ते एक तेंदुए ने पत्नी पर हमला करते हुए पंजा मारा। जिससे वह बेलो के पास जाकर गिर गई। यह देख मन्नीबाई के पति ने लठ्ठ एवं पत्थर से तेंदुए को भगाने का प्रयास किया, लेकिन तेंदुए ने उनके सिर पर हमला किया। उससे बचने के लिए कुंवरसिंह ने हाथ मारने की कोशिश की तो तेंदुए ने उनका हाथ पकड़ लिया। इस संघर्ष में कुंवर सिंह ने हार नहीं मानी और खुद को बचाने की पुरजोर प्रयास किया इस बीच हुए सो शराबी के चलते आसपास के ग्रामीण भी दौड़कर पहुंचे। लोगों को आता देख तेंदुआ भाग निकला। ग्रामीणों की मदद से घायल दंपत्ति को सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां चिकित्सकों ने कुंवर सिंह एवं उसकी पत्नी का उपचार किया। उपचार के बाद दोनों की हालत सामान्य बताई जा रही है। इधर घटना को लेकर वन विभाग के डिप्टी रेंजर विक्रम निनामा ने बताया कि सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि दंपत्ती पर तेंदुए ने हमला किया है या किसी अन्य जीव ने, वन्य जीव को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम सक्रिय है।

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इंदौर। शहर के एरोड्रम रोड़ पर शुक्रवार को एक स्कूली वैन में आग लग गई। बीएसएफ कैंपस होने के चलते यहां से कर्मचारी निकलकर बाहर आए और राहगीर भी मदद के लिए पहुंच गए। इस दौरान लोगों ने वैन में सवार बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।     पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को सुबह गांधी नगर और आसपास के इलाके के बच्चे माणिकबाग स्थित एमएसबी एजुकेशनल इंस्ट्टीयूट स्कूल जा रहे थे। इस दौरान वैन के अंदर से अचानक धुआं निकलने लगा, इससे बच्चे घबरा गए। वैन के ड्राइवर ने गाड़ी को साइड में लगाकर तुंरत गेट खोला और बच्चों को बाहर निकाला। इतनी देर में वैन ने आग पकड़ ली। ड्राइवर अकेला पहले उसे बुझाने का प्रयास करता रहा। इसके बाद आसपास के लोग वहां पहुंचे और आग को बुझाने की कोशिश की। वहीं बीएसएफ कैंपस के अंदर से भी पानी लाकर आग पर काबू कर लिया गया। यहां कांग्रेस नेता गजेन्द्र वर्मा और पुरुषोत्तम यादव ने घबराए बच्चों को शांत किया।     पुलिस के अनुसार, स्कूली वैन में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया। लेकिन यहां बड़ी घटना होने से टल गई। घबराए बच्चों ने अपने परिजनों को कॉल किया। इसके बाद कुछ परिजन बच्चों को मौके पर आकर अपने साथ ले गए। एरोड्रम पुलिस फिलहाल मामले में जानकारी जुटा रही है।

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आपने चला मुसद्दी ऑफिस-ऑफिस वाली फिल्म तो आपने देखी ही होगी।एक ऐसा ही मामला सामने आया है सागर से जहां रहली में एक किसान को सरकारी महकमे ने मृत घोषित कर दिया। ऐसे में अब किसान अपने जीवित होने का प्रमाण लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है। मामला रहली जनपद के ग्राम खेजरा बरखेरा गांव का है। जहां किसान को शुरुआत में किसान सम्मान निधि स्वीकृत की गई। लेकिन पिछले साल से अचानक उसकी सम्मान निधि यह बताते हुए बंद कर दी गई कि उनकी मौत हो चुकी है। इस कारण राशि नहीं दी जा रही है। जब किसान पटवारी और बैंक के पास पहुंचा तो वहां रिकॉर्ड में किसान को मृत बताया गया। जिसके बाद से किसान अपने जिंदा होने के प्रमाण लेकर भटक रहा है। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है।जानकारी के अनुसार ग्राम खेजरा बरखेरा के रजवांस मौजे में किसान राजू पुत्र गोपी पटेल की करीब 1 एकड़ जमीन है। शासन से राजू को एक साल में तीन बार दो-दो हजार रुपए की राशि मिलती थी। वर्ष 2019 से 2021 तक किसान राजू पटेल के खाते में किसान सम्मान निधि की करीब 10 किस्तें आई। लेकिन 2022 में किस्त आना अचानक बंद हो गई। जिसके बाद राजू ने पटवारी से सम्मान निधि नहीं आने की शिकायत की। तब किसान को पता चला कि उसे रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद से किसान राजू अपने जिंदा होने के प्रमाण लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है।

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जबलपुर सहित कई जिलों में हो रही लगातार बारिश के कारण रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। जिसके कारण सैकड़ों विद्यार्थियों को दोबारा मौका मिलेगा। जो बारिश के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। खासतौर पर यह सुविधा सिवनी और नरसिंहपुर जिले के विद्यार्थियों को मिलेगी।दरअसल 4 दिनों से मानसूनी बारिश की वजह से जबलपुर संभाग के कई जिलों में जल प्लावन की स्थिति बन गई है। वहीं कई परीक्षा केंद्रों में पानी भर गया है। जिसके कारण कई ट्रेनें निरस्त हुई, तो वही आवागमन के कारण कई विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। जिन्होंने परीक्षा केंद्र में अवगत कराया था।परीक्षा नियंत्रक प्रो रश्मि मिश्रा ने बताया नरसिंहपुर जिले में कई जगह पानी भरने की वजह से रास्ते बंद हो गए थे। वहीं कई ट्रेनें रद्द भी थी। कुछ रीशेड्यूल्ड भी थी। जिसके कारण विद्यार्थी परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने नहीं पहुंच पाए थे। उन्होंने बताया बीकॉम द्वितीय वर्ष और स्नातकोत्तर की परीक्षाएं में गैरहाजिर विद्यार्थियों की अलग से परीक्षाएं ली जाएंगी।दोबारा परीक्षा कराने को लेकर कुलपति प्रोफेसर कपिल देव मिश्रा ने अनुमति दे दी है। उन्होंने कहां कुलसचिव अभी अवकाश पर है, इसलिए परीक्षा कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। उनके अवकाश के लौटने के बाद परीक्षा कार्यक्रम जल्द ही तय कर लिया जाएगा।

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कहते है यदि आप किसी को धोखा तो आपको भी बदले में धोखा ही मिलता है.अपने बीमार पति को मरता छोड़ प्रेमी के साथ महिला जबलपुर भाग आई और प्रेमी भी उसे किराए के मकान में लेकर पहुंचा गैस जलाई और सात फेरे लेते हुए सुहागरात मना डाली। कुछ समय के बाद प्रेमी से कथित पति बने युवक का जब मन भर गया, तो उसने भी महिला से बेवफ़ाई करते हुए पीछा छुड़ाने की बात कह डाली। महिला ने जब इसका विरोध किया तो कथित पति ने महिला के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी, पति की मां, बहन ने घर से बाहर निकाल दिया।परेशान महिला गुरुवार की रात तिलवारा थाने पहुंची और मामले की शिकायत पुलिस से की,पर पुलिस ने भी इस मामले में महिला की मदद करने में असमर्थता जता दी, महिला ने बताया कि वह कटनी की रहने वाली थी जिसे तिलवारा थाना स्थित भैरव नगर निवासी कृष्ण कुमार दुबे ने सब्जबाग दिखाए और पति से तलाक दिलवाकर जबलपुर ले आया और अपने साथ रखने लगा, महिला के साथ दो बच्चे भी थे, लेकिन अब कृष्ण कुमार को किसी और से प्यार हो गया है और वह उससे मुक्ति पाना चाहता है।महिला का कहना है कि कृष्ण कुमार के कहने पर उसने अपने पति को धोखा दिया और अब कृष्ण कुमार ने उसके साथ विश्वासघात किया है, वही अब पुलिस भी उसकी कोई मदद नहीं कर रही है। महिला आपने दोनों बच्चों के साथ जबलपुर में दर-दर भटक रही है।

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भोपाल। प्रदेश के अनेक हिस्सों में हो रही लगातार बारिश के चलते देरी से आने वाली गाड़ियों को देरी से रवाना किया जा रहा है। कुछ रेलगाड़ियों को दिनांक 29 जून 2023 को री-शेड्यूल किया गया है, जिनकी जानकारी निम्नानुसार है। रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गाड़ी संख्या 11464 जबलपुर - वेरावल सोमनाथ एक्सप्रेस को अपने निर्धारित समय दोपहर 14:00 बजे की बजाय अब 7 घण्टे देरी से यानी रात्रि 21:00 बजे जबलपुर से गन्तव्य के लिए रवाना किया जाएगा। गाड़ी संख्या 12854 भोपाल - दुर्ग अमर कंटक एक्सप्रेस को अपने निर्धारित समय 16:00 बजे की बजाय अब 2:30 घण्टे देरी से यानी रात्रि 18:30 बजे भोपाल से गन्तव्य के लिए रवाना किया जाएगा। गाड़ी संख्या 12061 रानी कमलापति - जबलपुर जन शताब्दी एक्सप्रेस को अपने निर्धारित समय 17:40 बजे की बजाय अब 5:20 घण्टे देरी से यानी रात्रि 23:00 बजे रानी कमलापति स्टेशन से गन्तव्य के लिए रवाना किया जाएगा। गाड़ी संख्या 12181 जबलपुर - अजमेर दयोदय एक्सप्रेस को अपने निर्धारित समय रात्रि 20:50 बजे की बजाय अब 2 घण्टे देरी से यानी रात्रि 22:50 बजे जबलपुर से गन्तव्य के लिए रवाना किया जाएगा।

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होटल शेरेटन ग्रैंड पैलेस में बुधवार को हुए कर्मवीर अवार्ड सम्मान में शहर की 30 शख्सियतों को प्रदेश गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सम्मानित किया। सम्मानित हुए लोगों में प्रशासनिक अधिकारी, बिजनेसमैन, वकील, समाजसेवी और धर्मगुरु शामिल हैं।उन्होंने कहा कि कर्म फल आप तक घूमकर आता ही है। यदि हम अच्छा करते हैं तो हमारे साथ भी अच्छा ही होता है और यदि बरे काम करते हैं, तो हमें उन कर्मों का फल भुगतना ही पड़ता है। गीता में भी मनुष्य को कर्मयोगी बनने के लिए प्रेरित किया गया है। उन्होंने अपनी इस बात के लिए एक रोचक प्रसंग भी सुनाया। गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि कभी-कभी लोग नए काम करने की रिस्क नहीं लेते या फिर लोग क्या कहेंगे, यह सोचकर कुछ नया प्रयोग करने से रुक जाते हैं। ऐसे लोगों की उन्नति उसी वक्त रुक जाती है। न्यूटन, राइट ब्रदर्स और जेम्सवाट के मन में सामान्य गतिविधियों को देखकर जिज्ञासा जागृत हुई और उन्होंने दूसरों की उलाहनाओं की परवाह ना करते हुए कुछ नया करने का प्रयास किया और इतिहास में अपना नाम अमर कर दिया। उन्होंने कहा कि आप जिस विधा में पारंगत हैं, आपको उसी विधा में आगे बढ़ना चाहिए। आप जिस काम को कर रहे हैं, पूरी तन्मयता के साथ कीजिए। कोई भी काम छोटा नहीं होता है, हर काम बड़ा होता है। यदि आप पूरे मन से उसे करते हैं तो आगे रास्ते अपने आप बनते जाते हैं। दैनिक भास्कर को भी साधुवाद जो वो लगातार कर्मवीरों का सम्मान करता रहा है। भास्कर ने कोरोना काल में भी योद्धाओं के काम के प्रति समर्पण की भावना की हौसला अफजाई की थी। कार्यक्रम में दैनिक भास्कर मप्र के स्टेट एडिटर सतीश सिंह, इंदौर यूनिट हेड नरेशप्रताप सिंह मौजूद थे। आयोजन के हॉस्पिटैलिटी पार्टनर होटल शेरेटन ग्रैंड पैलेस थे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून की शुरुआत दमदार रही है। मानसून एक्टिव हुए पांच दिन बीते हैं, लेकिन तेज बारिश के कारण नरसिंहपुर, उमरिया, सिवनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। ऐसे ही हालात अगले दो दिन यानी गुरुवार और शुक्रवार को भी बन सकते हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदेश के 16 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। भोपाल में गुरुवार सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। इधर, जलग्रहण क्षेत्र में तेज बारिश के कारण नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर 10 फीट बढ़ गया है। मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि अभी कम दबाव का क्षेत्र नॉर्थ छत्तीसगढ़ के ऊपर एक्टिव है। अगले दो दिनों में यह नॉर्थ एमपी होते हुए यह आगे बढ़ जाएगा। एक पूर्व-पश्चिमी ट्रफ लाइन राजस्थान से बंगाल तक गुजर रही है। इसके चलते प्रदेशभर में बारिश हो रही है। गुरुवार को भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, इंदौर, शहडोल, जबलपुर और सागर संभाग में भारी बारिश का अनुमान है, जबकि ग्वालियर-रीवा समेत 16 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दमोह में 24 घंटे में हुई साढ़े 5 इंच बारिश बीते 24 घंटों में दमोह में सबसे ज्यादा 143 मिमी यानी साढ़े 5 इंच से ज्यादा बारिश हुई। खजुराहो में भी तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। खजुराहो में 3.8, रीवा 2.5, गुना 2.5, सतना 2.2, पचमढ़ी 2.1, मंडला 2.0, उमरिया 1.8, नौगांव 1.5, शिवपुरी 1.5, जबलपुर 1.2, टीकमगढ़ 0.9 सागर 0.8, छिंदवाड़ा 0.6, उज्जैन 0.5, रायसेन 0.5, धार 0.3, नरसिंहपुर 0.3, सीधी 0.2, नर्मदापुरम 0.2, और रतलाम में 0.1 इंच बारिश हुई। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में भोपाल, बैतूल, इंदौर, दतिया, सिवनी में भी बारिश हुई। 10 फीट बढ़ा नर्मदा नदी का जलस्तर जबलपुर और नरसिंहपुर जिलों में बुधवार को हुई बारिश से नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह 8 बजे 947 फीट पर पहुंच गया। 24 घंटे के अंदर 10 फीट से ज्यादा पानी बढ़ा है। नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ने पर जिला प्रशासन व बचाव दल अलर्ट हो गए हैं। यहां बता दें कि नर्मदा खतरे के निशान से अभी 18 फीट नीचे है। आज यहां हो सकती है भारी बारिश मौसम विभाग ने गुरुवार को राजगढ़, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, सीधी, रीवा, सतना, डिंडोरी, सिवनी, बालाघाट और सागर में भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है।

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इंदौर के दस्तूर गार्डन में आयोजित एक दिवसीय प्रवचन माला के लिए महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज गुरुवार को इंदौर में थे। प्रभु प्रेमी संघ इंदौर द्वारा आयोजित प्रवचन माला में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करने से पहले अवधेशानंद गिरी जी ने यहीं पर कुछ शिष्यों को गुरु दीक्षा दी। जिसके बाद प्रवचन शुरू हुए।इंदौर के दस्तूर गार्डन में आयोजित एक दिवसीय प्रवचन माला के लिए महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज गुरुवार को इंदौर में थे। प्रभु प्रेमी संघ इंदौर द्वारा आयोजित प्रवचन माला में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करने से पहले अवधेशानंद गिरी जी ने यहीं पर कुछ शिष्यों को गुरु दीक्षा दी। जिसके बाद प्रवचन शुरू हुए।मनुष्य की मूल प्रवृत्ति करुणा है। आध्यात्मिक व्यक्ति कभी भी कन्या के घर आने पर विचलित नहीं होगा। हमेशा खुश रहेगा। एक पुत्री दस पुत्रों के बराबर होती है। 1 हजार बेटों के बराबर 1 पीपल का पेड़ है। भगवान विचार कर रहे थे की पृथ्वी पर मैं सभी दूर हूं। पीपल के पेड़ में तो पूरा-पूरा हूं। शमी, बेल पत्र, अश्व और तुलसी जैसे वृक्ष पृथ्वी पर नहीं रहेंगे तो हम पूजा कैसा करेंगे। इनके बिना पूजा अधूरी है। पुष्प में लक्ष्मी का वास है, यह हमेशा खिलते रहते हैं। इनके बिना हम रह नहीं सकते इंसान को खिलना और मुस्कराना यही सिखाते हैं। सनातन धर्म का पालन करने से ही पूर्णता आएगी। कोई पूछे कि हम कौन हैं। हम सनातनी हैं, बाद में हम सरल भाषा में कहने लगे कि हम हिंदू हैं। अध्यात्म के प्रकाश में अंधेरा नहीं रहता, छोटापन नहीं रहता। AI (आर्टफिशियल इंटिलिजैंस) ने हाथ खड़े कर दिए हैं। वह कहती है मुझे सरल व सही-सही भाषा दो। AI कहती है मुझे संस्कृत भाषा दो। मैं सब कुछ बताने को तैयार हूं लेकिन मुझे संस्कृत भाषा दी जाए। मुझे चाइनीज़, जापानी जैसी अन्य भाषा की जरूरत नहीं है।

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ग्वालियर। ग्वालियर के आसमान में बादल तो लगातार छाए हुए हैं लेकिन बारिश नहीं होने से जहां पारा ऊपर चढ़ रहा है वहीं वातावरण में उमस भी बढ़ गई है। बुधवार को पारा 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। ऐसे में मौसम विभाग से यह राहत की खबर आई है कि ग्वालियर-चंबल संभाग में अगले 24 घंटे में बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है जिससे उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिलेगी।   स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि उत्तरी छत्तीसगढ़ में बना गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र अब आगे बढ़कर पूर्वी मध्यप्रदेश में पहुंच गया है। जिसके उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश की ओर आगे बढऩे की संभावना है। इसके अवाला पूर्वी मध्यप्रदेश से एक द्रोणिका लाइन भी गुजर रही है। अगले 24 घंटे के दौरान इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव ग्वालियर-चंबल संभाग में भी देखने को मिल सकता है। गुरुवार को दोपहर बाद ग्वालियर सहित अंचल में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। उन्होंने बताया कि गुरुवार से अंचल भर में चार से पांच दिन तक रुक-रुककर बारिश होने की संभावना है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में बुधवार को अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.2 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 2.3 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम है।

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में 18 वें श्रावण महोत्सव का आयोजन 8 जुलाई से 9 सितंबर तक प्रत्येक शनिवार को किया जाएगा। होगा। इस बार अधिक मास में श्रावण मास में 10 शनिवार आने से तीन अलग-अलग प्रस्तुति के दौरान 30 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शित करेंगे। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया श्रावण महोत्सव में कुल 10 शनिवार को 30 प्रस्तुतियां होगी। महाकाल महालोक के पास स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में रविवार को शिव पर केंद्रित सांस्कृतिक प्रस्तुति होने के कारण श्रावण महोत्सव की प्रस्तुति त्रिवेणी संग्रहालय पर प्रत्येक शनिवार को संध्या के समय नृत्य, गायन, वादन से सजी तीन प्रस्तुतियां होंगी। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ स्थानीय कलाकार भी मंच साझा करेंगे। यह प्रस्तुतियां होगी 8 जुलाई- कुमुद दीवान नई दिल्ली का शास्त्रीय गायन, शुभ महाराज वाराणसी का एकल तबला वादन व उज्जैन की हिना वासेन के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। 15 जुलाई- डॉ. मधुमिता भट्टाचार्य वाराणसी का शास्त्रीय गायन, भोपाल के महेश मलिक का वायलिन वादन व सूरत की जिया जरिवाला के भरतनाट्यम। 22 जुलाई- सुधाकर देवले का शास्त्री गायन, पद्मजा विश्वरूप ग्वालियर का वीणा वादन व बैंगलूरू के गुरू राजू का कुचीपुडी नृत्य। 29 जुलाई- इन्दौर की शिल्पा मसुरकर का शास्त्रीय गायन, दुर्गा शर्मा बैंगलुरू का वायलिन वादन तथा उज्जैन की खुशबू पांचाल के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। 5 अगस्त- पद्श्री विदुषी सुमित्रा गुहा फरीदाबाद का शास्त्रीय गायन, जयपुर के प्रवीण आर्य के पखावज की प्रस्तुति। उज्जैन की माधुरी कोडापेे के कथक नृत्य से होगा। 12 अगस्त- उज्जैन की आयुर्धा शर्मा के कथक नृत्य, अतुल शास्त्री का वायलिन वादन व कुलदीप दुबे द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 19 अगस्त- बैंगलुरू की अदिति तिवारी के कथक, धार की श्वेता गुंजन जोशी के शास्त्रीय गायन व कोलकाता की शायोनी चावडा द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी।

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इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत दिवस मप्र को दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात दी थी। इनमें से इंदौर से भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का बुधवार को नियमित संचालन शुरू हुआ। इंदौर के प्लेटफार्म नंबर एक से सुबह 6:30 बजे ट्रेन भोपाल के लिए रवाना हुई। पहले दिन इस ट्रेन में 100 से ज्यादा यात्री भोपाल के लिए रवाना हुए। वापसी में यह ट्रेन शाम 7:30 बजे भोपाल से इंदौर के लिए रवाना होगी। भोपाल से भी अब तक सवा सौ के करीब बुकिंग हो चुकी है।     गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया था। इनमें से दो ट्रेनों की सौगात मप्र को मिली थी। इनमें भोपाल-जबलपुर-भोपाल और इंदौर-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री द्वारा रवाना करने के बाद भोपाल से शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन सभी स्टेशनों पर रुकते हुए दोपहर 3:06 बजे इंदौर पहुंचे थी। बुधवार से इसका नियमित संचालन शुरू हुआ। इस ट्रेन को लेकर यात्रियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इंदौर से सुबह 6.30 बजे चली यह ट्रेन सुबह 9.35 बजे भोपाल पहुंची। ट्रेन 80 की स्पीड से चलकर 3 घंटे 5 मिनट में भोपाल तक का सफर पूरा किया।     इस ट्रेन में पहले दिन एग्जीक्यूटिव श्रेणी में पहले दिन 11 लोगों ने बुकिंग कराई थी। इसका किराया नाश्ते के साथ 1510 रुपये है। एग्जीक्यूटिव श्रेणी में सीटें 180 डिग्री में घूम सकती है। वहीं आरामदायक भी है। नाश्ते का ऑप्शन छोड़ने पर टिकट 200 के लगभग कम हो जाता है। भोपाल से वंदे भारत ट्रेन शाम 7.25 बजे रवाना होगी और रात 10.30 बजे इंदौर पहुंचेगी। रविवार को इसका संचालन नहीं होगा। सप्ताह में छह दिन सोमवार से शनिवार को इसका संचालन होगा। इस ट्रेन में सफर करने के लिए यात्रियों को एसी चेयर कार में 810 रुपये चुकाने होंगे।

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पश्चिम मध्य रेल, जबलपुर मण्डल के जबलपुर-इटारसी रेलखण्ड पर करेली-नरसिंहपुर स्टेशनों के मध्य किलोमीटर संख्या 897/21के निकट बालू रेवा ब्रिज के खतरे की स्थिति में होने के कारण इस मार्ग से होकर चलने वाली कुछ गाड़ियों को इटारसी से मार्ग परिवर्तित कर वाया भोपाल-बीना-कटनी होकर चलाया जा रहा है तथा कुछ गाड़ियों को शार्ट टर्मिनेट/ओरिजनेट किया गया है।गाडी संख्या 12322 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-हावड़ा एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12149 पुणे- दानापुर एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12167 लोकमान्यतिलक टर्मिनस-बनारस एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 20903 एकता नगर-वाराणसी एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 11061 लोकमान्यतिलक टर्मिनस-जयनगर एक्सप्रेस को परिवर्तित मार्ग वाया भोपाल-बीना-कटनी मुरवाड़ा-कटनी-कटनी होकर चलाया जा रहा है।आज अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 22187 रानी कमलापति-आधारताल इंटरसिटी एक्सप्रेस गाडरवाड़ा स्टेशन पर आशिंक निरस्त की जायेगी तथा गाड़ी संख्या 22188 आधारताल-रानी कमलापति इंटरसिटी एक्सप्रेस गाडरवाड़ा स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन के मध्य चलाई जायेगी। ये दोनों गाड़ियॉं गाडरवाड़ा-आधारताल-गाडरवाड़ा स्टेशनों के मध्य निरस्त रहेंगी।आज अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 11271 इटारसी-भोपाल विंध्याचल एक्सप्रेस अब जबलपुर के बजाए मदन महल स्टेशन से ओरिजिनेट की जायेगी। ये गाड़ी इटारसी - मदन महल स्टेशन के मध्य आंशिक निरस्त रहेगी।

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खंडवा में गुरूपूर्णिमा पर्व पर दो दिनी मेला आयोजित होता है। दादा धूनीवाले की नगरी में देशभर से श्रद्वालु आते है। इस बार करीब 4 से 5 लाख श्रद्वालुओं के आने का अनुमान है। इस पवित्र पर्व के दौरान शहर में तीन दिन तक मास-मदिरा दुकानें बंद रखी जाए, इसके लिए राष्ट्र भक्त युवा मंच और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मुल्लू राठौर ने कलेक्टर से मांग की है। कई श्रद्वालु नंगे पैर मंदिर तक जाते है, मास-मदिरा की दुकानें बंद रहेगी तो धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होगी।राष्ट्र भक्त युवा मंच के संकेत जाेशी और नेता प्रतिपक्ष मुल्लू राठौर ने बताया कि 1 जुलाई से 3 जुलाई तक गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन होना तय है। जिसमें सुदूर अंचल और बाहरी राज्यों से भी नियमित भक्तगण दादाजी धूनीवाले के दर्शनार्थ के लिए पहुंचते है, जिनमें कई श्रृद्धालु नंगे पैर निशान चढ़ाने के लिये अनन्य शहरों से आते है। ऐसे में शहर की मुख्य सड़क पर लगी मांस एवं मदिरा की दुकानों के सामने से होकर गुजरना पड़ता है। विगत कुछ वर्षों से प्रायः देखने में आ रहा है कि, उक्त भक्तगण के समक्ष मांस-मदिरा की दुकानों से उनके गंदे कचरे को सड़क पर भी फेंका जाता है।जो भक्तगण के पैरों में आता है, इन्ही पैरों के साथ भूलवश वे भक्तगण मंदिर में प्रवेश करते है, जिससे हिन्दू जन सामान्य की भावनायें अत्यधिक आहत होती है। इसी के साथ मदिरा दुकानों के खुले होने पर कई असामाजिक तत्व शराब पीकर, भक्तगण से विवाद करने पर अमादा होते है। और ऐसे में गंभीर स्थितियां उत्पन्न होती है। शहर में शांति और सौहार्द्रता का वातावरण बनाये रखने के उद्देश्य से दुकानों को मात्र उत्सव के दौरान तीन दिवस तक बंद रखा जाना नितांत आवयश्क है। अन्यथा किसी भी तरह की अनहोनी होने की प्रबल संभावनायें है।

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अधिकमास होने से इस साल दो सावन होंगे, इसलिए प्रत्येक सोमवार को ओंकार महाराज की सवारी निकाली जाएगी। यानी 8 सोमवार और 8 सवारी होगी। सावन महीने को देखते हुए ओंकार नगरी में खासा तैयारियां शुरु हो चुकी है। ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर में दर्शन व्यवस्था से लेकर मंदिर परिसर और नर्मदा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ल ने सुरक्षा की दृष्टि से बाहरी फोर्स बुलाया है।इधर, ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट ने महाराज की सवारी यात्रा का मार्ग तय कर लिया है। पांच सवारियां अभिषेक पूजन, नौका विहार के बाद परंपरागत मार्ग से निकलेगी। इसके बाद तीन सवारियां तीर्थनगरी के अगल-अलग क्षेत्रों से निकलेगी। ताकि तीर्थनगरी के लोगों को महाराज के दर्शन हो सकें। इसके अलावा हर साल की तरह भादो मास के दूसरे सोमवार को ओंकार महाराज ओंकार पर्वत के निवासियों को दर्शन देने निकलेंगे।मंदिर प्रमुख एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी बताते है कि, इस साल आठ सोमवार सवारी निकाली जाएगी। पहले पांच सोमवार को ओंकार महाराज सजी-धजी पालकी में सवार होकर कोटितीर्थ घाट पहुंचेंगे। यहां अभिषेक पूजन के बाद नौका विहार कर गोमुख घाट से जेपी चौक, पुराना पुल, बड़ चौक, शिवपुरी बाजार होते हुए सवारी रात 9 बजे मंदिर पहुंचेगी। तीसरे सावन सोमवार को महाशृंगार, चौथे सोमवार को महारुद्राभिषेक तथा सातवें सोमवार को महासवारी पूरे राजसी ठाठ-बाट व भव्यता के साथ निकाली जाएगी।

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हरदा। जिले में आदिवासियों और एससी वर्ग के लोगों की जमीन को फर्जी हस्ताक्षर से रसूखदारों के नाम पर करने के मामले में पांच पटवारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई सोमवार को एसडीएम महेश कुमार बमन्हा ने की है।   जानकारी के अनुसार, पटवारी अभिषेक मिश्रा ने कलेक्टर को शिकायत कर बताया था कि उनके सहित पटवारी अनुराग करोलिया, दीपक भिलाला, पूर्व में हंडिया तहसील में पदस्थ रहे तहसीलदार अजय शर्मा, एस यू सैय्यद, अलका एक्का एवं नायब तहसीलदार लक्ष्मीनारायण बछौतिया एवं रिटायर्ड हो चुके पटवारी रामभरोस बड़ोदिया के फर्जी साइन से घोटाला किया गया है। पटवारी अभिषेक के मुताबिक हंडिया तहसील के ग्राम जामलीदमामी, धनगांव, कुसिया, गाड़रापुर सेठ, रेवापुर, इडरवा एवं नवरंगपुरा एवं हरदा तहसील के ग्राम सामरधा में पटवारियों ने आदिवासी एवं एससी वर्ग के लोगों की करीब 127 एकड़ भूमि को ओबीसी वर्ग के लोगों के नाम पर कर दी है।   हरदा एसडीएम महेश कुमार बमन्हा ने शिकायत की जांच के बाद पांच पटवारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं। इन सभी का मुख्यालय जिला निर्वाचन कार्यालय हरदा निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। एसडीएम हरदा बमन्हा ने बताया कि जिन पटवारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं उनमें समरधा ग्राम के पटवारी जयंत जगैत, हंडिया तहसील के पटवारी हरिराम कुमरे, पाचातलाई हंडिया के पटवारी दीपक राजपूत, सोनतलाई हंडिया के पटवारी कपिल प्रधान तथा धनगांव हंडिया के पटवारी आशीष मालवीय शामिल हैं।

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ग्वालियर। गतिमान एक्सप्रेस में यात्री को परोसे गए छोले-कुलचे में मांस का टुकड़ा निकलने के मामले में इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) ने फूड लाइसेंसी कंपनी पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इस मामले में मैनेजर को भी निलंबित कर दिया गया है। यह जानकारी सोमवार को आईआरसीटीसी के जनसंपर्क अधिकारी सिद्धार्थ सिंह ने दी।     उन्होंने बताया कि शनिवार, 24 जून को वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन झांसी से हजरत निजामुद्दीन के बीच गतिमान एक्सप्रेस के कोच नंबर सी-सात में पत्नी के साथ यात्रा कर रहे राजेश तिवारी ने छोले-कुलचे में मांस की टुकड़ा मिलने की शिकायत ट्वीट के जरिये की थी।     उन्होंने बताया कि ट्रेन के झांसी से चलने के बाद कैटरिंग स्टाफ ने उनसे पूछा कि आप लंच में छोले-कुलचे खाना पसंद करेंगे या फिर पास्ता खाएंगे। जिस पर यात्री ने स्टाफ से छोले-कुलचे खाने की बात कही। बाद में कैटरिंग स्टाफ ने यात्री को छोले-कुलचे लाकर दिए, तो उसमें उन्हें मांस जैसा कुछ नजर आया। इस पर उन्होंने ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों से शिकायत भी की, लेकिन किसी ने कोई बात नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट के जरिये शिकायत आइआरसीटीसी से की गई थी। आईआरसीटीसी ने इसे संज्ञान में लेते हुए तत्काल कार्रवाई की।     सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि गतिमान एक्सप्रेस में खानपान का जिम्मा संभालने वाली लाइसेंसी कंपनी अरिंको कैटरिंग पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाने के साथ मैनेजर को निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं। स्थानीय स्तर पर पदस्थ आईआरसीटीसी के कर्मचारियों को भी बेस किचन की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

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उज्जैन/देवास। ईओडब्ल्यू (EOW) उज्जैन की टीम ने देवास के पटवारी को 12000 की रिश्वत लेते मंगलवार को रंगे हाथों पकड़ा है। यह राशि जमीन के काम से संबंधित ली जा रही थी।   इस संबंध में अधिकारिक तौर पर बताया गया कि आरोपित पटवारी बाबू लाल पांचाल हल्का मिर्ज़ापुर, देवास को ज़मीन का बटांकन के काम के एबज में बीस हज़ार की मांग की थी, जिस पर फरियादी बसंती लाल पटेल ने ईओडब्ल्यू (ईओडब्ल्यू) उज्जैन में शिकायत की थी, हालांकि आठ हजार पहले ही दे दिए थे, इसके बाद भी और राशि की मांग की जा रही थी।   शिकायत मिलने पर मंगलवार को ईओडब्ल्यू (ईओडब्ल्यू) उज्जैन टीम ने जालबिछाकर आरोपित को 12 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया है। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई डीएसपी अजय कैथवास और उनकी टीम के द्वारा की रही है।  

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राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में सोमवार को स्टेडियम ग्राउंड में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की श्री हनुमंत कथा शुरू हो गई। पहले दिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जब कथा कहने मंच पर पहुंचे तो श्रद्धालुओं ने उत्साहित होकर तालियों से उनका स्वागत किया। मंच पर विराजमान हनुमान जी की पूजा अर्चना करते हुए उन्होंने कथा वाचन शुरू किया।पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत के लोगों ने हनुमान जी को केवल चित्र तक सीमित रखा है। मन्दिर तक सीमित किए हैं। मैं भारत के लोगों से कहना चाहता हूं कि तुम्हें महान बनना है तो हनुमान जी को चित्र में नहीं अपने चरित्र में उतारो। कथा के बीच-बीच मे पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने हनुमान जी के भजन सुनाए। जिसे सुनकर पांडाल में बैठे श्रद्धालु झूम उठे।पहले दिन की कथा की समाप्ति के दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि 27 जून मंगलवार को सुबह 11 बजे हम पहले दिव्य दरबार लगाएंगे उसके बाद फिर शाम को कथा में धर्म विरोधियों के छक्के छुड़ाएंगे। 6 बजे शुरू हुई कथा रात साढ़े 8 बजे तक चली। जिस दौरान कथा सुनने के लिए देशभर से करीब 70 हजार से अधिक महिला-पुरुष व बच्चे पहुंचे।

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सावन का पवित्र महीना कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है.इसी को लेकर महाकालेश्वर मंदिर समिति ने फैसला लिया है.श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर समिति द्वारा बाहर से आने वाले भक्तों के लिए निशुल्क अन्नक्षेत्र संचालित होता है। यहां पर श्रावण महिना शुरू होने के बाद प्रति सोमवार को भक्तों के लिए फलाहारी की व्यवस्था रहेगी। मंदिर समिति और दानदाता के सहयोग से इस बार श्रावण के 10 सोमवार को यह व्यवस्था की जाएगी।श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को शुद्ध शाकाहारी सादा भोजन उपलब्ध कराने के लिए सेवा चलाई जाती है। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मौसम के अनुसार मीनू भी बदला जाता है। गरमी में श्रद्धालुओं को सादे भोजन में दाल-चावल, सादी रोटी और सब्जी परोसी जाती है। इसी तरह ठंड और बारिश के मौसम में भी मीनू में बदलाव आता है। वहीं शिव पर्व पर श्रावण सोमवार, महाशिवरात्रि पर फलाहारी परोसी जाती है। जिसमें साबूदाने की खिचड़ी, आलू की सब्जी व राजगिरा के आटे की पूड़ी, फलाहारी हलवा शामिल रहते है। इस बार भी मंदिर समिति और दानदाता के सहयोग से श्रावण महिने के 10 सोमवार को निशुल्क अन्नक्षेत्र में फलाहारी प्रसाद भक्तों को मिलेगा। इस बार श्रावण महिने की शुरूआत 4 जुलाई से हो रही है। अधिकमास होने के कारण श्रावण महिना दो महिने का रहेगा।    

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सागर। सागर में लोकायुक्त टीम ने पड़रिया के पटवारी गौरव मिश्रा को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। गौरव ने जमीन के सीमांकन कराने के एवज में रिश्वत मांगी थी। टीम ने उसे नाजिर शाखा में रंगे हाथ पकड़ा। उसे सिविल थाने ले जाया गया, जहां कार्रवाई चल रही है।   कार्रवाई टीम में लोकायुक्त उपुअ मंजू सिंह, निरीक्षक रंजीत सिंह, रोशनी जैन, प्रआर अजय क्षेत्रीय, आरक्षक आशुतोष व्यास, सुरेंद्र ठाकुर, विक्रम सिंह, नीलेश पांडेय आदि शामिल थे।

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भोपाल। मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने की मुहिम मध्य प्रदेश में भी प्रारंभ हो गई है। अशोकनगर, भोपाल के बाद अब उज्जैन जिले के नागदा में भी हनुमान मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया है। यहां खड़े हनुमान मंदिर में एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि छोटे वस्त्र, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जीन्स आदि जैसे कपड़े पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोग मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर सकेंगे। नागदा के खड़े हनुमान मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सोमवार सुबह जब श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे तो मंदिर के गेट के पास उक्त पोस्टर को देखा। जिसमें लिखा है कि 'सभी महिलाओं एवं पुरुषों से निवेदन है कि मर्यादित वस्त्र पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें। छोटे वस्त्र, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जीन्स आदि जैसे कपड़े पहनकर आने पर बाहर से ही दर्शन कर सहयोग करें। भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए सात्विक वस्त्र में ही प्रवेश करें। हालांकि, पोस्टर में मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध की बात नहीं कही गई है। मंदिर के पुजारी पवन ने बताया कि खड़े हनुमान का प्राचीन मंदिर है। पोस्टर लगाने के पीछे का उद्देश्य यही है कि जो नए भक्त आते हैं, वे मर्यादा का ख्याल रखें। मंदिर में आने वाली युवा पीढ़ी को मोटिवेशन मिले। गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया जा चुका है, जहां छोटे कपड़े पहनने वालों के प्रवेश पर प्रतिबंधित है। इसके बाद अशोकनगर स्थित बालाजी मंदिर में कुछ दिन पहले ड्रेस कोड लागू किया गया। भोपाल में भी मां वैष्णो धाम आदर्श नव दुर्गा मंदिर और मंगलवार स्थित जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया था। इधर, संस्कृति बचाओ मंच ने भोपाल के अन्य मंदिरों में भी बोर्ड लगाए हैं। जिसमें शालीन और मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिरों में प्रवेश किए जाने की बात लिखी गई है। न्यू मार्केट स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर और अवंतिबाई चौराहा स्थित प्राचीन माता मंदिर में बोर्ड लगाकर श्रद्धालुओं से अपील की गई है। मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि भोपाल के सभी मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं।

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उज्जैन के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत क्षीरसागर स्टेडियम के पास रेडीमेड गारमेंट शॉप यंग बॉयज में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात एक चोर करीब 50 हजार रुपए के कपडे और 20 हजार केश चोरी कर ले गया। चोरी की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।क्षीर सागर स्थित यांग बॉयज नामक रेडीमेड कपडे की दूकान पर एक युवक लगभग रात 3:30 बजे दुकान में घुसा। युवक ने गल्ले में रखे 20 हज़ार रुपये नगद लगभग 50 जोड़ी कपड़े चुरा ले गया चोर ने पहले टॉमी से दुकान के ताले चटकाए और सेंट्रल लॉक तोड़ा पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई, वीडियो में चोर दुकान के अंदर गल्ले से पैसे निकालता हुआ और अपने नाप के कपड़े देखता है और उसके बाद कपड़ो को एक जगह जमा कर अपने साथ ले जाता है। दुकान संचालक रजत चावड़ा ने बताया कि रविवार रात को चोर ने अपने साइज के कपड़े निकालता हुआ दिखाई दे रहा है, अज्ञात चोर के सीने पर टैटू बना हुआ दिखाई दे रहा है। लगभग 4:00 बजे दुकान के सामने से पुलिस की गश्त हुई जिन्हें देखकर चोर क्षीरसागर मैदान के मुख्य गेट से मैदान में होता हुआ फरार हो गया।

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मुरैना के दिमनी क्षेत्र के रानपुर गांव में एक समाज विशेष की लड़कियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की गई। टिप्पणी करने के बाद समाज के लोगों में बेहद आक्रोश उत्पन्न हो गया तथा वे एकत्रित होकर दिमनी थाने पहुंचे तथा टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की। दिमनी थाना पुलिस ने समाज के लोगों के आग्रह पर मामले को संज्ञान में लिया और अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। घटना रविवार की है।बता दें, कि दिमनी क्षेत्र के रानपुर गांव के लोग एकत्रित होकर दिमनी थाने पहुंचे। वहां उन्होंने थाना प्रभारी मंगल सिंह पपोला से कहा कि सोशल मीडिया पर एक युवक ने जो कि उनके ही गांव का है, उसने उनके समाज की लड़कियों के खिलाफ अभद्र भाषा में अश्लील टिप्पणी की है, लिहाजा उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर टिप्पणी करने वाले युवक की तलाश शुरु कर दी है।दिमनी थाने पर जाकर मामला दर्ज कराने वालों में मुख्य रुप से रामनिवास उपाध्याय, सुनील दीक्षित पटेल, चन्द्र किशोर दीक्षित एडवोकेट, राजकिशोर दीक्षित, विनोद दीक्षित तथा अशोक दीक्षित मुख्य रुप से शामिल हैं।  

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मुरैना के दिमनी क्षेत्र के रानपुर गांव में एक समाज विशेष की लड़कियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की गई। टिप्पणी करने के बाद समाज के लोगों में बेहद आक्रोश उत्पन्न हो गया तथा वे एकत्रित होकर दिमनी थाने पहुंचे तथा टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की। दिमनी थाना पुलिस ने समाज के लोगों के आग्रह पर मामले को संज्ञान में लिया और अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। घटना रविवार की है।बता दें, कि दिमनी क्षेत्र के रानपुर गांव के लोग एकत्रित होकर दिमनी थाने पहुंचे। वहां उन्होंने थाना प्रभारी मंगल सिंह पपोला से कहा कि सोशल मीडिया पर एक युवक ने जो कि उनके ही गांव का है, उसने उनके समाज की लड़कियों के खिलाफ अभद्र भाषा में अश्लील टिप्पणी की है, लिहाजा उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर टिप्पणी करने वाले युवक की तलाश शुरु कर दी है।दिमनी थाने पर जाकर मामला दर्ज कराने वालों में मुख्य रुप से रामनिवास उपाध्याय, सुनील दीक्षित पटेल, चन्द्र किशोर दीक्षित एडवोकेट, राजकिशोर दीक्षित, विनोद दीक्षित तथा अशोक दीक्षित मुख्य रुप से शामिल हैं।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में कुछ देरी से आने के बाद मानसून ने जोरदार एंट्री की है। राजधानी भोपाल में रविवार की शाम दो घंटे में तीन इंच बारिश हो गई। वहीं, दमोह में तेज आंधी-पानी के बीच शादी का टेंट गिर गया, जिससे 7-8 लोग घायल हो गए। इसी बीच मौसम विभाग ने सोमवार को छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी भोपाल में मानसून की जोरदार आमद हुई। रविवार शाम 6.30 बजे से तेज बारिश शुरू हो गई, जो करीब 8.30 बजे तक चली। इन दो घंटों में राजधानी में तीन इंच बारिश हो गई। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी भोपाल में 29 जून तक हेवी रैन होने की संभावना है। 26 जून से लगातार चार दिन तक तेज बारिश होगी। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी। 27 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भोपाल में आ रहे हैं। इस दौरान भी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट सोमवार को छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में अति बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। यहां 4 इंच या इससे ज्यादा पानी गिरने का अनुमान है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, नरसिंहपुर और सागर में हेवी रैन हो सकती है। बाकी हिस्सों में बूंदाबांदी होने का अनुमान है। मानसून के एक्टिव होने से बिजली गिरने के मामले भी बढ़ सकते हैं, इसलिए मौसम विभाग ने एडवायजरी जारी की है। 4 दिन चलेगी बारिश मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई जिलों में बारिश का यह दौर चार दिनों तक चलेगा। इस दौरान भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला समेत कई जिलों में लगातार तीन से चार दिन भारी बारिश हो सकती है।

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इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने खेत में ट्रेक्टर चलाकर सबको हैरान कर दिया। उन्होंने गीले खेतों में आधे किमी तक खेतों का निरीक्षण किया। इस दौरान बांसों की खेती देखकर बहुत खुश हुए और किसानों के लगाव, जज्बे और मेहनत की सराहना की।दरअसल कलेक्टर शनिवार दोपहर देपालपुर में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान वे सुमठा गांव पहुंचे। यहां उन्होंने किसान महेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा की जा रही बांस की खेती देखने की इच्छा जाहिर की। लेकिन यहां तीन दिन से हो रही बारिश के कारण खेतों में पानी भरा हुआ था और कीचड़ भी हो रहा था। ऐसे में खेतों तक कलेक्टर की गाड़ी नहीं जा पा रही थी।ऐसे में ग्रामीणों ने कहा कि कलेक्टर ट्रेक्टर में बैठकर खेतों में जाएं। तब कलेक्टर ने अपने सरकारी वाहन को साइड में खड़ा करवाया और ट्रेक्टर पर सवार हो गए। इतना ही नहीं उन्होंने ट्रेक्टर चलाने की इच्छा भी जाहिर कर दी। यह सुनकर किसान ने भी खुशी-खुशी कलेक्टर को ट्रेक्टर सौंप दिया। कलेक्टर ने ग्रामीणों और किसानों के साथ बांस की खेती देखी। ग्रामीणों ने उनके फोटो-वीडियो भी बनाए।कलेक्टर गिरोता गांव भी पहुंचे और यहां उन्होंने दुग्ध सहकारी समिति गिरोता द्वारा आयोजित बोनस वितरण कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष मोती सिंह पटेल, पूर्व अध्यक्ष उमराव सिंह मौर्य, दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति गिरोता के अध्यक्ष हरिसिंह जाधव भी मौजूद थे।कलेक्टर ने लाभार्थियों को बोनस वितरित किया। उन्होंने शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय गिरोता की स्मार्ट क्लास का शुभारंभ भी किया। कलेक्टर ने ग्राम मेंढकवास में स्थित शाला भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि शाला परिसर में पूर्ण स्वच्छता रखी जाए तथा यहां बने पुराने भवन को डिस्मेंटल किया जाए।उन्होंने ग्राम पंचायत भवन में रखे दो पुराने पानी के टैंकरों को भी नीलाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां शाला भवन में बने मतदान केंद्र का निरीक्षण भी किया।  

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जावरा को जिला बनाने की मांग को लेकर जन चेतना मंच लगातार अभियान चला रहा है। अब भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य केके सिंह कालूखेड़ा ने उनके समर्थन में आ गए हैं। कालूखेड़ा ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखा। इसमें बताया कि साल 1998 से जावरा को जिला बनाने के प्रयास हो रहे हैं।रतलाम जिले से आलोट तहसील 95, ताल 75 और खाचरौद 78 किमी दूर है। ऐसे में इन तहसीलों को एक कर जावरा को जिला बनाया जा सकता है। जावरा तहसील में ए-ग्रेड अरनियापिथा मंडी, नवोदय स्कूल, पॉलिटेक्निक कॉलेज, कृषि विज्ञान केंद्र, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का इंटरचेंज, 24वीं बटालियन मुख्यालय सहित कई सुविधाएं हैं। जनचेतना मंच सहित विभिन्न संगठनों की भी यही मांग है। इस संबंध में जनचेतना मंच अध्यक्ष सुजानमल कोचट्टा, महामंत्री जगदीश राठौर आदि ने भी सीएम से यही मांग की है।

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मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि प्रदेश के किसी भी बाल आश्रय गृह में धार्मिक शिक्षा नहीं दी जाए। कोर्ट ने कहा कि बच्चों को किसी विशेष धर्म की शिक्षा देना किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 53 का उल्लंघन हैकटनी के आशा किरण संस्थान पर आरोप है कि वहां हिंदू बच्चों को बाइबल पढ़ने और चर्च जाने के लिए मजबूर किया जाता है। यह भी आरोप लगाए गए हैं कि यहां बच्चों को दिवाली नहीं मनाने दी जाती है और ईसाई प्रार्थना के लिए मजबूर किया जाता है।कोर्ट ने कहा कि यदि धारा 53 का उल्लंघन हो रहा है और बच्चों को धार्मिक शिक्षा दी जा रही है तो राज्य शासन संस्थान के खिलाफ कार्रवाई करने स्वतंत्र है।इस मामले में राेमन कैथोलिक चर्च के बिशप जेराल्ड अलमीडा और संस्थान की लिजी जोसफ के खिलाफ 29 मई 2023 को जेजे एक्ट की धारा 7 और मप्र धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3 एवं 5 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई थी। अलमीडा और लिजी ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन पेश किया था।हाईकोर्ट ने जमानत अर्जी स्वीकार करते हुए कहा कि चूंकि धर्मांतरित व्यक्ति, पीड़ित व्यक्ति या उनके रिश्तेदारों द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई है, इसलिए पुलिस के पास धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3 के तहत किए गए अपराध की जांच करने का अधिकार नहीं है।

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उज्जैन में मोक्ष दायिनी शिप्रा नदी में एक बार फिर नाले का गन्दा पानी मिलने से हड़कंप मच गया। सूचन मिलने पर निगम कमिश्नर तुरंत रामघाट पहुंचे। नाले मिलने से वहां मौजूद पंडित और श्रद्धालुओं ने अपने आप को शिप्रा नदे के दुर्गंध वाले पानी से दूर कर लिया। घाट के चेंबर से निकल रहा गन्दा पानी सीधे नदी में मिलता रहा है। जिससे वहां दुर्गंध की शिकायत आम लोगो ने की। महापौर ने मामले में कार्यवाही की बात कही है।उज्जैन में बीती रात से ही रुक रुक कर बारिश का दौरा जारी है। बारिश से शिप्रा नदी का जल स्तर तो नहीं बढ़ा लेकिन शनिवार सुबह रामघाट स्थित नाले के चेंबर में जरूर उफान आ गया जिससे शिप्रा नदी में हल्की बारिश से मल मूत्र और नाले का गन्दा पानी मिलने लगा। इसको लेकर रामघाट पर तीर्थ पुरोहितों द्वारा कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है वही स्नान करने आने वाले श्रद्धालु भी गंदा पानी को मिलता देख शिप्रा में नहाने से बचते नजर आए। पण्डे नीरज शर्मा ने बताया कि बरसात की शुरुआत में नाले नदी में मिलने लगे है। श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ है। लोग दूर दूर से अपने पाप धोने शिप्रा नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते है लेकिन हालत देखकर कोई भी नदी में जाने की कोशिश नहीं कर रहा है। इससे कुछ दिन पहले ही शिप्रा नदी में नगर निगम की गलती से हजारों गैलन सीवरेज का पानी मिल गया था। महापौर मुकेश टटवाल ने कहा कि जानकारी मिलते ही कमिश्नर और अन्य अधिकारी पहुंचे थे। इससे पहले भी जिम्मेदारों पर कार्य की गई थी। इस मामले में भी जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कार्यवाही की जायेगी।

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जबलपुर के बड़ी खेरमाई मंदिर परिसर में पुजारी के साथ मारपीट करने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हों रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है किस तरह से चार से पांच लोगों एक शख्स के साथ मारपीट कर रहें है। घटना हनुमानताल थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस का भी बयान सामने आया है। सीएसपी का कहना है कि पीड़ित नें थाने में किसी भी तरह की शिकायत दर्ज नही करवाई है।जानकारी के मुताबिक बीती रात को चार से पांच युवक बाइक में सवार होकर बड़ी खेरमाई पहुंचे और ताबड़तोड़ शख्स पर हमला करना शुरू कर दिया। जो व्यक्ति पिट रहा है, वो बड़ी खेरमाई मंदिर का पुजारी है, और उसका नाम कुलदीप तिवारी है। बताया जा रहा है कि मंदिर के पुजारी का किसी दुकान को लेकर विवाद चल रहा था, इसी के चलते विवाद की स्थिति बनी। आरोपी युवक मंदिर के पुजारी के साथ मारपीट करने के बाद से फरार हों गए है।बड़ी खेरमाई मंदिर के पुजारी कुलदीप तिवारी के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में सामने आने के बाद सीएसपी अखिलेश गौर का कहना है कि, वायरल वीडियो संज्ञान में आया है, जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहें है। हालांकि अभी तक पीड़ित ने लिखित में किसी तरह की शिकायत हनुमानताल थाने में दर्ज नही करवाई है, अगर पुजारी के द्वारा लिखित में शिकायत दर्ज करवाई जाती है तो कार्रवाही जरूर की जाएगी। बता दे कि कुछ ही दिनों पहले इसी मंदिर में सीएम शिवराज सिंह दर्शन करने पहुंचे थे।

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ग्वालियर के मेला ग्राउंड में हुए लाड़ली बहना कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जमकर रंग में नजर आए हैं। उन्होंने लाड़ली बहनों के पास जाकर गाना भी गाया है। वह गुनगुनाते हुए बोले-फूलों का तारों का सबका कहना है कि लाखों-करोड़ों मेरी बहना हैं। सारी उम्र हमें संग रहना है। फिर मंच से ही बहनों के बीच जाकर CM शिवराज सिंह चौहान ने पूछा क्यों बहनों में मेरा साथ दोगी ना, भीड़ से हां की आवाज सुनकर सीएम गदगद हो गए।लाड़ली बहना कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने मंच से लाड़ली बहना कार्यक्रम में शामिल हुई महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा - कांग्रेस ने सरकार बनाते ही महिलाओं के लिए चल रही योजनाओं को बंद कर दिया था। वह अब बहनों की बात कर रहे हैं। 15 महीने की कमल नाथ सरकार किसी काम की नहीं थी। महिला हितैषी तो बिल्कुल भी नहीं थी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को मेला ग्राउंड पर आयोजित लाड़ली बहना कार्यक्रम के दौरान भूअधिकार पत्र वितरण और 777 करोड़ के अलग - अलग डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का भूमिपूजन किया। मेला ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज के अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट मंच पर मौजूद रहे। वह ग्वालियर दौरे के दौरान नवनिर्मित 1 हजार बिस्तर के सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण भी करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर में करीब 7 घंटे रहेंगे। इस दौरान वह बेहटा में बघेल समाज के सम्मेलन, अचलेश्वर मंदिर पर जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होंगे। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रिगण एवं वरिष्ठ जनप्रतिनिधिगण भी इन कार्यक्रम में शामिल हुए।

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ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली को लेकर सरकारी, अधिकारी कर्मचारी संगठन आंदोलनरत हैं। चुनावी साल में उन्होंने सरकार के सामने चुनौती खड़ी कर दी है। अब देशभर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा निकाली जा रही है। बिहार के चंपारण से शुरू हुई यात्रा यूपी होते हुए मध्यप्रदेश में इंदौर, धार, खरगोन होकर गुरूवार देर रात 12 बजे खंडवा पहुंची। यहां कर्मचारी संगठनों ने छैगांवमाखन में भव्य स्वागत किया। बुरहानपुर में यात्रा का रात्रि विश्राम हुआ, शनिवार सुबह यात्रा ने महाराष्ट्र में प्रवेश किया।निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा के खंडवा प्रभारी अजय खंडेल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु, प्रांत अध्यक्ष परमानंद डेहरिया के नेतृत्व में 1 जून से प्रारंभ हुई यात्रा बिहार उत्तर प्रदेश होते हुए मध्य प्रदेश में अपने परचम लहरा रही है। छैगांव माखन में यात्रा रात्रि 12 बजे पहुंची। तब पेंशन पीड़ितों का जोश उत्साह उमंग देखने लायक था। यात्रा की थकान का असर कही भी किसी भी साथी के चेहरे पर नहीं था। सभी का सिर्फ एक उद्देश्य था कि नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता के साथ पुरानी पेंशन बहाली हो।इस यात्रा का स्वागत जिला कार्यकारिणी खंडवा के साथ ब्लॉक पंधाना, हरसूद, बलडी, पुनासा, छैगांव माखन के द्वारा स्वागत किया गया। यात्रा में शामिल प्रांतीय और राष्ट्रीय कारिणी के सभी सदस्यों ने पुरजोर आवाज में एनपीएस हटाकर पुरानी पेंशन लागू करने के लिए सरकार को चेताया। जिला प्रभारी अजय खंडेल, प्रांतीय मंत्री अनुज विश्वकर्मा, महिला इकाई अध्यक्ष संगीता एकले, पंधाना ब्लॉक अध्यक्ष लोकेंद्र मोरे, शिवराज करोरिया, संजय फरकले, अरुण ठाकुर शमीम बानो, प्रमिला गिरी, सायरा कादरी आदि मौजूद थी। इस यात्रा में शिक्षा, स्वास्थ्य, वन, विद्युत, सिंचाई, इंजीनियरिंग संघ सहित प्रदेश के 54 विभागों का समर्थन है।

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जावरा क्षेत्र में आपको झूले चकरी फिसल पट्टी और ओपन जीम वाला ग्राम पंचायत कार्यालय भवन देखना है तो रियावन पहुंच जाए। ये जावरा की पहली ऐसी पंचायत है, जहां 14 लाख खर्च कर पार्क विकसित किया हैं और ग्रामीण इसका आनंद ले रहे हैं।रानीगांव सरपंच चांदनी रितेश जैन की पहल पर ग्रामीणों ने जनभागीदारी से एक पार्क ही विकसित कर दिया। अब तक 19 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इस पार्क में झूले, चकरी, फिसल पट्टी व अन्य मनोरंजन के साधन के साथ ही बड़ा सा मैदान भी तैयार कर दिया, जिसका ग्रामीणों को बेहद आनंद आ रहा है। पार्क का नाम पूर्व मंत्री स्वर्गीय महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के नाम पर रख लोकार्पित भी कर दिया।ग्राम पंचायत पंचायत रानीगांव में जब चांदनी जैन सरपंच बनी तो उन्होंने इसे आदर्श गांव बनाने का संकल्प लिया था। सबसे पहले गांव की महिलाओं बच्चों बुजूर्गों व सभी के मनोरंजन व घुमने के लिए पार्क विकसित करने की पहल की।‌ पंचायत भवन के बाहर 9 हजार स्क्वेयर फीट में पंचायत भवन का मैदान विकसित कर बाउंड्रीवाल बनाई। मैदान में घास तैयार करवाकर ग्रामीणों के सहयोग से झूले,‌ चकरी,‌ फिसलपट्टी भी लगवाई। इस पार्क का नाम पूर्व मंत्री स्वर्गीय महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के नाम पर रखा। अब हर दिन गांव लोग यहां आकर आनंदित हो रहे।भाजपा नेता रितेश जैन ने बताया कि गांव को पूरे क्षेत्र में आदर्श बनाने के लिए काम कर रहे हैं। स्वर्गीय महेंद्र सिंह कालू खेड़ा के कार्यकाल में कृषि विज्ञान केंद्र कालूखेड़ा, नवोदय विद्यालय कालूखेड़ा, अरनिया पिथा कृषि उपज मंडी, मॉडल स्कूल जावरा के अलावा जनहित में अनेक कार्य हुए

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अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा पुरी की तरह शहर में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शनिवार (24 जून) को शाम 4 बजे अचलेश्वर रोड स्थित GYMC मैदान से निकाली जाएगी। यह शहर के विभिन्न क्षेत्रों बाजारों से होते हुए छत्री मंडी स्थित देव गार्डन पर पहुंचकर पूरी होगी। इस्कॉन द्वारा निकाली जा रही रथ यात्रा में पहली बार प्रदेश का सबसे ऊंचा (29 फीट), 17 फीट लंबा व 11 फीट चौड़े रथ में भगवान जगन्नाथ जी सवार होंगे। इस रथ की खासियत यह है कि रथ में हाइड्रोलिक सिस्टम लगा हुआ है। इसके चलते अगर कहीं तार या कोई अन्य रुकावट आती है तो रथ को नीचे-ऊपर आसानी से नीचे किया जा सकता है। यह विशेष ग्वालियर के ट्रांसपोर्ट नगर में बंगाल से आए कुशल कारीगरों ने तैयार किया है। नया बाजार इस्कॉन मंदिर के प्रबंधक महेंद्र प्रभु ने बताया कि ग्वालियर में पहली बार पाहुंडी विजय का आयोजन भी किया जा रहा है। पाहुंडी विजय में भगवान जगन्नाथ को नृत्य कराते हुए मुद्रा में रथ में विराजित कराया जाता है।जीवायएमसी मैदान में दोपहर तीन बजे सुमधुर कीर्तन व विग्रह पूजा और शाम चार बजे विशेष पूजन के बाद रथ यात्रा प्रारंभ होगी। यह इंदरगंज चौराहा, दाल बाजार, नया बाजार, लोहिया बाजार, पाटनकर चौराहा, दौलतगंज, महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, डीडवाना ओली, गश्त का ताजिया, नई सड़क, हनुमान चौराहा, जनकगंज, छत्री मंडी होते हुए नागदेवता मंदिर के पास देव गार्डन पर पूरी होगी। यहां भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 20 हजार से अधिक श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे।पुरी की तर्ज पर शहर में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को भव्य रूप देने के लिए बंगाल के कारीगरों को बुलाया गया था। 12 कारीगरों ने डेढ़ माह में यह रथ बनाकर तैयार किया है। इस रथ की लंबाई 17 फीट और रथ की चौड़ाई 11 फीट और ऊंचाई 29 फीट है। भगवान जगन्नाथ जी के रथ में पहली बार हाइड्रोलिक सिस्टम लगाया गया है। रथ को आकर्षक ढंग से सजाया जाएगा। महेंद्र प्रभु ने बताया कि प्रदेश का सबसे बड़ा भगवान जगन्नाथ जी का यह रथ लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेगा। रथयात्रा में एक ट्रॉले पर विदेशी श्रद्धालु हरिनाम कीर्तन करते हुए चलेंगे।  

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चुनावी साल में कभी संगठन के मामले में भाजपा के मुकाबले पीछे रहने वाली कांग्रेस अब जोर-शोर से मैदान में है। खंडवा में दो दिन पहले प्रभारी प्रदेश सचिव संजय दत्त ने संगठनात्क बैठक ली थी। वहीं बुधवार को परिवर्तन संकल्प अभियान के तहत पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन ने गांधी भवन में बैठक ली। वे दो दिन से खंडवा जिले में है, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो से तीन जगह कार्यक्रम कर रहे है।प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा, सरकारें पांच साल के लिए चुनी जाती है, लेकिन धनबल के जरिये भाजपा ने कांग्रेस सरकार गिरा दी। 2018 में हमने जो वचन किए थे, उन्हें 15 महीने में ही पूरा करने का प्रयास किया। कर्जमाफी की बात करें तो 28 लाख किसानों का कर्जा माफ किया था। भाजपा सरकार का कार्यकाल सबके सामने है। भ्रष्टाचार करने में इन्होंने बाबा महाकाल लोक को भी नहीं बख्शा। चुनाव नजदीक आए तो शिवराजसिंह चौहान लोक-लुभावनी योजनाएं लांच करने में लगे है। जबकि वे मुख्यमंत्री रहते हुए 22 हजार घोषणाएं कर चुके है।बाला बच्चन ने बताया कि इस बार कांग्रेस पार्टी अपना वचन-पत्र विधानसभा, जिला और प्रदेश स्तर पर लाएगी। चुनाव से ठीक पहले अक्टूबर महीने में 6 बड़ी रैलियां होगी। यह रैलियां प्रदेश में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में होगी। इन रैलियों को राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे संबोधित करेंगे। कांग्रेस का घोषणा-पत्र पहली रैली में ही जारी किया जाएगा। इसलिए प्रत्येक विधानसभा स्तर के नेताओं से सुझाव लिए जा रहे है।पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि, देश की जनता अब जागृत हो चुकी है। धर्म के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाने वालों का पर्दाफाश हो चुका है। कर्नाटक चुनाव के परिणाम सबके सामने है। मप्र के चुनाव में कांग्रेस पार्टी 150 सीट से ज्यादा ला रही है। हम तो क्या जनता से लेकर भाजपा वाले खुद कह रहे है कि आएंगे तो कमलनाथ ही। भाजपा का आम कार्यकर्ता पूरी तरह शोषित हो चुका है। उनके मंडल, सेक्टर के नेता ठेकेदार बन गए है। कई नेताओं ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। बाकी के भाजपा नेताओं ने कांग्रेस नेताओं को अभी से बधाई देना शुरू कर दिया है।

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भिंड में एक अनोखा मामला सामने आया है. जिसमें  एक महिला और उसके प्रेमी का अपहरण महिला के पति ने कर लिया । महिला 4 बच्चों की मां है और करीब 6 महीने पहले प्रेम प्रसंग के चलते भाग गई थी। जब महिला अपने प्रेमी के साथ वापस अहमदाबाद से भिंड आ रही थी तभी उसके पति ने मेहगांव में प्रेमी अपनी पत्नी को बंधक बनाते हुए कार में बैठा कर ले गया। मेहंगाव पुलिस को मिली सूचना के आधार पर दोनों को बंधन मुक्त करवाया। पति व उसके अन्य साथियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली।मेहगांव थाना टीआई ओपी मिश्रा के मुताबिक धनौली रहने वाला शैलू जाटव की 13 साल पहले सपना जाटव के साथ शादी हुई थी। शैलू अपनी पत्नी सपना के साथ लंबे समय से अहमदाबाद में रहकर कलर पेंट का काम करता आ रहा था। शैलू और सपना के चार बच्चे भी है। शैलू की गुजरात में ही उसकी मुलाकात मेहगांव के पचेरा निवासी राजेंद्र जाटव से हुई। राजेंद्र भी कलर के काम की ठेकेदारी करता है। राजेंद्र के अंडर रहकर शैलू काम धंधा करता था इस कारण दोनों का मेल मिलाप बढ़ गया। राजेंद्र की पत्नी भी शादी के कुछ समय बाद उसे छोड़कर चली गई थी वह भी यह एकांकी जीवन जी रहा था। जब सपना और राजेंद्र ने एक दूसरे को देखा तो दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगी। दोनों के बीच प्रेम बढ़ते ही वे 22 फरवरी को भाग गए।सपना अपने तीन बच्चों को छोड़कर एक बच्चे को लेकर प्रेमी राजेंद्र के साथ चली गई। बुधवार को सपना अपने प्रेमी के साथ बस में बैठकर मेहगांव आ रहे थे। यह जानकारी शैलू को लग गई। सुबह करीब सात बजे भिंड ग्वालियर रोड पर बीएसएनएल भवन के पास शैलू ने अपने साथियों के साथ सपना, राजेंद्र को बस से जबरन नीचे उतार लिया। साथ ही उन्हें चार पहिया गाड़ी में बैठाकर ग्वालियर की ओर ले गए।बस के अंदर राजेंद्र की पहचान की भी कुछ लोग मौजूद थे जिन्होंने राजेंद्र की भांजी सचिन जाटव को पूरे मामले के बारे में फोन पर अवगत कराया। सचिन जाटव में मेहगांव थाना पुलिस को मामा राजेंद्र व उनकी प्रेमिका सपना का अपहरण की जाने की सूचना दी। इस मामले में महंगा थाना पुलिस सक्रिय हुई और शाम करीब 5:00 बजे मेहगांव पुलिस ने ग्वालियर के सिरोली गांव से प्रेमी प्रेमिका समय अपहरण करने वाले पति को दस्ताब कर दिया।

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9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शहर के कालिदास अकादमी में सामूहिक योग का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षित योग वालंटियर्स और जबलपुर से चल रहे लाइव कार्यक्रम के साथ सभी ने योग की विभिन्न क्रियाओं में भाग लिया।9वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर बुधवार को कालिदास अकादमी में हुए मुख्य कार्यक्रम में सुबह 6 बजे ही पूरा ग्राउंड भर चुका था। योग करने का उत्साह ऐसा था कि जिसे जहां जगह मिली, वो वहीं बैठ गया। जबलपुर में हुए लाइव प्रसारण के बाद उज्जैन में सभी अधिकारियों और आम लोगों ने 40 मिनट तक योग कर 5 मिनट ध्यान भी लगाया।करीब 2 घंटे चले कार्यक्रम में आम लोगो का योग के प्रति उत्साह देखने लायक था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शहर के नागरिक, वॉलिंटियर्स तो शामिल हुए। सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मुकेश टटवाल , उज्जैन मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष माखन सिंह, उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्याम बंसल, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाश उपाध्याय, ओम जैन, इकबाल सिंह गांधी, सोनू गहलोत, वीरेंद्र कांवडिया, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, नगर निगम कमिश्नर रोशन सिंह ने भी सभी के साथ योग किया।  

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रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में आज पश्चिम बंगाल राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान राज्यपाल मंगू भाई पटेल भी मौजूद रहे। जहां उन्होंने रानी दुर्गावती के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल का स्वागत बंगाली समाज द्वारा पारंपरिक तरीके से किया गया। कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल राज्य का प्रतिनिधि नृत्य और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुति सहित बंगाल की स्थापना की लघु वीडियो फिल्म भी दिखाई गई।अपने उद्बोधन के दौरान राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा एक भारत श्रेष्ठ भारत का मंत्र सभी के लिए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा अनुसार इसके पहले भी गुजरात और महाराष्ट्र का स्थापना दिवस राजभवन में मनाया जा चुका है वहीं कुछ समय पहले ही उज्जैन में तेलंगाना का स्थापना दिवस भी बनाया गया था। वही आज पश्चिम बंगाल का स्थापना दिवस जबलपुर में धूमधाम से मनाया जा रहा है।सांसद राकेश सिंह ने कहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना है कि प्रत्येक राज्य का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाए। प्रत्येक राज्य का स्थापना दिवस सिर्फ उसी राज्य के लोग मनाए, ऐसा नहीं है। आज पश्चिम बंगाल का स्थापना दिवस जबलपुर में मनाया गया। जहां भारी संख्या में जबलपुर के बंग समाज के लोग कार्यक्रम में पहुंचे। दूसरी तरफ राज्यपाल मंगूभाई पटेल भी स्वयं इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम के माध्यम से हमने बंगाली संस्कृति को जाना और समझा। साथ ही सभी को राज्य की स्थापना दिवस की बधाइयां भी दीइस दौरान आईएएस अनिरुद्ध मुखर्जी, विधायक अशोक रोहाणी, कुलपति कपिल देव मिश्र, दीपेश मिश्र सहित अन्य पदाधिकारी और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।  

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ग्वालियर में बुधवार सुबह 9वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सामूहिक योग कार्यक्रम ऐतिहासिक दुर्ग स्थित 80 खंभा बावड़ी परिसर में किया गया। मुगल शासन में यह मुगल कालीन जेल हुआ करती थी। सिखों के छटवें गुरु हरगोविंद सिंह को मुगलों ने यहीं कैद किया था। 80 खंभा परिसर में सैकड़ों स्कूल छात्र छात्राएं, सामान्य नागरिक व प्रशासनिक अफसरों ने सामूहिक योग किया।प्रशासन के सामूहिक योग कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि नदारद रहे। सभी ने अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित अन्य योग शिविर व कार्यक्रम में भाग लिया है। चुनावी साल होने का असर सामूहिक योगा कार्यक्रम पर भी देखने को मिला है।ऐतिहासिक दुर्ग के 80 खंभा बावड़ी परिसर में बुधवार सुबह 6 बजे से 8 बजे के बीच योगा एक्सपर्ट की निगरानी में शहर नागरिकों, छात्र छात्राओं के अलावा कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह सहित अन्य अफसरों ने एक साथ योगा किया। योगा एक्सपर्ट के बताए अनुसार एक लय और कतार में युवा योगा करते देखे गए। स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी योगा किया। इस मौके पर कलेक्टर ग्वालियर सिंह ने युवाओं को बताया कि जिस जगह पर हम योगा कर रहे हैं उस जगह का पुरातात्विक महत्व क्या है।  

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विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर को लेकर बड़ी बातें सामने आई है.हमारी लापरवाही से ज्योतिर्लिंग का क्षरण (नुकसान) पहले के मुकाबले बढ़ा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनी आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की समिति ने इस पर चिंता जताई है। उसने गर्भगृह में लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित करने की सलाह दी है।2019 से हर साल ये समिति महाकाल परिसर का निरीक्षण कर सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट सौंपती है। दिसंबर 2022 में समिति ने निरीक्षण किया। इसमें पाया कि 2021 में दिए गए कई सुझावों पर अमल नहीं किया गया। खासकर शिवलिंग पर भस्म का गिरना, श्रद्धालुओं की स्पर्श पूजा और रगड़ने से ज्योतिर्लिंग को काफी नुकसान हुआ है।अप्रैल 2021 की रिपोर्ट में समिति ने लिखा था- रगड़ने, भस्म गिरने और स्पर्श पूजा से ज्योतिर्लिंग पर छोटे-छोटे छिद्र बन गए हैं, ये बढ़ रहे हैं। इनमें पूजन सामग्री के कण रह जाते हैं। इससे बैक्टीरिया पनपते हैं, जिससे क्षरण हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक शिवलिंग का आकार 50 सालों में धीरे-धीरे घटा है।संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, आर्कियोलॉजी के विशेषज्ञों के कहे अनुसार जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। भक्त शिवलिंग का स्पर्श नहीं कर पाते। पंचामृत और रगड़ के कारण उनका क्षरण हो रहा है। शिवलिंग पर जल तो चढ़ेगा, जैसे सोमनाथ और अन्य ज्योर्तिलिंगों में व्यवस्था है, उसी प्रकार से जल वहां तक पहुंचेगा। कोई ऐसी वस्तु, जिससे क्षरण होता है, उसको वहां तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा।

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पीएम मोदी मध्य प्रदेश को 2 नई वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने जा रहे हैं,लेकिन इस बीच ढाई महीने पहले शुरू हुई वंदे भारत की खामियां सामने आ गई हैं। इसकी छत ऐसी है कि पहली ही बारिश में पानी बोगी के भीतर टपकने लगा है।पानी का रिसाव हजरत निजामउद्दीन से रानी कमलापति स्टेशन जाने वाली गाड़ी संख्या 20172 वंदे भारत एक्सप्रेस की छत से हुआ है। घटना सोमवार की है। वंदे भारत, हजरत निजमाउद्दीन से चलकर शाम 5 बजे झांसी पहुंचने ही वाली थी कि रास्ते में बारिश शुरू हो गई। पानी की कुछ बूंदे छत पर गिरीं और कोच नंबर C-12 में पानी का रिसाव शुरू हो गया। पानी रिसता देख ट्रेन में सफर कर रहे बसपा पार्टी के वरिष्ठ नेता अवधेश राठौर ने इसका वीडियो बना लिया। उन्होंने ट्रेन में मिली खामियों वाला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।वंदे भारत ट्रेन का उद़्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अप्रैल को रानी कमलापति स्टेशन से किया था, जिसके बाद 2 अप्रैल से यह ट्रेन अपने रेगुलर शेड्यूल के अनुसार भोपाल से हजरत निजमाउद्दीन प्रतिदिन चल रही है।

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देश के मंदिरों में कपड़ों को लेकर प्रतिबंध लगाना शुरू हो गया है। अब भोपाल के मंगलवारा स्थित सकल जैन समाज मंदिर में भी अब श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू हो गया है। जींस, हॉफ पेंट, फ्रॉक, कटे-फटे कपड़े, चमकीले या भड़किले कपड़े पहनकर आने वालों पर रोक लगेगी। मर्यादित एवं शालिन कपड़े पहनकर आने वालों को ही मंदिर में एंट्री दी जाएगी।श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर मंगलवारा ट्रस्ट ने मंगलवार को मंदिर में बोर्ड भी लगा दिए। अध्यक्ष आदित्य जैन 'मनया' ने बताया कि मंदिरों में मर्यादित और शालिन कपड़े पहनकर ही प्रवेश करना चाहिए। इसलिए भोपाल में इसकी शुरुआत कर दी गई है। मंगलवारा स्थित जैन मंदिर में शालिन और मर्यादित कपड़े पहनकर आने वालों को ही प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर के बाहर और अंदर बोर्ड भी लगाए गए हैं। ऐसी पहल देशभर में की जानी चाहिए।बता दें कि महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है। इसी तर्ज पर मध्यप्रदेश के अशोकनगर स्थित बालाजी मंदिर में कुछ दिन पहले ड्रेस कोड लागू किया गया था। सोमवार को राजधानी भोपाल के मां वैष्णो धाम आदर्श नव दुर्गा मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया था। वहीं, मंगलवार को मंगलवारा स्थित जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू हो गया।इधर, संस्कृति बचाओ मंच ने शहर के अन्य मंदिरों में भी बोर्ड लगाए हैं। इन बोर्ड में शालिन और मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिरों में प्रवेश किए जाने की बात लिखी गई है। न्यू मार्केट स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर और अवंतिबाई चौराहा स्थित प्राचीन माता मंदिर में बोर्ड लगाकर श्रद्धालुओं से अपील की गई है। मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि भोपाल के सभी मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को शालिन और मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिरों में प्रवेश करना चाहिए।  

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यशवंतपुर-हजरत निजामुद्दीन जाने वाली कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के पैंट्री कार में गर्भवती से रेप के मामले में कोर्ट ने मैनेजर को उम्रकैद सुनाई है। आरोपी भूपेंद्र सिंह तोमर ने सजा से बचने के लिए काफी प्रयास किए। यहां तक कि पीड़िता ने रेपिस्ट को पहले पहचानने से भी मना कर दिया। रेलवे पुलिस और अभियोजन की पुख्ता जांच व सबूत के कारण मैनेजर को सजा मिली। इस केस में डीएनए रिपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कोर्ट ने कहा- आरोपी द्वारा रेल के पैंट्री कार में मैनेजर रहते हुए गंभीर अपराध किया गया है, जो किसी भी दशा में न्यूनतम सजा के योग्य नहीं कहा जा सकता।कोर्ट में प्रतिपरीक्षण के दौरान दिए गए बयान में पीड़िता ने कहा कि भूपेंद्र सिंह तोमर वह व्यक्ति नहीं है, जिसने उसके साथ ट्रेन में गलत काम किया था। पुलिस ने गलत आदमी को पकड़ लिया है। किसी फौजी ने उसके साथ गलत काम किया है।पीड़िता से पूछा गया कि जब जेल में उसके साथ गलत करने वाले व्यक्ति की पहचान कराई गई थी, तब उसने आरोपी को पहचान लिया था। सहमति भी जताई थी। तब पीड़िता ने थोड़ी देर मौन रहने के बाद कहा था कि उसके साथ फौजी ने गलत किया है, मैनेजर ने नहीं, लेकिन अभियोजन ने जब पूछा, तो पीड़िता ने स्वीकार किया है कि आरोपी से उसका राजीनामा हो गया है, इसलिए वह कोर्ट में ऐसे बयान दे रही है।  

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मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के लिए एक युवक को यातनाएं दी गईं। उसके गले में पट्‌टा बांधकर घसीटा गया। उसे सड़क पर घुटनों के बल बैठाकर भौंकने को कहा गया। घटना का VIDEO वायरल हो रहा है। इसमें विजय नाम का पीड़ित कह रहा है- मैं मियां भाई बनने के लिए तैयार हूं।VIDEO सामने आने के बाद सोमवार को पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। इनमें से तीन आरोपी फैजान खान, समीर खान और साहिल उर्फ सलाउद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि आरोपियों पर NSA लगाया गया है।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, 'हमने 24 घंटे में कार्रवाई करने की बात कही थी। 6 घंटे के अंदर आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया। ऐसी घृणित मानसिकता वाले लोग... ऐसी घृणित सोच को हम कुचलने का काम करेंगे। भोपाल में वो कार्रवाई हो, जो पूरे मध्य प्रदेश के लिए नजीर बने।'

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इंदौर। जिले के महू थाना क्षेत्र में बाघ ने रविवार सुबह एक बुजुर्ग को अपना शिकार बना लिया। बाघ ने पहले उस पर हमला किया और फिर 200 फीट नीचे खाई में खींचकर ले गया। वहां बुजुर्ग के शरीर के आधे हिस्से को खा गया। ग्रामीणों ने खोजा तो शव खाई में पड़ा मिला।     घटना महू तहसील के मलेंडी के जंगल की है। जानकारी के अनुसार, सुंदरलाल कुर्मी (60) रोजाना मवेशियों को चराने के लिए जंगल में ले जाते थे। रविवार सुबह 8.00 बजे वे जंगल निकल गए। तभी उनका सामना बाघ से हो गया। बाघ ने उन पर हमला कर दिया। बुजुर्ग सुंदरलाल कुर्मी अपने साथ खाना नहीं ले गए थे। जिस पर उनका बेटा हरिनारायण उन्हें खाना देने जंगल में गया था। उसने वहां पिता के जूते और गमछा नीचे जमीन पर पड़ा देखा। आगे जाने पर वहां खून के निशान भी थे। यह देखकर वह रोने लगा। उसने फोन कर ग्रामीणों को जानकारी दी। ग्रामीणों ने वहां पहुंचकर बुजुर्ग की तलाश की। तो 200 फीट नीचे खाई में उनका शव पड़ा दिखा।     ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची टीम ने शव बरामद किया। वन विभाग के डीएफओ नरेंद्र पांडवा भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। डीएफओ ने बताया कि सुंदरलाल के परिजनों को आठ लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। अभी अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपये की राशि नकद दी है। वन विभाग फिलहाल जंगल में लगातार बाघ के मूवमेंट पर नजर रखे हुए है।

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खरगोन। जिले के ऐतिहासिक नगर महेश्वर में 20 जून को प्रातः नौ बजे से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी। इस संबंध में जनसम्पर्क अधिकारी पुष्पेन्द्र वास्कले ने रविवार को बताया कि रथ यात्रा महेश्वर नगर के बाजार चौक से प्रांरभ होकर गाँधी चौक, धान मण्डी रोड, हनुमान तिराहा, एमपीटी रोड, नगर पालिका चौराहा, बडवाह धामनोद रोड, भवानी माता चौक बस स्टेण्ड, जय स्तम्भ चौराहा, एमजी रोड, सितला माता मंदिर, मंसुरी मस्जिद, बाजार चौक, कमानी गेट होते हुए भगवान जगन्नाथ मंदिर पर आकर यात्रा का समापन होगा।     उन्होंने बताया कि महेश्वर यातायात थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार महेश्वर नगर में रथ यात्रा के दौरान महेश्वर फाटा कस्बा धामनोद व कस्बा मण्डलेश्वर में प्रातः 9 बजे से संपूर्ण हेवी ट्राफीक ट्रक, ट्राला, कंटेनर, ट्रैक्टर, टैंकर्स आदि को डयवर्ड किये गए है। डायवर्ट किये गए वाहन मण्डलेश्वर से ट्रेफिक डायवर्ट होकर कसरावद होते हुए धामनोद से इंदौर जाएंगे। जबकि कस्बा धामनोद से ट्रेफिक डायवर्ट होकर खलघाट, कसरावद होते हुए मण्डलेश्वर की ओर जाएंगे।

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ग्वालियर। सनातन धर्म में नवरात्रि पर्व का बड़ा महत्व है। आषाढ़ मास में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत सोमवार, 19 जून से हो रही है जबकि इसका समापन 27 जून को तथा विसर्जन 28 जून को होगा। इस दौरान नौ दिन भक्तों द्वारा श्रद्धाभाव से माता जगदम्बा की पूजा-अर्चना और आराधना की जाएगी।   बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी ने रविवार को बताया कि नवरात्रि का पर्व एक साल में चार बार मनाया जाता है। हालांकि, इनमें चैत्र और शरद के समय आने वाली नवरात्रि को व्यापक रूप से मनाया जाता है। इस अवसर पर कई हिस्सों में मेले और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। शेष दो गुप्त नवरात्रि होते हैं। इनमें माघ गुप्त नवरात्रि, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि साधक तंत्र साधना के लिए गुप्त रूप से मनाते हैं।   उन्होंने बताया कि आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत सोमवार से हो रही है। गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा-अर्चना की जाती है, इसलिए साधकों के लिए गुप्त नवरात्रि बेहद खास होती है। इस बार की आषाढ़ गुप्त नवरात्रि बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस बार माता रानी हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। वहीं इनका प्रस्थान भी हाथी पर ही होगा। घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सोमवार सुबह 5.23 से 7.27 तक रहेगा तथा अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.55 से 12.50 तक होगा।   इन 10 महाविद्याओं की होगी पूजा - मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां काली, माता तारा, माता त्रिपुरा, भैरवी मातंगी, माता मां कमला, मां त्रिपुरा सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मांछिन्नमस्तिका।   माता के आगमन और प्रस्थान के वाहन का प्रभाव   माता का हाथी पर आना और प्रस्थान करना शुभ माना जा रहा है। हाथी की सवारी होने से ज्यादा और अच्छी बरसात होने के संकेत मिल रहे हैं। अच्छी पैदावार के साथ सुख समृद्धि के संकेत भी बन रहे हैं।     गुप्त नवरात्रि पर बन रहे हैं अद्भुत शुभ संयोग   डॉ. सोनी ने बताया कि गुप्त नवरात्रों के दिनों में अमृत सिद्धि योग, रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, त्रिपुष्कर योग के शुभ संयोग बन रहे हैं। इन शुभ योगों में ज्वेलरी, वाहन, भूमि, प्रॉपर्टी आदि की खरीदारी करना शुभ रहेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार 19 जून को वृद्धि योग, 20 को त्रिपुष्कर योग, 21 जून को राजयोग, 22 जून को रवि योग, 23 जून को कुमार योग, 24 जून को रवि योग, 25 जून को रवि योग, राजयोग, त्रिपुष्कर योग, सर्वार्थ सिद्धि योग तथा 27 को रवि योग के साथ भड़ली नवमी अबूझ मुहूर्त रहेगा।

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यह तो सभी जानते हैं कि 1857 की जंग-ए-आजादी की सबसे बड़ी नायक झांसी के नेवलकर घराने की बहू व वीरांगना लक्ष्मीबाई (झांसी की रानी) रही थीं, लेकिन जब भी झांसी की रानी का जिक्र होता है तो ग्वालियर का जिक्र होना स्वाभाविक है। क्योंकि जंग ए आजादी की सबसे बड़ी आहुति वीरांगना को वीरगति ग्वालियर की धरा पर हुई थी। शिंदे की छावनी का वर्तमान में रामबाग इलाके में लक्ष्मीबाई को अंग्रेजी सेना ने घेर लिया था। वह बुरी तरह घायल हो गई थीं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपना घोड़ा बदला था और वह स्वर्ण रेखा में गिर पड़ी थी। किसी तरह उनके खास सैनिक उनको लेकर पास ही गंगादास की शाला लेकर पहुंचे थे। यहां ही 1857 की क्रांति की सबसे बड़ी नायक वीरांगना लक्ष्मीबाई ने आखिरी सांस ली थी। आज उनकी 165वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर हर कोई उनको याद कर रहा है। भाजपा के पूर्व मंत्री व कट्‌टर हिंदूवादी नेता जयभान सिंह पवैया वीरांगना की समाधि पर बड़ा कार्यक्रम कर रहे हैं। गंगादास की शाला में हर साल वीरांगना की जयंती और पुण्यतिथि मनाई जाती है।भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ी गई 1857 की जंग में सबसे बड़ी आहुति ग्वालियर में ही हुई थी। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत इसी शहर में हुई थी। शहादत के सम्मान की रक्षा के लिए भी जंग लड़ी गई और इसके बाद आजादी की पहली जंग कमोबेश ठंडी पड़ गई थी। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत के बारे में लिखते हुए रानी के ही दरबार के एक ब्राह्मण विष्णुभट्ट गोडसे ने अपनी किताब ‘माझ-प्रवास’ में कहा है कि रानी ग्वालियर की जंग जीत सकती थीं, लेकिन पेशवा नाना साहब की अदूरदर्शिता और तात्या की हड़बड़ाहट ने इतिहास बदल दिया।

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फादर्स डे पर संस्था पौरुष (पीपुल अगेन्स्ट अनइक्वल रुल्स यूस्ड शेल्टर हेरासमेंट) द्वारा ‘चाइल्ड विजिटेशन’ (बच्चों से मिलने का अधिकार) को पति-पत्नी के सभी मुकदमों में अनिवार्य रूप से लागू किए जाने की मांग को लेकर पीड़ितजन मीडिया से रूबरू हुए।सभी ने एक स्वर में कहा कि बच्चों की परवरिश में माता एवं पिता दोनों का योगदान जरूरी होता है। पिता विहीन बच्चों का सामाजिक, आर्थिक, मानसिक, शारीरिक एवं भावनात्मक विकास उचित तरीके से नहीं हो पाता है। बढ़ते दाम्पत्य विवादों के कारण एक पक्ष (पत्नियां) मासूम बच्चों को लेकर चली जाती है तथा दूसरे पक्ष (पति) से वर्षों तक बच्चो को मिलने नहीं देती है।समाज में बढते ‘फादर-लेस सोसायटी’ एवं ‘सिंगल पेरेंटिंग’ के प्रचलन के कारण मासूम बच्चों का विकास रुक जाता है। ऐसे में चाइल्ड विजिटेशन के लिए एक जेंडर इक्ववल कानून बनाए जाने तथा उसे अनिवार्य रूप से लागू किए जाने की जरूरत है।इंदौर प्रेस क्लब पर आयोजित इस कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष अशोक दशोरा ने कहा कि मामले में हाई कोर्ट के दिशा निर्देश तो मौजूद हैं लेकिन स्पष्ट आदेश के अभाव में इन्हें अनिवार्य न मानते हुए स्वेच्छिक अथवा विवेकाधीन माना गया जो कि नैसर्गिक न्याय के अनुकूल नहीं है।दंपती में विवाद के चलते जब बच्चा किसी एक के पास रहता है तो वह अपराधी तक बन जाता है। संस्था 16 बिंदुओं पर इस मामले में हाई कोर्ट की शरण लेगी।कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल ने कहा कि समिति हमेशा बच्चों के सर्वोत्तम विकास व कल्याण के लिए तत्पर रहती है। बच्चों को सारे अधिकार मिले यह सुनिश्चित करना समिति का काम है।पति-पत्नी में विवाद होने पर बच्चा किसी एक पक्ष के पास रहता है तो बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास प्रभावित होता है। एक बच्चे के लिए मां के प्यार के साथ पिता का संरक्षण भी जरूरी है। इस तरह के केस जब समिति के पास आते हैं तो समिति दोनों को समझाती है कि आपका विवाद अपनी जगह है लेकिन इसमें बच्चे का विकास होना जरूरी है।समिति ने पिछले दिनों कई दंपतियों की काउंसिलंग की जिसमें 13 दम्पती फिर से साथ में रहने को राजी हुए।

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विश्वप्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर से लाखों-करोड़ो भक्तों की आस्था जुड़ी है.रोजाना हजारों भक्त भगवान के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेने आते हैं। मंदिर में पिछले दस दिनों से दान पेटियों से निकली राशि की गिनती का काम जारी है। अब तक 1 करोड 81 लाख रुपए की राशि बैंक में जमा की जा चुकी है। मंदिर में आगामी एक-दो दिन राशि गिनने का काम जारी रहेगा।खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी पं. अशोक भट्ट ने बताया कि पिछले दस दिनों से मंदिर की दान पेटियों से निकली राशि की गणना की जा रही है। मंदिर में रखी सभी 40 दान पेटियां खोली जा चुकी है। नगर निगम के कई अधिकारी और कर्मचारी इस काम में लगे है। खास बात यह है कि दान पेटियों में अब तक कई लेटर भी निकले है, जिसमें भक्तों ने अपने मनोकामना लिखी। इन लेटर को भगवान को चरणों में अर्पित किया जाता है। इसके अलावा विदेशी करेंसी के साथ ही चांदी के जेवरात भी दान पेटियों में निकल चुके है।पं. भट्ट के मुताबिक दान पेटियों से अब तक 1 करोड़ 81 लाख रुपए बैंक में जमा किए जा चुके है। मंदिर की दान पेटियों से निकली चिल्लर की गिनती का काम मंदिर में किया जा रहा है, जो अगले एक-दो दिन तक जारी रहेगा। नगर निगम के 20 अधिकारी व कर्मचारियों के साथ ही मंदिर प्रबंधन समिति के 15 लोग दान पेटियों से निकली राशि गिनने के काम में लगे है।पंचकुईयां स्थित वीर आलीजा मंदिर वीर बगीची में शनिवार को अनूठा श्रंगार किया गया। राजाधीराज वीर आलीजा सरकार के मंदिर को 50, 100, 200 और 500 के नोटों से कुल 5 लाख रुपए के सजाया गया। भगवान की पोशाक भी नोटों से बनाई गई। यह राशि मंदिर की ओर से संस्कृत पाठशाला के लिए विद्यार्थियों की मदद की जाएगी। इस पैसे से अन्य जरुरतमंद बच्चों की शिक्षण सामग्री, यूनिफार्म और छात्रवृत्ति भी दी जाएगी।अपने इष्टदेव को चांदी के रथ में विराजित करने के लिए इंदौर के भक्तों में अनूठी होड़ चल रही है। शहर के चार प्रमुख मंदिरों के गर्भ गृह एक हजार किलो चांदी से दमकाए जा चुके हैं। चार और में तैयारी शुरू हो गई है। उनमें 700 किलो चांदी लगाई जाएगी। महाकाल मंदिर उज्जैन के गर्भगृह में चांदी लगाए जाने के बाद शहर में भी यह चलन बढ़ा है।खास बात यह है कि इसके लिए किसी भक्त ने 10 ग्राम का सिक्का दिया है तो किसी ने 100 ग्राम या कुछ किलो चांदी आराध्य को अर्पित की है। उज्जैन के पं. आनंदशंकर व्यास कहते हैं कि चांदी-सोने को सर्वश्रेष्ठ धातु माना गया है। मंदिर के शिखर पर सोना लगाने की परंपरा है। गर्भगृह में चांदी का उपयोग करने से शुभता में वृद्धि होती है।

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मन्दसौर । शहर में गत 13 जून से प्रारंभ हुआ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत शनिवार को प्रात: मोक्ष कल्याणक व नवीन जिनालय में प्रतिमाओं की स्थापना के साथ सम्पन्न हुआ। दिगम्बर जैन संत मुनि आदित्य सागर, अप्रमितसागर, सहजसागर, सुखसागर व शुभसागर महाराज की निश्रा में लगभग 12 वर्षो पश्चात मंदसौर में यह भव्य व ऐतिहासिक आयोजन पुनः किया गया।   प्रातःकाल भगवान आदिनाथ नश्वर देह का त्याग कर सिद्ध शिला पर विराजमान हुए। कैलाश पर्वत पर तपस्या करते हुए शुभ बेला में उनका शरीर कपूर की भांति उड़ जाता है और आत्मा सिद्धत्व को प्राप्त हो जाती है। इन दृश्यों को मंच पर दर्शाया गया। विशाल पाण्डाल में भगवान का निर्वाण देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर दिव्य दर्शन किए।   इस अवसर पर जाप्यानुष्ठान, निर्वाण कल्याणक पूजन व हवन भी किया गया। विशाल शोभायात्रा के साथ संस्कारित व प्रतिष्ठित की गई प्रतिमाओं को कार्यक्रम स्थल से नवीन जिनालय ले जाया गया। बैंड बाजे, हाथी घोड़े-बग्गी आदि के साथ भक्तगण हर्ष व उल्लास के साथ झूमते नाचते चल रहे थे। स्थान-स्थान पर नवीन प्रतिमाओं की पूजा की गई। शोभायात्रा में मुनिसंघ ने भी सानिध्य प्रदान किया। पूर्ण विधि विधान के साथ नवीन जिनालय की नवीन वेदी में नवीन जिनबिम्ब विराजित हुए तो पूरा परिसर भगवान के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।   शोभायात्रा से पूर्व धर्मसभा में पूज्य मुनिश्री आदित्य सागर महाराज ने कहा जिस समाज में वृद्ध व युवा सक्रिय नहीं होते वह समाज पंगु हो जाता है, युवाओं का जोश व वरिष्ठों का अनुभव समाज को ऊपर उठाने में कार्यकारी होता है। उन्होंने कहा विद्वान वो ही हैं, जिसे धन व लालसा नहीं धर्म की आकांक्षा है।

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भोपाल। गुजरात में तबाही मचाने वाले चक्रवात बिपरजॉय का असर मध्य प्रदेश में 21-22 जून तक दिखाई देगा। शनिवार से ही राजस्थान से सटे कई हिस्सों में आंधी-बारिश होने का अनुमान है, जबकि 18-19 जून को ग्वालियर-चंबल में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके बाद प्रदेश के पूर्वी हिस्से भी भीगेंगे। टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, रीवा और सतना में 20-21 जून को बारिश होगी। कहीं-कहीं तेज या भारी बारिश हो सकती है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि बिपरजॉय का असर मध्य प्रदेश के इलाकों में भी रहेगा। नीमच, मंदसौर, बड़वानी, रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर में 17 जून को बूंदाबांदी हो सकती है। साउथ वेस्ट मध्य प्रदेश के इलाकों में शनिवार को यह दस्तक देगा। तूफान जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, इसकी तीव्रता में कमी आएगी। लो प्रेशर एरिया के चलते असर दिखाई देगा। इसके चलते ही 18 और 19 जून को पश्चिमी इलाकों में असर रहेगा। ग्वालियर और चंबल संभाग में कहीं तेज तो कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। यहां के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।   मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसके बाद पूर्वी इलाकों में भी बारिश और तेज हवा होने की संभावना है। इनमें टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, रीवा-सतना में 20-21 को बारिश होगी। कहीं-कहीं तेज या भारी बारिश हो सकती है। बिपरजॉय तूफान की वजह से प्रदेश में शुक्रवार से ही हवा की रफ्तार बढ़ हुई है। सीहोर में 44 कि.मी. शिवपुरी में 42, नीमच में 39, गुना में 39, बड़वानी में 34, सागर में 40, मंडला में 38, सिवनी में 33 और बालाघाट में 36 कि.मी. प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। शनिवार को भी 50 कि.मी. प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है।

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जबलपुर में हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी ने मुस्लिम युवती से शादी करने वाले हिंदू युवाओं को 11 हजार रु. देने की बात कही है। यह भी कहा कि हिंदू युवक के दूसरे धर्म में शादी करने पर शादी का सारा खर्च भी धर्मसेना उठाएगी।हिंदू धर्मसेना के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने  कहा, यह अभियान लव जिहाद को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए शुरू किया गया है। पूरे देश में षड्यंत्र चल रहा है। मुस्लिम लड़के हिंदू लड़कियों को लव जिहाद में फंसाकर भागकर ले जाते हैं। फिर इनका धर्म परिवर्तन करवाते हैं। उनसे निकाह करते हैं। इससे देशभर में हिंदू लड़कियों की संख्या कम हो रही है। वैसे भी हिंदू समाज में लड़कों के अनुपात में लड़कियों की संख्या बहुत कम है।धर्मसेना के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा, 'जल्द ही पूरे प्रदेश में इस अभियान के बैनर - पोस्टर लगाए जाएंगे। हमारा उद्देश्य है मुस्लिम बेटियों को लेकर आओ, हिंदू बेटियों को बचाओ यानी बेटियां बढ़ाओ-बेटियां बचाओ।'

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फैशन शो, रैंपवाक और मॉडलिंग का कार्यक्रम शुक्रवार को समदड़िया मॉल में होना था, लेकिन हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने इसे फूहड़ता मानते हुए कार्यक्रम को बंद करवा दिया और मॉडलिंग करने आई लड़कियों को वहां से वापस घर भेज दिया। इस कार्यक्रम को आज आयोजकों ने मानस भवन में पुनः रखा, यह सूचना जब हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी के कार्यकर्ताओं को लगी तो वह लोग भी मानस भवन पहुंच गए, इस दौरान वहां बैठकर उन्होंने पूरे कार्यक्रम की निगरानी की और हिदायत दी कि कार्यक्रम में किसी भी तरह की अश्लीलता और फूहड़ता ना परोसी जाए।फैशन शो, रैंपवाक और मॉडलिंग का कार्यक्रम शुक्रवार को समदड़िया मॉल में होना था, लेकिन हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने इसे फूहड़ता मानते हुए कार्यक्रम को बंद करवा दिया और मॉडलिंग करने आई लड़कियों को वहां से वापस घर भेज दिया। इस कार्यक्रम को आज आयोजकों ने मानस भवन में पुनः रखा, यह सूचना जब हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी के कार्यकर्ताओं को लगी तो वह लोग भी मानस भवन पहुंच गए, इस दौरान वहां बैठकर उन्होंने पूरे कार्यक्रम की निगरानी की और हिदायत दी कि कार्यक्रम में किसी भी तरह की अश्लीलता और फूहड़ता ना परोसी जाए।फैशन शो, रैंपवाक और मॉडलिंग का कार्यक्रम शुक्रवार को समदड़िया मॉल में होना था, लेकिन हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने इसे फूहड़ता मानते हुए कार्यक्रम को बंद करवा दिया और मॉडलिंग करने आई लड़कियों को वहां से वापस घर भेज दिया। इस कार्यक्रम को आज आयोजकों ने मानस भवन में पुनः रखा, यह सूचना जब हिंदू धर्मसेना और चंडी वाहिनी के कार्यकर्ताओं को लगी तो वह लोग भी मानस भवन पहुंच गए, इस दौरान वहां बैठकर उन्होंने पूरे कार्यक्रम की निगरानी की और हिदायत दी कि कार्यक्रम में किसी भी तरह की अश्लीलता और फूहड़ता ना परोसी जाए।

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उज्जैन के फ्रीगंज क्षेत्र में अग्रवाल वुड क्राफ्ट के शोरूम में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग की खबर पर पहुंची तीन दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।माधव नगर रेलवे स्टेशन के सामने अग्रवाल वुड क्राफ्ट शोरूम पर सुबह करीब 9.30 बजे धुआं उठते देखा गया। किसी राहगीर ने शोरूम संचालक को आग की खबर की। इसके बाद आनन - फानन में संचालक अपने परिवार के साथ पहुंचा और आग बुझाने का प्रयास करना शुरू कर दिया। दमकल की तीन गाड़ियां भी पहुंची, जिनकी मदद से आग पर 25 मिनट में काबू पा लिया गया।रवि लोहिया ने बताया कि ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, अभी आकलन नहीं किया गया है। आग वेस्टेज सामान में लगी थी। आग से शोरूम में रखी कई अलमारी और फर्नीचर जलकर खाक हो गए।

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गुजरात सहित राजस्थान में तूफानी एंट्री करने वाले बिपर जॉय का असर मध्यप्रदेश में भी आज देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने गुजरात और राजस्थान से लगे हुए मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में येलो अलर्ट जारी किया है। राजस्थान से लगे पश्चिमी मध्यप्रदेश के रतलाम,मंदसौर और नीमच जिले में भी तेज हवा और आंधी आने का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, कहीं-कहीं बारिश की संभावना भी मौसम विभाग ने व्यक्त की है। मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर तेज हवा और आंधी के समय घरों से बाहर नहीं निकलने, पेड़ों की शरण नहीं लेने और बड़े तालाबों और बांध पर पर्यटन नहीं करने की अपील आम लोगों से की गई है।गौरतलब है कि तूफान भी बिपरजॉय का व्यापक असर कल गुजरात के तटवर्ती हिस्सों में देखने को मिला है। जिसके बाद तूफान अब राजस्थान के ऊपर से गुजर रहा है। इस तूफान का असर मध्य प्रदेश के कई दिलों में देखने को मिल सकता है ग्वालियर चंबल संभाग के अलावा पश्चिमी मध्यप्रदेश के रतलाम मंदसौर और नीमच जिलों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना मौसम विभाग द्वारा व्यक्त की गई है। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार इन जिलों में अल्पकालीन समय के लिए 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है। वहीं, दिनभर बादल छाए रहने और कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना भी बनी हुई है।

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आगर मालवा। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार को सुबह जिला मुख्यालय पर दबिश देकर जिले के प्रभारी सीएमएचओ डॉ. आरसी कुरील को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। कुरील ने संविदा पर नियुक्त डॉ. भगवानदास राजोरिया से ज्वाइनिंग कराने के एवज में रिश्वत की मांग की थी, जिसकी शिकायत मिलने के बाद उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया।     उज्जैन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भगवानदास राजोरिया शिशु रोग विशेषज्ञ ने 12 जून को आवेदन प्रस्तुत कर बताया था कि मेरी संविदा पर आगर जिला अस्पताल में नियुक्ति हुई है, लेकिन प्रभारी सीएमएचओ डॉ. आऱसी कुरिल द्वारा मेरे विरुद्ध कोई लिखा-पढ़ी नहीं करने के एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है। रुपये नहीं देने पर हटाने की धमकी दे रहे हैं। शिकायत का सत्यापन कराने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने दशहरा मैदान स्थित शासकीय क्वार्टर में प्रभारी सीएमएचओ को ट्रैप किया। आवेदक राजोरिया ने बात की तो कुरील 10 हजार रुपये लेने पर सहमत हो गए। शुक्रवार को डॉ. राजोरिया ने जैसे ही 10 हजार रुपये उनके शासकीय आवास पर पहुंचकर प्रभारी सीएमएचओ डॉ. कुरील को दिए, उसी समय लोकायुक्त टीम ने उनको रंगेहाथ पकड़ लिया। आरोपित प्रभारी सीएमएचओ डॉ. कुरील के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।

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भोपाल। गुजरात तट से टकराने के बाद राजस्थान की ओर बढ़ रहा तूफान बिपरजॉय मध्यप्रदेश में भी असर दिखा सकता है। इसके असर से 18-19 जून को राजस्थान से सटे ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में तेज बारिश हो सकती है। हवा की रफ्तार 50कि.मी. प्रतिघंटा या इससे ज्यादा रह सकती है। मौसम विभाग ने तूफान को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।   मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि 19 जून या इससे पहले तूफान से संबंधित लो प्रेशर एरिया का सेंटर नॉर्थ ईस्ट राजस्थान के आसपास रहेगा। इसके चलते पश्चिमी मध्यप्रदेश के इलाके खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं बारिश होगी। ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां में तेज बारिश हो सकती है। इसके बाद इसका असर कम हो जाएगा।   मौसम वैज्ञानिक यादव ने बताया कि प्रदेश में अभी प्री-मानसून की एक्टिविटी जारी रहेगी। कुछ ही इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन ज्यादातर हिस्सों में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, उमरिया में रातें गर्म रहेंगी। वहीं, ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री या इससे ज्यादा ही रहेगा। अगले दो दिन यानी 16 और 17 जून को ऐसा ही मौसम रहेगा।   वहीं, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि बिपरजॉय तूफान 16 जून तक राजस्थान पहुंच जाएगा, लेकिन यह कमजोर होकर पहुंचेगा या फिर दबाव कम रहेगा। राजस्थान में तूफान और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से 16 और 17 जून को बारिश होगी, लेकिन 18 और 19 जून को तेज बारिश होने का अनुमान है, इसलिए मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल में भी 18-19 जून को बारिश हो सकती है। तूफान की वजह से तेज हवा भी चल सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार तूफान 'बिपरजॉय' ने प्रदेश से सारी नमी खींच ली है। जहां बारिश हो रही है, वहां लोकल सिस्टम बन रहा है। राजस्थान में गर्म हवा चलने की वजह से भी गर्मी का असर रहा है। इस कारण मध्यप्रदेश में भी गर्म हवाएं आई हैं। राजस्थान में तूफान पहुंचेगा तो वहां बारिश होगी। इसका असर भी मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा।

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इंदौर। पलासिया थाना क्षेत्र में गुरुवार रात को बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कराने वाले पलासिया थाना प्रभारी को शुक्रवार सुबह हटा दिया गया है। वहीं, सरकार ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। एडीजी स्तर के अधिकारी इस घटना की जांच करेंगे।   इंदौर में गुरुवार रात पलासिया थाने के सामने प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इसके बाद पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया था। मेडिकल के बाद शुक्रवार अल सुबह उन्हें छोड़ दिया गया। इसी बीच नगर भाजपा और हिंदू संगठनों की नाराजगी देख सरकार ने शुक्रवार सुबह क्षेत्रीय टीआई को हटा दिया है। इधर, जांच के भी आदेश कर दिए हैं। इसके लिए भोपाल से एडीजी स्तर के अधिकारी को भेजा जाएगा। इसकी पुष्टि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की है।   इससे पूर्व गुरुवार रात को कार्यकर्ताओं को इंदौर की सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। ये कार्यकर्ता नशे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच कुछ कार्यकर्ता छप्पन दुकान की ओर भाग गए। यहां दुकानों पर पथराव कर दिया। कई वाहनों में तोड़-फोड़ कर दी। हमले में चार पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। पुलिस ने यहीं से 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर जिला जेल भेज दिया तो कार्यकर्ता जेल में ही भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनसे कई भाजपा नेता मिलने पहुंचे गए। राजनीतिक दबाव बनने के बाद कार्यकर्ताओं को जेल से मेडिकल के लिए देर रात 1 बजे अस्पताल ले जाया गया। यहां मेडिकल के बाद सभी को जमानत पर रिहा कर दिया है।

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बारिश में शहर की सड़कों और गलियों में जलजमाव की स्थिति न बने, इसके लिए नगर पालिका का स्वास्थ्य अमला निरंतर शहर के नाले-नालियों और शहर के आसपास से गुजरने वाले बड़े पहाड़ी नदी-नालों की सफाई कर रहा है। इसी के तहत आज बाजार में गुरुद्वारा रोड और न्यास कालोनी के नालों की सफाई हुई है।बारिश के मौसम में पानी की निकासी आसान हो सके, इसलिए नगर पालिका के सफाई अमले ने शहर के बड़े नाले और नालियों की सफाई प्रारंभ कर दी है। बीते एक पखवाड़े से शहर के उन नाले-नालियों पर जेसीबी और सफाई कर्मचारियों की गैंग से सफाई कराई जा रही है, जो बारिश के वक्त नगर की सड़कों, गलियों में जलभराव का कारण बनते हैं।नगर पालिका का स्वच्छता विभाग बीते एक पखवाड़े से भी अधिक समय से नाले और नालियों की सफाई करा रहा है। पहले चरण में बड़े नालों की सफाई कराई है, जो सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला से होकर शहर में आते हैं। ये दो बड़े नाले हैं, इनमें पहला सीपीई के भीतर से होकर आता है, तो दूसरा तरोंदा गांव से होकर नयायार्ड के पास मुक्तिधाम से शहर के किनारे होकर मेहरागांव से बूढ़ी माता के पास निकलता है, जो नदी मोहल्ला मालवीयगंज में बाढ़ का कारण बनता है।सीपीई के पास से नाला हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पीछे से पुरानी इटारसी होकर अवाम नगर, पीपल मोहल्ला होकर न्यास कालोनी के पास से सोनासांवरी गांव के पास निकलता है। इससे अवाम नगर, पुरानी इटारसी, पीपल मोहल्ला आदि क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनती है। नगर पालिका ने इन नालों की सफाई और गहरीकरण कराया है।

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उज्जैन जिले में बीते तीन साल में करीब 22 लाख के 104 मोबाइल पुलिस ने उनके मालिकों को लौटा दिए। गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में सभी लोगों को बुलाया गया था। मोबाइल मिलने के बाद आम लोगों ने पुलिस के काम की सराहना की।पुलिस कंट्रोल रूम पर उज्जैन जिले के सैकड़ों लोगों को आमंत्रित किया गया था। मामला था बीते दिनों जिले से गुम या चोरी हुए मोबाइल का, जिन्हें पुलिस ने मशक्कत के बाद खोज निकाला था। एसपी सचिन शर्मा ने साइबर की टीम के साथ आम लोगों को उनके चोरी और गुम गए मोबाइल लौटा दिए।एसपी ने बताया कि इस तरह की मुहिम लगातार चलती रहेगी। गुम और चोरी गए मोबाइल को जब तक ट्रेस नहीं किया जा सकता तब तक वे चालू नहीं हो। खास है कि बीते तीन साल में करीब 22 लाख कीमत के 104 मोबाइल पुलिस ने जब्त कर उनके मालिक को सौपे हैं। मोबाइल पाने वाले लोगों में से दरबार सिंह राठौर ने बताया कि महाकाल मंदिर से मोबाइल गुम हुआ था। सोचा नहीं था कि मोबाइल फिर से मिल जाएगा। पुलिस के इस तरह के कमा को देखते हुए खुश हुए हैं।

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अतिथि देवों भव: की परंपरा हमारी संस्कृति में है.अतिथि हमारे लिए भगवान सामान होता है. और इसका सबसे अच्छा उदहारण देखने को मिला  तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में जहां  इंग्लैंड में रहने वाली भारतीय मूल की बुजुर्ग महिलाएं दर्शन के बाद भटक गई। वो जिस ट्रेवल्स बस के जरिये ओंकारेश्वर पहुंची थी, वो उन्हें मिल नहीं रही थी। हैरानी की बात यह है कि, उनके मोबाइल, फोन भी बस में ही रखे हुए थे, ऐसे में वह किसी से संपर्क नहीं कर पा रही थी। तब NRI सीनियर सिटीजन ने पुलिस की मदद ली। मांधाता पुलिस ने इंटरनेट के जरिये बस को खोज निकाला और उन्हें अपने साथियों से मिलवा दिया।मांधाता पुलिस की मेहनत और लगन पर NRI सीनियर सिटीजन ने भी आश्चर्य जताया और कहा कि यह सिर्फ इंडिया में ही संभव है। जाते-जाते कहा- थैंक्यू इंडिया पुलिस। आप लोग बहुत अच्छे हो। टीआई बलजीतसिंह बिसेन के मुताबिक, दोपहर 3 बजे के करीब तीन सीनियर सिटीजन महिलाएं जो कि, NRI होकर इंग्लैंड के लंदन में रहती है। हैरान परेशान होकर थाना मांधाता आई और उन्होंने अपना परिचय गुलाश बा पति खोदूधर जेठवा उम्र 80 वर्ष, विजया बेन पति लक्ष्मण भाई, उम्र 74 वर्ष तथा भगवती बा पति किरीटसिंह जडेजा उम्र 66 वर्ष बताया।उन्होंने कहा कि, वे तीनों ओंकारेश्वर दर्शन करने अहमदाबाद की चारभुजा ट्रेवल्स से आई थी। दर्शन के बाद वे रास्ता भटक गईं और उनके मोबाइल फोन गाड़ी में रखे होने से किसी का कॉन्टैक्ट नंबर भी उन्हें याद नही है। मांधाता पुलिस के प्रधान आरक्षक भगवान धनगर द्वारा पूरी बात सुनकर गूगल वेब के माध्यम से चारभुजा ट्रेवल्स का नंबर पता किया गया। इसके बाद ट्रेवल्स एजेंसी से संपर्क किया और कुछ ही समय में अपनों से बिछड़ी तीन एनआरआई सीनियर सिटीजन महिलाओं को मिलवाया। अपनों से मिलने पर तीनों महिलाओं ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए इंडिया की पुलिस को धन्यवाद दिया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से तबादलों पर लगी बंदिश हट जाएगी। प्रदेश में 30 जून तक तबादले हो सकेंगे। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया था। जिले के भीतर प्रभारी मंत्री के अप्रूवल से ट्रांसफर हो सकेंगे। जिले के बाहर व विभागों में तबादलों पर सीएम का अप्रूवल लगेगा। तबादला नीति के मुताबिक किसी भी संवर्ग में 20 फीसदी से ज्यादा ट्रांसफर नहीं होंगे। एक ही जिले में दोबारा पोस्टिंग नहीं मिलेगी सामान्य प्रशासन विभाग के मुताबिक तबादला नीति जारी कर दी गई है। उसके मुताबिक जिले में प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से ही तबादले होंगे। राज्य संवर्ग में विभागाध्यक्ष और प्रथम श्रेणी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के तबादले सीएम के अनुमोदन (अप्रूवल) से विभाग जारी करेगा। खास बात यह है कि जिस जिले में अधिकारी पूर्व में पदस्थ रह चुका है, वहां उसकी पोस्टिंग नहीं होगी। ट्रांसफर पॉलिसी के मुताबिक सभी विभागों के राज्य कैडर के अंतर्गत विभागाध्यक्ष और सरकारी उपक्रमों एवं संस्थाओं में पदस्थ प्रथम श्रेणी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के ट्रांसफर आदेश समन्वय में मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद प्रशासकीय विभाग जारी करेगा। राज्य कैडर के शेष समस्त प्रथम श्रेणी के अधिकारी, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के अधिकारियों-कर्मचारियों के ट्रांसफर (जिले के भीतर किए जाने वाले ट्रांसफर को छोड़कर) मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद प्रशासकीय विभाग जारी करेगा।

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ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में गुरुवार को सीवरेज चैंबर में सफाई के लिए उतरे दो कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई। दोनों नगर निगम के ठेकेदार के अंडर काम करते थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है। इधर उर्जा मंत्री ने मृतकों के परिवार को 10 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।   जानकारी अनुसार शहर के हजीरा थाना क्षेत्र के वार्ड नं 16 के रेशम मील इलाके में निगम के दो कर्मचारी दोपहर करीब 12 बजे सीवर की सफाई करने उतरे थे। इस दौरान चेंबर से गैस रिसाव के कारण दम घुटने से मौत हुई है। कर्मचारियों की मौत की खबर मिलते ही हड़कंप मचा गया। मौके पर तुरंत निगम के अधिकारी पहुंचे। मृतक कर्मचारियों के परिवार ने ठेकेदार और नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। नगर निगम कमिश्नर ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। वहीं मौत के बाद परिजनों के आक्रोश को देखते हुए नगर निगम और प्रशासन की टीम भी अस्पताल पहुंचे। जहां से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने आरोपी ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और दोनों मृतकों के परिजन को नगर निगम में सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इस आश्वासन के बाद परिजन माने और मामला शांत हुआ।

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अनूपपुर। जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत वेंकटनगर बीट के जंगल में गुरुवार की सुबह 5 हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र की सीमा के जंगल में पहुंच गयें हैं। हाथियों के आने की सूचना पर वन मंडल अधिकारी अनूपपुर द्वारा वन विभाग की टीम को हाथियों पर निगरानी रखने एवं मुनादी करा कर सूचित करने के निर्देश दिए।   जानकारी के अनुसार 5 हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन क्षेत्र अंतर्गत बधौरी बीट हिरनापोड़ी से गुरुवार की सुबह अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत वेंकटनगर बीच के गढ़ियाटोला-रानी तालाब में पहुंचकर अनूपपुर वेंकटनगर मुख्य मार्ग को पार करते हुए कक्ष क्रमांक पीएफ 318 के जंगल में घुस गए हैं हाथियों के आने की सूचना ग्राम कदमसरा के रानी तालाब के पास के निवासी अमृतलाल श्याम ने सुबह 5 एवं 6 बजे के बीच देखा जिसके बाद वन विभाग को सूचना की गई सूचना पर बीट प्रभारी नागेश सिंह मौके पर पहुंचकर स्थिति को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया जिस पर वन मंडला अधिकारी अनूपपुर एसके प्रजापति ने वन परिक्षेत्र जैतहरी के वन अमले को हाथियों के समूह पर नजर रखते हुए आसपास के सभी ग्राम पंचायतों ग्रामीणों को सूचित करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग को भी सूचित किया गया है ज्ञात हो कि 5 हाथियों का समूह विगत 15 दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य के वन परीक्षेत्र मरवाही के धुसरिया बीट के जंगल में निरंतर विचरण कर रहा था। जो अब मप्र के अनूपपुर जिले की सीमा में प्रवेश किया हैं।

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खंडवा में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक अजीब वाकया हुआ। कलेक्टोरेट परिसर में स्थित शिव मंदिर पर दिव्यांग युवक-युवती ने शादी रचाई। खास बात यह है कि, आंखों से दिव्यांग होने के बाद भी दोनों पोस्ट ग्रेजुएट है। सात फेरे लेने के बाद वे जनसुनवाई में गए और कलेक्टर अनूपकुमारसिंह से आशीर्वाद लिया। कहा, साहब अब परिवार तो बस गया लेकिन रोजगार की जरूरत है। आंखों से दिव्यांग जरूर है, लेकिन हम लोग पढ़े-लिखे है। दुल्हन ने कहा, दोनों में से एक को भी रोजगार मिल जाएगा तो जीवन में खुशहाली आ जाएगी।नवदंपत्ति की गुहार और पीड़ा सुनकर कलेक्टर अनूपसिंह ने फौरन जनसुनवाई में मौजूद सामााजिक न्याय विभाग के अफसर को अपने पास बुलाया। उनसे कहा कि, दंपत्ति को शासन स्तर की योजनाओं से लाभ दिलवाएं। इसके बाद सामाजिक न्याय विभाग के अफसर उन्हें अपने दफ्तर ले गए। जहां दोनों से एक-एक आवेदन भरवाया। उन्हें आश्वस्त किया कि तुम्हें जो भी मदद होगी, अवश्य करेंगे। शासन स्तर की प्रत्येक योजनाओं से अवगत कराया जाएगा।नवदंपत्ति का विवाह एक संस्था के जरिये पारिवारिक रूप से हुआ। खंडवा के शिवराज नगर की रहने वाली शोभा देवतर पोस्ट ग्रेजुएट है। दिव्यांग होने से उन्होंने ब्रेललिपि के जरिये एमए और बीएड किया है। इसी तरह सतना जिले के रहने वाले रामजी जोशी ने एमए किया है। जनसुनवाई में वरमाला पहनकर पहुंचे दंपत्ति ने कलेक्टर अनूपसिंह के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। शोभा ने कहा- एक को भी रोजगार मिल जाए तो जीवन सुखमय बन जाएगा।

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भोपाल के करोंद स्थित ग्राउंड में चल रही शिवपुराण कथा का आज समापन हो गया। दोपहर 2 बजे से कथा शुरू हुई, जो शाम सवा 5 बजे तक चली। सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद भी कथा में पहुंचे। कथा सुनने के लिए आखिरी दिन भी लाखों श्रद्धालु पहुंचे। इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान पं. प्रदीप मिश्रा से मिलने एमएलए रेस्ट हाउस पहुंचे। यहां से वे पं. मिश्रा के साथ स्मार्ट पार्क पहुंचे और पौधारोपण किया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी साथ थे।बुधवार को सीएम चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष शर्मा समेत कई मंत्री कथा में शामिल हुए। कथा में पं. मिश्रा कई प्रेरक प्रसंग सुना रहे हैं। खासकर मंदिरों में जल चढ़ाने और बच्चों को अच्छे संस्कार देने की सीख दी है। कथा सुनने के लिए मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ से भी श्रद्धालु आए।कथावाचक पं. मिश्रा ने श्रद्धालुओं से कहा, एक-दो महीने में जैसे ब्लड की जांच करवाते हो कि शरीर में कोई तकलीफ तो नहीं। खून की कमी तो नहीं। वैसे ही हर एक-दो महीने में अपनी भक्ति की भी जांच करवाते रहो। ताकि पता चल सके कि मन भगवान की भक्ति में लग रहा है कि नहीं। इसके लिए कथा, सत्संग और गुरु की शरण में जरूर पहुंचे।पं. मिश्रा ने कवि और कथाकार को लेकर भी बात बताई। कहा कि कवि और कथाकार में बहुत बड़ा अंतर है। कवि अपने शब्दों से जनमानस को रिझाने का प्रयास करता है, जबकि कथाकार अपनी वाणी से महादेव को रिझाता है। डॉक्टर ब्लड प्रेशर, शूगर की जांच करेगा, पर भोलेनाथ ह्दय के भाव की जांच करते हैं। उन्होंने कह कि जिसने अपना अहंकार छोड़ा, उसकी चमक जिंदगी भर खत्म नहीं होती।उन्होंने कहा कि घड़ी भले ही एक लाख की पहन लो। उसमें चाहे हीरा लगा हो। घड़ी अपने हाथ में तो रहेगी, लेकिन घड़ी का समय अपने हाथ में नहीं रहेगा। इसलिए समय ऐसा लाना है, जो महादेव के हाथ में हो। इसके लिए भजन-कीर्तन करें। शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाएं, मंदिर आए।

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स के साथ बुधवार को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आरएनटी मार्ग स्थित प्रशासनिक परिसर का घेराव किया। स्टूडेंट्स रैली के रूप में यूनिवर्सिटी तक पहुंचे और विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 25 सूत्रीय मांगों को लेकर स्टूडेंट्स कुलपति रेणु जैन को ज्ञापन देने पहुंचे।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री डॉ.वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश के टॉप विश्वविद्यालयों में से एक है, ए प्लस ग्रेडिंग भी मिल चुकी है। लेकिन विश्वविद्यालय में बहुत कमियां है। हाल ही में बहुत सारी एग्जाम को आगे बढ़ाया गया। बाहरी जिले से जो स्टूडेंट्स आते हैं, उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है।रीजनल सेंटर निष्क्रिय पड़े हुए हैं। यहां आते हैं तो दो-दो दिन रूकना पड़ता है, लेकिन फिर भी समस्याओं का निराकरण नहीं होता है। साल में दो बार पीएचडी के एग्जाम होने चाहिए लेकिन तय ही नहीं है कि एग्जाम कब होगी। मांगे नहीं मानी गई और विद्यार्थियों के हित में निर्णय नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन कर कुलपति का इस्तीफा मांगा जाएगा।एबीवीपी पदाधिकारियों और स्टूडेंट्स ने कुलपति डॉ रेणु जैन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्टूडेंट्स तख्तियों पर भी नारे लिख कर लाए थे की हमारी नींद खोई है कुलपति हमारी सोई है। पेपर लीक सहित अन्य विषयों पर भी कुलपति को घेरा साथ ही कहा की कुलपति मैडम आप से कुर्सी संभाल नहीं रही है। वहीं पुलिस ने स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी गेटे के बाहर ही रोक दिया। इसके बाद स्टूडेंट्स सड़क पर ही बैठ गए। आरएनटी मार्ग पर एक लेन में यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

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रतलाम। जिले के नामली थाना क्षेत्र में नौ वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोपित के खिलाफ जिला प्रशासन ने बुधवार सुबह बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने प्रशासन के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपित राजेंद्रसिंह पुत्र शंभू सिंह निवासी ग्राम बड़ोदिया के अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा के मार्गदर्शन में रतलाम पुलिस द्वारा दुष्कर्म के आरोपित के अवैध अतिक्रमणों के संबंध में जिला प्रशासन को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सुर्यवंशी द्वारा आरोपित के अवैध निर्माण का आकलन करवाकर अवैध अतिक्रमण हटाने हेतु राजस्व विभाग को आवश्यक निर्देश दिए गए। इसके बाद बुधवार को सुबह आरोपित का अवैध निर्माण को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया। उल्लेखनीय है कि इस घटना को लेकर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, विधायक मनोज चावला, हर्ष विजय गेहलोत सहित कांग्रेस नेताओं और सर्व समाज के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय व मेडीकल कालेज में मंगलवार को धरना दिया था तथा यह लोग रात को भी मेडिकल कालेज के बाहर फर्श पर सोए, तब कहीं प्रशासन हरकत में आया और उसने नौ वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपित का अतिक्रमण बुधवार सुबह सवेरे तोड़ दिया। फिलहाल पीड़ित बालिका का उपचार मेडीकल कालेज में चल रहा है। अतिक्रमण हटाते वक्त एसडीओपी रतलाम (ग्रामीण) अभिलाष भलावी, एसडीएम रतलाम त्रिलोचन गौड़, थाना प्रभारी नामली प्रीती कटारे जनपद पंचायत सीईओ, तहसीलदार, पटवारी, मय टीम के साथ उपस्थित रहे।

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जबलपुर। सीबीआई ने मंगलवार की शाम सीजीएसटी के डिप्टी कमिश्नर और चार इंस्पेक्टर्स को सात लाख रुपये की घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा था। सीबीआई की कार्रवाई देर रात तक जारी रही। इस दौरान सीजीएसटी के दफ्तर में भी जांच पड़ताल की गई। इस दौरान ऑफिस से 21 लाख रुपए कैश भी मिला है।   जबलपुर में सेंट्रल जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर कपिल कामले समेत चार इंस्पेक्टर्स को सीबीआई ने मंगलवार की शाम सात लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। सीबीआई के मुताबिक, डिप्टी कमिश्नर ने राजस्थान के पान मसाला कारोबारी से छापे की कार्रवाई को दबाने के लिए एक करोड़ रुपए की घूस मांगी थी। दौसा के रहने वाले पान मसाला कारोबारी त्रिलोकचंद सेन ने बताया कि उसने दमोह के नोहटा में दो साल पहले केजीएच पान मसाला फैक्ट्री डाली थी। कारोबार सही नहीं चलने पर फैक्ट्री घाटे में चली गई। 19 मई 2023 को सेंट्रल जीएसटी की टीम ने यहां छापा मारा। उसने 10 लाख रुपए का टैक्स बकाया बताते हुए रिकवरी निकाली। व्यापारी का दावा है कि उसने पहले ही पूरे टैक्स भर दिए थे। इसके बावजूद रिकवरी निकाली गई। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री को सील कर दिया था। फैक्ट्री घाटे में चलने की जानकारी जीएसटी अधिकारियों को भी थी, फिर भी कार्रवाई की गई।   व्यापारी का कहना है कि सीजीएसटी के अधिकारी फैक्ट्री दोबारा खोलने देने की एवज में एक करोड़ रुपए मांग रहे थे। उसने कई बार रुपए देने से इनकार किया। बाद में सौदा 35 लाख रुपए में पक्का हुआ। पूरे पैसे तीन किस्तों में देने की बात तय की गई। त्रिलोकचंद ने पहली किस्त के 25 लाख दे दिए थे। इसके बाद बाकी पैसे देने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। व्यापारी ने बताया कि उसने परेशान होकर दो दिन पहले सीबीआई से शिकायत कर दी। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर और उनकी टीम को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई गई। मंगलवार शाम त्रिलोकचंद ने पान मसाले के थैले में सात लाख रुपए लेकर मैनेजर को भेजा। रुपए देते ही सीबीआई की टीम ने आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। डिप्टी कमिश्नर कपिल कामले के अलावा सुमित गोस्वामी, विकास गुप्ता सहित दो अन्य इंस्पेक्टर्स से सीबीआई की टीम ने देर रात तक पूछताछ की गई।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों नौतपा जैसी गर्मी पड़ रही है। जून में पहली बार खजुराहो प्रदेश में सबसे गर्म रहा। मंगलवार को प्रदेश के 22 शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस खजुराहो में दर्ज किया गया। खजुराहो देश के सबसे गर्म शहरों में तीसरे नंबर पर आ गया। देश के सबसे गर्म शहरों में पहले नम्बर में 45.9 डिग्री सेल्सियस के साथ उप्र का झांसी रहा। वहीं, प्रदेश के ग्वालियर-दमोह समेत छह शहरों में भी भीषण गर्मी पड़ रही है। यहां 43 डिग्री से ज्यादा तापमान दर्ज किया गया। भोपाल, जबलपुर समेत 22 शहरों का तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहा। हालांकि भीषण गर्मी के बीच मंगलवार को सागर, दमोह, सिवनी और ग्वालियर में बारिश भी हुई। मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय होने और वातावरण में नमी कम रहने के कारण तापमान भी बढ़ा हुआ है। मंगलवार को शाम साढ़े पांच बजे तक सागर में नौ, दमोह में दो, सिवनी में एक मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई, जबकि भोपाल, ग्वालियर में बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ एनएन साहू ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर ओडिशा तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो छत्तीसगढ़ से होकर जा रही है। इन मौसम प्रणालियों के असर से तेज रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ छिटपुट वर्षा भी हो रही है। बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, सागर, शहडोल, जबलपुर, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख लगातार पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो रही है। इस तरह की स्थित अभी बनी रहने की संभावना है। बुधवार को भी सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू चल सकती है।

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भोपाल। गो-संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने मंगलवार को मीडिया को बताया है कि मुख्यमंत्री गोसेवा योजना में अब तक पंजीकृत 1170 गोशालाएँ में एक लाख 3 हजार गोवंश का पालन किया जा रहा है। योजना में निर्मित सभी गोशालाएं सर्वसुविधायुक्त हैं। इनमें गायों के शेड के साथ बछड़ों के लिए अलग-अलग शेड की व्यवस्था की गई है। बीमार गोवंश को सुविधायुक्त वातावरण में रखा जाता है। गोशालाओं में चारा काटने की मशीन, ओवरहेड टैंक, सबमर्सिबल पंप और बोर के लिए एक लाख 60 हजार रूपये प्रति गोशाला के मान से सभी गोशालाओं को अनुदान भी दिया गया है। वर्ष 2022-23 में प्रदेश की 1797 शासकीय और अशासकीय गोशालाओं के गोवंश के लिए 202 करोड़ 33 लाख की राशि जिला गोपालन एवं पशुधन संवर्धन समितियों के माध्यम से प्रदाय की गई।   गोशालाओं के विद्युतीकरण पर 30 करोड़ 23 लाख से अधिक खर्च सभी निर्मित गोशालाओं में संबंधित विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा 30 करोड़ 23 लाख 38 हजार की लागत से विद्युतीकरण का कार्य पूरा कराया जा चुका है। गोवंश के चारे-भूसे की व्यवस्था के लिए प्रत्येक गोशाला के साथ 5 एकड़ का चारागाह भी निर्मित कराया गया है। चारागाह मनरेगा के माध्यम से संचालित है।     363 पंचायतों में गोशाला निर्माण जारी प्रदेश की लगभग 3 लाख निराश्रित गोवंश को आश्रय देने के लिए आरंभ मुख्यमंत्री गोसेवा योजना में गोशालाओं का निर्माण सतत जारी है। अन्य 363 पंचायतों में गोशालाओं के अधो-संरचना का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। पंचायतों द्वारा विद्युतीकरण कार्य पूर्ण करने के बाद इन गोशालाओं का संचालन प्रारंभ हो जाएगा।     अशासकीय 627 गोशालाओं में एक लाख 87 हजार गोवंश का पोषण शासकीय गोशालाओं के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 627 गोशालाओं में एक लाख 87 हजार गोवंश की देखभाल की जा रही है। इस प्रकार प्रदेश की कुल 1797 गोशालाओं में 2 लाख 90 हजार गोवंश का पालन किया जा रहा है।     गोशालाओं के चारे-भूसे की अनुदान राशि 20 से बढ़कर 100 करोड़ मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा वर्ष 2023-24 में गोशालाओं के चारे-भूसे के लिए अनुदान राशि 20 करोड़ से बढ़ाकर 100 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा राज्य शासन द्वारा भी बजट में गोशालाओं के लिए 90 करोड़ का प्रावधान किया गया है। रीवा, सतना, ग्वालियर, दमोह, देवास और आगर आदि गोशालाओं में बायोगैस संयंत्र भी स्थापित किये जा रहे है। इनसे गैस, बिजली उत्पादन के साथ उन्नत गुणवत्ता की जैविक खाद भी प्राप्त होगी।     राज्य शासन द्वारा नरवाई से भूसा बनाने के लिए 49 गोशालाओं को स्ट्रा रीपर स्वीकृत किये गये हैं इनमें से 34 गौशालाओं को स्ट्रा रीपर प्रदाय किये जा चुके हैं। गो-संरक्षण और संवर्धन शासन की प्राथमिकताओं में शामिल है।  

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जबलपुर। मध्य प्रदेश में सड़क हादसे थमने का नाम नहीें ले रहे हैं। आए दिन होने वाले सड़क हादसों में लोग असमय काल के गाल में समां रहे हैं। मंगलवार सुबह जबलपुर में एक ऐसे ही सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि करीब 10 लोग घायल हो गये। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी ईलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।   जानकारी अनुसार मुहास से कुछ लोग शादी समारोह में शामिल होने सागर गये थे। मंगलवार सुबह सभी जीप में सवार होकर वापस लौट रहे थे। इस दौरान गढ़ा रेलवे स्टेशन के पास सुबह करीब साढ़े आठ बजे जीप अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हुए है। लोगों ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मेडिकल कॉलेज में सभी घायलों को इलाज जारी है। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में बताया जा रहा है कि ड्राइवर को नींद की झपकी लगने से हादसा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर आगे की पड़ताल में जुट गई है।

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भोपाल। जून के महीने की शुरुआत के साथ ही आम तौर पर प्री मानसून एक्टिविटी के तौर पर ठंडी हवाएं शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस बार आधा जून निकल जाने के बाद भी मध्यप्रदेश में नौतपा जैसी गर्मी पड़ रही है। जून में पहली बार खजुराहो, नौगांव और दमोह में टेम्प्रेचर 44 डिग्री के पार पहुंच गया है। प्रदेश के 95% शहरों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगलवार और बुधवार को भी प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में तेज गर्मी पड़ सकती है। कुछ शहरों में बूंदाबांदी का अनुमान भी है। अरब सागर में उठे चक्रवात 'बिपरजॉय' की वजह से मध्यप्रदेश का मौसम भी बदल गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि चक्रवात ने वातावरण में मौजूद नमी सोख ली है। इस कारण ज्यादातर शहरों में आसमान साफ है, जिससे सूरज की किरणें सीधे धरती पर पड़ रही हैं और गर्मी का असर बढ़ा है। इसके चलते सोमवार को भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में तापमान 40 से 42 डिग्री तक पहुंच गया। नौगांव, खजुराहो और दमोह में तापमान 44 डिग्री के पार चल रहा है, जबकि मलाजखंड, टीकमगढ़, मंडला, सतना में 43, उमरिया, नर्मदापुरम, गुना, शिवपुरी, रतलाम, सागर और सीधी में पारा 42 डिग्री से ज्यादा रहा। पचमढ़ी, इंदौर, उज्जैन को छोड़ दें, तो ज्यादातर शहरों में पारा 40 डिग्री से ज्यादा ही रहा। दिन में तपेगी धूप, शाम को छाएंगे बादल राजधानी भोपाल में मंगलवार को भी तेज गर्मी के आसार है। शाम को मौसम बदल सकता है। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन के अनुसार मंगलवार शाम को भोपाल में बादल छा सकते हैं। अगले 24 घंटे में भोपाल, रीवा, नर्मदापुरम संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। धार, इंदौर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, सागर, सिवनी और गुना में भी बादल छा सकते हैं। उधर, पिछले 24 घंटे में उमरिया में 1.2, सतना में 1.2, नरसिंहपुर में 1 मिमी पानी गिरा। सागर में भी बारिश हुई।

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रालय (वल्लभ भवन) के सामने स्थित सतपुड़ा भवन के स्वास्थ्य संचालनालय कार्यालय में सोमवार शाम को भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि आग में संचालनालय में रखे दस्तावेज जलकर खाक हो गए। भीषण आग के बाद सतपुड़ा भवन को खाली करा लिया गया है। आग की वजह से आसपास दो किलोमीटर के दायरे में धुआं ही धुआं नजर आ रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।     जानकारी के अनुसार, सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर सबसे पहले आग लगी, जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकांश कार्यालय संचालित होते हैं। तीसरी मंजिल पर लगी आग देखते ही देखते बढ़कर छठवीं मंजिल तक पहुंच गई। आग कितनी भीषण थी कि सतपुड़ा भवन में उठती आग की लपटें और धुआं दूर से ही देखा जा सकता है। सूचना मिलते ही अग्निशमन दल का दस्ता मौके पर पहुंच गया। फिलहाल आग बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है। आग किस कारण लगी, यह भी पता नहीं चल पाया है। आग से अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो जाने की बात कही जा रही है।     आग लगने की इस घटना से सतपुड़ा भवन में हड़कंप की स्थिति बन गई। पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया। सुरक्षा के लिहाज से बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है। परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों की भीड़ लग गई। नगर निगम की फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू करने की कोशिश में लगी है।   बताया जा रहा है कि सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना के दफ्तर से आग शुरू हुई। इसने चौथी मंजिल पर स्थित स्वास्थ्य संचालनालय को चपेट में ले लिया। स्वास्थ्य विभाग के पांचवीं और छठवीं मंजिल तक आग की लपटें जा रही हैं। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग में कुछ महीनों पहले इंटीरियर डेकोरेशन और रिनोवेशन का काम कराया गया था। इस दौरान बड़े पैमाने पर लकड़ी की पुरानी अलमारी और दूसरे फर्नीचर निकाले गए थे। जो स्वास्थ्य संचालनालय में ही रखे थे। आग इस पुराने लकड़ी के वेस्ट मटेरियल तक पहुंच गई। इस वजह से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। आग से ट्राइबल और हेल्थ डिपार्टमेंट के महत्वपूर्ण दस्तावेज जलने की आशंका है। आग लगने की वजह सामने नहीं आई है।

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मध्यप्रदेश में DAP खाद के नाम पर मिट्‌टी बेचने का मामला सामने आया है। कृषि विभाग ने एक दुकान पर दबिश देकर 600 बोरी नकली खाद जब्त की है। जब्त खाद गुजरात की बताई जा रही है। राजस्थान के कुछ लोग इसे बेचने यहां आए थे।मामला नर्मदापुरम जिले के बराखड़ गांव का है। शनिवार को कृषि विभाग को सूचना मिली कि गांव में नकली खाद बेचा जा रही है। कृषि विस्तार अधिकारी संजय पाठक टीम के साथ वहां पहुंचे। जिस दुकान में खाद रखा था, उसमें ताला लगा था। दो दर्जन बोरियां बाहर रखी हुई थी। दुकान मालिक ने बताया कि राजस्थान से आए युवकों ने गांव में बलवान खाद का प्रचार किया। खाद रखने के लिए दुकान किराए पर ली थी। कृषि विस्तार अधिकारी ने उनसे फोन पर बात की। उन्हें मिलने बुलाया तो वे बहाना बनाते रहे और नहीं आए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। उनकी मौजूदगी में दुकान का ताला तोड़ा गया।ग्रामीणों की माने तो खाद की जगह बोरियों में शुद्ध मिट्टी भरी हुई है। इसे ग्रामीणों ने खाकर भी देखा। जब पानी में डाला गया तो पूरी मिट्टी घुल गई। ग्रामीण ऋतुराज लोवंशी ने बताया की कुछ लोगों ने गांव में खाद का प्रचार किया। गांव में अधिकांश लोगों की 500-500 रुपए की रसीद भी खाद के लिए काटी गई थी।कृषि विभाग ने खाद से भरी दुकान को सील किया है। जांच के बाद आरोपियों के विरुद्ध FIR दर्ज कराई जाएगी। कृषि विस्तार अधिकारी ने बताया कि खाद की बोरियों पर बलवान प्रोम लिखा है। बोरियां खोल कर देखने पर उसमे मिट्टी ही निकल रही है। इसके चलते लगभग 600 बोरियों से भरी दुकान को अभी सील किया गया है।खाद के नाम पर मिट्टी देने वाली बोरियों पर "बलवान सरकार मान्य उर्वरक (प्रोम)" लिखा हुआ है। जिसका आईएसओ 9001:2015 है। जो की वेल्सून फार्मर फर्टिलाइजर प्रायवेट लिमिटेड द्वारा बनाई गई है। जिनका कार्यालय 201 सेकेण्ड फ्लोर, राधा स्वामी सुमीर आनंद लम्भ्वे रोड ज्य्दुस हॉस्पिटल आनंद गुजरात है।

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लाडली बहना योजना के तहत प्रदेश सरकार ने महिलाओं के खाते में शनिवार को पहली बार एक-एक हजार रूपए की राशि ट्रांसफर की है। खंडवा जिले में ऐसी दो लाख एक हजार 287 महिलाएं है, जो योजना के तहत पात्र है। इनके खातों में राशि ट्रांसफर कर दी गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के डीपीओ विष्णुप्रताप राठौर के मुताबिक, अधिकांश के खातें डीबीटी से लिंक है। जैसे-जैसे बैंक खातों में डीबीटी की जाएगी, वैसे-वैसे राशि आती जाएगी।प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम जबलपुर में हुआ, जहां सीएम शिवराजसिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के जरिये लाडली बहना योजना के तहत एक-एक हजार रूपए की राशि ट्रांसफर की। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण शहर के प्रत्येक वार्ड और गांवों में किया गया। खंडवा शहर में 10 जगह बड़े स्तर पर आयोजन हुए, प्रत्येक आयोजन में भाजपा के पदाधिकारी मुख्य अतिथी थे। इसी तरह प्रत्येक ग्राम पंचायत में एलईडी टीवी के जरिये सीएम शिवराजसिंह चौहान का भाषण सुना गया।लाडली बहना योजना के तहत प्रदेश सरकार ने महिलाओं के खाते में शनिवार को पहली बार एक-एक हजार रूपए की राशि ट्रांसफर की है। खंडवा जिले में ऐसी दो लाख एक हजार 287 महिलाएं है, जो योजना के तहत पात्र है। इनके खातों में राशि ट्रांसफर कर दी गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के डीपीओ विष्णुप्रताप राठौर के मुताबिक, अधिकांश के खातें डीबीटी से लिंक है। जैसे-जैसे बैंक खातों में डीबीटी की जाएगी, वैसे-वैसे राशि आती जाएगी।प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम जबलपुर में हुआ, जहां सीएम शिवराजसिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के जरिये लाडली बहना योजना के तहत एक-एक हजार रूपए की राशि ट्रांसफर की। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण शहर के प्रत्येक वार्ड और गांवों में किया गया। खंडवा शहर में 10 जगह बड़े स्तर पर आयोजन हुए, प्रत्येक आयोजन में भाजपा के पदाधिकारी मुख्य अतिथी थे। इसी तरह प्रत्येक ग्राम पंचायत में एलईडी टीवी के जरिये सीएम शिवराजसिंह चौहान का भाषण सुना गया।  

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देश में लव जिहाद के मामले तूल पकड़ रहे है.इसी बीच जबलपुर में बेटी के लव मैरिज करने से आहत परिवार ने उसका पिंडदान कर दिया। मृत्युभोज भी कराया। उसकी मां का कहना है कि बेटी ने समाज में हमारी इज्जत की धज्जियां उड़ाई हैं। हमारे लिए अब वह मर गई है। हमने ग्वारीघाट के सिद्धघाट पर उसका पिंडदान और मृत्युभोज कार्यक्रम कर दिया है।दरअसल, शहर के अमखेरा की रहने वाली 22 साल की युवती ने मोहम्मद अयाज (25) से शादी कर ली है। दस दिन पहले शादी के वलीमे (रिसेप्शन) का कार्ड भी सामने आया था। कार्ड में युवती का नाम उजमा फातिमा लिखा है। इस शादी से नाराज परिजन ने युवती को मरा घोषित कर दिया। परिवार वालों ने जीवित बेटी की मौत की सूचना रिश्तेदारों और समाज के लोगों को देने के लिए शोक संदेश कार्ड छपवाया। कार्ड में उसकी मौत 2 अप्रैल को होना बताया है।अयाज और युवती ने जनवरी में शादी कर ली थी। मैरिज सर्टिफिकेट में तारीख 4 जनवरी 2023 दर्ज है। अपर कलेक्टर विमलेश सिंह के मुताबिक, लड़की और लड़के के परिजन को विवाह के रजिस्ट्रेशन से पहले सूचना दी गई थी। थाने में भी सूचित किया गया था। युवती के परिजन और हिंदूवादी संगठन के नेताओं ने SP ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करते हुए इसे लव जिहाद बताया था।  

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उज्जैन। गुजरात से अपने परिवार के साथ उज्जैन आया एक युवक रविवार को सुबह रामघाट पर नहाते समय शिप्रा नदी में डूबने लगा। घाट पर बैठे तैराकों ने उसे नदी से निकाल अस्पताल के लिए भेजा, लेकिन रास्ते में यातायात जाम में वाहन फंसने की वजह से युवक की मौत हो गई। पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।     जानकारी के अनुसार, गुजरात के सूरत निवासी एक परिवार रविवार सुबह अवंतिका एक्स्प्रेस से भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आया था। बताया जा रहा है कि परिवार के लोग रामघाट पहुंचे और स्नान करने लगे। इसी दौरान 14 वर्षीय शुभम पुत्र श्याम मिश्रा निवासी सूरत गहरे पानी में चला गया। उसे डूबता देख घाट पर मौजूद गोताखोरों ने उसे बाहर निकाला। गंभीर हालत में परिजन उसे ई-रिक्शा से लेकर अस्पताल जा रहे थे। इसी दौरान जयसिंह पुरा के पास लगे जाम में ई-रिक्शा फंस गया। काफी देर तक जाम में ई-रिक्शा के फंसा रहा। जैसे-तैसे जाम से निकलकर परिजन शुभम को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर महाकाल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को जांच में लिया। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

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उज्जैन। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार रविवार सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे और भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने नंदी हॉल में बैठक ध्यान लगाया। महाकाल के नाम का जाप किया। उनके साथ विधायक महेश परमार, शोभा ओझा, जीतू पटवारी और कांग्रेस के अन्य नेता व पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इसके बाद वे काल भैरव मंदिर के दर्शन करने गए।   महाकाल दर्शन और पूजन के बाद डीके शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा इस बार जनता का आशीर्वाद हमें कर्नाटक में मिला है। भगवान से प्रार्थना करने आया हूं कि मुझे और कर्नाटक सहित भारत को समृद्धि देना। सभी खुशी से रहें। डीके शिवकुमार ने दावा किया कि कर्नाटक से ज्यादा सीटें मध्य प्रदेश में कांग्रेस को मिलेंगी। आगामी विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।

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भोपाल। प्रदेश में मानसून की एंट्री से पहले मध्यप्रदेश में दो वेदर सिस्टम एक्टिव हैं। इनके असर से प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो रही है। तेज हवा भी चल रही है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दिनों में हवा की स्पीड बढ़ेगी। यह 70 कि.मी. प्रतिघंटा या इससे ज्यादा रह सकती है। मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि उत्तराखंड के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है, जबकि छत्तीसगढ़-ओडिशा में एक चक्रवात है। इन दोनों सिस्टम का असर मध्यप्रदेश में भी दिखाई दे रहा है। इस वजह से कहीं-कहीं हल्की बारिश हो रही है। इसके बावजूद प्रदेश में तेज गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। शुक्रवार को भी प्रदेश खूब तपा। प्रदेश के 22 जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा रहा। दमोह में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 43.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। उन्होंने बताया, खजुराहो में अधिकतम तापमान 43.4, नौगांव में 43 डिग्री तक पहुंच गया। नरसिंहपुर में दिन का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। पचमढ़ी में यह सबसे कम 34 डिग्री रहा। रात के पारे में भी उछाल आया है। 23 जिलों में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री या इससे ज्यादा दर्ज हुआ है। सीधी में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। सतना में 29.3, गुना में 28.4 डिग्री न्यूनतम पारा रिकॉर्ड हुआ। खरगोन में रात का पारा सबसे कम 22.8 डिग्री रहा। पचमढ़ी में यह 22 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। रीवा में आंधी-पानी, ग्वालियर-नरसिंहपुर में भी बारिश दोनों सिस्टम के प्रभाव से शुक्रवार को ग्वालियर और नरसिंहपुर में बारिश हुई। रीवा के त्योंथर में तेज आंधी और बारिश के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम प्रभावित हुआ। कार्यक्रम दो घंटे पहले ही समाप्त करना पड़ा। तेज हवा के कारण टेंट उड़ गया। वहीं, रात में कई शहरों में तेज आंधी भी चली। पिछले 24 घंटे में ग्वालियर में 1.6, टीकमगढ़ में 1.0, नरसिंहपुर में 1.0 मिमी बारिश हुई है। आज यहां हो सकती है बारिश मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को मुरैना, भिंड, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट और सिवनी में हल्की बारिश हो सकती है। सीहोर, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, देवास में भी मौसम बदला हुआ रहेगा।

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भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में गोरमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दले का पुरा में शनिवार सुबह एक घर में जोरदार आवाज के साथ गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया, जिससे पूरे मकान में आग लग गई। इस हादसे में तीन बच्चों की मौत हो गई जबकि दो महिलाओं समेत चार लोग बुरी तरह झुलस गए। पुलिस और रेस्क्यू टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दमकल की मदद से आग पर काबू पाया गया। गौरमी थाना पुलिस के अनुसार ग्राम दले का पुरा में एक घर में शादी की तैयारियां चल रहीं थी। शनिवार सुबह करीब 6.30 बजे घर में रखा सिलेंडर लीक हो रहा था, जिससे उसमें अचानक विस्फोट हुआ और आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से कमरे में फैल गई, जिसकी चपेट में परिवार के लोग आकर बुरी तरह झुलस गए। धमाका इतना तेज था कि मकान की छत उड़ गई। आग की चपेट में आने से तीन मासूम भाई-बहनों की मौत हो गई जबकि चार अन्य लोग बुरी तरह झुलस गए। इन्हें उपचार के लिए गोरमी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। गंभीर स्थिति में दो लोगों को ग्वालियर रेफर किया गया है।   परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि गैस सिलेंडर में लीकेज के बाद आग लगी है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में हम यही मान रहे हैं लेकिन घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है। जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि हादसा कैसे हुआ। भिंड के पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने बताया कि हादसा अरविंद कडेरे के मकान में हुआ। इस हादसे में अरविंद के चार वर्षीय बेटे कार्तिक, 10 वर्षीय बेटी भावना और अरविंद की बहन की चार वर्षीय बेटी परी की मौत हो गई है। अरविंद के पिता अखिलेश कडेरे (50) पुत्र रुस्तम, मां विमला (45), पत्नी मीरा कडेरे (30) और बहन पूजा कडेरे पत्नी नंदू कडेरे झुलस गए हैं। पुलिस के मुताबिक, अखिलेश और उनकी पत्नी को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि अखिलेश कडेरे के छोटे बेटे सतेंद्र का 17 जून को लगुन-फलदान आना था और 22 जून को लहार के कीरतपुरा में बारात जानी है। परिवार में शादी की तैयारियां चल रही थीं। पूजा भी चार साल की बेटी परी के साथ मायके आई थी। उसका ससुराल ग्राम खिरला, थाना बाह जैतपुरा (आगरा) में है। घर के अंदर अखिलेश की बहू मीरा सुबह के समय चाय-नाश्ता बना रही थी। इसी दौरान यह हादसा हो गया। धमाका इतना तेज था कि घर की छत उड़ गई और खिड़की-दरवाजे टूट गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि घर की छत उड़ गई और जिस कमरे में बच्चे सो रहे थे, उनके ऊपर छत का मलबा आकर गिर गया। मासूमों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।

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इंदौर। जिले के शिप्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अर्जुन बड़ौदा के पास शनिवार को एक यात्री बस में अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि घटना के समय बस में सात यात्री सवार थे। सभी यात्रियों के साथ बस के चालक और कंडक्टर ने कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलने पर दमकल का गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल गई।     बस चालक की सजगता से बड़ा हादसा होने से बच गया। जैसे ही बस में धुआं निकलना शुरू हुआ, चालक ने बस को सड़क किनारे खड़ी कर दिया। थोड़ी ही देर बाद बस में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरी बस धू-धू कर जलने लगी। मामले की जानकारी दमकल विभाग को दी गई। दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग पर काबू पाया। इस घटना में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।   फायर कंट्रोल रूम के एसआई एसएन दुबे ने बताया कि घटना शिप्रा थाना क्षेत्र की है। शिवशक्ति ट्रैवल्स की बस शनिवार सुबह इंदौर से ब्यावरा के लिए रवाना हुई थी। बस में सिर्फ सात सवारियां थीं। ग्राम अर्जुन बदौड़ा के पास बस पहुंची थी, तभी बस चालक भगवान सिंह को धुआं दिखा तो उसने बस रोक दी। उसने बोनट खोला ही था कि लपटें उठ गईं। बस क्लीनर राहुल और भगवान सिंह के इशारे पर तत्काल बस यात्रियों ने कूदकर अपनी जान बचाई लेकिन पूरी बस जल गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। एसआई के मुताबिक बस इकबाल अंसारी के नाम रजिस्टर्ड है। बताया जा रहा है कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी।

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गुना। बीती रात जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए एक युवक की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। जिसके बाद युवक के परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया।   प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान के रहने वाला युवक राजकुमार मेहता (22) गुना के एक कोल्ड स्टोरेज में काम करता था। गुरुवार रात को उसे पेट दर्द की शिकायत हुई। जिसके बाद युवक के भाई उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। शुक्रवार सुबह 7.30 बजे तक युवक की तबीयत ठीक थी। परिजनों का कहना है कि शुक्रवार सुबह ड्यूटी डॉक्टर के कहने पर हमने राजकुमार को खाने में केला दे दे दिया। इसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गई और उल्टियां होना शुरू हो गईं। कुछ देर बाद युवक बेहोश हो गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद सुबह 8.30 बजे उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों ने उन्हें रिपोर्ट तक नहीं दी। क्या ट्रीटमेंट किया, यह भी नहीं बताया। परिजनों का कहना था कि डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है।

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भोपाल। प्रदेश में इस बार मानसून खंडवा, बुरहानपुर के रास्ते प्रवेश करेगा, लेकिन मानसून की एंट्री दो सप्ताह बाद होगी। इधर, मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के 16 जिलों में बारिश होने की बात कही है।   मौसम विभाग के अनुसार केरल में एंट्री के बाद मध्यप्रदेश में भी मानसून 2 सप्ताह के भीतर दस्तक दे देगा। मौसम वैज्ञानिकों ने 20 जून के बाद कभी भी मानसून के मध्यप्रदेश में आगमन की बात कही है। इससे पहले 25 जून तक का पूर्वानुमान था। इससे पहले प्री-मानसून की एक्टिविटी जारी रहेगी। प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश का अनुमान भी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि मानसून की रफ्तार अगर ऐसी ही रही, तो प्रदेश में 20-25 जून तक दस्तक दे सकता है। पिछली बार की तरह ही यह खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर के रास्ते आएगा। सबसे पहले इंदौर, फिर भोपाल, ग्वालियर-जबलपुर भीगेगा। पिछले साल 16 जून को ही मानसून प्रदेश में आ गया था। 1 जुलाई तक प्रदेशभर में एक्टिव हो गया था।   प्रदेश के 16 जिलों में हो सकती है बारिश मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश के 16 जिलों में बारिश हो सकती है। श्योपुरकलां, धार, रायसेन, बैतूल, भिंड, राजगढ़, खंडवा, विदिशा, सागर, अशोकनगर, बुरहानपुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडोरी और दमोह जिलों में हल्की बारिश का अनुमान है। भोपाल में बादल छा सकते हैं। कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि हल्की बारिश के साथ प्रदेश में हवा की रफ्तार भी बढ़ गई है। भोपाल में 40 कि.मी. प्रतिघंटे की स्पीड में हवा चलेगी। गुरुवार रात में भी तेज हवा चली थी। पिछले 24 घंटे में भोपाल में 0.4, तो ग्वालियर में 1.8 मिमी बारिश हुई।

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सिवनी जिले के किसान संजय बघेल का परिवार पिछले 100 साल से आम की खेती कर रहा है। 100 साल पहले मात्र 5 आम के पेड़ से शुरू हुए इस बगीचे में अब एक हजार आम के पेड़ हैं। सिवनी जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर सारसडोल गांव के किसान संजय बघेल पहले पारंपरिक खेती करते थे। पारंपरिक खेती में मेहनत, लागत अधिक और आमदनी कम थी। वह कुछ ऐसा करना चाहते थे, जिससे ये अपने गांव से भी जुड़े रहे और आमदनी का जरिया भी तैयार कर सकें। इसी उद्देश्य से पांच साल पहले उन्होंने अपने पुश्तैनी बगीचे को व्यवसायिक रूप देना शुरू किया। देखते ही देखते इनके बगीचे में आम के पेड़ की संख्या में इजाफा होने लगा। पेड़ों की संख्या बढ़ी तो बगीचे का दायरा भी बढ़ता गया।पांच साल पहले जब व्यवसायिक स्तर पर संजय ने आम की खेती शुरू की तो मात्र 50 से 60 हजार रुपए की आमदनी होती थी। एक सीजन के हिसाब से यह आमदनी काफी कम थी, लेकिन उन्होंने बगीचे का दायरा जैसे ही बढ़ाया आमदनी भी उसी अनुपात में बढ़ने लगी। अब 20 एकड़ में आम के करीब एक हजार पेड़ हो गए हैं। इनसे हर साल 50 से 60 हजार किलो आम की पैदावार हो रही है। साथ ही आमदनी भी 18 से 20 लाख रुपए तक हो रही है। इन्होंने अपने गांव के नाम से सारस ब्रांड भी बनाया है।आम की रोपाई पौधे के रूप में की जाती है। आम का पौधा लगाने के लिए 50 सेंटीमीटर व्यास वाला एक मीटर गहरा गड्‌ढा खोदते हैं। मई महीने में गड्‌ढा खोद कर उनमें 30 से 40 किलो ग्राम प्रति गड्ढा गोबर की खाद मिटटी में मिलाकर डाल देते हैं। साथ ही 100 ग्राम क्लोरोपाइरिफास पाउडर गड्‌ढे में भर दिया जाता है। अच्छी जल धारण क्षमता वाली बलुई व दोमट मिट्‌टी आम के लिए सबसे उपयुक्त होती है। जमीन का पीएच मान 5.5 से 7.5 तक इसकी खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। 10×10 मीटर की दूरी पर पौधे लगाए जाते हैं। वहीं सघन बागवानी में इसे 2.5 से 4 मीटर की दूरी पर लगाते हैं। गड्‌ढों में पौधों को लगाने से पहले गोमूत्र से उपचारित कर लिया जाता है।

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विक्रम विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर एक ओर नया मामला सामने आया है। इस बार तो विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग परीक्षा टाइम टेबल में एक प्रश्न पत्र का उल्लेख करना ही भूल गया। जिम्मेदारों की नींद तब खुली जब एक शासकीय कालेज ने टाइम टेबल में एक प्रश्न पत्र नहीं होने की जानकारी दी। अब विश्वविद्यालय टाइम टेबल में प्रश्न पत्र बढ़ाने की कार्रवाई कर रहा है।विक्रम विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग का एक नया कारनामा सामने आया है। परीक्षा विभाग ने स्नातक स्तर की प्रथम और द्वितीय वर्ष के लिए 31 मई को जारी संशोधित परीक्षा कार्यक्रम में बीए द्वितीय वर्ष के ओपन इलेक्टिव के प्रश्न पत्र रूरल बैंकिंग इन इंडिया को शामिल ही नही किया। इस प्रश्न पत्र की परीक्षा 19 जून को दोपहर 3 से 6 बजे तक आयोजित होना है। परीक्षा कार्यक्रम सभी कॉलेजों में पहुंचने के बाद भी विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के जिम्मेदारों की जानकारी में नहीं आया कि उनके टाइम टेबल में एक प्रश्न पर छूट चुका है। इस संबंध में कालिदास कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य ने पत्र लिखकर विश्वविद्यालय प्रशासन को जानकारी देने के बाद जिम्मेदारों की नींद उड़ी और प्रश्न पत्र शामिल करने के लिए ताबड़तोड़ तैयारी शुरू की। चर्चा में कालिदास कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. वंदना गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परीक्षा कार्यक्रम में बीए द्वितीय वर्ष में रूलर बैंकिंग इन इंडिया का एक प्रश्न पत्र सम्मिलित नहीं किया गया था। इसको लेकर इस विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर जानकारी दी है। इस संबंध में कुलपति और परीक्षा कंट्रोलर से भी चर्चा की है। यह परीक्षा 19 जून को दोपहर की शिफ्ट में आयोजित होना है। वहीं विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के परीक्षा कार्यक्रम में एक कॉमन प्रश्न पत्र छूट गया है। ऐसे कॉलेज जहां से संबंधित प्रश्न पत्र लेने वाले विद्यार्थी शामिल होंगे, उनकी परीक्षा 19 जून को ही करा ली जाएगी। गलती होने के बाद विश्वविद्यालय अब सभी जगह सूचना देने में जुटा है।

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इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का मैच चल रहा है.वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद वर्ल्ड कप का शेड्यूल घोषित किया जयेगा।  वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से शुरू होगा। पहला मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। इस वर्ल्ड कप का शेड्यूल इंग्लैंड में चल रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद घोषित किया जाएगा बीसीसीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर के होलकर स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम एक वॉर्म-अप मैच खेलेगी। इस वॉर्म-अप मैच के अलावा इंदौर को 2 और मैचों की मेजबानी मिलने की भी संभावना है।इंदौर के होल्कर स्टेडियम में यदि वर्ल्ड कप के मैच आयोजित होते हैं तो यह दूसरा मौका होगा जब इंदौर को क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैच की मेजबानी मिलेगी। इंदौर में इससे पहले 1987 में रिलायंस वर्ल्ड कप के एक मैच का आयोजन हो चुका है। इंदौर में 1987 वर्ल्ड कप का ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का मैच हुआ था। 18-19 अक्टूबर को हुए इस वर्षा बाधित मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 3 रन से हराया था।बारिश की वजह से पहले दिन का खेल नेहरू स्टेडियम में नहीं हो पाया था और मैच रिजर्व दिन में हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने इस 30-30 ओवरों के मैच में 3 रनों से जीत दर्ज की थी। वर्ल्ड कप मैच को लेकर बीसीसीआई ने पिछले महीने ही वेन्यू की लिस्ट जारी की थी। जिसमें इंदौर का होल्कर स्टेडियम का नाम भी शामिल था।बता दें कि वर्ल्ड कप में सभी 10 टीमें राउंड-रॉबिन लीग में एक-दूसरे के खिलाफ एक-एक बार खेलेंगी। इस राउंड रॉबिन लीग में कुल 45 मैच खेले जाएंगे। लीग चरण के बाद अंकों के आधार पर चार शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। नॉकआउट चरण में कुल तीन मैच होंगे।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय टीम वर्ल्ड कप के पहले इंदौर में एक वॉर्म-अप मैच खेलेगी। इसके अलावा इंदौर को 2 और मैचों की मेजबानी मिली है, लेकिन यह मुकाबले वर्ल्ड कप के होंगे या वॉर्म-अप मैच होंगे, इसका पता शेड्यूल जारी होने के बाद ही चल पाएगा।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के शासकीय रेलवे पुलिस थाना हबीबगंज का नाम अब शासकीय रेलवे पुलिस थाना रानी कमलापति हो गया है। इस संबंध में 7 जून को मध्यप्रदेश राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित हो गई है। यह जानकारी गुरुवार को जनसम्पर्क अधिकारी क्रांतिदीप अलूने ने दी।   उल्लेखनीय है कि पूर्व में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया जा चुका है। इसके बाद से ही हबीबगंज थाने का नाम बदलने की भी मांग लगातार उठ रही थी। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर समेत कई राजनेताओं ने यह मांग उठाई थी। इसके बाद हबीबगंज जीआरपी थाना और शासकीय थाना का नाम बदल दिया गया है। इस संबंध में गृह विभाग की तरफ से गजट जारी कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति किया गया था। अब दोनों थानों का नाम भी रानी कमलापति कर दिया गया है।   सरकार की तरफ से प्रकाशित राजपत्र में कहा गया है कि शासकीय रेलवे पुलिस थाना और सरकारी पुलिस थाना हबीबगंज का नाम भी रानी कमलपति हो गया है। राज्यपाल की मंजूरी के बाद गजट जारी किया गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार कोरोना लॉकडाउन के दौरान मामूली धाराओं में दर्ज किए गए केस वापस लेगी। यह जानकारी प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दौरान दी।   कोरोना संकट के समय पूरे देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी लॉकडाउन लगाया गया था। इस दौरान घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित था। इसके बावजूद कई लोग घरों से बाहर निकले थे, जिन पर पुलिस ने केस दर्ज किये थे। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि कोविड-19 के समय लॉकडाउन का पालन न करने पर कई लोगों पर साधारण धाराओं में केस दर्ज किए गए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर अब इन सभी मामलों को सरकार ने वापस लेने का फैसला लिया है।

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भोपाल। हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा कानून में संशोधन के प्रस्ताव को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी मिल गई है। अब इस संशोधन प्रस्ताव को जुलाई में होने वाले विधानसभा सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा। यह जानकारी गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दौरान दी। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि हुक्का बार लाउंज को प्रतिबंधित करने संबंधी विज्ञापन प्रतिषेध व्यापार वाणिज्य उत्पादन प्रदाय वितरण विनियमन 2023 के संशोधन को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है। आगामी विधानसभा सत्र में यह प्रस्तुत किया जाएगा। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में हुक्का बार के संचालन को प्रतिबंधित करने के लिए सरकार 10 जुलाई से प्रारंभ होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में संशोधन विधेयक प्रस्तुत करेगी। कैबिनेट से अनुमोदन के बाद गृह विभाग ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम 2003 में संशोधन विधानसभा में प्रस्तुत करने के लिए राष्ट्रपति की अनुमति के लिए भेजा था।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रस्तावित संशोधन विधेयक को अनुमति दे दी है। इसके लागू होने पर कोई भी हुक्का बार का संचालन नहीं कर सकेगा।

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विक्रम विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं व लचर व्यवस्थाओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा संभाग स्तरीय विक्रम विश्वविद्यालय का घेराव 8 जून को 11 बजे से किया जाएगा। छात्रों की समस्या के 16 बिंदूओं को लेकर यह घेराव किया जा रहा है।अभा विद्यार्थी परिषद की प्रांत मंत्री राधिका सिंह सिकरवार ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय में प्रवेश, परीक्षा व परिणाम में सुधार, विद्यार्थियों के परिणामों में निरंतर एटीकेटी देने, एनईपी के उचित क्रियान्वयन, एकेडमिक कैलेंडर का पालन करने, रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने, विश्वविद्यालय में अपर्याप्त संसाधन व कर्मचारियों की कमी, विश्वविद्यालय में ठप पड़े शोध कार्य, परीक्षा फॉर्म की लिंक खोलने में गड़बढ़ी, पीएचडी घोटाले, नोडल सेंटर के क्रियान्वयन, एटीकेटी की अधिक फीस वसूलने, प्रवेश पत्र में विषयों की गड़बड़ी को लेकर, स्पोट्र्स के विद्यार्थियों को संसाधन उपलब्ध कराने, पूर्ण समय के कुलसचिव की नियुक्ति को लेकर, डिग्री सर्टिफिकेटस का शुल्क समाप्त करने और स्टूडेंट वेलफेयर फंड का उपयोग छात्रहित में करने को विक्रम विश्वविद्यालय का घेराव किया जाएगा। प्रांत सहमंत्री ऋतिक नागर ने बताया कि विश्वविद्यालय घेराव के लिए संभाग के रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर मालवा, उज्जैन ग्रामीण, देवास, शाजापुर और उज्जैन महानगर के विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता व छात्र शामिल हो रहे है। उज्जैन महानगर मंत्री गौरव बेंडवाल ने बताया कि सुबह 10:30 बजे दशहरा मैदान पर जिलों से आने वाले छात्र एकत्रित होगें। यहां से सीधे विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर पहुंचेगें। यहां परिषद के पदाधिकारी संबोधित करेंगे। इसके बाद कुलपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा। घेराव के दौरान करीब 5 हजार से अधिक छात्रों की उपस्थिति रहेगी।

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विक्रम विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं व लचर व्यवस्थाओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा संभाग स्तरीय विक्रम विश्वविद्यालय का घेराव 8 जून को 11 बजे से किया जाएगा। छात्रों की समस्या के 16 बिंदूओं को लेकर यह घेराव किया जा रहा है।अभा विद्यार्थी परिषद की प्रांत मंत्री राधिका सिंह सिकरवार ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय में प्रवेश, परीक्षा व परिणाम में सुधार, विद्यार्थियों के परिणामों में निरंतर एटीकेटी देने, एनईपी के उचित क्रियान्वयन, एकेडमिक कैलेंडर का पालन करने, रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने, विश्वविद्यालय में अपर्याप्त संसाधन व कर्मचारियों की कमी, विश्वविद्यालय में ठप पड़े शोध कार्य, परीक्षा फॉर्म की लिंक खोलने में गड़बढ़ी, पीएचडी घोटाले, नोडल सेंटर के क्रियान्वयन, एटीकेटी की अधिक फीस वसूलने, प्रवेश पत्र में विषयों की गड़बड़ी को लेकर, स्पोट्र्स के विद्यार्थियों को संसाधन उपलब्ध कराने, पूर्ण समय के कुलसचिव की नियुक्ति को लेकर, डिग्री सर्टिफिकेटस का शुल्क समाप्त करने और स्टूडेंट वेलफेयर फंड का उपयोग छात्रहित में करने को विक्रम विश्वविद्यालय का घेराव किया जाएगा। प्रांत सहमंत्री ऋतिक नागर ने बताया कि विश्वविद्यालय घेराव के लिए संभाग के रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर मालवा, उज्जैन ग्रामीण, देवास, शाजापुर और उज्जैन महानगर के विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता व छात्र शामिल हो रहे है। उज्जैन महानगर मंत्री गौरव बेंडवाल ने बताया कि सुबह 10:30 बजे दशहरा मैदान पर जिलों से आने वाले छात्र एकत्रित होगें। यहां से सीधे विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर पहुंचेगें। यहां परिषद के पदाधिकारी संबोधित करेंगे। इसके बाद कुलपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा। घेराव के दौरान करीब 5 हजार से अधिक छात्रों की उपस्थिति रहेगी।

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कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले भोपाल के करोंद में 10 जून से शिवपुराण कथा सुनाएंगे। कथा 14 जून तक चलेगी। कथा के लिए 50 हजार स्क्वेयर फीट में 3 वॉटरप्रूफ डोम बनाए जा रहे हैं, जबकि 200 एकड़ में पार्किंग रहेगी। ताकि, श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। कथा में लाखों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसलिए तैयारियां भी इसी हिसाब से की जा रही है। पानी, पार्किंग, सुरक्षा, ट्रैफिक पर खास फोकस है।चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि कथा में देशभर से लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। स्थल पर सभी श्रद्धालुओं के बैठने के लिए 50 हजार वर्ग फीट में 3 वॉटरप्रूफ डोम बनाए जा रहे हैं। इनमें मेन रोड से कुल 11 गेट से एंट्री होगी। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। जहां पुलिस और वालेंटियर्स व्यवस्था संभालेंगे।श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो, इसके विशेष इंतजाम किए गए हैं। रूद्राक्ष वितरण को लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी रहेगी। आमंत्रण पत्र पर दिए गए QR कोड को स्कैन एवं मिस्ड कॉल कर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। पंजीयन के पश्चात पं. मिश्रा द्वारा अभिमंत्रित रूद्राक्ष घर-घर बांटे जाएंगे। मंत्री सारंग ने बताया कि भोपाल के बाहर के श्रद्धालुओं के घरों में कोरियर के माध्यम से रूद्राक्ष पहुंचाए जाएंगे। वहीं, भोपाल शहर में आयोजन समिति खुद घरों में जाकर रूद्राक्ष देंगी।पांच दिवसीय कथा में शामिल होने आ रहे भोपाल सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था के लिए 250 से अधिक सामाजिक संगठन धर्मशालाओं में व्यवस्था करेंगे। कथा स्थल पर भी नाश्ते, पेयजल, शरबत व चिकित्सा शिविरों की भी व्यवस्था की जाएगी।भोपाल में पहली बार कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले की शिव महापुराण कथा आयोजित की जा रही है। इस पांच दिवसीय कथा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के भोपाल आने का अनुमान है। यही कारण है कि कथास्थल पर फूली वेंटिलेटेड पंडाल का निर्माण किया गया है। इस पंडाल में लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं के आने के साथ ही आयोजन स्थल पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन व पार्किंग के साथ ही चिकित्सा की भी व्यवस्था की जाएगी। श्री शिव महापुराण कथा में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसलिए नरेला उत्सव समिति द्वारा विभिन्न व्यवस्था समितियों का गठन किया गया है, जो कि पंडाल, पेयजल, भोजन, यातायात, स्वास्थ्य, प्रचार से लेकर प्रशासनिक समन्वय तक व्यवस्थाएं संभालेंगी। सभी समितियों के समन्वय के लिए 1 नियंत्रण कक्ष होगा।

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जबलपुर। यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित शहपुरा गैस प्लांट के पास मंगलवार देर रात मालगाड़ी के एलपीजी रैक के दो डिब्बे पटरी से उतर गए, जिनमें लिक्विड पेट्रोलियम गैस भरी हुई थी। हादसा मालगाड़ी को रिवर्स करते समय हुआ। चूंकि दुर्घटना के समय मालगाड़ी की स्पीड काफी धीमी थी, इसलिए काफी बचाव हो गया। जबलपुर स्टेशन से रात में ही रेल अधिकारी, कर्मचारी दुर्घटना राहत ट्रेन से घटनास्थल पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया है।   इस संबंध में पश्चिम मध्य रेलवे, मध्य प्रदेश के जनसंपर्क अधिकारी की ओर से बताया गया है कि मालगाड़ी गैस प्लांट के अंदर रैक को खाली करने जा रही थी। इसी दौरान दो वैगन पटरी से उतर गए। इससे मुख्य लाइन से होने वाला ट्रेन संचालन प्रभावित नहीं हुआ। मेन लाइन में ट्रेनों की आवाजाही सामान्य है। अधिकारियों की उपस्थिति में बुधवार सुबह तक बेपटरी हुए वैगन को पटरी पर लाने और पटरी को दुरुस्त करने का काम जारी है। बताया जा रहा है कि भारत पेट्रोलियम गैस से भरे करीब 40 वैगन को लेकर रिवर्स हो रही ट्रेन के दो वैगन अचानक पटरी से नीचे उतर गए। घटना की सूचना लोको पायलट ने सीधे शहपुरा भिटौनी स्टेशन और जबलपुर मुख्य स्टेशन में दी, जिसके बाद खतरे का सायरन बजा और फिर दुर्घटना राहत ट्रेन जबलपुर से प्लांट पहुंची।

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भोपाल। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में दो वेदर सिस्टम सक्रिय हैं। इनकी वजह से मौसम विभाग ने 15 जून तक प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। इधर, अरब सागर में बने चक्रवात के कारण मानसून लेट होने की संभावना है प्रदेश में उसकी एंट्री जून के आखिरी सप्ताह तक हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में प्री मानसून एक्टिविटी जारी रहेगी। मंगलवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई। वहीं, मौसम विभाग ने बुधवार को भोपाल, देवास, धार, बैतूल, उज्जैन, अनूपपुर, सागर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, नीमच, सिवनी और मंदसौर में बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। भोपाल, देवास, धार, बैतूल और उज्जैन में गरज-चमक की स्थिति बनेगी। यहां 40कि.मी. प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। पिछले 24 घंटे में सागर में 04.8, भोपाल शहर में 2.0, नर्मदापुरम में 1.6 मिमी पानी गिरा। ग्वालियर में भी हल्की बारिश हुई। सुबह चमकेगी धूप, दोपहर बाद छाएंगे बादल वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अभी चक्रवात व अन्य सिस्टम एक्टिव हैं। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। इस कारण प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिविटी जारी रहेगी। बुधवार को भी दोपहर बाद छुटपुट बारिश हो सकती है। गरज-चमक वाली स्थिति रहेगी। अरब सागर में चक्रवात बनने की वजह से मानसून आगे नहीं बढ़ पा रहा है। केरल में देरी से आने के कारण मध्यप्रदेश में भी मानसून लेट हो सकता है। राजधानी में बुधवार को दोपहर तक आसमान साफ रहेगा, लेकिन इसके बाद कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। ऐसा ही मौसम 8 जून को भी बना रह सकता है। 9 जून को मौसम साफ रहने का अनुमान है, लेकिन 10 जून को तेज बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।

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श्योपुर/भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट को वन विभाग कूनो राष्ट्रीय उद्यान में ही डेवलप करेगा। पहले चरण में प्रोजेक्ट की सफलता के बाद ऑप्शनल व्यवस्था के लिए दूसरे राष्ट्रीय उद्यानों में इसकी शुरुआत की जाएगी। यह जानकारी केन्द्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को दी। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि आज कूनो नेशनल पार्क में चीता रिइन्ट्रोडक्शन प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग टीम के ग्राउंड स्टाफ से बातचीत की। प्रोजेक्ट चीता की सफलता सुनिश्चित करने के लिए टीम जिस समर्पण के साथ काम कर रही है। मैं उसकी सराहना करता हूं।   उन्होंने कहा कि हमारे चीतों की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज कूनो नेशनल पार्क का दौरा किया। सरकार प्रोजेक्ट चीता की सफलता और उन जानवरों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्हें हमने भारत के जंगल में फिर से पेश किया है। दरअसल, केन्द्रीय मंत्री यादव मंगलवार को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के दौरे पर थे। उन्होंने यहां कूनो पार्क का भ्रमण कर चीतों के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने यहां अधिकारियों के साथ बैठक में चीता प्रोजेक्ट की समीक्षा भी की। यादव ने कहा कि 'हमारी टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं। प्रोजेक्ट यहां शुरू हुआ है तो सबसे पहले इसे सफल यहीं बनाया जाएगा।' केंद्रीय वन मंत्री ने कहा कि 'देश में सबसे पहले कूनो में चीता प्रोजेक्ट शुरू किया गया। प्रथम चरण में इस प्रोजेक्ट का संतोषजनक रिजल्ट मिलने तक यहीं इसे डेवलप किया जाएगा। इसके बाद आवश्यकता पड़ने पर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए दूसरी जगह दूसरे चरण में यह प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा।' हालांकि, उनसे जब चीतों की मौत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली। उन्होंने केवल इतना कहा कि हमारी टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। उल्लेखनीय है कि चीता प्रोजेक्ट के अंतर्गत पहली खेप में नामीबिया से आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को अपने जन्मदिन पर इन्हें कूनों राष्ट्रीय उद्यान के बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कूनो लाए गए थे। इसके बाद नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कूनों में कुल 24 चीते हो गए थे, जिनमें चार शावक और 20 वयस्क चीते शामिल थे, लिकन बीते दो माह में यहां तीन चीते और तीन शावकों की मौत हो चुकी है। इसके बाद यहां 17 चीते और एक शावक यानी कुल 18 चीते रह गए हैं।

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भोपाल। पिछले एक लंबे समय से महंगाई भत्ता बढ़ाने की मांग कर रहे प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को मध्यप्रदेश सरकार 42 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दे सकती है। यह वृद्धि जून के वेतन, जो जुलाई में मिलेगा, से दी जा सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वित्त विभाग ने अपने स्तर पर इसकी तैयारी कर ली है। इस संबंध में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लेंगे।   मध्यप्रदेश में नियमित, अध्यापक और पंचायतकर्मियों को मिलाकर साढ़े सात लाख कर्मचारी हैं। सातवां वेतनमान प्राप्त कर्मचारियों को जनवरी 2023 से 38 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है। जबकि, केंद्र सरकार इस अवधि में 42 प्रतिशत के हिसाब से भत्ता दे रही है ।इसके साथ ही छठवां वेतनमान प्राप्त कर्मचारियों को एक जनवरी से 212 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है।   इसके लिए बजट में प्रविधान भी किया गया है। पिछले माह महंगाई भत्ता बढ़ाए जाने की संभावना थी, लेकिन सरकार ने निर्णय नहीं लिया है। जबकि, केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में जुलाई में फिर वृद्धि संभावित है। इससे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ सकती है। इसे देखते हुए महंगाई भत्ता बढ़ाने की तैयारी की है।   पेंशनर को नहीं मिलेगा लाभ सरकार यदि कर्मचारियों का महंगाई भत्ता और पेंशनर की महंगाई राहत में वृद्धि का निर्णय कर भी लेती है तो भी पेंशनर को फिलहाल उसका लाभ नहीं मिलेगा। अभी प्रदेश के साढ़े चार लाख से अधिक पेंशनर को 33 प्रतिशत की दर से महंगाई राहत मिल रही है।   बता दें कि, महंगाई भत्ते में पांच प्रतिशत की वृद्धि के लिए सरकार निर्णय ले चुकी है पर छत्तीसगढ़ सरकार ने सहमति नहीं दी है। दरअसल, राज्य पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 के अनुसार महंगाई राहत में वृद्धि के लिए दोनों राज्यों के बीच सहमति होना चाहिए क्योंकि इसका वित्तीय भार दोनों राज्यों पर पड़ता है   गौरतलब है कि, प्रदेश के कर्मचारियों को वर्तमान में 38 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है। जबकि, केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को 42 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दे रही है। जुलाई में इसमें फिर वृद्धि प्रस्तावित है, इसलिए राज्य सरकार भी तैयारी में जुट गई है। कर्मचारी संगठन काफी समय से केंद्रीय कर्मचारियों की तरह महंगाई भत्ता देने की मांग कर रहे हैं।

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खंडवा। जिले के आदिवासी अंचल ग्राम कालापाठा में मंगलवार सुबह मन्नत की पूजा में शामिल होने जा रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में करीब छह महिलाएं घायल हो गई। हादसे के वक्त ट्राली में महिलाएं और बच्चे सवार थे। ग्रामीणों ने मदद करते हुए घायलाें को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।   जानकारी अनुसार घटना मंगलवार सुबह करीब नौ बजे की है। ग्राम लाखोरामाल से 15 महिलाएं और बच्चें मन्नत की पूजा में शामिल होने ट्रैक्टर- ट्राली से जा रहे थे। इस दौरान कालापाठ में सामने से आ रहे वाहन को साइड देने के चलते ट्राली का एक टायर नीचे उतर गया। इससे ट्राली पलट गई व ट्राली में सवार महिलाएं सड़क किनारे कांटों की बागड़ में गिर गई। ट्राली में गेहूं का भूसा भरकर श्रद्धालु बैठे थे। ट्राली पलटते ही भूसे सहित सभी जमीन पर आ गए। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत मदद की। हादसे में करीब छह महिलाएं घायल हुई है। वहीं दुर्घटना के करीब आधा घंटे बाद एक बच्ची नहीं नजर आने पर उसकी तलाश की गई तो वह भूसे के ढेर के नीचे दबी मिली। 10 वर्षीय सोनू पुत्री रुमाल सिंह को बेहोशी की हालत में अन्य घायलों के साथ खालवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।   घटना से आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क का कार्य चल रहा है। ग्राम में दो माह पूर्व बने एक फीट ऊंचे व सकरे सीसी रोड के साइड सोल्डर न बनाए जाने से यह घटना हुई है। गनीमत रही कि ट्राली की गति कम थी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री अब 24-25 जून तक होगी, जबकि पहले पूर्वानुमान 18 से 20 जून का था। भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अब मानसून 8 जून तक केरल पहुंच सकता है, जबकि पहले 4 जून तक केरल पहुंचने की उम्मीद की जा रही थी। इस कारण यह मध्य प्रदेश में भी देरी से पहुंचेगा। इससे पहले प्रदेश भर में बादल बरसते रहेंगे और आंधी, बारिश का दौर चलता रहेगा। मौसम विभाग द्वारा पहले केरल में 4 जून तक मानसून के आने का पूर्वानुमान जताया गया था, लेकिन मानसून लेट हो गया है। आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक अब मानसून 4 दिन लेट हो जाएगा। इसका असर मध्य प्रदेश में भी पड़ सकता है। पिछले साल भोपाल में 20 जून को मानसून आ गया था। इंदौर में 17 जून, ग्वालियर में 30 जून और जबलपुर में 17 जून को मानसून ने एंट्री की थी। वहीं, 1 जुलाई को प्रदेश में मानसून पहुंच गया था। इस बार मानसून के लेट होने से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में भी मानसून देरी से आएगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इससे पहले वर्ष 2018 में 26 जून को मानसून की एंट्री हुई थी। इस बार यदि मानसून लेट होता है, तो पांच साल में पहली बार ऐसा होगा, जबकि मानसून 25 जून तक प्रदेश में आया हो। मौसम वैज्ञानिक जेपी विश्वकर्मा के अनुसार मानसून के 24-25 जून तक प्रदेश में आने की संभावना है। प्रदेश में मानसून की एंट्री खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर के रास्ते हो सकती है। पिछले साल भी मानसून यहीं से आया था। बड़े शहरों में इंदौर-भोपाल में सबसे पहले आएगा। फिर जबलपुर और ग्वालियर में बादल बरसेंगे। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार साउथ वेस्ट राजस्थान और नार्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर अभी चक्रवाती घेरा है। इस कारण अगले 72 घंटों में श्योपुरकलां, धार, बैतूल, रायसेन, इंदौर, भिंड, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, रतलाम, दमोह, सिवनी और मंदसौर में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, ओले गिरने का अनुमान नहीं है। यहां 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। गरज-चमक और आंधी चलने के दौरान लोगों को सावधान रहने की बात मौसम विभाग ने कही है। भोपाल में दो दिन यानी 6 और 7 जून को बादल छाए रहेंगे। हालांकि, दोपहर 3 बजे तक तेज गर्मी का असर रहेगा। इसके बाद आंधी और हल्की बारिश भी हो सकती है।

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देश और दुनिया के साथ रतलाम में भी विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। आज सुबह से ही विभिन्न सामाजिक और पर्यावरण से जुड़ी संस्थाओं ने अलग-अलग आयोजन कर पर्यावरण दिवस मनाया है। हनुमान ताल पर साइकिलिंग करने वाले साइकिलिस्ट के ग्रुप में साइकिल रैली निकालकर पर्यावरण और ईंधन बचाने का संदेश दिया है। रोटरी गार्डन में मॉर्निंग यंगस्टर ग्रुप द्वारा पर्यावरण बचाने की शपथ लेकर पौधारोपण किया गया है। वहीं,विभिन्न सामाजिक और पर्यावरण से जुड़ी संस्थाओं ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पौधारोपण कर उनकी रक्षा का संकल्प लिया है।रतलाम में पर्यावरण दिवस के मौके पर आम लोगों के साथ शहर के समाजसेवी, बुद्धिजीवी और प्रतिनिधियों ने पर्यावरण बचाने के संकल्प के साथ वृक्षारोपण और साइकिल रैली आयोजन किया है। हनुमान ताल पर आयोजित साइकिल रैली में प्रोफेसर अनामिका सारस्वत, गिरीश सारस्वत, डाइट प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार गुप्ता ,राधा पालीवाल एवं जर्नलिस्ट राकेश पोरवाल मौजूद रहे और मॉर्निंग वॉक पर दोपहिया या चार पहिया वाहन से आने वाले लोगों को साइकिल का प्रयोग करने का संदेश दिया। जनप्रतिनिधि और समाजसेवी पवन सोमानी ने भी पौधारोपण कर क्षेत्र के रहवासियों के साथ पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया । विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रतलाम शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए अलग-अलग आयोजनों का दौर जारी है।

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संस्कारधानी जबलपुर शहर को कभी अपनी टिक-टिक और घंटों की आवाज से पल-पल का समय बताने वाली ऐतिहासिक घड़ियों की हालत खराब हो चुकी हैं। नतीजा घंटाघर में लगी सभी चार घड़ी बंद हो चुकी हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के ऐतिहासिक स्थल घंटाघर को सजाने-संवारने के साथ ही घड़ियों को सुधारने का काम करीब दो साल पहले शुरू किया गया था।जिसमें लाखों रूपए खर्च किए गए थे और घड़ियों के सुधार कार्य के लिए उड़ीसा से विशेष तौर पर कारीगर बुलवाए गए थे। जिसमें शर्त थी कि घड़ियों को बदला नहीं जाएगा। पुरानी घड़ियों को ही कारीगर ठीक करेंगे। लेकिन कुछ साल बाद घड़ियों के कांटे ने अपना दम तोड़ दिया और आज हालत यह है कि घंटाघर की चारों घड़ियां बंद हो चुकी है।घड़ी बनाने के दौरान दावा किया गया था कि घड़ी की टिक-टिक और घंटों की आवाज एक बार फिर शहर को पल-पल का समय बताने लगेगी। लेकिन जनता की उम्मीदों में पानी फिर गया। शहर की ऐतिहासिक स्मारक घंटाघर की चार घड़ियों पर एक कहावत भी बनी है। जिसे सुनकर लोग पुराने दिनों को याद करते हैं। 'घंटाघर में चार घड़ी, चारों में जंजीर टंगी, जब-जब घंटा बजता है, खड़ा मुसाफिर हंसता है'। घड़ियों से घंटे की गूंज सुनाई न देने से लोगों को कमी लग रही थी। लेकिन अब घड़ी ने भी समय बताना बंद कर दिया हैं।

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ग्वालियर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ग्वालियर किले का अमेरिकी राजदूत एरिक माइकल गर्सेटी ने रविवार को भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्वालियर की ऐतिहासिक धरोहर और पुरातत्व काफी शानदार है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ग्वालियर एक ग्लोबल सिटी है।ग्वालियर किले पर एरिक माइकल गर्सेटी का पुष्पगुच्छ देकर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल और नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने स्वागत किया। साथ ही उन्हें शालभंजिका की छोटी प्रतिमा भेंट की। अमेरिकी राजदूत देश भ्रमण के लिए ग्वालियर आए हैं।अमेरिकी राजदूत एरिक माइकल गर्सेटी ने सबसे पहले ग्वालियर किले पर सास बहू के मंदिर का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर की शैली की सुंदरता की प्रशंसा की। साथ ही कहाकि भारत का पुरातत्व काफी शानदार है। ग्वालियर किला की सुंदरता अनुपम है, इसके बाद उन्होंने तेली का मंदिर का भ्रमण किया। अंत में उन्होंने राजा मानसिंह तोमर के महल सहित किले पर बनी अन्य इमारतों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्हें किले का इतिहास बताने के लिए पुरातत्व विभाग के गाइड और अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने ग्वालियर किले के बारे में उन्हें जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने कर्णमहल के पास से ग्वालियर सिटी को निहारा और इसकी प्रशंसा की।अमेरिकी राजदूत एरिक माइकल गर्सेटी ने किले पर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और नगर निगम आयुक्त हर्ष के नेतृत्व में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को देखा और वहां पर सफाई मित्रों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहाकि शहर को साफ व स्वच्छ रखने में सफाई मित्रों का बहुत बडा योगदान होता है। उन्होंने कहाकि जब वह अमेरिका में मेयर थे तब वह भी स्वच्छता पर बेहद ध्यान देते थे इसलिए उन्हें पता है कि सफाई मित्र इस पृथ्वी को स्वच्छ व साफ रखने में कितना योगदान देते हैं।

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बालाघाट। जिले में रविवार को एक बाघ घायल हालत में मिला था। उसके शरीर पर कई जगह घाव भी नजर आए। कान्हा टाइगर रिजर्व के अमले ने घायल बाघ को रेस्क्यू कर इलाज करने की कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। रविवार शाम को उसकी मौत हो गई।     वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को कान्हा नेशनल पार्क की सीमा से लगे कोहका गांव में यह बाघ जख्मी हालत में नजर आया था। वह दिनभर तालाब के किनारे बैठा रहा। चल भी नहीं पा रहा था। उठकर चलने की कोशिश करता, लेकिन लड़खड़ाकर फिर वहीं बैठ जाता। जैसे ही लोगों को इसकी जानकारी मिली, वहां भीड़ जुट गई थी। दोपहर में जानकारी मिलने के बाद वन विभाग और कान्हा नेशनल पार्क के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। वन अमले ने दो हाथियों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। उसे लिफ्ट करने ही वाले थे कि पता चला कि बाघ की सांसें थम चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि बाघ की उम्र करीब 13 से 14 वर्ष थी। उसे देखकर ऐसा लगा कि उसकी उम्र बहुत ज्यादा है और वह कई दिनों से भूखा है।   वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाघ के शरीर पर चोट भी थी। अधिकारियों ने आशंका जताई कि वह दूसरे बाघ या किसी अन्य जानवर से संघर्ष में घायल हो गया था। उसकी हालत ऐसी नहीं थी कि वह चोट सह पाता। लिहाजा उसने दम तोड़ दिया।   कान्हा टाइगर रिजर्व के वाइल्ड लाइफ चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल ने बताया कि बाघ वृद्धावस्था में था। वह अपनी अंतिम अवस्था में था। वह अपना सिर भी नहीं उठा पा रहा था। उसकी रिकवरी की कोई उम्मीद नहीं था। उन्होंने बताया कि बाघ को तालाब से बाहर निकालने की काफी कोशिश की गई, लेकिन वह दो कदम भी नहीं चल पा रहा था। उसके केनाइन खत्म हो गए थे।

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भोपाल। मध्यप्रदेश परिवहन राजपत्रित अधिकारी संघ के बैनर तले प्रदेश के परिवहन अधिकारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसके चलते राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश आरटीओ संबंधी काम प्रभावित होंगे। संघ की ओर से 3 जून को विज्ञप्ति जारी करके इस हड़ताल की सूचना दी गई थी। मध्य प्रदेश परिवहन (राजपत्रित) अधिकारी संगठन ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इससे पहले, संगठन के पदाधिकारी निरंतर मांगों को लेकर परिवहन आयुक्त व शासन स्तर के अधिकारियों को ज्ञापन दे रहे थे। हड़ताल में परिवहन विभाग में कार्यरत तृतीय वर्ग कर्मचारी भी शामिल रहेंगे। परिवहन अधिकारियों का कहना है कि हड़ताल से आरटीओ व डीटीओ संबंधी कार्य प्रभावित होना तय है। जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। मध्यप्रदेश परिवहन राजपत्रित अधिकारी संघ की प्रमुख मांगों में अनूपपुर परिवहन कार्यालय में की गई कार्रवाई तत्काल वापस ली जाने, परिवहन विभाग के अधिकारियों का वेतन विसंगति समस्या दूर करने, कैडर रिव्यू करने, बस हादसा होने पर आरटीओ की जिम्मेदारी नहीं मानी जाने, विभाग में कार्यरत लिपिक को परिवहन उप निरीक्षक के पद पर नियुक्ति दी जाने तथा अन्य कार्यों में आरटीओ कर्मचारियों को संलग्न नहीं किए जाने की मांगें शामिल है।

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सावन आने में कुछ ही महीने बचे है.अब इसको लेकर महाकाल नगरी में तैयारी शुरू हो गई है.महाकालेश्वर बाबा की सावन की पहली सवारी इस बार 10 जुलाई को निकलेगी। प्रयास किए जा रहे हैं कि इससे पहले ही महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया जाए। ऐसे में मंदिर के आसपास के दो से तीन किमी के दायरे में सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। यहां केवल ठेके के यानि अनुबंधित 250 ई-रिक्शा ही चलेंगे। इनके लिए यूसीटीसीएल ने टेंडर आमंत्रित कर लिए हैं। उम्मीद हैं टेंडर एक सप्ताह में खुल जाएंगे। इसके बाद नो व्हीकल जोन की सीमा भी स्पष्ट कर दी जाएगी।महाकाल लोक लोकार्पण के बाद से मंदिर दर्शन के लिए और महालोक घूमने आने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी हैं। औसतन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु रोजाना महाकाल क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में चक्काजाम की स्थिति आम हो गई हैं। प्रमुख अवसर और पर्व-त्योहार पर तो भीड़ प्रबंधन करना, ट्रैफिक संभालना मुश्किल हो जाता हैं। इन तमाम परिस्थितियों का आंकलन करने के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने महाकाल क्षेत्र को नो व्हीकल जोन करने के निर्देश दिए थे।उपाय सुझाया था कि मंदिर के आसपास एक दायरे तक केवल अनुबंधित ई-रिक्शा के ही संचालन की व्यवस्था की जाएं। इस नई व्यवस्था के लिए उन्होंने आरटीओ, यातायात, नगर निगम व स्मार्ट सिटी को आपसी समन्वय के लिए कहा था। इसी कड़ी में यूसीटीसीएल ने 250 ई-रिक्शा को अनुबंधित करने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। बताया जा रहा है कि एक सप्ताह में टेंडर खुल भी जाएंगे।

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महाकाल की नगरी उज्जैन में भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा का आयोजन इस्कॉन मंदिर में किया गया। पूर्णिमा के दिन स्नान यात्रा का आयोजन किया जाता है। इस दौरान भगवान पर दूध, दही, घी ,फलों के रस से भगवान जगन्नाथ का अभिषेक किया गया। वहीं मंदिर में पहुंचे सभी श्रद्धालुओं को भी भगवान जगन्नाथ का अभिषेक करने का अवसर प्राप्त हुआ। आज भगवान को खूब स्नान कराया गया। श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।भरतपुरी क्षेत्र में स्थित इस्कॉन मंदिर में रविवार को पूर्णिमा के अवसर पर भगवान जगन्नाथ का स्नान महोत्सव मनाया गया। सुबह से ही बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने भगवान को स्नान कराया। श्रद्धालुओं को यह अवसर वर्ष में एक बार मिलता है। रविवार को भगवान के अभिषेक के लिए नदियों, सागरों, कोटितीर्थ, गंगा, जमुना, शिप्रा, राधाकुंड का जल लाया गया है। इस उत्सव में सम्मिलित होने के लिए इस्कॉन ने किसी तरह का शुल्क नहीं रखा था। श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा महारानी और बलदेव को स्नान कराया। इसके लिए ड्रेस कोड पुरुषों के लिए धोती और महिलाओं के लिए साड़ी रखी गई थी। इस दौरान सुबह से ही इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही।मान्यता के अनुसार पूर्णिमा पर ज्यादा स्नान करने से भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ जाते हैं। इसके बााद वे 14 दिन के अज्ञातवास में रहेंगे। मंदिर के पुजारियों द्वारा आयुर्वेदिक औषधियों से उनका इलाज किया जाएगा। उबला हुआ भोजन का भोग लगाया जाएगा ताकि वह जल्दी स्वस्थ हो जाएं। जब वे स्वस्थ हो जाएंगे तब बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र के साथ मौसी के घर की ओर रवाना होंगे। इस दिन को रथ यात्रा उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस बार 20 जून को रथ उत्सव मनाया जाएगा। इस्कॉन मंदिर से रथ यात्रा की शुरुआत होगी। रविवार को इस्कॉन मंदिर के अलावा शहर में भगवान जगन्नाथ के अन्य मंदिरों में भी स्नान यात्रा का आयोजन किया गया।

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उज्जैन। बाबा महाकाल की सवारी में मन महेश को अपनी पीठ पर विराजीत कर नगर भ्रमण करनेवाले श्यामू हाथी को जिस दिन सुबह सबेरे उनके महावत महाकाल मंदिर नहीं ले जाते हैं,उस दिन उनका मूड पूरे दिन ऑफ रहता है। चेहरे की मायूसी देखने के बाद महावत दोपहर में या शाम को एक बार उन्हे लेकर जरूर जाते हैं। यह क्रम 22 वर्षो से नियमित चल रहा है।   24 वर्षीय श्यामू के साथी रामू का निधन वर्ष-2016 में हो गया था। तभी से श्यामू के सिर पर बाबा महाकाल की सभी सवारियों में नियमित रूप से पहुंचने की जिम्मेदारी आ गई। जब वे 2 वर्ष के थे,तभी से महाकाल मंदिर उन्हे ले जाया जाने लगा। वे शिखर दर्शन करते और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते। जो भी फल आदि भेंट करता, उसे खा लेते। आज भी यह क्रम जारी है। करीब 2 से 3 लाख लोगों की भीड़,डीजे-बैण्ड और लोगों का शोर सुनने के बाद भी शांत चित्त होकर सवारी में निकलना श्यामू हाथी की खास विशेषता है। महावत अरूण गिरि और हरसिद्धि गिरि चर्चा में बताते हैं कि आज तक ऐसा मौका नहीं आया,जब श्यामू हाथी भीड़/शोर के बीच कभी विचलित हुआ हो या भीड़ पर हमला किया हो। केले देखते ही आ जाता है मुुंह में पानी श्यामू हाथी का सबसे प्रिय फल है केला। अरूण गिरि के अनुसार जब ये महाकाल मंदिर दर्शन करने जाते हैं तो इनकी नजर सड़क पर केला लेकर आ-जा रहे हाथ ठेले वालों पर होती है। केला देखते ही इनके मुंह में पानी आ जाता है। पैर ठहर से जाते हैं। रोजाना करीब 50 किग्रा केला ये खाते हैं, लेकिन अगले दिन फिर इनकी मुख्य डिमांड केले पर ही आकर रूकती है। बारिश में या किसी दिन शहर में जब अत्यधिक क्राउड होता है,उस दिन दर्शन तो रात में करवा लाते हैं लेकिन केले आश्रम में मंगवाकर खिलाना पड़ते हैं। ऐसा न होने पर ये भूख हड़ताल कर देते हैं। पूर्व में ऐसा हो चुका है।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आज (रविवार) की शाम बेहद खास होने जा रही है। इस दौरान वट पूर्णिमा का चांद जहां पूर्व दिशा में स्ट्राबेरी मून के साथ चमक रहा होगा तो पश्चिम दिशा में शुक्र (वीनस) अपनी चमक बढ़ाए हुये सूर्य के साथ सबसे अधिक कोणीय दूरी पर रहेगा। अर्थात् स्ट्राबेरी मून आसमान में चमकते हुए वीनस का मुकाबला करता नजर आएगा। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इन खगोलीय पिंडों की जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी देशों में पूर्णिमा के इस चंद्रमा को स्ट्राबेरी के पकने के आरंभ होने के समय को देखते हुए स्ट्राबेरी मून नाम दिया गया है। कुछ देशों में इसे हॉट मून, रोज़ मून, मीड मून कहा जाता है। उन्होंने बताया कि पूर्णिमा का चांद महीने के बदलने और मौसम की जानकारी का समय बताने के लिए आकाशीय घड़ी के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। सारिका ने बताया कि आज शाम को पश्चिमी आकाश में चमकता दिखने वाला वीनस इस साल के लिये पृथ्वी से देखने पर सूर्य से सबसे अधिक कोणीय दूरी पर पहुंचेगा। यह इस समय माइनस 4.3 के मैग्निट्यूड से चमकेगा। यह खगोलीय घटना वीनस एट ग्रेटेस्ट इलोंगेशन कहलाती है, जिसमें इसकी डिस्क का आधा भाग सूर्य के प्रकाश से चमचमाता दिखेगा। उन्होंने बताया कि वीनस कुछ दिन पहले ही क्षितिज से इसके सबसे अधिक एल्टीट्यूड 42 डिग्री पर पहुंचा है। इसके बाद भी वीनस अपनी चमक बढ़ाता रहेगा और नौ जुलाई को यह सबसे चमकदार होगा। सारिका ने बताया कि अगले साल स्ट्राबेरी मून 22 जून 2024 को होगा तो वहीं वीनस एट ग्रेटेस्ट इलोंगेशन की यह घटना 10 जनवरी 2025 को देखी जा सकेगी।

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देवास। मध्यप्रदेश के देवास जिला मुख्यालय स्थित प्रसिद्ध मां चामुंडा माता की टेकरी पर शनिवार शाम को बड़ा हादसा टल गया। तेज आंधी और बारिश के चलते रोप-वे के टावर पर ट्रॉली का तार पुली से अलग हो गया, जिससे दो ट्रॉलियों में सवार छह श्रद्धालु बीच में ही फंस गए। ये करीब डेढ़ घंटे तक हवा में लटके रहे। इनमें आंध्रप्रदेश और उड़ीसा के दो परिवार में दो महिला, दो पुरूष और दो बच्चे शामिल थे। रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सकुशल नीचे उतार लिया।     जानकारी के अनुसार, आंध्रप्रदेश और ओडिशा के रहने वाले दो परिवार के 10 लोग मां चामुंडा के दर्शन के लिए देवास आए थे। शनिवार शाम को टेकरी पर जाने के लिए ये रोप वे की ट्रॉली में सवार हुए थे। परिवार के चार सदस्य तो पहले ही टेकरी पर पहुंच चुके थे। लेकिन दो ट्रॉली में सवार छह सदस्य फंस गए। चढ़ाई के दौरान ट्रॉली अचानक झटके के साथ रुक गई। जिससे श्रद्धालु घबरा गए। ट्रॉली काफी देर तक हवा में ही झूलती रही। इस दौरान तेज बारिश होती रही, जिसके चलते सभी केबिन में बुरी तरह भीग गए। बारिश के चलते रेस्क्यू में भी रोपवे कर्मचारियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में रोप वे के कर्मचारियों ने पुलिस की मदद से इनका रेस्क्यू किया।     करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद केबिन को माता टेकरी वाले हिस्से में ले जाया जा सका, जिसमें सवार सभी लोगों को सकुशल नीचे उतार लिया गया। केबिन से बाहर आते ही महिला-पुरुष एक दूसरे से लिपटकर रोने लगे। बदहवास श्रद्धालुओं को प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने ढांढस बंधाया। घटना की सूचना मिलने पर देवास में ही मौजूद एनडीआरएफ की टीम, एसडीआरएफ होमगार्ड की टीम, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और नगर निगम आयुक्त भी मौके पर पहुंच गए थे।     श्रद्धालु एमआर कृष्णा राव ने कहा कि हम दस लोग आंध्रप्रदेश और ओडिशा से आए हैं। मेरी दो बेटी है, एक आंध्रा से और एक ओडिशा से आई है। मैं पहले आ गया, लेकिन मेरी दो बेटियों समेत 6 सदस्य ट्रॉली में ही फंस गए। एक घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहे। हमें बचाने के लिए प्रशासन की पूरी टीम तुरंत वहां पहुंच गई और हमारे परिवार का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। हम प्रशासन को दिल से धन्यवाद देते हैं। उन्होंने सही समय पर आकर परिवार को बचा लिया। माता रानी के आशीर्वाद से मेरी 2 बेटियां बच गईं, वरना यह सब जिंदा नहीं बचते, यह माता रानी का चमत्कार है।

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भोपाल। इस बार नौतपा के तेवर ठंडे रहे हैं। हर रोज प्रदेश के किसी न किसी हिस्से में बारिश हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन के गुजरने से ओले गिरे और आंधी का दौर भी जारी रहा। शुक्रवार को भी प्रदेश के सागर में 7.8, नरसिंहपुर में 2.0 मिमी बारिश हुई। नर्मदापुरम में भी पानी गिरा।   मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार तीन जून से प्रदेश में फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। इससे भोपाल, उज्जैन समेत ग्वालियर-चंबल के जिले भीगेंगे। मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदेश में तेज आंधी और ओलावृष्टि की आशंका भी जताई है। शनिवार को दोपहर तक तेज गर्मी के बाद सिस्टम का असर होगा। कई इलाकों में आंधी की रफ्तार 50 किलोमीटर प्रतिघंटा या इससे ज्यादा भी हो सकती है।   मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर प्रदेश के भोपाल, उज्जैन समेत कई जिलों में पड़ेगा। 3, 4 और 5 जून को भोपाल-उज्जैन समेत 12 जिलों में बारिश होने का अनुमान है, जबकि ग्वालियर और चंबल भी भीगेंगे। हालांकि, ये सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है, लेकिन जून के दूसरे सप्ताह में फिर से आंधी-बारिश का दौर शुरू होगा। मानसून 20 जून तक प्रदेश में एंट्री कर सकता है।   शुक्रवार से दिखने लगा असर वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि एक जून को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया, जिसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में दिखाई देने लगा है। सागर में हल्की बारिश भी हुई। तीन जून से इसका असर तेज होगा। भोपाल-उज्जैन संभाग में गरज-चमक के साथ बारिश होगी। सिस्टम का असर भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, नीमच, मंदसौर और रतलाम में दिखाई देगा। इसके बाद ग्वालियर-चंबल वाले हिस्से में भी हल्की बारिश होने की संभावना है।

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भोपाल। राजधानी में शनिवार को जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के अमले ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुए ईश्वर नगर स्थित अमूल्य गार्डन के अवैध हिस्से को जमींदोज कर दिया। यह गार्डन बावड़ियाकलां ब्रिज के पास स्थित है। यहां बिना परमिशन के रेस्टोरेंट/ढाबा संचालित किया जा रहा था, जिसमें शराब का अवैध विक्रय तथा अन्य गतिविधियां चलाई जा रही थीं।   अमूल्य गार्डन दिल्ली निवासी अम्या कुमार दत्ता की जमीन पर बना है। विजय कुमार मिश्रा ने जमीन किराए पर लेकर रेस्टोरेंट/ढाबा शुरू किया था, जिसकी कोई परमिशन नहीं ली गई थी। दूसरी ओर, यहां पर अवैध तरीके से निर्माण कर रखा था और शराबखोरी समेत अन्य अवैध गतिविधियां भी की जा रही थी। इसलिए शनिवार को यह कार्रवाई की गई। शनिवार सुबह 11 बजे से भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। ताकि, किसी प्रकार के हंगामा होने पर सख्ती से निपटा जा सके। एसडीएम, तहसीलदार समेत पुलिस और आबकारी विभाग का अमला भी मौजूद रहा। अफसरों ने बताया कि पूर्व में नगर निगम और जिला प्रशासन ने ढाबा संचालक को कई बार नोटिस दिए थे। बावजूद अवैध निर्माण नहीं हटाया गया। इसलिए शनिवार को बड़ी कार्रवाई की गई।

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बुरहानपुर। मध्य प्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज कभी भी बदल जाता है। शुक्रवार को भी शाम को बुरहानपुर में अचानक मौसम बदल गया और तेज आंधी चलने लगी। इससे शहर में एक बीएसएनएल का टॉवर गिर गया। टॉवर सीधे एक इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर जा गिरा, जिससे वहां काम कर रहे तीन कर्मचारी घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।     जानकारी के अनुसार शहर के लालबाग रोड पर सुभाष स्कूल के सामने बीएसएनएल कार्यालय में लगा टॉवर शाम को करीब साढ़े 6 बजे तेज आंधी चलने के कारण अचानक गिर गया। बीएसएनएल कार्यालय के पीछे मार्केट और औद्योगिक क्षेत्र हैं। जहां कुछ प्लास्टिक निर्माण कंपनी के कारखाने हैं। जिस जगह टावर गिरा, वहां इलेक्ट्रानिक शोरुम है। हादसे के बाद क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बन गई। हालांकि आसपास में कोई नुकसान नहीं हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। साथ ही लोगों भीड़ भी जमा हो गई।     बुरहानपुर में शाम करीब 6 बजे से तेज हवाएं चलने के साथ बारिश भी हुई। तेज हवाएं चलने से कई जगहों पर पेड़ भी गिरे। अंडा बाजार में रात 8 बजे एक गुलमोहर का पेड़ गिर गया। इससे पहले अन्य जगह पर भी पेड़ गिरने की घटनाएं हुई। बिजली कंपनी ने सुरक्षा के लिहाज से बिजली की सप्लाई बंद कर दी। करीब एक घंटे के बाद बिजली सेवा बहाल की गई।   शुक्रवार को मध्यप्रदेश में मौसम का मिला-जुला असर रहा। सागर में 8 मिमी बारिश हुई, जबकि भोपाल-इंदौर और ग्वालियर में तापमान 40 डिग्री के नीचे रहा। हालांकि, जबलपुर समेत 12 शहर ऐसे रहे, जहां तापमान 40 डिग्री के पार रहा। सबसे ज्यादा तापमान खंडवा-खजुराहो में 41.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि तीन जून से प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होगा। इससे भोपाल और उज्जैन संभाग के कई जिलों में बारिश का अनुमान है।

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उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल को अर्पित पंचामृत जल उपचार के बाद श्रद्धालुओं को उपलब्ध हो। यह बात महापौर मुकेश टटवाल ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को लिखे एक पत्र के माध्यम से कही है। उन्होंने दूसरे चरण में शिप्रा नदी का पानी पीने योग्य बनाने के लिए भी प्लांट लगाने की जरूरत भी बताई है।   महापौर मुकेश टटवाल के समक्ष गुरुवार को सिंगापुर के जल वैज्ञानिक डा. शैलेश खरकवाल ने शिप्रा नदी के पानी को पीने योग्य बनाने के लिए अपनी योजना प्रस्तुत की थी। इस दौरान नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, जल कार्य एवं सीवरेज विभाग के प्रभारी सदस्य रहे शिवेन्द्र तिवारी आदि उपस्थित थे। डॉ. खरकवाल ने बताया था कि एक प्लांट लगाकर कैसे पानी पीने योग्य बनाया जा सकता है। कार्य योजना समझने के बाद उसके क्रियान्वयन को लेकर महापौर ने कलेक्टर को पत्र लिखा है।   महापौर टटवाल का कहना है कि कानीपुरा मार्ग पर स्थित सुजलाम मल्टी के वेस्ट वाटर को उपचारित कर पुनः उपयोग करने हेतु भी प्लांट लगाया का सकता है। ये पानी उद्यान के पेड़-पौधों आदि में उपयोग किया जाएगा। पत्र में लिखा है कि श्रद्धालुओं द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का प्रतिदिन पंचामृत से अभिषेक किया जाता है एवं अर्पण किए पंचामृत को व्यर्थ ही बहा दिया जाता है। इस पंचामृत के सदुपयोग को दृष्टिगत रखते हुये पंचामृत का उपचार कर प्रसाद स्वरूप श्रद्धालुओं में वितरण किए जाने पर विचार किया जा सकता है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की आगामी बैठक में इस विषय को शामिल कर नगर निगम को इस संबंध में कार्ययोजना (प्रोजेक्ट) तैयार करने एवं क्रियान्वयन की सैद्धांतिक स्वीकृति अपेक्षित है।

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नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क का एरिया कम पड़ने लगा है। नर चीता पवन और मादा चीता आशा कूनो से निकलकर जंगल में घूम रहे हैं। आशा धौरेट सरकार बाबा मंदिर इलाके के जंगल में विचरण करने के बाद पोहरी-बैराड़ के रास्ते शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क तक पहुंच चुकी है। पवन भी माधव नेशनल पार्क में जा चुका है। फिलहाल आशा माधव नेशनल पार्क के बाहर है, लेकिन अभी भी उसकी लोकेशन शिवपुरी के वन रेंज में है।नर चीते गौरव और शौर्य की जोड़ी भी कूनो नेशनल पार्क के जंगल से निकलकर रिहायशी गांवों के आसपास देखी जा चुकी है। यह स्थिति तब है, जब महज 7 चीतों को ही बाड़े से कूनो के खुले जंगल में छोड़ा गया है। बचे 11 चीतों को खुले जंगल में रिलीज करने के बाद स्थिति और भी बिगड़ने की संभावना बन सकती है।चीतों के लिए कम पड़ रही जगह को देखते हुए वन विभाग ने जरूरी कवायद शुरू कर दी है। कूनो में चीतों की लगातार मौत होने की घटनाओं के दौरान पिछले दिनों मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) जेएस चौहान का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। यह पत्र केंद्र सरकार के लिए लिखा गया था, जिसमें कूनों में चीतों के लिए जगह कम पड़ने की बात सामने आई थी।सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में दखल देकर चीतों के लिए राजस्थान और एमपी के दूसरे राष्ट्रीय उद्यानों में संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए थे। चीता प्रोजेक्ट एमपी में ही रहे, इसलिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के गांधी सागर राष्ट्रीय अभयारण्य को चीतों का दूसरा नया घर बनाने की बात पिछले दिनों कही थी। इसके बाद कूनो से राजस्थान में चीता शिफ्ट करने की संभावनाएं टल गई हैं। हालांकि, चीतों को दूसरे अभयारण्य में कब तक शिफ्ट किया जाएगा, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। वन विभाग के अधिकारी भी इस मामले में कुछ कहने से फिलहाल बच रहे हैं।रिहायशी इलाकों के आसपास देखे जाने के बाद माधव नेशनल पार्क तक पहुंच चुके नर चीते पवन को फिलहाल कूनो के बड़े बाडे़ में रखा गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने ये फैसला परेशानी से बचने और चीते की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया। पवन को खुले जंगल में घूमना और शिकार करना बेहद पसंद है।कूनो के अधिकारी और मैदानी अमला पवन के इस रवैये से बेहद परेशान थे। बड़े बाड़े में कैद पवन को स्ट्रेस होना लाजमी है। वन विभाग के अधिकारी भी बार-बार कह रहे हैं कि चीतों को बाडे़ में रखने के लिए नहीं लाया गया है। उन्हें एक महीने से ज्यादा समय तक बाडे़ में रखना ठीक नहीं है।  

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ट्रिप एडवाइजर' US के ट्रेवलर्स च्‍वाइस अवॉर्ड-2023 में मध्‍यप्रदेश राज्‍य पर्यटन विकास निगम की 12 होटलों ने ट्रिप एडवाइजर्स एनुअल ट्रेवलर्स च्‍वाइस अवॉर्ड जीते हैं। इनमें भोपाल की पलाश रेसीडेंसी भी शामिल हैं।एमपीटी के प्रबंध संचालक कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि पलाश रेसीडेंसी भोपाल, बघीरा जंगल रिसॉर्ट मोचा, बायसन रिसॉर्ट मढ़ई, कलचुरी रेसीडेंसी जबलपुर, रॉक एंड मनोर पचमढ़ी, चंपक बंगलो पचमढ़ी, ग्‍लेन व्‍यू पचमढ़ी, होटल अमलतास पचमढ़ी, शीशमहल ओरछा, व्हाइट टाइगर फॉरेस्ट लॉज बांधवगढ़ एवं तानसेन रेसीडेंसी ग्‍वालियर को अवॉर्ड मिले हैं। वहीं निगम की ओरछा स्थित इकाई बेतवा रिट्रीट ने संस्‍था का 'बेस्‍ट ऑफ बेस्‍ट' अवार्ड 2023 जीता है।'ट्रिप एडवाइजर' कंपनी पूरे विश्‍व में विभिन्‍न स्‍थानों पर गए पर्यटकों से प्राप्‍त रिपोर्ट के आधार पर मूल्‍यांकन कर हर वर्ष यह अवॉर्ड प्रदान करती है। पर्यटकों की ओर से दुनियाभर के होटल, रेस्तरां और दूसरे स्थानों को दी हुई रेटिंग के आधार पर ट्रेवलर्स च्वाइस अवॉर्ड के लिए चुना जाता है। दुनिया भर के पर्यटक हर साल इसमें भाग लेते हैं और अपनी पसंद के आधार पर वोटिंग करते हैं। हर कैटेगरी में दुनिया के चुनिंदा 25 शहरों, पर्यटन स्‍थलों, और होटल्‍स रेस्टोरेंट की सूची बनाकर प्रत्‍येक श्रेणी में अवॉर्ड की घोषणा की जाती है।एमपीटी की समस्त इकाईयों में पर्यटकों के ठहरने के लिए पूर्णत: सुसज्जित अतिथि कक्षों, खान-पान, मनोरंजन गतिविधियां और आरामदायक स्टे की सुविधाएं दी जाती हैं। पश्चिमी देशों विशेष कर फ्रांस, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन, स्‍कॉटलैंड आदि के पर्यटक विश्‍व के किसी भी देश में पर्यटन पर जाने के लिए उक्‍त संस्‍था द्वारा चिन्हित स्‍थानों पूर्ण संरक्षित रात्रि विश्राम एवं खान-पान की दर, मात्रा एवं गुणवत्‍ता को विश्‍वास सहित प्राथमिकता देते हैं।

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उज्जैन। गर्मी से राहत देनेवाली लिची उत्तर भारत में बड़े चाव से खाई जाती है, लेकिन उज्जैन वालों को यह ज्यादा नहीं भाती...यही कारण है कि फल व्यापारी इसे नहीं मंगवाते हैं। शहर के करीब 15 फल बेचनेवाले रोजनदार हैं, जो रोजाना सुबह इंदौर की चौइथराम मण्डी जाते हैं तथा 12 से 18 पेटियां लीची की खरीद लाते हैं। यहां दिनभर में इसे बेचकर, अगले दिन फिर से माल लेने इंदौर चले जाते हैं। चर्चा में रोजनदार बहादुरसिंह सोलंकी ने बताया कि इस समय इंदौर में बिहार से लीची आ रही है, चूंकि उज्जैन के बड़े व्यापारी यह माल उज्जैन नहीं मंगवा रहे हैं, इसलिए हम करीब 15 लोग मिलकर 12 से 18 पेटी लीची रोजाना खरीद लाते हैं। इसकी उम्र पेटी खुलने के बाद 5 या 6 दिन रहती है। इसलिए हम थोड़ा माल लाते हैं। एक पेटी में 14 किग्रा माल रहता है। भाव इस समय 220 रू.प्रति किग्रा है। उठाव केवल उच्च परिवारों एवं उच्च मध्यमवर्गीय परिवारों में ही है। आम आदमी पूछताछ भी नहीं करता है।

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उज्जैन। नेपाल राष्ट्र के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन हेतु 2 जून को आ रहे है । श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि इस दौरान 2 जून को महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था इस प्रकार रहेगी। श्री महाकाल लोक दोपहर 12 बजे के बाद दर्शनार्थियों के लिए खोला जाएगा। सामान्य दर्शन व्यवस्था चालू रहेगी सामान्य दर्शन के लिए दर्शनार्थी हरसिद्धि चौराहे से बड़ा गणेश से हो कर चार नंबर गेट से विश्राम धाम व सभा मंडप में होते हुए गणपति मंडपम में बेरिकेट से दर्शन के लिए पहुंचेंगे। दर्शन उपरांत इसी रास्ते से वापस होकर दर्शनार्थी पांच नंबर गेट से वापस जाएंगे। इस दौरान गर्भगृह दर्शन, शीघ्र दर्शन बंद रहेगी। 2 जून को श्री महाकाल महालोक एवं दर्शन दोपहर 12 बजे बाद से पुनः प्रारंभ हो जायेगे।

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जबलपुर। गुंडों, माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को कुख्यात सटोरिये दिलीप खत्री के मकान के अवैध हिस्से पर प्रशासन का बुलडोजर चला। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। जबलपुर के कुख्यात सटोरिया दिलीप खत्री के घर पर गुरुवार को प्रशासन का बुल्डोजर चला। गुरुवार सुबह जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की टीम दिलीप खत्री के मकान पर पहुंची और संयुक्त कार्रवाई करते हुए मकान का एक हिस्सा तोड़ दिया। सटोरिया दिलीप खत्री ने मकान को 20 फीट तक अवैध रूप से आगे बढ़ा रखा था। उसके मकान के ऊपर की मंजिल पर एक फिटनेस सेंटर भी था। खत्री लंबे समय से फरार है, जिसके खिलाफ शहर के कई थानों में दर्जनों अपराध दर्ज हैं।

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भोपाल नौतपा का बुधवार को सातवां दिन है, लेकिन प्रदेश में आंधी - पानी का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार जून की शुरुआत में भी मौसम ऐसा ही रहेगा। जून की शुरुआत आंधी-बारिश से होगी। 3 से 5 जून तक ग्वालियर और चंबल में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव रहेगा, जिसके चलते यहां 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से हवा चल सकती है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में भी पानी गिरने की संभावना है। ओले भी गिर सकते हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के ग्वालियर में 1 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। भोपाल, रतलाम, गुना, सिवनी, शिवपुरी, सागर में भी पानी गिरा है। बारिश के कारण कई स्थानों पर तापमान में गिरावट आई है। गुना में तापमान पचमढ़ी से भी कम रहा। गुना में मंगलवार रात का तापमान 19.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, जबकि पचमढ़ी में यह 19.6 डिग्री रहा। टीकमगढ़ और सतना में सबसे ज्यादा रात का तापमान 26 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के बाकी जिलों में यह 26 डिग्री से कम रहा। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए ग्वालियर-चंबल संभाग में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां तेज हवा और बारिश का दौर जारी रहेगा। हवा की स्पीड 50 कि.मी.प्रतिघंटा या इससे ज्यादा रह सकती है। अन्य जिलों में भी इसका असर रहेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के अनुसार 1 जून को उत्तर भारत में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर 3 जून से प्रदेश में दिखने लगेगा। 3, 4 और 5 जून को उत्तरी मध्यप्रदेश यानी ग्वालियर-चंबल संभाग समेत अन्य स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर समेत अन्य शहरों में भी मौसम का असर देखने को मिलेगा।

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हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में टिमरनी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नौसर के पास बुधवार सुबह तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई और इसके बाद उसमें आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कार में बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। हादसे में कार सवार चार लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी समेत एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं।   सूचना मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। टिमरनी थाना प्रभारी सुशील पटेल ने बताया कि जिले के ग्राम बरकला चारखेड़ा निवासी अखिलेश पुत्र महेश कुशवाहा, राकेश पुत्र महेश कुशवाहा, शिवानी पत्नी राकेश कुशवाहा और आदर्श पुत्र गोलू चौधरी बुधवार की सुबह सीहोर जिले के दीपगांव से अपने गांव लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया।     घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश्वरी महोबिया भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार कंचन ने बताया कि जब तक लोग मौके पर पहुंचे, कार सवार चारों लोगों की मौत हो चुकी थी। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए टिमरनी अस्पताल भेजा गया है। चारों शव बुरी तरह से जल गए हैं। मृतकों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच थी। कार बरकला चारखेड़ा गांव निवासी अखिलेश पुत्री महेश कुशवाहा के नाम से रजिस्टर्ड है।       बताया गया है कि राकेश कुशवाहा टिमरनी में रिलायंस पेट्रोल पंप पर काम करता था। उसका छोटा भाई अखिलेश बरकला चारखेड़ा में फोटो स्टूडियो चलाता था। उन्हीं के गांव का रहने वाला आदर्श चौधरी भी फोटोग्राफी का काम करता था। आदर्श और अखिलेश फोटोग्राफी का काम करने के लिए सीहोर के दीपगांव गए थे। वहां से बुधवार सुबह लौटते समय इन लोगों ने राकेश और उसकी पत्नी शिवानी को भी साथ ले लिया था। बताया जा रहा है कि राकेश की छह माह पूर्व शादी हुई थी। उसकी ससुराल भेरुन्दा क्षेत्र में थी।       प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना सुबह करीब 7.00 बजे की है। तेज रफ्तार होने के कारण कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई और इसके बाद उसमें आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि उसमें सवार लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। लोग मौके पर पहुंचे, तब तक आग ने पूरी कार को अपनी चपेट में ले लिया था। लोगों ने कार का गेट खोलने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी बीच लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। देखते ही देखते कार में सवार लोग जिंदा जल गए।  

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मुरैना। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के काशी बाबा कॉलोनी इलाके में रहने वाले एक युवक की पीलिया एवं पसली में पानी भरने के चलते मंगलवार की सुबह मौत हो गई। परिजन जब उसकी शव यात्रा लेकर जा रहे थे, तभी मृतक के शरीर में हलचल होने लगी, इतना ही नहीं शरीर से खून भी टपकने लगा। जिसके बाद 2 घंटे तक उसकी जांच कराई गई व वहीं एक भगत को भी बुलाया गया, परंतु इस मशक्कत के बाद भी कुछ नहीं हुआ और जिला अस्पताल में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।   जानकारी के अनुसार जीतू (उम्र 25 साल) पुत्र बच्चू प्रजापति एक माह से बीमार चल रहा था। परिजनों के अनुसार सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 2 बजे उसकी मौत हो गई। कॉलोनी में रहने वाले कुछ जानकार लोगों ने उसकी नाड़ी देखी तथा बताया कि उसकी मौत हो गई है। मंगलवार सुबह 10 बजे के लगभग उसकी शवयात्रा जब घर से निकलने लगी तो रास्ते में शवयात्रा में चल रहे किसी व्यक्ति ने देखा कि उसकी उंगली से खून टपक रहा था और शरीर में कुछ हलचल सी महसूस हुई, जिस पर अर्थी को जौरी श्मशान घाट में पेड़ के नीचे रखकर स्थानीय चिकित्सक को बुलाकर परीक्षण कराया और भी तमाम कवायद की गई, परंतु कोई हल नहीं निकला। इसके पश्चात गंज रामपुर निवासी सोबरन प्रजापति भगत को बुलाया गया तो उन्होंने भी दवा पिलाई, पर कोई असर नहीं हुआ और जीतू को मृत घोषित कर दिया। बाद में उसे जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया, तब कहीं जाकर दो घंटे बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।

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शिवपुरी। शिवपुरी में इस समय प्याज की बंपर आवक हो रही है। मंडी में करीब 200 से 300 ट्रॉली प्रतिदिन प्याज आ रही है लेकिन प्याज उत्पादक किसानों को प्याज के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। बाहरी प्रदेशों में प्याज की डिमांड ना होने के कारण व्यापारी कम दाम में प्याज ले रहे हैं जिसके कारण किसान वर्ग परेशान है। प्याज के सही दाम न मिल पाने से प्याज उत्पादक किसानों के आंसू निकल रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस समय प्याज 200 से 300 प्रति टन यानी कि 5 से 8 रुपए प्रति किलो खरीदी जा रही है। इस भाव में किसानों की लागत का मूल्य भी नहीं निकल रहा है।   किसानों का कहना है कि बीते कुछ सालों से लागत काफी बढ़ गई है इसके विपरीत उन्हें प्याज के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि मंडी में स्थिति यह है कि यहां पर 200 से 300 ट्रॉली प्रतिदिन प्याज आ रही है लेकिन प्याज के खरीदार नहीं है। मंडी में एक से दो दिन प्याज बेचने में लग जाते हैं। इसके बाद भी सही दाम नहीं मिल रहे हैं।   दूसरे प्रदेशों में डिमांड न होने से गिर गए भाव-   शिवपुरी में इस साल प्याज का बंपर उत्पादन हुआ है। बंपर उत्पादन के बीच 200 से 300 ट्रॉली प्रतिदिन शिवपुरी की पिपरसमां मंडी में प्याज आ रही है इसके विपरीत दूसरे प्रदेशों में प्याज की डिमांड नहीं है जिसके कारण प्याज के सही रेट किसानों को नहीं मिल पा रहे। किसानों को स्थानीय व्यापारियों ने बताया है कि पहले शिवपुरी की प्याज आगरा, दिल्ली, आगरा, कानपुर और नेपाल तक जाती थी लेकिन अब इन क्षेत्रों में प्याज की डिमांड नहीं है। इसके अलावा निर्यात पर भी प्रतिबंध है जिसके कारण प्याज के दाम किसानों को सही नहीं मिल पा रहे हैं।   किसान बोले- मोदी जी निर्यात की अनुमति दी जाए-   प्याज के उचित दाम नहीं मिल पाने के बाद शिवपुरी के किसानों का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री मोदी जी को प्याज का निर्यात प्रारंभ करना चाहिए जिससे कि किसानों को उचित दाम मिल सके। स्थानीय किसानों ने बताया कि इस समय देश से प्याज निर्यात पर प्रतिबंध है जिसके कारण देश से बाहर प्याज नहीं जा पा रहा है। किसानों ने डिमांड रखी है कि मोदी जी को प्याज निर्यात की परमिशन देनी चाहिए जिससे किसानों को कुछ फायदा मिल सके।   पहले टमाटर ने पीटा अब प्याज ने निकाले आंसू-   शिवपुरी जिले में टमाटर और प्याज का उत्पादन ज्यादा होता है लेकिन इस बार इन दोनों ही चीजों के दाम काफी नीचे रहे। टमाटर की भी बाहरी प्रदेशों में कोई डिमांड ना होने के कारण मेन सीजन में टमाटर 2 से 3 रुपए किलो बेचा गया था। जिससे स्थानीय किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ। अब प्याज भी किसानों के आंसू निकाल रही है क्योंकि प्याज भी 5 से 8 रुपए किलो तक बिक पा रही है जिसमें उनकी लागत भी नहीं निकल रही है।

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भोपाल। सलकनपुर स्थित विजयासन देवी धाम देशभर में आस्था के एक बड़े केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में देवीलोक का निर्माण कराया जा रहा है। सलकनपुर में 29 मई से प्रारंभ हुए देवी लोक महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम 31 मई को आयोजित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान शामिल होंगे और देवी लोक की आधारशिला रखेंगे। जनसम्पर्क अधिकारी राजेश बैन ने मंगलवार को बताया कि देवी लोक महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में एक लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे। देवी लोक में देवी के नौ रूपों तथा 64 योगिनी को शास्त्रों में वर्णित कथाओं के साथ आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। भव्य देवी लोक के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की कार्ययोजना बनाई गई है। इसके साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनेक निर्माण एवं विकास के कार्य कराए जा रहे हैं। देवी लोक के निर्माण के पश्चात धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन पर आधारित आर्थिक गतिविधियों का भी विस्तार होगा। उन्होंने बताया कि यह धार्मिक अवधारणा के अनुरूप विकसित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत पर्यटक सुविधाओं के साथ-साथ देवी विंध्यवासिनी के विभिन्न स्वरूपों का चित्रण पृथक-पृथक अधोसंरचनाएं निर्मित कर किया जाएगा। समस्त कार्यों को हेरिटेज एवं धार्मिक स्वरूप के दृष्टिकोण से पत्थरों से सौंदर्यीकरण किया जाएगा। चौसठ योगिनी प्लाजा देवी लोक में 64 योगिनी प्लाजा वृत्ताकार निर्मित किया जाएगा। जिसमें 64 योगिनियों के विभिन्न आयामों को म्यूरल के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। देवी के विभिन्न स्वरूपों को प्रदर्शित करने की इस कल्पना को मध्यप्रदेश के भेड़ाघाट तथा उड़ीसा के हीरापुर से लिया गया है। नवदुर्गा कॉरिडोर मंदिर पहुंचने के पहले माता विजयासन देवी के नौ स्वरूपों को पृथक-पृथक म्यूरल के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। देवी के नौ स्वरूपों को कहानी तथा श्लोक के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। देवी लोक की अन्य विशेषताएं मंदिर के मुख्य द्वार के पास सप्त मातृका को मूर्ति तथा म्यूरल आर्ट के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। वेटिंग हॉल के टेरेस पर महाविद्या थीम पर मां काली, तारा, छिन्नमस्ता, सुंदरी, बगुला मातंगी, भुनेश्वरी, सिद्ध विद्या, भैरवी एवं धूमावती की झांकियां मूर्ति एवं म्यूरल आर्ट के रूप में प्रदर्शित की जाएंगी। माता विजयासन मंदिर के मुख्य द्वार को लाल पत्थरों से सौंदर्यीकरण कर मां दुर्गा के विभिन्न श्लोक म्यूरल एवं संकेतों से सुसज्जित किया जाएगा। प्रवेश द्वार के समीप फाउंटेन ऑफ लाइट बनाया जाएगा। सुंदर पार्क तथा पर्यटक के विश्राम के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं रहेंगी। श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सीढ़ी मार्ग के प्रारंभ में प्रवेश द्वार एवं सरोवर के मध्य एक भक्ति मार्ग के रूप में एक स्थान निर्मित किया जा रहा है।

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उज्जैन। गंगा दशहरा उत्सव मंगलवार को श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 80 से अधिक कलाकार लागातार 18 घंटे नृत्य की प्रस्तुति दे रहे हैं, तो पंचदशनाम जूना अखाड़ा के साधु-संतों ने नीलगंगा सरोवर में शाही स्नान किया। शाम को श्री शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का समापन होगा। गोधूलि बेला में मोक्षदायिनी शिप्रा को 400 मीटर लंबी चुनरी ओढ़ाई जाएगी। इसके बाद शिप्रा गंगा माता की महाआरती होगी। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में गंगा दशहरा पर बीते 35 वर्षों से रसराज प्रभात नृत्य संस्थान के कलाकार नटराज बाबा महाकाल को नृत्यांजलि अर्पित करते आ रहे हैं। इस बार भी भस्म आरती से नृत्यांजलि प्रारंभ हो गई है और शयन आरती तक लगातार 18 घंटे 80 से कलाकार अधिक नृत्य की प्रस्तुति देंगे। संगत कलाकार हर्ष यादव तबला, मानस शर्मा हारमोनियम तथा गायन सृष्टि साहू द्वारा किया जाएगा। बड़वाह के संजय महाजन भी अपने ग्रुप के साथ प्रस्तुति देंगे। नृत्यांगना मृणानिली चौहान एवं साथी कलाकार शिव वंदना की प्रस्तुति देंगे। गंगा दशहरा पर्व पर श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा द्वारा नीलगंगा घाट पर भव्य उत्सव मनाया गया। सुबह 6.30 बजे सिंहस्थ की तर्ज पर साधु-संतों की पेशवाई निकली। समापन पर सुबह सात बजे नीलगंगा सरोवर में साधु-संतों का शाही स्नान हुआ। शाम सात बजे नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी अर्पित की जाएगी। महाआरती के उपरांत भव्य आतिशबाजी होगी। सांस्कृतिक सांझ निनाद नृत्य अकादमी की बालिकाओं द्वारा गंगा स्तुति की प्रस्तुति दी जाएगी। इंदौर से आए संगीत दल शिव स्तुति की प्रस्तुति देगा। समापन पर भंडारा महाप्रसादी का आयोजन होगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 मई से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया है। इसके प्रभाव के चलते प्रदेश में फिर से बारिश, आंधी और ओले का दौर शुरू हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने सोमवार को भोपाल, ग्वालियर, सागर और चंबल संभागों में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल संभाग में भी मौसम बदला हुआ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में पहले से तीन वेदर सिस्टम एक्टिव हैं। रविवार से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने से मौसम में ज्यादा बदलाव आया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने से वेदर सिस्टम और भी मजबूत हुआ है। इसी कारण प्रदेश में बारिश, ओले और आंधी का सिलसिला चल रहा है। प्रदेश में रविवार दोपहर से ही तेज हवाओं और बारिश का दौर शुरू हो गया था। उज्जैन, सीहोर, रायसेन, गुना समेत कई जिलों में आंधी चली। तेज बारिश हुई, तो कई जगह ओलावृष्टि भी हुई। नर्मदापुरम में दोपहर बाद बादल छाए रहे तथा शाम को ठंडी हवाएं चलीं। मौसम विभाग ने सोमवार को श्योपुरकलां, गुना, राजगढ़, विदिशा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, सागर, शाजापुर, डिंडोरी, आगर-मालवा और सिवनी में ओले गिरने की आशंका जताई है। नौतपा में नहीं आया तापमान में उछाल 25 मई से नौतपा की शुरुआत हो गई है। लेकिन बीते चारों दिन कहीं न कहीं बारिश हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सीहोर, विदिशा, उज्जैन समेत प्रदेशभर में मौसम बदला सा रहा। कहीं तेज हवा चली तो कहीं बारिश और ओले गिरे। इस कारण दिन के तापमान में उछाल नहीं आ पाया है।

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चुनावी साल में अब मध्यप्रदेश सरकार को प्रदेश के बुजुर्गों ने भी घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। बुजुर्गों ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर सरकार विचार नही करती तो आगामी दिनों में भोपाल वल्लभ भवन को घेरने से भी बाज नही आयेंगे। पेंशनर्स संघ ने अपने आंदोलन का आगाज जबलपुर से कर दिया है। नर्मदा नदी के उमा घाट में पेंशनर्स ने जल सत्याग्रह किया और सरकार को चेतावनी भी दी है।दरअसल शासकीय कर्मचारियों की तरह पेंशनर्स भी मंहगाई राहत और पुराने एरियर्स की मांग सरकार से कर रहें है, पर जब सरकार ने इस और ध्यान नही दिया तो पेंशनर्स सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में आ गए है, लगातार आंदोलन कर रहे राज्य सरकार के पेंशनर्स ने आज जबलपुर में जल सत्याग्रह किया। पेंशनर्स संघ के सैकड़ों सदस्य आज नर्मदा मनदी के गौरीघाट पहुंचे और उमा घाट में उतर कर अर्धनग्न प्रदर्शन किया।नदी में खड़े होकर पेंशनर्स ने यहां घंटों तक खड़े होकर सरकार का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। पेंशनर्स की मांग है कि राज्य पुनर्गठन की धारा 49 को खत्म किया जाए, जिसके तहत अगर किसी एक राज्य में पेंशनर्स का डीए बढ़ाना हो तो दोनों राज्यों यानि मध्यप्रदेश और छत्तीगढ़ की मंजूरी ज़रुरी होती है जिससे पेंशनर्स की मंहगाई राहत अटक जाती है... पेंशनर्स एसोसिएशन का कहना है कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो वो आगे जाकर अपना आंदोलन और तेज करेंगे।पेंशनर्स संघ के नर्मदा नदी में आंदोलन करते हुए मध्यप्रदेश पेंशनर्स संघ के प्रदेश अध्यक्ष एचपी उरमालिया ने कहा कि ये चुनावी साल है और हम अपनी लड़ाई 2018 से लड़ रहें है पर सरकार है कि इस और ध्यान नही दे रहीं है। पेंशनर्स ने मां नर्मदा से विनती की है कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सद्बुद्धि दे कि वह हमारी मांगों पर विचार करें, और उनकी कुर्सी सलामत रहें, अगर हमारी मांगों पर विचार नही हुआ तो मां नर्मदा का आशीर्वाद भी मुख्यमंत्री को नही मिलेगा और फिर किसी कीमत में उनकी कुर्सी सलामत नही रह सकती।

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गौरव उत्सव के तहत सोमवार को 30 स्थानों पर ब्लड डोनेशन कैम्प लगाए गए। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के आह्वान पर रक्तदान के लिए मानो जैसे होड़ लग गई हो। इसमें आमजन से लेकर खास तक आगे आए और रक्तदान किया।रक्तदान करने वालों में प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी, नेता, उद्योगपति, व्यापारी सहित कई वर्गों के लोग शामिल हैं। रक्तदान को लेकर इतना उत्साह रहा कि कई कैंप स्थलों पर आकर्षक साज-सज्जा, चाय, दूध, नाश्ते का इंतजाम था तो कहीं गीत-संगीत भी रहा। संभवत: इंदौर के लिए यह पहला मौका है कि जब कई लोगों ने एक साथ रक्तदान किया।इनकम टैक्स विभाग में सांसद शंकर लालवानी ने रक्तदाताओं से भेंट की उनकी भावना को सराहा और प्रशस्ति पत्र देकर उनके प्रति आभार भी जताया। इसी तरह खजराना मंदिर परिसर में भी कैंप आयोजित किया गया, जहां कई लोगों ने रक्तदान किया।रेड क्रॉस, चमेली देवी ब्लड बैंक में होमगार्ड के डिवीज़नल कमांडेंट बीपी वर्मा, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट सुमत जैन, कंपनी कमांडेंट वीरेंद्रसिंह जादौन ने रक्तदान किया। सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी में भी कई लोग रक्तदान को लेकर आगे आए।एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मप्र के पोलो ग्राउंड स्थित कार्यालय पर आकर्षक साज-सज्जा की गई। यहां एडीएम राजेश राठौर ने रक्तदान की शुरुआत की। इसके बाद उद्योगपतियों व कर्मचारियों ने किया। बीएसएफ कैंपस व सराफा एसोसिएशन द्वारा भी कैंप आयोजित किया गया।

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इंदौर। शहर के एक मंदिर में मूर्ति स्थापना के पहले तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। घटना शनिवार देर रात की है। रविवार सुबह मंदिर का दरवाजा खोलने पर घटना का खुलासा हुआ। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितोंकी तलाश में जुट गई है। जानकारी अनुसार इतवारिया बाजार स्थित मंदिर के नवनिर्मित गर्भगृह में तैयार किया जा रहा था। मंदिर में खाटू श्याम की प्रतिमा स्थापित किया जाना है। शनिवार देर रात कुछ अज्ञात असामजिक तत्वों ने मंदिर में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। रविवार सुबह जब पुजारी मंदिर पहुंचे तो वारदात का खुलासा हुआ। घटना की जानकारी मिलने के बाद मंदिर प्रबंध समिति के लोग पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।

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मुरैना। जिले के कैलारस थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चौडेरा और कोंडेरा में चाट के ठेले से आलू भल्ला खाने से शनिवार की रात 12 लोग बीमार हो गए। इनमें आठ बच्चे और चार महिलाएं हैं। बीमार हुए लोगों में से एक गर्भवती महिला को गंभीर हालत में कैलारस अस्पताल से मुरैना जिला अस्पताल रेफर किया गया है।     पुलिस के अनुसार, ग्राम चौडेरा एवं कोंडेरा में शनिवार की शाम एक चाट का ठेला आया था। इस ठेले पर पानीपुरी के साथ आलू भल्ला भी थी। गांव में चाट का ठेला देखकर कई महिलाओं और बच्चों ने खाने के लिए चाट बनवाई। कई ने पानीपुरी और आलू भल्ला खाया। पानीपुरी पीने वालों की सेहत पर तो कोई असर नहीं हुआ, लेकिन आलू भल्ला खाने वाले लोग एक-एक करके बीमार होने लगे। पहले पेट दर्द शुरू हुआ, फिर लगातार उल्टी होने लगीं। दोनों गांवों में रात के समय दो घंटे में 12 लोग बीमार हो गए। ग्रामीणों ने उन्हें अपने-अपने वाहनों से कैलारस के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां सभी को एक जैसे लक्षण देखकर चिकित्सकों ने उन्हें फूड पाइजनिंग का शिकार होना बताया। इनमें से 11 लोगों का इलाज कैलारस अस्पताल में चल रहा है, जबकि एक महिला गर्भवती की हालत बिगड़ने पर उसे देर रात मुरैना जिला अस्पताल रेफर किया गया है। घटना की जानकारी मिलने पर अपर कलेक्टर नरोत्तम भार्गव और सीएमएचओ डा. राकेश शर्मा ने फोन कर बीमार बच्चों का हालचाल जाना और डाक्टरों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए।     कैलारस के बीएमओ डॉ. एसआर मिश्रा ने बताया कि यह फूड पाइनिंग का शिकार हुए है। खाने में दूषिया या बासी पदार्थ खा लिया है। सभी बीमार 8 बच्चों और 4 महिलाओं में लक्षण एक जैसे ही है। बच्चों ने पेट में दर्द, उल्टी दस्त और चक्कर आने की शिकायत है, उनका उपचार किया जा रहा है। धीरे-धीरे उनकी हालत में सुधार हो रहा है।     उन्होंने बताया कि कोंडेरा गांव में ढाई साल की रिया पुत्री धीरू जाटव, आठ वर्षीय मोहित पुत्र जितेंद्र जाटव, चौडेरा गांव में दो साल की मोनिका पुत्री कल्ला कुशवाह, दो वर्षीय सैंकी पुत्री वीरेंद्र कुशवाह, चार सल की नैना पुत्री वीरेंद्र कुशवाह, आठ साल की सुजाता पुत्री रामलखन जाटव, छह साल का आशिक पुत्र रामलखन जाटव, चार साल का अनुज पुत्र रामलखन जाटव, 27 वर्षीय अनीता पत्नी सुनील धाकड़, 19 वर्षीय लवली पत्नी कमलसिंह जाटव, 55 वर्षीय शीला पत्नी नेकराम जाटव का इलाज कैलारस अस्पताल में चल रहा है। वहीं, 27 साल की रवीना पत्नी कल्ला कुशवाह को गंभीर हालत में मुरैना रेफर किया गया है।

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सिवनी मालवा नगर पालिका ने वर्षा से पहले बाढ़ आपदा की रोकथाम और स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में बड़े नालों और नालियों की साफ-सफाई करवाई। कचरा नदियों में ना जाए इसकी रोकथाम के लिए लोहे की जाली लगवाई जा रही है। नागरिकों को कचरा नालों में नहीं डालते हुए नगर पालिका के स्वच्छता वाहन में डालने के लिए जागरूक किया।मुख्य नगरपालिका अधिकारी राकेश मिश्रा ने बताया कि वर्षा पूर्व शहर के बड़े नाले और नालियों को साफ करने का कार्य निकाय कर रहा है। जो नागरिक नालों पर अतिक्रमण या गंदगी फैलाई रहे हैं, उनको नोटिस देकर व जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि हर साल वर्षा से पहले सफाई नहीं हो पाने के चलते नगर में जलभराव की हो जाता है।नगर पालिका अध्यक्ष रीतेश जैन ने बताया कि नाले नदी साफ रहेंगे, तो बारिश के समय पानी निकलने में समस्या नहीं होगी। हमने नागरिकों से अपील की है कि कचरा नदी नालों में ना डालें। उसके लिए नगर पालिका कचरा वाहन चला रहा है, उसमें ही कचरा डालें।विशेष सफाई अभियान स्वच्छता निरीक्षक डॉ प्रशांत कुमार शर्मा, सचिन मलैया, प्रभारी सफाई जमादार नरेंद्र गोहर, विनोद महोरिया और सफाई दल उपस्थित रहे।  

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देवीधाम सलकनपुर में 29 मई से 31 मई तक तीन दिवसीय देवी लोक महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान सलकनपुर में अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम व विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। देवीलोक महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे और महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में बनने जा रहे देवी लोक की आधारशिला रखेंगे। सलकनपुर में आयोजित होने वाले इस देवी लोक महोत्सव के पूर्व गांव-गांव व शहरों में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जा रही है।देवी लोक महोत्सव को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। देवी मंदिर एवं मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी विद्युत रोशनी से सजाया गया है। इस दौरान मंदिर, सीढ़ी मार्ग, वाहन मार्ग, विश्राम गृह, मंदिर परिसर में स्थित गार्डन व वृक्षों को भी विद्युत रोशनी से सजाया गया है। देवी लोक महोत्सव को लेकर लोगों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। नागरिक अपने त्यौहारों की तरह ही देवी लोक महोत्सव को भी हर्षोल्लास से मनाने के लिए उत्साहित है। देवी लोक महोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए भ्रमण कर रहे प्रचार रथ के साथ बुजुर्गों तथा महिलाओं के साथ ही नन्हीं-नन्हीं बालिकाएं भी सिर पर देवी का कलश लिए और हाथों में मां के नाम की चुनरी लेकर यात्रा में शामिल हो रही है। सलकनपुर में बनने जा रहे इस देवी लोक की आधारशिला रखने वाले इस महोत्सव में शामिल होने के लिए नागरिकों के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई दे रही है।देवीधाम सलकनपुर में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय देवी लोक महोत्सव का जिलेभर में विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। दीवार लेखन के माध्यम से चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है, चलो सलकनपुर 31 मई जैसे नारों से लोगों को देवी लोक महोत्सव में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। माइक से मुनादी कराई जा रहीं है।

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बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के नाईट कल्चर के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं.अब  कैलाश विजयवर्गीय के  बयानों के समर्थन में अब 56 दुकान के व्यापारी भी आगे आए हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने विजयवर्गीय की बात को सही ठहराते हुए कहा है कि शहर तेजी से नशे के गर्त में जा रहा है।व्यापारियों का कहना है कि रात खराब नहीं है, बल्कि उसकी फ़िजा खराब है। शहर की संस्कृति को पब और बार खराब कर रहे हैं। रात को होने वाली अश्लीलता व झगड़े की जड़ नशा है। इसके खिलाफ सभी की सहभागिता जरूरी है।वीडियो में 56 दुकान व्यापारी संघ के अध्यक्ष गुंजन शर्मा व अन्य व्यापारियों ने कहा कि विजयवर्गीय की चिंता जायज है। जब शहर नशे की गिरफ्त में है तो दुख होता है कि इंदौर अराजकता की ओर बढ़ रहा है। हम लोग 40 साल से यहां व्यवसाय कर रहे हैं। यहां रात 12 बजे तक बाजार संचालित होता है, लेकिन कभी झगड़ा नहीं हुआ। यहां लोग परिवार सहित आते हैं और आनंद लेते हैं। सराफा और 56 दुकान बाजार की अपनी अलग पहचान है।व्यापारियों का कहना है कि युवाओं को 56 दुकान, सराफा चौपाटी जैसी अच्छी आबोहवा की जरूरत है। शहर में ऐसे 10 बाजार और खुलना चाहिए ताकि लोग परिवार के साथ एक स्वस्थ माहौल में आ सके जिससे इस प्रकार के तत्व पब, बार आदि से दूर होंगे।अभी देर रात तक शराब की दुकानें खुली रहती हैं, जिससे उन्हें आसानी से नशा मिल जाता है। उन्होंने कहा कि नशे पर अंकुश बहुत जरूरी है और लोगों को इसे गंभीरता से लेना होगा। नशे के खिलाफ अभियान में हर वर्ग का साथ होना जरूरी है।

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कोलार इलाके में कोचिंग टीचर के पति ने नाबालिग से रेप किया। आरोपी प्राइवेट जॉब करता है,जबकि पत्नी कोचिंग संचालिका है। कोचिंग में 17 साल की नाबालिग पढ़ने जाती थी। इस दौरान आरोपी ने उससे नजदीकी बढ़ाई और उसकी अपने साथ कुछ फोटो खींच ली। इसके बाद उसे वायरल करने की धमकी देकर रिलेशन बनाता रहा। डर की वजह से नाबालिग ने परिजनों को नहीं बताया। इस दौरान आरोपी की पत्नी ने उसके मोबाइल में फोटो देख लिए। तब सारी बात सामने आई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अब आरोपी की तलाश की जा रही है।एसआई संतराम खन्ना ने बताया कि कोलार की रहने वाली 17 साल की नाबालिग 2021 में पढ़ने के लिए एक निजी कोचिंग सेंटर में जाती थी। कोचिंग में आरोपी सुनील कैथल भी आता था। वह प्राइवेट जॉब करता है। इस दौरान उसकी मुलाकात नाबालिग से हुई। आरोपी ने नाबालिग से बातचीत शुरू कर दी। कोचिंग टीचर से नाबालिग के काफी अच्छे रिश्ते थे। इसलिए उसे कभी कुछ गलत नहीं लगा। फरवरी 2021 में आरोपी ने नाबालिग को कोचिंग सेंटर पर बुलाया। उसके साथ जबरदस्ती करके फोटो खिंच लिए। इसके बाद से आरोपी उसे वायरल करने की धमकी देकर रिलेशन बनाता रहा। नाबालिग ने डर के कारण परिजनों को नहीं बताया। इसके बाद तंग आकर नाबालिग ने मिलना बंद कर दिया।25 मई को आरोपी सुनील की पत्नी ने उसके मोबाइल में नाबालिग के साथ फोटो देख लिए। दोनों के बीच काफी लड़ाई झगड़ा हुआ। सुनील को लगा कि नाबालिग ने यह सब उसकी पत्नी को बताया है, जिसके बाद गुस्से में वह नाबालिग के घर जाकर उससे मारपीट करने लगा। इसके बाद सारा मामला परिजनों के सामने आया। नाबालिग ने परिजनों के साथ थाने आकर मामला दर्ज कराया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

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देश भर में सीएम राइस स्कूलों का निर्माण किया जा रहा है.रायसेन शहर के मैदान स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने सीएम राइस स्कूल भवन का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें खुदाई के दौरान निकली मिट्टी को निर्माण एजेंसी द्वारा दशहरे मैदान में डाली गई थी। शनिवार को जब एजेंसी द्वारा मिट्टी को यहां से उठवाया गया तो श्री हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष और पदाधिकारियों द्वारा इस पर आपत्ति जताई।क्योंकि दशहरे मैदान में काफी गड्ढे थे और इन गड्ढों को भरवाने के लिए ही पहले निर्माण एजेंसी ने यह मिट्टी डलवाई थी पर आज निर्माण एजेंसी द्वारा जहां से मिट्टी उठाई गई तो श्री हिंदू उत्सव समिति अध्यक्ष बंटी महेश्वरी द्वारा आपत्ति जताई। इस पर निर्माण एजेंसी वहां से मिट्टी नहीं ले गई।

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रायसेन शहर के सांची मार्ग पर स्थित पुलिस लाइन में एसपी विकास कुमार शाहवाल के मार्गदर्शन में पुलिस विभाग द्वारा ताइक्वांडो योग और जुंबा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें शहर के डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चे भाग ले रहे हैं। बालिकाएं आत्मरक्षा के गुण सीख रही हैं।तो महिलाएं भी खुद को फिट रखने के लिए सुबह इस प्रशिक्षण में पहुंच रही हैं। प्रशिक्षक दिनेश दिवाकर बच्चों को ताइक्वांडो के गुण सीख रहे हैं। बच्चों को योग और जुंबा फिजिकल फिटनेस की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। यह प्रशिक्षण रोज सुबह और शाम को दिया जाता है।पुलिस लाइन में ही स्थित ताइकांडो क्लब पहुंची नवनियुक्त आरआई कविता डामोर ने प्रशिक्षण ले रहे बच्चों से परिचय प्राप्त कर उनका हौसला बढ़ाया। वहीं बच्चों द्वारा उनके समक्ष ताइक्वांडो का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों द्वारा दी गई प्रस्तुति को देखकर उनकी तारीफ की वही उनके द्वारा बच्चों से कहा की और बेहतर और मन लगाकर तैयारी करें। 

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उज्जैन। महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद से उज्जैन के इस क्षेत्र में रोज मेला सा लगा रहता है। खास बात यह है कि महाकाल लोक से कारोबार में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है। इसका सबसे ज्यादा असर होटल इंडस्ट्री, पर्यटन स्थल, आवागमन के साधन और बाजारों में देखने को मिल रहा है। महाकाल लोक बनने से उज्जैन एक बड़ी धार्मिक पर्यटन नगरी बन गया है। अर्थव्यवस्था का पर्यटन से सीधा संबंध है। भगवान महाकालेश्वर के साथ हरसिद्धि, काल भैरव, सांदीपनि आश्रम, मंगलनाथ जैसे दर्जनों मंदिर से उज्जयिनी को धार्मिक नगरी कहा जाता है। महाकाल लोक को लेकर पर्यटकों के बढ़ते क्रेज ने टूरिज्म सेक्टर को भी रफ्तार दी है। महाकाल मंदिर में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी हो गई है। प्रतिदिन 30-35 हजार से ज्यादा लोग महाकाल लोक आ रहे हैं। रविवार और अन्य अवकाश के दिनों में यह संख्या 70-80 हजार तक पहुंच रही है। महाकाल लोक की वजह से होटलों की बुकिंग पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत बढ़ गई है। होटल संचालकों ने टैरिफ भी बढ़ा दिए हैं। उज्जैन आने वाले यात्रियों में ज्यादातर महाकाल लोक को देखने आ रहे हैं। पर्यटकों की संख्या ज्यादा होने के कारण टैक्सी कार के रेट भी बढ़ गए है। अवकाश के दौरान मध्यप्रदेश में पर्यटक वैसे ही ज्यादा आते हैं। महाकाल लोक का आकर्षक भी अब पर्यटकों को खींच रहा है। देशभर से काफी पर्यटक उज्जैन आ रहे हैं। इतना ही नहीं, उज्जैन के साथ ओंकारेश्वर में भी पर्यटकों की तादाद में वृद्धि हो रही है।

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भोपाल। प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार रात हुई बारिश से प्रदेश में नौतपा के तेवर ठंडे होते दिखाई दे रहे हैं। बीती रात राजधानी भोपाल और सीहोर समेत प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो अगले एक सप्ताह तक ऐसा ही मौसम रहेगा। रविवार से फिर नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जो प्रदेश को भिगोएगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे के अनुसार उत्तर भारत में एक चक्रवात बना हुआ है। एक ट्रफ लाइन साउथ यूपी-बिहार और दूसरी ट्रफ लाइन साउथ-ईस्ट एमपी से लेकर कर्नाटक तक गुजर रही है। इस कारण नमी है। इसके चलते बारिश और तेज हवा का दौर बना हुआ है। शनिवार को भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। उज्जैन, देवास, सागर, छतरपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, आगर, अनूपपुर, डिंडोरी और नरसिंहपुर में भी हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 50 किलोमीटर तक रह सकती है। ठंडा ही रहेगा नौतपा मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि 28 मई को एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो जाएगा। इस कारण अगले एक सप्ताह तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। इसके चलते प्रदेश में नौतपा के तेवर ज्यादा गर्म नहीं हो पाएंगे।

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सीहोर। देवीधाम सलकनपुर में 29 मई से 31 मई तक तीन दिवसीय देवी लोक महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान सलकनपुर में अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। देवीलोक महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे और महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में बनने जा रहे देवी लोक की आधारशिला रखेंगे। सलकनपुर में आयोजित होने वाले इस देवी लोक महोत्सव के पूर्व गांव-गांव तथा शहरों में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जा रही है।   देवी लोक महोत्सव को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। देवी मंदिर एवं मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी विद्युत रोशनी से सजाया गया है। इस दौरान मंदिर, सीढ़ी मार्ग, वाहन मार्ग, विश्राम गृह, मंदिर परिसर में स्थित गार्डन तथा वृक्षों को भी विद्युत रोशनी से सजाया गया है। देवी लोक महोत्सव को लेकर लोगों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। नागरिक अपने त्यौहारों की भाँति ही देवी लोक महोत्सव को भी हर्षोल्लास से मनाने के लिए ललाहित दिखाई दे रहे हैं।   देवी लोक महोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए भ्रमण कर रहे प्रचार रथ के साथ बुजुर्गों तथा महिलाओं के साथ ही नन्हीं-नन्हीं बालिकाएं भी सिर पर देवी का कलश लिए और हाथों में मां के नाम की चुनरी लेकर यात्रा में शामिल हो रही है। सलकनपुर में बनने जा रहे इस देवी लोक की आधारशिला रखने वाले इस महोत्सव में शामिल होने के लिए नागरिकों के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई दे रही है।   दीवार लेखन तथा मुनादी कर किया जा रहा देवी लोक महोत्सव का प्रचार देवीधाम सलकनपुर में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय देवी लोक महोत्सव का जिलेभर में विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। दीवार लेखन के माध्यम से चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है, चलो सलकनपुर 31 मई जैसे नारों से लोगो को देवी लोक महोत्सव में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ ही माइक से मुनादी कराकर भी लोगो को देवी लोक महोत्सव की जानकारी दी जा रही है।

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सीहोर। जिले के मोयापानी गांव में शुक्रवार सुबह एक तेंदुआ घुस आया। तेंदुए के हमले में एक पुलिसकर्मी समेत 5 ग्रामीण घायल हो गए। वन विभाग की टीम ने लोगों की मदद से गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। वन विभाग की टीम ग्रामीणों की मदद से तेंदुए को रेस्क्यू करने का प्रयास कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इछावर थाना क्षेत्र के ग्राम मोयापानी में शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे ग्रामीण अपने काम में जुटे हुए थे। इसी बीच अचानक एक तेंदुआ गली में नजर आया। तेंदुए को देखकर अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। इधर, ग्रामीणों की भीड़ को देख तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। इसके अलावा 6 से ज्यादा मवेशियों पर भी हमला किया। सूचना मिलने पर करीब एक घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग के डीएफओ एमएस डावर ने बताया कि तेंदुए के रेस्क्यू के लिए टीम के साथ जुटे हुए हैं। हमले में पठान सिंह (32) बारेला पिता धूलसिंह, सविता बाई (10) पुत्री रेमलाल और शेखर बारेला समेत 5 लोग घायल हुए हैं।

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भोपाल। ‘’मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन’’ योजना के अंतर्गत देवास जिले के 32 बुजुर्ग शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े बजे इंदौर एयरपोर्ट से वायुयान से शिर्डी की तीर्थ यात्रा पर रवाना हुए। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर देवास के 32 बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों को शिर्डी तीर्थ-यात्रा की शुभकामनाएँ दी। इंदौर से शिर्डी विमान से तीर्थ-दर्शन के लिये यात्रियों के रवाना होते समय संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और इंदौर सांसद शंकर लालवानी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि तीर्थ-यात्रा पर जाने की प्रत्येक नागरिक की इच्छा रहती है। तीर्थ-यात्रा आत्मा को सुख प्रदान करती है। वर्ष 2013 में मध्यप्रदेश में तीर्थ-दर्शन योजना बनाई गई थी। योजना में अब हवाई जहाज से यात्रियों को भेजने की शुरूआत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अनेक ऐसी योजनाएँ संचालित की हैं, जिनसे नागरिकों को आत्म-सुख प्राप्त हो। अयोध्या में श्रीराम मंदिर परिसर के विकास के साथ ही उज्जैन में श्रीमहाकाल महालोक, सलकनपुर में देवीलोक सहित चित्रकूट, ओरछा और जामसांवली जैसे धार्मिक स्थलों पर विभिन्न सुविधाएँ बढ़ाई जा रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आसानी हो सके। उन्होंने कहा कि तीर्थ-दर्शन योजना में पहले रेल से ही यात्रियों को भेजा जाता था। अब हवाई जहाज द्वारा भी तीर्थ-यात्रा की सुविधा प्रारंभ की गई है। राज्य शासन ने अब पति-पत्नी को एक साथ विमान से तीर्थ-दर्शन के लिए योजना के नियमों में आवश्यक संशोधन की पहल भी की है। मुख्यमंत्री ने शिर्डी जा रहे तीर्थ-यात्रियों की सफल यात्रा की कामना करते हुए सहयोग के लिए साथ जा रहे अधिकारी-कर्मचारियों को सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

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भोपाल। उत्तर भारत में सक्रिय जिस पश्चिमी विक्षोभ के असर से बीते दो दिनों से मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई जा रही थी, उसका असर कम हो गया है, जिसके चलते बारिश नहीं हुई। इसके बावजूद प्रदेश में नौतपा की शुरुआत कमजोर रही है और कई जिलों में तापमान में गिरावट देखी गई। इधर, मौसम वैज्ञानिक 29 जून से एक और सिस्टम के एक्टिव होने की बात कह रहे हैं, जिसके कारण जून की शुरुआत भी आंधी-बारिश से ही होगी। मध्यप्रदेश में नौतपा के पहले दिन पारा 4.5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। शुक्रवार को भी मौसम की ऐसी ही तस्वीर देखने को मिलेगी। मौजूदा सिस्टम का असर कम है। इस कारण बारिश होने के आसार कम है, लेकिन 29 मई से फिर एक सिस्टम एक्टिव हो रहा है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि उत्तरी भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है, लेकिन इसकी अप्रोच कम है। यानी, मध्यप्रदेश में असर ज्यादा नहीं है। इस कारण गुरुवार को बारिश नहीं हुई। शुक्रवार को भी दोपहर तक मौसम साफ रहेगा। इसके बाद बादल छाएंगे, लेकिन बारिश होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। 29 मई को एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आ रहा है। इसमें बारिश बारिश होगी और यह जून के पहले सप्ताह तक एक्टिव रह सकता है। नौतपा के पहले दिन लुढ़का पारा गुरुवार को नौतपा के पहले दिन मध्यप्रदेश में कम गर्मी रही। ज्यादातर शहरों में पारे में दो से 4.5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई। भोपाल में पारे में 2.9 डिग्री की कमी देखने को मिल और यहां तापमान 38.8 डिग्री पर पहुंच गया। ग्वालियर में 38 डिग्री रहा और 2.5 डिग्री की गिरावट हुई। इसी तरह इंदौर में पारा 37.4 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले तापमान 38.6 डिग्री था। जबलपुर में पारा 39.3 डिग्री रहा, जो एक दिन पहले 41.8 डिग्री था। चार दिन से सबसे गर्म खजुराहो में पारे में 4.5 डिग्री की गिरावट हुई। यहां गुरुवार को तापमान 40.5 डिग्री रहा। गुरुवार को नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 43.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि सबसे कम 32.2 डिग्री रहा। भोपाल, विदिशा में चली आंधी राजधानी भोपाल और विदिशा में गुरुवार-शुक्रवार की रात करीब तीन बजे आंधी चली। करीब दो घंटे तक मौसम ऐसा ही रहा। इस दौरान हल्की बारिश भी हुई। आंधी और बारिश के चलते शहर की कई कॉलोनियों में बिजली गुल हो गई। कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की सूचना भी है। वहीं विदिशा में आंधी चलने से पूरे शहर की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई थी।

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नगर के मेन बाजार में 10 से अधिक बैंक शाखाएं संचालित हैं। लेकिन इन बैंकों के पास पार्किंग के इंतजाम नहीं है। ऐसे में लेने देन के काम से आने वाले लोग अपने वाहन मेन सड़क पर रख रहे हैं। जिससे नगर की यातायात व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। नगर में ट्रेफिक व्यवस्था बिगड़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि नगर पालिका द्वारा बाजार में आने वाले वाहनों पार्किंग के लिए कोई भी स्थान निर्धारित नहीं किया है। यहां बताना जरूरी है नगर के प्रमुख बाजार में भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक, यूनियन बैंक, मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक, जिला सहकारी बैंक, यूको बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक संचालित हैं। सुबह 10 बजे के बाद इन बैंकों के सामने बाइकों की कतार लग जाती है। ऐसे में कोई भी बड़ा वाहन आने पर घंटों जाम लगने की स्थिति निर्मित हो रही है तथा सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक राहगीरों को निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।इसी तरह मंडी संतर में संचालित बैंकों के सामने वाहन खड़े रहने से स्थानीय लोगों के साथ राहगीर आवागमन की समस्या से जूझ रहे हैं। इस संबंध में तहसीलदार कल्पना शर्मा का कहना है कि नगर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए जल्द नगर पालिका सीएमओ के साथ बैठक की जाएगी। इसके बाद योजना बनाकर कार्रवाई करेंगे।

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राजा भोज की नगरी में पहली बार भोपाल में पहली बार गौरव दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर सरकारी भवनों को रंगीन रोशनी से सजाया जाएगा। आयोजन की शुरुआत 31 मई की सुबह गौरव दौड़ से होगी। वहीं, 4 जून तक गाैरव दिवस के उपलक्ष्य पर विभिन्न आयोजन होंगे। 1 जून को लाल परेड ग्राउंड पर लेजर शो का आयोजन भी किया जाएगा। 31 मई से 4 जून तक शहर के सभी टॉप फूड स्टॉल बिट्टन मार्केट में लगाए जाएंगे।यहां पांचों दिनों तक लोग विभिन्न तरह के जायकों का लुत्फ उठा सकेंगे। यह पहली बार होगा, जब प्रशासन इस तरह से एक ही जगह पर शहर भर के टॉप फूड आइटम उपलब्ध कराएगा। इसमें दूसरे राज्यों के फूड स्टॉल भी शामिल होंगे। अब तक शहर के 33 प्रतिष्ठान फूड स्टॉल लगाने की सहमति दे चुके हैं।बोट क्लब पर वॉटर कार्निवाल का रोमांच भी रहेगा। इसमें पचमढ़ी से पर्यटन निगम के अधिकृत वेंडर कई तरह के रोमांचक और साहसिक खेलों का आयोजन करेंगे। लोगों को गोवा की जेट स्की की सवारी करने का मौका भी मिलेगा। पैरा सेलिंग की छह तरह की गतिविधियां रहेंगी।गौरव दौड़ वीआईपी रोड से 31 मई की सुबह बोट क्लब तक आयोजित की जाएगी। इसमें रिपोर्टिंग टाइम सुबह 5.30 बजे रखा गया है। इस दौड़ में काेई भी हिस्सा ले सकेगा। लेकिन मौके पर ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पहले दौड़ पूरी करने वाले 500 प्रतिभागियों को मेडल दिए जाएंगे।

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दुष्कर्म के केस में एक अनोखा मामला सामने आया है जिसमें  दुष्कर्म के चलते गर्भवती हुई नाबालिग ने गर्भपात कराने की गुहार लगाई। गुरुवार को वह कोर्ट पहुंची और जज से कहा कि वह बच्चे को जन्म नहीं देना चाहती। सभी पक्षों पर गौर करने के बाद कोर्ट ने गर्भपात की अनुमति प्रदान की। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि नाबालिग ने जीवित शिशु को जन्म दिया तो उसकी पहचान गोपनीय रखी जाए। चूंकि नाबालिग की बहन, शिशु को गोद लेने की इच्छा जता चुकी है, ऐसे में बच्चे को गोद देते समय बहन को प्राथमिकता दी जाए।इसके साथ ही नवजात का डीएनए सैंपल भी लिया जाए। दरअसल, पुलिस थाना भंवरपुरा में नाबालिग की शिकायत पर पुत्तो सिंह गुर्जर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। दुष्कर्म के चलते नाबालिग गर्भवती हो गई। उसकी बड़ी बहन ने हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए गर्भपात करने की अनुमति मांगी।गुरुवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने मेडिकल बोर्ड की सीलबंद रिपोर्ट का अवलोकन किया, जिसमें नाबालिग का जल्द से जल्द गर्भपात कराने की अनुशंसा की गई। चूंकि, सुनवाई के दौरान नाबालिग कोर्ट में उपस्थित रही और गर्भपात कराने की बात पर अडिग रही। वहीं, नाबालिग की बड़ी बहन की इच्छा थी कि वह बच्चे को जन्म दे, ताकि वह उसे गोद ले सके।

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देश में जाति के आधार पर आरक्षण दिया जाता है.खरगौन में आर्थिक रूप से कमजोर ब्राह्मण विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति देने की मांग को लेकर सर्व ब्राह्मण समाज मप्र के तत्वावधान में ब्राह्मण महासभा, ब्राह्मण समाज व पुजारी महासंघ खरगोन द्वारा बुधवार को प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में आर्थिक आधार पर योजनाओं का लाभ दिए जाने व मंदिर पुजारियों को सम्मानजनक मानदेय और मंदिर की भूमि पर अधिकार दिए जाने की भी मांग की गई। समाजजनों ने जमकर नारेबाजी भी की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी जाती है तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।ब्राह्मण महासभा खरगोन के अध्यक्ष कुबेर जोशी, ब्राह्मण समाज अध्यक्ष डॉ. मधुसूदन बार्चे, दीप जोशी, राहुल कानूनगो पुजारी महासंघ, मातृ शक्ति संगठन की स्वधा पंडित, सुधा मोयदे, डॉ. पुष्पा पटेल आदि ने बताया कि समाज में कई परिवार आर्थिक रुप से कमजोर हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई सहित अन्य कामों में परेशानियां आती है। इसके चलते मांग की गई है कि अन्य समाजों की तरह ब्राह्मण समाज के आर्थिक रुप से कमजोर विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाए।अन्य योजनाओं में भी प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इस दौरान श्रीकृष्ण बर्वे, हेमंत खोड़े, दीपक कानूनगो, अतुल शर्मा, पंकज भटोरे, जयेश परसाई, सुबोध नागर, अतुल पंडित, पूर्णिमा बार्चे, चंचला कानूनगो, सहित समाजजन मौजूद रहे।

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एमपी बोर्ड ने 10 वीं और 12 वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए है. खरगोन में किसान बेटे ने कक्षा 12वीं के वाणिज्य संकाय में प्रदेश की मेरिट लिस्ट में 6वां स्थान हासिल किया है। शहर की उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक-1 के छात्र जितेंद्र कुशवाह ने बताया कि उन्होंने 500 में 474 अंक प्राप्त किए हैं। परीक्षा के लिए की गई मेहनत परिणाम आने के बाद सार्थक हुई।छात्र जितेंद्र ने बताया कि उनके पिता मुकेश कुशवाह किसान हैं। वे ग्राम लाखी के निवासी हैं। परिवार में वे सबसे बड़े हैं। बेहतर परीक्षा परिणाम के पीछे शिक्षकों के साथ ही परिवार का बेहतर सपोर्ट है। जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया। जिसके कारण आज मैंने यह सफलता हासिल की।जितेंद्र ने बताया कि वे भविष्य वे कंपनी सेकेटरी (सीएस) की तैयारी कर रहे हैं। परिणाम को लेकर जैसा सोचा था, उससे कई बेहतर परिणाम आया है। नियमित पढ़ाई के साथ ही परीक्षा में बेहतर परफार्मेंस के लिए प्लान तैयार किया। उसी का परिणाम है कि आज बोर्ड परीक्षा में प्रदेश की मेरिट लिस्ट में स्थान बना पाया। उन्होंने अन्य विद्यार्थियों को नियमित और निर्धारित प्लानिंग के साथ पढ़ाई करने से कोई विद्यार्थी बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकता है।आर्ची पिता निलेश पगारे, रेवा गुर्जर बाल निकेतन उमावि सनावद ने वाणिज्य में 500 में से 472 अंक प्राप्त कर 8वां स्थान प्राप्त किया।योगिता राकेश पाटीदार, उमीया बालिका स्कूल, मंडलेश्वर ने गृहविज्ञान संकाय में 500 में से 455 अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान प्राप्त किया

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भले ही शिवराज सरकार ने शराब को लेकर सख्त कानून बना दिया हो.लेकिन जबलपुर जिले में रोजाना 35 लाख की देशी शराब और करीब इतने की ही अंग्रेजी शराब अधिक दामों में बेची जा रहीं है। शराब ठेकेदार सिंडिकेट बनाकर मनमाफिक अधिक दामों में शराब बेचकर अपनी जेब तो भर ही रहें है, साथ ही शासन और शराब पीने वालों को भी चूना लगा रहीं है। हाल ही में भाजपा विधायक सुशील इंदू तिवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सहित प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव और जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को भी पत्र लिखकर अधिक दामों पर शराब बेचने की शिकायत की थी, पर शराब ठेकेदारों के हौसले इतने बुलंद है कि उन्हें किसी का भी डर नही। भाजपा विधायक ने शराब सिंडिकेट को लेकर आबकारी विभाग को भी कटघरे में खड़ा किया है।जबलपुर में अधिक दामों में शराब बेचने की पड़ताल जब की तो पाया कि शराब के एक क्वाटर में 15 से 20 रुपए जबकि बोतल में 25 से 30 रुपए से अधिक लिए जा रहें है। सच्चाई जानने के लिए शुरुआत ग्रामीण इलाकों से की गई, जहां पर कि समय से पहले ही दुकानें खुल जाती है। सबसे पहले भेड़ाघाट की शराब दुकान में देखा गया जहां प्लेन शराब का क्वाटर की कीमत 65 रुपए है पर यहां पर सिंडिकेट माफिया 80 रुपए में क्वाटर बेच रहें है। कर्मचारियों से जब ग्राहकों ने अधिक दामों में शराब बेचने की बात की तो उनका कहना होता है, लेना है तो लो, नही तो जहां शिकायत करनी है करों, शराब दुकान कर्मचारियों की इस तरह की दादागिरी से सवाल उठता है कि आखिर आबकारी विभाग क्या कर रहा है।इसके बाद अगली शराब दुकान मानेगांव की थी जहां पर बीयर में तीस से चालीस हजार रुपए ग्राहकों से लिए जा रहें थे, इतना ही नही शराब कि बोतल में राउंड फिगर में पैसे लिए जा रहें है। शराब उपभोक्ताओं ने जब बिल मांगा तो दुकानदार ने यह कहते हुए मना कर दिया कि सिंडिकेट लगा हुआ है, बिल नही मिलता। ग्रामीण क्षेत्र की एक शराब दुकान में दुकानदार बोल रहा है कि बिल नही मिलता है, सफेद देशी प्लेन का क्वाटर 80 रुपए में तो लाल का क्वाटर 100 रुपए में मिल रहा है, किसी भी शराब दुकान में बिल नही दिया जा रहा है।इस मामले में लिखा था सीएम को पत्र  

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भोपाल। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य पुलिस सेवा के 13 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा बुधवार देर शाम आदेश जारी किया गया है। जिन अधिकारियों का तबादला किया गया है, उनमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी शामिल हैं।   जारी आदेश के रतलाम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाटीदार को भोपाल में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में सहायक महानिरीक्षक का दायित्व सौंपा गया है, जबकि इंदौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (रेल) राकेश खाखा को रतलाम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। 23वीं वाहिनी विलबल भोपाल के उप सेनानी राकेश कुमार पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करते हुए आगामी आदेश तक अस्थायी रूप से राजभवन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) पदस्थ किया गया है।   वहीं, 10वीं वाहिनी विलबल सागर के सहायक सेनानी अमित कुमार बट्टी और रतलाम के एसडीओपी संदीप निगवाल को ईओडब्ल्यू में उप पुलिस अधीक्षक, 38वीं भारत रक्षित वाहिनी बालाघाट के सहायक सेनानी अभिलाष कुमार भलावी को एसडीओपी रतलाम, इंदौर रेंज के कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक (रेडियो) मधुर वीना गौर, खरगोन के कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक (अजाक) अजय दुबे और देवास के कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक (महिला सुरक्षा) पवन कुमार संघल को ईओडब्ल्यू में कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक पदस्थ किया गया है।   इसके अलावा ग्वालियर पीटीएस तिघरा की कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक शैलजा गुप्ता को ग्वालियर में ही उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थ किया गया है, जबकि 29वीं वाहिनी विसबल दतिया के कार्यवाहक सहायक सेनानी सुबोध लोखंडे को 6वीं वाहिनी विसबल जबलपुर में कार्यवाहक सहायक सेनानी, भोपाल पुलिस मुख्यालय की कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक सरोज कुम्हरे को बालाघाट रेंज में कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक और भोपाल पुलिस मुख्यालय के कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक एनएस ठाकुर का शहडोल जोन में ट्रांसफर किया गया है।

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भोपाल। हाल के दिनों में अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले बागेश्वर धाम के महंत एवं कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें वाई कैटेगिरी की सुरक्षा प्रदान की है और तत्काल प्रभाव से इस पर अमल भी शुरू हो गया है। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री दूसरे राज्यों में जाएंगे तो उन्हें वहां भी यह सुरक्षा मिलेगी।     इस संबंध में पुलिस मुख्यालय द्वारा बुधवार देर शाम आदेश जारी किया गया है। साथ ही अन्य राज्यों के पुलिस विभाग को भी आदेश की कॉपी भेजी गई है। जारी आदेश के अनुसार, अब उनके आवास पर आठ पुलिसकर्मी पूरे समय रहेंगे, जबकि साथ में हथियारों से लैस दो पुलिसकर्मी रहेंगे।     गौरतलब है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में लाखों की भीड़ उमड़ती है। हिंदू राष्ट्र की मांग के चलते आजकल वह चर्चा में हैं। कुछ लोगों से उन्हें चुनौतियां और धमकियां भी मिली हैं। इसी के चलते पुलिस मुख्यालय द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई है। वाई श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इसमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। इस श्रेणी में कमांडो तैनात नहीं होता है।

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भोपाल। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला द्वारा दो माह पहले चार शावक को जन्म दिया था, उनमें से एक शावक की मंगलवार को दोपहर में मौत हो गई। प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कूनो में मादा चीता "ज्वाला" के एक शावक की मृत्यु हुई है। चीता शावक का शव परीक्षण किया गया, जिसमें प्रथम दृष्टया शावक की मृत्यु का कारण कमजोरी से होना प्रतीत होता है।   प्रधान मुख्य वन संरक्षक चौहान ने बताया कि मॉनिटरिंग टीम द्वारा सुबह "ज्वाला" को अपने शावकों के साथ एक जगह बैठा पाया था। कुछ समय बाद मादा चीता अपने शावकों के साथ चलकर जाने लगी, टीम ने तीन शावकों को उसके साथ जाते हुए देखा, चौथा शावक अपने स्थान पर ही लेटा रहा। मॉनिटरिंग टीम द्वारा कुछ समय रुकने के बाद चौथे शावक का करीब से निरीक्षण किया गया। यह शावक उठने में असमर्थ जमीन पर पड़ा पाया तथा टीम को देखकर अपना सिर उठाने का प्रयास भी किया। तत्काल पशु चिकित्सक दल को सूचना दी गई। दल के पहुंचने पर उनके द्वारा चीता शावक को आवश्यक उपचार देने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ ही देर में शावक की मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि प्रारंभ से ही यह शावक चारों शावकों में से सबसे छोटा, कम सक्रिय और सुस्त रहा है। सामान्यतः कमजोर चीता शावक अन्य शावकों के मुकाबले कम दूध पी पाता है, जिससे उसके सरवाइवल की उम्मीद कम होती जाती है और ऐसे शावक लम्बे समय तक जीवित नहीं रह पाते। चौहान ने बताया कि सामान्यत: अफ्रीकी देशों में चीता शावकों का सरवाइवल प्रतिशत बहुत कम होता है। उपलब्ध साहित्य एवं विशेषज्ञों के अनुसार खुले जंगल में सरवाइवल प्रतिशत मात्र 10 प्रतिशत होता है। प्राकृतिक स्थलों में मात्र 10 में से एक चीता शावक वयस्क हो पाता है। इसीलिए सामान्यत जन्म लेने वाले शावकों की संख्या अन्य जंगली बिल्ली प्रजातियों की तुलना में चीता में सर्वाधिक होती है।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए मंगलवार की शाम बेहद रोमांचक रही। इस दौरान आसमान में अद्भुत नजारा देखा गया। आकाश में मंगलवार शाम को सूर्य की लालिमा कम होते ही हंसियाकार चांद (मून) का साथ देते चमकता शुक्र (वीनस) और लालिमा के साथ मंगल (मार्स) ग्रह नजर आए। शाम से लेकर रात करीब 10 बजे तक मून, वीनस और मार्स मिथुन तारामंडल की पृष्ठभूमि में मिलते से दिख रहे थे। भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पृथ्वी से लगभग 4 लाख 500 किमी दूर स्थित चंद्रमा का 14 प्रतिशत भाग चमकता दिखते हुए उसके मुस्कुराने सा आभास करा रहा था। उसके साथ माइनस 4.33 मैग्नीट्यूड से चमकता शुक्र ग्रह था, जो पृथ्वी से 12 करोड़ 7 लाख किमी की दूरी पर था। इन दोनों के ऊपर कुछ लालिमा लिए मंगल ग्रह था, जो कि पृथ्वी से 28 करोड़ 89 लाख किमी दूर था। दूरी में इतना अंतर होते हुए भी वे बनने वाले कोण के कारण आपस में मिलते से नजर आ रहे थे। सारिका ने बताया कि इनके साथ ही रोमन पौराणिक कथाओं की मान्यता के अनुसार जुड़वां भाइयों के रूप में माने जाने वाले मिथुन तारामंडल के दो तारे पोलुक्स और केस्टर भी दिख रहे थे। सारिका ने विद्याविज्ञान के अंतर्गत टेलिस्कोप की मदद से इन खगोलीय पिंडों का अवलोकन करवाया एवं उनके फोटोग्राफ लिये तथा जानकारी दी कि बुधवार, 24 मई की शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बुधवार को भोपाल, ग्वालियर-नर्मदापुरम समेत 22 जिलों में मौसम बदला रहेगा। राजधानी भोपाल में तेज बारिश की संभावना है। बाकी जगहों पर हल्की बारिश के साथ 50 से 60 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इससे दिन के तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आज भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सतना, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। मौसम में यह बदलाव दोपहर बाद होगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि अरब सागर में बने चक्रवात से प्रदेश में नमी आ रही है। इस कारण बादल बरस रहे हैं। 23 मई से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी एक्टिव हो गया है। इस सिस्टम के मई के आखिरी दिनों तक बने रहने की संभावना है। मौसम के करवट लेने से प्रदेश के कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सिलय के नीचे पहुंच गया है। खजुराहो-टीकमगढ़ अभी भी सबसे गर्म हैं। यहां पारा 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। मंगलवार को पचमढ़ी में सबसे कम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नर्मदापुरम में 39.5, इंदौर में 38.6, सिवनी में 35.6, ग्वालियर में 44.8, शिवपुरी में 44.2, नौगांव में 44.1, उमरिया में 43.4, सीधी में 43.4, दमोह में 43.2, सतना में 43.1, नरसिंहपुर में 43, गुना में 43, रतलाम में 42.2, खरगोन, भोपाल और जबलपुर में 42, मंडला में 41.6, खंडवा में 41.5, रीवा में 41.4, सागर में 41.2, छिंदवाड़ा में 41.1, रायसेन, धार में 41, मलांजखंड में 40.8, बैतूल और उज्जैन में 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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इंडियन नेशनल रैली चैंपियनशिप (आईएनआरसी)- 2023 के पहले राउंड (रैली ऑफ कूर्ग) में भोपाल के सैयद आसिफ अली ने स्कूटर क्लास में बाजी मारी है। यह पहला राउंड उन्होंने स्कूटर ग्रुप बी अपटू 210 सीसी कैटेगिरी में खेला गया था। इसमें आसिफ अली ने टीवीएस एंटॉर्क चलाई थी। यह राउंड 21 मई को खेला गया था। बता दें कि यह चैम्पियनशिप फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट क्लब ऑफ इंडिया (एफएमएससीआई) के अंतर्गत होती है। इसके पहले राउंड में देशभर से 150 राइडर्स ने भाग लिया है।आसिफ अली ने बताया इस दौरान उन्होंने 17 और 7 किमी के तीन-तीन राउंड गाड़ी चलाई। इस तरह से एक दिन में कुल 72 किमी के आसपास की दूरी तय की गई। इस दौरान ट्रैक बहुत मुश्किल रहा। इसमें जंगल, पहाड़ी, तीखे मोड़ों के अलावा, यहां सेंड और अप और डाउन हिल्स एरिया था। जो काफी मुश्किल था। इसके अलावा कुछ दूरी पक्के रोड पर थी। मगर ओवरऑल यह ट्रैक कठिन कैटेगिरी में ही था।इंडियन नेशनल रैली चैंपियनशिप का अगला राउंड अगले सप्ताह चिकमंगलूर में होगा। फिर इसका जुलाई में तीसरा राउंड कोयंबतूर में होगा। इसके अलावा अगस्त में चैंपियनशिप का चौथा और पांचवा राउंड पुणे और नासिक में खेला जाएगा। इसके बाद ओवरऑल प्वाइंट्स के अनुसार विजेता घोषित किए जाएंगे। बता दें कि पहले राउंड में स्कूटर कैटेगरी में आसिफ अली ने 25 पाइंट हासिल किए हैं।

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स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) के जवानों का मूल दायित्व लॉ एंड ऑर्डर, वीआईपी मूवमेंट और सुरक्षा का दायित्व संभालना है। दस्यु और नक्सल उन्मूलन में भी इनकी अहम भूमिका रहती है। लेकिन मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इनसे कुत्ते घुमाने, गार्डन और किचन संभालने जैसे काम कराए जा रहे हैं।भोपाल के चार इमली स्थित आईपीएस अफसरों के बंगलों में SAF के जवानों को देसी-विदेशी नस्ल के महंगे कुत्तों को नहलाते और साफ-सफाई करते आसानी से देखा जा सकता है। यहां एसएएफ के जवान हर रोज इसी तरह के घरेलू काम करते दिखते हैं। ऐसे 120 प्रधान आरक्षक और 4,447 आरक्षक आईपीएस अफसरों के घर में अर्दली के तौर पर तैनात हैं। इन जवानों ने सशस्त्र बल की पूरी ट्रेनिंग ली है।एके-47 जैसे हथियार चलाने में माहिर इन जवानों ने नक्सली अभियानों में हिस्सा लिया। डाकुओं के सफाये में भी भूमिका निभाई। लेकिन अब इनसे गाड़ियां धुलवाने और बाजार से सब्जी लाने जैसे काम कराए जा रहे हैं। SAF के आरक्षक को 30 हजार और प्रधान आरक्षक काे 60 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिल रहा है। इस हिसाब से सरकार इन जवानों के वेतन पर हर साल करीब 176 करोड़ रुपए खर्च कर रही है और काम घरेलू नौकरों जैसे कराए जा रहे हैं।डीजी ने भेजा आउटसोर्स कर्मचारी लगाने का प्रस्ताव हाल ही में स्पेशल डीजी (पुलिस सुधार) शैलेष सिंह ने शासन को एक प्रस्ताव भेजकर आईपीएस के बंगलों में आउटसोर्स कर्मचारी लगाने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि यदि इतनी ही संख्या में प्रति कर्मचारी 15 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन पर रखे जाएं तो सालाना 82.2 करोड़ रुपए खर्च आएगा। इससे विभाग अपने जवानों की कमी पूरी कर पाएगा और सालाना 95.17 करोड़ रुपए की बचत होगी।      

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भोपाल। राजधानी भोपाल से गोवा के लिए मंगलवार को पहली बार फ्लाइट शुरू हो रही है। इंडिगो की यह फ्लाइट 180 सीटर एयरबस के जरिए होगी। इसका स्पॉट फेयर सोमवार शाम तक 7,500 रुपए तक पहुंच चुका था। एयरपोर्ट प्रबंधन पहली बार शुरू हो रही फ्लाइट का स्वागत वाटर कैनन सेल्यूट देकर करेगा। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी के मुताबिक फ्लाइट का संचालन नॉर्थ गोवा के मोपा एयरपोर्ट से होगा। इंडिगो प्रबंधन का कहना है कि यात्रियों की मांग बढ़ने के साथ फ्लाइट संचालन के दिन बढ़ाए भी जा सकते हैं। प्रबंधन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भोपाल से गोवा के लिए फ्लाइट मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को दोपहर 12.10 बजे उड़ान भरेगी। यह फ्लाइट दोपहर 2.05 बजे गोवा के मोपा एयरपोर्ट पहुंचेगी। उससे पहले मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही गोवा के मोपा एयरपोर्ट से इंडिगो की फ्लाइट सुबह 9.35 बजे उड़ान भरेगी। यह फ्लाइट सुबह 11.40 बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुंचेगी। बढ़ेगी यात्री संख्या राजा भोज एयरपोर्ट से गोवा फ्लाइट के शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। माना जा रहा है कि अगले महीने तक यात्री संख्या करीब सवा लाख तक पहुंच जाएगी। अब फ्लाइट संख्या दोनों ओर की मिलाकर 34 हो जाएगी। वर्तमान में राजा भोज एयरपोर्ट से अधिकतर यात्री दिल्ली और मुंबई जाते हैं।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश का दौर जारी है। सोमवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश दर्ज की गई। वहीं, मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भोपाल, ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के 18 जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगलवार से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होगा। इसके असर से 50 कि.मी. प्रतिघंटा या इससे ज्यादा रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मई के अंत तक ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। सामान्यत: मार्च से मई तक प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिविटी रहती है। लेकिन इस बार मार्च और अप्रैल के बाद मई में भी बारिश, ओले और तेज हवा का दौर जारी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि अरब सागर में बने चक्रवात से प्रदेश में नमी आ रही है। इस कारण बादल बरस रहे हैं। शनिवार से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था, जो सोमवार को भी बना रहा। 23 मई से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी एक्टिव हो रहा है। इस सिस्टम के मई के आखिरी दिनों तक बने रहने की संभावना है। सोमवार को कई जिलों में हुई बारिश सोमवार को प्रदेश के विदिशा और अनूपपुर में दोपहर तक तेज गर्मी के बाद अचानक मौसम बदला। यहां तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी और ओले भी गिरे। भोपाल, ग्वालियर, सागर, गुना, अशोकनगर और दमोह में भी पानी गिरा। बड़वानी में खड़कल गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई। वहीं उसका 10 साल का बेटा घायल हो गया। दूसरी ओर प्रदेश के दूसरे इलाकों में गर्मी का दौर भी जारी रहा। खजुराहो सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 45.4 डिग्री दर्ज किया गया यहां हो सकती है बारिश मौसम विभाग के अनुसार 23 मई, मंगलवार को भोपाल, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, देवास, सतना, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और सागर में बारिश हो सकती है। ग्वालियर, निवाड़ी, टीकमगढ़, नरसिंहपुर और जबलपुर में भी मौसम बदला रह सकता है। वहीं, राजधानी भोपाल में अगले कुछ दिन बूंदाबांदी का दौर रहेगा। 23 और 24 को बादल छाए रहेंगे। दोपहर बाद हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 25 और 26 मई को तेज बारिश होने के आसार हैं।

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नगरीय क्षेत्र के अधिकांश इलाके जलभराव के हालातों से जूझ रहे हैं। गलियों में जलभराव के चलते जहां लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो गया है तो वहीं कई लोग अपने घरों में कैद रहने के मजबूर हैं। गलियां घुटनों तक पानी और कीचड़ से अटी पड़ी हैं। इनसे गलियों की अच्छी खासी सीसी सड़कें तक उखड़ना शुरू हो चुकीं हैं। वाहन चालक गड्‌ढों का अंदाजा नहीं लगा पाने के चलते गिरते-पड़ते नजर आते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, यही हालात थोड़े दिन और रहे तो इस बार लोगों के घरों में बारिश का पानी घुसना तय है।स्थानीय लोगों के मुताबिक हालात बीते एक दशक में सबसे ज्यादा खराब हुए हैं। नगर की भोगौलिक बनावट काफी पुरानी है। दशकभर पहले तक नगर में जलभराव की स्थिति नहीं थी। इसके पीछे की वजह नगर से निकलने वाला पानी कई रास्तों से होकर खाई के पीछे से होकर नगर के बाहर आसानी से निकल जाता था। वर्तमान में जगह-जगह कॉलोनियों का विस्तार हो रहा है। इससे पानी की निकासी के रास्ते बंद कर दिए गए, खाई के आसपास दुकानों का निर्माण हो चुका है।जगह-जगह लोगों ने दुकान, गुमटी और अस्थाई अतिक्रमण खड़ा कर कब्जा कर लिया। लिहाजा पानी की निकासी के प्राचीन रास्ते बंद हो गए। वर्तमान में पानी की निकासी के लिए जिन नालों का निर्माण कराया गया वह भी पानी से लबालब भरे हुए नजर आ रहे हैं। इससे कॉलोनियों से निकलने वाला गंदा पानी अब सड़कों पर बहना शुरू हो चुका है। सबसे ज्यादा हालात बड़ी माता मंदिर के पास वाले रास्ते पर देखने को मिले। लोगों के मुताबिक यहां पहले अच्छी खासी सीसी सड़क थी और पानी की निकासी के लिए नालियां भीं, लेकिन यह नालियां अब चौक हो चुकीं हैं।

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वीर पराक्रमी महाराणा प्रताप जयंती पर राजपूत समाज ने भव्य गौरव यात्रा निकाली। खंडवा शहर की सड़कों पर महाराणा प्रताप और भारत माता के जयघोष गूंजते रहे। साफा-पगड़ी धारण किए राजपूत सरदार और पारंपरिक वेशभूषा में शामिल क्षत्राणियों के जोश के आगे भगवान सूर्य ने भी नरमी बरत ली थी। अनाज मंडी प्रांगण से निकली गौरव यात्रा में साढ़े 5 हजार (प्रशासनिक आंकड़ा) लोग शामिल हुए। यात्रा समापन के बाद धर्मसभा हुई, यहां 6 हजार लोग शामिल हुए। धर्मसभा को महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी महाराज ने संबोधित किया।धर्मसभा को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी ने कहा कि, महाराणा प्रताप जयंती पर गौरव यात्रा निकालना बड़ा सौभाग्यशाली है। मैं बग्घी में बैठकर शहरभर में देखा कि लोगों में कितना उत्साह है, उमंग और साहस है। भरी गर्मी और इतनी संख्या में समाजजनों की भागीदारी ने मुझे आचंभित कर दिया है। मैं इस तरह के आयोजन के लिए प्रति वर्ष मेरी तरफ से सवा लाख रूपए दूंगा।स्वामी जी ने कहा कि, गर्व होना चाहिए कि, आपने राजपूत वंश के साथ इस भारत भूमि की मिट्‌टी पर जन्म लिया है। क्षत्रियों की परपंरा पूरे देशभर में अलग-अलग है। हमें इन परंपरा को बचाकर रखना चाहिए। माता-बहनों पर निर्भर करता है कि, वो बच्चों को अच्छे संस्कार दे। बच्चों को महाराणा प्रताप की गौरव और शौर्य गाथा सुनाएं। क्षत्रियों में खास बात यह है कि, भाषा, भोजन पद्वति और भावना की आज भी सुरक्षित है। वरना हमारा भोजन तो जाेमेटो और स्वीगी तय करता है कि हमें खाने में क्या लेना है। 400 रूपए में पिज्जा मिलता है, जबकि इतने रूपए में चाय, नाश्ता से लेकर फाफड़ा, जलेबी, पोहा के साथ भरपेट भोजन मिल जाता है।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए मंगलवार, 23 मई की शाम बेहद रोमांच होने वाली है। दरअसल, इस दिन सूर्य के अस्त होने के बाद शाम को पश्चिमी आकाश में अद्भुत खगोलीय नजारा दिखने जा रहा है, जिसमें हंसियाकार चंद्रमा चमकते शुक्र और लाल ग्रह मंगल के बीच दिखता हुआ मिथुन तारामंडल के तारों के साथ मेल-मुलाकात करता हुआ नजर आएगा। यह जानकारी सोमवार को भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी। उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के बाद लालिमा समाप्त होने के साथ ही हंसियाकार चंद्रमा के साथ शुक्र (वीनस) अपनी चमक बिखेर रहा होगा, तो उसके कुछ ऊपर मंगल (मार्स) लालिमा के साथ होगा। उसके पास ही मिथुन तारामंडल के जुड़वां तारे पोलुक्स एवं कैस्टर भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बनेंगे। इसके साथ ही बिहाईव स्टार क्लस्टर भी इनके आसपास दिखेगा। सारिका ने बताया कि मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी करोड़ों किलोमीटर होगी, लेकिन इनका पृथ्वी से बनने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे एक-दूसरे से मिलते से नजर आएंगे। जुड़वां तारे कहे जाने वाले तारों में से पोलुक्स 33 प्रकाशवर्ष दूर और विकसित लाल विशालकाय तारा है जो कि हमारे सूर्य से दोगुना विशाल है जबकि केस्टर 51 प्रकाशवर्ष दूर नीला तारा है जो हमारे सूर्य से 2.7 गुना अधिक भारी है। रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार पोलक्स और केस्टर जुड़वां भाइयों का प्रतिनिधित्व करते हैं। सारिका ने बताया कि इस खगोलीय घटना में चंद्रमा लगभग 1000 तारों के समूह, जिसे कि बिहाईव स्टार क्लस्टर कहते हैं, उनके भी समीप दिखेगा। बुधवार (24 मई) शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा। इस तरह ग्रहों, तारों और उपग्रहों का मिलन समारोह का मनमोहन दृश्य दिखने जा रहा है। दोनों ही दिन इसे रात्रि 10 बजे के पहले देखा जा सकेगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में रविवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी से लोग बेहाल रहे तो वहीं तेज गर्मी के बीच दोपहर बाद कुछ जिलों में अचानक मौसम बदल गया और तेज-आंधी तूफान के साथ बूंदाबांदी हुई। सीहोर जिले में दोपहर बाद तेज बारिश के साथ हिंगोनी समेत कई गांवों में ओले गिरे। इस दौरान तेज आंधी भी चली, जिससे कई जगह पेड़ गिर गए। वहीं, भोपाल और इंदौर में भी तेज आंधी चली। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई।   शाम को इंदौर और रायसेन में भी तेज बारिश हुई। इसके अलावा उज्जैन, राजगढ़, छतरपुर, ग्वालियर जिले में हल्की बारिश हुई। हालांकि जबलपुर, सागर और खंडवा में तेज धूप के साथ गर्मी जारी रही। यहां तापमान करीब 40 डिग्री दर्ज किया गया। उज्जैन में टावर चौक से शहीद पार्क जाने वाले मार्ग पर रविवार रात तेज आंधी और बारिश के कारण पीपल का विशाल वृक्ष उखड़ गया। पेड़ के नीचे एक साइकिल, दो दोपहिया वाहन, दो कारें दब गई। इससे चार लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर माधवनगर टीआइ मनीष लोधा व टीम मौके पर पहुंची और सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। टीआई लोधा ने बताया कि टावर चौक से शहीद पार्क की ओर जाने वाले मार्ग पर मामा पान कार्नर व फूल वालों की दुकान के समीप लगा विशाल पीपल का वृक्ष रविवार रात करीब आठ बजे उखड़कर गिर गया। तेज हवा के कारण पेड़ उखड़ गया। इससे सामने की ओर खड़ी दो कारें क्षतिग्रस्त हो गई।   विदिशा में भी बारिश, देवास में बूंदाबांदी रविवार को सुबह से प्रदेशभर में मौसम सामान्य था और दोपहर तक तेज धूप खिली हुई थी, लेकिन दोपहर बाद कई जिलों में बादल छाने लगे और तेज हवाएं चलने लगी। शाम को कई जगह तज हवा के साथ बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। विदिशा और देवास में दोपहर बाद काले बादल छा गए। ठंडी हवा चलने लगी। विदिशा में तेज, जबकि देवास में हल्की बूंदाबांदी हुई। इसी तरह रायसेन में भी शाम को अचानक मौसम बदल गया। आसमान में बादल छा गए और तेज बारिश होने लगी। इससे गर्मी से लोगों ने राहत की सांस ली। हरदा में भी बादल छाने और तेज हवा के कारण मौसम में ठंडक घुल गई। खजुराहो और नौगांव में पारा 45 पर पहुंचा इधर, आधे मध्य प्रदेश में गर्मी के तीखे तेवर रहे। खजुराहो और नौगांव में पारा 45 डिग्री तक पहुंच गया। ग्वालियर में तापमान 44.4 डिग्री, भोपाल में 42.6, इंदौर में 40.2 और जबलपुर में तापमान 42.5 डिग्री दर्ज किया गया। इसकी प्रकार बैतूल में 41.4, धार में 42.8, गुना में 43.6, खंडवा में 43.1, मंडला में 42.6, रीवा में 42.6, सागर में 43.3, सतना में 43.6, सिवनी में 40.2, उमरिया में तापमान 43.4 डिग्री रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 36.4 और उज्जैन में पारा 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।   मौसम विभाग की मानें तो 22 मई से हल्की बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, 22 और 23 मई को अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, छतरपुर और टीकमगढ़ में मौसम बदला रहेगा। भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में 22 मई से मौसम बदलेगा और बादल छाए रहेंगे। 23 मई को हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 24 मई को भी बादल छाए रहेंगे।   वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ एचएस पांडे ने बताया कि 22-23 मई से एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जो 27-28 मई तक एक्टिव रह सकता है। इस कारण हल्की बारिश और बादल छाए रहेंगे। अनुमान है कि नौतपा में भी बारिश होगी।

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उज्जैन। शहर के श्रद्धालु सप्ताह में एक दिन भगवान महाकाल की भस्म आरती के निशुल्क दर्शन कर सकेंगे। क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वीकार कर लिया है। जल्द ही निशुल्क भस्म आरती सुविधा शुरू करने की तारीख, सप्ताह का दिन तथा श्रद्धालुओं की संख्या तय हो सकती है।     दरअसल, सांसद अनिल फिरोजिया ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को सप्ताह में एक दिन उज्जैन के श्रद्धालुओं को निश्शुल्क भस्म आरती दर्शन कराने का कहा था। उन्होंने कहा कि लंबे समय से शहरवासी भगवान महाकाल के निश्शुल्क दर्शन की मांग कर रहे थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सप्ताह में एक दिन शहर की जनता को निशुल्क भस्म आरती दर्शन कराने का प्रस्ताव दिया गया। मुख्यमंत्री से स्वीकृति मिलने के बाद सांसद ने कलेक्टर को इसकी जानकारी दी। मामले में कलेक्टर ने कहा कि जुलाई माह से निशुल्क सुविधा की शुरुआत कर दी जाएगी। वर्तमान में भस्म आरती दर्शन के लिए 200 रुपये शुल्क देना होता है।

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 9 मजदूरों का रेस्क्यू कर उन्हें वापस बैतूल लाया गया है। ये मजदूर पहले महाराष्ट्र के शोलापुर में मजदूरी करने गए थे वहां से इन्हें कर्नाटक भेज दिया गया। वापस अपने जिले में लौटने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली है। बताया गया कि पिछले 7 माह से इन्हें बंधुआ मजदूर की तरह काम कराया गया। इस दौरान इन मजदूरों ने कई तरह की प्रताड़ना झेली। शोलापुर में बंधुआ बनाए गए मजदूरों ने जनसाहस NGO से उन्हें छुड़वाने के लिए संपर्क किया था, जिसके बाद NGO ने प्रशासन और पुलिस से संपर्क कर मजदूरों का कर्नाटक से रेस्क्यू करवाया।जनसाहस की कॉर्डिनेटर पल्लवी टाकरकर ने बताया कि जिले के मजदूरों को महाराष्ट्र के सोलापुर में बंधक बनाए जाने की सूचना पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम को उस वक्त काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ गया, जब उन्हें शोलापुर पहुंचकर पता चला कि मजदूर तो कर्नाटक के कुलबर्गी जिले के हांचिनल गांव में है यहां ठेकेदार लक्ष्मण कोली और रघु ने उनसे बंधुआ मजदूरी करवा रहे थे। इसके बाद कर्नाटक स्थानीय प्रशासन से बैतूल प्रशासन द्वारा समन्वय बनाकर करीब 9 मजदूरों को सारी औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद वापस बैतूल लाया गया।मोहदा थाना क्षेत्र के कासमार खंडी, पडार गांव के रहने वाले 9 मजदूरों को सोलापुर में बंधक बनाए जाने की सूचना मिली थी। इनमें 5 महिलाएं और 4 पुरुष थे, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कलेक्टर अमनबीर सिंह और एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने एक टीम का गठन किया, जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस प्रशासन, जन साहस संस्था और अन्य की मदद से मजदूरों को छुड़ाने सोलापुर पहुंचे, यहां से सूचना मिलने के बाद कर्नाटक पहुंचकर मजदूरों को सकुशल घर लाया गया है।बंधुआ बनाए गए मजदूरों को रोज शाम एक गोदाम में बंद कर दिया जाता था, जहां न तो शौच की कोई व्यवस्था थी और न ही लघुशंका जाने का कोई साधन था। बंद मजदूरों को इसी गोदाम के एक कोने में शौच क्रिया निपटानी पड़ती थी। खाने के नाम पर दाल और चावल दिया जाता था, जिसमें भी कीड़े पड़े रहते थे।  

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सकल पंच गुजराती मोढ़ वणिक समाज की ओर से रविवार को समाज की शनवारा स्थित वाड़ी में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में समाज के लोग पहुंचे।समाज अध्यक्ष विजय शाह ने बताया जलगांव के एक निजी अस्पताल के सहयोग से यह शिविर आयोजित किया गया जिसमें करीब ढाई सौ से अधिक समाजजनों की बीपी शुगर, हार्ट आदि की जांच की गई। डॉक्टरों ने परामर्श किया। समाज अध्यक्ष ने बताया समय-समय पर इस तरह की गतिविधियां समाज द्वारा आयोजित की जाती है। इस बार गुजराती समाज द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित कर समाजजन का चेकअप कराया गया।समाज के सचिव उमाकांत चौधरी ने बताया सकल पंच गुजराती समाज की ओर से आयोजित शिविर में 250 से अधिक समाजजन ने चेकअप कराया। जलगांव के निजी के डॉक्टरों के सहयोग से शिविर लगाया गया था। नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने भी अपनी सेवाएं दी। आगे भी इस तरह के शिविर आयोजित किए जाएंगे। मीडिया प्रभारी धन्नालाल दलाल ने बताया कि इस दौरान काफी संख्या में समाज की महिलाएं, पुरुष आदि मौजूद थे।

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नेपानगर में कांग्रेस नेत्रियों ने घर घर घर पहुंचकर नारी सम्मान योजना के फॉर्म बांटे गए। यह अभियान नेपानगर में शनिवार से शुरू किया है। रविवार को भी अभियान चला। फॉर्म पर पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ का फोटो लगा है। साथ ही लिखा है मेरा कथन नहीं मेरा वचन है। साथ ही हर महीने महिलाओं को 1500 रुपए और 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा किया गया है।कांग्रेस नेत्री कविता धीरज करोसिया ने बताया नारी सम्मान योजना के तहत मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रदेश की हर महिला के खाते में 1500 रुपएप्रतिमाह और सिलेंडर 500 रुपए में दिया जाएगा। नेपानगर के वार्ड क्रमांक. 01 राजीव नगर से नारी सम्मान योजना के पंजीयन फॉर्म भरवाने की शुरुआत की गई। इस दौरान डोर टू डोर पहुंचकर लगभग 100 से अधिक महिलाओं के फॉर्म भरवाए गए।नगर पालिका अध्यक्ष भारती पाटिल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सोहन सैनी, मंडलम अध्यक्ष जगमीत सिंह जॉली ने महिलाओं को योजना के बारे में जानकारी दी। पूर्व महिला कांग्रेस नगर अध्यक्ष कोकिला शर्मा, पूर्व पार्षद इंदुबाई मसाने, पार्षद अनिषा राजेश पटेल, अम्बादास सोनवणे, कैलाश पटेल, राजेश पटेल, राजेन्द्र मसाने, अजय पगारे, अफसार खान, अतिश पाल, संदीप करोसिया सहित कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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भोपाल। प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग ने रविवार को कई जिलों में हीट वेव चलने की आशंका जताई है। वहीं, मौजूदा वेदर सिस्टम की वजह से प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी सकती है, जो कुछ समय के लिए गर्मी से राहत देगी। मध्यप्रदेश में रविवार को तेज गर्मी के बीच हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बैतूल, अनूपपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, खंडवा और बुरहानपुर जिलों में सुबह के समय हल्की बारिश का अनुमान जताया है। यहां गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर-ग्वालियर समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में गर्मी रहेगी। ग्वालियर, रतलाम, गुना, छतरपुर, सागर और टीकमगढ़ में गर्म हवाएं चलने का भी अनुमान है। लोकल सिस्टम एक्टिव होने से कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है। इससे पहले शनिवार को उज्जैन, नीमच और मंदसौर में लोकल सिस्टम एक्टिव हुआ था, जिससे बूंदाबांदी हुई थी। प्रदेश में 22 मई से हल्की बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, 22 और 23 मई को अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा सतना, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, छतरपुर और टीकमगढ़ में मौसम बदला सा रहेगा। भोपाल में भी हल्की बारिश होगी। वहीं, राजधानी भोपाल में रविवार को मौसम विभाग ने तेज गर्मी पड़ने के आसार जताए हैं। 22 मई से मौसम बदलेगा और बादल छाए रहेंगे। 23 मई को हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 24 मई को भी बादल छाए रहेंगे। इंदौर में शनिवार को गरज- चमक के साथ हुई तेज बारिश इंदौर में दिनभर तेज धूप के बाद शनिवार शाम को जमकर बादल बरसे। 24 घंटे में डेढ़ इंच से ज्यादा बारिश की सूचना है। इस दौरान जमकर बिजली कड़कती रही। कई जगह पेड़ धराशायी हो गए तो बिजली भी गुल हो गई। मौसम विभाग ने रविवार शाम को भी मौसम इसी तरह अचानक बदलने की आशंका जताई है। नया सिस्टम एक्टिव होने से फिर बारिश मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 22-23 मई से एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जो 27-28 मई तक एक्टिव रह सकता है। इस कारण हल्की बारिश और बादल छाए रहेंगे। अनुमान है कि नौतपा की शुरुआत में भी बारिश होगी।

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इंदौर में रविवार को एक अनूठा इवेंट होगा। जहां सिंगल यूज प्लास्टिक को फेयरवेल देने के लिए सबसे बड़ी पोहा पार्टी होगी। इवेंट में बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए कई एक्टिविटी भी यहां होगी। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की शपथ भी यहां दिलाएंगे।इस इवेंट को लेकर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। सोशल मीडिया से लेकर शहर में कई जगह इस इवेंट का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। दशहरा मैदान पर होने वाले इस इवेंट में एक एरिया ऐसा भी रहेगा, जहां लोग अपने घर से सिंगल यूज प्लास्टिक लाकर इसमें डालेंगे और दोबारा सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने का संकल्प लेंगे।नगर निगम और माय एफए‌म द्वारा इसे ऑर्गेनाइज किया है। सुबह 6 बजे इस इवेंट की शुरुआत होगी, जो करीब दो घंटे का रहेगा। सिंगल यूज प्लास्टिक के फेयरवेल के साथ ही यहां लोगों के लिए पोहा पार्टी का भी इंतजाम किया गया है। लोग यहां सिंगल यूज प्लास्टिक को फेयरवेल देने के साथ पोहा पार्टी का आनंद भी ले सकेंगे। इसके अलावा भी यहां कई एक्टिविटी रखी गई है।इस इवेंट में आने वाले इंदौरियों के लिए जुम्बा सहित कई एक्टिविटी रखी गई है। इसमें फन एक्टिविटी भी रखी गई है, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा ले सकेंगे। इस इवेंट में माय एफ के आरजे नवनीत, आरजे रफ्तार सहित उनकी टीम शामिल रहेगी।दशहरा मैदान में एक जगह ऐसी बनाई जा रही, जहां पर लोग अपने प्रतीकात्मक रूप से सिंगल यूज प्लास्टिक लाकर यहां डंप कर सकेंगे। साथ ही लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल न करने की शपथ भी इंदौरियों को दिलाई जाएगी। इस इवेंट में मेयर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, पूर्व मेयर मालिनी गौड़ सहित मंत्री तुलसी सिलावट शामिल होंगे।यहां आने वाले इंदौरियों के लिए सबसे बड़ी पोहा पार्टी भी यहां रखी गई है। यहां फन एक्टिविटी के साथ ही लोग पोहा पार्टी का लुत्फ भी उठा सकेंगे। पोहा पार्टी के लिए करीब दो से ढ़ाई क्विंटल पोहा का इस्तेमाल किया जाएगा। ढ़ाई हजार से ज्यादा प्लेट यहां पोहा रहेगा। यदि इससे ज्यादा भी लोग पहुंचे तो उनके लिए भी पोहे की व्यवस्था की जाएगी।  

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जनपद पंचायत सिवनी मालवा द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक कन्या विवाह सम्मेलन का आयोजन शनिवार को सिवनी मालवा नगर के शासकीय कुसुम महाविद्यालय के आडिटोरियम में आयोजित किया गया। जिसमें 99 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।विवाह आदिवासी और रविदासिया धर्म के अनुसार गुरवाणी प्रचारक राधा किसन दास भोपाल वाले द्वारा सम्पन्न कराया गया वर वधु के द्वारा विधि विधान से पूजन कर सात फेरे लगवाकर विवाह सम्पन्न किया गया। विवाह सम्मेलन सुबह 9 बजे से उपनगरी बानापुरा के रेस्ट हाउस शुरू हुआ जहां से सभी 99 दूल्हों की बारात निकाली गई।जिसके बाद बारात नए शासकीय कुसुम महाविद्यालय पहुंची जहां जनपद सीईओ व अध्यक्ष की ओर से सभी का स्वागत किया गया। सर्वप्रथम विधिविधान से वर वधुओं ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। जिसके बाद आदिवासी रीति रिवाज से सभी का विवाह कराया गया। जो दोपहर करीब 3 बजे तक चला। विवाह सम्मेलन में पहुंचे सांसद राव उदयप्रताप सिंह ने कहा कि मप्र की सरकार जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत बेटियों को लाभ मिल रहा है। साथ ही अब लाड़ली बहनों को भी लाभ मिलेगा, किसान निधि, उज्जवल योजना, संबल योजना का भी लाभ मिल रहा है।वही विधायक प्रेमशंकर वर्मा ने कार्यक्रम में मंच से गाना गाकर सभी वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया। विवाह सम्मेलन में मुख्य अतिथि सांसद राव उदय प्रताप सिंह, विधायक प्रेमशंकर वर्मा, जनपद अध्यक्ष रेणुका मृगेंद्र सिंह मंडलोई, किसान नेता यशवंत पटेल, वीरेन्द्र मिश्रा, नगर पालिका अध्यक्ष रीतेश जैन, नपा उपाध्यक्ष स्वाति शैलेन्द्र गौर सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि का स्वागत भाजपा पदाधिकारियों व अधिकारियों की ओर से किया गया।  

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उज्जैन। शहर के मक्सी रोड स्थित पावर हाउस के पीछे रेलवे के स्टोरेज यार्ड में शनिवार सुबह आग लग गयी। जिस स्टोर में आग लगी वहां रबर रेल पैड और मेटल के क्लीप तथा अन्य सामान रखा हुआ था। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची तथा आग पर काबू पाया। जानकारी लगने पर आरपीएफ और रेलवे से जुड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गये।   जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह लगभग 8 बजे मक्सी रोड विद्युत मंडल पावर हाउस के पीछे स्थित रेलवे के पीक्यूआरएस स्टोरेज एनसी यार्ड में आग लग गयी। रेलवे के अधिकारियों को इसकी सूचना आसपास के रहवासियों ने दी। जिस यार्ड में आग लगी उसके नजदीक रेलवे का प्रशिक्षु विश्राम गृह मौजूद है। घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर स्टोर के इंचार्ज एच के राजपूत व आरपीएफ थाना प्रभारी पीआर मीना व अन्य अधिकारी - कर्मचारी भी पहुंच गये थे। टीन शेड के बने स्टोर रूम में लगी आग को लेकर आसपास के रहवासियों ने बताया कि आग लगने से पहले उन्होंने एक धमाका सुना और उसके बाद स्टोर रूम से आग की ऊंची-ऊंची लपटेें उठने लगी। लोगों ने इसकी जानकारी रेलवे तथा फायर ब्रिगेड को दी। दमकल के आने से पहले यहां मौजूद लोगों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया था। कुछ देर बाद यहां फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां पहुंची और आग पर काबू पाया। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन स्टोर रूम में रखा सामान जल गया।   रबर पैड और मेटल क्लीप थे स्टोर में घटना को लेकर मौके पर मौजूद उक्त स्टोर के इंचार्ज एच के राजपूत ने बताया कि स्टोर में रबर के रेल पैड और लोहे के क्लीप रखे हुए थे। रबर के रेल पैड पुराने थे। जो आग लगने पर जल गये। जबकि लोहे के क्लीप का इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि रबर या प्लास्टिक से बने रेल पैड पटरियों के नीचे लगाये जाते हैं ताकि गुजरती ट्रेन के कंपन के झटकों को कम किया जा सके। उन्होंने बताया कि संभवत: शार्ट सर्किट के कारण यह घटना हुई है।

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भोपाल। प्रदेश में अगले दो दिन तेज गर्मी वाले रहेंगे। मौसम विभाग ने ग्वालियर समेत प्रदेश के पांच शहरों में शनिवार को हीट वेव चलने की आशंका जताई है। लेकिन 22 मई से गर्मी से कुछ राहत मिलेगी। प्रदेश में एक बार फिर हल्की बारिश का दौर शुरू होगा, जो नौतपे की शुरुआत तक चलेगा। इस बार नौतपा 25 मई से शुरू हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले साल की तरह इस बार भी नौतपा की शुरुआत ठंडी रहेगी। 22 मई से फिर आंधी पानी का मौसम शुरू होगा, जो नौतपा के तीन-चार दिन तक बना रहेगा। हालांकि, अगले दो दिन तेज गर्मी वाले होंगे। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन के अनुसार शनिवार-रविवार को मौसम शुष्क यानी साफ रहेगा। इसके चलते 20 और 21 मई को ग्वालियर, रतलाम, गुना, छतरपुर, सागर और टीकमगढ़ में हीट वेव यानी गर्म हवाएं चलेंगी। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेशभर में गर्मी का असर रहेगा। लोकल सिस्टम एक्टिव होने से भोपाल में शनिवार को दोपहर बाद बादल छाने और बूंदाबांदी की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, 23 मई से अरब सागर से नमी आना शुरू हो जाएगी। इससे ग्वालियर-चंबल अंचल में बादल बनेंगे। 23 से 25 मई के बीच बूंदाबांदी के आसार बनेंगे। मौसम विभाग के अनुसार, 22 और 23 मई को अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा सतना, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, छतरपुर और टीकमगढ़ में मौसम बदला रहेगा। 22 मई से एक्टिव होगा तीसरा सिस्टम मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि अभी उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है। नया सिस्टम ईस्ट यूपी के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में है। एक ट्रफ लाइन ईस्ट एमपी और विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक गुजर रही है। इस कारण मध्यप्रदेश में नमी है। लोकल सिस्टम के एक्टिव होने से भी दोपहर बाद बादल छा रहे हैं, लेकिन दो दिन मौसम साफ रहेगा। 22-23 मई से एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जो 27-28 मई तक एक्टिव रह सकता है। इस कारण हल्की बारिश और बादल छाए रहेंगे। खजुराहो रहा सबसे गर्म शुक्रवार को खजुराहो प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म रहा। यहां तापमान 43.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, खंडवा में 42.1 डिग्री तापमान रहा। प्रदेश के चार बड़े शहरों भोपाल में 40.7, इंदौर में 39.3, ग्वालियर में 41.1 और जबलपुर में अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उमरिया, उज्जैन, शिवपुरी, सतना, सागर, रीवा, मंडला, गुना, धार में तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहा।

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ग्वालियर। दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए तीन और चीतों को शुक्रवार को छोटे बाड़ों से खुले जंगल में छोड़ दिया गया है। इनमें एक मादा और दो नर चीते शामिल हैं। उद्यान प्रबंधन ने 30 अप्रैल को चीता टास्क फोर्स की बैठक के बाद तीन मादा और दो नर सहित कुल पांच चीतों को खुले जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया था जिसके तहत इन चीतों को खुले जंगल में आजाद किया गया है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान के डीएफओ पीके वर्मा ने बताया कि भारतीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के निर्देशानुसार शुक्रवार को एक मादा और दो नर सहित तीन चीतों को बाड़े से खुले जंगल में छोड़ा गया है। बाड़े से खुले जंगल में छोड़े जाने से पहले चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अब बाकी दो चीतों को भी जल्द खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले चार चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया था। इसमें शामिल पवन चीता के बार-बार कूनो पार्क से बाहर निकल जाने की आदत के कारण उसे फिर से बाड़े में कैद कर दिया गया है। अब खुले जंगल में चीतों की संख्या छह हो गई है। शुक्रवार को जिन चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया है, उसमें मादा चीता गामिनी, नर चीते वायु और अग्नि शामिल हैं।

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भोपाल। म्यांमार के संस्कृति मंत्रालय के छह प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को बौद्ध धर्म, स्तूप, कला एवं संस्कृति की शिक्षा और अनुसंधान के लिए मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान विश्व धरोहर स्थल साँची एवं भोपाल का भ्रमण किया। एमपी टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रतिनिधियों को साँची के स्तूप और भोपाल के जनजातीय संग्रहालय का भ्रमण करवाया गया। प्रतिनिधियों ने कहा कि मध्यप्रदेश में बौद्ध धर्म की शिक्षा, उपदेश और सिद्धांत समझने का मौका मिला है। भगवान बुद्ध के शांति, मानवता, विश्व कल्याण के संदेश और उपदेश के विस्तार के लिए साँची में बने स्तूप से सभी प्रभावित हुए।     इस मौके पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव एवं मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि ये परिचय यात्राएँ (फैम ट्रीप) हमारे और इन एशियाई देशों के बीच घनिष्ठ संबंध स्थापित करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करती हैं। भारत और एशिया के पर्यटन क्षेत्र में सद्भाव और विकास सुनिश्चित करने के लिए एक-दूसरे की संस्कृतियों और मूल्यों को साझा करना प्रमुख उद्देश्य है।     भ्रमण के बाद म्यांमार से आए प्रतिनिधियों का स्वागत भोपाल के होटल पलाश में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड के उप संचालक युवराज पडोले ने स्मृति-चिन्ह भेंट कर किया।

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देशभर में शुक्रवार को वट सावित्री अमावस्या और शनि जयंती का एक साथ संयोग होने पर शहर में कई धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। सुबह से ही शनि मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। वहीं महिलाएं वट वृक्ष की पूजा अर्चना करने पहुंची।शहर के वार्ड नंबर 9 तालाब मंदिर परिसर में लगे वट वृक्ष की पूजा अर्चना करने के लिए शहर की सुहागिने महिला बड़ी संख्या में पहुंचे। जिन्होंने अपने पति की लंबी उम्र अखंड सौभाग्य का फल प्राप्त करने के लिए पूजा अर्चना की। गायत्री जोशी, अनीता सक्सेना और हेमलता शर्मा ने बताया यह पूजा पति की दीर्घायु के लिए की जाती है।शनि जयंती पर शहर के रामलीला मैदान स्थित शनि मंदिर में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर हवन किया। वहीं भगवान को तेल, तिल और प्रसाद अर्पित किया। वहीं सुबह से शाम तक मंदिर में हजारों श्रद्धालु पहुंचेंगे। भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।  

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विश्व में शनि देव की पूजा आराधना करने वाले लाखों भक्त हैं.नौ ग्रहों में से एक शनि देव ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर ही अवतरित हुए थे। शनि देव नौ ग्रहों के न्यायाधीश हैं इसलिए इस दिन शनि जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई जा रही है। शहर के दादाजी मंदिर रोड स्थित भगवान शनिदेव के प्राचीन मंदिर में सुबह से श्रद्वालु पहुंचने लग गए। शनि महाराज की प्रतिमा पर तेल अर्पित कर शनि विग्रह को शीतलता प्रदान करने की प्रार्थना की। शनि मंदिर के बाहर कुन्बी आवार में भंडारा प्रसादी का आयोजन हुआ। जहां से दोपहर 12 बजे से लगातार भोजन प्रसादी वितरित की जा रही है। शनि मंदिर के पुजारी सोनू शर्मा के अनुसार शनि जयंती पर भक्तों द्वारा 100 लीटर से ज्यादा तेल भगवान को अर्पित किया जाता है। खास बात यह है कि, अमावस्या ही ऐसा दिन है, जिस दिन शनिदेव जी की मुख्य प्रतिमा पर तेल अर्पित होता है। बाकी पूरे साल मंदिर के बाहर रखी प्रतिमा पर तेल अर्पित होता है। शनि जयंती के दिन शाम के समय भजन-कीर्तन होगा। वहीं रात में भगवान शनिदेव जी का जन्मदिन केक काटकर मनाया जाएगा।

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बाप-बेटे के रिश्ते से जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया जिसमें ग्वालियर में अलग रह रहे बेटे को धोखा देने और उसकी करोड़ों रुपए की जमीन अपने नाम कराने के लिए पिता ने फर्जी वसीयत बनाई और जमीन अपने नाम करा ली। ठगी का पता जब उनकी पुत्रवधु को चला तो वह थाने जा पहुंची और शिकायत की।बहू का कहना था कि वसीयत पर अंगूठा का निशान लगा है, जबकि उसके पति हस्ताक्षर करते हैं। घटना महाराजपुरा थाना क्षेत्र के डांग गुठीना की है। पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद आरोपी पर गुरुवार को मामला दर्ज कर लिया है।शहर के मुरार कृष्णापुरी निवासी रश्मि शर्मा पत्नी शैलेश शर्मा न्यायालय कर्मचारी हैं। रश्मि की सास भूरी उर्फ विमला बाई के नाम करीब दो करोड़ रुपए की जमीन है, जिस पर उसके पति व देवर का हिस्सा है। कुछ साल पहले उसकी सास का निधन हो गया था और इसी बीच उसके ससुर छोटे लाल शर्मा ने उसकी सास की फर्जी वसीयत बनवा कर सारी जमीन अपने नाम करा ली। शिकायतकर्ता ने बताया कि फर्जी वसीयत कराने के बाद उसके ससुर ने उसके पति के स्थान पर किसी अन्य से अंगूठा लगवाकर सहमति ली है। जबकि उसके पति हस्ताक्षर करते हंै और कुछ समय पहले ब्रेन हेमरेज होने के कारण बीमार हंै। इसी तरह उनकी सास के भी फर्जी साइन किए हैं।

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उज्जैन। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिप्रा स्नान के लिए पहुंचे। इस दौरान 6 लोग डूबते-डूबते बचे। तैराक दल ने पानी में डूब रहे लोगों की जान बचायी। इस एक दिन पहले गुरुवार को भी एक अन्य घटना में भूखी माता घाट पर गुजरात के एक श्रद्धालु की डूबने से मौत हो गयी थीं। शुक्रवार को सुबह से ही हजारों की संख्या में लोग स्नान के लिए शिप्रा तट स्थित रामघाट और अन्य घाटों पर पहुंचे थे। इस दौरान सुबह शिप्रा स्नान कर रहे 6 लोग नदी में डूबते-डूबते बचे। सुबह 6 बजे के लगभग महाराष्ट्र के शेरपुर से आये परिवार के सदस्य रामघाट के समीप शिप्रा स्नान कर रहे थे। संजय राव का 15 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार अचानक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। बेटे को बचाने के लिए संजय राव ने पानी में छलांग लगा दी। गहरा पानी होने से पिता-पुत्र दोनों डूबने लगे। मौके पर मौजूद तैराक दल ने दोनों को बचा लिया। इसके कुछ देर बाद सिद्ध आश्रम के समीप घाट पर इंदौर से आये तीन लोग नदी में नहाने गये थे। गहरे पानी में तीनों युवक डूबने लगे। तैराक दल ने तीनों को बचाने के लिये पानी में रिंग फेंकी। इसके जरिये तीनों बाहर निकाला गया। इसके तत्काल बाद तीनों अपनी एक्टिवा पर घटना स्थल से चले गये। इसी तरह अजमेर से आये एक परिवार के सात-आठ सदस्य राणोजी की छत्री के सामने शिप्रा में स्नान कर रहे थे। उसी दौरान पैर फिसलने से 29 वर्षीय शिवराम गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। इसे भी तैराक दल ने बचा लिया। तैराक दल के ईश्वर चौधरी, रशीद खान, घनश्याम, जगदीश सोलंकी और दीपक ने 6 लोगों को डूबने सेे बचा लिया। गुरुवार को डूबने से हुई थी एक मौत एक दिन पहले गुरुवार को शाम के समय बापू नगर अहमदाबाद निवासी 40 वर्षीय जयंतीभाई पुत्र पोगर भाई परिवार के सदस्यों के साथ भूखी माता पर मान उतारने आया था। परिवार के अन्य सदस्य मान पार्टी कर रहे थे। उसी दौरान जयंतीभाई घाट पर स्नान करने गये और गहरे पानी में जाने के कारण उसकी डूबने से मौत हो गयी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित को देखते हुए ग्रीष्मकालीन मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के पंजीयन की तारीख बढ़ाने का फैसला किया गया है। अब किसान भाई 31 मई तक अपना पंजीयन करा सकेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चौहान ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी।     दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार विगत दो वर्षों से समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी कर रही है। विपणन वर्ष 2023-24 में मूंग और उड़द की खरीदी के लिए पंजीयन आठ मई से शुरू हुए थे। पंजीयन की अंतिम तिथि 19 मई थी, जिसे बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है।     मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट किया है कि किसान भाइयों आपके हित को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के पंजीयन की तारीख दिनांक 31 मई 2023 तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है।     गौरतलब है कि प्रदेश के मूंग के अधिक उत्पादन वाले 32 जिलों में पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं, जहां किसान अपनी उपज समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन करा सकते हैं। इनमें इंदौर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुरकलां, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर और बालाघाट शामिल हैं।   वहीं, मूंग की ही तरह उड़द उत्पादक 10 जिलों जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी एवं बालाघाट में किसानों के पंजीयन के लिए केंद्र स्थापित किए गए हैं।

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भोपाल। हर माह की पूर्णिमा पर आसमान में चमकते हुए चंद्रमा को सभी ने देखा होगा और यह भी सभी जानते हैं कि अमावस्या की रात चंद्रमा दिखाई नहीं देता है। शुक्रवार, 19 मई को ज्येष्ठ माह की अमावस्या है और इस दिन भी रात में चंद्रमा नहीं दिखाई देगा, लेकिन इस अमावस्या का चंद्रमा ब्लैक मून होगा। भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने गुरुवार को अमावस्या के मौके पर न दिखने वाले चंद्रमा के नामकरण के बारे में बताया कि 21 मार्च से आरंभ होकर 21 जून को समाप्त होने वाली तीन महीने की खगोलीय बसंत ऋतु में इस साल यानी 2023 में चार अमावस्या आ रही है। इनमें से शुक्रवार, 19 मई को तीसरी अमावस्या है। तीन महीने के किसी एक सीजन में चार अमावस्या आने पर तीसरी अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है। यह शब्द पिछले कुछ सालों से प्रचलन में आ गया है। यह घटना लगभग 33 महीनों बाद होती है। सारिका ने बताया कि यह इस साल की पांचवीं अमावस्या है। ब्लैक मून की केवल यही एक परिभाषा नहीं है, बल्कि किसी एक ही अंग्रेजी महीने में अगर दो अमावस्या होती है तो महीने की दूसरी अमावस्या को भी ब्लैक मून कहते हैं। यह लगभग हर 29 माह बाद आता है। एक अन्य परिभाषा के अनुसार अगर फरवरी माह में अमावस्या न हो तो जनवरी एवं मार्च में दो अमावस्या होती है। इसे भी ब्लैक मून कहा जाता है। यह घटना 2033 में होगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक अमावस्या को चंद्रमा सूर्य के सीध में होने से पृथ्वी से उसका चमकीला भाग नहीं दिखता है, इसलिये चंद्रमा दिखाई नहीं देता है, लेकिन साल में दो से पांच बार तक होने वाले सूर्यग्रहण की घटना में इसे सूर्य को पूर्ण या आंशिक रूप से ढंकते हुये देखा जा सकता है। सारिका ने बताया कि आगामी ब्लैक मून की घटना अब एक ही महीने में दो अमावस्या होने के कारण 31 दिसम्बर 2024 को होगी। इसके बाद इस सीजन में चार अमावस्या में से तीसरी अमावस्या के कारण 23 अगस्त 2025 को ब्लैक मून होगा।

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रायसेन के शांतिनाथ जिनालय में भगवान शांतिनाथ का जन्म, तप और मोक्ष कल्याणक बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। समाज के प्रचार-प्रसार व्यवस्थापक राकेश जैन ने बताया कि जैन अनुयाइयों के 16वें तीर्थंकर​​श्री 1008 शांतिनाथ भगवान के जन्म, तप और मोक्ष तीन कल्याणक हुए है।तीर्थंकर, चक्रवर्ती और कामदेव तीन पद के धारक भगवान शांतिनाथ का जन्म इक्ष्वाकु वंश में हस्तिनापुर उ.प्र. नगर में हुआ। उनके पिता विश्वसेन जी और माता अचिरा देवी जी थी। शांतिनाथ अवतारी थे। उनके जन्म से ही चारों ओर शांति का राज कायम हो गया था। वे शांति, अहिंसा, करूणा और अनुशासन के शिक्षक थे। जातिस्मरण से और दपर्ण में अपने मुख के दो प्रतिबिम्ब देखकर उन्हें वैराग्य भाव उत्पन्न हुआ था।आज ही के दिन उन्होंने हस्तिनापुर में दीक्षा ली, जिसको तप कल्याणक कहा जाता है। इन्होंने सम्मेदशिखर पर्वत पर तपस्या की और आज ही के दिन मोक्ष/निर्वाण को प्राप्त किया। तीन कल्याणक होने के कारण आज प्रातः से ही श्री शांतिनाथ जिनालय में भक्तों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई थी। इंद्र बनाकर विभिन्न बोली लेकर अभिषेक एवं शांतिधारा की गई महिलाओं द्वारा आरती गाकर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। इस मौके पर समाज के राकेश जैन सौरभ जैन सहित समाज जन मौजूद थे।

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3 करोड़ की लागत से रिन्युअल हो चुकी खंडवा-पंधाना सड़क जगह-जगह से उखड़ गई है। रिन्युअल का काम पूरा हुए महीनाभर भी नहीं हुआ है। सिल्टिया गांव सहित कई जगह काम अधूरा पड़ा है। हाल में ही जिला पंचायत की बैठक में कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने सड़क में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। इस पर जिपं सीईओ ने कमेटी गठित कर दी। जांच के दौरान तकनीकी अफसरों से पता चला कि, डामर की जगह ऑयल मिलाया गया। इससे कदम-कदम पर रोड़ खिसक गई। जबकि, जला हुआ ऑयल सड़क निर्माण में प्रतिबंधित है।सड़क में भ्रष्टाचार को लेकर जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के कार्यपालन यंत्री (ईई) ह्रदेश आर्य से बात की। पूछा कि रोड बनने के तत्काल बाद ही उखड़ गई। आपकी निगरानी में घटिया स्तर के मटेरियल का इस्तेमाल हुआ और सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। इस पर आर्य ने पहले तो कहा कि, ये तो साधारण हाईवे है, इसी हाईवे से लगकर बन रहा नेशनल हाईवे भी तो उखड़ जाता है। उनकी तरह हम लोग भी लगातार सुधार कर रहे है। जल्द ही पूरी सड़क सुधार दी जाएगी।इधर, सिल्टिया गांव में करीब 300 मीटर इतना टूकड़ा रिन्युअल के दौरान छोड़ दिया गया है। पथरीले रास्ते पर बड़े-बड़े गड्‌ढे होने की वजह से वाहन सवार गिर जाते है। पंधाना नगर परिषद क्षेत्र में आने वाले सिल्टिया के ग्रामीणों में काफी आक्रोश भी है। वे ठेकेदार से पूछते है कि, इस रोड को कब बनाएंगे तो जवाब मिलता है कि जब सरकार चाहेगी। इस पर पीडब्ल्यूडी के ईई आर्य का कहना है कि, गांव के भीतर बारिश के समय जल जमाव होने से रोड़ उखड़ जाती है। इसलिए उस हिस्से में सीमेंट-कांक्रीट किया जाएगा। शासन से राशि स्वीकृत हो चुकी है।

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ग्वालियर में सम्राट मिहिर भोज का विवाद अभी सुलझा भी नहीं है कि गुर्जर समाज एक नया विवाद ले आया है। बुधवार को ग्वालियर में OBC महासभा के बैनर तले यादव समाज व गुर्जर समाज ने वीर सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई है। यहां गुर्जर समाज ने जो पोस्टर लगाए थे, उस पर गुर्जर कुलभूषण वीर सम्राट पृथ्वीराज चौहान और गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज चौहान लिखा था। यह समारोह गुर्जर भवन मुरार में मनाया गया है।OBC महासभा और गुर्जर समाज द्वारा पृथ्वीराज चौहान को गुर्जर सम्राट बताने पर एक बार फिर अंचल में विवाद को नई हवा मिल सकती है, क्योंकि मिहिर भोज के विवाद में ग्वालियर-चंबल अंचल से लेकर नोएडा तक उपद्रव हुआ था। बुधवार को ग्वालियर में विवाद के बाद टीन से कवर की गई मिहिर भोज की प्रतिमा को खोलने का प्रयास किया गया था। जिसमें कुछ लोगों को पुलिस ने पकड़कर सभी काे खदेड़ दिया है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भी यह सोची समझी रणनीति का हिस्सा नजर आ रहा है।ग्वालियर-चंबल अंचल में राजा मिहिर भोज के बाद पृथ्वीराज चौहान को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है। पृथ्वीराज चौहान के बारे में गुर्जर समाज का दावा है कि वे गुर्जर-प्रतिहार वंश के गुर्जर सम्राट थे। ग्वालियर में OBC और गुर्जर समाज ने पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई। इस बार पहली बार ऐसा हुआ है कि गुर्जर समाज ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान को अपना बताया है। इससे पहले कभी यह कार्यक्रम नहीं किया गया है। यह कार्यक्रम मुरार शहीद गेट पेट्रोल पंप के पास गुर्जर भवन में बुधवार शाम को किया गया है।कार्यक्रम को OBC महासभा के बैनर तले मनाया गया है। कार्यक्रम में OBC महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व यादव महासभा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रूपेश यादव ने भी विशेष रूप से भाग लिया। रूपेश यादव ने भी पृथ्वीराज चौहान को गुर्जर सम्राट कहकर ही संबोधित किया है। गुर्जर समाज का आरोप है कि 32 वर्ष की उम्र में ही गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने विरोधियों को छक्के छुड़ा दिए थे और उनके सामने कोई ठहरता तक नहीं था, लेकिन आज इतिहास में उनका नाम मात्र का जिक्र है। वह गुर्जर-प्रतिहार वंश के गुर्जर सम्राट थे।

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भोपाल। मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की बर्खास्त असिस्टेंट इंजीनियर हेमा मीणा के मामले में नाम आने पर इंजीनियर जनार्दन सिंह को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया। आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त जांच के बाद हेमा पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, इंजीनियर जनार्दनसिंह पर आरोप है कि उन्होंने हेमा का पर्यवेक्षण उचित तरीके से नहीं किया। इससे विभाग की छवि खराब हुई है।   पुलिस हाऊसिंग की असिस्टेंट इंजीनियर हेमा मीणा की करोड़ों की संपत्ति चर्चा में है। इस साम्राज्य के पीछे पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के इंजीनियर जनार्दनसिंह की कृपा बताई जा रही है। दोनों के करीबी रिश्तों की तो चर्चा पहले से है। जनार्दन की कृपा की तमाम कड़ियां हेमा की प्रॉपर्टी से जुड़ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक हेमा के वेयर हाउस और डॉग फार्म समेत तीन प्रॉपर्टी का निर्माण जनार्दन के जरिये हुआ था। हेमा के मामले में नाम आने पर पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन के एमडी और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उपेंद्र जैन ने गुरुवार को जनार्दन को निलंबित किए जाने के आदेश जारी कर दिये। आदेश में कहा गया है कि सुश्री हेमा मीना लंबी अवधि से जनार्दनसिंह प्रभारी परियोजना यंत्री संभाग-सागर के अधीन कार्य कर रही थीं। अत: सुश्री हेमा मीना पर प्रभावी पर्यवेक्षण करना उनका कर्त्तव्य था। पर्यवेक्षण में असफलता के कारण मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम की छवि प्रभावित हुई है। इसलिए जनार्दन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए मुख्यालय भोपाल से संबद्ध किया जाता है।

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शहर के सनावद रोड स्थित डीआरपी लाइन में पुलिस व खेल विभाग का समर कैंप चल रहा है। यहां 1 मई से अब तक 6 प्रकार के खेलों में 200 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। सबसे ज्यादा खिलाड़ी फुटबॉल में है। सुबह 6 व शाम को 5 बजे से कैंप में 5 साल से लेकर 20 साल के युवा शामिल हो रहे हैं।इसमें वालीबॉल, कराटे, स्केटिंग, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, बास्केटबाॅल, लाॅन टेनिस, एथेलेटिक्स जैसे खेलों में युवा पसीना बहा रहे हैं। पहली बार आयोजित हो रहे समर कैंप में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी सामने आ रहे हैं।क्योंकि यहां 10 कोच उन्हें रोजाना प्रशिक्षित कर रहे हैं। फुटबॉल में सबसे ज्यादा 97 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। फुटबॉल कोच व जिला फुटबॉल संघ के उपाध्यक्ष जितेंद्र हिरवे ने बताया कि आधुनिक उपकरण का उपयोग किया जा रहा है। खिलाडियों की स्पीड के लिए ग्लेडर पर व्यायाम करा रहे हैं। स्ट्रेंथ के लिए हैंडल्स, टायर और वेट से बच्चो को ट्रेनिंग दे रहे हैं।इसके अलावा फेल्कजीब्लिटी, एगिलीटी, इंडोररेंस, पावर प्रेक्टिस, बेलनसिंग और रिंग से दे रहे ट्रेनिंग दी जा रही है। फुटबॉल कोच वाहिद खान, ऋषभ जोशी, महिला फुटबॉल कोच कल्याणी भावसार, शिल्पा सोनी बच्चों बारीकियां सीखा रहे हैं।

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सीएम शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में स्थित सलकनपुर में देवी महालोक बनाया जा रहा है। सलकनपुर में 29 से 31 मई तक होने वाले देवी लोक महोत्सव की तैयारियों को लेकर सीएम हाउस में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान, किरार महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष साधना सिंह चौहान ने मां विजयासन की चरण पादुका स्थापित कर रथ को रवाना किया। सीहोर जिले के गांवों में यह रथ घूमकर हर घर से एक ईंट संग्रहित करेगा। इन ईटों को देवी महालोक के निर्माण में लगाया जाएगा।महिला - पुरुष भजन मंडलियों को एक-एक लाख के पुरुस्कारसीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 29-30 और 31 मई को मंदिर परिसर में अलग-अलग उत्सवों के आयोजन होंगे। 29 मई को कलश एवं व पूजा थाली सजाओ प्रतियोगिता, रंगोली, मिट्‌टी के दीए सजाओ प्रतियोगिता। महिला भजन मंडलों के भजन, बहनों के भजन मंडल जो प्रथम, द्वितीय आएंगे उन्हें पुरुस्कार दिए जाएंगे।सीएम ने कलेक्टर से कहा मैं उपहार की राशि बदलकर 21 हजार से प्रथम पुरुस्कार एक लाख, द्वितीय 51 हजार और तृतीय पुरुस्कार 25 हजार रुपए बतौर पुरुस्कार स्वरूप दिए जाएंगे।30 मई को 6 साल से 12 साल और 12 से 18 साल की बेटियों द्वारा माता का श्रृंगार किया जाएगा। 51 हजार दीपक प्रज्जवलित किए जाएंगे। इनको भी 21 हजार और 11 हजार के पुरुस्कार दिए जाएंगे। पुरुष भजन मंडलियों को प्रथम पुरुस्कार के लिए एक लाख तय किया था। पुरुषों को एक लाख 51 हजार बतौर प्रथम पुरुस्कार दिए जाएंगे। दूसरा पुरुस्कार एक लाख और तीसरा पुरुस्कार के तौर पर 51 हजार रुपए दिए जाएंगे।

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भोपाल। कटारा हिल्स की रजत गोल्डन कॉलोनी में सरकारी जमीन पर चल रहे अवैध बीयर बार को प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की टीम ने बुधवार सुबह ढहा दिया। इसे लेकर रहवासियों ने पुलिस कमिश्नर और कलेक्टर से शिकायत की थी, जिसके 24 घंटे के अंदर यह कार्रवाई की गई। कॉलोनी के लोगों ने बीयर बार नहीं हटने पर बच्चे-बुजुर्गों के साथ धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी।   राजधानी के वार्ड-85 स्थित रजत गोल्डन कॉलोनी के मेन गेट के बाहर कुछ दिनों से एक बीयर बार का अवैध संचालन किया जा रहा था। रहवासियों का कहना था कि बार सरकारी जमीन पर बांस की टट्टियों से बनाया गया था। यहां शराब पीने वालों की सुबह से रात तक भीड़ रहती थी, इससे कॉलोनी के लोग काफी परेशान थे। शाम को गाड़ियों की वजह से जाम लग जाता था।   रजत गोल्डन कॉलोनी के मुख्य द्वार के बाहर चलाए जा रहे बीयर बार को लेकर लोग कई दिन से शिकायत कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को भी ट्वीट किया था। मंगलवार को कॉलोनी के रहवासी इसी समस्या को लेकर पुलिस कमिश्नर और कलेक्टर के पास भी पहुंचे थे। शिकायत के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे। इसके चलते बुधवार सुबह जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में बीयर बार को हटा दिया। बाग मुगालिया एक्सटेंशन समिति के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने बताया कि बीयर बार बंद होने से रहवासियों ने राहत की सांस ली है।

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भोपाल। राजधानी में बुधवार दोपहर में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। करौंद इलाके में हल्की बारिश भी हुई। 25 मई से शुरू होने जा रहे नौतपा के पहले ही राजधानी भोपाल समेत मध्यप्रदेश में बारिश-आंधी का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के साथ ही लोकल सिस्टम भी एक्टिव हो रहा है। मौजूदा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस 20 मई तक एक्टिव रहेगा, तब तक मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। प्रदेश में 16 मई से तेज आंधी, बारिश का दौर शुरू हो गया है। रायसेन, सागर, नर्मदापुरम और दतिया में भी मंगलवार को दोपहर बाद बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में रायसेन में 14 मिमी, बुरहानपुर के खकनार में 18 मिमी, हरदा के कोलीपुरा में 6.5, शहर में 0.8, शिवपुरी के पिपरसमा में 1, दमोह के मड़ियाहार में 1.5, शहर में 1 मिमी बारिश हुई। सीहोर के भैरूंदा और बुधनी, राजगढ़ के नरसिंहगढ़, सिवनी के बरघाट में भी बारिश हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस 20 मई तक एक्टिव रहेगा। इसके बाद 23 से 25 मई के बीच भी सक्रिय रहेगा। इस कारण हल्की बारिश और आंधी का दौर जारी रहेगा। वहीं, मौसम वैज्ञानिक यादव ने बताया कि बुधवार को भी भोपाल समेत कई शहरों में बारिश होगी। यह दौर आगामी कुछ दिन तक जारी रहेगा। दोपहर तक तेज गर्मी रहेगी। इसके बाद ही मौसम बदलेगा। तेज आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

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जबलपुर। जिले में नर्मदा नदी के लमहेटा घाट पर अस्थि विसर्जन करने गए पटेल और लोधी परिवार के लोगों पर मंगलवार को दोपहर करीब तीन बजे अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इसमें 35 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें की छह की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है।   जानकारी के अनुसार, ग्राम अन्धूआ में रहने वाले दो परिवार के लोग अस्थि विसर्जन करने के लिए मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे नर्मदा नदी के दद्दा घाट गए हुए थे। सभी लोग अस्थि विसर्जन के कार्यक्रम में शामिल थे। इसी बीच निर्माणाधीन फ्लाई ओवर ब्रिज के ऊपर लगे छत्ते से हजारों की संख्या में मधुमक्खियां उड़ने लगी और नर्मदा नदी के किनारे बैठे लोगों पर हमला कर दिया। अचानक हुए मधुमक्खी के हमले के बाद से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोगों ने नर्मदा नदी में डूबकी लगाकर अपनी जान बचाई तो कुछ लोग यहां- वहां भागते रहे।   बताया जा रहा है कि घटना में कुछ लोगों को तो मधुमक्खी ने कम कांटा, लेकिन छह लोगों को अधिक काटने के चलते उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। मधुमक्खियों के काटने से गुड्डू पटेल, बृजेश पटेल, प्रदीप पटेल, सुनील पटेल, प्रमोद पटेल और राजकुमार ठाकुर गंभीर घायल हुए हैं।   प्रत्यक्षदर्शी अरुण पटेल ने बताया कि बीते दिनों नर्मदा नदी के दद्दा घाट में नहाने के दौरान डूब जाने से अतुल पटेल और अनुराग लोधी की मौत हो गई थी। आज उनके अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम लमहेटा घाट में था, जहां पर शामिल होने के लिए 100 से अधिक लोग पहुंचे थे। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के दौरान अचानक से ही मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। मधुमक्खियों से अपने को बचाने के लिए हम लोग यहां-वहां भागने लगे, कुछ तो डर के कारण नर्मदा नदी में कूद गए और जो लोग नहीं भाग पाए, उन्हें मधुमक्खियों ने काट लिया। करीब 10 से 15 मिनट तक हम सभी लोग यहां-वहां भागते रहे। जो लोग दौड़ लगाते समय गिर गए उन्हें मधुमक्खियों ने काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।   नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ अरविंद शर्मा ने बताया कि मधुमक्खियों के काटने से छह लोगों को भर्ती किया गया है। कुछ लोगों को उल्टियां हो रही थी, सभी का इलाज जारी है, घबराने की बात नहीं है। सभी खतरे से बाहर है।

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भोपाल। वन विहार प्रबंधन द्वारा 20 मई को स्कूली बच्चों के लिए समर कैंप का आयोजन किया जाने वाला था, लेकिन अब उसे स्थगित कर दिया गया है। यह कैंप अब 22 मई को आयोजित किया जाएगा।   वन विहार प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों में वन, वन्यजीवों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा प्रकृति संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 20 मई को कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए समर कैंप का आयोजन किया जाना था। अपरिहार्य कारणों के चलते यह कैंप स्थगित कर दिया गया है। वन विहार प्रबंधन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब यह कैंप 22 मई को आयोजित किया जाएगा।

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 इंदौर के भंवरकुआं इलाके की एक होटल में युवती के साथ रुके खरगोन के युवक ने कर्मचारियों के साथ मारपीट कर डाली। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज आने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट और धमकाने की धाराओं मे केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।पुलिस के मुताबिक घटना भोलाराम उस्ताद मार्ग की है। यहां SP-13 होटल के कर्मचारी सोनू पुत्र धर्मेद्र की शिकायत पर सौरभ मालवीय निवासी खरगोन और उसके साथियों के खिलाफ मारपीट और अन्य धाराओं मे केस दर्ज किया है। सोनू ने बताया कि एक दिन पहले सौरभ होटल में आकर रुका था। चेक आउट के समय उसने बिल देने की बात पर खाने में कमियां बताई। इसके साथ ही होटल की व्यवस्थाओं में भी कमियां बताने लगा। सोनू ने इस मामले में सौरभ से कहा कि वह पहले शिकायत करता तो वह इसमें सुधार करते।इस बात पर सौरभ विवाद करने लगा और बिल के रुपए नहीं देने पर अड़ गया। बाद में सोनू के जोर देने पर सौरभ बिल का पेमेंट कर चला गया। कुछ देर बाद वह वापस अपने साथियों के साथ आया और होटल कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हुए तोड़फोड़ कर दी।

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आंधी-तूफान के दौरान तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में हादसा हुआ। नर्मदा नदी में नाव पलट गई। हादसे में एक डेढ़ साल के मासूम की मौत हो गई, एक युवक लापता है। चार लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया। पूरा परिवार गुजरात के भावनगर से आया हुआ था। यह हादसा नाविकों की लापरवाही से हुआ। बारिश, तूफान के दौरान भी वह नदी पार कराने की जिद पर अड़ा रहा। प्रशासन ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बजाय सिर्फ नाव का लाइसेंस निरस्त कर इतिश्री कर ली है। बता दें कि, तीर्थनगरी के घाटों पर 300 से ज्यादा नाव संचालित होती है। इनमें 200 से ज्यादा अवैध है। किसी के पास लाइफ जैकेट नहीं है।पीड़ित परिवार ने नगर परिषद के आरआई नीरज रावत को बताया कि हम लोग नाव से संगम घाट से लौट रहे थे। तट से निकले ही थे कि मौसम बिगड़ने लगा। तेज आंधी चलने लगी। हमें डर था कि कही अनहोनी ना जाए। इसलिए नाविक से कहा कि नाव को किनारे पर ही लगा दो। आगे मत ले जाओ। मौसम ठीक होने के बाद ही चलेंगे। लेकिन नाविक नहीं माना, उसने कहा कि मैं नर्मदा पार करा दूंगा। यह मेरा रोज का काम है। लेकिन थोड़ी दूर चलकर ही नाव तूफान में फंस गई और पलट गई।डेढ़ साल के दक्ष की मौत के साथ दामाद कार्तिक के नदी में डूबने की खबर ने माता-पिता दादा-दादी समेत पूरे परिवार को तोड़ दिया। व्यवस्था संभाल रहे टीआई बलजीतसिंह बिसेन से कार्तिक की पत्नी डिंकल रो-रोकर यही पूछ रही थी कि, मेरे पति कहां है, उन्हें ढूंढकर लाओ। टीआई ने उन्हें ढांढस बंधाया। टीआई बिसेन ने बताया कि अंधेरा होने से कार्तिक के लिए चलाया गया रेस्क्यू कार्य रात को बंद करना पड़ा। मंगलवार सुबह फिर उनकी तलाश की जाएगी।गुजरात से आए श्रद्धालु रश्मिन पिता हिम्मतलाल व्यास (58) अपने बेटे निकुंज (32), बहू वाणी (31), पोते दक्ष (डेढ़ साल), बेटी डिंकल और दामाद कार्तिक बेलड़िया के साथ मध्यप्रदेश में महाकाल व ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने आए थे। सोमवार, सुबह महाकाल दर्शन के बाद वे दोपहर के समय ओंकारेश्वर पहुंचे। यहां वे नाव में सवार हुए और उन्हें तूफान ने घेर लिया। नर्मदा नदी का जल तेज गति से उछाल मारने लगा। नाव डगमगाई और पलट गई। सभी पानी में डूबने लगे। वहां कुछ दूसरे नाविकों ने नर्मदा में कूदकर उन्हें निकालने का काम किया। लेकिन ये हादसा दो परिवार में मातम दे गया। रश्मिन के मासूम पोते दक्ष की मौत हो गई, दामाद अब भी लापता है।   ।

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उज्जैन। सांवलियाजी के दर्शन करने के लिए उज्जैन से राजस्थान जा रहे चार युवकों की कार सोमवार देर रात मंदसौर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। इस दुर्घटना में तीन युवकों की मौत हो गयी और एक गंभीर घायल युवक का इंदौर में उपचार चल रहा है। रात्रि में ही मृतकों के परिजन सूचना मिलते ही घटना स्थल की ओर रवाना हो गये थे। मंगलवार सुबह तीनों शवों का मंदसौर में पोस्टमार्टम किया गया।   पुलिस के अनुसार, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 1.30 बजे के लगभग उज्जैन के चार युवकों की होण्डा स्पोर्टस आई-20 नीले रंग की, बगैर नंबर प्लेट की कार मंदसौर के मुलतानपुरा थाना क्षेत्र में खड़े ट्राले में जा घुसी। इस दुर्घटना में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। हादसे में कार में सवार अजयसिंह राणा पुत्र संतोष सिंह राणा निवासी पंवासा, विजय ठाकुर निवासी गदापुलिया क्षेत्र, ऋतिक गिरिया निवासी मंछामन क्षेत्र की मौत हो गयी, वहीं लक्की निवासी दमदमा क्षेत्र दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। लक्की का उपचार इंदौर के अस्पताल में चल रहा है।   चारों युवकों को कार से मुश्किल से निकाला गया मुलतानपुरा थाना टीआई जितेन्द्र पाठक के अनुसार दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार सवार चारों युवकों को मुश्किल से कार से निकाला गया। कार में नंबर प्लेट नहीं थी। टीआई पाठक ने यह भी बताया कि घटना के तत्काल बाद युवकों की जेब से मिले आधार कार्ड व अन्य आईडी के जरिये चारों के परिजनों को घटना की सूचना दी गयी। उन्होंने यह भी बताया कि तीनों मृतकों का मंगलवार को मंदसौर के अस्तपाल में पोस्ट मार्टम कराया गया। सूचना के बाद परिजन भी वहां पहुंच गये थे। पोस्टमार्टम के बाद परिजन मृतकों के शव लेकर उज्जैन आ गए।     पिता ने बताया रात के सफर से मना किया था दुर्घटना में मृत युवक अजय सिंह राणा के पिता एडवोकेट व कांग्रेस नेता संतोष सिंह राणा ने बताया कि उक्त चारों दोस्त एडवांस कालेज के विद्यार्थी हैं। चारों की बी.कॉम. फायनल परीक्षा समाप्त होने पर सोमवार शाम इन्होंने सांवलियाजी और खाटूश्याम दर्शन के लिये कार से जाने की अनुमति मांगी थी। राणा ने बताया कि इसके लिये उन्होंने तथा पत्नी ने इंकार कर दिया था। बावजूद इसके वे दर्शन के लिये चले गये थे और कुछ घंटों बाद इस दुर्घटना की खबर आयी।   इंदौर में चल रहा घायल का इलाज दुर्घटना में संजय पुत्र संतोष राणा उम्र 22 वर्ष निवासी मक्सी रोड उज्जैन, रितिक पुत्र दिलीप गडरिया उम्र 27 वर्ष निवासी मंछामन कॉलोनी तथा विजय पुत्र कमल सिंह चौहान उम्र 24 वर्ष निवासी वन विभाग कालोनी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि हादसे में लक्की पुत्र अनिल धाकड़ उम्र 21 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। उपचार के लिए उसे इंदौर रेफर कर दिया गया है।

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भोपाल। तीखी गर्मी के बीच मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा चली और कहीं बूंदाबांदी, तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम मंगलवार को भी ऐसा ही रहेगा। ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है, जबकि जबलपुर, अनूपपुर, सिवनी, मंडला और छिंदवाड़ा में भी बूंदाबांदी की संभावना है। भोपाल में दोपहर तक गर्मी रहेगी, लेकिन दोपहर बाद बादल छा जाएंगे। हल्की बारिश भी हो सकती है। वहीं, इंदौर-उज्जैन समेत अन्य शहरों में पहले की तरह तेज गर्मी रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 16 मई से प्रदेश में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो जाएगा। इस कारण ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में बारिश होने का अनुमान है। 20 मई तक प्रदेश में हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, मुरैना, भिंड, श्योपुरकलां, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना और टीकमगढ़ में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, जबलपुर, अनूपपुर, सिवनी, मंडला, छिंदवाड़ा में बूंदाबांदी होने का अनुमान है। भोपाल में दोपहर बाद मौसम बदलने की संभावना है। इससे पहले सोमवार को ही प्रदेश में मौसम बदल गया। दोपहर में खंडवा के ओंकारेश्वर में तेज बारिश हुई। तेज आंधी की वजह से नर्मदा नदी में नाव पलट गई। दोपहर तक श्योपुरकलां, मंदसौर और छतरपुर में भी हल्की बारिश हुई। दिन में सबसे ज्यादा गर्म टीकमगढ़ रहा। यहां पहली बार पारा 44.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दो दिन से प्रदेश में सबसे गर्म रहने वाले खरगोन में पारा लुढ़ककर 42 डिग्री पर आ गया। रतलाम में भी पारे में गिरावट हुई है। यहां तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। प्रदेश के अन्य शहरों में भी दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।

