अनूपपुर । एक बार फिर 46 दिनों के बाद एक हाथी अपने समूह से विछुड़ कर गुरुवार की सुबह जिले की सीमा छग के मरवाही वन मंडल,वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट के जंगल में विश्राम कर रहा है जिससे एक बार फिर से अनूपपुर जिले में प्रवेश करने की संभावना बन रही है। ज्ञात हो कि दो हाथी विगत दिसम्बर माह में आने के बाद 46 दिनों तक अनूपपुर जिले में विचरण करने बाद 7 फरवरी को पुन: उसी रास्तेब वापस चले गये जहां 50 हाथियों के समूह में मिल गये थे। जानकारी अनुसार 17 मार्च को एक हाथी अकेला विचरण करता हुआ कटघोरा वन मंडल के पसान वन परिक्षेत्र से मरवाही वन मंडल में प्रवेश कर निरंतर विचरण कर रहा था जो 19 मार्च को एक बार फिर मरवाही वन परिक्षेत्र के जंगल में बुधवार की रात विचरण करता हुआ चार घरों में तोड़फोड़ कर तीन किसानों के खेतों में लगी फसलों को अपना आहार बनाते हुए 20 मार्च की सुबह मरवाही वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट के ग्राम घिनौची,डडि़या के जंगल के पहाड़ में विश्राम कर रहा है। जो अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत एवं बीट चोलना की सीमा से 3 से 4 किलोमीटर दूर पर है, यही रास्ता विगत कई वर्षों से हाथियों के आने एवं जाने का होने के कारण फिर से आने की संभावना व्यक्त किया रही है। गुरुवार की रात एक बार फिर से अनूपपुर जिले में प्रवेश करने की संभावना बन रहीं हैं। एक बार फिर 46 दिन बाद हाथी के आने की सम्भावना से जैतहरी एवं अनूपपुर वन परिक्षेत्र के ग्रामीण परेशान हैं। वनविभाग द्वारा एक हाथी के आने की संभावना को देखते हुए आवश्यक दिशा/निर्देश एवं सतर्कता बरतते हुए तैयारी में लगे हुए प्रभावित ग्राम पंचायतो को भी ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने को कहा गया है।
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