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मोबाइल का बढ़ता प्रचलन जितना सुविधाजनक हो गया है, उतना ही यह नुकसानदेह भी साबित हो रहा है। खासकर उन लोगों के लिए जो ऑनलाइन लेनदेन कर रहे है। जिनकी अज्ञानता कहे या जागरूकता की कमी, फर्जी कॉलर ऐसे लोगों की बैंकों में जमा पूंजी को पल भर में खाली कर दे रहे है।जिले में बढ़ते साइबर अपराध में उन चार पीड़ित की शिकायत भी जुड़ गई है। इनसे अज्ञात कॉलर ने नेट बैंकिंग बंद होने और रिश्तेदार बताकर एक लाख 86 हजार रुपए की ठगी कर ली। जिसकी जानकारी के बाद पीड़ितों ने साइबर सेल में शिकायत की है। इसमें एक मुख्यालय निवासी है, जबकि तीन अन्य लोग जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से है।साइबर नोडल शाखा में शिकायत के बाद आरक्षक चांदनी शांडिल्य लेनदेन की बैंक से जानकारी जुटा रहे है। मिली जानकारी अनुसार, मुख्यालय निवासी युवक को नेट बैंकिंग की अवधि खत्म होने का मैसेज आया। इसमें लिखा था कि नेट बैंकिंग शुरू करवाने के लिए दिए गए नंबर पर संपर्क करें। जब युवक ने नंबर पर संपर्क किया तो उसे एक लिंक देकर उसमें आधार, पैन और एटीएम कार्ड नंबर अपडेट करने कहा गया।जैसे ही युवक ने लिंक में आधार, पैन और एटीएम कार्ड अपडेट के साथ ही बैंक खाता भी अपडेट कर दिया। जिसके कुछ ही देर बाद उसके बैंक खाते से एक लाख 31 हजार रुपए निकाले जाने का मैसेज आया। इससे युवक के होश उड़ गए। तत्काल ही युवक ने इसकी शिकायत साइबर नोडल शाखा में की है।वहीं एक ही दिन में अज्ञात कॉलर ने तीन लोगों से स्वयं को परिचित बताकर उनके रिश्तेदारों और परिचितों के नाम बताकर विश्वास हासिल किया। फिर राशि ट्रांसफर की समस्या बताकर उनका बैंक खाता नंबर पूछकर उन्हें लिंक भेजी। जिस पर क्लिक करने पर तीनों लोगो के खाते से 55 हजार रुपए उड़ा लिए। जिसकी जानकारी लगने के बाद पीड़ितों ने इसकी शिकायत साइबर नोडल से की है।
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