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श्री पीतांबरा पीठ परिसर सिर्फ एक दिन के लिए अतिक्रमण मुक्त रहा सका। 24 अप्रैल को निकाली गई मां पीतांबरा की रथ यात्रा से एक दिन पहले नगर पालिका ने मंदिर के आसपास के अतिक्रमण को हटाकर अतिक्रमण मुक्त कर दिया था। अतिक्रमण हटने से यहां मैदान नजर आने लगा था और ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म हो गई थी। रथ यात्रा निकलने के बाद दुकानदारों ने गुमटियां, हाथ ठेला खड़े कर अतिक्रमण कर लिया।खास बात यह है कि नपा ने जिस जगह से अतिक्रमण हटाया, उस हिस्से में बाद में नपा ने जाली लगाकर गार्डन बनाने के लिए सुरक्षित कर लिया। अब लोगों ने उसी जाली के बाहर रोड पर ही अतिक्रमण कर दुकानें रख लीं। जिससे 50 फीट चौड़ी सड़क की चौड़ाई घटकर 20 से 25 फीट रह गई है। शनिवार को मंदिर पर दर्शन करने आए हजारों श्रद्धालुओं को घंटों जाम का सामना करना पड़ा। शाम छह बजे से रात 10 बजे तक उनाव रोड स्थित बस स्टैंड से वृंदावन धाम के सामने सीतासागर तक जाम लगा रहा।इसका सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण था। श्री पीतांबरा पीठ पर माई के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। माई के दर पर जहां नेता, राज नेता, जनप्रतिनिधि सत्ता का सुख, ऊंचे पद की लालसा में दर्शन करने आते हैं तो वहीं अधिकारी, कर्मचारी अपनी मनपसंद की पोस्टिंग के लिए आते हैं।श्रद्धालु शनिवार को चार घंटे जाम में फंसे रहे शनिवार को सुबह के समय श्रद्धालु सुबह सात बजे से 9 बजे तक दो घंटे तक बम-बम महादेव से सीतासागर के पास ट्रैफिक जाम में फंसे रहे और बड़ी मुश्किल में माई के दर्शन कर सके। शाम के समय श्रद्धालुओं की भीड़ दोगुनी बढ़ गई। जिस कारण शाम छह बजे से रात 10 बजे तक बस स्टैंड से लेकर सीतासागर तक डेढ़ किमी लंबा जाम लगा रहा। जाम के दौरान दो पहिया और चार पहिया वाहनों के होर्न की आवाज श्रद्धालुओं के कान फाड़ रही थी।श्रद्धालुओं ने ऐसा नजारा शायद पहली बार देखा था। दरअसल यह स्थिति नगर पालिका अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मनमानी के कारण हुई। नगर पालिका ने अतिक्रमण को हटाकर जमीन मुक्त तो करा दी थी लेकिन उसे संरक्षित नहीं कर सकी। यही नहीं जिन लोगों की दुकानें हटाई गईं वे जनप्रतिनिधियों के पास पहुंच गए और जनप्रतिनिधियों ने पुन: दुकानें लगवा दीं। अतिक्रमण के कारण मंदिर का आसपास का क्षेत्र बहुत ही खराब लगता है।आमजन सुख समृद्धि के लिए माई के दर्शन करने पहुंचते हैं। शनिवार को देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन इन श्रद्धालुओं के लिए माई के दरवार तक पहुंचने का रास्ता काफी मुश्किल भरा होता जा रहा है।इसका मुख्य कारण यह है कि एक तो शहर के सड़क मार्ग खराब हैं। शनिवार को बस स्टैंड बायपास पर सैकड़ों श्रद्धालुओं के चार पहिया वाहन गड्‌ढों में फंसे हुए नजर आए। जैसे तैसे उनाव रोड तक पहुंच गए तो यहां वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं मिल रही थी। आखिरकार सड़क पर ही वाहन पार्क कर दिए गए और मंदिर तक पहुंचे तो यहां जाम के कारण दर्शन समय पर नहीं कर पाए।नगर पालिका ने 24 अप्रैल को आयोजित हुई श्री पीतांबरा माई की जयंती पर निकलने वाली रथ यात्रा से पहले मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार और पश्चिम द्वार के बीचों बीच से अतिक्रमण हटाया था। मंदिर के बगल में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय क्रमांक दो के मैन गेट के दोनों तरफ रखीं झोपड़ियों को हटाकर इस स्थान को अतिक्रमण मुक्त किया गया था।इसके बाद नगर पालिका ने पुन: अतिक्रमण न हो इसलिए स्कूल की बाउंड्रीवाल से रोड तक जाली लगाकर बंद कर दिया था। लेकिन यह स्थान दो दिन ही अतिक्रमण मुक्त रह सका। माई की रथ यात्रा निकलने के बाद अगले ही दिन दुकानदारों ने हाथ ठेला और गुमटियों को रोड पर रख लिया जिससे टू लेन सड़क की चौड़ाई घट गई। यही स्थिति श्री पीतांबरा पीठ के उत्तर द्वार के बगल में हुई। यहां भी धूमावती माई के गेट और उत्तर द्वार के बीचों बीच बाउंड्रीवाल के पास झोपड़ियां रखकर अतिक्रमण कर लिया गया।

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चुनाव आते ही नेता एक्टिव हो जाते है. इसी कड़ी में नर्मदापुरम इटारसी विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने शहर के नागरिकों को चार पानी के टैंकर समर्पित किए। विधायक निधि से यह टैंकर क्रय किए गए हैं। विधायक डॉ शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर टैंकर रवाना किए।इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत, जलकार्य सभापति गीता पटेल, राजस्व सभापति अमृता ठाकुर, स्वास्थ सभापति राकेश जाधव, पार्षद जिम्मी कैथवास, मंडल अध्यक्ष पुरानी इटारसी भाजपा मयंक मेहतो, महामंत्री राहुल चौरे, गोपाल शर्मा, गोविंद मेहतो, मनीष ठाकुर, विधायक प्रतिनिधि देवेंद्र पटेल, राजकुमार बाबरिया सहित अन्य मौजूद रहे।  

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गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है.और इस भीषण गर्मी में कुछ लोगों द्वारा पुण्य का काम किया है।पिपरिया में रेलवे स्टेशन पर 44 डिग्री तापमान के बीच ट्रेन के रुकने से पहले ही निशुल्क जल सेवा शुरू हो जाती है। रविवार को यहीं नजारा स्टेशन पर देखने को मिला। जब यात्री ट्रेन पहुंची, तो निशुल्क ठंडा पानी की आवाजें लगाते सेवक हाथों में पानी से भरी कुप्पी लेकर यात्रियों की खाली बोतल भरने में जुट गए।मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद गर्मियों में ये सेवा यात्रियों के लिए शुरू करता है। नगर के तकरीबन 100 युवा, बुजुर्ग, महिला और बच्चे 24 घंटे अलग-अलग सत्रों में स्टेशन पहुंच जलसेवा दे रहे हैं। रेलवे, आरपीएफ और जीआरपी स्टाफ का सहयोग भी रहता है। युवाओं का कहना है कि लंबी दूरियों की गाड़ियों में यात्रियों को ठंडा पानी काफी मुश्किल से मिलता है।स्टेशन पर निशुल्क जल सेवा की गर्मी आते ही तैयारियां शुरू कर दी जाती है। विवेक माहेश्वरी ने बताया कि 1 दर्जन से अधिक पानी की टंकियों को भरकर रखने चलित ट्रालियां तैयार होती है। ट्रेन आते ही जल सेवक ठंडे पानी की ट्राली लेकर अलग बोगियों के सामने पहुंच जाते है। अन्य लोग दौड़ कर पानी की कुप्पियां भरकर पानी यात्रियों को पिलाते है, उनकी बोतल भी भरते है।

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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में विवाह कोई समझौता नहीं, बल्कि आत्माओं का पवित्र बंधन है। बेटियां हमारे लिये देवियां हैं, उनका विवाह पवित्र संस्कार है। एक समय था जब बेटियों को दुनिया में आने से रोका जाता था और बेटियों का विवाह बोझ माना जाता था, आज स्थिति बदल गई है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना से नवदम्पतियों को अपनी गृहस्थी चलाने में सहयोग मिल रहा है। राज्य सरकार ने सामग्री के स्थान पर राशि देने की व्यवस्था की है, जिससे नवदम्पति अपनी आवश्यकता के अनुकूल जरूरी सामान खरीद सकें।     मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास से जनपद पंचायत सीधी एवं बालादी जिला खंडवा में हो रहे मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। दोनों जिलों में लगभग 300 जोड़े आज विवाह-सूत्र में बंधे। मुख्यमंत्री ने बेटियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि उनकी कामना है कि बेटियाँ सुखी, निरोगी और प्रसन्न रहें। विवाह से जुड़ रहे दोनों परिवार एक-दूसरे का गौरव और सम्मान बढ़ाने का कार्य करें।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटियों के विवाह का क्षण उल्लास और आनंद का क्षण है। लाखों बेटियों का मामा होने के नाते मेरा प्रसन्न होना स्वाभाविक है। प्रदेश में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से बहनों के खाते में हर महीने 1000 रूपए की राशि पहुँचाई जाएगी। बेटियों और बहनों के कल्याण के लिए ऐसी कई योजनाएँ संचालित हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने दोनों जिलों में सामूहिक विवाह समारोह में उपस्थित जन-प्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन को उनकी सहभागिता और दिए जा रहे सहयोग के लिए बधाई दी।

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भोपाल। राजधानी भोपाल से इंडिगो की बेंगलुरु जाने वाली नाइट फ्लाइट आज (सोमवार) रात से फिर शुरू होने जा रही है। इस फ्लाइट से ऐसे लोगों खासतौर पर स्टूडेंट्स को लाभ होगा, जिन्हें अक्सर बेंगलुरु आना-जाना पड़ता है। इंडिगो ने इस फ्लाइट को अस्थाई रूप से एक अप्रैल को बंद कर दिया था। यह फ्लाइट भोपाल से रात 8ः15 बजे रवाना होकर रात 10ः20 बजे बेंगलुरु पहुंचेगी। भोपाल-बेंगलुरु के लिए वर्तमान में चल रही मॉर्निंग फ्लाइट अब कोच्चि तक फिर चलने लगी है। यह फ्लाइट सुबह 9ः35 बजे भोपाल से चलकर सुबह 11ः40 बजे बेंगलुरु पहुंचती है। इसके बाद दोपहर 1ः10 बजे कोच्चि पहुंचेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में 17 वर्ष बाद बोर्ड पैटर्न पर हुई कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा के परिणाम सोमवार को जारी कर दिए गए। कक्षा पांचवीं में साल 2023 में 82.27 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 84.34 प्रतिशत, निजी स्कूलों का परिणाम 79.07 प्रतिशत और मदरसा का परिणाम 62.62 प्रतिशत रहा। इसी तरह इस साल कक्षा 8वीं में 76.09 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें सरकारी स्कूलों का परिणाम 76.38 प्रतिशत, निजी स्कूलों का 75.78 प्रतिशत तथा मदरसों का परीक्षा परिणाम 44.66 रहा है।     प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने सोमवार दोपहर 12.30 बजे भोपाल में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के सभागार में कक्षा पांचवीं और आठवीं बोर्ड पैटर्न वार्षिक परीक्षाफल जारी किया। कक्षा पांचवीं में नरसिंहपुर जिला सबसे अव्वल रहा। 98.4 रहा, दूसरे स्थान पर डिंडोरी और तीसरे पर अनूपपुर रहा। विद्यार्थी अपने परिणाम राज्य शिक्षा केंद्र की वेबसाइट https://rskmp.in/ पर देख सकते हैं।   बोर्ड पैटर्न पर हुई पांचवीं और आठवीं की परीक्षाओं में शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों के बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। पांचवीं में ग्रामीण इलाकों के 86.58 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए, जबकि शहरों में यह आंकड़ा 72.73 फीसदी रहा। वहीं, आठवीं में ग्रामीण इलाकों से 78.96 फसदी और शहरी इलाकों से 68.83% छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए।     वहीं, हर बार की तरह इस बार भी छात्रों के मुकाबले छात्राओं का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा है। पांचवीं में 84.3% छात्राएं पास हुई हैं, जबकि छात्रों की सफलता का प्रतिशत 80.3 रहा। इसी तरह आठवीं में 78.9 फीसदी छात्राएं सफल रहीं, जबकि 73.5 फीसदी छात्र 8वीं में पास हुए।     भोपाल जिले की बात करें तो यहां कक्षा पांचवीं का 82.27 प्रतिशत तथा कक्षा आठवीं का परिणाम 76.09 प्रतिशत रहा। यहां बीते साल कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत था। इस बार सात प्रतिशत की रिजल्ट में गिरावट हुई है।     स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने परिणाम जारी करने के बाद कहा कि कक्षा 5 वीं और 8 वीं की बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों व गुरुजनों को हार्दिक बधाई! आप सभी 'नए मध्य प्रदेश' के स्वर्णिम भविष्य हैं। कठोर परिश्रम व अटूट लगन से जीवन की हर परीक्षा में ऐसे ही उत्तीर्ण होते रहें, यही कामना है। माँ सरस्वती की कृपा सभी पर सदैव बनी रहे।     राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस ने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम में हुए संशोधन के बाद विगत वर्ष मध्य प्रदेश की शासकीय शालाओं में कक्षा 5वीं और 8वीं के विद्यार्थियों की बोर्ड पैटर्न वार्षिक परीक्षा आयोजित की गई थी। उसके बाद इस शैक्षणिक-सत्र 2022-23 में प्रदेश की समस्त शासकीय, अशासकीय शालाओं और मदरसों के कक्षा 5वीं और 8वीं के विद्यार्थियों के लिए इस प्रकार की परीक्षा का आयोजन किया गया है, जिसमें लगभग 87 हजार शासकीय शाला, 24 हजार अशासकीय शाला और एक हजार से अधिक मदरसों के करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे।

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विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर करोड़ो लोगों की आस्था का केंद्र है। मंदिर में रोज हजारों लोग दर्शन के लिए आते हैं। जिसमें महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल है।भक्तों की बात करें तो यहां कई भक्त अपने छोटे बच्चों का तुला दान कराने भी आते है। भगवान के सामने बच्चों को लड्‌डूओं से तोला जाता है। कई परिवार अपने छोटे बच्चों को लेकर आते है। मंदिर में दूधमुंहे बच्चों को फीडिंग कराने के लिए महिलाओं को दिक्कत होती है वह असहज महसूस करती है। जिसके चलते खजराना गणेश मंदिर में मदर फीडिंग रूम तैयार किया जा रहा है।दरअसल, मंदिर में आने वाले भक्तों की ज्यादा भीड़ अन्न क्षेत्र और भगवान गणेश के दरबार में रहती है। ऐसे में एक मदर फीडिंग रूम अन्न क्षेत्र के पास तैयार किया जा रहा है, जबकि दूसरा मदर फीडिंग रूम मंदिर परिसर के अंदर तैयार होगा। अन्न क्षेत्र के पास मदर फीडिंग रूम तैयार किया जा रहा है। शेड के नीचे ही इसे बनाया जा रहा है।लोहे के एंगल से रूम तैयार किया जा रहा है, जिसे पूरा कवर किया जाएगा। मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट का कहना है कि मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कलेक्टर व निगमायुक्त के द्वारा ये आदेश दिया गया कि दो मदर फीडिंग रूम यहां बनवाएं। अभी एक का काम शुरू हो चुका है, जो करीब 15 से 20 दिन में तैयार हो जाएगा, इसके बाद दूसरा मदर फीडिंग रूम बनवाया जाएगा। मदर फीडिंग रूम बनने से महिलाओं और बच्चों को सुविधा मिलेगी।

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मालवा उत्सव को लेकर इंदौरियों में उत्साह है। यहां कई प्रदेशों से 500 से ज्यादा कलाकार और शिल्पकार पहुंचे हैं। ये कलाकार प्रतिदिन लोक नृत्य की प्रस्तुति देते हैं। जबकि शिल्पकार अपने हाथ से बनाए गए प्रॉडक्ट्स को प्रदर्शित करते हैं। कलाकारों ने नृत्य के माध्यम से पुराने समय की यादों को ताजा किया। नाच-गाने से बताया गया कि जब महिलाएं कुएं से पानी भरने जाती थी तब आपस में कैसे अपने मन की बात सहेलियों से कहती थीं।मेले में लोक नृत्य के साथ जनजाति कला की छाप है। पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक की लोक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी जा रही है। इसमें गौंड, कर्मा, आदिवासी, बरेदी, कोरक, मालवा की मटकी, छत्तीसगढ़ का नौतरा, गुजरात गरबे के रास की धूम है।इतना ही नहीं मेले में कई राज्यों के लोक कलाकारों व शिल्पकारों का संगम है। पनिहारी, मटकी, हुडो रास, भील भगोरिया, अर्वाचीन गरबा रास, डांगी नृत्य है। मंच पर महाराष्ट्र के कोल्हापुर के निकट खिद्रापुर का कोपेश्वर शिव मंदिर बयाना गया है। जो वास्तु कला का बेहतरीन नमूना है।भीषण गर्मी के चलते मेला शाम 4 बजे से शुरू होता है। शाम 7 बजे से भीड़ शुरू हो जाती है। रात 12 बजे तक इसका संचालन होता है। मेले में 400 से ज्यादा स्टॉल्स हैं। साथ ही मनोरंजन के कई केंद्र बने हैं। यहां लोक नृत्य कलाकारों के लिए बड़ा स्टेज बनाया गया है। मेले में एक छोटा स्टेज भी है। स्टेज के पीछे एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदमकद का कटऑउट लगा है। ये कटऑउट हूबहू मानव आकार में दिखते हैं। मेले पर पहुंचे लोग पीएम और सीएम के कटआउट के साथ फोटो-वीडियो शूट कराते दिखे। लेकिन इनसे ज्यादा उत्साह नौनिहालों में दिखाई दिया।

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जबलपुर में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष का इकलौते बेटा और उसका दोस्त नर्मदा में डूब गए। हरदा में 3 नाबालिग की अजनाल नदी में डूबने से जान चली गई।पहली घटना जबलपुर में सुबह 10 बजे की बताई जा रही है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष शिव पटेल के इकलौते बेटे अतुल पटेल (24) अपने दोस्तों के साथ नर्मदा नदी के दद्दा घाट पर नहाने गए थे। एक दोस्त अनुराग लोधी उर्फ सत्यम (23) को तैरना नहीं आता था। नहाने के दौरान वह बहने लगा। उसे बचाने की कोशिश में अतुल भी गहराई में चला गया।तिलवारा थाना पुलिस और गोताखोर मौके पर पहुंचे। आधे घंटे बाद दोनों के शव बरामद हुए। मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन, पर्यटन निगम अध्यक्ष विनोद गोंटिया ने घटना पर खेद जताया। विधायक अजय विश्नोई ने आज के सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए।

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मध्य प्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मप्र की धरती पर आतंक की कोई जगह नहीं है। मप्र में धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलेगा, लव जिहाद बर्दाश्त नहीं होगा। पहले सिमी को खत्म किया उसके बाद डकैत और नक्सलियों को भी खत्म किया है। नक्सली अब सिर्फ छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र तक ही सीमित रह गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें रविवार को स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कही। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आंतकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर की सक्रियता देखकर एटीएस ने कारवाई की है। इनका नेटवर्क ऐसा है, धर्मांतरण करो फिर बेटी से शादी कर उसका धर्मांतरण करो और उस बेटी को आतंकी बना दो। कहा कि हम लव जिहाद बर्दाश्त नहीं करेंगे, मप्र को केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर आतंक को कोई जगह नहीं है। जैसे ही जानकारी मिली कि कट्टरपंथी, इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत- तहरीर प्रदेश में सक्रिय हो रहा है, हमारे एटीएस ने तुरंत कार्रवाई प्रारंभ की। एटीएस को निर्देश भी दिए कि ऐसी गतिविधियां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, इन्हें जड़ से समाप्त करना है। हम मध्य प्रदेश को किसी भी कीमत पर हम केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे। लव-जिहाद, मतांतरण यह कुचक्र नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एटीएस और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त रूप से 10 लोगों को भोपाल से पकड़ा एक छिंदवाड़ा से पकड़ा गया है, उनसे पूछताछ जारी है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि रायसेन की जंगलों में ट्रेनिंग करते थे। सभी प्रोफेशनल थे जो समाज की भोली-भाली बेटियों से उनकी शादी करना और धर्म परिवर्तन करना जैसे गैरकानूनी काम करते थे। अब आने वाले समय में इन पर आगे और बड़ी कार्रवाई हो सकती है। मध्यप्रदेश की धरती पर ऐसे गैरकानूनी कामों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पहले भी सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। चंबल से डकैतों के आतंक को समाप्त किया है। नक्सलवाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा तक सीमित रह गया है। पिछले साल हमने 8 नक्सलियों को मुठभेड़ में मारा है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में अब झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। शनिवार को कई खरगोन प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। वहीं, रतलाम, धार, शाजापुर, ग्वालियर और भोपाल में लू चली। गर्म हवा के थपेड़ों से बचने के लिए लोग दोपहर में बाहर निकलने से बचे। सड़कें सूनी रहीं।   पिछले 4-5 दिनों में मध्यप्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गए हैं। हर शहर में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे का कहना है कि राजस्थान में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच चुका है। गुजरात में भी ऐसी ही स्थिति है। इस कारण वहां से गर्म हवाएं मध्यप्रदेश में आ रही हैं। इससे राजस्थान-गुजरात से सटे जिलों में गर्मी का असर बढ़ गया है। वहीं, हवाओं का रुख भी दक्षिण-पूर्वी से बदलकर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। शनिवार को प्रदेश के लगभग सभी शहरों में पारा 40 डिग्री से ऊपर ही रहा। ग्वालियर में 44.5, भोपाल में 43.2, इंदौर में 42.7 और जबलपुर में 41.1 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा। मई महीने में पहली बार ग्वालियर, धार, गुना, शाजापुर, दमोह और खजुराहो में पारा 44 डिग्री के पार पहुंचा है। रतलाम में 4 मई को तापमान 36.2 डिग्री था, जो 12 मई को 45.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। तीन दिन में ही मध्यप्रदेश के तापमान में औसतन 5 से 10 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।

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इंदौर। आंधी-बारिश का सिस्टम निष्प्रभावी होने के बाद मालवा निमाड़ अंचल के साथ-साथ इंदौर में भी गर्मी के तेवर तीखे होते जा रहे हैं। इसी बीच मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार से इंदौर तथा आसपास के इलाकों में लू चलने की संभावना जताई है। गुजरे कल (शुक्रवार) भी गर्मी तेज होने के कारण सड़कों पर आवाजाही काफी कम रही।   इंदौर में शुक्रवार सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर ढाई बजे दिन का तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विज्ञान विभाग के शाम को जारी आंकड़े के अनुसार इंदौर का अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, विभाग ने इंदौर तथा आसपास के इलाकों में आज से लू चलने की आशंका भी व्यक्त की है। मौसम वैज्ञानिक एसएस साहू के ने बताया कि पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। इस दौरान सबसे ज्यादा तापमान रतलाम में 44.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अगले दो तीन दिनों तक शाजापुर, धार, रतलाम में लू चलने की संभावना है। इससे इंदौर में भी हीट वेव चलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि सुपर साइक्लोन के कारण प्रदेश में कहीं-कहीं हवा की रफ्तार तेज हो सकती है। हालांकि इसका असर तटीय इलाके जैसे आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल में होने की संभावना अधिक है।

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युवाओं को नशीले इंजेक्शन की लत लगवाकर उन्हें नशे के दलदल में धकेलने वाले सौदागर शहजाद उर्फ कंजा के घर को आज पुलिस प्रशासन ने जमींदोज करने की कार्रवाई की। पुलिस प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर मतीन मंजिला कान को तोड़ना शुरू किया है।आरोपी शहजाद उर्फ कंजा ने संकरी गलियों में सरकारी जमीन पर आलीशान मकान बना रखा था। प्रशासन के लिए मकान तोड़ने के लिए मशीन ले जा पाना मुश्किल था। मजदूर लगाकर मकान तोड़ने की कार्यवाही की जा रहीं है। जिला प्रशासन ने तकरीबन 100 से ज्यादा मजदूर लगाए हैं, जो कि मकान तोड़ रहे हैं।हनुमानताल थाना के चांदनी चौक में रहने वाले शहजाद उर्फ कंजा के खिलाफ नशे का सामान बेचने अवैध हथियार रखने, जुआ खिलाने सहित दर्जनों मामले दर्ज है। आरोपी शहजाद उर्फ कंजा नशे के वो इंजेक्शन रखा करता था, जो कि सिर्फ दवाइयों के रूप में डॉक्टर के लिखने पर ही मरीजों को दिए जाते थे, पर अधिक मात्रा में इसे लेने से ये नशा का काम किया करता है। हाल ही में हनुमानताल थाना पुलिस ने शहजाद के घर पर दबिश देते हुए बड़ी मात्रा में इंजेक्शन जप्त किए थे। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था जो कि हाल ही में जमानत पर छूटकर बाहर आया हुआ है।पुलिस को अंदेशा था कि जमानत पर बाहर आए शहजाद उर्फ कंजा निश्चित रूप से प्रशासन की कार्यवाही में बाधक बनेगा, यही वजह है कि भारी पुलिस बल की तैनाती पर शहजाद उर्फ कंजा के आलीशान मकान को तोड़ा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक शहजाद ने 2000 स्क्वायर फीट की सरकारी जमीन पर तीन मंजिला आलीशान मकान बनवाया था। आरोप इतना शातिर है कि उसने अपनी पूरी संपत्ति घर वालों के नाम कर रखी है।सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि हनुमानताल थाना के चांदनी चौक में रहने वाले शहजाद उर्फ कंजा वह नशे का सौदागर है जो कि युवाओं को नशे का आदि बना कर उन्हें इंजेक्शन बेचकर अच्छी खासी रकम युवाओं से कमाया करता था।        

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भिंड के अटेर थाना क्षेत्र में चंबल नदी में बीस वर्षीय युवक डूब गया। युवक, शाम के समय नहाने के लिए अटेर घाट पर पहुंचा और पानी में उतर गया। इसके बाद बालक का काेई अता पता नहीं है। जब देर रात तक बालक का कोई पता नहीं लगा तो पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने भिंड से रेस्क्यू दल बुलाया और नदी में बालक की तलाश शुरू कर दी है।अटेर थाना प्रभारी देवेंद सिंह राठौर के मुताबिक देवालय का रहने वाला सुमित यादव पुत्र कैलाश उर्फ करू यादव शाम करीब साढ़े पांच बजे के आस पास चंबल नदी गया। यहां वो नदी पर नहाने के लिए उतर गया। बताया कि ये युवक अकेला ही नहाने के लिए गया था। जब देर शाम तक नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई। युवक काे लोगों ने नदी के किनारे घूमते देखा जब पुलिस चंबल नदी के किनारे पड़ताल करने पहुंची। यहां युवक के कपड़े व जूत नदी के किनारे रखे हुए थे।पुलिस का अनुमान है युवक नहाने के लिए नदी में उतरा था। इसके बाद उसका अता पता नहीं लगा। पुलिस ने युवक की तलाश के लिए एसडीआरएफ टीम भिंड से बुलाई गई। देर रात तक तलाश चलती रही। हालांकि अब तक युवक का कोई पता नहीं लग सका। सुबह के समय फिर एसडीआरएफ की टीम फिर से तलाश करने के लिए नदी पर पहुंचेगी।  

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भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह अक्सर अपने काम की वजह से चर्चा में रहते है.आशीष शनिवार को शाहपुरा स्थित आंगनवाड़ी में बच्चों को दिए जाने वाले खाने की क्वॉलिटी जांचने अचानक पहुंच गए। उन्होंने बच्चों से पूछा कि खाना कैसा लग रहा है? फिर खुद बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर दाल-चावल खाए।भोपाल की 25 आंगनवाड़ियों में अक्षय पात्र संस्था ने पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में भोपाल सप्लाई करने की शुरुआत की है। इन्हीं में से एक शाहपुरा की आंगनवाड़ी भी है। शनिवार को शाहपुरा समेत 3 आंगनवाड़ी केंद्रों में कलेक्टर पहुंचे। यहां खाने की गुणवत्ता को देखा। उन्होंने बच्चों और उनके परिजनों से बात भी की।शाहपुरा की आंगनवाड़ी में जब कलेक्टर निरीक्षण करने पहुंचे, तब बच्चे खाना खा रहे थे। कलेक्टर ने सबसे पहले उनसे भोजन के स्वाद के बारे में पूछा। बच्चों से कहा कि खाना पहले अच्छा मिलता था या अभी। बच्चों ने अभी अच्छा खाना मिलने की बात कहीं। इसके बाद कलेक्टर खुद जमीन पर बैठ गए और बच्चों के साथ दाल-चावल खाने लगे। सीडीपीओ सुनील शुक्ला को भी साथ बैठा लिया। आंगनवाड़ी में कुल 35 बच्चे और उनके परिजन थे।

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खरगोन। जिले के झिरन्या क्षेत्र में एक शादी समारोह में इतनी तेज हवा चली कि 45 बाय 45 का टेंट सीलिंग पाइप के साथ पतंक की तरह आकाश में उड़ गया। टेंट बवंडर के साथ करीब 200 फीट ऊंचाई तक पहुंचा। इस दौरान अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते रहे। बवंडर का असर कम होने पर वह बिजली लाइन में आकर अटक गया। तेज आवाज के साथ पूरे क्षेत्र में बिजली गुल हो गई।     घटना खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर झिरन्या क्षेत्र में ग्राम कुसुंबिया में गुरुवार को घटित हुई। इसका वीडियो शुक्रवार को सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां तेरसिंह सुमाल की बेटी ज्योति का विवाह पिछोड़िया के रहने वाले राकेश से हो रहा था। शादी समारोह के लिए खेत में टेंट लगाया गया था। पास ही एक अन्य टेंट में विवाह की रस्में अदा की जा रही थी। दूसरे टेंट में मेहमाना खाना खा रहे थे। इसी दौरान तेज बवंडर उठा और शादी सामारोह का टेंट, मंडप पाइप, कुर्सियां व अन्य सामान उड़ने लगा। हालत यह थी कि टेंट हवा में किसी कागज के टुकड़े की तरह उड़ता नजर आया।   इस बीच कुछ लोग अधिक नुकसान ना हो इसलिए टेंट और सामान को पकड़ते नजर आए, लेकिन बंवडर की गति देखकर अधिकांश लोगों शादी समारोह छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए। ये दृश्य देखकर लोग हुए दंग रह गए और वीडियो बनाने लगे। जो सोशल मीडिया पर बहुप्रसारित हो गया है। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि शादी में लगा टेंट करीब 200 फीट ऊंचाई तक उड़ रहा था। साथ ही खानेपीने का सामान भी इस बवंडर में उड़ गया।

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शिक्षा का नया सत्र प्रारंभ हो गया है जिस वजह से कॉलेजों में एडमिशन की प्रकिया शुरू हो चुकी है.शासकीय गर्ल्स कॉलेज इटारसी में शुक्रवार को ऑनलाइन प्रवेश व सत्यापन प्रक्रिया पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल के निर्देशानुसार ऑनलाइन प्रवेश 2023-24 सत्यापन प्रक्रिया के तहत कॉलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया था।इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा व प्रवेश नोडल अधिकारी स्नेहांशु सिंह की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने सभी प्राध्यापकों को नई शिक्षा नीति, प्रवेश नियम, पाठ्यक्रम, फीस संबंधी जानकारी, सत्यापन, पंजीयन की जानकारी प्रदान की।साथ ही बताया कि छात्राओं की सुविधा के लिए प्राध्यापकों की समिति बनाकर कॉलेज में हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। प्रवेश नोडल अधिकारी स्नेहांशु सिंह ने प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी प्रदान की जैसे पंजीयन फॉर्म भरना, अधिभार संबंधी जानकारी, चॉइस फिलिंग, ऑनलाइन सत्यापन, विषय समूह का चयन, ऑनलाइन शुल्क का भुगतान, ऑनलाइन अपग्रेडेशन प्रक्रिया, प्रमोशन प्रक्रिया आदि की जानकारी प्रदान की गई।इस अवसर पर मंजरी अवस्थी, डॉ. संजय आर्य, रविन्द्र चौरसिया, अमित कुमार, पूनम साहू, डॉ. हर्षा शर्मा, डॉ. शिखा गुप्ता, डॉ. शिरीष परसाई, डॉ. श्रद्धा जैन, कु.क्षमा वर्मा, कु. प्रिय क्लोसिया, शोभा मीना, हेमंत गोहिया व प्रमेन्‍द्र चौधरी उपस्थित रहे।

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चुनावी दौर चल रहा है.और इस दौर में सभी राजनैतिक पार्टियां अपना दमखम लगा रही है.इसी के तहत इंदौर में शनिवार को धर्म रक्षा यात्रा निकलेगी। खजराना गणेश मंदिर से शुरू होकर यात्रा अलग-अलग रास्तों से होकर गुजरेगी। यात्रा का समापन बिजासन माता मंदिर पर होगा। ये यात्रा मध्यप्रदेश कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ (युवा इकाई) द्वारा निकाली जा रही है।मध्यप्रदेश कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ द्वारा धर्म रक्षा अभियान में किए जा रहे कार्यों के तहत धर्म रक्षा यात्रा निकाल रही है। प्रकोष्ठ की युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर भारती ने बताया कि हिंदू जागरण एवं मठ मंदिर संरक्षण के प्रदेश व्यापी अभियान के लिए धर्म रक्षा यात्रा का इंदौर में शुभारंभ किया जा रहा है। मठ और मंदिर की स्वतंत्रता का हनन न हो और धार्मिक व्यवस्थाओं में राजनीतिक हस्तक्षेप न हो, मठ मंदिर की भूमि नीलाम न हो, पुजारी का वंश परंपरा से नामांतरण हो, कलेक्टर व्यवस्थापक न हो, पुजारी को सामान्य कृषक के अधिकार मिले। पूर्व सीएम कमलनाथ के इस संकल्प को पूरे मध्यप्रदेश में यात्रा के माध्यम से प्रचारित किया जा रहा है।धर्म रक्षा यात्रा 13 मई की सुबह 10 बजे शुरू होगी। यात्रा खजराना गणेश मंदिर से शुरू होकर पलासिया, गीताभवन, मधु-मिलन, रीगल, राजबाड़ा, बड़ा गणपति, कालानी नगर होती हुए बिजासन माता मंदिर पर समाप्त होगी। यात्रा में सबसे आगे कांग्रेस का ध्वज लेकर गाड़ी चलेगी, इसके बाद 300 से 500 बाइक भगवा ध्वज के साथ चलेगी। 30 से 50 कारें भी शामिल रहेंगी। आयोजन में कांग्रेस के कई नेता शामिल होंगे।

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प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर हर समय नया कीर्तिमान गढ़ने के लिए तैयार रहता है.इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) ने आज 12 मई को 6 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश कर दिया है। यह पिछले साल से 6 गुना बड़ा है। इसमें विधानसभा के चुनावी साल को देखते हुए कई बड़ी घोषणाएं की गई है। ​इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी ने भी बजट को लेकर सुझाव दिए हैं।स्कीम नंबर- 34 में सीनियर सिटीजन के लिए आवासीय कॉम्प्लेक्स में 32 फ्लैट रहेंगे। 60 साल से ऊपर वालों को ये फ्लैट्स फ्री में मिलेंगे। सीनियर सिटीजन कॉम्लेक्स स्टार चौराहे के पास बन रहा है। इसमें फिसलन रहित फर्श, फीजियोथेरैपी कक्ष, 24 घंटे एंबुलेंस सेवा, बहु-उद्देशीय हॉल, चौड़ी बैठक एवं परिसर रहेगा। ये अपने आप में इंदौर में नया प्रयोग है।पेश हुए बजट के मुताबिक ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर की तर्ज पर10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनाया जाएगा। कन्वेंशन सेंटर के लिए सुपर कॉरिडोर पर 17 हेक्टेयर जमीन खाली है। इसे पीपीपी मॉडल से बनाया जाएगा। यह ब्रिलियंट से 5 गुना बड़ा रहेगा। इतना ही नहीं 448 करोड़ की लागत से खजराना, भंवरकुआं सहित शहर में 11 नए फ्लाई ओवर बनाए जाएंगे। ​​​​4 फ्लाई ओवर का काम शुरू हो चुका है, अन्य पर काम शुरू होना है।दरअसल, जनवरी में हुए NRI सम्मेलन के दौरान ​ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में जगह कम पड़ गई थी। इस कारण कई आमंत्रित NRI हॉल से बाहर रह गए थे। तब CM शिवराज सिंह चौहान ने नए कन्वेंशन सेंटर बनाने की घोषणा की थी। बजट IDA के चेयरमैन जयपाल सिंह चावड़ा ने पेश किया। पहली कॉपी खजराना गणेश मंदिर पर पहुंचकर अर्पित की। यह बजट 6005 करोड़ का है। इसमें से कुल व्यय 3081 करोड़ अनुमानित, 3432 करोड़ रुपए बचेगा।

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भोपाल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) ने शुक्रवार को कक्षा 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। इस बार देश भर में कुल 87.33 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। देशभर में 99.91 फीसदी परिणाम के साथ त्रिवेंद्रम रीजन टाप पर है, जबकि 98.64 फीसदी के साथ बेंगलुरु रीजन दूसरे नम्बर पर रहा। वहीं, मध्य प्रदेश का भोपाल रीजन इस सूची में 13वें नम्बर पर है। यहां 83.54 फीसदी विद्यार्थी सफल हुए। सीबीएसई 12वीं के विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।     परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सीबीएसई की वेबसाइट का सर्वर धीमा हो गया, जिसकी वजह से विद्यार्थी और उनके अभिभावक परेशान होते नजर आए। कई लोग लगातार स्कूलों और शिक्षकों से सम्पर्क करते रहे। स्कूलों का कहना है कि सर्वर डाउन होने से वेबसाइट पर हम रिजल्ट नहीं देख पा रहे हैं। हमें सीबीएसई द्वारा मेल पर रिजल्ट जारी किया गया है। हर बार की तरह इस साल भी लड़कों के मुकाबले लड़कियों का परिणाम बेहतर रहा। लड़कियों की कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 90.68 है तो वहीं लड़कों की उत्तीर्ण प्रतिशत 84.67 है।   सीबीएसई 12वीं के परीक्षा परिणामों में भोपाल रीजन देशभर में 13वें स्थान रहा। इस रीजन का परीक्षा परिणाम 83.54 प्रतिशत रहा। इसमें भोपाल के कार्मल कान्वेंट स्कूल की दो छात्राओं कला संकाय में देवाशी श्रोती और सुहानी यादव ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वहीं, वाणिज्य संकाय की चल्ला तनुश्री ने 97.8, मन गर्ग ने 97.8 और वाणिज्य की आयशा अली ने 97.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में अब सूरज ने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। पिछले तीन दिनों से गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को रतलाम और धार मध्य प्रदेश के सबसे गर्म शहर रहे। यहां अधिकतम तापमान 44 डिग्री के पार जा पहुंचा। रतलाम में 44.2 और धार में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इन दोनों शहरों में लू चली। साथ ही दोनों देश के सबसे गर्म शहरों में क्रमश: चौथे एवं आठवें नंबर पर रहे। इसके अलावा प्रदेश के 22 शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।     भोपाल और इंदौर में इस सीजन में अधिकतम तापमान पहली बार 41 डिग्री को पार कर गया। प्रदेश के प्रमुख शहरों भोपाल में 41.4, इंदौर में 41.4, ग्वालियर में 40.3 और जबलपुर में 40 डिग्री तापमान रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी के तेवर और भी तीखे रहेंगे।   मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं होने के कारण वातावरण पूरी तरह शुष्क हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात मोचा का भी प्रदेश के मौसम पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मई माह में सूरज की सीधी किरणें मध्य क्षेत्र में पड़ती हैं। इस वजह से तपिश बढ़ रही है। शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की और वृद्धि हो सकती है।     भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अभी किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय होने की संभावना भी नहीं है। इस वजह से गर्मी के तेवर और तीखे होने के आसार हैं। दो-तीन दिन में प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिले लू की चपेट में आ सकते हैं।     सूरज के रौद्र रूप का असर प्रदेश के जनजीवन पर भी पड़ा है। राजस्थान की गर्म हवाओं ने ग्वालियर- चंबल अंचल व बुंदेलखंड में असर दिखाना शुरू किया। दोपहर में सड़कें सूनी नजर आईं। ग्वालियर में गर्मी बढ़ने से शहर में प्रतिदिन की बिजली खपत 51 लाख यूनिट तक पहुंच गई। तेज धूप का असर खजुराहो पहुंचने वाले सैलानियों पर भी दिखा। दोपहर में सन्नाटा रहने के बाद शाम को ही सैलानी होटल से बाहर निकल रहे हैं।     40 डिग्री से अधिक तापमान वाले शहरः- रतलाम- 44.2, धार- 44.0, खजुराहो- 42.4, उज्जैन- 42.2, दमोह-42.0, गुना- 42.0, नर्मदापुरम- 41.6, सागर- 41.4, इंदौर- 41.4, भोपाल- 41.4, बैतूल- 41.2, खंडवा- 41.1, खरगोन- 41.0, नरसिंहपुर- 41.0, शिवपुरी- 41.0, नौगांव- 40.8, रायसेन- 40.6, मलाजखंड- 40.5, सीधी- 40.4, ग्वालियर- 40.3, छिंदवाड़ा- 40.2 और रीवा- 40.2 डिग्री सेल्सियस।  

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म.प्र. राज्य सहकारी बीज उत्पादक एवं विपणन संघ मर्यादित के संचालक मंडल की बैठक आज बीज संघ के अध्यक्ष एवं माननीय मंत्री सहकारिता डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में 16 प्राथमिक बीज उत्पादक सहकारी समितियों को बीज संघ की सदस्यता प्रदान की गई । आज की बैठक में निर्णय लिया गया की केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के निर्देशन में मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव्ह सोसाइटी एक्ट 2002 के अन्त-र्गत राष्ट्रीय स्तर पर गठित भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड की सदस्यता बीज संघ द्वारा ग्रहण की जायेगी।  बीज संघ के प्रदेश में निर्मित गोदाम सह ग्रेडिंग प्लांट में सुरक्षा की दृष्टि से चारों ओर वायर फेंसिग कराये जाने का निर्णय लिया गया। वर्ष 2022-23 में बीज संघ द्वारा देश एवं प्रदेश के विभिन्न अनुसंधान संस्थानों से खरीफ वर्ष 2022 में 455.74 एवं रबी वर्ष 2022-23 हेतु 897.90 क्विंटल प्रजनक बीज के उठाव एवं वितरण की प्रगति का अवलोकन किया गया। वर्ष 2023-24 की प्रजनक बीज उठाव@ बीज उत्पादन @वितरण की प्रस्तावित कार्ययोजना का भी अनुमोदन किया गया।  बैठक में बीज संघ उपाध्यक्ष माननीय कृषि मंत्री कमल पटेल, अपर मुख्य सचिव कृषि विभाग अशोक वर्णवाल, सचिव सहकारिता विवके पोरवाल, आयुक्त सहकारिता आलोक कुमार सिंह, आयुक्त सह संचालक कृषि एम. सेल्वेन्द्रन, प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक पी.एस. तिवारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में विषयों का प्रस्तुतीकरण एम.डी.बीज संघ ए.के.सिंह ने किया।

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भोपाल नगर निगम में पहली बार किसी इंजीनियर ने कमिश्नर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नाराजगी में इंजीनियर अंबरीश कुमार सिंह ने जोन-11 में 2021-22 में हुई अच्छी वसूली के आधार पर मिला प्रशस्ति-पत्र भी लौटा दिया है। बुधवार को कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी के नाम एक पत्र जारी कर कहा कि मुझे भविष्य में आपके हाथ से किसी भी प्रकार का सम्मान नहीं चाहिए। दरअसल अंबरीश इसलिए भी नाराज हैं, क्योंकि वह मैकेनिकल इंजीनियर हैं और अफसर उनसे सीवेज क्लीनिंग का काम करवा रहे हैं।महापौर मालती राय का कहना है कि योग्यता के आधार पर काम नहीं दिए जाने की जांच करवाई जाएगी। अंबरीश 2015-16 बैच के मैकेनिकल इंजीनियर हैं। 2016 से भोपाल नगर निगम में पदस्थ अंबरीश को इन दिनों सीवेज क्लीनिंग और वाॅटर वर्क्स में पाइपलाइन मेंटेनेंस का काम दिया गया है। इससे पहले वह 9 महीने तक सेंट्रल वर्कशॉप और गार्डन शाखा में भी पदस्थ रह चुके हैं। 2021-22 में उनकी टीम ने जोन-11 में करीब तीन करोड़ रुपए की राजस्व वसूली की थी। इसके एवज में सबसे ज्यादा वसूली करने वाले तीन इंजीनियर्स को कमिश्नर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था।इस साल भी आपके द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया जा रहा है। मेरी मूल योग्यता मैकेनिकल इंजीनियरिंग है। अत: अनुरोध है कि मुझे इस वर्ष का प्रशस्ति पत्र न देने का कष्ट करें। मुझे आपके हाथ से भविष्य में किसी भी तरह का सम्मान नहीं चाहिए। आपसे कई बार अनुरोध किया है कि मेरी इंजीनियरिंग ब्रांच मैकेनिकल से संबंधित है। आपके द्वारा यूएडीडी एमपी गवर्नमेंट के आदेश के तहत शैक्षणिक योग्यता के आधार पर काम देने के आदेश का भी परिपालन नहीं किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि आपको न ही हाईकोर्ट के आदेश की चिंता है, न ही यूएडीडी की। जब तक मुझे मेरी योग्यता के आधार पर काम नहीं दिया जाएगा, तब तक अनुरोध है कि कोई भी कार्यवाही के पहले आप सभी रूल्स-रेगुलेशन को देख लें।

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इंदौर के खजराना गणेश मंदिर का अन्न क्षेत्र अब और बेहतर होने जा रहा है। यहां 500 भक्त एक साथ बैठ कर प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे। जुलाई में इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है। खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति की पहल पर अन्न क्षेत्र को बड़ा बनाया गया है। मंदिर समिति ने भक्तों की संख्या बढ़ने के बाद भी नि:शुल्क प्रसादी देने का फैसला किया है।खजराना गणेश मंदिर का अन्न क्षेत्र पिछले कई वर्षों से संचालित है। यहां बनने वाले प्रसाद का पहला भोग भगवान गणेश को अर्पित किया जाता है। इसके बाद अन्न क्षेत्र में पहुंचने से जो लोग असमर्थ रहते हैं उनको सुबह 11 बजे से कर्मचारियों द्वारा घूम-घूमकर प्रसादी दी जाती है। इन्हें भोजन कराने के बाद 11:30 बजे अन्न क्षेत्र में सभी भक्तों और जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की शुरुआत की जाती है।मंदिर पहुंचने वाले भक्तों के साथ-साथ यहां कई जरूरतमंद भोजन करते हैं। सुबह से भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। यहां एक साथ बैठाकर भोजन करने की जगह कम होने से मंदिर प्रबंधन समिति ने इसके विस्तारी करण का निर्णय लिया था। जगह कम होने के कारण महिलाओं-पुरुषों और बच्चों को लाइन में लगकर अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ता है। अब इस समस्या से निजात पाने के लिए विस्तारी करण किया जा रहा है।मंदिर के पुजारी पंडित अशोक भट्ट और असिस्टेंट मैनेजर गौरीशंकर मिश्रा ने बताया कि अन्न क्षेत्र में प्रतिदिन ढ़ाई से तीन हजार भक्त प्रसादी ग्रहण करते हैं। सुबह के समय तैयार किया गया भोजन दोपहर साढ़े 3 बजे तक चलता है। साढ़े 3 बजे से साढ़े 4 बजे तक ब्रेक रहता है। इस समय किचन की साफ-सफाई होती है। शाम साढ़े 4 बजे से रात 11 बजे तक खिचड़ी-कढ़ी का वितरण किया जाता है।

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धोखा और दबाव देकर महिलाओं के मतांतरण के विषय पर बनी 'द केरला स्टोरी' फिल्म को लेकर समाज में खासी चर्चा है। इस मामले में मध्यप्रदेश सरकार ने भी इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे के नेतृत्व में गुरुवार दोपहर पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों के साथ आतंकवाद, धर्मांतरण, लव जिहाद पर आधारित मूवी 'द केरला स्टोरी' देखी गई।इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा कि यह मूवी एक विशेष सामाजिक संदेश और प्रेरणा देती है। सभी ने इस फ़िल्म को अपने परिवार के साथ जरूर देखना चाहिए। समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों और महिलाओं को जागरूक करने के लिए इस फिल्म के विशेष आयोजन करना शुरू किए गए हैं ताकि हमारी बहन, बेटियां लव जिहादियों से सुरक्षित रहे।इस दौरान पूर्व महापौर अनिल भोंसले, किरण रायकवार सहित काफी संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता मौजूद थे। फिल्म गुरसिख मॉल में लगी है। इससे पहले हिन्दू महासभा और बजरंग दल की ओर से भी छात्राओं को फिल्म निःशुल्क दिखाई गई थी।

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कटनी। पश्चिम मध्य रेलवे के कटनी जंक्शन पर गुरुवार दोपहर मालगाड़ी के चार डिब्बे बेपटरी हो गये हैं । यह घटना कटनी स्टेशन के पास हुई है। एरिया मैनेजर आशीष रावलानी ने बताया कि बिलासपुर से सीमेंट लेकर न्यू कटनी जंक्शन होते हुए मानिकपुर जा रही मालगाड़ी के चार डिब्बे कटनी जंक्शन पहुंचने से पहले ही बेपटरी हो गए ।   मामले की जानकारी मिलने पर रेलवे महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मौके पर पहुंचे एरिया मैनेजर समेत उच्चाधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवाया।   इस रेल हादसे के चलते तकरीबन एक दर्जन से अधिक ट्रेन प्रभावित हुई हैं, जो बिलासपुर, शहडोल, सतना सहित मानिकपुर की ओर की हैं।

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भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में प्रभारी सहायक यंत्री (संविदा) हेमा मीणा के ठिकानों पर गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापामार कार्रवाई शुरू की है। उनके भोपाल के बिलखिरिया स्थित आवास, रायसेन के फार्म हाउस समेत तीन ठिकानों पर सुबह 6 बजे से सर्चिंग जारी है। अब तक की कार्रवाई में प्रभारी सहायक यंत्री के यहां से सात करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है।     लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि भोपाल के बिलखिरिया में हेमा मीणा ने अपने पिता के नाम 20 हजार वर्ग फीट जमीन खरीद रखी है। इस पर एक करोड़ की लागत से आलीशान बंगला बनवाया है। भोपाल, रायसेन और विदिशा के कई गांवों में भी जमीन खरीदे जाने के दस्तावेज मिले हैं। हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर और खेती में काम आने वाले इंस्ट्रूमेंट खरीदी के भी डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए हैं।     लोकायुक्त एसपी व्यास के अनुसार, हेमा मीणा के खिलाफ 2020 में आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। लोकायुक्त ने जांच शुरू की और शिकायत सही पाए जाने पर विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भोपाल से सर्च वारंट लेकर कार्रवाई शुरू की गई है। फिलहाल, हेमा मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस किया गया है।     गौरतलब है कि मूलत: रायसेन जिले के चपना गांव की रहने वाली हेमा मीणा 2016 से पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में पदस्थ है। इससे पहले वह कोच्चि में पदस्थ रह चुकी है। अभी उनका वेतन 30 हजार रुपये प्रतिमाह है।

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इंदौर में थाने के पास ही संचालित होने वाले बीबीसी कैफे के संचालक पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस उसे पकड़ने गई लेकिन वह फरार हो गया। कैफे संचालक अपने यहां लड़का-लड़की को एक घंटे के लिए प्राइवेट केबिन देता है। इसके लिए उसने अश्लील वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल किया था।छत्रीपुरा थाने से महज 20 कदम की दूरी पर एक बीबीसी कैफे संचालित किया जा रहा था। जहां कपल को बैठने लिए एक घंटे के 99 रूपये लेकर केबिन की व्यवस्था की गई थी। इसका एक अश्लील वीडियो संचालक दीपेश पुत्र राजेन्द्र जैन ने इंस्टाग्राम की पोस्ट पर शेयर किया था। जिसे लेकर मामले में पुलिस को जानकारी लगी तो दीपेश के खिलाफ अश्लीलता फैलाने की धारा 292 क के तहत केस दर्ज किया गया है।विज्ञापन यूट्यूबर आर्टिस्ट द्वारा बनाया गया था। जिसमें अश्लील इशारे करते हुए दोनों एक दूसरे को अकेले में मिलने वाली जगह की बात करते हैं। इसके बाद लड़की इशारे में उसे कहती है कि उसे एक कैफे पता है। जहां वीडियो में कैफे के अंदर के केबिन के वीडियो बनाए गए हैं। मामले में छत्रीपुरा पुलिस ने जानकारी के बाद संचालक को थाने बुला भेजा। लेकिन वह कैफे पर ताला लगाकर फरार हो गया। जिसके बाद आरोपी पर केस दर्ज किया गया है। छत्रीपुरा थाने के पास जिस बिल्डिंग में बीबीसी कैफे पर कार्रवाई हुई है। वह क्षेत्रीय विधायक के खास समर्थक और ऑफिस का काम संभालने वाले व्यक्ति की है। पूर्व में बिल्डिंग का निर्माण होते समय यहां काफी विवाद हुआ था। लेकिन निगम कार्रवाई नहीं कर पाई थी। स्मार्ट सिटी रोड के समय यहां तोड़फोड़ को लेकर क्षेत्रीय बीजेपी नेता पांडे ने भी बिल्डिंग को कम तोड़े जाने को लेकर आरोप लगाए थे। शुरुआत से ही बिल्डिंग विवादों में रही है।

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इंदौर। महू के सैन्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जंगल में बीती रात बाघ का मूवमेंट दिखाई दिया है। जिसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और बाघ के आने-जाने के संभावित रास्तों पर पिंजरे लगाए जा रहे हैं। महू के सैन्य क्षेत्र के जंगल में मंगलवार को बाघ का मूवमेंट सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। इसके बाद से ही सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया गया था। बाघ का मूवमेंट जिस क्षेत्र में है, वन विभाग ने उस क्षेत्र का पता लगा लिया है। सैन्य क्षेत्र के जंगल में बाघ के पग मार्क भी देखे गए हैं। जिस जंगल में बाघ देखा गया था वह क्षेत्र करीब 8 से 10 किमी वर्ग का है और यहां पर आने के करीब छह से सात रास्ते हैं। ऐसे में बाघ किस दिशा से आया था और किस तरफ गया, यह कहना बहुत मुश्किल है। वन विभाग अब उन रास्तों को ब्लाक कर रहा है और इनमें से कुछ पर पिंजरे लगाए जा रहे हैं। वन अधिकारियों का कहना है कि बाघ को ढूंढने के लिए ड्रोन कैमरे से सर्चिंग की जा रही है । सैन्य क्षेत्र में आर्मी अधिकारियों का सहयोग भी लिया जा रहा है। रातभर क्षेत्र में उसके मूवमेंट पर नजर रखने के लिए चार कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही सैन्य क्षेत्र में हर जगह कैमरे लगाए गए हैं।

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भोपाल। राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के तीन अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा बुधवार को आदेश जारी किया गया है।     जारी आदेश के अनुसार, जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव एवं जनसम्पर्क आयुक्त राघवेन्द्र कुमार सिंह (1997) को खनिज साधन विभाग में प्रमुख सचिव पदस्थ किया गया है। वहीं, पदस्थापना के प्रतीक्षारत 2001 बैच के आईएएस अधिकारी नवनीत मोहन कोठारी को एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड एवं मप्र स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड में प्रबंध संचालक और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग में पदेन सचिव बनाया गया है।     इसी तरह एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड एवं मप्र स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड में प्रबंध संचालक मनीष सिंह (2009) को जनसम्पर्क आयुक्त एवं मप्र माध्यम के प्रबंध संचालक नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही उन्हें मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।

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नर्मदापुरम के सोहागपुर में डकैती की योजना बनाते पारधी गैंग के सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा। गैंग के 2 बदमाश भागने में सफल हो गए। गिरोह के सदस्य सोहागपुर के एक पेट्रोल पंप पर डकैती करने वाले थे। वारदात को अंजाम देते, उससे पहले ही सोहागपुर एसडीओपी के नेतृत्व में सोहागपुर और माखननगर थाने की पुलिस ने दबिश देकर पकड़ लिया।आरोपियों के पास से देसी कट्टा, कारतूस, तलवार और अन्य धारदार हथियार बरामद किए। गिरफ्तार पारदी गैंग के आरोपियों पर 20 हजार रु. तक का इनाम घोषित है। इन पर हत्या और लूट के सीहोर, रायसेन और नर्मदापुरम जिले में कई अपराध दर्ज हैं।एसडीओपी मदन मोहन समर ने बताया कि पारदी गैंग के गिरफ्तार 3 आरोपियों में बादल और तूफान सगे भाई हैं। मंगलवार रात को मनकवाडा-सुआखापा रोड के बीच में खेत में शराब पीते समय 5 बदमाश बैठे थे। वे पेट्रोल पंप पर डकैती डालने वाले थे। सोहागपुर थाना प्रभारी प्रवीण चौहान और माखननगर थाना प्रभारी प्रवीण कुमरे की अलग-अलग टीम ने दबिश दी। पुलिस को देख बदमाश भागने लगे। बादल उर्फ संजू पिता इमलेश पारधी (40), तूफान उर्फ सोनू इमलेश पारधी (30) दोनों निवासी शिवपुर, काली पिता बरसान पारधी (28) निवासी बरूआढाना पकड़ा गए। 2 बदमाश भाग गए। आरोपियों ने इच्छापूर में एक हत्या कर लूट की थी। रायसेन में भी कई वारदातें की। जिसमें ये फरार चल रहे है।पारदी गैंग के इन सदस्यों का क्षेत्र में लगातार मूवमेंट बना हुआ था, जिनकी मुखबिर से सूचना मिल रही थी। इन्हें पकड़ने के लिए सोहागपुर, माखननगर शिवपुर और रामपुर थाने की पुलिस लगी हुई थी।

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मुरैना में कांग्रेस पार्टी द्वारा नारी सम्मान योजना का शुभारंभ कर दिया गया है। इस मौके पर विधायक लाखन सिंह, विधायक राकेश मावई, महापौर सहित तमाम कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद थे।इस मौके पर विधायक लाखन सिंह ने कहा कि भाजपा ने अभी तक जनता की बिल्कुल सुध नहीं ली। महिला व पुरुषों के लिए कोई योजना नहीं चलाई लेकिन, जैसे ही विधानसभा चुनाव नजदीक आने लगे भाजपा ने लाड़ली बहना योजना शुरु कर दी। उसमें भी इस योजना का लाभ सभी आयु वर्ग की महिलाओं को नहीं मिलेगा। भाजपा लाड़ली बहना योजना चलाकर महिलाओं का वोट बटोरना चाहती है लेकिन उसकी यह योजना सफल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ द्वारा नारी सम्मान योजना शुरु की गई है जिसमें कोई शर्त नहीं है तथा इसका लाभ सभी महिलाओं को मिल सकेगा। नारी सम्मान योजना में महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही गैस सिलेण्डर 500 रुपए का दिया जाएगा। इन घोषणाओं पर अमल उसी समय शुरु हो जाएगा जब सरकार आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक ली जाएगी। इस मौके पर पदाधिकारियों में सुरेन्द्र गुर्जर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष मधुराज सिंह तोमर, महापौर शारदा सोलंकी सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद थे।नारी सम्मान योजना का फार्म कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर भरेंगे। फार्म का आधा हिस्सा पावती के रुप में महिलाएं अपने पास रखेंगी जिसे समय आने पर दिखाया जाएगा। इस मौके पर एक महिला कार्यकर्ता द्वारा फार्म भरा गया।  

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श्योपुर/भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मंगलवार को एक और मादा चीता की मौत हो गई। यह चीता साउथ अफ्रीका से लाई गई थी। मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि की है। दो माह में दक्षिण अफ्रीकी देशों से लाए गए चीतों में यह तीसरी मौत है। तीनों मौतों के बाद कूनो नेशनल पार्क में शुरू किए गए चीता प्रोजेक्ट को बड़ा झटका माना जा रहा है। मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ी गई मादा चीता 'दक्षा' मानीटरिंग दल को घायल अवस्था में मिली थी। पशु चिकित्सकों ने उसे उपचार दिया, लेकिन दोपहर 12 बजे उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मादा चीता 'दक्षा' को बाड़ा क्रमांक एक में छोड़ा गया था। समीप के बाड़ा क्रमांक 7 में दक्षिण अफ्रीका से लाये गए चीता कोयलिशन वायु तथा अग्नि को छोड़ा गया था। मादा चीता दक्षा की मौत से पार्क प्रबंधन पर कई सवाल उठ रहे हैं।     दरअसल, सोमवार को केंद्रीय मंत्रालय ने जानकारी साझा की थी कि दक्षिण अफ्रीका से कूनो में बसाए गए सभी चीते स्वस्थ हैं। इनमें से पांच को जल्द ही खुली जगह में छोड़ा जाएगा। 'दक्षा' नाम की चीता को नामीबिया से लाया गया था। इसका पूर्व में नाम फिंडा था। उल्लेखनीय है कि दक्षा से पूर्व कूनो नेशनल पार्क में बसाए गए उदय और साशा चीता की भी मौत हो चुकी है।     मादा चीता 'दक्षा' के शरीर में मिले घाव   बताया गया कि मादा चीता 'दक्षा' के शरीर पर घाव मिले हैं। इन घावों को देखकर यही आशंका जताई जा रही है कि संभवत: मेल से हिंसक इंटरेक्शन के दौरान यह घाव हुए हो। नर कोयलिशन चीता ने मेटिंग के दौरान मादा चीतों के साथ हिंसक व्यवहार किया होगा। मृत मादा चीता के शव का परीक्षण पशु चिकित्सक दल कर रहे हैं।     उल्लेखनीय है कि पहली खेप में नामीबिया से आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को अपने जन्मदिन पर इन्हें बाड़े में रिलीज किया था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कूनो लाए गए थे। इनमें से एक नर चीता उदय की कुछ दिन पहले ही मौत हुई थी। इस तरह कुल 20 चीतों में से तीन की मौत जाने पर अब 17 चीते कूनो नेशनल पार्क में बचे हैं। पहली खेप में नामीबिया से आई ज्वाला (पुराना नाम सियाया) ने हाल ही में चार शावकों को जन्म दिया था।

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इंदौर। दिल्ली से दोपहर में आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट सोमवार को इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर तीन घंटे देरी से पहुंची। इसके कारण इसी फ्लाइट से मुंबई जाने वाले यात्री परेशान होते रहे। विमानन कंपनी के अधिकारी यात्रियों को देरी की सही जानकारी भी नहीं दे पाए। इससे परेशान यात्रियों ने दूसरी उड़ान से मुंबई भेजने के लिए हंगामा किया़, क्योकि कई यात्रियों को मुम्बई से दूसरे देश की फ्लाइट पकड़नी थी।     इंदौर एयरपोर्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया का विमान प्रतिदिन दोपहर 3.30 बजे दिल्ली से इंदौर आकर शाम 4.35 बजे मुंबई के लिए उड़ान भरता है, लेकिन सोमवार को दिल्ली में तकनीकी खराबी के कारण विमान अपने तय समय पर उड़ान नहीं भर पाया। इस कारण यह तीन घंटा देरी से इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचा। ऐसे में समय पर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उड़ान का इंतजार कर रहे यात्रियों ने हंगामा कर दिया। यात्रियों का कहना था कि दिल्ली से विमान नहीं आया, तो कंपनी दूसरे विमान की व्यवस्था कर यात्रियों को मुंबई पहुंचाए। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए तैनात जवानों ने यात्रियों को समझाया।     दिल्ली से देरी से आए एयर इंडिया के विमान ने इंदौर में 22 मिनट रुकने के बाद मुंबई के लिए उड़ान भरी। इस दौरान इंदौर के यात्रियों को उतारने के साथ ही मुंबई जाने वाले यात्रियों को विमान में बैठाया गया। आमतौर पर विमान इंदौर में एक घटा रुकने के बाद मुंबई के लिए उड़ान भरता है। इस बार देरी के कारण विमान को जल्दी रवाना कर दिया गया।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते एक सप्ताह से तक हुई बारिश के बाद मौसम पूरी तरह साफ हो गया है। इसके साथ ही प्रदेश में सूरज देवता ने भी तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश में सोमवार को छह जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया, जबकि 12 जिलों में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में तापमान में बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है, लेकिन बीच-बीच में बादल आते-जाते रहेंगे, जिसके चलते आगामी तीन-चार दिन तक कहीं लू की स्थिति बनने के आसार नहीं है।     मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में बीते एक सप्ताह से लगातार बारिश हो रही थी, लेकिन रविवार को प्रदेश के कुछ इलाकों में मौसम खुल गया और तेज धूप भी निकली। वहीं, सोमवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मौसम साफ रहा। हालांकि, प्रदेश में तापमान बढ़ने का क्रम शनिवार से शुरू हो गया था। रविवार को तो इंदौर में अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था और यह देश में सबसे गर्म शहर बना, लेकिन मंगलवार को इंदौर सहित अधिक तापमान वाले जिलों में हल्के बादल छाने से तापमान की बढ़ोतरी रुक गया। सोमवार को इंदौर में तापमान 3.5 डिग्री गिरकर 38.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।     भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि पूर्वी मध्यप्रदेश सहित ज्यादा तापमान वाली जगहों पर स्थानीय बादल छाने से तापमान की बढ़त रुकी है। चूंकि वातावरण में नमी ज्यादा है इसलिए स्थानीय बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी का सिलसिला जारी रहेगा।     उन्होंने बताया कि प्रदेश पर बनी ट्रफ लाइन खत्म हो गई है, वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और उससे लगे उत्तरी पाकिस्तान में बना हुआ है। इस विक्षोभ के असर से हिमालय के क्षेत्रों में वर्षा हो रही है, वहीं अफगानिस्तान तक आ चुका आगामी पश्चिमी विक्षोभ भी कमजोर है। ऐसे में पश्चिमी विक्षोभों असर प्रदेश में नहीं दिखाई देगा। प्रदेश में हवाओं की दिशा पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी बनी हुई है। बीच-बीच में हवाओं का रुख उत्तरी भी हो रहा है। यह भी एक कारण है जिसके चलते तापमान में तेजी से बढ़त नहीं हो रही है।     उन्होंने बताया कि अगले दो दिन में समुद्री तूफान मोचा बंगाल की खाड़ी से होते हुए बांग्लादेश की ओर बढ़ेगा। इसका ज्यादा असर प्रदेश पर होने की संभावना नहीं है। प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में हल्के बादल छाने और बूंदाबांदी जैसी गतिविधियां हो सकती हैं।     मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में सोमवार को जिन छह जिलों में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया, उनमें रतलाम- 41.0, नरसिंहपुर- 41.0, टीकमगढ़- 41.0, ग्वालियर- 40.5, नौगांव- 40.4 और गुना- 40.2 शामिल हैं।

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खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में आज (सोमवार) सुबह मधुमक्खियों के डर से एक युवक जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूद गया। उसकी मौके पर मौत हो गई। यह जानकारी पुलिस ने दी।     पुलिस के मुताबिक रामपुरा गांव का सचिन अपनी पत्नी को प्रसव कराने के लिए जिला अस्पताल लाया था। अस्पताल की तीसरी मंजिल में प्रसूति वार्ड है। रविवार रातभर मधुमक्खियों का झुंड मंडराता रहा। सोमवार सुबह करीब चार बजे मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला कर दिया। इससे अस्पताल में भगदड़ मच गई। इसी दौरान सचिन मधुमक्खियों से बचने के लिए तीसरी मंजिल से नीचे कूद गया था। उसकी पत्नी ने रात को ही बेटे को जन्म दिया है।

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भोपाल। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तूफान मोचा जो अभी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के रूप में था, आज अवदाब के क्षेत्र के रूप में बदलेगा। हालांकि इसका मध्यप्रदेश के मौसम पर कोई सीधा असर नहीं होगा, लेकिन प्रदेश के कई जिलों में सोमवार शाम तक बादल छा जाएंगे और धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है।   मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के पास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो आज अवदाब के क्षेत्र में बदल जाएगा। 10 मई तक अवदाब के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान मोचा में बदलने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में हो रही इस हलचल के कारण हवाओं का रुख बदलने लगा है। रविवार के हवा का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी रहा।   मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सोमवार शाम तक सागर, दमोह, जबलपुर, उत्तरी बालाघाट, नरसिंहपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, डिंडोरी, छिंदवाड़ा जिलों में 35 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलेगी और गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। शहडोल, सिवनी, मंडला, अनूपपुर जिलों में 45 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलेंगी और गरज चमक के साथ मध्यम वर्षा हो सकती है। वहीं, उमरिया, दमोह, सतना, भोपाल, विदिशा, रायसेन, बड़वानी, देवास, इंदौर और खरगोन में 25 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलेगी और बूंदाबांदी हो सकती है। उड़ीसा के निकट से गुजरा मोचा, तो प्रभावित होगा प्रदेश का मौसम मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मोचा अभी कम दबाव के क्षेत्र के रूप में है। इसकी दिशा अभी उत्तर-पूर्व की ओर है। वैज्ञानिकों के अनुसार सामान्य स्थिति में इस तूफान से प्रदेश के मौसम के प्रभावित होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन अगर यह उड़ीसा तट के समीप से गुजरता है, तो इससे प्रदेश का मौसम प्रभावित हो सकता है।

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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में रविवार को आंध्रप्रदेश से आए एक श्रद्धालु ने ढाई फीट ऊंचा चांदी का शेषनाग भेंट किया। बताया गया है कि चांदी के इस शेषनाग की कीमत करीब 6 लाख रुपये है। प्रतिदिन होने वाले शृंगार के समय भगवान महाकाल के शीश पर नागदेवता को सजाया जाएगा।     महाकाल मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि आंध्रप्रदेश के रहने वाले श्रद्धालु निवास नल्ल ने 7 किलो 341 ग्राम चांदी से निर्मित शेषनाग महाकाल मंदिर समिति को भेंट किया है। उन्होंने यह भी बताया कि समिति सदस्य रामपुजारी की मौजूदगी में शेषनाग को दानदाता से दान प्राप्त कर विधिवत रसीद प्रदान की गई।     उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से लगातार दान आने का सिलसिला जारी है। देशभर से आने वाले श्रद्धालु मंदिर में नकद राशि के अलावा सोने-चांदी की वस्तुएं प्रदान कर रहे हैं।

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मुरैना। सिहोनियां थाना क्षेत्र के लेपा गांव में शुक्रवार की सुबह हुए खूनी नरसंहार मामले में पुलिस ने रविवार को दो महिला आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपित पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस महानिरीक्षक चंबल रेंज सुशांत सक्सेना द्वारा फरार आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों को कड़े दिशा निर्देश दिए हैं।   पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लेपा हत्याकांड में आरोपित महिला रज्जो देवी एवं पुष्पा देवी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा वीर सिंह तोमर पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। इस प्रकार अब तक तीन गिरफ्तारी हो चुकी हैं एवं छह आरोपी अभी फरार बताए गए हैं। इधर पुलिस महानिरीक्षक चंबल रेंज सुशांत सक्सेना द्वारा इनाम की राशि 10-10 हजार रुपए से बढ़ाकर 30-30 हजार रुपए कर दी गई है। गौरतलब है कि शुक्रवार की सुबह लेपा गांव में पुराने विवाद पर से 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिससे पूरे प्रदेश में इस घटना की गूंज हो गई।

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भोपाल रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग की सौगात रविवार से आम लोगों को मिली। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इसका उद्घाटन किया। प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर 17 करोड़ रुपए की इस बिल्डिंग में यात्रियों के लिए होटल, बेबी फीडिंग रूम, रेस्टोरेंट और फ्लश रैंप एस्केलेटर हैं। हालांकि, उद्घाटन से पहले सांसद ठाकुर ने बिल्डिंग का निरीक्षण किया। इस दौरान वे एस्केलेटर से ही दूसरी मंजिल पर पहुंची, लेकिन उतरने की बारी आई तो एक तरफ का एस्केलेटर बंद था, जो काफी देर से चालू नहीं हुआ तो पहले वाले एस्केलेटर को नीचे की ओर चलाया गया। इसके बाद सांसद नीचे आईं।उद्धाटन समारोह में डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय भी मौजूद रहे। दोपहर 12 बजे बिल्डिंग का उद्घाटन मंत्री सारंग और सांसद ठाकुर ने फीता काटकर किया। बिल्डिंग को देखकर जनप्रतिनिधि खुश नजर आए। उन्होंने डीआरएम की तारीफ भी की। इसके बाद मंत्री और सांसद ने फिर से बिल्डिंग का दौरा भी किया। वे टिकट काउंटर भी पहुंचे। मंत्री सारंग ने डीआरएम से कुलियों के लिए वेटिंग जोन बनाने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने कहा कि जगह दे दीजिए, मैं वेटिंग जोन बनवाऊंगा।प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर नए टिकट काउंटर शनिवार को ही शुरू हो गए। नई बिल्डिंग का अनाउंसमेंट सिस्टम भी शुरू कर दिया गया है। बिल्डिंग में दिनभर स्टेशन का अनाउंसमेंट भी सुनाई दे रहा है। नई बिल्डिंग में कई सारी कमर्शियल एक्टिविटीज होंगी। इसमें मुख्य रूप से बच्चों के लिए एक किड्स जोन भी तैयार किया गया है। यहां बच्चों के खेलने के लिए कई तरह के खिलौने मौजूद हैं। यहां बच्चे एंजॉय कर सकते हैं, इसका किराया 20 मिनट के लिए 80 रुपए रहेगा।रेलवे ने नई बिल्डिंग में आने वाले यात्रियों को ध्यान में रखते हुए फोर व्हीलर पार्किंग को भी शिफ्ट कर दिया है। यह पार्किंग अब नई बिल्डिंग और जीपीओ के बीच में रहेगी। यात्री अब प्लेटफॉर्म-1 की मुख्य सड़क से सीधे गेट से अंदर आते ही वाहन पार्क कर सकेंगे। पार्किंग से सटे दरवाजे से सीधे बिल्डिंग में प्रवेश कर सकेंगे।

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एसोसिएशन ऑफ इंदौर रियल्टी एक्सपर्ट्स (AIR) द्वारा रियल एस्टेट कॉन्क्लेव का आयोजन ब्रिलियंट कन्वेंशन में शनिवार को किया गया। यह सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा और पहला आयोजन था। इसमें देशभर से आए रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स ने शिरकत की।रियल्टर्स को सही मार्गदर्शन प्रदान करने, रियल एस्टेट कंसल्टेंसी व्यवसाय को बदलते चलन के साथ नए आयाम देने और ग्राहकों, बिल्डर्स व सहयोगियों के बीच पारदर्शिता के लिहाज से हुए इस कॉन्क्लेव को प्रदेश ही नहीं देशभर में खूब सराहना मिली। देश के कोने-कोने से आए रियल्टर्स, डेवलपर्स, इंटीरियर्स के साथ तीन प्रमुख मोटिवेशनल स्पीकर्स भी इस कॉन्क्लेव में उपस्थित हुए थे।कहानी ​​​​​​से रियल्टर्स को दिया मार्गदर्शन: मोटिवेशनल स्पीकर अहमदाबाद के स्वामी नारायण मंदिर के ज्ञान वत्सल महाराज ने व्यक्ति का एटीट्यूड जीवन मे कैसा होना चाहिए, परिस्थिति के अनुसार अपने आप को कैसा ढालना चाहिए, जैसे अनेक प्रसंगों के माध्यम से रियल्टर्स को मार्गदर्शन दिया।चेन्नई के ऑटो रिक्शा चालक अन्ना दुरई ने अपनी स्वयं की कहानी सुनाई. रियल्टर्स को इंस्पायर करते हुए बताया कि वह कैसे अपने प्रोफेशन में जुनून के साथ सक्सेस हासिल कर सकते हैं। इसके साथ ही जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा भी देशभर से पहुंचे रियल्टर्स से रुबरू हुए।और पहले रियल एस्टेट कॉन्क्लेव को इंदौर में आयोजित करने का सबसे बड़ा कारण यह था कि, इस शहर में रियल एस्टेट में लोगों की रुचि ज्यादा है। लेकिन जानकारी का अभाव इसमें विराम लगा देता है। इस कॉन्क्लेव के माध्यम से यह अंतर खत्म होता नजर आया। इसमें देशभर से 1500 से अधिक रियलिटी एक्सपर्ट्स शामिल हुए। इवेंट में रियल एस्टेट से संबंधित 3 पैनल डिस्कशन्स किए गए। इसमें रेसिडेंशियल, कमर्शियल, सेंट्रल इंडिया और डिजिटल इंडिया से संबंधित विभिन्न स्पीकर्स शामिल हुए, जिन्होंने संबंधित विषयों पर अपनी बात रखने के साथ ही अपना नॉलेज भी शेयर किया।  

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भिंड। जिले के आलमपुर में रविवार सुबह एक यात्री बस में अचानक आग लग गई। थोड़ी देर में आग विकराल हो गई और पूरी बस को अपनी चपेट में लिया। इस दौरान बस में बैठे यात्रियों ने खिड़की से बाहर कूदकर अपनी जान बचाई। गनीमत रही कि हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन बस में रखा यात्रियों का सामान पूरी तरह से जलकर खाक हो गया।   जानकारी अनुसार शीतला ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी 07 पी 8999 रोजाना सुबह 9 बजे आलमपुर से ग्वालियर के रवाना होती है। रविवार सुबह भी बस रोज की तरह यात्रियों को लेकर ग्वालियर के लिए निकली थी। इस दौरान बस जैसे ही आलमपुर से चलकर तीन किलोमीटर दूर टेड़ा गांव के पास ही पहुंची थी कि बस में अचानक से आग की तेज लपटें उठने लगीं। बस से आग की लपटे निकलती देख ड्रायवर ने उसे बीच सड़क पर ही रोक दिया। आग इतनी तेजी से फैली की यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। किसी तरह से सभी सवारियों ने बस से कूद कर जान बचाई। आग इतनी तेजी से फैली की किसी भी यात्री को अपना सामान उठाने तक का मौका नहीं मिला। बस में रखा सामान पूरी तरह से जलकर खाक हो गया। बस की छत पर रखी साइकिल व अन्य सामान भी खाक हो गया। बस में आग लगने की सूचना मिलने के बाद आलमपुर से फायर ब्रिगेड पहुंची। फायर ब्रिगेड की मदद से आग को बुझाया गया।गनीमत रही कि समय रहते सभी यात्री बस से बाहर निकल आये वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया गया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का दौर थमते ही गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं। हालांकि राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में अभी भी बादल छाए हैं और मौसम विभाग ने राजधानी समेत इन 8 जिलों में बूंदाबांदी की संभावना भी जताई है। लेकिन इसी बीच बंगाल की खाड़ी में तूफान मोचा मजबूत हो रहा है, जिसके असर से प्रदेश में एक बार फिर बारिश शुरू हो सकती है। मई का पहला हफ्ता गुजरने को है, लेकिन बारिश के कारण मध्यप्रदेश में अभी तक भीषण गर्मी नहीं पड़ी। अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे ही रहा है। अगले हफ्ते भी तापमान बहुत ज्यादा नहीं चढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार 7 से 9 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ उठेगा। इससे अगले 4 दिन मध्यप्रदेश में बारिश और आंधी का पूर्वानुमान है। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि रविवार को इंदौर संभाग के जिलों के अलावा भोपाल, सीहोर, बैतूल, देवास, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर और आगर में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। यहां गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने या चमकने की संभावना भी है। इसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिन प्रदेश में बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन ओलावृष्टि की आशंका नहीं है। 8-9 मई को बढ़ेगी तूफान मोचा की तीव्रता 'मोचा' 7 मई को प. बंगाल और ओडिशा में असर दिखाएगा। 8 और 9 मई को इसकी तीव्रता बढ़ने का अनुमान है। इस तूफान को मोचा नाम यमन ने दिया है। मोचा एक यमन का शहर है, जिसे मोखा भी कहते हैं। ये शहर अपने कॉफी व्यापार के लिए जाना जाता है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 मई के बाद प्रदेश में पारा बढ़ सकता है, लेकिन उत्तर-प. भारत से लेकर मध्य भारत के राज्यों में कई दिन तक लगातार हीटवेव चलने जैसी घटनाएं आम गर्मियों की तुलना में कम होंगी। पूर्वी मध्यप्रदेश में हीटवेव चल सकती है। जून में मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। ऐसे में यह दो दशक की सबसे छोटी गर्मी होने वाली है। नया तूफान करा सकता है प्री मानसून बारिश मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामनी के मुताबिक एक जून को मानसून केरल में दस्तक देता है और आखिर में पश्चिमी राजस्थान पहुंचकर 8 जुलाई तक समूचे देश में छा जाता है। लेकिन उत्तर भारत में मानसून की दस्तक देने से पहले तक गर्मी जारी रह सकती है। हालांकि, यदि अरब सागर या बंगाल की खाड़ी में कोई नया तूफान विकसित हुआ तो प्री-मानसूनी बारिश का दौर आ सकता है, उससे गर्मी कम हो सकती है। वह एक जून को दस्तक दे पाएगा या नहीं, इसकी गणना जारी है, 15 मई तक इसका अनुमान सामने आ सकेगा।

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जबलपुर में बल्देवबाग स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ के मामले में दो दिन बीत चुके हैं। बावजूद इसके कोतवाली और लार्डगंज थाना प्रभारी को नहीं हटाया गया है। इसके बाद पूर्व मंत्री और विधायक तरुण भनोट ने जबलपुर पुलिस को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि जबलपुर एसपी टीके विद्यार्थी सरकार के गुलाम हैं। जैसा सरकार बोलेगी, वह वैसा ही करेंगे। यही कारण है कि दोनों थाना प्रभारी की गलती होने के बावजूद उन्हें नहीं हटाया गया।गौरतलब है कि गुरुवार को बजरंग दल के द्वारा कांग्रेस कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की गई थी। कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था कि घटना के दौरान पुलिस का कोई भी जिम्मेदार मौके पर मौजूद नहीं था। जिसके कारण शहर में निंदनीय घटना हुई थी।पूर्व मंत्री और विधायक तरुण भनोट ने कहा कि भगवान श्रीराम और उनके अनन्य भक्त बजरंगबली का नाम लेकर जिस प्रकार से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा गाली गलौज करते हुए कांग्रेस कार्यालय तोड़फोड़ की गई है, वह गलत है। जहां सनातन धर्म कभी भी ऐसी शिक्षा नहीं देता। वहीं, उन्होंने साधु- संतों से भी अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार से भगवान श्रीराम का नाम लेकर उत्पात मचाने वाले तत्वों को सनातन धर्म से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। सनातन धर्म कभी भी इस प्रकार की शिक्षा नहीं देता।  

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दतिया की भाण्डेर तहसील में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शनिवार दोपहर सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। विवाह रामगढ़ की काली माता मंदिर प्रांगण में कराए गए। समारोह में 160 जोड़े विवाह के बंधन में बंधे। परंपरागत रीति रिवाज के साथ विवाह की सभी रस्में पूरी कराई गईं। विवाह समारोह में वैदिक मंत्रों के बीच वर और कन्या ने सात फेरे लिए।प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के पुत्र एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉक्टर सुकर्ण मिश्रा शामिल हुए। भाण्डेर विधायक रक्षा संतराम सिरोनिया ने कन्या पूजन करके विवाह समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने नवयुगलों को कन्यादान योजना के तहत दी जाने राशि भी प्रदान की। कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों ने नवयुगलों को सुखी और समृद्ध वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया।डॉ सुकर्ण मिश्रा ने कहा कि कन्यादान महादान है। गरीब परिवार अपनी बेटी के विवाह की चिंता से मुक्त रहे। इस लिए प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना लागू की है। इस योजना से प्रदेश भर में हजारों बेटियों के धूमधाम से विवाह कराए जा रहे हैं। बेटी को योजना के तहत 49 हजार रुपए की राशि सहित नई गृहस्थी बसाने के लिए सामग्री दी जा रही है।

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भोपाल। प्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल ने ट्वीट करते हुए बताया कि प्रदेश के किसानों से ग्रीष्मकालीन फसल मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए प्रदेश सरकार ने 8 मई से 19 मई 2023 तक पंजीयन करने का निर्णय लिया है। कृषि मंत्री पटेल ने बताया कि प्रदेश के 32 जिलों में मूंग और 10 जिलों में उड़द का उत्पादन होता है। इन जिलों में किसानों से अपील करता हूं कि वह 8 मई से 19 मई तक अपनी फसल का समर्थन मूल्य पर सरकार को बेचने के लिए खरीदी पंजीयन कराएं।   कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर ,देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह ,विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल , श्योपुरकला, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट, इन 32 जिलों में मूंग का उत्पादन किसान करता है। वही जबलपुर ,कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी और बालाघाट में उड़द की फसल की खेती किसान ग्रीष्म काल में करते है।

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शाजापुर। जिले के शुजालपुर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात 22631 मदुरै-बीकानेर में सवार एक महिला से लूटपाट की गई। घटना के प्रति जीआरपी के रवैये से नाराज यात्रियों ने जमकर हंगामा किया और ट्रेन करीब आधा घंटे स्टेशन पर ही खड़ी रही। बाद में जिला पुलिस के बल को बुलाया गया और स्थिति पर काबू पाया गया।   मदुरै से बीकानेर की ओर जाने वाली बीकानेर एक्सप्रेस शुक्रवार रात करीब 11 बजे जब शुजालपुर स्टेशन पर खड़ी हो रही थी, उसी बीच एक बदमाश ट्रेन के बी-1 कोच में सवार यात्री विनीता का पर्स उठाकर भाग गया। पर्स में मोबाइल, नकदी सहित अन्य कीमती सामान रखा था। बदमाश पहले से उसी कोच में बैठा था। शुजालपुर रेलवे स्टेशन आते ही वह पर्स सीट से उठाकर भाग गया। कोच में हंगामा मचा तो ट्रेन में तैनात पुलिस बल के साथ ही अन्य यात्री भी वहां पहुंच गए। रेलवे पुलिस ने यात्री विनीता की शिकायत एक फटे हुए कागज पर लिखी, जिसके बाद यात्री भड़क गए। उन्होंने जीआरपी के रवैये का विरोध किया और ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने दिया। यात्रियों ने रेलवे पुलिस पर यात्रियों की सुरक्षा का मखौल उड़ाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामे को देखते हुए रेलवे पुलिस ने शुजालपुर मंडी पुलिस थाना के बल को भी रेलवे स्टेशन पर बुलाया। रेलवे पुलिस व सिटी पुलिस का दल तत्काल बदमाश की तलाश में रवाना हुआ और आसपास जमकर सर्चिंग रात दो बजे तक जारी रही। जिस महिला का पर्स चोरी हुआ था, उसका मोबाइल भी पर्स में था। घटना के आधे घंटे बाद तक उस मोबाइल पर रिंग जाती रही, जिसे देखते हुए यात्री मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर तत्काल आरोपी को पकड़ने की मांग करते रहे। बाद में जीआरपी के आश्वासन पर यात्री माने और ट्रेन रवाना की गई।

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भोपाल। प्रदेश में बीते कई दिनों से चल रहे तेज बारिश और आंधी के दौर पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, चक्रवात और ट्रफ लाइन का असर कम हो गया है और अब गर्मी का असर बढ़ने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 2 दिन बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा और बादल छाए रहेंगे। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ने लगेगा।   राजधानी स्थित मौसम केंद्र के वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि एक ट्रफ लाइन मध्य भारत से दक्षिण भारत तक बनी थी, वह अब नहीं है। वहीं, उत्तरी भारत से पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है, जिसका असर ज्यादा नहीं है। चक्रवात का असर भी कम हो गया है। इस कारण प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश, आंधी या ओलावृष्टि की संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि शनिवार को भोपाल, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के जिलों के साथ गुना-ग्वालियर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। यहां पर 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। दो दिन बाद बढ़ने लगेगी गर्मी मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दो दिन बाद पारे में बढ़ोतरी होने लगेगी। पारे में औसतन 3 से 5 डिग्री तक का उछाल आ सकता है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

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उज्जैन के जिला अस्पताल में शुक्रवार सुबह 11 बजे झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र करने का VIDEO सामने आया है। यहां बुजुर्ग महिला हाथ में लोहे की चेन लेकर किसी महिला की आत्मा को बाहर निकलने के लिए आवाज लगा रही थी। उसके साथ आई कुछ महिलाएं और पुरुष हाथ जोड़ खड़े रहे। बुजुर्ग महिला के जोर-जोर से चिल्लाने पर वहां भीड़ भी लग गई। करीब आधा घंटे तक तंत्र-मंत्र के बाद सभी लोग लौट गए।झाड-फूंक ओर तंत्र-मंत्र करने वाले लोगों का कहना है कि करीब 20 साल पहले की बात है। आलोट की रहने वाली ढाकूबाई नाम की महिला को कुत्ते ने काट लिया था। उसे उज्जैन के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई थी। दावा किया गया कि हाल में ढाकूबाई के परिवार की एक महिला के शरीर में ढाकूबाई की आत्मा आई थी। आत्मा ने कहा था कि वह अभी भी अस्पताल में है, उसे लेकर आओ। इसके बाद परिवार अस्पताल में जमा हुआ। उन्होंने निर्णय लिया कि ढाकूबाई की आत्मा को लेकर घर आएंगे।सिविल अस्पताल में इस नजारे को देखने के लिए भीड़ लग गई थी। आलोट से यहां आए तांत्रिक करण सिंह का दावा है कि हमारे परिवार में जिस जगह मौत होती है, उसी जगह पूजा पाठ कर आत्मा को घर ले जाते हैं। शुक्रवार को परिवार वाले कार से उज्जैन पहुंचे थे। यहां पूजा पाठ कर ढाकूबाई की आत्मा को ले जा रहे हैं। अब आलोट जाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा पाठ की जाएगी।जिला अस्पताल में आधा घंटे तक चले तंत्र मंत्र में एक महिला हाथों में जंजीर लेकर अस्पताल के गेट पर पूजन अर्चन करती रही। कुछ देर बाद उसने पानी डालकर जगह को शुद्ध किया। इसके बाद गेट के ही मृतक की आत्मा को साथ ले जाने के लिए आवाज लगाती रही। महिलाओं ने गेट की सीढ़ियों पर पूजा-पाठ के लिए कुछ बनाया भी था। इसके बाद एक ग्रामीण महिलाओं पास पहुंचकर पूजा-पाठ करने लगा। कुछ देर बाद सभी लोग लौट गए।  

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2 मई को बैतूल में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए जोड़ों को एक सप्ताह बीतने के बाद भी योजना के चेक नहीं मिल सके है। जिसके चलते यह जोड़े अब विवाह की रकम पाने सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे है। आज भी ऐसे कई जोड़े बैतूल जनपद और कलेक्ट्रेट के चक्कर काटते देखे गए।बैतूल में प्रशासन ने 2100 जोड़ों का सामूहिक विवाह कार्यक्रम में विवाह करवाया था। जिले के प्रभारी और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की मौजूदगी में हुई इस शादी में मात्र 5 जोड़ों को मंच से चेक दिए गए। बाकि जोड़ों को कहा गया था कि 2 दिन बाद उन्हें चेक दे दिए जाएंगे लेकिन एक सप्ताह बीतने के बावजूद उन्हें चेक नहीं मिले है। बचे बाकी जोड़ें अब चेक लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं।दूल्हा बने सूरज इवने ने बताया कि 2 तारीख को शादी थी, जिसमें व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं थी। उसमें हमें कुछ नहीं मिला। सिर्फ एक नारियल मिला था न ही साल दी गई। इस कार्यक्रम में भोजन तक नहीं मिला। हमें मिलने वाले चेक में से 6 हजार रुपए की कटौती की गई थी। वही चेक के लिए अनाउंस किया गया था कि 2 दिन बाद आपको चेक मिल जाएगा लेकिन धीरे-धीरे एक हफ्ता होने वाला है लेकिन चेक अभी तक नहीं मिल पाया है। अभी यहां बोला गया है कि आपको फोन लगाकर सूचित किया जाएगा लेकिन कोई भरोसा नहीं है कब तक चेक मिलेगा।  

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अगले महीने 4 जून में भोपाल में ब्राह्मण समाज का महाकुंभ होगा। इसमें प्रदेशभर से 5 लाख समाजजन जुटने का दावा है। समाज की ब्राह्मण आयोग के गठन समेत कुल 11 मांगें हैं। विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मण समाज का यह बड़ा आंदोलन माना जा रहा है। हालांकि, समाज इसे गैर राजनीतिक बता रहा हैमहाकुंभ को लेकर शुक्रवार को समाज के पदाधिकारियों ने अपनी रूपरेखा बताई और मीटिंग की। अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि महाकुंभ पूरी तरह से गैर राजनीतिक होगा। राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोग भी समाज के व्यक्ति के तौर पर ही मौजूद रहेंगे। प्रदेशभर से पांच लाख से ज्यादा समाजजन इस महाकुंभ में शामिल होंगे। इसके लिए भोपाल के 55 और प्रदेश से समाज के विभिन्न संगठन के 600 से ज्यादा पदाधिकारियों के साथ बैठकें कर चुके हैं। महिला विंग समाज के हर घर जाकर परिवारों को पीले चावल देकर आमंत्रित करेगी। वहीं, युवा मोर्चा हर शहर में रैली निकालेंगे। ताकि, ज्यादा से ज्यादा संख्या में समाजजन महाकुंभ में शामिल हो सके। मीटिंग में अशोक भारद्वाज, जेपी पालीवाल, नीतू तिवारी, सावित्री तिवारी, वीणा घाणेकर, अजय मिश्रा, मुकेश झा आदि समाजजन मौजूद थे।प्रवक्ता चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि पांच लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे। महिला मोर्चा की 25 हजार से ज्यादा महिलाओं की टीम पूरे प्रदेश में पीले चावल देकर समाजजनों को आमंत्रित करेगी। 11 सूत्रीय में से सबसे बड़ी मांग ब्राह्मण आयोग के गठन की है। एट्रोसिटी एक्ट, पुजारियों के मानदेय, जमीन का आवंटन आदि मांगें भी शामिल हैं। डॉ. उमेश तिवारी ने बताया कि पुजारियों को लेकर प्रदेशभर में सर्वे हो। प्रमुख समेत कॉलोनियों में बने मंदिरों के पुजारियों को भी मानदेय दिया जाना चाहिए। महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीता मिश्रा ने बताया कि घर-घर पीले चावल देकर समाजजनों को महाकुंभ में आमंत्रित करेंगे।

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उज्जैन। इंदौर रोड़ स्थिति अर्पिता नगर निवासी सोनी परिवार पर वज्रपात हुआ है। परिवार के मुखिया की मृत्यु के कुछ देर बाद ही पुत्र का निधन भी हो गया। अर्पिता नगर निवासी प्रतापनारायण सोनी और उनके छोटे पुत्र कीतेन्द्र सोनी का कुछ ही अंतराल में निधन हो गया। पिता-पुत्र की एक साथ मृत्यु पर पूरे क्षेत्र में शोक छा गया है। परिवार के प्रशांत सोनी ने बताया कि उनके चाचा प्रतापनारायण सोनी उम्र 69 वर्ष का स्वास्थ्य पिछले कुछ दिनों से खराब चल रहा था। गुरूवार देर रात करीब 12:30 बजे उनका निधन हो गया है। सोनी परिवार गमगीन था, नाते रिश्तेदारों को प्रतापनारायण सोनी निधन की सूचना दी जा रही थी। इस बीच सुबह करीब 5:30 कीतेन्द्र सोनी उर्फ बिट्टू का निधन हो गया। प्रतापनारायण सोनी के तीन पुत्र है।

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सिक्खों के तीसरे गुरु श्री गुरु अमरदास जी महाराज के पावन प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य पर और बड़वाह सिक्ख समाज के बुजुर्गों की याद में सिक्ख समाज जनों की ओर से स्थानीय गुरुद्वारे के सामने पौधारोपण किया गया।मिडिया प्रभारी सरदार परविंदर सिंह भाटिया (मोनु) ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य रूप से तहसीलदार डॉ. मुन्ना एडी, एसडीओपी विनोद दीक्षित, थाना प्रभारी जगदीश गोयल, सीएमओ कुशल सिंह डोडवे, नगरपालिका अध्यक्ष राकेश गुप्ता, उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल सहित नगर के गणमान्य नागरिकों की गरिमा मई उपस्थिति रही।पौधारोपण आयोजन के बाद पधारे सभी सगंत के लिए गुरु द्वारे साहब में लंगर का आयोजन किया गया। श्री गुरु सिंघ सभा के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटिया ने सभी का धन्यवाद प्रकट किया। इस अवसर पर सचिव मनप्रीत सिंह भाटिया ने श्री गुरु अमरदास जी के जीवन परिचय के साथ उनका संदेश भी सगंत को बताया। अंत में समिति के सचिव सतविंदर सिंह भाटिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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भोपाल के पुराना किला (कमला पार्क) की शराब दुकान पहले पॉलीटेक्निक चौराहा स्थित गांधी भवन के सामने और अब किलोल पार्क के पास शिफ्ट करने से फिर विवादों में घिर गई। गुरुवार को अस्थायी दुकान बनाने के लिए निगम का अमला मौके पर पहुंचा था। जिसका कार्यालय क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं और मलेरिया विभाग के कर्मचारियों के साथ रहवासी और पार्षद ने भी विरोध जताया। उनका कहना था कि जिस जगह शराब दुकान शिफ्ट की जा रही है, उसके पास सरकारी दफ्तर, विसर्जन घाट और रहवासी इलाका है। पार्षद शबिस्ता जकी भी विरोध करने वहां पहुंचीं।गुरुवार दोपहर में मलेरिया विभाग के पास सरकारी बिल्डिंग में शराब दुकान खोलने की तैयारी थी। अस्थायी दुकान बनाने के लिए नगर निगम का अमला भी मौके पर पहुंचा गया था। तभी स्वास्थ्य एवं मलेरिया विभाग के कर्मचारी और रहवासी विरोध में सड़क पर उतर गए। उन्होंने नारेबाजी भी की।विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस पार्षद और निगम में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी भी शामिल हुईं। उन्होंने दुकान खोलने का कड़ा विरोध जताया। विरोध के दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। ताकि, कोई हंगामा न हो।मलेरिया विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि यह दुकान न सिर्फ किलोल पार्क और विसर्जन घाट के पास खुल रही, बल्कि मलेरिया ऑफिस के ठीक सामने है। कर्मचारियों ने बताया कि जिस जगह दुकान बनाई जा रही, उसके सामने ही मलेरिया विभाग के ऑफिस के दो गेट खुलते हैं। वैक्सीन स्टोर भी यही पर है। ऐसे में परेशानी खड़ी हो जाएगी। लोगों ने बताया कि यहां रहवासी इलाका भी है।इसी दुकान को पहले पॉलीटेक्निक चौराहा से 100 मीटर दूर प्रियदर्शनी पार्क के कॉर्नर पर खाली जगह में खोला जा रहा था। इसे लेकर लोगों ने विरोध जताया था। इसके चलते यह दुकान अब मलेरिया ऑफिस के सामने खोली जा रही थी। पूर्व में भी इसी दुकान को कमलापति ब्रिज और मलेरिया ऑफिस के पास शिफ्ट करने की कवायद हुई थी। तब भी विरोध प्रदर्शन हुए थे।

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात से बजरंग दल कार्यकर्ता नाराज हैं। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जबलपुर में जिला कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ कर हंगामा किया।वहीं घटना के बाद कांग्रेस दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बजरंग दल कार्यकर्ता गुरुवार को जिला कांग्रेस कमेटी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। संगठन पर प्रतिबंध की घोषणा से खफा बजरंगदल कार्यकर्ता कांग्रेस कमेटी का दफ्तर का ताला तोड़कर अंदर घुस गए। इसके बाद तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। इस बीच कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीढ़ियों पर चढ़कर टीनशेड़ को उखाड़ना शुरू कर दिया। तभी कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं को बाहर निकाला।एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने बताया कि कांग्रेस दफ्तर का ताला तोड़ने और उसमें घुसकर तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रहे हैं। आरोपियों की पहचान के लिए प्रदर्शन के वीडियो फुटेज देखकर की जा रही है। कांग्रेस दफ्तर में उपद्रवियों ने गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे घुसकर तोड़फोड़ कर हंगामा किया था।  

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भोपाल। सूर्य ग्रहण के 15 दिन बाद साल का पहला चंद्रग्रहण वैशाख माह पूर्णिमा तिथि 5 मई को लगने जा रहा है। बुद्ध पूर्णिमा को चंद्रमा उपछाया ग्रहण के साये में होगा। इसमें चांदनी कुछ फीकी-सी होगी। रात एक बजे के करीब चंद्रमा से ग्रहण हट जाएगा। इस चंद्रग्रहण का कुल समय 4 घंटे और 15 मिनट बताया जा रहा है। यह उपच्छाया चंद्रग्रहण होने वाला है। साल का पहला चंद्रग्रहण यूरोप, एशिया के ज्यादातर हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत,अटलांटिक,अंटार्कटिका और हिंद महासागर में दिखाई देगा। इस संबंध में नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू का कहना है कि रात 8 बजकर 44 मिनट से यह ग्रहण आरंभ होकर रात्रि एक बजकर एक मिनट पर समाप्त होगा। 4 घंटे 18 मिनट अवधि के इस ग्रहण का मध्यकाल रात 10 बजकर 52 मिनट पर होगा। यह उपछाया ग्रहण एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिणी पश्चिमी यूरोप में दिखाई देगा। विश्व की कुल आबादी के लगभग 83 प्रतिशत लोग इसका कुछ न कुछ भाग तथा लगभग 56 प्रतिशत लोग इस पूरे ग्रहण को देख सकेंगे। सारिका ने बताया कि इस घटना के समय सूरज और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जायेगी। इससे पृथ्वी की छाया और उपछाया दोनों बनेगी। इस ग्रहण के समय चंद्रमा उपछाया वाले भाग से होकर निकलेगा जिससे ग्रहण के दौरान चंद्रमा की चमक फीकी पड़ जायेगी । ऐसा दिखेगा पश्चिमी देशों में बुद्ध पूर्णिमा के इस चंद्रमा को पश्चिमी देशों में वहां इस मौसम में प्रचुर मात्रा में खिलने वाले फूलों के कारण फ्लॉवर मून नाम दिया गया है। नेटिव अमेरिकी इसे बडिंग मून, एग लेयिंग मून, प्लाटिंग मून नाम से भी पुकारते हैं। इस कारण यह फ्लॉवर मून पर लगने वाला ग्रहण भी कहला रहा है। सारिका ने बताया कि 130 सालों बाद बुद्ध पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण हो रहा है जबकि 26 मई 2021 को दिखा चंद्रग्रहण बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही था इसके अलावा कुछ रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि इस ग्रहण के समय चंद्रमा पास होगा जबकि पांच मई को चंद्रमा पृथ्वी से लगभग तीन लाख 80 हजार किमी दूर रहेगा, यह कम नहीं मध्यम दूरी है । जबकि कम दूरी में सुपरमून के समय यह दूरी तीन लाख 60 हजार किमी के लगभग रह जाती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल पर हाई कोर्ट की सख्ती के बाद बुधवार-गुरुवार की रात से प्रदेशव्यापी डॉक्टरों की हड़ताल भले समाप्त हो गई हो लेकिन वे अपने आन्दोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। डॉक्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। चिकित्सक अब सामूहिक इस्तीफे पर विचार कर रहे हैं। गुरुवार को प्रदेश में सभी जगह डॉक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी बैठक कर अगली रणनीति पर विचार करेंगे। दरअसल, जबलपुर न्यायालय ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया कि सभी चिकित्सक तुरंत काम पर लौटें। हाई कोर्ट ने डॉक्टरों की किसी प्रकार की हड़ताल को अवैध ठहराया है और कहा कि आगे से बिना अनुमति हड़ताल नहीं करेंगे। भविष्य में टोकन स्ट्राइक को भी हाई कोर्ट ने अनुचित माना और इस पर न जाने के लिए भी चिकित्सकों से कहा। इंदरजीत कुंवर पाल सिंह ने डॉक्टरों की हड़ताल पर जनहित याचिका लगाई थी, जिसमें उन्होंने हड़ताल को अवैध करार देने की मांग की थी। इस मामले पर जस्टिस रवि मलिमठ और जस्टिस विशाल मिश्रा की बेंच में सुनवाई हुई, जिसकी पैरवी संजय अग्रवाल, राहुल गुप्ता और नीरजा अग्रवाल द्वारा की गई। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में करीब 15 हजार से अधिक डॉक्टर बुधवार सुबह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। वे काम बंद कर अस्पताल परिसर और उसके बाहर काली पट्टी बांध कर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। डॉक्टरों की हड़ताल का प्रदेश भर के मरीजों पर भारी असर पड़ा। इस दौरान ग्वालियर में समय पर इलाज नहीं मिलने पर दो मरीजों की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। प्रशासन प्रदेश भर में रात तक वैकल्पिक व्यवस्था जुटाता नजर आ रहा था। लेकिन जैसे ही न्यायालय का यह निर्णय आया, डॉक्टर्स एसोसिएशन ने देर रात अपनी हड़ताल वापस ले ली। गुरुवार सुबह सभी चिकित्सक पहले की तरह अस्पतालों में नजर आ रहे हैं। इस संबंध में मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के संयोजक डॉ. राकेश मालवीय कहना है कि वे पिछले 10 सालों से विभिन्न मांगों को लेकर लगातार सरकार से बात कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों का अब तक कोई हल नहीं निकाला गया है। जब हड़ताल होती है, तब सरकार जरूर मांगें पूरी किए जाने का आश्वासन देती है लेकिन फिर बाद में वह मुकर जाती है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की मांग है कि उन्हें केंद्र सरकार के समान डीएसीपी (डायनामिक एश्योर्ड करियर प्रोसेस) योजना लागू करने सहित अन्य सुविधाएं मिलें। मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ का कहना है कि हमारा विरोध जारी रहेगा। आज गुरुवार को आगे की रणनीति पर बैठक के बाद जो निर्णय होगा, उसके बारे में मीडिया को बताया जाएगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि सरकार ने चिकित्सकों की मांगे नहीं मानी तो अब डॉक्टर्स सामूहिक इस्तीफा देंगे। जिसकी घोषणा वे कभी भी कर सकते हैं।   इसके साथ ही मध्य प्रदेश मेडिकल टीचर एसोसिएशन और चिकित्सक संघ द्वारा हड़ताल की घोषणा करते ही जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भी हड़ताल पर आ गया था। एसोसिएशन से जुड़े डॉ. विजेंद्र सिंह ने कहा कि इससे पहले साल की शुरूआत में भी हड़ताल की गई थी। सरकार ने कमेटी बनाई लेकिन आगे कुछ नहीं किया गया। हमारी अनेक मांगें अब तक पेंडिंग हैं।   गौरतलब है कि सरकारी चिकित्सकों के अचानक हड़ताल पर चले जाने के कारण भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, इंदौर समेत प्रदेश के 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एकदम से चरमरा गईं थीं। प्रदेश के 12 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भर्ती 228 मरीजों के ऑपरेशन बुधवार को टाल दिए गए थे। शासन गंभीर मरीजों को निजी अस्पतालों में शिफ्ट करने लगा था।

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भोपाल। प्रदेश में 'बेमौसम' बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का दौर जारी है। मार्च से अब तक प्रदेश में 2.4 इंच (63 मिमी) बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश 11.3 मिमी से चार गुना से ज्यादा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मार्च-अप्रैल में 14 बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हुए हैं तथा चक्रवात और ट्रफ लाइनें भी गुजरीं हैं। अभी भी तीन सिस्टम एक्टिव हैं। इस कारण बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को प्रदेश के नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में ओले भी गिर सकते हैं। वहीं, कई जिलों में बारिश की संभावना भी जताई गई है।   उल्लेखनीय है कि बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। छिंदवाड़ा में 7.2, सतना 4.2, उज्जैन 3.0, पचमड़ी 2.6, इंदौर 0.4, धार 1.4, सागर 0.4, जबलपुर और मंडला में 0.2 एमएम बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 10 साल में पहली बार मार्च-अप्रैल और मई में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। इनमें सीहोर में सबसे ज्यादा करीब 4 इंच बारिश दर्ज की गई है। यहां सामान्य बारिश 6.5 मिमी है, जबकि 95.2 मिमी बारिश हो चुकी है। यहां 1364% ज्यादा बारिश हो चुकी है। अशोकनगर, बड़वानी, बुरहानपुर, बैतूल, अनूपपुर, बालाघाट, मंडला और शहडोल में भी बारिश का प्रतिशत ज्यादा है। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जबलपुर संभाग के अनेक स्थानों पर गुरुवार को बारिश होने के आसार है। वहीं, सागर, रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। उज्जैन, चंबल, ग्वालियर और इंदौर संभाग में भी मौसम बदला सा रहेगा। नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, रीवा, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल और भोपाल संभाग समेत खंडवा, खरगोन, धार, इंदौर, शाजापुर, आगर, डिंडोरी, कटनी, बालाघाट और जबलपुर में भी गरज-चमक के साथ बारिश होगी और आंधी चलने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक एच.एस.पांडे के अनुसार 15 मई तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने का अनुमान है। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ेगा।

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उज्जैन की MBA पास सलोनी जैन साध्वी बन गईं। शहर के प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखने वाली युवती ने सुख-सुविधा और परिवार त्याग कर संयम की राह चुनी। इसके लिए पांच दिवसीय उत्सव हुआ। बुधवार को सलोनी ने दीक्षा ग्रहण की। सलोनी का नाम साध्वी श्री मल्लि दर्शना श्रीजी मसा रखा गया है।ज्वेलर विमल भंडारी और पूजा भंडारी की 25 साल की बेटी सलोनी ने जैन साध्वी दीक्षा अंगीकार की। इसके लिए अरविंद नगर स्थित मनोरमा-महाकाल परिसर में विरती मंडप सजाया गया। इसमें पांच दिन धार्मिक आयोजन हुए। मंगलवार सुबह 8:30 बजे खाराकुआ स्थित श्री हीर विजय सूरी बड़ा उपाश्रय मंदिर से वर्षी दान वरघोड़ा निकला, जिसमें सलोनी ने हाथी पर बैठकर सांसारिक वस्तुओं के त्याग स्वरूप विभिन्न सामग्री लुटाईं।सोमवार सुबह वस्त्र रंगोत्सव विधि हुई तो दोपहर में महिला सांझी कार्यक्रम के दौरान शहर के विभिन्न महिला मंडलों ने धार्मिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। शाम में सलोनी की शीर्षक के साथ वधावणा कार्यक्रम हुआ। महोत्सव समिति के संजय भंडारी और डॉ. राहुल कटारिया के अनुसार आचार्य मतिचंद्र सागर सुरीश्वर जी मसा, अध्यात्म योगी गणिवर्य आदर्श रत्न सागर जी मसा, युवा मुनि अक्षत रत्न सागर जी मसा व साध्वी मुक्ति दर्शना श्रीजी मसा की निश्रा में वस्त्र रंगों से कार्यक्रम हुआ और मंगलवार सुबह शहर में विराजित सभी साधु साध्वी की निश्रा में भव्य वर्षीदान वरघोड़ा नगर के प्रमुख मार्गों से होकर अरविंद नगर विरती मंडप पहुंचा था।मुमुक्षु सलोनी दीक्षा लेने उपरांत सभी सांसारिक रीति-रिवाज से दूर हो गईं। संगीत प्रस्तुति के साथ उनका विदाई कार्यक्रम होगा। बुधवार सुबह 8.30 बजे से मुख्य दीक्षा विधि शुरू हुई। हजारों समाजजनों के साक्षी में सलोनी नारी के सोलह श्रृंगार व वैभव त्याग कर साध्वी दीक्षा ग्रहण करेगी।उज्जैन एमआईटी कालेज से MBA करने वाली सलोनी भंडारी पढ़ाई में शुरू से अच्छी रही MBA करने के बाद सलोनी ने करीब डेढ़ वर्ष तक इंदौर में नौकरी की और फिर अपने पिता की पटनी बाजार स्थित भंडारी ट्रेडर्स की ज्वेलरी के व्यवसाय में हाथ बटाने लगी।बुधवार से सलोनी सब कुछ त्याग कर सयंम की राह पर चलेगी और अन्य लोगो को भी इस राह पर चलने की प्रेरणा देगी।

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भिंड के गोरमी थाना क्षेत्र में एक किसान ने मेहनत से उगाई फसल को चोरों ने चपत लगा दी। किसान ने खेत पर बने कमरे में सरसों की फसल को रख दिया। रात के समय अज्ञात चोर वाहन समेत आए और दस क्विटंल सरसों को ले गए। पीड़ित किसान ने पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।मामला गौरमी थाना क्षेत्र के रावतपुरा गांव का है। अतरसिंह पुत्र मुरली सिंह नरवरिया (72) की खेती गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर है। पिछले दिनों किसान ने खेत से सरसों की फसल की थ्रेसिंग कराई। मजदूर न मिलने पर फसल को खेत पर कुएं के पास बने कमरे में रखवा दी। इसके बाद किसान अपने गांव आ गया। ये मामला 23 मार्च की रात का है। जब किसान सुबह खेत पर सरसों की बोरी को लेने के लिए मजदूरों के साथ पहुंचा तो चोर उसकी मेहनत की कमाई को लेकर गए। पीड़ित ने तत्काल पुलिस थाने पहुंचकर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामले को जांच में लिया। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।

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एक ऐसी उम्र में जहां लोग अपनी पढ़ाई को संभालते हुए कहीं कुछ नौकरी की दिशा में सोचना शुरू करते हैं वहां 24 वर्षीय औरंगाबाद के पार्थ बावस्कर लोगों को अंडमान ले जाकर सात दिन उन्हें वहां वीर सावकार के जीवन के उन महत्वपूर्ण वर्षों के बारे में, उनके साहस, देशभक्ति, कठिनाइयों के दौर के बारे में बताते हैं।बावस्कर ने पिछले तीन साल में अपने ‘अंडमान बुलाता है’ कार्यक्रम के तहत 1500 लोगों को अंडमान स्थित सेलुलर जेल और वहां बीते सावरकर के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव के बारे में बताया है और उन पर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज भी किया है।बावस्कर बताते हैं कि मैं जब भी लोगों को जेल के अंदर ले जाता हूं वो वहां 10-15 मिनट से ज्यादा नहीं रुक सकते। ऐसे में किस तरह सावरकर ने वहां 11 साल काटे होंगे। बावजूद उसके कैसे अपने अंदर की ज्वाला को जीवित रखा होगा, ये प्रेरणास्पद है। मैं यह बात लगातार अपने सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करता हूं।  सावरकर भक्त पार्थ बावस्कर कहते हैं कि उन्होंने राहुल गांधी को भी उनकी भारत जोड़ो यात्रा के वक्त अंडमान आकर उस जगह को महसूस करने और सावरकर को असल में समझने के लिए अपने सोशल मीडिया के माध्यम से आग्रह किया था। बावस्कर अपनी संस्था ‘शब्दामृत’ के माध्यम से इस प्रकार से पर्यटन और देशभक्ति के आयोजन करते हैं। उनका मानना है कि युवाओं में प्रश्न पूछने की ललक और जिज्ञासा आज भी है, जिसे जीवित रखना बेहद जरूरी है। जरूरत है तो उन्हें आसान भाषा में सच बताया जाए और वो भी साइंटिफिक एप्रोच के साथ। बावस्कर कहते हैं कि कथा वाचक वाल्मीकि की लिखी रामायण सुनाएं। शहर की संस्था सानंद न्यास द्वारा पार्थ बावस्कर का व्याख्यान ‘साहसी सावरकर’ 3 और 4 मई को जाल सभागृह में आयोजित किया जाएगा।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में 04 मई तक तेज गरज-चमक के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। अभी नया सिस्टम बना हुआ है और ट्रफ लाइन गुजर रही है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव है, जिसके कारण प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो आज (बुधवार को) भी प्रदेशभर में बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ बारिश होगी। इसके साथ ही कई जिलों में ओले भी गिर सकते हैं।     मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश का दौर मंगलवार को देर रात जारी रहा। राजधानी भोपाल में तो रातभर जमकर पानी बरसा। भोपाल के अलावा, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, छिंदवाड़ा, रीवा और मुरैना समेत प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई। जबलपुर और रीवा जिले ओले भी गिरे। मौसम विभाग का कहना है कि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं, साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है।     भोपाल में मंगलवार शाम करीब 5:30 बजे तेज हवाओं के साथ अचानक तेज बारिश शुरू हुई, जो देर रात जारी रही। उज्जैन में भी मौसम का हाल कुछ ऐसा ही रहा। यहां भी शाम को बारिश होने लगी। इंदौर में मंगलवार शाम को तेज बारिश शुरू हुई और देर रात तक जमकर पानी बरसा, जिसके बाद सड़कों पर जाम की स्थिति बनी गई।     रीवा जिले के सिरमौर क्षेत्र में शाम करीब 4 बजे अचानक तेज हवाएं चलने लगी। इसके बाद बारिश होने लगी। इस दौरान चने के आकार के ओले भी गिरे। तेज हवाओं के कारण कहीं पेड़ गिरे, तो कहीं छप्पर उड़ गए। वहीं, रीवा शहर में भी रिमझिम बारिश हुई। जबलपुर में भी बारिश के साथ ओले भी गिरे।   मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश में आगामी 48 घंटों तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। हालांकि वर्षा की गतिविधियों में कुछ कमी आएगी। साथ ही दिन के तापमान में कुछ बढ़ोतरी भी होगी। भोपाल मौसम केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इस वजह से पूरे मध्य प्रदेश में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। रुक-रुककर बारिश का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। हालांकि सुबह के समय बादल छंटने के कारण कहीं-कहीं धूप भी निकल रही है। इस वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी भी होगी।     मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग में ओले गिरने की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार आगामी पांच मई तक ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ राजगढ़, खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम, निवाड़ी, बड़वानी, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर और मंदसौर में ओलावृष्टि होने की संभावना है। वहीं, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, चंबल, उज्जैन, ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग में कहीं तेज तो कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।

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मुरैना की सरायछोला थाना पुलिस ने दो युवकों के कब्जे से पांच किलो गांजा जब्त किया है। इन दोनों युवकों को तब पकड़ा जब सरायछोला थाना पुलिस चेकिंग कर रही थी। चेकिंग के दौरान जब यह भागने लगे तो पुलिस को शक हुआ। शक के आधार पर पकड़ा तो गांजा निकला। घटना रविवार देर रात की है।बता दें, कि मुरैना की सरायछोला थाना पुलिस रात मेें बेरीकेट्स लगाकर चेकिंग कर रही थी। उसी समय धौलपुर की तरफ से अपाचे मोटरसाइकिल पर दो युवक वहीं से गुजरने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोका लेकिन वे पुलिस को चकमा देकर भागने की फिराक में थे। जब पुलिस को लगा कि वे भाग रहे हैं तो पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया। दोनों युवकों के बीच में एक गत्ते के डिब्बे में कुछ रखा था। जब युवकों से पूछा तो उन्होंने बताया कि इसमें गुड़ रखा है। लेकिन जब पुलिस ने उसको खुलवाकर देखा तो उसमें गांजा रखा पाया। पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।पकड़े गए युवकों के नाम सोनू उर्फ सुरेन्द्र यादव तथा दूसरे का नाम भोलाराम उर्फ भोलू यादव है। पुलिस की पूछताछ में सुरेन्द्र यादव ने बताया कि उसकी ग्वालियर के मुरार स्थित बड़ा गांव में सड़क के किनारे एक खोखा है। उसके खोखे पर अक्सर ट्रक वाले आते हैं तथा पूछते हैं कि गांजा कहां मिलेगा। इस पर उसके मन में लालच आ गया तथा उसने सोचा कि क्यों व वही गांजे को बेचना शुरु कर दे। इस प्रकार वे गांजा बेचते चले आ रहे हैं। गांजा लाने के लिए वे आगरा गए थे वहीं से यह गांजा लेकर आए हैं।

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मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिना प्रोग्राम जारी हुए ही क्षेत्र से गायब रहने वाले सांसद रमाकांत भार्गव भी इसमें शामिल हो गए, जबकि कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना जनसंपर्क विभाग तक को नहीं थी। यह बात शहर में यह चर्चा का विषय बन गई है।रमाकांत भार्गव जिले से लगभग 5 लाख वोटों से जीते थे लेकिन जीत के बाद वे कार्यक्रमों में बुलाने पर भी नहीं आते थे। आज कार्यक्रम में अचानक ही शामिल हुए, जिसके बाद लोग कह रहे है कि चुनाव पास आते ही सांसदजी को अपना क्षेत्र नजर आने लगा है, जबकि इसी साल हुई मूसलाधार बारिश में फसलें बर्बाद हो गई थी और बाढ़ जैसी स्थिति बनी थी लेकिन सांसद रमाकांत भार्गव एक बार भी लोगों के बीच नहीं पहुंचे थे।लाडली लक्ष्मी उत्सव कार्यक्रम से पहले सांची रोड स्थित लाड़ली लक्ष्मी वाटिका में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांसद रमाकांत भार्गव, नगर पालिका अध्यक्ष सविता सेन, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा ने पौधारोपण किया। उसके बाद सभी अतिथि स्वामी विवेकानंद कॉलेज में जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, सांसद रमाकांत भार्गव, कलेक्टर अरविंद दुबे सहित अन्य अतिथियों ने संबोधित किया, उसके बाद सभी ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा।

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भोपाल। बदले हुए मौसम के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में हो रही बारिश वैशाख के महीने में सावन जैसा अहसास करा रही है। इधर, मौसम विभाग ने सोमवार को भी कई जिलों में बारिश और ओले का अलर्ट जारी किया है। इधर, लगातार बारिश के कारण रातों में ठंडक महसूस होने लगी है। बिगड़े मौसम के असर से मध्यप्रदेश में न सिर्फ तेज बारिश हो रही है, बल्कि कई जिलों में ओले भी गिर रहे हैं। वहीं, आंधी की स्पीड भी 70 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच चुकी है। रविवार को प्रदेशभर में जोरदार बारिश हुई। कई जगहों पर आकाशीय बिजली भी गिरी। मई के पहले दिन भी मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने गर्मी में पहली बार जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट और कटनी में भारी बारिश होने का अलर्ट भी जारी किया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की एक्टिविटी प्रदेशभर में चल रही है और यह काफी मजबूत है। इस कारण प्रदेश में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि हो रही है। अगले कुछ दिन मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अनुमान के अनुसार सोमवार को भोपाल, जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के ज्यादातर जिलों में बारिश होने की संभावना है। इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट और कटनी जिले के लिए भारी बारिश के साथ तेज आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, नर्मदापुरम-चंबल संभाग के साथ गुना, भोपाल, दतिया, धार, इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, सागर और शाजापुर में ओले गिरने का अनुमान है। गर्मी में हुआ सर्दी का अहसास मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण रातें ठंडी हो गई है। रविवार-सोमवार की रात को ठंड का अहसास देखने को मिला। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के 24 शहरों में पारा 20 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। यहां एक डिग्री से चार डिग्री तक तापमान में गिरावट आई है। भोपाल में एक ही रात में पारा 2.4 डिग्री लुढ़क गया। यहां तापमान 17.6 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 18.9, ग्वालियर में 19.1, जबलपुर में 18.4 डिग्री तापमान रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 14.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। रात में सबसे ज्यादा तापमान सीधी में 21.6 डिग्री दर्ज किया गया। नरसिंहपुर, नौगांव, सतना, टीकमगढ़ में पारा 20 डिग्री से ज्यादा ही रहा।

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जबलपुर/भोपाल। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को सात नए न्यायाधीश मिल गए हैं। प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने सोमवार को हाई कोर्ट के साउथ ब्लॉक में हुए शपथ ग्रहण समारोह में नवनियुक्त न्यायाधीशों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। नए जजों में अनुराधा शुक्ला, हिरदेश, प्रेम नारायण सिंह, अचल कुमार पालीवाल, अवनींद्र कुमार सिंह, संजीव कलगांवकर और रूपेश चंद्र वार्ष्णेय हैं। सोमवार को हाई कोर्ट के साउथ ब्लाक सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सर्वप्रथम रजिस्ट्रार जनरल रामकुमार चौबे ने राष्ट्रपति द्वारा जारी नियुक्ति के आदेश का वाचन किया। इससे बाद मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने उन्हें शपथ ग्रहण कराई। इसके साथ ही मुख्य न्यायाधीश मलिमठ ने नए न्यायाधीशों को शुभकामनाएं देते हुए सम्बोधन में सभी के बारे में मूलभूत उल्लेख किया। इसके बाद स्टेट बार चेयरमैन, हाई कोर्ट बार और हाई कोर्ट एडवोकेट्स बार अध्यक्ष ने व्यक्तित्व-कृतित्व रेखांकित किया। सीनियर एडवोकेट बार, असिस्टेंट सालिसिटर जनरल ने सातों नवनियुक्त न्यायाधीशों को बधाई दी।   सातों नए न्यायाधीशों ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में अपने वक्तव्य में प्रगति के आधार बताए। साथ ही संकल्प लिया कि हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नए प्रतिमान दर्ज करेंगे। इसके बाद सभी नये न्यायाधीशों ने अपना पदभार भी संभाल लिया है। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में जजों के स्वीकृत पदों की संख्या 53 है, जिसमें से वर्तमान में चीफ जस्टिस को मिलाकर 30 जज कार्यरत हैं। सात नये जजों के शपथ ग्रहण करने के बाद मप्र हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 37 हो गई है। हालांकि, मप्र हाई कोर्ट में अब भी जजों के स्वीकृत पदों में से 16 पद रिक्त हैं। हाई कोर्ट में न्यायाधीश बने रूपेश चंद्र वार्ष्णेय 28 सितंबर, 1987 से, अनुराधा शुक्ला 17 सितंबर, 1990 से, हिरदेश पांच जुलाई, 1990 से, प्रेम नारायण सिंह 16 जुलाई, 1990 से, अचल कुमार पालीवाल जुलाई, 1990 से, संजीव कलगांवकर 24 मई, 1994 से व अवनींद्र कुमार सिंह मई, 1990 से न्यायिक सेवा क्षेत्र में कार्यरत थे।

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मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान 2.0 की शुरुआत 10 मई से की जाएगी। 15 दिनों के इस अभियान में 16 विभागों की 67 सेवाओं को शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि 17 सितंबर 2022 से 31 अक्टूबर 22 तक सीएम जनसेवा अभियान चलाया गया था। इसी तर्ज पर 16 विभागों की कुल 67 सेवाओं को चुना गया है।कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने संबंधित विभागों को टीएल बैठक में ही रूपरेखा से अवगत करा चुके है। साथ ही अभियान में आवेदनों के निराकरण के संबंध में निर्देशित कर चुके हैं। अभियान 25 मई तक होगा। दो प्रमुख घटक निर्धारित है। पहले घटक में ऐसे सभी विभागों में जो नागरिक सेवाओं से संबंधित हैं। जबकि दूसरा सीएम हेल्पलाइन पर लंबित शिकायतों का निराकरण किया जाना है।इसमें चालू खसरा/खतौनी की प्रतिलिपियां, अविवादित नामांतरण, बंटवारा करना, कानूनी बाध्यता के कारण स्थानीय निवासी व आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र व जन्मतिथि आधार व समग्र नंबर में सुधार, नल कनेक्शन, हैंडपंप, नल सुधार, भवन अनुज्ञा, फायर एनओसी, ट्रेड लायसेंस, विकास अनुज्ञा के समय सीमा का विस्तार, अविवादित संपत्ति का निराकरण आदि सेवाएं शामिल है .इसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास, योजना आर्थिक एवं सांख्यकी, ऊर्जा, श्रम, आदिम जाति कल्याण, उच्च शिक्षा, विपणन बोर्ड, सहकारिता, तकनीकी शिक्षा, उद्यानिकी और परिवहन विभाग की सेवाएं शामिल है।

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गणेशपुरा-शिकारपुर फाटक मार्ग की सीमेंट- कांक्रीट सड़क के निर्माण में बाधा बन रहे पांच पक्के मकानों को रविवार की दोपहर 1.30 बजे से तीन बजे के बीच नगर निगम ने दो जेसीबी मशीनों से तुड़वा दिया। तोड़फोड़ के दौरान कोतवाली, सिविल लाइन व स्टेशन रोड थाना समेत पुलिस लाइन का फाेर्स मौके पर मौजूद रहा। पक्के अतिक्रमण के खिलाफ तोड़फोड़ की कार्रवाई नगर निगम ने कोर्ट में स्टे आर्डर समाप्त कराने के बाद की। क्योंकि पहली कार्रवाई के बाद लोगों को स्वेच्छा से अतिक्रमण तोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया तो उनमें से रुस्तम नैकाड़ी कोर्ट से स्टे आर्डर ले आया था। स्टे काे ब्रेकिट कराने के लिए बाद निगम प्रशासन ने रविवार को तोड़फोड़ कराई। कार्रवाई के दौरान एसडीएम भूपेंद्र सिंह कुशवाह व नगर निगम के मदाखलत अधिकारी इंजीनियर ऋषिकेश शर्मा मौजूद रहे।

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नर्मदापुरम जिलेभर में 2 मई को मंगलवार को लाड़ली लक्ष्मी उत्सव मनाया जाएगा। जिला मुख्यालय सहित हर जनपद एवं निकाय में उत्सव के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिला मुख्यालय पर सुबह 9 बजे से कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टरेट कार्यालय स्थित लाड़ली लक्ष्मी वाटिका में पौधरोपण से किया जाएगा। इसके बाद जिला स्तरीय कार्यक्रम सुबह 11 बजे से नर्मदा कॉलेज में होगा। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मुख्यमंत्री चौहान के मुख्य आतिथ्य में भोपाल में आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण होगा। लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं का सम्मान भी किया जाएगा।कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सोमवार को जनपद एवं निकायवार लाड़ली लक्ष्मी उत्सव की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सहित सभी जनपद सीईओ एवं सीएमओ को उत्सव का बेहतर ढंग से आयोजन करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में औपचारिकता न करें। लाड़ली बालिकाओं को कार्यक्रम स्थल पर आमंत्रित करने की व्यवस्था किया जाए।

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भोपाल। छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ क्षत्रिय वंशी ताम्रकार समाज और कल्चुरी कलार समाज के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। पुलिस कमिशनर के नाम एक ज्ञापन शनिवार को पुलिस मुख्यालय एसपी विनीत कपूर को सौंपा।   जानकारी के लिए बता दें कि पुलिस को ज्ञापन सौंपकर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु को अत्याचारी बताकर वंश के क्षत्रिय राजाओं का भी अपमान किया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान से कल्चुरी समाज और ताम्रकार समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। जिससे समस्त कलचुरी कलार समाज द्वारा बाबा धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा कलचुरी समाज के आराध्य देव भगवान श्री सहस्त्रबाहु के खिलाफ अनर्गल बाते कहे जाने के विरोध में समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियो ने धीरेन्द्र शास्त्री पर एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस कमिशनर के नाम एक ज्ञापन पुलिस मुख्यालय एसपी विनीत कपूर को सौंपा। समाज के लोगो ने धीरेंद्र शास्त्री के वक्तव्य का विरोध करते हुए उनके पोस्टर भी जलाएं।   कलचुरी सेना के प्रदेश अध्यक्ष कौशल राय राय ने बताया कि प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही नहीं की तो पूरे देश में जन आंदोलन करेंगे। इस दौरान कलचुरी सेना के प्रदेशाध्यक्ष कौशल राय, राजाराम शिवहरे, संजय चौकसे, राजेश राय, प्रमोद राय, राम शंकर शिवहरे, जीएन वर्मा, प्रदीप राय सहित बडी संख्या में कलार समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए।   गौरतलब है कि ओबीसी वर्ग के कई क्षत्रिय समाज भगवान सहस्त्रबाहु की आराध्य मानकर पूजा करते हैं, लेकिन धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु को अत्याचारी बताकर वंश के क्षत्रिय राजाओं का भी अपमान किया है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में शनिवार को भी मौसम का मिजाज बदला रहेगा। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा और गरज चमक के साथ वर्षा के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में मई तक बारिश और आंधी का असर देखने को मिलेगा। अभी नया सिस्टम बना हुआ है और ट्रफ लाइन गुजर रही है। वही पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव है, जिसके कारण प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। भोपाल में मई की शुरुआत भी बारिश के साथ होगी। 4 मई तक प्रदेश में मौसम ऐसा ही बना रहेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर भारत में सक्रिय नए पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) से 29, 30 अप्रैल और 1 से 4 मई तक प्रदेश में इसका असर देखने को मिलेगा। इस दौरान चमक-गरज के साथ बारिश और आकाशीय बिजली चमकने या गिरने की संभावना है। वहीं भोपाल में मई की शुरुआत भी बारिश के साथ होगी। राजधानी में शनिवार और रविवार को तेज हवा और गरज-चमक के साथ तेज वर्षा हो सकती है। यानी एक मई तक गर्मी के तेवर ढीले ही रहेंगे। आज शनिवार को प्रदेशभर में बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। सागर संभाग के जिलाें एवं रायसेन, देवास, शाजापुर, डिंडाेरी, विदिशा, अशाेकनगर, गुना, उज्जैन, अनूपपुर, मन्दसौर, कटनी में ओले भी गिर सकते हैं।     इन जिलों में बारिश, आंधी-ओले के आसार भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा और बैतूल में कुछ जगह जैसे इंदौर, उज्जैन, चंबल, ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। नर्मदापुरम, रीवा, इंदौर और चंबल के संभाग के साथ ही भोपाल, दतिया, राजगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, सीहोर, छिंदवाड़ा, उमरिया, नीमच, जबलपुर, शहडोल, रतलाम, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, आगर, सिवनी और मंदसौर जिले में गरज-चमक के साथ 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है।   सागर संभाग के सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी के साथ रायसेन, देवास, शाजापुर, डिंडोरी, विदिशा, अशोकनगर, उज्जैन, गुना, अनूपपुर, मन्दसौर और कटनी में ओले गिरने और तेज आंधी चलने के आसार है। यहां आकाशीय बिजली गिरने और चमकने के भी आसार है।

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सतना। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के मुख्तियार गंज के लोग शुक्रवार सुबह उस समय दहशत में आ गए, जब वहां एक तेंदुआ घुस आया, घनी आबादी वाले इस इलाके में घुसे तेंदुए ने एक महिला समेत दो लोगों पर हमला कर दिया। तेंदुए के हमले की खबर आग की तरह शहर में फैली और देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग गई। तेंदुआ की दहशत से घंटों अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। आलम यह रहा कि तेंदुए के डर से लोगों ने खुद को अपने घरों में बंद कर लिया। सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग की टीम ने करीब सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को रेस्क्यू कर पकड़ा और अपने साथ ले गए।     दरअसल, सतना के शहरी इलाकों के बाहर बीते कई दिनों से तेंदुआ मूवमेंट कर रहा था, लेकिन शुक्रवार सुबह तेंदुआ शहर के मुख्तियारज में एक घर में घुस गया, जहां उसने एक महिला समेत दो लोगों को घायल कर दिया। इसके बाद लोगों ने जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। मौके पर वन विभाग का अमला और जिला प्रशासन के साथ पुलिस बल भी पहुंचा। वन विभाग की टीम ने तेंदुए की सर्चिंग शुरू की लेकिन घनी बस्ती होने के कारण उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो रही थी। इलाका काफी घनी आबादी वाला होने और कई गलियां होने के कारण तेंदुए की लोकेशन नहीं मिल रही थी, तेंदुआ एक स्थान से दूसरे स्थान आसानी से मूव कर रहा था। वन विभाग का अमला मैनुअली और ड्रोन के माध्यम से किसी प्रकार तेंदुए को लोकेट कर रहा था और फिर उसे इसमें सफलता मिल गई। कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया गया है।     बताया जा रहा है कि वॉर्ड नंबर-5 मुख्तियारगंज में सुबह तेंदुए की आमद से दहशत फैल गई। तेंदुए ने यहां पहले दुर्गावती नाम की महिला को अपना शिकार बनाते हुए उसे जख्मी किया और फिर किशन श्रीवास्तव नाम के युवक को भी दबोचने की कोशिश की। दुर्गावती (56) के शरीर पर तेंदुए के हमले में कई जगह गहरे जख्म बने हैं और किशन (24) भी घायल है। दोनों को जख्मी करने के बाद तेंदुआ एक खाली घर में जा घुसा। खबर मिलते ही प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। कड़ी मशक्कत के बाद मुकुंदपुर जू की टीम ने तेंदुए का रेस्क्यू किया।     एसडीएम नीरज खरे ने बताया कि तेंदुआ एक खाली घर के अंदर घुसा हुआ था, घर के चारों तरफ से दरवाजों को बंद करके बड़ी मशक्कत के बाद उसे ट्रेंकुलाइज किया गया। बेहोश होने पर उसे जाल के माध्यम से पिंजरे तक लाया गया। तेंदुए का रेस्क्यू ऑपरेशन तकरीबन सात घंटे चला, वन विभाग द्वारा तेंदुए को मुकुंदपुर टाइगर सफारी ले जाया गया है, जहां उसका इलाज किया जायेगा फिर उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार मौसम में बार-बार बदलाव हो रहा है। गर्मी के मौसम में यहां मानसून जैसी बारिश हो रही है। करीब पूरे प्रदेश में बेमौसम बारिश का दौर जारी है। राजधानी भोपाल शुक्रवार को दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश देर शाम तक जारी रही। शहर के प्रियंका नगर समेत कुछ हिस्सों में ओले भी गिरे है। भोपाल के करीबी जिले सीहोर में भी जमकर पानी बरसा। यहां ओले गिरने से बर्फ की चादर सी बिछ गई। इसके अलावा उज्जैन भी भीगा। वहीं इंदौर में बूंदाबांदी हुई है। सागर और छतरपुर में बिजली गिरने से दो की मौत हो गई।   राजधानी भोपाल में शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और ओलों के साथ तेज बारिश होने लगी। इस कारण सड़कों पर भी पानी भर गया। दोपहर 2 बजे बाद से बारिश का दौर शुरू हुआ, जो शाम तक जारी रहा। बैरसिया इलाके में भी ओले गिरे हैं। यहां आधा इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। वहीं, भोपाल सिटी एरिया में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा सीहोर में ओलों के साथ बारिश हुई।   मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में वैसे तो बीते एक सप्ताह से बारिश रही है, लेकिन शुक्रवार को मौसम ऐसा बिगड़ा कि पूरा प्रदेश ही तरबतर हो गया। सभी जगह दोपहर बाद गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हुई, जो देर शाम तक जारी रही। भोपाल के अलावा दमोह, नौगांव, रीवा, खंडवा, धार, इंदौर, गुना, सागर, ग्वालियर, उज्जैन और मंडला में भी बारिश हुई है। मौसम बदलने के साथ ही कई शहरों में दिन के तापमान में भी गिरावट हुई है। मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिन और ऐसा ही मौसम रहेगा। तेज आंधी के साथ बारिश होगी और ओले भी गिरेंगे।   शुक्रवार शाम को नर्मदापुरम में पूर्व मंत्री मधुकर राव की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बारिश से बचने के लिए छाते का सहारा लेना पड़ा। अन्य लोग कुर्सियों को सिर पर लगाकर पानी से बचने का प्रयास करते रहे। वहीं पूर्व मंत्री सरताज सिंह बारिश में ही बैठे रहे।   इधर, सीहोर जिले के आष्टा में शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बाद आंधी के साथ बारिश हुई। मेहतवाड़ा क्षेत्र में तेज हवा के साथ 15 मिनट तक ओले गिरे। सिविल अस्पताल आष्टा के पीछे ट्रांसफार्मर में आग लग गई। गायत्री मंदिर के सामने एक पेड़ गिर गया।   आलीराजपुर जिले के कई गांवों में शुक्रवार दोपहर में गरज-चमक के साथ तेज आंधी चली। तेज बारिश के चलते कई जगहों पर बिजली सप्लाई ठप हो गई। नानपुर और जोबट क्षेत्र में एक घंटा पानी गिरा। कई स्थानों पर पेड़ गिरे।   बैतूल में शाम होते ही यहां आसमान पर बादल घिर आए। बूंदाबांदी के बाद यहां आधा घंटे से ज्यादा समय तेज बारिश हुई है। तीन दिन से यही सिलसिला चल रहा है। गुरुवार को भी यहां कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई थी।   बुरहानपुर में दोपहर 3.30 बजे के बाद जिलेभर में मौसम का मिजाज बदला। बंभाड़ा क्षेत्र में करीब आधे घंटे तक तेज बारिश हुई और ओले भी गिरे। शाहपुर क्षेत्र में बारिश हुई है। डोईफोड़िया सहित इससे सटे गांवों में तेज हवा, आंधी के कारण केला फसल को काफी नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है। सर्वे के बाद स्थिति का पता चलेगा। जैनाबाद में कुछ घरों के टीन उड़े तो वहीं सारोला, अंबाड़ा, गोराड़िया आदि गांवों में पेड़ गिरे, हालांकि इससे कोई नुकसानी नहीं हुई है।   भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ नरेंद्र मेश्राम ने बताया कि अभी नया सिस्टम बना है। वहीं, ट्रफ लाइन गुजर रही है। पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव है। इस कारण प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। उन्होंने बताया कि अमूमन ओले गिरने की चेतावनी गर्मी में जारी नहीं की जाती, लेकिन इस बार मौसम बदला हुआ है, इसलिए चेतावनी जारी की गई है।

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सिंगरौली। जिले में गुरुवार को अपने भाई और भतीजे को बोलेरो से कुचलकर मौत के घाट उतारने वाले पटवारी के घर को पुलिस और प्रशासन की टीम ने जेसीबी से ढहा दिया। इस दौरान गांव में भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर के रहने वाले पिता-पुत्र बाइक से सिंगरौली आए थे। यहां कोतवाली थाना इलाके में एक बोलेरो वाहन ने दोनों को टक्कर मार दी थी। इससे दोनों की मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस शुरुआत में इसे एक दुर्घटना मान कर चल रही थी। मृतकों की पहचान जबलपुर की समदड़िया कालोनी निवासी छोटे केशरी और उसके बेटे सचिन के रूप में हुई। छोटे केशरी सिंगरौली के तेलाई गांव निवासी अपने बड़े भाई इंद्रभान से उधारी के रुपए वापस लेने आया था। इंद्रभान यहां पटवारी है। यहां से लौटते समय छोटे का एक्सीडेंट हो गया। इस दुर्घटना के पांच कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने बड़ा खुलासा कर दिया। पुलिस ने बताया कि यह हादसा नहीं हत्या है। बाइक पर सवार पिता-पुत्र को साजिश के तहत गाड़ी से कुचलकर मारा गया था। वारदात के बाद से ही इस घटना का आरोपी पटवारी और उसके बेटे फरार हैं। शुक्रवार को प्रशासन और पुलिस की टीम जेसीबी लेकर आरोपियों के घर पहुंची। यहां आरोपियों के अवैध निर्माण को ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान तेलाई गांव में बड़ी संख्या में पुलिस टीम और राजस्व अमला मौजूद रहा। हालांकि आरोपी पक्ष के लोग घर छोड़कर भाग गए हैं।

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ग्वालियर। कोरोना फिर दबे पांव लोगों को अपनी गिरफ्त में लेने लगा है और गुरूवार को भी पांच मरीजों को संक्रमण होने की पुष्टि हुई है।   स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई जांच रिपोर्ट के अुनसार जिन पाच मरीजों को संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। उसमें एम.के. सिटी निवासी 48 वर्षीय महिला व उसका 20 वर्षीय बेटा संक्रमित हैं। इसी तरह इन्द्रमणी नगर निवासी 31 वर्षीय युवती संक्रमण की चपेट में आई है। युवती तीन दिन पूर्व ही लखनऊ से लौटी है और एमआईटीएस की छात्रा है। इसके अलावा लोहिया बाजार निवासी 30 वर्षीय मरीज संक्रमण की चेट में है। मरीज को लंग्स कैंसर भी है और बुखार आने पर जांच कराई थी। उधर बीआईएमआर नर्सिंग महाविद्यालय की 22 वर्षीय छात्रा भी संक्रमित है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीआईएमआर से तीन छात्राएं संक्रमित सामने आ चुकी है। उक्त मरीजों को मिला कर जिले में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 33 पहुंच गई है। इसके अलावा छह मरीज कोरोना से ठीक भी हुए हैं।

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खरगोन। जिले में पदस्थ एक पटवारी करोड़ों का आसामी निकला। यह खुलासा लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई छापामार कार्रवाई में हुआ है। इंदौर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार सुबह 5.00 बजे पटवारी के चार ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। टीम को जांच के दौरान चार मकान, सात दुकान और कई जगहों पर जमीन होने के दस्तावेज मिले हैं। इसके साथ ही साढ़े चार लाख रुपये कैश और सोने-चांदी के जेवर भी मिले हैं। पटवारी ने अपनी दो बहनों के नाम भी जमीन खरीदी थी। समाचार लिखे जाने तक एक करोड़ 71 लाख की संपत्ति का खुलासा हो चुका है।     जानकारी के अनुसार, पटवारी जितेंद्र सोलंकी गोगांवा तहसील में पांच साल से पदस्थ हैं। उसके खिलाफ शिकायत के आधार पर गोपनीय सत्यापन करवाया गया, जिसमें शिकायत सही पाई गई थी। उसके बाद आय से अधिक मामले पंजीबद्ध किया गया। गुरुवार को इंदौर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पटवारी जितेन्द्र सोलंकी के खरगोन में गौरीधाम कॉलोनी स्थित मकान सहित अन्य 4 जगहों पर भी दबिश दी। प्रारंभिक जांच में इंदौर के चंदन नगर में 6 दुकान और एक फ्लैट, खरगोन के राधा वल्लभ मार्केट में एक दुकान, ईश्वरी नगर में तीन मंजिला मकान, एक चार पहिया वाहन व दो टू व्हीलर, मूलथान और मोघन में कृषि भूमि के साथ गोगांवा में दुकान होने की जानकारी मिली है।     लोकायुक्त टीम की खरगोन के मकान पर जांच दोपहर 12 बजे तक तक चली। इंदौर लोकायुक्त डीएसपी संतोष भदौरिया और प्रवीण बघेल के नेतृत्व में 22 सदस्यीय टीम पटवारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को लेकर छानबीन कर रही है।     लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण बघेल ने बताया कि पटवारी के पास आय से अधिक संपत्ति पाई गई है, जिसमें गौरीधाम में दो मंजिला मकान मिला। इस इंटीरियर लग्जरी है। इसके लगभग सभी कमरों में एसी और साज-सज्जा के सारे सामान हैं। ईश्वरी नगर में चार मंजिला मकान बनाया हुआ है, जिसे किराए से दिया हुआ है। इसके अतिरिक्त राधावल्लभ मार्केट में एक दुकान को वेरिफाई किया गया है।     डीएसपी के अनुसार पटवारी के पास उसके पैतृक गांव मूलथान में भी दो मकान हैं। एक मकान का निर्माण हो रहा है। वहां 11 एकड़ जमीन भी है। इंदौर में 6 छोटी दुकानें मिली हैं। इसके अलावा मोघन, महुमांडली और बिस्टान गांव में अपनी बहनों के नाम पर इन्वेस्ट किया है, इस बात की पुष्टि हुई है। इनके पास टाटा इंडिका कार और 2 दो पहिया वाहन हैं। इनके घर से करीब ढाई लाख रुपए के सोने की और 60 हजार की चांदी की ज्वैलरी मिली है। वहीं, लगभग साढ़े चार लाख रुपए के कैश मिला है।     डीएसपी बघेल ने बताया कि जितेंद्र की नौकरी की शुरुआत 1998 में हुई थी। उसका 25 साल का सेवाकाल हो चुका है, जिसमें लगभग 60 लाख रुपये की आय वेतन से हुई है। वहीं, इनके पास से लगभग 1 करोड़ 71 लाख की संपत्ति का खुलासा हो चुका है। अभी खरगोन के गौरीधाम स्थित मकान के अलावा बाकी के ठिकानों पर जांच जारी है।  

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उज्जैन के माता हरसिद्धि मंदिर में स्थित 51 फीट ऊंचे दीप स्तंभ में गुरुवार को आग लग गई। इससे दीप स्तंभ के एक दर्जन से अधिक दीप खंडित हो गए। मंदिर में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी के हालात बन गए। फायर ब्रिगेड की टीम ने आधे घंटे में आग पर काबू पाया। ये मंदिर देशभर के 51 शक्तिपीठों में से एक है।मंदिर के पंडित राजेश गोस्वामी ने बताया कि दोपहर 1 बजे साउथ से आई कुछ महिला श्रद्धालुओं ने 108 दीप प्रज्ज्वलित कर दीप स्तंभ के पास रख दिए। इन्हीं दीपकों की वजह से दो दीप स्तंभ में से एक ने आग पकड़ ली। देखते ही देखते आग बढ़ गई। 51 फीट ऊंचे दीप स्तंभ के निचले हिस्से की आग तो मंदिर कर्मचारियों ने बुझा दी, लेकिन ऊपर के हिस्से में लगी आग पर काबू नहीं पा सके थे।पंडित गोस्वामी ने बताया कि एक दर्जन से ज्यादा दीपक टूट गए हैं, जिन्हें बनाने के लिए राजस्थान से कारीगरों को बुलाया है। जब तक दीप स्तंभ दोबारा बन नहीं जाता, तब तक प्रतीकात्मक रूप से स्तंभ के नीचे के दीप जलाए जाएंगे।मंदिर में स्थापित 51 फीट ऊंचे 1011 दीपों के दो दीप स्तंभ हैं। इनमें से एक स्तंभ में आग लगी थी। हरसिद्धि मंदिर में मौजूद दोनों स्तंभ अति प्राचीन हैं। मान्यता है कि इन्हें राजा विक्रमादित्य ने बनवाया था। उस जमाने से इसमें दीपक जलते आ रहे हैं। आज भी इन दीप स्तंभों को रोशन करने के लिए तीन-तीन महीने की वेटिंग चलती है। पहले इन्हें त्योहार, नवरात्र में ही जलाया जाता था। अब ये सालभर रोशन रहते हैं।यह मंदिर देशभर में 51 शक्तिपीठों में शामिल है। हरसिद्धि माता राजा विक्रमादित्य की आराध्य देवी भी मानी जाती हैं। यहीं पर मौजूद है 2000 साल पुराना 51 फीट ऊंचा दीप स्तंभ। दो दीप स्तंभों में करीब 1011 दीए हैं। इन दीयों को 6 लोग 5 मिनट में प्रज्ज्वलित कर देते हैं। इसके बाद पूरा मंदिर रोशनी से जगमग हो उठता है। इसमें 60 लीटर तेल और 4 किलो रुई लगती है।

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रामनवमी के दिन इंदौर में जो हादसा हुआ.उसके बाद सरकार ऐसे कुओं-बाबड़ी को लेकर सख्त हो गई.इसलिए सरकार ऐसे कुओं और बाबड़ी को चिन्हित कर उन्हें बंद कर रहा है.इसके लिए प्रशासनिक अफसरों ने पंचायत स्तर पर अनाउंस करवाकर भूस्वामियों को सूचना दी थी।इसके बाद कुछ जागरूक ग्रामीणों ने तो अपने अनुपयोगी कुओं बोरवेल काे बंद कर दिया था। वहीं लापरवाही बरत रहे लोगों के बोरवेल अफसरों ने सख्ती से बंद करवाए हैं। प्रशासन ने जो सर्वे करवाया है, उसमें 60 अनुपयोगी जलस्राेत चिन्हित किए हैं, जिन्हें बंद करवाया जा रहा है। बुधवार को मोहड पिपरई में भी एक अनुपयोगी कुआं बंद करवाया। यह कुआं दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहा था,यहां पर न तो बाउंड्री थी न यह उपयोगी था। इसके चलते यह लावारिश हालत में पड़ा हुआ था।तहसीलदार दिनेश बारगले ने बताया कि अनुपयोगी बोरवेल बंद करने के लिए सूचना दे दी गई है। इसके बाद भी यदि लापरवाही बरती जाती है ताे संबंधित पर एफआईआर की जाएगी।

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लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन योजनाएं बनाकर स्वीकृत कर रहा है, लेकिन निर्माण एजेंसी की लापरवाही के चलते ये योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं। ऐसे में ग्रामीण अंचल में लोगाें को अब भी लो वाेल्टेज जैसी समस्याओं से परेशान होना पड़ रहा है। यही स्थिति रही तो नवंबर-दिसंबर में भी ग्रामीणों को लो वोल्टेज की समस्या का सामना करना पड़ेगा।उल्लेखनीय है कि दुर्गानगर में बिजली सब स्टेशन 33/11 केवी का स्थापित करने के लिए 4 माह पहले टेंडर पास हो चुका है, लेकिन निर्माण एजेंसी ने अब तक सब स्टेशन का काम शुरू नहीं किया है। इससे किसानों को अगले वर्ष पलेवा, सिंचाई करने की चिंता सताने लगी है, क्योंकि इस बार लो वोल्टेज की समस्या को लेकर कई बार किसानों ने विद्युत सब स्टेशन का घेराव और धरना-प्रदर्शन किया था। बिजली कंपनी द्वारा उक्त सब स्टेशन की स्वीकृति के बाद टेंडर जारी किए। इसका ठेका अग्रवाल ट्रांसमिशन कंपनी को मिला,लेकिन कंपनी लगातार सब स्टेशन को लेकर लापरवाही बरत रही है।किसान सौरभ शर्मा, बाल गिरी गोस्वामी, नर्मदा प्रसाद, जसवंत सिंह, मिहिलाल, गोवर्धन सिंह, जितेंद्र सिंह, राजा बाबू, पंकज गौर, अवधेश सिंह, नीलेश कुमार आदि का कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।इससे इस वर्ष फिर लो वोल्टेज की समस्या से किसानों को दो-चार होना पड़ेगा। यदि समय रहते सब स्टेशन का निर्माण नहीं हुआ तो किसान आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

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सूडान में फंसे भोपाल के कारोबारी जयंत केवलानी वहां से सुरक्षित निकलने के बाद सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंच गए हैं। वे अन्य भारतीयों के जत्थे में शामिल थे। जयंत ने परिजनों को खुद की सेल्फी भी भेजी है। जयंत के सुरक्षित निकलने से परिजन खुश है और भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं। पिता नरेंद्र केवलानी ने बताया कि जयंत गुरुवार को भारत लौट सकते हैं। घर में उनके स्वागत की तैयारियां की जा रही है। सभी परिजन काफी खुश हैं।सूडान में मिलिट्री और पैरामिलिट्री की लड़ाई के बीच सूडान की राजधानी खार्तूम में कई भारतीय फंस गए थे। इनमें भोपाल के 23 साल का युवा कारोबारी जयंत केवलानी भी शामिल थे। जयंत चने और तूअर दाल का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिजनेस करते हैं। वह 20 अप्रैल को वापस लौटने वाले थे। तभी 15 अप्रैल को लड़ाई शुरू हो गई और जयंत फंस गए थे। खार्तूम में वे जहां रह रहे थे, ठीक उसके सामने मिलिट्री कैम्प भी था। जहां बमबारी के चलते वे दहशत में रहे। इधर, भोपाल में परिजन भी काफी चिंतित थे। वे केंद्र और राज्य सरकार से जयंत को सूडान से सुरक्षित बाहर निकालने की मांग कर रहे थे।जानकारी के अनुसार, भारतीय विदेश मंत्रालय ने 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत सूडान में फंसे भारतीयों को बाहर निकाला है। सभी को सूडान पोर्ट से सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचाया गया। वहीं, एयरक्राफ्ट से भी जेद्दाह लाया गया। इन्हें एयरलिफ्ट करके भारत भी लाया जा रहा है।परिजनों ने सरकार से मांग की थी कि जयंत को जल्द सुरक्षित निकालकर भारत लाया जाए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने भी केंद्र सरकार से मांग की थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार प्रयास में लगे थे। सभी के प्रयासों से सूडान में फंसे भारतीयों को बाहर निकाला जा रहा है। भोपाल के जयंत भी सुरक्षित निकल गए।

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मुरैना की कोतवाली थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मौके से गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है तथा बाकी की खोज जारी हैं। दोनों सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार किया है।बता दें, कि कोतवाली थाना पुलिस को खबर लगी कि शहर के मिल एरिया क्षेत्र में कृष्णा ऑनलाइन सेन्टर पर फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते हैं। पुलिस ने वहां ग्राहक बनाकर सादा वर्दी में जब पुलिस को भेजा तो बात सच साबित हुई। पुलिस ने तुरंत छापा मारकर दो लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने दुकान में रखे उनके लैपटॉप व अन्य गैजेट्स को भी अपने कब्जे में ले लिया है।पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से भारी संख्या में आधार कार्ड, वोटर कार्ड, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र व ड्रायविंग लायसेंस जब्त किए हैं। पुलिस ने जब आरोपियों से उनके बारे में पूछा तो उन्होंने कबूल किया कि वे मोटी रकम लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे।पुलिस की गिरफ्त में आने वाले संतोष वर्मा व रघुराज कुशवाहा से पुलिस उनकी गैंग के अन्य साथियों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। साथ ही उन लोगों की भी पूछताछ की जा रही है जिन लोगों के फर्जी दस्तावेज उन्होंने बनवाए हैं।इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने नगर पालिका मुरैना, कलेक्ट्रट सहित अन्य विभागों की पदनाम सील जब्त की हैं। आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि वे फर्जी सील लगाकर दस्तावेज तैयार करते थे।इससे पहले भी यह दोनों आरोपी फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में पकड़े जा चुके हैं। इनको स्टेशन थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस का मानना था कि यह काम इन लोगों ने बंद कर दिया होगा लेकिन बदस्तूर जारी रहा।पुलिस इस बारे में छानबीन कर रही है कि इस गैंग के इंटर स्टेट गैंग से तार जुड़े हैं कि नहीं क्योंकि इससे पहले अंबाह में एक व्यक्ति को पकड़ा गया था जो कि उत्तर प्रदेश के बरेली में संचालित एक गैंग से मिला था तथा उनके लिए फर्जी आधार कार्ड व वोटर कार्ड तैयार करता था।

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मुरैना के जौरा कस्बे में मौजूद किन्नरों के शमशान पर दबंगों ने जबरन कब्जा कर लिया है। जब किन्नर वहां पूजा-पाठ करने जाते हैं तो दबंग उन्हें परेशान करते हैं तथा गालियां देकर भगा देते हैं। दबंगों से परेशान होकर पायल नाक किन्नर एसपी ऑफिस पहुंची और उसने प्रभारी एसपी रायसिंह नरवरिया से कब्रिस्तान को दबंगों से मुक्त कराने की गुहार लगाई है।बता दें, कि मुरैना के जौरा कस्बे में किन्नरों का कब्रिस्तान है जिस पर कुछ दबंगों ने जबरन कब्जा कर लिया है। ये दबंग वहां जाने वाले किन्नरों को परेशान करते हैं तथा उन्हें गालियां देकर भगा देते हैं। इस बात की शिकायत लेकर पायल नामक किन्नर जो कि इस्लामपुरा की गली नंबर-3 में रहती है उसने बताया कि वर्ष 2003 में उनकी गुरु का इन्तकाल हुआ था जिस पर उन्हें उस कब्रिस्तान में दफनाया गया था। खुटियानी गांव निवासी मेघसिंह जाटव व उसकी पत्नी गीता ने उस कब्रिस्तान पर जबरन कब्जा कर लिया है तथा नींव खोदकर मकान बना रहे हैं।पायल किन्नर ने बताया कि पहले मेघसिंह जाटव ने उनके कब्रिस्तान में झोपड़ी डालकर रहना शुरु किया तो उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन अब वह पक्का मकान बनाकर उनके कब्रिस्तान पर जबरन कब्जा कर रहे हैं जिससे वे लोग परेशान हैं।पायल किन्नर ने बताया कि पहले मेघसिंह जाटव ने उनके कब्रिस्तान में झोपड़ी डालकर रहना शुरु किया तो उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन अब वह पक्का मकान बनाकर उनके कब्रिस्तान पर जबरन कब्जा कर रहे हैं जिससे वे लोग परेशान हैं

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इंदौर। शहर के छोटी ग्वालटोली इलाके में मंगलवार देर रात भीषण एक चार मंजिला ऑइल पेंट के गोदाम में भीषण आग लग गई। केमिकल और पेंट होने से आग तेजी से फैली और पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान पेंट के डिब्बे बम की तरह फूटने लगे और उनसे धमाकों की आवाज आने लगी। आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार सुबह आग पर काबू पाया जा सका। प्रारंभिक रूप से आग शार्ट सर्किट से लगाना बताई जा रही है।     घटना छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र के मधुमिलन टाकिज के समीप की है। यहां किबे कंपाउंड में स्थित एशियन ऑइल पेंट के गोदाम में रात करीब 12 बजे आग लगी थी। आसपास के गुजरने वाले लोगों ने गोदाम से धुआं उठता देख पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। बुधवार सुबह तक आग पर काबू पाने के लिए करीब 60 टैंकर पानी और चार हजार लीटर फोम का इस्तेमाल किया जा चुका था, लेकिन चार मंजिला गोदाम में रखे केमिकल भरे ड्रमों में लगातार विस्फोट होने से आग बार-बार भड़क रही थी।   फायर कंट्रोल रूम से प्रभारी शिवनारायण शर्मा ने बताया कि छह दमकल वाहनों के साथ टीम आग बुझाने में रातभर से लगी रही। गोदाम के भीतर थिनर, पेंट्स और अन्य ज्वलनशील केमिकल पदार्थ से जुड़े प्रोडक्ट और ड्रम रखे थे। धमाकों के साथ ड्रमों के फटने से आग बार-बार फैल रही थी। टीम ने सुबह 4 बजे तक जैसे-तैसे भीतर जाकर आग को नियंत्रित किया, लेकिन सुबह साढ़े 6 बजे तीनों मंजिलों में फिर आग भड़क गई। जगह की कमी होने के कारण आग बुझाने में मुश्किलें भी आईं। बुधवार सुबह तक आग बुझाने का काम चलता रहा। विधायक आकाश विजयवर्गीय मौके पर पहुंचे। पानी आसानी से पहुंचाया जा सके, इसके लिए पौकलेन मशीन की व्यवस्था करवाई। इसके बाद करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

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भोपाल। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने तथा वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने से मध्यप्रदेश में बुधवार से फिर आंधी-बारिश का दौर शुरू होने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार मई के पहले सप्ताह तक ऐसा ही मौसम रहेगा। भोपाल-जबलपुर सहित प्रदेश के आधे हिस्से में बारिश हो सकती है, जबकि इंदौर-ग्वालियर में बादल छाए रहेंगे। राजधानी स्थित मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एचएस पांडे का कहना है कि 26 अप्रैल से उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो जाएगा। मध्यप्रदेश में 27 अप्रैल से इसका असर दिखाई देगा। यह 4 मई तक यह एक्टिव रहेगा। इस कारण मई के शुरुआती सप्ताह में भी मौसम बदला हुआ ही रहेगा। प्रदेशभर में बादल छाएंगे और गरज-चमक के साथ बारिश होगी। मौजूद वेदर सिस्टम के प्रभाव के चलते मंगलवार को जबलपुर में तेज बारिश हुई तथा ओले भी गिरे। दमोह और मंडला में भी बूंदाबांदी हुई है। छिंदवाड़ा में देर रात आंधी के साथ पानी गिरा। जिले के जुन्नारदेव, परासिया, न्यूटन, पारडसिंगा और पांढुरना में ओले भी गिरे। पांढुर्ना में तो आंवले के आकार के ओले गिरे। मौसम विभाग द्वारा 29 अप्रैल तक की वेदर रिपोर्ट जारी की गई है। इसके अनुसार बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में 26 से 29 अप्रैल तक कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। इसी अवधि में बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, ग्वालियर, मुरैना और श्योपुरकलां में बादल छाए रहेंगे। 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी और पुरोहितों सहित उनके प्रतिनिधियों के अनाधिकृत प्रवेश पर मंदिर समिति द्वारा रोक लगा दी गयी है। इसके लिये मौखिक समझाइश दी जा चुकी है और 1-2 दिन में अधिकृत पहचान पत्र जारी कर दिये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि महाकालेश्वर मंदिर में बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भगृह से दर्शन कराने के नाम पर ठगी के कई मामले लगातार सामने आये हैं। इनमें महाकाल मंदिर के पुजारी और पुरोहितों के प्रतिनिधियों के अलावा प्रतिनिधियों के एवजी भी कई मामलों में दोषी पाये गये थे। इस तरह के मामले आगे ना हों इसे देखते हुए महाकाल मंदिर समिति ने मंदिर के अधिकृत पुजारी और पुरोहितों के पहचान पत्र जारी करने का निर्णय लिया है। महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी के मुताबिक कलेक्टर के निर्देश पर यह प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि सहायक प्रशासनिक स्तर के पदाधिकारियों ने महाकाल के सभी अधिकृत पुजारी और पुरोहितों को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा उन्हें मौखिक रूप से भी अनाधिकृत प्रतिनिधि और उनके एवजी को मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित किये जाने के बारे में बताया गया। श्री सोनी ने बताया कि आगामी 1-2 दिन में जितने भी अधिकृत पुजारी और पुरोहित हैं उन्हें पहचान पत्र मंदिर समिति की ओर से जारी कर दिये जायेंगे। इन्हें प्रवेश द्वारों पर दिखाकर ही पात्र पुजारी-पुरोहितों को प्रवेश दिया जायेगा। अनाधिकृत पाये गये व्यक्ति के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।

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भोपाल। अप्रैल का महीना बीतने को है, लेकिन लगातार आए आंधी-बारिश के सिस्टम की वजह से प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे नहीं हो पाए। मौसम विभाग का कहना है कि मई के महीने की शुरुआत भी आंधी-बारिश के साथ ही होगी। दो दिन बाद एक नया सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है, जिसका असर 4 मई तक रहेगा। मध्यप्रदेश में मार्च-अप्रैल की तरह ही मई की शुरुआत भी आंधी-बारिश से होगी। 27 अप्रैल से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिसका असर 4 मई तक रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो नए सिस्टम का असर प्रदेश भर में रहेगा। बादल छाएंगे और 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलेगी। इसके साथ ही बारिश भी होगी। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 27 अप्रैल को उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) एक्टिव हो रहा है। इसका मध्यप्रदेश में 27 से 30 अप्रैल और 1 से 4 मई तक असर देखने को मिलेगा। प्रदेशभर में बादलों का दौर रहेगा। वहीं, चमक-गरज के साथ बारिश होगी। आकाशीय बिजली चमकने या गिरने की संभावना रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 25 और 26 अप्रैल को गर्मी का असर बढ़ जाएगा। रीवा संभाग के जिले रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, मौजूदा एक्टिव सिस्टम की वजह से मंगलवार को रीवा संभाग के जिलों समेत टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। राजधानी भोपाल में अगले चार दिन मौसम का मिजाज बदला रहेगा। 25 अप्रैल को कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 26, 27 और 28 अप्रैल को तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है। इससे दिन के तापमान में गिरावट होगी। वहीं, रात में भी गर्मी से राहत मिलेगी।

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भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण अफ्रीका के नर चीता उदय की मौत की वजह सामने आ गई है। शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि उसकी मौत कार्डियक आर्टरी फेल होने (हार्ट अटैक) से हुई। मप्र के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) जेएस चौहान ने मंगलवार इसकी पुष्टि की। उन्होंने को बताया कि जबलपुर वेटरनरी यूनिवर्सिटी की पांच सदस्यीय टीम ने सोमवार को उदय के शव का पोस्टमॉर्टम किया। इसमें साफ हुआ है कि हृदय धमनी में रक्त संचार रुकने के कारण उदय की मौत हुई । यह भी एक प्रकार का हार्ट अटैक है। विस्तृत रिपोर्ट में अन्य कारणों का पता चल सकेगा। वन विभाग ने उदय का ब्लड सैंपल लिया है। उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उदय की मौत को लेकर दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के विशेषज्ञों से भी चर्चा की गई है। उल्लेखनीय है कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में रखा गया है। यहां दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में से एक नर चीता उदय की रविवार शाम मौत हो गई थी। कूनो प्रबंधन के अनुसार सुबह चीता सुस्त दिखा। तुरंत उपचार शुरू किया गया पर शाम चार बजे उसने दम तोड़ दिया। वन विभाग के बयान के मुताबिक रविवार सुबह नौ बजे दैनिक निगरानी दल द्वारा बाड़ा नंबर दो में मौजूद नर चीता उदय को सिर झुकाए सुस्त अवस्था में बैठा पाया गया। करीब जाने पर वह लड़खड़ा कर एवं गर्दन झुका कर चलता मिला। एक दिन पहले वह स्वस्थ पूरी तरह था। उसकी शिथिलता की सूचना वायरलेस द्वारा तत्काल अन्य बाड़ों में चीता की निगरानी कर रहे वन्यप्राणी चिकित्सकों को दी गई। चिकित्सक दल ने तत्काल उसकी जांच की और बीमार घोषित किया। मौके पर मौजूद वन्यप्राणी चिकित्सकों एवं चीता कंजरवेशन फंड के चीता विशेषज्ञ ने उसे ट्रेंकुलाइज (बेहोश) करने की आवश्यकता महसूस की। मुख्य वन संरक्षक व प्रधान मुख्य वन संरक्षक से परामर्श व स्वीकृति के बाद 11 बजे उसे बेहोश कर मौके पर ही उपचार शुरू किया गया। उपचार के दौरान ही शाम लगभग चार बजे उसकी मौत हो गई। इसके पहले 27 मार्च को नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की किडनी की बीमारी से मौत हो चुकी है। साशा की मौत के मामले में कूनो प्रबंधन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया था कि भारत लाए जाने के पहले ही वह बीमारी से ग्रसित थी। तब अधिकारियों ने अन्य सभी चीतों के पूरी तरह स्वस्थ होने का दावा किया था। मगर, एक और चीते की मौत ने अधिकारियों के दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चीता पुनर्स्थापना प्रोजेक्ट के तहत 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आठ और 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका 12 चीते लाए गए थे, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। हालांकि, इस दौरान सियाया मादा चीता ने चार शावकों को जन्म भी दिया है। कूनो में अब 18 चीते और चार शावक बचे हैं। इधर, चीतों को कूनो से शिफ्ट करने के कयास भी लगाए जाने लगे हैं। इसकी वजह यह है कि एक दिन पहले सोमवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने केंद्रीय वन मंत्रालय और टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि चीतों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लिहाजा, चीता एक्शन प्लान के मुताबिक प्लान पर अमल करने की जरूरत है। चीतों के पुनर्वास के लिए चीता एक्शन प्लान बनाया गया था। इसमें चीतों की संख्या में इजाफा होने या प्रभावित होने की स्थिति में उनके विस्थापन की बात भी है। हालांकि, विभागीय सूत्रों का कहना है कि रविवार को वयस्क चीता उदय की मौत के बाद बैठक की गई। इसमें चीतों की मौत और संरक्षण को लेकर मंथन हुआ। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि संरक्षण के मद्देनजर पूर्व चिह्नित स्थानों पर भी कुछ चीतों को शिफ्ट किया जाना चाहिए। कूनो नेशनल पार्क में अधिकतम 22 चीतों को रखा जा सकता है। इसका उल्लेख चीता एक्शन प्लान में किया गया है।

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शासकीय आयुर्वेद औषधालय पिपलगोन द्वारा आंगनवाड़ी सह आरोग्य केंद्र खामलाई में चिकित्सा शिविर लगाया गया। पोषण पखवाड़े के तहत लगाए शिविर में जिला आयुष अधिकारी डॉ. वासुदेव असलकर के मार्गदर्शन में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप गौड़ ने नि:शुल्क आयुर्वेद रोग निदान व निःशुल्क दवाई वितरण की। आंगनवाड़ी में दर्ज बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर कुपोषित बच्चों को क्षीरबला तेल और महामाषदि तेल से अभ्यंग करना बताया गया। साथ ही गर्भवती महिलाएं, धात्री माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उचित व पोषण आहार लेने की सलाह दी।डॉ. गौड़ ने ऋतु अनुसार आहार, विहार, दिनचर्या, ऋतुचर्या, योग, सदव्रत का परिपालन करने को कहा। शिविर में श्वास, काश, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, आमवात, संधिवात, चर्मरोग के भी मरीजों का भी परीक्षण किया गया। शिविर के माध्यम से 57 लोगों का परीक्षण हुआ। इस दौरान ध्रुवराजसिंह मंडलोई, शीला जमरा, रंजना मकवाने, आशा शर्मा, रानू गांगले सहित अन्य मौजूद थे।

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रायसेन में ट्रैफिक पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। कृषि उपज मंडी में इन दिनों किसान अपनी उपज लेकर पहुंच रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस के जवान मंडी में आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रेडियम की पट्‌टी लगा रहे हैं ताकि रात के समय होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके।साथ ही यातायात पुलिस मंडी में आए किसानों और वाहन चालकों के मोबाईल नंबर भी नोट कर रही हैं, जिनकी संख्या अब तक लगभग 1000 से ज्यादा हो गई है। इन नंबरों से यातायात पुलिस विभाग द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप मनाएगा और अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से नंबर जोड़े जाएंगे, फिर इन व्हाट्सएप ग्रुप पर यातायात नियमों के पालन करने संबंधित सामग्री पोस्ट की जाएगी, जिससे दूर-दूर के लोग इन ग्रुपों में जुड़े रहेंगे जो रोज घर बैठे ही अपने मोबाइल पर यातायात नियमों को देखकर उनका पालन करेंगे। यह अभियान यातायात पुलिस द्वारा लगभग माह चलाया जा रहा है।यातायात प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि इन दोनों कृषि उपज मंडी सहित आसपास बड़ी संख्या में गांव गांव से किसान अपनी उपज लेकर पहुंच रहे हैं, जिनकी ट्रैक्टर ट्राली ऊपर रेडियम पट्टी तो लगाई जा रही है, साथ में उनका नंबर भी नोट किया जा रहा है, जिससे आगामी दिनों में व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इन लोगों को यातायात नियम का पालन करने संबंधित सामग्री इन ग्रुपों में पोस्ट की जाएगी, जिससे दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है, क्योंकि कई ऐसे लोग हैं, जो कॉफी दूर से आते हैं, वहां तक पहुंचना असंभव है, ऐसे में इन लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ही यातायात नियमों का पालन करने की समझाइश दी जाएगी।

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हरदा। हरदा जिले के ग्राम रुपी परेटिया में सोमवार दोपहर अजनाल नदी में नहाने गए दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। साथ में नहा रहे दो अन्य बच्चों ने इसकी जानकारी आसपास मौजूद लाेगों को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने दोनों बच्चों को बाहर निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच उपरांत दोनाें बच्चों को मृत घोषित कर दिया। इससे पहले रविवार को ग्राम बिछोला में अजनाल नदी में ही तीन किशोरों की डूबने से मौत हो गई थी। पिछले दो दिनों पांच बच्चों की अजनाल नदी में डूबने से मौत हो गई। घटना के बाद से ही गांव में मातम छा गया है। इधर पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। जानकारी अनुसार सदानी कम्पाउंड में रहने वाला दुर्गेश पुत्र संतोष पाटनकर (14) घर में मोबाइल गेम खेल रहा था। इसी दौरान पास ही जोशी कॉलोनी में रहने वाला उसका दोस्त अरबाज आ गया। दोनों मोबाइल चला रहे थे। तभी वे घर से निकलकर करीब 5 किलोमीटर दूर रुपी परेटिया गांव पहुंच गए। यहां वे अजनाल नदी के घाट पर अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिल कर नदी में नहाने चले गए थे। चारों करीब एक घंटे तक पानी में नहाते रहे। इसी दौरान दुर्गेश और अरबाज गहरे पानी में चले गए। जब उन्हें डूबते देखा तो पास में नहा रहे दोनों बच्चों ने लोगों को बुलाया। बच्चों की आवाज सुनकर वहां मौजूद लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। इस दौरान गांव वालों ने दोनों बच्चों को बाहर निकाल लिया और 108 एंबुलेंस को सूचना दी। उन्हें अस्पताल लाया गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सिविल लाइन थाना हरदा में पदस्थ एसआई एसएल मालवीय ने बताया कि डायल 100 के माध्यम से 2 बच्चों को लाया गया था। उनकी डूबने से मौत हो गई। जानकारी मिली है कि नदी में नहाते समय घटना हुई है। जांच की जा रही है। दोनों बच्चों की मौत के बाद ही गांव में मातम का माहौल है। उनके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि मृतक बच्चे दुर्गेश के पिता संतोष पाटनकर का 8 माह पहले ही निधन हुआ था। वह 3 भाई बहनों में सबसे छोटा था। जबकि अरबाज के पिता आरिफ बेल्डिंग कार्य करते हैं। 10 वर्षीय अरबाज 2 भाई बहनों से सबसे छोटा था।

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कहते हैं रक्त दान महादान होता है.और जो अपना रक्त दान करता है.देश में करोड़ो लोग रक्तदान करते हैं. और लाभ कमाते है.इसी कड़ी में  निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन ब्रांच बालाघाट के सदस्यों ने रविवार को बाबा गुरबचन सिंह की याद में 200 यूनिट से ज्यादा रक्तदान किया। 12वां विश्व रक्तदान शिविर के आयोजन को लेकर जिला संयोजक प्रकाश खटवानी ने बताया कि प्रतिवर्ष 24 अप्रैल को मानव एकता दिवस मनाया जाता है, चूंकि 23 अप्रैल को रविवार के कारण आज मानव एकता दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।उन्होंने बताया कि 1986 में गठित चेरिटेबल ट्रस्ट अब तक पूरे देश में 7585 रक्तदान शिविरों के माध्यम से पीड़ित मानवता के सेवार्थ 12 लाख 47 हजार 367 यूनिट रक्तदान कर चुका है। उन्होंने बताया कि संत निरंकारी मंडल द्वारा 23 अप्रैल को आयोजित किए शिविर में बड़ी संख्या में रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।

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सिवनी में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन प्रारंभ किया गया है। जहां कलश शोभायात्रा निकाली गई। कथा वाचन व्यास पीठ श्री शैलेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी की ओर से किया जाएगा। श्रीमद भागवत महोत्सव का शुभारंभ महामाया मंदिर भैरोगंज से यश लॉन परतापुर रोड तक पांच सौ एक कलश की शोभायात्रा के साथ हुआ। कलश शोभायात्रा महामाया मंदिर से अम्बिका चोंक ,सोमवारी चोंक होते हुए परतापुर रोड से आयोजन स्थल पहुंची।इस शोभायात्रा में सैकड़ों महिलाओं ने कलश रखा। शोभायात्रा में घोड़े, बैंड बाजे, आतिशबाजी, डी जे के साथ निकाली गई। जिसमें सभी सामाजिक बंधुओं में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। वृंदावन धाम से पधारे कथा व्यास पीठ श्री शैलेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने उपस्थित रहकर सभी को शुभाशीष दिया।शोभायात्रा में कुर्मी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष गोपाल सनोडिया, मुख्य यजमान खुमान सिंह लामटा, मंगल पटेल हिनोतिया, ज्ञान चंद सनोडिया, मोहन सिंह चंदेल,ददुआ पटेल, घनश्याम पटेल,जीवन लाल सनोडिया, शिव सनोडिया,मोहन लाल सनोडिया, कपिल सनोडिया, रमेश सनोडिया, मेहताब सनोडिया, बद्री सनोडिया, हीरालाल सनोदिया रामसिंह सनोडीया जितेंद्र सनोडीया राजू सनोडिया, चंचल सनोडिया, दादूराम सनोडीया बंडोल, कमलेश सनोदिया लामा ज्योति, आशा चंदेल, ज्योति सनोडीया, रुकमणी बाई, सरिता एवं बड़ी संख्या में समाज के महिला-पुरुष उपस्थित रहे।  

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अक्सर आपने कबाड़ से लोगों को करिश्मा करते हुए देखा होगा। आज भी हम ऐसे ही वेस्ट से बेस्ट बनाने की ही कहानी बताने जा रहे है।  निगम कबाड़ हों चुकी बस को कबाड़ियों को बेचने की जगह अब उसका उपयोग कुछ इस तरह से कर रहीं है कि पूरे प्रदेश में यह मिसाल बन रहीं है। जबलपुर में चलने चलने वाली करीब 40 मेट्रो बस जो कि कबाड़ हों चुकी है, उन बसों को कुछ इस तरह से बनाया जा रहा है जिसे देखकर लोग कहेंगे वाह...क्या बात है। जबलपुर नगर निगम कबाड़ बसों को नया लुक देकर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, बर्तन बैंक, कपड़ा बैंक, बुक लाइब्रेरी , क्लास रूम सहित रेनबसेरा बनाने की तैयारी कर रहा है। नगर निगम ने पायलट प्रोजेक्ट रूप में दो कबाड़ बस को नया रूप देकर तैयार कर लिया है, और जल्द ही अन्य कबाड़ बसों को नया रूप दिया जाएगा।कबाड़ बसों का नया रूप देने का आइडिया नगर निगम कमिश्नर स्वप्निल वानखेड़े का है। जिन्होंने कि खराब हों चुकी बसों को कबाड़ में ना बेचकर इनका कुछ हटकर उपयोग कर रहें है। जबलपुर नगर निगम ने बस के इंजन और गेयर बॉक्स को तो बेच दिया पर बस की बॉडी से अलग-अलग चीजें तैयार करवा रहे हैं। दरअसल कबाड़ बसों का नया रूप देने का आइडिया नगर निगम कमिश्नर को तब आया जब वह हाल ही में नर्मदा नदी ग्वारीघाट गए थे, उन्होंने देखा कि स्नान के बाद महिलाओं के लिए कपड़े चेंजिंग की व्यवस्था नही है, ऐसे में अगर बिल्डिंग बनाई जाती है तो बहुत पैसा लगेगा, उन्होंने सोचा कि क्यों ना बिल्डिंग की जगह कबाड़ बसों में ही महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बना दिया जाए।जबलपुर महापौर जगत बहादुर अन्नू को निगम कमिश्नर स्वप्निल वानखेड़े की सलाह पसंद आई, इतना ही नही नेता प्रतिपक्ष ने भी इसमें हामी भर दी। इसके बाद 40 कबाड़ हो चुकी बस को नया रूप-रंग देने की तैयारी शुरू हों गई। शुरुआती दौर में नगर निगम ने दो बसें पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तैयार की है, जिसमें एक बस में महिलाओं का चेंजिंग रूम है, और दूसरी बस में रेनबसेरा बनाया गया है, खास बात यह है कि यह बस मूव करने वाली होगी जिन्हें कि ट्रेक्टर की मदद से यहां से वहां लाया ले जाया सकता है।जबलपुर नगर निगम ने साल 2013 में करीब 20 करोड़ से ज्यादा की डेढ़ सौ बसों को खरीदा था। 10 साल तक सड़कों पर चलने के बाद बसों ने रखरखाव के अभाव के चलते दम तोड़ दिया, अब जबलपुर के आईएसबीटी बस स्टैंड, तीन पत्ती बस स्टैंड और आगा चौक में खड़ी मेट्रो बसों को जब नीलम करने के लिए टेंडर जारी किया तो बहुत ही कम पैसे दिए जा रहें थे। निगम कमिश्नर ने खराब हुई बसों के इंजन और गियर बॉक्स बेच दिए पर बॉडी और सीट अपने पास रख ली। खराब बसों को अब जबलपुर नगर निगम अलग रूप दे रहा है। खतरा बसों को रंग रोगन कर इसमें अब महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, रेनबसेरा तैयार किया जा रहा है। इन बसों की खासियत यह है कि यह बस पूरी तरह मूव करने वाली होगी। नगर निगम जबलपुर आने वाले समय में 100 खराब हो चुकी बसों को इसी तरह से नया रूप देगा। अभी 40 बसों को नया रूप दिया जा रहा है, इसके बाद 2024 में बाकी बची हुई 60 बसों का भी रूप बदला जाएगा।जबलपुर नगर निगम ने बीते दिनों मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह के अवसर पर चैंजिंग रूम के तौर पर रेनोवेट की गई बसों को उपयोग किया गया। पहले चरण में एक दर्जन से अधिक कबाड हो चूकी बसों को चेंजिंग रूम तथा चलित रैन बसेरा के रूप में विकसित किया जाएगा। इस काम के लिए एक माह की समय सीमा निर्धारित की गई है। मेले, सार्वजनिक आयोजनों तथा नर्मदा तटों पर महिलाओं के लिए चैंजिंग रूम के तौर पर इनका उपयोग किया जाएगा। आसमान के नीचे रहने वालों की सुविधाओं के लिए भी चलित रैन बसेरा के रूप में कबाड़ बसों को विकसित किया जाएगा।      

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भोपाल। आसमान में रविवार की शाम अद्भुत नजारा देखने को मिला। इस दौरान दो चमकते खगोलीय पिंडों की जोड़ी ने सबका मन मोह लिया। शुक्ल पक्ष तीज का हंसियाकार चंद्रमा और चमकता शुक्र ग्रह एक-दूसरे से मेल मुलाकात करते नजर आए। यानी आसमान में चंद्रमा ने चमकते शुक्र के साथ जोड़ी बनाई।   भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि आज मून और वीनस के बीच एक डिग्री से कुछ अधिक का ही अंतर दिख रहा था। रविवार शाम को सूर्यास्त के बाद जैसे-जैसे आकाश की लालिमा कम होती गई, इस जोड़ी की चमक बढ़ती दिखने लगी। ये दोनों वृषभ तारामंडल के सामने थे।     सारिका ने बताया कि इस खगोलीय घटना को अर्थशाइन कहते हैं। इसमें चंद्रमा हंसियाकार होते हुये भी पूरे गोलाकार दिखने का आभास करा रहा था। इस घटना के समय सूरज की रोशनी पृथ्वी की सतह से परावर्तित हो रही थी और चंद्रमा के अंधेरे वाले भाग को रोशन कर रही थी। इस तरह चंद्रमा का चमकदार भाग तो सूरज की किरणों से चमक रहा था, लेकिन अंधेरे वाला भाग उस सूर्य प्रकाश से हल्की चमक के साथ दिख रहा था जो कि पृथ्वी से टकराकर चंद्रमा पर पहुंचा था। ऐसा लग रहा था मानो चंद्रमा ने पृथ्वी से चमक मांगकर वीनस के साथ जोड़ी बनाई हो।     विद्याविज्ञान के अंतर्गत टेलिस्कोप से चंद्रमा की कलाओं को दिखाते हुए सारिका ने बताया कि इनमें से वीनस तो पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ 52 लाख किमी दूर था तो चंद्रमा मात्र 3 लाख 90 हजार 700 किमी था। लेकिन उनका पृथ्वी से दिखने वाला कोण इस प्रकार का था कि वे मिलते से दिख रहे थे। इनमें से वीनस माइनस 4.12 मैग्नीट्यूड से और चंद्रमा माइनस 10.3 मैग्नीट्यूड चमक रहा था। अनेक स्थानों पर इस मिलन को देखा गया लेकिन कुछ स्थानों पर कुछ समय बाद में बादल बाधा बनें।     सारिका ने बताया कि जोड़ी बनाते ये खगोलीय पिंड मिलते से देखे जाने के लगभग 2 घंटे 50 मिनट बाद साथ ही डूब गये।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आज (23 अप्रैल) की शाम बड़ी रोचक होने जा रही है। पश्चिम आकाश में शाम को अद्भुत खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा। दरअसल, सूरज के डूबते ही दो खगोलीय पिंडों की चमचमाती जोड़ी आपका ध्यान आकर्षित करेगी।     भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि आज शाम आकाशमंडल का सबसे चमकदार ग्रह वीनस (शुक्र) की हंसियाकार (मुस्कराते हुए) चंद्रमा के साथ जोड़ी दिखने जा रही है। पिछले महीने दिखी जोड़ी में वीनस चंद्रमा के नीचे था, लेकिन इस बार वीनस चंद्रमा के बगल में होगा।   सारिका ने बताया कि इस अद्भुत खगोलीय घटना में एक खास बात यह होगी कि चंद्रमा हंसियाकार होते हुए भी पूरे गोलाकार दिखने का आभास कराएगा। इसमें लगभग 11 प्रतिशत चमकदार भाग के अलावा चंद्रमा का बाकी भाग भी हल्के प्रकाश के साथ दिखेगा।   उन्होंने बताया कि खगोल विज्ञान में इसे अर्थशाईन कहते हैं। इस घटना को लियोनार्डो द विंची चमक (Da Vinci glow) भी कहा जाता है। लियोनार्डो द विंची ने पहली बार स्केच के साथ 1510 के आसपास अर्थशाईन की अवधारणा को रखा था।   सारिका ने बताया कि अर्थशाईन तब होता है, जब सूरज की रोशनी पृथ्वी की सतह से परावर्तित होती है और चंद्रमा की सतह के अंधेरे वाले भाग को भी रोशन करती है। रविवार शाम को जब आप चंद्रमा को देखें तो याद रखें कि उसे चमकाने में उस पृथ्वी का भी योगदान है, जिस पर आप खड़े हैं।   सारिका ने बताया कि विदेशों में इस खगोलीय घटना को अशेन ग्लो (ashen glow) या नये चंद्रमा की बांहों में पुराना चंद्रमा ( the old Moon in the new Moon's arms) भी नाम दिया जा रहा है। अगर बादल बाधा न बने तो शाम को इस जोड़ी को निहारने के लिए कुछ पल अवश्य निकालें।

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भोपाल। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव बारिश-आंधी के सिस्टम की वजह से गर्मी के तेवर नरम हो गए हैं। भोपाल समेत कई शहरों में दिन और रात के तापमान में 5 डिग्री तक की कमी आई है। इधर, मौसम विभाग ने रविवार को भी भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत कई शहर में हल्की बूंदाबांदी के आसार जताए हैं। मौसम वैज्ञानिक एच.एन. साहू के अनुसार नार्थ वेस्ट एमपी के ऊपर चक्रवात और एक ट्रफ लाइन नार्थ वेस्ट एमपी से साउथ तमिलनाडु से गुजर रही है। इस कारण प्रदेश में बारिश हो रही है। 29-30 अप्रैल को फिर से पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो सकता है। इससे प्रदेश में मौसम फिर बदल जाएगा। इससे मई के पहले सप्ताह से ही गर्मी बढ़ेगी। बीते 24 घंटों में मलाजखंड में 12.9, सिवनी में 2.0, छिंदवाड़ा में 0.2 मिमी बारिश हुई। भोपाल, सागर, मंडला में भी बूंदाबांदी हुई। आंधी-बारिश के प्रभाव से मध्यप्रदेश के कई जिलों में शनिवार रात का तापमान 20 डिग्री या इससे कम रहा। सबसे कम तापमान मलाजखंड (बालाघाट) में 15.9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। पचमढ़ी में यह 18.2 डिग्री रहा। रीवा में 18.6, बैतूल और छिंदवाड़ा में 19.2, खंडवा में 19.4, धार में 19.6, खजुराहो और सिवनी में न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। रतलाम में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रिकॉर्ट हुआ, प्रदेश के बाकी जिलों में तापमान 24 डिग्री से नीचे रहा। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को भोपाल, जबलपुर, शहडोल संभाग समेत धार, इंदौर, खरगोन, शाजापुर, सिंगरौली, सागर, सीधी, दमोह, देवास और आगर में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, मुरैना, गुना, भिंड, अशोकनगर, अनूपपुर, सीधी, मंडला, टीकमगढ़, डिंडोरी, बालाघाट और सिवनी में भी मौसम बदला हुआ रहेगा।वहीं, सोमवार को नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है।

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भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर स्थित पर्यटन स्थल कर्क रेखा स्मारक इन दिनों लोगों के लिए सेल्फी प्वाइंट का केंद्र बना हुआ है। 21 जून को हर साल दोपहर 12 बजे यहां पर व्यक्ति को अपनी परछाई भी नहीं दिखती । ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कर्क रेखा स्थल पर 21 जून को दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें 90 डिग्री लंबवत पडऩे के कारण खड़े व्यक्ति की परछाई ही नहीं बनती, इसलिए कर्क रेखा क्षेत्र को नो शैडो जोन भी कहा जाता है। जिस कर्क रेखा को हमने बचपन से भूगोल में पड़ा है और ग्लोब पर जिसे देखा है उस स्थान पर ठहरना अपने आप में एक सुखद अनुभूति है। कर्क रेखा मध्यप्रदेश में भोपाल से 25 किलोमीटर दूर उत्तर से निकलती है।जहां से यह गुजरती है वह स्थान भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे.18 पर रायसेन जिले के दीवानगंज के पास स्थित है। कर्क रेखा को चिन्हांकित करने के लिए उस स्थल पर राजस्थानी पत्थरों से चबूतरानुमा स्मारक बनाया गया है। यह स्थान रायसेन जिले का सबसे आकर्षक सेल्फी पाइंट है। यहां से निकलने वाला प्रत्येक व्यक्ति सेल्फी लिए बिना आगे नहीं बढ़ता।अब इस सेल्फी पाइंट जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने लगा है, इसकी देखरेख न होने के कारण इसके लाल दिखने वाले पत्थर भी बारिश में काले से पड़ने लगे हैंकर्कर ेखा पर बना चौतरा कई जगह से उखाड़ने लगा है। कर्करेखा उत्तरी गोलार्ध में भूमध्य रेखा के समानान्तर 2& डिग्री 26'22 छ ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की और खींची गई एक काल्पनिक रेखा है।यह रेखा पृथ्वी पर उन पांच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक है जो पृथ्वी के मानचित्र पर प्रदर्शित की जाती हैं।कर्क रेखा पृथ्वी की उत्तरीय अक्षांश रेखा हैं जिस पर सूर्य दोपहर के समय लंबवत होता है। 21 जून को जब सूर्य इस रेखा के एकदम ऊपर होता है उत्तरी गोलार्ध में वह दिन सबसे लंबा व रात सबसे छोटी होती है। यहां इस दिन सबसे अधिक गर्मी स्थानीय मौसम को छोड़कर होती है।                                                                                                                                                                                                                            

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भोपाल लगातार स्वच्छता सर्वेक्षण में पीछे आ रहा है.अब नगरपालिका और नगरपरिषदों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 पर फोकस करने के लिए कहा गया है। इससे पहले नपा में सिर्फ डाक्यूमेंटेशन का काम ही किया गया है। अब जबकि सर्वेक्षण की यह चौथी तिमाही है तो शासन और प्रशासन इस पर फोकस करने लगे हैं, लेकिन शहर में इसको लेकर अभी कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। अशोक नगर मोहल्ले में खाली प्लाटों में ट्रेंचिंग ग्राउंड की तरह कचरा पटा पड़ा है, जबकि घर-घर से कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों की संख्या 10 की जगह 14 हो गई है।शहर में प्रतिदिन 8 से 10 टन कचरा निकलता है, लेकिन ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरे का निपटान नहीं हो रहा है। इससे वहां 25 हजार टन से अधिक कचरा जमा हो गया है। कचरे का उचित निपटान न होने से 2022 में नगरपालिका को वेस्ट जोन में अपनी आबादी वाले समूह में राष्ट्रीय स्तर पर 131 और राज्य स्तर पर 50 वीं रैंक मिली थी। इस बार नगरपालिका राज्य स्तर पर 20 तक रैंक लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।इधर शुक्रवार को जिले भर के सीएमओ के साथ बैठक में कलेक्टर अरविंद दुबे ने स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैंक लाने के लिए माइक्रो लेवल पर काम करने के लिए कहा है। इससे स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में रैंकों में सुधार लाया जा सके।  

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भिंड के मौ थाना क्षेत्र मुस्लिम परिवार द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस परिवार द्वारा नगर में कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस कलश यात्रा में हिंदू-मुस्लिम समाज के लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस तरह का आयोजन मौ क्षेत्र में पहली बार हो रहा है। जहां हिंदू मुस्लिम, दोनों समुदाय श्रीमदभागवत कथा में एक साथ शामिल हो रहे हो और जिसका मुख्य यजमान मुस्लिम परिवार बना हो।दरअसल मौ के गांधी मार्केट में रहने वाले आजाद खां, जागा सरकार श्री हनुमान जी के भक्त है। वो पिछले पंद्रह साल से जागा सरकार हनुमान मंदिर पर पूजा अर्चना करता आ रहा है। इस परिवार के सदस्य के लोगों ने हनुमान मंदिर में विकास में हिस्सा लेता आता है। लंबे समय से आजाद खां की इच्छा थी कि हनुमान जी के मंदिर पर श्रीमद्भागतव कथा का आयोजन कराया जाए। इसके तहत आजाद खां द्वारा मंदिर के सभी श्रद्धालुओं से मिलकर बैठक की और श्रीमद्भागवत कथा कराए जाने का निर्णय लिया। इसके बाद श्रीमदभागवत कथा वाचन के लिए वृंदावन धाम के पंडित सुनील कृष्ण शास्त्री से संपर्क किया और कथा वाचन के लिए श्री नारियल सुपुर्द किया। श्रीमदभागवत पुराण की कथा वर्णन 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक किया जाएगा।15 साल पहले जागे सरकार हनुमान से जुडा है। आजाद खां का कहना है कि करीब पंद्रह साल पहले मैं जागा सरकार हनुमान मंदिर पर गया था, तब से जीवन में कई बदलाव आए है। हनुमानजी की कृपा से बहुत कुछ पाया है। आजाद का कहना है कि मैं नमाज भी अता करता हूं और हनुमान जी की पूजा अर्चना करता हूं। रमजान में रोज रखे और पूजा अर्चना भी की। ईद की सुबह नमाज अता की। नौ बजे नमाज से फ्री होने के बाद कलश यात्रा की तैयारी शुरू कर दी थी। कलश यात्रा दोपहर के समय निकाली गई है। इस कलश यात्रा में नगर के हर वर्ग के व्यक्ति ने हिस्सा लिया है। कलश यात्रा में आजाद अपनी पत्नी और सात बेटियों के साथ शामिल हुआ है। इस धार्मिक आयोजन में नगर के हिंदू व मुस्लिम वर्ग के लोगों के बढ़चढ़कर हिस्सा लेकर एकता की मिसाइल पेश की है।                                                                                                                                                                                                                                                                              

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ग्राम पंचायत अंबाड़ी के गांव बांसिया में नल जल योजना के तहत 6 महीने पहले ही पाइप लाइन बिछा दी गई है, लेकिन अभी तक लाइन चालू नहीं हो पाई है।इसके चलते ग्रामीणों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में दो हैंडपंप हैं लेकिन दोनों ही हैंडपंप में पानी नहीं है।दो किमी दूर से महिलाओं पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि नल-जल योजना के तहत जो लाइन 6 महीने पहले बिछाई गई थी, वह लाइन अभी तक चालू ही नहीं की गई है। जब भी लाइन चालू करवाने सरपंच-सचिव से कहते हैं तो सिर्फ अाश्वासन ही दिया जाता है। ऐसे कहते हुए 6 महीने गुजर गए। असर पावर सालूशन प्राइवेट लिमिटेड भोपाल द्वारा बांसिया गांव में नल जल योजना के तहत लाइन डाली गई है।सुपरवाइजर हरिनारायण कुशवाह ने बताया कि बांसिया गांव में बिजली की समस्या होने के कारण अभी तक नल जल योजना चालू नहीं की गई है। लाइनमैन से बात हो गई है शनिवार दोपहर 12 बजे तक लाइन चालू कर दी जाएगी। वहीं सरपंच कुंती रमेश अहिरवार ने बताया कि बांसिया गांव में बिजली की समस्या होने के कारण लाइन चालू नहीं हो पाई है।ट्रांसफार्मर में फेस तो आ रहे हैं लेकिन अर्थ नहीं आ रहा है। इस कारण नल-जल योजना के तहत डाली गई पाइप लाइन की मोटर चालू नहीं हो पाई है। जल्द लाइन चालू करवाईजाएगी।

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देशभर अक्षय तृतीया के खास मौके पर परशुराम जयंती मनाई जा रही है.मध्य प्रदेश के हर जिले में भी भगवान विष्णु के छटवें अवतार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। भगवान परशुराम का गहरा संबंध चंबल संभाग से होने का दावा किया जाता है। भिंड जिले के मौ कस्बे से नौ किलोमीटर दूर जमदारा गांव का नाम भगवान परशुराम के पिता जम्दगिनी ऋषि पर है। स्थानीय लोगों का मत है कि भगवान परशुराम का यही जन्म स्थली है। यहां उनकी मां रेणुका और पिता जम्दगिनी तपस्या किया करते है। गांव में एक मंदिर है जहां भगवान परशुराम की प्राचीन मूर्ति है। वहीं मंदिर के आंगन में प्राचीन शिवलिंग है। साथ ही एक जगह लंबी आकृति बनी हुई है जिसे मां के सिर काटने के दौरान जो खून जमीन पर गिरा था उसे अविशेष के तौर पर लोग बताते है।त्रेता युग से पहले का मंदिर के स्थान को होने का दावा करते है। गांव के लोगों का मत है कि भगवान परशुराम के पिता जम्दगिनी ऋषि और माता रेणुका यहां निवास करते थे। वे यहां से जंगल के रास्ते स्योड़ा में स्थित सिंध नदी के सनकुआं घाट पर स्नान करने के लिए जाया करते थे। ऐसी किविंदिति है कि एक बार मां रेणुका आते समय लेट हो गईं। जंगल में कुछ जानवर एकांत में क्रीड़ा व्यवहार कर रहे थे। ये देख मां रेणुका उनके व्यवहार की ओर आकर्षित हुई।जब वो देरी से आश्रम पहुंची तो त्रिकाल दर्शी जम्दगिनी ऋषि ने मां रेणुका के चेहरे को देख उनकी मनोदशा को समझ गए। मां रेणुका को उनके इस बरताव से दोष मुक्त करना चाहते थे। कहा जाता है कि जम्दगिनी ऋषि के पांच पुत्र थे, जिनमें सबसे छोटे पुत्र भगवान परशुराम थे। ऋषि जम्दगिनी ने अपने पांच पुत्रों को बुलाया और अपनी मां को सिर धड़ से अलग करने का आदेश सबसे बड़े पुत्र रुक्मवान को दिया, इस पर उन्होंने मां का वध करने मना कर दिया। इसी तरह से दूसरे पुत्र सुषेणु, तीसरे पुत्र वसु और चौथे पुत्र विश्वावसु ने भी कर दिया। इसके बाद पांचवें पुत्र परशुराम से कहा तो उन्होंने फरसे से मां का गला का दिया। तभी ऋषि जम्दगिनी ने चारों पुत्रों को पिता का आदेश पालन न करने पर स्मण शक्ति नष्ट होने और भगवान परशुराम को आशीर्वाद के तौर पर वरदान मांगने को कहा। इस पर परशुराम भगवान ने अपने पिता से तीन वरदान मांगे। पहला मां का सिर पुन: जुड़ जाए और मां जिंदा हो जाएं। दूसरा वरदान में सभी भाइयों की स्मरण शक्ति लौट आए। तीसरी का वरदात स्वयं के लिए अजय होने का मांगा।  

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पूरे देश में आज खुशी और हर्षोल्लास से ईद मनाई गई। इसी कड़ी में इटारसी में इस पाक मौके पर ईद मनाई गई.मुस्लिम समाज के लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। ईद उल फितर कि नमाज शहर की मस्जिदों में हुई। इस दौरान शहर की मस्जिदों में देश में अमन और शांति की दुआ भी मांगी। आज 22 अप्रैल शनिवार को देशभर में ईद मनाई जा रही है।इसे ईद-उल-फितर या मीठी ईद भी कहते हैं। तौसीफ खान ने बताया कि पाक माह रमजान के आखिर में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाते हैं. इसके साथ ही रोजा और रमजान माह खत्म हो जाता है। ईदगाह में सुबह करीब छह बजे से ही जुटने लगे थे। जहां पहले आपस में एक-दूसरे के गले मिले तो फिर सिर झुकाकर नमाज अता की।इस दौरान बच्चों से लेकर बजुर्ग भी ईदगाह में पहुंचे और एक दूसरे को बधाई देते रहे। ताज खान ने बताया कि शहर के ईदगाह मस्जिद लकड़गंज में सुबह 7:30 बजे नमाज अदा की गई। 8:30 बजे ईदगाह मस्जिद नाला मोहल्ले में नमाज पढ़ी गई।इस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने ईदगाह में पहुंचकर अमन और चैन की दुआ मांगी। आज दिनभर एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देने का सिलसिला शहर में देखा जा रहा है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 107 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 91 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 346 हो गई है। वहीं, राज्य में कोरोना से एक मरीज की मौत भी हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी। एक दिन पहले राज्य में कोरोना के 67 नए मामले सामने आए थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेशभर में 1405 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 107 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि 1298 सेम्पल निगेटिव पाए गए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 7.6 रहा। नए मामलों में भोपाल में 44, राजगढ़ में 21, इंदौर और ग्वालियर में 14-14, आगर मालवा व उज्जैन में 4, सीहोर में 3 तथा दतिया, हरदा और सिंगरौली में एक-एक मरीज संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, खुशी की बात है कि राज्य के 37 जिले अब भी पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। इन जिलों में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   प्रदेश में अब तक कुल 3 करोड़ 3 लाख 16 हजार 462 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,55,904 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इनमें 10,44,777 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 91 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 331 से बढ़कर 346 हो गई। वहीं, राज्य में कोरोना से एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। मृतक इंदौर जिले का निवासी था। इसके बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 10,781 हो गई है।

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भोपाल। अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह में भी प्रदेश में बदला हुआ है। शनिवार सुबह राजधानी भोपाल और विदिशा में बूंदाबांदी तथा बारिश हुई। वहीं, मौसम विभाग ने शनिवार को वर्तमान वेदर सिस्टम के असर से भिंड-मुरैना समेत 12 जिलों में हल्की बारिश-आंधी के आसार बताए हैं। मौसम वैज्ञानिक एस.एन.साहू और अशफाक हुसैन ने बताया कि चक्रवात के एक्टिव होने और ट्रफ लाइन के गुजरने की वजह से प्रदेश के मौसम में बदलाव हुआ है। 29-30 अप्रैल को फिर से पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने का अनुमान है। इससे प्रदेश में मौसम फिर बदल जाएगा। मौजूदा सिस्टम 25 अप्रैल तक एक्टिव रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार वर्तमान मौसम प्रणाली के कारण शनिवार को मुरैना, गुना, भिंड, अशोकनगर, अनूपपुर, सीधी, मंडला, टीकमगढ़, सिंगरौली, डिंडोरी, बालाघाट और सिवनी में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होगी। इन जिलों में कहीं-कहीं 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने या चमकने के भी आसार हैं। भोपाल में अगले दो दिन यानी 22 और 23 अप्रैल को मौसम साफ रहेगा। 24 और 25 अप्रैल को जरूर बादल छा सकते हैं। मौसम विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार 23 अप्रैल को मुरैना, गुना, भिंड, अशोकनगर, अनूपपुर, सीधी, मंडला, टीकमगढ़, सिंगरौली, डिंडोरी, बालाघाट, सिवनी, रीवा, सतना में मौसम बदला हुआ रहेगा तथा आंधी बारिश हो सकती है। वहीं, 24 अप्रैल को नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी-बारिश के आसार हैं।

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उज्जैन। ज्योतिष शास्त्र में कई अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। चांडाल योग भी इनमें से एक है। ये अशुभ योग शनिवार (22 अप्रैल) से शुरू हो गया है, जो 6 महीने से अधिक समय तक रहेगा। इस अशुभ योग का असर देश-दुनिया के साथ-साथ कुछ विशेष राशियों पर भी दिखाई देगा।   कैसे बनता है चांडाल योग ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु एक शुभ ग्रह है और राहु क्रूर ग्रह। ये दोनों ग्रह एक-दूसरे से शत्रुता रखते हैं। जब ये दोनों ग्रह एक ही राशि में आ जाते हैं तो चांडाल योग बनता है, जिसे बहुत ही अशुभ माना जाता है। जिस राशि में ये योग बनता है, सबसे ज्यादा तकलीफ उसी राशि के लोगों को होती है। कुछ अन्य राशियों पर भी इसका अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है।   कब से कब तक रहेगा ये अशुभ योग उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. हरिहर पंड्या के अनुसार, 22 अप्रैल को गुरु ग्रह स्वराशि मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से राहु स्थित है। जैसे ही मेष राशि में राहु और गुरु ग्रह की युति बनेगी, चांडाल योग का अशुभ प्रभाव शुरू हो जाएगा। 30 अक्टूबर को जब राहु मेष से निकलकर मीन राशि में आएगा, तब ये अशुभ योग समाप्त होगा।   किन राशियों पर होगा इसका अशुभ प्रभाव चांडाल योग का सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव मेष, मिथुन और धनु राशि के लोगों पर होगा। जिसके चलते इन राशि वालों की परेशानियां बढ़ सकती हैं। सेहत खराब हो सकती है। धन हानि के योग भी बन सकते हैं। इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लें, साथ ही राहु और गुरु ग्रह से संबंधित उपाय करे।

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रतलाम। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत जिले के स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक का अध्यापन समय परिवर्तित किया गया है। जारी आदेश के अनुसार अब जिले में संचालित सभी शासकीय, अशासकीय अनुदान प्राप्त मान्यता प्राप्त माध्यमिक शिक्षा मंडल सीबीएसई आईसीएसई से संबद्ध स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक का अध्यापन समय प्रात: 7 से दोपहर 12.30 के मध्य नियत किया गया है। परीक्षाएं एवं मूल्यांकन का कार्य निर्धारित समय अनुसार यथावत रहेगा।

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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश के अनेक जिलों में गुरुवार को बादल छाए रहे और आंधी के साथ बारिश भी हुई। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के करीब आधे हिस्से में शुक्रवार को भी मौसम बदला हुआ रहेगा। भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम-शहडोल संभाग समेत इंदौर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, धार, सागर, पन्ना और सतना में हल्की बारिश हो सकती है। अन्य शहरों में भी बादल छाने, गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन के अनुसार वर्तमान में एक ट्रफ लाइन तेलंगाना से तमिलनाडु होते हुए गुजर रही है। वहीं, साउथ राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है। इन दो सिस्टम की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। गुरुवार को जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा, सागर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई, जबकि सिवनी, बालाघाट, उज्जैन, इंदौर, आगर, सीहोर, धार, राजगढ़, बैतूल, देवास, रायसेन आदि जिलों में बादल छाए रहे थे। शुक्रवार को भी हल्की बारिश, आंधी चलेगी। बादलों की गड़गड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मौजूदा सिस्टम 25 अप्रैल तक एक्टिव रहेगा। इसके बाद धूप खिलेगी, लेकिन 29-30 अप्रैल को फिर से नया सिस्टम एक्टिव होगा। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी भोपाल में 21 अप्रैल को भी मौसम परिवर्तित रहेगा। यहां तड़के और दोपहर बाद बारिश हो सकती है। 22 अप्रैल को भी हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। इधर, बीते दो दिनों में हुई बारिश की वजह से मौसम में ठंडक भी घुल गई है। कई शहरों में तापमान काफी गिर चुका है। पचमढ़ी में तो दिन का तापमान 29.8 डिग्री तक पहुंच चुका है। गुरुवार को एक ही दिन में यहां 4.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। भोपाल में तापमान 2.3 डिग्री लुढ़का। गुरुवार को यहां अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री, इंदौर में 37.6, ग्वालियर में 39.5 और जबलपुर में तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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भोपाल। बाल विवाह एक गम्भीर सामाजिक बुराई है। बाल विवाह किसी बच्चे को अच्छे स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के अधिकार से वंचित करता है। कम उम्र में विवाह के कारण लड़कियों को हिंसा, दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का सामना भी करना पड़ता है। साथ ही लड़के और लड़कियों दोनों पर शारीरिक, बौद्धिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभाव पड़ता है, शिक्षा के अवसर कम हो जाते हैं और व्यक्तित्व का विकास सही ढंग से नही हो पाता है। इसलिए राजधानी भोपाल में शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 22 अप्रैल अक्षय तृतीया पर ऐसे विवाह को रोकने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारियों के नंबर सार्वजनिक तौर पर जारी करवाए हैं । जहां कोई भी किसी भी समय अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी का कहना है कि जिलाधीश के दिए निर्देश के तहत हमारे विभाग के कुछ मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए गए हैं, यदि कहीं भी बाल विवाह होता है तो इसकी सूचना शीघ्र ही जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास मोबाइल नम्बर- 9425047133, सहायक संचालक, महिला एवं बाल विकास मोबाइल नम्बर 9425037714, एकीकृत बाल विकास परियोजना गोविंदपुरा मोबाइल नम्बर 8602261675 को दी जा सकती है।   इसके साथ ही एकीकृत बाल विकास परियोजना बरखेड़ी मोबाइल नम्बर 9425028930, एकीकृत बाल विकास परियोजना जेपी नगर मोबाइल नम्बर 9425462585, एकीकृत बाल विकास परियोजना चॉदबड़ मोबाइल नम्बर 9425830101, एकीकृत बाल विकास परियोजना मोतियाँपार्क मोबाइल नम्बर 9425124018, एकीकृत बाल विकास परियोजना कोलार मोबाइल नम्बर 9425372964, एकीकृत बाल विकास परियोजना बाणगंगा मोबाइल नम्बर 9685705091 को भी इसकी जानकारी दे सकते हैं।   उन्होंने बताया कि इनके अलावा एकीकृत बाल विकास परियोजना फंदा ग्रामीण मोबाइल नम्बर 8319059635, एकीकृत बाल विकास परियोजना बैरसिया-1, मोबाइल नम्बर 6260528588 एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना बैरसिया-2, मोबाइल नम्बर 9329696721 पर सूचना दे सकते हैं। वहीं, डायल 100, महिला बाल विकास जिला कार्यालय, भोपाल के 8982337224 एवं चाईल्ड लाईन के 1098, महिला हेल्प लाइन नंबर 1091 और 181 पर भी सूचना दिए जाने पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क लाए गए चीतों के नए नाम रख दिए गए हैं। चीतों के नए नाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2022 को प्रसारित 'मन की बात' में लोगों से सुझाव मांगे थे। इसके लिए 26 सितंबर से 31 अक्टूबर 2022 तक ऑनलाइन कॉम्प्टीशन रखा गया। अब पर्यावरण मंत्रालय को प्राप्त सुझावों में से नाम फाइनल होने के बाद चीतों को नया नाम मिल गया, जिसकी जानकारी केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने दी। 70 साल बाद देश की धरती पर आए चीतों को अब भारतीय नामों से पुकारा जाएगा।नए नामों के मुताबिक ओवान को अब पवन नाम से जाना जाएगा। सियाया को ज्वाला नाम दिया गया है। एल्टन का नाम गौरव, तिब्लिसी का नाम धात्री, फ्रेडी का नाम शौर्य, स्वाना का नाम नाभा रखा गया है। प्रधानमंत्री ने एक मादा चीता का नाम पहले ही आशा रख दिया था। एक मादा चीता साशा की किडनी में इंफेक्शन की वजह से मौत हो गई थी। ये 8 चीते नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाए गए थे। पिछले साल 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें बाड़े में रिलीज किया था।

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  मध्यप्रदेश के दो आईएएस अफसरों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मानित किया। शुक्रवार को सुबह 11 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में सिविल सेवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अनुराग जैन और भव्या मित्तल को पुरस्कार दिया। बुरहानपुर की कलेक्टर भव्या मित्तल को जल जीवन मिशन में बेहतर कार्य करने पर अवार्ड से नवाजा। केंद्र में प्रतिनियुक्त पर पदस्थ सीनियर आईएएस अनुराग जैन को पीएम गति शक्ति में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित हुए।कार्यक्रम के दौरान दोनों ही अधिकारियों के बेहतर कार्यों का प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया। बुरहानपुर में कलेक्टर भव्या मित्तल ने हर घर में जल के जरिए पेयजल उपलब्ध कराने में उत्कृष्ट काम किया। जिले के हर सरकारी स्कूल में पेयजल की व्यवस्था है। इसके अलावा यह देश का पहला जिला है, जहां हर घर में नल के जरिए पेयजल पहुंचाया गया। वर्तमान स्थिति को जानने के लिए बुरहानपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की टीम ने निरीक्षण भी किया था। राज्य की रिपोर्ट के आधार पर 12 जिलों में निरीक्षण के बाद केंद्रीय रिपोर्ट में बुरहानपुर को पहला स्थान दिया था। आईएएस भव्या ने योजना संचालन के लिए बुरहानपुर में मासिक शुक्ल की व्यवस्था की। महिला सशक्तिकरण की दिशा में अमल करते हुए कलेक्टर भव्या ने योजना संचालन में अहम जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूहों को भी दी। बुरहानपुर जिले की 167 ग्राम पंचायतों के 254 गांवों के एक लाख से ज्यादा परिवारों योजना के तहत पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।कोविड-19 वैक्सीन एवं पीएम गति शक्ति में कार्यों को लेकर अनुराग होंगे सम्मानित 1989 बैच के सीनियर आईएएस अफसर अनुराग जैन को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया। केंद्र में प्रतिनियुक्त पर पदस्थ उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव पद पर रहते हुए पीएम गति शक्ति प्रोजेक्ट में भी जैन ने उत्कृष्ट काम किया। प्रेजेंटेशन में बताया कि प्रोजेक्ट के 2047 तक आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए कई नवाचार किए। पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान को गढ़ने में भी जैन को पीएम मोदी ने सम्मानित किया। बता दें कि गुरुवार को कार्मिक मंत्रालय ने आदेश जारी कर जैन को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय सचिव की जिम्मेदारी दी है।

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चोरी के मामले देश में बढ़ते ही जा रहे हैं.लगातार चोर बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.चोरो की चुस्ती नजर आ रही है,मंगलवार रात शहरी क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा की कमी का फायदा उठाकर सूने मकान में अज्ञात चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया।स्वास्थ्य कर्मचारी के यहां हुई चोरी में चोर, घर की आलमारी में रखे, करीब एक लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात सहित 50 हजार नगद रूपये सहित दस्तावेजों को चोरी कर ले गये। जिसकी जानकारी मिलने पर कोतवाली पुलिस, स्वास्थ्य कर्मचारी के घर पहुंची और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर मामले की जांच शुरू कर दी।स्वास्थ्य कर्मचारी के घर चोरी में चोरो ने बड़ी हिम्मत दिखाते हुए मुख्य गेट के बाद दो दरवाजों और आलमारी का ताला तोड़कर घटना को अंजाम दिया। स्वास्थ्य कर्मचारी के घर हुई चोरी में पुलिस की कानून व्यवस्था पर धरी की धरी रह गई।बताया जाता है कि नगरीय क्षेत्र के बूढ़ी सुभाष नगर वार्ड 13 में निवासरत अस्पताल में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारी सुरेश लांजेवर, रात्रि अपने पूरे परिवार के साथ किरनापुर में कार्यक्रम में शामिल होने गये थे। जिनके बाहर होने का फायदा उठाकर अज्ञात चोरों ने अलमारी में रखे नगद 50 हजार रूपये, चांदी की पायल, पैजन, सोने की अंगूठी, कान की बाली, कर्दन और मंगलसूत्र सहित सोने चांदी के अन्य जेवरात, उसकी रसीदे और प्रापर्टी दस्तावेज चोरी कर फरार हो गए।मंगलवार की सुबह जब लांजेवार परिवार घर लौटा तो घर के मुख्य गेट में लगा ताला टूटा दिखाई दिया। वही पीछे गेट का ताला भी टूटा था। जिसे देखकर जब वह घर गये तो उन्होंने अलमारी का सामान बिखरा पड़ा देखा। जिसमें रखे सोने चांदी के जेवरात सहित नगद रुपए और दस्तावेज गायब थे। घर में चोरी होने पर स्वास्थ्य कर्मचारी लांजेवार ने कोतवाली थाना पहुंचकर इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पुलिसकर्मी घर पहुंचे और चोरी की जांच शुरू की।

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मुस्लिम भाइयों का रोजा चल रहा है.इसी सिलसिले में देश भर में रोजा-इफ्तार पार्टियों का आयोजन हो रहा है। मंदसौर में रोजा इफ्तार पार्टी के बाद बुधवार देर रात करीब 100 लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। रात 3 बजे एम्बुलेंस करीब 80 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद भी कुछ लोग तबीयत खराब होने पर अस्पताल पहुंचे। अब सभी की हालत ठीक बताई जा रही है।जिले के गुदरी इलाके में बुधवार की शाम मुस्लिम समुदाय ने रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। पार्टी में करीब 100-150 लोग शामिल हुए थे। इनमें कई लोगों को उल्टी-दस्त और घबराहट होने लगी। जिला अस्पताल में उपचार के बाद अधिकांश लोगों को आज सुबह डिस्चार्ज कर दिया गया।बताया जा रहा है कि रोजा इफ्तार पार्टी में मिठाई परोसी गई थी। आशंका है कि दूषित मावे से बनी मिठाई खाने से लोगों को फूड पॉइजनिंग हुई। डॉ. डीके शर्मा सिविल सर्जन ने बताया कि मरीजों में 10 बच्चे भी हैं। हालत में सुधार होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। पार्टी में शामिल हुए एक युवक ने बताया कि जमात खाने में इफ्तार रखा गया था। मावे से बने पकवान खाने से सभी की तबीयत बिगड़ी। यासमीन बी ने बताया कि रोजा इफ्तार पार्टी में गए थे, वहां फ्रूट्स खाए थे। करीब 7:30 बजे हमने एकता किया था। उसके बाद खाना खाया था, इसमें नॉनवेज और मिठाई शामिल थी। घर आने के बाद रात करीब 1 बजे उल्टियां होना शुरू हो गईं। मोहल्ले के करीब 100 लोगों को ऐसी शिकायत हो रही थी। एम्बुलेंस आई तो मैं भी उसमें बैठकर अस्पताल चली गई। सुबह छुट्टी मिल गई। अभी तबीयत ठीक है।  

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पुलिस 24 घंटे हमारी सेवा में लगी रहती है.जिससे हम अपने घरों में वार त्यौहार मना सके.लेकिन इन पुलिस के कर्मचारियों का भी निजी जीवन होता है.और उन्हें भी अपने जीवन में खुशियों को सेलिब्रेट करने का पूरा हक है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है.छतरपुर से जहां एक महिला आरक्षक की थाने में ही गोद भराई की रस्म पूरी की गई. महिला आरक्षक दिव्या मिश्रा टीकमगढ़ जिले की रहने वाली हैं। अपने घर से दूर पदस्थ होने की वजह से उसके परिजन बेटी की गोद भराई की रस्म नहीं कर पा रहे थे, इस बात से दिव्या चिंतित थी, उसने अपने सहकर्मियों से इस बात का जिक्र भी किया था। यह बात कोतवाली थाना प्रभारी को पता चली तो उन्होंने थाना में ही डेकोरेशन करवाया। पूरे हॉल को फूलों से सजाया। फिर गोद भराई की रस्म पूरे उत्साह और रीति-रिवाज के साथ थाने में ही पूरी करवाई। आरक्षक दिव्या मिश्रा मैटरनिटी लीव पर जा रहीं हैं, इसी के चलते ये कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस पूरे कार्यक्रम में महिला आरक्षक के पिता की भूमिका निभाने वाले थाना प्रभारी अरविंद दांगी का कहना है कि महिला आरक्षक की पहली प्रेग्नेंसी हैं और वो इसे लेकर उत्साहित थी। ऐसे में उनकी इस खुशी में शामिल होने के लिए उन्होंने ये प्रयास किया। जिसमें सभी लोग शामिल हुए।एसपी अमित सांघी कहना है कि ये एक सराहनीय पहल है, हमारी पुलिस टीम एक परिवार की तरह है। इस तरह के आयोजन से सभी को अच्छा लगता है। इसे महिला आरक्षक का भी मनोबल बढ़ेगा और दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी।

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भोपाल। इस साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया (अक्षय तृतीया) का पावन पर्व आगामी 22 अप्रैल को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार इस दिन सर्वार्थ सिद्धि-अमृत सिद्धि समेत छह विशेष महायोग बन रहे हैं, जो अक्षय तृतीया को और शुभ बनाएंगे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। यह दिन शुभ कार्यों के लिए बेहद ही अच्छा माना जाता है। इस दिन सोना खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता है। इस दिन बिना मुहुर्त देखे विवाह आदि कार्य किए जा सकते हैं। बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉं. सतीश सोनी ने बताया कि वैशाख शुक्ल पक्ष की अक्षय तृतीया का पावन पर्व इस बार 22 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन 6 महायोग का निर्माण होगा, जो स्थिति को और सार्थक बना रहे हैं। इस वर्ष आयुष्मान, सौभाग्य, त्रिपुष्कर, रवि, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं। अक्षय तृतीया को सिर्फ योग ही नहीं, बल्कि नक्षत्र भी प्रभावशाली बना रहे हैं। इस दिन कृतिका नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जबकि रोहिणी नक्षत्र रात्रि 11:24 से अगले दिन तक प्रभावशाली रहेगा। उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:49 से दोपहर 12:20 तक है। वहीं सोना खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7:49 से शुरू होकर दूसरे दिन 23 अप्रैल को सुबह 5:45 तक रहेगा। इस दिन सोना खरीदने का मुहूर्त करीब 22 घंटे तक का है। जो जातक सोना नहीं खरीद सकते, वे कौड़ी, मटका और चांदी खरीद सकते हैं। अक्षय तृतीया पर चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में होगा। ऐसे में चांदी खरीदने से घर में बरकत बनी रहेगी। ज्योतिषाचार्य डॉं. सोनी के अनुसार इस वर्ष अक्षय तृतीया बेहद खास है, क्योंकि इस दिन मेष राशि में 5 ग्रह सूर्य, गुरु, बुध, राहु और यूरेनस का अनोखा संयोग भी बन रहा है। जबकि इस दिन चंद्रमा और शुक्र दोनों वृषभ राशि में होकर बेहद सुखद स्थिति में होंगे। उन्होंने बताया कि दीपावली की तरह अक्षय तृतीया पर भी महालक्ष्मी की पूजा की जाती है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। इन दिनों प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है तो कुछ हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैँ और यहां लू के हालात बने हुए हैं। बुधवार को मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री के पार पहुंच गया, इसके साथ यह देशभर में सबसे गर्म शहर रहा।     मध्यप्रदेश में बुधवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। भोपाल, छिंदवाड़ा और देवास में बारिश हुई, जबकि बुदेलखंड-बघेलखंड गर्म रहे। खजुराहो में तापमान रिकॉर्ड 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सीजन में पहली बार पारा इतना चढ़ा। इसके अलावा नौगांव, सीधी, सतना, दमोह, रतलाम, नरसिंहपुर और खरगोन में तापमान 40-42 डिग्री के बीच रहा। प्रदेश के 17 शहरों में तापमान 40 डिग्री या इससे ज्यादा दर्ज किया गया।     मौसम विभाग के मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से आ रही नमी के कारण प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार बिगड़ रहा है। राजधानी सहित कई जिलों में बादल छा रहे हैं। साथ ही कहीं-कहीं बिजली कड़कने के साथ हल्की वर्षा भी हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है।     इससे पहले, राजधानी भोपाल में बुधवार तड़के 3 बजे आधे घंटे तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। सुबह सात बजे भी तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। छिंदवाड़ा में भी मंगलवार देर रात आंधी के साथ पानी गिरा। सीहोर और शाजापुर में भी बूंदाबांदी हुई। भोपाल में 24 घंटे में 1.2 मिमी, जबकि इससे सटे रायसेन जिले में 1.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। अगले 3 दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। 20 और 21 अप्रैल को भी हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा।   वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने के अलावा ऊपर के स्तर (लगभग तीन किलोमीटर) पर हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी एवं पश्चिमी बना हआ है। इस वजह से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी मिल रही है। नमी के कारण राजधानी सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक की स्थिति बन रही है।     शुक्ला के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। बादल बने रहने के साथ वर्षा होने के कारण अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट भी होने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ जाने के कारण शुक्रवार से तापमान में गिरावट होने का सिलसिला शुरू हो सकता है।     वहीं आधे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। इसके चलते जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, दमोह, नर्मदापुरम, छतरपुर, उज्जैन और शहडोल आदि जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। इस संबंध में जिला कलेक्टरों द्वारा बुधवार को आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश के अनुसार, कुछ जिलों में स्कूलों का समय सुबह 7 से 12 बजे के बीच तो कुछ जिलों में 7:30 से 12:30 के बीच किया गया है। राजधानी भोपाल में भी स्कूलों का समय बदल सकता है। डीईओ नितिन सक्सेना ने इसके लिए कलेक्टर आशीष सिंह को फाइल भेजी है।

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भोपाल। नामीबिया से मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाया गया चीता ओबान जंगल में बेखौफ विचरण कर रहा है। ओबान का ऐसे घूमना अच्छे संकेत हैं, पर परियोजना राष्ट्रीय महत्व की है, इसलिए चीते की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की नींद उड़ गई है।     दरअसल, ओबान चीता बार-बार कूनों से निकल रहवासी इलाकों में पहुंच रहा है। इन दिनों वह शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में चहलकदमी करता नजर आ रहा है। बुधवार सुबह वह खूबत खाटी पर फोरलेन क्रास कर पार्क की सीमा से सटे गांव डोंगर में पहुंचा और यहां उसने जाट फार्म हाउस के अंदर टमाटर की फसल के बीच आराम कर पूरा दिन बिताया।     टमाटर तोड़ रहे मजदूरों की दिन में जैसे ही उस पर नजर पड़ी तो भगदड़ मच गई। लोकेशन ट्रेस करते हुए वन विभाग का अमला भी पहुंच गया। इससे पहले वह खेत में बर्दखेड़ी निवासी चरवाहे मंगल आदिवासी को दिखाई दिया। उसका कहना था कि चीता काफी करीब से होकर निकला, लेकिन किसी भी बकरी पर हमला नहीं किया। ओबान ने मंगलवार को टुंडा भरका क्षेत्र में दो छोटे जानवरों का शिकार भी किया है।     चीते की मानीटरिंग कर रहे वन्य जीव विशेषज्ञ अमनदीप राठी ने बताया कि यह ओबान का भटकाव नहीं है। उसका व्यवहार ही इस तरह का है कि वह एक जगह पर स्थिर नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि एक बार उसे ट्रेंक्युलाइज कर कूनो ले जाया गया और वह फिर बाहर आ गया।     राठी के अनुसार ओबान पूरे क्षेत्र को परखने का प्रयास कर रहा है और इसके साथ ही खुद के लिए संभावनाएं तलाश रहा है कि उसे आसानी से शिकार कहां मिलेगा। किस जगह पर ज्यादा सुरक्षित रहेगा। चीते को उस समय तक ट्रेंक्युलाइज नहीं करेंगे जब तक कि यह नेशनल पार्क क्षेत्र और जंगल में विचरण रहा है। अगर यह गांवों में भी विचरण करता है तो इसको ट्रेंक्युलाइज करने पर विचार करेंगे।     हालांकि, ओबान की सुरक्षा को लेकर वन अधिकारी चिंतित है। वे मानकर चल रहे हैं कि उसे लंबे समय बाद खुला क्षेत्र मिला है, इसलिए वह घूम रहा है। नामीबिया के विशेषज्ञों का कहना है कि यहां भी उसका व्यवहार ऐसा ही था। बताया गया कि कूनो पार्क लाए जाने से पहले सभी आठ चीतों को नामीबिया में डेढ़ माह क्वारंटाइन बाड़े में रखा गया था। कूनो पार्क में भी वे करीब सवा माह छोटे और एक माह बड़े बाड़े में कैद रहे। किसी वन्यप्राणी को जब पिंजरे या बाड़े से छोड़ा जाता है तो उसका ऐसा ही व्यवहार रहता है। ओबान भी ऐसा ही कर रहा है।     वन अधिकारियों को असली डर मानव-चीता द्वंद्व का है। दरअसल, वह आबादी के बेहद करीब पहुंच रहा है। अभी तो ओबान ने पशुहानि नहीं की है। ऐसा हुआ, तो द्वंद्व के हालात बनेंगे। ग्रामीण डरकर हमला कर सकते हैं, तब चीते को नुकसान होगा। देश में चीता विशेषज्ञ भी नहीं हैं, इसलिए नामीबिया या अफ्रीकी विशेषज्ञों से ही सलाह लेनी पड़ रही है।     प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जेएस चौहान का कहना है कि नामीबिया के विशेषज्ञों ने बताया है कि ओबान वहां भी जंगल से बाहर खुले क्षेत्रों में ही घूमता था। वहां आसपास बस्तियां नहीं हैं और लोग चीतों के व्यवहार को जानते हैं इसलिए यह सामान्य होता है। भारत और श्योपुर के लिए चीता नया प्राणी है इसलिए लोग घबरा जाते हैं।  

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सरकार की लडली बहना योजना को लेकर प्रदेश की आधी आबादी के बीच खासा उत्साह है। योजना का लाभ पाने की पहली प्रक्रिया रजिस्ट्रेशन कराना है जिसका जिम्मा नगर निगम तो बखूबी निभा रहा है। प्रदेशभर में लाड़ली बहना योजना के पंजीयन का काम चल रहा है इसी कड़ी में ग्वालियर नगर निगम ने भी 1,25000 महिलाओं का इस योजना में पंजीयन किया है। लाड़ली बहना योजना में पंजीयन के मामले में ग्वालियर नगर-निगम तीसरे स्थान पर है। ग्वालियर नगर निगम तो अच्छा कार्य कर रहा है। लेकिन में स्तिथ बैंको के कर्मचारी शायद नहीं चाहते हैं।महिलाओं को इस योजना का लाभ मिले।  आपको बता दें कोई भी महिला जो इस योजना की पात्रता रखती है। उसे योजना का लाभ तभी मिल पायेगा जब उसका बैंक या पोस्ट ऑफिस में सिंगल खाता होगा। और उस खाते से आधार लिंक हो व डीबीटी इनेबल्ड हो.इस वजह से ही महिलाये  बड़ी संख्या में बैंक व पोस्ट ऑफिस खाता खुलवाने के लिए पहुंच रही है। लेकिन बैंक वाले खाता खोलने में आनाकानी कर रहे हैं। महिलाओं को सुबह से बुला लेते हैं। और काम बहुत धीमा करतेआज दिनांक 19 अप्रैल को वार्ड 50 के पार्षद श्री अनिल सांखला जी के द्वारा नगर निगम ग्वालियर अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता को सूचना दी गई कि भारतीय स्टेट बैंक महाराज बड़ा ब्रांच में महिलाओं को परेशान किया जा रहा है एवं उनको सुबह 7:00 बजे से खड़ा करके काम बहुत ही धीमी गति से किया जा रहा है इससे बहुत सारी महिलाएं अनावश्यक रूप से परेशान हो रही है।  सूचना मिलने पर अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता नगर निगम के स्वास्थ्य एवं सफाई के अमले के साथ भारतीय स्टेट बैंक की महाराज बड़ा ब्रांच में पहुंचे एवं इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री रमेश झा जी से चर्चा की गई और उनसे आग्रह किया गया कि इतनी बड़ी ब्रांच में केवल एक महिला क्लर्क के द्वारा लाडली बहनों का डीबीटी कार्य नहीं किया जा सकता अतः आपको इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ बैठाना चाहिए।  जिस संबंध में बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री रमेश झा द्वारा स्पष्ट रूप से मना कर दिया कि उनके पास कोई अतिरिक्त कर्मचारी नहीं एवं इस संबंध मे आप हमारे सीनियर ऑफिसर से या भोपाल में बात करें। इस पर अपर आयुक्त  मुकुल गुप्ता के द्वारा उनसे कहा गया  कि यह कार्य स्वयं सहायक महाप्रबंधक का है कि वह अपने सीनियर ऑफिसर से बात करें या  किसी अन्य कार्य के स्टाफ को लाडली बहनों के कार्य में संलग्न करें। नगर निगम ग्वालियर का कार्य शहर की सफाई व्यवस्था का है वह उनके द्वारा  कराया जा सकता है। इसके पश्चात नगर निगम ग्वालियर के  स्वास्थ्य अधिकारी श्री भीष्म पमनानी , डिपो प्रभारी श्री विष्णु , डब्ल्यूएचओ विक्रम के नेतृत्व में सफाई स्टाफ के द्वारा ब्रांच में जेंटिग मशीन,  फागिंग मशीन,  सैनिटाइजर मशीन बुलवाकर सफाई का विशेष अभियान चलाकर गांधीगिरी का मैसेज बैंक स्टाफ को दिया गया और उनसे आग्रह किया गया कि जिस प्रकार से तत्परता से नगर निगम ग्वालियर स्वच्छता में काम करता है आप भी इन लाडली बहनों को विशेष सुविधाएं प्रदान करें।  नगर निगम के इस कार्य से अभिभूत होकर ब्रांच मैनेजर के द्वारा लाडली बहनों की सुविधा के लिए दो अन्य कर्मचारियों को नियुक्त किया गया ताकि लाडली बहनों के आधार लिंक एवं डीबीटी इनेबल्ड  का कार्य  सुगमता पूर्वक  सुविधाजनक एवं  शीघ्रता से संपन्न किया जा सके। इसके पश्चात नगर निगम अपार आयुक्त वार्ड 50 के पार्षद श्री अनिल सांखला बैंक सहायक महाप्रबंधक श्री रमेश झा एवं बैंक के स्टाफ को धन्यवाद देकर रवाना हो गए।                            

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मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में 20 अप्रैल को लाड़ली बहना कार्यक्रम में शामिल होने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आ रहे हैं, जिसकी तैयारियों में जिला प्रशासन जुटा हुआ है, यह कार्यक्रम शहर के गैरिसन ग्राउंड सदर में होगा जहां पर की सीएम शिवराज सिंह चौहान एक लाख से अधिक लाड़ली बहना के साथ संवाद करेंगे। सीएम के कार्यक्रम को होने में महज चंद घंटे ही बचे हैं, ऐसे में तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बताया जा रहा है कि जिले भर से एक लाख से अधिक लाड़ली बहनों को लाने के लिए करीब 700 बस अधिग्रहित की गई है, इसके अलावा बहनों के लिए विशेष भोजन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भी जिला प्रशासन को मिली है।20 अप्रैल गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 3 बजे गैरिसन ग्राउंड पहुंचेंगे और यहां पर लाड़ली बहनों से संवाद करेंगे, यह कार्यक्रम शाम 6 बजे तक चलेगा। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वापस भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे। लाड़ली बहनों को उनके क्षेत्र से लाने के लिए जिला प्रशासन ने 700 बस के अलावा करीब 200 फोर व्हीलर का भी इंतजाम किया है। जानकारी के मुताबिक जबलपुर जिले में अभी तक करीब 90 हजार से अधिक लाड़ली बहनों के आवेदन जमा आ चुके हैं, प्रयास किया जा रहा है कि आज तक यह आंकड़ा 1लाख तक पहुंच जाए।20 अप्रैल को लाड़ली बहना कार्यक्रम में जितनी भी महिलाएं आ रही है उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई है, हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि बहनों के लिए भोजन की व्यवस्था कहां पर और कैसे होगी। इसके अलावा लाड़ली बहना संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 65 फीट की राखी भी उनकी बहनें भेंट करेंगी, यह राखी केसरिया और लाल रंग की वेलवेट कपड़े से बनी होगी जिसमें लिखा रहेगा लाडली बहना, राखी के बीच में मुख्यमंत्री की भी फोटो होगी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जबलपुर आगमन की तैयारियों को लेकर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, एसपी तुषार कांत विद्यार्थी, निगम आयुक्त स्वप्निल बनखेड़े सहित अन्य पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने गैरिसन ग्राउंड का आज जायजा लिया। कल होने वाले कार्यक्रम के लिए सदर बाजार से मार्ग परिवर्तित किए गए है।

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बालाघाट के दिव्यांग साथियों को नौकरी के माध्यम से सशक्त बनाने में जुटा दिव्यांग संगठन के जिलाध्यक्ष अमन नामदेव लगातार दिव्यांगों के लिए साथियों के साथ आवाज को बुलंद कर रहे है। एक बार फिर वे, दिव्यांग साथियों के साथ हाल में राज्यपाल के हस्ताक्षर से जारी शासन के ग्रुप-डी में आउट सोर्स के माध्यम से भर्ती किए जाने का आदेश लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और ई-दक्ष से प्रशिक्षित हो चुके दिव्यांगों को कलेक्ट्रेट दर पर दिव्यांगों को विभागों में रखे जाने की मांग की।अमन नामदेव ने बताया कि जिले के शासकीय विभागों में योग्यतानुसार दिव्यांगों को कलेक्ट्रेट दर पर नौकरी पर रखे जाने की मांग को लेकर प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण समिति के माध्यम से हमने दो बड़े आंदोलन किए। जिसके बाद जिला प्रशासन की ओर से 6 दिव्यांग साथियों को शासकीय विभागों में रखे जाने की सहमति दी गई थी।जिसमें पांच लोगों को अस्पताल में नियुक्ति की दी गई लेकिन एक दिव्यांग साथी को महिला व बाल विकास विभाग में दिए जाने का आश्वासन अब भी अधूरा है। इस बार हम हाल में जारी किए गए आदेश के साथ पहुंचे और मांग की है कि ई-दक्ष से प्रशिक्षित हो चुके 66 लोगों को कलेक्टर दर पर नौकरी प्रदान की जाए।दिव्यांग कल्याण समिति ने अन्य विभागों में भी एजेंसी नियुक्त कर दिव्यांग जनों को रोजगार दिए जाने की मांग की है। दिव्यांग जनों ने ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द विभागों की एजेंसी नियुक्त कर सभी दिव्यांग जनों को कार्य दिए जाने की मांग की है।इस दौरान प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति अध्यक्ष अमन नागदेव, जिला सचिव आबिद अली, विकास दीक्षित, मनोज खोंब्रागढे, प्रतीक चौहान, सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य व दिव्यांगजन प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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दमोह में घर बनाने के लिए गड्ढे खोदते समय एक लेबर को ब्रिटिश कालीन चांदी के 240 सिक्के मिले हैं। खुदाई करने वाला लेबर इन सिक्कों को लेकर पहले अपने घर पहुंचा, लेकिन उसे पकड़े जाने का डर लगने लगा इसके कारण रात भर नहीं सो पाया, फिर आज बुधवार सुबह वह सिक्कों को लेकर कोतवाली थाने पहुंचा और थाना प्रभारी विजय राजपूत को सौंप दिए। पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।थाना प्रभारी विजय राजपूत ने बताया कि दमोह के बड़ापुरा क्षेत्र में रहने वाले हल्ले अहिरवार ने कोतवाली में लाकर सिक्के सुपुर्द किए हैं। उसका कहना है कि कालम के लिए गड्ढे खोदते समय उसे एक मटके में सिक्के मिले थे। पहले तो वह घर ले गया, लेकिन बाद में उसे कोतवाली में सुपुर्द कर दिए। पुलिस इस मामले में जगह का निरीक्षण करने के बाद नियमानुसार कार्रवाई कर रही है।मकान मालिक मीनाक्षी उपाध्याय का कहना है पता ही नहीं चला कब सिक्के मिले और कब लेबर सिक्के लेकर चला गया है। आज काम पर नहीं आया है। सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि उनके घर में खुदाई के दौरान चांदी के सिक्के मिले हैं। वहीं मजदूर हल्ले ने बताया कि वो गड्ढा खोद रहा था तो उसे अचानक ये सिक्के मिले, पहले वो इन्हें अपने घर ले गया लेकिन फिर उसे लगा की उस सिक्के पुलिस को दे देना चाहिए। फिर उसमें थाने पहुंच कर टीआई को सिक्के दे दिए।कोतवाली टीआई विजय सिंह राजपूत ने बताया कि सिक्के पुलिस ने जब्त कर लिए हैं और उनकी कीमत की जानकारी का पता लगाया जा रहा है। सर्राफा व्यापारी राजेश सोनी का कहना है कि ब्रिटिश कालीन विक्टोरिया रानी वाले सिक्के बाजार में ₹800 प्रति सिक्के के हिसाब से बेचे जाते हैं। यदि खुदाई में मिले 240 सिक्कों की कीमत का आकलन किया जाए तो उनकी कीमत ₹1 लाख 92 हजार होगी।जिस जगह कॉलम के लिए गड्ढा खोदते समय लेवर को सिक्के मिले हैं वह काफी पुराना मकान है। जहां पर उपाध्याय परिवार के लोग संयुक्त रूप से रहते हैं। परिसर में एक मंदिर बना हुआ है और वहीं पर कालम बनाकर स्लैप डालने की व्यवस्था की जा रही थी। लोगों का अनुमान है कि घर काफी पुराने हैं, इसलिए 240 चांदी के सिक्के यहां पर खुदाई मैं मिले हैं यदि यहां पर और खुदाई की जाए तो और भी धन मिल सकता है।    

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उज्जैन। एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम अन्तर्गत त्रिवेणी संग्रहालय में दक्षिण के कलाकारों ने मंगलवार शाम को उज्जैन में भगवान शिव पर केंद्रित पेरिनी तांडवम् की प्रस्तुति दी। इसके पहले वारतां बिक्रमजीत दी का मंचन हुआ, जिसमें सम्राट विक्रमादित्य की शौर्य गाथा को सुनाया गया।   महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री डॉ. मोहन यादव, भृर्तहरि गुफा पीठाधीश्वर पीर रामनाथ सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इसके पहले महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने सभी अतिथि व कलाकारों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मंच का संचालन कवि लेखक दिनेश दिग्गज ने किया।   पेरिनी तांडवम् को पद्मश्री नटराज रामकृष्ण, गल्लेजा रंजीथ ग्रुप वारंगल(तेलंगाना) द्वारा कोरियोग्राफ किया गया है। इस मंचन में दल के प्रमुख गज्जेला रंजीत कुमार, आईवी पिडारो, एम लोहित, आर चंदु, टी गुरुदेव, टी संतोष व वी प्रशांत शामिल हैं।   दल के प्रमुख कलाकार रंजीत कुमार ने बताया कि यह नृत्य रूप आमतौर पर पुरुषों द्वारा किया जाता है। जिसमें ढोल नगाड़ों का इस्तेमाल किया गया। यह नृत्य तब तक जारी रहता है जब तक कलाकार अपने शरीर में शिव की शक्ति को महसूस नहीं करते। इस नृत्य का आध्यात्मिक और कलात्मक दोनों तरह का महत्व है। इसे ''डांस ऑफ द वॉरियर्स'' भी कहा जाता है। योद्धा युद्ध के मैदान में जाने से पहले भगवान शिव की मूर्ति के सामने यह नृत्य करते हैं। दूसरी प्रस्तुति वारतां बिक्रमजीत दी के निर्देशक राजीव सिंह ने बताया कि यह प्रस्तुति श्रृंगार रस, वीर रस, रौद्र रस, सौंदर्य रस, करुण रस इन सभी रसों की विभिन्नताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। यह एक संगीत प्रधान प्रस्तुति है। इसमें विक्रम और बेताल को बतौर सूत्रधार की जगह नाटकीय ढंग से प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। इसमें सम्राट विक्रमादित्य की शौर्य गाथा को भी प्रस्तुत किया गया। कथावाचक सूत्रधार रूपेश तिवारी, सारंगी पर हनीफ हुसैन, तालवाद्य पर रवि राव, अमीर खां, प्रशांत श्रीवास्तव तथा गायन टीम में राजीव सिंह, अमन मलक, फरदीन खान, जुबैर आलम, अमन सोनी, तलथ हसन, रुपाली ताल, उर्वर्शी कंगारे, देविंदर कौर थे।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 57 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 41 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 322 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी। एक दिन पहले राज्य में कोरोना के 46 नए मामले सामने आए थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेशभर में 564 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 57 की रिपोर्ट पाजिटिव आई, जबकि 507 सेम्पल निगेटिव पाए गए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 10.1 रहा। नए मामलों में इंदौर में 17, भोपाल में 13, ग्वालियर में 10, जबलपुर और राजगढ़ में 6-6 तथा सीहोर में 5 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, खुशी की बात है कि राज्य के 38 जिले अब भी पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। इन जिलों में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।     प्रदेश में अब तक कुल 3 करोड़ 3 लाख 14 हजार 199 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,55,730 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,44,629 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 41 मरीज मंगलवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 306 से बढ़कर 322 हो गई। वहीं, राज्य में कोरोना से कुल 10,779 लोगों की मौत हुई है।

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भोपाल। प्रदेश में तेज आंधी और बारिश का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है। बुधवार तड़के तीन बजे भोपाल में आधे घंटे तक गरज-चमक के साथ तेज पानी गिरा। अभी भी तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी हो रही है। छिंदवाड़ा में भी मंगलवार देर रात आंधी के साथ पानी गिर रहा है। इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भी हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अगले तीन दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। 20 और 21 अप्रैल को भी हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा। मौसम में बदलाव से पहले मंगलवार को प्रदेश में गर्मी ने तीखे तेवर दिखाए। खजुराहो और दमोह में पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया। खजुराहो में 43.5 और दमोह में 43.2 डिग्री तापमान रहा। भोपाल में लगातार दूसरे दिन पारा 40.9 डिग्री दर्ज किया गया। बादल छाने से पारे में बढ़ोतरी नहीं हुई। वहीं, ग्वालियर में 41.6, इंदौर में 38.3 और जबलपुर में 40.8 डिग्री रहा। प्रदेश के 23 से ज्यादा शहरों में पारा 40 डिग्री से ज्यादा रहा। इसके अलावा नर्मदापुरम, मंडला, रीवा, नौगांव, सीधी, उमरिया, खंडवा, गुना, रतलाम, नरसिंहपुर, सागर, बैतूल, धार, उज्जैन समेत अन्य शहरों में भी गर्मी का असर रहा। यहां पारा 40 डिग्री से ज्यादा ही दर्ज किया गया। दरअसल, मौसम प्रणालियों के एक्टिव होते ही मंगलवार रात से प्रदेश का मौसम बदल गया। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए हैं, तो भोपाल और छिंदवाड़ा में बारिश भी हुई है। छिंदवाड़ा में मंगलवार देर रात को बारिश हुई, तो भोपाल में बुधवार तड़के से बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम वैज्ञानिक नरेंद्र मेश्राम का कहना है कि बुधवार को भोपाल, धार, रायसेन, विदिशा, इंदौर, खंडवा, खरगोन, देवास, आगर-मालवा समेत अन्य शहरों में चमक-गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलेगी। भोपाल में दोपहर बाद मौसम बदलेगा। यहां दिन का पारा 40 डिग्री तक रह सकता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के ऊपर चक्रवाती घेरा है। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। दो-तीन दिन तक इसका असर रहेगा। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) भी एक्टिव होगा। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, गुना, अशोकनगर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, दमोह, सागर और छतरपुर में बारिश हो सकती है। वहीं, गुरुवार को भोपाल के साथ राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और मंडला में हल्की बारिश हो सकती है।

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रतलाम। जिला उद्यानिकी विभाग की सतत क्रियाशीलता राज्य शासन की किसान हितेषी योजनाओं तथा जिले के किसानों की मेहनत रंग लाई है। जिले में अब 93 हजार हेक्टेयर में उद्यानिकी फसलें ली जा रही है। जिले के कृषि योग्य क्षेत्र का 26 प्रतिशत हिस्सा अब उद्यानिकी रकबे में तब्दील हो गया है। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि जिले के किसानों की उद्यानिकी क्षेत्र में सृजनशीलता उनकी मेहनत तथा राज्य शासन की उद्यानिकी योजनाओं तथा योजनाओं के अनुदान से रतलाम जिला उद्यानिकी का हब बनता जा रहा है । प्रतिवर्ष से रतलाम जिले में 10 लाख 25 हजार मैट्रिक टन उद्यानिकी फसलों का उत्पादन हो रहा है । उद्यानिकी में अमरूद की फसल मुख्य रूप से जिले में ली जा रही है । लगभग 800 हेक्टेयर क्षेत्र में वीएनआर एवं रेड डायमंड प्रजाति के अमरूद की फसल उत्पादित की जा रही है। अंगूर भी उद्यानिकी क्षेत्र में जिले की प्रमुख फसल है । प्रदेश की एकमात्र वायनरी भी रतलाम जिले में संचालित की जा रही है । इसके अलावा ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी, अंजीर की खेती में भी जिले के किसान आगे आए हैं । सहायक संचालक उद्यानिकी त्रिलोकचंद वास्कले ने बताया कि जिले के 12 हजार 335 हेक्टेयर क्षेत्र में संतरा, अमरूद, नींबू, एप्पल बेर, अंगूर, अनार, ड्रैगन, फ्रूट स्ट्रॉबेरी आदि फलों का उत्पादन किया जा रहा है उद्यानिकी विभाग की योजना के तहत वर्ष 2022-23 में घटक फल क्षेत्र विस्तार में जिले के 3 हेक्टेयर क्षेत्र में ड्रैगन फ्रूट एवं 5 हेक्टेयर क्षेत्र में अंगूर का पौध रोपण कराया गया है । इसमें अनुदान रूप में 7 लाख 68 हजार रुपए अनुदान भुगतान किया गया है । इसी प्रकार राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के घटक फल क्षेत्र विस्तार में वर्ष 2022-23 में फसल काट के 30 हेक्टेयर में रोपण करवाकर बगीचे लगाए गए हैं । इसमें 12 लाख 8 हजार रुपए अनुदान किसानों को उपलब्ध कराए गए।

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उज्जैन (मप्र)। खगोल शास्त्र कहता है कि सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण आम घटना है, लेकिन भारत में इसे धर्म और ज्योतिष से जोड़कर देखा जाता है। सामान्यतः एक वर्ष में तीन से चार बार सूर्य और चंद्र ग्रहण पड़ते हैं। इस बार 15 दिन के अंदर वर्ष 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल और दूसरा चंद्र ग्रहण पांच मई को पड़ेगा।   जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्ता और ज्योतिषाचार्य पं. हरिहर पंड्या से इस बारे में 'हिन्दुस्थान समाचार' ने बात की। इस चर्चा में साफ हुआ कि सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां इसका किसी भी तरह का नियम जैसे सूतक आदि मान्य नहीं रहेगा। सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल की सुबह 07ः05 से शुरू होकर दोपहर 12ः29 बजे समाप्त होगा। ये ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया आदि देशों में दिखाई देगा। भारतीय पंचांग के अनुसार, इस दिन वैशाख मास की अमावस्या तिथि रहेगी।   डॉ. गुप्ता का कहना है कि सूर्य ग्रहण तीन अलग-अलग रूप में देखने को मिलेगा। इसलिए इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण कहा जाएगा। सामान्य भाषा में इसे संकर सूर्य ग्रहण कहा जा सकता है। पिछला हाइब्रिड सूर्यग्रहण नौ वर्ष पहले तीन नवंबर, 2013 को देखा गया था। इस तरह का अगला सूर्यग्रहण 15 नवंबर, 2031 को होगा। अर्थात आज से आठ वर्ष बाद।   ज्योतिषाचार्य पंड्या ने बताया कि पांच मई के चंद्र ग्रहण को भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा। यह रात 08ः45 बजे से शुरू होकर देररात एक बजे समाप्त होगा। 15 दिन में दो ग्रहण का पड़ना ठीक नहीं माना जाता। ऐसी स्थिति में प्राय: पृृृृथ्वी पर प्राकृतिक प्रकोप की संभावना प्रबल हो जाती है ।   ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहणकाल अविध में आसपास की हर चीज प्रभावित होती है। इसलिए इस दौरान कुछ काम करने से बचना चाहिए। भारत में इसका सीधा असर नहीं रहेगा, लेकिन जहां भी इसका असर पड़ेगा, वहां की गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसी महिलाएं ग्रहण के समय किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि इससे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है।   उन्होंने बताया कि ग्रहण और सूतकाल के दौरान न तो नाखून काटना चाहिए और न कंघी करना चाहिए। इस समय न तो सोना चाहिए और पका भोजन खाना चाहिए। काटने-छीलने का काम नहीं करना चाहिए। साथ ही सूई में धागा भी डालने की मनाही की गई है। ग्रहण के समय यात्रा करने से भी बचना चाहिए। कोई भी नया काम शुरू करने से परहेज करना चाहिए ।  

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भोपाल। आसमान साफ होते ही मध्य प्रदेश में गर्मी ने फिर तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सोमवार को प्रदेश के अनेक शहरों में पारा पहली बार 40 डिग्री के पार पहुंच गया। राजधानी भोपाल में सोमवार को ऐसी गर्मी पड़ी कि सड़कों का डामर ही पिघलने लगा। ग्वालियर में भी सोमवार सीजन का सबसे गर्म दिन रहा तो इंदौर-जबलपुर के लोग भी तेज गर्मी से परेशान हो गए। खजुराहो और राजगढ़ देश में 7वें और 9वें सबसे गर्म शहर रहे। दोनों जगह पारा 43.2 डिग्री रहा। मौसम वैज्ञानिक आज से फिर मौसम बदलने की बात कह रहे हैं, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी। राजधानी भोपाल में सोमवार को दिन का तापमान 40.9, इंदौर में 39.6, ग्वालियर में 41.7 और जबलपुर में 40.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। खजुराहो प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि रविवार को भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में बारिश-आंधी हुई थी। लेकिन अगले ही दिन सोमवार को मौसम में बदलाव देखने को मिला। इसके चलते ग्वालियर, जबलपुर और खजुराहो समेत करीब 20 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। सतना-टीकमगढ़ में तापमान 42 डिग्री, नर्मदापुरम, नौगांव, सीधी, रतलाम, उमरिया, खरगोन और मंडला में 41 डिग्री, गुना, खंडवा, शिवपुरी, रीवा और सागर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ही रहा। दिन के साथ-साथ रातों का तापमान भी बढ़ रहा है। रविवार-सोमवार की रात पहली बार इतना अधिक न्यूनतम तापमान रहा। भोपाल में पारा 24.6 डिग्री पर रहा। वहीं, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में 21 डिग्री से ज्यादा ही तापमान दर्ज किया गया। सागर और सीधी में 25 डिग्री के पार तापमान पहुंच गया। सतना, नर्मदापुरम, रतलाम, दतिया, राजगढ़, खजुराहो और नौगांव में तापमान 23 से 24 डिग्री के बीच रहा। आज से मिल सकती है राहत मौसम वैज्ञानिक आज से फिर प्रदेश का मौसम बदलने की बात कह रहे हैं, जिससे गर्मी के तेवर कुछ नरम पड़ेंगे। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है। दूसरी ओर साउथ वेस्ट राजस्थान के ऊपर सर्कुलेशन बना हुआ है। नॉर्थ छत्तीसगढ़ से केरल तक महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक होते हुए ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। वहीं, अरब सागर से थोड़ी सी नमी बनी हुई है। इस कारण प्रदेश में मौसम बदल गया है। 18 और 19 अप्रैल को मौसम में और भी बदलाव होगा। इससे प्रदेश के दक्षिण हिस्से यानी खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बैतूल, हरदा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में कहीं-कहीं गरज-चमक की स्थिति रहेगी। भोपाल में 18 और 19 अप्रैल को फिर हल्की बारिश होने के आसार है।

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भोपाल। कहते हैं किसी भी मत, पंथ, धर्म, मजहब को छोड़कर किसी अन्य के विश्वास को ग्रहण करना आसान नहीं होता। मगर एक युवक तर्क एवं वैज्ञानिकता के आधार पर इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म में वापस लौटा है। इसके लिए वह 18 घंटे में 1300 किलोमीटर की यात्रा कर महाराष्ट्र के जालना से मध्य प्रदेश के दतिया स्थित पंडोखर धाम पहुंचा और उसने हनुमान चालीसा का पाठ पढ़कर स्वेच्छा से सनातन हिन्दू धर्म में वापसी की। जिस युवक ने इस्लाम छोड़कर सनातन हिन्दू धर्म को अपनाया है, उसका नाम जावेद पुत्र शेरखा तडवी है । वह उदासीन अखाड़ा कांची पुरम के महंत स्वामी वैरागानंद भी उपस्थित में पंडोखर धाम में चल रहे महोत्सव में शामिल होने यहां आया हुआ है। उसे अब शिवेंद्र नाम से संबोधित किया जाएगा। पंडोखर धाम के सचिव मुकेश गुप्ता ने सोमवार को बताया कि इस युवक की आयु 32 वर्ष है और यह जावेद तड़वी नाम से अब तक जाना जाता रहा है, किंतु अब से यह जावेद न होकर शिवेन्द्र नाम से पुकारा जाएगा। इन्होंने भगवान हनुमानजी की प्रेरणा से हनुमान चालीसा का पाठ करने के पश्चात सनातन हिन्दू धर्म में स्वेच्छापूर्वक वापसी की है । उन्होंने बताया कि यह नया शिवेन्द्र नाम पंडोखर सरकार गुरुशरण महाराज ने उन्हें प्रदान किया है । आचार्य उमाशंकर शास्त्री द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि पूर्वक सनातन धर्म की तर्क एवं विज्ञान सम्मत महत्ता बताते हुए जावेद का शुद्धिकरण कराया गया, जिसके बाद उसने शिवेन्द्र बन सनातन धर्म में प्रवेश किया । जावेद से अब शिवेन्द्र बन चुके सनातनी का कहना है वह अपने मित्र के साथ सबसे पहले पंडोखर सरकार के दरबार में गया था, वहां उसने सामने जो अनुभव किया, उससे उसे सनातन हिन्दू धर्म के बारे में जानने की प्रेरणा हुई, उससे यहीं से सनातन से जुड़े धर्म ग्रंथों का अध्ययन शुरू किया, जितना जाना उतना और अधिक जानने की इच्छा पैदा होती गई, इस बीच वह चारों धामों की यात्रा कर आया । शिवेन्द्र का कहना यह भी कि वह अनेक बार माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गया तथा सभी बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने भी वह जा चुका है। सनातन धर्म से प्रभावित होकर उसने अपने लिए सनातन हिन्दू धर्म का मार्ग चुना है।

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जबलपुर में चेरीताल स्थित शराब दुकान को हटाने का लगातार विरोध जारी है। जिसको लेकर आज क्षेत्रीय नागरिक और कांग्रेस पार्टी के द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया। गौरतलब है बीते दिनों शराब दुकान के सामने स्थानीय नागरिकों के द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया गया था।कांग्रेस कमेटी के महामंत्री सौरभ नाटी शर्मा ने कहां मशाल जुलूस चेरीताल शराब दुकान से दमोहनाका होते हुए धरना स्थल तक निकाला गया। जनता मुखर होकर पुलिस प्रशासन को खुले तौर पर चुनौती दी थी। हालांकि पुलिस ने जनता पर शराब दुकान को बंद कराने को लेकर मारपीट की थी। जिसका जवाब अब पुलिस को न्यायालय में देना होगा। उन्होंने कहां आंदोलन सिर्फ चेरीताल तक सीमित न रहकर अवैध रूप से संचालित शराब दुकानों में आंदोलन पहुंचेगा।वहीं कांग्रेस अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह 'अन्नू' ने क्षेत्र की जनता को आश्वासन दिया कि पूर्व 24 घन्टे के भीतर चेरीताल शराब दुकान के नक्शे की जांच कराई जाएगी। यदि जांच में शराब दुकान अवैध पाई गई तो नगर निगम की धाराओं के तहत कार्यवाही की जाएगी।

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मध्यप्रदेश के 14 जिलों में अब लोगों को गैस भरवाने के लिए नंबर लगाने की जरूरत नहीं होगी। दरअसल, नागपुर-छिंदवाड़ा-जबलपुर गैस पाइपलाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। शुरुआत में इस प्रोजेक्ट में महाकौशल क्षेत्र में करीब 317 किमी के दायरे में पाइप लाइन बिछाने का लक्ष्य रखा गया है। सितंबर माह तक काम पूरा होते ही बस नोब चालू करते ही अब घर का गैस चूल्हा ऑन जाएगा। पीएम गतिमान योजना के अंतर्गत घर-घर गैस पाइप लाइन बिछाने की योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम मध्यप्रदेश में भी शुरू हो चुका है। जिसके सितंबर तक पूरी होने की संभावना है।मध्यप्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के तहत घर-घर पाइपलाइन बिछाने की योजना के तहत पहले चरण में महाकौशल और बुंदेलखंड के संभाग को चुना गया है। पहले चरण में प्रदेश के 14 जिलों में घर-घर गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी। गेल इंडिया के डायरेक्टर अखिलेश जैन ने बताया गेल इंडिया के तहत मुंबई से ओडिशा तक 1390 किलोमीटर की गैस पाइपलाइन बिछाई गई है। जिसमें मध्यप्रदेश में पाइपलाइन लाने के लिए नागपुर से कनेक्शन किया गया है। जिसके तहत 317 किलोमीटर की पाइप लाइन मध्यप्रदेश में बिछाई जा चुकी है।उन्होंने बताया कुल 7 हजार 844 करोड़ की लागत से इस योजना को पूरा किया जा रहा है। जिसके तहत तीन तरह की गैस लाइन लाने का काम किया जा रहा है। जिसमें सीएनजी, एलपीजी और पीएनजी गैस पाइपलाइन लाई जाएगी। सीएनजी पाइपलाइन आ जाने से सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों की संख्या बढ़ेगी। जिससे न केवल सस्ता ईंधन मिलेगा बल्कि शहरों को प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी।

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कांग्रेस का वचन पत्र कर्नाटक चुनाव के बाद जारी होगा। लॉन्चिंग के मौके पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी शामिल होने के लिए एमपी कांग्रेस उन्हें न्योता भेजेगी। इसे लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले पर बैठक हुई।पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने कहा, हमारा वचन पत्र फाइनल हो चुका है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अलग-अलग क्षेत्रों में प्रदेश भर का दौरा कर रहे हैं। अगले हफ्ते एक फाइनल मीटिंग होगी और इसके बाद वचन पत्र को प्रिंटिंग के लिए भेजा जाएगा। कर्नाटक चुनाव यानी 10 मई के बाद कांग्रेस का वचन पत्र जारी होगा।बैठक में जातिगत जनगणना पर भी चर्चा हुई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सागर दौरे के वक्त जातिगत जनगणना कराने की मांग की थी। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि 2011 के बाद जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, आंकड़े भी सार्वजनिक किए जाने चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातिगत जनगणना की मांग कर चुके हैं।कांग्रेस की वचन पत्र समिति की बैठक पर मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा- ये वचन पत्र नहीं, छलावा पत्र है। पिछली बार जो छलावा और धोखा दे चुके हैं, उसकी पुनरावृत्ति करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने देखा कि 60 सीटें दिग्विजय सिंह को दे दी है। मतलब 60 पर मान लिया कि हम जीत ही नहीं रहे। अब 170 सीटों पर लड़ाई की बात कर रहे हैं। वातानुकूलित कमरों में बैठकर कमलनाथ जी जनता के बीच कभी जाते नहीं हैं। अब नकाब उतर चुका है। गेम ओवर हो चुका है। जनता जान चुकी है ये छलावा है और ये छलावा समिति की बैठक कर रहे हैं।कांग्रेस इस बार के वचन पत्र में किसानों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों और स्टूडेंट्स के साथ ही सभी जाति, वर्गों को ध्यान में रखते हुए वचन पत्र बना रही है। शिवराज सरकार द्वारा बनाए जा रहे सामाजिक बोर्ड और आयोगों का काट भी कांग्रेस अपने वचन पत्र में शामिल करेगी। बैठक में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पिछली बार हुई बैठक में दिए गए टास्क का फॉलोअप भी लिया। इसके अलावा पिछले विधानसभा चुनाव के पहले बनाए गए वचन पत्र में शामिल पॉइंट्स को शामिल करने और उनमें कुछ अन्य पॉइंट जोड़ने पर भी चर्चा की।

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रंगपंचमी पर इंदौर में निकाली जाने वाली ‘गेर’ और लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ी नर्मदा परिक्रमा यूनेस्को इंटैन्जिबल लिस्ट का हिस्सा बनने की दौड़ में है। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने इनसे जुड़े प्रस्ताव केंद्रीय संस्कृति विभाग को भेजे हैं। 74 साल पुरानी गेर की परंपरा को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए प्रशासन कई वर्षों से प्रयास कर रहा है। पुराने दस्तावेज के साथ इस साल के फोटो और वीडियो भी भेजे गए हैं।इनके अलावा मैहर के 106 साल पुराने बैंड, फसलों से जुड़े पारम्परिक जनजातीय गीत और गोंड पेंटिंग के प्रस्ताव भी इस ग्लोबल लिस्ट में शामिल करने के लिए भेजे गए हैं। मैहर बैंड की स्थापना राजा बृजनाथ सिंह के आदेश पर 1917 में हुई थी। इसमें शामिल अनाथ बच्चों को उस्ताद अलाउद्दीन खां रोज चार घंटे बैंड सिखाते है। सभी राज्य अपने प्रस्ताव बनाकर केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संगीत नाटक अकादमी को भेजते हैं। अकादमी द्वारा बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी इनमें से एक प्रस्ताव पर मुहर लगाती है। पिछले साल गरबा को चुना गया था।हर साल होने वाले गेर के आयोजन में लाखों लोग राजबाड़ा पर इकट्ठे होते हैं। इन पर मशीनों से गुलाल-रंग फेंका जाता है। होली के बाद होने वाले इस आयोजन को देखने देश-विदेश से लोग यहां पहुंचते हैं।नर्मदा परिक्रमा का धार्मिक-आध्यात्मिक महत्त्व है। लगभग 2600 किमी की पूरी यात्रा मप्र में नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से शुरू होकर गुजरात के भरुच से अमरकंटक पर खत्म होती है। 3-4 माह में पैदल परिक्रमा पूरी होती है।

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श्योपुर। जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान की सीमा से एक बार फिर ओवान नाम का चीता भाग निकला है। यह चीता रविवार की सुबह शिवपुरी जिले की बैराड़ तहसील के ग्राम जौराई में खेतों में देखा गया है। चीता को अचानक खेतों में देखकर ग्रामीणों में भय का माहौल है, जबकि वन विभाग और कूनो राष्ट्रीय उद्यान की एक टीम चीता की सुरक्षा और चीते को दोबारा से पार्क क्षेत्र में में ले जाने की कवायद में जुटी हुई है।   बता दें कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा गया नर चीता ओवान शनिवार की रात एक बार फिर से नेशनल पार्क एरिया को निकल कर शिवपुरी जिले में पहुंच गया। रेडियो कालर के जरिए नेशनल पार्क की एक टीम ओवान को ढूंढने में जुटी हुई थी। इसी दौरान रविवार की सुबह ग्रामीणों के जरिेए पता चला कि ओवान कूनो नेशनल पार्क की सीमा से निकल कर शिवपुरी जिले की बैराड़ तहसील क्षेत्र के गांव जौराई में घुस गया है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 32 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 24 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 287 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने रविवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी है। एक दिन पहले भी राज्य में कोरोना के 49 नए मामले सामने आए थे।     कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेशभर में 471 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 32 की रिपोर्ट पाजिटिव आई, जबकि 439 सेम्पल निगेटिव पाए गए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 6.7 रहा। नए मामलों में भोपाल में 14, इंदौर में 5, ग्वालियर, खंडवा और सीहोर में 3-3, राजगढ़ में 2 तथा रायसेन व उज्जैन जिले में 1-1 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, खुशी की बात है कि राज्य के 37 जिले अब भी पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। इन जिलों में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।     प्रदेश में अब तक कुल 3 करोड़ 2 लाख 37 हजार 538 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,55,627 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,44,561 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 24 मरीज रविवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 279 से बढ़कर 287 हो गई। वहीं, राज्य में कोरोना से कुल 10,779 लोगों की मौत हुई है।

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दुनिया जिसको रिलीजन कहती है वह सबके अलग-अलग है, लेकिन हम जिसको धर्म कहते हैं वह सारी दुनिया का एक ही है। धर्म शब्द दूसरी भाषा में नहीं है। इसके पास जाने वाली अन्य भाषाओं में है। परिस्थिति आती है तो ऐसा करना पड़ता है। शिवाजी महाराज ने किया। पूरा जीवन लगा दिया धर्म रक्षण के लिए, अपनी राज्य प्राप्ती के लिए नहीं किया। धर्म के लिए जान जोखिम में डालने के लिए काम किया। बहुत लोगों को धाक बैठाई। यहां की प्रजा की छाती पर और आज की भाषा में कहें तो हिन्दू, मुसलमान दोनों की छाती पर रौंदकर चल रही थी बादशाहियां और सुलतानतें, उनको ठीक किया। समय की आवश्यकता थी। संतों ने कहा इसके लिए सिंहासन को स्वीकार किया। आज तक कोई सुलतान, बादशाह नहीं है। धर्म छोड़ना नहीं है। मैं बड़ा बनूंगा सबको बड़ा बनाउंगा। मेरा लाभ होता है तो कम से कम मेरे गांव का लाभ होना चाहिए। यह विचार लेकर चलना है।यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शिकारपुरा स्थित गुर्जर भवन में आयोजित धर्म संस्कृति सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा- ये जात पात, पंथ, संप्रदाय, पूजा के भेद छोड़ दो। यह विश्व ही मेरा घर है यह मानकर चलो। सबका ख्याल रखकर अपना ख्याल रखना है। सभी के मुख से मंगल विचार, मंगल वाणी निकलना चाहिए। देश की भक्ति, सभी के प्रति सद्भाव होना चाहिए। एक घंटे जो शाखा सिखाती है उसे 23 घंटे अपनाना है। दुनिया का ध्यान भारत की तरफ है। भारत को गुरू बनाना चाहती है दुनिया, लेकिन भारत को इसके लिए तैयार होना पड़ेगा। इस दौरान शंकराचार्य, महामंडलेश्वर हरिहरानंद महाराज अमरकंटक, जितेंद्रनाथ महाराज श्रीनाथ पीठाधेश्वर सहित अन्य संत मौजूद थे। धर्म संस्कृति सम्मेलन में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। आसपास के जिलों से एक दिन पहले से ही यहां लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था।

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रायसेन जिला मुख्यालय पर रविवार को आजाद अध्यापक संघ सहित संयुक्त मोर्चा ने पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सबसे पहले शिक्षक और अधिकारी कर्मचारियों ने डाइट परिसर के सामने धरना दिया। जिसमें कर्मचारियों ने अपनी बात रखी। उसके बाद सभी अधिकारी शिक्षक और कर्मचारी बाइक रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन सौंपा।अधिकारी-कर्मचारी शिक्षकों का कहना है कि पुरानी पेंशन बहाली की जाए एवं नियुक्ति दिनांक से पेंशन लागू की जाए यह प्रमुख मांगों को लेकर आज शिक्षकों सहित अधिकारी कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया गया था।आजाद अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सक्सेना ने बताया की प्रांत के आह्वान पर रविवार को नियुक्ति दिनांक से पुरानी पेंशन बहाल की मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया गया था।

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रायसेन में आशा, ऊषा कार्यकर्ता और आशा पर्यवेक्षकों द्वारा अपनी मांगों को लेकर रात को घरों के बाहर परिवार के साथ मशाल जलाकर केंद्र की मोदी मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। आशा ऊषा और पर्यवेक्षकों की राज्यव्यापी अनिश्चतकालीन हड़ताल 33वें दिन भी जारी रही।आशा ऊषा कार्यकर्ता और आशा पर्यवेक्षकों संगठन की जिलाध्यक्ष कृष्णा ठाकुर और लक्ष्मी कुशवाहा, रानी लोधी, राजलक्ष्मी सेन द्वारा परिवार समेत अपने घरों के सामने मशाल जलाई और शोषण के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।राज्यव्यापी आह्वान पर जिलेभर में हर बस्ती कॉलोनी और गांव तहसीलों उनके घरों के सामने अन्याय शोषण के खिलाफ अंधेरे को चीर कर इस आंदोलन को संघर्ष के दम पर आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।    

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भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के लिए देश-दुनिया से आने वाले भक्त अब बहुत निकट से अपने इष्ट के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए मंदिर प्रशासन व्यवस्थाएं बनाने में जुटा है। दरअसल, भक्तों की इच्छा बाबा महाकाल के दर्शन नजदीक से ही करने की रहती है। साथ ही उन्हें जल, दूध चढ़ाने और स्पर्श करने की इच्छा लिए भक्त दरबार में पहुंचते हैं। अब तक भस्मारती को छोड़कर ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था से सीधे गर्भगृह में पहुंचने का अवसर भक्तों के पास नहीं था, लेकिन अगले माह मई से भक्त सीधे गर्भगृह में पहुंचकर महाकाल के दर्शन कर पाएंगे। उन्हें जल भी चढ़ा पाएंगे। महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक संदीप कुमार सोनी कहते हैं कि फिलहाल इससे जुड़े तकनीकी पक्ष पर कार्य किया जा रहा है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस माह के अंत तक हमारा सॉफ्टवेयर तैयार हो जाएगा और उसके बाद सुबह 6:00 से दोपहर 12:30 बजे तक छह स्लॉट में भक्तों को सीधे गर्भगृह के दर्शन कराना आरंभ होगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्लॉट में 50 भक्तों को ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से गर्भगृह में प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था की जा रही है। यदि पूर्व से ऑनलाइन बुकिंग रहेगी, तो उसकी रसीद दिखाने भर से तत्काल उन्हें अंदर गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा। महाकाल के दर्शन करने का शुल्क 750 से लेकर 1500 तक रखा जा सकता है। फिलहाल महाकाल परिसर में प्रोटोकॉल कार्यालय पर बने काउंटर से भक्त स्वयं पहुंचकर टिकट लेकर प्रतिदिन सशुल्क गर्भगृह में प्रवेश करते हैं। कई लोग पहले दिन गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलने की स्थिति में दूसरे दिन रुककर दर्शन करते हैं। अभी प्रतिदिन डेढ़ हजार के लगभग भक्त दर्शन कर पाते हैं। अब मई से ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने के बाद कहीं से भी बुकिंग करके सीधे उज्जैन आकर भगवान महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। उन्हें किसी लाइन में लगने की आवश्यकता नहीं रहेगी।

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जबलपुर में जीजा-साले की जोड़ी बाइक की चोरी करती थी। जीजा और साले मिलकर हीरो होंडा की बाइक को निशाना बनाया करते थे। साला इतना शातिर था कि बाइक चोरी कर बाइक को ठिकाने अपने जीजा के यहां रखवा दिया करता था। जिससे पुलिस को भनक ही नहीं लग पाती थी। साला चोरी की घटना को अंजाम देने बाजार में घूम घूमकर पहले बाइक की रेकी किया करते थे। वही अपनी मास्टर की से अधिकांशतः हीरो हौंडा की बाइक को निशाना बना कर चोरी कर लिया करते थे।पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी के मुताबिक ओमती पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने रसल चौक के नजदीक दबिश देते हुए एक व्यक्ति को पकड़ा था। जो कि चोरी की नियत से घूम रहा था। वही जब आरोपित से सख्ती से पूछताछ की गई। तब उसने अपना नाम दमोहनाका निवासी 33 वर्षीय राकेश सोनी बताया। जो कि बाइक चोरी की घटना को अंजाम देने रसल चौक पहुंचा था। जब उसकी ही एक्टिवा के संबंध में पूछताछ की गई। इस दौरान आरोपित के पास गाड़ी से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं थे। सघन पूछताछ के दौरान आरोपित ने शहर के ओमती थाना क्षेत्र से 4, गढ़ा से दो, लार्डगंज से एक, मदन महल से एक सहित शहर के अन्य थानों से करीब 16 बाइक चोरी करना कबूल किया।साला अमित सोनी बाइक चुराकर अपने जीजा गोसलपुर निवासी दशरथ पटवा के यहां रखवा दिया करता था। वही आरोपित बाइक चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए हीरो हौंडा की बाइक को निशाना बनाता था। जो कि मास्टर की से आसानी से बाइक चुराने की घटना को अंजाम दे देता था। इसी तरह पुलिस ने रांझी के दो बाइक चोर झंडा चौक निवासी अंकित कुमार और सौरभ चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से छह दो पहिया वाहन को जब्त करने की कार्रवाई की गई है।

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ग्राम पंचायत में एक वर्ष पहले पानी की टंकी स्वीकृत हुई थी, ताकि बोरवेल के जरिए टंकी में पानी पहुंचाया जाए, लेकिन टंकी निर्माण में हो रही देरी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। अब ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। गर्मी शुरू होते ही गांव में पानी की समस्या बढ़ने लगी है।इधर ठेकेदार लगातार टंकी निर्माण करने में देरी कर रहा है। अब दो महीने में काम पूरा करने का दावा कर रहा है। जानकारी के मुताबिक जून 2022 में टंकी निर्माण की स्वीकृति पीएचई ने दी थी। 10 माह बीतने के बाद भी सिर्फ फाउंडेशन के पिलर ही डल पाए हैं।ऐसे में टंकी निर्माण में 6 महीने से अधिक का समय लग सकता है। सरपंच प्रतिनिधि लखनलाल आदिवासी ने बताया कि टंकी का काम काफी स्लो चल रहा है। इसके चलते ग्रामीण पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। ठेकेदार को जल्द से जल्द टंकी का निर्माण करना चाहिए।जब टंकी निर्माण में हो रही देरी को लेकर पीएचई के एसडीओ राजेश शर्मा से बात की तो उन्होंने ठेकेदार का पक्ष लेते हुए बताया कि ठेकेदार की तबीयत खराब चल रही थी, इसलिए टंकी के निर्माण कार्य में देरी हुई है, लेकिन अब वह जल्द से जल्द इसे बनवाने का प्रयास करेंगे। वहीं ठेकेदार प्रेम सिंह ने बताया कि उनकी लेबर बिहार से आती है,इन दिनों उनके यहां वैवाहिक कार्यक्रम चल रहे हैं, जिससे काम में देरी हो रही है। काम चालू है और आगामी दो माह में पूरा कर लिया जाएगा।

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जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के लिए कहा कि उन्हें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। वे बाल गोपाल हैं, ज्यादा बड़-बड़ न बोलें। भागवत के पंडितों पर दिए बयान पर निश्चलानंद सरस्वती ने यह बात कही।उन्होंने आगे कहा, मोहन भागवत मेरे पास बाल गोपाल होकर ही बैठते हैं। ये गुरु, गोविंद और ग्रंथ तीनों से हीन हैं। सालभर इनको बोलना है, कुछ न कुछ ऊटपटांग तो बोलेंगे ही, इनकी लाचारी है। सिखों के यहां ग्रंथ है, किसी के यहां कुरान है, किसी के यहां बाइबिल है, लेकिन इनके यहां तो बड़ी कठिनाई है- न गुरु, न गोविंद, न ग्रंथ। ब्राह्मण के ऊपर कटाक्ष कर अपने पांव पर ही कुल्हाड़ी मार ली। 25 अप्रैल को दिल्ली में हो रहे हिंदू राष्ट्र अधिवेशन को लेकर शुक्रवार को जगन्नाथ पुरी शक्तिपीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद स्वामी रीवा पहुंचे।बता दें, दो महीने पहले मुंबई में संत रोहिदास जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है, जाति पंडितों ने बनाई, जो गलत है। भगवान के लिए हम सभी एक हैं। हमारे समाज को बांटकर पहले देश में आक्रमण हुए, फिर बाहर से आए लोगों ने इसका फायदा उठाया।शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने साईं भक्तों को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि साईं किसी भी प्रकार से भगवान नहीं हैं। जो साईं को भगवान मानते हैं, वे हिंदू मठ और मंदिर से दूर रहें। उनका पूरी तरह से हिंदू मठों में प्रवेश वर्जित है। वे साईं के पास ही रहें। पूरी तरह से सनातन धर्म से दूरियां बनाकर रहें।शंकराचार्य ने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना करते हुए ईसाइयों का हिंदू धर्म में स्वागत किया। कहा- रोम देश में ईसा मसीह की प्रतिमा वैष्णव तिलक युक्त है। ईसाई, ईसा मसीह को भगवान मानते हैं तो वैष्णव धर्म को स्वीकार कीजिए। ईसा मसीह और मोहम्मद साहब के पूर्वज कौन थे? सभी के पूर्वज हिंदू थे

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सागर। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) मोहम्मद सुलेमान द्वारा बुंदेलखंड मेडिकल कालेज (बीएमसी) के डीन डॉ. आरएस वर्मा के साथ की गई अभद्रता के विरोध में बीएमसी के डॉक्टर शनिवार को सुबह तीन घंटे तक हड़ताल पर रहे। चिकित्सकों की मांग है कि एसीएस अपने बर्ताव के लिए माफी मांगें, साथ ही चेतावनी दी है कि वे यदि रविवार तक डा. वर्मा से माफी नहीं मांगते हैं तो वे सोमवार को पुन: अपनी हड़ताल शुरू करेंगे।   मेडिकल कालेज के चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. सर्वेश जैन ने बताया कि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने बीएमसी के डीन डॉ. आरएस वर्मा से अपशब्द कहे हैं। इन अपशब्द से मेडिकल कालेज के कर्मचारियो मं रोष है। इसी के चलते बीएमसी के चिकित्सक ने सुबह आठ से 11.00 बजे तक हड़ताल पर रहे। उन्होंने एसीएस मो. सुलेमान को एक दिन का वक्त दिया है।   गौरतलब है कि एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने बीते बुधवार को साप्ताहिक वीडियो कान्फ्रेंस में प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों के जिम्मेदारों से बातचीतकी थी। बीएमसी के चिकित्सकों का आरोप है कि इसी बातचीत के दौरान उन्होंने बीएमसी डीन डॉ. आरएस वर्मा को डांटते हुए अपशब्द कहे। इससे सभी कर्मचारी आहत हैं।   मेडिकल कालेज में सुबह से ही ओपीडी शुरू हो गई थी, लेकिन पर्ची बनाने के बाद डॉक्टर इलाज नहीं कर रहे थे। इससे मरीजों को परेशानी हो रही थी। हालांकि, दस बजे के बाद डॉक्टरों में आपस में बातचीत हुई और 11 बजे तक उन्होंने हड़ताल स्थगित कर दी। उन्होंने कहा कि एसीएस को माफी मांगने के लिए एक दिन का और वक्त दिया जाएगा। यदि वे रविवार तक ऐसा नहीं करते तो सोमवार को हम पुन: हड़ताल करेंगे।

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उज्जैन (मप्र)। प्रति वर्ष वैशाख कृष्ण दशमी से प्रारंभ होने वाली पांच दिवसीय पंचक्रोशी यात्रा आज (शनिवार) शुरू हो गई। इसका समापन चतुर्दशी पर 19 अप्रैल को होगा। इस यात्रा में देशभर के 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हैं। यह लोग 118 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस दौरान पांच पड़ाव तथा दो उप पड़ाव पर रुककर पूजन करेंगे। ऐसी मान्यता है कि यह धार्मिक यात्रा प्राचीन अवंतिकापुरी के चार द्वारपालों/क्षेत्रपालों का पूजन करके ,नगर की रक्षा की कामना से होती थी। यात्रा के पहले दिन श्रद्धालु पुराने शहर के पटनी बाजार स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुंचते हैं। यहां वे एक श्रीफल अर्पित करके यात्रा पूरी करने का बल मांगते हैं। आचार्य बृजेश चंद दुबे का कहना है कि पहले यह यात्रा अत्यंत कठिन हुआ करती थी, इसलिए श्रद्धालु ईश्वर से शक्ति प्राप्तकर, अपने साथ भोजन की सूखी सामग्री की पोटली भी रखते थे। आज भी यह परंपरा कायम है। हालांकि अब प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं द्वारा निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाती हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा के पड़ाव पर श्रद्धालुओं द्वारा भजन और भोजन किया जाता है। सामान्यतः अधिक गर्मी के कारण श्रद्धालु रात्रि में यात्रा करते हैं और दोपहर में विश्राम। यात्रा समापन पर सभी शिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान करेंगे। इसके बाद अष्ट तीर्थ यात्रा करके समापन होगा।

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रीवा। डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर शुक्रवार को आजीवन कारावास के 15 बंदी सजा में छूट का लाभ पाकर रिहा किये गये। रिहा बंदियों में से जिला रीवा का एक बंदी, अनूपपुर के दो बंदी, शहडोल के चार बंदी, सीधी एवं सिंगरौली के तीन-तीन बंदी, सतना का एक बंदी तथा सोनभद्र (उ.प्र.) के एक बंदी को रिहा किया गया।   जेल अधीक्षक सतीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि जेल से रिहा होते समय बंदियों में खुशी का माहौल रहा है। जेल में परिरूद्ध रहने के दौरान बंदियों को स्वरोजागारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।   जेल अधीक्षक द्वारा सभी बंदियों को जेल रिहा होने के पश्चात समाज की मुख्य धारा में शामिल होकर अपना एवं अपने परिवार का भरण-पोषण कर कानून का पालन करने का संदेश दिया गया है। इस दौरान संजीव कुमार गेंदले उप जेल अधीक्षक, उप जेल अधीक्षक राघवेश अग्निहोत्री श्याम सिंह कुशवाह सहायक जेल अधीक्षक, श्याम सुंदर दुबे वरिष्ठ प्रहरी, आकांक्षा तिवारी प्रहरी उपस्थित रहे।

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जबलपुर शहर के बड़ा फुहारा चौक में स्थित पंजाब नैशनल बैंक में आज सुबह अचानक ही आग लग गई, जिससे कि बैंक में लगे 2 कंप्यूटर सिस्टम और 3 एसी पूरी तरह से जल गए। कोतवाली थाना पुलिस ने बैंक के अधिकारियों को आग लगने की सूचना दी, वही मौके पर पहुंचा दमकल विभाग ने भी समय रहते आग पर काबू पा लिया। प्रारंभिक जानकारी में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रहीं है।पंजाब नैशनल बैंक के शाखा प्रबंधक अनुराग अग्रवाल ने बताया कि आज सुबह कोतवाली थाने से सूचना मिली की बैंक में आग लग गईं। तुरंत ही बैंक के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो देखा कि बैंक के अंदर से धुँआ निकल रहा है। जिसके बाद दमकल कर्मियों ने छत पर जाकर इमरजेंसी दरवाजा बैंक का खोला तो देखा कि अंदर पूरे में धुआं फैला हुआ था। बैंक में रखें दो कंप्यूटर सिस्टम और एसी जल गए जिससे कि धुआ निकल रहा था, जिसे कि दमकल कर्मियों ने बुझाया। हालांकि बैंक में आग लगने से ग्राहकों का रिकार्ड खराब नही हुआ है।पंजाब नैशनल बैंक शाखा प्रबंधक अनुराग अग्रवाल के मुताबिक समय रहते अगर आग पर काबू नही पाया जाता तो निश्चित रूप से बड़ी घटना घट सकती थी, क्योंकि बैंक के अगल-बगल कपड़े की दुकानें भी थी, इसके अलावा काफ़ी केस बैंक में रखा हुआ था। उन्होंने बताया कि बैंक रिकार्ड पूरी तरह से सुरक्षित है। फिलहाल बैंक में लगी आग को बुझा दिया गया है।  

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ग्वालियर राहुल गांधी की संसद से सदस्यता समाप्त किए जाने के बाद कांग्रेस लगातार देशभर में प्रदर्शन कर रही है इसी कड़ी में ग्वालियर में युवा कांग्रेस द्वारा लोकतंत्र बचाओ मशाल जुलूस रैली का आयोजन किया गया ग्वालियर के हजीरा चौराहे से किला गेट तक हजारों की संख्या में युवा हाथों में मशाल लेकर निकले, इस मशाल रैली में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास राजसभा सांसद विवेक तंखा भी शामिल हुए।बता दें कि इस मसाल रैली का आयोजन युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मितेंद्र दर्शन सिंह द्वारा किया गया था। रैली में शामिल होने को लेकर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास का कहना है कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक युवा कांग्रेस लोकतंत्र बचाने के लिए आज सड़कों पर उतरी हुई है कहीं ना कहीं राहुल गांधी जी का सदस्यता डिसक्वालीफाई नहीं हुआ है इस देश का लोकतंत्र डिसक्वालीफाई हुआ है। यह आज सभी लोग कह रहे हैं। आज की सरकार गूंगे बहरो की सरकार है। संसद से लेकर सड़क तक म्यूट तंत्र चल रहा है। यही वजह है कि लोकतंत्र बचाने के लिए हम सभी मिलकर लड़ते रहेंगे।

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चलते चलते, मेरे ये गीत याद रखना, कभी अलविदा न कहना, रोते हसते, बस यूं ही तुम गुनगुनाते रहना, कभी अलविदा न कहना' किशोर का यह गीत हर किसी की जुबान पर है, लेकिन शुक्रवार दोपहर जब संविधान निर्माता भारत रत्नी डॉ. भीमराम अम्बेड़कर की जयंती के मौके पर सेन्ट्रल जेल ग्वालियर से 22 बंदियों को रिहा किया गया।भिंड से हत्या के मामले में बंद झब्बू उर्फ मूरत भदौरिया ने खुले आसमान में आने से पहले जेल में अपने साथियों के बीच यह मशहूर गाना गया। ज्यादातर बंदी हत्या के मामले के ही रिहा हुए हैं। जेल की चारइस मौके पर केन्द्रीय जेल के जेल अधीक्षक विदित सरवइया ने कहा कि क्रोध पर काबू किया होता तो जीवन के वह कीमती साल जो आपके परिवार की जरूरत के थे बच सकते थे और जेल में आपका जीवन बर्बाद नहीं होता। इसके बाद जेल अधीक्षक ने अम्बेड़कर जयंती के मौके पर बंदियों को रिहाई देते समय उनका शॉल श्रीफल से सम्मान भी किया। यह पहला मौका है जब अंबेडकर जयंती पर बंदियों की रिहाई हुई, इससे पहले 26 जनवरी और 15 अगस्त पर ही बंदियों की रिहाई की जाती थी। पर अब अम्बेड़कर जयंती व गांधी जयंती को भी इसमें शामिल किया गया है। इस अवसर पर जेल प्रबंधन के साथ ही रिहा होने वाले बंदी और उन्हें विदाई देने आए अन्य बंदी मौजूद थे। दीवारी से बाहर आते ही इन बंदियों की आंखों में आंसू भर आए। अम्बेड़कर जयंती पर पूरे प्रदेश में 154 बंदी रिहा हुए हैं इनमें पांच महिला बंदी भी शामिल हैं।जेल अधीक्षक सरवइया ने कहा कि क्रोध के चलते ही आप अपने परिवार, दोस्तों तथा अन्य स्नेहीजनों से दूर रहे, इसलिए यह प्रण करें कि क्रोध को अपने ऊपर हावी नहीं होने देंगे। जिससे आपका जीवन सुखमय बीते। साथ ही आपने अपने जीवन के कीमती वर्ष जेल में बिताए हैं, यह बात आपसे ज्यादा कौन जान सकता है, इसलिए अब बाहर जाकर लोगों को क्रोध से बचने के लिए आप जागरूक करें। जिससे वह इस तरह का कदम ना उठाएं।

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बेगूसराय।विक्रम संवत 2080 की शुरुआत, मिथिला के पावन पर्व सतुआइन और वैशाखी के अवसर पर शुक्रवार को गंगा घाटों पर स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस अवसर पर सबसे अधिक भीड़ पावन गंगा तट सिमरिया धाम में उमड़ी। जहां मिथिला से लेकर नेपाल और बिहार के विभिन्न हिस्से से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे तथा गंगा स्नान, गंगा पूजन और दान किया।खास करके मिथिला से गंगा स्नान के लिए आए लोगों ने स्नान पूजन के बाद सत्तू दान किया तथा विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की। सतुआइन को लेकर अहले सुबह से ही स्थानीय लोगों के अलावा मिथिला क्षेत्र समस्तीपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, मधुबनी सहित पड़ोसी देश नेपाल से भी बड़ी संख्या में लोग सिमरिया पहुंच गए थे। सुरक्षित गंगा स्नान कराने के लिए डीडीआरएफ के जवान भी मोटर बोट के साथ सतर्क थे तथा लोगों को गहरे पानी में जाने से रोकते रहे।   इस अवसर पर सिद्धाश्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संस्थापक स्वामी चिदात्मन जी ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति में तपस्या, दान और यज्ञ का विशिष्ट महत्व है। देवता और पितर दोनों की संतुष्टि के लिए द्वादश महीना के विशिष्ट कार्य किए जाते हैं। वैशाख में जब मेष राशि पर सूर्य रहते हैं तो इस समय सत्तूदान एवं घटदान का विशेष महत्व है। इससे प्रजापिता ब्रह्मा के साथ-साथ सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। देवता और पितर दोनों के लिए इसे अति श्रेष्ठ माना गया है। आज की संक्रांति पुण्यदाई है, जिसमें देवता प्रसन्न और पितर संतुष्ट होकर आरोग्यता और सुख-शांति प्रदान करते हैं।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के मामलों में फिर इजाफा देखने को मिल रहा है। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 51 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 20 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 256 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी है। एक दिन पहले भी राज्य में कोरोना के 52 नए मामले सामने आए थे।     कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को प्रदेशभर में 888 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 51 की रिपोर्ट पाजिटिव आई, जबकि 837 सेम्पल निगेटिव पाए गए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 5.7 रहा। नए मामलों में भोपाल में 17, इंदौर में 12, राजगढ़ में 6, जबलपुर में 5, नर्मदापुरम में 4, सीहोर में 3, ग्वालियर में 2 तथा रायसेन व उज्जैन जिले में 1-1 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, खुशी की बात है कि राज्य के 37 जिले अब भी पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। इन जिलों में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   प्रदेश में अब तक कुल 3 करोड़ 3 लाख 11 हजार 093 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,55,504 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,44,470 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 20 मरीज गुरुवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 226 से बढ़कर 256 हो गई। राज्य में कोरोना से अब तक कुल 10,778 लोगों की मौत हुई है।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते तीन दिन से मौसम साफ होने के बाद सूरज ने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। यहां लगातार तापमान में इजाफा हो रहा है। गर्मी के लिहाज से मप्र ने दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। गुरुवार को राजगढ़, दमोह और खजुराहो में सबसे ज्यादा तापमान रहा। यहां अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।     भोपाल में गुरुवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। वहीं, ग्वालियर में पहली बार तापमान 40 डिग्री को छू गया। इंदौर में 38.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं, पिछले तीन दिन से 42-43 के बीच चल रहा तापमान गुरुवार को थोड़ा कम हो गया। बाकी शहरों में तापमान 40 डिग्री के नीचे ही रहा।     मौसम विभाग की मानें तो वातावरण से नमी कम होने के कारण राजधानी सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि इस सीजन में अभी तक लू के हालात नहीं बने हैं। गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 41.8 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़, खजुराहो एवं दमोह में रहा। देश के सबसे गर्म शहरों में ये तीनों शहर आठवें नंबर पर रहे। वहीं, प्रदेश के 10 शहरों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। मौसम विभाग के मुताबिक 15 अप्रैल से बादल छाने की संभावना है। इससे तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है।     वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि इन दो मौसम प्रणालियों के कारण इंदौर संभाग के जिलों में अरब सागर से कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से शुक्रवार को खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर के अलावा बैतूल जिले में कहीं–कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।     उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के शेष जिलों में शुक्रवार को दिन के तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। शनिवार को एक पश्चिमी विक्षाेभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के असर से हवाओं का रुख बदलने से वातावरण में नमी आने से बादल छाने लगेंगे। जिसके चलते तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी।

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भोपाल। आगामी 20 अप्रैल को दुर्लभ हाईब्रिड सूर्यग्रहण की घटना होने जा रही है । यह पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी गोलार्द्ध के समुद्री भागों में होने जा रहे इस ग्रहण को भारत में तो नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन सदी में औसतन सिर्फ 7 बार होने वाली इस घटना का साइंस समझने का यह अवसर है। यह जानकारी नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि अगर पृथ्वी गोलाकार न होकर सपाट चौकोर होती तो हाईब्रिड सोलर इकलिप्स की घटना पृथ्वी पर नहीं होती ।   सारिका ने बताया कि गणितीय रूप से ग्रहण के समय सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी को च्ंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी से भाग देने पर अगर 400 के लगभग आता है तो हाईब्रिड सोलर इकलिप्स होने की परिस्थितियां बनती हैं ।     सारिका ने बताया कि हमारी पृथ्वी गोलाकार है इस कारण चंद्रमा की दूरी , लोकेशन बदलने पर बदलती रहती है । उन स्थानों पर जहां कि ग्रहण के दौरान चंद्रमा सिर के ठीक उपर (Zenith) होता है तो उसका अपेरेन्ट साईज (Apparent Size) बड़ा होता है इस कारण यह सूर्य को पूरी तरह से ढ़क लेता है और पूर्ण सूर्यग्रहण दिखने लगता है ।     उन स्थानों में जहां कि चंद्रमा क्षितिज (Horizon) के पास होता है वहां चंद्रमा का अपेरेंट साईज थोड़ा छोटा दिखता है और यह सूर्य को पूरी तरह नहीं ढ़क पाता है जिससे सूर्य का किनारा चमकता रहता है और बीच में चंद्रमा के कारण काला अंधेरा दिखता है । यह वलयाकार सूर्यग्रहण (Annular Eclipse) के रूप में दिखता है ।     अगर पृथ्वी चपटी सपाट होती तो चंद्रमा की दूरी एक समान रहती और कोई एक ही प्रकार का ग्रहण होता। तो चपटी नहीं, गोलाकार पृथ्वी पर होने जा रहे संकर सूर्यग्रहण का समझिये साइंस ।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश के बाद तीन दिन से मौसम साफ हो गया है और इसके साथ ही सूरज ने भी तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। बुधवार को प्रदेश में सबसे अधिक 43 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया, जो प्रदेश में इस सीजन का सबसे अधिक तापमान है। प्रदेश का राजगढ़ लगातार दूसरे दिन देश के सबसे गर्म शहरों में इसके साथ ही राजगढ़ बुधवार को लगातार दूसरे दिन देश के सबसे गर्म शहरों में पहले नंबर पर रहा। इससे पहले मंगलवार को भी राजगढ़ देश के गर्म शहरों में पहले नंबर पर रहा था। राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे दिन तेज गर्मी रही। बुधवार को तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि इंदौर में पारा 38.3 डिग्री रहा। वहीं, जबलपुर में 39.8 और ग्वालियर में तापमान 39.3 डिग्री तक पहुंच गया। प्रदेश के 10 शहरों में रहा पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक   इस संबंध में मौसम विभाग में वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। आसमान साफ रहने के कारण तेज धूप निकल रही है। इससे गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं। बुधवार को प्रदेश के 10 शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो गुरुवार–शुक्रवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह रहेंगे। हालांकि, इस दौरान इंदौर संभाग के जिलों में कहीं–कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। इसके बाद 15 अप्रैल से एक बार फिर प्रदेश में कहीं–कहीं बादल छा सकते हैं।     विदर्भ से लेकर कर्नाटक तक बनी ट्रफ लाइन वातावरण से नमी कम होने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों से बादल छंट गए हैं। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो दिन तक बना रहेगा। हालांकि विदर्भ से लेकर कर्नाटक तक बनी ट्रफ लाइन के कारण गुरुवार–शुक्रवार को इंदौर संभाग के जिलों में कहीं–कहीं बादल छाएंगे। साथ ही बूंदाबांदी भी हो सकती है। उधर, 15 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। उसके असर से एक बार फिर वातावरण में नमी बढ़ने से मध्य प्रदेश में बादल छाने लगेंगे। इससे तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को देश में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ राजगढ़ देश में सबसे अधिक गर्म शहर रहा। दूसरे नंबर पर झारखंड का झारसुगड़ा नगर रहा। यहां भी दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा 42.5 डिग्री के साथ ओड़िशा का बारीपदा तीसरे, 45.5 डिग्री के साथ आंध्रप्रदेश का करनूल शहर चौथे और 42.2 डिग्री के साथ आंध्रप्रदेश का नंदीगामा पांचवें स्थान पर रहा।

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भोपाल। राज्य शासन ने समस्त शासकीय विद्यालयों में वर्ष 2023-24 के अवकाश घोषित कर दिए हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने बुधवार देर शाम आदेश जारी किए कर दिए हैं।   राज्य सरकार के आदेश के अनुसार शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए 1 मई से 15 जून 2023 तक एवं शिक्षकों के लिए 1 मई से 9 जून 2023 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा। वहीं कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के विद्यार्थियों का नवीन शैक्षणिक-सत्र 17 अप्रैल 2023 से शुरू होगा। इसके अलावा प्रदेश के समस्त शासकीय विद्यालयों में 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर 2023 तक दशहरा अवकाश, 10 नवंबर से 15 नवंबर 2023 तक दीपावली अवकाश एवं 31 दिसंबर 2023 से 4 जनवरी 2024 तक शीतकालीन अवकाश रहेगा।

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गायत्री शक्ति पीठ कनाड़िया का स्वर्ण जयंती महोत्सव शुरू हुआ। 16 अप्रैल तक ये आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न कार्यक्रम होंगे। आयोजन की शुरुआत के मौके पर बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए। स्वर्ण जयंती महोत्सव के तहत पांच दिवसीय आयोजन की शुरुआत कलश यात्रा व शोभायात्रा के साथ की गई।गायत्री परिवार कनाड़िया ट्रस्ट की मेजबानी में गायत्री परिवार पांच दिवसीय स्वर्ण जयंती महोत्सव कनाड़िया स्थित गुरू धाम गायत्री शक्ति पीठ पर आयोजित किया गया है। महोत्सव के तहत प्रज्ञा पुराण कथा, विभिन्न संस्कार, पुस्तक मेले के साथ ही विराट 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया है। जिसमें गायत्री परिवार से जुड़े भक्त बड़ी संख्या में शामिल हुए।गायत्री शक्ति पीठ कनाड़िया से जुड़े शंकर लाल शर्मा, सिद्धार्थ सराठे ने बताया कि गुरु ग्राम गायत्री शक्ति पीठ कनाड़िया द्वारा पीठ स्थापना की स्वर्ण जयंती के अवसर पर समस्त मानव जगत के सुखी व निरोगी जीवन के लिए 108 कुंडीय यज्ञ का आयोजन बुधवार से 16 अप्रैल तक किया जा रहा है। बुधवार सुबह मंगल कलश कंकावती नदी तट स्थित शिव मंदिर से शुरू होकर ग्राम के प्रमुख मार्गों से होकर शक्ति पीठ पहुंचेगी। रोजाना शाम 6 बजे से संगीतमय प्रज्ञा पुराण कथा होगी।गुरुवार 13 अप्रैल को सुबह 5 बजे से सामूहिक ध्यान साधना व योग, देव पूजन, महायज्ञ, दोपहर में युवा संगोष्ठी व युग गीत, शुक्रवार 14 को ध्यान, योग, यज्ञ संस्कार, नारी सशक्तिकरण संवाद, शनिवार 15 को दम्पति शिविर, रविवार 16 को महायज्ञ की पूर्णा हुति होगी। वहीं इसके अलावा आयोजन स्थल पर ही पुंसवन, अन्न प्रासन, नामकरण, मुंडन, विद्या आरम्भ, यज्ञोपवीत, दीक्षा आदि संस्कार भी नि:शुल्क कराए जाएंगे।

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भिंड के राजू भदौरिया ने विदेश की धरती पर देश का नाम रोशन किया है। पेरिस में चल रही घुड़सवार प्रतियोगिता में उन्होंने देश का मान बढ़ाया है। भारत देश की ओर से खेल रहे भिंड के राजू ने गोल्ड मेडल जीता लिया है। ये बात की खबर जब राजू के गांव मेहगांव क्षेत्र के हरपाल का पुरा में लगी तो परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। दो दिन से राजू के नाम की चर्चा पूरे गांव में हो रही है। लोग बधाई देने में जुटे हुए है।दरअसल, राजू के माता, पिता गरीब किसान है। खेतीबाड़ी पर ही जीवन निर्वाहन करते है। राजू के मामा भोपाल में घुड़सवारी के प्रतियोगी खिलाड़ी है। राजू आठवीं तक की पढ़ाई गांव में ही की। आठवीं की पढ़ाई के बाद परिवार वालों ने बेटे के भविष्य की फिक्र सताई तो राजू को भोपाल भेज दिया। मामा के घर रहकर पढ़ाई लिखाई करता रहा। मामा के साथ रहकर ही राजू ने घुड़ दौड़ प्रतियोगिता में हिस्सा ले लिया। अपने मामा से प्रशिक्षित होकर राजू मंजे हुए खिलाड़ी की तरह मैदान में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने लगा। अब चंबल का ये सपूत भिंड से निकलकर भोपाल, जयपुर, मुंबई समेत कई बड़े शहरों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका है। अब पेरिस में होने वाली प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेकर देश के लिए गोल्ड मेडल जीत चुका है।

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नर्मदापुरम जिले के गुनौरा के किसानों की गांव में ही समर्थन मूल्य खरीदी बनाने की मांग पूरी हो गई। किसानों को अब 15 किमी दूर बरंडुआ केंद्र पर गेहूं बेचने जाने की जरूरत नहीं होगी। वे गांव मेंं ही बने केंद्र पर गेहूं आसानी से बेच सकेंगे। किसानों की मांग को जिला प्रशासन ने प्रमुखता से लिया और उसे पूरा किया। रात 10 बजे जिला खाद्य विभाग ने पोर्टल पर एक ओर केंद्र को जोड़ दिया। जिससे किसान अब गांव में ही अपना गेहूं बेच पाएंगे।किसान व उपसरपंच जगदीश गौर, प्रवीण गौर ने कहा 12 साल से हमारे गांव में खरीदी केंद्र पर खरीदी हो रही थी। लेकिन इस साल गुनौरा में केंद्र न बनाकर करीब 15 किमी दूर बरंडुआ में नर्मदा वेयरहाउस पर केंद्र बनाया गया। इससे खोकसर और गुनौरा के किसान परेशान होंगे। गांव की सहकारी समिति के पास पर्याप्त स्टॉफ, संसाधन और जगह भी है। बावजूद मनमाने तरीके से हमारी सोसायटी का केंद्र बरंडुआ में बनाया। किसान केंद्र क्रमांक 2 की मांग कर रहे थे। जिसे लेकर वे करीब तीन बार जनसुनवाई में पहुंचे थे। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। 11 अप्रैल मंगलवार को भी किसान जनसुनवाई में पहुंचे और उनका गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने एडीएम मनोज ठाकुर से कहा आज में हम केंद्र बनवाकर जाएंगे नहीं तो कल यानि बुधवार को करीब 25 किसान आत्महत्या करेंगे। किसानों ने जिला आपूर्ति अधिकारी ज्योति जैन ने बताया गुनौरा समिति के दूसरे केंद्र बनाने के लिए उपायुक्त सहकारिता द्वारा सहमति प्रदान की गई। जिसके बाद मंगलवार रात में सेवा सहकारी समिति का दूसरा उपार्जन केंद्र बनाया है। गांव में खुले में समिति स्तर पर खरीदी होगी। माल वेयरहाउस में परिवहन होगा।फूड ऑफिसर पर भी आरोप लगाया था कि वे किसानों की बातें नहीं सुनती। किसानों को परेशान कर रही है। खरीदी केंद्र बिकने के भी आरोप लगाएं थे।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में दो सप्ताह से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 37 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 16 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 198 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी है। एक दिन पहले भी राज्य में कोरोना के 17 नए मामले सामने आए थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को प्रदेशभर में 694 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 37 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि 657 सेम्पल निगेटिव पाए गए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 5.3 रहा। नए मामलों में भोपाल में 14, इंदौर में 7, राजगढ़ में 4, ग्वालियर में 3, जबलपुर, हरदा और सागर में 2-2 तथा आगरमालवा, नर्मदापुरम और रायसेन में 1-1 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, खुशी की बात है कि राज्य के 36 जिले अब भी पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। इन जिलों में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   प्रदेश में अब तक कुल 3 करोड़ 3 लाख 9 हजार 304 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,55,401 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इनमें 10,44,426 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 16 मरीज मंगलवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 177 से बढ़कर 198 हो गई। वहीं, राज्य में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 10,777 है। इधर, प्रदेश में 11 अप्रैल को शाम 6 बजे तक कोरोना वैक्सीन के 13 करोड़ 39 लाख 37 हजार 295 डोज लगाई जा चुकी है।

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भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के 12 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में वन विभाग द्वारा मंगलवार देर शाम आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार, वन संरक्षक कार्य योजना बालाघाट अरविंद प्रताप सिंह सेंगर को वन संरक्षक बालाघाट वृत्त पदस्थ किया है, जबकि वन संरक्षक देवास पीएन मिश्रा को वन संरक्षक वन बल प्रमुख मुख्यालय भोपाल बनाया गया है। वहीं, नवीन गर्ग को डीएफओ दक्षिण सागर से प्रतिनियुक्ति पर उप वन संरक्षक ईको टूरिज्म बोर्ड भोपाल, महेंद्र प्रताप सिंह को डीएफओ टीकमगढ़ से डीएफओ दक्षिण सागर, थिरूकुराल आर. को प्रशिक्षु उप वमंडल अधिकारी मानपुर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया से डीएफओ टीकमगढ़ पदस्थ किया है। इसी तरह, एसीएफ (सहायक वन सरंक्षक) स्तर के अधिकारियों में सुंदरदास सोनवानी, उप वन मंडल अधिकारी बैढ़न सिंगरौली से अधीक्षक पनपथा बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व उमरिया, संदेश माहेश्वरी एसीएफ सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व सोहागपुर नर्मदापुरम को एसीएफ इको टूरिज्म बोर्ड, अंकित जामोद उप वन मंडल अधिकारी शाजापुर को एसीएफ सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व, जाम सिंह मुवेल उप वन मंडल अधिकारी बड़वानी को उप वन मंडल अधिकारी शाजापुर, अनादि बुधोलिया उप वन मंडल अधिकारी सारणी बैतूल को उप वन मंडल अधिकारी सिलवानी छिंदवाड़ा पदस्थ किया गया है। इनके अलावा राजेश मंडावलिया अधीक्षक खिवनी अभयारण्य देवास वनमंडल को अधीक्षक गांधीसागर अभयारण्य मंदसौर और विकास माहोरे, अधीक्षक गांधीसागर अभयारण्य को अधीक्षक खिवनी अभयारण्य देवास पदस्थ किया गया है।

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नई जलावर्धन योजना की पाइप लाइन बिछाने का काम शहर के लोगों के लिए जलसंकट बन गया है। वार्ड 16 के दत्तपुरा क्षेत्र में रविवार-सोमवार की रात सड़क खोदने के दौरान 30 से ज्यादा घरों की पाइप लाइन टूट गई जिससे घरों में प्रदूषित पानी पहुंच रहा है। माधौपुरा की गली नंबर 3 में तो 8 दिन से पानी की सप्लाई पूरी तरह बंद है।इन दिनों शहर में चंंबल वाटर प्रोजेक्ट के तहत पानी की डिस्ट्रिब्यूशन पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। दिन में पाइन लाइन की खुदाई पर लोग आपत्ति करते हैं और ट्रैफिक प्रभावित होता है। इसलिए सारथी कंपनी के कर्मचारी रात के समय जेसीबी मशीन से सड़क खोदकर 110 मिमी व्यास की एचडीपी पाइप लाइन बिछाते हैं।इसके चलते रविवार-सोमवार की रात गर्ल्स कॉलेज रोड, दत्तपुरा वेयर हाउस रोड पर सड़क खुदाई के दौरान 30 घरों के नल कनेक्शन कट गए। सोमवार की सुबह लोगों के घरों में कहीं तो पानी नहीं पहुंचा और जिन लोगों ने टिल्लू पंप लगाकर पानी खींंचने की कोशिश की वहां गंदा, मटमैला व बदबूदार पानी सप्लाई होकर पहुंचा।इसकी शिकायत लोगों ने पहले आस-पड़ाैस में एक दूसरे से की लेकिन बाद में यह मामला वार्ड 16 के पार्षद आयुष अग्रवाल के पास पहुंचा। पार्षद अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर समस्या काे बारीकी से देखा, समझा और सारथी कंपनी के कर्मचारियों काे मौके पर बुलाकर उनसे कटे हुए नल कनेक्शन जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कराई।साइट इंचार्ज राकेश परिहार ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक वह 7 से 8 कनेक्शन जोड़ चुके हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रतिदिन 10 से ज्यादा नल कनेक्शन खुदाई के दौरान कट रहे हैं। इससे जनता को दिक्कत आना स्वाभाविक है।

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आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित शासकीय ज्ञानोदय (आवासीय) विद्यालय के छात्रावास में छात्राओं से मारपीट का मामला सामने आया है। छात्राओं ने छात्रावास की अधीक्षक पर लकड़ी से पीटने का आराेप लगाया है। पिटाई की वजह इतनी है कि वे अपने रूम की लाइट-पंखे ऑन छोड़कर दूसरे फ्लोर पर पढ़ाई करने चली गई थीं। इस बात से नाराज होकर अधीक्षक ने उन्हें लकड़ी से पीटा। छात्राओं ने परिजन के साथ सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय और थाने पहुंचकर शिकायत की। मंगलवार की सुबह अभाविप से जुड़े छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। छात्रावास अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।कक्षा 9वीं की दो छात्राओं ने कहा, 6 अप्रैल की रात हम दोनों छात्रावास के दूसरे फ्लोर पर खाली कमरे में पढ़ाई के लिए गए थे, तब मैडम अनिता कुंडू हमारे कमरे में चैकिंग पर गई। कमरे में हम नहीं मिले तो मैडम ने हमें नीचे बुलाया। कहा कि बिजली बिल तुम्हारे पापा आकर भरेंगे क्या। फिर लकड़ी से हम दोनों के हाथ, पैर में इतना मारा कि एक तरफ सोते भी नहीं बन रहा। हम दोनों के अलावा कक्षा 6वीं क्लास की कुछ छात्राओं को भी मारा है, लेकिन डर के कारण वे शिकायत नहीं कर रहीं।छात्रावास की अधीक्षक अनिता कुंडु ने कहा, मुझ पर 250 छात्राओं की जिम्मेदारी है। छात्रावास में रहने वाले को नियम फॉलो करना होते हैं। छात्रावास में कुछ दिन से छात्राओं के सामान की चोरी हो रही है। छात्राओं ने मौखिक शिकायत भी की है। इसलिए छात्राओं को जो रूम अलॉट है, उसी में रहने को कह रहे हैं। ये छात्राएं नियम फॉलो नहीं कर रही थी, इसलिए फटकार लगाकर समझाइस के तौर पर पनिशमेंट किया। केवल एक-दो लकड़ियों को ही मारा, ताकि कोई दोबारा नियम नहीं तोड़े। बेहरमी या ज्यादा मारने की शिकायत झूठी है। छात्रावास में नियम फॉलो कराना मेरी जिम्मेदारी है। छात्रावास में छात्राओं से मारपीट के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मंगलवार को ज्ञानोदय छात्रावास पहुंचकर नारेबाजी की। साथी हॉस्टल इंचार्ज को हटाने की मांग की नगर मंत्री देवा रूसिया ने बताया छात्रावास में छात्राओं से मारपीट हुई है। अधीक्षका को हटाने की संगठन मांग कर रहा है। साथ ही कार्रवाई की मांग की जा रहीं है।  

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उज्जैन। केंद्रीय जेल, भैरवगढ़ में हुए जीपीएफ गबन की मुख्य आरोपित निलंबित जेल अधीक्षक उषा राज के पास इंदौर की सेंट्रल जेल में तलाशी के दौरान 50 हजार रु. बरामद हुए है। इस घटना से जेल और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में 15 करोड़ के जीडीएफ गबन कांड में गिरफ्तार उषा राज उज्जैन में 15 दिनों तक पुलिस रिमाण्ड पर रहीं,उसके बाद कोर्ट के आदेश पर उसे इंदौर जेल भेजा गया। तलाशी के दौरान उषा राज के पास से जेलर व महिला वार्ड प्रभारी ने एडल्ट् डायपर में छुपाये गये 50 हजार रुपये बरामद किये हैं। इंदौर जेल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उषा राज की जेल में प्रवेश के पूर्व तलाशी ली गई। उषा राज द्वारा अपने साथ लाये गये निजी सामान में एडल्ट डायपर के पैकेटों के बीच छुपाये गये 50 हजार रुपये बरामद हुए हैं। उषा राज की तलाशी महिला वार्ड प्रभारी व डिप्टी जेलर सहित जेलर सुजीत खरे ने ली थी। जेल अफसरों से मिली जानकारी के मुताबिक उषा राज से रुपये बरामद होने की सूचना जेल डीजी, न्यायालय को दी गई है। अब कोर्ट के आदेश पर जब्त रुपये राजसात किये जाएंगे। पुलिस रिमाण्ड के दौरान कहां से आये रुपये गबन कांड में पिछले 19 दिनों से उषा राज उज्जैन पुलिस की गिरफ्त में रहीं। पुलिस कस्टडी में ही उषा राज की दिनचर्या चल रही थी। पुलिस अफसरों के बीच और देखरेख में घिरीं रहने वाली पूर्व जेल अधीक्षक के पास इतने रुपये कहां से पहुंचे और वह रुपये लेकर इंदौर जेल में प्रवेश करना की कोशिश क्यों कर रही थीं? यह भी जांच का विषय है। एसआईटी प्रमुख बोले… इंदौर जेल का मामला भैरवगढ़ जेल जीपीएफ गबन कांड के मामले में जांच कर रहे एसआईटी प्रमुख एएसपी इंद्रजीत बाकलवार का बयान उज्जैन पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है। बाकलवार का कहना है कि मामला इंदौर जेल से जुड़ा हुआ है, उन्हीं से पूछो। पुलिस रिमाण्ड पर होने के बाद भी उषा राज के पास 50 हजार रुपए कहां से आए। मां ने ही बैग में रुपये व जेवर भरकर भागने को कहा था केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ की पूर्व जेल अधीक्षक की बेटी उत्कर्षिनी उर्फ बिट्टो को एसआईटी ने भोपाल से गिरफ्तार किया। उसे सोमवार देर शाम कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमाण्ड पर लिया गया है। सीएसपी अनिल मौर्य ने बताया कि बिट्टो को रिमाण्ड पर लेने के बाद उससे पूछताछ शुरू की गई। उसने बताया कि मां ने उसे गिरफ्तारी से पहले बैग में सोने के जेवर और रुपये भरकर भागने को कहा था। बिट्टो कभी इंदौर में तो कभी भोपाल में होने की बात कह रही है। इसके अलावा बिट्टो के बैंक अकाउंट और लॉकर की जानकारी भी निकाल रहे हैं। डीजी जी आये उज्जैन जेल जीपीएफ गबन कांड का खुलासा होने के बाद डीजी द्वारा तीन सदस्यीय टीम को जांच के लिये केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ भेजा था। टीम ने जांच रिपोर्ट डीजी अरविंद कुमार को सौंपी थी। इसके बाद उषा राज को तुरंत भोपाल मुख्यालय अटैच किया गया था। इधर एसपी द्वारा गठित एसआईटी ने जांच शुरू की। इस दौरान जेल विभाग की कार्रवाई ठंडे बस्ते में नजर आ रही थी, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 9 बजे डीजी जेल अरविंद कुमार तीन अफसरों के साथ भैरवगढ़ जेल पहुंचे और जांच शुरू की है।

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भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिलेट अनाज योजना को बढ़ावा देने के लिए एक ओर जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कामयाबी मिली है। वही दूसरी तरफ मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने किसानों के लिए मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना को आज मंगलवार को कैबिनेट में मंजूरी दे दी है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने मध्यप्रदेश कैबिनेट में मिलेट अनाज को लेकर लिए गए निर्णय को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2023- 24 को अंतराराष्ट्रीय मिलेट अनाज वर्ष के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा था। जिसे पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। अब 2023- 24 अंतरराष्ट्रीय मिलेट अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। वही मध्यप्रदेश के कृषि विभाग ने कैबिनेट की बैठक में मिलेट अनाज को लेकर एक प्रस्ताव रखा था, जिस को शुरू करने का निर्णय शिवराज सरकार ने लिया है। मिलेट अनाज जिसे मोटा अनाज भी कहा जाता है जिसमें कोदो, कुटकी, सांबा, ज्वार, बाजरा शामिल है।   कृषि मंत्री पटेल ने बताया कि मोटे अनाज की विशेषता यह होती है कि इस अनाज के सेवन से हृदय रोग, डायबिटीज जैसी बीमारियां नहीं होती है। कोरोना के बाद लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए हैं और हमारे प्रदेश के आदिवासी जिलों में आदिवासी किसान मोटे अनाज की फसल लेते है, लेकिन अब पूरे प्रदेश में मोटे अनाज की फसल किसान ले। इसके लिए सरकार ने मध्य प्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना की स्वीकृति दी है। इस योजना के तहत किसानों के बीच मिलेट फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने एवं मिलेट फसलों से तैयार व्यंजनों का प्रचार प्रसार करने का निर्णय लिया गया है। सरकारी कार्यक्रमों और मध्याह भोजन में बच्चों को मोटे अनाज का भोजन देने का निर्णय भी लिया गया है। इस योजना के लिए 23 करोड़ 25 लाख का सरकार ने बजट प्रावधान किया है। इसके साथ ही सरकार मोटे अनाज की फसलों को लेकर व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी करेगी। किसानों के बीच मोटे अनाज की फसल को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने किसान को 80% शासकीय अनुदान भी देने का निर्णय लिया है।

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भोपाल। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन से चलकर भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन आने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में सोमवार को कैटरिंग कंपनी के अधिकारी-कर्मचारियों की गलती के कारण खाना कम पड़ गया, जिसके लिए कैटरिंग एजेंसी पर इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पेारेशन (आईआरसीटीसी) ने 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।     आईआरसीटीसी के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने जुर्माना की कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि एजेंसी के कर्मचारियों ने चलती ट्रेन में खाने की करंट बुकिंग ज्यादा ले ली थी। इस वजह से खाना कम पड़ गया और यात्रियों को असुविधा हुई। इसकी जानकारी जब आईआरसीटीसी को लगी तो आदेश जारी करते हुए नई दिल्ली के कैटरिंग एजेंसी के संचालक आरके एसोसिएट्स को सख्त चेतावनी दी है कि आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए। नहीं तो फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।     दरअसल, निजामुद्दीन से कुल 281 यात्रियों ने ट्रेन में सफर शुरू किया था। इसके बाद 120 यात्री आगरा से, 210 ग्वालियर और 68 वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई झांसी से ट्रेन में सवार हुए थे। इस तरह कुल 679 यात्रियों को खाने की सुविधा प्रदान करना था, लेकिन ट्रेन के सी-13 कोच में खाना कुछ यात्रियों का खाना नहीं मिल पाया।

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पंडित प्रदीप मिश्रा के पूर्व में दिए संविधान बदलने के बयान पर आज उज्जैन में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुआ। डॉ. आंबेडकर छात्र संगठन और अजाक्स ने पं. मिश्रा का पुतला जलाकर विरोध जताया। पुलिस कंट्रोल रूम में ज्ञापन देकर कथावाचक की संपत्ति की जांच EOW से कराने की मांग की।अजाक्स संगठन से जुड़ी महिलाओं ने कहा- यदि 8 दिन में केस दर्ज नहीं हुआ, तो पं. मिश्रा की कथा जहां भी होगी, वहां अजाक्स विरोध-प्रदर्शन करेगा। मध्यप्रदेश सरकार जिस तरह से अपराधियों के मकान तोड़ने की कार्रवाई कर रही है, इसी तरह पं. मिश्रा का मकान भी तोड़ा जाना चाहिए।बहुजन समाज पार्टी से जुड़े धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि पं. प्रदीप मिश्रा ने सीहोर में कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय एकता के प्रतीक औविश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की टिप्पणी की। ऐसा कर उन्होंने भारत के संविधान का अपमान किया है। उनकी मंशा देश में नफरत फैलाने की प्रतीत होती है।आंबेडकर छात्र संगठन के राम सोलंकी ने कहा- संविधान विरोधी मानसिकता रखने वाले पं. प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध द्वेषता, अशांति, नफरत फैलाने और राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही पं. मिश्रा के कार्यक्रमों पर अंकुश लगाया जाए। अवैध तरीके से अर्जित की गई प्रॉपर्टी पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) से जांच कराई जाए।    के पूर्व में दिए संविधान बदलने के बयान पर आज उज्जैन में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुआ। डॉ. आंबेडकर छात्र संगठन और अजाक्स ने पं. मिश्रा का पुतला जलाकर विरोध जताया। पुलिस कंट्रोल रूम में ज्ञापन देकर कथावाचक की संपत्ति की जांच EOW से कराने की मांग की।अजाक्स संगठन से जुड़ी महिलाओं ने कहा- यदि 8 दिन में केस दर्ज नहीं हुआ, तो पं. मिश्रा की कथा जहां भी होगी, वहां अजाक्स विरोध-प्रदर्शन करेगा। मध्यप्रदेश सरकार जिस तरह से अपराधियों के मकान तोड़ने की कार्रवाई कर रही है, इसी तरह पं. मिश्रा का मकान भी तोड़ा जाना चाहिए।बहुजन समाज पार्टी से जुड़े धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि पं. प्रदीप मिश्रा ने सीहोर में कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय एकता के प्रतीक औविश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की टिप्पणी की। ऐसा कर उन्होंने भारत के संविधान का अपमान किया है। उनकी मंशा देश में नफरत फैलाने की प्रतीत होती है।आंबेडकर छात्र संगठन के राम सोलंकी ने कहा- संविधान विरोधी मानसिकता रखने वाले पं. प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध द्वेषता, अशांति, नफरत फैलाने और राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही पं. मिश्रा के कार्यक्रमों पर अंकुश लगाया जाए। अवैध तरीके से अर्जित की गई प्रॉपर्टी पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) से जांच कराई जाए।  

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लड़कियों के पहनावे पर दिए बयान को लेकर बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को मानहानि का नोटिस जारी किया गया है। तीन पेज का ये नोटिस शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष साक्षी शुक्ला डागा ने एडवोकेट सौरभ मिश्रा के माध्यम से दिया है। इधर, विजयवर्गीय ने अपने दिए बयान पर कहा कि विरोधी भी जानते हैं कि मेरा आशय क्या था। अपने उस बयान पर कोई नया बयान नहीं देना चाहता। विरोध करने वाले भी जानते हैं कि मेरा क्या आशय था। यह जवाब उन्होंने जबलपुर में सोमवार को दिया।बुधवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विजयवर्गीय ने लड़कियों के भद्दे पहनावे और नशा करने पर उन्हें शूर्पनखा जैसा बताया था। शुक्रवार को उनका ये वीडियो सामने आया था। जिसके बाद महिला कांग्रेस ने इंदौर से भोपाल तक उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था।तीन दिन में माफी मांगने को कहा 8 अप्रैल शनिवार को जारी तीन पेज के इस नोटिस में शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि लगातार नशे का कारोबार राजनीतिक संरक्षण में फल फूल रहा है। वैध-अवैध पब नियम-कायदे और कानून को ताक पर रखकर चल रहे हैं। इन्हें कोई रोकने वाला नहीं है। पुलिस प्रशासन नतमस्तक हैं और वे महिलाओं पर आरोप लगा रहे हैं। नोटिस में तीन दिन में इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर खेद व्यक्त करने को कहा गया है। अन्यथा अभियोजन की कार्यवाही की जाएगी।

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योगगुरु बाबा रामदेव अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं.उनका एक और बयान सामने आया है.जिसके बाद उनका विरोध किया जा रहा  है सोमवार को एमपी के भिंड जिले के लहार पहुंचे। वे यहां चल रही सात दिवसीय भागवत कथा में शामिल हुए। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कई लोग कहते हैं कि मैं भाजपा का समर्थक हूं, यह गलत है। मैं किसी दल का समर्थक नहीं हूं। मैं तो सनातन का समर्थक हूं। जो सनातन और हिंदू राष्ट्र की बात करे, आप भी उसका साथ दें।बाबा रामदेव ने कहा कि हमारे और मुस्लिमों के पूर्वज एक हैं। वे भले न मानें, हम उन्हें अपना मानते हैं। भारत में औरंगजेब के आने के बाद ही मुस्लिमों की संख्या बढ़ी है। इससे पहले सब हिंदू ही थे। इससे पहले बाबा रामदेव ने व्यासपीठ का पूजन कर कथावाचक चिन्मयानंद बापू से चर्चा की।कार्यक्रम में बाबा ने कहा- बाबा को राजनीति से क्या लेना देना, कोई MP बने, कोई MLA, CM या PM बने हमारी फकीरी को कोई चुनौती नहीं दे सकता है। हम फकीर आदमी हैं। हमको किसी से क्या लेना-देना, लेकिन शासन में भी सत्ता में भी जो सनातन धर्म के प्रति निष्ठा रखता हो उसी को सपोर्ट करो बाकी सभी को मोक्ष करो। बाबा ने कहा कि साधना में सिद्धियों में पंडोखर सरकार पर हनुमानजीकी बहुत बड़ी कृपा है। शक्तियों के नाम पर भी बहुत पाखंड चलता है, लेकिन भगवान की कृपा से अनेकों को असली वाली शक्ति मिली है। बुरे लोगों का हम पर शासन नहीं होना चाहिए।बाबा ने यहां कहा- सनातन सत्य ही शाश्वत है। एक ने मुझसे पूछा कि इन मुसलमानों का क्या होगा। मैं जब आया तो कुछ मुसलमान भी प्रणाम कर रह थे। मैंने कहा कि मुसलमान आज ही मुसलमान हैं। 99% मुसलमान औरंगजेब के बाद बने हैं। 350-400 साल पहले इनके पुरखे और हमारे पुरखे एक ही थे। कोई मुसलमान ज्यादा तेजी से अकड़े तो उससे कहना कि अपने खून को याद कर ले हमको मत गुर्रा हम-तुम एक ही हैं। वो मानें या न मानें हम तो मुसलमानों को मानते हैं कि वे हमारे हर पूर्वजों की औलाद हैं। वक्त के साथ उनकी पूजा पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन पूर्वज अलग नहीं हो सकते।बाबा ने मंच से भजन भी सुनाया और योग भी किया। लोगों से कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग करें। बाबा ने कहा कि भारत की दो ही परंपरा हैं- कृषि और ऋषि। हमने कुछ मुद्दे उठाए थे, राजनीतिक दृष्टि से देश आजाद हो गया। अभी शिक्षा, आर्थिक, वैचारिक और चारित्रिक गुलामी से देश को आजाद कराना है। तो कुछ लोग हमारे पीछे अड़ गए। आज उनके हालात ये हैं, कोई नाम लेवाल नहीं बचा है। जो धर्म के विरुद्ध आचरण करेगा उसका विनाश निश्चित है। यही विधान है। रामदेव किसी को श्राप नहीं देता है।  

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कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को मानने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लांखों में है। लोग उनके दर्शन के लिए जगह-जगह से आते है। इस वजह से उनके कार्यक्रमों में अव्यवस्था हो जाती है। पंडित प्रदीप मिश्रा की श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन उज्जैन शहर में 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक किया जा रहा है, देश भर से बड़ी संख्या में भक्त कथा सुनने के लिए आ रहे है। व्यवस्था संभालने वाली पुलिस अब बुजुर्गों पर कुर्सी से हमला करने की कोशिश कर रही है तो कुछ महिला कॉन्स्टेबल कथा के दौरान बाउंसर से उलझ गई। दोनों के बीच जमकर मारपीट हो गई। दोनों ही घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।उज्जैन के बड़नगर रोड पर चल रही पंडित मिश्रा की शिवपुराण कथा का सोमवार का अंतिम दिन है। इससे पहले आयोजन स्थल अखाडा बना गया। अधिक भीड़ होने की वजह से व्यवस्था में जुटे पुलिसकर्मियों को काफी मशक्क्त करनी पड़ रही है। आयोजन स्थल का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिसकर्मियों और कथा स्थल की सुरक्षा में लगे बाउंसर आपस में उलझने के बाद देखते ही देखते मारपीट शरू कर देते है। वीडियो में महिला पुलिसकर्मी और बाउंसर आपस में मारपीट कर रही है भीड़ भरे माहौल में चल आपस में एक दूसरे के बाल खींचकर मारपीट कर रही हैं। इस बीच कुछ पुलिसकर्मी दोनों को अलग करते है। इसके बाद एक बाउंसर को पुलिसकर्मियों ने पकड़ा तो फिर विवाद बढ़ गया और अन्य बाउंसर भी पुलिस से भीड़ गए, इनके बीच भी मारपीट होने लगी। पूरा मामला आयोजन स्थल के सामने बने पुलिस सहायता केंद्र के पास का बताया जा रहा है। हालांकि ये पता नहीं चल पाया की विवाद किस कारण हुआ था। दोनों ही पक्षों ने मामले की शिकायत नहीं की है। उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने कहा कि वीडियो संज्ञान में आया है जो भी वैधानिक कार्यवाही होगी की जायेगी।

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छेड़छाड़ की घटनाये अक्सर सामने आती रहती है। ऐसे ही एक मामले में एक आरोपी को 3 साल की कड़ी सजा हुई.जबलपुर में कोचिंग आते-जाते समय नाबालिग छात्रा को परेशान करने वाले आरोपित को जिला अदालत ने 3 वर्ष के सश्रम कारावास के साथ ही 3 हजार रूपए का जुर्माना भी लगाया हैं।दरअसल पीड़िता ने गढ़ा थाने में 25 फरवरी 2021 को शिकायत दर्ज कराई थी कि वह शाम साढ़े बजे कोचिंग जा रही थी। तभी पड़ोसी संजू बर्मन उसकी इज्जत बिगाड़ने की नियत से उसका कोचिंग आने-जाने के दौरान पीछा किया करता था। मोबाइल में रोज मैसेज भी करता था। वही एक दिन आरोपित ने सड़क में रास्ता रोककर जबरदस्ती करने की कोशिश की। और उसी दिन रात में आरोपित के द्वारा फोन में जान से मारने की धमकी भी दी गई। घटना के बाद पीड़िता घबरा गई। पीड़िता ने परिजनों को रात में ही सारी बात बता दी। जिसके बाद पीड़िता ने दूसरे दिन सुबह अपने परिजनों के साथ पहुंचकर गढ़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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शिवराज सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना लाड़ली बहना योजना जिसके तहत सरकार आधी से ज्यादा आबादी को चुनाव में साधने का प्रयास कर रही है। इस योजना के लिए सरकार से सभी मंत्री से लेकर कार्यकर्ताओं और सभी शासन-प्रशासन के अधिकारीयों को निर्देश दिए हैं की प्रत्येक महिला जो इस योजना की  पात्र है उसका लाड़ली बहना योजना में पंजीयन होना ही चाइये। बालाघाट में भी  मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं के ऑनलाइन आवेदन भरने का कार्य 25 मार्च से प्रारंभ किया है। 7 अप्रैल तक बालाघाट जिले में 2 लाख 17 हजार 556 महिलाओं के ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किए जा चुके हैं। इस प्रकार बालाघाट जिला इस योजना में सर्वाधिक महिलाओं के पंजीयन के मामले में प्रदेश के 52 जिलों में दूसरे स्थान पर है।पहले स्थान पर इंदौर जिला है, जिसमें दो लाख 27 हजार 662 महिलाओं का पंजीयन किया है। तीसरे स्थान पर धार जिला है, जिसमें 2 लाख 14 हजार 603 महिलाओं का पंजीयन किया गया है। चौथे स्थान पर जबलपुर जिला है। इसमें 2 लाख 10 हजार 616 महिलाओं का पंजीयन किया है। पांचवें स्थान पर उज्जैन जिला है, जिसमें 2 लाख 7 हजार 460 महिलाओं का पंजीयन किया गया है।

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केसला के मुख्य बाजार में स्थापित प्राचीन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर को फोरलेन हाईवे की सीमा में आने से तोड़ा जाएगा। इसके लिए एनएचएआई ने अलग स्थान पर मंदिर निर्माण किया है। आरोप है कि मंदिर की जो डिजाइन एनएचएआई के इंजीनियर ने दी थी, उससे अलग ठेकेदार ने बनाया है। इसकी जांच कराने की मांग विहिप-बजरंग दल ने की है।विहिप के पदाधिकारियों का कहना है कि मंदिर का निर्माण ठेकेदार अपने आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए एनएचएआई के इंजीनियर के स्वीकृति भवन डिजाइन से अलग किया है। इससे जन आक्रोश व्याप्त है। मंदिर निर्माण की गुणवत्ता और आर्थिक भ्रष्टाचार के जांच के लिए श्री रामायण मंडल हनुमान धाम वेलफेयर समिति केसला एवं विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल ने शनिवार को मंदिर पहुंच कर श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया।इसके बाद रजिस्टर्ड डाक से एक शिकायती आवेदन एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी सीवीओ नीरज कुमार, महाप्रबंधक लेफ्टिनेंट कर्नल चंदन वत्स, भोपाल क्षेत्र प्रबंधक अखिल प्रभु सोनी, कलेक्टर नर्मदापुरम और एसडीएम इटारसी भेजा। परिषद के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी, जिला मंत्री प्रभात तिवारी, मंदिर समिति सचिव अश्वनी व्यास के हस्ताक्षर से ये शिकायत आवेदन भेजे हैं।विहिप-बजरंग दल ने ठेकेदार को सदबुद्धि देने श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस अवसर पर विहिप राजकुमार बतरा, हरि श्रीवास, सुदेश राठौर, शुभम श्रीवास, अजय तिवारी, टेकचंद राठौर, सचिन मिश्रा, शैलेंद्र मिश्रा, रितेश राठौर कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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राहुल गाँधी की संसद सदस्यता जाने के बाद देश भर में उनके समर्थन में रैली निकली है। सड़क से लेकर संसद तक कांग्रेसी मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है। इसी के तहत कांग्रेस कमेटी ने उनाव क्षेत्र में शुक्रवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान मशाल जुलूस निकाला गया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। मशाल जुलूस की शुरूआत शाम 6 बजे पानी की टंकी उनाव बालाजी मंदिर से शुरू हुआ।इस दौरान कांग्रेस नेता भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आए। मशाल जुलूस बस स्टैंड होते हुए पंजाब नेशनल बैंक तक पहुंचा जहां प्रदर्शन समाप्त किया गया।इस मोके पर एआईसीसी ह्यूमन राइट्स के अध्यक्ष डॉ. टीके धर, जिलाध्यक्ष रामकिंकर गुर्जर पूर्व विधायक कमलापत आर्य, जिलेदार सिंह गुर्जर, कुंजबिहारी पटैरिया, नारायण सिंह, मंडलम अध्यक्ष प्रमोद यादव, जिला संगठन सचिव लाल खान, अवधेश दोहरे, मौजूद रहे।

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नेशनल हाईवे से अंबाह जाने वाले ट्रैफिक का लोड कम करने के लिए शहर में एलीवेटेड रोड बनाने का काम नवंबर के विधानसभा चुनाव से पहले शुरू होगा। इसके लिए 280 करोड़ रुपए की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट को प्रशासकीय स्वीकृति के लिए नई दिल्ली भेजने की तैयारी है।इधर नगर निगम ने एलीवेटेड रोड की कनेक्टिविटी के लिए हाईवे से मंडी गेट तक 800 मीटर लंबाई की सीसी सड़क पर डामर कराने की योजना तैयार की है। एलीवेटेड रोड का प्रयोग चंबल संभाग के मुरैना में पहली बार हो रहा है। इसकी आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि 1982 में बने रेलवे ओवरब्रिज से वाहनों की आवाजाही बढ़ जाने के कारण वहां जाम के हालात बनते हैं।विवाह सहालगों में वाहन फंसने से एम्बुलेंसों का निकलना संभव नहीं हो पाता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए केंद्रीय भूतल मंत्रालय ने मुरैना में एलीवेटेड रोड बनाने को मंजूरी दी। लोक निर्माण विभाग एनएच ने एलीवेटेड रोड को 2.7 किमी लंबाई, आउट टू आउट 12 मीटर चौड़ाई व 9 मीटर ऊंचाई में बनाने की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराई है।इस पर लगभग 280 कराेड़ रुपए का व्यय आएगा। पीडब्ल्यूडी एनएच के महाप्रबंधक ज्ञानवर्धन मिश्रा के मुताबिक, एलीवेटेड रोड के लिए पुल बनाने पर केंद्र सरकार 190 करोड़ रुपए का फंड देगी। 18 करोड़ रुपए से रेल लाइन के बीच दो पिलर बनाए जाएंगे। इसके अलावा 72 करोड़ रुपए का व्यय पानी की पाइप लाइन शिफ्ट करने से लेकर बिजली की लाइन अन्यत्र खड़ी करने समेत एलीवेटेड रोड के लिए निजी जमीन के अर्जन पर किया जाएगा।मुरैना की एलीवेटेड रोड़ के लिए बजट मंजूर करने के वास्ते केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गड़करी को पत्र लिखा है। पत्र में इस सड़क का महती आवश्यकता का जिक्र भी किया गया है।

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लाड़ली बहाना योजना के तहत सरकार महिलाओं को हर महीने हजार दे रही है। अब इस योजना की लाभार्थियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। लाड़ली बहना योजना के तहत एक हजार रुपए प्रतिमाह लेने के लिए न सिर्फ वार्ड के कैंपों व निकायों में महिलाओं की भीड़ लग रही है बल्कि, अब बैंकों में भी महिलाओं की भीड़ लग चुकी है। जिससे बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी हुई है और यह भीड़ नोटबंदी के दौर की याद दिला रही है।योजना में लाभ लेने के लिए महिलाओं को अपने बैंक खातों को डेबिट बेनीफिट ट्रांसफर कराना पड़ रहा है ताकि, उन्हें एक हजार रुपए प्रतिमाह मिल सके। लाड़ली बहना योजना का लाभ महिलाओं को दिलाने के लिए भले ही प्रशासन वार्ड स्तर पर शिविर आयोजित कर रहा है, लेकिन महिलाओं को फिर भी पसीना बहाना पड़ रहा है।वजह है कि योजना का लाभ तभी मिलेगा, जब बैंक खाते से आधार लिंक होगा। साथ ही बैंक खाते का डीबीटी यानी डेबिट बेनीफिट ट्रांसफर होना जरूरी है। अब इसके लिए महिलाओं को बैंकों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। स्थिति यह है कि महिलाएं डीबीटी के लिए सुबह बैंक खुलने से पहले ही लाइन में लग रही है। घंटों इंतजार के बाद भी कई महिलाओं को दूसरे दिन फिर बैंक में डीबीटी के लिए मशक्कत करना पड़ रही है।बैंक में भीड़ बढ़ने के साथ ही महिलाओं में बहस व धक्का-मुक्की हो रही थी। ऐसे में बैंक प्रबंधन को मजबूरन भीड़ बढ़ने के चलते पुलिस को बुलाना पड़ा। जहां पुलिस ने महिलाओं को कतारबद्ध तरीके खड़ा कराया और बैंक कार्य होने तक पुलिस को मौके पर मौजूद रहना पड़ा। हालात यह थे कि एसबीआई शाखा पोरसा चौराहे पर 10 बजे बैंक का ताला खोला गया तो 200 से भी अधिक महिलाएं कतार में थी। दिन चढ़ने के साथ यह भीड़ बढ़ती ही गई।मुरैना तिराहा एसबीआई शाखा के बाहर दो कतारें अलग-अलग दिशा में लगाई गई थी। बैंक के बाहर ऐसी भीड़ लोगों ने नोटबंदी के समय ही देखी थी। अब अचानक फिर से लंबी कतार लगने से एक बारगी लोग हतप्रभ हो गए। बाद में उन्हें योजना के बारे में जानकारी हुई तो थोड़ी राहत मिली।वही भीड़ के चलते बैंक में अन्य कामकाज पर भी काफी असर पड़ रहा है। खास बात यह है कि लाड़ली बहना के फॉर्म भरने वाले केंद्रों की जगह बैंकों पर महिलाओं की काफी भीड़ दिख रही है। शुक्रवार को बैंक खुलने से पहले ही सैकड़ों की तादाद महिलाएं खड़ी थी।

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चुनावी साल चल रहा है. इस दौर में नेता जनता से मुखातिब होने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे है। इसी कड़ी में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा अल्प समय के लिए रायसेन में रुके। इस दौरान उनका भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। वह आज सुबह भोपाल से रायसेन के बायपास रोड विदिशा से होते हुए छतरपुर जा रहे थे।इसी दौरान बायपास रोड पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनका फूल मालाओं से स्वागत कर उन्हें गदा भेंट की गई। वहीं उन्होंने कार्यकर्ताओं से परिचय प्राप्त भी किया, वे 10 मिनट के लिए ही रुके थे।इस दौरान अपने काफिले के साथ वह विदिशा की ओर रवाना हुए बताया जा रहा है। विदिशा में बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की आज से कथा प्रारंभ होना है, इसको लेकर कल विदिशा में एक विशाल कलश यात्रा निकाली गई थी।जिसमें लगभग 30 हजार महिलाएं सिर पर कलश लेकर शामिल हुई थी उन्हीं से मिलने के लिए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पहले विदिशा पहुंचेंगे उसके बाद सागर और छतरपुर होते हुए बागेश्वर धाम जाएंगे।

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मुरैना में पुलिस व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। पुलिस की लापरवाही के कारण शहर के पंसारी मार्केट में पिछले 8 दिन में लगातार चोरियों से व्यापारी सख्त नाराज हो गए। उन्होंने CM के आने से पहले ही पूरा बाजार बंद कर दिया तथा व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल CM से मिला तथा SP को हटाने की मांग की, जिस पर CM ने SP बागरी को तुरंत हटाने के आदेश जारी कर दिये।बता दें, कि व्यापारी पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी की कार्यप्रणाली से बहुत नाराज हैं। पुलिस व्यवस्था इतनी बिगड़ गई कि शहर में लगातार चोरियां होने लगीं। हालत यह हो गई कि बीते आठ दिन में लगातार चोरियां हुई और एक दिन के अन्दर तीन दुकानों के ताले तोड़े गए। व्यापारियों ने बताया कि बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात को चोरों ने रात बिहारीजी पड़ाव में अमित ट्रेडर्स, विष्णु अग्रवाल, भगवानदास अग्रवाल तथा गणेश तंबाकू वाले व तेलीपाड़ा के दुकानों के ताले तोड़ दिए गए। बदमाश इन दुकानों से लगभग तीन लाख रुपए का माल समेट ले गए थे। इससे पहले चोरों ने मथुरा प्रसाद, मातादीन पंसारी की दुकान में भी चोरी की। इससे पहले 30 मार्च को चोरों ने रिद्धि-सिद्धि मोबाइल सेन्टर से लगभग एक लाख रुपए कीमत के मोबाइल चुरा लिए। ताबड़तोड़ की गई इन चोरियों से व्यापारी सकते में आ गए।शहर में हो रही लगातार चोरियों से नाराज व्यापारी हेलीपेड पर पहुंचे तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर उन्हें अपनी पीड़ा बताई। व्यापारियों ने बताया कि किस तरह से शहर में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि कब किस व्यापारी को गोली मार दी जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है क्योंकि बीते दिनों बानमोर के प्रसिद्ध व्यापारी कैलाशचन्द्र गोयल की बदमाशों ने बीच बाजार दुकान में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके लिए व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन को पूरी तरह से दोषी ठहराते हुए एसपी आशुतोष बागरी को हटाने की मांग कर डाली थी।व्यापारियों की व्यथा सुनने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना एसपी आशुतोष बागरी को तुरंत हटाए जाने के आदेश पुलिस मुख्यालय को दिए, जिस पर दो घंटे के अन्दर ही एसपी आशुतोष बागरी का पुलिस मुख्यालय स्थानान्तिरत करने का आदेश जारी कर दिया गया।

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मध्यप्रदेश मे शराब आहते बंद होने का असर अब दिखने लगा है, शराब के शौकीन अब घरों में बैठकर शराब पीने लगे है जिसका महिलाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है। संस्कारधानी जबलपुर मे शराब दुकानों के विरोध मे आज सैकड़ों महिलाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सड़क पर उतर कर शराब दुकान के सामने जमकर हंगामा किया, हालाकि इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने हंगामा करने वाली महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए जबरन उनको पकड़कर गिरफ्तार किया, मामला जबलपुर के चेरीताल इलाके का है। महिलाओं का आरोप है कि महिला पुलिस ने हमें पकड़ा और पुरुष पुलिसकर्मीयों ने मारपीट की, वही महिलाओं के साथ हो रही अभद्रता की सूचना जब जबलपुर महापौर को लगी तो वह भी मौके पर पहुंचे और जिला पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी।जबलपुर मे शराब अहाते बंद होने के बाद अब शराब पीने वाले व्याक्ति घरों पर ही शराब पीना शुरू कर दिए है जिसके कारण ना सिर्फ बच्चो पर गलत असर पड़ रहा है बल्कि शराब के नशे मे धुत होकर पत्नी और बच्चो के साथ भी मारपीट की जा रही है। जबलपुर चेरीताल मे शराब दुकानों के विरोध मे हंगामा करने वाली महिलाओं का कहना है सरकार अब अहाते बंद करवाकर घरों मे शराब पिला रही है जो ना बिगड़ने वाले बच्चे है वो इन्हें देखकर बिगड़ जाऐंगे। कल तक पति छिपकर अहाते मे शराब पीते थे वो अब घर मे बैठकर बच्चो के बीच शराब पी जबलपुर में हंगामा करने वाली महिलाओं का कहना है कि सरकार हमें एक हजार रुपए में खरीदने का काम कर रही है। महिलाओं का आरोप है कि शांतिपूर्ण ढ़ंग से हम लोग शराब दुकान के विरोध मे धरना दे रहें थे तभी पुलिस का अमला आया और हम लोग के सात मारपीट की, हम लोगो के बाल पकड़कर घसीटा गया, हम लोगो को लात से कुचला गया, बुजुर्ग महिलाओं को पुलिस ने लाठियों से मारा। इतना ही नही महिलाओं का आरोप है कि हमारी कुछ साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।रहे है। चेरीताल निवासी महिला गीता का कहना है कि अगर ऐसी शराब जो कि घर में बैठाकर शराब पिला रही है तो हमें ऐसी सरकार नही चाहिए।शराब दुकान के खिलाफ मे महिलाओं के धरने पर पहुंची पुलिस के द्वारा अभद्रता करने की जानकारी जब महापौर जगत बहादुर अन्नू को लगी तो वह भी मौके पर पहुंचे। महापौर का आरोप है कि पुरुष पुलिसकर्मीयों ने महिलाओं के साथ मारपीट की जो कि बहुत ही निंदनीय है। महापौर ने कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए अब जल्द ही कलेक्टर और पुलिस के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।  

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 ग्वालियर के घाटीगांव के सब डिविजनल दफ्तर में पुलिस दफ्तर में बैठे पुलिस अधिकारी और सिपाही उस वक्त चौक गए जब एक नन्हा बच्चा सेना वर्दी पहनकर पहुंच गया। अपने दादाजी के साथ पहुंचा 5 से 6 साल उम्र का यह नन्ना बच्चा फौजी वर्दी पहने था। घाटीगांव एसडीओपी संतोष पटेल ने जब बुजुर्ग शख्स से थाने में आने की वजह पूछी तो उसने बताया कि उसकी बेटी का बच्चा रत्नेश आपसे दोस्ती करना चाहता है। नन्ना रत्नेश आदिवासी घाटीगांव का ही रहने वाला है, उसके पिता, दादा और परिवार के लोग मजदूरी करते हैं। रत्नेश ने कहा कि वह पुलिस अफसर से दोस्ती करना चाहता है क्योंकि उसे फौज में भर्ती होना है।एसडीओपी संतोष पटेल ने नन्ने बच्चे रत्नेश आदिवासी से सवाल किया कि वो फ़ौज में क्यो भर्ती होना चाहता है। रत्नेश ने बताया कि वह देश की सेवा के लिए फौज में भर्ती होना। रत्नेश ने फौजी की वर्दी में फौजी की तरह ही परेड करके दिखाई और उसके बाद उसने सैल्यूट भी मारा। एसडीओपी संतोष पटेल मैंने रत्नेश का जज्बा देखकर उसकी तारीफ की और नन्हे रत्नेश को अपनी तरफ से एक केप गिफ्ट देकर उसे शुभकामनाएं दी।

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रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के लिए मंगलवार शाम यादगार बन गई। बाघिन नूर को सांभर का शिकार करते देखना बेहद रोमांचित करने वाला रहा .जोन नंबर एक में शाम की पारी में पर्यटकों ने बाघिन नूर को देखा। वह अपने एरिया में घूम रही थी तभी उसका सामना एक सांभर से हो गया। सांभर को देखते ही नूर हमलावर हो गई और पलक झपकते ही शिकार को पीछे से धर दबोचा।नूर के हमले के बाद सांभर ने अपनी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह बाघिन की गिरफ्त से नहीं निकल सका। नूर ने महज 20 सेकेंड में सांभर को ढेर कर दिया। पर्यटकों ने इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया। बाघिन नूर जोन नंबर-1 और 6 की सीमा पर रहती है।बाघिन ने पिछले साल अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव में मां बनकर सबको चौंका दिया था। बाघिन ने दो शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उम्र के अंतिम पड़ाव में बाघिन अपने शावकों को दूध नहीं पिला पा रही थी। इसके बाद अब तक बाघिन यह दोनों शावक लापता है। वन विभाग की ओर से शावकों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था पर दोनों शावकों को वन विभाग खोजने में नाकाम रहा था।  

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भोपाल में हॉस्पिटल और स्कूल के पास शराब दुकान खोलने के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने दुकान के सामने बैठकर सुंदरकांड का पाठ किया। उन्होंने लोगों को दूध के पैकेट भी बांटे। उनकी मांग थी कि हॉस्पिटल और स्कूल से दूर दुकान खोली जानी चाहिए। हालांकि, अधिकारी निर्धारित दूरी पर ही दुकान खुलने की बात कर रहे हैं।ये अनूठा प्रदर्शन शाहजहांनाबाद स्थित रामनगर में मंगलवार को किया गया। समाजसेवी सुनील श्रीवास्तव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग जुटे। महिलाओं ने भी दुकान बंद करने की मांग की। उन्होंने पुलिस अफसर को ज्ञापन भी दिया। इस मामले में आबकारी कंट्रोलर सजेंद्र मोरी का कहना है कि यहां दुकान निर्धारित दूरी पर ही खोली गई है। मामले की जांच करवाएंगे। शाहपुरा में दुकान बंद कराई गई हैं।मध्यप्रदेश में 1 अप्रैल से नई शराब नीति लागू हो गई है। ढाई हजार से ज्यादा अहाते बंद कर दिए गए है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। टेंट में शराब दुकानें लग रही हैं। अहातों ने होटल की शक्ल ले ली ली। ये तस्वीर और कहीं नहीं राजधानी भोपाल के नयापुरा, शाहपुरा, करोंद समेत कई जगहों पर शराब दुकानों के पास ही देखने को मिल रही है। कई जगह तो शराबी खुले में ही शराब पी रहे हैं। इससे लोगों का मेन रोड से ही गुजरना मुश्किल हो गया है।कोलार रोड के नयापुरा में तीन दिन से टेंट में शराब दुकान लग रही है। यह मेन रोड से 50 फीट दूर भी नहीं है। इस दुकान के पास ही खाने-पीने की दुकानें हैं, जो अहाते में बदल गई है। इनमें ही शराबी बैठकर शराब पी रहे हैं। पहले जहां ये दुकान थी, वहीं पर अहाता भी था, जो बंद कर दिया गया। इस कारण अब लोग दुकान के पास ही खुले और होटल-रेस्टोरेंट में बैठकर शराब पी रहे हैं।पिछले कुछ महीनों में शहर की 90 में से 10 से ज्यादा दुकानों का विरोध रहवासियों ने किया था। इनमें से अयोध्या नगर, मिसरोद और बरखेड़ी पठानी की 3 दुकानों पर ताले डल चुके हैं। सबसे ज्यादा 50% तक घाटे में जाने वाली पटेल नगर की दुकान लोगों के विरोध के कारण खुल ही नहीं सकी है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी बरखेड़ा पठानी की शराब दुकान में पत्थर फेंककर बोतलें तोड़ दी थीं।शहर की 5 दुकानों को शिफ्ट किया जाना है। इनमें से पुराना किला, स्टेट बैंक, शाहजहांनाबाद क्रमांक-1, बस स्टैंड हमीदिया रोड और करोंद चौराहा समेत 5 दुकानों की लोकेशन बदलना हैं। अभी इनमें से सिर्फ हमीदिया रोड और पुराना किला की दुकान ही शिफ्ट हो सकी हैं। शाहपुरा और नयापुरा में टेंट लगाकर शराब बेची जा रही है।  

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मध्यप्रदेश के जबलपुर की सड़कें रोजाना खून से लाल हो रही हैं। इस साल बीते 2 माह में ही जबलपुर में 875 सड़क हादसे हुए, जिसमें 901 लोग घायल हुए और 88 लोगों ने दम तोड़ दिया। बीते 2 सालों में यहां 1 हजार 56 लोगों की सड़क हादसों में मौत हो चुकी है जबकि 8 हजार 838 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। वजह जो सामने आई है वह है यह है कि ट्रैफिक नियमों का पालन ना करना और सड़कों के ब्लैक स्पॉट्स। जबलपुर के 27 ब्लैक स्पॉट्स किस तरह मौत के हॉटस्पॉट बन गए हैं। हालांकि जबलपुर पुलिस अब एनएचएआई, स्टेट हाईवे और पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर ब्लैक स्पॉट में हो रहीं दुर्घटनाओं को कम करने की जुगत में जुटी हुई है।यानि वो जगह जहां अक्सर सड़क हादसे होते हैं.. कहीं सड़कों की बनावट में गड़बड़ी तो कहीं अंधे मोड़,कहीं सरपट सड़कें तो कहीं बिना साईन बोर्ड्स वाली क्रॉसिंग... सड़क हादसों को न्यौता देने वाली इन जगहों को ब्लैक स्पॉट कहा जाता है जो आए दिन खून से लाल होते हैं। जबलपुर में नागपुर-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग में एक नहीं बल्कि 27 ब्लैक स्पॉट हैं। जबलपुर की ट्रैफिक पुलिस ने सड़क हादसों के लिहाज से संवेदनशील जगहों यानि ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित कर इनकी संख्या 16 से बढ़ाकर 27 कर दी है। जिसमें पाटन मेन रोड में नुनसर तिराहा, खमरिया की अमझर घाटी, आमाखोह मोड़, वेस्टलैण्ड पेट्रोलपंप, डाकघर मोड़, सिरोहा का बरगी मोहला, पनागर का बरौदा तिराहा, कुशनेर, चरगवां की गंगई नहर, बिजौरी, बरगी की रमनपुर घाटी,ग्लोबल कॉलेज से पाटन बायपास ब्रिज, कटंगी बायपास से सूरतलाई पुल, कृषि उपज मंडी से दीनदयाल चौक, अंधमूक बायपास, मदन महल लिंक रोड़, होमसाइंस कॉलेज रोड, करौंदा नाला, खजरी बायपास, उर्दना नाला से सुहागी हनुमान मंदिर, सूपाताल रोड,रिछाई तिराहा,रोझा गांव से उड़ना सड़क, गोसलपुर का बरनू तिराहा, गोसलपुर गांव,कटंगी का राजघाट और लम्हेटा बायपास का सगड़ा चौराहा शामिल है। इन 27 ब्लैक स्पॉट्स में बीते 3 सालों में हुए जानलेवा हादसों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं।  

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नर्मदापुरम शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने यातायात पुलिस लगातार कार्रवाई और समझाइश दे रहा है। सोमवार रात को भी यातायात पुलिस ने कार्रवाई की। मीनाक्षी चौक, इंद्रा चौक, टैक्सी स्टैंड, सतरस्ता एवं रेलवे स्टेशन रोड पर यातायात व्यवस्था व्यवस्थित कराई गई। यातायात में बाधा बन रहे, अव्यवस्थित खड़े वाहनों पर चालानी कार्रवाई की गई। यातायात थाना प्रभारी उमाशंकर यादव ने कई वाहन चालकों को यातायात नियम और नियम तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने का पाठ पढ़ाया।शाम करीब 6 बजे से यातायात प्रभारी यादव स्टॉफ के साथ बाजार में निकले। पहले इंद्रा चाैक, सतरस्ता, रेलवे स्टेशन रोड पर कार्रवाई की। फिर मीनाक्षी चौक पर। बाजार में दुकानदारों को रोड पर सामान न रखने का विनम्रता से कहा। दुकानदारों से कहा कि दुकानों के सामने कोई अव्यस्थित वाहन खड़ा करें तो उसे रोके। सभी को यातायात के नियमों का पालन करने की हिदायत दी गई। 27 वाहन चालकों से 9100 रुपए का जुर्माना वसूला गया।    

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कहते है किसान के लिए उसके खेत का अनाज ही सबकुछ होता है। जैसे माँ-बाप अपने बच्चों से प्यार करते है,वैसे ही किसान अपनी फसल से प्यार करता है। और जब उसकी फसल को किसी भी तरह से नुकसान होता है तो वह पूरी तरह से टूट जाता है। ऐसा ही मामला सामने आया है। इटारसी से जहां छुआ रेलवे लाइन के किनारे गेहूं की खड़ी फसल में आग लग गई। आग लगने का कारण अभी अज्ञात बना हुआ है। आग लगने से करीब 15 एकड़ की गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई।आग बुझाने में सोनतलाई, बिछुआ, बेलावाड़ा, टपरिया, गजपुर के एक हजार से अधिक किसान मदद से आग पर काबू पाया गया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। हालांकि इस दौरान करीब आधा दर्जन किसानों की 15 एकड़ की फसल जलकर खाक हो गई। भीषण आग लगने की वजह से ग्रामीणों में अपने ट्रैक्टर कल्टीवेटर और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया है। इसी बीच आग की जानकारी लगने के बाद इटारसी से एक फायर बिग्रेड ग्राम पंचायत का टैंकर भी मौके पर पहुंचने से आग बुझाने में मदद मिली। घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक विजयपाल सिंह, तहसीलदार विनय कुमार ठाकुर, रामपुर थाना प्रभारी खुमान सिंह पटेल सहित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा हुआ है। पीड़ित किसानों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।आग की चपेट में आने से बिछुआ के रामकिशोर, हेमतला, रमेश कुमार, गजराज, किशन सिंह, गौरा, दीपक और ओमकार की फसल जलने के समाचार मिले हैं।  

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भिंड में एक महिला के मांग में सिंदूर भरकर प्यार का इजहार किया और शादी करने का वायदा किया। बालाघाट में पदस्थ पुलिस के जवान ने महिला से कई बार बलात्कार किया। इसके बाद जब महिला ने शादी के लिए दबाव बनाया तो वो अपने वायदे से मुकर गया। अब जवान परिवार द्वारा देखी गई लड़की से शादी की तैयारी करने लगा है। पीड़िता ने पुलिस जवान की इस करतूत की देहात थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ रेप की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई।देहात थाना पुलिस के मुताबिक मुरली पुरा में रहने वाली 29 वर्षीय विवाहिता का पति का करीब छह साल पहले निधन हो गया। पीड़िता के दूर का रिश्तेदार ने महिला को अपने झांसे में लिया। महिला का जीवन भर साथ निभाने का वायदा करते हुए मांग में सिंदूर भरा और शादी करने का झांसा दिया। आरोपी जलपुरी का रहने वाला ओमप्रकाश राजौरिया है जोकि वर्तमान में बालाघाट में पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर पदस्थ है। पीड़िता ने पुलिस को बतायाकि दूर के रिश्तेदार है। पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया कि करीब चार साल से लगातार संबंध बनाते आ रहा था। जब भी उससे शादी की बात कहते तो वो टाल देता था। अब आरोपित पुलिस जवान द्वारा धोखा देते हुए शादी रचाने की तैयारी कर रहा है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी जवान के खिलाफ रेप की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस पूरे मामले की विवेचना कर रही है।

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जन आंदोलन के राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम) के बैनर तले नर्मदापुरम के बांद्राभान में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का रविवार को समापन हुआ। दूसरे दिन शाम को पीपल चौक पर आमसभा और प्रेसवार्ता की गई। नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने नर्मदा में हो रहे प्रदुषण, अवैध उत्खनन और विस्थापन के मुद्दें पर जमकर कहा। उन्होंने कहा नर्मदा की हम जयंती मना रहे है, क्या हम उसकी पुण्यतिथि मनाना चाहते है। नर्मदा जीवित इकाई है। उसे जैविक, जीवित नहीं रखने दिया जा रहा।ऐसे में हम किस प्रकार से नर्मदा काे अपनी मां कहेंगे। जबलपुर से लेकर बड़वानी तक शहरों की गंदगी, कैमिकल नर्मदा में मिलकर उसे दूषित कर रहे। एचटीपी प्लांट कहीं भी पूरा नहीं हुआ है। बड़वानी जिले का उदाहरण है 105 करोड़ रुपए का ठेका इजराइल की कंपनी को दिया। काम पूरा नहीं होने पर ठेका निरस्त हुआ और दूसरी कंपनी को ठेका दिया। ऐसा 5,6 सालों तक चलता है। लेकिन काम पूरा नहीं होता। तब तक शहर की गंदगी नदी में जाती रहती है।मेधा पाटकर ने मंच से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर कहा आदिवासियों के घरों को उजाड़कर गुजरात में पुतला खड़े किया सरदार पटेल साहब का। जो किसान नेता थे, जो जाति और धर्म के नाम पर टुकड़े-टुकड़े करने के खिलाफ थे, ऐसे सरदार पटेल के पुतले के लिए, इन्होंने 72 आदिवासियों के घर उजाड़ने की योजना बनाई है। कुछ उजाड़े गए। इशारों ही इशारों में उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर भी तंज कंसते हुए कहा शेर को लाना उनको बड़ी बात लगती है, लेकिन नर्मदा के हालत क्या हो रहे है, इतना बड़ा बांध कच्छ और सौराष्ट की हालत नहीं सुधार पाया। आज वहां नर्मदा का पानी पीने लायक नहीं है।  

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जीतो परिवार की पहल पर अहिंसा के मार्ग पर विश्व में शांति और सद्भाव बढ़ाने के उद्देश्य से आज भारत के 65 शहरों और 28 देशों में एक साथ अहिंसा-स्वच्छता दौड़ का आयोजन एक साथ किया गया। स्वच्छता एवं अहिंसा परमोधरम की धुन के बीच हुई यह अहिंसा रन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और अन्य वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज की जाएगी। जिसमें जबलपुर की सहभागिता महत्वपूर्ण रही।संस्कारधानी में जीतो परिवार की अनूठी एवं शानदार पहल पर यह आयोजन किया गया। नगर निगम और शहर की अन्य प्रतिष्ठित प्रमुख संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में संस्कारधानी स्तर पर जबलपुर के स्वच्छता अभियान को अंतर्राष्ट्रीय गौरवांवित करने अहिंसा-स्वच्छता रन का भव्य शुभारंभ बड़ा फुहारा से महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू की अगुवाई में नेता प्रतिसुनो गौर से दुनियावालो और देश भक्ति से ओतप्रोत गीतों ने प्रतिभागियों में खासा जोश भर दिया। विश्व कीर्तिमान बनाने उमंग और उत्साह के साथ जबलपुर के सभी आयु वर्ग जिनमें बच्चे युवा, महिलाएं और बुजुर्ग दौड़ में शामिल हुए।यह दौड़ तीन, पांच और दस किलोमीटर की थी। जिसमें विजेताओं को आकर्षक इनाम दिए गए। सभी जनप्रतिनिधियां के हाथों पुरुस्कार पाकर धावकों के चेहरे खिल उठे। इस आयोजन में कुछ दिव्यांग भी ट्राईसाइकिल लेकर शामिल हुए। जिनका अतिथियों ने हौसला अफजाई किया।पक्ष कमलेश अग्रवाल, विधायक अजय विश्नोई, विनय सक्सेना और निगमायुक्त स्वनिल वानखडे ने फ्लैग दिखाकर व स्लोगन लिखे गुब्बारे छोड़कर किया।इस आयोजन में जबलपुर के सभी आयु वर्ग, धर्म, संस्कृति के शामिल धावकों के स्वागत के लिए आयोजन के मार्गो पर आकर्षक रंगोली सजाई गई। जगह- जगह स्वागत के लिए मंच एवं मनोरंजक सुविधाएं उपलब्ध रहीं।    

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ग्वालियर। शुक्रवार की रात में ग्वालियर शहर में हुई तेज बारिश के बाद शनिवार को मौसम शुष्क रहा। मौसम विभाग के अनुसार रविवार और सोमवार को भी मौसम शुष्क रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान में वृद्धि हो सकती है, लेकिन मंगलवार चार अप्रैल को मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। इस दिन घने बादल छाने के साथ ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं तेज हवाएं चल सकती हैं तो कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। शुक्रवार को देर रात ग्वालियर में मेघ गर्जना के साथ जोरदार बारिश हुई थी। इस दौरान शहर में 6.2 और घाटीगांव में 9.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राहत की बात यह रही कि इस दौरान जिले में कहीं भी ओलावृष्टि नहीं हुई। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं हल्की बारिश तो कहीं सिर्फ बूंदाबांदी हुई है इसलिए फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। ग्वालियर के अलावा दतिया, भिण्ड, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर जिलों में भी शुक्रवार की रात चुनिंदा स्थानों पर बारिश हुई। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि हिमालय में आए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब समाप्त हो गया है इसलिए अगले दो दिन तक मौसम शुष्क रहेगा। इस दौरान तेज धूप निकलेगी और तापमान में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि तीन अप्रैल को हिमालय में एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। इसका प्रभाव भी ग्वालियर-चंबल संभाग में देखने को मिलेगा। यहां तीन अपै्रल की शाम को एक बार फिर बादल आ सकते हैं और चार अप्रैल को कहीं तेज हवाएं चल सकती हैं तो कहीं छुटपुट बारिश भी हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा शनिवार को अधिकतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 5.7 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 2.5 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 78 और शाम को 41 प्रतिशत दर्ज की गई।

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उज्जैन। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और भारतीय क्रिकेट टीम के अंतरिम कोच वीवीएस लक्ष्मण ने शनिवार को सपरिवार बाबा महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने भस्म आरती में शामिल होने के साथ ही गर्भगृह में पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन और अभिषेक किया। इस दौरान उनके साथ पत्नी, बच्चे मौजूद रहे। लक्ष्मण सुबह बाबा महाकाल के दरबार में आशीर्वाद लेने पहुंचे। पंडित विपुल गुरु और पंडित राम गुरु द्वारा बाबा महाकाल का पूजन अर्चन करवाया गया। पूजन अर्चन करने के बाद वीवीएस लक्ष्मण ने नंदी जी को जल अर्पित करने के बाद अपनी मनोकामना उनके कानों में कही। वह महाकाल मंदिर में स्थित श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर, साक्षी गोपाल मंदिर पर भी पूजन अर्चन करने पहुंचे।

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मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में टूरिस्ट प्लेस देवरानी दाई के पास बने डैम में तीन लड़कों की डूबने से मौत हो गई। वहीं, एक युवती को बचा लिया गया। तीनों की उम्र 14 से 16 साल के बीच है। हादसा शनिवार दोपहर करीब 1 बजे का है। मरने वालों में ऋतिक मालवीय, स्नेहा निर्मलकर और पवन रजक शामिल हैं।परासिया टीआई केवल सिंह परते के मुताबिक चांदामेटा के कोल मोहल्ला में रहने वाले मालवीय परिवार के कुछ लोग दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने देवरानी दाई डैम गए थे। यहां नहाने के दौरान पत्थर में काई होने के कारण पैर फिसल गया। एक युवक डूबने लगा। उसे बचाने के चक्कर में चार लोग पानी में कूद गए। इनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि युवती को मौके पर मौजूद लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।सूचना पर टीआई केवल सिंह परस्ते स्टाफ के साथ पहुंच गए थे। उन्होंने गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से लड़कों को बाहर निकाला। तुरंत एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

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  हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने बीएससी नर्सिंग की परीक्षाओं पर लगाई गई रोक को हटाने से इनकार कर दिया है। जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओर से प्रदेश के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह शुक्रवार को पेश हुए।उन्होंने हाई कोर्ट से आग्रह किया कि बीएससी नर्सिंग परीक्षाओं को संपन्न कराया जाए और उस पर लगी रोक को हटा लिया जाए। भले ही बीएससी नर्सिंग के छात्रों के रिजल्ट कोर्ट के निर्देश के बाद ही जारी किये जाएं। लेकिन डिवीजन बेंच ने सरकार की ओर से दी गई इस दलील को मानने से इनकार कर दिया।कोर्ट ने कहा कि यह मामला छात्रों के भविष्य और उनके द्वारा भविष्य में दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं पर सीधा प्रभाव डालने वाला है ,इसलिए यह गंभीर है। ऐसे में सरकार को राहत नहीं दी जा सकती है। अब इस मामले में 10 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी। दरअसल बीएससी नर्सिंग की परीक्षाओं को चुनौती देते हुए अधिवक्ता दिलीप शर्मा ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। जिसमें बताया गया था कि प्रदेश के सौ से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों के हजारों छात्र ऐसी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं जिन्हें जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने चार साल पहले ली जाने वाली मान्यता इस साल जनवरी में दी है। ऐसे में भूतलक्षी प्रभाव को देखते हुए पुराने सत्र की मान्यता को 3 या 4 साल बाद नहीं दिया जा सकता है। विश्वविद्यालय के अधिनियम में भी इसका स्पष्ट प्रावधान है।नर्सिंग कॉलेज संचालकों ने मेडिकल यूनिवर्सिटी के अफसरों से सांठगांठ करके किसी तरह हाल में मान्यता हासिल कर ली थी। कोर्ट के सामने 27 फरवरी को जब यह तथ्य लाए गए थे तब कोर्ट ने अगले ही दिन से शुरू होने वाली बीएससी नर्सिंग बीएससी पोस्ट बेसिक एमएससी नर्सिंग की परीक्षा पर रोक लगा दी थी। खास बात यह है कि इन नर्सिंग कॉलेज के छात्रों को बिना नामांकन बिना प्रैक्टिकल और थ्योरी के परीक्षा में शामिल होने कराने का षड्यंत्र किया गया था। जबकि जिन कालेजों में यह छात्र अध्ययनरत बताए गए थे उनका नर्सिंग काउंसिल द्वारा निरीक्षण भी नहीं किया गया था।ये कॉलेज विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की शर्तों को भी पूरा नहीं करते थे।

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प्रदेश के तमाम अहाते सहित जबलपुर शहर के कुल 95 अहाते बंद हो गए हैं। अहाते बंद होने से उन शराबियों को झटका लगा है। जो शराब अहाते में बैठ कर पिया करते थे। अब उन्हें आज से अहाते में बैठकर शराब पीने नहीं मिलेगी।वही आज से बनाई गई नई आबकारी नीति के तहत जिले की सभी 145 दुकानों के बनाए गए 45 ग्रुप ठेके पर चले गए हैं। अहातों को बंद कराने की प्रक्रिया रात 12 बजे तक पूरी कर ली गई थी। शहर की सबसे महंगी दुकान धनवंतरी नगर और संजीवनी नगर की रही। वही 145 में से लगभग 25 दुकानों में सबसे अधिक दाम आबकारी विभाग को मिले हैं।जानकारी के मुताबिक आबकारी विभाग ने आबकारी नीति के तहत जारी आदेश में स्कूल कॉलेज और मंदिर से 100 मीटर के दायरे में आने वाली दुकानों का सर्वे कर लिया है। इस सर्वे में करीब 10 दुकाने आ रही हैं जिनकी जगह जल्दी ही बदली जाएगी।वही दूसरी तरफ आबकारी विभाग के द्वारा किए गए सर्वे में लोग सवाल निशान खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि 20 से ज्यादा ऐसी दुकानें हैं जो मंदिर और स्कूल कॉलेज के नजदीक हैं। जिसका विरोध प्रदर्शन भी सड़कों में लोगों के द्वारा किया जा रहा हैं।सहायक आबकारी आयुक्त रविंद्र मानिकपुरी के मुताबिक 5 से 10 प्रतिशत तक रेट बढ़ सकते है। अभी नए रेट नहीं आए हैं। इधर, अहाते बंद होने से शराब दुकान संचालकों को भी घाटा होने की संभावना है। अब तक वे शराब दुकान के अलावा अहाते की जगह से भी कमा लेते थे। अब उन्हें भी डर है कि पहले की तरह बिक्री में मुश्किल आ सकती है।अहाते बंद होने से सबसे बड़ी चुनौती लॉ एंड आर्डर की होगी। दूसरी चुनौती निगम की होगी। अब तक शहर के इन अहातों का सामान या तो कबाड़ी खरीदते थे या सीधे निगम की गाड़ियों में जाता था। अब जगह न मिलने से पूरे शहर में यह कचरा फैलेगा। दूसरी ओर पुलिस के लिए भी चुनौती होगी, शराब पीकर सड़कों पर घूमने वालों से निपटने की। दूसरी ओर एक्सीडेंट भी बढ़ सकते हैं।

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जबलपुर की एक 28 साल की युवती ने भाजपा नेता पर जो भी आरोप लगाए थे, वो झूठे साबित हुए। 9वीं पास युवती शादीशुदा है। उसे एक लड़का भी है। युवती के चंगुल में भाजपा नेता शशिकांत सोनी फंसे थे। हाल में भोपाल कोर्ट ने बरी करते हुए केस को खारिज कर दिया। अब भाजपा नेता युवती और साजिशकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी में हैं।युवती ने भाजपा नेता पर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 1.80 लाख रुपए लेने और रेप का आरोप लगाया था। महिला ने भोपाल के टीटी नगर थाने में भाजपा नेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शशिकांत सोनी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।युवती ने थाने में बताया कि जबलपुर नगर निगम में शशिकांत सोनी से पहली बार उसकी मुलाकात हुई थी। वह कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब के लिए आई थी। उस दौरान भाजपा नेता ने कहा कि मैं जॉब लगवा सकता हूं। इसके लिए भोपाल चलना होगा। एक लाख अस्सी हजार रुपए मांगे। वह 5 मई 2022 को सुबह 5 बजे शशिकांत सोनी के साथ कार से भोपाल आ गई। दिनभर शशिकांत के साथ घूमती रहीं। इसके बाद वह उसे एक-दो जगह ले गया। कहा- काम हो गया है, आपकी नौकरी लग जाएगी। महिला ने बताया कि इसके बाद शशिकांत उसे टीटी स्टेडियम ले गया, जहां उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाए।केस दर्ज होते ही भाजपा नेता को पार्टी ने निष्कासित कर दिया। वहीं, भाजपा नेता ने भोपाल कोर्ट में याचिका लगा दी। भोपाल पुलिस ने जांच में पाया कि महिला ने जितनी बार बयान दिए, उनमें कुछ ना कुछ बदलाव है। युवती ने पुलिस को बताया था कि घटना वाले दिन वह सुबह 5 बजे शशिकांत के साथ कार में निकली। दोपहर 12 बजे भोपाल आ गई, जबकि पुलिस ने शशिकांत की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की, तो वह दोपहर को जबलपुर में था।महिला ने पुलिस को यह भी बताया था कि शशिकांत सोनी ने व्हाट्सएप नंबर से एक लेटरपैड जिस पर कि शशिकांत सोनी के हस्ताक्षर थे, वह भेजा था। जांच के दौरान फोन कर युवती से लेटर पैड के स्क्रीनशॉट की जानकारी मांगी, तो उसने देने से इनकार कर दिया। बाद में पुलिस का फोन रिसीव करना बंद कर दिया। इसके बाद भोपाल पुलिस ने युवती से थाने आने को कहा, तो महिला ने कहा कि पहले आरोपी को गिरफ्तार किया जाए। महिला ने ईमेल के जरिए आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कई जगह शिकायत भेजी। भोपाल पुलिस को जबलपुर आकर ही बयान लेने को कहा।महिला के बयान के लिए जब भोपाल पुलिस ने युवती से संपर्क किया, तो उसने मोबाइल बंद कर लिया। पुलिस ने महिला का मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली, तो उस मोबाइल पर दूसरा नंबर चालू निकला। केस की इन्वेस्टिगेशन कर रही भोपाल पुलिस महिला को तलाश करते हुए जब जबलपुर पहुंची। उसके द्वारा लिखाए गए पते पर जानकारी ली तो पता गलत निकला। इसके बाद पुलिस महिला के चालू मोबाइल नंबर की लोकेशन आधार पर जबलपुर रांझी पहुंची। यहां से महिला को पकड़ा।

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उज्जैन। आगामी 4 से 10 अप्रैल के मध्यप्रदेश के सीहोर वाले पं.प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा मुरलीपुरा के ठीक पहले खाली स्थान पर आयोजित हो रही है। इस दौरान महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम दर्शन व्यवस्था को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने शुक्रवार शाम अधिकारियों की बैठक ली एवं दिशा-निर्देश दिये। 3 अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच दर्शनार्थियों की संख्या को देखते हुए गर्भगृह में दर्शन बन्द रहेंगे। बैठक में कलेक्टर ने निम्नानुसार व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिये :- ·दर्शन व्यवस्था जिस तरह से महाशिवरात्रि के दौरान की गई थी, उसी के अनुरूप की जाये। पार्किंग के लिये भील धर्मशाला एवं कर्कराज पर पूर्वानुसार व्यवस्थाएं की जायेंगी। महाकाल लोक से दर्शनार्थियों को बेरिकेटिंग में लेकर मानसरोवर तक लाया जाये। बेरिकेटिंग में आठ स्थानों पर पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जूता स्टेण्ड, प्रकाश, पार्किंग, पेयजल की व्यवस्था एवं सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की व्यवस्था भी महाशिवरात्रि की तरह की जाये। · नृसिंह घाट पर भी सीसीटीवी कैमरा लगाया जाये। अनाउंसमेंट के लिये व्यवस्थित साउण्ड सिस्टम की व्यवस्था की जाये। सीसीटीवी कैमरा द्वारा कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं के मूवमेंट की लगातार मॉनीटरिंग की जाये। · दर्शन की लाइन निरन्तर चलती रहना चाहिये, कहीं रूकना नहीं चाहिये। · दर्शनार्थियों की अधिक संख्या होने पर भूखी माता एवं शंकराचार्य चौराहे पर होल्डअप तैयार किया जाये। · महाकाल लोक एवं महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग की पांच टीम लगाने के निर्देश दिये हैं। पांच बेड का अस्थाई अस्पताल तैयार करने के निर्देश दिये गये हैं। यहां पर आवश्यक दवाईयों के साथ प्रचुर मात्रा में ओआरएस रखने के लिये कहा गया है। ·पर्याप्त मात्रा में साइनेजेस लगाये जायें। पीडब्ल्यूडी द्वारा 2 अप्रैल तक बेरिकेटिंग का शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया जाये। ·पार्किंग के लिये चिन्हित किये गये स्थानों पर नगर निगम द्वारा पेयजल, बिजली, साफ-सफाई तथा अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये हैं। अस्थाई शौचालयों की निरन्तर साफ-सफाई करने के लिये कहा गया है। · नो-व्हीकल झोन में सख्ती से नियम का पालन करवाया जाये। अनाधिकृत रूप से वाहन पार्किंग या वाहन प्रवेश पर उक्त वाहनों को क्रेन से उठाने के लिये 10 क्रेन की तैनाती करने के निर्देश दिये हैं। होमगार्ड को विभिन्न स्नान घाटों पर एसडीआरएफ की टीम तैनात करने, बोट, तैराकों को मय साजो-सामान के मौजूद रहने के निर्देश दिये गये हैं। फूड सेफ्टी अधिकारी भोजनशाला में रहकर अपनी देखरेख में परीक्षण कर भोजन तैयार करवायें। महाकालेश्वर मन्दिर में आठ लाइन में दर्शन करवाये जायें।

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ग्वालियर। हिमालय में आए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गुरुवार-शुक्रवार की रात में ग्वालियर-चंबल संभाग में चुनिंदा स्थानों पर हुई हल्की बारिश के बाद मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान भी कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है।   स्थानीय मौसम विज्ञानी सीके उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से गुजर रहा है। इसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान में एक चक्रवात भी बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से गुरुवार शुक्रवार की रात में ग्वालियर-चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश तो कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई। इस दौरान ग्वालियर में 0.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि ग्वालियर शहर के नजदीक शीतला माता मंदिर के आसपास के क्षेत्र में काफी तेज बारिश हुई। इन मौसम प्रणालियों का असर अगले 24 घंटे तक बना रहने की संभावना है। इस दौरान भी संभाग में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इसी क्रम में दो अपै्रल को हिमालय में एक और नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना जताई जा रही है। इसके प्रभाव से तीन अप्रैल को फिर से बादल आ सकते हैं और चार अप्रैल को संभाग में कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है।   स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा शुक्रवार को अधिकतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 4.3 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 2.4 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 75 और शाम को 44 प्रतिशत दर्ज की गई।

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माध्यमिक शिक्षा मंडल इन दिनों 10वी, 12वी की बोर्ड परीक्षा करवा रहा है, परीक्षा अभी भी निरंतर जारी है। वही दूसरी तरफ उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन के दौरान टीचर को छात्रों की अजीबोगरीब समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उत्तरपुस्तिका में छात्र लिखकर दुहाई दे रहें है कि सर प्लीज हमें पास कर दो हमारे परिवार में समस्या आ गई थी इसलिए हम पढ़ नही पाए। हालांकि छात्रों की इस॥ तरह का दरखास्त का उत्तरपुस्तिका की मूल्यांकन करने वाले टीचरों पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ रहा है। जबलपुर के एमएलबी स्कूल में करीब 1 लाख कापी चेक होने के लिए आई है जिसे की टीचर जांचने में जुटे हुए है।उत्तर पुस्तिकाएं जांच रहे शिक्षक वीके तिवारी ने बताया कि आज के परिवेश में देखा जा रहा है कि छात्र इमोशनली ब्लैकमेल करने में ज्यादा विश्वास रखने लगे है। परीक्षा कापी की जांच के दौरान बहुत से छात्र-छात्राएं आंसर शीट में लिखते है कि मेरे पिता नहीं है, मम्मी की तबियत खराब थी, इसलिए हम पढ़ नहीं पाए, और भी kai तरह की बातें, पर छात्र ये समझ ले कि इस तरह की बातें लिखने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जो छात्र विषय से संबंधित आंसर लिखेगा वही पास होगा। उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि ये पहली मर्तबा हुआ हो, इससे पहले भी कार बार इस तरह के मामले आए है, कभी -कभी तो यह भी हुआ है कि उत्तरपुस्तिका में नोट तक निकले है।20 मार्च से 10वी ,12वी के मूल्यांकन में करीब एक लाख उत्तरपुस्तिका आई है, जिसमें मूल्यांकन प्रभारी ने जिला शिक्षा अधिकारी से 500 टीचरों की मांग की थी, पर अभी तक सिर्फ 150 टीचर ही मूल्यांकन में आए है, ऐसे में अब डीईओ को पत्र लिखकर मांग की गई है कि जल्द से जल्द टीचरों की व्यवस्था करें जिससे मूल्यांकन का काम हो सके क्योंकि 20 दिन में काम पूरा करना है, जबकि 10 दिन में अभी तक सिर्फ 35000 कापियां ही चेक हो पाई, अब बाकी के बचे हुए 10 दिनों में 65000 कापियां चेक करनी है जो कि बहुत ही कठिन है।

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ग्वालियर में डांस क्लासेस में डांस टीचर द्वारा एक महिला से रेप किया है। आरोपी टीचर ने डांस की बारीकियां सिखाते-सिखाते महिला से नजदीकियां बढ़ाईं और एक दिन क्लास में अकेला रोककर महिला से दुष्कर्म किया। घटना आठ साल पहले 2015 की है। इसके बाद आरोपी महिला को इमोशनली ब्लैकमेल कर उससे लगातार संबंध बनाता रहा।आरोपी महिला से शादी करने की कहकर आठ साल तक शारीरिक संबंध बनाता रहा। अभी कुछ दिन पहले डांस टीचर ने किसी अन्य लड़की से शादी कर ली। धोखे का अहसास होते ही महिला पुलिस के पास पहुंची और आपबीती सुनाई। पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी डांस टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।शहर के उपनगर मुरार के घासमंडी निवासी 32 वर्षीय महिला ने शिकायत की है कि वर्ष 2015 में वह बालकिशन अग्रवाल उर्फ बीके पुत्र सतीश चंद्र अग्रवाल के पास डांस सीखने जाती थी। डांस सीखते-सीखते उनके बीच दोस्ती हो गई और सामान्य बातचीत होने लगी। एक दिन जब वह वापस घर जा रही थी तो बालकृष्ण ने उसे बातचीत के बहाने रोका और जब डांस क्लास से सभी लोग चले गए तो उसने धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। वारदात के बाद जब महिला ने विरोध किया और पुलिस में जाने की बात कही तो आरोपी डांस टीचर बालकृष्ण ने उससे शादी का वादा किया। इसके बाद उसका शोषण करने लगा। अब जब उसने शादी का दबाव बनाया तो पता चला कि आरोपी तो एक साल पहले ही एक अन्य युवती से विवाह कर चुका है।मुरार थाना पुलिस ने महिला के थाने पहुंचते ही तत्काल आरोपी डांस टीचर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया। जैसे ही आरोपी को FIR दर्ज होने का पता लगा तो आरोपी भागने की तैयारी में था। पर उससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।

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ग्वालियर में गांजा की खेप लेकर आए दो तस्करों को शहर में घुसते ही क्राइम ब्रांच व विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा है। गांजा तस्करों को सचिन तेंदुलकर मार्ग स्थित भगवानदास अपार्टमेंट के पास से शुक्रवार सुबह पुलिस ने गिरफ्तार किया है।पकड़े गए तस्करों को हिरासत में लेकर पुलिस ने उनसे पौने दो लाख रुपए का गांजा बरामद कर उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब पकड़े गए तस्कर से पूछताछ में जुट गई है।एएसपी क्राइम राजेश डंडोतिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि शहर में गांजे की खेप आने वाली है और इसका पता चलते ही थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच अमर सिंह सिकरवार, टीआई विश्वविद्यालय मनीष धाकड़ को कार्रवाई कर तस्करों को पकड़ने का टॉस्क दिया था। जिस पर क्राइम ब्रांच व विश्वविद्यालय थाने की दो टीमें बनाई, जिसमें एक का नेतृत्व एसआई शिशिर तिवारी तथा दूसरी का नेतृत्व एसआई रोहित भदौरिया व एएसआई प्रमोद श्रीवास्तव ने किया। पुलिस टीम जब सचिन तेंदुलकर मार्ग स्थित भगवान दास अपार्टमेंट के पास पहुंची तो एक युवक बाइक से आता दिखाई दिया। जैसे ही बाइक सवार की नजर पुलिस टीम पर पड़ी, उसने तुरंत ही बाइक मोड़ी और वापस भागने लगा। शंका होने पर पुलिस ने उसका पीछा किया और कुछ ही दूरी पर घेर लिया तो दोनों तस्कर बाइक छोड़कर भागे, लेकिन पहले से ही अलर्ट पुलिस ने उन्हें मौका नहीं दिया और दबोच लिया।पुलिस ने जब बाइक पर रखी बोरी की तलाशी ली तो उसमें आठ किलो सौ ग्राम गांजा मिला है जिसकी अनुमानित कीमत करीब एक लाख साठ हजार रुपए बताई गई है। पुलिस ने तस्करों को हिरासत में लेकर थाने लाकर पूछताछ की तो उनकी पहचान धर्म यादव निवासी लक्ष्मीगंज तथा दूसरे की पहचान देवेन्द्र सिंह पंवार निवासी गदाईपुरा के रूप में हुई।पुलिस अफसरों की माने तो पकड़े गए तस्करों से पूछताछ के बाद कुछ बड़े तस्करों की जानकारी मिल सकती है और तस्करों से पूछताछ के लिए पुलिस अफसर जुटे हुए हैं। फिलहाल पता नहीं चला है कि तस्कर कहां से गांजे की खेप लेकर आते हैं और कहां पर खपाने जा रहे थे।एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया का कहना है कि गांजा तस्करों को पकड़ा गया है। उनसे काफी मात्रा में गांजा मिला है। अब पुलिस पूछताछ कर रही है और पूरे रैकेट का पता लगा रही है कि कहां से लाते थे और शहर में कहां-कहां सप्लाई करते थे।

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भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के चार अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा गुरुवार को आदेश जारी किया गया।     जारी आदेश के अनुसार जबलपुर संभाग के कमिश्नर बी. चंद्रशेकर को भोपाल ट्रांसफर करते हुए मंत्रालय में पदस्थ किया गया है, जबकि उनकी जगह भोपाल से लोक शिक्षण आयुक्त अभय कुमार वर्मा को जबलपुर संभाग का कमिश्नर बनाया गया है। इसी तरह मप्र के श्रम आयुक्त वीरेन्द्र सिंह रावत को इंदौर से ट्रांसफर करते हुए सागर संभाग का कमिश्नर पदस्थ किया गया है। जबकि हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम की प्रबंध संचालक अनुभा श्रीवास्तव को लोक शिक्षण आयुक्त बनाया गया है। साथ ही उन्हें हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

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भोपाल। प्रदेश में मार्च महीने का सातवां पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार से एक्टिव हो रहा है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कई शहरों में हल्की बूंदाबांदी होगी। वहीं, आकाशीय बिजली के गिरने और चमकने की भी संभावना है। भोपाल में लगातार दो दिन हल्की बारिश हो सकती है, जबकि इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर में भी असर दिखेगा। इससे पहले बुधवार को कई शहरों में पारा 37 डिग्री से ऊपर पहुंच गया।   मौसम विभाग के अनुसार मार्च के महीने में अब तक छह पश्चिमी विक्षोभ आ चुके हैं, जबकि 30-31 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इसका असर 1-2 अप्रैल तक देखने को मिल सकता है। हालांकि, मौसम विभाग ने 30 और 31 मार्च को ही मौसम में बदलाव होने की बात कही है। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के अनुसार 30 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में एक्टिव होगा। इसका असर 30 और 31 मार्च को मध्यप्रदेश में देखने को मिलेगा। इस कारण प्रदेश के कई शहरों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। गरज-चमक की स्थिति भी बनेगी। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और गर्मी का असर तेज होगा। आज यहां हो सकती है बारिश मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को भोपाल, ग्वालियर-जबलपुर संभाग के साथ भिंड, उज्जैन, रतलाम, देवास और शाजापुर जिले में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। इस दौरान 30 से 40 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है। इसी दिन राजगढ़, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, मुरैना और श्योपुरकलां में आंधी चलेगी।

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भोपाल। प्रदेश की लोक-कला और शिल्प के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से खजुराहो में निर्मित "शिल्पग्राम" को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने सम्मानित किया है। स्वदेश दर्शन योजना में शिल्पग्राम को सर्वश्रेष्ठ शिल्प हाट/स्मारिका शॉप कैटेगरी में रनर अप के रूप में चयनित किया गया। यह जानकारी बुधवार देर शाम जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने दी है।   उन्होंने बताया कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित होटल अशोक में चिंतन शिविर में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड विवेक श्रोत्रिय को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया। पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने इस उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए कहा कि "शिल्पग्राम" संस्कृति, लोक-कला और शिल्प के संरक्षण एवं शिल्पकारों के प्रोत्साहन के लिए प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा है। पर्यटन मंत्रालय द्वारा शिल्पग्राम को सराहा जाना हमें कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार और संरक्षण के लिए नित नवाचार करने के लिए प्रेरित करेगा।

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मध्यप्रदेश में 15 मार्च से प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकी, सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारियों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन करते हुए हड़ताल पर चले गए है, महिला बाल विकास विभाग की यह हड़ताल मासूमों के पोषण पर भारी पड़ रही है। प्रदेश की 70 हजार आंगनबाड़ियों में बीती 15 मार्च से ही ताले लटके है, और यह हड़ताली अमला सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने मैदान पर है। हालात ये हैं कि महिला एवं बाल विकास सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का भी पालन नहीं करवा पा रहा जिसमें ज़रुरतमंद बच्चों तक 300 दिन का पोषक आहार पहुंचाना जरूरी है।जबलपुर में आशा-उषा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी काम बंद हड़ताल कर दी है। प्रदेश भर की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटके हुए, इस वजह से ना ही बच्चों को पोषण आहार मिल पा रहा है और ना ही गर्भवती महिलाओं की केयर हो रहीं है। 15 मार्च से महिला बाल विकास विभाग का अमला सड़कों पर है। जबलपुर में भी 2483 आंगनबाड़ियों में पदस्थ कार्यकर्ता हड़ताल पर है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ 92 सेक्टर में पदस्थ सुपरवाइजर और 13 परियोजना अधिकारी भी काम से दूर है, जिसके कारण केंद्र बंद है, और बच्चों को पोषण आहार नहीं मिल पा रहा है इतना ही नहीं गर्भवती महिलाएं भी पौष्टिक आहार से दूर है।मध्यप्रदेश में 15 मार्च से आईसीडीएस के संयुक्त मोर्चे के बैनर तले यह हड़ताल चल रहीं है जिसमें परियोजना अधिकारी,पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 15 दिन से जारी उनकी हड़ताल पर सरकार ने कोई सुध नहीं ली है इसलिए वेतन बढ़ाने सहित अपनी अन्य 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अब आर-पार की लड़ाई लड़ रहें है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की प्रदेशाध्यक्ष विद्या खंगार का कहना है कि सरकार हम लोगों पर कार्रवाई करने का जो मन बना रहीं है उससे हम लोग डरने वाले नहीं है। उन्होंने बताया कि अगर इतना सब होने के बाद भी सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती तो पूरे प्रदेश से परियोजना अधिकारी,पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका भोपाल में जाकर पड़ाव डाल देंगे और किसी भी कीमत में नहीं हटेंगे।सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन कहती है कि ज़रुरतमंद बच्चों को साल में 300 दिन का पोषक आहार हर हाल में देना ज़रुरी है। पर हड़ताल के कारण इस गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। हड़ताल के कारण महिला एवं बाल विकास विभाग के हाथ पांव फूल रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने पोषक आहार वितरण के लिए दूसरे विभागों की मदद के लिए पत्र लिखा है और उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में आंगनबाड़ियों में लटके ताले खुलवाकर वितरण शुरू करवाया जा सके।  

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मध्यप्रदेश के खरगोन में बीते साल रामनवमी पर हुए दंगों के बाद इस बार माहौल थोड़ा अलग है। यहां शहरवासियों में हुए संवाद सामंजस्य से माहौल बदला हुआ है। गुरुवार को रामनवमी पर दोपहर 2 बजे शोभायात्रा निकाली गई। इसमें 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। प्रशासन ने 3 किलोमीटर के रूट में एक हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया था।शोभायात्रा की शुरुआत भोला चौक बस स्टैंड स्थित मंदिर से हुई। दो घंटे बाद यात्रा तालाब चौक पहुंची। यह वहीं क्षेत्र है जहां पिछले साल सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ने की शुरुआत हुई थी। इस बार यहां मुस्लिम समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया है।एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि सभी आयोजन समितियों के साथ ही शहर और गांव के वरिष्ठ नागरिकों से चर्चा की गई थी। आयोजन के समय और रूपरेखा को लेकर डिटेल में हर बिंदु पर चर्चा हुई। शहर में पूर्व में भी हुए धार्मिक आयोजनों में एक समुदाय ने दूसरे समुदाय का स्वागत किया है। ऐसे ही आने वाले त्योहारों के दौरान शहर और जिले में भी समरसता दिखाई देगी। सभी आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से निपटेंगे।एसपी सिंह ने बताया कि वह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों ने मौके का फायदा उठाकर घटना को अंजाम दिया। अधिकांश आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। वे जेल में हैं। कुछ पर जिला बदर की कार्रवाई भी की गई है। पुलिस ने आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वाले आरोपियों का डाटाबेस भी तैयार किया है। जिन पर लगातार कार्रवाई भी की जा रही है।शोभायात्रा की शुरुआत दांगी मढ़ी (भोला चौक) मंदिर से दोपहर दो बजे हुई। इसके बाद शोभायात्रा तालाब चौक, गडरिया मंदिर, टवड़ी चौक, काला देवल मंदिर, गणेश मंदिर, किला गेट, सराफा बाजार, पोस्ट ऑफिस चौराहा, श्रीकृष्ण टॉकीज, बिस्टान रोड तिराहा से होते हुए अंत में बस स्टैंड पर स्थित श्रीराम मंदिर में पहुंची। महाआरती के साथ इसका समापन हुआ। शोभायात्रा के मार्गों पर जगह-जगह नगर के अनेक सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों द्वारा पुष्पमाला व फूलों आदि से स्वागत करते हुए सेवा स्टॉल लगाए गए।

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इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी पर बावड़ी की छत धंसने से 13 लोगों की मौत हो गई। 40 फीट गहरी बावड़ी में 30 से ज्यादा लोग गिरे थे। बावड़ी से कुल 11 शव निकाले गए, जबकि पुलिस ने रस्सियों की मदद से 19 लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दो लोगों ने दम तोड़ दिया। बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है। नगर निगम ने पानी निकालने के लिए तीन मोटर बुलवाई हैगृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 13 लोगों की मौत की पुष्टि की है। बावड़ी से निकाली गई 11 डेडबॉडी में से 10 महिलाओं की है। मृतकों में जिनकी पहचान हुई है, इनमें एक का नाम भारती कुकरेजा (65) निवासी साधु वासवानी नगर है। वह बेटी सोनिया के साथ मंदिर आई थी। बेटी सोनिया सीढ़ी से ऊपर आ गई। जबकि उनकी माताजी नीचे कीचड़ में फंस गई। मृतकों में एक की इंदर कुमार के रूप में पहचान हुई है।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सपना संगीता रोड स्थित स्नेह नगर में हवन के दौरान हादसा हुआ। लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे। वजन से उसकी छत टूट गई और लोग नीचे गिर गए। यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है।      

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले को मंगलवार देर शाम अद्भुत नजारा देखने को मिला। इस दौरान आसमान में पांच ग्रह एक सीध में आ गए। सूरज ढलने के बाद पश्चिम दिशा में यह अद्भुत दृश्य देखा गया। इस अनोखी घटना को देखकर लोग हैरान रह गए। एक सीध में आने वाले पांच ग्रहों में बुध, वृहस्पति, शुक्र, यूरेनस और मंगल थे और पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा भी इनका साथ दे रहा था।   पांच ग्रहों के मिलन की यह अनोखी घटना धरती के विभिन्न हिस्सों से दिखाई दी। हालांकि, बुध और यूरेनस के धुंधले होने के चलते इन्हें नंगी आंखों से देख पाना संभव नहीं था, लेकिन शुक्र, मंगल और वृहस्पति को नंगी आंखों से भी देखा जा सकता था। इसकी वजह, इन ग्रहों का सबसे चमकीला होना है। हालांकि, यह नजारा सूर्यास्त के महज आधे घंटे तक ही दिखा। यह खगोलीय घटना कई मायनों में बेहद दुर्लभ थी।   ग्रह थे अपने गृह में, लेकिन दिख रही थी उनकी आभासी कतारः सारिका आसमान में ग्रहों की आभासी कतार को दिखाने के लिए भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने विद्या विज्ञान कैंप का आयोजन किया। इसमें टेलिस्कोप की मदद से ग्रह दर्शन कराया गया। सारिका ने बताया कि सोशल मीडिया पर ग्रहों की कतार को इस तरह बताया जाता है, जैसे कि ग्रह सचमुच में एक लाईन में आ गये हों, लेकिन वास्तव में हर ग्रह की अपना परिक्रमा पथ है। वे अपने ही पथ पर चलते हुये सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं।     सारिका ने बताया कि आज रात के समय जब आसमान में अद्भुत खगोलीय घटना घट रही थी, तब बुध जहां लगभग 18 करोड़ किमी तो जुपिटर 88 करोड़ किमी और यूरेनस 305 करोड़ किमी से अधिक दूर था। इनका पृथ्वी से देखने पर कोण इस प्रकार बन रहा था कि ऐसा लगा कि वे एक कतार में हैं।     सारिका ने बताया कि पांच ग्रहों में से वीनस को तो उसकी चमक के कारण और चंद्रमा के पास स्थित मार्स को उसकी लालिमा के कारण पहचाना जा सकता था। जुपिटर और मरकरी अस्त होते सूर्य के पास थे, इसलिये कुछ देर ही दिखे। यूरेनस को सिर्फ टेलिस्कोप की मदद से ही देखा जा सका।     सारिका ने बताया कि ग्रहों के परिक्रमा करते रहने से वे कुछ माह के अंतराल से रोचक स्थिति में आते रहते हैं लेकिन इस प्रकार की घटनायें आमलोगों को खगोलविज्ञान समझने के लिये प्रेरित करती हैं।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के नरेला विधानसभा क्षेत्र में हर तीज-त्यौहार संपूर्ण भव्यता के साथ मनाया जाता रहा है। इस बार राम नवमी का पर्व भी नरेला के लिये बेहद खास होने वाला है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने सभी से अपील कि है कि रामजन्मोत्सव पर अपने घरों के बाहर दो दीपक "एक दीपक प्रभु श्रीराम के नाम और एक दीपक राष्ट्र के नाम" अवश्य जलाएं। सारंग ने बताया कि संपूर्ण नरेला विधानसभा में लगभग डेढ़ लाख से अधिक दीपक जलाये जाएंगे।   मंत्री विश्वास सारंग ने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा कि लगभग 500 वर्षों के अन्तराल के बाद अयोध्या में राम जन्म-भूमि पर रामलला का मंदिर पुनः बनने जा रहा है। भारत की करीब 25 पीढ़ियों ने राम मंदिर के मुद्दे पर देश के संघर्ष को देखा। उन्होंने कहा कि हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि हमारे सामने राम मंदिर निर्माण का सपना साकार होने जा रहा है। यह राम मंदिर राष्ट्रीय स्वाभिमान का भी प्रतीक है।   सारंग ने रामनवमी की शुभकामनाएँ देते हुए जनता से आग्रह किया है कि राम नवमी के शुभ अवसर पर सभी नागरिक अपने घर के बाहर दीपक अ जलाएं और अपने वार्ड के प्रमुख चौराहे पर शाम को भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाएँ।

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सिवनी। जिले के म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुंगवानी कला विद्युत वितरण केन्द्र में बुधवार की दोपहर को जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने दबिश देकर कनिष्ठ यंत्री और एक अन्य सहयोगी को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकडा है।   लोकायुक्त पुलिस जबलपुर के ट्रेप दल ने हिस को बताया कि सुरेन्द्र सिंह (37) पुत्र राजकुमार ठाकुर निवासी नागपुर रोड खैरी टेक जिला सिवनी ने बीते दिन पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त जबलपुर पुलिस को स्वयं उपस्थित शिकायत दी थी। फरियादी ने शिकायत में बताया कि वह विद्युत ठेकेदार है। फरियादी को ग्राम मुंगवानी विद्युत केंद्र के अंतर्गत ग्राम रनवेली में कृषक बादामी मालवीय के एक ऑनलाइन ट्रांसफार्मर एवं 9 सज पोल लगने हैं, जिसका कनिष्ठ यंत्री जगदीश परिहार विद्युत वितरण केंद्र मुंगवानी द्वारा एस्टीमेट तैयार करने के एवज में 10000 की रिश्वत की मांग की गई है। शिकायत सत्यापन उपरांत योजनाबद्ध तरीके से लोकायुक्त पुलिस के ट्रेप दल ने बुधवार को विद्युत वितरण केन्द्र मुंगवानी कला में दबिश दी। जहां सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने कनिष्ठ यंत्री को रिश्वत के पैसे दिये और लोकायुक्त पुलिस ने कनिष्ठ यंत्री को रंगे हाथ पकड लिया। इस मामले में विद्युत वितरण केन्द्र मुंगवानी कला के कनिष्ठ यंत्री जगदीश(31) पुत्र यतेन्द्र परिहार एवं एक अन्य सहयोगी नरेन्द्र (28) पुत्र शिवकुमार बघेल को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकडा गया है। लोकायुक्त पुलिस दल द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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कोलार सिक्सलेन प्रोजेक्ट में कोलार रेस्ट हाउस तिराहे से 200 मीटर लंबी सड़क दो दिन में चौड़ी कर दी गई। अब मलबा हटाने का काम चल रहा है। पुलिस की मौजूदगी में बुधवार को काम चलता रहा। अफसरों का कहना है कि कोलार तिराहे से अप्रैल में सीमेंट कांक्रीट की शुरुआत कर दी जाएगी। इसलिए चौड़ीकरण का बाकी काम भी जल्द करेंगे।दो दिन पहले विधायक रामेश्वर शर्मा और कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कोलार सिक्स लेन प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी। उन्होंने कोलार रेस्ट हाउस तिराहे पर भी सड़क चौड़ीकरण की शुरुआत करने को कहा था। इसके चलते यहां पर पिछले दो दिन से काम जारी है। बुधवार सुबह से चौड़ीकरण शुरू हुआ। ज्यादातर काम दोपहर तक पूरा कर लिया गया। अगले एक सप्ताह में मलबा हटाने का टॉरगेट है। कोलार रेस्ट हाउस तिराहे पर 200 मीटर के दायरे में 36 मकान और 20 दुकानें हटाई गई हैं। विस्थापित करने के बावजूद कई लोग अभी भी डटे हुए हैं। इसलिए दो दिन से पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई की जा रही है। ताकि, किसी प्रकार का हंगामा न हो।प्रोजेक्ट 222 करोड़ रुपए का है। जिसका भूमिपूजन पिछले साल 29 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कर चुके हैं। कुल 15.10 किलोमीटर लंबे सिक्स लेन में मुख्य सर्व-धर्म ब्रिज के साथ 27 अन्य छोटी-बड़ी पुल-पुलियाएं भी बनाई जा रही है। चूना भट्‌टी के पास भी दो पुलियाएं बनाई जा रही हैं। इस कारण चूना भट्‌टी से सर्व-धर्म ब्रिज के बीच एक ही लेन से राहगीर आ-जा रहे हैंकोलार रोड के गोल जोड़ से बैरागढ़ चिचली के बीच सर्व-धर्म, मंदाकिनी, बीमाकुंज, कान्हाकुंज, सीआई, चूना भट्‌टी एरिया, नयापुरा, ललितानगर, गेहूंखेड़ा, नहर की पुलिया समेत करीब 100 कॉलोनियां बसी हैं। यहां के लोग इसी रोड से आना-जाना करते हैं। बढ़ती आबादी के साथ अब सड़क काफी छोटी पड़ने लगी है। अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। वहीं, बारिश में सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाती है। इस बार भी ऐसी ही तस्वीर नजर आ रही है। इसलिए रोड की चौड़ाई की मांग लंबे समय से की जा रही थी। लिहाजा, सीएम ने सिक्स लेन प्रोजेक्ट की मंजूरी दी और काम की शुरुआत की गई। पिछले पांच महीने से तेजी से काम चल रहा है।

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मध्यप्रदेश में शहरों के समूहों के आधार पर डेवलपमेंट की नई प्लानिंग सरकार ने शुरू कर दी है। ताकि सिर्फ शहर या जिले का ही नहीं बल्कि संभाग स्तर पर भी व्यवस्थित विकास किया जा सके। मप्र. नगर तथा ग्राम निवेश संचालनालय को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इस प्लान को कुल सात भागों में बांटा गया है। इसमें छह संभाग ऐसे हैं जिनका प्लान संयुक्त रूप से तैयार किया जाएगा। नई अर्बन प्लानिंग में औद्योगिक क्षेत्र, आठ लेन सड़क, ग्रेड सेपरेटर, सैटेलाइट टाउनशिप, बायपास समेत अन्य विकास कार्यों पर जोर होगा।अधिकारियों ने बताया कि भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के लिए एक प्लान तैयार किया जाएगा। इसी तरह ग्वालियर और चंबल संभाग के साथ रीवा और शहडोल की प्लानिंग भी साथ में की जाएगी। बाकि इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और सागर संभागों का अलग-अलग प्लान तैयार होगा। प्लान में नए प्रस्तावित और प्लान को तैयार करने के लिए संबंधित जिलों के कलेक्टर से जानकारी भी मांगी गई है। इसके अलावा नए और प्रस्तावित मास्टर प्लान की प्लानिंग को भी मर्ज किया जाएगा।नए अर्बन प्लान के तहत शहरों के बीच सैटेलाइट टाउनशिप विकसित की जाएगी। सैटेलाइट टाउनशिप में एक ही क्षेत्र में कई सुविधाएं मिलेगी। इसमें स्कूल, कॉलेज, पॉश रेसिडेंशल एरिया, उद्योग, कॉर्पोरेट ऑफिस, हॉस्पिटल आदि की सुविधा मिलेगी। मिक्स लैंडयूज का प्रावधान किया जाएगा। इनका विकास भी सिर्फ हाईवे के किनारे किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि शहरों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या और जमीन की उपलब्धता को लेकर सैटेलाइट टाउनशिप का विकास किया जाता है। इससे शहरी विस्तार को बढ़ावा मिलता है। दूसरा फायदा यह है कि शहर से दूर के क्षेत्रों का विकास होता है। यह टाउनशिप भविष्य के मद्देनजर अत्याधुनिक बनाई जाती हैं।इस प्लान में शहरों के बीच का सर्वे कराया जाएगा। जिस संभाग में जितने भी शहर आते हैं उनका खाका तैयार किया जाएगा। रिपोर्ट में जमीन की उपलब्धता, प्राकृतिक संपदा, क्षेत्र, सरकारी व निजी जमीनों का खाका, संबंधित जोन में आने वाले शहरों की दूरी का खाका तैयार होगा।शहरों के जोन के आधार पर भावी आबादी की गणना की जाएगी। इसके हिसाब से ही प्लानिंग एरिया का चयन जाएगा। भावी जनसंख्या के लिए शिफ्ट एंड शेयर, इंक्रीमेंटल और अर्थमेटिक टैक्नीक का उपयोग किया जाता है। तीनों विधियों से निकाले गए आंकड़े लगभग एक समान होते हैं।शहरों के बीच में प्रस्तावित, विचाराधीन और ऑनगोइंग प्रोजेक्टों की जानकारी का खाका तैयार किया जाएगा। यदि रोड डेवलपमेंट का प्रोजेक्ट है तो एनएचएआई, एमपीआरटीसी, पीडब्ल्यूडी या किसी प्राधिकरण का प्रोजेक्ट है। प्रोजेक्ट के तहत क्या-क्या विकास कार्य किए जाने हैं।प्रदेश में 37 शहरों के मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है। आठ शहरों के मास्टर प्लान लागू कर दिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट स्टडी कर नया प्लान तैयार किया जाएगा। मास्टर प्लान के तहत तय प्लानिंग एरिया में रिंग रोड, उद्योग क्षेत्र, बायपास समेत कई डेवलपमेंट का खाका तैयार किया जाता है।  

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अवधपुरी स्थित एक मंदिर में तेज आवाज में भजन, आरती और सुंदरकांड किए जाने का मुद्दा गरमा गया है। एमपी नगर SDM राजेश गुप्ता ने मंदिर प्रबंधक को नोटिस देकर लाउड स्पीकर हटाने के लिए कहा है। इस पर मंदिर प्रबंधक ने पिछले दो दिन से भजन-कीर्तन और सुंदरकांड बंद कर दिया है। जेल प्रबंधक का आरोप है कि एसडीएम ने मुझे और बेटे को जेल भेजने की धमकी दी। इस पर एसडीएम ने कहा कि इसे धर्म से जोड़कर न देखें। निर्धारित डेसिबल से ज्यादा आवाज में लाउडस्पीकर चल रहा था। इसकी शिकायत मिली थी। इसके बाद ही नोटिस दिया गया। इधर, मंदिर के लाउडस्पीकर बंद कराए जाने पर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध जताया है। संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने इस फरमान को गलत बताया।अमरावतखुर्द अवधपुरी में खाम्बरा मंदिर है। यहां नियमित रूप से भजन-कीर्तन, आरती और सुंदरकांड का पाठ होता है। मंदिर प्रबंधक पक्ष खामरा को एमपी नगर वृत्त के एसडीएम गुप्ता ने 20 मार्च को नोटिस दिया था। खामरा को 28 मार्च को ऑफिस में तलब होने के लिए कहा था। इस पर मंदिर प्रबंधक का बेटा लक्ष्य खामरा एसडीएम के सामने पेश हुआ।प्रबंधक पक्ष खामरा ने बताया कि वे खामरा मंदिर के संस्थापक हैं। एसडीएम ने नोटिस दिया था। 28 मार्च को उपस्थित होना था। मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, इसलिए बेटे लक्ष्य को भेजा था। जब बेटे ने नोटिस की वजह पूछी, तो एसडीएम ने कहा कि आपके मंदिर के अंदर भजन-आरती और सुंदरकांड होता है, उसे बंद करवा दें। इसकी शिकायत मिली है। बेटे ने कहा कि शिकायत की जांच तो हो। मंदिर में आरती-भजन और पूजन नहीं होगा तो क्या होगा?खामरा ने आरोप लगाया कि मुझे और बेटे को एसडीएम ने जेल में भेजने की बात कहीं। मंदिर के आसपास कोई नहीं रहता। सरकार धार्मिक भावनाओं को भड़काने वालों पर कार्रवाई करे। यदि कार्रवाई नहीं होती और भजन-पूजन बंद किया जाता है, तो धरना देंगे। जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल करेंगे। नोटिस देने के बाद मंदिर में भजन-कीर्तन बंद हो गए हैं। मंदिर 35 साल पुराना है। वहां 132 फीट ऊंचा शिवलिंग बनाया जा रहा है, जो दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग होगा। यह भोपाल की शान होगा। क्या यहां पूजा-अर्चना, भजन और सुंदरकांड न हो? यह सबसे बड़ा सवाल है।

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ग्वालियर। शहर में परीक्षाओं में फर्जीबाड़ा रुकने का नाम नही ले रहा है। एक बार फिर एक साल्वर को पकडऩे का मामला प्रकाश में आया है। पकड़ा गया साल्वर दूसरे छात्र के स्थान पर डीएलएड पूरक परीक्षा दे रहा था। केन्द्राध्यक्ष ने साल्वर को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस पकड़े गए साल्वर से पूछताछ कर रही है।   मंगलवार को कक्षा बारहवी डीएलएड पूरक परीक्षा आयोजित की गई थी। गोरखी विद्यालय में परीक्षा का सेंटर पड़ा था। परीक्षा नियंत्रकों द्वारा फर्जीबाड़े ज्यादा होने पर काफी सावधानी बरती जा रही है। परीक्षा केन्द्र पर एक छात्र पर महिला परीक्षा नियंत्रण कल्पना शर्मा और बीएल गौर को संदेह हुआ तो हुआ प्रवेश पत्र देखा गया। प्रवेश पत्र से परीक्षा दे रहे छात्र के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हो रहा था और फोटो दूसरे छात्र का लगा था। जब विशम्बर पुत्र गोपाल जाटव निवासी मुरैना से पूछताछ की तो उसने सच्चाई बता दी। विशम्बर साल्वर था और वह भानू प्रताप पुत्र सुग्रीव के स्थान पर परीक्षा दे रहा था।   भानूप्रताप अशासकीय विद्यालय बरुआ का छात्र है। विशम्बर के फर्जी ढंग से परीक्षा देते पकड़े जाने पर कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। विशम्बर कल्पना शर्मा को भानू प्रताप के माता पिता के नाम भी नहीं बता सका था इसलिए उस पर और संदेह गहरा गया था। बाद में पूछताछ में विशम्बर ने स्वीकार कर लिया कि वह भानूप्रताप के स्थान पर साल्वर बनाकर परीक्षा दे रहा था।   केन्द्राध्यक्ष शिवादत्त पुत्र रामकिशोर शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने विशम्बर जाटव के खिलाफ धारा 420, 419, 3/4 परीक्षा अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज पूछताछ प्रारंभ कर दी है। इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी दामोदर गुप्ता का कहना है कि विशम्बर से पूछताछ के बाद ही खुलासा होगा कि उसने परीक्षा देने के लिए कितने रुपये लिए थे।

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भोपाल। राजधानी से करीब चार कि.मी. दूर स्थित ग्राम कुराना में मंगलवार सुबह गेहूं के दो खेतों में आग लग गई। इससे 25 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। रास्ते में फंसने की वजह से फायर ब्रिगेड करीब चार किलोमीटर घूमकर पहुंची, तब तक फसल राख हो चुकी थी।   कुराना के नेपाल सिंह मंडलोई और भीम सिंह मंडलोई की 25 एकड़ जमीन पर गेहूं की फसल खड़ी थी, जो कटने के लिए तैयार थी, लेकिन मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे फसल में आग लग गई। देखते ही देखते आग पूरे खेत में फैल गई। इस दौरान तेज हवा भी चल रही थी। इस कारण कुछ ही देर में फसल जलकर तबाह हो गई। बताया जाता है कि खेत से निकले बिजली के तारों से शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी। आग लगने की सूचना गांधीनगर फायर स्टेशन को दी गई, लेकिन वह समय पर मौके पर नहीं पहुंच सकी। फायर फाइटर पंकज यादव ने बताया कि सूचना मिलते ही दमकल मौके की ओर निकल गई, लेकिन जो व्यक्ति दमकल को रास्ता बता रहा था, वह गलत रास्ते से ले गया। इस कारण बीच रास्ते में दमकल फंस गई। जिससे करीब 4 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ा। इसके बाद आग बुझाई गई।

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ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल संभाग में रबी फसलों पर फिर से खतरा मंडऱाता दिख रहा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बुधवार 29 मार्च की रात में हिमालय में आ रहे तीव्र आवृति वाले एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से संभाग में 30 व 31 मार्च को बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। इससे पहले 14 से 26 मार्च के दौरान ग्वालियर सहित संभाग के जिलों में कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ था। ग्वालियर अंचल में मंगलवार को मौसम लगभग शुष्क रहा। हालांकि दोपहर बाद आसमान में आंशिक बादल देखे गए। तेज धूप निकलने से दिन के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। इसी क्रम में 29 मार्च बुधवार की रात तीव्र आवृति का एक और नया पश्चिमी विक्षोभ आएगा। इधर छत्तीसगढ़ के ऊपर से एक द्रोणिका लाइन गुजर रही है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के साथ ग्वालियर-चंबल संभाग में भी 30 व 31 मार्च को इन मौसम प्रणालियों का असर देखने को मिल सकता है। इस दौरान ग्वालियर सहित संभाग में कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है जबकि एक अप्रैल से मौसम पुन: शुष्क हो जाएगा। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा मंगलवार को अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 33.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.4 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.8 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 52 और शाम को 29 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भी अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।

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यशपाल दुआ। उम्र 95 वर्ष। अविभाजित भारत के समय रावलपिंडी (अब पाकिस्तान में) में स्वयंसेवक बने। मीसाबंदी भी रहे। देशभर में संघ की सैकड़ाें शाखाओं के विस्तार में अहम याेगदान रहा। इन्हीं की तरह पुरुषाेत्तम वर्मा। उम्र 94 वर्ष। शाखाओं के विस्तार के साथ कई बड़ी जिम्मेदारियां निभाईं।ऐसे ही वरिष्ठ स्वयंसेवकों का सोमवार को सम्मान किया गया। अवसर था- डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति के माध्यम से स्थापना दिवस अवसर पर इंदौर विभाग के वरिष्ठ स्वयंसेवकों के सम्मेलन का। पंतवैद्य कॉलोनी स्थित नारायण बाग संघ कार्यालय के नव निर्माण भवन पर ऐसे 800 से ज्यादा स्वयंसेवक जुटे, जिनकी आयु 55 से अधिक है और संघ से जुड़े 40 वर्ष से अधिक हो चुके हैं। एक स्वयंसेवक 99 वर्ष के थे। जो स्वयंसेवक अब नहीं रहे, उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।समिति के अध्यक्ष ईश्वर हिंदुजा, शैलेंद्र महाजन, अशोक अग्रवाल उपस्थित थे। अग्रवाल ने वरिष्ठ स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण और सामाजिक समरसता के लिए अधिक से अधिक सामाजिक लोगों को जोड़कर काम करें। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में जो प्रस्ताव पास हुए उनके बारे में बताया। समिति के सचिव राकेश यादव, सदस्य अशोक राठी भी मौजूद थे।

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान वन विहार में आने वाले पर्यटकों को अब लियो भालू नजर नहीं आएगा। सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात उसकी मौत हो गई। लियो भालू की उम्र 22 वर्ष थी।     जानकारी के अनुसार लियो भालू बीते आठ दिनों से बीमार था। उसका इलाज किया जा रहा था इसी बीच उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। वन विहार में रविवार-सोमवार की रात लियो भालू ने अंतिम सांस ली। उसका अंतिम संस्कार सोमवार को किया गया। पार्क के डिप्टी डायरेक्टर सुनील सिन्हा ने बताया कि अब पार्क में 19 भालू बचे हैं। इनमें से ज्यादातर उम्रदराज हैं।     लियो भालू को वर्ष 2008 में बिहार से वनविहार लाया गया था। इस भालू की मृत्यु 26-27 मार्च की दरमियानी रात्रि में अत्याधिक वृद्धावस्था के कारण से हुई। यह भालू पिछले एक हफ्ते से डॉक्टर्स की देखरेख में था। मृत्यु का प्रथम दृष्टया कारण वृद्धावस्था बताया गया। लियो भालू का पोस्टमार्टम डॉक्टर अतुल मिश्रा एवं डॉ कुलकर्णी के द्वारा किया गया तथा प्रोटोकॉल के अनुसार उसका दाह संस्कार किया गया।

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लक्ष्मीबाई नगर अनाज मंडी में मंगलवार सुबह हंगामा हो गया। दरअसल सुबह रोज की तरह कई किसान वाहनों में गेहूं लेकर मंडी पहुंचे थे, लेकिन कम कीमत पर खरीदी को लेकर वे नाराज हो गए। इस बीच अन्य स्थानों से भी किसान आए और इसी बात को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके साथ ही एमआर-5 पर चक्का जाम कर मंडी बंद कर दी। कुछ देर बाद मंडी सचिव नरेश परमार, तहसीलदार व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश दी लेकिन वे नहीं माने। उनका कहना था कि इस माह बारिश और ओला वृष्टि से उन्हें नुकसान हुआ है। गेहूं में चमक नहीं होने से उन्हें खरीदा नहीं जा रहा है। इस दौरान तीन घंटे मंडी बंद रही। फिर अधिकारियों की समझाइश पर किसान माने और मंडी शुरू हुई।इस बार 25 मार्च से समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है तथा सरकार इसका मूल्य 2125 रु. रखा है। इसे लेकर चार दिन हो गए हैं लेकिन अच्छा प्रतिसाद नहीं मिल रहा है। इस बार 32 हजार से ज्यादा किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। किसान इस उम्मीद में थे कि इस बार गेहूं अच्छा बिकेगा लेकिन इस बीह बारिश और ओला वृष्टि से उन्हें नुकसान हुआ है। कई स्थानों से किसान गेहूं लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं लेकिन गेहूं में नमी, चमक नहीं होने से व रंग फीका पड़ने से उन्हें खरीदा नहीं जा रहा है।मंगलवार को भी ऐसी ही स्थिति बनी। सांवेर, देपालपुर सहित कई स्थानों से किसान गेहूं लेकर पहुंचे। कुछ देर बाद दूसरे स्थानों से भी किसान पहुंचे तो नीलामी में गेहूं की क्वालिटी देख मंडी कर्मचारियों ने उसे 1600 रु. खरीदने की बात कही जबकि किसानों का कहना था कि यह प्राकृतिक रूप से खराब हुआ है लेकिन इतना भी खराब नहीं है। रेट तो अच्छा मिलना चाहिए लेकिन मंडी के कर्ताधर्ताओं ने मना कर दिया। इस पर किसान बिफर पड़े और हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। फिर बाहर चक्का जाम कर मंडी बंद दी।किसानों ने कहा कि एमएसपी से नीचे गेहूं बिक रहा है, चार दिन से तौल कांटे बंद हो गए तथा 31 मार्च आखिरी तारीख है। इसी दिन हमें सोसाइटियों में रुपए जमा कराना है। मंडी ने यह कहकर तौल कांटे बंद कर दिए कि आपका गेहूं गीला है। किसानों ने कहा कि मंडी में 1600 से 1800 रु. में गेहूं खरीदने की बात कही जा रही है। व्यापारी और मंडी कर्मचारी आपस में सेटिंग कर लेते हैं जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों की समस्या यह है कि 31 मार्च के बाद सोसाइटियों में रुपए जमा करेंगे तो उन्हें डिफाल्टर माना जाता है। उन्होंने मांग की कि या तो तारीख बढ़ाई जाए या फिर अच्छी कीमत में खरीदी की जाएं। संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव, शैलेंद्र पटेल और लाखन सिंह डाबी ने बताया कि मामले में मंडी प्रशासन व किसानों के बीच बैठक में हुई। इसमें सहमति बनी कि समर्थन मूल्य से नीचे की कीमत के मामले में पहले किसानों की राय ली जाएगी। उनकी सहमति के बाद ही गेहूं की खरीदी की जाएगी। मंडी सचिव नरेश परमार ने बताया कि मंडी में खुली नीलामी में रेट समर्थन मूल्य से ऊपर भी जाता है और नीचे भी जाता है। ऐसा माल जो नमी के कारण या किसी अन्य कारण से समर्थन मूल्य के नीचे नहीं बेच सकते तो किसान परेशान हो जाते हैं। किसानों से बातचीत के बाद सहमति बन गई है। दोपहर 1 बजे मंडी में नीलामी फिर शुरू हो गई है।

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64 उद्योगपति-व्यवसायी और नौकरीपेशा युवाओं की अनूठी पहल। सभी युवाओं ने मिलकर आयोजन किया। आयोजन के दौरान सभी अतिथियों को फूल-माला की जगह पौधे भेंट किए। न सिर्फ अतिथियों को पौधे दिए, बल्कि सभी युवाओं ने 10-10 पौधे लगाने का संकल्प भी लिया। बारिश के पहले वे छायादार और फलदार पौधे अलग-अलग स्थानों पर लगाकर इनकी देखरेख करेंगे। इसके साथ ही सभी युवाओं ने स्वास्थ्य शिविर और फिटनेस के लिए आईपीएल की तर्ज पर क्रिकेट मैच का आयोजन भी किया।इस टीम से जुड़े मोहित जिंदल बताते हैं सभी युवा हर तीन महीने में एक थीम पर आयोजन करते हैं। ग्रुप में शामिल हिमांशु जैन, विवेक मेहता रवि भूतड़ा, गौरव जैन ने बताया अब अगले तीन महीने बाद भी एक आयोजन करेंगे। इसमें नए सामाजिक आयोजन की पहल की जाएगी। आयोजन में बतौर अतिथि कुलभूषण मित्तल, श्याम गर्ग, राजेश गर्ग, यशभूषण जैन, संजय मंगल, शिव जिंदल आदि शामिल थे।

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शासकीय कृषि महाविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत ग्राम पंचायत गणेशगंज में 7 दिवसीय शिविर लगाया है। सोमवार को बौद्धिक विकास पर चर्चा हुई। इसके पहले कृषि महाविद्यालय की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामीणों को नशे के दुष्परिणाम बताए। नशे की लत से दूर रहने की अपील की गई।डॉक्टर एसपी सिंह ने बताया कि बौद्धिक सत्र में आज मुख्य अतिथि के तौर पर कृषि महाविद्यालय जबलपुर से आए डॉ धीरेंद्र खरे ने छात्र-छात्राओं को स्वस्थ रहने, शुद्ध भोजन करने और नियमित व्यायाम करने के टिप्स दिए। इस मौके पर टीकमगढ़ कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ वीके सिंह ने संगठित होकर समाज व राष्ट्र सेवा करने की बात कही। उन्होंने बताया कि 22 से 28 मार्च तक गणेशगंज गांव में लगाए गए शिविर में डॉ बहादुर सिंह परमार कार्यक्रम समन्वयक महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। साथ ही प्रदेश स्तर पर लगने वाले शिविरों व योजनाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ आरसी तिवारी सेवानिवृत्त राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी ने छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय सेवा योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैंप में राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व छात्र तरुण रघुवंशी, कृष्णराज सिंह तोमर, अभिषेक पाटीदार, रविशंकर पनिका व कुलदीप पाटीदार सक्रिय मार्गदर्शन किया।शिविर में कृषि कॉलेज के छात्र छात्राओं ने ग्राम पंचायत गणेशगंज में सफाई अभियान चलाया। शनिवार को छात्राओं ने गांव में नुक्कड़ नाटक किया। जिसमें शराब की लत से नष्ट हो रहे परिवारों का मंचन दिखाया। साथ ही ग्रामीणों से नशे की लत से दूर रहने की अपील की गई। शिविर के दौरान छात्र छात्राओं ने गांव की गलियों में साफ सफाई की। प्रभातफेरी व योग के माध्यम से गांव के लोगों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर डॉ वीणापाणि श्रीवास्तव, डॉ एसपी सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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अनूपपुर जिले के बिजुरी नगर के वार्ड क्रमांक 2 में सोमवार को चैत्र नवरात्रि के अवसर पर भंडारा कराया। आजाद भगत सिंह सेवा समिति एवं नगर के श्रद्धालुओं के द्वारा श्री शारदा मंदिर प्रांगण रावण दहन ग्राउंड में पूजा अर्चना करते हुए कन्या पूजन करते हुए उन्हें भोजन कराया गया।सुबह से आयोजित यह कार्यक्रम सोमवार की शाम तक संचालित होता रहा जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष बिजुरी सहबिन पनिका ने कन्याओं के पैर धोकर पूजा अर्चना करते हुए उनकी आरती उतारी। जिसके पश्चात उन्हें भोजन कराते हुए पुण्य लाभ अर्जित किया। इस दौरान नगरपालिका के कई पार्षद भी उपस्थित रहे।कार्यक्रम में वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद मोहम्मद हुसैन के द्वारा शारदा माता की पूजा अर्चना करने के साथ ही कन्या पूजन करते हुए कन्याओं का आशीर्वाद प्राप्त किया गया। जिसमें गंगा जमुनी संस्कृति की झलक लोगों को देखने को मिली।इस कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सहबिन पनिका, पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल, भाजपा नेता अजय शुक्ला, सांसद प्रतिनिधि दीपक शर्मा, मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र महरा, रिंकू शर्मा, दीपक मौर्य, राजेंद्र लवकुश शुक्ला, राहुल पनिका, प्रयाग पांडे, निखिल सैनी सहित आजाद भगत सिंह सेवा समिति के कार्यकर्ता व श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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टीकमगढ़। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। आए दिन लोकायुक्त पुलिस छापे मार कर रिश्वतखोरों के खिलाफ कढ़ी कार्रवाई कर रही है। ऐसा ही एक मामला सोमवार को टीकमगढ़ जिले में सामने आया है। यहां सागर लोकायुक्त पुलिस ने पलेरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बीएमओ को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। बीएमओ द्वारा रिश्वत की यह राशि सील किए गए प्राइवेट क्लीनिक को दोबारा खोलने के बदले में मांगी गई थी।   लोकायुक्त टीम में शामिल उप पुलिस अधीक्षक मंजू सिंह ने बताया कि फरियादी डॉक्टर नीलेश विश्वकर्मा निवासी महेवा ने सागर लोकायुक्त को शिकायत की थी। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले मेरा प्राइवेट क्लीनिक सील कर दिया था। जिसे दोबारा शुरू करने के एवज में पलेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बीएमओ डॉ अर्चना राजपूत के ने 25000 रुपए की मांग की है। डॉ नीलेश विश्वकर्मा और बीएमओ के बीच रिश्वत को लेकर हुई बातचीत टेप की गई। शिकायत सहीे पाये जाने पर लोकायुक्त टीम ने आरोपित बीएमओ को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई।   योजना अनुसार सोमवार को बीएमओ ने रिश्वत की राशि देने के लिए नीलेश विश्वकर्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलेरा में बुलाया। जैसे ही नीलेश ने स्वास्थ्यकेंद्र पहुंचकर बीएमओ डॉ अर्चना राजपूत को 25 हजार रुपए रिश्वत की राशि दी, वहां मौजूद लोकायुक्त टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलेरा में लोकायुक्त की कार्रवाई से हड़कंप मच गया। लोकायुक्त टीम ने बीएमओ डॉ अर्चना राजपूत के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक मंजू सिंह, प्रफुल्ल श्रीवास्तव, निरीक्षक अभिषेक वर्मा, रोशनी जैन सहित स्टाफ मौजूद रहा।

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भोपाल। प्रदेश में अगले 2 दिन गर्मी के रहने वाले हैं। ज्यादातर शहरों में दिन और रात के तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होगी। वहीं, 29-30 मार्च से मौसम बदलने लगेगा। इस दौरान ग्वालियर-चंबल समेत रीवा, जबलपुर, उज्जैन संभाग के कुछ शहरों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। अप्रैल के पहले सप्ताह तक मौसम ऐसा ही रहेगा। मध्यप्रदेश के कई जिलों में 24 से 26 मार्च के बीच हल्की बारिश हुई। वहीं, रविवार को मौसम में हल्का सा बदलाव दिखाई दिया। सतना, अनूपपुर और पन्ना में ओले भी गिरे। इससे पहले प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम बदलने का अनुमान था। ओलावृष्टि के अलावा तेज आंधी चलने की संभावना भी थी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने की वजह से ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर नहीं रहा। इससे ज्यादातर हिस्सों में किसानों ने राहत की सांस ली। मार्च में आए दो सिस्टम की वजह से किसानों की गेहूं, चना, सरसों, मसूर और धनिया की फसल बर्बाद हो गई है। तीसरे सिस्टम को भी स्ट्रॉन्ग बताया जा रहा था, लेकिन इसका प्रभाव कुछ ही जिलों तक सीमित रहेगा। राजधानी स्थित मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 1 अप्रैल से नया सिस्टम बन रहा, लेकिन यह कितना स्ट्रॉन्ग होगा, इसका पता आने वाले कुछ दिनों में चल सकेगा। हालांकि, इससे पहले मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। कई शहरों में तापमान में बढ़ोतरी भी होगी।

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रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक ही परिवार के पांच सदस्य मस्कुलर डिस्ट्राफी नामक अजीब बीमारी से जूझ रहे हैं। इसकी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार से न केवल बात की बल्कि इसकी जानकारी भी दी उन्होंने ट्वीट के माध्यम से साझा की और परिवार को इजाल का भरोसा दिया।   दरअसल, रीवा जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत ग्राम उसरगांव निवासी मनीष यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से फोन पर बात की और बताया कि उनका परिवार मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने तथा हरसंभव सहयोग के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटा मनीष, आपको और आपके परिवार को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। मैं और पूरी मध्यप्रदेश सरकार आपके परिवार के साथ खड़ी है। आपको और परिवार के सभी सदस्यों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। आप सभी स्वस्थ जीवन का आनंद लें, यही मेरी शुभकामनाएं हैं।   जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार रीवा जिले में त्योंथर तहसील अंतर्गत ग्राम उसरगांव का रहने वाला है। परिवार में नौ लोग हैं, इनमें से पांच मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक बीमारी से पीड़ित हैं। बच्चों में इस बीमारी के शुरुआती लक्षण साल 2006 में दिखाई देने लगे थे, जिसके बाद बच्चों को उनके स्वजन दिल्ली एम्स लेकर गए। एम्स के डाक्टर्स ने रिसर्च पेपर तैयार कर अमेरिका भेजा। रिपोर्ट आने के बाद जर्मनी और यूएई में ही इलाज मिलने की सलाह दी। बताया गया है कि स्टेम सेल थेरेपी के जरिए इस बीमारी का इलाज कुछ हद तक संभव है, लेकिन इसका खर्च बहुत महंगा है। एक लाख रुपये का एक इंजेक्शन पड़ता है। ऐसे 20 इंजेक्शन मरीज को लगाए जाते हैं। जांच और दूसरे चार्जेस का खर्च भी अलग से आता है। एक पीड़ित के इलाज में करीब 30 लाख रुपये का खर्च होने का अनुमान है।   क्या है मस्कुलर डिस्ट्राफी रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉ. मनोज इंदुलकर ने बताया कि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें इंसान कमजोर पड़ने लगता है। मसल्स सिकुड़ने लग जाती हैं और बाद में यह टूटने लगती हैं। डॉ. इंदुलकर के अनुसार यह एक तरह का आनुवंशिक रोग है। रोगी में लगातार कमजोरी आती है और उसकी मांसपेशियों का विकास रुक जाता है। यह बीमारी सबसे पहले कूल्हे के आसपास की मांसपेशियों और पैर की पिंडलियों को कमजोर करती है। उम्र बढ़ते ही यह कमर और बाजू की मांसपेशियों को भी प्रभावित करना शुरू कर देती है।   उसरगांव निवासी रामनरेश यादव (60) वर्ष के पांच बेटे और दो बेटियां है। सबसे बड़ी बेटी सुशीला यादव (38) और दूसरे नंबर की रीतू यादव (36), फिर पांच भाई सुरेश यादव (35), महेश यादव (28), अनीश यादव (25), मनीष यादव (23) एवं मनोज यादव (20) हैं। रामनरेश और उनकी बेटी सुशीला में उक्त रोग के बहुत मामूली लक्षण थे। सन 1998 से 2003 के बीच अनीश, मनीष और मनोज का जन्म हुआ। जब वे 8 से 10 साल की उम्र में पहुंचे, तो उनका शरीर सूखने लगा। स्कूल आना-जाना जारी रहा। बीमारी पर बच्चों के परिजनों ने गौर किया। वे 2006 में दिल्ली लेकर गए। वहां मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारी का नाम सामने आया। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। ऐसे में घर लौटकर आ गए। बच्चों की उम्र बढ़ती गई। सोशल मीडिया का दौर आया। समय-समय सोशल मीडिया के जरिए अपनी पीड़ा सुनाते रहे।   एसडीएम पीके पांडेय ने बताया कि गत 2006 में अनीश यादव, मनीष यादव और मनोज यादव को रिश्तेदार दिल्ली एम्स लेकर गए। वहां पहली बार मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारी का खुलासा हुआ। गत 2019 तत्कालीन में संभागायुक्त अशोक भार्गव ने रीवा मेडिकल कॉलेज में जांच कराई। दूसरी बार अनजान बीमारी सामने आई। इसके बाद जब राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने तीनों बच्चों को दिल्ली स्थित अपने बंगले में बुलाया। दिल्ली एम्स में जांच कराई गई। तब यूएई और जर्मनी में इलाज की बात सामने आई।   इसके बाद शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने त्योंथर के एसडीएम पीके पाण्डेय के मोबाइल पर पीड़ित परिवार से बात की। दो मिनट तक मुख्यमंत्री ने मनीष यादव से बात करते हुए उन्हें भरोसा देते हुए कि आप सभी का इलाज कराया जाएगा।   पीड़िता सुशीला यादव ने बताया कि गत 22 मार्च को त्योंथर से भाजपा विधायक श्यामलाल द्विवेदी मुख्यमंत्री के पास गए थे। उन्होंने हम लोगों के इलाज की बात मुख्यमंत्री से की थी। शनिवार की शाम मुख्यमंत्री का फोन आया था। बातचीत के बाद अब लग रहा है कि हम लोगों का इलाज हो सकेगा।   पीड़ित रामनरेश यादव ने बताया कि गत 2022 में जब विवेक तन्खा के साथ इलाज कराने दिल्ली गए थे, तब डॉक्टरों की टीम ने कहा था कि यूएई की जगह जर्मनी में इलाज है। एक जांच का 70 से 80 हजार लगेगा। एक-एक लाख के 20 इंजेक्शन लगेंगे। तब शरीर सही होगा। जर्मनी आना-जाना सहित कुल 30 लाख रुपये का खर्च हर एक के इलाज पर आएगा। अगर पांच लोगों को इलाज के लिए जर्मनी भेजा जाता है, तो एक बड़ी धनराशि का खर्च आएगा। एसडीएम पीके पांडेय का कहना है कि आगे निर्णय दिल्ली में बना 40 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड लेगा।

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ग्वालियर। अपनी रबी फसलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित किसानों के लिए फिलहाल राहत की खबर है। अगले पांच दिन तक मौसम शुष्क रहेगा, धूप निकलेगी और तापमान में वृद्धि होगी लेकिन 31 मार्च को मौसम फिर से बिगड़ सकता है और अपै्रल के पहले दिन कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है।   विगत 14 से 24 मार्च तक मौसम विपरीत रहा। इस दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि हुई। जिससे किसानों की रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा लेकिन शनिवार को मौसम लगभग साफ रहा।   स्थानीय मौसम विज्ञानी सीके उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में हिमालय से पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है। राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम भाग में चक्रवात बना हुआ है। छत्तीसगढ़ के दक्षिण भाग से निम्न दबाव की रेखा गुजर रही है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव पूर्वी मध्यप्रदेश तक सीमित रहेगा लेकिन ग्वालियर-चंबल संभाग में फिलहाल आंशिक से मध्यम बादल नजर आ सकते हैं। हालांकि अगले पांच दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है। इसी बीच 30 मार्च को हिमालय में एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है जो अभी अफगानिस्तान में मौजूद है। ग्वालियर-चंबल संभाग में इसका असर 31 मार्च से 1 अप्रैल के मध्य नजर आ सकता है। इस दौरान अंचल में कुछ क्षेत्रों में बारिश तो कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है।   स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा शनिवार को अधिकतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 2.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 72 और शाम को 39 प्रतिशत दर्ज की गई।

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भोपाल। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केन्द्र सरकार की 10 मार्च और 16 मार्च को जारी गाइडलाइन के तारतम्य में राज्य सरकार ने कोविड-19 और इनफ्लुएंजा से बचाव के लिए संयुक्त एडवाइजरी जारी की है।   प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार देश में मध्य फरवरी के बाद से, कोविड-19 के मामलों में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। देश के कुछ राज्यों में सक्रिय कोविड-19 के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। केरल में 26.4 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 21.7, गुजरात में 13.9, कर्नाटक में 8.6 और तमिलनाडु में 6.3 प्रतिशत मामले रिपोर्ट किये गये। इसको ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को आईएलआई/एसएआरआई केसेस की मॉनिटरिंग किये जाने के संबंध में निर्देश जारी किये गये हैं।   इनफ्लुएंजा एवं कोविड-19 के लक्षण लगभग समान है। अत: कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने की सलाह दी गई है। इन रोगों के संचरण को सीमित करने के लिए, विशेष रूप से श्वसन और हाथ की स्वच्छता के पालन के बारे में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है। इसमें विशेष रूप से सह-रुग्ण व्यक्तियों और बुजुर्गों को भीड़भाड़ और बंद स्थानों से बचना है। स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ रोगियों और उनके परिचारकों को मास्क पहनना है।   भीड़भाड़ वाली और बंद जगहों पर मास्क पहनना, छींकते या खाँसते समय नाक और मुँह को ढँकने के लिए रूमाल/टिश्यू का इस्तेमाल करना है। हाथों की स्वच्छता बनाए रखना/हाथों को बार-बार धोना है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करना है। जाँच को बढ़ावा देना और लक्षणों की जल्द जानकारी देना है। साँस की बीमारियों से पीड़ित होने पर व्यक्तिगत संपर्क को सीमित करना है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों को दवाओं, बिस्तरों एवं आईसीयू बेड सहित अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेना भी उपयोगी होगा।   केन्द्र सरकार की पूर्व में जारी की गई गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए, आईडीएसपी के द्वारा आईएलआई/एसएआरआई केसेस की मॉनिटरिंग करना अनिवार्य है। साथ ही हॉस्पिटल में कोविड-19 से संबंधित सभी प्रकार की तैयारियों के संबंध में भी एडवाइजरी और निर्देश जारी किए गए हैं। आईसीयू बेड, आईसीयू, मेडिकल इक्विपमेंट्स और टीकाकरण का इंतजाम रखने के निर्देश हैं।

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मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का प्रस्तावित शेड्यूल फाइनल हो गया है। ये ट्रेन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन (RKMP) से नई दिल्ली के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अप्रैल को भोपाल में इसे हरी झंडी दिखा सकते हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर पश्चिम-मध्य रेल जोन व भोपाल मंडल के अधिकारी इसकी तैयारी में जुट गए हैं। इस ट्रेन का किराया शताब्दी एक्सप्रेस के मुकाबले 10% तक ज्यादा हो सकता है। हालांकि किराए की औपचारिक घोषणा होना बाकी है।रेल अधिकारियों ने बताया कि RKMP-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को शनिवार छोड़कर हफ्ते के बाकी दिन चलाया जाएगा। शनिवार को ट्रेन के रैक का मेंटेनेंस होगा। रेल सूत्रों ने RKMP से नई दिल्ली के साथ ही जबलपुर व इंदौर के बीच भी एक अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने की संभावना जताई है। बताया जा रहा है कि ट्रेन को दोनों ओर से शुरुआत में 90 किमी/घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। इससे वह एक तरफ का कुल 708 किमी का सफर करीब 7 घंटे 45 मिनट में पूरा करेगी। इस तरह शताब्दी एक्सप्रेस के मुकाबले करीब सवा घंटे पहले अपने डेस्टिनेशन तक की दूरी तय करेगी। जहां तक टिकट चैकिंग स्टाफ का मामला है, उसे एंड टू एंड तैनात किया जाएगा। RKMP से ही स्टाफ भेजा जाएगा, जो रात को वापसी करेगा।

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झाबुआ। जिला मुख्यालय स्थित प्राचीन दक्षिणी महाकालिका माता मंदिर में प्रातः कालीन काकड़ा आरती में शनिवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सबेरे पांच बजे हुई काकड़ा आरती में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष आरती के पूर्व ही मंदिर में पहुंच गए थे। आरती आरंभ होने तक वहां बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को परिसर के बाहर से ही आरती दर्शन करना पड़ा। शुक्रवार को गौरी तृतीया थी। गणगौर पूजा एवं रात्रि जागरण कर बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिर पहुंची थी। ऐसे में वहां महिलाओं की भी भारी भीड़ जमा हो गई थी। मंदिर समिति के परमार के अनुसार ऐसा नजारा यहां पहले नहीं देखा गया। उक्त प्राचीन दैवी मंदिर में अखंड रूप से रोजाना श्रीरामचरितमानस पारायण भी किया जा रहा है। श्रीरामनवमी पर हवन ओर दशमी तिथि पर कन्या पूजन, भोज एवं भंडारा के साथ नवरात्र आयोजन का यहां समापन हो जाएगा।     जिला मुख्यालय पर ही श्री चारभुजा नाथ मंदिर में विधिपूर्वक नवचंडी पाठ अनुष्ठान किया जा रहा है।यहां नवरात्र पर सर्व मङ्गलादैवी की अचल प्रतिमा की स्थापना की गई है। इस स्थान पर सप्तमी तिथि पर अनुष्ठान पूर्ण होगा, जबकि महाकालिका मंदिर में अनुष्ठान की पूर्णता समारोह पूर्वक अष्टमी तिथि को होगी। प्राचीन समय में तंत्र साधना का केंद्र रहे मेघनगर जनपद क्षेत्र के श्रीस्वयंभू माता मंदिर, थान्दला नगर में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर स्थित अहिल्याबाई होलकर द्वारा निर्मित अन्नपूर्णा माता मंदिर एवं मठवालाकुआ परिसर स्थित अम्बेमाता मंदिर में भी नवरात्र पर्व पर श्रद्धालुओं द्वारा पूजन, अर्चन स्तवन एवं दर्शन का सिलसिला प्रातः काल शुरू होकर रात तक जारी रहता है।   बासंती नवरात्र में संपूर्ण जिला धर्म ओर अध्यात्म से ओतप्रोत हो रहा है। मंदिरों में जहां अनुष्ठानिक प्रक्रिया अनवरत रूप से आकार ग्रहण कर रही है, ओर दैवी मंदिरों में दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ रहा है, वहीं हरिनाम संकीर्तन प्रभात फेरी के माध्यम से भी भगवत आराधना का क्रम जारी है। जिले के थान्दला में विगत ढाई दशक से स्थानीय युवा रामायण मंडल द्वारा सतत रूप से गोविन्द बोलो हरि गोपाल बोलो, राधारमण हरि गोविन्द बोलो के संकीर्तन के साथ निकाली जा रही प्रभात फेरी में भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित होकर धर्म आराधना का लाभ उठा रहे हैं।

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भोपाल। 5वीं, 8वीं कक्षाओं की बोर्ड पैटर्न परीक्षा के पहले दिन शनिवार को प्रदेश भर के कोई 12 हजार से अधिक परीक्षा केन्द्रों पर कक्षा पांच की भाषा विषय ओर कक्षा 8 के विज्ञान विषयों की परीक्षा सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई। संपूर्ण प्रदेश में कहीं से भी किसी प्रकार के अप्रिय प्रसंग की कोई भी रिपोर्ट नहीं है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष से शासकीय शालाओं के साथ ही निजी स्कूलों और मदरसों के विद्यार्थी भी बोर्ड पैटर्न परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं। विगत वर्ष राज्य शिक्षा केन्द्र के द्वारा मात्र शासकीय विद्यालयों के कक्षा 5 और 8 के विद्यार्थियों हेतु बोर्ड पैटर्न परीक्षा का आयोजन किया था।     इस वर्ष 1 लाख 13 हजार 4 सौ 22 शासकीय, निजी शालाओं और मदरसों के लगभग 24 लाख 73 हजार बच्चे, इन परीक्षाओं में सम्मिलित हो रहे हैं। जिनमें से 427 निजी स्कूलों के 18 हजार 3 सौ 20 बच्चों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार पृथक से भाषा विषय के प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं।   परीक्षा के पहले दिन सहभागी विद्यार्थी अपने अपने स्कूलों में एकत्रित होकर अपने शिक्षकों और अभिभावकों के साथ निर्धारित परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचे। इस दौरान बच्चों में परीक्षा को लेकर दिखाई दे रहा उत्साह परीक्षा के पश्चात और अधिक बडा हुआ नजर आया। परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों में से अनेकों ने खुशी खुशी कहा कि आज का पेपर बहुत सरल था और हमें इस परीक्षा से एक नया आत्मविश्वास प्राप्त हुआ है।   परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा पृथक से एक आई.टी. पोर्टल तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से परीक्षा की संपूर्ण संचालन व्यवस्थाएं ऑनलाइन की गई हैं। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों का सत्यापन, परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, केन्द्राध्यक्षों की मेंपिंग, सामग्री वितरण आदि कार्यो के संपादन के साथ ही परीक्षार्थियों के रोल नंबंर और प्रवेश पत्र जारी करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों की परीक्षा में उपस्थिति भी दर्ज की जा रही है। परीक्षा उपरांत होने वाले मूल्यांकन कार्यों और अंक सूची प्रदान करने की सुविधा भी इसी पोर्टल के द्वारा प्रदान की जायेगी।     उल्लेखनीय है कि निर्धारित समय सारिणी के अनुसार कक्षा पॉंचवी और आठवीं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाएं 25 मार्च से प्रारंभ होकर 3 अप्रेल 2023 तक संपादित होगी।     सुबह 9 से साढे 11 बजे तक आयोजित परीक्षाओं के बाद दोपहर डेढ़ बजे राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस ने मैदानी अधिकारियों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक आयोजित कर प्रथम दिवस परीक्षा के निर्विघ्न सम्पन्न होने पर संतोष व्यक्त किया और सभी सहयोगियों को उनकी कर्तव्य परायणता के लिए साधुवाद दिए। इस वर्चुअल बैठक में जिला अधिकारी गण ने आगामी परीक्षा दिवसों को लेकर अपनी तैयारियों से अवगत कराया साथ ही राज्य स्तर से आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। बैठक में सभी जिलों के प्राचार्य डाइट, डीपीसी, एपीसी एकेडमिक और मैदानी अधिकारी सहयोगी उपस्थित थे।

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भोपाल। हाईकोर्ट द्वारा दिये गए काम पर लौटने के आदेश के बावजूद राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 52 जिलों में वकीलों की हड़ताल जारी है। आज भोपाल में जिला अभिभाषक संघ कार्यालय में अधिवक्ता संघों का महासम्मेलन हो रहा है, जिसमें प्रदेश के 52 जिलों की 158 तहसीलों के अधिवक्ता संघों के पदाधिकारी जुटेंगे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी हड़ताली वकीलों के तेवर नरम नहीं पड़े हैं और वे जेल जाने को तैयार हैं।   मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने शुक्रवार को अधिवक्ताओं के राज्यव्यापी हड़ताल पर स्वत: संज्ञान लेकर आदेश दिए थे वे तत्काल काम पर लौंटें। मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ व न्यायमूर्ति विशाल मिश्रा की युगलपीठ ने आदेश में साफ किया था कि यदि आदेश का पालन नहीं किया तो इस रवैये को अवज्ञाकारक माना जाएगा, साथ ही अधिवक्ताओं के विरुद्ध अवमानना की कार्रवाई की जाएगी।   इसके बाद भोपाल जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पीसी कोठारी ने भोपाल के वकीलों को संदेश जारी करते हुए कहा कि आप सभी से अनुरोध करता हूं कि किसी भी तरह के प्रशासनिक पत्र या किसी भी आदेश से भ्रमित-भयभीत न हों। जिला बार अध्यक्ष होने के नाते मैं आठ हजार वकीलों के साथ खड़ा हूं। यदि ऐसी स्थित बन रही है तो मैं जेल जाने को तैयार हूं। शनिवार को भी सभी वकील हड़ताल पर रहेंगे और सोमवार को आमसभा करेंगे। इसके बाद आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।

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इंदौर में चोरों को पसंद आ रहा काजू-बादाम। शहर में लोहा मंडी के ट्रांसपोर्टर इन दिनों काजू-बादाम, तेल, घी, दाल, इलेक्ट्रिानिक सामान आदि चोरी करने वाले बदमाशों से परेशान हैं। ये चोर रात को ताला-नकूचा तोड़कर चोरी नहीं करते हैं बल्कि पानी पीने या माल ढोने के बहाने ट्रांसपोर्टर की रैकी करते हैं। फिर बाइक या एक्टिवा पर सवार दो बदमाश आते हैं और मौका पाकर ड्रायफ्रूट, तेल, घी आदि के डिब्बे चोरी कर लेते हैं।हाल ही में एक ट्रांसपोर्टर के यहां हुई काजू चोरी के मामले में दो बदमाश सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए। खुद ट्रांसपोर्टर ने इसका पता लगाया और पुलिस को जानकारी दी तो पुलिस ने दो नाबालिग बदमाशों को पकड़ा। बीते छह माह में यहां इस तरह की चोरी की वारदातें काफी बढ़ी है।22 मार्च को यहां स्थित मां बिजासन ट्रांसपोर्ट में दिनदहाड़े काजू चोरी हो गए। संचालक जितेंद्र ठाकुर के मुताबिक शाम को मैं पास ही में काम से गया था। दुकान पर मैनेजर अमित पाठक काउंटर पर बिल्टी बना रहे थे। तभी दो युवक एक्टिवा में आए। वे दिखने में हम्माल दिख रहे थे। इस पर मैनेजर ने ध्यान नहीं दिया। इस बीच एक्टिवा पर पीछे बैठा बदमाश उतरा और उसने दुकान के पास वाले रूम से काजू का डिब्बा उठाया और एक्टिवा पर बैठकर चला गया।उधर, ट्रांसपोर्टर ठाकुर दुकान पर लौट रहे थे। तभी उन्होंने उन दोनों को व हाथ में काजू का डिब्बा देखा तो शंका हुई। उन्होंने पूछा तो पीछे वाला बोला कि गलती से खण्डवा का माल आ गया था, ले जा रहे हैं। दुकान पर पहुंचने के बाद संचालक ठाकुर ने काजू के डिब्बों की गिनती की तो एक डिब्बा गायब था।उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे तो उन्हें दोनों बदमाश व पूरा घटनाक्रम दिखा। दरअसल ये दोनों बदमाश दोपहर को भी आए थे और पानी मांगा था। इस दौरान उन्होंने रैकी की और शाम को आकर वारदात को अंजाम दिया। संचालक ने पुलिस को शिकायत की तो उन्हें शिकायती आवेदन देने को कहा।      

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 एमपी नगर और अरेरा हिल्स को प्रभात चौराहा से जोड़ने वाले सुभाष नगर ROB की थर्ड लेन बनेगी। डिजाइन फाइनल होने के बाद अप्रैल में भूमिपूजन होगा। यह लेन सुभाष नगर विश्राम घाट के पास स्थित पार्क के सामने तक जाएगी। इस आर्म के बनने से रचना नगर, गोविंदपुरा और भेल क्षेत्र के रहवासियों को एक तरफ रेलवे स्टेशन और दूसरी तरफ एमपी नगर आना आसान हो जाएगा। इससे पहले शनिवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आरओबी पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, शुरुआत के बाद कुछ ही महीनों में थर्ड लेन बनकर पूरी हो जाएगी।मंत्री सारंग ने बताया कि थर्ड लेन के लिए बजट में भी प्रावधान हो चुका है। इसके बनने के बाद भेल की तरफ से आने वालों को लंबा टर्न नहीं लेना पड़ेगा। उन्हें डेढ़ से दो किमी तक का अतिरिक्त सफर नहीं करना पड़ेगा। डिजाइन बनकर तैयार कर रहे हैं। एक महीने में भूमिपूजन कर देंगे। इसके बाद काम की शुरुआत हो जाएगी। थर्ड लेन का निर्माण 8 करोड़ रुपए में किया जाएगा।सुभाष नगर आरओबी पर ट्रैफिक की शुरुआत 23 जनवरी 2022 में हुई थी। इसके बाद से थर्ड लेन की जरूरत महसूस की जा रही थी। दरअसल, सुभाष नगर, रचना नगर और गोविंदपुरा की ओर आने-जाने वाले लोगों का कहना था कि मौजूदा आरओबी उनके किसी काम का नहीं है। यदि वे एमपी नगर से इस तरफ आने के लिए आरओबी का इस्तेमाल करते हैं तो प्रभात चौराहा पर उतरकर वापस आना पड़ता है।पीडब्ल्यूडी अफसरों के अनुसार, थर्ड आर्म के लिए सर्वे पहले ही हो चुका है। इसकी लंबाई लगभग 300 मीटर होगी। इस आर्म से ब्रिज पर आने वाले वाहनों के कारण एक्सीडेंट को रोकने के लिए ब्रिज पर लगभग 50 मीटर लंबा स्पान बनाया जाएगा। ब्रिज पर रोटरी भी बनाई जाएगी।

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भले ही सरकारे विकास के बड़े-बड़े दावे करती हो लेकिन असलियत तो कुछ और ही कहती है। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते है, लेकिन अक्सर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं, जिन्हें देखकर ये दावे खोखले लगते है। ताजा मामले में ग्वालियर-चंबल के सबसे बड़े सरकारी जयारोग्य अस्पताल से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई है।ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में अपने ससुर का इलाज कराने पहुंची बहू को जब स्ट्रेचर नहीं मिला, तो उसे ससुर को चादर पर बैठाकर खींचते हुए ले जाना पड़ा। इसका वीडियो सामने आया है। जिसमें पसीने से तरबतर बहू ससुर को हॉस्पिटल कैम्पस से जांच के लिए दूसरी मंजिल पर ले जाती दिख रही है। अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में संबंधित डॉक्टर और नर्स को नोटिस जारी किया है।JAH सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। ये 397 करोड़ की लागत से बना है। 1 हजार बिस्तर का अस्पताल है। दावा था कि इस हॉस्पिटल के पूरी तरह शुरू होने पर ग्वालियर और आसपास के शहरों के मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा। JAH के अधीक्षक आरकेएस धाकड़ का कहना है कि अस्पताल के हर वार्ड में करीब 4 स्ट्रेचर रहते हैं। बड़ा वार्ड होने पर यह स्ट्रेचर 6 से 8 होते हैं। यहां कुल 1 हजार से ज्यादा स्ट्रेचर हैं। जब दैनिक भास्कर ने इस दावे की पड़ताल की तो वार्ड में स्ट्रेचर नहीं थे। लोग परेशान हो रहे थे।महिला भिंड की रहने वाली है। उसके ससुर श्रीकिशन ओझा (65) साइकिल से गिर गए थे। उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया है। इस पर एक डॉक्टर ने प्लास्टर चढ़ा दिया। महिला उनको JAH के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में दिखाने पहुंची थी। यहां डॉक्टर ने जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा में भर्ती कराने के लिए कहा। जब महिला ने स्ट्रेचर की तलाश की, तो नहीं मिला। एक-दो स्ट्रेचर थे भी, लेकिन इनमें पहिए नहीं थे। ऐसे में महिला ने चादर को जमीन पर फैला दिया। उस पर ससुर को बैठाकर चादर खींचते हुए C-ब्लॉक के बाहर तक लेकर आई। यहां किराए से ऑटो कर वह ससुर को JAH के ट्रॉमा लेकर पहुंची। यह पूरा नजारा वहां पर मौजूद डॉक्टर और गार्ड सभी ने देखा।      

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भोपाल। प्रदेश के कई जिलों में अगले 4 दिन तक ओले-तेज आंधी और बारिश का दौर चलेगा। मौसम विभाग के अनुसार आज भोपाल, इंदौर, जबलपुर-ग्वालियर में बादल छाए रहेंगे, तो नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जो नया सिस्टम एक्टिव हुआ है, यह पिछले दो सिस्टम की तरह स्ट्रॉन्ग तो नहीं, लेकिन किसानों की मुश्किलें बढ़ा सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से प्रदेश के उत्तरी-पूर्वी इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और ओलावृष्टि का असर रहेगा। ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग में 27 मार्च तक मौसम का असर देखने को मिलेगा। राजधानी भोपाल में भी आज बारिश के आसार हैं। शनिवार को कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान ओलावृष्टि और तेज आंधी भी चल सकती है। इस बीच दिन का तापमान 33 और रात में पारा 18 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। मौसम वैज्ञानिक नरेंद्र मेश्राम ने बताया कि राजस्थान के ऊपर एक चक्रवात बना है। वहीं, श्रीलंका से नॉर्थ मध्यप्रदेश की तरफ ट्रफ लाइन आ गई है। हालांकि, यह पिछले दो सिस्टम जितनी स्ट्रॉन्ग नहीं है, लेकिन इसका असर प्रदेशभर में रहेगा। शुक्रवार से इसका असर मौसम पर दिखाई देने लगेगा। इससे प्रदेश के कई जिलों में फिर ओले गिरेंगे, तो 40 से 60 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।

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भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा गत वर्ष देश में चलाए गये ईट राइट चैलेंज का परिणाम गुरुवार को प्रकाशित हुआ। इसमें देश के टॉप टेन जिलों में मध्य प्रदेश के तीन शहर शामिल हैं। प्रतियोगिता में शामिल 260 जिलों में भोपाल को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। साथ ही ग्वालियर पांचवें तथा उज्जैन आठवें स्थान पर है। सूची के प्रथम 50 जिलों में मध्यप्रदेश के 10 जिले शामिल हैं। आगामी 7 जून को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा प्रतियोगिता के अग्रणी जिलों के नोडल अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी महेश दुबे ने दी। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के 'ईट राइट चैलेंज' में तमिलनाडु का कोयंबटूर शहर नंबर-एक पर रहा, जिसे 196 अंक मिले। वहीं, मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल देश में दूसरे स्थान पर है। भोपाल को 200 में से 193 अंक मिले हैं। यानी भोपाल कोयंबटूर से सिर्फ तीन अंक पीछे रहा। टॉप-10 में मध्यप्रदेश के ग्वालियर और उज्जैन भी शामिल हैं, जबकि इंदौर, रीवा और सागर टॉप-25 में शामिल रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि पर बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि "मिलावट से मुक्ति'' अभियान से प्रदेश में अधिक संख्या में नमूना संग्रहण, खाद्य अनुज्ञप्ति की संख्या में वृद्धि के लिये शिविर लगाना, खाद्य सुरक्षा के लिये जागरुकता अभियान जैसे कार्य निरंतर किये जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप ईट राइट चैलेंज प्रतियोगिता में जिलों ने सराहनीय उपलब्धि प्राप्त की है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी प्रतियोगिता में मिली उपलब्धि पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रतियोगी जिलों द्वारा सराहनीय कार्य कर खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को गौरवान्वित किया है। आमजन के खान-पान की आदतों में सकारात्मक बदलाव तथा खाद्य प्रतिष्ठानों में आत्म-अनुपालन की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक मई 2022 से 15 नवम्बर 2022 तक चलाये गये देशव्यापी ईट राइट चैलेंट की विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया गया। प्रतियोगिता में अनुज्ञप्ति/पंजीयन की संख्या बढ़ाना, नमूना संग्रहण, मिलेट रेसिपी एवं फोर्टिफिकेशन प्रदर्शन, ईट राइट केम्पस/स्टेशन प्रमाणन, भोग प्रमाणन, हाईजीन रेटिंग एवं नवाचारी गतिविधियों को पृथक-पृथक अंक प्रदान किये गये। चैलेंज के अंतर्गत कलेक्टर भोपाल द्वारा प्रारंभ किये गये "न्यूज पेपर में दे खाना, तो बोलो ना-ना'', उज्जैन जिले के "दोने में दो ना'' जैसे नवाचारों को भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा सराहा गया। इस दौरान देश में प्रथम ईट राइट मिलेट मेला भी भोपाल में किया गया। अंतरराष्ट्रीय मिलेट (श्री अन्न) वर्ष के दौरान प्रदेश में अनेक स्थानों पर मिलेट मेले लगाये जा रहे हैं।

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मलेरिया, डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियां रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और निगम फॉगिंग मशीनें खरीदेंगे। ये मशीनें बड़ी होंगी। इनके साथ ट्राइसिकल वाली मशीनें भी खरीदी जाएंगी, जिन्हें दिव्यांगजन चलाएंगे। स्वच्छता विभाग के प्रभारी एमआईसी सदस्य अश्विनी शुक्ला ने बताया अभी हर जोन में दो-दो फॉगिंग मशीनें हैं, लेकिन ये सब हैंड मशीनें हैं। कर्मचारी दोपहिया वाहनों पर बैठकर फॉगिंग करते हैं। चार पहिया मशीनें कम हैं। विभाग के निर्देश हैैं कि मच्छर जनित बीमारियां रोकने के लिए लार्वा सर्वे किया किया जाए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी बैठक में लार्वा सर्वे, क्रूड ऑइल डालने, फॉगिंग बढ़ाने के लिए कहा है।स्वच्छता विभाग प्रभारी एमआईसी सदस्य अश्विनी शुक्ला ने बताया फिलहाल हर जोन में दो-दो फॉगिंग हैंड मशीन हैं, हम 6-7 नई फॉगिंग मशीनें खरीदने जा रहे हैं, जिसे दिव्यांग भी चला पाएंगे। उधर, जिला मलेरिया विभाग के पास ऐसी कोई मशीनें नहीं हैं। इसलिए वह निगम पर ही निर्भर है। मैदानी अमला कम होने से लार्वा सर्वे केवल उन्हीं इलाकों में हो पाता जहां डेंगू के मरीज मिलते हैं।  

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सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन समय के साथ अब बाघों के स्वभाव में परिवर्तन आ रहा है। इस बात का खुलासा भी वन विभाग की मॉनिटरिंग में हुआ। अब इस गंभीर विषय पर बारीकी से पड़ताल के लिए वन विभाग ने शोध शुरू किया है। टाइगर रिजर्व समेत राजधानी भोपाल के अर्बन टाइगर पर रिसर्च की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अच्छी बात यह है कि टाइगर का बदलता स्वभाव चिड़चिड़ेपन या आक्रामक नहीं है। न ही मानव-बाघ के संघर्ष को बढ़ावा नहीं देता। अब बाघ भी फ्रेंडली होते जा रहे हैं।वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व के बाघों की अपेक्षा भोपाल के टाइगर्स का स्वभाव अलग तरीके से विकसित हो रहा है। जिन संसाधनों का मानव उपयोग करते हैं उनका बाघ भी इस्तेमाल कर रहे हैं। बीते 10-12 सालों में यह परिवर्तन तेजी से दिखाई दिया है। उन्होंने यह बताया कि जंगलों के स्थान रहवासी क्षेत्र से लगे वन क्षेत्रों में मानव दखल भी बढ़ा है। भोपाल में शहरी क्षेत्र में बाघों की आमद लगातार आमद दर्ज करते हैं। इसके अलावा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की बढ़ती संख्या और विभागीय अमले में बढ़ोतरी के कारण बाघों से मानव का सामना सर्वाधिक होता है। लिहाजा बाघ भी अब संवेदनशील होते जा रहे हैं।  

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मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महत्वपूर्ण तैयारी की जा रही है। इसके तहत नदियों के संरक्षण पर एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इस पर कार्यशैली शुरू की जाएगी। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में नदियों की सफाई का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके लिए मास्टर प्लान भी तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही मास्टर प्लान में नदियों के प्रदूषण के स्तर के लिए पुराने और नए डाटा का भी अध्ययन किया जाएगा।मध्य प्रदेश में नदियों की साफ सफाई करने और प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए नई तैयारी की गई है। नदियों के संरक्षण पर बजट में भी बड़ी घोषणा की गई थी। वहीं अब इसके लिए महत्वपूर्ण मास्टर प्लान भी तैयार किया जा रहा है। जिसमें हर छोटी से बड़ी नदियों की जानकारी दी जाएगी। वहीं पर्यावरण, लंबाई, प्रमुख घाट और इसके आसपास के आबादी और जल स्तर से लेकर अन्य जानकारी के साथ मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।हालांकि चरण दर चरण मध्यप्रदेश में नदियों के संरक्षण का कार्य पूरा किया जाएगा। फिलहाल MP की 15 नदियों का चयन किया गया है। पर्यावरण विभाग द्वारा नदियों से जुड़े हर आदेश प्रावधान और केंद्र के नियम के अध्ययन के कार्यशैली को शुरू कर दिया गया है। मास्टर प्लान में प्रदूषण के स्तर के साथ ही नए डाटा का अध्ययन किया जाएगा। प्रदूषण के स्तर की जांच की जाएगी। उद्गम स्थल से लेकर नदियों के आखिरी छोर तक का सर्वे किया जाएगा। मैदानी, चट्टानी, दलदली जैसे श्रेणियों का अध्ययन किया जाएगा। साथ ही जलीय जीवों की जानकारी भी मास्टर प्लान भी तैयार की जाएगी।समय-समय पर मास्टर प्लान में बताए गए आंकड़ों को अपडेट किया जाएगा। हालांकि फिलहाल इसकी समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। वहीं अधिकारियों की मानें तो अलग-अलग लेयर से नदी से संबंधित जानकारी डाटा के साथ उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि नदियों के संरक्षण के लिए 3D मास्टर प्लान तैयार करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य हो सकता है। वहीं बड़े स्तर से 3D नक्शे को बनाने की प्लानिंग की गई है। कार्यशैली शुरू पहले चरण में जिन नदियों को शामिल किया जाएगा उनमें ताप्ती, सोन, बेतवा, शिप्रा, बेनगंगा के चंबल, सिंध, काली सिंध के अलावा गार, शक्कर वर्धा कुमारी और पार्वती नदियां प्रमुख हू। इसके अलावा इन नदियों की सहायक नदियां भी है। हालांकि पहले प्रमुख नदी के संरक्षण का कार्य शुरू किया जाएगा। हालाकि नर्मदा प्रदेश की प्रमुख नदियों में है लेकिन इनके संरक्षण के लिए अलग से प्रोजेक्ट की तैयार किया जा रहा है। वही नदियों की सहायक नदियां और उप नदियों का भी खाका तैयार किया जा रहा है। कई छोटी नदी और बारिश में बहने वाली नदियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। नदियों के मास्टर प्लान में भी शहर के मास्टर प्लान की तर्ज पर निर्मित किए जाएंगे। साथ ही इसे सैटेलाइट इमेज से तैयार किया जाना है। इन नदियों पर बने बांधों की भी जानकारी दी जाएगी।की जाएगी। साथ ही प्रदेश की नदियों को संरक्षित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा। जिससे पर्यावरण में भी बड़े बदलाव देखे जा सकेंगे।

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शिवपुरी। शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान में स्थित प्राचीन बलारपुर माता के मंदिर पर वन विभाग द्वारा अघोषित आने- जाने पर रोक लगाए जाने के बाद भक्तजनों के विरोध के बीच वन विभाग अब बैकफुट पर आ गया है। मंदिर पर दर्शनार्थियों के जाने पर रोक-टोक का मामला विवादों में घिर गया था। भक्तजनों ने इस पर अपना आक्रोश जताया था। इसके बाद जिला प्रशासन की मौजूदगी में हुई बैठक के बाद हुए निर्णय के अनुसार अब भक्तजन मंदिर तक आ जा सकेंगे मेले में भी भक्तों के जाने पर कोई रोक नहीं होगी। इस मंदिर पर चैत्र नवरात्रा में सातवें दिन प्राचीन मेला आयोजित होता रहा है, जो करीब 100 वर्षो से यहां लगता है। माधव राष्ट्रीय उद्यान में शेर लाए जाने के बाद यहां पर वन विभाग ने अघोषित रोक लगा दी थी जिससे मंदिर के भक्तजनों में आक्रोश देखा जा रहा था। मंदिरों के भक्तों द्वारा विरोध जताए जाने के बाद अब वन विभाग बैकफुट पर है। बलारपुर मंदिर के महंत प्रयाग भारती द्वारा बताया गया है कि जिला प्रशासन की मौजूदगी में जो निर्णय लिया गया था उसके अनुसार भक्तों के आने- जाने पर कोई रोक नहीं है। पैदल यात्री, गाड़ी से, बाइक से भक्तजन यहां पर आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर पर आने जाने पर कोई रोक नहीं है। मंदिर पर मेला भी भव्य तरीके से लगेगा। पहले रोका जा रहा था गेट पर - वन विभाग द्वारा पहले बलारपुर मंदिर के गेट पर लोगों को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। बीते 10 मार्च को यहां पर तीन टाइगर लाए गए थे। तीन टाइगर लाए जाने के बाद अब स्थिति यह है कि यहां पर 20 मार्च को यहां पर खुले जंगल में एक टाइगर छोड़ दिया गया है। खुले में टाइगर छोड़े जाने के बाद वन विभाग के अधिकारी आसपास के ग्रामीणों को उनकी जमीन व मंदिर पर नहीं जाने दे रहे थे। इसके अलावा बलारपुर माता मंदिर पर आने- जाने पर अघोषित रोक लगा दी गई थी। बाद में विवाद बढ़ा तो बैठक हुई। इसके बाद अब मंदिर तक आने जाने में यह रोका हटाई गई है। चैत्र नवरात्रा में लगता है मेला- प्रसिद्ध बलारपुर माता का मंदिर काफी प्राचीन है और इस मंदिर से लोगों की काफी आस्था जुड़ी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। इसके अलावा चैत्र नवरात्रा में यहां पर हर वर्ष मेला लगता है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी आस्था का केंद्र मंदिर है लेकिन यहां पर वन विभाग के कर्मचारी परेशान करते हैं। इस मेले से आस्था रखने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का कहना है कि हर साल बलारपुर मेले की व्यवस्था पंचायत के हाथ में रहती थी। आने जाने पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं था। मंदिर के पास लगने वाले मेले पर बड़ी संख्या में दुकानदार अपनी दुकानें भी लगाते थे लेकिन इस बार टाईगर आ जाने के कारण वन विभाग ज्यादा ही परेशान कर रहा है।

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टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में नवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा व्रत में सिंघाड़े के आटे से बना व्यंजन खाने के बाद करीब 50 लोग बीमार हो गए। फूड प्वाइजनिंग की शिकायत के बाद इन सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां पर इन मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि सभी ने एक ही कंपनी का आटा खरीदा था।     जिला अस्पताल में गुरुवार सुबह से फूड प्वाइजनिंग के मरीजों का आने का सिलसिला शुरू हुआ और देखते ही देखते बीमारों की लाइन लग गई। आलम यह था कि अस्पताल में बेड कम पड़ गए और एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों का उपचार शुरू किया। इन मरीजों में कुछ परिवारों के पूरे सदस्य ही इस समस्या से ग्रसित थे। बताया जा रहा है कि इन सभी मरीजों द्वारा बुधवार शाम को सिंघाड़े के आटे से बने व्यंजन खाए गए थे।     जिला अस्पताल में उपचार करा रहे जतारा निवासी वंशी नामदेव ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन उनका और उनकी पत्नी का व्रत था। शाम को 6 बजे घर में सिंघाड़े के आटे की पूडिय़ां बनी तो सभी ने वह खाई। इसके बाद सभी का सिर चकराने लगा और कुछ ही देर में उल्टियां होने लगी। बेहोश होने पर परिवार के अन्य सदस्य उन्हें लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। यहां रात्रि 12 बजे तक उपचार किया गया। आराम नहीं मिलने पर वह टीकमगढ़ पहुंचे। ऐसा ही स्थिति नए बसस्टैंड के पीछे जैन कॉलोनी निवासी डीके गुप्ता की थी। उन्होंने भी शाम को सिंघाड़े के आटे से बनी पूड़ियां खाई थीं। डीके की पत्नी समता ने बताया कि वह बाजार से जो आटा लेकर गई थी, उस पर पैकिंग की तिथि 18 मार्च 2023 थी। इसके बाद भी यह परेशानी सामने आई है।   माता-पिता के साथ बच्चे भी सिंघाड़े का आटा खाने से बीमार हुए हैं। जिला अस्पताल का बच्चा वार्ड भी मरीजों से फुल हो गया है। यही हाल महिला एवं पुरुष मेडिकल वार्ड का भी है। यहां पर सभी मरीजों का उपचार कर ड्रिप लगाई जा रही है। सभी के द्वारा एक ही कंपनी के आटे का उपयोग किए जाने की बात कही जा रही है। जिला अस्प्पताल में पलेरा, जतारा, बल्देवगढ़ सहित जिला मुख्यालय के मरीज भर्ती किए गए हैं।   जिला अस्पताल के चिकित्सक डा. योगेश यादव ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के मरीज लगाता बढ़ रहे है। उनका कहना है कि मेल मेडिकल वार्ड में ही 20 मरीज भर्ती हैं। अन्य वार्ड भी फुल हो चुके हैं। अभी तक सभी मरीजों की गणना नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि 50 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि सभी की हालत सामान्य है और चिंता की कोई बात नहीं है।

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कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े से दो नर चीता एल्टोन और फ्रेंडी को खुले जंगल में रिलीज किया है। दोनों सगे भाई हैं। बाड़े से जैसे ही उन्हें निकाला गया, वे फर्राटा भरते हुए जंगल की ओर चले गए। दोनों हमेशा एक साथ रहते हैं और वन्यजीवों का शिकार भी साथ करते हैं। यह चीते नामीबिया से लाए गए 8 चीतों में से हैं।कूनो में नामीबिया से 8 और दक्षिण अफ्रीका से 12 यानी कुल 20 चीते लाए गए हैं। 4 चीतों को खुले जंगल में रिलीज किया जा चुका है। इनमें तीन नर हैं। कूनो के अधिकारी जल्द ही नामीबिया के तीन चीतों को भी रिलीज करेंगे। एक मादा चीता शाशा किडनी में इन्फेक्शन की वजह से डॉक्टरों की देखरेख में है।दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों का क्वारंटाइन पीरियड पूरा हो चुका है। अब उन्हें जल्द ही बड़े बाड़े में रिलीज किया जाएगा। जहां निश्चित अवधि तक रखे जाने के बाद जब चीता टास्क फोर्स के अधिकारी संतुष्टि जाहिर कर देंगे, तब उन्हें भी खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। जल्द ही पर्यटकों को चीतों का दीदार होने लगेगा।

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उज्जैन/भोपाल। शहर में शिप्रा नदी का तट बुधवार शाम को विक्रमोत्सव के मौके पर रोशनी से जगमग हो उठा। विक्रम संवत 2080 नववर्ष के मौके पर यह आयोजन किया गया। आतिशबाजी भी की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक का दूसरा चरण जुलाई में पूरा होगा। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि गुढ़ी पड़वा के मौके पर उज्जैन नगर निगम की ओर से गौरव दिवस सम्मान दिया जाएगा। इसमें सवा लाख रुपये की राशि दी जाएगी।     मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि-सम्राट विक्रमादित्य ने जो संवत प्रारंभ किया उसे आज भी पूरा भारत मानता है। हमारा नववर्ष वर्ष प्रतिपदा गुड़ी पड़वा है। हम अपने नए साल को धूमधाम से मना पाएं इसके लिए हमने तय किया कि गुड़ी पड़वा के दिन अवकाश रहेगा।     कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल लोक बनने के बाद देश-दुनिया में उज्जैन का नाम सबसे ऊपर है। महाकाल लोक के दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद यह परिसर चार गुना बड़ा हो जाएगा। उन्होंने मौजूद लोगों को उज्जैन के निर्माण और हर क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए योगदान देने का संकल्प भी दिलाया।

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नव संवत्सर, गुड़ी पड़वा और चैटी चांद के मौके पर बुधवार रात राजधानी के अटल पथ पर अभा कवि सम्मेलन का आयोजन चल रहा है। इसमें देशभर से कवि आए हैं। जिन्हें सुनकर हजारों श्रोता रोमांचित हो रहे हैं। रात 3 बजे तक कवि सम्मेलन चलता रहा।कर्मश्री' संस्था ने 23वां अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया है। संस्था के अध्यक्ष और हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा की मेजबानी में आयोजित इस कवि सम्मेलन का शुभारंभ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन हितानंद शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी, पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, बीडीए अध्यक्ष कृष्णमोहन सोनी, उपाध्यक्ष लिली अग्रवाल एवं सुनील पांडेय, वरिष्ठ नेता चेतन सिंह आदि की मौजूदगी में हुआ।वीर रस के दिल्ली से आए कवि हरीओम पंवार ने अपनी प्रस्तुति दी कि 'पैंरों में अंगारे बांधे, सीने में तूफान भरे, आंखों में दो सागर आंजे, कई हिमालय सीस धरे'। 'मैं धरती के आंसू का संत्रास नहीं तो क्या गांऊं, खूनी तालीबानों का इतिहास नहीं तो क्या गाऊं'...। यह सुनकर श्रोता रोमांचित हो उठे।पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त दिल्ली से आए कवि डॉ. सुनील जोगी ने प्रस्तुति दी कि 'भीड़ में दुनिया के पहचान बनाए रखना, घर में खुशियों की इक दालान बनाए रखना। हपने होठों पे ये मुस्कान बनाए रखना और इस दिल में हिन्दुस्तान बनाए रखना'।कवि सम्मेलन के आरंभ में जबलपुर से आई कवियित्री मणिका दुबे ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर शुरुआती प्रस्तुति दी। बाराबंकि से आए हास्यरस के कवि विकास बोखल ने अपनी हास्यरस की कविता 'हाथ जोड़ डॉक्टर से बोल पड़ा है मरीज, आप मेरे सपने हसीन कर दीजिए, जीवन हमारा यहां नीरस सा हो गया इसे थोड़ा मीठा, थोड़ा नमकीन कर दीजिए'...से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।मंच संचालन कर रहे सर्वरस के कवि देवास से आए शशिकांत यादव ने अपनी चुटीली रचनाओं से भी काव्यरस की जमकर बौंछार की।

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जीवन में कुछ हादसे ऐसे होते है। जिनके कारण सब कुछ बदल जाता है। ऐसा ही हुआ जबलपुर में जहां 21 साल की जिस युवती को ट्रक ने कुचला, उसकी शादी होने वाली थी। परिवारवाले उसके लिए रिश्ता भी देख रहे थे। युवती भी अपनी शादी के लिए पैसे इकट्ठा कर रही थी। वे कोचिंग पढ़ाने के साथ ब्यूटी पार्लर भी चला थी। हादसे ने परिवारवालों के सपनों पर पानी फेर दिया। इस घटना का  सीसीटीवी फुटेज सामने आया। वीडियो में दिख रहा है कि छात्रा सड़क किनारे पैदल जा रही है। रास्ते में कुछ आगे सड़क किनारे एक कार खड़ी है। जैसे ही, कार तक छात्रा पहुंचती है। इतने में सामने से बीच रोड पर तेजी से बस आ जाती है। बस ड्राइवर बीच में ही ब्रेक लगा देता है, तभी पीछे से तेजी से आ रहा ट्रक छात्रा को रौंदते हुए निकल जाता है। मंगलवार को सेन परिवार में सब कुछ सामान्य था। नवरात्र के एक दिन पहले ज्यादा ग्राहकी होने के कारण पिता सैलून पर व्यस्त थे। वहीं, मां घर में नवरात्र की पूजन-अर्चन की तैयारी कर रही थी। माता-पिता की इकलौती बेटी रोजाना की तरह बच्चों को पढ़ाने के लिए कोचिंग जा रही थी। हालांकि, बेटी को उस दिन कोचिंग छोड़ने पिता गए थे, लेकिन घर नजदीक होने के कारण युवती पैदल ही अकेले घर लौट रही थी। पिता निश्चिंत थे कि बेटी रोज की तरह घर लौट जाएगी। वहीं, मां को रोज की तरह चिंता थी कि बेटी आती होगी। इधर, सड़क किनारे चल रही युवती को आलू भरे ट्रक ने चपेट में ले लिया। युवती 30 मीटर तक घसीटते चली गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

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मध्यप्रदेश के बड़वानी में चार लोगों की नर्मदा नदी में नहाते समय डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तब्लीगी जमात के लोग धार जिले के मिर्जापुर में तब्लीग के सिलसिले में पहुंचे थे। जहां से वे नहाने के लिए नर्मदा नदी के तट पर पहुंचे। मिर्जापुर तट पर कीचड़ अधिक होने से वे लोग नाव के जरिए दूसरे किनारे पर पहुंचे जो बड़वानी जिले की सीमा में लगता है। यहां पर पानी अधिक होने से नहाते समय चार लोग नर्मदा नदी में डूब गए। बता दें, 11 लोगों की जमात गुजरात से मध्यप्रदेश के धार जिले के मिर्जापुर आई थी। फिलहाल गोताखोरों की मदद से शवों की तलाश की जा रही है। अब तक तीन शवों को नदी से निकाला जा चुका है। खबर मिलते ही बड़वानी जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया और रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया गया है जो अभी तक जारी है।  गुजरात के पालनपुर से आई तब्लीगी जमात के लोग मिर्जापुर में नहाने के लिए नर्मदा नदी में पहुंचे थे। मिर्जापुर के किनारे पर कीचड़ होने से तब्लीगी जमात के कुल 11 लोग मिर्जापुर से बड़वानी जिले के उस पर लगने वाले नदी के किनारे पर पहुंचे। जहां नहाने के दौरान पानी गहरा होने के कारण एक व्यक्ति की डूबने की आवाज आई तो उसे बचाने के लिए पहुंचे चार लोग भी नदी के गहरे पानी में डूब गए। बताया जा रहा है कि डूबने से अब तक चार लोगों की मृत्यु हो गई है। तब्लीगी जमात के लोगों के नदी में डूबने की खबर मिलते ही मौके पर बड़वानी जिले के प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। फिलहाल गोताखोरों की मदद से तीन डेड बॉडी को निकाला जा चुका है और एक की तलाश जारी है।मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के पालनपुर से आए तब्लीगी जमात के 11 लोगों में से 4 लोगों की डूबने से मौत हुई है। जिनके शव मिले हैं उनके नाम असरा, जुनेद, मोहम्मद किफ़ायततुल्ला बताए जा रहे हैं। फिलहाल एक अन्य व्यक्ति को गोताखोर तलाश करने में जुटे हुए हैं। मौके पर एनडीआरएफ की टीम सहित जिला प्रशासन के लोग मौजूद है और रेस्क्यू का कार्य जारी है।

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मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में आठ माह का समय बचा है। इसके पहले ही सियासत गरमा गई है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। पूर्व सीएम कमलनाथ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छिंदवाड़ा दौरे को लेकर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छिंदवाड़ा आए थे और नतीजा यह हुआ कि जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। छिंदवाड़ा का चुनाव जनता बनाम बीजेपी का चुनाव है। छिंदवाड़ा की जनता ने 44 साल मुझे जो प्यार और विश्वास दिया है। चाहे कोई आए या कोई भी जाए यह प्यार और विश्वास कायम रहेगा। बता दें छिंदवाड़ा में 25 मार्च को अमित शाह बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी छिंदवाड़ा सीट हार गई थी। अब बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने आकांक्षी सीटों को जीतने पर फोकस किया है।नाथ ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि उन पर चुनाव आते ही घोषणाओं का नशा सवार हो जाता है। पूर्व सीएम ने कहा कि वे सोचते है कि अपनी घोषणाओं से और तरह-तरह के प्रलोभन देकर मध्यप्रदेश की सरल स्वभाव की जनता को गुमराह कर पाएंगे। आज मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी अपने 18 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब नहीं दे पा रहे। यही कारण है कि 160 से ज्यादा जगहों पर इनके द्वारा चलाई जा रही विकास यात्रा का विरोध हुपूर्व सीएम ने कहा कि शिवराज जी को आज बहने याद आ रही है। मैं केंद्र के एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं कि पहले यह किसान पुत्र बनते थे तो प्रदेश में सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या हुई, फिर यह मामा बनते थे तो प्रदेश की मासूम बच्चियों के साथ, आदिवासियों के साथ शोषण हुआ।प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि हुई है। आज सिर्फ ओलावृष्टि की बात नहीं है। ओलावृष्टि से ज्यादा नुकसान बारिश एवं अतिवृष्टि से हुआ है। सरकार जल्द से जल्द सर्वे करवाकर मुआवजा दें। उन्होंने कहा कि शिवराज जी का आधे से ज्यादा समय तो कमलनाथ की आलोचना में चला जाता है, आलोचना करके सरकार नहीं चलती है। नाथ ने भाजपा सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के आयोजन पर कहा कि शायद यह आयोजन इसलिए है कि किस प्रकार से खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाई गई थी।

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भोपाल। चैत्र नवरात्रि के साथ ही मां शक्ति की उपासना बुधवार से शुरू हो गई है। मंदिरों और घरों में सुबह 6ः41 से घटों की स्थापना शुरू हो गई है। इसके साथ हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा भी श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। विशेष रूप से महाराष्ट्रीयन समाज के घरों पर गुड़ी बांधी जा रही है और लोग शुभकामनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। नवरात्रि पर्व के पहले दिन बुधवार को घरों और मंदिरों में घट स्थापना कर नौ दिन तक मां दुर्गा की विशेष पूजा का अनुष्ठान शुरू हो गया। ज्योतिषाचार्य पं. हरिहर पंडया के अनुसार इस बार चैत्र नवरात्र पूरे नौ दिन रहेंगे। शुक्ल और ब्रह्म योग में प्रारंभ हो रहे नवरात्र में देवी की पूजा विशेष फलदायी रहेगी। इस वर्ष देवी का आगमन नौका पर हुआ है, यह सभी के लिए सुखद और सर्वसिद्धिप्रद रहेगा। इस बार नवरात्र के नौ दिनों में विशेष योग भी बन रहे हैं। तीन दिन सर्वार्थसिद्धि योग और तीन दिन रवियोग बनेंगे। इनमें पूजन करने से विशेष सुखों की प्राप्ति होगी। देवी की विशेष कृपा होगी। साथ ही इन योगों में खरीदी गई कोई भी वस्तु जीवनभर शुभ फलदायी रहती है। पं. पड्या के अनुसार इस नवरात्रि के प्रारंभ में गुरु अपनी राशि मीन में सूर्य के साथ रहेगा। शनि अपनी राशि कुंभ में है। शुक्र और राहु की युति मेष राशि में रहेगी। शनि की तीसरी पूर्ण दृष्टि शुक्र-राहु पर रहेगी। इस वजह से चैत्र नवरात्रि में तंत्र से जुड़े काम जल्दी सफल होंगे।

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ग्वालियर। दिल्ली-एनसीआर और देश के उत्तरी हिस्से के साथ-साथ प्रदेश के उत्तरी छोर पर स्थित ग्वालियर में भी मंगलवार रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए। घबराए लोग घरों से बाहर निकल आए। ग्वालियर और उसके आसपास के क्षेत्र में मंगलवार रात करीब 10ः20 बजे लोगों ने भूकंप के हल्के झटके महसूस किए। हालांकि भूकंप से जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन इससे लोगों में दहशत फैल गई। घरों और विशेषकर ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग बाहर निकल आए और देर रात तक सड़कों पर ही रहे। थाटीपुर निवासी एक बुजुर्ग ने बताया कि रात 10ः20 बजे के करीब सीलिंग फैन छत पर लटकी अन्य चीजें हिलने लगीं। भूकंप के झटके महसूस होते ही उनकी कॉलोनी में रहने वाले सभी लोग घरों से बाहर निकल आए। मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले परिवारों में दहशत ज्यादा थी। लोग झटके महसूस होते ही परिवार सहित नीचे उतर आए।

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भोपाल। प्रदेश में मार्च के महीने में अभी तक आंधी, बारिश और ओले के दो दौर हो चुके हैं। अब 23 मार्च से एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। इस दौरान कई जिलों में बारिश होगी। इस सिस्टम का असर ग्वालियर-चंबल संभाग में ज्यादा दिखाई देगा, जबकि भोपाल और इंदौर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, बुधवार को ज्यादातर जिलों में मौसम के साफ रहने की संभावना है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के अनुसार 16 मार्च से एक्टिव सिस्टम 20-21 मार्च को अप्रभावी हो गया। इससे अधिकांश शहरों में मौसम में सुधार हुआ है, लेकिन 23-25 मार्च के बीच बारिश का एक और दौर आने वाला है। हालांकि इसका असर पूरे प्रदेश में न होकर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में ही रहेगा। अन्य जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 23 से 25 मार्च के बीच भोपाल, विदिशा, सीहोर, बैतूल, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में मौसम बदला रहेगा। तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने के भी आसार है। राजधानी भोपाल में बुधवार को बारिश के आसार नहीं है। सिस्टम लौटने की वजह से आसमान साफ रहेगा, लेकिन 23 और 24 मार्च को फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार इस दौरान राजधानी भोपाल में बूंदाबांदी या हल्की बारिश भी हो सकती है।

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उज्जैन। मंगलवार को भूतड़ी अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने रामघाट एवं कालियादेह महल के समीप 52 कुण्ड में बह रही शिप्रा नदी के पानी में स्नान किया। इसके बाद देव दर्शन एवं दान किया। यह मान्यता है कि भूतड़ी अमावस्या पर 52 कुण्ड में शिप्रा स्नान करने से बुरी आत्माओं से छूटकारा मिलता है। जबकि अमावस्या पर रामघाट पर तीर्थ स्नान करने पर बाधाएं समाप्त होती हैं।

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नगर निगम की बड़ी कार्यवाही शहर में देखने को मिल रही है। बिट्‌ठन मार्केट ग्राउंड के गेट पर नगर निगम ने ताला जड़ दिया। यह ग्राउंड PWD में मर्ज हो चुके CPA (राजधानी परियोजना परियोजना) का है। जिस पर संपत्ति कर का 57 लाख रुपए से ज्यादा बकाया है। राशि जमा नहीं करने पर यह कार्रवाई की गई।बता दें कि नगर निगम बकायादारों पर सख्ती कर रहा है। इसके चलते संपत्ति भी सीज की जा रही है। इसके चलते ही सोमवार को ग्राउंड के गेट पर ताला जड़ा गया। इस साल निगम ने किसी सरकारी विभाग पर टैक्स की बकाया राशि जमा नहीं करने पर पहली बड़ी कार्रवाई की। CPA पहले अलग ही विभाग था, जिसे पिछले साल पीडब्ल्यूडी में मर्ज किया गया है। यानि, अब यह पीडब्ल्यूडी के अधीन ही आता हैनिगम के अमले ने राजधानी परियोजना प्रशासन पर बिट्टन मार्केट स्थित प्रदर्शनी, मेला एवं इवेंट मैदान व कार्यालय भवन पर सपंत्ति कर की राशि बकाया होने पर कार्रवाई की। कुल 57 लाख 67 हजार 798 रुपए बकाया है। निगम अफसरों ने बताया कि इस कार्रवाई से पहले मप्र नगर पालिक अधिनियम 1956 की धारा 175/178 के अंतर्गत 16 मार्च को नोटिस भी दिया गया था। बावजूद जिम्मेदारों ने राशि जमा नहीं कराई। इस पर सोमवार को जोनल अधिकारी शैलेष चौहान, वार्ड प्रभारी आराधना बघेल एवं कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्राउंड के गेट पर तालाबंदी की।सीपीए पर पिछले 11-12 साल से राशि बकाया चल रही है। बीच में कुछ राशि जमा की गई, लेकिन बकाया राशि का आंकड़ा बढ़ता गया। वर्तमान में ग्राउंड पर 7 लाख 31 हजार 620 रुपए और ऑफिस पर 50 लाख 36 हजार 178 रुपए की राशि बकाया है। इस तरह बकाया राशि का आंकड़ा 57 लाख 67 हजार 798 रुपए पहुंच गया है।  

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भोपल नगर निगम का बजट पेश हो गया है। बजट मीटिंग में नीमच जिले में लगने वाले विंड और सोलर प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की कुर्सी घेर ली और नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने पूछा- एक्सपर्ट की राय ली गई क्या? इसके बाद कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष की कुर्सी के सामने ही धरने पर बैठ गए। दोनों प्रोजेक्ट को लेकर बहुमत के आधार पर मंजूरी दे दी गई। ऐशबाग स्टेडियम का नाम भी बदला गया है। यह बीजेपी के वरिष्ठ नेता और भोपाल के पूर्व सांसद स्व. कैलाश सारंग के नाम पर हो गया है। इसके अलावा दो सड़कों के नाम भी पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर और शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के नाम पर रखे गए हैं। बजट में कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया। प्रॉपर्टी और पानी का टैक्स पुराना ही रहेगा।एजेंडे पर चर्चा के बाद महापौर मालती राय का अभिभाषण शुरू हुआ। उन्होंने मौजूदा वित्तीय स्थिति ठीक नहीं बताई। आय से ज्यादा खर्च बताया। इस कारण परेशानी होने की बात कही। कहा कि इस बार के बजट में आय-व्यय में संतुलन बनाने का प्रयास किया है। अनावश्यक खर्च पर कटौती की है। पिछले बजट के बारे में भी महापौर ने बताया। उन्होंने 3300 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। यह बजट 8231 रुपए घाटे का बताया गया है। महापौर ने कहा कि भोपाल में व्यक्तिगत नल कनेक्शन की दिशा में काम कर रहे हैं। भविष्य में यह घोषणा पूरा करेंगे। स्वच्छता में भोपाल को नंबर-1 बनाएंगे। इसके लिए सबको प्रयास करना होगा। हर पार्षद अपने वार्ड की जिम्मेदारी लें। महापौर ने पार्षदों से कहा कि वह जनमदिन, एनिवर्सिरी के दिन एक पौधा जरूर लगाएं और उसकी बच्चे की तरह परवरिश करें। दोपहर 3 बजे एक घंटे के लिए मीटिंग स्थगित कर दी गई, जो शाम सवा चार बजे फिर से शुरू हो गई। जिसमें महापौर के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई। अध्यक्ष सूर्यवंशी ने पांच लाख रुपए तक के टेंडर ऑफलाइन निकालने का सुझाव दिया। इस पर सभी पार्षदों ने तालियां बजा दी। पार्षदों को भी स्वैच्छानुदान की राशि देने की बात पार्षद देवेंद्र भार्गव ने कहीं।

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प्रदेश के  किसान हाल ही में हुई ओला वृष्टि व बारिश से हुए नुकसान के कारण किसान चिंतित हैं। दूसरी ओर इंदौर में 25 मार्च से किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदने का काम प्रारंभ किया जाएगा। किसानों से अच्छी गुणवत्ता (FAQ) के गेहूँ का समर्थन मूल्य 2125 रु. प्रति क्विंटल से खरीदा जाएगा। समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन 25 मार्च से 10 मई तक किया जाएगा। निर्धारित खरीदी केन्द्रों पर किसान अपनी फसल बेच सकेंगे। इसके लिए मंगलवार 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है। इंदौर में गेहूँ खरीदी के लिए 97 केन्द्र बनाए गए हैं। जिले में इस वर्ष गेहूँ बेचने के लिए 34,200 किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।डिस्ट्रिक्ट सप्लाई कंट्रोलर एमएल मारु ने बताया कि गेहूं खरीदी के लिए इंदौर जिले में व्यापक व्यवस्थाएं की गई है। सोमवार से शुक्रवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक का समय तय किया गया है। इसके साथ ही तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी की जाएगी। जिन किसानों की उपज की तौल किसी कारण से सोमवार से शुक्रवार के बीच निर्धारित दिवस को नहीं हो सकेगी, उनकी तौल शनिवार को की जाएगी। शनिवार एवं रविवार को शेष फसल का परिवहन, भंडारण, लेखा का मिलान तथा अस्वीकृत स्कंध का अपग्रेड की जाएगी। किसानों द्वारा फसल विक्रय के लिए 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग वेबसाइट www.mpeuparjan.nic.in पर की जा सकेगी। इस लिंक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से किसान के मोबाइल पर भेजी जाएगी। ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत, सत्यापित किसान स्वयं के मोबाइल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केन्द्र, इंटरनेट कैफे तथा उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं। स्लॉट बुकिंग के लिए किसान के ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्टर्ड मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा।उन्होंने बताया कि उपार्जन का काम हर हफ्ते सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा एवं उपज विक्रय के लिए इसी अवधि की स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी। किसान द्वारा उपज विक्रय के लिए स्लॉट बुकिंग उपार्जन के अंतिम 10 दिवस को छोड़कर की जा सकेगी। स्लॉट की वैधता अवधि सात कार्य दिवस होगी। किसानों को उपार्जित फसल का भुगतान आधार लिंक बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा। स्लॉट बुकिंग करते समय किसानों को पोर्टल पर आधार लिंक बैंक खाता नंबर एवं बैंक का नाम प्रदर्शित किया जाएगा। किसान को अपनी बैंक की पासबुक से खाते का मिलान कर स्वयं पोर्टल पर सत्यापन करना होगा। उसके बाद ही स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी। पोर्टल पर प्रदर्शित बैंक खाता, आईएफएससी त्रुटिपूर्ण होने अथवा अन्य कारणों से किसान द्वारा अन्य बैंक खाते में भुगतान चाहे जाने पर किसान को अपना नवीन बैंक खाता आधार से लिंक कराना होगा, जिसके बाद ही स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी।

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उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने पुरोहितों की मांग को दरकिनार करते हुए उन्हें दी जाने वाली 750 रुपये की रसीद उपलब्ध कराना बंद कर दी है। अब ऑनलाइन उन्हें भी अपने यजमानों के लिए 1500 रुपये की रसीद कटवाना होगी। इससे पुरोहितों के बीच असंतोष और आक्रोश पनप रहा है।   अभी तक मंदिर प्रबंध समिति सभी पुरोहितों को 750 रुपये की रसीद उपलब्ध कराती थी। इससे दो यजमान दर्शन करने जा सकते थे। मंगलवार से मंदिर प्रबंध समिति ने नई व्यवस्था लागू की, जिसके अनुसार पुरोहितों को भी ऑनलाइन 1500 रु. की ही रसीद कटवानी पड़ेगी।   पुरोहितों ने मंदिर प्रशासन से मांग की थी कि उनकी 750 रुपये वाली रसीद का कोटा बढ़ा दिया जाए और प्रोटोकॉल की असीमित संख्या को सीमित किया जाए। सूत्रों का दावा है कि यह मामला तूल पकड़ सकता है, क्योंकि पुरोहितों में आक्रोश बढ़ रहा है। प्रबंध समिति का कहना है कि इसकी एक वजह यह थी कि अभिषेक के लिए मंदिर में रसीद कटना बंद हो गई थी। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने कहा इस व्यवस्था को अब ऑनलाइन किया जा रहा है।   भस्मारती दर्शन का सबसे कम शुल्क मंदिर में प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में होने वाली भस्मारती का शुल्क सबसे कम है,जबकि बेरिकेडिंग से दर्शन का शुल्क सबसे ज्यादा है। इसमें शामिल होने के लिए लोग,बिचोलियों से 800 से 1500 रुपये तक में भी परमिशन खरीद लेते हैं। मंदिर काउंटर से रोज 300 नि:शुल्क भस्मारती परमिशन जारी होती है, लेकिन इसकी व्यवस्था पर हमेशा प्रश्नचिंह लगते रहे है। किसको कैसे जारी होती है, यह बात कोई नहीं जानता। विरोध के बाद फैसला पुजारियों और पुरोहितों ने प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था के विरोध में धरना दिया था। इस विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद मंदिर प्रबंध समिति की इस व्यवस्था को शीतयुद्ध के रूप में भी देखा जा रहा है। अब यह मामला आने वाले समय में कौनसा मोड़ लेगा, इस पर नजरें हैं। पुजारियों का मानना है कि इस नई व्यवस्था से मंदिर प्रशासन की आय और बढ़ेगी।

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भोपाल। वर्षों से यह बात कही जा रही है कि हर साल 21 मार्च को दिन और रात बराबर होते हैं, लेकिन यह बात सच नहीं है। सूर्योदय ठीक पूर्व दिशा से होगा और सूर्यास्त ठीक पश्चिम में होगा। इस खगोलीय घटना को इक्वीनॉक्स कहते हैं। आज (मंगलवार को) भोपाल में सूर्योदय सुबह 6ः24 बजे पर हुआ, जबकि शाम को सूर्यास्त 6ः31 बजे होगा। इस प्रकार दिन की अवधि 12 घंटे 07 मिनट रही, जबकि रात की आवधि 11 घंटे 53 मिनट।   नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी के अपने अक्ष पर झुके हुये सूर्य की परिक्रमा करते रहने से साल में दो इक्वीनॉक्स आते हैं, जिनमें से पहला आज है। पृथ्वी के भूमध्य रेखा के ऊपर एक काल्पनिक रेखा पर आज सूर्य की स्थिति आ जाती है। आज पृथ्वी की धुरी न तो सूर्य की ओर झुकी है और न ही दूर है। इस कारण यह सूर्य की किरणों के लम्बवत है। आज के दिन सूर्योदय ठीक पूर्व दिशा में होगा तथा सूर्यास्त ठीक पश्चिम दिशा में होगा।   सारिका ने बताया कि सोशल मीडिया में आज दिन और रात बराबर होने की बात कही जाती है, जबकि दिन की अवधि आज रात से लगभग 7 मिनट अधिक है। दिन -रात बराबर होने की घटना इसके कुछ दिन पहले हो चुकी है।   उन्होंने बताया कि एक अन्य भ्रांति यह है कि आज के दिन अंडा अपने सिर पर खड़ा हो जाता है, जबकि यह इसे अभ्यास करके साल के हर दिन खड़े किया जा सकता है। मार्च इक्वीनॉक्स की यह घटना 19, 20 या 21 मार्च को होती है। इस साल यह 21 मार्च को हो रही है। उन्होंने बताया कि साल 2022 में यह खगोलीय घटना 20 मार्च को हुई थी, जबकि अगले साल यानी 2024 में भी यह घटना 20 मार्च को होगी।

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शिमला। सनातन धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व है, चैत्र माह और शारदीय नवरात्र को प्रमुख माना जाता है। चैत्र नवरात्र का प्रारंभ चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होता है, इस वर्ष चैत्र नवरात्र बुधवार 22 मार्च 2023 से प्रारंभ हो रहे हैं। जिसका समापन 30 मार्च गुरुवार को होगा। प्रसिद्ध अंक ज्योतिषी एवं वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशिपाल डोगरा ने बताया कि इस वर्ष मां दुर्गाजी का आगमन नौका पर होगा। शास्त्रों में मां के इस रूप को भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण करने वाला माना जाता है। पंडित डोगरा ने बताया कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इस समय में घटस्थापना आपके लिए बहुत ही लाभदायक और उन्नतिकारक सिद्ध होगा।   उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्र प्रतिपदा तिथि से ही नया हिंदू वर्ष प्रारंभ होता है, चैत्र नवरात्र में अबकी बार पूरे नौ दिन के नवरात्र होंगे, नवरात्र के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23 मार्च, 27 मार्च, 30 मार्च को होंगे, जबकि अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को होगा। रवि योग 24 मार्च, 26 मार्च और 29 मार्च को होगा और नवरात्र के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग भी रहेगा। सनातन धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व होता है, चैत्र माह और शारदीय नवरात्रि को प्रमुख माना जाता है। नवरात्रि के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23 मार्च, 27 मार्च, 30 मार्च को लगेगा। चैत्र नवरात्र का आरंभ अबकी बार 22 मार्च से दिन बुधवार से हो रहा है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष भी आरंभ भी हो जाएगा। इसी दिन से अनल तदुपरांत पिंगल नामक संवत भी शुरू होगा। इस वर्ष चैत्र नवरात्र पर माता का वाहन नाव होगा, जो इस बात का संकेत है कि इस वर्ष खूब वर्षा होगी। अश्विन और चैत्र मास की नवरात्र सबसे ज्यादा प्रचलित है। कहा जाता है कि सतयुग में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और प्रचलित चैत्र नवरात्र थी, इसी दिन से युग का आरंभ भी माना जाता है। इसलिए संवत का आरंभ चैत्र नवरात्र से ही होता है। घटस्थापना शुभ मुहूर्त घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च को सुबह 6:29 बजे से शुरू होकर सुबह 7:40 बजे तक रहेगा। इन मुहूर्तों में ही नवरात्र पूजा का आरंभ किया जा सकेगा। साथ ही यदि किसी विशेष अनुष्ठान को करना है तो उसके लिए भी यही सही समय रहेगा। अंक ज्योतिष के अनुसार नव संवत्सर अंक ज्योतिषी पंडित शशिपाल डोगरा ने बताया कि 22 मार्च (बुधवार) से शुरू होने वाले नवसंवत 2080 का राजा बुध व मंत्री शुक्र होगा। बुध युवाओं व वाणी का कारक है और शुक्र स्त्री व विलासिता का कारक है। अंक ज्योतिष के हिसाब से संवत 2080 का अंक 1 सूर्य का अंक है। सूर्य यश व सत्ता का कारक है। 22 मार्च यानि अंक 4, जो राहु का अंक है। राहु एक ऐसा ग्रह है, जो भ्रमित करता है। राहु जो श्मशान योग बनाता है। राहु जो सत्ता में अचानक ही बदलाव ले आता है। 2023 का अंक 7 केतु का बनता है। केतु बिना सिर का ग्रह है, जो बिना दिशा का है। यह वर्ष राहु व केतु की चपेट में रहेगा। युवाओं को संकट का सामना करना पड़ेगा। युवाओं को खोने का भय इस वर्ष में बहुत रहेगी। विश्व में युद्ध व अशांति का माहौल बनेगा। भारत वर्ष विश्व में आगे बढ़ेगा व अपना नाम ऊंचा करेगा। साहित्य की आड़ में छिपे विरोधी होंगे उजागर पंडित डोगरा ने बताया कि संवत 2080 में वर्षा अच्छी होने की संभावना है। राजा बुध होने से उस वर्ष देश में ठगी छल कपट करने वाले लोगों का बोलबाला व प्रभाव अधिक रहेगा। देश में कुछ सफेदपोश अपराधियों का भंडाफोड़ होगा। इस संवत में गीतकार, संगीतकार, अभिनेता, लेखकों की गैर कानूनी एवं देश विरोधी गतिविधियां उजागर और दृष्टिगोचर होगी। उन्होंने बताया कि संतों एवं महंतों का वर्चस्व बढ़ेगा, प्रतिष्ठित लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी और जेल का योग बन रहा है। कुछ प्रांतों में शासन परिवर्तन, विग्रह एवं राजनीतिक उथल-पुथल, राजनीतिक अस्थिरता बनेगी। प्रजा में रोग व आर्थिक परेशानियां बढ़ेंगी। संवत का मंत्री शुक्र होने के कारण भूस्खलन व प्राकृतिक प्रकोप से कृषि धन आदि की हानि होगी। शुक्र के कारण वात-पित, शुगर एवं यौन रोगों का प्रकोप बढ़ेगा। ऐश्वर्या एवं सौंदर्य प्रसाधनों तथा भडक़ाऊ फैशन पर अधिक खर्च करेंगे। इस संवत में 3 सूर्य ग्रहण व 1 चंद्र ग्रहण लगेंगे। जिसके कारण विश्व में बड़ी उथल-पुथल के योग बन रहे हैं। विश्व युद्ध की तरफ जा सकता है।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जो पार्टी पहले 50 साल तक यहां राज करती रही, उसने केवल यही दर्शाया कि आजादी की लड़ाई में एक ही खानदान का योगदान है। आजादी कौन ने दिलाई, नेहरू जी ने दिलाई, इंदिरा गांधी जी ने दिलाई, गांधी जी ने दिलाई ... गांधी जी के योगदान को मैं अस्वीकार नहीं करता, उनको तो प्रणाम करता हूं। लेकिन, हम भूल गए राजा रघुनाथ शाह को, शंकर शाह को, वीरांगना रानी अवंती बाई को, हम भूल गए टंट्या मामा को, भीमा नायक को, महारानी लक्ष्मी बाई को...। वीर सावरकर को भूल गए।सीएम रानी अवंतीबाई लोधी के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। उन्होंने कहा, आज यही बात मेरे मन को पीड़ा और कष्ट पहुंचाती है। आजादी के लिए हजारों क्रांतिकारी हंसते-हंसते शहीद हो गए थे। उनके त्याग-तपस्या के कारण यह देश आजाद हुआ था। लेकिन, इन नायकों को भुला दिया गया।सीएम ने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद दूंगा कि ऐसे सारे शहीदों के अब स्मारक बनाए जा रहे हैं। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी का नाम हमने राजा रघुनाथ शाह, शंकर शाह के नाम पर रखने का काम किया है।

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मुरैना में सोमवार को हाईस्कूल का साइंस का पेपर था। जौरी के सेन्ट्रल अकादमी परीक्षा केन्द्र पर पेपर लीक किया गया। वहां मौजूद एक शिक्षक राकेश रावत के द्वारा पेपर वाट्सएप पर कोचिंग संचालकों को सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर वाट्सएप किया गया था। जैसे ही पेपर लीक की सूचना कलेक्टर अंकित अस्थाना को लगी तो वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने जौरा पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है।जौरा थाना प्रभारी ओपी रावत ने बताया कि पेपर शुरू होने से पहले ही 8 बजकर 50 मिनट पर शिक्षक राकेश रावत द्वारा वाट्स एप से बहनोई रामदास को भेजा गया था। उसने ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन्स आंसर सहित पर्ची पर लिखकर दिए थे। बाद में ये वायरल हो गया। शिक्षक राकेश रावत पास के ही गांव बघेलनकापुरा प्राइमरी स्कूल में शिक्षक है। उसकी ड्यूटी जौरा के सेन्ट्रल अकादमी निजी विद्यालय में हाईस्कूल की परीक्षा के दौरान लगी थी।जैसे ही सूचना कलेक्टर अंकित अस्थाना को लगी, वे तुरंत जौरा स्थित सेन्ट्रल अकादमी स्कूल पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद सभी शिक्षकों को मोबाइल चेक किए। जब उन्होंने मोबाइल चेक किये तो स्कूल संचालक सहित शिक्षक राकेश रावत के मोबाइल में पेपर पाया गया। उससे अन्य लोगों को वाट्सएप द्वारा भेजना पाया गया। इसके बाद कलेक्टर ने तुरंत पुलिस को बुलाकर शिक्षक राकेश रावत समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है।पुलिस को पूरा विश्वास है कि पेपर लीक के तार भोपाल स्थित कोचिंग संस्थानों से जुड़े हैं। लिहाजा पुलिस का साइबर सेल अब भोपाल में स्थित माफिया के लोगों की पड़ताल में लग गया है।

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सबलगढ़ चंबल नदी के राड़ी राधेंन घाट पर केला देवी जाते समय डूबे 7 दर्शनार्थियों के शव मिल चुके हैं। आज सुबह 7:30 बजे 20 मार्च को बृजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाहा की बॉडी मिली थी। अब रेस्क्यू टीम ने लवकुश कुशवाहा की बॉडी को भी ढूंढ लिया है। घटना शनिवार को मुरैना, श्योपुर और राजस्थान के बॉर्डर के बीच हुई। श्रद्धालुओं के जत्थे में 17 लोग थे। 10 लोग सुरक्षित हैं।चंबल नदी में शुक्रवार 18 मार्च को सुबह 8:00 बजे कोलारस शिवपुरी क्षेत्र के 17 दर्शनार्थी थाह होने के आधार पर चंबल नदी को पार कर रहे थे। अचानक सामने गड्ढा होने से संतुलन बिगड़ गया, जिसमें सभी लोग बह गए। 10 दर्शनार्थी सकुशल वापस निकल आए। 7 दर्शनार्थियों के नहीं मिलने से प्रशासन ने रेस्क्यू शुरू किया था। जिला व स्थानीय राजस्व प्रशासन व पुलिस ने रेस्क्यू में एनडीआरएफ एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर टीम को लगा दिया।स्थानीय लोगों ने देवकीनंदन और कलिया की बॉडी चंबल नदी से 18 मार्च को दोपहर 2:00 बजे ही निकाल ली थी। जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना और एडिशनल एसपी राय सिंह नरवरिया ने स्थानीय राजस्व और पुलिस प्रशासन को रेस्क्यू करने में लगा दिया। स्थानीय गोताखोरों ने 19 मार्च की सुबह करीब 7:00 बजे अलोपा पत्नी देवकीनंदन कुशवाह की बॉडी को निकाला गया। उसके बाद शाम 4:00 बजे रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह और शाम 6:30 बजे रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह की भी बॉडी मिल गई थी।

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चुनावी साल में धर्म और आस्था के साथ सियासत का केंद्र नर्मदा नदी को लेकर सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। पर्यावरण विभाग ने नर्मदा नदी के संरक्षण को लेकर अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत नर्मदा नदी की वास्तविक स्थिति का सर्वे किया जाएगा। मध्यप्रदेश में नर्मदा की कुल लंबाई 1 हजार 77 किलोमीटर है। ऐसा भी पहली बार होगा कि जिलेवार घाटों के आधार पर नर्मदा की गहराई, तट की स्थिति, कैचमेंट का जीआईएस सर्वे, वनस्पति के साथ नदी पर आश्रित जंगलों का पूरा खाका भी तैयार किया जाएगा। नर्मदा के जलीय जीवों का अपडेट डाटा भी सरकार के पास होगा। प्रोजेक्ट पर चरणबद्ध तरीके से काम होगा। पहले फेस में करीब 350 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच माह पहले गोवर्धन पूजन के दौरान लोगों से पर्यावरण संरक्षण की अपील करते हुए अधिकारियों को वृहद स्तर पर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया था। इसके बाद पर्यावरण मंत्रालय ने नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया है। पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि नर्मदा नदी का यह प्रोजेक्ट एक तरह से पायलेट प्रोजेक्ट होगा। फिर प्रदेश की अन्य बड़ी नदियों में शामिल चंबल, सोन, ताप्ती, बेतवा समेत अन्य नदियों के संरक्षण संबंधित कवायद की जाएगी। राज्य सरकार प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र की भी मदद लेगी। पर्यावरण मंत्रालय ने नर्मदा के रियल टाइम मॉनिटरिंग प्रोजेक्ट का मसौदा भी पांच माह पहले तैयार किया था। अब इस प्रोजेक्ट का विस्तार किया है।

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भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मण्डल की कक्षा 10वीं एवं 12वीं की कॉपी जाँचने का कार्य रविवार से सभी जिला स्थित मूल्यांकन केन्द्रों पर प्रारंभ हो गया है। माध्यमिक शिक्षा मण्डल के सचिव श्रीकांत बनोठ ने बताया कि प्रत्येक जिलें में समन्वयक संस्था में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। मण्डल मुख्यालय, भोपाल स्थित कमांड कंट्रोल रूम से शिक्षकों द्वारा कॉपी जाँचने संबंधी कार्य की मॉनिटरिंग होगी। इसमें विशेष कर यह ध्यान दिया जाएगा कि शिक्षक निर्धारित नियमों का अनुपालन करते हुए मूल्यांकन कर रहे हैं अथवा नहीं। शिक्षक एवं संलग्न स्टॉफ कॉपी जाँचने के दौरान मोबाईल का उपयोग तो नहीं कर रहा है एवं शिक्षक निर्धारित समय पर उपस्थित हो रहे हैं अथवा नहीं।     बनोठ ने बताया कि मॉनिटरिंग के लिए प्रयुक्त सभी सीसीटीवी कैमरे 360 डिग्री रोटेट हो सकते हैं। ये कैमरे स्ट्रांग रूम, गलियारे एवं क्लास रुम में लगाए गए हैं। इन कैमरों का उपयोग परीक्षा कार्यों में भी किया जा सकेगा। जब मण्डल के प्रश्न-पत्र वितरित होंगे अथवा मूल्यांकन हेतु शिक्षकों को कॉपी दी जाएगी तो मंडल मुख्यालय से निगरानी रखी जा सकेगी कि प्रश्न-पत्रों का वितरण नियमानुसार सुचारू रूप से हुआ है या नहीं एवं कॉपियों का मूल्यांकन गंभीरतापूर्वक किया जा रहा है या नहीं।     बनोठ ने बताया कि कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्रों को अब बोर्ड ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। छात्रों से संबंधित सभी सेवाएँ अब ऑनलाईन उपलब्ध है। परीक्षा फार्म भरना हो अथवा अंक-सूची की डुप्लीकेट प्रति प्राप्त करना, सभी आवश्यक सेवाएँ अब ऑनलाईन उपलब्ध है। छात्र अपनी आवश्यकता अनुसार प्रतिलिपि अंक-सूची, प्रमाण-पत्र, अंक-सूची/प्रमाण-पत्रों में संशोधन, उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति, पुनर्गणना आदि सेवाएँ घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। यह सेवाएँ "MPBSE ऐप" के माध्यम से भी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मण्डल द्वारा वर्ष 2003 एवं उसके बाद के वर्षों में मण्डल परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों का संपूर्ण डाटा "डिजी लॉकर" में भी उपलब्ध करा दिया गया है। यह नवाचार छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश या रोजगार के समय अपने दस्तावेजों को प्रस्तुत करने में मददगार होगा।     माध्यमिक शिक्षा मण्डल निरंतर छात्र हित में अनेक कदम उठा रहा है, जिनका उद्देश्य प्रदेश के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी भूमिका में लाना है। मण्डल मुख्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों को ध्यान में रख कर छात्रहित में परीक्षा प्रणाली में अनेक नवाचार एवं परिवर्तन कर रहा है। आगामी शिक्षा-सत्र से मण्डल छात्रों को क्षेत्रीय भाषाओं तथा कुछ विदेशी भाषाओं का चयन करने का विकल्प भी देने जा रहा है। विदेशी भाषाओं में मुख्य रूप से फ्रेन्च, जर्मन, स्पेनिश और रशियन भाषा चुनने के विकल्प होंगे। इससे ऐसे छात्रों को लाभ होगा जो अन्य देशों में उच्च शिक्षा अध्ययन के लिए जाना चाहते हैं।     सचिव शिक्षा मण्डल ने बताया कि 10वीं कक्षा के ऐसे छात्र जो आगे गणित विषय का अध्ययन नहीं करना चाहते हैं, उन छात्रों के लिए मण्डल आगामी सत्र से एक बड़ी सौगात बेसिक गणित के रूप में देने जा रहा है। जो छात्र गणित विषय लेकर आगे अध्ययन करना चाहते हैं, उनके लिए स्टेण्डर्ड गणित का विकल्प पहले की तरह उपलब्ध रहेगा। इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों को 20 से बढ़ा कर 25 किया गया है। इसका उद्देश्य छात्रों में रटने की प्रवृत्ति को कम करना है। साथ ही मण्डल द्वारा हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी में सभी मुख्य विषयों में एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यक्रम आधारित पुस्तकें लागू की गई है। मण्डल की इस पहल से प्रदेश के छात्रों को नीट, जेईई तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में काफी सुविधा होगी।     कक्षा 10वीं एवं 12वीं में होगी विषय चुनने की आजादी बनोठ ने बताया कि मण्डल विषय चयन में भी लचीलापन लाने जा रहा है। उदाहरण स्वरूप यदि छात्र चाहे तो गणित, भौतिक विज्ञान के साथ संगीत विषय भी पढ़ सकेंगे। विषय चयन में इस प्रकार का लचीलापन पश्चिमी देशों में ज्यादा लोकप्रिय है। यह पहल उन छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी होगी, जो परम्परागत विषयों में अरुचि होने के कारण अपनी पसंद का विषय नहीं पढ़ पा रहे हैं। कक्षा 12वीं के परीक्षार्थी वर्तमान समय की मांग के अनुसार कुछ अतिरिक्त विषय इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, इंटरप्रेन्योरशिप, लीगल स्टडीस, एप्लाईड मैथेमेटिक्स के रूप में ले सकेंगे।     हाईस्कूल परीक्षा के छात्रों के लिए मण्डल द्वारा शीघ्र ही अतिरिक्त विषय के रूप में ऐसे विषय प्रस्तुत किए जायेंगे, जिससे उन्हें हायर सेकेण्डरी में अपनी पसंद का संकाय चुनने में मदद मिलेगी। यदि हाईस्कूल का छात्र चाहे तो वह वाणिज्य संकाय के विषय जैसे बुक कीपिंग, पेंटिंग, होम साईन्स, कम्प्यूटर एप्लीकेशन आदि में से कोई एक विषय ले सकेगा।     मण्डल मुख्यालय में 12 घंटे काउन्सलर की व्यवस्था बनोठ ने बताया कि मण्डल द्वारा कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के लिए मनोवैज्ञानिक, अकादमिक एवं कैरियर कॉउंसलिंग संबंधी परामर्श के लिए टोल फ्री नंबर 18002330175 जारी किया गया है। इस पर छात्रों को परीक्षा के साथ निजी समस्याओं में भी सहायता, सलाह और मार्गदर्शन दिया जाता है । मण्डल की हेल्पलाइन सेवा प्रतिदिन अवकाश के दिनों सहित प्रातः 8 से रात्रि 8 बजे तक उपलब्ध रहती है। इस दौरान 18 कॉउन्सलर, छात्रों और अभिभावकों की सेवा में उपलब्ध रहते हैं। माह जनवरी 2023 से अब तक 23 हजार 535 परामर्श संबंधी कॉल्स मण्डल की हेल्पलाइन सेवा को प्राप्त हुए हैं, जिससे छात्रों की समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराया गया है।     मण्डल ने शुरू किया यूट्यूब चैनल बनोठ ने बताया कि इस वर्ष विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावकों और शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने के लिए मण्डल ने नवाचार किया है। मण्डल ने हेल्पलाइन सेवा में अपना यूट्यूब चैनल "mp board of secondary education" शुरू करते हुए प्रेरक वीडियो तैयार किए हैं, जो कॉउन्सलर हेल्पलाइन सेवा के अतिरिक्त मंडल का अन्य नवाचार है। यूट्यूब चैनल पर शीर्षक "बातें काम की" नाम से डाले गए वीडियो में छात्रों के नैतिक मूल्य संवर्धन, अनुशासन एवं मनोबल में वृद्धि सहित अनेक उत्साहवर्धक विषयों को शामिल किया गया है। मण्डल का यह नवाचार न सिर्फ विद्यार्थियों के लिए बल्कि शिक्षक, अभिभावक और अन्य सभी आमजन के लिए भी हितकर है। इसमें आयु का कोई बंधन नहीं है। यूट्यूब चैनल पर डाले गए वीडियो को देख कर कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आत्म-विश्वास एवं क्षमतावर्धन कर सकता है। यूट्यूब चैनल पर "प्रकृति से प्रेम" "पढ़ने की आदत" "अपनी प्रतिभा को पहचानना" एवं "आत्म-विश्वास" आदि विषयों पर वीडियो उपलब्ध हैं।  

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते चार दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। यहां बेमौसम बारिश का दौर चौथे दिन भी जारी रहा। रविवार को सागर, खंडवा और खरगोन में दोपहर तीन बजे अचानक मौसम बदला और बारिश होने लगी। भोपाल में शाम को तेज हवा के साथ बारिश शुरू हुई और देररात तक पानी बरसता रहा। खरगोन, डिंडौरी, आगरमालवा और श्योपुर जिलों में तेज बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। बेमौसम की इस बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। बीते चार दिनों से हो रही वर्षा और ओलावृष्टि से फसलों को बड़े पैमान पर नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार ने फसलों के नुकसान का सर्वे कराने का निर्देश दिया है। सर्वे शुरू भी हो गया है लेकिन अभी कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मंडला में 36, खजुराहो में 13, दमोह में नौ, खरगोन में नौ, खंडवा में चार, सतना में दो, उमरिया में दो, उज्जैन में एक, छिंदवाड़ा में एक मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अभी दो-तीन दिन तक बादल बने रहेंगे लेकिन सोमवार से वर्षा की गतिविधियों में धीरे-धीरे कमी आने के आसार हैं। मंगलवार से बेमौसम बारिश से कुछ राहत मिलने लगेगी। साथ ही अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। भोपाल में रविवार को दिनभर बादल छाए रहने के बाद शाम 6 बजे अचानक बारिश शुरू हुई, जो देर रात तक जारी रही। वहीं, डिंडौरी जिले के करंजिया और बजाग ब्लॉक में अचानक आंधी-तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई। सड़क से लेकर खेत तक ओले से पटा नजर आया। किसानों ने बताया कि कर्ज लेकर खेती की थी। चने की फसल पकी हुई है। कटाई करने ही वाले थे। ऐसे ही बारिश होती रही तो फसलें बर्बाद हो जाएगी। श्योपुर जिले की बीरपुर तहसील में भी शाम को हल्की बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे। खेतों में खड़ी गेहूं और चने की फसलें बर्बाद हो गई। श्यामपुर कस्बे के आसपास के खेतों में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला। यहां 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई। बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले श्री जटाशंकर धाम में रविवार शाम को एक घंटे से ज्यादा बारिश हुई। कटनी में 10 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में भी चक्रवात बना हुआ है। साथ ही इस चक्रवात से लेकर छत्तीसगढ़, ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में बारिश हो रही है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश के 25 जिलों में गेहूं और चना की फसलों को नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों पर खेतों में फसल कटने की स्थिति में है तो कई जगह कट चुकी है। दोनों ही स्थिति में फसलों को नुकसान पहुंचा है। सरकार ने कलेक्टरों को सर्वे करके किसानों को राजस्व परिपत्र पुस्तक के प्रावधान अनुसार आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। उधर, कांग्रेस ने सर्वे कराने के स्थान पर किसानों को सीधे आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग सरकार से की है। प्रदेश के मंडला, डिंडौरी, छतरपुर, दमोह, खंडवा, खरगोन, उमरिया, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बालाघाट, भोपाल, बैतूल, गुना, रतलाम, सागर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सिवनी, रायसेन, इंदौर, नरसिंहपुर सहित अन्य जिलों में वर्षा और ओलावृष्टि से फसलें प्रभावित हुई हैं। भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी जल्दी सर्वे कर मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। फसल देखकर किसानों की आंखों में आंसू हैं। खंडवा जिले में जिले में करीब 800 एकड़ में तरबूज और 200 एकड़ में प्याज की फसल नष्ट होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राजस्व और उद्यानिकी विभाग की टीम खेतों में सर्वे कर नष्ट फसलों का आकलन करने में जुट गई है। कृषि उपसंचालक केसी वास्केल ने बताया कि जिले में 20 फीसद किसान ऐसे हैं जिन्होंने मौसम को देखते हुए फसल नहीं काटी है। काटकर रखी गई गेहूं की फसल यदि भीगी है तो गेहूं की चमक फीकी पड़ने का अंदेशा रहेगा। बुरहानपुर में सैकड़ों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई है। रविवार सुबह खेतों में पहुंचे किसानों की आंखों से आंसू निकल आए। दल सोमवार से गांवों में जाकर फसलों की स्थिति देखेगा। किसानों की मेहनत पर पानी फिरा खरगोन जिले में भी आंधी, बारिश और ओलों ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। बड़वानी जिले में रविवार दोपहर पहाड़ी क्षेत्र में आंधी चली। गांव सेमलेट में आकाशीय बिजली गिरने से तीन गोवंशी की मौत हो गई। मंदसौर के नगरी, कचनारा व लसूड़िया इला में किसान रविवार को बची-कुची फसलों को समेटते रहे। जिला प्रशासन फिलहाल नजरी सर्वे करा रहा है। झाबुआ में कृषि उपसंचालक नगीन रावत का कहना है कि फिलहाल सर्वे को लेकर कोई आदेश नहीं मिले हैं। महाकोशल-विंध्य और बुंदेलखंड के कई जिलों में रविवार को भारी ओलावृष्टि हुई। कटनी, डिंडौरी, शहडोल, सीधी, पन्ना, दमोह और उमरिया में ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। बालाघाट, उमरिया, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बादल छाए रहे और कई जिलों में रिमझिम वर्षा हुई।

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बालाघाट/भोपाल। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में शनिवार को क्रैश हुए ट्रेनी विमान में सवार दोनों मृतक पायलटों के शव बरामद कर लिए गए हैं। दोनों शवों का रविवार को पोस्टमार्टम होगा। महाराष्ट्र के गोंदिया से एक जांच दल बालाघाट पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़़ान अकादमी का दल भी मामले की जांच के लिए घटनास्थल पहुंचेगा। किरनापुर के भक्कूटोला के जंगल में शनिवार दोपहर को ट्रेनी एयरक्राफ्ट हादसे में एक पायलट और एक महिला प्रशिक्षु पायलट की मौत हो गई थी। इस हादसे में विमान पूरी तरह जलकर खाक हो गया था। इस हादसे के संबंध में बालाघाट पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि पुलिस को शाम चार बजे घटना की सूचना मिली थी। विमान का मलबा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पहाड़ों के बीच 100 फीट गहरी खाई में मिला था। हाक फोर्स और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी करने के बाद पुलिस टीम मौकास्थल पहुंची। घटना की सूचना पुलिस द्वारा गोंदिया एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर उन्हें घटना की सूचना दी गई। कंट्रोल रूम से बताया गया कि उक्त ट्रेनी विमान का आधे घंटे से संपर्क टूट गया था। वह एयरक्राफ्ट डायमंड़-41 रायबरेली का बताया जा रहा है। उसे सिंगल इंजन डी-41 ट्रेनी एयरक्राफ्ट कहा जाता है।   बताया गया कि विमान में हिमाचल प्रदेश के चम्बा निवासी प्रशिक्षक पायलट मोहित ठाकुर महिला प्रशिक्षु पायलट गुजरात निवासी व्रूशंका माहेश्वरी के साथ सवार थे। संभवतः तकनीकी खामियों के चलते विमान क्रैश होने से दोनों की मौत हो गई। प्रशिक्षक मोहित ठाकुर का शव चट्टानों के बीच पूरी तरह झुलसा पाया गया, लेकिन महिला प्रशिक्षु का शव विमान के अंदर फंसा रह गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शाम को अंधेरा ज्यादा होने तथा अति नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण जांच करने पहुंची एयर ट्रैफिक कंट्रोल की टीम पुलिस और सुरक्षा बल लौट गए। दोनों शव लांजी अस्पताल में रखवाए गए हैं। पुलिस ने गोंदिया एयर ट्रैफिक कंट्रोल की मदद से मृतकों के परिजनों को घटना की सूचना दे दी है। रविवार को गोंदिया एयरपोर्ट तथा एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जांच अधिकारी बालाघाट घटना स्थल पहुंचेंगे। जांच के बाद ही हादसे के असल कारणों का पता चलेगा। दोनों पायलट के शवों का आज पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़़ान अकादमी का दल भी घटना की जांच करने आज पहुंच रहा है। विमान के ब्लैक बाक्स से घटना के कारणों का पता चल सकेगा।

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भोपाल। बीमार पशुओं तक चिकित्सा सुविधा पहुँचाने के लिए भोपाल में 406 पशु चिकित्सा इकाई (पशु एंबुलेंस) तैयार करने की कार्यवाही जारी है। इन वाहनों में जीपीएस, माइक, माइक्रोस्कोप, रक्त जाँच किट, बैटरी चलित छोटा फ्रिज, दवाइयाँ, डिस्पोजेबल, सिरिंज, ग्लव्ज, कृत्रिम गर्भाधान किट और छोटे-मोटे ऑपरेशन की सुविधा रहेगी। गाँव में पहुँचने के बाद यह अस्पताल माइक से ग्रामीणों को अपने पहुँचने की सूचना भी देगा।     पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने रविवार को बताया कि अप्रैल से यह व्यवस्था शुरू करने के प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि बीमार होने पर मनुष्य तो अस्पताल पहुँच जाता है पर पशु नहीं। इसलिए प्रदेश में यह व्यवस्था शुरू की जा रही है। केन्द्र सरकार से प्रदेश के लिए स्वीकृत 406 पशु एंबुलेंस प्राप्त हो चुकी हैं। प्रति चलित पशु चिकित्सा इकाई में एक-एक पशु चिकित्सक, पैरावेट और वाहन चालक सह सहायक की व्यवस्था की जा रही है। इसके संचालन के लिए कॉल सेंटर की स्थापना भी की जाएगी, जिसमें 5 पशु चिकित्सक और 15 कॉल एक्जिक्यूटिव को आउटसोर्स से नियोजित किया जा रहा है।   उन्होंने बताया कि जिला पशु कल्याण समिति को पूर्णत: फेब्रिकेटेड वाहन उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान किया गया है। पशु औषधि, ईधन और रख-रखाव के लिए प्रति वाहन 68 हजार रुपये प्रति माह दिये जायेंगे। संचालनालय पशुपालन एवं डेयरी, राज्य स्तर पर कॉल सेंटर का संचालन, नियंत्रण और अनुश्रवण करेगा। गंतव्य तक वाहन को आसानी से पहुँचाने के लिए जीपीएस भी लगाया जा रहा है।

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भोपाल। अलग–अलग स्थानों पर बनी छह मौसम प्रणालियों के कारण मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा है। प्रदेश के विभिन्न शहरों में लगातार तीन दिन से गरज–चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शनिवार शाम को भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा और पन्ना में ओले गिरे। तेज आंधी के साथ बारिश हुई। खंडवा में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा रतलाम के जावरा में भी तेज बारिश हुई। राजगढ़ में तेज बारिश से मंडी में रखा गेहूं बह गया। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 20 मार्च तक 'बेमौसम' बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है।   दरअसल, प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव होने के कारण इन दिनों बारिश हो रही है। भोपाल में सुबह से धूप खिली थी। दोपहर बाद बादल छा गए। शाम होते-होते करीब 6:30 कई इलाकों में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान करोंद, अयोध्या बायपास, भानपुर समेत कई क्षेत्रों में बेर के आकार के ओले भी गिरे। वहीं, हरदा जिले की रहटगांव तहसील मुख्यालय समेत अन्य गांवों में करीब आधा घंटे तक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बारिश और ओले से किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसल बिछ गई है।   खंडवा में शनिवार दोपहर बारिश के बाद ओलावृष्टि हुई। आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रही दो महिलाओं की मौत हो गई। इसके अलावा चार अन्य लोग भी झुलस गए। घटना पंधाना थाना क्षेत्र अंर्तगत ग्राम बाबली और अंजनगांव की है। गांव में पिंकी और रविता समेत अन्य महिलाएं खेत में गेहूं फसल की कटाई कर रही थी। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। बिजली गिरने से पिंकी और रविता की मौत हो गई।     आगर-मालवा में भी बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। शनिवार को दिन भर मौसम बदला सा रहा। आसमान में बादल छाए रहे। शाम को कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। ग्राम पालड़ा, पिपलोन, सुल्तान पुरा समेत कई जगह ओलावृष्टि हुई। इसके अलावा, उज्जैन, दमोह, अशोकनगर, नर्मदापुरम, खरगोन और सागर में तेज बारिश हुई। वहीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहे। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे।     मौसम केन्द्र के अनुसार, पिछले 24 घंटे में रायसेन के बाड़ी में 2.51 इंच तक पानी गिरा। बैतूल के शाहपुरा में 1.88 और भैंसदेही में 1.11 इंच बारिश हुई। शिवपुरी के बैराड़ में 1.20 इंच पानी गिरा। सिवनी के बरघाट में 2.28, छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में 1.22 इंच पानी गिरा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच, बैतूल, राजगढ़, सागर, सतना, छतरपुर, दमोह, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, बालाघाट, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, हरदा, मुरैना, धार, डिंडोरी, सिवनी, नरसिंहपुर, रीवा समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी है।     वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि वर्तमान में छह मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में वर्षा हो रही है। उधर रविवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। इस वजह से मध्य प्रदेश में अभी मौसम साफ होने के आसार नहीं हैं।

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रायसेन। फ़िल्म अभिनेत्री रवीना टंडन शुक्रवार शाम को अपनी बेटी के साथ विश्व धरोहर स्थल भोजपुर शिव मंदिर पहुंची पहुंची। जानकारी के लिए बता दें कि अभिनेत्री रवीना टंडन अपनी बेटी के साथ भोजपुर पहुँचकर बेटी राशा की फ़िल्म की सफलता के लिए की भोलेनाथ से की प्रार्थना की। अभिनेत्री रबीना टंडन ने विश्व धरोहर स्थल भोजपुर शिव मंदिर में भक्ति में लीन नज़र आई। भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग के किए दर्शन और माथा टेका। कई लोगों ने रवीना टंडन के साथ ली सेल्फ़ी भी। रवीना टंडन अपनी बेटी की आने वाली फ़िल्म आज़ाद की सूटिंग के लिये यहां आयीं हुई है। इसस फ़िल्म में अजय देवगन का भांजा भी है मुख्य हीरो को भूमिका में। बता दें कि यहां क़रीब 20 दिनों तक भोपाल और आसपास के क्षेत्र में फ़िल्म आज़ाद कि सूटिंग चलेगी। फिल्म अभिनेत्री के साथ सेल्फी लेने को आतुर दिखे प्रशंसक ।

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भोपाल। अंतरिक्ष में होने वाली इस खगोलीय घटना का वैज्ञानिक दृष्टि से अत्याधिक महत्व होता है लेकिन पुराणों-वेदों एवं धर्मशास्त्रों में इसे शुभ नहीं माना जाता। साल 2023 का पहला सूर्यग्रहण अगले महीने 20 अप्रैल को लगेगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। इसे ऑस्ट्रेलिया, पूर्व और दक्षिण एशिया, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका और हिंद महासागर से देखा जा सकता है।     प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य एवं वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युंजय तिवारी ने शनिवार को बताया कि जहां समूचे विश्व में खगोलीय दृष्टि से ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है, वहीं धर्म प्राण देश भर सहित अन्य देशों में धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब राहु और केतु द्वारा सूर्य या चंद्रमा का ग्रास करने का प्रयास किया जाता है तो ग्रहण लगता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में कुल 4 ग्रहण लगने वाले हैं, जिसमें से 2 सूर्यग्रहण और 2 चन्द्रग्रहण हैं।   2023 में कब-कब लगने वाला है ग्रहण ज्योतिषाचार्य डॉ. तिवारी के अनुसार, साल 2023 में कुल चार ग्रहण पड़ने हैं। इनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं। पहला ग्रहण अप्रैल के महीने में पड़ेगा। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण है। इसके बाद मई में चंद्र ग्रहण लगेगा। फिर अक्टूबर के महीने में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों लगेंगे। भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल का पहला ग्रहण 20 अप्रैल को लगेगा। दिन गुरुवार पड़ेगा, जो कि सूर्यग्रहण के रूप में लगेगा। भारत में दिखाई नहीं देने के कारण इस यहां सूतक इत्यादि मान्य नहीं होंगे। ये ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा, चूंकि मकर राशि भारत वर्ष की भी है, जिसके कारण अराजकतत्वों का हौसला बढ़ेगा। देश में आगजनी तथा हिंसा बढ़ेगी। इसके साथ ही उज्जैन एवं समूचे मध्य भारत के लिए यह ग्रहण अशुभ संकेत दे रहा है।     ग्रहण का सूतक काल उन्होंने बताया कि याज्ञवल्क्य एवं अन्य स्मृति ग्रंथों के अनुसार सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व और चंद्र ग्रहण से 09 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाता है। सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है, जिसमें किसी भी शुभ कार्य को करना वर्जित होता है। इस साल लगने वाले दोनों सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देंगे, इसलिए उनका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा ।     इन चार राशियों पर पड़ेगा विशेष प्रभाव मेष राशि- ग्रहण के दौरान सूर्य मेष राशि में ही रहेगा। इस राशि के जातकों के लिए यह समय कुछ कठिन रहेगा। करियर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। पारिवारिक शांति भंग हो सकती है। सेहत से जुड़ी कई तरह की परेशानियां देखने को मिल सकती हैं।     सिंह राशि- इस राशि का स्वामी सूर्य है। इसलिए सूर्य ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। करियर में उतार-चढ़ाव रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। प्रेम में भी आपको असफलता का सामना करना पड़ सकता है।     कन्या राशि- कन्या राशि के अष्टम भाव में सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है जिससे मानसिक तनाव और कष्ट बढ़ेगा। इस समय क्रोध करने से बचना होगा। बिना सोचे समझे कोई काम करना उल्टा पड़ सकता है। आर्थिक हानि भी हो सकती है।     मकर राशि- इस राशि के चतुर्थ भाव में सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ग्रहण आपकी माता के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। वाहन आपके खर्चे बढ़ाएगा। सड़कों पर चलने में सावधानी बरतें। बाहर खाने से परहेज करें।  

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भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 की ओर जाने वाला 49 साल पुराना भारत टॉकीज ब्रिज कभी भी गिर सकता है। ब्रिज के 28 पिलर्स पर बिछे 29 स्लैब में लगे 336 बियरिंग और इतने ही पेडस्टल खराब हो चुके हैं। 1974-75 में हुए निर्माण के बाद से अब तक ब्रिज पर 16 बार डामरीकरण हो चुका है। छह महीने पहले ब्रिज की रिपेयरिंग के लिए डामर उखाड़ा गया। एक-एक स्लैब पर 119 टन डामर था।यानी यहां से 3451 टन डामर निकाला गया। डामर निकालने की इस प्रक्रिया में बियरिंग और पेडस्टल और खराब हो गए। रिपेयरिंग के लिए 16 मार्च से दो माह के लिए ट्रैफिक बंद करना था। डायवर्जन प्लान भी जारी हो गया था। बदले हुए ट्रैफिक प्लान का तीन दिन तक ट्रायल होना था। लेकिन, अंतिम समय में इसे टाल दिया गया। ब्रिज की स्लैब को संभाले रखने वाले पिलर्स के ऊपर जो कैप लगी होती है, उन्हीं में कई जगह क्रेक दिखाई दे रहे हैं। इसी कैप पर पेडस्टल और बियरिंग के जरिए स्लैब टिके रहते हैं। ऐसे में ये क्रैक खतरनाक हो सकते हैं।पेडस्टल और स्लैब के बीच की बियरिंग कई जगहों पर गायब हो चुकी या खराब हो चुकी है। ये बियरिंग झटकों से बचाती है। जिन पेडस्टल पर बियरिंग लगी होती है, वही खराब हो चुके हैं। ऐसे में ब्रिज के स्लैब जगह से खिसक सकते हैं।

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इंदौर शहर पुरे देश में साफ़-सफाई में नंबर वन है। इस शहर को 6 बार साफ़ सफाई के लिए अवार्ड मिल चूका है। इस शहर के मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है,रणजीत हनुमान मंदिर में रविवार को मासिक स्वच्छता अभियान चलेगा। तीन घंटे 200 से ज्यादा भक्त मंदिर की सफाई करेंगे। मंदिर के  गर्भगृह से लेकर परिसर तक की सफाई की जाएगीवक्त से साथ मंदिर के स्वरुप में भी परिवर्तन आया है। मंदिर में शुरु हुए मासिक स्वच्छता अभियान की बात करें तो इस अभियान की शुरुआत 14 साल पहले 2009 में पं. दीपेश व्यास ने की। पहले मंदिर में पीछे की तरफ एक छोटी धर्मशाला हुआ करती थी। जिसकी स्थिति ठीक नहीं थी।मंदिर के कुछ ही भक्त यहां की और भगवान के गर्भगृह और मंदिर की घंटियों की सफाई करते थे। जिसके बाद वे यहीं पर ही भोजन बनाकर तैयार करते और भगवान को भोग लगाकर भोजन करते थे। मंदिर के पुजारी ने भक्तों के साथ इस विषय पर चर्चा की कि क्यों न हर महीने मंदिर की सफाई की जाए। तब से ये सिलसिला शुरु हुआ। उन्होंने सफाई की जिम्मेदारी भी मंदिर के भक्त मंडल के सदस्यों को दी।पुजारी पं. दीपेश व्यास के मुताबिक इस बीच 2013 में तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने भी इस अभियान को देखा और इसकी तारीफ की। धर्मशाला की खराब हालत को देखते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर एक अन्नक्षेत्र बने और बाबा को रोजाना भोग लगे। इसके बाद ही यहां अन्नक्षेत्र की शुरुआत हुई। आज भी मंदिर परिसर के अंदर बने अन्नक्षेत्र में बनने वाले भोजन का पहले रणजीत हनुमान को भोग अर्पित किया जाता है। इसके बाद ही अन्नक्षेत्र में आने वाले भक्त भोजन करते हैं।उन्होंने बताया कि जब भक्त मंडल के सदस्य मंदिर की खुद सफाई करने लगे तो उनका जुड़ाव भी मंदिर से बढ़ता चला गया। इसके साथ-साथ भक्तों की संख्या भी बढ़ती चली गई। इसका ये फायदा हुआ कि मंदिर में होने वाले अन्य आयोजनों में भी भक्त बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने लगे। जिससे मंदिर में होने वाले आयोजनों का स्वरुप भी बदलता चला गया।मंदिर के भक्त मंडल की बात करें तो इस भक्त मंडल में 25 हजार भक्त रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा भी यहां कई भक्त ऐसे है जो अपनी सेवाएं देते रहते हैं। फिर चाहे वह मंदिर में होने वाले भंडारे हों या फिर सफाई हो या फिर कोई अन्य आयोजन। भक्त यहां अपने सेवाएं देने में पीछे नहीं हटते हैं।  

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मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को इंदौर के महू पहुंचे। वे पुलिस की गोली से जान गंवाने वाले भेरूलाल के परिवार से मिले। कमलनाथ ने उनके घर जाकर भेरूलाल की मां और पिता से चर्चा की। दुख की घड़ी में साथ खड़े रहने की बात कही। कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्री और विधायक भी मौजूद रहे।परिजन से चर्चा में कमलनाथ ने कहा कि हमने विधानसभा में सवाल उठाया था कि पीड़ित परिवार के खिलाफ हुई एफआईआर वापस ले। जिस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एफआईआर वापस लेने की बात भी कही। परिवार से बातचीत के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ कहा- दबाव बनाने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर की है। हम पीड़ित परिवार के साथ है। हम इनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। जो सरकार ने मुआवजा दिया है, क्या उससे चार लोगों के परिवार का जीवन यापन हो जाएगा...? 22 साल के युवक की मौत हुई है, उसकी भरपाई नहीं हो सकती।पूर्व CM ने दोनों परिवारों से मुलाकात के बाद ट्विटर पर लिखा- दोनों परिवार दुख के सागर में डूबे हुए हैं। पीड़ितों के ऊपर ही एफआईआर दर्ज की गई है। उनके कष्ट को देखते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के पास केवल अब पुलिस प्रशासन और पैसा ही बचा है। कुछ महीने की बात और है। इसके बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी। तब आदिवासियों पर इस तरह के अत्याचार नहीं होंगे। कमलनाथ ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश में आदिवासी नंबर वन है। यहां वे करीब 5 से 7 मिनट परिजन से मिले। इसके बाद मंडलेश्वर के लिए रवाना हुए। मंडलेश्वर में जिस युवती की करंट लगने से मौत हुई थी, उसके परिजन से मुलाकात की। इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस पीड़ितों के साथ है।महू में चर्चा के दौरान जब मीडिया कर्मियों ने कमलनाथ से पूछा कि पुलिस कह रही है कि पुलिस की गोली से मौत नहीं हुई। तो कमलनाथ ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि पुलिस की गोली नहीं है तो क्या फिर शिवराज सिंह चौहान की गोली है।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेश वाजपेयी ने कमलनाथ के ट्वीट कर कहा- इतने कांग्रेसी यदि 100-100 रुपए भी इकठ्ठे करके देते या आप जितना खर्च अपने हवाई जहाज पर इस गरीब के घर पहुंचने के लिए किए, यदि उतनी राशि परिवार को देते तो शायद उनकी मदद हो पाती, पर नहीं सारा खर्च राजनीतिक सेंकने मात्र के लिए किया गया।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार दूसरे दिन बेमौसम बारिश का दौरा जारी रहा। शुक्रवार को प्रदेश के मालवा-निमाड़ और बुंदेलखंड के कई इलाकों में तेज बारिश और ओले गिरे। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ग्वालियर के घाटीगांव, आरोन पाटई में भी ओले गिरे हैं। नर्मदापुरम, सागर, बैतूल, रायसेन, अशोकनगर और धार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई है। मध्यप्रदेश में मार्च के महीने में मानसून जैसा माहौल बन गया है। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। उनके प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादल छा हुए हैं। साथ ही शुक्रवार को सागर, अशोकनगर और खरगोन समेत कई जिलों तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। उज्जैन, दमोह के पथरिया, देवास, रायसेन, आगर-मालवा में तेज बारिश हुई। जबलपुर और नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और गुना में बादल छाए रहे। निवाड़ी जिले में शुक्रवार शाम तेज गरज के साथ बारिश हुई। इससे खेतों में पानी भर गया। कई गांव में ओले भी गिरे।   रायसेन जिले की तहसील गैरतंगज में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, वहीं पांच लोग घायल हो गए। खराब मौसम के बीच शुक्रवार को जिले में आकाशीय बिजली गिरने से रजपुरा निवासी पप्पू (23) साहू आत्मज हरचरण साहू तथा सोडरपुर निवासी इंद्रजीत (24) आत्मज चन्द्रहारा विश्वकर्मा की मौत हो गई। इसके अलावा रजपुरा निवासी सुशील आत्मज हरचरण साहू 28 वर्ष तथा सोडरपुर निवासी अजय आत्मज धनसिंह रैकवार 22 वर्ष, दीपक आदिवासी आत्मज लीलाधर 25 वर्ष, छोटू रैकवार आत्मज गुड्डू 18 वर्ष घायल हुए हैं। वही गंभीर हालत होने पर बुद्धुलाल आत्मज भोगीलाल खंगार 45 वर्ष को रायसेन रेफर किया गया। अशोकनगर के मुंगावली में करीब एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से बरखाना गांव में इंद्रपाल यादव (30) की मौत हो गई। वह खेत से अपने घर लौट रहा था। पानी तेज होने पर पेड़ के नीचे खड़ा था। इसी दौरान पेड़ पर बिजली गिर गई। बारिश बंद होने पर लोगों ने उसे देखा और अस्पताल पहुंचाया। सागर जिले के जैसीनगर, बीना, देवरी और केसली के भी एक दर्जन से ज्यादा गांवों में करीब 20 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे हैं। बीना क्षेत्र के सेमरखेड़ी, निवोदा, रुसल्ला, बेरखेरी माफी, बिलाखना, हिन्नौद, हड़कल जैन, गिरोल, देहरी, बेथनी, पट्टी, जोध समेत कई गांवों में ओले गिरे। खरगोन जिले के बड़वाह क्षेत्र के काटकूट के ओखला, चैनपुरा और गवलनपाटी में तेज आंधी के साथ जमकर बारिश हुई। कुछ देर तक इन क्षेत्रों में चने बराबर ओले भी गिरे। शुक्रवार दोपहर को करीब 2 घंटे तक तेज बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। खेतों में कटकर रखी गेहूं की फसलों को नुकसान की खबर है। बारिश के चलते क्षेत्र की कनाड़ नदी में जलस्तर बढ़ गया है।   नर्मदापुरम के केसला ब्लॉक में आकाशीय बिजली गिरने से एक आदिवासी की मौत हो गई। झुनकर पंचायत के चनागढ़ गांव में खेत में काम कर रहे छन्नूलाल उईके (55) की मौत होने की खबर है। घटना के वक्त वह तरबूज के खेत में काम कर रहा था। घटना दोपहर 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है।   धार जिले में शुक्रवार शाम बिजली की गड़गड़ाहट व तेज आंधी के साथ बेमौसम मावठे की वर्षा ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी है। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से ग्राम पंचायत शंभूपाड़ा के मजरे बांडियाबाग निवासी 33 वर्षीय महिला मीराबाई पत्नी भरत की मौत हो गई। खेत पर दोनों पति-पत्नी काम कर रहे थे। जब वर्षा की बूंदाबांदी शुरू हुई तो दोनों घर आने लगे। पति कुछ दूर आगे निकल गया। तभी पीछे आती हुई महिला पर बिजली गिरी और उसने वहीं दम तोड़ दिया। बाद में 108 एंबुलेंस से महिला को सिविल हास्पिटल लाया गया। जहां ड्यूटी डाक्टर ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम किया। दूसरी और वर्षा से खेत खलिहान में रखी फसलें व खेतों में खड़ी फसलों में नुकसानी की संभावना जताई गई है। सब्जी मंडी में शेड के पास रखी व्यापारियों की रखी लहसुन भीग गई। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 15, रायसेन में तीन, नरसिंहपुर में एक, उज्जैन में 0.6, नर्मदापुरम में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबलपुर, भोपाल और मलाजखंड में बूंदाबांदी हुई। बेमौसम आंधी–पानी से खेतों में खड़ी व काटकर रखी फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान है। प्रदेश के मालवा- निमाड़ अंचल में शुक्रवार दिन भर मौसम खराब रहा। सुबह से ही झाबुआ, रतलाम, मंदसौर सहित कई स्थानों पर कहीं तेज तो कहीं हल्की वर्षा हुई। वहीं आलीराजपुर सहित कुछ स्थानों पर दोपहर में भी वर्षा हुई। कहीं-कहीं ओले भी गिरे। इससे खेतों में खड़ी फसलें जहां आड़ी पड़ गईं, वहीं काटकर रखी फसलें गीली हो गईं। ग्वालियर- चंबल अंचल के शिवपुरी, दतिया और ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर ओलावृष्टि हुई। कई जगहों पर लगभग 15 मिनट तक गिरे ओलों से सड़कों पर उनकी परत बिछ गई। बीते एक हफ्ते से थोड़े-थोड़े अंतराल में बिगड़ रहे मौसम ने किसानों का नुकसान बढ़ा दिया है। कृषि विज्ञानी डा. एमके भार्गव का कहना है कि इस समय ओलावृष्टि फसल के लिए काफी नुकसानदायक है। किसानों के खेतों में मसूर, धनिया सहित सरसों की फसल खड़ी या कटी पड़ी है जिसमें नुकसान का अनुमान है।

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राजगढ़। ब्यावरा नगर के प्रसिद्व धार्मिक स्थली श्री अंजनीलाल धाम मंदिर पर ट्रस्ट परिवार द्वारा चैत्र नवरात्रि महोत्सव पर तीन दिवसीय ‘मानस सम्मेलन’ का आयोजन किया जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षो से मंदिर ट्रस्ट परिवार द्वारा चैत्र नवरात्रि के बाद हनुमान जन्मोत्सव पर श्री हनुमंत व्याख्यान माला का आयोजन करने की पंरपरा शुरू कई थी, इस पंरपरा को विस्तार देते हुए अब इसे ‘मानस सम्मेलन’ में परिवर्तित किया जा रहा है साथ ही हनुमान जन्मोत्सव पर ‘सामूहिक सुंदरकाण्ड’ का आयोजन किया जाएगा। नवरात्रि में मानस सम्मेलन 24 से 26 मार्च तक आयोजित होगा, जिसमें देश के विद्वान वक्ता रात्रि 8ः30 से 10ः30 बजे तक मानस पर अपना व्याख्यान देंगे। मानस सम्मेलन में उप्र. व मप्र. के विद्वान वक्ता मानस के आदर्श पात्रों पर प्रकाश डालेंगे साथ ही मानस के कई लोकप्रिय, हृदयस्पर्शी और समाज के लिए अनुकरणीय प्रसंगों को रोचकता के साथ अपने-अपने तरीके से समझाने का प्रयास करेंगे। श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर 6 अप्रैल को सामूहिक सुंदरकांड का आयोजन किया जाएगा। इस संदर्भ में श्री अंजनीलाल मंदिर ट्रस्ट परिवार द्वारा 20 से अधिक सुंदरकांड मंडलियों की सामूहिक बैठक आयोजित कर विचार जानने का प्रयास किया गया, जिसमें मंडलियों के प्रमुखों द्वारा पूरे उत्साह और विश्वास के साथ इस आयोजन को सफल बनाने के लिए संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया। आयोजन में सुंदरकांड समितियों के 108 सदस्य सफेद कुर्ता, पायजामा अथवा, धोती को धारण कर एक नए सुर व नए अंदाज में भावपूर्ण तरीके से अखंड सुंदरकाण्ड का पाठ करेंगे। आयोजन में नगर के सभी महिला-पुरूष, बालक-बालिकाएं जो सही उच्चारण के साथ पाठ कर सकते है उनसे भी सामूहिक पाठ करने के लिये आमंत्रित किया जायेगा। ‘सामुहिक सुंदरकाण्ड’ के बाद मौजूद श्रद्वालुओं के द्वारा श्री अंजनीलाल की सामूहिक आरती की जाएगी। मंदिर ट्रस्ट परिवार के इस आयोजन में सभी सुंदरकाण्ड समितियों ने अधिकाधिक संख्या में मंदिर धाम पहुंचकर श्री हनुमान जन्मोत्सव पर एक नया धार्मिक इतिहास रचने का संकल्प लिया है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल फिर से अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा के आयोजन के लिए तैयार है। आगामी 20 से 27 मार्च तक भोपाल के बिसनखेड़ी स्थित मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में आईएसएसएफ विश्व कप शूटिंग चैम्पियनशिप का आयोजन होने जा रहा है। इसमें 33 देश के लगभग 325 शूटर और 75 से अधिक तकनीकी ऑफिशियल्स शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 21 मार्च को सुबह कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में चैम्पियनशिप का शुभारंभ करेंगे। जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने शुक्रवार को बताया कि मुख्यमंत्री चौहान विश्व कप के लिए तैयार की गई वातानुकूलित इंडोर शूटिंग रेंज का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री नाथू बरखेड़ा में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्पोर्टस कॉम्पलेक्स का भूमि-पूजन भी करेंगे। खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा विदेश से आये सभी खिलाड़ियों और ऑफिशियल्स को चंदेरी स्टोल और गोंड पेटिंग देकर सम्मानित किया जाएगा। चैम्पियनशिप के शुभांरभ पर खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, आईएसएसएफ के अध्यक्ष लूसियानो रॉसी, महासचिव विली, एनआरएआई के अध्यक्ष रणिंदर सिंह, उपाध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव तथा महासचिव कुंवर सुल्तान सिंह उपस्थित रहेंगे। देश का पहला इंडोर शूटिंग रेंज यह चैम्पियनशिप मध्यप्रदेश सरकार और भारतीय रायफल महासंघ (एनआरएआई) नई दिल्ली के तकनीकी सहयोग से हो रही है। भारत को इस विश्व कप का आयोजन आईएसएसएफ द्वारा सौंपा गया है। यह भारत में 8वाँ विश्व कप है। यह पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है जो नई दिल्ली के बाहर हो रही है। चैम्पियनशिप के लिए मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में निर्धारित मानकों के अनुसार फाइनल रेंज का निर्माण किया गया है, जिसमें रायफल और पिस्टल के सभी इवेंट के फाइनल होंगे। इनमें 10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर के फाइनल रेंज में अत्याधुनिक स्कोर बोर्ड और टारगेट स्थापित किये गये हैं। फाइनल रेंज में लगभग 375 दर्शकों की बैठक व्यवस्था है।   भारत सहित 33 देश होंगे शामिल चैम्पियनशिप में 33 देश के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनमें अज़रबेजान, बांग्लादेश, बोसनिया और हरजेगोविना, ब्राजील, चायना, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, स्पेन, फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, जर्मनी, हंगरी, इंडोनेशिया, ईरान, इजराइल, जापान, कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान, कोरिया, साउदी अरेबिया, लिथवानिया, मालदीव, मेक्सिको, रोमानिया, सिंगापुर, सर्बिया, श्रीलंका, स्विटजरलैंड, स्वीडन, चायनीज ताईपे, अमेरिका और उज़बेकिस्तान शामिल है।

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जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का एक और कारनामा सामने आया है। आरडीवीवी ने साल 2021-22 में कृषि विज्ञान का नया कोर्स प्रारंभ तो किया, लेकिन छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं की गई। साल भर छात्रों की पढ़ाई अतिथि शिक्षकों के भरोसे चलती रही। फर्स्ट ईयर का रिजल्ट आने पर पता चला कि 85% छात्र फेल हो गए हैं। इससे बीएससी ऑनर्स के छात्र नाराज हो गए। विश्वविद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। हालांकि कुलसचिव ने आश्वासन दिया है कि छात्रों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। कुलसचिव ने परीक्षा नियंत्रक को जांच के निर्देश दिए हैं।जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने कृषि विज्ञान संस्थान को आधी-अधूरी तैयारी के साथ खोल दिया। लिहाजा ना ही छात्रों को अच्छे टीचर मिले और ना ही प्रैक्टिकल लैब। इस कारण बीएससी आनर्स एग्रीकल्चर के फर्स्ट सेमेस्टर में 85 में से 70 छात्र फेल हो गए। छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी ने प्रति छात्र से एडमिशन के लिए 60 हजार रुपए लिए, लेकिन व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ नहीं दिया। कृषि विज्ञान संस्थान के पास न ढंग की बिल्डिंग है और न ही लाइब्रेरी। विश्वविद्यालय में संचालित बीएससी ऑनर्स एग्रीकल्चर के कोर्स की मान्यता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि कृषि विज्ञान कोर्स आईसीएआर व यूजीसी के अनुमति के बिना संचालित किया जा रहा है। इसे लेकर विद्यार्थी भी असमंजस में हैं। छात्रों ने बताया कि मेधावी विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति की राशि दिसंबर 2022 में विश्वविद्यालय के खाते में आ गई थी, लेकिन अभी तक कृषि के विद्यार्थियों को राशि नहीं दी गई है। ऐसे में अब पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में फॉर्म डालने पर विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन इसे अनदेखी कर रहा है।कुलसचिव दीपेश मिश्रा ने भी माना कि छात्रों के लिए व्यवस्थाएं अधूरी हैं। कुलसचिव का कहना है कि शिक्षकों की व्यवस्था करवाई जा रही है। इसके अलावा, जिन छात्रों का रिजल्ट खराब आया है, उसकी जांच के लिए परीक्षा कंट्रोलर को निर्देश दिए गए हैं।

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महू के जाम गेट से एक किलोमीटर दूर माधौपुरा गांव। खेतों के बीच 10 बाय 12 फीट की कवेलु की छत वाली झोपड़ी। पूरा गांव इकट्‌ठा है। महिलाएं फूट-फूटकर रो रही हैं। बाहर 5 से ज्यादा पुलिस की गाड़ियां खड़ी हैं। पुलिस हर आने-जाने वाले पर नजर रख रही है। यह उस भेरूलाल मदन छारेल (21) का घर है, जिसकी 15 मार्च की रात महू के पास डोंगरगांव चौकी के सामने पुलिस फायरिंग में मौत हो गई। जाने-अनजाने वह उस भीड़ का हिस्सा बन गया था जो आदिवासी युवती के कथित गैंगरेप और हत्या का विरोध करने पुलिस चौकी पर जुटी थी। चार भाइयों में सबसे बड़ा भेरूलाल घर का इकलौता कमाने वाला था। माली हालत ऐसी थी कि उसने अपना मोबाइल भी गिरवी रखा है।मां सुनीता और दादी झुमका बाई घर के कोने में बदहवास हालत में रो रही हैं। बेटे भेरूलाल के नाम का दीया जल रहा है। पास ही बड़ी टोकरी के नीचे गोबर लीप रखा है, यहीं पर दस दिन तक पूजा चलेगी। भेरूलाल के 3 छोटे भाई और सबसे छोटी बहन तुलसी है। 8 साल की बहन तुलसी को यह पता ही नहीं कि उसका भाई नहीं रहा। उसकी मासूमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह कैमरा देखकर मुस्कुरा दी। उसे रत्तीभर अहसास नहीं है कि इतने लोग क्यों उसके घर आ रहे हैं..। मां से हमने बेटे के बारे में जानने की कोशिश की तो वे सिर्फ अपना नाम बता पाईं। इसके बाद फूट--फूटकर रो पड़ीं। उनकी ननद को संभालना पड़ा।दादी भी दीये के ही पास अपने पोते की याद में आंसू बहा रही हैं। घर के सबसे बड़े पोते की मौत ने उनके कई सपने तोड़ दिए। वे बताती हैं कि माधौपुरा से पिछले साल ही वह अपने ताऊ दयाराम के घर गवली पलासिया रहने चला गया था। वह पहले जेसीबी चलाता था, अब नल फिटिंग का काम करता था। गवली पलासिया में ही रहने वाले चचेरे भाई सुनील के साथ काम पर जाता था। दादी अपने जिंदा रहते भेरूलाल की शादी देखना चाहती थी। यह उनका सबसे बड़ा पोता था। बरसों बाद घर में शहनाई गूंजने की खुशी दादी को थी और अब सिर्फ आंसू..। वे बताती हैं कि रिश्ते की बात निमाड़ में चल रही थी। वह हफ्ते, 15 दिन में गवली पलासिया से माधौपुरा पैसे और सामान देने आया करता था।  

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मध्यप्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के लिए खुशखबरी है। यहां बाघिन लैला ने चार शावकों काे जन्म दिया है। पहली बार इन चारों नए मेहमानों की तस्वीर सामने आई है। शावक अपनी मां बाघिन के साथ अठखेलियां करते नजर आए हैं। रोमांचित करने वाले इस नजारे को एक टूरिस्ट ने कैमरे में कैद किया है। STR ने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो शेयर किया है।सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई और चूरना क्षेत्र में बाघों का कुनबा बढ़ रहा है। बाघ, भालू, तेंदुआ, हिरण, बारहसिंगा, सांभर समेत अन्य वन्य प्राणियों और प्राकृतिक सुदंरता, हरे-भरे जंगल को देखने मप्र के अलावा गुजरात, राजस्थान, मुंबई समेत देशभर और विदेशी सैलानी पहुंचते हैं। गर्मी का सीजन होने से सैलानियों की संख्या में कमी आई है। शनिवार, रविवार को ज्यादा सैलानी यहां पहुंच रहे हैं।एसटीआर के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि पार्क में करीब डेढ़ महीने पहले बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है। पार्क के लिए यह खुशखबरी है। बाघिन को स्थानीय स्टाफ लैला कहता है। उन्होंने बताया कि बाघिन पहले भी शावकों को जन्म दे चुकी है। पहली बार नए शावकों की तस्वीर टूरिस्ट ने कैमरे में कैद की है सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 3 साल पहले की गणना के अनुसार 50 बाघ-बाघिन हैं। गणना के नए आंकड़े जारी होना बाकी है। संभवतः टाइगर रिजर्व में बाघ की संख्या 60 के करीब होगी।

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मध्यप्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार 20, 21 और 22 मार्च को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इस दौरान वे कोई भी काम नहीं करेंगे। वॉट्सएप ग्रुप भी नहीं देखेंगे। सरकारी गाड़ियां भी लौटाएंगे। वे प्रमोशन लिस्ट नहीं आने से नाराज हैं।बता दें कि प्रदेश में तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और नायब तहसीलदारों को तहसीलदार बनाने का मुद्दा फरवरी से ही गरमाया हुआ है। वे चाहते हैं कि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार को लेकर आदेश GAD यानी सामान्य प्रशासन विभाग ही निकाले, ताकि जिलों में उन्हें पदोन्नति उसी तहसील पर मिले, जो की गई है। इससे प्रभार के संबंध में दुविधा या दुरुपयोग नहीं होगा और अफसरों के सम्मान को ठेस भी नहीं पहुंचेगी। हालांकि, अब तक लिस्ट जारी नहीं हुई है, इसलिए उन्होंने सामूहिक अवकाश पर जाने का मन बनाया है।प्रमोशन, नायब तहसीलदारों को राजपत्रित घोषित करने और राजस्व अधिकारियों की ग्रेड-पे एवं वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांगें हैं। मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि मांगों को लेकर लंबे समय से मांग कर रहे हैं। बावजूद अब तक ये पूरी नहीं की गई है। इसलिए 15 मार्च को हुई कार्यकारिणी की मीटिंग में अब सामूहिक अवकाश पर जाने का मन बनाया है। गुरुवार को उन्होंने काली पट्‌टी बांधकर काम किया। संगठन ने निर्णय लिया है कि छुट्‌टी पर जाने के कारण वे किसी भी प्रकार के काम नहीं करेंगे। प्रशासकीय, कार्यपालिक और न्यायालयीन कार्य से विरत रहेंगे। इस दौरान डिजिटल डोंगल भी वापस ले रहे हैं। वहीं, सरकारी वाहन भी वापस किया जा रहा है। तहसीलदार और नायब तहसीलदार तीन दिन की छुट्‌टी पर जाने से कामकाज प्रभावित होंगे। इसके चलते भी चिंता बनी हुई है।मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर या तहसीलदार का प्रभार दिया भी जा रहा है, तो आदेश जीएडी ही जारी करें, न कि रेवेन्यू विभाग। ऐसा होने पर ही वे प्रभार लेंगे। पूर्व में राजस्व निरीक्षकों को कार्यवाहक नायब तहसीलदार बनाया गया था। बाद में यह प्रभार ले लिया गया। यदि जीएडी आदेश निकालता है, तो सीधे भोपाल स्तर से ही प्रक्रिया की जाएगी।बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार करीब 200 सीनियर तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर बनाने जा रही है। ये तहसीलदार पिछले 7 साल से प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं। वर्ष 1999 से 2008 के बीच के तहसीलदार इस क्राइटेरिया में आ रहे हैं। जिनकी विभागीय जांच चल रही है, वे डिप्टी कलेक्टर नहीं बन पाएंगे। इधर, कुल 173 नायब तहसीलदारों को भी तहसीलदार का प्रभार दिए जाने की प्रोसेस चल रही है। हालांकि, इसके आदेश अब तक नहीं निकल सके हैं। इसके अलावा अन्य मांगों को लेकर भी अधिकारी सामूहिक छुट्‌टी पर जा रहे हैं।

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भोपाल नगर निगम की बजट मीटिंग 21 मार्च को होगी। इसमें ऐशबाग स्टेडियम और सड़कों के नाम बदलने समेत विंड प्रोजेक्ट के प्रस्ताव रखे जाएंगे। पूर्व CM स्व. बाबूलाल गौर और ग्रुप कैप्टन शहीद वरुण सिंह के नाम पर सड़कें होंगी, जबकि ऐशबाग स्टेडियम का नाम भोपाल के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता स्व. कैलाश नारायण सारंग के नाम से करने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा। इसके अलावा नीमच में प्रस्तावित विंड प्रोजेक्ट को फिर से मीटिंग में रखने का प्लान है। हालांकि, विंड प्रोजेक्ट और एजेंडे में शहर विकास से जुड़े मुद्दों को शामिल नहीं किए जाने से कांग्रेसी पार्षद नाराज हैं। इसके चलते मीटिंग में हंगामा भी हो सकता है।बजट करीब 3200 करोड़ रुपए का होगा। मीटिंग का एजेंडा जारी होने पर विपक्ष ने कड़ा ऐतराज जताया है। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी का कहना है कि जनता से जुड़े 22 संकल्प शामिल नहीं किए गए हैं। ये बजट मीटिंग में नहीं तो कब आएंगे। बता दें कि बजट मीटिंग को लेकर पिछले एक महीने से मंथन का दौर जारी है। नगर निगम के चुनाव के बाद यह परिषद का पहला बजट रहेगा। बजट का एजेंडा जारी कर दिया गया है।नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि एजेंड में स्टेडियम और सड़कों के नाम बदलने के प्रस्ताव शामिल किए गए हैं, लेकिन जनता से जुड़े कोई भी मुद्दे नहीं है। चुनाव के दौरान महापौर और भाजपा ने पानी, सीवेज सिस्टम समेत जनता से जुड़ी समस्या और सुविधाओं को लेकर जो वादे किए थे, उनमें से कुछ भी एजेंडे में नहीं है।बजट से पहले नेता प्रतिपक्ष जकी ने महापौर मालती राय को फरवरी में लेटर भी लिखा था। जिसमें 9 बिंदुओं को बजट में शामिल करने की मांग की गई थी। नेता प्रतिपक्ष जकी का कहना है कि बजट में किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं बढ़ाया जाए।

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छतरपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के दिलानिया गांव में रात को दूल्हे की रास फिराने के दौरान लाइट का तार टूटने पर हुआ। विवाद के चलते 5 लोगों ने सुबह लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। जहां अब घायल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया। यह भी बताया गया कि इनकी पुरानी रंजिश भी चल रही थी जिससे यह विवाद और तूल पकड़ गया।घायल की पत्नी सरोज राजा ने बताया कि उसका पति भूरे ठाकुर अपनी भैंसों को लेकर खेत पर जा रहा था। तभी गांव के वीरू सिंह ठाकुर और विक्रम सिंह ठाकुर सहित कुल पांच लोगों ने लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। सरोज ने बताया कि गांव में देर रात दूल्हे की रास फिराई जा रही थी तो उनके घर का बिजली का तार टूट गया जिससे उनकी लाईट चली गई तो हल्का विवाद हो गया। और जब सुबह पति भैंसे लेकर खेत पर जा रहे थे तो उन्होंने हमला कर दिया। सरोज बताती है कि हमारी पुरानी रंजिस चल रही थी और आरोपी पहले भी उसके पति भूरे के ऊपर हमला कर चुके हैं।घटना के बाद डायल 100 को कॉल किया गया लेकिन डायल 100 नहीं पहुंची। बाद में परिजन निजी वाहन से घायल भूरे को महाराजपुर अस्पताल ले गए। वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। एंबुलेंस की मदद से घायल भूरे को जिला अस्पताल लाया गया है। मारपीट के कारण भूरे राजा के सिर में गंभीर चोट आई है। वह महाराजपुर थाना पुलिस ने 2 लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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छिंदवाडा। किसानों को अब मौसम सताने लगा है।बीती शाम शुरू हुई बारिश गुरुवार सुबह तक रिमझिम -रिमझिम होती रही। मौसम विभाग ने जिले में बिजली गिरने, गरज-चमक के साथ तेज हवा चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। इस बेमौसम बारिश से चने और गेहूं की फसल को नुकसान होने की आशंका है।   पहाड़ी क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने एक प्रति चक्रवात के कारण एक बार फिर छिंदवाड़ा का मौसम बिगड़ रहा है। नमी मिलने के चलते अगले कुछ दिनों तक जिलेभर में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि के आसार बन रहे है। इसके चलते बुधवार शाम से जिले में बारिश शुरू हो गई थी, जो गुरुवार सुबह तक चली। मौसम विभाग ने गुरुवार को चौरई,सिवनी, अमरवाड़ा, हर्रई, पांढुर्णा, बिछुआ और सौसर में हल्की बारिश की संभावना व्यक्त की है।गरज चमक के साथ बारिश, ओलावृष्टि, तेज आंधी का आरेंज अलर्ट जारी किया है।16 मार्च से एक और मजबूत सिस्टम बनेगा, जो 19 मार्च तक जिले में बारिश और ओलावृष्टि करवाएगा। जिले में 20 मार्च तक बारिश और ओलावृष्टि होने की आशंका है, इसके बाद मौसम में बदलाव नजर आएगा।

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सतना। मप्र के सतना में शराब कंपनी के मुनीम की हत्या और 22 लाख रुपये लूट में शामिल कुख्यात आरोपित आनंद सागर यादव को मार गिराया गया है। सतना पुलिस और उप्र की जौनपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गुरुवार सुबह वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बक्शा के अलीगंज के पास मुठभेड़ हुई, जिसमें वह मारा गया।   थाना बक्सा के अलीगंज इलाके में हाइवे के किनारे रेलवे लाइन के पास बदमाशों की सतना पुलिस को लोकेशन मिली, जिसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई कर इलाके की घेराबंदी की गई, लेकिन बदमाश आनंद ने घेराबंदी तोड़कर फायर करते हुए भागने के प्रयास किया। इसी दौरान जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए ले जाया गया, जहां अस्पताल में उसकी मौत हो गई। गिरोह के दुर्दांत अपराधी जेडी यादव के गिरफ्तार होने की खबर है। मुठभेड़ में मारे गए बदमाश के कब्जे से दो पिस्टल और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की गई है। बदमाश आनंद के खिलाफ जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़ में हत्या, लूट व रंगदारी के कई मुकदमे दर्ज हैं।   जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डा. अजयपाल शर्मा के अनुसार 10 दिन पूर्व मध्य प्रदेश के सतना जिले में सुभाष यादव गिरोह ने एक शराब कंपनी के मुनीम की हत्या कर 22 लाख की लूट की थी। मध्य प्रदेश पुलिस ने उस पर इनाम घोषित किया था। तभी से दोनों प्रांतों की पुलिस गिरोह की तलाश में सरगर्मी से जुटी थी। इस गिरोह ने जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, सतना आदि जिलों में कई आपराधिक घटनाएं की हैं। मुठभेड़ में मारे गए जौनपुर के केराकत क्षेत्र के उसरापुर पचवारा निवासी आनंद सागर यादव का आपराधिक रिकार्ड जुटाया जा रहा है।

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भोपाल में रहने वाली तलाकशुदा महिला के साथ हरियाणा के युवक ने रेप किया। आरोपी ने उसे शादी का झांसा देकर भोपाल के होटल में संबंध बनाए। बाद में शादी से मुकर गया। दोनों की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। आरोपी की अब दूसरी लड़की से शादी होनी वाली है।महिला थाना प्रभारी अंजना धुर्वे ने बताया कि निशातपुरा इलाके की 30 वर्षीय महिला सिलाई-कढ़ाई का काम करती है। पति से तलाक के बाद वह अब अलग रह रही है। महिला ने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया पर हरियाणा के रहने वाले जोगिंदर योगी उर्फ जोगी से दोस्ती हुई थी। दोनों ने मोबाइल नंबर एक्सचेंज कर लिए। बाद में दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चलने लगा।21 जून 2021 को जोगिंदर उससे मिलने भोपाल आया। उसने पीपुल्स माॅल के पास राजहंस होटल में मिलने के लिए बुलाया। होटल पहुंचने पर आरोपी ने उसके साथ रेप किया। महिला ने जब विरोध किया तो आरोपी ने उससे जल्द शादी करने के लिए कहा। ऐसे में महिला चुप रही।इसके बाद उसने कई बार भोपाल आकर महिला से संबंध बनाए। हाल ही में महिला ने उस पर शादी का दबाव बनाया। इस पर आरोपी ने उसका फोन रिसीव करना बंद कर दिया। हाल ही में उसने महिला को फोन कर बताया कि उसके परिवार ने दूसरी लड़की से शादी तय कर दी है। वह शादी से मुकर गया।थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के बारे में अधिक जानकारी महिला को भी नहीं है। उसने महिला से खुद को बिजनेसमैन बताया था। हालांकि, वह वर्तमान में कुछ नहीं करता। आवारा प्रवृत्ति का है।

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बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बंगले ‘मन्नत’ की सिक्योरिटी एजेंसी उज्जैन के महाकाल मंदिर की सुरक्षा करेगी। सिक्योरिटी एजेंसी ‘क्रिस्टल’ को 20 करोड़ में दो साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। कंपनी 1 अप्रैल से काम शुरू कर देगी। यहां कंपनी के 500 कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहेंगे।मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि पिछले कई दिनों से इस ठेके को लेकर जद्दोजहद चल रही थी। इससे पहले मंदिर की सुरक्षा केएसएस कंपनी के जिम्मे थी। कई दिनों के मंथन के बाद मंदिर की सुरक्षा के लिए क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया। कंपनी का मुख्यालय महाराष्ट्र में है।मंदिर प्रशासक ने बताया कि 2 साल के लिए टेंडर दिए जाते हैं। सुरक्षा के लिए करीब दो महीने पहले निविदाएं बुलाई थीं। मंदिर की सुरक्षा के लिए 9 कंपनियों की निविदाएं मिली थीं। इनमें से सात कंपनियों को तकनीकी में 100-100 अंक मिले, जबकि पायोनियर को 90 और आरएस सिक्योरिटीज को 95 अंक मिले थे। सभी 9 कंपनियों को वित्तीय निविदा की पात्रता मिल गई, जबकि एंजिल, बालाजी, सीआईएस, फर्स्टमैन, रक्षा व सिंह इंटेलीजेंस समेत क्रिस्टल इंटीग्रेटेड को 100-100 अंक मिले थे।शर्त थी कि अगर स्कोर बराबर रहा, तो पिछले तीन साल में जिस कंपनी का टर्न ओवर सबसे ज्यादा होगा, उसे मंदिर की सुरक्षा का टेंडर दिया जाएगा। क्रिस्टल कंपनी का टर्न ओवर सबसे ज्यादा 475 करोड़ था। इसी आधार पर उसे ठेका दे दिया गया।कंपनी जल्द ही 500 लोगों को मंदिर की सुरक्षा के लिए उतारेगी। हालांकि वर्तमान में भी 500 कर्मचारी सुरक्षा में लगे हैं। कंपनी 1 अप्रैल से काम संभालेगी। अभी ये तय नहीं हुआ है कि सुरक्षाकर्मियों की नए सिरे से भर्ती होगी या केएसएस के कुछ कर्मचारी इधर से उधर होंगे।मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि एल-1 यानी फर्स्ट लोअर के रूप में महाराष्ट्र की ‘क्रिस्टल’ कंपनी का नाम सामने आया है। कंपनी के पास मध्यप्रदेश का पसारा लायसेंस नहीं है। एक महीने की अवधि लाइसेंस लेने के लिए दी गई है। एक अप्रैल से मंदिर की सुरक्षा नई कंपनी के हाथों में होगीनिजी सुरक्षा एजेंसियां ​​अधिनियम, 2005 देश में निजी सुरक्षा एजेंसी के कारोबार के सभी पहलुओं को नियंत्रित करता है। पीएसएआरए 2005 के तहत, यदि कोई व्यक्ति जो सुरक्षा एजेंसी का कारोबार करना चाहता है, उसे भारत में लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता है।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आने वाले पांच दिन के अंदर बारिश के दो सिस्टम बन रहे हैं। एक सिस्टम मंगलवार से एक्टिव हो गया है, जिसके चलते सागर, छिंदवाड़ा और सिवनी में बारिश हुई तथा इंदौर, भोपाल में बादल छा गए। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 16 मार्च से एक और मजबूत सिस्टम बनेगा। इससे 19 मार्च तक न सिर्फ प्रदेश भीगेगा, बल्कि ओले गिरेंगे और तेज आंधी भी चलेगी। मंगलवार को पहले सिस्टम के एक्टिव होते ही प्रदेश के आधे जिलों में मौसम बदल गया। कई जगह बादल छा गए और ठंडी हवाएं चलने लगीं। मौसम का ऐसा ही मिजाज बुधवार को भी रहेगा। भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, छिंदवाड़ा और सिवनी में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल के अशोका गार्डन और दूसरे इलाकों में बुधवार सुबह 6.30 बजे हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे का कहना है कि उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है, जो काफी मजबूत है। इसी के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससे प्रदेश में बादल छाए हैं, जो 15 मार्च को भी रहेंगे। रीवा, इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर में बारिश हो सकती है और आंधी चलने की संभावना भी है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही हैं। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में 19 मार्च तक बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर रहेगा।

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जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को बरही नगर परिषद के सहायक राजस्व निरीक्षण अक्षय जोशी को 12 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। सहायक राजस्व निरीक्षक ने एक हितग्राही का नाम पीएम आवास योजना में जोड़ने के बदले में 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। पहली किस्त 12 हजार रुपए लेते लोकायुक्त की टीम ने उसे पकड़ लिया है।लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि बरही के छिंदिया टोला निवासी भीम प्रसाद कचेर कि पत्नी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना था। भीम प्रसााद अपनी पत्नी का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में जुड़वाने के लिए नगर परिषद बरही गया। जहां पर नाम जोड़ने के बदले में बरही नगर परिषद में पदस्थ सहायक राजस्व निरीक्षक अक्षय जोशी ने 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। रिश्वत की मांग किए जाने की शिकायत भीम प्रसाद कचेर ने लोकायुक्त से की थी। जिसके बाद सहायक राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई गई। योजना के अनुसार बुधवार को बरही नगर परिषद में शिकायतकर्ता भीम प्रसाद कचेर से जैसे ही सहायक राजस्व निरीक्षक ने रिश्वत की पहली किस्त 12 हजार रुपए लिए, तभी लोकायुक्त की टीम ने दबिश दी। दबिश के दौरान सहायक राजस्व निरीक्षक से रिश्वत के 12 हजार रुपए जब्त किए गए हैं। सहायक राजस्व निरीक्षक को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जा रही है।

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भोपाल/सागर । अपनी मांगों को लेकर महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक संयुक्त मोर्चा बुधवार से सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर रहेगा। इसके चलते उन्होंने अपने विभागीय लागइन आईडी एवं पासवर्ड समर्पित कर दिए हैं। संघ के पदाकारियों का कहना है कि लंबित मांगों का समुचित हल ना मिलने तक वे सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक संघ पिछले 30 वर्षों से अपनी लंबित मांगों को लेकर संघर्षरत है। प्रमुख मांगें वेतन विसंगति, ग्रेड पे, टाइम स्केल पदोन्नति, संविदा पर्यवेक्षकों का नियमितीकरण, बीडब्ल्यू के पद से प्रभारी शब्द हटाकर परियोजना अधिकारी पद पर मर्ज करना आदि शामिल हैं। इसको लेकर अनेक बार ज्ञापन दिए गए लेकिन शासन स्तर से लगातार उपेक्षा की जा रही है। इसका समाधान नहीं निकल रहा है। इसी के चलते हमने 15 से सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया। इस अवसर पर सभी परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक ने लागइन आईडी एवं पासवर्ड वरिष्ठ कार्यालय को समर्पित कर दिए। उल्लेखनीय है कि इस हड़ताल से लाडली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पोषण ट्रैकर, लोक सेवा केंद्र, विभागीय एमआईएस समेत अनेक रोजमर्रा के कार्य प्रभावित होंगे।

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सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में डायलिसिस की सात नई मशीनें खरीदी गई हैं। इसके साथ अब यहां मशीनों की संख्या 14 हो गई है। फिलहाल इन्हें इंस्टॉल करने का काम चल रहा है। कुछ ही दिनों में यह काम करने लगेंगी। यह एमवायएच से बड़ी डायलिसिस यूनिट होगी। एमवाय में आठ डायलिसिस मशीनें हैं।अभी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में सात मशीनों में से एक का इस्तेमाल संक्रामक बीमारी से ग्रसित मरीज के डायलिसिस के लिए किया जाता है। कई बार मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर मना करना पड़ता है। सुपर स्पेशिएलिटी के अधीक्षक डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि अभी एक दिन में औसतन 25 मरीजों का डायलिसिस हो पाता है। मशीनों की संख्या बढ़ने से हम 50 से ज्यादा मरीजों का रोजाना डायलिसिस कर पाएंगे।अस्पताल में किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. ईशा अरोरा तिवारी ने बताया कि किडनी ऐसा अंग है, जिसमें अगर खराबी आ रही है तो 50 फीसदी खराबी होने तक लक्षण सामने नहीं आते हैं। शोध में पाया गया है कि 12 से 16 प्रतिशत मरीजों में से सिर्फ एक या दो प्रतिशत लोगों में ही लक्षण सामने आते हैं और वे इलाज करवाते हैं। यानी 10 से 14 प्रतिशत लोगों को बीमारी की प्रारंभिक स्थिति के बारे में पता ही नहीं होता है, इसलिए जरूरी है कि समय रहते लक्षणों को पहचाना जाए, ताकि बीमारी को प्रारंभिक स्थिति में पकड़ लिया जाए। ज्यादातर लोगों का मानना है कि मोटापे से सिर्फ हार्ट संबंधी बीमारियां होने का खतरा रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है।इससे किडनी की रक्त को फिल्टर करने की क्षमता भी प्रभावित होती है। मोटापे के कारण यह क्षमता कम होने लगती है। व्यक्ति को क्रोनिक डिसीज हो सकती है। दर्द निवारक गोलियों का अधिक सेवन करने पर भी किडनी संबंधी परेशानी का डर रहता है। मूत्र ज्यादा या कम आना, जलन होना, लालपन या झाग, चेहरे या हाथ-पैर में सूजन, कम उम्र में बीपी, बढ़ा हुआ क्रिएटिनिन या अनियंत्रित मधुमेह हो तो सतर्क हो जाएं। आमतौर पर देखा गया है कि लंबे समय तक यूरिन को रोक कर रखना और कम पानी पीने वाले लोगों में किडनी संबंधी समस्याएं देखी गई हैं। डिहाइड्रेशन से यूरिन इन्फेक्शन की रिस्क भी बढ़ जाती है।

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सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को भोपाल गैस पीड़ितों के लिए यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन और उसकी सहायक फर्माें से अतिरिक्त मुआवजा दिलाने की केंद्र सरकार की याचिका को खारिज कर दिया। केंद्र ने 2010 में क्यूरेटिव पिटीशन के जरिए डाउ कैमिकल्स से 7800 करोड़ का अतिरिक्त मुआवजा दिलाने की अपील की थी।सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, 1984 में 2-3 दिसंबर की रात को हुए इस हादसे में 3700 लोग मारे गए थे। केंद्र सरकार ने इस राशि की मांग यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन को खरीदने वाली फर्म ​​​​​​डाउ केमिकल्स से की थी। गैस कांड के बाद यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन ने पीड़ितों को 470 मिलियन डॉलर (715 करोड़ रुपए) का मुआवजा दिया था।केंद्र सरकार की क्यूरेटिव पिटीशन पर 12 जनवरी 2023 को SC ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। सरकार ने पक्ष रखते हुए कहा था- पीड़ितों को अधर में नहीं छोड़ सकते।सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस ओक, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच ने कहा कि केस दोबारा खोलने पर पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ेंगी।सुप्रीम कोर्ट ने यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन पर और ज्यादा मुआवजे का बोझ नहीं डाला जा सकता। पीड़ितों को नुकसान की तुलना में करीब 6 गुना ज्यादा मुआवजा दिया जा चुका है।गैस पीड़ित पेंशनभोगी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बालकृष्ण नामदेव ने बताया था कि 1997 में मृत्यु के दावों के रजिस्ट्रेशन को रोकने के बाद सरकार सुप्रीम कोर्ट को बता रही है कि आपदा से केवल 5,295 लोग मारे गए। आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि 1997 के बाद से आपदा के कारण होने वाली बीमारियों से हजारों लोग मरते रहे हैं। मौतों का असली आंकड़ा 25 हजार से ज्यादा है।भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा के मुताबिक, यूनियन कर्बाइड को इसकी जानकारी थी कि गैस रिसाव की वजह से स्थायी नुकसान होगा। सरकार से भी यह बात छुपाई गई थी।  

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भोपाल। बारिश, आंधी और ओले का सिस्टम मध्यप्रदेश के आधे से अधिक हिस्से में आज यानी कि मंगलवार से फिर एक्टिव हो रहा है। इसके चलते मौसम विभाग ने मंगलवार को लगभग आधे मध्यप्रदेश में बारिश-तेज आंधी के साथ ओले भी गिरने की आशंका जताई है। नए सिस्टम के प्रभाव से भोपाल-ग्वालियर समेत प्रदेश के 29 जिलों में मौसम का मिजाज बदला रहेगा। 18 मार्च तक मौसम ऐसा ही रहने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है।   उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश और आंधी के साथ ओले भी गिरे थे। आज से फिर वैसा ही एक नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। मौसम वैज्ञानिक ममता यादव का कहना है कि पश्चिमी मध्यप्रदेश से बारिश का सिस्टम एक्टिव हो गया है। अरब सागर से आने वाली हवाओं के चलते दक्षिण मध्यप्रदेश के जिलें में बारिश होगी। प्रदेश के कई अन्य हिस्सों में भी इसका असर रहेगा। यह सिस्टम 18 मार्च तक एक्टिव रहेगा। उन्होंने बताया कि 14 से 18 मार्च के बीच प्रदेश में तेज आंधी चलेगी और ओले गिरने की संभावना भी बनी रहेगी। बिजली चमकने और गिरने के मामले भी सामने आएंगे।   आज इन जिलों में हो सकती है बारिश मौसम विभाग के अनुसार भोपाल, रायसेन, गुना, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, सीहोर, अलीराजपुर, बड़वानी और बुरहानपुर में बारिश हो सकती है। यहां बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, छिंदवाड़ा, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भी मंगलवार शाम तक तेज आंधी, गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं, बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, छिंदवाड़ा और सिवनी में बारिश हो सकती है।

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की संविधान बेंच ने भोपाल गैस पीड़ितों को 7844 करोड़ रुपये अतिरिक्त मुआवजा दिलवाने की केंद्र की क्यूरेटिव याचिका खारिज कर दी है। जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि 1989 में सरकार और कंपनी में मुआवजे पर समझौता हुआ। अब फिर मुआवजे का आदेश नहीं दे सकते।   सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि मुआवजा काफी था। अगर सरकार को ज्यादा मुआवजा जरूरी लगता है, तो खुद देना चाहिए था। कोर्ट ने 12 जनवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि वो 1989 में हुए समझौते के अलावा भोपाल गैस पीड़ितों को एक भी पैसा नहीं देगा।   कोर्ट ने केंद्र पर सवाल उठाते हुए कहा था कि त्रासदी की भयावहता पर किसी को कोई संदेह नहीं है। त्रासदी के बाद जो मुआवजे का भुगतान किया गया है, उस पर कुछ सवालिया निशान जरूर है। सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से अटार्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने कहा था कि इस तरह की भयावहता की कल्पना नहीं की जा सकती है। मानवीय दुर्घटना में परंपरागत सिद्धांतों से परे हटकर विचार किया जाना चाहिए। तब कोर्ट ने कहा था कि जब इस बात का आकलन किया गया तो इस तरह का आकलन करने के लिए आखिर कौन जिम्मेदार था।   जस्टिस कौल ने कहा कि कल भी हमने पूछा था कि जब केंद्र सरकार ने फैसले को लेकर पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं की है तो वह क्यूरेटिव पिटीशन कैसे दाखिल कर सकते हैं। कोर्ट ने कहा था कि शायद इस मामले को तकनीकी रूप से न देखा जाए, लेकिन हर एक विवाद का कहीं तो अंत होना ही चाहिए। जस्टिस कौल ने कहा कि इस मामले में 19 साल पहले समझौता हुआ था। उस पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की जा सकती थी, लेकिन सरकार द्वारा कोई पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं की जाती है। अब केंद्र सरकार इस मामले पर क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल करती है। घटना के तीन दशक बीत जाने के बाद केंद्र द्वारा क्यूरेटिव क्षेत्राधिकार का प्रयोग कैसे हो सकता है।     यूनियन कार्बाइड फैक्टरी से 2 और 3 दिसंबर 1984 की मध्यरात्रि को जहरीली गैस का रिसाव हुआ था, जिसमें तीन हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई और एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। 1989 में हुए समझौते के समय 715 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया था। केंद्र सरकार ने 2010 में अतिरिक्त मुआवजे की मांग करते हुए क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की थी।     भोपाल की अदालत ने 7 जून, 2010 को यूनियन कार्बाइड के सात अधिकारियों को दो साल की सजा सुनाई थी। इस मामले में यूनियन कार्बाइड के तत्कालीन चेयरमैन वारेन एंडरसन मुख्य आरोपित था। इस मामले की सुनवाई करने वाली संविधान बेंच में जस्टिस संजय किशन कौल के अलावा जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके माहेश्वरी शामिल हैं।

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भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पांच अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इनमें तीन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) सहित स्मार्ट सिटी जबलपुर के सीईओ को भी बदला गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सोमवार देर शाम आदेश जारी किया गया।     जारी आदेश के अनुसार छिंदवाड़ा जिला पंचायत सीईओ हरेन्द्र नारायण को अपर कलेक्टर भोपाल पदस्थ किया है। उनके स्थान पर सिवनी जिला पंचायत सीईओ पार्थ जैसवाल को छिंदवाड़ा जिला पंचायत सीईओ पदस्थ किया है। वहीं, स्मार्ट सिटी जबलपुर की सीईओ निधि सिंह राजपूत को जिला पंचायत सिवनी और चंद्रप्रताप गोहल को अपर आयुक्त नगर निगम भोपाल को स्मार्ट सिटी जबलपुर में सीईओ बनाया गया है। वहीं, भोपाल के अपर कलेक्टर संदीप केरकेट्टा नगर निगम भोपाल में अपर आयुक्त पदस्थ किया है।

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ग्वालियर। सूरज की बढ़ती तपन से मौसम फिर से गर्म होने लगा है। सोमवार को आंशिक बादल छाए रहने के बाद भी दिन का तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे पहले 20 फरवरी को तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है जिससे दिन के तापमान में गिरावट होगी जबकि रात का तापमान बढ़ सकता है। सोमवार को सुबह से ही आसमान में बिखरे-बिखरे बादल छाए रहे लेकिन बादलों का सूरज की चमक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। दिन भर तेज धूप खिली रही। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो सोमवार-मंगलवार की रात में हिमालय में प्रवेश कर सकता है। इसके प्रभाव से दक्षिणी पाकिस्तान में पे्ररित चक्रवात भी बना हुआ है। चूंकि यह दोनों मौसम प्रणालियां कमजोर हैं इसलिए ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश की संभावना कम है लेकिन कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। उन्होंने बताया कि इसी पश्चिमी विक्षोभ के पीछे एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। इसके चलते अंचल में 18 मार्च तक बादलों की आवा-जाही बनी रह सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा सोमवार को अधिकतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 0.9 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 15.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है।

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अशोकनगर। जिले के प्रसिद्ध करीला मेले का सोमवार को समापन हुआ। मन्नतें और मान्ययताओं के लिए प्रसिद्ध करीला में मां जानकी मंदिर करीला धाम में तीन दिवसीय मेला का समापन हुआ। इस बार करीला में मुख्य बात ये देखने में आई कि जहां मेले में लाखों का सैलाब तो उमड़ा पर प्रति वर्ष की अपेक्षा इस बार जहां श्रद्धालुओं का कम आना दिखाई वहीं इस बार मध्यप्रदेश में चुनावी वर्ष होने के बावजूद भी यहां कोई बढ़ा व्हीईपी मनोकामना लेकर पहुंचता नहीं दिखा।   गौरतलब हो कि करीला स्थित मां जानकी के दरबार में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज भी समय-समय पर आते रहे हैं, तथा उनकी पत्नि साधाना सिंह भी रंगपंचमी के अवसर पर मनोकामना लेकर ध्वज चढ़ाने आती रहीं हैं। तथा प्रदेश सरकार के मंत्री गोपाल भार्गव आदि मंत्री भी करीला आते रहे हैं। खास तौर पर चुनावी वर्ष नेताओं का यहां आना बखूबी देखा गया है। पर इस बार प्रदेश में चुनावी साल होने के बावजूद करीला में नेताओं का न आना समझ से परे देखा जा रहा है।   इस दौरान मेला परिसर की व्यवस्थायें जहां पुख्ता रहीं। रंग पंचमी के अवसर पर तीन दिवसीय मेले में मुख्य रूप से मंदिर में मां जानकी के दरबार में लोगों ने मत्था टेककर आर्शीवाद लिया तथा दर्शन लाभ लिए। यहां जानकी के दरबार में आकर लाखों श्रद्धालुओं ने माता जानकी मैया के जयकारों के साथ रैलिंग में कतारबद्ध होकर दर्शन किए तथा मन्नतें मॉगी। मन्नतें प्राप्त हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर के बाहर राई एवं बधाई नृत्य करवाया।

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सुपर कॉरिडोर के 2 सेक्टर में 4 बगीचे एक पहचान कायम करेंगे। इन बगीचों में पौधे नहीं रोपे जाएंगे, बल्कि यहां पर 10-15 साल या उससे भी पुराने पेड़ों को लाकर लगाया जाएगा। खजराना, भंवरकुआं, फूटी कोठी और लवकुश चौराहा पर बनने वाले फ्लायओवर के कारण कटने वाले 4000 से ज्यादा पेड़ों को यहां ट्रांसप्लांट किया जाना है। फूटी कोठी चौराहा के कुछ पेड़ों को रिंग रोड के सर्विस रोड और ग्रीन बेल्ट में ट्रांसप्लांट किया जाएगा।भंवरकुआं ब्रिज के लिए करीब 700, खजराना के लिए करीब 1300, फूटी कोठी के लिए लगभग 2000 और लवकुश चौराहा पर 200 पेड़ ब्रिज निर्माण में बाधक हैं। आईडीए चेयरमैन जयपाल सिंह चावड़ा के मुताबिक सुपर कॉरिडोर के सी सेक्टर के बगीचे में इससे पहले 20 पेड़ों को शिफ्ट किया गया था। यहां देखभाल के लिए माली रखा गया है। ट्रांसप्लांट के बाद सारे पेड़ों ने वापस जड़ें पकड़ ली हैं।ब्रिज और रोड निर्माण के कॉन्ट्रैक्ट में ही यह शर्त अनिवार्य है कि एक भी पेड़ को काटा नहीं जाएगा। कॉन्ट्रैक्टर पेड़ों को ट्रांसप्लांट कराने की व्यवस्था करेगा। उधर, भंवरकुआं पर बनने वाले ब्रिज के लिए भी चौराहा से होलकर साइंस कॉलेज तक 200 पेड़ काट दिए हैं।खजराना पर कॉन्ट्रैक्टर ने जल्दबाजी में 400 से अधिक पेड़ों को ट्रांसप्लांट कराने के लिए अभी से आधा से ज्यादा काट दिया है। जब तक यह 400 पेड़ शिफ्ट नहीं होंगे, तब तक नए पेड़ की छंटाई नहीं की जाएगी। जो पेड़ काटे हैं, उन्हें सी और डी सेक्टर में शिफ्ट करेंगे।

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इंदौर में लव जिहाद का केस सामने आया है। टीकमगढ़ से पढ़ने इंदौर आई स्टूडेंट ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को उसने बताया कि एक कॉमन फ्रेंड के जरिए दो साल पहले दोस्ती हुई थी। फिर उसने उज्जैन ले जाकर मेरे साथ रेप किया। अजमेर भी ले गया, उसने मेरा धर्म भी परिवर्तन कराने की कोशिश की। मेरी जमा पूंजी भी ले ली और मेरे परिवार को भी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उनसे भी पैसे ले लिए।छात्रा की शिकायत पर तिलकनगर पुलिस ने रेप, ब्लैकमेंलिग और लव जिहाद की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। आरोपी का नाम शादाब उर्फ कबीर पुत्र आजाद खान निवासी खिजराबाद कॉलोनी, खजराना है। पुलिस के मुताबिक आरोपी की तलाश की जा रही है।पीड़िता ने बताया कि वह 2016 में अपने भाई के पास इंदौर पढ़ाई के लिये आई थी। इस दौरान विजय नगर इलाके में दोनों किराए से घर लेकर रहने लगे। पढ़ाई के बाद वह नौकरी के सिलसिले में 27 जून 2021 को अपने दोस्त सौरभ से मिलने विजय नगर के चिलआउट कैफे पर गई थी। यहां सौरभ के साथ उसकी गर्लफ्रेंड शिवानी भी मौजूद थी। शिवानी ने इस दौरान उसे कबीर से मिलवाया।दोनों में बातचीत हुई एक-दूसरे के मोबाइल नंबर भी शेयर कर लिए। इसके बाद शादाब ने कबीर नाम से ही छात्रा से मोबाइल पर बातचीत शुरू कर दी। शादाब उर्फ कबीर ने एक दिन बातों में छात्रा को बताया कि उसे कैंसर है। जिसे लेकर वह भावानात्मक रूप से उसकी ओर आकर्षित हुई। युवती ने बताया कि सिंतबर 2021 में उसे शादाब ने कहा कि बर्थडे को लेकर सरप्राइज गिफ्ट देना चाहता हूं। यह कहकर वह छात्रा को उज्जैन की रुद्राक्ष होटल ले गया। यहां उसका एक दोस्त पहले से मौजूद था। उसका नाम फैजल खान था पर शादाब ने बिट्‌टू नाम बताकर मिलवाया। हमारे जाने से पहले ही होटल के एक रूम को डेकोरेट किया गया था। इस कमरे में ले जाने के बाद केक काटा और मुझे कोल्ड ड्रिंक पिलाई।अक्टूबर 2021 में शादाब उसे कार से टीकमगढ़ लेकर गया। यहां होटल व्यू में रूका। उसने मां ओर भाई को बात करने बुलाया। उन्हें बताया कि तुम्हारी लड़की के कई वीडियो और फोटो उसके पास हैं। जिसे वायरल कर रुपए कमा सकता है। इसके बदले मां और भाई से शादी के लिये जमा करीब 15 लाख रुपए भी ले लिए। यहां से शादाब उसे कार से ही अजमेर ले गया। यहां जब वह दरगाह पहुंचे तो कलमा पढ़ने के लिये दे दिया। जबरदस्ती कलमा पढ़ाने के बाद पीड़िता से कहा कि आज से तुम्हारा नाम जाहिदा हो गया है। यहां जाकर छात्रा को पता चला कि कबीर का असली नाम शादाब खान उर्फ बेग है। पीड़िता ने बताया कि इस दौरान मां से संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस अफसरों से मदद मांगी ओर मामले में केस दर्ज कराया। इसके बाद मुझे रिंग पहना दी और कहा कि अब हमारी शादी पक्की हो गई है। यहां एक कैमरामेन भी था। उसने हमारे फोटो ले लिए। इसके बाद मैं बेसुध हो गई। जब मुझे होश आया तो मेरे शरीर पर कपड़े नहीं थे। और शादाब सामने कुर्सी पर बैठा था। उसने बताया कि उसने मेरा रेप किया है और फोटो-वीडियो भी बना लिए हैं।इसके बाद शादाब ने विजय नगर से मेरा रूम खाली करवा दिया। मुझे जबरदस्ती बख्तावर राम नगर में फ्लैट दिला दिया। यहां उसने मेरे साथ साथ कई बार संबंध बनाए। तब तक मेरी सगाई भी हो चुकी थी। शादाब ने मुझे धमकी देकर कहा कि वीडियो वायरल कर देगा। उसने मेरी सगाई भी तुड़वा दी।मेरे पास सेंविग के लिए रखे 12 लाख रुपए भी हड़प लिये। और पैसे की मांग की बात पर वह मारपीट करने लगा, धमकियां देने लगा। उसका जब मन होता तब फ्लैट पर आता और रेप करता। जान से मारने की धमकी भी देता था। छात्रा ने बताया कि शादाब उसे महाबलेश्वर, भोपाल, मांडव और ग्रांड माचल ले गया। यहां उसके साथ होटलों में रेप किया।इस दौरान वह दो बार प्रेंग्नेट भी हो गई। तब शादाब ने गर्भपात करा दिया। पीड़िता ने बताया कि शादाब ने उसका पुश्तैनी घर भी बिकवा दिया। अब तक वह करीब 55 लाख रुपए हड़प चुका है।

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देश में संसद सत्र चल रहा है, विपक्ष और पक्ष एक दूसरे को कई मुद्दों पर घेर रहे हैं संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार को शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। संसद के दोनों सदनों में राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान को लेकर भाजपा ने माफी की मांग की। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- सरकार अडानी मुद्दे पर जांच से भाग रही। हमारी बात नहीं सुनी जाती। हम विक्रम बेताल की तरह पीछा नहीं छोड़ेगे।विपक्ष के नेता अडानी मुद्दे पर बेल में आ गए और JPC की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। हंगामे को देखते हुए दोनों सदनों को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया। दो बजे बाद भी हंगामा जारी रहा। इस पर दोनों सदनों की कार्रवाई मंगलवार तक स्थगित कर दी गई।बता दें कि इस महीने की शुरुआत में राहुल गांधी लंदन दौरे पर थे। यहां उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में कहा था कि संसद में माइक बंद कर दिए जाते हैं। विपक्ष अपनी आवाज नहीं रख सकता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का कोई नेता किसी भी यूनिवर्सिटी में बोल नहीं सकता है। भारत में लोकतंत्र पर सीधा प्रहार हो रहा है।लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में राहुल गांधी से माफी की मांग की गई। लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने लंदन में भारत का अपमान किया है। मैं मांग करता हूं कि उनके बयानों की इस सदन के सभी सदस्यों को निंदा करनी चाहिए। उन्हें सदन के सामने माफी मांगने के लिए कहा जाए।वहीं राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि राहुल ने देश की गरिमा को गिराया है। वह सदन में आकर माफी मांगे। सरकार के एक और मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर देशद्रोह का केस चलाने तक की मांग कर दी।इधर, सत्ता पक्ष के बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पलटवार किया है। खड़गे ने कहा- भाजपा के नेता खुद लोकतंत्र को कुचल रहे हैं और हर एजेंसी का गलत उपयोग कर रहे हैं। वे देश को एक तानाशाही की तरह चला रहे हैं और फिर ये लोग लोकतंत्र और देशभक्ति की बात करते हैं।हम अडानी शेयरों के मुद्दे पर JPC के गठन की मांग कर रहे हैं। जब हम इस मुद्दे को उठाते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है और सदन में हंगामा शुरू हो जाता है। इसके लिए आज भी हम JPC की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी के बयान को सत्ता पक्ष के लोग अपने हिसाब से तोड़ मरोड़कर पेश कर रहे हैं।खड़गे ने सदन के अंदर उन्हें न बोलने देने का आरोप लगाते हुए कहा, 'अडानी के मुद्दे पर हम JPC बिठाने की मांग कर रहे हैं। मुझे 2 मिनट भी नहीं बोलने दिया गया। पीयूष गोयल को बोलने के लिए 10 मिनट दिया गया। हमारा माइक भी बंद कर दिया गया और हंगामा किया गया। हम विक्रम बेताल की तरह इसके पीछे पड़े रहेंगे।  

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एक हसते खेलते इंसान का अचानक दुनियां से चले जाना उसके परिवार के लिए सबसे दुखद घटना होती है।महाकालेश्वर मंदिर के सहायक पुजारी के बेटे की रंगपंचमी की गेर में तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। मयंक नाम के इस नाबालिग ने रंगपंचमी पर भगवान महाकाल के ध्वज चल समारोह में कलाबाजी भी दिखाई थी। गेर के दौरान सभा मंडप में तलवार घुमाने का उसका वीडियो भी सामने आया है। गेर के दौरान ही उसकी तबीयत बिगड़ी थी। रात करीब 10 बजे वह घर जाकर सोया तो सुबह नहीं उठा। साइलेंट अटैक से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है। डॉक्टर्स का मानना है कि तेज आवाज से बज रहा बैंड भी अटैक का कारण हो सकता है। महाकाल मंदिर के सहायक पुजारी मंगेश गुरु का 17 साल का बेटा मयंक कलाबाजी दिखाता था। रविवार को रंगपचंमी के अवसर पर भगवान महाकाल के ध्वज चल समारोह की तैयारी शाम से ही चल रही थी। मयंक शाम करीब 5:30 बजे पहुंच गया था। ध्वज पूजन के बाद गेर शुरू होने के पहले मयंक ने सभा मंडप में तलवार घुमाकर प्रदर्शन किया। फिर वह गेर में शामिल हो गया।बताया गया कि गेर के मंदिर से बाहर निकलते ही मयंक को घबराहट हुई थी। इसे सामान्य मानकर वो जूस पीकर फिर गेर में शामिल हो गया। मयंक ने कई स्थानों पर अखाड़े का भी प्रदर्शन किया था। गुदरी पहुंचने पर मयंक की तबीयत दोबारा बिगड़ गई। इसके बाद वह खत्रीवाड़ा स्थित अपने घर पहुंच गया। घर पहुंचने के बाद मयंक उठ नहीं सका। इसकी सूचना से गुरु मंडली में शोक फैल गया।

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इंदौर। रंगपंचमी पर इंदौर में ऐतिहासिक गेर निकाली जा रही है। यहां रविवार सुबह से ही रंग-गुलाल उड़ने लगा था। इंदौर की ऐतिहासिक गेर में शामिल होने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग परिवार के साथ और युवाओं की टोली राजवाड़ा पहुंच गई। जैसे-जैसे संस्थाओं की गेर राजवाड़ा पहुंच रही थी, लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा था। इंदौर के राजकमल बैंड की धुन पर भी लोग जमकर झूमे। इस बार पिछली वर्ष के मुकाबले ज्यादा लोग गेर देखने पहुंचे हैं। लाखों लोगों की भीड़ राजवाड़ा पर देखी गई। कई संस्थाओं की गेर निकलने के बाद भी लोगों के आने का सिलसिला जारी है।     इस ऐतिहासिक गेर से इंदौर में आसमान सतरंगी हो गया है। जहां तक नजर जा रही है, वहां तक जमीन से लेकर आसमान तक उड़ते रंग-गुलाल नजर आ रहे हैं। लोगों का उत्साह चरम पर है। जैसे-जैसे गेर आगे बढ़ रही है, लोगों का हुजूम बढ़ता जा रहा है। करीब एक लाख से ज्यादा लोग इसमें शामिल हैं। शहर की इस ऐतिहासिक गेर में लोग परिवार के साथ पहुंचे। तीन किलोमीटर से लंबी गेर निकलने का सिलसिला फिलहाल जारी है। कॉलोनियों और गली-मोहल्लों में लोग एक-दूसरे को रंग लगा रहे हैं। वहीं सराफा बाजार और गोपाल मंदिर के आसपास भी लोग रंग खेलते नजर आ रहे हैं।     राजवाड़ा पहुंची टोरी कार्नर की गेर रविवार पूर्वाह्न सवा 11 बजे सबसे पहले टोरी कार्नर की गेर राजवाड़ा पहुंची। राजवाड़ा पर हर कोई रंग में रंगा नजर आया। रंगपंचमी का उल्लास चारों तरफ दिख रहा था। यह गेर टोरी कार्नर से मल्हारगंज, खजूरी बाजार, राजवाड़ा पहुंची। इसके बाद गेर गोपाल मंदिर, सराफा, नृसिंह बाजार होते हुए पुन: इतवारिया बाजार से मल्हारगंज पहुंचेगी। आयोजक शेखर गिरि ने बताया कि इस बार गेर के साथ 20 महिला बाउंसर भी साथ थीं। ये बाउंसर शहर के बाहर से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों का सहयोग करेंगी। इसके साथ ही जबलपुर के जूनियर अमिताभ डांसरों के साथ नृत्य करते चल रहे थे। यह शहर की सबसे पुरानी गेर है।     भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय भी गेर में शामिल हुए। वे दोपहर 1.30 बजे गेर का हिस्सा बने। उनके साथ विधायक रमेश मेंदोला भी थे। इससे एक दिन पहले शनिवार रात को वे बजरबट्टू सम्मेलन में चाचा चौधरी बनकर आए थे।     निगम की झांकी में स्वच्छता का संदेश शहर की ऐतिहासिक रंगारंग परंपरा में पहली बार इंदौर नगर पालिक निगम भी भागीदार बन रहा है। गेर में पहली बार नगर निगम का काफिला भी शामिल हुआ। निगम की गेर में पानी के दो टैंकरों और रथ के साथ कुल दस गाड़ियां शामिल हुईं। गेर की झांकियों में नगर निगम ने स्वच्छता व पर्यावरण का संदेश देते हुए शासन की योजनाओं को भी प्रचारित किया। गेर में राधाकृष्ण की झांकी के साथ एक पेड़ आकर्षण का केंद्र रही। इसकी शाखाओं से सुंगधित रंगों की फुहार उड़ती रही।     रसिया कार्नर नवयुवक मंडल की गेर हरिराम मंदिर राजमोहल्ला से कैलाश मार्ग, रामाशाह मंदिर, मल्हारगंज, गोराकुंड चौराहा, खजूरी बाजार से राजवाड़ा पहुंची। आयोजक पं. राजपाल जोशी ने बताया कि गेर में 20 से अधिक वाहन शामिल हुए। इनमें ई-रिक्शा, रंगीन पानी के टैंकर, मिसाइल, डीजे वाहन, तांगे, रनगाड़े आदि थे। इसमें रंग उड़ाने के पुराने तरीकों के साथ आधुनिक तरीकों का भी इस्तेमाल किया गया। यह यात्रा बद्रीनारायण मंदिर नृसिंह बाजार में पूजा अर्चना के बाद निकाली गई। यात्रा सीतलामाता बाजार, गोराकुंड, खजूरी बाजार, राजवाड़ा पहुंची। आयोजक राजसिंह गौड़ ने बताया कि यात्रा में राधाकृष्ण का रथ शामिल हुआ। इसे मातृशक्तियों ने अपने हाथों से खींचा। इस बार महिलाओं के लिए महिला कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा घेरा भी बनाया। रथ से भगवान कृष्ण ने टेसू के फूलों से निर्मित सुगंधित रंग उड़ाया।     मारल क्लब उत्सव समिति की गेर छीपा बाखल से सागर ज्यूस, गोराकुंड, खजूरी बाजार से राजबाड़ा पहुंची। आयोजक अभिमन्यु मिश्रा ने बताया कि यात्रा में टेसू के फूलों का रंग आधुनिक मशीनों से उड़ाया गया। काफिले में 30 से अधिक वाहन गेर में शामिल हुए। इसमें 40 हजार क्षमता के टैंकर, मिसाइलें, गुलाल वाहन शामिल हुए। दो डीजे वाहन मुंबई से विशेष तौर पर बुलाई गई थी। इसमें 60 सदस्यीय ढोलक-ताशा पार्टी, वॉलेंटियर्स आदि शामिल हुए।   संगम कार्नर चल समारोह समिति की गेर का यह 68वां वर्ष है। यह गेर सुबह 11 बजे शुरू होकर कैलाश मार्ग, टोरी कार्नर, गोराकुंड, खजूरी बाजार, राजवाड़ा, गोपाल मंदिर, सराफा, सीतलामाता बाजार, इतवारिया बाजार, लुहारपट्टी पर समाप्त हुई। आयोजक कमलेश खंडेलवाल ने बताया, इस बार गेर का प्रमुख आकर्षण बरसाना की टीम की लट्ठमार होली, भगवान राधाकृष्ण का रासरंग और बांके बिहारी का ढोल आकर्षण का केन्द्र रहा।   युवा जोश में तो रहें, लेकिन होश न खोएंः लालवानी   सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि शहर में गेर की परंपरा बहुत पुरानी है। इंदौरवासियों ने इस परंपरा को उसी जोश और जज्बे के साथ कायम भी रखा है। पहले इसमें युवा पुरुष ही अधिक शामिल होते थे, लेकिन अब माहौल बदला है और इसमें युवतियां, महिलाएं परिवार सहित शामिल होती हैं। मैं युवाओं से अपील करूंगा कि गेर में वे जोश में तो रहें, लेकिन होश न खोएं। हम विदेशियों सहित देशभर से लोगों को गेर देखने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। छोटी सी गलत हरकत हमारी छवि पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। हमने पुलिस से भी बात की है कि यदि कोई अभद्रता करता है या माहौल खराब करता है तो उससे सख्ती से निपटा जाए।

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उज्जैन। देश में आज रंगपंचमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। रविवार प्रातः महाकालेश्वर मंदिर के आंगन में भी सबसे पहले रंगपंचमी मनाई गई। बाबा महाकाल को भस्मार्ती के बाद टेसू के रंग अर्पित किए गए। बाबा महाकाल के साथ भक्तों ने जमकर होली खेली। जानकारी के लिए बता दें कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में रंगपंचमी पर बाबा अपने भक्तों के साथ महाकाल मंदिर में आंगन में टेसू के फूलों से होली खेली गई जो परंपरा के साथ ही प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश है। बता दें कि दो दिन पूर्व दतिया से 3 क्विंटल टेसू मंगवाया गया था। इसे मंदिर में तपेलों में डालकर उबाल गया और प्राकृतिक रंग बनाया गया। इसी रंग से बाबा महाकाल रविवार प्रातः रंग पंचमी को सराबोर रहे।

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भोपाल। प्रदेश में दिन-रात के तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक का उछाल आया है। राजगढ़ और खरगोन में दिन का तापमान सबसे ज्यादा तो नर्मदापुरम, सागर और टीकमगढ़ की रात सबसे गर्म रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में अगले दो दिन और तेज गर्मी का असर रहेगा। इसके बाद 14-15 मार्च से फिर बारिश, ओले और तेज आंधी का नया सिस्टम सक्रिय हो जाएगा। तीन से 10 मार्च के बीच साउथ वेस्ट राजस्थान में प्रेरित चक्रवात बना था। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हुआ था। इस कारण वेदर एक्टिविटी हुई। साउथ कोंकण से लेकर सेंट्रल छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन गुजरने से सिस्टम और मजबूत हो गया। इसी की वजह से लगातार छह दिन तक प्रदेश में बारिश के साथ ओले गिरे और तेज आंधी भी चली। यह सिस्टम खत्म होने के दूसरे दिन ही गर्मी का असर बढ़ गया। मौसम वैज्ञानिक वहीद खान के अनुसार रविवार और सोमवार को भी गर्मी का असर रहेगा। खासकर रात का तापमान बढ़ेगा। शनिवार को भी तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राजधानी भोपाल में रविवार को तेज गर्मी का असर रहेगा, जबकि सोमवार से मौसम बदलेगा और बादल छा जाएंगे, जिससे तेज गर्मी से राहत मिलेगी। इसके बाद 18 मार्च तक बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है। बदले मौसम के बावजूद दिन का तापमान 33 और रात का पारा 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा।

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भोपाल में पहली बार खाद्य विभाग पहली बार दूध और उससे जुड़े खाद्य पदार्थों को टारगेट कर कार्रवाई कर रही है। शनिवार तक खाद्य विभाग 289 खाद्य पदार्थों के नमूने लिए, इसमें से 269 नमूने से सिर्फ दूध और उससे बने प्रोडक्ट के लिए गए हैं। खास बात यह है कि 71 नमूने दूध के प्रारंभिक जांच में फेल होने के बाद और दूध से बने 198 प्रोडक्ट मैजिक बॉक्स की जांच के बाद लिए गए। सिर्फ 20 नमूने संदिग्ध पाए जाने पर मैन्युअली लिए गए। शुक्रवार को कुल 11 नमूने करोंद, बैरासिया और कोलार से लिए गए। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा करोंद स्थित क्वालिटी मिल्क से मावा एवं दूध, दुपाडिया स्थित हर्षिता डेयरी से दूध, बैरसिया स्थित शुभम रेस्टोरेंट से मावा बर्फी, गुप्ता एंड सन्स से घी, कोलार स्थित श्रीकृष्णा डेयरी से दूध एवं दही, श्रीकृष्णा डेयरी, ललितानगर से पनीर, श्रीकृष्णा दूध डेयरी से दूध, रिया दूध डेयरी से दूध और पनीर के नमूने लिए गए हैं।

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राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 13 मार्च को एकेडमिक काउंसिल की बैठक होगी। इसमें सत्र 2022-23 के लिए 87 कॉलेजों को सशर्त अस्थाई संबद्धता देने का प्रस्ताव रखा जा रहा है। ये इंजीनियरिंग, एमबीए और फार्मेसी काॅलेज हैं। इस संबंध में विवि प्रशासन ने सदस्यों को एजेंडा के साथ पूरी जानकारी नहीं दी।इंस्पेक्शन कमेटी की अलग-अलग अनुशंसा नहीं बताकर, सबको एक लिस्ट में रखकर एक जैसा प्रस्ताव रखा जा रहा है। सदस्यों को नहीं बताया कि कमेटी ने कॉलेजों के संबंध में क्या-क्या अनुशंसाएं की हैं, सशर्त अस्थाई संबद्धता किस आधार पर दी जा रही है, कॉलेजों में क्या कमी पाई गईं और उन्हें दूर करने क्या शर्त लागू की गई है। वहीं सवाल यह भी उठ रहा है क्या 87 कॉलेजों में एक भी ऐसा कॉलेज नहीं है, जो संबंधित प्रोग्राम को चलाने के लिए निर्धारित सभी मापदंड पूरा करता हो। यह सभी तथ्य छिपाकर संबद्धता देने के प्रकरण एकेडमिक काउंसिल की बैठक में ले जा रहे हैं। इनमें 43 बीटेक/एमटेक इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। 21 एमबीए कॉलेज हैं। 19 एमफार्मा/बी.फार्मेसी कॉलेज हैं। 1 बी.डिजाइन व 3 एमसीए कॉलेज हैं। एकेडमिक काउंसिल के एक सदस्य ने बताया कि सभी 87 काॅलेजों के संबंध में एक जैसा प्रस्ताव एजेंडा में दिया है। फार्मेसी छोड़कर इस सत्र के तहत फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा भी हो चुकी हैं।

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गौतम नगर इलाके ऑटो चालक ने चाकू दिखाकर यात्री का मोबाइल लूटा। फरियादी गाड़ी बनवाने मिसरोद आया था। गाड़ी में काम ज्यादा होने की वजह से गाड़ी को गैरेज में खड़ी करके अपने दोस्त के पास जाने के लिए एक ऑटो में सवार हो गया। आरिफ नगर ब्रिज के पास ऑटो चालक ने चाकू अड़ाकर फरियादी से पर्स में रखे पैसे निकालने की बात कही। पर्स में पैसा न होने की वजह से उसका मोबाइल छीनकर फरार हो गया। ऑटो चालक के भागने के दौरान फरियादी ने उसकी गाड़ी संख्या नोट कर ली। फिलहाल पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार कर उसके पास से लूट में इस्तेमाल करने वाला चाकू व मोबाइल बरामद किया है।एसआई धूमेंद्र सिंह ने बताया कि घोड़ा पछाड़ गांव सुल्तानपुर थानाक्षेत्र का रहने वाला सुनील तोमर (22) पुत्र रामचरण तोमर ट्रेवेल्स का काम करता है। सुनील भोपाल के मिसरोद इलाके में शुक्रवार को अपनी बोलेरो गाड़ी बनवाने आया था। बोलेरो गैरेज में दे दी लेकिन काम ज्यादा होने की वजह से काम नहीं हो पाया। इस पर सुनील अपनी गाड़ी गैरेज में खड़ी करके करोंद में रहने वाले दोस्त अमन के घर जाने के लिए निकल गया। देर रात करीब 1:30 बजे करोंद जाने के लिए भारत टॉकीज से ऑटो किया।ऑटो में पहले से दो लोग सवार थे जो बाद में उतर गए। इस दौरान फरियादी को अकेला पाकर ऑटो चालक की नियत खराब हो गई और लूट का इरादा बना लिया। बेरसिया नया पुल गौतम नगर फाटक के आगे आरिफ नगर ब्रिज के पास ऑटो चालक ने चाकू निकाल लिया। आरोपी ने चाकू अड़ाकर पर्स निकालने के लिए कहा लेकिन पर्स में कुछ नहीं मिला क्योंकि सारा पैसा गाड़ी वाले के दे आया था। इसके बाद आरोपी की नजर मोबाइल पर पड़ी, जिसकी कीमत 20 हजार के करीब थी। आरोपी ऑटो चालक उसका मोबाइल छीन कर फरार हो गया। फरियादी लूट से घबराकर सीधे अपने दोस्त के पास चला गया। शनिवार को दोपहर करीब 11:30 बजे अपने दोस्त के साथ थाने आकर मामला दर्ज कराया।लूट का शिकार होने के बाद युवक ने ऑटो का नंबर एमपी 04 आरबी 9460 नोट कर लिया। जिसके आधार पर पुलिस ने तलाश शुरू की तो पता चला कि आरोपी ऑटो चालक रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन की तरफ ही टैक्सी चलाता है। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी रेलवे स्टेशन के पास खड़ा है। इस पर पुलिस ने मौके से पहुंचकर बड़वानी मस्जिद, शाहजनांबाद के रहने वाले शाहरूख (25) पुत्र जमील खान को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के पास से चाकू व मोबाइल बरामद कर लिया है।

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मेट्रो ट्रेन का मॉडल अगले महीने भोपाल आ जाएगा। इसे स्मार्ट रोड पर पार्क के पास डिस्प्ले किया जाएगा। इस बीच सितंबर में मेट्रो के ट्रायल के लिए तैयारियां तेज हो गईं हैं। सितंबर में ट्रायल से पहले भोपाल और इंदौर दोनों शहरों में अगस्त तक दो-दो ट्रेन आएंगी। इन ट्रेन में तीन-तीन कोच होंगे।सोमवार को नगरीय आवास एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह वड़ोदरा के पास सांवली में मेट्रो ट्रेन निर्माण की शुरुआत करेंगे। एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड भोपाल के लिए 81 और इंदौर के लिए 75 बोगियां बना रही है। एक ट्रेन में तीन बोगी के हिसाब से भोपाल के लिए 27 और इंदौर के लिए 25 मेट्रो ट्रेन आएंगी। एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड को 6 जुलाई 2022 को कुल 156 कोच के साथ सिग्नलिंग, ट्रेन कंट्रोल और टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम के निर्माण के साथ कमिशनिंग और मेंटेनेंस का वर्क ऑर्डर दिया गया है।मेट्रो ट्रेन की शुरुआत से पहले ही आप भोपाल में चलने वाली मेट्रो को न केवल देख सकेंगे बल्कि उसके भीतर भी जा सकेंगे। स्मार्ट रोड पर स्मार्ट पार्क के पास ट्रेन के डिस्प्ले की तैयारी की जा रही है। अगले महीने तक कोच के आने पर वहां डिस्प्ले के लिए रखा जाएगा। जानकारी के अनुसार मेट्रो रेल कंपनी ने इस संबंध में नगर निगम को पत्र लिखा है।स्टड फार्म की जमीन पर निर्माणाधीन डिपो के लिए चल रही खुदाई में अब तक 60 हजार घन मीटर पत्थर निकाला जा चुका है। डिपो पर लगे पत्थर के इस ढेर को बेचने की तैयारी है। सामान्य कैटेगरी के इस पत्थर का उपयोग गिट्टी बनाने में हो सकता है। इस पत्थर को बेचकर मेट्रो रेल कंपनी 1 लाख 80 हजार रुपए की रॉयल्टी चुकाएगी।

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अशोकनगर। जिले के प्रसिद्ध करीला धाम माता जानकी मंदिर में रंगपंचमी पर भरने वाला मेला शनिवार से प्रारम्भ हुआ। तीन दिवसीय करीला मेला सोमवार तक चलेगा। मेला प्रारम्भ होते ही श्रद्धालुओं द्वारा मां जानकी माता मंदिर के दर्शन कर माथा टेककर मन्नतें मांगने का सिलसिला शुरू हो गया। रविवार को रंगपंचमी के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां जानकी माता के दरबार में पहुंचकर दर्शन करेंगे। सोमवार को करीला मेले का समापन होगा। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मेला परिसर का भ्रमण कर मेले में की गई व्यवस्थाओं का मौका मुआयना किया गया। इस दौरान परिक्रमा मार्ग,अस्थाई अस्पताल,खोया-पाया केन्द्र,वॉच टावर,सीसीटीव्ही कैमरे कक्ष सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया।   कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नंबर मां जानकी मंदिर करीला धाम मेले में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो 24 घंटे संचालित रहेगा। मेले में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर श्रद्धालु 9303905270, 9303913791, 9303932930, 9303695881, 9691191746,9303691335 पर शिकायत कर सकते हैं। जिला प्रशासन द्वारा करीला मेला में श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं एव व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई गई हैं। मेला परिसर में श्रद्धालुओं के लिए समुचित शुद्ध पेयजल,चिकित्सा व्यवस्था,सुरक्षा व्यवस्था,विद्युत व्यवस्था एवं पार्किंग व्यवस्था की गई है। मेला परिसर में श्रद्धालुओं के आवागमन एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए 07 सेक्टर बनाये गये हैं, जिनमें अधिकारियों,कर्मचारियों के दल बनाकर डयूटी लगाई गई है। साथ ही मेला परिसर में जगह जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है। मेला में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए अस्थाई अस्पताल बनाये गये है। मेले में ड्रोन एवं सीसीटीव्ही कैमरे से निगरानी रखी जा रही है।

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पिछले साल राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा मप्र में लागू किए गए पेसा कानून को लेकर जागरुकता अभियान चलाने और क्रियान्वयन के लिए पेसा समन्वयकों की नियुक्तियां की गई है। इन नियुक्तियों को लेकर आदिवासी संगठन 'जयस' के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल रखा है। जयस के राष्ट्रीय संरक्षक और मनावर विधायक डॉ.हीरालाल अलावा ने प्रदेश भर में पेसा ब्लॉक समन्वयकों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर आज 11 मार्च को राज्यपाल के नाम ज्ञापन देने को कहा है। जयस कार्यकर्ता आज प्रदेश भर में ज्ञापन देकर नियुक्ति रद्द करने की मांग करेंगे।खरगोन जयस के मीडिया प्रभारी मायाराम अवाया ने वीडियो जारी कर नियुक्तियों में गड़बड़ी का आरोप लगाया। अवाया ने कहा- पेसा एक्ट में ब्लॉक कॉर्डिनेटर के लिए सरकार ने आउटसोर्स के जरिए सेडमैप से वेकैंसी निकाली गई थी। 89 ब्लॉक में लाखों युवाओं ने फार्म डाले थे। उसकी मेरिट लिस्ट बनी थी। इसके बाद युवाओं को मेरिट लिस्ट के आधार पर युवाओं को इंटरव्यू के लिए कॉल लेटर आए और अगले ही दिन उसे अचानक स्थगित कर दिया गया। जब पेसा एक्ट लागू हुआ और नियुक्त हुए लोगों की लिस्ट आई तो उसमें बीजेपी आरएसएस से लोगों की नियुक्ति हुई है। अगर सरकार को इस तरह से आरएसएस के लोगों की नियुक्ति करनी थी तो उन्हें अपने पार्टी फंड से पैसे देने चाहिए। पेसा के ब्लॉक कॉर्डिनेटर्स में कई अयोग्य लोगों का चयन किया गया है। इस भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर सही तरीके से नियुक्ति कर युवाओं का चयन किया जाए।89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा समन्वयकों की नियुक्ति के लिए पंचायती राज संचालनालय ने आउटसोर्स के जरिए पेसा ब्लॉक कॉर्डिनेटर की भर्ती सैडमैप के जरिए कराई है। बीते 8 फरवरी को सैडमैप ने इंटरव्यू की प्रक्रिया को होल्ड कर दिया था। इसके बाद जो चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी हुई उसको लेकर जयस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि इसमें बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं का चयन किया गया है।  

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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि बचपन में मेरे पिता मेरा यौन शोषण करते थे। इसकी वजह से मैं अपने ही घर में डर कर रहती थी। वो बिना वजह मुझे पीटते थे, चोटी पकड़कर सर दीवार पर टकरा देते थे। डर की वजह से मैंने कई रातें तो बिस्तर के नीचे छिपकर बिताई हैं। स्वाति ने शनिवार को दिल्ली में DCWAwards कार्यक्रम में अपना दर्द बयां किया।स्वाति ने कहा 'मुझे अभी तक याद है कि मेरे फादर मेरे साथ यौन शोषण करते थे। जब वो घर में आते थे तो मुझे बहुत डर लगता है। मैंने न जाने कितनी रातें बिस्तर के नीचे बिताई हैं। मैं डरकर, सहमकर कांपती रहती थी। उस वक्त मैं सोचती थी कि ऐसा क्या करूं जिससे इस तरह के सभी आदमियों को सबक सिखा सकूं।मैं कभी नहीं भूल सकती कि मेरे फादर को इतना गुस्सा आता था कि वो कभी भी मेरी चोटी पकड़कर मुझे दीवार पर टकरा देते थे, खून बहता रहता था, बहुत तड़प महसूस होती थी। उस तड़प से मेरे मन में यही चलता रहता था कि कैसे इन लोगों को सबक सिखाऊं। मेरी जिंदगी में मेरी मां, मेरी मौसी, मौसाजी और मेरे नानी-नानाजी न होते तो मुझे नहीं लगता कि मैं बचपन के उस ट्रॉमा से बाहर निकल पाती। न ही आपके बीच में खड़े होकर इतने बड़े-बड़े काम कर पाती।मैंने यह महसूस किया है कि जब बहुत अत्याचार होता है तो बहुत बड़ा बदलाव भी आता है। उस अत्याचार से आपके भीतर एक आग जलती है, जिसे आपने सही जगह लगा दिया तो आप बहुत बड़े-बड़े काम कर सकते हैं। आज हम जितनी भी अवॉर्डी (जिन्हें कोई अवॉर्ड मिला है) को देखते हैं, उनकी एक कहानी है। उन लोगों ने अपनी जिंदगी से लड़ना सीखा और उस समस्या से ऊपर उठना सीखा। आज हमारे साथ कई ऐसी सशक्त महिलाएं मौजूद हैं, जिन्होंने अपनी समस्याओं का डटकर सामना किया है।

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नगर के प्रसिद्ध बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय फाग महोत्सव चल रहा है। इसके दूसरे दिन शनिवार को बाबा बैजनाथ का पंचामृत से अभिषेक किया। इसके बाद भक्त मंडल ने भगवान से फूलों की होली खेली। अबीर गुलाल लगाकर पूजन किया। इस महोत्सव के अंतर्गत रविवार को अंतिम दिवस यहां पर हरिहर मिलन होगा।भक्त मंडल ने ढोलक की थाप पर देर तक अबीर गुलाल और फूलों संग होली खेली। फाग गीतों पर भक्ति में चूर देर तक नाचते झूमते दिखाई दिए। भक्त मंडल के गिर्राज बंसिया ने बताया कि फागोत्सव के अंतिम दिवस परंपरा अनुसार हरिहर मिलन के साथ मनाया जाएगा। इस अद्भुत आयोजन में नगर के समस्त भक्त जनों को भक्त मंडल द्वारा आमंत्रित किया गया है।अंतिम दिन सुबह 7:30 बजे पंचामृत पूजन के बाद फागोत्सव प्रारंभ होगा और हरिहर मिलन का अद्भुत आयोजन किया जाएगा। इसमें बाबा बैजनाथ भगवान श्री कृष्ण का मिलन कराया जाएगा। फाग उत्सव में दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला एवं पुरुष मंदिर पहुंचे और बाबा के आंगन में फूलों के साथ बाबा को होली खिलाकर होली उत्सव मनाया।फाग महोत्सव में शनिवार शामनगर की खंडेलवाल कॉलोनी की महिला मंडल ने भी बैजनाथ मार्ग स्थित शिव मंदिर में महोत्सव मनाया। इस दिन महादेव का फूलों से श्रंगार करने के साथ महिला मंडल के द्वारा ढोलक की थाप पर देर तक फाग गीत गाए और अबीर गुलाल और फूलों से पहले भगवान के साथ होली खेली और फिर एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर फूलों की होली खेली गई। इस दिन फाग गीतों पर महिलाओं के द्वारा मस्ती में चूर देर तक नृत्य भी किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। अंत में महिला मंडल के द्वारा यहां भगवान की आरती की ओर फिर प्रसाद वितरण भी किया गया।

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मध्यप्रदेश के दो बड़े शहर भोपाल और इंदौर में दौड़ने वाली मेट्रो ट्रेन के कोच (बोगियां) गुजरात में बनेंगे। फ्रांस की एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड कोच बनाएंगी। 13 मार्च को नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह बड़ोदरा में मेट्रो ट्रेन की यूनिट का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद बनकर कोच भोपाल और इंदौर आएंगे।बता दें कि भोपाल में 6.22 किमी और इंदौर में 5.9 किमी लंबे मेट्रो रूट का काम चल रहा है। भोपाल में सितंबर तक मेट्रो दौड़ने और इंदौर में ट्रायल किए जाने का टारगेट है। भोपाल में पिलर और गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो चुका है। अब मेट्रो स्टेशन और पटरी बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। इंदौर में भी काम की रफ्तार तेज कर दी गई है। ताकि, विधानसभा चुनाव से पहले मेट्रो दिखाई देने लगे। इसके चलते ही मेट्रो ट्रेन सेट की यूनिट का शुभारंभ 13 मार्च को किया जा रहा है। अगले कुछ समय में कोच भोपाल और इंदौर में पहुंचेंगे। बताया जाता है कि बोगियां बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है। ताकि, समय पर उन्हें इंदौर और भोपाल पहुंचाया जा सके। मंत्री सिंह यूनिट का निरीक्षण भी करेंगे।जानकारी के अनुसार, 1400 करोड़ रु. में एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड कंपनी भोपाल के लिए 81 और इंदौर के लिए 75 बोगियां बना रही है। ये बोगियां कई मायने में खास होंगी। एक ट्रेन सेट में तीन बोगी होंगी। इसमें 970 यात्री सफर कर सकेंगे। एल्सटॉम बोगियों को ऐसे तैयार कर रही हैं, ताकि भीड़ बढ़ने पर भी यात्री आसानी से सफर कर सकें। हर कोच 2.9 मी. चौड़ा और 22 मी. लंबा होगा। कंपनी तो यात्रियों का जो कैलकुलेशन किया है, उस हिसाब से एक वर्ग मीटर में 8 यात्री होंगे। इनमें खड़े और बैठने वाले यात्री शामिल हैं। इस हिसाब से एक बोगी को 970 यात्रियों लायक बनाया जा रहा है।  

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मध्यप्रदेश के दो बड़े शहर भोपाल और इंदौर में दौड़ने वाली मेट्रो ट्रेन के कोच (बोगियां) गुजरात में बनेंगे। फ्रांस की एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड कोच बनाएंगी। 13 मार्च को नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह बड़ोदरा में मेट्रो ट्रेन की यूनिट का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद बनकर कोच भोपाल और इंदौर आएंगे।बता दें कि भोपाल में 6.22 किमी और इंदौर में 5.9 किमी लंबे मेट्रो रूट का काम चल रहा है। भोपाल में सितंबर तक मेट्रो दौड़ने और इंदौर में ट्रायल किए जाने का टारगेट है। भोपाल में पिलर और गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो चुका है। अब मेट्रो स्टेशन और पटरी बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। इंदौर में भी काम की रफ्तार तेज कर दी गई है। ताकि, विधानसभा चुनाव से पहले मेट्रो दिखाई देने लगे। इसके चलते ही मेट्रो ट्रेन सेट की यूनिट का शुभारंभ 13 मार्च को किया जा रहा है। अगले कुछ समय में कोच भोपाल और इंदौर में पहुंचेंगे। बताया जाता है कि बोगियां बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है। ताकि, समय पर उन्हें इंदौर और भोपाल पहुंचाया जा सके। मंत्री सिंह यूनिट का निरीक्षण भी करेंगे।जानकारी के अनुसार, 1400 करोड़ रु. में एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड कंपनी भोपाल के लिए 81 और इंदौर के लिए 75 बोगियां बना रही है। ये बोगियां कई मायने में खास होंगी। एक ट्रेन सेट में तीन बोगी होंगी। इसमें 970 यात्री सफर कर सकेंगे। एल्सटॉम बोगियों को ऐसे तैयार कर रही हैं, ताकि भीड़ बढ़ने पर भी यात्री आसानी से सफर कर सकें। हर कोच 2.9 मी. चौड़ा और 22 मी. लंबा होगा। कंपनी तो यात्रियों का जो कैलकुलेशन किया है, उस हिसाब से एक वर्ग मीटर में 8 यात्री होंगे। इनमें खड़े और बैठने वाले यात्री शामिल हैं। इस हिसाब से एक बोगी को 970 यात्रियों लायक बनाया जा रहा है।  

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सहकारी दुग्ध संघ सांची ने दूध के बाद दुग्ध उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि कर दी है। दही के दामों में तीन रुपये का इजाफा किया गया है, जबकि लस्सी चार रुपये महंगी हो गई है। इसके अलावा पनीर, पेड़े आदि की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। नई दरें शनिवार से लागू हो गई हैं।     भोपाल दुग्ध संघ द्वारा जारी की गई नई दरों के अनुसार, उपभोक्ताओं को सांची का 100 ग्राम की पैकिंग में मिलने वाला मीठा दही 12 रुपये की जगह 15 रुपये में मिलेगा, जबकि सादे दही के 500 एमएल के पैकेट की कीमत 55 रुपये हो गई है। वहीं, 26 रुपये में मिलने वाला लस्सी का 200 ग्राम का पैकेट अब उपभोक्ताओं को 30 रुपये में मिलेगा। इसके साथ ही 250 ग्राम का सांची पेड़े का पैकेट अब 105 रुपये, जबकि पनीर का 200 ग्राम का पैकेट 90 में और 500 ग्राम का पैकेट 195 रुपये मिलेगा।     उल्लेखनीय है कि भोपाल दुग्ध संघ ने हाल ही में सांची के दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। अब अन्य उत्पादों के दाम भी बढ़ा दिए हैं। इधर, आवश्यक वस्तुओं की महंगाई से जूझ रहे उपभोक्ता दुग्ध उत्पादों के दाम में वृद्धि किए जाने से नाराज हैं, तो सांची पार्लर संचालक भी खुश नहीं है। उनका कहना है कि सांची दूध व दुग्ध उत्पाद के दामों में तो वृद्धि तो की गई, लेकिन सभी उत्पादों पर उन्हें मिलने वाला कमीशन नहीं बढ़ाया गया है।

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भोपाल। भोपाल हवाई अड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था की जाँच एवं हाईजेक की स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार को मॉक ड्रिल की गई। इसमें डीआईजी सचिन अतुलकर, डीसीपी विजय खत्री, एनसीसी कमांडो मेजर अमन सूद, डीसीआईओ, आईबी प्रेम प्रकाश पाण्डे, एएसओ मान सिंह, निदेशक हवाई अड्डा रामजी अवस्थी एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया।     हवाई अड्डों में सुरक्षा व्यवस्था की जाँच के लिए वर्ष में एक बार अनिवार्य रूप से मॉक ड्रिल की जाती है। इसमें यह देखा जाता है कि विमान हाईजेक होने की स्थिति में आपदा से निपटने के लिये निर्धारित मानदण्डों के अनुसार पुख्ता कार्यवाही सुनिश्चित की गई और इसे संपादित करने में प्रशासन तथा हवाई अड्डा प्रबंधन कितना सक्षम रहा। मॉक ड्रिल दोपहर 2.11 बजे से 2.55 बजे तक सफलता से की गई।

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भोपाल का एक शख्स 10 साल पहले पासपोर्ट पर दो विदेश यात्राएं कर आया। अब जब पासपोर्ट रिनुअल की बारी आई, तो अफसरों दिए गए डॉक्यूमेंट्स नकार दिए। अफसरों ने कहा- डॉक्यूमेंट्स और पासपोर्ट में दर्ज नाम में अंतर है। अब अफसरों ने पासपोर्ट में करेक्शन करने के बजाय डॉक्यूमेंट्स सुधारने की सलाह दी है। मामला भोपाल के पासपोर्ट ऑफिस का है।यहां रहने वाले आशीष सोलंकी ने 10 साल पहले पासपोर्ट बनवाया था। वह इसी पासपोर्ट के आधार पर मकाऊ और हांगकांग की यात्रा कर चुके हैं। यह पासपोर्ट दो साल पहले एक्सपायर हो गया। हाल में उन्हेांने रिन्युअल के लिए आवेदन किया। इसे पासपोर्ट ऑफिसर ने रीशेड्यूल कर दिया है। पूछने पर बताया- पासपोर्ट और दस्तावेजों में दर्ज नाम अलग- अलग हैं।दोनों दस्तावेजों में दर्ज नाम के अंतर को ठीक कराने के लिए पासपोर्ट ऑफिसर को आवेदन किया। उन्होंने पहचान संबंधी दस्तावेजों में दर्ज नाम पासपोर्ट रिकॉर्ड में दर्ज करने के बजाय, गलत नाम को ही दस्तावेजों में दर्ज कराने की सलाह दी है। वहीं, मामले में रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर (आरपीओ) शीतांशु चौरसिया का कहना है कि यह पासपोर्ट गुजरात से इश्यू हुआ है। हमारे सिस्टम में हर तरह के मामलों के लिए समाधान के लिए कई चैनल हैं।आशीष सोलंकी ने बताया कि साल 2010 में उन्होंने गुजरात में पासपोर्ट बनवाया था। इस दौरान आशीष सोलंकी ​​​​​​के नाम की डॉक्यूमेंट्स सबमिट किए थे। जब पासपोर्ट आया, तो उसमें नाम आशीष सम्मान सिंह सोलंकी दर्ज था। लगा कि पासपोर्ट में पिता का नाम साथ में आता होगा, क्योंकि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी। दूसरी तरफ गुजरात में बच्चों के नाम साथ पिता का नाम लिखा भी जाता था, इसलिए आपत्ति भी नहीं ली।आशीष कहते हैं कि साल 2010 में मकाऊ और हांगकांग की विदेश यात्रा मैंने की है। तब इसी पासपोर्ट और इन्हीं डाक्यूमेंट्स को वैध माना गया। अब जब पासपोर्ट रिन्यू कराने का आवेदन किया, तो पासपोर्ट दफ्तर के अफसरों ने दस्तावेजों में और पासपोर्ट में नाम अलग-अलग बताकर फाॅर्म को री-शेड्यूल कर दिया। यही नहीं, अब अफसर पासपोर्ट पर दर्ज नाम को ही दस्तावेजों में दर्ज कराने की सलाह दे रहे हैं।

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45 ट्रेनों में से स्लीपर श्रेणी एवं जनरल कोच हटाए जाने से इन गाड़ियों में अब 200 तक वेटिंग चल रही है। रेलवे के इस फैसले से आम यात्रियों पर आर्थिक भार बढ़ा है। उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में अधिकतम 40 फीसदी तक अतिरिक्त किराया देकर इकानॉमी या एसी-3 श्रेणी में रिजर्वेशन लेकर सफर करना पड़ रहा है। डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय का दावा है कि लोगों की पेइंग कैपेसिटी बढ़ी है, जिस वजह से ट्रेनों में स्लीपर व जनरल की संख्या कम कर एसी इकाेनॉमी और एसी-3 श्रेणी के कोच लगाए जा रहे हैं।गरीब रथ के अलावा लंबी दूरी की ट्रेनों कोयंबटूर एक्सप्रेस, जीटी, केरल, प्रतापगढ़, जम्मूतवी, लखनऊ-पुणे सहित भोपाल रेल मंडल व पश्चिम-मध्य जोन से गुजरने वाली 45 ट्रेनों में 111 एसी इकानॉमी या एसी-3 श्रेणी के कोच एक साल में अब तक लगाए जा चुके हैं। जैसे-जैसे इनका प्रोडक्शन बढ़ रहा है, संख्या भी ट्रेनों में बढ़ाई जा रही है। ऐसे ही यह कोच लगातार बढ़ाए जाते रहे तो अगले तीन साल में ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या नाममात्र की रह जाएगी। वहीं, जिन ट्रेनों में 12 तक स्लीपर श्रेणी के कोच लगाए जाते थे, वह भी आधे रह जाएंगे। रेल मंडल की उपयोगकर्ता व सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य निरंजन वाधवानी का कहना है कि ट्रेनों में स्लीपर व जनरल कोच कम नहीं किए जाना चाहिए।एसी इकानॉमी श्रेणी के कोचों में बर्थ संख्या सामान्य एसी-3 श्रेणी से ज्यादा होती है। एसी-3 श्रेणी में बर्थ संख्या 64 होती है, जबकि इकाेनॉमी कोच में 68 से 70 तक होती है। इस वजह से एसी-3 के मुकाबले यात्रियों को ज्यादा रिजर्व बर्थ मिल जाती हैं।

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ग्वालियर। इस माह 14 मार्च तक ही विवाह की शहनाइयां गूंजेगी। इसके बाद मांगलिक कार्यों पर 30 अप्रैल तक विराम लग जाएगा। अप्रैल में शादी के लिए कोई मुहूर्त नहीं होगा।   बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉं. सतीश सोनी के अनुसार 15 मार्च को जब सूर्य कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे, तब खरमास लग जाएगा। यानी 15 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक खरमास के चलते एक बार फिर शादी विवाह के कार्यक्रम रुक जाएंगे।   अप्रैल के पूरे महीने शादी विवाह बंद रहेंगे। क्योंकि देव गुरु बृहस्पति 1 अप्रैल से 3 मई तक अस्त रहेंगे। इसके बाद ही शादी विवाह के कार्यक्रम होना शुरू हो सकेंगे, लेकिन 23 अप्रैल रविवार को अक्षय तृतीया के मुहूर्त पर शुभ कार्य शादी विवाह अवश्य ही होगा, क्योंकि इस दिन को शास्त्रों में सभी शुभ कार्य करने के लिए अबूझ मुहूर्त माना गया है। इस दिन मुहूर्त निकालने के लिए समय की आवश्यकता नहीं होती। बिना मुहूर्त सभी तरह के शुभ कार्य किया जा सकते हैं।   आगामी विवाह शुभ मुहूर्त इस प्रकार मई 4, 7, 11, 12, 17, 21, 22, 26, 29, 31 जून 3,5,7,8,9, 12,14, 18, 22, 23, 25, 28 29 जून से विवाह फिर होंगे बंद 29 जून को देवशयनी एकादशी से चतुर्मास आरंभ हो जाएगा। इसके चलते चार माह के लिए विवाह फिर से बंद हो जाएंगे। 23 नवंबर से फिर से शुरू अर्थात 23 नवंबर देवउठनी एकादशी से फिर से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे। नवंबर में 23 तारीख, 24 तारीख, 27 तारीख, 28 तारीख, 29 तारीख, दिसंबर में 3 तारीख, 4 तारीख, 7 तारीख, 8 तारीख, 9 तारीख को विवाह मुहूर्त रहेगा।

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भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते पांच दिन से चल रहे बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का दौर आज समाप्त हो जाएगा। बावजूद इसके प्रदेश के किसानों की मुश्किलें फिलहाल खत्म होती नहीं दिख रही हैं। वर्तमान दौर के चलते प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में रबी की फसलों को नुकसान हुआ है। 15 मार्च से ओले और बारिश का एक और दौर शुरू होगा। जो तीन-चार दिनों तक चलेगा। इसके चलते प्रदेश की 80 प्रतिशत फसल पर खतरा मंडरा रहा है।   प्रदेश में 3 मार्च से मौसम बदला था और 5 मार्च से बारिश का दौर शुरू हो गया था। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 3 से 9 मार्च के बीच साउथ वेस्ट राजस्थान में प्रेरित चक्रवात बना हुआ था। इसके अलावा, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय रहा। इस कारण एक्टिविटी हुई। साउथ कोंकण से लेकर सेंट्रल छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन गुजरने से सिस्टम और मजबूत हो गया। इसी की वजह से प्रदेशभर में ओले, बारिश और आंधी का दौर चला। यह सिस्टम 10 मार्च को खत्म हो जाएगा।   मौसम विज्ञानी ममता यादव का कहना है कि 15 मार्च से पश्चिमी मध्यप्रदेश में बारिश का नया सिस्टम एक्टिव होगा। अरब सागर से आने वाली हवाओं के चलते दक्षिण मध्य प्रदेश के इलाकों में बारिश होगी। इससे बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, देवास, बड़वानी समेत कई जिलों में बारिश की संभावना है। इसके बाद सिस्टम आगे बढ़ेगा और भोपाल, सीहोर, राजगढ़ आदि जिलों में बारिश शुरू होगी। 15 से 18 मार्च के बीच प्रदेश में तेज आंधी चलेगी और ओले गिरने की संभावना भी बनी रहेगी।

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उज्जैन। बाबा महाकाल ने पिता की मन्नत के बाद मात्र साढे़ 3 महीने में बेटी का कैंसर खत्म कर दिया। बेटी का पिता वडोदरा से उज्जैन पैदल महाकाल दर्शन करने पहुंचा । जानकारी के लिए बता दें कि वडोदरा में फेब्रिकेशन का काम करने वाले महेंद्र पटेल ने गुरुवार को बताया कि बताया कि उसकी बेटी को कैंसर था। उन्होंने भगवान महाकाल और भगवान राम से प्रार्थना की थी कि यदि बेटी का कैंसर ठीक हो जाता है तो वह वड़ोदरा से उज्जैन और अयोध्या तक पैदल यात्रा करेंगे । मात्र साढ़े तीन माह में कैंसर खत्म हो गया। मन्नत के अनुसार महेंद्र पटेल बड़ोदरा से पैदल यात्रा पर निकल गए। यात्रा के 11 दिन बाद वह उज्जैन पहुंचे। बाबा महाकाल के दर्शन किए और अयोध्या के लिए रवाना हो गए। महेंद्र पटेल को पैदल चलने की आदत नहीं है। इसके बाद भी वह 30 से 35 किलोमीटर प्रतिदिन चल रहे हैं। उनके साथ उनका एक मित्र कार लेकर साथ में चल रहा है । कार में खान-पान की सामग्री साथ में रहती है ।

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भोपाल। भाई-बहन का स्नेह पर्व भाई दूज गुरुवार को धूमधाम मनाया जा रहा है। भाईदूज पर बहनें अपने भाइयों का तिलक कर उन्हें मिठाई खिलाती हैं और उनकी दीर्घायु के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं। वहीं भाई बहनों के पैर छूकर, उपहार देकर उनकी रक्षा करने का संकल्प लेते हैं। उदया तिथि के अनुसार मन रही भाई दूज उज्जैन के पं. हरिहर पंड्या ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि इस बार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि आठ मार्च बुधवार को शाम सात बजकर 42 मिनट से शुरू होगी और नौ मार्च गुरुवार को शाम 08:54 बजे तक रहेगी। इस स्थिति में में उदया तिथि के अनुसार गुरुवार नौ मार्च को भाई दूज मनाई जाएगी। चैत्र कृष्ण द्वितीया तिथि को अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। नौ मार्च को राहुकाल दोपहर दोबजे से 03:28 बजे तक है। इसलिए राहुकाल को छोड़कर दिन में किसी भी समय पर बहनें अपने भाई को तिलक कर सकती हैं।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का का क्रम आज और सक्रिय रहेगा। इसके बाद मौसम साफ होने लगेगा और गर्मी का असर बढ़ जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी भोपाल में गुरुवार को बादल छाएंगे तथा नीमच-मंदसौर समेत प्रदेश के 11 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। कुछ जगह ओले भी गिर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में बीते तीन मार्च से मौसम में बदलाव आया था। राजधानी भोपाल समेत धार, आगर, खरगोन, ग्वालियर, रतलाम, बैतूल, राजगढ़ में तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी चली। कुछ जगह आकाशीय बिजली भी गिरी। इसके बाद लगातार मौसम बदला रहा। बुधवार को भी भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। मुरैना, आगर-मालवा, ग्वालियर समेत कई जिलों में ओलों के साथ बारिश भी हुई। 9 मार्च को भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के अनुसार मौसम का यह सिस्टम नौ मार्च को दोपहर तक सक्रिय रहेगा। इसके बाद सामान्य होने लगेगा। कुछ जगहों पर 10 मार्च को भी हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को भिंड, मुरैना, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़, निवाड़ी, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर और छतरपुर में हल्की बारिश हो सकती है। बिजली चमकने और गिरने की संभावना भी है। इसलिए हो रही बेमौसम बारिश मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार साउथ वेस्ट राजस्थान में प्रेरित चक्रवात बना। इसके अलावा, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय रहा। इस कारण एक्टिविटी हुई। साउथ कोंकण से लेकर मध्य छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन गुजरने से सिस्टम और मजबूत हो गया। इसी की वजह से वेदर डिस्टर्ब हुआ और प्रदेशभर में ओले, बारिश और आंधी का दौर चला। यह वेदर सिस्टम 7 और 8 मार्च को पूर्वी मध्यप्रदेश से गुजरा और अब छत्तीसगढ़ पहुंच रहा है।

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भोपाल । मध्य प्रदेश में बूधवार सुबह से ही रंग उड़ातीं, पिचकारी से रंग डालतीं और गुलाल लगाती अनेक हुरियारों की टोलियां जगह-जगह नजर आ रही हैं। प्रदेश में रंगों के पर्व होली की धूम मची हुई है। राजधानी भोपाल समेत जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, रीवा, सागर समेत अपने-अपने क्षेत्रों में परम्पराओं के हिसाब से यहां लोग आज होली मनाते दिख रहे हैं।   राज्यपाल मंगू भाई पटेल और सीएम शिवराज सिंह सीएम निवास के लोगों के साथ होली मना रहे हैं, साथ ही वे जनता के बीच भी होली मनाने निकलेंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों के बीच सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि खुशियों का गुलाल उड़े,स्नेह की वर्षा हो। हर हृदय में सद्भाव का भाव गुंजित हो। सौहार्द्र के आकाश में बांसुरी की मीठी धुन हो। रंगों को भी प्रेम के रंग में रंग दें, ऐसी होली हो।आपको होली की हार्दिक बधाई। यह पर्व आपके जीवन में सुख,समृद्धि, आनंद के नए रंग घोले, यही कामना करता हूं।     उल्लेखनीय है कि एक तरफ देश भर में सोमवार से कई क्षेत्र होली के रंगों में डूब गए थे तो वहीं मध्य प्रदेश में मंगलवार रात होलिका दहन करने के बाद ही इस पर्व का आरंभ हुआ है। बुधवार को पूरे राज्य में उल्लास के साथ होली का त्योहार मनाया जा रहा है। जहां देखो वहां सड़कों पर हुरियारों की मस्ती नजर आ रही है। बच्चे भी पिचकारियों से एक दूसरे पर रंग बरसाते खासकर छतों से राहगीरों पर रंग डाल रहे हैं। ढोल-नगाड़े, डीजे की धुन पर शहर की कालोनियों में जगह-जगह सामूहिक रूप से होली मनाई जा रही है।     इसके साथ ही होली पर्व पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत अन्य प्रमुख लोगों ने प्रदेशवासियों को अपने-अपने तरीके से बधाई दी है।

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छतरपुर में जिला बार संघ एसोसिएशन ने आज न्यायालय से पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर तहसीलदार के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने छतरपुर तहसील में पदस्थ तहसीलदार सुनील वर्मा पर रिश्वत लेकर कार्य करने वकीलों से अभद्रता करते और लीगल कार्य भी न करने के साथ प्रकरणों में विलंब करना और पैसे लेकर मामलों को निपटाने जैसे विभिन्न आरोप लगाये हैं।बार संघ ने आधा सैकड़ा से अधिक अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट जिलापंचायत के सामने तहसीलदार सुनील वर्मा के खिलाफ मुर्दाबाद, तानाशाही नहीं चलेगी और जिला अधिवक्तसंघ जिंदाबाद के नारे लगाये। जहां फिर ADM ने बाहर आकर उनका ज्ञापन लिया और समस्या सुनी।बार संघ के जिला अध्यक्ष राकेश दीक्षित ने बताया कि प्रभारी तहसीलदार सुनील वर्मा के विरोध में उनको हटाये जाने के संबंध में यह ज्ञापन दिया है। उनके द्वारा हमारे तहसील के अधिवक्ताओं की बेइज्जती की जाती है गलत शब्दों का प्रयोग किया जाता है। नियमानुसार कोई कार्य नहीं किया जाता है।कलेक्टर महोदय से अनुरोध है कि आप व्यवस्था को बनाएं ताकि हमारी व्यवस्था सुचारू रूप से चले मान सम्मान बना रहे पक्षकारों को लाभ मिले न्याय मिले यही हमारी मांग है। पैसों लेने के मामले में अमारे अधिवक्ताओं ने कहा वो सही है। अभी ADM नमः शिवाय अरजरिया ने हमें जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है। अगर जल्द कार्यवाही नहीं होती तो हम लोग 13 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।ADM अरजरिया ने कहा कि जिला अधिववक्ता संघ के द्वारा जो प्रभारी तहसीलदार हैं छतरपुर में उनके खिलाफ अनियमितताओं को लेकर शिकायत और ज्ञापन दिया है। मामले में जांच की जा रही है आगे जो भी विधि संवत कार्रवाई की जाएगी। 43, 44 के मुद्दे को भी इस संबंध में भी आगे परीक्षण किया जा रहा है जो भी उचित होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।      

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मध्यप्रदेश में चूहे बहुत हैं और ये सरकारी कार्यालयों में रखे रिकॉर्ड्स कुतर जाते हैं। इन्हें कैसे भगाएं, इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने 65 साल पहले नियम-कानून बनाए। इसी के तहत आज तक बिल्ली पाली जाती है, जिसकी खुराक का इंतजाम सरकार कंटिन्जेंसी फंड से करती है। इसे संभालने के लिए भी कई नियुक्तियां की गई हैं।ये अकेला नियम नहीं है, जो आपको अजीब लगे। सामान्य प्रशासन, राजस्व सहित 64 विभागों में ऐसे 200 से ज्यादा नियम-कायदे चिह्नित किए गए हैं, जिन्हें खत्म करने की तैयारी है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने इन विभाग से उन कानूनों-नियमों की जानकारी मांगी है, जो चलन में नहीं हैं या जिनकी उपयोगिता खत्म हो गई है। इन्हें कैबिनेट में रखा जाएगा।65 साल से मंत्रालय से तहसील तक के दफ्तरों में बिल्ली पालने की व्यवस्था है। इससे दफ्तरों के तहखानों में जमा कागजी रिकॉर्ड चूहों से बच जाता है। इसके दूध की व्यवस्था मंत्रालय के कंटिन्जेंसी फंड (आकस्मिक निधि) से होती है। कलेक्ट्रेट में ये काम नाजिर करते हैं। लेकिन, अब ई-ऑफिस शुरू हो गए हैं। बजट के भी सभी रिकॉर्ड ऑनलाइन हैं, इसलिए बिल्ली का काम अब खत्म।टाइपिंग मशीन पूरी तरह से सरकारी दफ्तरों में खत्म हो चुकी है, उनकी जगह कंप्यूटर ने ले ली है। बावजूद इसके अभी भी टाइपिंग मशीनों की रिपेयरिंग के लिए दफ्तरों में टाइपराइटर मैकेनिक की पोस्ट है। यह पोस्ट डाइंग कैडर में नहीं की गई है, ताकि ये पद खत्म किए जा सकें। इनकी जगह कंप्यूटर दक्ष लोगों की भर्ती होगी।पूर्व में साइक्लो स्टाइल मशीन चलन में थी, जिनमें स्टेंसिल कटता था, जो पतले प्लास्टिक का रहता था। इसमें टाइपिंग करने में प्लास्टिक से कटकर अक्षर टाइप हो जाते थे और मैटर टाइप हो जाता था, स्याही लगा दी जाती थी, जिससे एक बार में 70 से 80 कॉपी निकल जाती थी। ये मशीनें दफ्तरों से पूरी तरह से हट चुकी हैं, लेकिन इन्हें चलाने के लिए डुप्लीकेटिंग सुपरवाइजर कार्यरत हैं।

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180 डिग्री तक घूमने वाली सीटें, वाइड एंगल की खिड़कियां और ग्लास रूफ वाले विस्टाडोम कोच की मांग भोपाल रेल मंडल ने बोर्ड से की है। मंडल के अधिकारियों के अनुसार टूरिस्ट की डिमांड को देखते हुए यह प्रस्ताव भेजा है। अभी तक यह विस्टाडोम कोच भोपाल से जबलपुर जाने वाली जन शताब्दी एक्सप्रेस में ही लगाया जा रहा है।यह कोच 17 अगस्त 2022 में लगाया गया था। भोपाल रेल मंडल के प्रवक्ता सूबेदार सिंह ने बताया कि विस्टाडोम कोच यात्रियों के सफर को न केवल आरामदेह, बल्कि यादगार भी बनाता है। इस कोच में शीशे की छत के साथ शानदार कोच में मनोरम दृश्य देख सकते हैं। बड़ी कांच की खिड़की के शीशे और कांच की छत जिससे आपको सीट से पहाड़ों, घाटियों और घाटियों के लुभावने दृश्य भी देख पाते हैं।यात्रियों की डिमांड को देखते हुए भेजा प्रस्तावडीआरएम सौरभ बांदोपाध्याय ने बताया कि हर साल बारिश के सीजन में टूरिस्ट बड़ी सख्या में आते हैं। यह कोच खासतौर पर टूरिस्ट के लिए डिजाइन किया गया है। यात्रियों की डिमांड को देखते हुए हमने एक और विस्टाडोम कोच का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा है। उम्मीद कर सकते हैं कि इस साल बारिश तक (जून - जुलाई ) कोच मिल सकता है। हालांकि यह किस ट्रेन में लगाया जाएगा, यह कह पाना अभी संभव नहीं।विस्टाडोम कोच की विशेषताएंबड़ी कांच की खिड़कियां: यूरोपीय शैली की ट्रेनों से प्रेरित विस्टाडोम डिब्बों में कांच की बड़ी खिड़कियां हैं। जिससे यात्रियों को आसपास का वाइड-एंगल दृश्य दिखाई देते हैं।ग्लास रूफ टॉप: यात्रा के दौरान पहाड़ों और घाटियों से गुजरते हुए खूबसूरत बादलों या रात के आकाश में सितारों के दृश्य दिखाई देते हैं।घुमावदार सीट्स: विस्टाडोम कोचों में बैठने की अत्याधुनिक व्यवस्था है। सीटें 180 डिग्री घूम सकती हैं ताकि यात्रियों को ट्रेन की खिड़की से हमेशा बाहर का नज़ारा मिल सके।पुशबैक कुर्सियां: विस्टाडोम डिब्बों में कुर्सियों को यात्रियों को ट्रेन में अत्यधिक आराम देने के लिए पीछे की ओर धकेला जा सकता है।वाई-फाई: यात्री विस्टाडोम कोच में हाई-स्पीड इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं। इन कोचों में वाई-फाई आधारित यात्री सूचना प्रणाली प्रदान की गई है।ऑटोमेटिक दरवाजे: कोचों में ऑटोमेटिक स्लाइडिंग दरवाजे हैं, जो यात्रियों के लिए आसानी से खुलते और बंद होते हैं।स्टील लगेज शेल्फस: यात्रियों कोच में सामान रखने के लिए पर्याप्त जगह मिलती है। लगेज की अलमारियां स्टील से बनी होती हैं और सामान के भारी वजन को आसानी से झेल सकती हैं।स्नैक टेबल: इन कोचों में प्रत्येक यात्री के लिए एक फोल्डेबल स्नैक टेबल प्रदान किया जाता है, जैसा कि वाणिज्यिक एयरलाइनों पर देखा जाता है।पर्यटकों के अनुकूल लाउंज: प्रत्येक विस्टाडोम कोच के अंत में चौड़ी कांच की खिड़कियों के साथ लाउंज जैसा स्थान दिया गया है।अन्य: इसके अलावा जो एंटी-ग्लेयर लाइटों से सुसज्जित हैं, यात्रियों को परम आराम प्रदान करने के लिए माइक्रोवेव ओवन, कॉफी मेकर और रेफ्रिजरेटर के साथ एक मिनी पेंट्री कार है।  

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भोपाल। प्रदेश के अनेक जिलों में बीते तीन दिनों से बारिश, आंधी और ओले गिरने का दौर चल रहा है। इस बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं, चने समेत रबी की अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है। नुकसान को देखते हुए प्रशासन की टीमों ने कई जिलों में सर्वे भी शुरू कर दिया है। वहीं, मौसम विभाग ने 9 मार्च तक प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहने की आशंका जताई है। आज भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं।   प्रदेश में बीते 3 दिनों से मौसम बदला हुआ है और लगभग आधे जिले तरबतर हो गए हैं। इस कारण खेतों में खड़ी गेहूं और चने की फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसके चलते सरकार ने सर्वे भी शुरू करा दिया है। इधर, मौसम विभाग ने अगले तीन दिन यानी 9 मार्च तक तेज आंधी के साथ बारिश और ओले गिरने की आशंका जताई है। मंगलवार को भी राजधानी भोपाल, इंदौर समेत करीब 30 जिलों में बारिश के आसार हैं।   वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे के अनुसार मंगलवार को भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, गुना, अशोकनगर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, छतरपुर में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हो सकती है। यहां हवा की रफ्तार भी सामान्य से ज्यादा हो सकती है। कहीं-कहीं 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार अभी वेदर सिस्टम वेस्ट एमपी से गुजर रहा है। 7 और 8 को ईस्ट एमपी में गुजरेगा और फिर छत्तीसगढ़ पहुंचेगा। इसके कारण प्रदेश में 10 मार्च तक बारिश का दौर जारी रहेगा, लेकिन 9 मार्च को दोपहर बाद मौसम सामान्य होने लगेगा। इधर, बारिश के कारण प्रदेश में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है।

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भोपाल। पत्रकारिता जगत में “भीष्म पितामह” कहे जाने वाले पुष्पेंद्र पाल सिंह (पीसी) का सोमवार देर रात हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया। जानकारी के लिए बता दें कि पुष्पेंद्र पाल सिंह (पीसी) को सोमवार रात अचानक हार्ट अटैक आया जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर भोपाल के भदभदा घाट पर किया जाएगा।   बता दें कि पुष्पेंद्र पाल सिंह के निधन से पूरा पत्रकारिता जगत सदमे में है। उनके पढ़ाए हुए छात्र आज देश दुनिया के सभी प्रमुख पत्रकारिता संस्थानों में अहम पदों पर हैं।   विदित हो कि पुष्पेंद्र पाल सिंह भोपाल स्थित माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवम संचार विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष रह चुके हैं। 2015 में वे मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग में मुख्यमंत्री के ओएसडी नियुक्त किया गया था साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश सरकार के रोजगार अखबार रोजगार और निर्माण के संपादक भी बनाया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर शोक जताया पुष्पेंद्र पाल सिंह के निधन पर मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार सुबह ट्ववीट करते हुए लिखा- हिंदी पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति। श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह जी मेरे लिए एक मित्र और परिवार की तरह थे, उनका असमय जाना मेरी व्यक्तिगत क्षति है। एक योग्य, सरल और कर्मठ व्यक्तित्व, जिन्हें जो भी जिम्मेदारी दी गई, उसे उत्कृष्टता के साथ उन्होंने पूरा किया। श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह जी अपने आप में पत्रकारिता का एक संस्थान थे। उन्होंने प्रदेश और प्रदेश के बाहर पत्रकारिता के अनेकों विद्यार्थी गढ़े। विद्यार्थियों के बीच 'पीपी सर' के नाम से प्रसिद्ध एक योग्य गुरु का जाना स्तब्ध कर गया। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह जी को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। वे अपने कार्यों और विचारों के माध्यम से सदैव हम सबके हृदय में रहेंगे।

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भोपाल। भारत प्रवास पर आए ऑस्ट्रेलिया के 10 सदस्यीय प्रतिनिधि-मण्डल ने धार जिले के छोटे से कस्बे बाग का भ्रमण किया और यहां की बाग प्रिंट कला की प्रक्रिया तथा बारीकियों को समझा। प्रतिनिधि-मण्डल को बाग प्रिंट कला के उत्पाद बहुत पसंद आए तथा प्रिंटिंग की प्रक्रिया देखकर अभिभूत हो गये। प्रतिनिधि-मण्डल ने बाग प्रिंट के मास्टर शिल्पकार राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिल्पियों से चर्चा की तथा बाग प्रिंट प्रक्रिया को भी जाना। दल के सदस्यों ने कहा कि छोटे से कस्बे के शिल्पियों ने अपनी पुस्तैनी बाग कला से देश-प्रदेश का नाम रोशन किया है। बाग शिल्पी विरासत में मिली इस कला को संरक्षित तथा प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन भी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बाग प्रिंट के जनक शिल्प गुरु पुरस्कार, राष्ट्रीय पुरस्कार, लाईफ टाईम एचीवमेन्ट और राज्य स्तरीय विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित स्व. इस्माईल खत्री ने इस कला की शुरूआत की थी। आज भी उनकी इस अदभुत कला की विरासत को खत्री परिवार निरंतर सजा-संवारकर नई ऊंचाइयां दे रहा है। शिल्प गुरू (गोल्ड मेडलिस्ट) राष्ट्रीय हस्तशिल्प,हथकरघा, राज्य स्तरीय तथा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित शिल्पकार मोहम्मद युसूफ खत्री ने ऑस्ट्रेलिया के दल के सदस्यों को बाग प्रिंट कला की प्रक्रिया, बारीकियों तथा कला से संबंधित विभिन्न जानकारियों से अवगत कराया। साथ ही उनके पुत्र नेशनल अवार्डी बिलाल खत्री ने भी बाग प्रिंट कला की जानकारी दी तथा ठप्पा छपाई का प्रदर्शन किया। प्रतिनिधि-मण्डल ने कहा की खत्री परिवार के सदस्य दुनिया के सबसे अच्छे शिल्पी होने के साथ ही अच्छे सेल्समैन भी है। प्रतिनिधि-मण्डल के सदस्यों को बाग प्रिंट के जनक स्व. इस्माईल खत्री के परिवार के सदस्य शिल्पकार मोहम्मद रफ़ीक खत्री, उमर फारूख खत्री, मोहम्मद काज़ीम खत्री, मोहम्मद आरिफ खत्री, अब्दुल करीम खत्री, गुलाम मोहम्मद खत्री, कासिम खत्री, अहमद खत्री, मोहम्मद अली खत्री ने भी बाग प्रिंट कला से अवगत कराया। बाग के बिलाल खत्री परिवार ने प्रतिनिधि-मण्डल के सदस्यों का स्वागत किया। बाग के ट्राइबल फेस्टिवल में विदेशी मेहमान ख़ूब थिरके और आनंद भी लिया।

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खाद्य विभाग की दूध के शुद्धिकरण अभियान के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। आलम यह है कि जितने नमूने महीनेभर में लिए जाते थे, उतने प्रदेशभर में 4 दिन में ही ले लिए। प्रभारी अधिकारी देवेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि 3 दिन में प्रदेशभर में 1243 नमूने की जांच के लिए गए, जबकि भोपाल में इस दौरान 100 से ज्यादा नमूने लिए गए। भोपाल में प्रदेश के सबसे ज्यादा कुल लिए गए नमूने का करीब 8% है।अब तक प्रदेश में एक महीने में औसतन 1200 और भोपाल में करीब 100 नमूने लिए जाते रहें हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने रविवार काे न्यू मार्केट स्थित बृजवासी स्वीट्स से मिल्क केक एवं बेसन लड्डू, हमीदिया रोड स्थित बर्फी हाउस से मावा कतली तथा चॉकलेट रोल, संगम टॉकीज के पास पटेल मार्केट स्थित अरिहंत डेयरी फार्म से मावा, शिवनगर भानपुर स्थित गुर्जर मिल्क डेयरी से दूध और मावा, राजकृष्णा डेयरी से दूध और मावा, इंद्रविहार कॉलोनी स्थित चौकसे डेयरी से दूध और घी, जैन नगर, लालघाटी स्थित श्री जैन डेयरी से दूध एवं घी के 13 नमूने लिए गए।

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मोबाइल फोन के लगातार इस्तेमाल से गर्दन और कमर दर्द के मामले तो खूब सुने हैं, लेकिन अब घंटों मोबाइल पर बिताने के कारण लोगों को कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) की परेशानी भी होने लगी है। लोग महीनों से इसके लिए न सिर्फ दवाएं ले रहे हैं, बल्कि फिजियोथेरेपी का सहारा भी ले रहे हैं।इस बारे में जब डाॅक्टरों और फिजियोथेरेपिस्ट से बात की गई तो पता चला लोग घंटों एक ही जगह बैठकर मोबाइल फोन चलाते हैं। इससे गर्दन स्थिर होकर आगे की ओर झुकती है। इससे कंधों पर जोर आता है तो राउंड होकर आगे झुकने लगते हैं। इससे सीने पर प्रेशर बढ़ने से फेफड़े दबते हैं। स्टमक, लीवर, आंतों पर भी दबाव पड़ता है। ऐसे में आंतों का मूवमेंट कम हो जाता है। तब खाना हजम न होने और कब्ज की परेशानी होने लगती है।मोबाइल एडिक्शन के कारण पेट की अन्य परेशानियों के चलते हर रोज 50 से ज्यादा मरीज अस्पतालों में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। अकेले हमीदिया अस्पताल में ही मोबाइल फोन एडिक्शन के कारण होने वाली परेशानियों के रोजाना चार-पांच मरीज गेस्ट्रो डिपार्टमेंट में पहुंच रहे हैं।डीएम गेस्ट्रो डॉ. प्रणव रघुवंशी का कहना है कि एक ही मुद्रा में बैठे रहने से कैलाेरी बर्न कम होती है और फैट बढ़ता है। इससे कब्ज की परेशानी हो रही है। मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने वाले हर आधे घंटे में कम से कम 5 मिनट का ब्रेक जरूर लें।   

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भोपाल। मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के 20 जिलों में सोमवार को भी बारिश होने की आशंका जताई है। बादलों की गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना भी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 9 मार्च तक प्रदेश का मौसम ऐसा ही रहेगा, उसके बाद तेज गर्मी पड़ेगी।   बीते दो दिनों से प्रदेश का मौसम बदला हुआ है। राजधानी भोपाल, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, रतलाम, नर्मदापुरम, खंडवा, उज्जैन, धार, रायसेन समेत कई जिलों में हल्की और मध्यम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। सोमवार को प्रदेश के 20 जिलों में बारिश होने की संभावना है। इनमें भोपाल, रायसेन, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, कटनी, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर दतिया, श्योपुर, मुरैना और भिंड जिले शामिल हैं। हवा की रफ्तार 18 किमी प्रतिघंटा रहेगी। बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में भी गिरावट होगी।   मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में भी बारिश का दौर शुरू होगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर में हल्की बारिश होगी। हमारे यहां अरब सागर से होती हुई आ रही हवा नमी ला रही है। इस वजह से गरज चमक वाले बादल (सीबी क्लाउड) बने हैं और बारिश हो रही है। भोपाल में 6, 7, 8 और 9 मार्च को बारिश के आसार हैं। इनमें से 7 मार्च को तेज बारिश के आसार जताए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा मौसम सामान्यत: आषाढ़ महीने में रहता है। दो सिस्टम का असर होने से फाल्गुन में यह स्थिति बनी है। मौसम वैज्ञानिक एसएच पांडे का कहना है कि उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। साथ में दक्षिण-पश्चिम हवाएं मध्यप्रदेश में पहुंच रही हैं। इससे अरब सागर से गर्म और नम हवाएं आ रही हैं। मौसम बदलने से महाराष्ट्र थोड़ा गर्म है। वहां से गर्म और उत्तर से ठंडी हवाएं आ रही हैं। दोनों के मिलने से मध्य भारत में क्लाउड फॉर्मेशन हो रहा है। इससे बारिश हो रही है।

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उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार तड़के भस्म आरती के दौरान पुजारियों ने भगवान संग 40 क्विंटल फूलों से होली खेली। मंगलवार को भगवान के साथ रंग गुलाल से होली खेली जाएगी। बाबा महाकाल मंदिर में सोमवार को भस्म आरती के दौरान फाग उत्सव का अपार उत्साह देखने को मिला। महाराष्ट्र से आए एक भक्त ने मंदिर के फाग उत्सव में 40 क्विंटल फूल अर्पित किए। भस्म आरती के दौरान पुजारियों ने इन्हीं पर फूलों को भगवान महाकाल को अर्पित किया और होली खेली। पुजारियों ने भक्तों पर भी फूल बरसाए। इस दौरान गर्भगृह शिव शंभू, जय शिव, जय महाकाल के जयकारों से गूंज उठा।

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आष्टा ब्लॉक की धरोहर देवबड़ला में पुरातत्व विभाग की टीम खुदाई कर रही है। रविवार को यहां खुदाई के दौरान भगवान महादेव की प्रतिमा निकली है। इस हफ्ते में अभी तक 3 प्रतिमाएं निकल चुकी हैं। इसमें एक बराह की भी है।मां नेवज नदी के उद्गम स्थल व पुरातात्विक धरोहर देवांचल धाम देव बड़ला बिलपान में खुदाई का काम जारी है। इसमें अनेक प्रतिमाएं और कलाकृतियां निकल चुकी हैं। मंदिर समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह भगत जी व विजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि पुरातत्व विभाग 2016 से खुदाई कर रहा है। अब तक 50 से भी ज्यादा देवी-देवताओं की प्रतिमा प्राप्त हुई हैं। सभी प्रतिमाएं सैकड़ों साल पुरानी हैं। ये परमार कालीन हैं। हर एक प्रतिमा अपने आप में अद्भुत है।रविवार को खुदाई के दौरान भगवान महादेव की प्रतिमा प्राप्त हुई है। पुरातत्व विभाग के अधिकारी जीपी सिंह चौहान के अनुसार प्रतिमा में सीने से ऊपर का भाग है। यह प्रतिमा मंदिर के शिखर पर लगाई जाती है। अभी तक की खुदाई में चौथे नंबर पर सबसे बड़ा मंदिर बाबा भोलेनाथ का निकला था, उसी मंदिर के शिखर की यह प्रतिमा है। ऐसी और भी प्रतिमाएं मिलने का अनुमान है। शिव मंदिर में चारों दिशाओं में ही ऐसी प्रतिमाएं लगाई जाती हैं, आगे खुदाई का काम अभी जारी है।      

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देश के बारह ज्योतिर्लिंग में महाकालेश्वर पहला होगा, जहां श्रद्धालु एक साथ 20 कतार में दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए काम भी शुरू हो गया है। मंदिर प्रशासक के मुताबिक दीपावली से पहले श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिलने लगेगा। फिलहाल देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बैरिकेड्स के पीछे से दस कतार में दर्शन करवाए जाते हैं।मंदिर प्रबंध समिति ने जो व्यवस्था की है, उसमें सामान्य श्रद्धालुओं को गणेश और कार्तिकेय मंडपम से पांच-पांच कतार में लगकर दर्शन करवाते हैं। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर गणेश मंडपम के दर्शन रोककर केवल कार्तिकेय मंडपम से ही दर्शन करवाए जाते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ता है।नागपंचमी पर 24 घंटे में 6 लाख और महाशिवरात्रि पर 44 घंटे में 15 लाख श्रद्धालु महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आए थे। ऐसे में मंदिर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। सिंहस्थ-2028 में एक साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन करवाने के लिए गर्भगृह के सामने वाले परिसर का विस्तार किया जा रहा है।नवग्रह मंदिर और गणेश मंडपम के बीच की दीवार को हटाकर वहीं से श्रद्धालुओं को कतार में लगाया जाएगा। 10 कतार में श्रद्धालु गणेश मंडपम से और 10 कतार में कार्तिकेय मंडपम से दर्शन कर सकेंगे। एक साथ 20 कतार में श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।

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रीवा। मन में कुछ नया करने की इच्छा हो तो वह अपने जज्बे और अपनी मेहनत के दम पर सफलता हासिल कर ही लेता है। ऐसा ही कारनामा रीवा के दो छात्रों ने कर दिखाया है। यहां इंजीनियरिंग कालेज रीवा के मैकेनिकल फाइनल ईयर के छात्र प्रियांशु मिश्रा एवं ऋषभ सोनी ने नवाचार करते हुए स्क्रैप सामग्री से एक रेसिंग कार बना डाली है। खास बात यह है कि यह कार 120 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से चलती है।     इंजीनियरिंग कालेज रीवा के मैकेनिकल ट्रेड के फाइनल सेमेस्टर के प्रियांशु मिश्रा एवं ऋषभ सोनी ने बताया कि सॉफ्टवेयर से रेसिंग कार का डिजायन विकसित कराया है। इस रेसिंग कार में शत-प्रतिशत स्क्रैप सामग्री का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि रेसिंग कार में इंजन बजाज विक्रांत का लगाया है। इंजन में एक स्पार्क प्लग की जगह दो स्पार्क प्लग लगाया। इक्साइड की 12 बोल्ट की बैटरी इस्तेमाल की गई है। एक्टिवा स्कूटी का फ्यूल टैंक लगाया है। रेसिंग वाहन में फोरबार चैन लगायी गयी है। एलईडी हेडलाइट का उपयोग किया है।     उन्होंने बताया कि पूना में आयोजित होने वाली रेसिंग प्रतियोगिता में रेसिंग कार को भेजने की योजना है। प्रियांशु एवं ऋषभ सोनी ने बताया कि आगे चलकर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने की योजना है।   गत दिवस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा जिले के मऊगंज पहुंचे थे। यहां लगाई गई विकास प्रदर्शनी में स्क्रैप मटेरियल से बनी इस कार को भी प्रदर्शित किया गया था। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान रेसिंग कार का भी जायजा लिया लिया और इंजीनियरिंग कालेज रीवा के मैकेनिकल फाइनल इयर के छात्र प्रियांशु मिश्रा एवं ऋषभ सोनी को नवाचार कर रेसिंग कार बनाने पर बधाई दी थी।

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उज्जैन। महाकाल मंदिर के पण्डे-पुजारियों के द्वारा सदियों से चली आ रही परंपरानुसार होलिका दहन मंदिर परिसर में 6 मार्च सोमवार की संध्या में होगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त भी उपस्थित रहते हैं। खास बात यह रहेगी कि शासन के आदेशानुसार होलिका दहन के 36 घण्टे बाद 8 मार्च को शहरवासी धुरेंडी पर्व मनाएंगे और अबीर-गुलाल उड़ाएंगे। क्या कहता है धर्मसिंधु ग्रंथ ज्योतिषाचार्य पं.हरिहर पण्ड्या के अनुसार धर्मग्रंथ: धर्मसिंधु की मान्यता का पालन होता है। ग्रंथ के पृष्ठ क्रं.218 से 220 तक इस संदर्भ में स्पष्ट रूप से रभद्रा/प्रदोष काल/पूर्णिमा तिथि का अलग-अलग विवेचन किया गया है। संयुक्त गणना का निष्कर्ष है कि 6 मार्च को प्रदोष काल में होलिका दहन शास्त्र सम्मत है। इस समय भद्रा का कोई दोष मान्य नहीं है। वैसे भी 7 मार्च की संध्या में पूर्णिमा काल नहीं मिलेगा। अत: शास्त्र अनुसार पूर्णिमा के एक दिन बाद यानी 7 मार्च को धुरेंडी पर्व मनाया जाना चाहिए।

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उज्जैन। बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा पति विराट कोहली संग शुक्रवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर बाबा का आशीर्वाद लिया। जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।   बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और पति विराट कोहली कड़ी सुरक्षा के बीच महाकाल मंदिर पहुंचे जहां भस्म आरती में शामिल होकर बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना की। पूजा के दौरान अनुष्का साड़ी और माथे पर भस्म लगाए शिवलिंग की पूजा करती दिखाई दे रही हैं। वीडियो में दिख रहा है कि अनुष्का ने हल्की गुलाबी रंग की साड़ी पहनी है, जबकि विराट ने सफेद धोती। इस वीडियो को फैन्स काफी पसंद कर रहे हैं।

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खरगोन। मध्य प्रदेश के मौसम में मार्च का माह शुरू होते ही परिवर्तन देखने को मिल रहा है। शनिवार दोपहर मौसम में अचानक परिवर्तन देखने को मिला। जानकारी के लिए बता दें कि अरब सागर से आ रही नमी का प्रभाव निमाड़ में देखने को मिला। खरगोन शहर में वह आसपास के क्षेत्र में सुबह से ही तेज धूप व गर्मी पढ़ रही और उपर से मार्च का महीना अचानक शनिवार दोपहर में मौसम में परिवर्तन आया और हल्की हवाओं, गरजते बादल के साथ पानी की बूंदाबांदी शुरू हो गई। निमाड़ क्षेत्र के कई गांव में अचानक इस बदलाव से किसानों को चिंता में डाल दिया, क्योंकि इस समय अधिकांश निमाड़ क्षेत्र में गेहूं और चने की फसलें पककर खेतों में तैयार हो जाती है। बस उनको काटना ही बाकी रह जाता है। किसान राधेश्याम ने बताया कि हमारे गांव में फसल काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं हमें मजदूरों बाहर से बुलाना पड़ता है । इस बेमौसम की मार से किसानों की फसलें खराब होना बहुत बड़ी बात है।

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मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को सदन की मर्यादा टुकड़े-टुकड़े हो गई। संसदीय कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, कांग्रेस प्रश्न काल में ही विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग पर अड़ गई। हालांकि प्रस्ताव अभी विधानसभा के प्रमुख सचिव के पास ही पहुंचा है। ये सदन में पेश नहीं हुआ है। इसी दौरान संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा सदन की नियमावली किताब हाथ में लेकर विपक्षी विधायकों को समझाने लगे। तभी किताब उनके हाथ से छटककर चार-पांच फीट दूर विधानसभा अफसरों की सेंटर टेबल पर जा गिरी।इसी बात पर आक्रोशित कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि नरोत्तम ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह पर किताब फेंकी। कांग्रेस ने इसे संविधान का अपमान बताया और नरोत्तम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देते हुए निलंबन की मांग कर दी। तभी नरोत्तम ने सफाई दी। बोले- वे नेता प्रतिपक्ष और उनके बीच आए कर्मचारी को हटा रहे थे, तभी किताब हाथ से छूटी। 12 मिनट हंगामा चला और सदन स्थगित कर दी गई। थोड़ी देर बाद जब सदन बैठी तो कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने उसी नियमावली को सबके सामने फाड़ दिया। बोले- जब सदन नियमों से चल ही नहीं रहा है तो इसका क्या काम?हमारे विधायक जीतू पटवारी को बिना वजह निलंबित किया। जबकि नरोत्तम का आचरण तो संसदीय मर्यादा के खिलाफ है, उन्हें निलंबित करना चाहिए। इसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही 13 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी। इधर, देरशाम भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधौ और सज्जन सिंह वर्मा के खिलाफ सदन में विशेषाधिकार हनन का नोटिस लाएगी। उधर, स्पीकर ने कहा है कि हंगामे के वीडियो फुटेज निकलवाकर उनकी जांच करेंगे और गलती पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

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महिलाओं द्वारा फोन इस्तेमाल करने के लिहाज से मध्यप्रदेश की स्थिति देश में सबसे खराब है। राज्यसभा में केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारत में 15 से 49 वर्ष की आयु के बीच 53.9% महिलाएं निजी फोन का उपयोग करती हैं। जबकि मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा सिर्फ 38.5% है। इनमें से इंटरनेट इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या और भी कम है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के मुताबिक देश में कुल 33.3% महिलाओं की ही पहुंच इंटरनेट तक है।इस अनुपात से मध्यप्रदेश के लिए यह आंकड़ा करीब 23% पर सिमट जाता है। कोविड महामारी के बाद पूरी तरह बदल चुके सूचना क्रांति के इस दौर में डिजिटल लिंगभेद से जुड़े ये आंकड़े महिलाओं के लिए तिहरे नुकसान की चेतावनी देते हैं, जो पहले से ग्रामीण-शहरी और आय आधारित डिजिटल विभाजन को झेल रही हैं।महिलाओं के सीमित वर्ग द्वारा ही मोबाइल का इस्तेमाल कर पाने के लिए राज्यों में कम साक्षरता दर, आर्थिक स्थिति और पितृसत्तात्मक सोच जिम्मेदार है। जिन प्रदेशों में महिलाओं को अपने फोन इस्तेमाल करने की छूट नहीं है, वे अपनी आधी आबादी की साक्षरता के लिहाज से भी पिछड़े हुए हैं। नेशनल स्टैटिक्स ऑफिस (एनएसओ) के मुताबिक महिलाओं की साक्षरता के लिहाज से मध्यप्रदेश देश का सातवां सबसे पिछड़ा राज्य है। एक शोध के मुताबिक राज्य की एक बड़ी आबादी महिलाओं द्वारा निजी फोन के उपयोग करने को आजाद यौन प्रवृत्ति को बढ़ावा देने से जोड़कर देखती है।

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आये दिन फर्जी फर्जीवाड़े की खबर सामने आती रहती है। भोपाल क्राइम ब्रांच ने ई-कॉमर्स कंपनियों की सिमिलर वेबसाइट बनाकर सस्ते दाम में लैपटॉप, मोबाइल बेचने का लालच देकर ठगी करने वाले दिल्ली की जालसाज गैंग को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार हुए 9 आरोपियों ने अब तक 5 लाख रुपए की ठगी करना कबूल किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 9 मोबाइल फोन, टेलीफोन बॉक्स 22, सिम कार्ड 19 जप्त किए हैं। डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित कुमार ने बताया कि कमलानगर, कोटरा सुल्तानाबाद रोड की रहने वाली महिला ने साइबर क्राइम में 3 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अपनी बच्ची के लिए लैपटॉप लेने के लिए गूगल पर सर्च कर रजिस्ट्रेशन किया था। इसके बाद उनके पास कॉल आया। फोन करने वाले खुद को बताया कि वह बिगबाजार प्रो. कॉम से बोल रहा है। उसने सस्ते दाम में लैपटॉप दिलाने के नाम पर 599 रुपए का रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद आइडी एक्टिवेट, नॉमिनी का आईडी एक्टिवेट समेत अन्य फीस बताकर 10 दिन के अंदर 4 लाख 81 हजार 597 रुपए जमा करा लिया। इसके बाद फोन बंद कर लिया। धोखाखड़ी का एहसास होने पर महिला क्राइम ब्रांच में शिकायत करने पहुंची। पुलिस ने महिला की तरफ से उपलब्ध कराए गए बैंक डिटेल और फोन नंबर के आधार पर जांच शुरु की। तकनीकी एनालिसिस, बैंक डिटेल और फोन नंबर की मदद से दिल्ली की लोकेशन मिली। भोपाल से टीम दिल्ली के लिए रवाना हुई।दिल्ली में 9 दिन तक रैकी करने के बाद टीम ने गोविंदपुरी स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारकर सम्राट बुदक, प्रोवीर वैध्य, अजय शिकारी, सुनील दास, पंकज, आशिफ खान, नितेश पाल, राहुल हलधर, रोहित कुमार को गिरफ्तार किया। तुगलकाबाद एक्सटेंशन के रहने वाले नितेश पाल (25) पुत्र राजेश कुमार और आशिफ खान (23) पुत्र रफीक अहमद मुख्य आरोपी हैं। दोनों 12वीं पास हैं। नितेश टीम को लीड करता और कॉलिंग का काम देखता था। जबकि आशिफ खान फ्रॉड के लिए बैंक खाता उपलब्ध कराता व कॉल सेंटर में पार्टनरशिप है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 9 मोबाइल फोन, टेलीफोन बॉक्स 22, सिमकार्ड 19 जप्त किए हैं।  

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इंदौर। शहर के बड़ा रावला में इंदौर स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत आज से होगी। समारोह 3 और 4 मार्च को आयोजित किया जाएगा, जिसमें यहां कई आयोजन होंगे। इसके अलावा कॉलेज के स्टूडेंट्स को हेरिटेज वॉक भी कराई जाएगी और उन्हें इंदौर के इतिहास की जानकारी भी दी जाएगी। जूनी इंदौर क्षेत्र में स्थित बड़ा रावला में श्री इंदौर स्थापना दिवस समारोह समिति द्वारा 3 और 4 मार्च को इंदौर स्थापना दिवस महोत्सव यहां मनाया जाएगा। धार्मिक आयोजन के साथ ही सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी यहां होंगे। समिति के युवराज वरदराज मण्डलोई ने बताया कि आयोजन में कई लोगों को आमंत्रित किया गया है। 3 मार्च की सुबह सबसे पहले दौलतगंज स्थित छत्रियों का पूजन होगा। इसके बाद श्री गौड़ विद्या मंदिर में गणपति पूजन और श्री संस्थान बड़ा रावला महल परिसर में गादी पूजन किया जाएगा। साथ ही भव्य आतिशबाजी भी होगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 3 मार्च की शाम को 4 से 7 बजे तक बड़ा रावला महल का हेरिटेज वॉक करवाया जाएगा। इसमें 100 स्टूडेंट्स शामिल होंगे। इनमें पीएच डी स्टूडेंट्स, टूरिज्म और सोशल वर्क के साथ ही कुछ स्कूली बच्चे भी शामिल होंगे। यहां कई ऐसी वस्तुएं है जिनकी जानकारी और इतिहास की जानकारी उन्हें दी जाएगी। हेरिटेज वॉक के लिए इंदौर के ही स्टूडेंट्स को आमंत्रित किया गया है। सम्मान समारोह, कवि सम्मेलन 4 को समिति द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 4 मार्च को शाम 7 बजे से आयोजन की शुरुआत होगी। जिसमें शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, संस्कृति व खेल से जुड़े कई लोग शामिल होंगे। 7 बजे विभिन्न प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद शंकर लालवानी, विशेष अतिथि मेयर पुष्यमित्र भार्गव इसके अलावा भाजपा विधि प्रकोष्ठ संयोजक मनोज द्विवेदी उपस्थित रहेंगे। इसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन होगा।

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आगर मालवा। जिले के नलखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम लटूरी गहलोत में गुरुवार को आयोजित मृत्युभोज के कार्यक्रम के बाद 184 लोग उल्टी दस्त से पीड़ित हो गए। फूड पॉइजनिंग के शिकार लोगों का उपचार किया जा रहा है और सभी की स्थिति ठीक है। वहीं, खाद्य एवं पीएचई विभाग ने भोजन एवं गांव के पानी के सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।   प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के ग्राम लटूरी गेहलोत में एक परिवार में गुरुवार को मृत्युभोज कार्यक्रम हुआ था। जिसमें 200 से अधिक लोग शामिल हुए थे। इस दौरान नुकती (बूंदी), सेव, बर्फी, गुलाब जामुन, सब्जी पूड़ी खाने के बाद ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ने लगी। जब बड़ी संख्या में लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई तो प्रशासन को सूचना दी गई। इसके बाद एसडीएम सोहन कनास और सीएमएचओ एसएस मालवीय सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बीमारों का गांव में ही इलाज शुरू किया। शुक्रवार दोपहर तक करीब 184 लोगों की जांच की जा चुकी थी, जिनमें से किसी की भी स्थिति चिंताजनक नहीं है। सीएमएचओ डॉ. एसएस मालवीय ने बताया कि जानकारी मिलते ही हमने स्वास्थ्य अमला गांव में भेज दिया है और वहां पर सभी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। किसी की भी हालत खराब नहीं है।     भोजन और पानी के नमूने लिए जिला खाद्य अधिकारी केएल कुंभकार ने बताया कि फूड पाइजनिंग की शिकायत मिलने पर शुक्रवार को लटूरी गहलोत में गिरिराज पाटीदार के यहां जांच की गई। गुरुवार को मृत्यु भोज कार्यक्रम में परोसी गई जो भोजन सामग्री बची थी, उसमें से नुकती (बूंदी), सेव और बर्फी के सैंपल लिए गए हैं। जिसकी जांच की जाएगी। गौरतलब है कि जिस घर मृत्यु भोज था, उस परिवार का कोई सदस्य बीमार नहीं हुआ है। साथी ही गांव के कई ऐसे लोग भी बीमार हुए हैं जो मृत्यु भोज में शामिल नहीं हुए थे। ऐसे में गांव के पानी के स्रोतों की जांच भी करवाई जा रही है। इसके लिए पीएचई विभाग के एसडीओ केएस खत्री शहीद अधिकारी कर्मचारी गांव पहुंचे बीमार व्यक्तियों के घरों से तथा सार्वजनिक जल स्रोतों से पानी के सैंपल लिए गए। एसडीओ खत्री ने बताया कि लिए गए सैंपल की आगर लैबोरेटरी में जांच कराई जाएगी।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से तेज गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा। बीते कुछ दिनों से उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई और बादल छा रहे थे। इसकी वजह से तापमान बढ़ नहीं पा रहा था। लेकिन इसका असर शुक्रवार से कम हो जाएगा। इस कारण कई शहरों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।   मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 3 मार्च के बाद आसमान साफ होने से तापमान बढ़ेगा। मार्च पहले पखवाड़े में ही प्रदेश के अधिकांश शहरों में दिन का तापमान 38 से 39 डिग्री तक पहुंच जाएगा। वहीं, 16 मार्च से तापमान 40-42 डिग्री से ज्यादा हो जाएगा। वहीं, मार्च में रात का तापमान 26 डिग्री के पार पहुंच जाएगा। न्यूनतम तापमान में पांच से सात डिग्री की बढ़ोतरी होगी।   मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने के अनुसार मार्च की शुरुआत के साथ ही ठंड की विदाई भी हो जाएगी। इसके बाद तापमान में गिरावट नहीं होगी। दूसरे पखवाड़े में लू जैसी स्थिति बनेगी। बुंदेलखंड, बघेलखंड, ग्वालियर समेत भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभाग में लू असर दिखाएगी। प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान 36 डिग्री के पार चल रहा है। इसके साथ ही रात में भी गर्मी का असर है। इस वजह से पंखे चलने लगे हें। कई शहरों में पारा 19 डिग्री के पार पहुंच गया है। नर्मदापुरम में तो तापमान 21 डिग्री के पार चल रहा है। ज्यादातर शहरों में तापमान 16 डिग्री से ज्यादा ही है। तापमान में शुक्रवार से और बढ़ोतरी होगी। खरगोन, राजगढ़, रतलाम, धार में पारा ज्यादा है।

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सागर। सागर जिले के परसोरिया हाई स्कूल में गुरूवार को कक्षा 12वीं का पेपर देने पहुँची दो छात्राओ को केन्द्र अध्यक्ष ने 10 मिनट लेट आने पर प्रवेश नहीं दिया दोनों छात्रों को पेपर से वंचित रखा गया। छात्राओं की गलती इतनी थी कि वे परीक्षा प्रारंभ होने के बाद महज 10 मिनट बाद 9:10 बजे केंद्र में पहुंची थी। दोनों छात्राएं रहली विधानसभा क्षेत्र के आपचंद ग्राम की रहने वाली है जो कि ग्राम परसोरिया से पन्द्रह किलोमीटर दूर है। छात्राओ को वाहन न मिलने के चलते वह दस मिनिट लेट हो गई थी। परीक्षा से वंचित होने पर दोनों छात्राओं का रो-रो कर बुरा हाल है। पेपर के समय बस स्टैंड स्थित यात्री प्रतीक्षालय में बैठी छात्राओं को देखकर ग्रामीणों ने जब उनसे बात की तो छात्राओं ने अपनी आपबीती बताई।   ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। जिसके बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने इसे गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही 3 सदस्य समिति गठित कर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है, जिसमे डिप्टी कलेक्टर शशि मिश्रा संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर संभाग मनीष वर्मा जिला शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक है जो कि शाम 7 बजे तक रिपोर्ट देंगे । जिसके बाद दोषी पाए जाने पर शिक्षकों पर कार्यवाही होगी। कलेक्टर के आदेश के बाद बनाई गई जांच समिति के सदस्य दोपहर करीब 3:15 हायर सेकेंडरी स्कूल परसोरिया में बनाए गए परीक्षा केंद्र पहुंचे जहां उन्होंने केंद्र अध्यक्ष अंजना पाठक वाह केंद्र में उपस्थित अन्य स्टाफ के कथन दर्ज किए। इस जांच समिति को शाम 7:00 बजे तक कलेक्टर को अपनी जांच रिपोर्ट सबमिट करनी है।

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उज्जैन। रक्षा बंधन पर बहन अपनी रक्षा के लिए भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है। भाई ताउम्र रक्षा का वचन देता है। उज्जैन में इसके उलट एक 80 वर्षीय बहन ने न केवल अपने 85 वर्षीय भाई की करीब 20 वर्ष तक सेवा की, बल्कि निधन होने पर गुरूवार को चक्रतीर्थ ले जाकर अंतिम संस्कार भी अपने हाथों से किया। यह वह वक्त था, जब मृतक की पत्नि/बेटा मौजूद नहीं था, क्योंकि उन्होने लम्बे अरसे से अपने पति/पिता से सम्पर्क तोड़ लिया था।   गुरूवार को चक्रतीर्थ पर शहर के अर्जुन नगर निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुशीला राठी ने अपने 84 वर्षीय भाई का अंतिम संस्कार किया। उन्होने अपने भाई की लगभग 20 वर्षो तक निस्वार्थ सेवा की और उनके बीमार होने पर स्वयं की अस्वस्थता के बावजूद अस्पताल में भाग दौड़ करती रही। उनका कहना था कि उनके अथक प्रयासों के बाद भी वे अपने भाई कृष्ण कुमार का को बीमारी से बचा नहीं पाई। चक्रतीर्थ पर गुरूवार को जब 80 वर्षीय बहन अपने भाई की देह का अंतिम संसार स्वयं के हाथो से कर रही थी, तो मौके पर मौजूद लोगों की आंखों से अश्रु बह निकले। लोगों का कहना था कि ऐसा अपनापन आज के युग में बहुत ही कम देखने को मिलता है।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आज (गुरुवार) शाम बेहद रोमांचकारी खगोलीय घटना होने जा रही है। दरअसल, एक सप्ताह से आसमान में लगातार नजदीकियां बढ़ा रहे दो ग्रहों बृहस्पति और शुक्र का मिलन होने वाला है। लम्बे इंतजार के बाद इन ग्रहों के मिलन की यह घड़ी आई है। सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति (जुपिटर) गुरुवार शाम को सूर्यास्त के ठीक बाद पश्चिम आकाश में सबसे चमकते ग्रह शुक्र (वीनस) के साथ जोड़ी बनाते हुए नजर आएगा।     भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि सूर्य की परिक्रमा करते हुए पिंडों को पृथ्वी से देखने पर कई बार इस प्रकार का कोण बनता है, जिससे लगता है कि वे आपस में जोड़ी बना रहे हों। जबकि इनकी आपस में दूरी करोड़ों किमी रहती है। बृहस्पति और शुक्र के मिलन को खगोल विज्ञान में कंजक्शन ऑफ वीनस एंड जुपिटर कहते हैं।     उन्होंने बताया कि इस दौरान वीनस की पृथ्वी से दूरी 20 करोड़ 39 लाख 90 हजार किलोमीटर होगी, जबकि जुपिटर हमसे 86 करोड़ 45 लाख 21 हजार किलोमीटर दूर होगा। इसमें वीनस माईनस 4 मैग्नीट्यूड से अधिक चमकदार दिखेगा, तो जुपिटर माइनस 2.1 चमक के साथ इससे जोड़ी बना रहा होगा।   सारिका ने बताया कि शाम को आसमान में जोड़ी बनाते इन ग्रहों को बिना टेलीस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा। अगर आपके पास सामान्य टेलीस्कोप है तो जुपिटर के दिखने वाले चार मून को भी देख पाएंगे। तो चूकिए मत, क्योंकि इन दोनों ग्रहों की जाड़ी फिर से बनते हुए देखने के लिये 12 अगस्त 2025 तक का इंतजार करना होगा।

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भोपाल के जहांगीराबाद स्थित मप्र के पहले मॉडल सीएम राइज रशीदिया स्कूल में दो टीचर के नमाज पढ़ने का मामला गरमा गया है। संस्कृति बचाओ मंच ने विरोध जताते हुए टीचरों को निलंबित करने की मांग की है। इसे लेकर वे गुरुवार को डीईओ नितिन सक्सेना से भी मिले। चेतावनी दी कि दोनों शिक्षिकाओं पर कार्रवाई करें, वरना हम सभी स्कूलों में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के नेतृत्व में कई पदाधिकारी-कार्यकर्ता डीईओ सक्सेना के पास पहुंचे। अध्यक्ष तिवारी ने बताया कि शिक्षा स्थल को धर्म स्थान में परिवर्तित नहीं करना चाहिए, इसलिए दोषी शिक्षिकाओं पर कार्रवाई हो। यदि ऐसा नहीं होता है, तो हम सभी स्कूलों में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।सीएम राइज रशीदिया स्कूल में दो शिक्षक मंगलवार दोपहर को नमाज पढ़ती मिली थीं। वो भी क्लास में। इन दो टीचर्स ने पहले बच्चों को क्लास से बाहर निकाला, फिर नमाज पढ़ी। सामने आने के बाद मामला सुर्खियों में है। संस्कृति बचाओ मंच मैदान में उतर गया है।वैसे तो ऐसी धार्मिक गतिविधियों को लेकर शासन से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं हैं, लेकिन ड्यूटी के दौरान परिसर या क्लास में नमाज आदि नहीं की जा सकती। मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का कहना है कि क्लास में धार्मिक गतिविधि करना कानूनन गलत है। अगर ऐसा हो रहा है, तो हम संज्ञान लेंगे। नोटिस भेजेंगे।

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होली पर्व को उत्साह व उमंग से मनाने के लिए व नगरपालिका स्तर पर उचित व्यवस्था करने की दृष्टि से हिंदू उत्सव समिति ने सभी प्रमुख विभागों को पत्र लिखा है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, जिला प्रशासन, विद्युत विभाग जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों को हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने पत्र भेज कर रंगोंत्सव पर्व के दौरान उचित व्यवस्था करने की मांग रखी। हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने कहा कि नगर मे पांच दिवसीय होली का त्यौहार गली-गली व मौहल्ले वार समूचे नगर मे हर्षोल्लास से मनाया जाता है, सौ से अधिक स्थानों पर होलिका दहन होती है। समिति ने मांग की है कि होलिका दहन स्थलों पर मिट्टी डलवाई जाये तथा व्यवस्थित प्रकाश की व्यवस्था की जाए।समिति ने मांग की है कि रंग पंचमी चल समारोह एवं महादेव की होली के दौरान सभी मुख्य चौराहों पर पानी के ड्रम व टंकियों में पानी नगर पालिका भरना सुनिश्चित करें तथा जुलूस में भी पानी से भरे टैंकर चलाए जाए। इस वर्ष महादेव की होली का चल समारोह भाईदूज 9 मार्च को छावनी क्षेत्र में निकलेगा। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष सम्मिलित रहेंगे। इस दृष्टि से पुलिस प्रशासन से भी मांग की है कि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।हिन्दु उत्सव समिति ने कहा है कि धरतीपुत्र पंडित प्रदीप जी मिश्रा के आव्हान पर महादेव की होली को लेकर सभी नागरिकों में उत्साह अभी से देखने को मिल रहा है। हिंदू उत्सव समिति ने सभी शिव मंदिरों के व्यवस्थापकों से निवेदन किया है कि वह मंदिरों में भाई दूज के दिन सुबह से केसरिया रंग व सुगंधित जल की व्यवस्था रखें ताकि उस दिन बड़ी संख्या में आने वाले भक्तजन महादेव की होली मना सकें और भगवान शिव को सुगंधित केसरिया जल अर्पित कर सकें।

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देवास में एक हृदय विदारक घटना घटी। रात में एक निगमकर्मी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बेटा उनका शव घर में छोड़कर सुबह परीक्षा देने गया। पेपर देकर लौटा और पिता का अंतिम संस्कार किया। पूछने पर इतना ही कहा- दिल पर पत्थर रखकर पिता का सपना पूरा करने गया था।जिले के आवास नगर में रहने वाले जगदीश सोलंकी को बुधवार रात 12 बजे हार्ट अटैक आया। वे नगर निगम में प्रभारी सहायक राजस्व निरीक्षक थे। परिवार में पत्नी के अलावा चार बेटियां और एक बेटा है। चारों बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि बेटा देवेंद्र माउंट हायर सेकेंडरी स्कूल का छात्र है।गणित संकाय से 12वीं कर रहे देवेंद्र का गुरुवार को हिंदी विषय का पेपर था। वह रात में पढ़ाई में जुटा हुआ था। रात 12 बजे पिता को सीने में दर्द उठा। वह कमरे से बाहर आया तो जगदीश की हालत ठीक नहीं थी। कुछ देर बाद जगदीश के शरीर ने हरकत करना बंद कर दिया। वे उन्हें अस्पताल लेकर पहंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पिता की बॉडी घर पर रखी हुई थी और उधर देवेंद्र के पेपर का समय हो रहा था। उसने इतनी दुख की घड़ी में पेपर देने का निर्णय लिया।छात्र देवेंद्र ने बताया- पापा अब इस दुनिया में नहीं हैं। सुबह मेरा 12वीं का पेपर था। पापा चाहते थे कि मैं अच्छे नंबरों से पास होऊं। उनके लिए ही दिल पर पत्थर रखकर एग्जाम देने गया। पापा का सपना था कि मैं आर्मी या सिविल सर्विसेस में जाऊं। पेपर अच्छा गया है। आगे कैसे होगा, इस बारे में तो कुछ नहीं पता, लेकिन जो भी होगा, देखा जाएगा। बस अपने दूसरे साथियों को यही कहना चाहूंगा कि विपत्ति कितनी भी आए, उसका डट कर सामना करो। पढ़ाई को अहमियत देना बहुत जरूरी है।

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भोपाल। गौ-संर्वद्धन बोर्ड की कार्य-परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेशवरानंद गिरि ने प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि आगामी 8 मार्च को होलिक दहन में गौ-काष्ठ और कंडो का उपयोग करें।   उन्होंने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा कि हमारी गौ-शालाओं में पर्याप्त मात्रा सस्ते दामों पर यह सामग्री उपलब्ध है। गौ-काष्ठ और कंडे के विक्रय से गौ-शालाओं की आमदनी होगी और वे आत्म-निर्भर बनेंगी। हरे-भरे वृक्षों को कदापि न काटें।

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भोपाल। राजधानी भोपाल के जहांगीराबाद स्थित मप्र के पहले माडल सीएम राइज रशीदिया स्कूल में बच्चों को क्लास से बाहर कर नमाज पढ़ने के मामले में दो महिला शिक्षिकाओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। स्कूल प्रशासन ने बुधवार को दोनों शिक्षिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि कक्षा के दौरान सभी बच्चों को बाहर क्यों किया गया?   दरअसल, मंगलवार को रशीदिया स्कूल में दो शिक्षिकाओं के कक्षा में नमाज पढ़ते हुए वीडियो वायरल हुए थे। बाद में यहां के बच्चों से बात करने पर पता चला कि स्कूल में प्रतिदिन बच्चों को नमाज पढ़ने के नाम पर इसी तरह कक्षा से बाहर किया जाता है, जबकि अन्य कक्षाओं में बच्चे पढ़ते रहते हैं। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा है कि फुटेज के आधार पर स्कूल को नोटिस भेजा जा सकता है। स्कूल में इस तरह की धार्मिक गतिविधियों को करना गलत है।   शुक्रवार को बच्चे भी पढ़ते हैं नमाज इधर, छात्रों ने बताया कि शुक्रवार के दिन सभी कक्षाओं में नमाज पढ़ी जाती है और बच्चे भी स्कूल में ही नमाज पढ़ते हैं। इस कारण कुछ देर के लिए पढ़ाई बाधित होती है, लेकिन एक कक्षा में प्रतिदिन सब बच्चों को बाहर कर नमाज पढ़ी जाती है। इस मामले में स्कूल के कुछ शिक्षकों ने भी दबी जुबान में विरोध करना शुरू कर दिया है।   सीएम राइज रशीदिया स्कूल जहांगीराबाद के प्राचार्य केडी श्रीवास्तव का कहना है कि स्कूल में पहले इस तरह की घटना सामने नहीं आई है। बच्चों और शिक्षकों को समझाइश देते रहते हैं कि वे कक्षा में धार्मिक गतिविधियां न करें। दोनों शिक्षिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा गया है कि उन्होंने बच्चों को कक्षा से बाहर क्यों किया?   भोपाल के जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना का मामले में कहना है कि वीडियो फुटेज के माध्यम से मामले की जानकारी संज्ञान में आई है। फुटेज की जांच करवाई जा रही है। जांच में किसी भी तरह की लापरवाही सामने आएगी, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

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इंदौर। अमूल और सांची के पैकेट वाला दूध महंगा होने के बाद शहर में खुले दूध के दाम भी बढ़ गए हैं। इंदौर दूध विक्रेता संघ द्वारा खुले दूध के दामों में तीन रुपये प्रति लीटर तक की वृद्धि की गई है और नई दरें बुधवार से लागू भी हो गई हैं। नई दरें लागू होने के बाद शहर में लोगों को घर पर बंदी का दूध 57 रुपये प्रति लीटर और दुकानों पर खुला दूध 61 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। इससे पहले एक सितंबर 2022 को दूध के भाव में वृद्धि की गई थी।     दरअसल, कुछ समय पहले अमूल और सांची ने दूध के भाव बढ़ाए थे। तभी संभावना व्यक्त की जा रही थी कि खुले और बंदी वाले दूध के भाव बढ़ाए जाएंगे। दुग्ध संघ द्वारा खुले दूध के दाम बढ़ाने के पीछे की वजह उत्पादन खर्च में वृद्धि बताई जा रही है। इंदौर दूध विक्रेता संघ के अध्यक्ष भरत मधुरावाला ने बताया कि हम शहर में दूध की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए दूध को फैट प्रणाली से लेते हैं। अभी तक हम दुग्ध उत्पादकों से आठ रुपये प्रति फैट के हिसाब से दूध ले रहे थे। अब इसे 8.40 पैसे के हिसाब से लेंगे। हम करीब छह फैट का दूध लेकर उपभोक्ता को उपलब्ध करवाते हैं। इस तरह से दूध उत्पादक को 2.40 पैसे प्रति लीटर का फायदा होगा।     मथुरावाला ने बताया कि बिजली, डीजल, लेबर, पैकिंग की दरों में वृद्धि के कारण हमने तीन रुपये लीटर भाव बढ़ाने का फैसला लिया है। बुधवार से दुकानों से 61 रुपये और बंदी वाला दूध 57 रुपये लीटर मिलने लगा है। अब तक दुकान से 58 रुपये और बंदी से 54 रुपये में दूध मिलता था। दूध विक्रेताओं का कहना है कि दूध के दाम बढ़ने के बाद पनीर और चक्के के साथ मिठाइयां भी महंगी हो जाएंगी।

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महामहिम राज्यपाल मध्यप्रदेश मंगुभाई पटेल सीधी में आज से दो मार्च तक रहेंगे। महामहिम राज्यपाल के जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार राज्यपाल पटेल 28 फरवरी को तीन बजे हेलीपैड सीधी पहुंचेंगे। इसके पश्चात पटेल हेलीपैड से परसिली के लिए रवाना होंगे। इसके बाद का राज्यपाल समय आरक्षित रहेगा एवं परसिली में रात्रि विश्राम करेंगे।राज्यपाल पटेल एक मार्च को सुबह 10 बजे परिसिली से ग्राम पंचायत चमराडोल के लिए प्रस्थान करेंगे। 10.10 बजे से 10.30 बजे तक ग्राम पंचायत चमराडोल में सिकेल सेल एनीमिया एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का अवलोकन करेंगे। तत्पश्चात 10.30 बजे से 11.30 बजे तक शासन की योजनाओ से लाभान्वित हितग्राहियों तथा जनजातीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद करेंगे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल 11.30 बजे से 12.15 आंगनवाड़ी केंद्र एवं अन्य शासकीय संस्थाओं का भ्रमण करेंगे। इसके बाद दोपहर 12.15 बजे से एक बजे तक ग्राम पंचायत चमराडोल में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही के घर में भोजन करेंगे। दोपहर एक बजे परसिली वापसी एवं चार बजे तक का समय आरक्षित रहेगा। राज्यपाल पटेल शाम चार बजे परसिली से संजय टाइगर रिजर्व के लिए प्रस्थान एवं सायं 4.25 बजे से छह बजे तक संजय टाइगर रिजर्व में भ्रमण करेंगे। सायं छह बजे परसिली वापसी होगी एवं इसके बाद का समय आरक्षित रहेगा। राज्यपाल मंगुभाई पटेल दो मार्च को सुबह नौ बजे सीधी से सिवनी के लिए प्रस्थान करेंगें।

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जेनेवा में UN की बैठक में भारत के भगोड़े स्वामी नित्यानंद के कथित देश कैलासा की प्रतिनिधि भी नजर आई। नित्यानंद ने ट्वीट कर कहा- स्विटजरलैंड के जेनेवा में UN मीटिंग के दौरान कैलासा की एक महिला भक्त ने इकोनॉमिक और सोशल राइट्स के साथ सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर चर्चा में हिस्सा लिया। कैलासा की प्रतिनिधि नित्यानंद की तरह ही पारंपरिक कपड़ों और ज्वैलरी में नजर आईं।नित्यानंद पर भारत में शिष्यों से रेप और किडनैपिंग के आरोप लगे थे। 2019 में वो देश छोड़कर भाग गया था। उसने अपना अलग द्वीप बसाने और इसे अलग देश का दर्जा मिलने का दावा किया था। हालांकि, अब तक इस द्वीप या देश को किसी देश ने मान्यता नहीं दी है।जेनेवा मीटिंग से पहले भी UN कैलासा के प्रतिनिधियों की कुछ रिपोर्ट्स को पब्लिश कर चुका है। इनमें हिंदुओं के साथ ही कैलासा के धर्मगुरु नित्यानंद पर हुए अत्याचारों का जिक्र किया गया था। इसके अलावा UN कमेटी में कैलासा की वेबसाइट पर भी इन रिपोर्ट्स को दिखाया गया। कैलासा ने UN को महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर भी रिपोर्ट्स सौंपी हैं।UN की ऑफिशियल वेबसाइट कैलासा को 193 मेंबर स्टेट्स में शामिल नहीं करती। दरअसल, एक ‘तथाकथित’ देश (या संगठन) को भी UN के कुछ खास सेशन्स में प्रतिनिधि भेजने का अधिकार है। इसके लिए UN मेंबर होना जरूरी नहीं है। फिलिस्तीन और बलूचिस्तान के प्रतिनिधि भी UN मीटिंग्स का हिस्सा रह चुके हैं। कैलासा को आज तक किसी भी देश ने अलग कंट्री के तौर पर मान्यता नहीं दी है।2010 में नित्यानंद की एक शिष्या ने उस पर रेप का आरोप लगाया था। तहकीकात के बाद 2019 में गुजरात पुलिस ने कहा था कि नित्यानंद के आश्रम में बच्चों को किडनैप करके रखा जाता है। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर 2 लोगों को गिरफ्तार किया था। आश्रम में बच्चों की पिटाई भी की जाती थी। नित्यानंद ने हमेशा अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज किया।      

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राजधानी भोपाल में गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक 140 करोड़ रुपए से बन रहे फ्लाईओवर का 20% काम बचा है। जिसे तीन महीने में पूरा करने का टारगेट है। ताकि, मई के आखिर में टेस्टिंग हो सके। हालांकि, बचे हुए काम में ही काफी अड़चनें हैं। खासकर बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अभी 40 मीटर लंबा स्लैब बिछाया जाना है। इससे ट्रैफिक को भी बंद करना पड़ेगा। इसलिए पीडब्ल्यूडी का वैकल्पिक रूट तैयार करने का प्लान है। इसे लेकर अफसरों ने निरीक्षण भी किया।शहर के मैदा मिल रोड पर गायत्री मंदिर से रानी कमलापति स्टेशन, प्रगति पेट्रोल पंप, मान सरोवर कॉम्पलेक्स, बोर्ड ऑफिस चौराहा होते हुए गणेश मंदिर तक फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण पिछले दो-ढाई साल से किया जा रहा है। 8 मार्च 2019 को 140 करोड़ रुपए से ब्रिज बनाए जाने की मंजूरी दी गई थी। अभी करीब 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। 91 में से 90 फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है। वहीं, 90 सब स्ट्रेक्चर और 56 स्लैब भी बिछाए जा चुके हैं।एमपी नगर शहर के सबसे व्यस्तम इलाकों में से एक है। यहां शहरभर की भीड़ जुटती है, क्योंकि एमपी नगर के आसपास ही सरकारी और प्राइवेट ऑफिस है। इसके अलावा यह सेंटर पाइंट है। इस कारण दिनभर खासी भीड़ रहती है। खासकर सुबह-शाम को पीक अर्वस में सबसे ज्यादा दिक्कतें खड़ी होती है। ऐसे में होशंगाबाद रोड की तरफ से आने और जाने वालों को काफी देर तक जाम में फंसना पड़ता है। फ्लाई ओवर ब्रिज बनने के बाद काफी हद तक ट्रैफिक समस्या दूर हो जाएगी।गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर के बीच बोर्ड ऑफिस चौराहे को छोड़ दें तो फ्लाईओवर ब्रिज का स्ट्रक्चर लगभग पूरा हो चुका है। वहीं, फ्लाईओवर की वल्लभ भवन आर्म के लिए बिजली की हाईटेंशन लाइन के खंभों की शिफ्टिंग, पुराने वाहनों की शिफ्टिंग जैसे काम भी बड़ी चुनौती हैं। इसके अलावा थाने और पेट्रोल पंप के बीच प्रस्तावित 15 मीटर चौड़ी और 200 मीटर लंबी सड़क को लेकर भी पुलिस और पीडब्ल्यूडी के बीच समन्वय होना है। इस ब्रिज की डेडलाइन जून 2023 है। इसलिए अप्रैल के आखिरी या फिर मई के दूसरे पखवाड़े में पूरा किए जाने की उम्मीद है।

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झाबुआ। मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुत जिलों झाबुआ एवं अलीराजपुर में बुधवार से भगोरिया उत्सव का धूमधाम भरा शानदार आगाज होगा। इन जिलों से काम की तलाश में पलायन कर गुजरात, राजस्थान ओर अन्य स्थानों पर गए हुए लोग वापस अपने घरों की ओर लौट आए हैं और पर्व की तैयारियों में उत्साह से जुट गए हैं। इस साल बाजारों में बड़ी रौनक है। चारों तरफ हर्षोल्लास का वातावरण दिखाई दे रहा है। ऐसे में भगोरिया की मस्ती सिर चढ़कर बोलने वाली है।   झाबुआ एवं अलीराजपुर जिलों में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा इस पर्व के मद्देनजर जहां अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए जहां लगातार बैठकें कर तैयारियों की समीक्षा की गई, वहीं चाक चौबंद सुरक्षा प्रबंधों को भी अंतिम रूप दिया गया है।     आदिवासी संस्कृति के इस पर्व का आगाज़ होली के सात के दिन पूर्व से हो जाता है। और होली पूर्व लगने वाले सभी हाट बाजार भगोरिया हाट कहे जाते है। पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासियों की संस्कृति का प्रतीक, प्रणय पर्व के रूप में जाना जाने वाले भगोरिया पर्व की शुरुआत बुधवार, 1 मार्च से होगी और मंगलवार 7 मार्च तक विभिन्न स्थानों पर भरने वाले हाट बाजार भगोरिया हाट के रूप में भरेंगे। भगोरिया उत्सव को लेकर आदिवासियों में बड़ा उत्साह है। हाट बाजारों में शामिल होने के लिए झाबुआ जिले से दूरस्थ स्थानों की ओर काम (मजदूरी) पर गए आदिवासी मजदूर इस लोक पर्व के मद्देनजर अपने घर लौट आए हैं। इस वर्ष जहां फसलें अच्छी हुई है और किसी तरह से कोई प्रशासनिक बंदिशें या कोरोना जैसी बीमारी का भय भी नहीं है, इसलिए इस साल भगोरिया हाट बाजारों में जबरजस्त मस्ती भरा माहौल ओर धूमधाम रहेगी।     जिले के व्यापारियों के अनुसार इस साल बाजारों में रौनक भी है, ओर जमकर खरीदारी भी की जा रही है। पिछले वर्षो में कोरोना महामारी के चलते एक अज्ञात भय लोगो में समाया था, हालांकि फिर भी झाबुआ आलीराजपुर जिलो में भगोरिया हाट उसी शिद्दत से भरे थे, ओर इस प्रणय पर्व की मस्ती, पिछले वर्षों में फैली कोरोना पर भारी पड़ी थी, किन्तु इस साल न तो ऐसा कोई भय है, ओर नहीं किसी तरह की बंदिशें हैं। ऐसे में भगोरिया का भारी उत्साह सब तरफ देखने में आ रहा है।   भगोरिया पर्व के शानदार ओर उत्साहित माहौल को देखते हुए जिला प्रशासन भी मुस्तैद है। झाबुआ एवं अलीराजपुर जिलों में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा इस पर्व के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए जहां लगातार बैठकें कर तैयारियों की समीक्षा की गई, वहीं चाक चौबंद सुरक्षा प्रबंधों को भी अंतिम रूप दिया गया है।   झाबुआ के पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने भगोरिया ने बताया कि भगोरिया पर्व को लेकर संपूर्ण जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे एवं ड्रोन कैमरों के माध्यम से पूरे शहर में निगरानी सुनिश्चित की गई है। पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार अपील करते हुए समझाइश भी दी जा रही है कि आगामी त्यौहार सब लोग शांति और सौहार्द के वातावरण में मनाएं, किन्तु यदि किसी असामाजिक तत्व द्वारा किसी तरह से कोई भी गड़बड़ी करने का प्रयास किया गया तो पुलिस प्रशासन सख्ती से निपटेगा।   अलीराजपुर के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जिले में सभी जगहों पर चाक चौबंद सुरक्षा के प्रबंध रहेंगे। इसमें मुख्य रूप से भगोरिया सुरक्षा प्लॉन के अंतर्गत पर्याप्त पुलिस बल लगाया जाएगा तथा विशेष पुलिस अधिकारी एवं मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं। भगोरिया पर्व के दौरान संबंधित ग्राम, कस्बे के मुख्य मार्ग को जोडने वाली सभी सडकों पर ग्रामीणों के घर पहुंचने तक पेट्रोलिंग वाहन मय बलवा ड्रील सामग्री के लगातार भ्रमण करेंगे। मोबाइल वाहन भगोरिया स्थल के चारों तरफ लगातार भ्रमण करेगी ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो। थाना प्रभारियों द्वारा ग्राम एवं कस्बें में आने वाले मार्गो का भ्रमण कर पेट्रोलिग की जाएगी ओर भगोरिया समाप्त होने के बाद ग्रामीणों को गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। सम्पूर्ण मेला स्थल एवं प्रमुख मार्गों पर ड्रोन कैमरे से संपूर्ण स्थानों पर निगाह रखी जाएगी। भगोरिया पर्व में तीर-कमान, फलिया, कुल्हाड़ी, लाठी जैसे हथियारों को नहीं लाने हेतु निर्देशित करेंगे, यदि ऐसा कोई व्यक्ति हथियार लेकर भगोरिया में आएगा तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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भोपाल। मार्च का महीना आने से पहले ही मध्यप्रदेश तपने लगा है। फरवरी में आम तौर पर ठंडक रहती है, लेकिन प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान 37 डिग्री के पार पहुंच गया, जबकि रात में पारा 20 डिग्री तक रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फरवरी के आखिरी दिन यानी मंगलवार को भी मौसम गर्म ही रहेगा। भोपाल, सागर की रातें गर्म रहेंगी, तो मंडला, खंडवा, खरगोन, इंदौर समेत कई शहरों में दिन का तापमान 35 डिग्री के पार पहुंच जाने का अनुमान है। प्रदेश में फरवरी में आमतौर पर मौसम खुशनुमा रहता है और हल्की ठंड रहती है, लेकिन इस बार माह के आखिरी दिनों में पारा तेजी से उछला। इससे गर्मी बढ़ गई। कई शहरों में तो दिन और रात के तापमान में 5 डिग्री तक बढ़ोतरी हो गई। ऐसे में मार्च में जोरदार गर्मी की आशंका जताई जा रही है। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे का कहना है कि मार्च के पहले सप्ताह से गर्मी का असर बढ़ जाएगा। दूसरे पखवाड़े में तो लू भी चल सकती है। मौसम विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार सोमवार को प्रदेश का दमोह सबसे ज्यादा गर्म रहा, यहां अधिकतम तापमान 37 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। खंडवा में 36.5 डिग्री, खरगोन में 36.0, खजुराहो में 35.2 डिग्री, मंडला और राजगढ़ में 35.0 डिग्री, उमरिया में 34.3, नौगांव तथा उज्जैन में 34.2 डिग्री तथा नर्मदापुरम में 34.0 डिग्री अधिकतम तापमान रहा।

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छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में खेलते-खेलते बोरवेल के खुले गड्ढे में गिरी तीन साल की बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बच्ची को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने करीब चार घंटे में सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। बच्ची के बाहर आते ही उसके परिजनों और वहां मौजूद लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बच्ची के सकुशल निकलने पर खुशी जताई है।       मामला छतरपुर जिले के बिजावर थाना क्षेत्र के ललगुवां गांव का है। रविवार को ग्राम के रवि विश्वकर्मा और उनकी पत्नी रोहिणी विश्वकर्मा खेत में काम करने आए थे और उनकी तीन साल की बेटी नैंसी उर्फ रीना (राशि) पास में ही खेल रही थी। शाम करीब 5.00 बजे बच्ची खेलते समय 30 फिट गहरे खुले बोरवेल में गिर गई। सूचना मिलते ही एसडीएम राहुल सिलाड़िया, एसडीओपी रघु केशरी, थाना प्रभारी संदीप दीक्षित अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू आपरेशन प्रारंभ किया। मौके पर जेसीबी से खुदाई आरंभ की गई। बोरवेल के अंदर बच्ची को आक्सीजन भी पहुंचाई गई। वहीं दूसरी ओर बोरवेल में रस्सी डालकर भी उसे निकालने की कोशिश की जा रही थी। आखिरकार कोशिश रंग लाई। बच्ची ने रस्सी को पकड़ लिया। उसे धीरे-धीरे ऊपर खींचकर सकुशल निकाल लिया गया। उसे निकालने के लिए रेस्क्यू टीम ने करीब चार घंटे कड़ी मशक्कत की और उसे बोरवेल में रस्सी की मदद से उसे बाहर निकाला गया। बच्ची के प्राथमिक इलाज के लिए मौके पर एंबुलेंस पहले से ही तैयार थी। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती के लिए भेजा गया।     मुख्यमंत्री ने जताई खुशी मुख्यमंत्री चौहान ने बोरवेल में गिरी बच्ची को सकुशल निकालने पर खुशी जताई। उन्होंने ट्वीट किया कि हम सबके लिए यह अत्यंत खुशी की बात है कि छतरपुर जिले के ललगुवां गांव में बोरवेल में गिरी बेटी को सकुशल निकाल लिया गया है। इसमें सहयोग करने वाले जिला प्रशासन के सभी साथियों और नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। बेटी को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो, यह सुनिश्चित करने के जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं। बेटी शीघ्र पूर्णतः स्वस्थ हो, यही प्रार्थना करता हूं।     उन्होंने कहा कि बेटी नैंसी (रीना) की मां से फोन पर बात की है। यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है। उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। मामा शिवराज सदैव साथ हैं। मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं।   बताया गया है कि गांव के लटोरिया परिवार के खेत में रवि विश्वकर्मा और अपनी पत्नी रोहिणी व अन्य मजदूरों के साथ मटर बीनने का काम कर रहे थे। पास ही उनकी बेटी खेल रही थी। वहां एक बोर था, जो चारे से ढंका हुआ था। तभी नैंसी रेत के ढेर पर खेलते-खेलते उसमें गिर गई। उसे गिरता देख पास काम कर रहे परिजन और मजदूर दौड़े। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम और आधा दर्जन थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पांच जेसीबी मशीनों से खुदाई की गई। मौके पर दो एंबुलेंस भी तैनात की गई थी। बच्ची को बाहर निकालते ही उसे एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। कलेक्टर संदीप जी आर, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा भी मौके पर मौजूद रहे। बच्ची के परिजन और ग्रामीण पूरे टाइम मौके पर डटे रहे। इस दौरान नैंसी की मां का रो रोकर बुरा हाल था। अधिकारी लगातार उसे ढांढस बंधाते रहे। भरोसा देते रहे कि बच्ची को जल्द ही सकुशल निकाल लिया जाएगा। और आखिरकार बच्ची को सकुशल बचा लिया गया। बिजावर सीएससी केंद्र में बच्ची राशि का परीक्षण डॉक्टर की टीम ने शुरू किया। उसके पिता रविशंकर विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी बेटी राशि सुरक्षित है। उन्होंने शासन-प्रशासन के प्रति आभार प्रकट करते हुए खुशी जताई।

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उज्जैन। शहर में वायरल फीवर का कहर जारी है। मौसम में रोजाना होने वाले बदलाव, सुबह और रात्रि में ठण्ड तथा दोपहर में तेज गर्मी के चलते बच्चे सबसे अधिक वायरल फीवर के शिकार हो रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि शहर में स्थित प्रायवेट अस्पताल तो इस समय फुल है ही, सरकारी अस्पताल में भी बीमार बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हालात यह है कि बच्चों के सरकारी अस्पताल चरक में एनआईसीयू फुल चल रही है वहीं दो वार्ड भी फुल हो गए हैं। बीमारों की संख्या बढ़ने के चलते सिविल सर्जन डॉ.पी.एन.वर्मा ने सोमवार दोपहर तीसरा वार्ड भी भर्ती के लिए शुरू करवाया। डॉ.वर्मा ने बताया कि अब तीन वार्डो में 80 से अधिक बच्चे भर्ती हैं, जोकि वायरल फीवर से पीड़ित हैं। इसी प्रकार एनआईसीयू में एक दर्जन बच्चे उपचाररत हैं। बुखार पर रखें नियंत्रण: डॉ.राठौर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.रवि राठौर के अनुसार इस समय वायरल फीवर जोरों पर है। बच्चे बड़ी संख्या में इसके शिकार हो रहे हैं। बुखार तेजी से बढ़ता है,जिस पर नियंत्रण आवश्यक है। चिकित्सक द्वारा लिखी दवाई के अलावा बच्चों के खासकर सिर पर पानी की गिली पट्टियां रखकर बुुखार नियंत्रित करें। चिकित्सक की सलाह पर ही बच्चों को उपचार दें। इस बुखार से बच्चों को हाथ पैर में दर्द की भी शिकायत है।

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बड़वानी। जिले के सेंधवा विकासखंड के ग्राम धनोरा के नवाड फलिया में सोमवार को एक अजीब मामला सामने आया है। यहां करीब 17 साल पहले लापता हुआ एक युवक वापस लौटकर आया है। जिस बेटे को परिवार के लोग मृत मान चुके थे और उसका अंतिम क्रियाकर्म भी कर दिया था, उसके लौटने पर सभी परिजनों के अरमान फिर से जिंदा हो गए। परिजनों के साथ गांव के सरपंच, पंच व अन्य लोगों ने भी आश्चर्य और खुशी जताई।     मानसिक परेशानी के चलते चला गया था जानकारी के अनुसार, ग्राम धनोरा के नवाड़ फलिया का युवक प्रेमसिंह पुत्र लच्छिया मानसिक परेशानी के चलते 17 साल पूर्व वर्ष 2006 में दीपावली की धनतेरस पर बगैर बताए घर से कहीं पर चला गया था। उसके परिजनों ने उसे काफी तलाश किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। गुमशुदगी भी दर्ज कराई गई। वर्ष 2014 में प्रेमसिंह के गुम होने के गम में उसकी मां का निधन हो गया। इस दौरान परिजनों ने भी प्रेमसिंह को मृत मानकर उसकी मां के साथ ही उसका भी अंतिम क्रियाकर्म कर दिया।     बताया गया है कि मानसिक रूप से बीमार युवक प्रेमसिंह मुंबई पहुंच गया। यहां पर काफी समय तक वह रहा। यहां पर एक एनजीओ ने उसका इलाज कराया और उसके घर का पता लगाकर उसे यहां पर छोड़ने आए। उसके भाई दिलीप ने बताया कि गत 24 फरवरी को मुंबई से एक फोन आया। उधर से एक व्यक्ति ने कहा कि आपका भाई प्रेमसिंह जिंदा है और उसे लेकर हम आ रहे हैं। यह खबर सुनकर सभी को हैरान और खुशी हुई। यकीन नहीं हुआ तो गांव के सरपंच व अन्य लोगों को सूचना दी।     सोमवार को जब एनजीओ के लोग धनोरा बस स्टैंड पर पहुंचे तो प्रेमसिंह को देखा। उसके हाथ पर लिखे उसके नाम व हनुमानजी के टैटू को देखकर उसे पहचाना गया। उसके पिता लच्छिया के अनुसार वह वर्ष 2001 से मानसिक रूप से बीमार था। उसकी चिंता पूरे परिवार को रहती थी। अब जब वह स्वस्थ्य हो गया है तो सभी को उसके लौटने की खुशी हुई।

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नरसिंहपुर। शनिवार को रीवा-महामना एक्सप्रेस में सूरत से रीवा की यात्रा कर रही सतना जिले की एक महिला ने बेटे को जन्म दिया। महिला का सुरक्षित प्रसव रेलवे चिकित्सक की टीम ने आरपीएफ की महिला कर्मचारियों की मदद से कराया। जैसे ही कोच में नवजात की किलकारी गूंजी तो सहयात्रियों ने भी खुशियां मनाते हुए जय महाकाल का जयघोष शुरू कर दिया। कोच में ही मिठाई वितरण हो गया।   रेलवे चिकित्सक डा. आर आर कुर्रेे ने बताया कि 20905 रीवा महामना एक्सप्रेस के कोच एस- 6 की सीट नंबर 76 पर सियावती पत्नी संतोष पटेल चरकुआं बस्ती मोहरवा कर्रा जिला सतना सूरत से रीवा की यात्रा कर रही थी। जिसे यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा होने की सूचना डिप्टी एसएस से मिली। ट्रेन जैसे ही नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर आई तो यहां डा. कुर्रे ने महिला सहयोगी एवं आरपीएफ से एएएसआइ श्वेता गालर के सहयोग से महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। कुछ देर के लिए कोच में जिस सीट पर महिला सवार थी उस हिस्से को आपरेशन थियेटर की तरह बना दिया गया। प्रसव के बाद नवजात की अमलाई कार्ड को भी सुरक्षित तरीके से काट कर अलग किया गया। प्रसूता व नवजात की अच्छी तरह से जांच की गई। महिला को सुरक्षित प्रसव होते ही कोच में सवार यात्रियों में भी खुशी का माहौल रहा और कई यात्रियों ने जय महाकाल का जयघोष करते हुए अपनी खुशी जाहिर की। प्रसूता महिला के साथी यात्रियों ने रेलवे चिकित्सक की टीम के प्रति आभार जताया और लोगों को मिठाई भी बांटी।   डा. कुर्रे ने यात्रियों से कहा कि रेलवे हमेशा यात्रियों की सेवा में तत्पर होकर कार्य करती है। यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई समस्या होती है तो उसे रेलवे को सूचित करना चाहिए।

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भोपाल। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में आयोजित जी 20 संस्कृति कार्य समूह की प्रथम बैठक का शनिवार को समापन हुआ। बैठक के बाद विदाई की पूर्व बेला पर राई नृत्य की प्रस्तुति हुई। विदेशी मेहमानों को राई नृत्य पसंद आया और उन्होंने कलाकारों की जमकर तारीफ की। खजुराहो में हुए जी-20 समिट में आए विदेशी डेलीगेट्स को बुंदेलखण्ड की संस्कृति एवं नृत्य की छटा से अवगत कराने के लिए सागर से आए ब्रजभान सिंह नरवरिया एवं दल द्वारा शनिवार शाम को राई नृत्य की प्रस्तुति दी गई। विदेशी मेहमान इस प्रस्तुति से आत्मविभोर हुए न रह सके। उन्होंने राई नृत्य दल के सदस्यों के साथ न सिर्फ फोटो खिंचवाई, बल्कि एक उंगली से थाली और चक्र को घुमाने का प्रदर्शन भी स्वयं किया। इस सम्मान से विदेशी डेलीगेट्स कि आत्मीय खुशी विदाई के पूर्व बेला पर देखते ही बनती थी।

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भोपाल। खजुराहो नृत्य महोत्सव में तबले और मृदंग की थाप, घुंघरुओं की झंकार और सुघड़ भाव भंगिमाओं से लबरेज नृत्य की प्रस्तुतियां रोज देखने को मिल रही हैं। चंदेलों के बनाये वैभवशाली मंदिरों की आभा में जब घुंघरू रुनझुन करते हैं तो मंदिरों पर उत्कीर्ण पाषाण प्रतिमाएँ जीवंत हो उठती हैं। यह सारा मंजर एक ऐसा कोला बनाता है जिसके सब रंग चटकीले होते हैं। नृत्य समारोह के छठें दिन शनिवार शाम को भी यह अदभुत आनंद पर्यटकों ने शिद्दत से महसूस किया। जननी मुरली के भरतनाट्यम, वैजयंती काशी और उनके साथियों के कुचिपुड़ी, निवेदिता पंड्या एवं सौम्य बोस की कथक ओडिसी जुगलबंदी और गजेंद्र कुमार पंडा एवं उनके साथियों की ओडिसी नृत्य प्रस्तुतियों ने समारोह को और ऊँचाई पर पहुँचा दिया।     समारोह में शनिवार की शाम का आगाज़ बैंगलुरू से आई जननी मुरली के भरतनाट्यम से हुआ। उनकी प्रस्तुति पौराणिक आख्यान पर आधारित थी। उन्होंने भगवान स्कन्द, जिन्हें हम कार्तिकेय के नाम से भी जानते हैं और भगवान कृष्ण की समानता को नृत्य के जरिये पेश किया। अरुल्ल यानि कृपा नाम की इस प्रस्तुति में जननी ने स्कन्द और कृष्ण के जन्म की कथा को बेहतरीन नृत्यभिनयों से पेश किया। दोनों ही योद्धा हैं। स्कन्द ने सूरपदनम का तो कृष्ण ने कंस का, बध किया और लोगों को उनके अत्याचारों से मुक्ति दिलाई। स्कन्द ओंकार के उपदेशक हैं, तो कृष्ण गीता के। जननी ने अपने नृत्य में दोनों की समानता को अंग संचालन और नृत्य भावों से बड़े ही सलीके से पेश किया। इस प्रस्तुति में नटवांगम पर गुरु पद्मा मुरली, गायन पर आर. रघुराम, मृदंग पर कार्तिक विदात्री एवं बांसुरी पर राकेश दास ने साथ दिया। ताल और संगीत रचना हरि रंगास्वामी और नरसिम्हा मूर्ति की थी।     दूसरी प्रस्तुति कुचिपुड़ी नृत्य की रही। वैजयंती काशी और उनके साथी ने अदीबो अल अदीबा यानि "देखो उधर भी" नृत्य रचना से अपने नृत्य की शुरुआत की। इस प्रस्तुति में "देखो उधर भी" से आशय भगवान वेंकटेश्वर के सौंदर्य, श्रीदेवी भूदेवी के सौंदर्य और कृपा से है। नृत्य में वैजयंती और उनके साथियों ने अन्नामचारी की रचना हरिवासम पर अपने नृत्यभावों और पद संचालन से इस प्रस्तुति को बेजोड़ बनाया। वैजयंती ने अगली प्रस्तुति पूतना वध की दी और समापन तरंगम से किया। नृत्य संरचना खुद वैजयंती की थी, जबकि संगीत मनोज वशिष्ठ, पी रमा और कार्तिक का था। इन प्रस्तुतियों में प्रतीक्षा काशी, हिमा वैष्णवी, दीक्षा शंकर, अभिग्ना, गुरु राजू, नेहा और अश्विनी ने भी साथ दिया।     समारोह की तीसरी प्रस्तुति में कथक और ओडिसी की जुगलबंदी देखने को मिली। कलाकार थे निवेदिता पंडया और सौम्य बोस। निवेदिता कथक करती हैं और सौम्य ओडिसी। दोनों ने अपने नृत्य की शुरुआत कस्तूरी तिलकम से की। राग मधुवंती में कहरवा के भजनी ठेके पर काव्य रचना " कस्तूरी तिलकम ललाट पटले वक्षस्थले कौस्तुभकम' पर उन्होंने भगवान कृष्ण के श्रृंगारिक स्वरूप को नृत्यभावों से साकार करने का प्रयास किया। अगली प्रस्तुति में निवेदिता ने रायगढ़ शैली में कथक का शुद्ध स्वरूप पेश किया। इसमें उन्होंने तीन ताल में कुछ तोड़े टुकड़े, परनें, तिहाइयाँ, चक्करदार तिहाइयों की ओजपूर्ण प्रस्तुति दी। राग सरस्वती के नगमे पर यह प्रस्तुति और खिल उठी।     इसके बाद सौम्य ने ओडिसी में पल्लवी की प्रस्तुती दी। राग हंसध्वनि में एक ताल पर दी गई यह प्रस्तुति भी ओजपूर्ण थी। अगली प्रस्तुति में दोनों ने आदि शंकराचार्य कृत अर्धनारीश्वर की शानदार प्रस्तुति दी। राग और ताल मलिका से सजी यह नृत्य रचना केलुचरण महापात्रा की थी, जबकि संगीत भुवनेश्वर मिश्रा का था। नृत्य का समापन तीन ताल में कलावती के एक तराने से किया। इस प्रस्तुति में तबले पर मृणाल नागर, महदल पर एकलव्य मृदुली, सितार पर स्मिता बाजपेयी, वायलिन पर रामेशचंद्र दास और गायन पर विनोद विहारी पांडा ने साथ दिया।   सभा का समापन भुवनेश्वर के गजेंद्र कुमार पंडा और उनके साथियों के ओडिसी नृत्य से हुआ। उन्होंने गणनायक प्रस्तुति से अपने नृत्य की शुरुआत की। उन्होंने गणेश जी को साकार करने का प्रयास किया। राग सोहनी में एकताल की रचना- "जय जय हे जय जय हे गणनायक" पर उन्होंने बड़ा ही मनोहारी नृत्य पेश किया। अगली प्रस्तुति मान उद्धारण की थी। जगन्नाथ जी के भजन- "मान उद्धारण कर हे तारण" पर उन्होंने गज और द्रोपदी सहित भगवान के कई भक्तों के उद्धार की लीला को भावों में पिरोकर पेश किया। त्रिपटा ताल में यह एकल प्रस्तुति थी। समापन पर जोगिनी जोग रूपा नृत्य रचना पेश की। राग ताल मालिका में सजी इस प्रस्तुति में भगवान शिव और डिवॉन के नृत्य की कथा थी। गजेंद्र कुमार पंडा की यह प्रतुतियाँ बेहद पसंद की गई।

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ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) पर राजस्थान की मनमर्जी चली तो आने वाले कुछ सालों में मप्र-राजस्थान और मप्र-उप्र की सीमा पर चंबल नदी पूरी तरह सूखने के कगार पर पहुंच जाएगी। इतना ही नहीं चीता प्रोजेक्ट की लाइफ लाइन कूनो नदी के साथ-साथ क्यूल, कालीसिंध और पार्वती नदियों का अस्तित्व लगभग खत्म हो जाएगा। इससे न केवल ग्वालियर-चंबल में सूखे के हालात पैदा हो जाएंगे, बल्कि मप्र के किसानों और मुरैना व ग्वालियर शहर के लिए चंबल से जलापूर्ति की प्रस्तावित महत्वाकांक्षी परियोजना भी खतरे में पड़ जाएगीजल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि मप्र ईआरसीपी परियोजना के विरोध में बिल्कुल भी नहीं हैं, लेकिन अपने राज्य के किसानों के हक पर डाका डालने की छूट किसी को नहीं दे सकते हैं। राजस्थान को अंतरराज्यीय जल बंटवारे के नियमों के हिसाब से अपने इलाके में बांध और बैराज बनाने चाहिए। राजस्थान जिस तरह मनमाने ढंग से मप्र से निकलने वाली नदियों का पानी डायवर्ट कर रहा है, यह मप्र के हितों और हमारे किसानों का हक छीनने की साजिश है। इससे चंबल नदी के पूरी तरह सूख जाने का खतरा पैदा हो जाएगा। ग्वालियर चंबल में हमारी भविष्य में प्रस्तावित सिंचाई और जलापूर्ति योजनाएं खटाई में पड़ जाएंगी।यह नदी गुना से निकलती है। शिवपुरी की सीमा से राजस्थान के बांरा जिले में दाखिल होती है, इसके बाद वापस मप्र के श्योपुर में प्रवेश कर कूनो नेशनल पार्क के बीच से बहती हुई मुरैना जिले में करोली सीमा पर चंबल में मिल जाती है। राजस्थान बांरा के हनोतिया गांव में इस पर 526.46 एमसीएम (50% डिपेंडिबिलिटी) क्षमता का 20 मीटर ऊंचा बैराज बना रहा है। मप्र चाहता है कि बैराज सिर्फ 350.37 एमसीएम (75% डिपेंडिबिलिटी) का बने।

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भोपाल में सुभाष नगर रेलवे अंडर ब्रिज एवं स्लॉटर हाउस के बीच मेट्रो स्टेशन के फाउंडेशन के बनाने का काम किया जा रहा है। जिसके कारण जिंसी धर्म कांटा से सुभाष नगर अंडर ब्रिज तक रोड बंद किया गया है। जिसकी समय सीमा बढ़ाई जा रही है। निर्माण कार्य कंपनी ने यातायात डायवर्सन की जानकारी ट्रैफिक पुलिस को दी है। निर्माण कार्य के चलते एक महीने 25 फरवरी से 24 मार्च तक डायवर्सन प्लान नियमानुसार रहेगा।जिंसी धर्म कांटा से सुभाष रेलवे अंडर ब्रिज तक सारे वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद रहेगा। हल्के व चार पहिया वाहन लिलि टॉकीज एवं बोगदा पुल से जिंसी धर्म कांटा होकर मैदा मील की ओर जाने वाली गाड़ियां बोगदा पुल, प्रभात चौराहा, सुभाष नगर अंडर ब्रिज एवं सुभाष नगर ओवर ब्रिज होकर मैदा मील की ओर एंव मैदा मील से लिलि टॉकीज एवं बोगदा पुल की ओर जाने वाली गाड़ियां मैदा मिल, सुभाष नगर अंडर ब्रिज, सुभाष नगर ओवर ब्रिज, प्रभात चैराहा, बोगदा पुल व लिलि टॉकीज की ओर आवागमन कर सकेंगी।भारी व मध्यम वाहन, बसें, अनुमति प्राप्त गाड़ियां लिलि टॉकीज एवं बोगदा पुल से जिंसी धर्म कांटा होकर मैदा मिल की ओर जाने वाली गाड़ियां बोगदा पुल, प्रभात चौराहा एवं सुभाष नगर ओवर ब्रिज होकर मैदा मिल की ओर व मैदा मिल से लिलि टॉकीज एवं बोगदा पुल की ओर जाने वाली गाड़ियां मैदा मिल, सुभाष नगर ओवर ब्रिज से प्रभात चौराहा, बोगदा पुल व लिलि टॉकीज की ओर आवागमन कर सकेंगी।

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बिजली कंपनी को पिछले 8 साल में बिजली चोरी से 46140 करोड़ रुपए से ज्यादा का घाटा हुआ है। कंपनी ने चोरों पर नकेल कसने के लिए पुलिस की तर्ज पर शहर में मुखबिर छोड़े हैं। इनके बताए इलाकों में बिजली कंपनी की टीमें अब एक साथ दबिश देंगी। इसके लिए सबसे पहला टारगेट चोरी की बिजली से रोशन ब्यूटी पार्लर, चाय की होटल, रेस्त्रां, किराना दुकान समेत कमर्शियल ठिकाने होंगे।मार्च की शुरुआत होते ही कंपनी की टीमें इन बिजली चोरी पकड़ेंगी। जोन दफ्तर के अमले में शामिल कर्मचारियों के अलावा हथियारबंद सुरक्षाकर्मियों के साथ दबिश दी जाएगी। ये टीम छोला, करोंद, भानपुर, चांदबड़, पंचशील नगर, जहांगीराबाद, बाग फरहत अफजा, बाग उमराव दूल्हा, बाग दिलकुशा, नवाब कॉलोनी, मजदूर नगर, काजी कैंप, आरिफ नगर, ऐशबाग आदि इलाकों में पहुंचेंगी। इनमें से ज्यादातर इलाकों में 80% से ज्यादा बिजली चोरी हो रही है।मुखबिरों की सूचना पर बिजली कंपनी के कुछ इंजीनियरों ने बिजली चोरों की करतूत के मैकेनिज्म की पूरी स्टडी भी की है। डायरेक्ट लाइन पर तार डालने से लेकर मीटर में छेड़छाड़ करने तक के शातिर तरीकों पर बारीकी से गौर किया गया है।इन इलाकों में 2.80 रु. प्रति यूनिट से 4.50 रु प्रति यूनिट तक ही वसूली हो पाती है। बिजली की औसत लागत 6.50 रु. प्रति यूनिट पड़ती है। इस िहसाब से कंपनी को प्रति यूनिट ₹2 से लेकर ₹4 तक का नुकसान होता है। यहां दोगुनी वसूली की जाएगी।

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भोपाल। विश्व धरोहर स्थल खजुराहो के मंदिर इस समय नृत्य कलाकारों के घुंघरूओं की खनक से गूंज रहे हैं। यहां 49वें खजुराहो नृत्य महोत्सव में एक तरफ देश-विदेश के ख्यात कलाकार अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से आंगतुकों को मोहित कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कला वीथिका और साहसिक गतिविधियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा महोत्सव में आए जी-20 देशों के प्रतिनिधियों एवं अन्य आंगतुकों के लिए कला विथीका के माध्यम से प्रदेश की सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत को प्रचारित किया जा रहा है। कलाकार अपनी लाइव चित्रकला से कर रहे मोहित   जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने शनिवार को बताया कि प्रदेश के ख्यात कलाकार मेला परिसर में कला वीथिका के माध्यम से हमारी संस्कृति, इतिहास और पारंपरिक जीवन से आगंतुकों को अवगत करा रहे हैं। कलाकारों के चित्रों की प्रदर्शनी, लाइव चित्रकला प्रदर्शन, पेंसिल पोर्ट्रेट, प्रिंट डेमॉस्ट्रेशन, कलर पोर्ट्रेट, टेराकोटा शिल्प, गोंड आर्ट जैसी कला के विभिन्न रूपों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जो प्रमुख आकर्षण का केंद बने हुए हैं। साहसिक गतिवितियों का ले रहे लुत्फ उन्होंने बताया कि संगीत और कला की भूमि खजुराहो में आंगतुकों को रोमांचक अनुभव प्रदान करने के लिए अनेक साहसिक गतिविधियाँ की जा रही हैं। हॉट एयर बैलून में बैठ कर ऊँचाई से खजुराहो का दृश्य देखते ही बन रहा है। ‘बर्ड आय व्यू’ से खजुराहो का सौंदर्य और भी ज्यादा निखरा हुआ नजर आ रहा है। ई-बाइक टूर, सेगवे राइड, ग्रामीण भ्रमण, ग्लैंपिंग, वॉक विद पारधी और हेरिटेज वॉक जैसी गतिविधियों में भी पर्यटक बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि खजुराहो में 20 से 26 फरवरी तक अंतररराष्ट्रीय खजुराहो नृत्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है और यहां इन दिनों जी-20 संस्कृति समूह की बैठक भी चल रही है, जिसमें आए विदेशी प्रतिनिधि यहां नृत्य के साथ पर्यटन का आनंद भी ले रहे हैं।

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अंधश्रद्धा से बढ़ा पाप कुछ हो नहीं सकता है। व्यक्ति जब किसी पर अन्धविश्वास कर लेता है तो वह उस व्यक्ति को देवता मान लेता है। गुरुग्राम से करीब 18 किलोमीटर दूर हरियाणा का मानेसर। करीब 31 हजार आबादी वाले इस शहर का एक नाम देश भर में चर्चा में है- मोहित यादव या मोनू मानेसर। नई उम्र के लड़के उसके फैन हैं, तो बुजुर्ग उसे हिंदू धर्म का रखवाला मानते हैं।मोनू पर एक महीने में तीन मुस्लिमों की हत्या का आरोप लग चुका है। तीनों को गो-तस्कर होने के शक में पीटा गया था। हालांकि, मानेसर के लोग मोनू को हीरो मानते हैं। पलटकर सवाल करते हैं- ‘क्या गायों को बचाना अपराध है, क्या हिंदू सिर्फ गाय कटते देखते रहे। मोनू हिंदू धर्म का रक्षक है।’मोनू के किराएदार और उसके गोरक्षा दल से जुड़े विनय कुमार सिंह की बात से इसका अंदाजा हो जाता है। विनय कहते हैं- 'मोनू भाई हमारी गौमाता को बचा रहे हैं, जिसे ‘ये’ लोग काट रहे हैं। इसके सिवा उन्होंने कुछ नहीं किया। मोनू के नाम पर कांग्रेस और BJP राजनीति कर रही हैं। मोनू ने किसी की हत्या नहीं की। यह CCTV कैमरे की फुटेज से भी साबित हो गया है। हम लोग चाहते हैं कि मामले की CBI जांच हो।मैंने मानेसर पहुंचकर मोनू के बारे में पता किया तो लोग बचते नजर आए। उसका घर कहां है, कोई ये तक बताने को तैयार नहीं था। करीब आधा किमी चलने पर एक लड़के ने उस गली के बारे में बताया, जहां मोनू रहता है। फिर ये भी कहा कि ‘किसी को मेरा नाम नहीं बताना।’जवाब मिला- 'जैसा मीडिया दिखा रहा है, वैसा तो बिल्कुल नहीं। गांव में उसने कभी लड़ाई-झगड़ा नहीं किया। वो तो बहुत मिलनसार है, सबकी मदद करता है। वह दबंग नहीं है, गुंडा भी नहीं है। कोई हिंदू अगर गायों को बचाने का संकल्प ले, तो क्या गलत है। मोनू अपनी टीम के साथ तस्करों से गायों को छुड़ाने जाता है, किसी की हत्या करने नहीं। वह कभी किसी का कत्ल नहीं कर सकता। गांव में वह सबका चहेता है।’लड़के ने बताया, 'फिलहाल गांव वालों ने सिर्फ पंचायत में बोलने का फैसला लिया है। हम नहीं चाहते कि किसी की कोई भी बात मोनू को नुकसान पहुंचाए।'मैं मोनू मानेसर के घर वाली गली के पास पहुंची। आसपास की दुकान पर और वहां खड़े लोगों से उसके घर का पता पूछा। हम 150 मीटर के दायरे में 20-25 मिनट तक घूमते रहे, बार-बार पूछते रहे, लेकिन किसी ने मोनू का घर नहीं बताया।मतलब साफ है, कोई नहीं चाहता कि ऐसा जर्नलिस्ट मोनू के घर पहुंचे, जिसे वे पहले से नहीं जानते। खैर, मैंने उसी लड़के को फोन किया, जिसने मुझे गली का पता दिया था। थोड़ी ना-नुकुर के बाद उसने घर के बारे में बता दिया।

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मालवा-निमाड़ के आदिवासी अंचल में इन दिनों एक नारा बहुत तेजी से चल रहा है-‘जो भोलेनाथ का नहीं वो मेरी जात का नहीं।’ यह अचानक नहीं हुआ है। संघ परिवार की दो दशक से चल रही सोशल इंजीनियरिंग का असर अब दिखने लगा है। छह महीने में रतलाम, धार-झाबुआ, खरगोन और बड़वानी जैसे जिलों में डीलिस्टिंग के समर्थन में रैलियां करने के बाद आदिवासियों ने ताकत दिखाने के लिए 10 फरवरी को भोपाल में गर्जना डीलिस्टिंग महारैली की। अगला लक्ष्य दिल्ली कूच का है, ताकि 1970 से संसद में लंबित डीलिस्टिंग बिल को पारित कराया जा सके।गौरतलब है कि पूरे देश में सबसे अधिक आदिवासी मध्यप्रदेश में हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार उस समय इनकी जनसंख्या 1.53 करोड़ थी। इसमें 39 प्रतिशत अकेले भील हैं, जो सिर्फ मालवा और निमाड़ में रहते हैं। ऐसा माना जाता रहा है कि आदिवासियों में सबसे भोले भील ही हैं। यही वजह रही कि धर्मांतरण भी इनका ही तेजी से हुआ। नियम-कानूनों में ऐसे कोई सख्त प्रावधान नहीं थे, जिनसे इसे रोका जा सके। यही कारण है 2006 के बाद आरएसएस ने सबसे पहले जनजाति सुरक्षा मंच का गठन किया। धीरे-धीरे यह 14 राज्यों तक फैल गया।जनजाति सुरक्षा मंच मध्य भारत प्रांत के प्रमुख कैलाश निनामा आदिवासियों को इस मुद्दे पर एकजुट करने के लिए इस समय दो राज्य मप्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय हैं। निनामा कहते हैं-न्याय केंद्र सरकार को ही करना पड़ेगा, क्योंकि सिर्फ 5 प्रतिशत धर्मांतरण करने वाले लोग मूल जनजाति की 70 प्रतिशत नौकरियों, छात्रवृत्ति और विकास फंड का उपयोग कर रहे हैं।इसका नतीजा यह है कि 95 प्रतिशत को लाभ का मात्र 30 फीसदी हिस्सा ही मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक देश के 288 जिलों में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिए जा चुके हैं। 244 सांसदों का समर्थन जुटाया जा चुका है। दिल्ली कूच कब तक? उन्होंने कहा-जाना तय है डेट अभी तय नहीं की है।

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भोपाल। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खजुराहो नृत्य महोत्सव केवल नृत्यों का जलसा भर नहीं, अपितु यह कलाओं और संस्कृति का समूर्ण उत्सव है। नृत्यों के अलावा यहां कला-संस्कृति के दूसरे रूपाकार भी संजोए गए हैं। एक बड़े डोम में "आर्ट मार्ट" के तहत चित्रकला और मूर्तिकला की पूरी की पूरी दुनिया आबाद है। आर्ट मार्ट के साथ सेरेमिक और पॉटरीज की प्रदर्शनी "समष्टि" खजुराहो नृत्य समारोह की भव्यता और गरिमा में चार चांद लगाती है। साथ ही कलाओं के बीच के अंतरसंवाद से भी रूबरू कराती है।   जनसम्पर्क अधिकारी अनुराग उइके ने शुक्रवार को बताया कि आर्ट मार्ट में नेपाल, दुबई श्रीलंका, जापान, चीन, उज्बेकिस्तान, बांग्लादेश, सिंगापुर, थाईलैंड और रोमानिया के कलाकारों के लैंड स्केप, माइंड स्केप के उत्कृष्ट नमूने पर्यटकों में अनूठा सौंदर्य-बोध जगाते हैं। आर्ट मार्ट इस बार भी जलरंगों पर केंद्रित है। जलरंगों में चित्रकारी मुश्किल काम है। इसमें रंग फैलते हैं इसलिए चित्रकार को बड़े सयंमित तरीके से रंग भरने होते हैं। यह पुरानी पद्धति जरूर है लेकिन खूबसूरत है। जलरंगों में किसी भी विषय-वस्तु पर काम किया जा सकता है। यह रंग गहरे से हल्के की तरफ जाते हैं और दृश्यों का सृजन करते हैं।   आर्ट मार्ट की समन्वयक एवं चित्रकार प्रीता गडकरी ने बताया कि आर्ट मार्ट के जरिये जहां नए कलाकार सामने आए हैं वहीं एक नया दर्शक वर्ग भी इससे तैयार हो रहा है, जो इसकी बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है। इस बार 550 समूहों ने आर्ट मार्ट के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 35 बेहतरीन समूहों को जगह मिली। इन समूहों की लगभग 950 कलाकृतियां लगाई गईं है। आर्ट मार्ट में ही सेरेमिक और पॉटरीज कला पर केंद्रित प्रदर्शनी- समष्टि भी अनूठी है। इसमें भी देश के कलाकारों की कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं हैं। सेरेमिक के कलाकार समारोह में लाइव डेमो भी दे रहे हैं, जो दर्शकों के लिए अनूठा अनुभव है। समष्टि में सेरेमिक से बनी पारम्परिक कलाकृतियों के साथ समकालीन कलाकृतियां भी लोगों को लुभा रही हैं।

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भोपाल। प्रदेश में सर्दी पर ब्रेक के साथ ही मौसम में भी बदलाव दिख रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में 27 फरवरी तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम में यह बदलाव हवा का रुख बदलने से आया है। इसके बाद तेज गर्मी शुरू होगी। मार्च के दूसरे सप्ताह से तो लू चलने की संभावना भी है।   प्रदेश में मौसम बदलने से अब दिन गर्मी महसूस हो रही है, लेकिन देर रात और सुबह 7 बजे के पहले तक हल्की ठंडक रहती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजधानी भोपाल में 24, 25, 26 और 27 फरवरी को बादल छाए रहेंगे। इससे दिन का पारा 31 से 33 डिग्री के बीच रहेगा। वहीं, रात में तापमान 13-14 डिग्री तक रहेगा। पिछले सप्ताह की तुलना में दिन-रात के तापमान में 4 से 5 डिग्री तक की गिरावट होगी। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ पीके साहा के अनुसार अगले दो तीन दिन तक दिन और रात के तापमान में ऐसा ही उतार-चढ़ाव होने की संभावना है। इस दौरान बूंदाबांदी या हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश के मौसम में 28 फरवरी तक उतार-चढ़ाव बना रहेगा, लेकिन मार्च के पहले सप्ताह में गर्मी का असर तेज हो जाएगा। दिन और रात दोनों ही पारे में बढ़ोतरी होगी। मार्च में ही लू चलने के आसार भी बनेंगे।

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ग्वालियर में पांच शातिर ठगों ने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक महिला की 5 करोड़ की जमीन विक्रय कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। ठगी की वारदात अंजाम देने के लिए ठगों ने रजिस्टर कार्यालय आए बिना एक फर्जी महिला की मदद से यह जमीन की ठगी की है। घटना सिरोल थाना क्षेत्र के ग्राम सिरोल नैनागिरी की है। घटना का पता चलते ही पीडि़ता ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।ग्वालियर सिरोल थाना प्रभारी गजेन्द्र धाकड़ ने बताया कि नैनागिर निवासी प्रेमा बाई पत्नी मेहताब सिंह गुर्जर एक किसान है और उनकी जमीन नैनागिर में है। कुछ माह पूर्व पता चला कि उनकी जमीन को किसी ने खरीदा है। मामले का पता चलते ही उन्होंने जानकारी की तो पता चला कि जमीन बेचने में तहसीलदार गुर्जर, शैलेन्द्र सिंह, हरिओम, प्रमोद व वीरेश कुमार शामिल हैं। इसका पता चलते ही वह थाने पहुंची और मामले की शिकायत की। पुलिस ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।पीडि़ता ने पुलिस अफसरों को बताया कि उसके स्थान पर जिस महिला को रजिस्ट्री करने के लिए खड़ा किया गया वह पढ़ी-लिखी है, जबकि वह अनपढ़ है और अंगूठा लगाती है। जिस महिला ने रजिस्ट्री की है उसने अपने हस्ताक्षर किए है। वहीं उसकी आईडी में उसके नाम के साथ ही उसके पति का नाम गलत लिखा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

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 जबलपुर के मंझौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सरकारी फिजूलखर्ची या यूं कहें भ्रष्टाचार का अनोखा मामला सामने आया है। यहां BMO और डॉक्टर्स ना केवल 25 KM दूर से चाय बुलवाकर पी रहे थे, बल्कि नाश्ते के लिए नमकीन, बिस्कुट, पानी की बॉटल और समोसा भी वहीं से मंगवाया जा रहा था। इसके लिए खटारा गाड़ी को लगवाकर प्रतिमाह 25 हजार रुपए का बिल बनाया गया। साथ ही कर्मचारियों की ट्रेनिंग के बिना हजारों रुपए खर्च होना बताया गया।खास बात ये है कि ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होने की बजाय उस BPM (ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर) का ही ट्रांसफर कर दिया गया, जिसने इन गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। अब हाईकोर्ट ने BPM के तबादले पर रोक लगा दी है, साथ ही आरोपी अधिकारी के अलावा NRHM (नेशनल रूरल हेल्थ मिशन) व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।मंझौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ BMO डॉक्टर पारस ठाकुर सहित अन्य डॉक्टर और कर्मचारियों पर आरोप है कि वे 25 किमी दूर सिहोरा तहसील से चाय बुलवाकर पीते थे। चाय के साथ फोटो कॉपी, गमला खरीदी भी सिहोरा से ही की गई। इसका कुल बिल 70 हजार रुपए का लगाया गया। बिल जब BPM अमित चंद्रा के पास पहुंचा तो उन्होंने इसका भुगतान करने से इनकार कर दिया, साथ ही इसकी शिकायत भी कर दी। अमित चंद्रा ने बताया कि सितंबर 2021 से फरवरी 2022 तक वे मंझौली में पदस्थ थे। इस दौरान उन्होंने फर्जी बिलों पर साइन करने से इनकार कर दिया। इसे लेकर BMO ने उन पर दबाव भी बनाया, जिसके बाद BPM ने वरिष्ठ अधिकारियों से उनकी शिकायत कर दी। हालांकि इसके बाद भी दोषियों पर कार्रवाई करने की बजाय अमित चंद्रा को जिला अस्पताल में अटैच कर दिया गया। इसके बाद भी वे नहीं माने तो उनका तबादला दमोह जिले के तेंदूखेड़ा में कर दिया गया।BPM अमित चंद्रा ने नवंबर 2022 में लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने BMO को नोटिस जारी कर जांच शुरू की ही थी कि अमित चंद्रा के खिलाफ अनुशासनहीनता जैसे आरोप लगाकर BMO ने आला अधिकारियों को शिकायत कर दी। इसके बाद चंद्रा ने 7 फरवरी 2023 को हाईकोर्ट में याचिका दायर की।22 फरवरी को जबलपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के अलावा संबंधित BMO डॉ. पारस ठाकुर और NRHM (नेशनल रुरल हेल्थ मिशन) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा, साथ ही अमित चंद्रा के ट्रांसफर पर रोक लगा दी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फिलहाल मामला कोर्ट में लंबित होने की बात कहकर बयान देने से बच रहे हैं।      

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ग्वालियर में हिंदू ईको सिस्टम द्वारा 101 रामचरितमानस का वितरण किया जयेगा। रामचरितमानस वितरण के पीछे उद्देश्य यह है की समाज को जाग्रत किया जाए। और समाज की बुराइयों को खत्म किया जाए। हिंदू इको सिस्टम द्वारा समाज में जाग्रति लाने के लिए अनेक कार्य किये जाते हैं। अब  हिंदू इको सिस्टम द्वारा 25 फरवरी शनिवार को सायं 5 बजे मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पड़ाव पुल के नीचे 101 रामचरितमानस का वितरण किया जाएगा। हिंदू इको सिस्टम के प्रदेश समन्वयक ब्रजराज सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया की देखने में आता है कि रामचरितमानस अब सिर्फ मंदिरों तक सीमित रह गई है। इसे प्रत्येक हिंदु के  घर में पहुंचाकर हिंदूओं को जागृत करने कार्य किया जयेगा। व युवाओं को रामचरितमानस पढ़ने के लिए प्रेरित किया जयेगा। इसके लिए वार्ड समन्वयक और कार्यकर्ता लोगों में चेतना लाने के साथ घर-घर रामचरितमानस पढ़ी जाए। इसके लिए प्रयास करेंगे। वही जब उनसे  रामचरितमानस की चौपाइयों के प्रति दुर्भावना फैलाने पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कुछ लोग वोट बैंक के कारण ऐसा कर रहे हैं।  हमारी सोच यह है कि ग्रंथ का अच्छी तरह अध्ययन करें फिर उसकी अच्छाइयों को अपने जीवन में धारण करें। वैसे ग्रंथ किसी भी वर्ग का हो उसमें सभी अच्छाइयां लिखी हो ऐसा संभव नहीं है। इस पत्रकार वार्ता में हिन्दू इको सिस्टम के सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

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ग्वालियर में पांच शातिर ठगों ने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक महिला की 5 करोड़ की जमीन विक्रय कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। ठगी की वारदात अंजाम देने के लिए ठगों ने रजिस्टर कार्यालय आए बिना एक फर्जी महिला की मदद से यह जमीन की ठगी की है। घटना सिरोल थाना क्षेत्र के ग्राम सिरोल नैनागिरी की है। घटना का पता चलते ही पीडि़ता ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।ग्वालियर सिरोल थाना प्रभारी गजेन्द्र धाकड़ ने बताया कि नैनागिर निवासी प्रेमा बाई पत्नी मेहताब सिंह गुर्जर एक किसान है और उनकी जमीन नैनागिर में है। कुछ माह पूर्व पता चला कि उनकी जमीन को किसी ने खरीदा है। मामले का पता चलते ही उन्होंने जानकारी की तो पता चला कि जमीन बेचने में तहसीलदार गुर्जर, शैलेन्द्र सिंह, हरिओम, प्रमोद व वीरेश कुमार शामिल हैं। इसका पता चलते ही वह थाने पहुंची और मामले की शिकायत की। पुलिस ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।पीडि़ता ने पुलिस अफसरों को बताया कि उसके स्थान पर जिस महिला को रजिस्ट्री करने के लिए खड़ा किया गया वह पढ़ी-लिखी है, जबकि वह अनपढ़ है और अंगूठा लगाती है। जिस महिला ने रजिस्ट्री की है उसने अपने हस्ताक्षर किए है। वहीं उसकी आईडी में उसके नाम के साथ ही उसके पति का नाम गलत लिखा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

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 जबलपुर के मंझौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सरकारी फिजूलखर्ची या यूं कहें भ्रष्टाचार का अनोखा मामला सामने आया है। यहां BMO और डॉक्टर्स ना केवल 25 KM दूर से चाय बुलवाकर पी रहे थे, बल्कि नाश्ते के लिए नमकीन, बिस्कुट, पानी की बॉटल और समोसा भी वहीं से मंगवाया जा रहा था। इसके लिए खटारा गाड़ी को लगवाकर प्रतिमाह 25 हजार रुपए का बिल बनाया गया। साथ ही कर्मचारियों की ट्रेनिंग के बिना हजारों रुपए खर्च होना बताया गया।खास बात ये है कि ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होने की बजाय उस BPM (ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर) का ही ट्रांसफर कर दिया गया, जिसने इन गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। अब हाईकोर्ट ने BPM के तबादले पर रोक लगा दी है, साथ ही आरोपी अधिकारी के अलावा NRHM (नेशनल रूरल हेल्थ मिशन) व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।मंझौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ BMO डॉक्टर पारस ठाकुर सहित अन्य डॉक्टर और कर्मचारियों पर आरोप है कि वे 25 किमी दूर सिहोरा तहसील से चाय बुलवाकर पीते थे। चाय के साथ फोटो कॉपी, गमला खरीदी भी सिहोरा से ही की गई। इसका कुल बिल 70 हजार रुपए का लगाया गया। बिल जब BPM अमित चंद्रा के पास पहुंचा तो उन्होंने इसका भुगतान करने से इनकार कर दिया, साथ ही इसकी शिकायत भी कर दी। अमित चंद्रा ने बताया कि सितंबर 2021 से फरवरी 2022 तक वे मंझौली में पदस्थ थे। इस दौरान उन्होंने फर्जी बिलों पर साइन करने से इनकार कर दिया। इसे लेकर BMO ने उन पर दबाव भी बनाया, जिसके बाद BPM ने वरिष्ठ अधिकारियों से उनकी शिकायत कर दी। हालांकि इसके बाद भी दोषियों पर कार्रवाई करने की बजाय अमित चंद्रा को जिला अस्पताल में अटैच कर दिया गया। इसके बाद भी वे नहीं माने तो उनका तबादला दमोह जिले के तेंदूखेड़ा में कर दिया गया।BPM अमित चंद्रा ने नवंबर 2022 में लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने BMO को नोटिस जारी कर जांच शुरू की ही थी कि अमित चंद्रा के खिलाफ अनुशासनहीनता जैसे आरोप लगाकर BMO ने आला अधिकारियों को शिकायत कर दी। इसके बाद चंद्रा ने 7 फरवरी 2023 को हाईकोर्ट में याचिका दायर की।22 फरवरी को जबलपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के अलावा संबंधित BMO डॉ. पारस ठाकुर और NRHM (नेशनल रुरल हेल्थ मिशन) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा, साथ ही अमित चंद्रा के ट्रांसफर पर रोक लगा दी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फिलहाल मामला कोर्ट में लंबित होने की बात कहकर बयान देने से बच रहे हैं।      

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दिल्ली की मंडोली जेल से कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर का एक वीडियो सामने आया है। इसमें उसकी सेल के अंदर लग्जरी चीजें नजर आईं। करीब 3 मिनट के इस वीडियो की शुरुआत में सुकेश रोता हुआ नजर आया।रिपोर्ट्स के मुताबिक सुकेश की सेल में जो सामान मिला, उसे देख अधिकारी भी हैरान थे। सुकेश के पास से Gucci की डेढ़ लाख की चप्पल, कैश और 80 हजार की दो जींस भी मिलीं। रेड करने आए अधिकारी ये पूरा सामान समेट कर ले गए।छापे के वीडियो को लेकर जेल अधिकारी ने कहा है कि जेल अथॉरिटी इस बात की जांच करेगी कि किसने कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर का CCTV फुटेज लीक किया था। उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।गुरुवार को वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि अधिकारियों के साथ आए CRPF के जवान सुकेश की सेल में रखा पूरा सामान उठाकर ले गए। इस बीच सुकेश कोने में खड़ा रहा।​​​​ वह जेलर दीपक शर्मा और जयसिंह के सामने फूट-फूटकर रोते हुए देखा जा सकता है।दिल्ली की रोहिणी जेल में बंद रहते समय सुकेश अलग बैरक और मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के लिए अफसरों को हर महीने 1.5 करोड़ रुपए की रिश्वत देता था। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EWO) ने जुलाई 2022 में जेल के 82 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज की। इनमें कई गिरफ्तार भी हो चुके हैं।जून 2022 में सुकेश की पत्नी ने आरोप लगाया था कि उसके पति को जेल कर्मचारी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वे सुरक्षा के बदले पैसे मांग रहे हैं। तिहाड़ जेल के कर्मचारियों ने पिछले दो सालों में उनसे करीब 12.5 करोड़ रुपए की उगाही की है।      

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राजधानी में अभी वन विहार में आप वन्य जीवों को देख सकते हैं, लेकिन 50 मीटर दूर से। जल्द ही आप बाघ, सिंह जैसे जंगली जानवरों को आधा फीट दूर से न केवल देख सकेंगे, बल्कि उनके साथ सेल्फी भी ले सकेंगे। दरअसल, भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के अंतर्गत भोपाल-रायसेन बॉर्डर पर चिड़ियाटोल खरबई में 50 हेक्टेयर में एक चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर बनेगा।इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और चिड़ियाघर प्राधिकरण ने मंजूरी दे दी है। इको टूरिज्म बोर्ड, भोपाल फॉरेस्ट सर्किल ने ये प्रोजेक्ट 2016 में बनाया था, जो अब मूर्त रूप लेगा। इसे ओडिशा के नंदनकानन चिड़ियाघर और मुकुंदपुर सफारी जैसा ही बनाया जाएगा। यहां विदेशी प्रजाति के वन्य जीव भी रखे जाएंगे। हिप्पो, जेब्रा, जिराफ भी देखने को मिलेंगे। इसके लिए 1.85 करोड़ रु. का बजट रखा गया है।भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के सीसीएफ राजेश खरे के मुताबिक इस चिड़ियाघर-रेस्क्यू सेंटर में चार तरह की सफारी कर सकेंगे। टाइगर, लॉयन, बियर और डियर सफारी। तेंदुओं के लिए अलग इंक्लोजर रहेगा। स्लॉथ भालू, सीवेट, ऑटर, रेटल, इंडियन गौर, चीतल, बारासिंगा, चिंकारा और चार सौ से अधिक काले हिरण रखे जाएंगे। इसके अलावा घड़ियाल, मगरमच्छ, कछु़आ और मॉनिटर लिजर्ड भी रहेंगे।इस चिड़ियाघर में सफारी के लिए इको फ्रेंडली बैटरी वाली गाड़ियों का उपयोग किया जाएगा। बसें भी इको फ्रेंडली होंगी। इसमें एक बस एसी और अन्य सफारी बस नाॅन एसी होगी।खरबई में पहाड़ी के आसपास घना वन क्षेत्र है। वन विभाग ने यहां पर 200 मीटर लंबी जिप लाइन का भी प्रोजेक्ट तैयार किया है। प्रोजेक्ट 15 मी. ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा।

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कहते हैं मौत कभी किसी को बताकर नहीं आती है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में भीषण हादसा हो गया। यहां नाच रहे बारातियों के बीच बोलेरो घुस गई। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। 7 लोग घायल हैं, जिनका गुना के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। एक घायल को ग्वालियर रेफर किया गया है।बुधवार रात शिवपुरी जिले के खातोरा गांव में रामभान कुशवाह की बेटी सुरभि की शादी थी। गुना जिले के म्याना थाना क्षेत्र के पुरा गांव के रहने वाले बृजेश कुशवाह का बेटा आशिक बारात लेकर पहुंचा था। बाराती महेश ने बताया कि बोलेरो का ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट छोड़ नाचने आ गया। इसी दौरान एक बाराती गाड़ी में ड्राइवर की सीट पर बैठ गया। उसने गियर डालकर बोलेरो को आगे बढ़ा दिया, जिससे गाड़ी भीड़ में जा घुसी। घटना बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात दो बजे की बताई जा रही है। इंदार थाना प्रभारी केएन शर्मा का कहना है कि सभी घायलों को उपचार के लिए बदरवास में भर्ती कराया गया था। यहां से सभी को शिवपुरी के जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। पुरुषोत्तम कुशवाह पुत्र ख्याली कुशवाह (30) निवासी श्यामपुरा और मनीष कुशवाह पुत्र भोलाराम कुशवाह (23) की मौत हो गई।साईंराम पुत्र उधम सिंह चंदेल (30) निवासी श्यामपुरा, काशीराम पुत्र रामलाल (30) निवासी श्यामपुरा, महेश कुशवाह पुत्र बाबूलाल कुशवाह (35) निवासी खतौरा, भूरा कुशवाह पुत्र लालचंद्र कुशवाह (30) वर्ष निवासी श्यामपुरा, पप्पू पुत्र कल्याण कुशवाह (35) निवासी अशोकनगर, दीपेश कुशवाह पुत्र रमेश कुशवाह (25) निवासी अशोकनगर, गोविंद कुशवाह पुत्र कुशवाह (25) निवासी बूढ़े बालाजी गुना घायल हैं।

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उज्जैन। मोहनपुरा में रहने वाली किशोरी वर्ष 2021 में सहेली के साथ स्कूल से लापता हो गई थी। परिजनों ने दोनों किशोरियों के अपहरण की रिपोर्ट महाकाल थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने एक किशोरी को कुछ दिन बाद तलाश लिया, लेकिन दूसरी नहीं मिली। लापता दूसरी लड़की को पुलिस ने बुधवार को हनुमानगढ़ी में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में पंडित के साथ फेरे लेते हुए पकडा और परिजनों को सूचना दी गई। गुरूवार को एसआई मांगीलाल मालवीय ने बताया कि 22 अक्टूबर 2021 को मोहनपुरा में रहने वाली 9वीं एवं 10 वीं कक्षा की दो किशोरियां लापता हो गई थीं। दोनों के अपहरण की रिपोर्ट थाने में दर्ज थी। 9 वीं की छात्रा को कुछ दिनों बाद तलाश कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया था लेकिन 10 वीं की छात्रा तभी से लापता थी जिसकी तलाश जारी थी। बुधवार को मुखबिर से सूचना मिली कि हनुमानगढ़ी में आयोजित विवाह समारोह में उक्त किशोरी, पंडित के साथ शादी करने पहुंची है। पुलिस टीम ने यहां पहुंचकर सामूहिक विवाह आयोजन कराने वाले नागचंद्रेश्वर ट्रस्ट के सदस्यों को इसकी जानकारी दी और किशोरी को पंडित के साथ फेरे लेते हुए पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि जब किशोरी लापता हुई थी तो नाबालिग थी और डेढ़ वर्ष बाद वह बालिग हो चुकी है। उसके परिजनों को सूचना देकर थाने बुलाया गया है। तस्दीक करने के बाद पकड़ा पुलिस ने पुलिस ने बताया कि युवती जिस युवक के साथ शादी कर रही थी उसका नाम पुरुषोत्तम पिता ओमप्रकाश निवासी सीतामऊ है। वह महाकालेश्वर और विक्रांत भैरव मंदिर में पूजा-पाठ कराता था। वही युवती को सामूहिक विवाह आयोजन में लेकर पहुंचा था। यहां फेरे की रस्म चल रही थी। उसी दौरान पुलिस टीम ने दोनों की पहचान की और आयोजकों से चर्चा के बाद उन्हें महाकाल थाने लेकर पहुंचे। गुरुवार को पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।

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भोपाल। हवा का रुख बदलने और बादल छाने से मध्यप्रदेश का मौसम भी बदल गया है। प्रदेश में दिन के तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है और मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 3 दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। इसके बाद 25 फरवरी से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोप एक्टिव होगा, जिसके कारण रात में गर्मी बढ़ जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में बीते 24 घंटों में दिन का तापमान 35 डिग्री के नीचे आ गया है, जो कि दो दिन पहले कई जगहों पर 36-37 डिग्री तक पहुंच गया था। पचमढ़ी में तापमान 27 डिग्री तक आ गया है, जो प्रदेश में सबसे कम है। वहीं, रात की बात करें तो नरसिंहपुर में तापमान 17 डिग्री रहा है। इंदौर, ग्वालियर, सीधी, सिवनी में 16 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। बाकी जगहों पर तापमान 15 डिग्री से कम रहा है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलने से हवा में नमी आ गई और बादल भी छा गए हैं। इस कारण सूरज की रोशनी जमीन तक आते-आते थोड़ी कमजोर हो गई और दिन के तापमान में गिरावट आई है। अगले 3 दिन तक पारे में ऐसी ही गिरावट रहेगी। ज्यादातर शहरों में 32 डिग्री तक तापमान रहेगा। रात में 11 से 12 डिग्री के बीच तापमान रहेगा। सुबह 5 से 7 बजे के बीच हल्की ठंड भी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, 25 फरवरी से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। मध्यप्रदेश में इसका ज्यादा असर नहीं रहेगा, लेकिन रात में गर्मी जरूर बढ़ जाएगी। तापमान 13 से 14 डिग्री तक पहुंच सकता है।

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भोपाल। छतरपुर की बुंदेली लोक गायिका उर्मिला पांडे को लोक संगीत में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2019 के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में अलंकरण समारोह में श्रीमती पांडे को ताम्रपत्र, अंगवस्त्रम और एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी और राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में संगीत, नृत्य, रंगमंच, कठपुतली कला और प्रदर्शन कला में समग्र योगदान के लिए वर्ष 2019, 2020 और 2021 के अकादमी पुरस्कार से 128 विभूतियों को सम्मानित किया गया।

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सीहोर। जिले में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में बुधवार सुबह एक और मौत हो गई। भोपाल के अजाक थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल समर सिंह भदौरिया की यहां ड्यूटी लगाई गई थी। इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया। कुबेरेश्वर धाम में गत 16 फरवरी को शुरू हुए रुद्राक्ष महोत्सव और शिवपुराण कथा में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें एक बच्चा, तीन महिलाएं और दो पुलिसकर्मी शामिल हैं।     पुलिस अधीक्षक निरंजन राजपूत ने बताया कि बुधवार सुबह हेड कॉस्टेबल समर सिंह भदौरिया (59) की मौत हो गई है। वह भोपाल के थाना अजाक में पदस्थ थे। कुबेरेश्वर धाम ड्यूटी पर आए हुए थे और पीजी कॉलेज में रुके थे। बुधवार प्रातः करीब 08 बजे अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द उठा। सहकर्मी तुरंत उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टर ने चेक करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा सुनाई जा रही शिव महापुराण कथा का आज अंतिम दिन है।   इससे पहले सोमवार, 20 फरवरी को पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में इंदौर से ड्यूटी करने के लिए सीहोर पहुंचे प्रधान आरक्षक श्याम मीणा की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी। मृतक इंदौर के प्रधान आरक्षक का पोस्टमार्टम मंगलवार को आष्टा सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष में कराया था। उसके पश्चात शव इंदौर भेजा गया था। इससे पहले एक बच्चा और तीन महिलाओं की मौत रुद्राक्ष महोत्सव के शुरुआती दो दिन में हो गई थी।

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खंडवा। पाकिस्तान ने दरियादिली दिखाते हुए मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के रहने वाले एक युवक को भारत को सौंपा है। खंडवा के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के ग्राम इंधावड़ी निवासी राजू पुत्र लक्ष्मण पीढरै पाकिस्तान की जेल से छूटकर पांच साल बाद बुधवार सुबह अपने गांव पहुंचा। उसे देख कर परिजनों की आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे। दरअसल, जिस बेटे को फिर से गले लगाने की उम्मीद छोड़ चुके परिजनों के समक्ष पांच वर्ष बाद एकाएक बेटा सामने आ गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।   जानकारी के अनुसार, लगभग पांच वर्ष पूर्व साल 2019 में ग्राम इंधावड़ी का रहने वाला राजू पुत्र लक्ष्मण पीढरै मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण घर से चला गया था। परिजनों ने काफी ढूंढ़ने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली तो परिजनों ने उसके वापस लौटने की आस छोड़ दी थी। राजू का पूरा परिवार इंधावड़ी में ही रहता है। उसके परिवार में माता-पिता और एक विकलांग भाई है। राजू के पाकिस्तान में होने की सूचना इंटेलिजेंस द्वारा उसके परिवार को दी गई थी। राजू के माता-पिता 2019 से ही अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे थे।   इसके बाद राजू को भारत लाने के प्रयास शुरू हुए। जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ क्षेत्रीय विधायक नारायण पटेल, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राजू के बारे में जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल प्रयास करते हुए विदेश मंत्रालय एवं विदेश मंत्री से संपर्क कर पाकिस्तान में पुलिस के कब्जे से राजू की रिहाई को लेकर प्रयास किए और प्रयास सफल भी हुए।   राजू की मां बसंता बाई ने बताया कि पांच साल से राजू की तलाश में पूरा घर परेशान था। राजू को वाया अटारी वाघा बॉर्डर भेजा गया और गृह मंत्रालय व अमृतसर जिला प्रशासन को 14 फरवरी को सौंप दिया। तब से वह अमृतसर रेडक्रॉस सोसायटी की देखरेख में रह रहा था, जहां उसका मेडिकल चेकअप और कानूनी कार्यवाही पूरी की गई। मंगलवार बुधवार की दरमियानी रात 1:30 महानगरी एक्सप्रेस से जिला प्रशासन द्वारा भेजी गई टीम व भाई दिलीप के साथ राजू पिंडरे अपने जिले खंडवा स्टेशन पर उतरा।   स्टेशन पर राजू के माता-पिता और ग्रामीणों के साथ समाजसेवी व सांसद प्रतिनिधि सुनील जैन, विधायक प्रतिनिधि दीपक पटेल, भाजपा के जिला महामंत्री सूरजभान सिंह, देवेंद्र सिंह व गांव के लोगों ने राजू का माला पहनाकर स्वागत व अभिनंदन किया। पूरी टीम को धन्यवाद भी दिया। भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे भी स्टेशन पर लगे।   मां-बेटे का मिलन अद्भुत था। पुत्र को देखकर मां की आंखों में आंसू बह रहे थे और वह उससे लिपट कर रोने लगी। वर्षों बाद मां को देख राजू काफी खुश हुआ उसका गला भर आया। पिता ने भी राजू को गले लगाया। रात्रि में स्टेशन पर राजू ने परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी दी। रात में राजू टीम के साथ होटल में विश्राम करने पहुंचा। खंडवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह राजू का जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सिटी कोतवाली थाने में प्रशासन की औपचारिक कार्यवाही पूर्ण होने के पश्चात राजू को स्वजनों को सौंप दिया गया। अपने पैतृक गांव पहुंचने पर राजू की जोरदार आगवानी की गई।

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छतरपुर के ADM ऑफिस में एक युवक ने आवेदन पेश किया। आवेदन देख सब दंग रह गए। दरअसल, खजुराहो के रहने वाले युवक ने एक मैक्सिकन लड़की के साथ शादी करने के लिए आवेदन दिया था। वह भी अपने से 30 साल बड़ी विदेशी लड़की के साथ। युवक का कहना है कि उसे मैक्सिको की रहने वाली युवती से प्यार हो गया है। परिवार को भी दोनों के रिलेशन के बारे में पता है, इसलिए वह अब उसे अपना जीवनसाथी बनाना चाहता है।शेख अमन ने बताया कि कहानी 4 साल पहले शुरू हुई। मैं तब खजुराहो के एक हैंडीक्राफ्ट दुकान में काम करता था। तभी एक विदेशी लड़की दुकान में आती है।  हैंडीक्राफ्ट की जानकारी के लिए उसने मुझे बुलाया। उसने अपना नाम मारठा जुलिया बताया। उसे देखते ही एक सकारात्मक सी ऊर्जा मिली। मैंने उसे जानकारी दी। इसके बाद वह चली गई। शाम को घर जाते वक्त वह मुझे दोबारा मार्केट में मिल गई। हमने साथ में चाय पी। तब उसने बताया कि उसे भारत के गांव पसंद हैं। वह गांवों में घूमना चाहती है। बच्चों से मिलना चाहती है। इसके बाद मैंने दुकान से 2-3 दिन की छुट्‌टी ली, फिर मैं उसे गांव घुमाने ले गया। उसने बहुत सारी फोटो क्लिक की। गांव के बच्चों से मिलकर वह बहुत खुश थी। गांव घूमकर उसे बहुत अच्छा लगा। उसने मुझे धन्यवाद बोला।गांव घूमकर हम खजुराहो वापस आए। साथ में खाना खाया। अब हम दोनों में दोस्ती हो गई थी। वह 1 महीने यहां रुकी थी। इस दौरान मैंने उसे खजुराहो, छतरपुर सहित कई सारी जगह घुमाया। मुझे भी अब उसके साथ समय बिताने में अच्छा लगने लगा था। हमने अपना नंबर शेयर किया। एक महीने बाद वह वापस चली गई। अगले साल 2020 में कोरोना आ गया। हर जगह लॉकडाउन लग गया। विदेशी यात्राओं पर भी रोक लग गई।2021 में लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद वह वापस खजुराहो आई। हम दोनों दोबारा मिले। फोन पर बातचीत होती ही थी। ऐसे हमारी दोस्ती और गहरी होती चली गई। 2 साल पहले मैंने अपने घर वालों को भी मारठा के बारे में बता दिया। अब वह जब भी खजुराहो आती तो मेरे साथ ही रहती थी। वह मेरे घर भी आती थी। उसे मेरा परिवार अपने हाथों से खाना बनाकर खिलाता था।4 साल की हमारी दोस्ती में वह मुझसे मिलने 3 बार भारत आई थी। इस साल जब वह आई तो मैंने उससे अपने प्यार का इजहार कर दिया। हमने इस दोस्ती को एक नाम देने का सोचा। मैंने पहले अपने परिवार से बात की, पहले तो वे नाराज हुए लेकिन बाद में वे राजी हो गए। मारठा ने भी अपने परिवार को इसकी जानकारी दी। फिर हमने कोर्ट मैरिज करने का प्लान किया। इसलिए मंगलवार को मैं, मारठा अपने वकील के साथ ADM कार्यालय गया। हमने शादी के लिए अपना आवेदन दिया।  

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इंदौर में झूम कार एप से कार की बुकिंग कर युवक को कार देना एक महिला को भारी पड़ गया। युवक ने झूम एप से सेल्फ ड्राइविंग कार बुक तो कर ली, पर लौटाई नहीं। कार बुक करने वाले ने कार में लगा जीपीएस क्रैक कर उसे बंद कर दिया। और अपने मोबाइल बंद कर लिए। कार की आखिरी लोकेशन गुजरात में मिली है। पुलिस अब कार की तलाश में जुटी है।टीआई शंशिकांत चौरसिया के मुताबिक पुलिस ने नमिता हजेला निवासी इंद्रपुरी कॉलोनी की शिकायत पर राजेश चौहान पुत्र मगन पटेल निवासी मोती बदोई, अलीराजपुर के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक नमिता ने बताया कि झूम कार एप के माध्यम से उन्होंने आई-20 कार नंबर MP09WL3819 राजेश के नाम पर 19 फरवरी के दिन दोपहर में बुक की थी। जिसे रात 11 बजे वापस किया जाना था। लेकिन राजेश ने तय समय पर कर नहीं लौटाई तो नमिता ने राजेश को कॉल किया। मोबाइल से कॉल रिसीव नहीं किया तो झूम एप के जरिए राजेश से संपर्क किया। तब राजेश ने कहा कि कार की बुकिंग अगले 12 घंटे के लिए और बढ़ा दी जाए। यानी राजेश ने 20 फरवरी दोपहर 12 बजे तक कार लौटाने का कहा। जब राजेश ने अगले दिन 1 बजे तक कार नहीं लौटाई। तो नमिता ने कार को जीपीएस पर चैक किया। यहां कार की लोकेशन ही पता नहीं चली। झूम एप पर कार का जीपीएस डिस्कनेक्ट बता रहा था।इसके बाद राजेश चौहान को कॉल किया। तो उसके दोनों मोबाइल स्विच ऑफ आए। बाद में झूम एप पर कॉल किया तो पता चला कि कार का ईमोबेलाइजर खराब हो गया है और उसका जीपीएस क्रैक किया गया है। कार की आखिरी लोकेशन गुजरात दिखाई दे रही थी। नमिता ने बताया कि संभवत: राजेश चौहान कार चुराकर फरार हो गया। इसके बाद मामले में पुलिस को शिकायत की गई। फिलहाल गाड़ी नंबर ओर राजेश के पते के आधार पर पुलिस उसकी तलाश करने में जुटी है।

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इंदौर की एक आईटी कंपनी की पॉलिसी इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कंपनी की एक महिला कर्मचारी ने ही पोस्ट डाली है, जिसमें बताया है कि यहां स्टाफ को ओवरटाइम नहीं करने दिया जाता है। कम्प्यूटर की स्क्रीन पर अलर्ट का मैसेज आता है कि आप घर जाइए, आपकी शिफ्ट पूरी हुई। इस पर भी यदि कर्मचारी अपनी सीट से नहीं उठता है तो अगले 10 मिनट में कम्प्यूटर अपने आप शटडाउन हो जाता है। कंपनी के अचानक सुर्खियों में आने के बाद पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका सहित अलग-अलग कंट्री से लोगों ने अपना रिज्यूम भेजकर कंपनी में काम करने की इच्छा जताई है।बचपन के दोस्त फाउंडर पवन और अजय दोनों नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर के रहने वाले हैं। पवन के पिता केएल चौहान रेलवे से रिटायर्ड हैं। मां रेवती बाई चौहान का निधन पवन जब दो-ढाई साल के थे तब हो गया था। प्राथमिक शिक्षा रेलवे स्कूल में हुई। इसके बाद अन्य स्कूल से 6 से 12वीं तक की पढ़ाई की। कम्प्यूटर साइंस में बीकॉम करने के बाद एमबीए करने पवन दोस्त अजय के साथ इंदौर आ गए। अजय के पिता दयाराम गोलानी की ग्रोसरी की दुकान है। मां कल्पना गोलानी हाउस वाइफ हैं। सोहागपुर से स्कूलिंग और फिर कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई की।कंपनी की तीसरी फाउंडर श्वेता शुक्ला जबलपुर की रहने वाली हैं। पिता बीपी शुक्ला रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर हैं। मां प्रेमा शुक्ला हाउस वाइफ हैं। पिता के ट्रांसफर के कारण श्वेता की अलग-अलग शहरों के केंद्रीय स्कूलों में पढ़ाई हुई। जबलपुर के सेंट अलॉयसियस कॉलेज से ग्रेजुएट होने के बाद एमबीए के लिए 2007 में इंदौर आ गईं।साल 2007 में तीनों अजय, पवन और श्वेता MBA करने के लिए इंदौर आए। यहां आईपीएस कॉलेज में तीनों ने एडमिशन लिया। अजय और पवन तो पहले से दोस्त थे, लेकिन श्वेता से मुलाकात कॉलेज में हुई। तीनों अच्छे दोस्त बन गए। 2009 में MBA पूरा हुआ तो तीनों ने अलग-अलग कंपनियों में जॉब की। जॉब करते हुए एक साल हो गया। एक दिन अजय ने पवन और श्वेता को मिलने के लिए मैसेज किया। साथ बैठकर डिसाइड किया कि स्टार्टअप करना चाहिए। हम जॉब के लिए नहीं बने हैं।  

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ग्वालियर। अंचल में अमूमन हल्की ठंड होली तक रहती है लेकिन इस बार महाशिवरात्रि के बाद ही गर्मी ने दस्तक दे दी है। पिछले दो दिन से अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज हो रहा है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान भी 15.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो सामान्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। इसके बाद तापमान में फिर से उछाल आएगा। ग्वालियर में फरवरी के पहले दिन से ही मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर चला लेकिन महाशिवरात्रि के बाद मौसम ने ऐसी पलटी मारी कि सब हैरान रह गए। एक ओर सूरज की तपन बढ़ने लगी है तो दूसरी ओर हवा से नमी लगभग गायब हो चुकी है। इस वजह से दिन में गर्मी का नामोनिशान नहीं बचा है बल्कि दोपहर में गर्मी महसूस होने लगी है। हालांकि देर रात में हल्की ठंड अभी बनी हुई है। ऐसे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाने से लोगों को पंखा व कूलर आदि का सहारा लेना पड़ रहा है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि राजस्थान के दक्षिणी भाग में बना प्रति चक्रवात समाप्त हो गया है और हिमालय में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ भी अब आगे बढ़ गया है। इसके फलस्वरूप अब अगले दो दिन तक उत्तर से ठंडी व शुष्क हवाएं आएंगी। जिससे दिन व रात के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है। चूंकि 26 फरवरी को हिमालय में एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा। इसके प्रभाव से हवाओं की दिशा बदलकर फिर से दक्षिणी हो जाएगी। जिससे दिन व रात के तापमान में फिर से उछाल आएगा। संभवत: फरवरी अंत तक रात में भी गर्मी की शुरुआत हो जाएगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा मंगलवार को अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 6.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 4.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 44 और शाम को 31 प्रतिशत दर्ज की गई।

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भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह सप्ताह बेहद ही रोमांचक होने वाला है। इस सप्ताह शाम के पश्चिम आकाश में सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर (बृहस्पति) और चमचमाता वीनस (शुक्र) एक-दूसरे से मिलने को आतुर नजर आएंगे। हंसियाकार चंद्रमा बुधवार, 22 फरवरी को दोनों के मिलन का गवाह बनने जा रहा है।   भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सूर्यास्त के बाद पश्चिम में दो चमकते ग्रह इस समय दिख रहे हैं। इनमें से जो नीचे की ओर तेज चमक के साथ दिखेगा, वह पृथ्वी का पड़ोसी शुक्र ग्रह है, जो कि बुधवार को पृथ्वी से लगभग 21 करोड़ किलोमीटर दूर रहते हुये माईनस 3.9 मैग्नीट्यूड से चमक रहा होगा। इसके ऊपर बृहस्पति ग्रह स्थित होगा, जो कि लगभग 85 करोड़ किलोमीटर दूर रहते हुये माईनस 2.1 मैग्नीट्यूड से चमकता दिखेगा। इन दोनों चमचमाते ग्रहों के बीच बुधवार शाम को पश्चिमी आसमान में हंसियाकार चंद्रमा दिखेगा, जो कि पृथ्वी से लगभग 3 लाख 66 हजार किलोमीटर दूर रहते हये इन दोनों ग्रहों के होने जा रहे मिलन की सूचना देगा।   सारिका ने बताया कि आने वाले सात दिनों तक हर शाम यह नजारा देखने को मिलेगा। जब आप इन इन ग्रहों को देखेंगे, तो ये हर शाम पास आते हुए नजर आएंगे और अंत में (सातवें दिन) दोनो एक-दूसरे में समाए से दिखने लगेंगे, जिसे खगोलविज्ञान में कन्जक्शन कहा जाता है।   सारिका ने कहा कि खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले तैयार हो जाइए, सूर्यास्त की लालिमा के बाद इन खगोलीय पिंडों की चमचमाती मुलाकात का गवाह बनने के लिए, लेकिन समय का ध्यान रखें, क्योंकि यह घटना रात 8.00 बजे तक ही ठीक से दिख पाएगी।

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स्वच्छता के मामले में देश में पहले नंबर पर रहने वाले इंदौर ने एक और नया रिकॉर्ड बनाया है। बिजली के खर्च को कम करने के लिए इंदौर ने ग्रीन बॉन्ड जारी कर नया इनोवेशन किया है। भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घंटा बजाकर इंदौर के ग्रीन बॉन्ड के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग की औपचारिक घोषणा की।कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, मेयर पुष्यमित्र भार्गव, नगरीय प्रशासन विभाग के पीएस नीरज मंडलोई, ऊर्जा विभाग के पीएस संजय दुबे के अलावा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमैन आशीष, एसबीआई और एके कैपिटल के अधिकारी मौजूद रहे।इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा ग्रीन एनर्जी के कॉन्सेप्ट करने के नजरिए से जहां से नर्मदा का पानी इंदौर लाया जाता है वहां मोटर पंपिंग स्टेशन पर बिजली के बिल को कम करने के लिए 60 मेगावाट का सोलर प्लांट खरगोन में लगाया गया। इस खर्च के लिए हम खुद के बॉन्ड जारी करेंगे। वहां ग्रीन एनर्जी के लिए ग्रीन बॉन्ड जारी करेंगे। 300 करोड बिजली के खर्च को कम करने के लिए ये बॉन्ड जारी किया। एसबीआई, एके कैपिटल और एनएसई की टीम ने काम किया। ग्रीन बॉन्ड लिस्टिंग में इंदौर ने पहले दिन 661 करोड की राशि आई। कुल 730 करोड पर ये बॉन्ड लॉक हुआ। जिस विषय पर लोग जब सोचना शुरु करते हैँ तब इंदौर उस काम को पूरा कर चुका होता है।इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने कहा- इंदौर देश से आगे चलता है। हमने छह बार सीएम के मार्गदर्शन में क्लीनेस्ट सिटी का अवार्ड जीता। कार्बन उत्सर्जन को लेकर भारत सरकार ने एक पॉलिसी बनाई। बजट में बहुत सा प्रावधान इस दिशा में हुआ है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लक्ष्य में हमारा देश विश्व का नेतृत्व कर रहा है। इंदौर में जिस तरह से शहरीकरण और आबादी बढ़ रही है। सांसद ने कहा अमृत 2 में हमें 800 करोड का गैप है बजट में इस गैप को दूर करने की सीएम से मांग की।

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यह पहली बार होगा कि किसी पुलिस थाने में आने वाली पीड़िता को अगर सेनेटरी पैड की जरूरत है तो वह उसे तुरंत थाने में ही मिल जाएगा। बैतूल के थाना कोतवाली की महिला ऊर्जा डेस्क ने आज इसकी शुरुआत की है। बैतूल कोतवाली थाना अब पहला ऐसा थाना बन गया है जहां पीड़ित महिला सेनेटरी पैड मांग सकती है।ऊर्जा डेस्क ने आज यहां सशक्त सुरक्षा पैड बैंक की शुरुआत की। डेस्क की प्रभारी कविता राजवंशी ने अपने जन्मदिन और सालगिरह के मौके पर पैड बैंक के लिए मदद की और यहां इस तरह यह पैड बैंक शुरू कर दिया गया है। रक्षित निरीक्षक मनोरमा सेन ने फीता काटकर इस पैड बैंक का शुभारंभ किया। इस मौके पर यहां मौजूद किशोरियों को सेनेटरी पैड वितरित भी किए गए।डेस्क प्रभारी के मुताबिक कई बार थाने में आने वाली पीड़ित ऐसी स्तिथि में पहुंचती है कि उन्हें तुरंत सेनेटरी पैड की जरूरत होती है। कई बार जांच पड़ताल और पूछताछ में इतना समय गुजर जाता है कि पीड़ित कहीं और नहीं जा सकती। ऐसे में ऐसी जरूरतमंद पीड़ितों के लिए इस बैंक की शुरुआत की गई है। जहां इसे लागत खरीदी मूल्य पर दिया जाएगा। अगर पीड़िता सक्षम नहीं है तो उन्हें यह निशुल्क भी दिया जा सकता है।यहां एक छोटे लेकिन गरिमामय कार्यक्रम में इस सशक्त सुरक्षा पैड बैंक की शुरुआत की गई। इस मौके पर पैड बैंक की अवधारणा शुरू करने वाली गौरी बालापुरे, जमुना पंडाग्रे मौजूद थी। सभी ने इस पहल की सराहना की है। रक्षित निरीक्षक ने ऐसा ही पैड बैंक रक्षित केंद्र में भी शुरू करने का भरोसा दिलाया है।

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क्रिटिकल केयर (ICU) में एडमिट होने वाले पेशेंट्स के परिजनों के सामने दो चिंता होती है। पहली यह कि पेशेंट ठीक हो पाएगा या नहीं और दूसरी यह कि आईसीयू में इलाज के दौरान कितना खर्चा आएगा। इसके लिए 22 से 26 फरवरी तक ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन (ISCCM) की 29वीं वर्कशॉप व कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है। इसमें 20 देशों के दो हजार से ज्यादा डॉक्टर्स (इंटेसिविस्ट) शामिल होंगे। इस बार कॉन्फ्रेंस की थीम 'कॉस्ट इफेक्टिव इंटेनिसव केयर विथ ह्युमिनाइसेशन' होगी।छह दिन चलने वाली इस इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में पहली बार पब्लिक के लिए मेडिकल इमरजेंसी का एक सेशन रखा गया है। इसमें लोगों को लकवा, मिर्गी, हार्ट अटैक, दुर्घटना, जलने, सांप काटने आदि की स्थिति में अस्पताल पहुंचने तक कैसे केयर की जाए और जान बचाई जा सके, इसका भी एक महत्वपूर्ण सेशन रहेगा।ऑर्गेनाइजिंग चेयरमेन और ISCCM के अध्यक्ष डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि क्रिटिकल केयर फील्ड में पायोनियर डॉ. आरके मणि खास तौर पर शिरकत करेंगे। उन्होंने 20 साल तक सुप्रीम कोर्ट में पेशेंट्स को ‘डेथ विद डिग्निटी’ दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी है और अब जाकर इसे सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिली है।इस कानून के बनने के बाद जिन बीमारियों का इलाज संभव नहीं है, ऐसे पेशेंट्स को आईसीयू में ज़िंदगी और मौत के बीच कष्टदायी समय काटने की अनिवार्यता से मुक्ति मिलेगी। ऐसे मरीजों को अब लाइफ सपोर्ट के बजाए बेसिक लाइफ केयर देकर 'डेथ विद डिग्निटी' का अधिकार दिया गया है। डॉ. मणि ने आईसीयू में कॉस्ट इफेक्टिव ट्रीटमेंट को लेकर भी काफी सराहनीय काम किया है।  

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मध्य प्रदेश की धरती चारों ओर हरियाली और वन्य प्राणियों से भरी हुई है,अब हर साल मध्यप्रदेश को 12 चीते मिलेंगे। भारत सरकार और दक्षिण अफ्रीका की सरकार से इस संबंध में एग्रीमेंट हुआ है। प्रदेश के वनमंत्री कुंवर विजय शाह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा- साउथ अफ्रीका से 12 चीतों की खेप हर साल मध्यप्रदेश आएगी। इन्हें गांधीसागर और नौरादेही अभयारण्य में छोड़ा जाएगा।इससे पहले नामीबिया से 8 चीते कूनाे आए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें रिलीज किया था। वहीं, 18 फरवरी को भी दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते आए। इन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कूनो अभयारण्य में रिलीज किया। इन्हें क्वारंटाइन बाड़े में छोड़ा गया है। कूनो-पालपुर अभयारण्य में अब कुल 20 चीते हो गए हैं। प्रदेश में चीतों का ये कुनबा लगातार बढ़ता जाएगा। कूनाे के बाद दूसरे अभयारण्यों में भी सैलानी चीतों का दीदार कर सकेंगे। वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने दैनिक भास्कर से चर्चा की।वनमंत्री ने बताया कि नीमच-मंदसौर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में बसे गांधी सागर अभयारण्य और सागर, दमोह, नरसिंहपुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में बसे नौरादेही अभयारण्य में भी चीते नजर आएंगे। मंत्री विजय शाह ने बताया कि साउथ अफ्रीका की सरकार हर साल 12 चीते देने के लिए सहमत हुई है।नामीबिया के विशेषज्ञों का कहना था कि जो चीते नामीबिया से लाए थे, उनमें से 25 प्रतिशत मध्यप्रदेश में सर्वाइव नहीं कर पाएंगे, लेकिन उन्होंने देखा कि यहां चीतों के रहन-सहन, खान-पान की व्यवस्थाएं और वातावरण चीतों के मुताबिक है। अभी सिर्फ एक मादा चीता थोड़ी बीमार है, वो भी ठीक हो रही है। अन्य चीते भी स्वस्थ हैं। पांच महीने वॉच करने के बाद साउथ अफ्रीका ने एमओयू किया है। वनमंत्री ने बताया कि अगले महीने दो सगे भाई चीतों को जंगल में छोड़ेंगे।  

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पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामखेलावन पटेल ने कहा है कि प्रदेश में संत रविदास जयंती 5 फरवरी से शुरू हुई विकास यात्रा सुखद भविष्य की गवाह बनेगी। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा को ग्रामीण क्षेत्रों में भारी जन-समर्थन मिल रहा है। राज्य मंत्री पटेल बुधवार को सतना जिले के अमरपाटन क्षेत्र की विकास यात्रा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर स्थानीय जन-प्रतिनिधि उनके साथ थे। राज्य मंत्री पटेल ने ग्राम मडवार, गोरसरी, देवरी, धनवाही सहित अनेक ग्रामों में ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने ग्रामीणों को राज्य सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने समाज के हर तबके की भलाई के लिये योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये हाल ही में लाड़ली बहना योजना की घोषणा की है। प्रदेश में निम्न एवं मध्यम वर्ग की महिलाओं को राज्य सरकार की ओर से एक हजार रूपये प्रतिमाह की आर्थिक मदद दी जायेगी। राज्य मंत्री ने जल-जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीणों को पेयजल टेस्टिंग किट तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमा पॉलिसी के प्रमाण-पत्र हितग्राहियों को प्रदान किये। राज्य मंत्री पटेल ने 9 लाख 50 हजार रूपये लागत के आँगनवाड़ी भवन निर्माण, 12 लाख रूपये लागत के सामुदायिक भवन निर्माण और जनजाति बहुल बस्ती में 12 लाख रूपये की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन निर्माण का भूमि-पूजन किया।

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आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने बुधवार को बालाघाट जिले के परसवाड़ा क्षेत्र में 81 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा से जन-समुदाय को जागरूक किये जाने का भी कार्य किया जा रहा है। राज्य मंत्री कावरे बुधवार को जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री ने ग्राम आमगाँव में तेंदूपत्ता लाभांश की 20 लाख रूपये की राशि से बनने वाले सामुदायिक भवन, ग्राम रोशना में करीब 48 लाख रूपये की लागत से बनने वाले आयुर्वेद औषधालय भवन, जनपद निधि की 5 लाख रूपये की राशि से बनने वाले सामुदायिक भवन, 6 लाख रूपये की लागत से बनने वाले पुलिया निर्माण और सभा मंच निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिये लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान तैयार किये जा रहे हैं। उन्होंने महिलाओं को महिला-बाल विकास विभाग की ओर से न्यूट्रीशन किट प्रदान की।   राज्य मंत्री कावरे ने परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम विश्रामपुर में जनजातीय सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनजातीय नायकों को समाज में सम्मान देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनजातीय समाज से जो वादे किये थे, उसे पूरी ईमानदारी के साथ पूरा किया जा रहा है। राज्य मंत्री ने जन-समुदाय को जनजातीय वर्ग की भलाई के लिये लागू किये गये पेसा अधिनियम की जानकारी दी। उन्होंने 5 लाख रूपये की लागत से बनने वाले सभा मंच और 15 लाख रूपये की लागत से तैयार होने वाले सामुदायिक भवन का भूमि-पूजन किया। इस मौके पर आयुर्वेद पद्धति से 145 और होम्योपैथी पद्धति से 281 मरीजों का उपचार कर नि:शुल्क दवाई दी गई।  

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स्कूल शिक्षा विभाग ने समग्र शिक्षा अभियान (सेकेन्डरी एजुकेशन) की स्वीकृत कार्य-योजना वर्ष 2022-23 में प्रदेश के विद्यार्थियों को राज्य के बाहर एक्सपोजर भ्रमण कराया। इन्दौर स्थित सुपर-100 योजना में अध्ययनरत कक्षा 11 वीं के 36 विद्यार्थी एवं 4 शिक्षक सदस्यों सहित 40 सदस्यीय दल प्रदेश से केरल भेजा गया है। इन विद्यार्थियों ने 15 फरवरी को विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर थुम्बा, तिरूवनंतपुरम (केरल) में रॉकेट लांचिंग प्रदर्शन का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। विद्यार्थियों ने यहाँ अनुसंधान संबंधी कार्यशैली एवं तकनीकों की बारीकियों को जाना।   स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने स्कूली विद्यार्थियों के विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर थुम्बा के एक्सपोजर भ्रमण एवं सुरक्षित यात्रा के लिए स्कूल शिक्षा विभाग एवं लाभान्वित विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दी। राज्य मंत्री परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण एवं रोजगारपरक बनाने के साथ विद्यार्थियों को बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न बनाने के लिए राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि विद्यालयीन बच्चों को इस तरह के एक्सपोजर विजिट करवाने से उन्हें स्वाभाविक प्रतिभा को निखारने का अवसर मिल रहा है। प्रदेश के विद्यार्थी इस तरह के भ्रमण से विज्ञान, तकनीक एवं अनुसंधान जैसे अनुभवों का परोक्ष अवलोकन कर रहे हैं। शैक्षणिक गतिविधियों के साथ अनुसंधान एवं तकनीकी संस्थानों का अवलोकन, विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य एवं करियर के लिए आधारशिला तैयार करने का अवसर है। निश्चित रूप से यह विजिट विद्यार्थियों में अनुसंधान को लेकर उनकी रूचि अनुरूप मनोभावों में नवाचार के लिए दिशा प्रदान करेगा और उन्हें अनुसंधान के क्षेत्र में करियर बना कर राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करेगा। दल 17 फरवरी को कन्याकुमारी स्थित स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल का भ्रमण भी करेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस एक्सपोजर विजिट के लिए विद्यार्थियों को वायुमार्ग द्वारा इन्दौर से तिरूवनंतपुरम भेजा है। दल 18 फरवरी को वापस इंदौर पहुँचेगा।  

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लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि प्रदेश के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये नई स्वास्थ्य संस्थाएँ शुरू करने के साथ अस्पतालों को सुदृढ़ किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिकता से स्वास्थ्य केन्द्र शुरू किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का चहुँमुखी विकास हो रहा है। मंत्री डॉ. चौधरी बुधवार को साँची विकासखण्ड के ग्रामों में विकास यात्रा में जन-संवाद कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किसी कारण से कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित रह गया है, तो उसे लाभ दिलाना है। उन्होंने विकास यात्रा में गाँवों में हुए विकास कार्यों की जानकारी दी और योजनाओं के पात्र व्यक्तियों को स्वीकृति-पत्र प्रदान किये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कोटरा ग्राम में 29 लाख 40 हजार, सुंड अजायब नगर में 15 लाख, पुरा मुंगावली ग्राम में 7 लाख 43 हजार और सालेरा में 91 लाख 61 हजार रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं शिलान्यास किया। साँची जनपद पंचायत अध्यक्ष अर्चना पोर्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बघेल, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण विकास यात्रा में साथ रहे।

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विकास यात्रा उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो पात्र होते हुए भी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे थे। यह बात औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने धार जिले के ग्राम बामन्दाकलाँ में विकास यात्रा में कही। उन्होंने कहा कि इनमें मकान, फसल बीमा, पीएम-सीएम सम्मान निधि, जाति प्रमाण पत्र, भू-अभिलेख शुद्धिकरण, आयुष्मान-आधार कार्ड, स्वामित्व योजना, रोजगार के लिए ऋण दिए जाने सहित अन्य प्रकरण शामिल हैं। विकास यात्रा में जहाँ लोगों की समस्या दूर करते हुए माँग पूरी की जा रही है, वहीं ऐरा प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करने के लिए लोगों को संकल्प दिलाया जा रहा है। विकास यात्रा में नवाचार भी किए जा रहे हैं। मंत्री दत्तीगांव ने बदनावर विधानसभा की ग्राम पंचायत बामन्दाकलाँ में हितग्राहियों को हित-लाभ भी वितरित किए। मंत्री दत्तीगांव ने मंगलवार को विकास यात्रा में ग्राम पंचायत कड़ोदकला में विभिन्न विकास कार्य का भूमि-पूजन किया, ग्रामीणों से विकास कार्य और क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा का उद्देश्य अधूरे काम पूरे करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में प्रदेश में 5 फरवरी से 25 फरवरी तक चलने वाली विकास यात्रा के माध्यम से हितग्राहियों को लाभान्वित करने और उनकी समस्याओं का निराकरण करने में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जा रही है। विकास यात्रा का ग्रामीणों ने उत्साह के साथ स्वागत किया।    

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वित्त एवं वाणिज्यिक कर, आर्थिक सांख्यिकी एवं उज्जैन के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने आज उज्जैन जिले के बड़नगर ग्राम पंचायत में विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया। साथ ही जल जीवन मिशन के कार्यों का निरीक्षण किया। मंत्री देवड़ा ने कहा कि जिले के सभी ग्रामों में हर घर नल से जल पहुँचेगा। सरकार ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। किसी को दूर से जल नहीं लाना पड़ेगा। देवड़ा विकास यात्रा के दौरान ग्राम पंचायत पलवा एवं सिजवता में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र प्रदान किये। मंत्री देवड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का विकास अनवरत जारी है। उन्होंने बताया कि विकास यात्रा 25 फरवरी तक जारी रहेगी। यात्रा के दौरान गाँव-गाँव जाकर ऐसे पात्र व्यक्तियों का चिन्हित किया जायेगा जिन्हें अभी शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल है। ऐसे सभी पात्र व्यक्तितयों को योजना का लाभ दिलवाया जायेगा। विकास यात्रा में के दौरान उज्जैन सांसद जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर जिले के पारसेन ग्राम में विकास यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने 13 करोड़ 34 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। विकास कार्यों में मालनपुर-बेहट मार्ग में वैशली नदी पर 7 करोड़ रूपये का पुल, पारसेन से आरोली तक 3 करोड़ 89 लाख लागत की सड़क निर्माण सहित अन्य कार्य शामिल हैं।   केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री तोमर ने कहा कि गाँव और गरीब आगे बढ़ेंगे, तो देश भी आगे बढ़ेगा। इसी सोच के साथ केन्द्र और राज्य सरकार काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 18 वर्ष में ग्वालियर जिले में विकास के नये आयाम स्थापित हुए हैं। सड़कों का निर्माण, सिंचाई परियोजना में नहरों का निर्माण कार्य सहित अनेक कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर जरूरतमंद गरीब को पक्का घर और उज्ज्वला योजना में गैस कनेक्शन दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विकास के अनेक कार्य कर रही है।   केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने कहा कि समग्र और समावेशी विकास के लक्ष्य को लेकर केन्द्र सरकार विकास कार्यों को गति दे रही है। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। पूरी दुनिया में भारत का सम्मान भी बढ़ा है। कोरोना संकट में भारत ने दुनिया के 100 देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति की है। वर्तमान में शक्तिशाली भारत के निर्माण के साथ आर्थिक रूप से सशक्त भारत का भी निर्माण हो रहा है। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि कभी भारत पर राज करने वाले ब्रिटेन को छटवें नम्बर पर धकेल कर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की 5वीं अर्थ-व्यवस्था वाला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्ष 2003 के बाद ऐतिहासिक विकास हुआ है। राज्य में सिंचाई का रकबा बढ़ कर कई गुना हो गया है।   उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि सरकार गरीबों के जीवन में बदलाव लाने के लिये पूरी शिद्दत के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में हुए विकास को लेकर गाँव-गाँव विकास यात्राएँ निकाली जा रही हैं। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री तोमर और सिंधिया का ग्वालियर जिले में विकास कार्यों में सहयोग देने पर आभार व्यक्त किया और भविष्य में सहयोग करने की अपेक्षा व्यक्त की। विकास यात्रा में सामाजिक सुरक्षा पेंशन, भू-अधिकार-पत्र, लाड़ली लक्ष्मी स्वीकृति-पत्र, खाद्यान्न पात्रता पर्ची, आयुष्मान और संबल कार्ड सहित अन्य योजनाओं के पात्र व्यक्तियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किये गये। पारसेन में स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश कुंवर सिंह जाटव, जनपद पंचायत अध्यक्ष दिलराज सिंह किरार, पूर्व विधायक रामबरन सिंह गुर्जर, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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विकास यात्रा को जो अभूतपूर्व उत्साह, अपार जन-समर्थन और स्नेह मिल रहा है, यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में किए गए विकास कार्यों का परिणाम है। यह बात सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने विकास यात्रा के दौरान नीमच जिले के सरवानिया महाराज में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। विकास यात्रा नीमच जिले की जावद विधानसभा  मोरवन पंचायत से शुरू होकर रूपपुरा, बावल नई, मैलानखेड़ा, नगर परिषद सरवानिया महाराज, मोड़ी से होते हुए पालराखेड़ा पंचायत में समाप्त हुई। इस दौरान मंत्री सखलेचा ने करोड़ों रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया।   सखलेचा ने कहा कि यह विकास यात्रा अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ देने का अभियान है। उन्होंने कहा कि आमजन को हर वो सुविधा उपलब्ध हो जिनके वे हकदार हैं, इसके लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। विकास यात्रा के दौरान मंत्री सखलेचा ने नगर में आरसीसी नाला निर्माण, नगर परिषद में पार्क निर्माण, स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत सामुदायिक शौचालय निर्माण, नगर में विभिन्न नाली निर्माण सहित कई विकास कार्यों की सौगात दी। मंत्री सखलेचा ने नगर परिषद सरवानिया महाराज में करीब 2 करोड़ 95 लाख रुपए के कई विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। उन्होंने जनता को राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने जन-समस्याओं से सबंधित प्राप्त आवेदनों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए।     

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प्रदेश में निकाली जा रही विकास यात्राएँ लोगों के जीवन को समृद्ध और बेहतर बनाने का अभियान है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर आमजन को विकास कार्यों की जानकारी देने तथा ग्रामीणों को शासन की जनहितैषी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में विकास यात्राएँ निकाली जा रही है। इन विकास यात्राओं का उद्देश्य हर व्यक्ति के जीवन को बेहतर और खुशहाल बनाना है। यह बात स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इन्दर सिंह परमार ने आज विकास यात्रा के 9वें दिन शाजापुर जिले की शुजालपुर विकासखंड के ग्राम चितौड़ा में विकास यात्रा का शुभारंभ कर कही। राज्यमंत्री परमार ने तिरंगा ध्वज फहराया तथा कन्याओं का पूजन भी किया।     राज्य मंत्री परमार ने विकास यात्रा के दौरान शुजालपुर विधानसभा के ग्राम उण्डई में 49 लाख 14 हजार रूपए लागत राशि से बनने वाले उप स्वास्थ्य केंद्र का भूमि-पूजन किया। इससे आसपास के ग्रामीणों को भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। विकास यात्रा के दौरान राज्य मंत्री परमार ने स्वाधीनता संग्राम सेनानी एवं महान समाज सेविका 'भारत कोकिला' सरोजिनी नायडू जी की जयंती पर महिला सशक्तिकरण हेतु 4 एमपी बीएन एनसीसी भोपाल द्वारा जवाहरलाल नेहरू शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शुजालपुर में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता कर उपस्थित एनसीसी कैडेट्स का मनोबल बढ़ाया। आज की विकास यात्रा शुजालपुर विकासखंड के ग्राम चितौड़ा से प्रारंभ होकर ग्राम मगरोला से मायापुर होते हुए उण्डई पहुँची। राज्यमंत्री  परमार ने ग्रामवासियों द्वारा किये गए आत्मीय स्वागत के लिए आभार भी माना। उन्होंने ग्रामीणों को शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और आमजन को शासकीय योजनाओं के लाभ लेकर अपने जीवन को सुलभ और बेहतर बनाने को कहा। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएँ सुनीं और उनके त्वरित निराकरण के लिए निर्देश दिए। इस दौरान जन-प्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे। राज्य मंत्री परमार ने सभी ग्रामों में स्वच्छता, ऊर्जा साक्षरता, प्लास्टिक मुक्ति तथा नशामुक्ति का संकल्प भी दिलाया।  

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कला, संगीत, नृत्य और उत्सव के बिना जीवन अधूरा है। शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा का सुख मनुष्य को सुखी रहने के लिए जरूरी होते है। कला और संस्कृति सुखी जीवन के लिए आवश्यक है। मुख्यमंत्री चौहान भारत भवन की 41 वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से कलाकारों को सम्मानित किया। इनमें पद्मश्री भूरी बाई, पद्मश्री दुर्गा बाई, भज्जू श्याम, संगीतकार वसंत राव शिवलीकर, तबला वादक किरन देशपांडे, राई नृतक पं. राम सहाय पांडे, गायक पंडित उमाकांत गुंदेचा, रंग कर्मी आलोक चटर्जी, लोक जनजातीय कला के अध्येता कपिल तिवारी, युवा रंगकर्मी सरफराज हुसैन और बैगा नृतक अर्जुन सिंह धुर्वे का सम्मान किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमने हाल ही में गरीब परिवार की महिलाओं के लिए लाड़ली बहना योजना बनाई है। बहन सशक्त होगी तो परिवार सशक्त होगा। इसके लिए पहले बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के लिए योजना बनाई गई थी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में एक-एक हजार रूपए बहनों के खाते में डाले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कला, संस्कृति, गीत-संगीत का अद्भुत महत्व है। धन-दौलत से जो सुख नहीं मिलता है, वह कला संस्कृति से मिलता है। उन्होंने कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत भवन ने 41 वर्ष में कला-संस्कृति का नया मुकाम कायम किया है। हमने कला ग्राम की स्थापना की है। अगले वर्ष से संचालन शुरू हो जाएगा। कला- परम्परा को आगे बढ़ाऐंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने भारत भवन की 41 वीं वर्षगांठ कार्यक्रम का दीप जला कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग सुखवीर सिंह, संचालक अदिति कुमार त्रिपाठी, फिल्म कलाकार राजीव वर्मा, बड़ी संख्या में कला प्रेमी और दर्शक उपस्थित थे।

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पुलिस यह नाम सुनते ही हर नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस करने लगता है। हम अपने शहर और गाँव में निश्चिंत होकर बैठते हैं और सभी त्योहार और खुशियाँ मना पाते हैं, क्योंकि आप लोग दिन रात खड़े रह कर अपने जीवन की चिंता न करते हुए हम सभी की सुरक्षा की चिंता करते हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने यह बात 66वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 का शुभारंभ करते हुए कही। मंत्री सिंह ने सभी टीम मैनेजरों से परिचय प्राप्त किया और विभिन्न प्रदेश से आये प्रतिभागियों के 24 दल की परेड की सलामी ली। उन्होंने अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 के शुभारंभ की घोषणा की। पुलिस ड्यूटी मीट में विभिन्न प्रदेशों के 24 दल शामिल हो रहे हैं।   मंत्री सिंह ने कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों से 7वीं अखिल भारतीय आल इंडिया पुलिस मीट में शामिल होने आए आप सभी पुलिसकर्मियों और अर्ध सैनिक बल के जवानों का मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस कार्यक्रम के लिए आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ। उन्होंने कहा कि मुझे म.प्र. पुलिस पर गर्व है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि हर कदम पर सरकार आपके साथ खड़ी है। यह हमारे राज्य और म.प्र. पुलिस के लिए गर्व का विषय है कि हमें अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करने का अवसर मिला है। अखिल भारतीय स्तर पर होने वाले इस कार्यक्रम से ज्ञान और विधाओं का आदान-प्रदान बढ़ता है। साथ ही सहयोग का वातावरण भी निर्मित होता है।   मंत्री सिंह ने कहा कि आज आल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट में आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के खिलाफ कार्रवाई के तरीकों को एक-दूसरे के साथ साझा किए जाने से इन समस्याओं पर प्रभावी कार्यवाही करने में पुलिस को मदद मिलेगी। विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2022 में कुल अपराधों में 19 प्रतिशत की कमी आई है। पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य, उनके परिवार की समस्याओं, जिम्मेदारियों के प्रति राज्य सरकार संवेदनशील है। आरक्षक से लेकर अधिकारियों तक हमारी पुलिस संसाधनों से संपन्न और तकनीकी रूप से हर संभावित अपराधी से ज्यादा दक्ष हो, यह समय की माँग है। इससे पहले कि कोई अपराधी किसी तकनीक का उपयोग करे। पुलिस की उस विधा में दक्षता होनी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा पुलिस कर्मियों की दक्षता-संवर्धन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सायबर लैब्स की संख्या में निरंतर वृद्धि की जा रही है।   मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ डकैती उन्मूलन के साथ ही नक्सलवाद के विरुद्ध भी लगातार अभियान जारी है। वर्ष 2022 में संचालित किये गये नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान विगत 6 माह जून से दिसम्बर के दौरान 114 लाख रुपये के 6 इनामी नक्सलियों को धराशायी किया गया। 32 साल के नक्सल इतिहास में पहली बार नक्सल विरोधी अभियान में इतनी बड़ी सफलता मिली। सभी जिलों में महिला थाने संचालित हैं। अब 950 महिला ऊर्जा डेस्क कार्यरत हैं। मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गुम हुई बच्चियों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान को अभूतपूर्व सफलता मिली है। पुलिस महानिदेशक की अगुवाई में 10 दिसंबर 2022 की रात प्रदेशभर में कॉम्बिंग गश्त की गई। इसमें 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सड़कों पर उतरे और एक ही रात में साढ़े 9 हजार से अधिक अपराधियों और वारंटियों को पकड़ा गया।   प्रदेश पुलिस द्वारा मूलभूत पुलिसिंग शुरू की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पैदल गश्त की प्रशंसा की है। राज्य विरोधी और राष्ट्र विरोधी ताकतों ने जब भी सिर उठाया है तो मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने शौर्य और पराक्रम से उसे कुचल दिया है। पीएफआई सहित देश को कमजोर करने की गतिविधियों में संलग्न संगठनों पर भी पुलिस पूरी सक्रियता और तत्परता से कार्रवाई कर रही है। इस पुलिस मीट के दौरान एंटी सैबोटेज चेक, सांइटिफिक इन्वेस्टिगेशन, पुलिस फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, कम्प्यूटर अवेयरनेस एवं डॉग स्क्वॉड आदि विषयों पर परीक्षाओं के आयोजन से संबंधित विषयों के बारे में हमारे पुलिसकर्मियों के ज्ञान में वृद्धि होगी। अमेरिका के व्हाइट हाउस में तैनात बेल्जियम मेलोनाइज नस्ल के और भी डॉग अब मध्यप्रदेश के स्क्वॉड में शामिल किए जाएंगे, जो दो फीट जमीन में धंसे सबूतों को भी ढूंढ निकालने में माहिर हैं।   मंत्री सिंह ने कहा कि हार-जीत से ऊपर उठ कर पुलिस अनुसंधान प्रणाली में कौशल उन्नयन की दृष्टि से ये सभी प्रतिस्पर्धाएँ अत्यंत समसामयिक एवं उपयोगी हैं। उन्होंने कहा कि आशा करता हूँ कि आप सभी प्रतिभागी पूर्ण मनोयोग और एकाग्रता से प्रतियोगिताओं में भाग लेकर नए कीर्तिमान बनाएंगे। साथ ही में आपको विश्वास दिलाता हूँ कि आप सभी पुलिसकर्मियों की इज्जत और मान-सम्मान में कोई कमी नहीं रहने देंगे। पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने कहा कि मध्यप्रदेश में इसके पहले 2 बार पुलिस ड्यूटी मीट हो चुकी है। मीट में विभिन्न प्रदेशों की पुलिस की कॉमन प्राबलम्स पर चर्चा होती है। एक-दूसरे के अच्छे कार्यों को शेयर करते हैं। पुलिस ड्यूटी मीट में जितनी भी प्रतियोगिताएँ होंगी सभी का संबंध प्रतिदिन के कार्यों से है। उन्होंने कहा कि इसे नॉलेज शेयरिंग का माध्यम बनाया जाये। सक्सेना ने कहा कि आपके भोपाल प्रवास को सुविधापूर्ण बनाने के सभी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न टीमों में कुल 100 श्वान भी शामिल हैं। डीआईजी कृष्णा वेनी देशाबातू ने आभार माना। पुलिस ड्यूटी मीट में आंध्र प्रदेश, बिहार, बीएसएफ, छत्तीसगढ़, सीआरपीएफ, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, जम्मू-काश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरला, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल, एसएसबी, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश के दल शामिल हो रहे हैं।

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मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहरों में भौतिक सुविधाओं का भंडार है परंतु सोने के लिये नींद की गोली और भोजन से पहले इंसुलिन लेना पड़ता है। वहीं जनजातीय भाई प्रकृति की गोद में सरल, निष्कपट, निष्छल, निर्भीक और निस्वार्थ जीवन जीते हैं। जीवन में आनंद के लिये जनजातीय जीवन की सरलता अपनायें, शहरी चकाचौंध में न आयें। मुख्यमंत्री चौहान आज लाल बाग इंदौर में जनजातीय फूड फेस्टिवल को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम के प्रारंभ में जनजातीय नायकों के चित्रों पर पुष्पांजलि भेंट कर उन्हें नमन किया। उन्होंने फूड फेस्टिवल का अवलोकन कर जनजातीय वर्ग के हुनर की सराहना की। उन्होंने झाबुआ की गुड़िया को प्रसिद्धि दिलाने वाले परमार दम्पत्ति का भी मंच पर सम्मान किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज दुनिया मोटे अनाज की बात कर रही है, जबकि वर्षों से हमारे जनजातीय भाई-बहन मोटे अनाज का उपयोग कर रहे हैं। मोटा अनाज, जो कल तक गरीबों का भोजन माना जाता था, आज वैज्ञानिकों ने सिद्ध कर दिया है कि उसमें जबरदस्त पोषण क्षमता होती है। आज लोग गेहूँ की रोटी खाना छोड़ रहे हैं और ज्वार, बाजरा, मक्का का उपयोग कर रहे हैं। हमारी जड़ी-बूटियों, वनस्पतियों की उपचार क्षमता अदभुत है। आयोजकों ने फूड फेस्टिवल के माध्यम से शहरी जनता के समक्ष जनजातीय खान-पान, परम्पराओं, जीवन मूल्यों को लाने का अभिनंदनीय प्रयास किया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनजातीय संस्कृति अदभुत संस्कृति है। जनजातीय परम्पराएँ, जीवन मूल्य, कला, संस्कृति, नृत्य जीवन का आनंद प्रकट करते हैं। इनमें हमारी जड़े हैं। हम अपनी जड़ों को न भूलें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज मैं जनजातीय बहन लहरी बाई से मिला, जिनकी बीज बैंक बनाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सराहना की है। उन्होंने बीज बैंक बना कर भारत के विलुप्त होते बीजों को बचा लिया है। कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर ललवानी, विधायक, जन-प्रतिनिधि, जनजातीय समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

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पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने शनिवार को सतना जिले की नगर परिषद न्यू रामनगर में 12 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी। राज्य मंत्री पटेल स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न वार्डों की विकास यात्रा में शामिल हुए। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि संत रविदास जयंती 5 फरवरी से प्रारंभ हुई विकास यात्रा विकास के मामले में बहु-आयामी और बहु-उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। विकास यात्रा को जनता का आशीर्वाद मिल रहा है। राज्य मंत्री पटेल ने विभिन्न वार्डों में सीसी रोड और डामरीकृत सड़क निर्माण का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल और नगरीय निकायों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।  

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आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने कहा है कि विकास यात्रा का मकसद आम जनता तक सरकारी योजना का लाभ पहुँचाना है। राज्य मंत्री कावरे शनिवार को बालाघाट जिले के परसवाड़ा विकासखण्ड की विकास यात्रा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 2 करोड़ 67 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है। विकास यात्रा के माध्यम से आम जनता को उसकी पात्रता अनुसार सरकारी योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। यह यात्रा मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान का भाग-2 है। राज्य मंत्री कावरे ने बताया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत वर्ष 2024 तक सभी को पक्का मकान देने का कार्यक्रम तैयार किया है। उन्होंने बताया कि यदि गाँव में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे के माता-पिता का निधन हो गया है, तो ऐसे अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का लाभ दिलाया जायेगा।   जन-समुदाय को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री कावरे ने बताया कि लाड़ली बहना योजना का क्रियान्वयन जल्द शुरू किया जायेगा। योजना के माध्यम से पात्र बहनों को एक हजार रूपये प्रतिमाह की सहयोग राशि प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया कि परसवाड़ा क्षेत्र के 31 ग्राम में सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिये 170 करोड़ रूपये की योजना तैयार की गई है। राज्य मंत्री ने परसवाड़ा क्षेत्र की सभी 135 ग्राम पंचायतों में रजिस्टर बनाये जाने के निर्देश दिये। राज्य मंत्री ने सरकारी योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले शासकीय सेवकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किये जाने के निर्देश भी दिये।

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नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा भोपाल जिला प्रभारी भूपेन्द्र सिंह ने रविवार को उत्तर विधानसभा क्षेत्र में वार्ड-14 में इंदिरा नगर स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर विकास यात्रा शुरू की। सिंह ने विभिन्न वार्डों में घूम कर नागरिकों से भेंट की। उन्होंने टीलाजमालपुरा में हुई सभा में वार्ड 8,9,11,13,15 एवं 21 के लिये 4 करोड़ 35 लाख रूपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। साथ ही 2 करोड़ 78 लाख रूपये के विभिन्न नवीन विकास कार्यों की स्वीकृति दी। श्री सिंह ने कन्या-पूजन भी किया। मंत्री सिंह ने कहा कि भोपाल की 320 अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया जारी है। यहाँ के रहवासियों को अब बैंक लोन सहित सभी सुविधाएँ मिल सकेंगी। सिंह ने कहा कि विकास यात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभिनव प्रयोग है। यात्रा के माध्यम से नागरिकों को जहाँ जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, वहीं हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित भी किया जा रहा है। साथ ही विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया जा रहा है।     नगरीय विकास मंत्री सिंह ने कहा कि आज एक साथ 7 हजार से अधिक हितग्राही विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। आयुष्मान योजना से 3857, वृद्धावस्था पेंशन योजना से 619, भवन कर्मकार कल्याण मंडल की योजना में 1211, पीएम स्वनिधि योजना में 1320, नि:शक्त पेंशन योजना से 859, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना से 389, विधवा पेंशन योजना से 60 और उज्ज्वला योजना से 62 हितग्राही को स्वीकृति-पत्र दिए गए। सिंह ने कहा कि अब शहरों में झुग्गी नहीं पक्के मकान दिखते हैं। वार्ड-13 स्थित अनुसूचित जाति बस्ती में प्रधानमंत्री आवास योजना से 89 मकान बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 9 लाख 50 हजार प्रधानमंत्री आवास बनाये जा रहे हैं। साल-डेढ़ साल में ऐसा एक भी गरीब व्यक्ति नहीं रहेगा, जिसका पक्का मकान नहीं हो। इसी महीने आवासहीनों को नि:शुल्क आवासीय पट्टे देने का अभियान चलेगा। माफियाओं से मुक्त करायी गयी 23 हजार एकड भूमि पर गरीबों के लिए सुराज कॉलोनी वनायी जायेगी।     मंत्री सिंह ने कहा कि शहरों में महिला स्व-सहायता समूहों को 2 प्रतिशत ब्याज पर लोन उपलब्ध कराया जायेगा। शेष ब्याज राज्य सरकार देगी। उन्होंने कहा कि सरकार का मंत्र है "सबका साथ-सबका विकास"। उन्होंने बताया कि भोपाल में नागरिकों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिये 450 करोड़ रूपये, सीवरेज सिस्टम के तहत अंडरग्राउंड नाली बनाने के लिये 1009 करोड़, सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के लिये 60 करोड़, शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिये 44 करोड़ और बाणगंगा में नाले को पक्का करने के लिये 18 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। महापौर मालती राय ने कहा कि भोपाल शहर में विकास की गंगा बहाना ही हमारा ध्येय है। पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि सरकार सभी वर्गों के कल्याण की योजनाएँ बनाती है। उन्होंने जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। सुमित पचौरी ने भी संबोधित किया। विकास यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। नगर निगम कमिश्नर के.व्ही.एस. चौधरी ने आभार माना। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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सुशासन, सेवा, सम्मान एवं विकास की अनेक सौगातों को सँजोकर कर चल रही विकास यात्रा उपनगर ग्वालियर में सातवें दिन वार्ड 17 में पहुँची। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कांचमील शीतला माता मंदिर से पूजा अर्चना कर विकास यात्रा का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह सब आपके ही आशीर्वाद की ताकत है कि आज उपनगर ग्वालियर में विकास की एक नई इबारत लिखी जा रही है। जन-जन के कल्याण और विकास की नई सौगातों के लिए हर घर तक यह विकास यात्रा पहुँच रही है।   ऊर्जा मंत्री ने शिक्षा नगर में 14 करोड रूपये की लागत से बनने जा रहे स्मार्ट स्कूल की आधारशिला रखी। विकास यात्रा के दौरान तोमर ने वार्ड-17 में लगभग 14 करोड 56 लाख रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। आंगनवाडियों पर लाडली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र वितरित किए। साथ ही स्कूलों में पहुँच कर शिक्षकों का सम्मान किया। विकास यात्रा का आमजन द्वारा स्वागत किया गया। विकास यात्रा जब कांचमिल क्षेत्र में थी तो कई जगह मिठाई खिला कर और फटाके फोड कर विकास यात्रा का स्वागत किया गया। रविवार 12 फरवरी को ग्वालियर विधानसभा की विकास यात्रा वार्ड 32 में गंगादास की शाला से प्रारंभ होगी।   ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने वार्ड-17 स्थित शिक्षा नगर में शा. बालक उच्चतर विद्यालय का 14 करोड की लागत से बनाये जा रहे नवीन भवन का भूमि-पूजन किया. उन्होंने कहा कि यह स्कूल शहर का इकलौता स्कूल होगा जो पूरी तरह स्मार्ट स्कूल होगा । विद्यालय में सभी कक्षायें स्मार्ट बनाई जाएंगी। बच्चों के लिए खेलकूंद का मैदान भी बनेगा। ऊर्जा मंत्री तोमर ने वार्ड 17 में सडक, नाला एवं विद्युत कार्यों सहित 56 लाख से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया।  

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विकास यात्रा के क्रम में शनिवार को एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा के नेतृत्व में नीमच जिले के जावद क्षेत्र के डिकेन से विकास यात्रा प्रारंभ हुई। विकास यात्रा विभिन्न ग्रामों से होते हुए ग्राम रामनगर सुठोली पहुँची।  गाँव की चौपाल पर ग्रामीणों से संवाद करते हुए  मंत्री सखलेचा ने कहा कि आगामी 1 साल में क्षेत्र के सभी गाँवों और सभी घरों में नल से 24 घंटे शुद्ध जल प्रदाय किया जाएगा। गांधी सागर से नल जल योजना का कार्य प्रारंभ हो गया है। हर गाँव में पेयजल टंकी बन रही है, नल पाइप लाइन बिछाने का काम भी शीघ्र शुरू होगा।   मंत्री सखलेचा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली लक्ष्मी योजना से बेटियों का समाज में सम्मान बढ़ाया है। उन्हें आत्म-निर्भर बनाने का काम किया है। अब लाडली बहना योजना में गरीब एवं मध्यवर्गीय परिवार की महिला को सालाना 12 हजार रूपये राज्य सरकार द्वारा दिये जायेंगे। इससे महिलाएं आत्म-निर्भर बनेगी। मंत्री सखलेचा ने रामनगर सूठोली में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ पत्र का वितरण भी किया। जन-प्रतिनिधि  तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।  

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वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी और कटनी जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि सरकार के खजाने पर जनता का पूरा हक है। प्रजातंत्र में जनता सर्वोपरि होती है। प्रभारी मंत्री देवड़ा ने यह बात आज कटनी जिले के मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुलवारा में विकास यात्रा के दौरान ग्रामीणों से संवाद करते हुए कही। प्रभारी मंत्री ने 40 लाख रूपये की लागत के कई विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया।   प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधायक संदीप जायसवाल द्वारा गुलवारा के समग्र विकास के लिए की गई मांगों को पूरा करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार का खजाना जनता का है - तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा। प्रभारी मंत्री ने सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 30 लाख रूपये सहित स्थानीय नदी में स्टॉप डेम बनाने का प्रस्ताव तैयार करने, जल जीवन मिशन के तहत गुलवारा के वार्ड क्रमांक 1 और 9 में पाइप लाइन डाल कर सुगम पेयजल आपूर्ति करने हेतु डीपीआर बनवाने, मुक्तिधाम में हैंडपंप सहित कंप्यूटर एवं सिलाई मशीन प्रशिक्षण केन्द्र शुरू करने की स्वीकृति प्रदान की। प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने समय सीमा-तय की है कि वर्ष 2024 तक देश में कोई भी गरीब बेघर नहीं रहेगा और घर-घर नल से शुद्ध पानी पहुँचेगा।   विधायक संदीप जायसवाल ने कहा कि सरकार चरणबद्ध तरीके से विकास कर रही है। इस अंचल में करीब 45 करोड़ रुपये की लागत से विकास और निर्माण कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुलवारा में ही करीब 16 करोड़ रुपये की लागत से शासकीय कन्या महाविद्यालय का अत्याधुनिक भवन बन कर तैयार है। गुलवारा के आसपास बनी चौड़ी सड़कों का जिक्र करते हुए कहा कि बिलहरी से देवगांव तक 40 करोड रूपए की लागत से सड़क बनी है, इससे आवागमन सुगम हुआ है। साथ ही 16 करोड़ की लागत से निवार और जोबी कला सहित अन्य स्थलों में बाईपास बन रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान से लाभान्वितों की जानकारी भी दी। प्रभारी मंत्री देवड़ा ने विकास यात्रा के दौरान ग्रामीण से संवाद कर शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और हितलाभ वितरित किये। जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।  

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सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि शासन की योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुँचाना और योजनाओं के लाभ से वंचित व्यक्तियों को लाभान्वित करना विकास यात्रा का उद्देश्य है। मंत्री डॉ. भदौरिया शुक्रवार को भिण्ड जिले के अटेर विकासखण्ड के सुरपुरा, मनेपुरा, रमा, परियाया और सकराया ग्राम में विकास यात्रा के दौरान जन-संवाद कर रहे थे। मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिये लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हर गाँव आत्म-निर्भर हो। इसके लिये गाँव में बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। मंत्री डॉ. भदौरिया ने सुरपुरा ग्राम में 5 लाख 67 हजार, मनेपुरा ग्राम में 43 हजार 40 हजार, रमा ग्राम में 2 करोड़ 23 लाख 71 हजार और सकराया ग्राम में 10 लाख 24 हजार रूपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। मंत्री डॉ. भदौरिया ने यात्रा में ग्रामों में हुए विकास कार्यों और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने योजनाओं के पात्र लोगों को स्वीकृति-पत्र भी वितरित किये।  

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पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि राज्य सरकार अपनी जन-कल्याणकारी योजना विकास यात्रा के माध्यम से समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुँचाने का प्रयास कर रही है। यात्रा के माध्यम से वंचित वर्ग के व्यक्तियों तक योजना का लाभ पहुँचाया जा रहा है। राज्य मंत्री पटेल गुरूवार को अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र के नारायणपुर में विकास यात्रा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यात्रा के दौरान उन्होंने करीब एक करोड़ रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर घर में नल से जल, बिजली की निरंतर उपलब्धता, आयुष्मान कार्ड के माध्यम से नि:शुल्क उपचार की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा का क्रम 25 फरवरी तक निरंतर चलेगा। राज्य मंत्री ने स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से विकास यात्रा को सफल बनाने के लिये बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का आग्रह किया। राज्य मंत्री पटेल ने यात्रा के दौरान आँगनवाड़ी भवन, सामुदायिक शौचालय, सीसी रोड, हाट-बाजार चबूतरा सहित अधो-संरचना से जुड़ी सुविधाओं का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया।  

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वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री तथा कटनी जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा है कि विकास यात्रा का मुख्य उद्देश्य शासन की हितग्राही मूलक एवं स्व-रोजगार मूलक योजनाओ से वंचित रह गए पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करना है। इसी उद्देश्य के साथ कटनी सहित संपूर्ण मध्यप्रदेश में गाँव-गाँव विकास यात्रा निकाली जा रही है। शासकीय योजनाओं से पात्र वंचित नागरिकों को लाभान्वित किया जा रहा है। मंत्री श्री देवड़ा कटनी जिले के बड़वारा विधानसभा के ग्राम पंचायत बड़वारा में विकास यात्रा के दौरान जन-संवाद कर रहे थे। जन-संवाद के दौरान प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने विकासखंड ढीमरखेड़ा में 13 करोड़ 4 लाख की लागत के 132/33 के. व्ही. उप केंद्र का लोकार्पण और 2 करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया।   प्रभारी मंत्री देवड़ा ने बड़वारा ग्राम पंचायत के जनजातीय मोहल्ले में सड़क एवं नाली निर्माण के लिए 10 लाख रूपए और हाट बाजार में समतलीकरण एवं फर्शीकरण के लिए 8 लाख रूपए की स्वीकृति दी। साथ ही सिलौड़ी स्थित विरासनी माता मंदिर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की घोषणा की। देवड़ा ने शासकीय महाविद्यालय बड़वारा की छात्राओं द्वारा कॉलेज में पुस्तकालय, सीसीटीवी कैमरा, खेल मैदान का समतलीकरण, कंप्यूटर की मांग को शीघ्र पूर्ति करने की बात कही। मंत्री देवड़ा ने जिले को फाइलेरिया रोग मुक्त कराने के लिए सभी से दवा खाने और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करने का संकल्प दिलाया।   देवड़ा ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में कटनी जिले के 1 लाख 84 हजार हितग्राहियों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार गरीब, मजदूर, किसान और सभी वर्गों की चिंता कर रही है। देश में वर्ष 2024 तक हर गरीब के पास पक्का घर होगा और उनके घरों में नल से शुद्ध जल पहुँचेगा। उन्होंने बताया कि जिले में 5 लाख 50 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। योजना में 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। जिले में 1 लाख 20 हजार लोगों के घरों में शुद्ध पेयजल पहुँच रहा है। दिसंबर 2023 तक राशन पात्रता पर्चीधारकों को निःशुल्क खाद्यान्न मिलेगा, सरकार ने इसकी व्यवस्था की है। प्रभारी मंत्री देवड़ा ने कन्या-पूजन और माँ सरस्वती के चित्र में माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलन किया।

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स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा निरंतर विकास के कार्य किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्यमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राहियों के लिए आवास बनाये जा रहे है। प्रदेश में वर्ष 2024 तक 30 लाख आवास निर्मित किये जायेंगे। परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा है किसी भी गरीब का घर कच्चा नहीं हो, सभी लोगो को पक्का मकान मिले। उन्होंने कहा कि आगामी दिनो में गाँवों में बनवाये जा रहे आवासो की सूची का वाचन गाँव की चौपाल पर किया जायेगा। सूची में किसी गरीब का नाम छूट जाता है तो जाँच कर उसका नाम दर्ज किया जायेगा। परमार ने कहा कि आमजन सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर अपना जीवन बेहतर बनाएँ। लोगों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए सरकार द्वारा गाँव-गाँव में विकास यात्राएँ निकाली जा रही हैं। इन यात्राओं का उद्देश्य लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है।   राज्य मंत्री परमार ने आज विकास यात्रा के 5 दिन शाजापुर जिले के शुजालपुर विकासखंड के ग्राम खेड़ीनगर में विकास यात्रा का शुभारंभ किया। यात्रा का शुभारंभ तिरंगा ध्वज फहराकर एवं कन्याओं का पूजन कर किया गया। विकास यात्रा शुजालपुर विकासखंड के ग्राम खेड़ी नगर से मोहम्मद खेड़ा होते हुए ग्राम पंचायत भ्याना के बावनहेडा एवं जादोपुर पहुँची एवं भोगीपुर, बानाहेड़ी होते हुए ग्राम भादाहेड़ी पहुँचेगी। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री परमार ने विकास यात्रा में सौगातों का आरंभ विकासखंड शुजालपुर के ग्राम खेड़ीनगर में 10 लाख रुपए लागत से बने नव-निर्मित सामुदायिक भवन के लोकार्पण के साथ किया। उन्होंने ग्राम खेडीनगर में अनुसूचित जाति वर्ग के मांगलिक भवन का टीन शेड बनवाने की घोषणा की। साथ ही विद्युत संबंधी समस्याओं को देखते हुए ग्रामीणों की मांग पर विद्युत विभाग के अधिकारी को अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने एवं पीएचई विभाग को पेयजल के लिये बोर करने के निर्देश भी दिये।   राज्य मंत्री परमार ने ग्राम मोहम्मदखेड़ा में 2 करोड़ 89 लाख रुपए लागत से निर्मित होने वाले विद्युत उपकेंद्र एवं 49 लाख 14 हजार रुपए लागत वाले उप स्वास्थ्य केंद्र का भूमि-पूजन किया। राज्य मंत्री परमार ने विकास यात्रा के दौरान ग्राम पंचायत मोहम्मदखेड़ा में पशुपालन विभाग अंतर्गत स्वीकृत 6 गौ-शालाओं के लिये चारा-भूसा अनुदान की 14 लाख 77 हजार रुपए राशि के चैक का वितरण किये। उन्होंने शुजालपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत भ्याना के ग्राम बावनहेड़ा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल योजना संबंधी 77 लाख 65 हजार रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन कर आधारशिला रखी। परमार ने ग्राम भ्याना जादोपुर में विधायक निधि से राष्ट्रकवि प. बालकृष्ण शर्मा नवीन की प्रतिमा पर बनने वाले टिन शेड का भूमि-पूजन भी किया। राज्य मंत्री परमार ने विकास यात्रा के दौरान उपस्थित जन-प्रतिनिधि एवं ग्रामीणजनों को स्वच्छता, नशामुक्ति एवं प्लास्टिक/पॉलीथिन मुक्त होने के लिए संकल्प भी दिलाया।  

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महिलाओं में उद्यमशीलता बढ़ने से आथिक प्रगति हुई है। यह बात आज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल में केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर के संयुक्त तत्वावधान में हुई 2 दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर विशेषज्ञों ने कही। अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज (मिलेट्स) वर्ष 2023 में मिलेट्स के उत्पादन एवं प्र-संस्करण से महिला सशक्तिकरण पर हुई कार्यशाला में 250 से अधिक महिला कृषक और विशेषज्ञों ने सहभागिता कर अपने अनुभव साझा किये।   समापन-सत्र में निदेशक, केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान डॉ. सी.आर. मेहता ने कहा कि आज देश में महिलाएँ प्रत्येक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनके योगदान से देश प्रगति पथ पर अग्रसर है। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं से आहवान किया कि उन्हें संस्थान द्वारा विकसित फार्म एवं प्र-संस्करण यन्त्र चलाने एवं मिलेट्स के प्र-संस्कृत उत्पाद बनाने के लिए आगे आना चाहिए। इससे महिलाओं को स्व-रोजगार और उत्तम स्वास्थ्य लाभ होगा। महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा। प्रधान वैज्ञानिक, केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर डॉ. सबिता मिश्रा ने बताया कि देश में विभिन्न स्थानों पर मिलेट्स आधारित प्र-संस्करण में ग्रामीण महिलाओं में उद्यमशीलता बढ़ी है, जिससे उनकी आर्थिक प्रगति हुई है।   प्रभागाध्यक्ष, सिंचाई एवं जल निकासी अभियांत्रिकी डॉ. के.वी.आर. राव ने कहा कि कम जल एवं कम उपज वाली मृदा में भी मिलेट्स का उत्पादन किया जा सकता है। वैज्ञानिक, कृषि यंत्रीकरण प्रभाग डॉ. स्वीटी कुमारी ने महिला उपयोगी कृषि यंत्रों की महत्वपूर्ण प्रस्तुति दी। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ डॉ. अंकिता पांडेय ने मिलेट्स के विपणन और ब्रांडिंग से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी। समापन-सत्र में विभिन्न स्थानों के महिला किसान संगठनों के प्रमुख और गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधिओं ने भी भाग लिया। प्रधान वैज्ञानिक, केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान डॉ. दिपिका मुरूगकर ने पोषण संबंधी संशयों को दूर करने के लिये प्रश्नों के उत्तर दिये।      

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आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिले, इसके लिए राज्य सरकार तो प्रतिबद्ध है ही, मेरा भी प्रयास है कि क्षेत्र का कोई भी गरीब तथा असहाय व्यक्ति बिना पैसे इलाज और शिक्षा से वंचित न रहे। इसी उद्देश्य से उप नगर ग्वालियर में दो सीएम राइज स्कूल और एक स्मार्ट स्कूल के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में सिविल अस्पताल हजीरा एवं बिरला नगर प्रसूति-गृह को सर्व-सुविधायुक्त बनाया गया है। यहाँ नि:शुल्क उपचार के साथ कई प्रकार के ऑपरेशन भी हो सकेंगे। यह बात ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर के वार्ड-12 में विकास यात्रा में कही। यात्रा में एक करोड़ 10 लाख रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं एक करोड़ 6 लाख रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण भी हुआ।    विकास यात्रा के पाँचवें दिन यात्रा का शुभारंभ वार्ड-12 की 8 नम्बर लाइन से हुआ। ऊर्जा मंत्री तोमर ने जेसी मिल के 41 श्रमिक को आवास के पट्टे वितरित किये। ऊर्जा मंत्री ने लाइन नम्बर-1 में बीमार बुजुर्ग महिला प्रेमवती बाई को इलाज के लिए अपनी गाड़ी से सिविल अस्पताल भिजवाया और उचित इलाज के लिए संबंधित को निर्देशित किया। यात्रा में जन-कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को स्वीकृति प्रमाण-पत्र भी दिए। साथ ही ऊर्जा मंत्री श्री तोमर द्वारा यात्रा के मार्ग में आने वाली प्रत्येक आँगनवाड़ी में पहुँच कर लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र भी वितरित किए गए। ऊर्जा मंत्री तोमर ने लाइन नम्बर-2 में यात्रा में युवाओं एवं आमजन को नशामुक्त भारत अभियान के तहत कभी नशा न करने की शपथ दिलाई। साथ ही पार्क में पौध-रोपण कर सभी से 5-5 पौधे लगाने के अपील भी की।  

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पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि विकास यात्रा के माध्यम से गाँव और शहरों की तस्वीर बदलेगी। यात्रा के दौरान निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया जा रहा है। इससे विकास को गति मिलेगी। राज्य मंत्री पटेल बुधवार को सतना जिले के अमरपाटन क्षेत्र के ग्राम हिनोती में विकास यात्रा के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुँचाया जायेगा। उन्होंने ग्राम पंचायत हिनोती में 1.30 करोड़ रूपये लागत की सीसी रोड का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने 10 लाख रूपये लागत के सामुदायिक भवन का भी लोकार्पण किया गया। राज्य मंत्री पटेल ने ग्राम डेगरहा में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उनके निराकरण के संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये। पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल के अथक प्रयासों से अमरपाटन क्षेत्र के राम नगर में 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 50 बिस्तरीय सिविल अस्पताल के रूप में उन्नयन किये जाने की स्वीकृति मिल गई है। अस्पताल के उन्नयन के बाद दुर्गम क्षेत्र के गाँव को सिविल अस्पताल की सुविधा का लाभ मिल सकेगा।

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अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज (मिलेट्स) वर्ष में जी-20 समूह देशों के सम्मेलन की अध्यक्षता भारत द्वारा की जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में मिलेट्स के उत्पादन एवं प्र-संस्करण से महिला सशक्तिकरण पर दो दिवसीय कार्यशाला का आज केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल में शुभारंभ हुआ। केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर कार्यशाला के आयोजन में सहभागी हैं। कार्यशाला के पहले दिन महिलाओं की सशक्त सहभागिता पर चर्चा हुई। विभिन्न मिलेट्स उत्पादन एवं प्र-संस्करण यंत्रों के साथ महिला कृषकों द्वारा विकसित और विपणन किये जा रहे उत्पादों की प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रही।   शुभारंभ-सत्र में केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान के निदेशक डॉ. सी.आर. मेहता ने बताया कि विकसित संस्करण यंत्रों एवं संस्थान के मूल्य संवर्धित उत्पादों में महिला कृषकों की मिलेट्स प्र-संस्करण में अधिक से अधिक सहभागिता बढ़ेगी। मुख्य अतिथि संचालक कृषि अभियांत्रिकी मध्यप्रदेश ई. राजीव चौधरी ने शासन द्वारा कृषि एवं खाद्य प्रौद्योगिकी में मिलेट्स प्र-संस्करण के क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं एवं उनसे प्राप्त लाभों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शारीरिक क्षमता संवर्धन एवं रोग मुक्ति के लिये मिलेट्स जरूरी है। केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर की निदेशक डॉ. मृदुला देवी ने बताया कि मिलेट्स प्रौद्योगिकी पर शोध एवं इसके निरंतर प्रसार से महिला कृषकों की आय में सतत वृद्धि के साथ स्वास्थ्य लाभ भी होगा। प्रधान वैज्ञानिक केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान डॉ. दीपिका मुरुगकर ने कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में मिलेट्स की जैविक खेती, यंत्रीकरण, प्र-संस्करण में महिलाओं की अधिक से अधिक सहभागिता एवं महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। प्रगतिशील महिला कृषकों द्वारा अपने अनुभव साझा किये गये। कार्यशाला में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों की 250 महिलाएँ सहभागिता कर रही हैं।  

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ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विकास यात्रा के चौथे  दिन उपनगर ग्वालियर में विकास यात्रा का शुभारंभ वार्ड 31 में लक्ष्मणपुरा श्रीकृष्ण धर्मशाला से किया।  उन्होंने कहा कि विकास यात्रा का उद्धेश्य जन सेवा है। यात्रा के दौरान जो भी समस्याएँ आ रही हैं, उनका मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है। अगर कोई बड़ी समस्या है तो उसका निराकरण भी समय-सीमा में करने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया जा रहा है। साथ ही पूर्व में हो चुके कार्यों का निरीक्षण भी किया जा रहा है। यात्रा के दौरान वार्ड 31 में एक करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया गया।     ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि आमजन की समस्याओं को उनके घर-घर जाकर सुना जा रहा है। समस्याओं का तत्काल निराकरण भी किया जा रहा है। विकास यात्रा के दौरान विद्युत, सीवर, सड़क एवं पेयजल से संबंधित शिकायतें मिल रही हैं। यात्रा के दौरान आने वाली आँगनवाड़ी एवं उचित मूल्य की दुकानों पर जाकर राशन वितरण भी करवाया जा रहा है। यात्रा में जन-कल्याणकारी योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को स्वीकृति आदेश पत्र दिए जा रहे हैं। विकास यात्रा 9 फरवरी को सुबह 9 बजे वार्ड 12 लाइन नम्बर 8 से प्रारंभ होगी। विकास यात्रा के दौरान यात्रा जब लक्ष्मणपुरा शा.प्रा.विद्यालय एवं शिक्षा नगर विद्यालय में पहुँची तो ऊर्जा मंत्री श्री तोमर अपने आपको बच्चों को पढा़ने से रोक नहीं पाये। वह बच्चों की कक्षा में पहुँचे तथा सबसे परिचय लिया और कहा कि पढ़ लिख कर अच्छा इंसान बनें और अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। कभी भी गलत का साथ न दें। स्वच्छता की आदत डालें, कचरा खुले में न फेकें। उन्होंने विद्यालय की एक कक्षा को स्मार्ट बनाने के निर्देश दिये। ऊर्जा मंत्री ने सभी शिक्षकों का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया।  

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पर्यावरण, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि विकास यात्रा जनसेवा, विकास और प्रगति की त्रिवेणी है। करोड़ों रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यों के साथ हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का हितलाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। डंग ने हितग्राहियों को संबल, लाड़ली लक्ष्मी, नामांतरण, पीएम किसान निधि और अन्य योजनाओं के स्वीकृति-पत्र वितरित किये। उन्होंने कहा असमय वर्षा और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सर्वें किया जा रहा है। किसानों को मुआवजा और फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा। जिले की 2374 करोड़ रूपये की चंबल परियोजना से खेतों तक भरपूर पानी पहुँचेगा। मंत्री डंग ने कहा कि जन-प्रतिनिधि लोगों को केन्द्र और राज्य शासन की कल्याणकारी योजना से वाकिफ कराने के साथ योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित भी कर रहे है। इससे विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवनयापन उन्नत होगा। डंग ने ग्रामीणों से कहा मैं आपके परिवार का सदस्य हूँ। बेहिचक अपनी समस्याएँ बतायें।   मंत्री डंग ने 5 फरवरी को मंदसौर जिले के ग्राम सूठी से विकास यात्रा का शुभांरभ कर शक्करखेड़ी, कचनारा, नाहरगढ़, खजूरीचन्द्रावत, झालारा और कोटडाबहादुर गाँव का भ्रमण करते हुए ग्राम राणायरा में समापन किया। सोमवार 6 फरवरी को डंग ने ग्राम गुराडिया प्रताप से विकास यात्री प्रारंभ कर जमुनिया, धलपट, ढाबला महेश, प्रतापपुरा, बर्डीया गुर्जर और किशोरपुरा होते हुए ग्राम ढाबला भगवान में समापन किया। मंत्री डंग ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान, पात्रता पर्ची, नि:शुल्क राशन, सामाजिक सुरक्षा पेशन, संबल योजना, लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्यादान, तीर्थदर्शन आदि योजनाओं ने जन साधारण के जीवन को सुविधाजनक बनाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से तरक्की की राह पर आगे बढ़ी है। विकास यात्रा में पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार, जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं सदस्य अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हुए। विभिन्न ग्रामों में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री चौहान को विकास यात्रा के लिए धन्यवाद देते हुए इसे राज्य शासन का एक सराहनीय कदम बताया।  

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Kolar News 7 February 2023

महेश्वर के सहस्रधारा में जारी कैनोए स्लालोम प्रतियोगिता में मप्र ने दो स्वर्ण पदक जीते हैं। लड़कों के वर्ग में इंदौर निवासी प्रद्युम्न सिंह राठौर ने के2 इवेंट में बेहतरीन प्रदर्शन के साथ सोना जीता जबकि लड़कियों के सी2 इवेंट में मप्र की मानसी बाथम ने बाजी मारी। कबड्डी में हालांकि मप्र की बेटियों को करारी हार मिली। आज से इंदौर में भोरोत्तोलन के मुकाबले भी शुरु हुए, जिसमें अलग-अलग भार वर्गों में कई नेशनल यूथ और यूथ गेम्स रिकार्ड बने। सबसे पहले बात महेश्वर में जारी कैनोए स्लालोम की। पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शामिल कैनोए या वाटर स्लालोम इवेंट के लड़कों के के2 इवेंट में प्रद्युम्न सिंह राठौर ने बाजी मारी। एमेराल्ड इंटरनेशनल स्कूल के छात्र ने 300 मीटर कोर्स पूरा करने के लिए 76.850 सेकेंड समय लिया जबकि दूसरे स्थान पर रहे मेघालय के प्रिंसगेन कुरबाह ने 98.310 सेकेंड समय लिया। गुजरात के अनक चौहान को तीसरा स्थान मिला। अनक ने 104.030 सेकेंड में रेस पूरी की।     इसी तरह लड़कियों के कैनोए स्लालोम सी2 इवेंट में मप्र की मानसी बाथम ने बाजी मारी। मानसी से 250 मीटर कोर्स पर रेस पूरी करने के लिए 128.596 सेकेंड समय लिया। प्रीति पाल (हरियाणा) उनसे काफी पीछे 491.172 सेकेंड के साथ दूसरे ओर धृति मारिया (कर्नाटक) 559.120 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। बास्केटबाल एरेना में जारी भारोत्तोलन इवेंट में लड़कों के वर्ग में 49 किग्रा का स्वर्ण तमिलनाडु के धनुष एल. ने राष्ट्रीय यूथ रिकार्ड के साथ जीता। धनुष ने कुल 192 किग्रा वजन उठाया, जो इस भार वर्ग में नया यूथ गेम्स रिकार्ड भी है जबकि क्लीन एवं जर्क में उन्होंने 108 किग्रा उठाया जो नया नेशनल यूथ रिकार्ड है। इसी तरह लड़कों के 55 किग्रा वर्ग में आंध्र प्रदेश के एस. गुरू नायडू ने 227 किग्रा के साथ सोना जीता। नायडू ने स्नैच में 103 जबकि क्लीन एवं जर्क मे 124 किलोग्राम वजन उठाया। रजत मणिपुल के एन. टोमचाऊ मीतेई को मिला। मीतेई ने कुल 227 किग्रा वजन उठाया। इसमें स्नैच में 102 जबकि क्लीन एवं जर्क में 125 किग्रा वजन शामिल है। कांस्य मध्य प्रदेश के विजय प्रजावति (कुल 214 किग्रा- स्नैच 95, क्लीन एवं जर्क 119 किग्रा) को मिला।     लड़कियों की भोरोत्तोलन स्पर्धा 40 किग्रा भार का खिताब नासिक के एक किसान की बेटी विनाताई अहेर (महाराष्ट्र) ने जीता। विनाताई ने कुल 129 किग्रा वजन उठाया। स्नैच में विनाताई ने 57 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 72 किग्रा वजन उठाया और यूथ गेम्स रिकार्ड के साथ जीता। लड़कियों के 45 किग्रा वर्ग में आकांक्षा व्यवहारे (महाराष्ट्र) ने कुल-144 किग्रा (स्नैच 67 किग्रा, क्लीन एवं जर्क 80 किग्रा) के साथ पहला स्थान हासिल किया। आकांक्षा ने यूथ नेशनल रिकार्ड बनाया। अस्मीता धोने कुल 143 किग्रा (स्नैच 61 किग्रा, क्लीन एवं जर्क 82 किग्रा) के साथ दूसरे और अंजली पटेल (उप्र) कुल 142 किग्रा (स्नैच 63 किग्रा, क्लीन एवं जर्क 79 किग्रा) के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। अभय प्रशाल में जारी कबड्डी मुकाबलों में लड़कियों के वर्ग में हरियाणा ने ग्रुप ए के मुकाबले में मेजबान मध्य प्रदेश को 55-22 से हराया। इसी तरह लड़कियों के वर्ग में ही बिहार ने ग्रुप बी मुकाबले में प. बंगाल को 39-27 से हराया। इसी तरह इस वर्ग में महाराष्ट्र ने ग्रुप-ए मैच में तेलंगाना को 64-16 से हराया। लड़कों के वर्ग में राजस्थान ने ग्रुप ए मुकाबले में महाराष्ट्र को 28-27 से हराया जबकि हरियाणा ने ग्रुप बी मैच में दिल्ली को 42-37 से हराया।     उधर, इंदौर टेनिस क्लब में लड़कों के एकल मुकाबले में पहले राउंड में आर्यन शाह (1) (गुजरात) ने आर्यन अरोड़ा (पंजाब) को 6-0, 6-2 से हराया जबकि गगन राकेश विमल (तमिलनाडु) ने वेदांत मेहता (दिल्ली) को 6-0, 6-1 से हराया। इसी तरह जेसन माइकल डेविड (कर्नाटक) ने दीपम मलिक (दिल्ली) को 6-2,6-3 से हराया। एक अन्य मैच में प्रणव कार्तिक (तमिलनाडु) ने रियान शर्मा (दिल्ली) को 6-2,6-3 से हराया जबकि स्कंद प्रसन्ना राव (कर्नाटक) ने रेथिन प्रणव आरएस (3) (तमिलनाडु) को 2-6, 6-2, 6-4 से हराया। निशित नीलेश रहाणे (महाराष्ट्र) ने इशान रावत (मेघालय) को 6-1, 6-0 से हराया जबकि दक्ष प्रसाद (2) (मध्य प्रदेश) ने कार्तिक केएस केविन (तमिलनाडु) को 7-5, 6-2 से हराया। लड़कियों के मुकाबलों की बात करें तो तेजस्वी डबास (दिल्ली) को वैष्णवी अडकर (1) (महाराष्ट्र) ने वाकओवर दिया जबकि एंजेल प्रकाश पटेल (दमन और दीव) ने साशा खरबुली को 6-0, 6-0 से हराया। इसी तरह स्पाटिल (4) (महाराष्ट्र) को संजना सिरिमेला (तेलंगाना) ने वाकओवर दिया जबकि पी लक्ष्मी (तमिलनाडु) ने आन्या चौबे (मध्य प्रदेश) को 5-7, 6-3, 7-6 से हराया। असमी निहार अदकर (महाराष्ट्र) ने सोहिनी एस.एस. मोहंती को 3-6,6-2,6-1 से हराया जबकि मधुरिमा सावंत (3) (महाराष्ट्र) ने लक्ष्मी गौड़ा (दिल्ली) को 6-1,6-2 से हराया। एक अन्य मैच में रूमा आशुतोष (महाराष्ट्र) ने सूर्यांशी तंवर (हरियाणा) को 6-1,4-6,6-1 स हराया जबकि सुहिता मारुरी (2) (कर्नाटक) ने हन्ना नागपाल (उत्तर प्रदेश) को 6-2, 6-0 से हराया।

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Kolar News 7 February 2023

ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाला हर व्यक्ति किसान है। किसानों के राजस्व संबंधी कार्यों जैसे अविवादित नामांतरण, फौती नामांतरण आदि के कार्य ग्राम की चौपाल पर तत्काल होना चाहिये। सरकार की मंशा है कि सभी पात्र लोगों को सरकार की योजनाओं का फायदा मिले। राज्य की सरकार आमजन के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएँ संचालित कर रही है। यह बात स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इन्दर सिंह परमार ने आज शाजापुर जिले के शुजालपुर विकासखण्ड के ग्राम दुग्धा में विकास यात्रा के शुभारंभ अवसर में कही। ग्राम दुग्धा में विकास यात्रा का शुभारंभ राज्यमंत्री परमार ने पंचायत भवन पर तिरंगा ध्वज फहराकर किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 05 फरवरी से 25 फरवरी तक हर गांव एवं नगर के वार्डों में विकास यात्रा निकाल कर नागरिकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। साथ ही पात्र व्यक्तियों को लाभांवित करने के लिए आवेदन भी प्राप्त किये जा रहे हैं। इस क्रम में आज दूसरे दिन शुजालपुर विकासखण्ड के ग्राम दुग्धा से विकास यात्रा का शुभारंभ हुआ। यह यात्रा ग्राम पचावदा, खेड़ाबोल्दा, रायपुर, पिपलौदा, पेवची, गागलाखेड़ी व चौकी मुरादाबाद जाना प्रस्तावित है।   ग्राम दुग्धा एवं पचावदा में अयोजित हुए समारोह के दौरान राज्यमंत्री परमार ने बताया कि दोनों ग्रामों में 30 लाख 75 हजार रूपये के कुल 16 कार्य पूर्ण हुए हैं। ग्राम दुग्धा में राज्यमंत्री परमार ने 2 लाख 12 हजार 400 रूपये लागत से निर्मित सीमेंट कांक्रीट सड़क का लोकार्पण किया। इसी तरह ग्राम पचावदा में उन्होंने लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा रेट्रो फिटिंग नवीन योजना अंतर्गत 41 लाख 35 हजार रूपये की लागत से तैयार की गई नलजल योजना का स्वस्तिक बनाकर शुभारंभ किया। राज्यमंत्री परमार ने बताया कि प्रदेश में सर्वसुविधा युक्त सीएम राईज विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है। शाजापुर जिले में भी 06 सीएम राईज विद्यालय स्वीकृत किये गये हैं। इनमें से गुलाना के विद्यालय का निर्माण पूर्ण हो गया है, जिसका शीघ्र ही लोकार्पण होगा तथा शुजालपुर के सीएम राईज विद्यालय का भूमिपूजन भी हो चुका है और चार शेष विद्यालयों का शीघ्र ही भूमिपूजन होगा। इन विद्यालयों में अब गरीब व्यक्ति के बच्चें भी सस्ती एवं अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।   ग्राम पचावदा में राज्यमंत्री परमार ने ग्राम पचावदा में नलजल योजना का कार्य पूर्ण होने पर ग्रामीणों को शुभकामनाएं दी और कहा कि प्रधानमंत्री के स्वप्न हर-घर नल से जल को पूरा करने जा रहे हैं। नलजल योजना के क्रियान्वयन से अब ग्रामीणों को दिक्कत नहीं आयेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन ग्रामीणों के घर छूट गए हैं उन्हें भी शीघ्र ही नल कनेक्शन दिया जायेगा। राज्य एवं केन्द्र सरकार की मंशा है कि हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली एवं बदलाव आए, इसके लिए विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। इस अवसर पर उन्होंने ग्राम पचावदा में सड़क के किनारे बने गड्ढे को भरने के लिए विधायक निधि से एक लाख रूपये भी मंजूर किये। राज्यमंत्री परमार ने ग्राम पचावदा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को परीक्षण किट का वितरण भी किया। ग्राम पचावदा के शासकीय माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालयों का स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री परमार ने निरीक्षण भी किया। इस मौके पर विद्यालय भवन के फर्श और दीवारों की मरम्मत कराने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने विद्यालय के छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया। परमार ने उपस्थित शिक्षकों को निर्देश दिये कि वे विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास करें तथा विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा दें। इस दौरान कलेक्टर दिनेश जैन, जनपद पंचायत शुजालपुर अध्यक्ष  सीताबाई पाटोदिया, अनुविभागीय अधिकारी सत्येन्द्र प्रसाद सिंह सहित विभिन्न अधिकारीगण, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।  

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Kolar News 7 February 2023

उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में विकास यात्रा के पहले दिन अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। राज्य मंत्री कुशवाह ने विकास यात्रा के प्रारंभ में भदावाना धाम पहुँच कर गैवूदास जी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने ग्वालियर के भदावाना धाम से ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में चलने वाले रथ को हरी-झण्डी दिखा कर रवाना किया। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास की जयंती पर विकास यात्रा का शुभारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में हर वर्ग के विकास और कल्याण के कार्य किये जा रहे हैं।   राज्य मंत्री कुशवाह ने विकास यात्रा में ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम गुर्री में 88 लाख 94 हजार रूपये लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले ग्रामीण क्षेत्र के प्रबुद्धजन को शॉल-श्रीफल देकर सम्मानित किया और मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किये। राज्य मंत्री कुशवाह ने बंजारों का पुरा ग्राम में 2 करोड़ 87 लाख लागत की डामरीकृत सड़क का भूमि-पूजन और 77 लाख रूपये लागत से जल-जीवन मिशन में तैयार पेयजल योजना का लोकार्पण किया। ग्राम बस्तरी में जल-जीवन मिशन में 67 लाख लागत की नल-जल योजना और 22 लाख लागत के अन्य विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये मुख्यमंत्री  चौहान के नेतृत्व में घर-घर नल से जल उपलब्ध कराने के लिये तेजी से कार्य किया जा रहा है।

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Kolar News 6 February 2023

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने समानता, सद्भावना, समरसता, मानव एकता और करुणा का संदेश देने वाले समाज-सुधारक संत शिरोमणि रविदास की जयंती पर रविवार को साँची विधानसभा क्षेत्र के नीनोद ग्राम से विकास यात्रा का शुभारंभ किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार हर वर्ग के कल्याण और विकास के लिये कार्य कर रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना में 5 लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य संस्थाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। उन्होंने साँची विधानसभा में भ्रमण के लिये ग्राम नीनोद से विकास रथ को हरी-झण्डी दिखा कर रवाना किया। ग्राम नीनोद में पौध-रोपण भी किया। उन्होंने ग्राम में 50 लाख लागत के उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण और 6 लाख 45 हजार लागत के खेल मैदान निर्माण का भूमि-पूजन किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने नीनोद, कढ़ैया, जमुनिया ग्रामों में हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कढ़ैया ग्राम में 3 करोड़ 65 लाख 73 हजार लागत के 2.77 किलोमीटर के दीवानगंज-बरखोरपुर मार्ग से कढ़ैया सी.सी. मार्ग का शिलान्यास किया। ग्राम दाहिड़ा में 28 लाख 26 हजार लागत से बनने वाले आँगनवाड़ी भवन का शिलान्यास किया और ग्राम बरजोरपुर में एक लाख 83 हजार लागत के सी.सी. रोड का लोकार्पण किया। ग्राम सरार में पीएम आवास योजना के हितग्राही को नव-निर्मित पीएम आवास में गृह प्रवेश कराया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत मीणा, साँची जनपद अध्यक्ष अर्चना पोर्ते, स्थानीय जन-प्रतिनिधि और ग्रामीणजन थे।  

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Kolar News 6 February 2023

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा है कि आज से प्रदेश में शुरू हुई विकास यात्राओं का उद्देश्य विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ जनता तक समय पर और सुगमता के साथ पहुँचाना है। यात्रा के दौरान जन-प्रतिनिधि और अधिकारी गाँव-गाँव जाएंगे, जनता के साथ संवाद करेंगे, उनकी समस्याएँ जानेंगे और समाधान करेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने आज गुना जिले के ग्राम बेरखेड़ी से जिले में विकास यात्रा का शुभारंभ किया। उन्होंने विकास यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। प्रारंभ में संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण, कलश-पूजन और कन्या-पूजन किया गया। विकास यात्रा की शुरूआत में कलश यात्रा भी निकाली गई। मंत्री सिसोदिया ने 4 करोड़ 74 लाख रूपये लागत के विभिन्न विकासीय कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें 24 लाख 41 हजार रूपये लागत से बड़ा नाका बमोरी खुर्द अमृत सरोवर, निर्माण 23 लाख 28 हजार रूपये लागत से बमोरी खुर्द रास्ते पर पुलिया के पास अमृत सरोवर, प्राथमिक विद्यालय बोरखेडा एवं प्राथमिक विद्यालय पावन में बाउण्ड्री वॉल का लोकार्पण एवं 5 लाख 65 हजार रूपये की लागत से शेखपुर सीसी रोड प्राथमिक शाला मंदिर तक भूमि-पूजन शामिल हैं।   मंत्री सिसोदिया ने खाद्य सुरक्षा योजना और लाड़ली लक्ष्मी योजना के हितग्राहियों से संवाद किया। उन्होंने मनरेगा के कार्यों, अमृत सरोवर निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण, स्कूलों में बाउन्ड्रीवॉल निर्माण की जानकारी ली। प्रत्येक गो-शाला में पेयजल व्यवस्था संबंधी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन से हर घर नल से पानी पहुँचाया जाएगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी बमोरी राकेश शर्मा ने बताया कि विकास यात्रा 127 ग्राम पंचायतों के 412 गाँव से गुजरेगी। आज 62 किमी की दूरी तय करेगी और प्रतिदिन लोगों से संवाद होगा। जो निर्माण कार्य पूर्ण हो गये हैं उनका लोकार्पण जन-प्रतिनिधियों द्वारा कराया जाएगा। रमेश मालवीय, महेन्द्र सिंह किरार और राजेन्द्र सिंह सलूजा ने भी संबोधित किया। जन-प्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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Kolar News 6 February 2023

मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा शनिवार को भोपाल शहर में बिजली बिल बकायादारों के साथ ही अवैध एवं अनधिकृत बिजली का उपयोग करने वालों के खिलाफ वृहद स्तर पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग अभियान में कंपनी ने 47 टीम बना कर चेकिंग अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान 19 बकायादार उपभोक्ताओं पर 5 लाख रूपए से अधिक के बिजली बिल  बकाया होने के कारण उनके परिसर में स्थापित मीटरों को निकाला लिया गया।  साथ ही बिजली के अवैध एवं अनधिकृत उपयोग करने पर विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 एवं 138 में 104 प्रकरण बनाये गये। इसी प्रकार भानपुर जोन की नवाब कॉलोनी में 200 केवीए क्षमता के 2 ट्रांसफार्मर पर 90 प्रतिशत लगभग 18 लाख 70 हज़ार रूपये और सुल्तानिया जोन के मज़दूर नगर में एक ट्रांसफॉर्मर पर 80 प्रतिशत लगभग  9 लाख 50 हज़ार रूपये बकाया होने के कारण कंपनी दारा स्थानीय प्रशासन के सहयोग से ट्रांसफार्मर लिफ्ट कराया गया।   मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक शहर वृत्त भोपाल श्री ज़ाहिद खान ने बताया है कि कंपनी द्वारा अवैध कनेक्शनों की जाँच और अनधिकृत बिजली का उपयोग करने वालों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चला कर कनेक्शनों को नियमित कराया जा रहा है। अनधिकृत उपयोग करने वालों के खिलाफ विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 126 एवं 135 के तहत कार्यवाही की जा रही है।मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने आमजन एवं उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे वैध कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें और बिजली बिल का समय पर भुगतान करें। कंपनी ने कहा है कि बिजली चोरी जैसे सामाजिक अपराध को रोकें एवं बिजली का अवैध और अनधिकृत उपयोग न करें।   

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Kolar News 5 February 2023

खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 में मणिपुर की महिला फुटबॉल खिलाड़ी रोशनी चापू ने बताया कि इंडिया यूथ गेम्स में बालाघाट पहली बार आना हुआ है। हमने पहले कभी बालाघाट का नाम सुना भी नहीं था। पर यहाँ पहली बार आकर हमें बहुत खुशी मिली है। बालाघाट में बहने वाली वैनगंगा नदी का पानी बहुत निर्मल है। जिले के स्टेडियम में बना हुआ ग्राउंड बहुत अच्छा है। मध्यप्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों के लिए यहाँ पर बहुत अच्छी सुविधाएँ एवं व्यवस्थाएँ की हैं। खिलाड़ी रोशनी ने बताया कि बालाघाट का मौसम भी अच्छा है। यहाँ का आनंद उठाने दूसरी बार बालाघाट आने की इच्छा रहेगी। मणिपुर की महिला फुटबॉल खिलाड़ी डेबला इलेंगबॉम ने बताया कि वे बालाघाट आकर बेहद खुश हैं। वे 12 वर्ष की उम्र से फुटबॉल खेल रही हैं। नेशनल फुटबॉल खेलने अन्य स्थानों पर भी गई हैं। बालाघाट आने का अनुभव हमेशा दिल और दिमाग में बना रहेगा।  

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Kolar News 5 February 2023

खनिज साधन एवं श्रम मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह विभागीय दल के साथ 6 से 9 फरवरी 2023 तक दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन शहर में कार्यक्रम "माइनिंग इंडाबा-2023" कॉफ्रेंस में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय खान मंत्रालय, राज्य सरकार के खनिज विभाग और केन्द्र सरकार के उपक्रमों के प्रतिनिधि-मण्डल सम्मिलित होंगे। मंत्री सिंह विभागीय दल के साउथ अफीका साथ रवाना हो गए हैं। कॉन्फ्रेंस में विभिन्न देशों के खनिज क्षेत्र में कार्य कर रहे विभाग, कंपनियाँ एवं संस्थानों के प्रतिनिधि-मण्डल भी शामिल होंगे। खनिज मंत्री सिंह और विभागीय दल साउथ अफ्रीका में खनन कंपनियों के प्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। दक्षिण अफ्रीका एवं अन्य देशों में वर्तमान परिवेश में चल रही खनन गतिविधियों तथा तकनीक के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगें। भविष्य में इन्हीं तकनीकों के माध्यम से मध्य प्रदेश में खनिजों की खोज एवं पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए खनन तकनीक के क्रियान्वयन पर जोर दिया जायेगा।   उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश खनिज संपदा की दृष्टि से देश का खनिज संपन्न राज्य है। प्रदेश में लगभग सभी प्रकार के खनिज पाये जाते हैं तथा उनका खनन भी किया जाता है। मध्यप्रदेश के सकल राजस्व में खनिज राजस्व का महत्वपूर्ण योगदान है। विभाग की उद्योग मित्र नीति एवं आधुनिक तकनीकी के उपयोग से विभाग का खनिज राजस्व विगत 15 वर्ष में 15 गुना बढ़ चुका है, जो कि एक उपलब्धि है। मध्यप्रदेश को हीरा खनन के लिए एकाधिकार प्राप्त है। हीरा का उत्पादन पन्ना जिला में स्थित खदान से किया जाता है। इसके अतिरिक्त छतरपुर जिले में हीरे के एक नए स्त्रोत की खोज की गई है, जिसकी नीलामी स्वरूप एक क्षेत्र बिरला ग्रुप के एस्सेल माइनिंग कंपनी को प्राप्त हुआ है।   विश्व में साउथ अफ्रीका के भू-भाग की भौमिकी संरचना भारत जैसी होने से वहाँ भी सभी प्रकार के खनिज साधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। मंत्री सिंह की अगुवाई में जा रहे विभागीय दल द्वारा वहाँ स्थित हीरा एवं सोना की खदानों का भ्रमण किया जायेगा और विभिन्न देश के प्रतिनिधयों से मध्यप्रदेश में निवेश के लिए चर्चा भी की जायेगी। इससे निश्चित ही प्रदेश के खनिज राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी तथा प्रदेश में रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। मंत्री सिंह के साथ विभागीय दल में माइनिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एमडी राजीव रंजन मीणा और खनिज विभाग के उप संचालक कमल प्रसाद दिनकर शामिल हैं।

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Kolar News 5 February 2023

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने प्रभार के जिले बैतूल प्रवास के दौरान आज शाहपुर के शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय एवं शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरबटपुर पहुँच कर विद्यार्थियों से शैक्षणिक संवाद किया। उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न ज्ञानवर्धक जानकारियाँ दी। साथ ही उनके शैक्षणिक कैरियर पर भी चर्चा की। राज्य मंत्री परमार ने विद्यार्थियों से कहा कि वे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर अपना बेहतर भविष्य तैयार करें। उन्होंने बताया कि सरकार ने अंग्रेजी में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रम अब हिन्दी भाषा में प्रारंभ किए हैं, जो विद्यार्थियों के लिए सुविधाजनक है। विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सीएम राइज स्कूल भी प्रारंभ किए गए हैं। विद्यार्थियों से अपेक्षा है कि वे सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ लें और अपना बेहतर भविष्य तैयार करें। इस दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शिल्पा जैन, जिला शिक्षा अधिकारी अनिल सिंह कुशवाह, एसडीएम अनिल सोनी, डीपीसी संजीव श्रीवास्तव सहित जन-प्रतिनिधि एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

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Kolar News 4 February 2023

केंद्र और राज्य के लिए महत्वकांक्षी आरडीएसएस प्रोजेक्ट की सघन तैयारी करे। सूचना प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता सेवाओं और ऑटोमेशन के लिए भरपूर उपयोग किया जाए। शासकीय कार्यालयों में स्मार्ट मीटर प्राथमिकता से लगाने की भी तैयारी की जाए। प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने ये निर्देश इंदौर में विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान दिए। दुबे ने कहा कि समय पर बिल जारी करना और दिए गए बिल की मासिक लक्ष्य बनाकर वसूली करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दुबे ने विशेष रूप से इंदौर पश्चिम संभाग, बड़वाह, बुरहानपुर, इंदौर ग्रामीण संभाग, धार के अधिकारियों को लक्ष्यापूर्ति के लिए कठोर परिश्रम करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव दुबे ने कहा कि आरडीएसएस योजना में फरफार्मेंस के आधार पर ही बिजली के आधारभूत नए कार्यों के लिए राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घरेलू उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती है, ऐसे में शेष देययोग्य राशि की शत प्रतिशत वसूली करें। बुरहानपुर की कृषि पंप सर्वे योजना में अच्छा कार्य करने पर सराहना भी की। दुबे ने इंदौर शहर, इंदौर ग्रामीण, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, धार, झाबुआ की बिलिंग दक्षता और राजस्व संग्रहण दक्षता की समीक्षा की और सभी अधीक्षण अभियंताओं को फरवरी, मार्च के राजस्व संग्रहण के लिए ज्यादा ध्यान देने के निर्देश दिए। दुबे ने एरियर की वसूली और विजिलेंस टीम को सक्रियता के साथ मैदानी कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि हमें यह देखना होगा कि किस फीडर से कितनी बिजली जा रही है, बिलिंग कितने की हो रही है, राशि कितनी जमा हो रही है। जहाँ लॉस ज्यादा आ रहा है, वहाँ तुरंत संज्ञान लिया जाए। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने इस अवसर पर कहा कि प्रत्येक जिले में बिलिंग, राजस्व संग्रहण, लॉस घटाने के विशेष प्रयास आदि प्राथमिकता के साथ किए जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 4 February 2023

बैतूल जिले के सभी ग्रामों एवं शहरी क्षेत्र के वार्डों में 5 फरवरी से 8 मार्च तक विकास यात्राओं का आयोजन किया जाएगा। इन यात्राओं में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास होंगे। सरकार की उपलब्धियाँ आमजन तक पहुँचाई जाएंगी। इस दौरान हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा। साथ ही ग्राम चौपाले कर योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी। बैतूल जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने शुक्रवार को जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारियों की बैठक में विकास यात्राओं की रूप रेखा तैयार कर व्यापकता प्रदान करने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री परमार ने कहा कि विकास यात्राएँ सरकार की मंशा पर खरी उतरें, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। विकास यात्राओं के पूर्व ही अधिकारी अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर वहाँ की व्यवस्थाएँ देख लें। यात्राओं के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाए कि स्वीकृत निर्माण कार्य समयावधि में पूर्ण हो जाए। भूमि-पूजन वाले स्थल पर संबंधित कार्य कब तक पूर्ण होगा, यह तिथि भी अंकित की जाए। उन्होंने कहा कि यात्राओं के दौरान जन-प्रतिनिधि भी क्षेत्रों का भ्रमण करें एवं विकास यात्राओं को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। यह यात्रा सरकार की उपलब्धियाँ आमजन तक पहुँचाने के उद्देश्य से की जा रही है। यात्राओं के दौरान होने वाली रात्रिकालीन चौपालों में अन्य योजनाओं के साथ पेसा एक्ट की भी विस्तार से जानकारी दी जाए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया जाए कि इस एक्ट के प्रभावशील होने से समाज के दूसरे वर्गों को कोई हानि नहीं है। प्रभारी मंत्री परमार ने विकास यात्राओं में आमजन की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।   परमार ने विभिन्न विभागों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है, शीघ्रता से मरम्मत के कार्य पूर्ण कराए जाएँ। यात्राओं के दौरान जल जीवन मिशन के कार्यों का भी निरीक्षण किया जाए एवं जो क्षेत्र डीपीआर से नहीं जुड़े हैं, उनको योजना से जोड़ा जाए। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना में भी कवरेज विहीन क्षेत्रों को सम्मिलित किया जाए। वन ग्रामों में भी सडक़ें पहुँचे, इसके लिए भी कार्य किए जाएँ। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग की कोई भी परियोजना अधूरी न रहे। लोक निर्माण विभाग से संबंधित सडक़ों की शिकायतें न मिलें। विकास यात्राओं के दौरान उचित मूल्य पर राशन वितरण व्यवस्था की भी जानकारी ली जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि राशन वितरण व्यवस्था सुचारू रहे। अतिथि शिक्षकों के मानदेय भुगतान पर भी अधिकारी ध्यान दें। साथ ही अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन भी संतोषप्रद रहे। उन्होंने कहा कि बिजली व्यवस्था दुरुस्त रहे, इस बात के लिए भी अधिकारी सजग रहें। बैठक में सीईओ जिला पंचायत अभिलाष मिश्रा ने यात्रा की तैयारी की जानकारी दी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में यात्रा के सफल आयोजन के लिए जिला स्तर एवं जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यात्रा के दौरान ग्राम वार एवं शहरी वार्ड अनुसार लोकार्पण एवं शिलान्यास किए जाने वाले कार्यों को चिन्हांकित किया जा चुका है। प्रचार रथ भी तैयार किए जा रहे हैं। जिले के 1320 ग्रामों एवं नगरीय क्षेत्र के 192 वार्डों में यह यात्राँ होंगी। विधायक आमला डॉ. योगेश पंडाग्रे, कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, नगर पालिका अध्यक्ष  पार्वती बारस्कर सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।

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Kolar News 4 February 2023

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में जन-सहभागिता जरूरी है। अभियान के सफल संचालन के लिये जन-प्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त करें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी बुधवार को भोपाल में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) के कम्युनिकेशन केम्पेन के राज्य स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार फाइलेरिया, दुनिया भर में दीर्घकालिक विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है। किसी भी आयु वर्ग में होने वाला यह संक्रमण लिम्फैटिक सिस्टम को नुकसान पहुँचाता है।   स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फाइलेरिया रोग से प्रदेश को मुक्त करने के लिए एक साथ मिशन मोड में कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सामूहिक दवा सेवन (एमडीए/आईडीए) एवं फाइलेरिया एवं कालाजार रोग के सम्बन्ध में ऑडियो-विज़ुअल के माध्यम से दिए गए संदेश का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। फाइलेरिया रोग से बचाने के लिए कटनी, उमरिया, टीकमगढ़, निवाड़ी और दतिया में (2 दवाइयों डीईसी, अल्बंडाजोल के साथ), पन्ना, रीवा एवं छतरपुर जिले में (3 दवाइयों डीईसी, अल्बंडाजोल एवं आईवरमेंक्टिन के साथ) 10 से 22 फरवरी तक सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम में 8 जिलों में 39 हज़ार 600 से अधिक दवा सेवक एवं सुपरवाइजर के माध्यम से बूथ पर एवं घर-घर जाकर लगभग 90 लाख 20 हज़ार से अधिक लक्षित जनसंख्या को फ़ाइलेरिया रोधी दवाइयों का सेवन अपने सामने कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान से जुड़े अमले को प्रशिक्षण दिया जाए। अभियान में इस बात पर जोर दिया जाये कि सभी लोग उन्हें दी गई फाइलेरिया से बचाव की दवाओं का सेवन कराना सुनिश्चित करें। इसके लिये व्यापक पैमाने पर जन-जागरूकता के कार्यक्रम संचालित किये जायें।   स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि सामूहिक दवा सेवन के सफल क्रियान्वयन के लिए विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम किए जाएँ। अभियान के माइक्रो प्लान को सम्बंधित जिलों के जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ साझा किया जाए। फ़ाइलेरिया से सम्बंधित प्रचार-प्रसार सामग्री को मोबाइल रथों से लोगों को दिखाया और सुनाया जाए। एमडी एनएचएम प्रियंका दास ने कहा कि सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम में दवाइयों का अभाव कभी नहीं रहा, केवल लोगों द्वारा इसके सेवन को सुनिश्चित कराना चुनौती थी। इससे निपटने के लिए इस बार अभियान के एक सप्ताह पहले ही लोगों को कम्युनिकेशन केंपेन से और उपलब्ध अन्य प्रचार-प्रसार सामग्री द्वारा जागरूक करना शुरू कर दिया गया है। राज्य कार्यक्रम अधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, डॉ. हिमांशु जायसवार ने फाइलेरिया, एमडीए अभियान की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एमडीए अभियान (10 से 22 फरवरी) के पहले 2 दिन बूथ पर दवाइयाँ खिलाई जायेगी और उसके बाद 5 दिन घर-घर जाकर दवाइयाँ खिलाई जायेंगी। शेष 3 दिन में छूटे हुए लोगों को दवाइयाँ खिलायी जायेगी। ये दवाएँ 2 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को नहीं दी जायेंगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज के प्रतिनिधियों, अभियान से संबंधित जिला स्वास्थ्य अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।  

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Kolar News 2 February 2023

मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना खंडवा में वर्ष 2023 के पहले महीने जनवरी में 276 कोल रैक से कोयला खाली (अनलोडिंग) करने का नया रिकार्ड बना है। कोयले की सतत उपलब्धता के लिए समय पर रैक खाली किए जाने का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यह परियोजना की स्थापना से अभी तक एक माह में सर्वाधिक रैक खाली करने का रिकार्ड है। उल्लेखनीय है कि अधिक रैक आने पर उन्हें समयावधि में खाली करना जटिल कार्य है। इस कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए सम्पूर्ण प्रणाली और उपकरणों की लगातार उपलब्धता सुनिश्चित करनी होती है। अधिकतम रैक खाली होने से विद्युत गृह में कोयले की उपलब्धता बढ़ जाती है और इकाइयाँ अधिकतम विद्युत उत्पादन के लिये उपलब्ध रहती हैं। विद्युत परियोजना खंडवा के अभियंताओं और कार्मिकों के निरंतर प्रयास से यह उपलब्धि हासिल हो पाई।     इससे पूर्व एक जनवरी को सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना में प्राप्त सभी 14 कोल रैक को रेलवे द्वारा निर्धारित किए गए समय से कम समय में खाली करने का रिकार्ड बनाया गया था। यह एक दिन में सर्वाधिक रैक खाली करने का रिकार्ड था। निर्धारित समय से ज्यादा समय लगने पर रेलवे द्वारा विलंब शुल्क (डेमरेज चार्ज) अधिरोपित किया जाता है। यह उपलब्धि हासिल करने पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे और पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना डोंगलिया के समस्त अभियंताओं एवं कार्मिकों को बधाई दी है।  

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Kolar News 2 February 2023

कोविड-19 टीकाकरण में उत्कृष्ट कार्य के लिए राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला को नई दिल्ली में सम्मानित किया गया है। सीईओ जीएवीआई, जिनेवा एवं ग्लोबल हेल्थ एक्सपर्ट ने कोविड-19 टीकाकरण नेशनल कॉन्क्लेव “पॉवर ऑफ द कलेक्टिव’’ में नई दिल्ली में मंगलवार को डॉ. शुक्ला को सर्वश्रेष्ठ राज्य टीकाकरण अधिकारी का सम्मान दिया। डॉ. शुक्ला को कोविड-19 टीकाकरण की चुनौतियों का सामना एवं निपटान के संबंध में नेशनल कॉन्क्लेव में राष्ट्रीय पेनलिस्ट वक्ता के रुप में आमंत्रित किया था।

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Kolar News 2 February 2023

म.प्र. गृह निर्माण एवं अधो-संरचना मंडल के "ऑनलाइन सिटीजन पोर्टल" को प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया है। गृह निर्माण के अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के विजन न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के तहत, मंडल द्वारा अपने आवंटियों को सुरक्षित पारदर्शी एवं कही से भी कभी भी भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ऑनलाईन सिटिजन पोर्टल में एक लाख 40 हजार आवंटियों के खाते ऑनलाईन उपलब्ध कराये गये है। मंडल के आवंटियों हेतु सम्पतियों की किश्त, लीज रेंट, MLC CSC आदि जमा करने हेतु ऑनलाईन सुविधा उपलब्ध है। उक्त सुविधा हेतु आवंटियों को कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता है।   अध्यक्ष तिवारी ने बताया कि आवंटियों की सहायता हेतु मुख्यालय स्तर पर whatsapp helpdesk ( 79742 64023) भी स्थापित कि गई है, जिससे आवंटियों के ऑनलाईन खातों से सम्बन्धित समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। विगत वितीय वर्ष मे 4989 आवंटियों द्वारा पोर्टल से ₹3 करोड़ 39 लाख रूपये का ऑनलाइन भुगतान किया गया था। चालू वित्तीय वर्ष में 22 जनवरी 2023 तक 9700 आवंटियों द्वारा 14 करोड़ 39 लाख रूपये का भुगतान किया गया है। आवंटियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध मंडल द्वारा म.प्र लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम 2010 की धारा 3 के तहत अधिसूचित मंडल की सभी 15 सेवाएँ (सम्पत्ति का नामांतरण/हस्तांतरण, NOC आदि) ऑनलाईन उपलब्ध कराई गई है।   तिवारी ने बताया कि लोक सेवा गारंटी में आवेदक को अपना आवेदन मय आवश्यक दस्तावेज एवं देय शुल्क ऑनलाईन ही जमा करना होता है। आवेदक अपने आवेदन की प्रगति का ऑनलाईन अवलोकन कर सकते है एवं उन्हें प्रत्येक सूचना अपने पंजीकृत मोबाईल न. पर SMS के माध्यम से प्राप्त होती है। आवंटी को अपना Digitally Signed प्रमाण-पत्र ऑनलाईन ही प्राप्त हो रहा है। सम्पूर्ण प्रक्रिया की सतत ऑनलाईन निगरानी मंडल के अधिकारीयों द्वारा कि जा रही है। ऑनलाईन सुविधा के लागू होने के बाद आवंटियों को अपने काम के लिए बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ते, साथ ही सम्पूर्ण प्रक्रिया हेतु तय समय-सीमा के अनुसार कार्यवाही हो रही है। सभी सेवाओं हेतु मंडल की वेबसाईट www.mphousing in पर उपलब्ध आवंटी पोर्टल से ऑनलाईन ही आवेदन करना होता है।

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Kolar News 1 February 2023

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने कहा है कि संत रविदास जयंती 5 फरवरी से शुरू होने वाली विकास यात्रा का उद्देश्य जन-कल्याण, स्वराज के लक्ष्य को प्राप्त करना है। साथ ही विकास यात्रा के माध्यम से सरकारी योजना से छूटे हितग्राहियों को लाभान्वित करना भी है। उन्होंने अधिकारियों से अपने विभाग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी अपडेट करने के लिये भी कहा। राज्य मंत्री एवं उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री कावरे आज जिला अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।   राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि सरकारी योजनाओं की जानकारी जन-सामान्य को देने के लिये फोल्डर तैयार कराया जाये। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान मिलने वाली जन-समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जायेगा। इसके लिये अधिकारी आवश्यक व्यवस्थाएँ करें। राज्य मंत्री ने बताया कि संत रविदास जयंती पर प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड पर आयुष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बैठक में विकास यात्रा के लिये तैयार किये गये रूट-चार्ट की भी जानकारी प्राप्त की। राज्य मंत्री कावरे ने जिले में होने वाली विकास यात्रा में पंचायत एवं नगरीय क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों से सजग रह कर शामिल होने का आग्रह किया।

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Kolar News 1 February 2023

ऐतिहासिक नगरी ग्वालियर में मंगलवार 31 जनवरी को बैडमिंटन प्रतियोगिता के साथ खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आगाज हुआ। यहाँ कम्पू खेल परिसर स्थित पुलेला गोपीचंद मध्यप्रदेश उत्कृष्ट बैडमिंटन अकादमी में जिला पंचायत की अध्यक्ष दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी ने पहले मैच में खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। ज्ञात हो खेलो इंडिया यूथ गेम्स का भव्य एवं रंगारंग शुभारंभ 30 जनवरी को भोपाल के तात्याटोपे स्टेडियम में हुआ। ऐतिहासिक ग्वालियर शहर, खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बैडमिंटन, जिम्नास्टिक्स, हॉकी और कलरिपयट्टू के खिलाड़ियों की मेजबानी कर रहा है। कम्पू खेल परिसर स्थित मध्यप्रदेश बैडमिंटन अकादमी में मंगलवार से शुरू हुई बैडमिंटन प्रतियोगिता में बालिका वर्ग के पहले मैच में कर्नाटक की शटलर कर्णिका ने सीधे सेटों में छत्तीसगढ़ की हीरल चौहान को 21 – 18 व 21 – 17 से हराया। बालक वर्ग के पहले मैच में कर्नाटक के निकोलस नाथन राज ने राजस्थान के संस्कार सारस्वत को 14 – 21, 21 – 09 व 21 – 13 से शिकस्त दी।   बैडमिंटन प्रतियोगिता के पहले दिन हुए अन्य मैचों में कर्नाटक के सात्विक शंकर ने दमन-दीव के हर्ष चदसामा को 21 – 06, 21 – 09 से, पंजाब के अभिनव ठाकुर ने तमिलनाडु स्टेट के सात्विक रेड्डी को 21 – 07 व 21 – 11 से, उत्तरप्रदेश के गार्गिल गार्गी ने दमन-दीव के अक्षयराज कुमार को 21 – 05 व 21 – 06 से, कर्नाटक के तुषार सुबीर ने मध्यप्रदेश के उदय मुक्ति को 21 – 11 व 21 – 11 से, महाराष्ट्र की नायशा कौर भटोए ने राजस्थान की साक्षी फोगाट को सीधे सेटों में 21 – 18 व 21 – 10 एवं हरियाणा के मनराज सिंह ने कर्नाटक के आयुष शेट्टी (2) को 21 – 18 व 21 – 13 से हराया। मध्यप्रदेश की शटलर एश्वर्या मेहता, आंध्रप्रदेश की रस्मिता दोनेपुड़ी और तमिलनाडु के लोकेश रेड्डी को वॉकओवर मिला। ग्वालियर स्थित एलएनआईपीई (लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन) में एक फरवरी से जिम्नास्टिक्स प्रतियोगिता शुरू होगी। इसमें देश भर के 200 से अधिक जिम्नास्ट शीर्ष सम्मान के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। टीम मध्यप्रदेश में 18 जिम्नास्ट (7 पुरुष और 11 महिला) भाग लेंगे।   मध्यप्रदेश महिला जिम्नास्टिक टीम की कोच मेघा साहू का कहना है कि उन्हें अपनी बालिका जिम्नास्टों से पदकों की बड़ी उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्नास्ट मानसिक रूप से तनावग्रस्त नहीं हैं। हमारी लड़कियों ने कड़ी मेहनत की है और हम यहाँ पदक जरूर प्राप्त करेंगे। मध्यप्रदेश महिला जिम्नास्टिक टीम में ग्यारह लड़कियाँ विभिन्न प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेंगी। जिनमें पाँच लड़कियाँ रिदमिक जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में भाग लेंगी, जबकि अन्य 6 बालिकायें कलात्मक जिम्नास्टिक प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी। मध्यप्रदेश बालक जिम्नास्टिक टीम के सात खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग लेंगे। मध्यप्रदेश ब्वायज जिम्नास्टिक टीम के कोच सतनारायण पड़वार ने कहा है कि “उनकी टीम के सातों लड़के पूरी तरह से फिट है और प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि 'यह अनुमान लगाना संभव नहीं है कि हम कितने पदक जीतेंगे लेकिन मुझे अपने लड़कों से कम से कम तीन से चार पदक मिलने की उम्मीद है। जिम्नास्ट दीपेश लश्करी और घनश्याम बिल्लोरे से पदकों का पूरा भरोसा है। टीम के अन्य जिम्नास्ट से भी मध्यप्रदेश को पदकों की उम्मीद है।

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Kolar News 1 February 2023

सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा छतरपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा है कि विकास यात्रा को हम सब मिल कर सफल बनाएँ और नागरिकों की समस्याओं का तुरंत समाधान करें। जन-प्रतिनिधियों से प्राप्त सुझाव के आधार पर विकास यात्रा को प्रभावी बनाएँ। मंत्री सखलेचा सोमवार को जिला पंचायत सभाकक्ष छतरपुर में 5 फरवरी से शुरू होने वाली विकास यात्रा की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी, राजेश प्रजापति, राजेश शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष  विद्या अग्निहोत्री, नगरपालिका अध्यक्ष ज्योति चौरसिया सहित जिले के जनपदों, निकायों के अध्यक्ष एवं सीईओ और सीएमओ उपस्थित रहे। मंत्री सखलेचा ने कहा कि सरकार हर परिवार के हित की चिंता कर रही है। आम लोगों एवं क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं का समाधान कैसे निकाला जाए इस बारे में प्रशासन और जन-प्रतिनिधि सकारात्मक रूप से विचार करें। विकास यात्रा में प्राथमिकता से हितग्राहियों को लाभान्वित कराएँ। विभिन्न योजना में पूर्ण कार्यों का लोकार्पण और नवीन कार्यों का शिलान्यास प्राथमिकता से करें। उद्यम क्रांति योजना में बैंकर्स के साथ समन्वय करते हुए पात्र हितग्राहियों को ऋण स्वीकृत एवं वितरित करें। इसी तरह अन्य योजनाओं में भी पात्र हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण करें।    पंचायतों एवं शहरी क्षेत्रों में डिस्प्ले बोर्ड से विकास कार्यों का प्रदर्शन हो। विकास यात्रा का रूट-चार्ट व्यवहारिक बनाएँ। विकास यात्रा जिन ग्रामों में पहुँचेगी उसकी जानकारी एक दिवस पूर्व लोगों तक पहुँचाएँ। आँगनवाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं और मैदानी अमले के माध्यम से लाभान्वित परिवार की सूची तैयार कर आवासों पर चस्पा करें। पंचायतों में हितलाभ से लाभान्वित हो चुके परिवारों की जानकारी भी संकलित करें। इस विकास यात्रा में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ मिल कर टीम भावना से कार्य करें। पेंशन एवं स्वास्थ्य उपचार का लाभ दिलाने संबंधी आवेदनों का परीक्षण करते हुए पात्रता के आधार पर तुरंत हितलाभ का वितरण करें।  ऐसे पात्र दिव्यांग जिन्हें योजना का लाभ अभी तक नहीं मिला है, उन्हें हितलाभ वितरित किया जाए। जल जीवन मिशन के पूर्ण हो चुके कार्यों की जानकारी क्षेत्र के लोगों तक पहुँचाएँ। ग्राम पंचायतों के अपूर्ण कार्यों को तय सीमा में पूर्ण कराएँ। ग्रामों में समग्र स्वच्छता के लिए नालियों का निर्माण कराएँ। इस कार्य में विधायक निधि का भी सहयोग लिया जाए।   

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Kolar News 31 January 2023

मध्यप्रदेश में 17 अति उच्चदाब सबस्टेशन बनाने के लिये मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी और मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के बीच टी.एस.ए. (ट्रांसमिशन सर्विस एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर हुये। इसके पहले मध्यप्रदेश शासन द्वारा नियुक्त बिड प्रोसेस को-आर्डिनेटर आर.ई.सी.पी.डी.सी.एल. ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यनूतम बिडर मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड हैदराबाद को एस.पी.ए. (शेयर परचेस एग्रीमेंट) हस्तांतरित किया। मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिये बनेंगे 17 अति उच्चदाब के सबस्टेशन।    मुख्य अभियंता संजय कुलश्रेष्ठ ने बताया कि टी.बी.सी.बी. (टेरिफ बेस्ड कांपटेटिव बिडिंग) में न्यूनतम रहते हुये मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिये 17 अति उच्चदाब के सबस्टेशन बनाने का यह कांट्रेक्ट हासिल किया है। इसमें 400 के.व्ही. का एक, 220 के.व्ही. के 3 तथा 132 के.व्ही. के 13 सबस्टेशन शामिल हैं। इनमें मध्य क्षेत्र के 10 तथा पश्चिम क्षेत्र के 7 सबस्टेशन शामिल हैं। मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 59 दौर के ई-रिवर्स ऑक्सन प्रक्रिया के बाद यह टेंडर मिला है। आदानी ट्रांसमिशन लिमिटेड, पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, टाटा पावर कंपनी लिमिटेड तथा टेकनो इलेक्ट्रिक एवं इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड अंतिम दौर की टेंडर प्रक्रिया में शामिल थे।   इस पैकेज में भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में प्रदेश का पहला 400 के.व्ही. जी.आई.एस. सबस्टेशन, भोपाल में ही 132/33 के.व्ही. का दूसरा जी.आई.एस. सबस्टेशन एच.ओ.डी., भोपाल क्षेत्र में होशंगाबाद जिले के बिसोनीकला, बैतूल जिले के शाहपुर में 220 के.व्ही. का, राजगढ़ जिले के छापीहेडा, हरदा जिले के सोदालपुर, रायसेन जिले के पठारी, और बाड़ी, सीहोर जिले के जावरजोड, अशोकनगर जिले के सेमराहट में 132 के.व्ही. के सबस्टेशन, धार जिले के पीथमपुर में 132/33 के.व्ही. का जी.आई.एस. सबस्टेशन, खरगोन में 220 के.व्ही. का सबस्टेशन, उज्जैन जिले के भाटपचलाना, खरगोन जिले के पीपलगांव, रतलाम जिले के धोदर, देवास जिले के चोबराधीर, अलीराजपुर जिले के अम्बजा में 132/33 के.व्ही. के सबस्टेशन बनाये जायेंगे। निर्माण करने के बाद इन सबस्टेशनों का संचालन 35 वर्षों के लिये मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा किया जायेगा।

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Kolar News 31 January 2023

मध्यप्रदेश की पाक-कला और मटकी नृत्य की आज नई दिल्ली में भारत पर्व-2023 में अनूठी प्रस्तुति हुई। पोषक अनाज पर केंद्रित भारत पर्व के स्टूडियो किचन में मध्यप्रदेश के व्यंजनों- समा की खीर और राजगीर की पूड़ी की रेसीपी का सजीव प्रदर्शन हुआ। मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के क्षेत्रीय शेफ, इंदौर क्षेत्र सतीश पाठक की इस पाक-कला प्रदर्शन को दर्शकों ने खूब पसंद किया। मालवा के मटकी लोकनृत्य की भी भारत पर्व में आज मनमोहक प्रस्तुति दी गई। उज्जैन से आए कृष्णा वर्मा के समूह द्वारा यह प्रस्तुति दी गई।  

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Kolar News 31 January 2023

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत प्रदाय संबंधी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए केन्द्रीयकृत कॉल सेंटरों (1912) को क्रियाशील कर, उनकी क्षमतावृद्धि की गई है। शिकायतों के निराकरण उपरांत उपभोक्ता संतुष्टि के लिए फीडबैक व्यवस्था का भी प्रावधान है। असंतुष्ट उपभोक्ताओं से मैदानी अधिकारियों द्वारा व्यक्तिगत सम्पर्क कर, समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री प्रद्यम्न सिंह तोमर ने कहा है कि बिजली उपभोक्ता सेवाओं में सुधार के लिए सतत प्रयास जारी हैं। मंत्री सिंह ने बताया है कि वितरण कंपनियों द्वारा मोबाईल एप से फोटो मीटर रीडिंग की जा रही है। इस सुविधा का विस्तार करते हुए उपभोक्ता को हर महीने स्वयं मीटर की फोटो के साथ अपनी रीडिंग अपलोड करने की सुविधा दी गयी है। वितरण कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं की बिलिंग के लिए एक अत्याधुनिक एवं नवीन ओपन सोर्स टेक्नालॉजी आधारित सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। यह अत्यंत कम खर्च पर विभागीय अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा बनाया गया है।   कंपनियों द्वारा नये कनेक्शन, संयोजित भार में वृद्धि/कमी, टैरिफ श्रेणी में परिवर्तन, नाम परिवर्तन जैसी महत्वपूर्ण सेवाएँ ऑनलाईन दी जा रही हैं। उपभोक्ताओं द्वारा उच्च एवं निम्न दाब के नये कनेक्शन के लिए आवेदन नाम/भार और उपयोग परिवर्तन, प्रोफाईल में परिवर्तन, बिल भुगतान एवं शिकायत, सेल्फ फोटो रीडिंग, मीटर स्थान परिवर्तन एवं स्थाई विच्छेदन के लिए कंपनियों द्वारा स्मार्ट बिजली एप विकसित किए गए हैं। उपभोक्ताओं को बिल तत्काल उपलब्ध हो सके इस उद्देश्य से "इंस्टेंट बिलिंग व्यवस्था" लागू की गई है। इस व्यवस्था से उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिलने की शिकायतें दूर होगी तथा विसंगति पाये जाने पर उपभोक्ता द्वारा तत्काल मीटर रीडिंग देख कर उसका निराकरण करवाया जा सकेगा। इस व्यवस्था को लागू किये जाने के बाद बिल सुधार संबंधी शिकायतों में काफी कमी आयी है।

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Kolar News 30 January 2023

राज्य शासन ने भोपाल स्थित समस्त शासकीय कार्यालयों को वर्ष 2023 के तीन स्थानीय अवकाश घोषित किए है। गणेश चतुर्थी मंगलवार 19 सितम्बर, दशहरा का दूसरा दिन (दुर्गा विसर्जन) बुधवार 25 अक्टूबर और दीपावली का दूसरा दिन सोमवार 13 नवम्बर को स्थानीय अवकाश रहेगा। भोपाल गैस त्रासदी स्मृति दिवस (केवल भोपाल शहर के लिए) 3 दिसम्बर को रविवार होने के कारण स्थानीय अवकाश की सूची में शामिल नहीं किया गया है।    

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Kolar News 30 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश को दिए जाने पर हार्दिक धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यह मध्यप्रदेश का सौभाग्य है। मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि 30 जनवरी से शुरू होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। सोमवार से धूमधाम के साथ खेलो इंडिया यूथ गेम्स प्रारंभ होंगे और हिंदुस्तान का दिल धड़का दो 13 दिन के लिए शुरू हो जाएगा। शुभारंभ कार्यक्रम में केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर और केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रामाणिक भी शामिल होंगे।  

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Kolar News 30 January 2023

प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष आरएन चंद के निर्देश पर सुदूरवर्ती एवं सीमावर्ती ग्राम देवली एवं धोबीखेड़ी में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव  मुकेश कुमार दांगी ने नालसा एवं सालसा की योजनाएं, राज्य शासन की योजनाओं, निःशुल्क विधिक सहायता योजना, मध्यप्रदेश अपराध पीडित प्रतिकर योजना-2015, जनोपयोगी लोक अदालत, विधिक एवं कानून की जानकारी विस्तृत रूप से गांव के लोगों को दी गई। सचिव दांगी ने कहा कि कोई भी विधिक या अन्य समस्या हो तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जो जिला न्यायालय परिसर में स्थित है उसमें आकर अपनी समस्याओं का निराकरण करा सकते है। इस दौरान ग्रामीणजनों को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्हें उदाहरण देकर समझाया गया। जिला विधिक सहायता अधिकारी अनीस उद्दीन अब्बासी ने आगामी 11 फरवरी 2023 को आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत में अपने प्रकरणों का निराकरण कराने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही टेली लॉ योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविर में नायब तहसीलदार सपना झालरिया एवं गांव के सरपंच तथा सचिव उपस्थित थे।

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Kolar News 29 January 2023

लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि "कॉमन डाटा इनवार्यमेंट" बिल्डिंग निर्माण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इस सॉफ्टवेयर से बिल्डिंग कन्सट्रक्शन से जुड़े सभी घटक इंजीनियर, सलाहकार, आर्किटेक्ट, विशेषज्ञ, ठेकेदार, मेन्टेनेंस करने वाली एजेन्सी आपस में समन्वय के साथ कार्य कर सकेगी। मंत्री भार्गव ने यह बात "इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस" द्वारा "कॉमन डाटा इनवार्यमेंट फॉर इन्फ्रा-स्ट्रक्चर प्रोजेक्ट मेनेजमेंट एण्ड इनोवेशन इन कंसट्रक्शन टेक्नोलॉजी" विषय पर 2 दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ पर कही। कार्यशाला में मध्यप्रदेश सहित 17 राज्य के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हुए हैं। मंत्री भार्गव ने कहा कि आत्म-निर्भर भारत और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि देश और प्रदेश में सुदृढ़ अधो-संरचना निर्धारित समय-सीमा में निर्मित की जाए। उन्होंने कहा कि हम व्यवहार में देखते हैं कि निर्माण क्षेत्र से जुड़ी इकाइयों, शासन के विभागों में आपसी समन्वय की कमी होने से प्रोजेक्ट पूरे होने में समय लगता है। परिणामस्वरूप बिल्डिंग की लागत भी बढ़ती है।   मंत्री भार्गव ने कहा कि नवीन तकनीकी का उपयोग गुणवत्तापूर्ण निर्माण और समय-सीमा पर नियंत्रण के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हम संसाधनों का बेहतर उपयोग करेंगे तो चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका से बेहतर अधो-संरचना भारत में निर्मित की जा सकेंगी। उन्होंने बिल्डिंग कांग्रेस में आये विशेषज्ञों से अपेक्षा कि वह इसके लिए बेहतर सुझाव दें, जिनको मध्यप्रदेश सरकार लागू करेगी। प्रमुख सचिव लोक निर्माण सुखवीर सिंह ने कहा कि नवीन तकनीक का उपयोग स्थानीय पर्यावरण और जरूरतों को दृष्टिगत रख कर किया जाना चाहिए। इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के अध्यक्ष  विजय सिंह वर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में गत 18 वर्ष में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। इसको और अधिक बेहतर बनाने के लिए कॉमन डाटा प्लेटफार्म मददगार साबित होगा। कार्यक्रम में इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के सोविनियर का विमोचन भी किया गया।

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Kolar News 29 January 2023

जी-20 की पर्यटन कार्य समूह की पहली बैठक 7 से 10 फरवरी तक रण के कच्छ में होगी। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 7 फरवरी को ‘सामुदायिक सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामीण पर्यटन’ की थीम पर एक साइड इवेंट किया जायेगा। साइड इवेंट में भारत के ग्रामीण पर्यटन मामलों को प्रदर्शित करने के लिए एक सत्र भी रखा गया है। सत्र में मध्यप्रदेश के रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन अंतर्गत संचालित परियोजनाओं पर नवाचार और अनुभवों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। मध्यप्रदेश के साथ सिर्फ केरल राज्य को प्रस्तुतिकरण के लिए आमंत्रित किया गया है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति एवं प्रबंध संचालक, मप्र टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि ‘यह बड़े हर्ष की बात है कि जी-20 कार्य समूह में म.प्र. पर्य़टन के तहत ग्रामीण पर्यटन का प्रस्तुतिकरण होगा। ग्रामीण पर्यटन में आर्थिक विकास, सामाजिक बदलाव और समावेशी सामुदायिक सहभागिता की उच्च क्षमता है।   प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि म.प्र. पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थलों में 'लोगों के रहने और पर्यटकों के आने-जाने के लिए बेहतर स्थान बनाने' के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है। जी-20 की पर्यटन कार्य समूह बैठक में दुनिया के प्रमुख देशों के प्रतिनिधियों के समक्ष मध्यप्रदेश के ग्रामीण पर्यटन परियोजनाओं की जानकारी दी जाएगी। इसमें होम-स्टे, रूरल टूरिज्म, रिस्पॉन्सिबल सोवोनियर प्रोजेक्ट, महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल, ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना, प्रोजेक्ट हमसफर इत्यादि परियोजनाओं और प्रयासों से अवगत कराया जाएगा।

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Kolar News 29 January 2023

बिल्डिंग कंसट्रक्शन के क्षेत्र में नवीन तकनीकी और नवीन शोध पर विचार-विमर्श के लिए इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस की दो दिवसीय कार्यशाला 28 और 29 जनवरी को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में होगी। कार्यशाला का शुभारंभ लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव सुबह 10.30 बजे करेंगे। कार्यशाला में मध्यप्रदेश लोक निर्माण विभाग (भवन), नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, भवन विकास निगम भोपाल, गृह निर्माण एवं अधो-सरंचना विकास मंडल और मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग बोर्ड भोपाल के इंजीनियर्स को बिल्डिंग निर्माण तकनीकी में आए नये बदलाव और नवीन शोध के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यशाला में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे पूर्व डीजी सीपीडब्ल्यूडी हरिंदर सिंह डोगरा, प्रोफेसर आईआईटी पलक्कड़ केरल सेंथिल कुमार, उप प्रबंधक, टाटा प्रोजेक्ट्स नीतेश सलूजा, जीएम शापोरजी बृजेश परमार, प्रमुख बीआईएम एलएंडटी बी.एस. मुकुंद औरअध्यक्ष आईबीसी विजय सिंह वर्मा कार्यशाला में नवीन तकनीकी पर प्रेजेंटेशन देंगे।

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Kolar News 28 January 2023

केंद्र और राज्य शासन द्वारा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के मालवा क्षेत्र में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन के लिए अनेक कार्य तेजी से प्रगति पर हैं। नीमच जिले में 500 मेगावाट कुल क्षमता की तीन इकाइयों का कार्य चल रहा है। साथ ही आगर जिले में भी 550 मेगावाट की इकाइयों का कार्य जारी है। प्रमुख सचिव संजय दुबे ने शुक्रवार को नीमच जिले के सिंगोली क्षेत्र में सौर ऊर्जा संयंत्र की साइड देखी। यहाँ 160 मेगावाट की एक और 170 मेगावाट की दो साइड पर कार्य चल रहा है। दुबे ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। यहाँ से इस वर्ष अंत में बिजली मिलने लगेगी। दुबे ने गांधी सागर जल विद्युत गृह का भी निरीक्षण किया। उन्होंने गांधी सागर में नीमच, मंदसौर, रतलाम जिले के बिजली अधिकारियों की मीटिंग भी ली। मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक अमित तोमर, पॉवर जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक मनजीत सिंह, उज्जैन के मुख्य अभियंता बी.एल. चौहान, तीनों जिलों के अधीक्षण अभियंता श्री सुधीर आचार्य, एस.के. पाटिल, एस.सी. वर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। प्रमुख सचिव दुबे शनिवार को आगर जिले के सौर ऊर्जा उत्पादन की साइड का भी निरीक्षण करेंगे।

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Kolar News 28 January 2023

राज्य शासन ने शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की वृद्धि के आदेश जारी कर दिए हैं। महंगाई भत्ते में वृद्धि के आदेश के बाद महंगाई भत्ता दर 1 जनवरी 2023 से (भुगतान माह फरवरी 2023) में बढ़ कर कुल 38 प्रतिशत हो जायेगा। वर्तमान में शासकीय सेवकों को एक अगस्त 2022 से सातवें वेतनमान में 34 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा था। महंगाई भत्ता दर में 50 पैसे अथवा उससे अधिक पैसे को अगले उच्चतर रुपए में पूर्णांकित अंकित किया जाएगा और 50 पैसे से कम राशि को छोड़ दिया जाएगा। राज्य शासन ने यह भी निर्देश दिए हैं शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते के भुगतान पर किया गया व्यय संबंधित विभाग के चालू वर्ष के स्वीकृत बजट के प्रावधान से अधिक नहीं हो।

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Kolar News 28 January 2023

छात्र-छात्राओं में वन, वन्य-प्राणियों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा प्रकृति संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने की दृष्टि से भोपाल शहर एवं उसके आस-पास के ग्रामों के शासकीय विद्यालयों के लिये एक दिवसीय नेचर कैम्प वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, जू भोपाल में आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में 24 जनवरी, 2023 को शासकीय महाराणा प्रताप उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जहाँगीराबाद भोपाल के 42 विद्यार्थियों ने नेचर कैम्प में भाग लिया। नेचर कैम्प में स्रोत व्यक्ति के रूप में डॉ. सुदेश वाघमारे, सेवानिवृत्त उप वन संरक्षक एवं पक्षीविद के रूप में डॉ. संगीता राजगीर भोपाल बर्ड्स भोपाल उपस्थित रहे। प्रतिभागियों को पक्षी दर्शन, वन्य-प्राणी दर्शन, फिल्म शो, स्थल पर विद्यमान वानिकी गतिविधियों की जानकारी दी गयी और वन, वन्य-प्राणी एवं पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियाँ कराई गईं। साथ ही विद्यार्थियों के बीच पर्यावरण/वन विहार पर कविता लेखन प्रतियोगिता कराई गई एवं प्रथम तीन विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किये गये। विद्यार्थियों ने बाघ, तेंदुआ, भालू, मगर, घड़ियाल, चीतल, सांभर, नीलगाय आदि वन्य-प्राणियों का भी अवलोकन किया। कैम्प में सिवनी जिले से जल, जंगल, जमीन एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिये आमजन में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से साइकिल भ्रमण पर निकले वन्य-जीव एवं पर्यावरण प्रेमी श्री रोहित सिरसाम भी उपस्थित रहे। इनके द्वारा अब तक 23 जिलों का भ्रमण किया जाकर जल, जंगल, जमीन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिये आमजन में जागरूकता पैदा करने का संदेश प्रसारित किया गया। आगामी कैम्प 31 जनवरी, 2023 को आयोजित किया जायेगा, जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मी मण्डी भोपाल के विद्यार्थी भाग लेंगे। इस दौरान संचालक वन विहार पद्माप्रिया बालाकृष्णन एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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Kolar News 25 January 2023

केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा है कि देश में मौजूद होम्यो चिकित्सा पद्धति को विश्व-स्तरीय बनाने के लिये लगातार नये-नये शोध किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्ष में भारतीय चिकित्सा पद्धति के क्षेत्र में विकास के लिये अधो-संरचना के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय काम हुए हैं। केन्द्रीय सचिव आयुष आज भोपाल में देशभर के होम्योपैथी महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं चिकित्सकों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार को नई दिल्ली से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन आयुष परिसर एमएसीटी हिल्स के आयुष ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। केन्द्रीय सचिव कोटेचा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय चिकित्सा पद्धति की अर्थ-व्यवस्था 21 हजार करोड़ से बढ़ कर एक लाख करोड़ रूपये से अधिक की हो गई है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी शिक्षा पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा नीति के अनुरूप और सुधार किये जाने की आवश्यकता है। सुधार के बाद ही देश में होम्योपैथी के क्षेत्र में विश्व-स्तरीय चिकित्सकों की सेवा मिल सकेगी। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के अध्यक्ष डॉ. अनिल खुराना ने कहा कि देश में चिकित्सा के क्षेत्र में होम्योपैथी के विस्तार की बहुत संभावना है। इसके लिये नीति के अनुरूप टीम भावना के साथ कार्य किये जाने की आवश्यकता है।   केन्द्रीय आयुष मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य अशोक वार्ष्णेय ने कहा कि देश में जन-सामान्य होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को व्यापक रूप से अपनाने की इच्छा रखते हैं। इसके लिये इसकी पहुँच बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने होम्योपैथी रिसर्च स्कॉलर को सभी तरह की मदद दिये जाने की आवश्यकता बताई। प्रमुख सचिव आयुष प्रतीक हजेला ने बताया कि कोरोना संकट काल में जन-सामान्य का भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रति विश्वास बढ़ा है। उन्होंने आयुष क्योर एप में हासिल उल्लेखनीय उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योग से निरोग कार्यक्रम को मुख्यमंत्री का उत्कृष्टता पुरस्कार भी मिला है। संयुक्त सचिव श्री राहुल शर्मा ने अपने उद्बोधन में शोध के कार्यों में होम्योपैथी कॉलेज के अधिक से अधिक विद्यार्थियों को जोड़े जाने की आवश्यकता बताई। कार्यक्रम में आयोग के शिक्षा, रजिस्ट्रेशन और मूल्यांकन के अध्यक्षों ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में राष्ट्रीय होम्योपैथिक आयोग के सचिव डॉ. संजय गुप्ता ने राष्ट्रीय सेमीनार के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग पहली बार केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के सहयोग से इस तरह का पहला सेमीनार भोपाल में कर रहा है। सेमीनार में दूसरे दिन 25 जनवरी को विभिन्न सत्रों में होम्योपैथी के क्षेत्र में विस्तार पर चर्चा होगी।

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Kolar News 25 January 2023

केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि प्रधानमंत्री की जय जवान - जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान की अवधारणा के अनुरूप अमृत काल के 25 वर्षों में भारत विज्ञान और तकनीक के दम पर दुनिया में अग्रणी देश होगा। तोमर मंगलवार को 8वें भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का समापन कर रहे थे। केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत को जो स्थान प्राप्त हुआ है, उसमें विज्ञान की अहम भूमिका रही है। आज खेती-किसानी के क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का महत्व बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि पैदावार बढ़ाने के लिए कृषि विज्ञान में रिसर्च को महत्व दिया जा रहा है। केन्द्र सरकार ने विज्ञान को प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में विज्ञान का बजट 2 हजार करोड़ था, जिसे अब बढ़ाकर 6 हजार करोड़ रूपये कर दिया गया है। उन्होंने महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन युवाओं और विद्यार्थियों को विज्ञान से जोड़ने, रूचि लेने और उनमें वैज्ञानिक जागरूकता पैदा करने में सहायक बनते हैं।   मध्यप्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि इस बार जनवरी का महीना प्रदेश के लिए बहुत उत्साहवर्धक रहा है। ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट से लेकर विज्ञान महोत्सव जैसे आयोजन हुए। केंद्र सरकार ने विज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश के साथ ही सभी प्रदेशों की राज्य सरकारों को प्रोत्साहित किया है। उन्होंने महोत्सव में स्टार्टअप कॉन्क्लेव की चर्चा करते हुए कहा कि यह प्रयास पूरे देश को एक नई दिशा देने वाला साबित होगा। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ.एस. चन्द्रशेखर ने कहा कि विज्ञान की कोई सीमा नहीं है। यह सभी के लिए है। कोविड-19 के दौर में चिकित्सा विज्ञान में हुई रिसर्च ने इस बात को साबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम ‘’वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान’’ चुनी गई है। इसरो के चेयरमेन डॉ.एस. सोमनाथ ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी से ही भारत को शक्तिशाली बनाया जा सकता है। विज्ञान का उद्देश्य  समाज को सुखी एवं समृद्ध बनाना है। भारत ने विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान किया है। परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित विशिष्ट व्यक्तियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किया। विज्ञान भारती के जनरल सेक्रेटरी प्रो. सुधीर एस. भदौरिया ने भी संबोधित किया। इन्सा के ईडी डॉ. अरविन्द रानाडे ने आठवें विज्ञान महोत्सव की रिपोर्ट में बताया कि लगभग ढाई लाख आम लोगों ने साइंस एक्सपो का अवलोकन किया। आठवें आयोजन में एक साथ 1484 बच्चों ने एक साथ एग्रोरोबोट असेम्बल कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया।  

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Kolar News 25 January 2023

"हिग्ज बोसोन" कण की खोज में विश्व के वैज्ञानिकों की टीम में भारत की भागीदारी बड़ी उपलब्धि है। वास्तव में भारत के महान वैज्ञानिक सत्येन्द्र नाथ बोस के योगदान को और आगे बढ़ाया गया है। ये विचार है विज्ञान महोत्सव में जिनेवा स्थित सर्न प्रयोगशाला की वरिष्ठ वैज्ञानिक और सीनियर एडवाइजर डॉ. अर्चना शर्मा  के।  डॉ. अर्चना शर्मा को हाल ही में इन्दौर में हुए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मानित किया है। वे अकेली भारतीय महिला वैज्ञानिक हैं,जो हिग्ज बोसोन अनुसंधान टीम की सदस्य थीं।  उन्होंने कहा कि विज्ञान उत्सव आम लोगों को विज्ञान से जोड़ते हैं। आईआईएसएफ ने इस दिशा में योगदान किया है। विज्ञान और समाज में परस्पर रिश्ता है। विज्ञान को समाज से अलग करके नहीं देखा जा सकता। आज जो यंत्र और मशीनें दिखाई दे रही हैं, दरअसल ये विज्ञान की देन हैं। हम आम आदमी को वैज्ञानिक सफलताओं और उपलब्धियों की जानकारी इस तरह के उत्सव से दे सकते हैं।   डॉ. शर्मा ने बताया कि "हिग्ज बोसोन" कणों की खोज बड़े एक्सपेरीमेंट में हुई है। इसके लिए दो टीमें थीं - ‘एटलस’ और 'सीएमएस'। मैं सीएमएस टीम की सदस्य थी। उन्होंने बताया कि यह अनुसंधान कार्य कोई एक अकेला देश नहीं कर सकता। दुनिया भर के भौतिक विज्ञानी 40 वर्ष से इस खोज में लगातार जुटे हुए थे। डॉ. अर्चना शर्मा ने बताया कि 4 जुलाई 2012 को इस खोज की घोषणा हुई। यह विज्ञान जगत में ऐतिहासिक दिन था। उस क्षण वैज्ञानिकों में बहुत अधिक उल्लास और उत्तेजना थी। यह खोज सालों की मेहनत का नतीजा था। सर्न में एक सेमीनार में इसकी घोषणा की गई, जिसे पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों ने शेयर किया और खुशी जाहिर की।   

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Kolar News 24 January 2023

विसिल की आवाज सुनते ही स्टूडेंट्स ने अपनी-अपनी किट ओपन कर रोबोट तैयार करने का कार्य शुरू किया। यह नजारा था सोमवार सुबह मेनिट परिसर का, जहाँ पहली बार एक साथ 1600 स्टूडेन्ट ने ऐरो रोबोट असेंबल करने का टास्क पूरा कर गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड्स बनाने की दावेदारी पेश की। यह रिकॉर्ड मेकिंग एक्टिविटी 8वें इंडिया इंटरनेशनल फेस्टिवल के तीसरे दिन हुई। रिकॉर्ड मेकिंग एक्टिविटी में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स खासे उत्साहित दिखे। वे सुबह 9.15 बजे ही आयोजन स्थल पर पहुँचना शुरू हो गये थे। बच्चों की हौसला अफजाई के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा मुख्य रूप से उपस्थित हुए। मंत्री सखलेचा ने कहा कि इस तरह के रोबोट को डिजाइन कर चीन के हाँगकाँग का रोबोट मेकिंग में रिकॉर्ड तोड़ा गया है लेकिन मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में भारत के युवा चीन का हर रिकॉर्ड तोड़ कर सशक्त भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे।       रिकॉर्ड एक्टिविटी में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स में खासा उत्साह देखने को मिला। इस दौरान भोपाल के विभिन्न स्कूलों से आये स्टूडेंट्स अपनी किट और स्टेशनरी का समान लेकर फेस्टिवल के मेन डोम में पहुँचे। बच्चों को मेन डोम में एक-एक कर अंदर प्रवेश दिया गया। बच्चे गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के लिए खासे उत्साहित थे और उन्हें संतोष था कि आज वे एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहे हैं। इस दौरान बच्चों ने कार्ड बोर्ड, टायर, स्प्रिंग आदि का उपयोग कर ऐरो रोबोट असेम्बल करने का टास्क मेहनत और डेडिकेशन के साथ पूरा कर चीन के हाँगकाँग का रिकॉर्ड ब्रेक किया।       पहली बार साइंस फेस्टिवल दिसंबर वर्ष 2015 में आईआईटी, नई दिल्ली में हुआ था। इसमें लगभग 2 हजार स्कूली बच्चों ने रसायन विज्ञान में एक साथ प्रयोग कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। दिसंबर वर्ष 2016 में सीएसआईआर-एनपीएल, दिल्ली में 550 स्कूली बच्चों ने एक साथ वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन की ड्रेस में स्वयं को प्रस्तुत कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था। अक्टूबर वर्ष 2017 में तीसरी बार चेन्नई में सम्पन्न साइंस फेस्टिवल में 1049 स्कूली बच्चों ने एक साथ जीव विज्ञान का सबसे बड़ा प्रयोग कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया था। चौथी बार अक्टूबर वर्ष 2018 में लखनऊ में साइंस फेस्टिवल में 550 विद्यार्थियों ने केले से डीएनए मॉलीक्यूल अलग कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया था। पाँचवी बार नवम्बर वर्ष 2019 में कोलकाता में साइंस फेस्टिवल में 1600 से अधिक विद्यार्थियों ने खगोल भौतिकी में स्पेक्ट्रोस्कोप असेम्बल कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया था। सातवाँ साइंस फेस्टिवल दिसंबर वर्ष 2021 में पणजी में हुआ, जिसमें 500 स्कूली बच्चों ने रॉकेट बना कर और उसे सफलता से लांच कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया था।

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Kolar News 24 January 2023

महिलाएँ आत्म-निर्भर बनेंगी, तो प्रदेश एवं देश भी आत्म-निर्भर बनेगा। स्व-सहायता समूहों में संगठित होकर महिलाएँ आत्म-निर्भरता की प्रेरणादायी गाथा लिख रहीं हैं। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह सोमवार को ग्वालियर में महिला स्व-सहायता सम्मेलन-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, उद्यम उन्नयन योजना एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया गया। राज्य मंत्री कुशवाह ने सिंगल क्लिक से विकासखंड मुरार और घाटीगाँव क्षेत्र की स्व-सहायता समूहों से जुड़ी 3 हजार 89 महिलाओं के खाते में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की 4 करोड़ 10 लाख रूपए की राशि अंतरित की। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि परिवार की एक महिला के आत्म-निर्भर होने से पूरा परिवार आत्म-निर्भर हो जाता है। उन्होंने आहवान किया कि स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाएँ खाद्य प्र-संस्करण इकाइयाँ स्थापित करने के लिये आगे आएँ, राज्य सरकार इसके लिये 35 प्रतिशत तक अनुदान देती है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि हाल ही में इंदौर में हुए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए निवेशकों ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में हुए काम की सराहना की। प्रदेश की पहचान फूड बॉस्केट के रूप में स्थापित हुई है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया एवं जापान सहित कई देशों ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान और आगे का युग फूड प्रोसेसिंग का है। ग्वालियर जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश जाटव ने कहा कि प्रदेश सरकार स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने का काम कर रही है। राज्य की महिलाएँ अब घरेलू काम-काज तक ही सीमित नहीं रही हैं।  

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Kolar News 24 January 2023

पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री एवं शहडोल के प्रभारी मंत्री रामखेलावन पटेल ने शनिवार को 5 फरवरी से शुरू होने वाली विकास यात्रा की तैयारियों की शहडोल में समीक्षा की। प्रभारी मंत्री ने कहा कि विकास यात्रा में जन-प्रतिनिधियों सहित जन-सामान्य की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाये। प्रभारी मंत्री पटेल ने कहा कि विकास यात्रा में हर दिन 2 जन-सभाओं का आयोजन होगा। जन-सभाओं में हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। साथ ही शिलान्यास एवं लोकार्पण के कार्यक्रम भी होंगे। कलेक्टर शहडोल वंदना वैद्य ने बैठक में बताया कि जिले में विकास यात्राओं के रूट-चार्ट तैयार कर लिये गये हैं। यात्रा के दौरान स्कूलों एवं आँगनवाड़ी केन्द्रों में स्वच्छता अभियान भी चलेगा। प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित किया जायेगा।     प्रभारी मंत्री पटेल ने सोहागपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत खैरहा की शासकीय भूमि से तत्काल अतिक्रमण हटाये जाने के भी निर्देश दिये। राज्य मंत्री पटेल ने नगर परिषद जयसिंह नगर में पेयजल व्यवस्था में हुई अनियमितता की जाँच के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि वित्तीय अनियमितता करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। प्रभारी मंत्री पटेल ने शहडोल जिले में निर्माणाधीन सड़कों का कार्य नियत समय में पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा किये जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने सड़क मरम्मत कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली। राज्य मंत्री पटेल ने अधिकारियों से कहा कि जिन ग्रामों में खम्बे तो लग गये हैं, लेकिन बिजली के तार अब तक नहीं लग पाये हैं, ऐसे अधूरे कार्यों को खनिज मद से तत्काल पूरा कर बिजली पहुँचाने का कार्य किया जाये। बैठक में महिला वित्त विकास निगम की अध्यक्ष अमिता चपरा ने भी विचार व्यक्त किये।  

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Kolar News 23 January 2023

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने वैज्ञानिकों का आहवान किया है कि वे अपने कौशल और क्षमताओं से परंपरागत कारीगरों के उत्पाद की लागत को कम करने में सहयोग करें और इन उत्पादों का राष्ट्रीय स्तर पर एक डाटाबेस तैयार करें, जिससे हमारी विरासत और समृद्ध हो। मंत्री सखलेचा रविवार को 8वें भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के दूसरे दिन मैनिट में आर्टिजन टेक्नालॉजी के लोकल फॉर वोकल कांफ्रेंस का उद्घाटन कर संबोधित कर रहे थे। सी.एस.आई.आई.आर. की महानिदेशक डॉ.  एन. क्लाइसेल्वी सहित अनेक वैज्ञानिक और देशभर से अपने उत्पाद और नवाचार लेकर आए कलाकर शामिल थे। मंत्री सखलेचा ने कहा कि आज देश आत्म-निर्भर बनने की दिशा में तेजी से कदम बड़ा रहा है और  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन कारीगरों के सपोर्ट में खड़े है। उन्होंने कहा कि कोविड़ काल में और बाद में हमने और पूरी दुनिया ने भारत के वैज्ञानिकों की क्षमता देखी है। उन्होंने कहा कि देश को आत्म-निर्भर बनाने के लिए इन कारीगरों का उत्पादों के लिए तकनीक और प्रौद्योगिकी से सहयोग करना होगा। उन्होंने देश में अनेक उत्पादों जैसे खिलोनें आदि के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किए जाने वाले प्रयास को साझा किया।   मंत्री सखलेचा ने मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, क्लस्टर आधारित इकाइयों आदि पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकारी सपोर्ट के साथ वैज्ञानिकों का सहयोग आवश्यक है। मंत्री सखलेचा ने विभिन्न स्टाल का भ्रमण भी किया और उत्पादों तथा नवाचारों से अवगत हुए। डॉ.  एन. कलैसेल्वी ने कहा कि  इस बार विज्ञान महोत्सव के शुभारंभ से ही मैं इसका हिस्सा हूँ। मध्यप्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने कारीगरों से जुड़ी विभिन्न विधाओं में विज्ञान को जोड़ कर अपनी वैज्ञानिक रूचि का परिचय दिया है। सच पूछा जाये तो विज्ञान उत्सव कारीगरों और शिल्पियों के लिए एक प्रेरक आयोजन है। विज्ञान उत्सव में सीएसआईआर की साथ प्रयोगशालाओं के निदेशक भी आये हैं। विश्वविद्यालयों के शिक्षक भी आये हैं। हमारे बीच केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री आए हैं। इसे केन्द्र-राज्य सम्मेलन कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि विज्ञान उत्सव से विभिन्न विधाओं के कारीगरों और शिल्पियों की जरूरतों को समझने और उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जायेगा।   सीएसआईआर की महानिदेशक डॉ. कलैसेल्वी ने कहा कि कारीगरों को शुरूआत से लेकर अंत तक समस्याओं के समाधान में वैज्ञानिक जानकारियाँ और सहयोग उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि कारीगर बिरादरी प्राकृतिक रंगों और वेस्ट मटेरियल का उपयोग करें। इससे न केवल वेस्ट का सदुपयोग होगा बल्कि पर्यावरण को भी बचाया जा सकेगा। डॉ. कलैसेल्वी ने कहा कि उन्हें यहाँ प्रदर्शनी में लगाये गये स्टॉलों पर युवाओं को देख कर अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि कारीगरों और शिल्पियों के कार्यों को समुचित महत्व देते हुए उसके वैज्ञानिक सत्यापन पर भी ध्यान देने की जरूरत है। कांफ्रेंस को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।  

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Kolar News 23 January 2023

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने कहा है कि जो समाज जितना अधिक संगठित होता है वह उतना ही अधिक मजबूत और विकसित होता है। यह सुनिश्चित है कि एक दिन गोंड समाज अपनी पुरानी प्रतिष्ठा और सम्मान को पुनः प्राप्त करेगा। खाद्य मंत्री सिंह कोलार स्थित गोलगांव में गोंड समाज महासभा की भोपाल इकाई के परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मंत्री  सिंह ने कहा कि भारत वर्ष में गोंड समाज का इतिहास 1400 साल पुराना है। भारत से लेकर हिंद महासागर होते हुए ऑस्ट्रेलिया तक आज भी गोंडवाना लैंड के नाम से जाना जाता है ।कार्यक्रम की शुरुआत समाज के पारंपरिक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नृत्य से हुई। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक रामेश्वर शर्मा एवं जिला अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दमोह तिरुमाला प्रकाश सिंह उइके उपस्थित थे। मंत्री सिंह ने समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं एवं समाज के लिए कार्य करने वाले युवाओं को प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि गोंड राजाओं ने भारत के इतिहास में कई साल शासन किया। इनमें से एक भोपाल की रानी रानी कमलापति थी। उन्होंने कहा कि भोपाल से उड़ीसा, ओरछा से चंद्रपुर, मदन महल, बाड़ी और रामनगर तक गोंड राजाओं के शासनकाल का उल्लेख मिलता है।

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Kolar News 23 January 2023

हाई कोर्ट जस्टिस रोहित आर्या ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश की ई-कोर्ट कमेटी सभी के सहयोग से अच्छा कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि हाई कोर्ट द्वारा लागू किये गये प्रोजेक्ट ई-सर्टिफिकेट कॉपी की प्रशंसा देश में की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के इन्टीग्रेटेड वीडियो सर्विलांस सिस्टम (आईवीसीएस) की भी तारीफ की जा रही है। उन्होंने सभी विभाग प्रमुखों को आमजन को सहज तरीके से न्याय उपलब्ध कराने ई-कोर्ट संबंधी सभी पेंडिंग कार्यों को तत्परता से पूरा करने के निर्देश दिये। जस्टिस आर्या प्रशासन अकादमी में ई-कोर्ट कमेटी के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार फसाहत काजी भी मौजूद रहे। इंटेरोपेरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) की समीक्षा में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि बेहतर इन्वेस्टीगेशन के लिये पुलिस विभाग में अधीनस्थ अधिकारियों को एक हजार टेबलेट दिये गये हैं। साथ ही 26 हजार टेबलेट और प्रदान करने की कार्यवाही चल रही है। एडीजी एससीआरबी चंचल शेखर ने आईसीजेएस सिस्टम को प्रभावी बनाने प्रदेश में किये जा रहे उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार को ई-विवेचना एप के लिये देश में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। ई-चालान और पीओएस मशीन से 27 करोड़ रूपये से अधिक की वसूली की गई है।   जस्टिस आर्या ने समय-समय पर ऑडिट करने और डाटा अपडेट करने के निर्देश दिये। उन्होंने आईसीजेएस सिस्टम को और अधिक पुख्ता बनाने एनआईसी भोपाल के अधिकारियों को पुणे के अधिकारियों से चर्चा करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर राज्य स्तरीय ई-कोर्ट कमेटी की बैठक में लिये गये निर्णयों से उन्हें भी अवगत कराएँ। पुख्ता विवेचना के लिये फॉरेंसिक साइंस लेब की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिये गये। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजौरा ने बताया कि ग्वालियर सहित 4 लेब कार्य कर रही है। रीवा और रतलाम में भी लेब के लिये स्वीकृति मिल गई है। वर्तमान में प्रति माह 600 सेम्पल की जाँच की जा रही है। पहले मात्र 250 की ही जाँच हो पा रही थी। जस्टिस आर्या ने इसे बढ़ा कर 1000 प्रतिमाह तक करने के निर्देश दिये। जस्टिस आर्या ने वित्त विभाग के सचिव को हाई कोर्ट एवं ई-कोर्ट के लिये आवश्यकतानुसार पद स्वीकृति के लिये आवश्यक कार्यवाही तत्परता से करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन के अभाव में ई-कोर्ट कमेटी के निर्देशों के पालन में कठिनाई हो रही है।   जस्टिस आर्या ने एनआईसी को बेहतर विवेचना के लिये सभी संबद्ध विभागों में बेहतर समन्वय के लिये सभी विभागों को एक डेशबोर्ड पर लाने की कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे विवेचना बेहतर होगी और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। उन्होंने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक एमएलसी और पोस्ट-मार्टम की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये कार्यवाही करने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी मेन पावर प्रबंधन के लिये फायनेंस से चर्चा करने को कहा गया। ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा करते हुए प्रदेश की समस्त पंचायतों में ई-सेवा केन्द्र प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये। संचालक पंचायत राज अमरपाल सिंह ने बताया कि प्रदेश की 3 हजार 600 पंचायतों में ई-सेवा केन्द्र शुरू हो चुके हैं। उन्होंने कमेटी को आश्वस्त किया कि अगले 6 माह में शेष पंचायतों में भी ई-सेवा केन्द्र शुरू कर दिये जायेंगे। जस्टिस आर्या ने बताया कि प्रदेश के हाई कोर्ट और दोनों खण्डपीठ में 22 करोड़ और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में 60 करोड़ पेज डिजिटाइज किये गये हैं। उन्होंने प्रमुख सचिव विधि विनोद कुमार द्विवेदी को वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा कर सभी लंबित प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिये। महानिदेशक जेल अरविंद कुमार, डीजी प्रॉसिक्यूशन अन्वेष मंगलम एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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Kolar News 22 January 2023

मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलाजी (मैनिट) में आठवें इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टीवल के शुभारंभ समारोह के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेगा साइंस एंड टैक्नोलॉजी एग्जीबिशन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह और प्रदेश के विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने डिंडोरी की अगरिया जनजाति द्वारा हाथ भट्टी से तैयार किए जाने वाले लौह अयस्क की सराहना की। उन्होंने म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (मेपकॉस्ट) द्वारा लगाई स्टॉल और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि अगरिया जनजाति जंग न लगने वाला लोहा बनाने के लिए प्रसिद्ध है। इनका बनाया लोहा नरम होता है। इसका पुराने समय में गोल आकार की तलवारें बनाने में उपयोग किया जाता था। मुख्यमंत्री ने स्वयं धौंकनी चलाकर पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया को समझा।   स्टॉल पर मौजूद मेपकास्ट के निदेशक ने बताया कि दुनिया भर में लोहे के बाजार पर भारत के वर्चस्व का कारण अगरिया जनजाति की लौह कारीगरी में दक्षता है। यह जनजाति मंडला,बालाघाट और सीधी जिलों में रहती है। अगरिया लोग भट्टी में चारकोल अयस्क को समान मात्रा में मिलाते हैं। धौंकनी की एक जोड़ी द्वारा विस्फोट किया जाता है। बांस की नलियों की जरिये मिश्रण को भट्टी तक पहुँचाया जाता है। जैसे ही धातु मल का प्रवाह बंद हो जाता है। यह माना जाता है कि प्रक्रिया पूरी हो गई है। ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार दिल्ली के प्रसिद्ध लौह स्तम्भ के निर्माण में अगरिया जनजाति की अहम भूमिका रही है। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने अगरिया समाज के लोगों द्वारा लोहा बनाने की परम्परागत वैज्ञानिक विधि का अवलोकन करने के साथ स्वयं धौंकनी को चलाकर भी देखा। मुख्यमंत्री ने अनेक स्टॉल का अवलोकन किया और युवा वैज्ञानिकों तथा स्टार्टअप से जुड़े उद्यमियों से चर्चा की। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने मैनिट में ही स्टार्टअप कांक्लेव का फीता कटकर शुभारंभ किया। उन्होंने नए उत्पादों का लोकार्पण और कांक्लेव की पुस्तिका का भी विमोचन किया।  

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Kolar News 22 January 2023

मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलाजी (मैनिट) में आठवें इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टीवल के शुभारंभ समारोह के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेगा साइंस एंड टैक्नोलॉजी एग्जीबिशन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह और प्रदेश के विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने डिंडोरी की अगरिया जनजाति द्वारा हाथ भट्टी से तैयार किए जाने वाले लौह अयस्क की सराहना की। उन्होंने म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (मेपकॉस्ट) द्वारा लगाई स्टॉल और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि अगरिया जनजाति जंग न लगने वाला लोहा बनाने के लिए प्रसिद्ध है। इनका बनाया लोहा नरम होता है। इसका पुराने समय में गोल आकार की तलवारें बनाने में उपयोग किया जाता था। मुख्यमंत्री ने स्वयं धौंकनी चलाकर पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया को समझा।   स्टॉल पर मौजूद मेपकास्ट के निदेशक ने बताया कि दुनिया भर में लोहे के बाजार पर भारत के वर्चस्व का कारण अगरिया जनजाति की लौह कारीगरी में दक्षता है। यह जनजाति मंडला,बालाघाट और सीधी जिलों में रहती है। अगरिया लोग भट्टी में चारकोल अयस्क को समान मात्रा में मिलाते हैं। धौंकनी की एक जोड़ी द्वारा विस्फोट किया जाता है। बांस की नलियों की जरिये मिश्रण को भट्टी तक पहुँचाया जाता है। जैसे ही धातु मल का प्रवाह बंद हो जाता है। यह माना जाता है कि प्रक्रिया पूरी हो गई है। ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार दिल्ली के प्रसिद्ध लौह स्तम्भ के निर्माण में अगरिया जनजाति की अहम भूमिका रही है। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने अगरिया समाज के लोगों द्वारा लोहा बनाने की परम्परागत वैज्ञानिक विधि का अवलोकन करने के साथ स्वयं धौंकनी को चलाकर भी देखा। मुख्यमंत्री ने अनेक स्टॉल का अवलोकन किया और युवा वैज्ञानिकों तथा स्टार्टअप से जुड़े उद्यमियों से चर्चा की। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने मैनिट में ही स्टार्टअप कांक्लेव का फीता कटकर शुभारंभ किया। उन्होंने नए उत्पादों का लोकार्पण और कांक्लेव की पुस्तिका का भी विमोचन किया।  

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Kolar News 22 January 2023

जनजातीय कार्य विभाग ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में 21 से 24 जनवरी चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2022 में विभागीय प्रदर्शनी लगाई है। शिक्षा के क्षेत्र में अपने बढ़ते कदमों को दर्शाते हुए किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों और योजनाओं को प्रदर्शित किया गया। विभाग की मध्यप्रदेश स्पेशल एंड रेसीडेंशियल एकेडमिक सोसायटी (एमपी-सरस) द्वारा प्रदेश के जनजातीय जिलों में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को दिखाया गया है।  जनजातीय विभाग की प्रदर्शनी के शिक्षा के क्षेत्र में विभाग की अभूतपूर्व और महत्वकांक्षी सीएम राइज स्कूल योजना को भी इस प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। इसमें प्रदेश के जनजातीय जिलों में निर्मित होने वाले विभागीय 95 सीएम राइज स्कूल के चुनिंदा कॉन्सेप्ट प्लान, बिल्डिंग का एरियर व्यू, प्री-नर्सरी व सीनियर क्लासरूम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स की पैनल प्रदर्शनी लगाई गई है। आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्था द्वारा प्रकाशित शोध पुस्तकें, फोटो संग्रह और कॉफी टेबल बुक्स की भी प्रदर्शनी लगाई गई है। विभाग की छात्रवृत्ति, निशुल्क कोचिंग, रोजगार कौशल, छात्रावास/ आश्रम और विशिष्ट आवासीय विद्यालयों से संबंधित योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई हैं। बावड़िया कला भोपाल स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा तैयार विज्ञान मॉडल भी प्रदर्शित किए गए हैं। इन विद्यार्थियों ने फेस्टिवल में लगी अन्य प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।

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Kolar News 22 January 2023

राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बताया है कि 20 जनवरी को 19 नगरीय निकायों में रात्रि 7 बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 67.9 प्रतिशत मतदान हुआ है। इनमें से 69.2 प्रतिशत पुरूष और 66.6 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। साथ ही 11.1 प्रतिशत अन्य मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। मतगणना तथा निर्वाचन परिणामों की घोषणा 23 जनवरी को सुबह 9 बजे से की जाएगी। सचिव राज्य निर्वाचन आयोग राकेश सिंह ने बताया है कि गुना जिले की नगर पालिका परिषद राघौगढ़-विजयपुर में 77 प्रतिशत पुरूष और 73 प्रतिशत महिला मतदाता, बड़वानी जिले की बड़वानी में 71 प्रतिशत पुरूष और 66 प्रतिशत महिला मतदाता, सेंधवा में 68 प्रतिशत पुरूष और 63 प्रतिशत महिला मतदाता, धार जिले की धार में 65 प्रतिशत पुरूष और 62 प्रतिशत महिला मतदाता, मनावर में 70 प्रतिशत पुरूष और 63 प्रतिशत महिला मतदाता एवं पीथमपुर में 58 प्रतिशत पुरूष और 61 प्रतिशत महिला मतदाता ने मताधिकार का प्रयोग किया।   इसी तरह अनूपपुर जिले की नगर परिषद जैतहरी में 82 प्रतिशत पुरूष और 78 प्रतिशत महिला मतदाता, खण्डवा जिले की ओंकारेश्वर में 66 प्रतिशत पुरूष और 65 प्रतिशत महिला मतदाता, बड़वानी जिले की खेतिया में 76 प्रतिशत पुरूष और 72 प्रतिशत महिला मतदाता, पानसेमल में 75 प्रतिशत पुरूष और 69 प्रतिशत महिला मतदाता, पलसूद में 79 प्रतिशत पुरूष और 75 प्रतिशत महिला मतदाता, राजपुर में 83 प्रतिशत पुरूष और 76 प्रतिशत महिला मतदाता, अंजड़ में 78 प्रतिशत पुरूष और 73 प्रतिशत महिला मतदाता और धार जिले की नगर परिषद धरमपुरी में 71 प्रतिशत पुरूष और 65 प्रतिशत महिला मतदाता, धामनोद में 70 प्रतिशत पुरूष और 65 प्रतिशत महिला मतदाता, कुक्षी में 72 प्रतिशत पुरूष और 68 प्रतिशत महिला मतदाता, राजगढ़ में 71 प्रतिशत पुरूष और 75 प्रतिशत महिला मतदाता, सरदारपुर में 75 प्रतिशत पुरूष और 76 प्रतिशत महिला मतदाता और डही में 76 प्रतिशत पुरूष और 73 प्रतिशत महिला मतदाता ने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के दौरान ईव्हीएम की 5 कंट्रोल यूनिट और 6 बैलेट यूनिट बदली गईं। इन नगरीय निकायों में 343 वार्ड और 720 मतदान केन्द्र थे। कुल मतदाता 5 लाख 7 हजार 308 हैं। इनमें से पुरूष मतदाता 2 लाख 60 हजार 301, महिला मतदाता 2 लाख 46 हजार 969 और 38 अन्य मतदाता हैं। 1144 अभ्यर्थी है चुनाव मैदान में 20 जनवरी को हुए मतदान में कुल 1144 अभ्यर्थी पार्षद पद के लिए चुनाव मैदान में हैं।  

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Kolar News 21 January 2023

भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में प्रमुख घटक के रूप में इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया का आयोजन भी 21 से 23 जनवरी तक भोपाल में होगा। इस अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्मोत्सव में 59 देशों से विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर आधारित कुल 437 फिल्म प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। आईएसएफएफआई के समन्वयक और विज्ञान प्रसार के वरिष्ठ वैज्ञानिक  निमिष कपूर ने बताया है कि “विज्ञान फिल्मोत्सव के अंतर्गत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शोध तथा विकास से जुड़े विविध विषयों पर चार श्रेणियों में फिल्म प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं। प्राप्त 437 प्रविष्टियों में से 61 भारतीय और 33 विदेशी फिल्मों को समारोह के लिए नामांकित किया गया है। भारत, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, रूस, कनाडा, इज़राइल, फिलीपींस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों की पुरस्कृत विज्ञान फिल्मों की विशेष स्क्रीनिंग फिल्मोत्सव में की जाएगी। फिल्म महोत्सव में किसी प्रकार का शुल्क नहीं रखा गया है।  इन फिल्मों की स्क्रीनिंग में बच्चों और छात्रों समेत हर आयु वर्ग के लोग आकर फिल्में  देख सकते हैं। विज्ञान फिल्म महोत्सव का आयोजन पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज भोपाल में किया जा रहा है।    आईएसएफएफआई के लिए नामांकित फिल्मों का चयन विशिष्ट निर्णायक मंडल द्वारा किया गया है। विज्ञान कथा, विज्ञान वृत्तचित्र, एनिमेशन, लघु फिल्म और सूचनात्मक विज्ञान वीडियो के रूप में प्रतिभागियों से गत 25 दिसंबर तक फिल्म प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं। आईएसएफएफआई की श्रेणियों में स्थायी विकास के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार; जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार; बेहतर जीवन के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार; और एक गैर-प्रतिस्पर्धी श्रेणी शामिल है। फिल्म महोत्सव में विज्ञान फिल्मों के अवलोकन के साथ-साथ दर्शकों को फिल्मकारों से मिलने का अवसर भी मिल सकता है।  विज्ञान फिल्मोत्सव की तीन प्रतियोगी श्रेणियों के अंतर्गत चुनी गई उत्कृष्ट विज्ञान फिल्मों के लिए 11 पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे। विज्ञान फिल्म महोत्सव वैज्ञानिक चेतना, तार्किकता एवं विश्लेषणात्मक सोच को आकार देने में भूमिका निभाता है। दूसरी ओर, फिल्म जैसे लोकप्रिय माध्यम द्वारा यह महोत्सव उत्साही छात्रों और फिल्मकारों को विज्ञान से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करता है।  

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Kolar News 21 January 2023

गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल मंदसौर में आने वाले पर्यटकों को एक अनूठा ग्लैंपिंग और एडवेंचर एक्टिविटीज का अनुभव देने के लिए पांच दिवसीय फ्लोटिंग फेस्टिवल 1 फरवरी 2023 से है। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि यह अद्वितीय और अपनी तरह का पहला फ्लोटिंग फेस्टिवल है जिसमे लैंड, एयर और वाटर बेस्ड एडवेंचर एक्टिविटीज रहेगी। महोत्सव 5 फरवरी तक चलेगा। उसके बाद 3 माह तक पर्यटकों के लिए टेंट सिटी (ग्लैंपिंग) और 6 माह तक एडवेंचर एक्टिविटीज जारी रहेगी। पर्यटकों के रिस्पॉन्स पर इसे बढ़ाया जा सकेगा।   गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल प्रकृति प्रेमियों और साहसी लोगों के लिए एक शानदार त्यौहार है, जो उन्हें शहर की हलचल से दूर प्राकृतिक परिवेश में ले जाता है। फ्लोटिंग फेस्टिवल में फ्लोटिंग स्टेज, फ्लोटिंग मार्केट, बोट स्पा, बोट सफारी, लाइव संगीत और भी बहुत कुछ होगा। इसके अलावा, गांधीसागर जलाशय के पास कई रोमांचक साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल में एडवेंचर के शौकीनों के साथ-साथ प्रकृति प्रेमियों को भी माँ प्रकृति की गोद में ग्लेमिंग का अनुभव मिलेगा। प्रत्येक लक्जरी टेंट को प्रीमियम सुविधाओं, मनोरम स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों, इंडोर स्पोर्ट्स सम्मेलन सुविधाओं के साथ आरामदायक प्रवास सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है। प्रकृति आधारित शिल्प के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए, क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी। यह पर्यावरण के अनुकूल शिल्प कौशल के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है।   "गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और रोजगार की नई संभावनाएँ पैदा करने के लिए शुरुआती 10 साल की पहल है। इस परियोजना के साथ, हमारा उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को आकर्षित करना है, जिससे उन्हें मध्यप्रदेश के विभिन्न आकर्षण का अनुभव करने का मौका मिलेगा। हम राज्य के भीतर कई गंतव्यों की खोज कर रहे हैं, जिनमें सफल पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित होने की क्षमता है और इस दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।  

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Kolar News 21 January 2023

गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल मंदसौर में आने वाले पर्यटकों को एक अनूठा ग्लैंपिंग और एडवेंचर एक्टिविटीज का अनुभव देने के लिए पांच दिवसीय फ्लोटिंग फेस्टिवल 1 फरवरी 2023 से है। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि यह अद्वितीय और अपनी तरह का पहला फ्लोटिंग फेस्टिवल है जिसमे लैंड, एयर और वाटर बेस्ड एडवेंचर एक्टिविटीज रहेगी। महोत्सव 5 फरवरी तक चलेगा। उसके बाद 3 माह तक पर्यटकों के लिए टेंट सिटी (ग्लैंपिंग) और 6 माह तक एडवेंचर एक्टिविटीज जारी रहेगी। पर्यटकों के रिस्पॉन्स पर इसे बढ़ाया जा सकेगा।   गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल प्रकृति प्रेमियों और साहसी लोगों के लिए एक शानदार त्यौहार है, जो उन्हें शहर की हलचल से दूर प्राकृतिक परिवेश में ले जाता है। फ्लोटिंग फेस्टिवल में फ्लोटिंग स्टेज, फ्लोटिंग मार्केट, बोट स्पा, बोट सफारी, लाइव संगीत और भी बहुत कुछ होगा। इसके अलावा, गांधीसागर जलाशय के पास कई रोमांचक साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल में एडवेंचर के शौकीनों के साथ-साथ प्रकृति प्रेमियों को भी माँ प्रकृति की गोद में ग्लेमिंग का अनुभव मिलेगा। प्रत्येक लक्जरी टेंट को प्रीमियम सुविधाओं, मनोरम स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों, इंडोर स्पोर्ट्स सम्मेलन सुविधाओं के साथ आरामदायक प्रवास सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है। प्रकृति आधारित शिल्प के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए, क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी। यह पर्यावरण के अनुकूल शिल्प कौशल के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है।   "गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और रोजगार की नई संभावनाएँ पैदा करने के लिए शुरुआती 10 साल की पहल है। इस परियोजना के साथ, हमारा उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को आकर्षित करना है, जिससे उन्हें मध्यप्रदेश के विभिन्न आकर्षण का अनुभव करने का मौका मिलेगा। हम राज्य के भीतर कई गंतव्यों की खोज कर रहे हैं, जिनमें सफल पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित होने की क्षमता है और इस दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।  

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Kolar News 21 January 2023

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि मध्यप्रदेश द्वारा 6 लाख से अधिक पथ विक्रेताओं को पीएम स्वनिधि योजना से स्व-रोजगार, स्व-रोजगार से स्वाबलंबन एवं स्वाबलंबन से स्वाभिमान के पथ पर अग्रसर किया गया है। मध्यप्रदेश योजना में प्रथम और द्वितीय चरण के क्रियान्वयन में देश में प्रथम है। मंत्री सिंह ने बताया है कि पीएम स्वनिधि योजना के तीनों चरणों में अभी तक 7 लाख 8 हजार 255 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं। इनमें से 6 लाख 47 हजार 951 हितग्राहियों बैंकों द्वारा ऋण वितरित किये जा चुके हैं। केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा योजना प्रथम चरण में प्रदेश को 5 लाख 20 हजार पथ विक्रेताओं को 31 मार्च 2023 तक लाभ देने का लक्ष्य दिया गया था। नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष की समाप्ति 31 मार्च के ढ़ाई माह पूर्व जनवरी में ही लक्ष्य को प्राप्त करते हुए 5 लाख 20 हजार 187 पथ विक्रेताओं को 10-10 हज़ार रूपये की ब्याज मुक्त कार्यशील ऋण पूँजी प्रदान कर दी गयी है। यह राशि शहरी क्षेत्र के पथ विक्रेताओ को DBT के माध्यम से बैंक खाते में अंतरित की गयी है।   योजना के द्वितीय चरण में बैंकों द्वारा एक लाख 57 हजार 158 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं। इनमें से 1 लाख 23 हजार 261 आवेदकों को 20-20 हजार रूपये उनके बैंक खातों में अंतरित किये जा चुके हैं। तृतीय चरण में बैंकों द्वारा 5 हजार 281 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं। इनमें से 4 हजार 503 आवेदकों को 50-50 हजार रूपये ब्याज मुक्त ऋण उनके बैंक खातों में जमा करवा दी गई है। योजना में तीन चरणों में क्रमश: 10 हज़ार रूपये, 20 हज़ार रूपये और 50 हज़ार रूपये की ब्याज मुक्त कार्यशील ऋण पूँजी दी जा रही है। प्रदेश के पथ विक्रेताओं के मध्य डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा लगभग 3 करोड़ 50 लाख रूपये का कैशबैक भी किया गया है।

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Kolar News 20 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निवास कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य सुरक्षा में सहयोगी पुस्तक "वेलोपेथी-माय नेचुरल हीलर" का विमोचन किया। पुस्तक लेखक रतलाम के नेचुरोपैथी थेरेपिस्ट डॉ. संतोष गुप्ता सहित उनके परिवार के सदस्य शिवकुमार गुप्ता, श्यामदास गुप्ता, सुभाष गुप्ता, रामबाई गुप्ता, सुश्री कल्पना गुप्ता तथा यश गुप्ता उपस्थित थे। पुस्तक "वेलोपेथी" का मुख्य उद्देश्य आधुनिक जीवन-शैली के साथ समाज को स्वास्थ्य सुरक्षा की ओर अग्रसर करना है। प्रयास यह है कि मॉडर्न मेडिसिन का प्रयोग किए बिना व्यक्ति अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा में आत्म-निर्भर बन सके। सात अध्यायों में विभाजित पुस्तक में जीवन-शैली के तीन आयाम फूड, उठने-बैठने के तरीके और माइंड पर जानकारी दी गई है। पुस्तक में वेलोपेथी के सिद्धांत, शरीर के नियम, बीमारियाँ और उनसे सुरक्षा, आहार एवं पोषण के सिद्धांत, कोलेस्ट्रोल नियंत्रण, एलर्जिक फूड और जीवन-शैली पर चित्रों तथा सरल भाषा में मार्गदर्शन उपलब्ध कराया गया है।

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Kolar News 20 January 2023

वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि गृहस्थी की सामग्री के साथ खुशी से बेटियों के हाथ पीले कर विदा किया जा रहा है। इससे नव-दम्पत्ति अपने जीवन की शानदार नई शुरूआत कर सकेंगे। मंत्री डॉ. शाह खण्डवा जिले के खालवा जनपद में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 625 जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की बेटियों के हाथ पीले करने के लिए जो सौगातें दी हैं, वह ऐतिहासिक है और इसका अनुशरण अन्य प्रदेश भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की यह सोच है कि बेटियों के हाथ पीले करने में माता-पिता को कर्ज न लेना पड़े, इसके लिए योजना में प्रत्येक बेटी के विवाह के लिये 55 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है। वन मंत्री डॉ.शाह ने नव-दम्पत्ति को कलर टी.व्ही., कुर्सी, टेबिल, स्टील की अलमारी, विस्तर, पलंग, दुल्हन के कपड़े, प्रेशर-कुकर, दीवाल घड़ी, 140 ग्राम चांदी, गृहस्थी के 5 बर्तन के साथ 11 हजार रूपए के चेक वितरित किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता बैतूल सांसद डी.डी.उइके ने की।

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Kolar News 20 January 2023

लघु वनोपज प्र-संस्करण अनुसंधान केन्द्र बरखेड़ा पठानी भोपाल में मेघालय से आए प्रतिभागियों की 7 दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ सीईओ डॉ. दिलीप कुमार ने किया। उद्यमिता से संबंधित प्रशिक्षण कार्यशाला में कौशल विकास और हर्बल आयुर्वेदिक औषधियों से उद्यमिता विकास के महत्व को प्रोत्साहन देने के गुर सिखाये जायेंगे। कार्यशाला में 18 प्रतिभागी उद्यमिता का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। डॉ. दिलीप कुमार ने बताया कि कौशल विकास और प्रदेश में उपलब्ध हर्बल संसाधनों का उपयोग कर आय के स्त्रोत बढ़ाने के लिए प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। सीईओ डॉ. दिलीप कुमार ने प्रतिभागियों को मध्यप्रदेश में उपलब्ध जैव-विविधता और मेघालय राज्य में उपलब्ध जैव-विविधता में उपयोगिता, कौशल विकास और उद्यमिता के जरिए स्वयं का राज्य के विकास में महती भूमिका की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यशाला में रोजाना तकनीकी और प्रायोगिक सत्र होंगे। इसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उत्पादन, गुणवत्ता परीक्षण, औषधि निर्माण आदि विषयों पर गहन चर्चा होगी।

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Kolar News 19 January 2023

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू भोपाल में एक वयस्क मादा तेन्दुआ को वन्य प्राणी रेस्क्यू स्क्वाड सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद के मटकुली की झिरिया बीट के कक्ष क्रमांक 431 से रेस्क्यू कर लाया गया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) जे.एस. चौहान ने बताया कि मटकुली वन परिक्षेत्र के गश्ती दल को मंगलवार 17 जनवरी को झिरिया बीट में विद्युत लाईन के पास घायल तेन्दुए के दिखाई देने पर त्वरित कार्यवाही की गई। उसका रेस्क्यू किया गया। यह मादा तेन्दुआ के गंभीर रूप से घायल होने और चल फिर सकने में असमर्थ होने पर वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस मादा तेन्दुए के इलाज पर निगरानी रखी जा रही है।  

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Kolar News 19 January 2023

विज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिये जोश, जुनून और उत्साह का माहौल गुरुवार सुबह टीटी नगर स्टेडियम में देखने को मिला। मौका था रन फॉर साइंस मैराथन का। मैराथन का उद्देश्य 8वें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव से लोगों को जोड़ना था। शहर के विभिन्न स्कूल एवं कॉलेजों के 1500 से अधिक छात्र-छात्राएँ  शामिल हुए। लगभग साढ़े तीन किलोमीटर की इस मैराथन का फ्लैग ऑफ प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निकुंज श्रीवास्तव ने टीटी नगर स्टेडियम से किया।  मैराथन माता मंदिर, टीटी नगर स्टेडियम से होते हुए मेनिट कैंपस स्थित एनआरसी भवन पर पूर्ण हुई। इस दौरान प्रतिभागियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री  प्रवीण रामदास, समाजसेवी हेमंत मुक्तिबोध, इन्सा के कार्यकारी निदेशक अरविंद रनाडे, कार्यकारी निदेशक आरसीबी फरीदाबाद सुधांशु व्रती, मेपकास्ट के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी और मेनिट के एक्टिंग निदेशक जी. दीक्षित मुख्य रूप से उपस्थित रहे।     मैराथन में हिस्सा लेने पहुँचे प्रतिभागियों का उत्साह देखते ही बनता था। कड़ाके की ठंडी हवा होने के बावजूद भी हर उम्र के लोग मैराथन में हिस्सा लेने पहुँचे। इस दौरान प्रतिभागी विज्ञान की प्रगति, जीवन में इसके लाभ और विज्ञान के प्रचार-प्रसार से जुड़े बैनर और फ्लैग अपने हाथ में लिये हुए थे। बैनर पर विज्ञान मानवता के लिये सुंदर उपहार हैं, हमें इसे विकृत नहीं करना चाहिये। द साइंस ऑफ टुडे इज - द टेक्नोलॉजी ऑफ टूमारो। विकास की बात विज्ञान के साथ कुछ हम करे, कुछ आप। जन-जन को विज्ञान समझाना अंधविश्वास एवं कुरीति हटाना ,जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। साथ ही प्रतिभागियों ने जय जवान-जय किसान, जय विज्ञान के नारे भी लगाये।   इन्सा के कार्यकारी निदेशक अरविंद रनाडे ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमारे जीवन को आसान बनाया है। आवश्यक है कि हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सही दिशा में करें। विज्ञान महोत्सव का संदेश मध्यप्रदेश के भोपाल से देश के कोने-कोने तक पहुँचाने में जनसमुदाय की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा विज्ञान महोत्सव जैसे सफल आयोजनों से ही भारत विश्व में एक नॉलेज सेंटर के रूप में स्थापित हो सकेगा। कार्यक्रम में उपस्थित विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रवीण रामदास ने कहा कि रन फॉर साइंस मैराथन में शामिल सैकड़ों प्रतिभागियों की उत्सुकता इस बात का परिणाम है कि मध्यप्रदेश में विज्ञान महोत्सव ऐतिहासिक सफलता के शिखर को छुएगा। प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी  निकुंज श्रीवास्तव ने कहा कि आठवें विज्ञान महोत्सव का आयोजन मध्यप्रदेश और भोपाल में होना प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि आशा है कि यह आयोजन बच्चों के भविष्य को विज्ञान की दिशा में एक नई ऊँचाईयाँ देने में सफल होगा। इस आयोजन को लेकर शहर में सकारात्मक वातावरण है। इससे अधिक से अधिक स्कूली और कॉलेज स्टूडेंट्स को जुड़ना चाहिए। महानिदेशक मेपकास्ट डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव से जुड़ी समस्त जिम्मेदारियों का दायित्व सफलतापूर्वक निर्वहन कर लिया गया है।   

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Kolar News 19 January 2023

पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि गौरव दिवस अपने क्षेत्र की संस्कृति, परम्परा और विरासत के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक अच्छा माध्यम है। प्रदेश में नगरों एवं ग्रामों का गौरव दिवस मनाया जाना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसनीय पहल है। राज्य मंत्री पटेल सोमवार को सतना जिले के रामनगर में गौरव दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि रामनगर का प्रत्येक नागरिक संकल्प लेकर नगर को स्वच्छ बनाने में सहयोग करेगा, तभी हम प्रदेश में अपनी विशिष्ट पहचान बना सकेंगे। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि विकास के कार्य तभी सफल होते हैं, जब इनमें अधिक से अधिक जन-भागीदारी सुनिश्चित की जाये। राज्य मंत्री पटेल ने इस मौके पर 8 करोड़ 18 लाख रूपये लागत के शॉपिंग कॉम्पलेक्स और करीब 25 लाख रूपये लागत के संजीवनी क्लीनिक भवन निर्माण का भूमि-पूजन भी किया।

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Kolar News 18 January 2023

मैं यह वादा करता हूँ कि आपके कल्याण के लिये जो बन सकेगा, उसमें कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। सभी नगरीय निकायों में आउटसोर्स व्यवस्था को समाप्त करेंगे। जल्द ही इसके आदेश जारी किये जायेंगे। सफाई कामगारों के 18 सूत्रीय मांग-पत्र पर विचार के लिये प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी में संगठन के तीन प्रतिनिधि शामिल होंगे। कमेटी एक माह में रिपोर्ट देगी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री  भूपेन्द्र सिंह रवीन्द्र भवन में मध्यप्रदेश सफाई कामगार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मंत्री सिंह ने कहा कि स्वच्छता मित्रों को हर माह समय पर वेतन दिलाने की व्यवस्था की जाएगी। भोपाल नगर निगम के चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि जल्द जारी की जाएगी। अनुकम्पा नियुक्ति देने के संबंध में भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर संभव मांगों को पूरा किया जाएगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री सिंह ने कहा कि आपका योगदान अमूल्य है। कोरोना काल में सफाई कामगारों द्वारा किये गये कार्यों की जितनी भी सराहना की जाएँ वह कम है। आप सभी के चरणों में मैं प्रणाम करता हूँ। आपके हितों की चिंता करना हमारी और राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी के बाद स्वच्छता मित्रों का सम्मान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। गाँधी जी ने कहा था कि आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण स्वच्छता है। गाँधी जी के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ही स्वच्छता को इतना महत्व दिया और स्वच्छता मिशन की शुरूआत की, जो अब अभियान बन चुका है। हमारी संस्कृति में भी स्वच्छता को लक्ष्मी से जोड़ा गया है।   नगरीय विकास एवं आवास मंत्री सिंह ने कहा कि देश में सेना और स्वच्छता मित्रों का योगदान महत्वपूर्ण है। सेना का रक्षा में और स्वच्छता मित्रों का स्वच्छता में। सैनिक वेतन के लिये नहीं वतन के लिये कार्य करता है और इसी तरह स्वच्छता मित्र भी शहर के लिये कार्य करता है। इनके कार्य देश और समाज के लिये अनुकरणीय है। मंत्री सिंह ने कहा कि सफाई कामगारों की दुर्घटना बीमा की राशि 2 लाख से बढ़ा कर 5 लाख रूपये कर दी गई है। वर्ष 2024 तक मशीनों से सफाई का कार्य विभिन्न शहरों में शुरू करने का लक्ष्य है। सफाई कर्मचारियों को मशीने उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे सफाई कामगारों को काम सहूलियत होगी। नगरपालिक निगम भोपाल की महापौर मालती राय ने कहा कि प्रदेश पूरे देश में स्वच्छता में नम्बर-1 सिर्फ आप लोगों के कारण आया है। उन्होंने कहा कि भोपाल नगर निगम में ठेके पर सफाई नहीं करवाई जाएगी। सफाई कामगारों को समय पर वेतन दिलाया जाएगा। राय ने कहा कि कड़कडाती ठण्ड में भी आप काम करते है, आपकी पीड़ा को मैं समझती हूँ। अखिल भारतीय सफाई मजदूर ट्रेड यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मगन झांझोट ने सफाई कामगारों के संबंध में विभिन्न मांगे रखी। उन्होंने नगरीय विकास एवं आवास मंत्री को 18 सूत्रीय मांग-पत्र भी सौंपा। कार्यक्रम में संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने भी विचार व्यक्त किये। इस दौरान नगरपालिक निगम भोपाल के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, अध्यक्ष नगरपालिक निगम सागर वृंदावन अहिरवार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 18 January 2023

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिये गये मंत्र “वन अर्थ, वन फेमिली, वन फ्यूचर’’ को दृष्टिगत रखते हुए भोपाल में जी-20 के दो दिवसीय विशेष थिंक-20 इवेंट “पर्यावरण सम्मत जीवन शैली-नैतिक मूल्य तथा सुमंगलम युक्त वैश्विक सुशासन’’ का आज समापन हुआ। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व राजदूत एवं चेयरमेन रिसर्च एडवाइजरी कॉउंसिल ऑफ आरआईएस (इण्डिया) एस.टी. देवारे ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले विशेष थिंक-20 इवेंट की भोपाल में बेहतरीन शुरूआत हुई है। मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि सफलता वही है, जिसमें आनंद की प्राप्ति होती है। सफलता शब्द को डिक्शनरी में रि-डिजाइन करने की जरूरत है। समापन समारोह में लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव भी उपस्थित रहे। महानिदेशक, रिसर्च एण्ड इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज (आरआईएस) और वाइस चेयरमेन अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ गुड गवर्नेंस एण्ड पॉलिसी एनॉलिसिस प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कॉन्फ्रेंस रिपोर्ट का प्रेजेंटेशन दिया। नीदरलैण्ड के राजदूत मॉर्टिन वेन डेन बर्ग, भारत में विकास निगम के प्रमुख और जर्मन दूतावास में मंत्री उवे गेहलेन, बांग्लादेश के सेंटर फॉर पॉलिसी डॉयलाग (सीपीडी) की डिस्टिंग्विश्ड फेलो डॉ. देबाप्रिया भट्टाचार्य, थिंक-20 इण्डिया की टॉस्क फोर्स 6 के अध्यक्ष और विजिटिंग फेलो आरआईएस, नई दिल्ली जी.ए. टडास और केन्द्रीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव संदीप चक्रवर्ती ने भी संबोधित किया।   पूर्व राजदूत देवारे ने कहा कि भोपाल में हुई थिंक-20 इवेंट शैक्षिक और प्रेरणादायी रही। इसमें जी-20 देशों के ख्यातनाम अर्थशास्त्री, नीति निर्माता और चिंतक शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हमें सभी की खुशहाली के लिये मानव केन्द्रित पहलुओं पर जोर देना चाहिये। थिंक-20 में जीवन मूल्य और सुशासन की बेहतरी पर चर्चा हुई। नवाचार, सुझाव और उपयोगी अनुशंसाएँ की गई हैं। भारत में सदियों से जीवन मूल्यों को समृद्ध करने वाली संस्कृति के साथ स्वास्थ्य के लिये आयुर्वेद और योग मौजूद है। मुख्य सचिव बैंस ने कहा कि यहाँ मौजूद बुद्धिजीवी सभी की खुशहाली के लिये दो दिन से चर्चा कर रहे हैं। निश्चित ही इस इवेंट की अनुशंसाएँ जी-20 के लिये महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि जी-20 के लिये थिंक-20 की शुरूआत के लिये भोपाल बहुत ही मुफीद स्थान है। यहाँ पर रामसर लेक साइट, चारों ओर हरियाली और देश की ह्रदय स्थली भोपाल के दिल में नेशनल पार्क की मौजूदगी इसे सही साबित करती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश प्रसन्न है कि हमें आपकी मेहमाननवाजी का सौभाग्य मिला।   वाइस चेयरमेन एआईजीजीपीए और मध्यप्रदेश राज्य नीति आयोग प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कॉन्फ्रेंस रिपोर्ट के प्रेजेंटेशन में बताया कि दो दिवसीय इवेंट में 80 स्कॉलर्स ने अपने शोध साझा किये। रिपोर्ट को भोपाल डिक्लेरेशन के नाम से जाना जायेगा। इसमें समावेशी विकास मॉडल की बात कही गई है। इसमें ‘वन अर्थ-वन फेमिली’ के साथ सतत विकास, सामाजिक, वित्तीय, स्वास्थ्य, बाल विकास, महिलाओं के नेतृत्व में विकास, जलवायु परिवर्तन, त्रि-पक्षीय सहयोग पर जोर दिया गया है। बच्चों के भविष्य की चिंता की गई है। सभी के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये जीवन मूल्यों की ओर लौटने की बात कही गई है। पर्यावरण के साथ जीवन-शैली को जोड़ने की बात कही गई है। वैश्विक स्तर पर मौजूद संस्थाओं का सभी के लिये समन्वित सहयोग के लिये परिवर्तन की आवश्यकता की अनुशंसा की गई है। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वैश्विक खुशहाली के लिये दक्षिण एशिया और दक्षिण अफ्रीकी देशों को साथ में लेना होगा।   नीदरलैण्ड के राजदूत मॉर्टिन वेन डेन बर्ग ने कहा कि थिंक-20 इवेंट ने हमें अवसर दिया है कि हम जी-20 को बेहतर ऑयडिया डिलीवर करें। जी-20 के लिये यह इवेंट बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है। हमारी संयुक्त रूप से जिम्मेदारी है कि हम सिस्टम के साथ रह कर सिस्टम को बदलने का कार्य करें। अपनी आवाज को सशक्त बनायें। वन ड्रीम, वन डायमेंशन, वन फ्यूचर, वन फेमिली एण्ड वन अर्थ की ओर हमें आगे बढ़ना है। जर्मन दूतावास भारत में मंत्री उबे गेहलेन ने कहा कि आम जनता के पैसे का उपयोग बेहतर तरीके से होना चाहिये। हमें देखना होगा कि फायनेंस का फ्लो सही दिशा में हो। समाज की सहभागिता और समग्रता, जनता की ताकत को कभी भी नहीं भूलना चाहिये। संसार में अभी भी गरीबी और भुखमरी मौजूद है। बांग्लादेश के सेंटर फॉर पॉलिसी डायलॉग के डिस्टिंग्विश फेलो डॉ. भट्टाचार्य ने कहा कि वैश्विक स्तर पर समस्याओं का हल ढूंढने के लिये फ्रेमवर्क तैयार करना जरूरी है। उन्होंने जी-20 की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका कोई आल्टरनेटिव नहीं है। उन्होंने कहा कि सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमें किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना है। सबको साथ लेकर चलना है।   भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव संदीप चक्रवर्ती ने कहा कि लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये हम साउथ अफ्रीका में मिलेट प्रोजेक्ट, फॉरेस्ट और लाइफ मेनेजमेंट के कार्यक्रम चला रहे हैं। निश्चित ही भोपाल डिक्लेरेशन जी-20 में बहुत मददगार साबित होगा। डॉ. सव्यसाची साहा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सहयोग और समर्थन के बिना यह आयोजन संभव ही नहीं था। उन्होंने मध्यप्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री भार्गव, चीफ को-ऑर्डिनेटर जी-20 भारत सरकार हर्षवर्धन श्रृंगला, मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिव शेखर शुक्ला, सीईओ एआईजीजीपीए प्रतीक हजेला, सचिव योजना एवं नीति आयोग स्वतंत्र कुमार सिंह सहित उपस्थित सभी आगंतुकों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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Kolar News 18 January 2023

अधो-संरचनाओं का विकास एवं जीवन की गुणवत्ता एक-दूसरे के पूरक हैं। वैश्विक विकास मॉडल में दोनों पहलु को महत्व देना, नीतियों के निर्माण एवं आगामी पीढ़ी के सकुशल और संरक्षित भविष्य के लिए आवश्यक है। पर्यावरण सम्मत जीवन शैली वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में नितांत आवश्यक है। "फाइनेंसिंग रेसिलिएंट इंफ्रा-स्ट्रक्चर एंड सस्टेनेबल ट्रांजिशन टूवर्डस लाइफ" सत्र में पूर्व डिप्टी गवर्नर, रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया, श्रीमती श्यामला गोपीनाथ की अध्यक्षता में "अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता, अत्याधुनिक तकनीकी एवं पर्याप्त वित्त की उपलब्धता" के विषय में भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में जी-20 अंतर्गत विशेष थिंक टी-20 कार्यक्रम के दूसरे प्लेनरी सेशन में मंथन हुआ। गोपीनाथ ने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा विश्व को भारत के पंचामृत लक्ष्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत के साथ विश्व को पर्यवरण अनुकूल विकास पथ को अपनाने के लिए वित्त की उपलब्धता महत्वपूर्ण है। इसमें विकास वित्त संस्थानों (DFI), मल्टीलेटरल इंस्टीट्यूशन, कार्बन मार्केंट इंस्ट्रूमेंट एवं विभिन्न राष्ट्रों की भूमिका का निर्धारण एवं सहयोगात्मक रवैया लक्ष्य की प्राप्ति को सुगम करेगा।   प्रो. एम. सुरेश बाबू सलाहकार प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार समिति, नई दिल्ली ने कहा कि आज विश्व महामारी एवं मौसम की चरम घटनाओं से जूझ रहा है। इन घटनाओं ने अधो-संरचनाओं को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर यह आवश्यकता प्रदर्शित की है कि अधो-संरचनाओं का ऐसा विकास किया जाए जो समय की मार एवं प्रकृति के परिवर्तनों को सह सके। साथ ही विकास कार्य पर्यावरण अनुरूप हों। इस कार्य में तकनीकी एवं अनुसन्धान के साथ वित्त उपलब्धता में वैश्विक सहयोग जरूरी है। अधो-संरचनात्मक विकास में प्रारंभिक व्यय की गणना के साथ उनके रख-रखाव को भी विचार में शामिल किया जाना चाहिए, जिससे वह आगामी पीढ़ियों के लिए भी उपयोगी हो। इस प्रक्रिया में सामाजिक सहभागिता एवं साझा ज़िम्मेदारी अहम है। प्रचलित फाइनेंसिंग टूल के साथ नवीन वित्त स्त्रोतों में ध्यान देना चाहिए, इसमें समावेशी वित्त उपलब्धता के साथ सशक्त कानूनी ढाँचा होना आवश्यक है।   डॉ. निकोलस बुचौ, कोफाउंडर एवं प्रेसीडेंट, ग्रैंड पेरिस एलायंस फॉर मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट, फ्रांस ने इस बात को रेखांकित किया कि इनोवेशन शासकीय तंत्र से न आकर प्रबुद्ध वर्ग, निजी क्षेत्र एवं औद्योगिक वर्ग से प्राप्त होते हैं। अतः विभिन्न प्रबुद्ध वर्ग एवं वैश्विक तंत्र में सामंजस्य आवश्यक है। प्रो. सोनी कपूर, यूरोपियन यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट, इटली ने कहा कि ऊर्जा की आवश्यकता की पूर्ति नवकरणीय एवं पर्यावरण अनुरूप संसाधन से करने पर पूंजीगत लागत में, प्रचलित संसाधनों से तीन गुना अधिक व्यय होगा। विकास और पर्यावरण का अनुषांगिक सम्बन्ध है। डॉ. कपूर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन फुटप्रिंट विकसित देशों की तुलना में बहुत कम है परन्तु पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए वैश्विक विकास में मानवीय केपिटल को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता। ह्यूमन कैपिटल पर ध्यान देते हुए, मानवीय संसाधन के विकास के लिए वित्त एवं अन्य आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति अगर हम कर पाए तो यह वैश्विक विकास को बहुत बढ़ावा मिलेगा।   प्रो. नागेश कुमार, डायरेक्टर इंस्टीट्यूट फॉर स्टडीज इन इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट, इंडिया ने कहा कि एसडीजी लक्ष्यों का क्रियान्वयन वित्त की अनुपलब्धता के कारण धीमा है। कोविड महामारी में भी राष्ट्रों के संसाधनों का एक बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च हुआ। ऐसे में लक्ष्य की प्राप्ति के लिए बाहरी एवं अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता है। प्रो. कुमार ने इस दौरान वित्त प्राप्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय टैक्स अधिरोपित करने के सुझाव दिए। प्रियांतो रोहमातुल्लाह, डायरेक्टर, स्टेट एपारेटस एंड ब्यूरोक्रेटिक ट्रांसफॉर्मेशन, BAPPENAS, इंडोनेशिया ने SDG लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए इंडोनेशिया द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लो कार्बन टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहित करने में भारत एवं इंडोनेशिया साथ चल रहे हैं।   प्रो. एन.आर. भानुमूर्ति, वीसी, डॉ. बी.आर. आंबेडकर स्कूल ऑफ़ इकनोमिक यूनिवर्सिटी, बैंगलुरु ने सामाजिक अधो-संरचना विकास पर जोर देते हुए कहा कि आज हमें बॉटम अप एप्रोच पर कार्य करना ज़रूरी है। उन्होंने शहरी के साथ ग्रामीण अधो-संरचना विकास पर भी ध्यान देने की सलाह दी। इस दौरान प्रो. भानुमूर्ति ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में "वोकल फॉर लोकल", "वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट" पहल का उल्लेख भी किया। प्रो. रजत कथूरिया डीन स्कूल ऑफ़ ह्यूमेनिटीज एंड सोशल साइंस, शिव नाडार यूनिवर्सिटी ने कहा कि विश्व के पास संसाधनों की कमी नहीं है। कमी है "एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य" सोच आधारित वैश्विक प्रतिबद्धता की। उन्होंने कहा कि वैश्विक विकास के साथ वैश्विक एवं राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती असमानता की स्थिति सोचनीय है। वैश्विक समुदाय को इस दिशा में भी सशक्त एवं समर्पित कार्य करना चाहिए। सत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, विभिन्न देशों से आये प्रबुद्धजन एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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Kolar News 17 January 2023

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर (नानो) कावरे ने कहा है कि प्रदेश में यूनानी चिकित्सा के विस्तार के लिये हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति करीब 2500 साल पुरानी है। प्रदेश में वर्तमान में 64 यूनानी चिकित्सालयों में जन-सामान्य को उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य मंत्री कावरे सोमवार को भोपाल के पं. खुशीलाल वैद्य आयुर्वेद अस्पताल परिसर में स्थित शासकीय यूनानी महाविद्यालय के रजत जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री कावरे ने इस मौके पर विभिन्न स्पर्धाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया। राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि भोपाल के हकीम सैय्यद ज़ियाउल हसन शासकीय यूनानी महाविद्यालय एवं चिकित्सालय ने श्रेष्ठ व्यवस्थाओं से प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने यूनानी महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिये जल्द छात्रावास भवन बनाये जाने की भी बात कही। राज्य मंत्री ने कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी नये-नये शोध किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में यूनानी चिकित्सा पद्धति ने अपनी प्रभावी औषधियों की वजह से जन-सामान्य के बीच विश्वास को और मजबूत किया है। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मेहमूदा बेगम ने बताया कि अब प्रदेश में यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी पी.जी. कोर्स प्रारंभ हो गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्रायवेट सेक्टर में 3 यूनानी महाविद्यालय भी संचालित हो रहे हैं। रजत जयंती समारोह में छात्र-छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियाँ दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एहसान अहमद ने किया और आभार डॉ. कहकशां जा़फरी ने व्यक्त किया।

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Kolar News 17 January 2023

जी 20 विशेष थिंक 20 कार्यक्रम में आये डेलिगेट्स ने 16 जनवरी को मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय का भ्रमण किया। पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने सभी डेलिगेट्स का पारंपरिक रूप से स्वागत किया। जनजातीय लोक कलाकारों ने जनजातीय नृत्य भड़म से भी डेलिगेट्स का स्वागत किया। डेलिगेट्स ने संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं, चित्र प्रदर्शनी, चिन्हारी सोविनियर शॉप और पुस्तकालय ‘लिखन्दरा’ का अवलोकन किया। उन्होंने संग्रहालय की दीर्घाओं एवं उनमें जनजातीय समुदाय की वाचिक और कला परम्परा के बेहतर प्रदर्शन तथा कलात्मक संयोजन की प्रशंसा भी की।   अतिथियों ने जनजातीय संग्रहालय में मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक झलक को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से जाना। प्रस्तुति में दिखाया कि मध्यप्रदेश राज्य बहु-भाषी और सांस्कृतिक बहुलता का राज्य है। राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश की पहचान भी यही है। मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक थाती शैव, शाक्त, वैष्णव, जैन, बौद्ध और इस्लाम धर्मों की मान्यताओं और उनकी आध्यात्मिक विचारधाराओं तथा उसके पवित्र स्थलों से निर्मित होती है। किसी विचारधारा के देवी-देवता की उपस्थिति और उसके आख्यान उस भूमि की संस्कृति को गढ़ते हैं। उदाहरण के लिये प्रदेश के ओरछा में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की उपस्थिति राजाराम की तरह होने से पूरी बुन्देली भूमि का राजामय संस्कृतिकरण हो गया है। यही तथ्य मालवा के सन्दर्भ में मृत्यु के अधिपति भगवान शिव की उपस्थिति से यहाँ की संस्कृति में शिवमय जीवन का अनुभव कर सकते हैं। मध्यप्रदेश के संस्कृति का मूल तत्व उसकी उदारता है और सहिष्णुता है। सभी आध्यात्मिक विचारों से निर्मित आचार-विचार, खान-पान और वेशभूषा अलग होने के बावजूद भी एक-दूसरे के प्रति आदर का भाव है। यह प्रस्तुति मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक औदार्य को क्षेत्रीय विशिष्टताओं और उससे उपजी कलाओं के आधार से तैयार की गई है, जिसमें पवित्र स्थलों और उनसे जुड़े आख्यानों को प्रतीकात्मकता के साथ प्रस्तुत किया जा रहा है। कार्यक्रम के समापन-सत्र में डेलिगेट्स ने लोक एवं पारंपरिक व्यंजन का लुत्फ उठाया। संचालक संस्कृति अदिति कुमार त्रिपाठी, अकादमी निदेशक डॉ.धर्मेंद्र पारे, जनजातीय संग्रहालय के अध्यक्ष अशोक मिश्र एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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Kolar News 17 January 2023

सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि कृषकों को सुगमता से उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए वर्ष 2023-24 की कार्य-योजना अभी से तैयार करें। मंत्री डॉ. भदौरिया ने शनिवार को बैठक में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि उर्वरकों के अग्रिम भण्डारण के लक्ष्य में वृद्धि कर शत-प्रतिशत भण्डारण के प्रयास किए जाए। खरीफ के लिए लक्ष्य 8.40 लाख मी.टन के स्थान पर 10.90 लाख मी.टन अग्रिम भण्डारण किया जाना प्रस्तावित किया गया। अग्रिम भण्डारण का समय एक मार्च के स्थान पर एक फरवरी से हो, जिससे लंबी अवधि के लिए सम्पूर्ण भण्डारण किया जा सके।   मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि विपणन संघ के 280 डबल लॉक केन्द्र हैं, इनमें आवश्यकतानुसार बृद्धि की जा सकती है। वर्तमान में 110 विपणन समितियों द्वारा उर्वरक वितरण का कार्य किया जा रहा है, जिसे बढ़ा कर 160 विपणन समितियों से उर्वरक विक्रय कराया जायेगा। विपणन संघ से संबद्ध लगभग 110 अन्य समितियों यथा बीज उत्पादक समिति, फल-फूल उत्पादक समिति, फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी एवं अन्य सहकारी समितियों से कलेक्टर के अनुमोदन के बाद उर्वरकों का वितरण कराया जायेगा। ऐसे क्षेत्र जहाँ डबल केन्द्र अथवा समितियाँ समीप किसी स्थान पर उपलब्ध नहीं है, वहाँ विपणन संघ द्वारा सेल प्रमोटर नियुक्त कर उर्वरकों का वितरण कराया जायेगा, जिससे दूरस्थ क्षेत्र के किसानों को भी उर्वरक सुगमता से मिल सके। विपणन संघ द्वारा सहकारिता क्षेत्र में उर्वरकों की उपलब्ध कुल मात्रा का 35 प्रतिशत उर्वरक का वर्तमान में नगद विक्रय किया जा रहा है, जिसे बढ़ा कर 50 प्रतिशत किया जायेगा। प्रमुख सचिव सहकारिता विवेक पोरवाल, आयुक्त सहकारिता श्री आलोक कुमार सिंह और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 16 January 2023

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 को लेकर भोपाल में उत्सव का माहौल है । खेलों इंडिया की मेस्कॉट आशा भोपाल के विभिन्न स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों पर जाकर खेलो इंडिया के बारे में जानकारी दे रही और ''हिन्दुस्तान का दिल धडका दो'' एन्थम पर लोगों के साथ ''हुक स्टेप'' पर डाँस कर रही है। लोगों को खेलों इंडिया की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से ''आशा'' रविवार शाम को बड़े तालाब के पास अर्न्तराष्ट्रीय ब्रेक डासंर अमेरिका के बी बॉय करीम ग्वेन, भारत के बी बॉय आरीफ चौधरी जो कि प्लाइंग मशीन के नाम से भी जाने जाते है, के साथ खेलों इंडिया का समा बांधा। लोगों ने और छोटे बच्चों ने मेस्कॉट आशा के साथ सेल्फी ली और डांस किया।   उल्लेखनीय है कि अमेरिका के बी बॉय करीम मध्यप्रदेश में टैलेंट सर्च के माध्यम से चयनित बच्चों को आरिफ चौधरी और नितिन के साथ प्रशिक्षण दे रहे है। पेरिस आलम्पिक- 2024में ब्रेक डांस के शामिल होने के बाद, मध्यप्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मध्यप्रदेश में ब्रेक डांस अकादमी खोलने की संभावनाओं को देखते हुए टेलेंट सर्च करवाने के निर्देश दिए थे। पाँचवे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 मध्यप्रदेश के आठ शहरों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, मंडला, बालाघाट और खरगोन आयोजित किया जाएगा। भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में 30 जनवरी 2023 को रंगारंग उद्घाटन समारोह आयोजित होगा। खेलों इंडिया गेम्स 11 फरवरी तक चलेगें। कुल 27 खेलों में देश भर के 5000 से अधिक एथलीट अपने प्रतिभा का परिचय देगें।

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Kolar News 16 January 2023

वित्त विभाग के आई.एफ.एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर में ई-कुबेर प्रणाली विकसित करने से कोषालय अधिकारियों द्वारा लाभांवितों के बैंक खातों में सीधे आर.बी.आई के माध्यम से राशि हस्तांतरित की जा सकेगी। वरिष्ठ कोषालय अधिकारी वल्लभ भवन कोषालय भोपाल प्रदीप ओमकार ने बताया कि पूर्व में कोषालय द्वारा ई-फाइल भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाईट पर अपलोड की जाती थी। इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक द्वारा लाभांवितों को भुगतान किया जाता था, जिसमें कई बार एक-दो दिन का समय भी लग जाता था, जो अब ई-कुबेर प्रणाली विकसित होने के बाद नहीं लगेगा।   वल्लभ भवन कोषालय में ई-कुबेर प्रणाली का शुभारंभ सोमवार 16 जनवरी को किया जाएगा। शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भोपाल की महापौर मालती राय होंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुक्त कोष एवं लेखा ज्ञानेश्वर पाटिल करेंगे। महापौर, लाभांवितों को ई-कुबेर के माध्यम से भुगतान भी करेंगी। भोपाल नगर निगम अध्यक्ष  किशन सूर्यवंशी, संचालक कोष एवं लेखा राजीव सक्सेना, अपर संचालक किरण जेटली, संभागीय संयुक्त संचालक कोष एवं लेख आर.आर. अहिरवार, संयुक्त संचालक संचालनालय कोष एवं लेखा सन्तोष चोखांद्रे एवं भारतीय स्टेट बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। आयुक्त कोष एवं लेखा  ज्ञानेश्वर पाटिल द्वारा आई.एफ.एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर को अत्याधुनिक बनाए जाने के निर्देश के तारतम्य में सॉफ्टवेयर में विगत माहों में कई सुधार किए गए हैं। आधार आधारित भुगतान प्रणाली से भुगतान कर मध्यप्रदेश आधार के माध्यम से कोषालय से भुगतान करने वाला प्रथम राज्य बना है। अब ई-कुबेर प्रणाली की नई सुविधा विकसित की गई है, जिससे सीधे आर.बी.आई से तत्काल भुगतान हो सकेगा।  

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Kolar News 16 January 2023

जी-20 के अंतर्गत थिंक -20की दो दिवसीय बैठक 16 और 17 जनवरी को भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होगी। इसमें "पर्यावरण सम्मत जीवन शैली-नैतिक मूल्य तथा सुमंगलमय युक्त वैश्विक सुशासन" विषय पर देश और विदेश से आए मंत्री और विषय-विशेषज्ञों द्वारा विचार-मंथन किया जाएगा। पहले दिन 16 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल 17 जनवरी को समापन समारोह में शामिल होंगे। जी-20 की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन उद्घाटन सेशन के मुख्य वक्ता एडीबीआई टोक्यो, जापान के डीन और सीईओ टेत्सुशी सोनोबे होंगे। विशेष वक्ता इंडोनेशिया के राजनीतिक कार्य, विधि, सुरक्षा एवं नेशनल डेवलपमेंट प्लानिंग मंत्रालय के उप मंत्री स्लेमेट सोएदारसोनो, भारत सरकार के जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृगंला एवं भारत सरकार के नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी होंगे। आभार प्रदर्शन जी-20 कोर ग्रुप मेम्बर रोहन जेटली करेंगे। इस सेशन का विषय प्रवर्तन डायरेक्टर जनरल, रिसर्च एण्ड इन्फार्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कन्ट्रीज (आरआईएस) सचिन चतुर्वेदी और टी-20 चेयर एण्ड डायरेक्टर जनरल एमपीआईडीएसए एम्बेसडर सुजोन चिनाय करेंगे। एग्पा, भोपाल के सीईओ प्रतीक हजेला स्वागत उद्बोधन देंगे।     लाईफ, वेल्यू एण्ड डेव्हलपमेंट फॉर्मेशन विषय पर आधारित पहला प्लेनरी सेशन, पहले इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं भारत सरकार के नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार की अध्यक्षता में होगा। इस सेशन में ग्लोबल सोल्यूशन इनिशिएटिव जर्मनी के अध्यक्ष प्रोफेसर डेनिस जे स्नोवर मुख्य वक्ता होंगे। सेशन के पेनलिस्ट ओईसीडी विकास केंद्र, पेरिस के पूर्व निदेशक, डॉ. मारियो पेज़िनी, इंडोनेशिया विश्वविद्यालय के आर्थिक और सामाजिक शोध संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रिआतु क़िबथियाह, नार्डिक इंस्टीट्यूट फॉर फायनेंस के टेक्नालॉजी एण्ड सस्टेनेबिलिटी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, यूरोपियन विश्वविद्यालय संस्थान इटली के जियो इकॉनामिक्स एण्ड फायनेंस और क्लाइमेट के प्रोफेसर सोनी कपूर, एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी चीन के लीड चेयर प्रोफेसर ली शियाओयुन, इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज (आईएसएएस) सिंगापुर के निदेशक डॉ. इकबाल सिंह सेविया, भारत सरकार के केपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के सदस्य डॉ. आर बालासुब्रमण्यम होंगे।   फायनेंसिंग रेजिलिएंट इन्फ्रा-स्ट्रक्चर एण्ड सस्टेनेबल ट्रांजिक्शन विषय पर आधारित दूसरा प्लेनरी सेशन रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के पूर्व डिप्टी गवर्नर श्यामला गोपीनाथ की अध्यक्षता में होगा। मुख्य वक्ता प्राइम मिनिस्टर इकानॉमिक काउंसिल के एडवाइजर प्रो. एम. सुरेश बाबू होंगे। इस सेशन के पेनलिस्ट फ्रांस के ग्रेंड पेरिस एलायंस फॉर मेट्रोपॉलिटन डेव्हलपमेंट के को-फाउण्डर एवं प्रेसीडेंट डॉ. निकोलस बुचॉर्ड, इंस्टीट्यूट फॉर स्टडीज इन इण्डस्ट्रियल डेव्हलपमेंट नई दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. नागेश कुमार, ग्लोबल डेव्हलपमेंट कॉर्पोरेशन मिनिस्ट्री ऑफ नेशनल डेव्हलपमेंट प्लानिंग इण्डोनेशिया के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. प्रियांटो रोहमत्तुल्ला, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर स्कूल ऑफ इकानॉमिक्स यूनिवर्सिटी बैंगलुरु के वाइस चांसलर प्रो. एन.आर. भानुमूर्ति, स्कूल ऑफ ह्यूमनेटीज एण्ड सोशल साइंसेस शिव नडार यूनिवर्सिटी इण्डिया के डीन प्रो. रजत कथूरिया, कॉम्पेगनिया डी सेन पोलो फाउण्डेशन इटली के अध्यक्ष फ्रांसिसको प्रोफ्यूमो होंगे। एसएआईआईए साउथ अफ्रीका के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर प्रो. एजिलाबेथ सिडीरोपोलोस की अध्यक्षता में “टुवर्ड्स इन्क्लूसिव जी-20’’ विषय पर तीसरा प्लेनरी सेशन होगा। इसमें मुख्य वक्ता सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट कोलंबिया यूनिवर्सिटी यूएसए के डायरेक्टर प्रो. जैफरे डी सेश होंगे। इस सेशन के पेनलिस्ट ब्राजील के राजदूत, फिलॉसफी एण्ड इंटरनेशनल अफेयर्स येल यूनिवर्सिटी यूएसए के लिटनर प्रोफेसर प्रो. थॉमस पोग, जलवायु संवेदनशील फोरम (सीवीएफ) के विशेष दूत, बांग्लादेश की अध्यक्षता एवं बायो डायवर्सीटीज बाय 2030 पर वैश्विक आयोग के आयुक्त अबुल कलाम आजाद, एफसीडीओ के डेविड व्हाइट, जीआईजीए जर्मनी के अध्यक्ष प्रो. अमृता नार्लीकर होंगे।   प्रथम दिन 10 पेरेलल सेशन भी होंगे। इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क फॉर लाइव, इन्वेस्टिंग इन चिल्ड्रन एज इन्वेस्टमेंट इन फ्यूचर, फायनेंसिंग रेजिलिएंट सिटीज एण्ड सोसायटीज, इकॉनॉमिक सिस्टम्स ट्रांसफार्मेशन एवं वन हेल्थ वेलनेस एण्ड ट्रेडिशनल मेडिसिन विषय पर दोपहर 3 से शाम 4 बजे तक 5 पेरेलल सेशन होंगे। एथिक्स इन टेक्नालॉजी, विमेन एण्ड यूथ लेड डेव्हलपमेंट, एनर्जी, इण्डस्ट्रियल ट्रांसफॉर्मेशन एवं गोइंग बियांड जीडीपी-वेलबीईंग मेजरमेंट विषय पर शाम 4 से 5 बजे तक 5 पेरेलल सेशन होंगे। जी-20 के थिेंक 20 के विमर्श में शामिल होने भोपाल आये देश-विदेश के मंत्रीगण एवं विषय-विशेषज्ञ स्थानीय ट्राइबल म्यूजियम भोपाल का भ्रमण करेंगे। संग्रहालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रि भोज भी होगा। दूसरे दिन 17 जनवरी को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के समापन भाषण के साथ दो प्लेनरी सेशन एवं एक राउण्ड टेबल बैठक तथा एक वेलीडिक्ट्री सेशन होगा। इस दिन राजदूत अमर सिन्हा की अध्यक्षता में रोल ऑफ ट्राईएंगुलर कॉर्पोरेशन इन लोकेलाइजेशन ऑफ एसडीजीएस विषय पर बैठक का चौथा प्लेनरी सेशन होगा। इस सेशन में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप चक्रवर्ती मुख्य वक्ता होंगे। पेनेलिस्ट डॉ. एन्ड्रे डिमेलो ई. सोजा, गेरार्डो ब्रॉचो, डॉ. रुचिता बेरी, आईडीओएस जर्मनी की रिसर्च प्रोग्राम की हेड डॉ. स्टीफन क्लींजेबियेल, द एशिया फाउण्डेशन यूएसए की सीनियर डायरेक्टर ऐंथिया मुलाकला एवं चीन के डॉ. झेंग चुआनहांग होंगे।   प्लेनरी सेशन के बाद ग्लोबल साउथ एण्ड ग्लोबल गवर्नेंस पर राउण्ड टेबल मीटिंग होगी, जिसके मॉडरेटर ऋषिहुड यूनिवर्सिटी सोनीपथ के प्रो. शोभित माथुर होंगे। इसके पेनेलिस्ट में डॉ. फेहमिदा खातून, यूनीसेफ के रीजनल डायरेक्टर जॉर्ज लॉरिया एडजी, नेशनल काउंसिल फॉर साइंटिफिक एण्ड टेक्निकल रिसर्च अर्जेंटीना के सीनियर इन्वेस्टिगेटर डॉ. ग्लेडिस लेचिनी, मिनिस्ट्री ऑफ नेशनल डेव्हलपमेंट प्लानिंग इंडोनेशिया के फॉरेन पॉलिसी एण्ड इंटरनेशनल डेव्हलपमेंट कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर डॉ. विस्नु उटोमो, जिनेवा के डब्ल्यूआईपीओ एवं आईटीयू के मिशन एक्सपर्ट एकिन्डेजी अडेनिपो, साउथ अफ्रीका की सुश्री पॉमेला गोपॉल, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी नई दिल्ली के प्रो. गुलशन सचदेवा शामिल हैं। पाँचवाँ और अंतिम प्लेनरी सेशन प्रो. मुस्ताफिजूर रहमान की अध्यक्षता में “न्यू कॉम्पलीमेंट्रीज इन ट्रेड एण्ड वेल्यू चेन्स’’ विषय पर होगा। इसके पेनेलिस्ट में द इकॉनॉमिक पॉलिसी रिसर्च फाउण्डेशन ऑफ टर्की के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सैत अकमान, नेपाल के एसएडब्ल्यूटीईई के चेयरमेन डॉ. पोशराज पाण्डे, साउथ अफ्रीका के इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल डॉयलाग के शोधकर्ता मिकाटेकिसो कुबाई, देहली स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स नई दिल्ली के प्रो. दिव्येंदु मैती, सेंटर फॉर मैनेजमेंट डेव्हलपमेंट नाईजीरिया के ओलूसियून एन्ड्र्यू इशोला और प्रो. नवल के. पासवान शामिल होंगे। 17 जनवरी को समापन सत्र में राज्यपाल मंगुभाई पटेल शामिल होंगे। इस सत्र में इण्डिया में नीदरलैण्ड के एम्बेसेडर मॉर्टेन वान डेन बर्ग, इण्डिया में जर्मन एम्बेसेडर डॉ. फिलिप एकरमेन, बांग्लादेश के डॉ. देबोप्रिया भट्टाचार्या एवं भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप चक्रवर्ती शामिल होंगे। बैठक के समापन के बाद जी-20 के थिंक 20 में शामिल देश-विदेश के प्रतिनिधि एवं मंत्री गण साँची दर्शन पर जायेंगे।

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Kolar News 15 January 2023

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा के वार्ड 69 में लगभग 3 करोड़ 97 हज़ार के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने वार्ड 69 में लगभग 84 लाख 64 हजार की लागत से विभिन्न क्षेत्रों में डामरीकरण और 86 लाख 14 हजार की लागत से सीमेंट कांक्रीट कार्यों और 10 लाख की लागत के अन्य विकास कार्यों का का भूमि-पूजन भी किया। मंत्री सारंग ने नरेला विधानसभा में हुए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि विधानसभा में विकास कार्य सदैव उनकी प्राथमिकता रही है। क्षेत्र में हर घर नर्मदा जल, सड़क, नाली, बिजली, अस्पताल, कॉलेज सहित समस्त क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के हर घर में अब नर्मदा जल पहुँच रहा है। मंत्री सारंग ने कहा कि क्षेत्र में 7-7 फ्लाई-ओवर की सौगात से नागरिकों को ट्रैफिक की समस्या से निजात मिली है। विकास और जनकल्याण का यह क्रम अनवरत जारी रहेगा। नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 69 में भूमिपूजन के दौरान मंत्री सारंग के नेतृत्व में प्रभात चौराहा से नर्मदा परिक्रमा पार्क तक विकास यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान जगह-जगह स्वागत मंच बनाए गए थे। क्षेत्रवासियों ने आतिशबाजी एवं पुष्प-वर्षा के साथ स्वागत कर मंत्री सारंग का विभिन्न विकास कार्यों की सौगात के लिये आभार व्यक्त किया। इस मौके पर भोपाल महापौर मालती राय, स्थानीय पार्षद सहित गणमान्य जन व बड़ी संख्या में रहवासी उपस्थित थे। 

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Kolar News 15 January 2023

वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय शरद यादव का उनके पैतृक ग्राम नर्मदापुरम जिले की तहसील माखननगर के ग्राम आंखमऊ में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। स्व.  यादव की पार्थिव देह को राष्ट्रीय ध्वज से लपेटा गया तथा सशस्त्र जवानों ने उन्हें सलामी दी। भारत सरकार के खाद्य प्र-संस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सांसद राव उदय प्रताप सिंह, विधायक सोहागपुर विजयपाल सिंह, पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा सहित अन्य वरिष्ठ जन-प्रतिनिधियों तथा कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक ने ग्राम आंखमऊ में स्व. यादव की पार्थिव देह के दर्शन किये और पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने नम आँखों से स्वर्गीय यादव को अंतिम विदाई दी। स्व. यादव का 75 वर्ष की उम्र में 12 जनवरी की रात दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। यादव का जन्म प्रदेश के नर्मदापुरम जिले की तहसील माखननगर के ग्राम आंखमऊ में 1 जुलाई 1947 को हुआ था।    

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Kolar News 15 January 2023

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने शुक्रवार को हरदा के उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में एक करोड़ रूपये की लागत से निर्मित किये गये अतिरिक्त कक्षों और प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया। मंत्री पटेल ने विद्यार्थियों से कहा कि उच्च सोच व्यक्ति को उच्च बनाती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही विद्यालय के नये परिसर की स्वीकृति की कार्रवाई की जायेगी। मंत्री पटेल ने कहा कि शिक्षा हमें अँधेरे से उजाले की ओर और अज्ञानता से ज्ञान की ओर ले जाती है। शिक्षा ऐसा धन है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप जैसे सोचेंगे, वैसा ही करेंगे और वैसा ही बनेंगे। अपनी सोच को उच्च बनायें और भविष्य में उच्च स्थानों पर जायें। केवल पढ़ाई की चिंता करें, बाकी चिंताएँ सरकार करेगी। उत्कृष्ट गुणत्तापूर्ण पढ़ाई के लिये सभी आवश्यक सुविधाएँ मुहैया कराई जायेंगी।   कृषि मंत्री पटेल ने कमल युवा खेल महोत्सव के विजेता विद्यार्थियों को पदक और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने 19 वर्ष बालिका और बालक वर्ग हॉकी प्रतियोगिता की विजेता टीम एवं स्टेट लेवल प्रतियोगिता की विजेता टीम को भी पदक और प्रमाण-पत्र प्रदान किये। मंत्री पटेल ने शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि परिसर में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा स्थापित होने से युवा शक्ति को निरंतर प्रेरणा मिलती रहेगी।  

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Kolar News 14 January 2023

निर्वाचन में युवा मतदाता बढ़-चढ़ कर सहभागिता निभाएँ, इसको लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने आज उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय संचालक, प्रदेश के समस्त शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य, मतदाता जागरूकता के लिए महाविद्यालयों में मनोनीत शिक्षक नोडल अधिकारी, एक्जीक्यूटिव कमेटी के नोडल अधिकारी, मेंटर शिक्षक और महाविद्यालयों में नियुक्त केंपस एंबेसडर विद्यार्थियों से साथ वर्चुअल बैठक की और मतदाता जागरूकता के संबंध में चर्चा की।   मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने उनकी समस्याओं और जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन में युवाओं की भागीदारी होना महत्वपूर्ण है। 18 से 19 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवा मतदाता सूची में नाम जरूर जुड़वाएं। केंपस एंबेसडर महाविद्यालय में हर माह एक घंटे का समय निकालकर चुनावी पाठशाला का आयोजन करें। रंगोली, प्रश्नमंच, निबंध प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक की गतिविधियाँ कर महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को मतदाता बनने संबंधी जानकारी दें। शहर एवं गाँव और पड़ोस में रहने वाले व्यक्तियों को भी वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करें। युवाओं को स्वीप गतिविधि, सी-विजिल एप, वोटर हेल्प लाइन एप, एनवीएसपी डॉट इन, वोटर पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।   मतदाता बनने के लिए सभी व्यक्तियों को ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन के लिए वोटर हेल्पलाइन एप, एनवीएसपी डॉट इन और वोटर पोर्टल से कोई भी युवा आवेदन कर सकता है, जबकि ऑफलाइन के लिए बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के पास आवेदन जमा करना होगा।   महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को निर्वाचन संबंधी कार्यो की भी पूरी जानकारी रहे, इसके लिए इंटर्नशिप की भी शुरुआत की गई है। युवाओं को 15-15 दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बैठक में युवाओं को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए जाने वाले कार्यो साथ ही लोकतंत्र में मतदान महत्व के बारे में अहम जानकारी दी गई। 17 वर्ष से अधिक की आयु वाले युवा मतदाता बनने के लिए अग्रिम आवेदन कर सकते हैं। 18 वर्ष की आयु पूरी करते ही उनका नाम मतदाता सूची में जुड़गा। इसके अलावा एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्टूबर 2023 की तारीख में 18 साल की उम्र पूरे करने वाला युवा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के पात्र होंगे। इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश राजेश कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला उपस्थित रहे।  

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Kolar News 14 January 2023

मध्यप्रदेश कोषालयों में आधार आधारित भुगतान के माध्यम से हितग्राहियों को भुगतान सुविधा देने वाला देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो रहा है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने आज यहाँ इस नयी व्यवस्था का शुभारंभ किया। देवड़ा ने बताया कि कोषालयों में लागू एकीकृत वित्ती्य प्रबंधन सूचना प्रणाली को और ज्यादा सक्षम बनाने के लिये विगत कुछ समय से नए आयाम जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेखा प्रेषण, बिल पारित करने में ई-साइन, आम नागरिक को कर/राजस्व का भुगतान करने के लिये ई-चालान में सभी भुगतान विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं। इससे न सिर्फ वित्तीय व्यवहार में आसानी हुई बल्कि वित्तीय अनुशासन लाने में भी सफलता मिली है। देवड़ा ने कहा कि अब वित्तीय कार्य-प्रणाली को और सरल, सुदृढ़ एवं हितग्राही मूलक बनाने के उद्देश्य से आधार आधारित भुगतान की नयी व्यवस्था 16 जनवरी से प्रदेश के सभी कोषालयों में लागू हो जायेगी। नयी व्यवस्था से दोहरे लाभ को चिन्हित कर रोका जा सकेगा। साथ ही असफल भुगतान में भी कमी आएगी।   वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश की एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (IFMIS) के अंतर्गत सभी हितग्राहियों को वर्ष 2010 से उनके बैंक खाते में सीधे ई-भुगतान किया जा रहा है। समय की आवश्यकता और वित्तीय प्रबंध में आ रहे बदलावों को देखते हुए ई-भुगतान प्रणाली को प्रभावी बनाते हुए अब हितग्राहियों को बैंक खाते के साथ-साथ आधार आधारित भुगतान करना भी संभव हो गया है। मंत्री देवड़ा ने कहा कि अब प्रदेश में आधार आधारित भुगतान के साथ बैंक खाता आधारित ई भुगतान को सीधे भारतीय रिजर्व बैंक की ई-कुबेर प्रणाली से समस्त कोषालय में 16 जनवरी 2023 से प्रारंभ किया जा रहा है। ई-कुबेर लागू होने से प्रदेश के समस्त ई-भुगतान तेजी से संबंधित हितग्राही के बैंक खाते में प्राप्त होंगे। यह प्रणाली सभी कार्य दिवस पर 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।   वित्त मंत्री देवड़ा ने बताया कि नयी प्रणाली को लागू करने से आंकड़ों का मिलान आसान हो जायेगा। पूर्व में बैंकों द्वारा प्राप्ति एवं भुगतान की जानकारी भौतिक रूप से कोषालय को दी जाती थी, जो भारतीय रिजर्व बैंक और महालेखाकार को भेजी जाती थी, जिसमें आकड़ों की भिन्नता की कई समस्याएँ थीं। ई-कुबेर के आने से भारतीय रिजर्व बैंक से सीधे व्यवहार होंगे और वित्तीय लेन-देन के आकड़ों के मिलान की समस्या समाप्त होगी। देवड़ा ने कहा कि इस दिशा में आगे बढते हुए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम में प्रदेश के योगदान को और बढाया जायेगा। वर्तमान एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (IFMIS) के स्थान पर आधुनिक तकनीकी नवाचारों को शामिल करते हुए फेसलेस, पेपरलेस, कान्टेक्टलेस एवं कैशलेस वित्तीय व्यवहारों को लागू करने तथा यूजर फ्रेंडली सिस्टम विकसित करने के उद्देश्य से IFMIS Next Gen का विकास किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव वित्त अजीत केसरी ने बताया कि इस प्रणाली का उद्देश्य वास्तविक हितग्राही के खाते में तत्काल राशि पहुँचाना रहा है। साथ में बैंकिंग ट्रांजेक्शन जल्दी हो और कोषालय से बैच के रूप में ऑपरेट सिस्टम बंद किया जाकर नयी प्रणाली से वित्तीय ट्रांजेक्शन द्वारा तुरंत हितग्राहियों को लाभ दिलाना है। इस अवसर पर सचिव एवं आयुक्त कोष एवं लेखा  ज्ञानेश्वर पाटिल, संचालक कोष एवं लेखा डॉ. राजीव सक्सेना एवं संचालक पेंशन जे.के. शर्मा सहित वित्त विभाग एवं कोष एवं लेखा के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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Kolar News 14 January 2023

मध्यप्रदेश की सामाजिक, सांस्कृतिक, व्यावसायिक, आधारभूत संरचनाओं और निवेश फ्रेंडली नीति के चलते विश्व के कई देशों का प्रदेश से द्विपक्षीय व्यापार के लिये रूझान बढ़ा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में मध्यप्रदेश के निवेशकों के लिये अन्तर्राष्ट्रीय बिजनेस अपॉर्चुनिटी से रूबरू कराने के लिये “अन्तर्राष्ट्रीय बिजनेस अवसर’’ पर सेशन हुआ। सेशन में थाईलैंड, फ्रांस, मॉरिशस एवं कनाडा के काउंसलर्स शामिल हुए। सेशन में “मध्यप्रदेश के साथ देशों की भागीदारी को आगे बढ़ाना - क्षमता से डिलीवरी के लिए मार्गदर्शन करना” थीम पर पेनलिस्ट द्वारा चर्चा की गई। कनाडा की वित्त मंत्री जेनिफर डॉबिनी ने कहा कि कनाडा मेक इन इंडिया का पार्टनर है। कनाडा क्लाइमेट चेंज एवं टेक्नालॉजी में भारत के साथ मिल कर कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। कनाडा में 100 से ज्यादा भारतीय कंपनियाँ कार्य कर रही हैं। कनाडा नवकरणीय ऊर्जा, रियल एस्टेट, इन्फ्रा-स्ट्रक्चर डेवलपमेंट, एग्री फूड, फूड प्रोसेसिंग एवं एग्रीकल्चर टेक्नालॉजी में भारत के साथ मिल कर कार्य कर रहा है। कनाडा का भारत में 6.7 बिलियन केनेडियन डॉलर का निवेश है। इन्क्यूबेशन के क्षेत्र में कनाडा के 9 बिलियन केनेडियन डॉलर के निवेश प्रस्ताव विचाराधीन है। कनाडा के प्रायवेट निवेशकों का भारत में 100 बिलियन केनेडियन डॉलर का निवेश पूर्व में ही किया जा चुका है। मुम्बई में फ्रांस के काउंसल जनरल जीनमार्क सेरे सेरलेट ने कहा कि फ्रांस का भारत के साथ वर्षों पुराना संबंध है। फ्रांस भारत के साथ सालों से आईटी सेक्टर में कार्य कर रहा है। भारत का बहुत बड़ा मार्केट है। द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाकर मध्यप्रदेश में निवेश को बढ़ाया जायेगा।   काउंसल जनरल ऑफ थाईलैंड डोनाविट पुलसावत ने कहा कि प्रति वर्ष भारत से एक मिलियन पर्यटक थाईलैंड आते हैं। टूरिज्म के क्षेत्र में दोनों देश के निवेशकों के लिये काफी संभावनाएँ हैं। इंदौर से बैंकॉक के लिये हवाई सेवा प्रारंभ करने पर विचार किया जा रहा है। भारत से ही बुद्धिष्ट थाईलैंड गये थे। थाईलैंड में बुद्धिष्ट कम्यूनिटी ज्यादा है। थाईलैंड के नागरिकों की विचारधारा भारतीय से मिलती है। आपसी समझौतों के तहत व्यापार करना आसान हुआ है। थाईलैंड आसियान ग्रुप की तरफ से भी निवेश की दिशा में विशेष प्रयास करेगा। साथ ही इन्फ्रा-स्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिये भी थाईलैंड मध्यप्रदेश में कार्य करेगा। मॉरिशस के काउंसलर सिवराज नंदलाल ने अपना उद्बोधन हिन्दी से शुरू किया और भारत के प्रति अपना जुड़ाव बताते हुए कहा कि मैं हिन्दी के साथ भोजपुरी भी बोलता हूँ। मॉरिशस के भारत से अटूट संबंध हैं। भारत का मॉरिशस में बहुत बड़ा निवेश है। भारतीय फूड प्रोसेसिंग, एग्रीकल्चर मशीनरी, फार्मा, बायोडिग्रेडेबल प्रोडक्ट, नवकरणीय ऊर्जा एवं आधारभूत संरचना विकास में संभावनाएँ हैं। मॉरिशस का 80 प्रतिशत आयात भारत से होता है। सत्र के अन्त में पेनलिस्ट ने सहभागी निवेशकों के सवालों के जवाब दिये। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जबलपुर की प्रोफेसर डॉ. गार्गी चक्रवर्ती ने आईपी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स तथा अन्य निवेशकों ने विदेशों में निवेश के लिये मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में प्रश्न किये, जिनका पेनलिस्ट ने जवाब दिया। सभी पेनलिस्ट ने जीआईएस-2023 में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए यहाँ के आतिथ्य एवं व्यंजनों की प्रशंसा की।

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Kolar News 13 January 2023

इन्दौर में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में आई2-यू2 सेशन में इंडिया-इजराइल और यूएस-यूएई देशों ने लक्ष्य-खाद्य, जल, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरणीय चुनौतियाँ, उन्नत कृषि, टेक्नालॉजी के आदान-प्रदान आदि क्षेत्र में विश्व में बेहतरी की रणनीति बनाने पर चर्चा की। आयुक्त चिकित्सा शिक्षा जॉन किंग्सले की अध्यक्षता में हुए इस सेशन में अमेरिका के काउंसल जनरल माइक हेंकी, इजराइल के काउंसल जनरल कोबे शोशानी और यूनाइटेड अरब अमीरात के चार्ज ‘डी’ अफेयर्स श्री माजिद अल नेखेलवी ने आई2-यू2 देशों-भारत, इजराइल, अरब और अमेरिका के आपसी समन्वय से इन देशों की प्रत्येक क्षेत्र में बढ़ती उपलब्धि और संभावनाओं पर चर्चा की।     काउंसल जनरल हेंकी ने कहा कि मध्यप्रदेश, भारत और अमेरिका का प्रतिबिंब है। भारत और अमेरिका एक-दूसरे की आर्थिक नीति में विश्वास रखते हैं। लाखों विद्यार्थी प्रत्येक वर्ष अमेरिका में अध्ययन के लिये जाते हैं। वहीं अमेरिका से भी विद्यार्थी भारत आते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी खुद की स्कूलिंग भारत के तमिलनाडु में हुई है। हमारा आई2-यू2 ग्रुप मिल कर फूड एवं ऊर्जा सुरक्षा, टेक्नालॉजी, सहयोग, दवा उद्योग, हरित ऊर्जा आदि पर काम कर रहा हैं जो न केवल हमारे देशों को बल्कि विश्व को भी एक सुखद, सुंदर भविष्य प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में इन सब के लिए बहुत काम हो रहा है। स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाएँ बहुत अच्छा काम कर रही हैं।     माजिद ने कहा कि भारत और यूनाइटेड अरब अमीरात की दोस्ती पिछले 10 वर्ष में तेजी से आगे बढ़ी है। भारत, अमेरिका, इजराइल और अरब अपने लक्ष्यों के प्रति गंभीरता से कार्य कर रहे हैं, जिसके दूरगामी परिणाम विश्व के लिये बहुत प्रभावी होंगे। समूह की गतिविधियों को और पुख्ता बनाने के लिये फरवरी 2023 में अबू धाबी में आई2-यू2 सम्मेलन किया जा रहा है। कार्बन फ्री शहर अबू धाबी सस्टेनेबल वीक मनाने वाला विश्व का पहला देश है। भारत और अरब के बीच में बहुत मजबूत तकनीकी संबंध भी हैं। माजिद ने कहा कि मध्यप्रदेश का बासमती चावल, शरबती और डयूरम गेहूँ उनके देश में खासा लोकप्रिय है। मध्यप्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में बहुत तेजी से विकास किया है और आर्गेनिक खेती में अग्रणी है।     कोबे ने कहा कि इजराइल और भारत में व्यवसाय की काफी संभावनाएँ हैं। दोनों देशों ने संघर्ष के बाद बहुत तरक्की की है। इजराइल स्टार्टअप्स के मामले में अग्रणी है। जल-संरक्षण, खाद्य सुरक्षा, हरित ऊर्जा और उन्नत कृषि पर देश में बेहतर काम किया जा रहा है। इजराइल में टेक्नालॉजी के बल पर मात्र 2 से 3 प्रतिशत जनसंख्या काफी मात्रा में कृषि उत्पादन करती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी ऊर्जा उत्पादन में बहुत अच्छा काम हुआ है। जॉन किंग्सले ने कहा कि समूह के सभी देशों को विभिन्न क्षेत्रों में उच्चतर उपलब्धियाँ हासिल करने में काम करने की जरूरत है। हम एक-दूसरे से अपनी उपलब्धि और टेक्नोलॉजी साझा कर विश्व के लोगों को बेहतर जीवन और वातावरण उपलब्ध करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश के मध्य में स्थित मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिये पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध है। मध्यप्रदेश फल, गेहूँ, तिलहन, दलहन, औषधीय पौधों की खेती आदि में अग्रणी होने के साथ यहाँ भण्डारण की क्षमता भी मौजूद है। यहाँ रोज 2 लाख 70 हजार लीटर दूध का उत्पादन होता है। प्राचीन काल से ही भारत मसालों का निर्यातक देश रहा है। सेशन के दौरान देश-विदेश के उपस्थित लोगों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर भी पेनलिस्ट द्वारा दिया गया।  

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Kolar News 13 January 2023

स्‍थानीय युवाओं विशेषकर महिलाओं को आतिथ्‍य, सत्‍कार और संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षित करने और रोजगार के बेहतर अवसर दिलाने के लिए मध्‍यप्रदेश टूरिज्‍म बोर्ड भोपाल द्वारा इण्डियन होटल कम्‍पनी लिमिटेड (आईएचसीएल), ताज ग्रुप और कौशल प्रशिक्षण कार्य के लिए उनकी सहयोगी संस्‍था टाटा स्‍ट्राईव के साथ एमओयू किया गया। टूरिज्म बोर्ड के रिस्‍पांसिबल टूरिज्‍म मिशन में महिलाओं के कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार के लिए विशेष पहल प्रारंभ की जा रही है। पहल के प्रारंभिक चरण में ग्‍वालियर और आसपास के क्षेत्रों की महिलाओं को आतिथ्‍य एवं सत्‍कार के क्षेत्र में बाजार की माँग के अनुरूप विभिन्‍न जॉब-रोल्‍स रूम अटेंडेंट, फूड एंड बेवरेज सर्विसेस, कुक, फ्रंट ऑफिस असिस्‍टेंट, हाऊस कीपिंग, सिक्‍योरिटी गार्ड आदि में 3 से 5 माह की लघु अवधि का प्रशिक्षण और ऑन द जॉब प्रशिक्षण दिया जाएगा।    पर्यटन, संस्‍कृति और धार्मिक न्‍यास एवं धर्मस्‍व मंत्री उषा ठाकुर की उपस्थिति में मध्‍यप्रदेश टूरिज्‍म बोर्ड एवं टाटा स्‍ट्राईव के प्रतिनिधियों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति और प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शेखर शुक्ला ने टूरिज्म बोर्ड की ओर से और टाटा स्‍ट्राईव से अमेय वंजारी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक पुनीत छतवाल, संचालक-कौशल डॉ. मनोज कुमार सिंह, एरिया डायरेक्‍टर (उत्‍तरप्रदेश, मध्‍यप्रदेश एवं उत्‍तराखण्‍ड), जनरल मैनेजर ताज लेक फ्रंट, भोपाल सुश्री कनिका हसरत सहित आतिथ्‍य एवं सत्‍कार क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति उपस्थित थे।    प्रमुख सचिव शुक्‍ला ने कहा कि आतिथ्‍य एवं सत्‍कार क्षेत्र में महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी होने से न केवल महिलाएँ आर्थिक रूप से स्‍वावलंबी बनेगी, वहीं पर्यटन-स्‍थलों पर देश एवं विदेशों से आने वाली महिला पर्यटक में सुरक्षा-बोध बढ़ेगा। महिला पर्यटक पर्यटन-स्‍थलों पर निर्भीक होकर पर्यटन का सुखद अनुभव प्राप्‍त कर सकेगी। साथ ही देश एवं विदेश में प्रदेश को पर्यटन के लिए और अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा।  कौशल प्रशिक्षण के पश्चात महिलाओं को ताज ग्रुप के होटल्स में नियोजित (प्लेसमेंट) किया जायेगा। ताज ग्रुप का हेरिटेज होटल उषा किरण पैलेस, ग्‍वालियर प्रदेश ही नहीं अपितु देश का पहला ऐसा होटल होगा, जहाँ सिक्योरिटी, गार्ड से लेकर मैनेजर स्तर तक समस्त व्यवस्थाओं को महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा और महिलाओं द्वारा संचालित पहले होटल का दर्जा प्राप्त होगा।  

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Kolar News 12 January 2023

मध्यप्रदेश भविष्य में भारत के टॉप-3 एक्सपोर्ट स्टेट में शामिल होगा। मध्यप्रदेश से पिछले साल की अपेक्षाकृत ज्यादा एक्सपोर्ट हुआ है। प्रदेश के इलेक्ट्रानिक उपकरण, इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल, सोया, गेहूँ सहित कृषि, मसाला, कॉटन यार्न एवं अन्य क्षेत्रों में निर्यात के बेहतर अवसर होंगे। यह बात अतिरिक्त सचिव, डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड संतोष सारंगी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में "फोस्टरिंग एक्सपोर्ट्स फ्रॉम एमपी" सेशन में निवेशकों से कही। सारंगी ने कहा कि मध्यप्रदेश के एक्सपोर्ट में रेवेन्यू बढ़ाने के लिए रॉ मटेरियल के स्थान पर फाइनल प्रोडक्ट पर फोकस करेंगे। कॉटन यार्न के स्थान पर फैब्रिक और अपेरल, सोयाबीन के स्थान पर सोयाबीन उत्पाद, मसाले, होम फर्निशिंग प्रोडक्ट और जेम्स और ज्वेलरी प्रदेश के एक्सपोर्ट में अहम भूमिका अदा करेंगे। उन्होंने सभी निवेशकों से प्रदेश में निवेश कर विकास में भागीदार बनने का आग्रह किया।   प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा मनु श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश का वित्तीय वर्ष में 2021-22 में एक्सपोर्ट 58 हजार 407 करोड़ का रहा है। काबुली चना, सोयाबीन, फार्मा, टेक्सटाईल और कृषि उत्पादों में प्रदेश अग्रणी रहा है। मध्यप्रदेश से 200 से भी अधिक देशों में निर्यात होता है। इसमें अमेरिका, बांग्लादेश और चीन में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट किया जाता है। प्रदेश में नए उद्योग लगाने और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उत्पाद निर्मित करने की अपार संभावनाएँ हैं। राज्य शासन की नीतियाँ सभी निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए सदैव सहयोगात्मक रही है।     "फोस्टरिंग एक्सपोर्ट्स फ्रॉम एमपी" सेशन में फ्लेक्सीटफ ग्रुप के सौरभ कलानी ने कहा कि मध्यप्रदेश के व्यापार को और अधिक संवर्धित करने के लिये 3-P-परफार्मेंस पॉलिसी और परसेप्शन पर काम करना होगा। प्रदेश में कानून-व्यवस्था बहुत अच्छी है। वर्क फोर्स की कमी नहीं है और यहाँ की ब्यूरोक्रेसी प्रौ-एक्टिव है। राज्य सरकार द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम से क्लीयरेंस हो रहा है। फास्ट डिसीजन लिये जा रहे हैं। कलानी ने कहा कि एक्सपोर्ट्स को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी मिलती है तो निर्यात और अधिक बढ़ने की संभावनाएँ बढ़ेगी।   इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमेन अरुण कुमार गरोडिया ने कहा कि मध्यप्रदेश का व्यापार संवर्धन में अत्यधिक सहयोगात्मक रूख रहा है। प्रदेश पॉवर सरप्लस स्टेट है। यहाँ रॉ मटेरियल की बहुतायत है। केन्द्र सरकार की मदद से एमएसएमई सेक्टर में बहुत अधिक प्रोग्रेस की जा सकती है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएँ हैं, यहाँ आएँ और निवेश करें। डीएमएल ग्रुप के प्रमोटर हरीश लखनी ने कहा कि मध्यप्रदेश को अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करनी चाहिए। मध्यप्रदेश में बेहतर कार्य हो रहा है। यहाँ टेक्सटाईल की अपार संभावनाएँ मौजूद हैं। फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट के साथ ही पार्टनरशिप के द्वारा कम्पनियाँ स्थापित कर प्रमोट करने की आवश्यकता है।   फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल और सीईओ अजय सहाय ने कहा कि मध्यप्रदेश ऑटोमोबाईल, फार्मास्युटिकल और वेल्यू एडीशन के क्षेत्र में बहुत बढ़िया कार्य कर रहा है। प्रदेश में 250 से अधिक फार्मास्युटिकल कम्पनियाँ काम कर रही हैं। यहाँ पर मेडिसन और आर्गेनिक प्रोडक्टस के क्षेत्र में व्यापक अवसर मौजूद हैं। सत्र में विशेषज्ञों ने निवेशकों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये। आभार प्रदर्शन सुविद शाह ने किया।  

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Kolar News 12 January 2023

इंदौर में 11-12 जनवरी को आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के पहले दिन उद्घाटन सत्र के बाद 10 समानांतर सत्र होंगे। इन 10 सत्रों में मध्यप्रदेश में पर्यटन, फार्मास्युटिकल, मेडिकल डिवाइसेस एण्ड हेल्थ केयर, टेक्सटाइल एण्ड गारमेंट्स, एग्री एण्ड फूड प्रोसेसिंग, लॉजिस्टिक एण्ड वेयर-हाउसिंग, आपर्चुनिटीज इन ऑइल नेचुरल गैस एण्ड पेट्रो केमिकल्स सेक्टर इन मध्यप्रदेश, रिन्युवल एनर्जी और इन्वेस्टमेंट आपर्चुनिटीज इन अर्बन, रियल स्टेट एण्ड मोबिलिटी पर विचार-विमर्श होगा।   मध्यप्रदेश में पर्यटन के विकास और संभावनाओं पर होने वाले सत्र में विषय प्रवर्तन लाइव हिस्ट्री इण्डिया की को-फाउण्डर मिनी मेनन रखेंगी। सत्र को संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री  उषा ठाकुर संबोधित करेंगी। प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं पर प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला प्रेजेंटेशन देंगे। सत्र में सचिव केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय अरविंद सिंह, टमारा लीजर एक्सप्रियेंसेस की सीईओ श्रुति शिबुलाल, अबडेंशिया इंटनटेनमेंट के सीईओ विक्रम मल्होत्रा, रियल स्टेट एण्ड डेव्हलपमेंट द इण्डियन होटल कम्पनी की सुमा व्यंकटेश, एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष कैप्टन स्वदेश कुमार अपने विचार रखेंगे। पर्यटन विकास निगम के एम.डी. एस. विश्वनाथ पैनल डिस्कशन के पूर्व आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करेंगे और एडिशनल एम.डी. विवेक श्रोती आभार व्यक्त करेंगे।     ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में फार्मास्युटिक, मेडिकल डिवाइस एण्ड हेल्थ केयर, आपर्चुनिटीज इन एम.पी. विषय पर होने वाले सत्र में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी मोहम्मद सुलेमान प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास और निवेश की संभावनाओं पर विषय प्रवर्तन करेंगे। पेनल डिस्कशन में एस. अपर्णा सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल गवर्मेंट ऑफ इण्डिया, सुदाम खाड़े सेक्रेटरी हेल्थ एम.पी. अपने विचार रखेंगे। फार्मा इण्डस्ट्री के प्रतिनिधि के रूप में चेयरमेन इप्का लेबोरेट्रीज पी.सी. गोधा, डायरेक्टर कॉर्पोरेट अफेयर्स ल्युपिन के.आर. गुप्ता और एजीक्यूटिव डायरेक्टर टोरेंट फार्मा हसमुख पटेल भी अपने विचार रखेंगे। चिकित्सा क्षेत्र के उद्योग के प्रतिनिधि के रूप में सीईओ AMTZ संतोष कुमार, वाइस प्रेसीडेंट हेल्थ केयर इनोवेशन सेंटर, फिलिप्स इण्डिया लिमिटेड के पियूष कौशिक अपने विचार रखेंगे। हेल्थ केयर सेक्टर में अपोलो हॉस्पिटल डिवीजन के प्रेसीडेंट के. हरिप्रसाद हेल्थ सेक्टर में निवेश की संभावनाओं पर विचार रखेंगे। इस सत्र को स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग भी संबोधित करेंगे। यह सत्र दोपहर 2 से 3:30 बजे के मध्य होगा।     ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के टेक्सटाईल एण्ड गारमेंट सत्र में अतिरिक्त मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव विषय प्रवर्तन करेंगे। सत्र में कमिश्नर एमएसएमई पी. नरहरि रिबिल्डिंग मध्यप्रदेश ग्लोबल काम्पीटीटिवनेस इन टेक्सटाइल एण्ड एपेरल्स संबंधी प्रेजेंटेशन देंगे। एमएसएमई और साइंस एण्ड टेक्नालॉजी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का विशेष संबोधन होगा। इस सत्र के मार्डरेटर केन्द्रीय टेक्सटाईल मंत्रालय के टेक्सटाईल कमिश्नर रूप राशि होंगे। पेनल डिस्कशन में एमडी बीसीपीएल आर. राजकुमार, वर्धमान टेक्सटाईल के ज्वाइंट एमडी नीरज जैन, एमडी गोकलदास एक्सपोर्ट लिमिटेड शिवा गणपति, एईपीसी के चेयरमेन और टेक्सपोर्ट इण्डस्ट्रीज प्रायवेट लिमिटेड के एमडी नरेन्द्र गोयनका और मेट्रिक्स क्लोदिंग प्रायवेट लिमिटेड के एमडी गौतम नायर शामिल होंगे। इसके बाद प्रश्नोत्तर होंगे। यह सत्र दोपहर 3 बजे से शुरू होकर शाम 4:15 को समाप्त होगा।     एग्रीकल्चर एण्ड फूड प्रोसेसिंग सेशन का स्वागत कथन और विषय प्रवर्तन मध्यप्रदेश शासन के उद्यानिकी और खाद्य प्र-संस्करण विभाग के अपर मुख्य सचिव जे.एन. कंसोटिया करेंगे। इस सत्र में अपर मुख्य सचिव किसान-कल्याण और कृषि विकास विभाग मध्यप्रदेश शासन अशोक वर्णवाल विषय से संबंधित प्रेजेंटेशन देंगे। इस सत्र को अपर मुख्य सचिव जे.एन. कंसोटिया मार्डरेट भी करेंगे। पेनल डिस्कशन में चेयरमेन एण्ड एमडी एलटी फूड्स वी.के. अरोरा, यूएस इंटरनेशनल डेव्हलपमेंट फायनेंस कॉर्पोरेशन साउथ एशिया के रीजनल एमडी अजय राव, एबीडी आईटीसी लिमिटेड के डिवीजनल चीफ एक्जीक्यूटिव रजनीकांत राय, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के चीफ कमिश्नर कस्टम्स, सेंट्रल एक्साइज एण्ड सेंट्रल जीएसटी नवनीत गोयल और नीदरलैण्ड एम्बेसी इन इण्डिया के एग्रीकल्चर काउंसलर माइकल वेन इरकेल पेनल डिस्कशन में शामिल होंगे। दोपहर 2 बजे से शुरू होकर अपरान्ह 3:30 बजे समाप्त होने वाले इस सत्र में प्रमुख सचिव पशुपालन एण्ड डेयरी विकास विभाग मध्यप्रदेश शासन गुलशन बामरा आभार ज्ञापित करेंगे।   लॉजिस्टिक एण्ड वेयर-हाउसिंग सेशन सायंकाल 4 बजे से 5:30 बजे की अवधि के दौरान होगा। इस सेशन के मार्डरेटर केपीएमजी के डायरेक्टर प्रवीण हीरामठ होंगे। आरंभिक वक्तव्य प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग, मध्यप्रदेश शासन के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव देंगे। फूड एण्ड सिविल सप्लाई एवं उपभोक्ता संरक्षण के डायरेक्टर दीपक सक्सेना का विशेष संबोधन होगा। इस सत्र के प्रमुख वक्ता एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर-ईस्ट कान्कोर आलोक बड़कुल, डिवीजनल रेलवे मैनेजर भोपाल सौरभ बंदोपाध्याय, अडानी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के सीईओ विक्रम जयसिंघानी, सीईओ टीवीएस इण्डस्ट्रियल एण्ड लॉजिस्टिक्स पार्क्स डॉ. रामनाथ सुब्रमण्यम, जेएलएल के आपरेशन्स एण्ड बीडी हेड चन्द्रनाथ डे और वेलस्पन वन लॉजिस्टिक्स पार्क्स प्रायवेट लिमिटेड के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अनय शुक्ला होंगे। प्रश्नोत्तर के बाद इस सत्र का समापन विमर्श और आभार वक्तव्य केपीएमजी के डायरेक्टर प्रवीण हीरामठ द्वारा दिया जायेगा।     आपर्चुनिटीज इन ऑइल, नेचुरल गैस एण्ड पेट्रो केमिकल सेक्टर इन मध्यप्रदेश पर होने वाले सत्र में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सिगनेट इण्डस्ट्रीज लिमिटेड के सौरभ संगला प्रारंभिक वक्तव्य देंगे। सत्र में प्रेसीडेंट ऑफ गुयाना डॉ. मोहम्मद इरफान अली, प्रेसीडेंट ऑफ सूरीनाम चंद्रिका प्रसाद संतोखी, वेनीजुएला दूतावास के प्रतिनिधि अलफ्रेडो केलडेरा गज़मेन वक्तव्य देंगे। यह सत्र दोपहर 1:30 से दोपहर 3 बजे तक चलेगा। इस सत्र में प्रमुख सचिव ऊर्जा मध्यप्रदेश शासन प्रदेश में रिन्यूवल एनर्जी के क्षेत्र में तैयार की गई नीति के बारे में जानकारी देंगे। सीईओ 02 पॉवर लिमिटेड पराग शर्मा मध्यप्रदेश में रिन्यूवल एनर्जी की संभावनाओं पर जानकारी देंगे। इस सत्र को एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट ग्रीनको ग्रुप प्रवीण मित्र नंदा, चेयरमेन अवाडा ग्रुप श्री विनीत मित्तल, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एनटीपीसी मोहित भार्गव, सीईओ टाटा पॉवर रिन्यूवल एनर्जी आशीष खन्ना, सीएमडी एसजेवीएन लिमिटेड नंदलाल शर्मा और सीएमडी आरईसी लिमिटेड के विवेक कुमार देवगन अपने वक्तव्य देंगे। यह सत्र दोपहर 2 से 3:30 तक चलेगा। इस सत्र में प्रारंभिक वक्तव्य प्रमुख सचिव अर्बन डेव्हलपमेंट हाउसिंग डिपार्टमेंट मध्यप्रदेश शासन नीरज मंडलोई मध्यप्रदेश में इन्वेस्टमेंट आपर्चुनिटीज इन अर्बन रियल स्टेट एण्ड मोबिलिटी विषय पर दिया जायेगा। सत्र को अर्बन डेव्हलपमेंट एण्ड हाउसिंग डिपार्टमेंट के मिनिस्टर संबोधित करेंगे। केन्द्रीय सचिव एमओआरटीएच अलका उपाध्याय की-नोट एड्रेस करेंगी। इस सत्र में वाइस प्रेसीडेंट एल एण्ड टी कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के गिरिधरन और पार्टनर ई एण्ड वाय अजीत पई, वर्ल्ड बैंक के विषय-विशेषज्ञ डॉ. संजीव कुमार लोहिया विषय पर प्रेजेंटेशन देंगे। यह सत्र शाम 4 से 5:30 बजे तक चलेगा।  

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Kolar News 11 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश में आई.टी. का अगला डेस्टिनेशन इंदौर होगा। स्वच्छता और कार्य के बेहतर वातावरण को हमने ब्रांड के रूप में स्थापित किया है। उद्योग और निवेश की सुगम प्रक्रियाएँ, सहयोगी और उत्साहवर्धक व्यवहार तथा बेहतर कनेक्टिविटी एवं पर्याप्त इन्फ्रा-स्ट्रक्चर सभी क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रदेश को उपयुक्त बनाता है। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले उद्योगपतियों और निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा में यह बात कही। मुख्यमंत्री चौहान से डालमिया भारत समूह के पुनीत डालमिया, गोदरेज इण्डस्ट्री के नादिर गोदरेज, अडानी एग्रो ऑयल एवं गैस के प्रणव अडानी, टाटा इंटरनेशनल के नोएल टाटा, आईटीसी ग्रुप के संजीव पुरी, एक्ससेंचर की रेखा मेनन और रिलायंस इंडस्ट्रीज के निखिल आर. मेसवानी ने ब्रिलिंयट कन्वेंशन सेंटर में भेंट की। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मनीष सिंह उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा में डालमिया भारत समूह के पुनीत डालमिया ने प्रदेश में सीमेंट प्लांट लगाने तथा स्वस्थ कार्बन साइकल विकसित करने के लिए प्रदेश के वेस्ट लैंड पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने संबंधी प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निवेश में इस प्रकार के नवाचारों का प्रदेश में स्वागत है।     मुख्यमंत्री चौहान से भेंट में गोदरेज इण्डस्ट्री के नादिर गोदरेज ने प्रदेश में बढ़ रहे शहरीकरण को देखते हुए रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश की इच्छा व्यक्त की। इसके साथ ही एग्रो केमिकल उद्योग लगाने की योजना की जानकारी दी।गोदरेज ने कहा कि उनका समूह मालनपुर स्थित इकाई का विस्तार कर रहा है। समूह सीएसआर के अंतर्गत स्वास्थ्य क्षेत्र में गतिविधियों को बढ़ाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने पर्यटन के क्षेत्र में संभावनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश की लगातार बढ़ रही प्रति व्यक्ति आय से प्रदेश में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री चौहान से वन-टू-वन चर्चा में अडानी एग्रो ऑयल एवं गैस के प्रणव अडानी ने कहा कि उनके समूह की प्रदेश में खनिज, ऊर्जा, कृषि, नवकरणीय ऊर्जा और कोयले के क्षेत्र में 60 हजार करोड़ के निवेश की योजना है। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता देने के संबंध में चर्चा के दौरान अडानी ने कहा कि यह हमारा कर्त्तव्य है। समूह अपनी आवश्यकताओं के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए राज्य में कौशल उन्नयन की गतिविधियाँ संचालित करेगा। समूह का राज्य में अस्पताल स्थापित करने का भी विचार है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण इकाईयाँ लगाने की संभावनाओं से भी उन्हें अवगत कराया़।     मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा में टाटा इंटरनेशनल के नोएल टाटा ने कहा कि उनका समूह प्रदेश में गतिविधियों का विस्तार करेगा। प्रदेश में समूह अपने रिटेल आउटलेट जूडियो की संख्या भी बढ़ाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश से समूह की निर्यात गतिविधियों को बढ़ाने की आवश्यकता बताई। मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा में आईटीसी ग्रुप के संजीव पुरी ने कहा कि निवेश आमंत्रित करने के क्षेत्र में मध्यप्रदेश अन्य राज्य की तुलना में अधिक सक्रिय है। इंदौर में विकास का उदाहरण प्रस्तुत किया है। संजीव पुरी ने कहा कि प्रदेश में आईटीसी द्वारा 300 एफपीओ संचालित किए जा रहे हैं। इनका विस्तार कर 1000 एफपीओ स्थापित करने का लक्ष्य है, इसमें 1500 करोड़ रूपये का निवेश होगा। आईटीसी समूह प्रदेश में पैकेजिंग और खाद्य प्र-संस्करण इकाई स्थापित करने जा रहा है। पैकेजिंग इकाई इस वर्ष के अंत तक आरंभ हो जाएगी। समूह सुगंधित पौधों की खेती को प्रोत्साहित कर रहा है। इसके प्र-संस्करण पर आधारित इकाई भी प्रदेश में स्थापित की जाएगी। किसानों को फसल लेने, बिक्री आदि के संबंध में मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिए आईटीसी मार्ट का भी विस्तार किया जा रहा है।   मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा में एक्ससेंचर की रेखा मेनन ने मध्यप्रदेश की आई.टी. नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह नीति आई.टी. इंडस्ट्री के लिए बहुत उपयोगी और मित्रवत है। इंदौर में कार्य का उपयुक्त वातावरण है। अत: इंदौर निरंतर आई.टी. प्रोफेशनल्स का केन्द्र बनता जा रहा है। एक्ससेंचर ने इंदौर में 6 महीने पहले ही कार्य आरभ किया है, जहाँ 1400 लोग कार्य कर रहे हैं। समूह प्रदेश में गतिविधियों का विस्तार करेगा। मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा में रिलायंस इंडस्ट्रीज के निखिल आर. मेसवानी ने कहा कि सेवा क्षेत्र में निवेश से आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। अत: रिलायंस समूह संपूर्ण प्रदेश में तहसील स्तर तक इस वर्ष के अंत तक 5 जी सुविधा उपलब्ध करवाएगा। समूह द्वारा प्रदेश में 175 पेट्रोल पम्प संचालित किए जा रहे हैं, इस संख्या को भी दोगुना किया जाएगा। रिलायंस समूह सौर ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश का इच्छुक है। इसके लिए चंबल क्षेत्र में आवश्यक सर्वे और अध्ययन जारी है। समूह प्रदेश में टेक्सटाईल की संपूर्ण प्रोसेसिंग इकाइयों की स्थापना की दिशा में भी निवेश का इच्छुक मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की उन्नति के लिए प्रतिबद्ध और उद्योगपतियों तथा निवेशकों को हरसंभव सहयोग उपलब्ध कराने के लिए सदैव तत्पर है।  

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Kolar News 11 January 2023

17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के अंतिम दिवस के प्रथम प्लेनरी सेशन में शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की अध्यक्षता में “रोल ऑफ इंडियन डायस्पोरा फॉर एनेबलिंग ग्लोबल मोबिलिटी ऑफ इंडियन वर्क फोर्स” विषय पर विमर्श हुआ। मंत्री प्रधान ने कहा कि भारत लगातार कुशल और दक्ष बन रहा है। विश्व में सर्वाधिक कुशल युवा वर्कफोर्स भारत में है। लगभग 3.2 बिलियन भारतीय युवा विश्व के अलग-अलग देशों में कार्यरत हैं। पूर्व में भारतीयों को विदेशों में कामगार के रूप में देखा जाता था, वर्तमान में वही समुदाय कुशल कार्यबल में परिवर्तित हो गया है। दुनिया देख रही है कि विश्व की सर्वोच्च आई.टी. कम्पनियों में उच्च पदों पर भारतीय कार्यरत हैं। केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारतीय उत्पाद बेहतर गुणवत्ता एवं सस्ते मूल्य के लिए जाने जाते हैं।   प्रधान ने कहा कि वैश्विक मूल्य श्रृंखला के अनुरूप कार्य करने में भारतीय आगे हैं और पूरे विश्व में उपभोक्ता वस्तुओं के निर्माण में सबसे ज्यादा भारतीय जुड़े हैं। इसका सबसे बड़ा कारण उनकी कार्य-कुशलता, ईमानदारी और कार्य के प्रति समर्पण है। उन्होंने कहा कि भारत में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। हमारे देश में लगभग 200 मिलियन छात्र शेाध-कार्य और स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। भारत लगातार कुशल बन रहा है, जो वसुधैव कुटुम्बकम के दर्शन पर पूरे विश्व के बेहतर कल के लिए कार्य करेगा। केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि प्रौद्योगिकी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है। टेक्नोलॉजी के कारण आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक बदलाव हो रहा है। भारत का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में स्वदेशी 5जी की शुरूआत हो गई है। भारत पहले अमेरिका से निम्नतम गुणवत्ता के अनाज आयात करता था। आज 40 देशों को अनाज का निर्यात करता है साथ ही पूरे विश्व ने देखा और माना है कि वैश्विक महामारी के दौरान मानवता की रक्षा के लिए भारत ने कई देशों को दवाइयाँ एवं वैक्सीन मुहैया कराई। उन्होंने कहा कि भारत अपनी क्षमता को बेहतर बना कर वैश्विक आवश्यकता के अनुसार कार्य करेगा। इसमें प्रवासी भारतीय अहम भूमिका निभा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों पर गहरा विश्वास जताया है और प्रत्येक प्रवासी भारतीय को भारत का राष्ट्रदूत माना है।   तीन दिवसीय पीबीडी सम्मेलन के अंतिम दिन के प्लेनरी सत्र में मॉरिशस की सोशल इंटीग्रेशन, सोशल सिक्योरिटी एवं नेशनल सॉलि मंत्री श्रीमती फजीला जीवा दोरियावू ने कहा कि मॉरिशस की अर्थ-व्यवस्था में भारतीय कार्यबल का महत्वपूर्ण योगदान है। मॉरिशस के 70 प्रतिशत नागरिकों की जड़ें भारत से जुड़ी हैं, भारत उनका दूसरा घर है। पीबीडी सम्मेलन में मॉरिशस का बहुत बड़ा प्रतिनिधि दल शामिल हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत जिस तरह से विकास कर रहा है, वह अदभुत है। प्रवासियों को कई समेकित उद्देश्यों को लेकर आगे बढ़ना होगा। यह सम्मेलन एक अच्छा अवसर है, जहाँ सारे प्रवासियों को मिलकर अपने सुझाव एवं विचार व्यक्त करने का मौका मिला। श्रीमती जीवा ने कहा कि कोविड-19 पेन्डेमिक के दौरान भारत से मिली वैक्सीन से मॉरिशस को बड़ी राहत मिली थी। लुलू ग्रुप के सीएमडी एम.ए. युसूफ अली ने कहा कि हमारा तन, मन और धन हिन्दुस्तान के लिए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत दिन-प्रतिदिन तरक्की कर रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च तक हिन्दुस्तान सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश होगा। भारत में सबसे ज्यादा युवा हैं और यह गर्व की बात है। अली ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की भूमिका युवाओं को रोजगार देने में महत्वपूर्ण होगी। सैकड़ों भारतीय खाड़ी देशों में वित्तीय स्थिरता के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि केरल राज्य में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एनआरआई समिति गठित की गई है। अन्य राज्यों को भी ऐसी समिति बनाकर विदेश मंत्रालय की मदद से भारतीय युवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय प्लेटफार्म उपलब्ध कराने में मदद करना चाहिए।   ऑस्ट्रेलिया की मल्टी कोनेक्सीओन ग्रुप की सीईओ शीबा नांदेकेलीयोर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में प्रवासियों की संख्या बढ़ रही है। युवा कार्यबल की प्रतिभा और संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया में प्रवासी भारतीयों की संख्या बढ़ रही है। भारतीय प्रवासियों ने न सिर्फ विकास किया बल्कि उनके योगदान के लिये उनकी सराहना भी हुई है। वे बहुत अच्छे कार्य बल के रूप में उभरकर आ रहे हैं। बड़ी संख्या में युवा शिक्षित हैं। इसमें 60 प्रतिशत युवती और 40 प्रतिशत युवक हैं। यह भारत की ताकत है। यह शानदार आगाज है। एसबीआई ग्रुप जापान के सदस्य संजीव सिन्हा ने कहा कि जापान में आईआईटी हैदराबाद के सहयोग से 400 मिलियन डॉलर का निवेश कर आईआईटी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईआईटी सेक्टर कंपनियों के टॉप सीईओ कंपनियों की सूची में भारतीयों का बोलबाला है। सभी भारतीय विश्व में वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन को प्रसारित कर रहे हैं। हम सभी को विश्व को एक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।   अरानाड समाचार-पत्र के सम्पादक कुलदीप सिंह शेखावत ने कहा कि अर्थ-व्यवस्था सेवा क्षेत्र पर निर्भर है। पहले कामगारों के रूप में भारतीयों की छवि थी। अब परिदृश्य बदल गया। उन्होंने कहा कि (ब्रिटेन) सेवा क्षेत्र केन्द्रित देश है। बहुत ज्यादा उत्पादन नहीं होता, इसलिए हमें पढ़े-लिखे युवा भारतीयों की जरूरत है। श्री शेखावत ने सुझाव दिया कि यूके और भारत के बीच पर्यटन की अपार संभावनाओं पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर पीबीडी के सम्मान को बढ़ाया है। इराम ग्रुप के चेयरमेन डॉ. सिद्दीक अहमद ने कहा कि एक ऐसे वेब पोर्टल की शुरूआत की जाए जहाँ पर पुराने अनुभवी लोग जॉब, कम्पनी, प्लेसमेंट की जानकारी दें। कम्पनीज को भी सदस्य बनाया जाए जिससे जॉब देने वाले और काम पाने वाले दोनों की जानकारी मिल सके।

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Kolar News 11 January 2023

मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में इंदौर में ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में एम पी टूरिज्म पवेलियन में ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पीपुल ऑफ इंडियन ओरिजिन (गोपियो) के 8 देश के चेप्टर के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। यह एमओयू फ्रांस मेट्रोपोल पेरिस, मॉरीशस, रीयूनियन द्वीप, मार्टीनिक, श्रीलंका, गोपियो इंटरनेशनल, मलेशिया एवं मॉरिशस के साथ किए गए। एमओयू पर प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने टूरिज्म बोर्ड की ओर से और जीओपीआईओ के 8 देश के अध्यक्षों ने हस्ताक्षर किए।    प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि यह एमओयू प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र के विकास में अधिक सहयोग स्थापित करने, पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने और प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से किया गया है। यह अनुसंधान, संवर्धन और पर्यटन विकास में सहयोग को मजबूत करने, बढ़ावा देने और विकसित करने का भी प्रयास है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि भारतीय मूल का प्रत्येक व्यक्ति वास्तव में देश का एक सांस्कृतिक राजदूत है। उन्होंने सभी प्रवासी भारतीयों से भारत की संस्कृति का विदेश में प्रचार करने की अपील भी की।  अध्यक्ष जीओपीआईओ फ्रांस राजाराम मुनुस्वामी ने कहा कि एमओयू दोनों देश के लिए उपयोगी रिश्ते का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह मध्यप्रदेश पर्यटन और फ्रेंच भाषी क्षेत्रों के बीच मौजूद बंधन को और मजबूत करेगा।

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Kolar News 10 January 2023

केंद्रीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि कला, भोजन और रचनात्मकता भारतीय संस्कृति का पुरातन काल से हिस्सा रहे हैं। भारत सॉफ्ट स्किल के क्षेत्र में शुरू से ही अग्रणी रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री लेखी प्रवासी भारतीय दिवस के दूसरे दिन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में ‘‘लेवरेजिंग द सॉफ्ट पावर ऑफ इंडिया: गुडविल थ्रू क्राफ्ट, कुज़ीन एंड क्रिएटिविटी’’ सेशन को संबोधित कर रही थी। केंद्रीय राज्य मंत्री लेखी ने कहा कि जिस तरह एक कलाकार अपनी कला को नित नए तरीके से परिष्कृत करते रहता है उसी तरह भारत में भी कला और रचनात्मकता विकसित हुई है।   केंद्रीय राज्य मंत्री लेखी ने कहा कि भारत ने अपनी कला और रचनात्मकता में नवीनतम तकनीक को शामिल तो किया लेकिन अपनी संस्कृति को कभी नहीं छोड़ा। हमारी कला, भोजन और रचनात्मकता का आज पूरा विश्व लोहा मान रहा है। पश्चिमी देशों में मशहूर हो रहे मिलेट और योग, पुरातन काल से भारतीय जीवन शैली का हिस्सा रहे हैं। हमें अपनी संस्कृति और इसमें समाहित सॉफ्ट पावर पर गर्व होना चाहिए। अब वक्त है कि भारतीय अपनी कला और रचनात्मकता से पूरे विश्व को भविष्य का रास्ता दिखाये।   पेनल सेशन में मॉरीशस के कला और सांस्कृतिक विरासत मंत्री अविनाश टीलक, भारत में एनजीएमए के डायरेक्टर जनरल अद्वैत गदनायक, बहरीन की लेखक और पत्रकार मीरा रवि, नाइजीरिया की फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और मोटिवेशनल स्पीकर हमीशा दरयानी आहूजा, नेपाल के लोक कला विभाग के अध्यक्ष एस सी सुमन, स्पेन की कोरियोग्राफर, प्रोड्यूसर और डांसर श्रेयसी नाग ने भारत और प्रवासी भारतीयों के मजबूत सांस्कृतिक संबंधों पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि विदेशों की फिल्म, नृत्य, कला, संगीत, भोजन और रचनात्मकता में आज भी भारत का असर दिखाई देता है। साथ ही उन्होंने सभी प्रवासी भारतीयों से उनके देश में भारतीय कला, भोजन और रचनात्मकता को स्पॉन्सर और सहयोग करने की अपील भी की। इस अवसर पर प्रवासी भारतीय दिवस में शामिल होने आये विभिन्न देशों के प्रतिनिधि, विजिटर्स और कलाप्रेमी उपस्थित रहे।‍‍

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Kolar News 10 January 2023

भारत के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में सभी प्रवासी भारतीयों का स्वागत करते हुए पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि मध्यप्रदेश ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अद्भुत और अनोखा है। मध्यप्रदेश का अध्यात्म और संस्कृति से गहरा नाता रहा है। मंत्री सुश्री ठाकुर प्रवासी भारतीय दिवस पर ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में "इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी इन हार्ट ऑफ इनक्रेडिबल इंडिया" सेशन को संबोधित कर रही थी। मंत्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना है कि आध्यात्म ही भारतीय संस्कृति की रीढ़ है। उनकी संकल्पना पर मध्यप्रदेश बड़ी तत्परता और शक्ति के साथ कार्य कर रहा है। पर्यटन और संस्कृति विभाग द्वारा संस्कृति और पर्यटन को जोड़ने की दिशा में कार्य करते हुए विभिन्न नवाचार किए गए हैं। इनमें माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना, उज्जैन में श्री महाकाल महालोक का निर्माण और ओंकारेश्वर में आदि गुरू शंकराचार्य की प्रतिमा की स्थापना और न्यास का गठन महत्वपूर्ण है।    मंत्री ठाकुर ने कहा कि पर्यटन भारतीय संस्कृति की आत्मा है। भगवान आदि शंकराचार्य ने देश में पर्यटन की परंपरा के रूप में तीर्थाटन की संस्कृति को शुरू किया था। इसी तरह पर्यटन और संस्कृति को बढ़ाने में प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने सभी प्रवासी भारतीयों से मध्यप्रदेश का भ्रमण और वापस जाकर वहाँ के निवासियों को मध्यप्रदेश आमंत्रित करने का आग्रह किया। मंत्री ठाकुर ने प्रवासी भारतीयों से  मध्यप्रदेश में पर्यटन के विकास के लिए निवेश कर जन्म-भूमि के ऋण से उऋण होने का प्रयास करने का आग्रह भी किया।    प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी के लिए सब कुछ है। अगर आप अपने परिवार के साथ मध्यप्रदेश आते हैं तो परिवार के सभी सदस्य के लिए यहाँ रुचि अनुसार पर्यटन स्थल और गतिविधियाँ हैं। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में नवाचार के लिए जाना जाता है। मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन के साथ वैलनेस, वाटर, इको, एग्रो आदि टूरिज्म के नए सेक्टर विकसित हो रहे हैं। प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन सर्वश्रेष्ठ अवसर है। शुक्ला ने सभी प्रवासी भारतीयों को मांडू उत्सव, जल महोत्सव और हृदय दृश्यम लोक कला उत्सव सहित रुचि अनुसार प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों पर आमंत्रित किया।   प्रवासी भारतीय दिवस पर पर्यटन में इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी पर डेलीगेट्स क्रमश: डी इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड की उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश एवं उत्तराखंड की एरिया डायरेक्टर सुश्री कनिका हसरत ने लग्जरी टूरिज्म, एग्जॉटिक हॉस्पिटेलिटी नागपुर प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अनिल अग्रवाला ने वाइल्डलाइफ टूरिज्म, फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया के चेयरमेन सुमित सूरी ने हॉस्पिटेलिटी, लंदन के यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर संजीव अग्रवाल ने मेडिकल टूरिज्म और वायरल फीवर (टीवीएफ) के फाउंडर और प्रोड्यूसर अरुणाभ कुमार ने फिल्म पर्यटन पर अपने अनुभवों को साझा किया। सभी ने मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग की पारदर्शी और सहयोगी पर्यटन नीति की सराहना की। साथ ही प्रवासी भारतीय दिवस पर पधारे सभी अतिथियों से मध्यप्रदेश में भ्रमण करने और निवेश करने का आग्रह भी किया। सत्र में प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम एस. विश्वनाथन, अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड  विवेक श्रोत्रिय और संबंधित अधिकारी सहित बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय उपस्थित रहे।

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Kolar News 9 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर में प्रवासी भारतीयों के साथ स्कीम नंबर 113 में बनाए गए ग्लोबल गार्डन में कपूर का पौधा लगाकर उद्यान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अनुरोध पर ग्लोबल गार्डन का नामकरण "नमो ग्लोबल गार्डन" करने की घोषणा की। गार्डन में लगाए गए पौधों के ट्री-गार्ड की पट्टिका पर प्रवासी भारतीयों के साथ उनके देश और शहर के नाम भी अंकित है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में सहभागिता करने आए प्रवासी भारतीयों के सम्मान एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर आज यहाँ नमो ग्लोबल गार्डन में पौध-रोपण किया गया है। उन्होंने कहा कि पेड़ रहेंगे तो दुनिया रहेगी और हमारी आने वाली पीढ़ियों को बेहतर पर्यावरण मिलेगा। मुख्यमंत्री ने सभी से अपने जन्म-दिन, विवाह की वर्षगाँठ, माता-पिता की पुण्य-तिथि और अन्य शुभ अवसरों पर पौधा लगाने और उनका संरक्षण करने की अपील की। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के सम्मान एवं स्वागत के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन को बधाई दी।

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Kolar News 9 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों ने प्रवासी भारतीय दिवस के पहले दिन व्यक्तिगत भेंट और चर्चा की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए सरकार भरपूर मदद करेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी नवीन निवेश का स्वागत है। नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को पर्याप्त बढ़ावा दिया गया है। प्रदेश में इस क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट के फ्लोटिंग संयंत्र की स्थापना का कार्य हो रहा है। साथ ही शाजापुर, नीमच, छतरपुर और मुरैना आदि स्थानों में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रयास किए जा रहे हैं। नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए राज्य की नीति के अनुसार पूरी सहायता दी जाएगी। पूर्व वर्षों में रीवा में सौर ऊर्जा परियोजना से लाभ लिया गया है। मध्यप्रदेश शरबती गेहूँ और बासमती चावल के साथ मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देना चाहता है।     मुख्यमंत्री चौहान ने आज इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के प्रथम दिन मध्यप्रदेश में निवेश के संबंध में विभिन्न प्रवासी भारतीय और उद्योगपतियों से कहा कि आज से करीब 20 वर्ष पहले मध्यप्रदेश में बिजली, पानी और सड़कों से जुड़ी समस्याएँ देखी जाती थी। दो दशक में इन क्षेत्रों में व्यवस्थाएँ मजबूत की गईं। आवश्यक अधो-संरचना के विकास और विभिन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए उद्योगपतियों को आमंत्रित करने से निवेश आने लगा। योग्य युवाओं को काम मिलने लगा। प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ और मध्यप्रदेश अनेक क्षेत्र में अग्रणी हो गया है। अब नवीन क्षेत्रों में कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल, कृषि, पर्यटन, स्वास्थ्य, खाद्य प्र-संस्करण और टेक्सटाईल उद्योगों के विकास के ठोस कदम उठाये गये। प्रदेश में निवेश के लिये प्रवासी भारतीयों की भी रूचि बढ़ रही है। इस सम्मेलन में प्राप्त सुझावों और इसके पश्चात प्राप्त प्रस्तावों का संबंधित विभागों से परीक्षण करवा कर विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की नवीन कोशिशें की जायेंगी। मुख्यमंत्री  चौहान से आज जिन क्षेत्रों में निवेश के लिए इच्छुक प्रवासी भारतीय और निवेशकों ने भेंट की, उनमें शिक्षा और कौशल विकास, आईटी, साइंस लेब स्थापना, नवकरणीय ऊर्जा, जैविक उत्पादों को बाजार दिलवाने, पर्यटन और मिश्रित मार्शल आर्टस एवं फिटनेस केन्द्रों को प्रारंभ किए जाने से संबंधित क्षेत्र शामिल हैं।     मुख्यमंत्री चौहान से यूएई सहित खाड़ी के देशों में सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनी के साजन लतीफ ने भेंट की। साजन 20 व्यवसायी बंधुओं के समूह के साथ प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने चिकित्सा पर्यटन और कार्गोशिपिंग में निवेश की पहल की है। आज यूएई के ही डॉ. सिद्दीक अहमद ग्रुप ने भी भेंट कर निवेश की मंशा से अवगत करवाया। पोलोस थेपेला समूह (कतर) के साथ ही वहीं के अमान हैदर ने भेंट की। मुख्यमंत्री चौहान से मूलत: दतिया के निवासी और वर्तमान में यू.के. में निवासरत अंकित बोहरे ने भेंट कर जिला स्तर पर इनक्यूबेशन नेटवर्क बनाने की भावना से अवगत करवाया है। उन्होंने जिला स्तर पर युवाओं को रोजगार और प्रशिक्षण के लिए प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री चौहान को अश्वजीत गर्ग ने देवास जिले में गैर वन क्षेत्र में पर्यटन रिसोर्ट के प्रस्ताव से अवगत कराया। वर्तमान में इंदौर जिले में महू के निकट 25 एकड़ क्षेत्र में वनोपज उत्पादन और वनोपज के प्र-संस्करण के कार्य के बाद देवास में ऐसी ही इकाई प्रारंभ करने की मंशा से अवगत कराया।   मुख्यमंत्री चौहान से राजस्थान के मूल निवासी और कुवैत में रहने वाले धनराज पांचाल ने कौशल विकास के क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा जताई। मुख्यमत्री  चौहान से यू.के. निवासी फुटबॉल फेन के फाउंडर और सीईओ अमित सिंह राठौर ने वेब-3 से जुड़ी नवीनतम जानकारियों को साझा करते हुए आई.टी. के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में कार्य करने की मंशा से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री चौहान से बहवान इंटरप्राइजेस के फाइनेंशियल एडवाइजर अनिल नाहर ने बहरीन में संचालित मिश्रित (मिक्सड) मार्शल आर्टस और फिटनेस के अपने व्यवसाय की जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश में कार्य का अवसर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। डॉ. विनोद तिवारी ने बताया कि वे गल्फ इंडिया कंसल्टेंट के माध्यम से कार्यरत हैं। सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी उनकी विशेषज्ञता है। मध्यप्रदेश के इंदौर और ग्वालियर में सोलर मैन्युफैक्चरिंग और इंटीग्रेशन हब स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अल रामा इंटरनरेशन ट्रेडर्स के राजेश रामसिंघानी ने भवन निर्माण क्षेत्र में कार्य की मंशा बताई। मुख्यमंत्री चौहान से पी. उन्नीकृष्णन और अब्दुल जलील ने भेंट कर अपने शुगर और पेपर इंडस्ट्री के कार्य अनुभव की जानकारी दी और मध्यप्रदेश में निवेश की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री  चौहान से धनंजय बालपांडे ने भेंट कर साइंस लेब स्थापना में रूचि प्रदर्शित की।     मुख्यमंत्री चौहान ने भेंट करने वाले प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों को पूर्ण सहयोग के लिए आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस और जीआईएस से मध्यप्रदेश की विशेषताएँ अनेक देशों के सामने आएंगी। विशेषकर स्टार्टअप क्षेत्र में मध्यप्रदेश में 2500 से अधिक स्टार्टअप की उपलब्धि प्रामाणिक बनी है। मध्यप्रदेश के युवा लंबी उड़ान भरना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से देश में स्वच्छता को लेकर समन्वित विकास के अनेक कार्य हुए हैं। सरकार, प्रशासन और जनता एकजुट होकर विकास के नए प्रयासों को साकार करेंगे।  

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Kolar News 9 January 2023

पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि बहुत कम समय में मांडू उत्सव ने अपनी व्यापक पहचान बनाई है। मांडू पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। मंत्री ठाकुर मांडू उत्सव के शुभारंभ को संबोधित कर रही थी। मंत्री ठाकुर ने कहा कि मांडू उत्सव के माध्यम से हम मांडू और उसके आस-पास के क्षेत्रों की सुंदरता और समृद्ध इतिहास को प्रदर्शित कर रहे हैं। मांडू मालवा क्षेत्र के एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा। इसमें मांडू उत्सव महत्वपूर्ण साबित होंगा।     औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि मांडू उत्सव से मध्यप्रदेश का पर्यटन विभाग मांडू की ऐतिहासिक विरासत को देश व दुनिया के सामने लाने में सफल रहा है। पर्यटक मांडू को विशेष पर्यटन स्थल के रूप में पहचानते है। अब घरेलू पर्यटकों के साथ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की रुचि मांडू के प्रति बढ़ रही है। यह प्रयास स्थानीय समुदाय को आर्थिक गति प्रदान करेगा। सांसद धार-महू श्री छतर सिंह दरबार भी उपस्थित रहें। मांडू उत्सव 11 जनवरी तक जारी रहेगा।   मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आयोजित और ई-फैक्टर एंटरटेनमेंट द्वारा क्यूरेट किए जा रहे पांच दिवसीय मांडू उत्सव में यहाँ की ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित किया जl रहा है। मांडू उत्सव में पर्यटक कई गतिविधियों का लुत्फ उठा सकेंगे। इसमें हॉट एयर बलून की सवारी से लेकर हेरिटेज वॉक , पवित्र रेवा कुंड में शाम को मां नर्मदा आरती से लेकर सूर्योदय योग तक के कार्यक्रम होंगे। साइकिल यात्रा से लेकर स्टोरी टेलिंग के सत्र होंगे। चौथे संस्करण के मांडू महोत्सव में कार्यक्रमों की एक जीवंत श्रृंखला है। स्थानीय स्वाद से जोड़ने के लिए मांडू में फूड जोन बनाया जा रहा है। इसमें आगंतुकों को स्थानीय व्यंजन का आनंद लेने का अवसर मिलेगा। एक जिला एक उज्पाद के तहत हस्त शिल्प की कला से भी रूबरू होंगे पर्यटक। इसकी खरीदी भी कर सकेंगे।      मांडू उत्सव में स्थानीयता को विशेष महत्व दिया जा रहा है। स्थानीय कलाकार और संस्था जैसे नूपुर कला मंदिर, नव्या चौरसिया, देवराज वशिष्ठ, दीक्षा सोनवलकर, अंजलि सचान, इशिता मुकाती, गुरमीत सिंह डंग, आनंदी लाल भवेल आदि द्वारा उम्दा प्रस्तुति दी जाएगी। साथ ही महोत्सव में 11 जनवरी 2023 की शाम को लोकप्रिय कवि सम्मेलन का आयोजन होंगा।  इस वर्ष मांडू उत्सव में जज़्बा-ए-जुनून, तापी प्रोजेक्ट, मामे खान और तरकश बैंड सहित प्रमुख संगीत बैंडों की प्रस्तुतियों होंगी। जो पर्यटकों को मंत्र-मुग्ध करेंगी।  मांडू पश्चिमी मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित है। मांडू अपने झरनों और अविश्वसनीय स्मारकों के लिए जाना जाता है। यहाँ के शानदार दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करते है। घने बादल व सुंदर पहाड़ी के बीच एक सुखद व शांतिपूर्ण वातावरण मिलता हैं। मांडू में अफ्रीकी मूल के बाओबाब पेड़ इसकी पहचान है। जो मांडू की इमली के रूप में पहचाने जाते है। मांडू महोत्सव की अधिक जानकारी के लिए https://www.mandufestival.com/contact-us पर प्राप्त की जा सकती है।

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Kolar News 8 January 2023

मध्यप्रदेश को फूलों के उत्पादन का हब बनाएँगे। यह बात उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने 42वीं अखिल भारतीय गुलाब प्रदर्शनी में कही। प्रदर्शनी शनिवार को भोपाल के गुलाब गार्डन में हुई। प्रदर्शनी में 600 से अधिक किस्म के गुलाब प्रदर्शित किये गये। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि फूलों के उत्पादन में मध्यप्रदेश का देश में दूसरा स्थान है। प्रदेश में फूलों की खेती करने वालों को बढ़ावा दिया जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में उद्यानिकी की खेती करने वालों के लिये अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। फूलों को सुरक्षित रखने के लिये भोपाल में फ्लावर डोम का निर्माण किया जा रहा है। इसमें फूलों को पर्याप्त समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। विभिन्न प्रकार के फूलों को विकसित करने और फूलों की नई प्रजातियों को बढ़ाने के लिये प्रदेश में फ्लोरी-कल्चर गार्डन बनाया जायेगा। राज्य मंत्री कुशवाह ने प्रदर्शनी में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का स्वागत किया। राज्य मंत्री कुशवाह ने प्रदर्शनी के प्रतिभागियों को पुरस्कार भी वितरित किये। कुशवाह ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रारंभ में संचालक उद्यानिकी निधि निवेदिता ने प्रदर्शनी के आयोजन और प्रदेश में फूलों की खेती को बढ़ावा देने के कार्यक्रमों की जानकारी दी। मध्यप्रदेश रोज़ सोसायटी के अध्यक्ष लक्ष्मेन्द्र माहेश्वरी ने सोसायटी की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।

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Kolar News 8 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्वालियर मेला केवल मेला नहीं एक संस्कृति और सभ्यता है, जो हजारों सालों से हमारे देश की परम्परा रही है। यह मेला एक अद्भुत समागम है जहाँ एक स्थान पर हर प्रकार की वस्तुएँ खरीदने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर मेला आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की अवधारणा का प्रतीक है। यह मेला ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री चौहान माधवराव सिंधिया व्यापार मेला ग्वालियर कास्टेट हैंगर भोपाल सेवर्चुअली शुभारंभ कर रहे थे। ग्वालियर से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य जन-प्रतिनिधि वर्चुअली उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह मेला व्यापारियों की जिंदगी बदलने का माध्यम है। मेला में प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है, जिससे हजारों लोग लाभान्वित होते हैं। हमने तय किया है कि मेला में ऑटो मोबाइल की खरीदी पर रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट देंगे। मुख्यमंत्री ने ग्वालियर अंचल की जनता और व्यापारियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने मेले को बेहतर बनाने में योगदान देने के लिए आयोजकों को बधाई दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर अब तेजी से प्रगति पथ पर अग्रसर है। ग्वालियर में कई महत्वपूर्ण संस्थान हैं। महिलाओं, बच्चों और आम नागरिक के लिए खरीददारी के लिए ग्वालियर मेला महत्वपूर्ण रहेगा।  

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Kolar News 8 January 2023

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने मध्यप्रदेश में पहली दफा हो रहे 8वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का आयोजन गरिमापूर्ण और उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के साथ करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री सखलेचा मंत्रालय में शुक्रवार को 21 से 24 जनवरी तक होने वाले महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में मेनिट में होने वाले इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिक मंत्री  जितेंद्र सिंह भी उपस्थित रहेंगे। मंत्री सखलेचा ने निर्देश दिए हैं कि होने वाले सत्रों में प्रदेश के सभी जिलों के चयनित विद्यार्थियों की हर हाल में भागीदारी सुनिश्चित की जाए और विद्यार्थियों सहित अन्य आगंतुक के लिए बेहतर व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँ। उन्होंने कार्यक्रम स्थल और आसपास के क्षेत्र को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। सखलेचा ने कहा कि प्रदेश की संस्कृति की झलक भी कार्यक्रम में प्रभावी रूप से प्रदर्शित हो।    मंत्री सखलेचा ने महोत्सव के पूर्व स्थानीय नागरिकों की सहभागिता से विज्ञान रन जैसे आयोजन कर वातावरण निर्माण करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि विज्ञान का कॅरियर के रूप में प्रयोग करने का संदेश भी विद्यार्थियों में जाना चाहिए। उन्होंने मध्यप्रदेश शासन की प्रमुख योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल मेले में लगाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि साइंस फेस्टिवल प्रति वर्ष करने का मुख्य उद्देश्य विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाना और आम लोगों को इस आयोजन में सहभागी बनाना है। चार दिन तक चलने वाले साइंस फेस्टिवल में वैज्ञानिक, विद्यार्थी, प्रौद्योगिकविद, नवाचारी, शोधकर्ता, शिल्पी और युवा वैज्ञानिक भाग लेंगे। विज्ञान महोत्सव इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यह भारत द्वारा जी-20 शिखर बैठक की अध्यक्षता के दौरान हो रहा है। 8वें साइंस फेस्टिवल पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, डीबीटी, डीएसटी, सीएसआईआर, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विज्ञान विभाग, मध्यप्रदेश शासन, म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और स्वदेशी संस्था विज्ञान भारती सहित 11 संस्था के सहयोग से होगा।   आजादी के अमृत वर्ष में हो रहे विज्ञान महोत्सव की थीम-‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृतकाल की ओर अग्रसर’ है। मेला में देशभर के 8 हजार से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने के उम्मीद है। चार दिवसीय विज्ञान महोत्सव में 14 अलग-अलग सत्र होंगे। स्कूली बच्चों के लिए ‘विद्यार्थी विज्ञान ग्राम’का आयोजन किया जायेगा। भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी उपलब्धियों को दर्शाने के लिए “मेगा साइंस एक्सपो‘’ का आयोजन किया जायेगा। विज्ञान पर केंद्रित कविता “कुंभ ‘विज्ञानिका’’ और विज्ञान फिल्म महोत्सव भी महोत्सव के आकर्षण रहेंगे। उत्सव में डीप टेक स्टार्ट-अप्स सहित नवाचारों से युक्त स्टार्ट-अप्स को भी हिस्सा बनाया जायेगा। गौरतलब है कि विज्ञान भारती ने केन्द्र सरकार के विभिन्न वैज्ञानिक मंत्रालयों के साथ मिल कर पहली बार 2015 में ‘आईआईएसएफ’ की शुरूआत की थी।   

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Kolar News 7 January 2023

एडवेंचर स्पोर्ट्स का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। स्वस्थ और तरोताजा रहने के लिए हमें एडवेंचर स्पोर्ट्स की गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया शुक्रवार को मध्यप्रदेश कयाकिंग-केनोइंग संघ के दल को वाटर स्पोर्ट्स सेंटर (छोटा तालाब) से रवाना कर रहे थे। मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में माँ नर्मदा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में माँ नर्मदा के तटों को निर्मल, स्वच्छ बनाने और पर्यटन के लिए विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। नर्मदा नदी महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश के लिए जीवनदायिनी है। नर्मदा जल से मध्यप्रदेश और गुजरात में सिंचाई के साथ पेयजल के लिए पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है। सरदार सरोवर, ओंकारेश्‍वर और बरगी बांधों से सिंचाई के साथ विद्युत का उत्पादन भी किया जा रहा है। मध्यप्रदेश कयाकिंग-केनोइंग संघ मैराथन रेस की एक नई पहल कर रहा है। मंत्री डॉ. भदौरिया ने कयाकिंग कैनोइंग, मैराथन वाटर रेस, रिवर रॉफ्टिंग के लिए अमरकंटक से भरूच तक नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर स्थल निरीक्षण के लिए जा रहे दल को शुभकामनाएँ दी। मंत्री डॉ. भदौरिया ने नर्मदा परिक्रमा रैकी दल को हरी झंड़ी दिखा कर रवाना किया। बलबीर सिंह कुशवाह के नेतृत्व में दल अमरकंटक से भरूच तक लगभग 3 हजार किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा करेगा।  

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Kolar News 7 January 2023

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने वाटर विजन@2047 के समापन  समारोह में कहा कि भोपाल में आयोजित इस सम्मेलन में  देश को पानी के लिए सहकारिता का नया मॉडल मिला है। इस सम्मेलन से जो सार निकलेगा उसका सभी राज्यों को फायदा होगा। साथ ही दूसरे की अच्छी बातों को भी सभी राज्य आत्मसात करेंगे। केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि भोपाल का यह ऐतिहासिक भवन कई घटना, वक्तव्य और प्रस्तावों का गवाह रहा है। अब पानी के संरक्षण और भावी पीढ़ी के लिए जीवन पर आधारित इस सम्मेलन का भी गवाह यह भवन बना है। केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कार्यक्रम के संबंध में बताया कि शुरू से लेकर आज तक पूरे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए मैं चौहान और पूरे मध्यप्रदेश का धन्यवाद देता हूँ। मंत्री शेखावत ने कहा कि आज औद्योगीकरण, शहरीकरण और आर्थिक गतिविधियों के साथ आबादी की अधिकता से पानी की उपलब्धता कम हो रही है। इसके लिए सभी राज्यों को सहकारिता आधारित व्यवस्था के साथ काम करना होगा। देश की जनता को स्वच्छ पानी मिले और यह व्यवस्थाएँ आने वाली पीढ़ी को सौंप कर हम जाए यही हम सबकी जिम्मेदारी है। अब हमें भविष्य की आवश्यकता के अनुसार काम करना होगा। देश को  भविष्य की जरूरत  के अनुसार तैयार रहना होगा। तदर्श हालत में विकसित व्यवस्था काम नहीं कर सकती है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में व्यवस्था बदली है। अब राज्य को भी मजबूत किया गया। सबको साथ लेकर काम करने की प्रवृत्ति शुरू हुई है।   मंत्री शेखावत ने बताया कि वेस्ट वाटर नहीं बोलना चाहिए। पानी कभी खराब नहीं होता है। पानी की हर बूंद का उपयोग करने के लिए सोचना चाहिए। इसके लिए वॉटर गवर्नेंस जरूरी हैं। पानी के मैनेजमेंट को देखना होगा। पानी की गुणवत्ता पर विचार करना चाहिए। जल व्यवस्था में री यूज और रिसाइकिल के काम होना चाहिए। आज के सम्मेलन का मूल उद्देश्य यही है। शेखावत ने कहा कि सभी राज्यों को सहकारिता संगठन बनकर काम करने की जरूरत है।  मध्यप्रदेश की मोहनपुरा सिंचाई परियोजना के काम को कई राज्यों ने अपनाया है। आज टेक्नोलॉजी से पानी की गुणवत्ता और उपलब्धता को बढ़ाया जा सकता है। सभी राज्यों को जन-सहभागिता को बढ़ाकर  ही  पानी बचाने के मूल मंत्र को लेकर आगे बढ़ना होगा। पानी की उपयोगिता के लिए वाटर अथॉरिटी बॉडी बनाई जाना चहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि देश में पानी की उपलब्धता सदा बनी रहे, इसके लिए शोध किया जायेगा। पानी के व्यय को नियंत्रित करते हुए सभी को जागरूक करना होगा। समापन सत्र में प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्रीबृजेन्द्र सिंह यादव, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गोआ, पंजाब, असम आदि राज्यों के जल विभाग के मंत्री भी उपस्थित रहे।  

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Kolar News 7 January 2023

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने उप नगर ग्वालियर में विकास यात्रा के दौरान विभिन्न वार्डों में 2 करोड़ 55 लाख रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का समग्र विकास किया जा रहा है। मेरी पहली प्राथमिकता है कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षा घर के नजदीक और निःशुल्क मिले। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि क्षेत्र में विकास की धारा बह रही है। जिस क्षेत्र में भी जाएगें वहाँ विकास कार्य होते नजर आयेगें। उन्होंने कहा कि स्वर्ण रेखा पर एलीवेटेड रोड तथा विधानसभा की सभी प्रमुख रोडों का कार्य गतिशील है। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य किया जा रहा है। आज तीन संजीवनी क्लीनिकों का भूमि-पूजन किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के लोगों को घर के नजदीक ही प्राथमिक उपचार निःशुल्क मिलेगा। हमारे नौनीहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिये सीएम राइज स्कूल के साथ ही शिक्षा नगर में स्मार्ट स्कूल बन रहा है।

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Kolar News 6 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल की मनुआभान टेकरी पर साहस की प्रतिमूर्ति और भारतीय इतिहास की नायिका रानी पद्मावती की प्रतिमा की स्थापना के लिए भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने आज ही मुख्यमंत्री निवास पर राजपूत समाज के सम्मेलन में यह घोषणा की थी और तत्काल इस पर अमल करते हुए भूमि-पूजन भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रानी पद्मावती के योगदान से नई पीढ़ी को अवगत और प्रेरित करवाने में प्रतिमा महत्वपूर्ण माध्यम बनेगी। भूमि-पूजन में सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक रामेश्वर शर्मा, रामपाल सिंह और जन-प्रतिनिधियों के साथ राजपूत समाज के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।

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Kolar News 6 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश गान के रचयिता प्रख्यात पत्रकार एवं साहित्यकार महेश श्रीवास्तव की काव्य पुस्तक “सूर्यांश का प्रयाण’’ का मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में विमोचन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने पुस्तक के रचनाकार महेश श्रीवास्तव को बधाई और शुभकामनाएँ दी। श्रीवास्तव की धर्मपत्नी श्रीमती पुष्पा श्रीवास्तव, पुत्री अनुभूति खरे, प्रकाशक मनीष गुप्ता तथा अनिल निगम उपस्थित थे। यह काव्य पुस्तक महाभारत के विलक्षण पात्र कर्ण की देह के अंत और आत्मा के अनन्त में विलय के संधिस्थल पर उसके अवचेतन में बनी अद्भुत जीवन की मार्मिक छवियों की अभिव्यक्ति है। जिनके माध्यम से आज का मनुष्य सत् में रत् और असत् से विरत रहने की प्रेरणा प्राप्त कर सकता है। रचनाकार महेश श्रीवास्तव ने बताया कि सौभाग्य और दुर्भाग्य, स्वार्थ और त्याग, वरदान और शाप, पुण्य और पाप के द्वंद को झेलने वाले कर्ण का जीवन किसी भी मनुष्य का जीवन हो सकता है। अंतिम समय में अपनी दिव्यता में दीनता को पहचान कर निष्काम कर्मयोगी कृष्ण के प्रति समर्पित होने की छवियाँ हर मनुष्य को अपनी दिव्यता पहचान कर निष्काम कर्म करने की प्रेरणा देती है।

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Kolar News 6 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चार जनवरी का दिन गरीब कल्याण के लिए स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। ऐसे गरीब भाई-बहन, जिनके पास रहने की जगह नहीं है उन्हें नि:शुल्क प्लाट उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना में 4 जनवरी को टीकमगढ़ जिले के 10 हजार 500 परिवारों को 120 करोड़ रूपये मूल्य के भूखंडों का वितरण होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले, अपने संबोधन में कही। मुख्यमंत्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम गान के साथ आरंभ हुई। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि टीकमगढ़ प्रवास के दौरान वहाँ के लोगों ने समस्या बताई थी कि एक-एक मकान में 50-60 लोग रहने को विवश हैं, घर पर रहने की जगह तक नहीं है। इस समस्या का कारण यह है कि परिवार का तो विस्तार हुआ पर रहने का स्थान उतना ही रहा। गरीबी के कारण विस्तारित परिवारों के पास प्लाट या भूमि भी नहीं है। परिणामस्वरूप मकान बनाने की योजना का लाभ भी उनको नहीं मिल सकता। इसीलिए मैंने यह सोचा था कि टीकमगढ़ की धरती पर ही हम ऐसी योजना लाएंगे जिसमें किसी भी वर्ग के गरीब भाई-बहन, जिनके पास रहने की जगह नहीं है, को नि:शुल्क प्लाट उपलब्ध कराया जाएगा। इन प्लाटों पर वे अपना घर बना सकेंगे और अन्य योजनाओं का लाभ भी ले सकेंगे।   मुख्य़मंत्री चौहान ने कहा कि यह अपने आप में अद्भुत योजना है। योजना में जमीन का पट्टा पति-पत्नी के नाम पर होगा। उन्हें कोई प्रीमियम नहीं देना होगा, जमीन पूरी तरह से नि:शुल्क मिलेगी और भू-खण्ड के साथ बाकी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हर जिले में ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे गरीब भाई–बहनों को प्लाट उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने जिन भाई और बहनों को यह प्लॉट मिल रहे हैं, उन्हें शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि राज्य सरकार का यही उद्देश्य है कि सभी सुखी रहें। यह उनका अधिकार भी है। उन्होंने कहा कि भगवान ने इस धरती पर जिन्हें भेजा है, उनको रहने की जगह भी मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना उनकी इस जरूरत को पूरा करेगी।

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Kolar News 4 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पंप हाइड्रो स्टोरेज साइट्स को चिन्हित कर परियोजना लगाने की कार्रवाई तेजी से करें। प्रदेश में पंप हाइड्रो स्टोरेज परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश नवकरणीय ऊर्जा नीति -2022 में भंडारण परियोजनाओं को प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसमें पंजीकरण-सह-सुविधा शुल्क, इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी, ऊर्जा विकास उपकर, निजी भूमि की खरीदी पर स्टांप ड्यूटी, व्हीलिंग शुल्क एवं शासकीय भूमि की खरीद में नियमानुसार रियायत दी जाएगी। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि पंप हाइड्रो स्टोरेज साइट को केवल प्रतिस्पर्धात्मक निविदा प्रक्रिया के आधार पर आवंटित किया जाएगा। राज्य शासन के स्वामित्व वाले जलाशय पर पंप हाइड्रो स्टोरेज विकसित करने का अनुरोध प्राप्त होने पर राज्य शासन द्वारा केंद्रीय और राज्य इकाई को केस-टू-केस आधार पर आवंटन और विकास के लिए विचार किया जाएगा।  

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Kolar News 4 January 2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वित्त विभाग द्वारा प्रकाशित "वित्तीय कार्य प्रणाली के सुदृढ़ीकरण एवं नियमों के सरलीकरण हेतु सुझाव" पुस्तिका का मंत्रालय में विमोचन किया। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव सहित अन्य मंत्रीगण, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव वित्त अजीत केसरी ने बताया कि वित्तीय कार्य-प्रणाली और नियमों को सरल-सुगम और बेहतर बनाने के लिए नवाचार करते हुए पचमढ़ी में चिंतन-2022 विचारशाला की गई थी। इसमें चार कार्य समूहों द्वारा अपनी अनुशंसाएँ प्रस्तुत की गईं। प्रशासनिक सुधार के इस गंभीर प्रयास को पुस्तक का रूप दिया गया है। पुस्तक में वर्तमान डिजिटल परिवेश में नियमों का सरलीकरण, आईएफएमआईएस की उपयोगिता-चुनौतियाँ और अपेक्षाएँ, स्थानीय निधि संपरीक्षा एवं आंतरिक लेखा परीक्षा की अपेक्षाएँ, चुनौतियाँ और गुणवत्ता सुधार की आवश्यकता तथा वित्तीय प्रबंधन के विभिन्न आयामों के परिपेक्ष्य में वित्त सेवा के प्रशिक्षण की आवश्यकता पर अध्याय सम्मिलित हैं।

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Kolar News 4 January 2023

मध्यप्रदेश सरकार की स्टार्ट-अप फ्रेंडली नीतियों के परिणामस्वरूप प्रदेश स्टार्टअप्स का हब बन रहा है। मध्यप्रदेश, देश के उन अग्रणी राज्यों में शामिल है, जो स्टार्ट-अप्स के लिए विश्व स्तरीय ईकोसिस्टम प्रदान करते हैं। स्टार्ट-अप ब्लिंक की रिपोर्ट के अनुसार देश में इंदौर 14वें स्थान पर और भोपाल 29वें स्थान पर है। मध्यप्रदेश के 2500 से अधिक स्टार्ट-अप भारत सरकार के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग में पंजीकृत हैं। इनमें से 1100 से अधिक स्टार्ट-अप महिला उद्यमियों द्वारा चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश में 45 से अधिक इनक्यूबेटर्स प्रारंभिक चरण के स्टार्ट-अप को विकसित करने के लिए सतत कार्यरत हैं। केन्द्र सरकार का कपड़ा परिधान मंत्रालय का इनक्यूबेशन सेंटर ग्वालियर में है।   देश में स्टार्ट-अप आंदोलन को गति देने और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप 2023 के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, राज्य सरकार ने "एमपी स्टार्ट-अप नीति और कार्यान्वयन योजना 2022" शुरू की है। इससे मध्यप्रदेश के मौजूदा ईकोसिस्टम को और बेहतर बनाने के साथ ही जनता के बीच उद्यमिता और नवाचार की भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है। योजना का उद्देश्य 'स्टार्ट-अप रैंकिंग' में राज्य को अग्रणी बनाना है। इसके लिये योजना में स्टार्ट-अप्स और इन्क्यूबेटर्स के लिए सिंगल विंडो एजेंसी स्थापित करते हुए 'एमपी स्टार्ट-अप सेंटर (एमपीएससी)' स्थापित किया गया है। 'एमपीएससी' स्टार्ट-अप्स को मेंटरशिप प्रदान करता है और मंजूरी पाने और पूंजी जुटाने में सहायता करता है। कोई भी स्टार्टअप सीधे उनसे मदद प्राप्त कर सकता है। एमपीएससी कई स्त्रोतों से मार्केट इंटेलीजेंस एकत्र कर ईकोसिस्टम प्लेयर्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराता है। मार्केट इंटेलीजेंस का उपयोग सरकार की गतिविधियों के पुनर्मूल्यांकन के लिए किया जाता है, जो राज्य की आगामी नीतियों के लिये उपयोगी साबित होगा।   एमपीएससी ने 2022 में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिये अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। एजेंसी ने 21 स्टार्ट-अप को 20 लाख रूपये और इससे अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस सहायता का उपयोग नए बाजारों में प्रवेश करने, उत्पाद विकास, व्यवसायों को बढ़ाने और कई अन्य मामलों के लिए किया जा रहा है। सहायता न केवल मौद्रिक शर्तों पर बल्कि कंपनी की मार्केटिंग एवं प्रमोशन के लिए भी प्रदान की जाती है। एमपीएससी ने उत्पादों/सेवाओं को बढ़ावा देने और नए ग्राहकों को खोजने के लिए कई स्टार्ट-अप को प्रमुख घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने की सुविधा प्रदान की है। एजेंसी स्टार्ट-अप नीति को समग्र रूप से लागू करने पर विचार कर रही है। एमपीएससी द्वारा युवा आबादी को शिक्षित करने के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दो दिवसीय बूट कैंप्स आयोजित करके क्षमता वृद्धि पर विशेष जोर दिया जा रहा है। बूट कैंप में युवा वर्ग को अपनी उद्यमशीलता को साकार करने में सक्षम बनाने के लिए नवीनतम तकनीकी विषयों पर जानकारी दी जाएगी।   राज्य सरकार 5 भारतीय एआईएफ (वैकल्पिक निवेश कोष) में 10 करोड़ रुपये का निवेश करने की भी योजना बना रही है, जो राज्य के स्टार्ट-अप में कई गुना निवेश करेगा। राज्य स्टार्ट-अप और इन्क्यूबेटर्स को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित करता है। स्टार्टअप्स को 60 लाख रूपये तक की सहायता दी जाती है। राज्य महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को अतिरिक्त सहायता भी प्रदान करता है। सामान्य प्रोत्साहनों के साथ ही शीर्ष पर उत्पाद आधारित स्टार्ट-अप्स के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राज्य का दृष्टिकोण स्टार्ट-अप्स की आज की आवश्यकता के अनुरूप है। मध्यप्रदेश कुशल प्रतिभा, बड़े आकार के घरेलू उपभोक्ता बाजार और अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे के साथ घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्टार्ट-अप्स के लिए एक विशेष अवसर के रूप में कार्य करता है। इंदौर में 11 व 12 जनवरी 2023 को होने वाले 'इन्वेस्ट मध्यप्रदेश, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023' के दौरान 'एमपी स्टार्ट-अप इकोसिस्टम' पर विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सरकार की नीतियों और योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। निवेशकों, वेंचर केपिटल फंड और मीडिया हाउस की उपस्थिति में 'ए स्टार्ट-अप्स जर्नी - सीड टू यूनिकॉर्न एंड बियॉन्ड' विषय पर पैनल डिस्कशन होगा।  

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Kolar News 1 January 2023

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के स्वप्न को साकार करने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश के किसानों के हित में राज्य सरकार ने वर्ष 2022 में अभूतपूर्व निर्णय लिये। ये ऐसे निर्णय रहे, जिनसे किसानों को अप्रत्याशित रूप से दो गुने से ज्यादा लाभ मिला। किसानों का धन और समय बचा, जिसका लाभ उन्हें और उनके परिवार को मिला। हम कह सकते हैं कि किसानों के लिये वर्ष 2022 "न भूतो न भविष्यति" की उक्ति को चरितार्थ करने वाला रहा है। राज्य सरकार को लगातार 7वीं बार 'कृषि कर्मण अवार्ड' के अतिरिक्त कृषि अधोसंरचना निधि के सर्वाधिक उपयोग के लिये 'बेस्ट फरफॉर्मिंग स्टेट', मिलेट मिशन योजना में 'बेस्ट इमर्जिंग स्टेट' और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 'एक्सीलेंस अवार्ड' प्राप्त हुआ। प्रदेश में वन ग्राम के किसानों को भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से लाभान्वित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। सरकार ने महत्वपूर्ण पहल करते हुए वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में शामिल करवा दिया। इससे वनाधिकार पट्टेधारियों की फसलों को क्षति होने पर फसल बीमा योजना का लाभ मिलने लगा। फसल बीमा योजना का ज्‍यादा से ज्‍यादा किसान लाभ ले सकें और इसमें अपनी विभिन्न फसलों का बीमा कराने के लिये सरकार ने अधिसूचित फसल क्षेत्र का मापदंड 100 हेक्‍टेयर के स्‍थान पर 50 हेक्‍टेयर किया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के 4 हजार रूयये मिला कर प्रदेश के लाखों किसानों को 10 हजार रूपये की सालाना मदद की जा रही है।   प्रदेश में किसानों की ग्रीष्म कालीन मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने का निर्णय लिया गया, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हुई। चना, मसूर, सरसों की उपज का उपार्जन, गेहूँ उपार्जन के साथ किया गया। इससे किसानों को लगभग 10 हजार करोड़ रूपये का अतिरिक्त लाभ हुआ। सरकार ने 8 जिलों में तिवड़ा मिश्रित चने का उपार्जन समर्थन मूल्य पर किया। प्रदेश सरकार के 'जितना उत्पादन-उतना उपार्जन' के निर्णय से चने के उपार्जन की क्षमता में वृद्धि हुई और किसानों को 750 करोड़ रूपये का अतिरिक्त लाभ हुआ। इस वर्ष समितियों में एक दिन में किसानों से उपार्जन की अधिकतम सीमा 25 क्विंटल को समाप्त कर दिया गया। किसानों के हित में परंपरागत फसलों के स्थान पर लाभकारी फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये फसल विविधीकरण योजना लागू की गई। राज्य में प्राकृतिक खेती को मिशन मोड में आगे बढ़ाने के लिये भी सरकार प्रतिबद्ध है। प्रत्येक किसान को अपनी कुछ भूमि पर प्राकृतिक खेती के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार ने निर्णय लिया है कि नर्मदा नदी के किनारों पर 4 लाख 45 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में प्राकृतिक खेती की जायेगी। एक लाख 86 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती करने के लिये 60 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। राज्य सरकार ने यह निर्णय भी लिया कि प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों के प्रोत्साहन के लिये सरकार देसी गाय के लालन-पालन के लिये 900 रूपये प्रतिमाह का अनुदान दिया जायेगा।   सरकार ने किसानों के हित में कृषि आदानों की गुणवत्‍ता नियंत्रण को प्राथमिकता देते हुए अमानक बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक विक्रेताओं के विरूद्ध भी इस वर्ष सख्ती से कार्रवाई की। इस वर्ष 136 बीज विक्रेताओं, 120 उर्वरक विक्रेताओं और 14 कीटनाशक विक्रेताओं की अनुज्ञप्तियों को निलंबित और निरस्त करने की कार्यवाही की। बीज, उर्वरक और कीटनाशक के 39 विक्रेताओं के विरूद्ध एफआईआर की कार्रवाई की गई। राज्य सरकार के विशेष प्रयासों से प्रदेश में एपीडा का क्षेत्रीय कार्यालय स्वीकृत कराकर चालू कराया गया। यह कार्यालय मंडी बोर्ड भोपाल (किसान भवन) में स्थित है। इससे मध्यप्रदेश के किसानों को अपने कृषि उत्पाद निर्यात करने में सुविधा मिल रही है। साथ ही उन्हें अपनी उपज का अधिकतम लाभ भी प्राप्त हो रहा है। एपीडा की मदद से ही बालाघाट के चिन्नूर चावल को जीआई टेग मिलने में सफलता मिली है। प्रदेश के विभिन्न जिलों के उत्पादों को जीआई टेग दिलवाने के लिये एपीडा प्रयासरत है।

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Kolar News 1 January 2023

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग की पहल पर नये साल में शहरवासियों को एक और सिविल अस्पताल की सौगात मिलने जा रही है। नरेला विधानसभा के सुभाष नगर में 10 करोड़ रूपये की लागत से 100 बिस्तरीय बहुमंजिला सिविल अस्पताल बनने जा रहा है। इस संबंध में शनिवार को सुभाष नगर में जोन 12 कार्यालय के समीप चिन्हिंत सिविल अस्पताल की भूमि का निरीक्षण किया।   मंत्री सारंग ने मीडिया से संवाद करते हुए बताया कि राज्य सरकार निरंतर स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर कार्य कर रही है। नरेला विधानसभा में करोंद एवं अशोका गार्डन क्षेत्र में अस्पतालों की सौगात क्षेत्रवासियों को मिली है। एक एकड़ की भूमि पर बनने जा रहे 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल के प्रथम चरण में लगभग एक माह के भीतर ही 20 बिस्तरों के साथ अस्पताल का संचालन पूर्व निर्मित भवनों से किया जायेगा। इस सिविल अस्पताल के निर्माण के पूर्ण होने में लगभग 1 वर्ष का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि सुभाष नगर में 10 करोड़ रूपये की लागत से बनने जा रहे सिविल अस्पताल से नरेला विधानसभा सहित आसपास के नागिरकों को अब भर्ती सहित उपचार की अन्य सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा। इस 100 बिस्तरीय अस्पताल में सभी प्रकार की आधुनिकतम जाँचों की सुविधा के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था होगी।   मंत्री सारंग ने कहा कि नरेला विधानसभा में हर स्तर पर मूलभूत सुविधाओं की वृद्धि के लिये योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य किये जा रहे हैं। हर घर नर्मदा जल, पक्की सड़कों के जाल के साथ ही नरेला विधानसभा का खुद का ड्रेनेज सिस्टम है। क्षेत्र में 7 फ्लाईओवर की सौगात मिली है। वहीं क्षेत्र में महापूरूषों के जीवन पर आधारित थीम पार्कों की श्रृंखला की शुरूआत की गई है। नरेला विधानसभा एकमात्र ऐसी विधानसभा है, जहाँ 2 सीएम राइज़ स्कूल हैं।

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Kolar News 1 January 2023

मध्यप्रदेश के गाँवों की तस्वीर तेजी से बदल रही है। एक ओर जहाँ गाँवों में अच्छी अधो-संरचना विकसित हो रही है, वहीं सबको बुनियादी सुविधाओं युक्त आवास, हर घर नल से जल और हर हाथ को काम मिल रहा है। स्वच्छता में प्रदेश के गाँव अब शहरों को पीछे छोड़ रहे हैं। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र जो विकास की तेज रफ्तार में पीछे रह गए थे, को पेसा एक्ट लागू कर मुख्य धारा में लाया गया है। यह सब संभव हो पाया है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजनरी नेतृत्व और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनवरत प्रयासों से।   प्रदेश की ग्रामीण आत्म-निर्भरता और सर्वांगीण विकास का सबसे सुखद पहलू यह है कि यहाँ राज्य ग्रामीण आजाविका मिशन से महिलाएँ पारिवारिक और ग्रामीण स्वावलंबन का जरिया बन रही हैं। ग्रामीण गरीब परिवारों की महिलाओं के सशक्त स्व-सहायता समूह बनाये जाकर उनका संस्थागत विकास तथा आजीविका के संवहनीय अवसर उपलब्ध कराने के लिये 313 विकासखण्डों में सघन रूप से मिशन का क्रियान्वयन किया जा रहा है। अब तक 53 हजार 50 समूहों से 5 लाख 31 हजार परिवारों को जोड़ा जा चुका है। समूहों से जुड़े परिवारों में से इस वर्ष अब तक लगभग 3 लाख 20 हजार परिवारों को कृषि एवं पशुपालन आजीविका गतिविधियों और 22 हजार समूह की महिलाओं को गैर कृषि आजीविका गतिविधियों से जोड़ा गया है। चालू माली साल में स्‍व-सहायता समूहों को बैंकों के माध्‍यम से 94 हजार 795 प्रकरणों में 1 हजार 416 करोड़ रूपये का ऋण दिलाया गया है।   मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटर शेड विकास, श्यामा प्रसाद मुकर्जी रूर्बन मिशन, सबकी योजना-सबका विकास जन अभियान, ग्रामीण पर्यटन योजना आदि से प्रदेश के गाँवों में अच्छी अधो-संरचना विकसित हो रही है। इस वित्त वर्ष में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भाग 1, 2, 3 में वार्षिक भौतिक लक्ष्य 4 हजार किमी के विरूद्ध माह नवम्‍बर 2022 तक 1 हजार 190 करोड़ रूपये व्यय करते हुए 2 हजार 19 किमी सड़कों एवं 106 पुलों का निर्माण किया गया।   श्यामा प्रसाद मुकर्जी रूर्बन मिशन, प्रदेश के 15 जिलों की 166 ग्राम पंचायतों के 336 ग्रामों में लागू है। मिशन में चिन्हित रुर्बन घटकों जैसे पाइप द्वारा जलापूर्ति, कौशल विकास, कृषि प्र-संस्करण एवं कृषि सेवा और वेयर हाउसिंग, स्वास्थ्य सेवाएँ, विद्यालयों की अधो-संरचना एवं शिक्षा सुविधाओं का उन्नयन, स्ट्रीट लाइट, सार्वजनिक परिवहन, एलपीजी गैस कनेक्शन, डिजिटल साक्षरता, इलेक्ट्रॉनिक तरीके से नागरिक सेवाएँ उपलब्ध कराना/ ई-ग्राम कनेक्टिविटी के लिए सिटीजन सर्विस सेंटर जैसे कार्य प्राथमिकता के आधार पर किये जा रहे हैं। चयनित रुर्बन संकुलों में 199 करोड़ 77 लाख करोड़ रूपये के कार्य स्‍वीकृत होकर संचालित किये जा रहे हैं।   प्रदेश के गाँवों में हर हाथ को काम दिलाया जा रहा है। वर्तमान में महात्‍मा गांधी नरेगा में 66 लाख 88 हजार सक्रिय जॉब कार्ड धारी परिवार हैं और 1 करोड़ 19 लाख मजदूर हैं। इस वर्ष विगत 9 माह में 40 लाख 74 हजार से अधिक परिवारों को रोजगार उपलब्‍ध कराया गया। इसमें 62 हजार से अधिक 425 परिवारों ने 100 दिवस का रोजगार प्राप्‍त किया। इस वर्ष अभी तक करीब साढ़े 18 करोड़ से अधिक मानव दिवस का सृजन हुआ है। अनुसूचित जनजाति के परिवारों को मनरेगा से रोजगार उपलब्ध कराने में मध्यप्रदेश पूरे देश में अग्रणी स्थान पर रहा है। इस वित्तीय वर्ष में 13 लाख 38 हजार अनुसूचित जनजाति के परिवारों को 5 करोड़ 86 लाख मानव दिवस से अधिक का रोजगार उपलब्ध कराया गया, जो कुल मानव दिवस का 32 प्रतिशत है। रोजगार मेलों और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण से 60 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये। मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना में 14 हजार 146 ग्रामीण पथ विक्रेताओं को लाभांवित किया जा चुका है।   प्रदेश के गाँवों में गरीब आवासहीनों का पक्का आवास का सपना पूरा हो रहा है। प्रदेश के 4 लाख 51 हजार ग्रामीण आवासहीनों को इसी वर्ष प्रधानमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति में गृह प्रवेश भी कराया जा चुका है। सबको आवास 2024 योजना में वित्‍तीय वर्ष 2016-17 से 2021-22 तक प्राप्‍त लक्ष्‍य 38 लाख 23 हजार के विरूद्ध 31 लाख 02 हजार से अधिक हितग्राहियों के आवास बनाये गये हैं। आवास प्‍लस योजना में वित्‍तीय वर्ष 2021-22 के 7 लाख 51 हजार के लक्ष्य के विरूद्ध 3 लाख 06 हजार आवास बनाये जा चुके हैं। योजना प्रारंभ से अब तक कुल 42 हजार 723 करोड़ रूपये का व्‍यय किया गया है। आवास प्‍लस में शामिल सहरिया परिवार के लिये श्‍योपुर एवं गुना जिले के लिए विशेष परियोजना पी.टी.जी. में 1 हजार 331 आवास बनाये जा चुके हैं।   मध्यप्रदेश के गाँव भी स्वच्छता में शहरों को पीछे छोड़ रहे हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण– 2022 में पश्चिम क्षेत्र के राज्यों में प्रदेश को पहला तथा जिला भोपाल एवं इंदौर को क्रमश: पहला एवं तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। जिला इंदौर के ग्राम काली-बिल्लोद में देश की पहली ग्रामीण मल-कीचड़ प्रबंधन इकाई इस वर्ष निर्मित हुई। इस वर्ष अब तक ग्रामों में ओडीएफ स्थिति की निरंतरता के लिए करीब 97 हजार व्यक्तिगत शौचालय एवं पौने 3 हजार सामुदायिक स्‍वच्‍छता परिसरों का निर्माण किया गया है। साथ ही 12 हजार से अधिक ग्रामों को पूर्ण रूप से ठोस अपशिष्ट प्रबंधित, करीब 16 हजार को पूर्ण रूप से तरल अपशिष्ट प्रबंधित एवं करीब 16 हजार ग्रामों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है। इस वर्ष प्रदेश के 15 हजार 890 ग्रामों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों एवं ओडीएफ प्लस बनाए जाने का लक्ष्य है।  

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Kolar News 31 December 2022

मध्यप्रदेश में युवाओं की शक्ति, साहस और असीम ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग करने के उद्देश्य से उन्हें हुनरमंद बनाया जा रहा है। बिजनेस हो या बाजार, शिक्षा हो या स्वास्थ्य, गाँव हो या शहर हर जगह ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जो स्किल्ड हो। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के युवाओं को कौशल से जोड़ कर उनके हाथों में हुनर देने पर अधिक जोर दिया है। भोपाल में निर्माणाधीन भारत का सबसे बड़ा ग्लोबल स्किल पार्क मुख्यमंत्री चौहान का ड्रीम प्रोजेक्ट है। करीब 1 हजार 548 करोड़ रूपये की लागत से सिंगापुर के तकनीकी परामर्श एवं सहयोग से इसका निर्माण 30 एकड़ क्षेत्र में किया जा रहा है। जून 2023 तक यह पूर्ण कर लिया जायेगा। इस पार्क के बन जाने पर हर वर्ष करीब 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य है। प्रदेश की तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का मानना है कि हमारी शिक्षा का तकनीकी के साथ सामंजस्य और संतुलन अत्यंत आवश्यक है। युवाओं के कौशल विकास के लिए प्रदेश के आईटीआई में पारंपरिक पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त मशीन लर्निंग, एआई जैसे पाठ्यक्रमों को लागू किया जा रहा है। 

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Kolar News 31 December 2022

मध्यप्रदेश राज्य सामान्य वर्ग कल्याण आयोग नव वर्ष में प्रदेश के सभी संभागों में कार्यक्रम आयोजित करेगा। आयोग के अध्यक्ष शिव कुमार चौबे की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि संभाग स्तरीय कार्यक्रमों में जन प्रतिनिधि समान्य वर्ग के प्रबुद्ध नागरिक भागीदारी करेंगे। बैठक में सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के सभी संभाग से संयुक्त संचालक, उप संचालक और संचालनालय के अधिकारी मौजूद थे। अध्यक्ष चौबे ने कहा कि सामाजिक समरसता राज्य शासन का मूल मंत्र है। संभाग स्तर पर होने वाले इन विशेष आयोजनों से सभी वर्गों की भागीदारी बढ़ेगी और उनके विचार शासन तक पहुँच सकेगें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गोष्ठी, संवाद, विचार-विमर्श एवं चिंतन का दौर आयोग द्वारा सतत जारी है। प्रदेश सरकार सामान्य निर्धन वर्ग के लोगों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।  

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Kolar News 31 December 2022

'आत्म-निर्भर भारत' के विजन के साथ आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार, प्रदेश में एयरोस्पेस, रक्षा निर्माण और संबंधित सेवा उद्योग स्थापित करने के लिये तत्परता से कार्य कर रही है। यह प्रयास रक्षा क्षेत्र में आत्म-निर्भरता प्राप्त करने के लिए नवाचार करने और विर्निमाण को स्वदेशी बनाने में मदद करेगा। अतुल्य भारत का ह्रद्य स्थल मध्यप्रदेश, देश में एयरोस्पेस और रक्षा उद्योग के लिए एक उभरता हुआ राज्य है। देश के मध्य में स्थित होने से रक्षा उपकरणों के विनिर्माण और वितरण केंद्र स्थापित करने के लिए मध्यप्रदेश आदर्श राज्य है। प्रदेश में मजबूत बुनियादी ढाँचा है और मध्यप्रदेा की भारत के सभी हिस्सों से बेहतर कनेक्टिविटी भी है। पिछले एक दशक में, राज्य ने औद्योगिक बुनियादी ढाँचे के विकास, उन्नयन और जल और बिजली की सतत् आपूर्ति सुनिश्चित कर उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण निवेश किया है। इससे प्रमुख उद्योगों में बड़े निवेश के साथ तेजी से औद्योगिक विकास भी हुआ है।   देश की राजधानी नई दिल्ली, ग्वालियर से सिर्फ 4 घंटे की ड्राइव पर है। साथ ही, बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर के 2 नोड (उत्तर में आगरा और दक्षिण में झाँसी) ग्वालियर से सिर्फ 100 किमी दूर है। पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण गलियारे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे जैसे प्रमुख गलियारे राज्य से होकर गुजरते हैं। निर्माणाधीन दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा, अटल प्रगति पथ और दिल्ली-नागपुर औद्योगिक गलियारा राज्य में मजबूत कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे यह महत्वपूर्ण रक्षा संबंधी उपकरणों के उत्पादन के लिए तार्किक रूप से व्यवहारिक होगा। मध्यप्रदेश में रेयर अर्थ मेटल्स की प्रचुर उपलब्धता है, जो मध्यप्रदेश को एक रणनीतिक कच्चे माल केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। रेयर अर्थ एलीमेंट्स (आरईई) का उपयोग लगभग हर उन्नत प्रौद्योगिकी उत्पाद में बड़े पैमाने पर किया जाता है और इसमें वाणिज्यिक, औद्योगिक और सैन्य प्रयोग होते हैंवर्तमान में, मध्यप्रदेश में 5 व्यावसायिक हवाई अड्डे संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 25 सरकारी और 3 निजी हवाई पट्टियाँ हैं। राज्य सरकार ने ग्वालियर में ड्रोन स्कूल भी प्रारंभ किया है। जल्द ही 4 ड्रोन स्कूल और स्थापित किए जाएंगे। भोपाल और इंदौर के बीच एक मेगा निवेश क्षेत्र के साथ भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक बनाने की योजना है। इसे एमआरओ के साथ 10 हजार एकड़ भूमि में विकसित किया जाना है। इसमें अन्य सुविधाओं के साथ एक समर्पित कार्गो सुविधा होगी। जबलपुर, इटारसी और कटनी जैसे स्थापित रक्षा उत्पादन केंद्रों के साथ मध्यप्रदेश, देश का एक महत्वपूर्ण रक्षा उपकरण निर्माण स्थल है। जबलपुर, महू, ग्वालियर और सागर में महत्वपूर्ण सैन्य छावनियाँ हैं। राजधानी भोपाल में स्ट्राइक कॉर्प - सुदर्शन चक्र कोर है। ग्वालियर में आईएएफ के नंबर 1, 7, 9 स्क्वाड्रन (विमान प्रकार-मिराज 2000H) के साथ एक हवाई युद्ध प्रशिक्षण केंद्र- टीएसीडीई (रणनीति और वायु मुकाबला विकास प्रतिष्ठान) है। यहाँ स्थित पीएलआर प्रणाली निजी क्षेत्र की पहली रक्षा इकाई थी जिसे राज्य में निजी निवेशकों के लिए क्षेत्र के खुलने के बाद ग्वालियर में स्थापित किया गया था। प्रदेश में गन केरिज फैक्ट्री और ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में, एक आयुध फैक्ट्री कटनी में और दूसरी इटारसी में है। प्रदेश में पहले से ही एयरोस्पेस और रक्षा उपकरण निर्माण प्रगति पर है। जबलपुर में रक्षा वाहन निर्माण केन्द्र है। इंदौर में वाहन निर्माण की 100 से ज्यादा इकाइयाँ कार्यरत हैं।   महत्वपूर्ण रक्षा उपकरणों का विकास और उत्पादन, ड्रोन निर्माण और परीक्षण के लिये राज्य में लगभग 20 स्थानों पर हवाई पट्टियाँ उपलब्ध हैं। भोपाल और इंदौर के हवाई अड्डे ओवरनाइट पार्किंग और एमआरओ के लिए आदर्श हैं। यहाँ नाइट पार्किंग शुल्क भी बहुत कम है। राज्य में एविएशन टर्बाइन फ्यूल पर केवल 4 प्रतिशत वैट लिया जाता है। राज्य में पर्यटन, वन्य-जीवन और धार्मिक स्थलों पर हेलीकॉप्टर संचालन और हवाई खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य के पास उद्योगों को प्रोत्साहन देने वाली एक सक्रिय और पारदर्शी नीति है। इन्वेस्ट मध्यप्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023, (राज्य सरकार का प्रमुख निवेश प्रोत्साहन कार्यक्रम) 12 जनवरी को एयरोस्पेस और रक्षा पर एक विषयगत सत्र की मेजबानी करेगा। इस सत्र में राज्य में अवसरों, उद्योग की जरूरतों पर चर्चा होगी। इसमें स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने में मेगा प्लेअर्स और राज्य की भूमिका, एक मजबूत रक्षा और एयरोस्पेस पारिस्थितिकी-तंत्र की स्थापना में निजी क्षेत्र की भूमिका पर विस्तृत संवाद होगा। इससे मध्यप्रदेश में एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में निवेश आने की व्यापक संभावनाएँ है।  

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Kolar News 30 December 2022

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के निर्देशन में स्मार्ट मीटर परियोजना का प्रभावी संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार दोपहर इंदौर शहर वृत्त के जीपीएच जोन के अधीन तिलक पथ 11 केवी फीडर के नारायण बाग क्षेत्र में अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर स्थापना का कार्य प्रारंभ किया गया। शहर में स्मार्ट मीटर स्थापना के तहत नए चरण में कुल 1 लाख 32 हजार अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए 57 फीडर का चयन किया गया है।

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Kolar News 30 December 2022

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने कहा है कि राज्य सरकार ग्रामों के समग्र विकास के लिये योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामों के अधोसंरचना विकास के लिये धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जायेगा। राज्य मंत्री कावरे बुधवार को परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम दुगलई, उमरिया एवं मौरिया में सामुदायिक भवन निर्माण के भूमि-पूजन कार्यक्रम का संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि परसवाड़ा क्षेत्र में जिला खनिज निधि से 40 करोड़ रूपये लागत के विकास कार्यों को मंजूरी दिलाई गई है। इसके साथ ही परसवाड़ा में चिकित्सा सुविधा के विस्तार के लिये 42 औषधालय भवन बनाये जा रहे हैं। सिंचाई सुविधा के विस्तार की चर्चा करते हुए आयुष राज्य मंत्री ने बताया कि 146 करोड़ रूपये लागत की लामता सिंचाई योजना को भी मंजूरी दी जा चुकी है। इस सिंचाई योजना से पाइप लाइन के माध्यम से करीब 55 ग्रामों के खेतों में पानी पहुँचाया जायेगा। इस मौके पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी लगाया गया। रोगियों को नि:शुल्क दवाइयाँ वितरित की गई।  

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Kolar News 30 December 2022

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बताया कि कुपोषण की रोकथाम के लिए प्रदेश में सभी राशन दुकानों पर पोषणयुक्त फोर्टिफाइड चावल वितरित किया जाएगा। अभी तक फोर्टिफाइड चावल कुछ चिन्हित जिलों में ही वितरित किया जा रहा था। प्रदेश में राशन की दुकानों पर केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जा रहा है। खाद्य मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा फोर्टिफाइड चावल के संबंध में मिलावटी होने का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। वास्तविकता यह है कि फोर्टिफाइड चावल आयरनयुक्त है। इसके उपयोग से सिकलसेल एनीमिया, घेंघा जैसे घातक जानलेवा रोगों की रोकथाम की जा सकती है। प्रमुख सचिव खाद्य उमाकांत उमराव ने कहा कि फोर्टिफाइड चावल पूरी तरह से सुरक्षित है। इसमें पोषक तत्वों के अलावा कुछ भी अलग से नहीं है। केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार गरीबी रेखा के नीचे आने वाले सभी पात्र परिवारों को उचित मूल्य दुकानों में फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जा रहा है। यह चावल पोषक तत्वों से युक्त एफएसएसएआई द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप है।   प्रमुख सचिव ने बताया कि चावल बनाने सामान्य चावल को पीस कर उसमें आयरन मिला कर फोर्टिफाइड चावल बनाया जाता है। एक क्विंटल चावल में एक किलो फोर्टिफाइड चावल मिलाया जाता है। इसलिए इसमें किसी अन्य प्रकार का चावल मिलाने जैसी कोई गुंजाईश ही नहीं रहती। उन्होंने बताया कि फोर्टिफाइड चावल से नुकसान नहीं बल्कि अनेक फायदे हैं। आयरन खून की कमी को रोकता है, जिससे एनीमिया से बचा जा सकता है। विटामिन बी-12 तंत्रिका तंत्र के सामान्य कामकाज में सहायक होता है। फोलिक एसिड गर्भावस्था के दौरान भ्रूण विकास एवं रक्त निर्माण में सहयोग करता है। फोर्टीफाइड चावल सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार राशन की दुकान पर वितरित किया जा रहा है। फोर्टिफाइड चावल भी सामान्य चावल की तरह संग्रहीत किया जा सकता है एवं पकाया जा सकता है।

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Kolar News 29 December 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुरूप मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में अब बस और रेल यात्रा के बाद हवाई यात्रा के द्वारा भी बुजुर्गों को दूरस्थ तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाएंगी। नए वर्ष में पहवाई तीर्थ दर्शन यात्राएं प्रारंभ होंगी। मुख्‍यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अप्रैल, 2022 से काशी विश्‍वनाथ की तीर्थयात्रा के साथ पुन: प्रारंभ की गई है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना प्रारंभ करने वाला देश का पहला राज्य है मध्यप्रदेश। मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को देश के विभिन्न राज्यों ने अपने यहां लागू किया है। वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुजुर्ग नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रियों के लिए प्रारंभ की थी। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्मों के तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है।  

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Kolar News 29 December 2022

मध्यप्रदेश में स्काई डाइविंग फेस्टिवल के दूसरे संस्करण की शुरुआत 5 जनवरी 2023 से उज्जैन के दताना एयरस्ट्रिप पर होने जा रही है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए स्काई डाइविंग फेस्टिवल का समापन 15 जनवरी को होगा। प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट एवं जी-20 सम्मेलन के लिए प्रदेश में मौजूद रहने वाले अतिथि भी इस एडवेंचर गतिविधि का आनंद ले सकेंगे। इसका संचालन DGCA एवं USPA प्रमाणित संस्था "स्काई-हाई इंडिया" द्वारा किया जा रहा है। स्काई डाइविंग करने का समय सुबह 8 से शाम 5 बजे तक है। बुकिंग www.skyhighindia.com पर की जा सकती है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और प्रबंध संचालक, मप्र टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा, 'स्काई डाइविंग फेस्टिवल का पहला संस्करण सफल रहा था। सभी बुकिंग स्लॉट बुक हो चुके थे। इसी को देखते हुए अब दूसरे संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान उज्जैन में उच्च मानकों के साथ प्रशिक्षित कर्मियों की मदद से रोमांच प्रेमी स्काई डाइविंग का आनंद ले सकेंगे। वे 10 हजार फीट की ऊंचाई से महाकाल की नगरी को देखने का रोमांच प्राप्त करेंगे’।  

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Kolar News 29 December 2022

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर 'नानो' कावरे ने कहा है कि प्रदेश में आयुष के समग्र विकास के लिये जल्द ही आयुष विश्वविद्यालय शुरू होगा। इसके लिये तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य मंत्री कावरे मंगलवार को भोपाल के पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद संस्थान के रजत जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राज्य मंत्री कावरे ने महाविद्यालय के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया। राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि वे पिछले दिनों आयुष के विकास विजन-2047 की बैठकों में शामिल हुए थे। बैठक में विशेषज्ञों के महत्वपूर्ण सुझाव आये हैं। इस आधार पर मध्यप्रदेश में प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में आयुष के 1700 संस्थान हैं। इन्हें वर्ष 2047 तक बढ़ा कर 5 हजार तक पहुँचाया जायेगा। राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि प्रदेश में प्रयास किये जा रहे हैं कि आयुष संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थी ऐसे हों, जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें। आयुर्वेद की चर्चा करते हुए राज्य मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में आयुर्वेद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में नये शोध और उनके प्रमाणीकरण की आवश्यकता है। इसके लिये राज्य सरकार द्वारा फॉर्मेसी के क्षेत्र में धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय संगठन सचिव आरोग्य भारती डॉ. अशोक वाष्णेय ने कहा कि पं. खुशीलाल शर्मा संस्थान को देश के श्रेष्ठ आयुर्वेद संस्थानों में प्रमुख स्थान दिलाना है। इसके लिये शिक्षकों एवं छात्रों का सामूहिक प्रयास जरूरी है। उन्होंने आयुर्वेद को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिये प्रोजेक्ट पर भी ध्यान दिये जाने की बात कही। प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने कहा कि संस्थान में वर्तमान में 600 से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। आयुर्वेद चिकित्सालय 150 बिस्तर क्षमता का है। चिकित्सालय में प्रतिदिन औसतन 650 रोगियों का उपचार किया जाता है। उन्होंने संस्थान की विभिन्न फेकल्टी के बारे में भी जानकारी दी। इस मौके पर विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।  

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Kolar News 28 December 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि भोपाल में शुरू हुए तीन दिवसीय कृषि मेले में किसानों को खेती-किसानी की उन्नत तकनीक की जानकारी मिलेगी। कृषि मेले में कृषि, बागवानी, डेयरी एवं खाद्य प्र-संस्करण से संबंधित 150 से ज्यादा स्टॉल लगे हैं। कृषि मेला 29 दिसम्बर 2022 तक चलेगा। निश्चित ही इसका लाभ किसानों को मिलेगा। पशुपालन मंत्री श्री प्रेम सिंह पटेल ने भी कृषि मेले में विभिन्न स्टॉल का अवलोकन किया। कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिये प्रदेश की शिवराज सरकार कटिबद्ध है। इस प्रकार के मेलों के आयोजन से किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मेले में केन्द्र और राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से लोगों को अवगत कराया जायेगा। ज्यादा से ज्यादा किसान योजनाओं से लाभान्वित हों, इसके लिये समग्र प्रयास किये जा रहे हैं। कृषि मंत्री पटेल ने मेले में किसानों को जैविक खाद के पैकेट वितरित किये।    पटेल ने कहा कि हमारा प्रदेश जैविक खेती में देश में अव्वल है। जैविक उत्पादों के प्रयोग से विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है। हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिये भी निरंतर कार्य कर रहे हैं। बिट्टन मार्केट मैदान में आयोजित कृषि मेले में दो दिवसीय किसान संगोष्ठी भी होगी। इसमें विषय-विशेषज्ञों द्वारा कृषि एवं बागवानी से जुड़ी नवीनतम तकनीकों से किसानों को अवगत कराया जायेगा। किसानों की आय को दोगुना करने में निश्चित ही इसका लाभ मिलेगा। कृषि मेले में 150 से अधिक स्टॉल लगाये गये हैं। इनमें कृषि संबद्ध कार्यों को आसान बनाने वाले उन्नत उपकरण प्रदर्शित किये गये हैं। मेले में विभिन्न देशी और विदेशी कम्पनियों के यंत्रों को प्रदर्शित करने के साथ ही इनके उपयोग और लाभों की विस्तृत जानकारी भी प्रदान की जा रही है। स्टॉल्स पर ट्रेक्टर, हॉर्वेस्टर, मिल्क मशीन एवं जैविक खेती के उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है। कृषि मंत्री पटेल ने कृषि मेले में विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने स्टॉल में रखे गये यंत्रों और उत्पादों की जानकारी ली।

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Kolar News 28 December 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग की उपस्थिति में आज हमीदिया अस्पताल में कोरोना मॉक ड्रिल हुआ। मंत्री सारंग ने कोरोना उपचार संबंधी बिस्तर, वेंटिलेटर, आईसीयू, मानव संसाधन, ऑक्सीजन संयंत्र और चिकित्सा उपकरणों सहित अन्य व्यवस्थाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की। उन्होंने मॉक ड्रिल के दौरान पायी गई कमियों को शीघ्र ही दूर करने के निर्देश दिये। चीन में कोरोना से बन रही भयावह स्थिति के मद्देनज़र केंद्र एवं राज्य सरकार एलर्ट मोड पर हैं। कोरोना के सम्भावित ख़तरे से निपटने के लिये मंगलवार को पूरे देश में चिकित्सा संस्थानों में मॉक ड्रिल की गई। हमीदिया अस्पताल में कोरोना मॉक ड्रिल के दौरान ऑक्सीजन प्‍लांट की भी टेस्‍टिंग की गई। मंत्री सारंग ने इस दौरान बताया कि हमीदिया अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 2 हजार एलपीएम है। ऑक्सीजन प्लांट में 24 घंटे जीपीएस सिस्टम से भी मॉनिटरिंग की व्‍यवस्‍था गई है, जिससे लिक्विड ऑक्सीजन की कमी होने से पूर्व ही ट्रैकिंग कर सर्विस प्रोवाइडर द्वारा ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सके।     मंत्री सारंग ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि कोरोना के संभावित ख़तरे को देखते हुए ऑक्सीजन जनरेशन, आईसीयू, पीआईसीयू, ऑक्सीजन बेड, दवाइयाँ आदि सभी व्यवस्थाएँ सुचारू रखने मॉक ड्रिल की गई। मध्यप्रदेश में कोरोना से संबंधित सभी तैयारियां चुस्त-दुरूस्त हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। पिछले 4 दिनों से प्रदेश में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिला है। प्रदेश में कोरोना मरीजों के उपचार के लिये लगभग 43 हजार बिस्तर उपलब्ध हैं। हमीदिया अस्पताल में लगभग 200 बिस्तर कोरोना मरीजों के लिये चिन्हित किये गये हैं। मंत्री सारंग ने मॉकड्रिल के दौरान हमीदिया अस्पताल के ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रामा सेंटर में उपस्थित चिकित्सकों से कोरोना मरीजों की उपचार व्यवस्था संबंधी जानकारी ली और कोरोना प्रोटोकॉल के अनुरूप एसओपी तैयार करने के निर्देश दिये। मंत्री सारंग ने ऑक्सीजन सपोर्टेड बिस्तर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर का भी निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं पर संतुष्टि व्यक्त की। गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद राय, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशीष गोहिया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।     मंत्री  सारंग ने हमीदिया अस्पताल में आने वाले मरीजों एवं उनके परिजन से मास्क पहनने और बूस्टर डोज लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना से सुरक्षा ही बचाव है। कोरोना के संभावित ख़तरे से अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिये मास्क पहनने के साथ कोविड अनुरूप व्यवहार को अपनाना बेहद जरूरी है। कोरोना के नये वैरिएंट की आशंका के चलते चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि वे 29 दिसंबर को अपना जन्म दिन वर्चुअल ही मनाएंगे। उन्होंने शुभचिंतकों से केवल वर्चुअली शुभकामनाएँ देने की अपील की है। मंत्री सारंग ने कहा कि 29 दिसंबर को उनके जन्मदिवस के अवसर पर शुभचिंतक उन्हें सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम एवं कू प्लेटफॉर्म पर जन्म-दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना की पिछली लहर में भी उन्होंने अपना जन्म-दिन वर्चुअली ही मनाया था।  

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Kolar News 28 December 2022

पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के गाँवों के विकास के लिये प्राथमिकता के साथ ग्रामीण सड़कों का जाल बिछाने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही ग्रामीण सड़कों के माध्यम से ग्राम पंचायतों को विकास के नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। राज्य मंत्री पटेल रविवार को सतना जिले के अमरपाटन के ग्राम खरमसेड़ा में 3 करोड़ 89 लाख रूपये लागत के पहाड़ मार्ग के भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि क्षेत्र में इस सड़क की माँग काफी समय से थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामों के समग्र विकास को ध्यान में रख कर योजनाएँ बना रही है। राज्य मंत्री पटेल ने 4.30 किलोमीटर सड़क मार्ग को गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये। राज्य मंत्री पटेल ने ग्राम भीषमपुर में एक करोड़ 36 लाख रूपये लागत के पहुँच मार्ग का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि पहुँच मार्ग का निर्माण होने के बाद क्षेत्र के गाँवों का तेजी से विकास हो सकेगा। कार्यक्रम में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

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Kolar News 27 December 2022

फिल्म-वेब सीरीज की शूटिंग के लिए मध्यप्रदेश सेंट्रल हब के रूप में विकसित मध्ययप्रदेश में देश के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रदेश फिल्म टूरिज्म पॉलिसी से प्रभावित होकर शूटिंग के लिए प्रेरित हो रहे हैं। इसी क्रम में प्रोडक्शन हाउस ओम स्पोर्टमेंट प्रदेश में 5 फिल्म और 2 वेब सीरीज शूट करेगा। कंपनी ने मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड और म.प्र. पर्यटन विकास निगम के साथ एक समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किये हैं। प्रोडक्शन हाउस इन प्रोजेक्ट्स में 5 साल में 50 करोड़ रुपए का निवेश भी करेगा। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और प्रबंध संचालक, म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला की मौजूदगी में बोर्ड के अपर प्रबंध संचालक विवेक श्रोत्रिय ने एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये। ओम स्पोर्टमेंट की ओर से प्रोड्यूसर आशिम खेत्रपाल और राधिका खेत्रपाल मौजूद थे। एम.ओ.यू. के अनुसार कंपनी द्वारा स्थानीय कलाकारों को प्रशिक्षण देकर वेब सीरीज में मौका दिया जाएगा। प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों का प्रचार भी होगा। कंपनी की प्रोड्यूसर राधिका खेत्रपाल ने कहा कि आज हुआ एम.ओ.यू हमारे लिए गर्व की बात है। पर्यटन विभाग का हमेशा फिल्मकारों को सराहनीय सहयोग रहा है। हम प्रदेश में 7 प्रोजेक्ट शूट करेंगे। सभी की स्क्रिप्ट तैयार है। पहली फिल्म ‘चिल्ड्रन ऑफ गॉड’ की शूटिंग जनवरी-2023 में शुरू होगी और अक्टूबर में रिलीज की जाएगी।  

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Kolar News 27 December 2022

राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मध्यप्रदेश में लघु वनोपजों का संग्रहण एवं विक्रय दूरस्थ अंचलों में रहने वाले ग्रामीणों के लिये आजीविका का एक मुख्य साधन है। प्रदेश में लगभग 15 लाख परिवारों के 37 लाख सदस्य लघु वनोपज संग्रहण कार्य से जुड़े हैं, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक सदस्य जनजातीय वर्ग के हैं। इन लघु वनोपज संग्राहकों को बिचौलियों के शोषण से बचाने के लिए राज्य सरकार ने पेसा एक्ट लागू किया है। संग्रहीत लघु वनोपज का उचित लाभ दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश में लघु वनोपज का संग्रहण एवं व्यापार अब ग्राम-सभा के माध्यम से किया जायेगा। राज्यपाल आज लाल परेड मैदान पर अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीयकृत वनोपज के संग्रहण का वनवासियों एवं ग्रामीणों को उचित पारिश्रमिक दिलाने के लिये लघु वनोपज संघ कार्यशील है। संघ अपनी 1066 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों और 60 जिला वनोपज सहकारी यूनियनों के माध्यम से लघु वनोपज संग्रहण कार्य, रोजगार सुलभ कराने के साथ ही औषधीय और सुगंधित पौधों के प्र-संस्करण, भंडारण एवं विपणन का कार्य भी सफलता से कर रहा है। राज्यपाल ने कहा कि संघ द्वारा वनोपज विक्रय का लाभांश भी संग्राहकों को वितरित किया जा रहा है। इन गतिविधियों से जनजातीय भाइयों एवं बहनों को आत्म-निर्भर एवं सशक्त बनाने के प्रयास प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण तथा अन्य लघु वनोपज संग्रहण कार्य में संलग्न अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य कमजोर वर्ग के ग्रामीणों का आर्थिक सुदृढ़ीकरण हो रहा है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि लघु वनोपज संघ द्वारा संचालित गतिविधियों के प्रचार-प्रसार, सुदूर वनांचलों में निवासरत जनजाति की लघु वनोपजों और प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति इत्यादि को पहचान दिलाने और मंच प्रदान करने के उद्देश्य से वन मेले का आयोजन प्रशंसनीय है।    राज्यपाल पटेल ने अगले वर्ष अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में दोगुने लक्ष्य की प्राप्ति के लिये प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय एवं वैद्यों के परंपरागत औषधीय ज्ञान के प्रमाणीकरण एवं औपचारिक लाइसेंस की व्यवस्था के लिये प्रयास तेजी से करने की आवश्यकता है। इसके पहले राज्यपाल ने वन मेले के स्टॉलों का अवलोकन और मेले पर केन्द्रित स्मारिका का विमोचन किया। वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने बताया कि इस वर्ष वन मेले में 2 लाख 50 हज़ार नागरिकों की उपस्थिति रही। लगभग 3 करोड़ रूपए के वनोपज उत्पादों का विक्रय हुआ। मेले में 28 करोड़ मूल्य के एमओयू साइन किये गये, जो विगत वर्ष से दो-गुने हैं। क्रेता-विक्रेता संवाद से बिचौलियों को हटाने का प्रयास किया गया ताकि वनोपज़ संग्राहक सीधे बड़े संस्थानों से जुड़े एवं उन्हें उत्पाद के बेहतर मूल्य प्राप्त हों। मंत्री डॉ. शाह ने आगामी दिवसों में किए जाने वाले कार्यों विशेषकर महुआ से च्यवनप्राश, चाकलेट आदि उत्पाद बनाये जाने की भी जानकारी दी। मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि इंदौर में फरवरी-मार्च 2023 में वन मेला लगवाया जायेगा। उन्होंने भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के सूत्रधार सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही.आर. खरे और श्री दवे का विशेष रूप से आभार माना। अपर मुख्य सचिव वन एवं प्रशासक मप्र लघु वनोपज संघ जे.एन. कंसोटिया ने लघु वनोपज संघ द्वारा आगामी दिवसों में किए जाने वाले हितग्राहीमूलक कार्यों की जानकारी दी। प्रबंध संचालक लघु वनोपज संघ पुष्कर सिंह ने वन मेले की उपलब्धियों और संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। पीसीसीएफ़-सह-वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता सहित वन विभाग एवं लघु वनोपज संघ के अधिकारी, कर्मचारी और वनोपज विक्रेता उपस्थित थे। अपर प्रबंध संचालक भागवत सिंह ने आभार माना।  

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Kolar News 27 December 2022

अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के छठवें दिन रविवार को लाल परेड ग्राउंड में आयुर्वेद उत्पादों के साथ पर्यावरण की दृष्टि से उपयोगी सामग्री खरीदने के लिये सभी स्टॉल्स पर लोगों की भीड़ लगी रही। सीहोर के जी.आई. टेग प्राप्त लकड़ी के खिलौने और झाबुआ की प्रसिद्ध जनजाति के गुड्डे-गुड़िया बच्चों को खूब भा रहे हैं। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज  पुष्कर सिंह ने बताया कि मेले में बाँस से निर्मित ब्रश से लेकर सोफा और कुर्सियों के प्रति लोगों का आकर्षण "वोकल फॉर लोकल'' की नई सोच को पुख्ता करता है। मेले में विभिन्न प्रकार के हर्बल उत्पादों की भी बम्पर बिक्री हो रही है। इनमें आँवला से बने खाद्य पदार्थ में आँवला कैंडी, अचार और सुपारी आगन्तुकों के बीच लोकप्रिय हुई है। मेले में अब तक एक करोड़ 92 लाख रूपये मूल्य की वन और हर्बल उत्पादों से निर्मित औषधियों की बिक्री हो चुकी है। साथ ही डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने मेले का आनंद उठाया है।    मेले में स्थापित ओपीडी में 8 हजार 500 आगंतुकों ने आयुर्वेद चिकित्सकों और अनुभवी वैद्यों से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया। वन मण्डल छिंदवाड़ा से आई वन भोज रसोई के व्यंजन मक्का-ज्वार की रोटी, बैंगन का भर्ता और कोदो-कुटकी की खीर के साथ कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाये जा रहे व्यंजन लोगों को लुभा रहे हैं। रविवार की शाम को फारेस्ट मेलोडी ग्रुप की रंगारंग संगीत प्रस्तुति हुई। अपर मुख्य सचिव वन जे.एन. कंसोटिया, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख आर.के. गुप्ता मौजूद रहे। ग्रुप में वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और उनके परिजन द्वारा दी गई प्रस्तुति पर लोग झूम उठे। इसके पहले सुबह के समय फैंसी ड्रेस और सोलो एक्टिंग प्रतियोगिता में 10 विद्यालयों के 40 छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी गई। दोपहर में राजस्थानी कलाकारों ने कठपुतली की प्रस्तुति दी। राज्यपाल मंगुभाई पटेल 26 दिसम्बर को शाम 5 बजे 7 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वन मेले का समापन करेंगे। वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह अध्यक्षता करेंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग विशिष्ट अतिथि होंगे।

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Kolar News 26 December 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि नरेला विधानसभा क्षेत्र में 2008 के पहले पेयजल का संकट था। पूरा क्षेत्र पेयजल के लिये पानी के टैंकरों पर निर्भर था। आज नरेला विधानसभा के हर घर में नर्मदा जल पहुँच रहा है। उन्होंने कहा कि पहले हर बारिश में निचली बस्तियों में बाढ़ की स्थिति निर्मित होती थी। अब आदर्श ड्रेनेज सिस्टम होने से मूसलाधार वर्षा में भी किसी भी तरह की अनहोनी नहीं हुई। यह नरेला में हो रहे अनवरत विकास का ही परिणाम है कि नरेला विधानसभा एक आदर्श विधानसभा के रूप में स्थापित हो रहा है। मंत्री सारंग ने वार्ड 37 के कैंची छोला, राजेंद्र नगर और द्वारका नगर में लगभग 13 करोड़ 90 लाख से अधिक की लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन भी किया।     मंत्री  सारंग ने कहा कि नरेला विधानसभा का खुद का ड्रेनेज सिस्टम है। इसमें नालों का चैनेलाइजेशन किया गया है, जिससे क्षेत्र की निचली बस्तियों में बारिश में बाढ़ की स्थिति अब निर्मित नहीं होती है। उन्होंने कहा कि नरेला के समग्र विकास के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। चूँकि विकास एक सतत प्रक्रिया है, जनता की आवश्यकतानुसार संपूर्ण नरेला में विकास कार्य सतत चलता रहता है। नरेला विधानसभा अंतर्गत सेमरा मंडी से लेकर द्वारका नगर तक निकाली गयी विकास यात्रा के दौरान क्षेत्र के रहवासियों ने 50 स्थानों पर स्वागत मंच लगा कर मंत्री सारंग का पुष्पहार एवं आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया। भोपाल महापौर मालती राय, क्षेत्रीय पार्षद सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

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Kolar News 26 December 2022

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर 'नानो' कावरे ने कहा है कि स्वस्थ रहने के लिये आयुष चिकित्सा पद्धति को अपने जीवन में अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारे आसपास औषधीय पौधे हैं। हम उन्हें पहचाने और उपयोग में लायें। राज्य मंत्री कावरे आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म-दिवस पर बालाघाट जिले के ग्राम कुसमी में आरोग्य मेले को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। इसका हमें अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिये। इस चिकित्सा पद्धति के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। इस पद्धति में आवश्यकता इस बात की होती है कि उपचार के दौरान हमारे द्वारा धैर्य और संयम रखा जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना काल में आयुष विभाग द्वारा तैयार किया गया चूर्ण इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत उपयोगी साबित हुआ है। राज्य मंत्री कावरे ने आयुष पद्धति में और अधिक शोध और प्रमाणीकरण पर भी जोर दिया। आयुष चिकित्सा शिविर में मरीजों का आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति से उपचार किया गया। शिविर में 1100 रोगियों का नि:शुल्क उपचार कर औषधि वितरण किया गया। सुशासन दिवस पर हुए आरोग्य मेले में आयुर्वेद खाद्य पदार्थ, पंचकर्म, हर दिन-हर घर हर्बल उद्यान, योगाभ्यास पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई गई। जन-सामान्य को देवारण्य योजना में औषधीय पौधों का वितरण किया गया।

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Kolar News 26 December 2022

विकास को आगे बढ़ाने के दायित्व निर्वहन में युवाओं को सशक्त बनाने विभिन्न विधाओं के विशेषज्ञों ने युवाओं को सुझाव दिये। सतत विकास में भागीदारी के लिये स्‍वयंसेवी संस्थाओं (सीएसओ), प्रदेश के विश्वविद्यालयों के छात्र एवं सरकारी अधिकारियों के लिए सुशासन संस्थान में 5 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम “विकास संचार” में सुझाव दिये। समापन समारोह में प्रमुख सचिव जनसंपर्क राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों द्वारा दिये गये सुझावों पर अमल कर स्वयं को सतत विकास में भागीदार बनाएँ। उन्होंने कहा कि विषय-विशेषज्ञों ने युवाओं से अनुभव साझा कर समझाइश भी दी। एग्पा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतीक हजेला ने समाज के वृहद मुद्दों पर चर्चा करते हुए सकारात्मक विकास संचार को आगे बढ़ाने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि देवारण्य योजनाओं के क्रियान्वयन में सामने आ रही चुनौतियों का मुकाबला स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिल कर किया जा सकता है।   एग्पा के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोकेश शर्मा ने प्रतिभागी युवाओं को सकारात्मक कहानियाँ लिखने के लिये प्रेरित किया और संस्थान में पदस्थ यंग फेलो के साथ मिल कर लेखन कार्य करने को कहा। वरिष्ठ पत्रकार अभिलाश खांडेकर ने कहा कि विभिन्न विषयों के बारे में पहले समझ विकसित करें। उन्होंने लेखन कार्य में आगे बढ़ने के लिये जरूरी बातों को समझाया। पर्यावरण संबंधी सकारात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने में विकास संचार की भूमिका को भी स्पष्ट किया गया। डायरेक्टर विकास संवाद सचिन कुमार जैन ने युवाओं को विभिन्न विषयों पर सकारात्मक लेखन के लिये आवश्यक सुझाव दिये। सीनियर एडवाइजर विकास संस्थान और कोर्स को-ऑर्डिनेटर मनोज कुमार जैन ने कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी।

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Kolar News 24 December 2022

जीआईएस-2023 की सभी व्यवस्थाएँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हों। सभी व्यवस्थाएँ समय-सीमा में पूरी की जायें। यह निर्देश औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने मंत्रालय में जीआईएस-2023 की तैयारी की समीक्षा बैठक में दिये। मंत्री दत्तीगांव ने कहा कि सभी राष्ट्र प्रमुखों और औद्योगिक संगठनों के प्रमुखों का भारतीय संस्कृति के अनुसार उपयुक्त सत्कार किया जाये। सभी को एयरपोर्ट पर रिसीव करने से लेकर ठहरने के स्थान तक तथा आयोजन स्थल तक लाने-ले जाने की उपयुक्त व्यवस्था हो। दो दिवसीय आयोजन में म.प्र. में निवेश के क्षेत्र में क्षमताओं का प्रभावी प्रदर्शन हो। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद) की उपयुक्त ब्रांडिंग और जानकारी देने की व्यवस्था भी रखें।   प्रमुख सचिव मनीष सिंह ने बताया कि जीआईएस-2023 में विश्व के प्रमुख देशों के राष्ट्र प्रमुख, राजदूत और उनके प्रतिनिधि-मण्डल तथा औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित लगभग 4 हजार से अधिक लोग शामिल होंगे। सभी के आवास, भोजन और आयोजन स्थल तक पहुँचने आदि की सभी व्यवस्थाएँ पुख्ता कर ली गई हैं। एम.डी. एम.पी.आई.डी.सी. मनीष सिंह ने बताया कि सभी आगंतुकों से चर्चा कर ली गई है। साथ ही सभी को निमंत्रण भी भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा और निर्देशानुसार सभी कार्य समय-सीमा में पूरा कर लिये जायेंगे। मंत्री दत्तीगांव को पूरे इवेंट की व्यवस्थाओं और दो दिवसीय सेशन की मिनट-टू-मिनट जानकारी प्रेजेन्टेशन से दी गई।

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Kolar News 24 December 2022

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए बनी सतर्कता समितियाँ अपने दायित्वों को पहचानें और काम के प्रति पूरी ईमानदारी बरतें। मंत्री सिंह शुक्रवार को मंत्रालय में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राज्य स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मंत्री सिंह ने विभिन्न विभागों से सतर्कता समिति के सदस्यों की अनुपस्थिति पर अप्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण के लिए चार स्तरीय समितियाँ राज्य, जिला, ब्लाक एवं उचित मूल्य दुकान स्तर की गठित की गई हैं। मंत्री सिंह ने बताया कि राज्य स्तरीय सतर्कता समितियों का गठन, शासन की महत्वावकांक्षी योजनाओं के तहत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मध्यान्ह भोजन, पूरक पोषण आहार, मातृत्व लाभ एवं कुपोषण हटाने वाली योजनाओं से जन-साधारण को रियायती कीमतों पर पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तायुक्त खाद्यान्न एवं भोजन का प्रदाय, खाद्यान्‍न एवं पोषण संबंधी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। समितियों को अपने काम की गंभीरता एवं दायित्व को समझना चाहिए।   प्रमुख सचिव खाद्य उमाकांत उमराव ने बताया कि नवीन प्रक्रिया में पात्रता पर्ची के आवेदन, हितग्राही स्वयं राशन मित्र पोर्टल,एमपी ऑनलाईन एवं कॉमन सर्विस सेन्टर, वार्ड एवं पंचायत कार्यालय में एवं लोकसेवा केन्द्र पर जमा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में 10 लाख 28 हजार 740 परिवारों को पात्रता पर्ची जारी करने का लक्ष्य है, जिसमें अभी तक 5 लाख 16 हजार 855 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें से 4 लाख 53 हजार 493 आवेदन स्वीकृत किए गए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना में 28 श्रेणियों के हितग्राही लाभान्वित हैं। बताया गया कि विभिन्न योजनाओं में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम योजना में अन्त्योदय अन्न योजना के तहत एक रूपये प्रति कि.ग्रा. की दर से 35 किलो खाद्यान्न प्रति परिवार, एक किलो शक्कर 20 रूपये प्रति कि.ग्रा. प्रति परिवार एवं प्राथमिकता परिवार के हितग्राही परिवार को एक रूपये प्रति किलो की दर से 5 किलो खाद्यान्न प्रति सदस्य, अंत्योदय एवं प्राथमिकता परिवार को एक रूपये प्रति किलो नमक प्रति परिवार वितरित किया जा रहा है।   प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में अंत्योदय एवं प्राथमिकता श्रेणी में 5 किलो खाद्यान्न प्रति सदस्य नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा है। राशन वितरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पीओएस मशीन से अंगूठा लगाते समय मशीन में से आवाज आती है कि कितने किलो राशन जारी हुआ, हितग्राही आवाज सुनें और मिलान करें। इसके अलावा मशीन से निकलने वाली पर्ची पर भी राशन की मात्रा अंकित रहेगी। हितग्राही अपने मोबाइल नंबर की पोओएस मशीन पर सही एंट्री करायें और राशन की मात्रा का मिलान एसएमएस पर मिले सन्देश से भी करें।

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Kolar News 24 December 2022

विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने गुरुवार को मेनिट में 21 से 24 जनवरी तक होने वाले विज्ञान उत्सव ‘भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव’ IISF-2022 की तैयारियों की समीक्षा की। मंत्री सखलेचा ने जिला प्रशासन, मेनिट प्रबंधन के अधिकारियों, मध्यप्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद एवं विज्ञान भारती के कार्यकर्ताओं से महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश एवं सुझाव दिए। मंत्री सखेलचा ने बताया कि 14 आयामों में आईआईएसएफ़ 2022 आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख रूप से आर्टिजन टेक्नोलॉजी विलेज-वोकल फॉर लोकल, नेशनल सोशल ऑर्गेनाइजेशन एंड इंस्टिट्यूशन मीट, न्यू एज टेक्नोलॉजी शो, मेगा साइंस एंड टेक्नोलॉजी एग्जीबिशन, इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल ऑफ इंडिया, साइंस थ्रू गेम एंड टॉयज, स्टार्टअप कांक्लेव, स्टूडेंट्स इनोवेशन फेस्टिवल, स्टूडेंट साइंस विलेज-2022, स्टेट साइंस एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल कॉन्क्लेव, विज्ञानीका-साइंस लिटरेचर फेस्टिवल सम्मिलित हैं।   मंत्री सखलेचा ने विज्ञान संस्थाओं और आमजन से इस विज्ञान महोत्सव में सम्मिलित होने का आह्वान करते हुए कहा कि विज्ञान भारती के सहयोग से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह विज्ञान महोत्सव भारतीय विज्ञान के गौरवशाली, उपलब्धिपूर्ण और प्रेरणादायी इतिहास के महत्व को नई पीढ़ी से परिचित कराने का महोत्सव है। बैठक के दौरान बायोटेक्नोलॉजी रीजनल सेंटर के एग्जीक्यूटीव डायरेक्टर डॉ सुधांशु व्रती, आरसीबी फरीदाबाद के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सुदीप भार, आरसीबी फरीदाबाद के पीएस रमेश, इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी, दिल्ली के कार्यकारी निदेशक डॉ अरविंद रानाडे, मध्य प्रदेश विज्ञान परिषद के महानिदेशक डॉक्टर अनिल कोठारी, विज्ञान भारती के राष्ट्रीय सचिव प्रवीण रामदास, मध्य भारत प्रांत के सचिव सचिव संजय कौरव एवं रत्नेश, डॉ. प्रीति शर्मा मैनिट भोपाल के डायरेक्टर प्रो. नरेन्द्र रघुवंशी, एमपीसीएसटी से डॉ प्रवीण दिघर्रा, पराग भल्ला, विकास शेंडे एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।  

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Kolar News 23 December 2022

उत्तराखण्ड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा है कि जंगल लोगों की आजीविका से जोड़ने और जंगल को बचाने के लिए वर्तमान में बड़ा यक्ष प्रश्न है। वन मंत्री उनियाल अंतर्राष्ट्रीय वन मेला भोपाल में 'लघु वनोपज से आत्म-निर्भरता' विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उनियाल ने कहा कि जंगल का निर्माण आपसी सहयोग से संभव हुआ है, इसीलिए हमें जंगल बचाने में समुदाय सहभागिता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कान्फ्रेंस में विभिन्न आयुर्वेदिक और वन-शिक्षण संस्थाओं से शामिल हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि दुनिया का कोई लक्ष्य आपकी हिम्मत से बड़ा नहीं हो सकता।   राज्य लघु वनोपज संघ के एमडी पुष्कर सिंह ने बताया कि दो दिन तक चलने वाली कार्यशाला में देश-विदेश में हुए विभिन्न अनुसंधानों की जानकारी मिलेगी, जो आयुर्वेद के विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक साबित होगी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख आर.के. गुप्ता ने बताया कि वन मेले में लगे स्टालों से प्रदेश की जैव विविधता झलकती है। यहाँ एक ओर पातालकोट का विश्व विख्यात शहद, झाबुआ का लाल चावल, महाकौशल क्षेत्र का कोदो-कुटकी और कई तरह के पारम्परिक औषधीय पौधों की प्रचुरता है।   कार्यशाला में नेपाल, इंडोनेशिया, भूटान के विशेषज्ञों के साथ मध्यप्रदेश सहित उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश के विषय-विशेषज्ञ, अधिकारी और इंडस्ट्री एक्सपर्ट शामिल हुए। नेपाल सरकार के जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण सलाहकार डॉ. माधव कर्की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए। उन्होंने मध्यप्रदेश और उत्तराखण्ड राज्य के संसाधनों के सतत प्रबंधन और संवर्धन की तारीफ करते हुए कहा कि नेपाल को इस संदर्भ में सीखना होगा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने लाल परेड ग्राउंड में लगे वन मेले में लगी विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया और प्रदर्शित उत्पादों की जानकारी भी प्राप्त की। वन बल प्रमुख आर.के. गुप्ता ने वन मंत्री को प्रतीक-चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर भारतीय वन प्रबंध संस्थान के डायरेक्टर डॉ. के. रविचंद्रन की मौजूदगी विशेष रही। अपर प्रबंध संचालक विभाष ठाकुर ने आभार माना।  

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Kolar News 23 December 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह  ने कहा है कि बिजली कंपनी के कनिष्ठ यंत्री को सहायक यंत्री के उच्च पद का प्रभार देने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी के खिलाफ  नियम विरुद्ध कार्यवाही नहीं की जाएगी। तोमर ने कहा कि प्राप्त प्रस्तावों पर सकारात्मक रूप से विचार किया जाएगा। ऊर्जा मंत्री मध्य प्रदेश विद्युत मंडल पत्रोपाधि  अभियंता संघ और मध्यप्रदेश विद्युत मंडल पेंशनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सभी बिजली कंपनी में  ऑनलाइन जीवन प्रमाण-पत्र देने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि डीए बढ़ाने का निर्णय आगामी बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा। ऊर्जा मंत्री  ने कहा कि पेंशनर्स के प्रति पूरी श्रद्धा और सम्मान है। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स के सभी बकाया स्वत्यों  का भुगतान किया जाएगा। इस दौरान प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे उपस्थिति थे।  

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Kolar News 23 December 2022

भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के प्रति आमजन का आकर्षण दिनों दिन परवान चढ़ने लगा है। दूसरे दिन तक लोगों ने 13 लाख रूपये के वनोपज और हर्बल उत्पाद से निर्मित औषधियाँ खरीदी। म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ के एडिशनल एमडी विभाष कुमार ठाकुर ने बताया कि वन मेला में संचालित ओपीडी में 4 हजार से ज्यादा आगंतुकों ने नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया। चिकित्सकीय परामर्श के लिए वन मेले में सुबह के समय 63 और शाम के समय 62 आयुर्वेद चिकित्सक और अनुभवी वैध अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। लघु वनोपज प्र-संस्करण और अनुसंधान केन्द्र भोपाल के विन्ध्य हर्बल्स ब्रांड के उत्पाद शहद, च्यवनप्राश और त्रिकुट को उनके प्रभावी असर और गुणवत्ता में अव्वल होने की वजह से मेले में आने वाले लोगों में खरीदी के लिए भीड़ लग रही है। मेले में नर्सरी के औषधीय पौधे खरीदने के लिए लोगों का जमावड़ा लग रहा है। प्रधानमंत्री वन-धन योजना में प्रदेश और अन्य राज्यों में संचालित वन-धन केन्द्रों में बनाए जा रहे महुए, देशी मोटे अनाज (मिलेट्स) के प्रति बढ़ती लोकप्रियता ने देशी महुए के लड्डू, महुए का अचार, महुआ कुकीज, कोदो-कुटकी कुकीज, अलसी लड्डू, तिल लड्डू, देशी मक्का कुकीज, आँवला कैंडी और आँवला पाचक जैसे उत्पाद लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। साथ ही वनांचलों के एलोविरा से निर्मित साबुन, शैम्पू, हैण्ड वॉश, जैल, आँवला अचार, शतावर अचार और जंगली शहद जैसे उत्पादों को लोगों द्वारा पंसद किया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों की प्राथमिक वनोपज समितियों के उत्पाद, जंगली जड़ी-बूटियाँ और म.प्र. राज्य बम्बू मिशन के उत्पादों के प्रति लोगों की रूचि देखते ही बनती है।     वन मेले के दूसरे दिन बुधवार को 20 विद्यालय के 400 से ज्यादा छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरण, वन सुरक्षा, ईको फ्रैंडली और कोरोना वायरस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चित्रकला प्रतियोगिता में चित्रांकन कर अपनी अदभुत कला का प्रदर्शन किया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा मेजिक-शो और गुंजन फाउंडेशन द्वारा आर्केस्ट्रा की प्रस्तुति की गई। संध्या के समय बैम्बू म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति का श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया। लघु वनोपज संघ द्वारा वनोपज से आत्म-निर्भरता की थीम पर दो दिवसीय कॉफ्रेंस की शुरूआत गुरूवार को होगी। उत्तराखण्ड राज्य के वन मंत्री  सुबोध उनियाल के मुख्य आतिथ्य में कॉफ्रेंस का शुभारंभ होगा। वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक और अनुसंधान कर्ताओं सहित नेपाल, इंडोनेशिया और भूटान के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। इसी दिन दोपहर में इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक प्रतियोगिता होगी, जिसमें विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी शामिल होंगे। दोपहर 4 से शाम 6 बजे तक सम्राट म्यूजिकल ग्रुप द्वारा आर्केस्ट्रा की प्रस्तुति, मान सरोवर कॉलेज द्वारा प्रायोजित कबीर कैफे की प्रस्तुति के साथ प्रख्यात अभिनेत्री रवीना टंडन विशेष रूप से मौजूद रहेंगी।

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Kolar News 22 December 2022

कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा फैब्रिक्स ऑफ एम.पी. की थीम पर आयोजित डिजाइन काम्पटीशन के विजेताओं को  भोपाल हाट बाजार में पुरस्कार वितरित किए गये। कार्यक्रम में मिसेज इंडिया इंटरनेशनल डॉ. रीनू यादव एवं मिसेज यूनिवर्स जॉय सुश्री अमृता त्रिपाठी ने आज भोपाल हाट परिसर, भोपाल में स्टेट हैंडलूम एक्सपो-2022 के पुरस्कारों का वितरण किया। भोपाल जिले से एथनिक वियर श्रेणी में अमातुल्लाह बोहरा, अर्चना विश्वकर्मा एवं  सलमा अंसारी तथा रेडी टू वियर श्रेणी में नंदिता नायर, फराह नदीम एवं मान्या यादव को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार इंदौर जिले से एथनिक वियर श्रेणी में सुश्री राखी गुप्ता, सीमा पारीक एवं समीक्षा नायक तथा रेडी टू वियर श्रेणी में दिव्या राठी,  सौरवकान्त श्रीवास्तव एवं  गुलिका अग्रवाल को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिया गया। सभी विजेताओं को "एक जिला-एक उत्पाद" योजना में चयनित सात जिलों के सात उत्पाद एवं प्रशस्ति-पत्र उपहार स्वरूप दिए गए। प्रदेश के हाथकरघा, खादी एवं रेशमी वस्त्रों के उत्पादन की पारंपरिक प्रक्रिया को सहेजने और उनके पीछे छुपी हुई समृद्ध निर्माण कला का प्रदेशवासियों को परिचय देने के उद्देश्य से डिजाइन प्रतियोगिता के अतिरिक्त हैंडलूम ऑन व्हील्स भी किया गया था। भोपाल एवं इंदौर में हुए आयोजन को सभी स्थान पर व्यापक समर्थन और सराहना मिली। कुछ संस्थाओं द्वारा अपने – अपने स्तर पर इस अभियान के समर्थन में विभिन्न कार्यक्रम भी किये।

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Kolar News 22 December 2022

मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने दिव्यांग नशामुक्ति प्रचारक की प्रशंसा करते हुए उनकी पहल को सराहा है। उन्होंने उनके जज्बे को सलाम करते हुए, दूसरों को भी उनसे प्रेरणा लेने कहा है। गौरतलब है कि किशोर मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद से भी जुड़े हैं और उसके माध्यम से सतत अभियान में सक्रिय हैं। उनके वाहन में अभियान संबंधी प्रचार सामग्री रखी रहतो है, जिसमें प्रेरक संदेश 'कुछ पल का नशा, सारी उम्र की सजा' अंकित है।  

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Kolar News 22 December 2022

बिजली कर्मचारियों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर निदान की कार्यवाही की जायेगी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह बात मध्यप्रदेश बिजली कर्मचारी महासंघ और मध्यप्रदेश संविदा एवं ठेका कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान कही। इस दौरान प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, मध्यप्रदेश पॉवर मेनेजमेंट कम्पनी के एमडी रघुराज राजेन्द्रन, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी गणेश शंकर मिश्रा उपस्थित थे।ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि बिजली कम्पनियों में नई नियुक्तियाँ जल्द की जायेंगी। कार्यालयीन संरचना का नया प्रस्ताव विभाग में विचाराधीन है। अनुकम्पा नियुक्ति का प्रस्ताव भी बनाया गया है। उन्होंने कर्मचारियों की चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक सुधार करने की बात भी कही। चिकित्सालय मुख्यालयों पर एम्बुलेंस की सुविधा की जायेगी। वितरण केन्द्र स्तर से प्रबंध संचालक स्तर तक हर कार्यालय में "फर्स्ट एड बॉक्स" रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों को भी सुरक्षा किट उपलब्ध करवाई जायेगी। आउटसोर्स कम्पनी से सभी शर्तें पूरी करवाई जायेंगी। मंत्री तोमर ने कहा कि कर्मचारी संगठनों के साथ एमडी नियमित अंतराल के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे। प्रमुख सचिव ऊर्जा दुबे ने कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि नियमों की परिधि में हर मांग पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहाकि बिजली कम्पनियों के कर्मचारियों के लिये मेडिक्लेम पॉलिसी लागू करने के संबंध में कर्मचारी संगठन सहमति बनायें तो इसे लागू किया जा सकता है। बैठक में कर्मचारियों की वेतन विसंगति, पेंशनर्स की समस्याएँ, आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों की समस्याओं और स्थानांतरण सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

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Kolar News 21 December 2022

स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में भारत स्काउटस एवं गाइड्स मध्यप्रदेश राज्य परिषद की बैठक हुई। बैठक में एजेंडे के विभिन्न बिंदुओं एवं प्रस्तावों पर चर्चा हुई। परमार ने स्काउट्स एवं गाइड्स के सभी डॉक्यूमेंट, रूपरेखा, कार्यक्रम, बैठक एवं अन्य गतिविधियों को हिंदी भाषा में संपादित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारत स्काउटस एवं गाइड्स मध्यप्रदेश संगठन, शासन आधारित संगठन होने के बजाय आत्म-निर्भर संगठन की भांति स्थापित हो सके, इस दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है। संगठन के आर्थिक पक्ष को मजबूत करने पर भी विचार मंथन किया गया। राज्य सचिव राजेश प्रसाद मिश्रा ने राज्य परिषद की बैठक का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। विगत राज्य कार्यकारिणी बैठक में पारित किए गए प्रस्तावों को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया। विगत वर्ष के वार्षिक प्रतिवेदन का और संगठन के बजट का भी अनुमोदन किया गया। सत्र 2022-23 के वार्षिक कार्यक्रम एवं वार्षिक योजना का अनुमोदन किया गया। इसमें विद्यालय से लेकर राज्य स्तर के आयोजनों का कैलेंडर जारी किया जाएगा। राज्य मुख्य आयुक्त पारस चंद्र जैन, राज्य कोषाध्यक्ष रमेशचंद्र शर्मा, राज्य उपाध्यक्ष अजय मिश्रा, राज्य आयुक्त डी.एस. राघव, राज्य आयुक्त राजीव जैन सहित स्काउटस एवं गाइड्स के विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेश के विभिन्न जिलों के पदाधिकारी एवं अधिकारी वर्चुअली जुड़े।  

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Kolar News 21 December 2022

राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा इन्दर सिंह परमार ने आज मंत्रालय में मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित ईएफए स्कूलों में प्रारंभ किए गए "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस" विषय की कक्षा 8वीं एवं कक्षा 9वी की पुस्तकों का विमोचन किया। परमार ने कहा कि मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित प्रदेश में कुल 53 स्कूलों में "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस" विषय प्रारंभ किया गया है। इसे फिलहाल कक्षा 8वीं एवं 9वीं के विद्यार्थियों के लिए प्रारंभ किया गया है। राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा इन स्कूलों में 40 आधुनिक कंप्यूटर्स की इंटरनेट युक्त प्रयोगशाला भी स्थापित की गई हैं। म.प्र. में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए शिक्षा विभाग दृढ़ संकल्पित है, इसके लिए आधुनिक तकनीकी विषयों के समावेश एवं अनुप्रयोग पर जोर दिया जा रहा है। श्री परमार ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां ईएफए(एजुकेशन फॉर ऑल) विद्यालयों में कक्षा आठवीं और नौवीं में "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस" की कुल 240 घंटो की क्लास के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। सर्वसुविधायुक्त कंप्यूटर लैब की उपलब्धता से इस विषय की पढ़ाई में विद्यार्थियों को सुगमता हो रही है। "आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस" जैसी नवीनतम तकनीक के साथ भारत को विश्व के समक्ष खड़े करने के लिए विद्यार्थियों को इसका रचनात्मक प्रयोग और मानव कल्याण की दिशा में उपयोग करना सिखाया जा रहा है, जिसमें यह पाठ्यक्रम अति उपयोगी साबित होगा। प्रदेश के स्कूली बच्चे इसे पढ़कर "भावनाओं की परख" करना सीख रहे हैं। निदेशक राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रभात राज तिवारी, सहायक निदेशक राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड आर के वैद्य उपस्थित थे।  

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Kolar News 21 December 2022

स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा है कि मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक और कला आधारित प्रदर्शनी सराहनीय है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का अनुसरण "राष्ट्रीय बालरंग" महोत्सव में दिख रहा है। राज्यों की अलग भाषा, वेशभूषा और रहन सहन के अलग होने के बाद भी हमारी सांस्कृतिक विरासत एक है। राज्यमंत्री श्री परमार ने कहा कि समृद्ध शिक्षा कला और संस्कृति के समावेश के बिना अधूरी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप भारत की परंपरा, कला और संस्कृति से समृद्ध शिक्षा ही भारत को पुनः परम वैभव पर स्थापित कर सकती है। विविधता को एकात्मकता के सूत्र में पिरोना हमारी जिम्मेदारी है। राज्य मंत्री परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसरण में "राष्ट्रीय बालरंग" को रंगकर इंद्रधनुषीय छटा बिखेरने के लिए सभी राज्यों से आए प्रतिभागी विद्यार्थी और शिक्षक बधाई के पात्र हैं। मध्यप्रदेश के विद्यार्थी सभी राज्यों की भाषाएं सीख सकें और उनके संवाद का दायरा व्यापक हो सके, इस दिशा में स्कूल शिक्षा विभाग कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों की भी अन्य राज्यों के ऐसे कार्यक्रमों में प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाएगी, जिससे यहां के विद्यार्थी अन्य प्रांतों की भाषा, रहन सहन, वेशभूषा, संस्कृति, कला एवं इतिहास से परिचित हो सकें। "राष्ट्रीय बालरंग" भारत को विश्वगुरु और विश्व में सिरमौर बनाने की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रेरित कर रहा है। उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को शुभकामनाएँ दीं।   स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री परमार राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में बच्चों के सांस्कृतिक महोत्सव "राष्ट्रीय बालरंग" के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने "राष्ट्रीय बालरंग" महोत्सव में मप्र के बच्चों द्वारा लगाई गई विभिन्न राज्यों की "समर्थ भारत" प्रदर्शनी का अवलोकन कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री परमार ने "राष्ट्रीय बालरंग स्मारिका 2022" का विमोचन किया। मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, भोपाल द्वारा "राष्ट्रीय बालरंग 2022" का आयोजन 17 दिसम्बर से 19 दिसम्बर 2022 तक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में किया गया। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सहित 16 राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश के स्कूली विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। राष्ट्रीय बालरंग 2022" में राज्यों के पारंपरिक लोकनृत्य में विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी स्कूली विद्यार्थियों द्वारा दी प्रस्तुतियों में नाटी लोक नृत्य के लिए हिमाचल प्रदेश को प्रथम पुरुस्कार 51 हजार रुपए, पंजाबी लोक नृत्य लुड्डी के लिए चंडीगढ़ को द्वितीय पुरस्कार 31 हजार रुपए, हरियाणा को तृतीय पुरूस्कार 21 हजार रुपए दिए गए। सिक्किम और दमन दीव को सांत्वना पुरस्कार 11 हजार रुपए एवं मणिपुर और गुजरात को विशेष पुरुस्कार स्वरूप 5 हजार रुपए की राशि दी गई।   उल्लेखनीय है कि राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा इन्दर सिंह परमार ने "राष्ट्रीय बालरंग" 2022 के शुभारंभ अवसर पर प्रतिभागियों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप दी जाने वाली पुरुस्कार राशि बढ़ाकर प्रथम पुरुस्कार 51 हजार रुपए, द्वितीय पुरुस्कार 31 हजार रुपए, तृतीय पुरूस्कार 21 हजार रुपए एवं सांत्वना पुरस्कार राशि 11 हजार रूपये किए जाने की घोषणा की थी, जिसे इस वर्ष से ही लागू कर दिया गया है। इसके पूर्व "राष्ट्रीय बालरंग" में प्रतिभागियों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप दी जाने वाली पुरुस्कार राशि प्रथम स्थान के लिए 31 हजार, द्वितीय स्थान के लिए 11 हजार एवं तृतीय स्थान के लिए 5 हजार रुपए थी। इसके साथ फूड जोन, लघु भारत प्रदर्शनी, स्वाधीनता का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सहोदय ग्रुप, आत्मनिर्भर समर्थ भारत प्रदर्शनी, क्रिएटिव क्राफ्ट प्रदर्शनी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को भी पुरुस्कार दिया गया। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी, संचालक लोक शिक्षण केके द्विवेदी, उपाध्यक्ष शिक्षा समिति जिला पंचायत भोपाल मोहन सिंह जाट, सदस्य बाल संरक्षण आयोग मध्यप्रदेश अनुराग पांडे और अन्य अधिकारीगण, प्रतिभागी विद्यार्थी एवं शिक्षक जन भी उपस्थित रहे।  

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Kolar News 20 December 2022

वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम 2022-23 का द्वितीय शिविर आज हुआ। वन, वन्यप्राणी एवं पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के लिए मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समन्वय से प्रशिक्षण सह-जागरूकता शिविर वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में हुआ। इसमें शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, छोला के 136 विद्यार्थियों ने भाग लिया। "अनुभूति" में मास्टर ट्रेनर के रूप में डॉ. एस.आर. वाघमारे, सेवा निवृत उप वन संरक्षक एवं पक्षी प्रेमी डॉ. संगीता राजगीर, संचालक वन विहार पदमप्रिया बालाकृष्णन एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।   शिविर में सम्मिलित विद्यार्थियों को अनुभूति बैग, केप एवं पठनीय सामग्री प्रदान की गई। विद्यार्थियों को पक्षी दर्शन, वन्यप्राणी दर्शन प्रकृति पथ भ्रमण, स्थल वानिकी गतिविधियों की जानकारी, वन्यप्राणी और पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियाँ कराई गई। इसके बाद विद्यार्थियों को वन विहार की फिल्म दिखाई गई। विद्यार्थियों को वन्य प्राणियों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है इसके संबंध में जानकारी दी गई। विद्यार्थियों के लिये क्विज प्रतियोगिता हुई। संचालक वन विहार पदमप्रिया बालाकृष्णनन द्वारा शिविर में शामिल बच्चों को शपथ दिलाई गई एवं पुरस्कार वितरित किये गये। अनुभूति कार्यक्रम के अंतर्गत तृतीय शिविर 22 दिसम्बर, 2022 को वन विहार आयोजित किया जायेगा।  

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Kolar News 20 December 2022

एमएसएमई विभाग को कलस्टर आधारित उद्योगों के विकास के लिए स्कॉच ग्रुप द्वारा नई दिल्ली में सोमवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस श्रेणी में एमएसएमई ट्रांसफॉर्मेशन थ्रू फोस्टरिंग क्लस्टर डेवलपमेंट के लिए स्कॉच गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया। स्कॉच ग्रुप के अध्यक्ष समीर कोचर और पीएम के पूर्व सलाहकार और सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड  के सदस्य अमरजीत सिन्हा ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के सचिव और उद्योग आयुक्त पी. नरहरि को पुरस्कार प्रदान किया।   पुरस्कार प्राप्त करने नरहरि ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को तभी साकार किया जा सकता है जब एमएसएमई को वह स्थान दिया जाए जिसके वे हकदार हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की कल्पना को साकार कर रहे हैं। उन्होंने विभाग की इस पहल को समझने के लिए स्कॉच टीम को धन्यवाद दिया। उन्‍होंने कहा कि इस तरह के प्रगतिशील दृष्टिकोण को जारी रखते हुए, एमएसएमई विभाग विशेष पैकेज के माध्यम से एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार राज्य में सक्रिय कदम उठाने का इरादा रखती है।   उन्‍होंने बताया कि राज्‍य में एमएसएमई को पिछले डेढ़ साल से क्लस्टर आधारित विकास के दृष्टिकोण से प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्तमान में, खिलौने, फर्नीचर, कपड़ा, वस्त्र, फार्मास्यूटिकल्स और बहु-उत्पाद जैसे विभिन्न क्षेत्रों में 45 क्लस्टर विकसित किए जा रहे हैं जबकि अन्य 55 क्लस्टर भी तैयार किए जा रहे हैं। राज्‍य सरकार जून 2023 तक मध्य प्रदेश में लगभग 100 एमएसएमई क्लस्टर बनाने का इरादा रखती है। स्‍कॉच समूह 1997 से समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक प्रमुख परामर्श संस्‍था और थिंक-टैंक है।

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Kolar News 20 December 2022

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर 'नानो' कावरे ने कहा है कि कोरोना के महा विपदा काल में आयुर्वेद ने अपनी महत्ता साबित की है। कोरोना काल में आयुर्वेद चिकित्सकों ने अपनी जान की परवाह किये बगैर चिकित्सा सेवा में उल्लेखनीय कार्य किया है। कोरोना काल में आयुर्वेद के प्रति नया विश्वास जागृत हुआ है। राज्य मंत्री कावरे आज इंदौर के शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। आयुष मंत्री कावरे ने कहा कि वर्तमान में आयुर्वेद का अमृत-काल चल रहा है। उन्होंने आयुर्वेद के चिकित्सकों से कहा कि वह इस विश्वास को आगे भी कायम रखें। राज्य मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिये हर संभव प्रयास किये जायेंगे। आयुर्वेद अस्पतालों में आधुनिक जरूरतों के मान से सुविधाएँ जुटाई जा रही हैं। उन्होंने आयुर्वेद महाविद्यालयों में शोध केन्द्रों की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर के अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय ने आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रगति के नये आयाम तय किये हैं।   राज्य मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार से प्रदेश में आयुर्वेद क्षेत्र के विस्तार को बढ़ावा मिलेगा। इंदौर में हुए दो दिवसीय सेमिनार का विषय "सिद्धांतकॉन'' रखा गया था। सम्मेलन में मुख्य रूप से भारत की प्राचीन आयुर्वेद विधा एवं सिद्धांतों के बारे में चर्चा की गई। साथ ही आधुनिक परिप्रेक्ष्य में किस प्रकार मरीजों को इलाज की सुविधा एवं शिक्षण परम्परा को बेहतर बनाया जा सकता है, इस पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही सम्मेलन में आयुर्वेद औषधीय पौधों की खेती, संरक्षण, आहार चिकित्सा से रोगियों का इलाज, पंचकर्म चिकित्सा, कल्प चिकित्सा पर भी प्रमुख रूप से विचार किया गया। सम्मेलन में 10 देश, जिनमें प्रमुख रूप से न्यूजीलैण्ड, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, जापान और यूनाइटेड अरब अमीरात के प्रतिभागी भी शामिल हुए।  

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Kolar News 19 December 2022

सीहोर जिले के बुदनी क्षेत्र के बांद्राभान में 17 से 21 दिसम्बर 2022 तक पूज्य श्री  राम सरकार मंहत डॉ. प्रज्ञा भारती जी के मुखारबिंद से राम कथा कही जा रही है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने रविवार को बुदनी में प्रारंभ हुई राम कथा में पूज्य डॉ. प्रज्ञा भारती जी का पुष्प-गुच्छ, शॉल-श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा के श्रवण मात्र से ही मानव जीवन सफल हो जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राम कथा के समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे। राम कथा बुधनी के बांद्राभान में तपोवन आश्रम में दोपहर एक से सायं 4 बजे तक होती हैं। राम कथा के समाप्ति के बाद प्रसाद एवं भंडारे का आयोजन किया गया है। राम कथा के शुभारंभ दिवस पर विदिशा के सांसद पंडित श्री रमाकांत भार्गव, बुधनी विधायक  राजेन्द्र सिंह, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, अध्यक्ष सलकनपुरदेवी मंदिर ट्रस्ट महेश उपाध्याय, विनय भार्गव, अशोक सिंह, शिवनारायण मालवीय एवं मनोहर सिंह आदि उपस्थित थे।

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Kolar News 19 December 2022

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में 19 दिसम्बर को होने वाली कार्यशाला-सह-सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सम्मेलन स्थल पर विभिन्न स्व-सहायता समूहों द्वारा एवं प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं से संबंधित लगाये गये स्टॉलों का भी अवलोकन किया। मंत्री सिंह ने कहा कि विभिन्न जिलों से आने वाले पदाधिकारियों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिये। सभी व्यवस्थाएँ सुनियोजित तरीके से करें। उन्होंने भोजन व्यवस्था सहित अन्य तैयारियों के संबंध में जरूरी निर्देश दिये। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास भरत यादव ने सम्मेलन के लिये की गई तैयारियों संबंधी जानकारी दी। इस दौरान अपर आयुक्त रुचिका चौहान, डॉ. सतेन्द्र सिंह और नागेश सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 19 December 2022

लोधी समाज का इतिहास समृद्ध है। इस समाज ने राष्ट्रहित में हमेशा बलिदान दिया है। वीरांगना रानी अवंती बाई ने 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेजों से लोहा लिया था। केन्द्रीय जल शक्ति एवं खाद्य प्र-संस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम किटूआ में वीरांगना रानी अवंती बाई के मंदिर निर्माण तथा लोधी समाज की धर्मशाला के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज के इतिहास को पढ़ें और समझें। वीरांगना रानी अवंती बाई की प्रतिमा लगाना ही मात्र उद्देश्य नहीं है, उनके विचार और सिद्धांत को जीवन में आत्म-सात करें और माता-बहनों को सम्मान दें। केन्द्रीय राज्य मंत्री  पटेल ने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई के जीवन से शिक्षा मिलती है कि बहन-बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए। शिक्षा का क्षेत्र हो या खेल का, बेटियों पर विश्वास करके उन्हें प्रगति पथ पर पहुँचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वही समाज प्रगति करता है जो कुरीतियों से बाहर निकल कर नई दिशा में आगे बढ़ता है। समाज के ऐसे बच्चों की मदद करें जो बिना सहयोग के पढ़-लिख नहीं पा रहे हैं। इन बच्चों को पढ़ाएँ और आगे बढ़ाएँ।     प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि लोधी समाज को मान-सम्मान, पद, प्रतिष्ठा सब कुछ मिला है। मंत्री राजपूत ने कहा कि समाज हो या देश, एकता ही वह शक्ति है, जिससे हम आगे बढ़ सकते हैं। लोधी समाज ने देश की प्रगति के लिए कई बार बलिदान दिया है और अब भी लोधी समाज लगातार आगे बढ़ रहा है। राजस्व एवं परिवहन मंत्री राजपूत ने कहा कि 40 लाख रूपये की लागत से वीरांगना रानी अवंती बाई का भव्य मंदिर तथा लोधी समाज की धर्मशाला का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई की भव्य प्रतिमा लगाने के लिए 5 लाख रूपये दिये जायेंगे। प्रतिमा, गौरवपूर्ण इतिहास की याद दिलाएगी। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी के त्याग और बलिदान की शिक्षा को आत्म-सात कर समाज को आगे बढ़ाएँ।

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Kolar News 18 December 2022

वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा ने जीएसटी काउंसिल से आग्रह किया है कि दलहन की मिलिंग से प्राप्त खांड, चूरी, छिलका आदि के अंतिम उपयोग के आधार पर दोहरी कर-व्यवस्था को समाप्त किया जाये और इन वस्तुओं को कर मुक्त श्रेणी में रखा जाये। आज हुई जीएसटी काउंसिल की 48वीं बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस से देवड़ा ने कई मुददों पर अपने विचार रखे। प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर दीपाली रस्तोगी और आयुक्त  लोकेश कुमार जाटव भी शामिल हुए। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मंत्री देवड़ा ने पंजीयन प्रक्रिया को प्रभावी बनाने मध्यप्रदेश के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए काउंसिल का धन्यवाद दिया। इससे पंजीयन प्रक्रिया में आवेदक द्वारा प्लेस ऑफ बिज़नेस के संबंध में इलेक्ट्रिसिटी बिल या संपत्ति के विवरण के लिये दी गई जानकारी का सत्यापन विभिन्न विभागों के डाटाबेस से एपीआई के माध्यम से प्राप्त किये जाने से, कूटरचित दस्तावेज के आधार पर पंजीयन लिए जाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा |   मध्यप्रदेश को इस संबंध में पायलेट प्रोजेक्ट में शामिल किये जाने पर उन्होंने धन्यवाद दिया। साथ ही अनुरोध किया कि अधिकांश पंजीयन-आवेदन नगरीय क्षेत्र में स्थित होने से प्लेस ऑफ बिज़नेस संबंधी सत्यापन के लिये भू-राजस्व विभाग के साथ नगरीय विकास विभाग के संपत्ति संबंधी डेटाबेस का उपयोग किये जाने की भी आवश्यकता है। काउंसिल ने इस अनुरोध पर स्वीकृति दी। वित्त मंत्री देवड़ा ने काउंसिल का ध्यान आकर्षित किया कि वर्तमान प्रावधान अनुसार अधिनियम की धारा 73 एवं 74 में सूचना-पत्र जारी करने की समय-सीमा अलग- अलग है। डेटा एनालिटिक्स की आधुनिक तकनीक एवं जीएसटी संबंधी विभिन्न पोर्टल के माध्यम से प्राप्त प्रकरणों में राज्य के राजस्व हित को ध्यान में रखते हुए कर-प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में धारा 73 अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए धारा 73 अंतर्गत सूचना पत्र जारी करने की वर्तमान समय-सीमा 3 वर्ष को बढ़ाकर, धारा 74 के अनुरूप ही 5 वर्ष ही किये जाने का अनुरोध किया। जीएसटी काउंसिल ने इस संबंध में अलग से प्रस्ताव लॉ-कमेटी में प्रेषित करने को कहा। चर्चा में बैठक के एजेंडे के अन्य बिंदुओं पर मध्यप्रदेश द्वारा सहमति व्यक्त की गई।

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Kolar News 18 December 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि नरेला विधानसभा क्षेत्र के सभी 17 वार्ड में थीम पार्क बनेंगे और दिल्ली हाट की तर्ज पर रचना नगर में महिला सशक्तिकरण थीम पार्क बनेगा। इस हाट बाजार का संचालन पूर्ण रूप से महिलाएँ करेंगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने थीम पार्क निर्माण स्थल का निरीक्षण करते हुए यह घोषणा की। मंत्री सारंग ने मीडिया से संवाद करते हुए बताया कि नरेला विधानसभा क्षेत्र में निरंतर विकास कार्य किये जा रहे हैं। हर घर नर्मदा जल पहुँचाने के साथ ही क्षेत्र में अधो-संरचना का विकास करते हुए आदर्श ड्रेनेज सिस्टम, अस्पताल, महाविद्यालय और थीम आधारित पार्कों का निर्माण भी किया गया है। उन्होंने कहा कि थीम पार्कों के निर्माण के द्वितीय चरण में नरेला विधानसभा क्षेत्र के सभी 17 वार्ड में पार्क बनाये जायेंगे।   मंत्री सारंग ने बताया कि नरेला विधानसभा क्षेत्र के रचना नगर में महिला सशक्तिकरण थीम पर आधारित पार्क का निर्माण किया जायेगा। हर घर की महिला को सशक्त करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इस उद्देश्य के साथ महिला सशक्तिकरण थीम पार्क में दिल्ली हाट की तर्ज पर महिला हाट बनाया जायेगा। इस हाट का संचालन पूर्ण रूप से महिलाओं द्वारा किया जायेगा, जहाँ नरेला विधानसभा क्षेत्र के लगभग 400 से अधिक महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को बिक्री के लिये बाजार मिलेगा। साथ ही मंत्री श्री सारंग ने बताया कि थीम पार्क में आरोग्य धाम वेलनेस सेंटर की भी स्थापना की जायेगी, जिसमें आयुर्वेदिक पद्धति से नागरिकों का उपचार हो सकेगा, वहीं आने वाले समय में यहाँ पंचकर्म की भी सुविधा उपलब्ध होगी।   मंत्री सारंग ने बताया कि नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 69 अशोका गार्डन में नर्मदा पार्क और युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद थीम पार्क का निर्माण किया गया है। वार्ड 44 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर आधारित थीम पार्क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी श्रृंखला के द्वितीय चरण में नरेला विधानसभा अंतर्गत समस्त 17 वार्ड में महिला शक्ति, दिव्यांग जन, वृद्धजन सहित साहित्यकार, वीर क्रांतिकारियों और अन्त्योदय के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर आधारित थीम पार्कों का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि रचना नगर में बनने जा रहे महिला सशक्तिकरण थीम पार्क में सांस्कृतिक गतिविधियों के लिये कनवेंशन सेंटर का भी निर्माण किया जायेगा।  

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Kolar News 18 December 2022

प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश के पर्यटन में निजी क्षेत्र के लिए निवेश का सुनहरा अवसर है। प्रमुख सचिव शुक्ला लखनऊ में होटल हिल्टन गार्डन इन में मध्यप्रदेश टूरिज्म इन्वेस्टर्स मीट में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की सुविधाओं में वृद्धि के लिए पर्यटन का इन्‍फ्रा-स्ट्रक्चर विकसित किया जाना जरूरी है। इन्फ्रा-स्ट्रक्चर का विकास केवल शासकीय स्त्रोतों से किया जाना पर्याप्त नहीं है। संतुलित एवं समेकित पर्यटन की वृद्धि, जिससे सामाजिक एवं आर्थिक विकास सम्भव हो, रोजगार के अवसरों का सृजन हो तथा प्रदेश समग्र पर्यटन अनुभव प्रदान करने वाला गन्तव्य बन सके, इसके लिए प्रदेश शासन द्वारा पर्यटन नीति-2016 संशोधित-2019 लागू की गई है। इस पर्यटन नीति में प्रयास किये गये हैं कि प्रदेश में निजी निवेशकों को प्रोत्साहन मिल सके एवं अल्प समय में अधिकतम सुविधाओं का लाभ पर्यटकों को उपलब्ध कराया जा सके। लखनऊ में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा फेडरेशन फ़ॉर इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से टूरिज्म इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया था।    प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है, जहाँ पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएँ मौजूद हैं। होटल, रिसोर्ट एवं पर्यटन से सम्बंधित अन्य व्यापारिक गतिविधियों के संचालन में सुगमता, प्रसार एवं पारदर्शिता मध्यप्रदेश की पर्यटन नीति की तीन प्रमुख विशेषताएँ हैं, जो राज्य को निवेश के लिए पसंदीदा स्थान बनाती हैं। यहाँ जल-जमीन-जंगल-जानवरों आदि की व्यापक उपलब्धता तथा पर्यटन परियोजनाएँ स्थापित करने के लिए अनुकूल वातावरण और शासन, प्रशासन की पारदर्शी एवं निवेशक फ्रेण्डली नीतियाँ और सहूलियतें, यही कारण है कि प्रदेश के अनेक निवेश प्रदेश में पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना करने के लिए पूरे देश से यहाँ आ रहे हैं। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि इस पर्यटन नीति की मुख्य विशेषता है कि निजी निवेशकों को ऑनलाइन निविदा प्रक्रिया के माध्यम से उपयुक्त स्थानों में 90 वर्षों के लिए लीज पर भूमि और हेरिटेज परिसंपत्ति आवंटित की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि के लिए न्यूनतम आरक्षित मूल्य केवल 5 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर और शहरी क्षेत्रों में 10 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर एवं प्रति हेरिटेज परिसंपत्ति के लिए केवल एक लाख रुपये आरक्षित मूल्य है। ऋण लेने के लिए भूमि/हेरिटेज परिसंपत्ति को गिरवी रखा जा सकता है। निजी निवेश पर 15 से 50 प्रतिशत तक पूँजी अनुदान, अधिकतम 90 करोड़ रुपये तक देय है।   पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना के लिए निविदाकारों को पारदर्शी निविदा प्रक्रिया के माध्यम से लगभग 25 भूमियों एवं 8 ऐतिहासिक महत्व की हेरिटेज परिसम्पतियों को निवेश की दृष्टि से निजी निवेशकों को सौंपी हैं। इनमें होटल, रिसोर्ट, कन्वेंशन सेन्टर, एम्यूजमेन्ट पार्क, एडवेंचर और केम्पिंग आदि परियोजनाओं की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। इसमें देश के महत्वपूर्ण ग्रुप जैसे ओरेंज काउंटी, महिंद्रा हॉलीडेज, स्टेट एक्सप्रेस, जहाँनुमा, वैक्सपोल ग्रुप आदि शामिल हैं। प्रदेश में गोल्फ कोर्स, फिल्म सिटी, एम्यूजमेंट पार्क, क्रूज एवं सी प्लेन आदि की स्थापना के लिए देश–विदेश से निवेशकों द्वारा रूचि प्रदर्शित की जा रही है। प्रदेश में पर्यटन में निजी निवेश के माध्यम से पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना के लिये 1100 हेक्टेयर से अधिक का लैंड बैंक तथा 15 हेरिटेज परिसंपत्तियाँ उपलब्ध है। यह भूमियाँ सतपुड़ा, बाँधवगढ़, कान्हा, संजय डुबरी तथा पालपुर कूनों राष्ट्रीय उद्यान के समीप तथा पचमढ़ी, गांधी सागर डेम और इंदौर–भोपाल शहर के आस-पास पर्यटन सम्पन्न एरिया में स्थित है। इसी तरह बाँधवगढ नेशनल पार्क, मांडू, चन्देरी के समीप तथा भोपाल शहर के बीच में हेरिटेज परिसम्पतियाँ स्थित हैं, जो निवेशकों के लिए आकर्षण का केन्द्र हैं।पर्यटन नीति के फलस्वरूप 116 पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना के लिये 623 करोड़ 52 लाख के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसमें से 8 हेरिटेज होटल, 3 होटल, 20 रिसोर्ट, 2 कैम्पिंग रिसोर्ट तथा 85 मार्ग सुविधा केंद्र के प्रस्ताव अनुबंध कर निर्माणाधीन एवं संचालित हैं। निजी क्षेत्र की 138 पर्यटन परियोजनाएँ स्थापित होकर संचालित हैं। इनमें कुल नये 5595 कक्ष निर्मित हैं एवं 1941 करोड़ का निवेश तथा लगभग 25-30 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।  

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Kolar News 17 December 2022

वन विहार द्वारा 15 एवं 16 दिसम्बर को रेस्क्यू स्क्वायड प्रशिक्षण सह समीक्षा कार्यशाला का आयोजन भारतीय वन प्रबंधन संस्थान के प्रांगण में की गई। कार्यशाला में शामिल सभी रेस्क्यू स्क्वायड ने वन्य प्राणी रेस्क्यू कार्यों का प्रेजेन्टेशन दिया। साथ ही उसमें आने वाली कठिनाइयों एवं सफलताओं पर चर्चा की। प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-प्राणी जी.एस. चौहान ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। तकनीकी-सत्र में विज्ञान वन्य-प्राणी विशेषज्ञ डॉक्टर ए.बी. श्रीवास्तव ने घायल रेस्क्यू वन्य-प्राणी के उपचार के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया, सावधानियाँ तथा उनके स्वास्थ्य प्रबंधन एवं सैंपल एकत्रीकरण की जानकारी दी। गिर राष्ट्रीय उद्यान डॉ. मोहन राम ने वन्य-प्राणी रेस्क्यू, पुनर्वास अनुसंधान की संभावनाओं के बारे में गिर फॉरेस्ट में किए जा रहे कार्यों का विवरण दिया। समापन-सत्र में प्रधान मुख्य वन संरक्षक चौहान, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-प्राणी शुभ रंजन सेन तथा सत्यानंद और डॉ. ए.बी. श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर दिया। भारतीय प्रबंध संस्थान के संचालक ने वन प्रबंधन के कार्यों की जानकारी दी। प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये। कार्यशाला में प्रदेश के 16 रीजनल रेस्क्यू स्क्वाड, वन वृत्त स्तरीय 4 रस्क्यू स्क्वायड, वन मंडल स्तरीय 5 रेस्क्यू स्क्वायड और कान्हा, पन्ना, बांधवगढ़, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक एवं उप संचालक शामिल हुए।  

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Kolar News 17 December 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के ज्ञान-विज्ञान भवन से तीन दिवसीय अंतर विश्वविद्यालय राज्य स्तरीय युवा उत्सव-सत्र 2022-23 का शुभारंभ किया। भारत माता के जयकारों के साथ अपना संबोधन शुरू करते हुए मंत्री सारंग ने कहा कि विश्व में हुए सभी ऐतिहासिक परिवर्तनों में युवाओं की सबसे अहम भूमिका रही है। युवा अवस्था व्यक्ति के जीवन काल का स्वर्णिम काल होता है। इसके सदुपयोग से इतिहास बदला और बनाया जा सकता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद एवं महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि इन महापुरूषों ने भी राष्ट्र के उत्थान एवं जन-मानस कल्याण के कार्य अपनी युवा अवस्था में ही किये।   मंत्री सारंग ने कहा कि राष्ट्र का भविष्य युवाओं के ही हाथ में हैं, वे ही राष्ट्र के भविष्य का निर्धारण करते हैं। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी का भारत विश्व के मानचित्र पर सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र के रूप में स्थापित होगा। उनके इस कथन को नये भारत के युवा ही पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि युवा संकल्प लें कि वे अपना हर कर्म भारत को सर्वोच्च राष्ट्र के रूप में स्थापित करने समर्पित करें। सारंग ने विशिष्ट अतिथियों के साथ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। रानी लक्ष्मीबाई शासकीय महाविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. जैन ने मंत्री सारंग को अंगवस्त्र एवं स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. जैन, कुलसचिव डॉ. आई.के. मंसूरी सहित अध्यापक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।  

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Kolar News 17 December 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ब्रह्मलीन 1008 बालगोविंद जी शांडिल्य महाराज के अवतरण दिवस के अवसर पर नगर के प्रमुख मार्गों से निकली यात्रा का 74 बंगले क्षेत्र में पहुँचने पर स्वागत किया। यह सनातन धर्म चेतना वाहन यात्रा संत हिरदाराम नगर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए करुणाधाम आश्रम तक पहुँची। यात्रा के स्वामी दयानंद नगर में पहुँचने पर मुख्यमंत्री चौहान ने बी-8 निवास पर स्वागत किया। मुख्यमंत्री चौहान ने यात्रा वाहन में सुसज्जित ब्रह्मलीन बालगोविंद जी शांडिल्य महाराज की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा की। मुख्यमंत्री चौहान ने ब्रह्मलीन बालगोविंद जी शांडिल्य महाराज के 94वें जन्म-दिवस के अवसर पर इस यात्रा के उद्देश्य को पावन बताते हुए महाराज जी के योगदान का स्मरण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने ब्रह्मलीन बालगोविंद जी शांडिल्य महाराज के सुपुत्र और करुणाधाम आश्रम के पीठाधीश्वर गुरूदेव सुदेश जी शांडिल्य महाराज का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया। गुरूदेव सुदेश जी शांडिल्य महाराज ने मुख्यमंत्री चौहान को तुलसी का पौधा भेंट किया। मुख्यमंत्री चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान ने गुरुदेव सुदेश जी शांडिल्य महाराज की धर्मपत्नी और गुरुमाता ममता शांडिल्य का पुष्पों से स्वागत किया। विधायक कृष्णा गौर सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे। सनातन धर्म चेतना वाहन यात्रा में बड़ी संख्या में भक्त और नागरिक शामिल हुए।  

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Kolar News 16 December 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान सबके आनंद का कार्यक्रम है। इसे व्यवस्थित और उत्साहपूवर्क करने की तैयारियाँ समय पर पूरी कर ली जाएँ। कार्यक्रम में 7 लाख से अधिक लोग जुड़ेंगे। सभी हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्रों का वितरण सुव्यवस्थित किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने यह निर्देश निवास कार्यालय से शिवपुरी में होने वाले संभाग स्तरीय मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान की तैयारियों की वर्चुअली समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया सहित मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि, ग्वालियर संभाग के कमिश्नर और कलेक्टर्स उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर संभाग की सभी पंचायतों में बेहतर कार्यक्रम हों और उनके लाइव प्रसारण की पूरी तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि अधिकाधिक हितग्राहियों को कार्यक्रम से जोड़ा जाए। हितग्राहियों को सम्मान से कार्यक्रम में लाये और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोई भी हितग्राही स्वीकृति-पत्र प्राप्त करने से शेष न रहे। उन्होंने ग्वालियर संभाग के कमिश्नर एवं कलेक्टर्स को कार्यक्रम की व्यवस्थाओं संबंधी आवश्यक निर्देश दिए और तैयारियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री, मंत्रीगण तथा जन-प्रतिनिधियों से भी कार्यक्रम को बेहतर बनाए जाने के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम के प्रारंभ में मंच पर ही कन्या-पूजन की आवश्यक तैयारी रखी जाए। कार्यक्रम को सफल बनाने में किसी भी प्रकार की कमी न रहे। कमिश्नर ग्वालियर संभाग ने बताया कि कार्यक्रम की सभी जगह अच्छी तैयारी कर ली गई है। सभी पंचायतों और नगरीय क्षेत्रों में लाईव प्रसारण की व्यवस्था भी की गई है।  

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Kolar News 16 December 2022

  सर्वर ठप जनता परेशान आम जनता जब सरकारी काम करने जाती हैं।  तो कभी आसानी से हो जाये ये उनके लिए टेढ़ी खीर जैसा होता हैं।  पहले दलाल ठगते थे।  अब ऑनलाइन हो गया तो सर्वर थप रहता हैं।  जनता सुबह से लाईन लेकर सर्वर ठीक होने का इंतजार करती हैं और थक हार कर घर वापिस चली जाती हैं।  पहले आपको बता दे की इस तरह के आवेदक लोक सेवा में आकर परेशान होते हैं और किस काम की कितनी फ़ीस होती हैं।  आय प्रमाण पत्र - 40 स्थानीय निवासी - 40/ जाति प्रमाण पत्र - 40/ ईडब्ल्यूएस - 40/ मजदूरी डायरी - 55/ नामांतरण - 140/ आरसीएमएस सर्विसेस - 140/ आधार कार्ड - 100/ से 50/ आयुष्मान कार्ड - 30/ जन्म प्रमाण पत्र - 41/ से 60/ मृत्यु प्रमाण पत्र - 41/ से 60/  सरकार की दी सुबिधा के बावजूद लोगो का यह काम इसकिये नहीं हो पता क्यूंकि लोक सेवा में कभी भी सर्वर ठप हो जाता है।  आवेदक आवेदन करने तक के किये घंटों इंतजार करते हैं और खाली हाथ लौट जाते हैं। मूल निवासी, जाति प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेजों को लेने महीनों लग जाते हैं।  खास बात ये हैं की कभी भी सर्वर ठप हो जाता है। बिजली गुल हो जाती है या फिर कंप्यूटर काम करना बंद कर देते हैं। भोपाल के कलेक्टर कार्यालय के नजदीक चल रहे लोक सेवा केंद्र की ये हालत हैं। नामांतरण के लिए लोग चक्कर लगा रहे हैं।  लोग प्रापर्टी का नामांतरण कराने के लिए लोकसेवा केंद्र के लगातार चक्कर लगा रहे है। केंद्र के लोग कहते हैं की सर्वर डाउन होने से वेबसाइट काम नहीं कर रही है। इससे वह दिनभर इंतजार करने के बाद लौट जाते हैं। आश्चर्य की बात ये हैं की लोगो का कहना हैं की लोकसेवा केंद्रों पर दलाल सक्रिय हैं। बंदूक के लाइसेंस के आवेदन तुरंत ले लिए जाते हैं। केंद्रों पर आने वाले लोकसेवा केंद्र पर जाति के आवेदन अभी नहीं लिए जा रहे हैं। आवेदक लेकर जाते हैं तो उन्हें लौटा दिया जा रहा है। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि अभी जाति प्रमाणपत्र बनाने का काम नहीं किया जा रहा है। बाद में आना जब शुरू हो जाएगा, तब आवेदन लिए जाएंगे। इस तरह प्रतिदिन लोकसेवा केंद्र से सैकड़ों आवेदक वापस लौट रहे हैं। भोपाल कलेक्टरअविनाश लवानिया का कहना हैं की यदि अभी कोई अव्यवस्था है तो उसे दिखवा कर दुरुस्त कराया जाएगा

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Kolar News 11 December 2022

भोपाल के कमला पार्क में 8 से 11 दिसंबर तक ''परी बाज़ार-2022'' का आयोजन किया जा रहा है। इस बार परी बाज़ार में जनजातीय कला और संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। जनजातीय कार्य विभाग के वन्या की प्रबंध संचालक मीनाक्षी सिंह ने बताया कि परी बाज़ार के पहले दिन वन्या की ओर से बड़वानी के जनजातीय कलाकारों द्वारा भील नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी। मेले में बैगा, गोंड और भील जनजाति के उत्पादों, हस्तशिल्प एवं ट्राइबल आर्ट की प्रदर्शनी और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स के स्टॉल भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि परी बाजार में आगन्तुकों को मनोरंजन के साथ साहित्य, कला, फैशन, विचार-मंथन और शॉपिंग का मौका भी मिलेगा। यहाँ शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य, किताबों पर चर्चा, बतोलेबाजी, मुशायरा, सूफीयाना कव्वाली, चारबेत, महिला सुरक्षा पर शो, कवयित्री सम्मेलन, दास्तांगोई एवं पटियागोई आदि मुख्य आकर्षण होंगे। इसके अलावा लाइव वर्कशॉप्स, सम्मान एवं अभिनंदन कार्यक्रम भी होंगे। साथ ही 'आरुषी' संस्था के विशेष बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियाँ भी दी जाएंगी। इसमें थीम बेस्ड फैशन-शो, और मेडिटेशन वर्कशॉप भी होंगी। इसके अलावा पॉएट्री, क्विज, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, सलाद डेकोरेशन, ड्रैपिंग, ड्रॉइंग, पेंटिंग, मेहंदी और कॉन्सेप्ट बेस्ड फैशन-शो जैसे कई कॉम्पिटिशन भी होंगे।  

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Kolar News 5 December 2022

"अनुगूँज" मध्यप्रदेश का एक ऐसा मंच है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुपालन में विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रतिभा को निखारने का अवसर देता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर "अनुगूँज" स्कूल शिक्षा विभाग की पहचान बन चुका है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ''कला से समृद्ध शिक्षा'' कला एवं संस्कृति के महत्व को लगातार आगे बढ़ाने का प्रयास जारी है। यह बात स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने आज शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय, भोपाल में "अनुगूँज" के चतुर्थ संस्करण के शुभारंभ अवसर पर कही। राज्य मंत्री परमार ने कहा कि सदियों से भारत की कला की विश्व में चर्चा चल रही है और भारत की संस्कृति विश्व भर में विशेष महत्व रखती है। कला का भारत की परंपरा में विशेष स्थान है। कला सिर्फ मनोरंजन की नहीं बल्कि जीवन-यापन के लिए आमदनी का भी स्त्रोत्र रही है। स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों की सहभागिता, परिश्रम और मेंटर्स के समन्वय से बच्चों की प्रतिभा को नए आयाम देने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। इस वर्ष संभाग स्तर पर भी "अनुगूँज" कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। "अनुगूँज" मंच के माध्यम से प्रदेश के विद्यार्थियों को समग्र शिक्षा के साथ योग्य कलाकार बनकर श्रेष्ठ मंच प्राप्त करने का अवसर मिल सकेगा और यहां के विद्यार्थी देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।   प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी ने कहा कि भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय "अनुगूँज" के चतुर्थ संस्करण में प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग के विद्यार्थी प्रतिभागिता कर रहे हैं। "अनुगूँज" तीन प्रमुख भागों में रंगकार, धनक और सृजन संपादित किया जा रहा है। "अनुगूँज" विद्यार्थियों को "कला के साथ शिक्षा" के संदर्भ में बड़े उत्साह के साथ कलाओं की बारीकियाँ सीखने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने रूपांकन प्रदर्शनी का उदघाटन किया। कार्यक्रम में "अनुगूँज द जर्नी" वीडियो का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में महापौर नगर निगम भोपाल मालती राय, अध्यक्ष महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान भरत बैरागी, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल श्रीकांत भनौठ, संचालक राज्य शिक्षा केंद्र धनराजू एस उपस्थित थे। अनुगूँज कार्यक्रम में आज नाटक "झांसी की रानी", मूक अभिनय ''हारमोनी ऑफ एक्सप्रेशन'', लोककथा आधारित नाटक "अता पता लापता" और नृत्याभिनय में "ऋतुओं के रंग प्रकृति के संग"की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गईं। सभी कार्यक्रमों का मंच संचालन और व्यवस्थाओं के दायित्व का निर्वहन शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया।  

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Kolar News 5 December 2022

पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि प्रदेश में महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनाने में आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को स्व-सहायता समूह से जोड़े जाने का आग्रह किया। राज्य मंत्री पटेल शनिवार को सतना जिले के अमरपाटन में विकासखण्ड स्तरीय महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।   राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि जिले के रामनगर-अमरपाटन में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से करीब 100 एकड़ में सफेद प्याज की खेती की जायेगी। राज्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आजीविका मिशन के माध्यम से अब तक 45 लाख बहने स्व-सहायता समूह से जुड़ चुकी हैं। वर्ष 2024 तक 65 लाख बहनों को आजीविका स्व-सहायता समूहों के आंदोलन से जोड़ा जायेगा। उन्होंने बताया कि अमरपाटन में 15 हजार और रामनगर में 13 हजार ग्रामीण क्षेत्र की बहने स्व-सहायता समूह से जोड़ी जा चुकी हैं।   राज्य मंत्री पटेल ने अमरपाटन में विभिन्न कम्पनियों द्वारा रोजगार के लिये चयनित 300 से अधिक युवा-युवतियों को जॉब लेटर वितरित किये। उन्होंने आजीविका मिशन के तहत 80 समूह को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 60 लाख रूपये के चेक और 70 समूहों को एक करोड़ 25 लाख रूपये के ऋण चेक वितरित किये। इसके साथ ही उन्होंने 458 स्व-सहायता समूहों को 91 लाख 60 हजार रूपये के चक्रीय कोष चेक वितरित किये। रोजगार मेले में करीब 900 युवाओं ने पंजीयन कराया था।  

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Kolar News 5 December 2022

विश्व दिव्यांग दिवस पर भोपाल सहित सभी जिलों में दिव्यांग विशेष कार्यक्रम हुए। इस विशेष दिन दिव्यांगजनों ने रचनात्मक एवं खेलकूद गतिविधियों में भागीदारी की और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग शासकीय दृष्टिबाधित एवं मूकबधिर विद्यालय भोपाल में हुए कार्यक्रम में विभाग अंतर्गत संचालित संस्थाओं के दिव्यांग बच्चे शामिल हुए। ट्राइसाइकिल दौड़, वैशाखी दौड़, रंगोली, चित्रकला, मटकी फोड़, एकल गायन, सामूहिक नृत्य, सामूहिक गायन आदि प्रतियोगिताएँ हुई। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ऋतुराज एवं संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण आर. के सिंह सहित उपस्थित अतिथियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन कर सम्मानित भी किया । विश्व दिव्यांग दिवस पर बुरहानपुर, रायसेन, ग्वालियर, टीकमगढ़, जबलपुर सहित अन्य जिलों में हुए कार्यक्रमों में दिव्यांगजनों ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन कराया। जबलपुर के कमानिया गेट से सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याण से जुड़ी संस्थाओं के सहयोग से जागरूकता रैली निकाली गई। इसमें दिव्यांगजनों सहित नागरिक शामिल हुए। देवास जिला चिकित्सालय परिसर में दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए शिविर लगाया गया, जिसमें उनके यूडीआईडी कार्ड बनाए गए।  

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Kolar News 4 December 2022

दिव्यांग बच्चों की मदद करना सम्पूर्ण समाज का नैतिक दायित्व है। दिव्यांगों से यदि हम पूरी आत्मीयता से जुड़ेंगे तो अन्य लोग भी उनकी मदद के लिये प्रेरित होंगे। दिव्यांगों के कल्याण से संबंधित हर पहल में सरकार से हर संभव मदद दिलाई जायेगी।  ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह बात विश्व दिव्यांग दिवस पर ग्वालियर में हुई दिव्यांगों की खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के उद्घाटन पर कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने की। प्रतियोगिता में जिले की शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं से जुड़े लगभग 500 दिव्यांगों और सहयोगी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्ग के श्रवण बाधित बच्चों के बीच 100 मीटर दौड़, दृष्टिबाधित बच्चों के लिए म्यूजिकल चेयर रेस, गोला फेंक एवं मटकी फोड़ तथा मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिये बाची खेल प्रतियोगिता हुईं, जिसमें दिव्यांग बच्चों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।    ऊर्जा मंत्री तोमर ने  कहा कि दिव्यांग बच्चों को विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग उपकरण प्रदान करने के लिये वृहद स्तर पर शिविर लगाया जायेगा। इसमें जन-सहयोग के साथ सरकार से भी हर संभव मदद दिलाई जायेगी। सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने  कहा कि हर दिव्यांग में क्षमता होती है। जरूरत उस क्षमता को पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करने की है। इस प्रकार की खेल और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं से दिव्यांगों की क्षमता को पहचान कर उन्हें बढ़ावा दिया जा सकता है। संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय ऊर्षा शर्मा ने दिव्यांगों के कल्याण के लिये सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को नशामुक्ति की शपथ भी दिलाई गई।   

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Kolar News 4 December 2022

मध्यप्रदेश में मध्यस्थता से विवादों के निराकरण के लिए मीडिएटर सेंटर की स्थापना में राज्य सरकार हर संभव सहयोग करेगी। विधि एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को मंथन कान्‍क्लेव 2022 के उद्‌घाटन सत्र को संबोधित किया। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि विवादों के निराकरण के लिए प्रदेश में मीडिएटर सेंटर स्थापना का सुझाव महत्वपूर्ण है। न्यायालय के बाहर निराकरण की पहल होना चाहिए। हमारे समाज में पंच परमेश्वर की सुदृढ़ अवधारणा रही है। कॉन्क्लेव का आयोजन निर्माण संस्था द्वारा किया गया। सहकारिता एवं लोक सेवा-प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने कहा कि न्यायालयों में 4 करोड़ से अधिक लंबित प्रकरण है। मध्यस्थता से बहुत से प्रकरणों का निराकरण हो जाता है। उन्होंने कहा कि मध्यस्थता द्वारा विवादों का निराकरण करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। हमारी संस्कृति में पंचों के निर्णय को स्वीकार करने की परम्परा रही है। मध्यस्थता से प्रकरणों का निराकरण अच्छी पहल है। उन्होंने मंथन कॉन्क्लेव 2022 को भोपाल में करने के लिए आयोजकों को बधाई दी। मंथन कानक्लेव के उद्‌घाटन सत्र को दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश एस. सी. शर्मा, निर्माण संस्था के संरक्षक न्यायमूर्ति राजेन्द्र मेनन, मीडिएटर्स इण्डिया के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राम पांछु ने भी संबोधित किया। निर्माण संस्था की अध्यक्ष श्रीमती नीना खरे ने कॉन्क्लेव की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि "मध्यस्थता" एक ऐसी प्रक्रिया है जो रिश्तों को टूटने से बचाती है एवं स्वेच्छा से सौहार्द्धपूर्ण वातावरण में लोगों को अपने विवाद के समाधान के लिए प्रेरित करती है।

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Kolar News 4 December 2022

वियतनाम से आए बौद्ध भिक्षुओं और आध्यात्मिक गुरूओं का दल आज भोपाल आया। बौद्ध भिक्षुओं की मध्यप्रदेश की यह यात्रा मलेशिया और थाईलैंड में पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला द्वारा मध्यप्रदेश के बौद्ध सर्किट को बढ़ावा देने और बौद्ध पर्यटन स्थल के रूप में नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए किए गए अंतरराष्ट्रीय दौरों और प्रयासों का प्रतिफल है। दल की राजा भोज विमान तल पर मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के अपर प्रबंध संचालक  विवेक श्रोत्रिय ने अगवानी की। वियतनाम से आए बौद्ध भिक्षुओं और आध्यात्मिक गुरुओं ने एक दिवसीय भ्रमण में साँची के स्तूप और भोपाल में करुणा बौद्ध विहार में भ्रमण किया। साँची के स्तूपों की भव्यता और भगवान बुद्ध की आध्यामिकता का अनुभव कर सभी प्रसन्न हो उठे।    

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Kolar News 3 December 2022

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिये हम वचनबद्ध हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में किसान और गाँवों को आत्म-निर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने विट्ठल मार्केट भोपाल में एग्री-एक्सपो इंडिया का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना लघु एवं सीमांत किसानों के लिये वरदान है। एग्री-एक्सपो इंडिया में कमल सिंह आंजना,  महेश चौधरी, गोविंद गोदारा और महाप्रबंधक नाबार्ड एस.के. ताल्लुकदार सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल थे। कृषि मंत्री पटेल ने कहा है कि देश की अर्थ-व्यवस्था कृषि आधारित है। आबादी का 70 प्रतिशत भाग कृषि एवं कृषि आधारित संसाधनों पर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री चौहान के मार्गदर्शन में हम किसान और गाँव को आत्म-निर्भर बनाने के लिये निरंतर कार्य कर रहे हैं। देश में कृषकों की समृद्धि के लिये प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निरंतर कल्याणकारी निर्णय लिये जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना का क्रियान्वयन कर गाँव को मुख्य सड़कों से जोड़ने का अभूतपूर्व कार्य किया गया। किसानों को सशक्त बनाने के लिये किसान क्रेडिट-कार्ड योजना लागू की गई।   कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की संकल्पना अनुसार किसानों की आय को दोगुना करने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रूपये के कृषि अधो-संरचना फण्ड (आईएएफ) की स्थापना कर एक नई क्रांति का सूत्रपात किया गया है। कृषि उत्पाद समूहों (एफपीओ) का प्रदेश में गठन किया जा रहा है। राज्य में 10 हजार एफपीओ बनाये जा रहे हैं। प्रत्येक विकासखण्ड में दो-दो एफपीओ का गठन कर लिया गया है। प्रसन्नता की बात है कि मध्यप्रदेश इसके क्रियान्वयन में अव्वल नम्बर है। राज्य कृषि के क्षेत्र में नवाचारों में भी देश में पहले नम्बर पर है। कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि किसानों के सशक्तिकरण के लिये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना संचालित की जा रही है। छोटे किसानों को दोनों योजनाओं में कुल मिला कर 10-10 हजार रूपये की राशि प्रतिवर्ष दी जा रही है। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों के लिये यह राशि आर्थिक संबल का काम कर रही है। कृषि मंत्री पटेल ने कृषि विभाग और युवा उड़ान फाउण्डेशन के कृषि-एक्सपो में शामिल सभी किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और कृषि संबद्ध समस्त स्टेक होल्डर्स को बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में 3 दिवसीय कृषि-एक्सपो से किसानों को निश्चित ही लाभ मिलेगा, जो खेती-किसानी के उन्नयन और किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा।

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Kolar News 3 December 2022

कृष्णा, गजा, पूजा एवं मरीशा अब हमेशा के लिये सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के संभ्रांत नागरिक बन गये हैं। अपने गृह राज्य कर्नाटक से विदा लेकर अब कृष्णा, गजा, पूजा एवं मरीशा हाथी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के निवासी बन गये हैं। कृष्णा, गजा, पूजा एवं मरीशा हाथियों ने बंधीपुर टाईगर रिजर्व कर्नाटक से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आज शुक्रवार को प्रवेश कर लिया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी)  जे.एस.चौहान ने बताया कि प्रदेश में स्थित टाइगर रिजर्वों में वन्य-प्राणी प्रबंधन में हाथियों की आवश्यकता को देखते हुए हाथी लाने की योजना लगभग एक वर्ष पूर्व बनाई गई थी । संचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के नेतृत्व में बनाई गई समिति ने कर्नाटक के विभिन्न हाथी केम्पों का निरीक्षण कर 14 हाथियों का चयन किया। इन हाथियों को मध्यप्रदेश लाने के लिये भारत सरकार, कर्नाटक एवं मध्यप्रदेश शासन से आवश्यक स्वीकृति ली गई । एक दल इन हाथियों को लाने के लिए दिनांक 23 नवम्बर 2022 को रवाना हुआ। इस दल द्वारा मार्गों पर हाथियों को रूकने एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिये स्थलों का चयन एवं स्थानीय वन अधिकारियों के साथ व्यवस्थित तैयारियाँ की। परिवहन दल में लगभग 22 सदस्य रहे जिनमें क्षेत्र संचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, सहायक संचालक, सतपुड़ा एवं पन्ना टाइगर रिजर्व से परिवहन प्रारंभ किया गया । लगभग 1600 कि.मी. की दूरी तय की गई।   परिवहन दल में वन्य-प्राणी चिकित्सक और अन्य सहयोगी अमला भी साथ रहा। यह दल कर्नाटक के बाद आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना तथा महाराष्ट्र होते हुए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व पहुंचा है। यहाँ वन विभाग एवं पुलिस बल द्वारा इस दल को विशेष सहयोग एवं सुरक्षा दी गई। इन हाथियों में दो नर एवं दो मादा हाथी है। नर हाथियों के नाम कृष्णा, गजा और मादा हाथियों के नाम पूजा एवं मरीशा है। इनके साथ कर्नाटक से महावत आए हैं जो कुछ दिन सतपुड़ा में ही रहकर इनके व्यवहार से सतपुड़ा के महावत को परिचित कराएंगे। इन हाथियों को सतपुड़ा के महावत द्वारा संपूर्ण प्रशिक्षित किया जाएगा। बाद में इन्हें वन्य-प्राणी संरक्षण में उपयोग किया जाएगा। सभी हाथी सकुशल हैं और अभी विश्राम पर हैं। शेष 10 हाथियों को इसी माह में दो चरण में लाने पर विचार किया जा रहा है।

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Kolar News 3 December 2022

केन्द्रीय सचिव डीपीआईआईटी (उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय) अनुराग जैन ने प्रदेश में पीएम गति शक्ति योजना की समीक्षा कर कहा कि आधारभूत संरचना निर्माण संबंधी सभी विभाग आगामी परियोजनाओं की जानकारी पोर्टल पर समय-सीमा में अपलोड करें। उन्होंने पोर्टल से संबंधित किसी भी समस्या के संबंध में तुरंत सूचित करने के निर्देश दिये। गति शक्ति पोर्टल का उपयोग करने के लिये संबंधित अधिकारियों को बीआईएसएजी (भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशन एण्ड जियो इन्फॉर्मेटिक्स) टीम से प्रशिक्षण दिलाने के लिये कहा।   केन्द्रीय सचिव जैन ने कहा कि पीएम गति श‍क्ति पोर्टल में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की सभी मौजूदा और नियोजित पहलें शामिल हैं। प्रत्येक विभाग अब व्यापक तरीके से परियोजना की योजना और निष्पादन करते समय महत्वपूर्ण डाटा प्रदान करते हुए एक-दूसरे की गतिविधियों की जानकारी साझा कर आसानी से त्वरित गति से कार्य कर सकेगा। राष्ट्रीय मास्टर प्लान परियोजनाओं की योजना बनाने में विभिन्न विभागों की सहायता करेगा। माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिये योजना के समय और लागत में कमी लायेगा। केन्द्रीय सचिव जैन ने कहा कि यह योजना जीआईएस आधारित स्थानिक योजना है, जो कई विश्लेषणात्मक उपकरणों के साथ एक ही स्थान पर सम्पूर्ण डेटा प्रदान करेगी, जिससे निष्पादन एजेंसी और बेहतर तरीके से काम कर सकेगी। उन्होंने कहा कि पीएम गति शक्ति नागरिकों के "ईज ऑफ लिविंग'' में इजाफा करेगी।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अक्टूबर-2021 में मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिये राष्ट्रीय मास्टर प्लान पीएम गति शक्ति का शुभारंभ किया था। यह योजना बुनियादी ढाँचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं की एकीकृत योजना है, जिसमें रेलवे और रोडवेज सहित 16 मंत्रालयों को एक साथ एक डिजिटल प्लेटफार्म पर लाया गया है। यह परिवहन के, एक साधन से दूसरे साधन में लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही के लिये कनेक्टिविटी प्लान है। यह बुनियादी ढाँचे की अंतिम मील कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा और लोगों के लिये यात्रा के समय को भी कम करेगा।

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Kolar News 2 December 2022

पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार बरगी दायीं तट नहर का नर्मदा जल सतना जिले की धरती पर लाने का कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है। यह कार्य वर्ष 2023 में अक्टूबर तक पूरा किये जाने का लक्ष्य है। राज्य मंत्री पटेल बुधवार को नागौद शाखा नहर की 575 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली 80 किलोमीटर लंबाई की नहर के भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। विधायक नागौद श्री नागेन्द्र सिंह एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधि मौजूद थे। सांसदगणेश सिंह ने नागौद शाखा नहर के 80 किलोमीटर लम्बाई की नहर निर्माण के लिये 600 करोड़ रूपये की स्वीकृति और नहर निर्माण में तेजी लाने के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्षेत्र की जनता और किसानों की ओर से आभार माना। सांसद श्री सिंह ने बताया कि बाणसागर योजना से सतना जिले के 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। बरगी के नर्मदा जल से सतना जिले के एक लाख 59 हजार 655 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी, जिससे 855 गाँवों के किसान लाभान्वित होंगे।  

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Kolar News 2 December 2022

मुख्यमंत्री ने कहा था कि शिवम चिंता मत करना। तुम्हारी बहन की शादी धूमधाम से होगी। और आज जब यह मौक़ा आया तो शिवम की आँखों में ख़ुशी के आँसू थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज धार ज़िले के निसरपुर में खरगोन के दंगे में घायल शिवम की बहन की शादी में अपने वायदे के मुताबिक़ दो लाख रूपये की आर्थिक सहायता भेजी। यह सहायता लेकर कलेक्टर धार प्रियंक मिश्र और खरगोन जिला पंचायत की सीईओ ज्योति शर्मा विवाह समारोह में पहुँची। मुख्यमंत्री चौहान ने कृतिका के विवाह पर अपनी शुभकामना के साथ दो लाख रूपए उपहार स्वरूप भिजवाए। धार कलेक्टर प्रियंक मिश्र ने विवाह में शामिल होकर राशि का चेक वधु कृतिका को भेंट किया। उल्लेखनीय है कि कृतिका का विवाह पिछली गर्मियों में होना था। उसी वक्त खरगोन में हुए उपद्रव में कृतिका का भाई शिवम गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक दंगाई द्वारा फेंके पत्थर से उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी, जिसका कई दिनों तक इंदौर के अस्पताल में उपचार चला। इस वजह से विवाह टाल दिया गया था। मुख्यमंत्री चौहान की संवेदनशीलता से शिवम का शासन के खर्चे पर पूरा इलाज हुआ। वह स्वस्थ होकर घर लौटा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इंदौर के कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा ने स्वयं इलाज पर निगरानी रखी। मुख्यमंत्री चौहान ने भी अनेक मर्तबा वीडियो काल कर शिवम से चर्चा की थी। तत्समय मुख्यमंत्री चौहान ने विवाह में मदद का भरोसा जताया था। खरगोन कलेक्टर श्रीकुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशानुसार सीईओ ज़िला पंचायत खरगोन ज्योति शर्मा को प्रशासन की ओर से निसरपुर भेजा गया।  धार प्रशासन का अमला  भी निसरपुर पहुँचा और कृतिका के विवाह में शामिल हुआ। सभी ने नव दंपत्ति को सुखमय भविष्य के लिए मंगलकामनाएँ दी। शिवम का कहना है कि यह सब मामा शिवराज की सहृदयता का उपहार और नवजीवन जैसा है।

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Kolar News 2 December 2022

राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि गाँव का विकास देश के विकास की पहली सीढ़ी है। मंत्री राजपूत बुधवार को सागर के ग्राम बरोदिया-बल्लभ, लुहर्रा, बमूरा, बसियाभौती एवं ननऊ गाँव में विकास कार्यों का भूमि-पूजन कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क साइकिल वितरण भी किया। राजपूत ने गाँव में पंचायत भवन, तालाब निर्माण, स्कूल भवन की मरम्मत एवं मंगल भवन के निर्माण जैसे अनेक कार्यों का भूमि-पूजन भी किया। मंत्री राजपूत ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी वर्गों को सम्मान और किसानों के लिये किसान सम्मान निधि जैसी अनेक जन-हितैषी योजनाएँ बनाई हैं। आज पक्की सड़कें, स्कूल भवन, अस्पताल जैसी मूलभूत सुविधाएँ गाँव-गाँव में उपलब्ध हैं। सरकार ने छात्र-छात्राओं के लिये नि:शुल्क साइकिल उपलब्ध कराई है। हर गाँव में घर-घर पानी पहुँचाने का काम लगभग अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र के हर गाँव के हर घर में नल से जल पहुँचाया जाये।  

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Kolar News 1 December 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि युवाओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए छात्रवृत्ति, अध्ययन में सहायता तथा केरियर कॉउंसलिंग उपलब्ध कराने जैसी विभिन्न शासकीय योजनाएँ संचालित हैं। इन योजनाओं का लाभ लेकर कई युवाओं ने अपनी जिंदगी बदली है। शासकीय कार्यक्रमों में यह युवा अपने अनुभव, छात्र-छात्राओं से साझा करें। इससे प्रदेश के विद्यार्थियों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त होगा। जननायक क्रांतिसूर्य टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर जन-कल्याण की योजनाएँ संचालित करना और कठिन परिस्थितियों में रह रहे लोगों को अपना जीवन बदलने के लिए सहायता उपलब्ध कराना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मुख्यमंत्री चौहान जननायक क्रांतिसूर्य टंट्या मामा बलिदान दिवस पर 4 दिसंबर को इंदौर में होने वाले कार्यक्रमों के लिए जारी तैयारियों की निवास कार्यालय पर समीक्षा कर रहे थे।   जानकारी दी गई कि जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस को इंदौर के पातालपानी, भंवरकुआं तथा नेहरू स्टेडियम में कार्यक्रम किए गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान पातालपानी स्थित टंट्या मामा मंदिर में पूजन कर वहाँ विद्यमान प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे तथा वृक्षा-रोपण के बाद सभा को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री  चौहान भंवरकुआं पर टंट्या मामा प्रतिमा का अनावरण कर किया। सभा को संबोधित भी करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा नेहरू स्टेडियम पर आयोजित कार्यक्रम में टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित कर संवाद भी करेंगे। कार्यक्रम में इंदौर सहित धार, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, अलीराजपुर, खण्डवा, बुरहानपुर, देवास और रतलाम के हितग्राही शामिल होंगे।

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Kolar News 1 December 2022

प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने एलियांस फ्रांसेस द भोपाल इंस्टिट्यूट में वॉल आर्ट फेस्टिवल की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि वॉल आर्ट फेस्टिवल भारतीय कलाकारों और फ्रांस के कलाकारो को करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। फ्रेंच चित्रकारों द्वारा बनाए गए चित्र दोनो देश की संस्कृति के बीच सेतु का कार्य करेंगे। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि फ्रेंच एंबेसी के साथ हुए एमओयू के तहत इस तरह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कार्यक्रम आगे भी आयोजित किए जाते रहेंगे। इसके पूर्व भी पेरिस में एक सांस्कृतिक संध्या के दौरान मध्यप्रदेश की संस्कृति और खान -पान को फ्रांस के लोगों के बीच प्रदर्शित किया गया था जिसे फ्रांस के लोगो द्वारा सराहा गया था। फ्रांसीसी कलाकारों द्वारा प्रदर्शित चित्रों से प्रभावित होकर प्रमुख सचिव शुक्ला भी अपने आप को रोक नहीं पाए और कैनवास रूपी दीवाल पर चित्रकारी की। इस अवसर पर फ्रांसीसी वॉल-आर्टिस्ट किड क्रेओल, बूगी, ओलिविया डी बोना, पोज़ और भारतीय कलाकार सुश्री नीथी सहित इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर थॉमस सिमोइस, रीता गोहदे सहित बड़ी संख्या में फ्रांसीसी कला प्रेमी उपस्थित रहे।   भोपाल में 22 नवंबर से 30 नवंबर 2022 तक एलायंस फ्रांसेज द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड, संस्कृति विभाग और गैर सरकारी संगठन एकलव्य के सहयोग से फेस्टिवल आयोजित किया गया। फेस्टिवल के समापन अवसर पर फ्रांस के कलाकारों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी सभी कला प्रेमियों के लिए 30 नवम्बर से 16 दिसंबर, 2022 तक निःशुल्क खुली है।सोमवार से शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक एलायंस फ्रांसेज द भोपाल इंस्टिट्यूट की गैलरी में देखी जा सकती है। रविवार और सार्वजनिक छुट्टियों पर गैलरी बंद रहेगी। वॉल आर्ट फेस्टिवल का यह दूसरा संस्करण है। फ्रांस से आए कलाकारों ने देश के 13 शहरों में 16 से अधिक प्रोजेक्ट में चित्रकारी की। फ्रांसीसी कलाकार श्री पॉयस और ओलिविया डी बोना ने रवींद्र भवन की नई इमारत और नीति एकलव्य फाउंडेशन की दीवारों पर पेंटिंग की है।  

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Kolar News 1 December 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर के गौरव दिवस पर स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम योद्धा अमर शहीद कुंवर चैन सिंह की समाधि पर नमन कर पुष्प-चक्र अर्पित किया। जिले के प्रभारी और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, भोपाल सांसद  प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव, विधायक सर्वश्री सुदेश राय, रामपाल सिंह और रघुनाथ मालवीय और नगरपालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर भी उपस्थित रहे। नरसिंहगढ़ के कुंवर चैन सिंह ने अंग्रेजों के विरुद्ध अपने 41 सैनिकों के साथ शहादत को स्वीकार किया। इतिहास गवाह है कि नरसिंहगढ़ के युवराज चैन सिंह को वर्ष 1824 में अंग्रेज जनरल द्वारा सीहोर बुलाया गया और अंग्रेजों से संधि करने के लिए विवश किया गया। उन को बंदी बनाने की कोशिश की गई। तब स्वतंत्रता की अलख जगाने वाले प्रथम योद्धा कुंवर चैन सिंह ने अंग्रेजों का मुकाबला करना उचित समझा और अपने 41 सैनिकों के साथ अंग्रेजों का वीरता से सामना किया। उनके हमसफर सुरक्षा सैनिक बहादुर खाँ और हिम्मत खाँ सहित 41 सैनिकों ने अदभुत लड़ाई लड़ी और वीरगति को प्राप्त हुए।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश के साथ प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि 1857 के भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पहले सीहोर जिले में सन 1824 में आजादी की एक मशाल जल उठी थी। इस मशाल का ज्वालामुखी रूप सन 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के रूप में पहचाना जाता है। कुंवर चैन सिंह ने अतुलनीय साहस का परिचय देते हुए अपने 41 सैनिकों के साथ आजादी के लिए हजारों अंग्रेजों से लड़ते हुए स्वयं को शहीद कर दिया। उनकी समाधि सीहोर में बनी हुई है। साथ ही उनके विश्वस्त अंगरक्षक शहीद जनाब हिम्मत खाँ और बहादुर खाँ की समाधि भी यही स्थित है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरा प्रदेश अपने आप को आज इन अमर शहीदों को नमन कर गर्वित महसूस कर रहा है। स्वतंत्रता के प्रथम योद्धा और वीर सपूत कुंवर चैन सिंह ने स्वतंत्रता की अलख जला कर देश में आजादी का नया सूरज लाने की पहल की थी। आज सीहोर के गौरव दिवस पर कुंवर चैन सिंह की छतरी पर आने से गर्व अनुभव हो रहा है। पूरा देश इन शहीदों का सदैव ऋणी रहेगा।

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Kolar News 30 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर नगर के गौरव दिवस पर सैकड़ाखेड़ी स्थित शहीद स्थल पहुँचे और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 14 जनवरी 1858 को सीहोर में स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम में 356 क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस स्थान पर भव्य स्मारक बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सीहोर का यह स्थल हम सबके लिए पवित्र स्थान है, जो हमें उन वीरों की वीर गाथा याद दिलाता है, जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने में जरा भी संकोच नहीं किया। हम सभी का सौभाग्य है कि हमने उस धरती में जन्म लिया, जहाँ असंख्य क्रांतिकारियों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। शहीद स्थल पर सांसद रमाकांत भार्गव, सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक सुदेश राय सहित जन-प्रतिनिधियों ने पुष्पांजलि अर्पित की।   अंग्रेजी शासन के खिलाफ मध्य भारत में चल रहे विद्रोह में सीहोर की बर्बरतापूर्ण घटना को जलियांवाला बाग हत्याकांड की तरह देखा जाता है। दस मई 1857 को मेरठ की क्रांति से पहले ही सीहोर में क्रांति की ज्वाला सुलग गईं थी। मेवाड़, उत्तर भारत से होती हुई क्रांतिकारी चपातियाँ 13 जून 1857 को सीहोर और ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँच गयी थी। चौदह जनवरी 1858 को अंग्रेजों से बगावत करने वाले 356 क्रांतिकारियों को जनरल ह्यूरोज के आदेश पर सीवन नदी के किनारे सैकड़ाखेड़ी स्थित चांदमारी मैदान में गोलियों से भून दिया गया था। उन वीर क्रांतिकारियों की स्मृति में सैकड़ाखेड़ी रोड के पास चांदमारी मैदान पर शहीद स्मारक बनाया गया है।  

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Kolar News 30 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर के बाल-विहार मैदान में चल रहे जैन समाज के 1008 मज्जिनेंद्र पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्व शान्ति महायज्ञ में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने मुनि संस्कार महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और देश-प्रदेश के लिए सुख समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा‍ कि जो दूसरों को जीते वह वीर और जो स्वयं को जीत ले वह महावीर होता है। उन्होंने कहा कि महावीर जितेंद्रिय होता है, जो जितेंद्रिय होता है वह जिन और जो जिन होता है वही जैन होता है। उन्होंने कहा कि अपने आपको जीत लेने वाला ही जैन होता है। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर के बड़ा बाजार स्थित मनकामेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक सर्वश्री सुदेश राय और रघुनाथ मालवीय, रवि मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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Kolar News 30 November 2022

अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परम्परागत वन निवासियों को हेबीटेट राईटस दिये जा रहे हैं। मंडला जिले की जनपद पंचायत बिछिया की तीन ग्राम पंचायत कन्हारीकला, चंगरिया और मेढ़ाताल के बैगा समुदाय के हेबीटेट राईटस (प्राकृतिक पर्यावास के अधिकार) के दावे ग्राम पंचायत एवं उपखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति की अनुशंसा के बाद जिला स्तरीय वनाधिकार समिति द्वारा स्वीकृति जारी कर दी गई है। तीनों पंचायत में बैगा समुदाय के लोगों के लिये जननांकीय निर्धारक, आर्थिक/जीवन उर्पाजन के लिये प्रयोजन, सांस्कृतिक/धार्मिक, औघधि एवं कंदमूल आदि के लिये सीमा का विस्तार और खसरा निर्धारित किया गया है। इन ग्राम पंचायतों के 541 बैगा परिवारों को 664 हेक्टेयर वनभूमि एवं 435 हेक्टेयर राजस्व भूमि (बड़े-छोटे झाड़) के जंगल में, इस प्रकार कुल 1099 हेक्टेयर भूमि में हेबीटेट राईटस प्रदान किये जाने की मान्यता दी गई है। जिला समिति द्वारा स्वीकृत क्षेत्रों में ग्राम पंचायत कन्हारीकला, चंगरिया और मेढ़ाताल के बैगा समुदाय के लोग अनुषांगिक प्रयोजनों के लिये सांस्कृतिक मान्यताओं के स्थलों, संसाधनों तक आने-जाने के उपयोग, वन / राजस्व वन क्षेत्रों से प्राप्त काष्ठ, लघु-वनोपज, गैर कृषि खाद्य, चारागाह, औषधि, जलाऊ लकड़ी का संग्रहण तथा संसाधनों तक पहुँच के लिये आवागमन, परम्परागत तरीके से ग्राम की सीमाओं के अंदर नदी, नालों में मछली पकड़ने, सांस्कृतिक - धार्मिक प्रयोजन के स्थलों तक पहुँच एवं उपयोग, आजीविका के लिये खाद्य आदि संग्रहण एवं संसाधनों तक पहुँच के लिये आवागमन और बैगा परम्पराओं के अनुसार विभिन्न बीमारियों / प्राकृतिक प्रकोप के उपचार हेतु उनके औषधिक ज्ञान अनुसार औषधियों तक पहुँचने एवं संग्रहण के लिये स्थलों का चिन्हाकंन किया गया है।   हेबीटेट राईट्स के प्रस्ताव / दावा पर पहले ग्राम सभा एवं उपखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति द्वारा कार्यवाही पूर्ण की गई। प्रस्ताव दावा निराकरण के लिए अनुशंसा सहित जिला स्तरीय वनाधिकार समिति को भेजा गया। प्रस्ताव पर जिला स्तरीय समिति द्वारा विस्तृत समीक्षा एवं चर्चा की गई। इसमें संबंधित ग्राम पंचायतों के बैगा समुदाय एवं उपस्थित जन-प्रतिनिधियों के समक्ष दावे से संबंधित सभी जानकारियाँ पढ़ कर सुनाई गई। बैगा समुदाय के लोगों द्वारा सभी तथ्यों पर सहमति व्यक्त कर तैयार किये गये नजरी नक्शे का भी समिति के समक्ष परीक्षण कर मानचित्र पर स्थल सत्यापन किया गया। समिति के सभी उपस्थित सदस्यों, उपखण्ड स्तरीय समिति के प्रतिनिधि एवं बैगा समुदाय की सहमति के बाद जिला स्तरीय समिति द्वारा निर्धारित शर्तों के अनुसार हेबीटेट राईट्स के दावे को सर्व सम्मति से मान्य करने की स्वीकृति दी गई। मण्डला जिले में इसके पूर्व मवई जनपद के अमवार में हेबीटेट राईट प्रदान किये जा चुके हैं। शासन की मंशा के अनुसार जल, जंगल एवं जमीन का वास्तविक अधिकार बैगा समुदाय को दिया जा रहा है। हेबीटेट राईटस मिल जाने से बैगा समुदाय वनों में अपनी प्राचीन परम्पराओं का निर्वाह पहले की तरह निश्चिंत होकर कर सकेंगे।  

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Kolar News 29 November 2022

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि इस वर्ष प्रदेश में 226 नई स्वास्थ्य संस्थाएँ शुरू की जायेंगी। ऐसे ग्रामीण क्षेत्र, जहाँ अभी स्वास्थ्य संस्थाएँ नहीं हैं, वहाँ प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य संस्था शुरू की जायेगी। इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और सिविल अस्पताल शामिल रहेंगे। मंत्री डॉ. चौधरी सोमवार को आत्म-निर्भर हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर्स पर केन्द्रित कार्यक्रम के उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। आत्म-निर्भर हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स मध्यप्रदेश स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ कर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का संकल्प और आदर्श हेल्थ एण्ड वेलनेस पद्धति के विमोचन कार्यक्रम को टाटा ट्रस्ट की सहयोगी संस्था कलेक्टिव्स फॉर इंटीग्रेटेड लाइवली हुड इनिशिएटिव्स द्वारा आयोजित किया गया।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप में स्वास्थ्य को प्राथमिकता पर रखा है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिये निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में एक लाख 50 हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स बनाये जा रहे हैं। इसमें से मध्यप्रदेश में 10 हजार से अधिक हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स बनाने के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जा चुका है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश ने रिकॉर्ड साढ़े 3 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बना कर देश में पहला स्थान प्राप्त किया है।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि उप स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित कर आवश्यक जाँचें और 97 प्रकार की दवाइयाँ नि:शुल्क दी जा रही हैं। इन केन्द्रों पर प्रशिक्षित सीएचओ द्वारा उपचार दिया जा रहा है। एनसीडी क्लीनिक पर शुगर, बी.पी. आदि की जाँच कर समय पर उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों को सुदृढ़ किया जा रहा है। सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान से अस्पतालों में जरूरत के उपकरण और मरम्मत आदि के कार्य करवाये गये हैं। प्रदेश में निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना में इनपेनल्ड किया गया है। आयुष्मान कार्डधारी नागरिक एक वर्ष में 5 लाख रूपये तक का उपचार निजी अस्पतालों में प्राप्त कर सकते हैं। शासकीय अस्पतालों में भी उन्हें उपचार प्राप्त करने की सुविधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने बेहतर कार्य किया है। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि प्रदेश में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स की देश में सबसे अच्छी स्थिति है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तार देने के लिये पिछले वर्ष स्वास्थ्य का बजट बढ़ाया गया। नई स्वीकृत स्वास्थ्य संस्थाओं में भवन, उपकरण और स्टॉफ की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई गई है। एमडी एनएचएम प्रियंका दास ने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स पर प्रेजेंटेशन दिया। एनएचआरसी के ईडी मेजर जनरल अतुल कोटवाल और टाटा ट्रस्ट के डायरेक्टर अरुण पांधी ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन और टाटा ट्रस्ट ने प्राथमिक सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिये हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथेनिंग कार्यक्रम शुरू किया है। कार्यक्रम में आदर्श एचडब्ल्यूसी पद्धति का विमोचन और प्रदेश के आदर्श हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स के अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।  

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Kolar News 29 November 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि मध्यप्रदेश के इतिहास में गत दिवस 27 नवम्बर को प्रात: 10.53 बजे सर्वाध‍िक बिजली मांग का नया रिकार्ड कायम हुआ। इस दिन प्रदेश में बिजली की मांग 15748 मेगावाट दर्ज हुई। इससे पूर्व प्रदेश में सर्वाध‍िक बिजली की मांग 24 दिसंबर 2021 को 15692 मेगावाट दर्ज हुई थी। प्रदेश में जब बिजली की मांग 15748 मेगावाट पर दर्ज हुई उस दौरान मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर व रीवा संभाग) में 4319 मेगावाट, मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल व ग्वालियर संभाग) में 4808 मेगावाट और मध्यप्रदेश पश्चि‍म क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर व उज्जैन संभाग) में बिजली की अध‍िकतम मांग 6313 मेगावाट दर्ज हुई। रेलवे को 308 मेगावाट बिजली दी गई। प्रदेश में 27 नवम्बर को जब बिजली की मांग 15748 मेगावाट दर्ज हुई, उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 3823 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 820 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 4272 मेगावाट और आईपीपी का अंश 2521 मेगावाट रहा। अन्य स्त्रोत जिनमें नवकरणीय स्त्रोत व बैंक‍िंग भी शामिल हैं, से प्रदेश को 4311 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई।  

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Kolar News 29 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि एनसीसी दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन है। यह चरित्र निर्माण, नेतृत्व क्षमता के साथ निस्वार्थ सेवा भाव के मूल्यों को विकसित करता है। उन्होंने कहा कि नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) राष्ट्र के प्रति समर्पित नागरिकों का निर्माण करती है।  एनसीसी अधिकारियों द्वारा युवा वर्ग को सैन्य प्रशिक्षण देकर सैन्य गतिविधियों से अवगत कराने और अनुशासन में रहते हुए देश प्रेम की भावना विकसित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि एनसीसी कैडेट्स की कर्त्तव्यनिष्ठा और परिश्रम, आपदाओं और सामान्य काल में भी समाज सेवा के उत्कृष्ट उदाहरण देखे जाते हैं। राज्यपाल पटेल शौर्य स्मारक भोपाल में एनसीसी स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।  राज्यपाल पटेल ने  एनसीसी स्थापना दिवस की 74 वीं वर्षगाँठ एवं 75 वें वर्ष के शुभारंभ पर सभी को बधाई और शुभकामनाएँ दी। राज्यपाल  पटेल ने भारत माता की प्रतिमा पर नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की।  राज्यपाल  पटेल ने प्रसन्नता जताई है कि एनसीसी डायरेक्टरेट द्वारा 6 गर्ल्स बटालियन संचालित की जा रही है। उन्होंने माता-पिता से अपेक्षा की कि वे बालिकाओं को अधिक से अधिक प्रोत्साहन देकर एनसीसी में प्रवेश दिलाएँ, जिससे बालिकाएँ उत्कृष्ट कार्य कर प्रदेश और देश का नाम रोशन करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और सागर में एनसीसी अकादमी स्थापित की जा रही है। इसके लिए पर्याप्त राशि भी आवंटित कर दी गई है।     राज्यपाल पटेल ने 19 नवंबर से प्रारंभ 1900 किलोमीटर की साइकिल फॉर यूनिटी में शामिल 5 टीमों के 75 एनसीसी कैडेट्स को बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत और कर्त्तव्यनिष्ठा का कोई पर्याय नहीं है। राज्यपाल पटेल ने आशा व्यक्त की कि सभी कैडेट्स भविष्य में इसी जोश से लक्ष्यों की प्राप्ति की ओर अग्रसर होकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ एनसीसी डायरेक्टरेट के एडीशनल डायरेक्टर जनरल ए. के.महाजन  ने सभी ऑफिसर और कैडेट्स के साथ एनसीसी के 75 वें वर्ष में उत्कृष्ट कार्य करने की शपथ ली। इसके पूर्व उन्होंने एनसीसी के उद्देश्यों और किए जाने वाले कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व सीडीएस स्व.विपिन रावत और कई अन्य महान हस्तियाँ एनसीसी कैडेट रही हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी एनसीसी कैडेट्स देश-प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। एनसीसी संचालनालय मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ द्वारा 75 वें वर्ष के शुभारंभ पर साइक्लोथोन "साइकिल फॉर यूनिटी" में शामिल साइकिलिस्ट का फ्लैग-इन कर स्वागत किया गया। साथ ही एनसीसी के वार्षिक "इ-जर्नल" का विमोचन भी हुआ। गर्ल्स और बॉयस एनसीसी कैडेट्स ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।  

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Kolar News 28 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि फिजियोथैरेपी के ज़रिए सम्पूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है। इस दिशा में शोध एवं अनुसंधान के और अधिक प्रयास किए जाना चाहिए। राज्यपाल पटेल रविवार को गाँधी मेडिकल कॉलेज के सभागार में हुई एक दिवसीय आरोग्य भारती की राष्ट्रीय फिजियोथैरेपी कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल पटेल ने कहा कि अपना स्वास्थ्य खुद की ज़िम्मेदारी है। आरोग्य भारती इस दिशा में काम कर रही है। योग और प्राणायाम को अपनी जीवन शैली में अपना कर स्वास्थ्य लाभ लिया जा सकता है। राज्यपाल पटेल ने बच्चों को फास्ट फ़ूड से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक चीजें कुदरत की देन हैं, उन्हें अपनाएँ। अनियमित खान-पान से स्वास्थ्य प्रभावित होता है। स्वास्थ्य सुधार की दृष्टि से नियमित खान-पान पर ध्यान देना होगा।   राज्यपाल पटेल ने कहा कि फिजियोथैरेपी सम्पूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखने का काम करती है। इससे रोगों का निदान आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा तंत्र जहाँ एक ओर व्यवसाय है, वहीं इसके माध्यम से समाज-सेवा के भी पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। सभी को इस दिशा में भी विचार करना चाहिए। राज्यपाल पटेल ने कहा कि फिजियोथैरेपी एक ऐसी उपचार प्रणाली है, जिसमें बिना दवाई और इंजेक्शन के शरीर की आंतरिक समस्याओं का निदान होता है। फिजियोथैरेपी में व्यायाम, उष्मा, प्रकाश, जल, विद्युत प्रवाह इत्यादि विशिष्ट उपचारात्मक उपायों से बीमारी और विकारों का उपचार किया जाता है।     आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव अशोक वाष्णेय ने कहा कि आरोग्य भारती स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने वाला सेवा संगठन है। हर व्यक्ति जीवन भर स्वस्थ रहना चाहता है। सेवा और शोध के क्षेत्र में आरोग्य भारती काम कर रही है। सभी भाषा में संस्था के पास साहित्य उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि फिजियोथैरिपी एक कम्पलीट साइंस है। इलनेस से वेलनेस ही पर्याप्त नहीं है, हमें वेलनेस से हैप्पीनेस की ओर बढ़ना होगा। आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलपति अशोक खंडेलवाल ने फिजियोथैरेपी के इतिहास पर प्रकाश डाला। डॉ. एना अलेक्स ने कहा कि कॉन्फ्रेंस में जो ज्ञानवर्धन होगा उससे समाज को लाभ मिलेगा। 

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Kolar News 28 November 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि 33 केव्ही फीडर पर ट्रिपिंग शून्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि11 केव्ही फीडर का भी इस प्रकार रख-रखाव किया जाए कि ट्रिपिंग न्यूनतम हो और यदि ट्रिपिंग होती है तो उस 11 केव्ही फीडर के रख-रखाव और फॉल्ट का विश्लेषण होना चाहिए। विनय नगर जोन को स्मार्ट जोन में एक माह में बदल दिया जाएगा और यह स्मार्ट जोन उपभोक्ता  फ्रैंडली होगा। ऊर्जा मंत्री रविवार  को ग्वालियर में रोशनी घर स्थित बिजली ऑफिस में ग्वालियर शहर की विद्युत वितरण व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। तोमर ने कहा कि ट्रिपिंग को लेकर अधिकारियों को गंभीर होना चाहिए क्योंकि इससे बिजली कंपनी की छवि खराब होती है। यदि यह पाया गया कि लापरवाही के कारण ट्रिपिंग हो रही है तो संबंधित जूनियर और असिस्टेंट इंजीनियर के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।  उन्होंने  निर्देशित किया  कि खराब तथा झुके हुए खम्बों को तुरंत दुरूस्त किया जाए।   ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिन फीडर पर ट्रिपिंग शून्य होगी उससे संबंधित कर्मचारियों को  पुरस्कृत किया जाएगा। उपभोक्ता शिकायतों को हल करने के लिये रिस्पॉन्स टाइम 45 मिनट का है, जिसे घटाने की आवश्यकता है ताकि उपभोक्ता संतुष्टि में वृद्धि हो सके। बिलिंग संबंधी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाय और निर्धारित समय-सीमा में हल किया जाए। खराब एवं जले मीटरों को तत्काल बदला जाए। ऊर्जा मंत्री ने ग्वालियर शहर में नये विद्युत उपकेन्द्रों के निर्माण कार्य, नई लाइनों के साथ अन्य विद्युत विकास के कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। विद्युत वितरण कंपनी की महिला कार्मिकों के लिये प्रत्येक कार्यालय में पृथक से शौचालय बनाये जाये। ग्वालियर शहर के प्रमुख चौराहों के आस-पास लगे ट्रांसफार्मर एवं उपकेन्द्रों को रंग-रोगन कर सुंदर बनाया जाए।  ऊर्जा मंत्री ने सभी मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिये कि उपभोक्ताओं से लोक व्यवहार के दौरान शालीनता बर्ती जाए और ऐसा व्यवहार किया जाए जिससे बिजली कंपनी की छवि और अच्छी हो सके।   

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Kolar News 28 November 2022

आसाम पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के चेयरमैन जिश्नू बरुआ ने पोलोग्राउंड स्थित मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्यालय पहुँचकर स्मार्ट मीटर योजना के बारे में जानकारी प्राप्त की। बरूआ ने मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर से भी भेंट की। उन्होंने कहा कि इंदौर क्षेत्र में स्मार्ट मीटर योजना का प्रभावी क्रियान्वयन हुआ है। जहाँ पर गैर स्मार्ट मीटर लगे है, वहाँ भी फोटो मीटर रीडिंग (पीएमआर) हो रही है। स्मार्ट मीटर और पीएमआर दोनों ही उपभोक्ता संतुष्टि के लिए बहुत जरूरी है। बरूआ ने कहा कि इंदौर बिजली कंपनी के अधीन होने वाली पीएमआर की स्थिति आसाम राज्य से अच्छी है। उन्होंने कहा कि इंदौर क्षेत्र में ऊर्जा क्षेत्र की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हुआ है। कार्यपालक निदेशक मनोज झंवर, मुख्य अभियंता पुनीत दुबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।  

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Kolar News 27 November 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में निर्माण कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा है कि सरकार "सबका साथ-सबका विकास" करने के लिये प्रतिबद्ध है। मंत्री पटेल ने हरदा जिले के ग्राम सन्यासा में लगभग साढ़े तीन किलोमीटर डामरीकृत सड़क का भूमि-पूजन किया। उन्होंने बताया कि ग्राम सन्यासा से भीलटदेव तक की 3.58 किलोमीटर की सड़क 4 करोड़ 9 लाख रूपये की लागत से निर्मित की जायेगी। पक्की सड़क निर्मित हो जाने से सभी को आवागमन की बेहतर सुविधा प्राप्त होगी। मंत्री पटेल ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को गुणवत्तापूर्वक कार्य के साथ ही समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।

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Kolar News 27 November 2022

स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य की बेहतर देख-रेख के लिये स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग साथ मिल कर कार्य कर रहे हैं। मध्यप्रदेश ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शनिवार को उमंग स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस कार्यक्रम में मार्गदर्शिका का विमोचन एवं उन्मुखीकरण को संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कक्षावार उमंग मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि बच्चों को स्वस्थ रखने के लिये जरूरी है कि उनके स्वास्थ्य की नियमित देख-भाल और जाँच हो। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जाँच और उसके आधार पर उनकी देख-भाल के लिये उमंग कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग एवं यूएनएफपीए द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसमें जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर भी टीमों का गठन किया गया है। परियोजना में कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चों और 10 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिये कक्षावार मार्गदर्शिका तैयार की गई है। यूएनएफपीए की सहयोगी संस्था 'भारतीय ग्रामीण महिला संघ' के सहयोग से मार्गदर्शिका तैयार की गई है। मार्गदर्शिका में जीवन कौशल शिक्षा, किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक एवं मानसिक बदलाव, स्वास्थ्य, पोषण, प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, संचारी और गैर-संचारी बीमारियों, नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव, जेंडर, हिंसा, बाल विवाह आदि विषयों को शामिल किया गया है।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रत्येक स्कूल में 2 शिक्षकों को मार्गदर्शिका की विषय-वस्तु से प्रशिक्षित किया जाएगा। यह शिक्षक स्कूल के सभी बच्चों को शिक्षित करेंगे और समझाइश भी देंगे। साथ ही उमंग कार्यक्रम की हेल्प लाइन के माध्यम से भी बच्चो को समझाइश दी जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर देश के नागरिकों को उपलब्ध कराने के साथ विश्व के अन्य देशों के नागरिकों को भी वैक्सीन उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की विषम परिस्थितियों के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य, संभाग, जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर क्राइसिस मेनेजमेंट कमेटियों ने उल्लेखनीय कार्य किया। कोरोना महामारी की चुनौती का हमने सफलता से मुकाबला किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति के नये आयाम तय कर रहा है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। जिला अस्पताल से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्र तक नि:शुल्क दवाएँ और अनेक प्रकार की जाँचों की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिये संपूर्ण कायाकल्प अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य संस्थाओं में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के साथ ही चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा रहा है। टेलीमेडिसिन से चिकित्सा विशेषज्ञों की सेवाओं की ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तार किया जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थ सीएचओ दूरभाष पर चिकित्सा विशेषज्ञ से संपर्क कर मरीज को परामर्श और उपचार प्रदान करा रहे हैं।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 अक्टूबर को नशामुक्ति के लिये विशेष पहल करते हुए संकल्प दिलाया था कि हम नशामुक्त समाज का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा यह दायित्व है कि हम नशामुक्त और स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान दें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने उपस्थित जन को नशामुक्ति का संकल्प भी दिलाया। प्रारंभ में एमडी एनएचएम प्रियंका दास ने उमंग स्कूल हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम पर प्रेजेन्टेशन दिया। उन्होंने आभा आईडी की जानकारी भी दी। आयुक्त स्कूल शिक्षा डॉ. अभय वर्मा ने उमंग कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा विभाग के दायित्वों के बारे में बताया। अपर परियोजना संचालक समग्र शिक्षा अभियान मनीषा सेंतिया ने उमंग कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। यूएनएफपीए कंट्री ऑफिस दिल्ली की डॉ. दीपा प्रसाद, मध्यप्रदेश के स्टेट हेड सुनील थॉमस जैकब, उप संचालक आर.के.एस. डॉ. उपेन्द्र धोटे ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।  

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Kolar News 27 November 2022

उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने झाबुआ जिले में निर्माणाधीन नर्मदा-झाबुआ-पेटलावद-थांदला परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि परियोजना में उपयोग किये जाने वाले पाइप की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखें। राज्य मंत्री  कुशवाह ने निर्माण स्थल पर चल रहे हाइड्रो टेस्ट का भी निरीक्षण किया। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि नर्मदा-झाबुआ-पेटलावद-थांदला माइक्रो इरिगेशन बहु-उद्देश्यीय परियोजना की पाइप लाइन को बिछाने के दौरान लेवल (ढाल) को मेंटेन करके रखें, जिससे किसान भाइयों को समान प्रवाह के साथ जल मिल सके। उन्हें खेत तक पानी पहुँचाने के लिये अन्य साधनों का सहारा नहीं लेना पड़े। राज्य मंत्री कुशवाह ने झाबुआ में उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागीय योजनाओं की समीक्षा भी की।

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Kolar News 26 November 2022

बॉलीवुड के ख्यात डायरेक्टर, प्रोड्यूसर एवं एक्टर सतीश कौशिक ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड कार्यालय में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और बोर्ड के प्रबंध संचालक  शिव शेखर शुक्ला से सौजन्य भेंट की। कौशिक भोपाल में एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में पहुँचे हैं। उन्होंने कहा, ‘देश के सबसे फिल्म फ्रेंडली स्टेट में आकर काफी खुश हूँ। भोपाल काफी सुंदर और समृद्ध शहर है। यहाँ की लोकेशन, खाना, मेहमानवाजी से काफी प्रभावित हुआ हूँ। उन्होंने बताया कि फिलहाल इकबाल मैदान पर अरबाज खान प्रोडक्शन की फिल्म शूटिंग चल रही है। इसके बाद भोपाल में मेरी अगली फिल्म पटना शुक्ला की शूटिंग होगी’। प्रमुख सचिव शुक्ला और अपर प्रबंध संचालक विवेक श्रोत्रिय ने उनका स्वागत किया। एक्टर कौशिक, अरबाज खान की फिल्म पटना शुक्ला की शूटिंग के लिए भोपाल में हैं। उन्होंने कहा कि पटना शुक्ला के बाद वे खुद एक फिल्म प्रोड्यूस करने जा रहे हैं, जिसकी शूटिंग भी भोपाल में ही होना है। इसी फिल्म के लिए पुरानी जेल सहित कुछ लोकेशन्स देखी हैं, जो काफी पसंद आई है।  

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Kolar News 26 November 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने जल जीवन मिशन में पेयजल पाइप लाइन निर्माण में क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश दिये हैं। मंत्री पटेल जिला पंचायत हरदा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने आगामी 13 दिसम्बर को जिले में होने वाले मुख्यमंत्री कन्या विवाह आयोजन के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश भी दिये। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गजेंद्र शाह, उपाध्यक्ष दर्शन सिंह गहलोत सहित जन-प्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद थे। कृषि मंत्री  पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार हर घर, नल-जल उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध है। हरदा में पेयजल योजनाओं के लिये संरचनाएँ बनायी जा रही हैं। उन्होंने पेयजल पाइप लाइन डाले जाने और क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल्द ही हरदा में सभी को स्वच्छ और शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। मंत्री पटेल ने जिला पंचायत सदस्यों से कहा कि वे अपने भ्रमण के दौरान शासन की विभिन्न योजनाओं में संचालित निर्माण कार्यों की गुणवत्ता देखें तथा गुणवत्ता ठीक न होने पर अधिकारियों को अवगत करायें।   कृषि मंत्री पटेल ने आगामी 13 दिसम्बर को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में होने वाले सामूहिक विवाह के समुचित प्रबंध के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि हरदा में 500 जोड़ों का सामूहिक विवाह मुख्यमंत्री चौहान की उपस्थिति में होगा। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। सभी समाजों के अध्यक्ष और सचिवों से चर्चा कर विवाह सम्मेलन की तिथि और आयोजन के बारे में उन्हें बताएँ, जिससे अधिक से अधिक कन्याओं का विवाह सम्मेलन में हो सके। कृषि मंत्री पटेल ने आगामी 7 से 13 दिसम्बर तक हरदा में होने वाली कथा-वाचिका जया किशोरी जी की श्रीमद्भागवत कथा में सभी को आमंत्रित किया। कृषि मंत्री पटेल ने प्रसिद्ध कथा-वाचिका कृष्ण प्रिया की उपस्थिति में ग्राम भुन्नास से आदमपुर बनने वाली सड़क का भूमि-पूजन किया। प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना में बनने वाली इस पक्की सड़क की लम्बाई 5.30 किलोमीटर और लागत 2 करोड़ 60 लाख रूपये है।

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Kolar News 26 November 2022

स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना में रीवा के शासकीय रणमत सिंह महाविद्यालय (टीआरएस) में गुरुवार को रोजगार मेले में पीजी एवं यूजी अंतिम वर्ष के 284 विद्यार्थियों का प्राथमिक स्तर पर चयन किया गया है। मेले में शामिल मारूति सुजुकी गुड़गाँव, गूगल पे, पेटीएम, बजाज एलायंस, एलआईसी एवं आईसीसीआई प्रोडेंशियल जैसी कंपनियों ने दस्तावेज एवं कॉउंसलिंग के आधार पर इन विद्याथिर्यों का चयन किया है। सभी चयनित विद्यार्थियों को एक सप्ताह के भीतर कंपनी के हेडक्वार्टर बुलाया जाएगा। जहाँ उनके साक्षात्कार एवं कॉउंसलिंग के बाद दस्तावेजों का वैरीफिकेशन होगा। इसके बाद अंतिम रूप से चयनित युवाओं को ऑफर लेटर प्रदान किये जायेंगे। महाविद्यालय में एक काउंसिलंग स्टॉल भी लगाया गया, जहाँ विशेषज्ञों द्वारा मेले में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि एवं संकाय के आधार पर कॅरियर मार्गदर्शन किया गया। रोजगार मेले में कुल 653 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया। मेले में कुल 13 कंपनियां शामिल हुई। कंपनी के अधिकारियों द्वारा विद्यार्थियों के प्राथमिक साक्षात्कार एवं दस्तावेजों के आधार पर उनका चयन किया गया। चयनित विद्यार्थियों को फील्ड ऑफीसर, ट्रेनी एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव आदि का जॉब प्रदान किया जाएगा। इनका वेतन 12 हजार से 21 हजार प्रतिमाह रहेगा।    

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Kolar News 25 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि लोक धन के अपव्यय को रोकने संबंधी व्यवस्थाओं के अनुपालन में और सभी प्रकार के वित्तीय लेन-देन की पारदर्शिता सुनिश्चित कराने में लेखा परीक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। लेखा परीक्षा विभाग का 160 वर्षों का समृद्ध और गौरवशाली इतिहास है। राज्यपाल पटेल ने शुक्रवार को लेखा परीक्षा सप्ताह के समापन समारोह को वर्चुअली संबोधित किया। राज्यपाल पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने लेखा परीक्षा विभाग के गौरवशाली इतिहास के सम्मान में गत वर्ष से 16 नवम्बर को लेखा परीक्षा दिवस के रूप में मनाने की पहल की है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की प्रमुख विशेषता विधायिका सहित उसके सभी प्रमुख अंगों में सामंजस्य बनाए रखना है। लेखा परीक्षा विभाग द्वारा संसद और राज्य विधान सभाओं के लिए सरकार और अन्य सार्वजनिक प्राधिकरण की सार्वजनिक धन के व्यय सम्बन्धी जवाबदारी तय करने और इस सम्बन्ध में जानकारी जन-साधारण को उपलब्ध कराने के महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण दायित्व का निर्वहन किया जाता है। वास्तव में लेखा परीक्षा विधायिका के प्रति प्रशासन की जवाबदेही लागू करने का उपकरण होकर वित्तीय प्रशासन पर विधायी नियंत्रण का महत्वपूर्ण साधन है।     राज्यपाल पटेल ने कहा कि ऑडिट के कठोर मानकों का पालन अधिक सावधानी के साथ किया जाना चाहिए, जिससे ऑडिट के दौरान नुकसान के अनुमानों अथवा बाहरी आंकड़ों के कारण ऑडिट की अखंडता प्रभावित नहीं हो। राज्यपाल पटेल ने कहा कि लेखा परीक्षा और लेखा विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा अपने दायित्वों का सफल निर्वहन, संवैधानिक कर्त्तव्यों और सौंपी गयी जिम्मेदारियों को हमेशा सचेत रहते हुए पूर्ण निष्ठा के साथ पालन करना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संसाधनों का उपयोग गरीबों और ज़रूरतमंदों के हित में प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने में लेखा परीक्षा के अधिकारी-कर्मचारियों की महती भूमिका है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी सबसे निर्धन लोगों की सेवा करने और उनके चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए पारस्परिक सहानुभूति से भरपूर सोच के साथ कार्य करें। उन्होंने लेखा परीक्षा के अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनका सहयोग विकास की वर्तमान गति को और तेज करने, समाज के वंचित वर्गों के कल्याण और राष्ट्र-निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होगा।  

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Kolar News 25 November 2022

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने आज मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 को लेकर जिलों में चल रही गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने ईपी रेसियो, जेंडर रेसियो सहित ब्लैक एंड व्हाइट फोटो को कलर में बदलने को लेकर चर्चा की। वीडियो कांफ्रेंस से हुई समीक्षा बैठक में सभी जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी सम्मिलित हुए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि जिन जिलों में 18-19 साल आयु के नए मतदाताओं के आवेदन कम मिले हैं वहाँ विशेष प्रयास किए जाएँ। उन्होंने कहा कि जहाँ पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या कम है, ऐसे जिलों में जेंडर रेसियो बढ़ाने के लिए आँगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता की मदद ली जाए। यदि लक्ष्य के अनुरूप नए मतदाताओं का नाम सूची में जोड़ने के आवेदन नहीं आ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में बीएलओ घर-घर जाकर आवेदन लें। मिलने वाले फॉर्मों को उसी दिन गरुड़ा एप के माध्यम से अपलोड करें। साथ ही उन्होंने उप जिला निर्वाचन अधिकारियों को लगातार निरीक्षण करने के निर्देश दिए। 18-19 वर्ष के सभी युवा मतदाताओं का नाम सूची में जोड़ने के लिए कॉलेजों में शिविर लगाए जाएँ। 17 साल से अधिक उम्र के युवा भी सूची में अपना नाम जुड़वाने का आवेदन अग्रिम रूप से दे सकते हैं, इसके लिए अभियान चला कर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए। प्रदेश में 9 नवंबर से मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 का शुभारंभ हुआ है। इसमें 8 दिसंबर तक आवेदन लिए जाएंगे। प्राप्त हुए आवेदनों का 26 दिसंबर तक निराकरण किया जाएगा। इसके बाद 5 जनवरी 2023 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।  

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Kolar News 25 November 2022

स्कूल शिक्षा विभाग के सातवें राज्य स्तरीय कला उत्सव में आज भोपाल में लोक नृत्य, लोक गीत एवं चित्रकला, मूर्तिकला और खेल-खिलौने की प्रतियोगिताएँ दूसरे दिन भी जारी रही। सीधी की श्वेता साहू द्वारा प्रस्तुत बधाई नृत्य ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। इसी श्रंखला में शहडोल के शिवम ने बैगा जनजाति का लोक नृत्य प्रस्तुत किया। पूर्वी कुलकर्णी ने सितार वादन किया। भुमि शर्मा के मालवी लोकगीत 'प्यारो लागे मारो मालवा देश' ने सभी दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कला उत्सव में मध्यप्रदेश के प्रतिभागियों ने कला, संस्कृति के मंच पर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। संयुक्त संचालक श्री अरविंद चोरगढ़ी द्वारा सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। शास्त्रीय गायन एकल वर्ग में जबलपुर के मोहित परोहा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में रीवा संभाग की राखी द्विवेदी प्रथम रही। सितार वादन में उर्वी कुलकर्णी प्रथम रही और तबला वादन में आस्था घाटके ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।   लोक नृत्य में शहडोल के शिवम, सीधी की श्वेता साहू एवं तबला वादन में समर शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। शास्त्रीय नृत्य में बालिका वर्ग में अधीरा पीवी प्रथम रही। खेल-खिलौने विधा में जबलपुर संभाग के दिनेश विश्वकर्मा प्रथम स्थान पर रहे, वही रिमझिम दत्ता ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। चित्रकला में उत्कृष्ट विद्यालय उज्जैन की छात्रा आध्या द्विवेदी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। एकल अभिनय में जबलपुर संभाग के आनंद कौरव एवं बालिका वर्ग में भोपाल संभाग की नम्रता श्याम प्रथम रही। 2 दिन चली इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर चयनित सभी 20 प्रतिभागी माह जनवरी 2023 में एनसीईआरटी दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कला उत्सव में सहभागिता करेंगे।   मूर्तिकला चित्रकला एवं खिलौने विधा में कई बच्चों ने मध्यप्रदेश के लकड़ी के खिलौने, अलीराजपुर झाबुआ की गुड्डे-गुड़िया, मंडला की गोंड चित्रकला एवं निमाड़ की सांझी पुली सहित कई लोक कलाओं की प्रस्तुति दी। मध्यप्रदेश के स्थानीय खेल-खिलौने विधा में सभी बच्चों ने बचपन में खेले गए खेलों में उपयोग की गई खिलौना गाड़ी, घोड़ा गाड़ी बना कर अपनी कला का प्रदर्शन किया। प्रोफेसर भावसार ने सभी बच्चों को मूर्तिकला एवं चित्रकला के बारे में बारीकी से समझाया और यह बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में लोक कलाओं एवं प्रदर्शनकारी कलाओं पर महत्व दिया गया है। आगामी वर्षों में पाठ्यक्रम में इन कलाओं को स्थान दिया जाएगा। कला उत्सव से किसी भी प्रदेश की विलुप्त होती कलाओं को मंच दिया जाता है, साथ ही उस प्रदेश के बहुरंगी लोक नृत्य, लोक कलाएँ और ऐसी कला जो अब प्रचलन में नहीं है उनको मंच दिया जाता है। पिछले कई वर्ष से इस क्रम में मध्यप्रदेश के विद्यार्थी अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी अतिथियों का आभार माना गया। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण द्वारा जनवरी माह में भुवनेश्वर में होने वाली राष्ट्रीय कला उत्सव के लिए सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दी।

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Kolar News 24 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सेवा का काम ईश्वर का प्रसाद पाने का सबसे प्रभावी माध्यम है। उन्होंने सक्रिय नि:क्षय मित्रों का सार्वजानिक सम्मान करने की जरूरत बताई। टी.बी एसोसिएशन को राजभवन की ओर से एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। राज्यपाल पटेल आज राजभवन में टी.बी एसोसिएशन भोपाल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने टी.बी सील अभियान में अंशदान भी दिया। राज्यपाल पटेल ने कहा है कि टी.बी के नियंत्रण के लिए रोग के कारण, रोकथाम के उपाय और सावधानियों के संबंध में व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता का प्रसार जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में रोग के संबंध में जानकारी के पर्चे वितरित किए जाने चाहिए। रोगियों को नियमित उपचार के लिए प्रेरणा देने उपचारित व्यक्तियों के साथ संवाद के कार्यक्रम भी किए जाए। मादक पदार्थों का सेवन नहीं करने के लिए समझाइश और प्रेरणा देने के कार्य भी जरूरी हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने स्वास्थ्य शिविर लगाने और दो-तीन दिन पूर्व से ही शिविर के समय और स्थान का प्रचार कराए जाने के निर्देश दिए।   राज्यपाल पटेल ने अभियान के लिए क्षेत्रीय जन-प्रतिनिधियों से आर्थिक सहयोग प्राप्त करने की पहल के लिए कहा। उन्होंने विशिष्ट व्यक्तियों को शामिल कर जागरूकता कार्यक्रम करने, रोग नियंत्रण प्रयासों में उत्कृष्ट कार्य करने और सहयोग देने वालों के सम्मान कार्यक्रम की जरूरत बताई। टी.बी एसोसिएशन भोपाल के चेयरमेन जयपाल सचदेव ने समिति के सदस्यों के सहयोग से किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए स्वागत उद्धबोधन दिया। मानसेवी सचिव डॉ. मनोज वर्मा ने एसोसिएशन की गतिविधियों का विवरण देते हुए बताया कि स्कूलों में जागरूकता के लिए सघन स्तर पर स्कूल शिक्षा विभाग के साथ समन्वय से कार्यक्रम किया गया है। जागरूकता रैली, प्रदर्शनी, स्वास्थ्य परीक्षण, औषधि वितरण और वृक्षारोपण के कार्यक्रम किए गए हैं। सर्वधर्म समिति की बैठक भी की गई है।  

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Kolar News 24 November 2022

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा अपने उपभोक्ताओं को उनकी माँग पर ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराई जा रही है और प्रतिमाह उपभोक्ताओं को इसका प्रमाण-पत्र भी दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने चालू वर्ष में उपभोक्ताओं की माँग पर उन्हें ग्रीन एनर्जी प्रदान करने के लिए टैरिफ में प्रावधान किया है। इसी तारतम्य में कंपनी द्वारा औद्योगिक विकास केन्द्र मालनपुर में मेसर्स मांडलेज फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को उनकी माँग पर ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराई जा रही है। ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देकर कार्बन फुटप्रिंट कम करने के उद्देश्य से औद्योगिक संस्थानों द्वारा ग्रीन एनर्जी की माँग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसी तारतम्य में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी माँग के अनुरूप ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहित कर रही है। म.प्र. विद्युत नियामक आयोग के टेरिफ प्रावधान से एक ओर जहाँ ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराई जा रही है वहीं दूसरी ओर पर्यावरण की दृष्टि से कार्बन फुटप्रिंट को कम किया जा रहा है तथा उपभोक्ता को इससे लाभ हो रहा है।  

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Kolar News 24 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने नरसिहंपुर जिले के ग्राम गोरखपुर में शासकीय सीनियर जनजातीय बालक छात्रावास का अवलोकन किया और छात्रों से स्नेहपूर्वक संवाद किया। उन्होंने छात्रों को किताब और खेलकूद सामग्री वितरित की। राज्यपाल ने शयन कक्ष, लायब्रेरी और रसोई कक्ष का अवलोकन किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। छात्रों से सामान्य ज्ञान और स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से संबंधित प्रश्न पूछे। राज्यपाल पटेल ने लायब्रेरी में रखी "भारत रत्न" पुस्तक कक्षा 9 वीं के छात्रों से पढ़वाई और छात्रों से कहा कि लायब्रेरी में दिन में कम से कम आधा घंटा जरूर पढ़ना चाहिये। इससे ज्ञान बढ़ता है। छात्रों को अपने देश पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महान व्यक्तियों के बारे में जानकारी होनी चाहिये।     राज्यपाल पटेल ने ग्राम गोरखपुर में 60 लाख रूपये लागत के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के अतिरिक्त कक्ष के नवीन भवन का लोकार्पण किया।राज्यपाल पटेल ने स्कूली बच्चों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने कक्षा 11 वीं के छात्र अनिल गौड़ एवं अंकित राय से स्कूल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे अपने माता-पिता का सदैव सम्मान करें और उनका ध्यान रखें। राज्यपाल पटेल ने नवीन स्कूल भवन में केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी की प्रयोग शाला और अटल टिंकरिंग लैब का निरीक्षण किया और छात्र- छात्राओं से विभिन्न प्रयोगों के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल पटेल ने स्कूल परिसर में आम का पौधा रोपा। विधायक जालम सिंह पटैल, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति काकोड़िया, अन्य जन-प्रतिनिधि ने भी पौध-रोपण किया।     राज्यपाल टेल नरसिंहपुर जिले के ग्राम गोरखपुर में सिकल सेल एनीमिया स्वास्थ्य शिविर में लोगों से रू-ब-रू हुए और मरीजों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से स्नेहपूर्वक बात की और उनकी माताओं से जानकारी ली। राज्यपाल पटेल ने मोहल्लों में स्वास्थ्य शिविर लगाने और आयुष्मान भारत योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों को दिलाने के निर्देश दिये। राज्यपाल पटेल ने कहा है कि सिकल सेल रोग से पीड़ितों के बच्चों की भी जाँच कर उनका समुचित इलाज कराया जाए। उन्होंने बच्चों को अनिवार्य रूप से स्कूल भेजने के लिये ग्रामीणों को प्रेरित किया। राज्यपाल पटेल ने यश मेहरा को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र और गंगोत्री बाई एवं रामप्यारी ठाकुर को टीबी चैम्पियन प्रमाण पत्र प्रदान किये। उन्होंने हितग्राही महिला को फूड बॉस्केट भी प्रदान किया। राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रोटीनयुक्त पोषण आहार और दवाइयाँ नियमित रूप से जरूर लें। उन्होंने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान में पोस्टर पर हस्ताक्षर किये।  

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Kolar News 23 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष उपस्थिति में इन्दौर में एमएसएमई एवं स्टार्ट अप्स को सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए विभिन्न सेक्टर की 10 संस्थाओं से समझौता एमओयू हुए। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री चौहान थे। एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश उन्नति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के ग्रामीण युवा भी स्टार्टअप के क्षेत्र आगे आ रहे हैं। प्रदेश सरकार इन युवा को हर संभव सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दृढ इच्छाशक्ति और प्रतिबद्वता के साथ युवाओं को स्टॉर्टअप के क्षेत्र में स्थापित करने के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने आईडीए अध्यक्ष से स्टार्टअप को बल देने के लिए 15 दिवस के भीतर इन्दौर में सर्वसुविधायुक्त कार्यालय स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपने टैलेंट का प्रकटीकरण करें। स्टॉर्टअप को पूंजी से लेकर प्रशिक्षण और मेन पावर की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने युवा स्टार्टअप्स की समस्याओं का समाधान एक फोन और ईमेल पर करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।     सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा कि प्रदेश के युवा सशक्त उद्यमी बनाने तथा प्रदेश में कुशल मानव संसाधन की उपलब्धता हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। रोजगार दिवस एवं विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाये जाने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार के व्यापक अवसरों की सुलभता के लिए आगामी 4 माह में प्रदेश के 42 जिलों में 100 से ज्यादा क्लस्टर बनाए जाएंगे। प्रदेश सरकार युवा स्टॉटअप्स को बैकवर्ड एवं फॉरवर्ड लिंकेज से सहयोग के प्रयास कर रही है। रोजगार दिवस के माध्यम से अभी तक प्रदेश में 14 लाख 73 हजार हितग्राहियों को स्व-रोजगार योजनाओं में ऋण प्रदान किये गए हैं।   मंत्री सखलेचा ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश में बने अनुकूल वातावरण का लाभ उठाते हुए एक बेहतर इकोसिस्टम निर्मित किया जाना है। इसी तारतम्य में एमएसएमई तथा स्टार्टअप को सक्षम बनाने के लिए आज देश की अग्रणी संस्थाओं के साथ एमओयू निष्पादन का यह कार्यक्रम किया गया है। प्रथम सत्र में ओएनडीसी नेटवर्क पर संबंधित बाजार सहयोगियों, स्टार्टअप एवं एमएसएमई को शामिल करने एवं उसका लाभ की जानकारी देने के लिये कार्यशाला में परिचर्चा हुई। कार्यशाला में उद्यमियों की जिज्ञासाओं का विशेषज्ञों ने समाधन किया। स्वागत उदबोधन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के सचिव पी. नरहरि ने दिया।       आज हुए एमओयू से प्रदेश की एमएसएमई तथा स्टार्टअप को अनेक लाभ और सहयोग प्राप्त होंगे। मुख्य रूप से अकादमिक संस्थाओं एवं इनक्यूबेशन सेंटर के लिए क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण के हैंड होल्डिंग कार्यक्रम, विभिन्न सरकारी योजनाओं में वित्त पोषण के लिए आवेदन प्रक्रिया का मार्गदर्शन, विभाग के साथ इनोवेशन लैब/हब जैसी नई पहल स्थापित करने के लिए सहायता दी। स्टार्टअप्स को मार्केट लिंकेज और बिजनेस डेवलपमेंट के अवसर, टेक्नोलॉजी और कम्युनिटी डेवलपमेंट में सहायता, नीतिगत परामर्श में सहयोग, क्लस्टर विकास में सहयोग, स्टार्टअप के विशिष्ट आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न बैंकिंग समाधान, स्टार्टअप्स को विकास और विजिबिलिटी के लिए स्मार्ट बॉय प्लेटफार्म पर सूचीबद्ध करने में, ट्रेड्स प्लेटफार्म और अन्य आपूर्ति श्रंखला (सप्लाय चेन), वित्त समाधानों के बारे में जागरूकता, लघु उद्योगों और स्टार्टअप को विलंबित भुगतान से राहत का माध्यम, राज्य के स्टार्टअप्स की सफलता की कहानियों का प्रकाशन, यूएई में निवेश के अवसरों, व्यापार और वाणिज्य की प्रासंगिक जानकारी, बाजार तक पहुँच और स्टार्टअप्स को फंडिंग के लिए पिचिंग की सुविधा आदि लाभ और सहयोग मिलेंगे।  

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Kolar News 23 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रवासी भारतीय दिवस और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले अतिथियों का स्वागत हम पलक-पावड़े बिछा कर करेंगे। दोनों आयोजन मध्यप्रदेश और इंदौर की ब्रांडिंग के उम्दा अवसर बनेंगे। हम परिवार-भाव से सभी का स्वागत और अभिनन्दन करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान आज इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस और जीआईएस के आयोजनों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल ने की गई व्यवस्थाओं और योजना की जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समूचे आयोजन में इंदौर के नागरिकों की सक्रिय सहभागिता और जन-प्रतिनिधियों के समन्वय से हम इसे एक अविस्मरणीय आयोजन बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर मध्यप्रदेश की विशेषताओं को प्रमुखता से उजागर किया जाये। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने स्मारिका के प्रकाशन का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि "एक जिला-एक उत्पाद" में चयनित उत्पादों का गिफ़्ट पैक भी अतिथियों को दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की प्रमुख विशेषताओं माँ नर्मदा और यहाँ की पुरातन विरासत का प्रदर्शन भी किया जाना चाहिए।मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर के आस-पास के पर्यटन-स्थलों के पहुँच मार्ग की भी जानकारी ली और उन्हें समय रहते पूरी तरह दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम-स्टे के लिए प्रस्तावित घरों को प्रशासन की टीम जाकर देख ले और भली भाँति तस्दीक कर ले कि वे अतिथियों के लिए उपयुक्त हों। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं अन्य जन-प्रतिनिधि ने अपने सुझाव रखे। 

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Kolar News 23 November 2022

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हाल ही में नई दिल्ली में यूजीसी के चेयरमैन प्रो. जगदीश कुमार से हुई मुलाक़ात के दौरान उन्होंने माना है कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन के साथ स्नातक स्तर पर जो पाठ्यक्रम लागू किए हैं वह मॉडल बन सकते हैं। मंत्री डॉ. यादव ने कहा है पूरे प्रदेश में पाठ्यक्रम का स्वरूप एक जैसा हो। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मध्यप्रदेश में लागू पाठ्यक्रम उच्च स्तरीय है। प्रयास किये जाए कि इनका लाभ विद्यार्थियों को मिले। विश्वविद्यालय नीति के लाभों पर केन्द्रित कार्यशाला करें और विद्यार्थियों को अधिक से अधिक जागरूक करें। डॉ. यादव ने ये बात सोमवार को मंत्रालय में टास्क फोर्स समिति और विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ हुई बैठक में कही। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अकादमिक अनुशासन की दृष्टि से राष्ट्रीय शिक्षा नीति की एकरूपता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एन ई पी के परिपेक्ष्य में विश्वविद्यालय और संभाग स्तर पर कार्यशाला करें। युवा उत्सव जैसे बड़े कार्यक्रम कर युवाओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति की बारीकियों से रू-ब-रू कराएँ। डॉ. यादव ने विदेशी छात्रों के आधार पाठ्यक्रम में आ रही कठिनाई के निराकरण के लिए समिति गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आधार पाठयक्रम में जो छात्र 20 क्रेडिट से ज्यादा अर्जित किया है परंतु फाउंडेशन में फेल हो गए हैं, वे पूरक परीक्षा दे सकते हैं।   उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय अगले 25 सालों के लिए उच्च शिक्षा के बेहतर भविष्य के लिए कार्य-योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यवसायिक पाठ्यक्रम की पहल से विद्यार्थी अपनी रूचि अनुसार पाठयक्रम का चयन कर, इंटर्नशिप और अप्रेंटशिप के विकल्प को अपना कर अपने कौशल को निखार सकते हैं। आयुक्त उच्च शिक्षा कर्मवीर शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की प्रगति और नवाचार की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्नातक प्रथम वर्ष के 85 विषय एवं द्वितीय वर्ष के 83 विषय के परिणाम आधारित पाठयक्रम पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं। स्नातक तृतीय वर्ष के लिए 82 विषय के केंद्रीय अध्ययन मंडलों द्वारा 60 पढयक्रम निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही 40 प्रमुख विषयों के 1450 से अधिक ई-कंटेंट, ई-शिक्षा एलएमएस पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं। शर्मा ने बताया कि प्रदेश की शिक्षण संस्थानों द्वारा 12 अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ एमओयू किए गए हैं। इसमें प्रमुख संस्थानों के साथ ऑनलाइन व्याख्यान, सेमिनार, वर्कशॉप आदि से 157 शिक्षक और 258 विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा शैलेन्द्र सिंह और विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं कुल सचिव उपस्थित थे।  

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Kolar News 22 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में निवेशकों को सुविधाएँ देने की नीति देश में सबसे बेहतर है। प्रदेश में निवेशकों को पूरा सहयोग दिया जाएगा। निवेश बढ़ने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश और आत्म-निर्भर भारत का निर्माण हो सकेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात आज निवास पर उद्योगपतियों से भेंट के दौरान कही। उन्होंने निवेशकों को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। भेंट के दौरान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा के दौरान मेसर्स एचईजी लिमिटेड मण्डीदीप के प्रमोटर श्री रिजु झुनझुनवाला ने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में काम करने का सबसे अच्छा माहौल है। उनकी कंपनी की इकाई ग्रेफाईट एनोड के विनिर्माण के लिए प्रदेश में 1800 करोड़ रूपए का नवीन निवेश करेगी। ग्राम सिरसौदा, तहसील सोनकच्छ, जिला देवास में इस परियोजना के प्रथम चरण में 800 करोड़ तथा द्वितीय चरण में एक हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 20 हजार मीट्रिक टन होगी। एक जनवरी 2025 तक प्रथम चरण का उत्पादन शुरू होगा और एक जनवरी 2028 तक परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा। इसमें लगभग 400 लोगों को रोजगार मिलेगा।   मेसर्स एलम सोलर, नई दिल्ली के सीईओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि कम्पनी दो चरणों में 1500 मिलियन यूएस डालर का निवेश करेगी। लगभग 500 एकड़ में स्थापित प्लांट में 400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा और 15 हजार से 20 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। मेसर्स रमणीक पॉवर एण्ड एलॉयज प्रा. लि. बालाघाट के डायरेक्टर निश्‍चल त्रिवेदी ने बताया कि कम्पनी द्वारा ग्राम सरंडी, तहसील वारासिवनी, जिला बालाघाट में 168 करोड़ रूपए का निवेश प्रस्तावित है। इससे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें सिलिको एलॉयज का उत्पादन होगा। मेसर्स बुरहानपुर टेक्सटाईल्स लिमिटेड के मेनटोर श्री ओमप्रकाश मित्तल ने बताया कि उनकी कम्पनी द्वारा ग्राम फतेपुर, जिला बुरहानपुर में यार्न, ट्वीस्टेड यार्न, ग्रे-फेब्रिक, आरएफडी फेब्रिक, साड़ी धोती/जॉब वर्क, पैलेट्स उत्पादन पर 297 करोड़ 86 लाख रूपये के निवेश का प्रस्ताव है। इससे 1100 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।  

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Kolar News 22 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अनुसूचित जनजाति और आमजन में सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ायें। उन्होंने जनजाति के लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक होने और समाज के अन्य वर्गों के युवाओं से जनजातीय वर्ग को इस बीमारी से निजात दिलाने के लिये आवश्यक जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया। राज्यपाल पटेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा संचालित लोक-कल्याणकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ पात्र व्यक्तियों को दिलाया जाना सुनिश्चित करें। गरीबों को शासन की योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से दिलायें। किसी भी स्थिति में गरीबों का शोषण नहीं होना चाहिये। राज्यपाल पटेल सोमवार को नरसिंहपुर सर्किट हाऊस में अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे।   राज्यपाल पटेल ने कहा कि सिकल सेल बीमारी से निजात पाने के लिये जरूरी है कि विवाह के पहले युवक-युवती अपने खून की जाँच करायें, यदि दोनों में बीमारी के लक्षण पाये जाते हैं, तो वे विवाह नहीं करें। इससे संतान में इस आनुवांशिक बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है। सभी प्रकार के नशे से दूर रहें। बच्चों को शिक्षा से बेहतर भविष्य बनाने में अपना योगदान दें। सिकिल सेल की जाँच करने वाली एजेंसी की सतत निगरानी की जाये। इस कार्य में आशा कार्यकर्ता को भी जोड़ा जाये। राज्यपाल पटेल ने पेसा एक्ट का लाभ दिलाने पर जोर देते हुए कहा कि इसमें महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो। उन्होंने भारिया जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति में शामिल करने पर चर्चा की। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ गरीबों को मिलना सुनिश्चित होना चाहिये। उन्होंने स्वसहायता समूहों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। राज्यपाल ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जनजाति कार्य, कानून-व्यवस्था, वन विभाग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की गतिविधियों संबंधी अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना, पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव और संबंधित अधिकारी मौजूद थे। राज्यपाल पटेल को जिला प्रशासन ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।  

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Kolar News 22 November 2022

मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघों का बर्चस्व हैं। और जब पर्यटकों को बाघिन कुनबे के साथ दीदार करा दे तो जंगल सफ़ारी का मजा दोगुना हो जाता हैं। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से बाघिन और उसके दो शावक के आये दिन रोमांचित वीडियो सामने आते है। शनिवार को भी पर्यटक जंगल सफारी करने पहुंचे तो बाघिन और उसके दो शावकों ने पर्यटकों का रास्ता रोक लिया। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में शनिवार को बाघिन और उसका परिवार पर्यटकों की जिप्सी के आगे रस्ते में आराम फरमाता नजर आया। इस नज़ारे को देख कर पर्यटक काफी रोमांचित नजर आये। सभी पर्यटकों ने इस दृश्य का वीडियो कैमरे में कैद कर लिया। उसी वक्त एक शावक टहलता हुआ पर्यटकों के पास पहुँच गया। जिसे देख पर्यटक घबरा गए। यह वीडियो एसटीआर प्रबंधन ने सोशल मिडिया पर शेयर किया है। इन दिनों बाघिन और उसके दो व्यस्क शावक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए। उनके साथ प्रशिक्षित वाहन चालक और गाइड को भेजा जाता है। 

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Kolar News 21 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि डिप्रेशन के बारे में जन-जागरूकता के प्रयास महत्वपूर्ण हैं। इस समस्या से युवाओं को बचाना बहुत आवश्यक है। प्रयास यह होना चाहिए कि डिप्रेशन की समस्या हो ही नहीं पाए। दौड़ के आयोजन और अन्य जागरूकता गतिविधियों से लोगों को डिप्रेशन से बचाने के कार्य से जुड़ी संस्था हिमालय नाइट के प्रयास अनुकरणीय हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि युवाओं द्वारा डिप्रेशन के विरूद्ध विश्व की सबसे लम्बी रिले दौड़ का प्रयास सराहनीय है। करीब 8 हजार किलोमीटर की दौड़ में 30 धावक शामिल हैं। चंडीगढ़ से 10 नवम्बर को रवाना यह दौड़ 19 नवम्बर को महाकाल लोक की परिक्रमा भी कर आई है। प्रतिदिन 250 किलोमीटर की दूरी तय की जा रही है। यह दौड़ 24 घंटे चलती है। कुल 36 दिन तक दौड़ निरंतर चलेगी। इस दौड़ के मार्ग में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और अन्य प्रांत शामिल हैं। रिले दौड़ नई दिल्ली में समाप्त होगी। आज भोपाल पहुँचे धावक दल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ स्मार्ट उद्यान में भी पौध-रोपण में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने संदीप आर्य, धावक दल के एक दिव्यांग सदस्य सहित चार बेटियों से चर्चा भी की। पौध-रोपण के दौरान धावक दल के सदस्यों ने डिप्रेशन के विरुद्ध प्रारंभ अभियान की जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान ने डिप्रेशन के विरूद्ध किए जा रहे प्रयासों के लिए दल के सभी सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री चौहान ने आज गुलमोहर और आंवला के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री  चौहान के साथ समाजसेवी प्रद्युम्न शास्त्री ने अपने जन्म-दिवस पर पौधा लगाया। पार्षद सुरेन्द्र वाडिका एवं सर्वश्री तीर्थ राज मिश्रा, योगेश सक्सेना और अशोक पटेल भी शामिल हुए।   

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Kolar News 21 November 2022

लोक निर्माण मंत्री  गोपाल भार्गव ने 162 करोड़ 66 लाख रूपये से बनने वाली आपचंद मध्यम सिंचाई परियोजना का सागर जिले के रहली में भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा है कि इस परियोजना से लगभग एक दर्जन गाँव के किसानों को सिंचाई के लिये जल मिलेगा। परीयोजना से किसानों को पानी की कोई कमी नहीं आयेगी और रहली क्षेत्र के किसानों की आय दोगुनी हो जायेगी। मंत्री भार्गव ने कहा कि वर्तमान में कई देशों में पानी की कमी है। हमारे देश में कई ऐसे राज्य एवं जिले हैं, जहाँ पानी की कमी होने से पानी की बचत की जाती है। प्रकृति ने हमें इस क्षेत्र में सुनार, गधेरी और कोपरा नदियाँ दी हैं। बांध बनने के बाद आस-पास के नलकूप, बोरवेल और कुओं का जल-स्तर बढ़ेगा। मंत्री भार्गव ने कहा कि शाहपुर के पास साजली नदी पर पेयजल के लिए डैम बना है। पेयजल के लिए क्षेत्र के 108 गाँव में पाइप लाइन बिछाई जा रही है। यहाँ घरों में टोंटी से जल आएगा। जल, जंगल और जमीन पर सभी का हक है। नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन रेखा है। नर्मदा नदी से सिंचाई और पीने के लिए जल मिलता है।      मंत्री भार्गव ने कहा कि सिंचाई परियोजना से 12 हजार एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पाइप लाइन से पानी दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की जमीन परियोजना से डूब में आयेगी, उन्हें प्रति हेक्टेयर 8 लाख रूपये मुआवजा राशि दी जायेगी और घर बनाने के लिए पाँच लाख रूपये के साथ प्लाट भी नि:शुल्क दिया जायेगा। प्रभावित किसानों को प्रति माह 3 हजार रूपये जीवन निर्वाह भत्ता दिया जायेगा। प्रभावित पशु मालिकों, छोटे व्यापारियों को शेड निर्माण के लिए 25 हजार रूपये और पुनर्स्थापना के लिए 50 हजार रूपये दिए जाएंगे। पक्की सड़क, शौचालय, आँगनवाड़ी भवन बनाए जायेंगे। सिंचाई परियोजना से चनौआ खुर्द, बडखेरा गौतम, भौदहार, बसारी, बेलई, भटोली, कदला, कुमेरिया, वगरोन, चंदौला, मुर्गा दरारिया, ऊमरा, चौका, चंद्रपुरा, बोरई, रतनारी, पहरेह, खनपुरा आदि ग्रामों के किसानों की खेती सिंचित हो जायेगी। मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि नर्मदा नदी पर बने बाँधों से  बिजली बनाई जा रही है। रहली क्षेत्र की सुनार, गधेरी, कोपरा नदी पर डैम बनाए जा रहे हैं। कोपरा नदी का डैम बनने से इसका पानी दमोह, पथरिया विधानसभा तक जाएगा। 

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Kolar News 21 November 2022

महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान, मध्यप्रदेश के चेयरमेन भरत बैरागी ने कहा है कि कॉउंसिल ऑफ बोर्डस ऑफ एज्यूकेशन (कोबसे) की तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस में हुई चर्चाओं का निश्चित ही शिक्षा जगत को लाभ होगा। साथ ही शिक्षा की दृष्टि से भारत में बदलाव आयेगा। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों में एक योग्यता होती है और हम उस योग्यता को कहाँ जोड़ पा रहे हैं, हम उनको क्या शिक्षा दे रहे हैं, यह देखना बहुत जरूरी है। बच्चों की रूचि के अनुसार ही शिक्षा देना चाहिए और उसके अनुरूप ही शिक्षा नीति होना चाहिए। बच्चों के पास अपनी विधा हो, एक कौशल हो, यह सब शिक्षा से ही आयेगा। नई शिक्षा में आमूलचूल बदलाव कर हम बच्चे को एक योग्य नागरिक बनाये, जिससे भारत में एक समरसता का भाव होगा और वह समाज को पोषक करेगा।  बैरागी ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में आये भारत वर्ष के 32 राज्यों के अधिकारियों द्वारा शिक्षा नीति पर की किये गये मंथन से निकला अमृत स्कूल शिक्षा बोर्ड की प्रक्रिया सुधारने का काम करेगा। भरत कॉन्फ्रेन्स के समापन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। कॉन्फ्रेंस में फोटो पत्रिका का विमोचन भी किया गया। कॉन्फ्रेंस की चर्चा और निर्णयों को शीघ्र मूर्तरूप दिया जायेगा। कोबसे की प्रेसीडेन्ट एवं नागालेण्ड एज्यूकेशन बोर्ड की चेयरमेन असानो सिकोसे ने कहा कि 51वीं वार्षिक कॉन्फ्रेन्स में जो चर्चा और निर्णय हुए हैं, उनको शीघ्र ही मूर्तरूप दिया जायेगा। महासचिव एम. सी. शर्मा ने कहा कि शिक्षा नीति पर हुई ऑनलाइन और ऑफलाइन चर्चा के निष्कर्ष को शीघ्र ही सभी ओपन बोर्ड को अपने राज्यों में आगामी कार्यवाही के लिए भेजा जायेगा।

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Kolar News 20 November 2022

जन-सामान्य को जोड़ कर स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। प्रदेश में  संजीवनी क्लीनिक मॉडल का नवाचार इसका प्रमाण है। स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की चुनौतियों को समुदाय के साथ साझा करते हुए, समुदाय के लोगों को दायित्वों के निर्वहन में भागीदार बना कर स्वास्थ्य कार्यक्रमों का  अधिक  परिणाममूलक  क्रियान्वन सुनिश्चित किया जा सकता है।  शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम की चुनौतियों एवं नवाचार पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और  विश फाउंडेशन द्वारा शनिवार को हुई।  राष्ट्रीय संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने यह  विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में केन्द्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली राज्य की स्वास्थ्य संस्थाओं के अधिकारी, चिकित्सा विशेषज्ञ तथा विश फाउंडेशन के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। संगोष्ठी में भोपाल, इन्दौर और जबलपुर में संचालित शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। साथ ही संजीवनी क्लीनिक पर नॉलेज मैनेजमेंट डाक्यूमेंट का विमोचन भी किया गया।  केन्द्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम की अतिरिक्त आयुक्त डॉक्टर ज्योति रावत, प्रदेश के संचालक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. पंकज जैन, संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. के.के. रावत और विश फाउंडेशन के सीनियर  डायरेक्टर डॉ. राजेश खन्ना ने भी संबोधित किया।

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Kolar News 20 November 2022

संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि पुरातत्व को आकर्षक, रोचक और आसान भाषा में भावी पीढ़ी तक पहुँचाएँ। मंत्री ठाकुर राज्य संग्रहालय में विश्व धरोहर सप्ताह अंतर्गत गतिविधियों के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रही थी। मंत्री ठाकुर ने कहा कि पुरातत्व हमारी पहचान है। इसके तथ्यों को वैज्ञानिक आधार पर प्रस्तुत करें। भावी पीढ़ी में हमारी संस्कृति और धरोहर के प्रति गौरव का भाव विकसित करें। 21वीं सदी का जगतगुरू भारत का निर्माण तभी हो सकता है जब हम विश्वास करें कि हम कालजयी विश्वविजयी संस्कृति के संवाहक हैं। प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पुरातत्व और इतिहास को जन-जन का विषय बनाएँ। हमारे वैभवशाली इतिहास को भावी पीढ़ी तक पहुँचाना विभाग के साथ समाज का भी कर्त्तव्य है। हम सभी को भावी पीढ़ी में अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति गर्व और प्रेम की भावना का विकास करना चाहिए। संस्कृति विभाग द्वारा निरंतर इस प्रकार के कार्यक्रम किए जाएंगे।   मंत्री ठाकुर ने राज्य संग्रहालय में विश्व धरोहर सप्ताह में मृणमयी प्रतिमाओं की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। यह प्रदर्शनी डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर पुरातत्व शोध संस्थान के सहयोग से लगाई गई है। मंत्री ठाकुर ने पुरातत्व संचालनालय द्वारा प्रकाशित पुस्तक "छतरपुर जिले का पुरातत्व" का विमोचन भी किया। मंत्री  ठाकुर ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हुई फोटोग्राफी के विजेताओं को पुरूस्कृत किया। पुणे के अनूप गंधे को बिठोजी होलकर की छत्री के छायाचित्र के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपये, ग्वालियर के राजेश लाड को मोहम्मद गौस का मकबरा ग्वालियर के छायाचित्र के लिए द्वितीय पुरस्कार के रूप में 50 हजार रूपये और इंदौर के सुधांशु तिवारी को जल महल मांडू के छायाचित्र के लिए तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रूपये एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। साथ ही वाराणसी के सतीश वर्मा, इंदौर के श्री आकर्ष आर्य और कोलकाता के प्रणब बासक को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 10 हजार रूपए और प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। राज्य संग्रहालय के कार्यक्रम में डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर पुरातत्व शोध संस्थान भोपाल के निदेशक श्री प्रकाश परांजपे, जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रो. एस.के. द्विवेदी, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण दिल्ली के सेवानिवृत्त अधीक्षण डॉ. मेनुअल जोसेफ और अश्विनी शोध संस्थान उज्जैन के निदेशक डॉ. आर.सी. ठाकुर ने पुरातत्व के वैज्ञानिक पहलुओं और उनके महत्व पर व्याख्यान दिया। विभागीय अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में पुरातत्व और इतिहास प्रेमी उपस्थित रहे।  

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Kolar News 20 November 2022

लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने सागर जिले के गढ़ाकोटा नगर पंचायत क्षेत्र में 2 करोड़ 61 लाख रूपये लागत से शैक्षणिक संस्थाओं में भवन और अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण किया। मंत्री भार्गव ने कहा है कि शासकीय कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल गढ़ाकोटा क्षेत्र की पुरानी शैक्षणिक संस्था है। काफी समय से छात्राओं की बढ़ती संख्या के कारण अतिरिक्त कक्ष और विज्ञान संकाय में प्रयोगशाला की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। आज स्कूल में 73 लाख 87 हजार रूपये की लागत से निर्मित 3 अतिरिक्त कक्ष और 3 प्रयोगशाला कक्ष का लोकार्पण हुआ है। इसी कड़ी में लोक निर्माण मंत्री  भार्गव ने शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल साबूलाल में एक करोड़ 88 लाख रूपये की लागत से बनाये गये दो मंजिला भवन का भी लोकार्पण किया।

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Kolar News 19 November 2022

प्रगति मैदान नई दिल्ली में चल रहे 41वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में आज मध्यप्रदेश दिवस समारोह का सांस्कृतिक भव्यता के साथ आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष लघु उद्योग निगम  इमरती देवी, सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम पी. नरहरि, महाप्रबंधक लघु उद्योग निगम रोहित सिंह और आवासीय आयुक्त पंकज राग द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। विशेष आयुक्त अनुग्रह पी. सहित मध्यप्रदेश शासन के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। इमरती देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लघु उद्योग निगम ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने में हरसंभव सहायता दे रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला जैसे मंच से मध्यप्रदेश की गरीब महिलाओं को विदेशों में अपनी कला और कौशल का प्रचार-प्रसार करने के अच्छे अवसर मिलेंगे।    सचिव नरहरि ने बताया कि आजादी की 75वीं वर्षगाँठ पर आयोजित इस व्यापार मेले में मध्यप्रदेश मण्डप का निर्माण ’’वोकल फार लोकल और लोकल टू ग्लोबल’’ थीम पर किया गया है। मण्डप इन्दौर में निकट भविष्य में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लेने के लिए आगन्तुकों को निमंत्रित करता है। यह मण्डप आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश रोड मैप सहित प्रदेश की नीतियों, उपलब्धियों, सांस्कृतिक धरोहर, कला और संस्कृति का अवलोकन करने का मौका प्रदान करता है।  छतरपुर की माटी शिल्प और भोपाल की जरी-जरदोजी कला का सजीव प्रदर्शन भी मण्डप में किया जा रहा है। मध्यप्रदेश दिवस समारोह में प्रदेश की समृद्ध संगीत और नृत्य विरासत का प्रदर्शन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भेरू सिंह चौहान और समूह ने मालवा क्षेत्र के कबीर लोक गायन और संजय महाजन और समूह ने निमाड़ क्षेत्र के गणगौर लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। समारोह में शासकीय और निजी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी वितरित किये गये। मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड को पहला पुरस्कार और मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन को दूसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ।   

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Kolar News 19 November 2022

राज्य शासन द्वारा स्वामित्व योजना में 8990 गाँवों के 9 लाख 37 हजार अधिकार-पत्र नागरिकों को सौंपे गए हैं। यह जानकारी राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने शुक्रवार को मंत्रालय में राजस्व विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक में दी। राजस्व और परिवहन मंत्री ने कहा कि मैं स्वयं गाँवों में योजनाओं का फीड बेक लूँगा। स्वामित्व योजना में कागजों में जिन कार्यों का उल्लेख किया जा रहा है, उनमें से किसी ऐसे ग्राम में जहाँ अधिकार अभिलेख पूर्ण हो चुका है, वहाँ मैं स्वयं संपूर्ण कार्य का भौतिक सत्यापन करूँगा। प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी, सचिव संजय गोयल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। राजस्व मंत्री ने कहा कि 50 हजार ग्रामों में आबादी सर्वेक्षण का कार्य अगस्त 2023 तक पूरा कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इसके लिए उन्होंने कार्य की गति बढाने के निर्देश दिये।      मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना के संदर्भ में महाकौशल, मालवा, बुन्देलखंड, बघेलखंड, पूर्वी मध्यप्रदेश, पश्चिमी मध्यप्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश में कार्यक्रम कर माह दिसम्बर एवं जनवरी में 10-15 जिलों के लोगों को सम्मिलित किया जाए। मंत्री राजपूत ने कहा कि अब कोरोना खत्म हो गया है, इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य मंत्रीगण क्षेत्र में शिविर कर आर्थिक सहायता वितरित करेंगे।राजस्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अति महत्वपूर्ण एवं लोक कल्याणकारी योजना नगरीय भू-अधिकार योजना का अधिक से अधिक प्रचार किया जाये, जिससे पात्र लोग योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि शिविर लगा कर प्राप्त आवेदनों का निराकरण जल्द से जल्द किया जाये।  राजपूत ने रेवेन्यू केस मैनेजमेंट सिस्टम (आर.सी.एम.एस.) के क्रियान्वयन को भी गति देने के निर्देश दिये। मंत्री राजपूत ने कहा किसानों के हितों से जुड़े इस मामले पर कि जिलेवार जानकारी तैयार करें और जिन जिलों ने निर्धारित समय-सीमा में कार्य नहीं किया है, उन्हें कारण बताओ सूचना-पत्र जारी करें।

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Kolar News 19 November 2022

राष्ट्र निर्माण में छात्रों की भूमिका महत्वपूर्ण है। भविष्य की नींव के मजबूत आधार हैं विद्यार्थी। विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ में "क्या जनसंख्या नियंत्रण कानून राष्ट्र-हित में है'' विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरित करते हुए यह बात कही। संचालक, संसदीय विद्यापीठ डॉ. प्रतिमा यादव ने विद्यापीठ की गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वाद-विवाद प्रतियोगिता में 21 विद्यालयों के 42 विद्यार्थियों ने अपने विचार रखे। पक्ष एवं विपक्ष में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के अतिरिक्त एक-एक प्रतिभागी को प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिया गया। पक्ष एवं विपक्ष के विजेताओं को पृथक-पृथक 10 हजार रूपये का प्रथम पुरस्कार, 7 हजार 500 रूपये का द्वितीय पुरस्कार, 5 हजार रूपये के तृतीय पुरस्कार और 2 हजार 500 रूपये के प्रोत्साहन पुरस्कार दिये गये।  

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Kolar News 18 November 2022

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन से शिक्षा का स्वरूप बदल रहा है। नवाचार और पद्धतियों के अनुप्रयोग से एक-दूसरे राज्यों को समझने का अवसर मिलता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 नए संदेश को समाहित कर शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के साथ स्वाभिमान और आत्म-गौरव के भाव को पुनर्स्थापित करने का अवसर दे रही है। राज्य मंत्री परमार ने कहा कि देश के सभी शिक्षा बोर्ड समन्वय के साथ विद्यार्थी के समग्र मूल्यांकन पर विचार करें। शिक्षा बोर्ड के नवाचारों से एक-दूसरे राज्यों को लाभ मिलेगा। राष्ट्र को सकारात्मक दृष्टि से अग्रसर करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भारतीय भाषाओं को महत्व दिया गया है। परमार ने कहा कि भाषाएँ जोड़ने का काम करती हैं। एक दूसरे से संवाद करने एवं आत्मीयता से जुड़ने के भाव को जाग्रत करने में भाषा की अहम भूमिका है। मध्यप्रदेश भी अन्य राज्यों की क्षेत्रीय भाषाओं जैसे कन्नड़, तमिल, तेलगु आदि को शिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल करने की ओर कार्य कर रहा है।   राज्य मंत्री परमार ने कहा कि सीएम राइज स्कूल योजना से मध्यप्रदेश में नई शिक्षा क्रांति का सूत्रपात होगा। इस सत्र में 370 सीएम राइज विद्यालय प्रारंभ हो चुके हैं और 9200 सर्वसुविधायुक्त सीएम राइज विद्यालय प्रदेश में खोले जायेंगे। विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता से आगे बढ़ रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में विद्यार्थी के समग्र मूल्यांकन की दृष्टि से 5वीं एवं 8वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षा लेने का निर्णय किया गया है। राज्य मंत्री परमार ने आज भोपाल में मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड एवं महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान द्वारा 17 से 19 नवम्बर तक आयोजित "काउंसिल ऑफ बोर्डस ऑफ स्कूल एजुकेशन" की 3 दिवसीय 51वीं वार्षिक कॉन्फ्रेन्स का शुभारंभ किया। उन्होंने काउंसिल आफ वोर्ड की पत्रिका "सहोदय" के विशेष संस्करण का विमोचन भी किया। पतंजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष भरत बैरागी ने कहा कि राज्य सरकार सीएम राइज विद्यालय जैसे नवाचारों से शिक्षा व्यवस्था में आदर्श स्थापित कर रही है। संस्कृत भाषा के प्रति जन-मानस की धारणा परिवर्तित हो रही है। उन्होंने कहा की कोई भी भाषा कमतर नहीं है, लेकिन संस्कृत भाषा से अन्य भारतीय भाषाओं का प्रादुर्भाव हुआ है।   प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी ने विभिन्न राज्यों से आए शिक्षा बोर्ड के प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि कांफ्रेंस एक-दूसरे से सीखने और अनुभव साझा करने के लिए बेहतर अवसर है। हर राज्य में शिक्षा क्षेत्र में समान चुनौतियाँ होती हैं और उनके समाधान भी समान ही होते हैं। तीन दिवसीय कांफ्रेंस में होने वाली चर्चा से हम निर्धारित कर सकेंगे कि बच्चों को कैसे बेहतर शिक्षा देकर उनका बेहतर मूल्यांकन कर सकें। कांफ्रेंस में नेपाल, यूएसए, मॉरिशस आदि देशों सहित भारत के विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड के लगभग 70 प्रतिनिधि सम्मिलित हो रहे हैं। कॉन्फ्रेन्स में ऑनलाइन एजुकेशन और कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेन्स टेस्ट के आयोजन के विषयों सहित नवीन शिक्षा नीति के प्रकाश में विभिन्न अकादमिक विषयों पर चर्चा की जायेगी। सी.ओ.बी.एस.ई. एवं नागालैंड बोर्ड की अध्यक्ष असानो सेहासो, महासचिव एम.सी. शर्मा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी एवं आयुक्त लोक शिक्षण अभय वर्मा, निदेशक मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रभात राज तिवारी सहित अधिकारी एवं विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।  

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Kolar News 18 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भावी पीढ़ी को देश और समाज के लिए कार्य करने की प्रेरणा देने वाले साहित्य का प्रसार किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय गौरव, आजादी के संघर्ष, अमर वीर-वीरांगनाओं और पर्यावरण चेतना के प्रति सजग बनाने वाले साहित्य का पुस्तकालयों में संकलन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ ही साहित्य, कला और पर्यावरण आदि विभिन्न विषय पर पुस्तकों की उपलब्धता पुस्तकालयों में होनी चाहिए। राज्यपाल पटेल आज कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित टैगोर अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव 2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल पटेल ने कहा कि कलात्मकता की शक्ति अद्भुत होती है। दिल, दिमाग और आत्म-शक्ति के समन्वय से ही रचना का सृजन होता है। इसके लिए किसी साधन-संसाधन की आवश्यकता नहीं होती है। उन्होंने डिण्डोरी जिले की यात्रा के प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि वहाँ दोनों हाथों से वंचित बालिका पैरों से अद्भुत चित्र का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि कलात्मक प्रतिभा और शक्ति व्यक्तित्व को विशिष्ट स्वरूप देती है। सांस्कृतिक आयोजनों से पारंपरिक कलाओं को निरंतरता, मजबूती मिलती और नई पीढ़ी अपनी गौरवशाली सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित होती है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि भारत की भाषाई, भौगोलिक विविधताओं ने सृजन के उदार मिश्रण के रूप में बेहतरीन साहित्य का निर्माण किया है, जिसकी बानगी, अनूठी और अप्रतिम विविधता है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय में मौखिक परम्पराओं में लोक कला, संस्कृति, जड़ी-बूटी, पारम्परिक उपचार और पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली के ज्ञान का अपार भण्डार सुरक्षित है। शिक्षण संस्थाओं, समाज के रचनाकारों और साहित्यकारों का भी दायित्व है कि वे आने वाली पीढ़ी को अपनी कला और संस्कृति की धरोहर से परिचित कराये। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विश्वरंग की पहल डिजिटल क्रांति के दौर में भी सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए साहित्य, शिक्षा, संस्कृति और भाषा के सृजनकारों के बीच वैश्विक विमर्श का शुभारम्भ करेगी।   राज्यपाल  पटेल ने हिन्दी के डॉ. नंद किशोर आचार्य, गुजराती के श्री जयंत परमार, मराठी के श्री शरण कुमार लिम्बाले, मलयालम के ए.अनविंदाक्षन, उड़िया की प्रतिभा राय, अंग्रेजी की  सुकृता पॉल, संस्कृत के डॉ. राधावल्लभ त्रिपाठी को विश्वरंग अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया। राज्यपाल पटेल को राजभवन की अधिकारी शिल्पी दिवाकर द्वारा उनकी रचना "प्रेम सेतु की गिलहरी" की प्रथम प्रति भेंट की गयी। विश्वरंग के अवसर पर प्रकाशित विश्व रंग फोल्डर, विश्व में हिन्दी रिपोर्ट, विश्वरंग स्पीकर प्रोफाइल बुकलेट, विश्वरंग पुस्तक यात्रा रिपोर्ट और बाल कविता कोश भेंट किये गए। रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने स्वागत उद्बोधन में विश्व रंग के आयोजन के संबंध में प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हिन्दी और भारतीय भाषाओं में परस्पर रिश्ता कायम करने की पहल विश्वरंग का आयोजन है। उन्होंने विश्वरंग के दौरान की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि दुनिया में समस्त विज्ञान का स्रोत भारत का प्राचीन विज्ञान है। जिसका अलग-अलग रूपों में आज विकास हो रहा है। विश्वरंग के सह-निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने आयोजन की रूपरेखा की जानकारी दी। सह-निदेशक डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी ने चिल्ड्रन लिटरेचर फेस्टिवल कार्यक्रम के बारे में बताया। राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राज्यपाल पटेल का कुलाधिपति संतोष चौबे ने शॉल और गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर की प्रतिकृति स्मृति-चिन्ह के रूप में भेंट कर सम्मान किया।  

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Kolar News 18 November 2022

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने सभी सीएमएचओ और सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं कि सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि सभी कायाकल्प अभियान में प्रदेश की समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं की अधो-संरचना को बेहतर और सुदृढ़ किया जाना सुनिश्चित किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी बुधवार को मंत्रालय में संपूर्ण कायाकल्प अभियान में जिलों में किये जा रहे कार्यों की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। एसीएस स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को सामान्य एवं विशेष मरम्मत मद में राशि दी गई है। सामान्य मरम्मत में जन-भागीदारी और जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की गई है। इसमें 1625 संस्थाओं द्वारा रंगाई-पुताई, मायनर रिपेयरिंग, प्लंबिंग कार्य, इलेक्ट्रिसिटी वायरिंग जैसे कार्य कराये गए हैं। विशेष मरम्मत में 1120 संस्थाओं में निविदा के माध्यम से वृहद मरम्मत कार्य जैसे छतों की वाटर प्रूफिंग, सीवेज मरम्मत, फ्लोरिंग, इलेक्ट्रिसिटी मेंटेनेंस, बाउंड्री वाल रिपेयर इत्यादि कार्य कराये गए।

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Kolar News 17 November 2022

राज्य-स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में कानून प्रवर्तन एजेन्सियों को सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये दोषियों को चिन्हांकित कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं। गत दिवस बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिवहन आयुक्त  एस.के. झा ने निर्देशित किया कि मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन किये जाने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने में कोई कोताही न बरतें। पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में आयोजित समिति की बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीटीआरआई जी. जनार्दन ने सड़क निर्माण एजेन्सियों को अपने दायित्वों का निर्वहन भलीभाँति करने की नसीहत दी।   दुर्घटनाओं को रोकने के लिये विभिन्न सड़क निर्माण एजेन्सी, परिवहन और पुलिस को समन्वयपूर्वक कार्य करने की हिदायत दी गई। परिवहन आयुक्त झा ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिये जरूरी है कि मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों का सख्ती से पालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। इसमें परिवहन विभाग और पुलिस समन्वयपूर्वक कार्य कर जिम्मेदारी से अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करें, जिससे आमजन की जानमाल की सुरक्षा हो सकें। उन्होंने कहा कि ओवर लोडेड और तेज गति से वाहन संचालन पर कड़ी कार्रवाई करें। मादक पदार्थों का सेवन और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के साथ बिल्कुल भी रियायत नहीं बरती जाये। बिना हेलमेट और बिना सीट बेल्ट के वाहन संचालन करने वालों को नियमानुसार दण्ड के साथ ही चेतावनी और समझाईश भी दी जाये। सभी विभागों के नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि राज्य स्तर से मातहत कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने संबंधी निर्देश जारी करें।   एडीजी जर्नादन ने सड़क निर्माण एजेन्सियों को मार्ग संकेतक लगाने, यदि खराब हैं तो उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सड़कों पर आवश्यकतानुसार रम्बल स्ट्रीप बनाया जाना सुनिश्चित करें। जिन स्थानों पर मार्किंग खराब हो गई उसे तत्काल दुरूस्त किया जाये। जनार्दन ने कहा कि मार्ग संकेतकों की सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बैठक में स्कूली पाठयक्रम में सड़क सुरक्षा संबंधी पाठय सामग्री को शामिल करने के साथ ही उच्च शिक्षा में वाहन संचालन के लिये प्रशिक्षण के प्रबंध करने के निर्देश भी दिये गये। सभी नोडल अधिकारियों को पाबंद किया गया कि बैठक में दिये गये निर्देशों का पालन कठोरता से सुनिश्चित करायें। अनुपालन में आने वाली दिक्कतों से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करायें ताकि उनका समाधान किया जाकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये पुख्ता प्रबंध किये जा सके।

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Kolar News 17 November 2022

सचिव राज्य निर्वाचन आयोग राकेश सिंह ने गुरूवार को निर्वाचन के लिए बाकी नगरीय निकायों एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन तैयारियों की वीडियो कॉफ्रेंसिंग से समीक्षा की। सिंह ने कहा कि सभी तैयारियाँ समय-सीमा में सुनिश्चित करें। सिंह ने बताया कि 5 जिलों के 19 नगरीय निकायों में आम निर्वाचन होना है। उन्होंने निकायवार निर्वाचन तैयारियों की समीक्षा की। सिंह ने कहा कि शेष पंचायतों में आम एवं उप निर्वाचन की पूरी जानकारी तुरंत भेजें। बैठक में जिलों से उप जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचन अधीक्षक और नोडल अधिकारी आई.टी. शामिल हुए। बैठक में निर्वाचन सामग्रियों की उपलब्धता और बजट आवंटन के संबंध में भी चर्चा की गयी। इस दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव राजकुमार खत्री, नवीत धुर्वे, सुतेश शाक्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 17 November 2022

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि मध्यप्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के अनेक आयाम प्राप्त किये हैं। मध्यप्रदेश की विकास यात्रा तेज गति से आगे बढ़ेगी और सभी वर्गों तक विकास पहुँचेगा। मध्यप्रदेश का अनेक क्षेत्रों में अमूल्य योगदान है। खाद्यान उत्पादन में मध्यप्रदेश आगे है। कृषि क्षेत्र में उत्पादन सहित अन्य कार्यों में चार वर्ष में मध्यप्रदेश ने महत्वपूर्ण वृद्धि और प्रगति प्राप्त की है। इसके लिए मध्यप्रदेश बधाई का पात्र है। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने स्वच्छतम राज्य और इन्दौर नगर ने छठवीं बार स्वच्छतम शहर का पुरस्कार प्राप्त किया है। यह सराहनीय है और इन उपलब्धियों के लिए मध्यप्रदेश के नागरिक प्रशंसा के पात्र हैं। देश के अन्य प्रान्तों के लिए भी यह उपलब्धि अनुकरणीय है। राष्ट्रपति मुर्मु आज राजभवन भोपाल में अपने नागरिक सम्मान और दो परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रही थी।   राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि मध्यप्रदेश नर्मदा जल से सिंचित है। प्रदेश को प्रकृति का वरदान प्राप्त है। देश में सबसे बड़ा वन क्षेत्र है। अनेक राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य भी हैं। कूनो में नामीबिया से चीते लाए गए हैं, जो लुप्त हो गए थे। रानी दुर्गावती, झलकारी बाई की गौरव गाथाएँ सुनी जाती हैं। अहिल्या बाई होल्कर ने काशी के मंदिर का उद्धार करवाया। मध्यप्रदेश सरकार ने भोपाल में रानी कमलापति के सम्मान में कदम उठाए हैं। रेलवे स्टेशन का नामकरण भी उनके योगदान को याद करने के लिए किया गया है। मध्यप्रदेश में डॉ. अम्बेडकर, डॉ. शंकरदयाल शर्मा और अटल जी जैसी विभूतियाँ जन्मीं और प्रदेश से आजीवन जुड़ी रहीं। प्रदेश में अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य है। कालिदास, तानसेन, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ के साथ ही अन्य अनेक व्यक्तित्व मध्यप्रदेश की पहचान हैं। उज्जैन में सिंहस्थ होता है। ग्वालियर, मैहर, खजुराहो में उत्सव होते हैं। भेड़ाघाट, शिवपुरी और बेतवा के उत्सव, अमरकंटक और चित्रकूट सहित तीन विश्व धरोहर स्थल यहाँ हैं। भीमबेठका, साँची और खजुराहो को यूनेस्को ने यह दर्जा दिया है। राष्ट्रपति मुर्मु ने मध्यप्रदेश वासियों को उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए सभी प्रदेशवासियों के विकास की कामना की।  

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Kolar News 16 November 2022

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ जनजातीय संग्रहालय का अवलोकन किया। राष्ट्रपति का पद्मश्री भूरी बाई ने जनजातीय संग्रहालय आगमन पर अंग वस्त्रम भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने जनजातीय संग्रहालय स्थित जनजातीय जीवन वीथिका, जनजातीय परिवेश के बच्चों के खेलों पर केन्द्रित वीथिका, लिखन्दरा प्रदर्शनी दीर्घा और चिनहारी संग्रहालय स्टॉल का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि जनजातीय जीवन दीर्घा में प्रदेश में निवासरत गोंड, बैगा, भारिया, सहरिया, भील और कोरकू जनजातीय समुदाय के आवासों की वास्तु, शिल्प, व्यवहार संबंधी विशेषताओं और उनकी जीवनशैली को प्रदर्शित किया गया है। राष्ट्रपतिमुर्मु को मुख्यमंत्री चौहान ने इन वीथिकाओं के संबंध में परिचयात्मक जानकारी दी। राष्ट्रपति ने संग्रहालय के आकल्पन और प्रदर्शन विधा की सराहना की। राष्ट्रपति को जनजातीय संग्रहालय की ओर से भगवान गणेश की धातुशिल्प से निर्मित लघु प्रतिमा, भारिया देवलोक सहित अन्य पुस्तकों का सेट और गोंड पेंटिंग भेंट की गई।  

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Kolar News 16 November 2022

वोटर लिस्ट के संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 के कार्यक्रम अनुसार वोटर लिस्ट का प्रारंभिक प्रकाशन 9 नवम्बरको किया जा चुका है। अब वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने तथा आपत्तियों के आवेदन प्रस्तुत करने का क्रम जारी है। 26 दिसम्बर 2022 तक आवेदन पत्रों का निराकरण होगा तथा 5 जनवरी- 2023 को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन होगा।  निर्वाचक नामावली में नाम जोड़ने की अर्हता तिथि अब वर्ष में चार दिनांकों में अर्हता तिथि रखी गयी है जो उस वर्ष की 01 जनवरी, 01 अप्रेल, 01 जुलाई एवं 01 अक्टूबर होगी। इससे उन निर्वाचकों को जो इन तिथियों में 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें अपना नाम निर्वाचक नामावली (Voter List) में जुड़वाने की पात्रता हो जाती है। आवेदक अब पूर्व से अपना आवेदन जमा कर सकते हैं जो बाद में 18 वर्ष पूर्ण करेंगे। पूर्व में निर्वाचक के पत्नी के रिश्ते का उल्लेख था, अब उसके स्थान पर अब Spouse (पति/पत्नि) का प्रावधान किया गया है। निर्वाचकों के नाम जोड़ने, नाम हटाने, नाम में संशोधन करने एवं एक स्थान से दूसरे स्थान पर नाम का स्थानांतरण करने में जिन फार्मों की आवश्यकता पड़ती थी। उनमें भी संशोधन किया गया है। नवीन मतदाता के लिये प्रारूप - 6. आधार संग्रहण हेतु प्रारूप-6 (ख), किसी निर्वाचक के नाम हटाने अथवा जोड़ने के विरूद्ध प्रारूप-7 एवं एपिक कार्ड बदलने, दिव्यांग जन चिन्हांकित करने, निवास स्थानांतरण तथा एक से अन्य विधानसभा में नाम स्थानांतरण हेतु प्रारूप-8 निर्धारित किया गया है।

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Kolar News 16 November 2022

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जिला अस्पताल शहडोल और अशोकनगर जिला के मुंगावली सिविल अस्पताल में भर्ती मरीजों से वीडियो कॉल से सीधा संवाद किया। उन्होंने मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने अशोकनगर जिले के मुंगावली सिविल अस्पताल में भर्ती मरीज ब्रजलाल, तूफान सिंह और प्रताप सिंह अहिरवार से संवाद किया। उन्होंने मरीजों से अस्पताल में मिलने वाले उपचार, दवा और साफ-सफाई के बारे जानकारी प्राप्त की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने जिला अस्पताल शहडोल में डायलिसिस करवाने आए शकील खान और अमित कुमार गुप्ता से बात की। श्री शकील खान ने बताया कि वे जिला अस्पताल में पिछले तीन वर्ष से डायलिसिस करवा रहे हैं। जिला अस्पताल की सुविधाओं से संतुष्ट हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने शहडोल जिला अस्पताल में भर्ती कृष्णा सिंह और सेम बाई से अस्पताल में मिल रहे उपचार और अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की।  

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Kolar News 15 November 2022

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि फायलेरिया प्रभावित जिलों में मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक सभी लोग के लिए एक बार लेना जरूरी है। इसके लिये आमजन को समझाइस दी जाए। फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में ऐसे जिले जहाँ पर फायलेरिया के केस पूरी तरह से समाप्त नहीं हुए है, उनमें मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक दी जाना है। फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक सभी को लेना है। इससे फायलेरिया को समाप्त किया जा सकता है। यदि प्रभावित क्षेत्र अथवा जिले के कुछ लोग दवा का सेवन नहीं करते है तो इससे पूरा क्षेत्र फायलेरिया बीमारी से पीड़ित बना रहता है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी सोमवार को मंत्रालय में राष्ट्रीय फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि आम लोगों को फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन के लिये दवा खाने की आवश्यकता का एहसास कराना होगा। आमजन को यह समझाइस देना होगी कि फायलेरिया से मुक्ति तभी संभव जब प्रभावित जिले के सभी लोगों द्वारा दवा का एक बार सेवनअवश्य किया जाए। उन्होने कहा कि आमजन को यह जानकारी दी जाए कि फायलेरिया की रोकथाम के लिये दवा खाने से फायलेरिया की बीमारी नहीं होगी और दवा का दुष्प्रभाव नहीं है। फायलेरिया के उन्मूलन के लिये संबंधित जिलों के जनसमुदाय को दवा खाना जरूरी है। इस संदेश को विभिन्न माध्यमों से प्रभावित जिलों में जन-जन तक पहुँचाया जाए।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि देश में 20 राज्य के 133 जिलों में फायलेरिया उन्मूलन प्रगति पर है। प्रदेश में 12 एंडेमिक जिलें है। उन्होंने बताया कि फायलेरिया संक्रमित मच्छर क्यूलेक्स के द्वारा फैलने वाली बीमारी है। फायलेरिया के शुरूआती लक्षण में लगातार बुखार, अंगो में दर्द, हाथ-पैरों आदि में सूजन होने लगती है। यह एक गंभीर बीमारी है। छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकगमढ़, निवाड़ी, सागर, सतना, छिन्दवाड़ा और दमोह जिले फायलेरिया से प्रभावित है। फायलेरिया उन्मूलन की गतिविधियों में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) की गतिविधि 5 वर्ष अथवा उससे अधिक समय तक की जाती है। प्रत्येक वर्ष में एक बार दो वर्ष से अधिक आयु के जनसमुदाय को निर्धारित मात्रा में डी.ई.सी और एल्बेण्डाजोल दवा का सेवन कराया जाता है। एमडीए की गतिविधि को पाँच वर्ष से अधिक समय तक सफलतापूर्वक संचालित करने के बाद नाइट ब्लड सर्वे की गतिविधि की जाती है और इसके आधार पर संबंधित जिले में फायलेरिया के उन्मूलन की कार्यवाही की जाती है।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकमगढ़ और निवाड़ी में एमडीए की गतिविधि की जा रही है। सागर, सतना, छिन्दवाड़ा और दमोह जिले को ट्रांसमिशन असिसमेन्ट सर्वे के लिये शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एमडीए की गतिविधि के सफलतापूर्वक संचालन के लिये संबंधित जिलों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित नगरीय निकायों के पार्षद और ग्राम पंचायत के सरपंच से अभियान में भागीदार बनाने के लिये पहल की जाएँ। उन्होंने कहा कि शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास, जल संसाधन, किसान कल्याण एवं कृषि विकास, नगरीय विकास एवं आवास, जनजातीय कार्य, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के मैदानी अमले को फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में जोड़ने की जरूरत है।

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Kolar News 15 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और जनजातीय वर्ग के हित संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रदेश के लिए 15 नवम्बर ऐतिहासिक और अद्भुत रहेगा। प्रदेश में जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए उल्लेखनीय कार्य हो रहा है। गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भोपाल पधारे थे। मध्यप्रदेश सरकार ने पेसा कानून नियम लागू करने की पहल की है। इसके माध्यम से राजस्व कार्यों के निपटारे,जल संसाधनों के प्रबंधन, वनोपज से जनजातीय वर्ग को अधिक लाभ पहुँचाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य आसान होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती मध्यप्रदेश के लिए गौरव का दिन है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मध्यप्रदेश के प्रवास पर आ रही हैं। राष्ट्रपति महोदया के शहडोल और भोपाल में हो रहे कार्यक्रमों से जनजातीय वर्ग और प्रदेश के समस्त नागरिकों में उमंग का संचार होगा। प्रदेश का जन-जन उत्साहित दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने आज इन कार्यक्रमों की रूपरेखा के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रमों की तैयारियों की भी जानकारी प्राप्त की।  

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Kolar News 15 November 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री  कमल पटेल ने कहा है कि तवा बांध से सिंचाई के लिए पानी सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगा। उन्होंने दूरभाष पर अधीक्षण यंत्री जल संसाधन राजाराम मीणा को टेल ऐंड के किसानों को सिंचाई के लिए प्राथमिकता से पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। पटेल ने अधीक्षण यंत्री को टेल ऐंड पर जाकर मौका मुआयना करने को भी निर्देशित किया है। मंत्री पटेल ने अधीक्षण यंत्री जल संसाधन को रबी की सिंचाई के लिए तवा बांध से किसानों को समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि नहर के टेल ऐंड से अपर एरिया तक निरंतर मौका मुआयना किया जाकर निगरानी रखी जाए जिससे कि सभी किसानों को समय पर पानी उपलब्ध हो सके। होशंगाबाद, सिवनी मालवा, इटारसी और हरदा के किसानों को उनके लिए निर्धारित की गई मात्रा में पानी उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। मंत्री पटेल ने कहा है कि पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। किसानों को खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया है कि किसानों को उनके गाँव में खाद उपलब्ध कराया जाएगा। इसका क्रियान्वयन भी हरदा के आदिवासी अंचल के ग्राम काल्या खेड़ी, कांकरदा, पिल्या खाल गाँव से प्रारंभ हो गया है। किसानों ने खाद की गाँव पहुँच सेवा पर कृषि मंत्री पटेल और सरकार के प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

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Kolar News 14 November 2022

किसी भी मानव-समुदाय की पृथक पहचान उसकी जीवन-शैली, सांस्कृतिक परंपराओं और भाषा-बोली से होती है। आज स्थिति यह है कि वैश्वीकरण की प्रक्रिया में दुनिया की सैकड़ों बोलियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं। किसी भी सभ्यता के विकास में भाषा की प्रमुख भूमिका होती है। मनुष्य अपने भाव अथवा विचार भाषा के माध्यम से ही अन्य व्यक्ति तक सम्प्रेषित करता है। इस प्रकार भाषा मनुष्य को सामाजिक प्राणी बनाने में केन्द्रीय तत्व के रूप में कार्य करती है। जनजाति समुदायों की भाषाओं पर विचार करते हुए यह तथ्य और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। ये भाषाएँ मानव-सभ्यता की विकास-यात्रा में सहयात्री रही हैं, इसलिये इनमें आरंभिक मनुष्य द्वारा अन्वेषित और अर्जित पारंपरिक ज्ञान संचित है,जो अत्यंत मूल्यवान है।जनजातीय भाषाओं का एक-एक शब्द संबंधित समुदाय की सांस्कृतिक निधि है। इन भाषाओं की परंपरागत वाचिक (मौखिक) संपदा के माध्यम से ही मानव-इतिहास, सभ्यता-संस्कृति, वनस्पति और जीव-जगत, कृषि, वास्तु एवं अन्य कला-कौशलों संबंधित ज्ञान की परंपरा को समझा जा सकता है। अन्य उन्नत भाषाओं और सभ्यताओं से सघन संपर्क के कारण जनजातीय भाषाओं के स्वरूप में बदलाव आ रहा है। भाषा की यह परिवर्तनशीलता एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। भारत की सांस्कृतिक विविधता में भाषिक भिन्नता एक प्रमुख घटक है। राष्ट्र की इस वैविध्यपूर्ण विशेषता को अक्षुण्ण रखने के लिए विभिन्न भाषा-बोलियों को बचाए रखना आवश्यक है। यह निश्चित है कि भाषाओं को बचाने का काम उसे बोलने वाले  ही कर सकेंगे।   मध्यप्रदेश में 43 अनुसूचित जनजातियाँ अथवा उनके समूह हैं। पहले प्रत्येक जनजाति समुदाय की अलग भाषा हुआ करती थी। अब केवल भीली, भिलाली, बारेली, पटलिया, गोंडी, ओझियानी, अगरिया, बैगानी, कोरकू, मवासी, नहाली ही कुछ क्षेत्रों में परिवर्तित रूपों के साथ संबंधित समुदायों की प्राय: पुरानी पीढ़ी द्वारा बोली जाती हैं। अन्य जनजातियों की बोलियाँ लुप्त हो चुकी हैं, जैसे-कोल की कोलिहारी, परधान की परधानी, भारिया की भरियाटी, सहरिया की सहरानी, खैरवार या कोंदर की खैरवारी तथा भिम्मा, नगारची, मोंगिया सहित अन्य जनजातियों की भाषाएँ भी।भारत की मान्य भाषाएँ वे हैं, जो आठवीं अनुसूची में सम्मिलित हैं।तकनीकी रूप से ये प्रायः वे भाषाएँ हैं, जिनके प्रयोक्ताओं की संख्या तुलनात्मक दृष्टि से अधिक है और जिनका समृद्ध साहित्यिक इतिहास है। इनके अलावा भी देश में अनेक भाषाएँ हैं,जिनका प्रयोग व्यापक क्षेत्र में होता है और जिनमें प्रचुर मात्रा में साहित्य भी उपलब्ध है। वर्ष 1961 की जनगणना में कुल 1652 मातृभाषाएँ चिन्हित की गयीं थीं, जिनमें से 184 भाषाओं को बोलने वालों की संख्या 10 हजार से अधिक थी। ‘पीपुल ऑफ इंडिया' के अनुसार भारत में 75 प्रमुख भाषाएँ हैं, जबकि मातृभाषा के रूप में 325 बोलियों का प्रयोग होता है। ‘एथनोलॉग’ में उल्लेख किया गया है कि भारत में कुल 398 भाषाएँ रही हैं, जिनमें से 387 जीवित हैं और 11 मृत हो चुकी हैं। एक आकलन के अनुसार 32 भाषाएँ ऐसी हैं, जिनका प्रयोग 10 लाख अथवा उससे अधिक लोग करते हैं। यूनेस्को की मान्यता पर ध्यान दें तो भारत में 400 भाषाएँ हैं, जिनमें से 70 से 80 प्रतिशत विलोपन के क्षेत्र में हैं।   आयुक्त भाषाई अल्पसंख्यक द्वारा वर्ष 2005 में प्रस्तुत ‘लघु भाषाएँ : विशेष प्रतिवेदन’ में उल्लेखानुसार भारत में कुल 116 भाषाएँ हैं, जिनमें से 22 आठवीं अनुसूची में तथा 94 उसके बाहर हैं। इनके अलावा दस हजार से कम प्रयोक्ताओं वाली अनेक बोलियाँ हैं, जिनमें से 44 सुपरिभाषित हैं। इसी प्रतिवेदन में बताया गया है कि चार अण्डमानीय भाषाएँ- अका 50, जारवा 300, सैंटिनलीज़ 100 तथा ओंजे 100 भाषा-भाषियों के साथ जीवित हैं। मध्यप्रदेश जनजातीय जनंसख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है।जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, यहाँ भारत सरकार द्वारा जारी अनुसूची में शामिल 43 जनजाति समूह आबाद हैं, जिनमें जनंसख्या की दृष्टि से भील, गोंड, कोल,सहरिया,बैगा, कोरकू आदि प्रमुख हैं। आदिम जाति समूह के अंतर्गत बैगा, भारिया और सहरिया शामिल हैं। इन सभी जनजातियों की अपनी-अपनी बोलियाँ हैं। भील समूह की भीली, भिलाली, बारेली, पटलिया आदि बोलियाँ प्रमुख रूप से झाबुआ, अलीराजपुर, धार, खरगौन, बड़वानी, रतलाम, मंदसौर आदि जिलों में बोली जाती है। यह आर्य भाषा परिवार से संबंधित भाषा समूह है। इन बोलियों का मौखिक साहित्य अत्यंत समृद्ध है। गोंडी मध्य भारत की प्रमुख जनजातीय भाषा है। एक कालखंड में वर्तमान उत्तर प्रदेश की सीमा से लेकर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, तेलंगाना, महाराष्ट्र आदि राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों में गोंडवाना साम्राज्य स्थापित था।उन क्षेत्रों में आज भी गोंडी के विभिन्न रूपों का प्रयोग होता है। मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से मंडला, डिण्डौरी, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, रायसेन, सागर, होशंगाबाद, बैतूल, छिन्दवाड़ा आदि जिलों में गोंडी बोली जाती है। यह द्रविड़ भाषा-परिवार की भाषा है। मध्यप्रदेश में इसके दो रूप देखने को मिलते हैं। एक आधुनिक रूप, जिसे 'मंडलाही' कहा जाता है, इसमें आर्य बोलियों-जैसे छत्तीसगढ़ी, बुंदेली आदि के साथ हिन्दी-मराठी के शब्दों की प्रचुरता है और दूसरा मूल द्रविड़ियन रूप, जो 'पारसी' कहलाता है।    कोरकू जनजाति की भाषा कोरकू कहलाती है। कोरकू जातिसूचक शब्द 'कोरो' (मनुष्य) शब्द में बहुवचन सूचक 'कू' प्रत्यय लगाने पर बना है। कोरकू समूह की दो उप बोलियाँ हैं, जो मवासी अथवा मोवासी और नहाली अथवा निहाली कहलाती हैं। यह आस्ट्रिक भाषा परिवार की बोली मानी जाती है, जो खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, होशंगाबाद, बैतूल आदि जिलों के साथ ही महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी बोली जाती है। कोरकू आस्ट्रो-एशियाई भाषा-परिवार की मुण्डा शाखा की भाषा है। कोरकू समुदाय की बसाहट गोंड समुदाय के आसपास होती है।बैगानी प्रमुख रूप से डिण्डौरी, मंडला, बालाघाट, शहडोल, अनूपपुर के साथ ही छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी प्रचलित है। भरियाटी पातालकोट की भारिया जनजाति द्वारा बोली जाती है। इन सभी बोलियों का मौखिक साहित्य इनकी प्राचीनतम ज्ञान-परंपरा को रेखांकित करता है।मध्यप्रदेश में जनजातीय बोलियों की स्थिति यदि जनगणना संबंधी आँकड़ों के विश्लेषण के आधार पर देखी जाये तो यह पता चलता है कि इन भाषाओं के प्रयोक्ता जनसंख्या की तुलना में निरंतर कम होते जा रहे हैं। अल्प आबादी वाली जनजातियों द्वारा बहुसंख्यक समुदाय की बोलियों को संपर्क भाषा के रूप में व्यवहार में लाये जाने के कारण उनकी मातृभाषा विस्मृत होती जा रही है। निष्कर्ष रूप में जनजातीय भाषाओं की वर्तमान दशा को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि अनुकूल माहौल बनाकर यदि इन्हें खुली हवा में साँस लेने का अवसर उपलब्ध नहीं कराया गया तो जल्दी ही इनका दम घुट जायेगा। इसलिये इनकी सही देखभाल घरों में ही हो सकती है। हर माँ को बच्चे की परवरिश अपनी भाषा में करनी होगी। स्कूल हो,या कार्यस्थल-कहीं भी किसी को अपनी भाषा बोलने से न रोका जाये।ये प्राचीन भाषाएँ बचेंगी तो इनके साथ करोड़ों वर्षों के अनुभव से अर्जित ज्ञान-संपदा भी बचेगी। संतोष की बात है कि वर्तमान मध्यप्रदेश सरकार जनजातीय संस्कृति और भाषाओं के संरक्षण को लेकर गंभीर है और इनके प्रोत्साहन के अनेक उपाय लगातार कर रही हैं।  

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Kolar News 14 November 2022

राज्य शासन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में जनसेवा का कार्य कर रहा है। राज्य शासन का ध्येय जनता की सेवा है। अपने दायित्वों का निर्वाह राज्य शासन द्वारा बखूबी किया जा रहा है। विकास के कार्यों को लगातार अंजाम दिया जाता रहेगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने यह बात रतलाम में विकास कार्यों के भूमि-पूजन कार्यक्रम में कही। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने रतलाम में 1536 लाख 35 हजार रुपए लागत के शहर के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने रतलाम शहर विकास के लिए 200 करोड़ रुपए राशि स्वीकृति की। सिंह ने कहा कि शहर के विकास के लिए राशि की कमी नहीं आने दी जाएगी। आप जितना चाहेंगे उससे अधिक राशि मुख्यमंत्री चौहान द्वारा दी जाएगी। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि 2024 तक सभी आवासहीनों को आवास उपलब्ध करा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत 9 लाख आवास बनाने के लक्ष्य के तहत अब तक 6 लाख आवास निर्मित किये जा चुके हैं, इस कार्य में मध्यप्रदेश नम्बर वन है।      मंत्री सिंह ने विधायक चेतन्य काश्यप के रतलाम नगर को महानगर बनाने के विजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि विधायक काश्यप तथा महापौर प्रहलाद पटेल की मांग अनुसार शहर में विकास कार्यों के लिए 200 करोड रुपए की सौगात दी जायेगी, इसमें अमृत मिशन में 136 करोड़ रुपए तथा स्वच्छ भारत मिशन कार्यों के लिए 17 करोड़ रुपए सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि कालोनियों के नियमितीकरण के लिए विधायक चेतन्य काश्यप द्वारा लगातार बात की गई तो राज्य शासन ने काश्यप की अध्यक्षता में एक कमेटी बना दी। कमेटी की अनुशंसा अनुसार शासन ने विधानसभा में कानून पारित करके लागू कर दिया है। रिडेंसीफिकेशन पालिसी में हमने सड़कों को भी शामिल किया है। अवैध एवं अविकसित कालोनियों को बनाने एवं विकसित करने के लिए जितनी भी राशि की जरुरत होगी, दी जाएगी। प्लाटों के विभक्तिकरण एवं जलापूर्ति के सम्बन्ध में भी समाधान निकाला जाएगा।   सांसद  गुमान सिंह डामोर ने कहा कि रतलाम शहर में तेजी से विकास हो रहा है। नगर महानगर बनने की ओर अग्रसर हो रहा है। विधायक चेतन्य काश्यप लगातार शहर की समृद्धि के लिए कार्य कर रहे हैं। विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार शहर के नागरिकों की सुविधा के लिए हरसंभव संसाधन एवं सुविधाएँ उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा संजीवनी क्लीनिक प्रारंभ किए गए हैं। नगर में 10 संजीवनी क्लीनिक बनाए जाएंगें, नागरिकों को अपने घर के नजदीक ही निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। विधायक दिलीप मकवाना ने विधायक श्री चेतन्य काश्यप के नेतृत्व में रतलाम नगर में तेजी से किये जा रहे विकास कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि रतलाम नगर को महानगर बनाया जाना है। महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि नवीन परिषद के 100 दिवस पूर्ण हो चुके हैं, इन 100 दिवसों में परिषद द्वारा 21 करोड़ से अधिक की राशि के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया जा चुका है और आज रविवार को 15 करोड़ से अधिक की राशि के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया गया है। निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने कहा कि विधायक श्री काश्यप के कार्यकाल में नगर ने विकास की रफ्तार पकड़ी है, जो दिन प्रतिदिन तेज होती जा रही है। अब वह दिन दूर नहीं जब रतलाम महानगर कहलाएगा। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।

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Kolar News 14 November 2022

केन्द्रीय विद्युत सचिव आलोक कुमार ने  जबलपुर स्थित शक्ति भवन में बिजली कंपनियों के प्रबंध संचालकों के साथ केन्द्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। केन्द्रीय सचिव कुमार ने कहा कि म.प्र. में ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों द्वारा आईटी क्षेत्र के नवाचारों को अपनाए जाने से उपभोक्ता सेवाओं में सुधार हुआ है। कुमार ने विद्युत वितरण हानि कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा  पेपरलेस बिलिंग, क्यू.आर. कोडिंग एवं लोड वेरिफिकेशन के लिए किए जा रहे कार्यों की भी प्रशंसा की। उन्होंने वितरण कंपनियों में स्मार्ट मीटरिंग एवं बिलिंग इफिसेयेन्सी बढाने पर जोर दिया।  प्रमुख सचिव ऊर्जा  संजय दुबे ने  केन्द्र शासन की महत्वाकांक्षी योजना आर.डी.एस.एस. के कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। योजना में किए जा रहे कार्यों को जीआईएस सर्वे कर एवं ईआरपी में अपलोड कर प्राप्त बीओक्यू को टेंडर में दर्शाया गया है। इससे संबंधित एजेंसी द्वारा सटीक कार्य किया जा सकेगा।     आलोक कुमार ने योजना की पारदर्शिता की सराहना करते हुए म.प्र. को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुतिकरण देने के लिए नई दिल्ली आमंत्रित किया।केंद्रीय ऊर्जा सचिव ने सोलर रूफटॉप के क्षेत्र में देश के सबसे बड़े 750 मेगावाट क्षमता के रीवा सोलर पार्क एवं दुनिया के सबसे बडे़ 600 मेगावाट क्षमता के ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट की सफलता पर बधाई दी । पूर्व क्षेत्र कंपनी के एम.डी. अनय द्विवेदी ने स्मार्ट मीटरिंग, न्यू जनरेशन बिलिंग सिस्टम, कन्ज्यूमर इंडेक्सिंग, जीआईएस सर्वे, क्यू.आर. कोडिंग एवं लोड वेरीफिकेशन, एम.डी.एम., एन.ए.बी.एल. टेस्टिंग लैब, आदि की प्रगति को प्रेजेन्टेशन दिया। ट्रांसको के एम.डी. सुनील तिवारी ने ट्रांसमीशन लाइनों की ड्रोन टेक्नालॉजी से पेट्रोलिंग एवं सब-स्टेशनों के रिमोट आपरेशन सिस्टम की जानकारी दी। जेनको के एम.डी.  मनजीत सिंह ने विद्युत उत्पादन गृहों की स्थिति से अवगत कराया।

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Kolar News 13 November 2022

ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने  कहा है कि आनंद नगर पार्क में असामाजिक तत्व न घूमें। इसके लिए पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि  पार्क में थाना प्रभारी, बीट प्रभारी, पार्क अधीक्षक और पार्क के कर्मचारियों के नाम अनिवार्य रूप से होना चाहिए। श्री तोमर ने शनिवार को ग्वालियर में बहोड़ापुर क्षेत्र में सड़क, सीवर, विद्युत पेयजल, साफ-सफाई और पार्क  के निरीक्षण में यह निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री तोमर सुबह बहोड़ापुर पहुँचे और आनंद नगर चौराहे रेलवे क्रोसिंग स्थित डिवाइडरों से डस्ट साफ करने और फोवर मशीन से डिवाइडर की धुलाई कराने की हिदायत दी। उन्होंने तिकोनिया पार्क में कचरा  साफ कराने  और सेल्फी पॉइंट बनाने के निर्देश भी दिये। ऊर्जा मंत्री तोमर ने आनंद नगर बी ब्लॉक में पानी की लाइन के लीकेज ठीक कराने और स्ट्रीट लाइट  जल्द सुधरवाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

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Kolar News 13 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों का पर्यावरण अनुकूल उपयोग सुनिश्चित किया जाना समय की अनिवार्यता है। आवश्यकता है कि पारंपरिक ऊर्जा के उत्पादकों और उपभोक्ताओं के लिए कुशलतर और स्वच्छ प्रक्रियाओं को विकसित किया जाएँ। पटेल आज राजभवन भोपाल से आभासी माध्यम से इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स द्वारा विद्युत अभियंताओं के 37वें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पर्यावरण की चिंता केवल सरकार की नहीं, प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। ज़रूरी है कि ऊर्जा, पर्यावरण-संरक्षण के प्रति बच्चे, युवा और बुजुर्ग सजग और सक्रिय हों। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सम्मेलन ऊर्जा प्रौद्योगिकी के विकास के लिए अभियंताओं के बीच विचारों के आदान-प्रदान का मंच बनेगा। देश को औद्योगिक रूप से अधिक उन्नत और भावी पीढ़ियों के लिए स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पथ को आलोकित करेगा।   राज्यपाल पटेल ने कहा कि देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2047 तक 5 ट्रिलियन की अर्थ-व्यवस्था के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत दुनिया के 5 शीर्ष अर्थ-व्यवस्थाओं की सूची में शामिल हो गया है। केंद्र सरकार चौथी औद्योगिक क्रांति के द्वारा राष्ट्रीय अर्थ-व्यवस्था को बढ़ावा और नागरिकों को सस्ती कीमत पर बिजली देने के लिये प्रयासरत है। ऊर्जा आपूर्ति पर्यावरण सुरक्षित हो, इस दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही है। दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ पर्यावरण के लिए वर्ष 2030 तक सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन सघनता को वर्ष 2005 के स्तर से 33 से 35 प्रतिशत तक कम करने का संकल्प किया है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म आधारित बिजली उत्पादन क्षमता को स्थापित ऊर्जा उत्पादन के करीब 30 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य तय किया गया है। साथ ही अतिरिक्त वन और वृक्ष आच्छादन के माध्यम से एक अतिरिक्त संचयी कार्बन सिंक बनाने के कार्य भी तेज गति से चल रहे हैं। केंद्र और प्रदेश सरकारें ऊर्जा आपूर्ति में सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवकरणीय संसाधनों पर विशेष बल दे रही हैं ।   इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिवीजन बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर सुधीर कुमार कल्ला ने कहा कि स्वच्छ, हरित ऊर्जा के प्रति जन-जागृति निरंतर बढ़ रही है। उसका बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने ऊर्जा की मांग के अनुसार उन्नत तकनीकों के विकास की जरूरत बताई। सम्मेलन के संयोजक डॉ. विवेक चंद्रा ने कहा कि ऊर्जा का उपयोग जीवन स्तर की गुणवत्ता का आधार है, जिसे प्रति व्यक्ति ऊर्जा उपभोग से समझा जाता है। उन्होंने ऊर्जा के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का विवरण देते हुए संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन किया। स्वागत उद्बोधन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स  की जबलपुर इकाई के अध्यक्ष प्रकाश चंद दुबे ने दिया। मानसेवी सचिव संजय कुमार मेहता ने आभार माना।

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Kolar News 13 November 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को भारत टॉकीज आरओबी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने आरओबी के नीचे गोदाम में संचालित अवैध दुकानों के बंद न होने को लेकर पीडब्लूडी के सेतु विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। मंत्री सारंग ने गोदाम को तत्काल बंद करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आरओबी के नीचे गोदाम में फर्नीचर और वेल्डिंग की अवैध दुकानों में तोड़फोड़ का कार्य होने से आरओबी की आयु पर विपरित असर होता है। इसको लेकर तत्काल गोदाम बंद करने के निर्देश दिये गये हैं। मंत्री सारंग ने बताया कि वर्ष 1973 में निर्मित भारत टॉकीज आरओबी पुराने और नये भोपाल को मेन स्टेशन से जोड़ने का महत्वपूर्ण सेतु है। आरओबी से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन होता है। लगभग 49 साल पुराने ब्रिज के पीयर्स और स्लेब के बीच मौजूद बियरिंग खराब हो गये हैं, जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका बन रही थी। इसीलिये आरओबी की मरम्मत के लिये योजना बनाई गई है।      सारंग   ने कहा कि रेलवे ओवर ब्रिज की लंबाई 700 मीटर पर पूर्व में किया गया डामर 20 नवंबर तक पूरी तरह से हटाया जायेगा। इसके बाद आरओबी के सभी 144 बियरिंग बदले जायेंगे।  इस मरम्मत कार्य के पूरा होने से आरओबी की आयु लगभग 25 साल और बढ़ जायेगी। इस मरम्मत कार्य को पूर्ण होने में लगभग डेढ़ माह का समय लगेगा।मंत्री सारंग ने बताया कि आरओबी की बियरिंग बदलने की प्रकिया पुल के स्लैब को लिफ्ट करके संपादित की जायेगी। पुल के स्लैब को लिफ्ट करने एवं बियरिंग बदलने की प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व ट्रेफिक व्यवस्था में परिवर्तन किया जायेगा। इसके लिये रेलवे एवं ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर परिवर्तित ट्रैफिक प्लान बनाया जायेगा, जिससे नागरिकों को आवागमन में असुविधा का सामना ना करना पड़े। निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने आरओबी के नीचे असामाजिक तत्वों की गतिविधि होने पर बजरिया थाना प्रभारी के समक्ष नाराजगी व्यक्त करते हुए असामाजिक तत्वों पर शीघ्र कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये।  

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Kolar News 12 November 2022

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में सराहनीय कार्य हुआ है। यह जानकारी केन्द्र शासन के विशेष दल द्वारा सीधी एवं सिंगरौली जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के निरीक्षण के बाद दिये प्रतिवेदन में दी गई। केन्द्र सरकार के विशेष दल द्वारा इस वर्ष सीधी और सिंगरौली जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं का भ्रमण किया गया। भ्रमण के बाद दल ने दिये प्रतिवेदन में बताया कि आयुष, एचडब्ल्यूसी, स्वास्थ्य संस्थाओं में पैथालॉजी लेब, डायलिसिस उपकरण के रख-रखाव, योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही एनआरसी में भर्ती कुपोषित बच्चों की प्रगति की मॉनीटरिंग के लिये एनआरसी, एमआईसी पोर्टल का संधारण बहुत अच्छे से किया गया है। दल द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य संस्थाओं में शाम की ओपीडी लाभदायक है। जाँच दलों ने बताया कि स्वास्थ्य संस्थाओं में डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर से खून की जाँच की जा रही है, जिससे एनीमिया का समय पर पता कर उपचार किया जा रहा है। एमपी आरोग्यम से सीएचओ की परफार्मेंस को मॉनीटर किया जा रहा है। ममता कॉर्नर, सुमन डेस्क और जननी एक्सप्रेस महिलाओं के लिये मददगार साबित हो रही हैं।   जाँच दल ने बताया कि टी.बी. मुक्त भारत बनाये जाने के लिये टी.बी. की जाँच और उपचार की व्यवस्था ग्राम स्तर तक सुनिश्चित की जाए। विभागीय संरचना में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भूमिका को सशक्त बनाया जाए। इनके माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, जिससे कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। प्रतिवेदन में जाँच दल ने बताया कि जिले और राज्य की जरूरतों के लिये आईटी पोर्टल का विकास किया जाए। केन्द्र सरकार के विशेष जाँच दल ने प्रतिवेदन का प्रस्तुतिकरण एम.डी. एनएचएम सुश्री प्रियंका दास की अध्यक्षता में एनएचएम मुख्यालय में हुई कॉमन रिव्यू मीटिंग में दिया गया। सीधी जिले में भ्रमण करने वाले केन्द्र शासन के विशेष दल में डॉ. एम.ए. बालसुब्रमण्यम, एडवाइजर सीपीसीएससी और जिला सिंगरौली में  रंगोली पाठक उप संचालक एमएमपी सेल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय टीम लीडर थी। केन्द्र सरकार के विशेष दल द्वारा जिलों में 5 दिवसीय भ्रमण किया गया। एम.डी. एनएचएम सुश्री दास ने बताया कि मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये स्टेट टॉस्क कम्युनिटी बनाई गई है, जिसके द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के कार्यक्रमों की मॉनीटरिंग की जा रही है।  

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Kolar News 12 November 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पूरे प्रदेश में कहीं भी खाद की कमी नहीं है और खाद के नाम पर अराजकता फैलाने वाले लोगों को चाहे वे कोई भी हो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री शुक्रवार को रायसेन जिले के सुल्तानपुर में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सुंदरलाल पटवा की जयंती कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने स्व. श्री पटवा की प्रतिमा का अनावरण भी किया।  मुख्यमंत्री  चौहान ने स्व. श्री पटवा के व्यक्तित्व और कृतित्व को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य सरकार समाज के सबसे गरीब व्यक्तियों के कल्याण में लगी हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को हर हितग्राही मूलक योजना का लाभ ढूंढ-ढूंढ कर सुनिश्चित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान की मंच पर ही समीक्षा करते हुए कलेक्टर को निर्देश दिए कि कोई भी गरीब बिना राशन के न रहे, सभी को उज्ज्वला योजना का लाभ मिले।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी माताओं-बहनों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है। महिलाओं की आमदनी 10 हजार रूपये माह करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को पानी के लिए होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए जल जीवन मिशन से हर घर में नल से जल प्रदाय करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समूह पेयजल योजना के लिए परीक्षण कर घरों में आसपास से नल द्वारा जल पहुँचाने का काम किया जाए। किसानों की आमदनी में वृद्धि के लिए सिंचाई के रकबे में लगातार वृद्धि की जा रही है। नवीन जल संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। बारिश के पानी को संग्रहीत किया जा रहा है। समर्थन मूल्य पर गेहूँ, मूंग, धान सहित अन्य उपजों की खरीदी की जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बाड़ी, सुल्तानपुर, मण्डीदीप, औबेदुल्लागंज में विधायक  सुरेन्द्र पटवा द्वारा अनेक विकास के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में उद्योगों का विकास करना है। जनता की बेहतर सेवा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में लोगों की समस्याओं का निराकरण कर हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।   मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राशन, उज्ज्वला रसोई गैस कनेक्शन, लाड़ली लक्ष्मी योजना, बेटियों की शिक्षा, कन्या विवाह योजना, सहित अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं। दिव्यांगों को सरकार की योजनाओं का मिलेगा, कोई भी दिव्यांग बिना लाभ के नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना से ग्रामीणों को आवासीय भूमि का अधिकार सौंपा जा रहा है। इसके अलावा मेधावी विद्यार्थी योजना के माध्यम से आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में कराई जा रही है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी माध्यम से कराई जाएगी मुख्यमंत्री चौहान ने भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में 7900 लाख रूपये की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास एवं भूमि-पूजन किया1 उन्होंने 1500 लाख रूपये की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण किया।

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Kolar News 12 November 2022

नेशनल चीफ सेक्रेटरी कांफ्रेंस 2.0 की तैयारियों के मद्देनजर नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा प्रारंभिक कार्यशाला की गई। कार्यशाला में नगरीय क्षेत्रों की अधो-संरचना और विकास, नगरीय लोक परिवहन, औद्योगिक विकास एवं ऊर्जा जैसे विषयों पर चर्चा की गई। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास मनीष सिंह ने कार्यशाला की जानकारी दी। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास भरत यादव ने निर्धारित विषयों पर चर्चा की।  मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी के प्रमुख अभियंता दीपक रत्नावत और पीएमसी टीम लीडर के.के श्रीवास्तव ने "मध्यप्रदेश में गैर राजस्व, जल और ऊर्जा के लिए रणनीतियाँ" विषय पर प्रेजेंटेशन दिया। अपर आयुक्त रूचिका चौहान, उप सचिव श्री हर्ष पांचोली एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।   

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Kolar News 10 November 2022

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा है कि जिस व्यक्ति ने आज की तारीख में 17 साल से अधिक की आयु पूरी कर ली है वह अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन दे सकता है। उसे दोबारा आवेदन देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 18 साल की आयु पूरी करते ही उसका नाम मतदाता सूची में जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि मतदाता ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम का उपयोग कर अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए फॉर्म भर सकता है।   प्रदेश में 9 नवंबर से मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 कार्यक्रम की शुरूआत हुई। इस मौके पर मतदाताओं को जागरूक करने राज्य स्तरीय साइकिल रैली निकाली गयी। भोपाल में निर्वाचन सदन और जिला प्रशासन द्वारा सुबह 8 बजे साइकिल रैली निकाली गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने भारत माता चौराहे से साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान वे भी साइकिल पर सवार होकर रैली के साथ चले। भारत माता चौराहे से शुरू रैली लाड़ली लक्ष्मी पथ, पॉलीटेक्निक चौराहा होते हुए वोट क्लब पहुँची, जहाँ रैली का समापन हुआ। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने रैली में शामिल छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र बाँटे। उन्होंने कहा कि 17 साल से अधिक आयु वाले युवा अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन दे सकते हैं। सूची में नाम जुड़वाने के लिए कही भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सभी लोग अपना नाम मतदाता सूची में शामिल करवायें। परिवार, पास पड़ोस के लोगों को भी मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, हटाने, सहित अन्य गतिविधियों के बारे में जागरूक करें। साइकिल रैली के दौरान भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया, राज्य स्तरीय आईकॉन राजीव वर्मा, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और युवा मतदाता मौजूद रहे। राजन ने कहा कि मतदाता पहचान-पत्र के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आपका वोटर आईडी कार्ड स्पीड़ पोस्ट से आपके घर तक पहुँच जाएगा। मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 के दौरान प्रदेश के सभी 64 हजार 100 मतदान केंद्रों पर सुबह 10 से शाम 5 बजे तक बीएलओ मौजूद रहेंगे।

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Kolar News 10 November 2022

अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास और विकास आयुक्त मलय श्रीवास्तव ने कहा है कि ग्रामीण विकास की योजनाओं में मध्यप्रदेश "स्टार परफॉर्मर" है। प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण, ग्राम सड़क योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन आदि के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। विभागीय अधिकारी पूरी तन्मयता, मेहनत और निष्ठा के साथ कार्य करते रहें और सभी योजनाओं में प्रदेश और बेहतर प्रदर्शन करें। अपर मुख्य सचिव श्रीवास्तव आज विकास आयुक्त कार्यालय, विंध्याचल भवन में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण  तन्वी सुंद्रियाल और मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण आजीविका मिशन ललित मोहन बेलवाल उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव  श्रीवास्तव ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में सभी पात्र हितग्राहियों को समय-सीमा में विभागीय योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ सुनिश्चित किये जाएँ। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ मिले, इसके लिए संबंधित अधिकारियों से निरंतर समन्वय कर केन्द्र सरकार से जितने संसाधन लाये जा सकें लाये जाएँ। श्रीवास्तव ने इसके पूर्व विकास आयुक्त कार्यालय का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कार्यालय भवन और कार्य-स्थल पर स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा।

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Kolar News 10 November 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने निवास पर प्रतिदिन होने वाले ‘जनदर्शन’ में मंगलवार को आयी कैंसर रोग से पीड़ित महिला को स्वयं एम्बुलेंस से अस्पताल के लिये रवाना किया। साथ ही उन्होंने महिला का संपूर्ण इलाज निःशुल्क करवाने की भी व्यवस्था की। भोपाल के साईबाबा नगर, अरेरा कॉलोनी निवासी  संतोषी बाई रायकवार पिछले कई महिनों से कैंसर रोग से ग्रसित है। आर्थिक रूप से कमजोर होने से कैंसर के इलाज के लिये वे मंगलवार को मंत्री सारंग के निवास पर प्रतिदिन होने वाले जनदर्शन में पहुँची। उन्होंने अपनी समस्या से मंत्री श्री सारंग को अवगत कराया। मंत्री श्री सारंग ने उपस्थित अधिकारी को तत्काल एम्बुलेंस बुलाने का निर्देश दिये। मंत्री निवास से ही एम्बुलेंस से कैंसर पीड़िता को इलाज के लिये चिरायु अस्पताल भेजा गया। मंत्री सारंग ने महिला का संपूर्ण इलाज निःशुल्क करवाने का आश्वासन दिया।     मंगलवार को जनदर्शन में आये रूपनगर, गोविंदपुरा निवासी दिव्यांग  नत्थुलाल खेरजे अपनी पत्नी के साथ आर्थिक सहायता का आवेदन लेकर आये थे। मंत्री सारंग ने बुजुर्ग दंपत्ति को ट्राईसाइकल के साथ आयुष्मान कार्ड, गरीबी रेखा राशन कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन और संबल योजना का लाभ प्रदान करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को देकर त्वरित सहायता पहुँचाई। सेवा परमो धर्मः के विचार को आत्म-सात करते हुए विगत 14 वर्ष से भी अधिक समय से मंत्री श्री सारंग द्वारा निवास पर जनता की समस्याओं के तत्काल समाधान के लिए प्रतिदिन “जनदर्शन” किया जा रहा है। मंत्री सारंग जनता की आर्थिक एवं स्वास्थ्य से संबंधित समस्या से लेकर मूलभूत आवश्यक्ताओं से संबंधित समस्याओं को सुन कर उनका तत्काल निराकरण करते हैं। जन-सेवा के इस अभिनव प्रकल्प से अब तक हजारों की संख्या में लोग लाभांवित हुए हैं। वही वर्तमान में भी बड़ी संख्या में भोपाल सहित अन्य जिलों से भी नागरिक प्रतिदिन मंत्री सारंग के निवास पहुँच रहे हैं।

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Kolar News 9 November 2022

पर्यावरण, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने मंगलवार को प्रकाश पर्व पर भोपाल के हमीदिया रोड स्थित गुरूद्वारे में मत्था टेका और अरदास की। मंत्री  डंग ने कहा कि गुरू नानक देव द्वारा 500 वर्ष पहले दी गई शिक्षा आज भी मानव मात्र के उत्थान के लिये एक प्रकाश पुंज का कार्य कर रही हैं। 'नाम जपो (प्रभु का सिमरन करो), कीरत करो (ईमानदारी से कड़ी मेहनत करो) वंड छको (बाँट कर खाओ)' का सिक्ख समुदाय पालन कर रहा है। गुरूद्वारों में आज भी लंगर और मानव सेवा गुरू नानक जी की देन है। मंत्री डंग ने गुरूद्वारे में अरदास, गुरू ग्रंथ साहिब की सेवा के साथ कारसेवा भी की। उन्होंने गुरूद्वारा प्रबंधन द्वारा बताई गई समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन भी दिया। मंत्री डंग ने कहा कि गुरू नानक देव ने भारत, अफगानिस्तान, अरब सहित अनेक स्थान पर 30 वर्ष तक यात्रा कर मानव जीवन को सार्थक बनाने में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। गौरव की बात है कि गुरू नानक देव के चरण भोपाल में पड़े थे।  

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Kolar News 9 November 2022

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) पीटीआरआई जी. जनार्दन ने बताया है कि दो पहिया वाहन सवारों की सुरक्षा के लिये हेलमेट का अनिवार्य उपयोग सुनिश्चित करने के लिये समग्र प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हेलमेट के उपयोग के लिये जागरूकता अभियान के साथ वाहन अधिनियम में कार्यवाही भी की जा रही है। एक लाख से अधिक दो पहिया वाहन सवारों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही की गई है। जनार्दन ने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम और दण्डात्मक कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।   एडीजी जनार्दन ने बताया है कि बगैर हेलमेट के वाहन सवारों की सड़क दुर्घटना में होने वाली जन-हानि को रोकने के लिये विशेष जागरूकता अभियान पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा मिल कर चलाया जा रहा है। इसके लिये आवश्यक निर्देश भी सभी शासकीय कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के लिये जारी किये गये हैं। ऑटोमोबाइल शॉप, होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, मॉल, लायसेंसी शराब की दुकानें, पार्किंग संचालकों, पेट्रोल पम्पों को बगैर हेलमेट धारण किये वाहन सवार को वांछित सुविधा उपलब्ध न कराने के निर्देश प्रसारित किये गये हैं। इसी प्रकार वाहन विक्रय केन्द्रों को वाहन के साथ हेलमेट भी विक्रय करने को पाबंद किया गया है।   एडीजी जनार्दन ने बताया है कि जागरूकता कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिये इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया के साथ अन्य माध्यमों का उपयोग कर आमजन को हेलमेट धारण करने के लिये जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस एवं परिवहन विभाग ने मिल कर 6 से 20 अक्टूबर, 2022 तक जागरूकता अभियान के साथ ही हेलमेट धारण न करने वाले दो पहिया वाहन सवारों के विरुद्ध मोटर व्हीकल एक्ट की धारा-128 एवं 129 में एक लाख 8 हजार 139 चालान किये गये। जबलपुर में सर्वाधिक 13 हजार 105, सागर में 7106, भोपाल में 5966, इंदौर में 4830, सिंगरौली में 4087, शिवपुरी में 3517 सहित अन्य जिलों में चालान बनाये गये।  

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Kolar News 8 November 2022

राष्ट्रीय मीन्स कम मेरिट स्कालरशिप परीक्षा में इस वर्ष मध्यप्रदेश से रिकार्ड 2 लाख 52 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों ने सहभागिता की है। गत वर्षों में इस छात्रवृति परीक्षा में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों की संख्या वर्ष 2019 में अधिकतम एक लाख ही रही है। इस सबंध में संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस ने बताया कि पूर्व वर्ष तक इस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया एमपी ऑनलाइन कियोस्क से होती थी। जिसके स्थान पर इस वर्ष राज्य शिक्षा केन्द्र के द्वारा मोबाइल एप प्रणाली विकसित कर शालाओं के प्रधानाध्यापकों के माध्यम से विद्यार्थियों के पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।   संचालक धनराजू एस ने बताया कि राष्ट्रीय मीन्स कम मेरिट परीक्षा का उददेश्य आर्थिक रूप से कमजोर किन्तु प्रतिभाशाली छात्रों का चयन कर छात्रवृति प्रदान करना है। इस परीक्षा के लिए म.प्र. राज्य में स्थित केवल शासकीय एवं शासकीय अनुदान प्राप्त अथवा स्थानीय निकायों द्वारा संचालित विद्यालयों में कक्षा 8 वीं में नियमित रूप से अध्ययनरत ऐसे विद्यार्थी ही पात्र होते हैं, जिन्होंने कक्षा 7 वीं में कम से कम सी ग्रेड प्राप्त किया है। छात्र-छात्राओं के अभिभावक की वार्षिक आय 3.50 लाख रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। छात्रवृति के लिए मध्यप्रदेश राज्य के लिए शिक्षा मंत्रालय, केन्द्र सरकार द्वारा 6,446 छात्रों का कोटा निर्धारित है। इसमें चयनित छात्रों को कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक 12 हजार रूपये प्रतिवर्ष के मान से छात्रवृत्ति प्राप्त होती है। इस वर्ष इस परीक्षा के सुचारू आयोजन के लिए संपूर्ण प्रदेश में कुल 811 परीक्षा केन्द्र बनाये गए थे। छात्रवृति के लिए कुल 2 लाख 52 हजार 410 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है।  

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Kolar News 8 November 2022

राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने कहा है कि प्रगति की पहली सीढ़ी शिक्षा है। उन्होंने जनजातीय छात्र-छात्राओं का आव्हान किया कि विकास की मुख्यधारा के साथ कदम ताल के लिए अच्छी से अच्छी शिक्षा प्राप्त करें। राज्यपाल पटेल एकलव्य विद्यालयों की बैंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले प्रदेश के छात्र-छात्राओं के दल से आज राजभवन मे चर्चा कर रहे थे। पटेल ने सभी प्रतिभागियों को उपहार भी दिए।राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। जनजातीय बच्चों की अच्छी शिक्षा में कोई बाधा नहीं आए। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा बच्चों की प्रतिभा को उजागर करने के लिए राष्ट्रीय प्रतियोगिता के आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार बेहतर शिक्षा के लिए सभी तरह के प्रयास कर रही हैं। विदेशों में शिक्षा प्राप्त करने के प्रयासों में भी सरकार सहयोग करती है और अपने माता-पिता, विद्यालय और गुरूओं के योगदान को कभी भूले नहीं और उनके सम्मान के प्रति सदैव सजग रहें।आयुक्त जनजातीय कार्य संजीव सिंह ने बताया कि बैंगलुरु कर्नाटक में आयोजित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश राज्य के दल ने 13 विभिन्न विधाओं में पुरस्कार प्राप्त किए हैं। प्रतियोगिता में ओवर ऑल मध्यप्रदेश को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। आभार प्रदर्शन अपर आयुक्त जनजातीय श्री के.जी. तिवारी ने किया।  

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Kolar News 8 November 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विगत रात ग्वालियर में शिंदे की छावनी स्थित लक्ष्मण तलैया सड़क के निर्माण कार्य और रविवार को सुबह 6 बजे किलागेट से घास मंडी तक सड़क डामरीकरण का जायजा लिया। मंत्री तोमर किलागेट से घास मंडी तक सड़क डामरीकरण का कार्य का जायजा लेने सुबह  बाइक पर सवार होकर पहुँचे थे। मंत्री तोमर ने अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों को तेजी से पूर्ण किया जाए। सड़कों का निर्माण  दिन-रात काम कर पूरा कराया जाए। निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा की निर्माण  कार्य पूर्ण करने की समय-सीमा निर्धारित की जाए।  साथ ही ऊर्जा मंत्री तोमर ने ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में गलियों में घूम कर जनता का हालचाल  जाना।

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Kolar News 7 November 2022

मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम श्रृंखला अंतर्गत एप्को द्वारा जतरंग वेटलैंड इंटरप्रिटेशन सेंटर भोपाल में पर्यावरण और प्राकृतिक-संरक्षण विषय पर विद्यालयीन छात्रों की चित्रकला तथा महाविद्यालय छात्रों की क्विज प्रतियोगिता हुई। इन प्रतियोगिताओं में लगभग 200 छात्र ने उत्साहपूर्वक शामिल होकर पर्यावरण-संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई। भोपाल के विभिन्न विद्यालयों के अध्यापक और महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण उपस्थित रहे। स्थापना दिवस कार्यक्रम श्रृंखला अंतर्गत राष्ट्रीय हरित कोर योजना में प्रदेश के सभी जिलों के विद्यालयों के 15 हजार 600 और महाविद्यालयों के 100 ईको क्लब में पर्यावरण- संरक्षण और जन-जागरूकता संबंधित विभिन्न गतिविधियाँ की जा रही हैं।

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Kolar News 7 November 2022

मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की श्रृंखला में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव के मुख्य आतिथ्य में डॉ. विश्वैश्वरैया सभागार, जल भवन, भोपाल में सेमीनार हुआ। सेमीनार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के 39 जिलों के करीब 10 हजार से अधिक जल-स्रोत विहीन ग्रामों के लिये शुद्ध पेयजल की कार्य-योजना तैयार करना और आम लोगों में जल-संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिये जागरूकता लाना है। राज्य मंत्री यादव ने कहा है कि प्रदेश में निरंतर गिर रहे जल-स्तर से आमजन प्रभावित न हो और सभी को उनकी जरूरत के अनुसार पानी मिल सके, इसके लिये जल-संरक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने अपने गाँव की तालाबी खेती का उदाहरण देकर जल-संरक्षण की उपयोगिता को समझाया। राज्य मंत्री यादव ने कहा कि जल-संरक्षण एवं संवर्द्धन को एक निरंतर प्रक्रिया के रूप में चलाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जल की दीर्घकालिक उपलब्धता के लिये जल-संरक्षण जरूरी है, तभी हम लम्बे समय तक पेयजल योजनाओं का बेहतर लाभ प्राप्त कर सकेंगे।   अपर मुख्य सचिव पीएचई  मलय श्रीवास्तव ने कहा कि जल-जीवन मिशन से ग्रामीण परिवारों को जल देने की व्यवस्था की जा रही है। यह बहुत जरूरी है कि ग्रामीण क्षेत्र में जल-संरक्षण एवं संवर्द्धन के समुचित उपाय किये जायें। उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों को जल-संरक्षण के लिये जागरूक करना हम सबकी जिम्मेदारी है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जल-स्रोत विहीन ग्रामों की जल-प्रदाय व्यवस्था के लिये स्थानीय स्रोतों के अनुरूप और ग्रामीणजनों की सहभागिता को शामिल करते हुए बेहतर कार्य-योजनाएँ बनाई जाना चाहिये। निदेशक केन्द्रीय भू-जल बोर्ड  राकेश सिंह ने जल-स्रोत विहीन ग्रामों की पेयजल व्यवस्था के संबंध में विशेष कार्य-योजना तैयार किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा‍कि विभाग इस कार्य-योजना में ग्रामीण आबादी से पूरी तरह समन्वय बना कर जल-संरचनाओं का निर्माण करे। 

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Kolar News 7 November 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने प्रभात चौराहे का मेट्रो और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण कर फ्लाईओवर एवं मेट्रो की लाइन को लेकर आ रही दिक्कतों को दूर कर दोनों विभागों में तालमेल बैठाया। साथ ही महानगरों की तर्ज पर थ्री टियर सिस्टम बनाने का सुझाव दिया। मंत्री सारंग ने बताया कि प्रभात चौराहे पर भारी यातायात को देखते हुए फ्लाईओवर का निर्माण कराया जा रहा है। वहीँ से मेट्रो लाइन का रूट नम्बर 2 भी निकल रहा है। इसको लेकर दोनों विभागों में कुछ दिक्कते थीं। अत: दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया है और दोनों के बीच तालमेल बैठाया गया है।मंत्री  सारंग ने कहा कि एक ही अलाइनमेंट में एलिवेटेड डिज़ाइन से फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा और यह फ्लाईओवर थ्री टियर सिस्टम पर बनाया जाएगा, जिसमें सबसे नीचे सुभाष नगर फ्लाईओवर से स्टेशन जाने वाला यातायात निकलेगा। बीच में बोगदा पुल से रायसेन जाने वाला यातायात निकलेगा और सबसे ऊपर मेट्रो की लाइन निकलेगी। मंत्री सारंग ने बताया कि उन्होंने मेट्रो के जीएम को रूट 2 को रूट 4 से प्रभात चौराहे जोड़ने के भी निर्देश दिये हैं। निरीक्षण के दौरान मेट्रो के जीएम, पीडब्ल्यूडी सेतु के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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Kolar News 6 November 2022

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने शनिवार को इंदौर के तलावली चांदा में निर्माणाधीन खाद्य एवं औषधि प्रशिक्षण प्रयोगशाला भवन का निरीक्षण किया। प्रयोगशाला का निर्माण 4 करोड़ 35 लाख रूपये की लागत से किया जा रहा है। उन्होंने भवन का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कर फरवरी 2023 के अंत तक शुरू करने के लिये कहा। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रयोगशाला खाद्य पदार्थों के तत्काल परीक्षण में उपयोगी साबित होगी। इसमें अत्याधुनिक उपकरण रहेंगे। इंदौर समेत उज्जैन संभाग के मिलावट संबंधी नमूनों के तत्काल परीक्षण की सुविधा मिलेगी। मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रयोगशाला में एयर कंडीशनर एवं फर्नीचर के लिए अलग से एक करोड़ 75 लाख रूपये जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मिलावट के खिलाफ कठोर कार्यवाही के प्रावधान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा किए गए हैं। लोगों को शुद्ध खानपान एवं खाद्य सामग्री मुहैया हो इसके तमाम प्रबंध किए जा रहे हैं।  

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Kolar News 6 November 2022

चिकित्सा शिक्षा एवं भोपाल गैस त्रासदी मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि अच्छी जीवन शैली और नियमित दिनचर्या अपनाकर काफी हद तक मधुमेह, हार्ट अटैक, उच्च रक्तचाप आदि बीमारियों से बचा जा सकता है। सभी चिकित्सकों को मरीजों को कम से कम दर पर अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। शहर के चिकित्सकों को ग्रामों और दूर-दराज के क्षेत्रों में अपनी सेवाएँ देने के लिये आगे आना चाहिए, जिससे वहाँ के लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हो।मंत्री सारंग ने आज स्थानीय होटल में हृदय एवं मधुमेह रोग केन्द्रित दो दिवसीय 20वें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। सम्मेलन में भारत के विभिन्न प्रदेशों से आये विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भाग लिया। एम्स दिल्ली के डायरेक्टर पद्मश्री डॉ. रनदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड महामारी से देश को बहुत नुकसान हुआ परन्तु सभी के सहयोग से हमारे देश ने इस पर काबू पा लिया है। वर्तमान में कोविड के इक्का-दुक्का केस ही नजर आते हैं। डॉ. शीला नयनन मायतरा, मुम्बई ने भी संबोधन दिया।   अपोलो अस्पताल दिल्ली के डॉ. एन.एन. खन्ना ने बताया कि नवीन पद्धतियों से पैर की नसों की सुकड़न को प्रभावी ढंग से ठीक किया जा सकता है। गंगाराम अस्पताल दिल्ली के डॉ. अश्विनी मेहता ने खून की चिपचिपाहट कम करने की दवाओं के बारे में बताया। डॉ. श्रीमती शैला मैत्रा ने कहा कि समय से पता चल जाने पर सेप्सिस बीमारी का इलाज हो जाता है, परन्तु देरी होने पर यह रोग घातक सिद्ध हो सकता है। डॉ. आशीष नाभर मुम्बई ने हृदय की लय संबंधी बीमारी में बताया और कहा कि असमय मृत्यु को रोकने के लिये एआईसीडी का प्रत्यारोपण अच्छे परिणाम देता है।आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. पी.सी. मनोरिया ने कहा कि देश में हर तीन वयस्क व्यक्तियों में से एक को हाई ब्लड प्रेशर, 5 में से एक व्यक्ति को डायबिटिज और 3 में से एक व्यक्ति को कोलेस्ट्राल रहता है। प्रतिवर्ष 30 लाख लोगों को हार्ट अटैक होता और हर 15 मिनिट में एक हार्ट अटैक होता है। हार्ट अटैक जीवन शैली संबंधी बीमारी है और अच्छी जीवन शैली से इस पर काबू पाया जा सकता है।   डॉ. मनोरिया ने बताया कि यदि आप 80 वर्ष तक स्वस्थ रहना चाहते हैं तो 80 का मूल मंत्र अपनायें अर्थात् कमर का घेरा 80 सेंटीमीटर, ब्लड शुगर 80 एमजी, नीचे की ब्लड प्रेशर 80, एलडीएल कोलेस्ट्राल 80 एमजी, धूम्रपान करने वालों से दूरी 80 मीटर, हृदय की धड़कन 80 प्रति मिनिट, दूषित वातावरण 80 डीबी से अधिक नहीं होना चाहिए। हार्ट अटैक एवं लकवा रोगी 80 एमजी एस्प्रिन एवं एटोरबा गोली लें। डॉ. पंकज मनोरिया ने कहा कि हार्ट अटैक में मरीजों की एंजियोप्लास्टी में इंट्रावास्कुलर अल्ट्रासाउंड (IVUS) एवं ऑप्टिकल कोहेरेन्स टोमोग्राफी (OCT) का उपयोग करने से एक नये युग की शुरूआत हुई है। इनके द्वारा यह आसानी से पता लगाया जाता है कि हृदय की धमनी में जिस स्टेंट का प्रत्यारोपण किया गया है वह सटीक तरीके से लगाया गया है या नहीं। डॉ. रोशन चंचलानी ने आभार व्यक्त किया।

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Kolar News 6 November 2022

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा है कि उत्पाद या सेवाओं को लेकर किए जाने वाले भ्रामक प्रचार पर रोक लगाने का प्रावधान किया गया है। यदि कोई लोकप्रिय व्यक्ति या सेलिब्रिटी किसी ऐसे उत्पाद या सेवा का प्रचार-प्रसार करता है या उसे बढ़ावा देता है, जिससे उपभोक्ता को नुकसान हुआ हो या नुकसान होने की संभावना है तो उत्पाद के विनिर्माता या सेवा प्रदाता के साथ ही सेलिब्रेटी को भी जिम्मेदार माना जाएगा। एम.बी.बी.एस. की तरह लॉ की पढ़ाई भी हिन्दी में प्रारंभ की जाना चाहिए। इससे हिन्दी मीडियम के छात्र भी सहजता से कानून की पढ़ाई कर सकेंगे। मंत्री सिंह शुक्रवार को राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 को लागू करने की चुनौतियाँ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के सेमीनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उपभोक्ता संरक्षण की मंशा के अनुरूप लोगों को त्वरित न्याय एवं जागरूकता प्रदान करने में महती भूमिका अदा करेगा। कार्यशाला का शुभारंभ प्रमुख सचिव खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण फैज़ अहमद किदवई, वाइस चांसलर प्रो. डॉ. विजय कुमार एवं प्रो. डॉ. राजीव खरे द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।     मंत्री  सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में उपभोक्ता वस्तुओं एवं सेवाओं की बिक्री में बढ़ोत्तरी के साथ उपभोक्ता समस्याओं में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इस बदलते परिवेश में यह आवश्यक हो गया है कि उपभोक्ताओं को यह ज्ञात हो कि उन्हें खरीदारी करते समय क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिये। यदि कोई समस्या आती है तो उसका निराकरण किस प्रकार होगा। उपभोक्ताओं तक इसकी भी सही जानकारी पहुँचे। मंत्री सिंह ने कहा कि उपभोक्ता चाहे तो अपनी शिकायतों को ऑनलाइन भी दर्ज करा सकता है। ई-दाखिल पोर्टल से ऑनलाईन शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था प्रदेश में प्रारंभ हो चुकी है। उपभोक्ता हित में यह एक अभिनव पहल है, जिसमें उपभोक्ता प्रदेश के किसी सुदूर क्षेत्र से भी ई-दाखिल पोर्टल पर ऑनलाईन अपना परिवाद आसानी से ई-फाइल कर सकता है।

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Kolar News 5 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुदनी के लकड़ी के खिलौनों के विक्रय और प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के अनुपालन में सीहोर जिला पंचायत और म.प्र. हस्तशिल्प विकास निगम द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में भोपाल के गौहर महल में आज संत रविदास हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम की प्रबंध संचालक अनुभा श्रीवास्तव ने एक्सक्लूसिव शोरूम का शुभारंभ किया। एंब्रॉयडरी हुरमुचो की विशेषज्ञ आर्टिस्ट सरला सोनेजा (ग्वालियर) विशेष रूप से उपस्थित थी। शोरूम प्रारंभ होने से काष्ठ शिल्पियों की आय में वृद्धि होगी। "एक जिला-एक उत्पाद" अंतर्गत बुदनी जिला सीहोर के लकड़ी के कलात्मक खिलौनें और अन्य हस्तशिल्प के एक्सक्लूसिव मृगनयनी शोरूम के शुभारंभ पर अनेक हस्त शिल्पी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि काष्ठ शिल्प के उत्कृष्ट कलाकार बुदनी में कई वर्ष से लकड़ी के खिलौनों का विक्रय करते आ रहे हैं। इनका विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भी आउटलेट शुरू हुआ है। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीहोर हर्ष सिंह, हस्तशिल्पी, हस्तशिल्प विकास निगम के अधिकारी-कर्मचारी और कला प्रेमी नागरिक भी उपस्थित थे।  

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Kolar News 5 November 2022

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा है कि उत्पाद या सेवाओं को लेकर किए जाने वाले भ्रामक प्रचार पर रोक लगाने का प्रावधान किया गया है। यदि कोई लोकप्रिय व्यक्ति या सेलिब्रिटी किसी ऐसे उत्पाद या सेवा का प्रचार-प्रसार करता है या उसे बढ़ावा देता है, जिससे उपभोक्ता को नुकसान हुआ हो या नुकसान होने की संभावना है तो उत्पाद के विनिर्माता या सेवा प्रदाता के साथ ही सेलिब्रेटी को भी जिम्मेदार माना जाएगा। एम.बी.बी.एस. की तरह लॉ की पढ़ाई भी हिन्दी में प्रारंभ की जाना चाहिए। इससे हिन्दी मीडियम के छात्र भी सहजता से कानून की पढ़ाई कर सकेंगे। मंत्री सिंह शुक्रवार को राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 को लागू करने की चुनौतियाँ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के सेमीनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उपभोक्ता संरक्षण की मंशा के अनुरूप लोगों को त्वरित न्याय एवं जागरूकता प्रदान करने में महती भूमिका अदा करेगा। कार्यशाला का शुभारंभ प्रमुख सचिव खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण फैज़ अहमद किदवई, वाइस चांसलर प्रो. डॉ. विजय कुमार एवं प्रो. डॉ. राजीव खरे द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।   मंत्री सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में उपभोक्ता वस्तुओं एवं सेवाओं की बिक्री में बढ़ोत्तरी के साथ उपभोक्ता समस्याओं में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इस बदलते परिवेश में यह आवश्यक हो गया है कि उपभोक्ताओं को यह ज्ञात हो कि उन्हें खरीदारी करते समय क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिये। यदि कोई समस्या आती है तो उसका निराकरण किस प्रकार होगा। उपभोक्ताओं तक इसकी भी सही जानकारी पहुँचे। मंत्री सिंह ने कहा कि उपभोक्ता चाहे तो अपनी शिकायतों को ऑनलाइन भी दर्ज करा सकता है। ई-दाखिल पोर्टल से ऑनलाईन शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था प्रदेश में प्रारंभ हो चुकी है। उपभोक्ता हित में यह एक अभिनव पहल है, जिसमें उपभोक्ता प्रदेश के किसी सुदूर क्षेत्र से भी ई-दाखिल पोर्टल पर ऑनलाईन अपना परिवाद आसानी से ई-फाइल कर सकता है।

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Kolar News 5 November 2022

प्रदेश में 9 माह से 5 वर्ष आयु के सभी बच्चों को दिसम्बर 2023 तक 2 बार मीजल्स-रूबेला का टीका लगा कर जानलेवा बीमारी मीजल्स और रूबेला से मुक्त कराने के लिये हम सभी संकल्पबद्ध हैं। मीजल्स-रूबेला निर्मूलन की राज्य स्तरीय टास्क फोर्स समिति की मंत्रालय में शुक्रवार को हुई बैठक में यह संकल्प लिया गया। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य  मोहम्मद सुलेमान ने टास्क फोर्स समिति के सदस्यों को संकल्प दिलाया। सुलेमान ने कहा कि दिसम्बर 2023 तक 9 माह से 5 वर्ष आयु के शत-प्रतिशत बालक-बालिकाओं को एमआर के टीके लगवाने का अभियान पूरी जिम्मेदारी से संचालित किया जाये। स्वास्थ्य, महिला-बाल विकास, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के अधिकारियों को मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान में दी गई जिम्मेदारी से अवगत कराया गया। एमडी एनएचएम  प्रियंका दास ने टीकाकरण अभियान की जानकारी दी। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान पर प्रेजेन्टेशन दिया। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुलेमान सहित राज्य टास्क फोर्स समिति के सभी सदस्यों ने संकल्प-पत्र पर हस्ताक्षर भी किये।  

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Kolar News 5 November 2022

केन्द्र सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत देश के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के लिए बैंगलुरु में आयोजित तीसरे नेशनल कल्चरल फेस्ट में मध्यप्रदेश ने देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। तीन दिवसीय फेस्ट में देश के हजारों विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 13 विभिन्न विधाओं में मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों ने अपनी जगह बनाई। मध्यप्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के अधीन संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के लगभग 80 जनजातीय विद्यार्थियों ने फेस्ट में यह उपलब्धि प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। बैंगलुरु स्थित आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर में हुए प्रदेश के विद्यार्थियों को भव्य समारोह में पुरस्कार वितरित किए गए। इस दौरान इन जनजातीय विद्यार्थियों के दल ने कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत से भी भेंट भी की। इस उपलब्धि पर जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त संजीव सिंह सहित अधिकारियों ने विद्यार्थियों को बधाई दी।        ईएमआरएस इंदौर की साक्षी मयड़िया और राजाराम ने प्रश्नोत्तरी में पहला स्थान प्राप्त किया। साक्षी ने अंग्रेजी भाषण में भी पहला स्थान प्राप्त किया। हिंदी वाद-विवाद में ईएमआरएस इंदौर की वैष्णवी वास्कले और पीवीटीजी, ईएमआरएस इंदौर की नेहा यशवंत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। अंग्रेजी वाद-विवाद में ईएमआरएस इंदौर के सौम्य राय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। ईएमआरएस इंदौर की हिमांगी खपड़े ने स्पेल-बी में दूसरा स्थान हासिल किया। ईएमआरएस बड़वानी के कार्तिक डोडवे ने हिंदी भाषण में दूसरा और ईएमआरएस पाली के तीरथ सिंह ने काव्यपाठ में तीसरा स्थान प्राप्त किया। ईएमआरएस बुदनी की भारती बिघेले ने उप शास्त्रीय गायन में द्वितीय स्थान और ईएमआरएस धंसौर के आशीष मिश्र ने शास्त्रीय गायन में तीसरा स्थान प्राप्त किया। देशभक्ति समूह गायन में ईएमआरएस बड़वानी का दल तृतीय रहा। जनजातीय एकल गीत गायन में ईएमआरएस बुदनी की रंगिता ने पहला मुकाम हासिल किया। साथ ही, उप शास्त्रीय एकल गायन में ईएमआरएस तामिया के आशीष भारती ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कल्चरल फेस्ट में शास्त्रीय और उप शास्त्रीय गायन, वाद्य वादन, एकल एवं समूह गायन, तात्कालिक चित्रकारी, नाटक, जनजातीय समूह नृत्य, लोकनृत्य और समूह गायन जैसी विधाओं के अलावा कहानी पाठ, सृजनात्मक लेखन, स्पेलबी और वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ भी हुई।  

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Kolar News 4 November 2022

भारत में स्वामित्व योजना से पहली बार ग्राम वासियों को उनकी संपत्ति पर संपूर्ण हक का अभिलेख मिल रहा है। इसके माध्यम से वे बैंकों से ऋण प्राप्त कर सकते हैं तथा संपत्ति का क्रय-विक्रय कर सकते हैं। भारत में 24 अप्रैल 2020 को यह योजना लागू कई की गई जिस पर सभी राज्यों में तेजी से अमल किया जा रहा है। योजना के क्रियान्वयन में मध्य प्रदेश अग्रणी राज्य है जहाँ 56 हजार गाँव में से 40 हजार 500 गाँव में ड्रोन सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण हो गया है और 9 लाख 37 हजार अधिकार अभिलेख वितरित किए जा चुके हैं। स्वामित्व योजना एवं ग्रामीण नियोजन पर आज कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में प्रारंभ हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन (नेशनल कॉन्फ्रेंस) में यह जानकारी दी गई। कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय के सचिव सुनील कुमार ने किया। कार्यशाला में भारत के 20 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 150 पंचायत प्रतिनिधि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अधिकारी, राजस्व विभाग अधिकारी उपस्थित थे। कार्यशाला में स्वामित्व योजना और ग्रामीण नियोजन पर विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया। रिपोर्ट का विस्तृत प्रस्तुतिकरण पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्री एपी नागर ने किया।   सचिव पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार सुनील कुमार ने कहा कि स्वामित्व योजना क्रांतिकारी योजना है। इससे व्यापक आर्थिक और सामाजिक बदलाव आएगा। यह योजना ग्रामीणों की संपत्ति को पूँजी में बदलेगी। ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को मजबूत करने में यह योजना दूरगामी साबित होगी। उन्होंने योजना में मध्य प्रदेश में हो रहे कार्यों की सराहना की। सचिव राजस्व विभाग संजय गोयल ने योजना के मध्यप्रदेश में क्रियान्वयन के विषय में बताया कि प्रदेश में योजना का कार्य पूर्णता की ओर है। अगले वर्ष दिसंबर माह तक यह कार्य पूरा हो जाएगा। प्रदेश में आधुनिक ड्रोन तकनीकी से ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर अधिकार अभिलेख तैयार किए जा रहे हैं। यह अभिलेख लैंड रिकॉर्ड्स पोर्टल पर उपलब्ध है। सर्वे पश्चात 11 हजार 600 ग्रामों में अधिकार अभिलेख का प्रकाशन हो चुका है। ग्रामीणों को पहली बार उनकी संपत्ति का वैध दस्तावेज कानूनी अधिकार के साथ दिया जा रहा है।   जशदा संस्था पुणे के डीडीजी एस. चोकलिंगम ने बताया कि ग्रामीण भूमि का सर्वे आवश्यक है, चाहे वह आबादी की हो या खेत की। संबंधित क्षेत्र के कलेक्टर/डीएम को, यदि किसी ग्रामीण क्षेत्र में लोग पर्याप्त समय से रह रहे हैं, तो उस भूमि को आबादी भूमि घोषित करना चाहिए। निजी क्षेत्र के लिए यह सीमा 12 वर्ष और शासकीय भूमि के लिए 30 वर्ष है। यदि फार्म हाउस है तो उसे आबादी भूमि घोषित न किया जाए। कमिश्नर सर्वे, सेटलमेंट एंड लैंड रिकॉर्ड्स कर्नाटक  मनीष मोद्गिल ने बताया कि लोगों को उनकी संपत्ति का स्वामित्व देने का यह कानूनी तरीका है। जिन ग्रामीण क्षेत्रों का पहली बार सर्वे हो रहा है वहाँ, सार्वजनिक स्थल और रोड आदि छोड़ कर, जिस जगह पर व्यक्ति रह रहा है ,उसे उस जगह का हक दिया जा सकता है। डायरेक्टर लैंड रिकॉर्ड्स असम शांतनु गोटमारे ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में भूमि स्वामित्व की अवधारणा अलग-अलग है। अरुणाचल प्रदेश में भूमि पर समुदाय का अधिकार है। पारंपरिक रिवाजों और कानून अनुसार भूमि का अधिकार देना चाहिए। भूमि पर स्वामित्व देने के बाद उसे कर से न जोड़ा जाए।  

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Kolar News 4 November 2022

अगले वर्ष 31 जनवरी से मध्यप्रदेश के 8 शहरों में खेलो की विभिन्न विधाओं के रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। देश के ह्रदय स्थल मध्यप्रदेश में 5वां खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 का आयोजन होगा। खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर तैयारियों का जायजा ले रही हैं। इसी क्रम में श्रीमती सिंधिया ने भोपाल में निर्धारित खेलों के वेन्यू का निरीक्षण किया। खेल मंत्री  सिंधिया ने गुरूवार को ग्वालियर में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी (GTCC) की निदेशक सुश्री अमर ज्योति और उनकी टीम के साथ खेल स्थलों का निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की।   सिंधिया ने कहा कि हमारी खेल अधो-संरचना हमारी यूएसपी है। खेलो इंडिया के आयोजन से मध्यप्रदेश के खेलों की दिशा में नई क्रान्ति आयगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेज़बानी देकर मध्यप्रदेश पर जो विश्वास दिखाया है इस कसौटी पर हम पूरी तरह से खरा उतरेंगे। ये एक बड़ी चुनौती है, चुनौतियों का सामना करने से ही सफलता हासिल होती है। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि बेहतर खेल अधो-संरचना और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ मध्यप्रदेश की पहचान हैं। खेल मंत्री ने ग्वालियर (कम्पू) खेल परिसर में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए चुने गए गेम वेन्यू, हॉकी ग्राउंड, बॉक्सिंग एरिना और बेडमिंटन हॉल का भ्रमण कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ ग्वालियर में बनने वाले आईआईआईटीएम के समीप बनने वाले स्पोर्ट्स सिटी के लेआउट प्लान और भोपाल के नाथू बरखेड़ा में स्वीकृत अंतराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पहले और दूसरे चरण के प्लान पर विस्तृत चर्चा की। साथ ही खेल मध्यप्रदेश राज्य महिला हॉकी अकादमी और बेडमिंटन के प्रशिक्षकों के साथ 36वें राष्ट्रीय खेलो के परफॉर्मेंस और खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारियों की भी समीक्षा की।  

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Kolar News 4 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पदाभिमान पतन का कारण होता है। पद ईश्वर का प्रसाद है, जो पिछड़े और वंचित वर्गों की समस्याओं के समाधान और उनके सहयोग के लिए मिलता है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में वह प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के भ्रमण और वंचित वर्गों के साथ आत्मीय संवाद बना कर, उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ‍प्रयास कर रहे हैं। अभी तक प्रदेश के 39 जिलों का भ्रमण कर चुके हैं। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पदाभिमान पतन का कारण होता है। पद ईश्वर का प्रसाद है, जो पिछड़े और वंचित वर्गों की समस्याओं के समाधान और उनके सहयोग के लिए मिलता है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में वह प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के भ्रमण और वंचित वर्गों के साथ आत्मीय संवाद बना कर, उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ‍प्रयास कर रहे हैं। अभी तक प्रदेश के 39 जिलों का भ्रमण कर चुके हैं।   राज्यपाल पटेल आज सप्रे संग्रहालय अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह माधवराव सप्रे स्मृति समाचार-पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान भोपाल के पं. झाबरमल्ल शर्मा सभागार में हुआ। राज्यपाल पटेल ने कहा कि भौतिक सुख क्षणिक संतुष्टि है। आत्मिक आनंद की अनुभूति ही सच्चा सुख है। अनीति से भौतिक सुख प्राप्त करना केवल क्षणिक आनंद दे सकता है। अंतर्मन में आत्म-ग्लानि का भाव स्थायी रूप से उत्पन्न हो जाता है। यह भाव जीवन भर व्यक्ति के मन में रहता है और समय-समय पर पीड़ा देता है। राज्यपाल ने कहा कि संसाधन उन्नति का साधन नहीं है। उन्होंने अपने जीवन की पृष्ठभूमि का संदर्भ देते हुए कहा कि राष्ट्र और समाज के लिए समर्पित सोच ही प्रगति का मार्ग है। किसी भी स्थान और क्षेत्र पर किसी एक का एकाधिकार नहीं होता है। सद्प्रयास और सदाचार को निरंतर आगे बढ़ने का मार्ग मिल जाता है। राज्यपाल ने अंलकृत विभूतियों को बधाई दी। उन्होनें कहा कि साहित्य का सृजन दिल, दिमाग और हाथों का कमाल है। ऐसे सिद्ध-जन का सम्मान स्वस्थ समाज निर्माण का प्रयास है। इसके लिए सप्रे संग्रहालय बधाई का पात्र है।   पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत ने कहा कि संस्थान की स्थापना के समय से ही उनका जुड़ाव संस्थान से रहा है। उन्होंने कहा कि समाज की धरोहरों को उजागर करने के प्रयास को विस्तारित किया जाना चाहिए। समाज की विभूतियों को अलंकृत करने से लोगों को उनके प्रामाणिक कार्यों से समाज के लिए योगदान की प्रेरणा मिलती है और समाज का गौरव बढ़ता है।अलंकृत विद्वान डॉ. शीलेन्द्र कुमार कुलश्रेष्ठ ने अपनी जीवन-गाथा से परिचित कराया। संग्रहालय के संस्थापक विजय दत्त श्रीधर ने बताया कि दुनिया में समाचार-पत्रों के संग्रहालय के रूप में यह अनूठा स्थान है, जहाँ 5 करोड़ पृष्ठ का विशाल संग्रह है, जिसका 12 हजार से अधिक शोधार्थियों ने उपयोग किया है। उन्होंने बताया कि चम्पारन सत्याग्रह के 100 वर्ष की स्मृति में महात्मा गांधी और डॉ. हरिकृष्ण दत्त के साहित्यक योगदान की स्मृति में इन अलंकरण सम्मानों की स्थापना की गई है।टेल आज सप्रे संग्रहालय अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह माधवराव सप्रे स्मृति समाचार-पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान भोपाल के पं. झाबरमल्ल शर्मा सभागार में हुआ। राज्यपाल पटेल ने कहा कि भौतिक सुख क्षणिक संतुष्टि है। आत्मिक आनंद की अनुभूति ही सच्चा सुख है। अनीति से भौतिक सुख प्राप्त करना केवल क्षणिक आनंद दे सकता है। अंतर्मन में आत्म-ग्लानि का भाव स्थायी रूप से उत्पन्न हो जाता है। यह भाव जीवन भर व्यक्ति के मन में रहता है और समय-समय पर पीड़ा देता है।      राज्यपाल ने कहा कि संसाधन उन्नति का साधन नहीं है। उन्होंने अपने जीवन की पृष्ठभूमि का संदर्भ देते हुए कहा कि राष्ट्र और समाज के लिए समर्पित सोच ही प्रगति का मार्ग है। किसी भी स्थान और क्षेत्र पर किसी एक का एकाधिकार नहीं होता है। सद्प्रयास और सदाचार को निरंतर आगे बढ़ने का मार्ग मिल जाता है। राज्यपाल ने अंलकृत विभूतियों को बधाई दी। उन्होनें कहा कि साहित्य का सृजन दिल, दिमाग और हाथों का कमाल है। ऐसे सिद्ध-जन का सम्मान स्वस्थ समाज निर्माण का प्रयास है। इसके लिए सप्रे संग्रहालय बधाई का पात्र है। पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत ने कहा कि संस्थान की स्थापना के समय से ही उनका जुड़ाव संस्थान से रहा है। उन्होंने कहा कि समाज की धरोहरों को उजागर करने के प्रयास को विस्तारित किया जाना चाहिए। समाज की विभूतियों को अलंकृत करने से लोगों को उनके प्रामाणिक कार्यों से समाज के लिए योगदान की प्रेरणा मिलती है और समाज का गौरव बढ़ता है। अलंकृत विद्वान डॉ. शीलेन्द्र कुमार कुलश्रेष्ठ ने अपनी जीवन-गाथा से परिचित कराया। संग्रहालय के संस्थापक  विजय दत्त श्रीधर ने बताया कि दुनिया में समाचार-पत्रों के संग्रहालय के रूप में यह अनूठा स्थान है, जहाँ 5 करोड़ पृष्ठ का विशाल संग्रह है, जिसका 12 हजार से अधिक शोधार्थियों ने उपयोग किया है। उन्होंने बताया कि चम्पारन सत्याग्रह के 100 वर्ष की स्मृति में महात्मा गांधी और डॉ. हरिकृष्ण दत्त के साहित्यक योगदान की स्मृति में इन अलंकरण सम्मानों की स्थापना की गई है।

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Kolar News 3 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ऊर्जा और पर्यावरण-संरक्षण के लिए हर व्यक्ति और हर घर को पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को सुरक्षित पर्यावरण देने के लिए जीवन पद्धति में बदलाव लाना और भारतीय जीवन-शैली को अपनाना होगा। राज्यपाल पटेल विज्ञान भवन के जगदीश चन्द्र बसु सभागार में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विज्ञान भारती द्वारा आयोजित ऊर्जा और पर्यावरण-संरक्षण संगोष्ठी का समापन कर रहे थे। राज्यपाल पटेल ने पूर्वजों की जीवन-शैली का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय जीवन पद्धति पर्यावरण-सरंक्षण का प्रभावी तरीका है। स्टील और सीमेंट से मकान बनेंगे तो एयर कंडीशनिंग भी करनी होगी। जरूरत यह समझने की है कि पर्यावरण हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि परिवार के सदस्य जन्म-दिवस पर एक पौधे का रोपण अवश्य करें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिदिन पौधा रोपण की पहल की है, जो सराहनीय है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि आधुनिक जीवन की पर्यावरणीय चिंताओं, ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज आदि के मूल में मानव के कार्य ही है। अत: ऊर्जा और पर्यावरण-संरक्षण के लिए चिंता एवं संचेतना को आचरण में उतारना जरूरी है।

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Kolar News 3 November 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री  कमल पटेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों को लखपति बनाने के साथ ही पढ़ाई-लिखाई के भी सभी बंदोबस्त किये हैं। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी 2.0 योजना से अब बेटियों को महाविद्यालयीन पढ़ाई के लिये 25 हजार रूपये की राशि मिलेगी। मंत्री पटेल ने हरदा में लाड़ली उत्सव कार्यक्रम में बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण-पत्र प्रदान किये। मंत्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने बालिकाओं की पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी भी ले ली है। अब बालिकाओं को कॉलेज में प्रवेश करने पर निश्चित राशि प्रदाय की जायेगी। उच्च शिक्षा के लिये उन्हें 25 हजार रूपये की राशि 2 किश्तों में मिलेगी। मंत्री पटेल ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिये सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। लाड़ली लक्ष्मी 2.0 योजना में हरदा जिले की चयनित 6 बालिकाएँ कुमारी सलोनी भाटी, आयुषी, मीना धुर्वे, सेजल वर्मा, प्रतिमा धुर्वे तथा मोनिका गौर बुधवार को राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भोपाल में शामिल हुई।

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Kolar News 3 November 2022

खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को पुरानी कचहरी तिराहा पन्ना स्थित महिला-बाल विकास भवन में संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के नवनिर्मित शोरूम का शुभारंभ किया। उन्होंने शोरूम का अवलोकन कर बुनकरों द्वारा निर्मित उत्पादों के बारे में जानकारी ली।खनिज साधन मंत्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के स्थापना दिवस पर पन्ना शहर में मृगनयनी शोरूम की सौगात नगरवासियों को मिली है। इससे स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय होगा और उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। मृगनयनी ब्राण्ड ने देश में अपनी अलग पहचान स्थापित की है। उन्होंने कहा कि खजुराहो और भोपाल जैसे शहरों के बाद अलग ब्राण्ड का शोरूम होने से यह पन्ना में भी अलग पहचान स्थापित करेगा। नगरवासियों के साथ पर्यटकों को भी गुणवत्तायुक्त उत्पाद क्रय करने की सुविधा मिल जाएगी। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।    वर्तमान में छोटे स्वरूप में इसकी शुरूआत की गई है। आगामी दिनों में वृहद स्वरूप में इसका विस्तार किया जाएगा।मंत्री सिंह ने कहा कि शोरूम को बेहतर रूप से संचालित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पन्ना की पहचान धार्मिक नगरी के रूप में है। इसे स्वच्छ और सुसज्जित बनाने के साथ ही विकास के आयामों से जोड़ने का निरंतर प्रयास किया जाएगा। डायमण्ड पार्क की स्थापना सहित एनएमडीसी खदान को पुनः शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम को कलेक्टर संजय कुमार मिश्र और पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने भी संबोधित किया। मृगनयनी के वरिष्ठ प्रबंधक योगेन्द्र सिंह ने ब्राण्ड और उत्पादों के संबंध में अवगत कराया।

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Kolar News 2 November 2022

पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने निवास से राष्ट्रीय एथलीट एवं पर्वतारोही आशा राजूबाई मालवीय की साइकिल यात्रा को फ्लैग ऑफ किया। आशा 20 हजार किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा कर देश के राज्यों का भ्रमण करेंगी और मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों का प्रचार करेंगी। मंत्री ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश के युवा अपनी प्रतिभा के दम पर देशभर में छाए हुए हैं, खासकर बेटियाँ हर क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रही हैं। राज्य सरकार भी बेटियों का हौसला बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा आशा को सायकिल और साइकिलिंग किट भेंट की गई है। उनकी यात्रा सफल हो, शुभकामना है।     अपर प्रबंध संचालक विवेक श्रोत्रिय ने बताया कि प्रदेश के नैसर्गिक सौंदर्य, समृद्ध इतिहास और संस्कृति के प्रति देश में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से साइकिल यात्रा को टूरिज्म बोर्ड ने सहयोग दिया है।  म.प्र. टूरिज्म बोर्ड ने आधुनिक जीपीएस युक्त हाइब्रिड साइकिल रोम-2 बतौर सहयोग सौंपी है। लंबी यात्रा की सुरक्षा को देखते हुए साइकिलिंग किट भी दी है। पर्यटन स्थलों को महिलाओं खास कर एकल महिला यात्रियों (सोलो फिमेल ट्रेवलर) के लिए और अधिक सुरक्षित तथा सुगम बनाने के लिए मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्राथमिकता पर विभिन्न योजना-परियोजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए बोर्ड द्वारा सुश्री आशा राजूबाई मालवीय का साइकिल से देश भ्रमण करने के लिए सहयोग के प्रस्ताव को स्वीकारते हुए साइकिल एवं साइकिलिंग किट प्रदान की गई है। आशा नेपाल-भूटान-बांग्लादेश की सीमा पर स्थित तेनजिंग नोर्गे (19,545 फीट) एवं बीसी राय (20,500 फीट) जैसी बर्फिली चोटियों को फतह कर तिरंगा फहरा चुकी हैं। फलस्वरूप उनका नाम देश की नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड ओएमजी बुक में दर्ज है।  

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Kolar News 2 November 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने हरदा जिले में सिंचाई सुविधाओं की नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार हरदा शीघ्र ही शत-प्रतिशत सिंचित जिला बनेगा। जिले में सिंचाई सुविधा से वंचित क्षेत्रों के लिये कार्य-योजना तैयार कर ली गई है। मंत्री पटेल ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, जल-संसाधन और जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि हरदा को पूर्ण रूपेण सिंचित जिला बनाने के लिये त्वरित कार्यवाही करें। मोरन्ड गंजाल और होशंगाबाद बैराज परियोजना क्रियान्वयन इकाई सिवनी-मालवा के परियोजना प्रशासक डी.आर. आकरे ने बताया कि जिले में सिंचाई सुविधा से वंचित 118 ग्राम को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिये शहीद इलाप सिंह माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना प्रस्तावित है।   मंत्री पटेल ने बताया कि प्रस्तावित परियोजना के लिये सभी आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करें। उन्होंने बताया कि उक्त परियोजना से हरदा जिले की हंडिया तहसील के 68, खिरकिया के 25, टिमरनी के 21 और हरदा तहसील के 4 गाँव के किसान लाभान्वित होंगे। उक्त परियोजना से 26 हजार 890 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इससे नर्मदा जल, पाइप केनाल से किसानों को उपलब्ध हो सकेगा। कृषि मंत्री पटेल ने मध्यप्रदेश के 67 वें स्थापना दिवस पर हरदा के स्थानीय स्टेडियम पहुँच कर खिलाड़ियों से मुलाकात की। उन्होंने स्टेडियम में रस्साकसी प्रतियोगिता का आनंद लिया और साथ ही क्रिकेट खिलाड़ियों को किट भी वितरित किये। मंत्री पटेल ने सभी को स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ दी।  

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Kolar News 2 November 2022

1 नवम्बर को पूरे मध्यप्रदेश में स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। विभिन्न जगहों पर समारोह आयोजित किये जा रहे है। वहीं अगले 7 दिनों तक मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस हर्षोल्लास एवं उमंग के साथ सभी वर्गों को जोड़ कर मनाया जायेगा। लगातार 7 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम सभी जिलों में होंगे। इन सात दिवसीय स्थापना उत्सव में नई योजना की शुरूआत, प्रभात फेरी, स्वच्छता संबंधी गतिविधियाँ, रोजगार दिवस का आयोजन, "एक जिला-एक उत्पाद" योजना पर केन्द्रित गतिविधियाँ, मध्यप्रदेश के गौरव पर केन्द्रित नाटक, लोक नृत्य और जननायकों पर केन्द्रित प्रतियोगिताएँ, वन्य-प्राणी सुरक्षा, जागरूकता, ऊर्जा-पर्यावरण, जल-संरक्षण आदि पर सेमीनार, व्याख्यान और चित्रकला प्रतियोगिताएँ की जायेगी। उत्सव के अंतिम दिन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा। स्थापना दिवस की शाम 7 बजे भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसमें शंकर-एहसान-बॉय बैंड के गीत-संगीत और शिव महिमा नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति होगी।

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Kolar News 1 November 2022

मध्यप्रदेश के 67वें स्थापना दिवस समारोह में सुप्रतिष्ठित शंकर-एहसान-लॉय बैण्ड की गीत-संगीत प्रस्तुति तथा नई दिल्ली की सुप्रतिष्ठित कोरियोग्राफर मैत्रेयी पहाड़ी के निर्देशन में 400 कलाकारों द्वारा "शिव महिमा" नृत्य नाटिका प्रमुख आकर्षण होंगे। भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में शाम 7 बजे से समारोह शुरू होगा। प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में स्थापना दिवस समारोह में सभी प्रदेशवासी सादर आमंत्रित है। मध्यप्रदेश राज्य का सौभाग्य है कि बारह ज्योतिर्लिंगों में से दो ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश में स्थित हैं। इन ज्योतिर्लिंगों के होने से मध्यप्रदेश का आध्यात्मिक मानस और संस्कृति शैव भक्ति और ज्ञान की दृष्टि से ओत-प्रोत है। मध्यप्रदेश का 67वाँ स्थापना दिवस समारोह शैव भक्ति एवं ज्ञान आधारित मनाया जा रहा है। शून्य से शिव, शिव से कालातीत महाकाल की कथा नृत्य संगीत एवं 3डी तकनीकी संयोजन के साथ प्रस्तुत की जायेगी। प्रस्तुति के लिए बहुतलीय मंच एवं सेट संयोजित किया जायेगा, जिस पर सारे प्रतीक यथा डमरु, त्रिशूल, नन्दी, जटा, गंगा आदि को समाहित करते हुए शिव प्रसंगों की समवेत प्रस्तुति होगी। देश के सुविख्यात शंकर-एहसान-लॉय बैंड की गीत-संगीत प्रस्तुति संयोजित की जा रही है। यह भारतीय संगीतकारों की तिकड़ी है। यह तिकड़ी शंकर महादेवन, एहसान नूरानी और लॉय मेंडोंसा से मिल कर बनी है। उन्होंने कई फिल्मों में संगीत दिया एवं गायन कार्य किया है। इसमें मिशन कश्मीर ,दिल चाहता है , कल हो न हो , बंटी और बबली , कभी अलविदा ना कहना , डॉन-द चेस बिगिन्स अगेन , तारे जमीं पर , रॉक ऑन , वेक अप सिड , माय नेम इज खान , कार्तिक कॉलिंग कार्तिक , हाउसफुल और सूरमा आदि शामिल हैं।  

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Kolar News 1 November 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के राजभवन के बैंक्वेट हॉल में लगाये गये तैल-चित्र का अनावरण किया। उन्होंने राजभवन के सांदीपनि सभागार में स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा मौजूद थे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने बैंक्वेट हॉल में राजभवन के अधिकारी-कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ भी दिलाई। उन्होंने उपस्थितों को सत्यनिष्ठा के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता से संभव हुई राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करने, एकता की भावना को देशवासियों में प्रसारित करने और आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने में सत्यनिष्ठा से योगदान देने के लिए संकल्पित कराया। तैल-चित्र का निर्माण राज सैनी द्वारा किया गया है।         

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Kolar News 1 November 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनजातीय गौरव दिवस 15 नवम्बर को मनाने के निर्णय के लिए मध्यप्रदेश सदैव ऋणी और आभारी रहेगा।मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि- आज यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से भारत की संस्कृति, जीवन-शैली, सौर ऊर्जा, युवाशक्ति, पर्यावरण-संरक्षण सहित मन की बात से अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने हमें सिखाया कि कैसे अपने परिवेश के साथ सद्भाव में रहना है और अपनी संस्कृति पर गर्व करना है। उनसे प्रेरित होकर उनके सपनों को पूरा करने और अपने जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए देश में कार्य हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। प्रधानमंत्री श्री मोदी गत वर्ष 15 नवम्बर को मध्यप्रदेश आकर राजधानी भोपाल में दिवस में शामिल हुए थे। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आदिवासी और जनजातीय समाज को एकजुट करने और देश को आजादी दिलाने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। उनके योगदान का सदैव स्मरण करना हमारा दायित्व भी है।  

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Kolar News 31 October 2022

राज्यपाल  मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार की शाम को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अतिथियों द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जायेगा। इस मौके पर पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्र-गान की धुन, विद्यार्थियों द्वारा देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये जायेंगे। कार्यक्रम में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर केन्द्रित फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी। राज्यपाल और मुख्यमंत्री का सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर उद्बोधन भी होगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म-तिथि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस पर प्रदेश में राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाये रखने की शपथ ली जायेगी। साथ ही सभी जिलों में 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन भी होगा।

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Kolar News 31 October 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान का उद्देश्य आमजन को सरकार की जनहितैषी योजनाओं का लाभ दिलाना है। इसलिए शिविर लगा कर सभी विभागों के  कर्मचारियों को एक ही छत के नीचे बिठा कर आमजन की समस्याएँ सुनी जा रही हैं। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि गरीबों एवं असहाय लोगों के लिए काम करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है। उन्होंने कहा कि आपका सेवक आपकी सेवा हमेशा करता रहेगा। नागरिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए यह शिविर लगाया गया है। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से सागर ताल का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। नालों का निर्माण का कार्य चालू है। घर के नजदीक ही स्वास्थ्य सुविधाएँ मिले, इसके लिये प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक बनाई जा रही हैं।  वार्ड नं. 6 में भी संजीवनी क्लीनिक का शीघ्र ही भूमि-पूजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपनगर के 16 हजार से अधिक पात्र परिवारों को राशन की पात्रता पर्ची दी जा चुकी है। साथ ही पेंशन एवं आयुष्मान कार्ड बड़ी संख्या में बनाये गए हैं। ऊर्जा मंत्री तोमर ने हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र भी वितरित किये।

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Kolar News 31 October 2022

पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जिले में घुमंतू जनजाति के लोगों का सर्वे कर उन्हें मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना में भूमि का पट्टा दें और प्रधानमंत्री आवास योजना में उन्हें आवास मुहैया कराएँ। राज्य मंत्री पटेल शुक्रवार को मंदसौर जिले के अजयपुर और ग्राम बाबुल्दा में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के शिविर को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री पटेल ने निर्देश दिये कि जिले में पिछड़ा वर्ग के लोगों को चिन्हित कर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में वर्तमान में 45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। राज्य सरकार द्वारा राज्य मंत्री पटेल को मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान अंतर्गत मंदसौर जिले का प्रभार दिया गया है। शिविर को नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 तक प्रदेश के आवासहीन व्यक्तियों को पात्रतानुसार आवास दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि सीतामऊ क्षेत्र में करीब 1664 करोड़ रूपये की सिंचाई योजनाओं को पूरा किया गया है। शिविर मे विधायक देवीलाल धाकड़ एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।  

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Kolar News 30 October 2022

राष्‍ट्रीय एथलीट और पर्वतारोही आशा राजूबाई मालवीय मध्‍यप्रदेश के स्‍थापना दिवस- एक नवंबर को 20 हजार किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा कर देश के सम्पूर्ण राज्यों का भ्रमण करेंगी। यात्रा के दौरान वे प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों, नैसर्गिक सौंदर्य, समृद्ध इतिहास और संस्कृति को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने के अभियान का हिस्सा बनेंगी। पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर साइकिल यात्रा को फ्लेग ऑफ करेंगी। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने आशा को यात्रा में सहयोग के रूप में टूरिज्म बोर्ड की ओर से बेहद आधुनिक जीपीएस युक्त हाइब्रिड साइकिल रोम-2 और साइकिल किट सौंपी।   पर्यटन स्थलों को महिलाओं खास कर एकल महिला यात्रियों (सोलो फीमेल ट्रेवलर) के लिए और अधिक सुरक्षित तथा सुगम बनाने मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्राथमिकता पर विभिन्न योजना-परियोजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर बोर्ड द्वारा खिलचीपुर, जिला राजगढ़ की रहने वाली राष्‍ट्रीय एथलीट एवं पर्वतारोही सुश्री आशा राजूबाई मालवीय का साइकिल से देश भ्रमण का प्रस्ताव स्वीकार कर उनकी पहल का स्वागत किया है। यात्रा का समापन 11 माह बाद दिल्ली में होगा। आशा नेपाल-भूटान-बांग्लादेश की सीमा पर स्थित तेनजिंग खान (19,545 फीट) एवं बीसी राय (20,500 फीट) जैसी बर्फीली चोटियों को फतह कर तिरंगा फहरा चुकी हैं। उनका नाम नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड ओएमजी बुक में दर्ज है।

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Kolar News 30 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर में बन रही सिक्स लेन सड़क राजधानी की सबसे सुंदर सड़क होने के साथ भविष्य को ध्यान में रख कर बनाई जा रही है। भविष्य में मेट्रो ट्रेन के आगमन और समन्वित विकास के लिए आवश्यक तैयारी के साथ सड़क निर्माण की परियोजना तैयार की गई है। इसके लिए जन-प्रतिनिधि, लोक निर्माण विभाग और आमजन बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने नागरिकों से विकास के प्रयासों में सहभागी होने का आह्वान भी किया। मुख्यमंत्री चौहान आज भोपाल के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर (कोलार) में सिक्स लेन रोड के उन्नयन और सुदृढ़ीकरण के प्रकल्प का भूमि-पूजन कर रहे थे। इसकी लागत लगभग सवा 200 करोड़ रूपए और लम्बाई 15 किलोमीटर है। इस सीमेंट-कांक्रीट रोड के निर्मित होने के बाद आगामी 30 वर्ष तक इसकी मरम्मत की आवश्यकता नहीं होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विलंब से कार्य पर निर्माण एजेंसी को आर्थिक दंड भरना होगा। साथ ही यदि समय के पहले कार्य संपन्न होते हैं तो 3 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि बोनस के रूप में दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा विकास की नई दृष्टि के साथ कार्य हो रहा है। जब कहीं सड़क बनती है तो उसे फिर से बार-बार खोदने का कार्य नहीं होना चाहिए। यहाँ इसके लिए व्यवस्थित योजना तैयार कर क्रियान्वित की जा रही है। इसके लिए जन-प्रतिनिधि और संबंधित विभाग बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विधायक श्री रामेश्वर शर्मा के सक्रिय होने से विकास का कार्य आसान होता है। शर्मा, कल्पना शक्ति और इच्छा-शक्ति से कार्य करते हैं। उनमें कोलार, बैरागढ़ और क्षेत्र के विकास के लिए तड़प है। भोपाल को स्वच्छतम राजधानी के रूप में पुरस्कृत किया गया है। प्रयास करें कि आने वाले समय में सर्वश्रेष्ठ और स्वच्छ नगर के रूप में भोपाल की पहचान मजबूत हो।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद सलकनपुर वाली विजयासन माता स्थल के विकास का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटियों को बचाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ आमजन नशा मुक्ति का संकल्प भी लें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह क्षेत्र, नशा मुक्त हो जाए, इसमें सबका सहयोग जरूरी है। नशे के कारोबारियों को दफन कर देने की जरूरत है। गरीबों के लिए पैसे की कमी नहीं है। प्रत्येक पात्र व्यक्ति राशन वितरण योजना का लाभ ले। इसी तरह आयुष्मान भारत योजना में आयुष्मान कार्ड बनवाने और अन्य योजनाओं में गरीबों के नाम जुड़वाने का कार्य करवाने में सभी नागरिक रूचि लें। जन-प्रतिनिधि भी इसमें आवश्यक सहयोग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आहवान किया कि अमृत योजना-2, प्रधानमंत्री किसान-कल्याण योजना, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना, उद्यमियों को सहायता प्रदान करने वाली योजनाओं और स्व-रोजगार योजनाओं का भी सभी पात्र लोग लाभ लें।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा संकल्प है कि कोई गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा। आपराधिक तत्वों से मुक्त कराई गई जमीन आवास योजनाओं में उपयोग की जाएगी। आगामी 2 नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी सम्मेलन होने वाला है। बेटियाँ बोझ नहीं वरदान हैं। योजना में जितनी भी बेटियाँ आएंगी उनकी कॉलेज की फीस चाहे वह मेडिकल की हो, इंजीनियरिंग की हो, राज्य सरकार भरवाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होगी। एक साल के अंदर एक लाख सरकारी भर्तियों की प्रक्रिया पूरी की जाएगी ताकि हमारे नौजवानों को सीधे रोजगार मिले। सीएम राइज़ योजना में सर्वसुविधा युक्त स्कूल बनाए जा रहे हैं। पुलिस विभाग में भर्ती की कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में 17 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई है। अब 15 हजार अन्य शिक्षकों की भर्ती कर रहे हैं।   लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने गाँव, गरीब और किसान वर्ग के साथ शहरी क्षेत्र के लोगों के कल्याण के कदम उठाए हैं। कोलार मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ ड्रेनेज की व्यवस्था रहेगी। जल भराव नहीं होगा। फुटपाथ और सर्विस डक्ट भी बनेंगे। भूमिगत रूप से पानी, रसोई गैस और फाइबर लाइन बिछाने आवश्यक व्यवस्था रहेगी। चौराहों के उन्नयन के साथ प्रकाश व्यवस्था भी रहेगी। सड़कों के निर्माण के साथ पट्टिका लगा कर जिम्मेदार एजेंसी का उल्लेख करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान का सपना है कि भोपाल, चंडीगढ़, हैदराबाद जैसे नगरों की तरह विकसित हो। भार्गव ने भोपाल सहित प्रदेश में निर्मित की जाने वाली सड़कों, फ्लायओवर और बीस रोप-वे की प्रस्तावित योजनाओं, परियोजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की मंशा अनुरूप कार्य का संचालन हो रहा है। समय-सीमा में कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।     विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर में अब तक हुए विकास कार्य मुख्यमंत्री चौहान की पहल पर सम्पन्न हुए हैं। उन्होंने निर्माण और विकास कार्यों में पूरा सहयोग दिया है। पीने के पानी का प्रबंध हुआ है। करीब 25 हजार घरों में नल कनेक्शन देने का कार्य भी पूरा हो गया है। बहुमंजिला भवनों में बल्क नल कनेक्शन देने की पहल हुई है। चार पुल निर्मित हो गए हैं। राज्य सरकार से 15 करोड़ रूपए की अतिरिक्त राशि प्राप्त हुई है। शर्मा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप और सलकनपुर मंदिर से यह क्षेत्र अब बेहतर रूप में कनेक्ट हो जाएगा। उन्होंने सिक्स लेन सड़क निर्माण परियोजना की विशेषताएँ बताई। आगामी 11 माह में सिक्स लेन सड़क निर्माण का लक्ष्य है। इसके पहले ही यह कार्य पूरा कर लेने का संकल्प लिया गया है। सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में चहुँमुखी विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री चौहान राजधानी भोपाल और मध्यप्रदेश के सभी क्षेत्रों के विकास के लिए संकल्पबद्ध हैं। महापौर मालती राय ने आभार माना। प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान सहित जन-प्रतिनिधियों ने कन्या-पूजन भी किया।

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Kolar News 30 October 2022

लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि प्रदेश में सड़क दुर्घटना पर नियंत्रण के लिए आगामी एक वर्ष में प्रदेश की सड़कों को ब्लैक स्पॉट से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने यह बात इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा आयोजित इंटरनेशनल सेमिनार ऑन रोड सैफ्टी करंट सिनेरियो वे फारवर्ड सेमिनार में कही। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनों को नियंत्रित करने के लिए सरकार और समाज को सम्मिलित प्रयास करने होंगे। लोक निर्माण मंत्री भार्गव ने कहा कि हम एक ऐसा सिस्टम तैयार करना चाहते हैं, जिसमें यातायात नियमों का और सख्ती से पालन हो। दुर्घटनाएँ न हो इस विषय में हमें गंभीरता से सोचना होगा। उन्होंने कहा कि आज हुई परिचर्चा हमें सड़क यातायात सुधार में मुकम्मल स्थान पर पहुँचाने में मदद करेगी। मंत्री भार्गव ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक अकेला विभाग लोक निर्माण सक्षम नहीं होगा। इसके लिए सभी विभागों को प्रयत्न करने होंगे। आमजन को यातायात नियम, यातायात सुरक्षा के लिए जागरूक बनना होगा तभी अच्छे परिणाम देखने को मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु होना चिंता का विषय है। इसलिए यह जरूरी है कि इस महत्वपूर्ण विषय पर हम सब लोग विचार करें।   कार्यक्रम में इंडियन रोड कांग्रेस के सेक्रेटरी जनरल  एस.के. निर्मल, वाइस प्रेसिडेंट आर.के. मेहरा, इंजीनियर इन चीफ एमपी पीडब्ल्यूडी श्री नरेंद्र कुमार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर जी.पी. मेहरा, नेशनल हाई-वे के टेक्निकल मेंबर  महावीर सिंह, इंडियन रोड कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट  प्रणब कुमार, चेयरमेन कमेटी  बी.के. चौहान और लोकल ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी आर.के. जोशी भी उपस्थित थे। सेमिनार में आई.आर.सी. द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों और विभिन्न राज्यों से 120 प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। मध्यप्रदेश के जिलों के विभिन्न विभागों के 130 प्रतिनिधियों ने भी भागीदारी की। दो दिवसीय सेमिनार में कुल 17 तकनीकी प्रस्तुतिकरण किये गये।

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Kolar News 29 October 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के  मुख्य आतिथ्य में ग्वालियर में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में शिविर लगाया गया।  शिविर में 405 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 321 आवेदनों को मौके पर ही निराकृत किया गया। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि राज्य सरकार की मंशानुसार अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाना इन शिविरों का उद्देश्य है। विभागीय अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ हितग्राहियों को लाभान्वित कराएँ। तोमर ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से कोई भी पात्र परिवार छूटे नहीं, इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर 17 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान चलाया जा रहा है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को बड़ा संबल मिला है।    मंत्री तोमर ने कहा कि उपनगर में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिये बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। दो सीएम राइज स्कूल बनने जा रहे हैं। इसमें से एक शा.क.उ.मा.वि. फोर्ट रोड का भूमि पूजन शनिवार को मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जाएगा। कम्युनिटी हॉल कांचमील में आम जनता की सुविधा के लिए लगाये गये शिविर में लाड़ली लक्ष्मी योजना, निर्माण श्रमिक कार्ड, वृद्धावस्था तथा कल्याणी पेंशन और घरेलू कामकाजी महिलाओं एवं हाथठेला योजना संबंधी आवेदन आये। अधिकारियों द्वारा आवदनों का शिविर में ही सत्यापन कर निराकरण किया गया। पात्र हितग्राहियों को ऊर्जा मंत्री श्री तोमर द्वारा स्वीकृति-पत्र सौंपे गए।  

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Kolar News 29 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा जी से पाइप लाइन बिछा कर किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिये पानी पहुँचाने के प्रबंध किये जाएंगे। इसके लिये 102 करोड़ रूपये की लागत की सिंचाई योजना स्वीकृत की गई है। ऐसे किसान, जिनकी ढाई-ढाई हेक्टयर भूमि है, उन्हें इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा। विशेष कर उन किसानों को जिन्हें वारना नहर से पानी नहीं मिल पा रहा है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान आज सीहोर जिले के बुधनी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत गादर में मुख्यमंत्री जन-सेवा शिविर को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने शिविर में आए ग्रामीणों को केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में पात्र व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें लाभान्वित करने जन-सेवा शिविर लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणजन सजग होकर योजनाओं का लाभ लें।    मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी पात्र व्यक्ति शासन की योजना के लाभ से वंचित न रहे। इसके लिये डोर-टू-डोर सर्वे भी किया जाए।मुख्यमंत्री चौहान को शिविर में मूक बधिर श्री रंजीत चौहान ने अपनी समस्या से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने हितग्राही को यथाशीघ्र लाभ दिलाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने शिविर में आए आवेदनों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में अब तक की गई कार्यवाही से अवगत कराया। मुख्यमंत्री चौहान ने कन्या-पूजन के साथ शिविर का शुभारंभ किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं में हितलाभ और स्वीकृति-पत्र वितरित किए। विदिशा सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया। शिविर में जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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Kolar News 29 October 2022

राज्य शासन ने जल जीवन मिशन में प्रदेश के चिन्हित किये गये संवहनीय जल स्त्रोत विहीन (water scarce) ग्रामों के लिये भू-जल और सतही जल स्त्रोतों के परीक्षण तथा नलजल योजना बनाए जाने के लिए उपलब्ध होने वाले स्त्रोतों की उपयुक्तता का आकलन करने "जल जीवन मिशन योजना हेतु स्त्रोत परीक्षण समिति" का गठन किया गया है। प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी की अध्यक्षता में गठित समिति में प्रमुख अभियंता जल संसाधन, सदस्य अभियांत्रिकी नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, निदेशक मैपकॉस्ट, मुख्य महाप्रबंधक मध्यप्रदेश जल निगम, क्षेत्रीय संचालक केन्द्रीय भू-जल बोर्ड और मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (समस्त परिक्षेत्र) को सदस्य बनाया गया है। अधीक्षण यंत्री मॉनिटरिंग लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को सदस्य सचिव मनोनीत किया गया है। प्रदेश में चिन्हित किये गये 10 हजार 409 संवहनीय जल-स्त्रोत विहीन (water scarce) ग्रामों के लिये समिति द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार जल स्त्रोत की उपलब्धता होने की अनुशंसा की जायेगी। समिति की अनुशंसा पर प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग नलजल योजनाओं की डीपीआर तैयार कर सक्षम स्तर से प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त करने की कार्यवाही करेंगे। समिति द्वारा एक माह में निर्देशित कार्रवाई पूर्ण करना सुनिश्चित किया जायेगा।

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Kolar News 28 October 2022

प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में रोजगार एवं कॅरियर अवसर मेलों तथा कौशल उन्नयन के लिए हुए प्रशिक्षण कार्यक्रमों से प्रदेश के विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान किया जाता है। गौरतलब है कि उच्च शिक्षा विभाग की स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन योजना से शासकीय महाविद्यालयों में सत्र 2021-22 तथा 22-23 में 21 हजार 315 विद्यार्थियों ने बैंकिंग, फार्मा, कोरियर सर्विस, माइक्रो फायनेंस एवं स्माल फाइनेंस, सेक्युरिटी सेवा, बायो टेक्नोलॉजी, एग्रोटेक, टेक्सटाइल, वर्धमान, यार्न, अल्ट्राटेक, ब्रिज स्नों पीथमपुर, टीसीएस, विप्रो, सिप्ला आदि अशासकीय संगठित और असंगठित क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त किये। साथ ही 3595 विद्यार्थियों ने स्वयं का व्यवसाय शुरू किया।   ज्ञात हो कि महाविद्यालयों में स्व-रोजगार के लिए कॅरियर मार्गदर्शन योजना प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थी अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। ऐसे ही प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ किया है। इसमें ब्यूटी पार्लर, बुटीक, केक निर्माण, वर्मीकंपोस्ट निर्माण, मछली पालन तथा वनोपज से संबंधित व्यवसाय शामिल हैं।  इसके अतिरिक्त शासकीय महाविद्यालयों को उद्यमिता शिविर किए जाते हैं, जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जाता है। इससे अनेक विद्यार्थियों को आय प्राप्त हो रही है। अनेक छात्र– छात्राएँ आय प्राप्त कर रहे हैं।  

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Kolar News 28 October 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि पूरी तैयारी के बाद पूजा स्थलों पर भव्यता के साथ छठ पूजा की जायेगी। सारंग ने लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के मद्देनजर भोपाल में विभिन्न स्थानों पर बने छठ पूजा स्थलों का निरीक्षण किया। मंत्री सारंग ने बुधवार को अन्ना नगर शाखा ग्राउंड, सुभाष नगर दुर्गा मंदिर, एकतापुरी दशहरा मैदान, राजेंद्र नगर, करोंद पर तैयार किये जा रहे छठ पूजा स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने जल कुंडों की साफ-सफाई, स्वच्छता, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था एवं छठ पूजा करने वालों की सुविधा और सुरक्षा संबंधी जानकारी ली।   मंत्री श्री सारंग ने कहा कि प्रत्येक त्यौहार बेहद हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। विगत 10 वर्षों से छठ पूजा के लिये सूर्य कुण्डों का निर्माण कर घाटों का विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पूजा के दौरान लोगों को असुविधा नहीं हो, इस के लिये छठ घाटों पर सुविधा एवं सुरक्षा का ध्यान रखते हुए व्यवस्था की जा रही है। मंत्री सारंग ने कहा कि छठ पूजा के अवसर पर बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलायें पूजन में शामिल होती हैं। महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिये छठ घाटों के समीप नगर निगम द्वारा अस्थाई शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। निरीक्षण के दौरान महापौर मालती राय, एमआईसी सदस्य अशोक वाणी और आनंद अग्रवाल, क्षेत्रीय पार्षद, नगर निगम के अधिकारी एवं स्थानीय रहवासी उपस्थित रहे।   मंत्री  सारंग ने गोवर्धन पूजा के अवसर पर निज निवास पर विधि-विधान के साथ गो-माता की पूजा-अर्चना की। मंत्री सारंग ने गो-माता को रोटी खिलाकर आरती उतारी। मंत्री सारंग ने कहा कि सनातन संस्कृति में पूज्य एवं वेदों में प्रतिष्ठित गोमाता में सभी देवी-देवता विद्यमान रहते हैं। जिस प्रकार देवी लक्ष्मी सुख-समृद्धि देती हैं उसी प्रकार गो माता भी अपने दूध से जन-मानस को स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि गाय सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय है। गो-संवर्धन हमारा कर्त्तव्य और समाज की जरूरत भी है।  

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Kolar News 27 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोवर्धन पूजा पर प्रदेशवासियों को पौध-रोपण करने, बिजली बचाने, पानी बचाने, लकड़ी के स्थान पर गो-काष्ठ का उपयोग करने, प्राकृतिक खेती अपनाने, गो-ग्रास के लिए योगदान देने, पराली नहीं जलाने और पर्यावरण-संरक्षण के लिए राज्य सरकार के साथ हरसंभव सहयोग देने का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गोवर्धन पूजा पर्यावरण और प्रकृति की पूजा ही है। मुख्यमंत्री चौहान कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर भोपाल में गोवर्धन पूजा पर प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के उद्देश्य से आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। पर्यावरण मंत्री  हरदीप सिंह डंग, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस इस्कॉन के गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गोरांग दास विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ कन्वेंशन सेंटर परिसर में बने गोवर्धन परिक्रमा पर्वत की विधि-विधान से पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और संपन्नता की कामना की। कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। पर्यावरण-संरक्षण पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के 16 नगर निगमों में शहरी पार्क, शहरी वन क्षेत्र, हरित परिवहन, वायु गुणवत्ता और सौर ऊर्जा के मापदंडों पर रैंकिंग के लिए ग्रीन सिटी इंडेक्स का सिंगल क्लिक से शुभारंभ किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रकृति के असंतुलन से मनुष्य के अस्तित्व पर संकट आएगा। हमारी संस्कृति, प्रकृति के दोहन का संदेश देती है, शोषण का नहीं। भारतीय संस्कृति में हर बिंदु पर पेड़ों की पूजा और जियो और जीने दो के सिद्धांत को व्यवहार में लाने का ध्यान रखा गया है। किसान जीव-जंतुओं के चारे के लिए घास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बीड़ के रूप में अपने गाँवों में स्थान छोड़ते थे। आज वही अवधारणा ग्रीन बेल्ट के रूप में लागू हो रही है। प्राणियों में सद्भावना और विश्व के कल्याण का भाव, भारतीय परंपरा में वर्षों से विद्यमान है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए वर्तमान में धरती की चिंता करना आवश्यक है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लाइफ फॉर एनवायरमेंट कार्यक्रम आरंभ किया गया है। उनके संकल्पों को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश प्रतिबद्ध है। धरती बचाने के लिए जीवन शैली में परिवर्तन लाना आवश्यक है। हमें अपने जीवन में पानी बचाने, बिजली बचाने, अपने जन्म-दिवस, शादी की वर्षगाँठ सहित अन्य शुभ अवसरों पर पौधा लगाने को आदत में शामिल करना होगा। विकास और पर्यावरण-संरक्षण के बीच संतुलन आवश्यक है। पर्यावरण-संरक्षण के संबंध में जन-साधारण से भी विचार आमंत्रित किए जा रहे हैं। इन गतिविधियों में समाज और सरकार साथ मिल कर कार्य करेंगे। प्रदेश में "ग्रीन एनर्जी-क्लीन एनर्जी" के लिए नवकरणीय ऊर्जा के स्रोतों को प्रोत्साहित करने की दिशा में गतिविधियाँ संचालित हैं।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गो-वंश के रख-रखाव की जिम्मेदारी सरकार के साथ समाज को भी उठानी होगी। मशीनीकरण के कारण बैलों का उपयोग नहीं रहा है। दुग्ध उत्पादन के योग्य नहीं रही गायों को भी छोड़ दिया जाता है। प्रदेश में 1 करोड़ 87 लाख से अधिक गो-वंश है। बहुत बड़ी संख्या में गो-वंश सड़क पर है। इनके प्रबंधन के लिए समाज और सरकार को संयुक्त रूप से आगे आना होगा। गाय के गोबर से सीएनजी उत्पादन के लिए प्रदेश में प्रयास हो रहे हैं। साथ ही गो-मूत्र और गोबर के अन्य उपयोग भी हैं, इन्हें शामिल कर गो-शालाओं को बहुआयामी बना कर उन्हें आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। शहर और ग्रामों में पौध-रोपण के लिए स्थान निर्धारित किए जाएंगे। इन स्थानों की देख-रेख पंचायत तथा नगरीय निकाय करेंगे। यह स्थान गो-वंश के लिए भी सुरक्षित होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के उपयोग से हो रही खेतों की दुर्दशा को रोकने के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाना आवश्यक है। सभी किसान भाई अपनी-अपनी कृषि भूमि के एक भाग में प्राकृतिक खेती को अपनाएँ। मध्यप्रदेश में जीडीपी की गणना में ग्रास एनवायरमेंटल प्रोडक्ट को भी जोड़ा जाएगा। प्राकृतिक संसाधन, वन और जैव विविधता को भी जीडीपी में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास करेगी। प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखना समय की मांग है। गोवर्धन पूजा कर्मकांड नहीं प्रकृति के संरक्षण का अभियान है। समाज और सरकार मिल-कर धरती बचाने का संकल्प लें।   इस्कॉन संस्था के गोरांग दास जी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा पर्यावरण हितैषी जीवन-शैली को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित सामाजिक नेतृत्व के इस कार्यक्रम की अवधारणा सराहनीय है। मानव समाज में भ्रांतियाँ विद्यमान हो गई हैं कि धन ही सुख का आधार है, तकनीक से शांति प्राप्त की जा सकती है, अस्त्रों से सुरक्षित रह जा सकता है, भूमि से भोग की सभी सामग्री प्राप्त की जा सकती है और अपशिष्ट के लिए पृथ्वी का निर्बाध उपयोग किया जा सकता है। जिससे प्राकृतिक व मनुष्य का आतंरिक पर्यावरण बिगड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ, जन-सामान्य में आत्म-संयम विकसित करने धर्म गुरुओं का सहयोग ले रही है। जीवन की निरंतरता के लिए पर्यावरण के प्रति नम्रता और कृतज्ञता का भाव आवश्यक है। पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की पर्यावरण संवेदी सोच के परिणाम स्वरूप ही गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम की संकल्पना साकार हुई। मातृ-भूमि को स्वच्छ सुंदर बनाना हमारा कर्त्तव्य है। प्राकृतिक संपन्नता से ही प्रदूषण की समस्या के समाधान का मार्ग प्रशस्त होता है। प्रदेश में अंकुर अभियान में 16 लाख लोगों द्वारा पंजीयन कराया गया है। पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) तथा मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सभी जिले और विकासखंड वर्चुअली शामिल हुए। विभिन्न टी.वी. चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मस से भी लोग कार्यक्रम से जुड़ें। कार्यक्रम में अंकुर अभियान के प्रतिभागी और ग्राम पंचायतों में प्रस्फुटन समितियों के सदस्य सहभागी रहें। गोवर्धन-पूजा के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश की सभी गोशालाएँ, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि प्रशिक्षण केन्द्र, कृषि उपज मंडियाँ, नाबार्ड के एफपीओ, सहकारी समितियाँ, कृषि महाविद्यालय और विश्वविद्यालय वर्चुअली शामिल हुए।

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Kolar News 27 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश की सभी पंचायतों में यह कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री चौहान निवास कार्यालय पर कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति कल्याण और जनजातीय कार्य डॉ. पल्लवी जैन गोविल, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला सहित अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम में नवनिर्मित कन्या शिक्षा परिसरों का वर्चुअली लोकार्पण होगा। संपूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम, पेसा एक्ट, मित्र-24x7 कॉल सेंटर और ट्राइबल डिजाइन सेंटर- एनआईडी भोपाल का शुभारंभ होगा। साथ ही जेईई, नीट और क्लेट के विद्यार्थियों का सम्मान होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा एक्ट के कार्यक्रम का 7 दिवस पहले से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए।  

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Kolar News 27 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के उपलक्ष्य में पर्यावरण-संरक्षण पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर भोपाल में सुबह 11 बजे से होगा। मुख्यमंत्री चौहान की उपस्थिति में जन-भागीदारी से पौध-रोपण, जल-संरक्षण और सस्टेनेबल ग्रीन साइट्स पर गतिविधियाँ होंगी। मुख्यमंत्री चौहान अंकुर अभियान के प्रतिभागियों से संवाद भी करेंगे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम से सभी जिले वर्चुअली जुड़ेंगे। जिलों में होने वाले कार्यक्रमों में पर्यवारण प्रेमी, पर्यावरणविद और अंकुर अभियान के प्रतिभागी शामिल होंगे। गोवर्धन पूजा के उपलक्ष्य में सभी जिलों में होने वाले कार्यक्रमों का समन्वय मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा किया जा रहा है।   उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चौहान ने 22 अक्टूबर को प्रदेशवासियों के नाम जारी संदेश में कहा था कि गोवर्धन पूजा का पर्व सार्वजनिक रूप से मनाया जाएगा। गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण और प्रकृति की पूजा है, इसका आरंभ भगवान श्रीकृष्ण ने किया था। उन्होंने बृजवासियों से कहा था कि गोवर्धन पर्वत गायों को घास देता है, पर्वत पर लगे पेड़ों के फलों का उपयोग किया जाता है और पर्वत के जंगल लोगों को जीवन देते हैं। इसलिए यदि बृजवासियों को पूजा करना है तो गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाए। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा शुरू की गई परंपरा आज तक भारत में जारी है। गोवर्धन पूजा का अर्थ पर्यावरण की रक्षा करना है, जो आज बहुत प्रासंगिक हो गई है। गोवर्धन पूजा पर्यावरणविदों और पर्यावरण प्रेमियों के साथ की जाएगी। प्रकृति की पूजा और संरक्षण ही धरती को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित छोड़ सकती है। इसी उद्देश्य से संपूर्ण प्रदेश में प्रकृति प्रेमियों के साथ गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाएगा।

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Kolar News 26 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम देवरान में गोलीबारी की घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की असामयिक मृत्यु होने पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री  चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति और शोकाकुल परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रभावितों को उचित आर्थिक सहायता देने और घटना की जाँच कर दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं। 

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Kolar News 26 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार प्रदेश में नशामुक्ति अभियान में कड़ी कार्यवाही जारी है। अब तक एक लाख 44 हजार 621 लीटर से अधिक अवैध शराब जप्त की जा चुकी है। अब तक 17 हजार 908 प्रकरण दर्ज कर 18 हजार 272 लोगों को आरोपी बनाया जा चुका है। अभियान में एनडीपीएस एक्ट में 1117 प्रकरण दर्ज कर 1190 आरोपी से 5905.358 मादक पदार्थ जप्त किये गये। सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वाले 5691 लोगों के विरूद्ध 5375 प्रकरण दर्ज किये गये हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरूद्ध 2346 प्रकरण दर्ज कर 2354 आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। अभियान में धूम्रपान निषेध कानून में 6723 प्रकरण दर्ज कर 7342 आरोपी बनाये गये हैं। अवैध मादक पदार्थों का नशा कराने वाले 24 हजार 975 और अवैध शराब पीने-पिलाने वाले 37 हजार 312 संदिग्ध स्थानों की सघन जाँच की गई है। नशामुक्ति के लिये जागरूकता कार्यक्रम भी सतत चलाये जा रहे हैं। अब तक 14 हजार 175 कार्यक्रम किये जा चुके हैं।  

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Kolar News 26 October 2022

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर 'नानो' कावरे ने प्रदेशवासियों को 7वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के मौके पर शुभकामनाएँ दी हैं। कावरे ने अपने संदेश में कहा है कि दुनिया में सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणालियों में आयुर्वेद को जाना जाता है। यह उपचार प्रणाली शरीर, आत्मा और दिमाग में स्वस्थ जीवन-शैली और आहार का अभ्यास करने के लिये प्रोत्साहित करती है। आयुर्वेद दवाएँ मानव शरीर को बीमारियों और शारीरिक दर्द से मुक्त रखने में मदद करती हैं। देश में पिछले 8 वर्ष में आयुर्वेद को वैश्विक पहचान दिलाने में केन्द्र सरकार द्वारा ठोस प्रयास किये गये हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से आयुर्वेद जैसी भारत की पारम्परिक चिकित्सा पद्धति को सम्मान के साथ व्यापक स्तर पर अपनाने का आग्रह किया है। 7वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 23 अक्टूबर रविवार को प्रदेश में व्यापक आयोजन होंगे। आयुष विभाग ने विभागीय जिला कार्यालयों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये हैं। इस वर्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की थीम "हर दिन-हर घर आयुर्वेद'' रखी गई है। कार्यक्रम की रूपरेखा "आयुर्वेद @ 2047'' थीम पर तैयार की गई है। आयुष राज्य मंत्री कावरे राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के मौके पर बालाघाट जिले में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे।  

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Kolar News 23 October 2022

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को दतिया जिले के बड़ौनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को प्रथम एवं द्वितीय किश्त की राशि एक करोड़ 69 लाख रूपये की खातों में अंतरित की। उन्होंने कहा कि आज से दीपावली की शुरूआत में धनतेरस पर बड़ौनीवासियों को लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त हुई है। माँ पीताम्बरा के आशीर्वाद से दतिया जिले के सर्वांगीण और चहुमुखी विकास में कोई कोर-कसर नहीं रहने देंगे। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा प्रधानमंत्री आवास योजना में निर्माण राशि वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दतिया जिले के सभी गरीब परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराये जायेंगे। जिले में आवास के लिये प्राप्त 450 आवेदन-पत्रों का परीक्षण कर पात्र परिवारों को शीघ्र ही योजना से लाभान्वित किया जायेगा। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित करने के लिये सभी स्तर पर प्रयास किये जायेंगे, जिससे जिले का चहुमुखी विकास हो सके। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कार्यक्रम में 48 हितग्राही को नवीन पेंशन स्वीकृति-पत्र और 150 श्रमिकों को मजदूर कार्ड वितरित किये। अनुग्रह सहायता योजना में 3 प्रकरण में 6 लाख 16 हजार रूपये की राशि और अंत्येष्टि सहायता योजना के 4 प्रकरण में 21 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 23 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना में बने साढ़े चार लाख आवासों में गृह प्रवेश कर रहे परिवारों को शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि आज से दीपावली आरंभ हो रही है और इस शुभ दिन में लोग अपने आवासों में गृह प्रवेश करेंगे। सभी लोगों को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। आज धनतेरस के दिन प्रधानमंत्री मोदी का आशीर्वाद प्रदेशवासियों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी गृह प्रवेश के कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। उनके आर्शीवचन भी प्रदेश को सुनने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया के माध्यम से निवास कार्यालय से यह संदेश दिया। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि ‍गृह प्रवेश करने वाले परिवारों में उत्साह और आनंद का वातावरण है। परिवारजन अपने-अपने घरों पर रंगोली बना रहे हैं। नारियल फोड़ कर गृह प्रवेश कराया जाएगा और घरों में दीप प्रज्ज्‍वलित होंगे। जहाँ-जहाँ आवास बने हैं, वहाँ हर गाँव में धूमधाम के साथ गृह प्रवेश कार्यक्रम किया जाएगा। इसमें सभी मंत्रीगण तथा जन-प्रतिनिधि शामिल होंगे।  

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Kolar News 22 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गोवर्धन पूजा का पर्व सार्वजनिक रूप से मनाया जाएगा। गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण और प्रकृति की पूजा है, इसका आरंभ भगवान श्रीकृष्ण ने किया था। उन्होंने बृजवासियों से कहा था कि गोवर्धन पर्वत गायों को घास देता है, पर्वत पर लगे पेड़ों के फलों का उपयोग किया जाता है और पर्वत के जंगल लोगों को जीवन देते हैं। इसलिए यदि बृजवासियों को पूजा करना है तो गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाए। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा शुरू की गई परंपरा आज तक भारत में जारी है। गोवर्धन पूजा पर्यावरण की रक्षा है, जो आज बहुत प्रासंगिक हो गई है। इसलिये गोवर्धन पूजा पर्यावरणविदों और पर्यावरण प्रेमियों के साथ मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रकृति की पूजा ही धरती को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित कर सकती है, इसलिये प्रकृति प्रेमियों के साथ ही गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम होगा।  

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Kolar News 22 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सभी औद्योगिक क्षेत्रों में अपार संभावनाएँ हैं। टेक्सटाईल, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्युटिकल सेक्टर सहित सभी क्षेत्रों में निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ सिंगल विन्डो सिस्टम से उद्योग स्थापना संबंधी प्रक्रियाओं को सुगम और समय-सीमा में पूर्ण करना संभव हो रहा है। पर्यटन की दृष्टि से भी मध्यप्रदेश, देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक है। भारत को वर्ष 2026 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाने के संकल्प को पूर्ण करने मध्यप्रदेश में निवेश प्रोत्साहन के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश में एक लाख 22 हजार एकड़ का लैंड बैंक, पर्याप्त पानी, बिजली, रोड नेटवर्क, दक्ष मानव संसाधन और शांतिपूर्ण वातावरण उपलब्ध है। सभी निवेशक मित्रों का मध्यप्रदेश में स्वागत है। निवेशकों को किसी भी तरह की समस्या आने नहीं दी आयेगी।   मुख्यमंत्री  चौहान पुणे के होटल हयात रेजेंसी में "इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज़ इन मध्यप्रदेश" कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि जनवरी 2023 में इन्दौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश प्रोत्साहन और उद्योगपतियों को समिट में आमंत्रित करने दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन पुणे में यह कार्यक्रम किया गया। एक दिन पहले 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिल्ली में निवेशकों से संवाद किया था। मुख्यमंत्री चौहान ने संभावित निवेशकों के साथ वन-टू-वन चर्चा भी की। मुख्यमंत्री  चौहान ने संभावित निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि ई-व्हीकल भविष्य की आवश्यकता है। प्रदेश में ई-व्हीकल कंपनियों के लिए पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है। हमने मध्यप्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया है। प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। चंबल के बीहड़ को जोड़ते हुए अटल एक्सप्रेस-वे और अमरकंटक से सीधे गुजरात की सीमा तक नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में सिंचित क्षेत्र 7.5 लाख हेक्टेयर था, जिसे बढ़ा कर हमने 45 लाख हेक्टेयर कर दिया है। आने वाले 3 वर्षों में सिंचित क्षेत्र 65 लाख हेक्टेयर होगा। लगातार दस सालों तक हमने 18 प्रतिशत से अधिक एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट दर्ज की है, जो चमत्कार है। अधो-संरचना, स्वास्थ्य-शिक्षा, सुशासन तथा अर्थ-व्यवस्था और रोजगार राज्य शासन के लिए प्राथमिकता के क्षेत्र हैं।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोविड काल के दौरान मैं भी कोरोना से संक्रमित हो गया था। उस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपदा को अवसर में बदलने की बात कहते हुए "आत्म-निर्भर भारत" का मंत्र दिया। हमने आत्म-निर्भर भारत के लिए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप बनाया है, जिस पर अमल जारी है। मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास की ओर निरंतर अग्रसर है। पर्यटन की दृष्टि से भी प्रदेश, देश के समृद्ध राज्यों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लोकार्पित "श्री महाकाल लोक" विश्व का ध्यान आकर्षित कर रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बड़े एवं मध्यम बांधों का जाल बिछा हुआ है, जिससे पानी की उपलब्धता आसानी से होगी। मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ लेबर रिफॉर्मस किए गए हैं। अब प्रदेश में महिलाएँ भी 3 शिफ्ट में कार्य कर सकती हैं। प्रदेश में इंडस्ट्री फ्रेंडली पॉलिसी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आप सभी को भारतीय प्रवासी दिवस तथा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित करता हूँ। आप लोग समिट होने का इंतजार न करें, आज और अभी से निवेश की प्रकिया प्रारंभ कर दें। मैं प्रति सोमवार को उद्योगपतियों के लिए समय आरक्षित रखता हूँ, आप मुझसे कभी भी मिल सकते हैं।   औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्रीराज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि मध्यप्रदेश ऑटो कम्पोनेंट, सर्विस सेक्टर, फूड प्रोसेसिंग, हॉस्पिटेलिटी, टेक्सटाईल आदि सेक्टर्स में प्रगति कर रहा है। मध्यप्रदेश, देश में ऐसा पहला राज्य है, जिसने अपना ऑटो-शो किया। यहाँ आईआईटी और आईआईएम के साथ ही कई आईटीआई हैं। सिंगापुर की सहायता से भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क स्थापित किया गया है, जहाँ स्किल्ड मेनपावर तैयार किया जा रहा है। मध्यप्रदेश द्वारा गेहूँ, चावल, लहसुन, प्याज, मक्का, सोयाबीन, डेयरी उत्पाद सहित कई कृषि उत्पादों का मिडिल ईस्ट एवं यूएई में निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक समय बीमारू राज्य कहा जाने वाला मध्यप्रदेश आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के दृढ़ निश्चय एवं अथक प्रयासों से विकसित राज्यों की श्रेणी में आ गया है।प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री संजय शुक्ला ने प्रदेश में निवेश के लिये उपलब्ध सुविधाओं एवं नीतियों संबंधी जानकारी दी। एमडी एमपीआईडीसी श्री जॉन किंगस्ले ने उद्योगपतियों का आभार माना। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की समृद्ध, सामाजिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक, औद्योगिक, पर्यटन विरासत एवं आधारभूत संरचना को दर्शाती लघु फिल्म भी दिखायी गई।मुख्यमंत्री  चौहान से काउंसिल जनरल ऑफ इजराइल के कोबी शोनी, भारत फोर्ज लिमिटेड के बाबा कल्याणी, किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड के श्री संजय किर्लोस्कर, वीकफ़ील्डस फूड्स प्रायवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अश्विनी मल्होत्रा, पियाजियो व्हीकल्स इंडिया प्रायवेट लिमिटेड के डिएगो ग्रेफी, केपीआईटी टेक्नोलॉजी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रवि पंडित, जेडएफ स्टीयरिंग गियर्स के उत्कर्ष मोनोतो, प्रवीण मसाला (सुहाना मसाला) के विशाल चौरडि़या, राठी ग्रुप के अदित राठी और मालपानी ग्रुप के आशीष मालपानी ने मध्यप्रदेश में निवेश संबंधी प्रस्तावों पर संवाद किया।  

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Kolar News 22 October 2022

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर में लक्ष्मण तलैया रोड़, गेंडे वाली सड़क एवं जेएएच हॉस्पिटल वाली रोड का पैदल चल कर निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों पर रोड़ का कार्य चालू न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कार्य  शीघ्र पूर्ण कराने के  निर्देश दिए। मंत्री श्री तोमर ने  कहा कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही वर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऊर्जा मंत्री तोमर ने सबसे पहले लक्ष्मण तलैया से शब्द प्रताप आश्रम तक पैदल चल कर रोड का निरीक्षण किया। उन्होंने रोड़ का कार्य धीमी गति से चलने पर संबंधित अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली बार निरीक्षण में रोड का कार्य शीघ्र चालू करने के निर्देश दिये थे, कार्य काफी लेटलतीफी से किया जा रहा है। आमजन को  परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।     मंत्री तोमर ने निरीक्षण में लक्ष्मण तलैया से शब्द प्रताप आश्रम तक रोड़ पर कई जगह पानी के लीकेज से रोड़ का कार्य चालू नहीं होने से अमृत योजना के संबंधित अधिकारियों पर  नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने लीकेज को जल्द ठीक करने के निर्देश दिये। साथ ही शब्द प्रताप आश्रम पर रोड़ के दोनों साइड नाला बनाने के भी निर्देश दिये। ऊर्जा मंत्री तोमर ने गेंडे वाली सड़क के निरीक्षण में  अधिकारियों को अमृत योजना में किये जा रहे कार्यों की शीघ्र एनओसी स्मार्ट सिटी को दिये जाने के लिये  कहा।  उन्होंने जेएएच हॉस्पिटल चौराहे से हुजरात पुल तक  नंगे पैर चल कर सड़क निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस रोड़ की हालत काफी खराब है। जगह-जगह गड्डे है। इस रोड़ पर संभाग का सबसे बडा अस्पताल होने से गंभीर मरीज यहाँ आते है, उनको निकलने में कितनी परेशानी होती होगी। उन्होंने कहा कि इस रोड को बनने में समय लगेगा। इसलिये रोड को तब तक आमजन के चलने लायक बनाया जाये। साथ ही उन्होंने नये बाजार में सीवर एवं पेयजल लाइन के लिये खोदे गए रोड के गढ्डों को शीघ्र भरने के निर्देश भी दिए। 

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Kolar News 21 October 2022

मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान का जायजा लेने ग्वालियर पहुँचे प्रदेश के वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा ने डबरा के सरकारी अस्पताल और अनुसूचित जाति जूनियर छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्रावास में अनुसूचित जाति की बालिकाओं के बीच बैठ कर उनके हालचाल जाने। साथ ही सरकार द्वारा छात्रावास में दी जा रहीं सहूलियतों और भोजन व्यवस्था इत्यादि के बारे में जानकारी ली। छात्रावास की व्यवस्थाओं को बालिकाओं ने बेहतर बताया। वित्त मंत्री देवड़ा ने इस अवसर पर छात्रावास की रसोई, स्नानागार एवं शौचालय सहित सम्पूर्ण परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रावास के पिछले हिस्से की बाउण्ड्रीवॉल बना कर पार्क विकसित कराने के लिए कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह से कहा। देवड़ा ने शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं का उत्साहवर्धन भी किया।   डबरा के सरकारी अस्पताल (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र) के निरीक्षण के दौरान वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने चिकित्सकों से कहा कि वे ग्वालियर अपडाउन न कर डबरा में ही रात्रि विश्राम करें, जिससे यहाँ के जरूरतमंद मरीजों को परेशान न होना पड़े। उन्होंने अस्पताल की महिला चिकित्सक के लिये आवास आवंटित करने के निर्देश कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को दिए। साथ ही यह भी कहा कि डबरा में निर्माणाधीन अस्पताल उच्च गुणवत्ता के साथ समय-सीमा के भीतर पूरा कराएँ। उन्होंने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का भी जायजा लिया।  

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Kolar News 21 October 2022

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में मध्यप्रदेश द्वारा  कर किसानों को अधिकाधिक लाभ पहुँचाने के कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। योजना में किसानों को लाभान्वित करने में प्रदेश अव्वल है। केन्द्र सरकार ने किसानों को योजना से लाभान्वित करने के लिये किये मध्यप्रदेश के नवाचार की सराहना करते हुये उत्कृष्टता प्रमाण-पत्र प्रदान किया है। कोच्चि (केरल) में 8वें राष्ट्रीय समीक्षा सम्मेलन में राज्य सरकार की ओर से पुरस्कार संचालक कृषि श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने प्राप्त किया। संचालक कृषि ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नामांकन और दावा प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये राज्य सरकार ने अभिनव प्रयोग किया। एनसीआईपी पोर्टल के साथ भूमि रिकॉर्ड को एकीकृत करने का अभिनव कार्य किया, जिससे पोर्टल किसानों के लिये सुविधाजनक हुआ। किसानों ने योजना का लाभ लेने के लिये आगे बढ़ कर नामांकन कराया है।  

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Kolar News 21 October 2022

नर्सरियों के विकास और माली ट्रेनिंग सहित उद्यानिकी विभाग की अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग समन्वय करेगा। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास और उद्यानिकी विभाग के समन्वय के संबंध में अधिकारियों के साथ मंत्रालय में बैठक की। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा में ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कार्य करता है। उद्यानिकी विभाग की नर्सरियों के विकास और माली प्रशिक्षण सहित अन्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में ग्रामीण विकास विभाग सहयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग और उद्यानिकी विभाग के अधिकारी उद्यानिकी के क्षेत्र में दोनों विभाग के समन्वय से किये जाने वाले कार्यक्रमों के लिये संयुक्त रूप से कार्य-योजना तैयार करें। बैठक में उद्यानिकी विभाग की 50 नर्सरी के विकास और माली ट्रेनिंग कार्यक्रम को ग्रामीण विकास विभाग के समन्वय से करने का निर्णय लिया गया। संचालक उद्यानिकी सुश्री निधि निवेदिता, संयुक्त आयुक्त पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री एम.एल. त्यागी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।  

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Kolar News 20 October 2022

संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि अखिल भारतीय कालिदास समारोह की सभी तैयारियाँ और व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर लें। सभी अतिथि  । उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कालिदास समारोह शासन का प्रतिष्ठित आयोजन है। व्यवस्थाओं के दौरान कलाकारों के सम्मान का पूरा ध्यान रखें। मंत्री द्वय ने मंत्रालय में, उज्जैन में 4 नवंबर से होने वाले अखिल भारतीय कालिदास समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ 4 नवंबर को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के मुख्य आतिथ्य में होगा। चित्रकूट के पूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी का सारस्वत उद्बोधन होगा। इसी दिन शासन के प्रतिष्ठित कालिदास सम्मान भी प्रदान किए जाएंगे। इसमें रंगकर्म, शास्त्रीय नृत्य, रूपंकर और शास्त्रीय संगीत की विधा में कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में 7 दिवसीय कालिदास समारोह 4 नवंबर से प्रारंभ होकर 10 नवंबर तक चलेगा।    प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि शासन के लिए कालिदास अकादमी एक महत्वपूर्ण परिसंपत्ति है। इसकी गरिमा और मान को बनाए रखना शासन-प्रशासन का दायित्व है। इसी को ध्यान में रख कर विभाग द्वारा सभी तैयारियाँ की जा रही हैं। कालिदास समारोह के दौरान राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी, महाकवि कालिदास पर केंद्रित संस्कृत नाटक, नृत्य नाटिका और हिंदी नाटक सहित शास्त्रीय गायन, सितार वादन और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति होगी। अखिल भारतीय कालिदास समारोह का सजीव प्रसारण दूरदर्शन, यू-ट्यूब सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी किया जाएगा। संचालक संस्कृति अदिति कुमार त्रिपाठी, अपर आयुक्त उच्च शिक्षा कर्मवीर शर्मा, उप सचिव स्कूल शिक्षा प्रमोद सिंह, उप संचालक वित्त अरुण पालीवाल, समिति सचिव विक्रम विश्वविद्यालय शैलेंद्र शर्मा उपस्थित रहे। कलेक्टर उज्जैन आशीष सिंह सहित संबंधित विभाग, अकादमी और विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि ऑनलाइन समीक्षा बैठक से जुड़े।   अखिल भारतीय कालिदास समारोह के एक दिन पूर्व 3 नवंबर को झाबुआ, उज्जैन और गुजरात के लोक दल द्वारा कलश-यात्रा निकाली जाएगी। साथ ही लखनऊ की सुश्री मालिनी अवस्थी द्वारा शास्त्रीय गायन और उज्जैन के डॉ. विवेक बनसोड़ द्वारा मंगल वाद्य वादन की प्रस्तुति दी जाएगी। समारोह के पहले दिन 4 नवंबर को कालिदास संस्कृत अकादमी महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा मालविकाग्निमित्रम् पर केंद्रित संस्कृत नाटक का मंचन किया जाएगा। दूसरे दिन नई दिल्ली की सुश्री संध्या पुरेचा द्वारा भरतनाट्यम शैली में मेघदूत और ऋतुसंहार पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति होगी। अगले दिन 6 नवंबर को कोलकाता के श्री पियाल भट्टाचार्य द्वारा विक्रम संवत्सर पर केंद्रित हिंदी नाटक का मंचन किया जाएगा। समारोह के पाँचवे दिन 8 नवंबर को त्रिवेंद्रम की सुश्री मैथिल देविका द्वारा मोहिनीअट्टम एकल शास्त्रीय नृत्य और भुवनेश्वर के श्री गजेंद्र पण्डा द्वारा ओडीसी नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। अगले दिन 9 नवंबर को कोलकाता की सुश्री कौशिकी चक्रवर्ती द्वारा शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति होगी। कालिदास समारोह के अंतिम दिन कोलकाता के श्री बुधादित्य मुखर्जी द्वारा शास्त्रीय सितार वादन, उज्जैन की डॉ. वर्षा अग्रवाल द्वारा संतूर वादन सहित काकरोली के श्री छीतरमल जोशी द्वारा राजस्थानी शैली में चित्रांकन एवं गायन की प्रस्तुति दी जाएगी।  

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Kolar News 20 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में सदैव महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। यह क्रम अभी भी जारी है। किसान मंच जैसे संगठनों से किसानों की वर्तमान समस्याओं की वास्तविक जानकारी भी प्राप्त होती है, जिससे किसानों से जुड़ी छोटी-बड़ी समस्याओं को त्वरित रूप से हल करने में मदद मिलती है। किसानों और अन्य उपभोक्ताओं के हित में राज्य सरकार ने इस दिशा में सजग और सक्रिय रह कर निरंतर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पर्याप्त बिजली की आपूर्ति के लिए 24 हजार करोड़ रूपये की सब्सिडी प्रदान की गई है। शिविरों के माध्यम से विद्युत प्रदाय और विद्युत देयकों की त्रुटियों से जुड़ी शिकायतों का तत्काल समाधान किया जाए। रबी फसलों की बोवनी के वर्तमान समय में भी किसानों को बिना समस्या के आवश्यक विद्युत आपूर्ति की जाए।   मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में किसान मंच के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में कृषक कल्याण से संबंधित प्राप्त सुझाव पर चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री  चौहान ने किसान मंच से प्राप्त सुझावों पर आवश्यक क्रियान्वयन के निर्देश दिए। बैठक के प्रारंभ में किसान मंच के सदस्यों ने मुख्यमंत्री चौहान को उज्जैन में महाकाल लोक के अनावरण के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री चौहान ने किसान मंच द्वारा प्राप्त शिकायत पर गुना जिले के बीनागंज स्थित कृषि उपज मंडी समिति के सहायक उप निरीक्षक बृजेश धाकड़ को निलंबित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने एक अन्य शिकायत पर नर्मदापुरम जिले के वनखेड़ी में विद्युत वितरण कम्पनी के कर्मचारी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर जेल भिजवाने के निर्देश दिए। इस शिकायत में कर्मचारी द्वारा अवैध रूप से रसीद बुक छपवा कर किसानों से राशि की वसूली करने का आरोप है। बैठक में कृषि, राजस्व, ऊर्जा, पशुपालन और सहकारिता विभाग से संबंधित सुझावों पर संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अब तक हुए कार्य और भविष्य में की जाने वाली कार्यवाही की जानकारी दी।     मुख्यमंत्री चौहान ने कहा किसानों को कृषि कार्य के लिए अधिकतम सुविधाएँ ऊर्जा विभाग की तरफ से दी जाएँ। रबी फसलों के लिए पर्याप्त विद्युत प्रदाय, ट्रांसफार्मर को ओवरलोड से बचाने, बिगड़े ट्रांसफार्मर ठीक करवाने विभागीय अमला मुस्तैदी से कार्य करता रहे। शिविर लगा कर समाधान की कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में राजस्व जागरूकता और त्रुटियों को ठीक करने का अभियान पूर्व में संचालित हुआ है। ऐसा अभियान फिर से चलाया जाएगा। अभियान की रूपरेखा तैयार की जा रही है। प्रदेश में नामातंरण और अन्य कार्यों को कम समय में पारदर्शी ढंग से किया जा रहा है। राजस्व विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि प्रदेश में राजस्व संबंधी कार्यों के तेजी से निपटारे की व्यवस्था की गई है। सायबर तहसील की अभिनव व्यवस्था की गई है। पायलट आधार पर दतिया और सीहोर से सायबर तहसील की शुरूआत हुई थी। अब इसका विस्तार करते हुए चार अन्य जिलों सागर, डिंडोरी, इंदौर और हरदा को इस व्यवस्था से जोड़ा गया है। भोपाल में पदस्थ सायबर तहसील के तहसीलदार को जिले से प्राप्त रिपोर्ट के बाद आवश्यक कार्यवाही हो जाती है। अविवादित प्रकरण में अविलंब कार्रवाई हो जाती है। इस व्यवस्था में किसान और राजस्व अधिकारी परस्पर एक दूसरे को नहीं जानते। फेसलेस सिस्टम विकसित किया गया है। अन्य जिलों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी।       बैठक में सुशासन के अंतर्गत सायबर तहसील व्यवस्था द्वारा अविवादित नामांतरण प्रकरणों के पक्षकारों को तहसील कार्यालय में पेशियों पर स्वत: उपस्थित न होकर घर बैठे नामांतरण की सुविधा मिलने की पहल की सराहना की। उपस्थित किसान मंच के पदाधिकारियों ने इस व्यवस्था को किसानों के हित में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गठित एफ.पी.ओ. को भी आवश्यक सहयोग दिया जा रहा है। राज्य स्तर पर भी एफ.पी.ओ. के गठन और आवश्यक सहयोग देने पर फोकस करते हुए इसके लिए पृथक नीति बनाने पर विचार करेंगे । किसानों के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार खाद की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में पर्याप्त खाद, उर्वरक और उसकी आपूर्ति की निरंतर समीक्षा की गई है। शिकायत और गड़बड़ियों पर नियंत्रण किया गया है। कुछ जिलों में समितियों द्वारा खाद वितरण की व्यवस्था की गई है। मार्कफेड द्वारा प्रतिदिन खाद की उपलब्धता के साथ वितरण पर ध्यान दिया जा रहा है।     मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि प्रदेश की सभी मंडियों में आने वाले अनाज और अन्य सामग्री की गुणवत्ता को देखने के लिए टेस्टिंग मशीनें स्थापित की जाएंगी। वर्तमान में प्रदेश की करीब एक तिहाई मंडियों में यह व्यवस्था की गई है। अनाज को बीनने और छानने का कार्य करने वाली बहनों को, हम्मालों की तरह लायसेंस देने अथवा उनका पंजीयन कर अलग श्रेणी प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लंपी वायरस का विस्तार नहीं होने दिया गया। राजस्थान में स्थिति जरूर गंभीर थी, लेकिन मध्यप्रदेश में स्थिति नियंत्रण के बाहर नहीं होने दी गई। इस कार्य में किसान और पशुपालकों ने भी जागरूक होकर सरकार के प्रयासों में पूरा सहयोग दिया। प्रदेश में लगभग 25 लाख पशु को रोग निरोधक टीके लगाए गए। राज्य सरकार देसी गाय के पालन पर अनुदान दे रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पशुपालकों और किसानों से संबंधित योजनाओं में बजट में वृद्धि कर अधिक संख्या में हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि दुग्ध पदार्थों में मिलावट करने वालों और इस कार्य को बढ़ावा देने वाले दोषियों के विरुद्ध सख्त अभियान चलाया जाएगा। बाजार में बिकने वाले मावे और पनीर की गुणवत्ता यदि संदिग्ध होती है तो खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त कार्रवाई की जाएगी।  

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Kolar News 20 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाएँ, जो पूर्ण होने के करीब हैं, को शीघ्रता से पूरा कर लोकार्पित कराया जाए। कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री  चौहान मंत्रालय में नर्मदा घाटी विकास विभाग की समीक्षा कर रहे थे। नर्मदा घाटी राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, मुख्य सचिव  इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव वित्त  मनोज गोविल, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एवं नर्मदा घाटी विकास  एस.एन. मिश्रा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए प्राथमिकता भी तय कर ली जाए। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि अल्पकालीन, मध्यकालीन और दीर्घकालीन परियोजनाओं की तिथि तय कर निर्धारित सीमा में कार्य पूरा करें। किसानों को सिंचाई के लिए पानी देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

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Kolar News 19 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में जनवरी माह में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारी बेहतर हो। विभिन्न खेलों के लिए शहरों का चयन कर लिया जाए। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों में उत्साह पैदा करने के लिए खेलमय वातावरण बनाया जाए। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी खेल जरूरी है। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा कर रहे थे। खेल एवं युवा कल्‍याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव वित्त मनोज गोविल और प्रमुख सचिव खेल दीप्ति गौड़ मुखर्जी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी सभी स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी उत्साह और खेल भावना को बनाये रखने की जरुरत है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हर गाँव में बच्चों के लिए खेल मैदान बनाए जाएँ। ग्रामीण विकास विभाग इसमें सहयोग करे। खेल मैदानों का रख-रखाव और उपयोग बेहतर हो। आनंद के लिए भी खेल जरूरी है। इसलिए आनंद विभाग के साथ विभिन्न खेल गतिविधियाँ की जाएँ। खेल अधो-संरचनाओं का पीपीपी मॉडल पर विकास हों। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। नवीन मल्टीपर्पज इंडोर स्पोर्टस कॉम्पलेक्स एंव इंडोर हॉल के अधूरे कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करें। प्रदेश में खेलमय वातावरण बनाये रखने के लिए खेलों से संबंधित कार्यक्रम निरंतर किए जाएँ।  

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Kolar News 19 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संतुलित जीवन और सुरक्षित धरती छोड़ने के लिए प्रगति और प्रकृति के बीच समन्वय आवश्यक है। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के संकल्प अनुसार राज्य में अधो-संरचना विकास के साथ पर्यावरण की सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर गतिविधियाँ संचालित हैं। पौध-रोपण के लिए आरंभ किया गया अंकुर अभियान, पर्यावरण-संरक्षण के क्षेत्र में जन-भागीदारी से हुई पहल का श्रेष्ठ उदाहरण है। पौध-रोपण सहित स्वच्छता, जल-संरक्षण, नशे के विरूद्ध अभियान, बेटियों के सशक्तिकरण के लिए प्रदेश में ग्राम-स्तर पर गतिविधियाँ चलाई की जा रही हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने समुद्र तट (मुम्बई) से हिमालय तक की साईकिल यात्रा पर निकले पद्मश्री डॉ. अनिल प्रकाश जोशी के साथ पौध-रोपण के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे। अध्यक्ष, म.प्र. राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम श्री जसवंत जाटव, सामाजिक कार्यकर्ता श्री विजय शर्मा और संदीप माहेश्वरी भी पौध-रोपण में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री  चौहान ने स्मार्ट सिटी उद्यान में पीपल, कचनार और टिकोमा के पौधे लगाए। पौध-रोपण में दुर्गेश पंत, डॉ. रीमा पंत और शालिनी और अशोक जोशी भी शामिल हुए। साईकिल यात्रा में शामिल अन्य युवाओं ने भी पौधे लगाए। पद्मश्री से सम्मानित डॉ. अनिल प्रकाश जोशी 2 अक्टूबर को प्रगति पथ की जागरूकता को लेकर मुम्बई से उत्तराखंड तक की साईकिल यात्रा पर निकले हैं। यात्रा का उद्देश्य प्रकृति के लिए लोगों को एक साथ जोड़ना है। डॉ. जोशी ने कहा कि महाराष्ट्र से शरू की गई साईकिल यात्रा के मध्यप्रदेश में प्रवेश करते ही हमारे दल को पेड़ों की अधिक छाँव मिलने लगी। सघन वन और निरंतर वृक्षा-रोपण होना मध्यप्रदेश की पहचान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रगति और प्रकृति के बीच बेहतर संतुलन के श्रेष्ठ उदाहरण हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान की प्रवृत्ति-प्रकृति के समान है। उनका प्रतिदिन तीन पौधे लगाने का संकल्प अनुकरणीय है।

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Kolar News 19 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश प्रवास पर आए 4 देशों में पदस्थ भारत के राजदूतों ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री चौहान से अर्जेंटाइना में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया, लेबनान के राजदूत सुहेल एजाज खान, ओमान के राजदूत अमित नारंग और जिंबाब्वे के राजदूत विजय खंडूजा ने भेंट की। सुहेल एजाज खान का इंदौर और अमित नारंग का जबलपुर से संबंध रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने राजदूतों को बताया कि विदेश मंत्रालय के साथ राज्य सरकार प्रवासी भारतीय दिवस का कार्यक्रम कर रही है। इंदौर में आगामी 8,9 और 10 जनवरी 2023 को प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का दायित्व मध्य प्रदेश को मिला है, जो सौभाग्य की बात है। इसके बाद दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट भी होगी। इन दोनों कार्यक्रम की तैयारियाँ की जा रही हैं।    मुख्यमंत्री चौहान ने राजदूतों को बताया कि मध्यप्रदेश में गेहूँ का विपुल उत्पादन होता है। प्रदेश के गेहूँ का विदेशों में निर्यात करने के प्रयास किए जा रहे हैं।  चौहान ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में व्यापक संभावनाएँ हैं। प्रवासी भारतीयों का भी इसमें सहयोग प्राप्त हो रहा है।मुख्यमंत्री चौहान को राजदूतों ने अपने दायित्व वाले देशों में मध्यप्रदेश के विकास और प्रचार में अधिक से अधिक सहयोग का आवश्वासन दिया। राजदूतों ने मुख्यमंत्री चौहान और अन्य मंत्री गण को अर्जेंटाइना, लेबनान, ओमान और जिम्बाब्वे आने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री चौहान से राजदूतों की भेंट के दौरान औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी उपस्थित थे।

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Kolar News 18 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर में 11-12 जनवरी 2023 को होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से नए–नए उद्योग क्षेत्रों में निवेश आने में मदद मिलेगी। पूर्व में हुई ऐसी समस्त समिट के फलस्वरूप ही प्रदेश में निवेश आया और बड़ी संख्या में जरूरतमंदों को काम मिला। इंदौर समिट में अभी लगभग तीन माह का समय है। इससे पहले निवेश के कई ठोस और गंभीर प्रस्ताव जमीन पर उतारने का कार्य हो रहा है। प्रदेश में उद्योगों के विकास और उसके कारण आर्थिक गतिविधियों में तेजी से वृद्धि का लक्ष्य पूरा हो रहा है। औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा नए निवेश प्रस्तावों का तेजी से क्रियान्वयन किया जाए।   मुख्यमंत्री  चौहान 20 अक्टूबर को नई दिल्ली और 21 अक्टूबर को पुणे में विभिन्न प्रतिष्ठानों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, औद्योगिक संस्थानों के प्रमुखों और पदाधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे। विभिन्न देशों के राजदूत और उच्चायुक्त भी इनमें हिस्सा लेंगे। यह राऊंड टेबल बैठकें मध्यप्रदेश में नवीन निवेश की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगी। मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओ.पी. सकलेचा और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित अधिकारी उपस्थित थे।     मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बल्क ड्रग पार्क स्थापना की पहल प्रशंसनीय है। इंडियन ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के साथ इसकी स्थापना के प्रस्ताव का अध्ययन कर जरूरी कदम उठाए जाएँ। मालवा अंचल में मध्यप्रदेश राज्य का फार्मा पार्क बनाने की संभावनाओं को साकार करने आवश्यक कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक स्थापना और पूँजी निवेश के लिए आवश्यक वातावरण बना हुआ है।मुख्यमंत्री चौहान ने इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट और मेगा इन्वेस्टमेंट के संबंध में औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा तैयार प्रेजेंटेशन देखा। बताया गया कि ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट एंड मेगा इन्वेस्टमेंट रीजन से आने वाले कुछ वर्ष में लगभग 6 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।  

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Kolar News 18 October 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि संस्कारित राष्ट्र के लिए भौतिक प्रगति के साथ ही आध्यात्मिक आनंद के प्रयासों में समन्वय होना आवश्यक है। सभी वर्गों को जोड़ कर बुद्धि एवं संस्कार के दिव्यकरण द्वारा उनमें आध्यात्मिक प्रकृति को विकसित करने की पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जीवन में आनंद के अनेक साधन उपलब्ध हैं, जिन्हें धन से क्रय किया जा सकता है। इन सभी साधनों से क्षणिक शारीरिक और बौद्धिक सुख की प्राप्ति होती है। आत्मिक शांति आध्यात्मिकता से ही प्राप्त होती है। आध्यात्मिकता का मूलाधार स्नेह, सम्मान, सहयोग और संवेदनशीलता है। इसलिए परमात्मा ने मानव को वाणी और बुद्धि जैसी असीम शक्तियाँ प्रदान की हैं। राज्यपाल पटेल प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सह-निकाय राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के मूल्य शिक्षा प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के प्रथम चरण के उद्घाटन एवं शिक्षाविद् सम्मेलन शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।     राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि फाउंडेशन का प्रशिक्षण कार्यक्रम शाश्वत मूल्यों और जीवन सूत्रों को आधुनिकतम वैज्ञानिक ढंग से जन-मानस में संप्रेषित करेगा। समाज में सकारात्मकता, आध्यात्मिकता के यथा योग्य वातावरण का निर्माण करेगा। मूल्य शिक्षा, आध्यात्मिकता और आत्म-शांति का मार्ग है। राज्यपाल ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के प्रसंग पर दिव्य मूल्यों की पुनर्स्थापना से आध्यात्मिक क्रांति की पहल के लिए फाउंडेशन की सराहना की। राज्यपाल पटेल ने कहा कि आज तेजी से हो रहे भौतिक विकास में मानव अस्तित्व को केवल एक शरीर के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। भौतिक प्रगति में जीवन की सार्थकता है। इस मिथक की अंधी दौड़ में व्यक्ति का जीवन यंत्रवत हो गया है। शारीरिक सुख के साधन और सुविधाओं की अंधी दौड़ में आत्मिक आनंद की अनुभूतियों से मानवता वंचित हो रही है। आध्यात्मिकता से ही व्यक्ति में भरोसा, आदर और धैर्य जैसे सद्गुण प्रगट होते हैं और आंतरिक अनुभूतियों को जगा कर शरीर को आत्मा के अनुरूप बनाते हैं।   कार्यकारी सचिव ब्रह्माकुमारीज़, माउंटआबू राजयोगी बी. के. मृत्युंजय ने कहा कि आध्यात्मिक विश्वविद्यालय परमात्मा की दैवीय कृपा से स्थापित संस्थान है। संस्थान का प्रयास हर आत्मा को दैवीय गुण से संपन्न कर मानव को देव बनाना है। प्रशिक्षण अन्याय, भ्रष्टाचार और विकारों से मुक्त महामानव निर्माण का प्रकल्प है। उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा 24 विश्वविद्यालयों के साथ थॉट लेब स्थापना का पारस्परिक समझौता किया है। संस्थान की 30 हजार से ज्यादा बहने सम्पूर्ण विश्व के करीब 147 देशों में संचालित केंद्रों से नैतिक और मूल्य परक शिक्षा का प्रसार कर रही हैं। भोपाल ज़ोन की निदेशक राजयोगिनी बी. के. अवधेश ने स्वागत उद्बोधन दिया।  राज्यपाल का बैज लगा एवं गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया। बालिकाओं द्वारा स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी गई। मूल्य शिक्षा एवं शोध केंद्र निर्माण परियोजना के मॉडल और ऑडियो, वीडियो फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

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Kolar News 18 October 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मानव सेवा में ही प्रभु की सेवा है। मानवता के कल्याण के कार्य पुण्य प्राप्त करने का सबसे श्रेष्ठ साधन है। उन्होंने शिक्षित जनजातीय युवाओं का आहवान किया कि वह समुदाय के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किए जा रहे कार्यों में योगदान दें। समाज के वंचित, पिछड़े पात्र व्यक्तियों को लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभ दिलाने में सहयोग करें।  राज्यपाल पटेल पन्ना जिले के ग्राम कल्दा में संत श्री बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित श्रीराम कथा में जन-समुदाय को आभासी माध्यम से राजभवन भोपाल से संबोधित कर रहे थे।     राज्यपाल पटेल ने कहा कि वे राज्यपाल के रूप में समाज के वंचित और पिछड़े वर्ग को विकास की मुख्यधारा में शामिल कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प नए भारत के निर्माण के लिए सबका साथ, विश्वास और प्रयास से विकास है। सभी की सेवा और उनकी खुशहाली के लिए प्रधानमंत्री मोदी निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान, उज्जवला और सामाजिक सुरक्षा की अनेक योजनाएँ लागू की हैं। उन्होंने कहा कि समावेशी समाज के निर्माण में सरकार के साथ ही समाज के हर बड़े-छोटे व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है। लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनजातीय और वनवासी समाज तक पहुँचे। यह समाज के सभी वर्गों की जिम्मेदारी है। उन्होंने बागेश्वर धाम द्वारा मानवता के कल्याण के संकल्प के साथ किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप में घोषित किए जाने के परिप्रेक्ष्य में कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा और रागी जैसे अनाज के उत्पादन को प्रोत्साहन देने की जरूरत बताई।

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Kolar News 17 October 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि परिवार का वातावरण स्वस्थ और आनंदमय रखना परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी है। परिवार ईश्वर द्वारा प्रदत्त फूलों की बगियाँ है। बगियाँ में खिलने का स्वस्थ वातावरण समान रूप से सभी को मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि राजभवन परिवार के मुखिया के रूप में वह सभी के सुख-दुख में समान रूप से सहभागी हैं। सदैव उनका प्रयास अधिक से अधिक सहयोग का रहता है। राज्यपाल पटेल राजभवन में दीपावली के प्रसंग में आयोजित दीपोत्सव को सांदीपनि सभागार में सम्बोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कार्यक्रम में गीत, संगीत की प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के दलों को 11-11 हजार रुपए के पुरस्कार की घोषणा की। राज्यपाल ने पटेल ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों के साथ दीपावली की शुभकामनाओं का पारस्परिक विनिमय किया। उन्हें दीपावली की सौगात भेंट की। सभागार में राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा सहित राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।   राज्यपाल पटेल ने कहा कि बच्चे निर्मल और कोमल होते हैं। परिवार के वातावरण का उन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। पति-पत्नी का यह दायित्व है कि बच्चों का लालन-पालन स्वस्थ वातावरण में हो। बच्चों के सामने माता-पिता विवाद नहीं करें। संयमित भाषा और आचरण का पालन करें। उन्होंने कहा कि व्यसन व्यक्ति की अवनति का पथ है। इसी तरह उन्नति के लिए प्रयास करना जरूरी है किंतु अति महत्वाकांक्षा रखना भी अनीति का मार्ग और पतन का कारक होता है। इसलिए जरूरी है कि न्याय संगत ढंग से जीवन यापन करते हुए क्षमता और पहुँच वाले लक्ष्य निर्धारित करें। क्रमिक प्रगति में आनंद और आत्म-संतोष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा सभी के जीवन में सुख और दुख का मिश्रण होता है। सुख में आनंद का अतिरेक नहीं करें। दुख में घबराए नहीं। दोनों अवस्थाओं में समान रहना सात्विक जीवन का मार्ग है। उन्होंने शुभकामना देते हुये कहा कि दीपावली के प्रकाश के समान सभी के परिवार में सुख, समृद्धि का उजाला हो।   राजभवन परिवार के अधिकारी-कर्मचारियों के बच्चों के दल ने ईश वंदना और दीपावली बधाई गीत एवं नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति प्रशिक्षक संघमित्रा के निर्देशन में दी। केंद्रीय जेल के आजीवन कारावास के बंदियों ने प्रशिक्षक इम्तियाज अली के निर्देशन में तरंगित स्वर और ध्वनि की लहरियों से उत्सवी माहौल को नई ऊँचाई दी। दीपावली बधाई के मधुर गीत और देश-भक्ति गीतों के ओजस्वी गान ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्कृति विभाग के जनजातीय कला और बोली केंद्र बैतूल से आए कलाकारों ने गीत, नृत्य के संगम कोरकू जनजातीय नृत्य थापटी की प्रस्तुति से सभागार को लोक-कला की मीठी सुंगंध से महका दिया। कार्यक्रम स्थल की उत्सवी सजावट में महिला एवं बाल विकास विभाग के कलाकारों ने रंगोली में, रंगों की अद्भुत छठा बिखेर दी। कागज की रंगोलियों का अभिनव स्वरूप अरुण फणनवीस ने निर्मित किया था।

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Kolar News 17 October 2022

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ग्वालियर में देश के अत्याधुनिक हवाई अड्डे के निर्माण से जहाँ हवाई सेवाओं का विस्तार होगा वही कार्गो टर्मिनल के निर्माण से पूरे विश्व में ग्वालियर एवं चंबल अंचल के लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के उत्पादों का आयात – निर्यात हो सकेगा। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और इससे आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। ग्वालियर-चंबल अंचल का तेजी से विकास होगा। केन्द्रीय गृह मंत्री शाह रविवार को ग्वालियर में लगभग 446 करोड़ रूपए की लागत से राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल नवीन भवन एवं हवाई अड्डे के विस्तार कार्य का शिलान्यास, नल-जल योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के गृह प्रवेश समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की।       केन्द्रीय गृह मंत्री ने माहौल को खुशनुमा बनाते हुए कहा कि लगता है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यज्ञ कराए हैं, जिससे पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश लगातार देश की सुर्खियों में बना हुआ है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के सांस्कृतिक पुररूत्थान की कड़ी में प्राचीन सांस्कृतिक नगरी उज्जैन में “श्री महाकाल लोक” का लोकार्पण किया है। साथ ही 130 करोड़ जनता की ओर से महाकाल की पूजा – अर्चना कर देश की खुशहाली की कामना की है। केन्द्रीय गृह मंत्रीअमित शाह एवं मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य अतिथियों ने रिमोट से पट्टिका का अनावरण कर एयरपोर्ट विस्तार कार्य का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ग्रामीण और शहरी आवास योजना में जिले के 1458 हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। मंच से प्रतीक स्वरूप ग्राम जखारा निवासी श्री हरेन्द्र सिंह भगौरिया और महलगाँव निवासी सीमा सक्सेना को आवास की चाबियाँ भी सौंपी। केन्द्रीय गृह मंत्री ने जल जीवन मिशन में 4300 करोड़ रूपए लागत की नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।    शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने ग्वालियर के सुनियोजित विकास के लिये एयरपोर्ट के रूप में बड़ी सौगात दी है। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ी बारीकी से अत्याधुनिक हवाई अड्डे के निर्माण की रूपरेखा तैयार की है। हमें भरोसा है कि ग्वालियर का नया हवाई अड्डा देश के सबसे अच्छे हवाई अड्डे के रूप में स्थापित होगा। केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चहुँमुखी विकास के साथ भारत का सांस्कृतिक उत्थान भी हो रहा है। देश में प्रधानमंत्री आवास योजना में हर गरीब के घर का सपना साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप तेज गति से योजना में जरूरतमंदों के लिये घर बनवा रही है। राज्य सरकार “हर घर नल से जल” कार्यक्रम में गरीब से गरीब के घर में नल से जल पहुँचाने के लिये पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सड़क निर्माण की रफ्तार पहले से तीन गुना से भी ज्यादा हो गई है। इसी तरह पहले एक साल में मात्र 375 किलोमीटर रेल लाईन डल पाती थी, अब हर साल 1458 किलोमीटर रेल लाईन बिछाई जा रही हैं। सरकार ने कृषि बजट को 27 हजार करोड़ से बढ़ा कर एक लाख 24 हजार करोड़ कर दिया है।   केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कठिन कोरोना काल को ध्यान में रख कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने ढाई साल तक देश की 80 करोड़ जरूरतमंद जनता को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने का काम किया है। सरकार ने देशवासियों को कोरोना वैक्सीन के 224 करोड़ नि:शुल्क टीके भी लगवाए हैं। शाह ने अपने उदबोधन में शिवाजी महाराज और मराठा वीर महादजी सिंधिया की वीरता को नमन किया। उन्होंने राजमाता स्व. विजयाराजे सिंधिया और कुशाभाऊ ठाकरे का भी स्मरण किया।     मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा। आज जहाँ प्रदेश में हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने की ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी शुरूआत हुई हैं वहीं ग्वालियर में अत्याधुनिक एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एयर टर्मिनल भवन और हवाई अड्डे के विस्तार की अधारशिला रखी गई। मुख्यमंत्री ने यह सौगातें देने के लिये सम्पूर्ण प्रदेशवासियों की ओर से केन्द्रीय गृह मंत्री  अमित शाह का आभार माना। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में शुरू होने से गरीब एवं निम्न मध्यम वर्ग के बच्चों की जिंदगी में नया सवेरा आयेगा। वहीं ग्वालियर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे के निर्माण से विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने कहा एलीवेटेड रोड का निर्माण, एक हजार बिस्तर का अस्पताल, अंतर्राज्यीय बस स्टेण्ड, नवीन स्टोन पार्क, चंबल से ग्वालियर एवं मुरैना को पेयजल की आपूर्ति योजना सहित अनेक सौगातें मिल रही हैं। प्रधानमंत्री ने हाल ही में ग्वालियर-चंबल अंचल के श्योपुर जिले के कूनो-पालपुर अभयारण्य को चीते सौंपे हैं, जिससे मध्यप्रदेश अब टाइगर स्टेट के साथ चीता स्टेट भी हो गया है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हाल ही में हुई अतिवृष्टि से जिन किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचा है, उसका सर्वे राहत मुहैया कराई जायेगी। प्रधानमंत्री के हर घर के सपने को मध्यप्रदेश पूरा करेगा और आगे आने वाले साल में प्रदेश में कोई भी गरीब बिना घर के नहीं रहेगा। आजादी के अमृत काल में हम आत्म-निर्भर भारत के साथ आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण भी कर रहे हैं।       मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास में जहाँ केन्द्र और राज्य की डबल इंजन सरकारें जुटी हैं वहीं ग्वालियर के विकास में इन डबल इंजन के साथ केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर एवं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री  सिंधिया के रूप में दो और इंजन काम कर रहे हैं। इससे ग्वालियर के विकास में नित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीब लोगों के आर्थिक सशक्तिकरण के साथ देश को वैभवशाली बनाने के काम में जुटे हैं। गरीब आदमी भी हवाई यात्रा कर सके, इस उद्देश्य से उन्होंने उड़ान योजना शुरू की है। इसी सोच के साथ आज ग्वालियर में नए एयरपोर्ट टर्मिनल विस्तारीकरण की आधारशिला रखी गई है। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से ग्वालियर के साडा क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल द्वारा आरक्षित कराई गई जमीन पर बीएसएफ की गतिविधियों को आगे बढ़ाने का आग्रह भी किया।       केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज ग्वालियर में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह विकास एवं तरक्की का नया पैगाम लेकर आए हैं। उन्होंने आज ग्वालियर में जिस भव्य एयर टर्मिनल भवन एवं एयरपोर्ट विस्तार की आधारशिला रखी है। यह जब बन कर तैयार होगा तब उसमें ग्वालियर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की झलक भी दिखाई देगी। इससे ग्वालियर क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सिंधिया ने कहा कि लगभग 180 एकड़ क्षेत्र में करीबन 500 करोड़ की लागत से नए एयर टर्मिनल एवं हवाई अड्डे का विस्तार होगा। व्यस्ततम समय में इस अत्याधुनिक हवाई अड्डे पर 1400 यात्रियों के प्रबंधन की क्षमता रहेगी। पहले से उपलब्ध तीन एप्रन को बढ़ा कर 13 किया जा रहा है। साथ ही कार्गो टर्मिनल का भी निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर से बैंगलुरू के लिये जल्द ही हफ्ते में एक दिन बोइंग विमान सेवा मिलने जा रही है। साथ ही ग्वालियर और मुम्बई के बीच हफ्ते में चार दिन के लिये 15 नवम्बर से यह सेवा शुरू होगी। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से साडा क्षेत्र में बीएसएफ की एक बटालियन का मुख्यालय स्थापित करने और आईटीबीपी की के जवानों के लिये सपोर्ट वेपन ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने का आग्रह किया। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने भी संबोधित किया। आरंभ में सभी अतिथियों ने एयरपोर्ट टर्मिनल की होलोग्राफिक 3डी डिजाइन देखी। मुख्यमंत्री चौहान ने साफा एवं अंग वस्त्र भेंट कर केन्द्रीय गृह मंत्री शाह का स्वागत किया। ग्वालियर के एक जिला एक उत्पाद में शामिल सेंड स्टोन से निर्मित मानसिंह महल की प्रतिकृति स्मृति-चिन्ह के रूप में गृह मंत्री को भेंट की। सचिव केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय राजीव बंसल ने आभार माना।   

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Kolar News 17 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार नशामुक्ति अभियान में प्रदेश में नशे का अवैध कारोबार करने वालों के विरूद्ध लगातार कार्रवाई जारी है। शनिवार को रतलाम जिले में 112 होटल में सघन जाँच-पड़ताल की गई। अभियान में अब तक 79 हजार 583 लीटर अवैध शराब जप्त की जा चुकी है। प्रदेश में नशे के खिलाफ व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। अब तक जिलों में जन-जागरूकता संबंधी 5367 एक्टिविटीज की जा चुकी हैं।अभियान में सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रीवा में 500 किलो और सीधी में 475 किलो लहान जप्त कर नष्ट किया है। सतना में सीरप की 103, सिंगरौली में 30 और शहडोल में 20 शीशी के साथ ही रीवा में भी कोरेक्स की 14 शीशियाँ जप्त की गईं। प्रदेश में 91 पूर्व आरोपियों की सख्ती से चेकिंग की गई।   प्रदेश में शनिवार को एनडीपीएस एक्ट में 85 प्रकरण में 201.552 ग्राम मादक पदार्थ की जप्ती की गई। विभिन्न जिलों में 1114 प्रकरण में 121 आरोपी को नामजद करते हुए 7970 लीटर अवैध शराब की जप्ती की गई। सार्वजनिक स्थल पर शराब पीने वाले 502 लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। शराब पीकर वाहन चलाने वाले 197 आरोपी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की गई। धूम्रपान निषेध कानून में 643 लोगों के विरूद्ध कार्यवाही हुई। अवैध मादक पदार्थों का नशा कराने और अवैध शराब पिलाने वाले 4126 स्थान की चेकिंग कर कार्रवाई की गई।

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Kolar News 16 October 2022

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री, अमित शाह द्वारा हिंदी भाषा में चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रम का शुभारंभ 16 अक्टूबर को मध्यप्रदेश से किया जा रहा है। इसके परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप प्रदेश के विद्यालयों में व्यापक आयोजन के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार ने स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देशित किया। परमार के निर्देश पर 15 अक्टूबर को हिंदी भाषा आधारित कार्यक्रम प्रदेश के विद्यालयों में हुए।   सभी जिलों के विद्यालयों में "हिन्दी में ज्ञान के प्रकाश" विषय पर संगोष्ठिय तथा अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया। सायंकाल प्रतीक स्वरूप दीप प्रज्ज्वलन किया गया। इसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इन कार्यक्रमों में 14 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने सहभागिता की एवं 1422 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, 1503 उच्च माध्यमिक विद्यालय, 1152 माध्यमिक विद्यालय एवं 1706 प्राथमिक शालाओं ने हिंदी भाषा आधारित गतिविधिय एवं कार्यक्रमों में अपनी सहभागिता दर्ज की। इन विद्यालयों में हुए कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा को लेकर जानकारी दी गई एवं उन्हें प्रोत्साहित किया गया। बताया गया कि अब डॉक्टर बनने की राह में भाषा बाधा नहीं बनेगी। विद्यार्थी अपनी मातृ-भाषा हिंदी में ही चिकित्सा क्षेत्र की शिक्षा ले सकेंगे। हिंदी भाषा में चिकित्सा शिक्षा की सौगात देने वाला मध्यप्रदेश भारत का पहला और इकलौता राज्य है। इस पहल से हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों के अध्ययन में अंग्रेजी जैसी अन्य भाषा आड़े नहीं आयेगी और चिकित्सा विद्यार्थियों को पढ़ने, सीखने, समझने में सहजता और सरलता मिलेगी।

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Kolar News 16 October 2022

वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा है कि वित्त सेवा के अधिकारी-कर्मचारियों ने कोरोना काल के विषम समय में अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वित्त मंत्री यहाँ मध्यप्रदेश वित्त सेवा अधिकारियों के दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन एवं मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। वित्त मंत्री देवड़ा ने कहा कि वित्त सेवा का काम निरंतर चलने वाला काम है। इसमें समय और ऊर्जा दोनों खर्च होते हैं। उन्होंने वित्त सेवा अधिकारी संघ की प्रतिष्ठित त्रैमासिक पत्रिका "वित्त व्यवस्था" के दीपावली विशेषांक का विमोचन किया। अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय मोहन चौधरी ने वित्त सेवा की प्रासंगिकता एवं संघ के लक्ष्यों को रेखांकित किया। संचालक पेंशन जे.के. शर्मा ने बताया कि पूरे देश में मध्यप्रदेश डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में अग्रणी है। इसमें वित्त सेवा के अधिकारियों का विशेष योगदान है। वित्त मंत्री ने संघ की नई कार्यकारिणी के निर्वाचन एवं गठन के लिए शुभकामनाएँ दी। प्रांतीय अधिवेशन में अधिकारियों के परिजन ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।  

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Kolar News 16 October 2022

विभिन्‍न देशों से पर्यटन प्रेमियों को भ्रमण के लिए मध्‍यप्रदेश में आमंत्रित करने तथा प्रदेश की पर्यटन सम्‍भावनाओं, संस्‍कृति, साहित्‍य एवं समृद्ध इतिहास से परिचय कराने के लिए विभिन्‍न देशों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया जा रहा है। भारतीय दूतावास भूटान के सहयोग से ट्रेवल एजेन्‍ट, टूर ऑपरेटर, कंटेंट राइटर तथा सोशल मीडिया इंफ्लूएंजर्स की 6 सदस्‍यीय दल 7 दिवसीय भ्रमण के लिए मध्यप्रदेश आया है। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्‍म बोर्ड शिव शेखर शुक्‍ला ने भूटान से आये विशेष अतिथियों का स्‍वागत किया और पर्यटन क्षमताओं तथा संस्‍कृति से परिचय कराया।   म.प्र. टूरिज्‍म बोर्ड द्वारा अतिथियों हेतु 13 से 20 अक्टूबर तक विशेष फैम टूर का आयोजन किया गया है। उन्हें मध्‍यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों (सांची, भीमबेटका, मढ़ई, भेड़ाघाट, जबलपुर, खजुराहो तथा ओरछा) का भ्रमण कराया जा रहा है। दल को प्रेजेन्टेशन से प्रदेश के पर्यटन गंतव्‍यों, संस्‍कृति तथा इतिहास के साथ प्रदेश की पर्यटन नीतियों एवं प्रदेश द्वारा चलाई जा रही निवेश प्रोत्साहन और गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। दल द्वारा भोपाल के ट्राइबल म्‍यूजियम तथा बौद्ध नगरी सांची का भ्रमण किया गया। ट्राइबल म्‍यूजियम में मौजूद आकृतियों और जनजातीय जीवन की झलकियां देख मंत्र-मुग्ध और अभिभूत हो उठा। टूरिज्म बोर्ड कार्यालय में सभी का स्वागत किया गया। अपर प्रबंध संचालक टूरिस्ट बोर्ड विवेक श्रोत्रिय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।  

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Kolar News 15 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वन्य-प्राणी और मनुष्य दोनों का अस्तित्व और सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इस कार्य में ऐसा समन्वय होना चाहिए कि किसी भी पक्ष को हानि न हो। मुख्यमंत्री चौहान ने सरदारपुर और सैलाना क्षेत्र में दुर्लभ पक्षी खरमोर के संरक्षण के लिए नागरिकों में जागरूकता की जरूरत बताई। इसी तरह सोन चिड़िया के संरक्षण के लिए भी सरकार और समाज मिल कर प्रयास करेंगे तो मध्यप्रदेश की वन्य-प्राणी संरक्षण की पहचान को बनाए रखने में सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में मध्यप्रदेश राज्य वन्य-प्राणी बोर्ड की 23वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल और बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री का बोर्ड के सभी सदस्यों ने प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अफ्रीका से चीतों को लाकर उनके प्रतिस्थापन का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न करने पर खड़े होकर स्वागत कर आभार माना। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वन्य-प्राणियों की सुरक्षा पवित्र उद्देश्य है। साथ ही यह भी देखना आवश्यक है कि वन्य-प्राणियों की संख्या में इस तरह भी वृद्धि न हो कि मानव समाज को असुविधा हो। आवश्यक संतुलन की स्थिति होना चाहिए। इसके लिए वन क्षेत्र में वन्य-प्राणियों की संख्या के संबंध में क्षेत्रवार पृथक-पृथक अध्ययन किया जाए।       कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाए गए चीतों की पुनर्स्थापना के संबंध में चर्चा हुई। बताया गया कि अफ्रीका से हवाई मार्ग द्वारा लाए गए चीतों को कूनों राष्ट्रीय उद्यान में वातावरण रास आ रहा है। इन्हें बड़े बाड़ों में ले जाने का कार्य प्रोटोकाल के अनुसार करने और अनुकूल हेबिटेट बनाए रखने के प्रयास निरंतर किए गए हैं। बोर्ड के सदस्य अभिलाष खांडेकर ने कहा कि यह कार्य वैश्विक स्तर पर सराहा गया है। खांडेकर ने कहा कि मध्यप्रदेश में वन्य-प्राणी संरक्षण की दिशा में मुख्यमंत्री चौहान की रूचि और केन्द्र एवं राज्य के संयुक्त प्रयासों से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चीतों का प्रवेश करवाया गया, जो ऐतिहासिक घटना है। उन्होंने बोर्ड सदस्यों से आग्रह किया कि इसके लिए अपने स्थान पर सभी सदस्य खड़े होकर मुख्यमंत्री चौहान ने प्रति आभार व्यक्त करें। बोर्ड के सदस्यों ने करतल ध्वनि के साथ खड़े होकर मुख्यमंत्री चौहान का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी। बताया गया कि मध्यप्रदेश बाघ और तेंदुए के साथ ही चीता प्रदेश भी हो गया है।       जबलपुर के निकट डुमना क्षेत्र में टाइगर सफारी के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। बोर्ड के सदस्य डॉ. सुरेंद्र तिवारी ने जापान की तरह मध्यप्रदेश में वन क्षेत्रों में फारेस्ट बाथ की व्यवस्था का सुझाव दिया। जिसमें वन क्षेत्र में कुछ दिन के लिए प्रवेश के लिए अनुमति देकर रहवास और भोजन की व्यवस्था की जाती है। पर्यटक या वन्य-प्राणी प्रेमी को निर्धारित शुल्क पर संगीतमय और प्राकृतिक वातावरण मिलने से हृदय रोग, रक्तचाप और मधुमेह जैसे रोगों में आराम मिलता है। मुख्यमंत्री चौहान ने इस सुझाव को अभिनव बताते हुए इस पर विचार करने के निर्देश वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दिए। नौरादेही अभयारण्य एवं वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के विकास से संबंधित प्राप्त सुझावों पर भी चर्चा हुई। वन्य-प्राणी चिकित्सकों के एक पृथक संवर्ग के वन विभाग में संविलियन के संबंध में भी विचार विमर्श हुआ। इसी तरह रातापानी अभयारण्य को रातापानी टाइगर रिजर्व घोषित करने के संबंध में प्रचलित कार्यवाही की जानकारी दी गई। इस कार्य के लिए क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों के अभिमत के अनुरूप प्रस्ताव तैयार किया गया है। विचार-विमर्श के बाद संजय टाइगर रिजर्व सीधी अंतर्गत कटनी-सिंगरौली रेलवे लाइन की दोहरीकरण योजना के कार्य क्षेत्र में सिग्नल और टेलीकम्यूनिकेशन कार्य के लिए आवश्यक अनुमति प्रदान की गई। इसी तरह बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया अंतर्गत बल्हौड़ ग्राम समूह जल प्रदाय योजना के लिए भूमिगत पाइप लाइन के उद्देश्य से वन्य-प्राणी क्षेत्र के लिए आवश्यक अनुमति प्रदान की गई। बोर्ड की 22वीं बैठक में लिए गए निर्णयों के पालन प्रतिवेदन की जानकारी भी दी गई।  

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Kolar News 15 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा के जल के अधिकतम उपयोग पर प्रारंभ से जोर दिया जाता रहा है। पूर्व वर्षों में अनेक नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई और पेयजल के लिए नर्मदा जल लाने का कार्य हुआ है। इस क्रम में आज प्रदेश में नर्मदा जल उपयोग के लिए 11 हजार 540 करोड़ रूपए लागत की 5 सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण कार्यों के लिए निविदाएँ स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। इन परियोजनाओं के निर्माण से लगभग 2 लाख 14 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी और 100 मेगावाट विद्युत उत्पादन भी होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में सम्पन्न नर्मदा नियंत्रण मण्डल की 75वीं बैठक में यह निर्णय लिए गए।   इस बैठक में जो निविदाएँ स्वीकृत की गई उनमें डिन्डौरी जिले की अपर नर्मदा 45 हजार 600 हेक्टेयर, होशंगाबाद जिले की दूधी 55 हजार 410 हेक्टेयर, नरसिंहपुर जिले की शक्कर-पेंच लिंक 95 हजार 839 हेक्टेयर, मण्डला जिले की बसानिया 8 हजार 780 हेक्टेयर एवं सीहोर जिले की डोबी 8 हजार 544 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की परियोजनाएँ शामिल हैं। इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश के हिस्से के 2.223 एमएएफ नर्मदा जल का उपयोग सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने बरगी परियोजना की स्लीमनाबाद टनल का कार्य जून 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। टनल के बाद निकलने वाली रीवा शाखा नहर के लिए भी दो ग्रुप में निविदाएँ स्वीकृत की गईं। इनसे 42 हजार 700 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा निर्मित होगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में नहरों के निर्माण में गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जाये। भविष्य में भी ऐसे ही प्रयास हों। साथ ही समूह माइक्रो सिंचाई परियोजनाओं, नर्मदा नदी के विभिन्न घाट के विकास कार्यों की पूर्णता और निर्माणाधीन कार्यों के निरंतर निरीक्षण भी किए जाएँ। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, वन मंत्री विजय शाह, नर्मदा विकास घाटी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास एस.एन. मिश्रा, अपर मुख्य सचिव वित्त मनोज गोविल और प्रमुख सचिव लोक निर्माण  नीरज मंडलोई उपस्थित थे।  

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Kolar News 15 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिये नशा माफियाओं के विरुद्ध सख्ती से कार्यवाही की जा रही है। साथ ही नशामुक्ति के लिये आमजन को जागरूक करने भी व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। अभियान प्रारंभ होने से अब तक 3,438 कार्यक्रम हुए हैं। शराब माफियाओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए 64 हजार 398 लीटर अवैध शराब जप्त की गई है। नशामुक्ति के विरूद्ध लोगों को जागरूक करने गुरूवार को प्रदेश में 806 कार्यक्रम किये गये। विभिन्न स्थानों पर पुलिस ने विद्यालयों, महाविद्यालयों, सामाजिक संस्थाओं आदि के साथ मिल कर लोगों को जागरूक करने कार्य किया। सर्वाधिक जन-जागरूकता के 154 कार्यक्रम इंदौर जोन में हुए। इंदौर कमिश्नरेट में 22, भोपाल जोन में 58, भोपाल कमिश्नरेट में 13, ग्वालियर जोन में 7, नर्मदापुरम जोन में 56, बालाघाट जोन में 55, चम्बल जोन में 15, जबलपुर जोन में 66, रीवा जोन में 95, शहडोल जोन में 94, सागर जोन में 35 और उज्जैन जोन में 136 नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम किये गये।   इस क्रम में एनडीपीएस एक्ट में 103 प्रकरण में 110 आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 424.061 ग्राम मादक पदार्थों की जप्ती की गई। अब तक 862.597 ग्राम मादक पदार्थ जप्त किये जा चुके हैं। एक हजार 477 आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए 1246 प्रकरण बना कर 8226 लीटर अवैध शराब जप्त की गई। अब तक 8571 प्रकरण में 8844 लोगों के विरूद्ध कार्यवाही कर 64 हजार 398 लीटर अवैध शराब जप्त की गई है। प्रदेश में सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वाले 498 लोगों के विरूद्ध 471 प्रकरण दर्ज किये गये हैं। अब तक 2071 प्रकरण में 2191 लोगों के विरूद्ध कार्यवाही हुई है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरूद्ध गुरूवार को 200 प्रकरण में 200 लोगों को आरोपी बनाया गया है। अब तक 1097 प्रकरण में 1103 आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। धूम्रपान निषेध कानून में अब तक 1984 लोगों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों का नशा कराने वाले 7199 और अवैध शराब पिलाने वाले 11 हजार 307 स्थानों पर सघन जाँच की गई।

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Kolar News 14 October 2022

आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर 'नानो' कावरे ने कहा है कि सातनारी जलाशय बनने से बालाघाट जिले के अनुसूचित जनजाति बहुल अंचल परसवाड़ा में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे तथा किसानों की आर्थिक स्थिति और अधिक मजबूत होगी। राज्य मंत्री श्री कावरे गुरूवार को सातनारी जलाशय के भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। 10 करोड़ 29 लाख रूपये की लागत से बनने वाले जलाशय का निर्माण जल संसाधन विभाग द्वारा किया जा रहा है। राज्य मंत्री  कावरे ने कहा कि सातनारी जलाशय का कार्य पिछले 40 वर्ष से अधूरा पड़ा था। लेकिन उनकी पहल से जलाशय का निर्माण अब पुन: तय की गई समय-सीमा जून-2023 तक पूरा किया जाएगा। योजना के पूरा होने पर जनजाति बहुल क्षेत्र के 500 किसान को सिंचाई का लाभ मिलेगा और क्षेत्र की 320 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। उन्होंने कहा कि जलाशय में मत्स्य पालकों को भी रोजगार के अधिक से अधिक अवसर दिये जाएंगे। साथ ही पर्यटन के अवसर भी बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जलाशय बनने से ग्राम बुढ़ियागांव, टाकाबर्रा, अलीटोला, खुरसोड़ा और खर्राकोना के किसानों को सिंचाई सुविधा में लाभ मिलेगा।     आयुष राज्य मंत्री कावरे ग्राम समनापुर में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में लगाए गये शिविर में भी शामिल हुए। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। राज्य मंत्री  कावरे ने कहा कि शिविर लगाए जाने का उद्देश्य ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ सुलभता से उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में 38 योजना को शामिल किया गया है। शिविर से इन योजनाओं के लाभ से वंचित लोगों का पता लगाया जाता है। उन्हें योजना का लाभ दिलाया जाता है। किसी हितग्राही के पास कोई दस्तावेज नहीं है तो उसे शिविर में ही दस्तावेज तैयार करके दिया जाएगा। इस मौके पर पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद थे।  

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Kolar News 14 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दत्तोपंत ठेंगड़ी की पुण्य-तिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। दत्तोपन्त राष्ट्रवादी विचारधारा के ट्रेड यूनियन नेता और भारतीय मजदूर संघ, स्वदेशी जागरण मंच एवं भारतीय किसान संघ के संस्थापक थे। उनका जन्म 10 नवम्बर 1920 को महाराष्ट्र के वर्धा जिले के आर्वी ग्राम में हुआ। उनके विचार देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। उनके आलेख पत्र–पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे। दत्तोपंत जी ने अनेक अवसरों पर मध्यप्रदेश और विशेष रूप से भोपाल का प्रवास किया। भोपाल में डिपो चौराहे के निकट ठेंगड़ी भवन उनकी स्मृति का प्रतीक है। उनका 14 अक्टूबर 2004 को पुणे में अवसान हुआ।

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Kolar News 14 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था को मजबूत रखने के साथ ही नशे सहित सभी तरह के अवैध कारोबार को ध्वस्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री  चौहान रायसेन में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में संबल 2.0 योजना अंर्तगत 15 हजार 948 श्रमिक परिवार के बैंक खातों में 345 करोड़ 59 लाख रूपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रदेश के अनेक जिलों में हुई असमय बारिश से फसलों को हुए नुकसान का उल्लेख करते हुए किसानों को आश्वस्त किया कि- "चिंता मत करना सरकार आपको संकट से पार ले जायेगी।" उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा के साथ राहत राशि भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर हाल में गरीबों का सम्मान कायम रखा जाएगा। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान भी इसीलिए चलाया जा रहा है, जिससे कोई भी गरीब शासन की किसी भी योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीब परिवारों को घर बनाने के लिए जमीन देगी, चाहे खरीद कर जमीन देना पड़े पर सरकार किसी भी गरीब को बिना घर के नहीं रहने देगी।   मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत इस महीने के अंत तक आवेदन लेकर मध्यप्रदेश स्थापना दिवस (एक नवंबर) से वंचित रह गए गरीब परिवारों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तेंदूपत्ता श्रमिकों को भी अभियान चला कर संबल योजना में शामिल करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब का जीवन आसान बनाना ही उनका मकसद है और रोटी, कपड़ा, मकान, दवाई और पढ़ाई की व्यवस्था सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के चारों श्रमोदय विद्यालयों से गरीब श्रमिकों के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा के नए द्वार खुले हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने मंच से ही खाद उपलब्धता और वितरण की समीक्षा करते हुए किसानों को आश्वस्त किया कि खाद की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने प्रशासन को अपना खुफिया तंत्र मजबूत करने और खाद सहित राशन की चोरी करने वालों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए।     मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रायसेन के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने घोषणा की कि रायसेन किले में पर्यटन सुविधाएँ बढ़ाने के लिए रोप-वे स्थापित किया जायेगा। उन्होंने सीवेज के लिए सर्वे करने और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए सर्वसुविधायुक्त आडिटोरियम के निर्माण की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने सेमरी जलाशय का काम मार्च माह तक पूरा करने और आस-पास के गाँव के प्रत्येक परिवार को दिसंबर तक नल से जल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री  चौहान ने कटनी, छतरपुर, देवास, अशोकनगर और नर्मदापुरम जिलों की महिला हितग्राहियों से वर्चुअल संवाद किया। श्रम कल्याण मण्डल की तीन विवरणिका का विमोचन किया। उन्होंने रायसेन जिले के संबंल योजना के हितग्राहियों को अनुग्रह राशि के चेक भी वितरित किए। मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर और जिले के अन्य अधिकारियों को मंच पर बुला कर मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान की प्रगति की समीक्षा की। श्रम मंत्री  बृजेन्द्र प्रताप सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी संबोधित किया। सांसद रमाकांत भार्गव, विधायक रामपाल सिंह और सुरेन्द्र पटवा, जिला पंचायत अध्यक्ष  यशवंत मीणा उपस्थित थे।  

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Kolar News 13 October 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजमाता सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को लाभ और सीमांत किसान परिवारों की खुशहाली में ही कृषि की सार्थकता है। उन्होंने कहा कि निश्चित ही आज दीक्षित विद्यार्थी प्राप्त की गई शिक्षा से अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण समाज के कल्याण में योगदान देंगे। किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कृषि संकाय में विशेषज्ञता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के ज्ञान का लाभ कृषि को उन्नत बनाने में मिलेगा। दीक्षांत समारोह में चार विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, 14 को शोध उपाधियाँ (पीएचडी) सहित 321 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर और 303 विद्यार्थियों को स्नातक उपाधियाँ प्रदान की गईं। साथ ही तीन विद्यार्थियों को सिरताज बहादुर सिन्हा स्मृति नगद पुरस्कार प्रदान किए गए। राजमाता सिंधिया कृषि विश्वविद्याल के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में आठवें दीक्षांत समारोह में उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक डॉ. आर सी अग्रवाल, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. राव राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी, कृषि विश्वविद्यालय के डीन डॉ. दीपक हरी रानाडे, अधिष्ठाता एन.एस. भदौरिया सहित विश्वविद्यालय प्रबंध मंडल के सदस्य और विद्यार्थी मौजूद थे।   राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने उपाधियाँ प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि आप सब खेती को समावेशी, व्यापक और अधिक टिकाऊ बनाने में पूरे उत्साह के साथ योगदान देंगे। कृषि विद्यार्थियों के प्रयास ऐसे हों, जिससे देश में कृषि व्यापार का ऐसा वातावरण बने जो किसानों के लिये लाभकारी हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्नत कृषि तकनीक को बढ़ावा देने के लिये प्रभावी कदम उठाए हैं। राज्यपाल  पटेल ने जैविक खेती अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को उपयुक्त तकनीक और खेती के नए-नए तरीकों में पारंगत करने की जरूरत है। साथ ही यह भी प्रयास करने होंगे कि किसान कृषि उद्यमी के रूप में आगे बढ़ें। राज्यपाल पटेल ने राजमाता स्व. विजयाराजे सिंधिया का स्मरण कर उनके द्वारा समाज की भलाई के लिए किए गए कार्यों को भी रेखांकित किया।   किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि कृषि की पढ़ाई की सार्थकता तभी सिद्ध होगी, जब कृषि विशेषज्ञता का लाभ किसानों को मिलेगा। उन्होंने किसानों के कल्याण के लिये सरकार द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों और योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि और कृषि अधोसंरचना विकास फंड से किसानों को बड़ी मदद मिल रही है। कृषि मंत्री पटेल ने उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अपनी ओर से 10–10 हजार रूपए के नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। मंत्री कुशवाह ने कहा कि कृषि विद्यार्थी वैज्ञानिक तरीके से कृषि उत्पादन बढ़ाने में अपना योगदान दें और जलवायु परिवर्तन अप्रभावित होने वाली ऐसी कृषि तकनीकें खोजें जिससे सूखे और अतिवर्षा की स्थिति में भी किसानों को अच्छा उत्पादन मिल सके। कुशवाह ने कहा कि कृषि विद्यार्थी किसानों को उद्यानिकी अपनाने के लिये प्रेरित करें। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल पटेल, कृषि मंत्री  पटेल एवं उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  कुशवाह सहित अन्य अतिथियों ने कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। लोकार्पित कार्यों में जैविक कपास उत्कृष्ट अनुसंधान केन्द्र भवन खंडवा एवं आगर मालवा तथा मनावर, धार और अलीराजपुर के कृषि विज्ञान केन्द्रों में नवनिर्मत प्रशासनिक एवं कृषक भवन सहित अनुसूचित जाति-जनजाति कौशल विकास केन्द्र मंदसौर शामिल है।

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Kolar News 13 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद कुछ स्थानों पर खाद प्राप्त न होने के संबंध में प्राप्त किसानों की शिकायतों का तत्काल समाधान किया जाए। मध्यप्रदेश को आवश्यकतानुसार खाद उपलब्ध करवाने में केन्द्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख लाल मंडाविया से भी समय-समय पर चर्चा होती है और प्रदेश के किसानों के लिए उर्वरक की आपूर्ति का कार्य बिना बाधा के होता रहा है। मुख्यमंत्री चौहान आज निवास पर हुई बैठक में प्रदेश में खाद वितरण कार्य की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मार्कफेड द्वारा खाद के एक से अधिक विक्रय पाइंट बनाने और स्कंध खत्म होने के पहले भंडारण सुनिश्चित करने पर सहमति हुई। लगातार समीक्षा कर यह कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है।ऐसे में मार्कफेड और अन्य संबंधित संस्थाओं द्वारा ऐसी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँ कि खाद न मिलने की कहीं से भी शिकायत नहीं आए। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि किसानों को आश्वस्त किया जाना आवश्यक है कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसी भी स्तर पर इसके उपलब्ध न होने की आशंका के आधार पर अनावश्यक संग्रहण भी न किया जाए।   मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि किसानों से खाद न मिलने की शिकायतें न मिलें, इसके लिए किसानों से संवाद भी हो। खाद वितरण में कहीं खामी हो तो व्यवस्थाएँ सुधारें। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में उर्वरक की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि कुछ जिलों से जो शिकायतें आई हैं उनका बिना विलम्ब निराकरण करें। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बैठक में वर्चुअली हिस्सा लेते हुए कहा कि पिछले साल इस तरह की शिकायतें नहीं आई थीं। संयुक्त प्रयासों के अच्छे परिणाम आ रहे हैं। सभी संबंधित विभाग और संस्थाएँ मिल कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। खाद के वितरण के लिए माइक्रो मैनेजमेंट जरूरी है। संबंधित अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए गए हैं।   अपर मुख्य सचिव किसान-कल्याण तथा कृषि विकास अजीत केसरी ने बताया कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। केन्द्र सरकार से प्रदेश की माँग पर उर्वरकों की रेक निरंतर मिल रही हैं। हाल में हुई समीक्षा में यह बात सामने आई है कि सहकारिता क्षेत्र में यूरिया, डीएपी उर्वरकों की 70 प्रतिशत से कम मात्रा का उठाव किया गया है। जिला विपणन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि नगद विक्रय केन्द्र पर खाद के इच्छुक किसानों के लिए व्यवस्थित प्रबंध सुनिश्चित करें। प्रदेश में अप्रैल से लेकर 11 अक्टूबर तक यूरिया 19.09 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 9.80 लाख मीट्रिक टन, एनपीके 3.42 लाख मीट्रिक टन और एसएसपी 8.58 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध है। गत वर्ष से इस वर्ष आलोच्य अवधि में प्रत्येक उर्वरक का अधिक भंडारण हुआ है। लेकिन विक्रय गत वर्ष से कम है और शेष स्कंध की मात्रा यूरिया 2.51 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 1.98 लाख मीट्रिक टन, एनपीके 1.31 लाख मीट्रिक टन, एसएसपी 3.50 लाख मीट्रिक टन है। इस महीने प्राप्त होने वाली संभावित उर्वरक मात्रा 11.84 लाख मीट्रिक टन है।

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Kolar News 13 October 2022

मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन में ग्रामीण परिवारों को हर घर जल उपलब्ध करवाने के लिये जल संरचनाओं के निर्माण का सिलसिला जारी है। जल प्रदाय योजनाओं का निर्माण मिशन गाइड लाइन के अनुरूप, गुणवत्तापूर्ण और निर्धारित समय-सीमा में पूरा किये जाने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय कार्यशाला 13 अक्टूबर को प्रात: 11 बजे से कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यशाला में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जल निगम के अधिकारियों से संवाद और प्रतिभागियों का अभिप्रेरण एवं मार्गदर्शन करेंगे। कार्यशाला में विभाग के राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव सहित सभी स्तर के विभागीय अधिकारी शामिल रहेंगे।

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Kolar News 12 October 2022

मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने प्रदेश में बढ़ते लोड के मद्देनजर 400 केव्ही सबस्टेशन आष्टा में 315 एमव्हीए क्षमता का अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है। गत दिवस इस पावर ट्रांसफार्मर को सफलतापूर्वक ऊर्जीकृत किया गया। म.प्र.पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता अतुल जोशी ने बताया कि इस 400/220 केव्ही वोल्टेज लेवल के 315 एमव्हीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के उर्जीकृत होने से भोपाल, उज्जैन और इंदौर सहित संपूर्ण मालवा की पारेषण क्षमता को मजबूती मिलेगी। इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकरण होने से मध्यप्रदेश, सेंटर ग्रिड से अधिक मात्रा में पावर प्राप्त कर सकेगा। ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस उपलब्धि पर मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी के पूरे स्टॉफ को बधाई दी है।   पूर्व में सिहोर जिले का लोड बढ़ने से जैतपुरा (इंदौर), भोपाल आदि से विद्युत पारेषण हुआ करता था। अब इसकी आपूर्ती आष्टा से ही हो जाया करेगी। इस अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की स्थापना से जैतपुरा (इंदौर) देवास, चापड़ा, शुजालपुर, मुगलिया छाप क्षेत्रों में भी भरोसेमंद विद्युत का पारेषण होगा। इससे कृषि एवं घरेलू उपभोक्ताओं को गुणवत्ता पूर्ण विद्युत उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी। इस नये 315 एमव्हीए के .पावर ट्रांसफार्मर के उर्जीकृत होने से संपूर्ण मालवा क्षेत्र की पारेषण क्षमता एवं विश्वसनीयता में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है। अब सिहोर जिले की कुल ट्रांसफारमेशन कैपेसिटी बढ़कर 2251 एमव्हीए की हो गई है। सिहोर जिले में म.प्र.पावर ट्रांसमिशन कंपनी अपने 10 अति उच्चदाब सबस्टेशनों से विद्युत पारेषण करती है। इसमें 400 के व्ही का एक सबस्टेशन आष्टा, 220 के व्ही का एक सबस्टेशन बुधनी तथा 132 के व्ही के 8 सबस्टेशन आष्टा, सिहोर, शाहगंज, इच्छावर, श्यामपुर, विलकिसगंज, गोपालपुर एवं नसरूल्लागंज शामिल है।

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Kolar News 12 October 2022

18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने प्रदेश में 10 दिन तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी सोमवार से शुरुआत हुई। मंगलवार को निर्वाचन सदन मध्यप्रदेश के अधिकारी भोपाल जिले के विभिन्न कॉलेजों में पहुंचे। यहां पर 18 साल की आयु पूर्ण करने वाले विद्यार्थियों से संवाद किया। नाम जोड़ने, हटाने, आधार से लिंक करने और बदलाव के संबंध में उपयोग में आने वाले फॉर्म्स के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। इसके बाद वोटर हेल्पलाइन एप को डाउनलोड कराया और मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया से अवगत कराया।   उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 18 साल की आयु पूरी करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश द्वारा 10 से 20 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत भी हो चुकी है। 11 अक्टूबर को अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, एमबीएम कॉलेज, उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला, शासकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  रंजना देवड़ा बीएलओ के साथ नूतन कॉलेज पहुंचीं। यहां पर विद्यार्थियों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन-ऑफलाइन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा कॉलेजों में स्वीप गतिविधियां भी आयोजित की गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने बताया कि 18 साल की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए हायर सेकेंडरी स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में 10 दिन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत विद्यार्थियों को जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे कोई भी युवा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से वंचित न रह जाए।  

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Kolar News 12 October 2022

36वें राष्ट्रीय खेलों में आज मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने 3 स्वर्ण, 7 रजत और 3 कांस्य पदक हासिल किये हैं। अब तक मध्यप्रदेश ने 19 स्वर्ण, 23 रजत और 17 कांस्य पदक के साथ कुल 59 मेडल जीते हैं। मध्यप्रदेश के प्रणव कोरी ने हैंगिंग मलखम्ब में स्वर्ण हासिल किया। इसी प्रकार पोल मलखम्ब में सिद्धि गुप्ता ने स्वर्ण पदक और रोप मलखम्ब में रजत पदक हासिल किया। मध्यप्रदेश के राजवीर पवार ने रोप मलखम्ब में रजत पदक जीता। मध्यप्रदेश के मलखम्ब खिलाड़ी चंद्रशेखर चौहान ने रोप और पोल मलखम्ब इवेंट में क्रमशः 1-1 कांस्य पदक हासिल किया। मध्यप्रदेश के जय मीणा ने शॉफ्ट टेनिस मेन्स सिंगल्स में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। महिलाओं के शॉफ्ट टेनिस सिंगल्स में मध्यप्रदेश की आध्या तिवारी ने रजत पदक जीता।   मध्यप्रदेश के कयाकिंग एवं कनोइंग खिलाड़ियों ने आज रजत पदक पर अपना कब्जा जमाया। कनोइंग C2 500 मी महिलाओं के इवेंट में मध्यप्रदेश की कावेरी ढीमर और शिवानी वर्मा ने रजत पदक हासिल किया। इसके अलावा कनोइंग K4 500मी में सुषमा वर्मा, दिमिता देवी, स्वाती साहू और दीपाली के ग्रुप ने रजत पदक हासिल किया। पुरूषों के K4 500मी. कनोइंग इवेंट में विशाल दांगी, अक्षित बरोई, रिमसन मरियमबाम और हिमांशु टंडन ने रजत पदक हासिल किया। मध्यप्रदेश के वूशू खिलाड़ियों ने आज एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल किया। दावशू गुनशू ऑलराउंड इवेंट में रोहित जाधव ने रजत पदक हासिल किया। मध्यप्रदेश की भूरक्षा दुबे ने जियानशू क्यांगशू इवेंट में कांस्य पदक हासिल किया।

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Kolar News 11 October 2022

  उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने उद्यानिकी फसलों के उत्पादन और प्र-संस्करण में हुए नवाचारों की जानकारी से किसानों को अवगत करवाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने संभाग, जिला और विकासखंड स्तर पर जानकारी देने के लिये डिस्प्ले बोर्ड लगाने को कहा। राज्य मंत्री कुशवाह ने सोमवार को मंत्रालय में विभाग की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में पिछले वर्षों में काफी उन्नति हुई है। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग की विभिन्न योजनाओं और नवाचारों को किसानों तक पहुँचाने के लिये संभाग, जिला और विकासखंड स्तर पर डिस्प्ले बोर्ड लगाने के लिए अगले 2 सप्ताह में कार्यवाही की जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पोटेटो टिश्यू कल्चर लेब और फ्लोरी कल्चर गार्डन की स्थापना संबंधी कार्यों में तेजी लाई जाए। राज्य मंत्री कुशवाह ने विभाग के अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी प्रकरणों का भी त्वरित निराकरण और लंबित विभागीय जाँच प्रकरणों में निर्धारित समय अवधि में कार्यवाही करने के लिये कहा। बैठक में अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण जे.एन. कंसोटिया, संचालक उद्यानिकी  निधि निवेदिता, एम.डी. एम.पी.एग्रो.  राजीव जैन और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।  

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Kolar News 11 October 2022

जनजातीय कार्य विभाग द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर विद्यार्थियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य विषय पर सत्र का आयोजन किया गया। बावड़िया कला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय (गुरुकुलम्) विद्यालय में हुए सत्र में मनोवैज्ञानिक सुश्री प्रिया सोनपर ने विद्यार्थियों को बेहतर मानसिक स्वास्थ्य और केरियर से जुड़े मार्ग-दर्शन दिए। उन्होंने विद्यार्थियों को अवसाद और तनाव से जुड़े मुद्दों की बुनियादी जानकारी दी और इससे बचने की सलाह भी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि परीक्षा से जुड़ा तनाव तभी हो सकता है जब परीक्षा सिर पर हो और नियमित रूप से पढ़ाई न की हो। तनाव ही अवसाद का कारण बनता है और इसका दुष्परिणाम यह होता है कि ठीक से नींद नहीं आती। खाना खाने का मन नहीं करता है। ऐसी स्थिति में अपने परिजन, शिक्षक और मित्रों से इस बारे में बात करें।    सुश्री प्रिया सोनपर ने विद्यार्थियों को सेल्फ मोटिवेशन और केरियर को लेकर भी कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में रोज खुशी के लिए कुछ वजह खोजें। रोज सुबह उठने पर आपका एक डिफरेंट मोटिव हो। खुद को खुश रखने के लिए रोज अपनी पसंद का एक काम जरूर कीजिए। जीवन में आपका एक उद्देश्य तय होना चाहिए। जब आप अपने केरियर का चयन करें तो अपने व्यक्तित्व और प्रकृति को ध्यान में रखें। कक्षा 9वीं से आपको यह सोचना शुरू कर देना चाहिए कि केरियर में आगे क्या करना है। इसके लिए आप अपने बड़े भाई-बहन, पैरेंट्स और शिक्षक से भी सलाह ले सकते हैं। स्ट्रेस की छोटी-छोटी वजहों को बेवजह इकट्टठा कर के न रखें, उनके निराकरण को टाले नहीं और न ही ओवर थिंकिंग करें। रोज अपने आस-पास के लोगों से खुशी के साथ बात करें। जब आप खुशियाँ जाहिर करते हैं तो यह फैलती है। जब आप खुश होते हैं और चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान रखते हैं तो आस-पास का माहौल भी खुशनुमा होता है। इसके लिए अपने सामाजिक संबंध मजबूत बनाए रखेंगे तो आपको मानसिक सुदृढ़ता मिलेगी। प्राचार्य डॉ. यशपाल सिंह और शिक्षकगण उपस्थित रहे।  

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Kolar News 11 October 2022

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 16 अक्टूबर को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर हिंदी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकों का विमोचन कर हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई का शुभारंभ करेंगे। विमोचन कार्यक्रम को लेकर भव्य तैयारियाँ की जा रही हैं। रविवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री  विश्वास कैलाश सारंग ने लाल परेड ग्राउंड पर कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।   मंत्री  सारंग ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर ‘हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई’ मध्यप्रदेश सरकार की ओर से देश को बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के आह्वान को जनप्रिय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शिरोधार्य करते हुए हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित समय-सीमा में एमबीबीएस के हिंदी पाठ्यक्रम को तैयार करने का कार्य पूर्ण किया गया। मंत्री सारंग ने बताया कि 16 अक्टूबर को केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री शाह के मुख्य आतिथ्य में भोपाल के लाल परेड गाउंड पर भव्य कार्यक्रम में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के हिंदी पाठ्यक्रम की पुस्तकों का विमोचन किया जायेगा। यह दिन चिकित्सा शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश, देश एवं हिंदी के लिये बेहद महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में पूरे प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों के छात्र शामिल होंगे।   मंत्री  सारंग ने बताया कि मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य होगा जो हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई का शुभारंभ करेगा। हिन्दी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का पायलट प्रोजेक्ट गांधी चिकित्सा महाविद्यालय से शुरू होगा। मध्यप्रदेश के सभी 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में वर्तमान सत्र से ही एमबीबीएस प्रथम वर्ष में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बॉयो-केमिस्ट्री की हिंदी में भी पढ़ाई कराई जाएगी। वहीं अगले सत्र में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष में भी इसे लागू किया जाएगा। सारंग ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदी में पढ़ाई का मतलब समानांतर रूप से हिंदी माध्यम से पढ़े छात्रों को सहायता के तौर पर यह व्यवस्था की जा रही है। अंग्रेजी के साथ हिंदी की किताबें भी उपलब्ध कराई जायेगी। किताबों के हिंदी रूपांतरण के लिये हिंदी प्रकोष्ठ ‘मंदार’ का विधिवत गठन कर सुव्यवस्थित पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इस टॉस्क फोर्स में चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं।   लाल परेड मैदान में कार्यक्रम स्थल पर 15 अक्टूबर को मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा हिंदी में एमबीबीएस, नॉलेज शेयरिंग मिशन, चिकित्सा छात्र बीमा योजना, एमबीबीएस फाउंडेशन कोर्स में मूल्य आधारित चिकित्सा शिक्षा का समावेश, ईज़ ऑफ हेल्थ सर्विसेज, मेडिकल इन्क्यूबेशन सेंटर समेत विभिन्न नवाचार पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।

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Kolar News 10 October 2022

सतना जिले में प्रसिद्ध तपोस्थली चित्रकूट में भारत रत्न नाना जी देशमुख की 106 वीं जयंती पर रविवार को 4 दिवसीय ग्रामोदय मेला का शुभारंभ केन्द्रीय कौशल विकास एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा नानाजी मंडप के सामने नाना जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि राजनीति में रह कर समाज नीति की नई परिभाषा नानाजी ने दी है। नानाजी ने चित्रकूट में मुक्त विश्वविद्यालय की कल्पना को साकार रूप दिया है कि लोग आएँ सीखे, समझे और आत्म-सात कर अपने जीवन में उतारें।   केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा,उत्तराखंड सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा एवं स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री  बृजेंद्र प्रताप सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर, उत्तर प्रदेश सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री  राकेश सचान, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर  जयवीर सिंह, लोकसभा सदस्य सतना  गणेश सिंह, लोकसभा सदस्य बांदा चित्रकूट आर.के. सिंह पटेल, मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष श्रीमती इमरती देवी, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक अनिल कोठारी, जन अभियान परिषद मध्यप्रदेश के उपाध्यक्ष जितेंद्र जामदार, महात्मा गांधी राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान मध्यप्रदेश के निदेशक संजय सराफ एवं दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान अतुल जैन प्रमुख रूप से मंचासीन रहे।  मंच के बाँयी तरफ संतों के लिए अलग से मंच बनाया गया था, जिसमें चित्रकूट के सभी प्रमुख संत-महात्मा मंचासीन रहे।   केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि आज भारत रत्न नाना जी देशमुख की जयंती पर इस कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। चित्रकूट 21वीं शताब्दी में एक नया रूप ले रहा है, गाँव में पढाई कैसे हों, संस्कार कैसे हो इस पर दीनदयाल शोध संस्थान रोल मॉडल का काम कर रहा है। भारत को आत्म निर्भर बनाने के लिए जरूरी है गाँव को आत्म-निर्भर बनाना। कोरोना काल में  प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 150 देशों में दवाइयाँ पहुँचाई गई है।  केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि आत्म-निर्भर भारत के सपने को साकार करने में दीनदयाल शोध संस्थान देश में एक रोल मॉडल है। आज जल उपलब्धता की दिशा में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जो काम हो रहा है वह आने वाले 50 वर्ष में बढ़ती आबादी के लिये पीने के पानी की आपूर्ति और जल-संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय है। वर्ष 2047 तक हम आजादी का शताब्दी वर्ष एक विकसित भारत के रुप में मनायेंगे।       

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Kolar News 10 October 2022

नि:शक्तजन कल्याण आयुक्त संदीप रजक ने बताया कि प्रदेश में पहली बार दिव्यांगजन और गंभीर बीमारियों से पीड़ितों के उपचार के लिये डिंडोरी जिले के बरगाँव में रविवार को तहसील स्तर पर एक दिवसीय शिविर के साथ चलित न्यायालय भी लगाया गया। शिविर में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन आये। इनका स्वास्थ्य परीक्षण कर व्हील चेयर, ट्राइसिकिल, श्रवण यंत्र और अन्य कृत्रिम उपकरण प्रदान करने के साथ उनकी समस्याओं का भी समाधान किया गया।   शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञों ने विभिन्न बीमारियों से पीड़ित 3 हजार 924 मरीजों का पंजीयन किया। नि:शक्तजन मोबाइल कोर्ट में 550 दिव्यांग मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण कर बैसाखी, ट्राइसिकिल और कृत्रिम उपकरण दिये गये। आयुष विभाग, कोविड टीकाकरण, फिजियोथेरेपी, चर्म रोग, हृदय रोग, नेत्र, स्त्री, शिशु, सर्जरी, अस्थि, रेडियोलॉजी, नाक-कान-गला, कैंसर, मनोरोग, पैथॉलॉजी, किडनी, दंत, प्लास्टिक सर्जरी, सिकल सेल आदि रोगों के विषय विशेषज्ञों ने काउंटर लगा कर मरीजों का उपचार और परीक्षण किया। शिविर में कलेक्टर  रत्नाकर झा, पुलिस अधीक्षक संजय सिंह, विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरतशरण सिंह, रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. गगन कोले सहित सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी, जन-प्रतिनिधि और जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

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Kolar News 10 October 2022

चित्रकूट में 9 से 12 अक्टूबर तक ग्रामोदय से राष्ट्र उदय की अवधारणा पर ग्रामोदय मेला आयोजित होगा। मेले में राज्य शासन के कई विभाग सहभागिता कर रहे हैं। भारत रत्न नानाजी देशमुख की जयंती पर होने वाले इस आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ओत-प्रोत शरद उत्सव भी होगा। ग्रामोदय मेले में केन्द्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्रियों के अलावा अन्य राज्यों के मंत्री भी शामिल होंगे। ग्रामोदय मेले का शुभारंभ प्रातः 10 बजे भारत सरकार के शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान करेंगे। ग्रामोदय मेले के लिए तीन अलग-अलग डोम तैयार किये गए है। पहले डोम को नानाजी मंडप नाम दिया गया है जिसमें ‘एक जिला-एक उत्पाद’ पर विशेष प्रदर्शनी होगी। मध्यप्रदेश के सभी जिलों के प्रमुख उत्पादों को उसमें प्रदर्शित किया जाएगा। दूसरे डोम का नाम दीनदयाल मंडप होगा, मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के सभी विभागों के लिए प्रमुख कार्यक्रम, गतिविधियों, योजनाओं, नीतियों आदि को प्रदर्शित किया जाएगा। तीसरा अब्दुल कलाम मंडप होगा, जिसमें केन्द्र शासन के मंत्रालय/उपक्रम तथा निजी कंपनियों संबंधी प्रदर्शनी होगी। चार दिवसीय मेले में विभिन्न विषयों पर सेमीनार, परिचर्चा, गोष्ठियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।   प्रथम दिवस 9 अक्टूबर को मेला परिसर में प्रातः 9:30 से 9:55 बजे तक पूजन कर ग्रामोदय मेला का भव्य शुभारंभ किया जाएगा। प्रातः 10 से 11:45 बजे तक मुख्य पंडाल में ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण, जनप्रतिनिधियों सरपंच सम्मेलन, सुजलाम-जल संस्कृति, प्राकृतिक खेती क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, जनजातीय समुदाय के पोषण एवं उत्तम स्वास्थ्य में फलों का महत्व, बाल संरक्षण अधिकारों पर जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन और सेमिनार का उद्घाटन किया जाएगा। 11:45 बजे से 12:30 बजे तक जनप्रतिनिधियों (सरपंचों) की सेमिनार, 12 बजे से मंदाकिनी भू-क्षरण रोक के लिए निर्माण कार्य का पंचवटी घाट पर भूमि पूजन, अपरान्ह 2:30 बजे से 5 बजे तक मूल्य सहायता प्राप्त खाद्य उत्पादों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की क्षमता निर्माण और आर्थिक सशक्तिकरण पर सेमिनार तथा अपरान्ह 2:30 बजे से 5 बजे तक पंचवटी घाट में सुजलाम-जल संस्कृति पर सेमिनार होगा। सायं 7 से 10 बजे रात्रि तक मुख्य पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसी दौरान खीर प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा।   द्वितीय दिवस 10 अक्टूबर को मेला भ्रमण प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक होगा। इसके साथ ही प्रातः 10:30 से 1 बजे तक प्राकृतिक खेती पर विवेकानंद सभागार में सेमिनार, सती अनुसुइया आश्रम में 10:30 बजे से 12:30 बजे तक सुजलाम सेमिनार, मेला पंडाल में 12 बजे से निबंध प्रतियोगिता, मुख्य पंडाल में चित्रकला प्रतियोगिता, गुरुकुल में स्वस्थ पशु प्रतियोगिता, विवेकानंद सभागार में अपरान्ह 2 बजे से 5 बजे तक प्राकृतिक खेती पर सेमिनार और शाम 7 बजे से 10 बजे तक मुख्य पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।तीसरे दिन 11 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक मेला भ्रमण, प्रातः 10:30 से 12:30 बजे तक विवेकानंद सभागार में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, मेला पंडाल में दोपहर 12 बजे से भाषण प्रतियोगिता एवं मुख्य पंडाल में तीसरे दिवस शरद पूर्णिमा को सायं 7 बजे से 10 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास शामिल होंगे।   ग्रामोदय मेले के अंतिम और चौथे दिन 12 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक मेला भ्रमण, प्रातः 10 बजे से विवेकानंद सभागार में बाल संरक्षण अधिकार पर जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन और प्रातः 11:30 बजे से जनजातीय समुदाय के उत्तम स्वास्थ्य के लिए फलों की भूमिका पर सेमिनार होगा। मेले का समापन 12 अक्टूबर को शाम 4 बजे होगा।

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Kolar News 9 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने 36 वें राष्ट्रीय खेलों में मलखंब में स्वर्ण पदक जीतने पर मध्यप्रदेश की पुरूष टीम को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं।  मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अद्भुत संतुलन, अद्वितीय सामंजस्य और समर्पण से मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने स्वर्णिम विजय प्राप्त की है। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि मलखंब मध्य प्रदेश का राज्य खेल है। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की पुरूष टीम ने स्वर्ण पदक जीत कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि सभी खूब आगे बढ़ें और ऐसे ही जीतते रहें। देश-दुनिया में इस पारंपरिक खेल को प्रसारित करें। उल्लेखनीय है कि खेलो इंडिया युवा खेलों में सफल पदार्पण के बाद मलखंब को 36 वें राष्ट्रीय खेलों में पहली बार शामिल किया गया है। यह प्रतियोगिता सूरत (गुजरात) में 27 सितम्बर से प्रारंभ हुई और 10 अक्टूबर तक चलेगी।  

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Kolar News 9 October 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय अधिकारी श्री विवेक जायसवाल को सड़क मरम्मतीकरण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इंदौर हरदा राजमार्ग पर सड़कों के गड्ढों की मरम्मत तत्परता से करने को कहा है मंत्री पटेल ने कहा है कि सड़कों पर यातायात को सभी के लिए सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है कि सड़के बेहतर हो। मार्ग की मरम्मत कर दुर्घटनाओं से आम व्यक्ति की जान-माल की सुरक्षा के दायित्वों का निर्वहन भली-भांति किया जाना सुनिश्चित करें।  

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Kolar News 9 October 2022

कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा इंदौर में आयोजित "एमपी क्राफ्ट-आर्ट फ्रॉम द हार्ट" के समापन अवसर पर आयोजित टॉक-शो में टेक्सटाइल क्षेत्र के दिग्गज और बुनकरों ने एक छत के नीचे बैठकर प्रदेश में खादी, शिल्प और हथकरघा उत्पादों की बेहतरी के लिये संवाद किया। इसमें प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग श्री मनु श्रीवास्तव, आयुक्त श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने दोनों पक्षों को राज्य शासन की नीति, नियमों और सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के विषय में विस्तार से बताया।   इस टॉक-शो में रिलायंस ग्रुप के प्रबल सिंह ने कपड़े की गुणवत्ता और कीमत को नियंत्रित करने के संबंध में सुझाव दिये। लालटेन कंपनी के अल्बर्ट ने सप्लाई चैन स्ट्रक्चर को मजबूत बनाये जाने की दिशा में क्या किया जा सकता है, इस संबंध में अपने सुझाव दिये। पंजा दरी के बुनकर  छोटेलाल ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर व्यापार के लिये उपलब्ध कराये जा रहे मंच के लिये राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। ग्रीन वेयर कम्पनी के अभिषेक पाठक ने खादी उत्पादन में सौर ऊर्जा के उपयोग को लेकर सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र में निवेश के इच्छुक हैं। कोटक महिन्द्रा क्षेत्र के रीजनल वाइस प्रेसीडेंट अनुभव दुबे ने हितग्राहियों को बैंकों के माध्यम से ऋण मुहैया कराने में आ रही समस्याओं के समाधान के विषय में बतलाया। टॉक शो में नादना, जरी जरदोजी, बाग प्रिंट के क्षेत्र में काम करने वाले कारिगरों ने भी हिस्सा लिया। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा प्रदेश के हथकरघा एवं हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिये बुनकरों, कारीगरों को एक नया प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इंदौर के शेरेटन ग्रैंड पैलेस होटल में 6 से 8 अक्टूबर तक "एमपी क्राफ्ट-आर्ट फ्रॉम द हार्ट" का आयोजन किया गया था।  

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Kolar News 9 October 2022

आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय अभय वर्मा ने सीएम राइज स्कूलों में विज्ञान प्रशिक्षण हेतु 4 दिवसीय आवासीय कार्यशाला का सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में शुभारंभ किया। यह प्रशिक्षण 21वीं सदी के कौशलों पर आधारित विज्ञान शिक्षण के संदर्भ में आयोजित किया जा रहा है जिसमें विज्ञान की नवीनतम एवम आधुनिक शिक्षण पद्धतियों जैसे कि परियोजना आधारित शिक्षण (प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग), गतिविधि आधारित शिक्षण (एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग), स्टीम (STEAM) आधारित शिक्षण एवं प्रयोगात्मक विज्ञान शिक्षण पर शिक्षकों को हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दी जाएगी।   प्रशिक्षण में प्रत्येक संभाग से मास्टर ट्रेनर्स का चयन किया गया है, जो भोपाल से प्राप्त प्रशिक्षण के अनुरूप अपने अपने संभाग के बाकी शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। साथ ही मास्टर ट्रेनर्स को एक्सपोजर विजिट के लिए आंचलिक विज्ञान केंद्र एवं रीजनल म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में भी भेजा जाएगा ताकि वे विज्ञान विषय की आधुनिकतम जानकारियों से परिचित हो सकें। प्रशिक्षण में अनुभवात्मक विज्ञान प्रशिक्षण एवं शिक्षक हैंडबुक के निर्माण हेतु पिरामल फाउन्डेशन मध्यप्रदेश का सहयोग लिया गया है। कार्यशाला में अपर संचालक  डी.एस. कुशवाहा, राज्य स्त्रोत समूह सदस्य श्री अतुल विनायक, विकास जोशी, सुधाकर पाराशर जी, रंजन शर्मा शामिल हुए।

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Kolar News 8 October 2022

वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह ने कहा है कि वन विभाग के सभी नेशनल पार्क में प्लास्टिक बोतल और थैलियों पर एक जनवरी 2023 से प्रतिबंध लगाया जायेगा। डॉ. शाह आज राष्ट्रीय वन विहार उद्यान की विहार वीथिका में वन्य-प्राणी सप्ताह के समापन समारोह में संबोधित कर रहे थे। मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि सभी नेशनल पार्क में वाटर एटीएम लगाये जायेंगे, जिनसे पर्यटकों को कम कीमत पर पानी मिलेगा। साथ ही पार्क में खाद्य सामग्री आदि की थैलियाँ ले जाने पर प्रतिबंध लगाया जायेगा, जिससे पर्यावरण-संरक्षण को बल मिलेगा।   वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि देश में विलुप्त हो रहे चीतों के पुनर्स्थापन को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के सार्थक प्रयासों से 72 साल बाद चीता के रूप में प्रदेश को नायाब तोहफा मिल सका है। उन्होंने कहा कि वन विभाग अफ्रीका से आये चीतों के संरक्षण और सुरक्षा के प्रति सतत रूप से निगरानी रख रहा है। उन्होंने कहा कि भोपाल के आसपास टाइगर मूवमेंट को देखते हुए इस क्षेत्र को अभयारण्य बनाने पर विचार किया जा सकता है। इसके लिये जन-प्रतिनिधियों, वन्य-प्रेमी और बुद्धिजीवी वर्ग को आगे आना चाहिये। वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि प्रदेश में अफ्रीका से चीता आने के बाद अब जेब्रा और जिराफ को भी 26 जनवरी, 2023 के पहले वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में लाने के प्रयास किये जा रहे हैं।       वन मंत्री डॉ. शाह ने घोषणा की कि राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह में हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के 75 विजेता और उप विजेता प्रतिभागियों को नेशनल पार्क बाँधवगढ़, पेंच टाइगर रिजर्व, पन्ना टाइगर रिजर्व और कान्हा टाइगर रिजर्व में वन्य-प्राणियों का अवलोकन कराने विभाग द्वारा नि:शुल्क व्यवस्था की जायेगी। वन मंत्री ने फोटोग्राफी-प्रदर्शनी, चित्रकला, रंगोली, विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन वाद-विवाद, मेहंदी, पॉम पेंटिंग, फैंसी ड्रेस, फेस पेंटिंग और शिक्षक वाद-विवाद प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आये विजेताओं को पुरस्कृत किया। वन-रक्षकों द्वारा किये गये वन प्रबंधन के उत्कृष्ट कार्य पर केन्द्रित श्रेष्ठ दो लघु फिल्में प्रदर्शित की गई। वन मंत्री ने फिल्मकार और वन-रक्षक आकाश साहू और  संजय नामदेव को पुरस्कृत किया।     वन मंत्री डॉ. शाह ने वन विहार के वन्य-प्राणी राजू की नजर से बुकलेट, मध्यप्रदेश राज्य जैव-विविधता बोर्ड द्वारा आयोजित “मध्यप्रदेश राज्य जैव-विविधता क्विज-2022’’ का पोस्टर जैव-विविधता बोर्ड एवं विश्व प्रकृति निधि भारत द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित ‘ड्रेगन फ्लाई’ पर केन्द्रित पुस्तक एवं डॉ. ए.बी. श्रीवास्तव की पुस्तक “जंगली बिल्लियों के पोस्टमार्टम हेतु मेन्युअल’’ और मध्यप्रदेश वनांचल संदेश की त्रैमासिक पत्रिका का विमोचन किया। वन मंत्री ने वन्य-प्राणियों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा के लिये सभी को शपथ भी दिलाई। वन विहार संचालक  पद्म प्रिया बालकृष्णन ने वन्य-प्राणी सप्ताह में हुए विभिन्न कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल सहित अधिकारी-कर्मचारी, प्रतिभागी एवं पर्यटक उपस्थित थे।  

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Kolar News 8 October 2022

11 अक्टूबर का दिन मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐतिहासिक होने जा रहा है। इस दिन प्राचीन काल-गणना नगरी उज्जयनी सहित प्रदेश के सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर दीपोत्सव मनाया जाएगा। यह अवसर होगा, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महाकाल की नगरी उज्जैन में नव-निर्मित श्री महाकाल लोक का लोकार्पण। शिव लीलाओं की अदभुत छटा के साथ विकसित किया गया श्री महाकाल लोक न केवल प्रदेशवासियों वरन पूरे भारत के श्रद्धालुओं के लिये आकर्षण का केन्द्र बनेगा। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की विशेष रूचि ने उज्जैन नगरी को श्रद्धालुओं के लिये ऐसा विकसित कर दिया है कि पर्यटक एवं श्रद्धालु स्वयं ही खिंचे चले आयेंगे। यहाँ पौराणिक कथाओं पर केन्द्रित शिव लीलाओं के साथ ऐसी अधो-संरचनाएँ निर्मित की गई हैं, जिन्हें देख कर लोगों को पृथ्वी पर शिव लोक के दर्शन होंगे।     महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह को सुखद और आनंदित बनाने के लिये सभी आवश्यक तैयारियाँ पूर्ण की जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि  महाकाल लोक का लोकार्पण अद्भुत समारोह होगा, इसमें जन-जन को जोड़ने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री  चौहान स्वयं प्रदेशवासियों को विभिन्न संचार माध्यमों से समारोह में आमंत्रित कर रहे हैं। साथ ही उनके द्वारा यह आहवान भी किया जा रहा है कि प्रदेश के सभी मंदिरों में 11 अक्टूबर को दीप जला कर भजन-कीर्तन किये जाये। यहाँ उज्जैन के मुख्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करने की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे क्षेत्रवासी समारोह का आनंद उठा कर साक्षी बन सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान का मानना है कि समारोह जरूर उज्जैन में हो रहा है, लेकिन इसकी छटा पूरे प्रदेश में बिखरे और दिखे। मुख्यमंत्री की इस मंशा को पूरा करने सभी जिलों में स्थानीय प्रशासन द्वारा जन-भागीदारी से लोकार्पण समारोह की तैयारियाँ की जा रही हैं। प्रदेश के देव स्थानों में दीपमालाएँ जला कर रोशनी की जाएगी। सभी जिलों के बड़े शिव मंदिरों में 10 एवं 11 अक्टूबर को 2 दिन अभिषेक-पूजन आदि होंगे और मंदिरों में रोशनी की जायेगी। महाकाल लोक की अवधारणा वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मन में आई थी। इस पर विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं, संतों और विषय-विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श कर योजना तैयार की गई थी जिस पर गंभीरता से अमल करते हुए योजना का प्रथम चरण पूर्ण किया जा चुका है। " महाकाल लोक" के लोकार्पण के अलावा प्रधानमंत्री श्री मोदी उज्जैन में एक विशाल धर्म सभा को भी संबोधित करेंगे।  

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Kolar News 8 October 2022

प्रदेश में हथकरघा एवं हस्तशिल्प को बढ़ावा देने और बुनकर एवं कारीगरों को एक नया प्लेटफार्म उपलब्ध कराने एमपी "क्रॉफ्ट्स- ऑर्ट फ्रॉम द हार्ट" का आयोजन 6 से 8 अक्टूबर तक इन्दौर में किया जा रहा है। आयुक्त हाथकरघा एवं हस्तशिल्प श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया की इंदौर के होटल शेरेटन ग्रैंड पैलेस में होने वाले कार्यक्रम में एक्सीवशन क्रॉफ्ट टॉक एवं फैशन शौ भी होगा। इसमें डिजाइनर्स द्वारा हाथकरघा फ्रैबिक्स से तैयार किए गए परिधानों का प्रदर्शन किया जाएगा। "एम.पी.क्राफ्ट- आर्ट फ्राम द हार्ट" में प्रदेश के तीन प्रमुख डिजाइनर आयुषी अग्रवाल के केलक्शन “गुठली”, श्रृष्टि मिश्रा के कलेक्शन “मिशिको और फरहा सय्यद का कलेक्शन “रूह“ शामिल है। ये सभी डिजाइनर अपने कलेक्शन से मध्यप्रदेश की गौरवशाली विरासत, विविधता और प्रासंगिकता को प्रस्तुत करेंगे।   तीन दिन तक चलने वाले "एमपी क्रॉफ्ट्स-ऑर्ट फ्रॉम द हार्ट" में प्रदेश के अलग-अलग जिलों के हस्तशिल्प एवं हाथकरघा कारीगार शामिल होंगे। चंदेरी, पंजा दरी, बाग प्रिंट, बटिक प्रिंट, ज़री, ज़रदोज़ी एवं जूट, महेश्वरी वस्त्र, कार्पेट, कॉटन वस्त्र, तारापुर, नांदना, खादी और जनजातीय आभूषण सहित विभाग के उत्कृष्ट उत्पादों के कुल 18 स्टॉल लगाए गये है। "एमपी क्रॉफ्ट्स-ऑर्ट फ्रॉम द हार्ट" में 8 अक्टूबर को क्रॉफ्ट टॉक का कार्यक्रम होगा। रिलायंस, अजिओं, लालटेन, ग्रीन्वेयर जैसे टेक्सटाइल क्षेत्र के ब्रांड विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर अपने ‍विचार साझा करेंगे। क्रॉफ्ट टॉक सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगी।

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Kolar News 7 October 2022

संचालक पशुपालन एवं डेयरी डॉ. आर.के मेहिया ने बताया कि पिछले दो माह में प्रदेश के कुल 17 हजार 553 पशु लम्पी चर्म रोग की चपेट में आये हैं। इनमें से 15 हजार 73 यानी 86 प्रतिशत इस बीमारी से स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 2480 सक्रिय केसेस हैं, जिनका नियमित एवं निरंतर उपचार जारी है। लम्पी चर्म रोग का प्रकोप प्रदेश में जुलाई के अंतिम सप्ताह में शुरू हुआ था। प्रदेश के 14 जिलों में अभी तक इस रोग की पुष्टि प्रयोगशाला में हुई है। पड़ौसी राज्यों में लम्पी के फैलने के बाद ही ऐहतियातन पशुपालन विभाग ने स्थानीय प्रशासन की मदद से सतर्कता बढ़ा दी थी। इसीलिये पशु संख्या के मुकाबले मध्यप्रदेश में लम्पी पीड़ित पशुओं की संख्या काफी कम है। प्रदेश में एक करोड़ 87 लाख गौवंश और लगभग एक करोड़ भैंस वंशीय पशु हैं।   विभाग द्वारा अब तक कुल 11 लाख 25 हजार पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। साथ ही बीमार पशुओं का सतत उपचार किया जा रहा है, जिससे विगत 10 दिनों से प्रभावित पशुओं की संख्या एवं पशुओं की मृत्यु दर में कमी आई है। विगत एक सप्ताह से किसी नये जिले से पशुओं में बीमारी की कोई भी सूचना प्राप्त नहीं हुई है। लम्पी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिये 23 लाख डोज टीका द्रव्य वर्तमान में उपलब्ध है। जिलों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में टीकाकरण एवं उपचार कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। विभाग द्वारा बीमारी की रोकथाम के लिये प्रतिदिन मॉनीटरिंग की जा रही है। जिलों से प्राप्त जानकारी अनुसार बीमारी का प्रकोप विगत 10 दिन से कम होता नजर आ रहा है और पशुओं में होने वाले इस रोग की स्थिति नियंत्रण में है।  

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Kolar News 7 October 2022

राष्ट्रीय वन विहार उद्यान भोपाल की विहार वीथिका में राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह के 5वें दिन वन्य-प्राणी थीम पर खुला वर्ग के लिए मेंहदी एवं पाम पेंटिंग प्रतियोगिता हुई। इसमें 156 प्रतिभागियों ने भागीदारी की। "गिद्धों का संरक्षण भी बाघ संरक्षण के समान महत्वपूर्ण" विषय पर शिक्षिकों की वाद-विवाद प्रतियोगिता में 15 प्रतिभागियों ने पक्ष-विपक्ष में आकर्षण रूप से तर्क रखे। गिद्धों का संरक्षण निहायत जरूरी है, के पक्ष में ज्यादा असरदार तरीके से तर्क प्रस्तुत किये गए। वन्य-प्राणी सप्ताह में बुधवार को सुबह एक्सीलेंस और ट्रूबा कॉलेज के 34 छात्र-छात्राओं ने पक्षी दर्शन और जैव-विविधता शिविर में हिस्सा लिया। विभिन्न प्रजाति के मिले पक्षियों की विशेषताओं के बारे में पक्षी विशेषज्ञ डॉ. सुदेश वाघमारे, डॉ. सुरेन्द्र तिवारी, डॉ. संगीता राजगीर और मो. खालिक ने महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी। वन विहार उद्यान परिक्षेत्र में रोजाना की तरह सुबह 6 बजे पक्षी अवलोकन एवं जैव-विविधता शिविर होगा। सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की जागरूकता विषय पर कार्यशाला होगी। इसमें विषय-विशेषज्ञों द्वारा क्ले मॉडलिंग और पेपर क्रॉफ्ट निर्माण की विधि समझाई जायेगी।  

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Kolar News 6 October 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि समाज के वंचित और पिछड़े वर्ग की सेवा में ही ईश्वर की आराधना है। उन्होंने कहा कि सृष्टि में मानव की रचना दूसरों की मदद और सहयोग के लिए ही की गई है। यही कारण है कि मानव ही ऐसा जीव है, जिसे बुद्धि और वाणी जैसी अद्भुत शक्तियाँ मिली हैं। राज्यपाल पटेल आज नागरिक कल्याण समिति द्वारा तात्याटोपे नगर में विजयादशमी समारोह को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री  विश्वास सारंग, महापौर  मालती राय, विधायक पूर्व मंत्री  पी. सी. शर्मा, नगर निगम के अध्यक्ष  किशन सूर्यवंशी, पार्षद, जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे। उन्होंने कहा कि विजयादशमी का पर्व अनीति पर नीति की विजय का पर्व है। इसीलिए प्रभु श्रीराम ने रावण का उसकी गलत नीतियों के कारण संहार किया।    राज्यपाल ने कहा कि नवरात्रों में नौ दिन देवी की अराधना के बाद विजयादशमी का पर्व नकारात्मकता को समाप्त कर, समाज में सकारात्मकता के प्रसार का पर्व है। उन्होंने नागरिकों का आहवान किया कि सकारात्मकता का सहयोग करें। देश और प्रदेश के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। राज्यपाल पटेल ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण एवं भगवन हनुमान जी का तिलक लगा कर आरती की। उन्होंने नागरिक कल्याण समिति की ओर से नगर के कला, साहित्य, संस्कृति और समाज में रचनात्मक योगदान देने वाली प्रतिभाओं कैलाश चन्द्र पन्त,  शरद दिवेदी,  कुमकुम गुप्ता, आशा खरे, श्री भगवान सिंह और समिति के सदस्य स्व. राजेश वर्मा को मरणोपरांत नागरिक सम्मान उनकी पत्नी को प्रदान किया। प्रारंभ में समिति की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया। समिति के सचिव मनीष ब्यौहार ने समिति की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि संस्था की स्थापना वर्ष 1960 में की गई थी। वर्तमान आयोजन 63वां समारोह है। स्वागत उद्बोधन  सोनू भाभा ने दिया। अतिथियों द्वारा समिति की स्मारिका का विमोचन किया गया।

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Kolar News 6 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने स्व. प्यारेलाल जी खंडेलवाल की पुण्य-तिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री  चौहान ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। स्व.  खण्डेलवाल का जन्म 6 अप्रैल, 1929 को ग्राम चारमंडली ज़िला सीहोर में हुआ था। उन्होंने इन्दौर में क्रांतिकारियों और देश भक्तों के समूह, प्रजा मंडल द्वारा प्रकाशित गुप्त पर्चों का वितरण किया तथा माहेश्वरी विद्यालय इंदौर में विद्यार्थी आन्दोलन को अपना प्रखर नेतृत्व प्रदान किया। वन्दे-मातरम का नारा लगाने पर कठोर यातना और बेतों की सजा मिलने के बावजूद भी प्यारेलाल जी 'भारत माता' की आराधना में निरंतर समर्पित रहे। देश स्वतंत्र होने के बाद स्वतंत्र भारत की राजनीति को दिशा देने में भी  खंडेलवाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनका अवसान 6 अक्टूबर 2009 को हुआ।  

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Kolar News 6 October 2022

क्रिस्प द्वारा माटी कला से जुड़े शिल्पकार और कारीगरों को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया गया। इस 15 दिवसीय रहवासी प्रशिक्षण में 30 प्रशिक्षणार्थियों को माटी कला के हुनर सिखाये गये। प्रशिक्षण के लिये सीहोर, देवास, भोपाल, राजगढ़ और सतना जिले से शिल्पकार और कारीगरों का चयन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान शिल्पकारों को नई तकनीक जैसे स्लिप कास्टिंग, इलेक्ट्रिक चाक व्हील पर कार्य करने के साथ इलाकई मिट्टी पर नए-नए प्रयोग करना सिखाया गया। इसमें हांडी, ग्लास, कटोरी, लैप शेड, कछुआ, टेराकोटा ज्वेलरी आदि निर्माण के गुर बताये गये।   क्रिस्प के मुख्य विपणन अधिकारी राजेश माहेश्वरी ने बताया कि प्रशिक्षण का समापन भोपाल हाट में राष्ट्रीय खादी उत्सव एवं राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में हुआ। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में पहुँचकर प्रशिक्षणार्थियों को इलेक्ट्रिक चाक व्हील का वितरण किया। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक चाक से आप सभी को वोकल फॉर लोकल को और आगे बढ़ाते हुए अपने लोकल उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक लेकर जाना है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएँ दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।  

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Kolar News 5 October 2022

राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह के तीसरे दिन राष्ट्रीय वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल की विहार वीथिका में पक्षी अवलोकन और जैव-विविधता शिविर में संत हिरदाराम और सैफिया कॉलेज के 80 प्रतिभागियों ने शिरकत कर विभिन्न प्रजाति के पक्षियों को रू-ब-रू देखा। तीसरे दिन सोमवार को ‘वन विहार’ विषय पर हुई फोटोग्राफी प्रतियोगिता में 75 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इन प्रतिभागियों ने सॉफ्ट कॉपी के रूप में अपने फोटोग्राफ्स जमा किये। म.प्र. में पाये जाने वाले मांसाहारी वन्य-प्राणी विषय और म.प्र. में पाई जाने वाली तितलियाँ विषय पर हुई रंगोली प्रतियोगिता में 99 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके अलावा ‘मानव एवं वन्य-प्राणियों का सह अस्तित्व संभव’ विषय पर हुई विद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता में 24 प्रतिभागियों ने भाग लिया। मंगलवार को सुबह 6 बजे पक्षी अवलोकन एवं जैव-विविधता शिविर, सुबह 11 बजे से ‘विकास ही पर्यावरण असंतुलन का कारण है’ विषय पर विश्व प्रकृति निधि भारत के सहयोग से महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित होगी।

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Kolar News 4 October 2022

राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने कहा है कि लाल कोठी के धरोहर स्वरूप का संरक्षण जीर्णोद्धार कार्य का आधार होना चाहिए। यह अनिवार्यत: सुनिश्चित किया जाए कि भवन का स्वरूप लाल कोठी के अनुरूप हो। राज्यपाल  पटेल आज राजभवन में लोक निर्माण विभाग के तकनीकी अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण  नरेन्द्र कुमार, मुख्य अभियंता  संजय मस्के एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।   राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जाए। यह भी जरूरी है कि कार्य समय पर पूरा हो। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता और समय- सीमा के लिए निर्माण के दौरान निरंतर निगरानी भी जरूरी है। बताया गया कि लाल कोठी का निर्माण वर्ष 1904 में किया गया था। राजभवन के पीछे 24 क्वार्टर के सामने कंपाउंड वॉल का निर्माण किया जाना आवश्यक है। राजभवन के मुख्य भवन, राजेन्द्र कॉटेज, जवाहर खंड और नर्मदा डाइनिंग हॉल की छत का जीर्णोद्धार भी जरूरी है।  

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Kolar News 4 October 2022

ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर के फूलबाग से सेवानगर, लक्ष्मण तलैया एवं विनय नगर में सड़क के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि सड़क एवं सीवर सहित अन्य विकास कार्य तय समय-सीमा में करायें। विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तोमर ने निर्देशित किया कि विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।   ऊर्जा मंत्री  तोमर ने जीडीए भवन के सामने सड़क के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि सड़क पर पानी भरे होने से आमजन को निकलने में काफी परेशानी हो रही थी। इस पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की तथा स्पष्ट निर्देश दिये कि इस रोड का कार्य 10 दिन में पूरा कर लिया जाए। साथ ही सड़क निर्माण में बाधा बन रहे पोल को समय-सीमा में शिफ्ट करने के लिये निर्देशित किया। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने लक्ष्मण तलैया रोड के निरीक्षण के दौरान नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस रोड पर सीवर लाइन डाले हुए काफी समय हो गया है, परंतु आज तक इसके संधारण का कार्य नहीं किया गया। संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदार को निर्देशित किया कि कल से ही रोड के निर्माण कार्य चालू हो जाए।

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Kolar News 4 October 2022

राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह के दूसरे दिन रविवार को राष्ट्रीय वन विहार उद्यान में प्रतिभागियों को पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर में विभिन्न प्रजाति के पक्षियों से रू-ब-रू कराया गया। यूथ हॉस्टल, इंटर नेशनल पब्लिक स्कूल और पक्षी-पर्यावरण में रूचि रखने वाले 135 प्रतिभागियों ने 17 प्रजाति के पक्षी देख कर आनंदित हो उठे। इनमें प्रमुख रूप से गोल्डन ओरिओल, दूधराज, इग्रेट, मेग पाई राबिन, ब्रोंज विंग, जकाना, किंगफिशर, ग्रीन बी ईटर, टिटहरी और पोंड मुनिया प्रजाति के पक्षी शामिल हैं। साथ ही तितलियों में ग्रे पेनसी, कॉमन ईवनिंग ब्राउन, प्लेन टाइगर, कॉमन ग्रास यलो, ब्लू टाइगर, कमीसन रोज आदि को देख कर प्रतिभागियों ने देखा।   प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी)  जे.एस. चौहान, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) सत्यानंद और वन विहार संचालक पदम प्रिया बाला कृष्णन की मौजूदगी में चीता दौड़ के प्रतिभागियों को झण्ड़ी दिखा कर रवाना किया। वन विहार के गेट क्र.-2 से सुबह 7 बजे प्रारंभ हुई चीता दौड़ भदभदा, डिपो चौराहा, समार्ट सिटी तिराहा, जनजाति संग्रहालय, मानव संग्रहालय, बोट क्लब से होते हुए गेट क्र.-1 पर समाप्त हुई। चीता दौड़ में 20 विजेता महिला-पुरूष प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र, टी-शर्ट और कैप दिए गए। यूथ हॉस्टल लेक सिटी यूनिट द्वारा वन्य-प्राणी अंगीकरण योजना में एक मगर को एक सप्ताह के लिए गोद भी लिया गया।     सोमवार को सुबह 6 से 8:30 बजे तक पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर, सुबह 7 से 11 बजे तक कनिष्ठ वर्ग (कक्षा 6वीं से 12वीं तक) के लिए "वन विहार" विषय पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता, सुबह 9 से 11 बजे तक कक्षा 5वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए "म.प्र. में पाई जाने वाली तितलियाँ" विषय पर, खुला वर्ग के लिए "म.प्र. में पाए जाने वाले माँसाहारी वन्य-प्राणी" विषय पर रंगोली प्रतियोगिता और "मानव एवं वन्य प्राणियों का सह-अस्तित्व संभव" विषय पर विद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी।

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Kolar News 3 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस मानसून में अधिक वर्षा के कारण जहाँ शहरी क्षेत्र में व्यवस्थाएँ प्रभावित हुईं, वहीं ग्रामीण अंचलों में किसान वर्ग को अतिवृष्टि के कारण बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार ने सहायता पहुँचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। मुख्यमंत्री चौहान ने बाढ़ एवं अतिवृष्टि से प्रभावित रहे प्रदेश के 19 जिलों विदिशा, सागर, गुना, रायसेन, दमोह, हरदा, मुरैना, आगर-मालवा, बालाघाट, भोपाल, अशोकनगर, सीहोर, नर्मदापुरम, श्योपुर, छिंदवाड़ा, भिंड, राजगढ़, बैतूल और सिवनी जिले के प्रभावित किसानों के खातों में 202 करोड़ 64 लाख रुपये की सहायता राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। अतिवृष्टि एवं बाढ़ प्रभावित जिलों का प्रभावित रकबा लगभग 2 लाख 2 हजार 488 हेक्टेयर है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। प्रभावित 19 जिलों के कलेक्टर्स और किसान वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संकट के समय प्रभावित व्यक्तियों को सहायता पहुँचाने, आम जनता को तकलीफ की स्थिति में जरूरी सहयोग देने के लिए राज्य सरकार तत्पर है। बाढ़ और अतिवृष्टि के समय आवश्यक आपदा प्रबंधन किया गया। संकट के समय प्रशासन के साथ जन-प्रतिनिधि भी सक्रिय रहे।       मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कुछ जिले अतिवृष्टि से प्रभावित रहे। राज्य सरकार ने ऐसी स्थिति में सभी जरूरी व्यवस्थाएँ कर यह सुनिश्चित किया कि जहाँ अतिवृष्टि से किसी की जान न जाए, वहीं किसी को अन्य परेशानियों का भी सामना नहीं करना पड़े। जहाँ बाढ़ की स्थिति थी, वहाँ से लोगों को रेस्क्यू कर राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद ग्रामों में जमा मलबा साफ करवाने, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने और अब किसानों को हुई क्षति पर सहायता राशि पहुँचाने का कार्य किया गया। फसलों की क्षति का सर्वे करवा कर ग्राम पंचायत में सूची भी प्रदर्शित की गई थी। मकानों के क्षतिग्रस्त होने और घरेलू सामग्री के नुकसान और पशु हानि के लिए पहले 43 करोड़ 87 लाख रूपए की राशि वितरित की चुकी है। आज 1 लाख 91 हजार 755 कृषकों के खाते में सहायता राशि अंतरित की गई है। पारदर्शी तरीके से हितग्राहियों के बैंक खातों में पैसा जमा किया गया है। इसके पहले राजस्व, कृषि, उद्यानिकी और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के संयुक्त दल ने सर्वे कार्य किया था।       मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रभावित किसानों को राहत राशि का अंतरण कर कुछ हितग्राहियों से चर्चा भी की। इनमें विदिशा जिले के  मनमोहन सिंह दांगी, सागर के संजीव विश्वकर्मा और गुना जिले के रंगलाल शामिल हैं। हितग्राहियों ने बताया कि सर्वे कार्य के संबंध में सहायता राशि की मंजूरी के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़े। सर्वे का कार्य ईमानदारी के साथ समय पर पूरा किया गया। राशि अंतरण कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े राजस्व मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान किसानों की पीड़ा समझते हैं। वे गरीबों के लिए सदैव ढाल बन कर खड़े रहे हैं। इस मानसून में प्रदेश में 23 औसत वर्षा हुई है। प्रदेश के तीन जिले अत्यधिक वर्षा और 26 जिले अधिक वर्षा की श्रेणी में हैं। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रभावित परिवारों को राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधान के अनुसार बिना देर किए जरूरी सहायता देने का कार्य हुआ है।

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Kolar News 3 October 2022

मध्यप्रदेश के बुरहानपुर को स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2022  पुरस्कार समारोह में हर घर जल प्रमाणित जिला घोषित करने के लिए सम्मानित किया गया। बुरहानपुर में सभी गाँव ने ग्राम सभाएँ आयोजित कर सत्यापित किया कि उनके सभी घरों, शालाओं और आँगनवाड़ियों में सुरक्षित पीने का पानी सही मात्रा में नियमित रूप से मिल रहा है। स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ये पुरस्कार प्रदान किया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव  मलय श्रीवास्तव और बुरहानपुर कलेक्टर  प्रवीण सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किये। केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और बिश्वेश्वर टुडु उपस्थित थे।   स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2022 में पश्चिम जोन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। पुरस्कार पंचायत एवं ग्रामीण विकास के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने ग्रहण किया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों में भोपाल को प्रथम एवं इंदौर को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। सुजलम 1.0 अभियान में श्रेष्ठ कार्य के लिये मध्यप्रदेश को प्रथम और सुजलम 2.0 अभियान में चतुर्थ पुरस्कार प्राप्त हुआ है। ये पुरस्कार केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदान किये।

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Kolar News 2 October 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गांधी दर्शन आज भी संपूर्ण विश्व में सर्वाधिक प्रासंगिक है। संपूर्ण विश्व यह कहता भी है और मानता भी है। विश्व में शांति के प्रकाश के दर्शन के लिए गांधी जी आज भी प्रकाश स्तंभ का कार्य कर रहे हैं। यह विचारणीय है कि हम गांधी जी को मानते हैं पर गांधी जी की बातों को नहीं मानते। यदि हम उनकी छोटी-छोटी बातों का अनुसरण करें, उन्हें आचरण, विचार और व्यवहार में लाएँ तो चमत्कार हो सकता है। मुख्यमंत्री चौहान गांधी जयंती पर रवीन्द्र भवन में राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्रामीण विकास विज्ञान समिति जोधपुर के श्री रोशन लाल तथा श्री वरूण शर्मा को वर्ष 2021 का राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान प्रदान किया। सम्मान में समिति को 10 लाख रूपए की सम्मान निधि, शाल, श्रीफल और प्रशस्ति- पत्र भेंट किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री ने धर्मपाल शोधपीठ द्वारा प्रकाशित “गांधी के बाद विश्व में गांधीवाद” पुस्तक का लोकार्पण भी किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी की स्वच्छता, नशे से दूरी, माँ- बहन -बेटी का सम्मान और प्रतिदिन पेड़ लगाने जैसी बातों का निरंतर अनुसरण कर हम अपने देश, प्रदेश और समाज में बदलाव ला सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में स्वच्छता, जन-आंदोलन बना है। प्रधानमंत्री मोदी शांति के लिए भी विश्व स्तर पर प्रयासरत हैं। मध्यप्रदेश को स्वच्छता के क्षेत्र में देश में सर्वाधिक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। यह गांधी जी के दर्शन को व्यवहार में लाने का प्रयास है। हममें से प्रत्येक व्यक्ति गांधी जी के संदेशों में से किसी एक संदेश को मानने के लिए प्रतिबद्ध हो और उसका अपने जीवन में निरंतर पालन करें तभी हमारा गांधी जयंती मनाना सार्थक होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री  लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि शास्त्री जी ने "जय जवान-जय किसान" का नारा देकर देश में आशा और ऊर्जा का संचार किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी ने "जय विज्ञान" का नारा दिया और प्रधानमंत्री मोदी "जय अनुसंधान" का नारा देकर देश को प्रगति पथ पर अग्रसर कर रहे हैं। प्रमुख सचिव संस्कृति  शिव शेखर शुक्ला ने जानकारी दी कि राज्य शासन द्वारा गांधी विचार और दर्शन के अनुरूप कार्य करने वाली संस्था को सम्मानित करने के उद्देश्य से सबसे बड़ा राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान 1995 में स्थापित किया गया। समारोह में ग्रामीण विकास विज्ञान समिति जोधपुर द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी दी गई। अलंकरण समारोह के बाद “एके राम रहीम” भजनांजलि कार्यक्रम में वृंदावन के प्रख्यात गायक ध्रुव शर्मा और स्वर्ण  ने भजनों की प्रस्तुति दी।

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Kolar News 2 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश जल उपयोग के लिए पूर्णत: सजग है। वर्ष 2003 के बाद प्रदेश में पानी रोक कर सिंचाई क्षमता में वृद्धि की गई है। प्रदेश में सिंचाई क्षमता साढ़े सात लाख हेक्टेयर से बढ़ कर 42 लाख हेक्टेय़र तक पहुँच गई है। हम कम पानी में अधिक और प्रभावी सिंचाई व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए केनाल सिस्टम के स्थान पर प्रेशर पाईप से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उद्देश्य अधिक से अधिक पानी बचाना है। मुख्यमंत्री चौहान मध्यप्रदेश राज्य जल नीति-2022 पर मंत्रालय में हुई जल विशेषज्ञों और बुद्धिजीवियों की संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, अटल बिहारी वाजपेयी नीति विश्लेषण संस्थान के प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एस.एन. मिश्रा, वरिष्ठ अधिकारी, जल विशेषज्ञ तथा सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेशवासियों को शुद्ध पेयजल सरलता से उपलब्ध हो। इस उद्देश्य से जल जीवन मिशन गाँव-गाँव में क्रियान्वित किया जा रहा है। भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए जलाभिषेक अभियान में विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की गई। प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप सभी जिले में बड़ी संख्या में अमृत सरोवर का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि क्रॉप पेटर्न अब बदल रहा है। खेती में तीसरी फसल लेने की व्यवस्था ने प्रवेश कर लिया है। यह फसल प्राय: गर्मी के दिनों में ली जा रही है, जो भू-जल पर आधारित है। इससे उत्पादन तो बढ़ रहा है पर भू-जल स्तर निरंतर नीचे जा रहा है। अधिक सिंचाई वाली फसलों के कारण नदियाँ भी दम तोड़ रही हैं। इन मुद्दों पर विचार आवश्यक है। उद्योगों में भी पानी की मांग निरंतर बढ़ रही हैं। भविष्य में पानी की उपलब्धता और मांग को देखते हुए रणनीति बनाना आवश्यक है। पीने का पानी आज भी बहुत से ग्रामों और बसाहटों में बड़ी समस्या है। भविष्य में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना बढ़ी चुनौती होगी। नदियों के पुनर्जीवन के लिए जन-सामान्य की संवेदनशीलता को जागृत करते हुए कार्य-योजना बनाना और उसका क्रियान्वयन आवश्यक है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए अधिक पानी के उपयोग पर आधारित जीवन शैली में बदलाव की आवश्यकता है। पानी को रि-साईकल कर उसे उपयोग में लेने, कम पानी के उपयोग से गतिविधियाँ संचालित करने की पद्धतियों को रोजमर्ऱा के जीवन में अपनाना होगा। हमें आने वाली पीढ़ी के लिए धरती इस स्वरूप में छोड़ना है, जिससे भावी पीढ़ी भी धरती पर खुशहाल जीवन व्यतीत कर सके। हमें इन चिंताओं को ध्यान में रख कर जल नीति बनाना होगी। नीति ऐसी बने जिसे जनता के साथ मिल कर क्रियान्वित किया जा सके। मुख्यमंत्री चौहान को सेंटर फॉर सस्टेनेबल गोल्स द्वारा प्रकाशित डॉ. अरविंद कुमार की पुस्तक "इंडिया एट 75 एण्ड बियोंड" भेंट की गई। संगोष्ठी में जल के सांस्कृतिक, आर्थिक एवं सामाजिक महत्व, सामुदायिक सहभागिता, वाटर लिट्रेसी, आज के परिप्रेक्ष्य में समाज की परंपरागत तकनीक और अनुशासन, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जल प्रहरी का महत्व, क्रॉपिंग पेटर्न और जीवन शैली, विभिन्न उपयोगों के लिए जल स्रोतों की प्राथमिकता, वाटर सिक्योरिटी प्लांट, वाटर ट्रेकिंग एप, जैव विविधिता संरक्षण, जल शुद्धिकरण और जल गुणवत्ता, तालाबों और नदियों का पुर्नजीवन विषय पर चर्चा हुई।  

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Kolar News 1 October 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश से निर्यात होने वाली सामग्री की गणना में कृषि उत्पादों को जोड़ा जाए। कृषि से संबंधित सामग्री के निर्यात के लिए दीर्घकालीन योजना बनाई जाए। इससे किसानों के उत्पादों का सही मूल्य मिल सकेगा। जिलों में एक्सपोर्ट प्रोमोशन कॉउंसिल का गठन कर जिलों से निर्यात को प्रोत्साहित किया जाए। यह कॉउंसिल, निर्यात के साथ समग्र व्यापार पर आवश्यक प्रशिक्षण और मार्गदर्शन उपलब्ध कराए। प्रदेश के उत्पादों जैसे संतरा, चावल आदि की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने विशेष प्रयास किए जाएँ। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में मध्यप्रदेश व्यापार संवर्धन परिषद की पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ट्रेड प्रमोशन पॉलसी का तेजी से क्रिय़ान्वयन किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश निर्यात मेला आयोजित करने पर सहमति दी। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, राजस्व मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री भारत सिंह कुशवाह, अटल बिहारी वाजपयी नीति विलेषण के संस्थान के उपाध्यक्ष  सचिन सिन्हा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन संजय शुक्ला सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री  ओमप्रकाश सखलेचा बैठक में वर्चुअली शामिल हुए।   मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि प्रदेश के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए प्रभावी रणनीति बनाई जाए। अगले 5 वर्षों में प्रदेश से होने वाले निर्यात को 4 गुना बढ़ाया जाए। यह सुनिश्चित करें कि निर्यात में प्रदेश देश के 10 अग्रणी राज्यों में हो। बैठक में प्रदेश में निर्यात संचालनालय के स्थापना के प्रस्ताव को सहमति प्रदान की गई। साथ ही प्रदेश के उत्पादों के जियो टेगिंग के लिए एजेंसी को नामित करने के प्रस्ताव पर भी सहमति दी गई। जानकारी दी गई की प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिकार्ड 58 हजार 407 करोड़ का निर्यात हुआ है। आईटी कंपनियों से होने वाला निर्यात वर्ष 2017-18 में 258 करोड़ रूपये था, जो वर्ष 2021-22 में बढ़ कर 1761 करोड़ हो गया है। प्रदेश में सर्वाधिक निर्यात फार्मा, कॉटन और कॉटन प्रोडक्ट का है।  

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Kolar News 1 October 2022

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड  शिव शेखर शुक्ला ने कहा है कि प्रदेश के बच्चे पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर हैं। पर्यटन क्विज प्रतियोगिता से प्रदेश के करीब 8 हज़ार स्कूल के लगभग 24 हज़ार विद्यार्थियों ने प्रदेश की ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहर, संस्कृति और नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य सहित पर्यटन के विभिन्न पहलुओं को जाना है। प्रमुख सचिव शुक्ला कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता 2022 के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले हर विद्यार्थी से अपने आस-पड़ोस में 10 अन्य बच्चों को प्रदेश के पर्यटन, इतिहास, संस्कृति और धरोहरों के संबंध में जागरूक और ज्ञानी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस तरह हर बच्चे में अपने प्रदेश के प्रति जानकारी बढ़ेगी और संवेदनशीलता आएगी।    प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की पहल "देखो अपना देश" की तर्ज पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने "देखो अपना मध्यप्रदेश" का विजन दिया है। जिसे आगे ले जाते हुए पर्यटन विभाग ने "बूझो, जानो और फिर देखो मध्यप्रदेश" के विचार के साथ पर्यटन क्विज प्रतियोगिता आयोजित की है। प्रमुख सचिव  शुक्ला ने विद्यार्थियों को अपने प्रदेश और देश के प्रति गर्व का भाव अनुभव करने के लिए प्रत्साहित किया। साथ ही सोशल मीडिया और इंटरनेट के सदुपयोग के संबंध में जागरूक किया।    राज्य स्तरीय टूरिज्म क्विज-2022 में मंदसौर की टीम ने बाजी मारी। उन्होंने फाइनल में भिंड जिला को 10 अंकों के अंतराल से हराया। फाइनल में दोनों टीमों ने बराबर अंक हासिल करने पर एक अंतिम राउंड हुआ, जिसमें सही जवाब देकर मंदसौर विजेता बना। तीसरे स्थान पर छिंदवाड़ा की टीम रही। सीधी, सतना और डिंडोरी की टीम रनरअप बनी। प्रमुख सचिव शुक्ला, आयुक्त लोक शिक्षण श्री अभय वर्मा और अपर प्रबंध संचालक विवेक श्रोत्रिय ने प्रतियोगिता की विजेता और उप विजेता टीमों को पर्यटन निगम के होटलों का टूर पैकेज सहित प्रमाण-पत्र और मेडल दिए। प्रथम तीन विजेता टीम मंदसौर, भिंड और छिंदवाड़ा को पर्यटन निगम की इकाइयों में ठहरने के नि:शुल्क उपहार कूपन दिए गए। अंतिम तीन उप विजेता टीम सीधी, सतना और डिंडोरी को पर्यटन विकास निगम की इकाई के फूड कूपन दिए गए। पर्यटन और स्कूल शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षक सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।   जिला स्तर से जीत कर आईं 52 टीम ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया द्वारा सुबह प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के बाद लिखित और फिर दोपहर बाद मल्टीमीडिया राउंड हुआ, जिसके आधार पर पाइंट दिए गए। यह प्रतियोगिता मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा स्कूल शिक्षा पर्यटन विकास निगम, जिला प्रशासन और जिला पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति परिषद के सहयोग से की गई है। प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता लाने और पर्यटन से सीखने की प्रक्रिया को विकसित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश पर्य़टन बोर्ड सालाना पर्य़टन क्विज का आयोजन करता है।  

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Kolar News 30 September 2022

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरूवार को गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में विश्व हृदय दिवस पर ‘दिल से दिल की देखभाल’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग अंतर्गत सीपीआर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से हृदय-घात होने पर चिकित्सक के पहुँचने तक आम व्यक्ति भी मरीज की जान बचा सकेगा। इससे कई अनमोल जिंदगियों को बचाया जा सकेगा।   मंत्री सारंग ने कहा कि आज की व्यस्ततम दिनचर्या से नई पीढ़ी में भी हृदय रोग की समस्या देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि ‘दिल से दिल की देखभाल’ कार्यक्रम से हृदय रोग की रोकथाम के प्रति लोगों में जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया जायेगा। मंत्री सारंग ने प्रसिद्ध कॉमेडियन  राजू श्रीवास्तव का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर सही समय पर उन्हें जिम में ही सीपीआर दिया जाता तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि हृदय-घात में सीपीआर से ही मरीज को जीवन-दान दिया जा सकता है। इसी उद्देश्य से चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा विस्तृत कार्यक्रम की रूपरेखा बना कर स्कूल, कॉलेज, कार्यालयों एवं जिम में सीपीआर ट्रेनिंग दी जायेगी। इससे कई जिंदगियाँ बचाई जा सकती हैं।   मंत्री  सारंग ने कहा कि मानवता के उत्थान एवं व्यक्ति के कल्याण के साथ ही पर्यावरण- संरक्षण भी 'दिल से दिल की देखभाल' कार्यक्रम का प्रमुख स्तंभ है। उन्होंने कहा कि विश्व में हृदय-घात से हो रही मृत्यु में 25 प्रतिशत मृत्यु के लिये प्रदूषण जिम्मेदार है। ऐसे में पर्यावरण-संरक्षण से हृदय रोग की रोकथाम में बड़ा कदम उठाया जा सकता है। मंत्री श्री सारंग ने बताया कि हृदय रोग की रोकथाम एवं हृदय-घात जैसी आपात स्थिति के लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आने वाले समय में कार्डियक हेल्पलाइन शुरू करने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तमाम पहलुओं पर विचार के बाद कार्डियक हेल्पलाइन की शुरूआत की जायेगी।   मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रारंभ करने वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष की एनाटॉमी, फिज़ियोलॉजी एवं बायोकेमेस्ट्री की पुस्तकों का हिंदी रूपांतरण पूरा हो गया है। हिंदी में पाठ्यक्रम शुरू होने से चिकित्सा विद्यार्थियों की गुणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन होगा। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि हमीदिया अस्पताल के इमर्जेंसी वॉर्ड को कॉर्पोरेट अस्पताल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इसके लिये इमर्जेंसी विभाग में कार्यरत चिकित्सक, नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल स्टाफ को सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग दी जायेगी।   चिकित्सा विद्यार्थियों को बताया गया कि आपातकालीन परिस्थिति में पीड़ितों की जान कैसे बचाई जा सकती है। साथ ही सीपीआर क्या है एवं इसके फायदे और सावधानियाँ विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। भोपाल महापौर मालती राय, गांधी चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. अरविंद राय, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आशीष गोहिया, हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजीव गुप्ता, इमरजेंसी मेडिसन विभाग की अध्यक्ष डॉ. रूचि टंडन सहित बड़ी संख्या में चिकित्सा विद्यार्थी उपस्थित रहे।    

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Kolar News 30 September 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राष्ट्र के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। मध्यप्रदेश में विज्ञान से जुड़े विषयों पर अलग- अलग दिशाओं में कार्यों की जरूरत है। विज्ञान के लोकव्यापीकरण के लिए प्रयास बढ़ाए जाएँ। मध्यप्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (मेपकास्ट) ने विज्ञान फिल्म फैस्टिवल और विज्ञान पार्क विकसित करने की पहल कर प्रशंसनीय कार्य किया है। इस तरह के प्रयास जारी रखे जाएँ। गाँवों तक विज्ञान को लोकप्रिय बनाने का कार्य हो। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में जड़ी बूटियों के प्रयोग के वैज्ञानिक पक्ष और झाबुआ जिले सहित अन्य स्थानों पर जल-संरक्षण की पारम्परिक पद्धतियों के प्रयोग का अध्ययन कर बढ़ावा दिया जाए।   मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय सभाकक्ष में विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद की साधारण सभा की 10 वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्मंत्री चौहान ने परिषद द्वारा प्रकाशित ग्राउंड वॉटर क्वालिटी एटलस का विमोचन किया।     बताया गया कि प्रदेश में केन्द्र सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग को बायोटेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। यह नीमच जिले की जावद तहसील में स्थापित करने का प्रस्ताव है। यह पार्क बॉयोटेक्नोलॉजी में नवीन अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने का कार्य करेगा। बॉयोटेक उद्यमियों को भी आवश्यक सहयोग मिलेगा।     मुख्यमंत्री चौहान ने परिषद की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने बताया कि परिषद ने जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्राउंड वाटर क्वालिटी एटलस तैयार किए हैं। इससे जिलों में नलकूप जल की गुणवत्ता और उपलब्धता की जानकारी प्राप्त कर पेयजल व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। जिलों में खनन के उद्देश्य से स्थल चयन के लिए यह महत्वपूर्ण दस्तावेज होगा। प्रायोगिक तौर पर धार, बैतूल, सतना और टीकमगढ़ जिलों के एटलस तैयार कर भू-जल गुणवत्ता और भू-जल उपलब्धता दर्शाने वाले मानचित्र संकलित किए गए हैं। परिषद ने साइंस सिटी और रीजनल सांइस सेंटर के निर्माण, 41 नगर के ड्रोन और यूएवी आधारित मास्टर प्लान प्रोजेक्ट बनाने की पहल की है। परिषद ने भोपाल में अगस्त माह में राज्य स्तरीय विज्ञान फिल्म उत्सव भी सफलतापूर्वक किया है। फिल्म उत्सव में देश भर से 71 विज्ञान फिल्म प्रदर्शन के लिए आईं थीं। इनमें से 25 विज्ञान फिल्म को पुरस्कृत भी किया गया। मुख्यमंत्री  चौहान ने अधिकारियों को परिषद में रिक्त पदों की पूर्ति करने के निर्देश दिए। परिषद के सदस्यों ने विज्ञान कार्यशालाएँ कर विज्ञान में रूचि रखने वालों की भागीदारी, प्रदेश में विज्ञान अकादमी बनाने और विद्यार्थियों को नवीनतम वैज्ञानिक जानकारियाँ प्रदान करने के सुझाव दिए।  

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Kolar News 30 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विकासखंड की ग्राम पंचायत तालपुरा में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के शिविर में मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने आवेदकों से चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुना और आवेदनों का निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र एवं सामग्री का प्रतीक स्वरूप वितरित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान शिविर आमजनों को योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए ही लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों से सभी पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ मिले, इसके लिए विशेष शिविर लगायें। मुख्यमंत्री ने जन सेवा अभियान शिविर में विभिन्न योजनाओं से लाभांवित हितग्राहियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री चौहान ने 'मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना' का शुभारंभ भी किया। उन्होंने चिन्हित हितग्राहियों से संवाद कर उनके पशुपालन व्यवसाय के संबंध में जानकारी प्राप्त की। योजना में हितग्राहियों को दो मुर्रा भैंस प्रदाय की गई हैं।   मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना से लाभांवित हितग्राही कमल किशोर पंवार, राकेश कटारे,  रामकिशोर अहिरवार सहित अन्य पशुपालकों से संवाद कर उनका हालचाल जाना और उनके व्यवसाय की जानकारी ली। मुख्यमंत्री  चौहान ने शिविर में लाभान्वित हितग्राहियों से भी संवाद कर योजना के लाभ प्राप्ति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने मंच पर प्रश्नोत्तरी संवाद कर शिविर में आए आवेदनों के निराकरण तथा योजनाओं से वंचित पात्र हितग्राहियों के बारे में भी जाना। मुख्यमंत्री चौहान ने तालपुरा सहित अन्य चार ग्राम पंचायतों में विशेष राजस्व शिविर लगा कर राजस्व संबंधी प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ग्राम पंचायत तालपुरा में नवीन उचित मूल्य दुकान खोलने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों को लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें। सीहोर जिले के प्रभारी और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, पशुपालन सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण मंत्री प्रेमसिंह पटेल, लघु, सूक्ष्म, मध्यम उद्योग मंत्री  ओमप्रकाश सखलेचा, सांसद  रमाकांत भार्गव सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।     डेयरी व्यवसाय से प्रदेश के किसानों की आय में वृद्धि हो और वे पशुपालन कर अधिक से अधिक आय अर्जित कर सके, इसके लिए मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना का शुभारंभ किया गया है। पायलेट प्रॉजेक्ट के तौर पर योजना प्रदेश के तीन जिलों सीहोर, विदिशा और रायसेन में शुरू की गई है। पहले से ही पशुपालन का कार्य कर रहे पशुपालकों को मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना में दो मुर्रा भैंसे उपलब्ध कराई जा रही है। इनकी दुग्ध उत्पादन क्षमता 10 लीटर प्रतिदिन की होती है। मुर्रा भैंसों की लागत दो लाख 50 हजार रूपए होगी। योजना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पशुपालकों को राज्य सरकार द्वारा 75 प्रतिशत अनुदान एवं पिछड़ा वर्ग और सामान्य श्रेणी के पशुपालकों को 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा। इस प्रकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पशुपालकों को अंशदान के रूप में 62 हजार 500 रूपए तथा पिछड़ा वर्ग और सामान्य श्रेणी वालों को एक लाख 50 हजार रूपए जमा करने होंगे। इसमें पशुपालकों के आने-जाने का व्यय एवं बीमा आदि की राशि भी शामिल है।

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Kolar News 30 September 2022

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने नवाचार करते हुए भोपाल के पारेषण नेटवर्क को मजबूती और विश्वसनीयता प्रदान करने के लिए प्रदेश का दूसरा तथा भोपाल का पहला जी.आई.एस. (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सबस्टेशन) का निर्माण पूरा कर लिया है। करीब 38 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से भोपाल की घनी आबादी स्थित ई-8 अरेरा कालोनी में 50 एम.व्ही.ए. क्षमता के साथ इस सबस्टेशन को ऊर्जीकृत किया गया। ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि इस सबस्टेशन के प्रारंभ हो जाने से मध्य भोपाल क्षेत्र में विद्युत पारेषण व्यवस्था को मजबूती मिलने के साथ भोपाल को अति उच्चदाब सबस्टेशन का एक और विकल्प उपलब्ध हो गया है। भोपाल शहर में मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी का यह 11वाँ अति उच्चदाब सबस्टेशन है जो क्रियाशील है।   मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि भोपाल में विद्युत की बढ़ती मांग को देखते हुए मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी को भोपाल शहर में अतिरिक्त सबस्टेशन के निर्माण की जरूरत महसूस हुई। भोपाल जैसी घनी आबादी में परम्परागत सबस्टेशन और लाईनों के निर्माण के लिए पर्याप्त भूमि की उपलब्धता न रहने के कारण मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने भोपाल में जी.आई.एस. सबस्टेशन (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सबस्टेशन) तैयार करने का निर्णय लिया।   जी.आई.एस. सबस्टेशन (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सबस्टेशन) के निर्माण में परम्परागत एयर इंसुलेटेड सबस्टेशनों के मुकाबले कम भूमि की जरूरत पड़ती है। इस तकनीक से सबस्टेशन के निर्माण का बजट परम्परागत सबस्टेशन की तुलना में लगभग ढाई गुना अधिक रहता है, पर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने राजधानी भोपाल की जरूरत को देखते हुए इस निर्माण की मंजूरी दी। गैस इंसुलेटेड चेंबर में रहने के कारण इन सबस्टेशनों के उपकरणों में कम खराबी आती है। इन्हें बोलचाल की भाषा में ‘‘मेंटीनेंस फ्री’’ सबस्टेशन भी कहा जाता है।   प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि इस 132 के.व्ही. जी.आई.एस. सबस्टेशन के निर्माण से सबसे अधिक फायदा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के शहपुरा, ई-8 अरेरा कालोनी, गोविंदपुरा एवं त्रिलंगा क्षेत्र के लगभग 5 लाख की घनी आबादी को होगा। इन्हें गुणवत्तापूर्ण विद्युत उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी। साथ ही 33 के.व्ही. फीडरों की लंबाई कम हो जाने से इन लाइनों में विद्युत व्यवधान होने की स्थिति में जल्द सुधार कार्य संभव हो सकेगा। इस नवनिर्मित सबस्टेशन से भोपाल की घनी आबादी में 33 के.व्ही. के 8 फीडरों को विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।  

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Kolar News 29 September 2022

महिला-बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश में पोषण माह के दौरान सभी आँगनवाड़ी केंद्रों में 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा हुई। संचालक महिला बाल विकास डॉ. राम राव भोंसले ने बताया कि केंद्रीय महिला-बाल विकास मंत्रालय द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार यह स्पर्धा हुई। भोंसले ने बताया कि आँगनवाड़ी केंद्रों पर हर माह की 11 से 20 तारीख के दौरान बच्चों के वजन और ऊँचाई का माप नियमित रूप से लिया जाता है, इस आधार पर बच्चे के पोषण स्तर को जाना जाता है। उन्होंने बताया कि स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा का मुख्य उद्देश्य जन-मानस को यह संदेश देना है कि बच्चे के सही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार के साथ स्वच्छता और बच्चे की निगरानी करना भी है। उन्होंने कहा कि स्पर्धा से ऐसे बच्चों के माता-पिता को, जो शारीरिक रूप से कमजोर होने और प्रतिरोधक क्षमता की कमी की वजह से बार-बार बीमार पड़ रहे हैं, विशेष देखभाल के लिए प्रेरित करना है। स्पर्धा में स्वस्थ एवं पोषण संबंधी मानकों के आधार पर बच्चों का आकलन कर उन्हें गाँव का स्वस्थ बच्चा घोषित किया गया।   भोंसले ने बताया कि प्रदेश में 26 सितंबर को प्रत्येक आँगनवाड़ी और जिला एवं परियोजना स्तर पर स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा हुई, जिसमें निर्धारित मापदंड के आधार पर 6 माह से 3 वर्ष और 3 से 5 वर्ष के आयु समूह में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के सबसे स्वस्थ बच्चों को सामूहिक रूप से पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। प्रत्येक चयनित स्वस्थ बच्चे को जन-प्रतिनिधियों द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया। स्वस्थ बच्चों की माताओं एवं अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिए अपनाए गए पोषण एवं स्वास्थ संबंधी व्यवहारों को दूसरे अभिभावकों के साथ साझा किया। जन-जागरूकता के लिए पोषण मेला, व्यंजन प्रतियोगिता, हीमोग्लोबिन की जाँच जैसी अन्य महत्वपूर्ण गतिविधि भी हुई।  

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Kolar News 29 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने राजगढ़ जिले के सारंगपुर स्थित प्रसिद्ध देवी धाम, माँ भैंसवा माता मंदिर के दर्शन कर पूजन एवं हवन किया और मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं कल्याण के लिए प्रार्थना भी की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि माताजी का यह अदभुत स्थान है। दर्शन मात्र से ही मुझमें अद्भुत ऊर्जा का संचार हुआ, यह एक शक्ति स्थल है। उन्होंने कहा कि जो निर्माण कार्य हो रहे हैं, वो माँ की कृपा से ही हो रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुझे मंदिर समिति द्वारा यह बताया गया है कि मंदिर का निर्माण यहाँ जनता के पैसों से होगा। जनता अपने खून-पसीने की कमाई से मंदिर का निर्माण कराएगी। यह कर्म मार्ग की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर को पाने के लिए यही सही मार्ग है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मंदिर परिसर में वैदिक पाठशाला परीक्षण केन्द्र और भक्त निवास राज्य सरकार द्वारा बनवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भैंसवा माता का भव्य मंदिर बनेगा जो शक्ति और भक्ति का प्रतीक होगा। सभी लोग संकल्प लें कि हम भैंसवा माता के भव्य मंदिर में अपना योगदान देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मकवाना पत्थर से भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शक्ति स्थल पर मैंने माँ से यही प्रार्थना की है कि मेरे प्रदेश के गाँव, शहर, प्रदेश और देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहे। उन्होंने कहा कि यह मंदिर एक सामाजिक चेतना का केन्द्र बनेगा। उल्लेखनीय है कि भैंसवा माता मंदिर, मालवा क्षेत्र का शक्तिपीठ माना जाता है।     कार्यक्रम में माँ बीजासेन धाम परिक्षेत्र विकास की परियोजना का प्रजेंटेशन दिया गया, जिसमें 100 हेक्टेयर भूमि पर मंदिर परिसर में सर्वसुविधायुक्त निर्माण कराया जाएगा। भव्य मंदिर एवं यज्ञ शाला निर्माण 13.65 हेक्टेयर, नक्षत्र वाटिका एवं प्रगति संस्थान 1.00 हेक्टेयर, गौशाला 1.326 हेक्टेयर, वैदिक पाठशाला, योग प्रशिक्षण, प्राकृतिक चिकित्सा, धनवंतरी गार्डन 5-5 हेक्टेयर, ग्रामीण पर्यटन 4.89 हेक्टेयर, अतिथि गृह 1.1 हेक्टेयर, वीआईपी विश्राम गृह कथा पांडाल 1.05 हेक्टेयर, ए.सी. ऑडिटोरियम 759 हेक्टेयर, शॉपिंग कॉम्पलेक्स एवं मैरिज गार्डन 5.4 हेक्टेयर, तालाब 14 हेक्टेयर, ट्री एरिया 5.5 हेक्टेयर, पार्किंग जोन 8.9 हेक्टेयर, बड़ी परिक्रमा 6.23 हेक्टेयर, छोटी परिक्रमा 1.30 हेक्टेयर में, इस प्रकार कुल एरिया 100 हेक्टेयर होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदिर ट्रस्ट की वेबसाइट भी लाँच की। मुख्यमंत्री चौहान ने परिसर में स्थित नक्षत वाटिका में रुद्राक्ष एवं शमी का पौधा रोपा। उन्होंने स्व-सहायता समूह के प्रगति संस्थान में समूह की महिलाओं से चर्चा की और उनके द्वारा निर्मित उत्पादों का अवलोकन भी किया। जिले के प्रभारी एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, संसद रोडमल नागर, क्षेत्रीय विधायक सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।  

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Kolar News 29 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज उज्जैन के प्रशासनिक संकुल में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित द्वारा जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन के लिए प्रस्तावित 23 नवीन समूह जल प्रदाय योजनाओं तथा एक पुनरीक्षित समूह जल प्रदाय योजना की प्रशासकीय स्वीकृति का अनुमोदन किया गया। उपरोक्त 23 नवीन योजनाओं की कुल लागत 17 हजार 971 करोड़ 95 लाख रूपये है।   मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना को और अधिक प्रभावी तथा व्यापक बनाने न्यूनतम परियोजना सीमा एक लाख से कम कर 50 हजार रूपये किये जाने का निर्णय लिया। योजना में अब हितग्राही को ब्याज अनुदान वार्षिक के स्थान पर त्रैमासिक आधार पर भुगतान किया जायेगा। विनिर्माण इकाई 50 लाख रूपये से अधिक होने अथवा सेवा/खुदरा व्यवसाय इकाई 25 लाख रूपये से अधिक होने पर भी योजना में परियोजनाएँ स्वीकार की जायेगी, जिसमें बैंक द्वारा प्रकरण स्वीकृति की दशा में हितग्राही को 3 प्रतिशत ब्याज अनुदान का लाभ अधिकतम 50 लाख अथवा 25 लाख रूपये तक की ऋण राशि पर ही प्राप्त हो और ऋण गारंटी शुल्क की प्रतिपूर्ति भी यथानुपात आधार पर हो। बैंक द्वारा दिया गया पूरा ऋण कोलेटरल फ्री होना चाहिये।मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना में अर्हता एवं वित्तीय सहायता के लिये आयु सीमा मूलत: 18 से 40 वर्ष रखी गई थी, जिसको संशोधित कर अब 18 वर्ष से 45 वर्ष करने के आदेश का अनुमोदन किया गया।     मंत्रि-परिषद ने 10x40 मेगावाट महेश्वर जल विद्युत परियोजना, जिला खरगोन के सम्बन्ध में समन्वय में मुख्यमंत्री से प्राप्त निर्णयों का अनुसमर्थन किया।महेश्वर जल विद्युत परियोजना, मण्डलेश्वर, जिला खरगोन से विद्युत क्रय हेतु तत्कालीन मध्य प्रदेश विद्युत मण्डल (वर्तमान में एमपीपीएमसीएल) द्वारा क्रमश: 11 नवम्बर 1994 एवं 27 मई 1996 को मेसर्स श्री महेश्वर हायडल पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एसएमएचपीसीएल) के साथ निष्पादित विद्युत क्रय अनुबंध एवं इस अनुबंध के संशोधन को निरस्त किये जाने का निर्णय लिया गया। मेसर्स एसएमएचपीसीएल एवं विद्युत मण्डल (वर्तमान में एमपीपीएमसीएल) के मध्य परियोजना के पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना के कार्यों के सम्बन्ध में 24 फरवरी 1997 को निष्पादित अनुबंध को निरस्त किया गया। मेसर्स एसएमएचपीसीएल द्वारा महेश्वर परियोजना के वित्त पोषण हेतु जारी किये गये 400 करोड़ के ओएफसीडी हेतु पीएफसी द्वारा दी गई गारंटी के परिप्रेक्ष्य में अमेंडेटरी एण्ड रिस्टेटेड एग्रीमेंट के प्रावधानों के अनुसार राज्य शासन द्वारा पीएफसी के पक्ष में दी गई काउंटर गारंटी को निरस्त किया। पीएफसी, मेसर्स एसएमएचपीसीएल इत्यादि के साथ 16 सितम्बर 2005 को निष्पादित अमेंडेटेरी एण्ड रिस्टेटेड एग्रीमेंट (ए. एण्ड आर. अनुबंध) को मेसर्स एसएमएचपीसीएल द्वारा किये गये डिफाल्ट्स के दृष्टिगत निरस्त किया। मेसर्स एसएमएचपीसीएल के साथ 27 मई 1996 को निष्पादित इंप्लीमेंटेशन एग्रीमेंट एवं उनके विद्युत देयकों का भुगतान सुनिश्चित करने हेतु राज्य शासन द्वारा प्रदान की गई गारंटी को निरस्त किया। महेश्वर परियोजना के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों के निराकरण हेतु गठित टास्क फोर्स के अध्यक्ष द्वारा परियोजना के निराकरण हेतु सुझाये गये द्वितीय विकल्प यथा प्रकरण का निराकरण पीएफसी द्वारा एनसीएलटी में प्रस्तुत की गई आईबीसी पिटीशन में होने दिया जाये, को स्वीकार किये जाने का निर्णय लिया गया।   मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के कुटुंब न्यायालयों में प्रकरणों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत उच्च न्यायालय से प्राप्त प्रस्ताव अनुसार कुटुंब न्यायालयों हेतु पीठासीन अधिकारी एवं स्टाफ की संख्या में वृद्धि करने का निर्णय लिया। निर्णय अनुसार भोपाल में एक, ग्वालियर में एक, इन्दौर में दो तथा जबलपुर में एक इस तरह कुल 5 अतिरिक्त कुटुंब न्यायालयों के लिये पीठासीन अधिकारी एवं अमले के 55 पदों के सृजन का अनुमोदन किया।  

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Kolar News 28 September 2022

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में आरोग्य मंथन 2022 कार्यक्रम के समापन-सत्र में मध्यप्रदेश को आयुष्मान भारत निरामयम और स्वास्थ्य योजनाओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर पुरस्कृत किया है। प्रदेश को वर्ष 2021-22 में आयुष्मान भारत योजना में 'नवाचार और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य' के रूप में चुना गया है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. सुदाम खाड़े और सीईओ आयुष्मान भारत योजना अनुराग चौधरी ने पुरस्कार प्राप्त किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान भारत निरामयम और विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं में मध्यप्रदेश द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्य और प्रगति की सराहना की है। प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग और राज्य स्वास्थ्य एजेंसी, आयुष्मान भारत निरामयम योजना के विस्तार और पात्र व्यक्तियों को नि:शुल्क गुणात्मक स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है।   प्रदेश में आयुष्मान भारत निरामयम योजना में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रतिदिन 4 हजार से अधिक लाभार्थियों को नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है। राज्य एम्बुलेंस सेवा से योजना के पात्र व्यक्तियों को नि:शुल्क परिवहन प्रदाय किया जा रहा है। योजना में लाभार्थी केंद्रित 26 लाइन इनबाउंड और आउटबाउंड कॉल सेंटर स्थापित किए गए हैं। इनबाउंड कॉल सेंटर से लाभार्थियों को योजना अंतर्गत सूचना प्रदाय की जा रही है। समवर्ती लेखा परीक्षा और लाभार्थी फीडबेक लेने के लिए आउटबाउंड कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। पीएमजेएवाय फंड से सरकारी अस्पतालों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। निरामयम प्रोत्साहन योजना में पंजीकृत होने वाले प्रत्येक प्रकरण के लिए चिकित्सक और उपचार करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। रोगी कल्याण समितियों में जमा ‍हुई राशि से अस्पतालों के बुनियादी ढाँचों को सुदृढ़ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य शासन ने अस्पतालों को इलाज के लिए पर्याप्त पैकेज लागत उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य लाभ पैकेज 2.2 कार्यक्रम को अपनाया है।

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Kolar News 27 September 2022

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री  कमल पटेल ने कहा कि कर्त्तव्य निर्वहन के दौरान हम से बिछड़ गये मंडी बोर्ड के कर्मचारियों के निकटस्थ आश्रितों को सर्वोच्च प्राथमिकता से नियुक्तियाँ दी गई हैं। उन्होंने बताया कि मंडी बोर्ड में आज 13 परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति सह-सहमति पत्र प्रदान किये गये हैं। मंत्री पटेल ने बताया है कि मार्च 2020 में सरकार बनने के बाद से मंडी बोर्ड में आज तक मंडी बोर्ड में कार्यरत रहते हुए दिवंगत हुए 156 अधिकारी-कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की है। कृषि मंत्री श्री पटेल ने नवनियुक्त मंडी बोर्ड के कर्मचारियों से कहा कि वे अपने परिवारों का सम्मानपूर्वक जीवन निर्वाह करेंगे। उन्होंने अपेक्षा की कि मंडी बोर्ड के द्वारा सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा और कर्मठता से करेंगे। मंत्री पटेल ने कहा कि मंडी बोर्ड में प्राथमिकता के आधार पर उनके द्वारा चाहे गये स्थानों पर ही नियुक्ति करने के प्रयास किये हैं। उन्होंने बताया कि आज सहायक ग्रेड-3 के 8 पदों और भृत्य-चौकीदार के 5 पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की गई है। मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड की उपाध्यक्ष सुश्री मंजू दादू, बोर्ड की प्रबंध संचालक-सह आयुक्त  जी.व्ही. रश्मि ने भी नव-नियुक्त्कर्मचारियों को बेहतर कार्य की अपेक्षा के साथ शुभकामनाएँ दी।   

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Kolar News 27 September 2022

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (डिक्की) के फाउंडर चेयरमेन पद्मश्री मिलिंद कांबले, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री रवि कुमार नर्रा, मेंटर एवं सलाहकार डिक्की डॉ. मनोज आर्या तथा डॉ. अनिल सिरवैया ने निवास कार्यालय पर भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान को पदाधिकारियों ने 9 अक्टूबर वाल्मीकि जयंती पर आयोजित एससी-एसटी बिजनेस कान्क्लेव के संबंध में जानकारी दी। कान्क्लेव में प्रदेश के लगभग 1800 उद्यमी एवं स्टार्टअप, लगभग 200 से अधिक महिला उद्यमी और प्रदेश के बाहर के 200 प्रमुख उद्योगपति सम्मिलित होंगे। कान्क्लेव में भारत सरकार और राज्य शासन की योजनाओं पर 6 तकनीकी सत्र भी होंगे।  

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Kolar News 27 September 2022

मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के प्रतिनिधिमंडल ने फ्रांस में तीन दिवसीय आईएफटीएम टॉप रेसा 2022 में ट्रेवल ट्रेड पार्टनर्स, मीडिया सहित अन्य हितधारकों के साथ 60 से अधिक बैठकों के साथ अपनी सफल भागीदारी का समापन किया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जिसमें राज्य के प्रमुख टूर ऑपरेटर शामिल थे। टीयूआई, सीता, एशिया, मार्को वास्को आदि जैसे फ्रांस के महत्वपूर्ण टूर ऑपरेटरों के साथ बैठकें उपयोगी रहीं। डेसिर्स डी वॉयज, नेशनल ज्योग्राफिक, फ्रांस टीवी और मैरी फ्रांस सहित अन्य प्रमुख मीडिया से चर्चा कर मध्यप्रदेश के गंतव्यों को प्रमोट किया गया। पेरिस स्थित भारतीय दूतावास में मध्यप्रदेश पर्यटन के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करने के लिए एमपी डे मनाया गया। फ्रांस और मोनाको में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने मध्यप्रदेश के विभिन्न पर्यटन गंतव्यों, वन्य-जीव, विरासत आदि के बारे में बताया गया।   प्रमुख सचिव शुक्ला ने मध्यप्रदेश और फ्रांस के बीच बॉर्बन युग के संबंधों के बारे में चर्चा की। उन्होंने महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में महिलाओं के लिए कौशल-प्रशिक्षण किया जा रहा है, जिससे न सिर्फ उनको आजीविका मिल रही है बल्कि पर्यटन स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है। फिल्म पर्यटन के बारे में बताया कि प्रदेश में फिल्म/सीरियल शूटिंग के इच्छुक लोगों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस प्रणाली लागू की गई है। राज्य में फिल्माई गई फिल्मों के लिए वित्तीय सब्सिडी भी उपलब्ध है। कार्यक्रम के दौरान एक ऑडियो-विजुअल प्रेजेन्टेशन हुआ, जिसके बाद मटका, बधाई और कथक जैसे म.प्र. के लोक और शास्त्रीय नृत्यों को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। मेहमानों को पोहा जलेबी, भोपाली कोरमा, कुनो दाल हांडी और शिकंजी जैसे विशेष व्यंजन परोसे गए।   प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में विभिन्न आगामी परियोजनाओं पर चर्चा करने के लिए यूनेस्को में भारतीय राजदूत श्री विशाल वी शर्मा से मुलाकात की। श्री शर्मा ने विरासत के संरक्षण में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई पहल की सराहना की। वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर की उप निदेशक सुश्री ज्योति होसाग्रहर सहित यूनेस्को के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक हुई। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि “मध्यप्रदेश एक मध्य भारतीय राज्य है, जिसमें फ्रांसीसी यात्रियों को विरासत, संस्कृति आदि दिखाने के लिए बहुत कुछ है। अब ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि हमारी रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म के क्षेत्र में की जा रही पहलों पर प्रकाश डाला जाए। ग्रामीण, कृषि और पर्यावरण पर्यटन कार्यक्रमों को इन देशों में अधिक लोकप्रिय बनाया जाए। फ्रांस में हमारे पर्यटन उत्पादों को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया से हम उत्साहित हैं और हमें पूरा यकीन है कि आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र से पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी।    

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Kolar News 26 September 2022

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को मुरैना में राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) के जैविक बीज फार्म का शिलान्यास किया। इसके प्रारंभ होने पर मध्यप्रदेश के किसानों को तिलहन के नए जैविक बीज उपलब्ध होंगे। इस फार्म से किसान आधुनिक पद्धतियों से अवगत होंगे। उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले बीज मिलेंगे। केन्द्रीय मंत्री तोमर ने घोषणा की कि पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने राष्ट्रीय चंबल वन्य जीव अभयारण्य की 207 हेक्टेयर भूमि डी-नोटिफिकेशन करने की अनुशंसा का बड़ा फैसला लिया है। यह अभयारण्य क्षेत्र राजस्व भूमि होने से रेत की उपलब्धता स्थानीय स्तर पर होने से रोजगार भी बढ़ेंगे। केंद्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि केंद्र सरकार ने मुरैना में जैविक बीजों के उत्पादन के लिए बीहड़ क्षेत्र में भूमि सुधार कर फार्म स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए म.प्र. सरकार द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्रालय को मुरैना के 4 गाँवों गडोरा, जाखौना, रिठौरा खुर्द, गोरखा में 885.34 हेक्टे. जमीन आवंटित की गई है। चंबल क्षेत्र का बीहड़ होने से कृषि कार्य नहीं हो पा रहा था। एनएससी किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है और 15 लाख क्विंटल गुणवतायुक्त प्रमाणित बीज उत्पादित कर किसानों को उपलब्ध करा रहा है।   केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने मुरैना में जैविक बीजों के उत्पादन के लिए फार्म विकसित करने की जिम्मेदारी एनएसपी को सौंपी है। मुरैना में रेवाइंस क्षेत्र में बीज उत्पादन से भूमि में सुधार होगा व भूमि उपजाऊ होगी। स्थानीय किसान भूमि सुधार से प्रेरित होकर अपने खेतों में भी भूमि सुधार कर नवीनतम वैज्ञानिक पद्धति से बीज उत्पादन कर खेती में कम लागत से उच्च आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। कृषकों को यहाँ बीज उत्पादन की नवीनतम तकनीक सीखने को मिलेगी। एनएससी के विशेषज्ञों द्वारा स्थानीय और प्रदेश के किसानों को ट्रेनिंग के जरिये नवीनतम बीज उत्पादन तकनीक सिखाई जाएगी। मुरैना के स्थानीय श्रमिकों को फार्म में भूमि सुधार एवं बीज उत्पादन से रोजगार प्राप्त होगा। मुरैना फार्म से किसानों को नवीनतम एवं आनुवंशिक व भौतिक रूप से शुद्ध जैविक तिलहन बीज प्राप्त होने से अच्छा उत्पादन प्राप्त होगा, जिससे न केवल प्रदेश के कृषकों के सामाजिक-आर्थिक स्तर में सुधार होगा, बल्कि कृषकों को पोषण सुरक्षा भी प्राप्त होगी।   केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में चौतरफा काम होने से भारत की साख दुनिया में बढ़ी है। हमारा देश वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से कार्य कर रहा है। पीएम का नारा है "जय जवान, जय किसान" जय विज्ञान, जय अनुसंधान, मुरैना का बीज फार्म किसानों की प्रगति के लिए विज्ञान व अनुसंधान का पूरा उपयोग करेगा। बीज कृषि का आधार व प्रमुख आदान है। उन्होंने कहा कि खेती के लिए अच्छे बीजों की उपलब्धता से उत्पादकता में वृद्धि और किसानों के लिए उच्च आय के अलावा एग्री इको-सिस्टम व अर्थ-व्यवस्था को समग्र रूप से लाभ होता है। केंद्र सरकार, राज्यों में बीज उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही विविध योजनाओं द्वारा बीज वितरण में सहायता करती है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने फसलों के गुणवता वाले बीज उत्पादन और गुणन बढ़ाने के लिए 2014-15 से बीज और रोपण सामग्री सब मिशन लागू किया है, ताकि किसानों को पर्याप्त बीज मिलें। बीज संबंधी विभिन्न गतिविधियों के जरिये राज्यों व सार्वजनिक क्षेत्र के बीज संगठनों को, बीज गुणवत्ता नियंत्रण को मजबूत किया जा रहा है। बीते 8 साल में व्यावसायिक खेती के लिए 304 किस्में अधिसूचित की गई हैं। राष्ट्रीय चंबल वन्य-जीव अभयारण्य क्षेत्र में डी-नोटिफिकेशन से होंगे। श्री तोमर ने डी-नोटिफिकेशन किए जाने के लिये पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से आग्रह किया था। तत्संबंधी प्रस्ताव पर मंत्री यादव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड की स्थायी समिति की 69वीं बैठक में चर्चा की गई और समिति ने अभयारण्य से निम्नानुसार 207.05 हेक्टेयर क्षेत्र बाहर करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया है।

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Kolar News 26 September 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता की सेवा और उनकी बेहतरी के लिये निरंतर कार्य करना उनकी पहली प्राथमिकता है। हमारे गरीब भाई-बहनों के लिये केन्द्र और राज्य सरकार अनेक कल्याणकारी योजनाएँ चला रही है। इन योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिले यह जवाबदारी अधिकारी - कर्मचारियों की है। गरीब के साथ अन्याय करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने झाबुआ जिले की ग्राम पंचायत देवझिरी में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के शिविर में लाभान्वित हितग्राहियों को मंच पर बुला कर योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम सब का कर्त्तव्य है कि शासन द्वारा संचालित लोक-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को दिलवाया जाना सुनिश्चित करें, जिससे कि जरूरतमंदों के जीवन में आनंद और प्रसन्नता आ सके। गरीब परिवारों का सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण ही हमारी सफलता है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संयुक्त परिवारों में रहने वाले किसानों के शामिलात खाते होने से कृषि कल्याण संबंधी योजनाओं का बहुतेरे किसान लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये जरूरी है कि किसानों को योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ मिले। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि किसान परिवारों के भूमि खाते अलग-अलग कराने के लिये विशेष अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर हम उनके बताये मार्ग अनुसार दरिद्र  नारायण की सेवा करने को संकल्पित हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 31 अक्टूबर तक चलने वाले मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में चिन्हित योजनाओं के पात्रताधारी व्यक्तियों को चिन्हांकित कर लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित न रहने पाये। मुख्यमंत्री चौहान ने झाबुआ के नवागत कलेक्टर को जन सेवा अभियान शिविर में प्राप्त सभी आवेदनों का संवेदनशीलता के साथ निराकरण के निर्देश दिये।  

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Kolar News 26 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि जनता ही भगवान है, दरिद्र ही नारायण है और उसकी सेवा ही भगवान की सेवा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य सरकार जन सेवा के इस संकल्प को साकार कर रही है। जन-कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से कोई पात्र व्यक्ति वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए "मुख्यमंत्री जन सेवा" अभियान में नगरीय क्षेत्रों के प्रत्येक वार्ड और प्रदेश की सभी ग्राम पंचायत में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। शिविरों में शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों के साथ जन-प्रतिनिधि भी सक्रियता से भाग ले रहे हैं। प्रत्येक पात्र व्यक्ति को तत्परता से स्वीकृतियाँ प्रदान की जा रही हैं और योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। "मुख्यमंत्री जन सेवा" अभियान पं. दीनदयाल उपाध्याय के “नर सेवा ही नारायण सेवा” के विचार को क्रियान्वित करने का माध्यम है।   मुख्यमंत्री चौहान ने यह विचार भोपाल में लालघाटी स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रतिमा स्थल पर व्यक्त किए। उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। विधायक एवं पूर्व प्रोटेम स्पीकर श्री रामेश्वर शर्मा, महापौर श्रीमती मालती राय, सामाजिक कार्यकर्ता सुमित पचौरी तथा भगवान दास सबनानी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के विचार के प्रणेता थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों के अनुरूप "सबका साथ-सबका विकास" सुनिश्चित करने गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। भारत शक्तिशाली, संपन्न, समृद्ध और गौरवशाली राष्ट्र के रूप में वैश्विक पटल पर उभर रहा है। पं. उपाध्याय के विचारों के अनुरूप राष्ट्र और समाज के उत्थान के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।  

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Kolar News 26 September 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अब जनता को सरकारी दफ्तरों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अधिकारी और कर्मचारी गाँव में ही शिविर लगा कर पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ देंगे। मुख्यमंत्री चौहान बुरहानपुर जिले के ग्राम डवालीखुर्द में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान शिविर को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने लंपी वायरस की रोकथाम और नियंत्रण के लिये टीकाकरण टीम को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। उन्होंने टीका दानदाता लंपी योद्धाओं को सम्मानित भी किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिये बुरहानपुर जिले के कलेक्टर की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिले में अमृत सरोवरों के निर्माण और ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर पानी पहुँचाने में उत्कृष्ट कार्य किया गया है। ऐसे कार्यों से ही मुझे आनंद और प्रसन्नता होती है। उन्होंने अच्छा काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की टीम को बधाई और शुभकामनाएँ भी दीं।   मुख्यमंत्री  चौहान ने जल-संवर्धन एवं अमृत सरोवर योजना के 31 करोड़ 18 लाख रूपये से अधिक लागत के 1284 कार्य का रिमोट बटन दबा कर ई-लोकार्पण किया। उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना की लाड़ली लक्ष्मियों को प्रमाण-पत्र दिये और आजीविका मिशन अंतर्गत 108 स्व-सहायता समूहों को एक करोड़ 12 लाख रूपये का ऋण प्रदान किया। उन्होंने अन्य हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ भी पात्र व्यक्तियों को वितरित किया। मुख्यमंत्री को जिले में नव-निर्मित 75 अमृत सरोवर की पवित्र मिट्टी से निर्मित श्रीगणेश जी की मूर्ति कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने भेंट की। पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, नेपानगर विधायक श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर और जन-प्रतिनिधि तथा अधिकारी उपस्थित रहे।  

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Kolar News 25 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-कल्याण के लिये प्रदेश में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान अंतर्गत जो शिविर लगाये जा रहे हैं, वे भाषण देने वाले कार्यक्रम नहीं हैं। इन शिविरों में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति को आंकने के साथ योजनाओं के लाभ से वंचित व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जाना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अभियान के लिये चिन्हित केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक पहुँचाना ही अभियान का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने अलीराजपुर जिले के ग्राम भीलखेड़ी में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान शिविर में ग्रामीणों से संवाद किया और योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री चौहान ने योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में ग्रामीणों से हाथ ऊपर उठवा कर स्थिति को जाना। उन्होंने योजना के बेहतर क्रियान्वयन का सकारात्मक फीडबैक मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि योजनाओं से सभी पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने ठोस कार्य-योजना के अनुसार कार्य किया जाये। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मंच पर बुला कर समय-सीमा में सभी पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान शिविर से राज्य सरकार गाँव-गाँव पहुँच कर पात्र व्यक्तियों को योजनाओं से जोड़ रही है।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना से अधिकाधिक कृषकों को विशेष प्रयास कर लाभान्वित करें। "राशन आपके ग्राम'' योजना का राशन वितरण वाहन गाँव पहुँच कर राशन वितरित करे, यह सुनिश्चित किया जाये। इस वाहन में जीपीएस सिस्टम लगा कर सतत मॉनीटरिंग की जाये। मुख्यमंत्री ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मंच पर बुला कर निर्देश दिये कि आयुष्मान भारत योजना के सभी पात्र व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड बना कर दिये जायें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रजापति समाज के लोग माटी के शिल्पकार हैं, जिनके पास भूमि नहीं है, उन्हें जमीन का पट्टा दिया जायेगा, जिससे वे सम्मान से अपना काम कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीराजपुर में ग्रामीण यातायात व्यवस्था को बेहतर एवं सुविधाजनक बनाने के लिये ग्रामीण परिवहन योजना में जिले को शामिल किया जायेगा। राज्य सरकार स्थानीय पढ़े-लिखे युवाओं को यात्री बस संचालन में सहयोग करेगी।  

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Kolar News 25 September 2022

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल के नये भवन में आईवीएफ सेंटर शुरू किया जायेगा। इसका सीधा लाभ प्रदेश के गरीब निःसंतान दंपत्तियों को मिलेगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने हमीदिया अस्पताल के नये भवन में स्थानांतरित हुए सुल्तानिया अस्पताल के निरीक्षण के दौरान यह घोषणा की। सारंग ने हमीदिया अस्पताल के निरीक्षण के बाद कहा कि हमीदिया अस्पताल में स्थानांतरित किये गये सुल्तानिया अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में आईवीएफ सेंटर शुरू किया जायेगा। इस सेंटर के माध्यम से प्रदेश के गरीब निःसंतान दंपत्तियों को लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के शासकीय चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर में पहली बार ऐसा कदम उठाया जा रहा है। आईवीएफ सेंटर के लिये बजट का प्रावधान कर स्थान का चिन्हांकन कर दिया गया है। सेंटर की स्थापना में लगभग 4 माह का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि हमीदिया अस्पताल में लगभग 2000 फिट की जगह में आईवीएफ लेब बनाई जायेगी। इसके लिये चिकित्सकों, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ को अलग से प्रशिक्षण दिया जायेगा। इससे सेंटर पर आने वाले गरीब निःसंतान दंपत्तियों का उचित उपचार सुनिश्चित हो सके।   सारंग ने कहा कि आईवीएफ की प्रक्रिया में लाखों का व्यय होता है। ऐसे में प्रदेश के गरीब दंपती जो संतान सुख से वंचित होते हैं, उन्हें हमीदिया अस्पताल में आईवीएफ के जरिए जल्द ही लाभ मिल पायेगा। इसके लिए आईवीएफ लैब में शोध के साथ इलाज भी किया जायेगा। ऐसी महिलाएँ जो माँ नहीं बन पा रही हैं। वह कम खर्च में जाँच कराकर इस सुविधा का लाभ ले सकती हैं। हमीदिया अस्पताल के नये भवन में स्थानांतरित हुए सुल्तानिया अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री सारंग ने प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के पंजीयन केंद्र पर आयी महिला मरीज से पंजीयन व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल परिसर में मरीजों की सुविधा के लिये अस्पताल परिसर में साइनेज लगाने के निर्देश दिये।   इस दौरान विश्वास सारंग ने हमीदिया अस्पताल के नये भवन में भर्ती मरीजों के परिजनों से बातचीत की और मरीजों का हालचाल जाना। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टर्स द्वारा दी जा रही सेवा एवं समय पर जाँच की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली, जिस पर पालकों ने संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने प्री और पोस्ट ऑपरेटिव वॉर्ड के बाहर मरीज के परिजनों की बैठक व्यवस्था को लेकर फर्नीचर में वृद्धि करने के भी निर्देश दिये। मंत्री सारंग ने प्रसूति विभाग में मरीजों की सुविधा के लिये वॉर्ड के बाहर ऑन ड्यूटी डॉक्टर का चार्ट लगाने के भी निर्देश दिया। इसी के साथ वॉर्ड में भर्ती मरीजों को दिये जाने वाले प्रिस्क्रीप्शन की जानकारी भी एचआईएमएस सिस्टम में फीड करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद राय, हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशीष गोहिया, पीआईयू के अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 24 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में पशुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए प्रदेश के गौवंश को लंपी वायरस से बचाने के लिए मुफ्त टीका लगाया जा रहा है। सभी को अपने गौवंश की रक्षा के लिए टीका लगाने का संकल्प लेना चाहिए। पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर महू में क्षेत्रीय जन-प्रतिनिधियों, एसडीएम श्री अक्षत जैन, पशु चिकित्सक सहित प्रशासनिक अधिकारियों और कृषकों के साथ चर्चा कर रही थीं। मंत्री सुश्री ठाकुर ने महू विधानसभा में लंपी वायरस के नियंत्रण के लिए विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया। मंत्री उषा ठाकुर ने महू में हसलपुर, कमदपुर, जाकुखेड़ि, कुमठी आदि क्षेत्रों के किसान एवं पशुपालकों से चर्चा की और लंपी वायरस से बचाव के लिए जरूरी वैक्सीनेशन के संबंध में आवश्यक जानकारी भी दी। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि जन-प्रतिनिधि, गौ-सेवक और समाज के लोगों की सहभागिता के साथ, हम सभी को मिल कर इस बीमारी को रोकना है। हमें बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।   

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Kolar News 24 September 2022

जनजातीय कार्य विभाग के वन्या प्रकाशन द्वारा शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल सेंटर में 'जियोग्राफिक इंडिकेशंस चैलेंजेस एंड द वे फॉर्वर्ड’ विषय पर एक दिवसीय सेमीनार किया गया। इसका शुभारंभ जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने किया। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज के उत्पादों, कला और कलाकृतियों को संरक्षित किए जाने के प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए यह आयोजन किया गया। जनजातीय समाज संकोची होता है। अत: उनकी कला एवं संस्कृति की विरासत को संरक्षित और सुरक्षित कर उसका अस्तित्व बचाए रखना बहुत जरूरी हो जाता है। हमारा उद्देश्य जीआई टैग से जनजातीय संस्कृति व कला को पहचान दिला कर रोजगार के अवसर प्रदान करना है। साथ ही इसे आमजन तक पहुँचाना भी जरूरी है, जिससे जनजातीय लोगों के लिए अनुसंधान और आर्थिक लाभ के अवसर सृजित किए जा सकें। विशेषज्ञ पद्मश्री रजनीकांत ने कहा कि भारत की जीआई ही सोने की चिड़िया है। यही जीआई भारत की आत्मा भी है जिसे संरक्षित और संवर्धित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हमने देशभर के 75 उत्पाद का जीआई रजिस्ट्रेशन किया है। यही जीआई प्रोडक्ट्स पहले देश की जीडीपी का बड़ा हिस्सा हुआ करते थे जिसके कारण पूरी दुनिया के भारत से व्यापारिक संबंध थे।       जनजातीय कार्य विभाग की उपसचिव एवं वन्या की प्रबंध संचालक मीनाक्षी सिंह ने केन्द्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय की टेक्सटाइल कमेटी के डॉ. तपन कुमार राऊत के साथ मध्यप्रदेश के 7 उत्पाद के लिए जीआई टैग आवेदनों पर हस्ताक्षर किए। वन्या द्वारा विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों के उत्पादों की जीआई टैगिंग का कार्य किया जा रहा है, जिसके प्रथम चरण में अनूपपुर के काष्ठ शिल्प (मुखौटा), झाबुआ की गुड़िया, शहडोल, अनूपपुर और डिंडौरी का जनजाति वाद्ययंत्र बाना एवं चिकारा, धार, झाबुआ, खरगौन, बड़वानी और अलीराजपुर का हस्तशिल्प बोलनी, पोतमाला एवं गलशन माला की जीआई टैगिंग का कार्य किया जा रहा है। इसे केन्द्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय के उपक्रम टेक्सटाइल कमेटी के सहयोग से किया जा रहा है। सेमीनार में मध्यप्रदेश के जनजातीय और अन्य कला उत्पादों की लघु प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें पिथौरा चित्रकला, भीली गलशन माला, पोत माला, लकड़ी के मुखौटे, भीली दुल्हन श्रृंगार पेटी बोलनी, बेल मेटल, चंदेरी साड़ी, बाग साड़ी और महेश्वर साड़ी प्रदर्शित की गईं। वहीं, दुर्लभ गोंड वाद्ययंत्र बाना परधान और चिकारा परधान भी विशेष रूप से प्रदर्शित किए गए। साथ ही जनजातीय अंचलों के खाद्य उत्पाद जैसे सफेद मूसली, कोदो, कुटकी और कड़की भी प्रदर्शित की गई। प्रमुख सचिव डॉ. गोविल सहित सभी अधिकारी एवं विशेषज्ञों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।   डिंडौरी के जनजाति वादक धरम सिंह वरकड़े ने दुर्लभ जनजातीय वाद्य यंत्र बाना का वादन किया। उन्होंने पितृपक्ष में पूर्वजों और जनजातीय राजाओं के सम्मान में गाए जाने वाले गोंडी लोकगीत की प्रस्तुति दी। सेमीनार में देश और प्रदेश के कला क्षेत्र एवं जीआई के विशेषज्ञ, कला समीक्षक, विधि विशेषज्ञ, कलाकार, उत्पाद निर्माता-विक्रेता आदि शामिल हुए। प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग श्री मनु श्रीवास्तव, जनजातीय कार्य विभाग आयुक्त श्री संजीव सिंह, उप सचिव सुश्री मीनाक्षी सिंह, एमडी हस्तशिल्प विकास निगम सुश्री अनुभा श्रीवास्तव, अपर आयुक्त श्री के.जी. तिवारी, डायरेक्टर टी.ए.डी.पी. श्री रवीन्द्र सिंह चौधरी उपस्थित रहे। केन्द्र सरकार की टेक्सटाइल कमेटी, टीआरआई, नाबार्ड, ट्राइफेड, टीएडीपी, मैपसेट, दिल्ली विश्वविद्यालय, हस्तशिल्प विकास निगम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, फीडस लॉ चेंबर्स, ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन आदि के प्रतिभागी भी शामिल हुए।

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Kolar News 24 September 2022

मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना से किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रूपए तथा मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना से प्रतिवर्ष 4 हजार रूपए प्रदान किये जाते हैं।  मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कमजोर वर्ग के लोगों को अच्छी और बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे हैं। इससे लोगों को साल में 5 लाख रूपए तक के इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर में 31 अक्टूबर तक सभी पात्र नागरिकों के आयुष्मान कार्ड अनिवार्य रूप से बनाया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले के सभी किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड से किसान शून्य प्रतिशत की दर से ऋण ले सकेंगे। किसानों को खाद, बीज और उर्वरक खरीदने के लिए पैसों की कमी नहीं होगी। मुख्यमंत्री  चौहान ने दुग्ध के व्यवसाय को लाभदायक बताया। उन्होंने पशुपालकों को शासन की योजनाओं के माध्यम से दुधारू पशु उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने पशु पालक और मछुआ समितियों को भी क्रेडिट कार्ड जारी करने के निर्देश दिये।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बेटियों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारंभ की गई है। इससे प्रदेश की बेटियों का उज्ज्‍वल भविष्य बन सके। बेटियों का जन्म होने पर उन्हें लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ देकर लखपति बनाया जाता है। योजना में बेटियों को कक्षा 5वी, 8वी, 10वीं, 12वीं एवं स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर आर्थिक सहायता राशि दी जाती है। बेटियाँ जब 21 वर्ष की हो जाएंगी तो उन्हें एक लाख रूपए का अंतिम भुगतान कर उनका जीवन सरल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना में दूर-सुदूर क्षेत्रों एवं मजरे-टोलों तक वाहन के माध्यम से राशन पहुँचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना प्लस से लाभांवित होने वाले हितग्राहियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने आवास योजना प्लस के कार्यों को शीघ्रता से प्रारंभ करने तथा हितग्राहियों के खातों में राशि जारी करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना प्लस में गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नीट/जेईई मेन्स में चयनित आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों की फीस राज्य सरकार द्वारा भरी जायेगी। उन्होंने चयनित विद्यार्थियों को टैबलेट एवं डिक्शनरी प्रदान की। डिंडौरी जिले की 162 महिला स्व-सहायता समूहों को 3 करोड़ 54 लाख रूपए की राशि प्रदान की गई। लाड़ली लक्ष्मी योजना में हितग्राहियों को लाभांवित किया गया। ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के 8 हितग्राहियों को अस्सी हजार रूपए का चेक वितरण किये। मुख्यमंत्री प्रसूती सहायता योजना सहित शासन की अन्य योजनाओं से हितग्राहियों को लाभांवित किया गया।

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Kolar News 24 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शासन की योजनाओं से हितग्राहियों को लाभांवित करें, विकास और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करें। कार्यों के प्रति जनता को संतुष्टि मिलना चाहिए। उत्कृष्ट कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा और लापरवाही बतरने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने डिंडौरी जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्‍वला योजना में हितग्राहियों को लाभांवित करने की धीमी प्रगति के कारण जिला आपूर्ति अधिकारी टी.आर. अहिरवार को निलंबित करने और योजना में कार्य करने वाली गैस एजेंसियों की जाँच भी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को डिंडौरी जिले के ग्राम जोगी टिकरिया में मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर को संबोधित कर रहे थे। केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित विधायक जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जबलपुर से अमरकंटक तक फोर लाईन सड़क का निर्माण कार्य 400 करोड़ रूपये की लागत से पूरा किया जाएगा। डिंडौरी से शहडोल मार्ग का निर्माण भी गुणवत्तापूर्वक पूरा किया जाएगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। उन्होंने जोगीटिकरिया में नर्मदा नदी के घाटों का सौंदर्यीकरण करने की बात कही। नर्मदा नदी के घाटों का सौंदर्यीकरण करने से श्रद्धालुओं को नर्मदा नदी के दर्शन एवं स्नान करने में सुविधा होगी।      मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान 31 अक्टूबर तक जारी रहेगा। अभियान में शासन की योजनाओं से हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए ग्राम पंचायतवार शिविर लगाये जा रहे हैं। शिविर में हितग्राहियों का चयन कर उन्हें केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं से लाभांवित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में सभी पात्र हितग्राहियों का चयन कर उन्हें शासन की योजनाओं से लाभांवित किया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन में घर-घर तक नल से पेयजल पहुँचाया जाएगा। इससे ग्रामीण परिवारों को पेयजल समस्या से जूझना नहीं पडे़गा। लोगों को पानी के लिए दूर-दूर तक पैदल जाने की समस्या दूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने मिशन अंतर्गत जिले में संचालित 351 नलजल योजनाओं के कार्यों को गुणवत्तापूर्वक पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मिशन के कार्यों की जनता भी मॉनीटरिंग करेगी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में संतुष्टि नहीं होने पर सीएम हेल्पलाईन 181 में शिकायत दर्ज करें।

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Kolar News 24 September 2022

देशभर में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां शुरू की जा चुकी है। जिसके लिए मूर्तिकार तरह-तरह की प्रतिमा जोर शोर से बना रहे हैं। सभी अपने कला का प्रदर्शन कर अच्छी-से-अच्छी प्रतिमा तैयार करने में जुटे हुए हैं। पूरे देश भर में बंगाली रीतिरिवाज से दुर्गा उत्सव मनाया जाता है। जिसमें विधि और विधान के साथ मां की पूजा-अर्चना की जाती है। इसी कड़ी में जगह-जगह पंडाल बनाए जाते हैं। जिसे अलग-अलग तरीके से सजाया जाता है। जिसमें मां को 10 दिनों के लिए विराजित किया जाता है। इस दौरान मां की सुबह और शाम दोनों टाइम पूजा अर्चना की जाती है। हजारों की संख्या में माता के भक्त मां के दर्शन करने पहुंचते हैं। बता दें कि इस साल 26 सितंबर को मां की कलश स्थापना की जाएगी। जिसे देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। वहीं, अगर हम बात करें पंडालों की तो हर जगह इको फ्रेंडली पंडाल तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इसी कड़ी में झारखंड के प्रसिद्ध बाबा धाम यानी देवघर में एक ऐसे इको फ्रेंड ली पंडाल तैयार किया गया है। जिसे देखकर सबके होश उड़ गए हैं। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तो चलिए आज हम आपको उस पंडाल बनाने वालों की विशेषताएं बताते हैं। सबसे पहले आपको यह बता दें कि देवघर में जो इको फ्रेंडली पंडाल बनाया गया है। इसे 12 हजार वेस्ट न्यूजपेपर से तैयार किया गया है। जिसे कलाकारों ने अलग-अलग तरीके से बनाकर महज 25 दिनों में इस पंडाल को तैयार किया है। जो कि देखने में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस पंडाल को कोई और नहीं बल्कि देवघर के मारकंडे जजवाड़े के  कलाकारों ने मिलकर तैयार किया है। जिन्हें भारत सरकार ने सीनियर फैलोशिप मूर्तिकार के अवार्ड से नवाजा था। इन कलाकारों ने रद्दी के भाव बेचे जाने वाले अखबारों का इस्तेमाल कर उन के पन्नों से देवी के पंडाल को एक अलग-सा रूप दिया है  वहीं, मार्कंडेय जज्वाड़े ने बताया कि, “जिस न्यूजपेपर को रद्दी में डाल देते हैं हम उन्हें एक नया रूप देकर पंडाल को तैयार किए हैं। जहां लोग सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं”। इस पंडाल को देखने के लिए आसपास के लोग काफी उत्सुक दिखाई दे रहे हैं।

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Kolar News 23 September 2022

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने राज्य शासन को अहम अनुशंसाएं की हैं। आयोग ने राज्य शासन से कहा है कि बंदियों की नियमित व अनिवार्य जांचें गंभीरतापूर्वक करायी जायें। जेलों में स्वास्थ्य सेवाएं, जिसमें चिकित्सक, कम्पाउण्डर एवं पैरा मेडिकल स्टाॅफ शामिल है, के रिक्त पदों की पूर्ति सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर की जाये। आयोग ने कहा कि जेलों में संविदा पर पदस्थ चिकित्सकों का मानदेय स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत पदस्थ संविदा चिकित्सकों से समान करने एवं उन्हें तीन वर्ष बाद पीजी में प्रवेश की सुविधा दिये जाने के जेल विभाग के प्रस्ताव पर शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उज्जैन जिले के प्रकरण में आयोग ने अतिरिक्त अनुशंसा करते हुये राज्य शासन से कहा है कि जेल प्रबंधन एवं डाक्टर की उपेक्षा व समुचित उपचार न कराने के कारण मृतक बंदी रामविलास पिता भुजराम के वैध वारिसों को पांच लाख रूपये क्षतिपूर्ति राशि एक माह में दे दी जाये। मप्र मानव अधिकार आयोग ने तीन मामलों की जांच में यह पाया कि बंदियों के जेल में प्रवेश के दौरान उनकी अनिवार्य स्वास्थ्य जांचें न कराये जाने के कारण बंदियों की शारीरिक स्थिति बिगड़ती गई और अंततः उपचार के दौरान तीनों ही मामलों में बंदियों की असमय मृत्यु हो गई। आयोग ने पाया कि बंदियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जेल प्रबंधन की घोर लापरवाही और उनका वांछित, समुचित उपचार न कराये जाने के कारण ही यह स्थिति निर्मित हुई। अतः बंदियों की नियमित व अनिवार्य जांचें अति गंभीरतापूर्वक एवं पूरी जिम्मेदारी के साथ करायी जायें।  

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Kolar News 23 September 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास कार्य और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर अधिकारियों को बड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने आज शुक्रवार को सागर जिले की वर्चुअली समीक्षा करते हुए कहा कि सागर प्रदेश का महत्वपूर्ण जिला है। यहाँ का विकास आदर्श स्वरूप में हो, यह सुनिश्चित करने के लिए जन-प्रतिनिधि और शासकीय अमला प्रभावी रूप से गतिविधियाँ संचालित करें। विकास गतिविधियों और जन-कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समय-सीमा पर सुनिश्चित किया जाए। विकास कार्यों में गुणवत्ता और जनता के संतुष्टि के स्तर का विशेष ध्यान रखा जाए। सीएम शिवराज ने कहा कि शासकीय कार्यों से संबंधित शिकायतों का त्वरित निराकरण हो। यह सुनिश्चित करें कि प्रतिमाह जिले में जन-प्रतिनिधियों विकास एवं जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए उत्तरदायी अधिकारियों की बैठक अवश्य हो, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के निराकरण और समय-सीमा में उनकी पूर्णता के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि “मुख्यमंत्री जन सेवा” अभियान में कोई पात्र व्यक्ति योजनाओं का लाभ लेने से वंचित न रहे। सीएम ने लंपी वायरस के प्रकरणों पर निगरानी रखें। मुख्यमंत्री ने सागर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक योजना बनाने के निर्देश दिए। बताया गया कि सागर नगर में ट्रैफिक की स्थिति में सुधार के लिए दो बस स्टेण्ड, ट्रांसपोर्ट नगर, डेयरी एवं आरा मशीन जैसी गतिविधियों के लिए शहर के बाहर व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सागर नगर के यातायात को व्यवस्थित करने के लिए जन-प्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर कार्य-योजना को मूर्तरूप दिया जाए। सीएम शिवराज ने कहा कि जिले में जल स्तर बढ़ाने के लिए तालाब, स्टॉपडेम आदि बनाने उपयुक्त स्थान और गाँवों का चयन कर कार्य किये जायें। बरसात का पानी रोकने के लिए उपुयक्त स्थानों पर संरचनाएँ बनाने के लिए व्यवहारिक योजना बना कर कार्य किया जाए। बताया गया कि सागर जिले में अमृत सरोवर के लिए 110 स्थल का चयन कर लिया गया है। इनमें से 108 स्थान पर कार्य आरंभ हो गया है।    मुख्यमंत्री को बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में 5 हजार 504 और ग्रामीण क्षेत्र में 96 हजार 571 आवास पूर्ण हुए हैं। प्रतिमाह 800 आवास पूर्ण करने के लक्ष्य के साथ कार्य किया जा रहा है। आवास प्लस के हितग्राहियों को मुख्यमंत्री चौहान की ओर से बधाई पत्र भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम आवास के हितग्राहियों के खाते में किश्त डालने के लिए पैसा माँगने संबंधी 489 शिकायतें सी.एम. हेल्पलाइन में प्राप्त हुई हैं। दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की जाए। बताया गया कि 6 रोजगार सहायक की सेवा समाप्त की गई और 7 सचिव को निलंबित किया गया है। एक रोजगार सहायक द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों के आधार नंबर बदल कर अपने रिश्तेदारों के खातों में राशि डालने के प्रकरण में उसके विरूद्ध एफ.आई.आर. की कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रोजगार सहायक द्वारा जिन व्यक्तियों के खातों में प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों के हक का पैसा डाला गया है, उन व्यक्तियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में जहाँ हितग्राही आवासीय पट्टा माँग रहे हैं, वहीं उन्हें भूमि उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएँ। बताया गया कि जिले में 98.2 प्रतिशत प्रसव संस्थागत रूप से हो रहे हैं। कुल 37 वाहन, एंबुलेंस 108 की सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में 822 शिविर लगना है,‍जिनमें से 320 शिविर लग गए हैं। कानून-व्यवस्था में माफिया से 168 करोड़ रूपये लागत की 625 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस भूमि पर गरीबों के लिए सुराज कॉलोनी विकसित की जाए।

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Kolar News 23 September 2022

राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पुनर्वास प्रयासों में दिव्यांगजन की विशेष क्षमताओं से उनको परिचित कराने, उनकी कार्य क्षमताओं को निखारने और स्वावलंबन के प्रयास किए जाने चाहिए। राज्यपाल पटेल राजभवन में दि ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। राज्यपाल  मंगुभाई पटेल ने कहा कि दिव्यांग शिक्षण, प्रशिक्षण, आवास आदि की सुविधाओं के उन्नयन और स्वावलंबन प्रयासों में जन-सहयोग प्राप्त करने और रोजगार के नए अवसर निजी क्षेत्रों में तलाशने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने संस्था के छात्रों के सेवायोजन के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि विगत 5 वर्षों में संस्था के लगभग 65 से 70 छात्र-छात्राओं को शासकीय नौकरी प्राप्त हुई है। उनके सेवायोजकों में बैंक, रेलवे और शिक्षा विभाग प्रमुख हैं। संस्था द्वारा समाज-सेवियों से सम्पर्क किया है। छात्रावास में निवासरत सभी छात्रों के लिए स्वच्छ पानी हेतु वाटरकूलर, आवागमन की सुविधा हेतु स्मार्ट केन उपलब्ध कराई गई है। भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा छात्रावास में निवासरत छात्रों के लिए टेबिल उपलब्ध करवाए गए। संस्था में स्वतंत्रता दिवस, शिक्षक दिवस, शिक्षक सम्मान, गणेश उत्सव, खेलकूद प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगीत संध्या छात्रों द्वारा की गई। राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा, एसोसिएशन के अध्यक्ष नासिर हुसैन, दृष्टिबाधित सचिव शिवे सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष किशन सिंह परिहार, दृष्टिबाधित सदस्य राजेन्द्र राठौर, रामनारायण दांगी,  बापूलाल दांगी एवं अन्य सदस्य मौजूद थे।

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Kolar News 23 September 2022

मुहूर्त=राहुकाल=राशिफल===चौघड़िया==बुधवार; 21= सितंबर 2022  शक सम्वत 1944 विक्रम सम्वत 2079 श्री नल मास आश्विन तिथि   एकादशी - 23:36:50 तक नक्षत्र    पुष्य - 23:47:45 तक करण     बव - 10:35:25 तक, बालव - 23:36:50 तक पक्ष     कृष्ण योग     परिघ - 09:11:28 तक वार      बुधवार सूर्य राशि     कन्या सूर्योदय    06:08:38 सूर्यास्त     18:19:36 चन्द्र राशि     कर्क ऋतु     शरद शुभ समय (शुभ मुहूर्त) अभिजीत कोई नहीं दिशा शूल उत्तर राहु काल 12:17:41 से 14:00:00 तक सुझाव- दर्पण में अपना चेहरा देखकर तथा शिवजी को प्रणाम कर घर से निकलें। ---------------- दिन का चौघड़िया ======= परम्परागत रूप से चौघड़िया का उपयोग यात्रा के मुहूर्त के लिए किया जाता है लाभ -उन्नति 05:28 ए एम से 07:11 ए एम अमृत -सर्वोत्तम 07:11 ए एम से 08:53 ए एम काल -हानि 08:53 ए एम से 10:35 ए एम शुभ -उत्तम 10:35 ए एम से 12:18 पी एम रोग - मंगल 12:18 पी एम से 02:00 पी एम उद्वेग -अशुभ 02:00 पी एम से 03:43 पी एम चर -सामान्य 03:43 पी एम से 05:25 पी एम लाभ -उन्नति05:25 पी एम से 07:07 पी एम टिप्पणी -१२ घण्टे की घड़ी दिल्ली के स्थानीय समय के साथ और सभी चौघड़िया मुहूर्त! ============================== राशिफल- =========== मेष आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहने वाला है। आप घर व बाहर दोनों जगह अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में सफल रहेंगे। आपका कोई लिया गया निर्णय आपके लिए खुशखबरी लेकर आ सकता है। नौकरी कर रहे लोगों को अच्छा पद मिल सकता है लेकिन कार्यक्षेत्र में आपके कुछ सहयोगी आपसे ईष्या करेंगे,जिनसे आपको सावधान रहना होगा। आप अपने व्यवसाय में कुछ और नए लोगों को भी शामिल कर सकते हैं। विदेशों में शिक्षा ग्रहण कर रहे वृष आज का दिन आपके लिए उत्साह से भरपूर रहने वाला है। व्यक्तित्व के नए आकर्षण का आपके अंदर संचार होगा। परिवार के सदस्यों के साथ आप अच्छा समय व्यतीत करेंगे और किसी मांगलिक कार्यक्रम पर चर्चा भी कर सकते हैं। आप अपनी कुछ पुरानी देनदारियों को भी समाप्त करके चैन की सांस लेंगे। संतान को किसी धार्मिक संस्था से जुड़े देखकर आपके मन में प्रसन्नता होगी। आप अपने हुनर और समझदारी से अपने सभी कार्य को बखूबी निभा पाएंगे। मिथुन आज का दिन आपके लिए उन्नति के नए-नए मार्ग खोलेगा। प्रेम जीवन जी रहे लोग आज विवाह बंधन में बन सकते हैं,लेकिन कार्यक्षेत्र में आप अपने अधिकारियों का दिल जीतने में कामयाब रहेंगे। विवाह में यदि कोई समस्या आ रही थी,तो आपको उसका समाधान भी आसानी से मिल जाएगा। आपको किसी लेनदेन को बहुत ही सावधानी से करना होगा। यदि करियर के बारे में महिलाएं कुछ सोच रही हैं,तो वह कोई छोटा-मोटा व्यवसाय भी कर सकती हैं,वह भी उनको भरपूर लाभ दे सकता है। आपकी कोई मन की इच्छा पूरी होगी,जिसके बाद आप धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। कर्क आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। आपको भविष्य को ध्यान में रखकर निवेश करना बेहतर रहेगा। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से यदि कोई वाद विवाद चल रहा था,तो वह समाप्त होगा। आपको अपनी जिम्मेदारी भरे कार्यों में लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी है,नहीं तो आपका कोई भारी नुकसान हो सकता है। आप किसी नए वाहन की खरीदारी करने जा सकते हैं,जिसमें आपको पिताजी को साथ लेकर जाना अच्छा रहेगा। सिंह आज के दिन जो जातक किसी नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं,उनके लिए उत्तम रहेगा,क्योंकि उन्हें पुरानी के साथ-साथ कोई नया ऑफर मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से मजबूत होगी। आपको ननिहाल पक्ष से भी धन लाभ मिलता दिख रहा है। किसी की बात को आपको दिल पर नहीं लगाना है,नहीं तो आप इसी में ही लगे रह जाएंगे। आप अपनी कार्य योजनाओं को अपनी इच्छानुसार पूरा करेंगे,जिनमें आप सफल भी अवश्य होंगे। कन्या आज आप अपने खर्चों को लेकर चिंतित रहेंगे,क्योंकि आपको आमदनी कम होगी। आपके खर्चे बेतहाशा रहेंगे। जीवनसाथी के सहयोग से आप किसी नई प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। आप अपने समय का सदुपयोग करें तो बेहतर रहेगा, नहीं तो कुछ काम आपके हाथ से निकल सकते हैं। आप अपने खर्चों के लिए किसी से धन उधार भी मांग सकते हैं। आप अपने घर की रंगाई पुताई आदि कराने पर भी विचार करेंगे। तुला बिजनेस कर रहे लोगों के लिए दिन बेहतर रहेगा। मन मुताबिक लाभ मिलता दिख रहा है। आपकी धार्मिक कार्यों के प्रति रुचि बढ़ेगी व व्यापारियों को कुछ सरकारी नियमों को मानने के कारण परेशानी हो सकती है। जीवनसाथी की सलाह मानकर जिस भी कार्य को करेंगे,उसमें आप सफलता अवश्य हासिल करेंगे। सोशल मीडिया के जरिए आपके आप कुछ नए दोस्त बनाने में कामयाब रहेंगे। वृश्चिक आज का दिन आपके लिए विभिन्न स्त्रोतों से धन लाभ लेकर आएगा। आप कार्यक्षेत्र में किसी नए प्रोजेक्ट पर काम करके बहुत खुश होंगे। विवाह योग्य जातकों के लिए उत्तम विवाह के प्रस्ताव आएंगे,जिन्हे परिवार के सदस्यों द्वारा तुरंत मंजूरी दी जा सकती है। आपका कोई मित्र आपके घर दावत पर आ सकता है। माता पिता के साथ आप शॉपिंग पर जा सकते हैं। आपको सरकारी संस्था से जुड़े रहने का लाभ मिलेगा। धनु आज के दिन परिवार के लोगों में आपसी प्रेम और स्नेह बना रहेगा। आपकी मानसिक उलझन खत्म होंगी और आप कार्यों को करने में पूरा ध्यान लगाएंगे। बैंकिग के क्षेत्र में कार्यरत लोगों को किसी बड़े पद की प्राप्ति कर सकते हैं। आपको अपने मन में सकारात्मक विचारों को रखने से लाभ होगा। संतान आज अपने में ही मगन रहेगी व दूसरों की बातों पर ध्यान ही नहीं देगी। यदि आपकी कोई बिल पेंडिंग है, मकर आज का दिन आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि लेकर आएगा। आप अपने कार्यों को लेकर व्यस्त चल रहे हैं,तो उसमें अपने परिवार के सदस्यों के लिए कुछ समय निकालने में कामयाब रहेंगे। यदि जीवनसाथी आपसे किसी प्रकार की मदद मांगे, तो वह आपको अवश्य करनी होगी। अपनी किसी पिछली की हुई गलती का आपको पछतावा होगा। ऑफिस में लोग आपकी बातों से इम्प्रेस होंगे और आपके मित्रों की संख्या में भी इजाफा होता दिख रहा है। कुंभ आज का दिन आपके लिए उन्नति दिलाने वाला रहेगा। ऑनलाइन व्यवसाय कर रहे लोगों को लेन-देन में सावधानी बरतनी होगी। आप अपने किए हुए कार्यों से फूले नहीं समाएंगे, जिनके आपको सम्मानित भी किया जा सकता है। किसी खास मामले में आपको सोच अच्छी रखनी होगी। आपको इनकम बढ़ाने के कुछ अन्य साधन भी प्राप्त होंगे। संतान अपने करियर में आ रही समस्याओं के लिए अपने पिताजी से बातचीत करनी होगी। मीन आज का दिन बिजनेस करने वाले लोगों के लिए कुछ खास रहने वाला है। बिजनेस में भाई बहनों के सहयोग से आपको लाभ प्राप्त हो सकता है। मित्रों के साथ से आप किसी मुश्किल काम को भी आसानी से पूरा करने में कामयाब रहेंगे। पारिवारिक सुखों में वृद्धि होगी,लेकिन ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में आपको किसी गलत रास्ते को नहीं पकड़ना है, ===================== आचार्य आशु जी  

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Kolar News 21 September 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के नागझिरी की पोहा फैक्टरी में 16 सितम्बर की शाम को आगजनी से नागझिरी निवासी श्रीमती ज्योति पति ईश्वरलाल डाबी एवं श्रीमती क्षमाबाई पति प्रभुलाल की मृत्यु पर दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज उज्जैन प्रवास पर उक्त घटना में मृतकों के परिजन से भेंट की। उन्होंने सांत्वना देते हुए मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से 2-2 लाख रूपये की राशि मृतकों के परिजन को तत्काल देने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये हैं। मुख्यमंत्री  चौहान ने आश्वस्त किया कि मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रूपये की अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि पोहा फैक्टरी में घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जायेगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने कलेक्टर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, जल संसाधन मंत्री  तुलसीराम सिलावट, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक  पारस जैन, पूर्व विधायकरोड़मल राठौर,  विवेक जोशी, अनिल जैन कालूहेड़ा एवं मृतकों के परिजन उपस्थित थे।

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Kolar News 20 September 2022

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रम को हिंदी माध्यम में संचालित करने के लिए तेजी से कार्यवाही की जाए। इसके पूर्व हिन्दी माध्यम की पुस्तकें तैयार कर ली जाएँ और उन्हें लॉन्च कर छात्र-छात्राओं को वितरित कराया जाए। मुख्यमंत्री चौहान आज निवास पर चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रम को हिंदी माध्यम में संचालित करने की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री  विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रम को हिंदी में संचालित करने के लिए बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इसकी सम्पूर्ण जानकारी से प्रधानमंत्री  मोदी को भी अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि हिंदी माध्यम की पुस्तकें तैयार हो जाने से जिन छात्र-छात्राओं को हिंदी माध्यम में पढ़ाई करना है, उनको सुविधा होगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई की शुरूआत हिंदी माध्यम में करने के लिए पूरी तैयारी हो गई है। पुस्तकें भी प्रिंट के लिए तैयार हैं।

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Kolar News 20 September 2022

मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के एसपी अरविंद तिवारी का एक ऑडियो वायरल हो गया है। इसमें वह पुलिस सुरक्षा मांगने आए पॉलीटेक्निक छात्रों के साथ अभद्र भाषा में बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर सख्ती बरतते हुए सुबह नियमित बैठक में डीजीपी और मुख्य सचिव को एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए। इसके बाद ऑडियो की जांच कराई। एसपी की आवाज की पुष्टि करने के बाद दोपहर को मुख्यमंत्री ने उन्हें निलंबित कर दिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह नियमित समीक्षा बैठक में कहा कि झाबुआ एसपी को तत्काल हटाइए। जिस भाषा में वह बात कर रहे हैं, वह अशोभनीय हैं। बच्चों के साथ कोई इस तरह कैसे बात कर सकता है? उन्हें तत्काल इसी क्षण हटाया जाए। दरअसल, एक ऑडियो सामने आया है। इसमें पॉलीटेक्निक कॉलेज का एक छात्र दावा करता है कि कॉलेज लड़ाई हो गई है। कुछ लोग मार रहे हैं। हम 40 छात्र थाने आए हैं। हमें सुरक्षा दी जाए। दूसरा पक्ष डंडे एवं अन्य हथियारों के साथ हमला कर सकता है। हमारी जान को खतरा है। इस पर गुस्साए एसपी ने उनसे कहा कि तुम लोग पढ़ाई करने आते हो कि मारपीट करने। इसके बाद उन्होंने गाली-गलौज भी की। साथ ही सभी छात्रों को अंदर करने की धमकी दी। कहा कि उससे अच्छी सुरक्षा कहीं और नहीं मिल सकती। यह भी कहा कि चालीस बच्चे हैं तो क्या, सबको अंदर कर देंगे। बातचीत में ऐसा लग रहा है कि एसपी नशे में हैं। उन्होंने नशे में ही बच्चों के साथ गाली-गलौज की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोपहर को कहा कि सुबह मुझे जानकारी मिली थी कि तत्कालीन झाबुआ एसपी ने मेरे भांजों ने कुछ मांग की थी तो उन्हें अपशब्द बोले थे। मैंने तत्काल हटाने के निर्देश दिए थे। सुबह ही जांच के आदेश दिए थे कि क्या वास्तव में यह उनकी ही आवाज है। मेरे पास रिपोर्ट आ गई है। यह तत्कालीन एसपी की ही आवाज थी। बच्चों के लिए जो अपशब्दों का इस्तेमाल करें, यह मैं किसी भी कीमत पर सहन नहीं कर सकता। तत्काल प्रभाव से तत्कालीन झाबुआ एसपी को मैं सस्पेंड करता हूं।

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Kolar News 20 September 2022

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को स्मार्ट सिटी पार्क, श्यामला हिल्स में मौलश्री, नीम और कचनार के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री  चौहान के साथ सामाजिक संस्थाओं के सदस्य और विद्यार्थियों ने भी पौध-रोपण किया। केनियन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका और बालिकाओं ने भी पौधे लगाए। विद्यालय द्वारा पर्यावरण-संरक्षण के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। एस.वी. नागामणी,  कृष्णा शर्मा,  पर्युल, आर्यन ठाकुर,  हर्ष सोनी, हर्षवर्धन सिसोदिया, कु. लवी सोनी, कु. कनिष्का यादव, कु. पल्लवी सिसौदिया, कु. शैलजा चतुर्वेदी, कु. माही वाजपेयी सौरभ सक्सेना पौध-रोपण में शामिल हुए। मुख्यमंत्री  चौहान के साथ भोपाल के गांधी नगर क्षेत्र के समाजसेवी  योगेश वासवानी ने भी अपने जन्म-दिवस पर पौधा लगाया। श्री महावीर सिंह, श्री शमशेर सिंह और श्री अभय तिवारी भी पौध-रोपण में शामिल हुए।   मुख्यमंत्री चौहान ने स्कूली बालिकाओं (भांजियों) से बातचीत भी की। मुख्यमंत्री चौहान ने बालिकाओं से उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा बालिकाओं ने बताया कि वे नियमित रूप से अध्ययन कर रही हैं और आपकी तरह बनना चाहती हैं। मामा, आप बताएँ कि आपको इतना कार्य करने की प्रेरणा कहाँ से मिलती है। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि प्रेरणा अंतरात्मा से मिलती है। मुख्यमंत्री  चौहान ने बालिकाओं को युधिष्ठिर और यक्ष के मध्य हुए संवाद की कथा सुनाई, जिसमें कहा गया है कि जितना भी जीवन है वह सार्थक हो। जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाया जाए। युधिष्ठिर और यक्ष की कथा में वर्णित बातचीत के प्रसंगों में पूछे गए एक प्रश्न "संसार का सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है?" का उत्तर है कि "जो भी व्यक्ति जन्म लेता है उसकी मृत्यु अवश्यंभावी है", लेकिन मनुष्य का व्यवहार ऐसा होता है कि मानो वह यहाँ सदैव रहने के लिए आया है। इसलिए मनुष्य को जितना जीवन है, सद्कार्यों में लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि मनुष्य सिर्फ हाड़-माँस का पुतला नहीं बल्कि अनंत शक्तियों का स्वामी है। वह जो चाहे बन सकता है। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि पढ़ाई मेडिकल की हो, इंजीनियरिंग की हो या कोई अन्य, पहले रोडमेप बनाएँ फिर परिश्रम करें। दृढ़ निश्चय से सफलता की मंजिल पर पहुँचा जा सकता हैं।

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Kolar News 20 September 2022

मानसून सीजन के तीन महीने गुज़र चुके हैं। इस बार मानसून ने 16 जून से प्रदेश में दस्तक दी थी। मध्यप्रदेश में इस बार 17 शहरों में आधे से ज़्यादा यानि 50 से भी ज़्यादा बरसिह हुई है। इस बार प्रदेश की राजधानी भोप्ला में सबसे ज़्यादा यानि 69 इंच बारिश हुई है। एमपी में जून और जुलाई में रेकॉर्डतोड़ बारिश हुई है। वहीं सितम्बर के पहले कुछ दिनों बारिश काम हुई लेकिन तीसरे सप्ताह में हुई बारिश ने कई क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया। प्रदेश में शनिवार से बारिश का दौर थमा हुआ है। ज़्यादातर  इलाकों में धूप-छांव रही। खंडवा, उमरिया, छिंदवाड़ा, सतना, दमोह, जबलपुर और ग्वालियर में हल्की बारिश हुई। सबसे ज्यादा खंडवा में 1 इंच से ज्यादा पानी गिरा। भोपाल में दोपहर तक बादल छाए रहे। फिर हल्की धूप निकली। मध्यप्रदेश में 21-22 को फिर तेज़ बारिश होने के आसार है। मौसम वैज्ञानिको का कहना है की अधिक बारिश वाले इलाकों में से अधिकांश जिलों में अरब और बंगाल की खाड़ी से आने वाले दोनों मानसून का असर पड़ता है।     

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Kolar News 18 September 2022

उत्तरप्रदेश में मूसलाधार वर्षा के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। वर्षा संबंधित घटनाओं में कई लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य के कुछ इलाकों में तेज से बहुत तेज वर्षा की चेतावनी जारी की है। लखनऊ जिले में  मूसलाधार वर्षा के कारण दीवार ढहने की घटना में नौ लोग मारे गए और दो अन्य घायल हो गए। यह घटना लखनऊ के दिलकशा क्षेत्र में आज तडके हुई। प्रशासन ने राहत अभियान चलाकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। उन्नाव जिले में भी ऐसी ही एक घटना में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। अन्य जिलों में बिजली गिरने की घटना में कुछ लोगों की मौत हो गई है। लखनऊ सहित कई जिलों में तेज वर्षा और कई इलाको में जलभराव होने के कारण सभी स्कूल और कॉलेज आज बंद है। वर्षा और जलभराव से संबंधित शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है।    आकाशवाणी समाचार से बातचीत में लखनऊ डिवीजन के आयुक्‍त रोशन जैकब ने कहा कि प्रशासन नगर निगम के साथ मिलकर लखनऊ में पानी निकालने के लिए युद्धस्‍तर पर कार्य कर रहा है। पास के स्‍कूलों को बंद रखने के अलावा जिला प्रशासन ने निजी कंपनियों को अपने कर्मचारियों को अवकाश देने संबंधी निर्णय लेने की भी सलाह दी है। कई अन्‍य जिलों में इसी तरह के हालात बने हुए हैं। इन जिलों में तेज वर्षा जनजीवन को प्रभावित कर रही है। आकाशवाणी से बातचीत में लखनऊ में मौसम विभाग के निदेशक जे.पी. गुप्‍ता ने कहा कि पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में अगले 24 घंटों में तेज से बहुत तेज वर्षा हो सकती है। अगले 24 घंटों में इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद समूचे राज्‍य में वर्षा में कमी आएगी। हालांकि, धान के किसान सहित अन्‍य किसान भी इस वर्षा से खुश हैं। यह वर्षा उनकी फसलों के लिए लाभकारी होगी। गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में तेज वर्षा से दीवार गिरने की घटना पर दु:ख व्‍यक्‍त किया है। एक ट्वीट में श्री शाह ने कहा कि स्‍थानीय प्रशासन पीडितों की हरसंभव मदद कर रहा है। उन्‍होंने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त करते हुए घायलों के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने की कामना की है।

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Kolar News 16 September 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीता परियोजना के अंतर्गत कल मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को प्राकृतिक वास में छोडेंगे। बड़े मांसाहारी जंगली जानवरों के अंतर-महाद्वीपीय स्‍थानांतरण की यह विश्‍व की पहली परियोजना है। इन चीतों को एक समझौता ज्ञापन के तहत नामीबिया से लाया गया है। यह परियोजना चीतों के प्राकृतिक वास को पुनर्जीवित करने और भारत के वन्य जीवन में विविधता लाने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों का हिस्सा है। 1952 में भारत में चीतों के विलुप्त होने की घोषणा की गयी थी। प्रधानमंत्री मध्‍यप्रदेश के श्‍योपुर में कराहल में स्‍व-सहायता समूह के सम्‍मेलन में भी शामिल होंगे। दीनदयाल अन्‍तयोदय योजना-राष्‍ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अर्न्‍तगत महिलाओं के हजारों स्‍व-सहायता समूह सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेंगे। श्री मोदी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जनजातीय समूहों के लिए कौशल केन्‍द्रों का उदघाटन करेंगे।

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Kolar News 16 September 2022

भारत ने तीन ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट मैचों की श्रृंखला के दूसरे मैच में इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर श्रृंखला में एक-एक से बराबरी कर ली है। कल रात डर्बी के काउंटी मैदान पर इंग्‍लैंड ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए निर्धारित बीस ओवर में छह विकेट पर एक सौ 42 रन बनाए। भारत की ओर से स्‍नेह राणा ने तीन खिलाडियों को आउट किया जबकि रेणुका सिंह और दीप्ति शर्मा को एक-एक विकेट मिला। जवाब में भारत ने सोलह ओवर और चार गेंद में दो विकेट पर 146 रन बनाकर मैच जीत लिया। स्‍मृति मंधाना ने नाबाद 79 रन और हरमनप्रीत कौर ने नाबाद 29 रन की पारी खेली। इंग्‍लैंड ने पहले मैच में जीत हासिल की थी। दोनों देशों के बीच श्रृंखला का अंतिम ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच कल ब्रिस्‍टल में खेला जाएगा। इस श्रृंखला के बाद दोनों टीमें तीन एकदिवसीय मैच भी खेलेंगी।

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Kolar News 14 September 2022

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि युवा पंचायत में लिए गए सभी निर्णयों के क्रियान्वयन में राज्य सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। युवाओं को देश दर्शन पर भेजना युवा पंचायत का ही एक निर्णय था। प्रदेश के युवा भारत की अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं का भ्रमण करें और उनमें साहस और देशभक्ति की भावना प्रबल हो इसी उद्देश्य से अनुभव यात्रा की जा रही है । मुख्यमंत्री  चौहान "माँ तुझे प्रणाम योजना" में देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के भ्रमण के लिए रवाना हो रहे युवा प्रतिभागियों के साथ स्मार्ट सिटी उद्यान में पौध-रोपण कर उनसे संवाद कर रहे थे। खेल और युवा कल्याण तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्री श्रीमती सिंधिया तथा युवाओं के साथ नीम, हरसिंगार और मौलश्री के पौधे लगाए।    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। मातृ भाषा हमारे लिए उन्नति और गर्व का आधार है। यह गौरव का विषय है कि प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में आरंभ हो रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं को जीवन में प्रगति और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी और युवाओं को पर्यावरण-संरक्षण की गतिविधियों में सक्रियता के साथ भाग लेने की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री चौहान ने ''माँ तुझे प्रणाम योजना'' में वाघा बॉर्डर जा रहे युवाओं के चौथे दल को राष्ट्रध्वज भेंट किया तथा यात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस दौरान योजना में अटारी, हुसैनीवाला, वाघा बॉर्डर होकर आ चुके युवा भी उपस्थित थे। युवाओं की ओर से आयुषी सिन्हा ने देश की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के भ्रमण का अवसर प्रदान करने के लिए आभार माना तथा अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए।  

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Kolar News 14 September 2022

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि छात्र हित में विश्वविद्यालय का विकास कुलपति का दायित्व है। कुलपति अपनी प्रतिभा और क्षमता का उपयोग विश्वविद्यालय की गुणवत्ता और संसाधनों के सर्वोत्तम उपयोग में लगाए। विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और प्रबंधकीय व्यवस्थाओं को उत्कृष्ट बनाने के लिए सबका सहयोग और सुझाव प्राप्त करें। विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए नवाचार और कड़े निर्णय लेने में संकोच नहीं करें। राज्यपाल पटेल राजभवन में उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत 14 विश्वविद्यालयों के कुलपति को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय देश की भावी पीढ़ी के भविष्य निर्माण का केंद्र होते हैं। वह राष्ट्र निर्माण की नींव हैं। यदि नींव मज़बूत होगी, तभी भवन मज़बूत और विशाल बन सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम, शिक्षण व्यवस्थाएँ और वित्तीय प्रबंधन छात्रों के हित में हो। रोजगार की सम्भावनाओं के दृष्टिगत नए पाठ्यक्रम शीघ्र शुरू किए जाए। साथ ही ऐसे पाठ्यक्रम जिनकी प्रासंगिकता नहीं रही हो उसे बंद करने में भी विलंब नहीं करें। इससे वित्तीय संसाधनों का बेहतर उपयोग सम्भव होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अनुदान के साथ ही केंद्र सरकार, अन्य संस्थाओं से अनुदान प्राप्ति के प्रयास किए जाएँ। साथ ही विश्वविद्यालय स्वयं के स्त्रोत भी विकसित करें। सांसद और विधायक निधि से भी राशि प्राप्त करने के प्रयास करें। राज्यपाल पटेल ने शिक्षकों की नियमित नियुक्ति पर बल दिया। शिक्षण की नियमितता विद्यार्थियों के जुड़ाव के लिए जरूरी है। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को वंचितों के सहयोग के लिए प्रोत्साहित करें। ग्रामीण अंचल में सेवा कार्यों को विद्यार्थियों के सहयोग से संचालित करें। सिकल सेल एनीमिया रोग उन्मूलन में सरकार के प्रयासों की पहुँच बढ़ाने में विद्यार्थियों को शामिल करें। उन्होंने विश्वविद्यालयों के न्यायालय में लंबित मामलों में गति लाने की जरूरत बताई। कहा कि सभी विश्वविद्यालयों के न्यायालयीन मामलों की संवीक्षा कर एक समान प्रकरणों को चिन्हित किया जाए। महाधिवक्ता के साथ चर्चा कर, फास्ट ट्रेक अथवा लोक अदालतों के माध्यम से निराकरण की पहल की जानी चाहिए।  

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Kolar News 13 September 2022

मध्यप्रदेश में 17 सितंबर को इतिहास लिखा जाने वाला है। इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। सात दशक बाद भारत में चीते दहाड़ने वाले हैं। 17 सितंबर को ही जयपुर के रास्ते नामीबिया से आठ चीते भारत आएंगे। इनमें से तीन चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में छोड़ेंगे। मध्यप्रदेश वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 17 सितंबर को ही नामीबिया से आठ चीते जयपुर आ रहे हैं। मालवाहक विमान से चीते नामीबिया से जयपुर पहुंचेंगे। इसके बाद हेलीकॉप्टर से चीतों को कुनो राष्ट्रीय उद्यान भेजा जाएगा। चीतों को कितने हेलीकॉप्टर से कूनो राष्ट्रीय उद्यान ले जाया जाएगा, यह केंद्र सरकार तय करेगी।चीतों को शुरुआत में अलग-अलग रखने के लिए छह छोटे बाड़े बनाए गए हैं। चीतों को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में जाने से पहले और बाद में एक महीने तक सबसे अलग रखने की जरूरत होती है। एक महीने के क्वारंटाइन के बाद चीतों को जंगल में छोड़ा जाएगा। 70 साल बाद चीते भारत के जंगलों में दौड़ने वाले हैं। देश में अंतिम चीते की मृत्यु 1947 में कोरिया जिले में हुई थी, जो वर्तमान छत्तीसगढ़ में है। यह पहले मध्य प्रदेश का हिस्सा था। इस प्रजाति को 1952 में भारत से विलुप्त घोषित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि 2009 में अफ्रीकी चीता इंट्रोडक्शन प्रोजेक्ट इन इंडिया की कल्पना की गई थी।

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Kolar News 13 September 2022

मध्य प्रदेश के 11जिलों में अभी तक लंपी वायरस की पुष्टि हो चुकी है। 11 जिलों में 2542 संक्रिमत पशुओं की पहचान हुई है। लंपी स्किन डिजीज की चपेट में आनेवाले पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।  गुजरात  और राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश के मालवा बेल्ट में लंपी वायरस की पुष्टि हो रही है। पशुओं में लंपी स्किन डिजीज को देखते हुए पशुपालन एवं डेयरी विभाग सक्रिय हो गया है। पशुओं को लंपी वायरस के कहर से बचाने में सहायक टीका और दवा की मदद ली जा रही है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के संचालक डॉ आर के महिया ने बताया कि 11 जिलों से फीडबैक लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में लंपी वायरस की चपेट में आकर अभी तक 28 पशुओं की मौत हो चुकी है. पशुपालन एवं डेयरी विभाग का कहना है कि लंपी स्किन डिजीज के मामले सबसे ज्यादा मालवा बेल्ट से उजागर हुए हैं। मालवा बेल्ट में उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, इंदौर, नीमच, बैतूल, खंडवा, झाबुआ, धार, अलीराजपुर और बुरहानपुर जिले शामिल हैं। पिछले 20 दिनों में लंपी वायरस का असर अधिक बढ़ा है।  डॉ आर के महिया ने कहा कि पशुपालन एवं डेयरी विभाग पशुओं को लंपी स्किन डिजीज से बचाने का भरपूर प्रयास कर रहा है। आम तौर पर पशुओं में होने वाली लंपी स्किन डिजीज एक संक्रामक बीमारी है। बहुत तेजी से फैलनेवाली बीमारी के वाहक मच्छर, मक्खी और जूं हैं। लंपी स्किन डिजीज दूषित भोजन से भी जानवरों में फैलती है। 

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Kolar News 13 September 2022

मध्यप्रदेश में 10-11 जनवरी को होने वाली इंवेस्टर समिट में अब देश-विदेश से निवेश लाने की तैयारी शुरू हो गई है। कोरोना काल के बाद भारत में उद्योग-धंधे दूसरे यूरोपीय देशों की तुलना में बेहतर रहे, इस कारण विदेशी कंपनियों का रुझान भी भारत की ओर बढ़ा है। यही कारण है कि अब प्रदेश सरकार भी अब विदेशी निवेश को पाने के प्रयास में लग गई है। इसके तहत नवंबर की इवेंस्टर समिट को लेकर विदेशों में भी ब्रांडिंग करने और कंपनियों को न्यौता देने की तैयारी है। अब तक जिन विदेशी कंपनियों ने रुचि दिखाई है, वे प्राथमिकता पर हैं। इसके अलावा जिन विदेशी कंपनियों का प्रदेश में पहले से निवेश हैं, उनके लिए भी रेड कॉरपेट बिछाया जा रहा है। इसके लिए नए सेक्टर चुनकर अब तक प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर काम हो रहा है। प्रदेश में अब तक देशी निवेश का एक रोडमैप तैयार हो गया है, जो इंवेस्टर समिट में सबसे सामने होगा। इस प्रकार के निवेश सेक्टर को विदेशी निवेश के लिए क्लस्टर के रूप में सामने रखा जा सकता है, ताकि विदेशी कंपनियां भी आकर्षित हों। सीएम शिवराज सिंह चौहान इंवेस्टर समिट के लिए दूसरे देशों का दौरा भी करेंगे। पहले यह दौरान जुलाई में होना था, लेकिन स्थानीय चुनाव के चलते टल गया। अब अक्टूबर या नवंबर में दौरा हो सकता है। सीएम दावोस, जर्मनी और लंदन जा सकते हैं। इन जगहों पर विदेशी कंपनियों के प्रमुखों से मिलकर मध्यप्रदेश में निवेश का न्यौता देंगे।

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Kolar News 12 September 2022

ज्योतिर्मठ बद्रीनाथ और शारदा पीठ द्वारका के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ज्योतिर्मठ बद्रीनाथके नामों का ऐलान कर दिया गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ और स्वामी सदानंद  को द्वारका शारदा पीठ का प्रमुख बनाया गया है। उनके नामों का ऐलान शंकराचार्य जी की पार्थिव देह के सामने किया गया। रविवार को स्वरूपानंद सरस्वती का 98 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। सोमवार को नरसिंहपुर में उन्हें समाधि दी गई। स्वरूपानंद सरस्वती की पार्थिव देह के समक्ष यह ऐलान कर दिया गया कि ज्योतिष पीठ  का प्रभार अभी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के पास है। जबकि द्वारका पीठ का प्रभार दंडी स्वामी सदानंद सरस्वती  को मिला हुआ है। अविमुक्तेश्वरानंद का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में हुआ था। इनका पहले का नाम उमाकांत पांडे था। छात्र जीवन में वे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रनेता भी रह चुके हैं। अविमुक्तेश्वरानंद युवावस्था में शंकराचार्य आश्रम में आए थे। ब्रह्मचारी दीक्षा के साथ ही इनका नाम ब्रह्मचारी आनंद स्वरूप हो गया था। बनारस में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा दंडी दीक्षा दिए जाने के बाद इन्हें दंडी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के नाम से जाना जाने लगा। अब उत्तराखंड के बद्रिकाश्रम में शंकराचार्य के प्रतिनिधि के रूप में ज्योतिषपीठ का कार्य संभाल रहे हैं।

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Kolar News 12 September 2022

दुबई में एशिया कप ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में भारत ने कल रात अपने अंतिम सुपर फोर मैच में अफगानिस्‍तान को 101 रन से हरा दिया। 213 रन के लक्ष्‍य के जवाब में अफगानिस्‍तान ने निर्धारित बीस ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 111 रन बनाए। भुवनेश्‍वर कुमार ने पांच विकेट लिए, जबकि रवि चन्‍द्रन अश्विन, दीपक हुड्डा और अर्शदीप सिंह ने एक-एक खिलाड़ी को आउट किया। इससे पहले अफगानिस्‍तान में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत ने पहले बल्‍लबाजी करते हुए निर्धारित बीस ओवर में दो विकेट पर 212 रन बनाए। विराट कोहली ने नाबाद 122 रन की पारी खेली, जबकि कप्‍तान के.एल. राहुल ने अर्धशतक बनाया। विराट कोहली को प्‍लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। एशिया कप के अंतिम सुपर फोर मुकाबले में आज श्रीलंका का सामना पाकिस्‍तान से होगा। दोनों टीमें रविवार को होने वाले फाइनल में भी आमने-सामने होंगी।  

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Kolar News 9 September 2022

अगर आप मकान मालिक हैं और आपने अपने यहां किरायेदार रखें हैं, तो आपको कुछ जानकारियां खुद भी लेना जरूरी है और ये जानकारियां पुलिस को देना भी जरूरी है। ताकि आपको भी भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, साथ ही आपके यहां रह रहे किरायेदार की भी सभी तरह की जानकारी आपके सामने आ जाए। इससे एक फायदा यह होगा कि आपके यहां रहने वाला किरायेदार कभी भी आपको परेशान नहीं कर पाएगा, वहीं दूसरी ओर अगर वह फ्रॉड या गलत आदमी होगा तो वह पकड़ा भी जाएगा। दरअसल कुछ समय पहले राजधानी भोपाल की पुलिस ने अभियान चलाकर मकान मालिकों से किरायेदारों की पूरी डिटेल मांगी थी, इस दौरान अधिकतर मकान मालिकों ने किरायेदारों के साथ किए गए एग्रीमेंट और नौटरी प्रस्तुत कर दिए थे, लेकिन कई मकान मालिक ऐसे भी थे, जिन्होंने किरायेदारों से किसी प्रकार का एग्रीमेंट और नौटरी या लिखित किसी भी प्रकार का कोई अनुबंध नहीं किया था, ऐसे मकान मालिकों द्वारा थाने पर जानकारी देने में भी आनकानी की जा रही थी, इसी के चलते पुलिस कमिश्नर ने ये आदेश दे दिया कि अगर आपके पास किसी प्रकार का एग्रीमेंट नहीं है, तो कोई बात नहीं लेकिन आप किरायेदार की कुछ जानकारी जरूर दें।  दरअसल भोपाल शहर में कुछ समय पहले आंतकी पकड़े गए थे, इसी कारण पुलिस तुरंत एक्शन में आई थी, ऐसे में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसलिए पुलिस समय समय पर मकान मालिकों से किरायेदारों के बारे में पूरी जानकारी देने की अपील करती है। ताकि किसी प्रकार के असामाजिक तत्व या आंतकी आपके मकान में नहीं आ सकें अगर कोई गलती से झूठ बोलकर आ भी गया तो ये 10 जानकारियां अपडेट करने में वह पकड़ा जाएगा। जिससे आप भी सुरक्षित रहेंगे व शहर में भी शांति बनी रहेगी।    

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Kolar News 7 September 2022

शिक्षक दिवस के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छत्रपति शिवाजी जैविक कृषि उपज मंडी बालाघाट में गुरूजन सम्मान समारोह को संबोधित किया और कहा कि शिक्षक सही मायनों में राष्ट्र के निर्माता हैं। गुरूजनों से शिक्षा प्राप्त कर बच्चे शिक्षित होते हैं और समाज के सभी क्षेत्रों में देश का नेतृत्व कर रहे है। शिक्षक अपने आप को शासकीय सेवक न समझें, राष्ट्र निर्माता समझ कर अपने दायित्वों का निर्वहन करें और बच्चों को अच्छी शिक्षा दें। इस दौरान उन्होंने जिले के 349 करोड़ 44 लाख 38 हजार रुपये की लागत के 17 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। उन्होंने समारोह की तारीफ करते हुए कहा की में यहाँ आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले की तारीफ करते हुए कहा बालाघाट जिला अनोखा जिला है, जहाँ बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं है। जिले में बेटों से अधिक बेटियाँ जन्म लेती है। हमें बालाघाट जिले पर गर्व है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार बच्चों की पढ़ाई के लिए अनकों योजना चला रही है। खास कर निर्धन वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राओं को आगे लाने सरकार उनकी उच्च शिक्षा के लिए फीस का इंतजाम भी कर रही है। उन्होंने जिले के लिए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सीएम राईज स्कूल पत्रिका का विमोचन भी किया।

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Kolar News 6 September 2022

प्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू हैं। हिंसा और खून-खराबा कर प्रदेश की शांति को भंग करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार नक्सल उन्मूलन में जान की बाजी लगाने वाले हमारे जांबाज वीर जवानों को क्रम पूर्व (आऊट ऑफ टर्न) प्रमोशन देकर उनका सम्मान कर रही है। हम पुलिस एवं सुरक्षा बलों के जवानों के जज्बे को सलाम करते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को  पुलिस लाईन बालाघाट में जवानों को आऊट ऑफ टर्न प्रमोशन समारोह को संबोधित किया । उन्होंने आऊट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने वाले 31 जवानों को बैच लगाकर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा की आज पुलिस जवानों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने का अद्भूत अवसर है। इन जवानों के विपरीत परिस्थितियों में कठिन परिश्रम करने से ही हमारे गाँव और शहर सुरक्षित हैं। जब हम अपने घर पर परिवार के साथ तीज त्यौहार मना रहे होते हैं, तब हमारे जवान घने जंगलों एवं पहाड़ों पर अपनी जान जोखिम में डाल कर हमारी सुरक्षा में लगे रहते है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका हमारे पुलिस एवं सुरक्षा बल के जवानों के परिवार की माताओं और बहनों की होती है। इन माताओं और बहनों के हौंसले से ही हमारे जवान जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों को निभाते हैं। इसके लिए प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता आपकी आभारी है।

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Kolar News 6 September 2022

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को भोपाल के श्यामला हिल्स के स्मार्ट सिटी उद्यान में नर्मदा समग्र न्यास के सदस्यों के साथ पौधरोपण किया। उनके द्वारा  पीपल, मौलश्री और गूलर के पौधे लगाए गए। न्यास द्वारा 2 से 4 सितंबर तक औषधीय पौधों पर वाल्मी भोपाल में कार्यशाला की गई। जिसके लिए  न्यास द्वारा आज पौध-रोपण किया गया। 2 सितंबर से 4 सितंबर तक कार्यशाला की गई है जिसमे न्यास द्वारा औषधीय पौधों की पहचान, संरक्षण-संवर्धन और इन पौधों की गृह वाटिका तैयार की जाएगी । केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से यह कार्यशाला जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान (वाल्मी) भोपाल में हुई। कार्यशाला में विभिन्न विद्यालय, महाविद्यालय, ग्राम विकास समिति के सदस्य, औषधीय पौधों में रूचि रखने वाली संस्थाओं के सदस्य तथा पंचायत और नगरीय निकायों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसमें अधिकतर प्रतिभागी नर्मदा जल ग्रहण क्षेत्र से हैं।  पौध-रोपण में सुश्री रेखा चौहान, सर्वश्री दीपक कुमार गौर, सुमित, महेश धाकड़, अनिल गौर, राजेश जादम, डॉ. वीरेंद्र मालवीय, महेंद्र पटेल, नवीन बोडके, दीप सिंह यादव और श्री राठौर ने भी भाग लिया।  

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Kolar News 5 September 2022

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे नेपाल के सेना प्रमुख जनरल प्रभुराम शर्मा के आमंत्रण पर चार दिन की सरकारी यात्रा पर नेपाल पहुंच गये हैं। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच वर्तमान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढाने और आपसी हित के क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने का अवसर मिलेगा। सेना अध्‍यक्ष के रूप में जनरल पांडे की नेपाल की यह पहली यात्रा है। इस दौरान वह नेपाल के राष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री और सेनाध्‍यक्ष से मुलाकात करेंगे। वह भारत-नेपाल रक्षा संबंधों को बढाने पर भी चर्चा करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि नेपाल के राष्‍ट्रपति के सरकारी आवास, शीतल निवास में आयोजित समारोह में कल भारतीय सेना प्रमुख को नेपाली सेना के मानद जनरल रैंक से सम्‍मानित किया जाएगा। वह नेपाली सेना मुख्‍यालय भी जाएंगे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे । जनरल पांडे नेपाली सेना के वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ चर्चा भी करेंगे। आपसी सम्‍मान और विश्‍वास के अलावा, भारत-नेपाल संबंध ऐतिहासिक और बहुआयामी हैं तथा दोनों देशों के बीच सांस्‍कृतिक और सभ्‍यतागत समानताएं हैं। अपनी ''पड़ोस पहले और एक्‍ट ईस्‍ट नीति'' के अनुरूप भारत, नेपाल के साथ अपने संबंधों को अधिक प्राथमिकता देता है।  

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Kolar News 5 September 2022

यह मंदिर शहर के जीवाजीगंज स्थित स्वर्ण रेखा नाम से प्रसिद्ध नदी से कुछ ही दूरी पर सिद्धिविनायक मंदिर के नाम से एक छोटे से मंदिर में स्थापित है। सिद्धिविनायक कि 350 साल से सेवा कर रही परिवार की चौथी पीढ़ी के पुजारी प्रकाश नाटेकर ने बताया कि उन्हें यह तो मालूम नहीं है कि सिद्धिविनायक की मूर्ति कब स्थापित हुई है, लेकिन इतना सुना है कि यह अपने आप प्रकट हुई थी। उनके परदादा आनंद नाटेकर ने करीब 45 साल सिद्धिविनायक की सेवा की है उसके बाद उनके दादा गजानंद नाटेकर 35 साल तक इस मंदिर की देखरेख की, फिर 30 साल उनके पिताजी मंदिर की पुजा अर्चना की है। अब वह (प्रकाश नाटेकर) 40 साल से सेवा कर रहे हैं।नाटेकर परिवार की चौथी पीढ़ी इस मंदिर की देखभाल कर रही है। यहां पर मूल रूप से नौकरी रोजगार, शादी विवाह और संतान के लिए अर्जी लगाई जाती है। 11 बुधवार उपवास एवं दर्शन करने का विधान है। श्री सिद्धिविनायक को पसंद करने के लिए घर से लड्डू बनाकर लाने में होते हैं। कहते हैं कि यदि बाजार में बने हुए लड्डू का प्रसाद चलाओ तो मनोकामना पूरी ही नहीं होती। जिन महिलाओं को बच्चे नहीं हो रहे हो युवाओं की नौकरी नहीं लग रही हो या जिन लोगो की शादी नहीं हुई हो अगर वह सिद्धिविनायक को अर्जी लगाकर 7,9,या 11 बुधवार का उपवास करते है तो उनकी सारी मनोकामना पूरी हो जाती है।

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Kolar News 4 September 2022

केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग लद्दाख में रात्रि अभयाकाश की एक नई योजना शुरू करने जा रहा है। यह परियोजना अगले तीन महीने में पूरी हो जाएगी। प्रस्‍तावित अभयाकाश लद्दाख के हनले में बनाया जाएगा और यह चुंगथांग अभयारण का हिस्‍सा होगा। इससे भारत में खगोलीय पर्यटन में वृद्धि होगी। यह क्षेत्र विश्‍व के सर्वाधिक ऊंचाई वाले स्‍थानों में से है। इन इलाकों में प्रकाशीय, इन्‍फ्रारेड और गामा दूरबीन से नक्षत्रों को देखने में रोमांच का अनुभव होगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्‍टर जितेन्‍द्र सिंह ने कहा है कि रात्रि अभयाकाश के लिए लद्दाख प्रशासन, लद्दाख स्‍वायत्‍तशासी पर्वतीय परिषद और भारतीय खगोल भौतिकी संस्‍थान के साथ त्रिपक्षीय समझौता हुआ है। उन्‍होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों से स्‍थानीय पर्यटन और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अध्‍ययन से अर्थव्‍यवस्‍था को लाभ होगा। डॉक्‍टर सिंह ने कहा कि चेन्‍नई का केंद्रीय चर्म अनुसंधान संस्‍थान शीघ्र ही लद्दाख में अपना क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की संभावनाओं का पता लगाएगा। लद्दाख में अनेक जीव जंतुओं की प्रजातियां हैं जिनसे उनके चमडे के अनुसंधान और संबद्ध उद्योग के प्रोत्‍साहन में मदद मिलेगी। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने लेह और करगिल में पशमीना भेडों की बीमारियों के उपचार के लिए चार कार्यशालाएं आयोजित की हैं। लद्दाख प्रशासन ने लेह में बेरी के पौधों के वाणिज्यिक उत्‍पादन का भी फैसला किया है। इससे ठंडी जलवायु में लेह में पैदा होने वाली बेरी के कारोबार को बढावा मिलेगा।

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Kolar News 4 September 2022

मध्य प्रदेश में छोटे बच्चों को स्कूल के लिए भारी भरकम बैग ले जाने से मुक्ति मिल गई है प्रदेश सरकार की बैग पॉलिसी 2020 के मुताबिक राज्य के सभी स्कूलों में बैग नहीं लाना होगा। सरकार ने यह फैसला बच्चों की पढ़ाई के साथ सेहत और बौद्धिक विकास को लेकर किया है। दरअसल मध्य प्रदेश के सभी सरकारी, निजी और अनुदान प्राप्त स्कूलों में बच्चों के भारी बस्तों के बोझ कम करने के लिए नई पॉलिसी लाई है। सरकार की नई पॉलिसी के अनुसार पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा के बच्चों के बस्तों से बोझ कम किया जाएगा। नए नीति में प्राइमरी स्कूल के बच्चों के बैग का वजन ढाई किलो तय किया गया है अब प्रदेश के किसी भी स्कूल में बच्चों का बैग इससे ज्यादा वजन का नहीं होगा। शिक्षा विभाग ने आदेश दिया है कि नई बैग पॉलिसी के तहत सभी स्कूलों को अपने नोटिस बोर्ड पर बस्ते के वजन का चार्ट चस्पा करना होगा। फिलहाल प्रदेश के 2019 के आदेश के तहत बस्ते का वजन निर्धारित होता था। लेकिन नए नीति आने के बाद बच्चों पर बस्तों और होमवर्क का बोझ कम करना होगा। खाश बात यह है कि स्कूल में प्रदेश सरकार और NCERT द्वारा निर्धारित की गईं किताबें ही रखनी होगी। नई नीति के तहत कक्षा दूसरी तक के छात्रों को होमवर्क भी नहीं दिया जाएगा।

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Kolar News 2 September 2022

73 साल पहले भारत से लुप्त हो चुके चीतों की एक बार फिर एंट्री होने जा रही है। दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से 8 चीतों को भारत लाया जा रहा है। इन्हें श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानइस कार्यक्रम का उद्घाटन 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराना चाहते हैं। इसी दिन पीएम मोदी 72 साल के हो जाएंगे और 73वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। यदि ऐसा हुआ तो यह पीएम मोदी को जन्म दिन पर एक 'बड़ा गिफ्ट' होगा। ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  चीता ट्रांसलोकेशन प्रोजेक्ट की खुद समीक्षा कर रहे हैं। फारेस्ट विभाग समेत वाइल्ड लाइफसेंचुरी के अधिकारी सही समय पर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की तैयारी में जुटे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम शिवराज सिंह चौहान चाहते हैं कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री करें। इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भी भेजा गया है।73 साल पहले तक भारत में चीते नजर आते थे। वर्ष 1947 में ली गई सरगुजा महाराज रामानुशरण सिंह के साथ चीते की तस्वीर को अंतिम मान लिया गया था। वर्ष 1952 में भारत सरकार ने चीते को विलुप्त जीव घोषित कर दिया गया था। गुजरात के गिर अभयारण्य से बब्बर शेर न मिलने पर भारत सरकार ने वर्ष 2010 में कूनो में चीता बसाने की योजना बनाई थी।

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Kolar News 2 September 2022

मध्यप्रदेश में भोपाल सहित 92 निजी अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। बीते माह जबलपुर हॉस्पिटल में हुए अग्निकांड के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई की गयी है। आपको बता दे की जबलपुर में एक निजी अस्पताल ( न्यू लाइफ सिटी हॉस्पिटल ) में आग लग जाने की वजह से मौत हो गयी थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग  ने अस्पतालों में जाँच के लिए एक कमेटी बनायीं थी। अस्पतलों की जांच की गयी,और कमियां मिलने पर एमपी के लगभग 92 हॉस्पिटल के लाइसेंस निरस्त किये गए।  विभाग ने 10 से 31 अगस्त तक अभियान चलाकर पूरे मध्यप्रदेश के प्रायवेट अस्पतालों की जांच की । जांच में कमियां मिलने पर अस्पतालों को शोकॉज नोटिस जारी किए गए हैं। और संतोषजनक जवाब न मिलने पर 92 अस्पतालों के लाइसेंस कैंसिल किये गए। जिनमे भोपाल के 21 ,ग्वालियर के 19 और जबलपुर के 33 अस्पताल शामिल है। सूत्रों के अनुसार कुछ जिलों जैसे आगर मालवा, पन्ना,  विदिशा,  बड़वानी, भिंड, राजगढ़, शिवपुरी, मुरैना,  उज्जैन, नीमच, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, दमोह, सतना, सीधी, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, उमरिया, अशोकनगर, नरसिंहपुर ,झाबुआ इन सभी जिलों के एक भी नर्सिंग होम पर टेम्परेरी फायर एनओसी नहीं था।   

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Kolar News 2 September 2022

केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक ईज ऑफ डूइंग के तहत आमजन के साथ कारोबारियों और अन्य को राहत देने योजनाएं तैयार कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम इससे उलट ही काम कर रहा है। ऑटोमोबाइल एजेंसियों से पार्किंग शुल्क वसूली का मामला हो या फिर भवन स्वामी से दुकानदारों के लायसेंस शुल्क की वसूली हो।  भवन निर्माता से दौड़ लगवाने का मामला हो। बीते दो से तीन माह में इस तरह के निर्णय हुए, जिससे नगर निगम को तो राहत मिली और टैक्स भी मिला, लेकिन इससे दूसरे पक्षों और आम जनता की दिक्कतें बढ़ी हैं। ऐसे समझें दिक्कत बढ़ाने वाले निर्णय : ऑटोमोबाइल एजेंसियों से पार्किंग शुल्क- नगर निगम जब स्मार्टपार्किंग योजना में फेल हुआ और बिना एक रुपया दिए कंपनियां लाखों रुपए कमाकर रवाना हो गई तो फिर निगम ने ऑटोमोबाइल एजेंसियों के माध्यम से वन टाइम पार्किंग शुल्क की वसूली शुरू की। पहली नजर में तो शहर में फ्री पार्किंग व्यवस्था ठीक लगती है, लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि न्यू मार्केट से लेकर दस नंबर और अन्य क्षेत्रों में पार्किंग बदहाल हो गई। पार्किंग में कब्जे हो गए। दूसरी ओर ऑटोमोबाइल एजेंसियों के लिए पार्किंग शुल्क की वसूली का अतिरिक्त काम दिक्कतभरा हो गया। आखिरकार वे कोर्ट से स्टे ले आए।  

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Kolar News 2 September 2022

निर्वाचन आयोग का कर्मचारियों में खौफ केवल आचार संहिता तक ही रहता है। अब कोई आचार संहिता नहीं लगी हुई है। इसलिए कर्मचारियों ने भी निर्वाचन का काम करना बंद कर दिया है। राजधानी भोपाल में लगभग 2000 में से 700 बूथ लेवल ऑफिसर काम नहीं कर रहे हैं। शेष 1300 बीएलओ फील्ड के काम को भी घर बैठे कर रहे हैं, और आयोग कुछ नहीं कर पा रहा है। मामला वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पूरे मध्यप्रदेश में यह काम एक अभियान की तरह चल रहा है परंतु भोपाल में हालत बिल्कुल उल्टी है। यहां आधार कार्ड को वोटर कार्ड से लिंक करने का काम बिल्कुल नहीं चल रहा है। लगभग 33% काम हुआ है वह भी नागरिकों की जागरूकता के कारण। भोपाल जिले में दो हजार से ज्यादा बीएलओ हैं, लेकिन लगभग सभी की स्थिति एक जैसी है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने ड्यूटी से नदारद 700 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। ज्यादातर का कहना है कि उनके विभाग प्रमुख उन्हें रिलीव नहीं कर रहे हैं। नतीजा, वे काम नहीं कर पा रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के इस काम के प्रति लापरवाही को देखते हुए वे संबंधित विभागों के कार्यालय प्रमुख (अफसरों) को नोटिस जारी करने जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसी स्थिति में संबंधित कार्यालय प्रमुख के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।

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Kolar News 1 September 2022

मौसम विभाग के अनुसार आज पश्चिम बंगाल, सिक्किम, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय में कहीं भारी तो कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। देश के उत्तर पश्चिमी व मध्य भाग में इन दिनों मानसून की गतिविधियां कमजोर पड़ गई हैं। मानसून की द्रोणिका हिमालय की तराई में पहुंच गई है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मानसून 2022 अलविदा हो रहा है। बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में फिलहाल कोई नया सिस्टम बनता नहीं दिख रहा है। हालांकि एक द्रोणिका तमिलनाडु से लेकर मध्य प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा तक बनी हुई है। इसके असर से कुछेक राज्यों में भारी से मध्यम बारिश हो सकती है।

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Kolar News 1 September 2022

मध्यप्रदेश में ग्राम पंचायतों का निर्वाचन हो चुका है। नई पंचायतों ने काम करना शुरू कर दिया है। शासन की ओर से ग्राम पंचायतों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है। स्पष्ट कर दिया गया है कि सरकार की तरफ से केवल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट मिलेगा। पंचायतों को अपना पैसा खुद कमाना होगा। गाइड लाइन के अनुसार जिन पंचायतों की आबादी 5000 से अधिक है, वहां मिनी साइंस सेंटर भी खुल सकता है। पांचवें राज्य वित्त आयोग का 1900 करोड़ रुपए की किस्त जारी करने के साथ ही यह गाइडलाइन भी तय हो गई है। पंचायत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह व्यवस्था पहले भी थी, लेकिन अन्य कार्यों के रूप में दर्ज थी, लेकिन अब इसे स्पष्ट कर दिया गया है। पंचायतें अब परिसंपत्तियों का भी निर्माण कर सकेंगी।हैंडपंप खनन, नलकूप खनन, पेयजल का परिवहन, ग्रेवल रोड या मुरम डालना, वाहनों का खरीदा जाना, पानी के टैंकर खरीदने आदि के काम पंचायतें नहीं कर पाएंगी। पंचायतों को पर्यटन से भी जोड़ा जा रहा है। अगर किसी पंचायत में ईको टूरिज्म का कोई स्थान है तो उसके लिए पहुंच मार्ग और बाकी सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं। पर्यटकों को शुल्क के साथ ठहराने की व्यवस्था बनाई जा सकती है।

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Kolar News 29 August 2022

मध्यप्रदेश के भोपाल,इंदौर उज्जैन, और ग्वालियर-चंबल में बारिश होने की आशंका बताई जा रही है । जबलपुर,बुंदेलखंड और बघेलखंड में बारिश का कहर जारी है । मध्यप्रदेश के पडोसी राज्य उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी बारिश का दौर जारी है । पानी के आवक से बांध के 6 गेट खोलने का निर्णय लिया गया । पीछले करीब 2 दिनों से बारिश होने के वजह से कई इलाके भिग चुके है । रविवार को मौसम बहुत साफ़ रहा । भोपाल में दोपहर करीब 1 बजे बाद भोपाल और आस पास के इलाकों में तेज़ बारिश होने की संभावना जतायी जा रही है,और इंदौर में बूंदाबांदी हो सकती है । ग्वालियर, उज्जैन और चंबल में ज्यादा  बारिश होने के आसार नहीं है। सूत्रों के मुताबिक स्ट्रांग सिस्टम ना होने के कारण  29 अगस्त से 2 सितम्बर के बीच बारिश होने के आसार नहीं है । नर्मदा नदी के बरगी बांध के  6 गेट खोले जाने जलस्तर में लगभग 8 से 10 फीट पानी का इज़ाफ़ा हो सकता है । फिलाल  बरगी बांध के 3 गेट खुले हैं जिससे  लगभग 417 घन मीटर प्रति सेकंड जल निकाला जा रहा है । नर्मदा की घाटों में पुलिस जवान और होमगॉर्ड को तैनात किआ गया । 6 गेट और खुलने से 9 गेटों से 1405 घन मीटर प्रति सेकंड से पानी निकाला जाएगा ।

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Kolar News 29 August 2022

मध्यप्रदेश के धार में एक मकान की खुदाई के समय मजदूरों को मिला खजाना । मजदूरों ने अपने-अपने हिस्से का बटवारा कर लिया । लेकिन यह राज़ ज़ादा दिन तक छुप नहीं सका । अपना-अपना हिस्सा लेने बाद एक मजदूर ने रातों रात उधारी चूका दिया और खुद के लिए नई बाइक खरीद लिया । एक दिन उसने शराब के नशे में खजाने की बात लोगों को बता दी। यह मामला पुलिस को जब पता चला तो पुलिस ने मामले की जाँच की । जाँच के दौरान पुलिस को पता चला कि मकान तोड़ने के समय मजदूरों को 1 करोड़ रूपए से ज़ादा कीमत की सोने की 87 गिन्नियां मिली ।जिसमे से 1 गिन्नी बेच दिए और मजदूरों से 87 गिन्नियां पुलिस ने बरामद की गई है ।  TI समीर पाटीदार के अनुसार शुक्रवार शाम 7.30 को पुलिस ने 4 लोगो को हिरासत में ले कर पुलिस स्टेशन ले गए थे ।पुलिस को आशंका है गिन्नियों की संख्या ज़ादा भी हो सकती है । SP देवेंद्र पाटीदार ने बताया, ''मकान मालिक से पूछताछ की लेकिन किसी को इस बारे में जानकारी नहीं थी'' ।  उसके बाद यहाँ काम करने वाले मजदूरो के बारे में जानकारी जुटाई गई । पूछताछ के दौरान 1 मजदूर का नाम पता चला उसका नाम सुरेश था । पुलिस सुरेश के गांव हिम्मतगढ़ पहुंची और सुरेश को अरेस्ट कर के थाने ले जाया गया । सुरेश मजदूरों का ठेकेदार था उसने ही  गिन्नियां मिलने और इसे बांटने की सारी जानकारी दी।

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Kolar News 28 August 2022

भोपाल के बिजली सब स्टेशन में  ब्लास्ट हो गया । बिजली स्टेशन में लगी ME (मीटरिंग इंस्ट्रूमेंट) में जोरदार  ब्लास्ट हुआ । हादसे में भीषण आग निकली और मशीन किसी बम की तरह फटी । मशीन से निकले गर्म तेल के  वजह से वहाँ जे.इ. महेंद्र सिंह झुलस गए, उनका चेहरा और शरीर बुरी तरह जल गया । अन्य कर्मचारी जब ME में सुधार काम कर रहे थे,उस समय अचानक विस्फोट हो गया । मशीन में तेल भरा हुआ था धमाका होने के वजह से पूरा तेल नीचे काम कर रहे जूनियर इंजीनियर पर गिर गया । उनके उपर तेल गिरने के वजह से गंभीर रूप से झुसल गए । अन्य कर्मचारी  भी मामूली रूप से झुसल गए । JE (महेंद्र सिंह) को निजी हॉस्पिटल के ICU में भर्ती किया गया । जे.इ. सिंह की ड्यूटी शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार सुबह 8 बजे तक थी। ME को ठीक करने के लिए जे.इ. सिंह के साथ-साथ  करीब साथ-आठ कर्मचारी भी थे लेकिन, जे.इ महेंद्र  सिंह नीचे खड़े होने के कारण उनके शरीर में तेल चला गया और वो गंभीर रूप से झुसल गए । बाकी कर्मचारी उनसे दूर होने के वजह से उनको ज़्यादा गंभीर समस्या नहीं हुई ।  

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Kolar News 28 August 2022

मध्यप्रदेश में पिछले कुछ समय से बारिश का दौर जारी है । कई जिलों में बाढ़ भी आगयी है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार बुंदेलखंड और बघेलखंड में अगले 24 घंटे भारी बारिश के आसार है । उधर,चंबल में बाढ़ से हालत खराब है । मुरैना के 200 से ज़ादा गांव प्रभावित होने के वजह से लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । लगभग 50 से अधिक गांव पूरी तरह डूब चुके हैं, 10 हजार से ज़्यादा  लोगों को हेलीकाप्टर और मोटर बोट से सब को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया । खरगोन के मोटरटक्का पुल के पिलरों में दरार आने के वजह से लोगों का पुल पर आवगमन बंद है । इंदौर की गोविन्दराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (एसजीएसआईटीएस‎) की टीम ने पिलरों में आई दरार का निरीक्षण‎ किया । निरीक्षण की रिपोर्ट आज सबमिट हो सकती है ।  

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Kolar News 27 August 2022

मोबाइल रिपेयरिंग शॉप में मोबाइल की बैटरी फटने के वजह से मचा दुकान में हड़कंप । दरसल मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर का है, 1 व्यक्ति अपना मोबाइल ले कर दुकान पर गया कर्मचारी ने मोबाइल खोला तो बैटरी फूलकर ख़राब हो चुकी थी और मोबाइल से बैटरी निकालने समय अचानक धमाका हुआ और बैटरी से आग निकलने लगी । धमाका देख कर दुकान में अचानक हड़कंप मच गया लोग इधर-उधर भागने लगे । तेज़ आग की लपटें देख कर लोग घबरा गए । यह हादसा जयंती मोबाइल काम्प्लेक्स अंजू मोबाइल रिपेयरिंग शॉप में गुरुवार को हुआ । मोबाइल ब्लास्ट का वीडियो दुकान में लगे CCTV  में कैद हुआ ।

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Kolar News 27 August 2022

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कलेक्टर कार्यालय, पुलिस कमिश्नर, कमिश्नर ऑफिस ऑफिस और मेट्रो सेंटर सहित जिला प्रशासन के सभी महत्वपूर्ण ऑफिस शिफ्ट होंगे। हाउसिंग बोर्ड के इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है जिसमें भोपाल के सभी महत्वपूर्ण ऑफिसों को प्रोफेसर कॉलोनी में शिफ्ट करने का प्लान है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली साधिकार समिति ने हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट में कुछ परिवर्तन के बाद इसे सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रोफेसर कॉलोनी में 118 बंगलो को तोड़कर यह प्रोजेक्ट बनाया जाएगा प्रोजेक्ट की नई खासियत यह है कि अब यहां मंत्रियों और वरिष्ठ आईएएस अफसरों के निवास के लिए हाइराइज बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसमें 20 बी टाइप आवास होंगे। एक बदलाव यह है कि मौजूदा सर्किट हाउस को तोड़कर मूल योजना में यहां प्रस्तावित स्टेट गेस्ट हाउस को अब लिंक रोड नंबर 2 पर बनाया जाएगा। राजधानी भोपाल में लालघाटी पर जहां कलेक्टर ऑफिस स्थित है उसके शिफ्ट हो जाने के बाद उसकी 6 हेक्टेयर जमीन पर हाउसिंग प्रोजेक्ट लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि यहां पर 320 मकान बनाए जाएंगे। कुल मिलाकर भोपाल शहर में एक नई पॉश कॉलोनी का निर्माण होगा।

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Kolar News 26 August 2022

मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के श्रद्धालुओं से भरी बस हिमाचल में पलटी। बस में 34 श्रद्धालु सवार थे जिनमे से 11 लोग घायल हो गए और दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा शुक्रवार को अम्ब उपमंडल के मुबारकपुर के पास हुआ जब सभी यात्री हिमाचल के चिंतपूर्णी माता मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे। सभी श्रद्धालु मंदसौर के बोरखेड़ी चारण गांव के रहने वाले हैं। घायलों का इलाज हिमाचल प्रदेश के अम्ब अस्पताल में कराया जा रहा है। जो दो लोग गंभीर घायल है उन्हें ऊना सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया है।गंभीर घायलों में 59 वर्षीय बस चालक पुष्पराज और 50 वर्षीय महिला गोपाली बाई शामिल है।  जानकारी के अनुसार सभी यात्री 18 अगस्त को घर से विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए निकले थे। शुक्रवार को वह चिंतपूर्णी पहुंचे थे। यहां माथा टेकने के बाद कुरुक्षेत्र जा रहे थे कि रास्ते में हादसा हो गया। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।   

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Kolar News 26 August 2022

खरगोन में स्तिथ नर्मदा नदी पर बने महेश्वर बांध के गेट टूटकर गिरने की आशंका है की अगर ऐसा होता है तो लगभग 2 दर्जन से ज़ादा गांव डूब जायेंगे।    मध्यप्रदेश में बारिश का दौर शुक्रवार से शुरू होने की संभावना हैं । बारिश के कारण बांध पर खतरा बढ़ता जा रहा है। इंदौर,उज्जैन और आदि संभाग में कम बारिश होने की संभावना है ।भोपाल और नर्मदापुरम में ज़्यादा बारिश की चेतावनी दी गयी है । मौसम विभाग के अनुसार "नए सिस्टम से ज़ादा बारिश होने के आसार नहीं हैं'' ।पिछले कुछ समय से भारी बारिश का असर अब भी कई जगहो पर देखा जा रहा है ।मुरैना में 26 साल बाद चंबल का भयानक मंजर सामने आया है । लोग घर की छतों पर फसे हुए हैं । लोगो को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । मुरैना,भिन्ड और श्योपुर के 60 से ज़्यादा गांव बाढ़ के चपेट में  हैं। बाढ़  चपेट से अब तक 9 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है । मौसम विभाग के अनुसार- बारिश का नया सिस्टम पूर्वी मध्यप्रदेश से एक्टिव होगा । यह अनुमान लगाया जा रहा है की 26 अगस्त को पूर्वी मध्यप्रदेश और अन्य कुछ हिस्सों में बारिश होगी । भोपाल और नर्मदापुरम में 27 अगस्त को तेज़ बारिश होने की आशंका है । बुधवार को भोपाल में करीब आधा घंटा तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा, ''27  को पुरे मध्यप्रदेश मेंभारी बारिश होने की संभावना है ।

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Kolar News 26 August 2022

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में गणेशोत्सव को लेकर जोरों शोरों से तैयारियां की जा रही हैं। वहीं इंदौर की सेंट्रल जेल में भी गणेश चतुर्थी आने से पहले ही कैदियों द्वारा गणेश जी की मूर्ति बनाई जा रही है। दरअसल, इस साल गणेश उत्सव का जश्न हर जगह देखने को मिलेगा। क्योंकि कोरोना महामारी के चलते बीते 2 सालों से गणेश चतुर्थी की धूम देखने को नहीं मिली। लेकिन इस साल गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि बीते 2 साल से इंदौर की सेंट्रल जेल में ही गणेश प्रतिमाओं को बनाने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन इस साल इंदौर सेंट्रल जेल में गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, जेल के अंदर कैद हिंदू बंदियों के साथ-साथ जेल अधीक्षक भी गणेश जी की प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं। इना ही नहीं वह इन प्रतिमाओं पर कलर करने में भी मदद कर रहे हैं। इसके लिए खास तौर पर जेल अधीक्षक अलका सोनकर मेहनत में लगी हुई है। वह खुद भी गणेश प्रतिमाओं में रंग रोगन का काम कर रही हैं। हर साल इंदौर शहर की सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया जाता है।

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Kolar News 25 August 2022

मध्यप्रदेश में कुछ दिन राहत के बाद शुक्रवार से फिर बारिश का दौर शुरू होगा । यह बंगाल की खाड़ी से नया सिस्टम बन रहा है , जो 31 अगस्त तक एक्टिव रहेगा । भोपाल और नर्मदापुरम को फिर भिगोने के आसार नज़र आ रहे हैं । भोपाल और नर्मदापुरम के साथ-साथ  इंदौर-उज्जैन अन्य  भी जिले भीगेंगे लेकिन थोड़ा कम ।उधर,बेतवा,चंबल,पार्वती,समेत दूसरी नदियों में उफान से सागर,मुरैना,विदिशा,रायसेन साथ प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं । मुरैना-श्योपुर में अब तक लगभग 5500 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चूका है।  19  से 22 अगस्त के बीच प्रदेश में मानसून का स्ट्रांग सिस्टम बना था, जिसने प्रदेश के हालातों को  ख़राब कर दिए । भोपाल में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे । समरधा टोला, पडरिया जाट,जमुनिया साथ-साथ कई गांव टापू बन गए । वहीं,विदिशा,रायसेन,गुना,राजगढ़,सागर,भींड,सीहोर,जबलपुर,नर्मदापुरम,शाजापुर,मंदसौर,देबाश,रतलाम अदि जिलों में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए ।मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश में बारिश होने के आसार नज़र नहीं आ रहे हैं । पूर्वी मध्यप्रदेश और इसके बाद अन्य हिस्सों में 26 अगस्त को बारिश होने की पूरी संभावना है।

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Kolar News 25 August 2022

मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के लिए आयोजित असिस्टेंट  रेगिस्तार  एग्जाम पोस्टपोन  कर दिया है। दिनांक 24 अगस्त 2022 को सूचना पत्र क्रमांक 01/04/2022 के माध्यम से यह समाचार दिया गया है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी सहायक कुलसचिव परीक्षा 2022 स्थगन की सूचना में बताया गया है कि उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन ही सहायक कुलसचिव के कुल 13 पदों की पूर्ति के लिए परीक्षा का विज्ञापन 25 जुलाई को आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया गया था। यह परीक्षा ऑफलाइन पद्धति से (OMR SHEET पर आधारित) दिनांक 25 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश के चार संभागीय मुख्यालयों इंदौर, भोपाल, जबलपुर एवं ग्वालियर में आयोजित की जानी थी, जिसे स्थगित कर दिया गया है। परीक्षा की नई तारीख बाद में घोषित की जाएगी। और पेपर फिर होगा  

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Kolar News 24 August 2022

मध्यप्रदेश में लगातार बारिश से रेल सेवाएं बाधित हुई है। गुना जिले में रेलवे ट्रैक पर पानी होने के कारण ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया है, इस कारण ट्रेनें डायवर्ट कर दी गई हैं। दिल्ली और मुंबई के बीच चलने वाली ट्रेनें मध्यप्रदेश से धीमी गति से निकाली जा रही है। इस कारण ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। बताया जा रहा है कि गुना जिले का रुठियाई-मक्सी रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने के कारण वो क्षतिग्रस्त हो गया है। जंजाली के पास पार्वती नदी उफान पर आने के कारण पटरियां पानी में डूब गई थी। मण्डल रेल प्रबंधक भोपाल सौरभ बंदोपाध्याय वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति का आंकलन किया और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए। कुछ ट्रेनें आंशिक निरस्त की गई हैं, जबकि कुछ को निशातपुरा-संत हिरदाराम नगर होते हुए इंदौर-उज्जैन भेजा जा रहा है।  

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Kolar News 23 August 2022

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बना 102 साल पुराना सुल्तानिया जनाना अस्पताल अब उनके बेटे हमीदुल्लाह के नाम से जाना जायेगा। सुल्तानिया की शिफ्टिंग हमीदिया अस्पताल में होना है। सुल्तानिया अस्पताल को हमीदिया अस्पताल की बानी हुई नई बिल्डिंग में शिफ्ट करने की तैयारियां चल रही हैं। और हमीदिया में पहुंचने के बाद सुल्तानिया की लगा से नहीं बल्कि सिर्फ गायनी विभाग के तौर पर ही होगी। सुल्तानिया अस्पताल हमीदिया की नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने के बाद मौजूदा बिल्डिंग खाली हो जाएगी। हालांकि फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि इस बिल्डिंग का उपयोग कैसे होगा।सुल्तानिया में एक शताब्दी में सवा लाख से ज़्यादा डिलेवरी हुई है। शहर के आर्किटेक्ट एसएम हुसैन बताते हैं कि सुल्तानिया अस्पताल की बिल्डिंग इंग्लिश और मुगलिया आर्किटेक्ट का मिला-जुला रूप है। इसका डिजाइन इस तरह का है कि बिल्डिंग के किसी भी कोने में किसी भी मौसम में व्यक्ति असहज महसूस न करे।हुसैन बताते हैं कि हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल मां और बेटे का कॉम्बिनेशन था। बेगम सुल्तानजहां के नाम पर चल रहा सुल्तानिया अस्पताल हमीदिया रोड पर है, जबकि बेगम सुल्तानजहां के बेटे नवाब हमीदुल्लाह के नाम पर संचालित हमीदिया अस्पताल सुल्तानिया रोड पर स्थित है।

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Kolar News 21 August 2022

70 साल बाद भारत में चीतों को बसाने की कोशिश की जा रही थी। और इसीलिए मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में  अफ्रीका से चीतों को लाया जा रहा था। लेकिन इन सबके बीच एक और अड़ंगा लग गया है। वह ये की फिलहाल अफ्रीका ने चीतों को भारत भेजने के लिए रोक लगा दी है। दक्षिण अफ्रीका ने चीते देने से पहले भारत के सामने नई शर्त रख दी है। उनका कहना है कि पहले कूनो नेशनल पार्क से तेंदुओं को हटाया जाए,उसके बाद ही चीतों को भेजा जायेगा। और पार्क से तेंदुए हटाए गए है या नहीं इसकी जाँच करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल जांच के लिए यहां आएगा। और इन सबके बाद ही चीतों की शिफ्टिंग के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग किया जाएगा। दरअसल श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में तीन तेंदुए घुस आए हैं।  जिन्हे निकालने के लिए वन विभाग पिछले 25 दिन से मशक्कत कर रहा है। लेकिन तेंदुओं की लोकेशन नहीं मिल पा रही है। टीम के द्वारा यहाँ पिंजरा भी रखा गया है और बकरा और मुर्गा भी बाँधा गया है। लेकिन तेंदुओं को पकड़ने में सफलता नहीं मिली। बारिश के चलते बाड़े में घास बड़ी-बड़ी हो चुकी है जिसके चलते और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कूनो में चीते दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से कब आएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन जानकारी के अनुसार  प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह और वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता और एपीसीसीएफ वन्य प्राणी शुभरंजन सेन तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका के जंगल देखने जाएंगे।इनका यह दौरा 22 दे 28 अगस्त तक रहेगा।  यह दल तंजानिया में सेरेंजेटा पार्क और दक्षिण अफ्रीका में कूरगढ़ पार्क का दौरा करेगा। वहां के वन्यजीव का प्रबंधन देखेगा। वन मंत्री वहां से मिलने वाले चीते के बारे में भी चर्चा करेंगे।    

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Kolar News 21 August 2022

भोपाल के बिशनखेड़ी कोलर में एक 7 साल की बच्ची को एक कुत्ते ने काट लिया। बताया जा रहा है की बच्ची सुहानी कुशवाहा गुज़र रही थी। उसी दौरान कर के निचे बैठे एक कुत्ते ने अचानक उसपर हमला कर दिया। हमला इतना ज़ोरदार था की उसमे सुहानी की एक आँख की पालक लटक गयी। इस घटना के दौरान वहां मौजूद नीलम मिश्रा (पड़ोसी) ने जैसे ही यह देखा तो वह तुरंत कुत्ते को भागने के लिए दौड़ी। लेकिन तब तक सुहानी पूरी तरह लहूलुहान हो चुकी थी। नीलम मिश्रा और एक अन्य पड़ोसी सुहानी को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहाँ उसका इलाज कराया जा रहा है। यदि समय पर इलाज नहीं मिलता तो जान भी जा सकती थी'। सुहानी की ज़ख़्मी आँख का ऑपरेशन हो चूका है लेकिन बच्ची सुहानी फिलहाल डरी हुई है। सुहानी अभी डॉक्टरों की निगरानी में है जहां उसके परिजन भी उसके साथ है। वहीं इस घटना से इलाके के लोग काफी डरे हुए है। हालांकि हमला करने वाले कुत्ते को नगर निगम ने पकड़ लिया है। लेकिन उस एरिए में और भी कई सारे स्ट्रीट डॉग्स है। जिनका खतरा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले सुहानी की 11 वर्षीया बड़ी बहन को भी इसी कुत्ते ने काटा था। जिसके बाद भी नगर निगम ने उस कुत्ते को पकड़ने की कोशिश की थी लेकिन बस्ती वालों ने इसका विरोध किया। और उस कुत्ते को नहीं पकड़ने दिया। जिसके बाद उसने सुहानी पर हमला कर दिया। 

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Kolar News 19 August 2022

मध्यप्रदेश में इस बार रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। एमपी के सरे डैम ओवरफ्लो हो चुके है। और सारी नदियां उफान पर है। अभी एक दो दिन से बारिश का दौर थमा हुआ था। लेकिन अब एक बार फिर मौसम विशेषज्ञों ने मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल में भारी बारिश की चेतावनी दे दी है। फिलहाल जबलपुर और उसके आसपास के इलाकों में हल्की हल्की बारिश हो रही है। लेकिन बाकि इलाकों में मौसम साफ़ दिखाई दे रहा है। मध्यप्रदेश में अब तक 31 इंच बारिश हो चुकी है। और यह सामान्य से 5 इंच यानी 19% ज्यादा है। और वर्तमान में मध्यप्रदेश की छोटी-बड़ी सभी नदिया उनकी क्षमता से अधिक भरी हुई है। सारे डैम ओवरफ्लो हो चुके है। कई डेमो के गेट भी खोले गए है। नर्मदा से लेकर चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा, कालीसिंध, शिवना नदी तक उफान पर हैं। लगातार बारिश के चलते सीहोर जिले के कोलार डैम के सभी 8 गेट खोले गए। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो रविवार को भोपाल समेत 32 जिलों में भारी बारिश हो सकती है।

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Kolar News 19 August 2022

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटों में भारत के 18 राज्यों में वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगे। संतोष की बात यह है कि कहीं पर भी मूसलाधार बारिश की संभावना नहीं जताई गई है। किसी भी इलाके के लिए रेड अलर्ट या ऑरेंज अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, राजस्थान, कच्छ, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गुजरात के शेष हिस्सों, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, राजस्थान के शेष हिस्सों, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सिक्किम, तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश संभव है। उत्तर प्रदेश, बिहार और आंतरिक कर्नाटक में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।

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Kolar News 18 August 2022

मध्यप्रदेश के इंदौर अगस्त की शुरुआत होते से ही लगातार बारिश जारी है। और 1 से लेकर 15 अगस्त तक यानि 15 दिनों में ही इंदौर में 14 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। और 1 जून से अब तक की बात की जाए तो 33 इंच पानी गिर चूका है ।और अब तक औसत बारिश का आंकड़ा 36.6 इंच है। अगस्त की बारिश का कोटा 12 इंच है। और अभी तक 14 इंच से ज़ादा बारिश हो चुकी है यानी इस आधे महीने में ही 2 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है । मानसून में कभी वेस्ट खूब भीगता है तो कभी ईस्ट। 8 साल में अगस्त में इंदौर ईस्ट में 100.83 इंच पानी गिरा, जबकि वेस्ट में 93.52 बारिश हुई। लेकिन, ताजा स्थिति की बात की जाए तो अगस्त के 16 दिन में इंदौर ईस्ट में 10.5 तो इंदौर वेस्ट में 13.6 इंच बारिश हो चुकी है। 8 साल का रिकॉर्ड देखें तो अगस्त में वेस्ट सबसे ज्यादा 2020 में भीगा। यहां 24 इंच बारिश हुई। सबसे कम बारिश 2021 में 6.20 इंच रही। ईस्ट में 2020 में सबसे ज्यादा 22.85 इंच पानी गिरा। सबसे कम बारिश 2014 में 6.22 हुई। पश्चिम क्षेत्र के शहरी हिस्से में शास्त्री ब्रिज के बाद से एरोड्रम क्षेत्र तक काफी बसाहट है। यहां रहवासी क्षेत्र के अलावा कई बाजार हैं, जबकि हरियाली काफी कम है। फिर एरोड्रम के बाद एयरपोर्ट के आगे तक काफी खुला क्षेत्र और हरियाली है। यहां भी गर्मी में स्थिति बदल जाती है।  

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Kolar News 17 August 2022

मध्यप्रदेश के धार जिले में कारम डैम में लीकेज होने के बाद 18 गांवों के 40 हजार से ज्यादा लोगों का जीवन मुश्किल में पद गया था। हालांकि प्रशासन ने लगातार तीन दिनों तक कोशिश करके डैम से पानी खाली करवाकर हालात को काबू में कर लिया था। लेकिन अब इस घटना के बाद बांध के निर्माण और जल संसाधन विभाग में हुए निर्माण को लेकर विपक्ष ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। धार के कारम डैम का निर्माण करने वाली कंपनी सारथी कंस्ट्रक्शन को लेकर कांग्रेस नेता बीजेपी पर निशाना साध रहे है। कारम डैम लीकेज का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि सारथी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा टीकमगढ़ के बौरी गांव के पास बनाई गई हरपुरा नहर टूट गई। नहर टूटने से किसानों की सारी फसल बर्बाद हो गई जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है।    अब इस मामले में सारथी कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने हमला बोल दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है की कंपनी के बहाने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की "धार में जो नवनिर्मित डेम बहा है वो भाजपा नेता एवं सरकार के अति करीबी ठेकेदार अशोक भारद्वाज की कंपनी सार्थी कंस्ट्रक्शन ने बनाया हैं" ,"आप खुद ही सोच लीजिए क्या कार्यवाही होगी","यहां भी अन्य घोटालों की तरह लीपापोती होगी"। वहीँ धार के कारम बांध को लेकर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मुख्यमंत्री शिवराज को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है कि- इस घोटाले में सीएम हाउस के अधिकारी भी शामिल है। राजसभा सांसद विवेक तन्खा ने लिखा है कि- कारम बांध भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा है। ब्लैक लिस्टेड कंपनी को बांध निर्माण का ठेका दिया गया। ब्लैक लिस्टेड कंपनी ने दूसरी ब्लैक लिस्टेड कंपनी से कारम बांध का निर्माण कराया। सीएम हाउस के अधिकारी भी इस घोटाले में शामिल है। 2022 में विधानसभा में जल संसाधन मंत्री ने मुद्दा उठाया था। इसके बावजूद जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। तन्खा ने लिखा- कल प्रदेश के लिए सबसे चिंताजनक खबर यह रही कि प्रदेश के चार जिले में भारूड़पुरा और कोठिदा गांव के बीच कारम नदी पर 304.44 करोड़ के प्रोजेक्ट वाला बाँध आखिरकार बारिश क्यों नहीं सम्हाल’ पाया। इस बांध से क्षेत्र के 50 गावों के किसानों को काफी उम्मीद थीं। यह जानकर संतोष हुआ कि आप वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के साथ वल्लभ भवन के कंट्रोल रूम से धार के हालात परसतत निगरानी कर रहे थे, ताकि जिले की स्थिति न बिगड़ने पाए। प्रदेश के मुखिया होने के नाते आपकी चिंता स्वाभाविक भी थी।   

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Kolar News 17 August 2022

जबलपुर में 15 अगस्त की सुबह एक दर्दनाक खबर ने सबको हैरान कर दिया, बताया जा रहा है की करीबन सुबह 11 बजे दमोह नाका स्थित नगर निगम जोन के पास जेसीबी का टायर फट गया और ड्रायवर की दर्दनाक मौत हो गई, ड्रायवर जेसीबी का टायर चेक कर रहा था कि अचानक जोरदार आवाज के साथ धमाका हुआ लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक ड्रायवर ने दम तोड़ दिया, टायर फटने से ड्रायवर उछलकर दूर जाकर गिरा जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आ गई और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। गोहलपुर थाना पुलिस ने बताया कि सुहागी नगर निगम जोन क्रमांक 15 के जेसीबी ड्रायवर धर्मेंद्र डहेरिया की गाड़ी का सामने का पहला चका दमोहनाका क्षेत्रीय बस स्टेण्ड के पास पंचर हो गया। धर्मेंद्र गाड़ी का पंचर बनवाकर चके को फिट कर रहा था। उसी वक्त टायर तेज आवाज के साथ ब्लास्ट हुआ और ड्रायवर छिटककर सिर बल दूर जाकर गिरा। सिर में चोट लगने के कारण ड्रायवर लहूलुहान हो गया। जिसे क्षेत्रीय लोगों ने अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गई।

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Kolar News 16 August 2022

शिवपुरी में भारी बारिश के चलते सर्किट हाउस रोड, रामबाग कॉलोनी, गायत्री कॉलोनी, शंकर कॉलोनी, नाई की बगिया, नवाब साहब रोड, पुराना बस स्टैंड, विष्णु मंदिर के सामने, आदि क्षेत्रों में पानी भरा हुआ है। शिवपुरी में बीती रात हुई बारिश ने शहर में बाढ़ जैसे हालात कर दिए।  रात भर हुई बारिश के चलते शहर के नाले उफान पर आ गए, जिससे कई घरों में पानी भर गया। हालत यह है कि 12 फीट लंबा विशालकाय मगरमच्छ शिवपुरी के पुराने बस स्टैंड के पास की कॉलोनी में घुस आया।  बताया जा रहा है कि मगरमच्छ पास से निकले नाले में से निकल कर आया होगा। रात भर आफत की बारिश से कॉलोनीवासी ऐसे ही परेशान हैं। वहीं मगरमच्छ के आने से डर का माहौल बन गया है। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को पकड़ लिया। 

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Kolar News 14 August 2022

नर्मदापुरम शहर से करीब 6 किलोमीटर दूर मां नर्मदा की गोद में बसा है गांव डोंगरवाडा। गांव में दाखिल होते ही सबसे पहले चौपाल पर बने मंदिर पर लगा पोस्टर आपका ध्यान खींचता है। इसमें सख्त लहजे में लिखा है... ग्राम पूर्णत: नशामुक्त है। जो भी नशा करते पाया गया उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। आज यह गांव पूरी तरह नशामुक्त है। और यही इस गांव की पहचान बन गई है। गांव में कोई नशा करके आ भी गया तो उससे 1300 रुपए जुर्माना वसूला जाता है। और इस पैसे को गांव की सफाई में खर्च किया जाता है। अभी तक 6-7 लोगों से ये जुर्माना वसूला जा चुका है। इतना ही नहीं, नशा करके आने वाले को नर्मदा किनारे बने सामुदायिक मंगल भवन में बैठा दिया जाता है। नशा उतरने पर उसी से पूरे भवन की सफाई कराई जाती है। महिलाओं की पहल में धीरे-धीरे पुरुष भी शामिल हो गए। नशाबंदी अभियान को चलाने के लिए अब ग्राम रक्षा समिति बनाई गई। समिति ने नर्मदा जयंती पर गांव में नर्मदा पुराण कराई और ग्रामीणों को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई। समिति के माखन, कमल सिंह कीर, अशोक कीर बताते हैं कि जुर्माने की कार्रवाई यह समिति ही करती है। समिति की सख्ती के कारण ही गांव में बिकने वाली अवैध शराब के करीब 8 ठीये बंद हो गए हैं। शराब हमेशा के लिए बंद रहना चाहिए। महिलाओं को आए दिन होने वाले झगड़े से मुक्ति मिल गई है। पहले गांव में नशा करने वालों के कारण माहौल खराब था।  

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Kolar News 14 August 2022

रेलवे विश्वस्तरीय सुविधाओं की दुहाई जरूर देता है पर लापरवाही कम नहीं हो रही। रेलवे के अधिकारी सुरक्षा उपायों की इतनी अनदेखी कर रहे हैं कि यात्रियों की जान खतरे में पड़ रही है। ऐसा ही एक हादसा चलती ट्रेन में हुआ जब एसी कोच के अंदर यात्रियों के ऊपर दरवाजा गिर गया। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस सीएसटीएम सीतापुर एक्सप्रेस से भोपाल आ रहे यात्री के साथ यह हादसा हुआ। एसी कोच में बिजली कंट्रोल पैनल का दरवाजा उसमें सवार यात्री पर आ गिरा जिससे वे घायल हो गए। बुरी बात तो यह है कि घायल हो जाने के बाद उनकी कोई सुनवाई ही नहीं हुई। घटना के अनुसार कलाकार राज सैनी वाश बेसिन में हाथ धो रहे थे तभी बाजू में लगे बिजली पैनल का दरवाजा उन पर गिर गया। इस हादसे में उनके सिर में गंभीर चोट लगी जिसपर उन्होंने तुरंत कोच अटेंडेंट को इसकी जानकारी दी। कोच के अटेंडेंट ने उन्हें वहीं पर लिखे एक नंबर पर शिकायत करने को कहा। उन्होंने तुरंत उस नंबर पर फोन किया पर किसी ने काल नहीं उठाया। इतना ही नहीं, उन्होंने दिए गए नंबर पर वाट्सएप भी किया लेकिन तब भी कोई जवाब नहीं आया। सिर के साथ कंधे पर भी चोट लगी थी जिससे वे दर्द से कराहते रहे लेकिन उन्हें इलाज तक मयस्सर नहीं हुआ।सवाल ये है कि मरम्मत और परीक्षण के दौरान बिजली पैनल के दरवाजे के खुले स्क्रू क्यों नहीं देखे गए। यदि स्कू्र टाइट लगे होते तो यह हादसा होता ही नहीं।   

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Kolar News 14 August 2022

संतों और विद्वानों का एक वर्ग 'हिंदू राष्ट्र के रूप में भारत के संविधान' का मसौदा तैयार कर रहा है। माघ मेला 2023 के दौरान आयोजित होने वाले 'धर्म संसद' में इसे पेश किया जाएगा। इस वर्ष फरवरी में आयोजित हुए माघ मेले के दौरान भारत को अपने स्वयं के संविधान के साथ एक 'हिंदू राष्ट्र' बनाने के लिए धर्म संसद में एक प्रस्ताव पारित किया गया था। वाराणसी स्थित शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि अब शाम्भवी पीठाधीश्वर के संरक्षण में 30 लोगों के समूह द्वारा इस "संविधान" का एक मसौदा तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “संविधान 750 पृष्ठों का होगा और इसके प्रारूप पर अब व्यापक रूप से चर्चा की जाएगी। धार्मिक विद्वानों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श और वाद-विवाद होगा। इसी आधार पर प्रयागराज में होने वाले माघ मेला-2023 में आधा संविधान (करीब 300 पेज) जारी किया जाएगा, जिसके लिए 'धर्म संसद' का आयोजन किया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि अब तक 32 पेज तैयार किए गए हैं जिनमें शिक्षा, रक्षा, कानून-व्यवस्था, मतदान की व्यवस्था समेत अन्य विषयों से जुड़े पहलू शामिल हैं। उन्होंने कहा, “इस हिंदू राष्ट्र संविधान के अनुसार, दिल्ली के बजाय वाराणसी देश की राजधानी होगी। इसके अलावा काशी में 'धर्म संसद' बनाने का भी प्रस्ताव है।"   मसौदा तैयार करने वाले समूह में हिंदू राष्ट्र निर्माण समिति के प्रमुख कमलेश्वर उपाध्याय, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील बीएन रेड्डी, रक्षा विशेषज्ञ आनंद वर्धन, सनातन धर्म के विद्वान चंद्रमणि मिश्रा और विश्व हिंदू महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह सहित अन्य शामिल हैं। कवर पेज पर 'अखंड भारत' का नक्शा है। स्वरूप ने कहा, "यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार जैसे अन्य देशों को भारत से अलग कर दिया गया है, जो एक दिन विलय हो जाएंगे।" दस्तावेज़ पर विस्तार से बताते हुए स्वरूप ने कहा कि हर जाति के लोगों को राष्ट्र में रहने की सुविधा और सुरक्षा मिलेगी और अन्य धार्मिक धर्मों के लोगों को मतदान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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Kolar News 13 August 2022

बहुत जल्द ऑटोमोबाइल मार्केट में Bajaj अपनी नई बाइक पेश करने वाला है। यह बाइक डीलर तक भी पहुँचने लगी है और बहुत जल्द इसकी बिक्री शुरू होगी। इस बाइक का नाम CT125X है। कहा जा रहा है कि इस बाइक को खासकर कंप्यूटर सेगमेंट के ग्राहकों के लिए डिजाइन किया गया। यह बाइक ना सिर्फ दिखने में बेहतरीन और बल्कि इसका माइलेज भी अच्छा होना चाहिए। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक बाइक भी कीमत भी किफायती होगी । नई CT125X का डिजाइन और लुक काफी हद्द तक CT110X कि तरह है। हालांकि इसमें कुछ अपडेट किए गए हैं। इसमें यूएसबी चार्जर और न्यू ग्राफिक्स जोड़ी गई है। हाल ही में CT125X को डीलरशिप पर देखा गया है। इसका एक वीडियो भी यूट्यूब पर नजर आया है, जिसमें बाइक के नाम और डिजाइन का खुलासा हुआ है। यदि आप भी सस्ते में बाइक खरीदने के सोच रहे हैं तो बजाज कि यह नई बाइक आपके लिए अच्छा ऑप्शन बन सकता है।

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Kolar News 13 August 2022

बलात्कार का आरोपी मिर्ची बाबा है उदाहरण  डॉ. केसवानी संतों को आवश्यकता नहीं लक्जरी लाइफ की, मिर्ची बाबा जीता है लक्जरी लाइफ स्टाइल, जांच होने पर और भी मामले आएंगे सामने भोपाल। हाल ही में बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार हुए वैरागयनंद उर्फ मिर्ची बाबा को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश केसवानी ने कहा है कि मिर्ची बाबा एक पाखंडी है, जिसका काम केवल और केवल संत समाज को बदनाम करना है। मिर्ची बाबा संतों का चोला ओढ़ कर कांग्रेस के बैनर पर अपनी वासनाओं की पूर्ति कर रहा है। ऐसे फर्जी बाबाओं के कारण संत समाज को अपमान के घूट पीने पड़ते हैं। वहीं कांग्रेस की नीति सदैव सनातन धर्म को अपमानित करने की रही है। इसलिए वो सदैव से ऐसे पाखंडियों को आगे कर भाजपा और हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश रचती रही है। डॉ. केसवानी ने कहा है कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी। संभवतः मिर्ची बाबा के और भी ऐसे मामले सामने आएंगे, जिसमें उसने मासूम युवतियों के साथ खिलवाड़ की होगी। मिर्ची बाबा साधु का चोला ओढ़ कर लक्जरी लाइफ स्टाइल जीता है। इसके आश्रम में छापा पड़ने के बाद कई वीआईपी प्रोडक्ट और ऐशो आराम की चीजें बरामद हुई थीं। दिग्विजय सिंह के हारने के बाद भी नहीं ली जल समाधि : मिर्ची बाबा को राजनीति में लाने का श्रेय दिग्विजय सिंह को जाता है। जिन्होंने इस पाखंडी को अपने फायदे के लिए हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने के लिए राजनीति में लॉन्च किया। बाबा धर्म का चोला ओढ़ हिंदुओं को कांग्रेस में जोड़ने का काम कर रहा था, लेकिन वो इसमें थोड़ा भी कामयाब नहीं हो पाया। लोकसभा चुनाव के समय बाबा ने घोषणा की थी कि यदि दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव हार गए, तो वे जलसमाधि ले लेंगे। दिग्विजय चुनाव हार गए और बाबा कि जल समाधि की घोषणा भी झूठी साबित हुई। उसके बाद बाबा फिर से अपनी पाखंड की दुकान की ओर लौट गया, जिसके कारनामे अब सामने आने लगे हैं। कांग्रेस ने दिया था राज्य मंत्री का दर्जा : पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले मिर्ची बाबा को कांग्रेस ने राज्य मंत्री का दर्जा दिया था। मिर्ची बाबा का काम धर्म की आड़ लेकर कांग्रेस की राजनीति चमकाना है। जबकि संत समुदाय का काम लोगों को धर्म की शिक्षा देकर लोगों में परस्पर भाईचारा बढ़ाना होता है, इसके विपरित मिर्ची बाबा हमेशा कड़वी बातें कर लोगों को भड़काता रहा। वो लगातार राजनीति की आड़ में अपनी इच्छापूर्ति के लिए काम करता रहा, जिसका अंजाम उन्हें इस रूप में भुगतना पड़ा। उनकी लाइफ स्टाइल को देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो इसी तरह के कामों में लिप्त हैं। सरकार इस मामले की पूरी जांच जांच करेगी। ताकि जो भी पीड़ित हैं, उन्हें न्याय मिल सके।

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Kolar News 10 August 2022

70 साल बाद मध्यप्रदेश में फिरसे चीतों की दहाड़ गूंजेगी। 15 अगस्त को मध्यप्रदेश में श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में 8 चीते लाये जायेंगे। अफसरों का कहना है की आने वाले लगभग 6 सालों में यहां 50 से 60 चीते दौड़ते नज़र आएंगे। क्युकी केंद्र सरकार की कोशिश है की पहली ही बार में 4 नर और 4 मादा चीते यहाँ लाये जाएं। क़तर एयरवेज ने भी चीतों को भारत रवाना करने की अनुमति दे दी है। वन विभाग के अफसरों ने बताया की चीतों को दिल्ली उतरने के बाद कार्गो जहाज में ग्वालियर तक लाया जायेगा और वह से सड़क का मार्ग तय करके उन्हें कूनो नेशनल पार्क तक ले जाया जायेगा। भारत और दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के बीच एमओयू  के अगले ही दिन वे चीतों को लेकर भारत आ जाएंगे। फिलहाल, केंद्र सरकार के दो अफसर दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं। यह चीते दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया विश्वविद्यालय में प्रो. एड्रियन ट्रोडिफ की देखरेख में चीते भारत लाए जाएंगे। प्रो. ट्रोडिफ दक्षिण अफ्रीका में करीब दो दशकों से चीतों पर अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने वहां से भारत लाए जाने वाले 8 चीतों पर भी करीब से काम किया है। चीतों को भारत लाने की पहल 2010 से चल रही है। जो की तत्कालीन पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश द्वारा की गयी थी । लगभग एक दशक बाद मामला आगे बढ़ा। 28 जनवरी 2020 को पहली बार सुप्रीम कोर्ट ने चीतों को भारत लाने की अनुमति दी थी। और सुप्रीम कोर्ट ने यह भी आदेश दिया था की चीतों के लिए उचित जगहों की खोज की जाये। कई जगहों का विचार करने के बाद एक्सपर्ट्स ने मध्यप्रदेश के श्योपुर में कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान को लाये जा रहे चीतों के लिए उचित जगह बताया। 

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Kolar News 9 August 2022

भगवान भोलेनाथ के सावन का आखरी सोमवार है। आज यानि 8 अगस्त को महाकाल की शाही सवारी बड़े जोर शोर से निकाली गयी। उज्जैन के राजा बाबा महाकाल ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए । इस दौरान भक्त फूलों से बाबा महाकाल का सवागत कर रहे थे। महाकालेश्वर मंदिर के मेन गेट पर  पर अपने शास्त्रों से लैस पुलिस जवानों ने बाबा को सलामी थी । राजाधिराज की पूजा-अर्चना के बाद भगवान अपने भक्तों से मिलने अपनी नगरी में निकले। भगवान भोलेनाथ को शिप्रा के जल तट पर स्नान कराया गया। स्नान करने के बाद उनकी सवारी गोपाल मंदिर के लिए रवाना हुई । जहाँ उनका हरी-हर मिलान हुआ। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने कहा कि महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग में सोमवार सुबह बड़ी संख्या में भक्तगण भस्मारती में शामिल हुए। बाबा महाकाल बैलगाड़ी पर नंदी पर उमा-महेश का स्वरूप धारण किए हुए हैं। पालकी के साथ हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश के मुखारविंद विराजमान हैं। आपको बता दे की सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचते है। इस दौरान वे भगवान महाकाल की शाही सवारी के दर्शन करके सौभाग्यपूर्ण मानते है। इसलिए बाबा महाकाल की शाही सवारी देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त उनका इंतज़ार करते है। 8 अगस्त को भी बबा महाकाल की शाही सवारी बड़े धूम धाम  से निकली गयी। भक्तों ने महाकाल के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप का दर्शन किया। और गाजे बाजों और ढोल नगाड़ों के साथ महाकाल की मस्ती में झूमते नज़र आये।   

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Kolar News 8 August 2022

हर दिन बढ़ते कोरोना के केसेस अब चिंता का विषय बन रहे है। मध्यप्रदेश में भी कोरोना के डरने वाले मामले सामने आरहे है। आंकड़ों के हिसाब से मध्यप्रदेश में पिछले 6 दिनों में 4 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जबकि इनमे से 3 तो केवल जबलपुर के है। सर्वे की मानें तो एमपी में पिछले 24 घंटो में 184 नए कोरोना मरीज मिले है। जिनमे से भोपाल में 41 ,होशंगाबाद में 12 ,इंदौर में 62 ,जबलपुर में 15 और बाकि अन्य इलाकों से 54 संक्रमित पाए गए है। जानकारी के अनुसार कोरोना के कारण पिछले 2 महीनो में सबसे ज़्यादा मौते जबलपुर में हुई है। मध्यप्रदेश में कोरोना का बढ़ता खतरा दिखने के बाद भी सैंपलिंग नहीं बढ़ाई जा रही है। वहीँ कोरोना के बढ़ते केसेस के चलते डॉक्टरों की भी लापरवाही सामने आरही है। कोरोना संक्रमित के परिजनों का कहना है की प्राइवेट अस्पतालों में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी इलाज चालू नहीं किया जाता। वे या तो मरीज को मेडिकल कॉलेज या फिर सरकारी अस्पतालों में रेफर कर देते है। या तो फिर घर ले जाने को कहते है।   

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Kolar News 8 August 2022

मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के निजीकरण का विरोध करते हुए लगभग 70 हज़ार कर्मचारी हड़ताल पर है। और हड़ताल के चलते सोमवार को बिजली कंपनी के ऑफिस में कोई काम नहीं हुआ सिर्फ ऑफिस खुले हुए थे। कहीं कहीं बिजली में खराबी होने पर भी अमला लाइट सुधरने नहीं पंहुचा। जिससे कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार को बिजली ऑफिस तो खुला लेकिन बिजली की बिल तक जमा नहीं किए गए। इसलिए जिसको भी बिजली के बिल का भगतां करना था उसने ऑनलाइन अपने बिल का भुगतान किया। जिन लोगों को नए कनेक्शन किये थे उन्हें नए कनेक्शन भी नहीं मिले। भोपाल में एसई, एई, जेई से लेकर निचले स्तर के करीब 3 हजार कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं। कर्मचारियों अधिकारीयों कई बातों को ध्यान में रखते हुए हड़ताल की है। जैसे जलप्रदाय और सरकारी हॉस्पिटल में इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गई। यदि इनमे किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो अमला उसको सुधारने पहुंचेगा। इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के निजीकरण के चलते भोपाल में भी गोविंदपुरा के बिजली कमपनी ऑफिस के बहार विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बिजली कर्मचारी - अधिकारी शामिल रहे। संगठन के प्रदेश संयोजक वीकेएस परिहार का कहना है की सोमवार को इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल सदन में पेश किया जाएगा।   

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Kolar News 8 August 2022

मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने सरकार को फटकार लगायी। दरअसल 2018 से किसानो को गेहूं खरीदी के पैसों का भुगतान नहीं हो रहा है। जिससे किसानी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में कटनी के प्रमोद कुमार चतुर्वेदी के साथ आठ किसानो ने 2019 में याचिका भी दायर की थी। और किसानो की ओर से अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार मिश्रा ने पक्ष रखा था। न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल सरकार फटकार लगाते हुए कहा की , सरकार एक एक तरफ तो खुद किसान हितैषी बताती है और वहीँ दूसरी तरफ पिछले तीन साल से किसानो को भुगतान न करने के मुद्दे पर जवाब तक नहीं दे पा रही है। ये सरकार का  दोहरा चरित्र दर्शाता है। साथ ही कोर्ट ने सरकार पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है और इसे 10 दिन केअंदर वसूल कर हाई कोर्ट विधिक सेवा समिति में जमा करने को कहा है। साथ सरकार को जवाब पेश करने के लिए 10 दिन की मोहलत दी है। और अगर ऐसा नहीं हुआ तो, कोर्ट ने अगली सुनवाई के दौरान प्राथमिक कृषि साख समिति खितौली बरही के सचिव को कोर्ट में हाज़िर होने के निर्देश दिए हैं। अगली सुनवाई की तिथि 23 अगस्त निर्धारित हुई है। 

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Kolar News 6 August 2022

भोपाल में 16 अगस्त से 20 अगस्त तक पांच दिवसीय ग्राम सभाओं को आयोजन किया जाएगा। जिले की सभी 222 पंचायतों सभाएं आयोजित की जाएंगी। जिसमे मुख्य रूप से गांव में कराए गए  विकास कार्यों के साथ बाकी मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी विशेषकर गांव में आगे किए जाने वाले कार्यो को लेकर रूपरेखा भी तैयार होगी। साथ ही  शुद्ध पेयजल की नियमित उपलब्धता,  नल-जल योजना की व्यवस्था ,हर घर जल कार्यक्रम कराना , ग्राम गौरव दिवस के आयोजन पर चर्चा, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना , वृक्षारोपण और भूमि को बंजर होने से रोकने की आवश्यकता पर चर्चा, कोविड-19 के सभी सावधानियों का अनुसरण इन सब पर चर्चा की जाएगी। जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी ऋतुराज सिंह ने बताया कि, ग्राम सभाओं में स्थानीय एजेंडा के मुद्दे के साथ  राज्य स्तर पर अलग - अलग विभागों के एजेंडे पर चर्चा होगी। सभाओं का आयोजन करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, अनुभाग हुजूर एवं बैरसिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद फंदा और बैरसिया को निर्देशित किया गया है।  

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Kolar News 6 August 2022

मध्यप्रदेश में बोहत दिनों तक बारिश थमे रहने के बाद आज फिरसे मानसून सिस्टम एक्टिव होगा । बीते दो दिन में इंदौर- भोपाल में ज़ोरदार बारिश हुई। इस दौरान इंदौर में 4 इंच बारिश दर्ज की गयी । भोपाल में भी शुक्रवार को रात 12 बजे के बाद खूब बारिश हुई । भोपाल में भदभदा डैम का एक गेट खोले दिए गए है। मध्यप्रदेश के कुछ इलाके जैसे  रतलाम, गुना , सागर, नरसिंहपुर, नौगांव ,उज्जैन, मलाजखंड और खजुराहो में भी किसी किसी जगह हल्की - फुल्की बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज यानि 6 अगस्त से मध्यप्रदेश में दोबारा मानसून सिस्टम एक्टिव होगा। उन्होंने बताया की पूरे प्रदेशभर में 18 अगस्त तक लगातार पानी गिरेगा। मध्यप्रदेश में रक्षा बंधन के दिन भरी बारिश की संभावना है। आंकड़ों के हिसाब से अभी तक इंदौर , बुंदेलखंड, जबलपुर, और बघेलखंड में सामान्य से कम बारिश हुई है। जबलपुर में 7 प्रतिशत और इंदौर में 1प्रतिशत कम बारिश हुई है। मध्यप्रदेश के 14 जिलों में 22 प्रतिशत से  46प्रतिशत तक कम पानी गिरा है । सिंगरौली, उमरिया, सतना, रीवा, सीधी, अलीराजपुर, कटनी, देवास , झाबुआ, निवाड़ी ,दमोह, पन्ना,  डिंडोरी और टीकमगढ़, में हालात ज्यादा खराब हैं। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में 7 अगस्त तक लो प्रेशर एरिया बन जाएगा। जिसके कारण 8 अगस्त से कई इलाकों में ज़ोरदार  बारिश हो सकती है। 

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Kolar News 6 August 2022

मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि संभागीय पेंशन कार्यालय में व्याप्त अनियमिततायें, भ्रष्टाचार मनमाने ढंग से कार्य करना आदि गंभीर शिकायतों को लेकर संभागीय आयुक्त के नाम से उपायुक्त (राजस्व) श्रीमती कविता बटाला को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सेवानिवृत्त बीएमओ डॉ राकेश खरे के पेशन का उदाहरण देते हुए बताया गया की वह गंभीर रूप से बीमार हैं तथा उनके पेंशन प्रकरण में बार-बार आपत्ति दर्ज करते हुए प्रकरण लंबित रख उन्हें मानसिक एवं आर्थिक रूप प्रताडित किया जा रहा है। पेंशन कार्यालय में यह तो एक उदाहरण मात्र है ऐसे सैंकडों पेंशनर रोज अपने प्रकरण का निराकरण कराने कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं तथा त्रस्त होकर दलालों के चक्कर में फंस कर हजारों रूपये दलाली देने मजबूर हो रहे हैं। संघ ने ज्ञापन में संभागायुक्त महोदय से मांग की है कि पेंशन कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं दलाली को समाप्त कराया जावे तथा सेवा निवृत्त लोक सेवक के पेंशन प्रकरण का निराकरण एक निश्चित समयावधि में काराया जाये ताकि सेवा निवृत्त पेंशनर को दलाली प्रथा से मुक्ति मिल सके।

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Kolar News 5 August 2022

कुछ दिन बारिश का दौर थमने के बाद मध्यप्रदेश में फिर से झमाझम शुरू हो गयी है। फिलहाल मध्यप्रदेश के ज़्यादातर इलाको में फिलहाल बारिश रुकी हुई है। लेकिन प्रदेश के कुछ इलाकों में लगातार हल्की से तेज बारिश हो रही है । 4 अगस्त यानि आज दोपहर भोपाल में जमकर बारिश हुई। 3 अगस्त की रात को भी भोपाल के कुछ हिस्सों में तेज़ बारिश हुई है। भोपाल में पिछले 24 घंटो में 1.5 इंच बारिश दर्ज की गयी है । भोपाल के बैरागढ़ में भी हल्की बारिश हुई वहीँ नवीबाग में 2.5 इंच पानी गिरा। और पूरे भोपाल में 1 जून से अब तक 34 इंच बारिश दर्ज की गयी है।जो की सामान्य से 12 इंच ज्यादा है। अनुमान लगाया जा रहा है की भोपाल में शाम तक हलकी तेज़ बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है की अगले तीन दिन बाद मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर पूरी तरह एक्टिव होगा। और उसके एक हफ्ते तक ज़ोरदार बारिश होगी। बंगाल की खाड़ी में आंध्रप्रदेश के पास चक्रवाती घेरा बना हुआ है। जिसके कारण  रतलाम, झाबुआ, इंदौर,नीमच और अलीराजपुर में फिलहाल बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है 6 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। जिससे मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश होगी। जिससे  नर्मदापुरम, जबलपुर ,भोपाल, इंदौर और उज्जैन सहित प्रदेश के और भी इलाकों में तेज़ बारिश होगी।   

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Kolar News 4 August 2022

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज में नया कोर्स शुरु होने वाला है। इस नए कोर्स में 200 विद्यार्थियों को योग सिखाया जाएगा। यह पहल स्ट्रेस मैनेजमेंट और बेहतर फिजिकल फिटनेस के लिए की जा रही है। दरअसल, शिवराज सरकार प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को स्ट्रेस मैनेजमेंट के साथ बौद्धिक विकास और बेहतर फिजिकल फिटनेस के लिए पहल कर रही है। तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के इंजीनियरिंग  और पॉलिटेक्निक कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए पहली बार योग के छह माह का डिप्लोमा पाठ्यक्रम शैक्षणिक-सत्र 2022 -23 से शुरू किया जा रहा है। बता दे कि इस पहल के पहले चरण में 5 इंजीनियरिंग और 15 पॉलिटेक्निक के बच्चे योग सिखेंगे। वहीं दूसरे चरण में 20 पॉलिटेक्निक कॉलेज के 200 बच्चो को योग सिखाया जाएगा।

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Kolar News 4 August 2022

मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने बुधवार को पन्ना जिला कलेक्टर को पंचायत चुनाव में प्राकृतिक न्याय का पालन नहीं करने और कम वोट प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित करने के लिए फटकार लगाई। याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि यह व्यक्ति कलेक्टर के पद के योग्य नहीं है और इसे तत्काल पद से हटाया जाना चाहिए। अदालत ने कहा कि पन्ना जिला कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने राजनीतिक एजेंट की तरह काम किया है। उन्होंने इस आदेश को पारित करके खुद को एक राजनीतिक एजेंट के रूप में पेश किया और उन्हें प्राकृतिक न्याय की कोई परवाह नहीं है। इस आदमी को कलेक्टर के पद से हटा दिया जाना चाहिए। अदालत ने यह टिप्पणी परमानंद शर्मा द्वारा दायर एक चुनावी याचिका पर सुनवाई के दौरान की, जो पन्ना जनपद पंचायत में उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में से एक थे। प्रत्यक्ष मतदान के माध्यम से जनपद पंचायत सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया के बाद, निर्वाचित सदस्यों को विशेष जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करने के लिए मतदान करना था। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए 27 जुलाई को चुनाव हुए थे। परमानंद शर्मा को अपने प्रतिद्वंद्वी राम शिरोमणि के खिलाफ कुल 27 मतों में से 13 मत मिले थे। तदनुसार, पीठासीन अधिकारी ने शर्मा को विजेता का प्रमाण पत्र सौंपा था। चुनाव परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद, राम शिरोमणि ने परिणाम को चुनौती दी थी। शिरोमणि ने पन्ना जिला कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा से संपर्क किया था। कलेक्टर ने दोनों पक्षों को बुलाया और उपाध्यक्ष पद के लिए विजेता घोषित करने के लिए लॉटरी का आयोजन किया। वहीं कम वोट हासिल करने वाली शिरोमणि को विजेता घोषित किया गया। इसके बाद शर्मा ने लॉटरी सिस्टम के नतीजे को चुनौती देने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने बुधवार को याचिका पर सुनवाई के बाद कहा कि कलेक्टर पद के लिए फिट नहीं हैं और उन्हें हटाया जाना चाहिए। कोर्ट ने मामले में कलेक्टर को भी पक्षकार बनाया था।

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Kolar News 4 August 2022

प्रदेश के जबलपुर में न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में हुए अग्निकांड के बाद प्रशासन सख्त हो गया है। अस्तपाल में हुए इस हादसे के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया। अस्पताल का लाईसेंस रद्द करने के साथ ही जबलपुर सीएमएचओ रत्नेश कुररिया को भी निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद संयुक्त संचालक डाॅक्टर संजय मिश्रा को सीएमएचओ का प्रभार सौंपा गया है। जानकारी मिली है कि रत्नेश कुररिया पर पहले भी पैसे लेकर अस्पतालों को मान्यता देने जैसे कई गंभीर आरोप लग चुकें हैं आदेश के साथ जबलपुर के 52 निजी अस्पतालों में नए मरीज भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है। इसके संबंध में भी आदेश जारी किया गया है। और चेतावनी दी गई है कि अगर इस आदेश की अवहेलना हुई तो अस्पतलों का रेजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि 1अगस्त को जबलपुर के एक निजी अस्पताल न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में हुए अग्निकांड में 8 लोगों ने अपनी जान गवा दी थी। और 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिसके बाद अस्पताल के डायरेक्टर्स और मैनेजर के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। साथ ही इसके अस्पताल के मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।

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Kolar News 3 August 2022

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कुछ अज्ञातों द्वारा शिवलिंग तोड़ दिए जाने की खबर सामने आई है। यह पूरा मामला भोपाल के हनुमांगज थाने का है। छोला में धर्म कांटा इलाके के शिव मंदिर में यह घटना हई है। इस घटना के बाद लोगों में नाराजगी है।दरअसल हनुमानगंज इलाके में सड़क किनारे स्थित शिव मंदिर में शिवलिंग के साथ कई भगवानों की मूर्ति स्थापित है। सुबह अचानक लोगों की नजर मंदिर जब मंदिर में पढ़ी तब उन्हें शिवलिंग क्षतिग्रस्त दिखा। इस घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय लोगों की भारी भीड़ वहां इकट्ठा हो गई। और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराने की कोशिश में लग गई। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सुबह जब मैं घूमने जा रहा था तो शिव मंदिर की मूर्ति मुझे टूटी हुई दिखाई दी। जब मैंने पास जाकर देखा तो भगवान शिव की मूर्ति टूटी हुई पड़ी थी और बगल में एक पत्थर पड़ा था। और साथ ही उसके एक पत्थर भी पड़ा हुआ था। इसकी सूचना मैंने तुरंत मोहल्ले वासियों को दी और पुलिस को सूचित किया। मोहल्ले वासियों ने जैसे ही यह खबर सुनी वह सभी यहां पर इकट्ठे हो गए और मोहल्ले में इस घटना के बाद से बहुत आक्रोश फैल गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने हम से 5:00 तक का समय मांगा है और कहा है कि 5:00 बजे तक हम आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे। लेकिन अगर आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो हम आंदोलन करेंगे , रोड ब्लॉक करेंगे और दोषियों पर कार्यवाही की मांग करेंगे। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सुबह जब हमने देखा तो मंदिर की मूर्ति टूटी हुई थी। हमने सीसीटीवी चेक की है तो उसमें एक संदिग्ध साइकिल सवार दिखाई दिया। मुख्य रोड पर मंदिर है लेकिन पुलिस नियमित रूप से गश्त नहीं करती। कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की भी इसमें गलती है जो इतनी बड़ी घटना हुई है। हम पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। बता दें कि शिवलिंग तोड़ने के मामले में शिकायत के बाद हनुमानगंज थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। शिकायतकर्ता ने सुबह 4 से 6 के बीच शिवलिंग को अज्ञात व्यक्ति द्वारा तोड़े जाने की बात कही है। साथ ही इसके धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने धारा 295, और 295A के तहत एफआईआर दर्ज की है।

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Kolar News 3 August 2022

मध्यप्रदेश में कोरोना बोहत तेज़ी से अपने पैर पसर रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 164 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 1400 से भी ज़्यादा हो चुकी है हो गए हैं। प्रदेशभर में 1अगस्त को लगभग साढ़े पांच हज़ार सैंपलों की टेस्टिंग की गयी थी । वहीँ भोपाल,इंदौर,और जबलपुर कोरोना के हॉटस्पॉट बन रहे हैं।पूरे प्रदेश एक्टिव मरीजों की संख्या यहां सबसे ज्यादा है। इंदौर में एक्टिव केस की संख्या 593 है वहीं जबलपुर में 223 कोरोना संक्रमित मामले दर्ज किये गए है और भोपाल में 300। इनमे से कई केस ऐसे सामने आये है जो की वेक्सीनेटेड होने के बावजूद भी कोरोना की चपेट में है। कोरोना मरीजों में इंदौर के 46 लोग ऐसे पाए गए है जो पूरी तरह से वेक्सीनेटेड है। और 18 मरीज़ भोपाल के हैं जिन्हे कोरोना के दोनों दोसे लगने के बाद भी कोरोना हो गया। पूरे प्रदेश में कोरोना की सबसे ज़्यादा पाजिटिविटी दर इंदौर में है जो की 17.72% है।  

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Kolar News 2 August 2022

मध्य प्रदेश में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक घरों पर तिरंगा लहराएगा। पूरे प्रदेश में 36 हजार तिरंगा वितरण केन्द्र बनाए गए हैं। केंद्र सरकार की वेबसाइट harghartiranga.com पर तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर अपलोड करने पर अपना सर्टिफिकेट ले सकते हैं। वहीं राज्य सरकार की सभी वेबसाइटों को खोलने पर 'हर घर तिरंगा अभियान' की जानकारी मिल सकेगी। अभियान को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में 1 करोड़ 51 हजार तिरंगे लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। स्थानीय स्तर पर 1 करोड़ तिरंगे तैयार हो रहे हैं और 63 लाख बन भी चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाएं तिरंगा तैयार कर रही हैं। साथ ही इसके केंद्र सरकार से 51 लाख में से 20 लाख तिरंगे प्राप्त हो चुके हैं।  मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि पूरे प्रदेश को तिरंगामय बनाना है। उन्होंने कहा, 'आजादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्रभक्ति की भावना का यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। मध्य प्रदेश का संकल्प है कि हर घर में तिरंगा लहराया जाएगा।' सीएम शिवराज ने अपील करते हुए कहा कि इस अभियान के लिए कलेक्टर, जिलों में धर्मगुरु, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, रहवासी संघ के प्रमुख, व्यापारी, एनजीओ, सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े हुए लोगों के साथ बैठक कर उन सभी को प्रेरित करें। इस कार्यक्रम की रूपरेखा के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सीएस, डीजीपी, एसीएस होम, पीएस संस्कृति, पीएस जनसंपर्क सहित सीएमओ के अधिकारी, जिला कलेक्टर एसपी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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Kolar News 1 August 2022

शुक्रवार को घाना पर 5-0 से जीत दर्ज करने के बाद भारतीय महिला ने बर्मिंघम में अपना जीत का सिलसिला जारी रखे हुए शनिवार को वेल्स पर 3-1 से जीत हासिल की। मैच की बात करे तो पहले क्वार्टर में दोनों टीमें एक दूसरे का डिफेन्स भेदने में नाकाम रही, लेकिन दूसरे क्वार्टर में भारत ने आक्रमक खेल दिखाते हुए एक के बाद एक दो गोल दागकर 2-0 की बढ़त अर्जित की। मैच के 27वें मिनट में वंदना कटारिया तो वहीं में गुरजीत कौर ने 30वें मिनट गोल किया। इसके बाद खेल फिर से रक्षात्मक दौर में पहुंचा, जहां दोनों टीमें एक-दूसरे के गोलपोस्ट में बॉल डालने में नाकाम रही। चौथे क्वार्टर में जेना ह्यूजेस ने वेल्स के लिए एकमात्र गोल कर स्कोर 2-1 किया, लेकिन वंदना ने इसके कुछ समय बाद ही पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील कर भारत को फिर से बढ़त दिला दी, जो अंत तक बरकरार रही। वेल्स के खिलाफ भारतीय टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए बॉल पर 56 % अपने पास रखा, जबकि वह 4 पेनल्टी कार्नर में से 3 को गोल में तब्दील करने में कामयाब रही। भारत का अगला मुकाबला अब 2 अगस्त को मेजबान इंग्लैंड से होगा।

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Kolar News 31 July 2022

राजधानी में बीएसएनएल 4G की सेवाएं शुरू होने जा रहे हैं। जिले के 23 गांव को डिजिटल इंडिया से जोड़ने के लिए यह इस योजना की शुरुआत की जा रही है। बैरसिया, बांदा ब्लाक के गांवों को बीएसएनल 4जी सेवाओं की सुविधा से लैस किया जाएगा। केंद्र सरकार ने मोबाइल सेवा से वंचित गांवों के लिए 26,316 करोड़ रुपए की परियोजना को 27 जुलाई को मंजूरी दे दी है। इस योजना में मध्य प्रदेश के कुल 3191 गांव शामिल है,जिसमें से भोपाल के बैरसिया व बांदा ब्लाक के गांव को भी चिन्हित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2021 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए गए संबोधन में सरकारी योजनाओं को पूर्णता प्रदान करने का आह्वान किया था, जिसके चलते यह परियोजना गांवों के लिए जारी की गई है। इस परियोजना के लिए जारी की गई राशि से गांवों को डिजिटल इंडिया मिशन से जुड़ने का काम तेजी से किया जा सकेगा। इस योजना के शुरु होने से गांवों में रोजगार के अवसर भी खुल सकेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी को उपलब्ध कराने या  फिर उसे बेहतर बनाने के लिए मध्य प्रदेश व केंद्र की सरकार विभिन्न परियोजनाओं के तहत ई-गवर्नेंस सेवा, बैंकिंग सेवा, टेली मेडिसिन, टेली एजुकेशन आदि को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध हो सकेंगे। केंद्र सरकार की यह परियोजना बीएसएनएल द्वारा संचालित की जाएगी। केन्द्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत 4G प्रतियोगिता स्टेक्स का उपयोग करते हुए कार्यान्वित किया जाएगा। इस योजना का वित्तपोषण यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड के जरिए होगा। देश के दूरदराज और दुर्लभ क्षेत्रों में 24680 वंचित गांव में 4G नेटवर्क की सेवाएं शुरू होंगी जिसके बाद यहां पर मोबाइल कनेक्टिविटी की सुविधा को बेहतर बनाया जा सकेगा।

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Kolar News 31 July 2022

जनता में सुरक्षा की भावना का संदेश देने के लिए मध्यप्रदेश में शनिवार को डीजीपी से लेकर आरक्षक तक ने सड़क पर पैदल गश्त की। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने राजधानी के मुख्य बाजार क्षेत्र समेत छह थाना क्षेत्रों में पैदल गश्त की। शाम 6 बजे कोतवाली थाने पहुंचे। यहां से पुलिस बल के साथ मोती मस्जिद से पीरगेट होते हुए चौक बाजार, इतवारा, मंगलवारा, घोड़ा नक्कास, नादरा बस स्टैंड से हनुमानगंज, टीलाजमालपुरा, गौतमनगर और शाहजहांनाबाद थाने तक पैदल भ्रमण करते हुए पहुंचे। ये क्षेत्र कानून व्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील हैं। पुलिस अफसरों ने लोगों से परेशानियां पूछीं तो सभी ने खुलकर बात की। बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण की समस्या मुख्य रूप से सामने आई। भोपाल में एडिशनल पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर, जोन-3 के डीसीपी रियाज इकबाल समेत अन्य पुलिस अफसर मौजूद रहे डीजीपी के निर्देश पर शनिवार को प्रदेश में शाम 6 से 8 बजे के बीच सभी थानों से पुलिसकर्मी गश्त पर निकले थे। इस दौरान राज्य में 50 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने पैदल गश्त की। इसमें आइजी, डीआइजी, एसपी, एएसपी, एसपी समेत थाना प्रभारियों को भी शामिल होना जरूरी था। गश्त के लिए पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को मुहैया कराने के साथ ही आरआइ को भी इस गश्त में शामिल होना अनिवार्य किया था। वहीं दूसरी और MP की राजधानी भोपाल महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है, राजधानी में पिछले 48 घंटे में दुष्कर्म के 7 मामले दर्ज हुए हैं। शहर के अकेले एक थाने कमला नगर में ही पिछले 24 घंटे में तीन रेप के केस दर्ज किए गए हैं। पीड़िताओं में एक नाबालिग लड़की भी शामिल है।   साथ ही पुलिस विभाग के डायल-100 रेडियो में काम करने वाले एक एएसआई पर भी रेप आरोप लगा है, जिसने अपनी जूनियर को ही हवस का शिकार बना डाला। हालांकि पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य मामले में घर में काम करने वाली महिला के साथ रेप और मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस के मामला दर्ज करने के बाद से आरोपी फरार है, वही तीसरे मामले में आरोपी ने अपने पड़ोस में रहने वाली नाबालिग के साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और जब नाबालिग ने शादी के लिए दबाव बनाया तो मारपीट करके भाग गया। पुलिस ने रेप के मामलों में धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। जिन मामलों में आरोपी फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है। वही नाबालिग के मामले में पॉक्सो एक्ट की धाराए जोड़ी गई हैं, पूछताछ में पता चला है कि नाबालिग अनुसूचित जनजाति से है इसलिए आरोपी के खिलाफ पॉक्सो के साथ एट्रोसिटी एक्ट की धाराओं में भी मामला दर्ज किया है।

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Kolar News 31 July 2022

अब सरकारी सेवा में काम कर रहे डॉक्टर अगर सरकारी खर्चे पर पीजी डिग्री करते हैं, तो उन्हें पीजी कोर्स के बाद पांच साल तक अनिवार्य सेवा देनी होगी। अगर कोई डॉक्टर पांच साल की अनिवार्य सेवा नहीं देता या बीच में ही अधूरा छोड़ता है तो उसे पचास लाख का जुर्माना भरना पड़ेगा। केंद्र सरकार ने जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपए कर दिया। हाल में केंद्र सरकार ने विभिन्न सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले मेडिकल ऑफिसर्स, कॉलेज और दंत चिकित्सा महाविद्यालयों में काम करने वाले डॉक्टरों को पीजी कोर्स की मान्यता दी है। इसके साथ पांच साल की अनिवार्य सेवा और 50 लाख का बॉन्ड जमा करना होगा। दरअसल सरकार सरकारी चिकित्सकों को मुफ्त में पीजी करवाती है। ऊपर से तनख्वाह भी देती हैं, बदले में इन चिकित्सकों को कोर्स पूरा करने के बाद पांच साल तक प्रदेश में ही आवश्यक रूप से सेवा दना होगा है। वहीं इसकी इसकी गारंटी के रूप में एडमिशन देते समय प्रत्येक चिकित्सक से बॉन्ड भरवाया जाता है। इसके मुताबिक या तो पांच साल सेवा दो या फिर बॉन्ड की राशि जमा करवाओ, लेकिन ये चिकित्सक ना तो अनिवार्य सेवा दे रहे हैं और ना ही बॉन्ड की राशि जमा करवाते हैं। मप्र मेडिकल कॉउंसिल के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. सुबोध मिश्रा बताते हैं कि इससे विभाग को फायदा होगा। सरकारी खर्च पर विशेषज्ञता हासिल करने के बाद अधिकतर डॉक्टर विदेश या बड़े निजी अस्पताल में चलते जाते हैं। बांड की राशि जमा करने के डर से डॉक्टर अनिवार्य सोवाएं देंगे। इससे सरकारी संस्थानों में डॉक्टरों की कमी दूर होगी। मालूम हो कि तीन साल पहले पत्रिका ने खुलासा किया था कि अनिवार्य ग्राामीण सेवा बंधपत्र (बॉन्ड ) के तहत 204 से ज्यादा डॉक्टरों ने न तो सेवाएं दीं और न ही बॉन्ड की राशि जमा की।

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Kolar News 31 July 2022

शहर के नजदीक स्थित रायपुर, मामा का बांध, वीरपुर बांध एवं हनुमान बाँध जलाशय आपस में जुड़ेंगे। साथ ही इन जलाशयों का पर्यटन के लिए सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण भी होगा। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह के विशेष प्रयासों से इन जलाशयों को जोड़ने एवं सुदृढ़ीकरण के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने 31 करोड़ 63 लाख रूपए से अधिक की राशि मंजूर की है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर शहर के नागरिक लंबे समय से इन जलाशयों के जीर्णोद्धार की प्रतीक्षा कर रहे थे। जलाशयों के आपस में जुड़ जाने से अब ये वर्ष भर पानी से भरे रहेंगे। जलाशयों के आपस में जुड़ने से जहाँ किसानों की निस्तार एवं सिंचाई संबंधी जरूरतें पूरी होंगी, वहीं ग्वालियर शहरवासियों को आकर्षक पर्यटन स्थल भी उपलब्ध होंगे। साथ ही क्षेत्र के जल-स्तर में भी बढ़ोत्तरी होगी। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने बताया कि जलाशयों को जोड़ने और आधुनिकीकरण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित राज्य कार्यपालिक समिति द्वारा मिटीगेशन फंड में 31 करोड़ 63 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। स्वीकृत धनराशि से रायपुर जलाशय को नहर के जरिए मामा का बांध से जोड़ा जाएगा। इसी तरह मामा का बांध, वीरपुर बांध और हनुमान बांध एक दूसरे से जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि हनुमान बांध के पानी का ओवर फ्लो शहर के बीच से होकर गुजर रही स्वर्ण रेखा नदी में छोड़ा जायेगा।

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Kolar News 31 July 2022

घर में छोटी दुकान शुरू करना हो या फिर बाजार में व्यावसायिक परिसर में दुकान खोलना। दुकानदार नगर निगम को एक ही श्रेणी में दोहरा टैक्स दे रहे हैं। नगर निगम इन दुकानों से संपत्तिकर तो व्यवसायिक दर से वसूल ही रहा है, दुकान के नाम पर व्यावसायिक शुल्क भी ले रहा है। शहर में इस तरह की करीब डेढ़ लाख दुकानें इस दोहरे टैक्स के दायरे में हैं। शहर में संपत्तिकर के कुल चार लाख 73 हजार 784 खाते हैं। इनमें करीब 80 हजार संपत्तियां तो विशुद्धतौर पर बाजारों में हैं, जबकि करीब 70 हजार मोहल्लों, कॉलोनियों में घरों में हैं। दोहरे टैक्स के तौर पर इनसे निगम सालाना करीब नौ करोड़ रुपए की अतिरिक्त वसूली कर रहा है। नगर निगम ने कलेक्टर गाइडलाइन से संपत्तिकर को जोड़ दिया है। शहर को सात परिक्षेत्र में बांटकर संबंधित क्षेत्र की कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार भाड़ा मूल्य तय किया जा रहा है। वार्षिक भाड़ा मूल्य 6000 रुपए से अधिक होने पर छह फीसदी से 10 फीसदी तक भुगतान वसूला जाता है। घर यदि परिक्षेत्र एक में आता है तो 133 रुपए प्रतिवर्ग मीटर की दर से वार्षिक भाड़ा मूल्य तय किया जाता है। यदि उसमें दुकान है तो उस हिस्से के क्षेत्रफल पर संपत्तिकर की गणना 266 रुपए प्रतिवर्ग मीटर की दर से की जाती है। ऐसे में यदि संपत्तिकर सामान्य घर पर 3000 रुपए बन रहा होता है, तो दुकान की वजह से वह 3500 से 4000 रुपए तक बन जाता है।   व्यावसायिक दर से संपत्तिकर वसूलने के बाद नगर निगम अब इसी दुकान का प्रतिवर्ग फीट चार रुपए से छह रुपए की दर से व्यवसायिक शुल्क वसूल लेता है। यानी एक ही मामले में निगम दो बार अलग-अलग नाम से टैक्स वसूल रहा है। भोपाल. एम्स के पास अल्कापुरी कॉलोनी में बीते चार साल से बंद भवन अनुज्ञा देने की मंजूरी शुक्रवार को हो गई। यहां तय जमीन से अधिक पर निर्माण ले आउट पास कराने को लेकर लोकायुक्त में मामला दर्ज था, जिसके बाद यहां की सभी अनुमतियां बंद कर दी गई थी।शुक्रवार को निगमायुक्त केवीएस चौधरी ने अनुमतियां फिर से जारी करने को लेकर अपनी मंजूरी दे दी। अब निगम की भवन अनुज्ञा शाखा यहां की डिटेल ऑनलाइन अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। इसमें भी अगस्त के आखिर तक ऑनलाइन अनुमतियों की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यहां विवादित 38 प्लॉट को छोड़कर बाकी पर अनुमतियां हो सकेंगी। अभी करीब 200 प्लॉट यहां हैं, जिन्हें निर्माण की अनुमति नहीं मिल रही थी। निर्माण अनुमतियों के साथ कंपाउंडिंग भी ऑनलाइन शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि अल्कापुरी शहर की बड़ी कॉलोनियों में शामिल है और निर्माण अनुमति नहीं मिलने से कई जनसुविधा से जुड़े निर्माण और आवासीय के साथ व्यवसायिक निर्माण रुके हुए थे।

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Kolar News 30 July 2022

मध्य प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में इस सप्ताह एक कलेक्टर की वाइफ चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। चर्चा इसलिए है क्योंकि उन्हें गिफ्ट में 10 लाख रुपए की बिल्ली मिली है और गिफ्ट देने वाला एक ठेकेदार है। इस बिल्ली की ट्रैवलिंग पर ₹100000 खर्च हुआ। महंगे शौक हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं और यदि महिलाओं के गोल्ड एवं डायमंड के अलावा कुछ और महंगे शौक है तो वह ना केवल हेडलाइंस बनते हैं बल्कि चर्चा का केंद्र भी बन जाते हैं। इन दिनों मध्यप्रदेश के एक कलेक्टर अपनी पत्नी के कारण सुर्खियों में है। टर्की के ठेकेदार ने कलेक्टर की वाइफ को 1000000 रुपए की पर्शियन बिल्ली गिफ्ट की है। इस बिल्ली के ट्रैवल पर ₹100000 खर्च हुआ।

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Kolar News 30 July 2022

मध्यभारत प्रांत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS और उसके आनुषांगिक संगठनों के आयोजन-गतिविधियों का केंद्र हो गया है। साल के शुरुआती छह महीनों की बात करें तो राष्ट्रीय स्तर की छह बड़ी बैठकें, वर्ग और मंथन-चिंतन शिविर मध्यभारत के प्रमुख शहरों भोपाल, ग्वालियर और नर्मदापुरम में हो चुके हैं। संघ मुख्यालय नागपुर और दिल्ली के बाद सबसे अधिक गतिविधियां अब मध्यभारत प्रांत में ही हो रही हैं। संघ की प्रेरणा से दुनिया के कई देशों में सेवा कार्य करने वाले विश्व संघ शिक्षा वर्ग के शिक्षार्थियों का राजधानी में 21 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है। इन्होंने शुक्रवार को पथ संचलन निकाला जो शौर्य स्मारक से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होता हुआ एमपी नगर स्थित गायत्री मंदिर तक पहुंचा। मार्ग में अनेक स्थानों पर पुष्पवर्षा कर समाज के विभिन्न वर्गों ने स्वागत किया। विश्वमंगल प्रार्थना के साथ संचलन का समापन हुआ।

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Kolar News 30 July 2022

विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) का प्रांत संगठन प्रशिक्षण वर्ग इस बार मध्यभारत प्रांत के ह्रदय स्थल भोपाल में 1 से 7 अगस्त तक होने जा रहा है। इस आयोजन मेें पूरे देश से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की व्यवस्था वाले 12 क्षेत्र के 41 प्रांत के पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं। खास बात यह है कि कार्यक्रम में तीन दिन 2 से 4 अगस्त के बीच खुद संघ प्रमुख डॉ. मोहनराव भागवत की उपस्थिति रहेगी। इस दौरान भागवत प्रशिक्षण वर्ग में विभिन्न सत्र लेंगे तो उनके उद्बोधन भी होंगे। मालूम हो कि सरसंघचालक भागवत 21 दिवसीय विश्व संघ शिक्षा वर्ग के प्रकट कार्यक्रम यानी समापन समारोह में भी उपस्थित होंगे। राजधानी में एयरपोर्ट रोड स्थित राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विवि में प्रांत संगठन प्रशिक्षण वर्ग रखा गया है। इनमें प्रांत संगठन मंत्री, सह-संगठन मंत्री और क्षेत्र संगठन मंत्री समेत करीब 80 शीर्षस्थ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य सुरेश भैयाजी जोशी आयोजन के संपर्क यानी पालक अधिकारी रहेंगे।

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Kolar News 29 July 2022

प्रधानमंत्री भूषण शक्ति निर्माण भोपाल के हस्ताक्षर से दिनांक 26 जुलाई 2022 को पत्र क्रमांक 7372 के माध्यम से मध्य प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि स्वतंत्रता दिवस दिनांक 15 अगस्त 2022 के अवसर पर लक्षित सभी शालाओं में विद्यार्थियों को पीएम पोषण के तहत विशेष भोज में सब्जी-पूरी, खीर अथवा हलवा तथा लड्डू का वितरण सुनिश्चित किया जाए। भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। सभी प्रधान अध्यापक / शाला के नोडल शिक्षक को यह दायित्व सौंपा जाएगी वह अपनी निगरानी में सामग्री का परीक्षण करके भोजन तैयार कराएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक शाला हेतु निरीक्षण रोस्टर के अनुसार निर्धारित अंत्योदय कार्ड धारी वृद्धजन वह माताएं भी विशेष भोज में सहभागी हो तथा उनके द्वारा भोजन का निरीक्षण किया जाए। भोजन के लिए जो अतिरिक्त राशि की जरूरत है उसका समायोजन खाद्यान्न के बाहर दानों की नीलामी करके जो राशि प्राप्त होगी उससे किया जाए। इसके अलावा लोगों से जन सहयोग लिया जा सकता है। इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी किसी शाला में जाकर पीएम पोषण के अंतर्गत विशेष भोज में भाग लेंगे एवं विद्यार्थियों के साथ भोजन करेंगे।

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Kolar News 29 July 2022

राजधानी में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। नए मरीज मिलने के साथ अब मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। गुरुवार को कोरोना से एक और मरीज की मौत हो गई। यह लगातार तीसरा दिन है, जब कोरोना से किसी मरीज की मौत हुई है। दो महीने में यहां 9 की मौत हुई है। एयरपोर्ट रोड स्थित इंद्रप्रस्थ में रहने वाले 73 साल के महेश कुमार की चिरायु हॉस्पिटल में मौत हुई है। उन्हें 14 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 10 दिन बाद 24 जुलाई को वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। गुरुवार को राजधानी में 51 नए मरीज सामने आए बीते एक महीने में कोविड से 6 लोगों की मौत हो चुकी हैं, लेकिन जिस अस्पताल में इनकी डेथ हुईं, उनकी तरफ से रिपोर्ट भेजने में काफी देरी की गई। ऐसे मामलों में अब 24 से 48 घंटे में ऑडिट रिपोर्ट भेजनी होगी, ताकि कोविड डेथ की समीक्षा समय पर की जा सके। जानकारी के लिए बता दें कि अब तक कोविड मौत के लिए हमीदिया अस्पातल में एक टीम बनी हुई थी। यही टीम सभी कोविड डेथ के मामलों का ऑडिट करती थी, लेकिन अब कोविड से डेथ के मामले बहुत कम हो गए हैं। यही कारण है कि सीधे अस्पताल को ऑडिट करने के लिए कह दिया गया है।   इधर, शहर में गुरुवार को कोविड के नए 51 केस सामने आए हैं। इन्हें मिलाकर अब शहर में 304 एक्टिव केस हो गए हैं। इसके पहले मंगलवार को शहर में 25 और बुधवार को 45 कोविड पॉजीटिव आए थे। मप्र में गुरुवार को 244 नए केस आए और प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 1580 हो गई है। वहीं इंदौर में सबसे ज्यादा 94 नए केस सामने आए हैं।इधर कोरोना के साथ डेंगू और चिकनगुनिया भी पैर पसारने लगा है। गुरुवार को बैरागढ़ क्षेत्र में चिकनगुनिया का मरीज भी मिला। मरीज को बुखार और जोड़ों में दर्द के बाद डेंगू का सैंपल लिया गया था। डेंगू निगेटिव आने के बाद चिकनगुनिया का टेस्ट पॉजिटिव आया। शहर में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या अब 25 हो चुकी है।

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Kolar News 29 July 2022

जंगली जानवरों में ऐसी दोस्ती और कहीं शायद ही देखने को मिल सकती है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पास के रातापानी अभ्यारण्य में बाघों की बिल्कुल पक्की दोस्ती है। यहां घना जंगल है और इसके अनुपात में बहुत बाघ भी हैं. उनकी नैसर्गिक टेरेटरी के हिसाब से जगह कम है पर वे इसके लिए झगड़ते नहीं हैं। यहां बाघ-बाघिन की संख्या भी लगभग बराबर है इसलिए भी बाघों में लड़ाई नहीं होती। बाघों की आपसी दोस्ती और प्रेम के कारण अभ्यारण्य में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हाल ये है कि एक ओर जहां दुनियाभर में बाघ कम होते जा रहे हैं। वहीं इस अभ्यारण्य में महज 4 साल में इनकी संख्या दोगुनी हो गई है। इस अभ्यारण्य को जल्द ही टाइगर रिजर्व का दर्जा भी मिलने वाला है। रातापानी अभयारण्य औबेदुल्लागंज वन मंडल में आता है। यह बाघों का सबसे खूबसूरत ठिकाना माना जाता है। इसके अलावा यह बाघों के लिए सबसे सुरक्षित जंगल भी है। सबसे खास बात यह है कि यहां बाघों की दोस्ती है। बाघों में अपनी टेरेटरी को लेकर खूब संघर्ष होते हैं। लेकिन यहां अभी तक महज 2 बार ही ऐसे संघर्ष सामने आए हैं। आदर्श स्थिति में बाघ की टेरेटरी करीब 60 वर्ग किमी की मानी जाती है जबकि यहां इससे बहुत कम सिर्फ 20 से 22 वर्ग किमी भ्रमण की जगह ही मिल पा रही है। इसके बाद भी बाघ मिलजुलकर रहते हैं। दरअसल यहां बाघों के भोजन के लिए कई वन्य प्राणी हैं। पानी के लिए भी पर्याप्त स्रोत हैं। भ्रमण के लिए एरिया कम होने के बाद भी भूख मिटाने के लिए बाघों को शिकार आसानी से मिल जाते हैं। इसलिए बाघ आपस में नहीं लड़ते। राजधानी भोपाल के पास होने और नेशनल हाईवे से सटा होने के कारण रातापानी अभ्यारण्य टूरिस्टों की पसंद खास पसंद बन गया है। 2018 में करीब 35 बाघ थे जबकि अब करीब 70 बाघ हो चुके हैं। इस प्रकार बाघों में दोगुनी वृद्धि हो गई है।  

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Kolar News 29 July 2022

सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि अब हर वर्ष अटेर उत्सव मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ओरछा उत्सव और अन्य उत्सव का आयोजन किया जाता है, उसी प्रकार संस्कृति विभाग द्वारा अटेर उत्सव का प्रतिवर्ष आयोजन होगा। इस वर्ष अटेर में 27-28 नवम्बर को अटेर उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह बातें सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने भिण्ड में मीडिया प्रतिनिधियों से अनौपचारिक चर्चा के दौरान कहीं।सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान जी और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री माननीय सुश्री उषा ठाकुर जी ने अटेर उत्सव आयोजन के उनके आग्रह को स्वीकार किया। इसके लिये वह क्षेत्र की जनता की ओर से उनका ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि अटेर उत्सव आयोजन के लिये उनके द्वारा पिछले वर्षों से पहल की जा रही थी। सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि अटेर के ऐतिहासिक, पुरातात्विक और सांस्कृतिक विरासत से नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिये अटेर उत्सव में विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। भिण्ड जिले के अटेर की ऐतिहासिक, पुरातात्विक धरोहर के संरक्षण का कार्य भी होगा। अटेर उत्सव राज्य सरकार के सांस्कृतिक आयोजन के कैलेण्डर में सम्मिलित किया गया है।

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Kolar News 28 July 2022

विजयनगर विकासखंड के बड़ौदा गांव में अज्ञात बीमारी फैलने की वजह से लगभग 50 ग्रामीण बीमार हो गए जिनमें से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है।  सूचना मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। गांव के रास्ते को बरसाती नाले ने बंद कर रखा है। इस वजह से ग्रामीण बुजुर्ग और महिला मरीजों को ट्यूब के सहारे नाले को पार कर अस्पताल तक पहुंचा रहे हैं। मामला विजयपुर विकासखंड क्षेत्र के झार बड़ौदा गांव का है। बताया गया है कि बीते सोमवार से इस गांव में अज्ञात बीमारी फैलने की वजह से लगभग 50 लोग बीमार हो गए हैं। मरीजों को उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत है। जिनमें से पांच की हालत नाजुक बनी हुई है। सभी का उपचार विजयपुर अस्पताल में किया जा रहा है। मरीजों को गांव में उपचार मुहैया कराया जाना तो दूर उन्हें नाला पार कराने के लिए भी प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली, जिससे उन्हें ट्यूब के सहारे बरसाती नालों को पार करके अस्पताल तक पहुंचना पड़ा है।        बता दें कि बीते 15 दिनों में इसी तरह की बीमारियां तीन अन्य गांवों में भी फैल चुकी हैं। एक गांव में 3 लोगों की मौत भी उल्टी- दस्त की वजह से हो चुकी है। इसके बाद भी गांव-गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाने की दिशा में स्वास्थ्य महकमे द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे बार-बार इस तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं।परेशान ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अज्ञात बीमारी फैलने की वजह से 20 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। जिन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए ट्यूब आदि का सहारा लेना पड़ा है। प्रशासन द्वारा कोई मदद मुहैया नहीं कराई जा सकी है, जिससे ग्रामीण अभी भी परेशान हैं। उधर विजयपुर बीएमओ का कहना है कि जैसे ही गांव में बीमारी फैलने की सूचना मिली वैसे ही वहां पर टीमें भेजी गई हैं। बीमारी को जल्दी कंट्रोल कर लिया जाएगा। दूसरी जगह भी सेक्टर सुपरवाइजर से लेकर एएनएम को अलर्ट कर दिया है। जहां भी इस तरह की दिक्कतें सामने आएंगी वहां तत्काल मरीजों का उपचार करके स्थिति को संभाला जाएगा।  

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Kolar News 28 July 2022

डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन की ओर से आकाशा एयरलाइन कंपनी को अहमदाबाद, बैंगलूरु, कोच्चि एवं मुंबई तक उड़ान भरने की अनुमति दी गई है। इन उड़ानों को राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने का प्रयास है। इसके लिए स्लॉट निर्धारित होने के बाद डीजीसीए एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की औपचारिकता होना बाकी है। जेट एयरवेज के स्लॉट खाली होने से आकाशा एयरलाइन को मिलने में आसानी हो सकती है, अंतिम निर्णय अभी बाकी है। एयर कनेक्टिविटी फॉर भोपाल डेवलपमेंट ग्रुप ने सरकार से भूमिका निभाने की मांग की है। डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन ने विभिन्न स्थलों की जांच निरीक्षण एवं स्पाइसजेट कंपनी के विमानों के लगातार खराब होने के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया था। डीजीसीए ने कंपनी को 50 फ़ीसदी उड़ानों को ग्राउंड करने के निर्देश दिए हैं। इसका मतलब यह है कि कंपनी मौजूदा संचालित विमानों में से आधे ही संचालित कर पाएगी। इस स्थिति में भोपाल एयरपोर्ट से स्पाइसजेट द्वारा नई उड़ान सेवा चालू करने की उम्मीद ही समाप्त हो गई है।   अमृत मिंज, प्रभारी भोपाल एयरपोर्ट का कहना है कि केंद्रीय एजेंसी एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा नई उड़ानों एवं कंपनियों को अनुमति दी जाती है। फिलहाल इस पर विचार जारी है। आबिद फारुखी, संस्थापक, एएफबीडी का कहना है कि नई उड़ानों को शुरू करवाने एवं भोपाल एयरपोर्ट के खाली स्लॉट अन्य कंपनियों को अलॉट कराने में प्रदेश सरकार भूमिका निभा सकती है। इससे शहर के विकास को गति मिलेगी।  

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Kolar News 28 July 2022

मध्यप्रदेश में स्कूली विद्यार्थियों के आधार कार्ड उन्हीं के स्कूल में बनाए जाएंगे। 19 जिलों में स्कूलों के डाटा एंट्री ऑपरेटर को ऑन बोर्ड करा दिया गया है। जल्दी ही मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। RSK द्वारा स्पष्ट किया गया है कि सरकारी स्कूलों में केवल 5 से 15 साल तक के बच्चों के आधार कार्ड बनाए जाएंगे। अपडेट भी किए जा सकते हैं। इसके लिए शासन द्वारा निर्धारित शुल्क लिया जाएगा। बीआरसी को आधार नामांकन सत्यापन हेतु नोडल अधिकारी बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि सभी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है। विद्यार्थी अपनी सुविधा के अनुसार स्कूल अथवा बाजार का चयन कर सकते हैं। उपरोक्त पत्र में इसे प्रतिबंधित नहीं किया गया है।

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Kolar News 27 July 2022

शिवलिंग का शुद्ध जल, दूध, दही, घी एवं शहद इत्यादि से नियमित रूप से अभिषेक किया जाता है। उसके बाद भी पृथ्वी पर प्रकट हुए सभी ज्योतिर्लिंग एवं स्वयंभू शिवलिंग का पत्थर काला होता है। सवाल यह है कि पृथ्वी के उत्तर से दक्षिण तक मौजूद सभी प्रकार की शिवलिंग का पत्थर काला क्यों होता है। यह कोई इत्तेफाक है या फिर इसके पीछे कोई बड़ा विज्ञान है, आइए आज यह रहस्य जानते हैं। आप जानते ही हैं कि पृथ्वी पर मौजूद सभी ज्योतिर्लिंग एक न्यूक्लियर रिएक्टर की तरह होते हैं और इनमें रेडियोएक्टिव एनर्जी पाई जाती है। यही कारण है कि शिवलिंग का नियमित रूप से विभिन्न सामग्री से अभिषेक किया जाता है। जिसके कारण न्यूक्लियर रिएक्टर का खतरा (तीसरी आंख खुलने का खतरा) टल जाता है शिवलिंग के पत्थर का रंग काला होने के पीछे भी यही कारण है। रेडियोएक्टिव एनर्जी के कारण सभी ज्योतिर्लिंग एवं स्वयंभू शिवलिंग अपने आसपास के वातावरण में मौजूद नेगेटिव एनर्जी को अवशोषित करते हैं। इसे आप सरल हिंदी में ऐसे भी कह सकते हैं कि वातावरण में मौजूद सारा जहर सोख लेते हैं। इसके कारण पत्थर का रंग काला और गहरा काला होता चला जाता है। शिवलिंग में रेडियो एक्टिव एनर्जी के कारण ही जब कोई भक्त शिवलिंग को अपने हाथों से स्पर्श करता है तो उसकी सारी नेगेटिव एनर्जी नष्ट हो जाती है और वह सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। कुछ लोग इस वैज्ञानिक प्रक्रिया को चमत्कार भी कहते हैं।

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Kolar News 27 July 2022

शहर के साइकिल ग्रुप्स में शामिल होकर गर्ल्स भी इन दिनों नए-नए टास्क पूरे कर रही हैं। वे अपनी क्षमताओं को आजमाते हुए रोज नए मुकाम हासिल कर रही हैं। कोई तेज धूप, बारिश और ठंड में 300 से 600 किलोमीटर राइडिंग के चैलेंज पूरे कर रही है तो कोई साइकिलिंग कर नर्मदा परिक्रमा कर रही है। इनका कहना है कि सोलो और ग्रुप दोनों राइड का अपना मजा है। हालांकि, ऐसा करने पर कई बार उन्हें लोगों के ताने भी सुनने पड़ते हैं, लेकिन वे इसकी परवाह नहीं करती क्योंकि अब साइकिलिंग उनके लिए पैशन बन चुका है। वे भी पुरुषों की तरह हर मुकाम हासिल करना चाहती हैं। उनका टारगेट साइकिल से ही पूरे देश की यात्रा करने का है। राइडर मुस्कान रघुवंशी ने बताया कि मैंने करीब एक साल पहले साइकिलिंग शुरू की थी। इसके बाद एक इवेंट में अलग-अलग चरणों में 150 से 600 किलोमीटर साइकिलिंग की और एक कैलेंडर ईयर में ऐसा करने वाली मैं सबसे यंगेस्ट फीमेल राइडर बनीं। मैं 19 दिन में नर्मदा की साइकिल से परिक्रमा कर चुकी हूं। इस दौरान करीब 3500 किलोमीटर राइड की। ये मेरे लिए बहुत टफ टास्क था, क्योंकि हर दिन मुझे 150 से 200 किलोमीटर साइकिल चलाना होती थी। कभी पहाड़ तो कभी घाटियां मेरी परीक्षा लेते थे, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। मैं सुबह-5 बजे राइड शुरू करती थी जो रात-11 बजे तक चलती थी। कभी आश्रम-स्कूल तो कभी होटल में स्टे करती। गुजरात में मुझे रुकने की कोई सेफ जगह नहीं मिली तो सौ किलोमीटर लौटकर आना पड़ा। कई बार लड़की को साइकिल चलाते देख लोग बॉडी शेमिंग करते हैं, लेकिन मैं लोगों की इसी सोच में बदलाव के लिए तो ये कर रही हूं। अब गर्ल्स सेफ्टी को लेकर मैं देशभर में साइकिल यात्रा की तैयारी कर रही हूं।

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Kolar News 27 July 2022

मध्य प्रदेश में मानसून की लगातार बारिश होने से नदियों के साथ-साथ जलाशयों के जलस्तर बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के रिपोर्ट के अनुसार भोपाल के कालियासोत, खंडवा के इंदिरा सागर, खरगोन के ओम्कारेश्वर सहित पार्वती, बेतवा, नर्मदा, केन नदी के अलावा कोलार डेम, केरवा डेम, गांधी सागर डेम, रेतन बैराज, तवा डेम, बाणसुजारा सहित अन्य नदियों और डेमों के जल स्तर में भारी वृद्धि दर्ज की गयी है। पश्चिमी मध्य प्रदेश में अनुमान से करीब 46 प्रतिशत अधिक बारिश होने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। प्रदेश के 15 से अधिक डेम में 70-90 प्रतिशत तक जलभराव हो चुका है। इस बार हो रही भारी बारिश के चलते प्रदेश के अधिकतर डेमों के गेट जुलाई के दूसरे सप्ताह से ही खोलने पड़ रहे हैं। इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव एस एन मिश्रा और ईएनसी मदन सिंह डाबर ने राजधानी भोपाल स्थित कलियासोत डेम और केरवा डेम का निरीक्षण किया। इस दौरान विभाग के संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव ने बताया कि भारी बारिश से पानी की आवक दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। ऐसे में प्रदेश में स्थित अधिकतर डेमों के गेट खोले जा रहे हैं।मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि डेम से पानी छोड़ने की स्थिति में डेम के समीप रहने वाले लोगों को पहले अलर्ट करना है, उसके बाद ही पानी छोड़ा जाए। ताकि किसी प्रकार की आपातकालीन स्थिति नहीं बनें। उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जलग्रहण क्षेत्र में आवक के अनुसार ही पानी छोड़े ताकि स्थिति समान्य बनी रहे। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जलग्रहण क्षेत्र और प्रदेश में हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर वृद्धि दर्ज की गई है।

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Kolar News 26 July 2022

5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी मंगलवार (26 जुलाई,2022) से सुबह 10 बजे से शुरू हो गया है। स्पेक्ट्रम की नीलामी में अडानी ग्रुप की एंट्री ने इसे और दिलचस्प बना दिया है। इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि टेलीकॉम के जरिए पहली बार अंबानी- अडानी के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। विशेषज्ञों की ओर से अनुमान लगया जा रहा है कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में टेलीकॉम कंपनियां करीब 14 बिलियन डॉलर (1.12 लाख करोड़ रुपये) पर खर्च कर सकती हैं।मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड नीलामी से पहले ही सभी टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सबसे अधिक अग्रिम राशि राशि जमा करा चुकी है, जिससे यह साफ हो जाता है कि जियो इस नीलामी में सबसे आक्रामक बोली लगा सकता है। वहीं, अडानी ग्रुप अपनी सहायक कंपनी अडानी डाटा नेटवर्क के जरिए बोली लगाएगा। देश की दूसरी सबसे बड़ी भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया भी इस बोली में भाग लेगी। डॉट (Department of Telecommunication) की ओर से दी गई जानकरी के अनुसार, रिलायंस जियो ने 14,000 करोड़ रुपये, भारती एयरटेल ने 5,500 करोड़ रुपये और वोडाफोन- आइडिया ने 2,200 करोड़ रुपये जमा कराएं हैं। वहीं, 5जी के जरिए टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री लेने जा रहे अडानी डाटा नेटवर्क ने 100 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई है। 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी पर रिपोर्ट जारी करते हुए जेफरीज ने रिलायंस जियो के बारे में कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम शाखा 11 बिलियन डॉलर (लगभग 88,000) करोड़ रुपये तक खर्च कर सकती है। अगर वह 700MHz बैंड के लिए बोली लगाते हैं। आगे कहा कि इसके साथ ही जियो 5MHz वाले स्पेक्ट्रम के लिए भी बोली लगा सकता है, जिसका खर्च 19,600 करोड़ रुपये तक आ सकता है।

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Kolar News 26 July 2022

मानसून के सक्रिय रहने के चलते मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल सहित अनेक स्थानों पर झमाझम बारिश होने के कारण नर्मदा सहित अन्य प्रमुख नदियां एवं नाले उफान पर बह रहें हैं। वहीं, राजधानी भोपाल के भदभदा और कलियासोत डैम सहित अनेक स्थानों पर बांध के गेट खोल दिए गए हैं। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से आठ जिलों में मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश दर्ज की गई, जिससे नर्मदा, पार्वती बेतवा एवं अन्य नदियों पर बनाये गए 52 प्रमुख बांधों में से 14 बांधों के कुछ गेट खोल कर पानी छोड़ा जा रहा है और नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षा हेतु सतर्क कर दिया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार मध्य प्रदेश के आठ जिलों भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, गुना, आगर मालवा एवं शाजापुर जिलों में अगले 24 घंटों में कहीं-कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। आईएमडी ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि इस दौरान इन आठ जिलों में 115.6 मिलीमीटर या उससे अधिक बारिश हो सकती है । इसके अलावा, मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 जिलों बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, खंडवा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट एवं नरसिंहपुर जिलों में इस दौरान कहीं-कहीं पर अधिक से बहुत अधिक वर्षा की संभावना जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि इस दौरान इन 16 जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक वर्षा होने का अनुमान है।

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Kolar News 25 July 2022

कोविड के बीच एक नई मुसीबत आन पड़ी है, वो है- वायरल फीवर । बीते 15 दिन में इससे पीड़ित 500 से ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग भोपाल के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी 60 फीसदी तक बढ़ गई है। दरअसल, शहर में वायरस का रूप एक बार फिर बदला हुआ दिख रहा है। शहर में वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है। हालांकि इस बार सामान्य लक्षणों के साथ मरीजों को कमर में तेज दर्द, घुटने और जोड़ों में दर्द भी हो रहा है। यह सभी लक्षण चिकनगुनिया के भी है, ऐसे में डॉक्टर एहतियातन मरीजों का चिकन गुनिया टेस्ट करा रहे हैं लेकिन वह निगेटिव आ रहा है। चिकित्सकों के अनुसार वायरस ने अपना रूप बदला है इसलिए लोग अपनी इम्युनिटी पर विशेष ध्यान दें। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राकेश श्रीवास्तव बताते हैं कि इस वायरस से लोगों को बुखार हो रहा है। पहले जहां गले में खराश की समस्या सामने आ रही थी अब मरीजों को चलने में तकलीफ हो रही है। इसके साथ ही कमर और जोड़ों में बहुत तेज दर्द भी हो रहा है। मामले में चिकित्सकों ने बताया कि हाईग्रेड फीवर की शिकायत के साथ ओपीडी में आ रहे मरीजों की ब्लड रिपोर्ट में डेंगू और चिकनगुनिया की तरह प्लेटलेट्स काउंट्स में गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन, उनका टेस्ट निगेटिव आ रहा है। कुछ बच्चों में बुखार, उल्टी, दस्त के अलावा सांस लेने में तकलीफ की शिकायत भी सामने आ रही है। इसके लक्षण है तेज बुखार आना ,शरीर में तेज दर्द ,गले में खराश और दर्द ,त्वचा पर हल्के धब्बे पडऩा ,मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द ,कमजोरी महसूस करना। 

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Kolar News 25 July 2022

मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले  में एक बार फिर मनावता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां 3 घंटे तक एक प्रसूता एम्बुलेंस के इंतजार में तड़पती रही और फिर इंतजाम करके जैसे ही ई-रिक्शा से अस्पताल के लिए निकली इससे पहले ही ई रिक्शा में उसने बच्चे को जन्म दे दिया है। राहत की बात ये है कि बच्चा और मां दोनों सुरक्षित और स्वस्थ्य है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठा दिए है। यह मामला श्योपुर जिले के विजयपुर नगर के चौक का है।यहां दोर्द गांव में रहने वाले राजपाल यादव की पत्नी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने 108 एंबूलेंस को बुलाने के लिए फोन किया, लेकिन 3 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी एंबूलेंस प्रसूता को लेने के लिए नहीं पहुंची। जब पत्नी को ज्यादा पीड़ा होने लगी तो राजपाल यादव ने ई-रिक्शा का इंतजाम किया और ई रिक्शा में पत्नी को लिटा कर अस्पताल ले जाने लगा, लेकिन जैसे ही ई-रिक्शा प्रसूता को लेकर विजयपुर सिविल अस्पताल पहुंचा तो यहां अस्पताल परिसर में ही प्रसूता ने ई-रिक्शा में बच्चे को जन्म दे दिया। जैसे ही इस घटना के बाद में स्वास्थ्यकर्मियों, ड़ॉक्टरों और प्रबंधन को पता चला पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया।आनन फानन  प्रसूता को बच्चे समेत प्रसव वार्ड में भर्ती करवाया गया और जांच की गई। राहत की बात ये रही कि दोनों की स्थिति सामान्य है। इस मामले में सीएमएचओ डॉ बीएल यादव का कहना है कि इस बात की जांच करेंगे कि आखिर जननी एक्सप्रेस प्रसूता को लेने के लिए क्यों नहीं पहुंची। हैरानी की बात ये है कि दो दिन पहले ही भिंड जिले के निसार गांव में महिला को प्रसव पीड़ा होने और समय पर एंबुलेंस ना पहुंचने पर परिजन उसे लोडिंग गाड़ी में लिटाकर लहार अस्पताल पहुंचा थे, लेकिन  इसके पहले ही प्रसूता और उसके बच्चे की मौत हो गई थी।

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Kolar News 24 July 2022

भारतीय स्वाधीनता संग्राम के महानायक अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की 116वीं जयंती पर भोपाल में शनिवार से प्रदेश की पहली यूथ महापंचायत हुई। रवींद्र भवन में हो रहे दो दिवसीय समारोह का उद्घाटन करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सात महासंकल्प लिए। उन्होंने कहा, आज चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिन पर मेरे मन में यही संकल्प पैदा हुआ है कि भोपाल में उचित स्थान देकर उनकी भव्य प्रतिमा लगाई जाए, जो देशभक्ति की प्रेरणा देगी। हमारे बाइकर मित्र आजाद की जन्मभूमि भाबरा (आलीराजपुर) की पवित्र धरती से माटी लेकर आए हैं। अभी तो हम इसे शौर्य स्मारक में स्थापित करेंगे, लेकिन जब चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा लगेगी तब आधार बनाने में इसका उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने प्रदेश के लाखों युवाओं (भांजे-भांजियों) के लिए युवा नीति, पुरस्कार, सलाहकार परिषद्, एक लाख सरकारी नौकरियां, स्वरोजगार के अवसर और कॉलेजों में युवा सेल की सौगात दी।   सीएम ने प्रदेश में विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। लाड़ली लक्ष्मी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अब बेटियों की सुरक्षा प्राथमिकता पर है। उनका निरादर करने वालों के घर पर बुल्डोजर चलता है, ताकि बाकियों के लिए नजीर बने। कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने युवाओं से कहा, अब आपका दौर है। अपने प्रदेश, माता-पिता और उससे भी आगे अपने लिए कुछ करना होगा। इसमें खेल और कौशल विकास विभाग युवाओं के साथ है।

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Kolar News 24 July 2022

मध्यप्रदेश में भारी बारिश से पानी की आवक दिन-ब-दिन बढ़ रही है, ऐसे में प्रदेश में स्थित अधिकतर डेमों के गेट खोल दिए हैं, एक तरफ भारी बारिश, तो दूसरी तरफ डेमों से पानी छोडऩे से कई निचली बस्तियों और डेमों के समीप रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है कि वे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं, ताकि किसी प्रकार की आपातकालीन स्थिति नहीं बनें। आपको बतादें कि प्रदेश में हर साल अगस्त सितंबर माह में डेमों के गेट खोले जाते हैं, लेकिन इस बार हो रही भारी बारिश के चलते प्रदेश के अधिकतर डेमों के गेट जुलाई के दूसरे सप्ताह से ही खुलने लगे हैं, अधिकतर डेमों के गेट खुल जाने से जहां लोग प्रकृति का लुत्फ लेने पहुंच रहे हैं, वहीं कई डेमों से निकल रहे भयंकर पानी से लोग काफी परेशान हो चुके हैं, क्योंकि उनके घर आंगन में भी जल भराव हो गया है। नर्मदापुरम जिले में स्थित तवा डेम के गेट खुले कई दिन हो गए हैं, यहां शुरूआत से ही सारे गेट खोल दिए गए हैं, इस कारण काफी मात्रा में पानी छूटने के कारण कई गांव और निचली बस्तियां जलमग्न हो गई है। ऐसे में लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है, वहां प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिया है। बैतूल जिले में हो रही लगातार बारिश से सापना बांध भी ओवर फ्लो हो गया है। बांध से पानी छलककर बहने लगा है, जैस-जैसे पानी की आवक बढ़ रही है बांध से पानी निकलने वाले पानी की चादर मोटी होती जा रही है। अधिक बारिश के चलते यह बांध अन्य सालों की अपेक्षा इस बार पहले ही छलक उठा है, हर बार ये बांध अगस्त और सितंबर माह में छलकता है।    

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Kolar News 24 July 2022

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में सहायक आयुक्त एनएस बरकड़े ने सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने पर आधा दर्जन शिक्षकों को नोटिस भी जारी किया गया है। तथा एक शिक्षक को सस्पेंड किया है। जानकारी के अनुसार हर्रई ब्लॉक के प्राथमिक शाला भैसाकला में पदस्थ शिक्षक मान सिंह डेहरिया के विरुद्ध पुलिस द्वारा धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया। जिसकी सूचना मिलने पर सहायक आयुक्त बरकड़े द्वारा शिक्षक मान सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। वही स्कूल से अक्सर गायब वाली पालाचौरई उमा विधालय की शिक्षिका माधवी बनर्जी को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। इसी तरह सालीवाड़ा प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक बलवंत उइके को शराब के नशे में स्कूल पहुंचने, ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद से स्कूल नहीं पहुंचने के चलते नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है। जुन्नारदेव ब्लॉक के प्राथमिक शाला पटेलीखेड़ा का अलग ही मामला प्रकाश में आया। यहां पदस्थ शिक्षिका शानू दुबे स्कूल नहीं पहुंचती है। शिकायत में बताया गया कि शिक्षिका शानू दुबे ने स्कूल में अध्यापन कार्य हेतु वनग्राम कन्हान से एक मजदूर को रख लिया गया है। जिसके सहारे विधार्थियों को शिक्षा के लिए छोड़ दिया गया है। ऐसे में विधार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। शिकायत को लेकर सहायक आयुक्त शबरकड़े द्वारा शिक्षिका को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है ।

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Kolar News 23 July 2022

मध्यप्रदेश में कोरोना  लगातार अपने पैर पसार रहा है।  पिछले 8 दिनों में कोरोना से दूसरी मौत सामने आयी है। कोरोना के कारण मंदसौर के 17 साल के लड़के ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इतनी कम उम्र में कोरोना के कारण हुई मौत ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता को काफी बढ़ा दिया है। सूत्रों के अनुसार जून में रोज़ाना औसतन 63 संक्रमित मिल रहे थे। वहीं इस महीने कोरोना ढाई गुना ज्यादा तेज़ी से पैर पसार  रहा है। इस महीने कोरोना संक्रमितों की दर औसतन 157 मरीज रोजाना हैं। थर्ड वेव के बाद मध्यप्रदेश में सबसे कम उम्र के कोरोना मरीज ने दम तोड़ा है। मृतक शिवराज राठौर मंदसौर की सीतामऊ तहसील के दाबड़ी गांव का रहने वाला है। शिवराज की डेथ इंदौर के एमआरटीबी हॉस्पिटल में हुई है। और यह कोरोना के कारण सबसे कम उम्र में होने वाली दूसरी मौत है। इससे पहले 22 जनवरी को 17 वर्षीय जयेश वर्मा की कोरोना के कारण अरविंदो हॉस्पिटल इंदौर में डेथ हुई थी। इंदौर में जून के महीने में कुल 675 कोरोना संक्रमित मिले थे। जून के महीने में औसतन 21 मरीज रोज मिल रहे थे। जबकि इस महीने संक्रमित तीन गुना से भी ज्यादा तेज़ी से बढ़ रहे है। इंदौर में इस महीने रोज़ 76 पॉजिटिव मिल रहे है। वहीँ मध्यप्रदेश के दूसरे सबसे संक्रमित शहर भोपाल में पिछले महीने जून में औसतन 16 कोविड केस  रोज़ मिल रहे थे। जबकि इस महीने भोपाल में  28 कोविड केस रोज मिल रहे हैं। भोपाल में जून के महीने में 478 मरीज मिले थे। और इस महीने के मात्र 21  दिनों में  ही 597 पॉजिटिव मिल चुके हैं। मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमण से इस साल अब तक 213 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जनवरी-फरवरी में तीसरी लहर के बाद तीन महीने तक मौतों का सिलसिला थमा हुआ था जिससे थोड़ी राहत रही । मार्च, अप्रैल और मई में कोरोना के कारण सिर्फ एक-एक मौत हुई जबकि जून के महीने में कोरोना से हुई मौतों की संख्या तेजी से बढ़ीं हैं। जून में 9 मरीजों की कोरोना से मौत हुई है । हालांकि स्वास्थ्य विभाग मौतों की जानकारी दर्ज करने में देरी कर रहा है। मौत होने के आठ-दस दिन बाद रिकॉर्ड में मौत दर्ज की जा रही है।

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Kolar News 22 July 2022

मध्य प्रदेश भारी बारिश के चलते कई इलाकों के नदी-नाले उफान पर हैं। चंबल नदी के जलस्तर में 4 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। बुधवार-गुरुवार की रात से ही  श्योपुर ,दतिया ,शिवपुरी और भिंड में लगातार बारिश जारी है। बारिश के कारन और कोटा बैराज से छोड़े गए 12 हजार क्यूसेक पानी के असर से मुरैना में राजघाट पर चंबल का जलस्तर 4 मीटर बढ़ गया है। जो की खतरे के निशान से 11.5 मीटर नीचे है। श्योपुर में पार्वती और अमराल नदी उफान पर है जिसके चलते श्योपुर से कोटा हाईवे बंद हो गया है। मौसम विभाग द्वारा बुंदेलखंड - बघेलखंड, ग्वालियर-चंबल, के साथ इंदौर और भोपाल में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है । मौसम विभाग ने ग्वालियर संभागों के जिलों के अलावा  रीवा, नर्मदापुरम, चंबल और अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानपुर और खंडवा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है । लगातार तेज़ बारिश के चलते बुरहानपुर में मांजरोद-दर्यापुर के बीच राजेंद्र दादू सेतु पुल बाढ़ में डूब गया । वहीं ताप्ती खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। लगातार भारी बारिश के कारण गुरुवार दोपहर सतना जिले के मझगवां में 4 घंटे मूसलाधार बारिश से धारकुंडी में स्थित श्री परमहंस आश्रम धारकुंडी में सैलाब आ गया। गनीमत रही कि यह सैलाब दोपहर 4 बजे के करीब आया। इस आश्रम में अनेक साधु-संत रहते हैं लेकिन किसी भी प्रकार की जन-धन हानि नहीं हुई। मध्य प्रदेश की ताप्ती, बेतवा, नर्मदा, शिप्रा सहित कई नदियां उफान पर है। बीते दो-तीन दिनों से भोपाल- इंदौर में सिर्फ बूंदा-बांदी जारी है भारी बारिश थमी हुई है। लेकिन अब यहां भी तेज बारिश की संभावना है। 

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Kolar News 22 July 2022

शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ( आइपीपीबी ) के माध्यम से बैंक समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए राज्य शासन ने आइपीपीबी से एमओयू किया है। शासन ने दुकानों को बहुउद्देश्यीय बनाए जाने की कवायद शुरू की है। दुकानों पर अब हितग्राहियों को राशन वितरण के साथ ही बैंकिंग से लेकर अन्य सेवाएं मिल सकेंगी। खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई के आदेश के तहत अफसर योजना को अमली जामा पहनाने में जुट गए हैं। शासन के पत्र के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण 2015 के तहत उचित मूल्य दुकानों के व्योहार में वृद्धि और आर्थिक लाभ की गतिविधियां बढ़ाने के लिए बहुउद्देश्यीय बनाने का निर्णय लिया गया है। आधार आधारित भुगतान, प्रारंभिक नकद जमा के साथ बैंक खाता खोलना, केवाइसी अपडेट करना, आधार का अपडेशन, बिजली, पानी, मोबाइल,डीटीएच, इएमआइ का भुगतान करना। घरेलू नकदी हस्तांतरण, आइपीपीबी के ग्राहकों के लिए जीवन, स्वास्थ्य बीमा, पेंशन प्लान समेत पीएमजेजेवाई की सेवाएं प्रदान करना। म्यूचुअल फंड्स, खाता विवरण, शेष जमा की पूछताछ आदि। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं की सेवाएं दिए जाने की कार्य योजना तैयार की गई है। राज्य शासन और आइपीपीबी के बीच अनुबंध के तहत उचित मूल्य दुकानों के विक्रेताओं को करसपॉडेंस नियुक्त किया जाएगा। एमओयू के तहत कई बैंकिंग समेत कई अन्य प्रकार की सेवाएं शामिल हैं। इसके अलावा अन्य सेवाओं की जवाबदेही विक्रेताओं की होगी।

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Kolar News 16 July 2022

  मध्यप्रदेश में एडीजी संजय कुमार झा को परिवहन आयुक्त बनाया गया है, वही आईपीएस मुकेश जैन को परिवहन आयुक्त के पद से अब विशेष पुलिस महानिदेशक बनाया गया है, मध्यप्रदेश के गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। आईपीएस संजय कुमार झा बिहार के मधुबनी के निवासी व भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के है, इन्हे उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित किया गया है, आईपीएस संजय कुमार झा बिहार के मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड के डुमरा गांव के रहने वाले हैं, आईपीएस झा वर्तमान में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूरसंचार पुलिस मुख्यालय भोपाल में पदस्थ थे, वो मध्यप्रदेश के चम्बल, जबलपुर और भोपाल में IG के रूप में पदस्थापित रहे हैं।  आपको बता दें कि 1989 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस संजय कुमार झा इससे पहले भी अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रपति सेवा मेडल प्राप्त कर चुके हैं, संजय कुमार झा का सेंट्रल डेपुटेशन पर सशस्त्र सीमा बल के DIG के रूप में मुजफ्फरपुर एवं पटना के कार्यकाल भी काफी सफल रहा है,  इसके अलावा वो उज्जैन के DIG, खंडवा,सिवनी दमोह सहित विभिन्न जिलों में एसपी भी रह चुके हैं।

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Kolar News 16 July 2022

रतलाम में शुक्रवार रात करीब 10 बजे इंदौर-उदयपुर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतरने के मामले में अब जांच कमेटी बनाई जाएगी। इस जांच कमेटी में रेलवे के तीन सीनियर अधिकारियों को शामिल किया जाएगा, ताकि हादसे के असल कारणों का पता लगाया जा सके। इस जांच कमेटी के अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद ही लापरवाह विभाग की लापरवाही तय कर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल शुक्रवार शाम को इंदौर से चलकर उदयपुर जाने वाले गाड़ी संख्या 19329 वीरभूमि एक्सप्रेस रतलाम स्टेशन पर आकर रुकी थी। यहां रन राउंड यानी गाड़ी का इंजन बदला जाना था। इसी दौरान ट्रेन बिना इंजन के इंदौर-फतेहाबाद ट्रैक पर दौड़ गई और उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक घटना में ट्रेन का पिछला डिब्बा SLR यानी लगेज कोच और एक अन्य कोच पटरी से उतर गए । इन दोनों कोच में यात्री सवार थे लेकिन गनीमत रही कि किसी यात्री को चोट नहीं आई। रतलाम स्टेशन पर भक्तान की बावड़ी आउटर पर हुई इस घटना की खबर जैसे ही रेलवेकर्मियों को लगी तो तत्काल आरपीएफ और रेलवे कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंच गई। राहत बचाव के दौरान यात्रियों को तत्काल ट्रेन के कोच से बाहर आने के लिए अनाउंस किया गया। इस दौरान कुछ यात्रियों ने पटरी से उतरे कोच से कूदकर जान बचाई तो कुछ यात्रियों को आरपीएफ की मदद से कोच से उतारा गया। रतलाम एडीआरएम अशफाक खान ने बताया कि इंदौर से उदयपुर के लिए जा रही गाड़ी संख्या 19329 का यहां इंजन रिवर्सन होना था। रिवर्सन के दौरान ही गाड़ी री रोल हो गई। हादसे की जांच के लिए अब एक कमेटी बनेगी। कमेटी के जांच करने के बाद ही हादसे की असल वजह सामने आ पाएगी। एडीआरएम ने लाइव हिंदुस्तान को बताया कि हादसे के बाद रतलाम आने वाली कुछ गाड़ियों के प्लेटफॉर्म बदले गए हैं तो वही कुछ गाड़ियों को देवास - उज्जैन होते हुए परिवर्तित मार्ग से बुलाया गया है। वर्तमान में एक डिब्बा पटरी पर बैठा दिया गया है। लेकिन रेल यातायात बाधित ना हो इसलिए दूसरा डिब्बा कुछ देर में बैठाया जाएगा।  

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Kolar News 16 July 2022

मध्य प्रदेश शासन के कार्यालय आयुक्त जनजातीय कार्य द्वारा सर्कुलर नंबर 14454 दिनांक 14 जुलाई 2022 के माध्यम से उन स्कूलों की लिस्ट जारी कर दी है जिनका विलय सीएम राइज स्कूलों में किया जा रहा है। उपायुक्त/नोडल अधिकारी सीएम राइज जनजातीय कार्य मध्यप्रदेश के हस्ताक्षर से सभी सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के नाम जारी पत्र में बताया गया है कि उनके अधिकार क्षेत्र में कुल 35 स्कूलों का चयन सीएम राइज योजना के तहत हुआ है। स्कूलों में, इनके आसपास संचालित ऐसे सभी स्कूलों का विलय किया जाना है जिन में विद्यार्थियों की संख्या सबसे कम है। यह लिस्ट डिपार्टमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट और संबंधित ऑफिस में उपलब्ध है।उपायुक्त ने अपने पत्र के साथ एक लिस्ट भी अटैच की है। जिसमें उन सभी स्कूलों के नाम लिखे हुए हैं जहां पर विद्यार्थियों की संख्या 100 से कम है और जिन का विलय सीएम राइज स्कूल में किया जाना है। यह लिस्ट वेरिफिकेशन के लिए भेजी गई है। असिस्टेंट कमिश्नर ट्राईबल की तरफ से वेरीफाइड होने के बाद स्कूलों के विलय की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

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Kolar News 15 July 2022

मध्यप्रदेश की शिक्षा संस्थानों की उच्च गुणवत्ता को अब राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है।  नेशनल एजूकेशन रैंकिंग में एमपी के इंदौर के शिक्षण संस्थान अव्वल आए हैं। शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों की जो रैंकिंग सूची जारी की गई है उसमें इंदौर के शिक्षण संस्थान भी शामिल हैं। भारत के शीर्ष संस्थानों की यह सूची केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जारी की।इंदौर को इस सूची में अहम स्थान मिला है। इस सूची के अनुसार इंदौर इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट यानि आइआइएम इंदौर देशभर के 10 सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन कालेजों में शुमार है।  सूची में इंदौर इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट सातवें स्थान पर है। आइआइएम इंदौर ने 70.66 अंक हासिल किए हैं। आइआइएम अहमदाबाद 83 अंकों के साथ इस सूची में शीर्ष पर है। आइआइएम बेंगलोर दूसरे और आइआइएम कलकत्ता तीसरे स्थान पर है देश के शीर्ष इंजीनियरिंग कालेजों में इंदौर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी यानि आइआइएसटी इंदौर को 16वां स्थान मिला है। आइआइएसटी इंदौर को करीब 62 प्रतिशत रैंकिंग अंक मिले हैं। इसी तरह देश के शीर्ष डेंटल कालेजों की सूची में भी इंदौर का शासकीय डेंटल कालेज शामिल है। शासकीय डेंटल कालेज इस सूची में 39वें स्थान पर है। कालेज को कुल 48.85 अंक मिले हैं। इंदौर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी आइआइएसटी को ओवर आल सूची में 31वीं पोजीशन मिली है। इंदौर के आइआइएसटी को 55 प्रतिशत से ज्यादा रैंकिंग अंक मिले हैं। रिसर्च इंस्टीट्यूट वर्ग में भी इंदौर आइआइएसटी 26वीं पोजीशन पर है। इस वर्ग में उसे 50.73 प्रतिशत रैंकिंग अंक प्राप्त हुए हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा जारी भारत के शीर्ष संस्थानों की इस सूची में इंदौर के शिक्षण संस्थानों ने स्थान प्राप्त कर यहां की बेहतर शिक्षा प्रणाली पर एक बार फिर मुहर लगा दी है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क यानि एनआईआरएफ शिक्षा मंत्रालय द्वारा यह सूची तैयार की गई है। सूची में दिल्ली विश्वविद्यालय यानि डीयू से संबद्ध कॉलेजों को देश भर के शीर्ष कॉलेजों में सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है। 

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Kolar News 15 July 2022

मध्य प्रदेश के स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए गेस्ट टीचरों की भर्ती होगी। मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय ने इस संबंध में दिशानिर्देश और शेड्यूल जारी कर दिए हैं। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियां रिक्त पदों पर की जाएंगी। अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए अपडेशन कार्य 15 जुलाई 2022 से शुरू किए जाएंगे। जिन स्कूलों में अतिथि शिक्षकों का पैनल उपलब्ध है और पद खाली हैं, वहां पद रिक्त होने की स्थिति में एएमसी/एसएमडीसी की बैठक 20 जुलाई को होगी। इसके बाद अगले दिन 21 जुलाई 2022 को निर्देशों के मुताबिक अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही जिन विद्यालयों में पैनल उपलब्ध नहीं है, वहां अतिथि शिक्षकों को 20 जुलाई 2022 से आमंत्रित करने के लिए शिक्षक पोर्टल में रिक्त पदों की डिटेल्स डाली जाएगी। इके बाद स्कूल द्वारा आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 21 से 23 जुलाई तक शिक्षक पोर्टल में स्कूल द्वारा आवेदन प्राप्त किया जाएगा। 25 जुलाई को एसएमडीसी की बैठक होगी। 26 जुलाई को अतिथि शिक्षक आमंत्रण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के स्कोर कार्ड के माध्यम से उन्हें जॉइनिंग दी जाएगी सीएम राइज स्कूलों में भी विषय शिक्षकों के खाली पद के लिए उपरोक्त प्रक्रिया के अनुसार अतिथि शिक्षकों को बुलाया जाएगा। संचालनालय ने सर्कुलर के मुताबिक स्कूलों में प्रयोगशाला, खेलकूद व अन्य सह अकादमिक पदों के लिए अतिथि शिक्षकों के आमंत्रण के निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। संचालनालय ने निर्देश दिए हैं कि अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आवेदक की GFMS पोर्टल में रजिस्टर्ड जानकारी वेरिफाइड है या आवेदक के पास कोई स्कोरकार्ड है। ऑफलाइन मोड से भर्ती प्रक्रिया बिल्कुल भी न हो।

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Kolar News 15 July 2022

मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो रही है जिसमे अलग लग जगह से लोगों की मौत की खबरे आरही है। ऐसा ही एक हादसा राजस्थान के झालावाड़ जिले से सटे मध्य प्रदेश के सोयत खुर्द (आगर मालवा) गांव से सामने आया है। जहाँ स्कूल से घर जा रहे कुछ बच्चों पर आकाशीय बिजली गिर गई। बिजली गिरने से 3 बच्चों की मौत हो गई। और मरने वालों में 2 सगे भाई भी शामिल हैं। और 4 बच्चे बुरी तरह से झुलस गए हैं। सभी घायल बच्चों को झालावाड़ के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घायल बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे हरीश पंचाल ने बताया कि घटना मंगलवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे की है। आगर मालवा (मध्य प्रदेश) जिले के सोयत खुर्द गांव में सरकारी स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चे घर जा रहे थे। लेकिन अचानक तेज बारिश शुरू हो गई और बारिश से बचने के लिए 10 बच्चे बरगद के पेड़ के नीचे खड़े हो गए। जिसके बाद अचानक आकाशीय बिजली गिरी और बच्चे घायल हो गए। इसके तुरंत बाद इनको हॉस्पिटल में लाकर भर्ती कराया गया है। जहाँ 3 बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जिनमे दो सगे भाई कुंदन पुत्र हरिश्चंद्र और चंदन पुत्र हरिश्चंद्र निवासी सोयत खुर्द शामिल हैं।   

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Kolar News 12 July 2022

प्रदेश में लगातार भारी बारिश के चलते कई लोगों के पानी में फसे रहने की खबरे सामने आरही है। सीहोर में मजदूर बाढ़ में फंस गए  जो सीप नदी के स्टॉप डैम पर काम कर रहे  थे। नसरुल्लागंज के साला रोड गांव में स्टॉप डैम चल रहा है । बताया जा रहा है  कि 15 मजदूर काम कर रहे थे। और भारी बारिश की वजह से नदी में अचानक पानी आ गया। 6 लोग अभी भी नदी के बीच में फंसे हुए हैं। मजदूरों को  रेस्क्यू करने के लिए टीम मौके पर पहुंच चुकी है। जानकारी के अनुसार पुलिया के ऊपर से पानी बहने के कारण नसरुल्लागंज - इंदौर हाईवे बंद है। आज भी भोपाल में रुक रुक कर बारिश जारी है। सोमवार को लगातार भारी बारिश के चलते भोपाल नर्मदापुरम में 4 और 6 साल के दो बच्चे पानी में बह गए। जिनके शव बुधवार को मिले है । इंदौर सहित मध्यप्रदेश के 37 शहरों में भी आज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने भी भारी बारिश के चलते अगले 24 घंटे में बाढ़ का अनुमान जताया है।जिनका रहवास नदी के किनारों पर है उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है। ग्वालियर-चंबल, बघेलखंड में अभी बारिश का आगमन पूरी तरह से नहीं हुआ है। अब तक मध्यप्रदेश में 10 इंच से ज़्यादा बारिश दर्ज की गयी है।1 जून से 12 जुलाई तक प्रदेश में करीब सवा 9 इंच ही बारिश होती है। प्रदेश में अभी की स्थिति में 8 प्रतिशत ज्यादा यानी एक इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। मध्यप्रदेश में लगातार गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो रही है। कई जगह बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। भारी बारिश और बिजली गिरने के कारण 37 दिनों में ही 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इन घटनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा आकाशीय बिजली से बचने के लिए एडवाइजरी भी जारी किया गया है। 

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Kolar News 12 July 2022

देश के सभी कोने में भारी बारिश हो रही है। वहीँ लगातार भारी बारिश के चलते गुजरात के दक्षिण और मध्य के 6 जिले छोटा उदयपुर, डांग, नर्मदा, वलसाड, नवसारी और पंचमहाल में बाढ़ के हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। अहमदाबाद के भी कई इलाकों में रविवार को 3 से 12 इंच बारिश दर्ज की गयी है। बारिश के चलते कई इलाकों में सड़कों पर पानी भरा  हुआ है और लोगों के घरों में भी पानी भर जाने से लोगों को काफी परेशानी हो गयी है। कई इलाकों में जलभराव के कारण सभी शासकीय स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना सहित 25 राज्यों में भारी बारिश होने के आसार हैं। महाराष्ट्र में जून से लेकर अभी तक हुई बारिश और बाढ़ के कारण हुए हादसों में 70 से भी ज़ादा लोगों की जान जा चुकी है।एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में ही लगभग 9 लोगों की जान गयी है। मौसम विभाग द्वारा महाराष्ट्र के रत्नागिरि सहित  4 जिलाें में ऑरेंज और 8 जिलों में  येलो अलर्ट जारी किया  गया है। सूत्रों के अनुसार असम में बाढ़ के पानी में बहने से दो लोगों ने अपनी जान गँवा दी है । राजस्थान में भी अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पंजाब में बारिश के बीच सड़क निर्माण को लेकर राज्य सरकार 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। जहाँ एक तरफ देश के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते तफरी मची हुई है वही दूसरी तरफ दिल्ली ,उत्तर प्रदेश ,बिहार और झारखंड, के कई इलाकों में पूरी तरह से मानसून का आगमन भी नहीं हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले तीन दिनों तक मध्यप्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं भोपाल में 20 घंटे में 6 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गयी है । ग्वालियर ,इंदौर, उज्जैन, के हालात भी समान रहे । यहां के कई क्षेत्रों  में 1 से 9 इंच बारिश दर्ज की गई है। 

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Kolar News 11 July 2022

मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी लाचार है यह आज एक बार फिर देखने को मिला, जब जबलपुर के पाटन शासकीय सामुदायिक अस्पताल में, जहां पर बीमार मरीज को अस्पताल में देखने के लिए डॉक्टर नहीं था। समय पर मरीज को इलाज नहीं मिला जिसके चलते उसकी मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद परिजनों ने शासकीय अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। परिजनों का आरोप है कि टीकाराम रैकवार के सीने में दर्द हुआ था जिसे की इलाज के लिए पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आया पर वहां उनका उपचार नर्स ने किया। परिजन बार-बार बीमार टीकाराम को मेडिकल कॉलेज ले जाने की बात अस्पताल में मौजूद स्टाफ से करते रहे पर अस्पताल से मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए कोई वाहन अस्पताल में मौजूद नहीं था। इतना ही नहीं जब जननी एक्सप्रेस से ले जाने की बात परिजनों ने की तो यह कह दिया कि अभी ड्राइवर नहीं है आखिरकार कुछ ही देर में बीमार टीकाराम की मौत हो गई जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। इधर लगातार बढ़ते विवाद को देखते हुए पुलिस का अमला भी अस्पताल पहुंच गया और नाराज परिजनों को समझाइश देता रहा।

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Kolar News 10 July 2022

मुरैना जिले में एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसे देखकर सभी की रूह कांप उठी। जिला अस्पताल के पास आठ साल का मासूम अपनी गोद में दो साल के भाई का शव लिए सड़क किनारे बैठा था। मृतक का गरीब पिता अपने बच्चे के शव को घर ले जाने के लिए कम किराये वाले वाहन की तलाश में फिरता रहा। विचलित कर देने वाला यह द्श्य जिसने भी देखा उसकी आत्मा सिहर गई। आंखों से आंसू निकल आए। जिला अस्पताल से शव ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला, लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ा तो तुरंत ही एंबुलेंस का इंतजाम हो गया। बताया जा रहा है कि अंबाह के बड़फरा गांव निवासी पूजाराम जाटव अपने दो साल के बेटे राजा को एंबुलेंस से अंबाह अस्पताल से रैफर कराकर जिला अस्पताल में लाया था। एनीमिया और पेट में पानी भरने से परेशान राजा ने जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अंबाह अस्पताल से राजा को लेकर जो एंबुलेंस आई वह तत्काल लौट गई। राजा की मौत के बाद उसके गरीब पिता पूजाराम ने अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ से शव को गांव ले जाने के लिए वाहन की बात की तो यह कहकर मना कर दिया कि शव ले जाने के लिए अस्पताल में कोई वाहन नहीं है। बाहर भाड़े से गाड़ी कर लो। अस्पताल परिसर में खड़ी एंबुलेंस के किसी संचालक ने एक तो किसी ने डेढ़ हजार रुपये मांगे। पूजाराम के पास इतनी रकम नहीं थी, इसलिए वह अपने बेटे राजा के शव को लेकर अस्पताल के बाहर आ गया। साथ में आठ साल का बेटा गुलशन भी था। अस्पताल के बाहर भी कोई वाहन नहीं मिला। इसके बाद गुलशन को नेहरू पार्क के सामने, सड़क किनारे बने नाले के पास बैठाकर पूजाराम सस्ता वाहन तलाशने चला गया।  एक घंटे तक आठ साल का गुलशन अपने दो साल के भाई के शव को गोद में लेकर बैठा रहा। इस दौरान उसकी नजरें टकटकी लगाए सड़क पर पिता के लौटने का इंतजार करती रहीं। कभी गुलशन रोने लगता तो कभी अपने भाई के शव को दुलारने लगता। सड़क पर राहगीरों की भीड़ लग गई, जिसने भी यह द्श्य देखा उसकी रूह कांप गई, कई लोगों की आंखें से आंसू बह निकले। सूचना मिलने पर कोतवाली टीआई योगेंद्र सिंह जादौन आए। उन्होंने मासूम गुलशन की गोद से उसके भाई का शव उठवाया। दोनों को जिला अस्पताल ले गए। वहां गुलशन का पिता पूजाराम भी आ गया। एंबुलेंस से शव को बड़फरा भिजवाया गया। रोते हुए पूजाराम ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। तीन बेटे और एक बेटी। राजा सबसे छोटा था। पूजाराम के अनुसार उसकी पत्नी तुलसा तीन महीने पहले घर छोड़कर अपने मायके डबरा चली गई है। वह खुद ही बच्चों की देखभाल करता है।

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Kolar News 10 July 2022

मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्राइमरी स्कूल स्टूडेंट्स के काफी ज्यादा वजनी स्कूल बैग के मामले में समझाते हुए कहा है कि अब सप्ताह में एक दिन बच्चों को बिना बैग के स्कूल बुलाया जाए। बाल संरक्षण बाल अधिकार संरक्षण आयोग का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सप्ताह में 1 दिन बच्चों को बिना बैग स्कूल आने की सुविधा दी है। आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री चाहें तो मध्यप्रदेश में भी इस पर अमल किया जा सकता है। और बच्चों के लिए कुछ किया जा सकता है  आयोग की टीम ने पिछले दिनों जब कई जिलों के स्कूलों का निरीक्षण किया तो 15 से 20 किलो के बैग छोटी क्लास के बच्चों के साथ पाए गए। जबकि 5 किलो से ज्यादा वजन के बैग इन बच्चों के पास नहीं होना चाहिए। बफ रिपोर्ट के अनुसार  दिसंबर 2020 में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्कूल बैग पॉलिसी जारी की गई थी। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य बृजेश चौहान के मुताबिक सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि दिसंबर 2020 की पॉलिसी पर अमल कराया जाए। आयोग की टीम आचार संहिता के बाद स्कूलों का औचक निरीक्षण भी करेगी।

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Kolar News 10 July 2022

सीएम शिवराज ने कहा कि पूर्वी मध्य प्रदेश के बेल्ट में भारी मात्रा में खनिज है। ऐसे में इसके तैयार उत्पाद बनाने के बाद वाराणसी जबलपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर सहित वाराणसी मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का सीधा लाभ मध्य प्रदेश को ही होगा। सीएम शिवराज ने वाराणसी मुंबई को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। यदि इसकी मंजूरी मिलती है तो मध्य प्रदेश से गुजरने वाला यह देश का तीसरा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बन  सकता है। सीएम शिवराज ने दिल्ली-नागपुर औद्योगिक कॉरिडोर पर प्राथमिकता के आधार पर प्रस्ताव की स्वीकृति मांगी है, जिससे मुरैना, ग्वालियर, गुना, भोपाल, होशंगाबाद और बैतूल में उद्योग लगाए जा सकेंगे । दिल्ली-नागपुर कॉरिडोर के अलावा, वाराणसी-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर में कहा गया है कि पूर्वी मध्य प्रदेश में एल्यूमीनियम और कोयले जैसे खनिज संसाधनों की प्रचुरता है। यदि पूर्व मध्य प्रदेश को पश्चिम से जोड़ दिया जाए तो क्षेत्र में बेहतर सड़क संपर्क से विकास होगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना को निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पूर्ण  किया जाएगा। दिल्ली मुंबई कॉरिडोर में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र छह राज्य हैं जो काम और प्रभावित हिस्से को संपर्क से विकास शील बनाते हैं। यह परियोजना रेलवे के वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का अनुसरण करेगी और इसका उद्देश्य अपेक्षित प्रक्रिया व्यय को कम करने के लिए डीएफसी के त्वरित और प्रतिबंधों का उपयोग करना है। डब्लूडीएफसी के दोनों किनारों पर 150 से 200 किलोमीटर के एक खंड को कंटेम्पररी रूट में परिवर्तित करने के लिए चुना गया है। यह एक फीडर रेल/स्ट्रीट सिस्टम को पश्चिमी तट के चुनिंदा बंदरगाहों और भीतरी इलाकों और डिस्प्ले से जोड़ने को प्रोत्साहित करेगा। औद्योगिक कॉरिडोर विभिन्न उद्योगों को कुशल औद्योगिक और बुनियादी ढांचा एकीकरण प्रदान करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप समग्र आर्थिक विकास होता है। यह उच्च गति रेल और बंदरगाहों और अत्याधुनिक कार्गो हैंडलिंग तकनीक, समकालीन हवाई क्षेत्रों, विशेष आर्थिक भाग, औद्योगिक क्षेत्रों, लॉजिस्टिक्स पार्कों, परिवहन केंद्रों और ज्ञान पार्कों के साथ औद्योगिक जरूरतों को प्राप्त करने के उद्देश्य से पहुंच सड़कों सहित शीर्ष पायदान के बुनियादी ढांचे को लाना है। एक औद्योगिक कॉरिडोर मूल रूप से एक जिसमें बहु-मोडल कॉरिडोर होता है जो परिवहन सेवाएं शामिल होती हैं जो राज्यों से मुख्य धमनी के रूप में गुजरती हैं। इस मुख्य धमनी के दोनों किनारों पर 100-150 किमी की दूरी तक स्थित औद्योगिक और राष्ट्रीय निवेश और विनिर्माण क्षेत्रों (NIMZ) से माल ढुलाई रेल और सड़क फीडर लिंक के माध्यम से औद्योगिक गलियारे में लाया जाता है जो अंतिम मील कनेक्टिविटी प्रदान करता है।

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Kolar News 10 July 2022

मध्य प्रदेश एक बार फिर देश में नंबर वन बना है। इस बार स्वच्छता में नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रदेश को नंबर-1 का खिताब मिला है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री ने मध्य प्रदेश को अवॉर्ड दिया। यह कार्यक्रम 8 जुलाई को दिल्ली में आयोजित किया गया था। इसमें केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर ने मप्र के एडीशनल कमिश्नर सतेन्द्र सिंह को यह अवॉर्ड दिया। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पीएम आवास योजना के क्रियान्वयन के लिए मिले अवॉर्ड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस योजना ने गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की आवश्यकताओं को तो पूरा किया ही, साथ ही इन परिवारों की भावनाओं को भी छुआ है। मुख्यमंत्री इस योजना के भावनात्मक पहलू से जुड़े और व्यक्तिगत रुचि लेकर इस योजना का प्रदेश में सफल बनाया। आज लाखों पीएम आवासों ने मध्य प्रदेश की आबादी के एक बड़े हिस्से को सुविधा और स्वास्थ्य के साथ आत्मसम्मान का जीवनस्तर प्रदान किया है। इस संतुष्टि ने हितग्राही परिवारों के मानस पटल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के प्रति सदैव के लिए अमिट छाप छोड़ी है। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने इस योजना का महत्व और मूलभाव समझ कर इस पर सूक्ष्मता से अमल किया। इसमें अधिकतम पारदर्शिता बरतने की कोशिश हुई और आवास के लिए मिली राशि के उपयोग के स्तर पर भी सख्ती से निगरानी रखी गई। यही वजह है कि मध्य प्रदेश में खपरैल और कच्चे मकानों की संख्या में कमी आई है। इतना ही नहीं, इस योजना की सफलता ने मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान की है। मंत्री सिंह ने पीएम आवास योजना के उत्कृष्ट और सफल क्रियान्वयन के लिए इस कार्य में संलग्न रहे प्रदेश के अधिकारी और कर्मचारी वर्ग की भी सराहना की।   

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Kolar News 10 July 2022

राजधानी भोपाल सहित पूरे मध्य प्रदेश में रविवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। ईद की पहली नमाज भोपाल स्थित ईदगाह में सुबह 7 बजे अदा की गई। उसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्म के अनुयाई शामिल हुए। वहीं नमाज के बाद देश और प्रदेश में अमन, चैन, शांति और भाईचारे के लिए दुआ की गई। ईदगाह समेत राजधानी भोपाल की 56 छोटी बड़ी मस्जिदों में ईद की विशेष नमाज अदा की गई। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। ईदगाह के बाद जामा मस्जिद में सुबह 7:15 बजे, ताजुल मस्जिद में 7:30 बजे, मोती मस्जिद में 7:45 बजे और मस्जिद बिल्कीस जहां में सुबह 8 बजे ईद की नमाज हुई।  इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बधाई दी।  उन्होंने ट्वीट किया- ‘आपको ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं। त्याग और बलिदान का यह पर्व समाज में प्रेम, सौहार्द की वृद्धि का आधार बने; आपके जीवन में खुशहाली आये, आनंद में वृद्धि हो! गौरतलब है कि ईद के इस पाक त्योहार को इंसानियत, त्याग और समर्पण का संदेश देने वाला माना जाता है। कुरबानी से जुड़ी होने की वजह से ईद-उल-अज़हा को ईदे कुरबां और आमतौर पर इसे बकरा ईद भी कहते हैं। राजधानी भोपाल में की नमाज के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी काफी चाक-चौबंद नजर आई। शहर के मुख्य चौराहों और मार्गों पर पुलिस बल तैनात रहा।  वहीं, ईदगाह में नमाज के दौरान ड्रोन कैमरे से भी मॉनिटरिंग की गई। साथ ही, कलेक्टर अविनाश लवानिया और पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर भी मौके पर मौजूद रहे। दूसरी ओर, खरगोन जिले में भी ईदगाह और शहर की विभिन्न मस्जिदों में  विशेष नमाज अदा की गई। इस दौरान शहर सहित पूरे देश में अमन, चैन, भाईचारा और तरक्की की दुआ की गई। कोरोना काल के चलते पिछले दो वर्ष से मुस्लिम समुदाय के लोग ईदगाह पर नमाज अदा नहीं कर पा रहे थे। आज शहर में कुर्बानी के इस त्योहार को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह से परम्पराओ का निर्वहन कर रहे थे. शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम थे। खरगोन में पिछले दिनों तनाव और हिंसा के चलते प्रशासन ने ऐतियात बरतते हुए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया था। काजी साहब लुकमान ने नमाज के दौरान अमन, शांति, भाईचारे और कोरोना महामारी से शहर और देश से मुक्त होने की दुआ की। नमाज अदा करने के बाद शहर के सदर अल्ताफ आजाद ने सभी को ईद की मुबारकबाद और शुभकामनाएं देते हुए प्रशासन, पुलिस और नगरपालिका का व्यवस्था के लिए आभार माना। 

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Kolar News 10 July 2022

प्रदेश में कुछ दिनों से लगातार भरी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। प्रदेश भर में ज्यादातर इलाके तेज़  बारिश के चलते तर हुए है। मौसम विभाग के अनुसार सिस्टम सक्रिय है, जिसका असर प्रदेश भर में भी देखने को मिल रहा है। सिस्टम के सक्रिय होने के कारन मध्य प्रदेश में तेज बारिश जारी रहेगी। मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों  के अनुसार  गुना 30 मिमी, छिंदवाड़ा18 मिमी, जबलपुर 10.0 मिमी,नर्मदापुरम 4.0 मिमी, पंचमढ़ी 4.0 मिमी, भोपाल 2.3 मिमी, इंदौर 0.1 मिमी, धार 0.4 मिमी, खंडवा 8 सेमी,अमरकंटक 7 सेमी ओरछा7 सेमी कुरवाई 7 सेमी,मुलताई 7 सेमी,देपालपुर 6 सेमी, बीना 6 सेमी,खुरई 6 सेमी,शहडोल 5 सेमी, डिंडोरी 5 सेमी, श्योपुरकला 5 सेमी ,राघोगढ़ 10 सेमी बारिश दर्ज हुई है। अतिवर्षा  को लेकर इंदौर,उज्जैन नर्मदापुरम संभागों के जिलों और राजगढ़ जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं भारी बारिश की संभावना को लेकर छिंदवाड़ा,सिवनी बालाघाट,मंडला,डिंडोरी जिलों में येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। गरज चमक के साथ बिजली गिरने और बारिश की संभावना को लेकर इंदौर उज्जैन,नर्मदापुरम, भोपाल,ग्वालियर चंबल,जबलपुर,शहडोल संभाग के जिलों और सागर और दमोह जिलों में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने में अतिवर्षा के चलते निचले इलाकों में जलभराव की संभावना जताई है। भोपाल में शाम 5:30 बजे तक 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गयी है। बड़े तालाब का जलस्तर 0.05 फीट से बढ़कर 1659.75 फीट पर पहुंच गया है। भोपाल सहित पूरे प्रदेश में  250 से ज्यादा शहरों में बारिश हुई है।  मंदसौर के गरोठ में सबसे ज्यादा 06 इंच बारिश दर्ज की गयी है। 

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Kolar News 8 July 2022

6 जुलाई को इंदौर में हुए निकाय चुनाव में मतदान को लेकर एक महिला इसलिए मतदान नही कर पाई क्योंकि उसके पति ने उसे  मतदाता पर्ची नहीं दी, और ना ही उसके पति द्वारा उसे वोटर आईडी दिया गया। इतना ही नही वोटर पर्ची लेने गई महिला को उसके पति ने तीन बार तलाक कहकर त्याग दिया। पूरा मामला इंदौर के एम.आई.जी. थाना क्षेत्र का है। जहां रहने वाले सादिक खान नामक अकाउंटेट की पत्नि ने उस पर मतदान नही करने और तलाक देने का मामला दर्ज करवाया है। महिला की माने तो वो 6 जुलाई को नगर सरकार चुनने के इरादे से अपने ससुराल में मतदाता पर्ची लेने गई थी। वही इस दौरान उसके पति ने उससे फ्लैट खुद के नाम कराने के लिए दबाव बनाया और मतदान पर्ची को देने से मना कर दिया। इतना ही नही उसके पति सादिक खान ने इसे तीन बार तलाक बोलकर उसे हमेशा के लिए छोड़ दिया। फरियादी महिला के मुताबिक उसकी शादी कुछ साल पहले हुई थी और घरेलू विवाद के चलते चार माह पहले से ही वो पति से अलग रहने लगी थी लेकिन चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए जब वो अपने पति के पास गई तो पति ने तलाक देकर दरवाजा बंद कर दिया। इधर, इस मामले के सामने आने के बाद इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारि मिश्रा ने कहा कि एक महिला ने आवेदन दिया है कि एम.आई.जी.थाना क्षेत्र में वो रहती है और पति के पास उसकी मतदान की पर्ची थी। वही मतदान की पर्ची को पति से लेने के गई तो पति ने तीन तलाक दे दिया। महिला का आरोप है कि पति ने उसे तीन तलाक दे दिया है इसके बाद उसने पुलिस को शिकायत की है। वही पुलिस तथ्यों और घरेलू विवाद की जांच कर कार्रवाई कर रही है।

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Kolar News 8 July 2022

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा पंचायत चुनाव के कारण कुछ परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। यह सूचना परीक्षा नियंत्रक द्वारा दिनांक 7 जुलाई 2022 को अधिसूचना क्रमांक 158 के माध्यम से जारी की गई। रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी द्वारा जारी अधिसूचना में बताया गया है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2022 के कारण रिवाइज्ड प्रोग्राम ऑफ द एम कॉम, फोर्थ सेमेस्टर एग्जामिनेशन 2022 को स्थगित किया जाता है। यह परीक्षा दिनांक 9 जुलाई 2022 को आयोजित की गई थी। इस दिन कंज्यूमर बिहेवियर, कॉस्ट एडमिनिस्ट्रेशन एंड कंट्रोल अथवा बिजनेस टैक्सेशन का पेपर था। यह पेपर आज दिनांक 14 जुलाई 2022 को आयोजित किया जाएगा। संचालनालय खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालित म0प्र0 राज्य तीरंदाजी अकादमी जबलपुर में तीरंदाजी सह प्रशिक्षण केन्द्र झाबुआ की रिकर्व विद्या की खिलाडी कु0 मोनिका मावी का चयन हुआ।

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Kolar News 7 July 2022

मंगलवार को मध्यप्रदेश के कई इलाकों में ज़ोरदार बारिश हुई। जिससे कई जगह के नदी नाले उफान पर पहुंच गए। जिसमे कई लोगों के बहने की खबर भी सामने आयी है। ऐसा ही एक मामला इंदौर से सामने आया है। जहाँ एक 16 साल का बच्चा अंडरग्राउंड नाले में बह गया ,और उसकी मौत हो गयी। करीब 6 घंटे के चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे की बॉडी को नाले से बाहर निकाला गया। अयान राऊ में एक साइकिल दुकान पर काम करता था। बताया जा रहा है की मंगलवार के दिन तेज़ बारिश के दौरान पांचाल इलेक्ट्रॉनिक्स के पीछे एक नाली खुली हुई थी। उसी दौरान 16 साल का अयान पिता शहजान निवासी हम्मालपुरा महू वहां से जा रहा  रहा था। पर तेज़ बारिश के कारण अयान किनारे पर खड़ा हो गया। इसी दौरान नाली के पानी में एक पॉलीथिन बहते हुए आई, जिसे उठाने के लिए अयान नीचे झुका। और पैर फिसलने की वजह से अयान  पानी के तेज़ बहाव में बाह गया और नाली के अंदर चला गया। वहां मौजूद लोगों ने इस हादसे की सूचना पुलिस को दी। पुलिस तत्काल ही मौके पर पहुंची। बच्चे को बचाने के लिए एसडीआईआरएफ और नगर निगम की टीम के साथ लोगों की मदद ली गयी और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बच्चे के नाले के अंदर फसे होने की वजह से नाले को तीन जगह से तोड़ा गया। जिसके  बाद टीम नाले में उतरी और करीब तीन किमी दूर बच्चे की बॉडी मिली। 

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Kolar News 7 July 2022

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे है। सोमवार को प्रदेश में 5215 जांच में 98 नए मरीज मिले है। वहीं, भोपाल में एक मरीज की मौत रिपोर्ट हुई है। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे है। सोमवार को प्रदेश में 5215 जांच में 98 नए मरीज मिले है। वहीं, भोपाल में एक मरीज की मौत रिपोर्ट हुई है। प्रदेश के अगल-अलग अस्पताल में संदिग्ध/ संक्रमित 34 मरीज भर्ती है। इनमें से 4 ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। प्रदेश में अब तक 10 लाख 44 हजार 917 लोग संक्रमित हो चुके है। इनमें से 10 लाख 33 हजार 429 ठीक हो चुके है। कोरोना के कारण अब तक सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 10 हजार 744 लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार को 81 मरीज ठीक हुए। अभी प्रदेश में 744 एक्टिव केस है। प्रदेश में 14 जिलों में सोमवार को मरीज मिले है। इसमें इंदौर में सबसे ज्यादा 56 मरीज मिले है। इसके अलावा बैतूल में 1, भोपाल में 6, बुरहानपुर में 1, धार में 1, डिंडौरी में 1, ग्वालियर में 1, हरदा में 2, होशंगाबाद में 3, जबलपुर में 9, खरगोन में 3, नरसिंहपुर में 5, रायसेन में 6, सीहोर में 3 संक्रमित मिले है।

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Kolar News 5 July 2022

जिले के बैकुंठपुर निवासी बुद्धसेन विश्वकर्मा 15 वर्षों की उम्र से लकड़ी में कलाकारी करके तराशने का काम कर रहे हैं। आज वे 56 वर्षों के हो चुके हैं। कारीगर ऐसे कि लकड़ी की सुई से लेकर मोटरसाइकिल जैसी डिजाइनिंग बनाने की कलाकारी रखते हैं। बॉलीवुड शहंशाह अमिताभ बच्चन से लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक इस कलाकार को जानते हैं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से लेकर मौजूदा सीएम शिवराज सिंह भी उनकी कला के फैन हैं। अपनी कलाकारी से कई लोगों को फैन बनाने वाले बुद्धसेन विश्वकर्मा का जीवन बेहद गरीबी में गुजर रहा है। उनके पास रहने के लिए अपना घर तक नहीं है। 11 दिसंबर वर्ष 2016 को बुद्धसेन विश्वकर्मा ने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बीएमडब्ल्यू डिजाइनिंग की तरह दिखने वाली मोटरसाइकिल गिफ्ट की थी। इसे उन्होंने वेस्ट लकड़ी का इस्तेमाल कर बनाया था। 3 फीट ऊंची मोटरसाइकिल बनाने में उन्हें चार महीने का समय लगा था। उपहार मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब बुद्धसेन विश्वकर्मा से पूछा कि उनसे क्या चाहते हो? बुद्धसेन विश्वकर्मा ने जवाब दिया- कुछ नहीं चाहिए। वह सिर्फ उन्हें बाइक देकर अपनी 12 वर्ष की बेटी की इच्छा पूरी करना चाहते हैं। बेटी आपकी बहुत बड़ी फैन है। ये जवाब उस बुद्धसेन विश्वकर्मा का था, जिसके पास न रहने को खुद का मकान है और न बैंक बैलेंस। दिन 2 वक्त की रोटी जुटाने में गुजर जाता है। रात का कुछ हिस्सा कुछ न कुछ नया बनाने में। प्रधानमंत्री को मिले 100 तोहफों की नीलामी हुई तो बुद्धसेन विश्वकर्मा की मोटरसाइकिल सबसे महंगी बिकी थी। नीलामी की रकम गंगा सफाई अभियान के फंड में दी गई। बुद्धसेन विश्वकर्मा 15 वर्षों से ही लकड़ी के खिलौने बनाने का कार्य कर रहे हैं जिनका यह प्रोफेशनल शौक है। वे देश के जानी-मानी दिग्गज हस्तियों को अपनी कारीगरी का गिफ्ट दे चुके हैं। जब उन्होंने बॉलीवुड शहंशाह अमिताभ बच्चन को भी एक अनोखा उपहार दिया तो वह भी उनके फैन हो गए। सेलिब्रिटीज से मिलते-मिलते काम में निखार आता गया। आज बुद्धसेन विश्वकर्मा लकड़ी के खूबसूरत मंदिर बनाने के लिए मशहूर हैं। बुद्धसेन  विश्वकर्मा ने वनइंडिया हिंदी से बातचीत में बताया कि हम एक भाई और एक बहन ही थे। मेरी 5 संताने है। 4 बेटे और 1 बेटी है। दूसरे नंबर का बेटा उनके जैसे ही लकड़ी की कलाकारी का कार्य करता है। बड़ा बेटा और 2 छोटे बेरोजगार हैं। सरकार की तरफ से मदद का आश्वासन मिलता रहा है। पर मिला आज तक कुछ नहीं। मेरी कलाकारी देखकर 1 भले आदमी ने घर देकर रखा है, उसी में रहकर जीवन यापन कर रहा हूं।

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Kolar News 5 July 2022

भेल के कर्मचारियों और उनके परिवारों को इलाज देने वाला कस्तूरबा अस्पताल खुद बीमार है। यहां मरीजों की संख्या के आधार पर करीब 100 डॉक्टर होना चाहिए लेकिन काम सिर्फ 40 ही कर रहे हैं। यह हालात तब है जब अस्पताल की सेहत सुधारने के लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है। यहां दस साल पहले 150 से ज्यादा डॉक्टर थे जो घटकर 40 हो गए हैं। वहीं इसके अलावा भी प्रदेश के जिला अस्पतालों सहित अनेक सरकारी अस्पताल भी इन दिनों खुद बीमार बने हुए हैं, लेकिन अब तक सरकार की ओर से उन्हें सुधारने के लिए क्या कुछ प्लान किया गया है, इस संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। ऐसे में अभी ये अस्पताल तक अपना नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं। कोविड के बाद अन्य अस्पताल जहां ऑक्सीजन व्यवस्था को दुरुस्त कर रहे हैं, वहीं कस्तूरबा में आधे बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई ही नहीं है। यहां 300 में से सिर्फ 150 बिस्तरों पर ही ऑक्सीजन की व्यवस्था है। इसमें से भी 20 आईसीयू के बिस्तर हैं। अगर कोरोना जैसे हालात एक बार फिर बनते हैं तो यहां मरीजों को भर्ती करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर प्रदेश के कई जिलों में अव्यवस्था और अन्य समस्याओं से जुझ रहे सरकारी अस्पतालों को सुधारने का कोई सरकारी रोडमैप तैयार किया भी जा रहा है कि नहीं इस संबंध में किसी प्रकार की सूचना मौजूद नहीं है। सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्थाओं की बानगी पिछले दिनों ही राजगढ़ ब्यावरा के सरकारी अस्पताल व गुना के जिला अस्पताल में देखने को मिली थी, ये स्थितियां कब मरीजों पर मौत बनकर टूटेंगी इसका कोई भरोसा नहीं, लेकिन इसके बावजूद सरकार अब तक उस पर मौन साधे दिख रही है। जानकारी के मुताबिक करीब दस साल पहले अस्पताल में ओपीडी में सिर्फ 500 मरीज ही पहुंचते थे। उनके इलाज के लिए अस्पताल में 150 चिकित्सक थे। अब ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़कर 800 से ज्यादा हो गई लेकिन डॉक्टर कम हो गए।

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Kolar News 5 July 2022

कोरोना एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। अप्रैल और मई में कोरोना से मौतों का सिलसिला थमा हुआ था । वहीँ अब मध्यप्रदेश में चल रहे चुनाव के बीच कोरोना से बढ़ती मौत की खबरें सामने आरही है। आपको बता दें की मई के मुकाबले जून में कोरोना से होने वाली मौतें 86% तक बढ़ गई हैं। जून में करीब 1878 लोग कोरोना संक्रमित हुए थे। और  55 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था । जिनमे से सात लोगों की जान चली गयी थी। चिंता का विषय यह है की अब उम्रदराज लोगों के लिए संक्रमण से जान का खतरा बढ़ रहा है। जिन सात मरीजों की मौतें हुई, उनमें से 4 की उम्र 70 के आसपास   थी। एक्सपर्ट की माने तो कोरोना ने रफ़्तार इसलिए पकड़ी है क्युकी थर्ड वेव के बाद केस कम होने पर सरकार द्वारा कोविड के प्रतिबंध खत्म कर दिए गए थे। ऐसे में जिन्होंने वैक्सीनेशन करा चूका है वह लोग घर से बाहर निकलते वक्त मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रख रहे। इससे अब घर के नौजवान के ज़रिये संक्रमण घर के बुजुर्गों तक पहुंच रहा हैं। और संक्रमण के कारण उम्रदराज और दूसरी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की हालत बिगड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार पिछले एक महीने में संक्रमित मिले मरीजों में 186 मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगवाया था। 44 पॉजिटिव ऐसे हैं, जिन्हें सिर्फ एक डोज ही लगा था। अब तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं। और ऐसे में नॉन वैक्सीनेटेड ग्रुप को गंभीर खतरा भी बढ़ रहा है। 

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Kolar News 4 July 2022

मध्यप्रदेश में तीन सिस्टम एक्टिव होने की वजह से मूसलाधार बारिश हो रही है। भोपाल ,इंदौर ,सागर में टूटकर बादल बरस रहे है। भारी बारिश की वजह से कई नदी नाले उफान पर है। और कई निचले हिस्सों में पानी भरने किन खबर भी आई है। मौसम विभाग की माने तो ओडिशा में कम दबाव का क्षेत्र बना है। दक्षिणी झारखंड में भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है। अरब सागर से भी नमी मिल रही है।इन्ही वजहों से अगले चार से पांच दिन भोपाल, इंदौर समेत दूसरे शहरों में अगले चार दिन बारिश होने के आसार है। मध्यप्रदेश में रविवार रात से ही रुक रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। भोपाल ऊपर इंदौर मियाउ भी लगातार बारिश हो रही है। खंडवा, अशोकनगर, सागर, छिंदवाड़ा, खंडवा, रायसेन और ग्वालियर में भी काफी बारिश हो रही है। भारी बारिश के साथ साथ कई जगह बिजली गिरने से मौत की भी खबरे आयी है। बिजली गिरने से तीन लोगों के मौत की खबर आयी है,जिनमे से एक भिंड एक दमोह और एक टीकमगढ़ के लोग बताये जा रहे है। सागर के कुछ घरों में तीन फिट तक पानी भर गया है और कुछ कच्चे मकानों की दीवारें भी गिर गयी हैं। बुरहानपुर के निंबोला में रविवार को 1 घंटे तक लगातार बारिश होने की वजह से उतावली नदी में बाढ़ आगयी। जिस वजह से निंबोला-खामला रोड की पुलिया डूब गई और पुलिया के दोनों तरफ 100 से ज्यादा लोग फंसे रहे। जब दो घंटे बाद पानी उतरा उसके  बाद लोग यहां से निकल सके।  मौसम विभाग ने भोपाल, नर्मदापुरम समेत 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा और खरगोन में तेज बारिश के आसार है। उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी और शहडोल में भारी बारिश हो सकती  हैं। प्रदेश के बाकी शहरों में हल्की से तेज बारिश होगी । मौसम विभाग द्वारा सोमवार को प्रदेश के कई शहरों में बारिश का यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी मंडला, जबलपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर और उमरिया में अधिक भरी वर्षा की चेतावनी दी गयी है। 

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Kolar News 4 July 2022

भोपाल के लिंक रोड नंबर-3 स्थित फॉरेस्ट कॉलोनी में उस समय बाढ़ जैसे हालात बन गए। जब वहां से गुज़री कोलार लाइन फूट गई। पाइपलाइन फूटने से  कई फीट ऊपर तक पानी का फव्वारा फूट पड़ा। और कई घरों में पानी भर गया जिसके कारण घरों में रखा सामान तक बह गया। इसके चलते लोगों का गुस्सा भी फूट पड़ा। पानी से रहवासियों को काफी नुकसान हो गया है। नगर निगम अधिकारियों पर उनकी नाराजगी देखने को मिली। करीब एक घंटे तक तेज प्रेशर से पानी बहता रहा। लोगों ने सड़क पर उतरकर नाराजगी जताई। पाइप लाइन फूटने से कई इलाकों में आज शाम को पानी की सप्लाई नहीं हो सकेगी। बस्ती के रहवासियों ने बताया, फारेस्ट कॉलोनी के पास डेढ़ से दो महीने से पाइप लाइन में लीकेज है। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसका नतीजा यह रहा कि आज पाइप लाइन में अचानक बड़ा विस्फोट हुआ और तेज प्रेशर से पानी बहने लगा। इसके चलते कॉलोनी के कई घरों में पानी भर गया। छोटे बच्चों को घरों से जैसे-तैसे पकड़कर निकाला। यदि हम नहीं होते तो बच्चे बह भी सकते थे। लोगों ने यह भी अमित ने बताया, पाइप लाइन में लीकेज होने के बारे में करीब 10 बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ। करीब एक घंटे तक लाइन में से प्रेशर से पानी निकलता रहा और कॉलोनी के घरों में पानी भर गया। जिससे सामान खराब हो गया। लोगों का लाखों रुपए का नुकसान हो गया। इससे गुस्साएं लोग सड़क पर निकल गए और नाराजगी जताई। उनका कहना ही कि यदि समय रहते पाइप लाइन में सुधार हो जाता तो आज यह हालात नहीं बनते।

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Kolar News 3 July 2022

वर्तमान में अलग अलग स्थानों पर 5 वेदर सिस्टम एक्टिव है और सोमवार 4 जुलाई को ओडिशा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है, जिसके बाद 5 जुलाई से प्रदेशभर में झमाझम बारिश के आसार है। एमपी मौसम विभाग ने आज रविवार 3 जुलाई 2022 को 30 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वही सभी 6 संभागों और 3 जिलों में बिजली गिरने और चमकने को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है।   एमपी मौसम विभाग के अनुसार, आज रविवार 3 जुलाई 2022 को भोपाल संभाग के साथ अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला,कटनी, बैतूल, नर्मदापुर, सागर, दमोह, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, आगर, इंदौर, धार, उज्जैन, रतलाम, देवास, अलीराजपुर,गुना और मंदसौर में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। वही भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और शहडोल संभाग के साथ दमोह, सागर और गुना में गरज चमक के साथ बिजली गिरने और चमकने का अलर्ट जारी किया गया है। एमपी मौसम विभाग के अनुसार, मानसून पूरे देश में सक्रिय हो चुका है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में प्रभावी सिस्टम बनने के बाद ही झमाझम बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। 4 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा, इसके बाद 5 जुलाई से फिर मानसून मेहरबान होगा और ग्वालियर-चंबल संभाग में अच्छी बारिश के आसार बनेंगे। इंदौर में जुलाई और अगस्त माह में वर्षा का स्तर सामान्य के आसपास रहेगा। वही पूर्वी मप्र में वर्षा की गतिविधि ज्यादा होगी। कई वेदर सिस्टम एक्टिव होने के कारण प्रदेश में कहीं कहीं गरज चमक के साथ वर्षा हो रही है। एमपी मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में 5 वेदर सिस्टम एक्टिव है। वर्तमान में राजस्थान के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है और इस चक्रवात से लेकर पश्चिम-मध्य अरब सागर तक ट्रफ लाइन बनी हुई है। वही मानसून ट्रफ बीकानेर-अलवर से लेकर हरदोई, डाल्टनगंज और शांति निकेतन से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है, जबकि दक्षिण गुजरात से उत्तरी महाराष्ट्र तट के समानांतर एक अपतटीय ट्रफ बना हुआ है। वही बांग्लादेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है जिसके प्रभाव में सोमवार को ओडिशा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।

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Kolar News 3 July 2022

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के चलते पहली मौत की खबर है। यहां एक सोमवार को निजी अस्पताल में भर्ती 52 वर्षीय शख्स की मौत हो गई। इसके मिलाकर अब तक राज्य में कोरोना वायरस के चलते 15 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं राज्य में कोरोना वायरस पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 216 हो चुकी है। राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां पिछले 24 घंटों में 23 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिसमें से 12 लोग तबलीगी जमात के सदस्य हैं।  राज्य सरकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल के इब्राहिम गंज निवासी एक शख्स 2 अप्रैल को भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था। हालत बिगड़ने पर उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन सोमवार सुबह इस शख्स ने दम तोड़ दिया। यह कोरोना वायरस के चलते भोपाल में हुई पहली मौत है। अब तक राज्य के इंदौर, उज्जैन, बड़वानी और खरगोन शहर में कोरोना के चलते मौत के मामले सामने आए थे। दूसरी ओर जिन डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर लगाया था, उसका कल कोरोना टेस्ट किया जाएगा। भोपाल में कोरोना संक्रमण के 23 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें से 12 जमात के सदस्य शामिल हैं। इसके साथ ही राजधानी में कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक कोरोना वायरस के 215 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं भोपाल में एक और मौत के साथ मध्य प्रदेश में मरने वालों का आंकड़ा 15 पर पहुंच चुका है। राज्य का प्रमुख व्यावसायिक शहर इंदौर सबसे ज्यादा प्रभावित है, यहां 135 मामले आ चुके हैं।

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Kolar News 3 July 2022

महंगाई के दौर में जहां हर एक चीज के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे समय में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा में लगे हुए हैं। जबलपुर के एक डॉक्टर महज 20 रुपये की फीस में लोगों का इलाज कर रहे हैं | डॉ एमसी डावर उम्र 76 साल और पेशा लोगों की सेवा करना डॉ. डावर जबलपुर की एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में एक ऐसी लकीर खींच दी है, जिसे पार करना किसी और डॉक्टर के वश में नहीं होगा। डॉ एम सी डावर महंगाई के इस दौर में भी महज ₹20 लेकर लोगों का इलाज कर रहे हैं। ठीक उतने ही पैसे जितने में जबलपुर में एक लीटर पानी मिल रहा है | डॉ एम सी डावर की कहानी बड़ी दिलचस्प है। वो पूर्व फौजी हैं सेना से रिटायर हुए हैं। डॉक्टर ने जबलपुर से ही एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी। फिर कड़ी मेहनत और लगन से सेना में भर्ती हुए और 1971 में भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान सैकड़ों सैनिकों का इलाज किया। जंग खत्म होने के बाद एक बीमारी की वजह से डॉक्टर डाबर को सेना से रिटायरमेंट लेना पड़ा।  लेकिन अपने गुरु से मिले ज्ञान को उन्होंने अपने जीवन में उतारा और लोगों का इलाज शुरू कर दिया |डॉक्टर बताते हैं कि 1986 में उन्होंने मात्र 2 रुपए फीस में लोगों का इलाज शुरू किया था। उसे बाद में 3 रुपये और फिर 1997 में 5 रुपये कर दिया। बाद में महंगाई बढ़ी तो फिर 15 साल बाद 2012 में डॉक्टर साहब ने अपनी फीस बढ़ाकर 10 रुपए की और अब वो महज 20 रुपए में सबका इलाज कर रहे हैं. उम्र के इस पड़ाव में भी डॉक्टर साहब नियमित रूप से लोगों की सेवा कर रहे हैं। उनका समर्पण ऐसा है कि लोगों को जब जरूरत होती है तब वो मरीज देख लेते हैं। कभी क्लीनिक तो कभी घर पर ही मरीजों को देखने के लिए तैयार हो जाते हैं। आइये जानते है क्या कहते हैं डॉ डावर ?महंगाई के इस दौर में जब अस्पताल मरीजों से लाखों रुपए की फीस वसूलते हैं इस सवाल पर डॉ डाबर का कहना है जब उन्होंने एमबीबीएस किया था तब महज ₹10 फीस हुआ करती थी। आज युवाओं को डॉक्टर बनने के लिए लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं तो स्वाभाविक है कि वह उसकी भरपाई भी जनता से करेंगे। लेकिन फिर भी डॉक्टरों को सोचना चाहिए जिससे जरूरत ना हो उससे कभी पैसे न लें। जनसेवा की सीख आज चिकित्सा का बाजारीकरण हो चुका है।  डोनेशन कॉलेज खुल चुके हैं।  लोगों ने इसे जनसेवा नहीं बल्कि व्यापार का एक जरिया बना लिया है।  अस्पतालों और डॉक्टरों की लाखों रुपये की फीस से आम जनता त्रस्त है। ऐसे लोगों के लिए डॉक्टर डाबर सीख देते हैं कि अगर जनसेवा की भावना हो तो आप जन सेवा कर सकते हैं। 

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Kolar News 2 July 2022

स्कूली बस्ते के बोझ से नौनिहालों का बचपन दबता जा रहा है। मासूम कंधों पर 30 किलो वजन से बच्चे और अभिभावक दोनों परेशान हैं। इसका खुलासा हुआ है बाल आयोग के प्रदेश के अलग-अलग स्कूलों में किए गए निरीक्षण से। इस दौरान बच्चों के बस्तों का वजन 20-30 किलो तक पाया गया, जबकि सरकार ने कक्षा और वजन के हिसाब से बैग को लेकर नियम तय कर दिए हैं। लेकिन स्कूलों में इसका पालन नहीं हो पा रहा है। बाल आयोग के सदस्य बृजेश सिंह चौहान का कहना है कि प्रदेशभर के जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि केंद्रीय शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल बैग के वजन को लेकर जारी दिसंबर-2020 की पॉलिसी का जिले के सभी स्कूलों में पालन करवाएं। ज्यादा भारी बैग उठाने से बच्चे पीठ और गर्दन दर्द से पीड़ित हो रहे हैं। 5 से 15 साल तक के कई बच्चों में ऐसी शिकायत पाई गई है। चिंतित अभिभावकों का कहना है कि एक तो बच्चा पहले से ही कमजोर है, ऊपर से भारी बैग और मुश्किल खड़ी कर रहा है। मेरा बच्चा पहली कक्षा में पढ़ता है। अभी उसे हर रोज 6-7 किताबें और इतनी ही कॉपियां रोज स्कूल ले जानी होती है। टिफिन और लंच बॉक्स को मिलाकर बैग का वजन 5 किलो से भी ज्यादा हो जाता है। इसलिए बच्चा स्कूल से आने के बाद बिल्कुल थक जाता हैकम उम्र में बच्चों पर बस्ते का बोझ लादने के गलत प्रभाव देखने को मिलते हैं। भारी बैग उठाने वाले बच्चे भविष्य में पोस्टुरल स्कोलियोसिस से ग्रस्त हो जाते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रीढ़ की हड्डी एक तरफ घूम जाती है।

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Kolar News 2 July 2022

बुजुर्ग, विकलांग को मिलने वाली 600 रुपए प्रतिमाह की पेंशन सत्यापन के फेर में उलझी हुई है। करीब तीन माह से चार हजार लोगों को यह पेंशन नहीं मिल पाई। विभाग ने हितग्राहियों से नए सिरे से आवेदन कराए थे। जिनका भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया। सर्वे के बाद इन्हें ऑनलाइन दर्ज किया जाना था।  राजधानी में पेंशन पाने वाले हितग्राहियों से नगर निगम ने वार्ड स्तर पर आवेदन जमा कराए थे। यहां से उनका सर्वे होना है। जिसमें सत्यापन की रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी थी। इस रिपोर्ट के को ही पेंशन और आर्थिक मदद का आधार बनाया गया है। लेकिन न तो कई मामलों में रिर्पोट बनी और न ही पेंशन शुरू हो पाई। बताया गया कि आवेदन को तीन से चार महीने बीत चुके हैं। सर्वे नहीं हुआ। वहीं अधिकारियों ने बताया कि सर्वे हो चुका है। लोग घरों पर नहीं मिले। इसी के चलते पेंशन के मामले बंद हो गए। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण संचालनालय में लोगों ने इस संबंध में आवेदन दिया है। ऐशबाग में रहने वाली मीना चौरसिया ने बताया कि जनवरी- 22 से उनकी पेंशन बंद है। उन्होंने सत्यापन के लिए अपने सभी दस्तावेज जमा करा दिए हैं। वे पेंशन के लिए पात्र हैं, लेकिन पेंशन शुरू नहीं हो रही है। मनोज तिवारी, संयुक्त संचालक, सामाजिक एवं कल्याण विभाग का कहना है कि जो लोग पात्र हैं उनको पेंशन का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हितग्राही को पात्रता दर्शाना जरूरी है। धी नगर निवासी आमिर की पेंशन जून-2021 से खाते में आना बंद हो गई। वार्ड कार्यालय के कई चक्कर लगाए फिर भी पेंशन चालू नहीं हुई। नगर निगम मुख्यालय भी जाना हुआ लेकिन समाधान नहीं मिल पाया। प्रतिमाह पेंशन मिलती थी।

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Kolar News 1 July 2022

राजधानी में पिछले कुछ दिनों से लगातार आसमान पर बादल बने हुए हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं। जिसके चलते जहां शुक्रवार को उमस का अहसास हुआ वहीं गुरुवार को इससे मौसम की फिजा बदली रही। पिछले कुछ दिनों से शहर में सुबह से ही बादलों का डेरा डाल रखा है, साथ ही हवा के झोके भी मौसम को सुहाना बना रहे थे। कभी आसमान में काले घने बादल घिर रहे थे तो कभी बादल छटते जा रहे थे। घने बादलों को देखकर गुरुवार के दिन लोग भी बार-बार कयास लगा रहे थे कि तेज बारिश होगी, लेकिन दिन भर बादलों की आवाजाही के बीच शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी ही हुई। मौसम के इस मिजाज के कारण शहर के अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट आ गई और तापमान 28.5 डिग्री तक पहुंच गया। शहर में तकरीबन 4 माह के अंतराल के बाद तापमान 30 डिग्री से नीचे पहुंचा है। शुक्रवार को भी शहर में सुबह से ही मौसम का अलग नजारा दिखाई दिया। दिन भर शहर बादलों की आगोश में रहा। जबकि इसके पहले गुरुवार को चली हल्की हवा के कारण शहर के तापमान में एक दिन में ही पांच डिग्री से अधिक की गिरावट आ गई। गुरुवार को जहां शहर का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं बुधवार को अधिकतम तापमान 33.3 और न्यूनतम 25.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इस तरह बुधवार से गुरुवार को बीच तापमान में एक दिन में पांच डिग्री से अधिक की गिरावट आई है। वहीं ये भी जान लें कि पिछले चार महीने बाद अधिकतम तापमान 30 डिग्री से नीचे पहुंचा है। इसके पहले एक मार्च को अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार मानसून सिस्टम सक्रिय हो जाने के चलते शुक्रवार व गुरुवार को भी प्रदेश में अनेक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। इस दौरान जहां भोपाल में भी बादल छाए रह सकते हैं, वहीं इस दौरान हल्की और मध्यम बौछारें भी पड़ सकती हैं।

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Kolar News 1 July 2022

मध्यप्रदेश में 77 हजार डॉक्टर की जरूरत है, लेकिन हकीकत यह है कि यहां सिर्फ 22 हजार डॉक्टर ही काम कर रहे हैं। प्रदेश में 3400 लोगों पर एक डॉक्टर ही मौजूद है। इससे भी चिंताजनक बात यह है कि प्रदेश में जिस रफ्तार से डॉक्टर तैयार हो रहे हैं, उससे अधिक रफ्तार से बेहतर की तलाश में बाहर जा रहे हैं। ऐसे में डब्लूएचओ के स्टैंडर्ड को पाने में राज्य को पांच से दस साल से अधिक का इंतजार करना पड़ेगा मध्य प्रदेश में 11 निजी और 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज सहित 24 मेडिकल कॉलेज हैं। मालूम हो कि डब्ल्यूएचओ के मानक के अनुसार प्रति एक हजार व्यक्ति पर कम से कम एक चिकित्सक जरूरत होना चाहिए। एमपी मेडिकल काउंसिल ने प्रदेश में डॉक्टरों की सही संख्या जानने के लिए डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन के निर्देश जारी किए थे। अंतिम तिथि में कई बार बदलाव करने के बावजूद महज 22000 डॉक्टरों ने ही री रजिस्ट्रेशन कराया। मालूम हो कि काउंसिल के दस्तावेज में प्रदेश में डॉक्टरों की संख्या 59 हजार दर्ज है। अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को आंके तो स्थिति हद से ज्यादा चिंताजनक है। स्वास्थ्य विभाग विशेषज्ञों के 3278 पदों में से सिर्फ 1029 पर कार्यरत हैं. इनमें से भी इस साल 91 विशेषज्ञ रिटायर हो जाएंगे।  वहीं चिकित्सा अधिकारियों के 1677 पद खाली हैं। दूसरी ओर चिकित्सा शिक्षा विभाग में 2890 पदों में से 863 पद खाली हैं। मेडिकल कॉलेजों में डीन के 13 और अधीक्षक के 14 पद खाली हैं।  मध्य प्रदेश में 19 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के साथ 51 जिला अस्पताल, 66 सिविल अस्पताल, 335 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 1170 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 9192 स्वास्थ्य उप केंद्र और 49864 ग्राम आरोग्य केंद्र हैं। डॉक्टरों का प्रदेश छोडना ही सबसे बड़ी समस्या है। प्रदेश में हर साल तीन हजार के आसपास डॉक्टर हैं, लेकिन इनमें से हर साल 800 से ज्यादा प्रदेश छोड़ देते हैं। एमपी में सिर्फ 13 सरकारी और 11 निजी मेडिकल कॉलेज ही हैं। बीते दस सालों में सिर्फ आठ नए मेडिकल कॉलेज ही शुरू हो सके. वहीं महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों में 50 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं। एमबीबीएस के अलावा पीजी की सीटें भी अन्य राज्यों की तुलना में खांसी कम हैं। प्रदेश में कुल 756 सीटें पीजी सीटें हैं, जिनमें 384 एमडी, एमएस की 233, एमसीएच की आठ, डीएम की नौ और डिप्लोमा की 122 सीटें है।  वहीं दूसरे राज्यों में ३५०० से ज्यादा पीजी सीटें हैं। 

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Kolar News 1 July 2022

मध्यप्रदेश के पुलिस कर्मियों को राज्य सरकार ने बड़ी सौगात दी है। दरअसल, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश के नक्सल विरोधी अभियान के लिए तैनात हॉक फोर्स को 6वें वेतनमान का 70% भत्ता देने का ऐलान किया है। मिली जानकारी के अनुसार हॉक फोर्स में कमा करने वाले पुलिसकर्मियों का भत्ता 36 हजार तक बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही नक्सल विरोधी अभियान में जुड़ी इंटेलिजेंस शाखा के पुलिसकर्मियों को भी हॉक फोर्स की तरह 13 से बढ़ाकर 36 हजार रुपए विशेष भत्ता दिया जाएगा। बता दें इस निर्णय को जल्दी ही कैबिनेट में लाया जाएगा। इसके अलावा छतरपुर में 4 साल के दीपेंद्र यावद को बोरवेल से निकालने पर टीआई अनूप यादव, एसआई दीपक यादव को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके साथ ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि अब जो होमगार्ड के जवान जो 2016 से पहले भर्ती थे, उनको तीन साल में दो माह का कालऑफ दिया जाता है। बता दें 2016 के बाद भर्ती में एक साल में दो माह का कॉल ऑफ किया गया था। इस मामले में गृहमंत्री मिश्रा ने बताया कि इस विसंगति को दूर किया जा रहा है। अब सबके लिए एक नियम रहेगा। इसके अनुसार तीन साल में दो माह काल ऑफ दिया जाएगा।

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Kolar News 30 June 2022

मध्यप्रदेश में कोरोना की चौथी लहर का अंदेशा तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश के सभी बडे़ शहरों में मरीजों की संख्या लगातार और तेजी से बढ़ती जा रही है। बुरी बात यह है कि अब कोरोना दोबारा जानलेवा होने लगा है। इस माह में ही कोरोना से 6 मौतें हो चुकी हैं जबकि पिछले दो महीनो में इससे सिर्फ एक-एक संक्रमितों की ही मौत हुई थी। दरअसल अब लोगों ने सावधानी बरतना छोड़ दिया है. ऐसे में बुजुर्गों और गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए सबसे ज्यादा खतरा बढ़ गया है। घर हो या बाहर, अब लोग बिना मास्क ही घूम रहे हैं। इसका असर मरीजों की संख्या के रूप में साफ नजर आने लगा है. प्रदेश में कोरोना के नए 126 पॉजिटिव मरीज मिले हैं जोकि 3 महीने में सबसे ज्यादा हैं। टेस्ट कम होने के बावजूद इंदौर, भोपाल जैसे शहरों में कोरोना के मरीजों और इससे मौतों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। परिजनों का ये आरोप है कि उन्हें ब्रेन हेमरेज के कारण अस्पताल में एडमिट किया था लेकिन यहां कोविड संक्रमण हो गया- भोपाल में खजूरी कला निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग की अस्पताल में 18 दिन भर्ती रहने के बाद मौत हो गई। उनकी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। परिजनों का ये भी आरोप है कि उन्हें ब्रेन हेमरेज के कारण अस्पताल में एडमिट किया था लेकिन यहां कोविड संक्रमण हो गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में कोविड प्रोटोकॉल का बिल्कुल पालन नहीं किया गया। राजधानी में पिछले 18 दिनों में कोरोना से यह दूसरी मौत हुई है। इससे पहले प्रदेश में 3 जून को जबलपुर में 58 साल के व्यक्ति की मौत हुई। 9 जून को इंदौर की एक महिला और भोपाल के एक बुजुर्ग की मौत हुई। 16 जून को जबलपुर की एक महिला की जबलपुर मेडिकल कॉलेज में डेथ हुई। 25 जून को जबलपुर में 100 साल के बुजुर्ग की कोरोना से मौत हुई।

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Kolar News 30 June 2022

महज 5 साल का बच्चा बोरवेल में गिरते ही गांव में हड़कंप मच गया, ग्रामीणों ने आनन फानन में पुलिस और प्रशासन को फोन कर सूचना दी, ताकि समय से रेस्क्यू कर बच्चे को बाहर निकाला जा सके, वहीं बच्चे के माता-पिता को जानकारी लगने पर उनका रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है, वे अपने बच्चे को याद कर उसे निकलवाने के लिए लोगों से गुहार लगा रहे हैं। यह घटना दोपहर करीब ढाई बजे की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मासूम दीपेन्द्र यादव 40 फीट की गहराई पर फंसा है। इधर मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई है। पुलिस की टीम भी यहां पहुंची है। बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है, लेकिन बारिश आने से इसमें परेशानी आ रही है। जानकारी के अनुसार ओरछा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम नारायणपुरा और पठापुर के बीच एक बच्चा अचानक खेलते-खेलते बोर में गिर गया, अचानक बच्चे के गिरते ही ग्रामीण परेशान हो गए, बताया जा रहा है कि ये बोर महज 8 इंच का है, जिसमें पांच साल का बच्चा गिर गया, ये बच्चा नारायणपुरा निवासी अखिलेश यादव का पुत्र दीपेंद्र यादव है। जो खेलते-कूदते हुए खुले बोर में जा गिरा, सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचने लगी है। खुले बोर के हालात देखकर नजर आ रहा है कि ये बोर हालही में खुदा होगा, अगर इस बोर को समय रहते ढक्कन लगाकर बंद कर दिया जाता तो ऐसी घटना नहीं होती, आपको बतादें कि हालही छत्तीसगढ़ में हुई घटना के बाद से खुले बोर को बंद करवाने के दिशा निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी किसी की लापरवाही का खामियाजा मासूम को भुगतना पड़ रहा है। चाहे आप घर में बोर करवा रहे हैं या फिर खेत में, लेकिन बोर कराने के बाद तुरंत उसका मुहं बंद कर देना चाहिए, ताकि बोर में कोई बच्चा नहीं गिर सके, इसके लिए आप चाहे तो बोर के ऊपर कोई फर्सी रखकर भी उसके आसपास सीमेंट लगाकर बंद कर सकते हैं, आप फिर जब मोटर लगावाएं तब फिर से उसे खोल लें, ऐसा करने से इस प्रकार की घटना से बचा जा सकता है, अगर बोर होते समय पाइप डाल दिया गया है तो आप तुरंत उसे ढक्कन से बंद करवा दें।

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Kolar News 30 June 2022

नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर अंजू सिंह ठाकुर को भोपाल से संचालनालय में अटैच कर दिया गया है। आनन-फानन में उनका तबादला आदेश जारी हुआ और तत्काल रिलीव कर दिया गया। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। कमिश्नर ने अंजू ठाकुर के कामों का प्रभार अंकिता जैन को दे दिया है। भाजपा के पूर्व जिला संयोजक व्यापार प्रकोष्ठ व सदस्य नगर विक्रय समिति शशिकांत सोनी ने प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन को सात जून 2022 को उपायुक्त अंजू सिंह के खिलाफ शिकायत भेजी थी। इसमें आरोप लगाए गए थे कि उपायुक्त अंजू सिंह जबलपुर निगम में पिछले 13 वर्षों से पदस्थ है। जबकि नियमानुसार तीन वर्ष में तबादला किए जाना चाहिए। इसके अलावा उपायुक्त, पर स्व सहायता समूहों को लाभ पहुंचाने, योजनाओं में गफलत करने के भी आरोप लगाए गए थे। वहीं उपायुक्त ने भी इन आरोपों खारिज करते हुए उल्टा उन पर दबाव बनाकर काम करने का आरोप लगाया था। उपायुक्त का कहना था कि नगर निगम के पोर्टल का काम इन्हीं के दौरान कराया जा रहा है। योजनाओं से जुड़े हितग्राहियों का डेटा इन्होंने पोर्टल से उड़ा दिया। इसकी शिकायत शासन से की गई है।

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Kolar News 29 June 2022

मानसून एक बार फिर एक्टिव हो गया है। वर्तमान में 6 वेदर सिस्टम एक्टिव है, ऐसे में आज से फिर बारिश का दौर शुरू होने के आसार है। एमपी मौसम विभाग ने आज मंगलवार 28 जून 2022 को सभी संभागों में हल्की से मध्यम बारिश और 6 संभागों में बिजली गिरने और चमकने को लेकर भी येलो अलर्ट जारी किया है।वही 24 घंटे के अंदर ग्वालियर में मानसून की दस्तक हो सकती है। जुलाई में भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत सभी जिलों में अच्छी बारिश होने के आसार है।  एमपी मौसम विभाग  के अनुसार, आज मंगलवार 28 जून 2022 को  रीवा, शहडोल ,ग्वालियर और चंबल संभाग में कुछ स्थानों और सागर, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर और उज्जैन में कहीं कहीं बारिश के आसार है। वही रीवा, शहडोल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग में बिजली चमकने-गिरने और 20 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। आज 28 और बुधवार 29 जून से पूरे मध्य प्रदेश में आंधी, बारिश, गरज-चमक की गतिविधियों में वृद्धि के साथ मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है। 30 जून और 1 जुलाई को मध्य प्रदेश के केंद्रीय और उत्तरी हिस्से यानी भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, सागर और रीवा संभाग में भारी बारिश हो सकती है।एमपी मौसम विभाग  के अनुसार, वर्तमान में 6 वेदर सिस्टम एक्टिव है। वर्तमान में एक अपतटीय द्रोणिका दक्षिण–गुजरात से केरल तक बनी हुई है और दक्षिण–पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका बनी हुई है और मध्य प्रदेश के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर अरब सागर तक एक द्रोणिका बनी हुई है। अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इसके चलते वातावरण में नमी आ रही है और मप्र में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update ) के अनुसार, ग्वालियर अंचल में आज शाम तक मानसून के पहुंचने के आसार है और फिर जुलाई के पहले सप्ताह में बारिश में तेजी आएगी ।28 से 29 जून के बीच मानसून की हल्की से मध्यम बारिश और फिर 30 जून व 1 जुलाई को भारी बारिश की संभावना है। 2 से 5 जुलाई के बीच हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।वही जबलपुर में 28 जून के बाद झमाझम बारिश होने की संभावना जताई गई है।अलग अलग जगह पर बने वेदर सिस्टम के चलते 3 से 5 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश और फिर 6 से 8 जुलाई तक मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी

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Kolar News 28 June 2022

हादसा उस वक्त हुआ था जब मशहूर गायक अनुराधा पौडवाल एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इससे जा रही थीं। इस हादसे में पौडवाल-जख्मी भी हो गई थीं। इसके बाद से चॉपर यूं ही खड़ा था और सरकार को नुकसान भी हुआ | मध्य प्रदेश सरकार को आखिरकार एक हेलीकॉप्टर को बेचने में कामयाबी मिल गई है। राज्य सरकार ने इस हेलीकॉप्टर को नीलाम करने के लिए 7 बार कोशिश की थी लेकिन सभी प्रयास नाकाम हुए थे। अब सरकार ने 33 करोड़ में खरीदे गये इस हेलीकॉप्टर को एक कबाड़ कारोबारी को 2.57 करोड़ में नीलाम कर दिया है। साल 1998 में सरकार ने Bel 430 VT MPS हेलीकॉप्टर खरीदा था। राज्य विमानन विभाग पिछले 10 सालों से इस हेलीकॉप्टर के लिए कोई खरीदार ढूंढ रहा था। विभाग के निदेशक भरत यादव ने कहा कि 31 मई को इस हेलिकॉप्टर के लिए नीलामी खुली थी। इसके बाद एफए इंटरप्राइजेज नाम की एक कंपनी ने 2.57 करोड़ की बोली लगाकर इस हेलीकॉप्टर को खरीद लिया। कंपनी के मालिक नईम रजा एक स्क्रैप डीलर हैं और एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर भी हैं। साल 2003 में यह हेलिकॉप्टर एक हादसे का शिकार भी हो चुका है। हादसा उस वक्त हुआ था जब मशहूर गायक अनुराधा पौडवाल एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इससे जा रही थीं। इस हादसे में पौडवाल और उस वक्त के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के निजी सहायक राजेंद्र सिंह रघुवंशी घायल भी हुए थे।  दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद राज्य सरकार ने इसका क्लेम करने की कोशिश की, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। जिसके बाद इसे रिपेयर कराया गया, लेकिन साल 2013 के बाद से इसकी उड़ान लगभग बंद है, क्योंकि इसकी निर्माता कंपनी रॉयल्स रायस ने इसके पुर्जों का निर्माण ही बंद कर दिया है। विभाग के अधिकारी ने कहा कि हम खरीदार की पढ़ाई-लिखाई नहीं देखते। दो खरीदारों ने बोली लगाई थी और एफए इंटरप्राइजेज ने इसे जीत लिया। अगर हम इस बार भी फेल हो जाते तो बड़ा नुकसान होता। इधर इस हेलीकॉप्टर को खरीदने वाले नईम रजा ने कहा कि इसकी मरम्मती की जाएगी और इसे फिर से उड़ने के काबिल बनाया जाएगा।

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Kolar News 28 June 2022

मध्य प्रदेश में वैसे तो पहले चरण का मतदान शनिवार यानी 25 जून को हो गया है। लेकिन मतदान के दौरान कई जिलों में हंगामा हुआ, जिसके चलते कहीं गोलियां चली, तो कहीं मतपेटियां लूटी, तो कहीं मतदान करा रहे कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता की गई। इस कारण उन स्थानों पर फिर से मतदान कराया जा रहा है, सोमवार को सुबह से मतदान शुरू हो गया है। पहले चरण के मतदान के दौरान हुए हंगामे के बाद राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में करीब 10 जिलों के 11 मतदान केंद्रों पर मतदान शून्य घोषित कर दिया था, उन 11 स्थानों पर सोमवार सुबह से मतदान शुरू हुआ, जो दोपहर 3 बजे तक चलेगा। इस प्रकार आज ग्वालियर जिले की जनपद पंचायत घाटीगांव मतदान केंद्र 138, राजगढ़ जिले की ग्राम पंचायत बावड़ी पुरा मतदान केंद्र 22 रामपुरिया में सभी पदों (पंच, सरपंच, जनपद एवं जिला पंचायत सदस्य), भिंड जिले की जनपद पंचायत रौन मतदान केंद्र 52 में सरपंच एवं जिला पंचायत सदस्य, निवाड़ी जनपद पंचायत के मतदान केंद्र 80 विनवारा में सभी पदों और सीधी जिले की जनपद पंचायत सिहावल के मतदान केंद्र 330 एवं 257 में जिला पंचायत सदस्य के लिए मतदान हो रहा है। दतिया जिले के ग्राम बरोदी और हतलई में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान चल रहा है। दोनों ही गांवों में शनिवार को मतदान के दौरान मतपेटी लूटने तथा ग्राम बरोदी में गोली चलने की घटना हुई थी, इसके बाद यहां फिर से मतदान हो रहा है।

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Kolar News 27 June 2022

नगर पालिका बिजुरी अंतर्गत वार्ड क्रमांक 7 में जर्जर हो चुकी सडक़ अब नगरवासियों के लिए मुसीबत साबित हो रही है। सडक़ पर बने गडढ़े और जमा बारिश का पानी किसी मौत की डगर से कम नहीं दिख रही है। बावजूद नगरपालिका इसके निर्माण में बेसुध बनी हुई है। जबकि सडक़ के निर्माण के लिए नगर पालिका से निविदा जारी होने के बाद वर्क आर्डर तक जारी हो चुका है। बावजूद अब तक सडक़ निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है। बताया जाता है कि 2 करोड रुपए की लागत से 2 किलोमीटर सडक़ निर्माण का कार्य नगरपालिका की ओर से कराया जा रहा है। जिसमें नगर पालिका की ओर से निविदा जारी किए जाने के बाद ठेकेदार को वर्क आर्डर भी जारी किया जा चुका है। लेकिन ठेकेदार अब तक काम नहीं कर सका है, इस मामले में नगरपालिका भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रही है। कोयला परिवहन के लिए गुजरने वाले भारी वाहनों की वजह से यह सडक़ काफी समय से जर्जर हालत में हैं। यह सडक़ आवागमन का मुख्य मार्ग है। इसी मार्ग से होकर राहगीरों को प्रतिदिन आवागमन करना पड़ता है। जिससे सडक़ पर स्थित गड्ढे में गिरकर राहगीर घायल हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सडक़ निर्माण कार्य में लेटलतीफी से प्रतिदिन जहां परेशानी बनी है वही नगर पालिका इस मामले पर लेटलतीफी करते हुए लापरवाही बरत रहा है। जिसके कारण निर्माण कार्य में देरी होने से यह समस्या और भी बड़ी होती जा रही है। पूर्व में इस सडक़ के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने चका जाम विरोध प्रदर्शन भी किया है। जिस पर नपा ने जल्द सडक़ को पूरा करने का आश्वासन दिया था। बारिश का मौसम शुरू होते ही यह सडक़ फिर से बदहाल हो गई है ।

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Kolar News 26 June 2022

महू से लंबी दूरी की चलने ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा का खास ख्याल रखने के लिए रेलवे, कोच मित्र रखने जा रहा है। ये कोच मित्र ट्रेनों के वातानुकूलित कोच में लीनन से लेकर कोच की सफाई तक का खास ख्याल रखेंगे। यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी प्रकार परेशानी ना हो इसके लिए रेलवे साढ़ेे आठ करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर रहा है। इसके लिए रेलवे ने टेंडर जारी किए हैं। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने हाल ही में टेंडर जारी किया है। जिसके अनुसार चार साल के लिए डॉक्टर आम्बेडकर नगर स्टेशन (डीएएनडी) से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के एसी कोच की साफ -सफाई से लेकर यात्रियों को लीनन देने तक की सेवा के लिए आउटसोर्स को जिम्मेदारी दी जाएगी। कोच में कर्मचारी तैनात रहेंगे जो सफर भर में यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखेंगे। इसके किए रेलवे जो टेंडर जारी किया उसके अनुसार 8 करोड़ 48 लाख 68 हजार 632 रुपए की राशि खर्च की जाएगी। चार साल तक के लिए रहेगा। टेंडर लेने वाली कंपनी को चार साल तक ट्रेन के एसी कोच का मेंटेन करना होगा। कोच में रहने वाले कर्मचारियों को कोच मित्र बोला जाएगा। ये कोच मित्र ओबीएचएस कोच में रहेंगे। महू से अधिक दूरी की ट्रेनों में मालवा एक्सप्रेस, कामाख्या एक्सप्रेस, नागपुर एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें हैं। बता दें कि चलती ट्रेनों में खासकर एसी कोच में यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे आउटसोर्स के सुविधा मुहैया कराता है। वैसे तो ट्रेन के शुरुआती स्टेशनों से साफ -सफाई होकर ही शुरू होती है। फिर भी रेलवे यात्रियों को सफर के दौरान किसी भी प्रकार की दिक्कत या असुविधा न हो इसके लिए चलती ट्रेन में कोच मित्र रखे जाते है। ये कोच मित्र यात्रियों को सफर के दौरान लीनन यानी चादर, कंबल, तकिए आदि देने के साथ टॉयलेट में शॉप, पेपर शॉप आदि का ध्यान रखेंगे।

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Kolar News 26 June 2022

एम्स (AIIMS) भोपाल हो या पीजीआई दोनों संस्थान देश की सर्वोच्च चिकित्सा संस्थाएं हैं। दोनों में ज्यादा अंतर नहीं है। मैंने भोपाल के बारे में काफी कुछ सुना है। मैं सिर्फ यही चाहता हूं कि एम्स भोपाल को लोग एक ऐसे मेडिकल सेंटर के रूप में जानें, जहां सामान्य उपचार से लेकर उच्च स्तरीय सुपर स्पेशलिटी ट्रीटमेंट भी सुलभता से मिले। यह कहना है एम्स के नवनियुक्त निदेशक डॉ. अजय सिंह का। गौरतलब है कि शुक्रवार को राजधानी भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में डेपुटेशन के आधार पर डॉ. अजय सिंह को नियुक्त किया गया। वे फिलहाल नोएडा के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ चाइल्ड हेल्थ में डायरेक्टर हैं। डॉ. सिंह लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में ही पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के एचओडी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि चाहे पीजीआई हो या एम्स सभी संस्थान के चार स्तंभ होते है । पेशेंट केयर, टीचिंग, शोध और सामाजिक बेहतरी के लिए कार्य। मैं यहां हूं तो इन्हीं चार स्तंभों के आसपास काम करता हूं, वहां भी मेरा फोकस यही होगा।  एम्स में सर्दी जुकाम बुखार जैसे मरीजों की भीड़ पर उन्होंने कहा कि यह सही है कि एम्स सुपर स्पेशियलिटी संस्थान है, लेकिन किसी मरीज को मना नहीं किया जा सकता। इसके लिए फैमिली मेडिसिन डिपार्टमेंट होता है, जिसे मजबूत बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेरीफेरी में बेहतर ट्रीटमेंट मिले तो एम्स पर बोझ कम हो जाएगा। एम्स भोपाल के डायरेक्टर से डॉ. सरमन सिंह का कार्यकाल खत्म होने के बाद एम्स रायपुर के डायरेक्टर डॉ.नितिन नागरकर को भोपाल एम्स का भी प्रभार दिया गया था। अब केन्द्र सरकार ने करीब सात महीने बाद डॉ. अजय सिंह को डेप्युटेशन पर 30 जून 2028 तक के लिए नियुक्त किया है।

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Kolar News 26 June 2022

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में आज ग्वालियर जिले के चारों विकास खण्डों की सभी 263 ग्राम पंचायतों में शांतिपूर्वक मतदान सम्पन्न हुआ। मतदान समाप्ति के समय दोपहर 3 बजे तक जिले में मतदान का प्रतिशत लगभग 66 प्रतिशत रहा। खास बात ये रही मतदान करने में महिलाओं का प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा रहा। जिला निर्वाचन कार्यालय (स्थानीय निर्वाचन) से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोपहर 3 बजे तक ग्वालियर जिले में हुए मतदान के जो आंकड़े सामने आये उसके मुताबिक जिले के विकासखण्ड घाटीगांव में 54.1 प्रतिशत, विकासखण्ड डबरा में 67.4 प्रतिशत, विकासखण्ड भितरवार में 70.2 प्रतिशत और विकासखण्ड मुरार में 69.7 प्रतिशत मतदान हुआ। आज हुए पहले चरण के मतदान में जिले के चारों विकासखण्डों में वोट डालने में महिलाएं पुरुषों से आगे रहीं। दोपहर 3 बजे तक प्राप्त मतदान के आंकड़ों के अनुसार विकासखंड घाटीगांव में महिला मतदाताओं के मतदान का प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 7.9, विकासखण्ड डबरा में 6.4, भितरवार में 8.3 एवं विकासखण्ड मुरार में 9.4 प्रतिशत ज्यादा रहा। दोपहर 3 बजे तक विकासखण्ड घाटीगांव में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 58.4 प्रतिशत और पुरुषों का मतदान प्रतिशत 50.5 प्रतिशत,,विकासखण्ड डबरा में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 70.8 प्रतिशत, पुरुषों का 64.4 प्रतिशत, विकासखण्ड भितरवार में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 74.7 प्रतिशत, पुरुषों का मतदान प्रतिशत 66.4 प्रतिशत और विकासखण्ड मुरार में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 74.9 प्रतिशत, पुरुषों का मतदान प्रतिशत 65.5 प्रतिशत रहा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी एवं अपर जिला दण्डाधिकारी इच्छित गढ़पाले व एच बी शर्मा विभिन्न मतदान केन्द्रों का जायजा लेने पहुँचे। साथ ही सभी रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित पुलिस व प्रशासन की मोबाइल टीम दिनभर मतदान केन्द्रों तक पहुँचीं और स्वतंत्र व निष्पक्ष ढंग से मतदान सम्पन्न कराया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन) कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिये मतदाताओं, सभी अभ्यर्थियों एवं मतदान दलों के प्रति आभार जताया है। उन्होंने मतदान प्रक्रिया से जुड़े सभी शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों तथा सुरक्षा प्रबंध में लगे पुलिस अफसरों एवं मीडिया प्रतिनिधियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया है। कलेक्टर ने कहा कि सभी के प्रयासों और सहयोग से जिले की परम्परानुसार शांतिपूर्ण, निर्विघ्न एवं निष्पक्ष मतदान सम्पन्न हुआ।

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Kolar News 26 June 2022

मतदान के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम किया गया। डमी मतपत्र की मदद से ठप्पा लगाने का सही तरीका बताया गया। इसमें मतपत्र को सही तरीके से मोड़ने का महत्व बताया।  इसके साथ ही नोटा की जानकारी भी दी। ग्राम सरकार बनाने के लिए गांवों में जागरूकता कार्यक्रम, वोट का महत्व बताया मतदान के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम किया गया। डमी मतपत्र की मदद से ठप्पा लगाने का सही तरीका बताया गया। इसमें मतपत्र को सही तरीके से मोड़ने का महत्व बताया।  इसके साथ ही नोटा की जानकारी भी दी। ग्रामीणों को मतदान कि लिए जागरूक करने और वोट की अहमियत बताने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ब्रांड एम्बेसडर सारिका घारू ने ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण किया। ग्रामीणों को मतदान कि लिए जागरूक करने और वोट की अहमियत बताने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ब्रांड एम्बेसडर सारिका घारू ने ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण किया। - मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए कल मतदान होना है। ग्रामीणों को मतदान के लिए जागरूक करने और वोट की अहमियत बताने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ब्रांड एम्बेसडर सारिका घारू ने ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण किया। हम आपको बता दे कि ग्राम सरकार बनाने के लिए आज  (25 जून ) पहले चरण का मतदान होना है। सारिका ने ग्रामीणों को बताया कि आपके कीमती वोट देने की घड़ी आ गई है। इन चुनावों में किसी पद के लिए मतदाताओं की संख्या कम होने से जीत-हार में एक-एक सही वोट का महत्व होता है। इसलिये चलो रे चलो वोट देने भैया का आव्हान ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया। सारिका ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयुक्त बी पी सिंह एवं सचिव राकेश सिंह के मार्गदर्शन में जागरूकता कार्यक्रम कर रही हैं। ग्राम के मोहल्ले में रैली के रूप में चलते हुए गीत के माध्यम से बापू, अम्मा, भौजाई से कहा कि अब सोच समझ कर वोट देने की बारी आई है। सभी को अपना अधिकार जानकर बिना किसी दबाव के सही प्रत्याशी को चुनना चाहिए। डमी मतपत्र की मदद से ठप्पा लगाने का सही तरीका बताया गया। इसमें मतपत्र को सही तरीके से मोड़ने का महत्व बताया।  इसके साथ ही नोटा की जानकारी भी दी। कार्यक्रम में बताया कि चार रंग के मतपत्र से मतदान सुबह सात बजे आरंभ होकर दोपहर 3 बजे समाप्त हो जाएगा। इसलिये घर के काम बाद में करने और मतदान पहले करने की सलाह दी।

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Kolar News 25 June 2022

ओडिया सिनेमा के जाने-माने अभिनेता रायमोहन परिदा  शुक्रवार को निधन हो गया है।  इस खबर के चलते उनके परिजन और प्रशंसकों के बीच शोक की लहर है। रायमोहन परिदा का शव उनके घर पर पाया गया। उनकी मौत की जानकारी सामने सुबह आई है। आपको बता दें कि रायमोहन ने आत्महत्या की है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि उनकी मौत किन वजहों से हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला लगता है लेकिन अभी इसकी जांच जारी है। गौरतलब है कि अभिनेता ने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था, जिनमें से 40 बंगाली सिनेमा  की फिल्में थीं और बाकी सब उड़िया भाषा कीं, अभिनेता ने अपने करियर की शुरुआत उड़िया फिल्म ‘सागर’ से की थी, साथ ही उन्होंने कई टीवी सीरियल में भी काम किया था।  और वे जात्रा जगत के फेमस राइटर भी थे। ओडिशा जात्रा की दुनिया में वह मशहूर विलेन थे। उनका डायलॉग ‘हेई अनानी’ काफी लोकप्रिय हुआ था। रायमोहन ने उड़िया के अलावा बंगाली भाषा में 15 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। सिनेमा में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें ओडिशा राज्य फिल्म अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

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Kolar News 25 June 2022

लगातार बढ़ते बिजली बिलों के बीच राहत की खबर है। बिजली बिल में खासी छूट मिलने लगी है. उपभोक्ताओं को आनलाइन भुगतान करने पर यह सुविधा दी जा रही है। बिजली के बिल आनलाइन जमा करने पर विभिन्न तरह की छूट दी जा रही है. इसमें उपभोक्ताओं को सालाना 240 रुपए तक की छूट दी जा रही है। इसके कारण डिजिटल पेमेंट का चलन भी बढ गया है।बिजली कंपनी द्वारा बिजली के आनलाइन बिल जमा करने पर 5 रुपए से लेकर 20 रुपए तक की छूट दी जा रही है। यानि आम उपभोक्ता केवल बिल जमा करने का तरीका चेंज करके ही हर साल 60 रुपए से लेकर 240 रुपए की बचत कर सकता है. ऐसे बिजली उपभोक्ताओं को यह लाभ दिया जा रहा है जो अपने बिजली के बिल विभिन्न मोबाइल एप्स के जरिए जमा कर रहे हैं। क्रेडिट कार्ड, यूपीआई, डेबिट कार्ड आदि से भुगतान करने पर उन्हें बिजली बिलों में छूट दी जा रही है। विभिन्न तरह की इन छूटों की वजह से उपभोक्ताओं में डिजिटल पेमेंट का चलन भी बढ़ गया है। कैशलेस बिजली बिल भुगतान को लेकर बिजली उपभोक्ताओं में इन छूटों के कारण खासी जागरुकता बढ़ी है। सिटी सर्किल में वर्तमान में करीब 60 उपभोक्ता अपना बिजली का बिल आनलाइन जमा कर रहे हैं। सालभर पहले तक इनकी संख्या सिर्फ 7 से 8 हजार ही थी। पिछले 5 महीनों में ही करीब 15 हजार उपभोक्ताओं ने बिजली का बिल जमा करने के लिए कैशलेस मोड अपनाया है। बिजली कंपनी कैशलेस बिल जमा करने पर उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए न केवल प्रति बिल न्यूनतम 5 रुपए तक की छूट दे रही है बल्कि इसके साथ बिल राशि का अधिकतम आधा प्रतिशत कैशलेस छूट भी देती है । घरेलू एलटी बिजली बिल भुगतान पर यह छूट दी जा रही है। हालांकि इस सुविधा के लिए उपभोक्ता के बैंक अकाउंट में जमा की जाने वाली राशि से अधिक रकम होना आवश्यक है।

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Kolar News 21 June 2022

छतरपुर कलेक्टर संदीप जी आर के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में शहर को अतिक्रमण मुक्त, स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रविवार को आवागमन बेहतर बनाने के लिए शहर के छत्रसाल चौराहे से अदालत रोड बिजावर नाके को अतिक्रमण मुक्त बनाया गया। यहां रखी अवैध गुमटियों को जेसीबी के माध्यम से हटाया गया। कलेक्टर का मानना है कि शहर के रहवासियों के सहयोग से ही शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया जा सकता है। जिला प्रशासन ने सभी से शहर को स्वच्छ बनाने में सहयोग की अपील की है। अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें और लोगों को भी स्वच्छता बनाए रखने को कहें। स्वच्छता से खूबसूरती तो आएगी ही साथ ही वातावरण भी अच्छा रहेगा और सभी स्वस्थ भी रहेंगे।

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Kolar News 20 June 2022

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को आदेशित किया है कि 2014 से पहले रिटायर हुए कर्मचारी, हायर पेंशन का अधिकार रखते हैं। उनकी रुकी हुई पेंशन को फिर से शुरू किया जाए। मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय में जस्टिस विवेक अग्रवाल की सिंगल बेंच ने कर्मचारी भविष्य निधि हायर पेंशन विवाद से संबंधित याचिकाओं की सुनवाई की और सभी पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुनाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सन 2014 से पहले रिटायर हुए अधिकारी एवं कर्मचारियों को हायर पेंशन की पात्रता है अतः उनकी रोकी गई पेंशन फिर से शुरू की जाए। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, क्षेत्रीय कार्यालय, जबलपुर की ओर से एक खास पहल की गई है। संस्थान में कार्यरत एवं सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारियों-कर्मचारियों के त्वरित उपचार की दिशा में यह प्रयास हुआ है। संस्थान ने इस संबंध में शहर के सर्व सुविधायुक्त अस्पतालों से चिकित्सा-अनुबंध किया है। क्षेत्रीय आयुक्त क्रमांक-1 राकेश सहरावत ने बताया कि संगठन की सेवाओं से निवृत्त हुए लोगों एवं उनके आश्रितों को बेहतर एवं सरल चिकित्सा सुविधा प्रदान किए जाने के लिए एक सकारात्मक पहल की गई है। इस पहल के अंतर्गत जबलपुर शहर में स्थित पांच बड़े एवं सर्वसुविधा युक्त अस्पतालों से शुक्रवार को कैशलेस अनुबंध किया गया। उन्होंने बताया कि अब तक कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों एवं पेंशनरों को सीजीएचएस से मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में इलाज कराए जाने की अनुमति थी। इसके अनुसार सीएसएमए के प्रावधानों के तहत कर्मचारियों एवं पेंशनरों को चिकित्सा सुविधा बिल का भुगतान स्वयं करना होता था एवं बाद में कार्यालय में बिल जमा किए जाने पर खर्च की गई राशि का भुगतान कर्मचारी एवं पेंशनर को कार्यालय द्वारा किया जाता था। ताजा अनुबंधों के अनुसार शहर के नेशनल हॉस्पिटल, जबलपुर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मेट्रो हॉस्पिटल एंड कैंसर रिसर्च सेंटर, जामदार हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड एवं स्वास्तिक मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में अब संस्थान के अधिकारी-कर्मचारी अपना व परिजनों का उपचार करा सकेंगे। करार के वक्त क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त वर्ग-2 शुभम अग्रवाल, सहायक भविष्य निधि आयुक्त पीके प्रधान भी उपस्थित रहे।

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Kolar News 20 June 2022

मध्य प्रदेश की क्रिकेट टीम 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गई है। सेमीफाइनल में बंगाल को 174 रनों से हराकर टीम ने यह उपलब्धि हासिल की। शनिवार दोपहर मैच का नतीजा आने के बाद से बधाइयों का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शानदार प्रदर्शन के लिए टीम के खिलाड़ियों को बधाई दी है और उम्मीद जताई है कि मध्य प्रदेश पहली बार रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनने में कामयाब होगा। सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश की टीम को रणजी ट्रॉफी 2022 के सेमीफाइनल में पश्चिम बंगाल पर 174 रनों की शानदार जीत के लिए हार्दिक बधाई। शानदार खेल और जीत का यह सिलसिला जारी रहे, फाइनल में भी आप अपने उत्कृष्ट खेल से सबका दिल जीतें, यही शुभकामनाएं! कमलनाथ ने अपने बधाई संदेश में कहा कि मध्य प्रदेश की क्रिकेट टीम को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। प्रदेश के खिलाड़ियों ने 23 साल बाद यह कारनामा करके दिखाया है। आशा करता हूं कि हमारी टीम इस बार फाइनल में जीतकर नया इतिहास लिखेगी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा कि रणजी ट्रॉफी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 23 वर्ष बाद मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम ने फाइनल में जगह बनाई है। कोच चंद्रकांत पंडित और पूरी टीम को हार्दिक बधाई। अपना प्रदर्शन यूं ही जारी रखें और चैम्पियन बने, ऐसी मेरी शुभकामनाएं हैं। मध्य प्रदेश की टीम इससे पहले 1998-99 में रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी। तब चंद्रकांत पंडित टीम के कप्तान थे। 23 साल बाद जब टीम ने अपना कारनामा दोहराया है, तब वे इसके कोच हैं। सेमीफाइनल मुकाबले में एमपी की जीत में हिमांशु मंत्री, रजत पाटीदार, आदित्य श्रीवास्तव और कुमार कार्तिकेय की अहम भूमिका रही। हिमांशु मंत्री ने पहली पारी में ओपनिंग करते हुए 165 रन बनाए और टीम का स्कोर 341 रन तक पहुंचाया। रजत पाटीदार और आदित्य श्रीवास्तव ने दूसरी पारी में अर्धशतकीय पारियां खेलकर टीम को विजयी स्कोर तक पहुंचाया। 349 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगाल की टीम को बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय ने चौथी पारी में अपनी फिरकी के जाल में ऐसा उलझाया कि पूरी टीम 174 रन पर ही ढेर हो गई।

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Kolar News 19 June 2022

स्कूली छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। हिमाचल प्रदेश के ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में मानसून की छुट्टियां घोषित कर दी गई है।इसके तहत 21 जून से 28 जुलाई तक ये स्कूल बंद रहेंगे। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय छुट्टियों के शेड्यूल में बदलाव कर दिया है। बरसात की छुट्टियों को 26 जून से दो अगस्त तक देने का पुराना फैसला भी बदल दिया गया है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग ने समर वेकेशन वाले स्कूलों के लिए नया शेड्यूल जारी किया है। इसके तहत कुल्लू और लाहौल स्पीति को छोड़कर उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, 21 जून से लेकर 28 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे यानी कुल 38 दिनों की छुट्टियों का शेड्यूल जारी हुआ है। इसके अलावा छात्रों को 4 दिन का फेस्टिवल ब्रेक दिया गया है।इसमें दिवाली और लोहड़ी पर मिलने वाली छुट्टियों का भी शेड्यूल जारी हुआ है, जिसमें दिवाली शुरू होने से दो दिन पहले और दो दिन बाद अवकाश होगा। लोहड़ी पर छह दिन का अवकाश रहेगा। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से सभी उप शिक्षा निदेशकों, स्कूल प्रिंसिपल व मुख्याध्यापकों को आदेश जारी किए गए हैं।

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Kolar News 19 June 2022

दक्षिण-पश्चिम मानसून खंडवा के आसपास बना हुआ है। वर्तमान में 6 वेदर सिस्टम एक्टिव है, जिसके चलते सभी जिलों में रुक रुक कर बारिश हो रही है। एमपी मौसम विभाग  ने आज शनिवार 18 जून 2022 को 10 संभागों में बारिश और 12 जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, वही 9 संभागों में बिजली गिरने और चमकने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। एमपी मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में सबसे अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस नरसिंहपुर में दर्ज किया गया।वही भोपाल, नर्मदापुरम, सागर, जबलपुर, ग्वालियर और चंबल, इंदौर, उज्जैन और शहडोल संभागों में कहीं कहीं बारिश दर्ज की गई। आज शनिवार 18 जून 2022 को सभी संभागों में हल्की और गरज चमक के साथ 12 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। वही गरज चमक के साथ 10 संभागों में बिजली चमकने गिरने और 20 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। एमपी मौसम विभाग  के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून खंडवा के आसपास बना हुआ है। इसके आज आगे बढने की संभावना है। 19 जून रविवार को भोपाल, जबलपुर और इंदौर में मानसून की दस्तक हो सकती है। इंदौर में सप्ताह अंत के पांच दिनों में अच्छी वर्षा होगी और फिर जुलाई व अगस्त माह में औसत वर्षा का कोटा पूरा हो जाएगा। 22 से 24 जून के बीच ग्वालियर-चंबल संभाग में मानसून दस्तक हो सकती है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update ) के अनुसार, वर्तमान में एक साथ 6 वेदर सिस्टम एक्टिव है। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर सक्रिय है। पूर्व-पश्चिम ट्रफ लाइन बिहार से होते हुए मणिपुर तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। उत्‍तर-दक्षिण ट्रफ लाइन पूर्वी बिहार से ओडिशा तक बनी हुई है। हरियाणा पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इन छह मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में लगातार नमी आ रही है और प्रदेशभर में बारिश का सिलसिला बना हुआ है।

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Kolar News 18 June 2022

झारखंड के सरकारी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। राज्य में जल्द पुरानी पेंशन योजना लागू की जा सकती है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर इस बात के संकेत दिए हैं। संभावना जताई जा रही है कि 21 जून को होने वाली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना को मंजूरी दी जा सकती है और  एक अगस्त 2022 से यह प्रभावी हो सकती है। इससे राज्य के लगभग एक लाख सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। राज्य सरकार के कर्मचारी संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर एक जनवरी 2004 के बाद नियुक्त राज्य कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन का लाभ देने की मांग की थी।जिसके बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा है कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए सरकारी कर्मचारियों ने लंबा संघर्ष किया है। उन्होंने भी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा किया था। अब यह वादा निभाने का समय आ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वित्त विभाग ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है और इसे इसी हफ्ते कैबिनेट बैठक में पेश किया जा सकता है। सरकार पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने के बाद अपने निर्णय से केंद्र सरकार को अवगत कराएगी। इन कर्मियों के वेतन से कटौती की गयी राशि लगभग 17 हजार करोड़ रुपये की मांग भी केंद्र से की जायेगी।सरकार इसमें छत्तीसगढ़ के मॉडल को अपना सकती है। बता दे कि बजट सत्र में मुख्यमंत्री सोरेन ने पुरानी पेंशन योजना पर विचार करने की बात कही थी।वही सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के चुनावी एजेंडे में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने का वादा किया गया है, जिसे अब राज्य सरकार पूरा करने जा रही है। माना जा रहा है कि जुलाई तक कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सकता है।

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Kolar News 18 June 2022

पुस्तकें न सिर्फ ज्ञान का भंडार हैं, बल्कि शिक्षा प्रणाली की बुनियाद भी हैं। महंगाई के इस दौर में शिक्षा भी महंगी होती जा रही है। स्कूलों के कोर्स की किताबों पर भी महंगाई हावी है। ऐसे में लोगों को नि:शुल्क किताबें उपलब्ध कराने के लिए पुस्तक बैंक की शुरुआत की गई है। पुस्तकें न सिर्फ ज्ञान का भंडार हैं, बल्कि शिक्षा प्रणाली की बुनियाद भी हैं। महंगाई के इस दौर में शिक्षा भी महंगी होती जा रही है। स्कूलों के कोर्स की किताबों पर भी महंगाई हावी है। ऐसे में चित्रगुप्त कायस्थ समाज लोगों को नि:शुल्क किताबें उपलब्ध कराने के लिए पुस्तक बैंक संचालित कर रहा है। इस पुस्तक बैंक से कई विद्यार्थियों को कोर्स की किताब निशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके लिए विद्यार्थी अपनी पुरानी कक्षा की किताब जमा कराकर नई क्लास की किताब ले सकते हैं। इसी प्रकार आम लोग भी यहां से धार्मिक, सामाजिक सहित अन्य किताबें ले सकते हैं। चित्रगुप्त समाज और शरद वेलफेयर सोसायटी की ओर से इस पुस्तक बैंक का संचालन किया जा रहा है। यहां से चार साल में तकरीबन 5 हजार किताबों का नि:शुल्क वितरण किया जा चुका है। इसके साथ ही कई लोग यहां आकर किताबें भेंट करते हैं, ताकि वह किताबे दूसरों के काम आए।संस्था की ओर से अगले माह से यहां प्रतियोगी परीक्षा आइएएस, आइपीएस, पुलिस, प्रशासनिक, विभागीय परीक्षाओं की तैयारी के लिए नवीन किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। यहां प्रतियोगी परीक्षा वाले विद्यार्थी बैठकर अपनी तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए कुछ दानदाताओं ने किताबें उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। जुलाई माह में इसकी शुरुआत की जाएगी।  शहर में कायस्थ समाज की आबादी 4 लाख से अधिक है। शहर में कायस्थ समाज की 6 से अधिक संस्थाएं सक्रिय हैं। इन संस्थाओं द्वारा विभिन्न सेवा कार्य भी किए जाते हैं। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा समाज की राष्ट्रीय स्तर की संस्था है। वर्तमान में समाज की ओर से गरीब और जरूरतमंदों के लिए नेकी की दीवार, गरीब बच्चों को शिक्षा में मदद, महिलाओं को स्वरोजगार के लिए लोन आदि कार्य किए जा रहे हैं। चित्रगुप्त समाज के राजेश नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि इसे शुरू करने के पीछे उद्देश्य यही है कि स्कूल के कोर्स की किताबें काफी महंगी होती जा रही हैं। कई लोग बच्चों की किताबें कक्षा से उत्तीर्ण होने के बाद रद्दी आदि में बेच देते हैं, या घर पर ही रखी रहती हैं। वह किसी के काम नहीं आती। इसलिए  बच्चा  जिस क्लास को उत्तीर्ण कर चुका है, उस क्लास की किताबें उससे ले लेते हैं और जिस क्लास में वह गया है, उस क्लास की किताबें उसे उपलब्ध कराते हैं। वर्तमान में 6वीं से 12वीं क्लास तक के कोर्स की कई किताबें इसी तरह से विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।

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Kolar News 17 June 2022

Maruti Brezza और Hyundai Creta  स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल (SUV) सेगमेंट देश में तेजी से मशहूर हो रहा है, ख़ासकर कॉम्पैक्ट स्पोर्टी गाड़ियों की डिमांड सबसे ज्यादा है। ज्यादातर लोग अब हैचबैक और सेडान के बजाय एसयूवी वाहनों का चुनाव कर रहे हैं। लंबे समय से इस सेग्मेंट में मारुत विटारा ब्रेजा और क्रेटा की मांग रही है, लेकिन टाटा मोटर्स की किफायती एसयूवी Tata Nexon ने बिक्री के मामले में सबको पछाड़ दिया है और देश की बेस्ट सेलिंग एसयूवी बन गई है। ये एसयूवी न केवल लुक और फीचर में शानदार है, बल्कि कंपनी इसमें जबरदस्त सेफ़्टी का भी दावा करती है, शायद यही कारण है कि ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में इस एसयूवी को 5-स्टार रेटिंग मिली है। बिक्री के आंकड़ों पर नज़र डालें तो बीते मई महीने में टाटा मोटर्स ने अपने Nexon एसयूवी के कुल 14,614 यूनिट्स की बिक्री की है जो कि पिछले साल के मई महीने में बेचे गए महज 6,439 यूनिट़्स के मुकाबले पूरे 127% ज्यादा है। वहीं इस दौरान Hyundai Creta के कुल 10,973 यूनिट्स ही बेचे गए हैं और ये देश की दूसरी सबसे ज्यादा बेची जाने वाली एसयूवी बनी है। हुंडई ने पिछले साल के मई महीने में इस एसयूवी के कुल 7,527 यूनिट्स की बिक्री की थी, इस इस साल के मुकाबले तकरीबन 46% कम थी।सेग्मेंट की लीडर रही Maruti Brezza बिक्री के मामले में मई महीने में खिसक कर तीसरे पायदान पर आ पहुंची है। इस महीने में कंपनी ने इस एसयूवी के कुल 10,312 यूनिट्स की बिक्री की है जो कि पिछले साल के मई महीने में बेचे गए 2,648 यूनिट्स के मुकाबले तकरीबन 289% ज्यादा है। इसके अलावा 10,241 यूनिट्स के साथ चौथे पोजिशन पर Tata Punch और कुल 8,767 यूनिट्स के साथ Mahindra Bolero ने पांचवे पोजिशन पर कब्जा जमाया है। जल्द ही बाजार में ब्रेजा और बोलेरो के नए अवतार को पेश किए जाने की तैयारी भी हो रही है।कंपनी ने इसमें 1.2 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया है जो कि 120 PS की पावर और 170 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। वहीं डीजल वेरिएंट में 1.5-लीटर टर्बो डीजल इंजन मिलता है जो कि 110PS की पावर और 260 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। इसकी कीमत 7.55 लाख रुपये से लेकर 13.90 लाख रुपये के बीच है। सामान्य तौर पर इस एसयूवी का पेट्रोल वेरिएंट 17 किलोमीटर और डीजल वेरिएंट 21 किलोमीटर तक का माइलेज देता है। टाटा ने इस सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी को रेन-सेंसिंग वाइपर, एंड्रॉइड ऑटो और ऐपल कारप्ले के साथ 7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रियर एसी वेंट के साथ ऑटो एसी, क्रूज़ कंट्रोल और एक डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर से लैस किया है। इसके टॉप-स्पेस वैरिएंट में वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, एक एयर प्यूरीफायर और एक ऑटो-डिमिंग IRVM भी मिलता है। वहीं सेफ्टी फीचर्स में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स, रियर पार्किंग सेंसर, EBD के साथ ABS, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ESP) और ISOFIX चाइल्ड सीट एंकरेज शामिल हैं।

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Kolar News 17 June 2022

चेतावनी देने के बाद भी लापरवाह कमर्चारियों को कमिश्नर ने निलंबित कर दिया है।  ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया और दो कर्मचारियों की सेवा समाप्ति के आदेश दिए इसके अलावा एक अन्य कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में रैंकिंग सुधारने के लिए ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर अधिकारियों के साथ नियमित सड़क पर उतर रहे हैं। उन्होंने कमर्चारियों को हिदायत दी है कि स्वच्छता के काम में लापरवाही बरदाश्त नहीं की जाएगी, बावजूद इसके कुछ कर्मचारी सफाई  लापरवाही कर रहे हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के तहत नगर निगम क्षेत्र में अभी गार्बेज फ्री सिटी एवं वाटर प्लस के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है , नगर निगम कमिश्नर किशोर कन्याल  ने सभी कर्मचारियों से मुस्तैद रहकर इस काम में जुटने के निर्देश दिए हैं लेकिन कमिश्नर को जब लापरवाही की जानकारी मिली तो उन्होंने वार्ड क्रमांक 7 के नियमित सफाई संरक्षक एवं प्रभारी डब्ल्यूएचओ रूप किशोर को निलंबित कर दिया इसी तरह वार्ड क्रमांक 59 के प्रभारी डब्ल्यूएचओ प्रशांत देवीदास और प्रभारी एसआई क्षेत्र क्रमांक 13 को भी निलंबित कर दिया। कमिश्नर ने वार्ड क्रमांक 7 के सफाई संरक्षक अजय करोसिया और विनोद की सेवा समाप्ति के आदेश दिए साथ ही वार्ड क्रमांक 37 प्रभारी डब्ल्यूएचओ अजय धौलकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

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Kolar News 16 June 2022

मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में एक ऐसा गांव भी है जहां पिछले 39 साल से थाने में कोई केस दर्ज दर्द नहीं हुआ। गांव के लोग बड़े बुजुर्गों की पंचायत पर बना लेते हैं और आपसी सहमति से मामले सुलझा लेते हैं। लोगों को थाने जाने की नौबत ही नहीं आती. धार्मिक और पर्यटक नगरी ओरछा के पास बसा हाथीवर खिरक एक ऐसा गांव है जहां पिछले 39 साल से यानी साल 1983 से गांव के लोगों को पुलिस थाने की जरूरत ही नहीं पड़ी. थाने में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।  39 सालों में अब तक एक भी अपराध दर्ज नहीं हुआ। गांव के लोग भी थाने और कोर्ट कचहरी से कोसों दूर रहते हैं। जब इस गांव में पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि गांव के लोग पुलिस को ही नहीं जानते। 100 साल की बुजुर्ग महिला प्यारी बाई पाल का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं देखा कि गांव में कोई विवाद हुआ है। गांव में पुलिस आई हो। पुलिस कैसी होती है वह नहीं जानती। गांव के कई बुजुर्ग और युवाओं का कहना है कि उन्होंने जब से होश संभाला है तब से गांव में कोई विवाद नहीं हुआ। कभी  हल्के-फुल्के विवाद हो ही जाते हैं तो गांव के बुजुर्गों द्वारा पंचायत स्तर पर आपसी सहमति से बैठल कर उसे सुलझा लिए जाते हैं। पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल ने बताया जब मुझे पता लगा कि इस गांव में 39 साल से कोई अपराध थाने में दर्ज नहीं हुआ है तो सबसे पहले खुद गांव को देखा गया। वहां के लोगों से बात की और उसके बाद उन्होंने विलेज क्राइम नोटबुक चेक कराई तो पता चला कि यहां साल 1983 से कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया है। इस अमन पसंद गांव में एक शख्स असामाजिक किस्म का था लेकिन वह अब गांव में नहीं रहता है. हाथीवर खिरक गांव में 225 लोगों रहते हैं।  इस कम आबादी वाले गांव में अमन चैन और शांति और खुशनुमा वातावरण के साथ प्राकृतिक समावेश है। गांव में पाल और अहिरवार बा ब्राह्मण समाज के लोग रहते हैं। सभी समाज के लोग आपसी भाईचारे और घुल मिलकर रहते हैं. एक दूसरे के सुख दुख में मैं हमेशा साथ देते हैं. अग कोई मनमुटाव और विवाद जैसी स्थिति भी होती है तो वह बड़े बुजुर्ग एक दूसरे को समझा-बुझाकर शांत करा देते हैं। हाथीवर खैरा गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती है जिसके साथ साथ बकरी और गाय जैसे जानवरों का पालन करते हैं। बकरी पालन से उन्हें रोजगार मिलता है जिससे उन्हें आर्थिक आमदनी भी होती है। गाय पालन से गांव के लोगों को दूध की कमी नहीं होती है। गांव के लोग घी, दूध का भी व्यवसाय करते हैं। खेती करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। 

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Kolar News 16 June 2022

प्रदेश के पन्ना जिले में हीरे की खान है इस बात से तो सभी अवगत हैं। ऐसे में हीरा निकलने की खबरे भी यहां से आती रहती हैं। लेकिन इस बार हीरे की खोज एक गरीब ने की है। ऐसा किस्मत वालों के साथ ही होता है और इस बार एक मजदूर गरीब अपनी किस्मत की वजह से लखपति बन गया। जिले के ग्राम जारूआपुर से एक खेतिहर मजदूर सुनील कुमार को चमचमाता हुआ उज्जवल किस्म का 6.29 कैरेट का हीरा मिला है। जिस वजह से वह रातों-रात लखपति बन गया। जानकारी के लिए बतादें कि मजदूर के घर की आर्थिक हालत ठीक नंही रहती थी और बंद पड़े काम के कारण सुनील ने अपने 5 अन्य साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से 10 वाई 10 का हीरा खदान खोदने के लिए पट्टे पर लिया था। और आज उसकी यह मेहनत सफल हो गई। फिलहाल प्राप्त हुए इस उज्जवल हीरे को पन्ना के हीरा कार्यालय में जमा करा दिया गया है। हीरा मिलने से सुनील और उसके साथ काम करने वाले 5 साथियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। प्राप्त जानकारी से पता चला कि इस हीरे से मिलने वाले लाभ में 6 लोगों का हिस्सा लगेगा। सुनील ने बताया कि ‘हम 6 लोग इस हीरे में साझेदार हैं सभी के घर की आर्थिक स्थिति खराब है। जिसके बाद उन्होंने खदान लगाई और भगवान ने उनकी सुन ली। हीरा विशेषज्ञ ने बताया कि सुनील को मिला हीरा 6.29 कैरेट का है इस हीरे को आगे आने वाली हीरों की नीलामी में रखा जाएगा और 12 प्रतिशत रॉयल्टी काटकर शेष हीरे की राशि मजदूर को वापिस कर दी जाएगी।

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Kolar News 15 June 2022

मुंबई में ऑटो चलाकर जीवन यापन करने वाले 50 वर्षीय कमलेश  का जीवन मंगलवार को उस वक्त संकट में आ गया जब वह प्रयागराज से मुंबई जाने वाली तुलसी एक्सप्रेस के नीचे आने से बाल-बाल बच गए। यात्री कमलेश  भोपाल रेलवे स्टेशन पर पीने का पानी भरने के लिए उतरे थे। तभी ट्रेन प्लेटफार्म से चलने लगी। हड़बड़ी में कमलेश अपने एस-5 डिब्बे में चढऩे का प्रयास करने लगे इस दौरान उनका पैर फिसल गया और वह प्लेटफार्म एवं डिब्बे के नीचे आने लगे। मौके पर पेट्रोलिंग कर रहे आरपीएफ के जवान रविंद्र की नजर इस घटना पर पड़ी और उसने दौड़कर कमलेश  का हाथ पकड़ लिया। ट्रेन के नीचे 50 सेकंड तक कमलेश सिंह  जीवन और मौत के बीच झूलते रहे। आरपीएफ के जवान रविंद्र ने जैसे-तैसे उन्हें खींचकर बाहर निकाना। यात्री कमलेश ने बताया कि वह पानी लेने उतरे थे, ट्रेन में चढऩे में देरी कर दी थी। जब ट्रेन चलने लगी तो बोतल लेकर चढऩे की कोशिश की थी। कोच के हैंडल पकड़ लिए थे लेकिन पैर फिसल गया। संभलने का मौका ही नहीं मिला, क्योंकि गेट पर खड़े यात्री अंदर जाने का रास्ता नहीं दे रहे थे। यात्री का कहना है कि ट्रेन में बहुत भीड़ थी, इसके कारण वह पानी भरने के लिए उतरने में भी लेट हो गए थे। रानी कमलापति, स्टेशन पर कमलेश की जान निकलते निकलते बची , रेलवे पुलिस ने रविंद्र को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। 

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Kolar News 15 June 2022

मध्यप्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन प्रारंभ हो गए हैं। चूंकि इन स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर उन बच्चों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाता है, जो बच्चे गरीब व कमजोर वर्ग के होते हैं। इसलिए अगर आप भी इस योजना के तहत पात्र हैं, तो अपने बच्चे का एडमिशन कराने में देर नहीं करें, क्योंकि समय रहते फार्म भरने से आपको पसंद का स्कूल मिल जाएगा। हालांकि बच्चों का चयन लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा। शिक्षा का अधिकार कानून में सत्र 2022-23 में प्राइवेट स्कूलों की प्रथम कक्षा में निःशुल्क प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन 15 जून से किए जा सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून है। अगर आप भी अपने बच्चे का ऑनलाइन प्रवेश कराना चाहते हैं तो ऑनलाइन आवेदन-पत्र का प्रारूप देखकर फार्म भर सकते हैं। पात्रतानुसार प्राइवेट स्कूल में निशुल्क प्रवेश के लिए आवेदकों का चयन ऑनलाइन लॉटरी से 5 जुलाई को किया जाएगा। इस वर्ष कोविड-19 से माता-पिता/ अभिभावक की मृत्यु से अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना में ऑनलाइन लॉटरी में प्राथमिकता दी जाएगी। संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस. ने समय-सारिणी जारी करते हुए सभी जिला कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए हैं, जो आरटीई पोर्टल पर उपलब्ध हैं। ऑनलाइन आवेदन करने में कोई समस्या या कठिनाई होने की स्थिति में संबंधित विकासखंड के बीआरसी कार्यालय में भी संपर्क किया जा सकता है। लॉटरी प्रक्रिया के बाद आवंटित सीट की जानकारी आवेदक को उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से प्रदान की जाएगी। ऑनलाइन लॉटरी की सूची आरटीई पोर्टल पर भी उपलब्ध रहेगी। साथ ही स्कूल आवंटन की जानकारी बीआरसी कार्यालय के सूचना पटल पर भी उपलब्ध रहेगी। ऑनलाइन प्रक्रिया से फार्म के साथ पात्रता संबंधित कोई भी एक दस्तावेज अपलोड करना होगा। दस्तावेजों का सत्यापन संबंधित संकुल केन्द्र वाले स्कूल में सत्यापनकर्ता अधिकारी से एक जुलाई 22 तक करना होगा। आवेदक ने जिस कैटेगरी/निवास क्षेत्र से प्रवेश चाहा है, उसमें व निवास प्रमाण का सत्यापन मूल प्रमाण-पत्र से किया जाएगा। लॉटरी के पूर्व सत्यापन हो जाने के बाद दस्तावेजों की त्रुटि पर एडमिशन निरस्त नहीं होगा। किसी आवेदक को आवेदन प्रारूप प्राप्त करने अथवा जमा करने में कोई दिक्कत हो या उन स्कूलों की जानकारी चाहिए हो, जहां सीटें खाली हैं, तो आरटीई पोर्टल, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना कार्यालय अथवा विकासखण्ड स्रोत केन्द्र से सम्पर्क कर सकते हैं।

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Kolar News 15 June 2022

कौन कहता है आसमां में सुराख हो नहीं सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है शहड़ोल प्रेरणा फाऊंडेशन के उन बच्चों जो अब शहड़ोल से पढ़ाई कर देश के अलग अलग हिस्से में पढ़ लिख कर काबिल बन गए है। ये नेत्रहीन बच्चे सामान्य बच्चो की तरह न केवल मोबाइल आपरेट करते है बल्कि मैसेज भी पढ़कर मोबाइल में बात चीत करते है । ऐसे 21 बच्चों ने आज शहड़ोल में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मिलित होकर गीत, संगीत के साथ साथ योग कर चेस गेम का जबरदस्त प्रदर्शन किया। जो बच्चे आंखों से देख नहीं सकते, उनके इन कारनामो को देखकर लोग दंग रह गए । उनकी इस काबलियत के पीछे प्रेरणा फाउंडेशन की संचालिका मधुश्री राय का हाथ है। जो खुद भी दिव्यांग होते हुए जिले में नेत्रहीन बच्चों को ढूंढकर उन्हें निःशुल्क शिक्षा देकर उस मुकाम तक पहुचाने का काम कर रही है।शहड़ोल जिले में इनदिनों नेत्रहीन बच्चे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण कर देश के अलग अलग हिस्से में उच्च शिक्षा ग्रहण कर अलख जगा रहे है। नेत्रहीन होने के बावजूद बच्चों मोबाइल, कम्यूटर, गीत संगीत, योग, चेस जैसे गेम खेल रहे है । इतना ही नही सामान्य बच्चो की तरह बर्ताव कर रहे है । यह बात थोड़ी अटपटी लग सकती है, लेकिन यह बात बिल्कुल सच है। दरअसल शहड़ोल की रहने वाली मधु श्री राय ने एक एक्सीडेंट में अपना एक पैर खो दिया ,जिसके बाद से उन्होंने प्रेरणा फाउंडेशन के माध्यम से जिले के नेत्रहीन बच्चो को ढूंढ कर उन्हें अपने पास रखकर निःशुल्क 1 से 8 तक की शिक्षा ग्रहण कराया, जिसके बाद उनके ऐसे कई बच्चे ऐसे है जो देश के अन्य राज्य में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ साथ नौकरी कर रहे है । अपना एक मुकाम हासिल कर दुसरो के लिए प्रेरणा शाबित हो रहे है। प्रेरणा फाउंडेशन द्वारा जिले में एक कार्यक्रम आयोजित किया , जिसमे उनके द्वारा पढ़ाए हुए 21 नेत्रहीन उन बच्चो ने भाग लिया जो अब देश के अन्य हिस्से में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे है,तो कुछ नौकरी कर रहे है । ये बच्चे बड़ी ही बेबाकी के साथ मोबाइल, कम्यूटर, गीत संगीत, योग, चेस जैसे गेम प्रदर्शन किया। 

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Kolar News 14 June 2022

बारिश में आम दिनों के मुकाबले ड्राइविंग पैटर्न पूरी तरह से बदल जाता है। वैज्ञानिक शोध एवं रिसर्च के आधार पर यह बात सामने आई है कि बरसात के मौसम में अनुमान आधारित ड्राइविंग ज्यादा होती है जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में अक्सर कार चलाते वक्त लोग कुछ छोटी-बड़ी गलतियां कर बैठते हैं। कई बार खराब मौसम में लोग दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि पुरुष ड्राइवर के मुकाबले महिलाएं गाड़ी चलाते वक्त बरसात में ज्यादा सतर्क रहती हैं। बरसात के मौसम में गाड़ियों की अतिरिक्त देखभाल की जरूरत भी पड़ती है। ऐसे वाहन मालिकों को अपनी गाड़ियों और ड्राइविंग के तौर तरीके को लेकर अधिक सचेत रहने की जरूरत है।बारिश के मौसम में वाहन चालक को अपने स्पीड पर काबू रखना चाहिए, क्योंकि बारिश के कारण रोड पर फिसलन बढ़ जाती है। बारिश के मौसम में कार को अपने कंट्रोल में रखें। कार को कम गति पर चलाए ताकि ब्रेक लगाने पर आप किसी भी दुर्घटना का शिकार न हों। इसके अलावा जितना हो सके उतना आप बारिश में इमरजेंसी में ब्रेक लगाने से बचें।बरसात के मौसम में सड़को पर पानी की वजह से ब्रेक लगाने में समस्या आती है। इसलिए हमेशा बारिश में वाहन को बहुत आराम से चलाना चाहिये। क्योंकि बारिश में कार हो या मोटरसाइकिल एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है।आम दिनों की तुलना में बारिश के मौसम में वाहन में ज्यादा खराबी आती है। मानसून में ड्राइविंग से पहले अपनी कार की सर्विस जरूर कराएं। इससे भारी बारिश के दौरान ड्राइविंग करने पर भी आपको कार के खराब होने का डर नहीं सताएगा। दीप दीक्षित, एडिशनल डीसीपी, ट्रैफिक का कहना है कि बारिश के मौसम में संभावित दुर्घटनाओं से बचने के लिए स्पीड पर कंट्रोल सबसे ज्यादा जरूरी है। वाहन की रोशनी का बेहतर प्रबंधन एवं ब्रेक सिस्टम सहित गाड़ी के अन्य पुर्जों का मेंटेनेंस जरूरी रहता है। इन सभी बातों पर ध्यान रखकर दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है।

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Kolar News 14 June 2022

देश में 70 साल बाद एक बार फिर चीतों की दहाड़ गूजेंगी। 15 अगस्त को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में 16 अफ्रीकन चीतों को छोड़ा जाएगा। 1952 में चीतों को देश में लुप्त घोषित किया गया था। इस साल स्वतंत्रता दिवस मध्य प्रदेश के लिए खास सौगात लेकर आने वाला है। जिसके बाद केंद्र ने अफ्रीकन चीतों को बसाने की योजना बनाई थी। बीते 27 सालों से एमपी के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीतों को लाने की योजना पर काम किया जा रहा था। कुनो नेशनल पार्क में चीतों की बसाहट को केंद्र सरकार 'आजादी का अमृत महोत्सव' अभियान के हिस्से के रूप में पेश करना चाहती  है। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जहां चीतों को दोबारा बसाने की कोशिश की जा रही है।जानकारी के अनुसार 1 डिप्टी फील्ड डायरेक्टर, 1 रेंजर और 1 डॉक्टर समेत  3 अधिकारियों की एक टीम टेक्निकल ट्रेनिंग के लिए दक्षिण अफ्रीका/नामीबिया के लिए रवाना हो चुकी है। वन विभाग के अनुसार अफ्रीकी चीते दक्षिण अफ्रीका एवं नामीबिया से पहले ग्वालियर लाए जाएंगे। फिर यहां से सड़क मार्ग के जरिए इन्हें  कुनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचाया जाएगा। फिलहाल 16 अफ्रीकी चीतों में 6 मादा चीता और 10 नर चीता होंगे। इनमे से 8 चीते नामीबिया और 8 साउथ अफ्रीका से लाए जा रहे हैं।  अफ्रीकन चीतों का पहला जत्था है जो भारत के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में लाया जा रहा है। सभी 16 चीतों को पहले साल ट्रायल अवधि में रखा जाएगा। अगर परिणाम सकारात्मक रहे तो 2023 में 16, 2024 में 16 और 2025 में भी 16 चीतों को जोड़ा जाएगा। इस तरह कुछ 64 चीतों को मध्य प्रदेश में बसाने की तैयारी है। मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (KNP) को चीतों के लिए चुनने के पीछे की मुख्य वजह चीतों को रखने के लिए आवश्यक स्तर की सुरक्षा, शिकार और आवास। हर चीते के रहने के लिए 10 से 20 वर्ग किमी का एरिया और  उनके प्रसार के लिए पर्याप्त जगह होना जरूरी है। यह सभी चीजें कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद हैं। कूनो 750 वर्ग किमी में फैला है जो कि 6,800 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैले बड़े श्योपुर-शिवपुरी खुले जंगल का हिस्सा है। समतल जमीन वाले इस अभ्यारण में इंसानों की किसी भी तरह की बसाहट भी नहीं है । इसके अतिरिक्त, एशियाई शेरों को मध्य प्रदेश के कुनो में लाने के असफल प्रोजेक्ट के तहत इस साइट पर पहले से ही बहुत सारी तैयारियां और निवेश किए जा चुके हैं जो कि चीतों के लिए एकदम उपयुक्त है।

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Kolar News 14 June 2022

पिछले दो सालों में प्रदेश के 1200 प्राइवेट स्कूल बंद हो गए हैं। अगर आपका बच्चा भी इनमें से किसी स्कूल में पढ़ता था, तो आपको तुरंत बच्चे को प्रवेश को लेकर एक्शन लेना होगा, अन्यथा आपका बच्चा दूसरे बच्चों से पीछे रह जाएगा। इसलिए आप उसकी उम्र और वर्तमान कक्षा के अनुरूप अन्य स्कूल में प्रवेश दिलाएं, ताकि वह भी अन्य बच्चों की तरह बराबर की कक्षा में पढ़े। आपको बता दें कि प्रदेश में कोरोना काल में करीब 1200 स्कूल बंद हो गए हैं। ये स्कूल सत्र 2019-20 और 2020-21 में बंद हुए हैं। इस कारण इन स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है। इन स्कूलों में नर्सरी से लेकर कक्षा 1 तक में करीब 11 हजार से अधिक बच्चे दर्ज थे। सरकार द्वारा इन बंद स्कूलों के बच्चों को अनमैप्ड करवाया जा रहा है, ताकि वे सत्र 2022-23 की प्रक्रिया में शामिल हो सकें। इस विशेष प्रावधान के बाद भी ऐसे बच्चों को खास राहत नहीं मिलेगी। क्योंकि उन्हें पहली कक्षा से आगे की कक्षा में दाखिला नहीं मिलेगा। अगर आपका बच्चा भी इनमें से किसी एक स्कूल में पढ़ता था, तो आप या तो अपने बच्चे को आरटीई के तहत पढ़ाना चाहते हैं, तो कक्षा पहली में फिर से प्रवेश दिलाना होगा। अन्यथा आप किसी अन्य स्कूल में अपने बच्चे को जिस कक्षा में पढ़ाना चाहते हैं, उसी कक्षा में प्रवेश दिला सकते हैं।शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत सत्र 2022-23 में प्रवेश के लिए दो माह देरी से 15 जून से प्रक्रिया शुरू होगी। 27 हजार निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी-1, केजी-2 और पहली की दो लाख से अधिक खाली सीटों पर नौनिहालों का दाखिला होगा। इस बार कोरोना काल में प्रदेश में बंद हुए 1200 निजी स्कूलों में आरटीई से पढ़ रहे 11 हजार बच्चों को भी मौका मिलेगा। लेकिन वे अधिकतम पहली कक्षा में ही प्रवेश ले पाएंगे। यानी, बंद हुए स्कूलों में सत्र 2019-20 में केजी-1 या केजी-2 में पढ़ने वाले छात्रों को इस साल क्रमश: दूसरी व तीसरी कक्षा में जाना था, लेकिन वे आरटीई के तहत पहली कक्षा में ही प्रवेश ले सकेंगे। दस्तावेजों के सत्यापन के बाद जुलाई के पहले सप्ताह में लॉटरी निकाली जाएगी। बताते हैं, उक्त स्कूलों में दो लाख से अधिक सीटें हैं। इनमें डेढ़ लाख सीटें ही अभिभावकों के पसंद की हैं। बाकी 60 हजार सीटें ऐसे स्कूलों की हैं, जो प्राथमिकता में नहीं रहतीं।

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Kolar News 13 June 2022

प्रदेश में बढ़ रहा है कोरोना का कहर  मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। शनिवार को 6611 जांच में प्रदेश में 59 नए संक्रमित मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा इंदौर में 19 पॉजिटिव मरीज मिले हैं।  मध्य प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में 13 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 2 ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। प्रदेश में अब तक 10 लाख 43 हजार 116 मरीज कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें से 10 लाख 32 हजार 49 ठीक हो गए है। कोरोना के कारण अब तक 10 हजार 738 की जान जा चुकी है। शनिवार को 35 मरीज ठीक हुए। प्रदेश में अभी 329 एक्टिव केस है।प्रदेश के 16 जिलों में मिले संक्रमित प्रदेश में 16 जिलों में संक्रमित मिले है। इनमें बालाघाट में 2, बैतूल में 1, भोपाल में 11, गुना में 1, ग्वालियर में 4, हरदा में 3, होशंगाबाद में 3, इंदौर में 19, जबलपुर में 4, कटनी में 1, मंडला में 2, निवाड़ी में 1, रायसेन में 3, सागर में 1, सीहोर में 2, टीकमगढ़ में 1 संक्रमित मरीज मिला है।

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Kolar News 12 June 2022

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, MPPSC ने राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2021-22 का एडमिट कार्ड जारी कर दिया है।  जिसके बाद परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवार आधिकारिक MPPSC की साइट पर जाकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं। गौरतलब है कि एमपीपीएससी राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा परीक्षा का आयोजन 19 जून 2022 को प्रदेश के 54 केंद्रों में किया जाएगा । परीक्षा में 2 पेपर होंगे, जिसमें पहला पेपर जनरल स्टडीज का सुबह 10 बजे से दोपहर 12 तक आयोजित किया जाएगा। वहीं दूसरा पेपर जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट का होगा। जो कि दोपहर 2:15 बजे से शाम 4:15 बजे तक चलेगा। एमपीपीएससी प्रीलिम्स की परीक्षा में प्रत्येक पेपर 200 अंकों का होगा। जिसके लिए उम्मीदवारों को 2 घंटे का समय दिया जाएगा। पेपर 1 से जनरल साइंस, इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, पॉलिटी जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाएंगे. वहीं पेपर-2 में कंप्रीहेंशन, इंटरपर्सनल स्किल, लॉजिकल रीजनिंग जैसे विषयों से प्रश्न आएंगे। 

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Kolar News 11 June 2022

रेलयात्री के लिए एक बार फिर जरूरी खबर है कि रेलवे ने बड़ी संख्या में आज से चलने वाली ट्रेन को रद्द कर दिया है। अगर आप 11 जून को ट्रेन से यात्रा करने जा रहै है तो ये खबर आप के लिए लिए है। आपको सलाह दी जाती है कि घर से निकलने से पहले अपनी ट्रेन का स्टेटस देख लें। भारतीय रेल ने 11 जून शनिवार से चलने वाली 170 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इन ट्रेनों में पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी शामिल हैं। रेलवे ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि यात्री घर से स्टेशन के लिए निकलने से पहले अपनी ट्रेन का स्टेटस रेलवे हेल्प लाइन पर जरूर चेक कर लें। हालांकि जिन यात्रियों की ट्रेन इस सूची में दर्ज है वह चिंता न करें उनके किराए को वापस किया जाएगा। वही यदि आपने IRCTC की वेबसाइट या रेलवे काउंटर से टिकट खरीदा है तो आपके किराये को रिफंड किया जाएगा। बताया जा रहा है कि भारतीय रेल के देशभर में अलग अलग रेलवे जोनों में मेंटेनेंस और दूसरी अन्य वजहों से इन ट्रेनों को रद्द किया गया है। इन ट्रेनों को कैंसिल करने से देशभर में बड़ी संख्या में रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। भारतीय रेल ने नेशनल ट्रेन एन्क्वायरी सिस्टम की वेबसाइट पर रद्द की गई ट्रेनों की सूची जारी की है। रेलवे द्वारा जारी की गई सूची में अगर आपकी भी ट्रेन शामिल है, तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपके द्वारा टिकट के लिए दिया गया पैसा आपको वापस जरूर मिलेगा। भारतीय रेलवे द्वारा रद्द की गई ट्रेनों की जानकारी स्टेशनों पर अनाउंसमेंट और एसएमएस के जरिए भी यात्रियों को दी जा रही है। आप भी रेलवे के नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम नंबर 139 के जरिये भी ट्रेनों की स्थिति जान सकते हैं। जिन यात्रियों की ट्रेन रद्द हुई है, उनको रेलवे की ओर से पूरा रिफंड दिया जाएगा।

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Kolar News 11 June 2022

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे है। गुरुवार को प्रदेश में 6887 जांच में 50 नए पॉजिटिव मिले है। इसमें भोपाल में सबसे ज्यादा 16 और इंदौर में 10 नए मरीज है। प्रदेश के अलग-अलग अस्पताल में 12 मरीज भर्ती है। इनमें से 2 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। प्रदेश में अब तक 10 लाख 42 हजार 978 लोग संक्रमित हो चुके है। इनमें से 10 लाख 31 हजार 957 ठीक हो चुके है। कोरोना के कारण अब तक 10 हजार 738 मरीजों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को 42 मरीज ठीक हुए। प्रदेश में अभी 283 एक्टिव केस है।14 जिलों में मिले नए संक्रमित प्रदेश में 14 जिलों में नए संक्रमित मिले है। इनमें  भोपाल में 16, दतिया में 1, गुना में 1, होशंगाबाद में 5, इंदौर में 10, जबलपुर में 3, कटनी में 1, मंडला में 2, मुरैना में 1, नरसिंहपुर में 1, रायसेन में 5, रतलाम में 2, सागर में 1 और उज्जैन में 1 मरीज मिला है।

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Kolar News 10 June 2022

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने स्टेट ओपन स्कूल एजुकेशन बोर्ड और पंडित लज्जा शंकर झा शासकीय मॉडल स्कूल के प्राचार्य को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। पूछा है कि जब एक स्टूडेंट ने प्रवेश परीक्षा पास कर ली है तो फिर उसे सीट आवंटित क्यों नहीं की गई। सुनवाई की तारीख 5 जुलाई 2022 निर्धारित की गई है। याचिकाकर्ता छात्र ने नौवीं में प्रवेश के लिए जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय व मॉडल स्कूल के लिए प्रवेश परीक्षा वर्ष 2022-23 पास की व उसे पंडित लज्जा शंकर झा शासकीय  मॉडल   उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय आवंटित भी किया गया। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता एनएस रूपराह बताया कि जब वह प्रवेश लेने मॉडल स्कूल गया तो उसे बताया गया की भले ही उसने प्रवेश परीक्षा पास कर ली है, परन्तु उसके आठवीं में डी ग्रेड है, अतः उसे प्रवेश नहीं दिया जा सकता। अधिवक्ता एनएस रूपराह ने दलील दी कि नियम है कि आठवीं की परीक्षा 33 प्रतिशत के अंकों से पास करनी चाहिए और डी ग्रेड का मतलब है की उसने 33-39 प्रतिशत अंक लिए हैं। बहस सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि अगर यह बात है तो याचिकाकर्ता पंडित लज्जा शंकर झा शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय जबलपुर शाला में प्रवेश पाने के लिए पात्र है।इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि विद्यार्थी की आठवीं में डी-ग्रेड है और डी-ग्रेड वालों को एडमिशन देने का प्रावधान नहीं है तो फिर प्रवेश परीक्षा में शामिल करने का प्रावधान क्यों बनाया। उसे प्रवेश परीक्षा में ही अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए था। नियम बनाने वाले और प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाले, सब अधिकारी मिलाकर मध्यप्रदेश शासन ही होता है ना। कहीं ऐसा तो नहीं कि इस प्रकार के नियम इसलिए बनाए जाते हैं ताकि विद्यार्थियों को परेशान किया जा सके और सीट आवंटित करने के बदले रिश्वत ली जा सके।

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Kolar News 10 June 2022

मध्यप्रदेश की रुबीना फ्रांसिस ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रूबीना ने पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीत लिया है। फ्रांस के चेटियारो में आयोजित पैरा निशानेबाजी विश्व कप में उन्होंने भारत के लिए यह स्वर्ण पदक जीता। जबलपुर की रुबीना फ्रांसिस ने अपने शानदार प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखते हुए स्वर्णिम निशाना साधा। देश के लिए वर्ल्ड कप में यह उनका तीसरा गोल्ड मेडल है। एमपी की अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज रुबीना फ्रांसिस ने पैरा निशानेबाजी विश्व कप में शुरु से ही जबर्दस्त प्रदर्शन किया। शुरु से अंत तक सटीक निशाने लगाते हुए उन्होंने आखिरकार भारत के लिए स्वर्ण पदक जीत लिया। 23 वर्षीय रुबीना ने यह उपलब्धि एयर पिस्टल मिश्रित टीम इवेंट में हासिल की। उन्होंने हरियाणा के मनीष नरवाल के साथ गोल्ड मेडल जीता। रुबीना का विश्व कप में यह तीसरा स्वर्ण पदक है। भारतीय टीम ने फाइनल राउंड में चीन को हराया।  रुबीना और मनीष ने चीन की टीम को 17-11 अंकों के अंतर से शिकस्त दी। इससे पहले क्वालीफायिंग राउंड में रुबीना व मनीष ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया। यह जोड़ी विश्वरिकार्ड प्रदर्शन के साथ निर्णायक दौर में पहुंची। क्वालीफायिंग राउंड में भारतीय टीम ने 565 अंक प्राप्त कर फाइनल राउंड में जगह बनाई थी। वर्ल्ड कप में तीसरा गोल्ड मेडल जीतने वाले रुबीना ने अथक संघर्ष किया है। उन्होंने 2014-15 में जबलपुर में गन फार ग्लोरी शूटिंग अकादमी में प्रवेश लिया था। इसके बाद रुबीना ने लगातार मेहनत की और नेशनल स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि इसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। स्थानीय अकादमी से अपने निशानेबाजी करियर की शुरुआत करने वाली रुबीना अब वर्ल्ड लेबल पर धूम मचा रहीं हैं। वे वर्तमान में भोपाल स्थित खेल विभाग की राज्य निशानेबाजी अकादमी में अभ्यास करती हैं।

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Kolar News 9 June 2022

तापमान वाला मीटर बता रहा है कि नौतपा चल रहा है,अब खत्म होने वाला है। इंदौर में उम्मीद की बूंदे गिरी है। नर्मदापुरम में आशाओं की हवा चली है।  यदि वायु देव का आशीर्वाद बना रहा तो 10 जून को भोपाल, जबलपुर और सागर में प्री मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी। पिछले 3 सालों में प्रकृति के कई दंड भोग चुके आम नागरिक भयभीत थे। मौसम वैज्ञानिकों की तमाम भविष्यवाणियां गलत साबित हो रही थी। पंडित जी ने बताया कि नौतपा खत्म हो गए लेकिन उसी दिन से तापमान बढ़ने लगा, जैसे शुरू हुए हो। कोई कह नहीं पा रहा था लेकिन दिल में सूखे का डर सता रहा था। हर कोई भीतर ही भीतर प्रार्थना कर रहा था। गुड न्यूज़ यह है कि प्रार्थना स्वीकार हो गई है। 8 जून को इंदौर में 2 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह प्री मानसून एक्टिविटी है। यानी कि पीछे-पीछे मानसून वाले बादल भी आने वाले हैं। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश का कहना है कि प्रदेशभर में प्री-मानसून आगामी 20 जून तक सक्रिय रहने वाला है। इसके बाद प्रदेशभर में मानसून सेट हो जाएगा। यानी, 20 जून के बाद कभी भी प्रदेश में मानसून की एंट्री हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अबकी बार मानसून खूब बरसेगा। जून-जुलाई में अच्छी बारिश के आसार हैं।

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Kolar News 9 June 2022

रेलवे ने अपने यात्रियों के सफर को आसान करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। भोपाल रेल मंडल से गुजरने वालीं 78 ट्रेनों के टाइम-टेबल में 1 जुलाई से परिवर्तन होने जा रहा है। ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 110 से 130 हो जाने से यह ट्रेनें 3 से लेकर 35 मिनट तक पहले पहुंचने लगेंगी। इन ट्रेनों में शताब्दी, कामायनी, संपर्क क्रांति, गोवा एक्सप्रेस, तमिलनाडु समेत 11 जोड़ी मुख्य ट्रेनें शामिल हैं। 11 जोड़ी मुख्य ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव किया जाएगा। रेल अधिकारियों का कहना है कि टाइम-टेबल में कुछ इस तरह परिवर्तन किए जा रहे हैं, जिसका फायदा सीधे तौर पर यात्रियों को मिल सके। तिरुअनंतपुरम में पश्चिम क्षेत्र की मीटिंग होगी, जिसमें एक जुलाई से होने वाले परिवर्तन पर मुहर लग जाएगी। शताब्दी 18 से 25 मिनिट, कामायनी 22 से 35 मिनिट, कर्नाटक 15 से 20 मिनिट, तमिलनाडु 12 से 18 मिनिट, केरल 11 से 15 मिनिट, जीटी 9 से 14 मिनिट, जयपुर-चेन्नई 11 से 15 मिनिट, गोवा 12 से 18 मिनिट, यशवंतपुर संपर्कक्रांति 10 से 12 मिनिट, ग्वालियर इंटरसिटी 17 से 23 मिनिट व इंदौर-उज्जैन 15 से 20 मिनिट पहले पहुंचने लगेंगी। अब चलती ट्रेन में भी वेटिंग टिकट वाले यात्रियों के टिकट कंफर्म हो सकेंगे। मंडल के सभी टीटीई को हैंड होल्डिंग डिवाइस के जरिए रियल टाइम में आरक्षित सीट के खाली होने की सूचना अपटेड करनी होगी। इसकी मदद से खुद-ब खुद वेटिंग टिकट वाले यात्री की सीट कंफर्म हो जाएगी। इसका मेसेज भी यात्री के मोबाइल पर आ जाएगा। मौजूदा व्यवस्था में गाड़ी छूटने से करीब आधे घंटे पहले चार्ट बन जाता है। इसके बाद चलती ट्रेन पर अगर सीट खाली रहती है तब टीटीई मैनुअल तरीके से इसे पहले आरएसी और उसके बाद वेटिंग यात्रियों को जगह देता है लेकिन, मैनुअल होने की वजह से अधिकांश मामलों में टीटीई की मनमर्जी चलती है।

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Kolar News 9 June 2022

मध्यप्रदेश  पब्लिक सर्विस  कमीशन  द्वारा आयोजित राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2021 दिनांक 19 जून 2022 का पेपर लीक हो सकता है। यह खतरा इसलिए संभावित है क्योंकि शहडोल कलेक्टर कार्यालय से गोपनीय जानकारी सार्वजनिक हो गई है। कार्यालय कलेक्टर जिला शहडोल का आदेश क्रमांक 3665 दिनांक 7 जून 2022 वायरल हो रहा है। इसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है कि शहडोल से कौन से अधिकारी एवं कर्मचारी एमपीपीएससी का पेपर लेने के लिए कितनी तारीख को रवाना होंगे और किस प्रकार से मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर के ऑफिस से शहडोल तक पेपर लाए जाएंगे। आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा है कि नियुक्त किया गया अधिकारियों एवं कर्मचारियों का दल गोपनीय सामग्री लेकर आएगा लेकिन इस आदेश को गोपनीय नहीं रखा गया है।  इसके कारण न केवल पेपर की गोपनीयता बल्कि नियुक्त किए गए अधिकारी एवं कर्मचारियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है। हम वायरल हो रहे आदेश की सत्यता प्रमाणित नहीं करते परंतु यदि आदेश सही है तो संभावित खतरे के बारे में सूचित करना पत्रकारिता धर्म है। यह समाचार इसलिए है ताकि समय रहते व्यवस्था को बदला जा सके।

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Kolar News 8 June 2022

उत्तराखंड बस हादसे के बाद एमपी सरकार रोड सेफ्टी के नये उपायों पर नये सिरे से विचार कर रही है। सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार नया रोड सेफ्टी प्लान बना रही है। इसमें भारी वाहनों के ऑपरेटर और ड्राइवर के लिए कुछ नए नियम बनाए जाएंगे। नए रोड सेफ्टी प्लान के तहत प्रदेश में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक खोलने की तैयारी है। भारी वाहनों के ड्राइवरों को उस पर ट्रेनिंग दी जाएगी।  उसमें पास होने के बाद ही ड्राइवर को हेवी ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाएगा। सरकार के नये प्लान में दो महीने के भीतर संभाग मुख्यालय पर ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर खोले जाएंगे। लंबी दूरी वाले बस ऑपरेटर्स को एक से ज्यादा और कम से कम दो ड्राइवर रखना होगा। दो ड्राइवर होने का प्रमाण पत्र बस मालिकों को देना होगा। सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार ने एक कैबिनेट कमेटी भी बनाई है। 3 सदस्य वाली इस कैबिनेट कमेटी में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया को शामिल किया गया है. यह समिति सड़क हादसे कम करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर एक रिपोर्ट सरकार को देगी. फिर सरकार के स्तर पर उस पर अमल किया जाएगा। उत्तराखंड बस हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सड़क हादसों को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। उस हादसे में पन्ना के 26 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में भी उन्होंने सड़क हादसों पर चिंता जाहिर की थी। सीएम ने कहा था सड़क हादसे रोकने के लिए समग्र तौर पर प्रयास करना जरूरी है। इसके लिए सरकार के स्तर के साथ-साथ आम जनता को भी जागरूक होना पड़ेगा. सीएम की इसी लाइन पर अब विभाग आगे बढ़ रहा है। 

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Kolar News 8 June 2022

उत्तराखंड बस हादसे के बाद एमपी सरकार रोड सेफ्टी के नये उपायों पर नये सिरे से विचार कर रही है। सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार नया रोड सेफ्टी प्लान बना रही है। इसमें भारी वाहनों के ऑपरेटर्स और ड्राइवर्स के लिए कुछ नए नियम बनाए जाएंगे। नए रोड सेफ्टी प्लान के तहत प्रदेश में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक खोलने की तैयारी है। भारी वाहनों के ड्राइवरों को उस पर ट्रेनिंग दी जाएगी।  उसमें पास होने के बाद ही ड्राइवर को हेवी ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाएगा। सरकार के नये प्लान में दो महीने के भीतर संभाग मुख्यालय पर ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर खोले जाएंगे। लंबी दूरी वाले बस ऑपरेटर्स को एक से ज्यादा और कम से कम दो ड्राइवर रखना होगा। दो ड्राइवर होने का प्रमाण पत्र बस मालिकों को देना होगा।  सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार ने एक कैबिनेट कमेटी भी बनाई है। 3 सदस्य वाली इस कैबिनेट कमेटी में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदोरिया को शामिल किया गया है. यह समिति सड़क हादसे कम करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर एक रिपोर्ट सरकार को देगी. फिर सरकार के स्तर पर उस पर अमल करवाया जाएगा। उत्तराखंड बस हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सड़क हादसों को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। उस हादसे में पन्ना के 26 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में भी उन्होंने सड़क हादसों पर चिंता जाहिर की थी। सीएम ने कहा था सड़क हादसे रोकने के लिए समग्र तौर पर प्रयास करना जरूरी है। इसके लिए सरकार के स्तर के साथ-साथ आम जनता को भी जागरूक होना पड़ेगा. सीएम की इसी लाइन पर अब विभाग आगे बढ़ रहा है। 

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Kolar News 8 June 2022

मध्य प्रदेश में  भोपाल शहर के वन विहार नेशनल पार्क में मंगलवार को एक आदमखोर बाघ रेस्क्यू सेंटर से लापता हो गया। जिसके बाद पर्यटकों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला गया। अधिकारी ने बताया कि शौर्य नामक छह-साल का बाघ लगभग छह घंटे तक अपने बाड़े से बाहर रहा बाद में उसे बेहोश करके वापस बाड़े में छोड़ा गया। जानकारी के मुताबिक, नेशनल पार्क में सुबह के वक्त बड़ी संख्या में लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं, ऐसे में अगर समय रहते वन विहार की टीम ऐक्शन में ना आई होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। वन विहार के निर्देशक एच. सी. गुप्ता ने एक बयान में कहा कि बाघ के बाड़े से गायब होने के सूचना मिलने पर पर्यटकों को वन विहार परिसर से सुबह करीब दस बजे सुरक्षित निकाल लिया गया। बाघ को उद्यान से बाहर जाने से रोकने के लिए विभिन्न स्थानों पर टीम को तैनात किया गया। गुप्ता ने कहा कि वन विहार के दोनों प्रवेश द्वारों को बंद करने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया और बाद में एक टीम ने हिरण के बाड़े में एक पेड़ के नीचे बाघ को सोते हुए पाया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उद्यान के पशु चिकित्सक डॉ अतुल गुप्ता और एक दल ने बाघ को बेहोश किया और उसे वापस उसके बाड़े में भेज दिया। गुप्ता ने बताया कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि बाघ अपने बाड़े से इसलिए बाहर निकल सका क्योंकि चौकीदार ने दरवाजा खुला छोड़ दिया होगा। उन्होंने बताया कि शौर्य को हरदा जिले से पिछले साल 13 जनवरी को घायल अवस्था में बचाया गया था। इसके बाद वन विहार बचाव केंद्र में उसका इलाज करने के बाद मार्च माह में उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया लेकिन पिछले साल जून में ही उसे फिर यहां लाया गया। अधिकारियों के मुताबिक बाघ करीब छह घंटे तक अपने बाड़े से बाहर रहा। वह कथित तौर पर सुबह करीब आठ बजे लापता हो गया था लेकिन सुबह दस बजे यह मामला सामने आया।

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Kolar News 8 June 2022

मंगलवार को मंत्रालय में शिवराज कैबिनेट  की बड़ी बैठक हुई है। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि अपराधियों से छीनी गई भूमि पर स्कूल का निर्माण होगा। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दबंगों से छीनी गई भूमि को आंगनबाड़ी और स्कूलों को प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि प्रदेश में संचालित प्राइवेट बसें, जो कोरोना के दौरान लॉकडाउन में बंद थीं, उनके बस मालिकों को देय मासिक वाहन कर में 130 करोड़ रुपये की छूट देने का निर्णय लिया गया है। साथ ही शिवराज कैबिनेट स्वस्थ भारत मिशन द्वितीय के अनुसमर्थन को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना में संशोधन किया गया है। इसमें पहली जांच के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, अब विभाग बाकी की जांच को मॉनिटर कर गर्भवती महिला को बुला सकता है। चार जांचें मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए अति आवश्यक है। गृह मंत्री ने कहा कि दतिया जिले में 330 मेगावाट सौर ऊर्जा लगाने की अनुमति दी गई है। ये एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि सीएम चौहान ने सड़क सुरक्षा पर तीन सदस्यीय समिति गठन करने के निर्देश दिए हैं। समिति में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया सदस्य होंगे। दरअसल, एमपी में हाल के दिनों में माफियाओं के ठिकानों पर बुलडोजर चलाकर सरकारी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। इन्हीं जमीनों पर स्कूल और गरीबों के लिए घर का निर्माण कराया जाएगा। राज्य कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी है।

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Kolar News 7 June 2022

राजधानी से स्लम खत्म करने के नाम पर बीते 12 साल में 4000 करोड़ रुपए से अधिक राशि के खर्च पर सवाल उठ रहे हैं। कम होने की बजाय इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्लम वासियों को पक्के मकान देने का काम किया जा रहा है। लेकिन स्लम है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। यही स्थिति शहर में 50 हजार से अधिक गुमठियों की है। इनके लिए भी दिखावे का ही काम हुआ। भोपाल मास्टर प्लान तैयार करने के लिए किए गए सर्वे में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। शहर की 23 लाख आबादी में से सात लाख स्लम और अवैध कॉलोनियों में निवास करती है। स्लम निवासियों की बात करें तो इनकी संख्या तीन लाख से अधिक है। सात लाख की ये आबादी प्रदेश के किसी भी छोटे शहर की कुल आबादी के बराबर है। शहर में अतिक्रमण अमला रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में 40 से अधिक गुमठियां हटाता है, बावजूद इसके शहरभर में 50 हजार निगम में दर्ज गुमठियां हैं। इनकी संख्या इससे अधिक हो सकती है। हर दिन ये कम होने की जगह बढ़ रही है, जबकि गुमठी विस्थापन के लिए बीते सालों में हॉकर्स कॉर्नर व अन्य कामों पर करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं। सरकारी आवास परिवार के प्रमुख सदस्य के नाम आवंटित कराने के बावजूद परिवार के कुछ सदस्य वह झुग्गी नहीं छोड़ते हैं। यदि निगम आवास आवंटन के बाद झुग्गी तोड़ भी देता है तो उसी क्षेत्र में अन्य किसी सरकारी जगह पर झुग्गी तान ली जाती है। सरकारी आवास 350 वर्गफीट का होता है, जबकि झुग्गी में 1000 से 1500 वर्गफीट की जमीन घेरी हुई होती है। बड़े मकान को छोड़कर पक्के आवास में जाना पसंद नहीं किया जाता। स्थानीय जनप्रतिनिधि वोट बैंक की राजनीति के तहत झुग्गी विस्थापन का विरोध करते हैं। ऐसे में पक्का आवंटित आवास किराए पर चलवा दिया जाता है और परिवार वहीं स्लम में रहता है।

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Kolar News 7 June 2022

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार भोपाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि पूरी दुनिया चिंता प्रकट कर रही है। धरती के अस्तित्व पर संकट है। ओजोन लेयर का लगातार क्षरण हो रहा है। ग्रीन हाउस गैसों का,आने वाले समय में यह जीवन के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिन्ह लगा देगा, अपनी सुख सुविधा के लिए धरती को रहने लायक ही न रहने दें। सीएम ने कहा कि जितने भी विकसित देश हैं वे कार्बन उत्सर्जन को कम नहीं कर रहे हैं। तात्कालिक स्वार्थ ने हमारी आंखों पर पट्टी बांध दी। हम सभी जानते हैं, अगर ये तापमान बढ़ा, ग्लेशियर पिघलने, समुद्र का जलस्तर बढ़ेगा। बहुत वैज्ञानिक अध्ययन मत करो, सतही तौर पर देखो, पहले गर्मी कैसे पड़ती थी अब कैसे पड़ती है।पर्यावरण दिवस पर नर्मदा के संरक्षण के लिए सीएम शिवराज ने कहा कि नर्मदा जी मध्य प्रदेश की जीवन रेखा हैं,पहले नर्मदा के दोनों किनारों पर पेड़ और घास होते थे। अच्छी बारिश होती थी, नर्मदा जी के दोनों किनारों पर छोटे-छोटे झरने बहते थे, अब एक तरफ उद्योगों की मार, हमने पेड़ काट डाले, जंगल के जंगल समाप्त हो गए।हरित आवरण लगातार कम होता चला जा रहा है। ये गति अगर जारी रही तो कल धरती का क्या होगा। ये धरती ऐसी है जिसने कहा कि एक ही चेतना सभी में है।सीएम ने कहा कि एक वयस्क पेड़ पर हजारों नहीं, लाखों​जीव-जंतुओं को आश्रय मिलता है। कार्बन डाइऑक्साइड कौन सोखेगा। हजारों साल पहले से हमने पेड़ों की पूजा की। हम प्रकृति पूजक हैं, उनके बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि इंसान स्वार्थी ना हों, पेड़ बचाना, पर्यावरण बचाने का बहुत बढ़िया साधन है। आप पर्यावरण मित्र हैं और आप धरती को बचाने का महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। हम 4 करोड़ पेड़ लगाने वाले हैं। ये अद्भुत अभियान है। इस काम में जो लोग लगे हैं उनके अभिनंदन का कार्यक्रम अलग भोपाल में करेंगे। आज प्रदेशभर में पेड़ लगाने का संकल्प लोग ले रहे हैं। मेरा दिन भी पेड़ लगाने के बाद भी पूरा होता है। पर्यावरण दिवस पर आप सभी का हार्दिक अभिनंदन।

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Kolar News 6 June 2022

मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी चल रही है। दिन तप रहे हैं, वहीं रातें भी बेचैन कर रही हैं। बीते 24 घंटे में नौगांव में तीव्र लू तथा सतना, मलाजखंड, खजुराहो, दमोह, राजगढ़, ग्वालियर, दतिया में लू का प्रभाव रहा। प्रदेश में सबसे गर्म नौगांव रहा। वहीं दमोह की रात का तापमान सबसे ज्यादा दर्ज किया गया। अगले 24 घंटों में 10 से ज्यादा जिलों में लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। अगले दो-तीन तक राहत की उम्मीद भी नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक हवाओं के साथ नमी नहीं आने के कारण मप्र में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी कुछ दिन और रहेगी, ऐसा अनुमान है। मौसम पूरी तरह शुष्क होने के कारण मानसून पूर्व की गतिविधियां भी इस साल नहीं हुई हैं। इस कारणों की वजह से पूरे प्रदेश में तापमान अधिक बना हुआ है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास मौजूद है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर नागालैंड तक एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है, लेकिन मौसम प्रणालियां कमजोर होने के कारण वातावरण में नमी नहीं आ रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने कहा है कि राज्य में तीन दिन बाद मौसम बदल सकता है और पश्चिम विक्षोभ का असर हो सकता है। मौसम केंद्र की रिपोर्ट कहती है कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहा। नौगांव में तीव्र लू तथा सतना, मलाजखंड, खजुराहो, दमोह, राजगढ़, ग्वालियर, दतिया में लू का प्रभाव रहा। नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर संभागों के  जिलों में सामान्य से काफी अधिक रहे। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान नौगांव (47 डिग्री) रहा।मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में तथा राजगढ़, रायसेन, रीवा, सतना, सीधी, बालाघाट, उमरिया जिलों में लू चलने की संभावना है। यहां यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि पचमढ़ी को छोड़ दें तो पूरे प्रदेश में तापमान 40 डिग्री के ऊपर ही बना हुआ है। प्रदेश में सबसे गर्म नौगांव रहा। नौगांव में 47, खजुराहो में 46, दतिया में 45.6, दमोह में 45.5, ग्वालियर में 45.4, राजगढ़-सतना में 45.2, उमरिया में 44.8, जबलपुर में 44.6, सागर में 44.5, रीवा-सीधी में 44, भोपाल में 43.8, रायसेन-टीकमगढ़ में 43.6, गुना-खंडवा-खरगोन-छिंदवाड़ा में 43.5, सिवनी में 43.4, रतलाम में 43.2, होशंगाबाद-नरसिंहपुर में 43 डिग्री तापमान रहा। वहीं रात के पारे की बात करें तो प्रदेश में सबसे गर्म रात दमोह में रही। दमोह में 30, भोपाल में 29.6, जबलपुर में 29.5, टीकमगढ़ में 29.4, राजगढ़ में 28.6, सतना में 28.2, सीधी-रतलाम-गुना-खंडवा में 28, खरगोन में 27.8, सागर में 27.4, बैतूल-छिंदवाड़ा में 27.2,होशंगाबाद-उज्जैन-खजुराहो में 27 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

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Kolar News 6 June 2022

माध्यमिक शिक्षा मण्डल, मध्यप्रदेश द्वारा संचालित हाईस्कूल/हायर सेकंडरी/ हायर सेकेंडरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम (द्वितीय अवसर) की पूरक परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं।  परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र ऑनलाइन  डाउनलोड कर उसका प्रिंट निकाल सकते हैं। हायर सेकंडरी की पूरक परीक्षाएं 20 जून, तथा हाईस्कूल 21 से 30 जून तक तथा हायर सेकंडरी व्यावसायिक द्वितीय अवसर पूरक परीक्षा 21 से 27 जून तक होंगी। परीक्षा के आवेदन पत्र निर्धारित शुल्क जमा कर परीक्षा प्रारंभ के एक दिन पहले तक भरे जा सकते हैं। इसके अलावा एक अन्य मामले में मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2018 के अभ्यर्थियों का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से उच्च व माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया 4 साल से धीमी गति से चल रही है। पात्रता परीक्षा में पास होने के बावजूद अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रक्रिया के लिए धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उधर, उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की द्वितीय काउंसलिंग पद वृद्धि के साथ बिना देरी शुरू करने की मांग के समर्थन में विधायक पीसी शर्मा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों के 87,630 पद रिक्त हैं, इसके बाद भी नाममात्र की नियुक्तियां अभी तक की गई हैं। यूपीएससी की परीक्षा में नॉम्स के विपरीत जाकर नीलबढ़ के मिलेनियम कॉलेज सेंटर पर परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों से उनके नाम और मोबाइल नंबर रजिस्टर में लिखवाए गए। सुबह की पाली में नौ बजे से पहले ही लाइन लगवाकर उनके नाम लिखवाए गए। कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया तो वहीं कुछ परिजनों ने भी उनसे कहा कि यूपीएससी इस तरह की जानकारी नहीं लेता है तो वे क्यों उनके नाम और मोबाइल नंबर ले रहे हैं। लेकिन कर्मचारी नंबर लेता रहा।

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Kolar News 6 June 2022

आज पूरा देश विश्व पर्यावरण दिवस मना रहा है। लोग इस दिन पेड़-पौधे लगाने के साथ ही पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के उपाय भी करते हैं। लेकिन पर्यावरण के प्रति ये प्रेम महज 1 दिन में कोई फायदा नहीं पहुंचाता है। अगर आप भी पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाना चाहते हैं, तो हर दिन कुछ ऐसा करें, जिससे निश्चित ही किसी न किसी रूप में हमारी प्रकृति और पर्यावरण का विकास हो सके। शहर में ऐसे सैकड़ों लोग हैं, जो हर दिन सुबह से शाम तक सेवा का भाव मन में लेकर पर्यावरण सरंक्षण के लिए काम कर रहे हैं। समाजसेवी जितेंद्र परमार पिछले 15 सालों से गरीब व झुग्गी - झोपड़ी में रह रहे लोगों के लिए सेवा का कार्य कर रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य गरीब लोगों के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था करना है। ये काम उन्होंने तब शुरू किया जब उन्होंने देखा कि लोग पानी के लिए घंटों तक परेशान होते हैं। फिर भी उन्हें पीने के लिए शुद्ध जल नहीं मिल पाता है। उनका कहना है कि लोगों को जल संरक्षण को लेकर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर काम करना चाहिए। ताकि घर बनाने या पेड़-पौधों में पानी देने के लिए उसका प्रयोग कर सकें। नंदन नरोला बीते 4 साल से सस्टेनेबल जीवन यापन कर रहे हैं। अपनी दिनचर्या में रात में साइकिलिंग, रनिंग, रात में समय से खाना खाना, टाइम से सोने जैसी आदतों को अपनी लाइफ में शामिल कर रहे हैं। साथ ही वह इस काम के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करते हैं। वह बाजारों की सब्जियों को न खाकर घर में उगाई हुई सब्जियों को खाना पसंद करते हैं। इसके साथ साथ वह उन चीजों का बिल्कुल प्रयोग नहीं करते जो रिसाइकिल नहीं होती है। इस पर्यावरण दिवस पर वह लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि पर्यावरण सुरक्षा में जितना हो सके अपना योगदान दें। इसके अलावा अपने आस पास गंदगी बिल्कुल न होने दें। मीता वाधवा अपने मां-बाप की प्रेरणा से बचपन से ही प्लांटेशन का काम करती आ रही है। उन्होंने बताया कि बचपन में हम सिर्फ फलों वाले पेड़ पौधों को लगाते थे। ताकि बच्चों को ताजा फल खाने को मिल सकें, लेकिन फिर मैं एक संस्था से जुड़ी और पर्यावरण को लेकर प्लांटेशन का काम किया। वह अबतक अन गिनत संख्या में पेड़-पौधे लगा चुकी हैं और इसके लिए उन्हें पर्यावरण दिवस की जरूरत नहीं पड़ती, वो कहती हैं कि उनके लिए हर दिन खास होता है। उन्होंने बताया कि ड्रीम भोपाल और ग्रीन भोपाल के तहत सोमवार से 100 दिन के अंदर 3 हजार पेड़ लगाए जाएंगे। इस मौके पर मीता वाधवा लोगों को संदेश देना चाहती हैं कि हम सभी को एक दिन नहीं बल्कि पूरे साल प्लांटेशन करना चाहिए।

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Kolar News 5 June 2022

देश में महंगाई आसमान छू रही है। आम इंसान को खरीदारी करने में अपनी आधी से ज्यादा कमाई लगानी पड़ रही  है। ये सिर्फ  मध्यप्रदेश की बात नहीं है। देश के सभी राज्यों में महंगाई बढ़ी हुई है। जनता सरकार से पूछती है की देश में महंगाई कब तक रहेगी। मध्यप्रदेश में जिस तरह महंगाई बढ़ रही है। भोपाल की करोंद अनाज मंडी में शुक्रवार को करीब 200 क्विंटल मूंग की आवक हुई, जबकि भाव 5 हजार से 5500 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। दूसरी ओर गेहूं के रेट बढ़े है। मंडी व्यापारी संजीव कुमार का कहना है सभी सामान और महंगे होंगे और लोगों को परेशानी होगी। मंडी में पांच दिन से हरे मूंग की आवक हो रही है। हर रोज 200 से 250 क्विंटल तक नया मूंग बिकने आ रहा है। जिसके भाव 5 हजार रुपए क्विंटल से अधिक चल रहे हैं। गेहूं के रेट में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। मिल क्वॉलिटी का गेहूं दो हजार के पार है, जबकि अन्नपूर्णा गेहूं 2250 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। शरबती के भाव 3500 रुपए क्विंटल तक चल रहे हैं। आवक तीन हजार क्विंटल रही। सरकारी अनुदान के अनुसार सिर्फ मध्यप्रदेश में नहीं सभी राज्य में सभी चीज़ो के दाम बढ़ेंगे और आम इंसान के जेब खर्च पे असर पड़ेगा।  इस महीने नींबू ने दांत किए खट्टे तो अब टमाटर हुआ लाल। सभी चीज़ो के दाम बढने से आम जनता परेशान है। महंगाई बढ़ने से विपक्ष को मौका मिला रहा है मौजूदा सरकार पर सवाल उठाने का । जनता का कहना है की यदि इसी तरह महंगाई बढ़ती रही तो , आने वाले राज्यसभा चुनाव पर असर पड़ेगा।सरकार चुनाव हार भी सकती हैं। 

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Kolar News 4 June 2022

मध्यप्रदेश में हर 2 मिनट में औसत 8 बच्चे जन्म ले रहे हैं। इस अवधि में उत्तर प्रदेश में 22 बच्चे जन्म ले रहे हैं। सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस) के आधार पर तैयार की एक रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं। इधर, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश का टोटल फर्टिलिटी रेट 2.3 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर टीएफआर 2.2 फीसदी है। आदर्श फर्टिलिटी दर 2.1 प्रतिशत मानी जाती है।मध्यप्रदेश में जनसंख्या वृद्धि की ये स्थिति तब है, जब यहां सरकार ने पिछले पांच वर्ष में परिवार नियोजन कार्यक्रम पर करीब 1200 करोड़ रुपए आवंटित किए और 967 करोड़ रुपए खर्च भी किए जा चुके हैं।देश में कहां-कितने बच्चे ले रहे हैं जन्म (हर दो मिनट में जन्म लेने वाले औसत बच्चों की संख्या)उत्तरप्रदेश : 22बिहार : 12मध्यप्रदेश : 08राजस्थान : 07महाराष्ट्र : 07गुजरात : 05प.बंगाल : 05जबकि साल 2011 में जनगणना 2011 के अंतरिम आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश की जनसंख्या बढ़कर सात करोड़ 25 लाख 97 हजार 565 हो गई थी। यह बढ़ोतरी राज्य में इससे पिछले दशक की जनगणना वृद्धि दर से चार प्रतिशत कम थी। मध्यप्रदेश के संदर्भ में तत्कालीन जनगणना निदेशक सचिन सिन्हा ने जनगणना 2011 के अंतरिम आंकड़े जारी करते हुए कहा था कि प्रदेश के दस संभागों के तहत 50 जिलों में 476 शहरों एवं 342 तहसीलों के 54903 ग्रामों में संकलित जनगणना आंकड़ों के आधार पर राज्य की कुल जनसंख्या सात करोड़ 25 लाख 97 हजार 565 है, जिसमें 3,76,12,920 पुरुष एवं 3,49,84,645 महिलाएं हैं। वहीं उस समय राज्य में सर्वाधिक जनसंख्या इंदौर जिले की 3272335 थी एवं सबसे कम जनसंख्या हरदा जिले की 570302 थी। जनगणना 1991-2001 के बीच प्रदेश की जनसंख्या वृद्धि दर 24.3 थी, जो 2001-2011 के दशक में घटकर 20.3 हो गई थी, यानी पिछले दशक की तुलना में वर्तमान दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर में चार प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। वहीं साल 2011 में राज्य में सर्वोच्च स्त्री-पुरुष अनुपात बालाघाट जिले में रहा, जहां उस समय प्रति हजार पुरुषों पर 1021 महिलाएं थी, जबकि न्यूनतम भिंड जिले में थी, जहां प्रति हजार पुरुषों पर 838 महिलाएं थी।

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Kolar News 3 June 2022

सरकारी तेल कंपनियों ने सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की नई कीमत जारी कर दी है। हालांकि शुक्रवार 3 जून को फ्यूल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 21 मई को केंद्र की मोदी सरकार ने वाहन ईंधन (पेट्रोल-डीजल) (Petrol Diesel Price) की कीमत कम कर आम आदमी की राहत दी थी। सरकार द्वारा पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम कर दी गई। इसके बाद पेट्रोल 9.50 रुपये और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है। वहीं अब ओपेक, रूस समेत अन्य सहयोगी देशों के बीच कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाकर प्रतिदिन 6.48 लाख बैरल करने पर सहमति बनी है। इस फैसले से दुनियाभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें नीचे आने की उम्मीद बढ़ी है।मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल की कीमत 108.45 रुपये प्रति लीटर है। और डीजल के दाम 93.72 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। इंदौर में आज पेट्रोल के रेट 108.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 94.21 रुपये प्रति लीटर है। ग्वालियर में पेट्रोल के रेट 108.54 रुपये प्रति लीटर और डीजल 93.80 रुपये प्रति लीटर मिलेंगे।पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव रोजाना सुबह 6 बजे होता है। सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड-र्व की क्या हैं। इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। 

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Kolar News 3 June 2022

मध्यप्रदेश राजधानी भोपाल के पास बिशन खेड़ी में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) का नया भवन आकार ले रहा है। 50 एकड़ वाला यह कैंपस देश के किसी भी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का पहला ऐसा परिसर है, जो इतने बड़े क्षेत्र में होगा। नए कैंपस का काम लगभग पूरा हो गया है।अब उम्मीद जताई जा रही है कि नए शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों को इसी कैंपस में पढ़ाई कराई जाएगी। करीब 160 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस कैंपस में पढ़ाई-लिखाई और खेलकूद के साथ बैंकिंग तक की सुविधा होगी। यहां प्रदेश का सबसे बड़ा सभागार होगा। सबसे बड़ी लाइब्रेरी होगी। इसे नालंदा पुस्तकालय नाम दिया है। यहां मध्य भारत का सबसे बड़ा फिल्म अध्ययन विभाग भी होगा। पत्रकार कैफे की सुविधा भी रहेगी।विश्वविद्यालय के नए कैंपस में नेशनल म्यूजियम, इंटीग्रेटड क्लॉस रूम सहित विश्वस्तरीय ऑनलाइन क्लास की सुविधा होगी। यहां इंडोर बैंकिंग भी विद्यार्थियों को मिलेगी। बता दें, विश्वविद्यालय द्वारा पत्रकारिता, मास कम्युनिकेशन, पब्लिक रिलेशन, लाइब्रेरी एवं इंफॉर्मेशन साइंस और फोटोग्राफी से लेकर उच्च स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रेडियो, टेलीविजन, वीडियोग्राफी, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी आदि के कोर्स संचालित किए जाते हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश ने बताया, दो दिन पहले नए कैंपस का निरीक्षण किया है। हाउसिंग बोर्ड को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ये तय है कि हम नए सत्र में नए कैंपस में जरूर प्रवेश करेंगे। काम पूरा होते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उद्घाटन के लिए समय लिया जाएगा।

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Kolar News 2 June 2022

बढ़ती महंगाई के बीच एक आम इंसान का घर बनाने का सपना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया था। वजह थी आसमान छूते सरिये के दाम। लेकिन हालही में मध्य प्रदेश समेत देशभर में उन लोगों के लिए बहुत हद तक राहत की खबर है, जो इन दिनों अपना मकान बना रहे हैं या बनाने की तैयारी कर रहे हैं। उनके लिए इसी बीच आम इंसान के लिए राहत की खबर हैं। अभी कुछ ही समय पहले तक सरिये के भाव आसमान छू रहे थे। पिछले कुछ दिनों से सरिये के भाव में लगातार कमी आ रही है। कुछ समय पहले तक मध्य प्रदेश में 80 हजार रुपए क़्वींटल से ज्यादा तक बिकने वाले सरिये के दाम अब घटते घटते करीब 60 हजार रुपए क्विंटल के पास आ चुके हैं। यानी आमजन को करीब 20 हजार रुपए क़्वींटल तक की राहत मिली है।सरिये के दामों में लगातार गिरावट इसलिए आ रही है। क्योंकि सरकार द्वारा स्टील पर हाल ही में एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई गई है। ऐसे में भारतीय स्टील की बिक्री विदेशों में घटने से देश में इसकी आपूर्ति बढ़ी है। और घरेलू बाजार में स्टील उत्पादों के दामों में भी गिरावट आ रही है। मध्य प्रदेश के एक्सपर्ट्स का मानना है कि, जैसे जैसे सरिये की आपूर्ति होती जाएगी, इसके दामों में गिरावट आगे और भी बढ़ती जाएगी। जानकारों के अनुसार सरिये के दामों में करीब पांच हजार रुपए की और कमी हो सकती हैं।  सरिये के दामों में आने वाली गिरावट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, अप्रैल में एक समय सरिया का खुदरा भाव 82 हजार रुपये प्रति टन तक पहुंच गया था, जो अभी घटते घटते 62-63 हजार रुपए प्रति टन पर आ पहुंचा है। ब्रांडेड सरिये का भाव भी पिछले कुछ महीने में 5-6 हजार रुपये क्विंटल कम हो चुके हैं। अभी ब्रांडेड सरिये का भाव भी कम होकर 92-93 हजार रुपए प्रति टन पर आ पहुंचा है। वहीं, एक माह पहले ही इसका भाव 98 हजार रुपए प्रति टन पर था।सरकार ने आसमान छूती महंगाई को कम करने के लिए डीजल और पेट्रोल पर टैक्स घटाया है। साथ ही, एक्सपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी की है, ताकि घरेलू बाजार में स्टील की कीमतें नियंत्रित की जा सकें। दामों में कमी आने का ये तो सरकारी फैक्टर हैं। इसके साथ ही, बारिश का मौसम शुरू होते ही निर्माण कार्यों में कमी आने लगती है, जिससे बिल्डिंग मटीरियल्स की डिमांड खुद ब खुद घटने लगती है। मार्केट में जैसे ही डिमांड गायब होती है, सरिया समेत अन्य बिल्डिंग मटेरियल के दाम खुद ब खुद गिर जाते हैं।

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Kolar News 2 June 2022

महीने का पहला दिन आम लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। देश की प्रमुख गैस कंपनी ने बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर (LPG Cylinder Price Today) पर 135 रुपये की की भारी कटौती की है। 19 किलो वाला सिलेंडर 130.50 रुपये से 135 रुपये तक सस्ता हो गया है। और इसी तरह 47.5 किलो वाले सिलेंडर की भी कीमत 327.00 रुपये घटा दी गई है। इसकी नई दरें एक जून से प्रभावी हो गई हैं। बता दें कि पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल ने कमर्शियल सिलेंडर के रेट में यह कटौती की है, जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर उपभोक्ताओं को कोई राहत नहीं मिली है। 14.2 किलो वाले घरेलू सिलेंडर न सस्ता हुआ है और न ही महंगा। यह अब भी 19 मई वाले रेट से ही मिल रहा है।अब 2362 रुपये का मिलने वाला व्यवसायिक गैस सिलेंडर 2322 की जगह 2227 रुपये का बुधवार से मिलने लगा है। इससे आगामी दिनों में लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी, हालांकि सिलेंडर के दाम कम होने पर व्यवसायिक सिलेंडर का इस्तेमाल करके रेस्टोरेंट, होटल व खाद्य पदार्थों के ठेले वाले दाम कम करेंगे या नहीं ,यह मुश्किल है। बता दें मई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर के उपभोक्ताओं को दो बार झटका लगा था। घरेलू सिलेंडर के रेट महीने में पहली बार 7 मई को 50 रुपये बढ़ाए गए थे और 19 मई को भी घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि की गई। सात मई को एलपीजी के रेट में बदलाव की वजह से घरेलू सिलेंडर जहां 50 रुपये महंगा हुआ तो वहीं, 19 किलो वाला कमर्शियल सिलेंडर करीब 10 रुपये सस्ता हुआ। 19 मई को इसके रेट में 8 रुपये की वृद्धि की गई । 19 किलो वाले सिलेंडर पर आज यानी 1 जून को सीधे 135 रुपये तक की राहत मिली है। अब 19 किलो वाला सिलेंडर दिल्ली में 2354 की जगह 2219, कोलकाता में 2454 की जगह 2322, मुंबई में 2306 की जगह 2171.50 और चेन्नई में 2507 की जगह 2373 रुपये बिकेगा। एक मई को इसमें करीब 100 रुपये का इजाफा हुआ था। वहीं, मार्च को 19 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में केवल 2012 रुपये थी। 1 अप्रैल को यह 2253 और 1 मई को बढ़कर 2355 रुपये पर पहुंच गया।

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Kolar News 1 June 2022

मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाने, पराली और केमिकल आधारित कीटनाशकों के विकल्प तैयार करने के लिए प्रदेश में साझा प्रयास हो रहे हैं। पहला लक्ष्य केमिकल आधारित खतरनाक फर्टिलाइजर, इंसेक्टिसाइड, पेस्टीसाइड की जगह सूक्ष्म जीवों के माध्यम से मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाना है। वैज्ञानिक इसके लिए नवंबर 2021 से प्रदेश के 11 एग्रो क्लाइमेटिक जोन की जैव विविधता का आकलन कर रहे हैं। दूसरा किसानों को पराली ना जलाना पड़े, इसके लिए सूक्ष्म जीवों के जरिए डी-कंपोजर तैयार किया जा रहा है। इसके छिड़काव से पराली खाद में बदलकर मिट्टी में मिल जाएगी, जो फसल की उत्पादकता बढ़ाएगी। शोध में देखा जा रहा है कि प्रदेश में किस एग्रो क्लाइमेटिक जोन की मिट्टी में किस तरह के सूक्ष्म जीव हैं। इसके आधार पर पता चलेगा कि वहां की मिट्टी की उत्पादन क्षमता कितनी है और कौन की फसलें पर वहां ली जा सकती हैं। इनपुट कॉस्ट यानी रासायनिक उर्वरक-कीटनाशकों और सिंचाई पर होने वाले खर्च पर लगाम लगेगी। किसान को लागत घटने पर फायदा ज्यादा होगा। संबंधित क्षेत्र की जैव विविधता बढ़ेगी। अंतर्वर्ती फसलें व फसलों का चक्रीकरण बढ़ जाएगा। भू-जल स्तर गिरने से रोका जा सकेगा। जलवायु परिवर्तन पर कुछ हद तक रोक लगेगी।शोध में देखा जा रहा है कि प्रदेश में किस एग्रो क्लाइमेटिक जोन की मिट्टी में किस तरह के सूक्ष्म जीव हैं। इसके आधार पर पता चलेगा कि वहां की मिट्टी की उत्पादन क्षमता कितनी है और कौन -सी  फसलें पर वहां ली जा सकती हैं। इनपुट कॉस्ट यानी रासायनिक उर्वरक-कीटनाशकों और सिंचाई पर होने वाले खर्च पर लगाम लगेगी। किसान को लागत घटने पर फायदा ज्यादा होगा। संबंधित क्षेत्र की जैव विविधता बढ़ेगी। अंतर्वर्ती फसलें व फसलों का चक्रीकरण बढ़ जाएगा। भू-जल स्तर गिरने से रोका जा सकेगा। जलवायु परिवर्तन पर कुछ हद तक रोक लगेगी।

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Kolar News 1 June 2022

तंबाकू उत्पादों पर सबसे टैक्स होने के बावजूद इनकी खपत लगातार बढ़ती जा रही है। बदलते दौर के साथ अब सिगरेट का चलन ज्यादा बढ़ रहा है। इसके बाद गुटखा, पान मसाला, बीड़ी, खैनी आदि का नंबर आता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भोपाल में रोजाना 2 करोड़ रुपए से अधिक के तंबाकू उत्पाद बिक जाते हैं। मप्र में ये आंकड़ा 12 करोड़ से अधिक हुआ है। स्वास्थ्य एवं टैक्स से जुड़े लोगों से जानना चाहते है ,की आखिर तंबाकू एवं इससे जुड़े उत्पादों की क्या स्थिति है। सर्वाधिक टैक्स होने के बावजूद इन उत्पादों की खपत में कमी आई या नहीं। खपत के आंकड़े बताते हैं कि तंबाकू एवं इससे बनने वाले उत्पादों की खपत में कमी नहीं आई है, बल्कि तेजी आई है। लोग बड़े चाव से तम्बाकू खा रहे है। और युवा को शराब को ज्यादा चाह है जिसकी वजह से देश में शराब बहुत ज्यादा बिक रही है। बाजार में नए-नए फ्लेवर के तंबाकू युक्त गुटखों की खपत तेजी से बढ़ी है। सिगरेट की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है। व्यापारियो  का कहना है कि ग्रामीण स्तर पर पहले जहां तंबाकू , बीड़ी का चलन ज्यादा हुआ करता था, वहां अब महंगी सिगरेट के साथ तंबाकू युक्त पाउच ज्यादा उपयोग होने लगे है।  तंबाकू, सिगरेट आदि पर 28 प्रतिशत टैक्स लगता है, जो अन्य सामानों से सबसे ज्यादा है। सरकार एक तरफ तो हर साल तंबाकू निषेध दिवस (31 मई) को बनाती है। वहीं दूसरी तरफ सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स इन्हीं उत्पादों से मिलता है। सिगरेट पर लंबाई के हिसाब से टैक्स निर्धारित है। सीए मृदुल आर्य कहते हैं कि तंबाकू-सिगरेट आदि के रेट लगातार बढ़ रहे हैं। इससे सरकार के खजाने में भी इजाफा हो रहा है। टैक्स एक्सपर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार को सालाना एक से डेढ़ हजार करोड़ रुपए का टैक्स उत्पादों पर मिलता है।

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Kolar News 31 May 2022

यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा के फाइनल के नतीजे सोमवार को घोषित हुआ  । इसमें राजधानी से 22 वर्षीय सोनाली परमार को एआईआर-187वीं हासिल हुई है। उन्होंने पहले अटेम्प्ट में ही एग्जाम क्लियर कर लिया। उन्होंने 12वीं साइंस स्ट्रीम से की, लेकिन सिविल सर्विस में जाने के लिए इस सब्जेक्ट को छोड़ दिया और जबलपुर विवि से एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन किया।सोनाली ने बताया कि मैंने 12वीं बायोलॉजी सब्जेक्ट से की, लेकिन मेरा विजन बिल्कुल क्लीयर था, इसलिए नीट देने की बजाए बीएससी एग्रीकल्चर में एडमिशन लिया। मेरे पापा राजेन्द्र और मम्मी अर्चना दोनों एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में ही असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। उन्होंने मुझे मोटिवेट किया कि जीवन में करियर की जो भी राह चुननी है चुनों, लेकिन उस काम को पूरी ईमानदारी से करो। मैंने इसे ही मूलमंत्र बनाया। हर दिन 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती थी। मैंने सब्जेक्ट और एनसीईआरटी बुक्स दोनों से पढ़ाई की। मैंने किसी भी सब्जेक्ट को कॉलेज एग्जाम स्कोरिंग के हिसाब से ही नहीं परखा, हर चैप्टर की डीप स्टडी करती थी, हर घटना के पीछे के कारण जानने की कोशिश करती, इससे मेरा विजन बेहतर होता चला गया। मॉक टेस्ट देंगे तो आपको तैयारी का स्तर पता चलता रहेगा, इसलिए लगातार मॉक टेस्ट देती थी। मेंस में आपको बहुत लिखना होता है, निबंध लेखन में अच्छी मार्किंग लाई जा सकती है। इसलिए मैं रोज लिख-लिखकर ही तैयारी करती थी। इंटरव्यू की तैयारी के लिए दिल्ली चली गई थी, यहां बेहतर एक्सपोजर मिला। मुझे फिल्में देखना बहुत पसंद है तो मुझसे पूछा गया कि आपने लास्ट फिल्म कौन से देखी थी और इससे समाज को क्या मैसेज मिला। मैं सीहोर से हूं तो पूछा गया कि सीहोर किस तरह से अर्बन बन रहा है। अर्बन और एग्रीकल्चर के बीच डीएम बनने के बाद किस तरह से बैलेंस बनाएंगे।

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Kolar News 31 May 2022

मध्यप्रदेश  की आर्थिक स्थिती कोरोना काल मे  जिस तरह  गिरी थी। बेरोज़गारी बढ़ी लोगो की नौकरी गयी ।  लेकिन जब कोरोना धीरे धीरे ख़त्म हो रहा है।अब मध्यप्रदेश निवेश की राह पर बढ़ने की तैयारी में है। जनवरी 2023 में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले निवेश का नया प्लान तैयार कर लिया है। मध्य प्रदेश सरकार ने 50 से ज्यादा मल्टीनेशनल कंपनियां निवेश के लिए आतुर हैं। इनमें से कुछ से प्रारंभिक सहमति बन गई है तो कुछ जगह को लेकर परेशानी में हैं। आने वाले दिनों में आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (एआइ) और ड्रोन उद्योग से लेकर टैक्सटाइल-वेयरहाउसिंग जैसे परंपरागत उद्योगों तक में नए क्लस्टर इंडस्ट्रीज , इस इन्वेस्टमेंट में सबसे बड़ा योग्दान विराज इंडस्ट्रीज का होगा। हम आपको बता दें कि ,कोरोना संक्रमण के कारण विदेशी निवेश लगभग देश और प्रदेश से चला ही गया था । ऐसे में बंदिशों के कारण मध्यप्रदेश विदेशी निवेश को लेकर खास काम नहीं कर रहा था। अब स्थिति बदलने से वापस विदेशी निवेश पर फोकस किया जा रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान अगस्त में विदेश दौरा करेंगे। इस बीच विभागीय स्तर पर विदेशी कंपनियों से निवेश को लेकर बातचीत जारी है। और विदेशी कंपनियां को मध्यप्रदेश सरकार युवा के लिए कुछ करने में जुटी है।   सीएम शिवराज सिंह ने कहा, की प्रदेश में यार्न और फैब्रिक निर्माण उद्योग के विकास के लिए सरकार पूरा सहयोग देगी। नई इकाइयों की स्थापना से रोजगार भी आने वाले हैं । उद्योगपतियों ने कहा कि वे दो 500 करोड़ रुपए निवेश करने के इच्छुक हैं।इससे करीब तीन हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। दरअसल, सीएम हाउस पर सोमवार को मराल ओवरसीज लिमिटेड के चेयरमैन शेखर अग्रवाल, एचईजी के कार्यकारी निदेशक मनीष गुलाटी और असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट मनोज ठक्कर ने सीएम से मुलाकात की। उद्योगपतियों ने निवेश की जानकारी दी। उन्होंने बताया, खरगोन के खाल बुजुर्ग में टैक्सटाइल इकाई में काटॅन मिलांज यार्न उत्पादन प्रस्तावित है। विधान सभा  चुनाव होने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान युवा को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं।  इस इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम को विधान सभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्रीं कामनाथ ने शिवराज पर तंज़ कस्ते हुए कहा की , 17 सालो से आप की सरकार थी तब आप ने कुछ नहीं किया।  अब जब जनता आप से नाराज़ है तब आप को जनता की पड़ी हैं। अब आप कुछ भी कर लीजिये जनता को अब बदलाव चाहिए।   

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Kolar News 31 May 2022

भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव खत्म होने के बाद जहां एक तरफ लोगों ने अभी  राहत की सांस ली थी। कि, एक बार फिर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने लगी है। यहां लगातार कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में बढ़ोतरी होने लगी है। रविवार को प्रदेशभर में 7443 संदिग्धों की जांच की गई, जिनमें से 45 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। चिंता की बात ये है कि, इनमें सबसे अधिक मामले राजधानी भोपाल में सामने आए हैं। यहां बीते 24 घंटों के दौरान 11 संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश के मौजूदा हालातों पर गौर करें तो यहां के अलग-अलग अस्पतालों में अभी 10 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 2 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। प्रदेश में पिछली दोनों लहरों से लेकर अब तक 10 लाख 42 हजार 563 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 10 लाख 31 हजार 509 लोग ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। जबकि, कोरोना के कारण अब तक 10 हजार 536 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। वहीं, रविवार तक 32 मरीज ठीक भी हुए हैं। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 318 हो गई है।24 घंटे में कहां कितने संक्रमितों की पुष्टिमौजूदा समय में मध्य प्रदेश के 17 जिलों में कोरोना के एक्टिव केस हैं। इनमें आगर मालवा में 1 भोपाल में 11, छतरपुर में 1, दतिया में 2,होशंगाबाद में 4 डिंडौरी में 1, 2 बैतू, ग्वालियर में 2,  इंदौर में 4, जबलपुर में 2, खरगोन में 1,हरदा में 1, निवाड़ी में 1, 6 रायसेन में  सीहोर में 1, , टीकमगढ़ में 3 और उज्जैन में 2 पॉजिटिव मिले हैं।

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Kolar News 30 May 2022

कोरोना काल में हिंदू लोग धर्मस्थलों पर नहीं जा सके थे। कोरोना संक्रमण में आई कमी के चलते रेलवे की ओर से लगातार यात्रियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। जहां एक ओर इस महामारी के दौरान ट्रेनों में जनरल टिकट पर लगी रोक को हटाने के साथ ही ट्रेनों में अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की जा रही है तो वहीं अब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से कामाख्या के बीच विशेष ट्रेन चलाई जाएगी।यह ट्रेन साप्ताहिक होगी। इसकी शुरुआत दो जून से होगी। यह दो जुलाई तक चलेगी। ट्रेन होशंगाबाद, इटारसी, पिपरिया, गाडरवारा, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, मैहर, सतना, मानिकपुर, छिवकी, मिर्जापुर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, बक्सर, आरा, दानापुर, पाटलियत्र, हाजीपुर, बरौनी, बेगूसराय, खगड़िया, नवगछिया, कटिहार, किशनगंज, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू कूच बिहार, न्यू बोंगाईगांव एवं रंगिया स्टेशनों पर ठहराव लेगी। ट्रेन संख्या 01663 रानी कमलापति-कामाख्या साप्ताहिक स्पेशल दो से 30 जून तक प्रति गुरुवार को रानी कमलापति स्टेशन से दोपहर 3.30 बजे चलकर, शाम 4.28 बजे होशंगाबाद, शाम 5.05 बजे इटारसी और तीसरे दिन सुबह 4.30 बजे कामाख्या स्टेशन पहुंचेगी। इस खबर से श्रद्धालु  काफी खुश हैं की अब वे माँ कामाख्या के दरबार में आसानी से जा सकेंगे। प्रदेशवासियों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव  का धन्यवाद किया है।

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Kolar News 30 May 2022

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं की रोजगार को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए, प्रत्येक माह में रोजगार मेले का आयोजन करने का निर्णय लिया था। इसी तारतम्य में मध्यप्रदेश के राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा आईटीआई कॉलेज में रोजगार मेले का आयोजन किया गया है। रोजगार मेले में करीब 500 से 600 विद्यार्थी आये और उनमें से करीब 250 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। जिन्हें रोजगार मिला है। रोजगार मेले में ₹10हजार से लेकर ₹20हजार तक के नौकरी देने के लिए कंपनी पहुंची थी। इसमें करीब 25 कंपनी पहुंची थी और राजधानी भोपाल में करीब 600 बेरोजगार युवा रोजगार लेने के लिए पहुंचे थे।रोजगार मेले में पहुंचे आवेदकों ने बताया कि उन्हें रोजगार मिला है और वह आवेदन लेकर पहुंचे हैं। उन्हें रोजगार मेले में ₹15000 तक का रोजगार दिया गया है। इस रोजगार मेले में इंदौर से कंपनी भी पहुंची थी। जिसमें लुपिन,एंबुलेंस 108 और अन्य कंपनियां शामिल है। आवेदक ने बताया कि कम से कम 15 हजार की नौकरी जरूरी है। जिससे आज घर परिवार का खर्चा चलाया जा सकता है। इससे कम वेतन की नौकरी में घर परिवार चलाना भी मुश्किल है।रोजगार मेले के ऑर्गेनाइजर गिरीश पाल ने बताया कि रोजगार मेले में किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। यदि रोजगार मेले में  कोई किसी तरह का शुल्क लेता है, तो ऑर्गेनाइजेशन जिसने रोजगार मेले का इवेंट ऑर्गेनाइज किया है। वे सीधे उनसे संपर्क कर, उस कंपनी के विषय में शिकायत कर सकते हैं। जिस पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। रोजगार मेले का आयोजन पूरी तरह से  सरकार की ओर से किया जाता है। रोजगार विभाग इसका आयोजन करता है और इस रोजगार मेले में कई बेरोजगार नौजवानों को रोजगार भी मिलता है। रोजगार मेले में रोज़गार पर लोग बहुत खुश है। युवा लोगो ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का धन्यवाद किया।  जिसको रोज़गार मिला उनके माता पिता भी आज काफी खुश दिख रहे थे। युवा लोगो ने शिवराज सिंह को आशीर्वाद देते हुए कहा की आप हमेशा मुख्यमंत्री बने। 

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Kolar News 29 May 2022

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा की अब हम हर अस्पताल में आयुर्वेदिक इलाज  का इंतेज़ाम करेंगे। और आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला अस्पातलो को आयुष विंग बनाये जायेंगे। आयुष मंत्रालय  में रोगी कल्याण समिति का गठन किया जायेगा। जिससे सभी प्रदेशवासियों को आयुर्वेदिक इलाज में मदद मिल सके। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन में आयोजित अखिल आयुर्वेदिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा ,की आयुर्वेद हमारा पुराना गौरव है। हमारे पूर्वज कितने रोगों को आयुर्वेद से ठीक करते थे। लेकिन हम आज अंग्रेजी दवाई को चुनते है। अंग्रेजी दवाई हमें अंदर से कमज़ोर बना देती है। जबकि आयुर्वेदिक दवाई हमारी पूरी बीमारी को जड़ा से खत्म कर देती। अपितु हमें अंदर से मजबूत बनती है। वही भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने डॉक्टरों  के साथ होने वाली गठन को लेकर, कहा डॉक्टर्स हमारी जान बचाते है। कुछ डॉक्टर से गलती हो जाती है , मगर आप उनको मारते हो। डॉक्टर्स हमारे लिए भगवान है। उनका आदर करे और मानव की तरह से डॉक्टर के साथ पेश आये।मुख्यमंत्री ने कहा की हमारे सरकार का उद्देश्य  जनता तक आयुर्वेदिक इलाज पहुंचना और लोगो को स्वस्थ बनाना है। लोगो तक स्वस्थ योजना पहुंचाना हमारा परम कर्तव्य है। 

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Kolar News 29 May 2022

मध्य प्रदेश  के सिंगरौली में जिले की 14 वीं वर्षगांठ पर महोत्सव मनाया जा रहा है। एनसीएल ग्राउंड बिलौजी में सिंगरौली महोत्सव सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया।  बॉलीवुड  गायक कैलाश खेर इसमें लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। कैलाश खेर के गानों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शुक्रवार रात जैसे ही कैलाश खेर मंच पर पहुंचे, दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। कैलाश खेर ने ‘हो गई मैं तेरी दीवानी, जय जयकारा जय जयकारा स्वामी देना साथ हमारा, यारा तेरी याद, तू जाने ना, मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया,आदि  गीतों से लोगों का मन मोह लिया और दर्शक जमकर झूमे।  कार्यक्रम में गाने के बीच में कैलाश खेर ने सिंगरौली जिला और यहां के लोगों की खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि उनका सिंगरौली से विशेष लगाव रहा है। यहां के लोगों का प्यार उन्हें बार बार खींच लाया है।  कैलाश खेर ने बेबाक अंदाज से तराने छेड़े। उन्होंने ‘क्या कभी अंबर से सूर्य बिछड़ता है, गाना गाया, जिसे सुनते ही पंडाल में बैठे लोगों ने तालियां बजानी शुरू कर दीं।  युवाओं ने उनके गानों पर जमकर सीटियां बजाईं।  कैलाश ने ‘देव’ फिल्म के गाने गाकर लोगों की खूब वाहवाही बटोरी।  उन्होंने ‘पिया के रंग रंग दीनी ओढ़नी’ समेत ‘तेरे बिन नहीं लगदा दिल मेरा ढोलना’ गाना गाकर लोगों का दिल जीत लिया।  कैलाश खेर ने कहा, ”मैं जुहू में रहता हूं, साथ ही फिल्मों में गायकी और काम करता हूं लेकिन कभी फिल्में नहीं देखता न ही मेरे घर पर टीवी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपना लक्ष्य बनाकर मेहनत के साथ अपना कार्य करना चाहिए तभी तरक्की की उड़ान भर पाएंगे। उन्होंने जाते-जाते कहा की सिंगरौली के लोगों का प्यार मुझे यहां बार-बार खींच लाता है।

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Kolar News 28 May 2022

इस समय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक्शन मोड में दिख रहे है।  मुख्यमंत्री रोजाना सुबह अलग-अलग जिलों की समीक्षा बैठक कर रहे है। शुक्रवार  सुबह मुख्यमंत्री ने शाजापुर जिला की समीक्षा की। जिसमें स्कूल शिक्षा मंत्री ने भैसा चोरी की शिकयत की। जिस पर मुख्यमंत्री भड़क उठे और बैठक  ख़त्म होते ही, शाजापुर  एसपी पंकज श्रीवास्तव का तुरंत ट्रांसफर हो गया। और जगदीश डाबर को शाजापुर की कमान दी गयी।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह समीक्षा बैठक कर रहे। जिसमें उन्होंने पेयजल, बिजली,सड़क, सहित कई मुद्दों पर बात की , कानून को लेकर बात आई तो स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बैठक में भैसा चोरी का मामला उठा दिया। उन्होंने कहा की पहले से जिलावासी बाइक चोरी से परेशान  है। अब भैस चोरी सिरदर्द बन गया है। मंत्री की बात सुनते ही मुख्यमंत्री नाराज़ हो गए।  उन्होंने शाजापुर  एसपी को फ़ोन लगा कर कहा "एसपी साहब ये ठीक नहीं है", पुलिस का अपराधियों में इतना डर होना चाहिए की अपराधी जिला छोडकर भाग जाये। इतना ही नहीं उन्होंने तुरंत आइजी उज्जैन और डीजीपी को बैठक से जुड़ने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने अपनी नारजगी उनके सामने जाहिर की। आइजी और डीजीपी से बात करने बाद उन्होंने तुरंत एसपी पंकज श्रीवास्तव का ट्रांसफर कर दिया गया। और उनकी जगह जगदीश डाबर को नियुक्त किया गया है। पंकज श्रीवास्तव का ट्रांसफर गुना में हुआ है। 

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Kolar News 27 May 2022

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा पुजारियों को हर माह मानदेय दिया जायेगा । सीएम के घोषणा के तहत  जिन पुजारिओं के पास मंदिर की जमीं नहीं है। उन्हें मध्य प्रदेश की सरकार 2.5 हजार रुपए प्रतिमाह देगी। और जिन पुजारियों के पास खुद की जमीन नहीं है सरकार उन्हें 5000 रूपए प्रतिमाह देगी। हम आपको बतादे की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शुक्रवार को कई घोषणाएं की है । साथ ही होने वाले पंचायत चुनाव में पंचायत को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।  मुख्यमंत्री ने परशुराम जयंती के दिन पुजारियों को मानदेय देने की घोषणा की थी |  मध्यप्रदेश सरकार ने धार्मिक विभाग को आदेश देते हुए कहा  जिन मंदिरो के पास कृषि भूमि नहीं है , उन मंदिर के पुजारियों को 5 हज़ार रूपए प्रति माह दिया जायेगा। वही जिन मंदिरो के पास 5 एकड़ से कम भूमि है , उन्हें 2.5 हज़ार रूपए प्रति माह मिलेगा | इसी तरह जिस मंदिर के पास 10 एकड़ से ज्यादा भूमि है उन्हें कोई मानदेय नहीं दिया जायेगा । सरकार की  इस पहल से सभी लोग बहुत खुश नज़र आ रहे है । साथ ही रामनारयण गोस्वामी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का धन्यवाद किया

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Kolar News 27 May 2022

मुरैना में आउटसोर्स कर्मचारी की मौत पर गुस्साई भीड़ ने विधुत टीम को दौड़ा कर खूब पीटा | बिजली विभाग खुश नसीब थे की जब गाँव वाले विधुत वालो को दौड़ा रहे थे ,तब पुलिस मौजूद थी | लेकिन पुलिस टीम बिजली विभाग वालो को पीटने से न बचा पायी | दरअसल गढ़ी गाँव में पिछले 8 दिनों से लाइट नहीं थी| गाँव के लोगो ने बिजली  विभाग से शिकायत की थी | जिसके बाद उसे ठीक करने आये आउटसोर्स कर्मचारी जयचंद सिंह जैसे ही इलेक्ट्रिक पोल पे चढ़ा , आचानक उससे  करंट लगा और उसकी तुरंत मौत हो गयी | जयचंद की मौत का पता जैसे ही ग्रामवासियों  को चला  ग्रामीण आक्रोश में आ गए | और लोगो ने बिजली विभाग के बड़े अधिकारियो को बुलाने को कहा | आक्रोशित ग्रामवासियो ने मुरैना तीराहे  पर चक्का जाम कर दिया। दोनों तरफ से आने जाने वाले   वाहनों को रोक दिया | जैसे ही ये बात पुलिस को पता चली मौके पर पुलिस तुरंत पहुंच गयी , और ग्रामवासियो को समझने लगी  मगर ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियो को मौके पर बुलाने की  बात पर आड़े रहे |  घटना के ३ घंटे के बाद  विधुत विभाग के अधिकारी आये | विधुत विभाग के अधिकारियो को देखकर ग्रामीण का गुस्सा फुट पड़ा | गाँव के लोगों ने बिजली विभाग वालो को दौड़ा दौड़ा कर मारा | जैसे ही हंगामे की  बात विधायक रविंद्र सिंह को मिली तो वे तुरंत मौक पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों से बात की।  विधायक ने उन लोगो को आश्वासन  दिया और कहा की हम जयचंद के परिवार को विधुत विभाग में नौकरी दिलवाएंगे | और साथ ही 9,00,000 की आर्थिक सहायता देने की बात  कही | तब जा कर ग्रामवासियो का गुस्सा शांत हुआ | और मृतक  के शव को इलेक्ट्रिक पोल से नीचे उतार कर उसकं अंतिम संस्कार किया गया।   

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Kolar News 26 May 2022

आज 25 मई को मध्यप्रदेश के पेट्रोल पंप शाम 7 बजे से 9 बजे तक बंद रहेंगे। आज शाम को दो घंटों के लिए पेट्रोल डीज़ल की बिक्री बंद रहेगी।मध्यप्रदेश में लगभग 4900 पेट्रोल पंप है। पेट्रोल पंप बंद रखने की वजह डीलर्स की कमीशन बढ़ाने की मांग है। डीलर्स का कहना है की यदि इसके बाद भी हमारी मांगे नहीं मानी जाती है, तो यह दो घंटे की हड़ताल अनिश्चित काल के लिए भी के लिए कर दी जाएगी।  इसे लेकर डीलर्स ने पेट्रोलियम कंपनियों को चेतावनी भी दे दी है।भोपाल में 152 पेट्रोल पंप है। जहां हर रोज साढ़े 9 लाख लीटर पेट्रोल और 12 लाख लीटर डीजल बेचा जाता  है। शाम के समय पेट्रोल पंपों पर ज्यादा भीड़ रहती है। इसी दौरान गाड़ी मालिकों को परेशानी उठाना पड़ सकती है। दो घंटे पंप बंद होने से वे गाड़ी में ईंधन नहीं भरवा सकेंगे। डीलर्स की मांग है की एडवांस जमा एक्साइज ड्यूटी की राशि रिफंड की जाए। इन् दिनों हर एक डीलर को लगभग 12 से 15 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।कमीशन बिक्री मूल्य 5% तय हो। नई दरें वर्ष 2017 से लागू हो।तो आम लोगों पर फिर बढ़ सकता है बोझ। केंद्र सरकार ने हाल ही में एक्साइज ड्यूटी घटाई है। ऐसे में मध्यप्रदेश में पेट्रोल साढ़े 9 रुपए और डीजल 7 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हुआ है। ऐसे में आम जनता को काफी राहत मिली है।वहीँ   पेट्रोल पंप डीलर्स ने कमीशन बढ़ाने की मांग रख दी है। अगर  पेट्रोलियम कंपनियां  कमीशन बढ़ाती है तो पेट्रोल डीज़ल  के रेट भी बढ़ सकते हैं। ऐसे में लोगों फिर से बढ़ते पेट्रोल और डीज़ल का बोझ उठाना पद सकता है। 

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Kolar News 25 May 2022

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अब रोबोट सर्जरी करेंगे | भोपाल के लिए बहुत ख़ुशी की बात है, की अब लंग्स ट्रांसप्लांट करने की सुबिधा भोपल में मिलेगी  |  भोपाल के ईदगाह हिल्स पर टीबी हॉस्पिटल की जमीन पर राष्ट्रपति रामनाथन कोविंद रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ रेस्पिरेटरी डिसीजेज, और सेंटर ऑफ़ एक्सेलेंस इन ऑर्थोपेडिक्स का भूमि पूजन करेंगे | पहले इस भीम पूजन को मख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करने वाले थे। लेकिन 28 -29  मई को उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन राष्ट्रपति करेंगे।  इसी वजह से संस्थानों  की भूमि पूजन राष्ट्रपति के हाथो होना तय हुआ  है | चिकित्सा विभाग के अधिकारियो की माने तो संस्थान 42.94 एकड़ बनाया जा रहा है | ऑर्थोपेडिक्स  डिपार्टमेंट के पूर्व  HOD डॉ. संजीव गौर  ने बताया की मध्यभारत में हड्डी की बीमारी के इलाज का बेटर इलाज  होगा | डॉ. संजीव गौर का कहना है, कोरोना संकट काल के दौरान वायरस के असर से ख़राब हुए , फेफड़े ट्रांसप्लांट के लिए हमें  बैंगलोर और चेन्नई जाना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा अब इसका इलाज मध्यप्रदेश में होगा | और मध्यभारत के लोगो को अब दूर नहीं जाना पड़ेगा | 

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Kolar News 24 May 2022

(प्रवीण कक्कड़) हम जीवन में संतोष और खुशियां चाहते हैं लेकिन वास्तविक खुशियों की तलाश में आभासी खुशी के बीच खोकर रह जाते हैं। आज मोबाइल, कम्प्यूटर, इंटरनेट और अन्य गेजेट्स से मिलने वाली वर्चुअल खुशी के बीच हम वास्तविक खुशियों को कहीं खो बैठे हैं। आज मोबाइल हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, इससे ज्ञान, विज्ञान, संचार और लोगों से संपर्क तो आसान हो गया है लेकिन अब मोबाइल की लत हमारे जीवन को प्रभावित करने लगी है।  पिछले दो सालों से आनलाइन क्लास के कारण बच्चों में भी मोबाइल की लत विकसित हो गइ है। अब बच्चे अधिकांश समय इसी पर बिताते हैं लेकिन कई शोध में पता चला है कि स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। हमारे स्वास्थ्य पर मोबाइल फ़ोन के लत का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। इसके अधिक उपयोग से व्यक्ति में चिड़चीड़ापन का होना, हमेशा सिर दर्द की समस्या, नेत्र संबंधित समस्या, अनिंद्रा व मोबाइल के हानिकार रेडिएशन से हृदय संबंधित रोग भी हो सकते हैं। मोबाइल की लत ने हमारे जीवन को बहुत अधिक प्रभावित किया है, अतः हमें इस लत को दूर करने के प्रयास करने चाहिए।  आज हम सभी के हाथ में एक टूल है, जिसे मोबाइल कहते हैं। मोबाइल की लत से आशय मोबाइल के न होने पर असहज (discomfort) महसूस करने से है। वर्तमान में हम बहुत अधिक हद तक मोबाइल पर निर्भर है। इसके ऑफ हो जाने पर या गिर जाने पर ऐसा लगता है जैसे सीने पर चोट लगी है। प्रतीत होता है जैसे डिजीटल इंडिया का मार्ग मोबाइल से होकर ही गुज़रता है। मोबाइल का साइज़ उसे यात्रा अनुकूल (Travel Friendly) बनाता है, इस वजह से लोगों को और अधिक मोबाइल की लत (बुरी आदत) होती जा रही है। यह हर लहजे से हमारे आने वाले जीवन के लिए बुरा है। मोबाइल की लत में हम स्वयं को अपने मोबाइल से दूर नहीं रख पाते हैं। कोई विषेश काम न होने पर भी हम मोबाइल को स्क्रोल करते रहते हैं। आज के समय में हमें मोबाइल की इतनी बुरी लत है, इसका अनुमान आप इस वाक्य से लगा सकते हैं- ‘मोबाइल की लत को दूर करने के उपाय हम घंटों लगाकर मोबाइल पर ही ढूँढते हैं’। यह आदत हमारे जीवन को बहुत अधिक प्रभावित करती है। हमारे स्वास्थ्य पर मोबाइल फ़ोन की लत का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है।  कुछ साल पहले तक मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल कर पाना सबके बस में नहीं था, पर समय बीतने के साथ आज आम तौर पर यह सभी के पास देखा जा सकता हैं। मोबाइल की लत ने हमारे जीवन को बहुत अधिक प्रभावित किया है, अतः हमें इस लत को दूर करने के प्रयास करने चाहिए।  ये कुछ उपाय हैं जिससे बच्‍चों को मोबाइल से दूर रखा जा सकता है-  •आउटडोर गेम्स को बढ़ावा दें •मोबाइल कम दें •बच्‍चे से बात करें  •पासवर्ड लगाएं  •प्रकृति से जोड़ें  •बच्‍चे के करीब रहने की कोशिश करें

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Kolar News 22 May 2022

केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल के दामों को लेकर फैसला किया है। अब पेट्रोल और डीज़ल पर एक्साइज ड्यूटी घटा दी गयी  है। जिससे पेट्रोल 8 और डीज़ल 6 रूपए सस्ता हुआ है। पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि ऐसा जरूरी नहीं कि केंद्र सरकार द्वारा कम की गई एक्साइज ड्यूटी के बराबर ही दाम कम होंगे। प्रदेश के हिसाब से इसमें कम या ज्यादा भी हो सकते हैं।भोपाल में पेट्रोल 118.14 और डीजल 101.16 रुपए लीटर था। अब यह घटकर 108.63 रुपये और 93.88 रुपए लीटर हो गया है। नए दाम आज (रविवार) से लागू हो गए हैं। और भोपाल में इसका असर भी देखने को मिल रहा हैं।केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आभार व्यक्त किया है।उन्होंने ट्वीट कर कहा  "माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन जी ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर कम करने की घोषणा की। इस जनहितकारी निर्णय के लिए प्रधानमंत्री जी और वित्त मंत्री जी का प्रदेशवासियों की ओर से अभिनंदन करता हूं।" उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा "पेट्रोल व डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क कम करने के निर्णय से देशवासियों को अब पेट्रोल पर 9.5 रुपए और डीजल पर 7 रुपए प्रति लीटर की राहत मिलेगी। इस क्रांतिकारी निर्णय के लिए मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन जी का हृदय से आभार।" इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को बड़ी सौगात दी है। पेट्रोल और डीज़ल के दाम काम होने से लोगों में उत्साह है। 

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Kolar News 22 May 2022

मध्य प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में अभी भी किडनी ट्रांसप्लांट शुरू नहीं हुआ है। और ऐसा केवल अफसरों के इंट्रेस्ट न लेने के कारन हो रहा है। आपको बता दें की जोधपुर एम्स हॉस्पिटल भी भोपाल एम्स के साथ ही बना हुआ है। लेकिन जोधपुर में किडनी ट्रांसप्लांट 3 साल पहले ही शुरू हो चुका हैं। और भोपाल में भी 6 महीने पहले ही  किडनी ट्रांसप्लांट टीम और ऑपरेशन थिएटर का सिलेक्शन हो चुका है। यही नहीं नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन की मंजूरी और एथिकल कमेटी भी सहमति भी मिल गई थी। लेकिन फिर भी किडनी ट्रांसप्लांट शुरू नहीं किया गया। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है।   इस चीज़ से उन लोगों को ज़्यादा समस्या है जो लोग प्राइवेट अस्पतालों में किडनी के इलाज का पैसा वहां नहीं कर पाते। प्राइवेट अस्पतालों में किडनी ट्रांसप्लांट का खर्चा लगभग 8 से 10 लाख है। ऐसे में गरीब व्यक्ति तो प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का सोच भी नहीं सकता। सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान योजना से फ्री किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल जाती है।आयुष्मान योजना से इलाज के लिए पांच लाख तक का पैकेज फिक्स किया गया है। उससे लोगों को काफी सुविधा मिल जाती है। फिलहाल सरकारी अस्पतालों में से हमीदिया में यह सुविधा मिल रही है उन्होंने ने भी यह सुविधा पिछले वर्ष चालु की थी।एम्स भोपाल के डायरेक्टर  का कहना है कि हमारी तैयारियां चल रहीं हैं। स्टाफ का सिलेक्शन हो चुका है ओटी भी तैयार है कुछ परमिशन आनी बाकी हैं। जल्द ही एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू करेंगे। 

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Kolar News 21 May 2022

मध्य प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में अभी भी किडनी ट्रांसप्लांट शुरू नहीं हुआ है। और ऐसा केवल अफसरों के इंट्रेस्ट न लेने के कारन हो रहा है। आपको बता दें की जोधपुर एम्स हॉस्पिटल भी भोपाल एम्स के साथ ही बना हुआ है। लेकिन जोधपुर में किडनी ट्रांसप्लांट 3 साल पहले ही शुरू हो चुका हैं। और भोपाल में भी 6 महीने पहले ही  किडनी ट्रांसप्लांट टीम और ऑपरेशन थिएटर का सिलेक्शन हो चुका है। यही नहीं नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन की मंजूरी और एथिकल कमेटी भी सहमति भी मिल गई थी। लेकिन फिर भी किडनी ट्रांसप्लांट शुरू नहीं किया गया। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है।   इस चीज़ से उन लोगों को ज़्यादा समस्या है जो लोग प्राइवेट अस्पतालों में किडनी के इलाज का पैसा वहां नहीं कर पाते। प्राइवेट अस्पतालों में किडनी ट्रांसप्लांट का खर्चा लगभग 8 से 10 लाख है। ऐसे में गरीब व्यक्ति तो प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का सोच भी नहीं सकता। सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान योजना से फ्री किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल जाती है।आयुष्मान योजना से इलाज के लिए पांच लाख तक का पैकेज फिक्स किया गया है। उससे लोगों को काफी सुविधा मिल जाती है। फिलहाल सरकारी अस्पतालों में से हमीदिया में यह सुविधा मिल रही है उन्होंने ने भी यह सुविधा पिछले वर्ष चालु की थी।एम्स भोपाल के डायरेक्टर का कहना है कि हमारी तैयारियां चल रहीं हैं। स्टाफ का सिलेक्शन हो चुका है ओटी भी तैयार है कुछ परमिशन आनी बाकी हैं। जल्द ही एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू करेंगे। 

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Kolar News 21 May 2022

 भोपाल नगर निगम ने वाटर सप्लाई को लेकर नया प्लान बनाया है। शहर की जिन जगहों पर एक दिन छोड़ कर पानी सप्लाई हो रहा है ,वहां रोज़ सप्लाई शुरू होगी। हालाँकि फिलहाल लोगों को साफ़ पानी दे दिया जाये वही काफी है। पांचवे दिन भी गंदे पानी को लेकर लगों की शिकायतें कम नहीं हुई है। दरअसल शहर के आधे से ज़ादा हिस्सों में कोलर पाइपलाइन बिछी हुई है। जिसे बदलने के लिए भोपाल नगर निगम ने 60 घंटो ने लिए शट डाउन किया था। पर उसे बदलने में ज़्यादा समय लग गया जिससे लोगों को पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ी। इन चार दिनों में लोग पानी की बूँद को भी तरस गए। काम पूरा होने के बाद जब पानी की सप्लाई शुरू हुई तब पानी इतना गन्दा आया की वह पिने तो क्या घरेलु उपयोग के लायक भी नहीं था। कई इलाकों में तो अभी भी मैला पानी आ रहा है। जिसे लेकर निगम कमिश्नर ने कहा है की एक-दो  दिनों में साफ़ पानी आने लगेगा।  निगम का नया प्लान उन  इलाकों के लिए है जहाँ पानी की सप्लाई एक दिन छोड़ कर होती है। नीलबड़, गौरेगांव, सूरजनगर और शबरीनगर में इस प्लान की शुरुवात कर दी गयी है। कुछ इलाकों जैसे गेहूंखेड़ा, पुलिस हाउसिंग सोसायटी समेत मिसरोद-बैरागढ़ की कई कॉलोनियों में वाटर नेटवर्क नहीं है। जिसके कारण  वहां के लोग ट्यूबवेल या प्राइवेट टैंकरों पर ही आश्रित है उन्हें पाइप लाइन से जोड़ा जायेगा।जिन इलाकों में नर्मदा लाइन से पानी की सप्लाई होती है, उन्हें कोलार लाइन से भी जोड़ेंगे। जिससे नर्मदा का प्रेशर कम होने से कोलार लाइन से टंकियां भरी जा सके।नए प्लान में अंतिम छोर के इलाकों में पानी की रोज सप्लाई करने और कॉलोनियों को पाइप लाइन से जोड़ना शामिल है।  नई कोलार लाइन जोड़ने के बाद सप्लाई में सुधार हो रहा है। प्रेशर की समस्या भी दूर हुई है। 

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Kolar News 21 May 2022

बालाघाट में एक ज्वेलर्स ने अपनी सारी संपत्ति दान कर संन्यास ले लिया है। ज्वेलर्स ने अपनी 11 करोड़ की संपत्ति दान कर अपने परिवार सहित ग्रहस्त जीवन त्याग दिया। सराफा व्यपारी ने आज से 7 साल पहले ही सन्यास लेने का मन बना चूका था। वही उनकी पत्नी बचपन से ही आध्यात्म की ओर चलने वाली थी और उनके बेटे ने भी 4 साल की उम्र में ही इस पथ पर जाने का मन बना लिया था। लेकिन बेटे की उम्र काम होने की वजह से उन्हें 7 साल तक इंतज़ार नकारना पड़ा। आपको बता दें की राकेश सुराना (40) , उनकी पत्नी लीना सुराना (36) और बेटे अमय सुराना(11) 22 मई को जयपुर में दीक्षा लेंगे। राकेश सुराना ने बताया की उन्हें धर्म, आध्यात्म और आत्म स्वरूप को पहचानने की प्रेरणा गुरु महेंद्र सागर महाराज और मनीष सागर महाराज के प्रवचनों और उनके सानिध्य में रहते प्राप्त हुई। दीक्षा लेने से पहले शहर के लोगों ने शोभायात्रा निकालकर राकेश सुराना उनकी पत्नी लीना सुराना और  बेटे अमय सुराना को विदाई दी।राकेश सुराना ने एक छोटी सी सुनार की दुकान से शुरुआत की थी। उन्होंने अपने बड़े भाई से प्रेरणा लेकर और अपनी कड़ी मेहनत से एक उच्च मुकाम हासिल किया था। राकेश आर्थिक और पारिवारिक संपन्न व्यक्ति थे। उनकी ज़िन्दगी में वे साडी सुख सुविधएं थी ,जो ऐश-ओ-आराम से भरी एक अच्छी ज़िन्दगी दे सके। लेकिन उन्होंने भौतिक सुखों को छोड़ कर आध्यात्म को चुना और संयम के रास्ते पर चलने का फैसला लिया। उन्होंने अभी तक कमाई हुई सारी संपत्ति गोशाला और धार्मिक संस्थानों में दान कर दी ,और सन्यासी जीवन की ओर चल पड़े। 

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Kolar News 18 May 2022

शक सम्वत 1944विक्रम सम्वत 2079 श्री नलदिन काल 18:28:मास   वैशाखतिथि   चतुर्दशी - 12:47:23 तकनक्षत्र     स्वाति - 15:35:16 तककरण     वणिज - 12:47:23 तक, विष्टि - 23:18:52 तकपक्ष    शुक्लयोग    व्यतिपात - 09:48:30 तकवार    रविवारसूर्योदय   05:30:37सूर्यास्त    19:04:33चन्द्र राशि    तुलाऋतु     ग्रीष्मशुभ समय==अभिजित 11:58:18 से 12:50:31 तकदिशा शूल पश्चिमराहु काल 17:16:17 से 18:55:30 तकसुझाव- पान खाकर तथा अपने बड़ों को प्रणाम कर घर से निकलें।----------------दिन का चौघड़िया=======परम्परागत रूप से चौघड़िया का उपयोग यात्रा के मुहूर्त के लिए किया जाता हैउद्वेग -अशुभ  05:26 ए एम से 07:09 ए एमचर -सामान्य  07:09 ए एम से 08:52 ए एमलाभ -उन्नति  08:52 ए एम से 10:35 ए एमअमृत -सर्वोत्तम  10:35 ए एम से 12:18 पी एमकाल -हानि  12:18 पी एम से 02:01 पी एमशुभ -उत्तम  02:01 पी एम से 03:44 पी एमरोग -अमंगल  03:44 पी एम से 05:27 पी एमउद्वेग -अशुभ  05:27 पी एम से 07:10 पी एमटिप्पणी -१२ घण्टे की घड़ी दिल्ली के स्थानीय समय के साथ और सभी चौघड़िया मुहूर्त!==============================राशिफल-===========मेष आज का दिन आपके लिए प्रसन्नता दिलाने वाला रहेगा। आज आपको शासन द्वारा भी सम्मानित किए जाने की संभावना बनती दिख रही है,लेकिन आप जीवनसाथी का सहयोग पाकर आप अपनी संतान से संबंधित कुछ समस्याओं को आसानी से हल कर पाएंगे। यदि आपके ऊपर कुछ पुराने कर्ज हैं,तो आप उनको भी उतारने में सफल रहेंगे,इसलिए आपको किसी से भी धन उधार लेने से बचना होगा। आपके कुछ मित्र आपको गुमराह करने की कोशिश करेंगे,जिनसे आपको अपनी बुद्धि का प्रयोग करके बचने की कोशिश करनी होगी।वृष आज का दिन आपके लिए भागदौड़ भरा रहेगा,इसलिए आपको सावधान रहना होगा। व्यस्तता के कारण आप अपने परिवार के सदस्यों के लिए समय निकालने में नाकामयाब रहेंगे जिसके कारण आपकी माताजी आपसे नाराज रहेंगी। यदि किसी काम में विनिमय करना पड़े,तो दिल खोलकर करें,क्योंकि वह आपके लिए लाभदायक रहेगा। सायंकाल के समय आपको किसी मामले में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। मिथुन आज आपको फिजूलखर्ची करने से बचना होगा,नहीं तो आप अपने संचय धन को भी समाप्त कर सकते हैं। यदि आपको कोई शारीरिक कष्ट है,तो उसमें भी आज वृद्धि हो सकती है,जिसके कारण आप परेशान रहेंगे,लेकिन संतान पक्ष की ओर से आपको कोई हर्षवर्धन समाचार सुनने को मिल सकता है। सामाजिक क्रियाकलापों में कुछ व्यवधान रहेंगे,जो आपकी परेशानी का कारण बनेंगे। आपके ऊपर परिवार की जिम्मेदारियां और बढ़ सकती हैं,लेकिन आपको धैर्य बनाकर उन्हें पूरा करना होगा तभी आप सफलता हासिल कर सकेंगे। कर्क आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहेगा। आपकी शान शौकत देखकर आपके शत्रु भी हैरान व परेशान रहेंगे। संतान के प्रति आपका विश्वास मजबूत और गहरा होगा,क्योंकि यदि आप संतान को किसी कार्य को सौंपेंगे,तो वह उसे समय से पूरा करके देंगे,जो लोग रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं,उन्हें अभी कुछ समय और रुकना होगा,तभी उन्हें राहत मिलती दिख रही है। आपको पिताजी से किसी कार्य के लिए डांट खानी पड़ सकती है,सिंहआज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या चल रही थी,तो उसमें आज सुधार होता दिख रहा है। यदि ससुराल पक्ष का कोई व्यक्ति आपसे नाराज है,तो आपको उन्हे मनाने की पूरी कोशिश करनी होगी। किसी से बातचीत करते समय आपको अपनी वाणी की मधुरता को नहीं खोना है। कन्याआज का दिन व्यापार कर रहे लोगों के लिए मन मुताबिक लाभ दिलाने वाला रहेगा,लेकिन उन्हें अपने आसपास छुटपुट लाभ के अफसरों को पहचान कर उन पर अमल करना होगा तभी वह लाभ कमा पाएंगे। यदि कार्यक्षेत्र में आप किसी से धन उधार भी लेंगे,तो वह भी आपको आसानी से मिल जाएगा। आप यदि किसी कार्य को करेंतुला आज का दिन आपके लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा। आप दिल से दूसरों का भला करने की सोचेंगे व उनकी सेवा करेंगे,लेकिन लोग इसे गलत तरह से समझेंगे, इसलिए आपको सावधान रहना होगा। जो लोग सट्टेबाजी में धन का निवेश करते हैं,वह दिल खोलकर कर सकते हैं,क्योंकि वह इसका भरपूर लाभ कमाने में कामयाब रहेंगे। वृश्चिकआज आपका मन अशांत व परेशान रहेगा,जिसके कारण आपका किसी कार्य में मन नहीं लगेगा,लेकिन फिर भी आपको अपने कामों की ओर ध्यान देना होगा। यदि कोई वाद विवाद राज्य में लंबित है,तो आपको उसमें सफलता मिलने की पूरी संभावना है। आप अपनी किसी मन की इच्छा की पूर्ति के कारण प्रसन्न रहेंगे,लेकिन आपके शत्रुओं को वह रास नहीं आएगी,इसलिए आपको उनसे सतर्क रहना होगा। धनु दिन आपका परोपकार के कार्य में व्यतीत होगा। आप अपने धन का कुछ हिस्सा दान पुण्य कार्य में भी लगाएंगे। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ रहेगी,लेकिन भाग्य का साथ मिलने से संतान को किसी नई नौकरी की प्राप्ति हो सकती है। आप कुछ धार्मिक अनुष्ठानों का भी हिस्सा बनेंगे,जहां आपकी कुछ नए मित्रों से मुलाकात होगी। आपको किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा करने से बचना होगा,नहीं तो वह आपको कोई धोखा दे सकता है। मकर आज का दिन आपके लिए बहुमूल्य वस्तुओं के प्राप्ति का दिन रहेगा,लेकिन आपके सामने कुछ ऐसे अनावश्यक खर्च आएंगे जिनको आपको मजबूरी में ना चाहते हुए भी करना पड़ेगा। ससुराल पक्ष से आपको सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि यदि किसी व्यक्ति से आपका वाद विवाद हुआ,तो जीवनसाथी आपसे नाराज हो सकती हैं। यदि आप किसी नए कार्य में इन्वेस्टमेंट करेंगे,तो भविष्य में वह आपको मन मुताबिक लाभ देगा,इसलिए आप दिल खोलकर कर सकते हैं।कुंभ आज आप कुछ नई-नई खोज करने में दिन व्यतीत करेंगे और आपको पारिवारिक जनों का भरपूर सुख मिलेगा। आप नौकर चाकरों का भी पूरा सुख लेंगे,लेकिन सायंकाल के समय आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं,जो आपके लिए लाभदायक रहेगी। आप सीमित आय में भी अपने सभी खर्च आसानी से निकाल पाएंगे। माताजी को आज कोई स्वास्थ्य संबंधित समस्या हो सकती है,मीन आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहेगा। यदि आपकी संतान के विवाह में कोई बाधा आ रही थी,तो वह सुलझेगी,जिसके कारण परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। सामाजिक सम्मान मिलने से आपका मनोबल और बढ़ेगा,लेकिन आपको घमंड नहीं करना है। =====================आचार्य आशु जी 9899606198

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Kolar News 15 May 2022

   (प्रवीण कक्कड़)  प्रदेश के गुना में शिकारियों से मुठभेड़ में 3 पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना दुखद और चिंताजनक है। खाकी वर्दी में पुलिस की नौकरी ऊपर से जितनी शानदार दिखती है, अंदर से उतनी ही चुनौतियां पुलिसकर्मियों के सामने होती हैं। इसका ज्वलंत उदाहरण गुना की घटना है, जहां फर्ज निभाते हुए इन जांबाजों ने अपने प्राणों की आहूति दे दी। यह घटना केवल शिकारी और पुलिसकर्मियों की मुठभेड़ की नहीं है, बल्कि वेकअप कॉल है जो जाहिर कर रहा है कि अपराधियों में पुलिस का भय खत्म होता जा रहा है। आज समय है जब समाज, प्रशासन और राजनेताओं को पुलिसकर्मियों के हितों के बारे में विचार करना चाहिए। समाज की सुरक्षा करने वालों की सुरक्षा को भी जरूरी समझा जाना चाहिए।  इस घटना पर नज़र डालें तो शिकारी न सिर्फ खुलेआम शिकार करने का दुस्साहस कर रहे हैं, बल्कि उनके मन में पुलिस का किसी तरह का भय भी नहीं है। सामान्य परिस्थितियों में पुलिस के ललकारने पर अपराधी मुठभेड़ करने के बजाए माल छोड़ कर भाग जाते हैं। लेकिन जब अपराधी इस तरह से मुकाबले की कार्रवाई करते हैं तो उसका मतलब होता है कि उस इलाके में पुलिस और प्रशासन का वकार कमजोर हो गया है। अपराधी अपराध करने को अपना अधिकार समझने लगे हैं और उनके मन में शासन का भय नहीं रह गया है। यह सिर्फ कानून व्यवस्था का मामला नहीं है, बल्कि यह सोचने का विषय भी है कि पुलिस को इस तरह के संसाधनों के अनुसार सुसज्जित किया जाए और अपराधियों को मिलने वाले इस तरह के संरक्षण को समाप्त किया जाए। इस घटना का यह महत्वपूर्ण पहलू है कि क्या शिकारियों और तस्करों से रात में मुठभेड़ करने के लिए पुलिस के पास पर्याप्त सुरक्षा के उपाय हैं या नहीं। जिन जगहों पर पुलिस कर्मियों को सीधे गोलियों के निशाने पर आने का खतरा है। क्या कम से कम उन जगहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को बुलेट प्रूफ जैकेट और नाइट विजन कैमरा जैसे उपकरण मुहैया नहीं कराए जाने चाहिए। क्या पुलिस वालों की इस बात की ट्रेनिंग दी गई है कि अगर शिकारी या अपराधी बड़ी संख्या में हो और उनके पास हथियार हो तो उनसे किस तरह से मुकाबला किया जाए। क्योंकि बिना पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों के और बिना अत्याधुनिक हथियारों के इस तरह की मुठभेड़ आखिर पुलिस वालों के लिए किस हद तक सुरक्षित है। मध्य प्रदेश जैसे राज्य में इस विषय पर बहुत ही गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है क्योंकि आज भी मध्य प्रदेश देश के सबसे ज्यादा वन क्षेत्रफल वाले राज्यों में शामिल है। प्रदेश में बड़ी संख्या में अभयारण्य और नेशनल पार्क हैं। जिसमें दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव पाए जाते हैं।  सेना में भर्ती होने वाले लोगों के लिए चाहे वे सैनिक हों या उच्चाधिकारी बहुत सारी मानवीय सुविधाएं होती हैं। ऑफिसर्स के लिए अलग मैस होगा। सैनिकों का अपना मैस होता है। उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग से सैनिक स्कूल होते हैं। खेल कूद और व्यायाम के लिए शानदार पार्क और होते हैं। जवान खुद को चुस्त-दुरुस्त रख सकें इसके लिए बड़े पैमाने पर शारीरिक व्यायाम की सुविधा होती है। सेना के अपने अस्पताल होते हैं। जहां विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात रहते हैं। इसके अलावा खेलों में सेना के जवानों का विशेष प्रतिनिधित्व हो सके इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाते हैं। निश्चित तौर पर सेना की जिम्मेदारी बड़ी है और उसे सरहदों पर देश की रक्षा करनी होती है लेकिन पुलिस की जिम्मेदारी भी कम नहीं है, उसे तो रात दिन बिना अवकाश के समाज की कानून व्यवस्था को बना कर चलना होता है। राज्य सरकारों को पुलिस के लिए नए आवासों के निर्माण के बारे में ध्यान से सोचना चाहिए। पुलिस कर्मियों के बच्चे अच्छे स्कूलों में शिक्षा ले सकें, इसलिए शहर के किसी भी कन्वेंट या सैनिक स्कूल के मुकाबले के स्कूल पुलिस कर्मियों के बच्चों के लिए खोले जाने चाहिए। मौजूदा दौर में सबसे जरूरी है कि पुलिस के पक्ष में सोचा जाए। कभी पुलिसकर्मियों को राजनीतिक हस्तक्षेप से तो जांबाजी से एनकाउंटर करने के बाद भी आयोगों की जांच में परेशान होना पड़ता है। एक पूर्व पुलिस अधिकारी होने के नाते मैं पुलिस सेवा के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों को बखूबी समझ सकता हूं। आज पुलिस की सुरक्षा और संसाधनों के प्रति बढ़ाने हमें विचार करने की जरूरत है। इसके साथ ही परिदृश्य पर गौर करें तो राज्य पुलिस बलों में 24% रिक्तियां हैं,लगभग 5.5 लाख रिक्तियां। यानी जहां 100 पुलिस वाले हमारे पास होने चाहिए वहां 76 पुलिस वाले ही उपलब्ध हैं। इसी तरह हर एक लाख व्यक्ति पर पुलिसकर्मियों की स्वीकृत संख्या 181 थी, उनकी वास्तविक संख्या 137 थी। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र के मानक के अनुसार एक लाख व्यक्तियों पर 222 पुलिसकर्मी होने चाहिए। इस तरह गौर करें तो राष्ट्रीय मानक से तो हम पीछे हैं ही अंतर्राष्ट्रीय मानक से तो बहुत पीछे हैं। गुना में हुई घटनाओं जैसे वेकअप कॉल में सभी का जागना जरूरी है, भले ही वे किसी भी पार्टी से जुड़े राजनेता हों, आला पुलिस अधिकारी हों या हमारा सिस्टम। ऐसी घटनाओं से सबक लेते हुए हमें पुलिस के लिए संसाधनों को बढाना होगा। सभी को मिलकर देशभक्ति और जनसेवा का जज्बा लिए पुलिसकर्मियों के लिए बेहतर प्रयास करने चाहिए। पुलिस पर हमला करने वालों को सख्त सजा मिले, शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवार को मुआवजा मिले। इसके साथ ही ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए भी पुख्ता सिस्टम तैयार हो। यही इन शहीद पुलिस जवानों को सच्ची श्रध्दांजलि होगी।

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Kolar News 15 May 2022

  भारतीयता का मूल हैं हमारे परिवार -प्रो.संजय द्विवेदी       भारत में ऐसा क्या है जो उसे खास बनाता है? वह कौन सी बात है जिसने सदियों से उसे दुनिया की नजरों में आदर का पात्र बनाया और मूल्यों को सहेजकर रखने के लिए उसे सराहा। निश्चय ही हमारी परिवार व्यवस्था वह मूल तत्व है, जिसने भारत को भारत बनाया। हमारे सारे नायक परिवार की इसी शक्ति को पहचानते हैं। रिश्तों में हमारे प्राण बसते हैं, उनसे ही हम पूर्ण होते हैं। आज कोरोना की महामारी ने जब हमारे सामने गहरे संकट खड़े किए हैं तो हमें सामाजिक और मनोवैज्ञानिक संबल हमारे परिवार ही दे रहे हैं। व्यक्ति कितना भी बड़ा हो जाए उसका गांव, घर, गली, मोहल्ला, रिश्ते-नाते और दोस्त उसकी स्मृतियां का स्थायी संसार बनाते हैं। कहा जाता है जिस समाज स्मृति जितनी सघन होती है, जितनी लंबी होती है, वह उतना ही श्रेष्ठ समाज होता है।     परिवार नाम की संस्था दुनिया के हर समाज में मौजूद हैं। किंतु परिवार जब मूल्यों की स्थापना, बीजारोपण का केंद्र बनता है, तो वह संस्कारशाला हो जाता है। खास हो जाता है। अपने मूल्यों, परंपराओं को निभाकर समूचे समाज को साझेदार मानकर ही भारतीय परिवारों ने अपनी विरासत बनाई है। पारिवारिक मूल्यों को आदर देकर ही श्री राम इस देश के सबसे लाड़ले पुत्र बन जाते हैं। उन्हें यह आदर शायद इसलिए मिल पाया, क्योंकि उन्होंने हर रिश्ते को मान दिया, धैर्य से संबंध निभाए। वे रावण की तरह प्रकांड विद्वान और विविध कलाओं के ज्ञाता होने का दावा नहीं करते, किंतु मूल्याधारित जीवन के नाते वे सबके पूज्य बन जाते हैं, एक परंपरा बनाते हैं। अगर हम अपनी परिवार परंपरा को निभा पाते तो आज के भारत में वृद्धाश्रम न बन रहे होते। पहले बच्चे अनाथ होते थे आज के दौर में माता-पिता भी अनाथ होने लगे हैं। यह बिखरती भारतीयता है, बिखरता मूल्यबोध है। जिसने हमारी आंखों से प्रेम, संवेदना, रिश्तों की महक कम कर भौतिकतावादी मूल्यों को आगे किया है। न बढ़ाएं फासले, रहिए कनेक्टः     आज के भारत की चुनौतियां बहुत अलग हैं। अब भारत के संयुक्त परिवार आर्थिक, सामाजिक कारणों से एकल परिवारों में बदल रहे हैं। एकल परिवार अपने आप में कई संकट लेकर आते हैं। जैसा कि हम देख रहे हैं कि इन दिनों कई दंपती कोरोना से ग्रस्त हैं, तो उनके बच्चे एकांत भोगने के साथ गहरी असुरक्षा के शिकार हैं। इनमें माता या पिता, या दोनों की मृत्यु होने पर अलग तरह के सामाजिक संकट खड़े हो रहे हैं। संयुक्त परिवार हमें इस तरह के संकटों से सुरक्षा देता था और ऐसे संकटों को आसानी से झेल जाता था। बावजूद इसके समय के चक्र को पीछे नहीं घुमाया जा सकता। ऐसे में यह जरूरी है कि हम अपने परिजनों से निरंतर संपर्क में रहें। उनसे आभासी माध्यमों, फोन आदि से संवाद करते रहें, क्योंकि सही मायने में परिवार ही हमारा सुरक्षा कवच है।    आमतौर सोशल मीडिया के आने के बाद हम और ‘अनसोशल’ हो गए हैं। संवाद के बजाए कुछ ट्वीट करके ही बधाई दे देते हैं। होना यह चाहिए कि हम फोन उठाएं और कानोंकान बात करें। उससे जो खुशी और स्पंदन होगा, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। परिजन और मित्र इससे बहुत प्रसन्न अनुभव करेगें और सारा दिन आपको भी सकारात्मकता का अनुभव होगा। संपर्क बनाए रखना और एक-दूसरे के काम आना हमें अतिरिक्त उर्जा से भर देता है। संचार के आधुनिक साधनों ने संपर्क, संवाद बहुत आसान कर दिया है। हम पूरे परिवार की आनलाईन मीटिंग कर सकते हैं, जिसमें दुनिया के किसी भी हिस्से से परिजन हिस्सा ले सकते हैं। दिल में चाह हो तो राहें निकल ही आती हैं। प्राथमिकताए तय करें तो व्यस्तता के बहाने भी कम होते नजर आते हैं। जरूरी है एकजुटता और सकारात्मकताः     सबसे जरूरी है कि हम सकारात्मक रहें और एकजुट रहें। एक-दूसरे के बारे में भ्रम पैदा न होने दें। गलतफहमियां पैदा होने से पहले उनका आमने-सामने बैठकर या फोन पर ही निदान कर लें। क्योंकि दूरियां धीरे-धीरे बढ़ती हैं और एक दिन सब खत्म हो जाता है। खून के रिश्तों का इस तरह बिखरना खतरनाक है क्योंकि रिश्ते टूटने के बाद जुड़ते जरूर हैं, लेकिन उनमें गांठ पड़ जाती है। सामान्य दिनों में तो सारा कुछ ठीक लगता है। आप जीवन की दौड़ में आगे बढ़ते जाते हैं, आर्थिक समृद्धि हासिल करते जाते हैं। लेकिन अपने पीछे छूटते जाते हैं। किसी दिन आप अस्पताल में होते हैं, तो आसपास देखते हैं कि कोई अपना आपकी चिंता करने वाला नहीं है। यह छोटा सा उदाहरण बताता है कि हम कितने कमजोर और अकेले हैं। देखा जाए तो यह एकांत हमने खुद रचा है और इसके जिम्मेदार हम ही हैं। संयुक्त परिवारों की परिपाटी लौटाई नहीं जा सकती, किंतु रिश्ते बचाए और बनाए रखने से हमें पीछे नहीं हटना चाहिए। इसके साथ ही सकारात्मक सोच बहुत जरूरी है। जरा-जरा सी बातों पर धीरज खोना ठीक नहीं है। हमें क्षमा करना  और भूल जाना आना ही चाहिए। तुरंत प्रतिक्रिया कई बार घातक होती है। इसलिए आवश्यक है कि हम धीरज रखें। देश का सबसे बड़ा सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऐसे ही पारिवारिक मूल्यों की जागृति के कुटुंब प्रबोधन के कार्यक्रम चलाता है। पूर्व आईएएस अधिकारी विवेक अत्रे भी लोगों को पारिवारिक मूल्यों से जुड़े रहने प्रेरित कर रहे हैं। वे साफ कहते हैं ‘भारत में परिवार ही समाज को संभालता है।’ जुड़ने के खोजिए बहानेः   हमें संवाद और एकजुटता के अवसर बनाते रहने चाहिए। बात से बात निकलती है और रिश्तों में जमी बर्फ पिधल जाती है। परिवार के मायने सिर्फ परिवार ही नहीं हैं, रिश्तेदार ही नहीं हैं। वे सब हैं जो हमारी जिंदगी में शामिल हैं। उसमें हमें सुबह अखबार पहुंचाने वाले हाकर से लेकर, दूध लाकर हमें देने वाले, हमारे कपड़े प्रेस करने वाले, हमारे घरों और सोसायटी की सुरक्षा, सफाई करने वाले और हमारी जिंदगी में मदद देने वाला हर व्यक्ति शामिल है। अपने सुख-दुख में इस महापरिवार को शामिल करना जरूरी है। इससे हमारा भावनात्मक आधार मजूबूत होता है और हम कभी भी अपने आपको अकेला महसूस नहीं करते। कोरोना के संकट ने हमें सोचने के लिए आधार दिया है, एक मौका दिया है। हम सबने खुद के जीवन और परिवार में न सही, किंतु पूरे समाज में मृत्यु को निकट से देखा है। आदमी की लाचारगी और बेबसी के ऐसे दिन शायद भी कभी देखे गए हों। इससे सबक लेकर हमें न सिर्फ सकारात्मकता के साथ जीना सीखना है बल्कि लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाना है। बड़ों का आदर और अपने से छोटों का सम्मान करते हुए सबको भावनात्मक रिश्तों की डोर में बांधना है।  एक दूसरे को प्रोत्साहित करना, घर के कामों में हाथ बांटना, गुस्सा कम करना जरूरी आदतें हैं, जो डालनी होंगीं। एक बेहतर दुनिया रिश्तों में ताजगी, गर्माहट,दिनायतदारी और भावनात्मक संस्पर्श से ही बनती है। क्या हम और आप इसके लिए तैयार हैं?

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Kolar News 15 May 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। यहां के अधिकांश शहरों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। प्रदेश में शनिवार को आठ जिलों राजगढ़, गुना, सागर, दमोह, सतना, ग्वालियर, सीधी व रीवा में लू चली। इस दौरान भिंड जिले के गोहद में अधिकतम तापमान 48.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले 24 से 48 घंटों में गर्म हवाएं इसी तरह चलती रहेंगी और तापमान इसी स्तर के आसपास बना रहेगा। यानी फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं है।   मौसम विभाग की वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि विभिन्न प्रदेशों में ये हवाएं अलग-अलग तरह से प्रभाव डाल रही हैं। प्रदेश के पश्चिमी भागों में टीकमगढ़, सागर, पन्ना से लेकर होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, बैतूल, भोपाल, विदिशा, गुना, ग्वालियर जिलों में सभी जगहों और नीमच, रतलाम, उज्जैन, इंदौर, धार, देवास, खरगोन के सभी भागों में भीषण गर्मी पड़ रही है।   भिंड के गोहद का तापमान शुक्रवार की तरह ही शनिवार को भी 48.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल में अधिकतम तापमान 44.4 और न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री रहा। इसी तरह इंदौर में 41.6 और 26.2, जबलपुर में 44.2 और 29 तथा ग्वालियर में अधिकतम तापमान 46.1 और न्यूनतम तापमान 26.7 दर्ज किया गया।   इसके अलावा नौगांव में अधिकतम 47.6 तथा न्यूनतम 26.5, खजुराहो में 47.6 और 26.5, सतना में 46.2 और 27.9, सागर में 46.1 और 26, गुना में 45.8 और 27.8 और राजगढ़ में अधिकतम तापमान 45.5 तथा न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री दर्ज हुआ है।

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Kolar News 15 May 2022

  भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के चार अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा शनिवार देर शाम आदेश जारी किए गए। जिन अधिकारियों का तबादला हुआ, उनमें तीन जिलों के कलेक्टरों को इधर से उधर किया गया है।     मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस द्वारा जारी आदेश के अनुसार, खरगोन कलेक्टर अनुग्रह पी को नई दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि उनकी जगह रतलाम कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को खरगोन कलेक्टर का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह निवाड़ी कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी को रतलाम जिला कलेक्टर पदस्थ किया गया है और उनकी जगह जबलपुर संभाग के अपर आयुक्त (राजस्व) तरुण भटनागर को निवाड़ी कलेक्टर बनाया गया है।

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Kolar News 15 May 2022

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस साल बोर्ड की तर्ज पर आयोजित कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षाओं का परिणाम शुक्रवार को जारी किया गया। स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने राज्य शिक्षा केंद्र सभागृह में सिंगल क्लिक से कक्षा 5वीं और 8वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया। उन्होंने परीक्षा में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों, उनके शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी हैं। कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम 90.01 प्रतिशत और कक्षा 8वीं का परीक्षा परिणाम 82.35 प्रतिशत रहा है। बारह वर्ष बाद बोर्ड पैटर्न में घोषित दोनों कक्षाओं की उत्तीर्ण सूची में इस वर्ष छात्राएँ, छात्रों की तुलना में आगे रही हैं।   कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम कक्षा 5वीं की परीक्षा में कुल 8 लाख 26 हजार 824 परीक्षार्थी शामिल थे, जिसमें 7लाख 44 हजार 247 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। कक्षा 5वीं की परीक्षा में 4 लाख 4 हजार 92 छात्र शामिल थे, जिनमें 3लाख 60 हजार 784 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। कक्षा 5वीं में उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत 89.28 प्रतिशत रहा। कक्षा 5वीं की परीक्षा में कुल 4 लाख 22 हजार 732 छात्राएँ शामिल थीं, जिनमें 3 लाख 83 हजार 463 छात्राएँ उत्तीर्ण हुई हैं। कक्षा 5वीं में उत्तीर्ण छात्राओं का प्रतिशत 90.71 प्रतिशत रहा। कक्षा 5वीं की परीक्षा में शहडोल संभाग का उत्तीर्ण प्रतिशत सर्वाधिक रहा, यहाँ 94.11 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए।   कक्षा 8वीं का परीक्षा परिणाम कक्षा 8वीं की परीक्षा में कुल 7 लाख 56 हजार 967 परीक्षार्थी शामिल थे, जिसमें 6 लाख 23 हजार 370 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। कक्षा 8वीं की परीक्षा में 3 लाख 66 हजार 572 छात्र शामिल थे, जिनमें 2 लाख 94 हजार 160 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। कक्षा 8वीं में उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत 80.25 प्रतिशत रहा। कक्षा 8वीं की परीक्षा में कुल 3 लाख 90 हजार 395 छात्राएँ शामिल थीं, जिनमें 3लाख 29 हजार 210 छात्राएँ उत्तीर्ण हुई हैं। कक्षा 8वीं में उत्तीर्ण छात्राओं का प्रतिशत 84.33 प्रतिशत रहा। कक्षा 8वीं की परीक्षा में इंदौर संभाग का उत्तीर्ण प्रतिशत सर्वाधिक रहा, यहाँ 88.77 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए।   स्कूल शिक्षा विभाग ने प्राथमिक एवं माध्यमिक परीक्षाओं कक्षा 5वीं एवं कक्षा 8वीं का परीक्षाफल बोर्ड पैटर्न पर जारी किया लेकिन दोनों ही परीक्षाओं के राज्य एवं जिले स्तर की मेरिट लिस्ट जारी नही की गई हैं। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमति रश्मि अरुण शमी ने बताया कि प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के बच्चों में होशियार एवं कमजोर होने को लेकर किसी तरह की हीन भावना प्रवेश न कर सके, इस उद्देश्य को निहित करते हुए सिर्फ रिजल्ट जारी किए गए हैं, मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई हैं।   फेल विषय भर की होगी परीक्षा राज्य शिक्षा केंद्र संचालक धनराजू एस ने बताया कि कक्षा 5वीं एवं कक्षा 8वीं की परीक्षाओं में परीक्षार्थी जिस विषय में फेल हुआ है, उसकी उसी विषय भर की परीक्षा करवाई जायेगी। अपर मिशन संचालक लोकेश जांगिड़ सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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Kolar News 13 May 2022

गुना। मई माह में गर्मी के तेवर तीखे हैं, जहां शुक्रवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री के साथ सबसे गर्म दिन रहा। तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला पिछले तीन दिनों से जारी है। इधर, शुक्रवार को कहीं मेंटनेंस, तो कहीं डीपी में आग लगने से करीब चार घंटे लोगों को गर्मी और उमस से जूझना प?ा। दरअसल, मई महीने में गर्मी अपने पूरे शबाब पर है। माह के शुरुआती दिन 45 डिग्री पर पारा पहुंच चुका था। हालांकि, उसके बाद तापमान में गिरावट आकर 42 से 44 डिग्री के बीच झूलता रहा था। लेकिन शुक्रवार को अचानक तापमान 46 डिग्री पर पहुंच गया, जिससे लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। क्योंकि, एक ओर कूलर-पंखे साथ नहीं दे रहे थे। वहीं दोपहर एक बजे से हुई बिजली कटौती से बलवंत नगर, विकास नगर, विंध्याचल कालोनी सहित शहर के बड़े हिस्से में चार घंटे तक बेहाल लोग गर्मी से जूझते रहे। कंपनी के अधिकारियों ने इसकी वजह मेंटनेंस कार्य बताया। वहीं दूसरी ओर हेड पोस्ट आफिस रोड की डीपी में आग लगने से कर्नलगंज सहित कई हिस्सों में लोगों को गर्मी से जूझते हुए देखा गया। इस तरह गर्मी के बीच बिजली कटौती लोगों पर भारी पड़ने लगी है।   मई के शुरुआती दिन था 45 डिग्री पारा   अप्रैल माह की तपिश के बाद जैसे ही मई माह की शुरूआत हुई, तो पहले ही दिन पारा 45 डिग्री पर पहुंच गया, जो महीने का सबसे गर्म दिन रहा था। हालांकि, इसके बाद बादलों के छाने और हवाओं के चलते तापमान में गिरावट आई और पारा 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। लेकिन तीन दिनों से तापमान में ब?ोतरी का सिलसिला बना हुआ है। बुधवार को अधिकतम 44 और न्यूनतम 27 डिग्री पारा रिकार्ड किया गया। इसी तरह गुरुवार को अधिकतम 44.5 डिग्री और न्यूनतम 27 डिग्री रहा। लेकिन शुक्रवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री पर पहुंच गया और न्यूनतम पारा गिरकर 26.7 डिग्री रिकार्ड किया गया।

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Kolar News 13 May 2022

उज्जैन। साल का पहला चंद्रग्रहण 16 मई को प्रातः काल 07 बजकर 02 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। 16 मई 2022 को खग्रास चंद्रग्रहण होगा, जो भारत में नहीं दिखाई देगा।   यह जानकारी श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि दृश्य नहीं होने के कारण इसका कोई धार्मिक महत्व नहीं होगा, लेकिन वृश्चिक राशि में लगने के कारण यह विभिन्न राशियों पर प्रभाव डालेगा। इस ग्रहण से वृश्चिक राशि में कई परिवर्तन आएंगे। इस ग्रहण का सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। जहां यह ग्रहण देखा जा सकेगा वहां पर लाल दिखेगा इसलिए इस दिन के चंद्रमा को ब्लड मून भी कहा जाएगा। वैशाख पूर्णिमा के पूजा पाठ आदि किसी भी समय मुहूर्त अनुसार किए जा सकते हैं। ग्रहण के समय चंद्रमा वृश्चिक राशि में होगा, इसलिए इस ग्रहण के कारण इस राशि के लोगों के जीवन में कई परिवर्तन महीनों तक प्रभावित करेंगे। ग्रहण का भले ही सूतक काल न हो, लेकिन हमें ग्रहण से जुड़ दान पुण्य आदि कर लेना चाहिए।   वृश्चिक राशि के लोगों को नौकरी से लेकर व्यापार और निजी जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। विद्यार्थियों के लिए समय बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है। इसलिए किसी भी तरह के फैसले सोच समझकर लें। जल्दबाजी में कोई काम न करें।   बता दें कि इस सल कुल चार ग्रहण लग रहे हैं, दो चंद्रग्रहण और दो सूर्य ग्रहण। 16 मई के बाद अब 25 अक्टूबर 2022 को स्वाति नक्षत्र और तुला राशि पर सूर्य ग्रहण शाम 4:23 बजे शुरू होगा। यह ग्रहण शाम 6:25 बजे समाप्त होगा। इस ग्रहण के देश के विभिन्न स्थानों में दिखाई देने से प्रभाव पड़ेगा। 8 नवंबर 2022 को खण्डग्रास चंद्र ग्रहण भरणी नक्षत्र और मेष राशि पर होगा। यह भी भारत में दिखाई देगा। दो ग्रहण दिखाई देंगे और दो ग्रहण दिखाई नहीं देंगे।

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Kolar News 13 May 2022

भोपाल । प्रदेश के शासकीय विद्यालयों की कक्षा 5वीं एवं 8वीं के विद्यार्थियों के वार्षिक मूल्यांकन का परिणाम 13 मई को दोपहर 3 बजे घोषित किया जायेगा। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी, राज्य शिक्षा केन्द्र के सभाकक्ष क्रमांक-2 में पेार्टल पर क्लिक कर परिणाम घोषित करेंगी। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण राज्य शिक्षा केन्द्र के यू-ट्यूब चैनल https://youtu.be/8i_zHGEpP9s पर दोपहर 2:55 बजे से किया जायेगा।   राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस ने गुरुवार को बताया कि कक्षा 5वीं की परीक्षा में लगभग 8 लाख 26 हजार और कक्षा 8वीं परीक्षा में लगभग 7 लाख 56 हजार विद्यार्थी सम्मिलित हुए हैं। ये सभी विद्यार्थी अपना परिणाम राज्य शिक्षा केन्द्र पोर्टल की पब्लिक लिंक https://www.rskmp.in/BoardExam/Result/StudentResult.aspx पर अपना समग्र आई.डी. डालकर देख सकेंगे। साथ ही शिक्षक अपनी कक्षा का विद्यार्थीवार एवं प्रभारी शिक्षक/हेडमास्टर अपने स्कूलों का विद्यार्थी और कक्षावार परिणाम भी राज्य शिक्षा केन्द्र के पोर्टल www.rskmp.in पर लॉग इन कर देख सकेंगे।   उल्लेखनीय है कि लगभग 12 वर्षों बाद प्रदेश में कक्षा 5वीं और 8वीं का वार्षिक मूल्यांकन, बोर्ड परीक्षाओं के अनुरूप किया गया है। इसमें राज्य स्तर से परीक्षा प्रश्न पत्रों का निर्माण, नजदीकी स्कूलों में परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, दूसरे स्कूलों और दूसरे जिलों में कॉपियों का मूल्यांकन तथा केन्द्रीकृत तथा ऑनलाइन परिणाम जैसी प्रक्रियाएं अपनाई गई हैं। साथ ही शिक्षा का अधिकार कानून में किए गए संशेाधन के आधार पर इस वर्ष से वार्षिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में कक्षोन्नति, पूरक परीक्षा और अनुत्तीर्ण होने पर उसी कक्षा में रोके जाने के प्रावधान भी किए गए हैं।

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Kolar News 12 May 2022

भोपाल। पश्चिम बंगाल में बने चक्रवात की वजह से 16 मई से मध्यप्रदेश में प्री-मानसून दस्तक दे सकता है। प्रदेश में तीन दिन बाद बादल डेरा डालना शुरू कर सकते हैं। दिन में धूप रहेगी लेकिन शाम को हल्की बूंदाबांदी राहत दे सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो प्रदेश में 14 मई के बाद लू चलने का दौर खत्म हो जाएगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि 15 मई तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। बादलों के बीच धूप का तीखापन कम हो सकता है, लेकिन गर्मी बनी रहेगी। चक्रवात के कारण हल्के बादल आ रहे हैं। 16 मई से मौसम बदलेगा और बादल छाना शुरू हो जाएंगे। तीसरे सप्ताह में गर्मी तो रहेगी लेकिन ज्यादा नहीं बढ़ पाएगी। राज्य में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास रहेगा। मई के अंतिम सप्ताह में एक बार फिर तापमान ऊपर चढ़ेगा और यह 44 डिग्री तक जा सकता है। इसके बाद गर्मी के तेवर ज्यादा तीखे नहीं रहेंगे। 14 मई से हीट वेव का दौर खत्म हो जाएगा। मौसम वैज्ञानिक साहा ने बताया कि चक्रवात का सीधा असर मध्यप्रदेश पर नहीं होगा है। वर्तमान में जबलपुर और सिंगरौली में 15 मई तक कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में कहीं और बारिश की संभावना नहीं है। पाकिस्तान से हवाओं का दौर 13 मई से आएगा। इसका असर 15-16 मई तक खत्म हो जाएगा। इसके बाद 16 मई से हल्के बादल प्रदेश में आने लगेंगे। इससे प्री-मानसून की शुरुआत हो जा सकती है। दिन में बादल और देर शाम तक हल्की बूंदाबांदी होगी। मानसून की गतिविधियां प्रदेशभर में होंगी।

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Kolar News 12 May 2022

मुहूर्त=राहुकाल=राशिफल===चौघड़िया==गुरुवार  12 मई, 2022   =========================================== शक सम्वत 1944 विक्रम सम्वत 2079 श्री नल मास   वैशाख तिथि    एकादशी - 18:53:34 तक नक्षत्र     उत्तरा फाल्गुनी - 19:31:03 तक करण    वणिज - 07:19:12 तक, विष्टि - 18:53:34 तक पक्ष     शुक्ल योग    हर्शण - 17:50:54 तक वार     गुरूवार सूर्योदय     05:32:31 सूर्यास्त     19:02:44 चन्द्र राशि    कन्या ऋतु    ग्रीष्म शुभ समय=अभिजित 11:44:24 से 12:30:46 तक दिशा शूल दक्षिण राहु काल    14:00:10 से 15:42:37 तक सुझाव- हाथ में राई लेकर तथा अपने ईष्टदेव को प्रणाम कर घर से निकलें। ---------------- दिन का चौघड़िया ======= परम्परागत रूप से चौघड़िया का उपयोग यात्रा के मुहूर्त के लिए किया जाता है शुभ -उत्तम  05:28 ए एम से 07:10 ए एम रोग -अमंगल  07:10 ए एम से 08:53 ए एम उद्वेग -अशुभ   08:53 ए एम से 10:35 ए एम चर -सामान्य   10:35 ए एम से 12:18 पी एम लाभ -उन्नति  12:18 पी एम से 02:00 पी एम अमृत -सर्वोत्तम  02:00 पी एम से 03:43 पी एमRahu Kalam काल -हानि  03:43 पी एम से 05:25 पी एमकाल वेला शुभ -उत्तम 05:25 पी एम से 07:08 पी एम टिप्पणी -१२ घण्टे की घड़ी दिल्ली के स्थानीय समय के साथ और सभी चौघड़िया मुहूर्त! ============================== राशिफल- ========= मेष  आज का दिन आपके चारों ओर का वातावरण सुखमय रहेगा। आपको घर व बाहर दोनों ही जगह से एक के बाद एक शुभ सूचना सुनने को मिलती रहेगी, जिससे आप प्रसन्न रहेंगे। जीवनसाथी से आपका कोई वाद विवाद हो सकता है, आपको बात संभालनी होगी ना कि उसे बढ़ाना है। यदि आप किसी नए व्यवसाय को शुरू करेंगे, तो उसमें आप सफलता हासिल करेंगे। आपको यदि किसी व्यक्ति की मदद करने का मौका मिले, तो अवश्य करें। वृष आज का दिन आपके सुख भोग के साधनों में वृद्धि का दिन रहेगा। आपको कोई उत्तम संपत्ति प्राप्त हो सकती है। यदि आपका कोई बंटवारा होने वाला था, तो वह आज हो सकता है। आपकी मान व प्रतिष्ठा में भी आज वृद्धि होगी। जो लोग राजनीति की दिशा में कार्यरत हैं, उन्हें अभी कुछ समय और परेशानी का सामना करना पड़ेगा, तभी वह किसी मुकाम पर पहुंच पाएंगे।  मिथुन  आज आप किसी विशेष काम को पूरा करने के लिए भागदौड़ में लगे रहेंगे, जिसके कारण आप अपने परिवार की ओर भी ध्यान नहीं देंगे, लेकिन आप उसे पूरा करने में सफल रहेंगे। आज आपके घर अतिथि आगमन हो सकता हैं, जिसके कारण आपका खर्च भी बढ़ सकता है। परिवार के सदस्य भी उनके आवभगत में लगे नजर आएंगे। परिवार में छोटे बच्चे आपसे कुछ फरमाइश कर सकते हैं, जिन्हें आप पूरी अवश्य करेंगे।  कर्क  आज का दिन आपके लिए विशेष रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको अपनी संतान की संगति की ओर विशेष ध्यान रखना देना होगा। आज आपके खर्चा बढ़े हुए रहेंगे, जिन्हें लेकर आप चिंतित रहेंगे, लेकिन आपको उन पर लगाम लगानी होगी, नहीं तो आप अपने संचय धन को भी समाप्त कर देंगे, जिसके कारण बाद में आपको परेशानी होगी।  सिंह  आज का दिन आपके लिए भागदौड़ भरा रहेगा। आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए जिन प्रयासों को करेंगे, उनमें आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी व आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी और आय के कुछ नए साधन ही प्राप्त होंगे, लेकिन आपको अपनी वाणी की सौम्यता को बनाए रखना होगा, तभी वह आपको मान सम्मान दिलवाएगी।  कन्या  आज का दिन आपके लिए कुछ परेशानी भरा रहेगा। आपको कार्य क्षेत्र में अपने अनुभव का लाभ मिलेगा व आपके दिए गए सुझावों का स्वागत होगा। यदि किसी अधिकारी से कोई बहस बाजी हो, तो आपको उसमें चुप रहना ही बेहतर रहेगा। यदि आपने किसी से अपने मन की बातों को साझा किया, तो वह बाद में उनका मजाक बना सकते हैं।  तुला  आज का दिन आपके लिए सुख समृद्धि वाला रहेगा। आप अपने लिए कुछ चीजें खरीदने पर भी कुछ धन व्यय करेंगे, जिसे देखकर आपके शत्रु आपसे ईर्ष्या करेंगे। यदि ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति को धन उधार दिया तो,  वह बाद में आपके रिश्तो में दरार पैदा करवा सकता है। अविवाहित जातकों के जीवन में आज किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है। वृश्चिक  आज का दिन आपके लिए मध्यम रुप से फलदायक रहेगा। आपको अपनी धीमी गति से चल रहे व्यवसाय के लिए यदि किसी विशेषज्ञ से सलाह लेनी पड़े, तो अवश्य ले, वह आपके लिए लाभदायक रहेगी। आप अपने साथियों के साथ मौज मस्ती करने जा सकते हैं।  प्रेम जीवन जी रहे लोग अपने प्रिय की बातों में खुश नजर आएंगे व उसी कार्य को करेंगे,e धनु  आज का दिन आप की आर्थिक स्थिति को मजबूती दिलाने वाला रहेगा, क्योंकि आपको अकस्मात बड़ी मात्रा में धन हाथ लग सकता है, जिसकी आपने उम्मीद भी नहीं की थी। विद्यार्थियों को  कुछ नया सीखने का मौका मिलेगा, जिसके कारण आप प्रसन्न रहेंगे।  नौकरी से जुड़े जातकों को कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।   मकर  आज का दिन आपके लिए व्यस्तता भरा रहेगा। आपको अपने व्यवसाय के रुके हुए कार्यों की ओर ध्यान देना होगा व उनको प्राथमिकता देनी होगी, तभी आप अपने व्यापार में मुताबिक लाभ कमा पाएंगे।  सरकारी नौकरी से जुड़ी महिलाओं से बातचीत करते समय वाणी की मधुरता को बनाए रखना होगा। ससुराल पक्ष से आपको धन लाभ मिलता दिख रहा है। कुंभ  आज का दिन आपकी यश व कीर्ति में वृद्धि का दिन रहेगा। आपको अपने विरोधियों से सावधान रहना होगा, क्योंकि वह आपकी तरक्की देखकर आपसे नफरत करेंगे और आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। यदि आप किसी कार्य को भाग्य के भरोसे छोड़ेंगे तो बाद में यह आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, इसलिए सावधान रहें।  मीन  आज का दिन आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति का दिन रहेगा। आपकी यदि कोई संपत्ति या वाहन खरीदने की इच्छा लंबे समय से थी, तो वह आज पूरी होगी। घरेलू स्तर पर भी आप किसी मांगलिक आयोजन को कर सकते हैं, जिसमें परिजनों का आना जाना रहेगा। रात्रि का समय आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ बिताएंगे, जिससे आप दोनों के बीच की दूरियां कम होंगी।  ==================== आचार्य आशु जी

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Kolar News 12 May 2022

भोपाल। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार जिला न्यायालय भोपाल में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष गिरिबाला सिंह के नेतृत्व में शनिवार, 14 मई को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए 68 खण्डपीठों का गठन किया गया है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश गिरिबाला सिंह ने बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि इस बार लोक अदालत में प्रि-लिटिगेशन रेफर्ड के 53 हजार 993 प्रकरण रखे जाएंगे। चेक बाउंस से संबंधित मोटर दुर्घटना दावा, आपराधिक राजीनामा, पारिवारिक प्रकरण श्रम, विधि, संबंधी प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण व्यवहार वाद प्रकरण,विद्युत अधिनियम प्रकरण, राजस्व जिला न्यायालय में रखे प्रकरण को लोक अदालत में रखा जाएगा।। प्रधान न्यायाधीश ने बताया कि मोटर वाहन कानून के नए नियम से भी बहुत सारे प्रकरण इस बार लोक अदालत में रखे जाएंगे, जिससे कोर्ट की पेंडेंसी काम होगी। इस बार लोक अदालत के दिन रक्त दान शिविर भी लगाया जायेगा, जिससे लोग अपने सामाजिक दायित्व को भीं पूरा कर सके।

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Kolar News 11 May 2022

ग्वालियर। मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। बुधवार को राजस्थान की ओर से आईं उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाओं के चलते एक बार फिर अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन गुरुवार और शुक्रवार को ग्वालियर-चम्बल अंचल में लू की स्थिति निर्मित हो सकती है। पिछले दिनों की तरह बुधवार को भी मौसम साफ रहा और काफी तेज धूप निकली। इसके साथ ही लगभग चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं। इस वजह से दोपहर में मौसम अत्यधिक गर्म रहा। हवाओं में नमी बढ़ जाने से उमस भी परेशान करती रही। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि अगले दो दिन तक मौसम गर्म रहेगा। इस दौरान ग्वालियर-चम्बल में विशेषकर भिण्ड, मुरैना, श्योपुर जिलों में लू की स्थिति निर्मित हो सकती है लेकिन 14 मई से तापमान में गिरावट होगी क्योंकि अगले 24 घंटे में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर में पहुंचेगा। ग्वालियर-चम्बल अंचल में इसका असर दो दिन बाद नजर आएगा। इसके प्रभाव से हवाओं की दिशा बदलने के साथ आंशिक बादल भी छा सकते हैं।   स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा बुधवार को अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 56 और शाम को 34 प्रतिशत दर्ज की गई।

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Kolar News 11 May 2022

मंडला। बढ़ती गर्मी के साथ कान्हा नेशनल पार्क में पर्यटकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। गर्मी से राहत के साथ वन्य प्राणियों का दीदार करने पर्यटक कान्हा नेशनल पार्क पहुंच रहे हैं। कान्हा के जंगल जहां गर्मी से राहत दे रहे हैं तो वहीं वन्य प्राणी के दीदार रोमांचित कर रहे हैं। बुधवार को ऐसा ही एक नजारा कान्हा जोन में डीबी 2 बाघ का देखने को मिला जब सफारी के दौरान पर्यटकों की चिप्सी के सामने से अपने अंदाज में रास्ता पार कर रहा था। इसके साथ ही पर्यटकों ने एक और वीडियो एक बाघ का बनाया है जो शिकार की तलाश में जलाशय के पास पहुंचा और कभी देर तक पर्यटकों को रोमांचित करता रहा। जो सोशल मीडिया में भी काफी वायरल हो रहा है।

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Kolar News 11 May 2022

  भोपाल । भोपाल में 6 से 17 मई तक आयोजित 12वीं सीनियर नेशनल वुमन हॉकी चैंपियनशिप 2022 के 5वें दिन दो मैच खेले गए। मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए पहले मैच में ओडिशा वुमन हॉकी टीम ने केरल को 11-0 से हराया। ओड़िशा की टीम ने 6 फील्ड गोल और 2 पेनाल्टी कॉर्नर से जीत हासिल की है। दूसरे मैच में हिमाचल ने तेलंगाना को 7 फील्ड गोल और 1 पेनाल्टी कॉर्नर से 8-0 से पराजित किया।     बुधवार 11 मई को 4 मैच खेले जाएंगे। इसमें सुबह 6:30 बजे चंडीगढ़ और बिहार के बीच मुकाबला होगा। प्रात: 8:15 बजे असम और बंगाल आमने-सामने होंगे। प्रात: 10 बजे छत्तीसगढ़ और त्रिपुरा के मध्य मैच खेला जायेगा। दोपहर 3 बजे राजस्थान और उत्तराखंड तथा शाम 4:45 बजे आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के बीच मुकाबले होंगे।

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Kolar News 10 May 2022

मंदसौर। मंदसौर के शामगढ़ में प्रतिवर्ष लगने वाले पशु हाट मेले में सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन के नाम पर फूहड़ डांस कराना नगर पालिका सीएमओ नासिर अली खान को महंगा पड़ गया। डांस के वीडियो वायरल हुए तो कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग ने तत्काल कार्रवाई को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया। देर रात कमिश्नर के आदेश के बाद सीएमओ नासिर अली खान को निलंबित कर दिया गया और मामले की जांच के लिए एसडीएम गरोठ और तहसीलदार शामगढ़ को क्लेक्टर गौतम सिंह ने निर्देश दिए गए हैं। यह था ममाला मंदसौर के शामगढ़ नगर की आराध्या देवी मां महिषासुर मर्दिनी देवी के नाम से प्रसिद्ध पशु मेला नगर परिषद द्वारा आयोजित किए गए मेले में सांस्कृतिक मंच के नाम पर अश्लीलता परोसी गई थी। मेला परिसर में मंच पर पोस्टर लगाया गया था, जिसमें महिषासुर मर्दिनि माता की फोटो के साथ में कैबिनेट मंत्री हरदेव सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवराज सिंह चैहान सहित कई नेताओं के फोटो बैनर में लगे थे। कार्यक्रम नगर परिषद शामगढ़ के द्वारा आयोजित किया गया था। मेले में सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन के नाम पर फूहड़ और अश्लील नृत्य के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए तो सवाल खड़े हुए लोगों ने इसका विरोध किया। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन भी दिया था। सोमवार देर रात तक कैबिनेट मंत्री ने कमिश्नर से चर्चा की और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कलेक्टर के आदेश पर शामगढ़ नगर परिषद सीएमओ नासिर अली खान को निलंबित कर दिया गया।

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Kolar News 10 May 2022

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार से शुक्रवार तक श्रद्धालुओं को तय समय में गर्भगृह में नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा। यह समय दोपहर 1 से 4 बजे तक का रहेगा। मंदिर प्रबंध समिति भीड़ की स्थिति देखकर निर्णय करेगी। प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मंदिर क्षेत्र में निर्माण कार्य लगातार चल रहे हैं। इसी के चलते दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन होता रहता है। अब मंगलवार से शुक्रवार तक प्रति सप्ताह भीड़ की स्थिति देखकर दोपहर 1 से अपरांह 4 बजे तक,चार घण्टे तक श्रद्धालुओं को गर्भगृह में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। सामान्य श्रद्धालुओं की दर्शन हेतु कतार बड़ा गणेश मंदिर के सामने से लगाकर,4 नम्बर गेट से प्रवेश करवाकर,विश्राम धाम,संगमरमर गलियारा,मंदिर परिसर,कार्तिकेय मण्डप की रैम्प से नीचे उतरकर गणपति मंडप के बेरीकेट्स से होकर दर्शन तथा निर्गम रेम्प से गेट नम्बर 5 से वापसी होगी। इसी प्रकार प्रोटकाल श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने फेसिलिटी सेन्टर से प्रवेश करए निर्माल्य द्वार से सुर्यमुखी हनुमान की सीढियों से सभामण्डप,काले गेट से होकर गणपति मण्डप के बैरिकेट्स से दर्शन कर उसी मार्ग से वापसी करेंगे।

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Kolar News 10 May 2022

ग्वालियर। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान 'आसनी' और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में सक्रिय चक्रवात के असर से सोमवार को अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन मौसम के जानकारों का पूर्वानुमान है कि मंगलवार से छह दिन यानी 15 मई तक ग्वालियर-चम्बल अंचल में तापमान बढऩे के साथ लू की स्थिति निर्मित हो सकती है। पिछले दिनों की तरह सोमवार को भी मौसम शुष्क रहा और तेज धूप निकली लेकिन हवाओं की गति मंद रही। हालांकि फिर भी गर्मी चरम पर थी लेकिन लू से राहत बनी रही। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि उधर बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान और इधर उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में चक्रवात सक्रिय है। इन दोनों मौसम प्रणालियों के प्रभाव से वायु मंडल में जहां हवाओं की दिशा पूर्वी हो गई है वहीं हवाओं में नमी भी बढ़ गई है। इसी कारण आज अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन मंगलवार से गर्मी तेज हो सकती है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान अनुसार 10 से 15 मई तक ग्वालियर-चम्बल में तेज गर्मी पड़ने के साथ लू की स्थिति निर्मित हो सकती है। इस दौरान तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा सकता है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में सोमवार को अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 1.3 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सोमवार सुबह हवा में नमी 59 और शाम को 31 प्रतिशत दर्ज की गई।

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Kolar News 9 May 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 28 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 19 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 717 हो गई है। राहत की बात है कि राज्य में लगातार 14वें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी राज्य में 28 नये संक्रमित मिले थे। कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 7,554 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 28 पॉजिटिव और 7,526 सैम्पल निगेटिव पाए गए, जबकि 122 सैम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.3 रहा। नये मामलों में भोपाल में 4, ग्वालियर और मुरैना में 3-3, बैतूल, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन और टीकमगढ़ में 2-2 तथा छतरपुर, दतिया, गुना, जबलपुर, कटनी, मंदसौर, निवाड़ी और सिंगरौली में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 36 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। राज्य में आज कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 14 दिन से मृतकों की संख्या 10,735 पर स्थिर है। प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 91 लाख 48 हजार 368 लोगों के सैम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,717 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,783 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 19 मरीज सोमवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 190 से बढ़कर 199 हो गई है। हालांकि, खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 27 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।     इधर, प्रदेश में 09 मई को शाम छह बजे तक 42 हजार 599 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन की 11 करोड़, 80 लाख, 92 हजार 605 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 9 May 2022

  उमरिया। देश के टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सोमवार सुबह एक साथ छह बाघ देखे गए। पर्यटकों के सामने एक साथ छह बाघ आए तो वे रोमांचित हो उठे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें छह बाघ एक साथ अठखेलियां करते नजर आ रहे हैं।   दरअसल, उमरिया के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सोमवार की सुबह पर्यटक सफारी पर निकले थे। इसी दौरान उनके सामने एक साथ 6 बाघ आ गए। इन बाघों को देखकर पर्यटक रोमांचित हो उठे। पर्यटकों के सामने यह रोमांचक दृश्य बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली कोर जोन में उत्पन्न हुआ। यहां पर्यटकों को मशहूर बाघिन का कुनबा देखने को मिला, जिसमें चार शावकों के साथ मां तारा बाघिन और पिता छोटा भीम बाघ एक साथ नजर आए। छह बाघों को एक साथ देखकर पर्यटक खुशी से झूमने लगे। पार्क के खितौली कोर जोन में पर्यटक जिप्सियों में सवार होकर बाघ दर्शन की मनोकामना से गए थे, लेकिन इस तरह से समूह में बाघों को देखना पर्यटकों की कल्पना से बाहर था।   पर्यटकों की जिप्सी खितौली पर्यटन जोन में बाघ दर्शन के लिए भ्रमण कर रही थी, तभी वन तलैया में छह बाघों के झुंड एक साथ पानी में आनंद लेते दिखाई दिए। पर्यटकों ने बाघ दर्शन का जी भरकर लुत्फ उठाया। बाँधवगढ़ की मशहूर बाघिन अपने चार शावकों और पिता एवं पार्क के सबसे डोमिनिटेड बाघ छोटा भीम के साथ ठंडे पानी मे शीतलता का आनंद ले रहे थी।   इस दौरान पर्यटकों ने बाघ दर्शन का लुत्फ उठाया और फोटोग्राफी की और वीडियो भी बनाए हैं। पर्यटकों द्वारा बनाया गया वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ़ दिखाई दे रहा है कि सभी छह बाघ आसपास बैठे हुए हैं और पानी की ठंडक का आनंद उठा रहे हैं। ऐसे दृश्य बांधवगढ़ में आमतौर पर कम ही देखने को मिलते हैं।   मशहूर है तारा बाघिन   बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वर्तमान में तारा बाघिन काफी लोकप्रिय है। देश विदेश के पर्यटक महज तारा बाघिन का दीदार करने यहां पंहुच रहे है। जिसकी मुख्य वजह इसके चार शावक हैं जो लगभग 20 माह के हो चुके हैं। बाघिन शावकों को हमेशा अपने साथ रखती है। दूसरी खास बात यह कि यह पर्यटकों को देखकर सहज रहती है।

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Kolar News 9 May 2022

  भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। अब तक ग्वालियर-चंबल, भोपाल और सागर में गर्मी से राहत देने वाले बादल अब उज्जैन, इंदौर और नर्मदापुरम रविवार से शिफ्ट हो जाएंगे। भोपाल में रविवार को भी हल्की राहत रहेगी, लेकिन ग्वालियर-चंबल, सागर और बुंदेलखंड में पारा चढ़ने लगेगा। रविवार को कुछ इलाकों में तापमान में 1 से 2 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि 12 से 14 मई तक बादलों के कारण तापमान फिर नीचे आएगा। इसके बाद 15 मई से 26 मई तक एक बार फिर गर्मी का दौर शुरू होगा। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से आ रही हवाएं शनिवार रात से कमजोर हो गई हैं। ये हवाएं जम्मू-कश्मीर के ऊपर ट्रफ के रूप में उत्तर में है। चक्रवातीय गतिविधियां पूर्वोत्तर बांग्लादेश और विदर्भ के ऊपर सक्रिय हैं। विदर्भ और मराठवाड़ा से लेकर कर्नाटक तक हवाओं में निरंतरता है। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अतिनिम्न दाब क्षेत्र सक्रिय है। इसके रविवार से प्रभावी होकर चक्रवातीय तूफान के रूप में विकसित होने की संभावना है। इसके साथ ही पाकिस्तान से 11 मई से हवाएं फिर से आने लगेंगी। इधर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी मिलने से 12 मई से 14 मई तक प्रदेश के कई इलाकों में बादल छाने की संभावना है। इससे तीन दिन तक तापमान में नीचे आने से गर्मी से राहत रहेगी। इसके बाद 15 मई से फिर से तापमान बढ़ेगा। मौसम की परिस्थितियों के चलते प्रदेश में रविवार से ग्वालियर-चंबल, सागर समेत बुंदेलखंड में तापमान में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश भर में 10 से 11 मई तक दिन का पारा 45 डिग्री की रेंज में रहेगा। इससे कई इलाकों में फिर से लू का प्रकोप रहेगा। तीन दिन बाद मौसम करवट लेगा और बादल छाने से कुछ राहत मिलेगी। हालांकि इस दौरान बारिश की ज्यादा संभावना नहीं है।

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Kolar News 8 May 2022

  विनय तिवारी   4 मई का दिन दतियावासियों या कहें कि पीताम्बरा माई के भक्तों के लिये ऐतिहासिक दिन था। पहली बार मांई अपने लाखों भक्तों के बीच रथ में सवार हो दर्शन देने निकली थीं। भक्ति गीतों और जय माता दी गूंज हर लबों पर थीं। दतिया में हुआ यह धार्मिक अनुष्ठान अपनी गहरी छाप छोड़ गया और यह सवाल भी उठा गया कि क्या मांई का यह सिद्ध स्थल धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में अपनी ख्याति प्राप्त नहीं कर सकता। वैसे भी इन दिनों कई धार्मिक पर्यटन स्थलों को संजाने संवारने और उनको धार्मिक पर्यटन के रूप में तेजी से विकसित किये जाने का सिलसिला जारी है। जब कोई धार्मिक पर्यटन स्थल देश के पर्यटन के मानचित्र पर आ जाता है तो निश्चीय ही वह पर्यटन का प्रमुख केन्द्र बन जाता है। लोगों की आस्था का केन्द्र बन जाता है। इसके लिये सरकार, मंदिर के ट्रस्ट और जनभागीदारी की बहुत जरूरत होती है। पीताम्बरा शक्ति पीठ भले ही धार्मिक स्थल के रूप में विख्यात है लेकिन इसकी ख्याति के लिये अभी बहुत प्रयत्न किया जाना बाकी है। इस स्थल को धार्मिक पर्यटन और पर्यटकों के हिसाब से सुविधाएं जुटाना भी आवश्य्क है। आज नैसर्गिक पर्यटन से ज्यादा लोग धार्मिक यात्रा करना पसंद करते हैं। पीताम्बरा पीठ मंदिर परिसर के विस्तार और उसके आस-पास ठहरने, खान-पान की आधुनिक सुविधाएं विकसित किये जाने की बहुत जरूरत है। क्योंकि पर्यटक कोई भी हो पैसे की चिन्ता नहीं करता वह तो वहां सुविधाएं चाहता है। प्रचार-प्रसार की अपेक्षा रखता है ताकि उसको सारी जानकारी एक क्लिक करते ही मिल जाये। मंदिर के महत्व, अनुष्ठानों की प्रमाणित जानकारी वह प्रकाशित फोल्डरों, पुस्तकों के माध्यम से जानना चाहता है। सीडी या अन्य माध्यमों से वह मांई के गुणगान सुनना चाहता है। जब किसी धार्मिक स्थल की महिमा दूर-दूर तक पहुंचती है तो वह स्थल एक धार्मिक व्यावसायिक केन्द्र का रूप भी ले लेता है। लोगों को रोजगार के साधन मुहैया होने लगते हैं। स्थानीय लोगों को रोजगार के लिये ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ता है। पर्यटक ज्यादा आते हैं तो घर होम स्टे, लॉज होटलों में परिवर्तित होने लगती हैं। रेस्टोरेन्ट भी खुलने लगते हैं। मंदिर के तीज त्यौहार, उत्सवों का स्वरूप बड़ा रूप लेने लगता है। तिथि के हिसाब से हर साल अपने आप ही धार्मिक श्रद्धालु जुटने लगते हैं। पीताम्बरा शक्तिपीठ के लिये ख्यात दतिया वैसे भी रेलवे लाईन पर है। यहां श्रद्धालुओं को आने-जाने में दिक्कत भी नहीं होती है। पुरातत्व दृष्टि से भी दतिया समृद्ध है। दतिया को टूरिस्ट सर्किट से जोड़ा जा सकता है। क्योंकि आगरा, ग्वालियर, झांसी, ओरछा, खजुराहों एक टूरिस्ट सर्किट की तरह हैं। इस बीच दतिया को भी शामिल कर दिया जाये तो यहां का धार्मिक महत्व ओर भी बढ़ सकता है। मध्यप्रदेश शासन को मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थलों को भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से भी जोड़ना चाहिए। मध्यप्रदेश और देशवासियों के लिये मध्यप्रदेश के मंदिर भी आस्था के केन्द्र हैं। दतिया दर्शन योजना पर भी विचार किया जाना चाहिए ताकि मांई के दर्शन करने आया श्रद्धालु पीताम्बरा पीठ के अलावा पूरा दिन क्या-क्या घूमें, यह उसमें शामिल होना आवश्यठक है। जब धार्मिक पर्यटक किसी स्थल पर जाता है तो ठहरता है, प्रसाद खरीदता है, स्थानीय दुकानों से प्रचलित वस्तुये खरीदता है, होटलों में व्यंजनों का स्वाद लेता है। इस प्रक्रिया में स्थानीय दुकानदारों को रोजगार सुलभ होता है। किसी भी धार्मिक स्थल को उसके महत्व और वहां की संस्कृति से प्रसिद्धी दिलायी जा सकती है। हर स्थल के व्यंजनों का स्वाद भी अलग होता है। यदि यहां आने वाले धार्मिक श्रद्धालुओं को दतिया के प्रसिद्ध व्यंजन परोसे जाये तो वह यहां की अलग छबि होकर प्रस्थान करेगा। जिस प्रकार बीते दिनों पीताम्बरा पीठ पर भक्तों का सैलाब उमड़ा, उसको दृष्टिगत लगता है कि इस स्थल को भव्य रूप दिया जा सकता है। पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिये प्रयास तो करने होंगे।

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Kolar News 8 May 2022

मदर्स डे विशेष (प्रवीण कक्कड़) आधुनिक समाज में यह परंपरा विकसित हो गई है कि कोई ना कोई तारीख या दिन किसी विशेष प्रयोजन को समर्पित किया जाता है। आज का दिन मदर्स डे के रूप में मां को समर्पित किया गया है। मां होने का अर्थ क्या है? एक मां तो वह है जिसने हमें जन्म दिया है और हमारा लालन पालन करके संसार में उतरने के लिए तैयार किया है। दूसरी मां धरती मां है जो हमारे लिए अन्न, जल और दूसरी चीजें उपलब्ध कराती हैं, ताकि हम अपना भरण-पोषण कर सकें। तीसरी मां प्रकृति है जिसने इस सारे ब्रह्मांड की उत्पत्ति की है। यहां जरा खुद से पूछेंगे कि आखिर हमने क्यों धरती को और प्रकृति को और बल्कि बहुत सी ईश्वरीय शक्तियों को भी मां के रूप में ही स्वीकार किया है। बहुत से देश अपने राष्ट्र को पितृभूमि कहते हैं लेकिन हम अपने देश को मातृभूमि कहते हैं। हमारी सारी देवियां माता हैं। यह विश्लेषण बताता है कि भारत की संस्कृति सिर्फ नारी की पूजा ही नहीं करती बल्कि अपनी हर महान चीज को माता के स्वरूप मानती है। हमारी सभ्यता और संस्कृति ईश्वर को संसार का निर्माता और माता के स्वरूप को संसार का भरण पोषण करने वाला और पालन करने वाला मानता है। ईश्वर सब जगह नहीं हो सकता, इसलिए उसने मां बनाई। लेकिन मैं एक बात और आप से कहता हूं कि दुनिया में हर चीज हर जगह आपको मिल सकती है, लेकिन मां और कहीं नहीं मिल सकती। क्या कभी किसी मां ने अपने बच्चों से या अपने परिवार से अपने इस सेवा, समर्पण और त्याग की कीमत मांगी है। एक बात और ध्यान रखिए कि उसका यह सेवा, समर्पण और त्याग बिना किसी साप्ताहिक अवकाश के, बिना किसी राष्ट्रीय अवकाश और बिना किसी धार्मिक अवकाश के जीवनपर्यंत चलता रहता है।  रामचरितमानस में कहा गया है: "मात पिता गुरु प्रभु की बानी, बिनहिं बिचार करेहु सुभ जानी।" यहां एक बात पर गौर कीजिए तुलसीदास जी ने यह तो लिखा ही है कि मां की वाणी को बिना विचार किए हुए ही अपने लिए शुभ समझ लेना चाहिए, लेकिन इस बात पर भी ध्यान दीजिए की मां का दर्जा पिता, गुरु और ईश्वर तीनों से पहले दिया गया है। अर्थात सृष्टि में जो भी पूजनीय हैं, उनमें मां सर्वोच्च है। हमारी कई भाषाओं में से एक प्रार्थना में कहा गया है "पूत कपूत सुने बहुतेरे माता कभी ना कुमाता" यानी लड़के तो बहुत से बिगड़ सकते हैं लेकिन मां तो मां ही रहती है। छत्रपति शिवाजी महाराज और महात्मा गांधी जैसे हमारे राष्ट्रीय नेताओं के व्यक्तित्व को गढ़ने में सबसे ज्यादा भूमिका उनकी माताओं की ही रही है। आज के समय को देखें तब भी आप पाएंगे कि सुबह सुबह बच्चों के लिए नाश्ता बनाने से लेकर उन्हें स्कूल तक छोड़ने की जिम्मेदारी भी अधिकांश माताएं उठाती हैं। उनके छोटे से कष्ट करने वालों सबसे पहले माता ही करती है। मां को अपने बच्चों की पसंद और नापसंद का जितना कह रहा अंदाजा होता है उतना किसी मित्र या अभिभावक को नहीं होता। यहां तक कि प्रेमी और प्रेमिका भी एक दूसरे को इतनी गहराई से नहीं समझते इतनी गहराई से माता अपनी संतान को समझती है। इसीलिए यह बहुत स्पष्ट है की माता सिर्फ हमें जन्म नहीं देती या हमें दुलार नहीं देती वह असल में इस संसार का मूल है। वह स्वयं सृष्टि है और सृष्टि की जननी भी है। इस मदर्स डे पर अपनी माता को प्रणाम करिए और उसके चरणों में नमन करके सारी सृष्टि को वंदन करिए।

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Kolar News 8 May 2022

रीवा। विन्ध्य की भूमि वीरों और शहीदों की भूमि है। यहाँ की माटी में जन्म लेने वाले कई वीरों ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए। इन्हीं में शामिल हैं रीवा जिले के ग्राम फरेदा के लांस नायक स्वर्गीय दीपक सिंह। दीपक ने भारतीय सेना के जांबाज सैनिक के रूप में 15 जून 2020 में लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के धोखे से किए गए हमले का जोरदार मुकाबला किया।   उन्होंने चीनी सैनिकों के साथ कड़ा मुकाबला करते हुए अपने साथियों के साथ चीनी सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर किया। लेकिन इस संघर्ष में दीपक सिंह मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। उनके शहादत की खबर रीवा पहुंचने पर उनके परिवार के सदस्यों के साथ पत्नी रेखा पर जैसे वज्रपात हो गया। विवाह के केवल 15 माह के बाद रेखा ने अपने पति को खो दिया। दीपक सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद के परिजन को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की थी।   रेखा सिंह के जीवन पर जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। जिस उम्र में नव विवाहित युवतियाँ वैवाहिक जीवन के मधुर सपनों में खोई रहती हैं, उस उम्र में उन्हें अपने पति को खोना पड़ा। विवाह से पहले रेखा सिंह जवाहर नवोदय विद्यालय सिरमौर में शिक्षिका के रूप में कार्य कर रही थीं। उच्च शिक्षित रेखा के मन में शिक्षक बनकर समाज की सेवा करने के सपने थे। विवाह के बाद उनके पति दीपक सिंह ने रेखा को अधिकारी बनने के लिए प्रेरित किया। रेखा सिंह ने अपने पति की मृत्यु के बाद उनके सपने को पूरा करने का संकल्प लिया। उनके मायके और ससुराल के परिवारजनों ने पूरा सहयोग किया।   रेखा सिंह को मध्यप्रदेश शासन की ओर से शिक्षाकर्मी वर्ग दो पद पर नियुक्ति दी गई। उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से अपना शिक्षकीय दायित्व निभाया। लेकिन उनके मन में सेना में जाने की इच्छा लगातार बलवती होती रही। रेखा सिंह ने जिला सैनिक कल्याण कार्यालय से इस संबंध में चर्चा की। रेखा सिंह को रीवा जिला प्रशासन तथा जिला सैनिक कल्याण कार्यालय ने सेना में चयन के संबंध में उचित मार्गदर्शन और संवेदनशीलता से सहयोग दिया।   रेखा सिंह ने बताया कि जब कोई नव विवाहिता किसी कारणवश अपने पति को खो देती है तो परिवार और समाज उस बेटी के भविष्य को लेकर अनेक प्रश्नचिन्ह लगाता है तथा तरह-तरह के लांछन लगाकर भविष्य के आगे बढ़ने के सभी मार्ग बंद करने का प्रयास करता है। मैं ऐसे व्यक्तियों का मुंह बंद करने और अपनी बहनों को हौसला देने के लिए सेना में शामिल हुई हूँ। मुझे उचित मार्गदर्शन मिला। मैंने नोएडा जाकर सेना में भर्ती होने के लिए प्रवेश परीक्षा की तैयारियों का प्रशिक्षण लिया। रीवा में मैंने फिजिकल ट्रेनिंग ली। अपने प्रथम प्रयास में मुझे सफलता नहीं मिली। लेकिन दूसरे प्रयास में मेरा चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ। मेरा प्रशिक्षण 28 मई से चेन्नई में शुरू होगा। प्रशिक्षण पूरा होने पर एक साल में मैं भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर अपनी सेवाएं दूंगी।   विपरीत परिस्थितियों में हिम्मत से काम लेकर और कठिनाइयों में भी सकारात्मक दृष्टिकोण से हर स्थिति का सामना करते हुए रेखा ने अप्रतिम उपलब्धि हासिल की। उन्होंने पति दीपक सिंह के उन्हें अधिकारी बनाने के सपने को पूरा किया। रेखा सिंह सही मायनों में रीवा जिले ही नहीं पूरे देश की लाडली लक्ष्मी हैं।

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Kolar News 7 May 2022

मुरैना। शनिवार को उस समय एक बड़ा हादसा होने से बच गया जब नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस से चम्बल के बीहड़ों से निकला एक ऊंट टकरा गया। चालक ने गाड़ी का हार्न बजाकर रेलवे लाइन से इस ऊंट को हटाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली, हालांकि चालक के प्रयासों से शताब्दी एक्सप्रेस बड़ी दुर्घटना का शिकार होते-होते बच गई। गाड़ी का इंजन ऊंट के ऊपर से निकल गया। ऊंट इंजन के पीछे के जनरेटर व ब्रेकयान के पहियों में फंस गया। जिसे काट-काटकर बाहर निकाला गया। घटना की जानकारी मिलते ही सरायछोला थाना पुलिस, रेल पुलिस सहित रेल विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया था। इस घटना के कारण इंजन में खराबी आ गई। ग्वालियर से नया इंजन भेजा गया तब गाड़ी घटना स्थल से रवाना हो सकी। इस दौरान दो घंटे तक यात्री गाड़ी में बैठे-बैठे परेशान होते रहे। इस घटना का प्रभाव लम्बी दूरी की पांच बड़ी गाडिय़ों पर भी देखा गया। शताब्दी एक्सप्रेस शनिवार सुबह नई दिल्ली से भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के लिये रवाना हुई। यह गाड़ी धौलपुर स्टेशन से निर्धारित समय पर चलने के बाद चम्बल रेल पुल पार करती हुई चम्बल के बीहड़ों से गुजर रही थी। उसी समय बीहड़ों से निकला एक ऊंट रेल लाइन पर आ गया। चालक ने ऊंट को हटाने का प्रयास गाड़ी के तेज हॉर्न बजाकर किया, इसके बावजूद ऊंट टस से मस नहीं हुआ, अंतत: शताब्दी एक्सप्रेस का इंजन ऊंट से टकरा गया। इंजन ऊंट के ऊपर से निकल गया लेकिन पीछे के जनरेटर व ब्रेकयान के पहियों में ऊंट फस गया। चालक ने अपने प्रयासों से रेल गाड़ी को कन्ट्रोल कर बड़ी दुर्घटना होने से बचा ली। यह घटना चम्बल रेलपुल और हेतमपुर रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे के 1279 किलोमीटर पर हुई। शताब्दी एक्सप्रेस से दुर्घटना होने की जानकारी मिलते ही पुलिस व रेल अमला मौके पर पहुंचा और ऊंट को निकालने का प्रयास किया गया। पहियों में बुरी तरह से फसे ऊंट के शरीर के हिस्सों को रेल अमले ने काट-काटकर निकाला। रेल लाइन से ऊंट के शव को बाहर निकालने के बाद इंजन में आई खराबी का पता चला। ग्वालियर से दूसरा इंजन भेजा गया। इसके बाद घटना स्थल से शताब्दी एक्स्रपेस को मुरैना रेलवे स्टेशन के लिये रवाना किया गया।   शताब्दी एक्सप्रेस से दुर्घटना होने के कारण अपट्रेक पर आवागमन बंद हो गया था। इस कारण पंजाबमेल एक्सप्रेस 4 घंटे 50 मिनट, मंगला एक्सप्रेस 2 घंटे, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 1 घंटे 20 मिनट तथा ताज व खजुराहो इंटरसिटी रेल गाडिय़ां एक-एक घंटे की देरी से मुरैना पहुंची। दोपहर बाद तक अपट्रेक की स्थिति सामान्य हो पाई। पुलिस बल यह जांच कर रहा है कि यह ऊंट किसका था और बीहड़ों में कैसे आया। इस घटना के कारण आगरा से लेकर ग्वालियर तक रेल विभाग में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इसका मुख्य कारण यह था कि आज छोटी रेल लाइन से बड़ी रेल लाइन में परिवर्तित हो रहे ग्वालियर-श्योपुर रेलवे ट्रेक का निरीक्षण करने के लिये उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सहित रेल विभाग का सम्पूर्ण अमला मुरैना में ही मौजूद था।

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Kolar News 7 May 2022

भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के चलते आसमान में बादल छाने और आस-पास के क्षेत्रों में बारिश के चलते उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। राजधानी भोपाल का मौसम शुक्रवार शाम को अचानक बदल गया। तेज हवाएं चलने के साथ ही आसमान में बादल छा जाने से माहौल में ठंडक घुल गई। इसके अलावा मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में भी अधिकतम तापमान में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो रही है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में मप्र में भी दो मौसम प्रणालियां सक्रिय रहने से शनिवार को भी बादल रह सकते हैं। नमी कम रहने के कारण कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में अफगानिस्थान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में बना हुआ है। हरियाणा में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी मप्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर विदर्भ होते हुए तमिलनाडू तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इस वजह से वातावरण में कुछ नमी आने के कारण बादल छाने लगे हैं। इससे तापमान में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो रही है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में अंडमान के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके शनिवार को अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होने के आसार हैं। इस समुद्री चक्रवात के 10 मई को उत्तरी आंध्र प्रदेश एवं दक्षिणी ओडीशा के बीच में टकराने की संभावना है। इसके प्रभाव से पूर्वी मप्र के जिलों में बादल छा सकते हैं। दो दिन बाद तापमान फिर बढ़ सकती है। तेज धूप और गर्म हवाएं चलने की भी संभावना है।   मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में तेज गर्मी पडऩे के आसार है। इसके असर से जबलपुर सहित मध्य प्रदेश में अधिकतम तापमान दो से तीन डिग्री तक बढ़ सकता है। उत्तरी पश्चिमी गर्म हवाएं चल सकती हैं।

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Kolar News 7 May 2022

रतलाम। राकेश मन्नालाल सकलेचा परिवार के घास बाजार स्थित निवास से वर्षीदान वरघोड़ा शुक्रवार प्रात: निकला, इसमें दीक्षार्थी मुमुक्ष रत्न वल्लभ भाई, पत्नी वर्षा बहन सहित पुत्री केजल कुमारी के आगे-आगे मुनिराज कल्याणरत्नविजय महाराज सहित आदीठाणा चल रहे थे। दीक्षार्थी दंपती और पुत्री अपने हाथों से नोट व सांसारिक वस्तुएं लुटाकर वैराग्य प्रकट कर रहे थे। चल समारोह का अलग-अलग मार्गों पर जैन श्रद्धालुओं ने बहुमान भी किया। वरघोड़ा घास बाजार, माणकचौक, डालूमोदी चौराहा, नाहरपुरा, धानमंडी, तोपखाना होते हुए चांदनीचौक से लक्कड़पीठा मार्ग पहुंच सागौद रोड स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचा। पारिवारिक जिम्मेदारियों का बखूबी निवर्हन करें मुनिराज कल्याणरत्नविजय महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि जीवन में जो काम दवा नहीं करती वह काम सिर्फ आपके विचार कर देते हैं। मानव जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को अंतरात्मा से सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हुए सांसारिक जीवन की जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए। मुनिराज ने सकलेचा परिवार के तीन सदस्यों के दीक्षा के दौरान कहा कि जीवन में यह मोड़ कई बदलाव लाता है। मोक्ष के रास्ते पर चलना ही जीवन का सही अर्थ है। मुनिराज ने श्रावकों से कहा कि मैं ऐसा नहीं कहता कि आप पारिवारिक जिम्मेदारियों को छोडकर सांसारिक मोह त्यागे। पहले पारिवारिक जिम्मेदारियों का बखूबी निवर्हन करें और उसके बाद आपको लगे कि आपने अपने सभी कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाया है और अब आपके पास अन्यंत्र किसी प्रकार की जवाबदेही नहीं है, इसके बाद आप आत्मकल्याण के लिए अंतर्मन से विचार करें। सुबह लेंगे दीक्षा मुमुक्ष रत्न 48 वर्षीय वल्लभभाई, पत्नी वर्षा बहन सहित 17 वर्षीय पुत्री केजल कुमारी 7 मई को सांसारिक मोह त्याग दीक्षा ग्रहण करेंगी। आत्मकल्याण भूमि पर सकलेचा दंपती के अलावा पुत्री की दीक्षा आत्मा से परमात्मा की ओर मार्ग प्रशस्त करने जा रहा है। आत्म कल्याण उत्सव अंतर्गत 7 मई को सुबह मुनिराज के सानिध्य में सुबह 6 बजे दीक्षाविधि का शुभारंभ किया जाएगा। दीक्षाविधि पश्चात तीनों दीक्षार्थी मुनिराज श्री कल्याणरत्नविजयजी महाराज और आदीठाणा के साथ अहमदाबाद के लिए सागोद रोड होते हुए शिवगढ़, रावटी और कुशलगढ़ होते हुए विहार करेंगे।

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Kolar News 6 May 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 34 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 37 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 634 हो गई है। हालांकि, राहत की बात है कि राज्य में लगातार 11वें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले राज्य में 26 नये संक्रमित मिले थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 8,148 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 34 पॉजिटिव और 8,114 सेम्पल निगेटिव पाए गए, जबकि 36 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.4 रहा। नये मामलों में भोपाल में 13, ग्वालियर में 5, मुरैना में 4, इंदौर और गुना में 3-3, जबलपुर में 2 तथा अशोकनगर, दतिया, मंदसौर और टीकमगढ़ में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 42 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में आज कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 11 दिन से मृतकों की संख्या 10,735 पर स्थिर है।   प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 91 लाख 25 हजार 666 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,634 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,689 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 37 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 213 से घटकर 210 हो गई है। हालांकि, खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 32 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   इधर, प्रदेश में 06 मई को शाम छह बजे तक 24 हजार 431 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 79 लाख, 75 हजार 322 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 6 May 2022

भोपाल। भारत में ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्सजेंडर एलिस एवं उनके सहयोगियों ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल स्थित जनजातीय संग्रहालय का भ्रमण किया। उन्होंने संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं, चित्र प्रदर्शनी, चिन्हारी सोविनियर शॉप और पुस्तकालय ‘लिखन्दरा’ का अवलोकन किया। अवलोकन दौरान उन्होंने संग्रहालय की दीर्घाओं एवं उनमें जनजातीय समुदाय की वाचिक और कला परम्परा के बेहतर प्रदर्शन तथा कलात्मक संयोजन की प्रशंसा भी की।   ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलिस ने कहा कि यह संग्रहालय दुनिया के बेहतरीन संग्रहालयों में से एक है। संग्रहालय में उकेरी गईं जनजातीय कथाएं एवं उनके परिवेश को बहुत ही कलात्मक रूप से यहां प्रदर्शित किया गया है। इस दौरान संग्रहाध्यक्ष अशोक मिश्र एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, अवलोकन पश्चात उन्होंने विविध प्रकार के देशज व्य़ंजनों का भी स्वाद लिया एवं उनकी काफी सराहना की।   अवलोकन दौरान भारत में ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलिस एवं उनके सहयोगियों ने लिखंदरा प्रदर्शनी दीर्घा में संयोजित शलाका-25 प्रदर्शनी से 4 अलग-अलग चित्रों को क्रय किय़ा। शलाका-25 प्रदर्शनी में भील समुदाय की युवा चित्रकार शांता भूरिया के चित्रों का संयोजन किय़ा गया है।

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Kolar News 6 May 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य बैंडमिंटन अकादमी की दिव्यांग खिलाड़ी गौरांशी शर्मा ने ब्राजील में चल रहे डेफ ओलिम्पिक में टीम इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया है।   खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने बधाई देते हुए कहा कि गौरांशी ने ये साबित कर दिया है कि मध्यप्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि गौरांशी की प्रतिभा को निखारने का श्रेय हमारी अकादमी की बेहतर सुविधाओं और प्रशिक्षकों को जाता है। साथ ही मैं उनके समर्पित माता-पिता को भी बधाई देती हूँ। गौरांशी के माता-पिता भी दिव्यांग हैं, लेकिन उन्होंने कभी इसे गौरांशी के सपनों के बीच बाधा नहीं बनने दिया।   प्रशिक्षण के लिये एक लाख रुपये स्वीकृत खेल मंत्री सिंधिया ने कहा कि जब गौरांशी टी.टी. नगर स्टेडियम में समर कैम्प में शामिल होने आई थी, तब वो मात्र सात वर्ष की थी। उनकी लगन और जुनून के चलते वे मध्यप्रदेश राज्य बैंडमिंटन अकादमी के प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनकी इस प्रतिभा को निरंतर जारी रखने और बेहतर प्रशिक्षण के लिए खेल विभाग द्वारा एक लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।   मंत्री सिंधिया ने कहा कि गौरांशी ने डेफ ओलिम्पिक में स्वर्ण पदक हासिल कर हमें गौरवान्वित किया है। मुझे उम्मीद है कि गौरांशी इंडिविजुअल इवेंट में भी स्वर्ण पदक हासिल कर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेगी।

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Kolar News 5 May 2022

  अशोकनगर। जिला मुख्यालय के शंकरपुर में प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलवाकर पांच करोड़ लागत की 25 बीघा शासकीय भूमि कब्जे से मुक्त कराई गई, उक्त भूमि को शिक्षा संस्थानों के लिए पहले ही चयनित किया जा चुका था। बता दें कि कलेक्टर आर.उमामहेश्वरी के निर्देशानुसार गुरुवार को अशोकनगर के ग्राम शंकरपुर में तहसीलदार रोहित रघुवंशी सहित पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर बादाम सिंह पुत्र इमरत लोधी, संजू पुत्र गौरीशंकर लोधी, बलवंत सिंह पुत्र सुमेर सिंह लोधी, मुल्लू पुत्र गौरीशंकर लोधी से लगभग 25 बीघा शासकीय भूमि ग्राम शंकरपुर स्थित भूमि सर्वे क्रमांक 143,155 रकवा 5.200 हेक्टेयर को कब्जा से मुक्त कराकर अतिक्रमण हटाया गया। उक्त अतिक्रमणकर्ता के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर बेदखली का आदेश पारित किया गया।   उक्त शासकीय भूमि का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 05 करोड़ रुपये है। जिसे आज कार्यवाही करते हुए शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। उल्लेखनीय है कि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई भूमि पर सीएम राइस स्कूल, बालिका सीनियर छात्रावास, बालिका जूनियर छात्रावास, अनुसूचित जनजाति देवस्थान हेतु आरक्षण के लिए प्रस्तावित स्थल हैं।

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Kolar News 5 May 2022

जबलपुर। मंगलवार को अक्षय तृतीया के मौके पर अबूझ मुहूर्त में प्रदेश में सैकड़ों शादियां कराई गईं। इस दौरान जबलपुर के पास प्रशासन की टीम ने एक बाल-विवाह रुकवाया। बताया जा रहा है कि जिले के बरगी थाना क्षेत्र के ग्राम कौलोन में 15 साल की बालिका का विवाह किया जा रहा था, लेकिन कलेक्टर द्वारा गठित ने समय रहते विवाह को रुकवाया और बालिका को मुक्त करवाया। वहीं माता-पिता को समझाकर शपथ दिलाई कि वे अपनी पुत्री का विवाह 18 वर्ष की आयु के बाद ही करें।   शहपुरा एसडीएम अनुराग सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने मासूम को कच्ची उम्र में दुल्हन बनने से रोका। क्षेत्र के ग्राम कौलोन में एक पिता और उनके रिश्तेदारों ने 15 साल की मासूम का विवाह बेलखेड़ा पावला निवासी अजय के साथ तय कर दिया था। निर्धारित कार्यक्रम के तहत मासूम का विवाह होने वाला था, लेकिन महिला एवं विकास विभाग को इसकी जानकारी पहुंची तो मौके पर जाकर बाल विवाह को रूकवाया गया और परिजनों को समझाइश दी गई कि वह 18 वर्ष पार होने के बाद ही लड़की का विवाह कराएं।   उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं बालिका की अंकसूची के अनुसार जन्मतिथि 09/02 /2007 दर्ज है। इस प्रमाण के आधार पर माता पिता और परिवार वालों को समझाइश देकर बाल विवाह रोक दिया गया और माता-पिता ने शपथ पत्र लिखा की पुत्री के 18 वर्ष होने के पश्चात विवाह करेंगे। कार्यवाही के दौरान परियोजना अधिकारी पुलिस विभाग की टीम मौजूद थी।

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Kolar News 3 May 2022

बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के जंगलों की आबोहवा बाघों को अपनी ओर आकर्षित करती है। बाघों का गाहे-बगाहे जिले के जंगल में मूवमेंट बना रहता है और यही वजह है कि शिकारियों की पैनी नजर भी इन बाघों पर गड़ी रहती है जिससे वह मौका पाते हुए शिकार करने से नहीं चुकते हैं। गत पांच साल में चार बाघों की मौत हो चुकी है। वहीं यदि शिकार की बात करें तो वर्ष 2017 में एक बाघर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।   उल्लेखनीय है कि बैतूल से आठ किमी दूर राठीपुर के जंगल से आठ अप्रैल को चार साल के घायल बाघ को रेस्क्यू कर वन विहार नेशनल पार्क में शिफ्ट किया गया था। बाघ की हालत देख वन विहार की (2017) तत्कालीन डायरेक्टर समिता राजौरा के निर्देश पर तीन डॉक्टरों ने बाघ का इलाज किया। डॉ. अतुल गुप्ता, डॉ. अमोल वरवड़े सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के डॉ. गुरुदत्त शर्मा ने बाघ को दोबारा ट्रेंकुलाइज कर एक्सरे किया। एक्सरे में बाघ के पेट, सीने और जांघ में गोली लगने के निशान मिले। वन विहार की डायरेक्टर ने इसकी रिपोर्ट स्टेट वाइल्ड लाइफ और एसटीएफ (स्टेट टाइगर फोर्स) के अधिकारियों को दी थी। एक्सरे रिपोर्ट के मुताबिक गोली लगने से बाघ की जांघ और रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। दायां पैर भी टूटा हुआ था, जबकि बायां पैर पूरी तरह जख्मी हो गया था। उसकी पसलियों में भी चोट थी। घायल होने के कारण वह कई दिनों से भरपेट डाइट नहीं ले रहा था, जिसके कारण पेट की आंत तेजी से सूख रही थी। गोली लगने के कारण पिछला हिस्सा लकवाग्रस्त हो चुका था। ऑपरेशन के बाद बाघ की जांघ और पेट के बीच गोली मिलने की पुष्टि होने के बाद स्टेट टाइगर फोर्स (एसटीएफ) के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर), पेंच टाइगर रिजर्व और बैतूल, शाहपुर, इटारसी के आसपास पूर्व में बाघ समेत दूसरे वन्यजीवों के शिकार में पकड़े गए आधा दर्जन आरोपियों को दबोचा गया था। 2 अगस्त 2021 आठनेर में हुआ था शिकार 2021 से तीन साल पहले आठनेर खंड के वन ग्राम छिन्दवाड़ा में एक बाघ को जहर देकर मारा गया था। यह सनसनीखेज खुलासा महाराष्ट्र के नागपुर में बाघ की खाल और पंजों का सौदा करते पकड़े गए छिन्दवाड़ा निवासी एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद हुआ था, जिसके बाद टीम ने बैतूल के आठनेर इलाके से दो लोगों को गिरफ्तार किया था। मुलताई पांढुरना- महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश वन विभाग की टीम ने आठनेर के वन ग्राम छिंदवाड़ पोस्ट हिडली से बाघ को जहर देकर मारने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक पांढुरना और दो आरोपी मुलताई वन अनुभाग के आठनेर क्षेत्र के शामिल थे। चार पंजे किए थे बरामद मामले की जांच महाराष्ट्र वन विभाग की टीम कर रही थी, जिसने आरोपियों से बाघ के चार पंजे और खाल बरामद किए थे। बाघ की खाल और पंजों को फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया था। मुलताई वन अनुभाग के आठनेर बीट में वन ग्राम छिंदवाड़ में बाघ को जहर देकर मारा गया था, जिसके पंजे और खाल को आरोपियों का मामा मोतीलाल सलामे जो कि पांढुरना विकासखंड के बिछुआ सहानी ग्राम का निवासी है, नागपुर में बेचने का प्रयास कर रहा था। खाल भी की थी जब्त नागपुर वन विभाग को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने पांढुरना के ग्राम बिछुआ सहानी मे मोतीलाल सलामे को गिरफ्तार किया। सलामे के खेत में बने कोठे से बाघ की खाल एवं बाघ के पंजे बरामद किए गए। सलामे की निशानदेही पर पांढुरना एवं मुलताई वन विभाग के सहयोग से मुलताई वन अनुभाग के आठनेर क्षेत्र के वन ग्राम छिंदवाड़ से रामदेव मर्सकोले एवं रामभाऊ मर्सकोले को बाघ की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बाघ को मारकर गाड़ दिया था गड्ढे में बाघ की हत्या के आरोप में पकड़ाए आरोपियों ने जो जानकारी वन विभाग के अमले को दी थी। तीन साल पहले बाघ ने वन ग्राम छिंदवाड़ा में एक गाय का शिकार कर लिया था और बाघ की प्रवृत्ति होती है वह शिकार करने के बाद दूसरी बार अपने शिकार को खाने जरूर आता है। बाघ जब शिकार करने के बाद लौट गया, तब आरोपी रामदेव मर्सकोले एवं रामभाऊ मर्सकोले ने शिकार पर जहरीला पदार्थ डाल दिया, जिसके कारण बाघ की मौत हो गई। आरोपियों ने बाघ को गड्ढे में गाड़ दिया, बाद में उसकी खाल एवं पंजे निकाल लिए गए, जो कि पांढुर्णा से बरामद किए गए थे। ट्रेन से टकराकर हुई थी शावक की मौत 11 मई 2021 को बैतूल सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के एक बाघ शावक की ट्रेन से टकराकर मौत हो गई। बैतूल के भौरा के पास रेलवे लाइन के किनारे इस शावक की लाश बरामद की गई। डेढ़ साल के इस नर बाघ शावक को लेकर आशंका थी कि यह यह अपनी मां के साथ इस इलाके में मौजूद रहा होगा, जो कि यहां से गुजरने वाली किसी ट्रेन की चपेट में आने से मौत का शिकार हो गया। ट्रेक के बाजू में पड़ा मिला था शव पोला-पत्थर ढोढरा मोहर स्टेशन के बीच किलोमीटर 791/09 डाउन रोड पर एक बाघ के मृत अवस्था में ट्रैक के बाजू में पड़ा होने की सूचना 02626 केरला के लोको पायलट द्वारा दी गई थी। जिसके बाद रेल प्रशासन ने वन विभाग को सूचित किया। इधर घटनास्थल भौरा के करीब होने की वजह से सुबह घूमने वालो ने भी रेल की पटरियों के किनारे इस शावक को मृत अवस्था में पड़ा देखकर वन अमले को जानकारी दी। तत्कालीन सीसीएफ बैतूल मोहन मीणा और सतपुडा टाइगर रिजर्व का अमला मौके पर पहुंचा और शव को बरामद कर पीएम की कार्रवाई की। अब मिला शावक का शव एक मई 2022 को एक बार फिर राठीपुर का जंगल ही बाघ शावक की मौत का गवाह बना। यहां शनिवार 30 अप्रैल को लापता बाघिन की तलाश करते हुए वन अमले को उसके शावक का शव मिला। महज 20 दिन के इस शावक की मौत भूख और गर्मी की वजह से होना माना जा रहा है।

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Kolar News 3 May 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 26 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 13 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 540 हो गई है। हालांकि, राहत की बात है कि राज्य में लगातार आठवें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले राज्य में 23 नये संक्रमित मिले थे। उल्लेखनीय है कि यहां स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक मिलने के कारण सक्रिय मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 5,330 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 26 पॉजिटिव और 5,304 सेम्पल निगेटिव पाए गए, जबकि 22 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.4 रहा। नये मामलों में इंदौर में 8, ग्वालियर में 6, भोपाल और मुरैना में 4-4, जबलपुर में 2 तथा कटनी और रायसेन में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 45 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में आज कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां आठ दिन से मृतकों की संख्या 10,735 पर स्थिर है।   प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 91 लाख 04 हजार 621 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,540 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,602 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 13 मरीज मंगलवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 190 से बढ़कर 203 हो गई है। हालांकि, खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 31 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   इधर, प्रदेश में 03 मई को शाम छह बजे तक 3,549 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 78 लाख, 47 हजार 475 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 3 May 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संचालित हाईस्कूल /हायर सेकण्डरी/ हायर सेकण्डरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम (द्वितीय अवसर ) की परीक्षाएं प्रारंभ होने की तिथियाँ मण्डल द्वारा घोषित कर दी गई हैं। हायर सेकेण्डरी परीक्षा में केवल एक विषय तथा हाईस्कूल परीक्षा में दो विषयों में अनुत्तीर्ण छात्रों को ही पूरक की पात्रता प्रदान की गई है। हायर सेकेण्डरी के समस्त विषयों की पूरक परीक्षाएँ 20 जून, 2022 तथा हाईस्कूल पूरक परीक्षा 21 जून, 2022 से 30 जून, 2022 तक तथा हायर सेकण्डरी व्यावसायिक द्वितीय अवसर पूरक परीक्षा 21 जून 2022 से 27 जून 2022 तक संपन्न होंगी। उक्त परीक्षाएँ प्रातः 9 बजे से 12 बजे के मध्य निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर सम्पन्न होंगी। जनसम्पर्क अधिकारी राजेश बैन ने सोमवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि हायर सेकण्डरी-हाईस्कूल पूरक परीक्षा एवं हायर सेकण्डरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम (द्वितीय अवसर) पूरक परीक्षा के आवेदन पत्र निर्धारित शुल्क जमा कर एम.पी. ऑनलाईन के कियोस्क के माध्यम से 04 मई 2022 से हायर सेकण्डरी परीक्षा प्रारंभ दिनॉक के एक दिन पूर्व तक भरे जा सकेंगे। पूरक परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र 05 जून 2022 से ऑनलाइन के माध्यम से प्राप्त किये जा सकेंगे।

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Kolar News 2 May 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। रविवार शाम से आसमान में बादल छाने और प्रदेश के कुछ हिस्सों में हुई बारिश से तापमान में गिरावट आई है। रविवार शाम को नर्मदापुरम में तेज बारिश हुई, वहीं सीधी में 6 मिलीमीटर तो राजगढ़ में हल्की बारिश हुई। सीहोर के शाहगंज क्षेत्र में ओले गिरे। इधर सोमवार सुबह राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों में बारिश की संभावना है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान से आ रही हवाओं से बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया के कारण नमी आ रही है। इसी कारण 2 मई से लेकर 5 मई के बीच कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान भोपाल में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। इंदौर में बादल छाने से गर्मी से राहत तो रहेगी, लेकिन बारिश नहीं होगी। अगले 24 घंटों के दौरान ग्वालियर-चंबल, सागर, विदिशा, दमोह, रायसेन और देवास समेत 7 इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। दोपहर तक गुना, अशोकनगर, सीहोर, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा और सिवनी में भी हल्की बारिश के आसार हैं। बारिश के बाद कुछ इलाकों में तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक नीचे आ गया। रात को भी न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने तीन से चार दिन तक इसी तरह मौसम रहने की संभावना जताई है। इसके बाद एक बार फिर तापमान में बढ़ोतरी होगी।

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Kolar News 2 May 2022

आलीराजपुर। मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले में एक अनूठी शादी का मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने तीन प्रेमिकाओं से एक साथ शादी की। बताया गया है कि वह 15 साल तीनों प्रेमिकाओं के साथ लिव इन में रहा। इस दौरान उसके तीनों से छह बच्चे भी हुए। रविवार की रात शख्स ने तीनों प्रेमिकाओं से एक साथ आदिवासी परम्परा के अनुसार विवाह रचाया। खास बात यह कि अपने माता-पिता की शादी में बच्चे भी जमकर नाचे।   मध्य प्रदेश में आदिवासी समाज के लोग बहुतायत संख्या में है। बेहद प्राचीन संस्कृति को अपने में समेटे इस समाज की कई परंपराएं अनूठी हैं। अलीराजपुर के आसपास आदिवासी समाज में युवक-युवती अगर एक-दूसरे को पसंद करते हैं तो वे पूरी आजादी से साथ रह सकते हैं। इसके लिए तात्कालिक तौर पर विवाह का कोई बंधन नहीं है। पसंद मिलने पर आदिवासी युवक एक से अधिक पत्नियों के साथ भी रह सकते हैं।   जानकारी के मुताबिक, अलीराजपुर जिले के नानपुर तहसील के गांव मोरी फलिया का पूर्व सरपंच समरथ मौर्य करीब 15 साल पहले प्रेम प्रसंग के चलते एक युवती के साथ घर बसाकर रहने लगा। इसके बाद दो अन्य युवतियों को भी पसंद मिलने पर उसने अपना लिया। इसके बाद वह तीनों प्रेमिकाएं के साथ एक ही घर में 15 साल लिव-इन रिलेशनशिप में रहा। आदिवासी समाज की परंपर अनुसार कोई भी मांगलिक कार्य करने के लिए पति-पत्नी का रीति-रिवाज के अनुसार विवाह करना जरूरी है। इसलिए अब मौर्य ने तीनों महिलाओं के साथ रीति-रिवाज से ब्याह रचाया। शादी समारोहपूर्वक हुई और इसके आमंत्रण पत्र भी बांटे गए। कार्ड में तीनों पत्नियों के नाम भी लिखे गए।   रविवार की रात मौर्य ने तीनों प्रेमिकाओं के साथ एक ही मंडप में एक साथ विवाह रचाया। शादी में आए लोगों के साथ मौर्य के छह बच्चों ने भी जमकर डांस किया। उनकी तीन पत्नियों से तीन पुत्री और तीन पुत्र हैं। उल्लेखनीय है कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 342 आदिवासी समाज की प्राचीन संस्कृति और रीति-रिवाज को संरक्षण प्रदान करता है। यह शादी क्षेत्र ही नहीं, पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है।

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Kolar News 2 May 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 31 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 10 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 491 हो गई है। हालांकि, राहत की बात है कि राज्य में लगातार छठवें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई।   बता दें कि राज्य में बीते पांच दिन से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे थे। यहां बीते मंगलवार को 13, बुधवार को 15, गुरुवार को 29 और शुक्रवार को 34 और शनिवार को 46 नये संक्रमित मिले थे। रविवार को इस संख्या में कमी आई है, लेकिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक मिलने के कारण सक्रिय मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 7,995 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 31 पॉजिटिव और 7,964 सेम्पल निगेटिव पाए गए, जबकि 199 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.3 रहा। नये मामलों में इंदौर में 10, भोपाल में 6, मुरैना में 5, ग्वालियर में 4, टीकमगढ़ में 3, दतिया में 2 शिवपुरी में 1 नया संक्रमित मिला है, जबकि राज्य के 45 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में आज कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां छह दिन से मृतकों की संख्या 10,735 पर स्थिर है।   प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 90 लाख 91 हजार 777 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,491 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,585 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 10 मरीज रविवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 150 से बढ़कर 171 हो गई है। हालांकि, खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 33 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   इधर, प्रदेश में 01 मई को शाम छह बजे तक 3,197 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 77 लाख, 86 हजार 415 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 1 May 2022

खरगोन। खरगोन के स्वामी विवेकानंद सभागृह में रविवार को दंगों में प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री बांटी गई। क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र पटेल ने प्रभावितों से चर्चा की और उन्हें राहत सामग्री प्रदान की गई। यह राहत सामग्री एनटीपीसी द्वारा उपलब्ध कराई गई है। राहत सामग्री में किराना सामान के अलावा घर गृहस्थी की सामग्री जैसे बर्तन और कपड़े भी बांटे गये। सामग्री वितरित करने के बाद प्रभावितों के घर सामग्री पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी की गई।   एसडीएम कार्यालय खरगोन से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुल 122 प्रभावितों को सामग्री प्रदान की गई। इस दौरान पूर्व कृषि राज्य मंत्री बालकृष्ण पाटीदार, पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन, एनटीपीसी के मुख्य जनरल मैनेजर कनोजिया आदि उपस्थित रहे।

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Kolar News 1 May 2022

प्रवीण कक्कड़ दुनिया का बहुत लंबा इतिहास देवताओं, राजाओं, सेनापतियों और सामंतों के बारे में ज्यादा से ज्यादा वर्णन करते हुए लिखा गया है। मानव सभ्यता के 5000 वर्ष के इतिहास को उठाकर देखें तो शुरू के 4700 साल तो ऐसे भी थे जिनमें मजदूर के लिए कहीं कोई उल्लेखनीय स्थान था ही नहीं। रोमन सभ्यता में अगर वे दास थे तो अरब और भारत जैसे देशों में उनकी स्थिति सेवक से अधिक की नहीं थी। कभी किसी ने सोचा भी नहीं था कि मजदूरों के नाम पर भी कोई दिवस मनाया जा सकता है या उनके सुख-दुख और अधिकारों के बारे में चर्चा की जा सकती है। राजशाही के पतन और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की पूरी बात और संवाद के रूप में परिवर्तित होने के बाद ही दुनिया में मजदूरों के ऊपर होने वाले शोषण और उनके अधिकारों की चर्चा विधिवत शुरू हुई। अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस मनाने की शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है, जब अमेरिका की मज़दूर यूनियनों नें काम का समय 8 घंटे से ज़्यादा न रखे जाने के लिए हड़ताल की थी। मई दिवस की दूसरी ताकत रूस में कोई बोल्शेविक क्रांति के बाद मिली जो कार्ल मार्क्स के सिद्धांतों पर मजदूरों की सरकार मानी गई। भारत में सबसे पहले यह विचार दिया था कि दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ। इस तरह देखें तो पूंजीवाद और साम्यवाद दोनों ही प्रणालियों में मजदूर के महत्व को पहचाना गया। भारत में मई दिवस सबसे पहले चेन्नई में 1 मई 1923 को मनाना शुरू किया गया था। उस समय इस को मद्रास दिवस के तौर पर प्रामाणित कर लिया गया था। इस की शुरूआत भारतीय मज़दूर किसान पार्टी के नेता कामरेड सिंगरावेलू चेट्यार ने शुरू की थी। भारत में मद्रास के हाईकोर्ट सामने एक बड़ा प्रदर्शन किया और एक संकल्प के पास करके यह सहमति बनाई गई कि इस दिवस को भारत में भी कामगार दिवस के तौर पर मनाया जाये और इस दिन छुट्टी का ऐलान किया जाये। भारत समेत लगभग 80 मुल्कों में यह दिवस पहली मई को मनाया जाता है। इसके पीछे तर्क है कि यह दिन अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस के तौर पर प्रामाणित हो चुका है।  यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पृष्ठभूमि है जो मई दिवस से जुड़ी हुई है। भारत में जब आजादी का आंदोलन चला तो आजादी का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पार्टी ने भी बराबर मजदूरों के हितों को समानता से परिचय दिया। महात्मा गांधी अगर ट्रस्टीशिप के सिद्धांत की बात करते थे तो पंडित जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस जैसे नेता मजदूरों को लगभग उस तरह के अधिकार देने के पक्ष में थे जैसे किसी साम्यवादी व्यवस्था में होने चाहिए। नेहरू जी ने तो खुद भी ट्रेड यूनियन के नेता की भूमिका निभाई। आजादी के बाद भारत में मजदूरों के हितों के लिए विशेष कानून बनाए गए। श्रमिक कल्याण कानूनों के उद्देश्यों को चार भागों में बांटा जा सकता है। पहला सामाजिक न्याय, दूसरा आर्थिक न्याय, तीसरा राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और चौथा अंतरराष्ट्रीय संधियों और समझौतों के प्रति वचनबद्धता। लेकिन यह कानून अपनी जगह है और व्यावहारिक परिस्थितियां अपनी जगह। कानून के मुताबिक किसी मजदूर से 8 घंटे से अधिक काम नहीं कराया जा सकता उसे न्यूनतम वेतन देना जरूरी है और उसके दूसरे अधिकार भी उसे मिलने चाहिए। लेकिन कई बार विपरीत परिस्थितियों में यह सब चीजें मजदूरों को मिल नहीं पाती। मजदूरों को उनके अधिकार सुनिश्चित कराना एक कल्याणकारी सरकार की जिम्मेदारी है। पिछले कुछ समय में भारत के मजदूरों के सामने कुछ मुख्य चुनौतियां आई हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के साल 2020 की 'एक्सिडेंटल डेथ्स एंड सुइसाइड' रिपोर्ट आई है, जिससे पता चलता है कि साल 2020 में आत्महत्या सबसे ज़्यादा दिहाड़ी मजदूरों ने की है। एनसीआरबी के आँकड़ों के मुताबिक़ 2020-21 में भारत में तकरीबन 1 लाख 53 हज़ार लोगों ने आत्महत्या की, जिसमें से सबसे ज़्यादा तकरीबन 37 हज़ार दिहाड़ी मजदूर थे. जान देने वालों में सबसे ज़्यादा तमिलनाडु के मज़दूर थे। फिर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और गुजरात के मजदूरों की संख्या है। हालांकि इस रिपोर्ट में मजदूरों की आत्महत्या के पीछे कोरोना महामारी को वजह नहीं बताया गया है लेकिन पिछले 2 साल में भारत में लगे लॉकडाउन के बाद मजदूरों के पलायन की तस्वीरे सबने देखी थी. कैसे भूखे प्यासे लोग पैदल ही अपने गाँव की तरफ़ निकल पड़े थे. अब हालात बदले हैं। औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां फिर से शुरू हो गई है। मजदूर फिर से काम पर जाने लगे और अर्थव्यवस्था का चक्का चलने लगा है। ऐसे में 1 मई दिवस पर हम सबको इस बात का ध्यान रखना चाहिए की औद्योगिक गतिविधियां इस तरह चलें कि राष्ट्र निर्माण भी होता रहे और मजदूरों के घर में चूल्हा भी जलता रहे। मजदूरों को उनके कानूनी अधिकार मिले उद्योगपति और मजदूरों के बीच किस तरह के रिश्ते बने की हड़ताल की नौबत ना आए। सबसे बढ़कर इस तरह का इंतजाम किया जाए कि उनके रहने की उचित व्यवस्था हो सके, उनके बच्चों की शिक्षा का सही प्रबंधन हो, उन्हें उचित स्वास्थ्य सुविधा मिले और उनके बच्चों के सामने भविष्य में दूसरे विकल्प चुनने का मौका हो। क्योंकि लोकतंत्र में समानता का अर्थ यह नहीं होता कि सभी लोग एक झटके में एक समान हो जाएंगे बल्कि उसका अर्थ होता है अवसर की समानता। अर्थात एक संपन्न व्यक्ति का बच्चा अपने जीवन के लिए जो विकल्प चुन सकें उसी तरह के विकल्प चुनने की स्थिति मजदूर के बेटे/ बेटी के लिए भी हो। तभी मजदूर दिवस की सार्थकता साबित हो सकेगी।

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Kolar News 1 May 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। राज्य के कई शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को एडवायजरी जारी की है। कहा गया है कि वर्तमान समय में तापमान में तेजी से वृद्धि हुई है, गर्म हवाएं चलने लगी हैं, जिसके कारण लू लगने की आशंका बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लू से बचने के लिए जन सामान्य को दोपहर में ज्यादा समय तक घर में रहने एवं अनावश्यक बाहर ना निकलने की अपील की गई है।   एडवायजरी में कहा गया है कि आमजन दोपहर में अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। स्वास्थ्य विभाग ने आम लागों को सलाह दी है कि घर से बाहर निकलते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, खाली पेट घर से बाहर न जायें, इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है । दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास पानी जरूर पियें । लू से बचाव के लिए देशी घरेलू उपाय आम का पना, नीबू का पानी एवं प्याज के रस का उपयोग करें ।     बाहर निकलते समय सूती कपड़े से चेहरा और सर ढक़कर रखें तथा पानी साथ में जरूर रखें । पहनने के लिए सूती कपड़ों का अधिक उपयोग करें । अगर लू के लक्षण जैसे मितली आने, गला सूखने तथा बुखार का प्रकोप होने जैसा लगे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करके उचित उपचार करायें । स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठन्डे वातावरण से गरम या गरम वातावरण से ठण्डे में अचानक न जाने की भी सलाह दी गई है। 

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Kolar News 30 April 2022

इंदौर। मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास के संकेतक उत्साहजनक दिख रहे हैं। मप्र ऑटो शो का आयोजन इस प्रक्रिया में उत्प्रेरक का काम करेगा। हम आगे और बेहतर करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुरूप अगले वर्ष होने वाले आयोजन को विश्व स्तर का बनाएंगे।   यह बातें प्रदेश के औद्योगिक एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन दत्तीगांव ने शनिवार को इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय ऑटो शो के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के एमडी जॉन किंग्स ली और सीआईआई के संदीप तथा आयोजन के प्रतिभागी उपस्थित थे।   राजवर्धन ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य मध्य प्रदेश में उपलब्ध सुविधाओं का एक शोकेस प्रस्तुत करना था। हमारा मज़बूत इको सिस्टम और प्रभावी नीतियां औद्योगिक वातावरण के लिए एक बेहतर विकल्प है।   उन्होंने बताया कि इस आयोजन में व्हीकल निर्माण करने वाली लगभग 100 कंपनियों ने भाग लिया। एक हजार से अधिक औद्योगिक प्रतिनिधियों और 50 हज़ार विज़िटर्स ने इस ऑटो शो में भाग लिया। इस आयोजन में 220 बी-टू-बी मीटिंग की गई। ग्यारह कंपनियों के 15 नए वाहनों की लॉन्चिंग कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा यहाँ की गई।   मंत्री दत्तीगांव ने प्रतिभागी कंपनियां विशेष तौर पर जॉन डीयर, वॉल्वो, आईसर, टैफे इत्यादि का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि यहाँ हुए पैनल डिस्कशन से भी महत्वपूर्ण फीडबैक मिला है। इस आयोजन में एमएसएमई सेक्टर और स्टार्टअप को प्रोत्साहन के लिए निःशुल्क स्थान उपलब्ध कराया गया।   एमडी जॉन किंग्स ली ने अपने उद्बोधन में कहा कि आयोजन के लिए हमें कम समय मिला था। यह एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था, जिसे औद्योगिक विकास केंद्र की टीम द्वारा समय पर पूरा किया गया। कार्यक्रम के अंत में औद्योगिक विकास निगम के कार्यपालक निदेशक रोहन सक्सेना ने सभी का आभार माना।

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Kolar News 30 April 2022

उज्जैन।शनिवार को अमावस्या होने से उज्जैन के त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर में शिप्रा स्नान पश्चात दर्शन का विशेष महात्म्य है। शनिश्चरी अमावस्या पर अंचलों से श्रद्धालु उज्जैन में त्रिवेणी पहुंचते हैं। इस बार यह आंकड़ा भीषण गर्मी के बावजूद 50 हजार के पार पहुंच गया। इस बार यह संयोग रहा कि शनिवार को शनिश्चरी अमावस्या का स्नान था वहीं 29 अप्रेैल को पांच दिन चलने वाली 118 किमी लम्बी पंचक्रोशी यात्रा का समापन हुआ। ऐसे में हजारों श्रद्धालु शनिश्चरी अमावस्या के स्नान के लिए उज्जैन ही रूक गए और 29 अप्रैल को पंचक्रोशी यात्रा पूर्ण करके,रामघाट पर शिप्रा स्नान करके त्रिवेणी पहुंच गए। शनिवार को अपरांह बाद तक स्नान करनेवालों का आंकड़ा 50 हजार पार कर गया था। इंदौर मार्ग स्थित शनि मंदिर पर बने घाट को त्रिवेणी कहा जाता है। यहां देवास की ओर से शिप्रा नदी,इंदौर से कान्ह नदी और शास्त्रो में उल्लेखित सरस्वती नदी जोकि लुप्त हो चुकी है,का संगम था। अब कान्ह नदी का प्रदूषित पानी रोक दिया जाता है और देवास से इस ऋतु में शिप्रा के प्रवाहमान नहीं होने के कारण नर्मदा का पानी छोड़ा जाता है। सुरक्षा की दृष्टि एवं पानी की कमी के चलते घाटों पर फव्वारे लगाकर श्रद्धालुओं को शनिवार को स्नान करवाया गया। श्रद्धालुओं ने स्नान किया और जो कपड़े पहने थे,वे घाटों पर ही पनौति के रूप में छोड़ दिए। साथ ही जूते-चप्पल भी वहीं छोड़ दिए। रविवार को प्रशासन द्वारा यहां उक्त कपड़ों एवं जूते-चप्पलों की निलामी हमेशा की तरह की जाएगी।

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Kolar News 30 April 2022

भोपाल। पुलिस महानिदेशकसुधीर सक्सेना ने शुक्रवार को सभी जोनल, अतिरिक्त, पुलिस महानिदेशक-महानिरीक्षक एवं इंदौर तथा भोपाल के पुलिस आयुक्त की वीडियों कॉफ्रेंस के माध्यम से बैठक ली। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आदर्श कटियार, पुलिस महानिरीक्षक साजिद फरीद शापू भी उपस्थित रहे। बता दें कि पुलिस महानिदेशक ने आगामी त्यौपहारों विशेषत: ईद, अक्षय तृतीया तथा परशुराम जंयती पर कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले लोगों को चिन्हित कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करें। दोनों समुदाय के प्रभावशाली सदस्यों के साथ शांति समिति की बैठक आयोजित करें ताकि सभी आयोजन सहृदयता और सौहार्द पूर्वक सम्पन्न हों। डीजीपी ने कहा कि इन त्यौहारों पर धार्मिक स्थलों के आसपास पर्याप्त पुलिस व्यवस्था रखें। जुलूस मार्ग पर लगे सभी वीडियो कैमरा/सीसीटीवी कैमरा दुरुस्त हों ऐसा सुनिश्चित करें और जिलों को प्रदाय किए गए व्हीकल सर्विंलांस सिस्टम का प्रभावी ढंग से उपयोग करें। जुलुस तथा आयोजन की वीडियोग्राफी कराएं। पुख्ता पेट्रोलिंग के साथ-साथ ड्रोन कैमरों के माध्ययम से निगरानी करें तथा धार्मिक स्थलों के आस-पास भी विशेष ध्यान रखें और संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखें। सोशल मीडिया पर किसी भी अवांछनीय पोस्ट पर नजर रखें।

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Kolar News 29 April 2022

उज्जैन। सूर्यपुत्र शनि देव का 30 साल बाद स्वराशि में राशि परिवर्तन अमावस्या के साथ सूर्य ग्रहण के विशेष योग में आ रहा है। इसका हर राशि पर प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिर्विद अजयकृष्ण शंकर व्यास के अनुसार शनिवार, 30 अप्रैल को शनि कुंभ राशि में गोचर करेंगे। मकर और कुंभ राशियां शनि देव की अपनी राशि हैं। इन राशियों का स्वामी ग्रह शनि है। अप्रैल का महीना वैदिक ज्योतिष विक्रम संवत के नजरिए से बहुत ही खास महीना रहा। इस माह अब तक सभी 9 ग्रहों में से 8 ग्रहों का राशि परिवर्तन हो चुका है और अब 30 अप्रैल 2022 को सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले शनि ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। ज्योतिष में सूर्यपुत्र शनि देव को न्याय और कर्म का देवता माना गया है। शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर शुभ या अशुभ फल प्रदान करते हैं। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि मजबूत हैं तो वे उस व्यक्ति को हमेशा शुभ और अच्छे परिणाम देते हैं। वहीं अगर कुंडली में शनि कमजोर है व्यक्ति के जीवन में परेशानियां का सामना करना पड़ता हैं। शनि को कलियुग का दंडाधिकारी माना गया है। इस वर्ष शनि ढाई साल बाद राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। शनि का राशि परिवर्तन बहुत ही अहम माना जा रहा है। विक्रम संवत पंचांग के अनुसार शनि का राशि परिवर्तन। 30 साल बाद कुंभ राशि में शनि का गोचर शनि का यह राशि परिवर्तन साल 2022 का सबसे बड़ा गोचर है। 30 अप्रैल 2022 को 30 साल के बाद दोबारा से शनि कुंभ राशि में आ रहे हैं। शनि के कुंभ राशि में परिवर्तन के बाद 05 जून 2022 को शनि वक्री चाल से भ्रमण करते हुए 12 जुलाई 2022 को फिर से मकर राशि में गोचर करेंगे। शनि पूरी तरह से अगले साल यानी 17 जनवरी 2023 को मकर से कुंभ राशि में गोचर करेंगे जहां पर ये पूरे ढाई वर्षों तक इसी राशि में रहेंगे। कर्म फलदाता शनि पिछले करीब ढाई वर्षों से मकर राशि की यात्रा करते हुए शनिवार,30 अप्रैल 2022 की सुबह 9 बजकर 57 मिनट पर अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालना शुरू कर देंगे। शनि के राशि परिवर्तन से वैसे तो सभी राशियों के जातकों पर शुभ.अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ेगा। इसी के साथ इस गोचर से देश और दुनिया में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।

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Kolar News 29 April 2022

ग्वालियर। ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश जिले इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं। शुक्रवार को 45.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ ग्वालियर में अपै्रल की गर्मी ने पिछले 11 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। इससे पहले ग्वालियर में 17 अपै्रल 2010 को सर्वाधिक अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार को राजगढ़, खजुराहो, नौगांव सबसे गर्म रहे जहां अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शनिवार को भी मौसम इसी प्रकार गर्म बना रहेगा, जबकि रविवार से अधिकतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होगा। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं होने से मौसम शुष्क बना हुआ है। साथ ही राजस्थान की ओर से लगातार गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे सूरज के तेवर काफी गर्म बने रहे। साथ ही छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं। जिससे अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में 0.2 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 45.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो औसत से 3.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सूरज की भीषण तपन और गर्म हवाओं के चलते दोपहर में लू की स्थिति बनी रही। भीषण गर्मी का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि सुबह 8.30 बजे ही तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस पर था जबकि पूर्वान्ह 11.30 बजे 42.6, मध्यान्ह 2.30 बजे 44.8, शाम 5.30 बजे 42.8 डिग्री सेल्सियस पर था। पिछले दिन की तुलना में आज न्यूनतम तापमान भी 1.8 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम है। स्थानीय मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि शनिवार को भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही टिका रहेगा, लेकिन रविवार एक मई से तापमान में गिरावट की संभावना है क्योंकि सोमवार दो मई एक पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है जो पश्चिमी हिमालय के मौसम को प्रभावित करेगा। दो से चार मई तक इसका आंशिक प्रभाव ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अन्य हिस्सों में भी नजर आएगा। इस दौरान बादल छाए रह सकते हैं जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट होगी।

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Kolar News 29 April 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होते हुए, ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के दौरान गाडिय़ों में यात्रियो की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए उधना एवं बनानस के मध्य स्पेशल ट्रेन का परिचालन स्पेशल किराया के साथ किया जाएगा। मंडल रेेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने शुक्रवार को गाड़ी संख्या 09013/09014 उधना बनारस उधना स्पेशल ट्रेन के कुल 4 फेरों का परिचालन किया जाएगा। गाड़ी संख्या 09013 उधना बनारस स्पेशल एक्सप्रेस, 26 अप्रैल एवं 3 मई को उधना से मंगलवार को 07.25 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(13.00/13.05), नागदा(13.50/13.52), उज्जैन(15.05/15.15) एवं मक्सी( 16.30/16.32 मंगलवार) होते हुए बुधवार को 10.50 बजे बनारस पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09014 बनारस उधना स्पेशल एक्सप्रेस, 27 अप्रैल एवं 4 मई को बनारस से बुधवार को 18.10 बजे चलकर रतलाम मंडल के मक्सी(11.40/11.42, गुरूवार), उज्जैन(12.30/12.40), नागदा(13.48/13.50) एवं रतलाम जंक्शन(14.35/14.40 गुरूवार) होते हुए गुरूवार को 20.10 बजे उधना पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में वडोदरा, रतलाम जंक्शन, नागदा जंक्शन, उज्जैन जंक्शन, मक्सी जंक्शन, शाजापुर, ब्यावरा राजगढ़, रुठियाई, गुना, शिवापुरी, ग्वालियर, मालनपुर, सोनी, भींड, इटावा, गोविंदपुरी, फतेहपुर, प्रयागराज एवं ज्ञानपुर रोड स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में 16 स्लीपर एवं 04 सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।

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Kolar News 22 April 2022

भोपाल। खगोल विज्ञान की रोचक घटनाएं देखने के उत्सुक लोगों के लिए अगला सप्ताह बेहद खास रहने वाला है। इस दौरान सुबह के समय आसमान में जुपिटर और वीनस का मनोहारी मिलन देखने का अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ ही शनि, मंगल, शुक्र और बृहस्पति की कतार के साथ चांद के भी दीदार होंगे। अगर आप असंख्य तारों के बीच अपने सौर परिवार के सदस्यों को पहचानना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए, रविवार देर रात से आगामी तीन दिनों में चंद्रमा इन ग्रहों की एक-एक करके पहचान कराने जा रहा है। भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए जल्दी जागकर सुबह 4 बजे आपको पूर्व दिशा में आकाश को निहारना होगा। रविवार, 24 अप्रैल की देर रात को अर्द्धचंद्राकार चंद्रमा सौरमंडल के सबसे सुंदर ग्रह शनि (सेटर्न) के साथ होकर उसकी पहचान कराएगा। यह आगे चलन करते हुए 25 अप्रैल की देर रात को मंगल (मार्स) के नीचे रहेगा। अगले दिन 26 अप्रैल की देर रात चंद्रमा जुपिटर और वीनस की जोड़ी के साथ होकर उनका परिचय देगा। सारिका ने बताया कि माह की अंतिम रात्रि 30 अप्रैल को देर रात के बाद यानी 1 मई को तड़के 4 बजे के पूर्वी आकाश में वीनस और जुपिटर एक दूसरे में समाए नजर आएंगे। जुपिटर और वीनस का यह अल्ट्राक्लोज कंजक्शन होगा। खगोलीय पिंडों के मिलन की इन घटनाओं को खाली आंखों से देखा जा सकेगा। इसके लिए किसी टेलीस्कोप की जरूरत नहीं पड़ेगी। विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि अप्रैल का अंतिम सप्ताह में इन ग्रहों को पहचानने का भी अच्छा अवसर होगा। इस सप्ताह सूरज के उदित होने से 2 घंटे पहले दिखने वाले इन मनोहारी आकाशीय दृष्य को देखने के लिए हो जाइए तैयार।

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Kolar News 22 April 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 11 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 07 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 292 हो गई है। वहीं, राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार 33वें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी यहां 15 नये संक्रमित मिले थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 7,897 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 11 पॉजिटिव और 7,886 निगेटिव पाए गए, जबकि 35 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.1 रहा। नये मामलों में भोपाल और ग्वालियर में 3-3, जबलपुर में 2 तथा डिंडौरी, इंदौर और मंडला में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 46 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 33 दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है।   प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 90 लाख 24 हजार 460 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,292 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,496 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 07 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 58 से बढ़कर 62 हो गई। खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 35 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   इधर, प्रदेश में 22 अप्रैल को शाम छह बजे तक 38 हजार 958 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 71 लाख, 84 हजार 872 डोज लगाई जा चुकी है

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Kolar News 22 April 2022

बैतूल। एक एमबीबीएस आदिवासी डॉक्टर ने स्वयं के विवाह में बैलगाड़ी से बारात निकाली और दुल्हन को ब्याने के लिए पहुंचे। ऐसा उन्होंने इसलिए किया ताकि आदिवासी रीति रिवाजों और परंपराओं को युवा पीढ़ी याद रख सकें। एक ओर जहां जिले, प्रदेश सहित पूरे देश में लोग महंगी और खर्चीली शादी को अपनी शान समझते हैं, वहीं मध्य प्रदेश के बैतूल के एक डॉक्टर ने इन लोगों के सामने मिसाल पेश की है। इस डॉक्टर ने साधारण शादी कर देश के सामने ये आदर्श पेश किया कि उन्हें बदलते दौर में महंगाई की भी फिक्र है, पर्यावरण की भी फिक्र है और पुरातन संस्कृति की भी फिक्र है। उन्होंने समाज को एक अनूठा सन्देश देते हुए न केवल शादी का समारोह अपने गांव में आयोजित किया, बल्कि दुल्हन को लेने बैलगाड़ी में रवाना हुए। ये शादी बैतूल के चिचोली ब्लॉक के आदिवासी बाहुल्य गांव असाढ़ी में हुई। इस शादी की जबरदस्त चर्चा हो रही है, क्योंकि, इस शादी में दूल्हे डॉ. राजा धुर्वे ने बैलगाड़ी को ऐसा सजाया कि उसके सामने लग्जरी कार और बग्घियां भी फीकी दिखाई दीं। डॉक्टर राजा पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर, शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। इस मौके पर राजा धुर्वे का कहना था कि अपने सामाजिक, सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने और लोगों को महंगाई के दौर में सादा जीवन-उच्च विचार सिखाने का इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता था। उनके मुताबिक महंगाई के इस दौर में बैलगाड़ी सबसे सस्ता सुलभ और प्रदूषणमुक्त साधन है। बैलगाड़ी ग्रामीण सभ्यता संस्कृति की पहचान है. इसलिए अपनी संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए उन्होंने बैलगाड़ी पर बारात ले जाने का फैसला किया। यूं सजाया बैलगाड़ी को इस अनूठी बारात में बैलगाड़ी को खास जनजातीय, लोक-कलाओं से सजाया गया था। दूल्हे की बैलगाड़ी के पीछे चार बैलगाडिय़ां और चलाई गईं। इनमें बच्चों और महिलाओं को बैठाया गया था। बारात में जनजातीय लोक नृत्य और लोक वाद्य शामिल किए गए थे, जो आज किसी शादी में देखने को नहीं मिलते। ग्राम असाढ़ी से बैलगाड़ी में निकले दूल्हे राजा जब 3 किलोमीटर दूर दूधिया गांव में अपनी दुल्हन को लेने पहुंचे तो लोग झूम उठे। आज अपने परम्परागत तौर तरीकों से दूर होते जा रहे आदिवासी समुदाय के लिए ये विवाह एक बड़ा सन्देश लेकर आया। लोग होंगे प्रेरित इस मौके पर दूल्हे के दोस्त रमेश पांसे ने कहा कि बात 100 टका सही है कि आधुनिकता और दिखावे के दौर में डॉक्टर राजा धुर्वे जैसे लोग यूथ आइकॉन ही कहे जा सकते हैं, जो उच्च शिक्षित और सक्षम होने के बावजूद सभ्यता-संस्कृति को सहेजने और दिखावे की आदत से लोगों को दूर रहने का संदेश दे रहे हैं। उम्मीद की जा सकती है कि राजा धुर्वे का ये अनूठा प्रयास लोगों को अपनी जड़ों की तरफ लौटने के लिए प्रेरित करेगा।

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Kolar News 21 April 2022

गुना। गुरुवार को अचानक मौसम में बदलाव आ गया। तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया। अचानक मौसम बदलने से मौसम में ठंडक घुल गयी। पिछले एक हफ्ते से लगातार जारी गर्मी और लपट के बीच नागरिकों को गुरुवार को राहत मिली। अगले दो दिन तक इसी तरह का मौसम बना रहने की संभावना जताई गई है।   मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम वेस्टर्न डिस्टस की वजह से मध्यप्रदेश के पश्चिमी-पूर्वी हिस्से में एक सिस्टम एक्टिव हुआ है। इस वजह से दो दिन पश्चिमी और एक दिन पूर्वी हिस्से में बारिश होगी। वहीं तेज हवाएं भी चलने के आसार हैं। दिन और रात के तापमान में 2-3 डिग्री तक कि गिरावट हो सकती हैं। हालांकि दो दिन बाद फिर एक बार तर्ज गर्मी प?ने की संभावना जताई गई है।   गुरुवार को जिलेभर में सुबह से ही बादल छाए रहे। इस वजह से तापमान ने गिरावट देखी गयी है। सुबह से ही काफी तेज हवाएं भी चलती रहीं। मैसम सुहाना होने से नागरिकों को भी काफी राहत मिली। बारिश यदि होती है तो सब्जी और मूंग की फसल उगाने वाले किसानों को काफी फायदा मिल सकता है। बिजली संकट के कारण सिंचाई की व्यवस्था वैसे भी चरमराई हुई है।   ऐसा रहा 5 दिन का तापमान   16 अप्रैल- 41.6 डिग्री   17 अप्रैल- 42.2 डिग्री   18 अप्रैल- 42.8 डिग्री   19 अप्रैल- 43 डिग्री   20 अप्रैल- 43 डिग्री

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Kolar News 21 April 2022

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में दतिया जिला प्रशासन को पोषण अभियान में जन-भागीदारी को बढ़ावा देने और लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया। दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। गुरुवार को सिविल सेवा दिवस पर दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दतिया कलेक्टर संजय कुमार को पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर केन्द्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा उपस्थित थे। दतिया जिले में जन-भागीदारी के माध्यम से पोषण अभियान में 'मेरा बच्चा अभियान' की शुरुआत की गई। अभियान में कुपोषित मां और बच्चों की पहचान कर उन्हें कुपोषण से सुपोषण कार्यक्रम में शामिल किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में कम वजन, ठिगनापन और शारीरिक अपक्षय को दूर करना और महिलाओं में खून की कमी का उपचार करना है। साथ ही जिले में 'पोषण मटका' थीम में कुपोषित बच्चों के परिवारों को खाद्यान्न सहयोग देने के लिए भी समुदाय को प्रेरित किया गया।

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Kolar News 21 April 2022

इंदौर। स्वच्छ शहरों में सिरमौर बनने के बाद इंदौर के अब स्वच्छता के जन सहभागिता मॉडल को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चुना गया है। लोक सेवा दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नागरिकों का स्वच्छता के प्रति समर्पण के लिए यह अवार्ड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह को देंगे। दरअसल, कोविड के कारण दो वर्ष से यह अवार्ड घोषित नहीं हो सका था। वर्ष 2019, वर्ष 2020 और वर्ष 2021 के लिए प्रधानमंत्री उत्कृष्टता अवार्ड एक आईएएस अधिकारी को दिया जा रहा है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह प्रदेश में इकलौते ऐसे अधिकारी हैं. जिन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार भारत सरकार प्रदान करेगी। वर्ष 2020 में लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार की कैटेगरी "स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के माध्यम से जन आंदोलन को बढ़ावा- जनभागीदारी" के तहत केन्द्र सरकार ने इन्दौर का चयन किया है।   इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि यह अवार्ड स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ सफाईकर्मियों, इंदौर के समस्त नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता और परिश्रम के कारण इंदौर को मिला है। उन्होंने कहा कि जिले के जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और सफाई कर्मियों की सक्रिय सहभागिता देशभर में उदाहरण बन चुकी है। उन्होंने यह उत्कृष्टता पुरस्कार इंदौर के सभी सफाईकर्मियों और नागरिकों को समर्पित किया। उल्लेखनीय है कि यह अवार्ड टीम इन्दौर को स्वच्छता के क्षेत्र में सफल तरीके से जनभागीदारी करते हुए उसे जन आंदोलन बनाने के लिए दिया जा रहा है। वर्ष 2020 के लिए यह अवार्ड केन्द्र सरकार ने प्रत्येक राज्य के रेसीडेंट कमिश्नर के माध्यम से अवार्डी अधिकारियों को दिया जाएगा। इस पुरस्कार में ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र तथा जिले को 10 लाख रुपये का रिवार्ड दिया जाएगा, जिसे कलेक्टर द्वारा लोक कल्याण संबंधी कार्यों में अथवा स्वच्छ भारत मिशन से संबंधित कार्यों में व्यय किया जा सकेगा। विदित है कि लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार देने की शुरूआत वर्ष 2006 में केन्द्र सरकार ने शुरू की थी, जिसमें सम्पूर्ण देश में विभिन्न जिलों अथवा केन्द्र, राज्य सरकार के संगठनों द्वारा किये गये, असाधारण एवं अभिनव कार्यों को पुरस्कृत किया जाता है। राज्य शासन की विभिन्न स्कीम जिसमें स्वच्छ भारत मिशन भी शामिल है, को भी केन्द्र सरकार ने “मिशन मोड" में लागू किया गया था।

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Kolar News 20 April 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 06 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 10 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 266 हो गई है। वहीं, राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार 31वें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी यहां 10 नये संक्रमित मिले थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 7,036 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 06 पॉजिटिव और 7,030 निगेटिव पाए गए, जबकि 41 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.08 रहा। नये मामलों में इंदौर में 5 तथा शिवपुरी में एक नया संक्रमित मिला है, जबकि राज्य के 50 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 31 दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है।   प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 90 लाख 08 हजार 792 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,266 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,487 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 10 मरीज बुधवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 49 से घटकर 45 रह गई। खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 37 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   इधर, प्रदेश में 20 अप्रैल को शाम छह बजे तक 49 हजार 616 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 70 लाख, 55 हजार 861 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 20 April 2022

ग्वालियर। आगामी 30 अप्रैल को शनिचरी अमावस्या है। इस दिन वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण पडऩे जा रहा है। भारत में ग्रहण के स्पर्श और मोक्ष के समय रात्रि होने से यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा। इस ग्रहण का ना ही सूतक, वेध, कर्म, यम, नियम, स्नान, दान, पुण्य आदि की मान्यता नहीं होगी। ज्योतिषाचार्य डॉ.सतीश सोनी ने बताया कि 30 अप्रैल को वैशाख मास की अमावस्या तिथि के दिन शनिचरी अमावस्या पर वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इसके एक दिन पहले 29 अप्रैल को शनि गोचर करके कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि का राशि परिवर्तन भारत को और ज्यादा आत्मनिर्भर बनाएगा। यह अमावस्या शनिवार के दिन होने के कारण शनिचरी अमावस्या का योग बन रहा है। जबकि वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा। उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण की दृश्यता के अनुसार ही सूतक काल का निर्धारण भी किया जाता है। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा और ना ही इसका कोई सूतक काल मान्य होगा। इस बार यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार इसका स्पर्श मध्य रात्रि में 12.15 पर होगा। ग्रहण का मध्य रात्रि में 2.12 बजे पर, वही रात्रि 4.08 बजे मोक्ष होगा। भारत में स्पर्श और मोक्ष के समय रात्रि रहेगी। इससे यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा। इसलिए ग्रहण हेतु वेध, सूतक, स्नान, दान, पुण्य, कर्म, यम, नियम, जप, अनुष्ठान हेतु मान्यता नहीं होगी। यह ग्रहण दक्षिण अमेरिका, दक्षिण पश्चिमी भाग प्रशांत महासागर और दक्षिण ध्रुव में दिखाई देगा।

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Kolar News 19 April 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 10 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके साथ राज्य में अब तक कोरोना के मामलों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 260 हो गई है। राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार 30वें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी है। एक दिन पहले भी यहां पांच नये संक्रमित मिले थे। कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 4,669 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 10 पॉजिटिव और 4,659 निगेटिव पाए गए, जबकि 20 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.2 रही। नये मामलों में सबसे अधिक इंदौर में 4 तथा भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, मुरैना, नरसिंहपुर और सागर में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 45 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 30 दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है। प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 90 लाख 01 हजार 756 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,260 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,477 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 05 मरीज मंगलवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 44 से बढ़कर 49 हो गई है। खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 35 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है। इधर, प्रदेश में 19 अप्रैल को शाम छह बजे तक 20 हजार 671 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 70 लाख, 04 हजार 054 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 19 April 2022

भोपाल। मिनी मुम्बई कहा जाने वाला इंदौर, आलू उत्पादन में भी नई इबारत लिख रहा है। न के बराबर शुगर होने से शुगर-फ्री आलू के नाम से इसकी लोकप्रियता देश ही नहीं विदेश में भी बढ़ रही है। जिले में हर साल 45 हजार हेक्टेयर में लगभग 20 लाख मीट्रिक टन आलू उत्पादन होता है। प्रदेश का ही नहीं, देश का भी प्रमुख आलू उत्पादक जिला होने से इंदौर में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना में आलू का चयन किया गया है।   इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी सुनीता दुबे ने मंगलवार को बताया कि आय-वर्धक होने के कारण किसान बड़ी संख्या में आलू उत्पादन की ओर आकर्षित हो रहे हैं। शुगर-फ्री आलू की चिप्स तलने के बाद लाल नहीं होती, सफेद बनी रहती है। आलू उत्पादन के लिये जिले में किसानों को 25 से 35 लाख रुपये तक का ऋण मुहैया कराया जा रहा है, जिसमें अधिकतम 10 लाख रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में 35 प्रतिशत क्रेडिट लिंक्ड अनुदान पर आलू फसल आधारित नवीन सूक्ष्म उद्योग लगाने की ओर युवा वर्ग प्रेरित हो रहा है। इंदौरी आलू की विशेषताओं के चलते अनेक छोटी कंपनियों के साथ प्रतिष्ठित कंपनियों ने भी इंदौर में कारखाने स्थापित किये हैं।   महू क्षेत्र के ग्राम गवली, पलासिया, जामली, बिचौली, कोदरिया, बड़गोंदा, हरसोला, दतोदा, हासलपुर, मेमदी, कुवाली, मानपुर, टीही, राउ, रंगवासा, कैलोद और मेण में प्रमुख रूप से आलू की खेती की जा रही है। आमतौर पर एक हेक्टेयर में 220 में 240 क्विंटल तक आलू का उत्पादन होता है, लेकिन देपालपुर तहसील के ग्राम चितोड़ा के किसान भरत पटेल ने उन्नत तकनीक अपनाकर प्रति हेक्टेयर 400 क्विंटल आलू उत्पादन में अद्भुत सफलता हासिल की है। उन्होंने 7 वेरायटी का आलू उत्पादन किया।   आलू अनेक गुणों से भरपूर है। इसमें स्वास्थ्य-वर्धक तत्व-विटामिन, आयरन, केल्शियम, मेग्नीज, फास्फोरस आदि होते हैं। त्वचा जलने में आलू का औषधीय प्रयोग होता है। आलू से बनने वाले चिप्स, पापड़, समोसा, कचौड़ी, आलूबड़ा, टिक्की, फ्रेंच फ्राइस और पराठे हर आयुवर्ग में लोकप्रिय हैं।

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Kolar News 19 April 2022

इंदौर/भोपाल। सोशल मीडिया/इलैक्ट्रॉनिक मीडिया एवं कतिपय समाचारों में राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के स्थगन तथा उसके 22 मई 2022 को आयोजन की भ्रामक जानकारी प्रकाशित की गयी है। इस भ्रामक जानकारी का आयोग द्वारा खण्डन किया गया है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा सोमवार को जानकारी दी गई है कि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2021 एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2021 आयोग के वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम (कैलेण्डर) के अनुसार ही 19 जून 2022 को आयोजित की जाना प्रस्तावित है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी का प्रकाशन शीघ्र ही किया जाएगा। आयोग द्वारा जानकारी दी गई है कि राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2020 आगामी 24 अप्रैल 2022 से 29 अप्रैल 2022 तक इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, छिंदवाडा, रतलाम, सतना, शहडोल तथा बड़वानी स्थित परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी। परीक्षा हेतु प्रवेश पत्र आयोग की वेबसाइट www.mponline.gov.in तथा https://mppsc.mp.gov.in पर डाउनलोड हेतु उपलब्ध हैं। राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा-2021 एवं दन्त शल्य चिकित्सक परीक्षा-2022 के अंतर्गत विज्ञापित पदों हेतु 22 मई 2022 को इंदौर, भोपाल, जबलपुर तथा ग्वालियर स्थित परीक्षा केन्द्रों पर वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की ओएमआर आधारित परीक्षा तय कार्यक्रमानुसार ऑफलाइन पद्धति से आयोजित की जाएगी। परीक्षा हेतु प्रवेश पत्र 17 मई 2022 से www.mponline.gov.in तथा https://mppsc.mp.gov.in पर डाउनलोड हेतु उपलब्ध रहेंगे। राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा-2021 के कुछ पदों की शैक्षणिक अर्हता एवं उप पुलिस अधीक्षक (रेडियो) परीक्षा-2021 की शैक्षणिक अर्हता में समानता होने के कारण उप पुलिस अधीक्षक (रेडियो) परीक्षा-2021 के विज्ञापित पदों हेतु परीक्षा 22 मई 2022 को आयोजित नहीं की जा रही है। उप पुलिस अधीक्षक (रेडियो) परीक्षा 2021 की नवीन तिथि यथाशीघ्र घोषित की जाएगी। आयोग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि परीक्षाओं के संबंध में सूचना प्राप्ति हेतु केवल आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित सूचनाओं को ही अधिकृत रूप से मान्य किया जाये। अन्य माध्यमों से प्राप्त जानकारी पर कदापि विश्वास नहीं किया जाये।

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Kolar News 18 April 2022

आगरमालवा। आगरमालवा जिले के वीर सपूत शहीद जवान अरूण शर्मा को सोमवार को उनके गृहग्राम कानड़ में गमगीन माहौल में अंतिम बिदाई दी गई। शहीद के निवास अयोध्या बस्ती से निकली अंतिम यात्रा में उमड़े जनसैलाब में हर कोई अंतिम दर्शन के लिये प्रयासरत था। अंतिमयात्रा में पूरे समय जब तक सूरज चांद रहेगा-अरूण शर्मा का नाम रहेगा तथा अरूण शर्मा अमर रहे के गगन भेदी नारे गूंजते रहे। कानड़ स्थित श्मशाम में शहीद के छोटे भाई वायुसेना में पदस्थ शिवशक्ति और पिता मनोहरलाल शर्मा ने मुखाग्नि दी। पूरे सम्मान के साथ शहीद को पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। इस दौरान नगर में सभी ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे और लोगों ने घरों की छतों से अंतिम दर्शन पुष्प अर्पित किये। बता दें कि सोमवार सुबह निकली अंतिम-यात्रा में क्षैत्रिय सांसद महेन्द्रसिंह सोलंकी, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इसके पूर्व तड़के करीब तीन बजे शहीद की पार्थिव देह एम्बुलेंस से ग्राम कानड़ पहुंची, परिवार की मनःस्थिति को देखते हुए पार्थिव शरीर पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कानड़ में रखा तथा सुबह छह बजे स्थानीय कृषि उपज मंडी प्रांगण में शहीद की पार्थिव देह को लोगों के दर्शनार्थ रखा गया। यहां कलेक्टर अवधेश शर्मा, पुलिस अधीक्षक राकेश सगर के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधियों, आमलोगों व नगरवासियों ने शहीद को श्रृद्धासुमन अर्पित किये। कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने शहीद के परिवार को सांत्वना देते हुए उनके पिता मनोहरलाल शर्मा द्वारा अपने दोनो पुत्रों को देश सेवा में समर्पित करने के निर्णय को साहसिक तथा प्रेरणादायी बताते हुए उन्हें हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। गौरतलब है कि शहीद अरूण का छोटा भाई शिवशक्ति शर्मा भी एयरफोर्स में तैनात है तथा वर्तमान में वह कर्नाटक के बेलगांव में आटो टेक्निकल शाखा में सामरा सेंटर पर अपनी सेवाएं दे रहा है वही इनके पिता पेशे से शिक्षक है। शहीद अरूण का विवाह चार माह पहले एक दिसम्बर को समीपस्थ उज्जैन जिले के ग्राम गुराडिया निवासी शिवानी शर्मा से हुआ था।

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Kolar News 18 April 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। राजधानी भोपाल समेत पूरा प्रदेश तप रहा है। रविवार को राज्य के शहरों का औसत तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य के 29 शहरों में बीते एक सप्ताह से अधिकतम तापमान 43 से 44 डिग्री के आसपास बना हुआ है। इसके साथ तेज हवाएं चलने से कई शहर लू की चपेट में ही। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को लू से बचाव के आसान उपाय बताए हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने सोमवार को बताया कि राजस्थान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है लेकिन मध्य प्रदेश में इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। यहां सूर्य की किरणें ज्यादा समय तक पड़ रही हैं, इसलिए यहां इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान में वृद्धि से हवाएं गर्म हो गई हैं, जिसके कारण लू लगने की आशंका बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लू से बचने के लिए जन सामान्य को ज्यादा समय तक घर में रहने और अनावश्यक बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधीर डेहरिया ने कहा है कि आमजन अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। घर से बाहर निकलते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, खाली पेट घर से बाहर न जायें, इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास पानी जरूर पियें। लू से बचाव के लिए देशी घरेलू उपाय आम का पना, नीबू का पानी एवं प्याज के रस का उपयोग करें। बाहर निकलते समय सूती कपड़े से चेहरा और सर ढककर रखें तथा पानी साथ में जरूर रखें। पहनने के लिए सूती कपड़ों का अधिक उपयोग करें। अगर लू के लक्षण जैसे मितली आने, गला सूखने तथा बुखार का प्रकोप होने जैसा लगे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करके उचित उपचार कराएं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठन्डे वातावरण से गरम या गरम वातावरण से ठण्डे में अचानक न जाने की भी सलाह दी गई है।

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Kolar News 18 April 2022

जबलपुर। प्रसिद्ध पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल रविवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जबलपुर आई हैं। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गीत वहीं है, जो सुनते ही दिल में उतर जाए। पुराने गीतों में एक अलग ही कसक थी। पुराने गीत और भजन सदाबहार हैं। जिसे आज भी सुनकर लोग आनंद से भर जाते हैं, लेकिन वर्तमान में गाए जाने वाले गीत एक समय के बाद याद भी नहीं रहते हैं। पुराने गाने आज भी लोगों की जुबां पर अनायास ही आ जाते हैं, लोग गीतों को गुनगुनाते भी हैं। अनुराधा पौडवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मौजूदा दौर में बालीवुड का कल्चर तेजी से बदल रहा है। कम बजट की फिल्में भी धमाल मचा रही हैं और महंगी से महंगी फिल्में भी फ्लाप हो रही हैं। उन्होंने साउथ की फिल्मों को लेकर कहा कि लोग साउथ की फिल्में भी पंसद कर रहे हैं। उन्होंने कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों को प्रदर्शित करती फिल्म कश्मीर फाइल्स को लेकर कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है, वह ठीक नहीं है। हिंदुओं को जागृत होने की जरूरत है। पत्रकार वार्ता के बाद अनुराधा पौडवाल पाटन रोड स्थित भजन संध्या के निजी कार्यक्रम में पहुंची और यहां उन्होंने धार्मिक भजन, गीतों की प्रस्तुती देकर समां बांध दिया।

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Kolar News 17 April 2022

सागर। नई दिल्ली चलकर भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन आने वाली शदाब्दी एक्सप्रेस में रविवार को बीना स्टेशन के पास अचानक अलार्म अलार्म बजने लगा। इसके बाद ऐहतियात के तौर पर लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी। इस दौरान अफवाह फैल गई कि सी-6 कोच में आग लग गई है। इससे ट्रेन में सवार यात्री दहशद में आ गए। जब रेलवे कर्मचारियों ने फायर सिस्टम की जांच की तो उसमें से चूहा निकला, जिसकी वजह से फायर अलार्म बजा था। इसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। करीब पांच मिनट बाद ही ट्रेन को ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।   जानकारी के मुताबिक, रविवार को सुबह नई दिल्ली से चली ट्रेन क्रमांक 12002 शताब्दी एक्सप्रेस बीना स्टेशन से दोपहर करीब 12:35 बजे तेज रफ्तार में निकली। स्टेशन से निकलते ही कुछ दूरी पर अचानक ट्रेन में फायर अलार्म बज गया। अलार्म को गंभीरता से लेते हुए लोको पायलट और ट्रेन गार्ड ने आपस में चर्चा कर ट्रेन रोक दी। ट्रेन में मौजूद सेफ्टी स्टाफ ने सी-6 कोच में जाकर जांच की तो पता चला कि अलार्म सिस्टम में चूहा घुस गया है। सेफ्टी स्टाफ ने चूहा निकालकर ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी।   रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन करीब 12:35 बजे रुकी और पांच मिनट बाद गंतव्य के लिए रवाना कर दी गई। हालांकि इस दौरान ट्रेन में अफवाह फैल गई कि ट्रेन में शाट सर्किट से आग लग गई है। इस दौरान बहुत से लोग ट्रेन से बाहर आ गए, लेकिन जल्द ही यात्रियों को पता चल गया कि कोच में आग लगने की बात अफवाह है। हकीकत में चूहा की वजह से अलार्म बजा है।   बीना के भारी स्टेशन मास्टर एसके जैन ने बताया कि शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने की जानकारी अफवाह है। वास्तव में ट्रेन के फायर सिस्टम में चूहा घुस गया था, जिससे फायर अलार्म बज गया था। चूहे को बाहर निकालकर ट्रेन पांच मिनट बाद गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।

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Kolar News 17 April 2022

भोपाल। वर्ष 2025 तक क्षय उन्मूलन के लक्ष्य प्राप्ति के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 24 मार्च से 13 अप्रैल तक संचालित किए जा रहे क्षय (टीवी) उन्मूलन महाअभियान में मध्यप्रदेश देश में नंबर वन है। आयुष्मान भारत के चौथे वार्षिक दिवस शनिवार, 16 अप्रैल को वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मध्यप्रदेश को 5 करोड़ से अधिक जनसंख्या वाले राज्यों की श्रेणी में नंबर वन घोषित कर प्रमाण-पत्र दिया।   केंद्र सरकार द्वारा अभियान की समीक्षा की जा रही है। देश के समस्त राज्यों से प्राप्त रिपोर्टिंग एवं आंकड़ों के आधार पर राज्यों को सम्मानित किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया ने देश में 5 करोड़ से अधिक जनसंख्या वाले राज्यों में मध्यप्रदेश को प्रथम स्थान मिलने पर बधाई दी।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ.चौधरी ने अधिकारी-कर्मचारियों को दी बधाई कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने क्षय उन्मूलन अभियान से जुड़े स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विश्व क्षय दिवस के उपलक्ष्य में क्षय उन्मूलन अभियान प्रारंभ किया था। अभियान में प्रदेश के समस्त हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीबी जाँच, उपचार की सुविधाएँ प्रारंभ की।   डॉ. चौधरी ने कहा कि क्षय रोगियों को उच्च-स्तरीय जाँच एवं निदान सुविधा उपलब्ध कराई गई। अभियान में प्रदेश के सभी जिलों में युद्ध स्तर पर कार्य किया जाकर 2 लाख 42 हजार 987 मरीजों की जाँच की गई। खोजे गए 81% क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना का लाभ उपलब्ध करवाया गया।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश के लिए बड़े गर्व की बात है कि मध्यप्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर निरंतर उपलब्धि हासिल कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले माह विश्व क्षय दिवस के उपलक्ष में सब नेशनल सर्टिफिकेशन में प्रदेश के 2 जिले पुरस्कृत हुए थे। उन्होंने कहा कि राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत होने से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मचारियों को प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक क्षय उन्मूलन के लक्ष्य को निश्चित प्राप्त करेंगे।   मुख्यमंत्री ने टीबी मुक्त अभियान में प्रथम आने पर स्वास्थ्य विभाग को दी बधाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में चलाए गए टीबी मुक्त अभियान में 5 करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्यों में मध्यप्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त होने पर स्वास्थ्य विभाग को बधाई दी है। प्रदेश में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स द्वारा अभियान में प्रदेश के 2 लाख 42 हजार लाख मरीजों की जाँच कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई।   केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने देश में 24 मार्च से 13 अप्रैल 2022 तक चलाए गए टीबी मुक्त अभियान में मध्यप्रदेश राज्य को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर शनिवार को ई-प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।   मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में स्वस्थ भारत के संकल्प के साथ स्वस्थ मध्यप्रदेश के निर्माण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मध्यप्रदेश कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

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Kolar News 16 April 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना काल में दो साल बाद पवन पुत्र हनुमान जी का जन्मोत्सव शनिवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी भोपाल में हनुमान मंदिरों में सुबह से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो देर शाम तक जारी रहा। मंदिरों में पवनपुत्र का महाभिषेक किया जा रहा है। भक्त हनुमान जी को चोला चढ़ा रहे हैं। उन्हें पुष्प और मालाएं अर्पित करके पूजा अर्चना कर रहे हैं। आरती गा रहे हैं। इधर, भोपाल में शाम को हनुमान जन्मोत्सव पर पुराने शहर के तलैया इलाके से शोभायात्रा शुरू हो गई है। पुलिस के साये में यह शोभायात्रा निकाली जा रही है। शोभायात्रा मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।   निधारित कार्यक्रम के अनुसार, भोपाल के बुधवारा कालीघाट से शाम 6.00 बजे शोभायात्रा शुरू हुई। इसमें चार हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं। हनुमान भक्त जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं। शोभायात्रा में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा और पूर्व महापौर आलोक शर्मा भी शामिल हुए हैं। विधायक शर्मा ने हनुमान जी की पूजा की। इसके बाद शोभायात्रा शुरू हुई। शोभायात्रा में शामिल हनुमान भक्त श्रद्धालु जय श्रीराम और वन्दे मातरम् के नारे लगा रहे हैं। हालांकि डीजे शुरू होते ही बंद करा दिया गया। शोभायात्रा में शामिल होने के लिए शहर के विभिन्न इलाकों से हनुमान भक्तों का जत्था पहुंच रहा है। लिली टॉकीज से सुल्तानिया अस्पताल तक एक तरफ हनुमान भक्तों का जमावड़ा लगा है। इस कारण ट्रैफिक भी जाम हो गया है।     शोभायात्रा मार्ग की दुकानें बंद करा दी गई हैं। सिर्फ खान-पान की दुकानें ही खुली हैं। तलैया से इकबाल मैदान रोड पर यातायात रोक दिया गया है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए यहां मौजूद सभी मस्जिदों के सामने पुलिस बल तैनात किया गया है। शोभायात्रा में भारी मात्रा में लोग मौजूद हैं। सभी के हाथ में भगवा झंडे हैं। इनमें बड़ी संख्या में बजरंग बली के भक्त भी शामिल हैं। इस दौरान इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात है। सुरक्षा के लिए 600 जवान तैनात किए गए हैं। प्रशासन अलर्ट मोड पर है।     शोभायात्रा चार बत्ती चौराहे से बुधवारा, इतवारा, मंगलवारा, आजाद मार्केट, जुमेराती, घोड़ा नक्कास, नादरा बस स्टैंड होते हुए देर शाम सिंधी कॉलोनी पर पहुंचेगा। हिंदू उत्सव समिति के सदस्यों ने शहर के मंदिरों में जाकर चोला चढ़ाया। इसके साथ ही समिति के सदस्य शोभायात्रा का स्वागत करेंगे।

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Kolar News 16 April 2022

खरगौन। मध्य प्रदेश के खरगौन में रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद लगाए गए कर्फ्यू में लगातार तीसरे दिन शनिवार को सुबह-शाम दो-दो घंटे की ढील दी गई है। यह छूट महिला-पुरुष दोनों के लिए रहेगी। शनिवार सुबह 10 से 12 बजे तक सभी दुकानें खुलीं और लोग जरूरी सामान की खरीदारी करने के लिए अपने घरों से बाहर निकले। धार्मिक स्थल खोलने की परमिशन नहीं दी गई है। इसिलए हनुमान जयंती पर मंदिर सुबह से बंद हैं। शहर में अपराहिन 3 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में ढील रहेगी। इस दौरान दुकानें खुली रहेंगी और लोग खरीदारी कर सकेंगे। लोग सब्जी, फल, दूध, किराना, मेडिकल, इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग, मिठाई और नमकीन शॉप्स खोल सकेंगे। लोगों को गाड़ी ले जाने की परमिशन भी नहीं दी गई है। लोगों को पैदल ही बाजार जाकर खरीदारी करनी पड़ेगी। दुकानों को छोड़कर दूसरे स्थानों पर पांच या इससे ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकेंगे।इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार को भी सुबह-शाम कर्फ्यू में ढील दी गई थी। पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी का कहना है कि खरगौन में अब हालात सामान्य हो रहे हैं। संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है।

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Kolar News 16 April 2022

ग्वालियर। हनुमान जी को कलयुग में सबसे प्रभावशाली देवताओं में एक माना जाता है। हनुमान जी शिवजी के सभी अवतारों में सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं। कोरोना संक्रमण के दो वर्ष बाद शनिवार को हनुमान जी की जयंती शहर में धूमधाम से मनाई जाएगी। इस मौके पर हनुमान मंदिरों पर भव्य आयोजन और भण्डारे भी होंगे। वहीं शहर के हनुमान मंदिरों को भी आकर्षक विद्युत से सजाया गया है।   पहाड़ फटने से प्रकट हुए थे गरगज के हनुमान जी: बहोड़ापुर स्थित गरगज हनुमान मंदिर 100 वर्ष से अधिक पुराना है। मंदिर 10 से 11 फिट की प्रतिमा विराजमान है। इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की गई है यह पहाड़ फटने से प्रकट हुई है। मंदिर के महंत पूर्णानंद शर्मा, पुजारी अशोक शर्मा और अजय शर्मा ने बताया कि हनुमान जंयती पर भगवान का अद्भुत श्रंगार किया गया है। भक्त सुबह से ही भगवान के दर्शन कर सकेंगे। इस मौके पर सुंदरकांड और भजनसंध्या का भी आयोजन होगा। हनुमान जयंती के दूसरे दिन शोभायात्रा भी निकाली जाएगी।   खेड़ापति मंदिर पर लगेगा छप्पन भोग: शहर के प्रमुख मंदिरों में शामिल खेड़ापति हनुमान मंदिर पर शनिवार को हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। मंदिर के महंत सियाराम शर्मा ने बताया कि कोरोना के दो वर्ष बाद हनुमान जयंती मनने से सभी काफी उत्साहित हैं। इस दिन मंदिर पर 56 भोग लगाया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर पर फूल बंगला सजेगा और भगवान का श्रंगार व अभिषेक किया जाएगा। मंदिर पर आने वाले भक्तों के लिए शीतल पेय पदार्थ उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही भण्डारा भी होगा। सुबह पांच बजे आरती उपरांत भक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे।   150 वर्ष पुराना है मंशापूर्ण हनुमान मंदिर: पड़ाव स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर 150 वर्ष पुराना मंदिर है। मंदिर के पुजारी पं. गोपाल दुबे ने बताया कि वैसे तो प्रतिदिन हनुमान जी की तीन आरती की जाती हैं लेकिन हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमान जी की चार आरती की जाएंगी। मंदिर में हनुमान जी की साढ़े चार फीट की प्रतिमा विराजमान है जो बाल रूप में है। हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान का विशेष श्रंगार किया गया है। इस दिन भंडारा भी किया जाएगा। कोरोना का प्रभाव खत्म होने से इस बार हनुमान जयंती बहुत ही धूमधाम से मनाई जाएगी।

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Kolar News 15 April 2022

भोपाल। तीन दिन पहले अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के कारण तापमान में कमी आने से मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी से मामूली राहत मिली है। तापमान में कमी आने से गुरुवार को प्रदेश के किसी भी शहर में लू नहीं चली। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को जम्मू पर बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ जाएगा। इससे शुक्रवार को तापमान वर्तमान स्तर पर लगभग स्थिर रहेगा, जबकि शनिवार से अधिकतम तापमान में फिर बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। उधर गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 43 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा, खरगोन एवं दमोह में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब उत्तर-पूवी उत्तर प्रदेश पर पहुंच गया है। विदर्भ से लेकर कर्नाटक तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। उधर अरब सागर से हवाओं के साथ कुछ नमी अभी भी आ रही है। शुक्रवार को पश्चिमी विभोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ जाने की संभावना है। इससे शनिवार से राजस्थान, गुजरात के साथ ही मप्र में भी अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

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Kolar News 15 April 2022

भोपाल। उज्जैन और संपूर्ण मालवा क्षेत्र की पारेषण क्षमता को मजबूती देने के लिये मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कपंनी ने 400 के.व्ही. का डबल सर्किट फीडर ऊर्जीकृत किया है। यह जानकारी गुरुवार को मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजीनियर सुनील तिवारी ने दी।   उन्होंने बताया कि गत दिवस पावर ग्रिड के हतुनिया इंदौर स्थित 765 के.व्ही. सब-स्टेशन से उज्जैन के ताजपुर स्थित 400 के.व्ही. सब-स्टेशन के बीच नव-निर्मित 400 के.व्ही. के डबल सर्किट फीडर को ऊर्जीकृत किया गया। इससे मालवा के बहुत बड़े क्षेत्र सहित उज्जैन शहर और आसपास के अन्य सब-स्टेशनों से जुडे औद्योगिक और घरेलू उपभोक्ताओं को बहुत लाभ पहुँचेगा। उन्हें अब गुणवतापूर्ण बिजली उचित वोल्टेज लेवल पर प्राप्त हो सकेगी। इस सर्किट के ऊर्जीकृत होने से नागदा क्षेत्र भी लाभान्वित होगा, जिसे अब उज्जैन से भी बिजली सप्लाई प्राप्त करने का एक अतिरिक्त विकल्प मिल गया है।   500 मेगावाट तक मिल सकेगा उज्जैन को पावर इस नई लाइन के प्रारंभ हो जाने से ताजपुर स्थित 400 के.व्ही. सब-स्टेशन उज्जैन को 500 मेगावाट तक का अतिरिक्त पावर मिल सकेगा, जिससे उज्जैन से जुड़े 400 के.व्ही. सब-स्टेशन नागदा, 220 के.व्ही. सब-स्टेशन शंकरापुरा, नलखेडा और बड़ौद तथा 132 के.व्ही. तराना, ज्योति नगर (उज्जैन) तथा 132 के.व्ही. विक्रम उद्योगपुरी सब-स्टेशन को भी लाभ पहॅुचेगा।   उज्जैन की स्थापित पारेषण क्षमता है 438 एम.व्ही.ए. उज्जैन शहर की स्थापित पारेषण क्षमता 438 एम.व्ही.ए. की है। उज्जैन शहर में मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कपंनी अपने चार सब-स्टेशनों के माध्यम से विद्युत आपूर्ति करती है, जिसमें 220 के.व्ही. सब-स्टेशन शंकरापुरा, 132 के.व्ही. सब-स्टेशन ज्योति नगर, 132 के.व्ही. सब-स्टेशन रतडिया (मुल्लापुरा) तथा 132 के.व्ही. सब-स्टेशन भैरूगढ़ शामिल है।   उज्जैन में 150 मेगावाट तक जाती है बिजली की डिमांड उज्जैन शहर में फिलहाल ट्रांसमिशन कंपनी लगभग 90 से 100 मेगावाट विद्युत आपूर्ति कर रही है। गर्मी का सीजन बढ़ने से यह डिमांड डेढ़ गुनी तक जाने की संभावना है, जिसे पूरा करने मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कपंनी की पूरी तैयारी है।

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Kolar News 14 April 2022

झाबुआ। जिले के मेघनगर जनपद क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम देवीगढ़ में चैत्र शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि से वैशाख कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि तक आयोजित पांच दिवसीय श्रीस्वयंभू माता मेला गुरुवार प्रातः काल माताजी की पूजा अर्चना एवं महाआरती के बाद आरम्भ हुआ। कोरोना महामारी के दौरान दो वर्षों तक मेला स्थगित रहने के बाद इस वर्ष फिर से शुरू हुए इस मेले में भारी उत्साह देखा गया है। मेले के आयोजन के पूर्व नवरात्र में परम्परागत रूप से होने वाला अनुष्ठान एवं यज्ञ एक कर्म कांडी ब्राह्मण द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में देवीगढ़ ग्राम के ग्रामीणों सहित नगरीय क्षेत्र से आए लोग मौजूद थे। चैत्र मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के अवसर पर स्वयंभू माताजी के दर्शनार्थ एवं इस अवसर पर आयोजित मेले में सम्मिलित होने हेतु झाबुआ एवं आलीराजपुर जिले सहित मालवा क्षेत्र एवं गुजरात और राजस्थान प्रान्त से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का देवीगढ़ पहुंचना होता है। ग्राम पंचायत देवीगढ़ एवं मेला समिति द्वारा मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए हेतु व्यापक रूप से प्रबन्ध किए गए हैं। स्वयंभू माता का मन्दिर पद्मावती नदी के तट पर करीब 400फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। प्राचीन काल में देवी का उक्त स्थान तंत्र साधना के एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में जाना जाता था। नवरात्र में यहां अब भी परम्परागत रूप से अनुष्ठान किया जाता है। किंवदंती है कि ग्राम के एक ग्रामीण को नवरात्र में देवी के दर्शन हुए थे, और देवी के द्वारा पद्मावती नदी तट पर स्थित पहाड़ी के शिखर पर प्रतिमा के रूप में होने एवं प्रतिमा के उसी स्थान पर प्रतिष्ठित किए जाने हेतु निर्देश दिया गया था। उसी अनुसार ग्रामीणों ने उस स्थान पर खुदाई की, तो माताजी की प्रतिमा निकली। अतः देवी को स्वयंभू कहा जाने लगा और अपभ्रंश होकर शंभूमाता के रूप में यह स्थान सुविख्यात हुआ। बाद में देवीगढ़ ग्राम के ग्रामीणों द्वारा पहाड़ी पर एक चबूतरा बना कर वहां प्रतिमा स्थापित कर दी गई। पहाड़ी की तलहटी में एक प्राकृतिक गुफा है, जो शेर के आवास के रूप में जाना जाता है। ग्रामीण जनों का कहना है कि इस स्थान पर नवरात्र में अब भी मंदिर स्थान पर शेर आता है। देवीगढ़ ग्राम के ग्रामीणों के अनुसार स्वयंभू माता मंदिर स्थान पर मेले की शुरुआत करीब एक सदी पूर्व राजा उदय सिंह द्वारा की गई। मेले के दौरान राजा उदय सिंह स्वयं माताजी के दर्शनार्थ आया करते थे।   शंभूमाता मन्दिर सेवा समिति के मुख्य सेवादार अशोक अरोड़ा ने बताया कि माताजी का यह स्थान प्राचीन काल से ही धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व का स्थान रखता है। मेले के अवसर पर जिले सहित समीपवर्ती गुजरात एवं राजस्थान सीमा से लगे आंचलिक क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का यहां आना होता है। मेले में आने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो, इस हेतु ग्राम पंचायत एवं मेला समिति द्वारा प्रतिवर्ष उचित प्रबंध किए जाते हैं।

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Kolar News 14 April 2022

चौधरी मदन मोहन 'समर'   कल रिलीव हो गया। परसों नई जगह ज्वाइन भी कर लूंगा। जिंदगी के दिन हमेशा की तरह करवट बदलकर अपने नए पथ नई जगह पर नए तौर-तरीकों से उदय-अस्त होने लगेंगे।    लगभग सवा पांच साल तक मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल में शिक्षक की भूमिका से पुनः मैदान में वर्दी के उत्तरदायित्व निभाने चला हूँ। 30 वर्ष विभिन्न थानों का प्रभारी रहा, वह भूमिका भी बदल चुकी है। अब थानों का दिक़दर्शक रहूंगा, अपने अनुभव साझा करूंगा साथियों के साथ एसडीओपी के रूप में। (इस पद को कई प्रदेशों में सीओ भी कहते हैं। महानगरों में यह एसीपी कहलाता है।)  एसडीओपी सुहागपुर जिला नर्मदापुरम (होशंगाबाद) अकादमी में बिताए दिन मेरे लिए विशेष स्मरणीय दिन रहेंगे। यहां पर मेरे वरिष्ठ अधिकारी हों अथवा मेरे समकक्ष साथी या मेरे कनिष्ठ सहयोगी, एक परिवार की तरह हमलोग रहे। सबका स्नेह मिला। सच बताऊँ यह सिर्फ कहने अथवा औपचारिक नहीं मेरे हृदय से कहा सच है, जो सम्मान मुझे यहां पर मिला है वह पूरा आकाश भर है। रत्तीभर भी कम नहीं।यहां हमारे आवासीय परिसर में रहने वाले परिवार मेरे अपने परिवार थे।तीज-त्यौहार पर उत्साह और उल्लास हमने मनाया। वर्ष में दो बार आने वाले नवरात्रि पर्व पर हमने ग्यारह बार मेरे घर महोत्सव का आनन्द लिया। हर परिवार मुझे मेरा कुल-गोत्र लगा। बहुत कुछ पाया यहां मैंने। जीवन भर के लिए स्नेहिल और मधुर रिश्ते,  उनकी मिठास और अपनापन। किसका नाम लूँ विशेष रूप से। सभी तो अपने से भी बढ़ कर लगे। अकादमी में प्रशिक्षण हेतु मैं क्या योगदान दे पाया यह तो पता नहीं लेकिन 256 युवा उप पुलिस अधीक्षक, 1000 से अधिक उपनिरीक्षक, साथ ही विभिन्न कोर्स में आने वाले अनेक साथी मेरी स्मृतियों में रहेंगे। पूरे प्रदेश में मैं मौजूद हूँ मेरे इन साथियों के संग। मैं अपनी उस हर त्रुटि अथवा धृष्टता के लिए क्षमा चाहूंगा जो मुझसे किसी के प्रति हुई हो। मेरा AIG-7 का पता, जो अब बदल जायेगा का आंगन, इसमें मेरे साथ मुस्कुराने वाले पेड़-पौधे, गाने वाली गौरैया, मैना, बुलबुल, तोते, और तमाम पक्षी मुझे गुदगुदाते रहेंगे।आम अमरूद चीकू पपीते कटहल जामुन नींबू हमेशा फलते फूलते रहेंगे झूमकर। विदा भौरी, विदा अकादमी। लेकिन अलविदा नहीं। आता रहूंगा किसी न किसी रूप में।

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Kolar News 14 April 2022

जबलपुर। मध्यप्रदेश में अधिवक्ताओं के सबसे बड़े संगठन हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में कुल 58 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन दाखिल किए हैं। बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच गई। अब 14 अप्रैल को नाम वापसी के बाद तय होगा कि असल में मुख्य मुकाबले में कितने प्रत्याशी बचे हैं।   मुख्य चुनाव अधिकारी वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश उपाध्याय के मुताबिक 58 नामांकन फॉर्म भरे गए हैं। इसमें अध्यक्ष पद के लिए 5, उपाध्यक्ष पद के लिए 9 , सचिव पद के लिए 8 , कोषाध्यक्ष पद के लिए 7 , सह सचिव पद के लिए 6, पुस्तकालय इंचार्ज के लिए 6 और कार्यकारिणी सदस्य के लिए 18 लोगों ने नामांकन फॉर्म भरा है। बुधवार को नामांकन फार्मों की जांच की गई, जबकि 14 अप्रैल को प्रत्याशी अपने नाम वापस ले सकते हैं। इसके बाद 25 अप्रैल को मतदान होगा। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में 2718 अधिवक्ता मतदाता में हिस्सा में लेंगे। चुनाव मतदान हाईकोर्ट के सिल्वर जुबली हॉल में कराया जाएगा।   अध्यक्ष पद के प्रत्याशी   मनीष तिवारी, संजय वर्मा, निर्मला नायक, उमाकान्त शर्मा, आनन्द कृष्ण त्रिवेदी।   उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी   आशीष तिवारी, अनिल लाला, के. के. कुशवाहा, नरेन्द्र कुमार शर्मा, शंभू दयाल गुप्ता, प्रशांत अवस्थी, सुशील मिश्रा, रघुवर प्रसाद प्रजापति, प्रमेन्द्र सेन।   सचिव पद के प्रत्याशी   राहुल रावत, सम्पूर्ण तिवारी, पी.के. मिश्रा, वीरेन्द्र दुबे, सुरेन्द्र वर्मा, पारितोष त्रिवेदी, अमित जैन, असीम त्रिवेदी।

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Kolar News 13 April 2022

ग्वालियर। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पिछले दो दिन में अधिकतम तापमान में 2.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। जिससे लू की स्थिति से राहत बनी हुई है लेकिन पिछले दो दिन में न्यूनतम तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस का उछाल आने से रात में गर्मी का असर बढ़ गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन में अधिकतम तापमान में लगभग दो डिग्री सेल्सियस की और गिरावट हो सकती है लेकिन 16 अपै्रल से अधिकतम तापमान में फिर से वृद्धि होने की संभावना है। यहां बता दें कि पिछले दिनों ग्वालियर शहर में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के नजदीक पहुंच गया था जिससे तीव्र लू की स्थिति निर्मित हो गई थी लेकिन पिछले दो दिन से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। बीते मंगलवार को शहर के आसमान में आंशिक बादल थे लेकिन बुधवार को मौसम शुष्क रहा। जिससे धूप भी काफी तेज निकली। साथ ही लगभग पांच किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिमी हवाएं भी चलती रहीं। बावजूद इसके तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। स्थानीय मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब और उससे सटे मध्य पाकिस्तान में प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों मौसम प्रणालियों के प्रभाव से पश्चिमी हवाओं में ज्यादा गर्माहट नहीं है। इसके चलते अगले दो दिन में अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की और गिरावट हो सकती है लेकिन न्यूनतम तापमान में आंशिक वृद्धि की संभावना है। 15 या 16 अपै्रल को इन दोनों मौसम प्रणालियों का प्रभाव समाप्त हो जाएगा। इसके बाद अधिकतम तापमान में फिर से वृद्धि होगी। जिससे भीषण गर्मी के साथ एक बार फिर लू की स्थिति निर्मित हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में बुधवार को अधिकतम तापमान 1.0 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 2.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 4.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 23 और शाम को 21 प्रतिशत दर्ज की गई।

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Kolar News 13 April 2022

बैतूल। इटारसी-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 69 पर ग्राम सुखतवा में 138 पहिये के ट्राले से टूटा सुखतवा नदी पुल पर प्रशासन द्वारा अस्थाई रपटा तैयार कर यात्री बसों का आवागमन भी शुरू कर दिया गया है, जिससे अब यात्रियों को इटारसी, नर्मदापुरम या भोपाल जाने के लिए 94 किलोमीटर का फेरा नहीं लगाना पड़ेगा। हालांकि, अभी इस रपटे से बड़े ट्रक, ट्राले, कण्टेनर सहित अन्य लगेज वाहनों के निकलने की अनुमति नहीं मिली है, जिससे इन बड़े लगेज वाहनों को बैतूल से होशंगाबाद पहुंचने में 94 किलोमीटर का फेर लगाना पड़ रहा है। फिर भी दो पहिया, चौपहिया वाहनों के साथ ही यात्री बसों के निकलने से राहत है।   उल्लेखनीय है कि बीते रविवार को 130 टन वजन की मशीन लेकर हैदराबाद से इटारसी जा रहे 138 पहिए वाले ट्राले के गुजरने के दौरान सुखतवा नदी पर बना 158 साल पुराना ब्रिटिशकालीन पुल टूट गया था, जिससे ट्राला सहित मशीन भी लगभग 40 फीट नीचे गिर गई थी। उक्त पुल टूटने के बाद नागपुर-भोपाल के बीच सीधा सड़क संपर्क टूट गया था। पुल टूटने के बाद रविवार दोपहर से ही यातायात बाधित चल रहा था। होशंगाबाद जिला प्रशासन और एनएचएआई ने सेना की मदद से अस्थाई रपटा निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया। इसके बाद सोमवार शाम को सुखतवा नदी में मुरम और पाईप की सहायता से अस्थाई सड़क बना दी थी। मुरम के इस अस्थाई रास्ते पर पुल में लगने वाली सीमेंट की मोटी गडर भी बिछा दी गई।   इसके बाद पुल से यात्री बसों की आवाजाही शुरू कर दी गई है। बुधवार को सुबह से ही अस्थाई रपटे से छोटे वाहनों के साथ-साथ यात्री बसें भी निकलने लगी। बसों का आवागमन शुरू होने से भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम से बैतूल, नागपुर, अमरावती, आकोला की ओर आने-जाने वाली यात्री बसों का संचालन शुरू हो गया। बसे समय से चलना शुरू हो गई जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।   हालांकि, अभी सुखतवा नदी पर बने अस्थाई पुल से बड़े लगेज वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं की गई है। जिससे बैतूल से होशंगाबाद, भोपाल की ओर आने-जाने वाले बड़े लगेज वाहन ट्रक, ट्राला, कंटेनर आदि बैतूल से चिचोली, ढेकना, टिमरनी, सिवनी मालवा होते हुए नर्मदापुरम और सिवनी मालवा से औबेदुल्लागंज होते हुए भोपाल पहुंच रहे हैं। इससे उन्हें 94 किलोमीटर का फेर लगाना पड़ा। लगेज वाहनों को 94 किलोमीटर अधिक दूरी तय करने से ट्रक ऑपरेटर्स ने भाड़ा भी बढ़ा दिया है।

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Kolar News 13 April 2022

(प्रवीण कक्कड़) राज्य सरकार की जितनी सेवाएं होती हैं, उनमें पुलिस का एक खास महत्व है। हम चाहें या ना चाहें पुलिस हमारे सामाजिक जीवन के हर हिस्से से जुड़ी है। स्कूल की परीक्षाएं कराने से लेकर राजनैतिक समारोह तक सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के पास ही है। परिवार का छोटा सा झगड़ा हो या बदमाशों का गैंगवार, मामला निपटाने की जिम्मेदारी अंततः पुलिस पर आती है। समाज में जिस तरह से छोटी-छोटी बातों को लेकर लोग ज्यादा उग्र होने लगे हैं, उसे देखते हुए पुलिस की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञ इन समस्याओं और उनके प्रसार से लंबे समय से अवगत हैं। इसीलिए पुलिस सुधार की बात एक अरसे से चल रही है। पुलिस सुधार का मतलब क्या है? क्या पुलिस वालों के काम के तरीके को बदल देना? लेकिन इसमें कितना बदलाव आ सकता है, क्योंकि उनका मूल काम तो अपराध नियंत्रण का रहेगा ही। इसका मतलब है कि पुलिस सुधार का अर्थ कहीं व्यापक है। सबसे पहले तो यह देखना होगा कि पुलिस के ऊपर कहीं काम का ज्यादा बोझ तो नहीं है। राष्ट्रीय परिदृश्य पर गौर करें तो राज्य पुलिस बलों में 24% रिक्तियां हैं (लगभग 5.5 लाख रिक्तियां)। यानी जहां 100 पुलिस वाले हमारे पास होने चाहिए वहां 76 पुलिस वाले ही उपलब्ध हैं। हर एक लाख व्यक्ति पर पुलिसकर्मियों की स्वीकृत संख्या 181 है, उनकी वास्तविक संख्या 137 है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र के मानक के अनुसार एक लाख व्यक्तियों पर 222 पुलिसकर्मी होने चाहिए। इस तरह गौर करें तो राष्ट्रीय मानक से तो हम पीछे हैं ही अंतर्राष्ट्रीय मानक से तो बहुत पीछे हैं। राज्य पुलिस बलों में 86% कॉन्स्टेबल हैं। अपने सेवा काल में कॉन्स्टेबलों की आम तौर पर एक बार पदोन्नति होती है और सामान्यतः वे हेड कॉन्स्टेबल के पद पर ही रिटायर होते हैं। इससे वे अच्छा प्रदर्शन करने को प्रोत्साहित नहीं हो पाते।  एक तथ्य और महत्वपूर्ण है। राज्य सरकारों को पुलिस बल पर राज्य के बजट का 3% हिस्सा खर्च करना चाहिए जो कि अभी नहीं हो रहा है। राज्य पुलिस पर कानून एवं व्यवस्था तथा अपराधों की जांच करने की जिम्मेदारी होती है, जबकि केंद्रीय बल खुफिया और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विषयों (जैसे उग्रवाद) में उनकी सहायता करते हैं। जब दोनों के काम लगभग समान है तो बजट भी समान होना चाहिए। यह तो वे पक्ष हुए जो यह बताते हैं कि पुलिस वालों को प्रशासन की और बेहतर कृपा दृष्टि की जरूरत है। अच्छी तरह से काम करने के लिए उन्हें बेहतर संसाधन चाहिए। दूसरा पक्ष भी बड़ा महत्वपूर्ण है। सेना में भर्ती होने वाले लोगों के लिए चाहे वे सैनिक हों या उच्चाधिकारी बहुत सारी मानवीय सुविधाएं होती हैं। ऑफिसर्स मैस होगा, सैनिक स्कूल, अस्पताल खेल कूद और व्यायाम के लिए पार्क और बड़े पैमाने पर शारीरिक व्यायाम की सुविधा होती है। इसके अलावा खेलों में सेना के जवानों का विशेष प्रतिनिधित्व हो सके इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाते हैं। मेजर ध्यानचंद जैसे महान खिलाड़ी इसी व्यवस्था से हमें प्राप्त हुए हैं। निश्चित तौर पर सेना की जिम्मेदारी बड़ी है और उसे सरहदों पर देश की रक्षा करनी होती है। लेकिन पुलिस की जिम्मेदारी भी कम नहीं है, उसे तो रात दिन बिना अवकाश के समाज की कानून व्यवस्था को बना कर चलना होता है। उसे अपने कानूनी दायित्व के साथ इस विवेक का परिचय भी देना होता है कि समाज में किसी तरह की अशांति ना फैले और बहुत संभव हो तो दो पक्षों का झगड़ा आपस की बातचीत से समाप्त हो जाए। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि पुलिस के काम पर लगातार राजनीतिक नेतृत्व का एक खास किस्म का दबाव तो बना ही रहता है। ऐसे में पुलिस वालों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त उपाय करना पुलिस सुधार की पहली सीढ़ी होनी चाहिए।  दूसरी बात यह होनी चाहिए कि भले ही कोई कांस्टेबल स्तर से भर्ती हुआ हो, लेकिन अगर वह पर्याप्त शैक्षणिक योग्यता हासिल कर लेता है तो इस तरह की परीक्षाएं उसे उपलब्ध हों जिससे वह शीर्ष पद तक पहुंच सके। अभी जिस तरह की पुलिस लाइन बनी हुई है, उनमें बहुत से सुधार की आवश्यकता है। उनकी क्षमता भी इतनी नहीं है कि एक शहर में पदस्थ सारे पुलिस वाले वहां रह सकें। ऐसे में पुलिस के लिए नए आवासों के निर्माण के बारे में ध्यान से सोचना चाहिए। पुलिस कर्मियों के बच्चे अच्छे स्कूलों में शिक्षा ले सकें, इसलिए सैनिक स्कूल के मुकाबले के स्कूल खोले जाने चाहिए। यहां न सिर्फ कक्षा की पढ़ाई होनी चाहिए बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी होनी चाहिए। राज्य पुलिस में अब पहले की तुलना में महिलाओं का योगदान बढ़ा है। पुलिस सेवा का पूर्व अधिकारी होने के नाते मैं अपने अनुभव से जानता हूं की महिलाओं के लिए पुलिस की नौकरी करना पुरुषों की अपेक्षा कठिन है। दिन भर धूप में खड़े रहना, धरना प्रदर्शन आदि को नियंत्रित करना और पुरुष पुलिस कर्मियों के साथ अपराध के स्थानों पर जाकर अपराध को नियंत्रण करना। भारत के पितृसत्तात्मक समाज में महिलाओं को किस तरह की तकलीफों का सामना करना पड़ता है, इसे हम स्वीकार करें या ना करें, लेकिन समझ तो सकते ही हैं। खासकर ट्रैफिक पुलिस में बड़े पैमाने पर चौराहों पर ड्यूटी करती हुई महिला पुलिसकर्मी आपको मिल जाएंगी। किसी का चालान काटना, उसे ट्रैफिक नियमों का पालन करने की बात समझाना, इन मामलों में उन्हें वाहन चालकों के साथ कई तरह की बहस में पड़ना पड़ता है। इन सब परिस्थितियों से निपटने के लिए पुलिस के पुरुष और महिला कर्मचारियों की विशेष ट्रेनिंग होनी चाहिए। यह ट्रेनिंग इस तरह की ना हो कि नौकरी में भर्ती समय हो गई और बाकी समय वह पुराने ढर्रे पर काम करते रहें। कम से कम 6 महीने या 1 साल में हर बार नई परिस्थितियों के अनुसार विशेष ट्रेनिंग होनी चाहिए। पुलिस सुधार के यह वे पहलू हैं, जिनमें पुलिस को सक्षम बनाने के रास्ते बताए गए हैं। पुलिस के कामकाज में ऐसे बदलाव किस तरह किए जाएं कि जनता में पुलिस के प्रति समरसता का भाव उत्पन्न हो उसकी चर्चा हम इस लेख के दूसरे भाग में करेंगे।

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Kolar News 13 April 2022

भोपाल। देश में अपनी तरह के सबसे पहले एवं सबसे आधुनिक रेडियो फ्रीक्वैंसी स्मार्ट मीटर का विशाल प्रोजेक्ट संचालित करने वाली मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी को देश का प्रतिष्ठित स्कॉच सिल्वर अवॉर्ड मिला है। इसकी घोषणा मंगलवार की शाम को की गई। इस अवॉर्ड की दौड़ में देश की विभिन्न बिजली कंपनियां, राज्यों के ऊर्जा विभाग, बैंक, शासकीय सेवा उपलब्ध कराने वाली संस्थाएं और तकनीकी संस्थाएं आदि शामिल थीं। पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने श्रेष्ठ सेवाओं, योजना के कार्यों की स्कॉच टीम के साथ सर्वोत्तम प्रस्तुति, वोटिंग एवं अन्य मापदंडों को पूरा करते हुए सिल्वर अवॉर्ड़ हासिल किया है।   इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिलने पर मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने स्मार्ट मीटर योजना के मुख्य अभियंता एसआर बमनके, अधीक्षण अभियंता डीएस चौहान, सेंट्रलाइज्ड स्मार्ट मीटर कंट्रोल सेंटर प्रभारी नवीन गुप्ता और पूरी टीम को बधाई दी है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि कंपनी का महू शत-प्रतिशत स्मार्ट मीटर वाला मप्र का पहला शहर है, वहीं इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, खरगोन आदि में अब तक पौने तीन लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।

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Kolar News 12 April 2022

भोपाल। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों एवं पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण-2022 का संशोधित कार्यक्रम जारी किया गया है। अब मतदाता सूची का सार्वजनिक प्रकाशन 10 मई 2022 को होगा। राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने मंगलवार को जानकरी दी है कि 11 अप्रैल 2022 तक प्राप्त दावे-आपत्तियों का निराकरण 16 अप्रैल तक किया जाएगा। फोटोयुक्त मतदाता सूची का निहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 10 मई 2022 को किया जायेगा। पूर्व में मतदाता सूची का प्रकाशन 25 अप्रैल 2022 को किया जाना था।

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Kolar News 12 April 2022

ग्वालियर। जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सहित अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय चार मौसम प्रणालियों के प्रभाव से आसमान में आंशिक बादल छा गए हैं। जिससे मंगलवार को अधिकतम तापमान में 1.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही आज लू का प्रभाव भी नहीं था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक लू से राहत बनी रहेगी। इस दौरान तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी हो सकती है। यहां बता दें कि पिछले करीब एक पखवाड़े से मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं होने से शुष्क मौसम के चलते सूरज की तपन और पछुआ गर्म हवाओं के संयुक्त प्रभाव से ग्वालियर-चम्बल अंचल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाके भीषण गर्मी और लू की चपेट में थे। इस दौरान ग्वालियर में सीवियर हीट वेव यानी तीव्र लू की स्थिति भी निर्मित हो गई थी लेकिन मंगलवार को मौसम में आंशिक बदलाव देखने को मिला। दिन भर आंशिक बादल छाए रहने से पिछले दिनों की अपेक्षा आज सूरज के तेवर कुछ नरम बने रहे। हालांकि पिछले दिनों की तरह आज भी हवाएं उत्तर-पश्चिमी चलीं। जिनकी गति लगभग चार किलोमीटर प्रति घंटा थी लेकिन हवाओं में पिछले दिनों जैसी गर्माहट नहीं थी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 3.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 24 और शाम को 27 प्रतिशत दर्ज की गई। इस कारण हुई तापमान में गिरावट: स्थानीय मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। जिसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान में प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे सटे बिहार में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ। इसके साथ ही बिहार से पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश होते हुए विदर्भ तक एक द्रोणिका लाइन भी गुजर रही है। इन चार मौसम प्रणालियों के प्रभाव से ग्वालियर-चम्बल में आंशिक बादल छा गए हैं लेकिन बारिश की संभावना कम है। उन्होंने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से अगले तीन दिन तक भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से राहत बनी रहेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है जबकि न्यूनतम तापमान में आंशिक वृद्धि संभव है। आगामी 15 अपै्रल को इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव समाप्त होने के बाद अधिकतम तापमान में फिर से वृद्धि होगी और गर्मी व लू का प्रकोप बढ़ेगा।

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Kolar News 12 April 2022

भोपाल। केन्द्रीय भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा सोमवार को राजधानी भोपाल के पलाश रेजीडेंसी में प्रदेश के ईट स्मार्ट सिटीज के पुरस्कृत 4 नगर के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र एवं स्मारिका प्रदान कर सम्मानित किया गया। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विजेता शहरों सागर, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन को बधाई दी है।   इस मौके पर प्रमुख सचिव नागरिक आपूर्ति फ़ैज़ अहमद किदवई, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं और सचिव लोक स्वास्थ एवं परिवार कल्याण डॉ. सुदाम खाड़े और विशिष्ट रूप से एफएसएसएआई की क्षेत्रीय संचालक प्रीति चौधरी उपस्थित थी। सभी ने देश में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मध्यप्रदेश के विजेता शहर इंदौर, जबलपुर, सागर तथा उज्जैन में किये गये कार्यों की प्रशंसा की। उल्लेखनीय है कि केवल मध्यप्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसके 4 शहर इंदौर, जबलपुर, सागर और उज्जैन ने देश के टॉप 11 विजेताओं में स्थान अर्जित किया है। पुरस्कृत शहरों को 50-50 लाख रुपये की अवार्ड राशि मिलेगी और जुलाई 2022 में बर्मिंघम (इंग्लैंड) में भागीदारी का अवसर प्राप्त होगा।   बता दें कि ईट स्मार्ट सिटीज़ चैलेंज प्रतियोगिता में देश से कुल 104 शहरों ने भाग लिया। इसमें से विभिन्न राज्यों के मात्र 11 शहर विजेता घोषित किए गए। मध्यप्रदेश के सर्वाधिक 4 शहरों ने ईट स्मार्ट सिटीज चैलेंज प्रतियोगिता में विजेता बनकर संपूर्ण देश में मध्यप्रदेश का मान बढ़ाया है। इस प्रकार मध्यप्रदेश ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज में देश में प्रथम स्थान पर है।   सागर के अटल पार्क का नाम हुआ देश में रोशन : मंत्री सिंह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विजेता शहरों को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता और गुणवत्ता के कड़े पैमाने पर खरे उतरे इन शहरों ने अपने अथक प्रयासों से यह सफलता हासिल की है। इस सफलता के साथ ही सागर के अटल पार्क का नाम भी संपूर्ण देश में रोशन हुआ है।   मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया है कि फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया तथा मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स द्वारा आयोजित की गई ईट स्मार्ट सिटीज़ प्रतियोगिता में विजयी शहर को 50 लाख की अवार्ड राशि प्राप्त होगी। साथ ही इन शहरों को जुलाई 2022 में बर्मिंघम इंग्लैंड में भागीदारी का अवसर भी मिलेगा।

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Kolar News 11 April 2022

रतलाम। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम द्वारा जनसामान्य के स्वास्थ्य हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाए रखने के लिए रतलाम जिले की संपूर्ण राजस्व सीमा क्षेत्र में धारा 144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए गए हैं। सोमवार को लागू किए गए आदेशों के तहत रतलाम जिले की संपूर्ण राजस्व सीमा क्षेत्र अन्तर्गत समस्त होटल, लाज, सराय आदि में समस्त यात्रियों, व्यक्तियों के परिचय पत्र (आई.डी. कार्ड) प्राप्त कर पृथक से पंजी संधारित की जाकर संदेहास्पद होने पर संबंधित पुलिस थाने को सूचित करने, जिले की राजस्व सीमा क्षेत्र अन्तर्गत मकान मालिक अपने किरायेदार की, व्यवसायी अपने कर्मचारियों कारीगरों जो बाहरी क्षेत्र (अन्यत्र जिला एवं राज्य) के निवासी है, की निर्धारित प्रोफार्मा में जानकारी भरकर मय चरित्र प्रमाण के क्षेत्र के थाना प्रभारी को एक सप्ताह में देने के लिए बाध्य होगा। घरेलू नौकर को रखने वाले व्यक्तियों के लिए तथा प्रायवेट होस्टल संचालक स्वयं की व कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी मय परिचय पत्र की छायाप्रति के साथएक सप्ताह में निर्धारित प्रोफार्मा ने संबंधित थाने में देना अनिवार्य होगा। किसी भी धार्मिक स्थल जैसे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च, स्थानक आदि स्थानों पर बाहर से आकर रहने वाले व्यक्तियों एवं लंबे समय (5 दिवस से अधिक) रुक कर धार्मिक प्रवचन देने वाले व्यक्तियों की जानकारी मय आईडी प्रुफ के संबंधित धार्मिक स्थल के संचालक को 24 घंटे में संबंधित पुलिस थाने को देना अनिवार्य होगा। सभी होटलों, लाज, धर्मशाला आदि में सीसी टीवी लगाना अनिवार्य है। उक्त आदेश आगामी दो माह तक प्रभावशील रहेगा तथा उक्त प्रभावशील अवधि में इस आदेश का उल्लंघन धारा 188 भारतीय दण्ड विधान अन्तर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आएगा।

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Kolar News 11 April 2022

अनूपपुर। छत्तीसगढ़ के मरवाही वन परिक्षेत्र से 1 अप्रैल को आए तीन हाथियों के समूह 11वें दिन सोमवार को अनूपपुर वन मंडल के जैतहरी से राजेंद्रग्राम वन परीक्षेत्र के जंगलों तथा ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरता हुआ वन परीक्षेत्र अहिरगवा के जंगलों में विचरण कर रहा है। इससे पहले रविवार की रात हाथियों के समूह ने ग्राम खमरौध के तीन ग्रामीणों के कच्चे मकानों में तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखें सामग्रियों को अपना आहार बनाया। इसके बाद सोमवार सुबह इन हाथियों अहिरगवा बीट के वन चौकी के पीछे जंगल में अपना डेरा जमाया है।   हाथियों का समूह शनिवार को वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम से विचरण करता हुआ रविवार की सुबह वन क्षेत्र अहिरगवा के तरंग गांव में जोहिला नदी के किनारे पूरे दिन आराम करने बाद देर शाम जोहिला नदी के किनारे कातुरदोना पहुंचा जहां समनू बैगा के कच्चे मकान को तोड़कर घर के अंदर रखा अनाज को बाहर निकालकर खाया व बाड़ी में लगे कटहल को अपना अहार बनाया। ग्रामीणों द्वारा हल्ला के कारण हाथियों का समूह खमरौध ग्राम पंचायत में जंगल के किनारे बसे छापीटोला में इंद्रपाल पिता लालमन सिंह गौड़ का मकान तोड़कर घर के अंदर रखे मसूर धान की फसल को खाते हुए प्यारेलाल बैगा, राजू सिंह के मकान को भी नुकसान पहुंचाया। बैगानटोला होते हुए लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय कर सोमवार की सुबह अहिरगवा बीट के वन चौकी के पीछे अहिरगवा पथखई घाट के बीच जंगल में अपना डेरा जमाए हुए हैं। हाथियों के समूह के निरंतर विचरण से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी अहिरगवा अविचल त्रिपाठी, परिक्षेत्र सहायक अहिरगवा राजू केवट, परिक्षेत्र सहायक पडमनिया देवेंद्र पांडे, परिक्षेत्र सहायक खरसोल जे,पी,साहू सहित वनरक्षको व सुरक्षा श्रमिक,ग्रामीणों के साथ मिलकर हाथियों पर नजर बनाए हुए हैं।   वन विभाग प्रशासन एवं पुलिस के द्वारा आम जनों से हाथी विचरण क्षेत्रों में दिन या रात में नहीं जाने जंगल व जंगल के किनारे स्थित कच्चे मकानों में ना रहने के साथ हाथियों से दूरी बनाए रखने की अपील करते हुए मुनादी भी कराई जा रही हैं। वन मंडला अधिकारी अनूपपुर डॉ,एए अंसारी, उप वन मंडल अधिकारी राजेंद्रग्राम मान सिंह मरावी ने वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों से आमजन की सुरक्षा को देखते हुए हाथियों के समूह के साथ ग्रामीणों को उनकी सुरक्षा के लिए निरंतर निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। हाथियों के समूह के निरंतर 11 वें दिन से विचरण पर अब तक किसी भी तरह की जन घायल जनहानि की घटनाएं निर्मित नहीं होने से जिला प्रशासन, पुलिस एवं वन विभाग ने राहत की सांस ली हैं। वहीं आने वाले समय में निरंतर विचरण कर रहे इस समूह पर नजर बनाए रखते हुए आम जनों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। संभावना व्यक्त की जा रही है कि हाथियों का समूह एक दो दिनों बाद अन्य वन मंडलों के इलाके में प्रवेश कर जा जाने की संभावना बन रही है जिससे अनूपपुर वन मंडल के लोगों को राहत मिल सकेगी।

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Kolar News 11 April 2022

मंदसौर। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही बीमारी का खतरा बढ़ गया है। लोग मौसमजनीत बीमारी के शिकार हो रहे हैं। शहर सहित पूरे अंचल में लगातार बढ़ रहे पारे से हालात खराब हो रहे हैं। सूरज की लगातार बढ़ रही धमक से पारा भी 41 डिग्री पार पहुंच गया है। दोपहर में चली गर्म हवा के चलते सडकों पर आवाजाही भी कम ही रही। अब मौसम विभाग भी लू की चेतावनी दे रहा हैं। तेज हो रही गर्मी का के चलते पहले ही जिला प्रशासन ने नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों का समय सुबह 7.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक कर दिया था। आंगनबाडियों का समय भी सुबह 11.30 बजे तक कर दिया था। न्यूनतम तापमान भी तेज गति से बढते हुए 22 डिग्री तक पहुंच गया हैं।   तापमापी तेजी से ऊपर जा रहा हैं और अचानक शुरू हुई तेज गर्मी से लोग मौसमजनित बीमारियों सर्दी-जुकाम, उल्टीह-दस्त, बुखार के शिकार हो रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सोकों की कमी के चलते अधिकांश मरीज निजी क्लिनिक में जा रहे हैं। शहर सहित जिलेभर में गर्मी का असर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अप्रैल की शुरूआत से ही दोपहर के तापमान में उछाल आ गया था। इस दौरान पहले भी दो दिन तक पारा 41 डिसे तक पहुंच गया था। 4 व 5 अप्रैल को पारा 41 डिग्री सेंटीग्रेट पर ही टिका रहा। इसके बाद 6, 7 व 8 अप्रैल को पारा फिर 40 डिग्री से अंदर आकर 39 तक पहुंचाप गया था और अब शनिवार को एक बार फिर पारा 41.0 डिसे तक पहुंच गया। अप्रैल माह में रिकार्ड बना रही गर्मी के दौर में बहुत सालों बाद अप्रैल के पहले पखवाड़े में पारा 41 डिग्री के पार पहुंचा हैं। अगर तापमापी की यही रफ्तार रही तो जल्दक ही 42 से 43 डिग्री तक पहुंच जाएगा। इसके साथ ही अब रात का पारा भी बढना शुरु हो गया है। शनिवार को न्यूीनतम पारा भी 20 डिग्री तक पहुंच गया है। शिवना नदी पर बने रामघाट बैराज और कालाभाटा बांध के साथ ही तैलिया तालाब में भरे पानी का वाष्प न भी तेज हो रहा है। अगर गर्मी के यही हाल रहे तो जलस्तर भी तेजी से कम होने लगेगा। तापमान बढने का असर जनजीवन पर भी दिख रहा हैं। बाजार में दोपहर में लोग कम हो रहे हैं। पर अभी त्योअहार होने से बाजारों में गतिविधियां दिख रही हैं। दरअसल त्योहार भी है और आगे जाकर शादियों का सीजन भी शुरू होने वाला हैं। इसके चलते लोग खरीददारी में भी जुटे हैं। गर्मी बढने के साथ ही धूल भरी गर्म हवा की रफ्तार भी 20 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई। इसके साथ ही रात में उमस भरा वातावरण भी रहा।

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Kolar News 10 April 2022

सिवनी। जिले के पेंच नेशनल पार्क के कुरई सेंचुरी की बीट रूखड के अंतर्गत आने वाले ग्राम गंडाटोला के वन क्षेत्र में रविवार की अल सुबह बीमार एक वृद्ध बाघ की मौत हो गई है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वृद्ध बाघ कुछ दिनों से बीमार था जिसकी देखभाल पेंच प्रबंधन द्वारा की जा रही थी। घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही पेंच प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी सहित अमला रविवार की सुबह गंडाटोला पहुंचे है। और इस मामले में अग्रिम कार्यवाहियां की जा रही है।

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Kolar News 10 April 2022

सिवनी। जिले के जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त सतेन्द्र सिंह मरकाम ने शनिवार को कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर कन्या छात्रावास की एक अधीक्षिका एवं आदेशों की अवहेलना करने पर दो प्राथमिक शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।   सहायक आयुक्त सतेन्द्र सिंह मरकाम ने बताया कि जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत सीनियर अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास केवलारी में पदस्थ अधीक्षका प्रेमलता कुमारी मूल पद प्राथमिक शिक्षक को अपने पद के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही बरतने को लेकर मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपीलीय नियम 1966 के नियम 9 के प्रावधान अनुसार निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकास खंड अधिकारी छपारा रहेगा।   इसी प्रकार जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत प्राथमिक शिक्षक राजेश कुमार झारिया एवं प्राथमिक शिक्षक राधे श्याम राहंगडाले को शिक्षक विहीन संस्था शासकीय प्राथमिक शाला अमोली में अस्थाई रूप से अध्यापन कार्य करने के आदेश का परिपालन न करने तथा उक्त आदेश को प्राप्त करने से इंकार करने को लेकर दोनों ही प्राथमिक शिक्षक को मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील नियम के निहित प्रावधान अनुसार निलंबित कर दिया है दोनों निलंबित शिक्षकों का मुख्यालय विकास खंड अधिकारी घंसौर नियत किया गया है।

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Kolar News 9 April 2022

मंदसौर। मंदसौर इन दिनों लू की चपेट में है। दोपहर में आसमान से आग बरस रही है। तेज गर्म हवाओं से हाल बेहाल हो गया है। तापमान 42 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है, जबकि, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री है। दोपहर में तीन घंटे तक तापमान 42 के पार रहा। बाकी समय तापमान 41 डिग्री रहा। मौसम विभाग ने प्रदेश के कुछ जिलों के साथ मंदसौर, नीमच, रतलाम में लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया। सूरज तेज आग उगाल रहा है। दोपहर में बाजार पूरी रहत से सुनसान और चौराहों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा है। जिले में तापमान 40 से 43 डिग्री के बीच चल रहा है। शनिवार को सुबह 10 बजे से ही तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया। बाजार में भी छाछ से लेकर आइसक्रीम और शीतल पेय पदार्थों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। शहर में सुबह से गर्मी का असर तेज रहा। दोपहर में शहर में अधिकतम तापमान एक बार फिर 42 डिग्री से अधिक तक पहुंच गया। पिछले एक सप्ताह से तापमान 40 से 41 डिग्री के बीच बना था। शनिवार को 42 के पार हो गया। आग उगलते सूरज के बीच लोगों का घरों से निकलना दूभर हो रहा। शाम होने के बाद बाजारों में लोग दिखाई देना शुरू होते हैं।

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Kolar News 9 April 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 05 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 23 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 188 हो गई है। राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार 19वें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम को जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी यहां 06 नये संक्रमित मिले थे। कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 8,863 नमूनों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 05 पॉजिटिव और 8,858 निगेटिव पाए गए, जबकि 41 नमूने रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.05 रहा। नये मामलों में इंदौर में 2 तथा रतलाम, कटनी और उमरिया में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 48 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 19 दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है। प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 89 लाख 24 हजार 385 लोगों के नमूनों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,188 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,400 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 23 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 72 से घटकर 54 रह गई। खुशी की बात यह भी है कि राज्य के 35 जिले पूरी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है।   इधर, प्रदेश में 08 अप्रैल को शाम छह बजे तक 48 हजार 386 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन की 11 करोड़, 66 लाख, 22 हजार, 435 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 9 April 2022

भोपाल । विख्यात संगीतज्ञ मनीषी कुमार गंधर्व की स्मृति में 8-9 अप्रैल को कुमार गंधर्व सम्मान अलंकरण और संगीत समारोह आयोजित किया जायेगा। यह संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी, भोपाल द्वारा जिला प्रशासन देवास के सहयोग से मल्हार स्मृति मंदिर, देवास में प्रतिदिन शाम 7:30 बजे से होगा। समारोह के पहले दिन 8 अप्रैल को राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से कलाकारों को अलंकृत किया जायेगा।   जनसंपर्क अधिकारी अनुराग उइके ने गुरुवार को बताया कि इस समारोह के पहले दिन की शुरुआत दिल्ली की राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से अलंकृत मीता पण्डित के गायन से होगी। इसके बाद कोलकाता की बिम्बावती देवी और साथी मणिपुरी समूह नृत्य प्रस्तुत करेंगे। समारोह के दूसरे और अंतिम दिन सभा की शुरूआत पुणे के अतुल खाण्डेकर के गायन से होगी। शाम की दूसरी प्रस्तुति राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से अलंकृत सुचिस्मिता आचार्य एवं देवोप्रिया रणदिवे-ठाणे के बाँसुरी युगल की होगी। दोनों दिनों की संगीत सभाओं में सहयोगी कलाकार के रूप में तबले पर मिथलेश कुमार झा, गांधार राजहस, रागेन्द्र सिंह सोलंकी, हारमोनियम पर रवि किल्लेदार, दीपक खसरवाल एवं सारंगी पर कमाल अहमद संगत करेंगे।

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Kolar News 7 April 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के रतलाम स्टेशन से होते हुए बान्द्रा टर्मिनस अनवरगंज बान्द्रा टर्मिनस सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस का परिचालन स्पेशल किराये के साथ किया जाएगा। ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के दौरान गाड़ियों में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए पश्चिम रेलवे द्वारा रतलाम मंडल से होते हुए गाड़ी संख्या 09191/09192 बान्द्रा टर्मिनस कानपुर अनवरगंज बान्द्रा टर्मिनस सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस के 20 फेरों का परिचालन किया जाना है। नए शेड्यूल के अनुसार गाड़ी संख्या 09191 बान्द्रा टर्मिनस कानपुर अनवरगंज स्पेशल एक्सप्रेस,14 अप्रैल से 16 जून तक बान्द्रा टर्मिनस से प्रति गुरूवार को 04.55 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन (14.15/14.25) होते हुए शुक्रवार को 07.00 बजे कानपुर अनवरगंज पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09192 कानपुर अनवरगंज बान्द्रा टर्मिनस स्पेशल एक्सप्रेस,15 अप्रैल से 17 जून तक कानपुर अनवरगंज से प्रति शुक्रवार को 08.40 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(01.40/01.45 शनिवार) होते हुए शनिवार को 11.55 बजे बान्द्रा टर्मिनस पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में बोरीवली, वापी, सूरत, वडोदरा, रतलाम, शामगढ़, भवानीमंडी, कोटा, गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, भरतपुर,भरतपुर, अछनेरा, मथुरा, कासगंज एवं फारुखाबाद स्?टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में 20 सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।

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Kolar News 7 April 2022

उज्जैन।प्रदेशभर सहित उज्जैन में भी पारा करीब 40 डिसे पर लगातार बनने रहने तथा लू चलने के कारण कलेक्टर ने जिले में सरकारी/प्रायवेट स्कूलों का समय बदल दिया है। गुरुवार से सभी स्कूल प्रात: 7 से दोपहर 12 बजे तक संचालित होंगे। आंगनबाडिय़ों का समय प्रात: साढ़े 8 से साढ़े 11 बजे तक रहेगा। सरकारी स्कूलों में चल रही वार्षिक परीक्षाएं भी इसी दौरान होंगी। परीक्षाओं के समय परिवर्तन को लेकर संबंधित प्राचार्य विद्यार्थियों को सूचना देंगे। जिला शिक्षाधिकारी आनंद शर्मा ने बुधवार को बताया कि समय परिवर्तन करने की अनुशंसा का पत्र कलेक्टर को भेजा दिया था। ज्ञात रहे जिला शिक्षाधिकारी की अनुशंसा के पत्र के आधार पर ही कलेक्टर आदेश जारी करते हैं।

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Kolar News 6 April 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली वर्तमान में मौजूद नहीं है और हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। वहीं, पड़ोसी राज्य राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में एक बार फिर तपिश बढ़ गई है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के असर से राजधानी भोपाल सहित पूरे मध्यप्रदेश में गर्मी बढ़ने लगी हैं। राजधानी भोपाल में धूप के तेवर का अंदाज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सुबह साढ़े आठ बजे ही तापमान 31 डिग्री पर पहुंच गया था। राजधानी भोपाल में सोमवार को अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था। वहीं, मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे ही पारा 31 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। मंगलवार को राजधानी में दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के ऊपर निकल जाने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा के अनुसार मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह सोमवार के न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। साथ ही यह रविवार के अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस के बराबर ही रहा था।

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Kolar News 5 April 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। सोमवार को प्रदेश में सात शहरों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 13 शहर लू के हालात रहे। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में भी भीषण गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। आने वाले दिनों में दिनों में तापमान में इजाफा होने की संभावना है।   भोपाल मौसम केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान खजुराहो, नर्मदापुरम, राजगढ़, दमोह, खंडवा, खरगोन एवं दमोह में 43 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ ही छिंदवाड़ा, रीवा, सीधी, गुना, राजगढ़, दमोह, खजुराहो, नौगांव, सागर, सतना, रतलाम, जबलपुर एवं ग्वालियर में गर्म हवाएं चलने से लू के हालात बने रहे।   वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 40.6 डिग्रीसे. दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। रविवार को भी अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री से. पर ही था। न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री से. रिकार्ड किया गया, जो सामान्य रहा। यह रविवार के न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री से. की तुलना में 0.6 डिग्री से. कम रहा।   साहा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में तपिश कुछ कम हो गई थी। इस वजह से मध्य प्रदेश में भी दिन के तापमान में मामूली कमी दर्ज की गई थी। अभी दो–तीन दिन तक अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम ही है।   मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में मौसम का मिजाज अभी इसी तरह बना रहने की संभावना है। गुजरात, राजस्थान में तपिश बढ़ने के बाद मध्य प्रदेश में भी दिन के तापमान में और बढ़ोतरी होगी। हालांकि जिन शहरों में लू की स्थिति हैं, वहां राहत मिलने के आसार नहीं हैं।   चार महानगरों का तापमान मप्र के चार महानगरों में सोमवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 40.6 और न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसी प्रकार इंदौर में 39.5 और 22.5 जबलपुर में 41.0 और 23.3 तथा ग्वालियर में अधिकतम तापमान 41.0 तथा न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

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Kolar News 5 April 2022

उज्जैन। शिप्रा नदी को पुन: प्रवाहमान बनाने के लिए उसकी सहायक नदी चंद्रभागा को पुनर्जीवित करने हेतु सैकड़ों ग्रामीण आगे आए हैं। सोमवार से ग्रामीणों ने श्रमदान शुरू कर दिया है। यह श्रमदान 15 दिनों तक चलेगा। इस कार्य में करीब 150 ग्रामीण जुट गए हैं। शिप्रा नदी संरक्षण अभियान के तहत सोमतीर्थ क्लस्टर के प्रभारी पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि शिप्रा नदी को पुन: प्रवाहमान बनाने के लिए जल संरक्षण अन्तर्गत सोमवार से ग्रामीणों ने सहायक नदी चंद्रभागा के उद्गम स्थल मोहनपुरा, बडऩगर मार्ग पर श्रमदान अभियान शुरू किया। क्षेत्र के ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि उक्त नदी को पुनर्जीवित करेंगे ताकि शिप्रा नदी पुन: प्रवाहमान बन सके। अभी उक्त नदी एक बरसाती नाले के रूप में है। जोकि सोमतीर्थ के समीप जाकर शिप्रा नदी में मिलता है। श्रमदान पश्चात नदी अपना मूल स्वरूप ले लेगी। 90 वर्षीय वृद्धा बोली: मैरे सामने यह नदी उफना करती थी श्रमदान करने आए ग्रामीणों में 90 वर्षीय सूरजबाई पटेल भी थी। उन्होंने बताया कि बचपन से जवानी के बीच उन्होंने स्वयं इस नदी को अपने मूल स्वरूप में उफनते हुए देखा था। बाद में यह बरसाती नाला बनकर रह गई। सूरजबाई ने भी श्रमदान किया।

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Kolar News 4 April 2022

मुरैना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मामा का बुलडोजर सोमवार को मुरैना में भी चल गया। रिठौरा थाना क्षेत्र के ग्राम बस्तपुर में बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस ने अवैध शराब की फैक्ट्री संचालित करने वाले आरोपित के नवनिर्मित मकान को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। हाल ही में बस्तपुर निवासी आदतन अपराधी धर्मवीर गुर्जर द्वारा निर्मित की जा रही अवैध शराब की फैक्ट्री को पुलिस ने पकड़ा था। इसके विरुद्ध हत्या तथा दलित उत्पीडऩ सहित अवैध शराब का निर्माण व विक्रय करने के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं।   अवैध शराब फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद से ही यह फरार बना हुआ है। इसके द्वारा बस्तपुर गांव में एक नवीन भवन का निर्माण किया जा रहा था। पुलिस द्वारा जांच पड़ताल के बाद यह पाया कि उक्त भवन की अनुमति ग्राम पंचायत से नहीं ली गई है। वहीं अपराध को लेकर फरार होने के कारण पुलिस ने मकान को जेसीबी से तुड़वा दिया।

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Kolar News 4 April 2022

(प्रवीण कक्‍कड़) चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो गईं हैं। घर-घर में माता की पूजा चल रही है। इसके साथ ही चैत्र शुक्‍ल प्रतिपदा को भारतीय नव वर्ष भी शुरू हो गया है। शास्‍त्रोक्‍त तरीके से देखें तो भारत में वर्ष के लिए संवत शब्‍द बहुत पहले से प्रचलित है। हमारा यह नया वर्ष विक्रम संवत पर आधारित है। आजकल हम अपने इस्‍तेमाल के लिए जिस ग्रेगेरियन या सरल भाषा में कहें तो अंग्रेजी कलैंडर का प्रयोग करते हैं, उसकी तुलना में हमारा संवत्‍सर 57 साल पुराना है। यह सिर्फ हमारी प्राचीनता का द्योतक ही नहीं है, बल्कि यह भी बताता है कि खगोलीय गणनाओं, पृथ्‍वी की परिक्रमा, चंद्र और सूर्य की कलाओं और परिक्रमण की सटीक गणना भी हम बाकी संसार से बहुत पहले से न भी सही तो साथ-साथ जरूर कर रहे हैं। इतिहास के पन्‍ने पलटें तो पता चलता है कि विक्रम संवत सिर्फ एक कैलेंडर नहीं है, बल्कि इतिहास के माथे पर भारत की विजयश्री का तिलक भी है। भविष्‍यत पुराण के अनुसार महाराजा विक्रमादित्‍य परमार राजवंश के राजा गंधर्वसेन के पुत्र थे। उज्‍जैन के महाराजा विक्रमादित्‍य ने उज्‍जैन से शकों को पराजित कर विजयश्री प्राप्‍त की थी। इसी विजय के लिए विक्रमादित्‍य को शक शकारि विक्रमादित्‍य भी कहा जाता है। इस तरह यह कैलेंडर राष्‍ट्रीय अस्मिता और गौरव का भी प्रतीक है। आज के बच्‍चों को लग सकता है कि भले ही विक्रम कलैंडर कभी गौरव का विषय रहा हो, लेकिन अब तो हम इसका उपयोग करते नहीं हैं। उन्‍हें ऐसा नहीं सोचना चाहिए। हम अपने दफ्तर और स्‍कूल के कार्यक्रम तो ग्रेगेरियन कैलेंडर से तय करते हैं, लेकिन हमारे धार्मिक और सांस्‍कृतिक तीज त्‍योहारों का निर्धारण तो आज भी भारतीय पंचांग से होता है। शादी ब्‍याह की शुभ वेला भी भारतीय कैलेंडर देखकर तय की जाती है। कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी, रामनवमी, वसंत पंचमी ये सारे त्‍योहार भारतीय पंचांग से ही तो तय होते हैं। कभी आपने सोचा कि जब ग्रेगेरियन भी पंचांग है और विक्रम संवत से भी पंचांग शुरू होता है तो फिर भारतीय पंचांग की तारीखें हर साल अंग्रेजी कैलेंडर से अलग क्‍यों हो जाती हैं। जैसे इस बार हमारा नव वर्ष 2 अप्रैल से शुरू हो रहा है, जबकि पिछले सालों में यह किसी और तारीख से शुरू हुआ था। इस साल की भांति हर साल वर्ष प्रतिपदा दो अप्रैल को ही क्‍यों नहीं आती। इसकी कथा भी बड़ी दिलचस्‍प और खगोल विज्ञान के रहस्‍य संजोए है। असल में अंग्रेजी कैलेंडर विशुद्ध रूप से सौर पंचांग है। यानी सूर्य की गति से उसका संबंध है। वहीं भारतीय पंचांग सौर और चंद्र दोनों की गतियों पर निर्भर है। हमारे यहां वर्ष की गणना सूर्य की गति से होती है, जबकि महीने और तारीखों की गणना चंद्रमा की कलाओं से होती है। हमारे महीने के दो हिस्‍से होते हैं शुक्‍ल पक्ष और कृष्‍ण पक्ष। पूर्णिमा से अमावस्‍या के बीच में एक पक्ष पूरा हो जाता है। इस तरह हमारे हर महीने में 30 दिन ही होते हैं। जबकि सूर्य की चाल से मिलान के लिए अंग्रेजी कलैंडर में एक महीने में 28 से 31 दिन तक रखे गए हैं। अंग्रेजी कैलेंडर ने साल में 365 दिन करने के लिए महीनों में दिनों की संख्‍या समायोजित की है। वहीं भारतीय कैलेंडर में साल को 365 दिन का बनाए रखने के लिए महीने में दिनों की संख्‍या घटाने बढ़ाने के बजाय साल में सीधा महीना ही बढ़ा लिया जाता है। कभी हिंदी पंचांग को गौर से देखिये तो पचा चलेगा कि कई बार उसमें एक ही महीना दो बार आ जाता है। खगोल में आपकी दिलचस्‍पी हो तो इसे आप ज्‍योतिषाचार्यों से समझ सकते हैं। इतने सारे इतिहास और विज्ञान के बाद एक बाद और कहना जरूरी है कि भले ही विक्रम संवत विजय का प्रतीक हो लेकिन असल में तो यह विशुद्ध रूप से भारत के खेतिहर समाज का नववर्ष है। चैत्र के महीने में गेंहू की फसल कटकर घर आ जाती है। एक तरह से देखा जाए तो किसान को उसकी साल भर की मेहनत का फल मिल जाता है। इस नवान्‍न से वह अपने जीवन को नए सिरे से सजाता संवारता है। तो जो अन्‍न जीवन का नया प्रस्‍थान बिंदु लेकर आता है, उसी समय नव वर्ष मनाने का सबसे अच्‍छा मौका होता है। इस नव वर्ष में आप भी अपने लिये नए लक्ष्‍य और नए आनंदों का वरण करें। भारतीय नव वर्ष की बहुत शुभकामनाएं

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Kolar News 4 April 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के मात्र 6 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 32 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 154 हो गई है। राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार चौदहवें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी यहां 11 नये संक्रमित मिले थे। कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेशभर में 10,380 सैम्पल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 06 पॉजिटिव और 10,374 निगेटिव पाए गए, जबकि 43 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.05 रहा। नये मामलों में इंदौर और कटनी में 2-2 तथा भोपाल और सागर में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 48 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां 14 दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है। प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 88 लाख 86 हजार 021 लोगों के सैम्पल की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,154 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,314 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 32 मरीज रविवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 132 से घटकर 106 रह गई।   इधर, प्रदेश में 3 अप्रैल को शाम छह बजे तक 2,917 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 61 लाख, 52 हजार, 972 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 3 April 2022

सिवनी। पेंच टाइगर रिजर्व के अरी बफर वन परिक्षेत्र के करकोटी खापा जंगल में शनिवार को महुआ बीनने गए एक युवक पर बाघ ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। बाघ ने युवक के कुछ अंगों को अपना निवाला भी बना लिया। दोपहर तक महुआ बीनने वाला व्यक्ति वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने वन अमले को जानकारी देकर उसकी खोजबीन शुरू की। इस दौरान वन अमले को खापा बीट के कक्ष क्रमांक 449 में उसका शव बरामद हुआ। सूचना मिलते ही पेंच राष्ट्रीय उद्यान के अधीक्षक आशीष पांडे, अरी रेंजर, डिप्टी रेंजर त्रिलोकीनाथ श्रीवास्तव, वनरक्षक निमेश उइके सहित वन अमला मौके पर पहुंच गया। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया।   वन अधिकारियों का कहना है कि, करकोटी गांव के आसपास जंगल में बाघ के मूवमेंट को देखते हुए ग्रामीणों को महुआ बीनने के लिए रात में या अकेले जंगल नहीं जाने की लगातार समझाइश दी जा रही है। एक सप्ताह से गांव में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया जा रहा था। इसके बाद भी शनिवार को ग्राम करकोड़ी निवासी 35 वर्षीय श्याम सिंह पुत्र सुकलु उइके महुआ बीनने जंगल अकेला चला गया, जो बाघ का शिकार बन गया। मृतक के जांघ और उसके आसपास का कुछ हिस्सा बाघ ने खा लिया था। क्षेत्र में भटक रहे बाघ को पकड़ने का प्रयास जल्द शुरू किया जाएगा। शव से करीब 500 मीटर की दूरी पर जंगल में बाघ की मौजूदगी बनी हुई है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे लोगों को बाघ झाड़ियों के बीच बैठा दिखाई दिया। इस दौरान कई लोगों ने मोबाइल पर बाघ का फोटो लेने के साथ ही वीडियो भी बना लिया।

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Kolar News 3 April 2022

विदिशा। पिछले 24 दिन से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने नीमताल से रंगई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर तक पहुंचकर भगवान गणेश को ज्ञापन सौंपा और सीएम की सद्बुद्धि की प्रार्थना की।   शनिवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं की हड़ताल का 24वां दिन था। सुबह के समय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार और उनके साथियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर हड़ताल का समर्थन किया। कार्यकतार्ओं, सहायिकाओं की मांगों को जायज ठहराते हुए सीएम से इस संबंध में पत्राचार करने की बात कही।   वहीं दोपहर बाद आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं ने गांधी चौक नीमताल से पदयात्रा करते हुए और पिंड भरते हुए रंगई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर पहुंचकर भगवान गणेश से प्रार्थना की। उन्होंने भगवान गणेश से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सद्बुद्धि की प्रार्थना की।   इस मौके पर आंगनवाड़ी सहायिका पुष्पा विश्वकर्मा ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की महिलाओं को अपनी बहन मानते हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई हम बहनों की नहीं हुई है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राखी जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजङ्क्षसह चौहान हर कार्यक्रम में कन्या पूजन करते हैं। इस नवरात्र में भी कन्या पूजन का महत्व बताया गया है। ऐसे में उनकी बहनों की फरियाद पूरी की जानी चाहिए।   तीन दिन बाद जल समाधी इस मौके पर नारी शक्ति बुलंद आवाज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संगठन की जिलाध्यक्ष और प्रदेश की कार्यकारी अध्यक्ष मिथलेश श्रीवास्तव ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर अब आर-पार की लड़ाई जारी है। तीन दिन के भीतर प्रदेश सरकार ने हमारी मांगों पर गौर नहीं किया तो हम जल समाधी ले लेंगी।

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Kolar News 3 April 2022

ग्वालियर। मार्च के अंतिम तीन दिन लगातार 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास मडऱाते रहे अधिकतम तापमान में अपै्रल के पहले दिन दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई थी लेकिन अपै्रल के दूसरे दिन शनिवार को अधिकतम तापमान आंशिक उछाल के साथ 40.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले चार से पांच दिनों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। साथ ही मौसम विभाग ने रविवार को लू चलने की चेतावनी भी जारी की है। पिछले दिनों की तरह शनिवार को भी मौसम शुष्क रहा और तेज धूप निकली। साथ ही दो किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलीं। जिससे दोपहर में लू की स्थिति बनी रही। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 4.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान तीन दिन बाद एक बार फिर लुढ़ककर 17.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया जो औसत से 1.5 और पिछले दिन से 5.9 डिग्री सेल्सियस कम है। इससे पहले इससे पहले 29 से 29 मार्च तक तीन दिन न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि हाल ही में उत्तर भारत से एक पश्चिमी विक्षोभ गुजरा है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में गिरावट हुई है लेकिन रविवार से अधिकतम के साथ-साथ न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि होगी। अगले पांच दिन में अधिकतमत तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

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Kolar News 2 April 2022

जबलपुर। फिल्म अभिनेत्री और भाजपा नेता जया प्रदा शुक्रवार को चैत्र नवरात्र के पहले दिन जबलपुर पहुंची और यहां त्रिपुर सुंदरी मंदिर में माता के दर्शन किये। उन्होंने मंदिर में मत्था टेक कर माता का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर जया प्रदा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि माता का बुलावा ही था, जो आज मैं यहां आई हूं। जबलपुर आकर बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि माता त्रिपुर सुंदरी से प्रार्थना की है कि पूरे देशवासी प्रसन्न रहें। कोविड का अब कोई साया न रहे।

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Kolar News 2 April 2022

भोपाल। अनेक विविधताओं के साथ शनिवार, 02 अप्रैल से हिन्दू नववर्ष 2079 की शुरुआत हो रही है। यह नया साल अनेक खगोलीय घटनाओं को भी अपने साथ लाया है। आसमान में खगोलीय पिंड भी हिन्दू नववर्ष 2079 मनाते नजर आएंगे। नए साल के मौके पर आसमान में पांच ग्रहों की कतार भी देखने को मिलेगी।   भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को बताया कि विक्रम संवत 2079 की शुरुआत के दो दिनों में सूर्योदय के कुछ पहले मंगल, शुक्र और शनि पूर्वी आकाश में एक दूसरे से मिलते हुये तिकड़ी बनाकर हिन्दू नववर्ष का स्वागत करेंगे। अप्रैल के अंतिम दिन सुबह बृहस्पति और शुक्र एक-दूसरे से नजदीकियां और बढ़ा लेंगे।   उन्होंने बताया कि बादल बाधा न बने तो जून के अंतिम सप्ताह में मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि सूरज उगने से पहले एक कतार में दिखाई देंगे। सुबह सवेरे के आकाश में इन पंचग्रहों को कतारबद्ध देखने का दुर्लभ अवसर होगा। अगर आप चांद की सुन्दरता देखना चाहते हैं तो 14 जून और रक्षा बंधन पूर्णिमा का दिन बेहद खास होगा।   विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि अगर आप ग्रहों को नजदीकी से चमक के साथ खाली आंखों से देखना चाहते हैं तो यह मौका स्वतंत्रता दिवस पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' के दौरान मिलेगा। इस दौरान आकाश में शनि चमकदार होगा। इसके साथ ही सितंबर का अंतिम सप्ताह गुरु दर्शन के लिये सबसे अच्छा होगा। दिसम्बर का दूसरा सप्ताह शाम को आकाश में लाल ग्रह मंगल के दर्शन अच्छे से कराएगा। अगर आपके पास टेलिस्कोप नहीं है तो भी आप इन्हें अपने ही घर की छत या आंगन से देख पाएंगे।   सारिका ने इस साल पड़ने वाले ग्रहण की जानकारी देते हुए बताया कि दीपावली के अगले दिन 25 अक्टूबर को भारत के साथ मध्यप्रदेश के आम लोग भी आंशिक सूर्य ग्रहण देख पाएंगे। इसके बाद 08 नवम्बर को पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, लेकिन भारत में चंद्रोदय के कुछ समय पहले आंशिक एवं उपछाया ग्रहण के रूप में घटित होगा।     विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने नए साल में रात्रि आकाश की विविधताओं को बताने के उद्देश्य से "मेरा आसमान" कैलेन्डर को जारी किया। सारिका ने इस कैलेन्डर की प्रथम प्रति गत दिनों प्रदेश के प्रथम नागरिक राज्यपाल मंगुभाई पटेल को भेंट की है। सारिका ने बताया कि अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे चल रहा लगभग 354 दिन चलने वाला यह विक्रम संवत 21 मार्च 2023 तक चलेगा। इस नये साल में धरती के साथ आकाशीय पिंडों को भी देखिये और नये साल में नई विविधताओं के दीदार कीजिए।

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Kolar News 1 April 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होकर चलने वाली एवं रतलाम मंडल से आरंभ होने वाली कुछ ट्रेनें पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मंडल के कटनी-बीना खंड में मकरोनिया स्टेशन पर तीसरी रेल लाइन के लिए नॉन इंटरलॉकिंग कार्य प्रस्तावित होने के कारण प्रभावित होगी। मंडल रेल प्रवक्ता खेेमराज मीना ने शुक्रवार को बताया कि गाड़ी संख्या 11703 रीवा डॉ.अम्बेडकर नगर एक्सप्रेस, रीवा से 3,5 एवं 7 अप्रैल, 2022 को चलने वाली वाया कटनी-जबलपुर-इटारसी-भोपाल-संत हिरदारामनगर चलेगी। गाड़ी संख्या 11704 डॉ.अम्बेडकर नगर रीवा एक्सप्रेस, डॉ.अम्बेडकर नगर से 4, 6 एवं 8 अप्रैल को चलने वाली वाया संत हिरदारामनगर-भोपाल-इटारसी-जबलपुर-कटनी चलेगी। गाड़ी संख्या 11466 जबलपुर सोमनाथ एक्सप्रेस, जबलपुर से 4 एवं 8 अप्रैल को चलने वाली वाया जबलपुर-इटारसी-भोपाल चलेगी। गाड़ी संख्या 11465 सोमनाथ जबलपुर एक्सप्रेस, सोमनाथ से 4 एवं 9 अप्रैल को चलने वाली वाया भोपाल-इटारसी-जबलपुर चलेगी।

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Kolar News 1 April 2022

जबलपुर। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने अपने विशेष अधिकार का प्रयोग करते हुए छह अलग-अलग आदेश जारी कर प्रदेश के 235 न्यायिक अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया। इनमें 169 सिविल जज, 26 अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश, 14 प्रधान न्यायाधीश, 16 पीठासीन अधिकारी व 10 रजिस्ट्री के अधिकारी शामिल हैं। इन सभी को 18 अप्रैल तक परिवर्तित स्थान पर कार्यभार संभालने के निर्देश दिए गए हैं। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल कृष्णमूर्ति मिश्रा द्वारा 31 मार्च को देर रात जारी अधिसूचना के तहत जबलपुर में पदस्थ अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश कवितादीप खरे को सीधी भेजा गया है। जबकि जबलपुर में पदस्थ अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश उमाशंकर अग्रवाल को जबलपुर में ही सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सदस्य सचिव स्टेट कोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम ममता जैन को प्रिंसिपल जज फैमली कोर्ट जबलपुर बनाया गया है। जबकि रजिस्ट्रार प्रशासन प्रियदर्शन शर्मा को जबलपुर से होशंगाबाद भेजकर प्रिंसिपल जज फैमली कोर्ट बनाया गया है। जबलपुर में पदस्थ प्रिंसिपल रजिस्ट्रार एग्जामिशनेशन अवनींद्र कुमार सिंह को धार में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश की हैसियत से स्थानांतरित किया गया है, जबकि जबलपुर में पदस्थ प्रिंसिपल रजिस्ट्रार न्यायिक मनोज कुमार श्रीवास्तव को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिवनी बनाया गया है। नेशनल ला यूनिवर्सिटी, भोपाल की रजिस्ट्रार नीता गुप्ता को मंदसौर में प्रिंसिपल जज फैमली कोर्ट बनाया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ और तबादले किए जाएंगे।

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Kolar News 1 April 2022

उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी भूतड़ी अमावस पर एक अप्रैल को मोक्षदायिनी मां शिप्रा को राम घाट पर पूजा आरती कर चुनरी चढ़ाई जाएगी।   गुरुवार को उक्त जानकारी देते हुए नागराज बाबा ने बताया कि मां शिप्रा चुनरी यात्रा सुबह 9:00 बजे से शुरू होगी, जो कि विभिन्न मार्गों गुदरी चौराहा से बक्शी बाजार पानदरीबा कहार वाड़ी होते हुए शिप्रा तट राम घाट पहुंचेगी। तत्पश्चात चुनरी पूजन कर मां शिप्रा जी को चढ़ाई जाएगी एवं महाआरती की जाएगी। उन्होंने नगर के गणमान्य श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि अधिक से अधिक संख्या में चुनरी यात्रा में आकर पुण्य अर्जित करे।

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Kolar News 31 March 2022

भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पांच अधिकारियों की नवीन पद-स्थापना की है। इस संबंध में गुरुवार देर शाम सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी किये गये। जारी आदेश के अनुसार, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी को वर्तमान दायित्व के साथ आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में महानिदेशक के पद पर पदस्थ किया गया है। केसरी के आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी के महानिदेशक का कार्यभार ग्रहण करने पर दीप्ति गौड़ मुखर्जी उक्त पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगी। वहीं, जल-संसाधन एवं परिवहन (अतिरिक्त प्रभार) के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा को वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, नर्मदा घाटी विकास विभाग में अपर मुख्य सचिव एवं नर्मदा बेसिन प्रोजेक्ट कम्पनी लिमिटेड में प्रबंध संचालक एवं वि.क.अ.-सह-सदस्य (पुनर्वास) नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण का दायित्व सौंपा गया है।   लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव को वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड के अध्यक्ष का दायित्व सौंपा है।   सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव तथा विधिक एवं सतर्कता प्रकोष्ठ तथा (समन्वय) मुख्य सचिव कार्यालय के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार को अपने वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ अपर मुख्य सचिव संसदीय कार्य का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।   गृह विभाग विभाग के अपर सचिव तथा आपदा प्रबंधन संस्थान के कार्यपालन संचालक (अतिरिक्त प्रभार) आशीष कुमार को अपर सचिव जल-संसाधन विभाग तथा नर्मदा घाटी विकास पदस्थ किया गया है।

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Kolar News 31 March 2022

जबलपुर। जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम ने गुरुवार को संयुक्त कार्यवाही कर कुख्यात गुण्डा बदमाश रईस चपटा के अनाधिकृत रूप से लगभग 30 लाख रुपये की लागत से निर्मित मकान, दुकान एवं गोदाम को जमींदोज कर दिया।   सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि बड़ी मदार टेकरी निवासी रईस चपटा हनुमानताल थाने का निगरानी बदमाश है। इसके खिलाफ 21 अपराध न्यायालय में लंबित हैं। इसने गैंग बनाकर अपराध किए और इससे अकूत कमाई की। इस पैसे से वह बड़ा बिल्डर बन चुका है। एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया ने बताया कि रईस चपटा ने टेढ़ीनीम में 4 हजार वर्गफीट शासकीय जमीन पर कब्जा कर बाउंड्रीवॉल बनाकर कई दुकानें बना ली थी। इन दुकानों को वह किराए पर दे रखा था। 20 साल तक गांजा की तस्करी करने वाला गैंगेस्टर सालों से शहर के नगर वन की तीन हेक्टेयर से अधिक की भूमि को प्लाटिंग कर बेचता रहा।   माफिया अभियान के क्रम में गुुरुवार को पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम ने उसके दो कब्जे पर कार्रवाई को पहुंची। कब्जे की तुलना में टेढ़ीनीम में 4000 तो बहोराबाग में 2500 वर्गफीट जमीन को कब्जा मुक्त कराया। जमीन की कीमत और निर्माण सहित 2.50 करोड़ की चोट माफिया को पहुंचाई गई। टेढ़ीनीम में जहां आरोपी ने कब्जा कर रखा था, वहां का शासकीय रेट दो हजार रुपए वर्गफीट है। इस दर से आरोपी ने लगभग 80 लाख रुपये की जमीन पर कब्जा कर रखा था। हालांकि यहां मौजूदा कीमत डेढ़ करोड़ रुपये के लगभग है,अपराधी से भू-माफिया बने रईस चपटा पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ,एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा और निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ ने एक टीम एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया व सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर की अगुवाई में बनाई थी।

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Kolar News 31 March 2022

सिवनी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र सिवनी सामान्य के गोपालगंज सर्किल अंतर्गत ग्राम बटवानी (एनएच 44) के पास सड़क किनारे मंगलवार की देर रात्रि डेढ़ वर्षीय बाघ का शावक का शव मिला है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ग्राम बटवानी अंतर्गत फोरलेन सड़क पर मंगलवार की देर रात्रि बाघ का शव आम जनों ने देखा। जिसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को दी थी। वन विभाग के अनुसार मंगलवार की देर रात्रि ग्राम बटवानी (एनएच 44) के समीप रोड के किनारे एक बाघ का शव मिलने की सूचना मिली थी। जिस पर दक्षिण सामान्य वनमंडल के परिक्षेत्र सिवनी के परिक्षेत्र अधिकारी शुभभ बडोनिया , विभागीय अमला व वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे। प्रथम दृष्टया पाया गया कि अज्ञात वाहन की टक्कर से डेढ़ वर्षीय बाघ शावक की मृत्यु हुई है। मृत शावक की पंचनामा कार्यवाही उपरांत वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर मृत शावक को गोपालगंज सर्किल स्थित वन क्षेत्र में ले जाया गया। बुधवार की सुबह वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मृत शावक का पोस्टमार्टम उपरांत शवदाह किया गया। बताया गया कि वन विभाग द्वारा वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अज्ञात वाहन चालक के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया गया है।

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Kolar News 30 March 2022

अनूपपुर। पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। मंगलवार को पेट्रोल की कीमत में 88 पैसे तो डीजल की कीमत में 72 पैसे की वृद्धि हुई है। लंबे समय से ठप कीमतों के बाद ईंधन की सरपट दौड़ती कीमतों ने कई वाहन चालकों का बजट गड़बड़ा दिया है।   हर दिन बढ़ते हुए मंगलवार को पेट्रोल 114.92 रुपये और डीजल 98.07 रुपये प्रति लीटर पर जा पहुंचा है। इस तरह आठ दिन में ही कीमतों में बड़ी उछाल आया है। पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा हर दिन आंशिक रूप से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। डीजल के दाम लगातार बढ़ने से ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के लिए भी मुश्किल खड़ी हो गई है। दूसरी तरफ एक सप्ताह पहले रसोई गैस की कीमतें भी लंबे समय बाद बढ़ी थीं। वहीं डीजल के दाम बढ़ने का असर सीधे-सीधे आमजन पर पड़ेगा, इससे ट्रांसपेर्टेशन मंहगा होने की आशंका है। गौरतलब है कि रसोई गैस के सिलिंडर के दाम में करीब 50 रुपये की बढ़ोती हुई है। रसोई गैस के दाम में बढ़ोतरी का असर गरीब और जरूरतमंद लोगों के परिवार पर अधिक पड़ रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक तेल कंपनियों को अपना अरबों का घाटा पूरा करना है, इसलिए राहत की संभावना जताई जा रही है कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम आने वाले कुछ दिनों में ही काफी बढ़ जाएगा। ईंधन के दाम में लगातार इजाफे की वजह से अन्य उत्पादों की कीमतें जैसे गेहूं, दाल, चावल, मसाले, तेल आदि के दाम वैसे ही आसमान पर हैं। ऐसे में डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ने के नाम पर होने वाली माल भाड़ा वृद्धि ने रही-सही कसर पूरी कर दी। सरकारों का इस ओर बहुत गौर नहीं फरमाना आम आदमी के लिए चुनौतियां बढ़ाने वाला साबित हो सकता

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Kolar News 29 March 2022

भोपाल। वर्तमान में कोई सिस्टम प्रभावी न होने के कारण मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार गर्म होने लगा है। हालांकि नमी कम होने के कारण बादल छंट गए हैं। इस वजह से रात के तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में राजस्थान, गुजरात में तपिश बढ़ गई है। हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। इसके चलते राजधानी सहित पूरे मध्यप्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं। सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मंगलवार को दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज होने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक राजधानी में लू चल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह सोमवार के न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं सोमवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। वैज्ञानिकों के अनुसार महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान में भीषण गर्मी पड़ रही हैं। वहां से आ रही गर्म पश्चिमी हवाओं के कारण राजधानी सहित मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में तापमान में तेजी आ रही है और कई जिलों में लू चलने के आसार हैं।

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Kolar News 29 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल से हैदराबाद की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब आप भोपाल से सीधे हैदराबाद की हवाई यात्रा कर सकते हैं। मंगलवार से भोपाल-हैदराबाद के बीच हवाई सेवा की शुरुआत हो जाएगी। भोपाल-हैदराबाद की यह फ्लाइट फ्लाई बिग द्वारा शुरू की जा रही है। भोपाल-हैदराबाद के बीच यह फ्लाइट रोजाना चलेगी। हैदराबाद से भोपाल के लिए शाम 5.20 बजे फ्लाइट रवाना होगी, जो शाम 7.20 बजे भोपाल पहुंचेगी। इसी तरह भोपाल से शाम 7.40 बजे फ्लाइट रवाना होकर रात 9.50 बजे हैदराबाद पहुंचेगी। मंगलवार को इस फ्लाइट के शुभारंभ के अवसर पर राजा भोज एयरपोर्ट पर शाम 6 बजे एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद यह फ्लाइट अपनी पहली ट्रिप पर रवाना होगी।

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Kolar News 29 March 2022

जबलपुर। जिला प्रशासन ने सोमवार को पनागर में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्यवाही की गई और पुराना बस स्टैंड के समीप मिश्रा मार्केट एवं उससे लगी सड़क व नाला मद की शासकीय भूमि पर बनी गई 34 दुकानों एवं 1 मकान को जेसीबी मशीनों से ध्वस्त कर दिया गया। एसडीएम पीके सेनगुप्ता के नेतृत्व में खसरा नम्बर 635 की 0.079 हेक्टेयर नाला मद की तथा खसरा नम्बर 629 की 2.337 हेक्टेयर सड़क मद की कुल मिलाकर 35 हजार वर्गफुट से अधिक शासकीय भूमि को अतिक्रमण कारियों के कब्जे से मुक्त करा गया है। उन्होंने मुक्त कराई गई शासकीय भूमि की अनुमानित कीमत करीब 20 करोड़ रुपये बताई है। एसडीएम सेनगुप्ता के मुताबिक पनागर के इतिहास की अतिक्रमण हटाने की अब तक की सबसे बड़ी इस कार्यवाही के पहले करीब 30 से 35 वर्ष पूर्व बनी इन दुकानों के सभी दुकानदारों से अतिक्रमण हटा लेने का अनुरोध किया गया था। इसके परिणामस्वरूप यह कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। एसडीएम ने बताया कि सड़क और नाला मद की शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने 16 अक्टूबर 2015 में नगर परिषद द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया था तथा समय-समय पर नोटिस भी जारी किये गये थे। कार्यवाही के दौरान तहसीलदार पनागर मुनव्वर खान एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी तथा नगर परिषद का अमला एवं पुलिस भी मौजूद थे।   जिला प्रशासन ने अवैध मस्जिद निर्माण को हटाया   जिला प्रशासन ने सोमवार को एक अन्य कार्यवाही में रानीताल-गढ़ा रेलवे क्रासिंग मार्ग पर मेहता पेट्रोल पंप के सामने की मस्जिद के अवैध निर्माणों को हटाया। इस अवैध निर्माण को लेकर स्थानीय नागरिकों द्वारा कई शिकायतें जिला प्रशासन को की गई थी। नायाब तहसीलदार आधारताल संदीप जायसवाल के नेतृत्व में की गई इस कार्यवाही में मस्जिद के अवैध रूप से बनाई जा रही बाउंड्रीबाल को ढहा दिया गया तथा यहां स्थित वर्षों पुरानी ऐतिहासिक बावली के अवरूद्ध हो गये जल मार्ग को मुक्त करा दिया गया।

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Kolar News 28 March 2022

भोपाल, 28 मार्च (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 26 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 20 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 41 हजार 065 हो गई है। वहीं, राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार आठवें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी यहां 24 नये संक्रमित मिले थे। कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 20,578 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 26 पॉजिटिव और 20,552 निगेटिव पाए गए, जबकि 48 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.1 रहा। नये मामलों में सबसे ज्यादा भोपाल में 05, नर्मदापुरम और झाबुआ में 04-04, इंदौर और मंडला में 03-03, देवास और उमरिया में 02-02 तथा रायसेन, राजगढ़ और शिवपुरी में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 40 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां आठ दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है। प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 87 लाख 86 हजार 121 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,41,065 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,173 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 20 मरीज सोमवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 152 से बढ़कर 158 हो गई है। इधर, प्रदेश में 28 मार्च को शाम छह बजे तक एक लाख 59 हजार 727 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 56 लाख, 80 हजार, 941 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 28 March 2022

जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को दिए गए 27 फीसदी आरक्षण को लेकर लगाई गई याचिकाओं पर अब अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी। इस मामले में कुल 58 याचिकाएं मप्र उच्च न्यायालय में दायर हुई हैं। इन सभी याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई होगी।   राज्य शासन द्वारा प्रदेश में लागू किए 27 फीसदी आरक्षण के फैसले को चुनौती देते हुए विभिन्न संगठनों और नागरिकों ने मप्र उच्च न्यायालय में कुल 23 याचिकाएं दायर की हैं, जबकि आरक्षण के समर्थन में भी 35 याचिकाएं भी लगाई गई हैं। इन सभी याचिकाओं पर सोमवार को जबलपुर स्थित उच्च न्यायालय की मुख्य खंडपीठ में सुनवाई हुई। प्रशासनिक न्यायमूर्ति शील नागू और एमएस भट्टी की युगलपीठ में याचिकाकर्ताओं ने अपना पक्ष रखा, जबकि शासन की ओर से महाधिवक्ता प्रशांत सिंह और विशेष अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर ने पक्ष रखा। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से आरक्षण संबंधी आंकड़े पेश करने की मोहलत मांगी गई। सरकार ओबीसी आरक्षण को लेकर डाटा पेश करना चाहती है।   दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को निर्देशित किया कि मेडिकल में ओबीसी के 27 फीसदी आरक्षण के मान से दिए गए प्रवेश में 13 फीसदी याचिका के निर्णयाधीन रहेगा। अदालत ने मामले में आंकड़े पेश करने के लिए सरकार को मोहलत देते हुए अगली सुनवाई की तारीख 27 अप्रैल दी है। अदालत ने कहा कि अब सभी याचिकाओं पर आगामी सुनवाई 27 अप्रैल को होगी।

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Kolar News 28 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में आयोजित औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट में रविवार को फायनल मुकाबला इंडियन रेल्वे और आर्मी इलेवन के बीच खेला गया। इस रोमांच मुकाबले में इंडियन रेल्वे ने आर्मी ग्रीन को 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। वहीं, तीसरे नम्बर के लिए हार्ड लाईन मुकाबला आर्मी ग्रीन और इंडियन ऑयल के मध्य खेला गया। बहुत ही रोमांचक मुकाबले में दोनों टीमें 3-3 की बराबरी पर रही। खेल पेनॉल्टी शूट आउट तक पहूंचा। शूट आउट में आर्मी ग्रीन ने इंडियन ऑयल को 3-1 से हराकर प्रतियोगिता में तीसरा स्थान अर्जित किया।   उल्लेखनीय है कि पहली बार वर्ष 1931 में इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी, तब इसका नाम अब्दुल्ला खां गोल्ड कप रखा गया था। यह टूर्नामेंट 2016 में औबेदुल्ला खां हैरिटेज हॉकी कप के नाम से आयोजित किया जाने लगा था। चार वर्ष बाद इस साल 21 से 27 मार्च तक औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट आयोजित किया गया। प्रतियोगिता की शुरुआत 21 मार्च, 2022 को खेल प्रेमी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।     फायनल मुकाबला-आर्मी इलेवन विरूद्ध इंडियन रेल्वे   प्रतियोगिता के अंतर्गत रविवार को फायनल मुकाबला आर्मी इलेवन और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 12वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-0 कर दिया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 22वें मिनट में इंडियन रेल्वे के खिलाड़ी जोगिन्दर सिंह ने पेनाल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गाल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 50वें मिनट में एक बार फिर इंडियन रेलवें के खिलाड़ी जोगिन्दर सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। शेष समय में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी और इंडियन रेल्वें की टीम ने यह फायनल मुकाबला 2-1 से जीत लिया।     हार्ड लाईन मुकाबला-आर्मी ग्रीन और इंडियन ऑयल   टूर्नामेंट में रविवार को तीसरे और चौथे स्थान के लिए हार्ड लाईन मुकाबला आर्मी ग्रीन और इंडियन ऑयल के मध्य खेला गया। इस मैच के पहले क्वार्टर के 9वें मिनट में इंडियन ऑयल के खिलाड़ी रघुनाथ व्ही.आर. ने पेनॉल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलायी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 29वें मिनट में इंडियन ऑयल के खिलाड़ी तलवीन्दर सिंह फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 2-0 कर दिया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 33वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी मीनल टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 2-1 कर दिया। इसी क्वार्टर के 36वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम का स्कोर 2-2 से बराबरी पर ला दिया।     मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 55वें मिनट में इंडियन ऑयल के खिलाड़ी सुनील यादव ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम का स्कोर 3-2 कर दिया। इसी क्वार्टर के 58वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी प्रदीप बिष्ट ने फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। अंतिम समय तक दोनों ही टीमें 3-3 से बराबरी पर रही। जीत का निर्णय शूट आउट से हुआ। जिसमें आर्मी ग्रीन ने 3-1 से इंडियन ऑयल को परास्त कर तीसरा स्थान हासिल किया। जबकि इंडियन ऑयल को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा।     लोकायुक्त एनके गुप्ता ने विजेताओं को पुरस्कृत   प्रदेश के लोकायुक्त नरेश कुमार गुप्ता और औबेदुल्ला खां के पारिवारिक सदस्य नादिर रशीद ने विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया। इस अवसर पर खेल संचालक रवि कुमार गुप्ता तथा लोकायुक्त एनके गुप्ता की धर्मपत्नी मनीषा गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहीं।     खेल मंत्री ने विजेताओं को दी बधाई   प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि खेल मंत्री सिंधिया की पहल पर चार साल के लम्बे अंतराल के बाद औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट प्रारंभ किया गया था। पचमढ़ी कैबिनेट बैठक के कारण मंत्री जी उपस्थित नहीं हो सकीं। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए समस्त विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी।     इन टीमों की रही भागीदारी   टूर्नामेंट में इंडियन ऑयल ,भारतीय रेलवे ,पंजाब एंड सिंध बैंक, आर्मी एकादश मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी ,सीएनजी जीएसटी एंड सेंट्रल एक्साइज़ चेन्नई ,पंजाब पुलिस ,इंडियन नेवी ,आर्मी ग्रीन ,सेंट्रल सेक्रेटेरियट और मध्य प्रदेश हॉकी एसोसिएशन की टीमों की भागीदारी रही।     विशेष पुरस्कार   1. प्लेयर ऑफ द मैच - जोगिन्दर सिंह, भारतीय रेल्वे   2. सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर - सेंथमिज़्ह अरासु, आर्मी इलेवन   3. सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर - जसजीत सिंह कुलर, इंडियन रेल्वें   4. सर्वश्रेष्ठ मिड-फिल्डर - सैय्यद नियाज रहीम, इंडियन रेल्वें   5. सर्वश्रेष्ठ फारवर्ड - तलविन्दर सिंह, इंडियन ऑयल   6. प्लेयर ऑल द टूर्नामेंट- अर्जुन शर्मा, भारतीय रेल्वे   इन सभी खिलाड़ियों को 10-10 हजार रुपये की पुरस्कार राशि से पुरस्कृत किया गया। वहीं, विजेता टीम को 11 लाख, उप विजेता टीम को 7 लाख, तीसरे स्थान की टीम को 3 लाख तथा चौथा स्थान प्राप्त टीम को 1.5 लाख रुपये की ईनामी राशि से पुरस्कृत किया गया।

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Kolar News 27 March 2022

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत जहां एक तरफ निरंतर विकास कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ अपनी सभ्यता और संस्कृति की जड़ों की ओर भी लौट रहा है। यह बात रविवार देर शाम केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एल. मुरुगन ने राजधानी भोपाल में आयोजित तीन दिवसीय चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल के चतुर्थ संस्करण के समापन समारोह में कही।   उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति को सब तक पहुंचाने के लिए आवश्यक है कि हम संस्कृति से जुड़ी कहानियां भी लोगों तक पहुंचाएं। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि चित्र भारती के माध्यम से इस तरह की फिल्में बनाई जा रही हैं।   केंद्रीय राज्यमंत्री मुरुगन ने कहा कि भारतीय साहित्य में अनेक ऐसी कहानियां भरी पड़ी है, जो भारत की संस्कृति को दर्शाती हैं लेकिन मुझे हैरत होता है कि आखिर इन पर फिल्में क्यों नहीं बनाई जाती? वर्तमान समय में फिल्में एक सशक्त माध्यम है, जिसके जरिये दुनिया तक भारत की बात पहुंचाई जा सकती है।   मुरुगन ने भारतीय चित्र साधना को चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल जैसा आयोजन करने की बधाई दी। उन्होंने कहा कि फ़िल्म फेस्टिवल में देशभर से बड़ी संख्या में फ़िल्म निर्माताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया है, यह महत्व की बात है।   कार्यक्रम के अंत में आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल ने ऐसा वातावरण बना दिया है कि अब मुम्बई, बैंगलुरु, दिल्ली, कोलकाता के बाद भोपाल फ़िल्म निर्माण का मुख्य केंद्र बन सकता है।   विवेक अग्निहोत्री एवं पल्लवी जोशी का सम्मान समारोह में 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्माता-निर्देशक विवेक अग्निहोत्री एवं सुश्री पल्लवी जोशी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर सभागार में उपस्थित सभी लोगों ने खड़े होकर दोनों के प्रति सम्मान व्यक्त किया।   चित्र भारती से जुड़े कलाकारों को आगामी फिल्म में मिलेगा अवसर 'द कश्मीर फाइल्स' की अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने कहा कि चित्र भारती की ओर से सुझाये गए दो कलाकारों को अपनी अगली फिल्म में लेंगे और उन्हें एक-एक लाख रुपये भी दिया जाएगा। इस मौके पर प्रख्यात चरित्र अभिनेता मुकेश तिवारी ने कहा कि अपने सपनों की खूबसूरती पर यकीन रखियेगा। उनको साकार करने के लिए चित्र भारती का मंच आपके साथ है। निर्देशक अभिनव कश्यप ने कहा, हमारा कर्तव्य है कि हम युवा पीढ़ी का समर्थन दें और उन्हें नेतृत्व का अवसर दें। इस अवसर पर प्रख्यात अभिनेता डॉ. गजेंद्र चौहान और निर्देशक अभिनव कश्यप ने भी अपने विचार व्यक्त किया।   निर्णायक मंडल के सदस्य योगेश सोमण ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल में आईं फिल्मों के विषय में नवीनता थी। भारतीय चित्र साधना और चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल की जानकारी महासचिव अतुल गंगवार ने दी। इस अवसर पर स्क्रीनिंग समिति और निर्णायक मंडल के सभी सदस्यों का सम्मान किया गया। इसके साथ ही फ़िल्म निर्देशक-निर्माता सुनील पौराणिक और संजय पूरण सिंह चौहान का भी अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन महाभारत फेम प्रख्यात आवाज कलाकार डॉ. हरीश भिमानी ने किया।   विभिन्न श्रेणियों में दिए गए 10 लाख के नगद पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एल. मुरुगन ने रविंद्र भवन में चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल के चतुर्थ संस्करण में पांच विभिन्न श्रेणियों में कुल 10 लाख के नगद पुरस्कार भारतीय चित्र साधना की ओर से दिए। लघु फिल्म 'छोटी सी बात' एवं डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म 'भारत- प्रकृति का बालक' के निर्माता क्रमशः कबीर शाह और दीपिका कोठारी को 1-1 लाख रुपये राशि के सबसे बड़े पुरस्कार दिए गए।   शॉर्ट फिल्म श्रेणी में मुकेश कुमार की फ़िल्म 'ब्रूनो' को द्वितीय और स्मिता भाटी की फ़िल्म 'विसलिंग मशीन' को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए आनंद कुमार चौहान (वाशिंग मशीन), सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता राज अर्जुन (पीलीभीत) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री अश्विनी कसर (पाउली) को दिया गया। हरि प्रसाद की फ़िल्म 'अमेय', विकास गौतगुटिया की फ़िल्म 'अननॉन नंबर' और जगन्नाथ बिस्वास की फ़िल्म 'चुड़का मुर्मू' का विशेष उल्लेख किया गया। पुरस्कारों की घोषणा फ़िल्म निर्देशक आकाशादित्य लामा ने की।   डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म श्रेणी में मयंक सिंह की फ़िल्म 'नानाजी का गांव' को द्वितीय, सरमाया आर्ट फाउंडेशन की फ़िल्म 'थोलु बोमलत्ता' को तृतीय पुरस्कार दिया गया। जबकि तुषार अमरीष गोयल की फ़िल्म 'द पोस्टर', अक्षय गौरी की फ़िल्म 'साइंस थ्रू प्ले' और प्रज्ञा सिंह की फ़िल्म 'सेरेंगसिया 1837' का विशेष उल्लेख्य किया गया। इस श्रेणी के पुरस्कारों की घोषणा फ़िल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने की।   एनिमेशन श्रेणी में अशोक पटेल की फ़िल्म 'द लास्ट होप' को प्रथम, हरि प्रसाद की फ़िल्म 'पावर ऑफ चेंज' को द्वितीय और धीरेंद्र पखुरिया की फ़िल्म 'हग ऑफ लाइफ' को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इस श्रेणी के पुरस्कारों की घोषणा प्रख्यात रंगकर्मी वामन केंद्रे ने की।   कैंपस नॉन प्रोफेशनल फ़िल्म श्रेणी में पार्थ बागुल की फ़िल्म 'मास्क' को प्रथम, सुशोभित मिश्रा की फ़िल्म 'आजादियां' को द्वितीय, नलिनी मेधी की फ़िल्म 'माते' को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं, इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए पार्थ बागुल (मास्क), सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता मंथन केनेकर (कपाट) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री अवंतिका पांडेय (पनही) को दिया गया। इस श्रेणी के पुरस्कारों की घोषणा प्रख्यात अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने की।   कैंपस प्रोफेशनल फ़िल्म श्रेणी चंदन सिंह की फ़िल्म 'संसार' को प्रथम, अनुराज राजाध्यक्ष की फ़िल्म 'रोपत' को द्वितीय, मानव सिंह की फ़िल्म 'अंतिम बद्दुआ' को तृतीय पुरस्कार दिया गया। वहीं, इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन मानव सिंह (अंतिम बद्दुआ), सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता मुकेश मुसाफिर (छाया) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री अनुराधा राजाध्यक्ष (रोपते) को दिया गया। पुरस्कारों की घोषणा प्रख्यात अभिनेता डॉ. गजेंद्र चौहान ने की।

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Kolar News 27 March 2022

(प्रवीण कक्कड़)  अगर आप अपनी जिंदगी को सुहाना बनाना चाहते हैं तो टूरिज्म का सहारा लीजिये। अधिकांश कामयाब लोगों के जीवन में एक चीज कॉमन है और वह हैं ट्रेवल यानी पर्यटन। हम सभी आज के दौर में एक रूटीन लाइफ जी रहे हैं। किसी को ऑफिस की चिंता है तो किसी को व्यापार की। ऐसे में हमारा दिमाग कुछ बातों में उलझ कर रह जाता है। पर्यटन हमारे दिमाग को खोलता है, हमें नई ऊर्जा देता है, स्ट्रेस से हमें दूर करता है और एक सामाजिक जीवन में हमें वापस लौटाता है। सही मायनों में टूरिज्म यानी पर्यटन आप की ग्रोथ करता है, आप में कॉन्फिडेंस का विकास होता है, आप में कम्युनिकेशन की कला विकसित होती है और आप अलग-अलग परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार कर पाते हैं। इसके साथ ही आपके लिए एक सुनहरी यादों का खजाना जुड़ जाता है जो जिंदगी भर के लिए एक अनमोल मेमोरी है। दुनिया में जो भी महान बना उसने सफर जरूर किया है। अगर त्रेता युग में श्रीराम की बात करें तो वह किसी एक वन में रहकर भी वनवास पूरा कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऋषियों के आश्रम जाकर आशीर्वाद और प्रेरणाएं लीं, वनवासियों की समस्या जानी, भेदभाव मिटाये और विकट परिस्थिति आने पर रावण का वध भी किया। इन्हीं अनुभव के आधार पर उन्होंने राम राज्य की स्थापना की। इसी तरह द्वापर युग में श्री कृष्ण ने भी भ्रमण किया, इसी दौरान उन्हें बेहतर विकल्प नजर आया और उन्होंने मथुरा से अपने राज्य को द्वारका में स्थापित किया। अब कलयुग में आदिगुरु शांकराचार्य हों या स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी हों या  धीरूभाई अंबानी सभी ने खूब भ्रमण किया और अनुभव लिये, परिस्थितियों को समझा और उन्हें जीवन में उतारकार महान बने। अगर गहराई में समझा जाए तो हर महान व्यक्ति ने टूरिज्म से दोस्ती कर खुद को रि-डिस्कवर किया। अलग-अलग समाज, भाषा, खानपान, जलवायु, परंपरा और लोगों के रहन-सहन को जानकर इन्होंने खुद में जरूरी परिवर्तन किए और लोगों तक बेहतर ढंग से अपने संदेश को पहुंचा भी पाए।     गर्मियों का मौसम सामने है और इसके साथ ही गर्मियों की छुट्टी की तैयारी होने लगी है। 2 साल कोरोनाकाल के कारण गर्मियों की छुट्टी बहुत संकट में गुजरी हैं। पिछला साल तो खासकर ऐसा रहा कि हर तरफ दुख और बीमारी का मंजर था। लॉकडाउन की पाबंदियां हमारे चारों तरफ कायम थी। लेकिन इस बार ईश्वर की कृपा से स्थितियां बेहतर हैं। ऐसे में गर्मियों की छुट्टी आते समय प्लानिंग का ध्यान करना बहुत जरूरी है। देश और प्रदेश में कुछ पर्यटन स्थल बहुत चर्चित हैं और ज्यादातर लोग उन्हीं जगहों का रुख कर लेते हैं। ऐसे में इन पर्यटन स्थलों पर बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है, और पर्यटन का जो आनंद लेने हम जाते हैं, वह पीछे छूट जाता है। इसलिए स्थान का चयन करने में सावधानी जरूर बरतनी चाहिए, क्योंकि 2 साल बाद घूमने फिरने का मौका मिला है तो हम इस तरह का इंतजाम करें कि घर के बूढ़े बुजुर्ग बच्चे और पूरा परिवार साथ मिलकर छुट्टियां मना सके। घर के बुजुर्ग सामान्य तौर पर इस तरह के सैर सपाटे में जाने से मना करते हैं, लेकिन यह तो उनके बच्चों और परिवार वालों की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें मनाए समझाएं और पूरी सुरक्षा के साथ पर्यटन पर ले जाएं। पर्यटन को सिर्फ मौज मस्ती का माध्यम नहीं समझना चाहिए। असल में यह तो खुद को तरोताजा करने और पुरानी थकान को भुलाकर नई शक्ति का संग्रहण करने का बहाना होता है। नई ताकत के साथ जब हम वापस काम पर लौटते हैं तो दिमाग नए तरह से सोचने की स्थिति में आ जाता है। पश्चिमी देशों में छुट्टियों का इस तरह का सदुपयोग लंबे समय से किया जाता है। बल्कि यह उनकी संस्कृति का एक हिस्सा है। बच्चों के लिए तो इस बार दोहरी खुशी है, पहले तो कई दिनों बाद स्कूल खुले तो बच्चों ने दोस्तों के साथ मस्ती की और अब परीक्षा के बाद की छुट्टी शुरू हो गई हैं। अब बच्चे छुट्टियों का आनंद लेना चाहते हैं। हमारा मध्य प्रदेश तो इस समय देश में पर्यटन का सबसे बड़ा गढ़ है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर, कश्मीर जैसे राज्यों में घूमने की बहुत अच्छी जगह हैं और उनका खूब प्रचार भी है। मध्यप्रदेश में बहुत ही सुंदर रमणीक जगह घूमने लायक हैं। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम न केवल वहां घूमने जाएंगे बल्कि अपने अपने स्तर पर उनकी अच्छाइयों का खूब प्रचार प्रसार करें।

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Kolar News 27 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में आयोजित तीन दिवसीय चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल-2022 का समापन समारोह रविवार, 27 मार्च को शाम 6 बजे रविन्द्र भवन के नवीन सभागार में होगा। समापन समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. लोगनाथन मुरुगन शामिल होंगे। साथ ही प्रख्यात अभिनेता और पं. लख्मीचंद राजकीय प्रदर्शन एवं दृश्यकला विश्वविद्यालय, हरियाणा के कुलपति गजेन्द्र चौहान, फिल्म निर्देशक अभिनव कश्यप और विवेक अग्निहोत्री भी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहेंगे। भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष प्रो. बीके कुठियाला एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी भी उपस्थित रहेंगे। विजेताओं को मिलेंगे अवार्ड चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह में पांच श्रेणियों में विजेता फिल्मों के निर्देशकों को अवार्ड दिए जाएंगे। अवार्ड के साथ ही कुल 10 लाख रुपये के नगद पुरस्कार भी हैं। चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल के इस चौथे संस्करण में 10 विषयों पर डॉक्यूमेंट्री, शार्ट फ़िल्म, एनिमेशन और कैम्पस फिल्में आमंत्रित की गईं थीं। इनमें भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष, स्वाधीन भारत के 75 वर्ष, अनलॉकडाउन, वोकल फॉर लोकल, गाँव खुशहाल-देश खुशहाल, भारतीय संस्कृति और मूल्य, इनोवेशन- रचनात्मक कार्य, परिवार, पर्यावरण एवं ऊर्जा और शिक्षा एवं कौशल विकास विषय शामिल थे। 22 राज्यों से 15 भाषाओं में 712 फिल्में प्रविष्टि के रूप में प्राप्त हुईं, जिनमें से 120 फिल्मों का प्रदर्शन फ़िल्म फेस्टिवल में किया गया। रविवार के कार्यक्रम   फ़िल्म फेस्टिवल में 27 मार्च को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर में सुबह 12:15 से मराठी सिनेमा के प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक वामन केंद्रे 'अभिनय' विषय पर मास्टर क्लास लेंगे। वहीं, प्रख्यात फ़िल्म निर्देशक एवं पटकथा लेखक अभिनव कश्यप खुले सत्र को संबोधित करेंगे।

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Kolar News 26 March 2022

भोपाल। औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के छठवें दिन शनिवार को सेमी फाइनल मुकाबले खेले गए। पहला सेमी फाइनल मुकाबला आर्मी इलेवन विरुद्ध आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले में आर्मी इलेवन ने आर्मी ग्रीन को 3-1 से परास्त कर फाइनल में जगह बनाई, जबकि दूसरा सेमी फाइनल मुकाबला इंडियन रेलवे विरुद्ध इंडियन ऑयल के मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेलवे ने इंडियन ऑयल को शूट आउट में 4-2 से परास्त किया। रविवार को आर्मी ग्रीन और इंडियन ऑयल मध्य फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। पहला सेमी फाइनल मुकाबला-आर्मी इलेवन विरुद्ध आर्मी ग्रीन टूर्नामेंट के छठवें दिन शनिवार को अपराह्न 2.30 बजे पहला सेमी फाइनल मुकाबला आर्मी इलेवन और आर्मी ग्रीन की टीमों के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 22वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी मनीष राजभर ने एक फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-0 कर दिया। इसी क्वार्टर के 26वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 34वें एवं 35वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी ब्रज इक्का ने लगातार दो गोल कर अपनी टीम को 3-1 की बढ़त दिलायी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-1 जीतकर फाइनल में जगह बनाई। इस मैच के प्लेयर ऑफ द मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी ब्रज इक्का रहे। उन्हें होटल जाहनुमा पैलेस के मैनेजिंग डायरेकटर नादिर रशीद ने दस हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया। दूसरा सेमी फाइनल मुकाबला-इंडियन रेल्वे विरुद्ध इंडियन ऑयल प्रतियोगिता का दूसरा सेमी फाइनल मुकाबला इंडियन रेलवे और इंडियन ऑयल की टीमों के मध्य शाम 4.30 बजे से खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 18वें मिनट में इंडियन ऑयल के खिलाड़ी तलविन्दर सिंह ने फील्ड गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलायी। इसी क्वार्टर के 26वें मिनट में इंडियन रेलवे के खिलाड़ी जोगिन्दर सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 50वें मिनट में इंडियन रेलवे के खिलाड़ी रीमांशु ने पेनाल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 2-1 की बढ़त दिलायी। इसी क्वार्टर के 52वें मिनट में इंडियन ऑयल के खिलाड़ी रघुनाथ व्ही.आर. ने पेनॉल्टी स्ट्रोक से गोल कर अपनी टीम का स्कोर 2-2 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्ति पर दोनों टीमों का स्कोर 2-2 से बराबरी पर रहा। मैच का फैसला शूट आउट से हुआ। जिसमें इंडियन रेल्वे ने यह मुकाबला 4-2 से जीतकर फाइनल में जगह बनाई। इस मैच के प्लेयर ऑफ द मैच इंडियन रेल्वे के गोलकीपर कमलबीर सिंह रहे। उन्हें लोकायुक्त डीजी राजीव कुमार टंडन ने दस हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया। प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला आर्मी इलेवन और इंडियन रेलवे के मध्य रविवार सायं 4.30 बजे खेला जाएगा। वहीं, आर्मी ग्रीन और इंडियन ऑयल के बीच हार्ड लाईन मुकाबला अपराह्न 2.30 बजे खेला जायेगा।

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Kolar News 26 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग द्वारा अलंकरण समारोह का आयोजन सोमवार, 28 मार्च 2022 को संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के मुख्य आतिथ्य, पूर्व सांसद, भोपाल आलोक संजर की अध्यक्षता एवं शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव, संस्कृति, तथा अदिति कुमार त्रिपाठी, संचालक, संस्कृति की विशेष उपस्थिति में शाम 5 बजे राज्य संग्रहालय, श्यामला हिल्स, भोपाल में होगा।   अकादमी की निदेशक डॉ नुसरत मेहदी ने शनिवार को कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अकादमी द्वारा अभी तक व्यक्ति विशेष को उसकी साहित्यिक सेवाओं के आधार पर पुरस्कार दिये जा रहे थे। वर्ष 2021-22 से संस्कृति विभाग की अन्य अकादमियों के समान मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा भी उर्दू भाषा एवं साहित्य से संबंधित विभिन्न विधाओं पर आधारित प्रकाशित पुस्तकों पर अखिल भारतीय एवं प्रादेशिक पुरस्कार दिये जाने का सिलसिला शुरू किया जा रहा है। इस का उद्देश्य उर्दू साहित्य की लुप्त होती हुई अनेक विधाओं पर कार्य करने हेतु रचनाकारों का ध्यान आकर्षित करना एवं उन्हें प्रोत्साहित करना है। इस वर्ष मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा छः रचनाकारों को उनकी कृतियों पर अखिल भारतीय पुरस्कार एवं 13 रचनाकारों को प्रादेशिक पुरस्कार से 28 मार्च 2022 को माननीय संस्कृति मंत्री जी के हाथों सम्मानित किया जाएगा। इस वर्ष सभी पुरस्कार मध्यप्रदेश के रचनाकारों को ही दिए जा रहे हैं।   अखिल भारतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले रचनाकारों में वफ़ा सिद्दीकी भोपाल, डॉ सैफ़ी सिरोंजी सिरोंज, डॉ ख़ालिद महमूद सिरोंज, डॉ मो नौमान ख़ान भोपाल, डॉ मेहताब आलम भोपाल, डॉ इशरत नाहीद उज्जैन शामिल है। वहीं, प्रादेशिक पुरस्कार प्राप्त करने वाले रचनाकारों में डॉ कौसर सिद्दीकी भोपाल, क़ासिम रसा ग्वालियर, डॉ रज़िया हामिद भोपाल, ज़िया फ़ारूक़ी भोपाल, के के राजपूत देवास, इक़बाल मसूद भोपाल, डॉ महमूद शेख़ जबलपुर, नफ़ीसा सुल्ताना भोपाल, जावेद यजदानी भोपाल, सबीहा सदफ़ भोपाल, डॉ आरिफ़ अंसारी बुरहानपुर, कौसर फ़रज़ाना इंदौर शामिल है।

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Kolar News 26 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल में आयोजित औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के पांचवें दिन शुक्रवार को दो मुकाबले खेले गए। पहला मुकाबला पंजाब पुलिस और इंडियन रेलवे के मध्य खेला गया। इस मुकाबले में दोनों ही टीमों ने 2-2 गोल किए और मैच ड्रा रहा, जबकि दूसरे मुकाबले में सीएजी ने पंजाब एंड सिंध बैंक को 2-1 से परास्त किया। पहला मुकाबला- पंजाब पुलिस विरुद्ध इंडियन रेलवे टूर्नामेंट में शुक्रवार को पहला मुकाबला पंजाब पुलिस और इंडियन रेलवे के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर में इंडियन रेलवे के खिलाड़ी जसजीत सिंह कुलार ने मैच के 8वें मिनट में पेनॉल्टी स्ट्रोक से गोल कर स्कोर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलायी। दूसरे क्वार्टर के 27वें मिनट में इंडियन रेलवे के खिलाड़ी जोगिन्दर सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से गोल कर टीम को 2-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। चौथे और अंतिम क्वार्टर के 49वें मिनट में पंजाब पुलिस के खिलाड़ी करनवीर सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 2-1 कर दिया। इसी क्वार्टर के 56वें मिनट में पंजाब पुलिस के खिलाड़ी अर्शदीप सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। मैच के अंतिम समय तक दोनों ही टीमें 2-2 से बराबरी पर रही और मुकाबला ड्रॉ रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ द मैच पंजाब पुलिस के खिलाड़ी अर्शदीप सिंह रहे। उन्हें सीईओ टॉप्स पीके गर्ग, सचिन अतुलकर ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया। दूसरा मुकाबला- सीएजी विरुद्ध पंजाब एण्ड सिंध बैंक प्रतियोगिता का दूसरा मुकाबला सीएजी और पंजाब एंड सिंध बैंक के मध्य खेला गया। इस कश्मकश मुकाबले में दोनों ही टीमें पहले, दूसरे और तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 49वें मिनट में पंजाब एंड सिंध बैंक के खिलाड़ी लवप्रीत जैन्थ ने एक फील्ड गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-0 कर दिया। इसी क्वार्टर के 52वें मिनट में सीएजी के खिलाड़ी मोहम्मद नईमउद्दीन ने पेनॉल्टी कार्नर से गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में सीएजी के खिलाड़ी चंदन सिंह ने टीम को मिले दूसरे पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से विजय दिलायी। इस मैच के प्लेयर ऑफ द मैच पंजाब एंड सिंध बैंक के खिलाड़ी लवप्रीत जैन्थ रहे। उन्हें अर्जुन अवार्डी सुश्री मधु यादव ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया। टूर्नामेंट में पांच दिन के मुकाबलों के आधार पर पूल-ए-पंजाब पुलिस-4 अंक, इंडियन रेलवे-4 अंक, मध्य प्रदेश हॉकी-0 गोल अंतर के कारण इंडियन रेल्वे ने सेमी फाइनल के लिए पात्रता अर्जित की। वहीं, पूल-बी- सेन्ट्रल सेक्रेटिएट-0 अंक, इंडियन नेवी-4 अंक, आर्मी इलेवन-4 अंक, गोल अंतर के कारण इंडियन आर्मी ने सेमी फाइनल के लिए पात्रता अर्जित की। पूल-सी- जीएसटी हॉकी चैन्नई-0 अंक, एमपी हॉकी अकादमी-4 अंक, आर्मी ग्रीन-4 अंक, गोल अंतर के कारण आर्मी ग्रीन ने सेमी फाइनल के लिए पात्रता अर्जित की। वहीं पूल-डी- इंडियन ऑयल-4 अंक, सीएजी-4 अंक, पंजाब एंड सिंध बैंक-0 अंक, गोल अंतर के कारण इंडियन ऑयल ने सेमी फायनल के लिए पात्रता अर्जित की। प्रतियोगिता में शनिवार, 26 मार्च को सेमी फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। पहला सेमी फाइनल मुकाबला आर्मी इलेवन विरुद्ध आर्मी ग्रीन अपरांह 2.30 बजे तथा दूसरा सेमी फायनल मुकाबला इंडियन रेलवे विरुद्ध इंडियन ऑयल 4.30 बजे से होगा।

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Kolar News 25 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 26 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 26 मरीज ही कोरोना संक्रमण से मुक्त भी हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 40 हजार 992 हो गई है। वहीं, राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार पांचवें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले भी यहां 26 नये संक्रमित मिले थे। कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 21,849 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 26 पॉजिटिव और 21,823 निगेटिव पाए गए, जबकि 145 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.1 रहा। नये मामलों में इंदौर में 9, मंडला में 5, भोपाल, बैतूल, ग्वालियर, झाबुआ और रायसेन में 2-2 तथा सीहोर व श्योपुर में 1-1 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि राज्य के 43 जिलों में आज कोरोना के नये मामले शून्य रहे। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां पांच दिन से मृतकों की कुल संख्या 10,734 पर स्थिर है। प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 87 लाख 21 हजार 633 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,40,992 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इनमें 10,30,126 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 26 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 132 है। इधर, प्रदेश में 25 मार्च को शाम छह बजे तक 83 हजार, 102 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 52 लाख, 80 हजार, 031 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 25 March 2022

भोपाल। जल जीवन मिशन में प्रदेश की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए जल संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। इन्दौर संभाग में भी मिशन के जरिए 9 लाख 67 हजार ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाकर संभाग भौतिक प्रगति में अब तक प्रदेश में अव्वल है।     जनसंपर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को बताया कि जल जीवन मिशन में इंदौर जिले की 387, धार 412, झाबुआ 425, बड़वानी 265, अलीराजपुर 114, खरगोन 380, खण्डवा 313 तथा बुरहानपुर जिले की 83 जल संरचनाएं शामिल हैं। इन जिलों के लिए नवीन योजनाओं के साथ ही विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधो-संरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग के अन्तर्गत भी कार्य किये जा रहे हैं।     प्रदेश की ग्रामीण आबादी शुद्ध पेयजल के लिए परेशान न हो, इसके लिए मिशन में तेजी से कार्य जारी हैं। जहाँ जल-स्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर और जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जल-स्त्रोत नहीं हैं, वहाँ नये स्त्रोत निर्मित कर ग्रामीण परिवारों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा। यह व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से वर्ष 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है।     लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा इंदौर संभाग के आठों जिलों में अब तक 2671 करोड़ 69 लाख 32 हजार रूपये लागत की 2379 जल-प्रदाय योजनाओं की स्वीकृति दी जा चुकी है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा मिशन के मापदण्डों के अनुसार नवीन और रेट्रोफिटिंग के रूप में स्वीकृत सभी जल-प्रदाय योजनाओं के कार्य सतत रूप से जारी हैं।

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Kolar News 25 March 2022

ग्वालियर। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बुधवार के बाद गुरुवार को भी बिखरे हुए बादल छाए रहे। साथ ही चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तरी हवाएं चलीं। बावजूद सूरज की तपन के चलते तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस पर टिका रहा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को भी आंशिक बादल छाए रह सकते हैं जिसके चलते तापमान में ज्यादा उलटफेर की संभावना नहीं है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के बाद शनिवार से तापमान में वृद्धि होगी। स्थानीय मौसम वैज्ञश्र ने बताया कि इस समय पश्चिमी राजस्थान में चक्रवात के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके साथ ही मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में चक्रवात बने हुए हैं। इस वजह से वायु मंडल में बह रहीं नमी युक्त हवाओं की वजह से बादल छाए हुए हैं लेकिन इन बादलों से ग्वालियर-चम्बल अंचल में बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि अगले 24 घंटे के दौरान गुना व अशोकनगर जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है जबकि शनिवार से मौसम शुष्क हो जाएगा। इसके बाद तापमान बढऩे के साथ गर्मी का असर बढ़ेगा। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में गुरुवार को अधिकतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 37.2 डिग्री सेल्सियस पर टिका रहा जो औसत से 3.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 3.2 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 54 और शाम को 38 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान में ज्यादा परिवर्तन की संभावना नहीं है जबकि न्यूतनम तापमान में वृद्धि हो सकती है।

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Kolar News 24 March 2022

भोपाल। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में शुक्रवार, 25 मार्च से 3 अप्रैल तक लाल क़िला महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसमें मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त मोहम्मद बिलाल खत्री बाग प्रिंट टेक्सटाइल का प्रदर्शन भी करेंगे। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी अनिल वशिष्ठ ने दी।   उन्होंने बताया कि लाल किला महोत्सव - भारत भाग्य विधाता, दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। नई दिल्ली के लाल किले में देश के प्रतिष्ठित 17 वीं शताब्दी के स्मारक पर आयोजित किया जाएगा।

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Kolar News 24 March 2022

भोपाल। भारतीय चित्र साधना के प्रतिष्ठित 'चित्र भारती फिल्मोत्सव-2022' (सीबीएफएफ-2022) के उद्घाटन समारोह में प्रख्यात अभिनेता अक्षय कुमार और सुप्रसिद्ध निर्देशक विवेक अग्निहोत्री बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल का उदघाटन 25 मार्च को शाम 6 बजे बिशनखेड़ी स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नवीन परिसर में होगा। यह जानकारी गुरुवार को भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष प्रो. बीके कुठियाला ने एक प्रेसवार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि उद्घाटन समारोह में अभिनेता अक्षय कुमार और सुप्रसिद्ध निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के अलावा विशेष अतिथि के रूप में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर, भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष प्रो. बीके कुठियाला, पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश और आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी भी शामिल होंगे। इससे पहले 24 मार्च को सायं 7 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम स्थल पर 'सिने चित्र प्रदर्शनी : कल आज और कल' का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया कि 25 से 27 मार्च तक आयोजित इस फिल्मोत्सव में का समापन 27 मार्च को रवींद्र भवन के नवीन सभागार में किया जायेगा। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्यमंत्री, सूचना एवं प्रसारण डॉ. लोगनाथन मुरुगन शामिल होंगे। साथ ही प्रख्यात अभिनेता और पं. लख्मीचंद राजकीय प्रदर्शन एवं दृश्यकला विश्वविद्यालय, हरियाणा के कुलपति गजेन्द्र चौहान, फिल्म निर्देशक अभिनव कश्यप और विवेक अग्निहोत्री बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा देशभर से प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता एवं कलाकार आयेंगे, जो फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आ रहे युवाओं के साथ अपने अनुभव भी साझा करेंगे।

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Kolar News 24 March 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होकर गाड़ी संख्या 01401-01402 पुणे-जयपुर-पुणे साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन स्पेशल किराया के साथ किया जाएगा। ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के दौरान गाडिय़ों में यात्रियों के अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए उन्हें सुविधा देने के लिए पुणे से जयपुर के मध्य 20 फेरा स्पेशल किराया के साथ स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने गुरुवार को बताया कि गाड़ी संख्या 01401 पुणे जयपुर सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन 12 अप्रैल से 14 जून तक पुणे से प्रति मंगलवार को 00.30 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम (12.50/12.55), मंदसौर (14.48/14.50), नीमच (15.50/15.52), चित्तौडग़ढ़ (17.10/17.15) होते हुए मंगलवार को 23.10 बजे जयपुर पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 01402 जयपुर पुणे सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस, 13 अप्रैल से 15 जून, तक जयपुर से प्रति बुधवार को 00.35 बजे चलकर रतलाम मंडल के चित्तौडग़ढ़ (06.30/06.35), नीमच (07.30/07.32), मंदसौर (08.08/08.10) एवं रतलाम(10.40/10.50) होते हुए बुधवार को 23.35 बजे पुणे पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में लोनावाला, कल्याण, वसई रोड, वापी, सूरत, भरूच, वडोदरा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, चित्तौडग़ड़, भीलवाड़ा, बिजयनगर, नसिराबाद, अजमेर, किशनगढ़ एवं फुलेरा स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में थर्ड एसी के 13 कोच रहेंगे। ट्रेनों के परिचालन समय, ठहराव और संरचना से सम्बंधित विस्तृत जानकारी के लिए यात्री पर जाकर अवलोकन कर सकते हैं। पश्चिम रेलवे द्वारा यात्रियों से बोर्डिंग, यात्रा और गंतव्य के दौरान कोविड-19 से सम्बंधित सभी मानदंडों तथा एसओपी का पालन करने का अनुरोध किया गया है।

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Kolar News 23 March 2022

रायसेन। कलेक्टर अरविन्द कुमार दुबे ने बुधवार को जिले में 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक और बालिकाओं का कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया गया। उन्होंने सभी माता-पिता, अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को कोविड वैक्सीन जरूर लगवाएं।   कलेक्टर दुबे ने वैक्सीन लगवाने वाले बच्चों से बातचीत भी की। इस दौरान सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री, सिविल सर्जन डॉ एके शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।   शासन के निर्देशानुसार वर्ष 2008 एवं 2009 में जन्म लेने वाले सभी बालक और बालिकाएं कोविड-19 वैक्सीनेशन के पात्र हैं। वर्ष 2010 में जन्मे केवल वे बालक, बालिकाएं वैक्सीनेशन को पात्र होंगे जिन्होंने 12 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक, बालिकाओं के कोविड-19 वैक्सीनेशन की गाइडलाइन का पालन करते हुए 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं के वैक्सीनेशन के सत्र केवल शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं और शालाओं में ही आयोजित किए जा रहे हैं।

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Kolar News 23 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल के कोलार रोड स्थित विंध्याचल स्कूल अकादमी में पढ़ने वाले 10वीं और 12वीं क्लास के सभी बच्चे फेल हो गए। रिजल्ट की कॉपी मिलते ही सभी बच्चों के अभिभावक स्कूल पहुंच गए। उन्होंने मैनेजमेंट पर लापरवाही बरतने और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने के आरोप लगाए। अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर इसकी शिकायत सीबीएसई के रीजनल ऑफिस आराम मॉल को भी दी है।   दरअसल, सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा 2022 नई शिक्षा नीति के तहत आयोजित की जा रही है। सीबीएसई टर्म 1 परीक्षा दिसंबर 2021 में हुई थी। सीबीएसई द्वारा हाल ही में कक्षा 10वीं और 12वीं का टर्म 1 रिजल्ट जारी किया है। यह रिजल्ट वेबसाइट पर न जारी करके सीधे स्कूलों में भेजा गया है। भोपाल के विंध्याचल अकादमी में पढ़ने वाले 10वीं और 12वीं के सभी विद्यार्थियों के फेल होने का मामला सामने आया है। बुधवार को अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर घेराव करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए।   स्कूल में प्रदर्शन करने पहुंचे रिटायर्ड फौजी कांता कुमार यादव ने बताया कि उनकी बेटी का रिजल्ट आने के बाद से ही रो-रोकर बुरा हाल है। वह टॉपर थी, लेकिन उसे भी फेल कर दिया गया। उसकी क्लास में कोई भी पास नहीं हुआ। यह हाल 10वीं और 12वीं दोनों क्लास का है। दोनों ही क्लास में कोई भी बच्चा पास नहीं हुआ। वह स्कूल जरूर आए, लेकिन उन्हें कुछ भी साफतौर पर जानकारी नहीं दी जा रही है।   एक अन्य अभिभावक प्रमोद दुबे ने बताया कि स्कूल प्रबंधन अपनी बात कह रहा है। रीजनल ऑफिस से कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में अब उनके बच्चों का क्या होगा, उन्हें समझ नहीं आ रहा है। बच्चों की हालत रिजल्ट मिलने के बाद से ही खराब है। हमें अपने बच्चों पर विश्वास है। इस मामले में बोर्ड को जल्द से जल्द कुछ निर्णय लेना चाहिए।   वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल सिसीलिया ने बताया कि उनके स्कूल की 10वीं और 12वीं क्लास का सेंटर राजीव गांधी स्कूल था। वहीं पर बच्चों के नंबर भरे गए। वहीं पर बड़ी गड़बड़ी हुई है। हमने भोपाल के सीबीएसई रीजनल ऑफिस में शिकायत की है। स्कूल मैनेजमेंट ने खुद इस मामले को स्पेशल केस बताते हुए जल्द से जल्द मामले की पूरी जांच किए जाने की मांग की है।   उन्होंने बताया कि कक्षा 10वीं में मैथ्स और साइंस में सभी 73 और 12वीं में सभी 61 बच्चे इंग्लिश में फेल हुए हैं। उन्होंने कहा है कि राजीव गांधी स्कूल से पूरा डेटा, बैठक, कॉपी और प्रश्नपत्र मंगवाकर अपने स्तर पर जांच कराएंगे। इसके बाद दिल्ली बोर्ड के आदेश पर ही आगे की कार्रवाई हो सकेगी। अगर दोबारा से जांच भी होती है तो रिजल्ट टर्म-2 के साथ ही बताया जाएगा। हमने इस पूरे मामले को स्पेशल केस मानकर जांच किए जाने की मांग की है।

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Kolar News 23 March 2022

इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मंशा अनुसार मंगलवार को इंदौर शहर में पूरे हर्ष और उत्साह के साथ रंगपंचमी के अवसर पर गेर का आयोजन किया गया। इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र में लाखों की संख्या में लोग गेर और फाग यात्रा में शामिल हुए। पूरा इंदौर होली के रंगों में सराबोर दिखा।   उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले दो वर्षों से गेर का आयोजन नहीं किया गया था। इस वर्ष मुख्यमंत्री चौहान द्वारा इंदौर के जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से ग़ेर के आयोजन के संबंध में लगातार चर्चा की गई और दो साल के अंतराल के बाद पुनः गेर का भव्य स्तर पर आयोजन किया गया।   इस दौरान पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा तथा कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह भी राजवाड़ा पहुंचे और उनके द्वारा वहां स्थापित कंट्रोल रूम से गेर के दौरान कानून एवं समारोह की व्यवस्थाओं की सतत मॉनिटरिंग की गई। गेर निकलने वाले मार्ग पर ड्रोन कैमरा के माध्यम से भी मॉनिटरिंग की गई। गेर और फाग यात्रा खत्म होने के पश्चात मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशों के अनुपालन में इंदौर नगर निगम द्वारा संपूर्ण क्षेत्र की साफ सफाई भी अल्प अवधि में संपन्न कराई गई।   मंत्री तुलसीराम सिलावट ने जताया आभार जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर में मंगलवार को गेर के ऐतिहासिक आयोजन की सफलता पर समस्त नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा है कि गेर के सभी आयोजकों ने इंदौर की पुरातन परंपरा निभाते हुए गौरवपूर्ण गेर निकाली। मंत्री सिलावट ने कहा कि इंदौर में उल्लास और उत्साह का यह वातावरण लंबे समय बाद देखने को मिला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी गेर के आयोजन में लगातार रुचि दिखाई थी और भव्य आयोजन की इच्छा जतायी थी। मंत्री सिलावट ने आयोजन की सफलता के लिए प्रशासन और पुलिस के सभी अधिकारियों को भी बधाई दी है।

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Kolar News 22 March 2022

भोपाल। अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव के बलिदान दिवस, 23 मार्च बुधवार को शाम 6.30 बजे शहीद भवन, भोपाल में उमेश तरकसवार के संगीत निर्देशन में हारमनी वृन्द द्वारा "आज़ादी के तरानों" की प्रस्तुति दी जाएगी।   उक्त जानकारी देते हुए जनसंपर्क अधिकारी अनुराग उइके ने मंगलवार को बताया कि संस्कृति विभाग एवं स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सभी वर्गों के लिए प्रवेश नि:शुल्क रहेगा।

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Kolar News 22 March 2022

बैतूल। वनों को आगजनी से बचाने के लिए फायर प्रोटक्शन के नाम पर वन विभाग को प्रति वर्ष मिलने वाले भारी भरकम बजट के बावजूद जिले के वन क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं थमती नजर नहीं आ रही है। बता दें कि ग्रीष्मकाल शुरू होते ही जिले के वन क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं सामने आने लगती है। आगजनी का ताजा मामला पश्चिम वन मंडल के चिचोली वन परिक्षेत्र में सामने आया है। चिचोली रेंज के नांदा- इमलीडोह सर्किल का जंगल बीते तीन दिनों से धधक रहा है। जंगल में तेज से फैलकर बेकाबू होने पर वन विभाग के मैदानी अमले द्वारा वन सुरक्षा समितियों के सदस्यों एवं ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। परंतु समाचार लिखे जाने तक जंगल में आग लगी हुई थी। जिस वन क्षेत्र में आग लगी है वहां सागौन के वृक्ष बड़े पैमाने पर है। परिणाम स्वरूप आगजनी से लाखों रूपए के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। पीपलढाना, कनारी, घोघरा बीट में लगी आग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम वन मंडल के चिचोली वन परिक्षेत्र अंतर्गत नांदा एवं इमलीडोह सर्किल की पीपलढाना, कनारी एवं घोघरा बीट के जंगलों में बीते तीन दिनों से आग लगी हुई है। आगजनी के शुरूवाती दौर में आग बुझाने के प्रयास नहीं किये जाने के चलते आग बड़े वन क्षेत्र में फैल गई है। इधर बढ़ते तापमान के कारण जंगल धधकने लगे है। जिससे सागौन सहित अन्य प्रजाति के वृक्षों को जबरदस्त नुकसान होने की खबर है। फायर वाचर ने भी नहीं की रिपोर्टिंग उल्लेखनीय है कि वन क्षेत्रों में आगजनी की निगरानी एवं त्वरित सूचना के लिए प्रत्येक वन परिक्षेत्र में 15 से 20 फायर वाचर तैनात रहते है। फायर वाचर ऊंचे टावरों से वन क्षेत्र की निगरानी करते है तथा वनक्षेत्र में आगजनी नजर आते ही तत्काल मैदानी वन अमले सहित वन सुरक्षा समितियों को सूचना देते है। परंतु चिचोली वनपरिक्षेत्र के नांदा इमलीडोह सर्किल में तैनात फायर वाचरों द्वारा आगजनी की त्वरित रिपोर्टिंग नहीं करने के चलते जंगलों में आग तेजी से फैल गई। आग बुझाने के प्रयास जारी है- एसडीओ पश्चिम वन मंडल के एसडीओ (फारेस्ट) गौरव मिश्रा ने हिस को बताया कि सेटेलाइट इमेजनरी रिपोर्ट से नांदा, इमलीडोह सर्किल के जंगलों में आग लगने की जानकारी मिलते ही मैदान अमले को आग बुझाने के लिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये थे। एसडीओ श्री मिश्रा ने बताया कि स्टाफ द्वारा वन सुरक्षा समिति के सदस्यों एवं ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। आगजनी से हुए नुकसान के बारे में एसडीओ (फारेस्ट) का कहना था कि अभी हमारी प्राथमिकता आग पर काबू पाना है। आग बुझाने के बाद आगजनी से हुए नुकसान का आंकलन किया जायेगा।

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Kolar News 22 March 2022

सीहोर। मध्य प्रदेश में सहकारी दुग्ध संघ ने सांची के दाम बढ़ाने की घोषणा की है। उपभोक्ताओं को सोमवार के राज्य में सांची का दूध चार से पांच रुपये तक महंगा मिलेगा। इधर, अपनी मांग पूरी नहीं होने पर जिले में सक्रिय 461 दुग्ध सहकारी समितियों सहित राजगढ़, शाजापुर, रायसेन जिले की सैकड़ों दुग्ध सहकारी समितियां सोमवार, 21 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी हैं। हजारों दुग्ध उत्पादक किसानों ने भी अपना समर्थन दुग्ध सहकारी समितियों को दिया है।   इस हड़ताल के चलते प्रदेश में दूध का संकट पैदा होने की संभावना है तो वहीं दुग्ध से बनने वाले घी,दही, मठा, पनीर की भी किल्लत हो सकती है। समितियों का कहना है कि सहकारी दुग्ध संघ ने खुले बाजार में दुग्ध के दाम प्रति लीटर दाम 4 से 5 रुपये बढ़ाने की घोषणा की है, जबकी दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए दो रुपये भी नहीं बढाएं गए हैं। दुग्ध सहकारी समितियों ने प्रतिलीटर फेट के दाम 7 रुपये बढ़ाए जाने की मांग को भोपाल दुग्ध संघ ने ठुकरा दिया है। दुग्ध संघ ने किसानों दुग्ध समितियों की आशा से विपरीत प्रतिलीटर फेट कुल 40 पैसे की ही बढ़ोतरी की है, जिस से दुग्ध उत्पादक किसानों और दुग्ध सहकारी समितियों में आक्रोश है।   सहकार भारती सहकारी दुग्ध समितियों के जिलाध्यक्ष रामनारायण चौधरी ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भोपाल दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व महासघ के महाप्रबंधक को भी ज्ञापन दिया है, लेकिन मांग के विपरीत प्रतिलीटर फेट में भोपाल दुग्ध संघ के द्वारा बढोतरी की गई है। जबकि दूध के दाम प्रतिलीटर 4 से 5 रुपये बढ़ाने की घोषणा की गई है। दुग्ध उत्पादक किसानों को इससे कोई भी लाभ नहीं होने वाला है और इस बढ़ोतरी का सीधा असर आम उपभोक्ता पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिले में चार लाख 80 हजार दुधारू पशु हैं। जिले में प्रतिदिन 4 लाख 80 हजार लीटर दुग्ध का उत्पादन होता है। इस दुग्ध को 461 दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से भोपाल दुग्ध संघ को दिया जाता है।   पूर्व दुग्ध संघ अध्यक्ष महेंद्र पटेल ने कहा कि कई सालों से दुग्ध के दाम बढ़ाने की मांग की जा रही है, लेकिन दुग्ध संघ भोपाल दूध के दाम में वृद्धि नहीं कर रहा है, जबकि प्राईवेट डेयरी वाले अधिक दाम उपलब्ध कराते है। इस कारण अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की नौबत आ गई है। दूध उत्पादक किसानों को भोपाल दुग्ध संघ बाजार मूल्य के हिसाब से काफी कम दाम दे रहा है। बीते वर्ष फरवरी मार्च 2021 में क्रय दर 68.0 रुपये प्रति किलो फेट थी, अब दूध प्रदायकों को 7 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा था, क्योंकि पशु आहार का भाव 2021 से 200 रुपये क्विंटल बढ़ गया है। भाड़े में भी वृद्धि हुई है। दुग्ध समिति के गोविंद सिंह,लखन सिंह पाटीदार, कैलाश चंद वर्मा, महेश कुमार, मनोहर सिंह, ओम प्रकाश चौधरी, मदन सिंह पटेल, दीप सिंह वर्मा,रामनारायण आदि ने समुचित दुग्ध के दाम देने की मांग सरकार से की है।

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Kolar News 20 March 2022

जबलपुर। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के लेमा गार्डन में नगर निगम द्वारा बनाए गए 435 आवासों को जिला प्रशासन की टीम ने रविवार को खाली कराया। यह कार्रवाई उच्च न्यायालय के निर्देश पर की गई। इससे 435 परिवार बेघर हो गए।   जानकारी के मुताबिक, नगर निगम की ओर से लेमा गार्डन में राजीव गांधी आवास योजना के तहत 435 फ्लैट बनाए गए थे। पार्किंग सहित तीन मंजिल वाले इस आवासीय परिसर में रह रहे परिवारों को लेकर मप्र उच्च न्यायालय की जबलपुर स्थित मुख्य खंडपीठ में याचिका लगाई गई थी कि इन आवासों काअभी आवंटन नहीं हुआ है और यहां लोग अवैध कब्जा करके रह रहे हैं।   बीते दिनों उच्च न्यायालय ने इन आवासों को खाली कराकर प्रशासन से 22 मार्च तक रिपोर्ट मांगी है। इसी के चलते जिला प्रशासन और नगर निगम की रिमूवल टीम रविवार को लेमा गार्डन पहुंची और सभी 435 आवासों को खाली कराया। कार्रवाई के दौरान एक्शन, ड्रामा और इमोशन का फुल सीन दिखा। बेघर होने के दर्द और गुस्से में एक पिता, बेटे के साथ बिल्डिंग से कूदने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्हें पुलिस और प्रशासन की टीम ने बचा लिया।

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Kolar News 20 March 2022

इंदौर। कोरोना से संबंधित प्रतिबंध समाप्त होने से दो साल बाद इंदौर में रंगपंचमी पर निकलने वाली ऐतिहासिक गेर को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। यहां मंगलवार, 22 मार्च को उत्साह और उल्लास के साथ परंपरागत रूप से रंगपंचमी की गेर निकाली जाएगी। नागरिकों की सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर मार्ग की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया गया है।   कलेक्टर मनीष सिंह ने रविवार को बताया कि जिला प्रशासन इन्दौर द्वारा समाज के सभी वर्गों और जन प्रतिनिधियों से चर्चा करने के उपरांत गेर निकालने के संबंध में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। प्रशासन द्वारा गेर के उन मार्गों पर जहाँ अभी विभिन्न निर्माण कार्य चल रहे हैं, उनको छोड़कर अन्य वैकल्पिक मार्गों से गेर निकालने की व्यवस्थाएं की गई हैं। गेर निकालने में किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए निर्माण कार्य चल रहे मार्गों पर निषेध किया गया है। प्रशासन का सभी वर्गों से पूरा तालमेल है।

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Kolar News 20 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में 12 से 14 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन अभियान आगामी 23 मार्च से शुरू होगा। इस दौरान इस आयु वर्ग के 30 लाख से अधिक बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले कुछ दिनों में अचानक गर्मी बढ़ने के कारण अभियान में बड़ा बदलाव किया गया है। अब हर बच्चे को कॉर्बेवैक्स वैक्सीन लगाने से पहले ओआरएस का घोल दिया जाएगा। इसके बाद ही टीका लगाया जाएगा। यह व्यवस्था वैक्सीन लगने वाले सभी स्कूलों और स्वास्थ्य केन्द्रों में की जा रही है। इससे बच्चों में डिहाइड्रेशन नहीं होगा। न ही उनकी तबीयत खराब होगी।   राज्य कोविड टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने शनिवार को बताया कि तेज गर्मी के बीच धूप में बच्चे वैक्सीन लगाने पहुंचेंगे। ऐसे में गर्मी के कारण बच्चे डिहाइ़ड्रेशन का शिकार हो सकते हैं। पसीना बहने से शरीर में शक्कर और नमक की मात्रा कम होने से उनके बेहोश होने की संभावना रहेगी। इसीलिए वैक्सीनेशन से पहले बच्चों को ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट) का घोल पिलाया जाएगा, ताकि शरीर में नमक-पानी की कम न हो।     डॉ. शुक्ला ने बताया कि कोरोना ही नहीं, कोई भी टीका खाली पेट नहीं लगवाना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा क्षेत्र के कुछ बड़े स्कूलों में भी टीकाकरण की सुविधा रहेगी। प्रदेश में करीब 30 लाख बच्चों को टीका लगाया जाना है। इनमें भोपाल के 86 हजार बच्चे शामिल हैं। टीका लगाने के लिए प्रदेश में कार्बीवैक्स की 31 लाख डोज आ चा चुकी हैं, जिसमें भोपाल को 54 हजार मिली हैं। सुबह आठ से शाम पांच बजे के बीच स्कूल अपनी सुविधा के अनुसार बच्चों को टीका लगाने के लिए बुला सकेंगे। टीका लगवाने के बाद बच्चों को स्कूल में ही आधे के घंटे के लिए निगरानी में बैठाया जाएगा। इसके पहले बड़ों के टीकाकरण में यह व्यवस्था थी। बच्चों को टीका लगाने के लिए कोविन पोर्टल पर आनलाइन बुकिंग की सुविधा शनिवार सुबह से शुरू कर दी गई है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि टीकाकरण के पहले दिन 23 मार्च को शहर के सिर्फ सरकारी स्कूलों में टीका लगाने की तैयारी है। बच्चों के अभिभावक पहले से आनलाइन बुकिंग करा लेते हैं तो विद्यार्थी के नाम आदि में गलती होने की संभावना नहीं रहेगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को खिला-पिलाकर ही टीका लगवाने के लिए भेजें। कोविन पोर्टल पर पहले से बुकिंग कर रिफरेंस आईडी लिख लें। टीकाकरण के दौरान आइडी के अंतिम चार अंक बताएं। जन्मतिथि के सत्यापन के लिए लिए जन्म प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, स्कूल का परिचय पत्र लेकर जरूर लेकर जाएं। बच्चा जिस स्कूल में पढ़ता है, उसकी जगह पास के किसी दूसरे स्कूल में भी टीका लगवा सकते हैं। टीका लगवाने के बाद पहली डोज लगवाने का प्रमाण पत्र जरूर लें। जिन्हें कोरोना हो चुका है, वे ठीक होने के तीन महीने बाद ही टीका लगवाएं।

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Kolar News 19 March 2022

भोपाल। हॉकी इंडिया के तत्वावधान में गुरुवार को भारतीय महिला हॉकी जूनियर टीम की 20 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी गई है। यह टीम अप्रैल माह में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले जूनियर विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। इस टीम में मप्र राज्य महिला हॉकी अकादमी की दो खिलाड़ियों का भी चयन किया गया है। मप्र अकादमी की ईशिका चौधरी को टीम का उप कप्तान बनाया गया है। खेल विभाग के अनुसार मप्र अकादमी की खिलाड़ी बिच्छू देवी का भी जूनियर टीम में चयनित किया गया है। हाल ही बिच्छू देवी ने सीनियर टीम में अपनी जगह बनाई थी। इसके अलावा भारतीय जूनियर टीम में भोपाल की खुशबू खान का भी चयन हुआ है। मप्र राज्य महिला हॉकी अकादमी की इन खिलाड़ियों का भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम में चयन होने पर प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने सभी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने मप्र की खुशबू खान को भी भारतीय टीम में चयनित होने पर बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश राज्य खेल अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक परमजीत सिंह बरार हैं। उन्होंने भी खिलाड़ियों के भारतीय जूनियर टीम में चयन पर प्रसन्नता व्यक्त की और चयनित खिलाड़ियों को बधाई दी।

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Kolar News 17 March 2022

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी में कोरोना के चलते दो साल पंचकोशी यात्रा पर प्रतिबंध लगा रहा। इस बार कोरोना से संबंधित सभी प्रतिबंध हटने के बाद पंचकोशी यात्रा की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। जिले में इस वर्ष 25 से 29 अप्रैल तक धूमधाम से पंचकोशी यात्रा निकाली जाएगी। गुरुवार को यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक हुई, जिसमें कलेक्टर आशीष सिंह ने यात्रा व्यवस्थाओं एवं यात्रियों की सुविधाओं के लिए विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने निर्देश दिये कि इस बार प्रत्येक पड़ाव स्थल पर एक के स्थान पर दो ठण्डे पानी के टैंकर की व्यवस्था उज्जैन दुग्ध संघ करेगा। उन्होंने प्रत्येक पड़ाव स्थल पर स्वास्थ्य विभाग को 10 के स्थान पर 20 बेड का अस्पताल तैयार करने और पर्याप्त मात्रा में जरूरी मलहम व दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दिए हैं।   बैठक में जिला पंचायत सीईओ अंकिता धाकरे, नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एडीएम संतोष टैगोर, यूडीए सीईओ एसएस रावत, एसडीएम गोविन्द दुबे एवं वीरेन्द्र सिंह दांगी और विभिन्न विभागों के विभाग प्रमुख तथा पंचकोशी यात्रा से सम्बन्धित जनपद पंचायत के सीईओ एवं सरपंच एवं सचिव मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि पंचकोशी यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ाव एवं उप पड़ावों पर टेंट लगाने की व्यवस्था जिला पंचायत करेगी। इस बार सात पड़ाव एवं उप पड़ाव पर पर्याप्त मात्रा में टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था की जायेगी। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग को समस्त पड़ाव एवं उपपड़ाव स्थल का समतलीकरण और पंचकोशी मार्ग का ठीक करने की व्यवस्था के अलावा मन्दिर में बैरिकेडिंग, यात्रा मार्ग की पुल-पुलियाओं पर रैलिंग लगाने का भी कार्य करेगा। इसी के साथ पिंगलेश्वर रेलवे पुलिया के नीचे मुरम डालकर रोलिंग का कार्य एवं आपात स्थिति में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। इसी के साथ अष्टतीर्थ मार्ग का संधारण, जैथल से उंडासा जाने वाले मार्ग पर डिवाइडर लगाने का कार्य भी लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यांत्रिकी प्रभाग को पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल पर स्ट्रीट लाइट चालू करने का जिम्मा सौंपा गया है। पेयजल एवं स्नान की व्यवस्था पीएचई करेगा कलेक्टर ने पंचकोशी यात्रा के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 52 स्थाई एवं अस्थाई टंकियां रखने, नल जल योजनाओं को चालू करने एवं प्रत्येक 500 मीटर पर पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल एवं यात्रा मार्ग में आवश्यक स्थान पर स्नान के लिए फव्वारे लगाने के भी निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने विद्युत वितरण कंपनी को प्रत्येक पड़ाव पर यात्रा मार्ग में विद्युत सप्लाई के लिए ट्रांसफार्मर लगाने एवं उनके संधारण का कार्य करने को कहा है। अस्थाई कनेक्शन उपलब्ध कराने, ऑटोमैटिक जनरेटर की व्यवस्था करने के भी निर्देश हैं। उन्होंने शनि मन्दिर तथा नागचंद्रेश्वर मन्दिर की समस्त व्यवस्थाएं नगर निगम को सौंपी हैं। वन विभाग यात्रा के पूर्व सभी पड़ावों पर मधुमक्खी के छत्ते हटवाने, साथ ही इन स्थलों पर सांप, बिच्छू आदि विषैले जन्तुओं को पकड़ने के लिए कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग को कालियादेह पैलेस पर स्थित गहरे कुण्डों में बैरिकेडिंग लगाने एवं गहराई के संकेतक लगाने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को प्रत्येक पड़ाव स्थल पर आवश्यक उचित मूल्य की दुकानें लगाने तथा यात्रापूर्व पर्याप्त खाद्य सामग्री का भण्डारण करने के निर्देश दिए हैं।

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Kolar News 17 March 2022

भोपाल। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में धुलेंडी और रंगपंचमी पर दिन गर्म रहेंगे। भोपाल-इंदौर में 39 तो ग्वालियर-जबलपुर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। वहीं, नर्मदापुरम, धार, रतलाम, राजगढ़ और शाजापुर में अगले 2 दिन तक लू भी चलेगी। ऐसे में होली (धुलेंडी) के दिन लोगों को सूरज की तपन और लू दोनों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई शहरों में रात में भी गर्मी का एहसास होगा। हवाओं की दिशा बदलने से मौसम में गर्माहट आएगी। नर्मदापुरम में तो पारा सबसे ज्यादा 43 डिग्री तक पहुंच सकता है। इस बार होली पर भोपाल, इंदौर, जबलपुर-ग्वालियर समेत मालवा-निमाड़ में तेज गर्मी रहेगी। कुछ शहरों में पारा 41 डिग्री के पार तक जा सकता है। रंगपंचमी पर तापमान में एक से डेढ़ डिग्री तक की गिरावट हो सकती है, लेकिन इससे ज्यादा राहत नहीं मिलेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। इस वजह से होली और रंगपंचमी पर तापमान बढ़े हुए रहेंगे। खासकर होली पर ज्यादा गर्मी महसूस होगी। अगले दो दिन तक नर्मदापुरम, रतलाम, धार, राजगढ़ और शाजापुर में लू भी चलेगी। रंगपंचमी पर फिर से सिस्टम चेंज होगा। हालांकि, गर्मी से ज्यादा राहत नहीं मिलेगी। मार्च के आखिरी दिनों में तापमान में और भी बढ़ोतरी होने लगेगी। प्रदेश के अधिकांश शहरों में तेज धूप और लू चलेगी। गर्मी का असर बढ़ने के बाद प्रदेश के चारों बड़े शहरों में दिन का पारा 37 डिग्री के पार ही चल रहा है। सबसे ज्यादा जबलपुर में गर्मी है। राजधानी भोपाल में भी तापमान ज्यादा चल रहा है। बीते 24 घंटों में जबलपुर में अधिकतम तापमान 39 डिग्री, भोपाल में 38.3, इंदौर में 37.6 तथा ग्वालियर में 37.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश में सबसे गर्म नर्मदापुरम रहा, जहां पारा 42.3 डिग्री तक पहुंच गया।

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Kolar News 17 March 2022

खंडवा‎‎। खंडवा जिले के हरसूद में एक किसान की 21 एकड़ जमीन इंदिरा सागर डैम के डूब क्षेत्र में आ गई थी। मुआवजा के लिए उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। करीब 22 साल बाद अदालत ने किसान के हक में फैसला सुनाया है। उसे डूब में आई जमीन के लिए 16 करोड़ रुपये का मुआवजा देने के आदेश दिए हैं। उसे सरकारी संपत्ति कुर्क कर यह मुआवजा दिया जाएगा।   अदालत से केस जीतने वाले हरसूद के निवासी किसान नरेंद्र कुमार सांड ने मंगलवार को बताया कि उसके 21 एकड़ जमीन थी, जो इंदिरा सागर डैम के डूब क्षेत्र में आ गई थी। मैं 22 साल से कोर्ट में जमीन के मुआवजे की राशि के लिए शासन से लड़ रहा हूं। पहले शासन ने जमीन की कीमत 30 पैसे प्रति स्क्वेयर फीट यानी 13 हजार रुपये एकड़ के अनुसार आंकी थी। जमीन की कीमतों को लेकर मैंने अपने वकील के जरिए जबलपुर हाईकोर्ट में अपील की। 2 दिसंबर 2021 को हाईकोर्ट ने 21 एकड़ जमीन को लेकर मेरे पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट ने वर्तमान दर के अनुसार जमीन की कीमत को आंकते हुए राज्य शासन व एनएचडीसी (नर्मदा हाइड्रोइलेक्ट्रिकल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) को मुझे 16 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया। साथ ही पूरी राशि मिलने तक, 15 फीसदी प्रतिवर्ष की दर से ब्याज भी देने को कहा। आदेश के तीन माह बीत जाने के बाद भी राशि जमा नहीं की गई, तो वसूली पाने के लिए मैंने खंडवा कोर्ट में निष्पादन याचिका लगाई गई थी। कोर्ट ने इसे मंजूर की। वहीं याचिका के विरुद्ध एनएचडीसी के वकील ने स्थगन का आवेदन दिया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।   सरकार को 21 एकड़ जमीन पर 3 लाख के मुआवजे के बदले 16 करोड़ देना है। यह रिकवरी कलेक्ट्रेट और एनएचडीसी के जनरल मैनेजर, कार्यपालन यंत्री व भूअर्जन अधिकारी के जरिए कराई जानी थी। उन्होंने अपने वकील मयंक मिश्रा के जरिए हाईकोर्ट में अपील की थी। सोमवार को न्यायालयीन अधिकारी संपत्ति कुर्क करने के लिए कलेक्टर कार्यालय, एनएचडीसी समेत अन्य अफसरों के दफ्तर पहुंचे। एनएचडीसी के अफसर तो दफ्तर पर ताला बंद करके चले गए, जबकि कलेक्टर ने पूरे मामले को समझने के लिए कुछ दिन का समय मांगा है।   मामले को लेकर खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह का कहना है कि कुर्की को लेकर टीम दफ्तर आई थी। केस में पार्टी बनाया है, लेकिन भुगतान एनएचडीसी को ही करना होगा। इसको लेकर एनएचडीसी के अधिकारियों से चर्चा हो गई है।

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Kolar News 15 March 2022

गुना। दिन व रात में तेज गर्मी से मिल रही राहत मंगलवार को एक झटके में खत्म हो गई। राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं ने अधिकतम तापमान पिछले दिन के मुकाबले 3 डिग्री बढ़ा दिया। यह दोपहर 2.30 बजे 37.4 पर पहुंच गया, जो सीजन में अब तक सबसे ज्यादा है। इसी तरह रात का पारा भी तीन डिग्री बढक़र 17.4 डिग्री हो गया। मार्च के दौरान दिन का पारा 32-33 डिग्री के बीच ही चल रहा था। वहीं रात में लगातार ठंडक बनी रहती थी। सोमवार से ही तापमान में इजाफा होने लगा था। हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी हो गया। वहां से आने वाली सूखी व गर्म हवा ने मौसम में एकदम बदलाव ला दिया। हवा में नमी का स्तर भी 50 से कम हो गया।     पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म: मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरी तरह खत्म हो गया है। इसके असर से रविवार तक हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी बना था। जिससे हवा में नमी व ठंडक बनी हुई थी।   आसमान साफ होने से सोलर रेडिएशन बढ़ा: आसमान साफ होने से सोलर रेडिएशन बढ़ गया है। साथ ही सूर्य उत्तरायण हो रहा है, जिससे उसकी किरणे सीधे धरती पर पड़ रही हैं।   राजस्थान में तेज गर्मी : पश्चिमी विक्षोभ के दौरान राजस्थान के ऊपर बनने वाले सिस्टम से हमारे यहां बारिश होती है। वहीं गर्मियों में अंचल का तापमान बढ़ने में इस राज्य से आने वाली हवा का सबसे बड़ा योगदान होता है। वहां तापमान 40 पर पहुंच गया है।       10 साल में मार्च के पहले दो हफ्ते सबसे कम गर्म     इस साल मार्च के पहले दो हफ्ते बीते 10 साल में सबसे कम गर्म रहे। इस दौरान 2020 अपवाद रहा, जब पूरे माह में अधिकतम तापमान 36 के ऊपर नहीं गया। बाकी सालों में मार्च के दूसरे हफ्ते तक पारा 41 डिग्री तक पहुंचता रहा है। 2017 में मार्च में सबसे जल्दी गर्मी पडऩा शुरू हुआ। उस साल 12 तारीख को ही पारा 42 डिग्री पर पहुंच गया था।

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Kolar News 15 March 2022

बैतूल। ‎पेड़ों को बचाने के लिए इस बार शहर में‎ अधिकांश जगह गोबर की लकड़ी‎ (गौ काष्ठ) की होली जलेगी। पेड़ों को‎ कटने से रोकने तथा पर्यावरण को‎ प्रदूषण मुक्त रखने के लिए त्रिवेणी‎ गौशाला ने यह निर्णय लिया है।‎ शहर के 100 होलिका दहन समितियों को निशुल्क गोबर की लकड़ी‎ देने का ऐलान किया था। अब तक 85‎ होलिका दहन समिति को गोबर की‎ लकड़ी दी जा चुकी है। इन स्थानों पर‎ गोबर की लकड़ी की होली जलाई‎ जाएगी, लेकिन समिति की एक मात्र‎ शर्त है कि जिन्हें गोबर की लकड़ी दी‎ जाएगी, वहां लकड़ी नहीं जलाई जाएगी।‎ इसकी जांच समिति के सदस्य करेंगे।‎   इसके अलावा शहर में अन्य जगह भी‎ गोबर के कंडे की होली जलाने का‎ संकल्प लिया जा रहा है। कलार समाज‎ के लोगों ने भी पत्तों और कंडों की होली‎ जलाने का संकल्प लिया है।‎ समिति के सदस्य दीपक कपूर, मनीष‎ ठाकुर ने बताया कि लोग हरे भरे पेड़‎ काटकर होली जलाते हैं, इसे देखकर‎ पेड़ों को बचाने के लिए गौशाला समिति‎ होली समिति को गोबर की लकड़ी‎ (गौ काष्ठ) देने का फैसला लिया।‎ सदस्यों का मानना है कि गोबर जलने से‎ पर्यावरण शुद्धिकरण होता है, इसलिए यह‎ संकल्प लिया है। उन्होंने बताया कि‎ होलिका दहन पर हर साल लोग हरे पेड़‎ काटकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते‎ है। वहीं जंगल भी नष्ट करते है। इसलिए‎ यह अहम निर्णय लिया।‎   प्रत्येक समिति को 40‎ किलो गोबर की लकड़ी‎ त्रिवेणी गौशाला समिति एक जगह होलिका दहन के लिए दो बोरे यानी‎ 40 किलो गोबर की लकड़ी निशुल्क‎ दे रही है। समिति के सदस्य‎ दीपक कपूर ने बताया कि वन व‎ पर्यावरण संरक्षण के लिए गौशाला‎ द्वारा शहर की 100 होलिका दहन‎ समिति को दो बोरे गोबर से बनी‎ लकड़ी देने का निर्णय लिया था।‎ निशुल्क गोबर की लकड़ी देने के‎ लिए शहर के गंज, सदर और‎ कोठीबाजार के मोतीवार्ड में सेंटर‎ बनाए थे। इन सेंटरों से अब तक 85‎ समिति के सदस्यों ने गोबर की‎ लकड़ी ली है। उन्होंने बताया कि समिति‎ का यह अभियान बेहद सफल रहा।‎   समिति के 5 सदस्य दे रहे गोबर की लकड़ी, कर रहे पंजीयन‎ कपूर ने बताया कि गोबर की लकड़ी को लेकर लोगों में उत्साह है। शहर में होलिका‎ दहन समिति के लोग बड़ी संख्या में गोबर की लकड़ी लेने के लिए पहुंच रहे हैं। होलिका दहन‎ समिति के पांच सदस्यों के मोबाइल नंबर और नाम नोट करा रहे हैं। इसके अलावा उनका‎ पंजीयन करवाकर ही गोबर की लकड़ी दी जा रही है ताकि इसका दुरुपयोग न हो।‎   कलार समाज ने लिया कंडों की होली जलाने का संकल्प इधर शहर में कलचुरी कलार समाज ने इस बार कंडों से होली दहन करने का संकल्प लिया है। समाज के जिलाध्यक्ष प्रेमशंकर मालवीय ने बताया कि हर साल सैकड़ों हरे भरे पेड़ों को होलिका दहन के नाम पर काट दिए जाते हैं, जबकि पेड़ों का न काटकर कंडे से होली जलाकर पेड़ों को कटने से बचाया जा सकता है और पर्यावरण को भी सुरक्षित किया जा सकता है। वैज्ञानिक आधार पर माना जाता है कि कंडे की होली जलाना शास्त्र सम्मत भी है। यह त्यौहार हमारी संस्कृति और धार्मिक मान्यता का प्रतीक है। इसलिए हम सभी को कंडे की होलिका दहन करनी चाहिए।

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Kolar News 15 March 2022

इंदौर। इंदौर के प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के डिपार्टमेंट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन द्वारा आगामी 24 से 27 मार्च तक प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान यूजी कैंपस के परिसर में पांचवें प्रेस्टिज अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। समारोह में देश-विदेश की फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।   प्रेस्टिज एडुकेशन फाउंडेशन के डायरेक्टर हिमांशु जैन, सीओओ डॉ. अनिल बाजपेयी तथा आयोजन के समन्यवक प्रो जुबेर खान ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इस चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का उद्घाटन 24 मार्च को भारतीय फिल्म अवं रंगमंच जगत की जानी मानी हस्तियां, विशेष रूप से वैभव विशाल (लेखक) मानिनी मिश्रा (अभिनेत्री ) लता सबरवाल (अभिनेत्री ) राज शांडिल्ये (निर्देशक) स्वामिनंद किरकिरे (लेखक ) तथा प्रदेश सरकार की मंत्रियों की उपस्थिति में किया जाएगा।   अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के दौरान रसिया, फ्रांस सहित देश, विदेश के ख्याति प्राप्त निर्देशकों द्वारा निर्मित एवं निर्देशित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस फिल्म महोत्सव मे एमएच्योर तथा प्रोफेशनल केटेगरी में पद्मश्री एनएन जैन शार्ट फिल्म निर्माण प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जिसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को दिए गए थीम पर दस मिनट के अवधि का फिल्म निर्माण करना होगा। इन शार्ट फिल्मों का प्रदर्शन फ़िल्म महोत्सव के दौरान होगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अभी तक कई युवा छात्रों एवं फिल्मकारों द्वारा रेजिस्ट्रेशन करवाया जा चुका है। फिल्म समारोह के समापन पर जुरी सदस्यों द्वारा विभिन्न श्रेणियों में चयनित उत्कृष्ट फिल्मों को पुरस्कृत किया जाएगा।   उन्होंने बताया कि फ़िल्म महोत्सव के बीच ड्राइव इन सिनेमा, मास्टर क्लास, म्यूज़िकल प्ले और कॉन्सर्ट जे आयोजन के साथ साथ रेडियो जॉकी द्वारा फ़िल्म कलाकारों के साथ फ़िल्म विधा से संबंधित विषयों पर वार्तालाप किया जाएगा।   सोमवार को प्रसिद्ध अभिनेता सिद्धार्थ निगम तथा अभिनेत्री सुरभि मेहरा द्वारा अन्य अतिथियों की उपस्थिति में प्रेस्टीज अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह के डेंगलर का अनावरण किया गया। इस अवसर संस्थान के छात्रों द्वारा फ्लैश माब तथा अन्य रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गईं।

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Kolar News 14 March 2022

जबलपुर। डुमना एयरपोर्ट पर शनिवार को एयर इंडिया के एक विमान के रनवे से बाहर निकलने के बाद हवाई यातायात रोक दिया गया था। हादसे के करीब 32 घंटे बाद विमानों की आवाजाही फिर शुरू हो गई है। सोमवार सुबह से नियमित विमान सेवाएं शुरू हो गई हैं।   डुमना एयरपोर्ट पर बीते शनिवार को दिल्ली से जबलपुर आया एयर इंडिया का विमान रनवे पर सहीं जगह लैडिंग नहीं कर पाया। लैडिंग के लिए जिस निर्धारित बिंदु पर विमान को रूकना था वह नहीं रूका और स्टापर लाइट को तोड़ता हुआ 10 मीटर से ज्यादा दूरी पर बढ़ गया। एयरपोर्ट सूत्रों की मानें तो पायलेट ने विमान को रोकने के लिए इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया जिस वजह से झटके से विमान रूककर 90 डिग्री पर मुड़कर रनवे से नीचे उतर गया। इस घटना में विमान के चक्के दुर्घटनाग्रस्त हो गए। हालांकि यात्रियों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ लेकिन उनकी जान पर बन आई थी। बताते हैं कि यदि विमान चंद मीटर और आगे बढ़ता तो हादसा बढ़ा हो सकता था क्योंकि उसके आगे गड्डा था।   इस घटना के बाद एयरपोर्ट पर सभी उड़ानों को रोक दिया गया था। रविवार को जांच के लिए एयरपोर्ट अधिकारी आए। जिसमें डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन और एयर इंडिया के अधिकारी भी शामिल थे। उन्होंने घटना स्थल का मुआयना किया जिसके बाद विमान को रनवे से हटाने का सिलसिला देर शाम पूरा हुआ। इसके कुछ देर बाद रात्रि में ही विमानों की आवाजाही शुरू हो गई। हालांकि विमानों के समय को बदला गया था। बाद में सुबह से तय समय पर विमानों की उड़ान शुरू हो गई। स्पाइस जेट का मुबंई विमान सुबह 10.10 बजे यात्रियों को लेकर उड़ा।

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Kolar News 14 March 2022

भोपाल। राजस्थान एवं उससे लगे गुजरात पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस क्षेत्र में काफी गर्मी पड़ रही है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। हालांकि अभी रात्रिकालीन सर्दी का एहसास बना हुआ है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात राजधानी भोपाल का पारा 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में दक्षिणी राजस्थान एवं उससे लगे उत्तरी गुजरात पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस क्षेत्र में तापमान काफी बढ़ा हुआ है। प्रति चक्रवात के असर से गुजरात की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। हालांकि रेतीला एवं शुष्क क्षेत्र होने के कारण गुजरात में रात के समय मौसम ठंडा होने लगता है। इस वजह से रात में वहां से आने वाली हवा में ठंडक रहती है। इस वजह से रात के तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। अभी दो-तीन दिन तक दिन के तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला बना रहेगा। इस दौरान दिन के तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। उधर प्रदेश में सबसे अधिक 37 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा, खरगोन, राजगढ़ एवं नर्मदापुरम में दर्ज किया गया। सबसे कम 12 डिग्रीसे. तापमान रीवा, मंडला, मलाजखंड, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया।

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Kolar News 14 March 2022

जबलपुर। जबलपुर रेलवे स्टेशन पर बुकिंग काउंटर पर तैनात एक महिला क्लर्क पर यात्री को टिकट कम देने का आरोप लगा। इसके बाद बुकिंग क्लर्क को सस्पेंड कर पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं।   डीसीएम सुनील श्रीवास्तव के मुताबिक रविवार दोपहर को एक महिला यात्री ने प्लेटफार्म नंबर छह स्थित टिकट काउंटर पर सात टिकट खरीदने के लिए पैसा दिया था। यात्री महिला ने कुछ देर बाद जोर-जोर से चिल्लाते हुए आरोप लगाए कि बुकिंग काउंटर पर मौजूद महिला क्लर्क रंजना ने एक टिकट कम दिया है। इसी बात पर महिला यात्री और क्लर्क के बीच विवाद हो गया, दोनों महिलाओं में हो रहे इस विवाद का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।   मामला तूल पकड़ते ही रेलवे प्रशासन हरकत में आया और तत्काल महिला बुकिंग क्लर्क रंजना को निलंबित करते हुए मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। प्रकरण की सत्यता संज्ञान में आने पर प्रारंभिक कार्रवाई के तहत महिला बुकिंग क्लर्क को सस्पेंड किया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे विभागीय कार्रवाई होगी।

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Kolar News 13 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के मात्र 56 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 137 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10 लाख 40 हजार 692 हो गई है। वहीं, राहत की बात यह है कि राज्य में लगातार आठवें दिन कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार देर शाम जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। एक दिन पहले यहां 73 नये संक्रमित मिले थे।   कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 32,174 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 56 पॉजिटिव और 32,118 निगेटिव पाए गए, जबकि 160 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पॉजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत (संक्रमण की दर) 0.1 रहा। राज्य के 29 जिलों में कोरोना के नए मामले शून्य रहे, जबकि शेष जिलों में 10 से कम नये संक्रमित मिले हैं। वहीं, राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां आठ दिन से मृतकों की संख्या 10,733 पर स्थिर है।   प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 84 लाख 71 हजार 534 लोगों के सेम्पलों की जांच की गई। इनमें कुल 10,40,692 प्रकरण पाजिटिव पाए गए। इनमें 10,29,362 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें से 137 मरीज रविवार को स्वस्थ हुए। अब यहां सक्रिय प्रकरणों की संख्या 678 से घटकर 597 रह गई।   इधर, प्रदेश में 13 मार्च को शाम छह बजे तक दो हजार 508 लोगों का टीकाकरण किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक वैक्सीन के 11 करोड़, 42 लाख, 97 हजार, 574 डोज लगाई जा चुकी है।

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Kolar News 13 March 2022

ग्वालियर। सर्दी की विदाई के बाद मौसम में अब धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगी है। वर्तमान सीजन में रविवार को ग्वालियर शहर में पहली बार अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम में बढ़ती गर्मी के पीछे मौसम विज्ञानी दक्षिणी राजस्थान और उससे सटे उत्तरी गुजरात में बने प्रति चक्रवात को मुख्य वजह बता रहे हैं। मौसम के जानकारों का पूर्वानुमान है कि अगले दो से तीन दिनों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की और वृद्धि हो सकती है। बीते दस मार्च को पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद से ही मौसम शुष्क है जिससे तेज धूप निकल रही है और पश्चिम से शुष्क हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में रविवार को भी मौसम शुष्क रहा और तेज धूप निकली। साथ ही दिन भर पश्चिमी हवाएं चलती रहीं जिससे पिछले दिन की अपेक्षा आज अधिकतम तापमान में लगभग तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार रविवार को वर्तमान सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.9 डिग्री सेल्सियस कम है। रविवार सुबह वहां नमी 55 और शाम को 33 प्रतिशत दर्ज की गई। प्रति चक्रवात के प्रभाव से बढ़ा तापमान स्थानीय मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्तमान में दक्षिणी राजस्थान और उससे सटे उत्तरी गुजरात में प्रति चक्रवात बना हुआ है जिससे वहां गर्म हवाएं चल रही हैं। प्रति चक्रवात के असर से मध्यप्रदेश में गुजरात से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी कारण अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। हालांकि मरुस्थल होने के कारण रात के समय गुजरात में मौसम ठंडा हो जाता है। इस वजह से रात में गुजरात से मध्यप्रदेश में ठंडी हवाएं आती हैं इसलिए न्यूनतम तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं हो रही है। उपाध्याय ने बताया कि मौसम में अब गर्मी बढ़ेगी। अगले दो से तीन दिनों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की और वृद्धि हो सकती है।

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Kolar News 13 March 2022

भोपाल। हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र पर सक्रिय मौसम प्रणालियां समाप्त हो गई हैं। इससे मप्र के वातावरण में नमी आने का सिलसिला फिलहाल थम गया है। उधर शुक्रवार को राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात बन गया है। इसके प्रभाव से शनिवार से पूरे मध्यप्रदेश में दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने का दौर शुरू होने के आसार हैं। हालांकि रात के समय हवाओं का रुख उत्तरी बन रहने एवं बादल नहीं रहने के कारण रात का तापमान बढऩे की संभावना कम है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि हरियाणा पर बना पश्चिमी विक्षोभ एवं इसके असर से राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात समाप्त हो गया है। इसी तरह महाराष्ट्र से केरल तक बना ट्रफ भी समाप्त हो गया है। इससे वातावरण में नमी आने का सिलसिला कम हो गया है। इस वजह से मौसम शुष्क होने लगा है। उधर राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात बन गया है। उधर गुजरात में गर्मी के तेवर तीखे हो गए हैं। इस वजह से शनिवार से भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम संभागों के जिलों में दिन के तापमान में काफी तेजी आने के आसार हैं। उधर शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे.कम रहा। न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्रीसे. रिकार्ड किया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। आंशिक बादल बने रहने के कारण रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। उधर शुक्रवार को मौसम शुष्क रहने के साथ ही उत्तरी हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में बढ़ोतरी नहीं हुई।

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Kolar News 12 March 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश टूरिज्म और संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वधान में "हृदय दृश्यम" संगीत समारोह के पाँचवे संस्करण का भव्य आयोजन शनिवार, 12 मार्च से किया जा रहा है। पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने शुक्रवार को बताया कि 15 मार्च तक चलने वाले इस चार दिवसीय समारोह में भोपाल सहित चार प्रमुख शहरों में देश के ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ विदेशी कलाकार भी संगीतमय प्रस्तुति देंगे।   उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय संगीत कला को प्रदर्शित एवं संग्रहित करने के लिए प्रतिवर्ष यह समारोह आयोजित किया जाता है। समारोह की लोकप्रियता तथा लोगों के प्रति इसके रूझान को देखते हुए भोपाल और इंदौर के साथ बटेश्वर जिला मुरैना एवं मांडू जिला धार में भी प्रस्तुतियां आयोजित की जायेगी।   भोपाल में दो दिवसीय आयोजन संगीत समारोह का भव्य शुभारंभ शनिवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में शाम 4:45 बजे किया जाएगा। इसके साथ ही भोपाल के एतिहासिक और कलात्मक महत्व वाले प्रतिष्ठित स्थानों भारत भवन, रवींद्र भवन, जनजातीय संग्रहालय और ड्राइव-इन सिनेमा परिसर (होटल लेक व्यू) पर भी प्रस्तुतियां दी जाएगी।   समारोह के पहले दिन कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में शाम 5:30 बजे प्रसिद्ध कलाकार अमान अली बंगाश द्वारा सरोद वादन, 6:45 बजे अलमुडेना (स्पेन) द्वारा स्पेनिश फोक म्यूजिक की प्रस्तुति दी जायेगी। इसी दिन भारत भवन में शाम 6:45 बजे से पूर्वायन चटर्जी द्वारा सितार वादन, रवींद्र भवन में रात 8 बजे से पद्मश्री डॉ. भारती बंधु द्वारा कबीर गायन एवं सुफी संगीत तथा ड्राइव इन सिनेमा में रात 9 बजे पॉप सिंगर शैफाली द्वारा पॉप-रॉक म्यूजिक की प्रस्तुति दी जायेगी।   हृदय दृश्यम समारोह के दौरान 12 मार्च को कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय सभागार में दोपहर 3 बजे से जरदोजी पैटर्न डिजाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें प्रतिभागी गूगल फार्म के माध्यम से अपनी पैटर्न डिजाईन अपलोड करेंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। उत्कृष्ट पेटर्न डिजाईन बनाने वाले विद्यार्थी को 13 मार्च 2022 को ट्रायबल म्यूजियम में सम्मानित किया जाएगा। साथ ही 12 और 13 मार्च को रविंद्र भवन परिसर में शाम 5 से 8 बजे तक स्थानीय कारीगरों द्वारा गोंड आर्ट, ज्वेलरी और जूट से बने सजावटी हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।   समारोह के अगले दिन 13 मार्च को शाम 5:30 बजे जनजातीय संग्रहालय में विजय घाटे द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। इसी दिन भारत भवन में शाम 6:45 पर संतूर वादक राहुल शर्मा, रवींद्र भवन में रात 8 बजे पद्मश्री सोमा घोष एवं जोए अल्वारेस के साथ माटटियो फ्राबोनी (इटली) द्वारा फ्यूजन म्यूजिक की प्रस्तुति दी जाएगी। ड्राइव इन सिनेमा में रात 8.30 बजे लाइरन मेय्यूहास (इजराइल) द्वारा एथनिक संगीत की प्रस्तुति और ध्रुवा बैंड के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी।   इंदौर के रवींद्र नाट्य गृह में संतूर और सितार वादन समारोह में इंदौर के रवींद्र नाट्य गृह में 14 मार्च को शाम 6:30 बजे कलाकार राहुल शर्मा द्वारा संतूर वादन एवं पूर्वायन चटर्जी द्वारा सितार वादन की प्रस्तुति दी जायेगी।   बटेश्वर मंदिर परिसर में स्पेनिश फोक म्यूजिक मुरैना के प्रसिद्ध बटेश्वर मंदिर परिसर में 14 मार्च को शाम 6 बजे अलमुडेना (स्पेन) द्वारा स्पेनिश फोक म्यूजिक और अमान अली बंगाश द्वारा सरोद एवं तबला वादन किया जायेगा। बटेश्वर में प्रदर्शनी भी आयोजित की जायेगी।   मांडू में एथनिक संगीत और बांसुरी वादन समारोह के अंतिम दिन मांडू में शाम 6 बजे से अशर्फी महल परिसर में लाइरन मेय्यूहास (इजराइल) एथनिक संगीत की धुन छेड़ेंगे। इसके साथ ही कलाकार राकेश चौरसिया द्वारा बांसुरी वादन और माटटियो फ्राबोनी (इटली) द्वारा परकशन की प्रस्तुति दी जायेगी।   आयोजन में प्रदेश के स्थानीय कलाकारों को भी अपना कौशल दिखाने का अवसर दिया जाता है। गत वर्षो में भी विशाल जनसमूह के साथ भी बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय पर्यटक महोत्सव में शामिल हुए थे।

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Kolar News 11 March 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान वन विहार में स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले और बाड़ों में रखे गए शाकाहारी वन्य-प्राणियों की गणना पूरी हो गई। इस गणना में 1652 वन्य-प्राणी पाये गये। यह जानकारी वन विहार के संचालक एचसी गुप्ता ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि वन विहार में इस साल 24, 25 और 26 फरवरी को वन्य प्राणियों की गई गणना की गई थी। इस दौरान वन विहार में स्वतंत्र विचरण करने वाले 1516 वन्य-प्राणी पाये गये। इनमें 522 चीतल, 362 सांभर, 81 नील गाय, 90 जंगली सुअर, 257 मोर, 51 सियार, 60 लंगूर, 71 काले हिरण, तीन चौसिंगा, तीन सेही, 11 बारासिंगा, तीन जंगली बिल्ली और एक-एक चिंकारा एवं पेगोलिन शामिल हैं। गुप्ता ने बताया कि पिछले तीन वर्ष में चीतल, जंगली सुअर, मोर, लंगूर आदि की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वन विभाग ने इस साल अब तक 38 चीतल गांधी सागर मंदसौर और सिवनी अभयारण्य स्थानांतरित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि बारासिंगा, घड़ियाल और पहाड़ी कछुओं की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। 130 अन्य वन्य-प्राणी हैं मौजूद उन्होंने बताया कि वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में तीन सिंह, 13 बाघ, एक सफेद बाघ, 10 तेन्दुआ, 20 भालू, एक हायना, 13 मगर, दो गौर (वायसन), 28 पहाड़ी कछुआ, 33 जलीय कछुआ और छह घड़ियाल पाये गये। क्वारंटाइन सेंटर में हैं छह वन्य-प्राणी वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में छह वन्य-प्राणी क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गये हैं। इनमें एक तेन्दुआ और पांच अफ्रीकन कछुआ (कोर्ट केस) पाये गये।

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Kolar News 11 March 2022

भोपाल। नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने स्वच्छ सर्वेंक्षण-2022 के मानदंडों के अनुरूप तैयारियां नहीं करने पर दो मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किए गए।   नगरीय विकास आयुक्त श्रीवास्तव ने पन्ना जिले के अमानगंज नगर परिषद के प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्याम सुंदर तिवारी और बैतूल जिले की आठनेर नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी।

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Kolar News 11 March 2022

ग्वालियर। शहर के टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर में गुरुवार को उपनिरीक्षक (विभागीय) क्रमांक-13 की भव्य दीक्षांत परेड निकली। दीक्षांत परेड में 11 महिला प्रशिक्षु उपनिरीक्षक (विभागीय) सहित कुल 221 प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारियों ने लेकर स्वयं को देश की सेवा के लिए समर्पित किया। दीक्षांत परेड समारोह के मुख्य अतिथि विशेष महानिदेशक, बल मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल डॉ. एसएल थाउसेन के समक्ष प्रशिक्षु अधिकारियों ने शानदार परेड का प्रदर्शन किया।   परेड की शुरुआत मार्कर के परेड ग्राउण्ड पर आगमन से शुरू हुई। परेड ने वीरांगना लक्ष्मीबाई परेड स्थल पर सुसज्जित होकर पहले सीमा सुरक्षा बल अकादमी के महानिरीक्षक सह संयुक्त निदेशक एवं मुख्य प्रशिक्षक जेएस ऑबराय तथा अकादमी के अपर महानिदेशक, निदेशक पंकज गूमर को सलामी दी।   मुख्य अतिथि डॉ. एसएल थाउसेन ने परेड से पहले शहीद स्मारक, अजेय प्रहरी पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य अतिथि सीमा सुरक्षा बल के अश्वरोही दल की अगवानी में परेड स्थल पर पहुंचे और वहां परेड की सलामी ली। इसके बाद सुसज्जित परेड का निरीक्षण किया। इसी कड़ी में परेड कमाण्डर प्रशिक्षु शक्ति सिंह तथा सभी प्रशिक्षु अधिकारियों ने देश की एकता, अखण्डता व सम्प्रभुता को बनाये रखने के लिये अपने आपको समर्पित करने की शपथ ली।   मुख्य अतिथि डॉ. थाउसेन ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज आपका स्मार्ट टर्न आऊट, निपुण ड्रिल एवं जोश इस अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त किए आपके उच्च दर्जे के व्यावहारिक प्रशिक्षण, सक्षमता, आत्मविश्वास को जाहिर करता है। आपके द्वारा प्राप्त किए गए प्रशिक्षण को देखकर मैं पूर्णरूपेण आश्वस्त हूँ कि आप लोगों के हाथों में सीमा सुरक्षा बल का भविष्य पूरी तरह सुरक्षित है। मुझे यकीन है कि आप अपनी लगन, समर्पण एवं कठोर परिश्रम की बदौलत न सिर्फ सीमा सुरक्षा बल का, वरन् भारतवर्ष का नाम दुनिया में रोशन करेंगे।   उन्होंने कहा कि आपने आज अपने आपको राष्ट्र को समर्पित कर दिया है। आज के बाद राष्ट्रहित ही आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। सीमा सुरक्षा बल की तैनाती के दौरान कई बार आपको जोखिम भरे सख्त निर्णय लेने होंगे। ऐसे हालात में भी आपको कानून के दायरे में रहते हुए सच्चाई, गरिमा, ईमानदारी एवं निष्पक्षता के साथ कार्य करना होगा।   उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल देश के सर्वोत्तम सुरक्षा बलों में से एक है, जिसने 1971 के युद्ध में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। आज इसे विश्व के सबसे बड़े सीमा सुरक्षा बल होने का सम्मान भी प्राप्त है। इस बल ने तमाम मुश्किलों के बाद भी बेहतरीन परिणाम दिए है। अतः आपको सीमा सुरक्षा बल के सदस्य होने पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षु अधिनस्थ अधिकारियों के माता-पिता को अपने बच्चों को देश सेवा हेतु भेजने के लिए बधाई दी। परेड के उपरान्त डॉ. एसएल थाउसेन, पिपिंग सेरेमनी में प्रशिक्षु अधिनस्थ अधिकारियों और उनके अभिभावकों से मिले।   कठिन परिश्रम से गुजर रहे हैं प्रशिक्षु अधिकारी अकादमी के निदेशक पंकज गूमर, महानिरीक्षक सह संयुक्त निदेशक जे एस ऑबराय, उप महानिरीक्षक केएल शाह, द्वितीय कमान अधिकारी जय करण एवं सीओटी की प्रशिक्षण टीम के कुशल मार्गदर्शन में इन प्रशिक्षु अधिकारियों ने कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने आपको देश की सीमाओं की देखभाल के लिये सक्षम बनाया है। मानसिक सजगता, शारीरिक योग्यता तथा बुद्धि की तीक्ष्णता के आधार पर विभागीय स्पर्धा के माध्यम से चुने गए इन युवा अधिनस्थ अधिकारियों में 211 स्नातक तथा 10 स्नात्कोत्तर की शैक्षणिक योग्यता रखते हैं। पास आऊट होने वाले अधिकारी देश के अलग-अलग राज्यों से संबंध रखते हैं।   उपनिरीक्षकों (विभागीय) को 28 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण की भट्टी में फौलाद की तरह तपाकर सीमा सुरक्षा बल की कुशल प्रशिक्षण टीम ने प्रशिक्षित किया गया है। इन्हें शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, युद्ध कौशल,निशानेबाजी, बिना हथियार लड़ने की कला, विधि व कानून, मानवाधिकार अधिनियम, पुलिस की रोजमर्रा की कार्यवाही, आपदा प्रबंधन, मैप रीडिंग, सीमा की निगरानी आतंकवाद व उग्रवादियों से लड़ने का प्रशिक्षण दिया है। साथ ही वाहन चलाना, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, तैराकी, घुडसवारी और एडवेन्चर ट्रेनिंग का भी गहन प्रशिक्षण दिया गया है। ट्रेनिंग के दौरान इनके व्यक्तित्व को संवारने चरित्र निर्माण तथा नेतृत्व क्षमता को विकसित करने पर विशेष कार्यक्रम चलाये गये हैं। सीमा सुरक्षा बल की सामान्य ड्यूटी की 11 महिला उपनिरीक्षक (विभागीय) भी अपने 28 सप्ताह के कठिन तथा चुनौती पूर्ण प्रशिक्षण के बाद पास-आऊट हुई हैं।   इन श्रेष्ठ प्रशिक्षु अधिकारियों को मिले पदक ट्राफी का नाम              - उप निरीक्षक (विभागीय) बैटन ऑफ ऑनर(सर्वोत्तम प्रशिक्षु)              - अंकित कुमार नरेशयादवट्रॉफी(ड्रिल में सर्वोत्तम)              - शक्ति सिंह उप्पलट्राफी (बाहरी प्रशिक्षण में सर्वोत्तम) - आरती महानिदेशक ट्रॉफी (आन्तरिक प्रशिक्षण में प्रथम) - अनिल कुमार वाधवा ट्राफी (निशानेबाजी में सर्वोत्तम) - सुरेन्द्र कुमार मेघवाल चंदेल ट्राफी (शारीरिक प्रशिक्षण एवं खेल में सर्वोत्तम) - ललित सुथार विकास भारद्वाज (कम्प्यूटर में सर्वोत्तम) - मुकेश कुमार   दीक्षांत परेड के अवसर पर अन्य अधिकारी व कार्मिक, ग्वालियर से प्रतिष्ठित अतिथि, प्रशिक्षु अधिनस्थ अधिकारियों के परिवारजन भी उपस्थित थे। परेड़ के समाप्त होने के पश्चात उपस्थित अभिभावकों तथा दर्शकों के मनोरंजन के लिये शानदार डॉग शो, चेतक शो तथा जांबाज शो का आयोजन किया गया, जिसका लोगों ने बहुत आनन्द उठाया।

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Kolar News 10 March 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल चित्तौडग़ढ़-नीमच खंड में चल रहे दोहरीकरण कार्य के तहत जावद रोड एवं बिसलवास कलां स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के लिए 12 ट्रेनों को निरस्त किया गया है। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने गुरुवार को बताया कि गाड़ी संख्या 19329 इंदौर उदयपुर एक्सप्रेस, इंदौर से 12 एवं 13 मार्च को चलने वाली निरस्त रहेगी। गाड़ी संख्या 19330 उदयपुर इंदौर एक्सप्रेस, उदयपुर से 13 एवं 14 मार्च को उदयपुर से चलने वाली निरस्त रहेगी। गाड़ी संख्या 05833 कोटा मंदसौर स्पेशल 11 से 13 मार्च तक, गाड़ी संख्या 05835 मंदसौर उदयपुर स्पेशल 12 से 14 मार्च तक, गाड़ी संख्या 05836 उदयपुर मंदसौर स्पेशल 12 से 14 मार्च तक, गाड़ी संख्या 05834 मंदसौर कोटा स्पेशल 12 से 14 मार्च तक, गाड़ी संख्या 14801 जोधपुर इंदौर एक्सप्रेस, जोधपुर से 12 से 14 मार्च तक, गाड़ी संख्या 14802 इंदौर जोधपुर एक्सप्रेस, इंदौर से 12 से 14 मार्च तक, गाड़ी संख्या 19333 इंदौर बीकानेर एक्सप्रेस, इंदौर से 12 मार्च को चलने वाली, गाड़ी संख्या 19334 बीकानेर इंदौर एक्सप्रेस, बीकानेर से 13 मार्च को चलने वाली, गाड़ी संख्या 22901 बान्द्रा टर्मिनस उदयपुर एक्सप्रेस,बान्द्रा टर्मिनस से 12 मार्च को चलने वाली, गाड़ी संख्या 22902 उदयपुर बान्द्रा टर्मिनस एक्सप्रेस, उदयपुर से 13 मार्च को चलने वाली निरस्त रहेगी।

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Kolar News 10 March 2022

मंदसौर। मध्य प्रदेश के रतलाम और मंदसौर जिले में गत दिवस भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। गेहूं की फसलें खेतों में आड़ी पड़ गई। कलेक्टर गौतम सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने गुरुवार को संयुक्त रूप से वर्षा एवं ओलावृष्टि से हुई फसल नुकसानी के लिए ग्राम भालोट, जवासिया करनाखेड़ी एवं झारड़ा के खेतों में पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने किसानों से कहा कि आगामी 10 दिनों में सर्वे का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो जाएगा। किसानों को किसी प्रकार से घबराने की आवश्यकता नहीं है।   कलेक्टर और एसपी ने खेतों में पहुंचकर फसल नुकसानी का जायजा लेने के बाद किसानों से विस्तार से चर्चा की तथा उनकी समस्या को सुना। उन्होंने समस्या के समाधान के लिए तुरंत आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि सर्वे होने के पश्चात सर्वे लिस्ट को पंचायत में चस्पा भी की जाएगी। जिससे किसान देख सके कि किन किन किसान के खेत का सर्वे हुआ और किसका नहीं। अगर उस लिस्ट में किसी किसान का नाम नहीं है, तो उसकी तुरंत संबंधित अधिकारी को सूचना प्रदान करें। सर्वे के दौरान संबंधित खेत के किसान को भी साथ में रखा जाएगा तथा उसके हस्ताक्षर लिए जाएंगे।   निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अफीम की फसल, अलसी, गेहूं, चना, मेथी, सरसों आदि फसलों को देखा। सर्वे के दौरान किसान बंशीलाल गुर्जर ने कलेक्टर से कहा कि अफीम की फसलों में जो नुकसान हुआ है। उसके सर्वे के लिए राजस्व विभाग एवं नारकोटिक्स विभाग का एक संयुक्त दल बनाकर इसका भी सर्वे कराया जाए। जिससे किसानों को अफीम की फसल में जो नुकसान हुआ है। उसमें भी राहत मिल सके।

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Kolar News 10 March 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होते हुए अजमेर-बान्द्रा टर्मिनस-अजमेर के मध्य दो फेरा स्पेशल साप्ताहिक ट्रेन का परिचालन स्पेशल किराया के साथ किया जाएगा। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने बुधवार को बताया कि होली त्योहार के दौरान गाडियों में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए रतलाम मंडल के रतलाम स्टेशन पर ठहराव के साथ गाड़ी संख्या 09621/09622 अजमेर बान्द्रा टर्मिनस अजमेर सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन स्पेशल किराया के साथ किया जाएगा। गाड़ी संख्या 09621 अजमेर बान्द्रा टर्मिनस सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस 20 एवं 27 मार्च रविवार को अजमेर से 06.35 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम स्टेशन(17.40/17.50 रविवार) होते हुए 04.15 बजे सोमवार को बान्द्रा टर्मिनस पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09622 बान्द्रा टर्मिनस अजमेर सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन 21 एवं 28 मार्च सोमवार को बान्द्रा टर्मिनस से 11.15 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम स्टेशन(21.30/21.40 सोमवार) होते हुए मंगलवार को 09.10 बजे अजमेर पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में किशनगढ़, जयपुर, सवाई माधोपुर, कोटा, रामगंजमंडी, भवानीमंडी, रतलाम, वडोदरा, सूरत, वापी एवं बोरीवली स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में एक सेकंड एसी, चार थर्ड एसी, सात स्लीपर एवं छ::सेकंड सीटिंग के कोच रहेंगे।

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Kolar News 9 March 2022

गुना। बीती रात अचानक मौसम बदलने से जिले के कई इलाकों में बारिश हुई। कुछ गांव में ओले भी गिरे हैं। इससे खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। धनिया, गेंहू और चने की फसलों में नुकसान हुआ है। बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया है।   मंगलवार सुबह से कड़ी धूप रहने के बाद शाम को अचानक मौसम में बदलाव आया। रात में पारा एकदम से 3 डिग्री तक लुढ़क गया। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से लुढ़ककर 13 डिग्री तक आ गया। शहर में भी देर रात 12 बजे के आसपास बारिश हुई। बमोरी इलाके में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। देर रात तेज हवाओं के साथ पानी की बौछारें पड़ीं।   बमोरी में गिरे ओले   बमोरी इलाके के कई गाँव मे जोरदार बारिश के साथ ओले गिरे हैं। जौहरी, जैतपुरा गांव में आंवले के आकार के ओले गीते। इससे खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। गेंहू, धनिया और चने की फसल आड़ी हो गयी। कई खेतों में 70-80 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। बमोरी प्रभारी तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा ने बताया कि इन गांव में ओले गिरने की सूचना मिली है। वह खुद मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे हैं।

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Kolar News 9 March 2022

सिवनी। जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत पेंच मोगली अभयारण्य, परिक्षेत्र कुरई के बीट पश्चिम खामरीठ के कक्ष क्रमांक आर.एफ. 630 में मंगलवार की सुबह 9.20 बजे गश्ती दल को 12वर्षीय एक नर बाघ मृत अवस्था में मिला। जिसका शव दाह वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया है।   मुख्य वनसंरक्षक एवं क्षेत्र संचालक पेंच टाईगर रिजर्व अशोक कुमार मिश्रा ने बुधवार सुबह हि.स. को बताया कि मंगलवार की सुबह पेंच मोगली अभयारण्य, परिक्षेत्र कुरई के बीट पश्चिम खामरीठ के कक्ष क्रमांक आर.एफ. 630 में गश्ती दल को गश्ती के दौरान 12वर्षीय एक नर बाघ मृत अवस्था मेे मिला। इस दौरान पेच प्रबंधन अमले द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी कर क्षेत्र को सुरक्षित किया गया और क्षेत्र संचालक, अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य, परिक्षेत्र अधिकारी कुरई एवं अन्य अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे, और घटना स्थल का निरीक्षण किया। कान्हा टाइगर रिजर्व एवं पश्चिम छिंदवाड़ा वनमण्डल छिंदवाड़ा से डॉग स्क्वाड को बुलाकर आस-पास के वन क्षेत्र का गहन निरीक्षण कराया गया। कोई संदिग्ध गतिविध नहीं पाई गई। बताया गया कि कान्हा टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल एवं विकासखण्ड पशु चिकित्सा अधिकारी, कुरई डॉ. अमित रैकवार, अशोक कुमार मिश्रा, क्षेत्र संचालक, आशीष कुमार पाण्डेय, अधीक्षक पेंच मोगली अभ्यारण्य, विलास डोंगरे, परिक्षेत्र अधिकारी, कुरई, एन.टी.सी.ए. के प्रतिनिधि राजेन्द्र भिन्डारकर, वाईल्डलाईफ बायोलॉजिस्ट एवं अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में शव परीक्षण किया गया। बाघ के समस्त अवयव सुरक्षित पाये गये।   परीक्षण के दौरान मृत बाघ के दोनों अगले पैरों पर अन्य बाघ के कैनाईन मार्क स्पष्ट रूप से दिखाई दिये, अगले दाहिने पंजे की हड्डी भी टूटी मिली एवं साथ ही गर्दन पर भी गंभीर घाव पाये गये। वन्यप्राणी चिकित्सक एवं पशु चिकित्सक द्वारा मृत्यु का प्रथम दृष्टया कारण अन्य बाघ से संघर्ष होना बताया गया। शव परीक्षण उपरांत आवश्यक अवयवों को प्रयोगशाला परीक्षण हेतु संरक्षित किया गया। एन.टी.सी.ए. द्वारा निर्धारित एस.ओ.पी. का पालन करते हुए समस्त प्रक्रिया की गयी। शव परीक्षण उपरांत बाघ के शव को पूर्ण रूप से जलाकर नष्ट किया गया।

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Kolar News 9 March 2022

रतलाम। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजन किए गए। समाजसेवियों तथा विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभावान महिलाओं को सम्मानित किया गया तथा सरकारों द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों की चर्चा भी की गई। सभी संस्थाओं में महिला सशक्तिकरण को और अधिक कारगर और मजबूत बनाने के लिए विभिन्न महिला वक्ताओं ने सुझाव दिए। वहीं आज शहर के विभिन्न थानों पर महिला पुलिसकर्मियों ने यातायात व्यवस्था संभाली।   महिला दिवस के मौके पर शहर के सभी ट्रैफिक पॉइंट पर आज केवल महिला कर्मियों ने ही यातायात व्यवस्था संभाली। महिला दिवस के मौके पर सभी महिला पुलिसकर्मियों ने यातायात व्यवस्था की मुश्किल ड्यूटी को निभाने का निर्णय लिया। वहीं आम दिनों की बजाय आज रतलाम पुलिस की ट्रैफिक व्यवस्था चाक-चौबंद नजर आई। इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं द्वारा हर तरह की ड्यूटी निभाने का संदेश समाज को देना था। रतलाम के सैलाना बस स्टैंड चौराहा ,दो बत्ती चौराहा, और फव्वारा चौक पर रतलाम पुलिस की सभी महिला कर्मियों ने ट्रैफिक व्यवस्था का मोर्चा संभाला है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लीड कर रही डीएसपी एमबी सुराणा ने बताया कि इससे ना सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था बल्कि उसमें आ रही बाधाओं को भी महिला पुलिस कर्मियों ने बखूबी दूर किया है। आयोजन का उद्देश्य समाज को यह संदेश देना है कि महिलाएं हर तरह की मुश्किल ड्यूटी करने में सक्षम है।   केंद्र व राज्य सरकार ने महिलाओं के उत्थान के अनेक कार्य किए सेंट्रल गवर्नमेंट एवं रेलवे पेंशनर एसोसिएशन के तत्वाधान में महिला समिति द्वारा सेवानिवृत्त पेंशनरों के सम्मान के साथ सेवानिवृत्ति के बाद स्वास्थ्य पर संगोष्ठी का आयोजन पूर्व महापौर एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनीता यार्दे, स्टेट बैंक आफ इंडिया मुख्य ब्रांच प्रबंधक दीपिका यादव, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनामिका अवस्थी, यूनियन बैंक की सविता तिवारी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। पेंशनर एसोसिएशन की वयोवृद्ध हंसी शिवानी का शाल श्रीफल स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया. उन्होंने सभी महिलाओं को गिफ्ट प्रदान की गई। सुनीता यार्दे ने कहा कि आज देश में नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में शिवराज सिंह महिलाओं के सशक्तिकरण एवं विभिन्न योजनाओं से महिलाओं का उत्थान कर रहे हैं । निश्चित रूप से हम अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं कि कई वर्षों के बाद महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं फ्रंट लाइन में लाया जा रहा है। डॉक्टर अवस्थी ने कहा कि रेल सेवा के दौरान भी और रेल सेवा के बाद भी रेल एकमात्र ऐसा विभाग है जो स्वास्थ्य सेवाएं जारी रखता है, आपने सभी महिलाओं से यह अनुरोध किया कि आप अपने आप को स्वस्थ रखें तथा सामाजिक दायित्व का निर्वाह करें रेलवे की दी गई स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें। दीपिका यादव ने कहा कि आज सेवानिवृत्त महिलाओं के बीच उपस्थित होकर मैं अभीभूत हूं, आपने ग्रीन कार्ड की योजना, एटीएम, पासबुक प्रिंट, लाइव सर्टिफिकेट, फैमिली पेंशन आदि सभी मुद्दों पर अपनी बात रखी और किसी भी समस्या के लिए आपने अपना मोबाइल नंबर भी सबको दिया जिससे किसी भी समय मुझसे बात कर सकते हैं।   विद्युत मंडल में महिलाकर्मियों का सम्मान मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के शहर संभाग रतलाम में कार्यपालन यंत्री विनय प्रताप सिंह के द्वारा कार्यालय में कार्यरत महिला कर्मचारियों का सम्मान किया गया।   एमआर यूनियन ने महिलाओं को प्रतिक चिन्ह भेंट किए एम.आर. यूनियन द्वारा कार्यालय पर विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अध्यक्षता करते हुए शाखा अध्यक्ष कॉम अश्विनी शर्मा ने महिला शक्ति को नमन करते हुए कहा कि महिला दिवस सांकेतिक रूपसे एक दिन मनाया जाता है जबकि साल का प्रत्येक दिन महिलाओं का ही होता है। मुख्य अतिथि के रूप में गीता देवी राठौर और विशेष अतिथि के रूप में डॉ गीता दुबे मंचासीन रही । डॉ दुबे ने अपनी स्व रचित कविता के माध्यम से सभी को महिला दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम के पश्चात विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिला प्रतिनिधियों शोभा नेनानी (दूरसंचार विभाग), दीपिका मरमट (पुलिस), रूबीका देवांग ( जिला खेल अधिकारी),जीनत स्टीफन (ब्लड बैंक), कविता तिवारी (बैंक), सोनू अकोदिया (आंगनवाड़ी) आदि को पुष्प हार पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।   महिला सुरक्षा कानून के संबंध में जानकारी दी जन शिक्षण संस्थान ने विभिन्न गांवों से प्रशिक्षण लेने वाली लगभग 250 महिलाओं व अनुदेशिकाओं का सम्मान कर प्रमाणपत्र प्रदान किये गए। इस अवसर पर महिला सुरक्षा कानून पर कार्यक्रम की अध्यक्षा एडवोकेट प्रीति सोलंकी द्वारा विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

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Kolar News 8 March 2022

पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासियों का प्रणय पर्व के रूप में जाना जाने वाला भगोरिया पर्व आदिवासी प्रधान झाबुआ, आलीराजपुर खंडवा आदि जिलों में 11 मार्च से मनाया जाएगा। इस लोक पर्व को लेकर आदिवासियों में बड़ा उत्साह रहता है। जिले से दूरस्थ स्थानों की ओर काम (मजदूरी) पर गए आदिवासी मजदूर इस लोक पर्व के मद्देनजर अपने घर लौटने लगे हैं। आदिवासी संस्कृति के इस पर्व का आगाज़ होली के सात के दिन पूर्व से हो जाता है। और इन जिलों में होली पूर्व लगने वाले सभी हाट बाजार भगोरिया हाट कहे जाते है। पिछले दो वर्षो में कोरोना महामारी के चलते एक अज्ञात भय लोगो में समाया था, हालांकि फिर भी झाबुआ आलीराजपुर जिलो में भगोरिया हाट उसी शिद्दत से भरे थे। इस प्रणय पर्व की मस्ती, गत वर्ष कोरोना पर भारी पड़ी थी। वास्तविकता में पिछले साल शासन प्रशासन की कोरोना गाइड लाइन को पूरी तरह नकार दिया गया था, परिणामस्वरूप कोरोना महामारी ने जिले में कहर बरपाया था। वैसे इस वर्ष कोरोना संकट नही के बराबर है, फिर भी प्रशासन को इन हाट बाजारों के दौरान भारी भीड़ को नियंत्रित करना होगा, वरन् महाराष्ट्र, गुजरात राज्य से लौटने वाले कामगारों में यदि कोई संक्रमित हुआ तो जिले में संक्रमण फैलने की स्थिति निर्मित हो सकती है। जिले में कोरोना नहीं के समान है, और प्रशासनिक रूप से भी इन हाट बाजारों पर कोई बंदिश नहीं रहेगी, इसलिए ये हाट इस वर्ष पूरे शबाब पर रहने वाले हैं, ऐसे में जिला प्रशासन को एहतियात बरतने की बहुत जरूरत है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (cmho) डॉ. जे. एस. ठाकुर से जिले में कोरोना संक्रमण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि "जिले में अभी दो चार केस आ रहे हैं। इनमें भी कोई हास्पिटलाइज नहीं है। अभी तक कोरोना से कोई भी मौत नहीं हुई है।" अतिरिक्त जिला कलेक्टर जे. एस. बघेल भगोरिया के संबंध में यह पूछे जाने पर कि क्या इन हाट बाजारों पर कोई बंदिश होगी ? एडीएम ने "हिन्दुस्थान समाचार" को बताया "कि नहीं इन हाट बाजारों पर कोई बंदिश नहीं रहेगी, किन्तु सबको आवश्यक रूप से मास्क लगाना चाहिए।"

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Kolar News 8 March 2022

भोपाल। कोरोना के वेरिएन्ट को बताने वाली "जिनोम सीक्वेंसिंग" की जाँच "एम्स भोपाल" की प्रयोगशाला में शुरू हो गई है। प्रदेश में होल जिनोम सीक्वेंसिंग (डब्ल्यू.जी.एस) जाँच के लिये एम्स भोपाल को नामांकित किया गया है। एम्स भोपाल को जिनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशाला संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बजट भी दिया गया है।   स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने मंगलवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि एम्स भोपाल में जिनोम सीक्वेंसिंग जाँच शुरू होने से सभी आवश्यक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय-सीमा में (सोर्स-कोव-2) "होल जिनोम स्वीस्वेंसिग" की रिपोर्ट को प्राप्त करना संभव हुआ है। प्रदेश के 25 जिलों के जनवरी और फरवरी माह के 197 सेम्पल की जाँच रिपोर्ट जारी की गई है।   उन्होंने बताया कि एम्स द्वारा जिनोम सीक्वेंसिंग की जानकारी आईएचआईपी पोर्टल और अंतरराष्ट्रीय जीआईएसएआईडी डेटाबेस में प्रविष्टि भी की गई है। प्रदेश में जिनोम सीक्वेंसिंग जाँच सुविधा होने से मंहगे रिएजेन्ट पर होने वाले व्यय को नियंत्रित किया जा सका है।   स्वास्थ्य आयुक्त ने बताया कि होल जिनोम सीक्वेंसिंग की जाँच से सोर्स-कोव-2 की संभावित नई प्रजातियों में वायरस के बर्ताव, जेनेटिक कोड, म्यूटेशन आदि का अध्ययन किया जाता है। इससे कोविड-19 के नवीन स्ट्रेन्स (अल्फा, डेल्टा, डेल्टा प्लस, ऑमिक्रॉन आदि) की जानकारी प्राप्त कर उनके प्रसार की रोकथाम के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाती है।   पूर्व में प्रदेश में जिनोम सीक्वेंसिंग जाँच की सुविधा नहीं होने पर भारत सरकार द्वारा चिन्हांकित रीज़नल जिनोम सीक्वेंसिंग लेबोरेटरी में सेम्पल भेजे जाते रहे हैं।

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Kolar News 8 March 2022

झाबुआ। गत दिवस शिवालयों में स्थापित नन्दी की प्रतिमा पानी पीने का समाचार सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिले के नगरीय इलाकों सहित ग्रामीण अंचलों में आस्था का एक विस्मयकारी आयाम आकार लेने लगा। इसे देवीय चमत्कार मानते हुए देखते ही देखते शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और महिला, पुरुष एवं बच्चे नन्दी प्रतिमा को जलपान कराने लगे। शनिवार को यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। दूसरे दिन रविवार को भी कई श्रद्धालु नन्दी प्रतिमा को जलपान कराते हुए नजर आए। इन श्रद्धालुओं में सभी वर्ग के लोग शामिल हैं। मंदिरों में जल समर्पित कर रहे महिलाओं और पुरुषों ने बताया कि उनके द्वारा समर्पित जल को नन्दी भगवान ने स्वीकार कर लिया है। जिले में विभिन्न स्थानों पर शिवालयों में शनिवार को देर रात तक भीड़ जुटी रही। रविवार को भी झाबुआ में तालाब किनारे स्थित प्राचीन शिवालय, मेघनगर के शिव मंदिर, बामनिया के बिरला द्वारा स्थापित टेकरी मंदिर सहित पेटलावद और थान्दला के देवी अहिल्या द्वारा स्थापित शिवालयों एवं ग्रामीण अंचलों के शिवालयों में श्रद्धालु जलपान कराने पहुंचे। "विज्ञान पदार्थों की गुण धर्म के आधार पर व्याख्या करता है, और वहां भावनाओं को तरजीह नहीं दी जाती, इसलिए विज्ञान की कसौटी पर यह सब आधारहीन करार दिया जाता है। विज्ञान इसे किसी भी प्रकार का चमत्कार नहीं मानते हुए केवल एक सायफन क्रिया मात्र मानता है, जबकि श्रद्धा के रूप में यह एक देवीय चमत्कार है।" बामनिया के टेकरी मंदिर के पुजारी श्रीमद्भागवत कथा वाचक पंडित भगवती प्रसाद, काशी विश्वनाथ मंदिर थान्दला के पुजारी कैलाश गिरि एवं पंडित सुरेन्द्र आचार्य ने बताया कि "यह विषय आस्था का है। वैसे तो पाषाण जल को अपने में समाहित नहीं करता, किन्तु पाषाण जब प्रतिमा का स्वरूप ग्रहण कर लेता है, हमारी आस्था बलवती हो जाती है और आन्तरिक प्रेम जागृत हो जाता है तो प्रतिमा कभी हंसती हुई, कभी बात करती हुई और कभी श्रद्धा से निवेदित किया गया जल अथवा भोजन भी ग्रहण करती हुई प्रतीत होने लगती है।"

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Kolar News 6 March 2022

भोपाल। बंगाल की खाड़ी से हवाओं के साथ आ रही नमी के कारण पिछले दो दिनों से पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश हो रही है। इसी क्रम में रविवार को भी छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट एवं बैतूल जिले में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार से इंदौर, भोपाल, उज्जैन संभागों के जिलों में भी बादल छाने के साथ वर्षा होने की संभावना है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में ईरान पर एक तीव्र आवृति वाला पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। ईरान पर बना पश्चिमी विक्षोभ रविवार को पाकिस्तान के आसपास आ सकता है। इसके प्रभाव से रविवार को राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात के बनने की संभावना है। इस वजह से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होने के भी आसार है। एक ट्रफ उत्तर प्रदेश पर सक्रिय है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में एक गहरा अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। सोमवार से इंदौर, भोपाल, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे का सिलसिला भी शुरू हो सकता है।   मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. कम रहा। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। यह भी शुक्रवार के न्यूनतम 15.4 डिग्री से. के मुकाबले 0.4 डिग्री से. कम रहा। वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तर-पूवी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही हवाओं के कारण दिन-रात के तापमान में गिरावट हो रही है।

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Kolar News 6 March 2022

रतलाम। इस बार कुछ पंचांग निर्माणकर्ताओ ने किसी कारणवश 16 मार्च को ही होलिका दहन के विषय पर बदला गया है, साथ ही भद्रा को लेकर भी कई विद्वतजनों में संशय उत्पन्न हो रहा था , इसी बिंदु को मध्य नजर रखते हुए ज्योतिषाचार्य पं. बजरंग गिरी महाराज के नेतृत्व में मारुती ज्योतिष अनुसंधान केंद्र, बिलपांक पर ज्योतिषाचार्य पं.संजयशिवशंकर दवे, भागवताचार्य पं.चेतन शर्मा, आचार्य पं.शिवम शुक्ल शास्त्री, पं.हरिओम शर्मा, पं. ओमप्रकाश की उपस्थिति में बैठक की गई और सर्वसम्मति से होलिका दहन के विषय पर विस्तृत चर्चा की गई ताकि विप्रबंधु के संशय का निश्चित रूप से समाधान हो सके । इस बार 17 मार्च होलिका दहन को भद्रा दिन की 1.29 से आरंभ हो रही है जो कि रात की 12.09 तक विद्यमान रहेगी , होलिका दहन में भद्रा का मुख नहीं लिया जाता है , ऐसी स्थिति में सांयकाल प्रदोष काल सहित रात्रि काल में होलिका दहन किया जा सकता है । इस बार होली का दहन तुला लग्न में किया जाएगा और इस बार तुला लग्न का आरंभ रात्रि 20.29 से 22.44 तक रहेगा शुभमुहूर्त , इस लग्न में होलिका दहन सभी मनोकामना की सिद्धि और सभी अनिष्ट निवारण के लिए अच्छा और उपयुक्त रहेगा, ज्योतिषाचार्य पं.संजय शिवशंकर दवे ने बतलाया इस बार होली का दहन उदित की चतुर्दशी तिथि में किया जाएगा । 17 मार्च को दोपहर में 1.31 के उपरांत पूर्णिमा तिथि आरंभ हो रही है जो अगले दिन 18 मार्च को दोपहर 12.48 पर पूर्ण होगी । 18 मार्च को रात्रि में पूर्णिमा तिथि न होने के चलते ही 1 दिन पूर्व चतुर्दशी तिथि के उदित में ही मध्य रात्रि जब रात्रि में जब पूर्णिमा उपस्थित रहेगी उसी समय होलिका दहन किया जाएगा। इसी कारण 17 मार्च को होलिका दहन किया जा रहा है । पं.बजरंग गिरी जी महाराज ने बतलाया कि इस बार भद्रा का वास स्वर्ग में है जो कि अतिशुभ फलदाई रहेगी। साथ ही दिन की भद्रा में रात्रि का दोष नहीं होता है। दिन में आरंभ हुई भद्रा का सूर्यास्त के बाद कोई दोष नहीं होता तथा सूर्यास्त के बाद शुभ कार्य किए जा सकते हैं । भद्रा का मुख नहीं लिया जा सकता परंतु मध्य व पश्चात का समय लिया जा सकता है इसीलिए इस बार 17 मार्च को प्रदोष काल में 6.33 से रात्रि 8.58 तक होलिका दहन किया जा सकता है । इसी प्रकार से भद्रा पुच्छ उसमें रात्रि 9.30 से 10.15 तक भी होलिका दहन का शुभसमय रहेगा 

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Kolar News 3 March 2022

इंदौर। बैरसिया के समीप स्थित गौशाला में हुई गायों की मौत के बाद इंदौर में डेढ़ सौ गायों के कंकाल मिलने का मामला सामने आया है। हिंदूवादियों के हंगामे के बाद खुड़ैल थाना पुलिस ने गौशाला के प्रबंधक को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके पर मिले गायों के कंकाल से 21 बिल्ले एकत्र किए हैं। पुलिस ने आरोपित पर गोवंश प्रतिषेध के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना शहर से करीब 30 किमी दूर स्थित अहिल्या माता जीवदया मंडल ट्रस्ट द्वारा मौध्यापुरा, पेडमी में संचालित गौशाला की है। ट्रस्ट का मुख्यालय केसरबाग रोड पर है। पुलिस ने फरियादी मनोज तिवारी की शिकायत पर आरोपित मैनेजर अशोक रामदीन पस्तोर के विरुद्ध गौवंश प्रतिषेध के तहत केस दर्ज किया है। डीएसपी (मुख्यालय) अजय वाजपेयी ने बताया कि कंकाल गौशाला के पीछे खाली मैदान में पड़े हुए थे।   फरियादी मनोज तिवारी ने पुलिस को बताया कि बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे वह अपने साथियों के साथ अहिल्या माता गौशाला में गोसेवा के लिए गया था। उसने देखा कि गौशाला के पीछे डेढ़ सौ गायों के कंकाल पड़े हुए थे। वहां गिद्ध मंडरा रहे थे। मनोज ने प्रबंधन से घटना के बारे में पूछा और कंकालों की वीडियो रिकार्डिंग कर इंटरनेट मीडिया पर जारी कर दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण जमा हो गए और पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने ताबड़तोड़ प्रकरण दर्ज कर देर रात गौशाला के प्रबंधक अशोक पस्तोर को पकड़ लिया। रात में ही मुख्यालय से अधिकारी गौशाला पहुंचे और अशोक पस्तोर व चौकीदार लक्ष्मण से पूछताछ की। चौकीदार ने पुलिस को बताया कि गौशाला में उन गायों को लाया जाता है जो बीमार और कमजोर होती हैं और ग्रामीण जंगलों में छोड़ देते हैं।

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Kolar News 3 March 2022

भोपाल। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवाओं का रूख बदल गया है। साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण गुरुवार को शहर में आंशिक बादल छाए रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर, शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्यप्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छा सकते हैं और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। बुधवार को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य रहा था। यह मंगलवार के अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 1.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था।

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Kolar News 3 March 2022

भोपाल। आजादी की 75वीं वर्ष गाँठ पर मनाये जा रहे अमृत महोत्सव के उपलक्ष में चंडीगढ़ स्पेशल हैंडलूम एक्स-पो में मध्यप्रदेश के रेशम बुनकर अपनी कला और कौशल से निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। एक्स-पो में उपलब्ध सामग्री सैलानियों के लिए रियायती दरों पर उपलब्ध रहेंगी। एक्स-पो 10 मार्च से 30 मार्च 2022 तक होगा।   आयुक्त रेशम विशेष गढ़पाले ने बुधवार को बताया कि मध्यप्रदेश सिल्क फेडरेशन तथा भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय, विकास आयुक्त हथकरघा नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप एक्स-पो का आयोजन किया जाएगा। एक्स-पो चंडीगढ़ शहर के सेक्टर 17, सर्कस मैदान में होगा।   उन्होंने बताया कि 14 दिवसी एक्स-पो में मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों की बुनकर समितियाँ, राज्यों के उपक्रम, मृगनयनी प्राक्कृत, खादी ग्रामोद्योग, मध्यप्रदेश हस्तशिल्प विकास निगम, हथकरघा संचालनालय अपनी भागीदारी दर्ज कराएंगे। सैलानियों के लिए एक्स-पो में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले सैलानियों से कोविड-19 का पालन करने की अपेक्षा आयोजकों द्वारा की गई है।

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Kolar News 2 March 2022

कुण्डलपुर। कुण्डलपुर महा महोत्सव के बाद बुधवार को भक्ति और भव्यता के बीच बड़े बाबा (रिषभ देव, पहले तीर्थकर) का महामस्तकाभिषेक का आयोजन किया गया है। इसे देश में सबसे बड़े जैन कार्यक्रम के तौर पर जाना जाएगा। यह पंच कल्याणक महा महोत्सव 14 से 23 फरवरी तक चला, जिसके बाद बड़े बाबा (पदमासन में बैठी मुद्रा में 12 फुट की मूर्ति) का महामस्तकाभिषेक किया जा रहा है। करीब 15 लाख लोग भक्ति और संस्कार के इस उत्सव का शाक्षी बने जिसमें 133 ब्राह्मी सुंदरी ने ब्रह्मचार्य व्रत लिया तथा 18 दीक्षार्थियों ने अपने संयम का मार्ग प्रसश्त किया। इस पञ्च कल्याणक में 2007 भारत के विंभिन्न इलाकों से लाई गयी नई प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा की गयी। बता दें कि भारत की पहचान भव्य मंदिरों से भी है और इसलिए इस महोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण 500 वर्षों की लंबी अवधि के बाद बड़े बाबा का भव्य पाषाण के मंदिर का निर्माण है। मंदिर में इस्तेमाल पत्थर का घन फुट अक्षरधाम मंदिर के मुकाबले चार गुना ज्यादा है। इसे नागर शैली में बगैर इस्पात के साथ बनाया गया है । यह मंदिर पूरी तरह से बंसी पहाड़ पत्थर और कच्छ पीला पत्थर के साथ निर्मित किया गया है।   आचार्य श्री ने बड़े बाबा के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण को अभिव्यक्त करते हुए कहा, 'बड़े बाबा का महामस्तकअभिषेक अब प्रति 9 वर्ष में अंतराल में होगा। यह सुनकर लोगों में भक्ति और हर्ष की लहार दौड़ गयी।   इस महा महोत्सव की सफलता के बारे में बताते हुए श्री संतोष जी सिंघल ने कहा, 'भगवान ने हमें इस महोत्सव को आयोजित करने का अवसर दिया है, जिसमें भक्ति और प्रेम पूरे देश से उमड़ रहा है। सभी वर्गों और धर्मों के लोग इस जैन कुंभ का हिस्सा बनने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।   चौथे दिन लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल कुंदलपुर पहुंचे और मध्य प्रदेश के प्रख्यात तीर्थ स्थल केंद्र में मौजूदा समारोह में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आशीर्वाद लिया।   शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल, प्रहलाद पटेल, ओम बिड़ला और ज्योति राव सिंधिया ने 15 लाख भक्तों के साथ इस भव्य उत्सव का जश्न मनाया, जो अब विश्व इतिहास में दर्ज हो गया है।   पंच कल्याणक महा महोत्सव भव्य गजरथ फेरी महोत्सव के साथ समाप्त हुआ, जिसमें पूरे भारत से चांदी और सोने के 30 रथों पर नव प्रतिष्ठित प्रतिमाओं को विराजमान कर पंडाल की परिक्रमा की। 3 लाख से ज्यादा लोग इस पारंपरिक समापन समारोह में शामिल हुए।   आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री संतोष जी सिंघल ने भी इस इवेंट की सफलता पर अपना आभार और प्रसन्नता जताई और कहा, 'बड़े बाबा और छोटे बाबा की कृपा से जंगल में मंगल हो रहा है। 10 दिन की संक्षिप्त अवधि में इस महा महोत्सव को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है, जो किसी सपने से कम नहीं है। हम सभी आयोजकों और स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उनकी अनुमोदना करते हैं।'   महोत्सव में करीब 15 राज्यों और 5 देशों से 10 लाख से ज्यादा भक्त कुण्डलपुर पहुंचे। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से 40,000-50,000 से ज्यादा भक्त महामहोत्सव में पहुंचे थे।   कुण्डलपुर में उस समय भी इतिहास रचा गया था, जब 133 लड़कियों ने एक साथ अचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज से ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करने और मोक्ष के मार्ग पर चलने का वादा किया।

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Kolar News 2 March 2022

भोपाल । विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी सह आयुक्त एवं पदेन प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी विशाल सिंह को स्थानांतरित स्थल पर पदभार ग्रहण नहीं करने पर निलंबित कर दिया है। यह जानकारी बुधवार को जनसंपर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने दी।   उन्होंने बताया कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी सिंह को नगर पालिक निगम भोपाल से नगर परिषद चित्रकूट जिला सतना स्थानांतरित किया गया था। सिंह लगभग एक माह से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं। जिसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गई। निलंबन अवधि में सिंह का मुख्यालय संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास कार्यालय रीवा रहेगा। इन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी।

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Kolar News 2 March 2022

भोपाल। मार्च का माह शुरू होने के बाद भी अभी मध्यप्रदेश में ठंड का हल्का असर है। इस बीच प्रदेश के कई हिस्सों में मंगलवार को भी हल्की ठंडी हवा चलेगी। यह दौर बुधवार शाम तक जारी रहने की संभावना है। तीन मार्च से उत्तरी मप्र के हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इस तरह अगले चार से पांच दिन तक मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहेगा। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के आसार कम है। रात का तापमान ज्यादा नहीं गिरेगा।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि मार्च के पहले सप्ताह में गर्मी तेवर नहीं दिखाएगी। दूसरे हफ्ते से इसकी शुरूआत होगी। साहा के मुताबिक दो मार्च को उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसकी वजह से बारिश होने की संभावना है। पहले से बंगाल की खाड़ी में एक पश्चिमी विक्षोभ था है, जो सक्रिय हो गया है। बर्फबारी भी हो रही है जिसकी वजह से ठंडी हवा चल रही है।   भोपाल में सोमवार को सुबह से तेज हवा चली है। जिसकी गति 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा थी। जिसकी वजह से अधिकतम तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस रहा है जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। रात का तापमान 15.0 डिग्री सेल्सियस रहा है जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भी ठंडी हवा चलने का दौर जारी था।। जिसके कारण दिन के तापमान में गिरावट दर्ज हुई है।   मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने व ठंडी हवा चलने के कारण ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 28 से 32 डिग्री व न्यूनतम तापमान 14 से 16 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय सिस्टम के कारण तेज हवा चलेगी। प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार बने रहेंगे। यही स्थिति पूर्वी और पश्चिमी मप्र के शहरों की रहेगी। दो मार्च से उत्तर भारत में सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण बारिश होगी।

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Kolar News 1 March 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के पूजन-अर्चन और अभिषेक में जुटे हुए हैं। कोरोना के चलते दो साल बाद इस महापर्व पर मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्रवेश के अनुमति मिली है। इसीलिए सुबह से शिवालयों में सुबह से ही भारी भीड़ उमड़ रही है। पूरा प्रदेश शिवमय नजर आ रहा है और सभी जगह बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। खास बात यह भी है कि दशकों बाद महाशिवरात्रि पर्व पर गजकेसरी और पंचग्राही योग का अद्भुत संयोग बना है। इस विशेष संयोग में भोलेनाथ का अभिषेक करना विशेष फलदायी रहेगा।   प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर इस बार धनिष्ठा नक्षत्र और शिव योग के साथ गजकेसरी नामक दुर्लभ संयोग बना है। इसकी वजह से महाशिवरात्रि का पर्व विशेष फलदायी हैं। शिवरात्रि को निराकार रूप को साकार करके शिवलिंग के रूप में प्राकाट्य होने का दिन भी माना जाता है। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव प्रसन्न मुद्रा में नंदी पर वास करते हैं। अत: इस दिन जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, पूजन आदि से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं। भक्तों की सभी प्रकार की अभिष्ट मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।   डॉ. तिवारी के अनुसार, इस वर्ष कई दशकों बाद महाशिवरात्रि विशेष योग-संयोग लेकर आई है। इस बार महाशिवरात्रि धनिष्ठा नक्षत्र में कुमार योग, परिघ योग, सिद्धि योग व शिव के साथ गजकेसरी योग में मनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्षों बाद इस तरह के योग निर्मित हुए हैं। इसलिए इस शिवरात्रि पर भोलेनाथ की आराधना का महत्व कई गुणा अधिक बढ़ गया है। इस शिवरात्रि पर पूजा-अर्चना करने एवं व्रत रखने वाले भक्तों पर भोले बाबा असीम कृपा बरसाएंगे। भक्त शिवजी का गन्ने का रस, दूध, गंगाजल सहित पंचामृत से अभिषेक कर बील्व पत्र, बेर, मोगरी, गाजर, आंक-धतुरा, भांग इत्यादि अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।   मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और भोलेनाथ ने वैराग्य जीवन त्याग कर गृहस्थ जीवन अपनाया था। इस दिन व्रत रखने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। दो साल से कोरोना के चलते महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धालु अपने घरों में मना रहे थे, लेकिन इस बार खास यह है कि कोरोना संक्रमण थमने से मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति मिल गई है और वे दर्शन-पूजन में जुटे हुए हैं। पर्व को लेकर विशेष आयोजनों भी हो रहे हैं। जगह-जगह भगवान शिव बारात, कलश यात्राएं आदि निकाली जाएंगी।

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Kolar News 1 March 2022

मंदसौर। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पशुपतिनाथ मंदिर सहित जिलेभर के शिवालयों में तैयारियां पूरी हो गई हैं। भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर आकर्षक विद्युत साज-सज्जा से जगमगा रहा है। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव-पार्वती के विवाह को लेकर भक्तों में अपार उत्साह है। आज पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान आशुतोष दुल्हा बनेंगे। हजारों की संख्या में भक्तों के पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा अन्य शिव मंदिरों में भी शिव के जयकारे सुबह से गूंजना शुुरू हो जाएंगे। रविवार को भगवान श्री पशुपतिनाथजी को हल्दी-केसर का उबटन लगाकर भक्तों ने मंगल गीत गाये व मंदिर परिसर में जमकर थिरके। सोमवार को हल्दी उबटन बाबा को लगाया गया। वहीं माता पार्वती को मेहंदी लगाई गई। दिनभर विशेष धार्मिक आयोजनों का दौर देर शाम तक चलता रहा। इधर शिवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां भी पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही शिवालयों में उत्साह छाया हुआ है। मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। शिवालय रोशनी से जगमगा रहे हैं। मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर जिलेभर के शिव मंदिरों में सुबह से लेकर रात तक आयोजन होंगे। आज रात में चारों प्रहर में रस से अभिषेक किया जाएगा व अंतिम प्रहर के पश्चात बाबा भोलेनाथ को दूल्हे के रूप में सजाया जाएगा व आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा। सोमवार को आरती व संगीत कार्यक्रम हुआ। शिवरात्रि पर्व पर एक मार्च को सांस्कृतिक विभाग द्वारा शाम 7.30 से रात 10 बजे तक मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाएगा। इसमें गायन व नृत्य आयोजन होंगे। 37 क्विंटल खिचड़ी का लगाएंगे भोग महाघंटा अभियान मंडली द्वारा भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर एक मार्च को 37 क्विंटल खिचड़ी के प्रसाद का भोग लगाया जाएगा। सुबह 10.15 बजे भगवान श्री पशुपतिनाथ को खिचड़ी का भोग लगाने के पश्चात खिचड़ी की प्रसादी श्रद्धालुओं में वितरित की जाएगी। मंदिर परिसर मंडप की तरह सजाया मंदिर परिसर को मंडप की तरह सजाया गया है। मंदिर प्रबंधन द्वारा पूरे परिसर को रंगीन चुनरियों के माध्यम से सजाया गया है। मंदिर शिखर सहित परिसर में विद्युत सज्जा की गई है। भक्तों की सुविधा के लिए एक दिन निर्माण भी बंद रहेगा। कलेक्टर ने बेरिकेडिंग अच्छे से करने व सफाई के निर्देश दिए है। बालाजी मंदिर के दर्शन करते हुए भक्त पशुपतिनाथ गर्भगृह तक पहुंचेंगे। दर्शनकर निर्गम द्वार से बाहर जाएंगे। शिवरात्रि पर्व पर नीलकंठेश्वर महादेव,निर्माणाधीन सहस्त्रशिवलिंग मंदिर परिसर का हिस्सा पूरी तरह बंद रहेगा।

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Kolar News 28 February 2022

इंदौर। जिले में कोरोना महामारी से अनाथ हुये बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय में दाखिला मिलेगा। उनकी नि:शुल्क पढ़ाई करवाई जायेगी। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा केन्द्र सरकार को केन्द्रीय विद्यालय के माध्यम से भेजे गये प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इस संदर्भ में केन्द्र सरकार ने सभी केन्द्रीय विद्यालयों को पत्र भेजकर कोरोना महामारी से अनाथ हुये बच्चों को केन्द्रीय विद्यालयों में नि:शुल्क दाखिला देने के निर्देश दिये हैं।   यह जानकारी सोमवार को कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-एक की प्रबंध समिति की बैठक में दी गई। बैठक में केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य पीके बेदुये सहित प्रबंध समिति के सदस्य मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि इंदौर के केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-एक में कोरोना महामारी से अनाथ हुये बच्चों को प्राथमिकता से दाखिला दिलाने के लिये केन्द्र सरकार को गत वर्ष पत्र लिखा गया था। इस संबंध में केन्द्र सरकार ने सहानुभूतिपूर्वक तथा संवेदनशीलता के साथ निर्णय लेते हुये मंजूरी दी है। उन्होंने लिये गये निर्णय को सभी केन्द्रीय विद्यालयों में लागू करने के भी निर्देश दिये हैं। फलस्वरूप अब इंदौर के केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-एक में 20 विद्यार्थियों का नि:शुल्क दाखिला होगा।   कलेक्टर ने बताया कि जिन बच्चों का दाखिला होगा, उनके लिये जनसहयोग से स्कूल यूनिफार्म, कापी-किताबें आदि भी व्यवस्था भी की जायेगी। ऐसे बच्चों के दाखिले के लिये उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कलेक्टर की अनुशंसा के माध्यम से दाखिला कराया जाये।   कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-एक का कायाकल्प किया जायेगा। केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के माध्यम से भवन की मरम्मत तथा रंगाई-पुताई कराई जायेगी। नये अतिरिक्त कमरों को निर्माण कराया जायेगा। इसके लिये उन्होंने भूमि आवंटन की कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये है।   उन्होंने स्कूल में खेल गतिविधियों को बढ़वा देने के लिये बताया कि शीघ्र की बेडमिंटन तथा स्क्वेश कोर्ट बनाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने दो नयी टेबल टेनिस के लिये टेबलें और अन्य सामग्री क्रय करने के निर्देश भी दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि खेल मैदान को बेहतर रूप से विकसित किया जाये। उन्होंने बताया कि पेयजल व्यवस्था के लिये दो आरओ तथा यूवी मशीने जनसहयोग से लगाई जायेंगी। पेयजल व्यवस्था के लिये विद्यालय में तुरंत नर्मदा कनेक्शन करवाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालय के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिये कॉउंसिलिंग भी कराई जायेगी।

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Kolar News 28 February 2022

अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकंटक में वर्षों से परंपरागत रूप से महाशिवरात्रि पर्व संपूर्ण भव्यता के साथ आयोजित किया जाता रहा है। महाशिवरात्रि के दो दिवस पूर्व व पश्चात कुल 5 दिवस का मेला रविवार, 27 फरवरी से प्रारंभ होगा, जो कि 03 मार्च तक चलेगा। एक मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व संपूर्ण भव्यता के साथ मनाया जाएगा। मां नर्मदा उद्गम मंदिर में जन आस्था का सैलाब उड़ेगा श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान के साथ ही पूजा-अर्चना करेंगे श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में पहुंचने की संभावना को दृष्टिगत रख कलेक्टर सोनिया मीना के मार्गदर्शन में अमरकंटक में आयोजित पांच दिवसीय मेले की आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।   मेला स्थल पर बच्चों के झूले, मनोरंजक दुकान, खिलौने, नाश्ता, खाना के साथ ही विभिन्न आवश्यक सामग्रियों की खरीद हेतु दुकानें सुसज्जित होंगी इस अवसर पर शासकीय योजनाओं से संबंधित विभागों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी ताकि मेले में पहुंचे नागरिकों को भक्ति, मनोरंजन के साथ ही शासकीय योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त हो सके दुकानों, स्टालों के आवंटन हेतु स्थानीय प्रशासन द्वारा ले-आउट देकर स्थानों का चिन्हाकन किया गया है स्टालों का शुल्क निर्धारित किया गया है साथ ही मेले में आने वाले वाहनों से भी न्यूनतम निर्धारित शुल्क वसूले जाएंगे जिससे व्यवस्थाओं में सहयोग हो सकेगा वाहन पार्किंग स्थल का निर्धारण किया गया है। पांच दिवसीय महाशिवरात्रि मेला सर्किट हाउस ग्राउंड अमरकंटक में आयोजित किया जाएगा। अस्थाई शौचालय, विद्युत, अलाव, पेयजल, साफ-सफाई आदि व्यवस्थाओं के लिए टीमें बनाई गई है। मेले के अवसर पर श्रद्धालुओं, आश्रमों तथा दानदाताओं द्वारा भंडारा प्रसाद का भी वितरण किया जाएगा। कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रख पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के नेतृत्व में पुलिस बल नर्मदा नदी तट पर होमगार्ड के आपदा मोचन बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है। मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं से जिला प्रशासन ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना कर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग देने तथा कोविड-19 अनुकूल व्यवहार के पालन की अपील की गई है।

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Kolar News 26 February 2022

अनूपपुर। वन मंडल अनूपपुर के वन परिक्षेत्र कोतमा अंतर्गत विगत एक सप्ताह पहले छत्तीसगढ़ की सीमा से विचरण करते हुए आए एक दन्तैल हाथी खाने की तलाश में पूरी रात ग्रामीणों के खेतों में लगी सब्जी तथा फसलों को अपना आहार बना रहा है वही घरों की दीवारें तोड़कर रखे अनाज को खाकर अपना पेट भर रहा है वही गुरुवार की देर शाम दारसागर में हाथी आने के दहशत में मां तथा उसके साथ दो साल की एक बच्ची भागते समय बच्ची गिर गई और घायल हो गई जिसे भालूमाडा कॉलरी के अस्पताल में उपचार कराया गया। जानकारी अनुसार जब दीनदयाल की पत्नी 2 साल की बच्ची के साथ अपनी झोपड़ी से बकरी चराने और धान के रखरखाव के बाद अपने निवास स्थान दारसागर वापस जा रही थी, तभी अचानक शिवलहरा रास्ते में खूंखार हाथी ने उन पर हमला कर दिया। जिससे बच्ची नंदिनी के पैरों में गंभीर चोट आई। घटना के बाद बच्ची और मां को एसईसीएल चिकित्सालय भालूमाडा में प्राथमिक इलाज के लिए ले जाया गया। बच्ची के एक पैर में गंभीर चोट आई हैं जिसमें उसे 20 टांकें लगाए गए हैं। वन मंडल अधिकारी डॉ. एए अंसारी ने बताया कि हाथी के निरंतर विचरण को देखते हुए एसडीओ वन केवी सिंह वन परिक्षेत्र अधिकारी कोतमा, वन परि,अधिकारी परिवेश सिंह भदौरिया वन परि,अधिकारी अनूपपुर कल्याण सिंह,परिक्षेत्र सहा,कोतमा जे,एल, धार्वे वनरक्षकों एवं सुरक्षा श्रमिकों के साथ दन्तैल हाथी के विचरण पर निगरानी बनाए हुए हैं वही हाथी के विचरण दौरान ग्रामीणों को हाथी से दूर रहने तथा शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने की अपील विभाग द्वारा की जा रही हैं। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए गत रात्रि वन विभाग की सूचना पर भालूमाडा पुलिस मौके पर रही हैं। जानकारी अनुसार धन्तैल हाथी गुरुवार की सुबह भालूमाडा के नजदीक मटियाडाड गांव में विचरण करते हुए दिखा जिसके बाद पूरे दिन दारसागर एवं भालूमाडा के बीच स्थित बांस प्लांटेशन में विश्राम करने बाद देर शाम निकलने पर शिवलहरा के पास खेतों में चल रहा था इसी दौरान आवाज करने पर सभी लोगों के भागने दौरान खेत में रखवाली कर रही तथा झोपड़ी में रहकर बकरी चरा रही दीनदयाल प्रधान की पत्नी एवं 2 वर्ष उम्र की बच्ची नंदिनी भागते दौरान गिर गई जिससे नंदनी को चोट आई जिसे कॉलरी चिकित्सालय भालूमाडा ले जाकर उपचार कराया गया दन्तैल हाथी देर रात पोडी के भर्राटोला पहुंच कर खेतों में लगी फसलों तथा बाड़ियों में लगे सब्जियों को अपना आहार बनाते हुए हो हल्ला होने पर वापस दारसागर व शिवलहरा की ओर आकर 25 फरवरी की दरमियानी रात 2 बजे बस स्टैंड छोहरी निवासी लखन पिता विश्वनाथ पनिका के घर में घुसकर घर के अंदर रखी बोरी धान को उठा पटक कर अपना आहार बनाया व छोहरी लतार पडौर की ओर सोननदी के किनारे जंगल की ओर रवाना हो गया शुक्रवार की सुबह से हाथी की खोजबीन में वन विभाग द्वारा की जा रही है समाचार लिखे जाने तक हाथी की तलाश जारी हैं।

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Kolar News 25 February 2022

मुरैना। खेत में पानी दे रहे वृद्ध किसान का हथियारबंद बदमाशों ने अपहरण कर लिया। एक घंटे से अधिक समय तक सरसों के खेत में हाथ-पैर व मुंह बांधकर मारपीट की। पुलिस की आहट मिलते ही बदमाश भाग खड़े हुये। सर्चिंग के दौरान घायल अवस्था में पुलिस को मिले वृद्ध को जिला चिकित्सालय में इलाज हेतु दाखिल कराया गया है। एक दर्जन बदमाशों में एक महिला भी शामिल बताई जा रही है।   बताया जा रहा है कि मुरैना के सिंहोनिया थाना क्षेत्रान्तर्गत बाबड़ीपुरा निवासी 65 वर्षीय वृद्ध किसान राधेश्याम शर्मा अपने भाई के साथ फसल में पानी देने के लिये गया था। किसान के खेत क्वारी नदी के बीहड़ों में हैं। रात 9 बजे के लगभग हथियारबंद दो बदमाशों ने कुएं पर आकर वृद्ध राधेश्याम से खाना मांगा। किसान द्वारा मना किये जाने से कुपित बदमाश उसे पकडक़र ले गये। कुछ दूरी पर लगभग आधा दर्जन से अधिक बदमाश और मिल गये। इन सभी ने जानकारी लेकर हाथ-पैर व मुंह बांध दिया। काफी देर तक वृद्ध किसान की मारपीट भी की। इसी बीच राधेश्याम का भाई खेतों से भागकर गांव में पहुंच गया।   ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। वहीं गांव एकत्रित होकर खेतों की ओर जाने लगा। बदमाशों ने ग्रामीणों की आहट सुनकर राधेश्याम शर्मा को आवाज निकालने पर गोली मारने की धमकी दी। जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी द्वारा आधा दर्जन से अधिक थानों का पुलिस बल जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भेजा गया।   आधी रात के बाद काफी बड़े क्षेत्र में पुलिस ने बदमाशों की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका। वृद्ध राधेश्याम सरसों के खेत में बंधा पड़ा मिला था। उसे जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए दाखिल कराया गया। आज देर सुबह तक राधेश्याम की स्थिति स्थिर बनी हुई है, हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में विधिवत कोई संज्ञान नहीं लिया है। पुलिस क्षेत्र में बदमाशों की तलाश कर रही है।

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Kolar News 25 February 2022

उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले मानपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बरछड़ में गुरुवार को बोरवेल के गड्ढे में गिरे चार वर्षीय बालक को करीब 15 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाल लिया है, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। बाहर निकलने से पहले ही बच्चे की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह पोस्टपार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, मानपुर के ग्राम बरछड़ निवासी संतोष दुबे का चार साल का बच्चा गौरव दुबे गुरुवार सुबह करीब 11 बजे बोरवेल के खुले गड्ढे में गिर गया था। करीब 200 फीट गहरे गड्ढे में बच्चा करीब 30 फीट की गहराई पर फंसा था। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। कलेक्टर संजीव सक्सेना अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी रात भर मौके पर डटे रहे। जबलपुर से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। मौके पर पहुंचे अधिकारी लगातार बोरवेल के गड्ढे में ऑक्सीजन पहुंचाते रहे। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट दिनेश ने बताया कि बोरवेल में जहां बच्चा फंसा था, वहां के समानान्तर करीब 30 फीट का एक गड्ढा खोदा गया और उसके बाद टनल बनाकर बोरवेल में फंसे बच्चे को बाहर निकाला गया। शुक्रवार सुबह चार बजे तक रेस्क्यू आपरेशन चलाकर बच्चे को बाहर निकाला गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शुक्रवार सुबह ट्वीट के माध्यम से घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राम बड़छड़ में शुक्रवार सुबह 4 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बालक गौरव को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिला प्रशासन व समस्त रेस्क्यू टीम ने बच्चे को श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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Kolar News 25 February 2022

इंदौर। मध्यप्रदेश के पश्चिमी निमाड़ अंचल में गुरुवार सुबह भूकंप का झटका महसूस किया गया। अचानक हुई इस भूगर्भीय हलचल से स्थानीय लोगों में घबराहट देखने को मिली। भूकंप आने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने घटनाक्रम की जांच करने और सिस्मोग्राफी की रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहने की बात कही है। इसी बीच नेशनल सेंटर फार सीस्मोलाजी ने इंदौर शहर से 125 किलोमीटर दूर 3.5 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस होने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, बड़वानी जिले के सेंधवा नगर में रामकटोरा, राम बाजार, झीरा चौक, मोती बाग क्षेत्र, बीजागढ़ आदि स्थानों पर गुरुवार सुबह करीब 4.55 से 5 बजे के बीच लोगों ने हल्का कंपन महसूस किया। नाला पार रहवासी नीरज अग्रवाल ने बताया कि सुबह मुझे हल्का कंपन महसूस हुआ। विमलबाई ने बताया कि सुबह उठकर चाय बना रही थी। करीब पांच बजे हल्का कंपन महसूस हुआ। बर्तन भी बजने लगे। इससे परिवार के अन्य लोग भी जाग गए। मोतीबाग के कैलाश भाई ने बताया कि सुबह मैं नहाने बैठा तो अचानक कंपन महसूस हुआ। इससे मैं घबरा गए। नेशनल सेंटर फार सिस्मोलाजी ने इस भूकंप की पुष्टि की है। सिस्मोलाजी की वेबसाइट पर जानकारी दी गई है कि इस भूकंप की तीव्रता 3.5 और इसकी लोकेशन इंदौर से करीब 125 किमी दूर दक्षिण-पश्चिम में है। इस मामले में सेंधवा एसडीम तपस्या परिहार और तहसीलदार मनीष पांडे का कहना है कि भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर पश्चिम निमाड़ में हल्के भूकंप का कंपन सिस्मोग्राफ यंत्र पर दर्ज हुआ है। यह क्षेत्र विजयगढ़ क्षेत्र के करीब पाइंट बता रहा है। वहीं कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने कहा कि सेंधवा क्षेत्र में लोगों ने कंपन महसूस किया है। बड़वानी के सिस्मोग्राफ सेंटर से पता लगा रहे हैं। अफसरों को इस संबंध में जांच करने के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

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Kolar News 24 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश से ठंड लगभग विदा हो चुकी है। दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन अलग-अलग स्थानों पर बने चार वेदर सिस्टम से कुछ जिलों में मौसम बदल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में जहां बादल छा सकते हैं, वहीं जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में तापमान इसी तरह बना रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि अफगानिस्तान पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढक़र उत्तरी पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर आ गया है। इसके असर से पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त पंजाब पर बने प्रेरित चक्रवात से लेकर उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश तक एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से तापमान बढ़ रहा है। इसी क्रम में बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.7 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्रीसे.अधिक रहा। जिसके चलते धूप में चुभन महसूस हुई। न्यूनतम तापमान 15 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। जारी रहेगा तापमान में उतार-चढ़ाव मौसम विभाग के मुताबिक 25 और 28 फरवरी को भी दो अलग-अलग पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने के संकेत मिले हैं। इस वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला अभी जारी रहने के आसार हैं। वर्तमान में सक्रिय चार सिस्टम के असर से गुरुवार को जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है।

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Kolar News 24 February 2022

भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बने दो वेदर सिस्टम के असर से हवाओं का रुख बदलने से पूरे मध्यप्रदेश में दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। इससे मंगलवार को धूप में चुभन महसूस हुई। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को भी दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। गुरुवार को जबलपुर-शहहोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास बना हुआ है। इसके असर से पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे दक्षिणी पाकिस्तान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इन दो वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख दक्षिणी हो गया है। इस वजह से मंगलवार तो रात और दिन के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से चार डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य रहा। दक्षिणी हवाओं के कारण तापमान में वृद्धि होने लगी मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिणी हवाओं के कारण तापमान में वृद्धि होने लगी है। इसके साथ ही हवाओं के साथ नमी आने से गुरुवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पडऩे की भी संभावना बन रही है। ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बादल छा सकते हैं इस दौरान ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बादल छा सकते हैं। प्रदेश के शेष जिलों में बुधवार-गुरुवार को दिन एवं रात के तापमान में और बढ़ोतरी होने की भी संभावना है।

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Kolar News 23 February 2022

रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों से होकर गुजरने वाली कुछ गाडियॉं, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के झाराडीह-खरसिया-रॉबर्टसन ट्रिपल लाइन विद्युतीकृत खंड के खरसिया स्टेशन पर चौथी लाइन कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए प्रस्तावित नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के कारण कुछ गाडियॉं निरस्त रहेंगी। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने बताया कि 24 फरवरी को वलसाढ़ स्टेशन से चलने वाली गाड़ी संख्या 22909 वलसाढ़ -पुरी एक्सप्रेस , 27 फरवरी को पुरी स्टेशन से चलने वाली गाड़ी संख्या 22910 पुरी-वलसाढ़ एक्सप्रेस ,22 फरवरी को इंदौर स्टेशन से चलने वाली ट्रेन संख्या 20917 इंदौर पुरी एक्सप्रेस ,24 फरवरी को पुरी स्टेशन से चलने वाली ट्रेन संख्या संख्या 20918 पुरी इंदौर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

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Kolar News 21 February 2022

भोपाल। राजधानी भोपाल के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल में ट्रायल रन बेस पर नये भवन में 3 विभागों की ओपीडी शुरू हो गई है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने सोमवार को हमीदिया अस्पताल पहुंचकर नये भवन में शुरू हुई इन ओपीडी व्यवस्था का निरीक्षण किया।   उन्होंने लगातार 3 घंटे रूककर निरीक्षण और बैठक कर व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने नये भवन की व्यवस्थाओं को देखा और भवन की कमियों को इंगित करते हुए नाराजगी व्यक्त की। मंत्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। हमीदिया अस्पताल को सुव्यवस्थित और सुसज्जित बनायें। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि पुराने भवन का प्लान भी तैयार करें।   मरीजों से की बात मंत्री सारंग ने हमीदिया अस्पताल में बच्चों के उपचार के लिये आये पालकों से बातचीत की और बच्चों का हालचाल जाना। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टर्स द्वारा दी जा रही सेवा के बारे में जानकारी हासिल की, जिस पर पालकों ने संतुष्टि जाहिर की। कंट्रोल रूम का मुआयना उन्होंने हमीदिया अस्पताल में कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में मॉनीटरिंग के लिए 131 कैमरों का प्रावधान किया गया है। उन्होंने साउंड और सिक्योरिटी सिस्टम, फायर सेफ्टी सिस्टम को चुस्त-दुरुस्त रखने को कहा।   मेडिकल छात्रों के लिये मनोरंजन कक्ष मंत्री सारंग ने मेडिकल कॉलेज के थर्ड ईयर के विद्यार्थियों से चर्चा कर शैक्षणिक व्यवस्था को जाना। विद्यार्थियों ने व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर किया। बताया कि उन्हें अब पुस्तकालय की सुविधा 24 घंटे मिल रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही मध्यप्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में एक मनोरंजन कक्ष तैयार करवाया जायेगा। इसमें खेल गतिविधि, कैफेटेरिया, लायब्रेरी से लेकर टेलीविज़न रूम आदि की सुविधा होगी। हिन्दी में पढ़ाई पर चर्चा सारंग ने कहा कि मातृ-भाषा दिवस पर हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई शुरू करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य बनेगा। इसी सत्र से यह पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की तैयारियाँ की जा रही हैं।   बायो केमेस्ट्री लेब का निरीक्षण चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बायो केमेस्ट्री लेब का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य को गति देने के निर्देश पी.आई.यू. के अधिकारी को दिये। साथ ही समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने को कहा। मंत्री ने ली बैठक मंत्री सारंग ने हमीदिया अस्पताल के नव-निर्मित ब्लॉक के निरीक्षण के बाद अस्पताल प्रबंधन एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने हमीदिया अस्पताल के नव-निर्मित ब्लॉक में एनएमसी की गाइडलाइन एवं मरीज़ों की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त बिस्तरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं दवा वितरण केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिये।   मंत्री सारंग ने नव-निर्मित ब्लॉक में स्त्री एवं बाल रोग विभाग के ओपीडी के स्थानांतरण में विभागों में समन्वय स्थापित करने के लिये प्रभारी नियुक्त करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने एक कैलेण्डर बनाकर उसके हिसाब से कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह वे स्वयं इसकी मॉनीटरिंग करेंगे।   इस मौके पर संभागायुक्त गुलशन बामरा, गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन अरविंद राय, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक दीपक मरावी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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Kolar News 21 February 2022

उज्जैन।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ.मोहनराव भागवत ने सोमवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किए। अभिषेक एवं पूजन रामा गुरू तथा राघव गुरू ने करवाया। डॉ. भागवत सोमवार तड़के 4 बजे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। वे सवा 6 बजे तक मंदिर में रहे। पूजन के दौरान उन्होंने भगवान को स्नान करवाया और पंचामृत अभिषेक किया। इसके बाद हरिओम जल चढ़ाया। वे भगवान महाकाल की भस्मारती में भी शामिल हुए। भगवान का श्रृंगार उतरने के बाद संघ प्रमुख ने फिर से महाकाल का अभिषेक किया। मंदिर के पुजारी रामा गुरू, आशीष गुरु,राघव गुरु ने पूजा करवाई। पूजा के पश्चात नंदी हॉल में मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से डॉ.भागवत का स्वागत किया गया। डॉ. भागवत ने मंदिर प्रबंधन से मंदिर मेंं चल रहे विकास कार्यो को लेकर भी चर्चा की।

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Kolar News 21 February 2022

भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बने दो वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी हो गया है। बंगाल की खाड़ी से मिल रही नमी के कारण शनिवार को जबलपुर-होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ी हैं। इन स्थानों पर रविवार को भी हल्की वर्षा होने के आसार हैं। मध्य प्रदेश के अन्य संभागों के जिलों में रविवार से बादल छंटने के कारण रात के तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। हवाओं का रुख भी दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। इससे हवाओं के साथ आ रही नमी के कारण बादल छाए हुए हैं। साथ ही जबलपुर, होशंगाबाद संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो रही है। बादल छाने और हवा का रुख बदलने से दिन-रात का तापमान भी बढ़ गया है। शनिवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से दो डिग्री से. अधिक रहा। यह शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 29 डिग्री से. की तुलना में 1.4 डिग्री से. अधिक रहा। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार से बादल छंटने के आसार हैं। इससे रात के तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी। 22 फरवरी को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के बाद एक बार फिर बादल छाने लगेंगे। इससे फिर रात का तापमान बढऩे लगेगा।

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Kolar News 20 February 2022

उज्जैन। कलेक्टर आशीष सिंह ने गुरुवार को महाकाल महाराज विकास परियोजना के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने रूद्र सागर में सीवर का पानी मिलने से रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों में ढिलाई के लिये टाटा कम्पनी के इंजीनियरों के प्रति नाराजगी व्यक्त की। निर्देश दिये कि वर्किंग प्लान बनाते हुए 15 मार्च तक रूद्र सागर में सीवर का पानी मिलने से रोकने का कार्य पूर्ण करें। कलेक्टर ने कहा कि अप्रैल माह के अन्त अथवा मई माह के प्रथम सप्ताह में इस कार्य का लोकार्पण प्रस्तावित है। इसी के मद्देनजर सभी कार्य 15 मार्च तक पूर्ण हो जाने चाहिये। उन्होंने उक्त निर्माण कार्य से जुड़े सभी इंजीनियर एवं अधिकारियों की छुट्टियां निरस्त करने के निर्देश दिए। बैठक में निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता,एडीएम संतोष टैगोर,स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक उपस्थित थे। महाकाल कॉरिडोर में म्युरल फिनिशिंग का कार्य 31 मार्च तक पूर्ण हो जाएगा। इसी तरह बेगमबाग क्षेत्र का कार्य भी 31 मार्च तक पूर्ण किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिये एक-एक दिन महत्वपूर्ण है, इसलिये प्रतिदिन मॉनीटरिंग करते हुए कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाये। उन्होंने चारधाम से त्रिवेणी संग्रहालय मार्ग का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि छोटी-छोटी समस्याओं के कारण प्रोजेक्ट को डिले नहीं किया जाये। रोड की खुदाई के बाद जनता की परेशानियों को देखते हुए निर्माण कार्य भी शीघ्र पूर्ण करना चाहिये।

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Kolar News 17 February 2022

अनूपपुर। चचाई स्थित कैल्होरी गांव में स्थापित अमरकंटक ताप विद्युत गृह के राखड़ डैम के फूटने के बाद उसमें भंडारित पानी राखड़ के साथ सोन नदी में पहुंच गया है। बांध के टांकी नाला से बहते हुए राखड़ डैम का पानी खेतों में भरने के बाद सोन नदी में पहुंच गया। राखड़युक्त पानी के नदी में मिलने से आसपास के पानी का रंग भी राखड़युक्त हो गया है। इसे देखकर आसपास के नदी तट और जलीय जीवों के प्रभावित होने का खतरा मंडराने लगा है। शुरुआती समय में पीसीबी ने सोननदी में राखड़ डैम के फूटे राखड़युक्त पानी के उतरने से इंकार किया था। लेकिन अब खुद पीसीबी भी मानता है कि कुछ पानी सोननदी में मिला हैं, लेकिन उसमें राखड़ की मात्रा नहीं है, बल्कि राखड़ के रंगत में सिर्फ पानी है। वहीं जिला प्रशासन ने भी दलील दी है कि सोननदी में राखड़युक्त पानी नहीं मिला है। लेकिन डैम से बहा पानी जरूर नदी में गया होगा। पीसीबी का कहना है कि डैम के पानी को नदी में जाने के लिए अनुमति है। जिसमें किसी कारणों में अगर डैम का पानी नदी में जाता है तो राखड़ नहीं जाएगा। गत 10-11 फरवरी की रात डैम के फूटने के बाद पानी तेजी के साथ आसपास के खेतों में जरूर भरा था, ड्रोन सर्वेक्षण और राजस्व टीम की जानकारी में तीन किसानों के द्वारा नाला को नुकसान पहुंचाने के कारण उनके खेतों में राखड़ अवश्य जमा होना पाया गया है। इसके अलावा डैम से बारिश या जरूरत के अनुसार पानी निकासी के लिए बनाया गया। टाकी नाला 4 किलोमीटर दूर जाकर शासकीय भूमि में समाप्त हो जाती है, वहां से नदी की कुछ दूरी है। घटना के दिन राखड़ खेतों और नाला में ही जमा हो गया। संभव है कि इनमें से पानी छनकर नदी तक पहुंचा होगा और मिला होगा। लेकिन इनमें राखड़ की मात्रा नाममात्र होगी और इससे नदी को नुकसान नहीं होगा। प्रमुख सचिव उर्जा और संभागायुक्त को लिखा पत्र   कलेक्टर सोनिया मीणा ने बताया कि घटना विभागीय लापरवाही के कारण घटित हुई, डैम का नियमित जांच पड़ताल और मेंटनेंस नहीं किया गया। 2005 में बनाए गए नए डैम से अब तक राखड़ नहीं निकाले गए थे, वहीं नाला में पानी निकासी के लिए बनाए गए पुल के पास मिट्टी और राखड़ के कटाव के कारण पुलिया धसक गई और लगभग लाख लीटर से अधिक पानी राखड़ के साथ बह गया था। इस घटना की जांच के लिए प्रमुख सचिव उर्जा विभाग और शहडोल संभागायुक्ता को भी पत्र लिखा गया है। जिसमें कारणों की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने बताया कि पटवारी की तरफ से सर्वे किया जा रहा है, वहीं पावर प्लांट प्रबंधन द्वारा भी खेतों से राखड़ को निकाला जा रहा है। किसानों के खतों में लगी फसलों के नुकसान की रिपोर्ट पर आरबीसी 6/4 के कार्रवाई की जाएगी। वहीं पावर प्लांट ने किसानों के होने वाले नुकसान के लिए मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।   राजस्व और प्रबंधन ने अब तक नहीं दी रिपोर्ट   कलेक्टर ने बताया कि घटना और आसपास के किसानों को हुए नुकसान मामले में पावर प्लांट और राजस्व विभाग को जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। जिसमें अभी तक राजस्व और पावर प्लांट प्रबंधन द्वारा कोई रिपोर्ट नहीं सौंपा गया है। रिपोर्टो के परीक्षण के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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Kolar News 17 February 2022

भोपाल। अफगानिस्तान और उसके आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाओं का रुख बदलने लगा है। हवाओं के साथ आ रही नमी के कारण राजधानी एवं उसके आसपास के जिलों में गुरुवार को आंशिक बादल छाने लगे हैं। हालांकि निचले स्तर पर हवाओं का रुख उत्तर-पश्चिमी बना रहने से वातावरण में हल्की ठंडक बरकरार है। साथ ही गुरूवार को न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस कम भी हुआ है। शुक्रवार को राजधानी में बारिश होने की भी संभावना है। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी.के. साहा ने बताया कि अफगानिस्तान के आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने लगा है। वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बने रहने से वातावरण में फिलहाल ठंडक बरकरार है। उधर ऊपरी स्तर पर हवाओं का रुख पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी है। जिसके चलते बंगाल की खाड़ी से नमी आने लगी है। इस वजह से आंशिक बादलों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। शाम को बड़े पैमाने पर बादल छाने की संभावना है। इससे रात का तापमान कुछ बढ़ सकता है। मौसम विज्ञानी साहा ने बताया कि बुधवार को शहर का न्यूनतम तापमान 13.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य था। बुधवार-गुरूवार की रात को तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो पिछले दिन से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही सामान्य से भी एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। बुधवार को अधिकतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा था। साहा के मुताबिक गुरूवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ और गिरावट दर्ज हो सकती है। वहीं, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के कुछ जिलों में बारिश भी हो सकती है।

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Kolar News 17 February 2022

भोपाल। प्रदेश में करीब एक सप्ताह तक गिरावट के बाद नए कोरोना संक्रमितों की संख्या एक बार फिर बढ़ती दिखाई दे रही है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 1388 नए संक्रमित मिले हैं। इनकी पहचान बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में हुई। सैंपल मंगलवार को लिए गए थे। मंगलवार को प्रदेश में तीन कोरोना संक्रमितों की मौतें भी हुईं। ये मौतें इंदौर, जबलपुर व रायसेन में हुई हैं। प्रदेश के बुरहानपुर और सिंगरौली को छोड़कर सभी जिलों में संक्रमित मिले हैं। वहीं प्रदेश में सक्रिय संक्रमितों का आंकड़ा घटकर 12993 पर पहुंच गया है। गौरतलब है कि मंगलवार को प्रदेश में 1222 नए संक्रमित मिले थे। ये सोमवार को लिए गए सैंपलों की जांच में मिले थे। जिसकी तुलना में बुधवार को 166 संक्रमित अधिक मिले हैं। बीते कुछ दिनों से लगातार कम मरीज मिल रहे थे और संक्रमण दर 2.0 फीसद तक आ गई थी। स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में अब तक 10 लाख 30 हजार 261 लोगों को कोरोना हो चुका है। इनमें से 10703 की मौत हो चुकी है और 10 लाख 6 हजार 565 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हो चुके हैं। अभी भी प्रदेश में 12993 सक्रिय कोरोना संक्रमित हैं जो होम आइसोलेशन में और अस्पतालों में हैं। भोपाल, इंदौर में सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंपलों की संख्या नहीं घटाई है। रोजाना औसतन 62 हजार सैंपल लिए जा रहे हैं।

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Kolar News 16 February 2022

उज्जैन। आगामी 17 एवं 18 फरवरी को भर्तृहरि प्रसंग का आयोजन होगा। आयोजक कालिदास संस्कृत अकादमी होगी। अकादमी के प्रभारी निदेशक डॉ. संतोष पण्ड्या ने सोमवार को बताया कि कार्यक्रम का शुभारम्भ 17 फरवरी को अपराह्न 4 बजे होगा। तत्पश्चात डॉ. तृप्ति नागर एवं समूह द्वारा नाथपंथी और मालवी लोकगायन की प्रस्तुति होगी। मुख्य अतिथि विधायक पारस जैन होंगे। अध्यक्षता आचार्य बालकृष्ण शर्मा करेंगे। सारस्वत अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार हरिमोहन बुधोलिया होंगे। आयोजन के दूसरे दिन18 फरवरी को प्रात: 11 बजे भर्तृहरि साहित्य केन्द्रीय शोध संगोष्ठी होगी। तत्पश्चात संजय महाजन एवं समूह द्वारा भर्तृहरि केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति होगी। अध्यक्षता मप्र लोक सेवा आयोग इन्दौर के चेयरमेन डॉ. ब्राजेशलाल मेहरा करेंगे। शोध संगोष्ठी में प्रो. विनय राजाराम भोपाल, डॉ. पुष्पेन्द्र दुबे इन्दौर, डॉ. हिम्मतलाल शर्मा जावरा तथा डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, डॉ.उमा वाजपेयी और डॉ. प्रतिष्ठा शर्मा को आमंत्रित किया गया है।

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Kolar News 14 February 2022

ग्वालियर। पिछले चार दिनों से न्यूनतम तापमान सात डिग्री से नीचे टिका हुआ है जिससे सुबह, शाम और रात में जहां ठंड का असर निंरतर बना हुआ है तो वहीं दिन में मौसम शुष्क रहने से निकल रही तेज धूप राहत पहुंचाने का काम कर रही है लेकिन मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। आसमान में बादल घुमड़ सकते हैं। हालांकि बारिश की संभावना कम है लेकिन अंचल में कहीं-कहीं छींटाकशी की संभावना बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क होने के साथ ही उत्तर-पश्चिम से ठंडी हवाएं आ रही हैं जिसके चलते न्यूनतम तापमान स्थिर बना हुआ है। हालांकि बीते रविवार से हवाओं का रुख बदलकर उत्तर-पूर्वी हो गया है। बावजूद इसके सोमवार को भी न्यूनतम तापमान स्थिर बना रहा। पिछले दिनों की तरह आज भी मौसम शुष्क रहा जिससे तेज धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से काफी राहत मिली लेकिन शाम होते ही ठंड का असर बढ़ गया। स्थानीय मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर और उसके आसपास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। मंगलवार को इन दोनों मौसम प्रणालियों का आंशिक प्रभाव ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी देखने को मिलेगा। यहां के आसमान में बादल घुमड़ सकते हैं। हालांकि बारिश की संभावना कम है लेकिन अंचल में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव 16 फरवरी तक रहने की संभावना है। इस दौरान न्यूनतम तापमान बढ़ेगा जबकि दिन के तापमान में आंशिक कमी आएगी। इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव समाप्त होते ही 17 फरवरी से एक बार फिर उत्तर से ठंडी हवाएं आएंगी जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। इसके चलते फरवरी अंत तक ठंड का असर रह सकता है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में सोमवार को अधिकतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 6.6 डिग्री सेल्सियस पर टिका रहा जो औसत से 3.1 डिग्री सेल्सियस कम है। अधिकतम तापमान भी 0.1 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 27.2 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर बना रहा जो औसत से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं उत्तर-पूर्वी चलीं जिनकी गति चार किलोमीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 76 और शाम को 32 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को न्यूनतम तापमान में वृद्धि और अधिकतम तापमान में आंशिक गिरावट हो सकती है।

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Kolar News 14 February 2022

कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी के स्लीमनाबाद टनल हादसे में राज्य सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रु और घायल मजदूरों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान हुआ है।   शनिवार की शाम भूमिगत नहर का कंक्रीट धसकने से 9 मजदूर दब गए थे। इनमें से दो लोगों की मौत हुई है। जिन्हें बीती रात मृत अवस्था में नहर से निकाला गया है।  जबकि 7 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। टनल में 24 घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद जिला प्रशासन ने सहायता राशि की घोषणा की।

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Kolar News 14 February 2022

भोपाल। राजधानी स्थित बहुकला केंद्र भारत भवन की स्थापना के 13 फरवरी को 40 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। भारत भवन की वर्षगांठ को मनाने के लिए पांच दिवसीय विशेष समारोह आयोजित किया जा रहा है, जिसमें कला और संस्कृति के विविध आयोजन किए जाएंगे। वर्षगांठ समारोह का शुभारंभ रविवार, 13 फरवरी को शाम 6.30 बजे प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर करेंगी। ये होंगे कार्यक्रम समारोह के पहले दिन रविवार को शाम 6.30 बजे राष्ट्रीय कालिदास और शिखर सम्मानों से अलंकृत कलाकारों की कृतियों तथा सुश्री दुर्गाबाई के चित्रों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया जाएगा। इसी के साथ रेखांकन कला प्रदर्शनी ‘सुरेखा’ का भी शुभारंभ किया जाएगा। शाम 7.00 बजे से स्वरवेणु गुरुकुल इंदौर के कलाकारों द्वारा बांसुरी सप्तक: मंगल ध्वनि का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। इसका निर्देशन संतोष संत करेंगे। शाम 7.20 बजे राष्ट्रीय कालिदास सम्मान और शिखर सम्मानों से अलंकृत रचनाकारों का सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में रात्रि 8.00 बजे से प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का संबोधन होगा।

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Kolar News 12 February 2022

ग्वालियर। पिछले दो दिन से उत्तरी हवाओं के प्रभाव से रात का पारा सात डिग्री सेल्सियस से नीचे स्थित बना हुआ है लेकिन दिन का पारा सामान्य से ऊपर पहुंच गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि रविवार को भी रात का तापमान छह से सात डिग्री सेल्सियस के आसपास ही टिका रहेगा जबकि सोमवार को बादल छा सकते हैं। हालांकि बारिश की संभावना कम है लेकिन हवाओं की दिशा बदलने से रात के तापमान में उछाल आएगा। पिछले दिनों की तरह शनिवार को भी मौसम शुष्क रहा लेकिन छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं चलती रहीं जिससे दिन में सिहरन बनी रही। सूर्यास्त के बाद सर्दी और बढ़ गई। मौसम के जानकार बता रहे हैं कि रविवार को भी उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाएं जारी रह सकती हैं लेकिन सोमवार को उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है जिसके प्रभाव से ग्वालियर-चम्बल में बादल छा सकते हैं लेकिन बारिश की संभावना नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं की दिशा बदलकर दक्षिण-पूर्वी या दक्षिण-पश्चिमी हो जाएगी जिससे रात के तापमान में वृद्धि होगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में रविवार को न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.2 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि अधिकतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है।

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Kolar News 12 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी हो रही है। इसके चलते राज्य में रात्रिकालीन कर्फ्यू को छोड़कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू सभी प्रतिबंध समाप्त कर दिये गये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य में सभी स्कूलों को शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोलने के निर्देश दिए हैं।   कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति को दृष्टिगत गृह विभाग के आदेश के परिपालन में शैक्षणिक संस्थाओं के संचालन के संबंध में शनिवार को दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं। जारी आदेश में समस्त विद्यालय, आवासीय विद्यालय, छात्रावास कक्षा 01 से 12वीं तक की समस्त कक्षाओं के लिए शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित होंगे। समस्त विद्यालयों, आवासीय विद्यालयों, छात्रावासों में कोविड उपयुक्त व्यवहार जैसे मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन सुनिश्चित किया जाये। उक्त दिशा-निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।   जेल बंदियों की परिजन से मुलाकात की दी स्वीकृति राज्य शासन ने कोरोना वायरस (कोविड-19) बीमारी से बचाव हेतु बंदियों की परिजन से मुलाकात 31 मार्च, 2022 तक प्रतिबंधित की गई थी। जेल विभाग द्वारा शनिवार को आदेश जारी कर जेलों में परिरूद्ध बंदियों की उनके परिजन से मुलाकात को प्रारंभ करने की स्वीकृति प्रदान की है। बंदियों को उनके परिजनों से मुलाकात जेल मेन्युअल एवं जेल मुख्यालय के परिपत्र में दिये गये निर्देशों तथा कोविड-19 के संबंध में शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करवाना अनिवार्य होगा।

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Kolar News 12 February 2022

भोपाल। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव रजनीश जैन ने कहा है कि संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) शैक्षणिक गुणवक्ता और उत्कृष्टता के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण और आवश्यक है। यह आईडीपी शिक्षा का विज़न डाक्यूमेंट है।   यूजीसी सचिव जैन गुरुवार को भोपाल में मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग में आयोजित इंस्टीट्यूशनल डेवलपमेंट प्लान फॉर हायर एजूकेशन इंस्टीट्यूशन पर एक दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यशाला का आयोजन मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग एवं विद्याभारती उच्च शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।   जैन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) की रूपरेखा तैयार की है। इससे शिक्षण संस्थान अपने लक्ष्यों और बुनियादी ढ़ाचे को बेहतर बना सकते है। आईडीपी उच्च शिक्षा की सकल नामांकन दर को बढ़ाने में भी मददगार साबित होगी। संस्थागत विकास योजना का मूल उद्देश्य शिक्षण संस्थानों की गुणवक्ता और बुनियादी ढ़ाचे को बेहतर बनाकर विद्यार्थियों को एक सफल नागरिक बनाना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान को संस्थागत विकास योजना तैयार करना अनिवार्य होगा।   कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तथा विद्याभारती उच्च शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थाओं के लिए संस्थागत विकास योजना पर देश में पहली बार इस तरह की कार्यशाला आयोजित हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय की यह जिम्मेदारी है कि अकादमिक दृष्टिकोण से विश्वविद्यालय के स्तर का मानक तैयार करें।   उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान को अपनी कमजोरी और ताकत की जानकारी होना चाहिए। विश्वविद्यालयों के कुलपति और महाविद्यालयों के प्राचार्य एक समयबद्ध रणनीति तैयार करें। अपने विश्वविद्यालय का विज़न क्या है, इसकी जानकारी होना आवश्यक है। अपने संस्थान के लिए टाइमलाइन तय करें। नियमित अंतराल में पाठ्यक्रम में बदलाव होना चाहिए और उन विषयों का समावेश होना चाहिए, जो विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हों। प्रायोगिक प्रशिक्षण के लिए स्वयं पहल करें। सभी संस्थान ग्रीन कैम्पस को प्रोत्साहित करें।   मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष प्रो. भरत शरण सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान यदि एक उचित प्रणाली के तहत चेक लिस्ट अपडेट करें, तो स्वाभाविक रूप से संस्थागत विकास योजना सफल होगी।   कार्यशाला में एडमिशन एण्ड फी रेगुलेटरी कमेटी के अध्यक्ष प्रो.रविन्द्र कन्हारे, विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के संयोजक डाँ. शशिरंजन अकेला, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।

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Kolar News 10 February 2022

भोपाल। पिछले एक सप्ताह से प्रदेश के मौसम का मिजाज सर्द-गरम हो चला था। दिन में हल्की गर्मी तो रात में सर्दी का अहसास हो रहा था, लेकिन बुधवार रात से एक बार फिर सिहरन भरी ठंड लौट आई है। फिजाओं में घुली रात की ठंडक का असर सुबह भी महसूस हो रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 2 से 3 दिनों में एक बार फिर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे जाएगा। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर भारत में बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ गया है। साथ ही उसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर बना प्रेरक चक्रवात समाप्त हो गया है। वर्तमान में सक्रिय सिस्टम भी काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस वेदर सिस्टम भी गुरुवार को समाप्त हो गया है। इसके चलते हवाओं का रुख एक बार फिर उत्तरी होने के आसार हैं, जिसके चलते न्यूनतम तापमान में फिर गिरावट का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। अगले दो दिन तक रात का तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी। इसके बाद तापमान में अगले दो दिन बढ़ोतरी होगी। हालांकि दिन के तापमान में अभी मामूली गिरावट ही हो सकती है। उधर 13-14 फरवरी को भी एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने के संकेत मिले हैं। अभी फरवरी माह के अंत तक हल्की ठंड बरकरार रहेगी और तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। इस वर्ष लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड का असर अभी तक बरकरार हैं। आमतौर पर मकर संक्रांति तक ठंड की विदाई मानी जाती है लेकिन अभी सुबह वह शाम को हल्की ठंड महसूस हो रही है, वहीं दोपहर में धूप निकलने के कारण ठंड से थोड़ी राहत है।

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Kolar News 10 February 2022

भोपाल, 10 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 531 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज की इस महामारी से मौत भी हुई है। मरने वाली 20 दिन की बच्ची है, जिसका अस्पताल में कोरोना का इलाज चल रहा था।   भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, बुधवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5577 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 531 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 10 फीसदी के नीचे रही। वहीं, भोपाल में कोरोना से 20 दिन की बच्ची की मौत हुई है। उसे हार्ट की दिक्कत थी और कोरोना होने पर 29 जनवरी को आईसीयू में भर्ती किया गया था। अब यहां मृतकों की संख्या 1029 हो गई है।   भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 6,082 है। इनमें से मात्र 108 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 5,974 मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में अब तक 1 लाख 68 हजार 080 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 1 लाख 60 हजार 969 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं।   भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन यहां पिछले 10 दिन में 15 मरीजों मौत हुई है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।

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Kolar News 10 February 2022

भोपाल। अलग स्थानों पर बने वेदर सिस्टम के असर से बुधवार को मध्यप्रदेश के तीन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुवार से हवा के रुख में बदलाव होने से न्यूनतम तापमान में एक बार फिर गिरावट होने लगेगी। उधर मंगलवार को प्रदेश में सबसे कम सात डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर ट्रफ के रूप में बना हुआ है। इसके असर से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरक चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से हवा का रुख पश्चिमी होने से प्रदेश में दिन एवं रात के तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला बना हुआ है। गुरुवार से तापमान में गिरावट के आसार   मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत को प्रभावित करने की संभावना बनी हुई है। तीव्र आवृत्ति वाले इस सिस्टम के प्रभाव से भी राजस्थान में एक और प्रेरक चक्रवात बनने के आसार हैं जिसके चलते बुधवार को चंबल, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इस सिस्टम के गुरुवार को आगे बढ़ जाने के कारण गुरुवार रात से हवाओं का रुख बदलने से तापमान में फिर गिरावट का सिलसिला शुरू हो सकता है।

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Kolar News 9 February 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। 8 और 9 फरवरी को नए वेदर सिस्टम बनने से बादल छाने और बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार 9 फरवरी को बादल छा सकते हैं और ग्वालियर अंचल में बूंदाबांदी भी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी और बारिश भी होने का भी अनुमान है।   वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उठा है और अफगानिस्तान के आसपास ट्रफ बनने से हवाओं का रुख पश्चिमी एवं उत्तर-पश्चिमी हो गया है, जिससे तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। अभी दो दिन तक दिन एवं रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। 10 फरवरी से तापमान में फिर गिरावट होने के आसार हैं। 8 फरवरी को एक अन्य तीव्र आवृत्ति वाले पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत में प्रवेश करने का अनुमान है, जिसके प्रभाव से राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात भी बन सकता है। इससे तापमान में बदलाव देखने को मिलेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी और बारिश भी होने की संभावना है।

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Kolar News 8 February 2022

इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 335 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन मरीजों की मौत हुई है।     इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि सोमवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,114 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 335 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1448 हो गई है।     उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 982 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 98 हजार 128 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 5,406 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।

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Kolar News 8 February 2022


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